diff --git "a/Hin_ST_PR.csv" "b/Hin_ST_PR.csv" new file mode 100644--- /dev/null +++ "b/Hin_ST_PR.csv" @@ -0,0 +1,2988 @@ +URL,Transcribed Text +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14898b28-3235-4072-a896-21573f9a1ee8_HI_S1_P_1.wav,हम सब - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93451ca8-e69f-4a64-be5c-28ce3d0811e5_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच रह नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93451ca8-e69f-4a64-be5c-28ce3d0811e5_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93451ca8-e69f-4a64-be5c-28ce3d0811e5_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dfb93507-3f3c-4c48-b032-93220b86be98_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dfb93507-3f3c-4c48-b032-93220b86be98_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2abe236-2085-4960-abfb-61936653c216_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2abe236-2085-4960-abfb-61936653c216_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। हमेश महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लड़की फेंकी लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2abe236-2085-4960-abfb-61936653c216_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। ��क दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a116ddad-a255-42d3-85e6-30f80e05ae35_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a116ddad-a255-42d3-85e6-30f80e05ae35_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a116ddad-a255-42d3-85e6-30f80e05ae35_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झीले दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील मके नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/430e9e2e-56a9-4193-88f0-48dbb3e3959a_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मेरा भी नाच रहा मेरा भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/430e9e2e-56a9-4193-88f0-48dbb3e3959a_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंद पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की रह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चो बच्चे भी घर घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/430e9e2e-56a9-4193-88f0-48dbb3e3959a_HI_S4_ST2_0.wav,माधव माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव माधव को झील दिखाने ले गये । वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर झूम रहे थे। झ���ल के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला मिठाई वाला आया। माधव के मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ आपाने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/46c7e746-f840-4e8e-af06-ce0aec92d7be_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/46c7e746-f840-4e8e-af06-ce0aec92d7be_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आ आ आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/46c7e746-f840-4e8e-af06-ce0aec92d7be_HI_S2_ST2_0.wav,राधा आ अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को में मेला घुमाने ले गई। वह बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खेलने खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के छू झूले भी थे जिन्हें जिन पर राधा ने दादी के साथ स स सोर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हों उन्हें समोसे की एक दुकान दिखाई दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसको लिया समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d0d062e-2c86-43f7-a17e-26b487c43d45_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d0d062e-2c86-43f7-a17e-26b487c43d45_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d0d062e-2c86-43f7-a17e-26b487c43d45_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी ��ुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50dec0be-c7d5-4362-ab4a-f73c02c86669_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50dec0be-c7d5-4362-ab4a-f73c02c86669_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50dec0be-c7d5-4362-ab4a-f73c02c86669_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील देखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebdefbe0-6fa4-4ad5-800b-3cb23a7b14ee_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebdefbe0-6fa4-4ad5-800b-3cb23a7b14ee_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनत है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebdefbe0-6fa4-4ad5-800b-3cb23a7b14ee_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव की बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने रहा था । दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन ��र पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c783b16-8fb8-4417-8103-89c23e1e4826_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उस उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c783b16-8fb8-4417-8103-89c23e1e4826_HI_S1_ST1_5.wav,अपने अपना अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अपना अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली के ले आए आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अपना अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c783b16-8fb8-4417-8103-89c23e1e4826_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक नदी दिन नानी माधव को झीला झील दिखाने ले गया गई। वह वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झीला झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वह वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e8390bd-4c64-4103-82d3-4e2e4263a756_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e8390bd-4c64-4103-82d3-4e2e4263a756_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते । दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर पे चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e8390bd-4c64-4103-82d3-4e2e4263a756_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बज़ार घुमाने ले गई। बज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की माया के माया की मिल मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ddf2dd0-b5c8-483e-a866-dc678a1266ec_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ddf2dd0-b5c8-483e-a866-dc678a1266ec_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए , ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ddf2dd0-b5c8-483e-a866-dc678a1266ec_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाइयाँ की मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d95af9a1-d1e8-4aef-8c65-df8edd315825_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d95af9a1-d1e8-4aef-8c65-df8edd315825_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वो बहुत शरारती था। जब वो किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वो घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वो नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d95af9a1-d1e8-4aef-8c65-df8edd315825_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी ने केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने गया लगा। दादीजी दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b207aaf1-f4d4-4d64-aa70-f1f5ea24f801_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी कि ना रे र ह ती है। नद��� में बहु बहुत म छ लियाँ हैं। रानी उनको द दा ना देती है। वो सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f3d29a9c-a777-4571-85af-f8d875a5228f_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f3d29a9c-a777-4571-85af-f8d875a5228f_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब में लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/adc5028d-fdd1-46e6-a629-b25945df3ee9_HI_S3_P_5.wav,सोना के पास एक गेंद है। गेंद का रंग लाल है। वह गेंद से खेलती है। उसे खेलकर मज़ा आता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/adc5028d-fdd1-46e6-a629-b25945df3ee9_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/16d5bbff-d270-4f60-822f-ed69b9edc8b2_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/16d5bbff-d270-4f60-822f-ed69b9edc8b2_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/16d5bbff-d270-4f60-822f-ed69b9edc8b2_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता है। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश हुई +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2aef9282-4058-416c-ba00-fef105b13f52_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी ��ी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2aef9282-4058-416c-ba00-fef105b13f52_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2aef9282-4058-416c-ba00-fef105b13f52_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c8d3c300-9c1e-413a-b263-b24dd3a67923_HI_S1_P_12.wav,काले बादल झाये है छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c8d3c300-9c1e-413a-b263-b24dd3a67923_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह जगप जगह गंदा पानी र भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह राह राह देखा देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आस आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c8d3c300-9c1e-413a-b263-b24dd3a67923_HI_S3_ST2_0.wav,केवट अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केवस को बगीचा घुमने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठा गए। शाम को जबसे वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने ससारी जजलेबियाँ अपने झूले झोले में रख लीं। केवस की छछोटीब बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केवस ने जलेबी खाई। केवस बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc64756f-c30d-4277-a569-fe04ecc20a5a_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सबसे उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc64756f-c30d-4277-a569-fe04ecc20a5a_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहबहन न वह एक छोटा भाई था। उसका बहन गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मोह महं मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिला खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc64756f-c30d-4277-a569-fe04ecc20a5a_HI_S4_ST2_0.wav,मध्य अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी मध्य को झीलदेखने के लिए । वह खूब चाहता -पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी सी देर बाद वह एक मिठाई वाला आया। मध्य को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कहीं सारी मिठाइयाँ खरीदी। मध्य ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। मध्य की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मध्य ने मिठाई खाई। मध्य बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ce2a5eb-baba-4ed2-98bc-fd6aa24ac635_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ce2a5eb-baba-4ed2-98bc-fd6aa24ac635_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भरा भर गया था। सभी बारिश को रोकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोक खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ce2a5eb-baba-4ed2-98bc-fd6aa24ac635_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वह खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा भी बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाईयां खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8d4d70de-2ae8-4b85-a703-6c5dc0c54977_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटा छोटा छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8d4d70de-2ae8-4b85-a703-6c5dc0c54977_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से सींग से गुब्बारा पट फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c02f1e65-0d6e-4a5c-8be1-d0f6c9398e1c_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबसे सब सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c02f1e65-0d6e-4a5c-8be1-d0f6c9398e1c_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगा, बिजली कड कडक कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हम हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c02f1e65-0d6e-4a5c-8be1-d0f6c9398e1c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सा सैर लगाया। थोड़ा आगे जाने पर उन उन्हों उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर रा राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f14b4459-d0df-43f9-8b22-8eba065a503d_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f14b4459-d0df-43f9-8b22-8eba065a503d_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खादा मांगकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f14b4459-d0df-43f9-8b22-8eba065a503d_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कोई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठे गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशवकी जलेबी केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियों अपने झोले में रख लीं। केशव की छुट्टी छुट्टी बहन घर पर थी। अपनी बहन क�� साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b65fe2a-23a1-459d-8940-b298c0ca1310_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b65fe2a-23a1-459d-8940-b298c0ca1310_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबी भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b65fe2a-23a1-459d-8940-b298c0ca1310_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मोसम की एक दुकान दिखी। राधा को मोसम खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/48701a74-8cec-45d2-81ea-55680bfb1301_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अ अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। बस उसे पसंद है पसंद करती है करता कर +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aa4be39b-728a-43d2-b084-dbd1880e32ac_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aa4be39b-728a-43d2-b084-dbd1880e32ac_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिन दिनों से बारिश हो रही थी। ग गाँव में सभी ज ग ह जगह गंदा पानी भरा गया था। सभी बारिश के रु क ने रुकने की राह देखा रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रहू रहू रुख गई। सू र ज नि क ल आ या। स ब लोग खुश हू हो गये। आ आ स मा न आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने क प ड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घ री घरी से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7943dba-03e4-4922-9349-6554e54935e7_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7943dba-03e4-4922-9349-6554e54935e7_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7943dba-03e4-4922-9349-6554e54935e7_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी द दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e34459c5-7f36-439e-ab52-0c363ebfd05c_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन में मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e34459c5-7f36-439e-ab52-0c363ebfd05c_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। कम हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी पर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केले केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0060d56b-fe85-47b4-afd6-cf7893bf5927_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0060d56b-fe85-47b4-afd6-cf7893bf5927_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तर तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आये। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह सब सब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0060d56b-fe85-47b4-afd6-cf7893bf5927_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झेले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53087681-0e1f-43f5-8a61-e6eaf201189a_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक कि किताब है। उसमें परी की कहानी है। यहाँ कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं स स सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c417067f-d440-448e-aa92-c8e079df3b1f_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उस उसको केला दिया। सबने केला खा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87b2dceb-f577-46ba-9170-6e24567711ac_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87b2dceb-f577-46ba-9170-6e24567711ac_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87b2dceb-f577-46ba-9170-6e24567711ac_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/488b6135-95e9-4ef5-8cd2-0fe321a2fabc_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। इसका गर उस जिसको गरमी लग रही है। ल लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता लेकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/488b6135-95e9-4ef5-8cd2-0fe321a2fabc_HI_S2_ST1_4.wav,रामूतुर में कुछ ज़मीन खे ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उग उगता था। वहाँ कोई खे खो खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आ आए। उन्होंने गा गाँव के लोगों से को बुलाया। जिसने मिलकर तल किया कि वहां यहाँ बग़ीचा बनाया गया जाए जाए। खाद मंगाकर हर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया ग गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9689b1b3-59a9-4308-80d8-f6b590395b0c_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पा ल ग पालंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9689b1b3-59a9-4308-80d8-f6b590395b0c_HI_S2_ST1_5.wav,सलम ब गी चे बग़ीचे में घूमने गया । वह आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। स स ल म सलम को आम खाने का मना हु हु हो हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलेम को हाथ आम तक तोड़ नहीं पा नहीं पहुँचा पाये। देर तक सोचने का बाद वह एक सीढ़ी लेकर आ आई। अब आ सा नी उ सने से आम उसके हाथों में आ ���ए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e19da189-7ca2-454b-b9ec-af5ef796d454_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e19da189-7ca2-454b-b9ec-af5ef796d454_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e19da189-7ca2-454b-b9ec-af5ef796d454_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दूकान दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ade4911f-ad14-4a23-83f9-c451e6716188_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ade4911f-ad14-4a23-83f9-c451e6716188_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ade4911f-ad14-4a23-83f9-c451e6716188_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df7a4ab4-8024-4aaa-8172-e038cbe51828_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लि��। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df7a4ab4-8024-4aaa-8172-e038cbe51828_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df7a4ab4-8024-4aaa-8172-e038cbe51828_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घूमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/508158a4-04d0-4bd7-9d6c-550880469c86_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहन पह`एम् पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/508158a4-04d0-4bd7-9d6c-550880469c86_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों को आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन से में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/508158a4-04d0-4bd7-9d6c-550880469c86_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झो झ झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसने पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन पर घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0b87be2e-5ec0-4411-aa1c-b05c918780ac_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0b87be2e-5ec0-4411-aa1c-b05c918780ac_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0b87be2e-5ec0-4411-aa1c-b05c918780ac_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74ccdc39-80da-43e7-8ab4-156243e6850d_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74ccdc39-80da-43e7-8ab4-156243e6850d_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लडकी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74ccdc39-80da-43e7-8ab4-156243e6850d_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bfa4afab-1f10-4976-85ed-6815cad7a8d6_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bfa4afab-1f10-4976-85ed-6815cad7a8d6_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा��� उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bfa4afab-1f10-4976-85ed-6815cad7a8d6_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता है रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादीजी ने उन उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपनी झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0137c856-6187-48fe-b771-46f6a917c73a_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0137c856-6187-48fe-b771-46f6a917c73a_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ाते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0137c856-6187-48fe-b771-46f6a917c73a_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहा खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a6db896-aca2-4189-9230-96b7e44c1dda_HI_S1_P_4.wav,धारा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a6db896-aca2-4189-9230-96b7e44c1dda_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कुथ कछुओं को देखते। कभी कछु चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसो कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बज���ते। घर जाकर सबसे कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a6db896-aca2-4189-9230-96b7e44c1dda_HI_S3_ST2_0.wav,केसव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़े के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसे लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b52f654-4caa-4cc0-b471-4d0c644a8988_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उस जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b52f654-4caa-4cc0-b471-4d0c644a8988_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उस उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सब सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b52f654-4caa-4cc0-b471-4d0c644a8988_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गयी । स्याम शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादीजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80363ad0-8c00-4914-afe6-0a454716f929_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80363ad0-8c00-4914-afe6-0a454716f929_HI_S1_ST1_2.wav,एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने रोटी का को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा रोटी रोटी इतनी छोटी है और वह इतनी कितनी मेहनत करती है। उसने देखा उसे उसे देख कर लग लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dfb74124-dde2-4074-a543-c53263a8ed43_HI_S1_P_12.wav,काला बादल छ���ए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dfb74124-dde2-4074-a543-c53263a8ed43_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गावन में सभी जगह गंदे पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने का रुकने की राहा देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dfb74124-dde2-4074-a543-c53263a8ed43_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी मधव को झील दिखाने ले गई। वह खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वह एक मिठाई वाला आया। मधव माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उस उसके उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। मधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झेल झोलो में रख लीं। माधव की बड़ी बहन बेहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c986802-aed9-4efa-bd42-69e8c2bf8fcb_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c986802-aed9-4efa-bd42-69e8c2bf8fcb_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगाता उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यह यहाँ बगीचा बनाया बनाया जाए। खद खाद मगा मांगकर मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये जय गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेल खेलने सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/abfa32cb-a02d-4dd2-9460-2f149bd5b68d_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें पर परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यहाँ यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/abfa32cb-a02d-4dd2-9460-2f149bd5b68d_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उस उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/abfa32cb-a02d-4dd2-9460-2f149bd5b68d_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दा दादीजी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन द���दीजी दादाजी केशव के को बगीचा घूमने ले गया घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठा बैठ गए। शाम को जब वो वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान देखि दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादीजी दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1229587d-93ad-4da4-94b9-e8855c6f6be8_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1229587d-93ad-4da4-94b9-e8855c6f6be8_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए अपने लिए भोजन जुठा नहीं पाता था पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप अपने आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1229587d-93ad-4da4-94b9-e8855c6f6be8_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने छोले झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b37944d3-c999-4b10-b953-c5820ece8345_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। अ आम की चटनी भी बनाती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b37944d3-c999-4b10-b953-c5820ece8345_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बी बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उत उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वा पि स वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8cd61fc7-1f21-4a0e-9118-5bdba879f7db_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठ���ई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8cd61fc7-1f21-4a0e-9118-5bdba879f7db_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8cd61fc7-1f21-4a0e-9118-5bdba879f7db_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9354c49c-0b93-4a67-b888-cd1637ebd15a_HI_S1_P_5.wav,र रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8cff097c-285d-4840-bab9-f16080661fe4_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8cff097c-285d-4840-bab9-f16080661fe4_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रोकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95c98606-007d-4f33-a6ca-29363975774b_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क था। वह काफी सुराना पुराना है। उसमें पानी भर जा जाता है। इससे सब देखती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6d7a18b-67b2-4fcd-bdde-16428b8f8eb2_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6d7a18b-67b2-4fcd-bdde-16428b8f8eb2_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6d7a18b-67b2-4fcd-bdde-16428b8f8eb2_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57ca9c33-2566-4f5f-a893-4584dec8873d_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57ca9c33-2566-4f5f-a893-4584dec8873d_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र हैं। एक दिन वो दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवला को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रुकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंक। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57ca9c33-2566-4f5f-a893-4584dec8873d_HI_S1_ST2_0.wav,मैं अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी मैं को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे चलने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। मैं को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके मनपसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। मैं की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मैं ने मिठाई खाई। मैं बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6c66a23-b71e-4d36-9f59-dcd260795f2b_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ पेड़ हैं। हमारे आम हम आम तोड़ने तोड़कर खा रहे खा खाते हैं। आम में आम से चटनी भी बनती है। हमारे हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6c66a23-b71e-4d36-9f59-dcd260795f2b_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादल के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान आसमान से नीचे उतर आई और उनहे बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी के पारी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6c66a23-b71e-4d36-9f59-dcd260795f2b_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया के नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कोई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। अरे थोड़े थोड़ा थोड़ी दूर जाने आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाने खाना बहुत अच्छा लगता था। उनको नानी ने उनको नानी उसके पसंद की कोई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ab3e5868-77a0-44af-8351-4c23bde84a9f_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ab3e5868-77a0-44af-8351-4c23bde84a9f_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया एक का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ab3e5868-77a0-44af-8351-4c23bde84a9f_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e5a8d46a-5bdb-4bc1-b97c-813bc8acde9a_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e5a8d46a-5bdb-4bc1-b97c-813bc8acde9a_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली यी थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेल खेलने नहि जाता था नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पीना दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ी��ा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da7228c0-a2dc-41e1-96d6-ed6da386db20_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। में मोर भी नाच रहे है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da7228c0-a2dc-41e1-96d6-ed6da386db20_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत अल आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसे चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह इतनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f17213d1-405f-4dbf-bef0-38012193030d_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f17213d1-405f-4dbf-bef0-38012193030d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बू और बूढ़े कौए ने कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fb74fdd6-4d84-48d4-8c0a-75be85e72130_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/179fa1e7-aa41-4e42-8cf4-9b8ef8e24b42_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको के केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/179fa1e7-aa41-4e42-8cf4-9b8ef8e24b42_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ का एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा क कौआ भी था। क कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े क कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ रह तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने गा लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/179fa1e7-aa41-4e42-8cf4-9b8ef8e24b42_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे मिलौने खिलौने मिल रहे थे। मेले में कोई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीद खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रखा रख लिया। राधा का छोटा भाई घर आकर था घर आकर था। अपने भाई के साथ मि���कर राधा ने समोसे खाई। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4894fd5d-f8f1-4cc1-847f-ebc3be270031_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4894fd5d-f8f1-4cc1-847f-ebc3be270031_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने - स - की- तर्राह - देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4894fd5d-f8f1-4cc1-847f-ebc3be270031_HI_S4_ST2_0.wav,मा-माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहां -जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना-खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी- कहाँ- मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन-ने - के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1c8d064d-75cd-47b1-ae0c-b8fbe8b688f1_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बना बन ता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/203d0e65-f0b5-47f9-859a-700e85938972_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पु पुराणी पु पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चल त चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/31492009-de11-407e-9d63-9f0167f62089_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/31492009-de11-407e-9d63-9f0167f62089_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसके उस उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितना मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/31492009-de11-407e-9d63-9f0167f62089_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घूम घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना ��हुत पसंद था। दादाजी ने उस उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3747ec2-1e4a-4ba9-860f-fd4ccc70e191_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कह कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3747ec2-1e4a-4ba9-860f-fd4ccc70e191_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सा सब सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया बनाया जाए। खाद मांग कर मंगाकर हर तरह के पौधो लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95f06d46-e328-48e1-94f6-bf02129fd3e3_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95f06d46-e328-48e1-94f6-bf02129fd3e3_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95f06d46-e328-48e1-94f6-bf02129fd3e3_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/31938419-6fbe-4c02-9cd5-8c32d7ee184a_HI_S1_P_13.wav,सोनम गान गाना गीत गाती है। उसके गाना अच्छा लगता है। उसकी आ आवाज़ मी मीटि है। सब उसे प पन पंधा करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a8639ce-df9e-4a1c-aa86-bc62210fedb0_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6271c373-7297-4630-b153-163be1f23db2_HI_S2_P_4.wav,गाँव म���ं एक लड़का है। वह काफी पुरा पुरानी है। उसमें पानी भर भर जाता है। इससे बस दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bd6558f0-1db2-47b2-bb62-f9a0465ff54c_HI_S2_P_0.wav,ग गरमी का मौसम था मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नी लोग नींब का शररत - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/11677c48-3ae5-4a69-a483-acba3856d631_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/11677c48-3ae5-4a69-a483-acba3856d631_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत कर रही है करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/11677c48-3ae5-4a69-a483-acba3856d631_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दाद दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उस उस उन्हें अपने लिए अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/44c7d255-056f-4395-a5fe-12d05b0cb1f5_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। उसने खाना खा लिया वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6634e747-d409-4638-b492-77bd7c3c05e2_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमे उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6634e747-d409-4638-b492-77bd7c3c05e2_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वह वहाँ सभी सभी वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6634e747-d409-4638-b492-77bd7c3c05e2_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा ब���ीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव को की बड़ी बहन माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश हुआ था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d33161ec-2c32-437e-a6cc-3bcaaa8cd11f_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध पि देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d33161ec-2c32-437e-a6cc-3bcaaa8cd11f_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अ अ अलेक अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिर। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहां गया वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/40c1d69a-e95e-4bc2-888d-0660020bb19d_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवाई बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/40c1d69a-e95e-4bc2-888d-0660020bb19d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौई से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/660bf803-321b-43c3-a5c1-bc9c4a4e6873_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/660bf803-321b-43c3-a5c1-bc9c4a4e6873_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पार र बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ते ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/660bf803-321b-43c3-a5c1-bc9c4a4e6873_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने ��सके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bfe45abd-8bce-4713-ad80-bed296912b3f_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bfe45abd-8bce-4713-ad80-bed296912b3f_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bfe45abd-8bce-4713-ad80-bed296912b3f_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee1640fb-15ec-426a-b5a5-586e10168767_HI_S2_P_7.wav,"मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाज़ार में और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा गाऊँगा। जूता ""पहनकर"" घूमने घुमाने जाऊँगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8aa84ad-ebb4-47ef-908c-d46eadfd41cc_HI_S1_P_0.wav,हमारे भाग में आम के पेड़ हैं। हम आ आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8aa84ad-ebb4-47ef-908c-d46eadfd41cc_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देखे देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को खुद कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8aa84ad-ebb4-47ef-908c-d46eadfd41cc_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घु घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह के रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झो झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e497ad5b-3310-45a6-8d01-e6e696c8d27e_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हव हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e497ad5b-3310-45a6-8d01-e6e696c8d27e_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पीछे रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौए कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जूठा जूठा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक खजने खोजन योजना बनाये और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व कड़ों की देखभाल काजिय । हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बड़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/18cdcb86-9f89-4c68-b202-4279144caae3_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/18cdcb86-9f89-4c68-b202-4279144caae3_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/86717caf-330f-4a58-a652-10b943a2fc55_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/86717caf-330f-4a58-a652-10b943a2fc55_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वही कुछ नहीं उगती था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाती था। एक दिन कुछ लोग - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10c12b8a-dc29-4e7b-b738-05e8de918317_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10c12b8a-dc29-4e7b-b738-05e8de918317_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10c12b8a-dc29-4e7b-b738-05e8de918317_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल ��हे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0b9153a0-4993-41b3-8a20-093bff723a04_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पास ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0b9153a0-4993-41b3-8a20-093bff723a04_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक डिब्बे बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह सब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d5b4d47a-0e34-444d-89cd-475b26ac337b_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d5b4d47a-0e34-444d-89cd-475b26ac337b_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसीलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d5b4d47a-0e34-444d-89cd-475b26ac337b_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा के को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले मेले में कई तरह के झूले भी थेजिन जिन जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदा खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5b32d86a-5dc7-42e8-a423-884f99bb3ede_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c406b29-0523-435f-ace8-8358b71f191e_HI_S3_P_4.wav,गोली के गोलू के पास एक बकरी है। उसका रंग सफ़ेद है। वह घास खाती है। बकरी रोग रोज़ दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c406b29-0523-435f-ace8-8358b71f191e_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसीलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेले अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c406b29-0523-435f-ace8-8358b71f191e_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपनी अपने दादा के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4563e35a-f6ea-40a8-9f8b-51c14eaef183_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझसे मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4563e35a-f6ea-40a8-9f8b-51c14eaef183_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर गया डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4563e35a-f6ea-40a8-9f8b-51c14eaef183_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव के बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उनसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव के केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/34d2303d-8ceb-4c46-bfd5-47a57db8ce1a_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/34d2303d-8ceb-4c46-bfd5-47a57db8ce1a_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/34d2303d-8ceb-4c46-bfd5-47a57db8ce1a_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/370fced5-616e-4dee-a0d0-0bcf8b55b61d_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/370fced5-616e-4dee-a0d0-0bcf8b55b61d_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलेंगे +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/370fced5-616e-4dee-a0d0-0bcf8b55b61d_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कोई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5177580a-f1cf-415a-b773-e1802c2eaa9f_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/65d18fda-d6b9-4341-a14a-bcbd7592d4ff_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जा जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/65d18fda-d6b9-4341-a14a-bcbd7592d4ff_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी ब बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ते पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8f1b61bd-c719-4a95-9ffd-066017f4e2af_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबके नए कपड़े बने हैं। सब मेहमान आ रहे हैं। घर में धूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8f1b61bd-c719-4a95-9ffd-066017f4e2af_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बच्चे बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8f1b61bd-c719-4a95-9ffd-066017f4e2af_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादी जी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की बेटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिल मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0d80888-f268-4821-90a2-62eb8ea03d7b_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0d80888-f268-4821-90a2-62eb8ea03d7b_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई।चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उसकी उडान उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0d80888-f268-4821-90a2-62eb8ea03d7b_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की ए�� दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3dd8c65-a020-409c-8b24-55606b4d3029_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3dd8c65-a020-409c-8b24-55606b4d3029_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3dd8c65-a020-409c-8b24-55606b4d3029_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/751cbe0a-8910-469c-b947-6f8a84ec9617_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/751cbe0a-8910-469c-b947-6f8a84ec9617_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी वहा देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/055094e3-e824-4a0d-b47c-de9ebc24fbcd_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही थई लोग नींबू का शरबत पी रहे थे और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/055094e3-e824-4a0d-b47c-de9ebc24fbcd_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर क ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ सोने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही ���मय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा थे इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4816285c-bb43-4e68-b5a5-0d4d90f714b6_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2461993-216e-46b8-bff0-e1fdf8865a39_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2461993-216e-46b8-bff0-e1fdf8865a39_HI_S1_ST1_2.wav,एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4625448c-2195-4e06-94fc-2aacbcf85537_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम का के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाते है बनती है। हम सबको आम हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4625448c-2195-4e06-94fc-2aacbcf85537_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच एक लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों से के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापस वापसी लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4625448c-2195-4e06-94fc-2aacbcf85537_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह के रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अ अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया ने मिठाई खाना माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/382710b8-1f16-4826-8976-d5148a0a46f8_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0a714f70-f1c5-487c-bf96-0f68ec237473_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेजी बारिश हो रही है। मोरे भी नीचे रहा है। जब नीचे देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1e6ca00c-fba8-4735-b497-e0a19033c190_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तो तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाती बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1e6ca00c-fba8-4735-b497-e0a19033c190_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई औ��� उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1e6ca00c-fba8-4735-b497-e0a19033c190_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7363859f-1b94-4440-9021-b0e8ec465ddd_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7363859f-1b94-4440-9021-b0e8ec465ddd_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कुए रहते रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fc400656-9696-4d52-b628-16b961ea078c_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ca1ca32-8342-4ca0-b4a3-15369d5c137c_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ca1ca32-8342-4ca0-b4a3-15369d5c137c_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ca1ca32-8342-4ca0-b4a3-15369d5c137c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दीदी के साथ रहती थी।दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दीदी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दा��ी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c26ad82-f074-48d0-8ce2-8d18b32a9ebf_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c26ad82-f074-48d0-8ce2-8d18b32a9ebf_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c26ad82-f074-48d0-8ce2-8d18b32a9ebf_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ea38d9ef-e45e-4f4f-86ef-5bc8ac653e0c_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उस उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मेरे पा मेरे सबको यहाँ कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4581142-b384-493e-b1b9-3ebd185c2a6a_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4581142-b384-493e-b1b9-3ebd185c2a6a_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँागकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वह सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4581142-b384-493e-b1b9-3ebd185c2a6a_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कोई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहु��� पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/66b90fba-acf9-4efc-89e7-fa695b358d95_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/66b90fba-acf9-4efc-89e7-fa695b358d95_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/66b90fba-acf9-4efc-89e7-fa695b358d95_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1fdeb7c-2758-4465-9de8-b6898db8fcc7_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहे है। सब नाच सब नाच र देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1fdeb7c-2758-4465-9de8-b6898db8fcc7_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह ग गंद गंदा पानी भरा गंदा पानी भर गया था। सभी बा बारिश के रुकने की की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। ओर लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों नि से बाहर निकलने निकल कर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3cb7e0c-7c28-4695-a69f-bab5f4f134c7_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोता तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3cb7e0c-7c28-4695-a69f-bab5f4f134c7_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का म���ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3cb7e0c-7c28-4695-a69f-bab5f4f134c7_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने परउन मिठाई उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/db2ffaa8-db46-4028-8113-cda3b3858eb3_HI_S3_P_10.wav,- - चमक चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a0f8cd02-666a-4ff8-b99f-ef84ac16fa08_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ एक पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह ल लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a0f8cd02-666a-4ff8-b99f-ef84ac16fa08_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उ उसने बोतल को दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a0f8cd02-666a-4ff8-b99f-ef84ac16fa08_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दा दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी दादाजी पर दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी को दादाजी ने उसके उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर घर पर थी। अपनी ब बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b94bb52-0059-4d5e-823a-89f38f945c6f_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b94bb52-0059-4d5e-823a-89f38f945c6f_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। ��ह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b94bb52-0059-4d5e-823a-89f38f945c6f_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae2b3b40-b2f2-43d6-b5be-fff3468d54cc_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae2b3b40-b2f2-43d6-b5be-fff3468d54cc_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae2b3b40-b2f2-43d6-b5be-fff3468d54cc_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी के दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान देखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उन्हें उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e2fe2083-385e-4c1b-ba0b-139f86663634_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबके नाय कपड़े बने हैं। सबके मेहमान आ रहे हैं। घर में धुल -धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e2fe2083-385e-4c1b-ba0b-139f86663634_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन री रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी मई मैया भैया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e2fe2083-385e-4c1b-ba0b-139f86663634_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन ना���ी माधवा को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील पर झील में नाव पर धूम धूमाँ रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b503d847-dfdb-4b87-8274-e8109ad75dfd_HI_S3_P_7.wav,सोनू बाग में खेल रहा था। वहाँ आम के बहुत पेड़ थे। सोनू ने एक आम तोड़ा। आम बहुत मीठा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b503d847-dfdb-4b87-8274-e8109ad75dfd_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b503d847-dfdb-4b87-8274-e8109ad75dfd_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f676ed62-9ab5-4527-a927-54e1ddbb30bc_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f676ed62-9ab5-4527-a927-54e1ddbb30bc_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f676ed62-9ab5-4527-a927-54e1ddbb30bc_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के घर रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/446778b9-9e34-47bb-a3ed-710943e8858c_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/446778b9-9e34-47bb-a3ed-710943e8858c_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत अस आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/446778b9-9e34-47bb-a3ed-710943e8858c_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने के लिए घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने गया। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/599cb625-dd54-4c81-8ecd-14baba86ea42_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोने सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/599cb625-dd54-4c81-8ecd-14baba86ea42_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/599cb625-dd54-4c81-8ecd-14baba86ea42_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f5cd670-0685-49da-a6cc-385f1be189b8_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f5cd670-0685-49da-a6cc-385f1be189b8_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा एक हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गया। उसने खूब मज़े से आम खाया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f24c43ff-bd39-4edd-a760-b1c940ae89e4_HI_S3_P_2.wav,लाजो के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। लाजो उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8ae5658-cdc6-499f-abb5-ea009467c7ea_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8ae5658-cdc6-499f-abb5-ea009467c7ea_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अ अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8ae5658-cdc6-499f-abb5-ea009467c7ea_HI_S2_ST2_0.wav,पढू इसे राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिले रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें सम समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोलों में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/302c2227-8b9e-40d3-8fcb-c4aff5cd1b47_HI_S2_P_1.wav,"मेरा घर में मेरे घर मेे दो पलग पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटा पर छोटे पर। -" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/302c2227-8b9e-40d3-8fcb-c4aff5cd1b47_HI_S3_ST1_1.wav,मैं और मेरी म बहन छत बहन छाता छत पर खेल रही है। - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/de1f8ef8-36c2-469e-bda5-6d8726d32844_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको के केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/de1f8ef8-36c2-469e-bda5-6d8726d32844_HI_S1_ST1_0.wav,एक ब बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/de1f8ef8-36c2-469e-bda5-6d8726d32844_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी रंग-बिरंगी सबलियाँ फल फल मिल रही रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना हुआ खाना हुआ अच्छा लगता है। नानी ने उसके पसंद की कई स सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख ली ली। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/12de3d88-368e-431a-9fe0-599ca3b85bd2_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबके नए कपड़े बने हैं। सब मेहमान आ रहे हैं। घर में धूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/12de3d88-368e-431a-9fe0-599ca3b85bd2_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते है रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसीलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/12de3d88-368e-431a-9fe0-599ca3b85bd2_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के लिए भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/916c90f7-0d92-476b-9aa4-ac54d05fe58e_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उस जलेबी खाने उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/916c90f7-0d92-476b-9aa4-ac54d05fe58e_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और ��क बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहुत अच्छी उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छे तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिल अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/916c90f7-0d92-476b-9aa4-ac54d05fe58e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f3023fe7-af8d-4963-af30-1e19cc346e8e_HI_S3_P_7.wav,सोनू बाग में खेल रहा था। वहाँ आम के बहुत पेड़ थे। सोनू ने एक आम तोड़ा। आम बहुत मीठा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f3023fe7-af8d-4963-af30-1e19cc346e8e_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ न कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ भेलने भेलने खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोग को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मांगकर हर तरह के पौधे लगाये उगाए लगाए गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक समुद्र बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने जाते आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f3023fe7-af8d-4963-af30-1e19cc346e8e_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव की को झील देख दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घू घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था वहाँ जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में ली रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव म ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9c8375e0-71ae-439f-8cc0-e9b46178e795_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गर गरमी लग रही है। लोग लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1e2b2927-ce74-4e33-8c4c-05d953061317_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेव��� चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1e2b2927-ce74-4e33-8c4c-05d953061317_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1e2b2927-ce74-4e33-8c4c-05d953061317_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने कहा राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c45e9bc1-ca20-42c2-951f-d96f9b46b64f_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पागल हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े बड़े वाला पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/23a90f08-165e-451e-af2f-264f77118ee0_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दि दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2a3d4424-8db5-4a96-991f-d40496298811_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2a3d4424-8db5-4a96-991f-d40496298811_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास -एक- विद्यालय में पढने- पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी-बहुत -बहुत- बहन बहुत अच्छी- खिला- खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2a4d919d-6295-4143-b18a-6b08f0d91ecf_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2a4d919d-6295-4143-b18a-6b08f0d91ecf_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी गाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2a4d919d-6295-4143-b18a-6b08f0d91ecf_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दा दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी उ पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dccd7845-d165-4485-8fec-27165c51f5e8_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dccd7845-d165-4485-8fec-27165c51f5e8_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dccd7845-d165-4485-8fec-27165c51f5e8_HI_S2_ST2_0.wav,राधा राधा अप अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c943467f-679c-414e-886b-41d762f16b8f_HI_S2_P_11.wav,रूप बाहर खेल रही है रूपा बाहर खेल रही है । खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c943467f-679c-414e-886b-41d762f16b8f_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ वहाँ साँप और नेवले में नेवले को लड़ते हुये देख। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह खेलकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5aebfedc-78e3-4b5a-8bc1-218ebe61eac1_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाते है। हम सबसे न हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5aebfedc-78e3-4b5a-8bc1-218ebe61eac1_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन्होंने बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5aebfedc-78e3-4b5a-8bc1-218ebe61eac1_HI_S1_ST2_0.wav,मम्मी अप माया माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घूमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंगीन रंग-बि बिरंग सब्जी और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारे सामान खरीदे और अपने झोली में रख लायी । थोड़ी थोड़े आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माई को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कोई सारी कई सारी मिठाई भी खरीदी। माई ने सारी मिठाई अपने झोले में रख लीं। माई ने छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माई ने मिठाई खाई। माई बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a690318e-12f0-4aee-858b-d25d0f297202_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a690318e-12f0-4aee-858b-d25d0f297202_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा प पानी भर गया था। सभी बारिश के रोकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक रूक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सो खाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a690318e-12f0-4aee-858b-d25d0f297202_HI_S4_ST2_0.wav,माधवा अपनी नानी के साथ रह रहता है था। एक दिन नानी माधवा को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील पर नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधवा को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधवा ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधवा ने मिठाई खाई। माधवा बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91169542-d71b-43be-9f41-b2c5c1703166_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर ��ै। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91169542-d71b-43be-9f41-b2c5c1703166_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91169542-d71b-43be-9f41-b2c5c1703166_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a1d3b686-9935-473e-be3f-f4b3a4dc1664_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a1d3b686-9935-473e-be3f-f4b3a4dc1664_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। स-सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a36c9b89-a24e-430b-98bb-5eea1a3f20b0_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a36c9b89-a24e-430b-98bb-5eea1a3f20b0_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a36c9b89-a24e-430b-98bb-5eea1a3f20b0_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान द���खी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ab0ce7df-7375-485b-94cb-9500466450ef_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/afc7883e-67e8-40be-a158-f4c5c70ef23d_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/afc7883e-67e8-40be-a158-f4c5c70ef23d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपको लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/afc7883e-67e8-40be-a158-f4c5c70ef23d_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ff98aac7-2783-4541-b0aa-83c7a4a0b284_HI_S1_P_9.wav,बर ब बर बरसा का मौसम है। खूब पानी बरसा रहा है। चारों ओर पानी है। वह सब पानी में खेल खेलत खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3562633f-4dce-4fbe-b2cf-46d46ef51a1e_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3562633f-4dce-4fbe-b2cf-46d46ef51a1e_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और साँप को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर डंडा फेका। नेवला डर गया।रमेश भाग गया साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f0a134a-e8af-4cb1-847d-001a3e4b9780_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत ���ूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f0a134a-e8af-4cb1-847d-001a3e4b9780_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f0a134a-e8af-4cb1-847d-001a3e4b9780_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने के ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c1d8a0d-d72d-4f21-83c6-313baa1a4a0c_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता लेकर धुप घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c1d8a0d-d72d-4f21-83c6-313baa1a4a0c_HI_S2_ST1_5.wav,सलामा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलाम सलामा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलामा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी सीढ़ीयो लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c1d8a0d-d72d-4f21-83c6-313baa1a4a0c_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-महेल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसे उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5e3b9310-a6e3-4f2a-91c8-3038c7cefb76_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5e3b9310-a6e3-4f2a-91c8-3038c7cefb76_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्��ोंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। यह समय सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5e3b9310-a6e3-4f2a-91c8-3038c7cefb76_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखायी दी । राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c7f3dd07-7616-41b6-96f2-a9077265a4c6_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c7f3dd07-7616-41b6-96f2-a9077265a4c6_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/89b47965-1e7a-4703-9678-295b126b007e_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/89b47965-1e7a-4703-9678-295b126b007e_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही है हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक नदी एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग कपड़े लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/89b47965-1e7a-4703-9678-295b126b007e_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वह खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश हु था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bcceb3a-a919-4775-be13-36493199e196_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छा छाता खोलकर धूप धूप रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bcceb3a-a919-4775-be13-36493199e196_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उ उ उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग गए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तया तया तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधों पौधे लगाइए लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इन इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bcceb3a-a919-4775-be13-36493199e196_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह के रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल मिला रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खदी खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जा जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उनके पासंद की कई सरीरी सारी मिठाइयाँ भी ख खरीदी। माया ने सर सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपने बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/738c8583-897f-4c86-8e82-e9e916560b28_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/738c8583-897f-4c86-8e82-e9e916560b28_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद एक का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। तबसे सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/738c8583-897f-4c86-8e82-e9e916560b28_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को म मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे व और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी से दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें उन्हें सम समोसे समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी अपने दादी अपने लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने ��ोले झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसा खाए। राधा बहुत खुश हुई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aa9ba2c5-05d5-4555-9e2b-5379fe0fa788_HI_S3_P_7.wav,सोनू सोनू बाग में खेल रहा खेल रहा था। वहाँ आम के बहुत पेड़ थे। सोनू ने एक आम तोड़ा। आम बहुत मीठा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aa9ba2c5-05d5-4555-9e2b-5379fe0fa788_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहा चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aa9ba2c5-05d5-4555-9e2b-5379fe0fa788_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल भी फल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे चले जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाने बहुत अच्छा लगा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कोई कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन को साथ मिलाकर माया ने मिठाईयाँ खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c29dd023-a49a-4139-aaae-3528e2fa6022_HI_S3_P_6.wav,"आज जा जाऊँगा है। साथ में एक छाड़ी लाऊँगा है। व झा झाड़ी को ल लाल गो- गो झुमाकर, जाऊँगा तेल दिखाऊँगा ।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74b1bd29-f0a0-41da-bee5-be28aa788586_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74b1bd29-f0a0-41da-bee5-be28aa788586_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों दोनों ने वहाँ वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीके तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d63df553-772a-4e0e-9c51-ac729b3c7d53_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d63df553-772a-4e0e-9c51-ac729b3c7d53_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रह�� थी। मैंना सोची मैंना मैने सोचा , आज झूला झूलते हैं। बड़े भैय एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे हमने उस पेड़ से लट लट लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत स सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/08c3e56f-cbd0-4d7a-9b9c-1faabdc6c57e_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/08c3e56f-cbd0-4d7a-9b9c-1faabdc6c57e_HI_S3_ST1_3.wav,विमाला और संजय - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/233614a9-4cf7-4e0e-b3c4-d958c8747451_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सब सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/233614a9-4cf7-4e0e-b3c4-d958c8747451_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बद बादलों के नीचे -- लाल परी उन्हो देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उस बच्चो उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे पुरी परी को देखकर बहुत खुश हो हुए। शाम को परी ने बच्चों को खुब खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोग वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d182b1e-2dcc-4d29-8668-1b21eb0a45f2_HI_S3_P_2.wav,लाजो के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। लाजो उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d182b1e-2dcc-4d29-8668-1b21eb0a45f2_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d182b1e-2dcc-4d29-8668-1b21eb0a45f2_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के - - - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/970614c5-d4d5-4180-9ee2-798c7c93772c_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/970614c5-d4d5-4180-9ee2-798c7c93772c_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गांव में गाँव के लोगों को बुलाया। सब सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/970614c5-d4d5-4180-9ee2-798c7c93772c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दीदी दादी राधा को मेला घुमा मेला घुमाने के मेला घुमानेले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगी खिलौने मिल रहे थे। मेले में कोई कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ad603c56-2e34-4169-b2e7-82327622e52a_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ad603c56-2e34-4169-b2e7-82327622e52a_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bbb8f25-579a-4db5-8acf-136d8974b92f_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bbb8f25-579a-4db5-8acf-136d8974b92f_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bbb8f25-579a-4db5-8acf-136d8974b92f_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f4a40f77-1d61-43f9-99c6-ca03f2005d17_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f4a40f77-1d61-43f9-99c6-ca03f2005d17_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। वह उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f4a40f77-1d61-43f9-99c6-ca03f2005d17_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2f623b05-9fb2-485c-b5c9-83d15a647f6b_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है मेरे लिए मिठाई लाती है। मेने नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d2735c63-465b-4c7a-b2b9-958214eca4f5_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हम हमने उन उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d2735c63-465b-4c7a-b2b9-958214eca4f5_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हम हमारे बच्चे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम अ आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े ढू ड़ते कौए को भोजन मिलने लगा कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55b868d0-230f-4d97-acce-3918bd30e04e_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको अच्छा आम लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55b868d0-230f-4d97-acce-3918bd30e04e_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55b868d0-230f-4d97-acce-3918bd30e04e_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-���िरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24e06f6f-579a-4d17-a72e-132a564b92ba_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पा पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24e06f6f-579a-4d17-a72e-132a564b92ba_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बू बूढी कौ कौयल भी था। कौ कउआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसके लिए सभी पछियों पछियों पक्षियों ने एक योजना योजना बनाई और बूढ़े कोए कौए कौए से कहा, ‘‘आपने आप हमारे बच्चों वाले बूढ़े की देख देख भाला कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिला मिलाने लगे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b64b7f32-06ba-44ab-b030-1a48575ed3ca_HI_S1_P_13.wav,सोनम--- --- --- --- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e63d2fd6-0adc-417e-af73-bf22845f7a62_HI_S1_P_12.wav,काले बादले छाए -- --- --- --- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e85db10b-6054-40ad-887f-949c70edc05c_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e85db10b-6054-40ad-887f-949c70edc05c_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वह कुछ नहीं उगती थी । कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/701986f3-d8f5-4cca-a8ca-dfc87a602ffa_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/701986f3-d8f5-4cca-a8ca-dfc87a602ffa_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सि सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया।दूध भरकर गिलहरी को पिलाया अब छोटी गिलहरी दूध पीकर दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/701986f3-d8f5-4cca-a8ca-dfc87a602ffa_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादा एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी अनेके उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने अपने झोले में रख लीं। केशव की छोती छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2729f8d-8835-42cd-bd8b-a843a125f5f9_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2729f8d-8835-42cd-bd8b-a843a125f5f9_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2729f8d-8835-42cd-bd8b-a843a125f5f9_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उस उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c3d63895-99eb-4c6a-8c6d-48d6f605296c_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c3d63895-99eb-4c6a-8c6d-48d6f605296c_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट चटनी बनाकर खाता है। मैं केले की चाट बनाकर खाता है।मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c3d63895-99eb-4c6a-8c6d-48d6f605296c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मे���ा घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ और दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9896432e-7c73-49f4-ab47-0eb712174db2_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9896432e-7c73-49f4-ab47-0eb712174db2_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9896432e-7c73-49f4-ab47-0eb712174db2_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a9b499ca-2a8f-4432-ae53-28bd84e17023_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए। मामा को का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e814066d-84e2-433e-a4cc-068d4fed5195_HI_S1_P_6.wav,राजू एक पार एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87781f84-46ab-42f3-9a7c-9625db86293e_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87781f84-46ab-42f3-9a7c-9625db86293e_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सब सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए जहां बगीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाया जाए लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87781f84-46ab-42f3-9a7c-9625db86293e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्होंने समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2d4bd585-10a4-47a7-91e1-70c6c079467f_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँदा देख रहा है। तेरे भी चमक रहे हैं। सब गोल सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6ce3d54c-4c76-41ca-9846-0660ec614d08_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हे ल वा हलवा बे न आ य आ बनाया। वह बहुत में ई ठ आ मीठा था। उसे से आ न ई सोनी ने खाया खाया। खे अ न ए खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/92c85dbd-b82f-4028-afa2-5347d5d5e76d_HI_S3_P_2.wav,लाजो के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। लाजो उसे पहचानती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/92c85dbd-b82f-4028-afa2-5347d5d5e76d_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली के बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हैं हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते थे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/92c85dbd-b82f-4028-afa2-5347d5d5e76d_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था रहता। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने के ले। वहाँ खूब खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहां जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई मिटाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उस उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b2ca59d0-01ec-47d9-90db-890653fd9ee0_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी रानी नदी किनारे रहती है। नदी नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b2ca59d0-01ec-47d9-90db-890653fd9ee0_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बाद आसमान मे बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आस आसमान से आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी के परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलो खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट आ गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b2ca59d0-01ec-47d9-90db-890653fd9ee0_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन न एक दिन नानी माया के को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। ना नानी ने उस उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया के माया की छोटी बहन घर पर घर पर थी। अपनी बहन से अपनी बहन के साथ मिलकर माया के ने मिठाई माया के मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e53fa58e-28a9-4531-ae5d-506f2072a943_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बना बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e53fa58e-28a9-4531-ae5d-506f2072a943_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e53fa58e-28a9-4531-ae5d-506f2072a943_HI_S4_ST2_0.wav,माघवा अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माघवा को झील झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माघवा को मिठाई खाना बहुत पसंद बहुत पसंद था। नानी के उसके नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। बहुत पसंद ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। बहुत पसंद की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माघव ने मिठाई खाई। माघवा बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20dba5ac-a792-4039-b1e5-30bcaaa77ba9_HI_S2_P_0.wav,गरमी क��� मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20dba5ac-a792-4039-b1e5-30bcaaa77ba9_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँागकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसी इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20dba5ac-a792-4039-b1e5-30bcaaa77ba9_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कोई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6530e8b5-cd12-4323-a3c9-9837e8c2b2ab_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6530e8b5-cd12-4323-a3c9-9837e8c2b2ab_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6530e8b5-cd12-4323-a3c9-9837e8c2b2ab_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b29b8ff-42fe-4f14-aa1b-ab4b69762570_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b29b8ff-42fe-4f14-aa1b-ab4b69762570_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और हमेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और हमेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b29b8ff-42fe-4f14-aa1b-ab4b69762570_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ef903d6-c72c-4cc5-afcb-20a0d5b5e668_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ef903d6-c72c-4cc5-afcb-20a0d5b5e668_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठडी- ठडी हवा चल रही थी। मां ने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ की तालकर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ef903d6-c72c-4cc5-afcb-20a0d5b5e668_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दा दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा का को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगी खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ी थोड़ा आगे जाती पर उन्हें समो समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसे उसके लिए समोसे खरीदे। राधा राधा ने उन्हें अपने झोले में रख रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। उसने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/996f80d6-c774-4e1e-81f9-18278f649654_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/996f80d6-c774-4e1e-81f9-18278f649654_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पड़ पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/996f80d6-c774-4e1e-81f9-18278f649654_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचे बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f73d84e4-da34-40fa-8fca-1becfe6da6c5_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भूलो भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f73d84e4-da34-40fa-8fca-1becfe6da6c5_HI_S2_ST1_4.wav,राजपुर रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलता नही खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। उसने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये एक लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलते खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f73d84e4-da34-40fa-8fca-1becfe6da6c5_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता है रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी के नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने छोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1298246d-f517-4658-a319-734a85ef774a_HI_S2_P_9.wav,। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/97d08dfd-bc38-4636-a247-7779e8973de0_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बरिशा हो रही रही है। - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ad4cc6f2-b12d-470a-9f87-a84ee17fa45e_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलुआ बनाया। वह बहुत मीठ था। उस उसे मो सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ad4cc6f2-b12d-470a-9f87-a84ee17fa45e_HI_S1_ST1_2.wav,���क खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर कर रहा रहा था। अचानक उसने। - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/62f9002a-7d05-4a70-b6e4-9fb38b1beb16_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/62f9002a-7d05-4a70-b6e4-9fb38b1beb16_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन खेलना है । वह कुछ नहीं कुछ नहीं उगता था। वह कोई खिलौने खेलने नहीं खेलने नहीं जाता है। एक दिन कुछ लोग आँए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सभी ने मिलकर ताय कि यह बग़ीचा बनाए बनाया जाए। खाद मांगकर हर हर तरह के पोधे लगाया गया । सही समय पर पानी दिये गये । आज वही एक सुंदर बग़ीचा है। इस इसलिए वह सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87c6276e-8070-44a2-a938-39129be5968b_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87c6276e-8070-44a2-a938-39129be5968b_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87c6276e-8070-44a2-a938-39129be5968b_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील देखेने गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5bbd9d3-676b-4826-84e0-508b20bc6484_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5bbd9d3-676b-4826-84e0-508b20bc6484_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5bbd9d3-676b-4826-84e0-508b20bc6484_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी ���े साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2bef1820-2344-4c33-8695-59bda74173b1_HI_S1_P_9.wav, बरस्त बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलत खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2bef1820-2344-4c33-8695-59bda74173b1_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामा रमा रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्हे उन्होंने आवा गाँव के लोगों को भू भुलाया बुलाया। सबने मिलकर तक तय किया कि यहाँ बग बग बगीचा बनाया बनाया जाए। खाद मँगवा मंग मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये जाए गये। सकी सही सब सही समय पर पानी दिया गया। ज आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53be2ae4-1f0f-4ab0-8e6c-957181234c79_HI_S2_P_6.wav,आज सुब सुबह रील रानी बजा बाज़ार गी गई। बाज़ार में बहुत धूप दुकानें थे थीं। री री रानी ने च चलब चलबर जलेबी खरीदी +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b71d80b3-89a6-4f4b-bb33-e7b3052b8e0d_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b71d80b3-89a6-4f4b-bb33-e7b3052b8e0d_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b71d80b3-89a6-4f4b-bb33-e7b3052b8e0d_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिख दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। मा���ा ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3ca3fd1-b831-4ed4-a31c-add48c164669_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3ca3fd1-b831-4ed4-a31c-add48c164669_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन एक दिन कुछ लोग आये। उन्हों उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर सबने मिलकर तय तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खा खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गयेपौधे लगाये गये सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँवहां सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3ca3fd1-b831-4ed4-a31c-add48c164669_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/29f03362-0d8e-4f05-b4b7-f34cbc883fef_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनाएगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/29f03362-0d8e-4f05-b4b7-f34cbc883fef_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँद बडने लगीं पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौडी ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौडी खायी और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/776a57f7-efa1-4a02-9715-fdaded2a7c5f_HI_S2_P_8.wav,"नानीऔ रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की सोती सोती होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नीते नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9dd051ef-496a-4dd8-83f3-661c9bd389a3_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9dd051ef-496a-4dd8-83f3-661c9bd389a3_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कूए रह��े थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9dd051ef-496a-4dd8-83f3-661c9bd389a3_HI_S2_ST2_0.wav,राधा पानी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख दिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cff617da-c4c8-42d8-b1f0-e19c39bafd74_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता था तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cff617da-c4c8-42d8-b1f0-e19c39bafd74_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d7eff60d-5adc-4d2e-8e4f-23b72161b106_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d7eff60d-5adc-4d2e-8e4f-23b72161b106_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ उगता था। वहाँ कई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्हने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मकर हर तरह के पौधे लगा गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वह एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d7eff60d-5adc-4d2e-8e4f-23b72161b106_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चल-पल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर ��ाधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01f733db-889b-4f0c-ac11-5b33680aab61_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01f733db-889b-4f0c-ac11-5b33680aab61_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01f733db-889b-4f0c-ac11-5b33680aab61_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6e35dd57-3be6-4969-9732-8e55c8506625_HI_S1_P_11.wav,माँ के अलावा बनाई। वह बहुत मीठा था मीठा था। उसे सोनी उसे सोनी ने खाया खाया। खाने खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ca6a79b-35bb-4eae-b189-eb54918d8337_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e0a1ae0d-eeb6-411f-9e30-0531a67e601e_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ba89069-2258-4e18-9c97-309923ff9ef5_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ba89069-2258-4e18-9c97-309923ff9ef5_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये जाए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ba89069-2258-4e18-9c97-309923ff9ef5_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0688ae7-f3a2-4633-903d-0c17cb61e119_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहे है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0688ae7-f3a2-4633-903d-0c17cb61e119_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ea8e32cf-a355-45f5-8967-a4a18ca5a7f1_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ea8e32cf-a355-45f5-8967-a4a18ca5a7f1_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ea8e32cf-a355-45f5-8967-a4a18ca5a7f1_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f1618316-f15d-4b1e-943c-8f4f32c2aa23_HI_S2_P_0.wav,ग गर गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f1618316-f15d-4b1e-943c-8f4f32c2aa23_HI_S2_ST1_5.wav,सलाम बग़ीचे में घूमने घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलाम सलमा को आम खाने का मन मना हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक स��चने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब अस आसानी से आम उसके हाथों में आ गया । उसने खूब मज़े से आम खाया । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4d821e9-623c-42b5-b9b7-f86015c4dfd0_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4d821e9-623c-42b5-b9b7-f86015c4dfd0_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4d821e9-623c-42b5-b9b7-f86015c4dfd0_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1d804ec7-ff7f-459b-8d0d-65c901ef4b94_HI_S2_P_2.wav,आज माता आए हैं। मिठाई मिठाई सेहत लै लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर माता से कलाएंग सुना । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20ef6a38-0877-4ef5-ac79-b72cd807e91b_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी हरा हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20ef6a38-0877-4ef5-ac79-b72cd807e91b_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन राता छाता पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गहजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पकड़ने पड़ने लगीं पड़ने लगीं। मैं और रटा रटा भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मेला लाये +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/272d924f-0d0c-4167-a507-4618eb55fc7c_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/272d924f-0d0c-4167-a507-4618eb55fc7c_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/272d924f-0d0c-4167-a507-4618eb55fc7c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दीदी के साथ रहती थी। एक दिन दीदी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दीदी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दीदी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ac137dc-19f0-436a-a0dc-1768e1fff236_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ac137dc-19f0-436a-a0dc-1768e1fff236_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी,चील चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी ज जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ac137dc-19f0-436a-a0dc-1768e1fff236_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीजा बगीचा घुमाने लगे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक दु बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झो झोले में रख रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/30643efe-a1b4-49dd-8840-edf4a58b5698_HI_S1_P_5.wav,र र पर मात्र न न पर मात्रा रानी न न पर मात्रा द पर मात्रा दी नदी क क पर मात्र की न पर मात्र ने रा पर मात्रा रे किनारे र ह ह पा मात्र त त पर मात्रा ती रहती ह पर मात्रा रहती है। न न पर मात्र द द पर मात्रा दी नदी में ब हु त बहुत म छ ल पर मात्रा ली य य पर मात्रा मछलियाँ हैं। रा र पर मात्रा रा न न पर मात्रा रानी उ न क पर ओ किमात्रा को उनको द द पर मात्दारा न न पर मात्नारा दाना देती है। व व पर मात्र वे वे स ब सब मा ज ज पर मात्रा ज इ मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3cce5ce7-a3a9-40ae-b17d-bc1f8051c3d9_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3cce5ce7-a3a9-40ae-b17d-bc1f8051c3d9_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3cce5ce7-a3a9-40ae-b17d-bc1f8051c3d9_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत पसंद लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने छोटे +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/44a16fe0-22e1-45be-871b-f2bfd6cba186_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/44a16fe0-22e1-45be-871b-f2bfd6cba186_HI_S2_ST1_4.wav,राम रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उग उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तया तहर के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया जाए। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/44a16fe0-22e1-45be-871b-f2bfd6cba186_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमने ले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ रैर सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हों समोसे की एक दुकान दि दि दिखी। राधा को समोसे खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसा समोसों खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोलो में रख लिया। राधा का छोटा भाई पर घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/62abfeab-d07d-4688-8019-783825542610_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेते । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/915b00fb-814a-4276-a518-e6d7e2272fe0_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/915b00fb-814a-4276-a518-e6d7e2272fe0_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/915b00fb-814a-4276-a518-e6d7e2272fe0_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादी के पास पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d49450e9-c088-4eb4-8edc-a42b3beda504_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोग को मज़ा ग आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64f87449-9334-4c9d-8e2f-1d547b1f99d6_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64f87449-9334-4c9d-8e2f-1d547b1f99d6_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। व जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में केवल अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dcb888b1-a02b-4194-9209-de2ee6b4da9e_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बज़ार गया। बजार और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b737336-2bdd-43c1-816e-2d79ed9f7037_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसमे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/926a1230-ed91-47d5-90ff-795ef88830ad_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी को के साथ ता सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुना कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0f6f362c-185c-4a78-8880-a941a155a38d_HI_S3_P_1.wav,मार चाचा - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a126960-e044-4486-8a15-3efb1c740569_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पास ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a126960-e044-4486-8a15-3efb1c740569_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटी छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहुत बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसकी उसकी लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/05c7a457-a2a1-41e4-82cc-c359e1995a4a_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/05c7a457-a2a1-41e4-82cc-c359e1995a4a_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नील नी नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियां क चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/05c7a457-a2a1-41e4-82cc-c359e1995a4a_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादा दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबियाँ जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/48c844cc-9c9b-4c6e-8e81-6e9c4d49ae4e_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/48c844cc-9c9b-4c6e-8e81-6e9c4d49ae4e_HI_S1_ST1_0.wav,एक एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आ आसमान आकाश में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें दिखी दिख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिया। फिर लाल परी अपने परीलोग वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/888c3764-47b9-4274-a116-f7846d921305_HI_S3_P_9.wav,"आम फलों का राजा है�� सबके मन को भाता है। मामा जब बाज़ार जाते हैं, बहुत आम लाते है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/888c3764-47b9-4274-a116-f7846d921305_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगा उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबसे सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/888c3764-47b9-4274-a116-f7846d921305_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर परभी घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6080aae-1882-4064-b84b-90ee4733f2d7_HI_S2_P_11.wav,रूप बाहर रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6080aae-1882-4064-b84b-90ee4733f2d7_HI_S3_ST1_2.wav,"सावने सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6080aae-1882-4064-b84b-90ee4733f2d7_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लोटा लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/73e484e7-7748-4eff-ae62-60dc08a60b8e_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छत छ��ता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/73e484e7-7748-4eff-ae62-60dc08a60b8e_HI_S2_ST1_5.wav,सलम बग़ीचों में घूमने गई। वहाँ आम एक आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर था सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाया। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गया। उसने खूब मज़े से आम खाया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ede55295-276f-4754-a9d6-8dfbfac512dd_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ede55295-276f-4754-a9d6-8dfbfac512dd_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आयी । कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ede55295-276f-4754-a9d6-8dfbfac512dd_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वह बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी से साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोलो में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da55a92b-c4da-4f18-a887-999b9e99d260_HI_S1_P_6.wav,रा राजू के पास एक गा गाय है। वह हरी घास गाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da55a92b-c4da-4f18-a887-999b9e99d260_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उँगता था। - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0908d025-c956-4375-9fa2-b52c7fe355fb_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0908d025-c956-4375-9fa2-b52c7fe355fb_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। तब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0908d025-c956-4375-9fa2-b52c7fe355fb_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के बगी नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिख दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/04073e52-61c4-45dc-9a05-4a8dc1215f00_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/04073e52-61c4-45dc-9a05-4a8dc1215f00_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/04073e52-61c4-45dc-9a05-4a8dc1215f00_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d6e5901-ba90-4db9-9177-a2bca920f449_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d6e5901-ba90-4db9-9177-a2bca920f449_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d6e5901-ba90-4db9-9177-a2bca920f449_HI_S2_ST2_0.wav,राधा - - - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85041619-d6f7-47d6-879b-283910cc52f7_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे ���लेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85041619-d6f7-47d6-879b-283910cc52f7_HI_S4_ST1_2.wav,राजू एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85041619-d6f7-47d6-879b-283910cc52f7_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da93550d-99a0-4420-a357-d0e833c846c8_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da93550d-99a0-4420-a357-d0e833c846c8_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही है गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूर्य निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da93550d-99a0-4420-a357-d0e833c846c8_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/731fdf8c-3ee8-4018-a12d-c5ae72aced21_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/731fdf8c-3ee8-4018-a12d-c5ae72aced21_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखाई । मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबी भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/731fdf8c-3ee8-4018-a12d-c5ae72aced21_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/82994545-4210-4f9d-99fc-ff12986ad058_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ साथे हूँ। वह पूछी पूछा कहानी सुनते हो । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aa64cbfe-b6db-431e-8ced-aa49dc53876c_HI_S1_P_0.wav,स मा रे हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तो ड़ क र तोड़कर खाते हैं। आम के चटनी भी ब न ती बनती है। हम सब ब को सबको आम बच्छा बच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b9914e69-2beb-4148-92db-834bbac5de40_HI_S1_P_1.wav,हन सन घूम गए। वहाँ हमने - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a585fc22-faa8-49b9-994d-65418be75c17_HI_S2_P_12.wav,काम - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a8668603-c22c-4e69-85bb-5aa72df449c6_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07b23101-ce65-4df1-816c-3cce68b38553_HI_S1_P_11.wav,माँ माँ ने हवाला हवाया बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57757890-2406-4e3d-a752-5e9052a393ac_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57757890-2406-4e3d-a752-5e9052a393ac_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57757890-2406-4e3d-a752-5e9052a393ac_HI_S4_ST2_0.wav,म��धव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5b8757cb-5132-4e7b-9c28-4f5788c201f2_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव वह पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5b8757cb-5132-4e7b-9c28-4f5788c201f2_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5b8757cb-5132-4e7b-9c28-4f5788c201f2_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुशु खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e2aa181f-e87f-42b5-aa00-743e54057ffc_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e2aa181f-e87f-42b5-aa00-743e54057ffc_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। अ आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँचे पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसीन से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/745fd173-ac6f-4359-abd7-7551e7e3b2cf_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहे है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/745fd173-ac6f-4359-abd7-7551e7e3b2cf_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/44247bff-a907-4a81-a6d1-0ab1ce93230d_HI_S4_P_6.wav,रम रामलीला के दिन आए है। राम-वण की लड़ाई होगी। बुरी की हार और गलाई की जी होगी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67652fe7-fc0c-4934-a8db-200f55b40fe0_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तो त तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलाता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67652fe7-fc0c-4934-a8db-200f55b40fe0_HI_S2_ST1_0.wav,"एक ब बड़ा बड़े तलाब के किनारे बहुत से कछुए रहते है थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुआ को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर करते कर कर लेते, - -।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ee0fa18-d008-4101-8a57-a1c10f248791_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ee0fa18-d008-4101-8a57-a1c10f248791_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ee0fa18-d008-4101-8a57-a1c10f248791_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/96a1eb92-bf32-4835-95d8-6560a472a0cd_HI_S4_P_3.wav,रात का समय था। सीमा छता पर - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/96a1eb92-bf32-4835-95d8-6560a472a0cd_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पे पेड़ । उस पर बहुत सारे - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e44e80c9-e3d5-4a33-b6f8-ad94c24280fd_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e44e80c9-e3d5-4a33-b6f8-ad94c24280fd_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसे चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनक करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c8ff37d-c567-41c3-b559-a27418432d3b_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए ह���ं। मिठाई सब लाए हैं। हम सब मिठाई - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/421491e4-6122-4997-b064-f7bd9ff27e7f_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/421491e4-6122-4997-b064-f7bd9ff27e7f_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे पौधों लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6a9b86ec-b19d-43d7-aed6-d2789a5f82ad_HI_S1_P_13.wav,सेनम गाना गाती है। उसके उसका गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसको पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6a9b86ec-b19d-43d7-aed6-d2789a5f82ad_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते है। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बू बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुट जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों वेे अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6a9b86ec-b19d-43d7-aed6-d2789a5f82ad_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घूमा घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगी खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। दौड़ा आगे जाने पर उन्होने सामने की एक दुकान दिखी। राधा को सामान खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए सामने से खरीदा। राधा ने उन उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने सम सामान सामान से खाए। राधा बहुत खुश हुई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fa0690f9-084f-41ab-a9a3-c28869c6eebb_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसने जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fa0690f9-084f-41ab-a9a3-c28869c6eebb_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलन��� जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26f55750-47e4-4727-a09a-d91aadb3e48d_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26f55750-47e4-4727-a09a-d91aadb3e48d_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26f55750-47e4-4727-a09a-d91aadb3e48d_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मा ध व माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b937e275-b9ad-479d-9e9d-96debf167e0f_HI_S2_P_12.wav,कमल कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सो सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b937e275-b9ad-479d-9e9d-96debf167e0f_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भे भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b937e275-b9ad-479d-9e9d-96debf167e0f_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वह खे खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बड़ी नहीं बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव के माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb3d0ad2-13af-449a-9d09-b6a98531ef06_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर जाती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fffe2ba8-643c-4eab-95c4-b4004dd5859a_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fffe2ba8-643c-4eab-95c4-b4004dd5859a_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप साप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर और लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/489f6598-96e8-4ffb-a4e2-a81ef56cc7e9_HI_S3_P_3.wav,नोतू के घर में घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत हो दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20fc2ec5-8ef8-4081-ad49-63ce7ce669bf_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20fc2ec5-8ef8-4081-ad49-63ce7ce669bf_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20fc2ec5-8ef8-4081-ad49-63ce7ce669bf_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72b06820-6990-443c-b245-69eae2b70ca7_HI_S2_P_11.wav,रूप रूपा बाहर खेल खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/326490ec-d7f3-42a4-b8ce-3ed7adaabbc4_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरे मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/326490ec-d7f3-42a4-b8ce-3ed7adaabbc4_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भ��� मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनाकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/326490ec-d7f3-42a4-b8ce-3ed7adaabbc4_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उनके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश हुयी थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/44cec8d9-2790-4b3b-a6b1-044d38de216e_HI_S1_P_6.wav,राजू ने पास एक गाय है। वह वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20e851d2-32ac-460b-80ef-5ece3d7128b3_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20e851d2-32ac-460b-80ef-5ece3d7128b3_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उस पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सबने मिलकर खूब झूला झूलाया । बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20e851d2-32ac-460b-80ef-5ece3d7128b3_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश हुयी थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a76b42d0-5004-4e5a-97a6-2610a456afc9_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a76b42d0-5004-4e5a-97a6-2610a456afc9_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। व��� बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसके उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a76b42d0-5004-4e5a-97a6-2610a456afc9_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाई भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d98e0cac-180d-443e-9e74-f2792ccaff74_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d98e0cac-180d-443e-9e74-f2792ccaff74_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का एक छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91ef9f85-f2c6-44dc-984d-0d6f1ea37d03_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91ef9f85-f2c6-44dc-984d-0d6f1ea37d03_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e22e7130-608b-4c3f-a83d-c4a0156c1262_HI_S3_P_0.wav,बाजार सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e22e7130-608b-4c3f-a83d-c4a0156c1262_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e22e7130-608b-4c3f-a83d-c4a0156c1262_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1e5f3bed-2abe-445d-9484-88cd36eec72b_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1e5f3bed-2abe-445d-9484-88cd36eec72b_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तलाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे।उन लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36c9fa07-2abd-4bc2-9b2b-3e77c302e4dc_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36c9fa07-2abd-4bc2-9b2b-3e77c302e4dc_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों के ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों और अंडे की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36c9fa07-2abd-4bc2-9b2b-3e77c302e4dc_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दीदी से दीदी के साथ रहती थी। एक दिन दीदी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आ आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाने खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81f46360-37eb-4d08-9d78-0e65f3a0747a_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा मम्मा आये हैं। मम्मा का गाँव बहुत दूर है। मम्मा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81f46360-37eb-4d08-9d78-0e65f3a0747a_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पे पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर जो ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ते ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पे पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a1ca3619-6dc3-4d5d-bacf-af7a492098db_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलावा हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ce7d29e2-32d7-401f-8baa-126e9ad164fa_HI_S4_P_4.wav, नीतू नीतू का घर बहुत बड़ा बडे है। घर के ब ह र बाहर ब ग चा बग़ीचा है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ce7d29e2-32d7-401f-8baa-126e9ad164fa_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई भाई और एक बहन बहन है। बड़ा भाई शहर में रह रहता है। वे वह बड़े बड़े । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ef3ac392-9132-4bd5-968d-8fb4e751bdb2_HI_S2_P_7.wav,में पापा के सा थ साथ बाजार बा ज़ा र गया। बाजा +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f75a72d0-caa8-426f-b2da-5033961727ad_HI_S3_P_5.wav,सोना सोना के पास पास एक गेद गेद ग ए की मात्रा गेद गेंद है। गे गे न्द गेंद का रंग लाल है। वह गेंद गेंद से खे ल ती खेलती है। उसे खे ल क र खेलकर मममं जा झा मंजा जाआता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/138b9bc5-d4e6-45ab-8566-d8b2f73e4a43_HI_S2_P_5.wav,बगोज में पड़ हैं। पड़ पर एक तोरा रहता है। तोते को राग हिरान होर लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0fa0efe7-c120-4d5b-aa37-4bdf02bc49f1_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हस हस हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा के फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0fa0efe7-c120-4d5b-aa37-4bdf02bc49f1_HI_S2_ST1_5.wav,सलाम बगीचे सलाम बग़ीचे में घूमने । - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9b9722e1-7fd4-4182-83aa-cdffe5b91c86_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। सब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9b9722e1-7fd4-4182-83aa-cdffe5b91c86_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई श्रा शहर में रहता है। वह बड़े । - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7dd02104-28ad-441d-be36-55dc274b8649_HI_S1_P_5.wav,रनी रदी कि ना रे नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछली हैं। रानी उनके दान - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/133da3f5-73c4-4f36-84a4-b62a045a2d66_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/133da3f5-73c4-4f36-84a4-b62a045a2d66_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जां ज जगह जगह गाद गाद पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देखा रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज सूरज निकल आया। सब लोग सब लोग खुश हो गये। सामन आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने क प ड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकल निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/52577a4d-e3c1-43bc-b7aa-02fa0fde352d_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/52577a4d-e3c1-43bc-b7aa-02fa0fde352d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/52577a4d-e3c1-43bc-b7aa-02fa0fde352d_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिये । राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/79e20322-334c-40de-a7a8-61ea7d4aef80_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाया है। वह वह हीरा घास खा खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से ह दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9f8a36c5-4676-4dd5-b831-c859553d794d_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9f8a36c5-4676-4dd5-b831-c859553d794d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े क��ए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ed5633a6-9e92-4985-ae29-d0c8f701cd13_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी आपको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ed5633a6-9e92-4985-ae29-d0c8f701cd13_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत सरारत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था,उस उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ " +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1ccf688c-3387-4769-ba03-6a44414c398d_HI_S4_P_0.wav,हम सभी मसूर घूमने गए। वहाँ हमने पानी का झरना देखा। झरना बहुत ऊँचा था। वहाँ हम सबने फोटो भी खींची। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1ccf688c-3387-4769-ba03-6a44414c398d_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1ccf688c-3387-4769-ba03-6a44414c398d_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरदा खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c8f2e89-d1f6-4e80-93b2-e6f53cf4448e_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी की भी बनाती बनाती बनाती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c8f2e89-d1f6-4e80-93b2-e6f53cf4448e_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस चली लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3aa036e4-ac69-440f-968f-be34bf2c8e22_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बे बनाता है। जेवर चाँदी और सोने की के होते हैं। सभी जेवर फ पहनते पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98196009-8352-4ad2-9aac-22ccc0848fd3_HI_S2_P_1.wav,"मेर मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर में मेरा भाई सो सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cca9733b-d532-460d-8f22-d4860bf95f47_HI_S3_P_4.wav,गोलू के पास एक बकरी है। उसका रंग सफ़ेद है। वह घास खाती है। बकरी रोज़ दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cca9733b-d532-460d-8f22-d4860bf95f47_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठता उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cca9733b-d532-460d-8f22-d4860bf95f47_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा के मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कोई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सेर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाने खाना बहुत पसंद था। दादी ने उस उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f128d327-45e5-4e19-9b91-8572d008a138_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f87035ca-c583-4630-9517-fa67f5cf6caf_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा छोटा है, दो दूसरा दूसरा बड़ा है। छोटा छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f87035ca-c583-4630-9517-fa67f5cf6caf_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन खा ली ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उ ग ता उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ ले लोग अ अ आए। उ उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। स ब ने सबने मिलकर तय तय तय किया कहा बग़ीचा बनाया जाए। खाद म ग र क - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f8f7cf25-fe91-46d8-9e8c-1439ecf98be3_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f8f7cf25-fe91-46d8-9e8c-1439ecf98be3_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन ���ुछ लोग आये। उन्होंने गाव गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए बनाया जाय । खाद मागाकर खाद मँगाकर - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f33b62bb-96c6-4834-9665-a39085f985e5_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f33b62bb-96c6-4834-9665-a39085f985e5_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी थी । वहाँ कुछ नहीं उगाता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यह बग़ीचा बनाया जाए। मकार मकार हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0bccc33d-5f44-4d7f-9414-82eae8b9bce9_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उस उसकी सोच चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हस हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0bccc33d-5f44-4d7f-9414-82eae8b9bce9_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बार बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंद +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10216c9e-a8cd-4bea-82b1-48d2b6546673_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10216c9e-a8cd-4bea-82b1-48d2b6546673_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेले था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10216c9e-a8cd-4bea-82b1-48d2b6546673_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा न ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7afaa7ee-87ca-471d-b22e-90d5c08a7ab3_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हम हमें नदी के पास पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/17ea6977-49ca-4733-b24c-d7081306752d_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ccb40b8-2efe-4e5f-b443-e97596606ac0_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ccb40b8-2efe-4e5f-b443-e97596606ac0_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत ल आलसी था। एक दिन वह बड़े के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींमटी को देखा। चींमटी पेर पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींमटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b33f0765-ffd4-4278-aa23-142f4fdc10ff_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b33f0765-ffd4-4278-aa23-142f4fdc10ff_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के बारिश के रकने रकने रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकल खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/61d5f3d0-bea9-4063-b716-d41efa2507a0_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/61d5f3d0-bea9-4063-b716-d41efa2507a0_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/61d5f3d0-bea9-4063-b716-d41efa2507a0_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती है । एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93d6da57-97a7-4f2b-90dd-19a9190c28ab_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93d6da57-97a7-4f2b-90dd-19a9190c28ab_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खुद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/feec40e1-b980-4e73-a2c7-02c39eb2cb58_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/feec40e1-b980-4e73-a2c7-02c39eb2cb58_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश चित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/feec40e1-b980-4e73-a2c7-02c39eb2cb58_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb706070-a3f5-45b2-b579-86f48ec50cd1_HI_S1_P_0.wav,हमारे भाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। हम आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb706070-a3f5-45b2-b579-86f48ec50cd1_HI_S1_ST1_0.wav,एक भाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे है। आसमान में बादलों के बीच में लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे पूरी नहीं परी परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb706070-a3f5-45b2-b579-86f48ec50cd1_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घूमने ले गई। बाज़ार में कई तरह के रंग-बिरंगी सब्जियाँ और लाल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा अ बहुत सारा अ सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा अगले जाने आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाने खाना खाना खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसे पसंद उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झो झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन को के साथ मिलकर माया ने मिठाई खा खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1c755dae-94e5-4c01-a00d-603808ba29da_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पास ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a1dead9e-b54e-4572-aa99-8e66efa048b1_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता झो +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10ac22d5-b9fc-46e4-9a2b-3da46d0d93d7_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक कि किताब है। उसमें परी परी की कहानी है। यह कानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e9d00791-ef57-473f-9afe-2bca98d2ea34_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e9d00791-ef57-473f-9afe-2bca98d2ea34_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e9d00791-ef57-473f-9afe-2bca98d2ea34_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/68c863eb-50bd-4374-a32c-3540088042b9_HI_S3_P_9.wav,"आम फला का राजा है। सबके मन की बाते है। मामा बंजर जाती हैं, बहुत आम खिलाते है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a51bcb33-5099-4a93-8d59-613fa6dbc031_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a51bcb33-5099-4a93-8d59-613fa6dbc031_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के ब गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती है , तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? में माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a51bcb33-5099-4a93-8d59-613fa6dbc031_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव के बगीचा घूमने के लिए बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के बगीचे पेड़ के नीचे बैठे बैठ बैठा गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाने खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने स सारी जलेबियाँ अपने अपने झोली में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ca7dea42-8ce5-48d1-9b81-281b9047d8b7_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ca7dea42-8ce5-48d1-9b81-281b9047d8b7_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6e9cc93f-66f4-4118-91d0-e5c32e36d735_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी पानी है। हम सब पानी में खे खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6e9cc93f-66f4-4118-91d0-e5c32e36d735_HI_S2_ST1_2.wav,पहले पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव में लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय तय किया कि यही बगीचा बनाया जाएगा। खाद खाद मँगा मँगा मँगूकारक हर तरह के पौधे लगाये गये। स सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेल खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2f1dae90-5b34-48fb-a454-e11388cec01a_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उसको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2f1dae90-5b34-48fb-a454-e11388cec01a_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कऊआ भी था। कऊआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कऊए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कऊए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2f1dae90-5b34-48fb-a454-e11388cec01a_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a4fc3ce4-51d0-46ab-b9c0-a88763a2fdce_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a4fc3ce4-51d0-46ab-b9c0-a88763a2fdce_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भइया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a4fc3ce4-51d0-46ab-b9c0-a88763a2fdce_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/829c27eb-2037-41dc-95b3-ba75e6245904_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae3593f7-5afc-4504-be74-b250da0c6df8_HI_S3_P_9.wav,"आम फलों का राजा है। स सबके मन को भाता है। मामा जब बाज़ार जाते हैं, बहुत आम लाते है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae3593f7-5afc-4504-be74-b250da0c6df8_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बेटी बहन व एक दो छोटा भाई था। उसका भाई गाँव गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ पढ़ते जाता। वह खूब मे ह न ते मेहनते करता था।उसकी उसकी जाता खूब मे ह न ते मेहनते करता था उसकी बहन बहुत अच्छी खि खि ला ड़ी खिलाड़ी थी। उसे ल बी लबी दौड़ ल गा ना लगाना अ च्छा अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौ ज मौज-म स्ती मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae3593f7-5afc-4504-be74-b250da0c6df8_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपने नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झूले दिखाने ले गई। वहाँ खूब च ह ल चहल-प ह ल पहल थी और कुछ लोग झूले में ना व नाव पर धूम र हे रहे थे। झूले के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कोई कई बच्चे खेल रहे थे। थो ड़ी थोड़ी देर बाद वहाँ एक मि टा ई मिटाई वाला आया। माधव को मि टा ई मिटाई खाना बहुत पसंद था। नानी के ने उसके लिए लिए कही सारी मिठाइ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झूले में रख लीं। माधव की ब ब ड़ी बड़ी बहन घर पर थी। अपने बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5fc59f99-8dbd-4647-bfc5-2ba2673b880e_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ca718eba-4d53-4dfe-b6e6-4f1e0cd7c2ea_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ca718eba-4d53-4dfe-b6e6-4f1e0cd7c2ea_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे है थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चों बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ca718eba-4d53-4dfe-b6e6-4f1e0cd7c2ea_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने के मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebab4fe1-61b1-4e12-b27b-21c9a23021b2_HI_S1_P_4.wav,राधा ��े पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebab4fe1-61b1-4e12-b27b-21c9a23021b2_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़ लड़के तालाब के किनारे जाते जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebab4fe1-61b1-4e12-b27b-21c9a23021b2_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी के नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fa7bd2ed-224a-4d16-9edf-cfdeb4195c85_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेल खेल खेल खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ada55cfb-ba7f-406e-8ec4-953e700889b3_HI_S1_P_2.wav,नदी के एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नवा नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/343c9b94-43a8-41b2-a724-9a0657c401a3_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/343c9b94-43a8-41b2-a724-9a0657c401a3_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या सिखाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/343c9b94-43a8-41b2-a724-9a0657c401a3_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अप��े भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b88679fb-7919-4288-bc42-c4cae1ee682f_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आप आप के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ff3b439-2b9b-476b-867c-618a2cc03fe3_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ff3b439-2b9b-476b-867c-618a2cc03fe3_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ff3b439-2b9b-476b-867c-618a2cc03fe3_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c46922a3-be10-40f6-bc6d-26c5a3f97cef_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकान दुकानी दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c46922a3-be10-40f6-bc6d-26c5a3f97cef_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम पकौड़े को समोसे ले और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c46922a3-be10-40f6-bc6d-26c5a3f97cef_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दीदी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोडी आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। र��धा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1dec2289-8698-4505-b2e4-8d2ccf428e0d_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1dec2289-8698-4505-b2e4-8d2ccf428e0d_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान च चलाते है चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुशी हुई। वह अब आराम से दुकान चलता हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9c09a9b2-ccf6-4f2d-a8f2-630d917e8431_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9c09a9b2-ccf6-4f2d-a8f2-630d917e8431_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9fe02f0e-89da-4bf7-8f4b-601e2971eb7e_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9fe02f0e-89da-4bf7-8f4b-601e2971eb7e_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसे चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9fe02f0e-89da-4bf7-8f4b-601e2971eb7e_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता है। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादीजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36834ae3-807d-4cf5-8001-cbd9fd7f7115_HI_S2_P_7.wav,ए सर पढ़ना मैं पापा पापा क�� साथ बाज़ार गया। बाजार और जूता लाया। बजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36834ae3-807d-4cf5-8001-cbd9fd7f7115_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगते हैं। हम बच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाने खाते हैं। केले से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाना है। में मैं रोज़ बहुत दूध के साथ केले खाती हूँ। इसे मुझे इसे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36834ae3-807d-4cf5-8001-cbd9fd7f7115_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दीदी के साथ रह रहती थी। एक दिन दीदी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले झूले भी थे जिन पर राधा ने दीदी के स सैर स साथ सैर लगाई। थोडी आगे जाने पर उन्हें समोजल की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाने बहुत समय था। दीदी ने उसके लिए समोसा खरीदा। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। रह राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/89e9ae6e-e399-4279-83f9-b85e3dc69201_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/89e9ae6e-e399-4279-83f9-b85e3dc69201_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बर बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर मे सिरपर ज़ोर से चोंट मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ के को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/89e9ae6e-e399-4279-83f9-b85e3dc69201_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को छील दिखाने के लिए ले गई। वहाँ खूब खूब लचल-पचल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगी बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाने खाना बहुत पसंद था। नानी के नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d9c8a627-b8b7-44fb-a896-3bfd1ba6fcfe_HI_S4_P_11.wav,माँ रोज़ खरी खीर बनाती है।  दूध में चीनी मिलाती है। दी दीदी खीर खाती है। खाकर खुश होती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d9c8a627-b8b7-44fb-a896-3bfd1ba6fcfe_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरार शरारती था। जब वह किसी किसी को उड़ाते देख दवाता तो उसका भी मन उड़उड़ उड़ने को करता। उस उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब जब वह सोस घोंसले में अकेला था, उस उसने उड़ उड़ने की कोशिश की की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d9c8a627-b8b7-44fb-a896-3bfd1ba6fcfe_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दा दानी के साथ रह रहती थी। एक दिन दानी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर जिन पर राध राधा ने दा दानी दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आरोआरो जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखाई। राधा को समोसा खाना खाना बहुत पसंद था। दादी ने --- --अपने झोले में रख लिया रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। उन पे उन पे भाई के साथ मिलकर राधा ने समो समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/145da15e-8b33-414a-a957-5ba37230fa60_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक गाव नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी में पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ee90c2b-cd5e-44f3-a5ef-d085f68c52a8_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उस उसमें मेंरी की - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/546e26cb-4c8a-4d91-9cfc-64c20dde04b1_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/546e26cb-4c8a-4d91-9cfc-64c20dde04b1_HI_S2_ST1_1.wav, चिड़िया चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती थी शरारती था। जब वह जब किसी एक जब किसी एक को +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f6ad5950-6805-48db-b350-b43a5d2b92d4_HI_S3_P_4.wav,गोलू के पास एक बकरी है। उसका रंग सफ़ेद है। वह घास खाती है। बकरी रोज़ दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f6ad5950-6805-48db-b350-b43a5d2b92d4_HI_S2_ST1_1.wav,चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरा शरती था। जब वह किसी को उड़ते उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ उड़ नहीं पाता था। जब व जब वह घोंसले में अकेला था उनके - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ea5c27d-17ee-4493-bffe-e98d08067ed3_HI_S2_P_12.wav, । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b12a557b-e01d-4237-9ebb-59f74c31f1a5_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69b98ff0-a72a-4a8b-83b4-fefab54f7fe0_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी��� खेलते-खेलते रात हो गई। - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93d88ebf-266f-45c9-a0bf-242bf92113e0_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93d88ebf-266f-45c9-a0bf-242bf92113e0_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वह साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लड़की लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93d88ebf-266f-45c9-a0bf-242bf92113e0_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वह बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झोले झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसा खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ece72358-d0ac-4eed-bfbd-5e4f1b2307bc_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह वह हरी घास खाती है। वह बहुत धू दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ece72358-d0ac-4eed-bfbd-5e4f1b2307bc_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कुए कुए रहते रहते रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाता और कुछ कुछ कुछुओ को देखकर देखता देखता भी कुछुए चलते तो कभी कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब खूब ज़ोर से हस्ते हँसते व ताल ताली बजाते। घर जाकर सबको सबको कूछुओ कुछ की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c57bc018-4c17-454d-96db-ddbe824cf625_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाला है। वह बहुत बोलता है। सब को हँ साच है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d5d8bc03-45b4-4c7f-af44-1e97cff94a8a_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हल हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d5d8bc03-45b4-4c7f-af44-1e97cff94a8a_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5def607f-ba91-42e2-ad49-fa0b411012a7_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5def607f-ba91-42e2-ad49-fa0b411012a7_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केवल केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ec0fe92-b2fb-4b2a-96b6-3727f57d131c_HI_S3_P_0.wav,ब बाजार में सुनु सुनार की दुकान है। सुनार जोहर बनाता है। जोहर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जोहर पहनाने पसंद कहते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ec0fe92-b2fb-4b2a-96b6-3727f57d131c_HI_S1_ST1_1.wav,एक एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहती रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौन भी था। कौन बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन चुन नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौन कोई से कहा - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/77bbb622-1447-46a7-aee7-501973b9c731_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वही वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/77bbb622-1447-46a7-aee7-501973b9c731_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वह कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। इन्हेनो उन्होंने व के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee13b08f-3332-4826-8435-eb579aac4b34_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee13b08f-3332-4826-8435-eb579aac4b34_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग में गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee13b08f-3332-4826-8435-eb579aac4b34_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रह रहता था। एक दिन नानी माधव को झी झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल- महल पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसको उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन पर घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a07008c-d420-4efd-b4e6-5ae893dd407a_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a07008c-d420-4efd-b4e6-5ae893dd407a_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का ए एक बच्चा था। वह बहुत श शर शरारती था। जब वह किसी को उड़ने दिखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वहा घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3bade7d5-17c0-4094-a0e4-457fc0c7bb2b_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3bade7d5-17c0-4094-a0e4-457fc0c7bb2b_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटे छोटा भाई था। उसका गाँव भई गाव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3bade7d5-17c0-4094-a0e4-457fc0c7bb2b_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/372a1eba-0081-479a-a808-bded847db614_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोत सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/372a1eba-0081-479a-a808-bded847db614_HI_S2_ST1_0.wav,एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कचुहे कछुए रहते थे। लड़के तालाब के +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/56b7cadf-c659-46a7-8e42-53e7a47ed65e_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राज राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/56b7cadf-c659-46a7-8e42-53e7a47ed65e_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ के लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5e2a998f-93ff-4527-889d-cbe26b4e0046_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5e2a998f-93ff-4527-889d-cbe26b4e0046_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5e2a998f-93ff-4527-889d-cbe26b4e0046_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb967f2a-8307-4878-8354-7169a0047d39_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb967f2a-8307-4878-8354-7169a0047d39_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खे खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सब सबने मिलकर तय किया कि यह बग़ीचा बनाया जाए। खाद मगर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक समुन्द्र बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb967f2a-8307-4878-8354-7169a0047d39_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील किनारे ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल खेल रहे थे। थोड़ी द���र बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाई अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c14084e-b824-46ff-a3b9-ff223014391f_HI_S4_P_0.wav,हम सभी मा मसूरी घूमने गए। वहाँ हमने पानी का छ झरना झरना देखा। झरना बहुत ऊँचा था। वहाँ हम सबने फो फोटू भी खींची। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c14084e-b824-46ff-a3b9-ff223014391f_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आस आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कटने लगी। बड़ी-बड़ी बत्पीये पड़ने लगीं। हम जल्दी जल्दी से भाग भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े पेट भर खाये और बारिश का मौसम" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/15be64cb-acdf-4bf0-b9ee-7509479c263d_HI_S2_P_12.wav,कमल कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/15be64cb-acdf-4bf0-b9ee-7509479c263d_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/15be64cb-acdf-4bf0-b9ee-7509479c263d_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d187a88e-02cb-4677-a49f-09a6e2b5fb28_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d187a88e-02cb-4677-a49f-09a6e2b5fb28_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से ह���सते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुओ की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d187a88e-02cb-4677-a49f-09a6e2b5fb28_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाने खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पे था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/431290ec-b815-466b-8651-ae76abd030ad_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे बस मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/431290ec-b815-466b-8651-ae76abd030ad_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने के का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/431290ec-b815-466b-8651-ae76abd030ad_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़े थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6862aea1-4ac5-402e-84ce-c9a58fabb946_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6862aea1-4ac5-402e-84ce-c9a58fabb946_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6862aea1-4ac5-402e-84ce-c9a58fabb946_HI_S1_ST2_0.wav,माया अप��ी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बचाने में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगा था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d310bd16-3573-435f-8a93-c7c341b09222_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d310bd16-3573-435f-8a93-c7c341b09222_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अलेका था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d310bd16-3573-435f-8a93-c7c341b09222_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी पानी के साथ रहता था। एक दिन पानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। पानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/adc61c59-7688-458c-828a-c9b5c5691736_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू व वाला आया। उसने उसने भालू का नाच दिखाया। सब सब लोगों को मज़ा आया। सब सबने सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/adc61c59-7688-458c-828a-c9b5c5691736_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब जब वह किसी किसी को उड़ते उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने का करता। उसके उसके पंख छोटे थे इसलिये इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में घोंसले मे अकेला अकेला था, उसने उड़ने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/304fb54d-0956-49df-8599-8bce894e81f9_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/304fb54d-0956-49df-8599-8bce894e81f9_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7e9199a-7241-4666-9182-8c4753ce425d_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हमे आप हमे आम तोड़ कर तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आप अच्छा आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7e9199a-7241-4666-9182-8c4753ce425d_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच में लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने परी ने बच्चो बच्चों का कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापि वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a3a63ef6-9d72-45c1-914a-199d0e2feee0_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी तमक रही हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07562ec8-d364-451b-990f-ab334bf66360_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07562ec8-d364-451b-990f-ab334bf66360_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान से चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07562ec8-d364-451b-990f-ab334bf66360_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2fb8a061-3bc6-4412-a4fc-4411fe7c9c83_HI_S1_P_12.wav,का काले बादल छ काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो हो रही है। मों मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/03ad0fb6-fe41-43f0-9a80-233724a888da_HI_S3_P_11.wav,सलीम का ना गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी हैं। सलीम गाँव की सोर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/03ad0fb6-fe41-43f0-9a80-233724a888da_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में में सभी जंगल जंगल ग गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश बारिश के रु क ने रुकने की रा रात देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूनज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। अ प मान अपमान आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखा सुखाने लेगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खे ल ने खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67e58a43-0c23-44f2-be01-6ed1a6c6dabe_HI_S3_P_2.wav,लाजो के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मों मोत मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। ल अरे लाओ उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74ae7f7f-6130-447b-82aa-4b23b6661ad6_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सब सबके नए कपड़े बने हैं। सब मेहमान आ रहे हैं। घर में धूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74ae7f7f-6130-447b-82aa-4b23b6661ad6_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उसका उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसने उस उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डर डरकर भाग गया। सबसे मिलकर बरगद के पेड़ को बच बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81b74142-1442-4103-a077-78a4fcb5ecb9_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81b74142-1442-4103-a077-78a4fcb5ecb9_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्हें गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगवाकर हर तरह के पौधे लगा के l सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81b74142-1442-4103-a077-78a4fcb5ecb9_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने के लिए l बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई l । केशव को जलेबी खाना बहुत पस���द था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/97fe2b9e-d16f-4fd0-8ea9-5aab7b6f062c_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/97fe2b9e-d16f-4fd0-8ea9-5aab7b6f062c_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/97fe2b9e-d16f-4fd0-8ea9-5aab7b6f062c_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dec3e64f-0566-46bf-82b1-3dc1419b4724_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dec3e64f-0566-46bf-82b1-3dc1419b4724_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dec3e64f-0566-46bf-82b1-3dc1419b4724_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर के��व ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6ed41bbe-787d-4d38-8263-1444ebddc519_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। र तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6ed41bbe-787d-4d38-8263-1444ebddc519_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम बच हम बच्चे हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उस उसके पत्ते पत्तों पर खात खाना खाते हैं। केलों से चट चपटनी चटनी भी बनाती बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खा खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fc4ead7f-c88f-4789-b1df-932618a55aba_HI_S2_P_12.wav,को म ल के मामा आया हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सो ने सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5f193c8d-f1d2-4cb0-9cfa-395b72bbdca0_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। बहु वह बहुत बोलती बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5f193c8d-f1d2-4cb0-9cfa-395b72bbdca0_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते है । उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण आप अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौआ से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौआ को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5f193c8d-f1d2-4cb0-9cfa-395b72bbdca0_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उन उसके लिए समोसा खरीदा। राधा ने कह उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसा खाया खाए । राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/289b4b9f-458d-4a9c-8ebe-75421d9446be_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/33757600-a1fe-43d8-be65-dd7d22c3f69c_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/33757600-a1fe-43d8-be65-dd7d22c3f69c_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरा���ती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कुछ आ वा गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/33757600-a1fe-43d8-be65-dd7d22c3f69c_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5aa44ea9-08d1-4885-8b1e-d2d2b63026bf_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5aa44ea9-08d1-4885-8b1e-d2d2b63026bf_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उसे पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उसे पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8f3827fc-ea3d-4aca-b968-09ba7ee56f74_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानों भी दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95ad4ad2-79ff-409e-a485-14103ab71ef6_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95ad4ad2-79ff-409e-a485-14103ab71ef6_HI_S2_ST1_5.wav,सलाम बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलाम को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाली पर थे। सलाम के हाथ आम तक नहीं पहुँचे पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आया । अब आसानी से आम उसके हाथों में आये गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5046cd4c-e9b3-4e55-8c96-5c39abc97059_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5046cd4c-e9b3-4e55-8c96-5c39abc97059_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चली और मठक ने आ आकाश में उड़ - - - - - -" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb0b07f2-60ee-4fb3-be7a-d2315545907f_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे प्रसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb0b07f2-60ee-4fb3-be7a-d2315545907f_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb0b07f2-60ee-4fb3-be7a-d2315545907f_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और उस कुछ लोग झील झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत प्रसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/82e16fad-41d2-4020-a177-11308219035c_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाते है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/934e396e-3f78-4cfd-990c-23c7952cbc83_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/934e396e-3f78-4cfd-990c-23c7952cbc83_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मैच मानती रहते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b6a4af92-46ed-4af2-9238-d3d59007bd6b_HI_S3_P_11.wav,सलीम का घर बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम घर की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ffc0d82f-a721-430d-82f2-7d3f8c735ac6_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सु सु सुना सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहेनने पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ffc0d82f-a721-430d-82f2-7d3f8c735ac6_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खिलाते हैं। उसके पत्तों का खाना खाते है | केले से केलों से चटनी भी बनती है। केले की केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरे भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ffc0d82f-a721-430d-82f2-7d3f8c735ac6_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी शाम माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिले मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ी थोड़ा आगे जाने पर उन्होंने उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खा खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/25598db8-5024-4ecd-88e8-32cf1468cfcd_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलते। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/25598db8-5024-4ecd-88e8-32cf1468cfcd_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेले था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ad4b91e-e78e-4b39-bc62-be8c2d5c5ee8_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वह हमने बंदर देखे। हमने उनको लेके दिखाए । सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8c5f2bda-1c15-4ac6-accf-e055fb13ff45_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती थी । वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5a82478-58f7-42e6-bc74-723a39c786f8_HI_S1_P_4.wav,"राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब सब को ""हँसाता"" है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5a82478-58f7-42e6-bc74-723a39c786f8_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे दो तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5a82478-58f7-42e6-bc74-723a39c786f8_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब खूब चहल-पहल थी और कुछ ��ोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ddae7d1c-319b-4c2b-b806-54cea30dc3f5_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ddae7d1c-319b-4c2b-b806-54cea30dc3f5_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आस आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ddae7d1c-319b-4c2b-b806-54cea30dc3f5_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दीदी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91407da3-7f41-438f-88d5-6935fafca66d_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खून खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91407da3-7f41-438f-88d5-6935fafca66d_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ दिन उगता था नहीं उगता था। कोई वहाँ खेल खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लिए लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यह बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वह एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91407da3-7f41-438f-88d5-6935fafca66d_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन द दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा थोड़ा आगे जाने प�� उन्हें सम समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिये। राधा का छोटा भाई घर पर था। उसने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5504bfdd-42e7-45d5-9123-9312f48d5a64_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32983f3e-4c29-42c7-8c8a-97aadb5a6340_HI_S1_P_9.wav,बरसता का मौसम है। खूब पनी खूब पानी बरसे हर रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी से में खेल लें खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6c257006-e4f3-4172-9cb3-2f6a4a27920b_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी पारी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाना सुनाना । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6c257006-e4f3-4172-9cb3-2f6a4a27920b_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब में किनारे बहुत से कछुए रहते थे। वह लड़के तालाब के किनारे जाते और कुछ ओर क को देखते देखते। कभी कुछ कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर को डालते । लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते वह ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d973d6d-18c0-47e9-986f-a72e9026f15e_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पाल पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d973d6d-18c0-47e9-986f-a72e9026f15e_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वह कुछ नहीं उगाता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तइया तया किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद महँग मँगाकर हर तरह के पौधे लंगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/39d4e071-0023-4d8b-87ca-11d60db4d996_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता था है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/39d4e071-0023-4d8b-87ca-11d60db4d996_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पर्वत हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/39d4e071-0023-4d8b-87ca-11d60db4d996_HI_S3_ST2_0.wav,केवल केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दाद��जी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a3b59ed0-7d3c-4c2e-9d87-a138d2915933_HI_S2_P_12.wav,कमल का कमाल के मा मामा आई आए हैं। मा मामा का गाँव बहुत दूर है। मा मामा बहुत थक गई गए हैं। खाना खाकर सोने वाली वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a3b59ed0-7d3c-4c2e-9d87-a138d2915933_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रही रहे थे। अचानक समान आसमान में बदल गर बदल गरजने बादल गरजने लगा लगे , बिजली तड़पने तड़कने कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूंद बूँदें पड़ने लगे लगीं। हम जल्दी हवा चलती है से भागकर नीचे आए आ गए। तभी भैया ग गरम-गरम साबर समर समोसे और पकौड़े लाए ले आग आए आया। हमने खिलाकी खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खा खाये और बी बारिश का समय मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a3b59ed0-7d3c-4c2e-9d87-a138d2915933_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दीदी दादाजी के साथ रहते थे रहता था। एक दिन दादाजी केसे केशव के बाग को बगीचा घूमने के घूम का घूमने घुमाने ले गए। बाग बगीचे में कहीं कई बच्चे खेल रहे थे और केसे केशव भी उनको उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम के ब को जब वो वे घर लौट रहे थे तब उसने मिथु उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान देखि दिखी। केश केशवा केशव के को जलेबी जलवे खाने खाना बहुत पसंद थे था। दादाजी ने उसको उसके लिए खाना खूब सारी जलवे दिखाती जलेबी खरीदी। केशर केशव ने सारी जल बेटियाँ जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशर केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशर केशव ने जलबी जलेबी खाए खाई। केशर केशव बहुत खूब खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a83b1a27-da66-4478-b14c-b03d88cd8204_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a83b1a27-da66-4478-b14c-b03d88cd8204_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ाते उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसे उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a83b1a27-da66-4478-b14c-b03d88cd8204_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। भी उन्हे के उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम हो शाम को जब वे वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियू जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/39cf10d3-da13-466e-a2e1-a53e719d9bea_HI_S2_P_12.wav,कमल का फूल है माम् +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69806d99-38e5-4d3c-9ef6-81602a8d4f35_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69806d99-38e5-4d3c-9ef6-81602a8d4f35_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69806d99-38e5-4d3c-9ef6-81602a8d4f35_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती है रहती थी । एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले के मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्होंने समोसे की एक दुकान दे देखने दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। बहुत राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebcae3f2-4dba-4823-a164-92d6b117d73b_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebcae3f2-4dba-4823-a164-92d6b117d73b_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5333f85b-fee7-459c-9ffb-4c86cd639a5c_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसने परा की कआना लिखी है। यह कआना मुझे पसंद नही है। मैं सबको यह कआना सुनाती हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ed25743-ec09-4e9d-bcb4-27d4efc8ff05_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ed25743-ec09-4e9d-bcb4-27d4efc8ff05_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ed25743-ec09-4e9d-bcb4-27d4efc8ff05_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके द बाद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/480a2497-428f-4996-9b2a-b86cc7b98a89_HI_S2_P_1.wav,मेरा घर में दो पलंग हैं। - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84b581e5-062f-4ef1-998c-c762895145e2_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे कब दुखी है सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e1563e83-6c8c-4bf5-8f9a-15f46d1f0ce9_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e1563e83-6c8c-4bf5-8f9a-15f46d1f0ce9_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e1563e83-6c8c-4bf5-8f9a-15f46d1f0ce9_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और ��ंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/498afa97-7bac-432b-a7a2-a27a17cffe5b_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इसमें सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/498afa97-7bac-432b-a7a2-a27a17cffe5b_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/498afa97-7bac-432b-a7a2-a27a17cffe5b_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झो झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7685534d-fee2-44c2-8f43-b3903eab3339_HI_S3_P_1.wav, मेरा मेरे चाचा की शादी है। सबने नए कपड़े बने हैं। सब म मेहमान आ रहे। घर में धूम-धाम से। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b524c8d9-cf88-4847-a58b-4b9fa851f553_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b524c8d9-cf88-4847-a58b-4b9fa851f553_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b524c8d9-cf88-4847-a58b-4b9fa851f553_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को ��ील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव ने बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0f0691d-3c9c-4b31-982b-a796eb8ca117_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0f0691d-3c9c-4b31-982b-a796eb8ca117_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने का करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अलेक अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0f0691d-3c9c-4b31-982b-a796eb8ca117_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की की कई सारी मिठाई भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2a82736-bd27-490c-98ae-96a5bf5167d7_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2a82736-bd27-490c-98ae-96a5bf5167d7_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगा उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सब सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मंग मंग मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2a82736-bd27-490c-98ae-96a5bf5167d7_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा कि ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समो समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झो झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b9ea684b-f93f-41d6-998a-f9f8b95b9857_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसने गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9083a007-8750-4cc0-80a8-65058d40a5a1_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9083a007-8750-4cc0-80a8-65058d40a5a1_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिन दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी सभी जगह गन गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकला निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बच्बाचे भी घरो से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07c5f431-b6f1-4aa4-99ae-5c91550b05e5_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07c5f431-b6f1-4aa4-99ae-5c91550b05e5_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौ कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07c5f431-b6f1-4aa4-99ae-5c91550b05e5_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झुलले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीद। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा को छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b59f214b-5500-43c3-b698-1a1fdfc552a8_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाईयां लाती है। मैं नानी के साथ साथ जाती हूँ��� वहां मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4e08efeb-4b6f-4d29-a940-89c70fbb846b_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वह हमने बंदर देखे। हमने उनको खेले दिए। सबने खेले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4e08efeb-4b6f-4d29-a940-89c70fbb846b_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के काणण अपने लिए भोजन जुठा नहीं पता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए बूढ़े कोई से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कुए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4e08efeb-4b6f-4d29-a940-89c70fbb846b_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कोई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा संमान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें उन्होंने मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उनके पसंद की अच्छा लगता है उसके पसंद की कोई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयों अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाए । माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ab784be-4470-48ab-829b-1143000801fb_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ab784be-4470-48ab-829b-1143000801fb_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते थे । पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम के दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ab784be-4470-48ab-829b-1143000801fb_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़े थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई । माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद को कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a332ab71-cabb-4525-96a6-49508b3889e5_HI_S1_P_7.wav,मो मेरे पास एक किताब है। उपमे उपमें प परी की कहानी है। यह कहानी मुझे ब बहुत पदँद है। मैं संबको यह कहिनी सु सुनाकाई हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ece422e3-407e-4806-8082-42bbf7b61fc4_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ece422e3-407e-4806-8082-42bbf7b61fc4_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई देखने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7813dde3-8e38-40a6-8e7b-3e7da9341f8c_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। सब पड़ी उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7813dde3-8e38-40a6-8e7b-3e7da9341f8c_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की रह र राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7813dde3-8e38-40a6-8e7b-3e7da9341f8c_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपनी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचा घुमाने ले गयी । बगीचे में कई खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादी पास के पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। स्याम शाम शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दाजी दादीजी ने उसके लिए खूब सारी खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर घर ने । जलेबी खाए जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a34eb27f-22b8-4f4f-a849-5e4bd2fda050_HI_S1_P_13.wav,सो सोनम गाना गाती है। उसे गान गाना अच्छा लगता है। उसकी उसकी आवाज़ मीठी है। सब सब उसे पसंद +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a34eb27f-22b8-4f4f-a849-5e4bd2fda050_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/db1667bc-d014-4955-aa0b-b5afb87e2f21_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/db1667bc-d014-4955-aa0b-b5afb87e2f21_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का पेड़ एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/db1667bc-d014-4955-aa0b-b5afb87e2f21_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घूमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और उस अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ae0ef09-e04f-44a8-91d1-e0d63d586180_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ae0ef09-e04f-44a8-91d1-e0d63d586180_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की त राह देख रहे थे। अ अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े *सुखने/सुखाने* लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ae0ef09-e04f-44a8-91d1-e0d63d586180_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी दु बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसे उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6e33ef05-e7f5-4cf4-bbec-3c512cd60c43_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहरा खेल रही थी। खेलता-खेलता राता हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सोवा गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae9175e9-34c5-4f5e-9ab2-1f35adadbdfc_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी ह���ं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae9175e9-34c5-4f5e-9ab2-1f35adadbdfc_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला मेला देखने गये। उन्हों उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखायी। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हल हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगे। उन्हें उन्हें जलेबियाँ खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दे दोनों ने मिलकर जलेबी खाए। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae9175e9-34c5-4f5e-9ab2-1f35adadbdfc_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के एक पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हों उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखायी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबियां खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाये। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bdc01128-3779-4faf-aebc-4b039f990d67_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bdc01128-3779-4faf-aebc-4b039f990d67_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पेड़ उस पर बहुत स सारी प चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता है। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चि चिड़िया ने उसके सिर पर चोंच ज़ोर से चोंच मार मारि। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/db9d0381-77c3-4d13-a6be-d783076bd14a_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकान थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसने जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee89eb0e-d430-4c95-90e9-d4c32432b9f6_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह वह बहुत मीठा था। उस उस - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06dd8756-635e-4ebb-b0b8-9f1048859d82_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सब सबको यह कहानी सुना +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d31940f7-986d-49c4-b8dc-a5086773a40a_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d31940f7-986d-49c4-b8dc-a5086773a40a_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी क��� देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/424fcc3a-e78d-4cac-ab1e-35e98268db62_HI_S1_P_1.wav,जी ये पढ़ना है हम सब घू घू म ने घूमने एक नई गए। वहाँ ह म ने हमने दं द र दंदर खे देखे। ह म ने हमने उ न को उनको देखे देखे केले दिए। स ब ने सबने के ले केले खाये खा लिया +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac9ff208-90ea-4cd5-af9c-7c315459e0b5_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जू। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c169c185-03a9-4265-9192-ce4d9c9da605_HI_S1_P_13.wav,सोनम गान गाती है। उसे गान अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब ओसे पसंद करती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/51f68ebd-4147-4bc9-95fa-eae42e6d5b82_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/51f68ebd-4147-4bc9-95fa-eae42e6d5b82_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलते चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अ अ अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अ अमन से बहुत खुश हुए। वह अब अर अरम आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/51f68ebd-4147-4bc9-95fa-eae42e6d5b82_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी मा माधव को झील दिखाने के ले गई। वह वहाँ खूब च चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वह वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मीठ मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7e80603-d37b-478b-98ce-25141b66df65_HI_S1_P_11.wav,माँ ने ह माँ ने हलवा हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खा खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7e80603-d37b-478b-98ce-25141b66df65_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कू बुदा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडे अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7e80603-d37b-478b-98ce-25141b66df65_HI_S2_ST2_0.wav, रा राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने के लिए ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के कूड़े भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोडा थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा को छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा ब ब बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c60012c-98e8-4863-8c65-c753cea177bb_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c60012c-98e8-4863-8c65-c753cea177bb_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6a3e8ae5-15ca-49a1-9890-1f7d1f630f48_HI_S2_P_2.wav,आज मा गाए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6a3e8ae5-15ca-49a1-9890-1f7d1f630f48_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से ""काले"" बादल छाये से। डरी- डरिय्हा ""चल"" रहा रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसने पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मि मिलकर झूले झूले झूले। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a8e45756-cc8b-4ccf-8da2-6b520adead96_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू आया वाला आया। उसने भालू का नाच दिखा देखी देखीए। सभी लोग को माज मज़ा आया। सबने ता ली ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a8e45756-cc8b-4ccf-8da2-6b520adead96_HI_S3_ST1_2.wav,सावन का म ही ना महीना था। आ स मा न आसमानी में बहुत सब स से काल बादले छा या छाया था --- --- --- --- --- --- --- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/afbbf9df-717e-4de1-a814-6ea770f4682b_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाया है। उसका रंग उसका रंग उसका रंग सफ़ेद है। ग ख गया है धास खाती है घास खाती है। वह बहुत दूख देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/afbbf9df-717e-4de1-a814-6ea770f4682b_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े त���लाब के किनारे बहुत से कुछ रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जा जाते औ और कुछ को कछुओं को कछुओं को देखते। कभी कुछ कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर को। ल लकड़ लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर घर जाकर सबको कुछ कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42d887ed-b132-4ba0-954e-4786521d4d67_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42d887ed-b132-4ba0-954e-4786521d4d67_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश है हो रही थी। गाँव में सभी जगह गदा गंदा पानी भर गया था। सभी भारिश बारिश के रुकने की राह देख रहते रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई अरे गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश है हो गये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/59f08a62-3c86-4f15-b62e-5a10bf41db85_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भा भालू का नाचा नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली ब बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/59f08a62-3c86-4f15-b62e-5a10bf41db85_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक मेंढक ने आकाश में उठने उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुल्लारा गुब्बारा ले आई। बकरी एक घो घो धोरी डोरी और मेंढक के एक ठोकरी टोकरी के ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उठन उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसने उसमें बैठकर उठने उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गु गुबभारा गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0f2ca2fa-e98b-4df0-aab7-25b0100bef7e_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0f2ca2fa-e98b-4df0-aab7-25b0100bef7e_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1c141a08-a093-47a8-93bd-7474a49993db_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरी मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1c141a08-a093-47a8-93bd-7474a49993db_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुमबारे गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीन तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग में से गुमबारे गुब्बारा फट गय���। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1c141a08-a093-47a8-93bd-7474a49993db_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव की को झील दिखाने ले गई। वह झूल झील दिखाने ले गई वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख दी लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन में के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश या था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c32926e9-4b9f-4945-99f2-d5e2812dc562_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c32926e9-4b9f-4945-99f2-d5e2812dc562_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी ली खिलाड़ी थी। उसे बल्ली दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3b85d7a4-a7ac-47b8-96a2-fef3ef956d37_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोगो लोग नींबू का श शर पी रहे हैं। और छ छ छाता खोल घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ea0b610-b1da-464d-bdec-60867b275e4d_HI_S1_P_1.wav,हम सब भूल घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ea0b610-b1da-464d-bdec-60867b275e4d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ea0b610-b1da-464d-bdec-60867b275e4d_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घूम ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया माया की छोट�� बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c27640e7-93e2-4a95-b450-e6d749772792_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c27640e7-93e2-4a95-b450-e6d749772792_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सो सोरे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतरी आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परी परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cd0383c5-9c19-442d-be3e-8a384f990a21_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सो सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cd0383c5-9c19-442d-be3e-8a384f990a21_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत असली था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cd0383c5-9c19-442d-be3e-8a384f990a21_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वह बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b81ae3f-cccf-4c0c-9f11-9e988e458c1e_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b81ae3f-cccf-4c0c-9f11-9e988e458c1e_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b81ae3f-cccf-4c0c-9f11-9e988e458c1e_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3477e854-ecd7-42be-a0b2-cc425abe9c3e_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3477e854-ecd7-42be-a0b2-cc425abe9c3e_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3477e854-ecd7-42be-a0b2-cc425abe9c3e_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बज़ार घुमाने ले गई। बज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2e96613-a46f-4822-b643-57ab7bfef160_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2e96613-a46f-4822-b643-57ab7bfef160_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2e96613-a46f-4822-b643-57ab7bfef160_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दि���ी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादी दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश रा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a185bced-040e-4801-a6df-774bf2c317cd_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a185bced-040e-4801-a6df-774bf2c317cd_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़ का लड़का था। उसकी एक बड़ी बह बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विछालय विछाय में पढ़ते पढ़ने जाता। -- --- -- --- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b738fb2a-71e5-4ac9-b42f-0860b67d9b27_HI_S1_P_0.wav,मेरे अप में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़ते खाते हैं। आम की चटनी भी बनाती है। --- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cfb66dc3-0d34-4505-a542-c75d05e5cc1f_HI_S1_P_5.wav,रा रानी नदी किना किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाते --। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cfb66dc3-0d34-4505-a542-c75d05e5cc1f_HI_S1_ST1_5.wav,अमन अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन दिन भर सब ठीक रहते थे। --- --- --- --- --- --- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/20da1233-d6ca-46cf-8144-95c3b8a90acd_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e36cd656-0b48-482a-a51f-2aac5c743599_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e36cd656-0b48-482a-a51f-2aac5c743599_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व त-ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e36cd656-0b48-482a-a51f-2aac5c743599_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील झील दिखने दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झीले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने कई मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9338f8d8-0e0b-44df-8f0c-97e71474739e_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आ��� के पेड़ । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24701514-1fa6-4c1a-a0d5-28e27b36d24c_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जात। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24701514-1fa6-4c1a-a0d5-28e27b36d24c_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उस उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24701514-1fa6-4c1a-a0d5-28e27b36d24c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दीदी के साथ सैर सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखाई दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दीदी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उस उन्हें अपने झीलों झीलों में रख लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c47e6509-a70f-4501-a25a-f537e22bae2d_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c47e6509-a70f-4501-a25a-f537e22bae2d_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलते है। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e097c31c-dfc6-44bb-a7ff-bf2f94f69692_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इसमे इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e097c31c-dfc6-44bb-a7ff-bf2f94f69692_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील चील और भेड ने आ आकाश में उड़ने की सोची। चील चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आया। बकरी एक डोरी डोरी और भेड़ भेड़ मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़ान टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फ फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98552069-b4f4-4c6d-b05b-0bc3614bba8f_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98552069-b4f4-4c6d-b05b-0bc3614bba8f_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्��ें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98552069-b4f4-4c6d-b05b-0bc3614bba8f_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aafc3663-1f2b-45a6-afa1-239a49546e06_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aafc3663-1f2b-45a6-afa1-239a49546e06_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aafc3663-1f2b-45a6-afa1-239a49546e06_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रह रहता था। एक दिन म नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाई मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई आ मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/40e48c03-dc97-4585-b323-626c3eac65c0_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू बाल आया। आ उ उसने भालू को का नीचे +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dc05027d-75d8-48ff-a532-3db4b3d33914_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उस उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dc05027d-75d8-48ff-a532-3db4b3d33914_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अच अचानक दोनों न�� यहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देख। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/636a0c70-5c4b-490b-a6cb-22ea7f62f739_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/636a0c70-5c4b-490b-a6cb-22ea7f62f739_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/636a0c70-5c4b-490b-a6cb-22ea7f62f739_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती है। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक दुकान बड़ी सी दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9b4d9e6d-d3bb-43df-86a9-e7ac0e98941c_HI_S1_P_12.wav,कल बादल कुआ हैं। तेज़ बारिश है रही है। मेरा भी - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/38f9a5c5-d288-40fe-8567-c3f7230b0ab6_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती थी रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनकी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/38f9a5c5-d288-40fe-8567-c3f7230b0ab6_HI_S1_ST1_5.wav, आम आमना के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहते था। रात को चूहा बहुत परसे परेशान रहते। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e639e72c-3624-4d15-bf1c-b2e663e21625_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e639e72c-3624-4d15-bf1c-b2e663e21625_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन ब ब बकरी,चील चील और मेंढक मेढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी टोकरीले आया। तीनों तीनो से बिन बिल कर मिलकर उसकी उड़न उड़न टोकरी बा बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग सींग से गुब्बारा गुब्बारा फट फद फट गया। सभी जमीन पर आ गिरी ।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e639e72c-3624-4d15-bf1c-b2e663e21625_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नई नाई के सार रही रही थी। एक दिन नई नाई माया को बाज़ार गुबाने घुमाने घुमाने ले गई गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सबिज समजिया और फल मिल रहे थे। नाई ने बहुत सारा समान सामान सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्होंने उन्हें मिठाई की एक बड़ी बड़ी सी दुकान थी दीखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नाई ने उसके प पं प पं पसंद की गयी कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। मा अपनी बहन से साथ मिलकर माया ने मिठाई खाय खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87202014-96dd-4641-8fde-caa41d7cd486_HI_S2_P_1.wav,"मेरा घर में दो प पाल पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े बाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01b4f1df-04a5-4089-ae70-5a3323d414b7_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01b4f1df-04a5-4089-ae70-5a3323d414b7_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्ते पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01b4f1df-04a5-4089-ae70-5a3323d414b7_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया के को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी साड़ी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/35541ec0-f8b2-4c60-a203-e3916c5036f9_HI_S1_P_8.wav,नानी ज ब घर आती है हमा हमारे लगे मिठाऐ लगती है। मैं नानी को साथ सेता हूँ। वह मुझसे क हा नी कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bb1a2cab-8152-460e-b129-ba6e59909316_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bb1a2cab-8152-460e-b129-ba6e59909316_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बगरद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोेंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bb1a2cab-8152-460e-b129-ba6e59909316_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घूमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जी और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ गई जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f59d5669-374d-421c-ad1b-191f9fc2f23e_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f59d5669-374d-421c-ad1b-191f9fc2f23e_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f59d5669-374d-421c-ad1b-191f9fc2f23e_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को अपनी माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3148031a-6f04-48a8-9a57-51906b9da173_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57e0cbc2-c61c-4e52-8409-b47f5622c4dd_HI_S3_P_7.wav, सो सोनू बाग में खेल रहा था। वहाँ आम के ब बहुत पेड़ थे। सोनू ने एक आम तोड़ा। आम बहुत मीठा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57e0cbc2-c61c-4e52-8409-b47f5622c4dd_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उसराजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57e0cbc2-c61c-4e52-8409-b47f5622c4dd_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नीला के साथ रहती थी। एक दिन नीला माया को बा बाज़ार घू घुमाने ले गई। बाजा बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। ना ना नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा औरअपअपने झोले अपने झोले में रख लिया। छोड़ा आगे थोड़ाआगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी बड़ी सी दुकान दिखी। मायानेमाया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके प पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख रख लीं। माया की छोटी बहन घर पे थी। अप अपनी बहन से अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाईयां खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6d64f8f4-7305-4eba-824e-99c844c23fa2_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6d64f8f4-7305-4eba-824e-99c844c23fa2_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चटनी बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6d64f8f4-7305-4eba-824e-99c844c23fa2_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई पे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाईयां खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की सारी की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac26a7b4-2c7f-4b6b-8246-4ef6b15f105d_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वह बहुत सारे झूले थे झूले थे । मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac26a7b4-2c7f-4b6b-8246-4ef6b15f105d_HI_S3_ST1_0.wav,"एकएक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उ उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुबर गुब्बाराह ले आया गुब्बारा ले आया ले आयी। बकरी एक डो डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न उड़न उड़ान खो टोकरी कटोरी बनाई। तीनों उस उसस उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक ब बकरी के सींग में गुमब्बारा फिट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/af26b20e-d3ff-4755-82e3-bf3ef7cc2abe_HI_S3_P_2.wav,लेआजो लाजो के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। लेआजो लाजो उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/af26b20e-d3ff-4755-82e3-bf3ef7cc2abe_HI_S4_ST1_4.wav,मैं अऊर मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गजराने लगे। - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b0fa65b7-a50b-4e50-b874-47a2b212e33d_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकान भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b0fa65b7-a50b-4e50-b874-47a2b212e33d_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b0fa65b7-a50b-4e50-b874-47a2b212e33d_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बागीचे में घुमाने ले गए। बागीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80957374-c458-49d6-a7a9-d131f3496d02_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इस इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d31efac4-7e5d-416f-a3d8-7bf640853dfe_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को ह हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d31efac4-7e5d-416f-a3d8-7bf640853dfe_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठी�� रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली से ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d31efac4-7e5d-416f-a3d8-7bf640853dfe_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के स साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौटे लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश हुवा । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3cb45ab7-38cc-4b0b-82d4-17cb5a5460e5_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू के नाच दिखाया। सबसे सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/080a87e0-123e-4885-9982-69cc9d8f7157_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/080a87e0-123e-4885-9982-69cc9d8f7157_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/080a87e0-123e-4885-9982-69cc9d8f7157_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d903aa67-742e-4d15-b848-6f3d5d4fad96_HI_S2_P_12.wav,कमल एम् कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सो सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d903aa67-742e-4d15-b848-6f3d5d4fad96_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते है । दिन भर सब ठीक रहता रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वो व वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f046bdf2-12ea-49f7-861b-16585d470f21_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पत पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरे भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f046bdf2-12ea-49f7-861b-16585d470f21_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन जमीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सब सबने मिलकर ताज किया कि यहाँ बगीचे बागीची बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसीलिए वहाँ सब खेलते जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f13dd0d2-e1a7-4a81-bf56-4b1804d8de21_HI_S2_P_2.wav,आज माता आए हैं। मिटा मिटाई साथ लाए हैं। हम - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3380f072-b25a-4cd9-a9e2-c087ca32d4b0_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3380f072-b25a-4cd9-a9e2-c087ca32d4b0_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरकीब तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3380f072-b25a-4cd9-a9e2-c087ca32d4b0_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादा दादाजी ने उसके उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8a4da43-0931-41f4-8382-c013cce041b1_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8a4da43-0931-41f4-8382-c013cce041b1_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी र���ते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8a4da43-0931-41f4-8382-c013cce041b1_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झोले भी रहे थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/23d4e5ff-cc3b-4f00-b7f8-27656469ae91_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/23d4e5ff-cc3b-4f00-b7f8-27656469ae91_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/23d4e5ff-cc3b-4f00-b7f8-27656469ae91_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64b9c8b5-9d9b-41fb-8dc3-62bbfdf04c6c_HI_S1_P_6.wav,रा जू राजू के पास एक गाय है। वह हे री हरी घास खाती है। वह बहुत दू ध देती है। दूध से दे ही दही बे न ते बनाते है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64b9c8b5-9d9b-41fb-8dc3-62bbfdf04c6c_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पि ता जी पिताजी दु का न च ला ते चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रा त रात को चू हे चूहे बहुत प रे शा न परेशान करते थे। ए म न अमन ने चू चू हों चूहों को भै गा ने भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बे डी बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दु का न दुकान में निकल ने नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत शू खुश होए होए वह अब आ रा म आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6670ab37-fd73-4ab6-b290-8cb041b83058_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6670ab37-fd73-4ab6-b290-8cb041b83058_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/834c6efa-db97-4ce8-93cc-b03d7eadf83c_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/834c6efa-db97-4ce8-93cc-b03d7eadf83c_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a75463b9-c84c-4251-b8c5-5373d199f732_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df05d4eb-a0f5-4e26-b750-252ef0c7beaa_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df05d4eb-a0f5-4e26-b750-252ef0c7beaa_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94f93d5b-8e62-46f1-9f85-c131246529e5_HI_S1_P_2.wav,निद नदी में एक नाव है। वह बहोत बहुत पुरानी है। नाव गिर गिरे -गिरे चलती है। हमें नदी के पर पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a399e0aa-b6aa-42fd-9cc5-de01925bba10_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a399e0aa-b6aa-42fd-9cc5-de01925bba10_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a399e0aa-b6aa-42fd-9cc5-de01925bba10_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ab0d189-4247-4045-81df-41cbd6186a95_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ab0d189-4247-4045-81df-41cbd6186a95_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेले था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3ab0d189-4247-4045-81df-41cbd6186a95_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कंई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाने बहुत अच्छे अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोली अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5959561a-98a4-4e50-b12f-f45a9250147a_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5959561a-98a4-4e50-b12f-f45a9250147a_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c268790f-446e-4dd5-a9ea-2afe7231692a_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। बह बहुत मीठा था। उसने सोनी से खाया खाया। खाने के बाद वह सो ग। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c268790f-446e-4dd5-a9ea-2afe7231692a_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान में नीचे उपर आई और उसने उन बच्चों के साथ खेलने गई । बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौ खिला खिल। - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a99bf1ce-aebf-407c-87ec-97441d597af6_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a99bf1ce-aebf-407c-87ec-97441d597af6_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a99bf1ce-aebf-407c-87ec-97441d597af6_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/063a399f-8d9b-476d-ab4d-cfe2c18d2de0_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यहाँ कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/29dd1fab-6051-48e6-b9f6-9e3e15b0c29e_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोता का तोता तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2f718a15-e24b-48f2-a180-5926eece4287_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वह हमने बंदर देखे। हमने उसको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3220f650-c074-4fdb-8e1b-ef58b4863b4c_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। त���ज़ बारि बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहे रहा है। सब नाच देख देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3220f650-c074-4fdb-8e1b-ef58b4863b4c_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारि बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रोकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3220f650-c074-4fdb-8e1b-ef58b4863b4c_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झी झील दिखाने ले गई। वह वहाँ खूब च चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। म माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। उसकी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72757397-27e1-4d45-9529-e5c9076d50d7_HI_S1_P_1.wav,हम सब धूमगे। बह हमनों बंदर दोखो। हमनो उनको कोलो दे दे सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8476700b-f13f-45cf-920c-91d2bddc3e9f_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b89a8b43-e77d-4ad9-9101-fb8571b62a23_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c19878c4-5dd1-4aa3-ba32-a02a294093a1_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c19878c4-5dd1-4aa3-ba32-a02a294093a1_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cdfcb303-0586-42a4-8ad0-dc6f99a8199f_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2b49f8f5-f50c-427e-872b-e9bc3865887c_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाती गाना है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। उसे सब पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e3fc7de-bb75-487e-81a5-70fa202372be_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हम हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e3fc7de-bb75-487e-81a5-70fa202372be_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e3fc7de-bb75-487e-81a5-70fa202372be_HI_S1_ST2_0.wav, म य अ मायाअपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc078f42-4334-48ca-80bd-242d8c505584_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc078f42-4334-48ca-80bd-242d8c505584_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते हैं । उनमें एक बूढ़ा कौआ भी है। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/38589344-d180-4ecf-9479-760cb3fe9241_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/38589344-d180-4ecf-9479-760cb3fe9241_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे पूरी देर परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खेने खिलने कुछ खिलौने खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/38589344-d180-4ecf-9479-760cb3fe9241_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कोई तरह कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया ने मिठाई खाना बहुत अच्छा माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d56b88f-2403-424c-8783-ebd174026d1e_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गे वहाँ हमने बंदर देखे। हमने आपको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/494cbb33-f885-4ffb-bc5b-45e2cf1090f5_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/11e52e4e-b0dd-4307-a7dc-8067a5396497_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/11e52e4e-b0dd-4307-a7dc-8067a5396497_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकनो रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छुप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/11e52e4e-b0dd-4307-a7dc-8067a5396497_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादी दादाजी के साथ रहा रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के भी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव और जलेबी केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादीजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d62d5f07-0b5a-4f4f-a1e6-8c9005111652_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वही हमने वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/23db0849-89a3-4976-831c-9affc68f49c4_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच र रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/23db0849-89a3-4976-831c-9affc68f49c4_HI_S1_ST1_0.wav,एक बा एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल प परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उत उतर आई और उस बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को बारी बारी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोग वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dacfde33-5df2-44f7-9762-d1400579c50d_HI_S2_P_7.wav,मैं पानी के साथ मै साथ बाज़ार गया बाजर और जूता लाया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eb49abf4-32f1-44e4-b68e-0793e066e9ef_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक लड़ सड़क है। वाहे काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/220d188b-9b61-4521-b1eb-e3582e6c03ea_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/220d188b-9b61-4521-b1eb-e3582e6c03ea_HI_S2_ST1_2.wav,ब राम रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यह बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह से पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वह एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने जाते हैआते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/220d188b-9b61-4521-b1eb-e3582e6c03ea_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी के उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d363a6a-8127-4798-ae44-a18d7e6b2183_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d363a6a-8127-4798-ae44-a18d7e6b2183_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d363a6a-8127-4798-ae44-a18d7e6b2183_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और मल फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख ल���या। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुशी थी खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dde639c5-673a-4b1b-bc25-012fe9283982_HI_S1_P_4.wav,र राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हस हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dde639c5-673a-4b1b-bc25-012fe9283982_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते है थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पथ पत्थर हों। ल ड के लड़के यह देखकर खुश ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50fb8988-6459-4680-a170-4a0cf7b4ac17_HI_S3_P_4.wav,गोलू के पास एक बकरी है। उसका रंग सफ़ेद है। वह घास खाती है। बकरी रोज़ दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50fb8988-6459-4680-a170-4a0cf7b4ac17_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। और मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सब सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50fb8988-6459-4680-a170-4a0cf7b4ac17_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता है | एक दिन नानी माधव को झील दिखाने दिखाने ले गई। वह खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर झूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाई खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के लिए अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6870eb77-ca96-425f-ba85-e8506cd765e7_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाईयां लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानियाँ सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6870eb77-ca96-425f-ba85-e8506cd765e7_HI_S2_ST1_5.wav, स स सलामा बगी बग़ीचे में घूमने गई गई। वह आम के एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलाम के को आम +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/83df5cd6-b20e-4a9c-ba54-9dec3699ffa6_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बह���त पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव के की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/83df5cd6-b20e-4a9c-ba54-9dec3699ffa6_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे है । आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही भी थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हो हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/83df5cd6-b20e-4a9c-ba54-9dec3699ffa6_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कोई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b6577b89-0c32-4f44-8b0c-03f032ffda7d_HI_S3_P_3.wav,नई के घर में गाई है। उसका रंग सफ़ेद है। गाई रही घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0a3ee4a6-94d8-4dd6-a801-7abb28284972_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8620cf21-5cce-4339-82d5-fdda9313e2b8_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने हमारे हमने उनको केले देखे दिए दिए । सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/deeec7b4-b2ab-4be1-a47f-abda7fbf9495_HI_S2_P_8.wav,"न नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नही आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/deeec7b4-b2ab-4be1-a47f-abda7fbf9495_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठ उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/135173a4-5315-49ec-a3e1-09f579d2b946_HI_S4_P_0.wav,हम सभी मसूरी घूमने गए। वहाँ हमने पानी का झरना देखा। झरना बहुत ऊँचा था। वहाँ हम सबसे सबने फोटो भी खींची। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/135173a4-5315-49ec-a3e1-09f579d2b946_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे गए थे। तभी मैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/135173a4-5315-49ec-a3e1-09f579d2b946_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादी दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a5d1942-0258-4614-9235-76f88b71d8d4_HI_S3_P_6.wav,"आज जादूगर आया है। साथ में एक छोटी लाया है। वह छोटी को गोल-गोल घुमाकर, जादू का खेल दिखा दिखाएगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a5d1942-0258-4614-9235-76f88b71d8d4_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और राकेश और रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के ब गी चे में धुस घुस घूमने गये। अचानक दोनों के दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तय तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेहरे की ओर लकड़ी फैंकी। नेवले डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और रमेश और यह देखकर खुश हो गये । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7cceabe5-3e65-4e08-b2f0-5895f6c361c2_HI_S4_P_3.wav,रात का समय था। सीता छत पर बैठी थी। आकाश में बहुत तारे थे। चाँद भी दिख रहा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7cceabe5-3e65-4e08-b2f0-5895f6c361c2_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7cceabe5-3e65-4e08-b2f0-5895f6c361c2_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जले��ी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a08182f-c2cc-4c90-8df4-cbacce7b2c03_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती थी l । नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a08182f-c2cc-4c90-8df4-cbacce7b2c03_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a08182f-c2cc-4c90-8df4-cbacce7b2c03_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2e1865d-bf21-4f07-81eb-345167f875f6_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मी मीठी है। स उ सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2e1865d-bf21-4f07-81eb-345167f875f6_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी लड़ खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। उसे तीनों जात-जात मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2e1865d-bf21-4f07-81eb-345167f875f6_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झी झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल प चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था वहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cfe578e6-f523-451f-9497-fd553739fc78_HI_S2_P_11.wav,र���पा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a690752-1679-4cc2-87c8-8ce79be0c724_HI_S1_P_11.wav,माँ ने गलवा बनाया। वह वह बहुत तीखा था। उस उने मोसी ने खाया। खाद के बाद वह खो । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/096ae544-2144-4271-952e-d2e4ee63d5d9_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/096ae544-2144-4271-952e-d2e4ee63d5d9_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/096ae544-2144-4271-952e-d2e4ee63d5d9_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखाई माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2f3464f0-9619-4d37-97c3-5934cc7c289d_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2f3464f0-9619-4d37-97c3-5934cc7c289d_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2f3464f0-9619-4d37-97c3-5934cc7c289d_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अ��नी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/38f00665-ce19-48b2-94a3-95d4c3935e9c_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/baa2eae2-059f-4517-8f42-03b3e2b877a3_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमे प्यारी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ceb25451-3009-4ea0-b75d-c941401c9393_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम लोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ceb25451-3009-4ea0-b75d-c941401c9393_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के नीचे से लाल परी नन्ने देखे देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ceb25451-3009-4ea0-b75d-c941401c9393_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नन्नी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पास की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e41033b3-29bc-4e9b-adfc-4246648354cf_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम ह। आपको गरमी लग रही है। लो लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। आ छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e41033b3-29bc-4e9b-adfc-4246648354cf_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर के कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ भी उगता था। वहाँ +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5df7a2c0-7223-4a11-9f44-98766954c54b_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलग पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोते हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5df7a2c0-7223-4a11-9f44-98766954c54b_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ हमे का एक पडे था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर यह सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसको हाथे में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/346769ab-a982-4a91-a1eb-45ae0be1ee80_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खा खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/346769ab-a982-4a91-a1eb-45ae0be1ee80_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भ भा भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। ब ब बह बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/73d38850-e089-4618-93c6-33dbf33b9292_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजार और जूता लाया। बाजार जाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/73d38850-e089-4618-93c6-33dbf33b9292_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत् पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की च चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/73d38850-e089-4618-93c6-33dbf33b9292_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब च चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/755dd607-2462-4ca1-8f05-00a580a0346b_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/755dd607-2462-4ca1-8f05-00a580a0346b_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बबे बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/755dd607-2462-4ca1-8f05-00a580a0346b_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमा��े ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उसे अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bee6ffc5-95ff-4968-836d-35a2617e74a7_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगते है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bee6ffc5-95ff-4968-836d-35a2617e74a7_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारा बच्चे खेल रहे थे। आसमान का बादल का बीच से लाल परी उन्हें देख रही था । फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथो खेलने लगा । बच्चा पारो को देखकर बहुत खुश है । शाम को परी ने बच्चों ने को कुछ खिलौन दिए। फिर लाल पर अपने परलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/188917e8-ad04-4fa4-94bf-cfb485918a56_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बरसा खाली खाली +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36d6430a-3168-4835-b48f-397f30dacfd3_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36d6430a-3168-4835-b48f-397f30dacfd3_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये है थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से से लटका लटका कर झोला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36d6430a-3168-4835-b48f-397f30dacfd3_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपन अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बग बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ceac4dc8-3878-46fa-85ab-e52f6f4a40a9_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले झूले झूले थे। मिठाई की दुकानो दुका��ें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ceac4dc8-3878-46fa-85ab-e52f6f4a40a9_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अफम बहुत नटखट था। एक दो एक दिन दोनों बाज़ार में घूमने घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े दे पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों में आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ceac4dc8-3878-46fa-85ab-e52f6f4a40a9_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी नानी आया माया को बाज़ार घुमाने गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिले मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झूले झूले झूले में रख लिया। थोड़ा आगे सामान खरीदा थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की दुकान एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया ने माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी छोटी बहन घर पर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर अम माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50e822d9-dd85-496a-b8dd-6d97d373f753_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50e822d9-dd85-496a-b8dd-6d97d373f753_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था।जो कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों को देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/59b5d547-e914-44cb-b9a4-4857646a20bc_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/59b5d547-e914-44cb-b9a4-4857646a20bc_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। वह जब भी उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने लड़की की कोशिश की उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55af09f2-b700-40b8-97f4-74bf1c08b998_HI_S1_P_13.wav,सोनम गान गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। ��सकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55af09f2-b700-40b8-97f4-74bf1c08b998_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4069d849-e89b-4636-bb15-68f8a66f796a_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी हो होती है, तभी मुझे निदी आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/491ac300-d6ad-4853-b6be-eab8906bccc6_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/491ac300-d6ad-4853-b6be-eab8906bccc6_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/491ac300-d6ad-4853-b6be-eab8906bccc6_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश हुई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55894ed0-cf11-4946-88c5-c431c9e2feca_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55894ed0-cf11-4946-88c5-c431c9e2feca_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55894ed0-cf11-4946-88c5-c431c9e2feca_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमान�� ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/abef6caa-cc5b-4cee-95f2-9b26c51e770d_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो प पलंग हैं। एक छ छोटा है, दूसरा बड़ा है। छ छोटे पर मैं सो सोत -" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53f83f16-0d61-4f99-9fb3-6918fb522efd_HI_S3_P_0.wav,बा जा र बाजार में सु ना र सुनार की दु का न दूकान है। सु ना र सुनार जे व र जेवर ब ना ता बनता है। जेवर चाँदी - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/821c934f-c19f-4e5e-8e0a-abd05ce7a8f8_HI_S4_P_5.wav,रीना को माला पसंद है। माला मोती से बनी हुई है। मोती बहुत रंगीन हैं। वह रोज़ उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/821c934f-c19f-4e5e-8e0a-abd05ce7a8f8_HI_S4_ST1_3.wav,नग़म नगम समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अ अ अमन ने रस्ते में प पकौड़े देख। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8b25ebb6-fc9a-4338-99fb-54d076591689_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3fbec402-2d8d-47ac-ab2e-93fcbb51d326_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह घ घरी घास खाती है। वह बहुत दुख देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3fbec402-2d8d-47ac-ab2e-93fcbb51d326_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत श शराती शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3fbec402-2d8d-47ac-ab2e-93fcbb51d326_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब महल चहल-महल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाने खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके ल��ए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4dde7862-14df-4b59-9f4c-814c7b06d395_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटकनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b6a50d7-c0f5-4a28-97a1-9f49f3c2520d_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b6a50d7-c0f5-4a28-97a1-9f49f3c2520d_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेले मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b6a50d7-c0f5-4a28-97a1-9f49f3c2520d_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसों समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/78e652da-83f5-4e6c-ae3f-fa6f5caca248_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाते है। हम सबसे आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c8ed5e97-b706-40f5-84d6-91c574f7e77c_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c8ed5e97-b706-40f5-84d6-91c574f7e77c_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c8ed5e97-b706-40f5-84d6-91c574f7e77c_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादा दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3265ed7-529c-4e10-bd3b-3e5ca1ec6dda_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेजी बर बारिश हो रही है। मोरा भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3265ed7-529c-4e10-bd3b-3e5ca1ec6dda_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उस उन्हें देख रही थी। फिर वह अ अ आसमान से नीचे उतर गयी आई और उसे उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/19a82964-5652-47f1-a3f1-dc70d3dca26d_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/19a82964-5652-47f1-a3f1-dc70d3dca26d_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/19a82964-5652-47f1-a3f1-dc70d3dca26d_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/702dd18c-d943-4e06-bbe4-82b005ded86c_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/30b3d35d-860e-4ed5-916b-82e2c623436a_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठी साथ लाए हैं। हम सब मिठी खाय��ंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1fa61399-f61a-461d-8ad2-73a4bf23a0c6_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पड़े हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f6fdc0a-e3d3-4307-8326-ae519eac4c78_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। स स सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f6fdc0a-e3d3-4307-8326-ae519eac4c78_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई श शहर हे श शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनत है मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल ब बहुत अच्छे अच्छी त तरह खेलने आते हैं। राजू उस दोनों उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ हो होना होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b65ffa0c-1515-4b17-a65f-d0e91262ceb6_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छा हैं। तेज़ बारथ हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देखने रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/29f4306a-5054-4877-92d6-6cd80a1e5a0e_HI_S3_P_2.wav,लाजो के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। लाजो उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/29f4306a-5054-4877-92d6-6cd80a1e5a0e_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/29f4306a-5054-4877-92d6-6cd80a1e5a0e_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ee8f02b-e73a-49dc-9fa5-804ca1520b09_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ee8f02b-e73a-49dc-9fa5-804ca1520b09_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल ���हे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ee8f02b-e73a-49dc-9fa5-804ca1520b09_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0fcc04f-623d-4bc6-b323-3490bc829019_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0fcc04f-623d-4bc6-b323-3490bc829019_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों में वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/670bf982-60e8-4998-bd65-26b8a8911bbf_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e1bde7d8-4327-4b74-824d-b5641180977d_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e1bde7d8-4327-4b74-824d-b5641180977d_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ca9a540-b5d3-4f5b-abe4-08da39ccb1cf_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम अप हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ca9a540-b5d3-4f5b-abe4-08da39ccb1cf_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत स��रे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बा बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ca9a540-b5d3-4f5b-abe4-08da39ccb1cf_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b3c4310-829d-41b9-90cb-f27e917280dd_HI_S2_P_6.wav,आज आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकान थी दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसके उसने जलेबी उसे जलेबी खड़ा खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b3c4310-829d-41b9-90cb-f27e917280dd_HI_S4_ST1_2.wav,राजा राजू राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़े भाई शहर में रहता थे है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ते है। वह बहुत मेहनत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसकी खेल बहुत अच्छी रहीं रहे --- --- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e59d029-1d8b-4b84-9115-5672c1a2e193_HI_S3_P_3.wav,नी नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e59d029-1d8b-4b84-9115-5672c1a2e193_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उस उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खेल खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e59d029-1d8b-4b84-9115-5672c1a2e193_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया के बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सबजईय सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई का एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत बहुत अ अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठा���याँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं रख लि की रख लि । माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b7493e76-a8d5-4504-bc77-305aa0e837bf_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b7493e76-a8d5-4504-bc77-305aa0e837bf_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b7493e76-a8d5-4504-bc77-305aa0e837bf_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf8a9530-a294-4199-b226-13edf690f542_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf8a9530-a294-4199-b226-13edf690f542_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते चोटी गीला छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf8a9530-a294-4199-b226-13edf690f542_HI_S4_ST2_0.wav,मधव अपनी ननी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी मध्व माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चल चहल-पहल थी और कुछ गोल कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/61e98aa3-fea0-4229-97b5-5bc2ddad2a30_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गा गा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a608cef8-f567-4b29-8d0a-2479d225c1be_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb0b3d03-d645-4679-a3e0-c811beedb85f_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cb0b3d03-d645-4679-a3e0-c811beedb85f_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उठ उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। यही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने ज जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e03c524b-c67f-407c-b103-7f08c36ac0a4_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e03c524b-c67f-407c-b103-7f08c36ac0a4_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/49b1ce9d-5fe1-42f3-95fc-7a7c21843b61_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/49b1ce9d-5fe1-42f3-95fc-7a7c21843b61_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/49b1ce9d-5fe1-42f3-95fc-7a7c21843b61_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे बगीचा घुमाने ले गए। बगीचा में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ef5a2c1a-fc35-42de-b984-0a210072a2bb_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार से बहुत दुकानें दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ef5a2c1a-fc35-42de-b984-0a210072a2bb_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने सोचने के बाद सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3b17daf6-5c5e-46d9-99ad-aa80cf7d0616_HI_S2_P_10.wav,गाँव में आलू बालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b946ad3-2760-46e5-8dff-81f6173dbe5c_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b946ad3-2760-46e5-8dff-81f6173dbe5c_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तलाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तलाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b946ad3-2760-46e5-8dff-81f6173dbe5c_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9e85c502-32d9-467f-a84a-b0fa4f39a4df_HI_S1_P_1.wav,हम सब धूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबसे केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9e85c502-32d9-467f-a84a-b0fa4f39a4df_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कोआ भी था। कोआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ एक तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bd736845-abcd-4a02-82e9-b3aade298158_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर गई रही थी। खेलने गई रात हो गई। में उसके घर ले आई। वह खाना गाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dbbe0da9-1d0c-4a0a-938a-f4b7b790bf8f_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमे उसमें पेरी का कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dbbe0da9-1d0c-4a0a-938a-f4b7b790bf8f_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तलाब में किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तलाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पे प त्थर पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dbbe0da9-1d0c-4a0a-938a-f4b7b790bf8f_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला धु घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ से सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने अपने झूले में रख लिया अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a91a060-602e-422c-a62f-6194020c60b4_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a91a060-602e-422c-a62f-6194020c60b4_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी गाव छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee3ee289-a9ea-45a6-977c-4ffd02fe1fd9_HI_S4_P_10.wav,माला एक माला का एक भाई है। भाई शहर में रहता है। वहां मिठाई लाता है। हम मज़े से खाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee3ee289-a9ea-45a6-977c-4ffd02fe1fd9_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में त��ह-तरह की दुकाने देखी। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आन +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85cc93e7-47ed-4a99-91bb-76b22c459761_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85cc93e7-47ed-4a99-91bb-76b22c459761_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बुडे बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85cc93e7-47ed-4a99-91bb-76b22c459761_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम के जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c15c3c3-9ff0-444d-9cbb-e40679e082d8_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसके गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e504441-63e8-42e8-a68a-feecceab40d9_HI_S2_P_8.wav,"नानी राजा नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e504441-63e8-42e8-a68a-feecceab40d9_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान बहुत से काले बादल छ छाते छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज छोला झूला झूलते हैं। बड़े भय्या के बड़े भैया एक मोटी सी रेसमी लकड़ी आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बना बनाया। सब ने मिलकर खोब झूला खूब झूला झूला झूला। बहुत सारो बच्चों बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से -" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6d38e378-e113-487e-8361-d014ec9a3d1a_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही है । खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6d38e378-e113-487e-8361-d014ec9a3d1a_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पा���े। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6d38e378-e113-487e-8361-d014ec9a3d1a_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को दलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी दलेबी खरीदी। केशव ने सारी दलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने दलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ea4b066-7c7b-477e-a9ab-830cfedebeab_HI_S3_P_4.wav, गोले गोले के पास एक बकरी है। उसका उसका रंग सफ़ेद है। वह घास खाती है। बकरी रोज़ दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ea4b066-7c7b-477e-a9ab-830cfedebeab_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आगे में केले का पेड़ है। उस पेड़ बहुत सार सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की स ब जी सब्ज़ी बनाते हैं। उस उसके प प पत्तो पत्तों पर खाना रख रखा ख रखते रखते हैं। केलों से चलने भी बन बन बनती है। केले की च ट चटनी घर में स ब को सबको अ छि अच्छी लगती है। मै मेरा भाई केले की चाट चाट बनाकर बनाकर खाता है। मैं जे जेरोज से ब सभी दूध के के साथ साथ केला खाते हूँ। इसे मुझे ता के ताकत मिलती है ताकत मिलती है । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2103cac7-0689-48a7-96de-44480cfa5c12_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता है हुआ सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/174e8280-e2a3-4c31-9089-934d99f32602_HI_S3_P_7.wav,सोनू बाग में खेल रहा था। वहाँ आम आम के बहुत पेड़ थे। सोनू ने एक आम तोड़ा। आम बहुत मीठा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/174e8280-e2a3-4c31-9089-934d99f32602_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी लड़की थी। उसे लंबी दौड़ लगाना आ अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/174e8280-e2a3-4c31-9089-934d99f32602_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील के में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। दोर थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की ब बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिल मिलकर माधव ने मिठाई खाई। म माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e73cb4d2-bdfe-4038-9ca5-76ded9becd3d_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की छोटी होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e73cb4d2-bdfe-4038-9ca5-76ded9becd3d_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e73cb4d2-bdfe-4038-9ca5-76ded9becd3d_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3560fa0b-6128-408f-b326-c7c7218418e5_HI_S3_P_7.wav,सोनू बाजार में खेल रहा था। वह वहाँ आज आम के ब बहुत पेड़ था थे थे। सोनू ने एक आम तोड़ा। आम ब बहुत मीठा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3560fa0b-6128-408f-b326-c7c7218418e5_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह ब बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को दे देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फल नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है है, पर वह कितनी मेहनत करते करती है। उसे देख कर देख कर लगता है कि मुझे भी कम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/79d10474-34d3-4067-8eb3-6c69b0a2207e_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/79d10474-34d3-4067-8eb3-6c69b0a2207e_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/79d10474-34d3-4067-8eb3-6c69b0a2207e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5d76215f-00b9-4f96-ba95-98ed542c8d02_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/68c27c48-fbe1-4290-8aeb-3d0a8e268055_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/68c27c48-fbe1-4290-8aeb-3d0a8e268055_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमनके चूहे को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह सब आराम से दुकान चलाते थे +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/68c27c48-fbe1-4290-8aeb-3d0a8e268055_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह से घूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें सी समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रखा रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80415437-07bd-4843-82b1-dce3eea1d2b3_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80415437-07bd-4843-82b1-dce3eea1d2b3_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी ��े नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80415437-07bd-4843-82b1-dce3eea1d2b3_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8a24910b-0fcc-4c59-96fe-72c001649eec_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c02647f4-2e66-491d-b365-6ca3298a3731_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c02647f4-2e66-491d-b365-6ca3298a3731_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व चाली बचाते। घर जाकर सबको कौए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c02647f4-2e66-491d-b365-6ca3298a3731_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। घोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखा दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रखा रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे कहा खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e1319ad0-3f0c-4e85-b4a1-eca7746b1c64_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e1319ad0-3f0c-4e85-b4a1-eca7746b1c64_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मो मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e1319ad0-3f0c-4e85-b4a1-eca7746b1c64_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी धावा माधव को झी झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने ने उसके लिए कई सारी मिठाई खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झो झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c33dfd74-2c62-41f9-aa11-959aa1211378_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c33dfd74-2c62-41f9-aa11-959aa1211378_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c33dfd74-2c62-41f9-aa11-959aa1211378_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/43b4940d-4af1-492e-9797-fdcd96a13ced_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e5fea9b2-eb30-460b-b06c-66075366959b_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e5fea9b2-eb30-460b-b06c-66075366959b_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई आई। बकरी एक डो डोरी और बेढक एक कटो ठोखरी टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़ान टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अ���ानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e5fea9b2-eb30-460b-b06c-66075366959b_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में ग नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोडा थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1f057e34-7648-4d07-9e47-2b0f2e78c937_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भू गांव में एक भालू वाला आया। उसके भालू का नाच दिखाया। सबको लोगों मंजा आया मज़ा आया। सबने थाली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/370f37d5-7832-4105-9b1c-ff4b43a04bc5_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/370f37d5-7832-4105-9b1c-ff4b43a04bc5_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घर घरों से बाहर निकल निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/370f37d5-7832-4105-9b1c-ff4b43a04bc5_HI_S3_ST2_0.wav,केशव केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को ब गी चा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उस उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव न‌ ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीरख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/41c3be69-f119-41b3-93be-6c1a1895995c_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियां मछलियाँ हैं। रानी उ न को दाना देती है। वह सब मजे वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/41c3be69-f119-41b3-93be-6c1a1895995c_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के कि नाक्षरे बहुत से कुछए रह ते थे। लड़के ता ला ब के किनारे जाते और कुछओं को दे ख ते। कभी कुछए चलते तो कभी हाथ-पैर अ द र कर लेते, जैसे कोई प त्थ र हों। लड़के यह देख कर खूब ज़ोर से हँसते व ता ली ब जा ते। घर जाकर सबको कुछए की कहा नी सुना ते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c422215-93d7-44eb-bb72-eb28e66f5725_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है।वह काफी पुरानी है उसमें पानी भर जाता है। इससे जब इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c422215-93d7-44eb-bb72-eb28e66f5725_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उनकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी ड र डरकर भा ग भाग गया। सब सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c422215-93d7-44eb-bb72-eb28e66f5725_HI_S1_ST2_0.wav,मा माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा स मा न सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उ न्हें उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया ब हो त बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5af8c2ea-98c2-410e-a58f-594b0120b106_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आ आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़ कर खाते हैं। आम की च ट नी भी बनाती है। आम हम सबको आम अच्छे लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b6deaf1-86b2-46ba-a64a-d791d1bfa5dc_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b6deaf1-86b2-46ba-a64a-d791d1bfa5dc_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने का को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b6deaf1-86b2-46ba-a64a-d791d1bfa5dc_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा ��गे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4e0009ec-574a-4112-a379-8ec72e60d70a_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का का शरबत पी रहे हैं। और छाता ले ए खो खोल खोल खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4e0009ec-574a-4112-a379-8ec72e60d70a_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चली और मेंढक ने आकाश में मे उड़ता उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा अ गुब्बारा ले आया । बकरी ए एक ब बह डोरी अ और मेंढक एक टोकरी ले आया। ए तीनों ने मिलकर उ उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों बे उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फूट नै फट गया। सभी जमीन पर आ गिर गय गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4e0009ec-574a-4112-a379-8ec72e60d70a_HI_S3_ST2_0.wav,के के केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को ब बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कोई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने इ उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने खो खोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खा। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8bb80ea4-a453-422c-9210-4da2cf72707e_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8bb80ea4-a453-422c-9210-4da2cf72707e_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8bb80ea4-a453-422c-9210-4da2cf72707e_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bfddab27-b560-42ee-acce-c840fdf9b832_HI_S1_P_11.wav,माँ ने - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/861eb74c-fc7e-4e3d-a7fa-6dfaac54fd02_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर होते खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/861eb74c-fc7e-4e3d-a7fa-6dfaac54fd02_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आस आसमान में बादलों के बीच मे बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह वह आसमान मे से नीचे उतर आई उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दि दिए। फिर लाल परी अपने परिलोग परीलोक वापस वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/861eb74c-fc7e-4e3d-a7fa-6dfaac54fd02_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। पानी नानी ने बहुत सारा सा सामान खरीदा और अपने अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने सबसे उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0fc3c6e0-c653-42e5-8f81-4b3a6aa80e16_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती थी रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से खा खा दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0fc3c6e0-c653-42e5-8f81-4b3a6aa80e16_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही है थी। गाँव में सभी जंगल जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के सु रु +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dc495fdb-64fc-4cda-8d21-7a0cc08cae9c_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dc495fdb-64fc-4cda-8d21-7a0cc08cae9c_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली क्क्ड ने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिचड़ी खिचड़ी के खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dc495fdb-64fc-4cda-8d21-7a0cc08cae9c_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उस उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eded186a-95ca-4f27-befa-5da4d0647517_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eded186a-95ca-4f27-befa-5da4d0647517_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झु झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेले खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eded186a-95ca-4f27-befa-5da4d0647517_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसको पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f9489f6e-1926-46e5-a629-0a692ce30a99_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f9489f6e-1926-46e5-a629-0a692ce30a99_HI_S2_ST1_5.wav,सलमान बग़ीचे में घूमने गई। सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f9489f6e-1926-46e5-a629-0a692ce30a99_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादी जी दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी आनेक आनेक केशव उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/250283b9-9a2f-4d0a-8b50-01076f618d4b_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खुश पानी पानी बरस रहा है।खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/250283b9-9a2f-4d0a-8b50-01076f618d4b_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/250283b9-9a2f-4d0a-8b50-01076f618d4b_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9108f94b-0374-42a3-a32a-85ab1cf2cbf1_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। बो सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9108f94b-0374-42a3-a32a-85ab1cf2cbf1_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। चलाते थे दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9108f94b-0374-42a3-a32a-85ab1cf2cbf1_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/18121381-1c80-471a-a104-20fdbb4a16a4_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1ebc6d26-61a6-48fb-bea3-af578f0d9541_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4aa19c68-ba20-4a61-ba51-2a30298c1d16_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देखकर +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4aa19c68-ba20-4a61-ba51-2a30298c1d16_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4aa19c68-ba20-4a61-ba51-2a30298c1d16_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93bde62e-cd62-4f04-abe7-0982761598fd_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93bde62e-cd62-4f04-abe7-0982761598fd_HI_S2_ST1_5.wav,सलम बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलम के आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाली पर था। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वहां एक साड़ी लेकर आई। अब आसान से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93bde62e-cd62-4f04-abe7-0982761598fd_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दीदी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दीदी के साथ सैर लगाई। थोडी आगे जाने पर उन्होंने समोसे की एक दुकान देखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर में था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2938432f-d848-4e71-90c0-92072baf5f7c_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2938432f-d848-4e71-90c0-92072baf5f7c_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2938432f-d848-4e71-90c0-92072baf5f7c_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac2122cb-b567-434f-bc74-1c9288f4c6d4_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac2122cb-b567-434f-bc74-1c9288f4c6d4_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac2122cb-b567-434f-bc74-1c9288f4c6d4_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक ��िन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। और बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d5bd7399-fd5d-43d4-9f9c-bc0980a75f43_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d5bd7399-fd5d-43d4-9f9c-bc0980a75f43_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d5bd7399-fd5d-43d4-9f9c-bc0980a75f43_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4f58fa52-199f-4050-a04e-507dd86ccb27_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4f58fa52-199f-4050-a04e-507dd86ccb27_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4f58fa52-199f-4050-a04e-507dd86ccb27_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में र��� लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ ली भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4185ab62-8478-424b-b839-793d6a277d43_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4185ab62-8478-424b-b839-793d6a277d43_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे। इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4185ab62-8478-424b-b839-793d6a277d43_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/59b0177d-f9f2-4fc0-a8f5-8da62097e629_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/59b0177d-f9f2-4fc0-a8f5-8da62097e629_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/59b0177d-f9f2-4fc0-a8f5-8da62097e629_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झ��ले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69a73af3-d65a-4e6f-bab1-41f489ffda2b_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69a73af3-d65a-4e6f-bab1-41f489ffda2b_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69a73af3-d65a-4e6f-bab1-41f489ffda2b_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/71877f67-d1f8-4737-8ccf-023283860716_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/71877f67-d1f8-4737-8ccf-023283860716_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/71877f67-d1f8-4737-8ccf-023283860716_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9f43b40c-a591-4eed-98ff-c4f5b1d7ae7a_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9f43b40c-a591-4eed-98ff-c4f5b1d7ae7a_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9f43b40c-a591-4eed-98ff-c4f5b1d7ae7a_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac072f74-4eac-458d-aab1-52cfcf4b716a_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac072f74-4eac-458d-aab1-52cfcf4b716a_HI_S3_ST1_2.wav,सावन का महीना था । आसमान में बहुत काले-काले बादल छाए थे । ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी । मुझे झूला झूलने का मन किया । बडे़ भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर बाहर आए । भैया ने रस्सी को पेड़ से लटकाकर झूला बनाया । सब ने मिलकर खूब झूला झूला । बाकी बच्चे भी आकर मज़े से झूलने लगे । झूलते-झूलते रात हो गई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b41bc2b8-bc48-425b-951d-9963573ab8b7_HI_S3_P_8.wav,मीना पढ़ने जाती है। राजू भी साथ जाता है। दोनों शाम को लौटकर आते हैं। घर आकर खाना खाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b41bc2b8-bc48-425b-951d-9963573ab8b7_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b41bc2b8-bc48-425b-951d-9963573ab8b7_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dca7f193-051e-4144-9ae5-59c3875d6aa8_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dca7f193-051e-4144-9ae5-59c3875d6aa8_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a40e5b2-6b59-41e0-a795-66ab09957ab9_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a40e5b2-6b59-41e0-a795-66ab09957ab9_HI_S3_ST1_2.wav,सावन का महीना था । आसमान में बहुत काले-काले बादल छाए थे । ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी । मुझे झूला झूलने का मन किया । बडे़ भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर बाहर आए । भैया ने रस्सी को पेड़ से लटकाकर झूला बनाया । सब ने मिलकर खूब झूला झूला । बाकी बच्चे भी आकर मज़े से झूलने लगे । झूलते-झूलते रात हो गई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a40e5b2-6b59-41e0-a795-66ab09957ab9_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8760f3cc-6b49-4180-9b26-4ecd0a4530fc_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8760f3cc-6b49-4180-9b26-4ecd0a4530fc_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं��� मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8760f3cc-6b49-4180-9b26-4ecd0a4530fc_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a4e3b540-23f0-442d-86d2-dd83f114e2ab_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/66ca4ac5-d2bd-47c8-aab7-d5fa53ec9178_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7237ec8c-65a0-4c1f-9660-702f520c0c68_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7237ec8c-65a0-4c1f-9660-702f520c0c68_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे। इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df95ba68-db21-466c-a8d0-e539dd31fc2d_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/996704cb-f222-4058-8868-545e36f3db07_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/996704cb-f222-4058-8868-545e36f3db07_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था । उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था । उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता था । वह खूब मेहनत करता था । उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी । उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था । वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/854af8df-b1c0-4c71-ad9c-0c0fdc6b5084_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/854af8df-b1c0-4c71-ad9c-0c0fdc6b5084_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/854af8df-b1c0-4c71-ad9c-0c0fdc6b5084_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d191f90-b27c-4ccd-a5cd-fe2219d5b470_HI_S4_P_2.wav,शेर जंगल का राजा है। वह मांस खाता है। शेर गुफा में रहता है। सब उससे डरते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d191f90-b27c-4ccd-a5cd-fe2219d5b470_HI_S3_ST1_2.wav,सावन का महीना था । आसमान में बहुत काले-काले बादल छाए थे । ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी । मुझे झूला झूलने का मन किया । बडे़ भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर बाहर आए । भैया ने रस्सी को पेड़ से लटकाकर झूला बनाया । सब ने मिलकर खूब झूला झूला । बाकी बच्चे भी आकर मज़े से झूलने लगे । झूलते-झूलते रात हो गई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d191f90-b27c-4ccd-a5cd-fe2219d5b470_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a587208f-7350-4ff8-820d-1c8115d737b6_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a587208f-7350-4ff8-820d-1c8115d737b6_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a587208f-7350-4ff8-820d-1c8115d737b6_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e02bde20-1a4e-4233-a19c-0a2680bb9ed1_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e02bde20-1a4e-4233-a19c-0a2680bb9ed1_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक कटोरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़ने उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर गिर गया ।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/22511dd1-090d-4dfa-b7db-41628bf9b47f_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/22511dd1-090d-4dfa-b7db-41628bf9b47f_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्रा थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/22511dd1-090d-4dfa-b7db-41628bf9b47f_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2b8b3e81-904e-437a-a687-2e16302a4433_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2b8b3e81-904e-437a-a687-2e16302a4433_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2b8b3e81-904e-437a-a687-2e16302a4433_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7f4d7968-6086-4598-b757-15f004ef8896_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7f4d7968-6086-4598-b757-15f004ef8896_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश से रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7f4d7968-6086-4598-b757-15f004ef8896_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव के झील देखें ले गई। वहाँ खूब चल-पल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मि���कर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2c48702-420d-4026-821f-2c6bfab393bd_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2c48702-420d-4026-821f-2c6bfab393bd_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2c48702-420d-4026-821f-2c6bfab393bd_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/145e22ba-4074-4200-bcc2-8f6951565e14_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/145e22ba-4074-4200-bcc2-8f6951565e14_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aab74cd4-b21d-4030-a994-2088267719ee_HI_S3_P_4.wav,गोलू के पास एक बकरी है। उसका रंग सफ़ेद है। वह घास खाती है। बकरी रोज़ दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aab74cd4-b21d-4030-a994-2088267719ee_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36323556-5c5e-4f5a-a2b2-d5e779919a30_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36323556-5c5e-4f5a-a2b2-d5e779919a30_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ec81c75a-8bdc-4cc9-93ff-9ecb970436df_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ec81c75a-8bdc-4cc9-93ff-9ecb970436df_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6fd28b8-eb37-47fd-8522-23bd712dd144_HI_S3_P_5.wav,सोना के पास एक गेंद है। गेंद का रंग लाल है। वह गेंद से खेलती है। उसे खेलकर मज़ा आता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6fd28b8-eb37-47fd-8522-23bd712dd144_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e6fd28b8-eb37-47fd-8522-23bd712dd144_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/334d462f-df67-420c-aad9-083b6419cf16_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4471d53e-712d-4556-a9e4-14b3a15db699_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4471d53e-712d-4556-a9e4-14b3a15db699_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4471d53e-712d-4556-a9e4-14b3a15db699_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4296f464-9ed1-4be9-a6a7-07069ade1103_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f44c4e8f-f0a0-405c-a33d-9d4511debdaf_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजा बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f44c4e8f-f0a0-405c-a33d-9d4511debdaf_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10120957-2c0e-4aa8-af4b-3df449ac776a_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10120957-2c0e-4aa8-af4b-3df449ac776a_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10120957-2c0e-4aa8-af4b-3df449ac776a_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा ब��ीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2df25624-da3d-4814-aa74-fe07c6aa3912_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2df25624-da3d-4814-aa74-fe07c6aa3912_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बबबबब बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसकाभ भाई गाँव के पास के विद्लाय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ece80c4-2289-4862-aee6-1f3262503b05_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाया है। तेज़ बारिश हो रही है। मर मोर भी नाच रहा है। बस नाच देख रही हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f5ea1c44-12da-48e7-98ad-416d8fbf7390_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f5ea1c44-12da-48e7-98ad-416d8fbf7390_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f5ea1c44-12da-48e7-98ad-416d8fbf7390_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2588cdd6-1c2e-4c0f-b5c4-fce1c00728c8_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमते है वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2588cdd6-1c2e-4c0f-b5c4-fce1c00728c8_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे ���च्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2588cdd6-1c2e-4c0f-b5c4-fce1c00728c8_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान देखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उनके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/16acefb2-1770-4941-b7a2-cdaa847162dd_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/16acefb2-1770-4941-b7a2-cdaa847162dd_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0fc55b9-a545-4a4b-b225-78283d2e726d_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखा देखे। हमने उन उनको लेके केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7db4c305-48b2-42a1-969b-b4837d71033c_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7db4c305-48b2-42a1-969b-b4837d71033c_HI_S1_ST1_3.wav,बहु बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में स सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रु रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7db4c305-48b2-42a1-969b-b4837d71033c_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास ए�� बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। छो थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उस उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर आई थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने पीडी मिठाई खाई। माधव बहुत खुश खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91cf301a-3fc8-4055-894f-9006993afcfb_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें पू परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानीसुना सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91cf301a-3fc8-4055-894f-9006993afcfb_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता है उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसकी लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91cf301a-3fc8-4055-894f-9006993afcfb_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख दिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। उसकी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ea042fc2-0fb0-483b-9215-b550bc7848cc_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d5232f7-54f8-4474-bce3-33d445a97d9f_HI_S1_P_8.wav,नाही जब घर आता है हमारे लिए मिठाई लाते है। मैं नानी से साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7c0f4858-3a1b-4673-b4e3-3224023bd160_HI_S2_P_1.wav,"में घर में मेरे घर में दो पगल हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7c0f4858-3a1b-4673-b4e3-3224023bd160_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। ल लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/86129bdb-d7cc-488e-9d5a-a781fe701e74_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/86129bdb-d7cc-488e-9d5a-a781fe701e74_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/86129bdb-d7cc-488e-9d5a-a781fe701e74_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aba2adc1-be3c-44ec-9660-0e1a3004f397_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aba2adc1-be3c-44ec-9660-0e1a3004f397_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aba2adc1-be3c-44ec-9660-0e1a3004f397_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4eb50e0c-3432-4a9d-9fe5-8ab025a700d7_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4eb50e0c-3432-4a9d-9fe5-8ab025a700d7_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हके मेले में तरह-तरह की दुकाने लिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बुक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँझे में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करते लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85bc11d8-455e-46ac-bc5b-bf40e06a1af5_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85bc11d8-455e-46ac-bc5b-bf40e06a1af5_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छो छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुश खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85bc11d8-455e-46ac-bc5b-bf40e06a1af5_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगा सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरी खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/943ebef4-e0e1-4945-bbbb-1123fd88dc24_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/943ebef4-e0e1-4945-bbbb-1123fd88dc24_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/35ac0eab-4f85-43da-8ebc-82596a187f66_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/35ac0eab-4f85-43da-8ebc-82596a187f66_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया ���ाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/35ac0eab-4f85-43da-8ebc-82596a187f66_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/58f59a94-e9bc-4e7b-806c-32fd6377ca58_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उसको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/58f59a94-e9bc-4e7b-806c-32fd6377ca58_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कुछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/58f59a94-e9bc-4e7b-806c-32fd6377ca58_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादीजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियो अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बेटी घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c89ee0a-0bea-4c67-8863-fb030caa21ea_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c89ee0a-0bea-4c67-8863-fb030caa21ea_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1b10811-df47-4946-961b-077ad1592caf_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1b10811-df47-4946-961b-077ad1592caf_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0d759f51-fee1-4846-99fc-3d5441bc4c95_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0d759f51-fee1-4846-99fc-3d5441bc4c95_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़ी तालाब के किनारे बहुत से किछुए रहता थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं के देखते। भर कछुए चलाते थे कभी हाथ-पर अदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8362e6d8-0f7b-4766-90fa-27e71e79747a_HI_S1_P_1.wav,हम सब धूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हम उनको केले दिए। सब केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8362e6d8-0f7b-4766-90fa-27e71e79747a_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8362e6d8-0f7b-4766-90fa-27e71e79747a_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिस पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6534f6d5-0acf-44e3-a1d1-8ea21cc5e17a_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6534f6d5-0acf-44e3-a1d1-8ea21cc5e17a_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का ए�� पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6534f6d5-0acf-44e3-a1d1-8ea21cc5e17a_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाने बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया की मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f10ce39c-d070-4b44-aef2-ff0910fde4a8_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f10ce39c-d070-4b44-aef2-ff0910fde4a8_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f10ce39c-d070-4b44-aef2-ff0910fde4a8_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5d35e7ce-156d-473c-bb71-f05cd0816e00_HI_S1_P_7.wav,मेरे - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0f1ec0a-da12-4fcf-9c4f-ee005b16048a_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/213d2c8c-8799-432f-99ce-9f435f0fb54b_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/213d2c8c-8799-432f-99ce-9f435f0fb54b_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/213d2c8c-8799-432f-99ce-9f435f0fb54b_HI_S4_ST2_0.wav,मानव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी मानव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील की नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। मानव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। मानव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। मानव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मानव ने मिठाई खाई। मानव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/de966f8f-82b3-45e9-9138-83071b439f4b_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06651a18-f9c5-4e8f-90b3-23b1a250af37_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06651a18-f9c5-4e8f-90b3-23b1a250af37_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06651a18-f9c5-4e8f-90b3-23b1a250af37_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/436f900c-0e6f-427b-a05d-3825d633e6e2_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/436f900c-0e6f-427b-a05d-3825d633e6e2_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/436f900c-0e6f-427b-a05d-3825d633e6e2_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/660d847a-8432-4855-aec2-6f79ee4a8430_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/660d847a-8432-4855-aec2-6f79ee4a8430_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्रा थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/660d847a-8432-4855-aec2-6f79ee4a8430_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। जल्दी ने उसको उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2e61d265-021f-4c6c-bf4a-ca9b9d4dac07_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1d49a7fd-3fdf-4fb3-9144-880bd7f630ab_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेर��� भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1d49a7fd-3fdf-4fb3-9144-880bd7f630ab_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aebb79c6-1cb1-4ab9-a577-6b144e5122a9_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aebb79c6-1cb1-4ab9-a577-6b144e5122a9_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aebb79c6-1cb1-4ab9-a577-6b144e5122a9_HI_S3_ST2_0.wav,केवल अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केवल को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केवल भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब सब घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केवल को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केवल ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केवल की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केवल ने जलेबी खाई। केवल बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8a2006e9-bcd2-4375-93dd-7a37e58d197a_HI_S2_P_7.wav,मेरे पापा के मेरे पापा के साथ बाज़ार गया। बाज बाजा बाजरा और जूते चप्पल लाया। बाजा बजारकर गीता गाऊँगा। जूते पहनकर घू घू। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4be4a6e4-a052-45a8-9bd3-9d47f04fba6d_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4be4a6e4-a052-45a8-9bd3-9d47f04fba6d_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अच अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cebb69f7-fa6f-41f0-85da-40d7b39bdf0f_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। बहुत वह बहुत बोलता है। सब को हँ���ाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cebb69f7-fa6f-41f0-85da-40d7b39bdf0f_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cebb69f7-fa6f-41f0-85da-40d7b39bdf0f_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14c7a455-d5a5-4f31-a6b4-293dfe75e849_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14c7a455-d5a5-4f31-a6b4-293dfe75e849_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीन रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74c6e96b-4efe-43c5-bdfd-4845bc06d07b_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74c6e96b-4efe-43c5-bdfd-4845bc06d07b_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/74c6e96b-4efe-43c5-bdfd-4845bc06d07b_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जले��ी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24d4c7be-65f4-45e3-be3b-7a77768d0155_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24d4c7be-65f4-45e3-be3b-7a77768d0155_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ आया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24d4c7be-65f4-45e3-be3b-7a77768d0155_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव की को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/582e0bee-9fd2-49cf-8e0d-f784d8f7d2fb_HI_S1_P_0.wav,हमारे माग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5a1e483a-daf4-46da-84cd-72cc703212b5_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वहाँ बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5a1e483a-daf4-46da-84cd-72cc703212b5_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5a1e483a-daf4-46da-84cd-72cc703212b5_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी दादाजी के साथ रहथ था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा बगीचा घुमाने ले गई। बगीचे में कहीं बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गई। शाम को जब वे घर लौट रही थी लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबीयाँ खाना ब���ुत पसंद था। दादीजी ने उसके लिए खुश खूब सारी जलेबीयाँ खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबीयाँ खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f53088c6-3999-42a0-b331-b5c054c1075d_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f53088c6-3999-42a0-b331-b5c054c1075d_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आयी। कनक परेशान थी कि इतनी छोटी गिलहरी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी खुशी से कुद-कुद करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67add7e7-2297-4498-b0ce-b3283fab507e_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67add7e7-2297-4498-b0ce-b3283fab507e_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचकर अजगर उसके चींटी को देखा। चीटी चींटी पेड़ पर चढ़ रहा था रही थी और फिर नीचे उपर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c372dc25-ab3c-4571-92c4-89c76441acc1_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c372dc25-ab3c-4571-92c4-89c76441acc1_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c372dc25-ab3c-4571-92c4-89c76441acc1_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eee37a38-4756-48be-b41f-fef0cf458596_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eee37a38-4756-48be-b41f-fef0cf458596_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश म महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eee37a38-4756-48be-b41f-fef0cf458596_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/abfb07b5-bd40-4f2f-95be-0e40ffa9dc80_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थ थक गए हैं। खाना ख खाकर स सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9f5fea32-f96e-4d38-96da-63c88fe04186_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9f5fea32-f96e-4d38-96da-63c88fe04186_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9f5fea32-f96e-4d38-96da-63c88fe04186_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0e1623cd-5551-474d-a219-47f623eb4b7c_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उस सस उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबके यहाँ कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0e1623cd-5551-474d-a219-47f623eb4b7c_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रा म पुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्हों ने उन्होंने गाँव के लोगों को बू बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचे बनाया जाए। खाद मांगकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर सही सही समय पर पानी दिया गया। वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72c5b65a-1935-4fb1-9f73-65e59661a0ed_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है ह हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे क ह नि कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72c5b65a-1935-4fb1-9f73-65e59661a0ed_HI_S2_ST1_3.wav,राजेश और महश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने बहू साँप और नेवली को लड़ते हुये देखा। उन्ने लड़ाई रोकने के लिये एक जारिखा निकाल। महेश ने जल्दी से जल्दी से नेवल की ओर लड़की फैंकी। नेवल डर गया भाग भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देख देख कर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bc62b1f2-aa45-47ab-8179-7af8c1660ca9_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबके केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32d1a5c8-3693-41b9-a879-89cce0033617_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32d1a5c8-3693-41b9-a879-89cce0033617_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32d1a5c8-3693-41b9-a879-89cce0033617_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32e95509-b156-42c8-bcc1-9bee9f3dec19_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32e95509-b156-42c8-bcc1-9bee9f3dec19_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32e95509-b156-42c8-bcc1-9bee9f3dec19_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/407b3573-9380-4839-87d1-075ab28e1bad_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह - सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/407b3573-9380-4839-87d1-075ab28e1bad_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4f80318d-17a9-48b2-96ae-54664de60409_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ae066c9-0a5b-4046-936e-99c0aab26c56_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91a99930-e9fb-44b3-aec6-afa0f549e376_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए मिठाई साथ लाए हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी पूछेंगे । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91a99930-e9fb-44b3-aec6-afa0f549e376_HI_S2_ST1_4.wav,रायपुर में कुछ ज़मीन ख़��ली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सामने सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगमंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91a99930-e9fb-44b3-aec6-afa0f549e376_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्होंने मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोली में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b0e6fb8b-b391-4dc9-9afa-ddffd0d97252_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेलरी चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेलवरी पहचानने पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fc7325d9-7b3b-47df-9475-7cc5c26b94d1_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fc7325d9-7b3b-47df-9475-7cc5c26b94d1_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fc7325d9-7b3b-47df-9475-7cc5c26b94d1_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8f658aa-7feb-4179-8b59-986a8ef39f58_HI_S1_P_12.wav,का का काले बादल चाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मेरे भी नाच रहा है। सब चा चा नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8f658aa-7feb-4179-8b59-986a8ef39f58_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से प छी पक्षी रहते थे। उ न में उनमें एक बूढ़ा कौला कौला कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुडा जुडा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक येजना योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बचपन बच्चों व अडों की देखभाल की कीजिए। हम आपके लिए भोजन ला यें गेलायेंगे।’’ इस इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मि ल ने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c01104a-09e3-4003-8aa7-ef1376b296fc_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किरा किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनके उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c01104a-09e3-4003-8aa7-ef1376b296fc_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c01104a-09e3-4003-8aa7-ef1376b296fc_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग जिल में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिटाई वाला आया। माधव को मिटाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिटाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिटाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मिलकर माधव ने मिटाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/628a1b33-e10b-44cd-a40f-3a26ee359d2c_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/628a1b33-e10b-44cd-a40f-3a26ee359d2c_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/628a1b33-e10b-44cd-a40f-3a26ee359d2c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दीदी के साथ रहती थी। एक दिन दीदी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई सैर लगाई। थोड़ी थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7db06371-c479-4fd5-9794-3014759dd596_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7db06371-c479-4fd5-9794-3014759dd596_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते है । दिन भर सब ठीक रखता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7db06371-c479-4fd5-9794-3014759dd596_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहा बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1afa87e-3c33-4b64-9d83-87861492bd87_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1afa87e-3c33-4b64-9d83-87861492bd87_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। गद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1afa87e-3c33-4b64-9d83-87861492bd87_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के चूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने - - - - उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें ���पने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7ac7e7d-e192-43a9-acef-998237154453_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7ac7e7d-e192-43a9-acef-998237154453_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7ac7e7d-e192-43a9-acef-998237154453_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/481c806f-918c-4218-8023-6767eef640db_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/481c806f-918c-4218-8023-6767eef640db_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/481c806f-918c-4218-8023-6767eef640db_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5a0b167f-ae67-4d11-a890-89b10ecf4389_HI_S3_P_6.wav,"आज जादूगर आया है। साथ में एक छड़ी लाया है। वह छड़ी को गोल-गोल ���ुमाकर, जादू का खेल दिखा" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5a0b167f-ae67-4d11-a890-89b10ecf4389_HI_S2_ST1_0.wav,एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5a0b167f-ae67-4d11-a890-89b10ecf4389_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमा घुमा ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग रंगी सब्जियाँ और फली मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने छो छोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिटाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/821b7a23-cca6-4f0c-872d-4c4b8fd0e96c_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाजरा बाजार गया। बाजा और जूता आया । बाजा बजाकर गीत गाओ । जूता पहनकर घूमने गया । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9495953e-9df2-461f-8276-0d1a4ca19b77_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सपने दानीबजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b27bea27-0985-429f-b2f7-aa02e2d07190_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b27bea27-0985-429f-b2f7-aa02e2d07190_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी गदा पानी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकल निकलकर खेलने +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b27bea27-0985-429f-b2f7-aa02e2d07190_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मिला मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। दोड़ा आया जाने पर वहं समोसे की - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95e05b5f-d90e-4e9d-8b44-c9323ab65737_HI_S1_P_11.wav,माँ ने कहवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने कहा। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95e05b5f-d90e-4e9d-8b44-c9323ab65737_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहु बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बाहालों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर गयी और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चों पर को देखकर बहुत खुश हुई। शाम को परी ने बच्चों को कुछ लिखने दिए। फिर लाल परी अपनी परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95e05b5f-d90e-4e9d-8b44-c9323ab65737_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-रंगी सब्जियाँ और फूल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपना झोले में रख दिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठा खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसे सद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीद। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b696beb-fa56-46b8-99f2-e12b84a5290b_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b696beb-fa56-46b8-99f2-e12b84a5290b_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b696beb-fa56-46b8-99f2-e12b84a5290b_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अप अप अपने दादाजी के साथ रहता है रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी के पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव की जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ec0d36d-239d-442d-b4b4-811b7fa4b274_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ec0d36d-239d-442d-b4b4-811b7fa4b274_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल पुरी उन्हें देख रही थी लाल परी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ec0d36d-239d-442d-b4b4-811b7fa4b274_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्��ियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रखा रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/118b77fd-33cc-4290-b005-acf8c02b1f5e_HI_S1_P_13.wav,सोनम सोनम गाना गाती है। उसे गान अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मी ठी मीठी है। सब उसे पसंद पसंद करते हैं करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/118b77fd-33cc-4290-b005-acf8c02b1f5e_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिशा बारिशा हो र ही रही थी। गाँवों में सभी जगह जन्दा पानी भर गया था। सभी बारिश बारिश के रुकने की राह राह देख देख रहे थे। - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b204f1d3-d4a9-4cab-81d1-2049ea86394f_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b204f1d3-d4a9-4cab-81d1-2049ea86394f_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई वह उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b204f1d3-d4a9-4cab-81d1-2049ea86394f_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत सी दुकान दिखी माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयों मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a78fcc9b-6955-4b63-ad7c-e35078b49c80_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a78fcc9b-6955-4b63-ad7c-e35078b49c80_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ का पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊ���र की डाल पर थे। सलमा के हाथ ऊपर की डाल पर थे आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। जब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने भूख खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a78fcc9b-6955-4b63-ad7c-e35078b49c80_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के आस पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई । - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf0b16a7-c635-429e-9537-c07b59034153_HI_S2_P_1.wav,"मिरे मीरे मेरे मेरे घर घर में दो दो पलंग पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा दूसरा बड़ा है। छोटी पर मैं सोता सोता हूँ। बड़े वाले वाले पर मेरा भाई सोता ।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf0b16a7-c635-429e-9537-c07b59034153_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी दिनभर बकरी, चील और और मेंढक मेंढक ने आकाश आकाश में उड़ने उड़ने की । - - - - - -" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c32a815d-ab98-4c0e-9e61-faee4f83784e_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना गाना अच्छा लगता है। उसकी उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c32a815d-ab98-4c0e-9e61-faee4f83784e_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन एक छोटी भाई छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहुत बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। दौड़ लगाता लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-करती करने थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c32a815d-ab98-4c0e-9e61-faee4f83784e_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। दौड़ आगे जाने पर उन्होंने मिठाई की एक बड़ी सी दुकान देखि। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a1792948-b744-492a-8a94-e22790153c7e_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bcca6501-21f9-4e12-877c-68c5524b6620_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक दोदा है। उसकी चोंर लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bcca6501-21f9-4e12-877c-68c5524b6620_HI_S1_ST1_2.wav,एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आ राम आराम कर रहा था। अ चा न क अचानक उसने चींटे को देखा। चींटे पेड़ पर च ढ चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटे इतनी छोटी पर तुम कितनी मेहनत क र ती करती है। उसे देखे कर ल गता लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cee1e3dd-4b97-45c1-84cf-e126d722f588_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cee1e3dd-4b97-45c1-84cf-e126d722f588_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मांगकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने जा आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cee1e3dd-4b97-45c1-84cf-e126d722f588_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e0c74a53-1162-41e0-bae7-16c95416229c_HI_S1_P_1.wav,ह म पस घू म ने गए। वहाँ ह म ने बं द र देखे। हमने उ न को कोले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1b403272-b672-4bcc-a388-e16a25f0e3c7_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1b403272-b672-4bcc-a388-e16a25f0e3c7_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1b403272-b672-4bcc-a388-e16a25f0e3c7_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-ब���रंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36e39022-153f-4162-be53-f1a44cf653b1_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36e39022-153f-4162-be53-f1a44cf653b1_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36e39022-153f-4162-be53-f1a44cf653b1_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी से बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई बहुत माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/571a110b-80bc-4daf-93a3-d216836322e9_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72e2df52-a601-40a6-ace9-cdd1dfb97337_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72e2df52-a601-40a6-ace9-cdd1dfb97337_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर गया डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72e2df52-a601-40a6-ace9-cdd1dfb97337_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिटाई वाला आया। माधव को मिटाई खाना बहुत पसंद था। नानी के नानी ने उसके लिए कई सारी मिटाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिटाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिटाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0126fe67-16fa-4f49-a4e0-86da3fb8c2f5_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0126fe67-16fa-4f49-a4e0-86da3fb8c2f5_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0126fe67-16fa-4f49-a4e0-86da3fb8c2f5_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा ने राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश ख़ुशी थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2e0fa531-ca0d-4de4-aa96-96dda8fd5c9c_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे प्रस करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2e0fa531-ca0d-4de4-aa96-96dda8fd5c9c_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गदा गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचा नक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। अच्छे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2e0fa531-ca0d-4de4-aa96-96dda8fd5c9c_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को जाल दिखाने ले गई। वह खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग जाल में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जह कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वह एक मिठाई वाला आय��। माधव को मिठाई खाने खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कहीं सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2ec2741b-5ac7-4d7d-9a21-a44d0d1b07c0_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/37be7315-e849-4332-8548-c72142a15bb9_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/86146fce-4869-4317-864b-efdcb382b6b3_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/86146fce-4869-4317-864b-efdcb382b6b3_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/86146fce-4869-4317-864b-efdcb382b6b3_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9cca7cad-079e-4857-960f-b1e9f9f98c79_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f17276ab-1d54-4ab8-a302-a28763bbfcd9_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। बजे बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f17276ab-1d54-4ab8-a302-a28763bbfcd9_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पशी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पशीयों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरफ तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/559045a0-1546-4c9b-b2c3-16c628271cfb_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/559045a0-1546-4c9b-b2c3-16c628271cfb_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते है। दिन भर सब ठीक करता दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/559045a0-1546-4c9b-b2c3-16c628271cfb_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती है। एक दिन दादी राधा को मेला राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ रेस लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसा समोसे की एक दुकान दिखी। राधा ने राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले के झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। उसने अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/194639ff-e756-48af-af4e-cb9b0e615360_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उस उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/194639ff-e756-48af-af4e-cb9b0e615360_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे है । आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उ न्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खि लौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/22652db1-5325-4891-9e7b-b13250d2a583_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/22652db1-5325-4891-9e7b-b13250d2a583_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/22652db1-5325-4891-9e7b-b13250d2a583_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई��� वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/25373a04-f681-44f6-be04-78a189bb625c_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/25373a04-f681-44f6-be04-78a189bb625c_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/346524c6-5334-4c0d-b795-e439dc4bb18f_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/346524c6-5334-4c0d-b795-e439dc4bb18f_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f5a2b2b-2e06-40a6-a384-4771dcb6a134_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत रोता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06c0b225-cbb4-49df-aafc-57c4268713e3_HI_S1_P_13.wav,सोमन गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06c0b225-cbb4-49df-aafc-57c4268713e3_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ते जाता था। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06c0b225-cbb4-49df-aafc-57c4268713e3_HI_S4_ST2_0.wav,मधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झीले दिखाने ले गई। वहाँ खूब चल चलह-पहल थी और कुछ लोग झीले में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयों को अपने झीले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94c9c7b9-2d94-4a65-824a-6e603f228ada_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उसने दाना देती है। भी सभी सब मोज से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c32e397d-cd5b-447e-a92d-54267a5e5da0_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। लोग और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c32e397d-cd5b-447e-a92d-54267a5e5da0_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उड़ उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यह बगीचा बनाया जाए। या खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fb609844-50cd-48da-9e0e-8decbca6b7a6_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fb609844-50cd-48da-9e0e-8decbca6b7a6_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी रहता था। कौआ बड़ा बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fb609844-50cd-48da-9e0e-8decbca6b7a6_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान देखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0c00799-24db-4e28-ab52-66ef438f5177_HI_S1_P_13.wav,स सोनम गँ गाना गाती है। उसे गान गाना आता। - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6cbdf041-b8d7-49bd-aeb8-08917f76802d_HI_S2_P_0.wav,गिरीमी गर्मी का मौसम है। सबको गर्स गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ba6fb3b2-f566-470f-96aa-49347b67b01f_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ba6fb3b2-f566-470f-96aa-49347b67b01f_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0d247b00-efab-4dce-9790-8e1bf9c7869a_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बालिश हे रही है। मोर भी नाच रहा है। - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ba839a8d-1145-4658-a416-8b3309140b91_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ba839a8d-1145-4658-a416-8b3309140b91_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ने उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ba839a8d-1145-4658-a416-8b3309140b91_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कोई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्होंने मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन पर छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश हुआ था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6ade3f6-6eaa-4be5-a1a1-a6bc236d77bd_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6ade3f6-6eaa-4be5-a1a1-a6bc236d77bd_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6ade3f6-6eaa-4be5-a1a1-a6bc236d77bd_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/34b7635e-0bf1-4f55-aaa3-d2b1515927ab_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/34b7635e-0bf1-4f55-aaa3-d2b1515927ab_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उस उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/34b7635e-0bf1-4f55-aaa3-d2b1515927ab_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/504c7cfa-e8a8-4d69-89f7-279b3f07d961_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/504c7cfa-e8a8-4d69-89f7-279b3f07d961_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/504c7cfa-e8a8-4d69-89f7-279b3f07d961_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपन�� दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान खरीजी केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/90ab3ef5-a459-494d-b775-4d20bea91569_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b6eb9c68-5638-4735-a442-fa2b71daa1e1_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b6eb9c68-5638-4735-a442-fa2b71daa1e1_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लडकी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/875a2d5f-ea07-45ac-9800-a8ff728b0440_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/875a2d5f-ea07-45ac-9800-a8ff728b0440_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/875a2d5f-ea07-45ac-9800-a8ff728b0440_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी के बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान मिली दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसको उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी�� +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b1171ee3-4715-4c77-b555-242911916678_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c28e0bb4-a626-49a5-a45d-181982febda1_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c28e0bb4-a626-49a5-a45d-181982febda1_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c28e0bb4-a626-49a5-a45d-181982febda1_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती है थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/97a6d958-07db-462e-babf-ae775887683b_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोलकर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाते है। हम सबको आम अच्छा लगते लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/97a6d958-07db-462e-babf-ae775887683b_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेलते खेलना खेल रहता रहे थे। आसमान में बादलों के बीच बीच के लाल परी उन्हें देख रही थी। फूल वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चे बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देख देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फूर लाल परी अपने प्रयोग वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be2f18d6-e375-4557-bc5a-773ac2e5cf4a_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4307d76f-d5fc-4919-b3dc-84a952930a37_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4307d76f-d5fc-4919-b3dc-84a952930a37_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था�� कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4307d76f-d5fc-4919-b3dc-84a952930a37_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0acbf91-c611-48df-8492-ddff01df96c9_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e090cf00-4e7b-4ad0-be15-ce860bf4d8e4_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7f6bb51f-41ed-4bf6-8f72-32b91bb10727_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7f6bb51f-41ed-4bf6-8f72-32b91bb10727_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/937a99c5-9f9f-4a2d-b2e4-4c88de3b4df1_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/937a99c5-9f9f-4a2d-b2e4-4c88de3b4df1_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/08aaf21b-893a-4f91-983f-6cf486365f00_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1699025-f4d6-4e96-b198-7207a0a7db4a_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1699025-f4d6-4e96-b198-7207a0a7db4a_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6551e4df-01f4-4f54-a336-13000d6fa9cb_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6551e4df-01f4-4f54-a336-13000d6fa9cb_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिला खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तुज होना चाहता है और अच्छा खिला खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6551e4df-01f4-4f54-a336-13000d6fa9cb_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह के रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। खोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झाले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। उनकी उनकी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/70d4c709-a524-4065-a2cf-26bf48c52537_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/70d4c709-a524-4065-a2cf-26bf48c52537_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो क हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब जार से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबका सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9452a6b0-7bc9-4ce3-9846-2944a2ab9f31_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तब तभी मुझे नींद आती ह��।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3042a93-ab7a-406a-8271-d868cb3f4272_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d3042a93-ab7a-406a-8271-d868cb3f4272_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने देखी। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/18f23bd0-5e64-44f4-af9b-15d8a2aa3627_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1234c6b9-f932-4845-9e39-e702f37d4995_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1234c6b9-f932-4845-9e39-e702f37d4995_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1234c6b9-f932-4845-9e39-e702f37d4995_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1c7fb6a1-01a9-4cca-9e0c-6cea901d65af_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1c7fb6a1-01a9-4cca-9e0c-6cea901d65af_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर ���लेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1c7fb6a1-01a9-4cca-9e0c-6cea901d65af_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/299ba2ac-fa7a-469a-81f6-bd5c4fc7bf64_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/299ba2ac-fa7a-469a-81f6-bd5c4fc7bf64_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/299ba2ac-fa7a-469a-81f6-bd5c4fc7bf64_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4dd2a021-7507-494f-b0ef-77b50a6bd801_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4dd2a021-7507-494f-b0ef-77b50a6bd801_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4dd2a021-7507-494f-b0ef-77b50a6bd801_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई�� वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/790161d5-85ed-4100-a21f-5caa9b6a6fc6_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/96b4d689-79fd-4aae-a878-0acccb688d61_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/96b4d689-79fd-4aae-a878-0acccb688d61_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/96b4d689-79fd-4aae-a878-0acccb688d61_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9c02f24b-41ff-4235-a42a-828179e6d935_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9c02f24b-41ff-4235-a42a-828179e6d935_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c65267fc-e47c-46ae-b811-608b12813ed7_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c65267fc-e47c-46ae-b811-608b12813ed7_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c65267fc-e47c-46ae-b811-608b12813ed7_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dce04bc0-b681-49db-b241-b6ac680537d4_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dce04bc0-b681-49db-b241-b6ac680537d4_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dce04bc0-b681-49db-b241-b6ac680537d4_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebdf3ceb-3aa4-4175-a103-330ef3e54819_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebdf3ceb-3aa4-4175-a103-330ef3e54819_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता थ���। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ebdf3ceb-3aa4-4175-a103-330ef3e54819_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a3a6e5b-60f3-48f3-9841-b3e5269de11f_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a3a6e5b-60f3-48f3-9841-b3e5269de11f_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4a198e86-a0d7-49c6-bb69-0826664d0e43_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4a198e86-a0d7-49c6-bb69-0826664d0e43_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/75b08afa-9c00-4986-b9c2-79e373d949cb_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/75b08afa-9c00-4986-b9c2-79e373d949cb_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। ���मने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4cda5f34-e743-462a-8dcf-8912bbd0f499_HI_S3_P_2.wav,लाजो के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। लाजो उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4cda5f34-e743-462a-8dcf-8912bbd0f499_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4cda5f34-e743-462a-8dcf-8912bbd0f499_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f4622a96-60a0-4cd2-826a-b3941ce3e91f_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f4622a96-60a0-4cd2-826a-b3941ce3e91f_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2fe20faf-9621-415b-b81f-4f9d0e3567b8_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2fe20faf-9621-415b-b81f-4f9d0e3567b8_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/40d6b950-aa84-4a1c-bdeb-df0a7c318f47_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/40d6b950-aa84-4a1c-bdeb-df0a7c318f47_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा और कौआ भी है था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/40d6b950-aa84-4a1c-bdeb-df0a7c318f47_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। राधा ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6ce79efd-827f-4400-a28f-13fae642a437_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d23919c6-fd7c-4901-b5e9-93e71274add0_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नेवा है। वह बहुत पुरानी है। वेने धीरे-धीरे चलती है। हम नदी के पास ले जाते है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/721a4b89-e508-4272-8812-171aeb659e30_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/affc9ec9-42b0-404f-b296-f6173a30a10b_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/affc9ec9-42b0-404f-b296-f6173a30a10b_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं आग उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/de7babe4-60dc-4fdf-912a-b747b9c14c7c_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/de7babe4-60dc-4fdf-912a-b747b9c14c7c_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। ���ड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ece1400-4347-4732-b49d-17c437ee87f2_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ece1400-4347-4732-b49d-17c437ee87f2_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/95c45fea-94a8-4b10-9729-90e31da0fdde_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e93a8f03-4f69-493b-b1dc-8a1e908208ad_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57f6101d-5b44-4a4e-a40f-d55af3061827_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57f6101d-5b44-4a4e-a40f-d55af3061827_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/00637b53-b131-4d48-9e0c-c17d1b8e0ccf_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबके नए कपड़े बने हैं। सब मेहमान आ रहे हैं। घर में धूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/00637b53-b131-4d48-9e0c-c17d1b8e0ccf_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/00637b53-b131-4d48-9e0c-c17d1b8e0ccf_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। रा��ा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0201fda2-bba4-4550-86f5-888ae721c280_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0201fda2-bba4-4550-86f5-888ae721c280_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0201fda2-bba4-4550-86f5-888ae721c280_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2fc27a15-fa81-4bc5-bda5-d614807f18d9_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2fc27a15-fa81-4bc5-bda5-d614807f18d9_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6ccf7d36-8a30-493f-908c-912480159314_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6ccf7d36-8a30-493f-908c-912480159314_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुना��े।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6ccf7d36-8a30-493f-908c-912480159314_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3fc9e0f-1857-4746-b167-725741d90c12_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3fc9e0f-1857-4746-b167-725741d90c12_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3fc9e0f-1857-4746-b167-725741d90c12_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1b2678e-e3e0-43b7-9295-783a6dade01e_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1b2678e-e3e0-43b7-9295-783a6dade01e_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d1b2678e-e3e0-43b7-9295-783a6dade01e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ ��हुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9e3f84eb-e0e0-414f-8f05-db3b32139e7e_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9e3f84eb-e0e0-414f-8f05-db3b32139e7e_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9e3f84eb-e0e0-414f-8f05-db3b32139e7e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0a96de3-17d9-4e77-8581-06a160edc264_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0a96de3-17d9-4e77-8581-06a160edc264_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d8e2aad6-ad34-4864-888d-9666eebf7730_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d8e2aad6-ad34-4864-888d-9666eebf7730_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देख���। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c12a320-eb07-4a54-a875-bf453e242e4d_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें पूरी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c12a320-eb07-4a54-a875-bf453e242e4d_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c12a320-eb07-4a54-a875-bf453e242e4d_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06289941-f188-436a-8401-97000c705891_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06289941-f188-436a-8401-97000c705891_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06289941-f188-436a-8401-97000c705891_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/75cd15e7-dfaa-4eff-9456-1ae90233df26_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/75cd15e7-dfaa-4eff-9456-1ae90233df26_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/75cd15e7-dfaa-4eff-9456-1ae90233df26_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/02a88f13-5f7b-4454-a6c8-204ca68ab825_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/02a88f13-5f7b-4454-a6c8-204ca68ab825_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e31d3bf0-b693-403c-9213-a28907624dbe_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसने आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e31d3bf0-b693-403c-9213-a28907624dbe_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e31d3bf0-b693-403c-9213-a28907624dbe_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया ने मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/091ccf77-72d2-4e55-8adf-9b1c81223de8_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/091ccf77-72d2-4e55-8adf-9b1c81223de8_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/091ccf77-72d2-4e55-8adf-9b1c81223de8_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/30d51f36-247c-45e3-9758-d7db0f001835_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/30d51f36-247c-45e3-9758-d7db0f001835_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3b1fe3d6-7cfb-40ca-8a72-b97d7083fe33_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3b1fe3d6-7cfb-40ca-8a72-b97d7083fe33_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चों भी बच्चे घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3b1fe3d6-7cfb-40ca-8a72-b97d7083fe33_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास से के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौटे लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/603466ea-0ef0-4330-91a8-57a4beb907ed_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/603466ea-0ef0-4330-91a8-57a4beb907ed_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/603466ea-0ef0-4330-91a8-57a4beb907ed_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिलते मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc5e8c23-9bc7-4fb4-b2ae-b26f6ae5c56f_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3034604c-e48f-4fd6-af2e-9359c83a34ce_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हमको हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3034604c-e48f-4fd6-af2e-9359c83a34ce_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3034604c-e48f-4fd6-af2e-9359c83a34ce_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसकी उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4ae2cb6f-3ab2-4036-b954-d4d83bc72829_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4ae2cb6f-3ab2-4036-b954-d4d83bc72829_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4ae2cb6f-3ab2-4036-b954-d4d83bc72829_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई एक मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5701abdc-e740-49fa-a55e-33b846c80790_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5701abdc-e740-49fa-a55e-33b846c80790_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उ स ने चींटी को देखा। चींटी चींटी पेड़ पर चढ़ चढ़ चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5701abdc-e740-49fa-a55e-33b846c80790_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे ले गए घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उस के साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दु कान दिखी। केशव को जलेबी खाना खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उस उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। उ स ने अपनी बहूनबहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64100a08-f219-4d74-b0c0-77a954961705_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64100a08-f219-4d74-b0c0-77a954961705_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64100a08-f219-4d74-b0c0-77a954961705_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42d4b177-8dbf-4f8d-b540-d417fbd2984c_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उस उसे ससे सोनी सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42d4b177-8dbf-4f8d-b540-d417fbd2984c_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बड़ा कौआ भी था। कौआ बड़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुड़ा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6bf9d702-aa77-42f6-b7e6-909b6f09d950_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आप तोड़कर तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम स ब को आम अच्छा लगता +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/89600c80-e0a7-4eb6-881a-472c2d9f436b_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/89600c80-e0a7-4eb6-881a-472c2d9f436b_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग शुख हो गया । आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकाल खेलने लगो +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b325558c-d4e1-4264-b2c5-76d57e86ad4d_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b325558c-d4e1-4264-b2c5-76d57e86ad4d_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मेटी मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f209a070-218e-4f53-a4a7-e7338400b258_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बदर बंदर देख। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c00c8de-7a9c-4ac1-acd2-e6ebcbe37f3f_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c00c8de-7a9c-4ac1-acd2-e6ebcbe37f3f_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c00c8de-7a9c-4ac1-acd2-e6ebcbe37f3f_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारे सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई मिठाई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1353b608-68ba-4b29-b554-e87b1a17ec97_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1353b608-68ba-4b29-b554-e87b1a17ec97_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव में पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1353b608-68ba-4b29-b554-e87b1a17ec97_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई बी मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाई भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/47f721c9-aae1-403c-9788-7b48eac84fd1_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b2e2c7c6-92de-48fe-b795-863c4f682472_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b2e2c7c6-92de-48fe-b795-863c4f682472_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b2e2c7c6-92de-48fe-b795-863c4f682472_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अ��नी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1720e222-2377-4f06-b0fa-9c8b88ccd0ac_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1720e222-2377-4f06-b0fa-9c8b88ccd0ac_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a76c2166-1c09-4dc4-ba20-96c65cb2f7b8_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69d3a1cf-7c09-4342-ad44-b55f52bcc350_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69d3a1cf-7c09-4342-ad44-b55f52bcc350_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69d3a1cf-7c09-4342-ad44-b55f52bcc350_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eaf960d5-dbec-4161-8323-094614b29074_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eaf960d5-dbec-4161-8323-094614b29074_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eaf960d5-dbec-4161-8323-094614b29074_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी क�� साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/38e0869b-cd6b-4851-87b9-1b450ad114d1_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bfe8dd1b-ec49-43b2-ae24-a71e749cf524_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/831b4981-68f3-44e8-be44-fcb12a71acbe_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f2e064bb-3933-449a-8bad-8b5c9a7c1f59_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/03a5cbb5-0e4b-48b4-9eef-0bd0f95c4cc5_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a98b2eb-4929-4e44-926d-69e887ab7777_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b648049-bcfb-4ab2-928b-7c5ce8334f3a_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fa33ace4-4855-4c23-bd66-8446087bfe75_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबके नए कपड़े बने हैं। सब मेहमान आ रहे हैं। घर में धूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2073fe6c-50f8-4006-9491-4a1f717bfdd6_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुख है दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2073fe6c-50f8-4006-9491-4a1f717bfdd6_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2073fe6c-50f8-4006-9491-4a1f717bfdd6_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cfee34ca-89a1-4e5a-a319-9a93073c05e6_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cfee34ca-89a1-4e5a-a319-9a93073c05e6_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cfee34ca-89a1-4e5a-a319-9a93073c05e6_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झो ले झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c9ef3af9-4311-467c-95af-83741932522a_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर प ह नना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c9ef3af9-4311-467c-95af-83741932522a_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नी नी नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सू सुबह ची चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल जा जा जाती चली चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ च च चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c9ef3af9-4311-467c-95af-83741932522a_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी ना नानी के साथ रहता था। एक दिन एक दिन नानी माधव को जिल जिल दिखाने ले गई। वहाँ खूब खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। मार तो खुलअ छ बार बार ढीलो छ खाछ इन घूम रहे थे झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी थोड़ी दे देर बाद वहाँ एक मी मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए एक नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने अपने झो अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अप अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खूब खुश खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1bcbdef6-2356-44b5-99b4-16453dddc49d_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वयाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6bb8c057-e806-4bd3-8a17-7192228c9104_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उ स ने भालू का नाच दिखाया। जब लोगों ने लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6bb8c057-e806-4bd3-8a17-7192228c9104_HI_S2_ST1_2.wav,प ह ले रा पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उ ल ता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोगों ने यह उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मि ल क र तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया जाये गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9b5cb5c8-c283-4f3a-b658-3658e83d2fad_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9b5cb5c8-c283-4f3a-b658-3658e83d2fad_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें टपकने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खि ड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9b5cb5c8-c283-4f3a-b658-3658e83d2fad_HI_S1_ST2_0.wav,माया माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोल में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान देखी दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसकी उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोल में रख ली���। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/40f11ccd-2c8e-46f8-a0f0-341149fde2ed_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/40f11ccd-2c8e-46f8-a0f0-341149fde2ed_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहत है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67bd7c6b-dee7-4ddd-82ae-3f0f3746e48c_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67bd7c6b-dee7-4ddd-82ae-3f0f3746e48c_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67bd7c6b-dee7-4ddd-82ae-3f0f3746e48c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी दादी ने उसके उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश हो गई थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b6d7d8eb-9e47-45c2-b5b1-c24a67de3579_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b6d7d8eb-9e47-45c2-b5b1-c24a67de3579_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन ढूंढ ढूंढ ढूंढ जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंड अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf06eb53-90d7-4f5f-8942-8b62d0d5daa5_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf06eb53-90d7-4f5f-8942-8b62d0d5daa5_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरज गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf06eb53-90d7-4f5f-8942-8b62d0d5daa5_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत पसंद बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b421b0c-ea09-4ea3-b562-328bac89529f_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6b421b0c-ea09-4ea3-b562-328bac89529f_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में मेले में बहुत झूले थे। - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c3f5719e-f252-4e27-b309-47ec676bab85_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c3f5719e-f252-4e27-b309-47ec676bab85_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चों भी बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c3f5719e-f252-4e27-b309-47ec676bab85_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fad01216-484c-4d9a-aea3-91b471bf772e_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबके नए कपड़े बने हैं। सब मेहमान आ रहे हैं। घर में धूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/748aa705-57eb-4333-84c5-f5a3b7a021d5_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/748aa705-57eb-4333-84c5-f5a3b7a021d5_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी ब बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसकी उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/748aa705-57eb-4333-84c5-f5a3b7a021d5_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई का मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/02a3d966-38b1-4c7a-8810-08e34cbdae36_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/02a3d966-38b1-4c7a-8810-08e34cbdae36_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/02a3d966-38b1-4c7a-8810-08e34cbdae36_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झूले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/31fd3326-bf2d-4ae7-b44b-8e4a2c09e48b_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती ���ै। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/31fd3326-bf2d-4ae7-b44b-8e4a2c09e48b_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कुछ कुछुए कछुए रहते थे। लकड़े तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कुछ चलते तो कभी हाथ-पर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखके खूब सारे से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कुछए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72e74cf2-c3a1-46f4-b544-28b7092e43a2_HI_S1_P_12.wav,काले काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख र हे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dd28ce4d-62f4-4338-82eb-724cf60baf67_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dd28ce4d-62f4-4338-82eb-724cf60baf67_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dd28ce4d-62f4-4338-82eb-724cf60baf67_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत सा बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोल में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a8df09d-58bc-470c-af87-294c91c26380_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a8df09d-58bc-470c-af87-294c91c26380_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/133f9707-af8f-4770-9269-2a33d9453451_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें पूरी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहना चाहती कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/133f9707-af8f-4770-9269-2a33d9453451_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपु��� की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/133f9707-af8f-4770-9269-2a33d9453451_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/76ef4632-341b-4847-9a77-87b45757dc2c_HI_S3_P_2.wav,लाजो के पास एक माला उसमें _ _ +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84624ae6-3866-4ec3-b3c0-b614f9fe8948_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84624ae6-3866-4ec3-b3c0-b614f9fe8948_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84624ae6-3866-4ec3-b3c0-b614f9fe8948_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5535a66-891a-4ae2-aca1-768a2bd973dc_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a096bde-6659-43d3-9733-4f891db18ece_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a096bde-6659-43d3-9733-4f891db18ece_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a096bde-6659-43d3-9733-4f891db18ece_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/77600ccb-4d91-4f17-b608-442433c3d161_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/77600ccb-4d91-4f17-b608-442433c3d161_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/77600ccb-4d91-4f17-b608-442433c3d161_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a7cea897-00bd-4801-9800-98c36a4fb6e0_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d98e54eb-94a6-4a1d-8dfc-afaccf104029_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d98e54eb-94a6-4a1d-8dfc-afaccf104029_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d98e54eb-94a6-4a1d-8dfc-afaccf104029_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0629aa49-c0e6-4455-90b2-5cfef143bf72_HI_S4_P_0.wav,हम सभी मसूरी घूमने गए। वहाँ हमने पानी का झरना देखा। झरना बहुत ऊँचा था। वहाँ हम सबने फोटो भी खींची। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10e18c3b-29ae-4113-be7c-5b73a6275682_HI_S3_P_9.wav,"आम फलों का राजा है। सबके मन को भाता है। मामा जब बाज़ार जाते हैं, बहुत आम लाते है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/293c295e-663d-4550-8f85-8614e05e9d7c_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/293c295e-663d-4550-8f85-8614e05e9d7c_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3dbae5a2-77b0-454e-80b0-50a82d42343e_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ed84c5e-29db-4fd3-b0a5-d16d590c5fc5_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ed84c5e-29db-4fd3-b0a5-d16d590c5fc5_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5ed84c5e-29db-4fd3-b0a5-d16d590c5fc5_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d542fe7-676c-4dc0-a113-e7ed381ebac1_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d542fe7-676c-4dc0-a113-e7ed381ebac1_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d542fe7-676c-4dc0-a113-e7ed381ebac1_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a37c26a4-8a49-4f71-b074-4c63f36dcafd_HI_S3_P_6.wav,"आज जादूगर आया है। साथ में एक छड़ी लाया है। वह छड़ी को गोल-गोल घुमाकर, जादू का खेल दिखाएगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2a7f56f-7cfc-4c17-a63e-b6d241e17ac8_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2a7f56f-7cfc-4c17-a63e-b6d241e17ac8_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2a7f56f-7cfc-4c17-a63e-b6d241e17ac8_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eb72fea6-17bd-409f-b341-e2cb65322d1c_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eb72fea6-17bd-409f-b341-e2cb65322d1c_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f24f9e49-90cf-42d7-af11-4ccfdfd83245_HI_S3_P_2.wav,लाजो के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। लाजो उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f24f9e49-90cf-42d7-af11-4ccfdfd83245_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/388665ab-9341-45de-a61b-e633b76eaf6e_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/635c9a3d-1142-4d7e-8658-fc9230f855c5_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e7307069-7cec-4877-8c9c-433291170609_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e7307069-7cec-4877-8c9c-433291170609_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b554891-f469-4a7d-b42b-07278f7f84cc_HI_S2_P_7.wav,मैं पीपा के साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीतजूता गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने आऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/240c21ba-e8b9-4277-b244-56ae553223f0_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/240c21ba-e8b9-4277-b244-56ae553223f0_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/240c21ba-e8b9-4277-b244-56ae553223f0_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/48853778-1edb-47fc-89ef-0bf3f93b3892_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/48853778-1edb-47fc-89ef-0bf3f93b3892_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c722de0f-0bb0-4f63-9f9b-5e792ca78941_HI_S2_P_0.wav,गरमी का म��सम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c722de0f-0bb0-4f63-9f9b-5e792ca78941_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c722de0f-0bb0-4f63-9f9b-5e792ca78941_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ed533ee4-12c8-4b78-aba5-a30480f5068f_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ed533ee4-12c8-4b78-aba5-a30480f5068f_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ed533ee4-12c8-4b78-aba5-a30480f5068f_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57bd223a-d24c-473a-88d5-a9f8b37e13fa_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बज़ार बाज़ार गई। बाज़ार में सुबह दुकानें नहीं थीं। रानी ने जलेबी जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा नहीं आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7fb71d81-bca1-483a-8de1-b250a0a9a11e_HI_S1_P_4.wav,राधा के ��ास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7fb71d81-bca1-483a-8de1-b250a0a9a11e_HI_S1_ST1_5.wav,अमन की पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरी तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली के आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में ही नहीं आते हैं। पिताजी अप अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आ आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94e4c85f-ff2c-4181-84bf-dd0a7664cc7d_HI_S2_P_12.wav,कमल कमल में मामा आए । मामा गाँव बहुत दूर है। मामा थक मामा बहुत थक गए । खाना खाकर सो वाले । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94e4c85f-ff2c-4181-84bf-dd0a7664cc7d_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटकाया लटका कर झूला बनाया। सेबसे मिलकर सु खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ce0a9188-09bd-4862-bfcb-4b99cbefc117_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंक हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे परपर से सोता है । बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ce0a9188-09bd-4862-bfcb-4b99cbefc117_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आ आई। बकरी एक छेड़ी और मेंढक एक टोकरी ले आई आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उसने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुलाब गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e4ce3534-95fd-463e-b547-adce1e84b50f_HI_S3_P_8.wav,मीना पढ़ने जाती है। राजू भी साथ जाता है। दोनों शाम को लौटकर आते हैं। घर आकर खाना खाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e4ce3534-95fd-463e-b547-adce1e84b50f_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने जा आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9b659295-a538-4110-aa33-a582c6e1a93e_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे बड़ा इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c794b2a8-6838-41c3-adfa-6969bd7ae430_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c794b2a8-6838-41c3-adfa-6969bd7ae430_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा केसलमा सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c794b2a8-6838-41c3-adfa-6969bd7ae430_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंगी रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने और उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ec559e93-eed3-4883-8cd4-21b49b158315_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ec559e93-eed3-4883-8cd4-21b49b158315_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छुप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ec559e93-eed3-4883-8cd4-21b49b158315_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में एक तरह के झूले थे झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सोर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्होंने समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई उन पर था घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a92e3aa-5e1d-4aae-8124-94d2a8d5375b_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोती हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a92e3aa-5e1d-4aae-8124-94d2a8d5375b_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोगों लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों की को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाएगा। खाद मांगकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4ad305a9-8306-4c53-9521-ffccbb72483e_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4ad305a9-8306-4c53-9521-ffccbb72483e_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बक बकरी, चील और मेंढक आकाश में उड़ने की सोचा। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आयी। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई।उसके बैठकर तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/51069b78-e82a-4ca6-8d2f-e5ab7dfb96a0_HI_S2_P_0.wav,मेरेमी गरमी का मौसम है। सबका - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87cfcc34-3bf1-4123-9e51-7d87854af0fe_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सब सबके नए कपड़े बने हैं। सब सब मेहमान आ रहे हैं। घर में धूप-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87cfcc34-3bf1-4123-9e51-7d87854af0fe_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीरीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/87cfcc34-3bf1-4123-9e51-7d87854af0fe_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सेर सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसे खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/96cb5d70-4466-482b-ab6e-fa9e9a80f121_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/96cb5d70-4466-482b-ab6e-fa9e9a80f121_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे ���ें घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसी आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उस उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/96cb5d70-4466-482b-ab6e-fa9e9a80f121_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को में मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने रहे मिल रहे थे। मेले में कई तरह की के झूले भी थे जिन जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन उन्हें समा समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को स समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसा खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के लिए भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eccc009e-3a32-4023-8088-6d4f8b78be82_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eccc009e-3a32-4023-8088-6d4f8b78be82_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64abfac5-dc93-4279-acff-2657dbbd841b_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताला ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64abfac5-dc93-4279-acff-2657dbbd841b_HI_S2_ST1_0.wav,एक बडी तालाब के किनारे बहुत से कखतू हे रहते थे। लडके लड़के तालाब के किनारे जाते और कछु को देखते। कभी कछुए _ _ +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b2bc386e-90c9-4a81-afd1-d9c6bf4674fe_HI_S1_P_13.wav,सोनम सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2106fb5-e008-4d4b-8f8d-d78d17feb1e8_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पेलंग पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सो ता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee29e4c8-98fb-422b-9f88-c0d60827cb66_HI_S1_P_4.wav,रा धा राध के पास एक तो ता तोता है। उ स के चोंच लाल है। वह वो बहुत बो बो बो बोलता है। सब को होसा होस होसात है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e88817b2-8d42-4b94-b916-264e62894228_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e88817b2-8d42-4b94-b916-264e62894228_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e88817b2-8d42-4b94-b916-264e62894228_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई ख मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1fff7388-2247-46a8-8d34-8281f9cb1576_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे पसंद बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4a25247a-7527-4c9b-b79e-8f77a510d180_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ad228fac-117f-4b09-9cb5-3a998634d226_HI_S1_P_9.wav,बर बरसात बरसात का मौसम है। सुबे सुबे पानी बरसा रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलते । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ab16c3d-7469-4de5-9985-e559f75876f0_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उ +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b253338-99f1-4f94-b06c-490784266bdd_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b253338-99f1-4f94-b06c-490784266bdd_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगेह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आस आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10504ecf-6e88-4a88-8292-c77302edfd96_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10504ecf-6e88-4a88-8292-c77302edfd96_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10504ecf-6e88-4a88-8292-c77302edfd96_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई एक बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौटे है रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादीजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबी अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42cd266b-cb26-4139-8644-b394c6e4fa25_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42cd266b-cb26-4139-8644-b394c6e4fa25_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42cd266b-cb26-4139-8644-b394c6e4fa25_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/440e882d-965a-4d4e-bf1a-df4ccd0283b7_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/440e882d-965a-4d4e-bf1a-df4ccd0283b7_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/440e882d-965a-4d4e-bf1a-df4ccd0283b7_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8f1137e0-1237-48ca-8b68-6f295696f2d1_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/621974df-37a7-4ace-a382-331ac0adf02d_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/621974df-37a7-4ace-a382-331ac0adf02d_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dae993e9-ba31-4c91-81ef-c15e3fa0d74f_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3f7d8e8-26a8-42ed-85b7-dcd760b32931_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3f7d8e8-26a8-42ed-85b7-dcd760b32931_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3f7d8e8-26a8-42ed-85b7-dcd760b32931_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/700bd553-bad7-4990-bbe9-79f14641807b_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/700bd553-bad7-4990-bbe9-79f14641807b_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8e491547-4e18-4134-ba59-01016a6b802c_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8e491547-4e18-4134-ba59-01016a6b802c_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8e491547-4e18-4134-ba59-01016a6b802c_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b193ece2-6f77-4765-9d11-db1dd431bbc9_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b193ece2-6f77-4765-9d11-db1dd431bbc9_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b193ece2-6f77-4765-9d11-db1dd431bbc9_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be549472-2027-4a6c-9f25-049003398e93_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/06495132-eb0b-47b0-8381-4978d018f1a8_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c269514-9c23-4a9b-9924-8aa7e945cb4c_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c269514-9c23-4a9b-9924-8aa7e945cb4c_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3c269514-9c23-4a9b-9924-8aa7e945cb4c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7f7cfe8f-8383-49d3-bf5f-263d43fa62e0_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7f7cfe8f-8383-49d3-bf5f-263d43fa62e0_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/acba132d-db62-42c4-97f8-a16515b6ad1f_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/acba132d-db62-42c4-97f8-a16515b6ad1f_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1727e03-e3dd-4c44-bacb-46ef1ddca21e_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1727e03-e3dd-4c44-bacb-46ef1ddca21e_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1727e03-e3dd-4c44-bacb-46ef1ddca21e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f475b498-eee9-4eac-b8d5-29b468c16246_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f475b498-eee9-4eac-b8d5-29b468c16246_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापि�� लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f53ba232-66f7-405a-91d6-5233fe63a3e4_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/134c5d56-fc92-4dab-b717-af3003afa5ba_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे।वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/134c5d56-fc92-4dab-b717-af3003afa5ba_HI_S1_ST1_1.wav,एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बड़ा बूढ़ा कौआ भी था। - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d14b85c-caac-48d3-b34c-bb5d0086dc55_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d14b85c-caac-48d3-b34c-bb5d0086dc55_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d14b85c-caac-48d3-b34c-bb5d0086dc55_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5addd862-fe66-4742-8c64-1211c58da225_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5addd862-fe66-4742-8c64-1211c58da225_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5addd862-fe66-4742-8c64-1211c58da225_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ ग��। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/745701cb-e482-4a1f-a02b-6cc67513dd44_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/745701cb-e482-4a1f-a02b-6cc67513dd44_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/745701cb-e482-4a1f-a02b-6cc67513dd44_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/774b3b62-c644-4928-9858-c7302188a37c_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/774b3b62-c644-4928-9858-c7302188a37c_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उनड़ टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/774b3b62-c644-4928-9858-c7302188a37c_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ लेने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/808cd4fd-5c61-4d4e-ba47-3dfc8a4c585b_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/808cd4fd-5c61-4d4e-ba47-3dfc8a4c585b_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/808cd4fd-5c61-4d4e-ba47-3dfc8a4c585b_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ffe20f2-a09c-46bb-8d13-adb95c01f1b7_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ffe20f2-a09c-46bb-8d13-adb95c01f1b7_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8ffe20f2-a09c-46bb-8d13-adb95c01f1b7_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b1759f91-d10c-42c0-ae78-1e074938a5aa_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b1759f91-d10c-42c0-ae78-1e074938a5aa_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c80354d4-71bf-43ef-b3a9-7ddf5dd46535_HI_S3_P_6.wav,"आज जादूगर आया है। साथ में एक छड़ी लाया है। वह छड़ी को गोल-गोल घुमाकर, जादू का खेल दिखाएगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c80354d4-71bf-43ef-b3a9-7ddf5dd46535_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c80354d4-71bf-43ef-b3a9-7ddf5dd46535_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d2ae9c34-da0d-44a0-8d23-d69f02144de6_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d2ae9c34-da0d-44a0-8d23-d69f02144de6_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d2ae9c34-da0d-44a0-8d23-d69f02144de6_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के प��ड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26b2f787-142d-4f95-b275-950f0590b527_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26b2f787-142d-4f95-b275-950f0590b527_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26b2f787-142d-4f95-b275-950f0590b527_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8b8b05ed-2459-42c7-8fd3-f7be2dd5e1fd_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c6ed3ae1-f965-4c30-995f-7d5edaa5e3e9_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c6ed3ae1-f965-4c30-995f-7d5edaa5e3e9_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c6ed3ae1-f965-4c30-995f-7d5edaa5e3e9_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/deb90099-3e9c-4953-9a0a-9e84b0ffbbd3_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/deb90099-3e9c-4953-9a0a-9e84b0ffbbd3_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6dade427-4c16-427a-ba75-ae167ef9eafc_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनका हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6dade427-4c16-427a-ba75-ae167ef9eafc_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बड़ाहोने के कारण अपने लिए भोजन झूटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों से अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81d5870b-d2f5-42a5-bcaa-ab151216ebb0_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81d5870b-d2f5-42a5-bcaa-ab151216ebb0_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81d5870b-d2f5-42a5-bcaa-ab151216ebb0_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8c52dc32-7e99-4c4e-b65c-257fb462edf5_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8c52dc32-7e99-4c4e-b65c-257fb462edf5_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह केपौधों पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8c52dc32-7e99-4c4e-b65c-257fb462edf5_HI_S3_ST2_0.wav,केशव केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d536d6c-4f0c-4789-9345-f38e60a13b34_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता था एह है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोल ता है। - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42d8b659-8d58-41ff-bde7-fd11e226ed58_HI_S3_P_7.wav,सोनू बाग में खेल रहा था। वहाँ आम के बहुत पेड़ थे। सोनू ने एक आम तोड़ा। आम बहुत मीठा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42d8b659-8d58-41ff-bde7-fd11e226ed58_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/42d8b659-8d58-41ff-bde7-fd11e226ed58_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लग���ा था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। उसकी बहन अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/670efd41-a5bd-403e-b761-7dd27971e27a_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/670efd41-a5bd-403e-b761-7dd27971e27a_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/79bf9bf6-7803-4155-beff-decb83a3df2c_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/79bf9bf6-7803-4155-beff-decb83a3df2c_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/79bf9bf6-7803-4155-beff-decb83a3df2c_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग ब रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोल झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसे उसके पसंद की गई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी सारी की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b5c6e6e-6f6e-41e7-9585-3c6bf779c37e_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भोले गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b5c6e6e-6f6e-41e7-9585-3c6bf779c37e_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बदल बादल गरजने लगे, बिजली पकड़ने वाली बिजली कड़कने वाली । बड़ी-बड़ी बूँदें पकड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7b5c6e6e-6f6e-41e7-9585-3c6bf779c37e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान देखी । राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश हुई थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93bdca56-24f6-49f9-a0af-38977845e4aa_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता लोकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/93bdca56-24f6-49f9-a0af-38977845e4aa_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और ममेंश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमते गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप नेवले को लड़ते हुये - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b95c6ebc-cfce-4b37-b273-16d8b20e8a70_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b95c6ebc-cfce-4b37-b273-16d8b20e8a70_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायें ’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिल मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b95c6ebc-cfce-4b37-b273-16d8b20e8a70_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वह खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिटाई वाला आया। माधव को मिटाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिटाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिटाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिटाई खाई। माधव बहुत खुश हुआ खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c344ca80-7a43-4b95-9478-806d0d1c16a8_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c344ca80-7a43-4b95-9478-806d0d1c16a8_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास एक पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह ख���ब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ec34c234-69e1-4e0b-9413-dcc0181ba931_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसने सोने ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ec34c234-69e1-4e0b-9413-dcc0181ba931_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी बैठे थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नही नहीं पाता था। इसलिए वह पक्षियों ने एक एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘अपने हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए का भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1d340677-b2ac-46f9-90a6-f04824bf14e1_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1d340677-b2ac-46f9-90a6-f04824bf14e1_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1d340677-b2ac-46f9-90a6-f04824bf14e1_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश रहा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/391a4c44-1446-4722-a801-127831ee30dc_HI_S2_P_0.wav,ग र मी का मौ स म है। स ब को ग र मी लग रही है। लो ग नीं बू का श र ब त पी रहे हैं। और छा ता खोल कर डॉन रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a2204b86-c683-444b-a2a6-69fca2fc2234_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें में दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a2204b86-c683-444b-a2a6-69fca2fc2234_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती ��ी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकल लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a2204b86-c683-444b-a2a6-69fca2fc2234_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वह बहुत वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। दोड़ा आगे जाने पर उन्हें स्झो समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी के दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुशी थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d835d6bf-cd33-48f8-857d-890e24bc19e1_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d835d6bf-cd33-48f8-857d-890e24bc19e1_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सबह चिड़ियों की आवाज़ से उ उठती थी। नह नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चिली चिली चिली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढकर ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/192f17a8-ed56-4465-a730-9e47630d96f2_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चोरो ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/192f17a8-ed56-4465-a730-9e47630d96f2_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाएंयहाँ बग़ीचा बनाया जाये । खाद मंगाकर हर तरफ के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/192f17a8-ed56-4465-a730-9e47630d96f2_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया एक बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14de2b8a-e0fb-46a5-ae6d-3c754c8e32cd_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14de2b8a-e0fb-46a5-ae6d-3c754c8e32cd_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझ समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14de2b8a-e0fb-46a5-ae6d-3c754c8e32cd_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8771b0d7-d55a-41c7-85fe-92c82195ac71_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सब सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8771b0d7-d55a-41c7-85fe-92c82195ac71_HI_S2_ST1_5.wav,स ल मा सलमा बग़ीचे में घूमने गया । वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। स समला को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के साथ आम तक नहीं प हुँच पाये। देख तक सु च सोचने के बाद वह एक सीढी सीढ़ी लेकर आया । अब आसानी से आम उसके हाथों में आया गया । उसने खूब मज़े से आम खाया खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a93f6437-97b0-4ccd-998c-f9cc37147ecc_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे बहुत सारे झूल्र झूले थे। मिठाई मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a93f6437-97b0-4ccd-998c-f9cc37147ecc_HI_S4_ST1_2.wav,राजू राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनत हैबहुत मेहनत है । उसकी बहन अच्छी खिलाई खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैंखेलने आते है । राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a93f6437-97b0-4ccd-998c-f9cc37147ecc_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले आई ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। छोटी थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाइयाँ वोला आया। माधब की मिठाइयाँ माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14ace754-ab62-4807-bdea-8de076a6ad46_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14ace754-ab62-4807-bdea-8de076a6ad46_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/14ace754-ab62-4807-bdea-8de076a6ad46_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कोई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाइयाँ की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c2b0444-cbe6-4d35-bf78-ab6c95f42a78_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c2b0444-cbe6-4d35-bf78-ab6c95f42a78_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5c2b0444-cbe6-4d35-bf78-ab6c95f42a78_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल ��हे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/90b2159c-5066-4ebb-a1aa-e34ffce1cd48_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1449e768-5a29-4b3e-a49f-8525f1b91852_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1449e768-5a29-4b3e-a49f-8525f1b91852_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/25af172c-f199-42b1-8983-b2a3f75eb686_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32d054c1-0b19-4d1d-941d-b69708305f69_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32d054c1-0b19-4d1d-941d-b69708305f69_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32d054c1-0b19-4d1d-941d-b69708305f69_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मा���ा ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e51ce9d-e5a3-40ca-a6eb-24c29e4a8839_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के पा साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e51ce9d-e5a3-40ca-a6eb-24c29e4a8839_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल ग गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। ब बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें प पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी में से नीचे आ गए। तैभी भैया गरम-गरम गरम भागकर जल्दी से - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/44311896-e334-4e27-9217-323af456b360_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/44311896-e334-4e27-9217-323af456b360_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/47ae40cd-e445-470d-b076-b822fc1a88fd_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/47ae40cd-e445-470d-b076-b822fc1a88fd_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/47ae40cd-e445-470d-b076-b822fc1a88fd_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/489453a9-0b3a-48ea-899a-885025ad7f16_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/489453a9-0b3a-48ea-899a-885025ad7f16_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया ��ा एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4c10347a-35a9-466b-8b76-af929a44af75_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5724f4e6-13e8-49ce-845f-eda4294ff760_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5af3c7ae-b8a8-4a2e-bb99-a9da8d16e727_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5af3c7ae-b8a8-4a2e-bb99-a9da8d16e727_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5af3c7ae-b8a8-4a2e-bb99-a9da8d16e727_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/66e19ffe-94d2-4ec9-98e8-09636e8aa053_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/66e19ffe-94d2-4ec9-98e8-09636e8aa053_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/66e19ffe-94d2-4ec9-98e8-09636e8aa053_HI_S1_ST2_0.wav,���ाया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/747cedf2-ca07-4944-a36d-682e1aa23a74_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/747cedf2-ca07-4944-a36d-682e1aa23a74_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/747cedf2-ca07-4944-a36d-682e1aa23a74_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b82b9b97-766a-4caa-a454-5013e2d7cef5_HI_S2_P_6.wav,पढू आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसने जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b82b9b97-766a-4caa-a454-5013e2d7cef5_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसने पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उस उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों से आँसू निकल गये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e72f4dbf-a5c3-4ad8-8c58-fc850eea94ec_HI_S1_P_5.wav,रानी नही किनारे रहती है। नही में _ _ +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f090af61-a71a-4054-82a8-6e98dc05accd_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच���छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f090af61-a71a-4054-82a8-6e98dc05accd_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1cd75929-4374-451c-aed4-99140793fd85_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1cd75929-4374-451c-aed4-99140793fd85_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते है । लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1cd75929-4374-451c-aed4-99140793fd85_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधाको का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0ffcc09-9ac4-4f30-8cf2-2688b67de7ad_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसने उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0ffcc09-9ac4-4f30-8cf2-2688b67de7ad_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0ffcc09-9ac4-4f30-8cf2-2688b67de7ad_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उसके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोली में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8b782f79-1520-4f20-a675-b8e2a4b7601d_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8b782f79-1520-4f20-a675-b8e2a4b7601d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8b782f79-1520-4f20-a675-b8e2a4b7601d_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/077e4bd1-c66d-4634-9b8e-2a5dd7ab10c2_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घेर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d0d22821-bf74-44ec-95cc-ad6874b5f574_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश के है हो रहे है। मेरबी नाच रहे है। सब च नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/30d9d610-c613-43a4-a3a8-8f3813989386_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/30d9d610-c613-43a4-a3a8-8f3813989386_HI_S1_ST1_1.wav,"एक था पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/30d9d610-c613-43a4-a3a8-8f3813989386_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4a4f161b-e2ab-4b2d-a0b9-2c234ec747c8_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए । तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहे है। सब नाच नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4a4f161b-e2ab-4b2d-a0b9-2c234ec747c8_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर उसने फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी छोटी है, पर वह कितनी मेहनतकर रही मेहनत करती है। उस उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4a4f161b-e2ab-4b2d-a0b9-2c234ec747c8_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने के घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने खिलौने मिल रहे थे। मेले मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा के दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्होंने मोसम समोसे के दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपना झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे ख खाए। राधा बहुत खुश हुई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69f4fbd7-15e2-495f-9e92-80988fe8aa0b_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/69f4fbd7-15e2-495f-9e92-80988fe8aa0b_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसे व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/760add4f-ea23-4ea8-8270-88761de6f55a_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मगन मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/760add4f-ea23-4ea8-8270-88761de6f55a_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा बड़ा भाई शहर ���ें रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/760add4f-ea23-4ea8-8270-88761de6f55a_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोडॉ गाये जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया उसको मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0e63b612-2e67-4a7f-898d-3d5bcc8db9ec_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आप के पेड़ हैं। हम आप तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाती है। हम सबको आप अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0e63b612-2e67-4a7f-898d-3d5bcc8db9ec_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे । आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही है परी । फिर वह आसमान से नीचे उतर आये और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1003524-38ed-453c-8299-0545d3347e73_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मेर भी मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1003524-38ed-453c-8299-0545d3347e73_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घर से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1003524-38ed-453c-8299-0545d3347e73_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील देखने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अ���ने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/677c8a84-8741-42eb-86f5-3d4d1f93b34e_HI_S3_P_11.wav,सुनी सनी सुनील का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत तेल हैं। एक बाड बाड तालाब भी है। स सली सलीम गाँव की खेत में रहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8e32535e-331f-4b71-9ec1-2b0c29b76521_HI_S1_P_9.wav,बर सात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेल लेंगे +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8e32535e-331f-4b71-9ec1-2b0c29b76521_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबसे सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8eb69310-530f-451e-b963-2b8c25876660_HI_S2_P_12.wav,कमल के कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खा क र सोन +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a387f3e1-df8e-4609-9a7d-b129093d1a5c_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/828f6ac9-35dd-4d58-9844-4db68fb8e20a_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/828f6ac9-35dd-4d58-9844-4db68fb8e20a_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रा राजपुर पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव से लोगों बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8b27753a-6293-49de-8091-45ce1382f06d_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। औरछत छतों छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/afcfe277-c696-4198-99bf-e1e21b9ec908_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उस उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/afcfe277-c696-4198-99bf-e1e21b9ec908_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग ��ुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलने निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a1d417f-71b7-4db1-8693-b3818eb9b4f1_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोने से खाया सोने से खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a1d417f-71b7-4db1-8693-b3818eb9b4f1_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a1d417f-71b7-4db1-8693-b3818eb9b4f1_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में गई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मो समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने जोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a4dad31-162a-4ca9-9cca-0a373c022432_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते सम खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a4dad31-162a-4ca9-9cca-0a373c022432_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रही खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़ कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खि खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a4dad31-162a-4ca9-9cca-0a373c022432_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/237e763e-505c-4527-8088-48820c71dc90_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9480057b-9be3-453d-ab28-2059a26229a8_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9480057b-9be3-453d-ab28-2059a26229a8_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9480057b-9be3-453d-ab28-2059a26229a8_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम हो शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उन उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख दी। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b4353cf7-f103-454a-9797-21ece7928a07_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगाते लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b4353cf7-f103-454a-9797-21ece7928a07_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे अच्छे खेल करे रहे रहे थे। आसमान में बादलों के बीद से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान में आसमान से नीचे उ त र उतर आई और उन उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोग वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b4353cf7-f103-454a-9797-21ece7928a07_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी रख खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छ��टी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f4ed39fe-0218-49a9-a714-b3796b775047_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। बहुत बहुत मीठा था। उसे उसे सोनी ने खिया । खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bbe4741d-5830-48ed-9c7d-bfc6d00705dd_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3244070c-46a2-43e3-a397-d314cd26cf37_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3244070c-46a2-43e3-a397-d314cd26cf37_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोआम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर ल लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3244070c-46a2-43e3-a397-d314cd26cf37_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपना दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिले थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपनि झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b50847a-99a9-4fd6-900f-ab905d41bfc1_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b50847a-99a9-4fd6-900f-ab905d41bfc1_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4e7991a5-3564-46c1-a4af-fc672edf2861_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e79b96ef-aede-41b0-b661-5403056603eb_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e79b96ef-aede-41b0-b661-5403056603eb_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश चित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e79b96ef-aede-41b0-b661-5403056603eb_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e9a14589-4f9c-495f-9153-18a3f04f532f_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e9a14589-4f9c-495f-9153-18a3f04f532f_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहां आ गया वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e9a14589-4f9c-495f-9153-18a3f04f532f_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98196f6e-fb9b-4611-95da-88bca720dd1a_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाले आये । उसने बालू का नीचे - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98196f6e-fb9b-4611-95da-88bca720dd1a_HI_S3_ST1_2.wav,सावन का महोन था। आसमान में बहुत से - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98196f6e-fb9b-4611-95da-88bca720dd1a_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। ब���ीचे में कई बच्चे रहते - - - - - - -- - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/08291b06-b7cc-43f2-b171-24c47075ad16_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/08291b06-b7cc-43f2-b171-24c47075ad16_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/08291b06-b7cc-43f2-b171-24c47075ad16_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4843ff28-74eb-4179-891e-cd8d006a5585_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4843ff28-74eb-4179-891e-cd8d006a5585_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/566215ee-0af6-4d72-85b3-8f45a4d77011_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ee29b9b-f645-4f95-b983-83891197f669_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ee29b9b-f645-4f95-b983-83891197f669_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9ee29b9b-f645-4f95-b983-83891197f669_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d2db6af5-8abc-415a-b32d-2f9044db530a_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d2db6af5-8abc-415a-b32d-2f9044db530a_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d2db6af5-8abc-415a-b32d-2f9044db530a_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f867902a-5644-41d8-ac6d-1c932f44054b_HI_S2_P_8.wav,नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f867902a-5644-41d8-ac6d-1c932f44054b_HI_S4_ST1_5.wav,गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f867902a-5644-41d8-ac6d-1c932f44054b_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84c40128-e721-4b6c-b93b-375a9dfb9637_HI_S3_P_2.wav,लोज़ के पास एक माला है। उसमें बहुत सारे मोती हैं। मोती पीले रंग के हैं। लाजो उसे पहनती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84c40128-e721-4b6c-b93b-375a9dfb9637_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्विया विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनाना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84c40128-e721-4b6c-b93b-375a9dfb9637_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। ए��� दिन दादाजी केशव को गीबचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगता। दादाजी पास के पडे के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d619ad13-d7d8-4156-8581-7493bb1fd8d3_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d619ad13-d7d8-4156-8581-7493bb1fd8d3_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह सुबह दूध के साथ केला खाता हूँ खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d619ad13-d7d8-4156-8581-7493bb1fd8d3_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती है थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खि खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख दिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0bf42aa2-3949-4565-9cbc-a427f22c0ce2_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0bf42aa2-3949-4565-9cbc-a427f22c0ce2_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थे थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेल-खेल रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/898846e9-26b5-457b-b9fb-6a670f4697ea_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/898846e9-26b5-457b-b9fb-6a670f4697ea_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हुई है बारिश हुई थी। गाँव में सभी शहर गंदा पानी भर गया था। सभी सभी बारिश को रोकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये थे। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकल खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c805ce1c-cad7-4ae3-95ee-fb799daa70a4_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c805ce1c-cad7-4ae3-95ee-fb799daa70a4_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0c07935c-4a0e-4950-b36a-70dc32edc920_HI_S2_P_0.wav,गरीम गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग बी नींबू का शरबत पी रहे हैं। और आ आये छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0a1848b4-6664-4caa-8beb-6e5f105176af_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0a1848b4-6664-4caa-8beb-6e5f105176af_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। असान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं।आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/33207c8f-bf84-41ca-930c-6d14ea446df9_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह सू सूच मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ed1f7e6-2dab-4181-bb3f-9ef5710ed6a7_HI_S2_P_11.wav,रूपा रूपा ब ब हा र बहार खूल खू खेल रही रही थी। खेलते-खेलते रात रात हो गई। माँ उसको उसको घर ले लिए ले आई वह खाना खाना खाकर खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07524c9a-cf6f-4dd9-9c78-aa2042f7aa60_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07524c9a-cf6f-4dd9-9c78-aa2042f7aa60_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींट��� पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह ""इतनी ""मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/07524c9a-cf6f-4dd9-9c78-aa2042f7aa60_HI_S2_ST2_0.wav,"राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को""मे - मेला"" घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बि रंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें ""घर पर ""अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2fc3a202-d347-4f4d-bc6b-bca10abe50ce_HI_S2_P_9.wav,"चाचा और मदन मेले में""आ "" गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2fc3a202-d347-4f4d-bc6b-bca10abe50ce_HI_S4_ST1_3.wav,"नग्गमा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। ""नग्ग़मा ""ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों ""मे "" आँसू निकलने लगे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2fc3a202-d347-4f4d-bc6b-bca10abe50ce_HI_S3_ST2_0.wav,"केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी ""उस के"" साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d689bc24-d0d9-40b2-a67a-d76f16602cd1_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d689bc24-d0d9-40b2-a67a-d76f16602cd1_HI_S4_ST1_0.wav,"एक दिन कनक को ""खेत"" खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ""में"" आया। कनक परेशान था कि ""कितनी"" छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती ""रही""।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d689bc24-d0d9-40b2-a67a-d76f16602cd1_HI_S4_ST2_0.wav,"माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ ""खूब""-खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव ""ने"" मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c93b060c-2229-48cb-8679-5f624a0830c5_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सब सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c93b060c-2229-48cb-8679-5f624a0830c5_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में दुमने घूमने गई। वहाँ आम आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँचा पाये। देर तक पाये देर तक सोचने के बाद वह एक सी सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने कु कुब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c93b060c-2229-48cb-8679-5f624a0830c5_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला दुमाने मेला मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे अच्छे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थो थोड़ा थोडा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद थे था। दादी दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने सम समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da40c765-0874-4126-bf2c-399ac4863d19_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/da40c765-0874-4126-bf2c-399ac4863d19_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पोधो पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eec6d551-980a-45fd-a9f6-ed8646fa41bb_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eec6d551-980a-45fd-a9f6-ed8646fa41bb_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान से बादल गरजने लगे, बा बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँद अपने आप ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभ भया गरम-गरम समोसे और कप पकौड़े ले आया। हमने खिच्चडी के पास बैठकर समा समेंसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8593381f-2d86-4a88-bc8f-2b0266371e0d_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजार और जूता जू जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाओऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/03918a87-9773-4fd8-af57-5172ed85386e_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/03918a87-9773-4fd8-af57-5172ed85386e_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथ में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/03918a87-9773-4fd8-af57-5172ed85386e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौ खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दी दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की दुका एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हो उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4caa0ed2-3304-4b98-978a-5c68e956bcee_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठी मिठाई ला साथ लाए हैं। हम सब मिल मिठाई खायेंगे। लिये पेर मामा से कहा कहानी कहने सुनीगु। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4f308ca5-f6b7-42bf-984d-8c670ad94b99_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दो दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4f308ca5-f6b7-42bf-984d-8c670ad94b99_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसकीभी मन उड़ने को करत��। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4f308ca5-f6b7-42bf-984d-8c670ad94b99_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वह खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील व कु में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कोई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी थोड़े देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपनी झोले में रखी रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/718d7bb0-313f-4f43-baed-25879888e095_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हम हम हमे बंदर देखे। हमे उनको केले दिए। सबसे सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/718d7bb0-313f-4f43-baed-25879888e095_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पंछी रहते है। उसमें एक बूढ़ा कुआ भी था। कौआ बूढ़े बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी परिक्षियों पंछियों पंछियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कोवो कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a5119c61-0e15-4347-9a30-7ba41859d175_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मे मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a5119c61-0e15-4347-9a30-7ba41859d175_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई सहर में रहता है। वह बड़े विधालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई ले खेल बहुत अच्छी तरह ल खेलने आते हैं। राजू उस उन दोनों की तरह बना चाहता है। - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a5119c61-0e15-4347-9a30-7ba41859d175_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में ग कई तरह के झूले भी थे जि जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हेंसमो समोसे की एक दुकान दिखाईदिखी। - - अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलाकर मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b14bcacb-1b87-4e41-880a-529737aba77b_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इसे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b14bcacb-1b87-4e41-880a-529737aba77b_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी गा उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक एक आदमी उस उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b14bcacb-1b87-4e41-880a-529737aba77b_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया।सामान खरीदना खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खा खाई । माया बहुत खुशी थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b24bf087-fc47-4551-ab59-888c9098825d_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b24bf087-fc47-4551-ab59-888c9098825d_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रोकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b24bf087-fc47-4551-ab59-888c9098825d_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील देखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर देर बाद देर के बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खा खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसे उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झीले झोझोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e3aa8181-05a2-4bba-a544-4c6f11c3c961_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय गाय है। वह हरी हरी घास खीती ���ीती खाती है। वह बहुत बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e3aa8181-05a2-4bba-a544-4c6f11c3c961_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत बहुत खूरारती खूरारती था। जब वह किस को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को कराता। उसने उसके पंख छोटे थे इसलिये इसलिये वह उड़ पही नहीं पाता था। ब जब हवह घोंसले में अकेला अकेला था, उसने उस उड़ने की कोशिश कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा -" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e3aa8181-05a2-4bba-a544-4c6f11c3c961_HI_S4_ST2_0.wav,माधव माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माध माधव को झील झील दिखाने ले गई। वावहाँ खूब चहल चहल-पहल थी और कुछ लोग झी झील में नाव पर घूम रहे थे। जिंगो झील झीलके पास एक पास एक ठि ठिकाई वाला आया। माधव माधव को ठिकाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसको लिए कई सारी मिठाइयाँ मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँमिठाइयाँ अपने झोटे झोले झोले झोले में रख लींलीं। माधव की बड़ी बहुत बहु बहन घर पर थी। अपअपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0b35b9ba-9806-47a5-bd9c-74be56008909_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0b35b9ba-9806-47a5-bd9c-74be56008909_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। तब अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुश से कुट-कुट करती रही। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/25edbe94-440b-4c37-bb7a-e3334c732e07_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/25edbe94-440b-4c37-bb7a-e3334c732e07_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता था तो उसको भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नही तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/25edbe94-440b-4c37-bb7a-e3334c732e07_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जि और फल मिले रहे थे। नानी ने बहुत सारा समान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश हुई थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a7c54ab-ebe6-4f2e-bcb7-2eb8fac39582_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सब सबको यह कहानी सु सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e519c739-7e0e-4fc7-b754-a7badc763525_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e519c739-7e0e-4fc7-b754-a7badc763525_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता । इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e519c739-7e0e-4fc7-b754-a7badc763525_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f0398aa7-b7bd-4885-8b90-4d701d326adb_HI_S3_P_1.wav,मेराचाचा की शादी है मेरे चाचा की शादी है। सबके नए कपड़े बने हैं। बस मोहन आ रहे हैहैं। घर में धूधूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f0398aa7-b7bd-4885-8b90-4d701d326adb_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल पर उन्हें देख रही थी। फिर हम आसमान मे नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चो बच्चे की परी देखकर बहुत खुश हुई। शाम को परी के बच्चों का खुश खेलने दिए। फर लाल परी अपने परलोक वाप्यार लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10050b12-92bb-4626-8d1c-f224256f04ce_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबसे नए कपड़े कपड़े बने हैं। सब मेहमान आ रहे हैं। घर मेंधूम धूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10050b12-92bb-4626-8d1c-f224256f04ce_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर उस फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लग लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10050b12-92bb-4626-8d1c-f224256f04ce_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह के रंग रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जान जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी बड़ी सी दुकान माया को दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी ली खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश हुई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9152e2e6-4797-4da2-8955-7367268b1f86_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9152e2e6-4797-4da2-8955-7367268b1f86_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9152e2e6-4797-4da2-8955-7367268b1f86_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ी थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का बेटा छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8468addd-2998-494b-bc69-6250d12e4cb9_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8468addd-2998-494b-bc69-6250d12e4cb9_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी अमन के पिताजी दुकान चलाते थे - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8468addd-2998-494b-bc69-6250d12e4cb9_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी राधा दादी के साथ रहती है - - - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84ce92a3-2f4c-436b-b7f1-d91d67474d9d_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आप के पेड़ हैं। हम आप आम तोड़कर खाते हैं। आम की क क चटनी भी बनती है। हम सबको आप आम कच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84ce92a3-2f4c-436b-b7f1-d91d67474d9d_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/84ce92a3-2f4c-436b-b7f1-d91d67474d9d_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बचार घुमाने ले गई। बज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिलन मिल रहे । - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf4ff243-98a9-471c-b973-057392a25921_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf4ff243-98a9-471c-b973-057392a25921_HI_S3_ST1_1.wav,"मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे, बिजली कड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने पड़ने लगीं। - - -" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf4ff243-98a9-471c-b973-057392a25921_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दाद दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। - - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e15f277d-b300-444e-ac7f-7f0923516cdf_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e15f277d-b300-444e-ac7f-7f0923516cdf_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव मे पास के विहालय में पढ़ने जाता। वह खूब मे मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते हैथे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e15f277d-b300-444e-ac7f-7f0923516cdf_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी के बहुत सारा - - - - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81ef8cb0-52a4-4fe3-b7c0-887d0acb2273_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81ef8cb0-52a4-4fe3-b7c0-887d0acb2273_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जह जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारि बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कप कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भ�� घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/81ef8cb0-52a4-4fe3-b7c0-887d0acb2273_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झीझील दिखाने ले गई। ववहाँ खू खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई मा सारी मिठाइ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइ अपने झोले में रखी थी रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a242a81f-5deb-4206-9af6-13880944ad6e_HI_S1_P_4.wav,राधा केपास पास एक तोता है। उसकी उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बहुत बबोलता है। स सब सब के हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a242a81f-5deb-4206-9af6-13880944ad6e_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत बहुत से कछुए रहते थे। लड़को तालाब के किनारे किनारे जाते और कुछ देखते देखते।। कभी कभी कछुए चलते ते कभी हाथ-पैर अंदर अंदर कर कर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। - -" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d25be7c1-8c55-4c51-97bd-926568579e74_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d25be7c1-8c55-4c51-97bd-926568579e74_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d25be7c1-8c55-4c51-97bd-926568579e74_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e8a7097-708f-4b70-9c63-8882da64ef18_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक गाँव नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e8a7097-708f-4b70-9c63-8882da64ef18_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3e8a7097-708f-4b70-9c63-8882da64ef18_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मीठा मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1aa8c86c-17c1-4982-8f5d-9d6ebcd376ec_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1aa8c86c-17c1-4982-8f5d-9d6ebcd376ec_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ने उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1aa8c86c-17c1-4982-8f5d-9d6ebcd376ec_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधवन की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/663dd1a5-a381-48e5-83af-c38e20f4d758_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/663dd1a5-a381-48e5-83af-c38e20f4d758_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अच���नक दोनों ने वहाँ साँप साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91357fc3-c03c-4a5c-8f1e-0aa49e7d57ee_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91357fc3-c03c-4a5c-8f1e-0aa49e7d57ee_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई ले खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सब सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1efcf780-869e-4f6c-bafa-f0d7de5ff21e_HI_S2_P_0.wav,मरने का औसम है। पबको गरमी लग रही है। लोग पीबू का शरबत पी रहे हैं। औल छाता खोलकर तूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26130a39-a764-4cd8-98b3-74a4e1f9f2f2_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भरा जाता है। इससे इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26130a39-a764-4cd8-98b3-74a4e1f9f2f2_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुंचे पाये पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26130a39-a764-4cd8-98b3-74a4e1f9f2f2_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन न नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की एक छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c18d1c74-edfb-4327-88be-f864e27bae20_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c18d1c74-edfb-4327-88be-f864e27bae20_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत द��नों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चो की घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/12c1984f-dcd6-4e2c-a418-45c5f59b703a_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें पूरी कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/12c1984f-dcd6-4e2c-a418-45c5f59b703a_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/12c1984f-dcd6-4e2c-a418-45c5f59b703a_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील देखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5b605dad-5143-4f7e-bd77-395610688b2b_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाते है बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5b605dad-5143-4f7e-bd77-395610688b2b_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। लाल अब परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5b605dad-5143-4f7e-bd77-395610688b2b_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयो अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac4be568-5463-49e6-b287-32734513378d_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac4be568-5463-49e6-b287-32734513378d_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग ने आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ac4be568-5463-49e6-b287-32734513378d_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी के पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव ने केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8824a0c5-441c-4dfe-bc11-01ec4ea80a51_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबका सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर धूप धूप घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8824a0c5-441c-4dfe-bc11-01ec4ea80a51_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आस आसान आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8824a0c5-441c-4dfe-bc11-01ec4ea80a51_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेल खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। स्याम शाम हो शाम को जब वे घर लौटे लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए ���ूब सारी जलेबी खरीदी जलेबिया खरीदी । केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छो छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/914491f1-6f51-4916-9c26-b7b58c0b0c67_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/914491f1-6f51-4916-9c26-b7b58c0b0c67_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे अमन के पिताजी दुकान चलते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/914491f1-6f51-4916-9c26-b7b58c0b0c67_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती है। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की दुकान एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। तथा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9882437a-3305-4dff-8aca-ae6966482578_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9882437a-3305-4dff-8aca-ae6966482578_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9882437a-3305-4dff-8aca-ae6966482578_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश हुआ था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ba790bf0-91a2-402f-bf92-85992e2c2cb3_HI_S1_P_6.wav,राज राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ba790bf0-91a2-402f-bf92-85992e2c2cb3_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शिरारत शरारत था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन मन उड़ने को करता। उसके फक पख पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकले अकेला वह नहीं अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ba790bf0-91a2-402f-bf92-85992e2c2cb3_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखने के दिखाने ले गई। वहाँ खूब खूब चलहल चहल-पहल थे थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जब कई बच्चों खेल रहे थे। छोटी थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई साब सारी मिठायाँ खिलाई दी खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने थैले अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी महान घर पर थी। अपनी महान के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत शुखा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4bb6540d-e549-4f0a-97f3-55311d7c0225_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e2a2c0a-a955-40c7-8601-e81ffa3d6b02_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e2a2c0a-a955-40c7-8601-e81ffa3d6b02_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e2a2c0a-a955-40c7-8601-e81ffa3d6b02_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन ��े साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/852e5136-7b33-44f9-8d8a-271358f6b25d_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/852e5136-7b33-44f9-8d8a-271358f6b25d_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/852e5136-7b33-44f9-8d8a-271358f6b25d_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाने खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a778b2c-e11c-4838-bb20-780873dc760d_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a778b2c-e11c-4838-bb20-780873dc760d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9a778b2c-e11c-4838-bb20-780873dc760d_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/39bd49c6-28e7-4df1-8dde-2a6744318928_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/39bd49c6-28e7-4df1-8dde-2a6744318928_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भागा गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b39f20c-8cde-453e-aaa5-a58ce0d39d1b_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b39f20c-8cde-453e-aaa5-a58ce0d39d1b_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सब सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b39f20c-8cde-453e-aaa5-a58ce0d39d1b_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64616f97-05ba-426a-8ecf-9d3f8be4b145_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/64616f97-05ba-426a-8ecf-9d3f8be4b145_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6da085f7-6bde-4bce-9171-69fc10b8100b_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। बको हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8d0f8400-c67b-468d-b252-cc6301f2a968_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d42ba7aa-0070-4aed-b248-90cebc76e66f_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dca2260a-1bd6-4003-b26d-2363c60aa35b_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dca2260a-1bd6-4003-b26d-2363c60aa35b_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dca2260a-1bd6-4003-b26d-2363c60aa35b_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d5ab684-60cd-466e-bd60-e2bbd94ade04_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8e420fbf-44ee-44d3-ad61-75e090752a54_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8e420fbf-44ee-44d3-ad61-75e090752a54_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ddaffe31-e1f9-4dc6-b68b-bc5263ecfb91_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ddaffe31-e1f9-4dc6-b68b-bc5263ecfb91_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्च��� परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/77c900dd-0d82-41ce-a377-c222ba5ebda0_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/77c900dd-0d82-41ce-a377-c222ba5ebda0_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/77c900dd-0d82-41ce-a377-c222ba5ebda0_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4bb0cd3-f84c-40a4-b0df-ec00e6ea6ff5_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4bb0cd3-f84c-40a4-b0df-ec00e6ea6ff5_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d4bb0cd3-f84c-40a4-b0df-ec00e6ea6ff5_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/15f58b1d-d6cb-4e5f-901a-a77f89c39774_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/15f58b1d-d6cb-4e5f-901a-a77f89c39774_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/57592f84-a471-4012-b259-02d73520ce3c_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8374666-b8ee-4ef4-a2f6-db9d735b37f4_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8374666-b8ee-4ef4-a2f6-db9d735b37f4_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8374666-b8ee-4ef4-a2f6-db9d735b37f4_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f071e50e-6f8b-43e3-86a4-04f2e5caa976_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f071e50e-6f8b-43e3-86a4-04f2e5caa976_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/559f3eac-1bca-4d14-acfc-31d52a39a0ae_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब ह���। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bf92688-65bc-4fc8-a2fb-ea4daaa9bc1e_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bf92688-65bc-4fc8-a2fb-ea4daaa9bc1e_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bf92688-65bc-4fc8-a2fb-ea4daaa9bc1e_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0e9230e0-43da-4548-8af6-8c34944d8a9c_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0e9230e0-43da-4548-8af6-8c34944d8a9c_HI_S2_ST1_0.wav,एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी ।---- --------------- --------------- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c794e198-9950-4eea-861b-fce230db858c_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c794e198-9950-4eea-861b-fce230db858c_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसकी भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसकी लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c794e198-9950-4eea-861b-fce230db858c_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी ने केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf1a0145-3ea3-4e9c-bc70-e35ba2b21173_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकान दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf1a0145-3ea3-4e9c-bc70-e35ba2b21173_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मे मेला मेला देखने गये। उन्हें मेले मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहां गरम वहाँ गरम-गरम हल हलवा और जलेबी जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf1a0145-3ea3-4e9c-bc70-e35ba2b21173_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव माधव माधव को झील दिखाने ले गये वहां वहाँ खूब चल चहल-पहल थी और कुछ लोग के झील में नाव पर घूम रहे हैं झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक एक मिठाई वाला आया। माधव माधव को मिठाई खाने खाना बहुत पसंद पसंद था। नानी ने उसके लिए कही कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने अपने झोले में रख दी माधव माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f4b5d6ce-8a87-41ba-a372-63c013810245_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बो बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f4b5d6ce-8a87-41ba-a372-63c013810245_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही है हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/63505712-3d4c-4e5a-a2a4-b3af85dbaee9_HI_S2_P_9.wav,चाच्चा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/63505712-3d4c-4e5a-a2a4-b3af85dbaee9_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ था।। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे के केले की सब्ज़ी बनाते हैं है।। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी - बनती है। केले पर चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरे केले मेरे भाई केले की चाट बनाकर खाते है। मैं रोज़ सुबह दूध पीकर होता हूं के साथ केला खाती हूँ। उसके लिए मुझे ताकत मिलती थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/73be4e78-c822-4f89-ba86-b71ad03b30b4_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हम हमने उनको केले दिए। सब सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/73be4e78-c822-4f89-ba86-b71ad03b30b4_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/73be4e78-c822-4f89-ba86-b71ad03b30b4_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खेलने खिलौने मिल रहे थे। मेले मे इन मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के सारे सैर लग लगाई। थोड़ी आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसे खाना बहुत पसंद था। दादी ने उनके लिए समोसे खरीदा। राधा ने उसे उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b7ae559c-5450-4dd5-960e-1659aff15a8a_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। रमे नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b7ae559c-5450-4dd5-960e-1659aff15a8a_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते हैं दिन भर सब ठीक रहता है। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b7ae559c-5450-4dd5-960e-1659aff15a8a_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती है। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे रहे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झोले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसे लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिये। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खु�� थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/af2f7d3d-5caa-4cd6-9365-caf84d68a6a7_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/af2f7d3d-5caa-4cd6-9365-caf84d68a6a7_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते है। दिन भर सब ठीक रहता है था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आ आराम आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/af2f7d3d-5caa-4cd6-9365-caf84d68a6a7_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8241fb74-4982-4f7d-9cf3-15a696e7589e_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8241fb74-4982-4f7d-9cf3-15a696e7589e_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8241fb74-4982-4f7d-9cf3-15a696e7589e_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। उसने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसा समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32bd5370-852f-4d78-bda7-3d4899b8e1d6_HI_S2_P_4.wav,गाँव में एक सड़क है। वह काफी पुरानी है। उसमें पानी भर जाता है। इससे सब दुखी हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32bd5370-852f-4d78-bda7-3d4899b8e1d6_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/32bd5370-852f-4d78-bda7-3d4899b8e1d6_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/531ca2ff-8456-4f6a-aeec-8f4f52a055f6_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वे यह। उसने भालू का नीचा दिखाया। सब सब लोगों को मज़ा आया। सबने ला ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/531ca2ff-8456-4f6a-aeec-8f4f52a055f6_HI_S2_ST1_5.wav,सलामा बीच में घू घूमने गई। वह आम का एक बड़ा था। पेड़ पर बहुत आम थे। सल सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम नहीं पहुँचा पाये। देर तक सोच के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथ में आ गया। उसने खुश खूब मज़ा से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bc52296a-2f8a-4d6e-92a0-25778afd9062_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bc52296a-2f8a-4d6e-92a0-25778afd9062_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bc52296a-2f8a-4d6e-92a0-25778afd9062_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमना घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरी���ी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ce026bb5-976a-4a8f-88eb-1af8e1c3fa06_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ce026bb5-976a-4a8f-88eb-1af8e1c3fa06_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका गांव भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साती साथ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ce026bb5-976a-4a8f-88eb-1af8e1c3fa06_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी देखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। और केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश हुआ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dcc857f4-aa92-4a3b-856e-a21c737f20cb_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dcc857f4-aa92-4a3b-856e-a21c737f20cb_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6bc4912-7b80-4ebf-9491-72088ae5d77e_HI_S1_P_2.wav,दिन में एक नाव है। व वह बदु बहुत पुरानी है। नाव नाव धीरे-धीरे धीरे चलती है। -- +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53ba3c45-9b3d-408a-b2b7-cdaa8858bc0a_HI_S1_P_13.wav,सोन सो सो सो सोनमा गा गाना गाती है। उस उस गाने गाने अच्छा गाती है। उसके आवाज़ मी मीटी है। सबसे अच्छा उसे शब्द करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94f66bfd-0db3-49c3-815d-0e301f8b3a4c_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94f66bfd-0db3-49c3-815d-0e301f8b3a4c_HI_S1_ST1_4.wav,र���जू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता था जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। लंबी उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94f66bfd-0db3-49c3-815d-0e301f8b3a4c_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरी सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया के सारे मिठाई - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/04664820-e260-4d9e-adb7-4c5d3f1ee482_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/04664820-e260-4d9e-adb7-4c5d3f1ee482_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम उनके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/83618c18-5629-4e92-a934-960105e4bc8d_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/83618c18-5629-4e92-a934-960105e4bc8d_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b36d1ce1-3fe1-4038-ad4a-0191aa6dcc07_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b36d1ce1-3fe1-4038-ad4a-0191aa6dcc07_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फुट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/19425673-60c8-4d3a-819b-6a6cbe5e64b4_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार से बहुत बाज़ार में बहुत दुकान थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने का खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/19425673-60c8-4d3a-819b-6a6cbe5e64b4_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कं कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इसे इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर ख़ुशी खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/19425673-60c8-4d3a-819b-6a6cbe5e64b4_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा ने समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d1020d8-2de7-48d4-a789-4d7759ed8824_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d1020d8-2de7-48d4-a789-4d7759ed8824_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3d1020d8-2de7-48d4-a789-4d7759ed8824_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5687d766-ed94-4846-bd13-c67a963bd6bf_HI_S3_P_3.wav,नीतू के घर में गाय है। उसका रंग सफ़ेद है। गाय हर��� घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5687d766-ed94-4846-bd13-c67a963bd6bf_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही है । गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5687d766-ed94-4846-bd13-c67a963bd6bf_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ad838ff7-f0ca-46a3-a22f-380d9240d9bb_HI_S1_P_2.wav,नदी के न नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चल चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/60ced34e-16bd-4180-b033-b4ab4e7e0262_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/60ced34e-16bd-4180-b033-b4ab4e7e0262_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/60ced34e-16bd-4180-b033-b4ab4e7e0262_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be892c98-c887-4a10-9324-326f140a1928_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be892c98-c887-4a10-9324-326f140a1928_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या लिया आज जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be892c98-c887-4a10-9324-326f140a1928_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1a5658f-aea8-4593-9e89-60c4daa7bfd2_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee2d2e33-7205-4ff0-8d94-5d0456a46546_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee2d2e33-7205-4ff0-8d94-5d0456a46546_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात के चूहे बहुत परशन करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली बिल्ली ने डर से चूहों अब दुकान में नहीं आते हैं। पिजा पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f1a12d93-aba4-4e0e-9c62-4e0a961defbd_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f1a12d93-aba4-4e0e-9c62-4e0a961defbd_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/216e3972-09ed-4724-8d5f-9e3ce34eef1a_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद क��ते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/216e3972-09ed-4724-8d5f-9e3ce34eef1a_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मह मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/216e3972-09ed-4724-8d5f-9e3ce34eef1a_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2585dd9c-4732-49bd-bedd-45d751474062_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2585dd9c-4732-49bd-bedd-45d751474062_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26b56e29-567b-4d73-a809-14479d9ac0e5_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26b56e29-567b-4d73-a809-14479d9ac0e5_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर पकाते खाते हैं। केलों से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केला खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/26b56e29-567b-4d73-a809-14479d9ac0e5_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्���े खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/678e28a5-9b60-43ec-90ad-77b186ffc6ae_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/678e28a5-9b60-43ec-90ad-77b186ffc6ae_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/678e28a5-9b60-43ec-90ad-77b186ffc6ae_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/981a9e76-0368-4225-88ef-6082d99e9fee_HI_S4_P_0.wav,हम सभी मसूरी घूमने गए। वहाँ हमने पानी का झरना देखा। झरना बहुत ऊँचा था। वहाँ हम सबने फोटो भी खींची। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c71b0af5-621f-461c-813d-22fce7a687f4_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c71b0af5-621f-461c-813d-22fce7a687f4_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c71b0af5-621f-461c-813d-22fce7a687f4_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले मे��� रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fe6cd39c-1a88-41a2-bbdb-563bfb6fdff3_HI_S3_P_5.wav,सोना के पास एक गंदे है। गंदे का रंग लाल है। वह गेंद से खेलती है। उसे खेलकर मज़ा आता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fe6cd39c-1a88-41a2-bbdb-563bfb6fdff3_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर गई थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01b2a051-8345-431a-bc5e-04951e0ba30c_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01b2a051-8345-431a-bc5e-04951e0ba30c_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01b2a051-8345-431a-bc5e-04951e0ba30c_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1836f2f4-5176-4726-938a-6db0939b8c9f_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1f8cfb65-47c5-48c3-923b-4ce15bef2c0a_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1f8cfb65-47c5-48c3-923b-4ce15bef2c0a_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओ��� को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली कर बजाते। घर जाते सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1f8cfb65-47c5-48c3-923b-4ce15bef2c0a_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2c3a7bed-22d2-48aa-ab6b-8f34346da993_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36c01cb2-56a8-4718-b0b0-6461dfcb176b_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36c01cb2-56a8-4718-b0b0-6461dfcb176b_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36c01cb2-56a8-4718-b0b0-6461dfcb176b_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/45cd9e40-19fa-4d54-a79a-7865d70b5e33_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/45cd9e40-19fa-4d54-a79a-7865d70b5e33_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/45cd9e40-19fa-4d54-a79a-7865d70b5e33_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d05af8e-d3a2-4834-8089-4e74bf92e463_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़े है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d05af8e-d3a2-4834-8089-4e74bf92e463_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन एक दिन कुछ लग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc1a8d35-5029-4928-b125-aa9471f36cf7_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc1a8d35-5029-4928-b125-aa9471f36cf7_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24ede058-4783-4ec3-81d7-04806ffac8e2_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/24ede058-4783-4ec3-81d7-04806ffac8e2_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/576c0a38-97b9-47e0-9aa7-ff4773fe1445_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के बड़ेहैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/576c0a38-97b9-47e0-9aa7-ff4773fe1445_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे हैं । आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही है । फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हो गए । शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने पेरीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/634330e1-5649-476c-89bb-59017f4e67b2_HI_S3_P_5.wav,सोना के पास एक गेंद है। गेंद का रंग लाल है। वह गेंद खेलती है। उसे खेल खेलने में मज़ा आता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/634330e1-5649-476c-89bb-59017f4e67b2_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब में किनारे बहुत से कुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कुओं में देखते। कभी कुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते हैं , जैसे कोई पत्थर हो पत्थर हों। लड़के तो देखकर खूब ज़ोर से हँसते है खूब ताली बजाते हैं । घर जाकर सबको कुए हैं कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d9bca933-a0e5-42cc-a574-1a41bcce13ab_HI_S3_P_4.wav,गोलू के पास एक बकरी है। उसका रंग सफ़ेद है। वह घास खाती है। बकरी रोज़ दूध देती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d9bca933-a0e5-42cc-a574-1a41bcce13ab_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिता पिताजी दुकान दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूले बहुत परेशान करतेचूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान से निकल दिया । पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dabf31c7-a3ef-40ff-aff0-fa9807e44c69_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dabf31c7-a3ef-40ff-aff0-fa9807e44c69_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dabf31c7-a3ef-40ff-aff0-fa9807e44c69_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले ���ई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53cb90b6-d253-4e47-b0e7-988a5bcca761_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उनकी उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53cb90b6-d253-4e47-b0e7-988a5bcca761_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़ लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे जैसे कई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53cb90b6-d253-4e47-b0e7-988a5bcca761_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dab760c5-0e13-4661-b3ea-047e61325b8e_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dab760c5-0e13-4661-b3ea-047e61325b8e_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8a4e0d56-156e-41d9-8627-79b1df22f440_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8a4e0d56-156e-41d9-8627-79b1df22f440_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ र��ी थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8a4e0d56-156e-41d9-8627-79b1df22f440_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0afa83e-38eb-4382-b894-475ee28d6d95_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0afa83e-38eb-4382-b894-475ee28d6d95_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c0afa83e-38eb-4382-b894-475ee28d6d95_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ffd05e6e-f7a6-4785-9cf6-a16f6d989b82_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ffd05e6e-f7a6-4785-9cf6-a16f6d989b82_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ffd05e6e-f7a6-4785-9cf6-a16f6d989b82_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/34c5c00f-b26c-4896-aad9-9397613e13d3_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पे पलंगे पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/34c5c00f-b26c-4896-aad9-9397613e13d3_HI_S3_ST1_1.wav,"मेरे मैं और मेरी बहन छत पर खेल रहे थे। अचानक आ आसमान में बादल गरने लगे, बिजली तड़कने लगी। बड़ी-बड़ी बूँदें पड़ने लगीं। हम जल्दी से भागकर नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम समोसे और पकौड़े ले आया। हमने खिड़की के पास बैठकर समोसे-पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/843f21a4-2801-400f-9d46-104db56734c9_HI_S2_P_12.wav,कमल कमल एक मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/843f21a4-2801-400f-9d46-104db56734c9_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया के मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से ल लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b1c45110-b852-446a-aef6-66adc44efdc1_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b1c45110-b852-446a-aef6-66adc44efdc1_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह दंग गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश में रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b1c45110-b852-446a-aef6-66adc44efdc1_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने म��ल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e9294e38-fcce-44ac-abb9-053284d4d8c5_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80aac8d6-ec84-4b5d-9dda-e04e533f5b59_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80aac8d6-ec84-4b5d-9dda-e04e533f5b59_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उनके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/80aac8d6-ec84-4b5d-9dda-e04e533f5b59_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f69dafd4-9a4c-4429-bff0-87d8bc5bfbf1_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f69dafd4-9a4c-4429-bff0-87d8bc5bfbf1_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f69dafd4-9a4c-4429-bff0-87d8bc5bfbf1_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने ��गा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a537c1a-3fb7-49aa-9053-38f20e003ef2_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a537c1a-3fb7-49aa-9053-38f20e003ef2_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने पेरीलोग वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a537c1a-3fb7-49aa-9053-38f20e003ef2_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d5cc87e-297c-4882-a32e-8054cdae94e2_HI_S1_P_2.wav,दिन में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4d5cc87e-297c-4882-a32e-8054cdae94e2_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी बहन एक बड़ी बहन वह एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी लड़की खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छी लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ भोज मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e88e2c63-2379-451d-87e9-84c32f230f80_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e88e2c63-2379-451d-87e9-84c32f230f80_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दि�� बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e88e2c63-2379-451d-87e9-84c32f230f80_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55047d25-6d7b-4c48-851f-478bb1cab606_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55047d25-6d7b-4c48-851f-478bb1cab606_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55047d25-6d7b-4c48-851f-478bb1cab606_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/76386c90-5e6c-42fc-a4d9-5719781d5d0a_HI_S3_P_11.wav,सिलेमा का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ तालाब भी है। सिलमा गाँव की सोर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9815e2e2-346f-415c-a649-4f82b2aca7b5_HI_S1_P_13.wav,सोमन गा ना गा ती है। उसने गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब सब उसे पेसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5c74034-b260-407e-ab7d-83cac84232c8_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद दिख रहा है। तारे भी चमक रहे हैं। सब लोग सो गए हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5c74034-b260-407e-ab7d-83cac84232c8_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहु�� सारे बच्चे खेल रहे थे। आस आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट आई लोट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5c74034-b260-407e-ab7d-83cac84232c8_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई।नानी बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और पका अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया ने मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश हुयी थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/16b041dd-5551-42a6-9828-a95720069897_HI_S3_P_7.wav,सोनू बाग में खेल रहा था। वहाँ आम के बहुत पेड़ थे। सोनू ने एक आम तोड़ा। आम बहुत मीठा था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/16b041dd-5551-42a6-9828-a95720069897_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगाता उगाता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों से बुलाकर । सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाएगे। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गये । आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब लोग सब खेलते जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/16b041dd-5551-42a6-9828-a95720069897_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादा दादी राधा को मेले मेला मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ शोर सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्होने समोसे की एक दुकान देखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्होने अपने झोले में रख लिया। राधा को छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a5ac0aa-d6d2-4d15-92cc-a54af1d62afb_HI_S3_P_5.wav,सोना के पास एक गेंद है। गेंद का रंग लाल है। वह गेंद से खेलती है। उसने खे उसे खेलकर मज़ा आता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a5ac0aa-d6d2-4d15-92cc-a54af1d62afb_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ दिन उग��ा था। कोई वहाँ खेलने नहीं आता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मंगवाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेल खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1a5ac0aa-d6d2-4d15-92cc-a54af1d62afb_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। में नाव वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उस उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/21404a8b-d94a-4618-bae6-eed41a9fd514_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सू सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनाना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/21404a8b-d94a-4618-bae6-eed41a9fd514_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढे कोए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढे कोए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/21404a8b-d94a-4618-bae6-eed41a9fd514_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहता था। एक दिन दादीजी केशव को बगीचा घुमाने ले गइ। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचेबेठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी ज जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/43323a34-671a-4bdc-973d-fb59d639f90f_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सम सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/43323a34-671a-4bdc-973d-fb59d639f90f_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विधालय में पढ़��े जाता। वह सुख मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/43323a34-671a-4bdc-973d-fb59d639f90f_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दा दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वह बहुत सारे बच्चे थे और रंग बिरंग रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन्हें जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। रा राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc2784e0-f134-4438-81a2-a71ce79ef8cb_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc2784e0-f134-4438-81a2-a71ce79ef8cb_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उस उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cc2784e0-f134-4438-81a2-a71ce79ef8cb_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8fd1898a-f3b2-4b7a-a8f8-f2f9b9081677_HI_S2_P_2.wav,"आज मामा आए हैं। मिठाई ""सा-सारी लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से ""कहेंगे"" सुनेंगे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8fd1898a-f3b2-4b7a-a8f8-f2f9b9081677_HI_S3_ST1_3.wav,"बिमा - बिमला और ""जया - जया"" मेला ""देख- देखाने"" गये। ""उन्ही-उन्ही"" मेले में तरह-तरह की ""दुकान"" ""दिखाई""""मिली""। में बहुत ""झूल"" झूले थे। 'वह"" ""गहर""गरम-गरम हलवा और ""जलुबी"" ""जलेबी"" भी""बिख-बिख"" रहीं थीं। ""जलेबी""-जलेबी देखकर दोनों के ""मुह""-मुँह में पानी ""आ गया""आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन""कर""- करने लगा। ""बिमला ने""-विमला ने""ल ल ल ""- जलेबी ""खाकर"" ""खर -खरदी""। दोनों ""नहीं"" ""मिलकर""-मिलकर जलेबी खाई। ""सारी"" को दोनों घर ""लोटी आई""।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be5754c4-c68e-44ee-8a6d-5a31e0c982c0_HI_S2_P_12.wav,"कमल कमल के मा मकमल के मामा आए हैं। मामा ""को""गाँव बहुत""दूरी"" है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने ""वा""- वाले हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be5754c4-c68e-44ee-8a6d-5a31e0c982c0_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल ""जा""-छाये थे। ""ठी ठकी-ठक "" ""हवा चल रही"" ठंडी -ठंडी हवा चल रही थी ""में मो मैंना मैना"" सोचा, आज झूला झूलते हैं। ""बब ""-बड़े ""भोया"" एक ""मेटी मेटी सी"" ""सस-सस्सी सस्सी "" मोटी सी रस्सी लेकर आए। ""हम उस पेड़ के लटकाए"" कर झूला बनाया। सब ""नहीं मिलकर"" सब मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे ""बच्च ""बच्चे आकर ""मुझे"" से खेलने लगे। ""खु खुलती खुलती खु खुलती"" रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/35976e59-96e5-4038-a996-47976c5b66a2_HI_S1_P_0.wav,हम बग हमरे हमारे हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़ तोड़ तोड़कर खाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36b78dde-b913-49ca-ba61-6aaa2e72fadd_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/36b78dde-b913-49ca-ba61-6aaa2e72fadd_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे कच्चे के बच्चे खेल रहे है आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे प परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को पू परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d75f1a61-48a5-4c8b-b519-316cf639fdc1_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d75f1a61-48a5-4c8b-b519-316cf639fdc1_HI_S4_ST1_4.wav,मैं और मेरी बहन रीता छत पर खेल रहे थे। अचानक आसमान में बादल गरजने लगे। बिजली कड़कने लगी। बारिश की बड़ी- बड़ी बूदें पड़ने लगीं। मैं और रीता भागकर जल्दी से नीचे आ गए। तभी भैया गरम-गरम पकौड़े और समोसे ले आए। हम सबने नीचे बैठकर समोसे और पकौड़े खाये और बारिश का मज़ा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d75f1a61-48a5-4c8b-b519-316cf639fdc1_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले के कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उनके उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2164933f-4c42-4d9f-a32a-dfd8ba0f7d1c_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। सब को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2164933f-4c42-4d9f-a32a-dfd8ba0f7d1c_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन थी व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता था । वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन भी अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीन रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2164933f-4c42-4d9f-a32a-dfd8ba0f7d1c_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती है रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके प पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाया खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d668bb00-2b1b-464d-bee7-935377084725_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हल हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उस उसे सो सोनी सोनी ने गया खाया । खाने के बाद वह सो सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e85e1be7-3149-42b9-baf9-607177c52777_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e85e1be7-3149-42b9-baf9-607177c52777_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कोआ भी था। कोआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जू जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कोए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बू बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ed7bd1c-c28e-4f21-816c-22d551afd517_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ed7bd1c-c28e-4f21-816c-22d551afd517_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादल बा द लों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों को बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0ed7bd1c-c28e-4f21-816c-22d551afd517_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सा सारा सामान खरीदा और अपने झो ले झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना खाना बहुत अच्छा अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2131ff7f-bb45-402c-b5da-eaf015a28954_HI_S2_P_7.wav,मैं पापा के साथ बाज़ार गया। ब बाजा और जूता लाया। बाजा बजाकर गीत गाऊँगा। जूता पहनकर घूमने जाऊँगा। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2131ff7f-bb45-402c-b5da-eaf015a28954_HI_S4_ST1_3.wav,नम नम नम नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रस्ते में पकौड़ी पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नम नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखों में आँसू निकला निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2131ff7f-bb45-402c-b5da-eaf015a28954_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राराधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4bb325f8-ea2e-4714-aaec-3500c713897c_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी सुनाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4bb325f8-ea2e-4714-aaec-3500c713897c_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर गया भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4bb325f8-ea2e-4714-aaec-3500c713897c_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम न घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर आई घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/35ae5cc5-dacd-401c-adf4-972f3d0cf853_HI_S3_P_10.wav,रात हो गई है। चाँद +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6bb47384-70dd-4330-bdb5-abf9d462086b_HI_S3_P_11.wav,सलीम का गाँव बड़ा है। गाँव में बहुत बहुत पेड़ हैं। एक बड़ा तालाब भी है। सलीम गाँव की सैर करता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6bb47384-70dd-4330-bdb5-abf9d462086b_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ि रहती थीं। गीता सुबह चिड़ि की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती थी , तब पेड़ पर चिड़ि नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6bb47384-70dd-4330-bdb5-abf9d462086b_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार बजार घूमने गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी स स और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fede61ce-5d75-4969-8f86-cca553daa3b6_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fede61ce-5d75-4969-8f86-cca553daa3b6_HI_S4_ST1_1.wav,घर के आँगन में केले का पेड़ है। उस पर बहुत सारे केले लगे हैं। हम कच्चे केले की सब्ज़ी बनाते हैं। उसके पत्तों पर खाना खाते हैं। केले से चटनी भी बनती है। केले की चटनी घर में सबको अच्छी लगती है। मेरा भाई केले की चाट बनाकर खाता है। मैं रोज़ सुबह दूध के साथ केले खाती हूँ। इससे मुझे ताकत मिलती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fede61ce-5d75-4969-8f86-cca553daa3b6_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन ��ादी राधा को मेले घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। उसने अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/504c838e-fdbe-40d1-b375-e38fedc0c1f0_HI_S3_P_5.wav,सोना के पास एक गेंद है। गेंद का रंग लाल है। वह गेंद से खेलती है। उसे खेलकर मज़ा आता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/504c838e-fdbe-40d1-b375-e38fedc0c1f0_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुआ हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/504c838e-fdbe-40d1-b375-e38fedc0c1f0_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील के नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/37f5bc1c-c896-4845-a674-14389c7f80e1_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/37f5bc1c-c896-4845-a674-14389c7f80e1_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/37f5bc1c-c896-4845-a674-14389c7f80e1_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादी के साथ रहता था। एक दिन दा दादीजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादीजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उ��्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादीजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने घर झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3dc1f4c7-33a2-461e-9415-a273b0c89d76_HI_S2_P_8.wav,नानी +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1ebc850-2159-417f-93d5-9d99afa2a207_HI_S1_P_12.wav,काल बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही थी है । मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे रहे +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1ebc850-2159-417f-93d5-9d99afa2a207_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगए गेदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राहे देख रहे थे। _ - _ - _ - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/31317cc6-93ea-4cb0-91d7-b9e5c4d83bbf_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोती हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/31317cc6-93ea-4cb0-91d7-b9e5c4d83bbf_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। आच आचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को निकलने पड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप की बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f8605b6-3edf-4f3e-a158-112d06ef8223_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबके नए कपड़े बने हैं। सब मेहमान मेहमान आ रहे हैं। घर में धूम-धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3f8605b6-3edf-4f3e-a158-112d06ef8223_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँहा ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94dff49c-0e1b-466b-acc5-28a5e1fa05b2_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखा। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94dff49c-0e1b-466b-acc5-28a5e1fa05b2_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच एक से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उस उन बच्चों से के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98fc7ff1-a673-4af5-882d-8bca6bda53e2_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98fc7ff1-a673-4af5-882d-8bca6bda53e2_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इस इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत कर रही है करती है। उसे उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/98fc7ff1-a673-4af5-882d-8bca6bda53e2_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वह बहुत स सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मिलने में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ स सर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसे ले लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झूले झूले में रख लिया। राधा का छोटा भाई पर घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a3b64155-748d-4b77-af33-43a92169e411_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a3b64155-748d-4b77-af33-43a92169e411_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a3b64155-748d-4b77-af33-43a92169e411_HI_S3_ST2_0.wav,केसवे केस्व अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केस्व बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केस्व भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केस्व जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केस्व ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केस्व की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केस्व ने जलेबी खाई। केस्व बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a5b411c4-cd20-4dea-a976-5be29be4693d_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह वह बहुत पुरानी है। नाव धीर -धीर चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f0ba2dbe-eacf-4ca6-ac5e-1b9fd284ad76_HI_S1_P_7.wav,मेरी आप एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत प पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f0ba2dbe-eacf-4ca6-ac5e-1b9fd284ad76_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरा शरारती कर करता। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने का करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह चोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। पगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कुछआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f760ddf3-b80f-4b19-a492-6c5724fd8b5c_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f760ddf3-b80f-4b19-a492-6c5724fd8b5c_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उसने एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों के की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिल मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f760ddf3-b80f-4b19-a492-6c5724fd8b5c_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रह रहती थी। एक दिन नानी आई को मायी को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हों उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। मायी को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ मिठाइयाँ भी खरीदी। मायी ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। मायी की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर मायी ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2df4625a-eeba-4457-b8ec-9030da10804e_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी बिक रही थी _ +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/724439ad-3330-43af-a7da-92abdb516ce6_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/724439ad-3330-43af-a7da-92abdb516ce6_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में त्तरहा त्रहा दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों के मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का म�� करना करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। शाम को दोनों घर लौट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d8379ed-c435-40bd-936c-2ff79fe0f14d_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d8379ed-c435-40bd-936c-2ff79fe0f14d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7d8379ed-c435-40bd-936c-2ff79fe0f14d_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। डोडा थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b6de559f-7b7a-44f3-8fcb-a3b695a626ee_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता है । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/58e797be-6211-4eae-b2ba-2bdc3b0b5624_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/58e797be-6211-4eae-b2ba-2bdc3b0b5624_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/58e797be-6211-4eae-b2ba-2bdc3b0b5624_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे आने जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी�� माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8ab06f4-a01c-465e-83b4-20113f8b2e26_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8ab06f4-a01c-465e-83b4-20113f8b2e26_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आ आसमान में बादलों के बीज से लाल परी उन्हें देखी रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चे साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश होगये । शाम को परी ने बच्चे को कुछ खिलौना दिया । फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1ce0912-02ff-4f65-9722-8e2614e7f9da_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1ce0912-02ff-4f65-9722-8e2614e7f9da_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश को हो रही थी। गाँव में सभी जगह गदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c1ce0912-02ff-4f65-9722-8e2614e7f9da_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कोई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fc99d511-ce7c-454a-8371-8e41b5f827b2_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fc99d511-ce7c-454a-8371-8e41b5f827b2_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fc99d511-ce7c-454a-8371-8e41b5f827b2_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/17e8f96d-c855-4b8e-a70c-e12d7e387398_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/17e8f96d-c855-4b8e-a70c-e12d7e387398_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/17e8f96d-c855-4b8e-a70c-e12d7e387398_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रह रहता थ एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई वहा खूब चहल पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहा कई बच्चे खेल रहे थे थोड़ी देर बाद वहा एक मिठाई वाला आया माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने घोले में रख लीं माधव की बड़ी बहन घर पर थी अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई माधव बहुत खुश था +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/273aed40-86af-4725-9124-cdfad2d0dfe2_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/273aed40-86af-4725-9124-cdfad2d0dfe2_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53bdadbf-e68a-4367-9288-f903fc89cc1d_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूम खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। ���म सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/53bdadbf-e68a-4367-9288-f903fc89cc1d_HI_S2_ST1_5.wav,सरला बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सरला को आम खाने का मन बहु हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सरला के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक देर तक देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7f41ccb1-c102-46b9-883f-2c121a2ffc22_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ad2c5a2d-e7e6-4950-9528-ed8fdc3074ec_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f7fc355b-f811-4bfa-8b73-ddefe0b2336c_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सबसे मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae624848-2ce2-4c4d-b08d-82ea0fc0b6f1_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी शादी शादी है। सबके नही कपड़े कपड़े बने हैं। सब मेहमानमहान आ रहे हैं। घर में धूम-धूम धाम है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cdfcb57a-5665-4ca7-8529-977a546fcbaf_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरसा रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cdfcb57a-5665-4ca7-8529-977a546fcbaf_HI_S2_ST1_4.wav,रामेंपूरा में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्ह गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तब किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खादे मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिए गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4530c75d-f43d-45ed-8d6a-c5f56fb776e3_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनार की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10771146-5cce-4123-9851-6c537da83ef5_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10771146-5cce-4123-9851-6c537da83ef5_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आया बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींख से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10771146-5cce-4123-9851-6c537da83ef5_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के साथ रहती थी रहता था । एक दिन दादाजी केशव को बगीचा का घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गया शाम को जब वे घर लोटे तो लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था दादाजी ने उस उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी केशव सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख ली केशव की छोटी बहन घर पर थी अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई केशव बहुत खुश +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a391b72-a67c-4319-912e-b5a9a00a53cd_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a391b72-a67c-4319-912e-b5a9a00a53cd_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसीलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3a391b72-a67c-4319-912e-b5a9a00a53cd_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौटे लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसे उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eb07ce48-3416-46b5-88ca-9f3de44d2111_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पारे पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eb07ce48-3416-46b5-88ca-9f3de44d2111_HI_S1_ST1_5.wav,अमन केपिता पिताजी दूका दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आये । बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/eb07ce48-3416-46b5-88ca-9f3de44d2111_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घु��ाने ले गई। वहाँ बस्तू सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादीजी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d9ba9103-cd06-4ce3-af2a-2ccae1712722_HI_S3_P_5.wav,सोना पास एक गेंद है। गेंद का रंग लाल है। वह गेंद से खेलती है। उन उसे खेलकर मज़ा आता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d9ba9103-cd06-4ce3-af2a-2ccae1712722_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामू रामू रामपुरा की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्हे गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तत किया कि यहाँ बगीचे बनाया जाए। खेद खाल खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते थे । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/37637733-f308-4ee2-81b5-7c4760b81730_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोता का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/37637733-f308-4ee2-81b5-7c4760b81730_HI_S4_ST1_2.wav,राजू का एक भाई ओ और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनत करता है। उसकी बहन अच्छी मिदाली है। कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आती हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाइये है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8832f3e-05d8-4816-b926-d6e12ef3ed16_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b8832f3e-05d8-4816-b926-d6e12ef3ed16_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव में पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी ल खिलाड़ी थ। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मेज मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6b2f67d-01bd-4041-8c6e-4c516350bdd4_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6b2f67d-01bd-4041-8c6e-4c516350bdd4_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बक���ी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d6b2f67d-01bd-4041-8c6e-4c516350bdd4_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन ना नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/209d8c6d-aadb-4aad-b76e-113a65b8fced_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है।सोनम गाना गाती है उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/209d8c6d-aadb-4aad-b76e-113a65b8fced_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही है थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बास बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। अच्छे घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/209d8c6d-aadb-4aad-b76e-113a65b8fced_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नाना नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना था मिठाई बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झी झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन पर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b4f888cf-c151-4c2a-831c-e70d8aecb99f_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b4f888cf-c151-4c2a-831c-e70d8aecb99f_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी लड़की थी। उसे लं लंबी दौड़ लगाना अच्��ा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b4f888cf-c151-4c2a-831c-e70d8aecb99f_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश हुई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/cf4a0f75-ea78-41bd-b187-629ee166647f_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छो छोए हैं। तोज़ बारिश हो रही है। मोर भी ना च रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f6d46a6b-8c6a-441c-a570-3937395eecb8_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f6d46a6b-8c6a-441c-a570-3937395eecb8_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f6d46a6b-8c6a-441c-a570-3937395eecb8_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसा खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bb84a87-a5de-4a72-a5f3-ff37e55e8436_HI_S4_P_2.wav,शेर जंगल का राजा है। वह मांस खाता है। शेर गुफा में रहता है। सब बस उससे डरते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/9bb84a87-a5de-4a72-a5f3-ff37e55e8436_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते चूड़ी से गिलहर मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bc656282-b1e0-40bf-9ce7-1bbd089ef0db_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf577ab5-9f50-479e-a3f6-4d46c50adef8_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf577ab5-9f50-479e-a3f6-4d46c50adef8_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे काम भी करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aac33ef4-5854-42f5-a206-cb478149c00d_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा मीठा था। उसे सोने से खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aac33ef4-5854-42f5-a206-cb478149c00d_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने टी चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर से फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेह मेहनत करती है। उसे देखे पर कर लगाता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0563f30d-6047-406c-98ce-e41ed91704d4_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0563f30d-6047-406c-98ce-e41ed91704d4_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0563f30d-6047-406c-98ce-e41ed91704d4_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91017b93-eabe-4da6-bce6-82f7b8073499_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/91017b93-eabe-4da6-bce6-82f7b8073499_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/537b473c-25b9-432c-b6d5-4972c5c1aa96_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/537b473c-25b9-432c-b6d5-4972c5c1aa96_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बी बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आये और उन बच्चों के साथ खेलने लगे । बच्चे पूरी परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/537b473c-25b9-432c-b6d5-4972c5c1aa96_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन गा नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान ख खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/075f6ff1-a98e-410a-83bf-b8b828342bbc_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/075f6ff1-a98e-410a-83bf-b8b828342bbc_HI_S3_ST1_4.wav,गाँव में बरगद का एक पेड़ था। उस पर बहुत सारी चिड़ियाँ रहती थीं। उसकी छाँव में एक कुत्ता भी रहता था। एक दिन एक आदमी उस पेड़ को काटने लगा। तभी एक चिड़िया ने उसके सिर पर ज़ोर से चोंच मारी। कुत्ता ज़ोर से भौंकने लगा। आदमी डरकर भाग गया। सबने मिलकर बरगद के पेड़ को बचा लिया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/075f6ff1-a98e-410a-83bf-b8b828342bbc_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे ख���ल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की सी बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/180e8427-0aec-4882-a16f-60849ed07062_HI_S2_P_6.wav,आज सुबह रानी बाज़ार गई। बाज़ार में बहुत दुकानें थीं। रानी ने जलेबी ख़रीदी। उसे जलेबी खाने में मज़ा आया। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/180e8427-0aec-4882-a16f-60849ed07062_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी आँखे से आंसू आँखों से आँसू निकलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/180e8427-0aec-4882-a16f-60849ed07062_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव में घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/268d7411-fe68-4b4c-bdaa-2428391b57ef_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानीयां सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/268d7411-fe68-4b4c-bdaa-2428391b57ef_HI_S4_ST1_0.wav,एक दिन कनक को खेलते-खेलते छोटी सी गिलहरी मिली। कनक उसे अपने घर ले आया। कनक परेशान था कि इतनी छोटी गिलहरी को क्या खिलाया जाए? तभी उसे दूध की बोतल दिखाई दी। उसने बोतल में दूध भरकर गिलहरी को पिलाया। अब छोटी गिलहरी दूध पीकर खुशी से कुट-कुट करती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/268d7411-fe68-4b4c-bdaa-2428391b57ef_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती है । एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगीयां सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान देखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी उसे पसंद की कई सा���ी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4deb6304-036d-420f-9174-2909d3569bac_HI_S2_P_5.wav,बग़ीचे में पेड़ हैं। पेड़ पर एक तोता रहता है। तोता तोते का रंग हरा है। वह लाल टमाटर खाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4deb6304-036d-420f-9174-2909d3569bac_HI_S4_ST1_2.wav,राजू राजू का एक भाई और एक बहन है। बड़ा भाई शहर में रहता है। वह बड़े विद्यालय में पढ़ता है। वह बहुत मेहनती है। उसकी बहन अच्छी खिलाड़ी है। उसे कई खेल बहुत अच्छी तरह खेलने आते हैं। राजू उन दोनों की तरह बनना चाहता है। पढ़ाई में तेज़ होने होना चाहता है और अच्छा खिलाड़ी बनना चाहता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4deb6304-036d-420f-9174-2909d3569bac_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे घुमाने ले गए। बगीचे में बगीचे में कई बच्चों बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। उस अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee9c1cad-5cf2-4f01-9db1-fdb97804d17a_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee9c1cad-5cf2-4f01-9db1-fdb97804d17a_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ee9c1cad-5cf2-4f01-9db1-fdb97804d17a_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बह�� के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67ca0aed-5025-45a3-98e8-6f6cdce454a7_HI_S1_P_2.wav,नदी नदी में एक नाव नाव नाव है नदी में एक नाव है । वह ब हु त पू पू पुरानी है। नाव नाव धीर धीर चलती धीरे-धीरे चलती है। हमें न दी नदी के पार ले जा ती जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67ca0aed-5025-45a3-98e8-6f6cdce454a7_HI_S1_ST1_5.wav,ए म न अमना पि ता जी के पिताजी दो का न दुकान च ला ता चलाता था। दी दिन भेर दिन भर सब ठीक र ह ता रहता था। रा त को चूहे चूहे बी हो त बहुत प रे शा न परेशान के र ता करते परेशान करता है । ए म न अमन ने चूहों को भे भगान का एक ते री तरीका तरीका सो तरीका सोचा। वे वे वह एक एक बेदी बेदी बिल्ली ले आया। बिल्ली के पैर बिल्डली के पैर से चूहा र से चूहे एब एब दुकानमें में न ही आ ते नहीं आते हैं। पि ता जी पिताजी ए म न से बे हु त बहुत खुश हु हु खुश हुए हुए। वह ए एब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2378fffb-673a-46b1-bc2e-65e04601391a_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2378fffb-673a-46b1-bc2e-65e04601391a_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकल निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2378fffb-673a-46b1-bc2e-65e04601391a_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जी और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b0862e9-9c35-4c9f-a1e9-3c1dad768996_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/4b0862e9-9c35-4c9f-a1e9-3c1dad768996_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और ��िर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/076ac516-94f8-464d-8f19-4da5a297004c_HI_S2_P_2.wav,आज मामा आए हैं। मिठाई साथ लाए हैं। हम सब मिठाई खायेंगे। फिर मामा से कहानी सुनेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/076ac516-94f8-464d-8f19-4da5a297004c_HI_S3_ST1_3.wav,विमला और अजय मेला देखने गये। उन्हें मेले में तरह-तरह की दुकाने दिखीं। मेले में बहुत झूले थे। वहाँ गरम-गरम हलवा और जलेबियाँ भी बिक रहीं थीं। जलेबी देखकर दोनों ने मुँह में पानी आने लगा। उन्हें जलेबी खाने का मन करने लगा। विमला ने जलेबी खरीदी। दोनों ने मिलकर जलेबी खाई। श्याम को दोनों घर लौउट आये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/076ac516-94f8-464d-8f19-4da5a297004c_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल खेल आया नही खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/546167b0-8b34-4779-9dab-943d8e3eec0f_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़ तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम चखते अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/546167b0-8b34-4779-9dab-943d8e3eec0f_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हेंने देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर फिर लाल परी अपने परीलोग वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/546167b0-8b34-4779-9dab-943d8e3eec0f_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी से साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़र में कई तरह की रंग-बिरंगी से सब्जियाँ आउर और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा आउर अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हेंने मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खा खाना ब बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंत की कई सारी मिठाइयाँ भी रे खरीदी। माया ने सारी मि सारी मिठाइयाँ अपने झ���ले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी ब बहन के पाथ पथ मिलकर मा _ +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5834f521-dc62-4994-9681-7d4efc7121aa_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई खाई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5834f521-dc62-4994-9681-7d4efc7121aa_HI_S4_ST1_3.wav,नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन _ _ _ _ _ _ _ +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94dd1611-7a73-429c-af6f-ab7e2e7c076c_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटन चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94dd1611-7a73-429c-af6f-ab7e2e7c076c_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट आई । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/94dd1611-7a73-429c-af6f-ab7e2e7c076c_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती है थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी के बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने के उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उस उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी । माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a5d5c0bb-bfbf-4211-9b83-5a4b0cc597cd_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a5d5c0bb-bfbf-4211-9b83-5a4b0cc597cd_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घो घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a5d5c0bb-bfbf-4211-9b83-5a4b0cc597cd_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी स��� दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की एक छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6df528ef-bc87-48ea-ae65-02a7b0dd8def_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह वह बहुत मीठा था। उसे उसे सोनी सोनी ने खे खाया। खाने खाने के बाद वह सो गया । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2a82811-0fbf-464b-b8e9-24e8ee404ba2_HI_S1_P_11.wav,मे मे हलाव बनाया। वह बहुत मीठा था। उस सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c2a82811-0fbf-464b-b8e9-24e8ee404ba2_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वहु वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3c3d17c-f6ad-47a2-81b1-e1b32091c5aa_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमे मेरी उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनना सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3c3d17c-f6ad-47a2-81b1-e1b32091c5aa_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बना बनाया जाए। खाद मँगाकर हर तरह के पौधे लगाये गये। सही समय पर अ पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b3c3d17c-f6ad-47a2-81b1-e1b32091c5aa_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखने झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाली आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसे उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7018d1e7-32aa-4dbe-ae67-50758a6e85b7_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7018d1e7-32aa-4dbe-ae67-50758a6e85b7_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह ब���ुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा चींटी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7018d1e7-32aa-4dbe-ae67-50758a6e85b7_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ab65700-a574-4983-a8dd-6b1f163c138a_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ab65700-a574-4983-a8dd-6b1f163c138a_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7ab65700-a574-4983-a8dd-6b1f163c138a_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a73acb9c-97db-447c-87ce-482d770b5d26_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a73acb9c-97db-447c-87ce-482d770b5d26_HI_S1_ST1_2.wav,"एक खरगोश था। वह बहुत आलसी था। एक दिन वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। अचानक उसने चींटी को देखा। चींटी पेड़ पर चढ़ रही थी और फिर नीचे उतर रही थी। खरगोश ने सोचा ची��टी इतनी छोटी है, पर वह कितनी मेहनत करती है। उसे देख कर लगता है कि मुझे भी काम करना चाहिये।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a73acb9c-97db-447c-87ce-482d770b5d26_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/21986a50-30b1-4308-82be-6648f6bec3bc_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/21986a50-30b1-4308-82be-6648f6bec3bc_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़िया की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब वह वापस आती, तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली गयी हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7404ce98-4d61-426f-ab47-b13c98e1a93f_HI_S1_P_11.wav,माँ ने हलवा बनाया। वह बहुत मीठा था। उसे सोनी ने खाया। खाने के बाद वह सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7404ce98-4d61-426f-ab47-b13c98e1a93f_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7404ce98-4d61-426f-ab47-b13c98e1a93f_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae1096b3-6cb5-4cc2-ae9c-4004c149f4d1_HI_S1_P_4.wav,राधा के पास एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोलता है। - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ae1096b3-6cb5-4cc2-ae9c-4004c149f4d1_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67d52a33-723e-4c2e-b6f7-63b9540a9c6b_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67d52a33-723e-4c2e-b6f7-63b9540a9c6b_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/67d52a33-723e-4c2e-b6f7-63b9540a9c6b_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6f2752f0-b74c-4485-b06d-d2b81ce9747e_HI_S1_P_13.wav,सोनम अच्छा गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता नहीं है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72654a75-36ca-4a71-9af9-5f117bfe9c1b_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/72654a75-36ca-4a71-9af9-5f117bfe9c1b_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। - - - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/99765b8f-0dbc-4f4b-a55a-381adca67912_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/daf66bf8-3737-46c2-b373-6845b7c70212_HI_S2_P_10.wav,गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब लोगों को मज़ा आया। सबने ताली बजाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/daf66bf8-3737-46c2-b373-6845b7c70212_HI_S2_ST1_0.wav,"एक बड़े तालाब के किनारे बहुत से कछुए रहते थे। लड़के तालाब के किनारे जाते और कछुओं को देखते। कभी कछुए चलते तो कभी हाथ-पैर अंदर कर लेते, जैसे कोई पत्थर हों। लड़के यह देखकर खूब ज़ोर से हँसते व ताली बजाते। घर जाकर सबको कछुए की कहानी सुनाते।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/ce8c88c0-38fa-43ea-8d65-6bec233ac688_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0141514d-d496-4629-b631-2777c754d152_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तो ड कर तोड़कर खाते हैं। आम की ची च ट नी चटनी भी बगती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0141514d-d496-4629-b631-2777c754d152_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आस मान आसमान में ब द लो बादलों के बीच से लाल पी परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के पास खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोग वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/194e0199-2617-46f6-87ec-12287f764ff6_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/194e0199-2617-46f6-87ec-12287f764ff6_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/194e0199-2617-46f6-87ec-12287f764ff6_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख दिए । राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/372ea4ce-3ab2-44f9-a610-70db08684c55_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/372ea4ce-3ab2-44f9-a610-70db08684c55_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6d87b7b9-6d5c-4815-ba82-d6477439dd02_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वह वहाँ हमने बडर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/85461441-83bf-4954-bf59-968f44ab98b6_HI_S1_P_1.wav,हम ब सब दुमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2b0a4d47-2750-4b3e-82e2-4afe061760ad_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2b0a4d47-2750-4b3e-82e2-4afe061760ad_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चू चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be0c1297-7bdb-40d8-b94e-854d07334043_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/be0c1297-7bdb-40d8-b94e-854d07334043_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन खा ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने आ जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/01ec0e2b-ce04-46c3-bd6e-a56b4e81ac42_HI_S1_P_2.wav,नद में एक न नव है। वह बहुत पुरानी है। न नाव दरे-धीरे च चलत चलत है। हम नद द पर ले ल जात है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f12f1d45-6a13-4661-86b2-e86aa22a286a_HI_S1_P_4.wav,राधा कसे तैसा एक तोता है। उसकी चोंच लाल है। वह बहुत बोला है। सभी को हँसाता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/33d8a0f5-6704-466e-8b17-f56eb1fa5d85_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर हम आम तोड़कर खातो हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/860e86eb-f0e6-47d9-aa12-5ca7a729eacc_HI_S1_P_8.wav,नानी जब घर आती है हमारे लिए मिठाई लाती है। मैं नानी के साथ सोता हूँ। वह मुझे कहानी स��नाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/860e86eb-f0e6-47d9-aa12-5ca7a729eacc_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगानेके लिय का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/b24bb454-2700-40f6-88b0-5d3a30fac259_HI_S1_P_7.wav,मेरा मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c6cf178c-c2d9-493e-9f26-321c8bc9e466_HI_S1_P_5.wav,रानी नदी किनारे रहती है। नदी में बहुत मछलियाँ हैं। रानी उनको दाना देती है। वे सब मज़े से दाना खाती हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c6cf178c-c2d9-493e-9f26-321c8bc9e466_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f464e553-e1d5-4b89-b728-9a750f9f0bbc_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच रहे सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f464e553-e1d5-4b89-b728-9a750f9f0bbc_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/50d7327d-39e4-4ad2-ad89-cfe0b82589f1_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/333e43c1-c87f-47ef-9831-8a9d803c1f9b_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/333e43c1-c87f-47ef-9831-8a9d803c1f9b_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/333e43c1-c87f-47ef-9831-8a9d803c1f9b_HI_S1_ST2_0.wav,माया अ���नी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई के की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8964a94a-3c99-4e3a-854d-0e84d19e3788_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए गाए हैं | तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8964a94a-3c99-4e3a-854d-0e84d19e3788_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए अभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/8964a94a-3c99-4e3a-854d-0e84d19e3788_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखे । राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसा खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5099e5f1-a3b5-4d00-922d-d8c83279a9f2_HI_S2_P_0.wav,गरमा का मौसम है। से गरमी ला लग सब से लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a4b70a8-e861-4590-baaf-c75c29558577_HI_S1_P_9.wav,बरसात का मौसम है। खूब पानी बरस रहा है। चारों ओर पानी है। हम सब पानी में खेलेंगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a4b70a8-e861-4590-baaf-c75c29558577_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7a4b70a8-e861-4590-baaf-c75c29558577_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c8bed5c9-6d5c-4bb2-9e9e-1b0b968379ac_HI_S1_P_12.wav,काला बादल छाद हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dac7765b-c2b0-4f74-aa94-07d45223896d_HI_S1_P_13.wav,सोनम सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dac7765b-c2b0-4f74-aa94-07d45223896d_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘हम आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने गा लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dac7765b-c2b0-4f74-aa94-07d45223896d_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा दादी राधा का मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरगे खिलौने मिले रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोस की एक दुकान दिखी। राधा ने मौसम समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए मौसम खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8fb5345-f466-4976-a2b0-c0694a29787e_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8fb5345-f466-4976-a2b0-c0694a29787e_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरशरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को करता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में अकेला था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिर गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e8fb5345-f466-4976-a2b0-c0694a29787e_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के बेड पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/92cc0ff4-de16-47fe-8f3a-91355222a5de_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/92cc0ff4-de16-47fe-8f3a-91355222a5de_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/92cc0ff4-de16-47fe-8f3a-91355222a5de_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e682799c-52f6-467c-8150-da543953d3a4_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e682799c-52f6-467c-8150-da543953d3a4_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e682799c-52f6-467c-8150-da543953d3a4_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fe1dd7bc-4f17-4ab3-b695-a509c46c8219_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fe1dd7bc-4f17-4ab3-b695-a509c46c8219_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/fe1dd7bc-4f17-4ab3-b695-a509c46c8219_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0528ea20-6ac8-4c76-ae1a-b2354f55fcef_HI_S2_P_12.wav,कमल के मामा आए हैं। मामा का गाँव बहुत दूर है। मामा बहुत थक गए हैं। खाना खाकर सोने वाले हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0528ea20-6ac8-4c76-ae1a-b2354f55fcef_HI_S3_ST1_2.wav,"सावन का महीना था। आसमान में बहुत से काले बादल छाये थे। ठंडी- ठंडी हवा चल रही थी। मैंने सोचा, आज झूला झूलते हैं। बड़े भैया एक मोटी सी रस्सी लेकर आए। हमने उसे पेड़ से लटका कर झूला बनाया। सब ने मिलकर खूब झूला झूला। बहुत सारे बच्चे आकर मज़े से खेलने लगे। खेलते-खेलते रात हो गई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/0528ea20-6ac8-4c76-ae1a-b2354f55fcef_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव के केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/10441415-5b6f-4793-911b-c2025c90f368_HI_S1_P_1.wav,हम सब घू घू घूमना गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको के केले दिए। सबनो +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1ae5115a-a9af-4075-ad5d-8fe5861c1c88_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1ae5115a-a9af-4075-ad5d-8fe5861c1c88_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1ae5115a-a9af-4075-ad5d-8fe5861c1c88_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3600a337-20b2-40e6-b559-62619c8e45a7_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केला केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3600a337-20b2-40e6-b559-62619c8e45a7_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बु बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जूठा जूता जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/3600a337-20b2-40e6-b559-62619c8e45a7_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल र��े थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/49f37275-d8ba-4298-82be-9291f9d0faf0_HI_S1_P_12.wav,काले बादल छाए हैं। तेज़ बारिश हो रही है। मोर भी नाच रहा है। सब नाच नाच देख रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/49f37275-d8ba-4298-82be-9291f9d0faf0_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e5f413b-af08-487e-beb3-d4c4f5303c8b_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e5f413b-af08-487e-beb3-d4c4f5303c8b_HI_S2_ST1_4.wav,रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया जाए। खाद मंगाकर हर तरह के पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब खेलने जाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/7e5f413b-af08-487e-beb3-d4c4f5303c8b_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a10f3d80-c947-4339-a868-a8394b8af8a2_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a10f3d80-c947-4339-a868-a8394b8af8a2_HI_S2_ST1_1.wav,"चिड़िया का एक बच्चा था। वह बहुत शरारत शरारती था। जब वह किसी को उड़ते देखता तो उसका भी मन उड़ने को क���ता। उसके पंख छोटे थे इसलिये वह उड़ नहीं पाता था। जब वह घोंसले में न न अकेले था, उसने उड़ने की कोशिश की। मगर वह नीचे तालाब में जा गिरा। चीं-चीं की आवाज़ सुनकर एक कछुआ वहाँ गया और उसे तालाब से बाहर निका निकाला।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a73c8727-2918-4bd0-8601-ac5bac89c930_HI_S1_P_1.wav,हम सब घूमने गए। वहाँ हमने बंदर देखे। हमने उनको केले दिए। सबने केले खा लिए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a73c8727-2918-4bd0-8601-ac5bac89c930_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उनमें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/a73c8727-2918-4bd0-8601-ac5bac89c930_HI_S2_ST2_0.wav,राधा अपनी दादी के साथ रहती थी। एक दिन दादी राधा को मेला घुमाने ले गई। वहाँ बहुत सारे बच्चे थे और रंग-बिरंगे खिलौने मिल रहे थे। मेले में कई तरह के झूले भी थे जिन पर राधा ने दादी के साथ सैर लगाई। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें समोसे की एक दुकान दिखी। राधा को समोसा खाना बहुत पसंद था। दादी ने उसके लिए समोसे खरीदे। राधा ने उन्हें अपने झोले में रख लिया। राधा का छोटा भाई घर पर था। अपने भाई के साथ मिलकर राधा ने समोसे खाए। राधा बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bcedd8a1-21d9-4088-8212-9c25e596c47b_HI_S2_P_0.wav,गरमी का मौसम है। सबको गरमी लग रही है। लोग नींबू का शरबत पी रहे हैं। और छाता खोलकर घूम रहे हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf15a3e2-1a2a-4703-855f-7d8910ccc730_HI_S1_P_4.wav,राधे के पास एक तोता । उनकी चडी चूंच लाल है। वह बहुत बोलती है। सब को हँसाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf15a3e2-1a2a-4703-855f-7d8910ccc730_HI_S1_ST1_5.wav,अमन एक नहीं अमन के पिता दुकान चलाते थे। दन भर सभी ठीक रहता था। रात को चू चूहा बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहा को भगाने का एक तयार चोसा । वह एक बड़ी बिल्ली लाया। बिल्ली उह के डरने से चूहे सभी दुकान में नहीं आता हैं। पिता अमन के बहुत खुश हुए। वह अब आसमान से दूकान चलाया आसान से दुकान चलाया । +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bf15a3e2-1a2a-4703-855f-7d8910ccc730_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ एक दिन नानी माया के बाज़ार घुमने ले गई। बाज़ार में कोई तरह की रंग-बिरंगी सब्जि और फल मिलता रहता है । नानी एक बहुत सारी सामग्री खरीद और अपने झी ले में रखती या पड़ा अब ना अव पढ़ना रखने थोडा अलग जानने पर उन्हें मिठाई की एक बडा सारा दुकान दिखी। माया को मिठाई खाने बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उनको पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरी खरीद। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झीले में रख लीया । माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खा ई। माया बहुत खुश थी +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5269a96-37df-458c-b32c-70bf13e9b811_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी के पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5269a96-37df-458c-b32c-70bf13e9b811_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमन से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/c5269a96-37df-458c-b32c-70bf13e9b811_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/d83b5098-14dd-49fc-b49c-e20436f41492_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df04a195-306e-416e-ba49-0adeeb707bee_HI_S1_P_6.wav,राजू के पास एक गाय है। वह हरी घास खाती है। वह बहुत दूध देती है। दूध से दही बनता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df04a195-306e-416e-ba49-0adeeb707bee_HI_S1_ST1_4.wav,राजू नाम का एक लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन व एक छोटा भाई था। उसका भाई गाँव के पास के विद्यालय में पढ़ने जाता। वह खूब मेहनत करता था। उसकी बहन बहुत अच्छी खिलाड़ी थी। उसे लंबी दौड़ लगाना अच्छा लगता था। वे तीनों रोज़ साथ-साथ मौज-मस्ती करते थे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/df04a195-306e-416e-ba49-0adeeb707bee_HI_S4_ST2_0.wav,माधव अपनी नानी के पास साथ रहता था। एक दिन नानी माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे ���े। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सारी मिठाइयाँ खरीदी। माधव के माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माधव माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dfdef184-a7fa-4004-b6df-502636aee01b_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/dfdef184-a7fa-4004-b6df-502636aee01b_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के हाथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। उसने खूब मज़े से आम खाए। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f15bbc81-12fa-49c3-b8a7-78d7e10d9474_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चटनी भी बनाते है। हम सबको अपना अच्छा लगा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/f15bbc81-12fa-49c3-b8a7-78d7e10d9474_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे है थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे परी को देखकर बहुत खुश हु हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने परीलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2165ae46-3aa3-4806-aaaf-71e6fb9d2f55_HI_S2_P_9.wav,चाचा और मदन मेले में गये। वहाँ बहुत सारे झूले थे। मिठाई की दुकानें भी थीं। दोनों ने मिठाई खाई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2165ae46-3aa3-4806-aaaf-71e6fb9d2f55_HI_S4_ST1_3.wav,"नग़मा समझदार लड़की थी। मगर उसका छोटा भाई अमन बहुत नटखट था। एक दिन दोनों बाज़ार में ""घूम""- घूम रहे थे। अमन ने रास्ते में पकौड़े देखे। उसे""पकोड़ो""- पकौड़े बहुत पसंद थे। माँ उसके लिये पकौड़े बनाती थी। नग़मा ने कहा यह पकौड़े तीखे होंगे। मगर अमन नहीं माना। अमन ने पकौड़े खाये और उसकी ""आँख""आँखों से आँसू निकलने लगे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/2165ae46-3aa3-4806-aaaf-71e6fb9d2f55_HI_S4_ST2_0.wav,"माधव अपनी नानी के साथ रहता था। एक दिन नानी ""मा माघव""- माधव को झील दिखाने ले गई। वहाँ खूब चहल-पहल थी और कुछ लोग ""झील में नाव""-झील में नाव पर घूम रहे थे। झील के पास एक बहुत बड़ा सा बगीचा था जहाँ कई बच्चे खेल रहे थे। थोड़ी देर बाद वहाँ एक मिठाई वाला आया। माधव को मिठाई खाना बहुत पसंद था। नानी ने उसके लिए कई सार��� मिठाइयाँ खरीदी। माधव ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में ""भर""रख लीं ""झोले में रख ली""। माधव की बड़ी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माधव ने मिठाई खाई। माधव बहुत खुश था।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bff6be40-8646-4286-9c3c-3494eca3c523_HI_S1_P_13.wav,सोनम गाना गाती है। उसे गाना अच्छा लगता है। उसकी आवाज़ मीठी है। सब उसे पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bff6be40-8646-4286-9c3c-3494eca3c523_HI_S1_ST1_3.wav,बहुत दिनों से बारिश हो रही थी। गाँव में सभी जगह गंदा पानी भर गया था। सभी बारिश के रुकने रुकने की राह देख रहे थे। अचानक एक दिन बारिश रुक गई। सूरज निकल आया। सब लोग खुश हो गये। आसमान में चिड़ियाँ उड़ने लगीं। लोग अपने कपड़े सुखाने लगे। बच्चे भी घरों से बाहर निकलकर खेलने लगे। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/bff6be40-8646-4286-9c3c-3494eca3c523_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने दादीजी के पास दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचे बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लोटा लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश हुआ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/943711df-13d4-4617-94a0-c202688ecea8_HI_S2_P_1.wav,"मेरे घर में दो पलंग हैं। एक छोटा है, दूसरा बड़ा है। छोटे पर मैं सोता हूँ। बड़े वाले पर मेरा भाई सोता है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/943711df-13d4-4617-94a0-c202688ecea8_HI_S3_ST1_0.wav,"एक दिन बकरी, चील और मेंढक ने आकाश में उड़ने की सोची। चील एक बड़ा सा गुब्बारा ले आई। बकरी एक डोरी और मेंढक एक टोकरी ले आया। तीनों ने मिलकर उसकी उड़न टोकरी बनाई। तीनों उसमें बैठकर उड़ने लगे। अचानक बकरी के सींग से गुब्बारा फट गया। सभी जमीन पर आ गिरे।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1868532a-d8de-4ecc-8a1c-e919099724e4_HI_S3_P_0.wav,बाजार में सुनकर की दुकान है। सुनार जेवर बनाता है। जेवर चाँदी और सोने के होते हैं। सभी जेवर पहनना पसंद करते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1868532a-d8de-4ecc-8a1c-e919099724e4_HI_S1_ST1_1.wav,"एक पेड़ पर बहुत से पक्षी रहते थे। उन्हें एक बूढ़ा कौआ भी था। कौआ बूढ़ा होने के कारण अपने लिए भोजन जू जुटा नहीं पाता था। इसलिए सभी पक्षियों ने एक योजना बनाई और बूढ़े कौए से कहा, ‘‘आप हमारे बच्चों व अंडों की देखभाल कीजिए। हम आपके लिए भोजन लायेंगे।’’ इस तरह बूढ़े कौए को भोजन मिलने लगा।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/1868532a-d8de-4ecc-8a1c-e919099724e4_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन नानी माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में को कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिले गे रहते है नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झो झोले में रख लिया। थोड़ा आ थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की उसके पसंद की कोई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55956c51-be61-46b6-839f-2de18b5a48e7_HI_S2_P_8.wav,"नानी रोज़ कहानी सुनाती है। कहानी राजा की होती है। जब कहानी पूरी होती है, तभी मुझे नींद आती है।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55956c51-be61-46b6-839f-2de18b5a48e7_HI_S4_ST1_5.wav,"गीता के बगीचे में नीम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत-सी चिड़ियाँ रहती थीं। गीता सुबह चिड़िय गीता सुबह चिड़ियों की आवाज़ से उठती थी। नहा-धोकर वह स्कूल चली जाती थी। जब जब वह वापस आती, तब पे तब पेड़ पर चिड़ियाँ नहीं होती थीं। गीता सोचगीता सोचती ती थी, सारी चिड़ियाँ कहाँ चली जाती हैं? माँ ने कहा- चिड़ियाँ दिन में खाना ढूँढने जाती हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/55956c51-be61-46b6-839f-2de18b5a48e7_HI_S3_ST2_0.wav,केशव केशव अपने दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुखन दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने अपने झीले अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहनअपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5688ddc6-3757-45b7-baaf-fa4a65f3ccd8_HI_S2_P_10.wav,"गाँव में भालू वाला आया। उसने भालू का नाच दिखाया। सब ""लोगों"" को मज़ा आया। सबने ताली बजाई।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/5688ddc6-3757-45b7-baaf-fa4a65f3ccd8_HI_S2_ST1_4.wav,"राम रामपुर में कुछ ज़मीन ख़ाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। वहाँ कोई खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आए। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बग़ीचा बनाया ज जाए। खाद मंगाकर हर तरह ���े पौधे लगाये गए। सही समय पर पानी दिया ""गया""। आज वहाँ एक सुंदर बग़ीचा है। इसलिए वहाँ सब सब खेलने जाते हैं।" +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6312ca28-6fa3-432f-b50c-40a88f790989_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनाता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/6312ca28-6fa3-432f-b50c-40a88f790989_HI_S2_ST1_2.wav,पहले रामपुर की ज़मीन खाली थी। वहाँ कुछ नहीं उगता था। कोई वहाँ खेलने नहीं जाता था। एक दिन कुछ लोग आये। उन्होंने गाँव के लोगों को बुलाया। सबने मिलकर तय किया कि यहाँ बगीचा बनाया जाए। ख खाद मँगाकर हर तरह के तरह के पौधे लगाये लगाये गये। सही समय पर पानी दिया गया। आज वहाँ एक सुंदर बगीचा है। इसलिए वहाँ सभी खेलने आते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/667a6d89-cbd8-40d0-8b21-46f4d813ff60_HI_S1_P_0.wav,हमारे बाग में आम के पेड़ हैं। हम आम तोड़कर खाते हैं। आम की चट चटनी भी बन बनती है। हम सबको आम अच्छा लगता है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/667a6d89-cbd8-40d0-8b21-46f4d813ff60_HI_S1_ST1_0.wav,एक बाग में बहुत सारे बच्चे खेल रहे थे। आसमान में बादलों के बीच से लाल परी उन उन्हें देख रही थी। फिर वह आसमान से नीचे उतर आई और उन बच्चों के साथ खेलने लगी। बच्चे फिर फ्री को परी को देखकर बहुत खुश हुए। शाम को परी ने बच्चों को कुछ खिलौने दिए। फिर लाल परी अपने फिरिलोक वापिस लौट गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/667a6d89-cbd8-40d0-8b21-46f4d813ff60_HI_S1_ST2_0.wav,माया अपनी नानी के साथ रहती थी। एक दिन न नानी माया माया को बाज़ार घुमाने ले गई। बाज़ार में कई तरह की रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल मिल रहे थे। नानी ने बहुत सारा सामान खरीदा और अपने झोले में रख लिया। थोड़ा आगे जाने पर उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। माया को मिठाई खाना बहुत अच्छा लगता था। नानी ने उसके पसंद की कई सारी मिठाइयाँ भी खरीदी। माया ने सारी मिठाइयाँ अपने झोले में रख लीं। माया की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिस मिलकर माया ने मिठाई खाई। माया बहुत खुश थी खुश थी। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aa4d5ee5-3d2e-4c6b-b6f8-8478de9a3afa_HI_S1_P_2.wav,नदी में एक नाव है। वह बहुत पुरानी है। नाव धीरे-धीरे चलती है। हमें नदी की पार ले जाती है। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/aa4d5ee5-3d2e-4c6b-b6f8-8478de9a3afa_HI_S1_ST1_5.wav,अमन के पिताजी दुकान चलाते थे। नदी न दिन भर सब ठीक रहता था। रात को चूहे बहुत परेशान करते थे। अ म अमन ने चूहों को भगाने का एक तरीका सोचा। वह एक बड़ी बिल्ली ले आया। बिल्ली के डर से चूहे भ अब दुकान में नहीं आते हैं। पिताजी अमर से बहुत खुश हुए। वह अब आराम से दुकान चलाते हैं। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e3879b3f-fada-4217-b060-11be51ba9b5e_HI_S1_P_7.wav,मेरे पास एक किताब है। उसमें परी की कहानी है। यह कहानी मुझे बहुत पसंद है। मैं सबको यह कहानी सुनना चहता हूँ। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e3879b3f-fada-4217-b060-11be51ba9b5e_HI_S2_ST1_3.wav,रमेश और महेश मित्र थे। एक दिन वे दोनों आम के बगीचे में घूमने गये। अचानक दोनों ने वहाँ साँप और नेव नेवल नेवले को लड़ते हुये देखा। उन्होंने लड़ाई रोकने के लिये एक तरीका निकाला। महेश ने जल्दी से नेवले की ओर लकड़ी फैंकी। नेवला डर कर भाग गया। साँप भी बिल में छिप गया। रमेश और महेश यह देखकर खुश हुये। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e3879b3f-fada-4217-b060-11be51ba9b5e_HI_S3_ST2_0.wav,केशव अपने द दादाजी के साथ रहता था। एक दिन दादाजी केशव को बगीचा बगीचा घुमाने ले गए। बगीचे में कई बच्चे खेल रहे थे और केशव भी उनके साथ खेलने लगा। दादाजी पास के पेड़ के नीचे बैठ गए। शाम को जब वे घर लौट रहे थे तब उन्हें मिठाई की एक बड़ी सी दुकान दिखी। केशव को जलेबी खाना बहुत पसंद था। दादाजी ने उसके लिए खूब सारी जलेबी खरीदी। केशव ने सारी जलेबियाँ अपने झोले में रख लीं। केशव की छोटी बहन घर पर थी। अपनी बहन के साथ मिलकर केशव ने जलेबी खाई। केशव बहुत खुश था। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e494d084-4308-4b6a-828b-e3d9b5355511_HI_S3_P_1.wav,मेरे चाचा की शादी है। सबके नए कपड़े बने हैं। - - +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e4e04527-cef5-40d2-aae9-f2ee8f294a3f_HI_S2_P_11.wav,रूपा बाहर खेल रही थी। खेलते-खेलते रात हो गई। माँ उसको घर ले आई। वह खाना खाकर सो गई। +https://readnetstorageaccount.blob.core.windows.net/audiocontainer/e4e04527-cef5-40d2-aae9-f2ee8f294a3f_HI_S2_ST1_5.wav,सलमा बग़ीचे में घूमने गई। वहाँ आम का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत आम थे। सलमा को आम खाने का मन हुआ। आम ऊपर की डाल पर थे। सलमा के साथ आम तक नहीं पहुँच पाये। देर तक सोचने के बाद वह एक सीढ़ी लेकर आई। अब आसानी से आम उसके हाथों में आ गए। -