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1875 के मई और जून में महाराष्ट्र में पुणे, सतारा जिलों में किसानों ने कृषि संकट को बढ़ाने के खिलाफ विद्रोह किया। विद्रोह का एकमात्र उद्देश्य साहूकारों के कब्जे में बंधों, फरमानों और अन्य दस्तावेजों को प्राप्त करना और उन्हें नष्ट करना था। दक्कन के किसानों ने अपने विद्रोह को मुख्य रूप से मारवाड़ी और गुजरात के साहूकारों की ज्यादतियों के लिए निर्देशित किया। दक्कन दंगा कई प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना था। अत्यधिक सरकारी भू-राजस्व, अमेरिकी गृहयुद्ध के अंत में अंतरराष्ट्रीय कपास की कीमतों में गिरावट आदि ने दक्कन के किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहद दयनीय बना दिया। वे भारी कर्ज में डूबे हुए थे। लालची साहूकार जोड़-तोड़ की कला में माहिर थे और किसानों से अन्यायपूर्ण कर और पैसा वसूलते थे। अनपढ़ किसानों ने अनजाने में बांड पर हस्ताक्षर करते थे क्योंकि उन्हें समुचित ज्ञान नहीं था की बांड में क्या है। दीवानी अदालतों ने निरंकुश रूप से साहूकारों के पक्ष में फैसले दिए। विद्रोह की दिसंबर 1874 में सिरूर तालुक के करडीह गाँव में उत्पन्न हुई थी जब एक मारवाड़ी साहूकार कालूराम ने बाबा साहेब देशमुख को कर्ज में डूबाने वाले के खिलाफ डेढ़ सौ रुपये में बेदखली का फरमान सुनाया। साहूकार के अपने घर को गिराने के प्रति दमनकारी रवैये ने ग्रामीणों के गुस्से को भड़का दिया। जून 1875 तक पूरा पूना जिला जल रहा था। किसानों ने साहूकार के घर, दुकानों पर हमला किया और उन्हें जला दिया। मुख्य लक्ष्य दस्तावेजों के कर्मों और उन साहूकारों के खिलाफ किए गए कारनामों का बंधन था। किसान विद्रोह अहमदनगर जिले के अधिकांश तालुकों में फैल गया। भारत सरकार ने विद्रोह को समाप्त करने के लिए सेना द्वारा सहायता प्राप्त पुलिस को कार्रवाई में लगा दिया। जून 1875 तक लगभग एक हजार किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया और विद्रोह को पूरी तरह से दबा दिया गया। दक्कन विद्रोह एक खंडित क्रांति थी। अंत में भारत सरकार ने विद्रोह के कारणों की जांच के लिए दक्कन दंगा आयोग की नियुक्ति की। 1879 के कृषक राहत अधिनियम ने दक्कन के किसानों की बेहतरी के लिए कई उपाय किए। अधिनियम ने किसानों की भूमि के अलगाव पर प्रतिबंध लगा दिया और नागरिक प्रक्रिया संहिता पर कुछ प्रतिबंध लगा दिए। परिणामस्वरूप किसान को कर्ज नहीं चुका पाने के कारण नागरिक कर्जदारों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। दक्कन विद्रोह पर बहुत ध्यान दिया गया था। दक्कन विद्रोह से पता चला कि ब्रिटिश सरकार के दमनकारी स्वभाव ने भी ग्रामीण समाज में बदलाव के लिए प्रेरित किया; इस विद्रोही किसानों के माध्यम से भारत के साहूकारों और ब्रिटिश सरकार के खिलाफ एक एकजुट विरोध बढ़ाने के लिए एकजुट हो गए। सन्दर्भ इन्हें भी देखें भारत क इतिहास12मई1875 को गांव सूपा के रैयत(किसान) इकट्ठे हो गए। और उन्होंने ने साहूकारों से उनकी बही-खाते तथा ऋणबंद छीनकर जला दिये,अनाज की दुकानों को लूट लिया गया।
यह एक लेख है: बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम बुधवार को 86 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ा दिया गया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढ़ने की वजह से यह बढ़ोतरी की गई है. बिना सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर अब 737.50 रुपये में मिलेगा. बिना सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर उन लोगों को लेना होता है, जिन्होंने गैस-सब्सिडी छोड़ दी है या फिर जिनका 14.2 किलो के सब्सिडीशुदा 12 सिलेंडर का कोटा पूरा हो चुका है. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने यह जानकारी दी. बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम में यह एकमुश्त अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है. इससे पहले 1 फरवरी को इसके दाम में 66.5 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी. बिना-सब्सिडी वाले 14.2 किलो के सिलेंडर का दाम मंगलवार तक 651.50 रुपये था.टिप्पणियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम अक्टूबर, 2016 के बाद से बढ़ रहे हैं. सितंबर, 2016 में दिल्ली में बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 466.50 रुपये का था. उसके बाद से छह किस्तों में यह 271 रुपये यानी 58 प्रतिशत महंगा हो चुका है. तेल कंपनियों ने इसके साथ ही विमान ईंधन के दाम भी 214 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़ाकर 54,293.38 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिए. इससे पहले इसमें 1 फरवरी को तीन प्रतिशत वृद्धि की गई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम में यह एकमुश्त अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है. इससे पहले 1 फरवरी को इसके दाम में 66.5 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी. बिना-सब्सिडी वाले 14.2 किलो के सिलेंडर का दाम मंगलवार तक 651.50 रुपये था.टिप्पणियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम अक्टूबर, 2016 के बाद से बढ़ रहे हैं. सितंबर, 2016 में दिल्ली में बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 466.50 रुपये का था. उसके बाद से छह किस्तों में यह 271 रुपये यानी 58 प्रतिशत महंगा हो चुका है. तेल कंपनियों ने इसके साथ ही विमान ईंधन के दाम भी 214 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़ाकर 54,293.38 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिए. इससे पहले इसमें 1 फरवरी को तीन प्रतिशत वृद्धि की गई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम अक्टूबर, 2016 के बाद से बढ़ रहे हैं. सितंबर, 2016 में दिल्ली में बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 466.50 रुपये का था. उसके बाद से छह किस्तों में यह 271 रुपये यानी 58 प्रतिशत महंगा हो चुका है. तेल कंपनियों ने इसके साथ ही विमान ईंधन के दाम भी 214 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़ाकर 54,293.38 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिए. इससे पहले इसमें 1 फरवरी को तीन प्रतिशत वृद्धि की गई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सङ्घबद्ध राज्य (जिसका सन्दर्भ किसी राज्य, प्रदेश, कैंटन, land, इत्यादि से हो सकता है) एक क्षेत्रीय और संवैधानिक समुदाय होता है, जो किसी संघ का हिस्सा होता है। ऐसे राज्य, पूर्ण रूप से सम्प्रभु राज्यों से इस बात में अलग होते हैं कि उन्होंने उनकी सम्प्रभु शक्तियों का एक भाग किसी संघीय सरकार को हस्तान्तरित किया होता है। विशेषकर, जब राज्य सङ्घबद्ध होने का चयन करते हैं, वे अन्तरराष्ट्रीय विधि के व्यक्ति के रूप में अपनी स्थिति खो देते हैं। इसके बजाय, अन्तरराष्ट्रीय विधि के हेतुओं के लिए वह संघीय सङ्घ (federal union) इकलौते सत्त्व के रूप में, एक सम्प्रभु राज्य बन जाता है। एक सङ्घबद्ध राज्य का किसी परिभाषित भौगोलिक क्षेत्र पर अधिकार-क्षेत्र होता है और वह क्षेत्रीय सरकार का एक रूप है। सन्दर्भ देश उपविभागों के प्रकार संघबद्ध राज्य विकेन्द्रीकरण संवैधानिक राज्य प्रकार
बेक़आ प्रान्त (अरबी: , अंग्रेज़ी: Beqaa) लेबनान का एक प्रान्त है। विवरण बेक़आ देश का मुख्य कृषि क्षेत्र है। इसमें बेक़आ वादी आती है जो लेबनान पर्वतमाला और पूर्वी लेबनान पर्वतमाला के बीच स्थित है। इस प्रान्त से दो नदियाँ निकलती हैं: लीतानी नदी और आसी नदी। ऐतिहासिक रूप से यहाँ अंगूर उगाए जाते रहें हैं और यह अपनी शराब के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का तापमान सालभर में -१०°सेंटीग्रेड से +३५°सेंटीग्रेड के बीच रहता है। सर्दियों में भारी बारिश और बर्फ़ गिरती है। लोग बेक़आ प्रान्त के ६१.०४% लोग शिया मुस्लिम हैं, २३.१६% ईसाई हैं, १२.२७% सुन्नी मुस्लिम हैं और ३.५३% द्रूज़ हैं। प्रान्त के विभाजन का प्रस्ताव इस प्रान्त के उत्तरी दो ज़िलों - बालबेक और हेरमेल - को एक अलग बालबेक-हेरमेल प्रान्त में गठित करने का प्रस्ताव मंज़ूर हो चुका है लेकिन इस नए प्रान्त को अभी अंजाम नहीं दिया गया है। इन्हें भी देखें बेक़आ वादी लेबनान के प्रान्त सन्दर्भ बेक़आ प्रान्त लेबनान के प्रान्त लेबनान
यहां ईडन गार्डन में बारिश से बाधित आईपीएल-7 के पहले क्‍वालिफायर मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स ने आज किंग्‍स इलेवन पंजाब को 28 रन से मात देते हुए फाइनल में जगह बना ली. किंग्स इलेवन को जीत के लिए 164 रनों की जरूरत थी लेकिन पूरी टीम निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर केवल 135 रन बना सकी. मैच के आखिरी ओवर में किंग्स इलेवन को जीत के लिए 30 रन चाहिए थे. लेकिन उमेश यादव के इस ओवर में पंजाब की टीम केवल सिर्फ एक रन ही बना सकी. उमेश यादव को उनकी बेहतरीन गेंदबाजी के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' से नवाजा गया. इससे पहले, कोलकाता की टीम किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ आठ विकेट पर 163 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में सफल रही. हालांकि, के अधिकतर बल्लेबाज अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील करने में नाकाम रहे. नाइटराइडर्स केकेआर की तरफ से सलामी बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने सबसे अधिक 42 रन बनाए. कोलकाता के मध्य और निचले क्रम के छह बल्लेबाजों ने भी अच्छी शुरुआत की लेकिन किंग्स इलेवन के स्पिनरों के सामने बीच में लगातार विकेट गंवाने से उसकी रनों की गति प्रभावित हुई. पंजाब की तरफ से बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने चार ओवर में 11 रन देकर दो विकेट लिए. लेग स्पिनर करणवीर सिंह ने 40 रन देकर तीन और तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने 31 रन देकर दो विकेट हासिल किए. बारिश के चलते यह मैच मंगलवार को नहीं हो पाया था. हालांकि, आज खेल समय पर शुरू हो गया लेकिन बारिश के चलते मैच के दौरान दो बार बाधा आई. इस मैच के बाद नाइट राइडर्स जहां फाइनल में पहुंच गए, वहीं हार के बावजूद किंग्स इलेवन टूर्नामेंट में बने हुए हैं. किंग्स इलेवन के भविष्य का फैसला शुक्रवार को होगा जब वह चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच आज हो रहे एलिमिनेटर मुकाबले के विजेता से भिड़ेगी. शुक्रवार को होने वाले क्वालिफायर-2 मुकाबले की विजेता टीम फाइनल में नाइट राइडर्स से भिड़ेगी, जबकि हारने वाली टीम बाहर हो जाएगी.
GATE 2019 Result 2019: 2-10 फरवरी तक होने वाली ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है. जिन उम्मीदवारों ने ये परीक्षा दी है वह गेट की आधिकारिक वेबसाइट gate.iitm.ac. पर जाकर परिणाम देख सकते हैं.  इस साल परीक्षा का आयोजन आईआईटी मद्रास  की ओर से किया गया था. परीक्षा परिणाम की तारीख आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी है. बता दें, परीक्षा का आयोजन  2, 3, 9 और 10 फरवरी को देश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी. वहीं स्कोरकार्ड परिणाम की घोषणा की तारीख से पहले तीन साल तक मान्य है. GATE result 2019: जानिए- कैसे देख सकते हैं परिणाम स्टेप 1- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट gate.iitm.ac.in पर जाएं. स्टेप 2-  'gate 2019 result' पर क्लिक करें. स्टेप 3-  नंबर और पासवर्ड डालें. स्टेप 4- मांगी गई जानकारियां भरें. स्टेप 5-  रिजल्ट स्क्रीन पर दिखने लगेगा. स्टेप 6-  भविष्य के लिए प्रिंटआउट लेना  भूलें. आपको बता दें, इस बार GATE 24 विषयों के लिए आयोजित की गई थी. 10 फरवरी को परीक्षा का आखिरी दिन है. गेट के माध्यम से कई इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर और कोई कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है. गेट स्कोर के माध्यम से BHEL, GAIL, HAL, IOCL,ONGC में एडमिशन ले सकते हैं. यह परीक्षाएं दो शिफ्ट में आयोजित की गई थी.
प्रियंका चोपड़ा ने मधुर भंडारकर से उनकी आने वाली फिल्म मैडमजी से अंतरंग सीन कम करने के लिए कहा है. मिस वर्ल्ड रह चुकी बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका इंटरनेशनल सिंगर भी हैं, और जल्द ही प्रोड्यूसर भी बनने वाली हैं. और प्रियंका अपने इस नए रोल को लेकर बहुत सीरियस भी हैं. मधुर भंडारकर के साथ मैडमजी की को-प्रोड्यूसर प्रियंका ने फिल्ममेकर से कहा है कि इस फिल्म से इंटीमेट सीन्स कम किए जाएं. मैडमजी एक आइटम गर्ल की कहानी है, जो पॉलिटीशियन बन जाती है. एक सूत्र के मुताबिक, 'प्रियंका और मधुर इस फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं. प्रियंका ने जिन सीन्स को हटाने की मांग की है वो ज्यादातर फर्स्ट हाफ में हैं. फिल्म में कुछ इंटेंस लवमेकिंग सीन्स हैं और प्रियंका उनमें कुछ सीन्स हटाना चाहती हैं.' मधुर इन दिनों स्मॉल बजट की फिल्म कैलेंडर गर्ल में व्यस्त हैं. मधुर इसकी स्क्रिप्ट दोबारा देखेंगे और इसका फैसला करेंगे कि ये सीन्स हटाए जा सकते हैं या नहीं. मैडमजी मधुर के साथ प्रियंका की दूसरी फिल्म होगी. इससे पहले मधुर की फिल्म फैशन में प्रियंका काम कर चुकी हैं, जिसके लिए इस एक्ट्रेस को बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड भी मिला था. फैशन में प्रियंका ने फिल्म के क्लाइमेक्स में बदलाव किया था. मधुर की स्क्रिप्ट के मुताबिक फिल्म के अंत में स्मॉल टाउन गर्ल जो सुपरमॉडल बनती है, प्रेगनेंट हो जाती है. लेकिन प्रियंका को ये अंत रास नहीं आया था और उन्होंने इसे बदल दिया था.
केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी 8.80 करोड़ सदस्यों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है. इससे पहले 8.60 करोड़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल माना जाता था. इन सात राज्यों पर टिकी है अमित शाह की नजर अभी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनने का ऐलान बीजेपी ने नहीं किया है. सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने रविवार को 8.80 करोड़ का आंकड़ा हासिल किया और अमित शाह आखिरी आंकड़े का ऐलान बंगलुरु में 3-4 अप्रैल को होने वाली बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में करेंगे. बीजेपी को सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनाने के पीछे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का दिमाग था. बीजेपी को उम्मीद है कि बंगलुरु की बैठक से पहले उसके सदस्यों की संख्या 10 करोड़ तक पहुंच जाएगी. पार्टी ने नवंबर में जब सदस्य बनाने की मुहिम शुरू की थी, तब 10 करोड़ का ही लक्ष्य रखा गया था. बीजेपी सूत्रों का कहना है कि छह महीने के अंदर सदस्यों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ने के पीछे प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और मिस्ड कॉल से मेंबर बनाने का आइडिया दो सबसे बड़ी वजह रही हैं.
ज़ाही हवास (अरबी: زاهي حواس; जन्म 28 मई, 1947) एक मिस्र के पुरातत्वविद्, एक मिस्रविज्ञानी और पुरावशेष मामलों के पूर्व राज्य मंत्री हैं। उन्होंने नील डेल्टा, पश्चिमी रेगिस्तान और ऊपरी नील घाटी में पुरातात्विक स्थलों पर भी काम किया है।
श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में भारत के सामने भले ही फॉर्म में चल तीन सलामी बल्लेबाजों में से एक को बाहर करने की दुविधा होगी. लेकिन सीनियर ओपनर मुरली विजय ने कहा है कि शीर्ष क्रम के प्रतिद्वंद्वियों लोकेश राहुल और शिखर धवन के साथ मैदान के बाद अच्छी दोस्ती से उन्हें इस तरह के हालात से निपटने में मदद मिलती है. कोलकाता के ईडन गार्डन्स में तेज गेंदबाजी की अनुकूल पिच पर धवन और राहुल ने दूसरी पारी में क्रमश: 94 और 79 रन की पारी खेली थी, जहां तकनीकी रूप से भारत के सबसे सक्षम सलामी बल्लेबाज विजय को अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी. धवन ने इसके बाद दूसरे टेस्ट में निजी कारणों से ब्रेक लिया और विजय ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करते हुए 128 रनों की पारी खेली. फिरोजशाह कोटला में शनिवार से शुरू हो रहे आखिरी टेस्ट के अंतिम-11 से धवन या राहुल में से एक का बाहर होना लगभग तय है. जब विजय से पूछा गया कि वे तीन इस तरह की स्थिति से कैसे निपटते हैं, तो उन्होंने कहा, ‘मैदान के बाहर हम तीनों के बीच काफी अच्छी दोस्ती है, जिससे चीजें आसान हो जाती है. हालांकि जो बल्लेबाज नियमित खेल रहा हो और बाहर हो जाए वह थोड़ा अस्थिर हो जाता है.' मुरली ने कहा,' बेशक मैदान के बाद हम तीनों के बीच मैदान के बाहर अच्छे रिश्ते हैं और आगामी सीरीज (दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ) तथा भविष्य में हमें इससे काफी मदद मिलेगी.’ टीम में जगह नहीं मिलने पर इससे निपटने के बारे में पूछने पर विजय ने कहा, ‘हम इसे सहज रखते हैं और मजे करते हैं. इस बारे में खुलकर बात करते हैं और अपने अंदर चीजों को रखने की तरह इस पर बात करते हैं, जिससे कि बाकी लोगों को पता चले कि हम क्या महसूस कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘यह बेहतर है कि हम खुलकर बात करें. मैं या शिखर जो भी महसूस कर रहे होते हैं, उसे जाहिर कर देते हैं और आगे बढ़ते हैं. हम मजा करने वाले लोग हैं और हम एक साथ चीजें करते हैं. मैदान के बाद हम अच्छा समय बिताते हैं जिससे एक टीम के रूप में हमें मदद मिलती है.’ विजय ने हालांकि संभावित अंतिम एकादश और बल्लेबाजी क्रम में बदलाव से जुड़े सवाल का कोई सटीक जवाब नहीं दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने NPA से जुड़ी एक रिपोर्ट को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि 'मोदी के भारत' में आम आदमी अपने पैसे के लिए कतारों में खड़ा होता है, जबकि 'क्रोनी कैपिटलिस्ट' (साठगांठ वाले पूंजीवादी) कालेधन को सफेद करते हैं. गांधी ने एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया, 'मोदी के भारत में आम आदमी को बैंकों में अपना पैसा रखने के लिए कतारों में खड़ा होना पड़ता है. हमारा पूरा ब्योरा आधार के रूप में जमा है. आप अपने ही पैसे का इस्तेमाल नहीं कर सकते.' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'क्रोनी कैपिटलिस्ट ने नोटबंदी में अपने पूरे कालेधन को सफेद कर लिया. आम आदमी के पैसे का इस्तेमाल करके 3.16 लाख करोड़ रुपए को बट्टे खाते डाल दिया जाता है.' राहुल गांधी ने जो खबर शेयर की है उसके मुताबिक, पिछले चार वर्षों में सरकारी बैंकों ने 3.16 लाख करोड़ रुपए का कर्ज बट्टे खाते में डाले, जबकि इस दरम्यान 44,900 करोड़ रुपए के कर्ज की वसूली हो सकी. Modi's India- For Common Man: Notebandi-line up and put ur money in banks. All ur details into Aadhar. U can't use ur own money. For Crony capitalists: Notebandi-convert all ur black money to white. Let's write off 3.16 lakh Cr using common man's money. https://t.co/M0W2KUicFH — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 1, 2018 तीन दिन पहले भी राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार को घेरा था. राफेल डील और आयुष्मान भारत योजना को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बेहद अनोखे अंदाज में हमला बोला. गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसने के लिए चोर जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया, बल्कि वाहवाही का अंदाज दिखाया. राफेल डील के लिए ज्यादा पैसा देने और आयुष्मान भारत के लिए मामूली पैसा आवंटित करने के लिए पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वाह मोदीजी वाह. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अनिल अंबानी को राफेल घोटाले में एक लाख 30 हजार करोड़ रुपए दिए और 50 लाख भारतीयों को आयुष्मान भारत योजना के तहत सिर्फ दो हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया. शुक्रवार को राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'देश का चौकीदार ‘खुल जा सिमसिम’ कब कहता है? अनिल अंबानी को राफेल घोटाले में 1,30,000 करोड़ रुपए और 50 करोड़ भारतीयों को Ayushman Bharat-PMJAY में 2000 करोड़ रुपए. 5 लाख के स्वास्थ्य बीमा झुनझुने पर मोदीजी का सालाना प्रति व्यक्ति खर्च मात्र 40 रुपए. वाह मोदीजी वाह, समाचार ही आपका प्रचार.'
बिग बॉस- 11 के कंटेस्टेंट सब्यसाची सतपथी को बड़ा ऑफर मिल गया है. वे अपकमिंग वेब शो 'ड्रॉइंग द लाइन' में गे के रोल में नजर आएंगे. एक्टर सौम्या बनर्जी उनके लवर के रोल में दिखेंगे. नया शो मिलने पर सब्यसाची ने कहा, "सीरियल 'ड्रॉइंग द लाइन' एक वेब सीरीज है. जिसकी कहानी दो गे लड़कों की लव स्टोरी है. उनमें से एक महिला से शादी कर लेता है और अपने परिवार और समाज की वजह से जीवन के साथ आगे बढ़ता है" हिना की मॉनोकनी में क्या है ऐसा खास? जो पहनना चाहते हैं प्रियांक वे आगे कहते हैं, "मैं शो में समीर की भूमिका में हूं. 'ड्रॉइंग द लाइन' अतीत और वर्तमान के बीच एक रेखा खींचता है." अपने इस नए शो के लिए सब्यसाची काफी एक्साइटेड हैं. उन्होंने अपने इंस्टा अकाउंट पर शो की शूटिंग से जुड़ी तस्वीरें साझा की हैं. Drawing The Line ........... My first short film to be released soon 😊 A simple love story ..of two guys.. Where one gets married to a women and goes ahead with life cause of family and social pressures. And the other one stays single. 7 yrs later they meet by chance at a bar and the later one wanted to get back in relationship. While getting emotional and trying to get physical .. sameer the character played by sabyasachi stops his on screen ex bf Akash and draws a line. Not to go ahead with the same mistakes of falling in love with someone who cud nt be strong to be in relationship n commitment. We all generally get back to our ex's if they come back cause somewhere there is love left in our heart. "Drawing the line" is to draw a line between past and present . Then and now ... Sabyasachi satpathy to be seen for the first time after biggboss 11, in a short film of 10 minutes. Out of all other contestants Sabyasachi is the one who had been working on his fashion designing, shows , events , cooking , youtube channel and now his acting skills to be seen in this short film. Drawing the line.... A post shared by Sabyasachi Satpathy (@sabya_satpathy) on Jul 3, 2018 at 2:32am PDT बता दें, सब्यसाची सतपथी बिग बॉस-11 में लंबा सफर तो तय नहीं कर पाए थे. लेकिन उन्होंने कम समय में ही खूब पॉपुलैरिटी बटोरी. वे बिग बॉस के घर में पड़ोसी बनकर आए थे. बिग बॉस से निकलने के बाद ये उनका पहला बड़ा प्रोजेक्ट है. हिना खान ने शेयर की पूल फोटोज, मोनॉकनी में दिखा बोल्ड लुक शो के कंटेस्टेंट से अभी भी उनके अच्छे रिश्ते हैं. उनकी शिल्पा शिंदे और अर्शी खान से अच्छी बॉन्डिंग है. आए दिन वे आपस में मुलाकात करते रहते हैं. सब्यसाची एक अच्छे कुक भी हैं. बिग बॉस में सभी को खाना खिलाने का जिम्मा उन्हीं का था.
सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट 'आधार' एक आदमी के लिए नौकरी छूटने का सबब बन गया. क्योंकि उसके हाथ में रेखाएं ही नहीं हैं जिससे आधार कार्ड बन पाए. ललित कुमार का आधार कार्ड बन नहीं रहा है क्योंकि, बीमारी के चलते इनके हाथ में रेखाएं ही नहीं हैं. लिहाजा नौकरी चली गई. गृह मंत्रालय में 6 महीने तक अनुबंध पर डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम करने वाले ललित का आरोप है कि आधार कार्ड नहीं होने के कारण उन्हें नौकरी निकाल दिया गया.टिप्पणियां ललित बताते हैं कि नवंबर तक का ही नौकरी का पैसा मिला. नवंबर में ही कह दिया गया था कि आधार अपडेट कराओ. ललित ने जनवरी तक मंत्रालय में नौकरी की. इस दौरान उन्होंने कई बार आधार कार्ड बनवाने की कोशिश की लेकिन उनकी उंगलियों के निशान नहीं होने के कारण आधार कार्ड नहीं बना और नौकरी चली गई.   मंगोलपुरी के ललित को बचपन से पामोप्लांटर केरेटोड्रमा की बीमारी है जिसमें हाथों में रेखाएं ही नहीं होतीं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ने इसकी पुष्टि भी की है. इस मामले में ललित ने प्रधानमंत्री कार्यालय से गुहार भी लगाई है. ललित कहते हैं कि ये तो बीमारी है और वह भी कुदरती. इसमें वह क्या कर सकते हैं. लेकिन यह सच है कि आधार नहीं होने से ललित की रोजीरोटी छिन गई है.    ललित कुमार का आधार कार्ड बन नहीं रहा है क्योंकि, बीमारी के चलते इनके हाथ में रेखाएं ही नहीं हैं. लिहाजा नौकरी चली गई. गृह मंत्रालय में 6 महीने तक अनुबंध पर डाटा एंट्री ऑपरेटर का काम करने वाले ललित का आरोप है कि आधार कार्ड नहीं होने के कारण उन्हें नौकरी निकाल दिया गया.टिप्पणियां ललित बताते हैं कि नवंबर तक का ही नौकरी का पैसा मिला. नवंबर में ही कह दिया गया था कि आधार अपडेट कराओ. ललित ने जनवरी तक मंत्रालय में नौकरी की. इस दौरान उन्होंने कई बार आधार कार्ड बनवाने की कोशिश की लेकिन उनकी उंगलियों के निशान नहीं होने के कारण आधार कार्ड नहीं बना और नौकरी चली गई.   मंगोलपुरी के ललित को बचपन से पामोप्लांटर केरेटोड्रमा की बीमारी है जिसमें हाथों में रेखाएं ही नहीं होतीं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ने इसकी पुष्टि भी की है. इस मामले में ललित ने प्रधानमंत्री कार्यालय से गुहार भी लगाई है. ललित कहते हैं कि ये तो बीमारी है और वह भी कुदरती. इसमें वह क्या कर सकते हैं. लेकिन यह सच है कि आधार नहीं होने से ललित की रोजीरोटी छिन गई है.    ललित बताते हैं कि नवंबर तक का ही नौकरी का पैसा मिला. नवंबर में ही कह दिया गया था कि आधार अपडेट कराओ. ललित ने जनवरी तक मंत्रालय में नौकरी की. इस दौरान उन्होंने कई बार आधार कार्ड बनवाने की कोशिश की लेकिन उनकी उंगलियों के निशान नहीं होने के कारण आधार कार्ड नहीं बना और नौकरी चली गई.   मंगोलपुरी के ललित को बचपन से पामोप्लांटर केरेटोड्रमा की बीमारी है जिसमें हाथों में रेखाएं ही नहीं होतीं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ने इसकी पुष्टि भी की है. इस मामले में ललित ने प्रधानमंत्री कार्यालय से गुहार भी लगाई है. ललित कहते हैं कि ये तो बीमारी है और वह भी कुदरती. इसमें वह क्या कर सकते हैं. लेकिन यह सच है कि आधार नहीं होने से ललित की रोजीरोटी छिन गई है.
बापू को याद कर रो पड़े सपा जिलाध्यक्ष फिरोज खान बीजेपी सरकार पर लगाया लूट-खसोट का आरोप संभल से समाजवादी पार्टी नेताओं ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित तो किए ही. इस दौरान वो इतने भावुक हो गए कि बापू-बापू करते हुए प्रतिमा पकड़कर फूट-फूटकर रोने लगे. इस दौरान सपा नेता कहा कि हमें अनाथ कर बापू कहां चले गए. इतने बड़े देश को आपने आजाद कराया और हमें अनाथ बनाकर चले गए. यह पूरा मामला चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के फव्वारा चौक का है. सपा जिला अध्यक्ष फिरोज खान आए थे बापू को श्रद्धांजलि देने, लेकिन भावनाओं का ऐसा ज्वार उठा कि फफक-फफक कर रो पड़े. सपा के दोनों कार्यकर्ता लगातार भींगी हुई आंखों पर रुमाल फेरते रहे. इस दौरान साथी कार्यकर्ता पीठ का हाथ फेरकर दिलासा दे रहे थे. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुँचे समाजवादी पार्टी के नेता अपनी भावनाएँ सहेज नहीं पाए. बापू-बापू का करुण रुदन फूट पड़ा! pic.twitter.com/EMNs2yw38Y — रोहित सरदाना (@sardanarohit) October 2, 2019 फिर चलाया सफाई कार्यक्रम करीब एक मिनट के अंदर दिल को छू लेने वाला विलाप खत्म हो गया. इसके बाद अगला कार्यक्रम शुरू हुआ. ये था सफाई का. कहीं से कार्यकर्ताओं ने एक ठेले का इंतजाम किया. फिर सफाई का काम शुरू हो गया. इस दौरान सपा कार्यकर्ता सफाई कम फोटो ज्यादा खिचाते नजर आए. बीजेपी सरकार पर साधा निशाना सफाई अभियान के दौरान समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष फिरोज खान ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. फिरोज खान ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बीजेपी लाखों रूपये डकार रही है. आज इस देश में लूट खसोट मची है, इसलिए बापू को याद करके मेरी आंखें भर आई. मैं बहुत रोया हूं.
पदक तालिका अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा प्रदान की गई जानकारी पर आधारित है और आईओसी के अपने प्रकाशित पदक तालिका में सम्मेलन के अनुरूप है। डिफ़ॉल्ट रूप से, टेबल को देश से एथलीट जीते हुए स्वर्ण पदक की संख्या के अनुसार आदेश दिया जाता है, जहां एक राष्ट्र एक राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (एनओसी) द्वारा प्रतिनिधित्व किया गया एक इकाई है। रजत पदक की संख्या को ध्यान में रखा जाता है और उसके बाद कांस्य पदक की संख्या। यदि राष्ट्र अभी भी बांध रहे हैं, तो समान रैंकिंग दी गई है और उन्हें वर्णानुक्रम में सूचीबद्ध किया गया है। पुरुषों की व्यक्तिगत बैथलॉन प्रतियोगिता में, दो रजत पदक दूसरे स्थान के लिए दिए गए थे, इसलिए इस समारोह के लिए कोई कांस्य पदक नहीं दिया गया था। मेज़बान राष्ट्र (कनाडा) सन्दर्भ वर्ष अनुसार शीतकालीन ओलम्पिक पदक तालिका
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गए जिनमें एक कैप्टन और एक जेसीओ भी शामिल हैं. हमले में सुरक्षबलों ने दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. हमले में शहीद कैप्टन आयुष यादव ने आतंकियों से लोहा लेते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दे दिया. जवानों की शहादत को देश सलाम कर रहा है लेकिन जवानों के परिजन सरकार से तीखे सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक वो अपने बेटों को खोते रहेंगे. सरकार से पिता के सवाल यूपी के कानुपर में रहने वाले शहीद आयुष यादव के पिता अरुण यादव ने सरकार से पूछा है कि उन्होंने तो अपना बेटा खो दिया लेकिन आखिर कब तक देश अपने बेटों को ऐसे ही खोता रहेगा. उन्होंने बताया कि आयुष उनका इकलौता बेटा था और बुधवार को ही फोन पर उन्होंने अपने बेटे से बात की थी . आयुष ने अपने पिता को घूमने के लिए श्रीनगर बुलाया था. लेकिन जब पिता ने कहा कि वहां तो बहुत पत्थरबाजी हो रही है तो इस पर आयुष हंसने लगे. सुकमा के शहीदों की याद दो दिन पहले ही सुकमा में हुए नक्सली हमले में भी सीआपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे. जब जवानों के शव उनके घर पहुंचे तो उनके परिजन भी सरकार से यही सवाल पूछ रहे थे कि देश के लिए कब तक हमारे जवानों को शहादत देने पड़ेगी . सरकार ने कहा है कि आतंकी और नक्सली हमले रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि देश के दुश्मनों को मुहंतोड़ जवाब दिया जा सके. सेना के कैंप हैं निशाने पर बता दें कि पिछले कुछ दिनों से आतंकी लगातार सेना के कैंपों को निशाना बना रहे हैं. हाल ही में जम्मू कश्मीर के नौहट्टा में भी सीआरपीएफ कैंप पर ग्रेनेड हमला हुआ था. इस हमले में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था. इससे पहले उरी, पठानकोट और कुपवाड़ा में हुए आतंकी हमलों में भी सुरक्षाबलों के ठिकानों को निशाना बनाया गया था. हमारे जवान दुश्मन का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम: हंसराज अहीर कुपवाड़ा के आतंकी हमले पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का कहना है कि हमारी सेना दुश्मन का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सक्षम है. उन्होंने कहा कि पड़ोस के मन में पाप है, वहां से आतंकवाद को प्रोत्साहित किया जा रहा है, लेकिन हमारी सेना इसका कड़ा जवाब देने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, 'हमारे तीन जवान शहीद हुए हैं. इसका हमको दुख है. हमने उनके भी दो आतंकी मार गिराए हैं. अभी सर्च ऑपरेशन चल रहा है. दुश्मन के इरादों को हम सफल नहीं होने देंगे. पड़ोस से लंबे समय से कोशिश की जा रही है. जम्मू-कश्मीर में ऐसे हमले करने की, लेकिन हम उनको नाकाम कर रहे हैं. गृह मंत्रालय में आज बैठक हुई थी. जो हमला हुआ है उसके बारे में मीटिंग में रिव्यू किया गया. सुकमा में हुए नक्सली हमले पर गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का कहना है कि नक्सली छुपकर हमला करते हैं, जबकि हम को मैदान से लड़ना पड़ता है. उनके लिए हमला करना आसान है, क्योंकि 24 घंटे लगातार वह इसी ताक में रहते हैं. लेकिन हमारे लिए थोड़ी परेशानी है. हमारे 25 जवान शहीद हुए हैं. लगातार नक्सलियों से लड़ाई लड़ी जा रही है. नक्सलियों को हम खत्म करके रहेंगे. नक्सलवाद को खत्म करके रहेंगे. इस घटना को लेकर भी गृह मंत्रालय में भी मीटिंग हुई है. पूरी घटना का विश्लेषण किया जा रहा है. किसी भी जानकारी को रिपोर्ट को अनदेखा नहीं किया गया है. पुरानी घटनाओं से सबक लेते हुए बार-बार रणनीति में रिव्यू किया जाता है.
अगर आप आर्थ‍िक रूप से परेशान हैं और लाख कोश‍िशों के बावजूद स्थ‍िति सुधर नहीं पा रही है तो राखी का दिन अच्छा मौका लेकर आया है. रक्षाबंधन के दिन जहां बहनें भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं, वहीं भाई बहनों को ताउम्र रक्षा का वादा करता है. #रक्षाबंधन के दिन बहनें करें ये काम तो बढ़ती है भाई की उम्र लेकिन अगर आप गरीबी से बेहाल हैं और अपनी आर्थ‍िक कमजोरियों से बाहर निकलना चाहते हैं तो इस दिन ये उपाय करें. आपकी बहनें आपका गरीबी भी दूर कर सकती हैं. जानिये कैसे... रक्षाबंधन पर दरिद्रता दूर करने के लिए क्या उपाय करें ? 1. अपनी बहन के हाथ से गुलाबी कपडे में अक्षत , सुपारी और एक रूपये का सिक्का ले लें 2. इसके बाद अपनी बहन को वस्त्र और मिठाई उपहार में दे दें , उनका चरण छूकर आशीर्वाद लें 3. गुलाबी कपडे में सारे सामान को बांधकर अपने धन स्थान पर रख दें 4. आपकी दरिद्रता दूर होनी शुरू हो जायेगी हो रहा है सूर्य का राशि परिवर्तन रक्षाबंधन पर मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए क्या उपाय करें? 1. रक्षाबंधन को शाम को अपनी गोद में एक हरा पानी वाला नारियल रक्खें 2. इसके बाद "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः" का 108 बार जाप करें 3. जाप समाप्त हो जाने के बाद नारियल को अगले चौबीस घंटे में बहते जल में प्रवाहित कर दें 4. हर तरह की मानसिक और शारीरिक पीड़ा से मुक्ति मिलेगी
बॉलीवुड और स्टार्स दोनों के लिए ये साल काफी स्पेशल रहा है. इस साल कई हिट फिल्में रिलीज हुईं, जिन्होंने देश ही नहीं विदेश में नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं. एक ऐसे ही एक्टर जिनकी फिल्म वॉर और सुपर 30 ने देश के साथ विदेश में अपनी छाप छोड़ी है. हम बात कर रहे हैं ऋतिक रोशन की. ऋतिक रोशन ने हिट के साथ एक और रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है. ऋतिक रोशन सेक्सिएस्ट एशियन मेल ऑफ 2019 भी बन गए हैं. लंदन में बुधवार यानी 4 दिसंबर को जारी हुए इस पोल के आंकड़ों में ऋतिक ने ये खिताब जीता है. View this post on Instagram Felt like great weather for a selfie. Got out of my warm blanket and tried. Failed. Sat n covered myself up again. Caught in the act by : Vijay palande n Mayur shettigar #selfiefails #nevergiveup #goingtowork #myteamrocks #italy #exploreeverywhere #willtryagaintomorrow A post shared by Hrithik Roshan (@hrithikroshan) on Oct 14, 2018 at 12:41pm PDT क्या बोले ऋतिक रोशन? ब्रिटिश न्यूज वीकली ईस्टर्न आइ ने 45 वर्षीय ऋतिक को अपने सेक्सिएस्ट एशियन मेल की सूची में टॉप पर जगह दी है. ऋतिक ने ये स्थान दुनियाभर में हुई वोटिंग के बाद हासिल किया है. ऋतिक रोशन ने इस बार दोगुने मतों से ये स्थान पाया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ऋतिक रोशन ने इस पर कहा, मैं सभी का शुक्रिया करना चाहता हूं जिन्होंने मेरे लिए वोट किया. ऋतिक ने कहा कि मैं किसी को भी उसके लुक से जज नहीं करता इसलिए मैंने खुद के भी लुक पर कभी ध्यान नहीं दिया है. मुझे किसी भी इंसान की यात्रा, कहानी आकर्षित करती है. ईस्टर्न आई के एंटरटेनमेंट एडिटर और लेकर असजद नजीर ने ऋतिक रोशन को सालाना रैंकिंग में इस स्थान पर रखा है. उन्होंने ऋतिक की सक्सेस को देखते हुए ये फैसला लिया है. बॉलीवुड एक्टर और 2017 के विनर शाहिद कपूर ने दूसरा स्थान पाया है. वहीं टीवी एक्टर विवियन डीसेना ने तीसरा स्थान पाया है. बॉलीवुड एक्टर टाइगर श्रॉफ ने टॉप 10 में एंट्री कर ली है और वह चौथे स्थान पर हैं.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर यूपी से सपा के राज्यसभा सांसद चौधरी मुनव्वर सलीम ने एक बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने बुधवार को एटा में अपने एक बयान में कहा कि राम मंदिर भारत में ही बनेगा और कोई माई का लाल मंदिर बनाने से नहीं रोक सकता. सलीम बतौर जिला प्रभारी एटा पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे. कार्यकर्ताओं को संबोधन के दौरान मंदिर निर्माण को लेकर पूछे गए सवाल पर मुनव्वर सलीम ने कहा, 'राम मंदिर अगर हिंदुस्तान में नहीं बनेगा तो कहां बनेगा? और कौन माई का लाल राम मंदिर बनने से रोकेगा.' राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि मलेशिया जैसे मुस्लिम देश में भी कई राम मंदिर हैं. ऐसे में अगर हिंदुस्तान में राम मंदिर नहीं बनेगा तो कहां बनेगा? वहीं, जब उनसे अयोध्या में मंदिर निर्माण सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में राम मंदिर कहीं भी बन सकता है. मुनव्वर सलीम ने भगवान राम की प्रशंसा करते हुए कहा 'लोहिया कहते थे कि इंसान मूर्ति से नही नहीं, बल्कि वसूलों से जिंदा होता है. राम का जीवन उनकी मर्यादा, उनके आदर्श, उनका सर्वसमाज को लेकर चलने के लिए याद किया जाता है. यहां तक कि उनके राज में आम इंसान को रानी से सवाल पूछने का हक था.' उन्होंने कहा कि मुसलमानों के नेता अलामा इकबाल ने राम के बारे में कहा था 'है राम के वजूद पे हिंदोस्तां को नाज, अहले नजर उसको समझते हैं इमामे हिंद.' मुनव्वर सलीम ने दावा किया है कि सपा ने ही सबसे पहले राम राज्य को स्वीकार किया था. उन्होंने कहा कि सपा ही भगवान राम और भगवान कृष्ण के आदर्शों पर चलने वाली अकेली पार्टी है. उन्होंने कल्याण सिंह को राजस्थान का राज्यपाल बनाए जाने पर कहा कि सजायाफ्ता व्यक्ति को संवैधानिक पद की जिम्मेदारी दिया जाना बदकिस्मती है. उन्होंने एमआईएम चीफ आवैसी के सभी भारतीयों को मुस्लिम बनाए जाने संबंधी बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि देश का संविधान सभी को धार्मिक आजादी की इजाजत देता है. ऐसे में सपा जबरन धर्मांतरण का समर्थन नहीं करती है.
भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण को इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भी राहत मिलती नहीं मिली है. सहारनपुर में जातीय हिंसा के मुख्य आरोपी चंद्रशेखर को बेल मिलने के बाद अब पुलिस ने उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत केस दर्ज किया है. यानी अब भी चन्द्रशेखर को जेल में ही रहना पड़ेगा. चंद्रशेखर को बीते 2 नवंबर को  इलाहाबाद हाई कोर्ट की बेंच ने सहारनपुर जातीय हिंसा से जुड़े सभी मामलों में जमानत दी थी. चंद्रशेखर को इस जातीय हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया गया था. जेल में बंद चंद्रशेखर ने जमानत के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट में अर्जी दी थी, जहां से उसे राहत मिली और सभी केस में मिले गई. मगर जमानत मिलते ही भीम आर्मी के चीफ की मुश्किलें और बढ़ गईं. बेल मिलने के बाद ही उन्हें रासुका के तहत निरुद्ध कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि सहारनपुर के डीएम के आदेश के बाद चन्द्रशेखर के खिलाफ रासुका लगाने की कार्रवाई को पूरा किया गया. इसके बाद जेल में बंद चंद्रशेखर को रासुका के बारे में अवगत करा दिया गया है. साथ ही चन्द्रशेखर के परिजनों को भी इसकी जानकारी दी गई है. इसी साल जून में जातीय हिंसा मामले में भीम आर्मी मुखिया चंद्रशेखर आजाद को यूपी पुलिस ने हिमाचल के डलहौजी से गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था. इसके सिर पर 12 हजार का इनाम घोषित था. जातीय हिंसा के बाद वह सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान दे रहा था. क्या है भीम आर्मी भीम आर्मी का पूरा नाम 'भीम आर्मी भारत एकता मिशन' है. पहली बार अप्रैल 2016 में हुई जातीय हिंसा के बाद भीम आर्मी सुर्खियों में आई थी. दलितों के लिए लड़ाई लड़ने का दावा करने वाले चंद्रशेखर की भीम आर्मी से आसपास के कई दलित युवा जुड़ गए हैं. यूपी सहित देश के सात राज्यों में फैली इस संस्था में करीब 40 हजार सदस्य हैं. चंद्रशेखर के मुताबिक, भीम आर्मी का मकसद दलितों की सुरक्षा और उनका हक दिलवाना है, लेकिन इसके लिए वह हर तरीके को आजमाने का दावा भी करते हैं, जो कानून के खिलाफ भी है.
लेख: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को चंडीगढ़ की एक कंपनी और उसके तीन निदेशकों के खिलाफ बैंक से 1,300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है. सीबीआई ने कूडोज केमी लिमिटेड- चंडीगढ़ और उसके निदेशकों जितेंद्र सिंह, कबीर सोढ़ी और गुरमीत सोढ़ी पर आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी सहित कई आरोपों में मामले दर्ज किए हैं. पंजाब नेशनल बैंक ने शिकायत की थी कि कूडोज कंपनी के तीन निदेशकों के अलावा कई अज्ञात लोगों ने जाली दस्तावेजों के जरिए ऋण सुविधा का लाभ उठाते हुए बैंक से 1,301 करोड़ रुपये निकाले थे. बैंक की शिकायत पर सीबीआई ने कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए हैं. इसके अलावा जबलपुर की जगदम्बा एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव लिमिटेड के पुष्पेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, शैलेंद्र सिंह और प्रतिमा सिंह पर जाली दस्तावेजों के जरिए ऋण सुविधा का लाभ उठात हुए कैनरा बैंक से 43.77 करोड़ रुपये ठगने के आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. इन मामलों की जांच के लिए सीबीआई ने पंजाब के चंडीगढ़ और मोहाली के अलावा मध्य प्रदेश के जबलपुर और रीवा में जांच-पड़ताल की है.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पंजाब नेशनल बैंक ने शिकायत की थी कि कूडोज कंपनी के तीन निदेशकों के अलावा कई अज्ञात लोगों ने जाली दस्तावेजों के जरिए ऋण सुविधा का लाभ उठाते हुए बैंक से 1,301 करोड़ रुपये निकाले थे. बैंक की शिकायत पर सीबीआई ने कंपनी और उसके निदेशकों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए हैं. इसके अलावा जबलपुर की जगदम्बा एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव लिमिटेड के पुष्पेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, शैलेंद्र सिंह और प्रतिमा सिंह पर जाली दस्तावेजों के जरिए ऋण सुविधा का लाभ उठात हुए कैनरा बैंक से 43.77 करोड़ रुपये ठगने के आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. इन मामलों की जांच के लिए सीबीआई ने पंजाब के चंडीगढ़ और मोहाली के अलावा मध्य प्रदेश के जबलपुर और रीवा में जांच-पड़ताल की है.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके अलावा जबलपुर की जगदम्बा एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव लिमिटेड के पुष्पेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, शैलेंद्र सिंह और प्रतिमा सिंह पर जाली दस्तावेजों के जरिए ऋण सुविधा का लाभ उठात हुए कैनरा बैंक से 43.77 करोड़ रुपये ठगने के आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. इन मामलों की जांच के लिए सीबीआई ने पंजाब के चंडीगढ़ और मोहाली के अलावा मध्य प्रदेश के जबलपुर और रीवा में जांच-पड़ताल की है.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इन मामलों की जांच के लिए सीबीआई ने पंजाब के चंडीगढ़ और मोहाली के अलावा मध्य प्रदेश के जबलपुर और रीवा में जांच-पड़ताल की है.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संसद के बजट सत्र का दूसरा भाग आज से शुरू हुआ. सत्र के शुरू होते ही टीडीपी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके कारण राज्यसभा और लोकसभा को स्थगित करना पड़ा. गौरतलब है कि बजट सत्र में हंगामे के आसार हैं. कांग्रेस के निशाने पर नीरव मोदी बैंक घोटाला, मेघालय में बीजेपी की सरकार बनना, कार्ति चिदंबरम पर सीबीआई का शिकंजा, राफेल डील, जज लोया और अमित शाह के बेटे जय शाह का मुद्दा है. पीएम मोदी का हुआ स्वागत संसद की रणनीति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की. बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, नितिन गडकरी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह मौजूद रहे. संसद में 'छोटा मोदी-छोटा चिदंबरम' कांग्रेस लगातार नीरव मोदी मामले को उठाती रही है, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पूरी पार्टी बीजेपी पर हमलावर रही है. कांग्रेस ने नीरव मोदी को 'छोटा मोदी' कहा था और सीधे प्रधानमंत्री को इस घोटाले के लिए जिम्मेदार ठहराया था. वहीं बीजेपी भी पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधेगी. हालांकि, कांग्रेस ने कार्ति के खिलाफ हो रही कार्रवाई को बदले की कार्रवाई बताया है, कांग्रेस भी इस मुद्दे को सदन में उछाल सकती है. अमित शाह का स्वागत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का संसद सत्र के पहले दिन पार्टी के तमाम मंत्रियों और नेताओं द्वारा नॉर्थ-ईस्ट की जीत पर स्वागत किया गया. नेताओं ने अमित शाह को त्रिपुरा का पटका पहनाकर जीत की बधाई दी. स्वागत करने वालों में संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी, किरण रिजिजू, जितेंद्र सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे. बता दें कि बजट सत्र का पहला भाग 1 फरवरी से 9 फरवरी तक चला था. 1 फरवरी को बजट पेश किया गया था, जिसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस हुई थी. बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च से लेकर छह अप्रैल तक चलेगा. TDP-TMC का प्रदर्शन जारी बजट सत्र शुरू होने से पहले तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने गांधी मूर्ति के पास पीएनबी घोटाले को लेकर हंगामा किया. वहीं टीडीपी सांसदों ने आंध्र प्रदेश के बजट आवंटन को लेकर भी प्रदर्शन जारी रखा. #PNBScam : TMC MPs protest near Gandhi statue in Parliament #BudgetSession pic.twitter.com/v7Htt23clR — ANI (@ANI) March 5, 2018 लोकपाल को लेकर आमने-सामने है सरकार-विपक्ष गौरतलब है कि बजट सत्र से पहले ही लोकपाल की नियुक्ति को लेकर केंद्र सरकार और कांग्रेस आमने-सामने थे. लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार के उस निमंत्रण को ठुकरा दिया था, जिसमें उन्हें लोकपाल नियुक्ति को लेकर होने वाली बैठक में बुलाया गया था. दरअसल कांग्रेस की आपत्ति इस बात को लेकर थी कि लोकपाल के चयन को लेकर जो बैठक बुलाई गई है उसमें खड़गे को नेता प्रतिपक्ष की जगह स्पेशल आमंत्रित सदस्य के तौर पर बुलाया गया था. ये भी पढ़ें... इन 5 मुद्दों पर सरकार को घेरेगी कांग्रेस
कांग्रेस और बीएसपी इस साल होने वाले तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर मैदान में उतर सकते हैं. दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर मंथन जारी है. लेकिन अगर ये गठबंधन पिछले चुनाव यानी 2013 में हुआ होता तो इन राज्यों के सियासी समीकरण बिल्कुल अलग होते. छत्तीसगढ़ में तो बीजेपी की सरकार की वापसी ही खटाई में पड़ जाती जबकि मध्य प्रदेश विधानसभा में भी कांग्रेस-बसपा गठबंधन बीजेपी की 41 सीटें कम कर देता. बता दें कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इसी साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन तीनों राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं. एमपी और छत्तीसगढ़ की सत्ता में बीजेपी 15 साल से काबिज है. एमपी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ बसपा के साथ गठबंधन के लिए मायावती के साथ बातचीत कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक राज्य में दोनों दलों के बीच गठबंधन तकरीबन तय है. 2013 में मध्यप्रदेश में बीएसपी ने 230 सीटों में से 227 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. बसपा यहां 6.42 फीसदी वोट के साथ चार सीटें जीतने में सफल रही थी. जबकि बीजेपी और कांग्रेस के बीच 8.4 फीसदी वोट शेयर का अंतर था. बीजेपी को 165 सीटें और कांग्रेस को 58 सीटें मिली थीं. राज्य में अगर कांग्रेस बीजेपी मिलकर चुनावी समर में उतरते तो नतीजा अलग होता. दोनों पार्टियों के मिले मतों को जोड़ देते हैं तो बसपा-कांग्रेस के खाते में 103 सीटें होतीं. इस तरह से 41 सीटों का फायदा होता. जबकि बीजेपी 124 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी रहती. छत्तीसगढ़ में अगर बसपा-कांग्रेस एक साथ होते तो राज्य की राजनीतिक तस्वीर अलग होती. 2013 के चुनाव में राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 49 सीटें जीती थीं. जबकि कांग्रेस को 39 और बसपा को 1 सीट मिली थी. दोनों पार्टियां मिलकर चुनावी समर में उतरतीं तो नतीजे अलग होते. बीजेपी को 11 सीटों का नुकसान उठाना पड़ता और 38 सीटें मिलतीं. जबकि कांग्रेस-बसपा गठबंधन 51 सीटों के साथ सत्ता पर काबिज हो जाता. राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं. 2013 के चुनाव में बीजेपी ने 163 सीटों के प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की थी. कांग्रेस को 21 और बसपा को 3 सीटें मिली थीं, जबकि 13 सीटें निर्दलीय को मिली थीं. राजस्थान में 2013 के चुनाव में कांग्रेस-बीएसपी गठबंधन से बीजेपी को 9 सीटों का नुकसान उठाना पड़ता. जबकि गठबंधन को 34 सीटों का फायदा मिल सकता था. विधानसभा चुनाव के समीकरण पर नजर डालें तो बसपा का सबसे मजबूत आधार यूपी में है. जबकि मध्य प्रदेश में 62 सीटों पर उसका प्रभाव है. 2013 के चुनाव में बसपा के प्रभाव वाले क्षेत्र में बीजेपी को 40, कांग्रेस को 18 और खुद बसपा को चार सीटें मिली थीं. कांग्रेस-बीएसपी ने गठबंधन में चुनाव लड़ा होता तो 46 सीटों पर उसे जीत मिलती. जबकि बीजेपी की 24 सीटें कम हो जातीं. राजस्थान के 11 विधानसभा क्षेत्र यूपी की सीमा से सटे हैं. 2013 के चुनाव में बीजेपी ने सात, कांग्रेस ने तीन और बसपा ने एक सीट जीती थी. जबकि गठबंधन होने पर इन्हें सात सीटों का फायदा मिलता और बीजेपी को 4 सीटों का नुकसान उठाना पड़ता.
वर्ष 2008 के मालेगांव विस्फोट की एक मुख्य आरोपी साध्वी प्रज्ञा को कल रात दिल का हल्का दौरा पड़ा. उनकी हालत अब ठीक है. अस्पताल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 37 वर्षीय साध्वी को कल रात बेचैनी और पेट में दर्द की शिकायत के बाद नासिक सिविल अस्पताल लाया गया. उनका वहां उपचार चल रहा है. प्रज्ञा को पहले आयुर्वेद सेवा संघ अस्पताल ले जाया गया था, जहां से उन्हें सिविल अस्पताल लाया गया. सूत्रों ने बताया कि हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अविनाश धर्माधिकारी ने उनके स्वास्थ्य की जांच की, जिसके बाद उन्हें अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती किया गया. मालेगांव विस्फोट के 11 आरोपी इस समय न्यायिक हिरासत में हैं, जिनमें प्रज्ञा और मेजर प्रसाद पुरोहित भी शामिल हैं. प्रज्ञा को छोड़ कर सभी को नासिक रोड केंद्रीय जेल में रखा गया है.
नेशनल पेंशन स्कीम यानी राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) में भागीदारी के लिए पहले न्यूनतम सालाना निवेश छह हजार रुपये करना जरूरी होता था लेकिन गत वर्ष न्यूनतम सालाना निवेश की सीमा एक हजार रुपये कर दी गई. एनपीएस के प्रथम श्रेणी के खातों को परिचालन में बनाए रखने के लिए अब तक हर वित्त वर्ष (अप्रैल-मार्च) में कम से कम 6,000 रुपए का योगदान अनिवार्य था. लेकिन ज्यादा से ज्यादा लोगों को आकर्षित करने के लिए पीएफआरडीए ने यह कदम उठाया. (इनपुट भाषा से)
जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में बुधवार को पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन किया गया. पुंछ में एलओसी पर सीमा पार से मोर्टार दाए गए.गोलीबारी का भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. इस गोलीबारी में पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचा है. कई पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है. कई घायल भी हुए हैं. खुफिया सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना ने पीओके में मेढ़र सेक्टर में पाक बंकरों और वाहनों को तबाह किया है. स्कूलों पर शैलिंग पाकिस्तान की तरफ से स्कूलों को भी निशाना बनाया गया. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक 25 स्कूलों पर मोर्टार दागे गए. बताया जा रहा है कि स्कूल परिसर में मोर्टार आकर गिरे. सभी स्कूल रहेंगे बंद पाकिस्तान की इस नापाक करतूत के बाद सभी प्रभावित स्कूलों को बंद कर दिया गया है. पुंछ के जिला विकास कमिश्नर ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से स्कूल बंद कर दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि एहतियातन इलाके के और स्कूलों को भी बंद करने के निर्देश दिए जा सकते हैं. मंगलवार को नौशेरा में की थी फायरिंग बता दें कि मंगलवार को नियंत्रण रेखा पर नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से मोर्टार दागे गए थे. जिसके चलते इलाके के 9 स्कूलों में करीब 200 बच्चे और स्कूल स्टाफ से सदस्य फंस गए थे. सभी बच्चे पूरा दिन स्कूल में फंसे रहे. जिसके बाद बुलेट प्रूफ वाहनों से उन्हें रेस्क्यू किया गया. हालांकि, किसी भी बच्चे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था. वहीं नौगाम सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ हो रही गोलीबारी में सेना के एक जवान की शहादत हो गई थी.
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर खींचतान जारी है. चुनाव से पहले दोनों पार्टियों का गठबंधन सरकार गठन पर उलझ गया है. दोनों राजनीतिक पार्टियों में सहमति नहीं बन पा रही है. शिवसेना जहां सरकार में बड़ी हिस्सेदारी चाहती है, वहीं बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं है. इसी बीच शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत ने सरकार गठन पर बड़ा बयान दिया है. संजय राउत ने कहा कि बीजेपी महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी है, बीजेपी को सरकार बनाने के लिए पहला अवसर देना चाहिए. अगर बीजेपी सरकार बनाने में फेल होती है तो हम सरकार बनाएंगे. संजय राउत ने इस दौरान दस्तावेज भी दिखाए और कहा कि हमरे पास बहुमत है. संजय राउत ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि देखिए सब कुछ तैयार है. भाजपा के पास जादुई आंकड़ा पाने के लिए ईडी और गवर्नर हाउस संजय राउत ने कहा, 'सबसे पहले भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है, उन्हें पहले सरकार बनाने का अवसर मिलना चाहिए. वे कांग्रेस और एनसीपी से इतने लोगों को ले गए और उनके साथ वे 105 तक ही पहुंच पाए. वे अयाराम-गयाराम (कांग्रेस एनसीपी) की राजनीति करते हैं. उन्हें पहला अवसर मिलना चाहिए. उनके पास 145 का जादुई आंकड़ा पाने के लिए ईडी और गवर्नर हाउस हैं. इसके बावजूद आज वे राष्ट्रपति शासन की धमकी दे रहे हैं.' लेकिन अगर आप सरकार बनाने में नाकाम रहे तो शिवसेना 145 का जादुई आंकड़ा देगी. शिवसेना सरकार बनाने में बहुत सक्षम है. हमने ऐसे लोगों के लिए समर्थन पत्र तैयार किया है जो सरकार बनाने में हमारी मदद करेंगे. अगर बीजेपी सरकार बनाने में विफल रहती है तो हम इसे राज्यपाल के पास ले जाएंगे. हमारे पास बहुमत है. मैं हावा में नहीं बोल रहा. संजय राउत उन कागजों को दिखाते हुए कहा कि हमारे पास समर्थन है और हम सरकार बनाएंगे. उन्होंने कहा, 'इस दस्तावेज़ को देखें सब कुछ तैयार है. मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि हमारे पास आंकड़ा है. लेकिन पहले बीजेपी को मौका दें.' उन्होंने कहा, 'हां सरकार बनाने में बहुत देरी हुई है. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है जिसे उन्हें सरकार बनाने के लिए दांव पर लगाना चाहिए. उनके पास नवनिर्वाचित विधायकों की सूची है, उन्हें सूची सौंपनी होगी. संदेह है कि वे इसे क्यों नहीं कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि बीजेपी सरकार बनाने में नाकाम रही है. यहां गवर्नर को सरकार बनाने के तरीके खोजने का पूरा अधिकार है. राज्यपाल को सू मोटो कार्रवाई करनी चाहिए थी जो नहीं हो रही है. हम भी बहुत चिंतित हैं.' अब तक मैंने देखा है कि कोई भी कार्यकाल खत्म होने तक प्रतीक्षा नहीं करता है, इससे पहले वो केवल शपथ ले रहे हैं. 9 नवंबर इस सरकार का आखिरी दिन है, इस बार मुझे लगता है कि आखिरी सांस तक अंतिम समय तक देवेंद्र फड़नवीस सीएम बने रहेंगे. उसके बाद देवेंद्र फडणवीस और राज्यपाल क्या करेंगे, हम क्या नहीं जानते.
यह एक लेख है: उत्तर भारत में सोमवार सुबह घने कोहरे की वजह से 41 रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं जबकि तीन रद्द कर दी गई हैं. उत्तर रेलवे अधिकारी के मुताबिक, नौ रेलगाड़ियों के समय में फेरबदल किया गया है. जिन रेलगाड़ियों को रद्द किया गया है, उनमें नई दिल्ली-हैदराबाद टी एक्सप्रेस, नई दिल्ली-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस और आनंद विहार-गरीब रथ एक्सप्रेस हैं.टिप्पणियां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के अधिकारी के मुताबिक, कोहरे की वजह से दिल्ली आने वाली छह अंतरराष्ट्रीय और सात घरेलू उड़ानें देरी से चल रही हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जिन रेलगाड़ियों को रद्द किया गया है, उनमें नई दिल्ली-हैदराबाद टी एक्सप्रेस, नई दिल्ली-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस और आनंद विहार-गरीब रथ एक्सप्रेस हैं.टिप्पणियां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के अधिकारी के मुताबिक, कोहरे की वजह से दिल्ली आने वाली छह अंतरराष्ट्रीय और सात घरेलू उड़ानें देरी से चल रही हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के अधिकारी के मुताबिक, कोहरे की वजह से दिल्ली आने वाली छह अंतरराष्ट्रीय और सात घरेलू उड़ानें देरी से चल रही हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होने को आया और न तो वह जीएसटी विधेयक पारित हुआ जिसके इतने कसीदे काढ़े गए थे और न ही कोई दूसरा कानून बन सका. जो कानून अटके उनमें भ्रष्टाचार रोकने वाला कानून भी शामिल है. दूसरी तरफ, सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्ष के बीच सियासी गरमागर्मी इस कदर बढ़ गई है कि शुरुआती दिनों के भाईचारे को पूरी तरह भुला दिया गया. नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी को अदालत में पेश किए जाने के आदेश के बाद कांग्रेस नेता पहले ही आसमान सिर पर उठाए हैं. हेराल्ड मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच पैदा हुआ टकराव खत्म भी नहीं हुआ था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी सहायक और प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार के खिलाफ सीबीआइ जांच को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच घमासान छिड़ गया. ऐसा लगता है कि कुमार के खिलाफ मामला इतना बड़ा और गंभीर है कि सीबीआइ ने प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया. प्रोटोकॉल यह है कि जिस शख्स के खिलाफ छापे मारे जा रहे हैं, ठीक उसके ऊपर के अधिकारी को यह जानकारी देनी होती है. इस मामले में मुख्यमंत्री ही वह अधिकारी थे. ऐसा करने की बजाए सीबीआइ की टीमें 16 दिसंबर को सुबह 9 बजे दिल्ली सचिवालय पर आ धमकीं और सीधे कुमार के दफ्तर को सील कर दिया. सीबीआइ के मुताबिक छापे में अभी तक दूसरी चीजों के अलावा अच्छी-खासी तादाद में नकदी निकली है. सीबीआइ के मुताबिक कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार का पुख्ता मामला बनता है. गुस्से से आगबबूला केजरीवाल के मुताबिक प्रधानमंत्री “कायर और मनोरोगी” हैं और उनका आरोप है कि सीबीआइ को छापे का फरमान सीधे मोदी से मिला था. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन को चलाने में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जमकर धांधली की है. इस धांधली की फाइलें देखने ही सीबीआइ आई थी. ये फाइलें दफ्तर से गायब हैं और मुख्यमंत्री मामले की जांच करने के लिए आयोग बैठाने का मन बना रहे हैं. कुछ रिपोर्टों के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री को ऐसी कोई जांच बैठाने का अधिकार ही नहीं है. अरुण जेटली के मुताबिक ये आरोप बकवास हैं और सीबीआइ अपना काम करने के लिए पूरी तरह आजाद है. कभी केजरीवाल के नजदीकी सहयोगी रहे योगेंद्र यादव के मुताबिक “दोनों ही आरोप सही हैं.” वे कहते हैं, “बीजेपी बदले की कार्रवाई की दोषी है और आप की सरकार तमाशा करने की. क्या वे मेहरबानी करके लोगों को बख्शकर राजकाज पर ध्यान दे सकते हैं?” इस लगातार तीखे होते सियासी झगड़े में कोई शर्म-लिहाज बाकी नहीं रह गया है. बिहार में मिली शिकस्त के बाद प्रधानमंत्री संसद के शीतकालीन सत्र के शुरुआती दिनों में विपक्ष की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए दिख रहे थे. यहां तक कि असहिष्णुता पर संसद में हुई बहस के दौरान वे और उनकी पार्टी के नेता विपक्ष की झिड़कियों को खामोशी से सुनते रहे. लेकिन धीरे-धीरे वह मुलम्मा उतरने लगा, खासकर उस वक्त जब कांग्रेस ने जीएसटी पर सरकार के प्रस्तावों का जवाब देने से इनकार कर दिया और असल में नेशनल हेराल्ड मामले में अपनी मुखालफत को और ऊंचाई पर पहुंचा दिया. अब केजरीवाल के करीबी सहयोगी के दफ्तर पर सीबीआइ के छापों के साथ ही राजनैतिक तबकों में आम धारणा यह है कि बीजेपी को महज इतनी कामयाबी मिली है कि उसने विपक्ष के उन धड़ों को भी एकजुट कर दिया है जो हर मामले में एक दूसरे से आंख नहीं मिला सकते. मिसाल के तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केजरीवाल के इस दावे का समर्थन किया कि कुमार के खिलाफ छापों के पीछे बीजेपी ही थी. राज्य में 2016 के मध्य में होने वाले विधानसभा के चुनावों में ममता का मुख्य मुकाबला बीजेपी से ही है. नीतीश कुमार के जनता दल (यूनाइटेड) ने भी इस बात का समर्थन किया कि केजरीवाल ही निशाना थे. आप की कट्टर दुश्मन कांग्रेस पार्टी ने भी संसद सत्र  के दौरान कुमार पर छापे डालने के बीजेपी के फैसले की आलोचना की. छापों का समय सियासी लिहाज से वाकई बहुत अनुकूल नहीं कहा जा सकता, इसीलिए लुटियन की दिल्ली में यह मुद्दा खासा गरमाया हुआ है. ऐसा नहीं है कि कुमार के बारे में सवाल नहीं उठ रहे हैं. लगता है, 2013 की शुरुआत में केजरीवाल की 49 दिन की सरकार के समय एक विधायक ने कई लोगों की मौजूदगी में उनसे कहा था कि कुमार को अपना प्रमुख सचिव बनाने का उनका फैसला भीषण गलती है. उस विधायक ने शिक्षा और आइटी विभाग में कुमार के कार्यकाल के दौरान तथाकथित “भ्रष्टाचार के सबूतों” का हवाला भी दिया था. लेकिन केजरीवाल ने आरोपों को खारिज कर दिया. केजरीवाल के एक पुराने सहयोगी राजकाज की कीमत पर भारी-भरकम तमाशा खड़ा करने के उनके रवैये को याद करते हैं. ये सहयोगी मानते हैं कि केजरीवाल के पास दिल्ली सरीखे बड़े और पेचीदा शहर की हुकूमत के लिए जरूरी अनुशासन या उसूलों से बंधा दिमाग नहीं है. यही वजह है कि जब दिल्ली की एक गैरकानूनी झुग्गी बस्ती को रेलवे ने साफ करवाया और उसमें एक बच्ची की मौत हो गई, तो केजरीवाल घनघोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उस पर टूट पड़े. जब तक कि यह बिल्कुल साफ नहीं हो गया कि वह बच्ची सफाई अभियान शुरू होने से पहले ही मर चुकी थी. इसी तरह, आप के विधायक जितेंद्र तोमर और उनकी “फर्जी डिग्रियों” के मामले में तोमर की किसी भी आलोचना के खिलाफ केजरीवाल के त्यौरियां चढ़ा लेने की कोई हद ही नहीं थी, लेकिन आखिर में उन्हें मानना पड़ा कि उनके पूर्व साथी गलत थे. केजरीवाल के आलोचक यह भी मानते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 2019 में होने वाले आम चुनाव तक किसी न किसी तरह अपने को चकाचौंध में बनाए रखेंगे, इन चुनावों में वे अपने को मोदी के मुख्य मुकाबले में खड़ा करना चाहते हैं. ये आलोचक यह भी कहते हैं कि केजरीवाल इस बात से खास खुश नहीं हैं कि नीतीश कुमार ने बिहार में अपनी हैसियत को कायम रखकर उन्हें इस स्थिति से बेदखल कर दिया है. केजरीवाल के हिमायती जोर देकर कहते हैं कि प्रधानमंत्री दिल्ली के मुख्यमंत्री को तभी से नापंसद करते हैं, जब 2014 में वह अहमदाबाद पहुंच गए थे. उन्होंने गुजरात के तत्कालीन मुक्चयमंत्री नरेंद्र मोदी के दफ्तर की तरफ जाने वाली सड़क का घेराव किया था और राज्य में उनके गैरबराबरी वाले विकास पर सवाल खड़ा करके उन्हें परेशान किया था. मई 2014 के वाराणसी के चुनाव में उस तनाव की तस्दीक हुई और 2015 की शुरुआत में दिल्ली के चुनावों में भी वह जारी रहा, जिसमें मोदी और केजरीवाल के बीच सीधा मुकाबला हुआ था. सियासतदानों का कहना है कि सीबीआइ छापे मोदी-केजरीवाल की पुरानी जंग की नई बानगी भर हैं. जहां तक मोदी की बात है, बहुतेरे लोग मानते हैं (और आप नेता आशुतोष ने कहा कि सियायत में महत्व इसी बात का है कि लोग क्या मानते हैं) कि छापे की कार्रवाई को अंजाम देने से पहले मोदी की इजाजत मांगी गई थी. इसी के साथ बीजेपी और विपक्ष के बीच तनाव अचानक बहुत तीखा हो उठा है. संसद के मानसून सत्र की तरह शीतकालीन सत्र भी बगैर कोई विधेयक पारित किए खत्म हो जाएगा. इस कटुता के 2016 में पश्चिम बंगाल, असम और तमिलनाडु की राज्य विधानसभाओं के चुनाव अभियानों के दौरान और फिर 2017 में पंजाब और उत्तर प्रदेश के अभियानों के दौरान भी और ज्यादा उग्र और तीखे होने की ही संभावना है. शराफत की जबान पहले ही कुछ समय से सियासत की भेंट चढ़ चुकी है, लेकिन राजेंद्र कुमार पर छापों ने उसे एक नई गर्त में पहुंचा दिया है. केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को “मनोरोगी” करार दिया, तो अरुण जेटली ने जोर देकर कहा कि वे “बकवास” पर कुछ कहने के लिए इतना नीचे नहीं गिरेंगे, जिसके जवाब में फिर केजरीवाल ने कहा कि वे “झूठ बोल रहे” हैं. वहीं केरल में मोदी ने एक रैली में कहा कि कांग्रेस ध्वंस, तोडफ़ोड़ और विनाश के रास्ते पर चल रही है, इसलिए संसद को ठप कर रही है. जब सियासत इतनी कड़वाहट के साथ बंटी हो, तब संसद के लड़ाई-झगड़ों का अखाड़ा बने रहने की ही संभावना ज्यादा है. सियासी पंडितों को हैरत है कि ऐसे में कहीं सरकार कैफियत, समझाइश, मान-मनौव्वल और सर्वानुमति की बजाए हुक्मनामों और अध्यादेशों के दम पर हुकूमत करने को मजबूर न हो जाए. कुमार का तो जो होना है होगा, मगर हकीकत यह है कि उनके मामले ने सियासी जमात की एक दूसरे से बात करने की काबिलियत में गहरी दरारें उजागर कर दी हैं. विवाद का केंद्र बिंदु यह शख्स अरविंद केजरीवाल और केंद्र सरकार के बीच विवाद की वजह बना राजेंद्र कुमार जन्म की तारीख 16 दिसंबर, 1966 एजीएमयूटी काडर के 1989 बैच के आइएएस अधिकारी आइआइटी दिल्ली के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के पूर्व छात्र फरवरी 2015 में उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया कुमार ने 2014 में मुख्यमंत्री के तौर पर केजरीवाल के पहले कार्यकाल में भी उनके सचिव के रूप में काम किया था शीला दीक्षित के उनकी पिछली तैनातियों में दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, दिल्ली यातायात प्राधिकरण के सचिव-सह-आयुक्त, सचिव (स्वास्थ्य), आयुक्त (व्यापार और कर) शामिल हैं. उन्हें 2007 में लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री के अवार्ड से नवाजा गया कुमार को केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के दिनों से ही उनका नजदीक माना जाता रहा है आरोप आरोप है कि उन्होंने कंपनियां बनाईं और उन्हें टेंडर के बगैर सरकारी ठेके दिलवाए. उनके खिलाफ की गई शिकायत के मुताबिक इसकी वजह से दिल्ली सरकार को वित्तीय नुक्सान उठाना पड़ा. सीबीआइ ने उनके खिलाफ आपराधिक साजिश और कदाचरण का मुकदमा दर्ज किया है. दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी शाखा ने उनसे 100 करोड़ रु. के सीएनजी फिटनेस घोटाले में उनकी कथित भूमिका के लिए पूछताछ की थी. आप की सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और उपराज्यपाल नजीब जंग की इस घोटाले में भूमिका होने का आरोप लगाया है. -राकेश रंजन
संजय दत्त अपने नए प्रोजेक्ट्स के साथ फिल्मी पर्दे पर धमाकेदार एंट्री करने को तैयार हैं. साहब बीवी गैंगस्टर-3, टोरबाज और प्रस्थानम से उनकी आगामी फिल्में हैं. मूवी प्रस्थानम का मोशन पोस्टर रिलीज हो गया है. जिसमें संजय दत्त का दमदार डायलॉग सुनने को मिलता है. फिल्म के मोशन पोस्टर में संजय दत्त कुर्ता-धोती में दिख रहे हैं. बैकग्राउंड में खेत-खलिहान नजर आ रहे हैं. पोस्टर में संजय का बैक लुक देखने को मिल रहा है. साथ ही एक दमदार डायलॉग सुनाई दे रहा है. जिसमें संजय कह रहे हैं ''हक दोगे तो रामायण शुरू होगी, छीनोगे तो महाभारत.'' Haq doge toh Ramayan shuru hogi, chhinoge toh Mahabharat! Presenting the official poster of #Prassthanam @PrassthanamFilm @SanjayDuttsProd @devakatta @mkoirala @bindasbhidu @ChunkyThePanday @AmyraDastur93 @alifazal9 #MaanayataDutt @Sandy_Bhargava @satyajeet_dubey pic.twitter.com/ByTnphusHp — Sanjay Dutt (@duttsanjay) July 10, 2018 मरने से कुछ देर पहले सुनील दत्त ने संजू के इस एक्टर को लिखा था लेटर पोस्टर को एक्टर ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. प्रस्थानम उनके प्रोडक्शन तले बन रही है. ये फिल्म तेलुगु सुपरहिट फिल्म प्रस्थानम का हिंदी रीमेक है. मूवी में जैकी श्रॉफ, मनीषा कोइराला, अमायरा दस्तूर, अली फजल नजर आएंगे. कहा जा रहा है कि मनीषा संजय दत्त की पत्नी के रोल में दिखेंगी. इसे देव कट्टा डायरेक्ट कर रहे हैं. संजू देखकर मनीषा कोइराला की मां ने किया था ऋषि कपूर को फोन! मूवी की सबसे खास बात ये है कि इसमें संजय दत्त और जैकी श्रॉफ 11 साल बाद साथ नजर आएंगे. इससे पहले उन्हें फिल्म एकलव्य में साथ देखा गया था.
विल्पट्टू राष्ट्रीय उद्यान (विलू-पट्टू; झीलों की भूमि) श्रीलंका के द्वीप पर स्थित 1,317 वर्ग किलोमीटर (131, 693 हेक्टेयर) विस्त्रिथ् उद्यान है। इस उद्यान की अनूठी विशेषता "विल्लस" (प्राकृतिक झीलों) का अस्तित्व है। विल्पाट्टू श्रीलंका में सबसे बड़ा और सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है। ये अनुराधापुर से 30 किमी पश्चिम और पुट्टालं के 26 किमी उत्तर में (कोलंबो से लगभग 180 किमी उत्तर) है। विल्पाट्टू में लगभग साठ झीलों (विलू) और टैंक फैले हुए हैं। विल्पाट्टू अपने तेंदुए (पेंथेरा परदस कोटिया) आबादी के लिए दुनिया भर के शीर्ष राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। 16 साल बाद आगंतुकों को फिर से खोलने से पहले दिसंबर 1988 से 16 मार्च, 2003 तक श्रीलंकाई गृहयुद्ध के आसपास सुरक्षा चिंताओं के कारण उद्यान बंद कर दिया गया था। इतिहास महावंश ने रिकॉर्ड किया कि 543 ईसा पूर्व में राजकुमार विजय तंबपनी में उतरे थे जिन्हें अब कुद्रिमलाई प्वाइंट (हॉर्स प्वाइंट) के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कुवेनि से विवाह किया और सिंहला राष्ट्र की स्थापना की। 1905 में इस क्षेत्र को एक अभयारण्य नामित किया गया था और 1938 में इसे राष्ट्रीय उद्यान की स्थिति में ग्रेड बढ़ाया गया। मौसम यहां कि वार्षिक वर्षा लगभग 1000 मिलीमीटर है और वार्षिक तापमान लगभग 27.2 डिग्री है। मार्च में पूर्व मानसून और पूर्वोत्तर मानसून (दिसंबर - फरवरी) बारिश के मुख्य स्रोत हैं। वनस्पति और जीव विल्पाट्टू श्रीलंका के उत्तर पश्चिमी तट निचले शुष्क क्षेत्र में स्थित है। विल्पाट्टू में कई प्रकार की वनस्पतियां मिलती हैं। विल्पट्टू राष्ट्रीय उद्यान के भीतर स्तनधारियों की 31 प्रजातियों की पहचान की गई है। हाथी, तेंदुए, स्लोथ बीयर, भैंस, नेवला जैसे स्तनधारियों और छोटे कॉर्मोरेंट, श्रीलंकाई जंगलफॉउल, उल्लू, महाश्येन, भारतीय मोर, कलगीदार सर्प चील, बैंगनी हेरोन, पिंटेल (अनास एक्यूटा), स्पूनबिल, ब्लैक-हेड इब्स, कोयल आदि पक्षियों ने भि यहाँ रहति हैं। मुग्गेर् मगरमच्छ, मॉनीटर छिपकली (वाराणस बेंगलेंसिस), भारतीय कोबरा और फ्लैप-गोले कछुए उद्यान में रहने वाले आम सरीसृप हैं। गैलरी राष्ट्रीय उद्यान के भीतर ली गई जानवरों की तस्वीरें। सन्दर्भ श्रीलंका का भूगोल श्रीलंका के राष्ट्रीय उद्यान
Total Dhamaal Box Office Collection Day 21: टोटल धमाल (Total Dhamaal) फिल्म में अजय देवगन (Ajay Devgn), अनिल कपूर (Anil Kapoor) और माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) का जबरदस्त कमाई कर रही है. तीन हफ्ते बीत जाने के बाद भी कमाई की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. देखना होगा की चौथे हफ्ते में एंट्री करने के बाद फिल्म टोटल धमाल (Total Dhamaal) को अब कितना अच्छा रिस्पॉन्स मिल पाता है. तीन हफ्ते में 145 करोड़ रुपए से ज्यादा का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन करने के बाद अब चौथे हफ्ते में 150 करोड़ का आंकड़ा छूना चाहेगी. ट्रेड एनलिस्ट तरण आदर्श के मुताबिक तीसरे वीकेंड के पहले दिन शुक्रवार को 1.50 करोड़, शनिवार को 2.50 करोड़, रविवार को 3.75 करोड़, सोमवार को 1.15 करोड़, मंगलवार को 1.20 करोड़ और बुधवार को 1.10 करोड़ रुपए की कमाई की है. जबकि रोजाना के आंकड़ों को देखते हुए फिल्म 'टोटल धमाल' (Total Dhamaal) गुरुवार को करीब 1 से 1.50 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर सकती है. 'टोटल धमाल' (Total Dhamaal) ने कुछ ऐसा गदर मचाया है कि अभी भी कमाई कमजोर पड़ने का नाम नहीं ले रही. चौथे हफ्ते में एंट्री मारने के बाद भी फिल्म को अच्छा बॉक्स ऑफिस कलेक्शन मिल रहा है. लगातार तीन हफ्तों में शानदार कलेक्शन करने के बाद भी चौथे हफ्ते भी धांसू कमाई जारी है. हालांकि 'टोटल धमाल' (Total Dhamaal) फिल्म की टीम की निगाहें अब 150 करोड़ पर टिकी हुई हैं, लेकिन इसके लिए थोड़ा लंबा समय इंतजार करना पड़ेगा. वजह यह है कि अब कमाई की रफ्तार थोड़ी धीमी हो चुकी है.    #TotalDhamaal is steady at low levels... Mass circuits continue to contribute to the revenue... Should cross ₹ 150 cr in Week 4... [Week 3] Fri 1.70 cr, Sat 2.76 cr, Sun 3.95 cr, Mon 1.40 cr, Tue 1.15 cr, Wed 1.10 cr. Total: ₹ 144.66 cr. India biz.   'टोटल धमाल' (Total Dhamaal) फिल्म ने कुल 12 दिन में 125 करोड़ रुपए कमा लिया. ट्रेड एनलिस्ट तरण आदर्श का कहना है कि नॉर्मल टिकट रेट होने के बावजूद फिल्म थियेटर में खूब धमाल मचा रही है. देखना होगा कि फिल्म तीसरे हफ्ते के आखिर में कैसा रिस्पॉन्स मिल पाता है. अभी तक फिल्म ने करीब 145 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर लिया है. पिछले तीन हफ्ते में शानदार कलेक्शन करके अपना बजट निकाल लिया है. पहले हफ्ते में 'टोटल धमाल' (Total Dhamaal) फिल्म ने  92.24 करोड़ और दूसरे हफ्ते में 36.50 करोड़ का कलेक्शन कर डाला है.   अजय देवगन की फिल्म 'टोटल धमाल' (Total Dhamaal) की निगाहें 150 करोड़ की तरफ है. देखना होगा कि यह आंकड़ा कब तक छू पाती है. खराब रिव्यू के बावजूद कॉमेडी फिल्म 'टोटल धमाल (Total Dhamaal)' की बॉक्स ऑफिस पर रफ्तार थम ही नहीं रही है. अनिल कपूर (Anil Kapoor), अजय देवगन (Ajay Devgn) और माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) स्टारर 'टोटल धमाल' बॉक्स ऑफिस (Total Dhamaal Box Office Collection) पर आगे बढ़ रही है. 'टोटल धमाल' का बजट लगभग 100 करोड़ रुपये बताया जाता है, इस तरह फिल्म ने अच्छा बिजनेस कर लिया है, फिल्म के ओवरसीज बिजनेस को लेकर भी अच्छी खबर आ रही है.
श्रीबाटी (Sribati) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के पूर्व बर्धमान ज़िले में स्थित एक ग्राम है। यहाँ 17वीं और 18वीं शताब्दी के बंगाली शैली में बने तीन हिन्दू मन्दिर हैं। तीन मन्दिर श्रीबाटी के तीन मन्दिरों में एक-एक शिवलिंग स्थापित है जिनके नाम क्रमशः श्री विश्वेश्वर (कृष्णवर्णी पत्थर का बना), श्री भोलानाथ (श्वेत संगमरमर का बना) और श्री चंद्रेश्वर (कृष्णवर्णी पत्थर का बना) हैं। इनमें से श्री चंद्रेश्वर को समर्पित मन्दिर सबसे पुराना है और सन् 1802 में श्रीमति भबानीचरण चंद्र द्वारा बनवाया गया। मध्य मन्दिर और तृतीय मन्दिर सन् 1836 में श्री रामकनई चंद्र और उनकी धर्मपत्नि अन्नपूर्णा देवी द्वारा बनवाए गए। इन्हें भी देखें पूर्व बर्धमान ज़िला सन्दर्भ पूर्व बर्धमान ज़िला पश्चिम बंगाल के गाँव पूर्व बर्धमान ज़िले के गाँव पूर्व बर्धमान ज़िले में पर्यटन आकर्षण
गुजरात के कच्छ के सर क्रीक इलाके में BSF ने एक पाकिस्तानी नाव को पकड़ा है. नाव के साथ 7-8 लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. मंगलवार को भी सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पंजाब के अमृतसर जिले में रावी नदी में बहकर आई एक खाली नाव पकड़ी थी. इससे दो दिन पहले भी तटरक्षक बलों ने गुजरात तट के निकट एक पाकिस्तानी नाव पकड़ी थी. यह नाव अमृतसर जिले के तोता पोस्ट इलाके में पकड़ी गई. सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक के के शर्मा ने इस मामले पर कहा था कि नाव में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और प्राथमिक जांच में लगता है कि यह नाव बहकर भारत की ओर आ गई थी.टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी नाव ऐसे समय पकड़ी जा रही हैं, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण सीमा पर निगरानी कड़ी कर दी गई है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले तटरक्षक बलों ने 2 अक्तूबर को गुजरात तट के निकट भी एक पाकिस्तानी नौका को पकड़ा गया था. उस पर चालक दल के नौ लोग सवार थे. मंगलवार को भी सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पंजाब के अमृतसर जिले में रावी नदी में बहकर आई एक खाली नाव पकड़ी थी. इससे दो दिन पहले भी तटरक्षक बलों ने गुजरात तट के निकट एक पाकिस्तानी नाव पकड़ी थी. यह नाव अमृतसर जिले के तोता पोस्ट इलाके में पकड़ी गई. सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक के के शर्मा ने इस मामले पर कहा था कि नाव में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और प्राथमिक जांच में लगता है कि यह नाव बहकर भारत की ओर आ गई थी.टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी नाव ऐसे समय पकड़ी जा रही हैं, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण सीमा पर निगरानी कड़ी कर दी गई है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले तटरक्षक बलों ने 2 अक्तूबर को गुजरात तट के निकट भी एक पाकिस्तानी नौका को पकड़ा गया था. उस पर चालक दल के नौ लोग सवार थे. सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक के के शर्मा ने इस मामले पर कहा था कि नाव में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और प्राथमिक जांच में लगता है कि यह नाव बहकर भारत की ओर आ गई थी.टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी नाव ऐसे समय पकड़ी जा रही हैं, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण सीमा पर निगरानी कड़ी कर दी गई है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले तटरक्षक बलों ने 2 अक्तूबर को गुजरात तट के निकट भी एक पाकिस्तानी नौका को पकड़ा गया था. उस पर चालक दल के नौ लोग सवार थे. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी नाव ऐसे समय पकड़ी जा रही हैं, जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण सीमा पर निगरानी कड़ी कर दी गई है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले तटरक्षक बलों ने 2 अक्तूबर को गुजरात तट के निकट भी एक पाकिस्तानी नौका को पकड़ा गया था. उस पर चालक दल के नौ लोग सवार थे. उल्लेखनीय है कि इससे पहले तटरक्षक बलों ने 2 अक्तूबर को गुजरात तट के निकट भी एक पाकिस्तानी नौका को पकड़ा गया था. उस पर चालक दल के नौ लोग सवार थे.
सारा अली खान और उनके छोटे भाई इब्राहिम अली खान ने हाल ही में एक मैगजीन के साथ बेहद खूबसूरत फोटोशूट करवाया है. जब से इस फोटोशूट की तस्वीरें सामने आई हैं, फैंस इन्हें देखते नहीं थक रहे हैं. जहां इस भाई-बहन की जोड़ी का ये साथ में पहला कवर शूट है वहीं दोनों ने अपनी-अपनी जिंदगी और रिश्तों के बारे में खुलकर बात भी की. क्या बताया सारा ने सैफ के बारे में? इब्राहिम और सारा दोनों ने पिता सैफ के बारे में बात की. जहां इब्राहिम ने बताया कि कैसे सभी उन्हें अपने पिता जैसा दिखने के लिए टोकते हैं तो वहीं सैफ खुद भी उन्हें अपने जैसा बताते हैं. इतना ही नहीं इब्राहिम ने ये भी बताया कि सैफ उन्हें बहुत प्यार करते हैं और जिंदगी के बारे में सिखाते और उनकी मदद करते हैं. वहीं सारा ने बताया कि सैफ को गॉसिप करना पसंद नहीं है. उन्होंने कहा कि उनके पिता सैफ अली खान को बॉलीवुड गॉसिप नहीं बल्कि रोमन हिस्ट्री में दिलचस्पी है. इतना ही नहीं सारा ने अपने पि‍ता सैफ की तारीफ करते हुए ये भी कहा कि वे अपने तरीके के अलग इंसान हैं. क्या बहन सारा अली खान से लड़ते हैं इब्राहिम? दिया ये जवाब पिता की शादी के लिए चुना बेस्ट लहंगा इसके अलावा सारा ने ये भी बताया कि कैसे सैफ अली खान और करीना कपूर की शादी के समय उनकी मां ने उन्हें बढ़िया ढंग से तैयार करके भेजा था. उन्होंने बताया कि उनकी मां अमृता सिंह ने उनके लिए बेस्ट लहंगा चुना था, जिसके लिए फैशन डिजाइनर अबू जानी और संदीप खोसला को कॉल किया था. सैफ और सारा के प्रोजेक्ट्स पिता-बेटी की इस जोड़ी के बॉलीवुड प्रोजेक्ट्स की बात करें तो दोनों के पास बड़ी-बड़ी फिल्में हैं. सैफ जहां लाल कप्तान, जवानी जानेमन, भूत पुलिस जैसी फिल्मों में का कर रहे हैं वहीं सारा, वरुण धवन संग कुली न. 1 और कार्तिक आर्यन संग आजकल में काम कर रही हैं.
यह एक लेख है: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में लक्सर क्षेत्र में एक विवादित भूमि पर बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति लगाकर उस पर कब्जे का प्रयास कर रहे लोगों ने पुलिस द्वारा हस्तक्षेप किये जाने पर उस पर पथराव कर दिया, जिसमें 15 पुलिसकर्मियों सहित करीब 20 व्यक्ति घायल हो गए। बेकाबू हो गये लोगों की भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवाई फायरिंग भी की। घटना में शामिल कुछ महिलाओं सहित लगभग 25 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लक्सर पुलिस थाना के थानाध्यक्ष जयदेव आर्य ने बताया कि लक्सर में नगर पंचायत और एक व्यक्ति के बीच की विवादित भूमि पर रविवार को अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले कुछ लोग बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति लगाकर उस पर अनाधिकृत कब्जे की कोशिश कर रहे थे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका, जिस पर उत्तेजित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि पथराव की घटना में 15 पुलिसकर्मी तथा चार-पांच अन्य लोग घायल हो गए। हालात को काबू में करने और भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पहले लाठियां भांजी और उसके बाद हवाई फायरिंग भी की। आर्य ने बताया कि पथराव की घटना में शामिल कुछ महिलाओं सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है। बेकाबू हो गये लोगों की भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवाई फायरिंग भी की। घटना में शामिल कुछ महिलाओं सहित लगभग 25 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लक्सर पुलिस थाना के थानाध्यक्ष जयदेव आर्य ने बताया कि लक्सर में नगर पंचायत और एक व्यक्ति के बीच की विवादित भूमि पर रविवार को अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले कुछ लोग बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति लगाकर उस पर अनाधिकृत कब्जे की कोशिश कर रहे थे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका, जिस पर उत्तेजित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि पथराव की घटना में 15 पुलिसकर्मी तथा चार-पांच अन्य लोग घायल हो गए। हालात को काबू में करने और भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पहले लाठियां भांजी और उसके बाद हवाई फायरिंग भी की। आर्य ने बताया कि पथराव की घटना में शामिल कुछ महिलाओं सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है। लक्सर पुलिस थाना के थानाध्यक्ष जयदेव आर्य ने बताया कि लक्सर में नगर पंचायत और एक व्यक्ति के बीच की विवादित भूमि पर रविवार को अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले कुछ लोग बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति लगाकर उस पर अनाधिकृत कब्जे की कोशिश कर रहे थे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका, जिस पर उत्तेजित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि पथराव की घटना में 15 पुलिसकर्मी तथा चार-पांच अन्य लोग घायल हो गए। हालात को काबू में करने और भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पहले लाठियां भांजी और उसके बाद हवाई फायरिंग भी की। आर्य ने बताया कि पथराव की घटना में शामिल कुछ महिलाओं सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पथराव की घटना में 15 पुलिसकर्मी तथा चार-पांच अन्य लोग घायल हो गए। हालात को काबू में करने और भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पहले लाठियां भांजी और उसके बाद हवाई फायरिंग भी की। आर्य ने बताया कि पथराव की घटना में शामिल कुछ महिलाओं सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है। आर्य ने बताया कि पथराव की घटना में शामिल कुछ महिलाओं सहित 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है।
प्रोटीन को अनौपचारिक रूप से तीन मुख्य वर्गों में विभाजित किया जा सकता है, जो विशिष्ट तृतीयक संरचनाओं से संबंधित होते हैं: गोलाकार प्रोटीन, रेशेदार प्रोटीन और झिल्ली प्रोटीन। लगभग सभी गोलाकार प्रोटीन घुलनशील होते हैं और कई एंजाइम होते हैं। रेशेदार प्रोटीन अक्सर संरचनात्मक होते हैं, जैसे कोलेजन, संयोजी ऊतक का प्रमुख घटक, या केराटिन, बालों और नाखूनों का प्रोटीन घटक। झिल्ली प्रोटीन अक्सर रिसेप्टर के रूप में काम करते हैं या कोशिका झिल्ली से गुजरने के लिए ध्रुवीय या आवेशित अणुओं के लिए चैनल प्रदान करते हैं। प्रोटीन के भीतर इंट्रामोल्युलर हाइड्रोजन बांड का एक विशेष मामला, पानी के हमले से खराब रूप से परिरक्षित होता है और इसलिए अपने स्वयं के निर्जलीकरण को बढ़ावा देता है, जिसे डिहाइड्रॉन कहा जाता है।
उत्तर प्रदेश अधीनस्‍थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) ने 'फॉरेस्ट गार्ड और वाइल्ड लाइफ गार्ड' के पदों पर वैकेंसी निकाली गई है. जो उम्मीदवार आवेदन करना चाहते हैं वह नीचे दी गई जानकारी पढ़ लें उसके बाद ही आवेदन करें. योग्यता फॉरेस्ट गार्ड और वाइल्ड लाइफ गार्ड के 655 पदों पर भर्ती मांगी गई है. इन पदों पर केवल वहीं उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने किसी भी मान्यता  प्राप्त संस्थान से कक्षा 12वीं पास की हो. उम्र सीमा इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की उम्र 18 साल से 40 साल के बीच होनी चाहिए. पे-स्केल जो उम्मीदवार चुने जाएंगे उनका पे-स्केल 5200 से 20200 रुपये होगा. ये है जरूरी तारीखें आवेदन करने की तारीख: 18 जुलाई 2019 आवेदन करने की आखिरी तारीख:  8 अगस्त 2019 आवेदन फॉर्म भरने की तारीख:  8 अगस्त 2019 आवेदन  फॉर्म में गलती सुधारने की तारीख: 16 अगस्त 2019 आवेदन फॉर्म जनरल/ OBC उम्मीदवार: 185 रुपये SC/ST उम्मीदवार: 95 रुपये दिव्यांग उम्मीदवार: 25 रुपये ऐसे करें आवेदन जो उम्मीदवारों इन पदों  पर आवेदन करना चाहते हैं वह आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर जाकर  आवेदन कर सकते हैं. कैसे होगा चयन उम्मीदवारों का सेलेक्शन लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट के आधार पर किया जाएगा. नोट: भर्ती से जुड़े नोटिफिकेशन देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: ब्रिटिश संसद के द्वार के निकट स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने एक व्यक्ति को चाकू के साथ गिरफ्तार कर लिया. उच्च सुरक्षा वाले इस इलाके में इस्लामवादियों के आतंकी हमले के करीब तीन माह बाद यह घटना सामने आई है. मेट्रोपोलिटन पुलिस ने बताया कि व्यक्ति को चाकू रखने के लिए उसे गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है. व्यक्ति करीब 30 वर्ष का है. पुलिस ने कहा कि आतंकवाद रोधी कमान द्वारा घटना के पीछे की वजह की जांच करने तक वह इसे आतंकी घटना नहीं घोषित कर सकती है.टिप्पणियां मेटोपोलिटन पुलिस ने बयान जारी कर कहा है, शुक्रवार को सुबह 11:10 बजे पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर के कैरेज गेट प्रवेश के पास ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने एक व्यक्ति को संदिग्ध गतिविधि करते हुए पाया. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को मध्य लंदन के एक थाने में ले जाया गया, जहां वह अब हिरासत में है. व्यक्ति ने संसद के सेंट स्टीफंस द्वार की ओर दौड़ लगा दी, जो इमारत में विजिटर का मुख्य द्वार है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मेट्रोपोलिटन पुलिस ने बताया कि व्यक्ति को चाकू रखने के लिए उसे गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है. व्यक्ति करीब 30 वर्ष का है. पुलिस ने कहा कि आतंकवाद रोधी कमान द्वारा घटना के पीछे की वजह की जांच करने तक वह इसे आतंकी घटना नहीं घोषित कर सकती है.टिप्पणियां मेटोपोलिटन पुलिस ने बयान जारी कर कहा है, शुक्रवार को सुबह 11:10 बजे पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर के कैरेज गेट प्रवेश के पास ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने एक व्यक्ति को संदिग्ध गतिविधि करते हुए पाया. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को मध्य लंदन के एक थाने में ले जाया गया, जहां वह अब हिरासत में है. व्यक्ति ने संसद के सेंट स्टीफंस द्वार की ओर दौड़ लगा दी, जो इमारत में विजिटर का मुख्य द्वार है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस ने कहा कि आतंकवाद रोधी कमान द्वारा घटना के पीछे की वजह की जांच करने तक वह इसे आतंकी घटना नहीं घोषित कर सकती है.टिप्पणियां मेटोपोलिटन पुलिस ने बयान जारी कर कहा है, शुक्रवार को सुबह 11:10 बजे पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर के कैरेज गेट प्रवेश के पास ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने एक व्यक्ति को संदिग्ध गतिविधि करते हुए पाया. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को मध्य लंदन के एक थाने में ले जाया गया, जहां वह अब हिरासत में है. व्यक्ति ने संसद के सेंट स्टीफंस द्वार की ओर दौड़ लगा दी, जो इमारत में विजिटर का मुख्य द्वार है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मेटोपोलिटन पुलिस ने बयान जारी कर कहा है, शुक्रवार को सुबह 11:10 बजे पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर के कैरेज गेट प्रवेश के पास ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों ने एक व्यक्ति को संदिग्ध गतिविधि करते हुए पाया. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को मध्य लंदन के एक थाने में ले जाया गया, जहां वह अब हिरासत में है. व्यक्ति ने संसद के सेंट स्टीफंस द्वार की ओर दौड़ लगा दी, जो इमारत में विजिटर का मुख्य द्वार है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पेटवाड़ (Petwar) भारत के हरियाणा राज्य के हिसार ज़िले में स्थित नारनौंद तहसील का एक गाँव है। गांव का इतिहास दादी चैनी नाम एक महिला से है, जो माता पिता के साथ शादी से पहले माहजोत में रहती थी और बाद में सागबन गाँव में उनकी शादी हुई थी और वहाँ हमलावरों के हमले में बचकर चैनत गांव को बसाया । बाद में दादा चैनी के द्वारा पेटवाड़ गांव बसाया गया। चैनत में दादी चैनी और उनके पति के बड़े बेटों ने घर बसाये और छोटे बेटे के साथ दादी जी ने पेटवाड़ बसाया। इसी वजह से चैनत-पेटवाड़ बड़े और छोटे भाई की तरह है।
हाट, हटिया या पेठिया आमतौर पर भारत के गाँवों में लगनेवाले स्थानीय बाजार को कहा जाता है। सब्जी, फल, ताजा मांस, खाद्यान्न या परचून सामग्री आदि हाट में खरीद-बिक्री की जानेवाली प्रमुख मद हैं। गाँव के लोगों की दैनिक जरुरतों को पूरा करने में हाट की भूमिका अतिमहत्वपूर्ण है। सदियों से भारत के गाँवों की आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने में हाट की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। कृषि-विपणन के अलावे हाट स्थल महत्वपूर्ण मिलन बिंदु एवं सांस्कृतिक केंद्र भी है। अवधि एवं बारंबारता सामान्यतया गाँवों में लगनेवाले हाट २-३ घंटों का होता है लेकिन उस क्षेत्र में बाजार का विस्तार एवं दूरी भी लगने वाले हाट की अवधि को तय करती है। जनसंख्या घनत्व के आधार पर हाट सप्ताह में दो या तीन दिन के लिए लगता है। कई कस्बों या छोटे शहरों में यह कुछ घंटों के लिए दैनिक भी लगाया जाता है। महानगरों में स्थायी तौर पर बनी सब्जी मंडी हाट का विकसित रूप है। बाजार
चीन ने येंगत्जे नदी में रासायनिक रिसाव से पानी दूषित करने के मामले में दक्षिण कोरिया के एक मालवाहक पोत को कब्जे में लिया है। यह चीन की सबसे बड़ी नदी होने के साथ-साथ पेयजल की मुख्य स्रोत भी है।टिप्पणियां समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार न्यायालय ने शनिवार को पोत कब्जे में लेने का आदेश दिया था।  'ग्लोरिया' को झेंजिआंग शहर में फिनोल के रिसाव से पानी को आंशिक रूप से प्रदूषित करने का दोषी पाया गया है। झेंजिआंग की नगपालिका सरकार के प्रवक्ता बू सि ने शनिवार को बताया कि न्यायालय ने पोत की जमानत राशि दो करोड़ युआन (लगभग 33 लाख डॉलर) निर्धारित की है। गौरतलब है कि फिनोल पानी में घुलनशील होता है और इसकी अधिक मात्रा लीवर और गुर्दो को नुकसान पहुंचा सकती है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार न्यायालय ने शनिवार को पोत कब्जे में लेने का आदेश दिया था।  'ग्लोरिया' को झेंजिआंग शहर में फिनोल के रिसाव से पानी को आंशिक रूप से प्रदूषित करने का दोषी पाया गया है। झेंजिआंग की नगपालिका सरकार के प्रवक्ता बू सि ने शनिवार को बताया कि न्यायालय ने पोत की जमानत राशि दो करोड़ युआन (लगभग 33 लाख डॉलर) निर्धारित की है। गौरतलब है कि फिनोल पानी में घुलनशील होता है और इसकी अधिक मात्रा लीवर और गुर्दो को नुकसान पहुंचा सकती है। झेंजिआंग की नगपालिका सरकार के प्रवक्ता बू सि ने शनिवार को बताया कि न्यायालय ने पोत की जमानत राशि दो करोड़ युआन (लगभग 33 लाख डॉलर) निर्धारित की है। गौरतलब है कि फिनोल पानी में घुलनशील होता है और इसकी अधिक मात्रा लीवर और गुर्दो को नुकसान पहुंचा सकती है।
यह एक लेख है: परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता हासिल करने और जैश-ए-मोहम्मद मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित कराने पर चीन का समर्थन हासिल करने के भारत के कूटनीतिक प्रयास आगे बढ़ते प्रतीत नहीं हो रहे हैं. चीन ने सोमवार को कहा कि दोनों प्रमुख मुद्दों पर उसके रुख में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'जहां तक परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह के लिए भारत के आवेदन और 1267 प्रस्ताव के अनुसार सूचीबद्ध करने का मुद्दा है (मसूद को आतंकवादी के तौर पर सूचीबद्ध कराने के संबंध में), चीन के रुख में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है.' गेंग ने एनएसजी और अजहर के मुद्दों पर चीन के रुख में बदलाव नहीं होने की बात विदेश सचिव एस जयशंकर द्वारा गत सप्ताह नई दिल्ली में भारत-चीन विचार मंच में की गई टिप्पणी के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कही. जयशंकर ने कहा था कि चीन को असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी हासिल करने के भारत के प्रयासों को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए. टिप्पणियां जयशंकर ने इस पर भी निराशा जताई थी कि दोनों देश महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंचों पर 'कट्टरपंथी आतंकवाद' के मुद्दे पर साथ नहीं आ पा रहे हैं. जयशंकर का इशारा चीन द्वारा अजहर को संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित कराने के भारत के प्रयासों को बाधित करने की ओर था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चीन ने सोमवार को कहा कि दोनों प्रमुख मुद्दों पर उसके रुख में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'जहां तक परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह के लिए भारत के आवेदन और 1267 प्रस्ताव के अनुसार सूचीबद्ध करने का मुद्दा है (मसूद को आतंकवादी के तौर पर सूचीबद्ध कराने के संबंध में), चीन के रुख में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है.' गेंग ने एनएसजी और अजहर के मुद्दों पर चीन के रुख में बदलाव नहीं होने की बात विदेश सचिव एस जयशंकर द्वारा गत सप्ताह नई दिल्ली में भारत-चीन विचार मंच में की गई टिप्पणी के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कही. जयशंकर ने कहा था कि चीन को असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी हासिल करने के भारत के प्रयासों को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए. टिप्पणियां जयशंकर ने इस पर भी निराशा जताई थी कि दोनों देश महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंचों पर 'कट्टरपंथी आतंकवाद' के मुद्दे पर साथ नहीं आ पा रहे हैं. जयशंकर का इशारा चीन द्वारा अजहर को संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित कराने के भारत के प्रयासों को बाधित करने की ओर था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गेंग ने एनएसजी और अजहर के मुद्दों पर चीन के रुख में बदलाव नहीं होने की बात विदेश सचिव एस जयशंकर द्वारा गत सप्ताह नई दिल्ली में भारत-चीन विचार मंच में की गई टिप्पणी के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कही. जयशंकर ने कहा था कि चीन को असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी हासिल करने के भारत के प्रयासों को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए. टिप्पणियां जयशंकर ने इस पर भी निराशा जताई थी कि दोनों देश महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंचों पर 'कट्टरपंथी आतंकवाद' के मुद्दे पर साथ नहीं आ पा रहे हैं. जयशंकर का इशारा चीन द्वारा अजहर को संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित कराने के भारत के प्रयासों को बाधित करने की ओर था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जयशंकर ने इस पर भी निराशा जताई थी कि दोनों देश महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंचों पर 'कट्टरपंथी आतंकवाद' के मुद्दे पर साथ नहीं आ पा रहे हैं. जयशंकर का इशारा चीन द्वारा अजहर को संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित कराने के भारत के प्रयासों को बाधित करने की ओर था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी रिलायंस कैपिटल ने गुरुवार को एक बड़ी ईसॉप (कर्मचारी शेयर स्वामित्व योजना) योजना की घोषणा की जिसके तहत सभी प्रमुख इकाइयों के चुनिंदा कर्मचारियों को 150 करोड़ रुपये के मूल्य के शेयर विकल्प दिए जाएंगे। रिलायंस कैपिटल अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले कारोबारी समूह रिलायंस समूह के अंग हैं और यह बीमा, म्यूचुअल फंड, ब्रोकिंग और गैर बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र आदि में कारोबार करती है। रिलायंस कैपिटल और इसकी प्रमुख इकाइयों के कुल 250 कर्मचारियों को ये शेयर दिए जाएंगे जिनमें रिलायंस कैपिटल ऐसेट मैनेजमेंट, रिलायंस कमर्शियल फाइनांस, रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस, रिलायंस सीक्योरिटीज और रिलायंस जेनेरल इंश्योरेंस के कर्मचारी शामिल होंगे।टिप्पणियां ईसॉप के तहत प्रबंधन के शीर्ष कार्यकारियों में सैम घोष, मधुसूदन केला और सभी इकाइयों को मुख्य कार्यकारी भी शामिल होंगे। रिलायंस कैपिटल के उपाध्यक्ष अमिताभ झुनझुनवाला ने कहा कि कंपनी की वृद्धि से जुड़ा इसॉप प्रमुख कर्मचरियों को दीर्घकालिक संपत्ति सृजन का मौका प्रदान करेगा। रिलायंस कैपिटल अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले कारोबारी समूह रिलायंस समूह के अंग हैं और यह बीमा, म्यूचुअल फंड, ब्रोकिंग और गैर बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र आदि में कारोबार करती है। रिलायंस कैपिटल और इसकी प्रमुख इकाइयों के कुल 250 कर्मचारियों को ये शेयर दिए जाएंगे जिनमें रिलायंस कैपिटल ऐसेट मैनेजमेंट, रिलायंस कमर्शियल फाइनांस, रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस, रिलायंस सीक्योरिटीज और रिलायंस जेनेरल इंश्योरेंस के कर्मचारी शामिल होंगे।टिप्पणियां ईसॉप के तहत प्रबंधन के शीर्ष कार्यकारियों में सैम घोष, मधुसूदन केला और सभी इकाइयों को मुख्य कार्यकारी भी शामिल होंगे। रिलायंस कैपिटल के उपाध्यक्ष अमिताभ झुनझुनवाला ने कहा कि कंपनी की वृद्धि से जुड़ा इसॉप प्रमुख कर्मचरियों को दीर्घकालिक संपत्ति सृजन का मौका प्रदान करेगा। रिलायंस कैपिटल और इसकी प्रमुख इकाइयों के कुल 250 कर्मचारियों को ये शेयर दिए जाएंगे जिनमें रिलायंस कैपिटल ऐसेट मैनेजमेंट, रिलायंस कमर्शियल फाइनांस, रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस, रिलायंस सीक्योरिटीज और रिलायंस जेनेरल इंश्योरेंस के कर्मचारी शामिल होंगे।टिप्पणियां ईसॉप के तहत प्रबंधन के शीर्ष कार्यकारियों में सैम घोष, मधुसूदन केला और सभी इकाइयों को मुख्य कार्यकारी भी शामिल होंगे। रिलायंस कैपिटल के उपाध्यक्ष अमिताभ झुनझुनवाला ने कहा कि कंपनी की वृद्धि से जुड़ा इसॉप प्रमुख कर्मचरियों को दीर्घकालिक संपत्ति सृजन का मौका प्रदान करेगा। ईसॉप के तहत प्रबंधन के शीर्ष कार्यकारियों में सैम घोष, मधुसूदन केला और सभी इकाइयों को मुख्य कार्यकारी भी शामिल होंगे। रिलायंस कैपिटल के उपाध्यक्ष अमिताभ झुनझुनवाला ने कहा कि कंपनी की वृद्धि से जुड़ा इसॉप प्रमुख कर्मचरियों को दीर्घकालिक संपत्ति सृजन का मौका प्रदान करेगा। रिलायंस कैपिटल के उपाध्यक्ष अमिताभ झुनझुनवाला ने कहा कि कंपनी की वृद्धि से जुड़ा इसॉप प्रमुख कर्मचरियों को दीर्घकालिक संपत्ति सृजन का मौका प्रदान करेगा।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से बुधवार से आयोजित होने वाली 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस परीक्षा में राज्यभर से 11 लाख 57 हजार 950 स्‍टूडेंट्स शामिल होंगे. बनाए गए 1,110 परीक्षा केंद्र इस परीक्षा में 6 लाख 71 हजार 567 छात्र और 4 लाख 86 हजार 383 छात्राएं शामिल होंगे. राज्यभर में इस परीक्षा के लिए 1,110 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष प्रो. लालकेश्वर प्रसाद ने बताया कि 12वीं के परीक्षा केन्द्रों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. परीक्षा हॉल के अंदर की वीडियोग्राफी कराई जाएगी. नोडल प्रभारी होंगे नियुक्‍त 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए पहली बार शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है. प्रत्येक जिले में एक-एक नोडल प्रभारी नियुक्त किए गए हैं. समिति ने किसी तरह की समस्याओं को सूचित करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष बनाया है. अभिभावक, छात्र या शिक्षा विभाग का कोई पदाधिकारी नियंत्रण कक्ष से कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकता है. एक अधिकारी के मुताबिक, पांच मार्च तक चलने वाली इस परीक्षा के लिए सभी जिलों के जिलाधिकारियों को मुख्य जिला परीक्षा नियंत्रक बनाया गया है. परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संचालित कराने की जिम्मेदारी उन्हीं को सौंपी गई है. आपको बता दें कि पिछले वर्ष मैट्रिक की परीक्षा के दौरान इस परीक्षा में जिस तरह नकल चली थी, उसने सभी को हैरान कर द‍िया था. चार मंजिली इमारत पर चढ़कर नकल कराने की एक तस्वीर तो वायरल हो गई थी.
खूंटी लोकसभा सीट मुख्य रूप से मुंडा जनजातियों के लिए जाना जाता है. कहा जाता है कि छोटानागपुर के राजा मदरा मुंडा के बेटे सेतिया के आठ बेटे थे. उन्होंने ही एक खुंटकटी गांव की स्थापना की जिसे उन्होंने खुंति नाम दिया, जो बाद में खूंटी हो गया. इस सीट से बीजेपी के करिया मुंडा सांसद हैं. इस सीट पर पांचवें चरण में मतदान होगा. यह क्षेत्र क्रांतिकारी नायक बिरसा मुंडा के लिए भी जाना जाता है. बिरसा मुंडा के नेतृत्व में ब्रिटिशों के खिलाफ लंबे समय तक चले संघर्ष को इतिहास में दर्ज किया गया है. इस क्षेत्र में अंगराबारी का शिव मंदिर धार्मिक रूप से बेहद लोकप्रिय जगह है. महाशिवरात्री और सावन माह में यहां पूरे देश से श्रद्धालु पहुंचते हैं. राजनीतिक पृष्ठभूमि शुरू में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था. कांग्रेस के टिकट पर जयपाल सिंह लगातार तीन चुनाव (1952, 1957 और 1962) जीते. 1971 में इस सीट से झारखंड पार्टी के निरल इनम होरो जीते. 1977 में इस सीट पर झारखंड पार्टी का खाता खुला और उसके टिकट पहली बार करिया मुंडा जीते. 1980 में फिर झारखंड पार्टी के निरल इनम होरो की वापसी हुई. 1984 में कांग्रेस के सिमोन टिग्ग जीते. इसके बाद बीजेपी के टिकट पर करिया मुंडा लगातार पांच बार (1989, 1991, 1996, 1998 और 1999) का चुनाव जीते. 2004 का चुनाव कांग्रेस के सुशीला केरकेता जीतने में कामयाब हुईं. इसके बाद फिर करिया मुंडा बीजेपी के टिकट पर लगातार दो बार यानि 2009 और 2014 में जीते. सामाजिक तानाबाना इस लोकसभा सीट के अन्तर्गत छह विधानसभा सीटें (खरसावन, तमर, तोरपा, खूंटी, कोलेबीरा, सिमडेगा) आते हैं. यह सभी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. 2014 के आम चुनाव के दौरान इस सीट पर मतदाताओं की संख्या करीब 11.11 लाख थी. इसमें 5.65 लाख पुरुष और 5.46 लाख महिला मतदाता शामिल हैं. 2014 का जनादेश 2014 के चुनाव में बीजेपी के करिया मुंडा ने जेकेपी के अनोष एक्का को हराया था. करिया मुंडा को 2.69 लाख और अनोष एक्का को 1.76 लाख वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर कांग्रस के काली चरण मुंडा 1.47 लाख वोट पाकर रहे. सांसद का रिपोर्ट कार्ड चुनाव में दिए गए हलफनामे के मुताबिक, सांसद करिया मुंडा के पास 74 लाख की संपत्ति है. इसमें 19 लाख की चल संपत्ति और 55 लाख की अचल संपत्ति शामिल है. जनवरी, 2019 तक mplads.gov.in पर मौजूद आंकड़ों के अनुसार, करिया मुंडा ने अभी तक अपने सांसद निधि से क्षेत्र के विकास के लिए 16.87 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. उन्हें सांसद निधि से अभी तक 20.34 करोड़ मिले हैं. इनमें से 3.47 करोड़ रुपए अभी खर्च नहीं किए गए हैं. उन्होंने 84 फीसदी अपने निधि को खर्च किया है.
सेवानिवृत्ति कोष इकाई ईपीएफओ उसके सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए 19 दिसंबर से वेतन की मौजूदा सीमा 15,000 रुपये मासिक से बढ़ाकर 25,000 रुपये करने के प्रस्ताव को अनुमति दे सकता है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के इस कदम से उसके सामाजिक सुरक्षा दायरे में 50 लाख लोग आ सकते हैं जिनमें अधिकतर औपचारिक क्षेत्र के कर्मचारी होंगे. अभी संगठित क्षेत्र के करीब चार करोड़ लोग ईपीएफओ के दायरे में आते हैं. ईपीएफओ की शीर्ष निर्णय निर्माण संस्था केंद्रीय न्यासी बोर्ड :सीबीटी: की 19 दिसंबर को श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में बेंगलुरू में बैठक का कार्यक्रम तय है.टिप्पणियां सूत्र ने बताया कि 19 दिसंबर की बैठक में ईपीएफओ की भविष्य निधि, समूह बीमा और पेंशन जैसे सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम के दायरे में लाने के लिए मासिक वेतन सीमा को बढ़ाकर 25,000 रुपये करने के प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है और इसे अनुमति भी दी जा सकती है. गौरतलब है कि अभी 15,000 रुपये मासिक वेतन पाने वालों को ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिलता है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के इस कदम से उसके सामाजिक सुरक्षा दायरे में 50 लाख लोग आ सकते हैं जिनमें अधिकतर औपचारिक क्षेत्र के कर्मचारी होंगे. अभी संगठित क्षेत्र के करीब चार करोड़ लोग ईपीएफओ के दायरे में आते हैं. ईपीएफओ की शीर्ष निर्णय निर्माण संस्था केंद्रीय न्यासी बोर्ड :सीबीटी: की 19 दिसंबर को श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय की अध्यक्षता में बेंगलुरू में बैठक का कार्यक्रम तय है.टिप्पणियां सूत्र ने बताया कि 19 दिसंबर की बैठक में ईपीएफओ की भविष्य निधि, समूह बीमा और पेंशन जैसे सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम के दायरे में लाने के लिए मासिक वेतन सीमा को बढ़ाकर 25,000 रुपये करने के प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है और इसे अनुमति भी दी जा सकती है. गौरतलब है कि अभी 15,000 रुपये मासिक वेतन पाने वालों को ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिलता है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सूत्र ने बताया कि 19 दिसंबर की बैठक में ईपीएफओ की भविष्य निधि, समूह बीमा और पेंशन जैसे सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम के दायरे में लाने के लिए मासिक वेतन सीमा को बढ़ाकर 25,000 रुपये करने के प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है और इसे अनुमति भी दी जा सकती है. गौरतलब है कि अभी 15,000 रुपये मासिक वेतन पाने वालों को ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिलता है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिल्ली से गाजियाबाद में एक नाबालिग लड़की की लाश मिलने से सनसनी फैल गई. मासूम का कत्ल करने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि खुद उसका जीजा निकला. हत्या की इस वारदात से इलाके के लोगों हैरान हैं. पुलिस ने आरोपी जीजा को गिरफ्तार कर लिया है. यह सनसनीखेज हत्या की वारदात गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी की है. जहां रहने वाली 15 साल की नर्गिस 9 अगस्त को अचानक गायब हो गई थी. परिजनों ने उसे कई जगह तलाश किया लेकिन नर्गिस का कुछ पता नहीं चल सका. नर्गिस की तलाश में उसका जीजा नौशाद भी जुटा हुआ था लेकिन जब नर्गिस की लाश मिली तो सभी सन्न रह गए. नर्गिस का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि नर्गिस के जीजा नौशाद ने ही किया था. दरअसल नर्गिस के घर के पास ही नौशाद का घर है. नौशाद मोबाइल की दुकान चलाता है. शुक्रवार की शाम जब लोगों को नौशाद के घर से बदबू आई तो स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. पुलिस जब नौशाद के घर के अंदर दाखिल हुई तो देखा कि एक बैग से बदबू आ रही थी. जैसे ही पुलिस ने बैग खोलकर देखा तो उसमें नर्गिस की लाश थी. नौशाद ने उसका कत्ल करके लाश को बैग में डाल दिया था. दरअसल नौशाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए सही मौका तलाश रहा था. लाश से बदबू ना आए, इसके लिए नौशाद लाश पर परफ्यूम डालता था. लेकिन लाश की बदबू से वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने नर्गिस की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस अब इस बात की तफ्तीश कर रही है कि आखिर नौशाद ने अपनी मासूम साली नर्गिस का कत्ल क्यों किया. पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.
शुक्रवार को रिलीज़ हुई महेश भट्ट कैम्प की नई फिल्म 'ब्लड मनी' यंग मैनेजमेंट ग्रेजुएट कुणाल की कहानी है, जो बड़े सपने लेकर अपनी पत्नी आरज़ू के साथ साउथ अफ्रीका की डायमंड कंपनी में नौकरी करने आता है, लेकिन चमचमाते हीरों के कारोबार के पीछे उसकी कंपनी का काला सच छिपा है। कहानी का आधार है कि क्या कुणाल इस सच से पर्दा उठाएगा या इसे नज़रअंदाज़ करके सफलता का मज़ा लूटता रहेगा। सो, ऊपर-ऊपर से 'ब्लड मनी' डायमंड ट्रेड के गैरकानूनी धंधे पर आधारित दिखती है, लेकिन यह फिल्म अपने आप में सपने और प्यार के बीच स्ट्रगल कर रहे एक नौजवान की प्रेमकथा है।टिप्पणियां आइए, पहले चर्चा करते हैं, फिल्म की खामियों पर... सब कुछ बहुत आसानी से होता दिखाई देता है। ऐसा कहीं नहीं दिखता कि कुणाल ने कौन-सा एचीवमेंट हासिल किया, जो साउथ अफ्रीका पहुंचते ही कंपनी उसे आलीशान बंगला देती है। उसमें ऐसा क्या खास है, जो से तेजी से प्रमोशन मिलते जाते हैं। बॉस से लेकर विदेशी कन्याएं तक, सब उस पर लट्टू क्यों हैं। कंपनी का टॉप मैनेजर जिस हीरे को ढाई करोड़ में नहीं बेच पाता, 10 मिनट बाद वही हीरा कुणाल तीन करोड़ में ऐसे बेचता है, जैसे दो रुपये की चॉकलेट तीन रुपये में बेच दी हो। नया-नया कुणाल हीरे पहचानने में इतना एक्सपर्ट कैसे है कि उसे बड़ी-बड़ी डील के लिए भेज दिया जाता है। दरअसल 'ब्लड मनी' गहराई से डायमंड ट्रेड को छूती ही नहीं। अब फिल्म की अच्छाइयां... कुणाल खेमू, अमृता पुरी और खासकर मनीष चौधरी ने बहुत अच्छी एक्टिंग की है, डायलॉग्स भी अच्छे हैं - जैसे मकड़ी तारीफ के लिए नहीं, शिकार के लिए जाल बुनती है... क्लाइमेक्स अच्छा है, जहां फिल्म यू-टर्न ले लेती है। म्यूज़िक बेहतर है, हालांकि ज़्यादातर गानों में भट्ट कैम्प का ट्रेडमार्क वर्ड - ओ... ओ... ओ... - सुनाई पड़ेगा। जीत गांगुली के संगीत पर सैयद कादरी का लिखा गीत 'तेरे इश्क पे तेरे वक्त पे... बस हक है इक मेरा...' बहुत खूबसूरत है। डायरेक्टर विशाल महदकर की 'ब्लड मनी' एवरेज फिल्म है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 2.5 स्टार... आइए, पहले चर्चा करते हैं, फिल्म की खामियों पर... सब कुछ बहुत आसानी से होता दिखाई देता है। ऐसा कहीं नहीं दिखता कि कुणाल ने कौन-सा एचीवमेंट हासिल किया, जो साउथ अफ्रीका पहुंचते ही कंपनी उसे आलीशान बंगला देती है। उसमें ऐसा क्या खास है, जो से तेजी से प्रमोशन मिलते जाते हैं। बॉस से लेकर विदेशी कन्याएं तक, सब उस पर लट्टू क्यों हैं। कंपनी का टॉप मैनेजर जिस हीरे को ढाई करोड़ में नहीं बेच पाता, 10 मिनट बाद वही हीरा कुणाल तीन करोड़ में ऐसे बेचता है, जैसे दो रुपये की चॉकलेट तीन रुपये में बेच दी हो। नया-नया कुणाल हीरे पहचानने में इतना एक्सपर्ट कैसे है कि उसे बड़ी-बड़ी डील के लिए भेज दिया जाता है। दरअसल 'ब्लड मनी' गहराई से डायमंड ट्रेड को छूती ही नहीं। अब फिल्म की अच्छाइयां... कुणाल खेमू, अमृता पुरी और खासकर मनीष चौधरी ने बहुत अच्छी एक्टिंग की है, डायलॉग्स भी अच्छे हैं - जैसे मकड़ी तारीफ के लिए नहीं, शिकार के लिए जाल बुनती है... क्लाइमेक्स अच्छा है, जहां फिल्म यू-टर्न ले लेती है। म्यूज़िक बेहतर है, हालांकि ज़्यादातर गानों में भट्ट कैम्प का ट्रेडमार्क वर्ड - ओ... ओ... ओ... - सुनाई पड़ेगा। जीत गांगुली के संगीत पर सैयद कादरी का लिखा गीत 'तेरे इश्क पे तेरे वक्त पे... बस हक है इक मेरा...' बहुत खूबसूरत है। डायरेक्टर विशाल महदकर की 'ब्लड मनी' एवरेज फिल्म है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 2.5 स्टार... अब फिल्म की अच्छाइयां... कुणाल खेमू, अमृता पुरी और खासकर मनीष चौधरी ने बहुत अच्छी एक्टिंग की है, डायलॉग्स भी अच्छे हैं - जैसे मकड़ी तारीफ के लिए नहीं, शिकार के लिए जाल बुनती है... क्लाइमेक्स अच्छा है, जहां फिल्म यू-टर्न ले लेती है। म्यूज़िक बेहतर है, हालांकि ज़्यादातर गानों में भट्ट कैम्प का ट्रेडमार्क वर्ड - ओ... ओ... ओ... - सुनाई पड़ेगा। जीत गांगुली के संगीत पर सैयद कादरी का लिखा गीत 'तेरे इश्क पे तेरे वक्त पे... बस हक है इक मेरा...' बहुत खूबसूरत है। डायरेक्टर विशाल महदकर की 'ब्लड मनी' एवरेज फिल्म है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 2.5 स्टार...
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार पर बुधवार को मथुरा में जमकर हमला बोला. अमित शाह ने कहा, सपा सरकार में 'चाचा-भतीजा' जमकर लूट रहे हैं और उनकी अगुवाई में प्रदेश का विकास नहीं हो सकता. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मथुरा के दीनदयाल धाम में आयोजित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, "20 साल में अन्य प्रदेश कहां पहुंच गए हैं और उत्तर प्रदेश जहां का तहां रह गया है... चाचा-भतीजे की सरकार प्रदेश को विकास की राह पर नहीं ले जा सकती... केंद्र की सरकार हर 15 दिन में गरीबों के लिए योजना बना रही है, और प्रदेश में भी सरकार बनी तो गरीबों की होगी..."टिप्पणियां उन्होंने कहा, "दीनदयाल उपाध्याय की नीतियों पर चलकर ही केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी है... दीनदयाल और श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ बनाया था... दीनदयाल की नीतियों पर 13 राज्य सरकारें चल रही हैं... दीनदयाल उपाध्याय का जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था..." कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और सांसद हेमा मालिनी और प्रमुख बीजेपी नेताओं ने शिरकत की. कार्यक्रम में आसपास के इलाकों फरह, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, हाथरस और अलीगढ़ से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मथुरा के दीनदयाल धाम में आयोजित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, "20 साल में अन्य प्रदेश कहां पहुंच गए हैं और उत्तर प्रदेश जहां का तहां रह गया है... चाचा-भतीजे की सरकार प्रदेश को विकास की राह पर नहीं ले जा सकती... केंद्र की सरकार हर 15 दिन में गरीबों के लिए योजना बना रही है, और प्रदेश में भी सरकार बनी तो गरीबों की होगी..."टिप्पणियां उन्होंने कहा, "दीनदयाल उपाध्याय की नीतियों पर चलकर ही केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी है... दीनदयाल और श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ बनाया था... दीनदयाल की नीतियों पर 13 राज्य सरकारें चल रही हैं... दीनदयाल उपाध्याय का जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था..." कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और सांसद हेमा मालिनी और प्रमुख बीजेपी नेताओं ने शिरकत की. कार्यक्रम में आसपास के इलाकों फरह, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, हाथरस और अलीगढ़ से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे. उन्होंने कहा, "दीनदयाल उपाध्याय की नीतियों पर चलकर ही केंद्र में बीजेपी की सरकार बनी है... दीनदयाल और श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ बनाया था... दीनदयाल की नीतियों पर 13 राज्य सरकारें चल रही हैं... दीनदयाल उपाध्याय का जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था..." कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और सांसद हेमा मालिनी और प्रमुख बीजेपी नेताओं ने शिरकत की. कार्यक्रम में आसपास के इलाकों फरह, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, हाथरस और अलीगढ़ से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे. कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और सांसद हेमा मालिनी और प्रमुख बीजेपी नेताओं ने शिरकत की. कार्यक्रम में आसपास के इलाकों फरह, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, हाथरस और अलीगढ़ से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे.
उत्तर प्रदेश में इंटरमीडिएट परीक्षाओं के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. परीक्षा का परिणाम माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट www.upmsp.nic.in पर भी अपलोड कर दिया गया है. छात्र यहां अपना रिजल्ट् देख सकते हैं. यहां मेरिट लिस्ट, जिलावार परिणाम और पूर्ण नतीजे भी अपलोड किए जाएंगे. आप नतीजे http://results.upeducation.net/ पर भी देख सकते हैं. इसके अलावा आप रिजल्ट http://www.upresults.nic.in/ पर भी देख सकते हैं. इतना ही नहीं प्रत्येक जिले में एनआईसी (नेशनल इनफार्मेटिक सेंटर) यानी राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के कार्यालय से भी परीक्षा के परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं. इसके अलावा छात्र अपने परीक्षा का परिणाम SMS के जरिए भी पा सकते हैं. आप UP12 टाइप कर एक स्पेस दें फिर अपना रोल नंबर लिखें और 56263 पर SMS (UP12 ROLL NUMBER to 56263) भेज रिजल्ट पा सकते हैं. इसके साथ ही विज्ञान, आर्ट्स और कॉमर्स के 12वीं के छात्रों की इंतजार की घड़ी खत्म हो गई. इस बार राज्य में करीब 26 लाख छात्रों ने इंटरमीडियए की परीक्षा दी है.
अलखनामी १ एक प्रकार के गोरखपंथी साधु जिनके सिर पर जटा और शरीर पर भस्म एवं गेरुआ वस्त्र हो तथा जो ऊन की सेली बांधते हों जिसमें प्राय: घुंघुरू अथवा घंटी लगी हो। भिक्षा मांगते समय ये लोग बहुधा दरियाई खप्पर फैलाकर 'अलख अलख' पुकारा करते हैं और एक द्वार पर अधिक नहीं अड़ा करते (अलखिया)। अलखनामी २ भारत के पश्चिमोत्तर प्रदेशों, विशेषकर बीकानेर तथा अंबाला जिले के एक प्रकार के साधु जो अपने को अलखनामी, अलखधारी या अलखगीर कहा करते हैं और किसी लालबेग का अनुयायी भी बतलाते हैं जिसे वे शिव का अवतार मानते हैं। ये अधिकतर ढेढ़ जाति के होते हैं, मूर्तिपूजा में विश्वास नहीं करते ओर अलख अगोचर तत्त्व का ध्यान करते हैं। इनके लिए दृश्यमान संसार के अतिरिक्त परलोक जैसा कोई स्थान नहीं है और यहीं रहकर ये अहिंसा, परोपकरादि का जीवनयापन करना श्रेयस्कर मानते हैं। इनके आडंबरहीन जीवन में ऊँच-नीच का सामजिक भेद नहीं है और न पूजा की कोई विस्तृत, व्यवस्थित विधि ही है। ये टोपी ओर मोटे कपड़े धारण करते हैं और एक दूसरे से मिलने पर 'अलख कहो' कहा करते हैं तथा विशुद्ध योगियों के रूप में समादृत होते हैं। अलखनामी ३ १९वीं शताब्दी के एक साधु जो अयोध्या, नेपाल और हिमालय की तराइयों में कोपीन बांधे तथा चिमटा लिए भ्रमण करते ओर बीच-बीच में आकाश की ओर देखकर चिल्लाते हुए 'अलख्य अलख्य' कहते रहते थे। इन्हें 'अलख्य स्वामी' भी कहा जाता था और ये अंत तक कटक के निकटवर्ती पर्वतीय कुंभवर्त्री जातियों में धर्मप्रचारकस्वरूप प्रसिद्ध थे। सन्दर्भ ग्रन्थ क्षितिमोहन सेन: मिडीवल मिस्टीसिज्म (लंदन, १९३५ ई.); परशुराम चतुर्वेदी: उत्तरी भारत की संतपरंपरा (प्रयाग, सं. २००८); हिंदी शब्दसागर, बंगला विश्वकोश। हिन्दू सम्प्रदाय
अमेरिका की विदेशी नीति संबंधी पत्रिका ने कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को दुनिया के अति वांछित आतंकवादियों में से कुछ -अयमान अल जवाहिरी, सिराज हक्कानी, मेजर इकबाल, साजिद मीर और दाउद इब्राहिम जैसे लोगों को पकड़ने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। पत्रिका ने बुधवार को अपनी वेबसाइट पर कहा, मार गिराए जाने (ओसामा बिन लादेन के) के बाद पाकिस्तान की प्रभावशाली इंटर सर्विस इंटेलीजेंस (आईएसआई) निदेशालय काफी जल्द कथित सीआईए मुखबिरों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने में समर्थ रही, ऐसे में सवाल उठता है कि दुनिया के अन्य कुछ अतिवांछित लोगों के उनके यहां छिपे होने की सूचना पर उन्हें ढूढने में उतनी ऊर्जा लगाई जाती तो क्या परिणाम निकल सकता था। पत्रिका ने ऐसे आतंकवादियों की साजिद मीर, अयमान अल जवाहिरी, सिराज हक्कानी, मेजर इकबाल, दाऊद इब्राहिम के रूप में पहचान की है और कहा है कि ये लोग आईएसआई के निशाने पर होने चाहिए।
यूपी में विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत मिलने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं को 'लक्ष्य 2014' का नारा देकर केंद्र में भी सपा सरकार बनाने का आह्वान करने वाली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के लिए लोकसभा चुनाव के नतीजे बेहद निराशाजनक रहे हैं. पार्टी की करारी हार पर चिंतन-मनन का दौर जारी है लेकिन इन सबके बीच नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने अपने लिए अगला मिशन तय कर लिया है. इसका खुलासा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आवास 5, कालीदास मार्ग पर 'इंडिया टुडे' से एक लंबी और विशेष बातचीत में किया है. पेश है इसके कुछ अंश: इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव के बाद आपकी पार्टी के जिला स्तरीय समीक्षा सम्मेलनों में गुटबाजी उभर कर सामने आ गई है. कई नेताओं ने बीजेपी से भी संपर्क साधे हैं? अखिलेश: किसी भी राजनीतिक पार्टी में चुनाव बाद समीक्षा के दौरान ऐसी बातें होती हैं. 'विक्ट्री हैज मेनी फादर बट डिफीट इज ऑरफन' इस कारण कई बार समस्याएं आती हैं. इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव के नतीजे आते ही आपने अपनी सरकार के 36 दर्जा पाए मंत्रियों के पद छीन लिए थे लेकिन इनमें से कई नेताओं को मुलायम सिंह ने दोबारा बहाल कर दिया? अखिलेश: बूथ की समीक्षा अभी चल रही है. ऐसे में इस प्रश्न का मैं जवाब नहीं देना चाहता. इंडिया टुडे- तमाम कोशिशों के बावजूद भी आपसे प्रदेश की कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है. आखिर गड़बड़ी कहां है? अखिलेश: बेहतर कानून और व्यवस्था के लिए लगातार काम करना पड़ेगा. अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जहां कहीं भी घटना हो वे मौके पर पहुंचे और सख्त कार्रवाई करें. अगर कार्रवाई नहीं होती है तो अपराधियों का मनोबल बढ़ता है. इंडिया टुडे- सपा सरकार आने के बाद थानों में यादव पुलिस कर्मियों का वर्चस्व हो गया है. इससे भी हालात बिगड़े हैं? अखिलेश: यह एक निराधार प्रचार है. चूंकि हम सरकार में हैं इसलिए विपक्ष की भाषा नहीं बोल सकते हैं. क्या डीएम और एसपी हमने अपनी जाति के बना दिए हैं. जो सरकार मुफ्त लैपटॉप जैसी समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष योजना चला रही हो उस पर जातिवाद का आरोप लगाना गलत है. इंडिया टुडे- बदायूं घटना के बाद आपने मुख्य सचिव और गृह सचिव को हटाया है. क्या इससे फर्क पड़ेगा? अखिलेश: अच्छे कामकाज के लिए सरकार को प्रशासनिक फेरबदल करते रहना चाहिए. नए लोगों पर जो भरोसा जताया गया है वह और जिम्मेदारी से काम करेंगे. इंडिया टुडे- जावेद उस्मानी को मुख्य सचिव बनाकर आपकी सरकार ने किसी मुसलमान को नौकरशाही के शीर्ष पर जगह दी थी. इन्हें हटाने से क्या मुसलमानों में नाराजगी नहीं आएगी? अखिलेश: सवाल धर्म और जाति का नहीं है. यह सही है कि जावेद उस्मानी एक काबिल अफसर हैं. ऐसे अफसर को धर्म और जाति से नहीं जोडऩा चाहिए. इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव में हार के बाद बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादले आपकी सरकार की घबड़ाहट जाहिर कर रहे हैं? अखिलेश: वर्ष के शुरुआत में तो हमेशा तबादले होते हैं. अब इन अधिकारियों को पूरे साल मौका देंगे कि अच्छा काम करके दिखाएं. इंडिया टुडे- सपा के बड़े नेता ही आपकी सरकार के अफसरों को ही नाकारा बता रहे हैं. इससे अप्रत्यक्ष रूप से वह आपके प्रशासनिक कौशल पर ही उंगली नहीं उठा रहे? अखिलेश: अफसरों से काम करवाने का मेरा अपना तरीका है. अभी हाल में निरीक्षण करने श्रावस्ती गया था. वहां के लोग जिलाधिकारी को चोर बता रहे थे. हालांकि मुझे जिलाधिकारी को और कड़ी सजा देनी चाहिए थी लेकिन मैंने उसको केवल वहां से हटाया है क्योंकि अभी उसके करियर की शुरुआत है. मेरा मानना है कि डंडा और प्यार साथ-साथ चलना चाहिए. इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव में आपकी युवा टीम नहीं दिखाई पड़ी जिसने विधानसभा चुनाव में कमान संभाल रखी थी? अखिलेश: कभी-कभी बादल आते हैं तो कुछ चीजें छिप जाती हैं. बरसात के बाद अब बादल छंटने वाले हैं. मुझे अपने युवा साथियों पर पूरा भरोसा है. जल्द ही सब दिखाई देंगे. इंडिया टुडे- ऐसे आरोप लग रहे हैं कि आप और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टियों की राजनीतिक विरासत को क्षति पहुंचा रहे हैं? अखिलेश: ऐसा कतई नहीं है. समाजवादियों ने हमेशा संघर्ष किया है और हमारे सामने हमेशा कठिन चुनौतियां भी आती हैं. पार्टी और हम मिलकर ऐसी चुनौतियों का सामना करेंगे. यूपी राजनीतिक हैसियत का बड़ा प्रदेश है. यहां तो चुनौतियां होंगी ही. इंडिया टुडे- आपकी पार्टी के कई चुनावी वादे मसलन फ्री लैपटॉप, टैबलेट, साड़ी-कंबल अबतक पूरे नहीं हो पाए हैं? अखिलेश: लैपटॉप तो सभी को मिला है. कुछ तकनीकी कारणों से टैबलेट बांटने में दिक्कतें आ रही हैं. हमने दो वर्ष में ही अपने ज्यादातर चुनावी वादे पूरे कर दिए हैं. इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव के बाद अपनी सरकार की छवि बदलने और उसे सक्रिय अंदाज में ढालने के लिए आपका रोडमैप क्या है? अखिलेश: सपा सरकार अब काम करते हुए जनता के बीच दिखाई देगी. मैं निर्णय लेने वाला हूं कि सपा नेता सरकार का काम भी करें और विपक्ष की भांति किसी भी घटना पर सबसे पहले पहुंचकर पीडि़त को न्याय दिलाएं. इंडिया टुडे- लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव का अगला मिशन क्या है? अखिलेश: समाजवाद के बारे में लोग जानें. हमारी पुरानी पीढ़ी ने समाजवादियों को जो समझ, सिद्धांत और सपना दिया था उससे नई पीढ़ी को अवगत कराने के लिए पार्टी के पैसे से लखनऊ में एक स्थाई प्रशिक्षण शिविर की स्थापना ही नेताजी का अगला मिशन है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत की. उन्होंने अपनी पहली चुनावी जनसभा में बीजेपी और कांग्रेस को जमकर निशाना बनाया. उन्होंने जहां एमसीडी में सत्तासीन बीजेपी की खामियां गिनाईं वहीं दिल्ली सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं. केजरीवाल मीडिया को भी निशाना बनाने से नहीं चूके.   अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के बुराड़ी में एक जनसभा को संबोधित कर अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की. यह इलाका आम आदमी पार्टी का सबसे मजबूत वोट बैंक माना जाता है. जनसभा में आई भीड़ ने इस बात की तस्दीक की. हालांकि केजरीवाल के लिए आज आई भीड़ अहम है क्योंकि पंजाब चुनाव में हार और उसके बाद पार्टी के बवाना विधायक के बीजेपी में शामिल हो जाने से आम आदमी पार्टी बैकफुट पर थी. ऐसे में इस जनसभा में आई भीड़ से वह कुछ राहत की सांस ले रही होगी. अहम बात यह रही कि केजरीवाल ने बीजेपी, कांग्रेस, अमित शाह, शीला दीक्षित सबके नाम लिए लेकिन कहीं भी उन्होंने पीएम मोदी का नाम नहीं लिया. असल में इससे यह संकेत मिलता है कि केजरीवाल फिलहाल पीएम मोदी के दम बीजेपी को मिली जबरदस्त जीत से समझे हैं कि मोदी से इस समय भिड़ने में नुकसान ही होगा फायदा नहीं. इसलिए पहले जहां पीएम मोदी की आलोचना करते थे, कोसते थे, 11 मार्च के बाद से ऐसा बंद सा हो गया है. शायद केजरीवाल उसी रणनीति पर चल रहे हैं जिस पर दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में चले थे. यानी केवल अपने काम का बखान और पीएम मोदी पर हमले से परहेज़. केजरीवाल ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को निशाना बनाते हुए कहा कि ''मैं आपको (अमित शाह) चैलेंज करता हूं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि में आपकी सरकार है. दो साल में हमारी सरकार के काम से तुलना कर लो, डिबेट कर लो. दूसरे राज्य छोड़ो, यहीं देख लो 10 साल में बीजेपी ने एमसीडी में एक काम बता दो, जो किया हो. बिजली के रेट आधे करने पर मेरा मजाक उड़ाते थे लेकिन देखो मैंने किए. लेकिन यह मीडिया वाले अच्छा काम नहीं दिखाते. बस हमारे खिलाफ ही दिखाते हैं. पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में है. दो साल में एक रुपया बिजली का नहीं बढ़ने दिया. अमित शाह को चैलेंज है गुजरात में, मुंबई में बिजली सस्ती करके दिखा दें.'' उन्होंने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि ''पानी फ्री करने के लिए कहा तो मेरा मजाक उड़ा, लेकिन मैंने करके दिखाया. कहते थे केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड का भट्टा बैठा देगा. लेकिन दिल्ली जल बोर्ड ने 178 करोड़ का मुनाफा कमाया. इस साल के अंत तक दिल्ली के हर घर में पाइपलाइन से पानी आ जाएगा. दो साल में 309 कॉलोनियों में पीने का पानी पहुंचाया. पानी के पुराने बिल माफ किए. दो साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायापलट कर दिया. नए सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पूल बन रहे हैं लिफ्ट लग रही हैं.'' उन्होंने कहा कि ''दो साल से दिल्ली का सीएम हूं. एक बार भी विदेश नहीं गया. बस मदर टेरेसा के लिए गया. मैं दूसरे नेताओं की तरह नहीं हूं. मैं खुद नहीं टीचर्स को भेजता हूं जिससे वे आपके बच्चों को और बढ़िया पढ़ाएं.'' केजरीवाल ने कहा कि ''150 मोहल्ला क्लिनिक एयर कंडिशंड हैं 'एक दम फन्ने खां'. पूरे देश में सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी कर दी है. बीजेपी कांग्रेस वालों ने बहुत विरोध किया. सब बुजुर्ग और महिलाओं की पेंशन 2500 रुपये महीना कर दी है. हमने दिल्ली सरकार में करप्शन बंद कर दिया, इसलिए हमारे पास पैसा ही पैसा है.'' उन्होंने बीजेपी की निंदा करते हुए कहा कि ''रानी झांसी रोड बीजेपी की एमसीडी 2006 से बना रही है, आज तक नहीं बनी. दिल्ली देश की राजधानी है, चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा, मच्छर ही मच्छर. पिछले साल मैंने 7500 रुपये एमसीडी को दिए, बीजेपी वालों के हाथ पैर जोड़े लेकिन ये नहीं माने सफाई नहीं कराई. एक साल दे दो मैं दिल्ली को साफ कर दूंगा.''टिप्पणियां अपना भाषण खत्म करते-करते केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे, जैसे पहले होते थे, जब दिल्ली में विधान सभा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी कांग्रेस वालों को बिजली पानी महंगे करने में दिक्कत हो रही है इसलिए ऐसा किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जनता से कहा कि आप इस षड्यंत्र को कामयाब न होने देना और नगर निगम में आम आदमी पार्टी को ही वोट देकर आप की ही सरकार बनवाना. केजरीवाल जानते हैं कि दिल्ली में बिजली पानी के दाम इतना बड़ा मुद्दा हैं कि इसके दम पर उन्होंने दिल्ली से शीला दीक्षित की सरकार की विदाई करवा दी थी और सरकार में आते ही सबसे पहले बिजली पानी सस्ते किए. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए दो से तीन दर्जन सभाएं करेंगे. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के बुराड़ी में एक जनसभा को संबोधित कर अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की. यह इलाका आम आदमी पार्टी का सबसे मजबूत वोट बैंक माना जाता है. जनसभा में आई भीड़ ने इस बात की तस्दीक की. हालांकि केजरीवाल के लिए आज आई भीड़ अहम है क्योंकि पंजाब चुनाव में हार और उसके बाद पार्टी के बवाना विधायक के बीजेपी में शामिल हो जाने से आम आदमी पार्टी बैकफुट पर थी. ऐसे में इस जनसभा में आई भीड़ से वह कुछ राहत की सांस ले रही होगी. अहम बात यह रही कि केजरीवाल ने बीजेपी, कांग्रेस, अमित शाह, शीला दीक्षित सबके नाम लिए लेकिन कहीं भी उन्होंने पीएम मोदी का नाम नहीं लिया. असल में इससे यह संकेत मिलता है कि केजरीवाल फिलहाल पीएम मोदी के दम बीजेपी को मिली जबरदस्त जीत से समझे हैं कि मोदी से इस समय भिड़ने में नुकसान ही होगा फायदा नहीं. इसलिए पहले जहां पीएम मोदी की आलोचना करते थे, कोसते थे, 11 मार्च के बाद से ऐसा बंद सा हो गया है. शायद केजरीवाल उसी रणनीति पर चल रहे हैं जिस पर दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में चले थे. यानी केवल अपने काम का बखान और पीएम मोदी पर हमले से परहेज़. केजरीवाल ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को निशाना बनाते हुए कहा कि ''मैं आपको (अमित शाह) चैलेंज करता हूं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि में आपकी सरकार है. दो साल में हमारी सरकार के काम से तुलना कर लो, डिबेट कर लो. दूसरे राज्य छोड़ो, यहीं देख लो 10 साल में बीजेपी ने एमसीडी में एक काम बता दो, जो किया हो. बिजली के रेट आधे करने पर मेरा मजाक उड़ाते थे लेकिन देखो मैंने किए. लेकिन यह मीडिया वाले अच्छा काम नहीं दिखाते. बस हमारे खिलाफ ही दिखाते हैं. पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में है. दो साल में एक रुपया बिजली का नहीं बढ़ने दिया. अमित शाह को चैलेंज है गुजरात में, मुंबई में बिजली सस्ती करके दिखा दें.'' उन्होंने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि ''पानी फ्री करने के लिए कहा तो मेरा मजाक उड़ा, लेकिन मैंने करके दिखाया. कहते थे केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड का भट्टा बैठा देगा. लेकिन दिल्ली जल बोर्ड ने 178 करोड़ का मुनाफा कमाया. इस साल के अंत तक दिल्ली के हर घर में पाइपलाइन से पानी आ जाएगा. दो साल में 309 कॉलोनियों में पीने का पानी पहुंचाया. पानी के पुराने बिल माफ किए. दो साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायापलट कर दिया. नए सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पूल बन रहे हैं लिफ्ट लग रही हैं.'' उन्होंने कहा कि ''दो साल से दिल्ली का सीएम हूं. एक बार भी विदेश नहीं गया. बस मदर टेरेसा के लिए गया. मैं दूसरे नेताओं की तरह नहीं हूं. मैं खुद नहीं टीचर्स को भेजता हूं जिससे वे आपके बच्चों को और बढ़िया पढ़ाएं.'' केजरीवाल ने कहा कि ''150 मोहल्ला क्लिनिक एयर कंडिशंड हैं 'एक दम फन्ने खां'. पूरे देश में सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी कर दी है. बीजेपी कांग्रेस वालों ने बहुत विरोध किया. सब बुजुर्ग और महिलाओं की पेंशन 2500 रुपये महीना कर दी है. हमने दिल्ली सरकार में करप्शन बंद कर दिया, इसलिए हमारे पास पैसा ही पैसा है.'' उन्होंने बीजेपी की निंदा करते हुए कहा कि ''रानी झांसी रोड बीजेपी की एमसीडी 2006 से बना रही है, आज तक नहीं बनी. दिल्ली देश की राजधानी है, चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा, मच्छर ही मच्छर. पिछले साल मैंने 7500 रुपये एमसीडी को दिए, बीजेपी वालों के हाथ पैर जोड़े लेकिन ये नहीं माने सफाई नहीं कराई. एक साल दे दो मैं दिल्ली को साफ कर दूंगा.''टिप्पणियां अपना भाषण खत्म करते-करते केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे, जैसे पहले होते थे, जब दिल्ली में विधान सभा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी कांग्रेस वालों को बिजली पानी महंगे करने में दिक्कत हो रही है इसलिए ऐसा किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जनता से कहा कि आप इस षड्यंत्र को कामयाब न होने देना और नगर निगम में आम आदमी पार्टी को ही वोट देकर आप की ही सरकार बनवाना. केजरीवाल जानते हैं कि दिल्ली में बिजली पानी के दाम इतना बड़ा मुद्दा हैं कि इसके दम पर उन्होंने दिल्ली से शीला दीक्षित की सरकार की विदाई करवा दी थी और सरकार में आते ही सबसे पहले बिजली पानी सस्ते किए. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए दो से तीन दर्जन सभाएं करेंगे. अहम बात यह रही कि केजरीवाल ने बीजेपी, कांग्रेस, अमित शाह, शीला दीक्षित सबके नाम लिए लेकिन कहीं भी उन्होंने पीएम मोदी का नाम नहीं लिया. असल में इससे यह संकेत मिलता है कि केजरीवाल फिलहाल पीएम मोदी के दम बीजेपी को मिली जबरदस्त जीत से समझे हैं कि मोदी से इस समय भिड़ने में नुकसान ही होगा फायदा नहीं. इसलिए पहले जहां पीएम मोदी की आलोचना करते थे, कोसते थे, 11 मार्च के बाद से ऐसा बंद सा हो गया है. शायद केजरीवाल उसी रणनीति पर चल रहे हैं जिस पर दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में चले थे. यानी केवल अपने काम का बखान और पीएम मोदी पर हमले से परहेज़. केजरीवाल ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को निशाना बनाते हुए कहा कि ''मैं आपको (अमित शाह) चैलेंज करता हूं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि में आपकी सरकार है. दो साल में हमारी सरकार के काम से तुलना कर लो, डिबेट कर लो. दूसरे राज्य छोड़ो, यहीं देख लो 10 साल में बीजेपी ने एमसीडी में एक काम बता दो, जो किया हो. बिजली के रेट आधे करने पर मेरा मजाक उड़ाते थे लेकिन देखो मैंने किए. लेकिन यह मीडिया वाले अच्छा काम नहीं दिखाते. बस हमारे खिलाफ ही दिखाते हैं. पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में है. दो साल में एक रुपया बिजली का नहीं बढ़ने दिया. अमित शाह को चैलेंज है गुजरात में, मुंबई में बिजली सस्ती करके दिखा दें.'' उन्होंने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि ''पानी फ्री करने के लिए कहा तो मेरा मजाक उड़ा, लेकिन मैंने करके दिखाया. कहते थे केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड का भट्टा बैठा देगा. लेकिन दिल्ली जल बोर्ड ने 178 करोड़ का मुनाफा कमाया. इस साल के अंत तक दिल्ली के हर घर में पाइपलाइन से पानी आ जाएगा. दो साल में 309 कॉलोनियों में पीने का पानी पहुंचाया. पानी के पुराने बिल माफ किए. दो साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायापलट कर दिया. नए सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पूल बन रहे हैं लिफ्ट लग रही हैं.'' उन्होंने कहा कि ''दो साल से दिल्ली का सीएम हूं. एक बार भी विदेश नहीं गया. बस मदर टेरेसा के लिए गया. मैं दूसरे नेताओं की तरह नहीं हूं. मैं खुद नहीं टीचर्स को भेजता हूं जिससे वे आपके बच्चों को और बढ़िया पढ़ाएं.'' केजरीवाल ने कहा कि ''150 मोहल्ला क्लिनिक एयर कंडिशंड हैं 'एक दम फन्ने खां'. पूरे देश में सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी कर दी है. बीजेपी कांग्रेस वालों ने बहुत विरोध किया. सब बुजुर्ग और महिलाओं की पेंशन 2500 रुपये महीना कर दी है. हमने दिल्ली सरकार में करप्शन बंद कर दिया, इसलिए हमारे पास पैसा ही पैसा है.'' उन्होंने बीजेपी की निंदा करते हुए कहा कि ''रानी झांसी रोड बीजेपी की एमसीडी 2006 से बना रही है, आज तक नहीं बनी. दिल्ली देश की राजधानी है, चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा, मच्छर ही मच्छर. पिछले साल मैंने 7500 रुपये एमसीडी को दिए, बीजेपी वालों के हाथ पैर जोड़े लेकिन ये नहीं माने सफाई नहीं कराई. एक साल दे दो मैं दिल्ली को साफ कर दूंगा.''टिप्पणियां अपना भाषण खत्म करते-करते केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे, जैसे पहले होते थे, जब दिल्ली में विधान सभा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी कांग्रेस वालों को बिजली पानी महंगे करने में दिक्कत हो रही है इसलिए ऐसा किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जनता से कहा कि आप इस षड्यंत्र को कामयाब न होने देना और नगर निगम में आम आदमी पार्टी को ही वोट देकर आप की ही सरकार बनवाना. केजरीवाल जानते हैं कि दिल्ली में बिजली पानी के दाम इतना बड़ा मुद्दा हैं कि इसके दम पर उन्होंने दिल्ली से शीला दीक्षित की सरकार की विदाई करवा दी थी और सरकार में आते ही सबसे पहले बिजली पानी सस्ते किए. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए दो से तीन दर्जन सभाएं करेंगे. केजरीवाल ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को निशाना बनाते हुए कहा कि ''मैं आपको (अमित शाह) चैलेंज करता हूं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि में आपकी सरकार है. दो साल में हमारी सरकार के काम से तुलना कर लो, डिबेट कर लो. दूसरे राज्य छोड़ो, यहीं देख लो 10 साल में बीजेपी ने एमसीडी में एक काम बता दो, जो किया हो. बिजली के रेट आधे करने पर मेरा मजाक उड़ाते थे लेकिन देखो मैंने किए. लेकिन यह मीडिया वाले अच्छा काम नहीं दिखाते. बस हमारे खिलाफ ही दिखाते हैं. पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में है. दो साल में एक रुपया बिजली का नहीं बढ़ने दिया. अमित शाह को चैलेंज है गुजरात में, मुंबई में बिजली सस्ती करके दिखा दें.'' उन्होंने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि ''पानी फ्री करने के लिए कहा तो मेरा मजाक उड़ा, लेकिन मैंने करके दिखाया. कहते थे केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड का भट्टा बैठा देगा. लेकिन दिल्ली जल बोर्ड ने 178 करोड़ का मुनाफा कमाया. इस साल के अंत तक दिल्ली के हर घर में पाइपलाइन से पानी आ जाएगा. दो साल में 309 कॉलोनियों में पीने का पानी पहुंचाया. पानी के पुराने बिल माफ किए. दो साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायापलट कर दिया. नए सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पूल बन रहे हैं लिफ्ट लग रही हैं.'' उन्होंने कहा कि ''दो साल से दिल्ली का सीएम हूं. एक बार भी विदेश नहीं गया. बस मदर टेरेसा के लिए गया. मैं दूसरे नेताओं की तरह नहीं हूं. मैं खुद नहीं टीचर्स को भेजता हूं जिससे वे आपके बच्चों को और बढ़िया पढ़ाएं.'' केजरीवाल ने कहा कि ''150 मोहल्ला क्लिनिक एयर कंडिशंड हैं 'एक दम फन्ने खां'. पूरे देश में सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी कर दी है. बीजेपी कांग्रेस वालों ने बहुत विरोध किया. सब बुजुर्ग और महिलाओं की पेंशन 2500 रुपये महीना कर दी है. हमने दिल्ली सरकार में करप्शन बंद कर दिया, इसलिए हमारे पास पैसा ही पैसा है.'' उन्होंने बीजेपी की निंदा करते हुए कहा कि ''रानी झांसी रोड बीजेपी की एमसीडी 2006 से बना रही है, आज तक नहीं बनी. दिल्ली देश की राजधानी है, चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा, मच्छर ही मच्छर. पिछले साल मैंने 7500 रुपये एमसीडी को दिए, बीजेपी वालों के हाथ पैर जोड़े लेकिन ये नहीं माने सफाई नहीं कराई. एक साल दे दो मैं दिल्ली को साफ कर दूंगा.''टिप्पणियां अपना भाषण खत्म करते-करते केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे, जैसे पहले होते थे, जब दिल्ली में विधान सभा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी कांग्रेस वालों को बिजली पानी महंगे करने में दिक्कत हो रही है इसलिए ऐसा किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जनता से कहा कि आप इस षड्यंत्र को कामयाब न होने देना और नगर निगम में आम आदमी पार्टी को ही वोट देकर आप की ही सरकार बनवाना. केजरीवाल जानते हैं कि दिल्ली में बिजली पानी के दाम इतना बड़ा मुद्दा हैं कि इसके दम पर उन्होंने दिल्ली से शीला दीक्षित की सरकार की विदाई करवा दी थी और सरकार में आते ही सबसे पहले बिजली पानी सस्ते किए. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए दो से तीन दर्जन सभाएं करेंगे. उन्होंने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि ''पानी फ्री करने के लिए कहा तो मेरा मजाक उड़ा, लेकिन मैंने करके दिखाया. कहते थे केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड का भट्टा बैठा देगा. लेकिन दिल्ली जल बोर्ड ने 178 करोड़ का मुनाफा कमाया. इस साल के अंत तक दिल्ली के हर घर में पाइपलाइन से पानी आ जाएगा. दो साल में 309 कॉलोनियों में पीने का पानी पहुंचाया. पानी के पुराने बिल माफ किए. दो साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायापलट कर दिया. नए सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पूल बन रहे हैं लिफ्ट लग रही हैं.'' उन्होंने कहा कि ''दो साल से दिल्ली का सीएम हूं. एक बार भी विदेश नहीं गया. बस मदर टेरेसा के लिए गया. मैं दूसरे नेताओं की तरह नहीं हूं. मैं खुद नहीं टीचर्स को भेजता हूं जिससे वे आपके बच्चों को और बढ़िया पढ़ाएं.'' केजरीवाल ने कहा कि ''150 मोहल्ला क्लिनिक एयर कंडिशंड हैं 'एक दम फन्ने खां'. पूरे देश में सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी कर दी है. बीजेपी कांग्रेस वालों ने बहुत विरोध किया. सब बुजुर्ग और महिलाओं की पेंशन 2500 रुपये महीना कर दी है. हमने दिल्ली सरकार में करप्शन बंद कर दिया, इसलिए हमारे पास पैसा ही पैसा है.'' उन्होंने बीजेपी की निंदा करते हुए कहा कि ''रानी झांसी रोड बीजेपी की एमसीडी 2006 से बना रही है, आज तक नहीं बनी. दिल्ली देश की राजधानी है, चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा, मच्छर ही मच्छर. पिछले साल मैंने 7500 रुपये एमसीडी को दिए, बीजेपी वालों के हाथ पैर जोड़े लेकिन ये नहीं माने सफाई नहीं कराई. एक साल दे दो मैं दिल्ली को साफ कर दूंगा.''टिप्पणियां अपना भाषण खत्म करते-करते केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे, जैसे पहले होते थे, जब दिल्ली में विधान सभा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी कांग्रेस वालों को बिजली पानी महंगे करने में दिक्कत हो रही है इसलिए ऐसा किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जनता से कहा कि आप इस षड्यंत्र को कामयाब न होने देना और नगर निगम में आम आदमी पार्टी को ही वोट देकर आप की ही सरकार बनवाना. केजरीवाल जानते हैं कि दिल्ली में बिजली पानी के दाम इतना बड़ा मुद्दा हैं कि इसके दम पर उन्होंने दिल्ली से शीला दीक्षित की सरकार की विदाई करवा दी थी और सरकार में आते ही सबसे पहले बिजली पानी सस्ते किए. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए दो से तीन दर्जन सभाएं करेंगे. केजरीवाल ने कहा कि ''150 मोहल्ला क्लिनिक एयर कंडिशंड हैं 'एक दम फन्ने खां'. पूरे देश में सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी कर दी है. बीजेपी कांग्रेस वालों ने बहुत विरोध किया. सब बुजुर्ग और महिलाओं की पेंशन 2500 रुपये महीना कर दी है. हमने दिल्ली सरकार में करप्शन बंद कर दिया, इसलिए हमारे पास पैसा ही पैसा है.'' उन्होंने बीजेपी की निंदा करते हुए कहा कि ''रानी झांसी रोड बीजेपी की एमसीडी 2006 से बना रही है, आज तक नहीं बनी. दिल्ली देश की राजधानी है, चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा, मच्छर ही मच्छर. पिछले साल मैंने 7500 रुपये एमसीडी को दिए, बीजेपी वालों के हाथ पैर जोड़े लेकिन ये नहीं माने सफाई नहीं कराई. एक साल दे दो मैं दिल्ली को साफ कर दूंगा.''टिप्पणियां अपना भाषण खत्म करते-करते केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे, जैसे पहले होते थे, जब दिल्ली में विधान सभा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी कांग्रेस वालों को बिजली पानी महंगे करने में दिक्कत हो रही है इसलिए ऐसा किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जनता से कहा कि आप इस षड्यंत्र को कामयाब न होने देना और नगर निगम में आम आदमी पार्टी को ही वोट देकर आप की ही सरकार बनवाना. केजरीवाल जानते हैं कि दिल्ली में बिजली पानी के दाम इतना बड़ा मुद्दा हैं कि इसके दम पर उन्होंने दिल्ली से शीला दीक्षित की सरकार की विदाई करवा दी थी और सरकार में आते ही सबसे पहले बिजली पानी सस्ते किए. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए दो से तीन दर्जन सभाएं करेंगे. अपना भाषण खत्म करते-करते केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे, जैसे पहले होते थे, जब दिल्ली में विधान सभा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी कांग्रेस वालों को बिजली पानी महंगे करने में दिक्कत हो रही है इसलिए ऐसा किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जनता से कहा कि आप इस षड्यंत्र को कामयाब न होने देना और नगर निगम में आम आदमी पार्टी को ही वोट देकर आप की ही सरकार बनवाना. केजरीवाल जानते हैं कि दिल्ली में बिजली पानी के दाम इतना बड़ा मुद्दा हैं कि इसके दम पर उन्होंने दिल्ली से शीला दीक्षित की सरकार की विदाई करवा दी थी और सरकार में आते ही सबसे पहले बिजली पानी सस्ते किए. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए दो से तीन दर्जन सभाएं करेंगे. बताया जाता है कि अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए दो से तीन दर्जन सभाएं करेंगे.
छठ उत्सव के मौके पर संसद में कल अवकाश रहेगा. यह पर्व बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. शुक्रवार को छठ पर्व की खुशी में अवकाश रहने के चलते संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में इस बार सप्ताहांत में तीन दिन की छुट्टी रहेगी तथा अब संसद की बैठक सोमवार को होगी. संसद में शनिवार और रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहता है. लोकसभा में उपाध्यक्ष करिया मुंडा तथा राज्यसभा में उप सभापति के रहमान खान ने इस आशय की घोषणा की.
लेख: उत्पाद शुल्क वसूली में अच्छी वृद्धि की बदौलत चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अप्रत्यक्ष कर वसूली 37.5 प्रतिशत बढ़कर 1.54 लाख करोड़ रुपये रही है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून की अवधि के दौरान अप्रत्यक्ष कर वसूली पिछले साल के 1.12 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1,53,980 करोड़ रुपये हो गई। वित्त मंत्रालय के शनिवार को जारी वक्तव्य में यह जानकारी दी गई। आलोच्य अवधि के दौरान केंद्रीय उत्पाद शुल्क वसूली 81 प्रतिशत बढ़कर 61,661 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। पिछले साल पहली तिमाही में यह 34,067 करोड़ रुपये रही थी।टिप्पणियां वक्तव्य के अनुसार, अप्रत्यक्ष कर वसूली के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि विनिर्माण सहित अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में स्थिति में सुधार आ रहा है। उत्पाद शुल्क वसूली के बेहतर आंकड़े विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ने का संकेत देते हैं। इसमें कहा गया है कि अप्रत्यक्ष कर वसूली के आंकड़ों में केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए अतिरिक्त उपायों का असर भी दिखाई देता है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा कि नए उपायों को यदि अलग रखा जाए, तो अप्रत्यक्ष कर में पहली तिमाही के दौरान 14.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। अप्रत्यक्ष करों में उत्पाद एवं सीमा शुल्क तथा सेवा कर शामिल होता है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून की अवधि के दौरान अप्रत्यक्ष कर वसूली पिछले साल के 1.12 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1,53,980 करोड़ रुपये हो गई। वित्त मंत्रालय के शनिवार को जारी वक्तव्य में यह जानकारी दी गई। आलोच्य अवधि के दौरान केंद्रीय उत्पाद शुल्क वसूली 81 प्रतिशत बढ़कर 61,661 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। पिछले साल पहली तिमाही में यह 34,067 करोड़ रुपये रही थी।टिप्पणियां वक्तव्य के अनुसार, अप्रत्यक्ष कर वसूली के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि विनिर्माण सहित अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में स्थिति में सुधार आ रहा है। उत्पाद शुल्क वसूली के बेहतर आंकड़े विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ने का संकेत देते हैं। इसमें कहा गया है कि अप्रत्यक्ष कर वसूली के आंकड़ों में केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए अतिरिक्त उपायों का असर भी दिखाई देता है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा कि नए उपायों को यदि अलग रखा जाए, तो अप्रत्यक्ष कर में पहली तिमाही के दौरान 14.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। अप्रत्यक्ष करों में उत्पाद एवं सीमा शुल्क तथा सेवा कर शामिल होता है। आलोच्य अवधि के दौरान केंद्रीय उत्पाद शुल्क वसूली 81 प्रतिशत बढ़कर 61,661 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। पिछले साल पहली तिमाही में यह 34,067 करोड़ रुपये रही थी।टिप्पणियां वक्तव्य के अनुसार, अप्रत्यक्ष कर वसूली के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि विनिर्माण सहित अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में स्थिति में सुधार आ रहा है। उत्पाद शुल्क वसूली के बेहतर आंकड़े विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ने का संकेत देते हैं। इसमें कहा गया है कि अप्रत्यक्ष कर वसूली के आंकड़ों में केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए अतिरिक्त उपायों का असर भी दिखाई देता है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा कि नए उपायों को यदि अलग रखा जाए, तो अप्रत्यक्ष कर में पहली तिमाही के दौरान 14.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। अप्रत्यक्ष करों में उत्पाद एवं सीमा शुल्क तथा सेवा कर शामिल होता है। वक्तव्य के अनुसार, अप्रत्यक्ष कर वसूली के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि विनिर्माण सहित अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में स्थिति में सुधार आ रहा है। उत्पाद शुल्क वसूली के बेहतर आंकड़े विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ने का संकेत देते हैं। इसमें कहा गया है कि अप्रत्यक्ष कर वसूली के आंकड़ों में केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए अतिरिक्त उपायों का असर भी दिखाई देता है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा कि नए उपायों को यदि अलग रखा जाए, तो अप्रत्यक्ष कर में पहली तिमाही के दौरान 14.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। अप्रत्यक्ष करों में उत्पाद एवं सीमा शुल्क तथा सेवा कर शामिल होता है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा कि नए उपायों को यदि अलग रखा जाए, तो अप्रत्यक्ष कर में पहली तिमाही के दौरान 14.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। अप्रत्यक्ष करों में उत्पाद एवं सीमा शुल्क तथा सेवा कर शामिल होता है।
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी दमयंती मोदी के साथ हुई झपटमारी के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पर्स और पैसे भी बरामद कर लिए. दूसरी तरफ भारत के साथ तनाव के बीच पाकिस्तान सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की 550वीं जयंती पर उनकी जन्म स्थली ननकाना साहिब जाने के लिए 10 हजार सिख तीर्थ यात्रियों को वीजा देगा. न्यूजरैप में पढ़ें आज सुबह की 5 बड़ी खबरें. PM मोदी की भतीजी से झपटमारी मामले में आरोपी गिरफ्तार, पर्स और पैसे बरामद देश की राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी दमयंती मोदी के साथ हुई झपटमारी के मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी है. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस ने सारा सामान भी बरामद कर लिया. प्रकाशोत्सव पर 10 हजार सिख तीर्थयात्रियों को वीजा देगा पाकिस्तान जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद इसके अंतराष्ट्रीयकरण के सारे प्रयास में विफल होने के बाद पाकिस्तान अब अपनी छवि सुधारने की कोशिश में जुटा है. भारत के साथ तनाव के बीच पाकिस्तान सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की 550वीं जयंती पर उनकी जन्म स्थली ननकाना साहिब जाने के लिए 10 हजार सिख तीर्थ यात्रियों को वीजा देगा. मुंबई: ड्रीमलैंड सिनेमा के पास एक बिल्डिंग में लगी आग, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी मुंबई में चरनी रोड पर ड्रीमलैंड सिनेमा के पास एक रिहायशी बिल्डिंग में आग लग गई है. बताया जा रहा है कि यह आग आदित्य आर्केड टोपीवाला लेन पर स्थित एक इमारत में लगी. आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए. लगभग घंटे भर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आग में फंसे लोगों को बचा लिया गया. जापानः तूफान हगिबीस से तबाही, 14 लोगों की मौत, 100 ज्यादा घायल जापान में आए तूफान हगिबीस ने भारी तबाही मचाई है. अब तक इसके चलते 14 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं. जापान सरकार ने इससे निपटने के लिए पुख्ता बंदोस्त किए हैं और काफी पहले से एडवाइजरी जारी की गई है. साथ ही तूफान की वजह से कई इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन भी हुआ है. मोदी से मुलाकात के बाद जिनपिंग बोले- भारत-चीन संबंध किसी भी स्थिति में कमजोर नहीं होंगे भारत-चीन संबंधों को विकसित करने के लिए दीर्घकालिक योजना का आह्वान करते हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत दौरे से लौटने के बाद कहा कि भारत और चीन के संबंधों को किसी भी स्थिति में 'कमजोर' नहीं होने दिया जाएगा.
बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे ने गुरुवार को मुंबई में नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में एक भरी सभा में माना कि उन्होंने चुनाव में आठ करोड़ रुपये खर्च किए। जबकि, एक सांसद के लिए चुनाव खर्च की सीमा सिर्फ 40 लाख रुपये है। मुंडे ने यह भी कहा कि अगर इस कबूलनामे के चलते उन पर कोई कानूनी कार्रवाई होती है तो उन्हें कोई परवाह नहीं है। मुंडे ने यह भी कहा कि अगर इस कबूलनामे के चलते उन पर कोई कानूनी कार्रवाई होती है तो उन्हें कोई परवाह नहीं है।
अशोक गहलोत ने कहा घूंघट का जमाना गया जयपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे गहलोत गहलोत ने कहा, गांव में आज भी घूंघट है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समाज में अभी व्याप्त घूंघट प्रथा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जयपुर में मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान गहलोत ने कहा कि घूंघट का जमाना गया. गहलोत ने अपने संबोधन में कहा, "गांव में आज भी घूंघट है, एक महिला को घूंघट में कैद करने का, एक समाज को क्या अधिकार है? जब तक घूंघट रहेगा तब तक महिलाएं आगे नहीं बढ़ पाएंगी, जमाना गया घूंघट का." Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot in Jaipur: Gaon mein aaj bhi ghoonghat hai, ek mahila ko ghoonghat mein qaid karne ka, ek samaj ko kya adhikaar hai? Jab tak ghoonghat rahega tab tak mahilayen aage nahi badh paengi, zamana gaya ghoonghat ka. pic.twitter.com/uLvCsnP0x4 — ANI (@ANI) November 5, 2019 गहलोत ने दिया इंदिरा गांधी का उदाहरण जानकारी के मुताबिक सीएम गहलोत महिला अधिकारों के लिए काम कर रहे एक संगठन के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे . संबोधन के दौरान सीएम ने घूंघट प्रथा पर हमला बोलते हुए कहा कि वक्त बदल चुका है. अब महिलाएं पढ़-लिखकर हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर रही हैं. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण हमारे सामने है. दिल्ली के वायु प्रदूषण से राजस्थान प्रभावित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मानना है कि दिल्ली में प्रदूषित हवा का बुरा असर राजस्थान पर भी पड़ रहा है . दिल्ली में समय व्यतीत करने के बाद जयपुर पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली के वायु प्रदूषण के ऊपर गहरी चिंता जताई है. अशोक गहलोत ने मांग की है कि केंद्र सरकार इस मामले को केवल दिल्ली सरकार के ऊपर ना छोड़े. उन्होंने कहा, 'जहां भारत सरकार के तमाम कार्यालय हैं. देश की राजधानी में दुनिया के लोग आते-जाते हैं. राजधानी का अपना महत्व होता है. वह अगर गैस चेंबर बन जाए तो आप सोच सकते हो कि क्या होगा? इस पर पूरे देश को चिंता है.'
गुजरात की सत्ता पर विराजमान बीजेपी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने जबर्दस्त प्लान बनाया है. राज्य के 182 विधानसभा सदस्यों में से कांग्रेस गठबंधन के पास 80 सदस्य हैं. ऐसे में कांग्रेस मजबूत विपक्ष के तौर पर अपने को पेश करने और सत्ताधारी रूपाणी सरकार को घेरने के लिए सूडो मिनिस्ट्री बनाने का फैसला किया है. ब्रिटेन और अमेरिका में सरकार को घेरने के लिए सूडो मिनिस्ट्री तकनीकि अपनाई जाती है. कांग्रेस गुजरात में बीजेपी को घेरने के सेडो मिनिस्ट्री रणनीति का कदम उठाने का निर्णय किया है. इसके तहत सरकार के डिपार्टमेंट और मिनिस्ट्री के तर्ज पर विपक्षी दल कांग्रेस अपने विधायकों को जिम्मेदारी देगी. सत्ताधारी दल के विधायक विकास कार्य में अपने मनचाहे कान्ट्रैक्टरों को ठेका दिलाते हैं और भ्रष्टाचार करते. इन सब कामों पर विपछी दल के विधायक निगाह रखेंगे. इसके तहत सदन में सरकार को घेरने का काम करेंगे. गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानानी के कहा कि इस बार 41 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार विधायक बने हैं. उन्हें विधानसभा कि प्रकिया मालुम नहीं है. ऐसे विधायको के लिए कांग्रेस ने ट्रेनिंग देने का फैसला लिया है. साथ ही किसान के मुद्दे पर कुछ विधायकों को ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी. ताकि किसान के मुद्दे पर सरकार को घेरा जा सके. दिलचस्प बात ये ही इस बार गुजरात में कांग्रेस विपक्ष काफ़ी अच्छी पोज़ीशन पर हे, वेसे में सरकार को धेरने का कांग्रेस कोई मौका छोड़ना नही चाहती है.
सैमसंग ने फिलिपिंस में बजट डिवाइस Galaxy J1 Mini पेश किया है. इसी स्मार्टफोन को बंग्लादेश में J1 Nxt के नाम से लॉन्च किया गया था और इसकी कीमत $88 (लगभग 5,900 रुपये) रखी गई थी. पिछले महीने रिपोर्ट आई थी कि इसे दूसरे मुल्कों में भी लॉन्च किया जाएगा. सैमसंग की फिलिपिंस वेबसाइट पर Galaxy J1 Mini  को दर्ज किया गया है. हालांकि इसके लॉन्च की तारीख और कीमत का खुलासा कंपनी ने अभी नहीं किया है. उम्मीद है अगले कुछ दिनों में इसे लॉन्च किया जाएगा. कंपनी इसे भारत में लॉन्च करेगी या नहीं इसकी जानकारी नहीं है. इस 4 इंच टीएफटी डिस्प्ले वाले स्मार्टफोन में 1.2GHz क्वाड कोर प्रोसेर के साथ 0.75GB रैम दिया गया है. इसकी इंटरनल मेमोरी 8जीबी की है जिसे माइक्रो एसडी कार्ड के जरिए 128जीबी तक किया जा सकता है. बेसिक फोटोग्राफी के लिए इसमें 5 मेगापिक्सल रियर और सेल्फी के लिए VGA कैमरा दिया गया है. कैमरे में एलईडी फ्लैश नहीं है और इसकी बैट्री 1,500mAh की है. एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप ओएस पर चलने वाले इस ड्यूल सिम स्मार्टफोन में कनेक्टिविटी के लिए USB 2.0, GPS, WiFi 802 और ब्लूटूथ 4.0 जैसे स्टैंडर्ड फीचर्स दिए गए हैं. अगर यह भारत में लॉन्च होता है तो यहां इसे Moto E से मुकाबला होगा.
लेख: पेट्रोल पंप पर अपनी कार में गैस  भराने आए एक युवक ने कुछ ऐसा किया जिस वजह से देखते ही पेट्रोल पंप पर आग लग गई. हालांकि पेट्रोल पंप कर्मचारियों की समझदारी से आग पर समय रहते ही काबू पा लिया गया. और इस घटना में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ. पुलिस फिलहला इस मामले में आरोपी की तलाश कर रही है. दरअसल, यह पूरा मामला न्यू जर्सी का है.   इस घटना के सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर दिख रहा है कि किस तरह से कार चालक पहले पंप पर गैस लेने के लिए रुकता है. लेकिन इससे पहले की पंप के कर्मचारी उसकी कार से गैर की पाइप निकलाते वह कार लेकर जाने लगता है.टिप्पणियां इस वजह से गैस का पाइप उससे लगी मशीन के साथ उखड़ जाता है और वहां आग लग जाती है. गैस पंप पर लगी आग को देखने के बाद पेट्रोल पंप का कर्मचारी फौरन वहां आता है और आग पर काबू पाने की कोशिश करता है. महज कुछ सेकेंड्स के अंदर ही वह आग पर काबू भी पा लेता है. पुलिस अब इस मामले में आरोपी कार चालक की तलाश कर रही है. जो घटना के बाद से ही फरार है.  इस वजह से गैस का पाइप उससे लगी मशीन के साथ उखड़ जाता है और वहां आग लग जाती है. गैस पंप पर लगी आग को देखने के बाद पेट्रोल पंप का कर्मचारी फौरन वहां आता है और आग पर काबू पाने की कोशिश करता है. महज कुछ सेकेंड्स के अंदर ही वह आग पर काबू भी पा लेता है. पुलिस अब इस मामले में आरोपी कार चालक की तलाश कर रही है. जो घटना के बाद से ही फरार है.  इस वजह से गैस का पाइप उससे लगी मशीन के साथ उखड़ जाता है और वहां आग लग जाती है. गैस पंप पर लगी आग को देखने के बाद पेट्रोल पंप का कर्मचारी फौरन वहां आता है और आग पर काबू पाने की कोशिश करता है. महज कुछ सेकेंड्स के अंदर ही वह आग पर काबू भी पा लेता है. पुलिस अब इस मामले में आरोपी कार चालक की तलाश कर रही है. जो घटना के बाद से ही फरार है.
विकेटकीपर बल्लेबाज राचेल प्रीस्ट की तूफानी अर्धशतकीय पारी से न्यूजीलैंड की महिला टीम ने दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारत को छह विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली. टीम इंडिया ने खड़ा किया था सम्मानजनक स्कोर मिताली राज की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद छह विकेट पर 136 रन बनाए. भारत की ओर से सलामी बल्लेबाज वेल्लास्वामी वनिता ने सर्वाधिक 41 जबकि हरमनप्रीत कौर ने 30 और वेदा कृष्णमूर्ति ने 29 रनों का योगदान दिया. न्यूजीलैंड की तरफ से सोफी डिवाइन ने 31 रन देकर दो विकेट लिए. प्रीस्ट ने अकेले दम पर कीवी टीम को पहुंचाया जीत के नजदीक 137 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की तरफ से प्रीस्ट ने अपने केवल 34 गेंदों पर दस चौकों और दो छक्कों की मदद से 60 रन की तेजतर्रार पारी के रूप में अपने करियर का पहला अर्धशतक लगाया. प्रीस्ट समेत अन्य बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के चलते कीवी टीम ने भारत के स्कोर को बौना साबित करते हुए 18 ओवरों में ही मैच को जीत लिया. भारत के लिये झूलन गोस्वामी ने 29 रन देकर दो विकेट लिए. इनपुट: भाषा
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देशभर में अवैध रूप से संचालित 21 फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दी है. समय-समय पर छात्र हित को ध्यान में रखकर यूजीसी देश में अवैध रूप से संचालित हो रहे विश्वविद्यालयों के नाम सार्वजनिक करती है. इस सूची में उन संस्थानों/ यूनिवर्सिटी के नाम को अवैध करार दिया जाता है तो यूजीसी एक्ट 1956 के खिलाफ बिना अनुमति के संचालित होते हैं. इन संस्थानों से ली गई डिग्री अथवा डिप्लोमा को यूजीसी से मान्यता प्राप्त नहीं होती है. इसके चलते ही यहां से पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की डिग्री को सरकारी और प्राइवेट नौकरी में फर्जी करार दिया जाता है. वेबसाइट पर डाली गई सूची में यूजीसी ने साफ लिखा है कि इन सभी संस्थानों/ यूनिवर्सिटी को डिग्री देने का कोई अधिकार नहीं है. यूपी के नौ यूनिवर्सिटीज के अलावा बिहार की एक, दिल्ली की पांच, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल की एक -एक यूनिवर्सिटी शामिल है. ये हैं यूपी के फर्जी यूनिवर्सिटीज के नाम: 1. वाराणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणासी 2. महिला ग्राम विद्यापीठ यूनिवर्सिटी (वीमेंस यूनिवर्सिटी) प्रयाग, इलाहाबाद 3. गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद 4. नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी) अलीगढ़ 5. उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी कोशी कला मथुरा 6. महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन यूनिवर्सिटी, प्रतापगढ़ 7. इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद इंस्स्टीट्यूशंस एरिया, खोड़ा माकनपुर, नोएडा 8. गुरुकुल विश्वविद्यालय, वृंदावन 9. नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर
अमेरिकन एयरलाइन्स फ्लाइट 77, पेंटागन की पश्चिमी दीवार से जा टकराया था जिसमें प्लेन में सवार 64 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें 5 अपहरणकर्ता शामिल थे. इसके अलावा इमारत में मौजूद 125 लोगों की भी मौत हो गई. जारी की गई तस्वीरों में से एक में अमेरिकी झंडे को मलबे में फंसा हुआ देखा जा सकता है जिसे ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला जा रहा है. वहीं एक और तस्वीर में बचाव दल पर काम पर लगा है जबकि इमारत का एक हिस्सा आग के हवाले हो चुका है. 9/11 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन में हुए इन हमलों में करीब 3 हजार से ज्यादा लोग मौत के हवाले हो गए थे. जारी की गई तस्वीरों में से एक में अमेरिकी झंडे को मलबे में फंसा हुआ देखा जा सकता है जिसे ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला जा रहा है. वहीं एक और तस्वीर में बचाव दल पर काम पर लगा है जबकि इमारत का एक हिस्सा आग के हवाले हो चुका है. 9/11 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन में हुए इन हमलों में करीब 3 हजार से ज्यादा लोग मौत के हवाले हो गए थे.
विराट कोहली और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ICC वनडे रैंकिंग में व्यक्तिगत सूची में शीर्ष पर कायम हैं, लेकिन भारत अगर अपने अगले आठ वनडे मुकाबले जीत लेता है, तो वह टीम रैंकिंग में पहले स्थान पर चल रही इंग्लैंड से महज एक अंक पीछे रह जाएगा. भारत को ऑस्ट्रेलिया से तीन और न्यूजीलैंड से पांच वनडे खेलने हैं जिससे वह 125 अंक तक पहुंच जाएगा और इंग्लैंड से केवल एक अंक पीछे रहेगा, लेकिन ऐसा तभी होगा जब वह अपने सभी आठ मैचों में जीत हासिल कर लेगा जबकि पाकिस्तान को उन्हें पछाड़ने के लिए दक्षिण अफ्रीका को 5-0 से हराना होगा. इंग्लैंड की टीम तालिका में 126 अंक लेकर शीर्ष पर चल रही है जबकि इस समय भारतीय टीम 121 अंक लेकर दूसरे स्थान पर चल रही है. बल्लेबाजी सूची में कोहली (एक) और रोहित शर्मा (दो) ने अपना स्थान कायम रखा है जबकि बुमराह गेंदबाजों की रैंकिंग में अफगानिस्तान के राशिद खान (दूसरे) और टीम के अपने साथी कुलदीप यादव (तीसरे) से काफी आगे हैं. अन्य भारतीयों में बल्लेबाज शिखर धवन नौंवें स्थान पर हैं जबकि लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल इंग्लैंड के आदिल राशिद के साथ संयुक्त छठे स्थान पर हैं. पंड्या के महिलाओं पर कमेंट को लेकर हरकत में आई BCCI, भेजा नोटिस वनडे टीम रैंकिंग में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका को शिकस्त देकर अपना तीसरा स्थान कायम रखा है. उन्होंने एक अंक हासिल किया जिससे उनके 113 अंक हो गए जबकि श्रीलंका अपने आठवें स्थान पर बना हुआ है, लेकिन वह एक अंक गंवा चुका है जिससे उसके 78 अंक हैं. आपको बता दें कि टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला 12 जनवरी को सिडनी में खेलेगी. सीरीज का दूसरा वनडे एडिलेड में 15 जनवरी को खेला जाएगा और आखिरी वनडे 18 जनवरी को मेलबर्न में खेला जाएगा. टेस्ट में कंगारुओं को पीटने वाली विराट ब्रिगेड के पास वनडे सीरीज जीतकर इतिहास रचने का मौका है. विराट कोहली अगर टीम इंडिया को वनडे सीरीज में भी जीत दिलाते हैं तो वह भारत के पहले ऐसे कप्तान बन जाएंगे जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर एक ही दौरे में टेस्ट और बाइलैटरल (द्विपक्षीय) वनडे सीरीज में जीत दर्ज की होगी.
देश ने कुछ दिन पहले ही चक्रवात फानी का कहर देखा है. अब जब गर्मी अपना कहर बरपा रही है तो एक ओर चक्रवात पश्चिमी हिस्से के लिए चिंता बना हुआ है. मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात वायु जल्द ही गुजरात के तटों पर दस्तक दे सकता है. पहले ही कहा गया था कि ये 12-13 जून तक सौराष्ट्र के तट पर दस्तक दे सकता है. चक्रवात वायु अभी गुजरात के तट से करीब 650 KM. दूर है, ऐसे में बताया जा रहा है कि 13 जून की सुबह तक वह गुजरात के तटों पर हिट कर सकता है. तूफान की चेतावनी के चलते प्रशासन अलर्ट पर है, 32 से अधिक गांवों को सतर्क कर दिया गया है. ये चक्रवात किस तरह गुजरात की तरफ बढ़ रहा है, इसे आप यहां पर लाइव ट्रैकर में देख सकते हैं. बता दें कि अरब सागर से उठने वाला चक्रवाती तूफान वायु 75 किलोमीटर से लेकर अधिकतम 135 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के साथ प्रदेश के कई इलाकों में चलेगा. चक्रवाती तूफान 12-13 जून को सौराष्ट्र तट पर दस्तक दे सकता है. तूफान के कारण अहमदाबाद, गांधीनगर और राजकोट समेत तटवर्ती इलाके वेरावल, भुज और सूरत में हल्की बारिश हो सकती है. IMD की मानें तो, 90-100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज पवन चलेगा और अरब सागर से लगते उत्तरपूर्वी इलाके में इसकी रफ्तार 115 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है. 12 जून को दक्षिण गुजरात और महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाके में 50-60 किलोमीटर से लेकर 70 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी और 13 जून को इसकी रफ्तार अरब सागर से सटे उत्तरी इलाके में 110-120 किलोमीटर से लेकर 135 किलोमीटर हो जाएगी. गौरतलब है कि इससे पहले भी जब चक्रवात फानी आया था उससे ओडिशा में बड़ा नुकसान हुआ था. फानी के दौरान 200 किमी. से भी तेज रफ्तार से हवाएं चल रही थी. तब ऐसे वीडियो आए थे जिनसे हर कोई हैरान था. ना घर बचे, ना बिजली के खंबे और ना ही पेड़, हालांकि राज्य और केंद्र के प्रशासन ने पहले से ही तैयारी की हुई थी इसी वजह से नुकसान काफी कम हुआ.
अपने बेहतरीन पोषक गुण के कारण तिल का तेल पूरी दुनिया में प्रमुखता से इस्तेमाल किया जाता है. इसमें न केवल त्वचा और बालों को पोषित करने की खूबी होती है बल्क‍ि हीलिंग क्वालिटी भी होती है. ये बात वैज्ञानिक तौर पर साबित हो चुकी है कि तिल के तेल से बालों को संपूर्ण पोषण मिलता है. इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन ई, बी कॉम्प्लेक्स, कैल्शि‍यम, मैग्नीशि‍यम, फॉस्फोरस और प्रोटीन पाया जाता है. तिल का तेल बालों से जुड़ी हर समस्या का समाधान है. ये बालों को भीतर से पोषित करके उनकी जड़ों को मजबूती देने का काम करता है. अगर आपको रूसी की समस्या है या फिर आपके सिर में जुंएं हैं तो भी तिल के तेल का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहेगा. आप चाहें तो तिल के तेल को सामान्य तेल की तरह ही इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर इसे रातभर लगाकर छोड़ दें और अगली सुबह बाल धो लें. तिल का तेल इस्तेमाल करने के फायदे: 1. बालों को भीतर से पोषण देने के लिए तिल का तेल बालों को भीतर से पोषण देने का काम करता है. तिल के तेल को हल्का गर्म कर लीजिए और इसके बाद हल्के हाथों से स्कैल्प पर मसाज कीजिए. कुछ देर के लिए तेल को बालों में लगा रहने दें और फिर सामान्य पानी से धो लें. 2. बेजान बालों में नई चमक लाने के लिए अगर आपके बाल बेजान और रूखे हो चुके हैं तो भी तिल के तेल का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहेगा. ये स्कैल्प से लेकर बालों के अंतिम छोर तक उन्हें पोषित करता है. तिल के तेल के इस्तेमाल से बालों का रुखापन दूर हो जाता है और उनकी खोई हुई चमक वापस आ जाती है. 3. बालों का झड़ना कम करे अगर आपके बाल बहुत अधिक गिर रहे हैं तो तिल का तेल आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा. इसमें बालों को मजबूती देने का गुण है. इसके साथ ही तिल के तेल से मसाज करने पर तनाव दूर होता है और नींद भी अच्छी आती है. 4. बालों को बढ़ने में करता है मदद तिल के तेल से मसाज करने पर ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिससे बाल तेजी से बढ़ते हैं. अगर आपको लगता है कि आपके बाल पूरी ग्रोथ आने से पहले से ही टूट जाते हैं तो भी तिल के तेल का इस्तेमाल करें. 5. रूसी दूर करने में मददगार तिल के तेल के इस्तेमाल से रूसी की समस्या दूर हो जाती है. अगर आपके सिर में जुंएं हो गए हों तो भी तिल का तेल फायदेमंद साबित होगा.
प्रचंड को थप्पड़ मारकर सुखिर्यों में आने वाले एक असंतुष्ट माओवादी कैडर ने 19 नवंबर को होने जा रहे नेपाल संविधान सभा के चुनाव में पूर्व नेपाली प्रधानमंत्री के खिलाफ अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है। पद्म कुंवर (26) ने पिछले साल नवंबर में दशहरा के अवसर पर यूनीफाइड सीपीएन-माओवादी द्वारा आयोजित एक चाय पार्टी में प्रचंड को थप्पड़ मारा था। इस पर वह मीडिया की सुर्खियों में आ गया था।टिप्पणियां कुंवर ने यहां पूर्व विद्रोही नेता के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भरा। प्रचंड ने काठमांडू निर्वाचन क्षेत्र संख्या 10 से नामांकन भरा है। पिछली बार उन्होंने यहां से जीत दर्ज की थी। कुंवर ने अपना नामांकन भरने के बाद कहा, ‘मैंने किसी को हराने के लिए नहीं, बल्कि जीतने के लिए पर्चा भरा है।’ पद्म कुंवर (26) ने पिछले साल नवंबर में दशहरा के अवसर पर यूनीफाइड सीपीएन-माओवादी द्वारा आयोजित एक चाय पार्टी में प्रचंड को थप्पड़ मारा था। इस पर वह मीडिया की सुर्खियों में आ गया था।टिप्पणियां कुंवर ने यहां पूर्व विद्रोही नेता के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भरा। प्रचंड ने काठमांडू निर्वाचन क्षेत्र संख्या 10 से नामांकन भरा है। पिछली बार उन्होंने यहां से जीत दर्ज की थी। कुंवर ने अपना नामांकन भरने के बाद कहा, ‘मैंने किसी को हराने के लिए नहीं, बल्कि जीतने के लिए पर्चा भरा है।’ कुंवर ने यहां पूर्व विद्रोही नेता के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भरा। प्रचंड ने काठमांडू निर्वाचन क्षेत्र संख्या 10 से नामांकन भरा है। पिछली बार उन्होंने यहां से जीत दर्ज की थी। कुंवर ने अपना नामांकन भरने के बाद कहा, ‘मैंने किसी को हराने के लिए नहीं, बल्कि जीतने के लिए पर्चा भरा है।’ कुंवर ने अपना नामांकन भरने के बाद कहा, ‘मैंने किसी को हराने के लिए नहीं, बल्कि जीतने के लिए पर्चा भरा है।’
कमल हासन की मोस्ट अवेटेड फिल्म विश्वरूप 2 का पहला दिन का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन मिला-जुला रहा. फिल्म ने तमिलनाडु में पहले दिन रिकॉर्ड बनाया तो वहीं दूसरी ओर उत्तर भारत यानी हिन्दी बेल्ट में औसत प्रदर्शन रहा. ओपनिंग डे पर विश्वरूप 2 का कलेक्शन चेन्नई में 93 लाख रहा. जबकि फिल्म रिलीज पर असमंजस के कारण इसकी एडवांस बुकिंग नहीं हो सकी. बताया जा रहा है कि ये चेन्नई बॉक्स ऑफिस पर छह रिकॉर्ड तोड़ कमाई करने वाली फिल्मों में शामिल हो गई है. इसके साथ ही फिल्म ने बाहुबली का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. इससे कम कमाई (92 लाख रुपए) बाहुबली द कंक्लुजन ने तमिल और तेलुगु दोनों भाषाओं को मिलाकर की थी. विश्वरूप 2 ने दक्षिणी के बाकी राज्यों में भी अच्छी कमाई की है. Vishwaroop 2 Review: एक्शन पैक्ड देशभक्ति‍ की औसत कहानी दूसरी ओर हिन्दी बेल्ट की बात करें तो फिल्म ने अनुमान के मुताबिक कमाई नहीं की है. फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट गिरीश जौहर के अनुसार, फिल्म ने उत्तर भारत में काफी बुरा प्रदर्शन किया. फिल्म करीब 1.5 करोड़ रुपए की कमाई कर सकी है. फिल्म क्रिटिक्स ने भी फिल्म पर औसत प्रत‍िक्रिया दी. Mulk Movie Review: ऋषि का उम्दा रोल, एक्टिंग के लिए याद की जाएगी फिल्म विश्वरूप 2 का बजट लगभग 55 करोड़ रुपए बताया जा रहा है और मुल्क, मिशन इंपॉसिबल पहले से ही थिएटर में लगी हुई है, जिसकी वजह से कमाई पर अागे प्रभाव पड़ सकता है. वैसे इस फिल्म को हिंदी भाषा में लगभग 4500 शो मिले हैं.
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में बर्फीली हवाओं से राहत नहीं मिली और पारा नीचे गिरने से मंगलवार को ठंड और बढ़ गई. दिल्ली में 22 वर्षों में दूसरा सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र से आने वाली तेज और ठंडी हवाओं के साथ-साथ बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट आई है. राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को कंपकंपी जारी रही क्योंकि अधिकतम तापमान मौसम के औसत से 10 डिग्री नीचे 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सन 1997 में अधिकतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. दिल्ली में बुधवार को भी यही स्थिति बनी रहने की संभावना है और अधिकतम और न्यूनतम तापमान 14 और नौ डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अधिकांश हिस्सों में हालिया बर्फबारी के बाद रात के तापमान में गिरावट जारी रही. हिमपात के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को भूस्खलनों के चलते कई घंटों तक यातायात बाधित रहा. दोनों ही क्षेत्रों में पहाड़ों से बर्फीली हवाएं चल रही हैं लेकिन सुबह सूरज निकलने से लोगों को कुछ राहत मिली. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर दक्षिणी कश्मीर के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 12.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. इसके साथ ही यह घाटी का सबसे ठंडा स्थान रहा. उन्होंने बताया कि गुलमर्ग के स्की रिजॉर्ट का तापमान शून्य से 11 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि श्रीनगर में तापमान दो डिग्री सेल्सियस नीचे गिरकर शून्य से 3.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. लद्दाख क्षेत्र में लेह सबसे ठंडा स्थान दर्ज किया गया. यहां तापमान शून्य से 12 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया. वहीं जम्मू में तापमान में कुछ सुधार हुआ है और यह 7.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया लेकिन यहां बर्फीली हवाओं और बादल घिरे रहने के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के भद्रवाह में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. वहीं रियासी जिले में माता वैष्णी देवी मंदिर की तीर्थयात्रा के आधार शिविर कटरा में तापमान 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर को सभी मौसमों में देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ने वाली एक मात्र राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगरू-रामसू और रामबन जिले के माउमपस्सी में रात में भूस्खलन की घटनाएं हुईं जिसके बाद अधिकारियों ने दक्षिणी कश्मीर के काजीगुंड में यातायात रोक दिया.अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के काफिले को मंगलवार दोपहर में मलबा हटाने के बाद आगे बढ़ने की अनुमति दी गई है. हिमाचल प्रदेश में, मौसम शुष्क और ठंडा रहा. मनाली, कुफरी, केलोंग और कल्पा में तापमान शून्य डिग्री से नीचे रहा. शिमला मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि राज्य में सबसे ठंडा स्थान लाहौल-स्पीति का प्रशासनिक केंद्र केलांग रहा, जहां तापमान शून्य से 16.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.मौसम विभाग ने 19 से 21 दिसंबर के बीच राज्य में भारी बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है. उत्तराखंड में मंगलवार को आसमान साफ रहा लेकिन कड़कड़ाती ठंड बरकरार रही. 12-13 दिसंबर को पहाड़ी राज्य के ऊंचे क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई, जिससे कई राजमार्ग और सड़कें बंद हो गईं. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में दिन का तापमान मंगलवार को सामान्य से कुछ डिग्री नीचे चला गया, जिससे दोनों राज्यों में ठंड बढ़ गई. अधिकारी ने कहा कि दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री कम है. मौसम विभाग ने कहा कि राजस्थान में शीत लहर तेज हो गई है, जबकि राज्य के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में सोमवार रात को न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
रणबीर कपूर और आलिया भट्ट फिल्म ब्रह्मास्त्र की शूटिंग में व्यस्त हैं. खबरों की मानें तो दोनों का अफेयर चल रहा है. रणबीर ने इस बारे में खुल कर बोला भी है मगर आलिया अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर ज्यादा बातें करना पसंद नहीं करतीं. इस बीच पिछले कुछ दिनों से उनकी इंस्टाग्राम फोटोज रणबीर कपूर ही खींच रहे हैं. फिर से आलिया ने रणबीर द्वारा खींची गई एक फोटो शेयर की है. आलिया ने इंस्टाग्राम पर फोटो डाली है और रणबीर को फोटो क्रेडिट दिया है. आलिया ने लिखा है-  “when the angle is right, you gotta do what you gotta do''. फोटो में आलिया हल्की सी मुस्कान के साथ पोज में बैठी नजर आ रही हैं. when the angle is right, you gotta do what you gotta do.. 😼 📸RK A post shared by Alia ✨⭐️ (@aliaabhatt) on Aug 25, 2018 at 9:21pm PDT आलिया ने भी अब धीरे-धीरे अपने रिलेशनशिप को एक्सपोज करना शुरू कर दिया है. एक हालिया इंटरव्यू में आलिया भट्ट ने पहली बार इस बात का खुलासा किया है कि वे सिंगल नहीं हैं. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- ''नो, सॉरी, नॉट सिंगल''. इससे पहले हिंदुस्तान टाइम्स को दिए गए इंटरव्यू में आलिया ने कहा था कि वे लिव इन रिलेशनशिप में विश्वास नहीं रखतीं. वे शादी में भरोसा रखती हैं. साथ ही उन्होंने अपने मैरिज प्लान के बारे में कहा था कि 30 साल की उम्र तक वे शादी कर सकती हैं. दोनों अयान मुखर्जी की फिल्म ब्रह्मास्त्र की शूटिंग कर रहे हैं. कुछ समय पहले ही दोनों ने फिल्म के दो शेड्यूल्स की शूटिंग बुल्गारिया में पूरी की है. फिल्म में इन दोनों कलाकारों के अलावा महानायक अमिताभ बच्चन और डिंपल कपाड़िया भी हैं. फिल्म 2019 में रिलीज की जाएगी.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को जेल से रिहा करने के अदालती आदेश के बाद प्रधानमंत्री हजेम अल-बेदलावी ने उन्हें नजरबंदी में रखने का आदेश दिया।टिप्पणियां मिस्र की सरकारी टीवी चैनल के मुताबिक, देश में लागू आपातकालीन कानूनों के तहत सैन्य उप कमांडर की भूमिका निभा रहे प्रधानमंत्री ने बुधवार देर शाम यह आदेश जारी किया। सरकारी चैनल की खबर के मुताबिक, आपातकालीन कानूनों के दायरे में उप सैन्य शासक ने मुबारक को नजरबंदी में रखने का आदेश दिया। मिस्र की सत्ता पर करीब तीन दशक तक काबिज रहे 85-वर्षीय मुबारक तोरा कारागार में बंद हैं और अगले 48 घंटों तक उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा, जिससे कि अभियोजन पक्ष को उनकी रिहाई के खिलाफ अपील करने का मौका मिल सके। मिस्र की सरकारी टीवी चैनल के मुताबिक, देश में लागू आपातकालीन कानूनों के तहत सैन्य उप कमांडर की भूमिका निभा रहे प्रधानमंत्री ने बुधवार देर शाम यह आदेश जारी किया। सरकारी चैनल की खबर के मुताबिक, आपातकालीन कानूनों के दायरे में उप सैन्य शासक ने मुबारक को नजरबंदी में रखने का आदेश दिया। मिस्र की सत्ता पर करीब तीन दशक तक काबिज रहे 85-वर्षीय मुबारक तोरा कारागार में बंद हैं और अगले 48 घंटों तक उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा, जिससे कि अभियोजन पक्ष को उनकी रिहाई के खिलाफ अपील करने का मौका मिल सके। सरकारी चैनल की खबर के मुताबिक, आपातकालीन कानूनों के दायरे में उप सैन्य शासक ने मुबारक को नजरबंदी में रखने का आदेश दिया। मिस्र की सत्ता पर करीब तीन दशक तक काबिज रहे 85-वर्षीय मुबारक तोरा कारागार में बंद हैं और अगले 48 घंटों तक उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा, जिससे कि अभियोजन पक्ष को उनकी रिहाई के खिलाफ अपील करने का मौका मिल सके।
प्रकाशीय दूरदर्शी (optical telescope) ऐसा दूरदर्शक है जो दूरस्थ पिण्ड का आवर्धित प्रतिबिम्ब प्राप्त करने के लिये विद्युतचुम्बकीय स्पेक्ट्रम के दृश्य भाग का सहारा लेता है। (न कि एक्स-रे या रेडियो तरंगों का)। इससे प्राप्त प्रतिबिम्ब को सीधे आंख से देखा जा सकता है, फोटोग्राफ लिया जा सकता है या इलेक्ट्रानिक इमेज सेंसरों की सहायता से आंकड़े संचित किये जा सकते हैं। प्रकाशीय दूरदर्शी मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं- अपवर्तक दूरदर्शी (refractors) जो लेंस का प्रयोग करते हैं। परावर्तक दूरदर्शी (reflectors) जो दर्पणों का प्रयोग करते हैं। मिश्र दूरदर्शक (catadioptric telescopes) जिनमें लेंस और दर्पण दोनों का प्रयोग किया जाता है। मिश्र दूरदर्शक (catadioptric telescopes) जिनमें लेंस और दर्पण दोनों का प्रयोग किया जाता है। अपवर्तक दूरदर्शी ये दूरदर्शी भी दो प्रकार के हैं : गैलिलिओ प्रकार के दूरदर्शी तथा केपलर प्रकार के दूरदर्शी। प्रत्येक वर्तन दूरदर्शी के दो मुख्य अवयव होते हैं : अभिदृश्यक लेंस (objective) और नेत्रक (eyepiece)। ये दूरदर्शी की नलिका के सिरों पर स्थित होते हैं। गैलिलिओ किस्म के दूरदर्शी में अभिदृश्यक अभिसारी लेंस (converging lens) और नेत्रक अपसारी लेंस (diverging lens) होता है। केपलर दूरदर्शी में प्रतिबिंब साधारणतया उल्टा बनता है और दूरदर्शी नलिका की लंबाई भी अधिक होती है, लेकिन इसका दृष्टिक्षेत्र (field of view) अधिक होता है। इसके अतिरिक्त इसमें क्रूसतंतु की व्यवस्था भी हो सकती है। इसलिए माप संबंधी कार्यों के लिए यह अधिक उपयुक्त है। आजकल आकाश के ज्योतिष्पिंडों और पृथ्वी पर स्थित दूरवर्ती वस्तुओं के देखने में अधिकतर दूरबीनों का ही उपयोग होता है। आकाश के ज्योतिष्पिंडों को देखने के लिए प्रयुक्त होनेवाले दूरदर्शी ज्योतिष-दूरदर्शी (astronomical telescope) कहलाते हैं। इनमें प्रतिबिंब उलटा बनता है। जहाँ तक ज्योतिष्पिंडों का प्रश्न है, उनके प्रतिबिंब का उल्टा या सीधा होना विशेष महत्व नहीं रखता, किंतु पार्थिव उपयोग में आनेवाले दूरदर्शी में प्रतिबिंब का सीधा होना आवश्यक है। पार्थिव उपयोग में आनेवाले केपलर दूरदर्शी को पार्थिव दूरदर्शी (terrestrial telescope) की संज्ञा दी गई है। पार्थिव दूरदर्शियों में सीधा प्रतिबिंब प्राप्त करने के लिए एक अतिरिक्त लेंस व्यवस्था का उपयोग होता है। अपवर्तन दूरदर्शी का अभिदृश्य लेंस एक अच्छे अपवर्तन दूरदर्शी में उसके अभिदृश्यक लेंस का वर्णविपथन से रहित होना आवश्यक है। वर्णविपथन (chromatic aberration) के कारण प्रतिबिंब कुछ रंगीन दिखाई देता है। वर्णविपथन के दोष से रहित लेंस व्यवस्था को अवर्णक लेंस व्यवस्था (achromatic system of lenses) कहते हैं। अवर्णकता प्राप्त करने के लिए एक उच्च विक्षेपण (high dispersion) वाले ऋण लेंस (negative lens) का निम्न विक्षेपण (low dispersion) के धन लेंस के साथ युग्म बनाया जाता है। सैद्धांतिक विश्लेषण करने पर यह पाया गया कि वर्णविपथन के दोष से रहित लेंस-युग्म एक सीमा तक गोलीय विपथन (spherical aberration) से भी विमुक्त होता है। फोटोग्राफी के लिए दूरदर्शी में कभी कभी तीन अभिदृश्यक लेंसों (triple object glass) का उपयोग किया जाता है। अभिदृश्यक लेंस के निर्माण में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना पड़ता है: (१) उपयुक्त आकार के काचमंडलक (glass disc) का चुनाव, (२) काच की पारदर्शकता और दोषहीनता (उसमें धब्बों का और बुदबुदों का अभाव) (३) काच की समांगता (homogeneity) (४) काच के आंतर विकृति (internal strain) का अभाव। परावर्तक दूरदर्शी परावर्तन दूरदर्शियों का अभिदृश्य दर्पण (mirror) होता है, लेंस नहीं। ग्रेगरी (Gregory) ने दर्पणों और लेंसों द्वार निर्मित प्रतिबिंबों का विशेष अध्ययन किया। उसने यह बताया कि यदि दर्पणों और लेंसों के धरातल शंकव वक्रता (conical curvantre) युक्त हों तो उनमें विपथन का दोष नहीं होता। शांकब वक्रता के लेंस बनाने में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, इसलिए ग्रेगरी ने यह सुझाव उपस्थित किया कि दूरदर्शी के अभिदृश्यक के लिए लेंस के स्थान पर शांकब वक्रता के दर्पण का उपयोग किया जाए। इस अभिदृश्यक दर्पण को परावर्तक (reflector) कहा जाता है। इसको पहले स्पेक्युलम (speculum) भी कहते थे। न्यूटन ही प्रथम व्यक्ति था, जिसने परावर्तक दूरबीन का निर्माण किया था। इस यंत्र की सहायता से उसने बृहस्पति के उपग्रहों का और शुक्र के धन्वाकार का निरीक्षण किया था। परावर्तन दूरबीन में परावर्तक दर्पण का विशेष महत्व होता है। इस दर्पण की श्रेष्ठता इस बात में है कि इसकी पॉलिश धुँधली न पड़े। चार भाग ताँबा और एक भाग टिन की बनी स्पेक्यूलम धातु पर्याप्त कठोर होती है और सफेद पॉलिश को आसानी से पकड़ लेती है। लीबिख (Liebig) द्वारा काच पर चाँदी की फिल्म चढ़ाने की विधि का आविष्कार होने पर फूको (Foucault) ने सन् १८५७ में यह प्रस्ताव किया कि धातु के स्पेक्यूलम के स्थान पर काच के दर्पण का उपयोग किया जाना चाहिए। धातु के बने दर्पण दो मुख्य कठिनाइयाँ उपस्थित करते थे : (१) धातु के दर्पण की पॉलिश धुँधली हो जाने पर नई पॉलिश चढ़ाने के लिए उसको खुरचना पड़ता था। इस खुरचने से दर्पण के पृष्ठ पर विकृति होने की आशंका रहती थी और कभी कभी उसका फिर से घर्षण (grinding) करना पड़ता था। (२) इसके अतिरिक्त, ताप (temperature) के परिवर्तन से धातु के दर्पण में प्रसार या संकोच होता था, जिससे उसकी फोकस दूरी में अंतर हो जाता था। काच के दर्पण का रजतपटल यदि धुँधला भी हो जाता है तो आसानी से नया रजतपटल चढ़ा लिया जाता है। आजकल रजतपटल के स्थान पर काच के दर्पण पर ऐल्यूमिनियम का पटल चढाने की प्रथा है। वायु में खुला छोड़ने पर ऐल्यूमिनियम का आक्सीकरण (oxidation) हो जाता है, जिससे यह पटल सख्त और स्थायी बन जाता है। प्रकार परावर्तक दूरदर्शी पाँच प्रकार के होते हैं : (१) प्राइम-फोकस दूरदर्शी, (२) न्यूटन दूरदर्शी, (३) कैसेग्रेन दूरदर्शी, (४) ग्रिगोरीय दूरदर्शी तथा (५) काउड (Coude) दूरदर्शी। उक्त दूरदर्शियों में मुख्यत: परावर्तक (reflector) के धरातल की आकृति का अंतर होता है। प्राय: सब परावर्तक दूरदर्शियों में शांकव वक्रतायुक्त अभिदृश्यक दर्पणों का उपयोग होता है। दूरदर्शी के आवश्यक गुण प्रत्येक दूरदर्शी में निम्नलिखित गुण यथोचित रूप में अवश्य होने चाहिए : आवर्धक क्षमता (magnifying power), विभेदकता (resolving power), प्रकाश संग्रह करने की क्षमता, माप संबंधी उपादेयता, सुर्निर्दिष्ट एवं परिवर्धित दृष्टिक्षेत्र (well defined and enlarged field of view)। आवर्धन क्षमता और विभेदकता एक दूसरे पर निर्भर करती हैं। विभेदकता बढ़ाने के लिए आवर्धन बढ़ाना आवश्यक है। दूरबीन की आवर्धन क्षमता M निम्नलिखित समीकरण से प्राप्त होती है: M = F / f यहाँ F = अभिदृश्यक लेंस अथवा परावर्तक की फोकस, दूरी तथा f = नेत्रक की फोकस दूरी। विभेदकता का अर्थ है किसी यंत्र की सहायता के बिना, नेत्र से एक प्रतीत होनेवाली दो वस्तुओं को अलग अलग करके दिखने का सामर्थ्य। दूरदर्शी की विभेदकता वि (P) का समीकरण है: P = 1.22 l / D यहाँ दै (l) = दूरदर्शी द्वारा संगृहीत प्रकाश का औसत तरंगदैर्घ्य तथ ध्या (D) = दूरदर्शी का अभिदृश्यक का व्यास। उपयोग की दृष्टि से अपवर्तन और परावर्तन दूरबीनें एक दूसरे की पूरक हैं। अपवर्तन दूरदर्शी की फोकस दूरी ताप के साथ नहीं बदलती। इसलिए ज्योतिषीय माप संबंधी कामों के लिए यह अधिक उपयुक्त है, किंतु यह विपथन दोषों से पूर्णरूपेण विमुक्त नहीं होता। इसके अतिरिक्त अपवर्तन दूरदर्शी पकाश के बहुत अच्छे संग्राहक नहीं होते, इसलिए प्रकाश में धुँधले दिखाई देनेवाले ज्योतिष्पिंडों (नीहारिका इत्यादि) के निरीक्षण के लिए अपवर्तन दूरदर्शी उपयुक्त नहीं होते। परावर्तन दूरदर्शी माप और गणना संबंधी कार्यों के लिए अधिक उपयुक्त नहीं होते, किंतु इनकी प्रकाशव्यवस्था पूर्ण रूप से अवर्णक होती है। वर्णक्रम चित्र (spectrogram) के कार्य में परावर्तन दूरदर्शी विशेष रूप से उपयोगी होते हैं। ज्योतिष संबंधी अन्वेषण में प्राय: दो प्रकार के फोटो लिए जाते हैं। ये क्रमश: साधारण फोटो और वर्णक्रम फोटो होते हैं। आकाशीय पिंडों के ताप, रासायनिक रचना एवं वेग (velocity) ज्ञात करने के लिए उनके द्वारा उत्सर्जित प्रकाश के वर्णक्रम का फोटो ले लिया जाता है। त्रिपार्श्व (prism), अथवा परावर्तन या विवर्तन ग्रेटिंग (reflection of diffraction grating) की सहायता से आकाशकीय पिंड से आए हुए प्रकाश को उसके वर्णक्रम (spectrum) में फैला दिया जाता है और उस वर्णक्रम का फोटो ले लिया जाता है। दूरदर्शी का आरोहण दूरदर्शी के आरोहण (mounting) का उतना ही महत्व है, जितना उसकी प्रकाशीय पूर्णता (optical perfection) का। किसी नक्षत्र की दैनिक गति (diurnal motion) का अनुसरण करने के लिए दूरदर्शी को निरंतर उन्नतांशीय (altitudinal) और दिगंशीय (azimuthal) गति से चलाना होता है। इसके लिए दूरदर्शी का विशेष ढंग से आरोहण करना पड़ता है। इस सिलसिले में विषुव आरोहण (equatorial mounting) का विशेष महत्व है। इस आरोहण में दूरदर्शी को दो समकोणिक अक्षों (axes) पर स्वतंत्र रूप से घुमाने की व्यवस्था होती है। दूरदर्शी को एक चालक घड़ी या ड्राइविंग क्लॉक (driving clock) द्वारा घुमाया जाता है, जिससे उसकी गति आंतरायिक (intermittent) न होकर एक समान रह सके। दूरदर्शी की इस गति का कंपन रहित होना भी नितांत आवश्यक है और वेग ऐसा होना चाहिए कि तारे दूरदर्शी के दृष्टिक्षेत्र में बिल्कुल अचल रहें। प्रकाशीय यंत्र
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया उम्मीद के साथ भारत को देख रही है और चाहती है कि हमारा देश दूसरे देशों को रास्ता दिखाए. जयपुर में आयोजित एक समारोह में उन्होंने कहा कि दुनिया प्रयोगों से परेशान हो चुकी है और उसकी भारत से उम्मीदें हैं कि वह दुनिया का नेतृत्व करे. जयपुर में सेवा भारती समिति की नई इमारत 'सेवा सदन' के उद्घाटन के बाद लोगों को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि दुनिया पूर्व में भारत तथा चीन की ओर देख रही है लेकिन चीन को लेकर संदेह हैं और दुनिया की निगाहें पूरी उम्मीद के साथ भारत पर लगी हैं. यह भी पढ़ें : कोई भी सरकार या अवतार केवल अपने बूते देश को बड़ा नहीं बना सकता : मोहन भागवतटिप्पणियां उन्होंने कहा कि इसके लिए देश में अच्छे कामों को आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है. भागवत ने कहा कि लोगों की, समाज की और देश की सेवा की जानी चाहिए, न कि उसका प्रचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आरएसएस भी लोगों की और समाज की सेवा कर रहा है. संघ का काम सेवा करना है. भागवत ने वर्ष 2015 में नेपाल में आए भूकंप के दौरान भारत की ओर से दी गई सहायता का उदाहरण देते हुए कहा कि तकनीक ने कम से कम समय में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने की दूरी को कम किया है. उन्होंने नव निर्मित सेवा भारती के भवन में सेवा भारती के कार्यकर्ताओं को सकारात्मक वातावरण पैदा करने आह्वान किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह भी पढ़ें : कोई भी सरकार या अवतार केवल अपने बूते देश को बड़ा नहीं बना सकता : मोहन भागवतटिप्पणियां उन्होंने कहा कि इसके लिए देश में अच्छे कामों को आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है. भागवत ने कहा कि लोगों की, समाज की और देश की सेवा की जानी चाहिए, न कि उसका प्रचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आरएसएस भी लोगों की और समाज की सेवा कर रहा है. संघ का काम सेवा करना है. भागवत ने वर्ष 2015 में नेपाल में आए भूकंप के दौरान भारत की ओर से दी गई सहायता का उदाहरण देते हुए कहा कि तकनीक ने कम से कम समय में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने की दूरी को कम किया है. उन्होंने नव निर्मित सेवा भारती के भवन में सेवा भारती के कार्यकर्ताओं को सकारात्मक वातावरण पैदा करने आह्वान किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि इसके लिए देश में अच्छे कामों को आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है. भागवत ने कहा कि लोगों की, समाज की और देश की सेवा की जानी चाहिए, न कि उसका प्रचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आरएसएस भी लोगों की और समाज की सेवा कर रहा है. संघ का काम सेवा करना है. भागवत ने वर्ष 2015 में नेपाल में आए भूकंप के दौरान भारत की ओर से दी गई सहायता का उदाहरण देते हुए कहा कि तकनीक ने कम से कम समय में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने की दूरी को कम किया है. उन्होंने नव निर्मित सेवा भारती के भवन में सेवा भारती के कार्यकर्ताओं को सकारात्मक वातावरण पैदा करने आह्वान किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संग्रहित रक्त को कौन प्राप्त करेगा, इस पर रक्त दान को समूहों में विभाजित किया गया है। एक एलोजेनिक (होमोलॉगस भी कहा जाता है) दान उसे कहते हैं जब कोई दाता किसी अनजान व्यक्ति के आधान लिए ब्लड बैंक में भंडारण करने के लिए खून देता है। एक निर्देशित दान उसे कहते हैं जब कोई व्यक्ति, अक्सर एक पारिवारिक सदस्य, किसी व्यक्ति विशेष के आधान के लिए रक्त दान करता है। निर्देशित दान अपेक्षाकृत विरल होते हैं। एक प्रतिस्थापन दाता दान दो का एक मिश्रण है और घाना जैसे विकासशील देशों में आम है। इस मामले में, संग्रहीत रक्त का उपयोग आधान में प्रयुक्त रक्त का प्रतिस्थापन करने के लिए प्राप्तकर्ता का दोस्त या पारिवारिक सदस्य रक्तदान करता है ताकि रक्त की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित हो। जब एक व्यक्ति का रक्त संग्रहित कर लिया जाता है और उसे बाद में दानकर्ता को वापस चढ़ा दिया जाता है, आमतौर पर सर्जरी के बाद, तो यह ऑटोलॉगस कहलाता है। एलोजेनिक दान या फिर दवा के निर्माण के लिए विशेष रूप से किए जानेवाले दान से मिले रक्त का उपयोग दवा बनाने के लिए किया जा सकता है।वास्तविक प्रक्रिया देश के कानूनों के अनुसार बदलती रहती है और दाताओं के लिए अनुशंसा रक्त इकट्ठा करनेवाले अलग-अलग संगठन के हिसाब से बदलती रहती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रक्त दान नीतियों की अनुशंसाएं प्रदान की है, लेकिन विकासशील देश इनमें से कइयों का पालन नहीं कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, परीक्षण के लिए प्रयोगशाला की सुविधाओं, प्रशिक्षित कर्मचारी और विशेषज्ञ अभिकर्मकों की आवश्यकता की अनुशंसा की गयी है, विकासशील देशों में हो सकता है ये सब उपलब्ध न हों या बहुत ही महंगे हों.ऐसे कार्यक्रम जहां दानकर्ता एलोजेनिक रक्त देते हों, कभी-कभी यह रक्त ड्राइव या रक्तदान सत्र कहलाता है। ऐसे कार्यक्रम रक्त बैंक में हो सकते हैं, लेकिन अक्सर ये लोग इसका आयोजन किसी सामुदायिक स्थान जैसे शौपिंग सेंटर, कार्यस्थल, विद्यालय या पूजा स्थल में करते हैं।
दुनिया की टॉप टेन मोबाइल बनाने वाली कंपनियों में से एक माइक्रोमैक्स ने 3जी वॉइस कॉलिंग वाला पी690 टैबलेट (Micromax Canvas Tab P690) लॉंच किया है. यह टैबलेट सभी बड़े स्टोरों और ऑनलाइन ठिकानों पर 7 जून से मिलेगा. कंपनी का कहना है कि भारतीय बाजार में टैब की बड़ी डिमांड है और इसके मद्देनजर अच्छी टेक्नॉलजी के इस्तेमाल से किफायती दाम पर यह टैब लॉन्च किया है. 1.3 गीगाहर्ट्ज प्रोसेसर वाले इस टैब की कीमत 8,999 रुपये रखी गई है. टैब के फीचर्स: डिस्प्ले: 8 इंच, 1280 x 800 पिक्सल्स के साथ कीमत: 8,999 रैम: 1GB इंटरनल मेमरी: 8GB, 32GB तक बढ़ाई जा सकती है प्रोसेसर: 1.3 GHz इंटेल ऑटम क्वॉड-कोर प्रोसेसर ऑपरेटिंग सिस्टम: एंड्रायड 4.4 किटकैट (इसे एंड्रायड लॉलीपॉप में अपग्रेड किया जा सकता है.) कैमरा: 5MP रियर और 2MP फ्रंट फेसिंग बैटरी: 4,000mAh (180 घंटे का स्टैंडबाय टाइम) डुअल सिम (WCDMA+GSM) स्टोरेज: 8GB (इंटरनल), 64GB (एक्सटर्नल) 3G वॉइस कॉलिंग की सुविधा. 3G, Wi-Fi, Bluetooth, GPS, flash
नीरव मोदी ने किया खुद को भगोड़ा घोष‍ि‍त करने का विरोध PNB में हुए 14000 करोड़ के घोटाले का मुख्य आरोपी है नीरव वकीलों ने नए भगोड़ा आर्थ‍िक अपराधी कानून को बनाया ढाल नीरव का मामा मेहुल चोकसी भी ले रहा है इस कानून का सहारा पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए करीब 14,000 करोड़ रुपये के घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी ने खुद को भगोड़ा घोषित करने के प्रवर्तन निदेशालय (ED) की याचिका का विरोध किया है. नीरव मोदी के वकील ने नए भगोड़ा आर्थ‍िक अपराधी कानून का सहारा लेकर विशेष अदालत से अनुरोध किया है कि इस याचिका को खारिज किया जाए. नए कानून के सहारे बचना चाहते हैं मामा-भांजा गौरतलब है कि जुलाई 2018 में प्रवर्तन निदेशालय ने नए बने कानून भगोड़ा आर्थ‍िक अपराधी (FEO) एक्ट के तहत कोर्ट में याचिका दायर कर नीरव मोदी को भगोड़ा घोषित करने की मांग की थी. स्पेशल जज वी.सी. बार्डे के सामने पेश आवेदन में नीरव मोदी के वकीलों ने दावा किया कि ईडी ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के साक्ष्यों और बयानों के आधार पर यह आवेदन किया है. वकीलों ने कहा कि नए एफईओ एक्ट के मुताबिक नीरव मोदी को इससे राहत मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि एफईओ एक्ट के तहत उक्त साक्ष्य और बयान मान्य नहीं हो सकते. इसी तरह नीरव मोदी के वकीलों ने एक अलग याचिका में दावा किया कि ईडी उनकी जो प्रॉपर्टी जब्त कर रहा है, वह भी नए एफईओ एक्ट के अनुरूप नहीं हैं. पीएनबी घोटाले के एक और फरार आरोपी नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी ने भी इसी तरह के राहत की मांग करने वाले आवेदन किए हैं. यानी नए भगोड़ा कानून का सहारा लेकर मामा-भांजा बचना चाह रहे हैं. क्या है पीएनबी घोटाला? पंजाब नेशनल बैंक में फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिये करीब 14,000 करोड़ रुपये के कर्ज देने का घोटाला जनवरी 2018 में सामने आया था. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पीएनबी घोटाले में 2018 के फरवरी में मेहुल चोकसी और नीरव मोदी के खिलाफ केस दर्ज किया था. जनवरी 2018 के अंत में घोटाले का खुलासा होने से पहले ही दोनों देश से फरार हो गए थे. नीरव मोदी 1 जनवरी को ही देश से निकल चुका था. इसी दिन नीरव के भाई निशाल मोदी ने भी देश छोड़ा. इसके बाद नीरव की पत्नी ने 6 जनवरी को देश छोड़ा. वहीं, मेहुल चौकसी 4 जनवरी को देश से निकल गया था. फिलहाल लंदन की जेल में है नीरव मोदी लंदन की अदालत से भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को जमानत नहीं मिली है और वह वहां की जेल में है. रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने नीरव मोदी को जमानत (Bail) देने से इनकार किया है. हीरा कारोबारी का प्रयास है कि पंजाब नेशनल बैंक के साथ धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसे भारत को न सौंपा जाए.
SSC Selection posts phase VI Test: स्टाफ सिलेक्शन कमीशन  (SSC) ने एसएससी सिलेक्शन पोस्ट्स (फेज-VI) के स्किल टेस्ट के परिणाम आधिकारिक वेबसाइट ssc.nic.in पर जारी कर दिया है.  जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा दी है वह वेबसाइट पर अपने स्कोर डायरेक्ट देख सकते हैं. बता दें, कंप्यूटर आधारित परीक्षा 14 अक्टूबर, 2019 से 16 अक्टूबर, 2019 को आयोजित की गई थी.  परीक्षा का आयोजन देश के अलग-अलग चरणों पर हुई थीं. ग्रेजुएशन और उससे ऊपर के लेवल के पदों के लिए 1,52,079 आवेदन आए थे. जिसमें से  32,242 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी. इस परीक्षा में  8,490 उम्मीदवारों का सेलेक्शन हुआ है. जो अगले चरण में हिस्सा लेंगे. कैसे देखें परिणाम स्टेप 1-  सबसे पहले SSC की आधिकारिक वेबसाइट ssc.nic.in पर जाएं. स्टेप 2- "posts Phase-VI Test" लिंक  पर क्लिक करें. स्टेप 3- मांगी गई जानकारियां भरें. स्टेप 4- रिजल्ट आपके स्क्रीन पर होगा. स्टेप 5-  भविष्य के लिए प्रिंटआउट लेना न भूलें.
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में एक सांभर और उसके बच्चे की सूझबूझ के आगे एक तेंदुए को भी हार माननी पड़ी. किस तरह सांभर और उसके बच्चे ने तेंदुए को छकाया? किस तरह तेंदुए को थक-हार कर नदी किनारे बैठना पड़ा? इस पूरे नजारे को एक सैलानी ने कैमरे में कैद कर लिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि जंगल के बीच मढ़ई की देनवा नदी के किनारे सांभर अपने बच्चे के साथ था. तभी झाड़ियों में छुपा तेंदुआ उन पर हमला कर देता है. सांभर तो वहां से भागने में सफल रहता है. लेकिन नदी के पानी में सांभर के बच्चे के पीछे तेंदुआ पड़ जाता है. कुछ देर तक दोनों एक दूसरे से जूझते रहते हैं. लेकिन सांभर का बच्चा तेजी से तैर कर उससे दूर होता है. इस बीच सांभर भी नदी के बाहर से आकर दोनों को देखता है. तेंदुआ सांभर को देख नदी से बाहर आता है. लेकिन तब तक सांभर तेजी से वहां हटकर नदी में ही कूद कर बच्चे के पास पहुंच जाता है. फिर दोनों तेजी से तैर कर नदी के दूसरी तरफ जाते दिखते हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि तेंदुआ नदी के किनारे थका-हारा बैठे रहने के अलावा और कुछ नहीं कर सकता.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: राजनयिक सूत्रों के हवाले से खबर है कि केंद्र की मोदी सरकार हिंद महासागर में ताकत की नुमाइश करने जा रही है। अक्टूबर में होने वाली इस नुमाइश में जापान और अमेरिका भी हिस्सा लेंगे। भारत ने करीब 8 साल पहले इस तरह का बहुपक्षीय युद्धाभ्यास किया था और उस समय भी चीन इसे लेकर चिढ़ गया था। अब हिंद महासागर भारत और चीन के बीच प्रतियोगिता का नया ठिकाना बन गया है। चीन लगातार यहां अपनी पैठ बढ़ाता जा रहा है और भारत भी हिंद महासागर में अपने एकछत्र राज को बरकरार रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। जानकारों के अनुसार, भारत ने हर साल होने वाले अपने 'मालाबार युद्धाभ्यास' को आगे बढ़ाने का फैसला कर लिया है और वो इसमें जापान व अमेरिका जैसी मजबूत नौसेनाओं को शामिल करके इन देशों के साथ बेहतर संबंध बनाना चाहता है। नौसेना और राजनयिक सूत्रों के अनुसार भारत, अमेरिका और जापान के मिलिटरी अफसर बुधवार और गुरुवार को टोकियो के करीब योकोसुका में अमेरिकी नेवी बेस पर मुलाकात करेंगे। जापान सरकार के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर इसकी पुष्टि कर दी है। उनका कहना है कि तीनों देशों की नौसेना से जुड़े लोग मिल रहे हैं और युद्धाभ्यास में शामिल होने पर बातचीत करेंगे। शुरुआती प्लानिंग से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में इस बात पर निर्णय किया जाएगा कि युद्धाभ्यास में किस तरह के युद्धपोत, जहाज और कितनी नौसेना को शामिल किया जाएगा। भारत और अमेरिका पहले के युद्धाभ्यासों में एयरक्राफ्ट कैरियर व पनडुब्बियों को इसमें शामिल करते रहे हैं।टिप्पणियां हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 'मालाबार 2015' पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की घोषणा युद्धाभ्यास से कुछ ही समय पहले की जाएगी। जापानी नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार अभी किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया है। अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी काउंसिल में दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ जेफ स्मिथ के अनुसार जापान को युद्धाभ्यास में शामिल करने की पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों से संबंध प्रगाड़ करना है। अब हिंद महासागर भारत और चीन के बीच प्रतियोगिता का नया ठिकाना बन गया है। चीन लगातार यहां अपनी पैठ बढ़ाता जा रहा है और भारत भी हिंद महासागर में अपने एकछत्र राज को बरकरार रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। जानकारों के अनुसार, भारत ने हर साल होने वाले अपने 'मालाबार युद्धाभ्यास' को आगे बढ़ाने का फैसला कर लिया है और वो इसमें जापान व अमेरिका जैसी मजबूत नौसेनाओं को शामिल करके इन देशों के साथ बेहतर संबंध बनाना चाहता है। नौसेना और राजनयिक सूत्रों के अनुसार भारत, अमेरिका और जापान के मिलिटरी अफसर बुधवार और गुरुवार को टोकियो के करीब योकोसुका में अमेरिकी नेवी बेस पर मुलाकात करेंगे। जापान सरकार के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर इसकी पुष्टि कर दी है। उनका कहना है कि तीनों देशों की नौसेना से जुड़े लोग मिल रहे हैं और युद्धाभ्यास में शामिल होने पर बातचीत करेंगे। शुरुआती प्लानिंग से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में इस बात पर निर्णय किया जाएगा कि युद्धाभ्यास में किस तरह के युद्धपोत, जहाज और कितनी नौसेना को शामिल किया जाएगा। भारत और अमेरिका पहले के युद्धाभ्यासों में एयरक्राफ्ट कैरियर व पनडुब्बियों को इसमें शामिल करते रहे हैं।टिप्पणियां हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 'मालाबार 2015' पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की घोषणा युद्धाभ्यास से कुछ ही समय पहले की जाएगी। जापानी नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार अभी किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया है। अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी काउंसिल में दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ जेफ स्मिथ के अनुसार जापान को युद्धाभ्यास में शामिल करने की पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों से संबंध प्रगाड़ करना है। जानकारों के अनुसार, भारत ने हर साल होने वाले अपने 'मालाबार युद्धाभ्यास' को आगे बढ़ाने का फैसला कर लिया है और वो इसमें जापान व अमेरिका जैसी मजबूत नौसेनाओं को शामिल करके इन देशों के साथ बेहतर संबंध बनाना चाहता है। नौसेना और राजनयिक सूत्रों के अनुसार भारत, अमेरिका और जापान के मिलिटरी अफसर बुधवार और गुरुवार को टोकियो के करीब योकोसुका में अमेरिकी नेवी बेस पर मुलाकात करेंगे। जापान सरकार के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर इसकी पुष्टि कर दी है। उनका कहना है कि तीनों देशों की नौसेना से जुड़े लोग मिल रहे हैं और युद्धाभ्यास में शामिल होने पर बातचीत करेंगे। शुरुआती प्लानिंग से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में इस बात पर निर्णय किया जाएगा कि युद्धाभ्यास में किस तरह के युद्धपोत, जहाज और कितनी नौसेना को शामिल किया जाएगा। भारत और अमेरिका पहले के युद्धाभ्यासों में एयरक्राफ्ट कैरियर व पनडुब्बियों को इसमें शामिल करते रहे हैं।टिप्पणियां हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 'मालाबार 2015' पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की घोषणा युद्धाभ्यास से कुछ ही समय पहले की जाएगी। जापानी नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार अभी किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया है। अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी काउंसिल में दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ जेफ स्मिथ के अनुसार जापान को युद्धाभ्यास में शामिल करने की पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों से संबंध प्रगाड़ करना है। नौसेना और राजनयिक सूत्रों के अनुसार भारत, अमेरिका और जापान के मिलिटरी अफसर बुधवार और गुरुवार को टोकियो के करीब योकोसुका में अमेरिकी नेवी बेस पर मुलाकात करेंगे। जापान सरकार के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर इसकी पुष्टि कर दी है। उनका कहना है कि तीनों देशों की नौसेना से जुड़े लोग मिल रहे हैं और युद्धाभ्यास में शामिल होने पर बातचीत करेंगे। शुरुआती प्लानिंग से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में इस बात पर निर्णय किया जाएगा कि युद्धाभ्यास में किस तरह के युद्धपोत, जहाज और कितनी नौसेना को शामिल किया जाएगा। भारत और अमेरिका पहले के युद्धाभ्यासों में एयरक्राफ्ट कैरियर व पनडुब्बियों को इसमें शामिल करते रहे हैं।टिप्पणियां हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 'मालाबार 2015' पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की घोषणा युद्धाभ्यास से कुछ ही समय पहले की जाएगी। जापानी नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार अभी किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया है। अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी काउंसिल में दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ जेफ स्मिथ के अनुसार जापान को युद्धाभ्यास में शामिल करने की पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों से संबंध प्रगाड़ करना है। जापान सरकार के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर इसकी पुष्टि कर दी है। उनका कहना है कि तीनों देशों की नौसेना से जुड़े लोग मिल रहे हैं और युद्धाभ्यास में शामिल होने पर बातचीत करेंगे। शुरुआती प्लानिंग से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में इस बात पर निर्णय किया जाएगा कि युद्धाभ्यास में किस तरह के युद्धपोत, जहाज और कितनी नौसेना को शामिल किया जाएगा। भारत और अमेरिका पहले के युद्धाभ्यासों में एयरक्राफ्ट कैरियर व पनडुब्बियों को इसमें शामिल करते रहे हैं।टिप्पणियां हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 'मालाबार 2015' पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की घोषणा युद्धाभ्यास से कुछ ही समय पहले की जाएगी। जापानी नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार अभी किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया है। अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी काउंसिल में दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ जेफ स्मिथ के अनुसार जापान को युद्धाभ्यास में शामिल करने की पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों से संबंध प्रगाड़ करना है। शुरुआती प्लानिंग से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में इस बात पर निर्णय किया जाएगा कि युद्धाभ्यास में किस तरह के युद्धपोत, जहाज और कितनी नौसेना को शामिल किया जाएगा। भारत और अमेरिका पहले के युद्धाभ्यासों में एयरक्राफ्ट कैरियर व पनडुब्बियों को इसमें शामिल करते रहे हैं।टिप्पणियां हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 'मालाबार 2015' पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की घोषणा युद्धाभ्यास से कुछ ही समय पहले की जाएगी। जापानी नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार अभी किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया है। अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी काउंसिल में दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ जेफ स्मिथ के अनुसार जापान को युद्धाभ्यास में शामिल करने की पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों से संबंध प्रगाड़ करना है। हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने 'मालाबार 2015' पर किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की घोषणा युद्धाभ्यास से कुछ ही समय पहले की जाएगी। जापानी नौसेना के एक प्रवक्ता के अनुसार अभी किसी तरह का निर्णय नहीं किया गया है। अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी काउंसिल में दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ जेफ स्मिथ के अनुसार जापान को युद्धाभ्यास में शामिल करने की पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों से संबंध प्रगाड़ करना है। अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी काउंसिल में दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञ जेफ स्मिथ के अनुसार जापान को युद्धाभ्यास में शामिल करने की पीछे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों से संबंध प्रगाड़ करना है।
गोपाल कांडा का समर्थन लेने से पार्टी का इनकार जेजेपी के साथ सरकार का गठन करेगी बीजेपी अनिल विज बोले- कांडा से समर्थन लेने का सवाल नहीं हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और जननायक जनता पार्टी(जेजेपी) के बीच गठबंधन  के बाद बीजेपी ने गोपाल कांडा के समर्थन से पूरी तरह किनारा कर लिया है. शनिवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने भी साफ किया है कि सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी से विधायक चुनकर आए गोपाल कांडा का समर्थन बीजेपी नहीं लेगी. रविशंकर प्रसाद ने साफ कहा कि बीजेपी 6 निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ जेजेपी के समर्थन से सरकार बनाने जा रही है. सोशल मीडिया पर किरकिरी और पार्टी के अंदर की कई नेताओं की आपत्ति के बाद बीजेपी ने यह फैसला किया है. हरियाणा के मंत्री और बीजेपी नेता अनिल विज ने कहा कि गोपाल कांडा को सरकार में शामिल करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है, न ही हम सरकार बनाने के लिए कांडा का समर्थन लेने जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर आलोचना गोपाल कांडा के समर्थन की खबरें सामने आने के बाद न केवल बीजेपी को पार्टी के भीतर विरोध का सामना करना पड़ा बल्कि विपक्ष ने भी हमला बोला. लोगों ने इस कदर नाराजगी जाहिर की सोशल मीडिया पर गोपाल कांडा का नाम ट्रेंड करने लगा. इससे पहले जब गोपाल कांडा के समर्थन की बात सामने आई थी और मनोहर लाल खट्टर से इस बारे में सवाल किया गया था तो उन्होंने चुप्पी साध ली थी. जैसे ही जेजेपी के साथ गठबंधन को लेकर बात हुई पार्टी ने गोपाल कांडा से किनारा कर लिया. हालांकि बीजेपी के इस फैसले पर गोपाल कांडा ने कहा है कि हमने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन सिरसा के विकास के लिए दिया था. लेकिन बीजेपी समर्थन नहीं लेगी तब भी ठीक है. कल खट्टर लेंगे शपथ मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को कहा कि हम सरकार बनाने जा रहे हैं. राज्यपाल ने हमारा प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है और हमें सरकार बनाने का न्योता दिया है. मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. कल दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में होगा. दुष्यंत चौटाला उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. उमा भारती ने जताया था ऐतराज दरअसल पार्टी में सबसे पहले गोपाल कांडा के नाम पर नाराजगी बीजेपी की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने नाराजगी जाहिर की थी. उमा भारती ने एक बाद एक कई ट्वीट करते हुए शुक्रवार को कहा था अगर गोपाल कांडा वही व्यक्ति है जिसकी वजह से एक लड़की ने आत्महत्या भी की थी तथा यह व्यक्ति जमानत पर बाहर है. गोपाल कांडा बेकसूर है या अपराधी, यह तो कानून साक्ष्यों के आधार पर तय करेगा. लेकिन उसका चुनाव जीतना उसे अपराधों से बरी नहीं करता. चुनाव जीतने के बहुत सारे फैक्टर होते हैं. उमा भारती ने कहा है, 'मैं बीजेपी से अनुरोध करूंगी कि हम अपने नैतिक अधिष्ठान को न भूलें.' उन्होंने कहा, 'हरियाणा में हमारी सरकार जरूर बने, लेकिन यह तय करिए कि जैसे बीजेपी के कार्यकर्ता साफ-सुथरी जिंदगी के होते हैं, हमारे साथ वैसे ही लोग हों.' विपक्ष ने भी घेरा कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी गोपाल कांडा के मुद्दे पर बीजेपी को घेरा था. गोपाल कांडा को लेकर बीजेपी नेताओं के बयान देख रहा था, और आज उसी कांडा से समर्थन ले रहे हैं जिसे कांग्रेस सरकार ने न सिर्फ सरकार से बाहर का रास्ता दिखाया था. कांडा के खिलाफ केस दर्ज है. लेकिन आज वो पवित्र हो गए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हरियाणा में शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया, जहां दो को छोड़कर उसके सभी मंत्री चुनाव हार गए. बीजेपी को निर्णायक रूप से खारिज कर दिया गया है और हरियाणा में फिर से आया राम गया राजनीति का गवाह बन रहा है. वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि पहले कुलदीप सेंगर फिर नित्यानंदर और अब गोपाल कांडा, हर स्वाभिमाानी महिला को बीजेपी का बायकॉट करना चाहिए. कौन हैं गोपाल कांडा? गोपाल की एमएलडीआर एयरलाइंस में काम करने वाली एयर होस्टेस गीतिका शर्मा 5 अगस्त 2012 को उत्तर पश्चिमी दिल्ली में अपने अशोक विहार स्थित आवास पर मृत पाई गई थीं. गोपाल कांडा इस केस में अभियुक्त हैं. अपने सुसाइड नोट में गीतिका शर्मा ने कहा था कि वह कांडा और उसके कर्मचारी अरुणा चड्ढा के कथित उत्पीड़न के कारण खुदकुशी कर रही है. बाद में गीतिका शर्मा की मां ने भी खुदकुशी कर ली थी.
लेख: Nusrat Jahan Karva Chauth: अभिनेत्री से नेता बनीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद नुसरत जहां (Nusrat Jahan) ने शादी के बाद पहली बार करवा चौथ (Karwa Chauth) का व्रत रखा. 29 वर्षीय सांसद ने पति निख‍िल जैन (Nikhil Jain) के साथ करवा चौथ सेलिब्रेशन की तस्‍वीरें अपनी इंस्‍टाग्राम स्‍टोरी पर शेयर की हैं. नुसरत ने इसी साल जून में बिजनेसमैन निखिल जैन के साथ ब्‍याह रचाया था. आपको बता दें कि गुरुवार को देश भर में करवा चौथ मनाया गया. नेताओं और सेलिब्रिटी से लेकर आम लोगों तक ने पूरे विधि-विधान इस व्रत को संपन्‍न किया. मान्‍यता है कि करवा चौथ का व्रत रखने से पति की उम्र लंबी होती है. यही नहीं कुंवारी लड़कियां भी इस व्रत को रखती हैं. कहते हैं कि इस व्रत के प्रभाव से मनवांछित जीवन साथी मिलता है. करवा चौथ के मौके पर नुसरत जहां ने सुर्ख लाल रंग की साड़ी पहनी थी और सोलह श्रृंगार किया हुआ था.   तस्‍वीर देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि नुसरत ने पूरे पारंपरिक विध‍ि-विधान के साथ करवा चौथ की हर रस्‍म को निभाया. चांद को अर्घ्‍य देने के बाद नुसरत जहां ने पति निखिल जैन के हाथों पानी पीकर अपना व्रत संपन्‍न किया.  तस्‍वीर देखकर लग रहा है कि नुसरत के पति ने भी उनके लिए व्रत रखा था.  जहां नुसरत लाल रंग की साड़ी में नजर आईं, वहीं निखिल जैन ने नीले रंग का कुर्ता पहना हुआ था.  गौरतलब है कि नुसरत जहां जब से सांसद बनीं हैं तब से वह कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं.  सांसद बनने के बाद जब उन्‍होंने पहली बार संसद भवन में शपथ ली थी तब उन्‍होंने स्‍पीकर के पैर छुए थे. उस दौरान वह किसी हिन्‍दू नव-विवाहित महिला की तरह सजी-धजी थीं. लेकिन कट्टरपंथियों को उनका इस तरह पैर छूना और मांग भरना व मंगलसूत्र पहनना नहीं भाया.  यह भी पढ़ें: सांसद नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती ने मां दुर्गा को कुछ यूं समर्पित किया डांस इसके बाद नुसरत कोलाकाता के इस्‍कॉन मंदिर की रथ यात्रा में भी शरीक हुईं, जिसे लेकर काफी हो-हल्‍ला मचा था. हाल ही में दुर्गा पूजा में उन्‍होंने ढोल भी बजाया और जमकर नाच भी किया था. इसे लेकर जब उनकी आलोचना की गई तो उनहोंने कहा था, "मैं भगवान की स्‍पेशल बच्‍ची हूं. मैं इंसानियत और प्‍यार से ऊपर किसी चीज की इज्‍जत नहीं करती. मैं बहुत खुश हूं और विवादों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं सभी धर्मों का सम्‍मान करती हूं और सभी त्‍योहारों को मनाती हूं."
WhatsApp यूजर्स के लिए खुशखबरी है क्योंकि जल्द ही अब आपको इसके बोरिंग फॉन्ट से छुटकारा मिल सकता है. Android और iOS में एप के beta version में नया फॉन्ट दिखाया गया है. ये अभी तक पता नहीं पाया है कि यह फॉन्ट जो Windows' FixedSys जैसा लगता है, यूजर्स को कब उपलब्ध हो पाएगा. नया फॉन्ट Android के WhatsApp v2.16.179 beta पर इस्तेमाल किया जा सकता है, जो सिर्फ उन्हें उपलब्ध होगा जिन्होंने गूगल प्ले के beta program के लिए साइन-इन किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फीचर ios पर भी उपलब्ध होगा. नए फॉन्ट का इस्तेमाल करने के लिए आपको जिस शब्द या वाक्य को बदलना है उसके पहले या बाद में तीन grave accent symbol (`) लगाना होगा. लेकिन लगता है कि जब यह फीचर ग्लोबली उपलब्ध होगा उस समय इन चिन्हों का प्रयोग करने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि इसे bold और italics के साथ प्रयोग नहीं किया जा सकता. उदाहरण के तौर पर, ```hi``` टेक्स्ट को नए फॉन्ट में दिखाएगा. WhatsApp ने हाल ही में beta के लिए 'mentions' और 'group invite links'जैसे नए फीचर्स निकाले थे जिसे अभी stable version बनना बाकी है. ग्रुप चैट के दौरान किसी का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए mention बहुत ही अच्छा फीचर है. यह फेसबुक के टैगिंग के समान है. 'Group invite link', whatsapp यूजर को ग्रुप चैट ज्वॉइन करने के लिए किसी फ्रेंड को invitation links भेजने की स्वतंत्रता देता है. Whatsapp इस साल अपने प्रतिद्वंदी मैसेजिंग एप्स से अपने फासले को कम करने के लिए जोर शोर से नए फीचर्स ला रहा है. Whatsapp ने जून में 'lets users quote messages' फीचर लॉन्च किया था. यह फीचर रिप्लाई करने के समय यूज किया जाता है. आप जिस मैसेज को quote करना चाहते हैं उसे देर तक दबाए रखे. इससे स्क्रीन के ऊपर delete, forward, star and copy ऑप्शन के साथ साथ reply ऑप्शन भी आ जाएगा. Whatsapp ने साल की शुरुआत में ios और android यूजर्स के लिए document sharing, quick reply, text formatting, and end-to-end encryption फीचर्स भी जारी किया था. अभी दुनिया भर में whatsapp के 1 बिलियन यूजर्स हैं.
हिसार लोकसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए मंगलवार शाम प्रचार समाप्त हो गया। यहां मतदान बृहस्पतिवार को होगा और मतगणना 17 अक्टूबर को होगी। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और हिसार से सांसद भजनलाल का गत जून में निधन हो जाने पर यहां उपचुनाव कराया जा रहा है। इस सीट के लिए त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) और भजनलाल के पुत्र कुलदीप बिश्नोई, इंडियन नेशनल लोकदल (इनोले) के अजय चौटाला और यहां से तीन बार सांसद रह चुके कांग्रेस के जय प्रकाश के बीच कड़ा मुकाबला है। इस बीच गांधीवादी अन्ना हजारे पक्ष हिसार लोकसभा उपचुनाव को जन लोकपाल विधेयक पर एक 'जनमत संग्रह' के रूप में देख रही है। उसने लोकपाल विधेयक पारित न कराने के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराते हुए लोगों से अपील की है कि वह कांग्रेस उम्मीदवार को वोट न दें।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के मंत्रिमंडल से उन्हें बाहर किए जाने के लिए अमेरिका जिम्मेदार है. कुरैशी ने संवाददताओं से कहा, ‘मुझे अमेरिका और अफगानिस्तान के अपने समकक्षों के साथ गुरुवार को वाशिंगटन में आरंभ हो रही त्रिपक्षीय वार्ता में शिरकत करना था. मैं वहां नहीं हूं क्योंकि रेमंड डेविस के मुद्दे पर मैंने सैद्धांतिक रुख अपनाया था.’ वह अमेरिकी अधिकारी डेविस के मामले का उल्लेख कर रहे थे. बीते 27 जनवरी को लाहौर में दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या के मामले में डेविस को गिरफ्तार किया गया था. डेविस का कहना है कि उसने आत्मरक्षा में यह कदम उठाया था, हालांकि उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. पिछले दिनों गिलानी कैबिनेट के नए सिरे से गठन में कुरैशी को विदेश मंत्री का पद न देने का फैसला हुआ और इसके विरोध में उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार कर दिया. खबरों में कहा गया था कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी डेविस को राजनयिक छूट देना चाहती थी, लेकिन कुरैशी ने इसका विरोध किया. इस वजह से उन्हें विदेश मंत्रालय से हाथ धोना पड़ा. कुरैशी ने कहा, ‘विदेश विभाग के दस्तावेजों से स्पष्ट है कि डेविस राजनयिक छूट के दायरे में नहीं आता है. मेरे और अमेरिकी अधिकारियों के बीच यह फैसला हुआ था कि अमेरिका डेविस को लेकर पाकिस्तान की अदालत में मुकदमा लड़ेगा. यह वजह रही कि मुझे अपने विभाग से हटा दिया गया.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने स्पष्ट किया था कि अगर पाकिस्तान को अमेरिका की जरूरत है तो अमेरिका को भी हमारी जरूरत है. भारत के जल विवाद का मुद्दा मैंने ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समक्ष उठाया था.’
ज्येष्ठ कृष्ण दशमी भारतीय पंचांग के अनुसार तृतीय माह की पच्चीसवी तिथि है, वर्षान्त में अभी २७५ तिथियाँ अवशिष्ट हैं। पर्व एवं उत्सव प्रमुख घटनाएँ जन्म निधन इन्हें भी देखें हिन्दू काल गणना तिथियाँ हिन्दू पंचांग विक्रम संवत बाह्य कड़ीयाँ हिन्दू पंचांग १००० वर्षों के लिए (सन १५८३ से २५८२ तक) आनलाइन पंचाग विश्व के सभी नगरों के लिये मायपंचांग डोट कोम विष्णु पुराण भाग एक, अध्याय तॄतीय का काल-गणना अनुभाग सॄष्टिकर्ता ब्रह्मा का एक ब्रह्माण्डीय दिवस महायुग सन्दर्भ दशमी ज्येष्ठ
भारतीय महिला राष्ट्रीय हॉकी टीम महिला हॉकी के खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाला दल है। एशियाई हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी, नवम्बर 2013 भारत की महिला हॉकी टीम ने जापान के काकामिगाहारा में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में रजत पदक जीता। फाइनल में भारतीय टीम जापान से 0-1 से हार गई। भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने से ऊंची वरीयता प्राप्त चीन को 4-2 और मलेशिया को 5-1 से हराया था। जापान के खिलाफ उसे लीग मैच में भी 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। भारत की गोलकीपर रजनी इतिमारपू को टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार मिला। भारत को इसके अलावा फेयर प्ले ट्रॉफी भी मिली। चार टीमों की इस प्रतियोगिता में जापान को स्वर्ण पदक, जबकि मलेशिया को कांस्य पदक मिला। एशिया कप सितम्बर 2013 आठवें एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट टूर्नामेंट के लिए चुनी गई भारतीय टीम इस प्रकार है : गोलकीपर : रजनी एतिमारपू, सविता रक्षापंक्ति : दीप ग्रेस एक्का, जॉयदीप कौर, किरनदीप कौर, सुनीता लाकड़ा, दीपिका, नमिता टोप्पो, पी. सुशीला चानू, एम.एन. पोनम्मा मध्यपंक्ति : ऋतु रानी (कप्तान), चंचन देवी थोकचोम (उप कप्तान), सौंदर्य येंदाला, लिली चानू अग्रिमपंक्ति : पूनम रानी, रानी रामपाल, वंदना कटारिया, अनुराधा देवी थोकचोम अतिरिक्त खिलाड़ी : सनारिका चानू, असुंता लाकड़ा, मोनिका मलिक, नवजोत कौर, लीलिमा मिंज, अनूपा बारला भारत की महिला हॉकी टीम ने के पहले दिन पूल-ए के अपने पहले मैच में हांगकांग चाइना को 13-0 से हराया। फारवर्ड खिलाड़ी रानी ने सबसे अधिक सात गोल किए। अपने दूसरे मैच में गत चैम्पियन चीन के हाथों भारत को 1-0 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। अपने तीसरे मैच में भारत ने मलेशिया को 2-0 से हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वॉलिफाई किया। इस मैच में पूनम रानी (39वें मिनट) और लिली चानू (46वें मिनट) ने दूसरे हाफ में एक-एक गोल किया। सेमी फाइनल में कोरिया ने भारत को 2-1 से हराया। भारत ने चीन को पेनल्टी शूट-आउट में 5-4 से हराकर कांस्य पदक जीता। नियमित समय में 2-2 से बराबरी रहने पर पेनल्टी शूटआउट से फैसला हुआ जिसमें भारतीय टीम ने चीन को 3-2 से हराया। 2014 में हॉलैंड के हेग में होने वाले विश्व कप में जगह बनाने के लिये भारत को यह टूर्नामेंट जीतना जरूरी था लेकिन उसे आखिर में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। सन्दर्भ भारत में खेलकूद भारत में महिला हॉकी महिला हॉकी की राष्ट्रीय टीमें भारत की राष्ट्रीय महिला खेल टीमें भारत की हॉकी टीम भारत में हॉकी
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने एक बहुत बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है. कोहली को आईसीसी ने क्रिकेटर ऑफ द ईयर, वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर, आईसीसी वनडे और टेस्ट टीम का कप्तान बनाया है. इसी के साथ ही विराट कोहली एक ही समय में आईसीसी द्वारा ये 4 सम्मान पाने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बन गए हैं, जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. विराट से पहले एक ही समय में ये 4 उपलब्धियां कोई भी क्रिकेटर हासिल नहीं कर पाया है. #TeamIndia Captain @imVkohli sweeps ICC Awards ICC Cricketer of the Year ✅ ICC ODI Cricketer of the Year ✅ Named Captain of both ICC Test & ODI Teams ✅ Listen to what he has to say on being honoured with the awards https://t.co/47ypVcT6Je pic.twitter.com/6sWIZsQWT7 — BCCI (@BCCI) January 18, 2018 आपको बता दें कि साल 2007 में रिकी पोंटिंग ने आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर, आईसीसी वनडे और टेस्ट टीम के कप्तान बनने की उपलब्धि हासिल जरूर की थी, लेकिन वह उस समय वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड पाने से चूक गए थे. वहीं, साल 2009 में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर के अवॉर्ड के साथ आईसीसी वनडे और टेस्ट टीम के कप्तान बनने की उपलब्धि की थी, लेकिन वह आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड हासिल नहीं कर पाए थे. कोहली ने 21 सितंबर 2016 से दिसंबर 2017 तक टेस्ट में 77.80 की औसत से 2203 रन बनाए. इसमें 8 शतक शामिल हैं. वहीं, वनडे की बात करें तो उनके नाम 82.63 की औसत से 1818 रन रहे, जबकि टी-20 में 153 के स्ट्राइक रेट से 299 रन बनाए. वह सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. दूसरी बार ऐसा हुआ है कि किसी भारतीय को क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड मिला है. उनसे पहले पिछले साल आर. अश्विन ने यह अवॉर्ड जीता था. आईसीसी वनडे टीम डेविड वॉर्नर (ऑस्ट्रेलिया), रोहित शर्मा (भारत), विराट कोहली (भारत, कप्तान), बाबार आजाम (पाकिस्तान), एबी डिविलियर्स (साउथ अफ्रीका), क्विंटन डि कॉक (साउथ अफ्रीका), बेन स्टोक्स (इंग्लैंड), ट्रेंट बोल्ट (न्यू जीलैंड), हसन अली (पाकिस्तान), राशिद खान (अफगानिस्तान), जसप्रीत बुमराह (भारत). आईसीसी टेस्ट टीम डीन एल्गर (साउथ अफ्रीका), डेविड वॉर्नर (ऑस्ट्रेलिया), विराट कोहली (भारत, कप्तान), स्टीव स्मिथ (ऑस्ट्रेलिया), चेतेश्वर पुजारा (भारत), बेन स्टोक्स (इंग्लैंड), क्विंटन डि कॉक (साउथ अफ्रीका), आर. अश्विन (भारत), मिचेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया), कैगिसो रबाडा (साउथ अफ्रीका), जेम्स एंडरसन (इंग्लैंड).
चुनाव मे, यूके लेबर पार्टी की सरकार आने के बाद 1997 में यूके ने औपचारिक रूप से सामाजिक नीति पर समझौते की सदस्यता ली, जिसने इसे 1997 की एम्स्टर्डम संधि के सामाजिक अध्याय में कुछ संशोधनों के साथ शामिल करने की अनुमति दी। ब्रिटेन ने इसके बाद पूर्व मे सहमत सामाजिक नीति के समझौते के मुख्य कानून, 1994 के कार्य परिषद के निर्देश जिसमे व्यवसायों में श्रमबल के परामर्श की आवश्यकता होती है, और 1996 के पैतृक छुट्टी के निर्देश को अपनाया। 1997 की एम्स्टर्डम की संधि और सामाजिक प्रकरण को अपनाने के 10 वर्षों में यूरोपीय संघ ने श्रम और उद्योग संबंध, समान अवसर, स्वास्थ्य और सुरक्षा, जनता का स्वास्थ्य, बच्चों की सुरक्षा, विकलांग और बुजुर्ग, गरीबी, प्रवासी श्रमिक, शिक्षा, प्रशिक्षण और युवा सहित विभिन्न सामाजिक नीति क्षेत्रों में नीतिगत पहल की है।
यह एक लेख है: मिस्र के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को एक अदालत ने प्रदर्शनकारियों की हत्या के मामले में 20 साल जेल की सजा सुनाई है। अदालत ने 63 साल के मुर्सी और मुस्लिम ब्रदरहुड के 12 अन्य शीर्ष नेताओं को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई है। यह सभी अभियुक्त राष्ट्रीय पुलिस अकादमी स्थित अस्थाई अदालत कक्ष के भीतर साउंडप्रूफ शीशे के कटघरे में खड़े हुए थे। न्यायाधीश अहमद यूसुफ ने हत्या के आरोपों को हटा दिया और कहा कि यह सजा 'ताकत के प्रदर्शन' और गैरकानूनी हिरासत को लेकर है।टिप्पणियां मुर्सी को जुलाई, 2013 में हजारों लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद अपदस्थ किया गया था। उन्हें और 13 अन्य को प्रदर्शनकारियों की हत्या, हथियार रखने और हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया गया था। अपदस्थ राष्ट्रपति के खिलाफ मामले में यह पहला फैसला आया है जिसमें सजा सुनाई गई है। मुर्सी फिलहाल जेल में हैं और उनके खिलाफ साल 2011 की क्रांति के दौरान जेल से भाग जाने, जासूसी, न्यायपालिका का अपमान करने और अलज जीरा चैनल को राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व से जुड़े दस्तावेज सौंपने के भी आरोप हैं। अदालत ने 63 साल के मुर्सी और मुस्लिम ब्रदरहुड के 12 अन्य शीर्ष नेताओं को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई है। यह सभी अभियुक्त राष्ट्रीय पुलिस अकादमी स्थित अस्थाई अदालत कक्ष के भीतर साउंडप्रूफ शीशे के कटघरे में खड़े हुए थे। न्यायाधीश अहमद यूसुफ ने हत्या के आरोपों को हटा दिया और कहा कि यह सजा 'ताकत के प्रदर्शन' और गैरकानूनी हिरासत को लेकर है।टिप्पणियां मुर्सी को जुलाई, 2013 में हजारों लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद अपदस्थ किया गया था। उन्हें और 13 अन्य को प्रदर्शनकारियों की हत्या, हथियार रखने और हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया गया था। अपदस्थ राष्ट्रपति के खिलाफ मामले में यह पहला फैसला आया है जिसमें सजा सुनाई गई है। मुर्सी फिलहाल जेल में हैं और उनके खिलाफ साल 2011 की क्रांति के दौरान जेल से भाग जाने, जासूसी, न्यायपालिका का अपमान करने और अलज जीरा चैनल को राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व से जुड़े दस्तावेज सौंपने के भी आरोप हैं। न्यायाधीश अहमद यूसुफ ने हत्या के आरोपों को हटा दिया और कहा कि यह सजा 'ताकत के प्रदर्शन' और गैरकानूनी हिरासत को लेकर है।टिप्पणियां मुर्सी को जुलाई, 2013 में हजारों लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद अपदस्थ किया गया था। उन्हें और 13 अन्य को प्रदर्शनकारियों की हत्या, हथियार रखने और हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया गया था। अपदस्थ राष्ट्रपति के खिलाफ मामले में यह पहला फैसला आया है जिसमें सजा सुनाई गई है। मुर्सी फिलहाल जेल में हैं और उनके खिलाफ साल 2011 की क्रांति के दौरान जेल से भाग जाने, जासूसी, न्यायपालिका का अपमान करने और अलज जीरा चैनल को राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व से जुड़े दस्तावेज सौंपने के भी आरोप हैं। मुर्सी को जुलाई, 2013 में हजारों लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद अपदस्थ किया गया था। उन्हें और 13 अन्य को प्रदर्शनकारियों की हत्या, हथियार रखने और हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया गया था। अपदस्थ राष्ट्रपति के खिलाफ मामले में यह पहला फैसला आया है जिसमें सजा सुनाई गई है। मुर्सी फिलहाल जेल में हैं और उनके खिलाफ साल 2011 की क्रांति के दौरान जेल से भाग जाने, जासूसी, न्यायपालिका का अपमान करने और अलज जीरा चैनल को राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व से जुड़े दस्तावेज सौंपने के भी आरोप हैं। अपदस्थ राष्ट्रपति के खिलाफ मामले में यह पहला फैसला आया है जिसमें सजा सुनाई गई है। मुर्सी फिलहाल जेल में हैं और उनके खिलाफ साल 2011 की क्रांति के दौरान जेल से भाग जाने, जासूसी, न्यायपालिका का अपमान करने और अलज जीरा चैनल को राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व से जुड़े दस्तावेज सौंपने के भी आरोप हैं।
रातोरात अमीरी की जिंदगी जीने की यह कहानी किसी फिल्मी कहानी से कहीं ज्यादा नाटकीय और रोचक है. मारुति 800 में बैठकर फिल्मों में छोटी-मोटी भूमिकाएं मांगती फिरने वाली लीना मारिया पॉल देखते ही देखते रॉल्स रॉयस फैंटम जैसी शानदार कार की मालकिन बन गई, जो दक्षिण दिल्ली में प्रति माह 4 लाख रुपये किराए के आलीशान फार्महाउस में खड़ी थी. 25 वर्षीया इस अभिनेत्री की किस्मत 28 मई को अचानक ही तब धोखा दे गई, जब दिल्ली और चेन्नै पुलिस की साझ टीम ने उसे दबोच लिया, लेकिन उसका साथी और प्रेमी चंद्रशेखर पुलिस के पहुंचने से पहले ही टोयोटा लैंड क्रूजर में बैठकर फरार हो गया. इस अभिनेत्री को तमिलनाडु और केरल में करीब 20 करोड़ रुपये की ठगी करने और अपनी पहचान बदलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उसका कहना है कि वह केरल के त्रिशूर में पैदा हुई थी और दुबई में पली-बढ़ी थी. वह अपने प्रेमी बालाजी उर्फ शंकर रेड्डी उर्फ चंद्रशेखर के साथ रह रही थी. लग्जरी गाडिय़ों की शौकीन दिल्ली के फतेहपुर बेरी स्थित खारी फार्महाउस में पुलिस जैसे ही घुसी, नौ आलीशान गाडिय़ां खड़ी थीं, जिसमें फैंटम, ऑडी, बीएमडब्ल्यू और एक रेंज रोवर शामिल थीं. धोखाधड़ी की संपत्ति से लग्जरी गाडियों का शौक पूरा करने वाली लीना के घर से इसके अलावा 81 बेशकीमती कलाई घडियां भी जब्त की गईं. पुलिस को संदेह है कि बालाजी ने दो साल से साथ रही अपनी पार्टनर के लिए इनमें से कुछ घडियां चुराई थीं. लीना जल्दी ही शूजित सरकार की रिलीज होने वाली और जॉन अब्राहम अभिनीत राजनैतिक थ्रिलर फिल्म मद्रास कैफे में एलटीटीई उग्रवादी की भूमिका में नजर आने वाली थी. लीना कुछ मलयाली फिल्मों में भी काम कर चुकी है, जिनमें से मशहूर स्टार मोहनलाल के अभिनय वाली और शाजी कैलास के निर्देशन वाली एक फिल्म रेड चिलीज भी शामिल है. इस फिल्म में एक म्यूजिक बैंड की कुछ लड़कियों में लीना भी थी. इसके अलावा ममूटी अभिनीत और लाल के निर्देशन वाली फिल्म कोबरा के भी कुछ दृश्यों में वह नजर आई थी. साजी सुरेंद्रन की फिल्म हस्बेंड्स इन गोवा में भी काम कर चुकी है. लेकिन दक्षिण के फिल्म जगत में कोई भी उसे जानने या उसे याद करने का दावा नहीं करता है. दूसरी तरफ उसके पार्टनर की पहचान अब भी एक रहस्य बनी हुई है. बंटी-बबली लीना के साथ संकट तब शुरू हुआ, जब चेन्नै की एक कपड़ा कंपनी स्काईलार्क टेक्सटाइल्स ऐंड आउटफिटर्स ने पुलिस में शिकायत की कि इस अभिनेत्री और उसके पार्टनर ने उसे 75 लाख रुपये का चूना लगाया है. चेन्नै पुलिस की क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी कहते हैं, ‘उन्होंने यह रकम मुंबई के एक शानदार ऑफिस में ली. उन्होंने इसे अपना ऑफिस बताया था.’ कंपनी को ऑनलाइन विज्ञापन के जरिए झांसा दिया गया था, जिसमें कर्नाटक सरकार के लिए 400 करोड़ रुपये के यूनिफॉर्म की आपूर्ति करने के लिए कहा गया था. कंपनी की ओर से जब दिए नंबर पर फोन किए गए तो एक आदमी फोन का जवाब देता था, जिसने खुद को कर्नाटक काडर का आइएएस अधिकारी जयकुमार बताया था. उसका कहना था कि वह कॉटेज इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट विभाग का प्रमुख है. कंपनी की शिकायत में कहा गया है, ‘हमें 400 करोड़ रुपये के यूनिफार्म का ठेका देने का भरोसा दे दिया गया. हमने जयकुमार (बालाजी) को 74 लाख रुपये दिए. लीना मारिया इसकी गवाह है.’ बालाजी भी चेन्नै में केनरा बैंक की अंबत्तूर शाखा में 19 करोड़ रुपये की ठगी करने के मामले में वांछित है. इस बार भी उसने खुद को कर्नाटक सरकार के स्वास्थ्य विभाग का एक वरिष्ठ आइएसएस अधिकारी बताया था. उसने कंडोम बनाने वाली एक कंपनी को 360 करोड़ रुपये के सौदा दिलाने का झांसा दिया था. बैंक मैनेजर जगदीश को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसने कथित तौर पर बालाजी के कमीशन के लिए कंडोम बनाने वाली कंपनी को 19 करोड़ रु. का कर्ज मंजूर किया था. लीना और बालाजी पर दिग्गज कपड़ा कंपनी इमैनुएल सिल्क्स से भी 20 लाख रुपये ठगने का आरोप है. उनके खिलाफ ठगी का यह मामला अप्रैल, 2012 को कोच्चि के कलामसेरी में दर्ज किया गया था. एफआइआर में कहा गया है कि बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कैटरीना कैफ कंपनी के शोरूम में आएंगी, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ. इमैनुएल सिल्क्स के मैनेजिंग डायरेक्टर टी.क्यू. बैजू कहते हैं, ‘हमें बालाजी के बारे में एक व्यक्ति के माध्यम से जानकारी मिली, जिसने अपना परिचय केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव के रूप में दिया था. उसने कोट्टायम के हमारे शोरूम के उद्घाटन पर तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को बुलाकर हमारा भरोसा हासिल कर लिया था. बाद में इतनी ही रकम में कैटरीना कैफ को बुलाने का सौदा हो गया था, लेकिन उसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं चला.’ बचने को दिल्ली को बनाया ठिकाना लीना और चंद्रशेखर पिछले एक महीने से दिल्ली में रह रहे थे. भारी-भरकम रकम देकर फार्म हाउस किराए पर लिया और स्थानीय पुलिस में सत्यापन के लिए कागजात भी जमा किए थे. चेन्नई पुलिस के एक अधिकारी बताते हैं, ‘हमें 6 मई को शिकायत मिली. अगले 10 दिन तक हमने उनके सेलफोन सिग्नलों को ट्रैक किया. हमने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया.' दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी बी.एस. जायसवाल बताते हैं, ‘हमने उन पर निगाह रखनी शुरू की और वसंत कुंज स्थित एंबिएंस मॉल के पास उनकी मूवमेंट हमें मिली.’ इसके बाद गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच, चेन्नई पुलिस और दक्षिणी दिल्ली की गाड़ी चोरी रोकने वाले दस्ते (एएटीएस) ने संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया. इस फार्म हाउस पर लीना ने सुरक्षा के लिए 6 हथियारबंद सुरक्षा गार्ड तैनात कर रखे थे, जिनमें तीन सेना से रिटायर थे. पुलिस ने पहले हथियारबंद गार्ड को काबू में किया. लेकिन तब तक बालाजी एसयूवी में बैठकर भाग निकला. इससे पहले कलामसेरी पुलिस ने गोवा में भी इन दोनों का पीछा किया, जब उन्हें सूचना मिली कि वे वहां एक फिल्म के लोकेशन पर मौजूद हैं. लेकिन पुलिस के पहुंचने से कुछ देर पहले ही वे वहां से खिसक चुके थे. एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स के संयुक्त सचिव इडावेला बाबू कहते हैं, लीना फिल्म उद्योग में कोई जाना-पहचाना चेहरा नहीं है. फिल्म के निर्माता अरोमा मोहन कहते हैं, ‘मुझे तो इस अभिनेत्री की बिलकुल भी याद नहीं है. वह शाजी कैलास की फिल्म रेड चिलीज में लड़कियों के समूह में शामिल थी. मुझे यह भी याद नहीं है कि उसे कौन लेकर आया था.’ लीना उनकी मलयालम फिल्म चिंतामणि कोलाकेस (तमिल में एल्लम अवान सेयल) के तमिल संस्करण में भी काम कर चुकी थी. इस फिल्म का निर्देशन भी कैलास ने ही किया था. कुछ लोगों को इस बात में भी संदेह है कि लीना त्रिशूर की है, या उसके एनआरआइ माता-पिता दुबई में रहते हैं, जैसा कि उसने दिल्ली पुलिस को बताया है. चेन्नई पुलिस को उम्मीद है कि दिल्ली से लाए जाने के बाद लीना के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल की जा सकेगी. पुलिस को बाला जी की जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है. लीना का करियर फिल्म मद्रास कैफे के साथ ऊपर जा सकता था, लेकिन उड़ान भरने से पहले ही वह औंधे मुंह आ गिरी. लेकिन दुबई से बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी डिग्री ले चुकी लीना और उसके दोस्त की कारस्तानियों को देख पुलिस भी दांतों तले उंगली दबा रही है. लीना ‘लेडी नटवरलाल’ यह लेडी नटरवलाल जब अपने हुस्न के जलवे बिखेरते हुए करोड़ों की गाडिय़ों में बैठ दुनिया को चूना लगाने निकल जाए तो भला उसकी खूबसूरती के जाल में कौन खुद को न फंसा देता होगा. लीना मारिया की जो कहानी सामने आ रही है, उसे देखते हुए खुद पुलिसवाले उसे ‘लेडी नटवरलाल’ से कम का खिताब देने को तैयार नहीं हैं. दिल्ली की क्राइम ब्रांच, चेन्नई पुलिस और दक्षिणी दिल्ली की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड (एएटीएस) के संयुक्त ऑपरेशन के तहत गिरफ्तार की गई लीना पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर पिछले एक साल से लोगों को कई सौ करोड़ रु. का चूना लगाने का आरोप है. दुबई में नौकरी करने वाले एक मामूली इंजीनियर की बेटी के शौक बहुत हैं, जिसे मॉडलिंग और रुपहले पर्दे पर आए महज दो साल ही हुए हैं. लेकिन चालबाज हीरोइन को पहले से ठगी के धंधे में शामिल बॉयफ्रेंड मिल गया. दोनों लाल बत्ती की कारों या फिर लग्जरी आलीशान गाडिय़ों में बिजनेसमैन से लेकर बैंक के सीनियर अफसरों से मिलते. इन मुलाकातों में मारिया का इस्तेमाल बेबी डॉल के तौर पर होता था. बॉयफ्रेंड डील करता तो हीरोइन अपनी दिलकश अदाओं से डील को अंजाम तक ले जाने में मदद करती थी. 2011 में मारिया दुबई से बीडीएस यानी डेंटल साइंस में बैचलर की पढ़ाई पूरी करने के बाद मॉडलिंग की दुनिया में किस्मत आजमाने मुंबई पहुंची, जहां उसकी मुलाकात शंकर रेड्डी उर्फ बालाजी से हुई. दोनों के अय्याश शौक ने दोनों को जल्द एक-दूसरे के करीब ला दिया. धोखाधड़ी के काम में कभी खुद को आइएएस तो कभी तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री का पोता तो कभी पूर्व पीएम एच.डी. देवगौड़ा के बेटे निखिल गौड़ा का जिगरी दोस्त बताने वाला बालाजी ने बाद में मारिया को भी इस काम में शामिल कर लिया. लोगों के काम करवाने के नाम पर मोटी रकम ऐंठने के बाद वह रफू-चक्कर हो जाता. दोनों के कारनामे सबसे अधिक सुर्खियों में तब आए जब चेन्नै के केनरा बैंक से 19 करोड़ 75 लाख रु. का लोन मिलते ही दोनों गायब हो गए. उन पर चेन्नै के अलग-अलग हिस्से में धोखाधड़ी के 100 से अधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस से बचने के लिए वे दिल्ली आ गए थे, लेकिन ज्यादा दिनों तक पुलिस को चकमा नहीं दे पाए. -साथ में एस. सेंथिल कुमार और जे. बिंदुराज.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच वकार यूनुस एशिया कप और टी-20 वर्ल्ड कप में बाहर होने पर जमा की गई रिपोर्ट मीडिया में आने से नाराज हैं। कोच ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर रिपोर्ट लीक करने का आरोप लगाया।टिप्पणियां वकार ने कहा कि रिपोर्ट को तोड़-मोड़ कर मीडिया में पेश किया गया है, जिससे देश के लोग उन्हें ही विलेन समझ रहे हैं। पूर्व तेज गेंदबाज और कोच वकार ने कहा कि पाकिस्तान टीम के खराब प्रदर्शन पर उनकी रिपोर्ट में ईमानदारी से सभी के प्रदर्शन को आंका गया है, लेकिन किसी ने जानबूझकर रिपोर्ट के कुछ हिस्सों को मीडिया को दिया है। हार के बाद वकार ने रिपोर्ट पीसीबी द्वारा बनाई गई जांच कमेटी को सौंपी है, जो टीम के खिलाड़ियों के भविष्य पर फैसला करेगी। रिपोर्ट बाहर आने से वकार इतने नाराज हैं कि उन्होंने पीसीबी में राजनीति को संसद से तुलना करते हुए कहा, 'पीसीबी में पाकिस्तान की संसद से भी ज्यादा राजनीति होती है।' खबरों के मुताबिक कवार ने रिपोर्ट में पूर्व विकेटकीपर और टीम मैनेजर मोइन खान पर टीम का माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। इससे पहले टीम के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए वकार कोच पद छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं। वकार ने कहा कि रिपोर्ट को तोड़-मोड़ कर मीडिया में पेश किया गया है, जिससे देश के लोग उन्हें ही विलेन समझ रहे हैं। पूर्व तेज गेंदबाज और कोच वकार ने कहा कि पाकिस्तान टीम के खराब प्रदर्शन पर उनकी रिपोर्ट में ईमानदारी से सभी के प्रदर्शन को आंका गया है, लेकिन किसी ने जानबूझकर रिपोर्ट के कुछ हिस्सों को मीडिया को दिया है। हार के बाद वकार ने रिपोर्ट पीसीबी द्वारा बनाई गई जांच कमेटी को सौंपी है, जो टीम के खिलाड़ियों के भविष्य पर फैसला करेगी। रिपोर्ट बाहर आने से वकार इतने नाराज हैं कि उन्होंने पीसीबी में राजनीति को संसद से तुलना करते हुए कहा, 'पीसीबी में पाकिस्तान की संसद से भी ज्यादा राजनीति होती है।' खबरों के मुताबिक कवार ने रिपोर्ट में पूर्व विकेटकीपर और टीम मैनेजर मोइन खान पर टीम का माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। इससे पहले टीम के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए वकार कोच पद छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं। रिपोर्ट बाहर आने से वकार इतने नाराज हैं कि उन्होंने पीसीबी में राजनीति को संसद से तुलना करते हुए कहा, 'पीसीबी में पाकिस्तान की संसद से भी ज्यादा राजनीति होती है।' खबरों के मुताबिक कवार ने रिपोर्ट में पूर्व विकेटकीपर और टीम मैनेजर मोइन खान पर टीम का माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। इससे पहले टीम के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए वकार कोच पद छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं।
10:00 AM TGS Ecom Pvt Ltd में कस्टमर केयर मैनेजर के लिए वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं. इंटरव्यू की तारीख: 19 नवंबर समय: 11 AM योग्यता: 12वीं पास होनी चाहिए वेन्यू: TGS E-Com Pvt.Ltd No.L - 142, 1st Floor 5th Avenue, 5th Main Road, 6th Sector, HSR Layout, Land Mark: Opposite to Sriram Properties, Near HSR flyover, Bengaluru 9:30 AM CampusEAI (India ) Pvt Ltd में बिजनेस कंसल्टेंट के लिए महिला उम्मीदवारों के लिए वैकेंसी निकली हैं. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं. इंटरव्यू की तारीख: 17 नवंबर से 21 नवंबर तक योग्यता: 12वीं पास समय: 6:30PM - 10:00PM वेन्यू: CampusEAI Consortium Plot No. D5, Infocity 2, Sector - 33,Gurgaon, India 9:15 AM Sanyog Enterprises Private Limited, दिल्ली में डिप्टी मैनेजर के लिए वैकेंसी निकली हैं. इच्छुक उम्मीदवार वॉक इन इंटरव्यू दे सकते हैं. समय: 2 PM से तारीख: 15-29 नवंबर तक योग्यता: किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट होना चाहिए वेन्यू: B - 1, Yadav Park, Above Canara BankOpposite Metro Pillar No. 436 Nangloi, NEW DELHI,Delhi,India 110041
A post shared by Janhvi Kapoor (@janhvikapoor) on Jul 30, 2017 at 7:45am PDT A post shared by Jacqueline Fernandez (@jacquelinef143) on Aug 5, 2017 at 3:21am PDT A post shared by Alia (@aliaabhatt) on Apr 17, 2018 at 10:41pm PDT A post shared by Kareena Kapoor Khan (@therealkareenakapoor) on Mar 24, 2018 at 5:35am PDT    A post shared by Gauri Khan (@gaurikhan) on Apr 27, 2018 at 11:13pm PDT सिर्फ मम्मी गौरी खान ही नहीं बल्कि बेटी सुहाना का भी ये फेवरेट कॉम्बिनेशन है.    A post shared by Gauri Khan (@gaurikhan) on Apr 24, 2018 at 12:06am PDT   दिशा पटानी भी जैकलीन की ही तरह व्हाइट टीशर्ट और ब्लू स्कर्ट में दिखीं. साथ में जैकेट कैरी की.     A post shared by disha patani (paatni) (@dishapatani) on May 5, 2018 at 12:49am PDT फिल्म जीरों के प्रमोशन पोस्ट में शाहरुख खान, कटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा भी इसी कॉम्बिनेशन में दिखे. इसके अलावा भी अनुष्का शर्मा ज्यादातर वक्त व्हाइट टीशर्ट और ब्लू डेनिम में नज़र आती हैं.    A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on Feb 2, 2018 at 9:24pm PST दीपिका पादुकोण हाल ही में कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस कॉम्बिनेशन में दिखीं. टिप्पणियां   A post shared by Deepika Padukone (@deepikapadukone) on May 10, 2018 at 12:11am PDT सोनम कपूर भी दीपिका पादुकोण की ही तरह कान्स फिल्म फेस्टिवल में व्हाइट एंड ब्लू कॉम्बिनेशन में दिखीं.    A post shared by SonamKAhuja (@sonamkapoor) on May 15, 2018 at 2:59am PDT A post shared by Gauri Khan (@gaurikhan) on Apr 27, 2018 at 11:13pm PDT    A post shared by Gauri Khan (@gaurikhan) on Apr 24, 2018 at 12:06am PDT   दिशा पटानी भी जैकलीन की ही तरह व्हाइट टीशर्ट और ब्लू स्कर्ट में दिखीं. साथ में जैकेट कैरी की.     A post shared by disha patani (paatni) (@dishapatani) on May 5, 2018 at 12:49am PDT फिल्म जीरों के प्रमोशन पोस्ट में शाहरुख खान, कटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा भी इसी कॉम्बिनेशन में दिखे. इसके अलावा भी अनुष्का शर्मा ज्यादातर वक्त व्हाइट टीशर्ट और ब्लू डेनिम में नज़र आती हैं.    A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on Feb 2, 2018 at 9:24pm PST दीपिका पादुकोण हाल ही में कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस कॉम्बिनेशन में दिखीं. टिप्पणियां   A post shared by Deepika Padukone (@deepikapadukone) on May 10, 2018 at 12:11am PDT सोनम कपूर भी दीपिका पादुकोण की ही तरह कान्स फिल्म फेस्टिवल में व्हाइट एंड ब्लू कॉम्बिनेशन में दिखीं.    A post shared by SonamKAhuja (@sonamkapoor) on May 15, 2018 at 2:59am PDT A post shared by Gauri Khan (@gaurikhan) on Apr 24, 2018 at 12:06am PDT    A post shared by disha patani (paatni) (@dishapatani) on May 5, 2018 at 12:49am PDT फिल्म जीरों के प्रमोशन पोस्ट में शाहरुख खान, कटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा भी इसी कॉम्बिनेशन में दिखे. इसके अलावा भी अनुष्का शर्मा ज्यादातर वक्त व्हाइट टीशर्ट और ब्लू डेनिम में नज़र आती हैं.    A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on Feb 2, 2018 at 9:24pm PST दीपिका पादुकोण हाल ही में कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस कॉम्बिनेशन में दिखीं. टिप्पणियां   A post shared by Deepika Padukone (@deepikapadukone) on May 10, 2018 at 12:11am PDT सोनम कपूर भी दीपिका पादुकोण की ही तरह कान्स फिल्म फेस्टिवल में व्हाइट एंड ब्लू कॉम्बिनेशन में दिखीं.    A post shared by SonamKAhuja (@sonamkapoor) on May 15, 2018 at 2:59am PDT A post shared by disha patani (paatni) (@dishapatani) on May 5, 2018 at 12:49am PDT    A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on Feb 2, 2018 at 9:24pm PST दीपिका पादुकोण हाल ही में कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस कॉम्बिनेशन में दिखीं. टिप्पणियां   A post shared by Deepika Padukone (@deepikapadukone) on May 10, 2018 at 12:11am PDT सोनम कपूर भी दीपिका पादुकोण की ही तरह कान्स फिल्म फेस्टिवल में व्हाइट एंड ब्लू कॉम्बिनेशन में दिखीं.    A post shared by SonamKAhuja (@sonamkapoor) on May 15, 2018 at 2:59am PDT A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on Feb 2, 2018 at 9:24pm PST    A post shared by Deepika Padukone (@deepikapadukone) on May 10, 2018 at 12:11am PDT सोनम कपूर भी दीपिका पादुकोण की ही तरह कान्स फिल्म फेस्टिवल में व्हाइट एंड ब्लू कॉम्बिनेशन में दिखीं.    A post shared by SonamKAhuja (@sonamkapoor) on May 15, 2018 at 2:59am PDT A post shared by Deepika Padukone (@deepikapadukone) on May 10, 2018 at 12:11am PDT    A post shared by SonamKAhuja (@sonamkapoor) on May 15, 2018 at 2:59am PDT A post shared by SonamKAhuja (@sonamkapoor) on May 15, 2018 at 2:59am PDT
कई जानकारों का मानना है कि यह संभव हो सकता है, क्योंकि वहां विधानसभा चुनाव होना है और एक महाराष्ट्रियन अध्यक्ष पार्टी के लिए अच्छा होगा. वहीं अब इस बात पर भी विराम लग गया है कि राहुल गांधी फिलहाल दोबारा अध्यक्ष पद पर वापसी कर सकते हैं. कांग्रेस के पास अभी कोई अध्यक्ष नहीं है इस वजह से कई राज्यों में पार्टी अनुशासनहीनता की तरफ बढ़ती जा रही है और अब दिल्ली में बैठे कांग्रेस के बड़े नेताओं को लगता है कि अध्यक्ष पद को लेकर जो भ्रम के स्थिति पैदा हो गई है उसे जल्दी खत्म करना ही पार्टी हित में अच्छा होगा. इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि मैं संसद में जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं, लेकिन पार्टी एक महीने के भीतर नया अध्यक्ष चुन ले. बता दें कि राहुल गांधी ने 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में लोकसभा चुनाव में राजस्थान और मध्य प्रदेश में पार्टी के सफाए को लेकर विशेष रूप से नाराजगी जताई थी. सूत्रों और मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी ने गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सहित कुछ बड़े क्षेत्रीय नेताओं का उल्लेख करते हुए कहा था कि इन नेताओं ने बेटों-रिश्तेदारों को टिकट दिलाने के लिए जिद की और उन्हीं को चुनाव जिताने में लगे रहे और दूसरे स्थानों पर ध्यान नहीं दिया. इसी बैठक में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि, सीडब्ल्यूसी ने प्रस्ताव पारित कर इसे सर्वसम्मति से खारिज कर दिया और पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए उन्हें अधिकृत किया.
यह लेख है: ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के संस्थापक एवं आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने कहा है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा सभी पक्षों में आपसी सहमति बनाकर सुलझा लिया जाएगा और मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा. वह यहां दिल्ली-आगरा राजमार्ग पर कोसीकलां कस्बे में स्थित स्थानीय आश्रम पर देशी-विदेशी भक्तजनों के साथ होली का पर्व मनाने के लिए आए थे.  उन्होंने कल कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि राम मंदिर मसला शीघ्र सुलझा लिया जाएगा. इसके लिए वह देश के कोने-कोने में जाकर दोनों संबंधित समुदायों के बीच सौहार्द स्थापित करने के प्रयास जारी रखेंगे. सब कुछ सही दिशा में चल रहा है. लोग एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं. यह अच्छी बात है.’  उन्होंने कहा, ‘मैं दोनों पक्षों के बीच समझौते के प्रयास में लगा हूं. सुलह-समझौते की कोशिशों को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है. सभी पक्षों से बातचीत का क्रम बरकरार रखते हुए प्रयास आगे भी जारी रहेगा. उम्मीद है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता जल्द खुल जाएगा.’  इससे पहले, प्रदेश सरकार में संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, अल्पसंख्यक एवं वक्फ मामलों के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के साथ उन्होंने आधे घण्टे अकेले में मंत्रणा की जो मंदिर से सभी पक्षों के सहमति, सौहार्द बनाए रखने व मंदिर निर्माण की बाधाएं दूर करने पर केंद्रित रही. टिप्पणियां मंत्री ने बताया, ‘रविशंकर मथुरा में एक ऐसा विद्यालय स्थापित करने के प्रयास में हैं जहां वह अपने संगठन के उद्देश्यों के अनुरूप बच्चों को शिक्षित व सुसंस्कृत कर सकें.’  उन्होंने बताया, ‘श्रीश्री ने इस कार्य के लिए अपेक्षित भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे. यदि वह यहां ऐसा विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं तो यह इस क्षेत्र के विकास की एक नई राह खोलने का माध्यम बन सकता है.’ उन्होंने कल कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि राम मंदिर मसला शीघ्र सुलझा लिया जाएगा. इसके लिए वह देश के कोने-कोने में जाकर दोनों संबंधित समुदायों के बीच सौहार्द स्थापित करने के प्रयास जारी रखेंगे. सब कुछ सही दिशा में चल रहा है. लोग एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं. यह अच्छी बात है.’  उन्होंने कहा, ‘मैं दोनों पक्षों के बीच समझौते के प्रयास में लगा हूं. सुलह-समझौते की कोशिशों को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है. सभी पक्षों से बातचीत का क्रम बरकरार रखते हुए प्रयास आगे भी जारी रहेगा. उम्मीद है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता जल्द खुल जाएगा.’  इससे पहले, प्रदेश सरकार में संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, अल्पसंख्यक एवं वक्फ मामलों के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के साथ उन्होंने आधे घण्टे अकेले में मंत्रणा की जो मंदिर से सभी पक्षों के सहमति, सौहार्द बनाए रखने व मंदिर निर्माण की बाधाएं दूर करने पर केंद्रित रही. टिप्पणियां मंत्री ने बताया, ‘रविशंकर मथुरा में एक ऐसा विद्यालय स्थापित करने के प्रयास में हैं जहां वह अपने संगठन के उद्देश्यों के अनुरूप बच्चों को शिक्षित व सुसंस्कृत कर सकें.’  उन्होंने बताया, ‘श्रीश्री ने इस कार्य के लिए अपेक्षित भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे. यदि वह यहां ऐसा विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं तो यह इस क्षेत्र के विकास की एक नई राह खोलने का माध्यम बन सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं दोनों पक्षों के बीच समझौते के प्रयास में लगा हूं. सुलह-समझौते की कोशिशों को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है. सभी पक्षों से बातचीत का क्रम बरकरार रखते हुए प्रयास आगे भी जारी रहेगा. उम्मीद है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता जल्द खुल जाएगा.’  इससे पहले, प्रदेश सरकार में संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, अल्पसंख्यक एवं वक्फ मामलों के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के साथ उन्होंने आधे घण्टे अकेले में मंत्रणा की जो मंदिर से सभी पक्षों के सहमति, सौहार्द बनाए रखने व मंदिर निर्माण की बाधाएं दूर करने पर केंद्रित रही. टिप्पणियां मंत्री ने बताया, ‘रविशंकर मथुरा में एक ऐसा विद्यालय स्थापित करने के प्रयास में हैं जहां वह अपने संगठन के उद्देश्यों के अनुरूप बच्चों को शिक्षित व सुसंस्कृत कर सकें.’  उन्होंने बताया, ‘श्रीश्री ने इस कार्य के लिए अपेक्षित भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे. यदि वह यहां ऐसा विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं तो यह इस क्षेत्र के विकास की एक नई राह खोलने का माध्यम बन सकता है.’ इससे पहले, प्रदेश सरकार में संस्कृति, धर्मार्थ कार्य, अल्पसंख्यक एवं वक्फ मामलों के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के साथ उन्होंने आधे घण्टे अकेले में मंत्रणा की जो मंदिर से सभी पक्षों के सहमति, सौहार्द बनाए रखने व मंदिर निर्माण की बाधाएं दूर करने पर केंद्रित रही. टिप्पणियां मंत्री ने बताया, ‘रविशंकर मथुरा में एक ऐसा विद्यालय स्थापित करने के प्रयास में हैं जहां वह अपने संगठन के उद्देश्यों के अनुरूप बच्चों को शिक्षित व सुसंस्कृत कर सकें.’  उन्होंने बताया, ‘श्रीश्री ने इस कार्य के लिए अपेक्षित भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे. यदि वह यहां ऐसा विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं तो यह इस क्षेत्र के विकास की एक नई राह खोलने का माध्यम बन सकता है.’ मंत्री ने बताया, ‘रविशंकर मथुरा में एक ऐसा विद्यालय स्थापित करने के प्रयास में हैं जहां वह अपने संगठन के उद्देश्यों के अनुरूप बच्चों को शिक्षित व सुसंस्कृत कर सकें.’  उन्होंने बताया, ‘श्रीश्री ने इस कार्य के लिए अपेक्षित भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे. यदि वह यहां ऐसा विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं तो यह इस क्षेत्र के विकास की एक नई राह खोलने का माध्यम बन सकता है.’ उन्होंने बताया, ‘श्रीश्री ने इस कार्य के लिए अपेक्षित भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया है जिसके लिए प्रयास किए जाएंगे. यदि वह यहां ऐसा विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं तो यह इस क्षेत्र के विकास की एक नई राह खोलने का माध्यम बन सकता है.’
राजकुमार विलियम ने अपने हनीमून की गुपचुप तैयारियां कर ली हैं। वह अपनी दुल्हन केट मिडिलटन को हनीमून के लिए किसी गुप्त स्थान पर ले जाएंगे। अब तक केट को भी नहीं पता वह जगह कौन-सी है। वेबसाइट 'फीमेल फर्स्ट डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक विलियम और केट का शाही विवाह 29 अप्रैल को सम्पन्न होगा। इसके अगले ही दिन वे हनीमून पर निकल जाएंगे। हनीमून के लिए रवाना होते समय ही केट जान सकेंगी कि उनका दूल्हा उन्हें कहां ले जा रहा है। समाचार पत्र 'द सन' के मुताबिक विलियम हनीमून की जगह को गुप्त ही रखना चाहते हैं, वह केट को अचम्भित कर देना चाहते हैं।
अयोध्या (Ayodhya) पर फैसले से ठीक पहले बड़ी खबर सामने आ रही है. जानकारी के मुताबिक CJI रंजन गोगोई ने उत्तर प्रदेश के प्रधान सचिव और डीजीपी ओपी सिंह को मीटिंग के लिए बुलाया है. सूत्रों के मुताबिक यह मीटिंग दोपहर 12 बजे होनी है, जिसमें अयोध्या पर फैसले के मद्देनजर राज्य का कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की संभावना है. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट दशकों पुराने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद का अगले सप्ताह किसी दिन फैसला सुना सकता है. दरअसल, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं, उससे पहले ही फैसला आने की उम्मीद है.  आपको बता दें कि अयोध्या जमीन विवाद पर फैसले के मद्देनजर उत्त्तर प्रदेश सरकार भी अलर्ट पर है.  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के आला अफसरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की और हर जिले में 24 घंटे एक विशेष कंट्रोल रूम खोलने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि लखनऊ और अयोध्या दोनों जगहों एक-एक हेलीकॉप्टर किसी भी इमरजेंसी हालात से निपटने के लिए तैयार रखा जाए. CM ने निर्देश दिए कि सभी धार्मिक स्थानों की सुरक्षा की जाए. साथ ही  सभी महत्वपूर्ण धर्म गुरुओं को विश्वास में लिया जाए और उनसे अपील की जाए कि वे अपने समाज के लोगों को सद्भाव बनाये रखने को कहें.  इसके अलावा ज़िला स्तर पर मीडिया से बातचीत कर उनसे कहा जाए कि इससे जुड़ी खबर को सनसनी बनाने से परहेज़ करें. सीएम योगी ने कहा कि हर उस व्यक्ति से बात की जाए जिसकी समाज में पकड़ है. इनमें धर्म गुरु, वकील, छात्र नेता, व्यापारी और दूसरे लोग हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि फैसला आने पर न कोई जश्न मनाए और न ही कोई विरोध करे. इसके अलावा सोशल मीडिया की गहरी निगरानी की जाए, ताकि कोई अफवाह और नफरत न फैला सके.