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इस पाठ का सारांश बनाएं: दंतेवाडा़ में नक्सली हमले (Naxal Attack in Dantewada) में अपनी जान गंवाने वाले बीजेपी विधायक भीमा मंडावी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बस्तर टाइगर यानी महेंन्द्र कर्मा को हराकर की थी. मंडावी अपने क्षेत्र में खासे लोकप्रिय थे. उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं होगा कि छत्तीसगढ़ पुलिस की सलाह (Naxal Attack in Dantewada) को अनदेखा करना उनकी जान ले लेगा. दरअसल, छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने भीमा मंडावी को उस रूट पर (Naxal Attack in Dantewada) न जाने की सलाह दी थी.लेकिन बछेली में सभा को संबोधित करने के बाद थोड़ी दूर पर लगे हाट में लोगों से मिलने का मोह वह छोड़ नहीं पाए. और इसी वजह से उन्होंने पुलिस की सलाह के बाद भी उस इलाके में जाने का फैसला किया. पुलिस के स्थानीय सूत्रों ने बताया कि शाम लगभग साढ़े चार बजे हाट (स्थानीय बाजार) से लोगों को संबोधित कर तीन गाड़ियों का काफिला जैसे ही बढ़ा, वहां से 400 मीटर की दूरी पर तीसरी गाड़ी में बैठे मंडावी को नक्सलियों ने अपना निशाना बना लिया. इस हमले में बुलेटप्रूफ गाड़ी के परखच्चे उड़ गए. घटना के सामने आने के बाद एनडीटीवी ने घटनास्थल का जायजा लिया. मौके पर एनडीटीवी की टीम पहुंची तो वहां हमें जूते, टिफिन और प्रचार सामग्री बिखरी पड़ी मिली.
सारांश: पुलिस ने किया था उस इलाके में जाने से मना स्थानीय हाट पर लोगों से मिलना चाहते थे एमएलए पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की
7
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) स्थित ट्रामा सेंटर में रविवार की देर रात मरीज के अटेंडेंट द्वारा डॉक्टर के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है. डॉक्टर का आरोप है मरीज के अटेंडेंट ने दुर्व्यवहार करने के साथ गाली-गलौज भी की. एम्स ट्रामा सेंटर में बीती रात हुई घटना के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि जब कोई घायल मरीज अस्पताल आता है तो फिजिशियन की ड्यूटी होती है कि गंभीर मरीज को देखने के बाद उन्हें देखा जाए.  आरडीए के प्रमुख डॉ. अमरिंदर सिंह मलही ने कहा, ''ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मरीज की गंभीर स्थिति नहीं थी, लेकिन मरीज के अटेंडेंट ने शराब पी रखी थी जिसने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और कहा, अगर तुम इसे अभी नहीं देखेगो तो मैं तुम्हें मार दूंगा.'' इसी वजह से एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को दोपहर 12 बजे से लेकर मंगलवार सुबह 6 बजे तक हड़ताल पर रहने का फैसला लिया. एम्स के डॉक्टरों ने सुबह 8 से 9 बजे तक पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों की मांग के समर्थन में मार्च भी किया. फिलहाल अस्पताल में केवल आपातकालीन सेवाएं ही उपलब्ध रहेंगी. हड़ताल कर रहे डॉक्टरों की मांग है कि डॉक्टरों के साथ हो रही मारपीट और बनी ऐसी परिस्थिति में सेंट्रल एक्ट फ़ॉर वायलेंस अगेंस्ट डॉक्टर्स लाया जाये. मालूम हो कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने पहले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा बुलाई गई हड़ताल में शामिल होने से इनकार कर दिया था, लेकिन रविवार की देर रात एम्स ट्रामा के डॉक्टर के साथ हुए दुर्व्यवहार की वजह से सोमवार को विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. बता दें, केंद्र सरकार के सफदरजंग अस्पताल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज अस्पताल, आरएमएल अस्पताल और दिल्ली सरकार के जीटीबी अस्पताल, डॉ बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल तथा दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के डॉक्टर सोमवार को काम नहीं करेंगे. आईएमए ने कहा कि सभी बाह्यरोगी विभाग (ओपीडी), नियमित ऑपरेशन थियेटर सेवाएं और वार्ड में डॉक्टरों के दौरे सोमवार को सुबह छह बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक निलंबित रहेंगे. उसने कहा कि आपातकालीन सेवाएं चलती रहेंगी.
यहाँ एक सारांश है:देशभर में डॉक्टरों का हड़ताल AIIMS के डॉक्टर का दावा एम्स में बीती रात मरीज के अटेंडेंट ने की बदसलूकी
12
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: खाद्य उत्पादों की कीमतों में मामूली नरमी के बीच जुलाई महीने में मुद्रास्फीति घटकर 6.87 प्रतिशत रह गई। यह अलग बात है कि आलू, चावल तथा विनिर्मित उत्पादों के दाम इस दौरान ऊंचे बने रहे। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति एक महीना पहले जून में 7.25 प्रतिशत तथा पिछले साल जुलाई में 9.36 प्रतिशत रही थी। यदि खाद्य मुद्रास्फीति की बात की जाये तो यह जुलाई महीने में घटकर 10.06 प्रतिशत रही, जो जून में 10.81 प्रतिशत पर थी। पिछले साल जुलाई में इस वर्ग में मुद्रास्फीति 8.19 प्रतिशत पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य जिंसों का हिस्सा 14.3 प्रतिशत है। विनिर्माण उत्पाद श्रेणी में सूती कपड़े, कागज, कागज उत्पाद, सीमेंट तथा चूना महंगा हुआ। विनिर्माण उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की दर जुलाई में 5.58 प्रतिशत रही, जो जून में पांच प्रतिशत थी।टिप्पणियां खाद्य पदार्थों की श्रेणी में जुलाई में सालाना आधार पर आलू 73 प्रतिशत, चावल 10.12 प्रतिशत, मोटा अनाज 8.29 प्रतिशत तथा दालें 28.29 प्रतिशत महंगी हुईं। इसेक अलावा अंडा व मछली के दाम भी 16 प्रतिशत बढ़ गए। वहीं प्याज तथा फलों पर मुद्रास्फीति दबाव जुलाई महीने में घटा। फलों के मामले में मुद्रास्फीति घटकर 0.15 प्रतिशत तथा प्याज के दाम 9.81 प्रतिशत घट गए। गैर-खाद्य जिंसों में फाइबर की मुद्रास्फीति 5.89 प्रतिशत, बिनौला 25.22 प्रतिशत तथा खनिजों की 8.43 प्रतिशत रही। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति एक महीना पहले जून में 7.25 प्रतिशत तथा पिछले साल जुलाई में 9.36 प्रतिशत रही थी। यदि खाद्य मुद्रास्फीति की बात की जाये तो यह जुलाई महीने में घटकर 10.06 प्रतिशत रही, जो जून में 10.81 प्रतिशत पर थी। पिछले साल जुलाई में इस वर्ग में मुद्रास्फीति 8.19 प्रतिशत पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य जिंसों का हिस्सा 14.3 प्रतिशत है। विनिर्माण उत्पाद श्रेणी में सूती कपड़े, कागज, कागज उत्पाद, सीमेंट तथा चूना महंगा हुआ। विनिर्माण उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की दर जुलाई में 5.58 प्रतिशत रही, जो जून में पांच प्रतिशत थी।टिप्पणियां खाद्य पदार्थों की श्रेणी में जुलाई में सालाना आधार पर आलू 73 प्रतिशत, चावल 10.12 प्रतिशत, मोटा अनाज 8.29 प्रतिशत तथा दालें 28.29 प्रतिशत महंगी हुईं। इसेक अलावा अंडा व मछली के दाम भी 16 प्रतिशत बढ़ गए। वहीं प्याज तथा फलों पर मुद्रास्फीति दबाव जुलाई महीने में घटा। फलों के मामले में मुद्रास्फीति घटकर 0.15 प्रतिशत तथा प्याज के दाम 9.81 प्रतिशत घट गए। गैर-खाद्य जिंसों में फाइबर की मुद्रास्फीति 5.89 प्रतिशत, बिनौला 25.22 प्रतिशत तथा खनिजों की 8.43 प्रतिशत रही। यदि खाद्य मुद्रास्फीति की बात की जाये तो यह जुलाई महीने में घटकर 10.06 प्रतिशत रही, जो जून में 10.81 प्रतिशत पर थी। पिछले साल जुलाई में इस वर्ग में मुद्रास्फीति 8.19 प्रतिशत पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में खाद्य जिंसों का हिस्सा 14.3 प्रतिशत है। विनिर्माण उत्पाद श्रेणी में सूती कपड़े, कागज, कागज उत्पाद, सीमेंट तथा चूना महंगा हुआ। विनिर्माण उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की दर जुलाई में 5.58 प्रतिशत रही, जो जून में पांच प्रतिशत थी।टिप्पणियां खाद्य पदार्थों की श्रेणी में जुलाई में सालाना आधार पर आलू 73 प्रतिशत, चावल 10.12 प्रतिशत, मोटा अनाज 8.29 प्रतिशत तथा दालें 28.29 प्रतिशत महंगी हुईं। इसेक अलावा अंडा व मछली के दाम भी 16 प्रतिशत बढ़ गए। वहीं प्याज तथा फलों पर मुद्रास्फीति दबाव जुलाई महीने में घटा। फलों के मामले में मुद्रास्फीति घटकर 0.15 प्रतिशत तथा प्याज के दाम 9.81 प्रतिशत घट गए। गैर-खाद्य जिंसों में फाइबर की मुद्रास्फीति 5.89 प्रतिशत, बिनौला 25.22 प्रतिशत तथा खनिजों की 8.43 प्रतिशत रही। विनिर्माण उत्पाद श्रेणी में सूती कपड़े, कागज, कागज उत्पाद, सीमेंट तथा चूना महंगा हुआ। विनिर्माण उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की दर जुलाई में 5.58 प्रतिशत रही, जो जून में पांच प्रतिशत थी।टिप्पणियां खाद्य पदार्थों की श्रेणी में जुलाई में सालाना आधार पर आलू 73 प्रतिशत, चावल 10.12 प्रतिशत, मोटा अनाज 8.29 प्रतिशत तथा दालें 28.29 प्रतिशत महंगी हुईं। इसेक अलावा अंडा व मछली के दाम भी 16 प्रतिशत बढ़ गए। वहीं प्याज तथा फलों पर मुद्रास्फीति दबाव जुलाई महीने में घटा। फलों के मामले में मुद्रास्फीति घटकर 0.15 प्रतिशत तथा प्याज के दाम 9.81 प्रतिशत घट गए। गैर-खाद्य जिंसों में फाइबर की मुद्रास्फीति 5.89 प्रतिशत, बिनौला 25.22 प्रतिशत तथा खनिजों की 8.43 प्रतिशत रही। खाद्य पदार्थों की श्रेणी में जुलाई में सालाना आधार पर आलू 73 प्रतिशत, चावल 10.12 प्रतिशत, मोटा अनाज 8.29 प्रतिशत तथा दालें 28.29 प्रतिशत महंगी हुईं। इसेक अलावा अंडा व मछली के दाम भी 16 प्रतिशत बढ़ गए। वहीं प्याज तथा फलों पर मुद्रास्फीति दबाव जुलाई महीने में घटा। फलों के मामले में मुद्रास्फीति घटकर 0.15 प्रतिशत तथा प्याज के दाम 9.81 प्रतिशत घट गए। गैर-खाद्य जिंसों में फाइबर की मुद्रास्फीति 5.89 प्रतिशत, बिनौला 25.22 प्रतिशत तथा खनिजों की 8.43 प्रतिशत रही। वहीं प्याज तथा फलों पर मुद्रास्फीति दबाव जुलाई महीने में घटा। फलों के मामले में मुद्रास्फीति घटकर 0.15 प्रतिशत तथा प्याज के दाम 9.81 प्रतिशत घट गए। गैर-खाद्य जिंसों में फाइबर की मुद्रास्फीति 5.89 प्रतिशत, बिनौला 25.22 प्रतिशत तथा खनिजों की 8.43 प्रतिशत रही।
यहाँ एक सारांश है:खाद्य उत्पादों की कीमतों में मामूली नरमी के बीच जुलाई महीने में मुद्रास्फीति घटकर 6.87 प्रतिशत रह गई। यह अलग बात है कि आलू, चावल तथा विनिर्मित उत्पादों के दाम इस दौरान ऊंचे बने रहे।
18
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: Chhichhore Box Office Collection Day 3: सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) और श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की फिल्म 'छिछोरे' (Chhichhore) तीसरे दिन यानी रविवार को भी बॉक्स ऑफिस पर छाई रही. इस फिल्म की कमाई में वीकेंड को शानदार उछाल देखने को मिला.  बॉक्स ऑफिस इंडिया के मुताबिक,  'छिछोरे' (Chhichhore) ने रविवार को 15.50 से 16 करोड़ रुपये की शानदार कमाई की. इस हिसाब से इस फिल्म ने वीकेंड पर 27.50 करोड़ रुपये की कमाई की है. फिल्म ने केवल तीन ही दिनों में 35 करोड़ रुपये कमा डाले हैं. सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) और श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) की फिल्म 'छिछोरे' (Chhichhore Collection) को वर्ड टू माउथ काफी प्रमोशन मिल रहा है. कॉलेज स्टूडेंट्स में फिल्म को लेकर काफी क्रेज देखने को मिल रहा है. इस फिल्म ने पहले दिन यानी शुक्रवार को 7.32 करोड़ रुपये के साथ बॉक्स ऑफिस पर ओपनिंग की थी. फिल्म ने दूसरे दिन यानी शनिवार को 12 करोड़ रुपये की कमाई की. 'छिछोरे (Chhichhore)' की कहानी कॉलेज स्टूडेंट्स पर आधारित है, जो यारी-दोस्ती के साथ ही लूजर न बनने की मानसिकता से दूर रहने का संदेश देती है. फिल्म में कॉलेज के दिन हैं, यारी-दोस्ती का मजा है, हॉस्टेल लाइफ है और खेल में सबकुछ दांव पर लगाना है. इस तरह दंगल फेम डायरेक्टर ने संदेश के साथ ही हल्की-फुल्की फिल्म देने की कोशिश की है. फिल्म की कहानी सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) और श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) के बेटे से शुरू होती है. 'छिछोरे (Chhichhore)' फिल्म में एक्टिंग के मोर्चे पर मम्मी का किरदार निभा रहे तुषार पांडे, सेक्सा बने वरुण शर्मा और डेरेक के किरदार में ताहिर राज भसीन जमे हैं. वरुण शर्मा ने अपने बोल्ड जोक्स के साथ खूब हंसाने की कोशिश की है. सुशांत सिंह राजपूत ने अपने कैरेक्टर को ठीक-ठाक ढंग से निभाया है. कुल मिलाकर फिल्म लोगों को पसंद आ रही है.
संक्षिप्त सारांश: फिल्म 'छिछोरे' ने तीसरे दिन किया इतना कलेक्शन सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म का छाया जादू अब तक किया इतना कलेक्शन
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बढ़ती महंगाई से चिंतित गृहमंत्री पी चिदंबरम ने बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार के हाथ में हर कारगर उपकरण उपाय होने पर संदेह जताया। एक कार्यक्रम में चिदंबरम ने कहा, मुद्रास्फीति काफी ऊंची है, खाद्य वस्तुओं की महंगाई काफी बढ़ी हुई है...हमें पक्का विश्वास नहीं है कि खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए हमारे पास सभी तरह के उपाय हैं। गृह मंत्रालय में आने से पहले वित्तमंत्री रह चुके चिदंबरम ने कहा कि कीमतों पर स्थिरता बनाए रखने का दायित्व हम पर है, पर सरकार द्वारा तय की जाने वाली कुछ कीमतों में वृद्धि करने की जरूरत है। चिदंबरम ने कहा कि मुद्रास्फीति से बुरा कोई कर नहीं है। अगर आपकी आमदनी काफी अधिक है, तो उसे महंगाई खा जाती है। खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 18 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 10 सप्ताह के शीर्ष 14.44 प्रतिशत पर पहुंच गई। इस दौरान सालाना आधार पर खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें करीब 40 प्रतिशत तक बढ़कर 75.80 रुपये किलो पहुंच गईं। वहीं नवंबर, 2010 में कुल मुद्रास्फीति 7.48 प्रतिशत रही। प्याज के अलावा टमाटर एवं अन्य हरी सब्जियों की कीमतों में भी तेजी बनी हुई है।
सारांश: महंगाई से चिंतित गृहमंत्री चिदंबरम ने बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार के हाथ में हर कारगर उपकरण उपाय होने पर संदेह जताया।
7
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सुपरस्टार सलमान खान का मानना है कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक टेक में शानदार शॉट देने वाले अभिनेता हैं। नवाजुद्दीन, सलमान की अगली फिल्म ‘फ्रीकी अली’ में एक गोल्फर की भूमिका में हैं। सोहेल खान के निर्देशन में बनने वाली इस फिल्म में एक छोटी सी भूमिका निभा रहे नवाजुद्दीन इस फिल्म में सबसे पहले अंत:वस्त्र बेचने वाले सेल्समैन के रूप में दिखाई देते हैं। इसके बाद वह एक स्थानीय गैंगस्टर के रूप में दिखते हैं, जो क्रिकेट खेलता है। बाद में वह गोल्फ खेलने लगते हैं। रविवार की शाम को ‘फ्रीकी अली’ का ट्रेलर जारी होने के अवसर पर नवाजुद्दीन ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने पहले कभी गोल्फ नहीं खेला था। यह एक तकनीकी खेल है और मुझे इसे सीखना पड़ा। मैंने इसका बहुत अभ्यास किया। मैंने 10-12 दिन तक गोल्फ का अभ्यास किया।’’ मंझे हुए अभिनेता नवाजुद्दीन ने कहा कि फिल्म में अंत:वस्त्र बेचने के लिए संवाद बोलने में उन्हें काफी दिक्कत हुई। नवाजुद्दीन ने कहा, ‘‘अंत:वस्त्र के विज्ञापन से जुड़ा संवाद सबसे मुश्किल था। मैंने इसका शॉट देने से पहले सुबह इसका अभ्यास किया।’’ ट्रेलर लॉन्च के अवसर पर नवाज ने यह संवाद बोलकर भी सुनाया, जिसके बाद वहां मौजूद लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए। इस दौरान वहां मौजूद सलमान भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए।टिप्पणियां सलमान ने नवाजुद्दीन के संवाद बोलने के अंदाज का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘इसीलिए हमने नवाजुद्दीन को लिया था। वह आपको पहले टेक में शॉट दे देंगे। यदि मुझे इसे करना हो तो मुझे इसके लिए 50 टेक लग जाएंगे। उसके बाद भी मैं दोबारा उसे नहीं बोल पाऊंगा।’’ इस फिल्म में एमी जैक्सन और निकितिन धीर भी हैं। फिल्म 9 सितंबर को रिलीज हो रही है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सोहेल खान के निर्देशन में बनने वाली इस फिल्म में एक छोटी सी भूमिका निभा रहे नवाजुद्दीन इस फिल्म में सबसे पहले अंत:वस्त्र बेचने वाले सेल्समैन के रूप में दिखाई देते हैं। इसके बाद वह एक स्थानीय गैंगस्टर के रूप में दिखते हैं, जो क्रिकेट खेलता है। बाद में वह गोल्फ खेलने लगते हैं। रविवार की शाम को ‘फ्रीकी अली’ का ट्रेलर जारी होने के अवसर पर नवाजुद्दीन ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने पहले कभी गोल्फ नहीं खेला था। यह एक तकनीकी खेल है और मुझे इसे सीखना पड़ा। मैंने इसका बहुत अभ्यास किया। मैंने 10-12 दिन तक गोल्फ का अभ्यास किया।’’ मंझे हुए अभिनेता नवाजुद्दीन ने कहा कि फिल्म में अंत:वस्त्र बेचने के लिए संवाद बोलने में उन्हें काफी दिक्कत हुई। नवाजुद्दीन ने कहा, ‘‘अंत:वस्त्र के विज्ञापन से जुड़ा संवाद सबसे मुश्किल था। मैंने इसका शॉट देने से पहले सुबह इसका अभ्यास किया।’’ ट्रेलर लॉन्च के अवसर पर नवाज ने यह संवाद बोलकर भी सुनाया, जिसके बाद वहां मौजूद लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए। इस दौरान वहां मौजूद सलमान भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए।टिप्पणियां सलमान ने नवाजुद्दीन के संवाद बोलने के अंदाज का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘इसीलिए हमने नवाजुद्दीन को लिया था। वह आपको पहले टेक में शॉट दे देंगे। यदि मुझे इसे करना हो तो मुझे इसके लिए 50 टेक लग जाएंगे। उसके बाद भी मैं दोबारा उसे नहीं बोल पाऊंगा।’’ इस फिल्म में एमी जैक्सन और निकितिन धीर भी हैं। फिल्म 9 सितंबर को रिलीज हो रही है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रविवार की शाम को ‘फ्रीकी अली’ का ट्रेलर जारी होने के अवसर पर नवाजुद्दीन ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने पहले कभी गोल्फ नहीं खेला था। यह एक तकनीकी खेल है और मुझे इसे सीखना पड़ा। मैंने इसका बहुत अभ्यास किया। मैंने 10-12 दिन तक गोल्फ का अभ्यास किया।’’ मंझे हुए अभिनेता नवाजुद्दीन ने कहा कि फिल्म में अंत:वस्त्र बेचने के लिए संवाद बोलने में उन्हें काफी दिक्कत हुई। नवाजुद्दीन ने कहा, ‘‘अंत:वस्त्र के विज्ञापन से जुड़ा संवाद सबसे मुश्किल था। मैंने इसका शॉट देने से पहले सुबह इसका अभ्यास किया।’’ ट्रेलर लॉन्च के अवसर पर नवाज ने यह संवाद बोलकर भी सुनाया, जिसके बाद वहां मौजूद लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए। इस दौरान वहां मौजूद सलमान भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए।टिप्पणियां सलमान ने नवाजुद्दीन के संवाद बोलने के अंदाज का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘इसीलिए हमने नवाजुद्दीन को लिया था। वह आपको पहले टेक में शॉट दे देंगे। यदि मुझे इसे करना हो तो मुझे इसके लिए 50 टेक लग जाएंगे। उसके बाद भी मैं दोबारा उसे नहीं बोल पाऊंगा।’’ इस फिल्म में एमी जैक्सन और निकितिन धीर भी हैं। फिल्म 9 सितंबर को रिलीज हो रही है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नवाजुद्दीन ने कहा, ‘‘अंत:वस्त्र के विज्ञापन से जुड़ा संवाद सबसे मुश्किल था। मैंने इसका शॉट देने से पहले सुबह इसका अभ्यास किया।’’ ट्रेलर लॉन्च के अवसर पर नवाज ने यह संवाद बोलकर भी सुनाया, जिसके बाद वहां मौजूद लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो गए। इस दौरान वहां मौजूद सलमान भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए।टिप्पणियां सलमान ने नवाजुद्दीन के संवाद बोलने के अंदाज का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘इसीलिए हमने नवाजुद्दीन को लिया था। वह आपको पहले टेक में शॉट दे देंगे। यदि मुझे इसे करना हो तो मुझे इसके लिए 50 टेक लग जाएंगे। उसके बाद भी मैं दोबारा उसे नहीं बोल पाऊंगा।’’ इस फिल्म में एमी जैक्सन और निकितिन धीर भी हैं। फिल्म 9 सितंबर को रिलीज हो रही है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस दौरान वहां मौजूद सलमान भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए।टिप्पणियां सलमान ने नवाजुद्दीन के संवाद बोलने के अंदाज का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘इसीलिए हमने नवाजुद्दीन को लिया था। वह आपको पहले टेक में शॉट दे देंगे। यदि मुझे इसे करना हो तो मुझे इसके लिए 50 टेक लग जाएंगे। उसके बाद भी मैं दोबारा उसे नहीं बोल पाऊंगा।’’ इस फिल्म में एमी जैक्सन और निकितिन धीर भी हैं। फिल्म 9 सितंबर को रिलीज हो रही है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सलमान ने नवाजुद्दीन के संवाद बोलने के अंदाज का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘इसीलिए हमने नवाजुद्दीन को लिया था। वह आपको पहले टेक में शॉट दे देंगे। यदि मुझे इसे करना हो तो मुझे इसके लिए 50 टेक लग जाएंगे। उसके बाद भी मैं दोबारा उसे नहीं बोल पाऊंगा।’’ इस फिल्म में एमी जैक्सन और निकितिन धीर भी हैं। फिल्म 9 सितंबर को रिलीज हो रही है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नवाजुद्दीन अगली फिल्म ‘फ्रीकी अली’ में एक गोल्फर की भूमिका में हैं फिल्म में सबसे पहले अंत:वस्त्र बेचने वाले सेल्समैन बने हैं यदि मुझे इसे करना हो तो मुझे इसके लिए 50 टेक लग जाते : सलमान
6
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सुखराम कहते हैं रजपता और उनके बीच प्रेम संबंध इतना मजबूत है कि कभी जिंदगी और समाज की मुश्किलें याद ही नहीं रही. कुछ महीने पहले दोनों अपने बच्चों के साथ घर में बैठे थे तभी रजपता ने इच्छा जाहिर की कि अब तो उनका परिवार भरा पूरा है. अब वे जिंदगी के आखिरी पड़ाव में हैं. ऐसे में क्यों न प्रेम के संबंध पर सामाजिक मुहर लगा दी जाए. बच्चों ने रजपता की इच्छा पूरा करने की ठानी. उन्होंने पिता सुखराम को उम्र के इस पड़ाव में शादी के लिए तैयार किया. इसके बाद बेहद धूम-धाम से दोनों की शादी रचाई गई. इस शादी में गांव वालों के साथ दूल्हा-दुल्हन के बेटे-बेटियां, नाती-पोते बाराती बने. इस अनोखी शादी में गांव वालों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस शादी पर गांव वालों का कहना है कि रजपता और सुखराम ने सच्चा प्यार किया है. दोनों गांव में ऐसे रहते कि किसी को पता ही नहीं चलता कि ये पति-पत्नी नहीं हैं. इन्होंने प्रेम की मिसाल कायम की है.   इस अनोखी शादी में गांव वालों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस शादी पर गांव वालों का कहना है कि रजपता और सुखराम ने सच्चा प्यार किया है. दोनों गांव में ऐसे रहते कि किसी को पता ही नहीं चलता कि ये पति-पत्नी नहीं हैं. इन्होंने प्रेम की मिसाल कायम की है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के गांव में हुई अनोखी शादी दूल्हा 80 साल का और दुल्हन 70 साल की 50 साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे दोनों
3
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारत में जल्द ही पूरी तरह महिलाओं को समर्पित पहला सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक खोला जाएगा और जगह-जगह इसकी शाखाएं होंगी। केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने गुरुवार को लोकसभा में आम बजट पेश करते हुए यह घोषणा की। बजट पेश करते हुए चिदंबरम ने कहा, "क्या हम ऐसे बैंक की व्यवस्था कर सकते हैं जो पूरी तरह महिलाओं को समर्पित हो तथा महिला व्यापारियों के हित के लिए काम करने वाला हो, ऐसा बैंक जो महिला स्वयं सहायता समूहों एवं सभी महिलाओं के जीवन स्तर के विकास में सहायक हो तथा महिला सशक्तीकरण एवं महिला आर्थिक सशक्तीकरण का प्रतिनिधित्व करने वाला हो।" चिदंबरम ने आगे कहा, "इसलिए मैं देश में महिलाओं को समर्पित सार्वजनिक क्षेत्र का पहला बैंक 1,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष से स्थापित करने की घोषणा करता हूं।" सांसदों ने केंद्रीय वित्त मंत्री की इस घोषणा का स्वागत किया।टिप्पणियां वित्त मंत्री ने आशा जताई कि अक्टूबर 2013 तक इसके लिए जरूरी बैंक लाइसेंस तथा अन्य स्वीकृतियां मिल जाएंगी। चिदंबरम ने लोकसभा में उपस्थित सभी सदस्यों को इस बैंक के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित भी किया। आज की तारीख में महिलाएं कई बैंकों के शीर्ष पद पर विराजमान हैं जिसमें दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी शामिल हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई बैंक नहीं है जो सिर्फ महिलाओं के लिए समर्पित हो। बजट पेश करते हुए चिदंबरम ने कहा, "क्या हम ऐसे बैंक की व्यवस्था कर सकते हैं जो पूरी तरह महिलाओं को समर्पित हो तथा महिला व्यापारियों के हित के लिए काम करने वाला हो, ऐसा बैंक जो महिला स्वयं सहायता समूहों एवं सभी महिलाओं के जीवन स्तर के विकास में सहायक हो तथा महिला सशक्तीकरण एवं महिला आर्थिक सशक्तीकरण का प्रतिनिधित्व करने वाला हो।" चिदंबरम ने आगे कहा, "इसलिए मैं देश में महिलाओं को समर्पित सार्वजनिक क्षेत्र का पहला बैंक 1,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष से स्थापित करने की घोषणा करता हूं।" सांसदों ने केंद्रीय वित्त मंत्री की इस घोषणा का स्वागत किया।टिप्पणियां वित्त मंत्री ने आशा जताई कि अक्टूबर 2013 तक इसके लिए जरूरी बैंक लाइसेंस तथा अन्य स्वीकृतियां मिल जाएंगी। चिदंबरम ने लोकसभा में उपस्थित सभी सदस्यों को इस बैंक के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित भी किया। आज की तारीख में महिलाएं कई बैंकों के शीर्ष पद पर विराजमान हैं जिसमें दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी शामिल हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई बैंक नहीं है जो सिर्फ महिलाओं के लिए समर्पित हो। चिदंबरम ने आगे कहा, "इसलिए मैं देश में महिलाओं को समर्पित सार्वजनिक क्षेत्र का पहला बैंक 1,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष से स्थापित करने की घोषणा करता हूं।" सांसदों ने केंद्रीय वित्त मंत्री की इस घोषणा का स्वागत किया।टिप्पणियां वित्त मंत्री ने आशा जताई कि अक्टूबर 2013 तक इसके लिए जरूरी बैंक लाइसेंस तथा अन्य स्वीकृतियां मिल जाएंगी। चिदंबरम ने लोकसभा में उपस्थित सभी सदस्यों को इस बैंक के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित भी किया। आज की तारीख में महिलाएं कई बैंकों के शीर्ष पद पर विराजमान हैं जिसमें दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी शामिल हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई बैंक नहीं है जो सिर्फ महिलाओं के लिए समर्पित हो। वित्त मंत्री ने आशा जताई कि अक्टूबर 2013 तक इसके लिए जरूरी बैंक लाइसेंस तथा अन्य स्वीकृतियां मिल जाएंगी। चिदंबरम ने लोकसभा में उपस्थित सभी सदस्यों को इस बैंक के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित भी किया। आज की तारीख में महिलाएं कई बैंकों के शीर्ष पद पर विराजमान हैं जिसमें दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी शामिल हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई बैंक नहीं है जो सिर्फ महिलाओं के लिए समर्पित हो। आज की तारीख में महिलाएं कई बैंकों के शीर्ष पद पर विराजमान हैं जिसमें दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी शामिल हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई बैंक नहीं है जो सिर्फ महिलाओं के लिए समर्पित हो।
भारत में जल्द ही पूरी तरह महिलाओं को समर्पित पहला सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक खोला जाएगा और जगह-जगह इसकी शाखाएं होंगी। केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने गुरुवार को लोकसभा में आम बजट पेश करते हुए यह घोषणा की।
26
['hin']
एक सारांश बनाओ: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों का कर्ज माफ किए जाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में आयोजित अंतर्राज्यीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेने वाले केजरीवाल ने दाल की कीमतों में वृद्धि का भी मुद्दा उठाया। केजरीवाल ने बैठक के बाद ट्वीट किया, "मैंने केंद्र सरकार से सभी किसानों का कर्ज माफ किए जाने और एम.एस. स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू करते हुए किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिए जाने का मुद्दा उठाया।" केजरीवाल ने अगले ट्वीट में कहा, "इसके अलावा मैंने कुछ थोक कारोबारियों द्वारा जमाखोरी के कारण दाल की कीमतों में हुई वृद्धि का भी मुद्दा उठाया।"टिप्पणियां केजरीवाल ने इसके अलावा केंद्र से 14वें वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर दिल्ली को उसका शेष बजट देने के लिए भी कहा, जो केजरीवाल के अनुसार 5,000 करोड़ रुपये है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच कई मुद्दों को लेकर तनातनी चल रही है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केजरीवाल ने बैठक के बाद ट्वीट किया, "मैंने केंद्र सरकार से सभी किसानों का कर्ज माफ किए जाने और एम.एस. स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू करते हुए किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिए जाने का मुद्दा उठाया।" केजरीवाल ने अगले ट्वीट में कहा, "इसके अलावा मैंने कुछ थोक कारोबारियों द्वारा जमाखोरी के कारण दाल की कीमतों में हुई वृद्धि का भी मुद्दा उठाया।"टिप्पणियां केजरीवाल ने इसके अलावा केंद्र से 14वें वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर दिल्ली को उसका शेष बजट देने के लिए भी कहा, जो केजरीवाल के अनुसार 5,000 करोड़ रुपये है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच कई मुद्दों को लेकर तनातनी चल रही है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केजरीवाल ने अगले ट्वीट में कहा, "इसके अलावा मैंने कुछ थोक कारोबारियों द्वारा जमाखोरी के कारण दाल की कीमतों में हुई वृद्धि का भी मुद्दा उठाया।"टिप्पणियां केजरीवाल ने इसके अलावा केंद्र से 14वें वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर दिल्ली को उसका शेष बजट देने के लिए भी कहा, जो केजरीवाल के अनुसार 5,000 करोड़ रुपये है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच कई मुद्दों को लेकर तनातनी चल रही है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केजरीवाल ने इसके अलावा केंद्र से 14वें वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर दिल्ली को उसका शेष बजट देने के लिए भी कहा, जो केजरीवाल के अनुसार 5,000 करोड़ रुपये है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच कई मुद्दों को लेकर तनातनी चल रही है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:केजरीवाल ने जमाखोरी के कारण दाल की कीमतों में वृद्धि का मुद्दा उठाया किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिए जाने का मुद्दा उठाया केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच कई मुद्दों को लेकर तनातनी जारी है
15
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: वोडाफोन इंडिया ने रमजान (Ramadan) के मौके पर उत्तर प्रदेश-पश्चिम एवं उत्तराखंड क्षेत्र के ग्राहकों के लिए विशेष ऑफर पेश किए हैं जिनमें असीमित लोकल एवं एसटीडी कॉल के साथ मुफ्त डाटा का विकल्प भी उपलब्ध कराया गया है. इन ऑफर्स के अतिरिक्त भी कंपनी ने खास डाटा ऑफर हाल ही में पेश किए हैं जिनके तहत वह वोडाफोन वॉयस प्लस डाटा (voice plus data) पैक लेकर आई है. कंपनी के मुताबिक, रमजान स्पेशल पैक में 2जी ग्राहक पांच रुपये में और 3जी ग्राहक 19 रुपये में एक घंटे के लिए असीमित डाटा का लाभ ले सकते हैं. वहीं 2जी ग्राहक 253 रुपये में और 3जी ग्राहक 345 रुपये में 28 दिनों की अवधि के लिए असीमित डाटा का उपयोग कर सकते हैं. चार हफ्ते अवधि वाले पैक में ग्राहकों को असीमित लोकल एवं एसटीडी कॉल की सुविधा भी मिलेगी. रमजान स्पेशल पैकेजेस पेश करते हुए कंपनी के उत्तर प्रदेश पश्चिम और उत्तराखंड के कारोबार प्रमुख दिलीप कुमार गंटा ने कहा कि रमजान का पाक महीना हमारे लिए बेहद खास है इसलिए हम उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ये पैसा वसूल पैकेज लेकर आए हैं. नए डाटा और कॉलिंग पैक्स के साथ उपभोक्ता अपने परिवारजनों और दोस्तों के साथ जुड़े रह सकेंगे और किफायती दरों पर इंटरनेट का लाभ उठा सकेंगे. इस पावन महीने के दौरान वे अपनी आध्यात्मिक भावनाओं को एक दूसरे के साथ बांट सकेंगे. टिप्पणियां बता दें कि वोडाफोन वॉयस प्लस डाटा (voice plus data) पैक के तहत 19 रुपये में प्रीपैड यूजर के लिए ऑफर्स लेकर आई है. कंपनी ने अपने प्लान्स को Vodafone SuperDay और Vodafone SuperWeek वाली दो कैटिगरी में बांटा है. इस प्लान में यूजर्स लोकल और एसटीडी कॉल कर सकेंगे. कंपनी ने एक विज्ञप्ति में यह बात पिछले दिनों कही.  एक दिन वाले प्लान में 19 रुपये में 100 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और इसके तहत अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. वहीं एक हफ्ते वाले प्लान में 49 रुपये में 250 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और साथ ही अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. 89 रुपये का पैक डलवा  लेंगे तो इसी के साथ आपको 100 मिनट दूसरे नेटवर्क के लिए भी टॉकटाइम मिल जाएगा. सर्कल के हिसाब से कीमतों में परिवर्तन संभव है. नॉन-4जी हैंडसेट के लिए फ्री डाटा  50एमबी तक सिमटा दिया गया है.  कंपनी के मुताबिक, रमजान स्पेशल पैक में 2जी ग्राहक पांच रुपये में और 3जी ग्राहक 19 रुपये में एक घंटे के लिए असीमित डाटा का लाभ ले सकते हैं. वहीं 2जी ग्राहक 253 रुपये में और 3जी ग्राहक 345 रुपये में 28 दिनों की अवधि के लिए असीमित डाटा का उपयोग कर सकते हैं. चार हफ्ते अवधि वाले पैक में ग्राहकों को असीमित लोकल एवं एसटीडी कॉल की सुविधा भी मिलेगी. रमजान स्पेशल पैकेजेस पेश करते हुए कंपनी के उत्तर प्रदेश पश्चिम और उत्तराखंड के कारोबार प्रमुख दिलीप कुमार गंटा ने कहा कि रमजान का पाक महीना हमारे लिए बेहद खास है इसलिए हम उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ये पैसा वसूल पैकेज लेकर आए हैं. नए डाटा और कॉलिंग पैक्स के साथ उपभोक्ता अपने परिवारजनों और दोस्तों के साथ जुड़े रह सकेंगे और किफायती दरों पर इंटरनेट का लाभ उठा सकेंगे. इस पावन महीने के दौरान वे अपनी आध्यात्मिक भावनाओं को एक दूसरे के साथ बांट सकेंगे. टिप्पणियां बता दें कि वोडाफोन वॉयस प्लस डाटा (voice plus data) पैक के तहत 19 रुपये में प्रीपैड यूजर के लिए ऑफर्स लेकर आई है. कंपनी ने अपने प्लान्स को Vodafone SuperDay और Vodafone SuperWeek वाली दो कैटिगरी में बांटा है. इस प्लान में यूजर्स लोकल और एसटीडी कॉल कर सकेंगे. कंपनी ने एक विज्ञप्ति में यह बात पिछले दिनों कही.  एक दिन वाले प्लान में 19 रुपये में 100 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और इसके तहत अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. वहीं एक हफ्ते वाले प्लान में 49 रुपये में 250 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और साथ ही अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. 89 रुपये का पैक डलवा  लेंगे तो इसी के साथ आपको 100 मिनट दूसरे नेटवर्क के लिए भी टॉकटाइम मिल जाएगा. सर्कल के हिसाब से कीमतों में परिवर्तन संभव है. नॉन-4जी हैंडसेट के लिए फ्री डाटा  50एमबी तक सिमटा दिया गया है.  रमजान स्पेशल पैकेजेस पेश करते हुए कंपनी के उत्तर प्रदेश पश्चिम और उत्तराखंड के कारोबार प्रमुख दिलीप कुमार गंटा ने कहा कि रमजान का पाक महीना हमारे लिए बेहद खास है इसलिए हम उपभोक्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ये पैसा वसूल पैकेज लेकर आए हैं. नए डाटा और कॉलिंग पैक्स के साथ उपभोक्ता अपने परिवारजनों और दोस्तों के साथ जुड़े रह सकेंगे और किफायती दरों पर इंटरनेट का लाभ उठा सकेंगे. इस पावन महीने के दौरान वे अपनी आध्यात्मिक भावनाओं को एक दूसरे के साथ बांट सकेंगे. टिप्पणियां बता दें कि वोडाफोन वॉयस प्लस डाटा (voice plus data) पैक के तहत 19 रुपये में प्रीपैड यूजर के लिए ऑफर्स लेकर आई है. कंपनी ने अपने प्लान्स को Vodafone SuperDay और Vodafone SuperWeek वाली दो कैटिगरी में बांटा है. इस प्लान में यूजर्स लोकल और एसटीडी कॉल कर सकेंगे. कंपनी ने एक विज्ञप्ति में यह बात पिछले दिनों कही.  एक दिन वाले प्लान में 19 रुपये में 100 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और इसके तहत अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. वहीं एक हफ्ते वाले प्लान में 49 रुपये में 250 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और साथ ही अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. 89 रुपये का पैक डलवा  लेंगे तो इसी के साथ आपको 100 मिनट दूसरे नेटवर्क के लिए भी टॉकटाइम मिल जाएगा. सर्कल के हिसाब से कीमतों में परिवर्तन संभव है. नॉन-4जी हैंडसेट के लिए फ्री डाटा  50एमबी तक सिमटा दिया गया है.  बता दें कि वोडाफोन वॉयस प्लस डाटा (voice plus data) पैक के तहत 19 रुपये में प्रीपैड यूजर के लिए ऑफर्स लेकर आई है. कंपनी ने अपने प्लान्स को Vodafone SuperDay और Vodafone SuperWeek वाली दो कैटिगरी में बांटा है. इस प्लान में यूजर्स लोकल और एसटीडी कॉल कर सकेंगे. कंपनी ने एक विज्ञप्ति में यह बात पिछले दिनों कही.  एक दिन वाले प्लान में 19 रुपये में 100 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और इसके तहत अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. वहीं एक हफ्ते वाले प्लान में 49 रुपये में 250 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और साथ ही अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. 89 रुपये का पैक डलवा  लेंगे तो इसी के साथ आपको 100 मिनट दूसरे नेटवर्क के लिए भी टॉकटाइम मिल जाएगा. सर्कल के हिसाब से कीमतों में परिवर्तन संभव है. नॉन-4जी हैंडसेट के लिए फ्री डाटा  50एमबी तक सिमटा दिया गया है.  एक दिन वाले प्लान में 19 रुपये में 100 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और इसके तहत अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. वहीं एक हफ्ते वाले प्लान में 49 रुपये में 250 एमबी मोबाइल डाटा दिया जा रहा है और साथ ही अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल कर सकेंगे. 89 रुपये का पैक डलवा  लेंगे तो इसी के साथ आपको 100 मिनट दूसरे नेटवर्क के लिए भी टॉकटाइम मिल जाएगा. सर्कल के हिसाब से कीमतों में परिवर्तन संभव है. नॉन-4जी हैंडसेट के लिए फ्री डाटा  50एमबी तक सिमटा दिया गया है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: रमजान के मौके पर उत्तर प्रदेश-पश्चिम एवं उत्तराखंड क्षेत्र के लिए खास ऑफर असीमित लोकल एवं एसटीडी कॉल के साथ मुफ्त डाटा का विकल्प भी वोडाफोन लेकर आया है ये स्पेशल पैक
25
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शांति भंग होने की आशंका में अन्ना हजारे को हिरासत में लिए जाने की तुलना गृहमंत्री पी चिदंबरम ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी को अक्टूबर, 1990 में बिहार में गिरफ्तार किए जाने से की, जब वहां लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे। लोकसभा में हजारे प्रकरण पर बुधवार को हुई चर्चा का जवाब देते हुए चिदंबरम ने अन्ना की गिरफ्तारी को सही बताते हुए कहा कि किसी को केवल किसी नियम का उल्लंघन करने पर ही नहीं, बल्कि नियमों का उल्लंघन होने की आशंका के चलते भी गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज की इस दलील को माना कि अन्ना को जहां गिरफ्तार किया गया, वहां धारा 144 नहीं लगी थी। उन्होंने कहा, लेकिन उन्हें इस आशंका में पुलिस ने हिरासत में लिया कि कहीं वह जेपी मैदान में जाकर ऐसा करने का प्रयास नहीं करें, जिससे शांति-व्यवस्था भंग होने का खतरा पैदा हो। सदन में आडवाणी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यह ऐसे ही जब लालकृष्णजी की राम रथ यात्रा को बिहार के तत्तकालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने समस्तीपुर में ही रुकवा कर शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका में गिरफ्तार करा दिया था। हालांकि आडवाणी ने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया था। इस पर सदन में मौजूद लालू ने मुस्कुराते हुए कहा, जो आरके सिंह आज आपके गृह सचिव हैं, उन्होंने ही आडवाणी जी को गिरफ्तार किया था। इस तुलनात्मक घटना का उल्लेख होने पर सारे सदन में ठहाके लगते रहे और आडवाणी भी मुस्कुराते नजर आए।
संक्षिप्त सारांश: अन्ना को हिरासत में लिए जाने की तुलना चिदंबरम ने आडवाणी को 1990 में बिहार में गिरफ्तार किए जाने से की, जब लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे।
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान स्पिनर शेन वार्न ने कहा है कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के ‘अहं’ के कारण केविन पीटरसन को सीमित ओवर के अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास लेने के लिए बाध्य होना पड़ा। पीटरसन वनडे क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते थे लेकिन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलना जारी रखना चाहते थे। ईसीबी ने हालांकि कहा कि दक्षिण अफ्रीका में जन्मा यह क्रिकेटर या तो दोनों लघु प्रारूपों में खेले या फिर किसी भी प्रारूप में नहीं। यही कारण है कि कैरेबिया में दो साल पहले विश्व टी20 में इंग्लैंड की खिताबी जीत के दौरान मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे पीटरसन सितंबर में श्रीलंका में इंग्लैंड की खिताब की रक्षा के अभियान में टीम के साथ नहीं होंगे। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी वनडे श्रृंखला में भी नहीं खेलेंगे और हैम्पशर में पीटरसन के कप्तान रह चुके वार्न ने कहा कि इंग्लैंड ने खुद को नुकसान पहुंचाया है। वार्न ने ‘द इंडिपेंडेंट’ से कहा, ‘‘ऐसी टीम जिसमें केविन पीटरसन नहीं होगा वह कमजोर होगी। वह मैच विजेता है इसलिए यह बड़ा नुकसान है।’’टिप्पणियां वार्न ने कहा, ‘‘मैं काफी हैरान हूं कि ईसीबी ने बेहतरी के लिए बातचीत करने का प्रयास नहीं किया, अहं को छोड़कर उन्हें कहना चाहिए था कि हम इसे समझ सकते हैं, हम चाहते हैं कि हमेशा हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस मामले में ईसीबी ने काफी अहं दिखाया।’’ वार्न ने कहा, ‘‘कौन अपनी टीम में केविन पीटरसन को नहीं चाहेगा। वह मैच विजेता है और लोगों को उसे खेलते हुए देखना पसंद है।’’ पीटरसन वनडे क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते थे लेकिन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलना जारी रखना चाहते थे। ईसीबी ने हालांकि कहा कि दक्षिण अफ्रीका में जन्मा यह क्रिकेटर या तो दोनों लघु प्रारूपों में खेले या फिर किसी भी प्रारूप में नहीं। यही कारण है कि कैरेबिया में दो साल पहले विश्व टी20 में इंग्लैंड की खिताबी जीत के दौरान मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे पीटरसन सितंबर में श्रीलंका में इंग्लैंड की खिताब की रक्षा के अभियान में टीम के साथ नहीं होंगे। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी वनडे श्रृंखला में भी नहीं खेलेंगे और हैम्पशर में पीटरसन के कप्तान रह चुके वार्न ने कहा कि इंग्लैंड ने खुद को नुकसान पहुंचाया है। वार्न ने ‘द इंडिपेंडेंट’ से कहा, ‘‘ऐसी टीम जिसमें केविन पीटरसन नहीं होगा वह कमजोर होगी। वह मैच विजेता है इसलिए यह बड़ा नुकसान है।’’टिप्पणियां वार्न ने कहा, ‘‘मैं काफी हैरान हूं कि ईसीबी ने बेहतरी के लिए बातचीत करने का प्रयास नहीं किया, अहं को छोड़कर उन्हें कहना चाहिए था कि हम इसे समझ सकते हैं, हम चाहते हैं कि हमेशा हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस मामले में ईसीबी ने काफी अहं दिखाया।’’ वार्न ने कहा, ‘‘कौन अपनी टीम में केविन पीटरसन को नहीं चाहेगा। वह मैच विजेता है और लोगों को उसे खेलते हुए देखना पसंद है।’’ यही कारण है कि कैरेबिया में दो साल पहले विश्व टी20 में इंग्लैंड की खिताबी जीत के दौरान मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे पीटरसन सितंबर में श्रीलंका में इंग्लैंड की खिताब की रक्षा के अभियान में टीम के साथ नहीं होंगे। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी वनडे श्रृंखला में भी नहीं खेलेंगे और हैम्पशर में पीटरसन के कप्तान रह चुके वार्न ने कहा कि इंग्लैंड ने खुद को नुकसान पहुंचाया है। वार्न ने ‘द इंडिपेंडेंट’ से कहा, ‘‘ऐसी टीम जिसमें केविन पीटरसन नहीं होगा वह कमजोर होगी। वह मैच विजेता है इसलिए यह बड़ा नुकसान है।’’टिप्पणियां वार्न ने कहा, ‘‘मैं काफी हैरान हूं कि ईसीबी ने बेहतरी के लिए बातचीत करने का प्रयास नहीं किया, अहं को छोड़कर उन्हें कहना चाहिए था कि हम इसे समझ सकते हैं, हम चाहते हैं कि हमेशा हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस मामले में ईसीबी ने काफी अहं दिखाया।’’ वार्न ने कहा, ‘‘कौन अपनी टीम में केविन पीटरसन को नहीं चाहेगा। वह मैच विजेता है और लोगों को उसे खेलते हुए देखना पसंद है।’’ वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी वनडे श्रृंखला में भी नहीं खेलेंगे और हैम्पशर में पीटरसन के कप्तान रह चुके वार्न ने कहा कि इंग्लैंड ने खुद को नुकसान पहुंचाया है। वार्न ने ‘द इंडिपेंडेंट’ से कहा, ‘‘ऐसी टीम जिसमें केविन पीटरसन नहीं होगा वह कमजोर होगी। वह मैच विजेता है इसलिए यह बड़ा नुकसान है।’’टिप्पणियां वार्न ने कहा, ‘‘मैं काफी हैरान हूं कि ईसीबी ने बेहतरी के लिए बातचीत करने का प्रयास नहीं किया, अहं को छोड़कर उन्हें कहना चाहिए था कि हम इसे समझ सकते हैं, हम चाहते हैं कि हमेशा हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस मामले में ईसीबी ने काफी अहं दिखाया।’’ वार्न ने कहा, ‘‘कौन अपनी टीम में केविन पीटरसन को नहीं चाहेगा। वह मैच विजेता है और लोगों को उसे खेलते हुए देखना पसंद है।’’ वार्न ने ‘द इंडिपेंडेंट’ से कहा, ‘‘ऐसी टीम जिसमें केविन पीटरसन नहीं होगा वह कमजोर होगी। वह मैच विजेता है इसलिए यह बड़ा नुकसान है।’’टिप्पणियां वार्न ने कहा, ‘‘मैं काफी हैरान हूं कि ईसीबी ने बेहतरी के लिए बातचीत करने का प्रयास नहीं किया, अहं को छोड़कर उन्हें कहना चाहिए था कि हम इसे समझ सकते हैं, हम चाहते हैं कि हमेशा हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस मामले में ईसीबी ने काफी अहं दिखाया।’’ वार्न ने कहा, ‘‘कौन अपनी टीम में केविन पीटरसन को नहीं चाहेगा। वह मैच विजेता है और लोगों को उसे खेलते हुए देखना पसंद है।’’ वार्न ने कहा, ‘‘मैं काफी हैरान हूं कि ईसीबी ने बेहतरी के लिए बातचीत करने का प्रयास नहीं किया, अहं को छोड़कर उन्हें कहना चाहिए था कि हम इसे समझ सकते हैं, हम चाहते हैं कि हमेशा हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस मामले में ईसीबी ने काफी अहं दिखाया।’’ वार्न ने कहा, ‘‘कौन अपनी टीम में केविन पीटरसन को नहीं चाहेगा। वह मैच विजेता है और लोगों को उसे खेलते हुए देखना पसंद है।’’ वार्न ने कहा, ‘‘कौन अपनी टीम में केविन पीटरसन को नहीं चाहेगा। वह मैच विजेता है और लोगों को उसे खेलते हुए देखना पसंद है।’’
संक्षिप्त सारांश: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान स्पिनर शेन वार्न ने कहा है कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के ‘अहं’ के कारण केविन पीटरसन को सीमित ओवर के अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास लेने के लिए बाध्य होना पड़ा।
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 11 जून को समाप्त हुए सप्ताह में बढ़कर 9.13 प्रतिशत पर पहुंच गई जो ढाई महीने का उच्च स्तर है। फल, दूध, प्याज और प्रोटीन आधारित वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से खाद्य मुद्रास्फीति बढ़ी। इससे पिछले सप्ताह में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 8.96 प्रतिशत थी। वहीं जून, 2010 के दूसरे सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति करीब 23 प्रतिशत थी। 26 मार्च, 2011 को समाप्त हुए सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति 9.18 प्रतिशत थी। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सालाना आधार पर प्याज के दाम 11.89 प्रतिशत बढ़े, जबकि अंडा, मीट और मछली के दाम में 10.56 प्रतिशत की बढ़े। वहीं अनाज के दाम में 4.32 प्रतिशत और आलू के दाम में 0.71 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि, इस दौरान दालों, गेहूं और सब्जियों के दाम में गिरावट दर्ज की गई। जहां दालें 10.34 प्रतिशत सस्ती हुईं, वहीं गेहूं के दाम एक प्रतिशत एवं सब्जियों के दाम 9.27 प्रतिशत नीचे आए।
संक्षिप्त सारांश: देश में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 11 जून को समाप्त हुए सप्ताह में बढ़कर 9.13 प्रतिशत पर पहुंच गई जो ढाई महीने का उच्च स्तर है।
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: साइना नेहवाल और पीवी सिंधु के लगातार ओलिंपिक खेलों में पदक के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने वाले मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि पढ़ाई में अच्छे नहीं थे और IIT परीक्षा पास नहीं कर पाने से उनके सफल खिलाड़ी बनने का रास्ता खुला. खेलों के विषय पर चर्चा करते हुए गोपीचंद ने कहा, ‘मैं और मेरा भाई दोनों खेलों में हिस्सा लेते थे. वह खेलों में शानदार था और अब मुझे लगता है कि मैं भाग्यशाली था कि मैं पढ़ाई में अच्छा नहीं था.’ उन्होंने कल यहां सम्मान समारोह के दौरान कहा, ‘वह राज्य चैम्पियन था. उसने आईआईटी परीक्षा दी और पास हो गया. वह आईआईटी गया और खेलना छोड़ दिया. मैंने इंजीनियरिंग की परीक्षा दी और फेल हो गया और मैंने खेलना जारी रखा और देखिये अब मैं कहां खड़ा हूं. मुझे लगता है कि आपको एकाग्र और कभी-कभी भाग्यशाली होना चाहिए.’ गोपीचंद 2001 में आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने और इसके बाद उन्होंने संन्यास लेकर अपनी अकादमी खोलने का फैसला किया. अकादमी खोलने की उनकी राह आसान नहीं रही. गोपीचंद ने बताया, ‘मुझे याद है कि कुछ साल पहले मैं सार्वजनिक क्षेत्र की एक कंपनी के पास गया. मुझे सुबह नौ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक लगातार तीन दिन बैठाया गया और तीन दिन बाद शाम को एक बड़े पदाधिकारी ने मेरे पास आकर कहा कि बैडमिंटन में वैश्विक खेल बनने की क्षमता नहीं है.’ गोपीचंद ने कहा, ‘यह अंतिम दिन था जब मैं प्रायोजन के लिए किसी के पास गया. उसी रात मैं वापस चला गया और मेरे माता-पिता और पत्नी का आभार, हमने हमारा घर गिरवी रख दिया और इस तरह अकादमी बनी.’ हैदराबाद में अकादमी स्थापित करने के 12 साल में गोपीचंद ने दो ओलंपिक पदक विजेता दिए. उन्होंने कहा, ‘मैंने 25 युवा बच्चों के साथ 2004 में अकादमी शुरू की. सिंधु आठ साल के साथ सबसे कम उम्र के बच्चों में थी और 15 साल का पी. कश्यप सबसे अधिक उम्र का था. जब मैंने कोचिंग शुरू की थी तो मेरा सपना था कि भारत एक दिन ओलिंपिक पदक जीते. मुझे नहीं पता था कि इतनी जल्दी 2012 में हम अपना पहला पदक जीत जाएंगे.’ गोपीचंद ने माजकिया लहजे में कहा, ‘मुझे लगता है कि शायद अब मुझे संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि मेरे सभी लक्ष्य पूरे हो गए हैं.’टिप्पणियां गोपीचंद ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके साथ काफी बुरा बर्ताव किया जबकि वह उन लोगों के आभारी हैं जो उनका समर्थन करने के लिए खड़े थे. इस बीच सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने कहा कि वह लोग जो बेटी को खेल में करियर बनाने की स्वीकृति देने के लिए पहले उनकी आलोचना करते थे वह अब उसकी उपलब्धि और उनके बलिदान की सराहना कर रहे हैं.रमन्ना ने कहा, ‘सिंधू जब ट्रेनिंग के लिए कभी कभी सुबह चार बजे और कभी कभी सुबह पांच बजे जाती थी और फिर हम जब पैदल घूमने निकलते थे तो काफी लोग कहते थे कि आप इतनी मुश्किल क्यों उठा रहे हो लेकिन अब वही लोग कहते हैं कि हमें आपकी बेटी पर गर्व है.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) खेलों के विषय पर चर्चा करते हुए गोपीचंद ने कहा, ‘मैं और मेरा भाई दोनों खेलों में हिस्सा लेते थे. वह खेलों में शानदार था और अब मुझे लगता है कि मैं भाग्यशाली था कि मैं पढ़ाई में अच्छा नहीं था.’ उन्होंने कल यहां सम्मान समारोह के दौरान कहा, ‘वह राज्य चैम्पियन था. उसने आईआईटी परीक्षा दी और पास हो गया. वह आईआईटी गया और खेलना छोड़ दिया. मैंने इंजीनियरिंग की परीक्षा दी और फेल हो गया और मैंने खेलना जारी रखा और देखिये अब मैं कहां खड़ा हूं. मुझे लगता है कि आपको एकाग्र और कभी-कभी भाग्यशाली होना चाहिए.’ गोपीचंद 2001 में आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने और इसके बाद उन्होंने संन्यास लेकर अपनी अकादमी खोलने का फैसला किया. अकादमी खोलने की उनकी राह आसान नहीं रही. गोपीचंद ने बताया, ‘मुझे याद है कि कुछ साल पहले मैं सार्वजनिक क्षेत्र की एक कंपनी के पास गया. मुझे सुबह नौ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक लगातार तीन दिन बैठाया गया और तीन दिन बाद शाम को एक बड़े पदाधिकारी ने मेरे पास आकर कहा कि बैडमिंटन में वैश्विक खेल बनने की क्षमता नहीं है.’ गोपीचंद ने कहा, ‘यह अंतिम दिन था जब मैं प्रायोजन के लिए किसी के पास गया. उसी रात मैं वापस चला गया और मेरे माता-पिता और पत्नी का आभार, हमने हमारा घर गिरवी रख दिया और इस तरह अकादमी बनी.’ हैदराबाद में अकादमी स्थापित करने के 12 साल में गोपीचंद ने दो ओलंपिक पदक विजेता दिए. उन्होंने कहा, ‘मैंने 25 युवा बच्चों के साथ 2004 में अकादमी शुरू की. सिंधु आठ साल के साथ सबसे कम उम्र के बच्चों में थी और 15 साल का पी. कश्यप सबसे अधिक उम्र का था. जब मैंने कोचिंग शुरू की थी तो मेरा सपना था कि भारत एक दिन ओलिंपिक पदक जीते. मुझे नहीं पता था कि इतनी जल्दी 2012 में हम अपना पहला पदक जीत जाएंगे.’ गोपीचंद ने माजकिया लहजे में कहा, ‘मुझे लगता है कि शायद अब मुझे संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि मेरे सभी लक्ष्य पूरे हो गए हैं.’टिप्पणियां गोपीचंद ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके साथ काफी बुरा बर्ताव किया जबकि वह उन लोगों के आभारी हैं जो उनका समर्थन करने के लिए खड़े थे. इस बीच सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने कहा कि वह लोग जो बेटी को खेल में करियर बनाने की स्वीकृति देने के लिए पहले उनकी आलोचना करते थे वह अब उसकी उपलब्धि और उनके बलिदान की सराहना कर रहे हैं.रमन्ना ने कहा, ‘सिंधू जब ट्रेनिंग के लिए कभी कभी सुबह चार बजे और कभी कभी सुबह पांच बजे जाती थी और फिर हम जब पैदल घूमने निकलते थे तो काफी लोग कहते थे कि आप इतनी मुश्किल क्यों उठा रहे हो लेकिन अब वही लोग कहते हैं कि हमें आपकी बेटी पर गर्व है.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अकादमी खोलने की उनकी राह आसान नहीं रही. गोपीचंद ने बताया, ‘मुझे याद है कि कुछ साल पहले मैं सार्वजनिक क्षेत्र की एक कंपनी के पास गया. मुझे सुबह नौ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक लगातार तीन दिन बैठाया गया और तीन दिन बाद शाम को एक बड़े पदाधिकारी ने मेरे पास आकर कहा कि बैडमिंटन में वैश्विक खेल बनने की क्षमता नहीं है.’ गोपीचंद ने कहा, ‘यह अंतिम दिन था जब मैं प्रायोजन के लिए किसी के पास गया. उसी रात मैं वापस चला गया और मेरे माता-पिता और पत्नी का आभार, हमने हमारा घर गिरवी रख दिया और इस तरह अकादमी बनी.’ हैदराबाद में अकादमी स्थापित करने के 12 साल में गोपीचंद ने दो ओलंपिक पदक विजेता दिए. उन्होंने कहा, ‘मैंने 25 युवा बच्चों के साथ 2004 में अकादमी शुरू की. सिंधु आठ साल के साथ सबसे कम उम्र के बच्चों में थी और 15 साल का पी. कश्यप सबसे अधिक उम्र का था. जब मैंने कोचिंग शुरू की थी तो मेरा सपना था कि भारत एक दिन ओलिंपिक पदक जीते. मुझे नहीं पता था कि इतनी जल्दी 2012 में हम अपना पहला पदक जीत जाएंगे.’ गोपीचंद ने माजकिया लहजे में कहा, ‘मुझे लगता है कि शायद अब मुझे संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि मेरे सभी लक्ष्य पूरे हो गए हैं.’टिप्पणियां गोपीचंद ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके साथ काफी बुरा बर्ताव किया जबकि वह उन लोगों के आभारी हैं जो उनका समर्थन करने के लिए खड़े थे. इस बीच सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने कहा कि वह लोग जो बेटी को खेल में करियर बनाने की स्वीकृति देने के लिए पहले उनकी आलोचना करते थे वह अब उसकी उपलब्धि और उनके बलिदान की सराहना कर रहे हैं.रमन्ना ने कहा, ‘सिंधू जब ट्रेनिंग के लिए कभी कभी सुबह चार बजे और कभी कभी सुबह पांच बजे जाती थी और फिर हम जब पैदल घूमने निकलते थे तो काफी लोग कहते थे कि आप इतनी मुश्किल क्यों उठा रहे हो लेकिन अब वही लोग कहते हैं कि हमें आपकी बेटी पर गर्व है.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, ‘मैंने 25 युवा बच्चों के साथ 2004 में अकादमी शुरू की. सिंधु आठ साल के साथ सबसे कम उम्र के बच्चों में थी और 15 साल का पी. कश्यप सबसे अधिक उम्र का था. जब मैंने कोचिंग शुरू की थी तो मेरा सपना था कि भारत एक दिन ओलिंपिक पदक जीते. मुझे नहीं पता था कि इतनी जल्दी 2012 में हम अपना पहला पदक जीत जाएंगे.’ गोपीचंद ने माजकिया लहजे में कहा, ‘मुझे लगता है कि शायद अब मुझे संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि मेरे सभी लक्ष्य पूरे हो गए हैं.’टिप्पणियां गोपीचंद ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके साथ काफी बुरा बर्ताव किया जबकि वह उन लोगों के आभारी हैं जो उनका समर्थन करने के लिए खड़े थे. इस बीच सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने कहा कि वह लोग जो बेटी को खेल में करियर बनाने की स्वीकृति देने के लिए पहले उनकी आलोचना करते थे वह अब उसकी उपलब्धि और उनके बलिदान की सराहना कर रहे हैं.रमन्ना ने कहा, ‘सिंधू जब ट्रेनिंग के लिए कभी कभी सुबह चार बजे और कभी कभी सुबह पांच बजे जाती थी और फिर हम जब पैदल घूमने निकलते थे तो काफी लोग कहते थे कि आप इतनी मुश्किल क्यों उठा रहे हो लेकिन अब वही लोग कहते हैं कि हमें आपकी बेटी पर गर्व है.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गोपीचंद ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके साथ काफी बुरा बर्ताव किया जबकि वह उन लोगों के आभारी हैं जो उनका समर्थन करने के लिए खड़े थे. इस बीच सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने कहा कि वह लोग जो बेटी को खेल में करियर बनाने की स्वीकृति देने के लिए पहले उनकी आलोचना करते थे वह अब उसकी उपलब्धि और उनके बलिदान की सराहना कर रहे हैं.रमन्ना ने कहा, ‘सिंधू जब ट्रेनिंग के लिए कभी कभी सुबह चार बजे और कभी कभी सुबह पांच बजे जाती थी और फिर हम जब पैदल घूमने निकलते थे तो काफी लोग कहते थे कि आप इतनी मुश्किल क्यों उठा रहे हो लेकिन अब वही लोग कहते हैं कि हमें आपकी बेटी पर गर्व है.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: कहा-भाई स्‍टेट चैंपियन था, IIT जाने के बाद खेलना छोड़ दिया मैंने बैडमिंटन खेलना जारी रखा, देखिए अब मैं कहां खड़ा हूं अकादमी की खातिर घर गिरवी रखने के लिए परिवार का आभार माना
29
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बिहार विधानसभा पूरे देश में अगली जनगणना जातिगत आधार पर कराने की मांग करते हुए एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजेगी. यह घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते हुए कही. नीतीश कुमार ने आरजेडी की जातिगत जनगणना की मांग हो या विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति में पुराने रोस्टर को बहाल करने का मुद्दा हो, दोनों पर सुर में सुर मिलाया. उन्होंने कहा कि इन दोनों मुद्दों पर पक्ष और विपक्ष एक मत हैं. विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के मुद्दे पर नीतीश ने कहा यह सब ऐसे मुद्दे हैं जिस पर समय निकालकर एक साथ सदन में चर्चा करनी चाहिए और सदन का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास जाना चाहिए. जो पहले का प्रावधान है वही रहना चाहिए क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले के बाद अगर विभागवार नियुक्ति का सिलसिला शुरू हुआ तो इसका बहुत बड़ा नुकसान अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़े वर्ग के प्रत्याशियों को उठाना पड़ेगा. हालांकि उन्होंने कहा कि बिहार में लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षकों की नियुक्तियां पुराने रोस्टर और  पुरानी प्रक्रिया के अनुसार ही की जा रही है. उन्होंने जातिगत आरक्षण का भी समर्थन करते हुए कहा कि जब तक जाति पर आधारित जनगणना नहीं होती तब तक पिछड़े या अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों के वर्तमान आरक्षण की सीमा तक बढ़ाया नहीं जा सकता है. और एक बार जब जातिगत जनगणना हो जाएगा तो पूरे देश में एक नियम, एक क़ानून बनना चाहिए कि आरक्षण का प्रावधान आबादी के अनुसार मिलेगा. नीतीश ने कहा कि अनारक्षित वर्ग के लोगों को आर्थिक आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है. मैं नहीं समझता कि किसी को इसका विरोध करना चाहिए क्योंकि यह कोई हस्तक्षेप नहीं है और एक पृथक आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है. विधानसभा में आरक्षण के मुद्दे पर अपने बयान से नीतीश ने जहां ये दर्शाया हैं कि वे अगड़ी जाति के लोगों को आरक्षण का लाभ दिए जाने के ख़िलाफ़ नहीं हैं वहीं विश्वविद्यालयों में शिक्षकों को नियुक्ति के मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले से इत्तफ़ाक़ नहीं रखते.
विश्वविद्यालयों में पुराने रोस्टर को बहाल करने का मुद्दा देश भर में जातिगत जनगणना कराने की मांग दोनों मुद्दों पर पक्ष और विपक्ष एक मत
28
['hin']
एक सारांश बनाओ: वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने कहा है कि कांग्रेस और तेलूगु देशम पार्टी आंध्र प्रदेश में तीसरी ताकत को खत्म करने पर तुली हुई है और चाहती हैं कि 12 जून के उपचुनाव किसी तरह स्थगित हो जाए। जगन ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि इन चुनावों के बाद राज्य में सिर्फ दो ही पार्टियों का अस्तित्व बाकी रहेगा और वाईएसआर कांग्रेस उनमें से एक होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और तेलूगु देशम पार्टी दोनों को यह लगता है कि इन चुनावों में उनका सफाया हो जाएगा और इसलिए दोनों मिलकर राजनीति प्रतिस्पर्धा को खत्म करना चाहती हैं।टिप्पणियां जगन ने यह भी कहा कि कांग्रेस और टीडीपी दोनों दलों के कई नेता उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं। बोबिली से कांग्रेस विधायक रंगा राव आज वाईएसआर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई जगन मोहन रेड्डी से आज भी पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जगन से कल करीब सात घंटे तक पूछताछ की थी। कल की पूछताछ के बारे में जगन ने बताया कि सीबीआई के अधिकारी कुछ ओर मुद्दों पर पूछताछ करना चाहते हैं, जिसके लिए उन्हें आज भी बुलाया गया है। इस मामले में जगन पर गिरफ्तारी की तलवार अब भी लटकी हुई है। अगर जवाब से सीबीआई संतुष्ट नहीं हुई, तो उनको गिरफ्तार भी किया जा सकता है। जगन ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि इन चुनावों के बाद राज्य में सिर्फ दो ही पार्टियों का अस्तित्व बाकी रहेगा और वाईएसआर कांग्रेस उनमें से एक होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और तेलूगु देशम पार्टी दोनों को यह लगता है कि इन चुनावों में उनका सफाया हो जाएगा और इसलिए दोनों मिलकर राजनीति प्रतिस्पर्धा को खत्म करना चाहती हैं।टिप्पणियां जगन ने यह भी कहा कि कांग्रेस और टीडीपी दोनों दलों के कई नेता उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं। बोबिली से कांग्रेस विधायक रंगा राव आज वाईएसआर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई जगन मोहन रेड्डी से आज भी पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जगन से कल करीब सात घंटे तक पूछताछ की थी। कल की पूछताछ के बारे में जगन ने बताया कि सीबीआई के अधिकारी कुछ ओर मुद्दों पर पूछताछ करना चाहते हैं, जिसके लिए उन्हें आज भी बुलाया गया है। इस मामले में जगन पर गिरफ्तारी की तलवार अब भी लटकी हुई है। अगर जवाब से सीबीआई संतुष्ट नहीं हुई, तो उनको गिरफ्तार भी किया जा सकता है। जगन ने यह भी कहा कि कांग्रेस और टीडीपी दोनों दलों के कई नेता उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं। बोबिली से कांग्रेस विधायक रंगा राव आज वाईएसआर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई जगन मोहन रेड्डी से आज भी पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जगन से कल करीब सात घंटे तक पूछताछ की थी। कल की पूछताछ के बारे में जगन ने बताया कि सीबीआई के अधिकारी कुछ ओर मुद्दों पर पूछताछ करना चाहते हैं, जिसके लिए उन्हें आज भी बुलाया गया है। इस मामले में जगन पर गिरफ्तारी की तलवार अब भी लटकी हुई है। अगर जवाब से सीबीआई संतुष्ट नहीं हुई, तो उनको गिरफ्तार भी किया जा सकता है। गौरतलब है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई जगन मोहन रेड्डी से आज भी पूछताछ कर रही है। पुलिस ने जगन से कल करीब सात घंटे तक पूछताछ की थी। कल की पूछताछ के बारे में जगन ने बताया कि सीबीआई के अधिकारी कुछ ओर मुद्दों पर पूछताछ करना चाहते हैं, जिसके लिए उन्हें आज भी बुलाया गया है। इस मामले में जगन पर गिरफ्तारी की तलवार अब भी लटकी हुई है। अगर जवाब से सीबीआई संतुष्ट नहीं हुई, तो उनको गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
संक्षिप्त पाठ: वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने कहा है कि कांग्रेस और तेलूगु देशम पार्टी आंध्र प्रदेश में तीसरी ताकत को खत्म करने पर तुली हुई है और चाहती हैं कि 12 जून के उपचुनाव किसी तरह स्थगित हो जाए।
30
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: जिले के एक गांव में क्रिकेट खेलने पर एक दिन पहले हुए मामूली विवाद को लेकर 30 वर्षीय एक व्यक्ति की उसके चचेरे भाई ने बृहस्पतिवार सुबह कथित तौर पर गोली मार कर हत्या कर दी. यह घटना जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूर नयागांव पुलिस थानांतर्गत कोट गांव में हुई. इस मामले में गोली मारने वाले सहित उसके परिवार के पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. भिण्ड जिले के पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस ने बताया कि आनंद शर्मा (40) ने बृहस्पतिवार सुबह करीब आठ बजे अपनी लाइसेंसी रायफल से अपने घर पर बृजेन्द्र शर्मा की गोली मार कर हत्या कर दी. उन्होंने कहा कि घटना के वक्त बृजेन्द्र अपने तीन अन्य साथियों के साथ आनंद के घर पर क्रिकेट खेलने के दौरान हुए मामूली विवाद को निपटाने आया था. अल्वारेस ने बताया कि आनंद के छोटे भाई राघवेन्द्र (28) के साथ उसके चचेरे भाई बृजेन्द्र का क्रिकेट खेलने के दौरान बुधवार शाम को मामूली विवाद हो गया था. इस विवाद को निपटाने को लेकर बृजेन्द्र अपने तीन अन्य साथियों के साथ बृहस्पतिवार सुबह अपने चचेरे भाई के घर पर आया, लेकिन यह विवाद और अधिक बढ़ गया. उन्होंने कहा कि सुबह 8 बजे राघवेंद्र के बड़े भाई आंनद ने अपनी लाइसेंसी रायफल से बृजेन्द्र को गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. अल्वारेस ने बताया कि इस संबंध में मृतक के परिजन की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है, जिनमें गोली चलाने वाला आंनद, उसका छोटा भाई राघवेंद्र एवं उसके परिवार के सदस्य रामहेत (60), अभिषेक (17) एवं अविनेश (23) शामिल हैं. उन्होंने कहा कि सभी आरोपी फरार है. वहीं मामले की विस्तृत जांच जारी है.
यह एक सारांश है: चचेरे भाई ने बृहस्पतिवार सुबह कथित तौर पर गोली मार कर हत्या कर दी गोली मारने वाले सहित उसके परिवार के पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया क्रिकेट खेलने के दौरान बुधवार शाम को मामूली विवाद हो गया था
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: Tea Side-Effects: गरमा-गर्म चाय के शौकीन लोगों की कमी नहीं है. अदरक (Ginger), लौंग, इलायची, तुलसी जैसी चीजों के प्रयोग से आप इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी ले सकते हैं. लेकिन अगर आप खाली पेट (Empty Stomach) ही चाय (Tea) पीते हैं, तो आपको इसके कई नुकसान भी भुगतने पड़ सकते हैं. खाली पेट चाय पीना आपको कई परेशानियों से घेर सकता है. ज्‍यादातर लोग दिन की शुरुआत एक कप गरमा-गरम चाय के साथ करते हैं. चाय की खुशबू ही सुबह के आलस को भगाने के लिए काफी होती है. बेड टी (Bed Tea) के कई बैड इफेक्ट भी हैं. क्योंकि चाय में कई तरह के एसिड होते हैं. खाली पेट चाय पी कर आप अपने पेट को सीधा नुकसान पहुंचाते हैं. इससे अल्‍सर या एसिडिटी (Acidity) जैसी परेशानियां बढ़ने की आशंका रहती है. कुछ लोगों को तो चाय की इतनी आदत होती है कि वे दिन में कई कई बार चाय पीते हैं. तो कुछ बिना बेड टी के उठ भी नहीं सकते. बेड टी कई मायनों में आपकी सेहत के लिए बैड होती है. तो यहां जानिए खाली पेट चाय पीने के नुकसान के बारे में... Healthy Breakfast: सुबह खाली पेट नहीं खानी चाहिए ये 4 चीजें, हो सकते हैं ये गंभीर नुकसान Weight Loss: क्या सुबह खाली पेट पानी पीने से मोटापा तेजी से कम होता है? गुनगुना पानी पीने के जानें फायदे Top Weight Loss Diet 2019: इस साल वजन घटाने वाली ये 5 डाइट रही टॉप पर, सभी का खींचा ध्यान  Nuts: सुबह भीगे हुए बादाम, काजू और किशमिश खाने से घटेगा मोटापा और ब्लड प्रेश होगा कंट्रोल, और भी कई फायदे Winter Diet: कमरख (स्टार फ्रूट) आंखों, पाचन, दिल और बालों को देगा जबरदस्त फायदे, सर्दियों में खाने से मिलेंगे कई लाभ Healthy Diet: सुबह खाली पेट भीगे चने खाने से होंगे गजब फायदे! कई बीमारियों के लिए है अचूक उपाय Eggplant Benefits: बैंगन का जूस मोटापा घटाने, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में है फायदेमंद! और भी कई कमाल के फायदे डायबिटीज, वजन घटाने और जोड़ों के दर्द के अलावा महिलाओं की इस समस्या को दूर करता है अदरक का अचार... पढ़ें रेसिपी और खबरों के लिए क्लिक करें खाएं ये चीज, तेजी से कम होगा वजन और कोलेस्ट्रॉल लेवल, स्किन करेगी ग्लो और घटेगा कैंसर का खतरा Bollywood Songs: बीते दशक के वो 5 बॉलीवुड गीत, जिन्होंने बार-बार बढ़ाई आपकी भूख और क्रेविंग... Healthy Winter Diet: सर्दियों में काली गाजर खाने से होते हैं कई फायदे खाली पेट नहीं खानी चाहिए ये 5 चीजें, हो सकती हैं खतरनाक! Healthy Diet: सुबह खाली पेट खाएं ये चीजें, पाचन के साथ बरकरार रहेगी आंखों की रोशनी, घटेगा मोटापा खाली पेट नहीं खानी चाहिए ये 5 चीजें, हो सकती हैं खतरनाक! क्या खाली पेट दूध पीना नुकसानदायक हो सकता है? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ
संक्षिप्त सारांश: खाली पेट चाय पीने से हो सकती हैं कई स्वास्थ्य समस्याएं. क्या होते हैं खाली पेट चाय पीने के नुकसान? जानें क्यों चाय को खाली पेट नहीं पीना चाहिए.
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: शानदार फार्म में चल रहे विराट कोहली के आक्रामक अर्द्धशतक के दम पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने पुणे वारियर्स को आईपीएल के मैच में 26 रन से हरा दिया। युवराज सिंह की टीम की यह लगातार पांचवीं हार है जिससे सेमीफाइनल में प्रवेश की राह अब बेहद मुश्किल हो गई है। कोहली के 67 और क्रिस गेल के 49 रन की बदौलत आरसीबी ने अपने घरेलू मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 181 रन बनाए। जवाब में पुणे के बल्लेबाजों का लचर प्रदर्शन जारी रहा और टीम 20 ओवर में पांच विकेट पर 155 रन ही बना सकी। सलामी बल्लेबाज जेस्सी राइडर ने 51 और युवराज ने 41 रन की पारी खेली। इस हार के बाद पुणे के सात मैचों में सिर्फ चार अंक है और अंकतालिका में वह नीचे से दूसरे स्थान पर है। वहीं बेंगलुरू के सात मैचों में नौ अंक हो गए हैं जिससे वह पांचवें स्थान पर पहुंच गई है। इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ पिछले मैच में भी अर्द्धशतक जमाने वाले कोहली ने 42 गेंद में चार चौकों और चार छक्कों की मदद से 67 रन बनाए। वहीं गेल ने 26 गेंद में 49 रन खेले जिसमें चार चौके और चार छक्के शामिल थे। पुणे के कप्तान युवराज सिंह ने टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण का फैसला किया जो गलत साबित होता नजर आने लगा। आईपीएल चार के अपने पहले ही मैच में शतक जमा चुके वेस्टइंडीज के आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल ने उसी अंदाज में शुरुआत करते हुए पुणे के गेंदबाजों खासकर कामरान खान की जमकर धुनाई की।
सारांश: शानदार फार्म में चल रहे कोहली के आक्रामक अर्द्धशतक के दम पर रॉयल चैलेंजर्स ने पुणे वारियर्स को आईपीएल के मैच में 26 रन से हरा दिया।
7
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बिहार में सत्ताधारी जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा राजद प्रमुख लालू प्रसाद की बड़ी पुत्री और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती की 'शूर्पणखा' से तुलना करने पर मीसा के भाई और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने रविवार को नीरज पर निशाना साधा. नीरज ने रविवार को ट्वीट कर कहा 'भरतमिलाप' में भरत पूरे परिवार के साथ जंगल मे राम को वापस लाने गए थे. परन्तु आज की स्थिति उलट है..आज न केवल छोटा भाई सत्ता पर काबिज है, बल्कि बड़े भाई को वन-वन घूमने को बाध्य किया गया. 'शूर्पणखा' को एक क्षेत्र के मालिक बनाने पर भी कोई राजी नहीं. जदयू प्रवक्ता ने ट्वीट कर राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनसे मिलने वालों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज नेता सीट की चाहत में ताबड़तोड़ जेल जाकर दण्डवत कर रहे हैं. इन नेताओं को जेल में बंद भ्रष्टाचारी से याचना करने पर 'सम्मान' को ठेस नहीं लग रही ? हद है...सत्ता भूख. अब तो ये नेता 'भ्रष्टाचारी' परिवार का झोला ढोने तक को तैयार हैं.  नीरज के बयान पर तेज प्रताप यादव ने उन्हें आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि हमलोगों के सामने जदयू प्रवक्ताओं की कोई औकात है क्या. उन्होंने मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से कहा कि वे अनाप-शनाप बकने वाले अपनी पार्टी के नेताओं पर लगाम लगाएं नहीं तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे. तेजप्रताप ने कहा कि अपनी हार के डर से विरोधी घबरा गए हैं इसलिए वे अनाप-शनाप बक रहे हैं.
संक्षिप्त सारांश: JDU नेता ने मीसा भारती की तुलना 'शूर्पणखा' से की भड़क उठे भाई तेज प्रताप यादव तेज प्रताप ने नीतीश पर साधा निशाना
10
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने रविवार को आईपीएल-6 में सनराइजर्स हैदराबाद पर मिली सफलता के लिए बल्लेबाज इयान मोर्गन को श्रेय दिया। कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में हुए मैच की समाप्ति के बाद गंभीर ने कहा, "मोर्गन द्वारा जुटाए गए तेज रनों ने जीत के लिए जरूरी अंतर पैदा किया। जब आप 160 रनों को लक्ष्य मानकर चल रहे हों और 180 रन खड़ा कर ले जाएं तो यह हमेशा बड़ा अंतर पैदा करता है। यह 20 अतिरिक्त रन मोर्गन के बल्ले की ही देन हैं।"टिप्पणियां सनराइजर्स पर 48 रनों से जीत में मोर्गन ने नाइटराइडर्स के लिए 29 गेंदों में तेज 47 रन बटोरे, जिसकी मदद से नाइटराइडर्स का स्कोर 180 तक पहुंच गया। आईपीएल-6 में पिछली दो असफलताओं के बाद मिली इस जीत को गंभीर ने संतुष्टिजनक बताया, लेकिन गंभीर ने यह भी कहा कि उन्हें अपना ताज बचाए रखने के लिए उनकी टीम को लगातार बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में हुए मैच की समाप्ति के बाद गंभीर ने कहा, "मोर्गन द्वारा जुटाए गए तेज रनों ने जीत के लिए जरूरी अंतर पैदा किया। जब आप 160 रनों को लक्ष्य मानकर चल रहे हों और 180 रन खड़ा कर ले जाएं तो यह हमेशा बड़ा अंतर पैदा करता है। यह 20 अतिरिक्त रन मोर्गन के बल्ले की ही देन हैं।"टिप्पणियां सनराइजर्स पर 48 रनों से जीत में मोर्गन ने नाइटराइडर्स के लिए 29 गेंदों में तेज 47 रन बटोरे, जिसकी मदद से नाइटराइडर्स का स्कोर 180 तक पहुंच गया। आईपीएल-6 में पिछली दो असफलताओं के बाद मिली इस जीत को गंभीर ने संतुष्टिजनक बताया, लेकिन गंभीर ने यह भी कहा कि उन्हें अपना ताज बचाए रखने के लिए उनकी टीम को लगातार बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। सनराइजर्स पर 48 रनों से जीत में मोर्गन ने नाइटराइडर्स के लिए 29 गेंदों में तेज 47 रन बटोरे, जिसकी मदद से नाइटराइडर्स का स्कोर 180 तक पहुंच गया। आईपीएल-6 में पिछली दो असफलताओं के बाद मिली इस जीत को गंभीर ने संतुष्टिजनक बताया, लेकिन गंभीर ने यह भी कहा कि उन्हें अपना ताज बचाए रखने के लिए उनकी टीम को लगातार बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। आईपीएल-6 में पिछली दो असफलताओं के बाद मिली इस जीत को गंभीर ने संतुष्टिजनक बताया, लेकिन गंभीर ने यह भी कहा कि उन्हें अपना ताज बचाए रखने के लिए उनकी टीम को लगातार बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करने की आवश्यकता है।
कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने रविवार को आईपीएल-6 में सनराइजर्स हैदराबाद पर मिली सफलता के लिए बल्लेबाज इयान मोर्गन को श्रेय दिया।
28
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: लोगों को सेहतमंद (Fit india movement) रखने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही मुहिम को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में कवायद शुरु हो गई है. राज्य के ग्राम्य विकास आयुक्त के. रविन्द्र नायक ने राज्य के समस्त मुख्य विकास अधिकारियों को पत्र लिखकर केंद्र सरकार द्वारा शुरू की जा रही पहल ‘‘फिट इंडिया मूवमेंट'' का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं.ग्राम्य विकास आयुक्त ने बुधवार भेजे गये परिपत्र में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 अगस्त को नयी दिल्ली के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में ‘फिट इंडिया मूवमेंट' की शुरूआत करेंगे. निर्देश में कहा गया है कि इस संबंध में ग्राम्य विकास विभाग जनपद स्तर से लेकर विकास खण्ड स्तर एवं ग्राम स्तर तक विभिन्न विभागीय संस्थाओं से जरूरत के मुताबिक समन्वय करके ‘फिट इंडिया मूवमेंट' को सफल बनाने का हर संभव प्रयास करें. हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर शुरू हो रहे ‘फिट इंडिया मूवमेंट' (Fit india movement) के तहत विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जानी है. इसके तहत प्रतिदिन योग, सुबह की सैर, शारीरिक व्यायाम के लिए जागरूक करना, ग्रामीण अंचल में स्थापित हो सकने वाली मल्टी जिम के उपकरणों व उसकी स्थापना के लिए जागरूकता, विशेष व्याख्यान आदि शामिल हैं. बता दें हाल ही में  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ‘मन की बात' कार्यक्रम में कहा था कि 29 अगस्त को ‘राष्ट्र खेल दिवस' के अवसर पर हम देश भर में ‘फिट इंडिया आंदोलन' करने वाले हैं. उन्होंने कहा था कि खुद को तंदरूस्त रखना है. देश को फिट बनाना है. हर एक के लिए बच्चे, बुजुर्ग, युवा, महिला सब के लिए ये बड़ा रोचक अभियान होगा और ये आपका अपना होगा.
संक्षिप्त सारांश: केंद्र सरकार की पहल है 'फिट इंडिया मूवमेंट' पीएम मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में किया था जिक्र उत्तर प्रदेश में अधिकरियों जारी किए गए निर्देश
23
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी सेना में यौन शोषण का एक और मामला उजागर होने के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने इस तरह के दुराचारों के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाने की बात कहते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। पेंटागन के प्रवक्ता जॉर्ज लिटिल ने कहा कि टेक्सॉस के फोर्ट हुड में यौन उत्पीड़न की रोकथाम मामलों के समन्वयक अमेरिकी सेना के सार्जेंट (प्रथम श्रेणी) पर लगे आपराधिक व्यवहार के आरोपों के बारे में हेगल को सूचित कर दिया गया है।टिप्पणियां पेंटागन का यह बयान अमेरिकी सेना की उस घोषणा के बाद आया है, जिसमें उसने आज अपने सार्जेंट पर अधीनस्थों का यौन शोषण, उनका उत्पीड़न और दुर्व्यहार करने के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। कमान शृंखला ने इन आरोपों के सामने आने के तुरंत बाद से आरोपी सार्जेंट को उसके सभी दायित्व से निलंबित कर दिया है। पेंटागन के प्रवक्ता जॉर्ज लिटिल ने कहा कि टेक्सॉस के फोर्ट हुड में यौन उत्पीड़न की रोकथाम मामलों के समन्वयक अमेरिकी सेना के सार्जेंट (प्रथम श्रेणी) पर लगे आपराधिक व्यवहार के आरोपों के बारे में हेगल को सूचित कर दिया गया है।टिप्पणियां पेंटागन का यह बयान अमेरिकी सेना की उस घोषणा के बाद आया है, जिसमें उसने आज अपने सार्जेंट पर अधीनस्थों का यौन शोषण, उनका उत्पीड़न और दुर्व्यहार करने के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। कमान शृंखला ने इन आरोपों के सामने आने के तुरंत बाद से आरोपी सार्जेंट को उसके सभी दायित्व से निलंबित कर दिया है। पेंटागन का यह बयान अमेरिकी सेना की उस घोषणा के बाद आया है, जिसमें उसने आज अपने सार्जेंट पर अधीनस्थों का यौन शोषण, उनका उत्पीड़न और दुर्व्यहार करने के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। कमान शृंखला ने इन आरोपों के सामने आने के तुरंत बाद से आरोपी सार्जेंट को उसके सभी दायित्व से निलंबित कर दिया है। कमान शृंखला ने इन आरोपों के सामने आने के तुरंत बाद से आरोपी सार्जेंट को उसके सभी दायित्व से निलंबित कर दिया है।
सारांश: अमेरिकी सेना में यौन शोषण का एक और मामला उजागर होने के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगल ने इस तरह के दुराचारों के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाने की बात कहते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
20
['hin']
एक सारांश बनाओ: डीआरएस (DRS), यानि डिसीज़न रिव्यू सिस्टम को लेकर भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) और टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लंबे समय से ऐतराज़ जताते रहे हैं, और ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश इस प्रणाली का समर्थन करते रहे हैं, लेकिन ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट मैच में जब उस्मान ख्वाज़ा आउट हुए तो एक बार फिर डीआरएस की पोल खुलती नज़र आई... मैनचेस्टर में ग्रीम स्वान की गेंद पर गिरे उस्मान ख्वाज़ा के विकेट से डीआरएस को लेकर बहस फिर तेज़ हो गई है... उस्मान ख्वाज़ा को इस तरह आउट दिए जाने पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वॉर्न ने कहा कि यह उनके देखे गए अब तक के सबसे बुरे फैसलों में से एक है... गौर करने लायक बात यह है कि अपने खिलाफ़ ऑन-फील्ड अंपायर द्वारा फैसला दिए जाने के बाद उस्मान ख्वाज़ा ने ही डीआरएस की मांग की थी, लेकिन उसके बाद कुमार धर्मसेना ने हॉट-स्पॉट तकनीक के सहारे टीवी पर सब देखा, और फिर भी गलती कर गए... इस मामले में डीआरएस का समर्थन करता रहा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड अथवा सीए) ही स्टम्प्ड (stumped) नज़र आया... क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ट्वीट किया, सीए के मुख्य कायर्कारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) से उस्मान ख्वाज़ा के विकेट पर सफाई मांगते हैं... उनके मुताबिक ऑन-फील्ड अंपायर और डीआरएस, दोनों से गलती हुई... उस्मान ख्वाज़ा को आउट दिए जाने के वक्त दूसरे छोर पर मौजूद ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज क्रिस रोजर्स ने कहा, "मुझे रीयल टाइम में भी (उस्मान) ख्वाज़ा नॉट आउट लगे... मुझे लगा कि उनका बल्ला कहीं भी गेंद के आसपास नहीं था, इसीलिए हमने डीआरएस की मांग की थी... मेरे खयाल से इंग्लैंड के खिलाड़ी भी उनके आउट होने की उम्मीद छोड़ चुके थे..."टिप्पणियां पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉर्न ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया, "गेंद और बल्ले के बीच अच्छा फासला था... कोई हॉट-स्पॉट नहीं था... कोई आवाज़ नहीं हुई थी..." उस्मान ख्वाज़ा के इस एक विकेट ने बीसीसीआई की इस दलील को काफी बल दे दिया है कि मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल किया जाना सही नहीं है, और इसीलिए बीसीसीआई और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इसका विराध करते रहे हैं... मैनचेस्टर में ग्रीम स्वान की गेंद पर गिरे उस्मान ख्वाज़ा के विकेट से डीआरएस को लेकर बहस फिर तेज़ हो गई है... उस्मान ख्वाज़ा को इस तरह आउट दिए जाने पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन वॉर्न ने कहा कि यह उनके देखे गए अब तक के सबसे बुरे फैसलों में से एक है... गौर करने लायक बात यह है कि अपने खिलाफ़ ऑन-फील्ड अंपायर द्वारा फैसला दिए जाने के बाद उस्मान ख्वाज़ा ने ही डीआरएस की मांग की थी, लेकिन उसके बाद कुमार धर्मसेना ने हॉट-स्पॉट तकनीक के सहारे टीवी पर सब देखा, और फिर भी गलती कर गए... इस मामले में डीआरएस का समर्थन करता रहा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड अथवा सीए) ही स्टम्प्ड (stumped) नज़र आया... क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ट्वीट किया, सीए के मुख्य कायर्कारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) से उस्मान ख्वाज़ा के विकेट पर सफाई मांगते हैं... उनके मुताबिक ऑन-फील्ड अंपायर और डीआरएस, दोनों से गलती हुई... उस्मान ख्वाज़ा को आउट दिए जाने के वक्त दूसरे छोर पर मौजूद ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज क्रिस रोजर्स ने कहा, "मुझे रीयल टाइम में भी (उस्मान) ख्वाज़ा नॉट आउट लगे... मुझे लगा कि उनका बल्ला कहीं भी गेंद के आसपास नहीं था, इसीलिए हमने डीआरएस की मांग की थी... मेरे खयाल से इंग्लैंड के खिलाड़ी भी उनके आउट होने की उम्मीद छोड़ चुके थे..."टिप्पणियां पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉर्न ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया, "गेंद और बल्ले के बीच अच्छा फासला था... कोई हॉट-स्पॉट नहीं था... कोई आवाज़ नहीं हुई थी..." उस्मान ख्वाज़ा के इस एक विकेट ने बीसीसीआई की इस दलील को काफी बल दे दिया है कि मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल किया जाना सही नहीं है, और इसीलिए बीसीसीआई और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इसका विराध करते रहे हैं... गौर करने लायक बात यह है कि अपने खिलाफ़ ऑन-फील्ड अंपायर द्वारा फैसला दिए जाने के बाद उस्मान ख्वाज़ा ने ही डीआरएस की मांग की थी, लेकिन उसके बाद कुमार धर्मसेना ने हॉट-स्पॉट तकनीक के सहारे टीवी पर सब देखा, और फिर भी गलती कर गए... इस मामले में डीआरएस का समर्थन करता रहा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड अथवा सीए) ही स्टम्प्ड (stumped) नज़र आया... क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ट्वीट किया, सीए के मुख्य कायर्कारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) से उस्मान ख्वाज़ा के विकेट पर सफाई मांगते हैं... उनके मुताबिक ऑन-फील्ड अंपायर और डीआरएस, दोनों से गलती हुई... उस्मान ख्वाज़ा को आउट दिए जाने के वक्त दूसरे छोर पर मौजूद ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज क्रिस रोजर्स ने कहा, "मुझे रीयल टाइम में भी (उस्मान) ख्वाज़ा नॉट आउट लगे... मुझे लगा कि उनका बल्ला कहीं भी गेंद के आसपास नहीं था, इसीलिए हमने डीआरएस की मांग की थी... मेरे खयाल से इंग्लैंड के खिलाड़ी भी उनके आउट होने की उम्मीद छोड़ चुके थे..."टिप्पणियां पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉर्न ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया, "गेंद और बल्ले के बीच अच्छा फासला था... कोई हॉट-स्पॉट नहीं था... कोई आवाज़ नहीं हुई थी..." उस्मान ख्वाज़ा के इस एक विकेट ने बीसीसीआई की इस दलील को काफी बल दे दिया है कि मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल किया जाना सही नहीं है, और इसीलिए बीसीसीआई और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इसका विराध करते रहे हैं... क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ट्वीट किया, सीए के मुख्य कायर्कारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) से उस्मान ख्वाज़ा के विकेट पर सफाई मांगते हैं... उनके मुताबिक ऑन-फील्ड अंपायर और डीआरएस, दोनों से गलती हुई... उस्मान ख्वाज़ा को आउट दिए जाने के वक्त दूसरे छोर पर मौजूद ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज क्रिस रोजर्स ने कहा, "मुझे रीयल टाइम में भी (उस्मान) ख्वाज़ा नॉट आउट लगे... मुझे लगा कि उनका बल्ला कहीं भी गेंद के आसपास नहीं था, इसीलिए हमने डीआरएस की मांग की थी... मेरे खयाल से इंग्लैंड के खिलाड़ी भी उनके आउट होने की उम्मीद छोड़ चुके थे..."टिप्पणियां पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉर्न ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया, "गेंद और बल्ले के बीच अच्छा फासला था... कोई हॉट-स्पॉट नहीं था... कोई आवाज़ नहीं हुई थी..." उस्मान ख्वाज़ा के इस एक विकेट ने बीसीसीआई की इस दलील को काफी बल दे दिया है कि मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल किया जाना सही नहीं है, और इसीलिए बीसीसीआई और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इसका विराध करते रहे हैं... उस्मान ख्वाज़ा को आउट दिए जाने के वक्त दूसरे छोर पर मौजूद ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज क्रिस रोजर्स ने कहा, "मुझे रीयल टाइम में भी (उस्मान) ख्वाज़ा नॉट आउट लगे... मुझे लगा कि उनका बल्ला कहीं भी गेंद के आसपास नहीं था, इसीलिए हमने डीआरएस की मांग की थी... मेरे खयाल से इंग्लैंड के खिलाड़ी भी उनके आउट होने की उम्मीद छोड़ चुके थे..."टिप्पणियां पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉर्न ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया, "गेंद और बल्ले के बीच अच्छा फासला था... कोई हॉट-स्पॉट नहीं था... कोई आवाज़ नहीं हुई थी..." उस्मान ख्वाज़ा के इस एक विकेट ने बीसीसीआई की इस दलील को काफी बल दे दिया है कि मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल किया जाना सही नहीं है, और इसीलिए बीसीसीआई और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इसका विराध करते रहे हैं... पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉर्न ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया, "गेंद और बल्ले के बीच अच्छा फासला था... कोई हॉट-स्पॉट नहीं था... कोई आवाज़ नहीं हुई थी..." उस्मान ख्वाज़ा के इस एक विकेट ने बीसीसीआई की इस दलील को काफी बल दे दिया है कि मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल किया जाना सही नहीं है, और इसीलिए बीसीसीआई और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इसका विराध करते रहे हैं... उस्मान ख्वाज़ा के इस एक विकेट ने बीसीसीआई की इस दलील को काफी बल दे दिया है कि मैचों में डीआरएस का इस्तेमाल किया जाना सही नहीं है, और इसीलिए बीसीसीआई और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इसका विराध करते रहे हैं...
संक्षिप्त सारांश: ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश डीआरएस प्रणाली का समर्थन करते रहे हैं, लेकिन ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट मैच में जब उस्मान ख्वाज़ा आउट हुए तो एक बार फिर इस प्रणाली की पोल खुलती नज़र आई...
8
['hin']
एक सारांश बनाओ: वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (एसएंडपी) की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि भारत ब्रिक देशों में अपनी निवेश ग्रेड रेटिंग गंवाने वाला संभवत: पहला राष्ट्र हो सकता है। ब्रिक में ब्राजील, रूस, भारत और चीन आते हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि आगामी महीनों में आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं बढ़ेंगी।टिप्पणियां एसएंडपी ने अपनी रिपोर्ट में चेताया है कि भारत की रेटिंग को सटोरिया ग्रेड में डाला जा सकता है। यही नहीं, पहली बार किसी वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने एक प्रकार से सरकार पर राजनीतिक टिप्पणी भी की है। मुखर्जी ने एसएंडपी की रिपोर्ट के कुछ घंटे बाद ही कहा कि मौजूदा स्थिति पूरी तरह सरकार के नियंत्रण में है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी महीनों में देश में वृद्धि की संभावनाएं बलवती होंगी। वित्त मंत्री ने एक बयान में कहा, ‘यह रिपोर्ट ताजा रेटिंग कार्रवाई पर आधारित नहीं है। एसएंडपी ने 25 अप्रैल को भारत की सार्वभौमिक ऋण रेटिंग जारी की थी जिसमें देश की दीर्घावधि की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को बीबीबी (माइनस) पर कायम रखा था। हालांकि उसने परिदृश्य को स्थिर से नकारात्मक किया था। ब्रिक में ब्राजील, रूस, भारत और चीन आते हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि आगामी महीनों में आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं बढ़ेंगी।टिप्पणियां एसएंडपी ने अपनी रिपोर्ट में चेताया है कि भारत की रेटिंग को सटोरिया ग्रेड में डाला जा सकता है। यही नहीं, पहली बार किसी वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने एक प्रकार से सरकार पर राजनीतिक टिप्पणी भी की है। मुखर्जी ने एसएंडपी की रिपोर्ट के कुछ घंटे बाद ही कहा कि मौजूदा स्थिति पूरी तरह सरकार के नियंत्रण में है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी महीनों में देश में वृद्धि की संभावनाएं बलवती होंगी। वित्त मंत्री ने एक बयान में कहा, ‘यह रिपोर्ट ताजा रेटिंग कार्रवाई पर आधारित नहीं है। एसएंडपी ने 25 अप्रैल को भारत की सार्वभौमिक ऋण रेटिंग जारी की थी जिसमें देश की दीर्घावधि की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को बीबीबी (माइनस) पर कायम रखा था। हालांकि उसने परिदृश्य को स्थिर से नकारात्मक किया था। एसएंडपी ने अपनी रिपोर्ट में चेताया है कि भारत की रेटिंग को सटोरिया ग्रेड में डाला जा सकता है। यही नहीं, पहली बार किसी वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने एक प्रकार से सरकार पर राजनीतिक टिप्पणी भी की है। मुखर्जी ने एसएंडपी की रिपोर्ट के कुछ घंटे बाद ही कहा कि मौजूदा स्थिति पूरी तरह सरकार के नियंत्रण में है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी महीनों में देश में वृद्धि की संभावनाएं बलवती होंगी। वित्त मंत्री ने एक बयान में कहा, ‘यह रिपोर्ट ताजा रेटिंग कार्रवाई पर आधारित नहीं है। एसएंडपी ने 25 अप्रैल को भारत की सार्वभौमिक ऋण रेटिंग जारी की थी जिसमें देश की दीर्घावधि की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को बीबीबी (माइनस) पर कायम रखा था। हालांकि उसने परिदृश्य को स्थिर से नकारात्मक किया था। वित्त मंत्री ने एक बयान में कहा, ‘यह रिपोर्ट ताजा रेटिंग कार्रवाई पर आधारित नहीं है। एसएंडपी ने 25 अप्रैल को भारत की सार्वभौमिक ऋण रेटिंग जारी की थी जिसमें देश की दीर्घावधि की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को बीबीबी (माइनस) पर कायम रखा था। हालांकि उसने परिदृश्य को स्थिर से नकारात्मक किया था।
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (एसएंडपी) की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि भारत ब्रिक देशों में अपनी निवेश ग्रेड रेटिंग गंवाने वाला संभवत: पहला राष्ट्र हो सकता है।
26
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: यूरोपीय ऋण संकट के और गहराने की आशंका के कारण एशिया में कच्चे तेल की कीमत में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई। न्यूयॉर्क का मुख्य अनुबंध वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट की कीमत फरवरी डिलीवरी के लिए 49 सेंट्स गिरकर 101.07 डालर बैरल रही। इसी प्रकार, ब्रेंट नार्थ सी कच्चे तेल का भाव 11 सेंट्स गिरकर 112.95 डॉलर बैरल दर्ज किया गया।टिप्पणियां सिंगापुर में पुरविन एंड गेट्ज में प्रमुख ऊर्जा सलाहकार विक्टर शुम ने कहा कि यूरोप में ऋण संकट गहराने की आशंका से कच्चे तेल की कीमत में कमी आई। यूरो क्षेत्र में रिण संकट से निपटने के उपायों पर चर्चा के लिये फ्रांस और जर्मनी के नेताओं की आज बर्लिन में बैठक होने वाली है। दोनों यूरोपीय देशों के बीच यूरोपीय संघ में वित्तीय लेन-देन कर पेश करने की योजना को लेकर मतभेद के बीच यह बैठक हो रही है। सिंगापुर में पुरविन एंड गेट्ज में प्रमुख ऊर्जा सलाहकार विक्टर शुम ने कहा कि यूरोप में ऋण संकट गहराने की आशंका से कच्चे तेल की कीमत में कमी आई। यूरो क्षेत्र में रिण संकट से निपटने के उपायों पर चर्चा के लिये फ्रांस और जर्मनी के नेताओं की आज बर्लिन में बैठक होने वाली है। दोनों यूरोपीय देशों के बीच यूरोपीय संघ में वित्तीय लेन-देन कर पेश करने की योजना को लेकर मतभेद के बीच यह बैठक हो रही है। यूरो क्षेत्र में रिण संकट से निपटने के उपायों पर चर्चा के लिये फ्रांस और जर्मनी के नेताओं की आज बर्लिन में बैठक होने वाली है। दोनों यूरोपीय देशों के बीच यूरोपीय संघ में वित्तीय लेन-देन कर पेश करने की योजना को लेकर मतभेद के बीच यह बैठक हो रही है।
संक्षिप्त सारांश: यूरोपीय ऋण संकट के और गहराने की आशंका के कारण एशिया में कच्चे तेल की कीमत में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई।
10
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सपा नेता अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में अपने उन कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया है, जो राज्य में कानून तोड़ रहे हैं। अखिलेश को संभवत: कल उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित किया जा सकता है। यादव का आरोप है कि यूपी में शानदार जीत के बाद उनकी पार्टी को बदनाम करने की साजिश चल रही है। उनके मुताबिक कुछ शरारती तत्व जानबूझकर सपा को बदनाम करने के लिए हल्ले हंगामे और हिंसा पर उतर आए हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सत्ता में आते ही कानून व्यवस्था बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। यादव का आरोप है कि यूपी में शानदार जीत के बाद उनकी पार्टी को बदनाम करने की साजिश चल रही है। उनके मुताबिक कुछ शरारती तत्व जानबूझकर सपा को बदनाम करने के लिए हल्ले हंगामे और हिंसा पर उतर आए हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सत्ता में आते ही कानून व्यवस्था बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
यहाँ एक सारांश है:सपा नेता अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में अपने उन कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया है, जो राज्य में कानून तोड़ रहे हैं।
12
['hin']
एक सारांश बनाओ: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मार्क वॉ ने कहा है कि भारत के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की शृंखला से पहले लगाए जाने वाले बल्लेबाजी शिविर में खिलाड़ियों को अपनी तकनीक की कमजोरियों को दूर करने के अलावा मानसिक तैयारियों पर भी ध्यान देना होगा। वॉ ने कहा कि बल्लेबाजी में लगातार पतन देखने के कारण बल्लेबाजों का विश्वास हिला हुआ है, लेकिन उनका मानना है कि यह एक खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वह अपना आत्मविश्वास कैसे बढ़ाता है। उन्होंने कहा, उन्हें बल्लेबाजी पतन के बारे में नहीं सोचना होगा। प्रत्येक बल्लेबाज को केवल अपने खेल के बारे में सोचना चाहिए और यदि आप ऐसा करते हैं, तो टीम के रूप में आप अच्छा स्कोर खड़ा करते हैं। वॉ ने कहा, यह प्रत्येक खिलाड़ी का काम है कि वह अपने करियर और अपने अच्छे समय पर ध्यान दे। उसे यह समझना चाहिए कि वह इस स्तर पर सफल होने में सक्षम है। इसके बाद वह अपने तकनीक की छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने पर ध्यान दे। उन्होंने कहा, टीम में शामिल बल्लेबाज अमूमन एक-दूसरे की मदद भी करते हैं। यदि तकनीक को लेकर कोई समस्या है, तो फिर टीम के किसी दूसरे साथी से बात करना बेहतर होता है। यह कोई जादूगरी नहीं है, केवल अपनी क्षमता पर थोड़ा विश्वास और कुछ कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
यहाँ एक सारांश है:ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मार्क वॉ ने कहा कि भारत के खिलाफ टेस्ट शृंखला से पहले शिविर में खिलाड़ियों को मानसिक तैयारी पर भी ध्यान देना होगा।
15
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्‍तान वर्ष चीन से कम से कम आठ लड़ाकू पनडुब्‍बियां खरीदेगा. चीन के लिए यह सबसे बड़ा हथियार निर्यात माना जा रहा है. रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक पाकिस्तान की अगली पीढ़ी की पनडुब्बी कार्यक्रम के प्रमुख और वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने रक्षा मामलों पर नेशनल एसेंबली की स्थायी समिति को 26 अगस्त को इस सौदे की जानकारी दी जो लगभग चार से पांच अरब डॉलर का होगा. इसके मुताबिक, समिति के सदस्यों को नौसेना अधिकारियों द्वारा दिए बयान से जाहिर होता है कि अगली पीढ़ी की पनडुब्बियां आगे बढ़ रही है. अप्रैल में पाकिस्तान नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घोषणा की कि कराची शिपयार्ड एवं इंजीनियरिंग वर्क्‍स (केएसईडब्ल्यू) ने आठ पनडुब्बियों में चार खरीदने के लिए एक अनुबंध सुनिश्चित किया है जिन्हें एयर इंडीपेंडेंट प्रोपल्शन प्रणालियों के साथ जोड़ा जाएगा. खबर के मुताबिक पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी कहे जाने वाले चीन द्वारा पाकिस्तान को कम ब्याज पर परियोजना के लिए एक दीर्घकालीन ऋण दिए जाने की उम्मीद है.अभी इस बात की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकती है कि पाकिस्‍तानी नौसेना को चीन किसी तरह की पनडुब्‍बियों की आपूर्ति करने वाला है. टिप्पणियां पाकिस्‍तान की ओर से पनडुब्‍बी खरीद की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब भारत की नई स्‍कार्पीन पनडुब्‍बियों की गोपनीय जानकारी लीक होने की खबर सुर्खियों में है. एक ऑस्‍ट्रेलियन अखबार ने वे खास अंश प्रकाशित किए हैं जिसमें स्‍कार्पीन की मुकाबला करने की क्षमता के अलावा अन्‍य महत्‍वपूर्ण जानकारी भी दी गई है. लेख में स्‍कार्पीन से जुड़ी संवेदनशील जानकारी  है लेकिन इससे यह जानकारी मिलती है कि दुनिया के सबसे बड़े रक्षा सौदों में से एक, इस सौदे में रक्षा परियोजनाओं की गोपनीयता के करार का कहीं न कहीं उल्‍लंघन हुआ है. गौरतलब है कि स्‍कार्पीन पनडुब्‍बी को फ्रांस की कंपनी डीसीएनएस ने डिजाइन किया है और यह 3.5 अरब डॉलर की लागत से मुंबई में तैयार की जा रही हैं.उधर, भारतीय नौसेना ने कहा है कि वह लीक के इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और फ्रांस से इस मामले में सरकार के समक्ष रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. रेडियो पाकिस्तान की खबर के मुताबिक पाकिस्तान की अगली पीढ़ी की पनडुब्बी कार्यक्रम के प्रमुख और वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों ने रक्षा मामलों पर नेशनल एसेंबली की स्थायी समिति को 26 अगस्त को इस सौदे की जानकारी दी जो लगभग चार से पांच अरब डॉलर का होगा. इसके मुताबिक, समिति के सदस्यों को नौसेना अधिकारियों द्वारा दिए बयान से जाहिर होता है कि अगली पीढ़ी की पनडुब्बियां आगे बढ़ रही है. अप्रैल में पाकिस्तान नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घोषणा की कि कराची शिपयार्ड एवं इंजीनियरिंग वर्क्‍स (केएसईडब्ल्यू) ने आठ पनडुब्बियों में चार खरीदने के लिए एक अनुबंध सुनिश्चित किया है जिन्हें एयर इंडीपेंडेंट प्रोपल्शन प्रणालियों के साथ जोड़ा जाएगा. खबर के मुताबिक पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी कहे जाने वाले चीन द्वारा पाकिस्तान को कम ब्याज पर परियोजना के लिए एक दीर्घकालीन ऋण दिए जाने की उम्मीद है.अभी इस बात की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकती है कि पाकिस्‍तानी नौसेना को चीन किसी तरह की पनडुब्‍बियों की आपूर्ति करने वाला है. टिप्पणियां पाकिस्‍तान की ओर से पनडुब्‍बी खरीद की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब भारत की नई स्‍कार्पीन पनडुब्‍बियों की गोपनीय जानकारी लीक होने की खबर सुर्खियों में है. एक ऑस्‍ट्रेलियन अखबार ने वे खास अंश प्रकाशित किए हैं जिसमें स्‍कार्पीन की मुकाबला करने की क्षमता के अलावा अन्‍य महत्‍वपूर्ण जानकारी भी दी गई है. लेख में स्‍कार्पीन से जुड़ी संवेदनशील जानकारी  है लेकिन इससे यह जानकारी मिलती है कि दुनिया के सबसे बड़े रक्षा सौदों में से एक, इस सौदे में रक्षा परियोजनाओं की गोपनीयता के करार का कहीं न कहीं उल्‍लंघन हुआ है. गौरतलब है कि स्‍कार्पीन पनडुब्‍बी को फ्रांस की कंपनी डीसीएनएस ने डिजाइन किया है और यह 3.5 अरब डॉलर की लागत से मुंबई में तैयार की जा रही हैं.उधर, भारतीय नौसेना ने कहा है कि वह लीक के इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और फ्रांस से इस मामले में सरकार के समक्ष रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. खबर के मुताबिक पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी कहे जाने वाले चीन द्वारा पाकिस्तान को कम ब्याज पर परियोजना के लिए एक दीर्घकालीन ऋण दिए जाने की उम्मीद है.अभी इस बात की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकती है कि पाकिस्‍तानी नौसेना को चीन किसी तरह की पनडुब्‍बियों की आपूर्ति करने वाला है. टिप्पणियां पाकिस्‍तान की ओर से पनडुब्‍बी खरीद की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब भारत की नई स्‍कार्पीन पनडुब्‍बियों की गोपनीय जानकारी लीक होने की खबर सुर्खियों में है. एक ऑस्‍ट्रेलियन अखबार ने वे खास अंश प्रकाशित किए हैं जिसमें स्‍कार्पीन की मुकाबला करने की क्षमता के अलावा अन्‍य महत्‍वपूर्ण जानकारी भी दी गई है. लेख में स्‍कार्पीन से जुड़ी संवेदनशील जानकारी  है लेकिन इससे यह जानकारी मिलती है कि दुनिया के सबसे बड़े रक्षा सौदों में से एक, इस सौदे में रक्षा परियोजनाओं की गोपनीयता के करार का कहीं न कहीं उल्‍लंघन हुआ है. गौरतलब है कि स्‍कार्पीन पनडुब्‍बी को फ्रांस की कंपनी डीसीएनएस ने डिजाइन किया है और यह 3.5 अरब डॉलर की लागत से मुंबई में तैयार की जा रही हैं.उधर, भारतीय नौसेना ने कहा है कि वह लीक के इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और फ्रांस से इस मामले में सरकार के समक्ष रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. पाकिस्‍तान की ओर से पनडुब्‍बी खरीद की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब भारत की नई स्‍कार्पीन पनडुब्‍बियों की गोपनीय जानकारी लीक होने की खबर सुर्खियों में है. एक ऑस्‍ट्रेलियन अखबार ने वे खास अंश प्रकाशित किए हैं जिसमें स्‍कार्पीन की मुकाबला करने की क्षमता के अलावा अन्‍य महत्‍वपूर्ण जानकारी भी दी गई है. लेख में स्‍कार्पीन से जुड़ी संवेदनशील जानकारी  है लेकिन इससे यह जानकारी मिलती है कि दुनिया के सबसे बड़े रक्षा सौदों में से एक, इस सौदे में रक्षा परियोजनाओं की गोपनीयता के करार का कहीं न कहीं उल्‍लंघन हुआ है. गौरतलब है कि स्‍कार्पीन पनडुब्‍बी को फ्रांस की कंपनी डीसीएनएस ने डिजाइन किया है और यह 3.5 अरब डॉलर की लागत से मुंबई में तैयार की जा रही हैं.उधर, भारतीय नौसेना ने कहा है कि वह लीक के इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और फ्रांस से इस मामले में सरकार के समक्ष रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. गौरतलब है कि स्‍कार्पीन पनडुब्‍बी को फ्रांस की कंपनी डीसीएनएस ने डिजाइन किया है और यह 3.5 अरब डॉलर की लागत से मुंबई में तैयार की जा रही हैं.उधर, भारतीय नौसेना ने कहा है कि वह लीक के इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है और फ्रांस से इस मामले में सरकार के समक्ष रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है.
संक्षिप्त पाठ: चीन के लिए सबसे बड़ा हथियार निर्यात माना जा रहा यह सौदा यह खुलासा नहीं, खरीदी जाने वाली पनडुब्‍बी किस तरह की हैं भारत की स्‍कार्पीन पनडुब्बियों की अहम जानकारी हो चुकी है लीक
13
['hin']
एक सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद के थाना बड़हलगंज क्षेत्र में शादी समारोह में एसएसबी जवान ने हर्ष फायरिंग की, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं एक बच्चे सहित दो लोग घायल हो गए. पुलिस फरार जवान की तलाश में जुटी है.  थाना बड़हलगंज इलाके के गांव विसुनपुर निवासी बसंत की बेटी छाया की शादी थी. बुधवार की रात को बारात आई.  द्वारचार के दौरान बारात में आए उत्तराखंड में तैनात गोरखपुर के बेलघाट निवासी आरक्षी रवीश ने अपनी लाइसेंसी डीबीबीएल गन से हर्ष फायरिंग कर दी.  फायरिंग में वर पक्ष के ग्राम ढ़ाड़ा निवासी बृजलाल (55) की मौत हो गई. वहीं बाराती अजय (17) और लड़की पक्ष के सुमित राय (13) घायल हो गए.  गोली चलने से मौत होने के बाद लोगों में भगदड़ मच गई. इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी. टिप्पणियां मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. साथ ही आरोपी एसएसबी जवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाशी शुरू कर दी है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) द्वारचार के दौरान बारात में आए उत्तराखंड में तैनात गोरखपुर के बेलघाट निवासी आरक्षी रवीश ने अपनी लाइसेंसी डीबीबीएल गन से हर्ष फायरिंग कर दी.  फायरिंग में वर पक्ष के ग्राम ढ़ाड़ा निवासी बृजलाल (55) की मौत हो गई. वहीं बाराती अजय (17) और लड़की पक्ष के सुमित राय (13) घायल हो गए.  गोली चलने से मौत होने के बाद लोगों में भगदड़ मच गई. इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी. टिप्पणियां मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. साथ ही आरोपी एसएसबी जवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाशी शुरू कर दी है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. साथ ही आरोपी एसएसबी जवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाशी शुरू कर दी है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: गोरखपुर में एसएसबी जवान ने की फायरिंग द्वारचार के दौरान हुई घटना 1 की मौत और 2 लोग घायल
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इंग्लिश काउंटी क्लब समसेट और साउथ आस्ट्रेलिया रेडबैक्स टीम चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के ग्रुप-बी में शनिवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीत की लय को बरकरार रखने के इरादे से उतरेंगी। क्वालीफायर के तहत मुख्य दौर में प्रवेश करने वाली समरसेट टीम ने अपने पहले मुकाबले में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स को पांच विकेट से शिकस्त दी थी। समरसेट ने मुख्य दौर में अब तक एक मुकाबला खेला है और दो अंक लेकर वह अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर है। रेडबैक्स ने अपने पिछले मुकाबले में नाइट राइडर्स टीम को 19 रनों से हराकर जीत का खाता खोलने में सफल रही थी जबकि पहले मुकाबले में उसे दक्षिण अफ्रीका की वॉरियर्स ने 50 रनों से हराया था। रेडबैक्स के दो मैचों में दो अंक है और वह ग्रुप-बी में चौथे स्थान पर है। ऐसे में दोनों टीमों का लक्ष्य जीत के लय को बरकरार रखना होगा जिससे उनके सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा रह सके। अल्फांसो थॉमस की कप्तानी में समरसेट ने क्वालीफायर मुकाबलों में अपने दोनों मैच जीते थे। हरफनमौला रुएल्फ वान डेर मर्वे से समरसेट को काफी उम्मीदे होंगी। मर्वे ने नाइट राइडर्स के खिलाफ शानदार 73 रन बनाए थे। इसके अलावा पीटर ट्रेगो और जेम्स हिल्ड्रेथ पर भी समरसेट की टीम निर्भर करेगी। समरसेट को गेंदबाजी में थॉमस के अलावा मुरली कार्तिक, मर्वे और लेविस ग्रेगरी से उम्मीदे होंगी। दूसरी ओर, कप्तान माइकल क्लींगर की कप्तानी में रेडबैक्स टीम अपने पिछले मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करने में सफल रही थी। टीम को तेज शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी क्लींगर और डेनियल हैरिस के कंधों पर होगा वहीं मध्यक्रम में कैलम फग्र्यूसन से काफी उम्मीदे होंगी जिन्होंने नाइट राइडर्स के खिलाफ नाबाद 70 रन बनाए थे। हरफनमौला डेनियल क्रिस्टियन भी अच्छे लय में हैं। गेंदबाजी में रेडबैक्स टीम हैरिस और गैरी पुटलैंड पर अधिक भरोसा करेगी। इन दोनों गेंदबाजों ने नाइट राइडर्स के खिलाफ तीन-तीन विकेट झटके थे।
संक्षिप्त सारांश: समरसेट और रेडबैक्स चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के ग्रुप-बी में जीत की लय को बरकरार रखने के इरादे से उतरेंगी।
0
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नाडीस अपने निजी फोटो शूट के लिए मेकअप या छवि सुधार अनुप्रयोगों से दूर रहती हैं, क्योंकि वह प्राकृतिक सौंदर्य को महत्व देती हैं और खामियों की शक्ति पर विश्वास करती हैं. यह पूछे जाने पर कि वह अपनी त्वचा के प्रति कितना सहज है? जैकलीन ने कहा, "हमारी खामियां हमें इंसान और उसके बाद अधिक खूबसूरत बनाती हैं. ये दोष नहीं हैं, ये हमें वह बनाती हैं, जो हम होते हैं." अक्सर, फिल्म कलाकारों की तस्वीरें एडिटिड, फोटोशॉप और एअरब्रश के अंतर्गत आती हैं, लेकिन यहां कई ऐसे कलाकार भी हैं, जो प्राकृतिक सौंदर्य को तवज्जो देते हैं. जैकलीन भी प्राकृतिक सौंदर्य की वकालत करती हैं और वह स्वस्थ और जैविक पदार्थो का सेवन करती हैं.टिप्पणियां अभिनेत्री इंडियन कोल्ड प्रेस्ड जूस ब्रांड में निवेशक भी हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अक्सर, फिल्म कलाकारों की तस्वीरें एडिटिड, फोटोशॉप और एअरब्रश के अंतर्गत आती हैं, लेकिन यहां कई ऐसे कलाकार भी हैं, जो प्राकृतिक सौंदर्य को तवज्जो देते हैं. जैकलीन भी प्राकृतिक सौंदर्य की वकालत करती हैं और वह स्वस्थ और जैविक पदार्थो का सेवन करती हैं.टिप्पणियां अभिनेत्री इंडियन कोल्ड प्रेस्ड जूस ब्रांड में निवेशक भी हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जैकलीन भी प्राकृतिक सौंदर्य की वकालत करती हैं और वह स्वस्थ और जैविक पदार्थो का सेवन करती हैं.टिप्पणियां अभिनेत्री इंडियन कोल्ड प्रेस्ड जूस ब्रांड में निवेशक भी हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अभिनेत्री इंडियन कोल्ड प्रेस्ड जूस ब्रांड में निवेशक भी हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: जैकलीन भी प्राकृतिक सौंदर्य की वकालत करती हैंण् जैकलीन स्वस्थ और जैविक पदार्थो का सेवन करती हैं. अभिनेत्री इंडियन कोल्ड प्रेस्ड जूस ब्रांड में निवेशक भी हैं.
10
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बजट में 25 पलंग वाले वातानुकूलित अस्पतालों में इलाज खर्च एवं डायग्नोस्टिक चेक.अप बिल पर सेवाकर लगाने के प्रस्ताव को सरकार ने वापस लेने का संकेत दिया है। राजस्व सचिव सुनील मित्रा ने यहां कहा, हम वातानुकूलित 25 पलंगों वाले अस्पतालों में इलाज पर सेवाकर लगाने के प्रस्ताव पर चर्चा कर सकते हैं। हम चर्चा कर सकते हैं कि मलेरिया से पीड़ित एक व्यक्ति को खून की जांच कराने के लिए क्या सेवा कर देना चाहिए। यहां उद्योग मंडलों के साथ चर्चा में हिस्सा लेने आए मित्रा ने कहा, स्वास्थ्य सेवाओं पर सेवाकर लगाने का मूल अर्थ महंगे इलाज से है। वर्ष 2011-12 के लिए आम बजट पेश करते समय वित्त मंत्री ने उन सभी अस्पतालों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं पर सेवाकर लगाने का प्रस्ताव किया था जिनमें 25 या इससे अधिक पलंग हैं और वे पूरी तरह से वातानुकूलित हैं। मित्रा ने कहा कि प्रस्तावित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिए की जा रही तैयारी में कई और सेवाओं को कराधान के दायरे में लाया जा रहा है। इस बीच, वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि स्वास्थ्य एवं सेवाएं सरकार के लिए दो प्राथमिकता वाले क्षेत्र बने हुए हैं। शिक्षा मूलरूप से राज्य का मामला है। हम इस मामले को उनके पास ले जाएंगे और कैसे आबंटन बढ़ाया जाए, इस पर उनसे चर्चा करेंगे।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: बजट में वातानुकूलित अस्पतालों में इलाज खर्च एवं डायग्नोस्टिक चेकअप बिल पर सेवाकर लगाने के प्रस्ताव को सरकार ने वापस लेने का संकेत दिया है।
3
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच पुलिस के साथ-साथ अब जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग भी करेगा। वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एजेंसियां अवैध नकद और सट्टेबाजों तथा हवाला डीलरों की ओर से किए जाने वाले लेन-देन की जांच पर ध्यान केंद्रित करेंगी और अपनी प्रारंभिक जांच पूरी करने के बाद अलग-अलग मामले दर्ज करने के बाबत आखिरी फैसला करेगी। अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस की ओर से हाल ही में दर्ज की गयी प्राथमिकियों के अध्ययन के बाद ये एजेंसियां अपने कदम उठाएंगी।टिप्पणियां दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने हाल ही में राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी एस श्रीसंत, अजित चांदिला और अंकित चव्हाण सहित कई अन्य को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किया है। तीनों पर आईपीएल के कम से कम तीन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी धनशोधन की जांच के साथ-साथ इस मामले में कथित तौर पर हुए हवाला लेन-देन की जांच भी करेगी। वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एजेंसियां अवैध नकद और सट्टेबाजों तथा हवाला डीलरों की ओर से किए जाने वाले लेन-देन की जांच पर ध्यान केंद्रित करेंगी और अपनी प्रारंभिक जांच पूरी करने के बाद अलग-अलग मामले दर्ज करने के बाबत आखिरी फैसला करेगी। अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस की ओर से हाल ही में दर्ज की गयी प्राथमिकियों के अध्ययन के बाद ये एजेंसियां अपने कदम उठाएंगी।टिप्पणियां दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने हाल ही में राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी एस श्रीसंत, अजित चांदिला और अंकित चव्हाण सहित कई अन्य को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किया है। तीनों पर आईपीएल के कम से कम तीन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी धनशोधन की जांच के साथ-साथ इस मामले में कथित तौर पर हुए हवाला लेन-देन की जांच भी करेगी। अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस की ओर से हाल ही में दर्ज की गयी प्राथमिकियों के अध्ययन के बाद ये एजेंसियां अपने कदम उठाएंगी।टिप्पणियां दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने हाल ही में राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी एस श्रीसंत, अजित चांदिला और अंकित चव्हाण सहित कई अन्य को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किया है। तीनों पर आईपीएल के कम से कम तीन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी धनशोधन की जांच के साथ-साथ इस मामले में कथित तौर पर हुए हवाला लेन-देन की जांच भी करेगी। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने हाल ही में राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी एस श्रीसंत, अजित चांदिला और अंकित चव्हाण सहित कई अन्य को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किया है। तीनों पर आईपीएल के कम से कम तीन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग का आरोप है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी धनशोधन की जांच के साथ-साथ इस मामले में कथित तौर पर हुए हवाला लेन-देन की जांच भी करेगी। सूत्रों के मुताबिक, ईडी धनशोधन की जांच के साथ-साथ इस मामले में कथित तौर पर हुए हवाला लेन-देन की जांच भी करेगी।
संक्षिप्त सारांश: वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एजेंसियां अवैध नकद और सट्टेबाजों तथा हवाला डीलरों की ओर से किए जाने वाले लेन-देन की जांच पर ध्यान केंद्रित करेंगी और अपनी प्रारंभिक जांच पूरी करने के बाद अलग-अलग मामले दर्ज करने के
10
['hin']
एक सारांश बनाओ: सत्तारूढ़ बीजद के विधायक झीना हिकाका को बंधक बनाने वाले माओवादियों ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए समयसीमा 18 अप्रैल तक बढ़ा दी है। माओवादियों की आंध्र-ओडिशा सीमा विशेष क्षेत्रीय समिति (एओबीएसजेडसी) के एक नेता ने अपने संदेश में 29 नक्सलियों की रिहाई के लिए 18 अप्रैल को शाम पांच बजे तक की नई समयसीमा दी है। माओवादियों के लिए मामले लड़ने वाले कोरापुट के वकील निहार रंजन पटनायक ने यह जानकारी दी।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि आदिवासी विधायक हिकाका को छोड़ने के लिए पहले 30 कैदियों की रिहाई की मांग करने वाले माओवादियों ने सूची से चेंदा भूषणम उर्फ घासी का नाम हटा दिया है, जो कम से कम 55 पुलिसकर्मियों को मारने का आरोपी है। घासी की रिहाई की मांग पर पुलिस बल तथा ओडिशा पुलिस संघ समेत अनेक संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। संगठनों ने धमकी दी थी कि यदि 37 वर्षीय विधायक की रिहाई के लिए उसके जैसे कट्टरपंथी माओवादी को रिहा किया जाता है, तो वे नक्सल रोधी अभियानों का बहिष्कार करेंगे। अपहर्ता कैदियों के बदले विधायक को रिहा करने की अपनी शर्तों पर अड़े हैं। पटनायक के अनुसार उन्होंने मांग की है कि हिकाका की रिहाई के लिए छोड़े गए 29 विद्रोहियों के साथ उनकी पत्नी कौशल्या और वकील भी साथ आएं। उन्होंने कहा कि आदिवासी विधायक हिकाका को छोड़ने के लिए पहले 30 कैदियों की रिहाई की मांग करने वाले माओवादियों ने सूची से चेंदा भूषणम उर्फ घासी का नाम हटा दिया है, जो कम से कम 55 पुलिसकर्मियों को मारने का आरोपी है। घासी की रिहाई की मांग पर पुलिस बल तथा ओडिशा पुलिस संघ समेत अनेक संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। संगठनों ने धमकी दी थी कि यदि 37 वर्षीय विधायक की रिहाई के लिए उसके जैसे कट्टरपंथी माओवादी को रिहा किया जाता है, तो वे नक्सल रोधी अभियानों का बहिष्कार करेंगे। अपहर्ता कैदियों के बदले विधायक को रिहा करने की अपनी शर्तों पर अड़े हैं। पटनायक के अनुसार उन्होंने मांग की है कि हिकाका की रिहाई के लिए छोड़े गए 29 विद्रोहियों के साथ उनकी पत्नी कौशल्या और वकील भी साथ आएं। संगठनों ने धमकी दी थी कि यदि 37 वर्षीय विधायक की रिहाई के लिए उसके जैसे कट्टरपंथी माओवादी को रिहा किया जाता है, तो वे नक्सल रोधी अभियानों का बहिष्कार करेंगे। अपहर्ता कैदियों के बदले विधायक को रिहा करने की अपनी शर्तों पर अड़े हैं। पटनायक के अनुसार उन्होंने मांग की है कि हिकाका की रिहाई के लिए छोड़े गए 29 विद्रोहियों के साथ उनकी पत्नी कौशल्या और वकील भी साथ आएं।
यहाँ एक सारांश है:सत्तारूढ़ बीजद के विधायक झीना हिकाका को बंधक बनाने वाले माओवादियों ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए समयसीमा 18 अप्रैल तक बढ़ा दी है।
15
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सोना तो सोना चांदी के बदलते रंग देख सर्राफा व्यापारी हैरान हैं जो बुधवार को 60 हजार रु प्रति किलो को पार कर गई। बीते सात महीने में चांदी ने पहली बार इस ऊंचाई को छुआ है। कारोबारियों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में मजबूती के बीच स्टाकिस्टों तथा जौहरियों की ताबड़तोड़ लिवाली के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में भावों में आज लगातार तीसरे दिन तेजी रही। चांदी के भाव 2,050 रुपये चढ़कर 60,500 रुपये किलो हो गई। इसी तरह सोने के भाव भी 120 रूपये की तेजी के साथ 29060 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए डॉलर कमजोर पड़ने से लंदन में चांदी के भाव 0.6 प्रतिशत चढ़कर 37.42 डॉलर प्रति औंस हो गए जो 22 सितंबर 2011 के बाद का उच्चतम स्तर है। इस महीने में चांदी की कीमतों में 12 प्रतिशत का उछाल आया है।टिप्पणियां अखिल भारतीय सर्राफा एसोसिएशन के महासचिव सुरेंद्र जैन ने बताया, बाजार में नकदी के कारण चांदी मांग में है। शेयर बाजारों में उतार चढ़ाव के कारण निवेशक सोना चांदी में पैसा लगा रहे हैं। घरेलू बाजार में चांदी तैयार के भाव 2050 रूपये की तेजी के साथ 60,500 रूपये और चांदी साप्ताहिक डिलवरी के भाव 25,20 रूपये चढ़कर 61,170 रूपये प्रति किलो बंद हुए। शादी-विवाह वालों की मांग की चलते चांदी सिक्का के भाव 2000 रुपये की तेजी के साथ (74000:75000) रुपये प्रति सैकड़ा बंद हुए। सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 120 की तेजी के साथ क्रमश: 29,060 रुपये और 28,920 रूपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव 50 रूपये चढ़कर 23,550 रुपये प्रति आठ ग्राम बंद हुए। कारोबारियों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में मजबूती के बीच स्टाकिस्टों तथा जौहरियों की ताबड़तोड़ लिवाली के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में भावों में आज लगातार तीसरे दिन तेजी रही। चांदी के भाव 2,050 रुपये चढ़कर 60,500 रुपये किलो हो गई। इसी तरह सोने के भाव भी 120 रूपये की तेजी के साथ 29060 रुपये प्रति दस ग्राम बंद हुए डॉलर कमजोर पड़ने से लंदन में चांदी के भाव 0.6 प्रतिशत चढ़कर 37.42 डॉलर प्रति औंस हो गए जो 22 सितंबर 2011 के बाद का उच्चतम स्तर है। इस महीने में चांदी की कीमतों में 12 प्रतिशत का उछाल आया है।टिप्पणियां अखिल भारतीय सर्राफा एसोसिएशन के महासचिव सुरेंद्र जैन ने बताया, बाजार में नकदी के कारण चांदी मांग में है। शेयर बाजारों में उतार चढ़ाव के कारण निवेशक सोना चांदी में पैसा लगा रहे हैं। घरेलू बाजार में चांदी तैयार के भाव 2050 रूपये की तेजी के साथ 60,500 रूपये और चांदी साप्ताहिक डिलवरी के भाव 25,20 रूपये चढ़कर 61,170 रूपये प्रति किलो बंद हुए। शादी-विवाह वालों की मांग की चलते चांदी सिक्का के भाव 2000 रुपये की तेजी के साथ (74000:75000) रुपये प्रति सैकड़ा बंद हुए। सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 120 की तेजी के साथ क्रमश: 29,060 रुपये और 28,920 रूपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव 50 रूपये चढ़कर 23,550 रुपये प्रति आठ ग्राम बंद हुए। अखिल भारतीय सर्राफा एसोसिएशन के महासचिव सुरेंद्र जैन ने बताया, बाजार में नकदी के कारण चांदी मांग में है। शेयर बाजारों में उतार चढ़ाव के कारण निवेशक सोना चांदी में पैसा लगा रहे हैं। घरेलू बाजार में चांदी तैयार के भाव 2050 रूपये की तेजी के साथ 60,500 रूपये और चांदी साप्ताहिक डिलवरी के भाव 25,20 रूपये चढ़कर 61,170 रूपये प्रति किलो बंद हुए। शादी-विवाह वालों की मांग की चलते चांदी सिक्का के भाव 2000 रुपये की तेजी के साथ (74000:75000) रुपये प्रति सैकड़ा बंद हुए। सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 120 की तेजी के साथ क्रमश: 29,060 रुपये और 28,920 रूपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव 50 रूपये चढ़कर 23,550 रुपये प्रति आठ ग्राम बंद हुए। शादी-विवाह वालों की मांग की चलते चांदी सिक्का के भाव 2000 रुपये की तेजी के साथ (74000:75000) रुपये प्रति सैकड़ा बंद हुए। सोना 99.9 शुद्ध और 99.5 शुद्ध के भाव 120 की तेजी के साथ क्रमश: 29,060 रुपये और 28,920 रूपये प्रति दस ग्राम बंद हुए। गिन्नी के भाव 50 रूपये चढ़कर 23,550 रुपये प्रति आठ ग्राम बंद हुए।
सोना तो सोना चांदी के बदलते रंग देख सर्राफा व्यापारी हैरान हैं जो बुधवार को 60 हजार रु प्रति किलो को पार कर गई। बीते सात महीने में चांदी ने पहली बार इस ऊंचाई को छुआ है।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: कर्नाटक कांग्रेस के बड़े नेता डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गणेश चतुर्थी के दिन भी पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने स्थानीय पत्रकारों से कहा कि मुझे आज यानी गणेश चतुर्थी के मौके पर अपने स्वर्गीय पिता की याद में धार्मिक संस्कार करने थे लेकिन ये लोग मुझे इतना भी नहीं करने दे रहे. खैर मैं फिर आम जनता और अपनी पार्टी के लिए यहां पूछताछ में शामिल होने के लिए आया हूं. बता दें कि डीके शिवकुमार के खिलाफ राज्य बीजेपी ने मामला दर्ज कराया था. डीके शिवकुमार ने आगे कहा कि मैंने किसी से एक पैसा भी नहीं लिया है. मैं जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहा हूं. आज गणेश चतुर्थी के मौके पर जिस पिता ने मुझे जिंदगी दी मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देना चाहता था. लेकिन ना तो बीजेपी और न ही ईडी मुझे इतना करने की भी अनुमति दे रही है. मैं उम्मीद करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले.  बता दें कि डीके शिवकुमार अभी तक तीन बार ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश हो चुके हैं. उनपर आरोप है कि उन्होंने सात करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की है. डी के शिवकुमार से मनी लॉड्रिंग के एक मामले में शुक्रवार को ईडी ने चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया था कि शिवकुमार शाम करीब साढ़े छह बजे यहां खान मार्केट में लोक नायक भवन स्थित एजेंसी के मुख्यालय पहुंचे. उनके साथ उनके समर्थक भी थे. वह रात करीब 11 बजकर 45 मिनट पर वहां से निकले. अधिकारियों ने बताया था कि धनशोधन रोकथाम कानून के तहत शिवकुमार का बयान दर्ज कर लिया गया है. आपको बता दें कि मामले के जांच अधिकारी ने उन्हें आज फिर से बयान दर्ज कराने के लिए कहा था.   कनकपुरा विधानसभा सीट से विधायक ने एजेंसी के कार्यालय में प्रवेश करने से पहले संवाददाताओं से कहा था कि यह मेरा कर्तव्य है (पेश होना)... मुझे कानून का सम्मान करना है. हम कानून बनाने वाले और कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं. उन्होंने (ईडी) मुझे बुलाया है... मुझे नहीं पता कि उन्होंने मुझे धनशोधन रोकथाम कानून के तहत क्यों बुलाया है.' उन्होंने कहा था कि वह ईडी का सामना करने के लिए तैयार हैं. गुरुवार को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने शिवकुमार की वह याचिका खारिज कर दी थी जिसमें उन्होंने ईडी द्वारा जारी किए गए समन को चुनौती दी थी. इसके बाद उन्हें एजेंसी के सामने पेश होना पड़ा.  इससे पहले, दिन में शिवकुमार ने संकेत दिया कि 2017 में राज्यसभा चुनाव के दौरान गुजरात के कांग्रेस विधायकों को कर्नाटक के एक रिसॉर्ट में सुरक्षित रखने में उनकी 'महत्वपूर्ण भूमिका' आयकर छापों और बाद में ईडी की कार्रवाई का कारण है. केंद्रीय एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में शिवकुमार, नई दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन के एक कर्मचारी और अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया था. ईडी का मामला आयकर विभाग द्वारा पिछले साल बेंगलुरु की एक विशेष अदालत के समक्ष दायर एक आरोपपत्र पर आधारित है जिसमें करोड़ों रुपये की कर चोरी और हवाला लेनदेन का आरोप लगाया गया था.
यहाँ एक सारांश है:कहा- मैंने एक पैसा नहीं लिया है मेरे ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद- शिवकुमार ईडी तीन बार कर चुकी है पूछताछ
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश सरकार को कानून-व्यवस्था के मामले पर घेरने के लिये थानों के घेराव की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की मुहिम के दौरान बुधवार को बलिया में जानदार भाषण देने की कोशिश में एक कार्यकर्ता की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी। बीजेपी के जिलाध्यक्ष विनोद दुबे ने बताया कि खराब कानून-व्यवस्था को लेकर राज्य भर में थानों के घेराव की पार्टी की मुहिम के तहत बिल्थरा रोड विधानसभा क्षेत्र के भीमपुरा थाने का घेराव किया गया था। इसी दौरान भाजपा के स्थानीय नेता त्रिभुवन गुप्ता (50) ने प्रदेश में गुंडाराज होने का आरोप लगाते हुए जोशीला भाषण देना शुरू कर दिया।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि अपने भाषण को जोश की पराकाष्ठा तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे गुप्ता इसी दौरान अचानक बेहोश होकर गिर गये। उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बीजेपी के जिलाध्यक्ष विनोद दुबे ने बताया कि खराब कानून-व्यवस्था को लेकर राज्य भर में थानों के घेराव की पार्टी की मुहिम के तहत बिल्थरा रोड विधानसभा क्षेत्र के भीमपुरा थाने का घेराव किया गया था। इसी दौरान भाजपा के स्थानीय नेता त्रिभुवन गुप्ता (50) ने प्रदेश में गुंडाराज होने का आरोप लगाते हुए जोशीला भाषण देना शुरू कर दिया।टिप्पणियां उन्होंने बताया कि अपने भाषण को जोश की पराकाष्ठा तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे गुप्ता इसी दौरान अचानक बेहोश होकर गिर गये। उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने बताया कि अपने भाषण को जोश की पराकाष्ठा तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे गुप्ता इसी दौरान अचानक बेहोश होकर गिर गये। उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कानून व्‍यवस्‍था के मुद्दे पर थानों का घेराव कर रहे थे पार्टी कार्यकर्ता इसी दौरान स्‍थानीय नेता त्रिभुवन गुप्‍ता ने भाषण देना शुरू किया जोशीला भाषण देते-देते अचानक बेहोश होकर गिर पड़े
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश में अब संस्कृत से सिविल सेवा परीक्षाओं (UPSC Civil Services) की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को फ्री कोचिंग मुहैया की जाएगी. यूपी का दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU) प्रदेश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय होगा, जो संस्कृत विषय से तैयारी करने वालों को मुफ्त कोचिंग देगा. विश्वविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. मुरली मनोहर पाठक ने NDTV से बातचीत में कहा, ''संस्कृत की लोकप्रियता कम हो गई, इसे बढ़ावा देने के लिए हमने संस्कृत के स्टूडेंट्स को सिविल सेवा की परीक्षा की फ्री कोचिंग देने का प्लान तैयार किया है. मैने यूपी संस्कृत परिषद को इसके लिए प्रस्ताव भेजा था जो कि स्वीकार हो चुका है. अब हम 50 स्टूडेंट्स का बैच शुरू करेंगे जिन्हें फ्री कोचिंग दी जाएगी.'' उन्होंने कहा, ''कोचिंग में शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स से आवेदन मंगवाए जाएंगे. आवेदन की प्रक्रिया 10 दिन बाद शुरू कर दी जाएगी. स्टूडेंट्स को आवेदन फॉर्म यूनिवर्सिटी में जमा करना होगा. बैच में शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स को टेस्ट और इंटरव्यू देना होगा.'' प्रो. मुरली मनोहर पाठक ने कहा, ''स्टूडेंट्स को 3 से 5 2 घंटे फ्री कोचिंग दी जाएगी. इस बीच में हम स्टूडेंट्स को आईएएस और पीसीएस का जितन भी सिलेबस है कवर कराएंगे. स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी का स्टाफ पढ़ाएगा और जरूरत पड़ेगी तो हम बाहर से एक्सपर्ट्स को भी बुलाएंगे. बता दें कि इस फ्री कोचिंग के लिए उत्तर प्रदेश के रहने वाले स्टूडेंट्स आवेदन कर सकेंगे. सिर्फ वही स्टूडेंट्स आवेदन कर सकेंगे जो सिविल सेवा की परीक्षा में संस्कृत विषय चुनेंगे. ये कोचिंग दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कैंपस में चलाई जाएगी.
सारांश: संस्कृत से सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी के लिए फ्री कोचिंग दी जाएगी. ये कोचिंग दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय देगा. बैच में शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स का टेस्ट होगा.
33
['hin']
एक सारांश बनाओ: पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त पीजे थॉमस ने नए सीवीसी की नियुक्ति पर रोक लगाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। खबरों के मुताबिक थॉमस ने कोर्ट से सरकार को ये निर्देश देने को कहा है कि जब तक राष्ट्रपति उनकी याचिका पर फ़ैसला नहीं ले लेतीं नए सीवीसी की नियुक्ति ना की जाए। सुप्रीम कोर्ट ने सीवीसी के पद पर पीजे थॉमस की नियुक्ति को गैरकानूनी करार दिया था। इसके बाद थॉमस ने राष्ट्रपति को एक याचिका देकर इस मामले को संविधान पीठ को सौंपने की मांग की थी लेकिन बार−बार ध्यान दिलाने के बाद भी राष्ट्रपति की ओर से कोई जवाब नहीं आया। इस बीच सरकार ने रक्षा सचिव रहे प्रदीप कुमार को नया सीवीसी बना दिया।रक्षा सचिव प्रदीप कुमार बृहस्पतिवार को सीवीसी पद की शपथ लेंगे। पीवी थॉमस की सीवीसी के रूप में नियुक्ति को गैर-कानूनी बताने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद चार महीने से सीवीसी का पद खाली पड़ा हुआ है। बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल प्रदीप कुमार को सीवीसी पद की शपथ दिलाएंगी। प्रदीप कुमार 1972 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाले पैनल ने सवर्सम्मति से उन्हें सीवीसी पद के लिए चुना है। इस पैनल में प्रधानमंत्री के अलावा गृहमंत्री पी चिदंबरम और लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज भी शामिल थीं। उनका कायर्काल 3 साल का होगा।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: रक्षा सचिव प्रदीप कुमार बृहस्पतिवार को सीवीसी पद की शपथ लेंगे। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल प्रदीप कुमार को सीवीसी पद की शपथ दिलाएंगी।
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: संभवत: सरकार पर भ्रष्टाचार के लगातार आरोप लगा रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं को आड़े हाथ लेते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने शनिवार को कहा कि नुकसान पहुंचा कर बच निकलने की प्रवृति को इजाजत नहीं दी जा सकती क्योंकि निर्णय करने की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है और इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है। शर्मा ने कहा ‘‘हम ऐसी कोई स्थिति बनने नहीं दे सकते.. जहां नुकसान पहुंचा कर कोई बच निकले, जहां कोई भी व्यक्ति शासन प्रणाली पर सवाल उठाता हो, भारतीय लोकतंत्र की छवि तार-तार करता हो..।’’ वह इकोनॉमिक टाइम्स अवॉर्ड समारोह में यहां एचडीएफसी के अध्यक्ष दीपक पारेख के सवाल का जवाब दे रहे थे। शर्मा पारेख के उस सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें पारेख ने पूछा था कि घोटाले सामने आने से देश की नौकरशाही ठहर सी गई है, ऐसे में सरकार नौकरशाही में कैसे पुन: विश्वास बहाल करेगी।टिप्पणियां गौरतलब है कि इंडिया अगेनस्ट करप्शन के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने राजनीतिक एवं व्यापारिक हस्तियों पर निशाना साधते हुए उन पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और विदेशों में काला धन जमा रखने का आरोप लगाया है। शर्मा ने देश के मुश्किल घड़ी से गुजरने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘निर्णय लेने की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है। इसने देश को, अर्थव्यवस्था को, रोजगार सृजन को नुकसान पहुंचाया है।’’ उन्होंने कहा कि भारत कायदे कानून वाला देश है और यहां किसी तरह की गड़बड़ी की जांच करने की एक प्रक्रिया है। शर्मा ने कहा ‘‘हम ऐसी कोई स्थिति बनने नहीं दे सकते.. जहां नुकसान पहुंचा कर कोई बच निकले, जहां कोई भी व्यक्ति शासन प्रणाली पर सवाल उठाता हो, भारतीय लोकतंत्र की छवि तार-तार करता हो..।’’ वह इकोनॉमिक टाइम्स अवॉर्ड समारोह में यहां एचडीएफसी के अध्यक्ष दीपक पारेख के सवाल का जवाब दे रहे थे। शर्मा पारेख के उस सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें पारेख ने पूछा था कि घोटाले सामने आने से देश की नौकरशाही ठहर सी गई है, ऐसे में सरकार नौकरशाही में कैसे पुन: विश्वास बहाल करेगी।टिप्पणियां गौरतलब है कि इंडिया अगेनस्ट करप्शन के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने राजनीतिक एवं व्यापारिक हस्तियों पर निशाना साधते हुए उन पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और विदेशों में काला धन जमा रखने का आरोप लगाया है। शर्मा ने देश के मुश्किल घड़ी से गुजरने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘निर्णय लेने की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है। इसने देश को, अर्थव्यवस्था को, रोजगार सृजन को नुकसान पहुंचाया है।’’ उन्होंने कहा कि भारत कायदे कानून वाला देश है और यहां किसी तरह की गड़बड़ी की जांच करने की एक प्रक्रिया है। गौरतलब है कि इंडिया अगेनस्ट करप्शन के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने राजनीतिक एवं व्यापारिक हस्तियों पर निशाना साधते हुए उन पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और विदेशों में काला धन जमा रखने का आरोप लगाया है। शर्मा ने देश के मुश्किल घड़ी से गुजरने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘निर्णय लेने की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है। इसने देश को, अर्थव्यवस्था को, रोजगार सृजन को नुकसान पहुंचाया है।’’ उन्होंने कहा कि भारत कायदे कानून वाला देश है और यहां किसी तरह की गड़बड़ी की जांच करने की एक प्रक्रिया है। शर्मा ने देश के मुश्किल घड़ी से गुजरने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘निर्णय लेने की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है। इसने देश को, अर्थव्यवस्था को, रोजगार सृजन को नुकसान पहुंचाया है।’’ उन्होंने कहा कि भारत कायदे कानून वाला देश है और यहां किसी तरह की गड़बड़ी की जांच करने की एक प्रक्रिया है।
संक्षिप्त पाठ: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि नुकसान पहुंचा कर बच निकलने की प्रवृति को इजाजत नहीं दी जा सकती क्योंकि निर्णय करने की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है और इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है।
27
['hin']
एक सारांश बनाओ: अपने 18 बरस के अंतरराष्ट्रीय करियर में 956 विकेट लेने के बावजूद पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले की ख्वाहिश है कि उनका बेटा गेंदबाज नहीं बल्कि बल्लेबाज बने। कुंबले ने लीडरशिप पर एक पैनल चर्चा में कहा, जब वह क्रिकेट खेलना शुरू करेगा तो मैं उसे बल्लेबाजी चुनने के लिए कहूंगा। टेस्ट में 619 विकेट से आगे जाना आसान नहीं होगा। उसके लिए 18 की औसत से बेहतर बल्लेबाजी करना आसान रहेगा। मेरा औसत 18 था। उन्होंने कहा, जब राहुल द्रविड़ पिता बना तो उसने मुझे ई-मेल करके कहा कि काट द्रविड़ बोल्ड कुंबले (आउट होने का तरीका) जारी रहेगा। मेरा बेटा उससे बड़ा है तो मैंने कहा कि यह काट कुंबले बोल्ड द्रविड़ होगा। पूर्व टेस्ट कप्तान कुंबले ने कहा कि उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि शरीर साथ नहीं दे रहा था। उन्होंने कहा,मुझे लगा कि मेरा शरीर साथ नहीं दे रहा है और टीम भी तैयार हो चुकी है लिहाजा बतौर कप्तान मेरा काम पूरा हो गया। मैं ट्रांजिशन के दौर में कप्तान बना था और एक साल रहा। महेंद्र सिंह धोनी बागडोर संभालने को तैयार हो चुका था। वह वनडे और टी-20 में अच्छी कप्तानी कर रहा था और मेरा समय पूरा हो चुका था । उन्होंने यह भी कहा कि धोनी में अच्छे कप्तान के सारे गुण हैं।
यहाँ एक सारांश है:अंतरराष्ट्रीय करियर में 956 विकेट लेने के बावजूद पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले की ख्वाहिश है कि उनका बेटा गेंदबाज नहीं बल्कि बल्लेबाज बने।
15
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में चल रहे सीबी सीरीज के दौरान रोटेशन पॉलिसी के तहत सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग या गौतम गंभीर को खिला रही है, लेकिन भारत के पूर्व कप्तान और एनडीटीवी के क्रिकेट एक्सपर्ट सुनील गावस्कर का मानना है कि इन तीनों बल्लेबाजों को हर मैच में खेलना चाहिए और इसी से टीम को फायदा होगा। गावस्कर की राय में अगर टीम में किसी को आराम देना है, तो वह रोहित शर्मा और सुरेश रैना में से कोई एक होना चाहिए। तेंदुलकर श्रीलंका के खिलाफ वनडे में अच्छे फॉर्म में दिख रहे थे और उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज की गेंद पर बोल्ड होने से पहले 48 रन बनाए। लेकिन यह अब भी तय नहीं है कि वह अगले मैच में खेलेंगे या नहीं। टीम प्रबंधन ने रोटेशन की नीति अपनाई है। पहले मैच में वीरेंद्र सहवाग को विश्राम दिया गया, तो श्रीलंका के खिलाफ मैच में गौतम गंभीर नहीं खेले। गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि सचिन को सभी मैचों में खेलना चाहिए। यदि आप रोटेशन नीति चाहते हो तो इसका उपयोग किया जाना चाहिए और सभी खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए। मेरा मानना है कि तेंदुलकर, गंभीर और सहवाग को खेलना चाहिए तथा रोहित शर्मा और सुरेश रैना में से किसी एक को बिठाना चाहिए।’’ टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘आप पहले 16 खिलाड़ियों की टीम का चयन करते हैं और फिर आपको सबसे संतुलित टीम चुननी होती है। यदि कोई प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो आपको उसे बदलना चाहिए। लेकिन इस मामले में राय साफ होनी चाहिए कि आप खिलाड़ी को विश्राम नहीं बल्कि बाहर कर रहे हैं। यदि कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो उसे बाहर किया जा सकता है और इस मामले में फैसला सही होना चाहिए।’’ गावस्कर ने मैन ऑफ द मैच बने रविचंद्रन अश्विन की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिखा। पर्थ की उछाल वाली पिच से भी उसे फायदा मिला। मुझे खुशी है कि वह मैन ऑफ द मैच बना, क्योंकि उसने बल्लेबाजी के दौरान काफी साहस का परिचय दिया।’’ तेंदुलकर श्रीलंका के खिलाफ वनडे में अच्छे फॉर्म में दिख रहे थे और उन्होंने एंजेलो मैथ्यूज की गेंद पर बोल्ड होने से पहले 48 रन बनाए। लेकिन यह अब भी तय नहीं है कि वह अगले मैच में खेलेंगे या नहीं। टीम प्रबंधन ने रोटेशन की नीति अपनाई है। पहले मैच में वीरेंद्र सहवाग को विश्राम दिया गया, तो श्रीलंका के खिलाफ मैच में गौतम गंभीर नहीं खेले। गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि सचिन को सभी मैचों में खेलना चाहिए। यदि आप रोटेशन नीति चाहते हो तो इसका उपयोग किया जाना चाहिए और सभी खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए। मेरा मानना है कि तेंदुलकर, गंभीर और सहवाग को खेलना चाहिए तथा रोहित शर्मा और सुरेश रैना में से किसी एक को बिठाना चाहिए।’’ टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘आप पहले 16 खिलाड़ियों की टीम का चयन करते हैं और फिर आपको सबसे संतुलित टीम चुननी होती है। यदि कोई प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो आपको उसे बदलना चाहिए। लेकिन इस मामले में राय साफ होनी चाहिए कि आप खिलाड़ी को विश्राम नहीं बल्कि बाहर कर रहे हैं। यदि कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो उसे बाहर किया जा सकता है और इस मामले में फैसला सही होना चाहिए।’’ गावस्कर ने मैन ऑफ द मैच बने रविचंद्रन अश्विन की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिखा। पर्थ की उछाल वाली पिच से भी उसे फायदा मिला। मुझे खुशी है कि वह मैन ऑफ द मैच बना, क्योंकि उसने बल्लेबाजी के दौरान काफी साहस का परिचय दिया।’’ गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि सचिन को सभी मैचों में खेलना चाहिए। यदि आप रोटेशन नीति चाहते हो तो इसका उपयोग किया जाना चाहिए और सभी खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए। मेरा मानना है कि तेंदुलकर, गंभीर और सहवाग को खेलना चाहिए तथा रोहित शर्मा और सुरेश रैना में से किसी एक को बिठाना चाहिए।’’ टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘आप पहले 16 खिलाड़ियों की टीम का चयन करते हैं और फिर आपको सबसे संतुलित टीम चुननी होती है। यदि कोई प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो आपको उसे बदलना चाहिए। लेकिन इस मामले में राय साफ होनी चाहिए कि आप खिलाड़ी को विश्राम नहीं बल्कि बाहर कर रहे हैं। यदि कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो उसे बाहर किया जा सकता है और इस मामले में फैसला सही होना चाहिए।’’ गावस्कर ने मैन ऑफ द मैच बने रविचंद्रन अश्विन की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिखा। पर्थ की उछाल वाली पिच से भी उसे फायदा मिला। मुझे खुशी है कि वह मैन ऑफ द मैच बना, क्योंकि उसने बल्लेबाजी के दौरान काफी साहस का परिचय दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप पहले 16 खिलाड़ियों की टीम का चयन करते हैं और फिर आपको सबसे संतुलित टीम चुननी होती है। यदि कोई प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो आपको उसे बदलना चाहिए। लेकिन इस मामले में राय साफ होनी चाहिए कि आप खिलाड़ी को विश्राम नहीं बल्कि बाहर कर रहे हैं। यदि कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो उसे बाहर किया जा सकता है और इस मामले में फैसला सही होना चाहिए।’’ गावस्कर ने मैन ऑफ द मैच बने रविचंद्रन अश्विन की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिखा। पर्थ की उछाल वाली पिच से भी उसे फायदा मिला। मुझे खुशी है कि वह मैन ऑफ द मैच बना, क्योंकि उसने बल्लेबाजी के दौरान काफी साहस का परिचय दिया।’’ गावस्कर ने मैन ऑफ द मैच बने रविचंद्रन अश्विन की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिखा। पर्थ की उछाल वाली पिच से भी उसे फायदा मिला। मुझे खुशी है कि वह मैन ऑफ द मैच बना, क्योंकि उसने बल्लेबाजी के दौरान काफी साहस का परिचय दिया।’’
सारांश: भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की राय में अगर टीम में किसी को आराम देना है, तो वह रोहित शर्मा और सुरेश रैना में से कोई एक होना चाहिए।
7
['hin']
एक सारांश बनाओ: डीजल के दामों में बढ़ोतरी, सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या सीमित किए जाने व मल्टी ब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने के केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में गुरुवार को आयोजित भारत बंद से कर्नाटक में जनजीवन प्रभावित रहा। कई आईटी कंपनियों ने गुरुवार को अवकाश की घोषणा की। सड़कों पर बसें नहीं दिखीं, ज्यादातर स्कूल-कॉलेज व बाजार बंद रहे। शासकीय कार्यालयों, बैंकों व निजी कम्पनियों में उपस्थिति कम रही। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, इसलिए यहां बंद का अच्छा असर दिखा। देश के विभिन्न हिस्सों से बेंगलुरु पहुंचे सैकड़ों यात्री वहां तीन रेलवे स्टेशनों पर अटके रहे। वहां कोई बस सेवा उपलब्ध नहीं थी और ऑटो-रिक्शा व टैक्सियां भी कम संख्या में थे। सिनेमाघरों में भी गुरुवार को अवकाश की घोषणा की गई थी। मैसूर, मैंगलोर, हुबली, शिमोगा, दावांगेरे जैसे प्रमुख शैक्षिक व व्यवसायिक शहरों में सामान्य जीवन प्रभावित रहा।टिप्पणियां यहां बाजार, स्कूल, कॉलेज बंद रहे और सड़कों पर बसें नहीं चलीं। राज्य सड़क परिवहन निगम के एक प्रवक्ता ने बेंगलुरू में संवाददाताओं को बताया कि बस स्टैंड्स पर यात्री मौजूद नहीं हैं, इसलिए बसें नहीं चल रहीं। उन्होंने कहा, शहर के बीचोबीच स्थित केम्पेगौड़ा सर्किल के नजदीक अंतर व अंतर-राज्यीय बस स्टैंड व मुख्य शहर में मुश्किल से ही कोई यात्री है। मध्य बेंगलुरु के शांतिनगर, दक्षिण के जयानगर, उत्तर के यशवंतपुर व पश्चिम के विजयनगर के अन्य प्रमुख बस स्टैंड्स पर भी यही स्थिति है। बेंगलुरु व कुछ अन्य शहरों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दो-पहिया वाहन रैली निकाली। कई आईटी कंपनियों ने गुरुवार को अवकाश की घोषणा की। सड़कों पर बसें नहीं दिखीं, ज्यादातर स्कूल-कॉलेज व बाजार बंद रहे। शासकीय कार्यालयों, बैंकों व निजी कम्पनियों में उपस्थिति कम रही। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, इसलिए यहां बंद का अच्छा असर दिखा। देश के विभिन्न हिस्सों से बेंगलुरु पहुंचे सैकड़ों यात्री वहां तीन रेलवे स्टेशनों पर अटके रहे। वहां कोई बस सेवा उपलब्ध नहीं थी और ऑटो-रिक्शा व टैक्सियां भी कम संख्या में थे। सिनेमाघरों में भी गुरुवार को अवकाश की घोषणा की गई थी। मैसूर, मैंगलोर, हुबली, शिमोगा, दावांगेरे जैसे प्रमुख शैक्षिक व व्यवसायिक शहरों में सामान्य जीवन प्रभावित रहा।टिप्पणियां यहां बाजार, स्कूल, कॉलेज बंद रहे और सड़कों पर बसें नहीं चलीं। राज्य सड़क परिवहन निगम के एक प्रवक्ता ने बेंगलुरू में संवाददाताओं को बताया कि बस स्टैंड्स पर यात्री मौजूद नहीं हैं, इसलिए बसें नहीं चल रहीं। उन्होंने कहा, शहर के बीचोबीच स्थित केम्पेगौड़ा सर्किल के नजदीक अंतर व अंतर-राज्यीय बस स्टैंड व मुख्य शहर में मुश्किल से ही कोई यात्री है। मध्य बेंगलुरु के शांतिनगर, दक्षिण के जयानगर, उत्तर के यशवंतपुर व पश्चिम के विजयनगर के अन्य प्रमुख बस स्टैंड्स पर भी यही स्थिति है। बेंगलुरु व कुछ अन्य शहरों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दो-पहिया वाहन रैली निकाली। देश के विभिन्न हिस्सों से बेंगलुरु पहुंचे सैकड़ों यात्री वहां तीन रेलवे स्टेशनों पर अटके रहे। वहां कोई बस सेवा उपलब्ध नहीं थी और ऑटो-रिक्शा व टैक्सियां भी कम संख्या में थे। सिनेमाघरों में भी गुरुवार को अवकाश की घोषणा की गई थी। मैसूर, मैंगलोर, हुबली, शिमोगा, दावांगेरे जैसे प्रमुख शैक्षिक व व्यवसायिक शहरों में सामान्य जीवन प्रभावित रहा।टिप्पणियां यहां बाजार, स्कूल, कॉलेज बंद रहे और सड़कों पर बसें नहीं चलीं। राज्य सड़क परिवहन निगम के एक प्रवक्ता ने बेंगलुरू में संवाददाताओं को बताया कि बस स्टैंड्स पर यात्री मौजूद नहीं हैं, इसलिए बसें नहीं चल रहीं। उन्होंने कहा, शहर के बीचोबीच स्थित केम्पेगौड़ा सर्किल के नजदीक अंतर व अंतर-राज्यीय बस स्टैंड व मुख्य शहर में मुश्किल से ही कोई यात्री है। मध्य बेंगलुरु के शांतिनगर, दक्षिण के जयानगर, उत्तर के यशवंतपुर व पश्चिम के विजयनगर के अन्य प्रमुख बस स्टैंड्स पर भी यही स्थिति है। बेंगलुरु व कुछ अन्य शहरों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दो-पहिया वाहन रैली निकाली। यहां बाजार, स्कूल, कॉलेज बंद रहे और सड़कों पर बसें नहीं चलीं। राज्य सड़क परिवहन निगम के एक प्रवक्ता ने बेंगलुरू में संवाददाताओं को बताया कि बस स्टैंड्स पर यात्री मौजूद नहीं हैं, इसलिए बसें नहीं चल रहीं। उन्होंने कहा, शहर के बीचोबीच स्थित केम्पेगौड़ा सर्किल के नजदीक अंतर व अंतर-राज्यीय बस स्टैंड व मुख्य शहर में मुश्किल से ही कोई यात्री है। मध्य बेंगलुरु के शांतिनगर, दक्षिण के जयानगर, उत्तर के यशवंतपुर व पश्चिम के विजयनगर के अन्य प्रमुख बस स्टैंड्स पर भी यही स्थिति है। बेंगलुरु व कुछ अन्य शहरों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दो-पहिया वाहन रैली निकाली। मध्य बेंगलुरु के शांतिनगर, दक्षिण के जयानगर, उत्तर के यशवंतपुर व पश्चिम के विजयनगर के अन्य प्रमुख बस स्टैंड्स पर भी यही स्थिति है। बेंगलुरु व कुछ अन्य शहरों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दो-पहिया वाहन रैली निकाली।
संक्षिप्त पाठ: कई आईटी कंपनियों ने गुरुवार को अवकाश की घोषणा की। सड़कों पर बसें नहीं दिखीं, ज्यादातर स्कूल-कॉलेज व बाजार बंद रहे। शासकीय कार्यालयों, बैंकों व निजी कम्पनियों में उपस्थिति कम रही।
30
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कहा, 'हम शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं. राष्ट्रवाद देश की जनता की दिक्कतों को खत्म करने के लिए होता है, लेकिन भाजपा के लोग जनता की नहीं सुनते हैं. जब भी जनता कोई मुद्दा उठाती है तो भाजपा सरकार लोगों का दमन करती है.' उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का मुकाबला मोदी सरकार की मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) से हो रहा है.   उधर, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अमेठी से मेगा फूड पार्क परियोजना छीने जाने के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा है कि इसके लिए केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ही दोषी है. भाजपा प्रत्याशी के रूप में अमेठी से राहुल के खिलाफ चुनाव लड़ रही स्मृति ने कहा कि अमेठी में जिस मेगा फूड पार्क की बात राहुल करते हैं उसे गैस देने से तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने लिखित में मना कर दिया था.  उन्होंने कहा, 'उस पत्र को हमने बहुत पहले ही देश के सामने रख दिया था. राहुल झूठ बोलकर अमेठी की जनता को गुमराह कर रहे हैं.' मालूम हो कि राहुल अमेठी में अपने कार्यक्रम के दौरान अक्सर मोदी सरकार पर मेगा फूड पार्क परियोजना को छीनने का आरोप लगाते हैं. स्मृति ने राहुल पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष किसानों के हितों की बात करते हैं जबकि कारखाना लगाने के नाम पर किसानों से ली गयी जमीन राहुल ने हड़प ली है. बता दें कि प्रियंका गांधी पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने के बाद से लगातार पूरे क्षेत्र में दौरा करके कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास कर रही हैं. अमेठी में पांचवें चरण में 6 मई को वोट डाले जाएंगे.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर बोला हमला अमेठी में चुनाव जीतने के लिए पैसे बांटने का लगाया आरोप यूपी के अमेठी में राहुल गांधी का मुकाबला स्मृति ईरानी से
19
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका दिल्ली गैंगरेप पीड़िता को मरणोपरांत आज अंतरराष्ट्रीय साहसिक महिला पुरस्कार देगा। इससे पहले एक आधिकारिक घोषणा में कहा गया था कि गैंगरेप पीड़िता को मरणोपरांत इस सम्मान से 8 मार्च को अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा और विदेश मंत्री जॉन केरी द्वारा नवाजा जाएगा। विदेश मंत्रालय ने दुनियाभर की 10 महिलाओं को इस पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा के मौके पर गैंगरेप पीड़िता के बारे में कहा कि भारत की करोड़ों महिलाओं के लिए उसका निजी कटु अनुभव, न्याय की जंग के लिए दृढ़ता और उसके परिवार की निरंतर बहादुरी, महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने वाले कलंक और असुरक्षा को हटाने में मदद कर रही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीड़िता ने अस्पताल में रहते हुए पुलिस को दो बार बयान दिए, छह हमलावरों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की बार-बार मांग की और न्याय को होते हुए देखने के लिए जीवित रहने की इच्छा जताई। मंत्रालय ने कहा कि उसके संघर्ष से प्रेरित कई भारतीयों की तरह उसका भी कामकाजी वर्ग के परिवार में जन्म हुआ। परिवार ने उसके सपनों में निवेश करके चिकित्सा क्षेत्र में पढ़ाई कराई थी। मंत्रालय के अनुसार, उसने एक फिजियोथैरेपी कार्यक्रम में स्नातक किया था, जिसके बाद उसका जीवन समाप्त हो गया। मंत्रालय ने कहा कि हमले के दो हफ्तों बाद पीड़िता की मौत के बीच भारत के समाज ने कानून कड़ा करने की वकालत की और हर तरह की लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामाजिक कार्यक्रम का समर्थन किया ताकि बलात्कार के मामलों में उच्च दोषसिद्धि दर सुनिश्चित हो और महिलाओं को लेकर संवेदनशील कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली हो।टिप्पणियां विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन प्रयासों के कारण भारतीय सरकार ने इन मांगों पर कार्रवाई शुरू की। गौरतलब है कि पैरामेडिकल छात्रा के साथ दिल्ली में बीते साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था। इससे पहले एक आधिकारिक घोषणा में कहा गया था कि गैंगरेप पीड़िता को मरणोपरांत इस सम्मान से 8 मार्च को अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा और विदेश मंत्री जॉन केरी द्वारा नवाजा जाएगा। विदेश मंत्रालय ने दुनियाभर की 10 महिलाओं को इस पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा के मौके पर गैंगरेप पीड़िता के बारे में कहा कि भारत की करोड़ों महिलाओं के लिए उसका निजी कटु अनुभव, न्याय की जंग के लिए दृढ़ता और उसके परिवार की निरंतर बहादुरी, महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने वाले कलंक और असुरक्षा को हटाने में मदद कर रही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीड़िता ने अस्पताल में रहते हुए पुलिस को दो बार बयान दिए, छह हमलावरों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की बार-बार मांग की और न्याय को होते हुए देखने के लिए जीवित रहने की इच्छा जताई। मंत्रालय ने कहा कि उसके संघर्ष से प्रेरित कई भारतीयों की तरह उसका भी कामकाजी वर्ग के परिवार में जन्म हुआ। परिवार ने उसके सपनों में निवेश करके चिकित्सा क्षेत्र में पढ़ाई कराई थी। मंत्रालय के अनुसार, उसने एक फिजियोथैरेपी कार्यक्रम में स्नातक किया था, जिसके बाद उसका जीवन समाप्त हो गया। मंत्रालय ने कहा कि हमले के दो हफ्तों बाद पीड़िता की मौत के बीच भारत के समाज ने कानून कड़ा करने की वकालत की और हर तरह की लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामाजिक कार्यक्रम का समर्थन किया ताकि बलात्कार के मामलों में उच्च दोषसिद्धि दर सुनिश्चित हो और महिलाओं को लेकर संवेदनशील कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली हो।टिप्पणियां विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन प्रयासों के कारण भारतीय सरकार ने इन मांगों पर कार्रवाई शुरू की। गौरतलब है कि पैरामेडिकल छात्रा के साथ दिल्ली में बीते साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था। विदेश मंत्रालय ने दुनियाभर की 10 महिलाओं को इस पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा के मौके पर गैंगरेप पीड़िता के बारे में कहा कि भारत की करोड़ों महिलाओं के लिए उसका निजी कटु अनुभव, न्याय की जंग के लिए दृढ़ता और उसके परिवार की निरंतर बहादुरी, महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने वाले कलंक और असुरक्षा को हटाने में मदद कर रही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीड़िता ने अस्पताल में रहते हुए पुलिस को दो बार बयान दिए, छह हमलावरों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की बार-बार मांग की और न्याय को होते हुए देखने के लिए जीवित रहने की इच्छा जताई। मंत्रालय ने कहा कि उसके संघर्ष से प्रेरित कई भारतीयों की तरह उसका भी कामकाजी वर्ग के परिवार में जन्म हुआ। परिवार ने उसके सपनों में निवेश करके चिकित्सा क्षेत्र में पढ़ाई कराई थी। मंत्रालय के अनुसार, उसने एक फिजियोथैरेपी कार्यक्रम में स्नातक किया था, जिसके बाद उसका जीवन समाप्त हो गया। मंत्रालय ने कहा कि हमले के दो हफ्तों बाद पीड़िता की मौत के बीच भारत के समाज ने कानून कड़ा करने की वकालत की और हर तरह की लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामाजिक कार्यक्रम का समर्थन किया ताकि बलात्कार के मामलों में उच्च दोषसिद्धि दर सुनिश्चित हो और महिलाओं को लेकर संवेदनशील कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली हो।टिप्पणियां विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन प्रयासों के कारण भारतीय सरकार ने इन मांगों पर कार्रवाई शुरू की। गौरतलब है कि पैरामेडिकल छात्रा के साथ दिल्ली में बीते साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीड़िता ने अस्पताल में रहते हुए पुलिस को दो बार बयान दिए, छह हमलावरों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की बार-बार मांग की और न्याय को होते हुए देखने के लिए जीवित रहने की इच्छा जताई। मंत्रालय ने कहा कि उसके संघर्ष से प्रेरित कई भारतीयों की तरह उसका भी कामकाजी वर्ग के परिवार में जन्म हुआ। परिवार ने उसके सपनों में निवेश करके चिकित्सा क्षेत्र में पढ़ाई कराई थी। मंत्रालय के अनुसार, उसने एक फिजियोथैरेपी कार्यक्रम में स्नातक किया था, जिसके बाद उसका जीवन समाप्त हो गया। मंत्रालय ने कहा कि हमले के दो हफ्तों बाद पीड़िता की मौत के बीच भारत के समाज ने कानून कड़ा करने की वकालत की और हर तरह की लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामाजिक कार्यक्रम का समर्थन किया ताकि बलात्कार के मामलों में उच्च दोषसिद्धि दर सुनिश्चित हो और महिलाओं को लेकर संवेदनशील कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली हो।टिप्पणियां विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन प्रयासों के कारण भारतीय सरकार ने इन मांगों पर कार्रवाई शुरू की। गौरतलब है कि पैरामेडिकल छात्रा के साथ दिल्ली में बीते साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था। मंत्रालय ने कहा कि उसके संघर्ष से प्रेरित कई भारतीयों की तरह उसका भी कामकाजी वर्ग के परिवार में जन्म हुआ। परिवार ने उसके सपनों में निवेश करके चिकित्सा क्षेत्र में पढ़ाई कराई थी। मंत्रालय के अनुसार, उसने एक फिजियोथैरेपी कार्यक्रम में स्नातक किया था, जिसके बाद उसका जीवन समाप्त हो गया। मंत्रालय ने कहा कि हमले के दो हफ्तों बाद पीड़िता की मौत के बीच भारत के समाज ने कानून कड़ा करने की वकालत की और हर तरह की लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामाजिक कार्यक्रम का समर्थन किया ताकि बलात्कार के मामलों में उच्च दोषसिद्धि दर सुनिश्चित हो और महिलाओं को लेकर संवेदनशील कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली हो।टिप्पणियां विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन प्रयासों के कारण भारतीय सरकार ने इन मांगों पर कार्रवाई शुरू की। गौरतलब है कि पैरामेडिकल छात्रा के साथ दिल्ली में बीते साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था। मंत्रालय के अनुसार, उसने एक फिजियोथैरेपी कार्यक्रम में स्नातक किया था, जिसके बाद उसका जीवन समाप्त हो गया। मंत्रालय ने कहा कि हमले के दो हफ्तों बाद पीड़िता की मौत के बीच भारत के समाज ने कानून कड़ा करने की वकालत की और हर तरह की लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सामाजिक कार्यक्रम का समर्थन किया ताकि बलात्कार के मामलों में उच्च दोषसिद्धि दर सुनिश्चित हो और महिलाओं को लेकर संवेदनशील कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली हो।टिप्पणियां विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन प्रयासों के कारण भारतीय सरकार ने इन मांगों पर कार्रवाई शुरू की। गौरतलब है कि पैरामेडिकल छात्रा के साथ दिल्ली में बीते साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन प्रयासों के कारण भारतीय सरकार ने इन मांगों पर कार्रवाई शुरू की। गौरतलब है कि पैरामेडिकल छात्रा के साथ दिल्ली में बीते साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था। गौरतलब है कि पैरामेडिकल छात्रा के साथ दिल्ली में बीते साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया गया था, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था।
संक्षिप्त पाठ: विदेश मंत्रालय ने गैंगरेप पीड़िता के बारे में कहा कि भारत की करोड़ों महिलाओं के लिए उसका निजी कटु अनुभव, न्याय की जंग के लिए दृढ़ता और उसके परिवार की निरंतर बहादुरी, महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने वाले कलंक और असुरक्षा को हटाने में मदद कर रही है।
13
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: महंगाई पर सरकार को घेरते हुए विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने इसके लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि सरकार के दिए आंकड़ों से गरीब का पेट नहीं भरेगा। सुषमा ने ये भी कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और मोरारजी देसाई के दौर में महंगाई पर लगाम लगी थी पर कांग्रेस सरकारें नाकाम रही हैं। लोकसभा में हुए इस हमले का जवाब वित्त मंत्री ने राज्यसभा में दिया। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि महंगाई के लिए सिर्फ केंद्र ही जिम्मेदार नहीं बल्कि राज्य भी हैं। इससे पहले, 2जी घोटाले को लेकर गृह मंत्री पी चिदंबरम के इस्तीफे तथा अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष द्वारा किए गए भारी हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 12 बजे जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो स्थिति वैसी ही बनी रही और सदन में हंगामा जारी रहा। अध्यक्ष मीरा कुमार के बार-बार कहने के बावजूद जब विपक्षी सांसद शांत नहीं हुए, तो सदन की कार्यवाही दोबारा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर जनता दल (यू) के सदस्य चिदंबरम के इस्तीफे की मांग करते हुए आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। एनडीए के प्रमुख दल भाजपा के सदस्य भी अपने स्थान पर खड़े होकर यही मांग करते देखे गए। उधर, तमिलनाडु से अन्नाद्रमुक तथा पीएमके के सदस्य मुल्लापेरियार बांध मुद्दे को लेकर आसन के समक्ष आ गए। सत्तारूढ़ संप्रग के घटक दल द्रमुक के टीआर बालू भी अपने स्थान पर खड़े होकर सदन में मुल्लापेरियार बांध पर चर्चा कराए जाने की मांग कर रहे थे। अध्यक्ष मीरा कुमार ने प्रश्नकाल चलने देने की अपील की, लेकिन सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और हंगामा जारी रहा। स्थिति शांत नहीं होते देख उन्होंने बैठक कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
आखिरकार दोपहर बाद संसद चलने लगी...। महंगाई के लिए स्वराज ने केंद्र को ज़िम्मेदार ठहराया तो वित्त मंत्री ने इसके लिए राज्यों को भी ज़िम्मेदार ठहराया।
6
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मध्यप्रदेश में पिछले 15 दिनों में 20 किसान खुदकुशी कर चुके हैं, सरकार कहती है किसी ने कर्ज के बोझ तले आत्महत्या नहीं की लेकिन परिजनों का कहना है कि कर्ज के दबाव में ही मौत को गले लगाया. बुधनी के जिस किसान ने खुदकुशी की उस पर दबाव बनाने का आरोप मृतक के बेटे ने बीजेपी के स्थानीय नेता पर लगाया है.         55 साल के शत्रुघ्न मीणा बुधनी के गुआड़िया गांव में रहते थे, बिटिया के ब्याह और फसल के लिए लिया कर्ज 10 लाख का हो गया. बिजली के स्थाई कनेक्शन के लिए तहसील दफ्तर गए तो पता लगा जिस जमीन को अपना मान रहे हैं उस पर कब्जा हो चुका है दबाव में उन्होंने सल्फास खा लिया. मृतक के बेटे मयंक मीणा का आरोप है बुधनी बीजेपी मंडल अध्यक्ष अर्जुन मालवीय ने जमीन हड़प ली. मामले की तफ्तीश में जुटे एसडीओपी एसएन चौधरी ने आत्महत्या की बात मानी लेकिन सूदखोरी के मुद्दे पर कहा कि तफ्तीश के बाद ही इस मामले में कुछ बता पाएंगे.         अर्जुन मालवीय शहर में नहीं मिले, हमने फोन से ढूंढ निकाला. एनडीटीवी इंडिया के बातचीत में मालवीय ने कहा वे साहूकार नहीं हैं, न ही किसी की जमीन हड़पी है. इस मामले में हमने बीजेपी के नेताओं से भी बातचीत की. बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने माना अर्जुन मालवीय पार्टी कार्यकर्ता हैं लेकिन परिजनों के आरोप में उन्हें सियासत नजर आई. राहुल ने कहा अर्जुन मालवीय हमारे कार्यकर्ता हैं, लेकिन मृतक के भाई कांग्रेस से जुड़े हैं. ऐसे में तफ्तीश होने के बाद ही तय होगा जहां तक हमारी जानकारी है उन्होंने कोई जमीन नहीं ली. फिर भी जांच में कुछ निकला तो पार्टी कार्रवाई करेगी. मृतक के बेटे मयंक मीणा का आरोप है बुधनी बीजेपी मंडल अध्यक्ष अर्जुन मालवीय ने जमीन हड़प ली. मामले की तफ्तीश में जुटे एसडीओपी एसएन चौधरी ने आत्महत्या की बात मानी लेकिन सूदखोरी के मुद्दे पर कहा कि तफ्तीश के बाद ही इस मामले में कुछ बता पाएंगे.         अर्जुन मालवीय शहर में नहीं मिले, हमने फोन से ढूंढ निकाला. एनडीटीवी इंडिया के बातचीत में मालवीय ने कहा वे साहूकार नहीं हैं, न ही किसी की जमीन हड़पी है. इस मामले में हमने बीजेपी के नेताओं से भी बातचीत की. बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने माना अर्जुन मालवीय पार्टी कार्यकर्ता हैं लेकिन परिजनों के आरोप में उन्हें सियासत नजर आई. राहुल ने कहा अर्जुन मालवीय हमारे कार्यकर्ता हैं, लेकिन मृतक के भाई कांग्रेस से जुड़े हैं. ऐसे में तफ्तीश होने के बाद ही तय होगा जहां तक हमारी जानकारी है उन्होंने कोई जमीन नहीं ली. फिर भी जांच में कुछ निकला तो पार्टी कार्रवाई करेगी.
यह एक सारांश है: बुधनी के गुआड़िया गांव में 55 साल के शत्रुघ्न मीणा ने की आत्महत्या बिटिया के ब्याह और फसल के लिए लिया कर्ज 10 लाख हो गया कांग्रेस से जुड़े हैं मृतक किसान शत्रुघ्न मीणा के भाई
9
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: लंदन ओलिंपिक के उद्घाटन समारोह में भारतीय दल के साथ मार्च पास्ट में चलने वाली रहस्यमयी महिला मधुरा नागेंद्र के पिता ने दावा किया कि उनकी बेटी को आधिकारिक तौर पर नृत्य कार्यक्रम के लिए चुना गया था। लाल रंग की कमीज और नीले रंग की पैंट पहने मधुरा को मार्च पास्ट के दौरान बीजिंग ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार के पास में चलते हुए देखा गया था। उसकी अवांछित उपस्थिति से भारतीय दल नाराज हो गया था क्योंकि उन्हें पता नहीं था कि वह कौन थी। इस लड़की के पिता के नागेंद्र ने हालांकि कहा कि वह घुसपैठिया नहीं थी और सुरक्षा में भी किसी तरह की चूक नहीं हुई। उन्होंने इसके साथ ही इस विवादास्पद घटना के लिये माफी भी मांगी।टिप्पणियां मधुरा के पिता के नागेंद्र ने कहा, ‘मेरी बेटी मधुरा को डैनी बोएल द्वारा तैयार किए गए उद्घाटन समारोह में नृत्य कार्यक्रम के लिए आधिकारिक तौर पर चुना गया था।’ नागेंद्र ने कहा कि उनकी बेटी उद्घाटन समारोह के लिए चुने गए अन्य भागीदारों के साथ पिछले कई महीनों से नृत्य का अभ्यास कर रही थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारतीय होने के कारण लंदन ओलिंपिक की आयोजन समिति ने शायद उसे टीम को स्टेडियम के अंदर तक पहुंचाने का जिम्मा सौंपा था। इससे हो सकता है कि हमारी टीम की भावनाएं आहत हुई हो। मुझे इसके लिए खेद है।’ लाल रंग की कमीज और नीले रंग की पैंट पहने मधुरा को मार्च पास्ट के दौरान बीजिंग ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार के पास में चलते हुए देखा गया था। उसकी अवांछित उपस्थिति से भारतीय दल नाराज हो गया था क्योंकि उन्हें पता नहीं था कि वह कौन थी। इस लड़की के पिता के नागेंद्र ने हालांकि कहा कि वह घुसपैठिया नहीं थी और सुरक्षा में भी किसी तरह की चूक नहीं हुई। उन्होंने इसके साथ ही इस विवादास्पद घटना के लिये माफी भी मांगी।टिप्पणियां मधुरा के पिता के नागेंद्र ने कहा, ‘मेरी बेटी मधुरा को डैनी बोएल द्वारा तैयार किए गए उद्घाटन समारोह में नृत्य कार्यक्रम के लिए आधिकारिक तौर पर चुना गया था।’ नागेंद्र ने कहा कि उनकी बेटी उद्घाटन समारोह के लिए चुने गए अन्य भागीदारों के साथ पिछले कई महीनों से नृत्य का अभ्यास कर रही थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारतीय होने के कारण लंदन ओलिंपिक की आयोजन समिति ने शायद उसे टीम को स्टेडियम के अंदर तक पहुंचाने का जिम्मा सौंपा था। इससे हो सकता है कि हमारी टीम की भावनाएं आहत हुई हो। मुझे इसके लिए खेद है।’ मधुरा के पिता के नागेंद्र ने कहा, ‘मेरी बेटी मधुरा को डैनी बोएल द्वारा तैयार किए गए उद्घाटन समारोह में नृत्य कार्यक्रम के लिए आधिकारिक तौर पर चुना गया था।’ नागेंद्र ने कहा कि उनकी बेटी उद्घाटन समारोह के लिए चुने गए अन्य भागीदारों के साथ पिछले कई महीनों से नृत्य का अभ्यास कर रही थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारतीय होने के कारण लंदन ओलिंपिक की आयोजन समिति ने शायद उसे टीम को स्टेडियम के अंदर तक पहुंचाने का जिम्मा सौंपा था। इससे हो सकता है कि हमारी टीम की भावनाएं आहत हुई हो। मुझे इसके लिए खेद है।’ नागेंद्र ने कहा कि उनकी बेटी उद्घाटन समारोह के लिए चुने गए अन्य भागीदारों के साथ पिछले कई महीनों से नृत्य का अभ्यास कर रही थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारतीय होने के कारण लंदन ओलिंपिक की आयोजन समिति ने शायद उसे टीम को स्टेडियम के अंदर तक पहुंचाने का जिम्मा सौंपा था। इससे हो सकता है कि हमारी टीम की भावनाएं आहत हुई हो। मुझे इसके लिए खेद है।’
यह एक सारांश है: लंदन ओलिंपिक के उद्घाटन समारोह में भारतीय दल के साथ मार्च पास्ट में चलने वाली रहस्यमयी महिला मधुरा नागेंद्र के पिता ने दावा किया कि उनकी बेटी को आधिकारिक तौर पर नृत्य कार्यक्रम के लिए चुना गया था।
9
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में अगले महीने दक्षेस देशों के गृह मंत्रियों के सम्मेलन के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अपने पाकिस्तानी समकक्ष के बीच वार्ता सीमा पार से घुसपैठ तथा आतंकवाद के मुद्दों पर केंद्रित होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने गुरुवार को कहा कि कश्मीर में हिंसा के कारण तनाव के बीच राजनाथ सिंह दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) में शामिल देशों के गृहमंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चार अगस्त को पाकिस्तान जाएंगे। उन्होंने कहा, "इस बैठक से पहले तीन अगस्त को दक्षेस के गृह सचिवों की सातवीं बैठक तथा तीन अगस्त को दक्षेस के आव्रजन अधिकारियों की सातवीं बैठक होगी।" हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान बानी के आठ जुलाई को मारे जाने के बाद भड़की हिंसा के लिए गृहमंत्री पहले ही पाकिस्तान की तरफ उंगली उठा चुके हैं। हिंसा में लगभग 50 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। साल 2005 में ढाका में सम्मेलन के दौरान दक्षेस के नेतृत्व ने सहमति जताई थी कि दक्षेस देशों के गृह/आंतरिक मंत्री आतंकवाद-रोधी क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए सालाना बैठक करेंगे। गृह/आंतरिक मंत्रियों की पहली बैठक ढाका में 11 मई, 2006 को हुई थी। इस बैठक में सुरक्षा संबंधित कई मुद्दों पर क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा होगी तता विभिन्न क्षेत्रीय गतिविधियों में होने वाली प्रगति का जायजा लिया जाएगा।टिप्पणियां स्वरूप ने कहा, "हमारी भागीदारी 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी के संदर्भ में है और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दक्षेस के ढांचे के दायरे में है। यह बैठक हमारे द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग के लिए चलाए जा रहे आंदोलन की महत्ता को रेखांकित करने का भी अवसर प्रदान करती है।"(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, "इस बैठक से पहले तीन अगस्त को दक्षेस के गृह सचिवों की सातवीं बैठक तथा तीन अगस्त को दक्षेस के आव्रजन अधिकारियों की सातवीं बैठक होगी।" हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान बानी के आठ जुलाई को मारे जाने के बाद भड़की हिंसा के लिए गृहमंत्री पहले ही पाकिस्तान की तरफ उंगली उठा चुके हैं। हिंसा में लगभग 50 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। साल 2005 में ढाका में सम्मेलन के दौरान दक्षेस के नेतृत्व ने सहमति जताई थी कि दक्षेस देशों के गृह/आंतरिक मंत्री आतंकवाद-रोधी क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए सालाना बैठक करेंगे। गृह/आंतरिक मंत्रियों की पहली बैठक ढाका में 11 मई, 2006 को हुई थी। इस बैठक में सुरक्षा संबंधित कई मुद्दों पर क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा होगी तता विभिन्न क्षेत्रीय गतिविधियों में होने वाली प्रगति का जायजा लिया जाएगा।टिप्पणियां स्वरूप ने कहा, "हमारी भागीदारी 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी के संदर्भ में है और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दक्षेस के ढांचे के दायरे में है। यह बैठक हमारे द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग के लिए चलाए जा रहे आंदोलन की महत्ता को रेखांकित करने का भी अवसर प्रदान करती है।"(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान बानी के आठ जुलाई को मारे जाने के बाद भड़की हिंसा के लिए गृहमंत्री पहले ही पाकिस्तान की तरफ उंगली उठा चुके हैं। हिंसा में लगभग 50 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। साल 2005 में ढाका में सम्मेलन के दौरान दक्षेस के नेतृत्व ने सहमति जताई थी कि दक्षेस देशों के गृह/आंतरिक मंत्री आतंकवाद-रोधी क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए सालाना बैठक करेंगे। गृह/आंतरिक मंत्रियों की पहली बैठक ढाका में 11 मई, 2006 को हुई थी। इस बैठक में सुरक्षा संबंधित कई मुद्दों पर क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा होगी तता विभिन्न क्षेत्रीय गतिविधियों में होने वाली प्रगति का जायजा लिया जाएगा।टिप्पणियां स्वरूप ने कहा, "हमारी भागीदारी 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी के संदर्भ में है और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दक्षेस के ढांचे के दायरे में है। यह बैठक हमारे द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग के लिए चलाए जा रहे आंदोलन की महत्ता को रेखांकित करने का भी अवसर प्रदान करती है।"(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) साल 2005 में ढाका में सम्मेलन के दौरान दक्षेस के नेतृत्व ने सहमति जताई थी कि दक्षेस देशों के गृह/आंतरिक मंत्री आतंकवाद-रोधी क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए सालाना बैठक करेंगे। गृह/आंतरिक मंत्रियों की पहली बैठक ढाका में 11 मई, 2006 को हुई थी। इस बैठक में सुरक्षा संबंधित कई मुद्दों पर क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा होगी तता विभिन्न क्षेत्रीय गतिविधियों में होने वाली प्रगति का जायजा लिया जाएगा।टिप्पणियां स्वरूप ने कहा, "हमारी भागीदारी 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी के संदर्भ में है और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दक्षेस के ढांचे के दायरे में है। यह बैठक हमारे द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग के लिए चलाए जा रहे आंदोलन की महत्ता को रेखांकित करने का भी अवसर प्रदान करती है।"(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गृह/आंतरिक मंत्रियों की पहली बैठक ढाका में 11 मई, 2006 को हुई थी। इस बैठक में सुरक्षा संबंधित कई मुद्दों पर क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा होगी तता विभिन्न क्षेत्रीय गतिविधियों में होने वाली प्रगति का जायजा लिया जाएगा।टिप्पणियां स्वरूप ने कहा, "हमारी भागीदारी 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी के संदर्भ में है और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दक्षेस के ढांचे के दायरे में है। यह बैठक हमारे द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग के लिए चलाए जा रहे आंदोलन की महत्ता को रेखांकित करने का भी अवसर प्रदान करती है।"(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस बैठक में सुरक्षा संबंधित कई मुद्दों पर क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा होगी तता विभिन्न क्षेत्रीय गतिविधियों में होने वाली प्रगति का जायजा लिया जाएगा।टिप्पणियां स्वरूप ने कहा, "हमारी भागीदारी 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी के संदर्भ में है और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दक्षेस के ढांचे के दायरे में है। यह बैठक हमारे द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग के लिए चलाए जा रहे आंदोलन की महत्ता को रेखांकित करने का भी अवसर प्रदान करती है।"(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) स्वरूप ने कहा, "हमारी भागीदारी 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी के संदर्भ में है और क्षेत्रीय सहयोग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दक्षेस के ढांचे के दायरे में है। यह बैठक हमारे द्वारा क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग के लिए चलाए जा रहे आंदोलन की महत्ता को रेखांकित करने का भी अवसर प्रदान करती है।"(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 4 अगस्त को पाकिस्तान जाएंगे राजनाथ कश्मीर हिंसा के लिए पाकिस्तान की तरफ भारत ने किया इशारा वार्ता सीमा पार से घुसपैठ का मुद्दा भी उठेगा
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उमेश हमेशा से ही अच्‍छी आउट स्विंगर डालते रहे हैं लेकिन उन्‍होंने अब इन स्विंगर पर भी काफी काम किया है. उन्‍होंने कुछ दिनों पहले कहा था, 'मैं हमेशा से अच्‍छी गति से आउटस्विंगर डालता रहा हूं लेकिन अब इनस्विंगर पर भी बहुत मेहनत की है. अब इस गेंद को लेकर भी विश्‍वास से भर चुका हूं.' उमेश की गेंदबाजी को उस समय प्रशंसा मिली जब  बांग्लादेश के शाकिब अल हसन ने कहा था कि हैदराबाद टेस्ट में तीसरे दिन उमेश का स्पैल उनके करियर में किसी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ स्पेल रहा. ऑस्‍ट्रेलिया टीम के पूर्व तेज गेंदबाज रोडनी हॉग भी टीम इंडिया के मौजूदा तेज गेंदबाजों में उमेश यादव को काफी ऊंचा रेट करते हैं. उमेश की गेंदबाजी को उस समय प्रशंसा मिली जब  बांग्लादेश के शाकिब अल हसन ने कहा था कि हैदराबाद टेस्ट में तीसरे दिन उमेश का स्पैल उनके करियर में किसी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ स्पेल रहा. ऑस्‍ट्रेलिया टीम के पूर्व तेज गेंदबाज रोडनी हॉग भी टीम इंडिया के मौजूदा तेज गेंदबाजों में उमेश यादव को काफी ऊंचा रेट करते हैं.
संक्षिप्त सारांश: उमेश यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 17 विकेट लिए उमेश यादव ने पिछले 11 मैचों में 25 विकेट चटकाए हैं उन्होंने पिछली दो-तीन सीरीज से गजब का सुधार दिखाया है
29
['hin']
एक सारांश बनाओ: विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण सूडान में विद्रोहियों के हमले में पांच भारतीय संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की मौत हो गई और चार घायल हो गए। मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्विीट किया, "दक्षिण सूडान गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएसएस) में तैनात भारत के शांति सैनिकों पर जोंगलेइ में हमला किया गया। हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए।" उन्होंने कहा, "भारतीय दूतावास पांचों भारतीय शांति सैनिकों के शव लाने के लिए यूएनएमआईएसएस के संपर्क में है।" मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्विीट किया, "दक्षिण सूडान गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएसएस) में तैनात भारत के शांति सैनिकों पर जोंगलेइ में हमला किया गया। हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए।" उन्होंने कहा, "भारतीय दूतावास पांचों भारतीय शांति सैनिकों के शव लाने के लिए यूएनएमआईएसएस के संपर्क में है।"
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण सूडान में विद्रोहियों के हमले में पांच भारतीय संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की मौत हो गई और चार घायल हो गए।
26
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अंबाला कैंट के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो कारों की टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई और इतने ही लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। पुलिस ने बताया कि बुधवार शाम हुई घटना में घायल लोगों को पीजीआईएमईआर ले जाया गया। उन्होंने बताया कि एक कार दिल्ली की तरफ से आ रही थी जबकि दूसरी करनाल की दिशा में जा रही थी। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार तीनों घायल लोगों का ताल्लुक हापुड़ से है।टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि मृतकों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने बताया कि एक कार दिल्ली की तरफ से आ रही थी जबकि दूसरी करनाल की दिशा में जा रही थी। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार तीनों घायल लोगों का ताल्लुक हापुड़ से है।टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि मृतकों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस ने बताया कि मृतकों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: एक कार दिल्ली की तरफ से आ रही थी दूसरी करनाल की दिशा में जा रही थी तीनों घायल लोगों का ताल्लुक हापुड़ से है
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान अपनी वायु सेना की क्षमता में वृद्धि करने के लिए अमेरिका से और एफ-16 लड़ाकू विमान खरीदना चाहता है। समाचार पत्र 'डॉन' को एक राजनयिक सूत्र ने वाशिंगटन में बताया, "अमेरिका जितना देने की इच्छा जाहिर करेगा उतना हम खरीदेंगे।" एफ-16 लड़ाकू फॉल्कन विमान बहुभूमिका वाले लड़ाकू विमान हैं, जो सेना के अभियानों को काफी बेहतर विकल्प मुहैया करा सकते हैं। पाकिस्तान ने वर्ष 2009-10 के वित्तीय वर्ष में रक्षा बजट को बढ़ाकर 347 अरब रुपये कर दिया था। इनमें से 343 अरब रुपये सशस्त्र सेनाओं के लिए, 46.3 करोड़ रुपये रक्षा उत्पादन और 84 करोड़ रुपये रक्षा डिविजन पर खर्च करने के लिए आवंटित किए गए थे। अमेरिकी कांग्रेस पांच साल पहले ही पाकिस्तान को एफ-16सी/डी श्रेणी के 28 लड़ाकू विमान देने पर सहमत हुई थी और इनमें से 14 विमान दिए जा चुके हैं। पत्र के मुताबिक एक राजनियक सूत्र ने बताया, "भारत के साथ असमानता की वजह से हमारी आवश्यकताएं बहुत ज्यादा हैं।' सूत्र ने कहा, "सामान्यतौर पर हम नए एफ-16 लड़ाकू विमान खरीदना चाहेंगे लेकिन पाकिस्तान की वर्तमान आर्थिक स्थिति हमें एक विमान पर चार से पांच करोड़ डॉलर खर्च करने की इजाजत नहीं देती।"
संक्षिप्त सारांश: पाकिस्तान अपनी वायु सेना की क्षमता में वृद्धि करने के लिए अमेरिका से और F-16 लड़ाकू विमान खरीदना चाहता है।
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति कैलाश गंभीर ने 32 न्यायाधीशों की वरिष्ठता की कथित अनदेखी करते हुए न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को शीर्ष न्यायालय में भेजे जाने की सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के खिलाफ राष्ट्रपति को एक पत्र लिखा है. यह पत्र सोमवार को लिखा गया है, जो दो पन्नों का है. इसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि न्यायमूर्ति खन्ना दिवंगत न्यायामूर्ति एचआर खन्ना के भतीजे हैं, जिन्होंने आपातकाल के दौरान असहमति वाला एक फैसला दिया था जिसके बाद उनकी वरिष्ठता को नजरअंदाज करके किसी और को प्रधान न्यायाधीश बनाया गया था. दरअसल, उन्होंने इस विचार का समर्थन नहीं किया था कुछ खास परिस्थितियों में मूल अधिकारों को निलंबित किया जा सकता है. इसमें कहा गया है कि जिस तरह से न्यायमूर्ति एचआर खन्ना की वरिष्ठता को नजरअंदाज कर अन्य न्यायाधीश को प्रधान न्यायाधीश बनाए जाने को भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में ‘काला दिन' बताया जाता है उसी तरह 32 न्यायाधीशों की वरिष्ठता की अनदेखी करके न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को न्यायाधीश बनाया जाना एक और काला दिन होगा. उनमें से कई न्यायाधीश हो सकता है उनसे कम मेधावी और सत्यनिष्ठा वाले नहीं हों. कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति माहेश्वरी और दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर तरक्की दिए जाने की कॉलेजियम की 10 जनवरी की सिफारिश के बाद यह पत्र लिखा गया है. सेवानिवृत्त न्यायाधीश गंभीर ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि न्यायपालिका की विश्वसनीयता और स्वतंत्रता को संरक्षित रखा जाए तथा ‘‘एक और ऐतिहासिक भूल नहीं की जाए.''     उन्होंने कहा कि जब 11 जनवरी को उन्होंने टीवी चैनलों पर कॉलेजियम की सिफारिश के बारे में खबर देखी तो शुरुआत में उन्हें इस पर यकीन नहीं हुआ. पर उन्होंने कानूनी समाचार देने वाली वेबसाइटों पर इस बारे में विस्तृत कवरेज देखी. साथ ही उन्होंने उच्चतम न्यायालय की वेबसाइट पर डाले गए कॉलेजियम के फैसले को भी देखा. पत्र में कहा गया है कि यह भयावह है कि 32 न्यायाधीशों की वरिष्ठता की अनदेखी करने का हिलाकर रख देने वाला एक फैसला ले लिया गया. नजरअंदाज किए गए उन न्यायाधीशों में कई मुख्य न्यायाधीश भी शामिल हैं और यह फैसला उनके ज्ञान, मेधा और सत्यनिष्ठा पर प्रहार करता है. न्यायमूर्ति गंभीर ने यह भी लिखा है कि न्यायमूर्ति संजीव खन्ना दिवंगत न्यायमूर्ति डी आर खन्ना के बेटे हैं और कानूनी जगत के एक बहुत ही सम्मानित व्यक्ति, उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एच आर खन्ना के भतीजे हैं. न्यायमूर्ति एचआर खन्ना ने एडीएम जबलपुर मामले में असहमति वाला फैसला दिया था. (इनपुट भाषा से)
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के खिलाफ राष्ट्रपति को पत्र लिखा कहा- 32 न्यायाधीशों की वरिष्ठता की अनदेखी करते हुए पदोन्नति दी जा रही वरिष्ठता की अनदेखी करके संजीव खन्ना को न्यायाधीश बनाना काला दिन
34
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारतीय उपमहाद्वीप में 19 फरवरी से शुरू हो रहे विश्व कप के लिए जो 15 सदस्यीय भारतीय टीम चुनी गई है, उनमें से सात क्रिकेटर ऐसे हैं, जो पहली बार क्रिकेट महाकुंभ के लिए टीम में शामिल हुए हैं। पहली बार विश्व कप टीम में शामिल किए गए खिलाड़ियों में गौतम गंभीर, विराट कोहली, सुरेश रैना, यूसुफ पठान, प्रवीण कुमार, आर अश्विन और पीयूष चावला शामिल हैं। अनुभव की बात की जाए तो मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर इस मामले में सबसे ऊपर हैं, जो छठी बार विश्व कप में खेलेंगे। तेंदुलकर ने 1992 में हुए विश्व कप में पहली बार भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था और तब से 2007 तक उन्होंने सभी छह विश्व कप में भाग लिया है। विश्व कप में तेंदुलकर भारत के सबसे अनुभवी बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक खेले विश्व कप के 36 मैचों में 57.93 के औसत से 1796 रन बनाए हैं, जिसमें चार शतक और 13 अर्धशतक भी शामिल हैं। सचिन ने गेंदबाजी में भी जौहर दिखाते हुए इन मैचों में आठ विकेट झटके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ 28 रन देकर दो विकेट हैं। धुरंधर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, हरभजन सिंह और जहीर खान दो-दो विश्व कप में भाग ले चुके हैं। इन क्रिकेटरों ने 2003 और 2007 में हुए विश्व कप में टीम का प्रतिनिधित्व किया है।सहवाग ने विश्व कप के 14 मैचों में 33.07 के औसत से 463 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। मध्यक्रम के बल्लेबाज युवराज ने विश्व कप के 14 मैचों में 37.60 के औसत से 376 रन बनाए हैं, जिसमें तीन अर्धशतक शामिल हैं। युवराज ने पार्ट टाइम स्पिनर की भूमिका निभाते हुए पांच विकेट भी लिए हैं। गेंदबाजी विभाग संभालते हुए तेज गेंदबाज जहीर खान ने 14 मैचों में 23 विकेट लिए हैं, जिसमें 42 रन पर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। ऑफ स्पिनर हरभजन ने 12 मैचों में 11 विकेट लिए हैं, जिसमें 28 रन पर दो विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इसके अलावा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, आशीष नेहरा और मुनाफ पटेल ने एक- एक बार विश्व कप में भाग लिया है। धोनी, मुनाफ 2007 विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे, जबकि आशीष नेहरा ने 2003 विश्व कप में टीम का प्रतिनिधित्व किया था। धोनी ने तीन मैचों में 9.66 के औसत से सिर्फ 29 रन बनाए, जबकि मुनाफ ने तीन मैचों में चार विकेट लिए, जिसमें 39 रन पर दो विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। नेहरा ने 2003 में नौ मैचों में 15 विकेट लिए थे, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ 23 रन पर छह विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
संक्षिप्त सारांश: विश्व कप के लिए जो 15 सदस्यीय भारतीय टीम चुनी गई है, उनमें से 7 क्रिकेटर ऐसे हैं, जो पहली बार क्रिकेट महाकुंभ के लिए टीम में शामिल हुए हैं।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने शुक्रवार की मध्यरात्रि से डीजल की कीमतों में प्रति लिटर 90 पैसे की बढ़ोतरी करेगी। यह जानकारी कंपनी ने शुक्रवार को दी। इस राशि में कर शामिल नहीं है। आईओसी ने दो महीने के अंतराल के बाद डीजल के दाम में बढ़ोतरी की है।टिप्पणियां आईओसी ने कहा कि कीमत में प्रति लिटर 0.90 रुपये की बढ़ोतरी में अप्रैल और मई की बढ़ोतरी को शामिल किया जाएगा। कंपनी ने बयान में कहा, "आईओसी ने डीजल की खुदरा बिक्री की कीमतों में 10 मई की मध्यरात्रि से प्रति लिटर 0.90 रुपये बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसमें वैट शामिल नहीं है। इसमें अप्रैल और मई 2013 की बढ़ोतरी शामिल है।" आईओसी ने दो महीने के अंतराल के बाद डीजल के दाम में बढ़ोतरी की है।टिप्पणियां आईओसी ने कहा कि कीमत में प्रति लिटर 0.90 रुपये की बढ़ोतरी में अप्रैल और मई की बढ़ोतरी को शामिल किया जाएगा। कंपनी ने बयान में कहा, "आईओसी ने डीजल की खुदरा बिक्री की कीमतों में 10 मई की मध्यरात्रि से प्रति लिटर 0.90 रुपये बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसमें वैट शामिल नहीं है। इसमें अप्रैल और मई 2013 की बढ़ोतरी शामिल है।" आईओसी ने कहा कि कीमत में प्रति लिटर 0.90 रुपये की बढ़ोतरी में अप्रैल और मई की बढ़ोतरी को शामिल किया जाएगा। कंपनी ने बयान में कहा, "आईओसी ने डीजल की खुदरा बिक्री की कीमतों में 10 मई की मध्यरात्रि से प्रति लिटर 0.90 रुपये बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसमें वैट शामिल नहीं है। इसमें अप्रैल और मई 2013 की बढ़ोतरी शामिल है।" कंपनी ने बयान में कहा, "आईओसी ने डीजल की खुदरा बिक्री की कीमतों में 10 मई की मध्यरात्रि से प्रति लिटर 0.90 रुपये बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसमें वैट शामिल नहीं है। इसमें अप्रैल और मई 2013 की बढ़ोतरी शामिल है।"
यह एक सारांश है: इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने शुक्रवार की मध्यरात्रि से डीजल की कीमतों में प्रति लिटर 90 पैसे की बढ़ोतरी करेगी। यह जानकारी कंपनी ने शुक्रवार को दी। इस राशि में कर शामिल नहीं है।
24
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: लोकपाल विधेयक पर प्रवर समिति की रिपोर्ट राज्यसभा में पेश कर दी गई, जिसमें राज्यों में लोकायुक्तों के गठन के प्रावधान को मूल विधेयक से अलग किए जाने का सुझाव दिया गया है। बसपा और सपा सदस्यों के हंगामे के बीच समिति के सदस्य शांताराम नाइक ने यह रिपोर्ट पेश की। यह विवादित विधेयक पिछले साल ही लोकसभा में पारित हो चुका है, लेकिन राज्यसभा में इस विधेयक के कई प्रावधानों का विरोध किया गया। इन प्रावधानों में राज्यों के लिए लोकायुक्त का गठन अनिवार्य बनाया जाना शामिल है। सदस्यों के बीच मतभेद को देखते हुए विधेयक सदन की प्रवर समिति को भेज दिया गया था। समिति को अपनी रिपोर्ट मानसून सत्र के दौरान सौंपनी थी, लेकिन यह 19 नवंबर को तैयार हो पाई।टिप्पणियां विधेयक और प्रवर समिति की रिपोर्ट पर मंत्रिमंडल को विचार करना है। राज्यसभा में इस विधेयक के पारित होने के बाद इसे फिर से लोकसभा को भेजा जाएगा, जहां इसके संशोधित संस्करण के लिए फिर से अनुमोदन हासिल करना होगा। प्रधानमंत्री को विदेशी और आंतरिक सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और लोक व्यवस्था के मुद्दों पर लोकपाल के दायरे से बाहर रखा गया है। यह विवादित विधेयक पिछले साल ही लोकसभा में पारित हो चुका है, लेकिन राज्यसभा में इस विधेयक के कई प्रावधानों का विरोध किया गया। इन प्रावधानों में राज्यों के लिए लोकायुक्त का गठन अनिवार्य बनाया जाना शामिल है। सदस्यों के बीच मतभेद को देखते हुए विधेयक सदन की प्रवर समिति को भेज दिया गया था। समिति को अपनी रिपोर्ट मानसून सत्र के दौरान सौंपनी थी, लेकिन यह 19 नवंबर को तैयार हो पाई।टिप्पणियां विधेयक और प्रवर समिति की रिपोर्ट पर मंत्रिमंडल को विचार करना है। राज्यसभा में इस विधेयक के पारित होने के बाद इसे फिर से लोकसभा को भेजा जाएगा, जहां इसके संशोधित संस्करण के लिए फिर से अनुमोदन हासिल करना होगा। प्रधानमंत्री को विदेशी और आंतरिक सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और लोक व्यवस्था के मुद्दों पर लोकपाल के दायरे से बाहर रखा गया है। सदस्यों के बीच मतभेद को देखते हुए विधेयक सदन की प्रवर समिति को भेज दिया गया था। समिति को अपनी रिपोर्ट मानसून सत्र के दौरान सौंपनी थी, लेकिन यह 19 नवंबर को तैयार हो पाई।टिप्पणियां विधेयक और प्रवर समिति की रिपोर्ट पर मंत्रिमंडल को विचार करना है। राज्यसभा में इस विधेयक के पारित होने के बाद इसे फिर से लोकसभा को भेजा जाएगा, जहां इसके संशोधित संस्करण के लिए फिर से अनुमोदन हासिल करना होगा। प्रधानमंत्री को विदेशी और आंतरिक सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और लोक व्यवस्था के मुद्दों पर लोकपाल के दायरे से बाहर रखा गया है। विधेयक और प्रवर समिति की रिपोर्ट पर मंत्रिमंडल को विचार करना है। राज्यसभा में इस विधेयक के पारित होने के बाद इसे फिर से लोकसभा को भेजा जाएगा, जहां इसके संशोधित संस्करण के लिए फिर से अनुमोदन हासिल करना होगा। प्रधानमंत्री को विदेशी और आंतरिक सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और लोक व्यवस्था के मुद्दों पर लोकपाल के दायरे से बाहर रखा गया है। प्रधानमंत्री को विदेशी और आंतरिक सुरक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और लोक व्यवस्था के मुद्दों पर लोकपाल के दायरे से बाहर रखा गया है।
संक्षिप्त पाठ: लोकपाल विधेयक पर प्रवर समिति की रिपोर्ट राज्यसभा में पेश कर दी गई, जिसमें राज्यों में लोकायुक्तों के गठन के प्रावधान को मूल विधेयक से अलग किए जाने का सुझाव दिया गया है।
14
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सरकार ने लघु बचत योजनाओं - लोक भविष्य निधि (पीपीएफ), किसान विकास पत्र ओर सुकन्या समृद्धि योजनाओं पर ब्याज दर में 0.1 प्रतिशत की कटौती कर दी है. यह कटौती जुलाई-सितंबर की तिमाही के लिए होगी. माना जा रहा है कि इस कदम से बैंक भी जमा पर ब्याज दरों में कमी कर सकते हैं. अप्रैल-जून तिमाही की तुलना में लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 0.1 प्रतिशत की कटौती की गई है. हालांकि बचत खातों की जमा पर चार प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर को कायम रखा गया है. पिछले साल अप्रैल से लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर समायोजित किया जा रहा है. वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर अब 7.8 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज मिलेगा. किसान विकास पत्र पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज देय होगा और यह 115 महीने में परिपक्व होगा. लड़कियों के लिए सुकन्या समृद्धि खातों पर अब वार्षिक 8.3 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा. अभी तक इस योजना पर 8.4 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है. वरिष्ठ नागरिक योजना पर 8.3 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा. इस योजना में ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है. इसी तरह एक से पांच साल की मियादी जमा पर 6.8 से 7.6 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा, जिसका भुगतान तिमाही आधार पर किया जाएगा. वहीं पांच साल की आवर्ती जमा पर कम यानी 7.1 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा. टिप्पणियां मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें अधिसूचित करते हुए कहा कि सरकार के फैसले के अनुसार लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जा रहा है. तिमाही ब्याज दरें तय करते हुए मंत्रालय ने कहा कि लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को सरकारी बांड से प्राप्ति से संबद्ध किया जाएगा. माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम के बाद बैंक भी अब लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कमी कर सकते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अप्रैल-जून तिमाही की तुलना में लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 0.1 प्रतिशत की कटौती की गई है. हालांकि बचत खातों की जमा पर चार प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर को कायम रखा गया है. पिछले साल अप्रैल से लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर समायोजित किया जा रहा है. वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर अब 7.8 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज मिलेगा. किसान विकास पत्र पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज देय होगा और यह 115 महीने में परिपक्व होगा. लड़कियों के लिए सुकन्या समृद्धि खातों पर अब वार्षिक 8.3 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा. अभी तक इस योजना पर 8.4 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है. वरिष्ठ नागरिक योजना पर 8.3 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा. इस योजना में ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है. इसी तरह एक से पांच साल की मियादी जमा पर 6.8 से 7.6 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा, जिसका भुगतान तिमाही आधार पर किया जाएगा. वहीं पांच साल की आवर्ती जमा पर कम यानी 7.1 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा. टिप्पणियां मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें अधिसूचित करते हुए कहा कि सरकार के फैसले के अनुसार लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जा रहा है. तिमाही ब्याज दरें तय करते हुए मंत्रालय ने कहा कि लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को सरकारी बांड से प्राप्ति से संबद्ध किया जाएगा. माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम के बाद बैंक भी अब लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कमी कर सकते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर अब 7.8 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज मिलेगा. किसान विकास पत्र पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज देय होगा और यह 115 महीने में परिपक्व होगा. लड़कियों के लिए सुकन्या समृद्धि खातों पर अब वार्षिक 8.3 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा. अभी तक इस योजना पर 8.4 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है. वरिष्ठ नागरिक योजना पर 8.3 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा. इस योजना में ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है. इसी तरह एक से पांच साल की मियादी जमा पर 6.8 से 7.6 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा, जिसका भुगतान तिमाही आधार पर किया जाएगा. वहीं पांच साल की आवर्ती जमा पर कम यानी 7.1 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा. टिप्पणियां मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें अधिसूचित करते हुए कहा कि सरकार के फैसले के अनुसार लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जा रहा है. तिमाही ब्याज दरें तय करते हुए मंत्रालय ने कहा कि लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को सरकारी बांड से प्राप्ति से संबद्ध किया जाएगा. माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम के बाद बैंक भी अब लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कमी कर सकते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लड़कियों के लिए सुकन्या समृद्धि खातों पर अब वार्षिक 8.3 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा. अभी तक इस योजना पर 8.4 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है. वरिष्ठ नागरिक योजना पर 8.3 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा. इस योजना में ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है. इसी तरह एक से पांच साल की मियादी जमा पर 6.8 से 7.6 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा, जिसका भुगतान तिमाही आधार पर किया जाएगा. वहीं पांच साल की आवर्ती जमा पर कम यानी 7.1 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा. टिप्पणियां मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें अधिसूचित करते हुए कहा कि सरकार के फैसले के अनुसार लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जा रहा है. तिमाही ब्याज दरें तय करते हुए मंत्रालय ने कहा कि लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को सरकारी बांड से प्राप्ति से संबद्ध किया जाएगा. माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम के बाद बैंक भी अब लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कमी कर सकते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें अधिसूचित करते हुए कहा कि सरकार के फैसले के अनुसार लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जा रहा है. तिमाही ब्याज दरें तय करते हुए मंत्रालय ने कहा कि लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को सरकारी बांड से प्राप्ति से संबद्ध किया जाएगा. माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम के बाद बैंक भी अब लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कमी कर सकते हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सारांश: पीपीएफ पर अब 7.8 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज मिलेगा किसान विकास पत्र पर 7.5% ब्याज मिलेगा और यह 115 महीने में परिपक्व होगा सुकन्या समृद्धि खातों पर अब वार्षिक 8.3 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: आयकर विभाग ने लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को नोटिस जारी कर 15 मई को पटना के गांधी मैदान में हुई पार्टी की परिवर्तन रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा है। एक अधिकारी ने यह जानकारी शुक्रवार को दी। आयकर विभाग के अधिकारी प्रशांत भूषण ने कहा, "आयकर विभाग रैली पर हुए खर्च के बारे में जानना चाहता है।" पार्टी से ठेकेदारों, रेलवे, ट्रांसपोर्टरों, कैटरिंग सेवा प्रदाताओं को किए गए भुगतान के अलावा बैनर, झंडे, होर्डिंग, पोस्टर और रैली में भाग लेने वालों के लिए बनाए गए बसेरा पर हुए खर्च का विवरण मांगा गया है। लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ जनमत प्रदर्शित करने और अपने दो बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप को राजनीति में उतारने के लिए परिवर्तन रैली की थी। राजद के वरिष्ठ नेता रामकृपाल यादव ने कहा कि उन्हें आयकर विभाग के नोटिस की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि नोटिस मिलने पर पार्टी मांगी गई सभी जानकारी मुहैया कराएगी। टिप्पणियां परिवर्तन रैली में हिस्सा लेने वाले अपने समर्थकों के लिए राजद ने 13 विशेष रेल गाड़ियां, सैकड़ों बसें और अन्य वाहन बुक कराए थे। पिछले वर्ष आयकर विभाग ने राज्य में सत्ताधारी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) से अधिकार रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा था। अधिकार रैली 4 नवंबर को आयोजित की गई थी। आयकर विभाग के अधिकारी प्रशांत भूषण ने कहा, "आयकर विभाग रैली पर हुए खर्च के बारे में जानना चाहता है।" पार्टी से ठेकेदारों, रेलवे, ट्रांसपोर्टरों, कैटरिंग सेवा प्रदाताओं को किए गए भुगतान के अलावा बैनर, झंडे, होर्डिंग, पोस्टर और रैली में भाग लेने वालों के लिए बनाए गए बसेरा पर हुए खर्च का विवरण मांगा गया है। लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ जनमत प्रदर्शित करने और अपने दो बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप को राजनीति में उतारने के लिए परिवर्तन रैली की थी। राजद के वरिष्ठ नेता रामकृपाल यादव ने कहा कि उन्हें आयकर विभाग के नोटिस की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि नोटिस मिलने पर पार्टी मांगी गई सभी जानकारी मुहैया कराएगी। टिप्पणियां परिवर्तन रैली में हिस्सा लेने वाले अपने समर्थकों के लिए राजद ने 13 विशेष रेल गाड़ियां, सैकड़ों बसें और अन्य वाहन बुक कराए थे। पिछले वर्ष आयकर विभाग ने राज्य में सत्ताधारी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) से अधिकार रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा था। अधिकार रैली 4 नवंबर को आयोजित की गई थी। पार्टी से ठेकेदारों, रेलवे, ट्रांसपोर्टरों, कैटरिंग सेवा प्रदाताओं को किए गए भुगतान के अलावा बैनर, झंडे, होर्डिंग, पोस्टर और रैली में भाग लेने वालों के लिए बनाए गए बसेरा पर हुए खर्च का विवरण मांगा गया है। लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ जनमत प्रदर्शित करने और अपने दो बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप को राजनीति में उतारने के लिए परिवर्तन रैली की थी। राजद के वरिष्ठ नेता रामकृपाल यादव ने कहा कि उन्हें आयकर विभाग के नोटिस की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि नोटिस मिलने पर पार्टी मांगी गई सभी जानकारी मुहैया कराएगी। टिप्पणियां परिवर्तन रैली में हिस्सा लेने वाले अपने समर्थकों के लिए राजद ने 13 विशेष रेल गाड़ियां, सैकड़ों बसें और अन्य वाहन बुक कराए थे। पिछले वर्ष आयकर विभाग ने राज्य में सत्ताधारी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) से अधिकार रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा था। अधिकार रैली 4 नवंबर को आयोजित की गई थी। लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ जनमत प्रदर्शित करने और अपने दो बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप को राजनीति में उतारने के लिए परिवर्तन रैली की थी। राजद के वरिष्ठ नेता रामकृपाल यादव ने कहा कि उन्हें आयकर विभाग के नोटिस की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि नोटिस मिलने पर पार्टी मांगी गई सभी जानकारी मुहैया कराएगी। टिप्पणियां परिवर्तन रैली में हिस्सा लेने वाले अपने समर्थकों के लिए राजद ने 13 विशेष रेल गाड़ियां, सैकड़ों बसें और अन्य वाहन बुक कराए थे। पिछले वर्ष आयकर विभाग ने राज्य में सत्ताधारी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) से अधिकार रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा था। अधिकार रैली 4 नवंबर को आयोजित की गई थी। राजद के वरिष्ठ नेता रामकृपाल यादव ने कहा कि उन्हें आयकर विभाग के नोटिस की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि नोटिस मिलने पर पार्टी मांगी गई सभी जानकारी मुहैया कराएगी। टिप्पणियां परिवर्तन रैली में हिस्सा लेने वाले अपने समर्थकों के लिए राजद ने 13 विशेष रेल गाड़ियां, सैकड़ों बसें और अन्य वाहन बुक कराए थे। पिछले वर्ष आयकर विभाग ने राज्य में सत्ताधारी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) से अधिकार रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा था। अधिकार रैली 4 नवंबर को आयोजित की गई थी। परिवर्तन रैली में हिस्सा लेने वाले अपने समर्थकों के लिए राजद ने 13 विशेष रेल गाड़ियां, सैकड़ों बसें और अन्य वाहन बुक कराए थे। पिछले वर्ष आयकर विभाग ने राज्य में सत्ताधारी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) से अधिकार रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा था। अधिकार रैली 4 नवंबर को आयोजित की गई थी। पिछले वर्ष आयकर विभाग ने राज्य में सत्ताधारी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) से अधिकार रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा था। अधिकार रैली 4 नवंबर को आयोजित की गई थी।
संक्षिप्त पाठ: आयकर विभाग ने लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को नोटिस जारी कर 15 मई को पटना के गांधी मैदान में हुई पार्टी की परिवर्तन रैली पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा है। एक अधिकारी ने यह जानकारी शुक्रवार को दी।
27
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय इतिहास, विरासत और संस्कृति पर जोर देने वाली शिक्षा व्यवस्था का समर्थन करते हुए उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने कहा कि एमबीबीएस जैसी पेशेवर डिग्रियों की पढ़ाई भारतीय भाषाओं में कराए जाने का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, “ मैंने हमेशा से इस जरूरत पर जोर दिया है कि बच्चों को उनकी संबंधित मातृभाषा में शिक्षित किया जाए ताकि भाषा के महत्त्व को समझा जा सके.” टिप्पणियां हिंदुस्तान ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स के स्वर्ण जयंती के मौके पर उन्होंने कहा, “ मैं उस दिन की उम्मीद कर रहा हूं जब एमबीबीएस जैसे पेशेवर पाठ्यक्रम स्थानीय भाषाओं में भी पढ़ाए जाएं.”  उन्होंने कहा, “ हमारी शिक्षा व्यवस्था में ठोस नैतिक, सदाचार और मानवीय मूल्यों को निश्चित तौर पर शामिल किया जाना चाहिए.”    उन्होंने कहा, “ मैंने हमेशा से इस जरूरत पर जोर दिया है कि बच्चों को उनकी संबंधित मातृभाषा में शिक्षित किया जाए ताकि भाषा के महत्त्व को समझा जा सके.” टिप्पणियां हिंदुस्तान ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स के स्वर्ण जयंती के मौके पर उन्होंने कहा, “ मैं उस दिन की उम्मीद कर रहा हूं जब एमबीबीएस जैसे पेशेवर पाठ्यक्रम स्थानीय भाषाओं में भी पढ़ाए जाएं.”  उन्होंने कहा, “ हमारी शिक्षा व्यवस्था में ठोस नैतिक, सदाचार और मानवीय मूल्यों को निश्चित तौर पर शामिल किया जाना चाहिए.”    हिंदुस्तान ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स के स्वर्ण जयंती के मौके पर उन्होंने कहा, “ मैं उस दिन की उम्मीद कर रहा हूं जब एमबीबीएस जैसे पेशेवर पाठ्यक्रम स्थानीय भाषाओं में भी पढ़ाए जाएं.”  उन्होंने कहा, “ हमारी शिक्षा व्यवस्था में ठोस नैतिक, सदाचार और मानवीय मूल्यों को निश्चित तौर पर शामिल किया जाना चाहिए.”    उन्होंने कहा, “ हमारी शिक्षा व्यवस्था में ठोस नैतिक, सदाचार और मानवीय मूल्यों को निश्चित तौर पर शामिल किया जाना चाहिए.”
सारांश: भारतीय इतिहास, विरासत और संस्कृति पर जोर देने वाली शिक्षा का समर्थन पेशेवर डिग्रियों की पढ़ाई भारतीय भाषाओं में कराए जाने का समर्थन किया मैंने हमेशा से इस जरूरत पर जोर दिया है
20
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कोयला आवंटन विवाद पर सोमवार को इंटर मिनिस्टिरियल कमेटी की पहली रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी जा सकती है। कोयला मंत्रालय ये रिपोर्ट पीएसी के सामने पेश करने की तैयारी कर रहा है।टिप्पणियां ये रिपोर्ट 15 तारीख तक पीएसी के सामने पेश की जानी है। कमेटी ने 29 कंपनियों को दिए गए लाइसेंस की समीक्षा की है। इसके अलावा इस मामले की जांच कर रही सीबीआई अगले कुछ दिनों में एक और एफआईआर दर्ज कर सकती है। बता दें कि कोयला ब्लॉक आवंटन को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते संसद का मॉनसून सत्र इस बार चल नहीं पाया था।  कोल ब्लॉक आवंटन को लेकर सीएजी की रिपोर्ट पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था। ये रिपोर्ट 15 तारीख तक पीएसी के सामने पेश की जानी है। कमेटी ने 29 कंपनियों को दिए गए लाइसेंस की समीक्षा की है। इसके अलावा इस मामले की जांच कर रही सीबीआई अगले कुछ दिनों में एक और एफआईआर दर्ज कर सकती है। बता दें कि कोयला ब्लॉक आवंटन को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते संसद का मॉनसून सत्र इस बार चल नहीं पाया था।  कोल ब्लॉक आवंटन को लेकर सीएजी की रिपोर्ट पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था। बता दें कि कोयला ब्लॉक आवंटन को लेकर विपक्ष के हंगामे के चलते संसद का मॉनसून सत्र इस बार चल नहीं पाया था।  कोल ब्लॉक आवंटन को लेकर सीएजी की रिपोर्ट पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था।
यह एक सारांश है: कोयला आवंटन विवाद पर सोमवार को इंटर मिनिस्टिरियल कमेटी की पहली रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी जा सकती है। कोयला मंत्रालय ये रिपोर्ट पीएसी के सामने पेश करने की तैयारी कर रहा है।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: मध्यप्रदेश में खुले में शौच एक बड़ी समस्या है. लिहाजा प्रशासन सख्त हो रहा है. रायसेन जिले के वीरपुर में खुले में शौच करने पर जहां 13 गांव वालों पर चार लाख का जुर्माना लगा है तो वहीं सांची के अंबेवाड़ी के एक गांव में ढाई लाख का. कुल 214 गांवों के लोगों पर 50 लाख का जुर्माना लगाया गया है. हालांकि गांव वालों का कहना है कि वे रकम नहीं भर सकते और खुले में शौच जाना उनकी मजबूरी है. अंबेवाड़ी के सुमेर सिंह मीणा गुस्से में कहते हैं ''हम सरकार को 14,000 देते हैं, हमें बनाकर बता दें शौचालय. अस्सी हजार लगते हैं. गांव के मजदूर हैं, जुर्माना लगाकर चले गए, क्या होता है... नहीं दे पाएंगे.'' अंबेवाड़ी में ही 18 साल का जितेन्द्र भोपाल में काम करता है. घर आया तो पता लगा पांच लोगों के परिवार पर 37,500 का जुर्माना लग गया है. लेकिन फिर भी मजबूरी है, घर में शौचालय नहीं है. 12,000 लगा नहीं सकते लिहाजा खुले में ही शौच जाना पड़ता है. राजेन्द्र के पिता के जयराम को भी जुर्माना भरना है. घर में सात सदस्य हैं. कहते हैं ''जुर्माने की रकम नहीं भर सकते. सरपंच से कहा था हमारे घर में शौचालय नहीं है, जुर्माना लगाना है तो लगा सकते हो.'' अंबेवाड़ी के कई घरों में सफाई के बोर्ड लटक गए हैं. शौचालय भी बन गए हैं, घरवाले इस्तेमाल भी कर रहे हैं, लेकिन 12,000 में शौचालय बनाने के अलावा बड़ी समस्या है पानी की कमी की. एक-एक नल में कई लोग पानी भरने जुटते हैं. पहाड़ी इलाका है. ऐसे में लोगों का कहना है कि शौचालय में साफ-सफाई के लिए पानी कहां से लाएंगे.टिप्पणियां गजेन्द्र अहिरवार के घर में तीन महीने पहले शौचालय बन गया है लेकिन वे कहते हैं कि पानी की दिक्कत है. 10-12 लोग हैं. परिवार में पानी बिल्कुल नहीं है. ऐसे में सब खुले में ही शौच जाते हैं.      सांची के 214 गांवों में से 12 पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं, लेकिन बाकी के गांवों में लोग खुले में शौच जा रहे हैं. जुर्माने की रकम लगभग 50 लाख हो गई है. प्रशासन का कहना है कि जुर्माना टोकन है लेकिन नहीं भरा तो कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. जनपद पंचायत के सीईओ शोभित त्रिपाठी ने कहा सभी पंचायतों को ओडीएफ कराना है. उनको टोकन स्वरूप मध्यप्रदेश स्वच्छता अधिनियम की धारा 15 (1), 15 (2) प्रति व्यक्ति 250 रुपये की रसीद दे रहे हैं. परिवार के सदस्यों को जोड़कर महीने के हिसाब से वसूला जाएगा. अगर नहीं दे रहे तो आरआरसी में प्रावधान है नियम के हिसाब से कुर्की जब्ती होगी.     फिर भी लोगों का कहना है कि उन्हें खुले में ही शौच जाना होगा. इलाके में गरीबों के लिए 12000 में शौचालय बनाना मुमकिन नहीं. 76 साल के गंगाराम मीणा ने साफ कहा ''जुर्माना नहीं दे पाएंगे. खाने को अनाज नहीं है, कहां से दे पाएंगे. शौचालय बनाएं कैसे. नहीं हो पा रहा. जुर्माना होने पर भी जा रहे हैं खुले में शौच.''       हालांकि मध्यप्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने साफ किया कि हर मामले को पूरी संवेदना से देखा जाएगा. कई क्षेत्रों में भौगौलिकता की दिक्कत है लेकिन कोशिश है कि राज्य को साफ स्वच्छ बनाया जाए. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2019 तक मध्यप्रदेश सरकार 1.22 करोड़ घरों में शौचालय बनाना चाहती है जिससे 52,000 गांव खुले में शौच से मुक्त हो सकें. लेकिन फिलहाल लगता है पैसों और सरकारी सोच में कमी से यह इरादा फाइलों में ही रह जाएगा. अंबेवाड़ी के सुमेर सिंह मीणा गुस्से में कहते हैं ''हम सरकार को 14,000 देते हैं, हमें बनाकर बता दें शौचालय. अस्सी हजार लगते हैं. गांव के मजदूर हैं, जुर्माना लगाकर चले गए, क्या होता है... नहीं दे पाएंगे.'' अंबेवाड़ी में ही 18 साल का जितेन्द्र भोपाल में काम करता है. घर आया तो पता लगा पांच लोगों के परिवार पर 37,500 का जुर्माना लग गया है. लेकिन फिर भी मजबूरी है, घर में शौचालय नहीं है. 12,000 लगा नहीं सकते लिहाजा खुले में ही शौच जाना पड़ता है. राजेन्द्र के पिता के जयराम को भी जुर्माना भरना है. घर में सात सदस्य हैं. कहते हैं ''जुर्माने की रकम नहीं भर सकते. सरपंच से कहा था हमारे घर में शौचालय नहीं है, जुर्माना लगाना है तो लगा सकते हो.'' अंबेवाड़ी के कई घरों में सफाई के बोर्ड लटक गए हैं. शौचालय भी बन गए हैं, घरवाले इस्तेमाल भी कर रहे हैं, लेकिन 12,000 में शौचालय बनाने के अलावा बड़ी समस्या है पानी की कमी की. एक-एक नल में कई लोग पानी भरने जुटते हैं. पहाड़ी इलाका है. ऐसे में लोगों का कहना है कि शौचालय में साफ-सफाई के लिए पानी कहां से लाएंगे.टिप्पणियां गजेन्द्र अहिरवार के घर में तीन महीने पहले शौचालय बन गया है लेकिन वे कहते हैं कि पानी की दिक्कत है. 10-12 लोग हैं. परिवार में पानी बिल्कुल नहीं है. ऐसे में सब खुले में ही शौच जाते हैं.      सांची के 214 गांवों में से 12 पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं, लेकिन बाकी के गांवों में लोग खुले में शौच जा रहे हैं. जुर्माने की रकम लगभग 50 लाख हो गई है. प्रशासन का कहना है कि जुर्माना टोकन है लेकिन नहीं भरा तो कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. जनपद पंचायत के सीईओ शोभित त्रिपाठी ने कहा सभी पंचायतों को ओडीएफ कराना है. उनको टोकन स्वरूप मध्यप्रदेश स्वच्छता अधिनियम की धारा 15 (1), 15 (2) प्रति व्यक्ति 250 रुपये की रसीद दे रहे हैं. परिवार के सदस्यों को जोड़कर महीने के हिसाब से वसूला जाएगा. अगर नहीं दे रहे तो आरआरसी में प्रावधान है नियम के हिसाब से कुर्की जब्ती होगी.     फिर भी लोगों का कहना है कि उन्हें खुले में ही शौच जाना होगा. इलाके में गरीबों के लिए 12000 में शौचालय बनाना मुमकिन नहीं. 76 साल के गंगाराम मीणा ने साफ कहा ''जुर्माना नहीं दे पाएंगे. खाने को अनाज नहीं है, कहां से दे पाएंगे. शौचालय बनाएं कैसे. नहीं हो पा रहा. जुर्माना होने पर भी जा रहे हैं खुले में शौच.''       हालांकि मध्यप्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने साफ किया कि हर मामले को पूरी संवेदना से देखा जाएगा. कई क्षेत्रों में भौगौलिकता की दिक्कत है लेकिन कोशिश है कि राज्य को साफ स्वच्छ बनाया जाए. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2019 तक मध्यप्रदेश सरकार 1.22 करोड़ घरों में शौचालय बनाना चाहती है जिससे 52,000 गांव खुले में शौच से मुक्त हो सकें. लेकिन फिलहाल लगता है पैसों और सरकारी सोच में कमी से यह इरादा फाइलों में ही रह जाएगा. अंबेवाड़ी में ही 18 साल का जितेन्द्र भोपाल में काम करता है. घर आया तो पता लगा पांच लोगों के परिवार पर 37,500 का जुर्माना लग गया है. लेकिन फिर भी मजबूरी है, घर में शौचालय नहीं है. 12,000 लगा नहीं सकते लिहाजा खुले में ही शौच जाना पड़ता है. राजेन्द्र के पिता के जयराम को भी जुर्माना भरना है. घर में सात सदस्य हैं. कहते हैं ''जुर्माने की रकम नहीं भर सकते. सरपंच से कहा था हमारे घर में शौचालय नहीं है, जुर्माना लगाना है तो लगा सकते हो.'' अंबेवाड़ी के कई घरों में सफाई के बोर्ड लटक गए हैं. शौचालय भी बन गए हैं, घरवाले इस्तेमाल भी कर रहे हैं, लेकिन 12,000 में शौचालय बनाने के अलावा बड़ी समस्या है पानी की कमी की. एक-एक नल में कई लोग पानी भरने जुटते हैं. पहाड़ी इलाका है. ऐसे में लोगों का कहना है कि शौचालय में साफ-सफाई के लिए पानी कहां से लाएंगे.टिप्पणियां गजेन्द्र अहिरवार के घर में तीन महीने पहले शौचालय बन गया है लेकिन वे कहते हैं कि पानी की दिक्कत है. 10-12 लोग हैं. परिवार में पानी बिल्कुल नहीं है. ऐसे में सब खुले में ही शौच जाते हैं.      सांची के 214 गांवों में से 12 पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं, लेकिन बाकी के गांवों में लोग खुले में शौच जा रहे हैं. जुर्माने की रकम लगभग 50 लाख हो गई है. प्रशासन का कहना है कि जुर्माना टोकन है लेकिन नहीं भरा तो कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. जनपद पंचायत के सीईओ शोभित त्रिपाठी ने कहा सभी पंचायतों को ओडीएफ कराना है. उनको टोकन स्वरूप मध्यप्रदेश स्वच्छता अधिनियम की धारा 15 (1), 15 (2) प्रति व्यक्ति 250 रुपये की रसीद दे रहे हैं. परिवार के सदस्यों को जोड़कर महीने के हिसाब से वसूला जाएगा. अगर नहीं दे रहे तो आरआरसी में प्रावधान है नियम के हिसाब से कुर्की जब्ती होगी.     फिर भी लोगों का कहना है कि उन्हें खुले में ही शौच जाना होगा. इलाके में गरीबों के लिए 12000 में शौचालय बनाना मुमकिन नहीं. 76 साल के गंगाराम मीणा ने साफ कहा ''जुर्माना नहीं दे पाएंगे. खाने को अनाज नहीं है, कहां से दे पाएंगे. शौचालय बनाएं कैसे. नहीं हो पा रहा. जुर्माना होने पर भी जा रहे हैं खुले में शौच.''       हालांकि मध्यप्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने साफ किया कि हर मामले को पूरी संवेदना से देखा जाएगा. कई क्षेत्रों में भौगौलिकता की दिक्कत है लेकिन कोशिश है कि राज्य को साफ स्वच्छ बनाया जाए. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2019 तक मध्यप्रदेश सरकार 1.22 करोड़ घरों में शौचालय बनाना चाहती है जिससे 52,000 गांव खुले में शौच से मुक्त हो सकें. लेकिन फिलहाल लगता है पैसों और सरकारी सोच में कमी से यह इरादा फाइलों में ही रह जाएगा. राजेन्द्र के पिता के जयराम को भी जुर्माना भरना है. घर में सात सदस्य हैं. कहते हैं ''जुर्माने की रकम नहीं भर सकते. सरपंच से कहा था हमारे घर में शौचालय नहीं है, जुर्माना लगाना है तो लगा सकते हो.'' अंबेवाड़ी के कई घरों में सफाई के बोर्ड लटक गए हैं. शौचालय भी बन गए हैं, घरवाले इस्तेमाल भी कर रहे हैं, लेकिन 12,000 में शौचालय बनाने के अलावा बड़ी समस्या है पानी की कमी की. एक-एक नल में कई लोग पानी भरने जुटते हैं. पहाड़ी इलाका है. ऐसे में लोगों का कहना है कि शौचालय में साफ-सफाई के लिए पानी कहां से लाएंगे.टिप्पणियां गजेन्द्र अहिरवार के घर में तीन महीने पहले शौचालय बन गया है लेकिन वे कहते हैं कि पानी की दिक्कत है. 10-12 लोग हैं. परिवार में पानी बिल्कुल नहीं है. ऐसे में सब खुले में ही शौच जाते हैं.      सांची के 214 गांवों में से 12 पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं, लेकिन बाकी के गांवों में लोग खुले में शौच जा रहे हैं. जुर्माने की रकम लगभग 50 लाख हो गई है. प्रशासन का कहना है कि जुर्माना टोकन है लेकिन नहीं भरा तो कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. जनपद पंचायत के सीईओ शोभित त्रिपाठी ने कहा सभी पंचायतों को ओडीएफ कराना है. उनको टोकन स्वरूप मध्यप्रदेश स्वच्छता अधिनियम की धारा 15 (1), 15 (2) प्रति व्यक्ति 250 रुपये की रसीद दे रहे हैं. परिवार के सदस्यों को जोड़कर महीने के हिसाब से वसूला जाएगा. अगर नहीं दे रहे तो आरआरसी में प्रावधान है नियम के हिसाब से कुर्की जब्ती होगी.     फिर भी लोगों का कहना है कि उन्हें खुले में ही शौच जाना होगा. इलाके में गरीबों के लिए 12000 में शौचालय बनाना मुमकिन नहीं. 76 साल के गंगाराम मीणा ने साफ कहा ''जुर्माना नहीं दे पाएंगे. खाने को अनाज नहीं है, कहां से दे पाएंगे. शौचालय बनाएं कैसे. नहीं हो पा रहा. जुर्माना होने पर भी जा रहे हैं खुले में शौच.''       हालांकि मध्यप्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने साफ किया कि हर मामले को पूरी संवेदना से देखा जाएगा. कई क्षेत्रों में भौगौलिकता की दिक्कत है लेकिन कोशिश है कि राज्य को साफ स्वच्छ बनाया जाए. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2019 तक मध्यप्रदेश सरकार 1.22 करोड़ घरों में शौचालय बनाना चाहती है जिससे 52,000 गांव खुले में शौच से मुक्त हो सकें. लेकिन फिलहाल लगता है पैसों और सरकारी सोच में कमी से यह इरादा फाइलों में ही रह जाएगा. अंबेवाड़ी के कई घरों में सफाई के बोर्ड लटक गए हैं. शौचालय भी बन गए हैं, घरवाले इस्तेमाल भी कर रहे हैं, लेकिन 12,000 में शौचालय बनाने के अलावा बड़ी समस्या है पानी की कमी की. एक-एक नल में कई लोग पानी भरने जुटते हैं. पहाड़ी इलाका है. ऐसे में लोगों का कहना है कि शौचालय में साफ-सफाई के लिए पानी कहां से लाएंगे.टिप्पणियां गजेन्द्र अहिरवार के घर में तीन महीने पहले शौचालय बन गया है लेकिन वे कहते हैं कि पानी की दिक्कत है. 10-12 लोग हैं. परिवार में पानी बिल्कुल नहीं है. ऐसे में सब खुले में ही शौच जाते हैं.      सांची के 214 गांवों में से 12 पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं, लेकिन बाकी के गांवों में लोग खुले में शौच जा रहे हैं. जुर्माने की रकम लगभग 50 लाख हो गई है. प्रशासन का कहना है कि जुर्माना टोकन है लेकिन नहीं भरा तो कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. जनपद पंचायत के सीईओ शोभित त्रिपाठी ने कहा सभी पंचायतों को ओडीएफ कराना है. उनको टोकन स्वरूप मध्यप्रदेश स्वच्छता अधिनियम की धारा 15 (1), 15 (2) प्रति व्यक्ति 250 रुपये की रसीद दे रहे हैं. परिवार के सदस्यों को जोड़कर महीने के हिसाब से वसूला जाएगा. अगर नहीं दे रहे तो आरआरसी में प्रावधान है नियम के हिसाब से कुर्की जब्ती होगी.     फिर भी लोगों का कहना है कि उन्हें खुले में ही शौच जाना होगा. इलाके में गरीबों के लिए 12000 में शौचालय बनाना मुमकिन नहीं. 76 साल के गंगाराम मीणा ने साफ कहा ''जुर्माना नहीं दे पाएंगे. खाने को अनाज नहीं है, कहां से दे पाएंगे. शौचालय बनाएं कैसे. नहीं हो पा रहा. जुर्माना होने पर भी जा रहे हैं खुले में शौच.''       हालांकि मध्यप्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने साफ किया कि हर मामले को पूरी संवेदना से देखा जाएगा. कई क्षेत्रों में भौगौलिकता की दिक्कत है लेकिन कोशिश है कि राज्य को साफ स्वच्छ बनाया जाए. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2019 तक मध्यप्रदेश सरकार 1.22 करोड़ घरों में शौचालय बनाना चाहती है जिससे 52,000 गांव खुले में शौच से मुक्त हो सकें. लेकिन फिलहाल लगता है पैसों और सरकारी सोच में कमी से यह इरादा फाइलों में ही रह जाएगा. गजेन्द्र अहिरवार के घर में तीन महीने पहले शौचालय बन गया है लेकिन वे कहते हैं कि पानी की दिक्कत है. 10-12 लोग हैं. परिवार में पानी बिल्कुल नहीं है. ऐसे में सब खुले में ही शौच जाते हैं.      सांची के 214 गांवों में से 12 पंचायतें खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं, लेकिन बाकी के गांवों में लोग खुले में शौच जा रहे हैं. जुर्माने की रकम लगभग 50 लाख हो गई है. प्रशासन का कहना है कि जुर्माना टोकन है लेकिन नहीं भरा तो कड़ी कार्रवाई की जा सकती है. जनपद पंचायत के सीईओ शोभित त्रिपाठी ने कहा सभी पंचायतों को ओडीएफ कराना है. उनको टोकन स्वरूप मध्यप्रदेश स्वच्छता अधिनियम की धारा 15 (1), 15 (2) प्रति व्यक्ति 250 रुपये की रसीद दे रहे हैं. परिवार के सदस्यों को जोड़कर महीने के हिसाब से वसूला जाएगा. अगर नहीं दे रहे तो आरआरसी में प्रावधान है नियम के हिसाब से कुर्की जब्ती होगी.     फिर भी लोगों का कहना है कि उन्हें खुले में ही शौच जाना होगा. इलाके में गरीबों के लिए 12000 में शौचालय बनाना मुमकिन नहीं. 76 साल के गंगाराम मीणा ने साफ कहा ''जुर्माना नहीं दे पाएंगे. खाने को अनाज नहीं है, कहां से दे पाएंगे. शौचालय बनाएं कैसे. नहीं हो पा रहा. जुर्माना होने पर भी जा रहे हैं खुले में शौच.''       हालांकि मध्यप्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने साफ किया कि हर मामले को पूरी संवेदना से देखा जाएगा. कई क्षेत्रों में भौगौलिकता की दिक्कत है लेकिन कोशिश है कि राज्य को साफ स्वच्छ बनाया जाए. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2019 तक मध्यप्रदेश सरकार 1.22 करोड़ घरों में शौचालय बनाना चाहती है जिससे 52,000 गांव खुले में शौच से मुक्त हो सकें. लेकिन फिलहाल लगता है पैसों और सरकारी सोच में कमी से यह इरादा फाइलों में ही रह जाएगा. जनपद पंचायत के सीईओ शोभित त्रिपाठी ने कहा सभी पंचायतों को ओडीएफ कराना है. उनको टोकन स्वरूप मध्यप्रदेश स्वच्छता अधिनियम की धारा 15 (1), 15 (2) प्रति व्यक्ति 250 रुपये की रसीद दे रहे हैं. परिवार के सदस्यों को जोड़कर महीने के हिसाब से वसूला जाएगा. अगर नहीं दे रहे तो आरआरसी में प्रावधान है नियम के हिसाब से कुर्की जब्ती होगी.     फिर भी लोगों का कहना है कि उन्हें खुले में ही शौच जाना होगा. इलाके में गरीबों के लिए 12000 में शौचालय बनाना मुमकिन नहीं. 76 साल के गंगाराम मीणा ने साफ कहा ''जुर्माना नहीं दे पाएंगे. खाने को अनाज नहीं है, कहां से दे पाएंगे. शौचालय बनाएं कैसे. नहीं हो पा रहा. जुर्माना होने पर भी जा रहे हैं खुले में शौच.''       हालांकि मध्यप्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री विश्वास सारंग ने साफ किया कि हर मामले को पूरी संवेदना से देखा जाएगा. कई क्षेत्रों में भौगौलिकता की दिक्कत है लेकिन कोशिश है कि राज्य को साफ स्वच्छ बनाया जाए. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2019 तक मध्यप्रदेश सरकार 1.22 करोड़ घरों में शौचालय बनाना चाहती है जिससे 52,000 गांव खुले में शौच से मुक्त हो सकें. लेकिन फिलहाल लगता है पैसों और सरकारी सोच में कमी से यह इरादा फाइलों में ही रह जाएगा.
शौचालय होने के बावजूद पानी की कमी के चलते खुले में शौच मजबूरी प्रशासन के मुताबिक जुर्माना टोकन, लेकिन नहीं भरा तो कड़ी कार्रवाई मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हर मामले को पूरी संवेदना से देखा जाएगा
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['hin']
एक सारांश बनाओ: पेट्रोल के दाम शुक्रवार को दो रुपये प्रति लिटर घटा दिए गए। नई दरें आज मध्यरात्रि से लागू होंगी। पिछले 9 माह में पेट्रोल कीमतों में सबसे बड़ी कटौती है। पेट्रोल कीमतों में जहां दो रुपये लिटर की कटौती की गई है, वहीं दूसरी ओर डीजल कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पेट्रोल में इस कटौती में स्थानीय बिक्रीकर या वैट शामिल नहीं है। वैट को शामिल करने के बाद दिल्ली में पेट्रोल 2.40 रुपये प्रति लिटर सस्ता हो जाएगा। इस तरह यहां पेट्रोल के दाम घटकर 68.34 रुपये लिटर रह जाएंगे, जो अभी 70.74 रुपये लिटर हैं। माना जा रहा था कि पेट्रोलियम कंपनियां डीजल कीमतों में हर माह 40 से 50 पैसे प्रति लिटर की बढ़ोतरी को लागू करेंगी। लेकिन सरकार को संसद में किसी परेशानी से बचाने के लिए डीजल कीमतों में वृद्धि का फैसला टाल दिया गया। इससे पहले 2 मार्च को पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम बढ़ाए थे। इसके बाद विपक्षी दलों ने संसद में जमकर हंगामा किया था।टिप्पणियां इससे पहले फरवरी के बाद से पेट्रोल कीमतों में दो बार बढ़ोतरी की गई थी। 16 फरवरी को पेट्रोल के दाम 1.50 रुपये लिटर और 2 मार्च को 1.40 रुपये लिटर बढ़ाए गए थे। वैट शामिल होने के बाद यह वृद्धि अधिक रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के मद्देनजर यहां पेट्रोल के दाम घटे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 112.73 डॉलर प्रति बैरल से 107.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के अनुसार डीजल पर नुकसान घटकर 8.64 रुपये प्रति लिटर रह गया है, जो इस महीने की शुरुआत में 11.26 रुपये लिटर था। पेट्रोल कीमतों में जहां दो रुपये लिटर की कटौती की गई है, वहीं दूसरी ओर डीजल कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पेट्रोल में इस कटौती में स्थानीय बिक्रीकर या वैट शामिल नहीं है। वैट को शामिल करने के बाद दिल्ली में पेट्रोल 2.40 रुपये प्रति लिटर सस्ता हो जाएगा। इस तरह यहां पेट्रोल के दाम घटकर 68.34 रुपये लिटर रह जाएंगे, जो अभी 70.74 रुपये लिटर हैं। माना जा रहा था कि पेट्रोलियम कंपनियां डीजल कीमतों में हर माह 40 से 50 पैसे प्रति लिटर की बढ़ोतरी को लागू करेंगी। लेकिन सरकार को संसद में किसी परेशानी से बचाने के लिए डीजल कीमतों में वृद्धि का फैसला टाल दिया गया। इससे पहले 2 मार्च को पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम बढ़ाए थे। इसके बाद विपक्षी दलों ने संसद में जमकर हंगामा किया था।टिप्पणियां इससे पहले फरवरी के बाद से पेट्रोल कीमतों में दो बार बढ़ोतरी की गई थी। 16 फरवरी को पेट्रोल के दाम 1.50 रुपये लिटर और 2 मार्च को 1.40 रुपये लिटर बढ़ाए गए थे। वैट शामिल होने के बाद यह वृद्धि अधिक रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के मद्देनजर यहां पेट्रोल के दाम घटे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 112.73 डॉलर प्रति बैरल से 107.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के अनुसार डीजल पर नुकसान घटकर 8.64 रुपये प्रति लिटर रह गया है, जो इस महीने की शुरुआत में 11.26 रुपये लिटर था। वैट को शामिल करने के बाद दिल्ली में पेट्रोल 2.40 रुपये प्रति लिटर सस्ता हो जाएगा। इस तरह यहां पेट्रोल के दाम घटकर 68.34 रुपये लिटर रह जाएंगे, जो अभी 70.74 रुपये लिटर हैं। माना जा रहा था कि पेट्रोलियम कंपनियां डीजल कीमतों में हर माह 40 से 50 पैसे प्रति लिटर की बढ़ोतरी को लागू करेंगी। लेकिन सरकार को संसद में किसी परेशानी से बचाने के लिए डीजल कीमतों में वृद्धि का फैसला टाल दिया गया। इससे पहले 2 मार्च को पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम बढ़ाए थे। इसके बाद विपक्षी दलों ने संसद में जमकर हंगामा किया था।टिप्पणियां इससे पहले फरवरी के बाद से पेट्रोल कीमतों में दो बार बढ़ोतरी की गई थी। 16 फरवरी को पेट्रोल के दाम 1.50 रुपये लिटर और 2 मार्च को 1.40 रुपये लिटर बढ़ाए गए थे। वैट शामिल होने के बाद यह वृद्धि अधिक रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के मद्देनजर यहां पेट्रोल के दाम घटे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 112.73 डॉलर प्रति बैरल से 107.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के अनुसार डीजल पर नुकसान घटकर 8.64 रुपये प्रति लिटर रह गया है, जो इस महीने की शुरुआत में 11.26 रुपये लिटर था। माना जा रहा था कि पेट्रोलियम कंपनियां डीजल कीमतों में हर माह 40 से 50 पैसे प्रति लिटर की बढ़ोतरी को लागू करेंगी। लेकिन सरकार को संसद में किसी परेशानी से बचाने के लिए डीजल कीमतों में वृद्धि का फैसला टाल दिया गया। इससे पहले 2 मार्च को पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम बढ़ाए थे। इसके बाद विपक्षी दलों ने संसद में जमकर हंगामा किया था।टिप्पणियां इससे पहले फरवरी के बाद से पेट्रोल कीमतों में दो बार बढ़ोतरी की गई थी। 16 फरवरी को पेट्रोल के दाम 1.50 रुपये लिटर और 2 मार्च को 1.40 रुपये लिटर बढ़ाए गए थे। वैट शामिल होने के बाद यह वृद्धि अधिक रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के मद्देनजर यहां पेट्रोल के दाम घटे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 112.73 डॉलर प्रति बैरल से 107.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के अनुसार डीजल पर नुकसान घटकर 8.64 रुपये प्रति लिटर रह गया है, जो इस महीने की शुरुआत में 11.26 रुपये लिटर था। इससे पहले फरवरी के बाद से पेट्रोल कीमतों में दो बार बढ़ोतरी की गई थी। 16 फरवरी को पेट्रोल के दाम 1.50 रुपये लिटर और 2 मार्च को 1.40 रुपये लिटर बढ़ाए गए थे। वैट शामिल होने के बाद यह वृद्धि अधिक रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के मद्देनजर यहां पेट्रोल के दाम घटे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 112.73 डॉलर प्रति बैरल से 107.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के अनुसार डीजल पर नुकसान घटकर 8.64 रुपये प्रति लिटर रह गया है, जो इस महीने की शुरुआत में 11.26 रुपये लिटर था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के मद्देनजर यहां पेट्रोल के दाम घटे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 112.73 डॉलर प्रति बैरल से 107.41 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के अनुसार डीजल पर नुकसान घटकर 8.64 रुपये प्रति लिटर रह गया है, जो इस महीने की शुरुआत में 11.26 रुपये लिटर था।
सारांश: पेट्रोल के दाम शुक्रवार को दो रुपये प्रति लिटर घटा दिए गए। नई दरें आज मध्यरात्रि से लागू होंगी। पिछले 9 माह में पेट्रोल कीमतों में सबसे बड़ी कटौती है।
5
['hin']
एक सारांश बनाओ: अमेरिका में बनी कथित इस्लाम विरोधी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' के खिलाफ साइबेरिया में प्रदर्शन किया गया वहीं पाकिस्तान में शुक्रवार को किए गए व्यापक हिंसक प्रदर्शन के एक दिन बाद शांति रही। वहीं बांग्लादेश में धार्मिक संगठनों ने फिल्म के खिलाफ रविवार को बंद का आह्वान किया। साइबेरिया के मुस्लिम बहुल क्षेत्र सैंडजैक में फुटबॉल प्रशंसकों ने इस्लाम की निंदा करने वाली फिल्म के विरोध में शांतिपूर्ण जुलूस निकाला। नोवी पाजार शहर में 'टोर्सिडा सैंडजैक' फुटबॉल क्लब के समर्थकों ने शुक्रवार को 'फ्रीडम फार फिलिस्तीन, अफगानिस्तान एंड लीबिया' और 'द प्रोफेट इज इन माई हर्ट' वाले बैनर लेकर जुलूस निकाला। यह जुलूस कई पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में निकाला गया और प्रदर्शनकारियों ने तुर्की व बोस्निया का झंडा भी हवा में लहराया। सैंडजैक के मुफ्ती मुआमर जुकोर्लिक ने कहा, "साइबेरिया के मुसलमानों ने इस प्रदर्शन के आयोजन में हिस्सा नहीं लिया लेकिन इसे उनका पूरा समर्थन प्राप्त है, क्योंकि मुसलमानों को इस अपमान के खिलाफ प्रदर्शन करने का पूरा हक है।" पाकिस्तान में एक इस्लाम-विरोधी फिल्म के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के एक दिन बाद शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही। शुक्रवार को हुए प्रदर्शनों में 23 लोग मारे गए व 200 अन्य घायल हुए। शुक्रवार को देशभर में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हुए। फिल्म को लेकर बाकी मुस्लिम देशों में भी उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान में शुक्रवार को 'योम-ए-इश्क-ए-रसूल' (पैगम्बर मोहम्मद के प्रति प्रेम का दिन) था। कराची में शनिवार सुबह सड़कें वीरान दिखीं। यहां शुक्रवार की हिंसा में कम से कम 12 लोग मारे गए थे। कराची में सड़कों पर वाहन कम दिखे जबकि अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर जाने वाले मार्ग आज भी बंद रहे। होटल व दुकानें भी बंद हैं। लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर सहित देश के अन्य शहरों में व्यवसायिक गतिविधियां जारी थीं। लाहौर में जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया था वहीं पेशावर में वाणिज्य दूतावास के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। साइबेरिया के मुस्लिम बहुल क्षेत्र सैंडजैक में फुटबॉल प्रशंसकों ने इस्लाम की निंदा करने वाली फिल्म के विरोध में शांतिपूर्ण जुलूस निकाला। नोवी पाजार शहर में 'टोर्सिडा सैंडजैक' फुटबॉल क्लब के समर्थकों ने शुक्रवार को 'फ्रीडम फार फिलिस्तीन, अफगानिस्तान एंड लीबिया' और 'द प्रोफेट इज इन माई हर्ट' वाले बैनर लेकर जुलूस निकाला। यह जुलूस कई पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में निकाला गया और प्रदर्शनकारियों ने तुर्की व बोस्निया का झंडा भी हवा में लहराया। सैंडजैक के मुफ्ती मुआमर जुकोर्लिक ने कहा, "साइबेरिया के मुसलमानों ने इस प्रदर्शन के आयोजन में हिस्सा नहीं लिया लेकिन इसे उनका पूरा समर्थन प्राप्त है, क्योंकि मुसलमानों को इस अपमान के खिलाफ प्रदर्शन करने का पूरा हक है।" पाकिस्तान में एक इस्लाम-विरोधी फिल्म के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के एक दिन बाद शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही। शुक्रवार को हुए प्रदर्शनों में 23 लोग मारे गए व 200 अन्य घायल हुए। शुक्रवार को देशभर में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हुए। फिल्म को लेकर बाकी मुस्लिम देशों में भी उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान में शुक्रवार को 'योम-ए-इश्क-ए-रसूल' (पैगम्बर मोहम्मद के प्रति प्रेम का दिन) था। कराची में शनिवार सुबह सड़कें वीरान दिखीं। यहां शुक्रवार की हिंसा में कम से कम 12 लोग मारे गए थे। कराची में सड़कों पर वाहन कम दिखे जबकि अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर जाने वाले मार्ग आज भी बंद रहे। होटल व दुकानें भी बंद हैं। लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर सहित देश के अन्य शहरों में व्यवसायिक गतिविधियां जारी थीं। लाहौर में जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया था वहीं पेशावर में वाणिज्य दूतावास के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। नोवी पाजार शहर में 'टोर्सिडा सैंडजैक' फुटबॉल क्लब के समर्थकों ने शुक्रवार को 'फ्रीडम फार फिलिस्तीन, अफगानिस्तान एंड लीबिया' और 'द प्रोफेट इज इन माई हर्ट' वाले बैनर लेकर जुलूस निकाला। यह जुलूस कई पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में निकाला गया और प्रदर्शनकारियों ने तुर्की व बोस्निया का झंडा भी हवा में लहराया। सैंडजैक के मुफ्ती मुआमर जुकोर्लिक ने कहा, "साइबेरिया के मुसलमानों ने इस प्रदर्शन के आयोजन में हिस्सा नहीं लिया लेकिन इसे उनका पूरा समर्थन प्राप्त है, क्योंकि मुसलमानों को इस अपमान के खिलाफ प्रदर्शन करने का पूरा हक है।" पाकिस्तान में एक इस्लाम-विरोधी फिल्म के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के एक दिन बाद शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही। शुक्रवार को हुए प्रदर्शनों में 23 लोग मारे गए व 200 अन्य घायल हुए। शुक्रवार को देशभर में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हुए। फिल्म को लेकर बाकी मुस्लिम देशों में भी उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान में शुक्रवार को 'योम-ए-इश्क-ए-रसूल' (पैगम्बर मोहम्मद के प्रति प्रेम का दिन) था। कराची में शनिवार सुबह सड़कें वीरान दिखीं। यहां शुक्रवार की हिंसा में कम से कम 12 लोग मारे गए थे। कराची में सड़कों पर वाहन कम दिखे जबकि अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर जाने वाले मार्ग आज भी बंद रहे। होटल व दुकानें भी बंद हैं। लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर सहित देश के अन्य शहरों में व्यवसायिक गतिविधियां जारी थीं। लाहौर में जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया था वहीं पेशावर में वाणिज्य दूतावास के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। यह जुलूस कई पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में निकाला गया और प्रदर्शनकारियों ने तुर्की व बोस्निया का झंडा भी हवा में लहराया। सैंडजैक के मुफ्ती मुआमर जुकोर्लिक ने कहा, "साइबेरिया के मुसलमानों ने इस प्रदर्शन के आयोजन में हिस्सा नहीं लिया लेकिन इसे उनका पूरा समर्थन प्राप्त है, क्योंकि मुसलमानों को इस अपमान के खिलाफ प्रदर्शन करने का पूरा हक है।" पाकिस्तान में एक इस्लाम-विरोधी फिल्म के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के एक दिन बाद शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही। शुक्रवार को हुए प्रदर्शनों में 23 लोग मारे गए व 200 अन्य घायल हुए। शुक्रवार को देशभर में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हुए। फिल्म को लेकर बाकी मुस्लिम देशों में भी उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान में शुक्रवार को 'योम-ए-इश्क-ए-रसूल' (पैगम्बर मोहम्मद के प्रति प्रेम का दिन) था। कराची में शनिवार सुबह सड़कें वीरान दिखीं। यहां शुक्रवार की हिंसा में कम से कम 12 लोग मारे गए थे। कराची में सड़कों पर वाहन कम दिखे जबकि अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर जाने वाले मार्ग आज भी बंद रहे। होटल व दुकानें भी बंद हैं। लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर सहित देश के अन्य शहरों में व्यवसायिक गतिविधियां जारी थीं। लाहौर में जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया था वहीं पेशावर में वाणिज्य दूतावास के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। पाकिस्तान में एक इस्लाम-विरोधी फिल्म के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के एक दिन बाद शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही। शुक्रवार को हुए प्रदर्शनों में 23 लोग मारे गए व 200 अन्य घायल हुए। शुक्रवार को देशभर में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हुए। फिल्म को लेकर बाकी मुस्लिम देशों में भी उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान में शुक्रवार को 'योम-ए-इश्क-ए-रसूल' (पैगम्बर मोहम्मद के प्रति प्रेम का दिन) था। कराची में शनिवार सुबह सड़कें वीरान दिखीं। यहां शुक्रवार की हिंसा में कम से कम 12 लोग मारे गए थे। कराची में सड़कों पर वाहन कम दिखे जबकि अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर जाने वाले मार्ग आज भी बंद रहे। होटल व दुकानें भी बंद हैं। लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर सहित देश के अन्य शहरों में व्यवसायिक गतिविधियां जारी थीं। लाहौर में जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया था वहीं पेशावर में वाणिज्य दूतावास के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। शुक्रवार को देशभर में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन हुए। फिल्म को लेकर बाकी मुस्लिम देशों में भी उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान में शुक्रवार को 'योम-ए-इश्क-ए-रसूल' (पैगम्बर मोहम्मद के प्रति प्रेम का दिन) था। कराची में शनिवार सुबह सड़कें वीरान दिखीं। यहां शुक्रवार की हिंसा में कम से कम 12 लोग मारे गए थे। कराची में सड़कों पर वाहन कम दिखे जबकि अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर जाने वाले मार्ग आज भी बंद रहे। होटल व दुकानें भी बंद हैं। लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर सहित देश के अन्य शहरों में व्यवसायिक गतिविधियां जारी थीं। लाहौर में जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया था वहीं पेशावर में वाणिज्य दूतावास के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। कराची में शनिवार सुबह सड़कें वीरान दिखीं। यहां शुक्रवार की हिंसा में कम से कम 12 लोग मारे गए थे। कराची में सड़कों पर वाहन कम दिखे जबकि अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर जाने वाले मार्ग आज भी बंद रहे। होटल व दुकानें भी बंद हैं। लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर सहित देश के अन्य शहरों में व्यवसायिक गतिविधियां जारी थीं। लाहौर में जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया था वहीं पेशावर में वाणिज्य दूतावास के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। लाहौर में जहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया था वहीं पेशावर में वाणिज्य दूतावास के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। बांग्लादेश में धार्मिक समूहों ने इस्लाम विरोधी अमेरिकी वीडियो के खिलाफ रविवार को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पहले ही ढाका में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार शाम पांच बजे से रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय प्रदर्शन के दौरान दो विरोधी गुटों के मध्य झड़प के बाद लिया गया। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों ने विवादास्पद फिल्म निर्माता को गिरफ्तार न करने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। इस्लामिक संगठन के एक नेता ने कहा, "अगर जरूरत पड़ी तो हम ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने का प्रयास करेंगे।"टिप्पणियां कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। कम बजट में बनी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' में कथित तौर पर पैगम्बर मुहम्मद का अपमान किया गया है। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए। इस फिल्म की वजह से मुस्लिम बहुल देशों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में लीबिया में अमेरिकी राजदूत और बेंगाझी स्थित अमेरिकी के वाणिज्य दूतावास के तीन कर्मचारी मारे गए।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अमेरिका में बनी कथित इस्लाम विरोधी फिल्म 'इनोसेंस ऑफ मुस्लिम' के खिलाफ साइबेरिया में प्रदर्शन किया गया वहीं पाकिस्तान में शुक्रवार को किए गए व्यापक हिंसक प्रदर्शन के एक दिन बाद शांति रही। वहीं बांग्लादेश में धार्मिक संगठनों ने फिल्म के खिलाफ रविवार को बंद
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: हमारे आस-पास के पर्यावरण और बेजुबान, निरीह जंतुओं को प्रश्‍नाकुल एवं संवेदना भरी नजरों से सबसे ज्‍यादा कौन देखता है? जवाब है-युवा. बालमन आस-पास की प्रकृति और बेजुबान जीवों को रहस्‍य की तरह देखता है. वह जब इन जीवों को पास जाकर छूता है तो उसका मन गुदगुदाता है. संभवतया इन्‍हीं वजहों से जब वह इन जंतुओं के खिलाफ हिंसा देखता है तो उसका कोमल मन करुणा और संवेदना से भर जाता है. शायद इन्‍हीं चीजों को मद्देनजर रखते हुए इस बार के विश्‍व वन्‍यजीव दिवस की थीम में युवा आवाजों को तरजीह देने का फैसला किया गया है. इसीलिए तीन मार्च को मनाए जा रहे विश्‍व वन्‍यजीव दिवस(डब्‍ल्‍यूडब्‍ल्‍यूडी) की थीम 'युवा आवाजों को सुनो 'निर्धारित किया गया है. ऐसा इसलिए किया गया है क्‍योंकि दुनिया की कुल आबादी में से तकरीबन एक चौथाई की उम्र महज 10-24 साल है. इसीलिए इस तबके को भविष्‍य का नेता और नीति-निर्धारक मानते हुए वन्‍यजीवों को बचाने के लिए इनके विचारों को सुनने और अपनाने पर जोर दिया जा रहा है. टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि संकटग्रस्‍त जीवों के प्रति जागरुकता बढाने और उनको विलुप्‍त होने से बचाने की पहल के तहत संयुक्‍त राष्‍ट्र हर साल तीन मार्च को विश्‍व वन्‍जीव दिवस मनाता है. द इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के मुताबिक जीवों की 2,599 प्रजातियां, उप-प्रजातियां अत्‍यधिक संकटग्रस्‍त हैं. इसी तरह 1975 पौधे, पादक और अन्‍य सूक्ष्‍म जीवों की प्रजातियों का अस्तित्‍व खतरे में है. ऐसा इसलिए किया गया है क्‍योंकि दुनिया की कुल आबादी में से तकरीबन एक चौथाई की उम्र महज 10-24 साल है. इसीलिए इस तबके को भविष्‍य का नेता और नीति-निर्धारक मानते हुए वन्‍यजीवों को बचाने के लिए इनके विचारों को सुनने और अपनाने पर जोर दिया जा रहा है. टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि संकटग्रस्‍त जीवों के प्रति जागरुकता बढाने और उनको विलुप्‍त होने से बचाने की पहल के तहत संयुक्‍त राष्‍ट्र हर साल तीन मार्च को विश्‍व वन्‍जीव दिवस मनाता है. द इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के मुताबिक जीवों की 2,599 प्रजातियां, उप-प्रजातियां अत्‍यधिक संकटग्रस्‍त हैं. इसी तरह 1975 पौधे, पादक और अन्‍य सूक्ष्‍म जीवों की प्रजातियों का अस्तित्‍व खतरे में है. उल्‍लेखनीय है कि संकटग्रस्‍त जीवों के प्रति जागरुकता बढाने और उनको विलुप्‍त होने से बचाने की पहल के तहत संयुक्‍त राष्‍ट्र हर साल तीन मार्च को विश्‍व वन्‍जीव दिवस मनाता है. द इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के मुताबिक जीवों की 2,599 प्रजातियां, उप-प्रजातियां अत्‍यधिक संकटग्रस्‍त हैं. इसी तरह 1975 पौधे, पादक और अन्‍य सूक्ष्‍म जीवों की प्रजातियों का अस्तित्‍व खतरे में है. द इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के मुताबिक जीवों की 2,599 प्रजातियां, उप-प्रजातियां अत्‍यधिक संकटग्रस्‍त हैं. इसी तरह 1975 पौधे, पादक और अन्‍य सूक्ष्‍म जीवों की प्रजातियों का अस्तित्‍व खतरे में है.
सारांश: आज विश्‍व वन्‍यजीव दिवस है हर साल तीन मार्च को मनाया जाता है 2599 जीव प्रजातियों का अस्तित्‍व खतरे में
7
['hin']
एक सारांश बनाओ: एंटी रेप बिल बनाने वाली कमेटी के अध्यक्ष जस्टिस जेएस वर्मा का निधन हो गया है। वह 80 वर्ष के थे। 18 जनवरी 1933 को जन्मे जस्टिस वर्मा मध्य प्रदेश और राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे। जनवरी 1998 में वह भारत के मुख्य न्यायाधीश बने। 16 दिसंबर को दिल्ली में हुई बलात्कार की घटना के बाद जस्टिस वर्मा उस कमेटी के अध्यक्ष थे जिसपर भारत में रेप के कानूनों में बदलाव की सलाह ली गई थी।टिप्पणियां जस्टिस वर्मा को तबीयत बिगड़ने के बाद गुड़गांव के मेदांता अस्पातल में भर्ती कराया गया था… जहां उनका देहांत हो गया। बताया जा रहा है कि उन्हें रविवार को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था शुरुआती जानकारी के मुताबिक उनका निधन मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ….यानी उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। 18 जनवरी 1933 को जन्मे जस्टिस वर्मा मध्य प्रदेश और राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे। जनवरी 1998 में वह भारत के मुख्य न्यायाधीश बने। 16 दिसंबर को दिल्ली में हुई बलात्कार की घटना के बाद जस्टिस वर्मा उस कमेटी के अध्यक्ष थे जिसपर भारत में रेप के कानूनों में बदलाव की सलाह ली गई थी।टिप्पणियां जस्टिस वर्मा को तबीयत बिगड़ने के बाद गुड़गांव के मेदांता अस्पातल में भर्ती कराया गया था… जहां उनका देहांत हो गया। बताया जा रहा है कि उन्हें रविवार को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था शुरुआती जानकारी के मुताबिक उनका निधन मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ….यानी उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। 16 दिसंबर को दिल्ली में हुई बलात्कार की घटना के बाद जस्टिस वर्मा उस कमेटी के अध्यक्ष थे जिसपर भारत में रेप के कानूनों में बदलाव की सलाह ली गई थी।टिप्पणियां जस्टिस वर्मा को तबीयत बिगड़ने के बाद गुड़गांव के मेदांता अस्पातल में भर्ती कराया गया था… जहां उनका देहांत हो गया। बताया जा रहा है कि उन्हें रविवार को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था शुरुआती जानकारी के मुताबिक उनका निधन मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ….यानी उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। जस्टिस वर्मा को तबीयत बिगड़ने के बाद गुड़गांव के मेदांता अस्पातल में भर्ती कराया गया था… जहां उनका देहांत हो गया। बताया जा रहा है कि उन्हें रविवार को ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था शुरुआती जानकारी के मुताबिक उनका निधन मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ….यानी उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। शुरुआती जानकारी के मुताबिक उनका निधन मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ….यानी उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: एंटी रेप बिल बनाने वाली कमेटी के अध्यक्ष जस्टिस जेएस वर्मा का निधन हो गया है। वह 80 वर्ष के थे।
32
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस ने नोटबंदी को लेकर अपना आक्रामक रूख बरकरार रखते हुए आज कहा कि ठीक एक महीने पहले किया गया यह फैसला एक ‘‘त्रासदी’’ है जिसने देश की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है और यह ‘‘बहुत बड़ी नाकामी’’ और ‘‘मरे बच्चे’’ की तरह है. कांग्रेस ने केंद्रीय राजस्व सचिव हसमुख अधिया और भारतीय रिजर्व बैंक के बयानों का हवाला देते हुए दावा किया कि उन्होंने पार्टी के उस रूख की ‘‘पुष्टि’’ की है कि नोटबंदी का फैसला एक ‘‘खराब आर्थिक नीति’’ है. गौरतलब है कि राजस्व सचिव ने हाल में कहा कि सारे नोट बाजार में आ जाएंगे और किसी अप्रत्याशित लाभ की उम्मीद नहीं है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने सरकार पर नोटबंदी की घोषणा करने के बाद नियमों में बदलाव कर रोज नई नई बातें करते का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकवाद, जाली नोट, काला धन और भ्रष्टाचार के मुद्दों का हल करने में नाकाम रही. उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक ‘‘बहुत बड़ी विफलता’’ है. सुष्मिता ने दावा किया कि राजस्व सचिव के बयान से पता चलता है कि ‘‘मोदी सरकार का आखिरी विकेट गिर गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज यह पूरी तरह साबित हो गया कि भाजपा सरकार ने एक मरे बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम नोटबंदी है.’’ टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कांग्रेस ने केंद्रीय राजस्व सचिव हसमुख अधिया और भारतीय रिजर्व बैंक के बयानों का हवाला देते हुए दावा किया कि उन्होंने पार्टी के उस रूख की ‘‘पुष्टि’’ की है कि नोटबंदी का फैसला एक ‘‘खराब आर्थिक नीति’’ है. गौरतलब है कि राजस्व सचिव ने हाल में कहा कि सारे नोट बाजार में आ जाएंगे और किसी अप्रत्याशित लाभ की उम्मीद नहीं है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने सरकार पर नोटबंदी की घोषणा करने के बाद नियमों में बदलाव कर रोज नई नई बातें करते का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकवाद, जाली नोट, काला धन और भ्रष्टाचार के मुद्दों का हल करने में नाकाम रही. उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक ‘‘बहुत बड़ी विफलता’’ है. सुष्मिता ने दावा किया कि राजस्व सचिव के बयान से पता चलता है कि ‘‘मोदी सरकार का आखिरी विकेट गिर गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज यह पूरी तरह साबित हो गया कि भाजपा सरकार ने एक मरे बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम नोटबंदी है.’’ टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने सरकार पर नोटबंदी की घोषणा करने के बाद नियमों में बदलाव कर रोज नई नई बातें करते का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आतंकवाद, जाली नोट, काला धन और भ्रष्टाचार के मुद्दों का हल करने में नाकाम रही. उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक ‘‘बहुत बड़ी विफलता’’ है. सुष्मिता ने दावा किया कि राजस्व सचिव के बयान से पता चलता है कि ‘‘मोदी सरकार का आखिरी विकेट गिर गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज यह पूरी तरह साबित हो गया कि भाजपा सरकार ने एक मरे बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम नोटबंदी है.’’ टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सुष्मिता ने दावा किया कि राजस्व सचिव के बयान से पता चलता है कि ‘‘मोदी सरकार का आखिरी विकेट गिर गया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज यह पूरी तरह साबित हो गया कि भाजपा सरकार ने एक मरे बच्चे को जन्म दिया जिसका नाम नोटबंदी है.’’ टिप्पणियां कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ‘नोट पर प्रतिबंध’ के श्री नरेंद्र मोदी की एकतरफा घोषणा के एक महीने बाद देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है. प्रधानमंत्री ने कतारों में लगे लोगों से कहा कि उनकी असुविधा मामूली है और देश के व्यापक हित में है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को देश से कहा था कि नोटबंदी का फैसला काला धन एवं भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए किया गया लेकिन ये तीनों विकेट जिनपर पीएम मोदी ने इस नाकाम योजना की शुरुआत की, गिर गए और मोदी जी हिट विकेट हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: कांग्रेस ने नोटबंदी को लेकर अपना आक्रामक रूख बरकरार रखा ठीक एक महीने पहले किया गया यह फैसला एक ‘‘त्रासदी’’ है नोटबंदी का फैसला एक ‘‘खराब आर्थिक नीति’’ है
10
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश में थल क्षेत्र में सबसे बड़ी खनिज तेल परियोजना का विकास करने वाली केयर्न इंडिया लिमिटेड ने बाड़मेर क्षेत्र इससे जुड़ी पाइपलाइन परियोजना को पूरा करने में रुकावट खड़ी किए जाने का अरोप लगाते हुए जामनगकर के कांग्रेसी सांसद की पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय से शिकायत की है। कंपनी की शिकायत है कि गुजरात में उसकी पाइपलाइन परियोजना में क्षेत्रीय सांसद व्यावधान पैदा कर रहे हैं। केयर्न इंडिया ने 11 मार्च को रेड्डी को एक पत्र लिखा जिसमें कहा गया है कि जामनगर के सांसद द्वारा व्यावधान पैदा किये जाने की वजह से 70 किलोमीटर के हिस्से पर पाइपलाइन परियोजना पर काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इस पाइपलाइन के जरिये राजस्थान से गुजरात के तटीय इलाके तक कच्चे तेल का परिवहन किया जायेगा। केयर्न इंडिया के बाड़मेर स्थित मंगला तेल क्षेत्र में सार्वजनिक क्षेत्र तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम :ओएनजीसी: 30 प्रतिशत की भागीदार है और यहां से प्रतिदिन सवा लाख बैरल कच्चे तेल का उत्पादन किया जा रहा है। इस तेल को 590 किलोमीटर की पाइपलाइन के जरिये बाड़मेर से जामनगर के नजदीक सलाया तक पहुंचाया जाना है। दूसरे चरण में 70 किलोमीटर के हिस्से में पाइपलाइन का निर्माण किया जाना है, जो कि जामनगर में भोगत तक इसे पहुंचायेगा ताकि यहां से गुजरात के तटीय इलाके से कर्नाटक में मंगलूर रिफाइनरी तक कच्चा तेल पहुंचाया जा सके। पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी को भेजे पत्र में कंपनी ने कहा है हम आपके संज्ञान में यह लाना चाहते हैं कि सभी कायदे कानूनों का पालन करने के बावजूद हमें जामनगर में स्थानीय सांसद के कारण रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं की वजह से पाइपलाइन के दूसरे चरण का काम करीब छह महीने देरी में पड़ गया है। यहां यह उल्लेखनीय है कि, केयर्न इंडिया की तरफ से यह पत्र जामनगर के सांसद विक्रमभाई अर्जनभाई मादाम द्वारा लोकसभा में केयर्न इंडिया की तरफ से उन्हें रिश्वत दिये जाने के कोशिश का मुद्दा उठाये जाने के कुछ दिन पहले ही लिखा गया। हालांकि केयर्न के प्रवक्ता ने कहा है अर्जनभाई मादाम ने जो आरोप लगाये हैं वह पूरी तरह से गलत है और कंपनी इसका पुरजोर खंडन करती है। कंपनी का कहना है कि कोई भी माननीय सांसद को जिला कलेक्टर और पुलिस सुप्रिटेंडेंट के सामने धमकी दे सकता है। मादाम ने इससे पहले कहा है कि वह क्षेत्र में किसान आंदोलन का नेतृत्व करते रहे हैं। यह आदोलन कई महीनों से चल रहा है क्योंकि क्षेत्र में किसानों को पाइपलाइन बिछाने के लिये उनकी भूमि के बदले दिये गये मुआवजा में भारी विसंगति देखी गई है।
यह एक सारांश है: कंपनी की शिकायत है कि गुजरात में उसकी पाइपलाइन परियोजना में क्षेत्रीय सांसद व्यावधान पैदा कर रहे हैं।
16
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उद्योगपति राहुल बजाज मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में ऐसा माहौल है कि लोग सरकार की आलोचना नहीं कर सकते. राहुल बजाज ने कहा है कि इस समय ऐसा माहौल है कि लोग सरकार की आलोचना करने से डरते हैं कि पता नहीं उनकी आलोचना को सही से लिया जाएगा या सरकार में बैठे लोग नाराज हो जाएंगे. गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी वाले मीडिया के एक कार्यक्रम में उन्होंने सीधे अमित शाह से ही ये बातें कहीं. राहुल बजाज ने कहा कि इससे पहले की यूपीए-2 में हम सरकार को गाली भी दे सकते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता. उद्योग जगत में एक तरह से कहा गया है कि किसी को कुछ नहीं बोलना है. ऐसा माहौल ठीक नहीं है. राहुल बजाज के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भाजपा से जुड़े लोगों ने उनकी ट्रोलिंग शुरु कर दी. देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में राहुल बजाज के इस बयान पर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, 'गृह मंत्री अमित शाह ने उन सवालों का जवाब दे दिया है जिन्हें राहुल बजाज ने उठाया है. सवाल-आलोचनाएं सुनी जाती हैं और उसका हल निकाला जाता है. अपने विचार का प्रचार करने के बजाय जवाब पाने का बेहतर तरीका ढूंढना चाहिए. ऐसे विचार के प्रचार से राष्ट्रीय हित को नुकसान होता है.' वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने का जवाब दिया कि आपका सवाल सुनकर मुझे नहीं लगता है कि लोगों में डर होने के आपके दावे पर कोई यकीन करेगा. अन्य केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'राहुल बजाज गृहमंत्री अमित शाह के सामने खड़े हो सकते हैं, बिना किसी डर के अपनी बात रख सकते हैं और दूसरों को उनके साथ जुड़ने के लिए संकेत दे सकते हैं तो इसका सीधा सा मतलब है कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्य जीवित और समृद्ध हैं. यही लोकतंत्र है.' वहीं, कांग्रेस नेताओं ने बजाज के बयान के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पत्रकारों से कहा, ‘राहुल बजाज ने जो कहा, वह देशभर में, हर क्षेत्र की साझी भावना है. यदि एक समाज में, एक देश में, एक शहर में सामंजस्य नहीं है तो आप कैसे यह उम्मीद कर सकते हैं कि निवेशक आयेंगे और अपना पैसा वहां लगायेंगे. पैसा केवल वहीं निवेश किया जाता है जहां वह बढ़ सकता है और जहां उसके कई गुणा बढ़ने की उम्मीद हो सकती है.' साथ ही उन्होंने कहा, ‘और यह केवल उन क्षेत्रों में बढ़ सकता है जहां शांति, सद्भाव, पारस्परिक निर्भरता और खुशी का माहौल हो.' कांग्रेस के एक अन्य प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि काफी समय बाद ‘कॉरपोरेट जगत से किसी व्यक्ति ने सत्ता के बारे में कुछ सच बोलने का साहस दिखाया है.' पार्टी के एक वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, ‘भारतीय कॉरपोरेट विज्ञापन उद्योग में सबसे प्रसिद्ध टैगलाइनों में से एक है कि ‘आप बजाज को हरा नहीं सकते हैं.' अमित शाह को भी पता चल गया है कि आप बस एक बजाज को चुप नहीं करा सकते हैं. हमारा बजाज ने बैंड बजा दिया.' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट किया, ‘मैं राहुल बजाज को हमेशा से ही गैर राजनीतिक, प्रखर राष्ट्रवादी और बहुत ईमानदार व्यक्ति के रूप में जानता हूं. उनकी कल की टिप्पणी उसी के अनुरूप है जो एमएसएमई, बैंकर और उद्योगपति मुझे बता रहे हैं कि अगर कारोबारी भावना जल्द नहीं सुधरी तो सबसे बुरा समय आ जायेगा.'
सारांश: राहुल बजाज ने साधा था मोदी सरकार पर निशाना कहा था- आज डर का माहौल है 'कोई भी सरकार की आलोचना नहीं कर सकता'
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भंवरी देवी हत्याकांड के एक भगोड़े आरोपी अशोक बिश्नोई को मंगलवार को जोधपुर के जालोदा गांव में गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले की जांच कर रही सीबीआई को लंबे समय से उसकी तलाश थी। अशोक बिश्नोई भंवरी के शव को ठिकाने लगाने वाले बिशना राम गिरोह का ही सदस्य है और इस अपराध में उसके भी शामिल होने का आरोप है। इस मामले के तीन अन्य आरोपी पुखराज दिनेश और इंद्रा अब भी फरार हैं। सीबीआई का दावा है कि उसके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि 36 साल की भंवरी की हत्या एक राजनेता के कहने पर हुई और फिर उसके शव को जला दिया गया। अशोक बिश्नोई भंवरी के शव को ठिकाने लगाने वाले बिशना राम गिरोह का ही सदस्य है और इस अपराध में उसके भी शामिल होने का आरोप है। इस मामले के तीन अन्य आरोपी पुखराज दिनेश और इंद्रा अब भी फरार हैं। सीबीआई का दावा है कि उसके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि 36 साल की भंवरी की हत्या एक राजनेता के कहने पर हुई और फिर उसके शव को जला दिया गया।
भंवरी देवी हत्याकांड के एक भगोड़े आरोपी अशोक बिश्नोई को मंगलवार को जोधपुर के जालोदा गांव में गिरफ्तार कर लिया गया।
1
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का मामला बंद हो गया है. जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी का माफीनामा स्वीकार कर लिया और इसके बाद मामला बंद कर दिया. मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को चेतावनी दी और कहा कि राजनीतिक बयानबाजी में कोर्ट को न घसीटें. एससी ने राहुल गांधी को भविष्य में और सतर्क रहने को भी कहा. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ राफेल मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में ‘चौकीदार चोर है' टिप्पणी के लिए लंबित अवमानना मामले में सुनवाई की और फैसला सुनाया. आपको बता दें कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति के एम जोसेफ की पीठ ने राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना कार्यवाही के लिये लंबित इस मामले पर 10 मई को सुनवाई पूरी की थी. पीठ ने कहा था कि इस पर फैसला बाद में सुनाया जायेगा. राहुल गांधी उस वक्त कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे और उन्होंने पीठ से कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संबंधित अपनी टिप्पणी गलत तरीके से शीर्ष अदालत के हवाले से कहने पर वह पहले ही बिना शर्त माफी मांग चुके हैं. राहुल गांधी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पीठ से कहा था कि कांग्रेस नेता ने शीर्ष अदालत के मुंह में गलत तरीके से यह टिप्पणी डालने के लिये खेद व्यक्त कर दिया है. हालांकि, भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा था कि गांधी की क्षमा याचना अस्वीकार की जानी चाहिए और उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए. रोहतगी ने यह भी दलील दी थी कि न्यायालय को राहुल गांधी को अपनी टिप्पणियों के लिये सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिये कहना चाहिए.
यहाँ एक सारांश है:सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी का माफीनामा स्वीकार किया राहुल के खिलाफ अवमानना का मामला बंद किया साथ ही भविष्य में और सतर्क रहने को भी कहा
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: आम आदमी पार्टी में शामिल होने की तैयारी कर रहे बीजेपी के पूर्व विधायक यतीन ओझा ने दावा किया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बीच बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मुस्लिम बहुल उत्तरी पट्टी में वोटरों का ध्रुवीकरण करने के लिए एक बैठक के दौरान 'समझौता' हुआ था। इस आरोप को लेकर आप और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया। बीजेपी की गुजरात इकाई के मीडिया प्रभारी ने इस आरोप को 'मीडिया का ध्यान खींचने का एक प्रयास' करार देते हुए खारिज कर दिया। वहीं आप नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'अगर यह सही है तो यह बीजेपी... मोदी... शाह का असली चेहरा उजागर करता है। ओझा ने बीते चार जुलाई को केजरीवाल को भेजे एक पत्र में दावा किया था कि 15 सितंबर, 2015 को शाह के निवास पर तड़के हुई बैठक में वह खुद भी मौजूद थे। ओझा ने दावा किया कि बैठक में यह तय हुआ था कि 'ओवैसी जहरीला साम्प्रदायिक भाषण देंगे और यह भाषण अमित शाह लिखेंगे।' हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि बैठक शाह के गुजरात आवास पर हुई थी या दिल्ली में हुई थी। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि हैदराबाद से पकड़े गए आईएस के संदिग्ध आतंकवादियों को कानूनी मदद देने का ओवैसी का ताजा बयान भी 'उसी रणनीति का हिस्सा प्रतीत होता है।' गुजरात हाईकोर्ट में वकील ओझा ने मीडियाकर्मियों के समक्ष पत्र पढ़ते हुए कहा, 'उस बैठक में मैं भी मौजूद था। उसमें विस्तार से चर्चा हुई और इस बात पर सहमति बनी कि ओवैसी बिहार में अपने उम्मीदवार उतारेंगे खासकर उन मुस्लिम इलाकों में जहां पांच नवंबर (अंतिम चरण) में मतदान होना था।' उन्होंने कहा, 'बैठक में यह तय हुआ था कि ओवैसी जहरीला साम्प्रदायिक भाषण देंगे और उसकी पटकथा अमित शाह लिखेंगे, जिसमें समाज को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने की क्षमता हो।' वहीं बीजेपी के मीडिया संयोजक हषर्द पटेल ने कहा, 'ठीक अपने नेता केजरीवाल की तरह आप से जुड़े लोग या जो लोग पार्टी में शामिल होना चाहते हैं वे इस तरह के नाटक के लिए जाने जाते हैं। ओझा के आरोप और कुछ नहीं बल्कि मीडिया का ध्यान खींचने की कोशिश भर हैं। ओवैसी ने उनके दावों को पहले ही खारिज कर दिया है।' बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने राजधानी दिल्ली में केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 'झूठे एवं निराधार आरोपों पर आधारित क्षुद्र राजनीति करने के लिए कुख्यात हैं। आधारहीन आरोप लगाना और तथ्यों से सामना करने पर भाग जाना उनकी आदत है। वह झूठे और तथ्यात्मक रूप से गलत दावे प्रचारित कर रहे हैं।' उन्होंने केजरीवाल से भी कहा कि वह कथित बैठक का सबूत दें। हालांकि आप के नेता संजय सिंह ने कहा कि ओझा के दावों ने 'इस धारणा को स्थापित किया है कि बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच मिलीभगत है, जो घृणा की राजनीति में लिप्त होने के साथ ही समाज में सौहार्द बिगाड़ते हैं ताकि राजनीतिक ध्रुवीकरण किया जा सके। इन खुलासों की प्रकृति बहुत गंभीर है।' उन्होंने कहा, 'आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और अमित शाह से इस मामले पर तत्काल स्पष्टीकरण की मांग करती है।'टिप्पणियां बिहार चुनाव में जेडीयू-आराजेडी-कांग्रेस के गठबंधन को 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 178 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी नीत राजग को केवल 58 सीटें ही हासिल हुई थीं। एआईएमआईएम ने सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसकी झोली खाली ही रही थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बीजेपी की गुजरात इकाई के मीडिया प्रभारी ने इस आरोप को 'मीडिया का ध्यान खींचने का एक प्रयास' करार देते हुए खारिज कर दिया। वहीं आप नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'अगर यह सही है तो यह बीजेपी... मोदी... शाह का असली चेहरा उजागर करता है। ओझा ने बीते चार जुलाई को केजरीवाल को भेजे एक पत्र में दावा किया था कि 15 सितंबर, 2015 को शाह के निवास पर तड़के हुई बैठक में वह खुद भी मौजूद थे। ओझा ने दावा किया कि बैठक में यह तय हुआ था कि 'ओवैसी जहरीला साम्प्रदायिक भाषण देंगे और यह भाषण अमित शाह लिखेंगे।' हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि बैठक शाह के गुजरात आवास पर हुई थी या दिल्ली में हुई थी। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि हैदराबाद से पकड़े गए आईएस के संदिग्ध आतंकवादियों को कानूनी मदद देने का ओवैसी का ताजा बयान भी 'उसी रणनीति का हिस्सा प्रतीत होता है।' गुजरात हाईकोर्ट में वकील ओझा ने मीडियाकर्मियों के समक्ष पत्र पढ़ते हुए कहा, 'उस बैठक में मैं भी मौजूद था। उसमें विस्तार से चर्चा हुई और इस बात पर सहमति बनी कि ओवैसी बिहार में अपने उम्मीदवार उतारेंगे खासकर उन मुस्लिम इलाकों में जहां पांच नवंबर (अंतिम चरण) में मतदान होना था।' उन्होंने कहा, 'बैठक में यह तय हुआ था कि ओवैसी जहरीला साम्प्रदायिक भाषण देंगे और उसकी पटकथा अमित शाह लिखेंगे, जिसमें समाज को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने की क्षमता हो।' वहीं बीजेपी के मीडिया संयोजक हषर्द पटेल ने कहा, 'ठीक अपने नेता केजरीवाल की तरह आप से जुड़े लोग या जो लोग पार्टी में शामिल होना चाहते हैं वे इस तरह के नाटक के लिए जाने जाते हैं। ओझा के आरोप और कुछ नहीं बल्कि मीडिया का ध्यान खींचने की कोशिश भर हैं। ओवैसी ने उनके दावों को पहले ही खारिज कर दिया है।' बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने राजधानी दिल्ली में केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 'झूठे एवं निराधार आरोपों पर आधारित क्षुद्र राजनीति करने के लिए कुख्यात हैं। आधारहीन आरोप लगाना और तथ्यों से सामना करने पर भाग जाना उनकी आदत है। वह झूठे और तथ्यात्मक रूप से गलत दावे प्रचारित कर रहे हैं।' उन्होंने केजरीवाल से भी कहा कि वह कथित बैठक का सबूत दें। हालांकि आप के नेता संजय सिंह ने कहा कि ओझा के दावों ने 'इस धारणा को स्थापित किया है कि बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच मिलीभगत है, जो घृणा की राजनीति में लिप्त होने के साथ ही समाज में सौहार्द बिगाड़ते हैं ताकि राजनीतिक ध्रुवीकरण किया जा सके। इन खुलासों की प्रकृति बहुत गंभीर है।' उन्होंने कहा, 'आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और अमित शाह से इस मामले पर तत्काल स्पष्टीकरण की मांग करती है।'टिप्पणियां बिहार चुनाव में जेडीयू-आराजेडी-कांग्रेस के गठबंधन को 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 178 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी नीत राजग को केवल 58 सीटें ही हासिल हुई थीं। एआईएमआईएम ने सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसकी झोली खाली ही रही थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ओझा ने बीते चार जुलाई को केजरीवाल को भेजे एक पत्र में दावा किया था कि 15 सितंबर, 2015 को शाह के निवास पर तड़के हुई बैठक में वह खुद भी मौजूद थे। ओझा ने दावा किया कि बैठक में यह तय हुआ था कि 'ओवैसी जहरीला साम्प्रदायिक भाषण देंगे और यह भाषण अमित शाह लिखेंगे।' हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि बैठक शाह के गुजरात आवास पर हुई थी या दिल्ली में हुई थी। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि हैदराबाद से पकड़े गए आईएस के संदिग्ध आतंकवादियों को कानूनी मदद देने का ओवैसी का ताजा बयान भी 'उसी रणनीति का हिस्सा प्रतीत होता है।' गुजरात हाईकोर्ट में वकील ओझा ने मीडियाकर्मियों के समक्ष पत्र पढ़ते हुए कहा, 'उस बैठक में मैं भी मौजूद था। उसमें विस्तार से चर्चा हुई और इस बात पर सहमति बनी कि ओवैसी बिहार में अपने उम्मीदवार उतारेंगे खासकर उन मुस्लिम इलाकों में जहां पांच नवंबर (अंतिम चरण) में मतदान होना था।' उन्होंने कहा, 'बैठक में यह तय हुआ था कि ओवैसी जहरीला साम्प्रदायिक भाषण देंगे और उसकी पटकथा अमित शाह लिखेंगे, जिसमें समाज को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने की क्षमता हो।' वहीं बीजेपी के मीडिया संयोजक हषर्द पटेल ने कहा, 'ठीक अपने नेता केजरीवाल की तरह आप से जुड़े लोग या जो लोग पार्टी में शामिल होना चाहते हैं वे इस तरह के नाटक के लिए जाने जाते हैं। ओझा के आरोप और कुछ नहीं बल्कि मीडिया का ध्यान खींचने की कोशिश भर हैं। ओवैसी ने उनके दावों को पहले ही खारिज कर दिया है।' बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने राजधानी दिल्ली में केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 'झूठे एवं निराधार आरोपों पर आधारित क्षुद्र राजनीति करने के लिए कुख्यात हैं। आधारहीन आरोप लगाना और तथ्यों से सामना करने पर भाग जाना उनकी आदत है। वह झूठे और तथ्यात्मक रूप से गलत दावे प्रचारित कर रहे हैं।' उन्होंने केजरीवाल से भी कहा कि वह कथित बैठक का सबूत दें। हालांकि आप के नेता संजय सिंह ने कहा कि ओझा के दावों ने 'इस धारणा को स्थापित किया है कि बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच मिलीभगत है, जो घृणा की राजनीति में लिप्त होने के साथ ही समाज में सौहार्द बिगाड़ते हैं ताकि राजनीतिक ध्रुवीकरण किया जा सके। इन खुलासों की प्रकृति बहुत गंभीर है।' उन्होंने कहा, 'आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और अमित शाह से इस मामले पर तत्काल स्पष्टीकरण की मांग करती है।'टिप्पणियां बिहार चुनाव में जेडीयू-आराजेडी-कांग्रेस के गठबंधन को 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 178 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी नीत राजग को केवल 58 सीटें ही हासिल हुई थीं। एआईएमआईएम ने सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसकी झोली खाली ही रही थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गुजरात हाईकोर्ट में वकील ओझा ने मीडियाकर्मियों के समक्ष पत्र पढ़ते हुए कहा, 'उस बैठक में मैं भी मौजूद था। उसमें विस्तार से चर्चा हुई और इस बात पर सहमति बनी कि ओवैसी बिहार में अपने उम्मीदवार उतारेंगे खासकर उन मुस्लिम इलाकों में जहां पांच नवंबर (अंतिम चरण) में मतदान होना था।' उन्होंने कहा, 'बैठक में यह तय हुआ था कि ओवैसी जहरीला साम्प्रदायिक भाषण देंगे और उसकी पटकथा अमित शाह लिखेंगे, जिसमें समाज को साम्प्रदायिक आधार पर बांटने की क्षमता हो।' वहीं बीजेपी के मीडिया संयोजक हषर्द पटेल ने कहा, 'ठीक अपने नेता केजरीवाल की तरह आप से जुड़े लोग या जो लोग पार्टी में शामिल होना चाहते हैं वे इस तरह के नाटक के लिए जाने जाते हैं। ओझा के आरोप और कुछ नहीं बल्कि मीडिया का ध्यान खींचने की कोशिश भर हैं। ओवैसी ने उनके दावों को पहले ही खारिज कर दिया है।' बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने राजधानी दिल्ली में केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 'झूठे एवं निराधार आरोपों पर आधारित क्षुद्र राजनीति करने के लिए कुख्यात हैं। आधारहीन आरोप लगाना और तथ्यों से सामना करने पर भाग जाना उनकी आदत है। वह झूठे और तथ्यात्मक रूप से गलत दावे प्रचारित कर रहे हैं।' उन्होंने केजरीवाल से भी कहा कि वह कथित बैठक का सबूत दें। हालांकि आप के नेता संजय सिंह ने कहा कि ओझा के दावों ने 'इस धारणा को स्थापित किया है कि बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच मिलीभगत है, जो घृणा की राजनीति में लिप्त होने के साथ ही समाज में सौहार्द बिगाड़ते हैं ताकि राजनीतिक ध्रुवीकरण किया जा सके। इन खुलासों की प्रकृति बहुत गंभीर है।' उन्होंने कहा, 'आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और अमित शाह से इस मामले पर तत्काल स्पष्टीकरण की मांग करती है।'टिप्पणियां बिहार चुनाव में जेडीयू-आराजेडी-कांग्रेस के गठबंधन को 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 178 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी नीत राजग को केवल 58 सीटें ही हासिल हुई थीं। एआईएमआईएम ने सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसकी झोली खाली ही रही थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वहीं बीजेपी के मीडिया संयोजक हषर्द पटेल ने कहा, 'ठीक अपने नेता केजरीवाल की तरह आप से जुड़े लोग या जो लोग पार्टी में शामिल होना चाहते हैं वे इस तरह के नाटक के लिए जाने जाते हैं। ओझा के आरोप और कुछ नहीं बल्कि मीडिया का ध्यान खींचने की कोशिश भर हैं। ओवैसी ने उनके दावों को पहले ही खारिज कर दिया है।' बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने राजधानी दिल्ली में केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री 'झूठे एवं निराधार आरोपों पर आधारित क्षुद्र राजनीति करने के लिए कुख्यात हैं। आधारहीन आरोप लगाना और तथ्यों से सामना करने पर भाग जाना उनकी आदत है। वह झूठे और तथ्यात्मक रूप से गलत दावे प्रचारित कर रहे हैं।' उन्होंने केजरीवाल से भी कहा कि वह कथित बैठक का सबूत दें। हालांकि आप के नेता संजय सिंह ने कहा कि ओझा के दावों ने 'इस धारणा को स्थापित किया है कि बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच मिलीभगत है, जो घृणा की राजनीति में लिप्त होने के साथ ही समाज में सौहार्द बिगाड़ते हैं ताकि राजनीतिक ध्रुवीकरण किया जा सके। इन खुलासों की प्रकृति बहुत गंभीर है।' उन्होंने कहा, 'आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और अमित शाह से इस मामले पर तत्काल स्पष्टीकरण की मांग करती है।'टिप्पणियां बिहार चुनाव में जेडीयू-आराजेडी-कांग्रेस के गठबंधन को 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 178 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी नीत राजग को केवल 58 सीटें ही हासिल हुई थीं। एआईएमआईएम ने सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसकी झोली खाली ही रही थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हालांकि आप के नेता संजय सिंह ने कहा कि ओझा के दावों ने 'इस धारणा को स्थापित किया है कि बीजेपी और एआईएमआईएम के बीच मिलीभगत है, जो घृणा की राजनीति में लिप्त होने के साथ ही समाज में सौहार्द बिगाड़ते हैं ताकि राजनीतिक ध्रुवीकरण किया जा सके। इन खुलासों की प्रकृति बहुत गंभीर है।' उन्होंने कहा, 'आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और अमित शाह से इस मामले पर तत्काल स्पष्टीकरण की मांग करती है।'टिप्पणियां बिहार चुनाव में जेडीयू-आराजेडी-कांग्रेस के गठबंधन को 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 178 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी नीत राजग को केवल 58 सीटें ही हासिल हुई थीं। एआईएमआईएम ने सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसकी झोली खाली ही रही थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बिहार चुनाव में जेडीयू-आराजेडी-कांग्रेस के गठबंधन को 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 178 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी नीत राजग को केवल 58 सीटें ही हासिल हुई थीं। एआईएमआईएम ने सीमांचल क्षेत्र के चार जिलों अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार से चुनाव लड़ा था, लेकिन उसकी झोली खाली ही रही थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: ओझा ने बीते चार जुलाई को केजरीवाल को भेजे एक पत्र में यह दावा किया ओझा के मुताबिक, चुनाव के दौरान वोटरों का ध्रुवीकरण करने की हुई थी ढील BJP ने आरोप को मीडिया का ध्यान खींचने का प्रयास करार देते हुए खारिज किया
22
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मुंबई यूनिवर्सिटी को बुधवार को एक बड़ी जीत की ज़रूरत थी  और जब टीम मैदान पर उतरी तब एपीएस रीवा को अपने आगे टिकने ही नहीं दिया। लीग के आखिरी मैच के लिए मुंबई के बैटिंग क्रम में बदलाव हुआ, केविन अलमीडा ने ओपनिंग की और नतीजा सबके सामने था। अलमीडा टूर्नामेंट में धमाकेदार शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ बन गए और उनकी टीम सेमीफ़ाइनल में पहुंच गई। एक बड़े छक्के के सहारे आखिरी ओवर में केविन डे अल्मेडा के शतक का मतलब साफ़ हो गया कि रीवा के सामने चुनौती आसान नहीं होगी। इस मैच में खास कर ओपनिंग के लिए मैदान पर लाए गए अलमीडा ने आखिरी ओवर में अपने बल्ले से 24 रन जुटाए। मुंबई की ओर से सलामी बल्लेबाज़ अखिल राजपूत का विकेट पांचवें ओवर में 43 के स्कोर पर गिरा। लेकिन उसके बाद केविन अलमीडा और शशांक सिंह की जोड़ी पिच पर जमकर कहर बरसाने लगी। लेकिन एक और बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में शशांक सिंह 37 गेंदों पर 60 रन बनाकर 17वें ओवर में आउट हो गए। इस बीच मुंबई ने दो और विकेट गंवाए लेकिन केविन अलमीडा का कहर जारी रहा। अलमेडा ने 63 गेंदों की नाबाद शतकीय पारी में 12 चौके और छह छक्के लगाए और रीवा को जीत के लिए 225 रन का लक्ष्य मिला। लीग के आखिरी मैच में मुंबई की टीम ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया तो रीवा की टीम टूर्नामेंट में सबसे छोटे स्कोर के साथ बाहर आई। मुंबई ने ये मैच 151 रन से जीता है। वैसे रीवा की टीम 20वें ओवर तक आखिरी विकेट बचाने में कामयाब रही।  टिप्पणियां 225 की बड़ी चुनौती के सामने कप्तान नवीन तिवारी और अजय तिवारी की सलामी जोड़ी ने तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। लेकिन 14 के स्कोर पर अजय तिवारी का विकेट गिरा और उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। प्रतीक डाभोलकर ने कप्तान नवीन तिवारी का विकेट भी अपने नाम किया और ये तय लगने लगा कि रीवा की एपीएस यूनिवर्सिटी की हालत ख़राब होने वाली है। आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़ अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की। अलमीडा टूर्नामेंट में धमाकेदार शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ बन गए और उनकी टीम सेमीफ़ाइनल में पहुंच गई। एक बड़े छक्के के सहारे आखिरी ओवर में केविन डे अल्मेडा के शतक का मतलब साफ़ हो गया कि रीवा के सामने चुनौती आसान नहीं होगी। इस मैच में खास कर ओपनिंग के लिए मैदान पर लाए गए अलमीडा ने आखिरी ओवर में अपने बल्ले से 24 रन जुटाए। मुंबई की ओर से सलामी बल्लेबाज़ अखिल राजपूत का विकेट पांचवें ओवर में 43 के स्कोर पर गिरा। लेकिन उसके बाद केविन अलमीडा और शशांक सिंह की जोड़ी पिच पर जमकर कहर बरसाने लगी। लेकिन एक और बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में शशांक सिंह 37 गेंदों पर 60 रन बनाकर 17वें ओवर में आउट हो गए। इस बीच मुंबई ने दो और विकेट गंवाए लेकिन केविन अलमीडा का कहर जारी रहा। अलमेडा ने 63 गेंदों की नाबाद शतकीय पारी में 12 चौके और छह छक्के लगाए और रीवा को जीत के लिए 225 रन का लक्ष्य मिला। लीग के आखिरी मैच में मुंबई की टीम ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया तो रीवा की टीम टूर्नामेंट में सबसे छोटे स्कोर के साथ बाहर आई। मुंबई ने ये मैच 151 रन से जीता है। वैसे रीवा की टीम 20वें ओवर तक आखिरी विकेट बचाने में कामयाब रही।  टिप्पणियां 225 की बड़ी चुनौती के सामने कप्तान नवीन तिवारी और अजय तिवारी की सलामी जोड़ी ने तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। लेकिन 14 के स्कोर पर अजय तिवारी का विकेट गिरा और उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। प्रतीक डाभोलकर ने कप्तान नवीन तिवारी का विकेट भी अपने नाम किया और ये तय लगने लगा कि रीवा की एपीएस यूनिवर्सिटी की हालत ख़राब होने वाली है। आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़ अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की। मुंबई की ओर से सलामी बल्लेबाज़ अखिल राजपूत का विकेट पांचवें ओवर में 43 के स्कोर पर गिरा। लेकिन उसके बाद केविन अलमीडा और शशांक सिंह की जोड़ी पिच पर जमकर कहर बरसाने लगी। लेकिन एक और बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में शशांक सिंह 37 गेंदों पर 60 रन बनाकर 17वें ओवर में आउट हो गए। इस बीच मुंबई ने दो और विकेट गंवाए लेकिन केविन अलमीडा का कहर जारी रहा। अलमेडा ने 63 गेंदों की नाबाद शतकीय पारी में 12 चौके और छह छक्के लगाए और रीवा को जीत के लिए 225 रन का लक्ष्य मिला। लीग के आखिरी मैच में मुंबई की टीम ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया तो रीवा की टीम टूर्नामेंट में सबसे छोटे स्कोर के साथ बाहर आई। मुंबई ने ये मैच 151 रन से जीता है। वैसे रीवा की टीम 20वें ओवर तक आखिरी विकेट बचाने में कामयाब रही।  टिप्पणियां 225 की बड़ी चुनौती के सामने कप्तान नवीन तिवारी और अजय तिवारी की सलामी जोड़ी ने तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। लेकिन 14 के स्कोर पर अजय तिवारी का विकेट गिरा और उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। प्रतीक डाभोलकर ने कप्तान नवीन तिवारी का विकेट भी अपने नाम किया और ये तय लगने लगा कि रीवा की एपीएस यूनिवर्सिटी की हालत ख़राब होने वाली है। आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़ अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की। इस बीच मुंबई ने दो और विकेट गंवाए लेकिन केविन अलमीडा का कहर जारी रहा। अलमेडा ने 63 गेंदों की नाबाद शतकीय पारी में 12 चौके और छह छक्के लगाए और रीवा को जीत के लिए 225 रन का लक्ष्य मिला। लीग के आखिरी मैच में मुंबई की टीम ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया तो रीवा की टीम टूर्नामेंट में सबसे छोटे स्कोर के साथ बाहर आई। मुंबई ने ये मैच 151 रन से जीता है। वैसे रीवा की टीम 20वें ओवर तक आखिरी विकेट बचाने में कामयाब रही।  टिप्पणियां 225 की बड़ी चुनौती के सामने कप्तान नवीन तिवारी और अजय तिवारी की सलामी जोड़ी ने तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। लेकिन 14 के स्कोर पर अजय तिवारी का विकेट गिरा और उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। प्रतीक डाभोलकर ने कप्तान नवीन तिवारी का विकेट भी अपने नाम किया और ये तय लगने लगा कि रीवा की एपीएस यूनिवर्सिटी की हालत ख़राब होने वाली है। आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़ अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की। लीग के आखिरी मैच में मुंबई की टीम ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया तो रीवा की टीम टूर्नामेंट में सबसे छोटे स्कोर के साथ बाहर आई। मुंबई ने ये मैच 151 रन से जीता है। वैसे रीवा की टीम 20वें ओवर तक आखिरी विकेट बचाने में कामयाब रही।  टिप्पणियां 225 की बड़ी चुनौती के सामने कप्तान नवीन तिवारी और अजय तिवारी की सलामी जोड़ी ने तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। लेकिन 14 के स्कोर पर अजय तिवारी का विकेट गिरा और उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। प्रतीक डाभोलकर ने कप्तान नवीन तिवारी का विकेट भी अपने नाम किया और ये तय लगने लगा कि रीवा की एपीएस यूनिवर्सिटी की हालत ख़राब होने वाली है। आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़ अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की। 225 की बड़ी चुनौती के सामने कप्तान नवीन तिवारी और अजय तिवारी की सलामी जोड़ी ने तेज़ शुरुआत करने की कोशिश की। लेकिन 14 के स्कोर पर अजय तिवारी का विकेट गिरा और उसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। प्रतीक डाभोलकर ने कप्तान नवीन तिवारी का विकेट भी अपने नाम किया और ये तय लगने लगा कि रीवा की एपीएस यूनिवर्सिटी की हालत ख़राब होने वाली है। आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़ अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की। आठवें से लेकर ग्यारहवें ओवर तक रीवा यूनिवर्सिटी के विकेट लगातार गिरते रहे। मुंबई की शानदार फ़ील्डिंग रीवा के बल्लेबाज़ों की मुश्किल बढ़ाती रही। नवीन तिवारी और विकेटकीपर जितेन्द्र गुप्ता ने 14−14 रन बनाए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज़ अपने स्कोर को दहाई अंकों में नहीं ले जा सका। रीवा की टीम 9 विकेट खोकर 73 रन ही बना पाई। इसी के साथ मुंबई ने 151 रन से जीत दर्ज की।
यहाँ एक सारांश है:टीयूसीसी चैंपियनशिप के मुकाबले में मुंबई के ब्रैबोर्न स्टेडियम में आज मुंबई और रीवा के बीच मैच खेला गया। जीत के लिए 225 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करने उतरी रीवा की टीम निर्धारित 20 ओवर में नौ विकेट के नुकसान पर 73 रन ही बना पाई।
17
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: घरेलू ग्राहकों के लिए रियायती एलपीजी सिलेंडरों की संख्या सीमित करने के सवाल पर पेट्रोलियम मंत्रालय पर दबाव बढ़ता जा रहा है। सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय में इस प्रस्ताव पर गंभीर चर्चा हुई है कि रियायती सिलेंडरों की संख्या पर पाबंदी हटाई जाए और उसकी जगह उनकी कीमतें बढ़ाने पर विचार किया जाए। जानकारी के मुताबिक, रियायती सिलेंडरों की संख्या छह करने से सिर्फ 5300 करोड़ रुपये की बचत होगी जबकि सरकार को इससे होने वाला राजनीतिक नुकसान कहीं बड़ा होगा। ऐसे में इस रकम को बचाने का दूसरा जरिया तलाशा जाना चाहिए।टिप्पणियां पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कुल रसोई गैस उपभोक्ताओं में से सिर्फ 44 फीसदी परिवार ही ऐसे हैं, जो छह या उससे कम एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं। यदि कुल आंकड़ों की गहराई से पड़ताल की जाए तो कुल उपभोक्ताओं में 29 फीसदी परिवार तो चार या उससे भी कम एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं, जबकि 38 प्रतिशत परिवार पांच या उससे कम। अब, छह से कम सिलेंडर इस्तेमाल करने वालों के इन आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए, तो कुल 14 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से 56 फीसदी, यानि, सात करोड़ 84 लाख उपभोक्ताओं पर इस पाबंदी का असर पड़ेगा, और उनकी नाराजगी यूपीए को लोकसभा चुनाव में काफी महंगी पड़ सकती है। पेट्रोलियम मंत्रालय पर दबाव ऐसे समय बढ़ रहा है जब प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री सरकारी खर्च में कटौती की वकालत कर रहे हैं। अब देखना होगा की सरकार इस मसले पर आगे क्या फैसला करती है। सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय में इस प्रस्ताव पर गंभीर चर्चा हुई है कि रियायती सिलेंडरों की संख्या पर पाबंदी हटाई जाए और उसकी जगह उनकी कीमतें बढ़ाने पर विचार किया जाए। जानकारी के मुताबिक, रियायती सिलेंडरों की संख्या छह करने से सिर्फ 5300 करोड़ रुपये की बचत होगी जबकि सरकार को इससे होने वाला राजनीतिक नुकसान कहीं बड़ा होगा। ऐसे में इस रकम को बचाने का दूसरा जरिया तलाशा जाना चाहिए।टिप्पणियां पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कुल रसोई गैस उपभोक्ताओं में से सिर्फ 44 फीसदी परिवार ही ऐसे हैं, जो छह या उससे कम एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं। यदि कुल आंकड़ों की गहराई से पड़ताल की जाए तो कुल उपभोक्ताओं में 29 फीसदी परिवार तो चार या उससे भी कम एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं, जबकि 38 प्रतिशत परिवार पांच या उससे कम। अब, छह से कम सिलेंडर इस्तेमाल करने वालों के इन आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए, तो कुल 14 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से 56 फीसदी, यानि, सात करोड़ 84 लाख उपभोक्ताओं पर इस पाबंदी का असर पड़ेगा, और उनकी नाराजगी यूपीए को लोकसभा चुनाव में काफी महंगी पड़ सकती है। पेट्रोलियम मंत्रालय पर दबाव ऐसे समय बढ़ रहा है जब प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री सरकारी खर्च में कटौती की वकालत कर रहे हैं। अब देखना होगा की सरकार इस मसले पर आगे क्या फैसला करती है। जानकारी के मुताबिक, रियायती सिलेंडरों की संख्या छह करने से सिर्फ 5300 करोड़ रुपये की बचत होगी जबकि सरकार को इससे होने वाला राजनीतिक नुकसान कहीं बड़ा होगा। ऐसे में इस रकम को बचाने का दूसरा जरिया तलाशा जाना चाहिए।टिप्पणियां पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कुल रसोई गैस उपभोक्ताओं में से सिर्फ 44 फीसदी परिवार ही ऐसे हैं, जो छह या उससे कम एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं। यदि कुल आंकड़ों की गहराई से पड़ताल की जाए तो कुल उपभोक्ताओं में 29 फीसदी परिवार तो चार या उससे भी कम एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं, जबकि 38 प्रतिशत परिवार पांच या उससे कम। अब, छह से कम सिलेंडर इस्तेमाल करने वालों के इन आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए, तो कुल 14 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से 56 फीसदी, यानि, सात करोड़ 84 लाख उपभोक्ताओं पर इस पाबंदी का असर पड़ेगा, और उनकी नाराजगी यूपीए को लोकसभा चुनाव में काफी महंगी पड़ सकती है। पेट्रोलियम मंत्रालय पर दबाव ऐसे समय बढ़ रहा है जब प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री सरकारी खर्च में कटौती की वकालत कर रहे हैं। अब देखना होगा की सरकार इस मसले पर आगे क्या फैसला करती है। पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कुल रसोई गैस उपभोक्ताओं में से सिर्फ 44 फीसदी परिवार ही ऐसे हैं, जो छह या उससे कम एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं। यदि कुल आंकड़ों की गहराई से पड़ताल की जाए तो कुल उपभोक्ताओं में 29 फीसदी परिवार तो चार या उससे भी कम एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल करते हैं, जबकि 38 प्रतिशत परिवार पांच या उससे कम। अब, छह से कम सिलेंडर इस्तेमाल करने वालों के इन आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए, तो कुल 14 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से 56 फीसदी, यानि, सात करोड़ 84 लाख उपभोक्ताओं पर इस पाबंदी का असर पड़ेगा, और उनकी नाराजगी यूपीए को लोकसभा चुनाव में काफी महंगी पड़ सकती है। पेट्रोलियम मंत्रालय पर दबाव ऐसे समय बढ़ रहा है जब प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री सरकारी खर्च में कटौती की वकालत कर रहे हैं। अब देखना होगा की सरकार इस मसले पर आगे क्या फैसला करती है। पेट्रोलियम मंत्रालय पर दबाव ऐसे समय बढ़ रहा है जब प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री सरकारी खर्च में कटौती की वकालत कर रहे हैं। अब देखना होगा की सरकार इस मसले पर आगे क्या फैसला करती है।
संक्षिप्त सारांश: सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय में इस प्रस्ताव पर गंभीर चर्चा हुई है कि रियायती सिलेंडरों की संख्या पर पाबंदी हटाई जाए और उसकी जगह उनकी कीमतें बढ़ाने पर विचार किया जाए।
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अली फजल (Ali fazal) की फिल्म 'मिलन टॉकिज' (Milan Talkies) का ट्रेलर शुरू से ही बांधे रखता है. फिल्म के ट्रेलर के एक सीन में अली फजल बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के गेटअप में दिखाई दे रहे हैं. अली फजल (Ali Fazal) फिल्म 'दीवार' के अमिताभ बच्चन के रूप में दिखाई दे रहे हैं और गुंडों के साथ फाइट करते हैं. यही नहीं ट्रेलर में अली फजल (Ali fazal) और एक्ट्र्रेस श्रद्धा श्रीनाथ (Shraddha Srinath) के बीच प्यार को भी दिखाया गया है.   'मिलन टॉकिज' (Milan Talkies) के ट्रेलर में देखा जा सकता है कि अली फजल (Ali Fazal) अपने प्यार की खातिर किसी भी हद तक जा सकते हैं. एक सीन में अली फजल परीक्षा में  श्रद्धा श्रीनाथ (Shraddha Srinath) को नकल कराते भी नजर आ रहे हैं. फिल्म के ट्रेलर में इमोशन, ड्राम, फाइट, कॉमेडी सभी का डोज देखने को मिल रहा है और लोग इसे खूब पसंद भी कर रहे हैं. इस फिल्म में अली फजल और श्रद्धा श्रीनाथ के अलावा संजय मिश्रा, आशुतोष राणा, ऋचा सिन्हा और सिकन्दर खेर भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे.  'मिलन टॉकिज' (Milan Talkies) को तिग्मांशू धूलिया डायरेक्ट कर रहे हैं, वहीं पीएस चटवाल इसके प्रोड्यूसर हैं.  यह फिल्म 15 मार्च को रिलीज होगी.
सारांश: 'मिलन टॉकिज' का ट्रेलर हो गया वायरल खूब जम रहे हैं अली फजल खूब देखा जा रहा है वीडियो
33
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: वित्त मंत्रालय के अनुसार इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में 12.54 लाख पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) टर्मिनल जुड़े हैं. यह नोटबंदी के बाद सरकार के डिजिटल लेनदेन बढ़ाने के प्रयासों को गति प्रदान करने वाला है. इन नयी मशीनों के साथ ही मार्च 2017 के अंत तक देश में कुल पीओएस की संख्या बढ़कर 27.73 लाख हो गई है. टिप्पणियां मंत्रालय ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में ऐसी सुविधाएं बेहतर करने के लिए नाबार्ड ने वित्तीय समावेशन कोष से 2.04 लाख टर्मिनलों को आवंटित किया है. यह जानकारी आज वित्तीय सेवा विभाग द्वारा मोदी सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने की उपलब्धियों की जानकारी देने के दौरान दी गई. वित्त मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएसजेडीवाई) के अंतर्गत खोले गए खातों में भी जमा रकम में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.  मंत्रालय ने कहा, "5 अप्रैल को, 28.23 करोड़ पीएमजेडीवाई खातों में जमा राशि 63,971 करोड़ रुपये थी. 2015 के मार्च में प्रति खाते औसत जमा 1,064 रुपये से बढ़कर 2017 के मार्च महीने तक 2,235 रुपये हो गया है."   मंत्रालय ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में ऐसी सुविधाएं बेहतर करने के लिए नाबार्ड ने वित्तीय समावेशन कोष से 2.04 लाख टर्मिनलों को आवंटित किया है. यह जानकारी आज वित्तीय सेवा विभाग द्वारा मोदी सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने की उपलब्धियों की जानकारी देने के दौरान दी गई. वित्त मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएसजेडीवाई) के अंतर्गत खोले गए खातों में भी जमा रकम में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.  मंत्रालय ने कहा, "5 अप्रैल को, 28.23 करोड़ पीएमजेडीवाई खातों में जमा राशि 63,971 करोड़ रुपये थी. 2015 के मार्च में प्रति खाते औसत जमा 1,064 रुपये से बढ़कर 2017 के मार्च महीने तक 2,235 रुपये हो गया है."   वित्त मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएसजेडीवाई) के अंतर्गत खोले गए खातों में भी जमा रकम में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.  मंत्रालय ने कहा, "5 अप्रैल को, 28.23 करोड़ पीएमजेडीवाई खातों में जमा राशि 63,971 करोड़ रुपये थी. 2015 के मार्च में प्रति खाते औसत जमा 1,064 रुपये से बढ़कर 2017 के मार्च महीने तक 2,235 रुपये हो गया है."
संक्षिप्त सारांश: जनवरी-मार्च तिमाही में 12.54 लाख पीओएस पीओएस की संख्या बढ़कर 27.73 लाख जमा रकम में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई
23
['hin']
एक सारांश बनाओ: कुछ दिन पहले थाइलैंड में एक युवक के साथ ऐसा हादसा हुआ, जो उसके लिए तो जान सुखाने वाली थी, लेकिन इस आफत को लेकर उसने जिस तरह से प्रतिक्रिया जाहिर की उसे लेकर इंटरनेट पर खूब चटखारे लिए जा रहे हैं. वीडियो में दिखता है कि युवक संभवत: किसी इंटरनेट कैफे में बैठा है. इसके बाद वह चुहलबाजी करते हुए दरवाजे की ओर बढ़ता है, तभी एक सांप रेंगते हुए अंदर घुस जाता है और उसके बाद जो कुछ हुआ उसे देखकर आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे. उस शख्स को एहसास होता है कि सांप उसके पिछले हिस्से पर काटने की कोशिश कर रहा है. इसे देखते हुए वह तिलमिला जाता है. वह सिरकटी मुर्गी की तरह फड़फड़ाने लगता है और किसी तरह सांप से छुटकारा पा लेना चाहता है, लेकिन ऐसा करते हुए वह एक आदमी से जोर से टकरा जाता है, जो किसी गेंद की तरह फर्श पर लुढ़क जाता है. उस शख्स को एहसास होता है कि सांप उसके पिछले हिस्से पर काटने की कोशिश कर रहा है. इसे देखते हुए वह तिलमिला जाता है. वह सिरकटी मुर्गी की तरह फड़फड़ाने लगता है और किसी तरह सांप से छुटकारा पा लेना चाहता है, लेकिन ऐसा करते हुए वह एक आदमी से जोर से टकरा जाता है, जो किसी गेंद की तरह फर्श पर लुढ़क जाता है.
संक्षिप्त पाठ: बाइक से जा रहे शख्स पर सांप ने किया हमला 24 घंटे में यूट्यूब पर इस वीडियो को देखने की मची होड़ थाइलैंड के सड़क पर शूट किया गया है यह वीडियो
30
['hin']
एक सारांश बनाओ: नदवी ने कहा, 'जहां तक रामचंद्र जी की शख्यित का ताल्कुक है, वह बहुत बड़े रिफॉर्मर थे और मुसलमान मानते हैं कि दुनिया में एक लाख 24 हजार पैगंबर हुए हैं. वह (राम) भी अपने वक्त के पैगबंर थे. उनका ऐहतराम करते हुए विवादित स्थल को मंदिर बनाने के लिए दे देना चाहिए और मस्जिद के लिए कोई दूसरी बड़ी जगह लेकर वहां मस्जिद बना ली जाए औऱ साथ में एक विश्वविद्यालय भी'. आपको बता दें कि मौलना सलमान नदवी दारुल उलूम नदवतुल उलेमा विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं. इस विश्वविद्यालय को नाना अली मियां ने बनाया था और वह मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पहले अध्यक्ष थे. मौलाना सलमान नदवी भी बोर्ड के सदस्य थे लेकिन जब इन्होंने श्री श्री रविशंकर के साथ मिलकर अयोध्या विवाद (Ayodhya Case) को सुलझाने के लिए मुहिम चलाई तो बोर्ड ने उनके रुख का विरोध करते हुए निकाल दिया था. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद को बातचीत से सुलझाने के लिए मध्यस्थता समिति बनाने का आदेश दिया है. इस समिति की अध्यक्षता जस्टिस कलीफुल्ला करेंगे और उनके साथ श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्री राम पंचू भी हैं. समिति को 4 हफ्ते में प्रगति रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपनी है और मध्यस्थता के लिए बातचीत फैजाबाद में होगी. इस कार्यवाही की मीडिया रिपोर्टिंग नहीं होगी.
संक्षिप्त सारांश: नदवी के बयान पर पहले भी हो चुका है विवाद पर्सनल बोर्ड से हटा दिए गए थे फिर मस्जिद शिफ्ट करने की कर रहे हैं बात
8
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस ने संसद के कल से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र के लिए आज अपनी रणनीति पर चर्चा की. समझा जाता है कि पार्टी विमुद्रीकरण तथा अन्य मुद्दों को लेकर दोनों सदनों में सरकार को घेरेगी. कांग्रेस नेताओं ने सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले अपनी बैठक की. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में संपन्न बैठक के दौरान शीर्ष नेताओं की राय थी कि विमुद्रीकरण के मुद्दे और इसकी शुरूआत से पहले भाजपा को इसके कथित लीक होने के बारे में संसद के दोनों सदनों में सवाल उठाया जाएगा. कांग्रेस नेताओं ने कल प्रधानमंत्री पर अपने पार्टी नेताओं को विमुद्रीकरण की सूचना पहले देने का आरोप लगाते हुए इसे एक ‘‘बड़ा घोटाला’’ बताया था. इस मुद्दे पर सरकार को घेरना चाह रही कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों को भी अपने साथ लाने के पक्ष में है. कई विपक्षी दलों की आज कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक होनी है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस ने विमुद्रीकरण, लक्षित हमलों और पाकिस्तान के प्रति सरकार की नीति सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव, अल्पकालिक चर्चा और ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के लिए नोटिस दिए हैं. टिप्पणियां इसके अलावा कांग्रेस ‘वन रैंक वन पेंशन’, जम्मू कश्मीर की स्थिति, किसानों की हालत एवं रेलवे तथा केंद्रीय बजट के विलय जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करना चाहती है. बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकाजरुन खड़गे, आनंद शर्मा, जयराम रमेश और सत्यव्रत चतुर्वेदी आदि मौजूद थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कांग्रेस नेताओं ने सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले अपनी बैठक की. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में संपन्न बैठक के दौरान शीर्ष नेताओं की राय थी कि विमुद्रीकरण के मुद्दे और इसकी शुरूआत से पहले भाजपा को इसके कथित लीक होने के बारे में संसद के दोनों सदनों में सवाल उठाया जाएगा. कांग्रेस नेताओं ने कल प्रधानमंत्री पर अपने पार्टी नेताओं को विमुद्रीकरण की सूचना पहले देने का आरोप लगाते हुए इसे एक ‘‘बड़ा घोटाला’’ बताया था. इस मुद्दे पर सरकार को घेरना चाह रही कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों को भी अपने साथ लाने के पक्ष में है. कई विपक्षी दलों की आज कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक होनी है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस ने विमुद्रीकरण, लक्षित हमलों और पाकिस्तान के प्रति सरकार की नीति सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव, अल्पकालिक चर्चा और ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के लिए नोटिस दिए हैं. टिप्पणियां इसके अलावा कांग्रेस ‘वन रैंक वन पेंशन’, जम्मू कश्मीर की स्थिति, किसानों की हालत एवं रेलवे तथा केंद्रीय बजट के विलय जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करना चाहती है. बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकाजरुन खड़गे, आनंद शर्मा, जयराम रमेश और सत्यव्रत चतुर्वेदी आदि मौजूद थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कांग्रेस नेताओं ने कल प्रधानमंत्री पर अपने पार्टी नेताओं को विमुद्रीकरण की सूचना पहले देने का आरोप लगाते हुए इसे एक ‘‘बड़ा घोटाला’’ बताया था. इस मुद्दे पर सरकार को घेरना चाह रही कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों को भी अपने साथ लाने के पक्ष में है. कई विपक्षी दलों की आज कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक होनी है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस ने विमुद्रीकरण, लक्षित हमलों और पाकिस्तान के प्रति सरकार की नीति सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव, अल्पकालिक चर्चा और ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के लिए नोटिस दिए हैं. टिप्पणियां इसके अलावा कांग्रेस ‘वन रैंक वन पेंशन’, जम्मू कश्मीर की स्थिति, किसानों की हालत एवं रेलवे तथा केंद्रीय बजट के विलय जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करना चाहती है. बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकाजरुन खड़गे, आनंद शर्मा, जयराम रमेश और सत्यव्रत चतुर्वेदी आदि मौजूद थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस ने विमुद्रीकरण, लक्षित हमलों और पाकिस्तान के प्रति सरकार की नीति सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव, अल्पकालिक चर्चा और ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के लिए नोटिस दिए हैं. टिप्पणियां इसके अलावा कांग्रेस ‘वन रैंक वन पेंशन’, जम्मू कश्मीर की स्थिति, किसानों की हालत एवं रेलवे तथा केंद्रीय बजट के विलय जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करना चाहती है. बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकाजरुन खड़गे, आनंद शर्मा, जयराम रमेश और सत्यव्रत चतुर्वेदी आदि मौजूद थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके अलावा कांग्रेस ‘वन रैंक वन पेंशन’, जम्मू कश्मीर की स्थिति, किसानों की हालत एवं रेलवे तथा केंद्रीय बजट के विलय जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करना चाहती है. बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकाजरुन खड़गे, आनंद शर्मा, जयराम रमेश और सत्यव्रत चतुर्वेदी आदि मौजूद थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सारांश: कांग्रेस नेताओं ने सर्वदलीय बैठक से पहले अपनी बैठक की विमुद्रीकरण के मुद्दे और इसके कथित लीक होने के बारे में सवाल उठेगा वन रैंक वन पेंशन, जम्मू कश्मीर, किसानों की हालत पर भी चर्चा होगी
31
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाईटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (इंडिपेंडेंट) ने बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा को धमकी दी है कि वे चीन के खिलाफ कुछ भी न कहें. इस संगठन का प्रमुख परेश बरुआ है. कहा जाता है कि परेश बरुआ इन दिनों चीन में है. धमकी वाले ईमेल में कहा गया है कि दलाई लामा असम के दौरे में भारत के विचार चीन पर थोपने के लिए असम की धरती का इस्तेमाल नहीं करें. उल्फा (आई) के अध्यक्ष अभिजीत असम ने दलाई लामा को संबोधित एक ईमेल में कहा, 'अगर आप वास्तव में असम आने का निर्णय करते हैं तो निजी या सार्वजनिक मंच से चीन के खिलाफ कुछ मत कहिए. हम असम की धरती से भारत के विचारों को थोपना बर्दाश्त नहीं करेंगे.' ईमेल कई मीडिया घरानों को भेजा गया है. दलाई लामा एक अप्रैल से असम में नमामि ब्रह्मपुत्र उत्सव में शिरकत करेंगे और फिर अरूणाचल प्रदेश के तवांग जाएंगे. इस यात्रा के दौरान वे दो दिन असम में भी ठहरेंगे. मालूम हो कि चीन कई बार अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा बता चुका है. परेश बरुआ भी अरुणाचल के मुद्दे पर चीन के साथ खड़ा रहता रहा है. यह भी कहा जाता है कि परेश बरुआ पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय चरमपंथी संगठनों को चीनी हथियार मुहैया कराते हैं. बीते कई दशकों से एनएससीएन (खापलांग) प्रमुख एसएस खापलांग के साथ विद्रोही आंदोलन करते आ रहे कोनयाक ने वर्ष 2011 में एनएससीएन (यू) नाम से एक अलग गुट बनाया था.टिप्पणियां साल 2014 में बांग्लादेश की एक अदालत ने उल्फा नेता परेश बरुआ को हथियारों की तस्करी के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. बांग्लादेश पुलिस ने एक अप्रैल 2004 की रात चटगांव के एक बंदरगाह से हथियारों और गोला-बारूद से भरे जो दस ट्रक बरामद किए गए थे, उनका संबंध परेश बरुआ से पाया गया था. मालूम हो कि चीन कई बार अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा बता चुका है. परेश बरुआ भी अरुणाचल के मुद्दे पर चीन के साथ खड़ा रहता रहा है. यह भी कहा जाता है कि परेश बरुआ पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय चरमपंथी संगठनों को चीनी हथियार मुहैया कराते हैं. बीते कई दशकों से एनएससीएन (खापलांग) प्रमुख एसएस खापलांग के साथ विद्रोही आंदोलन करते आ रहे कोनयाक ने वर्ष 2011 में एनएससीएन (यू) नाम से एक अलग गुट बनाया था.टिप्पणियां साल 2014 में बांग्लादेश की एक अदालत ने उल्फा नेता परेश बरुआ को हथियारों की तस्करी के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. बांग्लादेश पुलिस ने एक अप्रैल 2004 की रात चटगांव के एक बंदरगाह से हथियारों और गोला-बारूद से भरे जो दस ट्रक बरामद किए गए थे, उनका संबंध परेश बरुआ से पाया गया था. बीते कई दशकों से एनएससीएन (खापलांग) प्रमुख एसएस खापलांग के साथ विद्रोही आंदोलन करते आ रहे कोनयाक ने वर्ष 2011 में एनएससीएन (यू) नाम से एक अलग गुट बनाया था.टिप्पणियां साल 2014 में बांग्लादेश की एक अदालत ने उल्फा नेता परेश बरुआ को हथियारों की तस्करी के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. बांग्लादेश पुलिस ने एक अप्रैल 2004 की रात चटगांव के एक बंदरगाह से हथियारों और गोला-बारूद से भरे जो दस ट्रक बरामद किए गए थे, उनका संबंध परेश बरुआ से पाया गया था. साल 2014 में बांग्लादेश की एक अदालत ने उल्फा नेता परेश बरुआ को हथियारों की तस्करी के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. बांग्लादेश पुलिस ने एक अप्रैल 2004 की रात चटगांव के एक बंदरगाह से हथियारों और गोला-बारूद से भरे जो दस ट्रक बरामद किए गए थे, उनका संबंध परेश बरुआ से पाया गया था. बांग्लादेश पुलिस ने एक अप्रैल 2004 की रात चटगांव के एक बंदरगाह से हथियारों और गोला-बारूद से भरे जो दस ट्रक बरामद किए गए थे, उनका संबंध परेश बरुआ से पाया गया था.
यहाँ एक सारांश है:अरुणाचल प्रदेश और असम जाने वाले हैं बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा दौरे से पहले उल्फा (आई) ने दलाई लामा को दी धमकी चीन के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलने की हिदायत
4
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जर्मनी की वाहन निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू एजी ने शुक्रवार को अमेरिकी बाजार से अपनी पांच शृंखला के 1,34,100 वाहनों को वापस लेने की घोषणा की है। वाहनों को वापस लेने का फैसला वाहनों में विद्युत संबंधित गड़बड़ी की वजह से किया गया है, जिससे पीछे की बत्ती और ब्रेक खराब हो सकते हैं। समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के मुताबिक इसकी शुरुआत अक्टूबर से होगी, जिसके अंतर्गत 2008 से 2010 के 528आई, 535आई, 550आई और एम5 मॉडलों के वाहन वापस लिए जाएंगे।टिप्पणियां डेट्रॉइट न्यूज ने बीएमडब्ल्यू और अमेरिकी नेशनल हाइवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा पेश किए गए दस्तावेज के हवाले से बताया कि बिजली की समस्या से कार की बत्ती को नुकसान हो सकता है, जिससे पीछे की बत्ती थोड़े अंतराल पर या हमेशा के लिए खराब हो सकती है। जर्मनी की वाहन निर्माता कंपनी ने हालांकि कहा कि अभी तक इस समस्या से संबंधित किसी दुर्घटना का समाचार नहीं मिला है, लेकिन इसके वापसी का फैसला 2011 में शुरू हुई इसी तरह की समस्या को देखते हुए किया गया है। 2011 में भी कंपनी ने 2002 से 2005 के तीन शृंखला के 2,41,000 वाहन बाजार से वापस लिए थे। समाचार एजेंसी 'शिन्हुआ' के मुताबिक इसकी शुरुआत अक्टूबर से होगी, जिसके अंतर्गत 2008 से 2010 के 528आई, 535आई, 550आई और एम5 मॉडलों के वाहन वापस लिए जाएंगे।टिप्पणियां डेट्रॉइट न्यूज ने बीएमडब्ल्यू और अमेरिकी नेशनल हाइवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा पेश किए गए दस्तावेज के हवाले से बताया कि बिजली की समस्या से कार की बत्ती को नुकसान हो सकता है, जिससे पीछे की बत्ती थोड़े अंतराल पर या हमेशा के लिए खराब हो सकती है। जर्मनी की वाहन निर्माता कंपनी ने हालांकि कहा कि अभी तक इस समस्या से संबंधित किसी दुर्घटना का समाचार नहीं मिला है, लेकिन इसके वापसी का फैसला 2011 में शुरू हुई इसी तरह की समस्या को देखते हुए किया गया है। 2011 में भी कंपनी ने 2002 से 2005 के तीन शृंखला के 2,41,000 वाहन बाजार से वापस लिए थे। डेट्रॉइट न्यूज ने बीएमडब्ल्यू और अमेरिकी नेशनल हाइवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा पेश किए गए दस्तावेज के हवाले से बताया कि बिजली की समस्या से कार की बत्ती को नुकसान हो सकता है, जिससे पीछे की बत्ती थोड़े अंतराल पर या हमेशा के लिए खराब हो सकती है। जर्मनी की वाहन निर्माता कंपनी ने हालांकि कहा कि अभी तक इस समस्या से संबंधित किसी दुर्घटना का समाचार नहीं मिला है, लेकिन इसके वापसी का फैसला 2011 में शुरू हुई इसी तरह की समस्या को देखते हुए किया गया है। 2011 में भी कंपनी ने 2002 से 2005 के तीन शृंखला के 2,41,000 वाहन बाजार से वापस लिए थे। जर्मनी की वाहन निर्माता कंपनी ने हालांकि कहा कि अभी तक इस समस्या से संबंधित किसी दुर्घटना का समाचार नहीं मिला है, लेकिन इसके वापसी का फैसला 2011 में शुरू हुई इसी तरह की समस्या को देखते हुए किया गया है। 2011 में भी कंपनी ने 2002 से 2005 के तीन शृंखला के 2,41,000 वाहन बाजार से वापस लिए थे।
यहाँ एक सारांश है:जर्मनी की वाहन निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू एजी ने अमेरिकी बाजार से अपनी पांच शृंखला के 1,34,100 वाहनों को वापस लेने की घोषणा की है।
17
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने यूएन की आमसभा में कश्मीर का मुद्दा उठाया और कहा कि वहां की आवाम को फैसला करने का हक मिलना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कश्मीर का मुद्दा उठाया और  कहा कि कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र की नाकामी का सबूत है, न कि मजबूती का। इस मसले को आपसी सहयोग के जरिये ही सुलझाया जा सकता है।   इस्लामी चरपंथ के मुद्दे पर जरदारी ने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से कहा कि उनके देश पर अब और कदम उठाने का दबाव बनाना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में पाकिस्तान को दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ी है।टिप्पणियां जरदारी ने कहा कि जो भी लोग यह कहते हैं कि हमने चरमपंथ के खिलाफ पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं, मैं उनसे नम्रता से कहता हूं कि मेहरबानी करके हमारे उन लोगों का अपमान मत कीजिए, जिन्होंने जानें गंवाई हैं और जो एक दर्द में जी रहे हैं।" जरदारी ने यह भी कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमलों की वजह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर जनता का समर्थन जुटाना उनकी सरकार के लिए मुश्किल हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कश्मीर का मुद्दा उठाया और  कहा कि कश्मीर का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र की नाकामी का सबूत है, न कि मजबूती का। इस मसले को आपसी सहयोग के जरिये ही सुलझाया जा सकता है।   इस्लामी चरपंथ के मुद्दे पर जरदारी ने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से कहा कि उनके देश पर अब और कदम उठाने का दबाव बनाना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में पाकिस्तान को दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ी है।टिप्पणियां जरदारी ने कहा कि जो भी लोग यह कहते हैं कि हमने चरमपंथ के खिलाफ पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं, मैं उनसे नम्रता से कहता हूं कि मेहरबानी करके हमारे उन लोगों का अपमान मत कीजिए, जिन्होंने जानें गंवाई हैं और जो एक दर्द में जी रहे हैं।" जरदारी ने यह भी कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमलों की वजह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर जनता का समर्थन जुटाना उनकी सरकार के लिए मुश्किल हो रहा है। इस्लामी चरपंथ के मुद्दे पर जरदारी ने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से कहा कि उनके देश पर अब और कदम उठाने का दबाव बनाना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में पाकिस्तान को दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ी है।टिप्पणियां जरदारी ने कहा कि जो भी लोग यह कहते हैं कि हमने चरमपंथ के खिलाफ पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं, मैं उनसे नम्रता से कहता हूं कि मेहरबानी करके हमारे उन लोगों का अपमान मत कीजिए, जिन्होंने जानें गंवाई हैं और जो एक दर्द में जी रहे हैं।" जरदारी ने यह भी कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमलों की वजह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर जनता का समर्थन जुटाना उनकी सरकार के लिए मुश्किल हो रहा है। जरदारी ने कहा कि जो भी लोग यह कहते हैं कि हमने चरमपंथ के खिलाफ पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं, मैं उनसे नम्रता से कहता हूं कि मेहरबानी करके हमारे उन लोगों का अपमान मत कीजिए, जिन्होंने जानें गंवाई हैं और जो एक दर्द में जी रहे हैं।" जरदारी ने यह भी कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमलों की वजह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर जनता का समर्थन जुटाना उनकी सरकार के लिए मुश्किल हो रहा है। जरदारी ने यह भी कहा कि अमेरिकी ड्रोन हमलों की वजह से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर जनता का समर्थन जुटाना उनकी सरकार के लिए मुश्किल हो रहा है।
सारांश: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने यूएन की आमसभा में कश्मीर का मुद्दा उठाया और कहा कि वहां की आवाम को फैसला करने का हक मिलना चाहिए।
20
['hin']
एक सारांश बनाओ: अमरनाथ गुफा (Amarnath Gufa) के लिए बुधवार को 4,600 से अधिक श्रद्धालु जम्मू से रवाना हुए. मंगलवार को 11,456 तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे. पुलिस ने कहा, "4,694 यत्रियों का एक और जत्था आज सुबह भगवती नगर यात्री निवास से कश्मीर घाटी के लिए सुरक्षा काफिले में रवाना हुआ. इनमें से 2,052 बालटाल आधार शिविर और 2,642 पहलगाम के लिए रवाना हुए हैं. जम्मू से पहला जत्था तड़के साढ़े तीन बजे, जबकि दूसरा तड़के चार बजकर पांच मिनट पर रवाना हुआ.  मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में शाम के समय बालटाल-पवित्र गुफा, पहलगाम-पवित्र गुफा के आसपास हल्की बारिश/ बौछारें पड़ने संभावना जताई है, हालांकि ऐसा होना के आसार कम हैं. इस साल की अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई और 45 दिनों बाद 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ संपन्न होगी. आपको बता दें कि पवित्र गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.  कश्मीरी मुसलमानों ने ऐतिहासिक रूप से अपने हिंदू भाइयों को वार्षिक तीर्थयात्रा करने में आसानी और सुविधा के साथ मदद की है. वास्तव में, बूटा मलिक नाम के एक मुस्लिम चरवाहे ने 1850 में अमरनाथ गुफा की खोज की थी. मध्य प्रदेश के दमोह से बीजेपी सांसद, पटेल ने अपने संक्षिप्त संबोधन में 21 दिनों की तीर्थयात्रा के धार्मिक विचारों को रेखांकित किया, और श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे इसे कोई पर्वतारोहण न समझें. उन्होंने अपनी पत्नी के साथ नंगे पांव की गई अपनी नर्मदा परिक्रमा का भी जिक्र किया. गौरतलब है कि हर साल सैकड़ों की संख्या में भारतीय नागरिक कैलाश पर्वत की यह यात्रा करते हैं, जिसे भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है.
यह एक सारांश है: अब तक 11 हजार से ज्‍यादा लोग पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई थी जो 15 अगस्‍त को संपन्‍न होगी यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजमा किए गए हैं
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: कांग्रेस ने भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) के संदर्भ में आरएसएस प्रमुख मोहन भावगत के बयान की आलोचना करते हुए मंगलवार को सवाल किया कि क्या संघ प्रमुख असहाय लोगों की हत्याओं का समर्थन करते हैं या फिर ऐसी घटनाओं की निंदा करते हैं. पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मेरा सरसंघचालक मोहन भागवत जी से सीधा सवाल है- क्या वह और उनका संगठन घृणा और हिंसा का इस्तेमाल कर निर्दोष और असहाय लोगों की हत्या का अनुमोदन करते हैं या ऐसी घटनाओं की भर्त्सना करते हैं. देश जानना चाहता है कि आपको समस्या इन घटनाओं से है या सिर्फ शब्दावली से?'' उन्होंने यह भी कहा, ‘‘यह भारतीय और यूरोपीय भाषा का विषय नहीं है, यह मानवता और देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों का विषय है. क्या अफवाहों से उत्तेजित भीड़ द्वारा निर्दोष व असहाय लोगों की हत्या का आप अनुमोदन करते हैं या निंदा? राष्ट्रहित में आपका स्पष्टीकरण अनिवार्य और वांछित है.'' दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि ‘भीड़ हत्या' (लिंचिंग) पश्चिमी तरीका है और भारत को बदनाम करने के लिये इसका इस्तेमाल कतई नहीं किया जाना चाहिए. विजयदशमी के मौके पर नागपुर के रेशमीबाग मैदान में ‘शस्त्र पूजा' के बाद स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे भागवत ने कहा, ‘‘ ‘लिंचिग' शब्द की उत्पत्ति भारतीय लोकाचार से नहीं हुई, ऐसे शब्द को भारतीयों पर ना थोपें.'' उन्होंने कहा, ‘‘ ‘भीड़ हत्या' (लिंचिंग) पश्चिमी तरीका है और देश को बदनाम करने के लिये भारत के संदर्भ में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.''
संक्षिप्त सारांश: कांग्रेस ने RSS चीफ मोहन भागवत से पूछा सवाल मॉब लिंचिंग पर पूछी उनकी राय ‘लिंचिंग का समर्थन करते हैं या निंदा?’
0
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: Winter Hair Care: सर्दियों में झड़ने लगे हैं बाल? जानें कैसे करें बालों की देखभाल Attention Girls! ये हैं वो 6 काम जो पीरियड्स में नहीं करने चाहिए... 100 ग्राम मूंगफली में लगभग 25.8 ग्राम प्रोटीन होता है. प्रोटीन मानव शरीर के लिए बेहद जरूरी है. सर्दियों के मौसम में प्रतिबंधित मात्रा में मूंगफली खाने से आपको प्रोटीन मिलेगा. यह प्रोटीन का एक अच्छा प्लांट बेस्ड स्रोत है. पीनट बटर भी प्रोटीन का एक प्रसिद्ध स्रोत है. Kareena Kapoor's Diet Plan: 'गुड न्यूज' में नए लुक के लिए करीना ने फॉलो किया था यह 'सीक्रेट डाइट प्लान' मूंगफली में काफी मात्रा में फेट होता है, लेकिन फिर भी यह वजन घटाने में आपकी मदद कर सकता है. अगर आप वजन कम करने के लिए इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसे नियंत्रित मात्रा में खाएं. कंट्रोल मात्रा में मूंगफली का सेवन करने से आप काफी देर तक भूख का अनुभव नहीं करते. ऐसे में आप अतिरिक्त वसा या कैलोरी खाने से बच जाते हैं.  High Blood Pressure: बीपी बढ़ा हुआ है तो इन घरेलू नुस्खों से मिलेगी राहत, होंगे कई फायदे Weight loss: मूंगफली प्रोटीन का अच्छा स्रोत है.    मूंगफली आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ दे सकती है. यह कई ऐसे पोषक तत्वों से भरपूर है जो हृदय रोगों के जोखिम को नियंत्रित करने में आपकी मदद कर सकती हैं. यह आपको खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ता है. Ayurvedic Remedies: डायबिटीज को दूर भगा देंगी ये 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां मूंगफली एक लो ग्लाइसेमिक भोजन है, जो इसे मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा विकल्प बनाता है. एक डायबिटिक अपने आहार में सीमित मात्रा में मूंगफली को शामिल कर सकता है. आहार में आसान से बदलाव कर आप रक्त शर्करा यानी ब्लड शुगर को स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं. Diabetes Diet: डायबिटीज के मरीज मूंगफली को अपने आहार में नियंत्रित रूप से शामिल कर सकते हैं.   Premature Ejaculation: शीघ्रपतन की समस्या को दूर करेंगे ये 8 फूड क्या होता है ह्यूमन पेपिलोमा वायरस, जानें इसके बारे में सबकुछ मूंगफली कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होती है. यह आपको प्रोटीन, ओमेगा -3, ओमेगा -6, फाइबर, बायोटिन, कॉपर, फोलेट, विटामिन ई, थायमिन, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम प्रदान कर सकती है. मूंगफली के सेवन से आप एक साथ कई पोषक तत्व पा सकते हैं. How To Avoid Pregnancy: अनचाहे गर्भधारण से बचने में मदद कर सकते हैं ये घरेलू नुस्‍खे Sexual Hygiene Tips: हेल्‍दी सेक्‍शुअल लाइफ के लिए ध्यान रखें ये 4 बातें
सारांश: मूंगफली में काफी मात्रा में फेट होता है. ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार है मूंगफली. एक नजर देखते हैं सर्दियों में मूंगफली के फायदों पर.
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: विवादास्पद पाकिस्तानी अमेरिकी कारोबारी मंसूर एजाज ने बुधवार को मैमो कांड की जांच कर रहे पाक सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त न्यायिक आयोग को अपना ब्लैकबेरी फोन तथा ‘अन्य सबूत’ सौंप दिए। इस कांड ने पाकिस्तान की शाक्तिशाली सेना तथा राजनीतिक संस्थाओं को हिला कर रख दिया है। इस मैमो में आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के पिछले साल मई में एक अमेरिकी अभियान में मारे जाने के बाद पाकिस्तान में संभावित तख्तापलट टालने के लिए कथित रूप से अमेरिका से मदद मांगी गयी थी। सुरक्षा कारणों से आयोग के समक्ष हाजिर होने के लिए पाकिस्तान आने से इनकार करने वाले एजाज ने लंदन से वीडियो लिंक के जरिए गवाही दी। मैमो कांड ने देश में गतिरोध की स्थिति पैदा कर दी थी और प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने इस मामले से निपटने के तौर तरीकों को लेकर सेना और आईएसआई प्रमुखों की आलोचना की थी। एजाज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपना बयान दर्ज कराने के लिए लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग आए जबकि तीन जजों के आयोग ने इस्लामाबाद से कार्यवाही संचालित की। डान न्यूज नेटवर्क ने बताया है कि एजाज ने अपना ब्लैकबेरी फोन और अन्य सबूत मामले की जांच कर रहे आयोग के सचिव को सौंप दिए। उन्होंने साथ ही पाकिस्तानी नेताओं और आईएसआई अधिकारियों के साथ अपने संबंधों की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध करायी। एजाज ने वह बयान भी पढ़ा जो वह पहले ही सुप्रीम कोर्ट को सौंप चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व दूत के साथ कथित मैमो को लेकर उनके संबंध पिछले साल तीन मई से शुरू हुए थे। इससे एक दिन पहले ही ऐबटाबाद में अमेरिकी कमांडो ने लादेन को मार गिराया था। उनका दावा है कि पूर्व दूत हुसैन हक्कानी ने उनसे कहा था कि सेना जरदारी तथा सरकार पर दबाव डाल रही है। पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपने संबंधों का ब्यौरा देते हुए एजाज ने कहा कि वह 2003 में ब्रसेल्स में तत्कालीन आईएसआई प्रमुख जनरल अहसान उल हक से मिले थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ से उनकी मुलाकात लंदन में 2005 में हुई थी और वह राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से वर्ष 2009 में आखिरी बार मिले थे।टिप्पणियां यहां अटार्नी जनरल अनवार उल हक ने आयोग को बताया कि ब्लैकबेरी संदेशों का फोरेंसिक परीक्षण कराना जरूरी है जो एजाज ने अपने दावों के संबंध में पेश किए हैं। हक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए लंदन में मौजूद आयोग के सचिव इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के विशेषज्ञ नहीं हैं और वह ब्लैकबेरी संदेशों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते। इस कांड ने पाकिस्तान की शाक्तिशाली सेना तथा राजनीतिक संस्थाओं को हिला कर रख दिया है। इस मैमो में आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के पिछले साल मई में एक अमेरिकी अभियान में मारे जाने के बाद पाकिस्तान में संभावित तख्तापलट टालने के लिए कथित रूप से अमेरिका से मदद मांगी गयी थी। सुरक्षा कारणों से आयोग के समक्ष हाजिर होने के लिए पाकिस्तान आने से इनकार करने वाले एजाज ने लंदन से वीडियो लिंक के जरिए गवाही दी। मैमो कांड ने देश में गतिरोध की स्थिति पैदा कर दी थी और प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने इस मामले से निपटने के तौर तरीकों को लेकर सेना और आईएसआई प्रमुखों की आलोचना की थी। एजाज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपना बयान दर्ज कराने के लिए लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग आए जबकि तीन जजों के आयोग ने इस्लामाबाद से कार्यवाही संचालित की। डान न्यूज नेटवर्क ने बताया है कि एजाज ने अपना ब्लैकबेरी फोन और अन्य सबूत मामले की जांच कर रहे आयोग के सचिव को सौंप दिए। उन्होंने साथ ही पाकिस्तानी नेताओं और आईएसआई अधिकारियों के साथ अपने संबंधों की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध करायी। एजाज ने वह बयान भी पढ़ा जो वह पहले ही सुप्रीम कोर्ट को सौंप चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व दूत के साथ कथित मैमो को लेकर उनके संबंध पिछले साल तीन मई से शुरू हुए थे। इससे एक दिन पहले ही ऐबटाबाद में अमेरिकी कमांडो ने लादेन को मार गिराया था। उनका दावा है कि पूर्व दूत हुसैन हक्कानी ने उनसे कहा था कि सेना जरदारी तथा सरकार पर दबाव डाल रही है। पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपने संबंधों का ब्यौरा देते हुए एजाज ने कहा कि वह 2003 में ब्रसेल्स में तत्कालीन आईएसआई प्रमुख जनरल अहसान उल हक से मिले थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ से उनकी मुलाकात लंदन में 2005 में हुई थी और वह राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से वर्ष 2009 में आखिरी बार मिले थे।टिप्पणियां यहां अटार्नी जनरल अनवार उल हक ने आयोग को बताया कि ब्लैकबेरी संदेशों का फोरेंसिक परीक्षण कराना जरूरी है जो एजाज ने अपने दावों के संबंध में पेश किए हैं। हक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए लंदन में मौजूद आयोग के सचिव इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के विशेषज्ञ नहीं हैं और वह ब्लैकबेरी संदेशों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते। सुरक्षा कारणों से आयोग के समक्ष हाजिर होने के लिए पाकिस्तान आने से इनकार करने वाले एजाज ने लंदन से वीडियो लिंक के जरिए गवाही दी। मैमो कांड ने देश में गतिरोध की स्थिति पैदा कर दी थी और प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने इस मामले से निपटने के तौर तरीकों को लेकर सेना और आईएसआई प्रमुखों की आलोचना की थी। एजाज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपना बयान दर्ज कराने के लिए लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग आए जबकि तीन जजों के आयोग ने इस्लामाबाद से कार्यवाही संचालित की। डान न्यूज नेटवर्क ने बताया है कि एजाज ने अपना ब्लैकबेरी फोन और अन्य सबूत मामले की जांच कर रहे आयोग के सचिव को सौंप दिए। उन्होंने साथ ही पाकिस्तानी नेताओं और आईएसआई अधिकारियों के साथ अपने संबंधों की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध करायी। एजाज ने वह बयान भी पढ़ा जो वह पहले ही सुप्रीम कोर्ट को सौंप चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व दूत के साथ कथित मैमो को लेकर उनके संबंध पिछले साल तीन मई से शुरू हुए थे। इससे एक दिन पहले ही ऐबटाबाद में अमेरिकी कमांडो ने लादेन को मार गिराया था। उनका दावा है कि पूर्व दूत हुसैन हक्कानी ने उनसे कहा था कि सेना जरदारी तथा सरकार पर दबाव डाल रही है। पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपने संबंधों का ब्यौरा देते हुए एजाज ने कहा कि वह 2003 में ब्रसेल्स में तत्कालीन आईएसआई प्रमुख जनरल अहसान उल हक से मिले थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ से उनकी मुलाकात लंदन में 2005 में हुई थी और वह राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से वर्ष 2009 में आखिरी बार मिले थे।टिप्पणियां यहां अटार्नी जनरल अनवार उल हक ने आयोग को बताया कि ब्लैकबेरी संदेशों का फोरेंसिक परीक्षण कराना जरूरी है जो एजाज ने अपने दावों के संबंध में पेश किए हैं। हक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए लंदन में मौजूद आयोग के सचिव इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के विशेषज्ञ नहीं हैं और वह ब्लैकबेरी संदेशों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते। एजाज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपना बयान दर्ज कराने के लिए लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग आए जबकि तीन जजों के आयोग ने इस्लामाबाद से कार्यवाही संचालित की। डान न्यूज नेटवर्क ने बताया है कि एजाज ने अपना ब्लैकबेरी फोन और अन्य सबूत मामले की जांच कर रहे आयोग के सचिव को सौंप दिए। उन्होंने साथ ही पाकिस्तानी नेताओं और आईएसआई अधिकारियों के साथ अपने संबंधों की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध करायी। एजाज ने वह बयान भी पढ़ा जो वह पहले ही सुप्रीम कोर्ट को सौंप चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व दूत के साथ कथित मैमो को लेकर उनके संबंध पिछले साल तीन मई से शुरू हुए थे। इससे एक दिन पहले ही ऐबटाबाद में अमेरिकी कमांडो ने लादेन को मार गिराया था। उनका दावा है कि पूर्व दूत हुसैन हक्कानी ने उनसे कहा था कि सेना जरदारी तथा सरकार पर दबाव डाल रही है। पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपने संबंधों का ब्यौरा देते हुए एजाज ने कहा कि वह 2003 में ब्रसेल्स में तत्कालीन आईएसआई प्रमुख जनरल अहसान उल हक से मिले थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ से उनकी मुलाकात लंदन में 2005 में हुई थी और वह राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से वर्ष 2009 में आखिरी बार मिले थे।टिप्पणियां यहां अटार्नी जनरल अनवार उल हक ने आयोग को बताया कि ब्लैकबेरी संदेशों का फोरेंसिक परीक्षण कराना जरूरी है जो एजाज ने अपने दावों के संबंध में पेश किए हैं। हक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए लंदन में मौजूद आयोग के सचिव इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के विशेषज्ञ नहीं हैं और वह ब्लैकबेरी संदेशों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते। डान न्यूज नेटवर्क ने बताया है कि एजाज ने अपना ब्लैकबेरी फोन और अन्य सबूत मामले की जांच कर रहे आयोग के सचिव को सौंप दिए। उन्होंने साथ ही पाकिस्तानी नेताओं और आईएसआई अधिकारियों के साथ अपने संबंधों की विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध करायी। एजाज ने वह बयान भी पढ़ा जो वह पहले ही सुप्रीम कोर्ट को सौंप चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व दूत के साथ कथित मैमो को लेकर उनके संबंध पिछले साल तीन मई से शुरू हुए थे। इससे एक दिन पहले ही ऐबटाबाद में अमेरिकी कमांडो ने लादेन को मार गिराया था। उनका दावा है कि पूर्व दूत हुसैन हक्कानी ने उनसे कहा था कि सेना जरदारी तथा सरकार पर दबाव डाल रही है। पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपने संबंधों का ब्यौरा देते हुए एजाज ने कहा कि वह 2003 में ब्रसेल्स में तत्कालीन आईएसआई प्रमुख जनरल अहसान उल हक से मिले थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ से उनकी मुलाकात लंदन में 2005 में हुई थी और वह राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से वर्ष 2009 में आखिरी बार मिले थे।टिप्पणियां यहां अटार्नी जनरल अनवार उल हक ने आयोग को बताया कि ब्लैकबेरी संदेशों का फोरेंसिक परीक्षण कराना जरूरी है जो एजाज ने अपने दावों के संबंध में पेश किए हैं। हक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए लंदन में मौजूद आयोग के सचिव इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के विशेषज्ञ नहीं हैं और वह ब्लैकबेरी संदेशों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते। एजाज ने वह बयान भी पढ़ा जो वह पहले ही सुप्रीम कोर्ट को सौंप चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व दूत के साथ कथित मैमो को लेकर उनके संबंध पिछले साल तीन मई से शुरू हुए थे। इससे एक दिन पहले ही ऐबटाबाद में अमेरिकी कमांडो ने लादेन को मार गिराया था। उनका दावा है कि पूर्व दूत हुसैन हक्कानी ने उनसे कहा था कि सेना जरदारी तथा सरकार पर दबाव डाल रही है। पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपने संबंधों का ब्यौरा देते हुए एजाज ने कहा कि वह 2003 में ब्रसेल्स में तत्कालीन आईएसआई प्रमुख जनरल अहसान उल हक से मिले थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ से उनकी मुलाकात लंदन में 2005 में हुई थी और वह राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से वर्ष 2009 में आखिरी बार मिले थे।टिप्पणियां यहां अटार्नी जनरल अनवार उल हक ने आयोग को बताया कि ब्लैकबेरी संदेशों का फोरेंसिक परीक्षण कराना जरूरी है जो एजाज ने अपने दावों के संबंध में पेश किए हैं। हक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए लंदन में मौजूद आयोग के सचिव इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के विशेषज्ञ नहीं हैं और वह ब्लैकबेरी संदेशों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते। पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपने संबंधों का ब्यौरा देते हुए एजाज ने कहा कि वह 2003 में ब्रसेल्स में तत्कालीन आईएसआई प्रमुख जनरल अहसान उल हक से मिले थे। उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ से उनकी मुलाकात लंदन में 2005 में हुई थी और वह राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से वर्ष 2009 में आखिरी बार मिले थे।टिप्पणियां यहां अटार्नी जनरल अनवार उल हक ने आयोग को बताया कि ब्लैकबेरी संदेशों का फोरेंसिक परीक्षण कराना जरूरी है जो एजाज ने अपने दावों के संबंध में पेश किए हैं। हक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए लंदन में मौजूद आयोग के सचिव इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के विशेषज्ञ नहीं हैं और वह ब्लैकबेरी संदेशों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते। यहां अटार्नी जनरल अनवार उल हक ने आयोग को बताया कि ब्लैकबेरी संदेशों का फोरेंसिक परीक्षण कराना जरूरी है जो एजाज ने अपने दावों के संबंध में पेश किए हैं। हक ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए लंदन में मौजूद आयोग के सचिव इलैक्ट्रोनिक उपकरणों के विशेषज्ञ नहीं हैं और वह ब्लैकबेरी संदेशों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते। हक्कानी के वकील जाहिद बुखारी ने गवाही के दौरान एजाज के व्यवहार पर आपत्ति जतायी और कहा कि वह लगातार अपने ब्लैकबेरी फोन से खेल रहे हैं। इससे पूर्व, सच बोलने की शपथ लेने के बाद एजाज ने एक सवाल के जवाब में आयोग को सूचित किया कि वह उूर्द नहीं बोल सकते।
यह एक सारांश है: विवादास्पद पाकिस्तानी अमेरिकी कारोबारी मंसूर एजाज ने मैमो कांड की जांच कर रहे पाक सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त न्यायिक आयोग को अपना ब्लैकबेरी फोन तथा ‘अन्य सबूत’ सौंप दिए।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: ऊर्जा क्षेत्र की कम्पनी एचएचवी सोलर टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने एक पोर्टेबल सौर फोटोवोल्टेइक बिजली जेनरेटर 'सोलरेटर' का विकास किया है। छह सौ वाट क्षमता वाले इस जेनरेटर का इस्तेमाल गांवों में आपात स्थिति में किया जा सकता है। कम्पनी के अध्यक्ष प्रशांत सखामुरी ने सोमवार को कहा, "जेनरेटर का वजन 415 किलोग्राम है और आपात स्थिति में जब गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो जाए, तब इसे किसी वाहन से उठाकर वहां ले जाया जा सकता है।" सखामुरी ने कहा, "भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देशों जहां साल के 10 महीने सौर ऊर्जा उपलब्ध रहती है, सोलरेटर डीजल से चलने वाले जेनरेटर का सही विकल्प हो सकता है।" सोलरेटर को ऐसे परियोजना स्थलों पर भी लगाया जा सकता है, जहां ग्रिड से बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही हो। टिप्पणियां उन्होंने कहा कि हमारे पोर्टेबल जेनरेटर की तैनाती सेना सीमा पर कर सकती है या दुर्घटना क्षेत्र में राहत अभियान चलाने में इसका उपयोग हो सकता है, जहां पारम्परिक स्रोत या अन्य विकल्प से बिजली की आपूर्ति न हो। कम्पनी ने शहर के बाहरी इलाके डोबसपेट में इस जेनरेटर के उत्पादन के लिए निर्माण इकाई की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। उत्पाद की कीमत 3.2 लाख रुपये चार लाख रुपये के बीच रखी गई है। कम्पनी के अध्यक्ष प्रशांत सखामुरी ने सोमवार को कहा, "जेनरेटर का वजन 415 किलोग्राम है और आपात स्थिति में जब गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो जाए, तब इसे किसी वाहन से उठाकर वहां ले जाया जा सकता है।" सखामुरी ने कहा, "भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देशों जहां साल के 10 महीने सौर ऊर्जा उपलब्ध रहती है, सोलरेटर डीजल से चलने वाले जेनरेटर का सही विकल्प हो सकता है।" सोलरेटर को ऐसे परियोजना स्थलों पर भी लगाया जा सकता है, जहां ग्रिड से बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही हो। टिप्पणियां उन्होंने कहा कि हमारे पोर्टेबल जेनरेटर की तैनाती सेना सीमा पर कर सकती है या दुर्घटना क्षेत्र में राहत अभियान चलाने में इसका उपयोग हो सकता है, जहां पारम्परिक स्रोत या अन्य विकल्प से बिजली की आपूर्ति न हो। कम्पनी ने शहर के बाहरी इलाके डोबसपेट में इस जेनरेटर के उत्पादन के लिए निर्माण इकाई की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। उत्पाद की कीमत 3.2 लाख रुपये चार लाख रुपये के बीच रखी गई है। सखामुरी ने कहा, "भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देशों जहां साल के 10 महीने सौर ऊर्जा उपलब्ध रहती है, सोलरेटर डीजल से चलने वाले जेनरेटर का सही विकल्प हो सकता है।" सोलरेटर को ऐसे परियोजना स्थलों पर भी लगाया जा सकता है, जहां ग्रिड से बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही हो। टिप्पणियां उन्होंने कहा कि हमारे पोर्टेबल जेनरेटर की तैनाती सेना सीमा पर कर सकती है या दुर्घटना क्षेत्र में राहत अभियान चलाने में इसका उपयोग हो सकता है, जहां पारम्परिक स्रोत या अन्य विकल्प से बिजली की आपूर्ति न हो। कम्पनी ने शहर के बाहरी इलाके डोबसपेट में इस जेनरेटर के उत्पादन के लिए निर्माण इकाई की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। उत्पाद की कीमत 3.2 लाख रुपये चार लाख रुपये के बीच रखी गई है। सोलरेटर को ऐसे परियोजना स्थलों पर भी लगाया जा सकता है, जहां ग्रिड से बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही हो। टिप्पणियां उन्होंने कहा कि हमारे पोर्टेबल जेनरेटर की तैनाती सेना सीमा पर कर सकती है या दुर्घटना क्षेत्र में राहत अभियान चलाने में इसका उपयोग हो सकता है, जहां पारम्परिक स्रोत या अन्य विकल्प से बिजली की आपूर्ति न हो। कम्पनी ने शहर के बाहरी इलाके डोबसपेट में इस जेनरेटर के उत्पादन के लिए निर्माण इकाई की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। उत्पाद की कीमत 3.2 लाख रुपये चार लाख रुपये के बीच रखी गई है। उन्होंने कहा कि हमारे पोर्टेबल जेनरेटर की तैनाती सेना सीमा पर कर सकती है या दुर्घटना क्षेत्र में राहत अभियान चलाने में इसका उपयोग हो सकता है, जहां पारम्परिक स्रोत या अन्य विकल्प से बिजली की आपूर्ति न हो। कम्पनी ने शहर के बाहरी इलाके डोबसपेट में इस जेनरेटर के उत्पादन के लिए निर्माण इकाई की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। उत्पाद की कीमत 3.2 लाख रुपये चार लाख रुपये के बीच रखी गई है। कम्पनी ने शहर के बाहरी इलाके डोबसपेट में इस जेनरेटर के उत्पादन के लिए निर्माण इकाई की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। उत्पाद की कीमत 3.2 लाख रुपये चार लाख रुपये के बीच रखी गई है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: ऊर्जा क्षेत्र की कम्पनी एचएचवी सोलर टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने एक पोर्टेबल सौर फोटोवोल्टेइक बिजली जेनरेटर 'सोलरेटर' का विकास किया है। छह सौ वाट क्षमता वाले इस जेनरेटर का इस्तेमाल गांवों में आपात स्थिति में किया जा सकता है।
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: शेयर बाजार में बिकवाली की आंधी चलने से शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 49,102 करोड़ रुपये की गिरावट आई। इनमें सबसे अधिक झटका टीसीएस और आईटीसी को लगा। पेट्रोलियम क्षेत्र की क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज को छोड़कर अन्य सभी आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में कमी आई।  बीते सप्ताह टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 14,052 करोड़ रुपये घटकर 2,93,583 करोड़ रुपये रह गया, जबकि आईटीसी का बाजार पूंजीकरण 13,568 करोड़ रुपये घटकर 2,30,298 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह, एचडीएफसी का बाजार पूंजीकरण 8,251 करोड़ रुपये घटकर 1,18,913 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण 8,163 करोड़ रुपये घटकर 1,16,137 करोड़ रुपये रह गया। एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 2,058 करोड़ रुपये घटकर 1,47,713 करोड़ रुपये रहा। वहीं इंफोसिस की बाजार हैसियत में 1,496 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 1,64,452 करोड़ रुपये पर आ गया।टिप्पणियां एसबीआई का बाजार पूंजीकरण 1,103 करोड़ रुपये घटकर 1,37,987 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह, कोल इंडिया का बाजार पूंजीकरण 411 करोड़ रुपये घटकर 1,94,859 करोड़ रुपये रह गया। वहीं दूसरी ओर ओएनजीसी ने बाजार पूंजीकरण में 2,224 करोड़ रुपये की बढ़त दर्ज की और यह 2,68,770 करोड़ रुपये पहुंच गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 2,167 करोड़ रुपये बढ़कर 2,52,499 करोड़ रुपये रहा। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में टीसीएस पहले पायदान पर बनी रही। उसके बाद ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और कोल इंडिया का स्थान रहा। पेट्रोलियम क्षेत्र की क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज को छोड़कर अन्य सभी आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में कमी आई।  बीते सप्ताह टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 14,052 करोड़ रुपये घटकर 2,93,583 करोड़ रुपये रह गया, जबकि आईटीसी का बाजार पूंजीकरण 13,568 करोड़ रुपये घटकर 2,30,298 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह, एचडीएफसी का बाजार पूंजीकरण 8,251 करोड़ रुपये घटकर 1,18,913 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण 8,163 करोड़ रुपये घटकर 1,16,137 करोड़ रुपये रह गया। एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 2,058 करोड़ रुपये घटकर 1,47,713 करोड़ रुपये रहा। वहीं इंफोसिस की बाजार हैसियत में 1,496 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 1,64,452 करोड़ रुपये पर आ गया।टिप्पणियां एसबीआई का बाजार पूंजीकरण 1,103 करोड़ रुपये घटकर 1,37,987 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह, कोल इंडिया का बाजार पूंजीकरण 411 करोड़ रुपये घटकर 1,94,859 करोड़ रुपये रह गया। वहीं दूसरी ओर ओएनजीसी ने बाजार पूंजीकरण में 2,224 करोड़ रुपये की बढ़त दर्ज की और यह 2,68,770 करोड़ रुपये पहुंच गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 2,167 करोड़ रुपये बढ़कर 2,52,499 करोड़ रुपये रहा। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में टीसीएस पहले पायदान पर बनी रही। उसके बाद ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और कोल इंडिया का स्थान रहा। इसी तरह, एचडीएफसी का बाजार पूंजीकरण 8,251 करोड़ रुपये घटकर 1,18,913 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण 8,163 करोड़ रुपये घटकर 1,16,137 करोड़ रुपये रह गया। एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 2,058 करोड़ रुपये घटकर 1,47,713 करोड़ रुपये रहा। वहीं इंफोसिस की बाजार हैसियत में 1,496 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 1,64,452 करोड़ रुपये पर आ गया।टिप्पणियां एसबीआई का बाजार पूंजीकरण 1,103 करोड़ रुपये घटकर 1,37,987 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह, कोल इंडिया का बाजार पूंजीकरण 411 करोड़ रुपये घटकर 1,94,859 करोड़ रुपये रह गया। वहीं दूसरी ओर ओएनजीसी ने बाजार पूंजीकरण में 2,224 करोड़ रुपये की बढ़त दर्ज की और यह 2,68,770 करोड़ रुपये पहुंच गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 2,167 करोड़ रुपये बढ़कर 2,52,499 करोड़ रुपये रहा। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में टीसीएस पहले पायदान पर बनी रही। उसके बाद ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और कोल इंडिया का स्थान रहा। एसबीआई का बाजार पूंजीकरण 1,103 करोड़ रुपये घटकर 1,37,987 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह, कोल इंडिया का बाजार पूंजीकरण 411 करोड़ रुपये घटकर 1,94,859 करोड़ रुपये रह गया। वहीं दूसरी ओर ओएनजीसी ने बाजार पूंजीकरण में 2,224 करोड़ रुपये की बढ़त दर्ज की और यह 2,68,770 करोड़ रुपये पहुंच गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 2,167 करोड़ रुपये बढ़कर 2,52,499 करोड़ रुपये रहा। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में टीसीएस पहले पायदान पर बनी रही। उसके बाद ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और कोल इंडिया का स्थान रहा। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 2,167 करोड़ रुपये बढ़कर 2,52,499 करोड़ रुपये रहा। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में टीसीएस पहले पायदान पर बनी रही। उसके बाद ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और कोल इंडिया का स्थान रहा।
यहाँ एक सारांश है:शेयर बाजार में बिकवाली की आंधी चलने से शीर्ष 10 कंपनियों में से ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज को छोड़कर अन्य सभी आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में कमी आई। सबसे अधिक झटका टीसीएस और आईटीसी को लगा।
18
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भ्रष्टाचार के खिलाफ और काले धन को देश में वापस लाने के लिए आंदोलनरत बाबा रामदेव और अन्ना हजारे ने मंगलवार को फिर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उनकी मंशा साफ नहीं है, और वह मजबूत लोकपाल बिल लाने से डरती है। एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस में 9 अगस्त को होने जा रहे अपने संयुक्त अनशन की जानकारी देते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद मजबूत लोकपाल बिल नहीं आया, क्योंकि सरकार की मंशा साफ नहीं है, और इस वजह से जनता की उम्मीदें धूमिल हो रही हैं। बाबा ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत लोकपाल बिल और काला धन देश में लाने के लिए सरकार को इसलिए डर लगता है, क्योंकि उसके आधे मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं।टिप्पणियां वहीं, अन्ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण सामान्य लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। जो सरकारी योजनाएं चल रही हैं, उसका 10 पैसा भी लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने भी दोहराया कि मजबूत लोकपाल बिल लाने की सरकार की मंशा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंकों में जमा काला धन नेताओं का ही है, इसीलिए सरकार इस पर कतई गंभीर नहीं है। सरकार अपने भ्रष्टाचार के आरोपी 14 मंत्रियों के खिलाफ जांच नहीं करवा रही है, और यह हमारे साथ नहीं, जनता के साथ धोखा है। अन्ना ने कहा कि जब तक जनलोकपाल बिल नहीं आएगा, आंदोलन जारी रहेगा। एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस में 9 अगस्त को होने जा रहे अपने संयुक्त अनशन की जानकारी देते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद मजबूत लोकपाल बिल नहीं आया, क्योंकि सरकार की मंशा साफ नहीं है, और इस वजह से जनता की उम्मीदें धूमिल हो रही हैं। बाबा ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत लोकपाल बिल और काला धन देश में लाने के लिए सरकार को इसलिए डर लगता है, क्योंकि उसके आधे मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं।टिप्पणियां वहीं, अन्ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण सामान्य लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। जो सरकारी योजनाएं चल रही हैं, उसका 10 पैसा भी लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने भी दोहराया कि मजबूत लोकपाल बिल लाने की सरकार की मंशा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंकों में जमा काला धन नेताओं का ही है, इसीलिए सरकार इस पर कतई गंभीर नहीं है। सरकार अपने भ्रष्टाचार के आरोपी 14 मंत्रियों के खिलाफ जांच नहीं करवा रही है, और यह हमारे साथ नहीं, जनता के साथ धोखा है। अन्ना ने कहा कि जब तक जनलोकपाल बिल नहीं आएगा, आंदोलन जारी रहेगा। बाबा ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत लोकपाल बिल और काला धन देश में लाने के लिए सरकार को इसलिए डर लगता है, क्योंकि उसके आधे मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं।टिप्पणियां वहीं, अन्ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण सामान्य लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। जो सरकारी योजनाएं चल रही हैं, उसका 10 पैसा भी लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने भी दोहराया कि मजबूत लोकपाल बिल लाने की सरकार की मंशा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंकों में जमा काला धन नेताओं का ही है, इसीलिए सरकार इस पर कतई गंभीर नहीं है। सरकार अपने भ्रष्टाचार के आरोपी 14 मंत्रियों के खिलाफ जांच नहीं करवा रही है, और यह हमारे साथ नहीं, जनता के साथ धोखा है। अन्ना ने कहा कि जब तक जनलोकपाल बिल नहीं आएगा, आंदोलन जारी रहेगा। वहीं, अन्ना हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण सामान्य लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। जो सरकारी योजनाएं चल रही हैं, उसका 10 पैसा भी लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने भी दोहराया कि मजबूत लोकपाल बिल लाने की सरकार की मंशा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंकों में जमा काला धन नेताओं का ही है, इसीलिए सरकार इस पर कतई गंभीर नहीं है। सरकार अपने भ्रष्टाचार के आरोपी 14 मंत्रियों के खिलाफ जांच नहीं करवा रही है, और यह हमारे साथ नहीं, जनता के साथ धोखा है। अन्ना ने कहा कि जब तक जनलोकपाल बिल नहीं आएगा, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बैंकों में जमा काला धन नेताओं का ही है, इसीलिए सरकार इस पर कतई गंभीर नहीं है। सरकार अपने भ्रष्टाचार के आरोपी 14 मंत्रियों के खिलाफ जांच नहीं करवा रही है, और यह हमारे साथ नहीं, जनता के साथ धोखा है। अन्ना ने कहा कि जब तक जनलोकपाल बिल नहीं आएगा, आंदोलन जारी रहेगा।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस में 9 अगस्त के अनशन की जानकारी देते हुए बाबा और अन्ना ने कहा कि मजबूत लोकपाल बिल नहीं आने से जनता की उम्मीदें धूमिल हो रही हैं।
19
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: वेब पोर्टल कोबरापोस्ट द्वारा कुछ सरकारी बैंकों और जीवन बीमा निगम (एलआईसी) पर कथित तौर से मनी लांड्रिंग गतिविधियों में शामिल रहने के खुलासे के बाद सरकार ने कहा कि इस मामले में 31 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। विभिन्न नियमों के उल्लंघन के मामले में कुछ कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि अब तक विभिन्न सरकारी बैंकों के 15 अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। इनमें से एक बीमा क्षेत्र से है। इसके अलावा इसके अलावा सरकारी बैंकों के 10 अधिकारियों से उनका काम वापस लिया गया है। छह अन्य अधिकारियों को छुट्टी पर जाने का निर्देश दिया गया है। इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई विभिन्न बैंकिंग नियमों और नियमनों के उल्लंघन के लिए की गई है। वित्तीय सेवा सचिव राजीव टकरू ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और एलआईसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशकों से इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने को कहा था। टिप्पणियां विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुछ सरकारी बैंकों ने पहले ही कार्रवाई की है और कुछेक मामलों पर यह प्रक्रिया चल रही है। भविष्य में और कार्रवाई रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। हालांकि, विज्ञप्ति में कर्मचारियों या बैंकों का ब्योरा नहीं दिया गया है। टकरू ने बैंकों और एलआईसी के प्रमुखों से प्राथमिकता के आधार पर इस मामले में कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है। वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि अब तक विभिन्न सरकारी बैंकों के 15 अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। इनमें से एक बीमा क्षेत्र से है। इसके अलावा इसके अलावा सरकारी बैंकों के 10 अधिकारियों से उनका काम वापस लिया गया है। छह अन्य अधिकारियों को छुट्टी पर जाने का निर्देश दिया गया है। इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई विभिन्न बैंकिंग नियमों और नियमनों के उल्लंघन के लिए की गई है। वित्तीय सेवा सचिव राजीव टकरू ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और एलआईसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशकों से इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने को कहा था। टिप्पणियां विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुछ सरकारी बैंकों ने पहले ही कार्रवाई की है और कुछेक मामलों पर यह प्रक्रिया चल रही है। भविष्य में और कार्रवाई रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। हालांकि, विज्ञप्ति में कर्मचारियों या बैंकों का ब्योरा नहीं दिया गया है। टकरू ने बैंकों और एलआईसी के प्रमुखों से प्राथमिकता के आधार पर इस मामले में कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है। इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई विभिन्न बैंकिंग नियमों और नियमनों के उल्लंघन के लिए की गई है। वित्तीय सेवा सचिव राजीव टकरू ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और एलआईसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशकों से इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने को कहा था। टिप्पणियां विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुछ सरकारी बैंकों ने पहले ही कार्रवाई की है और कुछेक मामलों पर यह प्रक्रिया चल रही है। भविष्य में और कार्रवाई रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। हालांकि, विज्ञप्ति में कर्मचारियों या बैंकों का ब्योरा नहीं दिया गया है। टकरू ने बैंकों और एलआईसी के प्रमुखों से प्राथमिकता के आधार पर इस मामले में कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुछ सरकारी बैंकों ने पहले ही कार्रवाई की है और कुछेक मामलों पर यह प्रक्रिया चल रही है। भविष्य में और कार्रवाई रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। हालांकि, विज्ञप्ति में कर्मचारियों या बैंकों का ब्योरा नहीं दिया गया है। टकरू ने बैंकों और एलआईसी के प्रमुखों से प्राथमिकता के आधार पर इस मामले में कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है। टकरू ने बैंकों और एलआईसी के प्रमुखों से प्राथमिकता के आधार पर इस मामले में कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है।
संक्षिप्त पाठ: वेब पोर्टल कोबरापोस्ट द्वारा कुछ सरकारी बैंकों और जीवन बीमा निगम (एलआईसी) पर कथित तौर से मनी लांड्रिंग गतिविधियों में शामिल रहने के खुलासे के बाद सरकार ने कहा कि इस मामले में 31 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
27
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका के एक सांसद ने अमेरिकी सरकार से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और विचारों का यह कहते हुए खुले और पूर्ण रूप से समर्थन करने को कहा है कि उनके असाधारण नेतृत्व के चलते ही उनका राज्य अब देश की आर्थिक महाशक्ति है। अमेरिकी सांसद एफएन फालेओमावेगा ने अमेरिका संसद की प्रतिनिधि सभा में दिए अपने संबोधन में कहा, ऐसी सफलता के साथ मैं यह पूरी उम्मीद करता हूं कि अमेरिका अब गुजरात के प्रति नया नजरिया अपनाएगा और मुख्यमंत्री मोदी के विचारों को पूर्ण और खुले ढंग से समर्थन करेगा, क्योंकि वह पूरे विश्व के लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए घरेलू और विदेशों में नौकरियां सृजित करके विश्व अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।टिप्पणियां अमेरिकी प्रतिनिधिसभा में गैर मतदान प्रतिनिधि फालेओमावेगा अमेरिकी कांग्रेस में अमेरिका सामोआ का प्रतिनिधित्व करते हैं और वह एशिया, प्रशांत और वैश्विक पर्यावरण की हाउस फॉरेन अफेयर्स सबकमेटी में डेमोक्रेटिक रैंकिंग सदस्य हैं। वह अमेरिकी कांग्रेस के एकमात्र सदस्य हैं, जो 113वीं कांग्रेस में गुजरात के मुख्यमंत्री के खुले समर्थन में सामने आए हैं। फालेओमावेगा ने कहा, मोदी की दूरदृष्टि असामान्य है। उनका नेतृत्व असाधारण है। उन्होंने कहा, उनके असाधारण नेतृत्व के चलते गुजरात अब आर्थिक शक्ति है तथा फोर्ड और जनरल मोटर्स जैसी कंपनियां कारखाने लगा रही हैं। यह एक ऐसा कदम है जो अमेरिका-भारत व्यापार एवं निवेश को मजबूती प्रदान करने का वादा करता है। अमेरिकी सांसद एफएन फालेओमावेगा ने अमेरिका संसद की प्रतिनिधि सभा में दिए अपने संबोधन में कहा, ऐसी सफलता के साथ मैं यह पूरी उम्मीद करता हूं कि अमेरिका अब गुजरात के प्रति नया नजरिया अपनाएगा और मुख्यमंत्री मोदी के विचारों को पूर्ण और खुले ढंग से समर्थन करेगा, क्योंकि वह पूरे विश्व के लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए घरेलू और विदेशों में नौकरियां सृजित करके विश्व अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।टिप्पणियां अमेरिकी प्रतिनिधिसभा में गैर मतदान प्रतिनिधि फालेओमावेगा अमेरिकी कांग्रेस में अमेरिका सामोआ का प्रतिनिधित्व करते हैं और वह एशिया, प्रशांत और वैश्विक पर्यावरण की हाउस फॉरेन अफेयर्स सबकमेटी में डेमोक्रेटिक रैंकिंग सदस्य हैं। वह अमेरिकी कांग्रेस के एकमात्र सदस्य हैं, जो 113वीं कांग्रेस में गुजरात के मुख्यमंत्री के खुले समर्थन में सामने आए हैं। फालेओमावेगा ने कहा, मोदी की दूरदृष्टि असामान्य है। उनका नेतृत्व असाधारण है। उन्होंने कहा, उनके असाधारण नेतृत्व के चलते गुजरात अब आर्थिक शक्ति है तथा फोर्ड और जनरल मोटर्स जैसी कंपनियां कारखाने लगा रही हैं। यह एक ऐसा कदम है जो अमेरिका-भारत व्यापार एवं निवेश को मजबूती प्रदान करने का वादा करता है। अमेरिकी प्रतिनिधिसभा में गैर मतदान प्रतिनिधि फालेओमावेगा अमेरिकी कांग्रेस में अमेरिका सामोआ का प्रतिनिधित्व करते हैं और वह एशिया, प्रशांत और वैश्विक पर्यावरण की हाउस फॉरेन अफेयर्स सबकमेटी में डेमोक्रेटिक रैंकिंग सदस्य हैं। वह अमेरिकी कांग्रेस के एकमात्र सदस्य हैं, जो 113वीं कांग्रेस में गुजरात के मुख्यमंत्री के खुले समर्थन में सामने आए हैं। फालेओमावेगा ने कहा, मोदी की दूरदृष्टि असामान्य है। उनका नेतृत्व असाधारण है। उन्होंने कहा, उनके असाधारण नेतृत्व के चलते गुजरात अब आर्थिक शक्ति है तथा फोर्ड और जनरल मोटर्स जैसी कंपनियां कारखाने लगा रही हैं। यह एक ऐसा कदम है जो अमेरिका-भारत व्यापार एवं निवेश को मजबूती प्रदान करने का वादा करता है। फालेओमावेगा ने कहा, मोदी की दूरदृष्टि असामान्य है। उनका नेतृत्व असाधारण है। उन्होंने कहा, उनके असाधारण नेतृत्व के चलते गुजरात अब आर्थिक शक्ति है तथा फोर्ड और जनरल मोटर्स जैसी कंपनियां कारखाने लगा रही हैं। यह एक ऐसा कदम है जो अमेरिका-भारत व्यापार एवं निवेश को मजबूती प्रदान करने का वादा करता है।
यहाँ एक सारांश है:अमेरिका के एक सांसद ने अमेरिकी सरकार से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और विचारों का यह कहते हुए खुले और पूर्ण रूप से समर्थन करने को कहा है कि उनके असाधारण नेतृत्व के चलते ही उनका राज्य अब देश की आर्थिक महाशक्ति है।
4
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: त्योहारी सीजन से पहले सरकार ने बुधवार को रेल कर्मचारियों को 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. यह लगातार पांचवां साल है, जबकि रेलकर्मियों को इस स्तर का बोनस मिलेगा. इस बार बोनस की गणना के लिए वेतन सीमा 3500 रुपये से बढ़ाकर 7,000 रुपये की गई है, जिससे रेलकर्मियों की बोनस राशि दोगुना होने की संभावना है. पिछले साल प्रति कर्मचारी दिया गया न्यूनतम बोनस 8,975 रुपये था. इसके तहत रेलवे के देशभर में फैले सभी गैर-राजपत्रित कर्मचारी आते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में वित्त वर्ष 2015-16 के लिए रेलवे के गैर- राजपत्रित कर्मचारियों (आरपीएफ-आरपीएसएफ कर्मियों को छोड़कर) को 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. रेलवे के करीब 12 लाख कर्मचारियों को हर साल दशहरे से पहले उत्पादकता आधारित बोनस दिया जाता है. इससे रेलवे पर 2,090.96 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। साल 2011-12, 2012-13, 2013-14, 2014-15 में भी रेल कर्मियों को 78 दिन के वेतन के बराबर बोनस दिया गया था. नेशनल फेडरेशन ऑफ रेलवेमैन के महासचिव एम राघवैया ने कहा, 'हमने सरकार से रेल कर्मचारियों के लिए 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस मांगा था. हमें खुशी है कि सरकार ने हमारे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.' उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए 78 दिन का वेतन करीब 18,000 रुपये बैठेगा.टिप्पणियां इस फैसले का स्वागत करते हुए ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि चूंकि उत्पादकता आधारित बोनस की सीमा को 3,500 से बढ़ाकर 7,000 रुपये कर दिया गया है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि कर्मचारियों को पिछले साल के बोनस की तुलना में दोगुनी राशि मिलेगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस बार बोनस की गणना के लिए वेतन सीमा 3500 रुपये से बढ़ाकर 7,000 रुपये की गई है, जिससे रेलकर्मियों की बोनस राशि दोगुना होने की संभावना है. पिछले साल प्रति कर्मचारी दिया गया न्यूनतम बोनस 8,975 रुपये था. इसके तहत रेलवे के देशभर में फैले सभी गैर-राजपत्रित कर्मचारी आते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में वित्त वर्ष 2015-16 के लिए रेलवे के गैर- राजपत्रित कर्मचारियों (आरपीएफ-आरपीएसएफ कर्मियों को छोड़कर) को 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. रेलवे के करीब 12 लाख कर्मचारियों को हर साल दशहरे से पहले उत्पादकता आधारित बोनस दिया जाता है. इससे रेलवे पर 2,090.96 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। साल 2011-12, 2012-13, 2013-14, 2014-15 में भी रेल कर्मियों को 78 दिन के वेतन के बराबर बोनस दिया गया था. नेशनल फेडरेशन ऑफ रेलवेमैन के महासचिव एम राघवैया ने कहा, 'हमने सरकार से रेल कर्मचारियों के लिए 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस मांगा था. हमें खुशी है कि सरकार ने हमारे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.' उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए 78 दिन का वेतन करीब 18,000 रुपये बैठेगा.टिप्पणियां इस फैसले का स्वागत करते हुए ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि चूंकि उत्पादकता आधारित बोनस की सीमा को 3,500 से बढ़ाकर 7,000 रुपये कर दिया गया है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि कर्मचारियों को पिछले साल के बोनस की तुलना में दोगुनी राशि मिलेगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में वित्त वर्ष 2015-16 के लिए रेलवे के गैर- राजपत्रित कर्मचारियों (आरपीएफ-आरपीएसएफ कर्मियों को छोड़कर) को 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. रेलवे के करीब 12 लाख कर्मचारियों को हर साल दशहरे से पहले उत्पादकता आधारित बोनस दिया जाता है. इससे रेलवे पर 2,090.96 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। साल 2011-12, 2012-13, 2013-14, 2014-15 में भी रेल कर्मियों को 78 दिन के वेतन के बराबर बोनस दिया गया था. नेशनल फेडरेशन ऑफ रेलवेमैन के महासचिव एम राघवैया ने कहा, 'हमने सरकार से रेल कर्मचारियों के लिए 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस मांगा था. हमें खुशी है कि सरकार ने हमारे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.' उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए 78 दिन का वेतन करीब 18,000 रुपये बैठेगा.टिप्पणियां इस फैसले का स्वागत करते हुए ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि चूंकि उत्पादकता आधारित बोनस की सीमा को 3,500 से बढ़ाकर 7,000 रुपये कर दिया गया है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि कर्मचारियों को पिछले साल के बोनस की तुलना में दोगुनी राशि मिलेगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रेलवे के करीब 12 लाख कर्मचारियों को हर साल दशहरे से पहले उत्पादकता आधारित बोनस दिया जाता है. इससे रेलवे पर 2,090.96 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। साल 2011-12, 2012-13, 2013-14, 2014-15 में भी रेल कर्मियों को 78 दिन के वेतन के बराबर बोनस दिया गया था. नेशनल फेडरेशन ऑफ रेलवेमैन के महासचिव एम राघवैया ने कहा, 'हमने सरकार से रेल कर्मचारियों के लिए 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस मांगा था. हमें खुशी है कि सरकार ने हमारे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.' उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए 78 दिन का वेतन करीब 18,000 रुपये बैठेगा.टिप्पणियां इस फैसले का स्वागत करते हुए ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि चूंकि उत्पादकता आधारित बोनस की सीमा को 3,500 से बढ़ाकर 7,000 रुपये कर दिया गया है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि कर्मचारियों को पिछले साल के बोनस की तुलना में दोगुनी राशि मिलेगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नेशनल फेडरेशन ऑफ रेलवेमैन के महासचिव एम राघवैया ने कहा, 'हमने सरकार से रेल कर्मचारियों के लिए 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस मांगा था. हमें खुशी है कि सरकार ने हमारे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.' उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए 78 दिन का वेतन करीब 18,000 रुपये बैठेगा.टिप्पणियां इस फैसले का स्वागत करते हुए ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि चूंकि उत्पादकता आधारित बोनस की सीमा को 3,500 से बढ़ाकर 7,000 रुपये कर दिया गया है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि कर्मचारियों को पिछले साल के बोनस की तुलना में दोगुनी राशि मिलेगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस फैसले का स्वागत करते हुए ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि चूंकि उत्पादकता आधारित बोनस की सीमा को 3,500 से बढ़ाकर 7,000 रुपये कर दिया गया है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि कर्मचारियों को पिछले साल के बोनस की तुलना में दोगुनी राशि मिलेगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सारांश: करीब 12 लाख कर्मियों को दशहरे से पहले उत्पादकता आधारित बोनस मिलता है इस बार बोनस की गणना के लिए वेतन सीमा 3,500 से बढ़ाकर 7,000 रुपये की गई पिछले साल प्रति कर्मचारी दिया गया न्यूनतम बोनस 8,975 रुपये था
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: आरआरबी ग्रुप डी परीक्षा का रिजल्ट (RRB Group D Result) जल्द ही जारी कर दिया जाएगा. आरआरबी (RRB) के अधिकारी ने NDTV को बताया,'' रेलवे बोर्ड 28 फरवरी तक ग्रुप डी का रिजल्ट (RRB Result) जारी कर देगा. रिजल्ट जारी होने से पहले एक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा.'' बता दें कि फरवरी का महीना खत्म होने वाला है. ऐसे में आज या कल में रिजल्ट (RRB Group D Result 2019) से संबंधित नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है. ऐसे में उम्मीदवार अपने रीजन की आरआरबी वेबसाइट पर विजिट करते रहें. ग्रुप डी के पदों पर नोटिफिकेशन पिछले साल फरवरी में जारी किया गया था. लेकिन 1 साल में भी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है. साथ ही रेलवे एनटीपीसी (RRB NTPC) और अन्य कैटेगरी के तहत 1 लाख 30 हजार पदों पर भर्ती करने वाला है. बता दें कि अगर नए पदों पर आवेदन की प्रक्रिया के समय रिजल्ट जारी किया जाता है, तो वेबसाइट्स के बुरी तरह क्रैश हो सकती हैं. ग्रुप डी की परीक्षा आरआरबी (Railway Recruitment Board) की सभी वेबसाइट्स पर जारी किया जाएगा. 1 करोड़ 17 लाख उम्मीदवारों को अपने रिजल्ट का इंतजार है. उम्मीदवार अपना रिजल्ट रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि की मदद से लॉग इन कर चेक कर पाएंगे. ग्रुप डी (RRB Group D) की पहली स्टेज की परीक्षा के बाद दूसरे स्टेज की शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी. शारीरिक दक्षता परीक्षा के बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होगी. उम्मीदवार नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलों कर अपना  रिजल्ट चेक कर पाएंगे.
सारांश: ग्रुप डी का रिजल्ट जल्द जारी होगा. परीक्षा का रिजल्ट आरआरबी की सभी वेबसाइट्स पर जारी किया जाएगा. उम्मीदवार अपना रिजल्ट लॉग इन कर चेक कर पाएंगे.
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: महाराष्ट्र की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने बुधवार सुबह अचानक एनसीपी नेता छगन भुजबल से मुलाक़ात कर सबको चौंका दिया. भुजबल इन दिनों आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं. इस वजह से एक आरोपी से राज्य की मंत्री की मुलाक़ात ने महाराष्ट्र के राजनितिक निरीक्षकों की भवें तान दी हैं. बुधवार की सुबह पंकजा मुंडे का पूर्वनियोजित दौरा था, जिसके लिए वे महाराष्ट्र के कुपोषणग्रस्त इलाके जव्हार-मोखाडा तहसील में जानेवाली थी. इसलिए प्रशासन ने इलाके में धारा 144 भी लागू की थी. इस दौरे पर निकली पंकजा मुंडे ने अपना काफिला महाराष्ट्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जे जे अस्पताल की तरफ़ मोड़ दिया. मुंबई स्थित जे जे अस्पताल में बुख़ार और उच्च रक्तचाप के चलते छगन भुजबल का ईलाज चल रहा है. भुजबल को मुंबई की आर्थर रोड जेल से पिछले ही हफ्ते इस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रत्यक्षदर्शी सूत्र बताते हैं कि पंकजा को मिलने के लिए आया देख छगन भुजबल का आत्मसंयम जवाब दे गया और वे खुद को रोक न सके. ऐसे में अस्पताल के उस रूम का माहौल कुछ देर के लिए ग़मगीन हो गया था. जिस में मंत्री पंकजा ने भुजबल का ढांढस बंधाया. टिप्पणियां पंकजा के पिता और बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे और छगन भुजबल में ख़ासी दोस्ती थी. दोनों राज्य के ओबीसी नेताओं के रूप में परिचित थे. दोनों की राजनीति में उन्हें प्रस्थापित मराठा राजनेताओं से संघर्ष करना पड़ा. ऐसे में जब महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन जोर पकड़ रहा है तब पंकजा और भुजबल की मुलाक़ात ने राजनीतिक हलकों में अचरज पैदा किया है. जव्हार-मोखड़ा का अपना दौरा ख़त्म करने के बाद पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की. उन्होंने कहा कि भुजबल से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं और वे उनका हालचाल पूछने गयी थी. बुधवार की सुबह पंकजा मुंडे का पूर्वनियोजित दौरा था, जिसके लिए वे महाराष्ट्र के कुपोषणग्रस्त इलाके जव्हार-मोखाडा तहसील में जानेवाली थी. इसलिए प्रशासन ने इलाके में धारा 144 भी लागू की थी. इस दौरे पर निकली पंकजा मुंडे ने अपना काफिला महाराष्ट्र के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जे जे अस्पताल की तरफ़ मोड़ दिया. मुंबई स्थित जे जे अस्पताल में बुख़ार और उच्च रक्तचाप के चलते छगन भुजबल का ईलाज चल रहा है. भुजबल को मुंबई की आर्थर रोड जेल से पिछले ही हफ्ते इस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रत्यक्षदर्शी सूत्र बताते हैं कि पंकजा को मिलने के लिए आया देख छगन भुजबल का आत्मसंयम जवाब दे गया और वे खुद को रोक न सके. ऐसे में अस्पताल के उस रूम का माहौल कुछ देर के लिए ग़मगीन हो गया था. जिस में मंत्री पंकजा ने भुजबल का ढांढस बंधाया. टिप्पणियां पंकजा के पिता और बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे और छगन भुजबल में ख़ासी दोस्ती थी. दोनों राज्य के ओबीसी नेताओं के रूप में परिचित थे. दोनों की राजनीति में उन्हें प्रस्थापित मराठा राजनेताओं से संघर्ष करना पड़ा. ऐसे में जब महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन जोर पकड़ रहा है तब पंकजा और भुजबल की मुलाक़ात ने राजनीतिक हलकों में अचरज पैदा किया है. जव्हार-मोखड़ा का अपना दौरा ख़त्म करने के बाद पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की. उन्होंने कहा कि भुजबल से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं और वे उनका हालचाल पूछने गयी थी. प्रत्यक्षदर्शी सूत्र बताते हैं कि पंकजा को मिलने के लिए आया देख छगन भुजबल का आत्मसंयम जवाब दे गया और वे खुद को रोक न सके. ऐसे में अस्पताल के उस रूम का माहौल कुछ देर के लिए ग़मगीन हो गया था. जिस में मंत्री पंकजा ने भुजबल का ढांढस बंधाया. टिप्पणियां पंकजा के पिता और बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे और छगन भुजबल में ख़ासी दोस्ती थी. दोनों राज्य के ओबीसी नेताओं के रूप में परिचित थे. दोनों की राजनीति में उन्हें प्रस्थापित मराठा राजनेताओं से संघर्ष करना पड़ा. ऐसे में जब महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन जोर पकड़ रहा है तब पंकजा और भुजबल की मुलाक़ात ने राजनीतिक हलकों में अचरज पैदा किया है. जव्हार-मोखड़ा का अपना दौरा ख़त्म करने के बाद पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की. उन्होंने कहा कि भुजबल से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं और वे उनका हालचाल पूछने गयी थी. पंकजा के पिता और बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे और छगन भुजबल में ख़ासी दोस्ती थी. दोनों राज्य के ओबीसी नेताओं के रूप में परिचित थे. दोनों की राजनीति में उन्हें प्रस्थापित मराठा राजनेताओं से संघर्ष करना पड़ा. ऐसे में जब महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन जोर पकड़ रहा है तब पंकजा और भुजबल की मुलाक़ात ने राजनीतिक हलकों में अचरज पैदा किया है. जव्हार-मोखड़ा का अपना दौरा ख़त्म करने के बाद पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की. उन्होंने कहा कि भुजबल से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं और वे उनका हालचाल पूछने गयी थी. जव्हार-मोखड़ा का अपना दौरा ख़त्म करने के बाद पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की. उन्होंने कहा कि भुजबल से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं और वे उनका हालचाल पूछने गयी थी.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मुंबई स्थित जे जे अस्पताल में छगन भुजबल का ईलाज चल रहा है पंकजा मुंडे ने मिडिया से बात करते हुए मुलाक़ात की बात स्वीकार की पंकजा और भुजबल की मुलाक़ात ने राजनीतिक हलकों में अचरज पैदा किया है
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पंजाब की राजनीति में नया मोड़ आ गया है. बीजेपी छोड़कर आए पूर्व टेस्ट क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को बड़ा झटका लगा है क्योंकि सिद्धू की अगुवाई वाले आवाज़-ए-पंजाब के अहम नेता बैंस बंधु सिद्धू से किनारा चुके हैं. रविवार शाम आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद जिस तरह की तस्वीर और संकेत आए हैं उसके मुताबिक बैंस बंधु अब आम आदमी पार्टी के साथ जा रहे हैं. हालांकि वो पार्टी में शामिल नहीं होंगे लेकिन आप उनके साथ गठबंधन करके लुधियाना की वो दो सीटें उनके लिए छोड़ेगी जिसपर वो लड़ते और जीतते आए हैं. सोमवार को इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है.टिप्पणियां नवजोत सिंह सिद्धू, परगट सिंह और बैंस बंधु ने मिलकर आवाज़-ए-पंजाब नाम का मंच बनाया था जिसके दो अहम सदस्य - आत्म नगर से निर्दलीय विधायक सिमरजीत बैंस और उनके बड़े भाई बलविंदर बैंस जो लुधियाना दक्षिण से निर्दलीय विधायक हैं, दोनों आम आदमी पार्टी के साथ जा रहे हैं. आवाज़-ए-पंजाब नाम के सियासी मंच के तहत वो कांग्रेस और आप से मोल भाव करके आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका तलाश रहे थे लेकिन ऐसा लगता है कि जब कहीं बात ना बनी तो बैंस बंधु सिद्धू का साथ छोड़ रहे हैं. सिद्धू और परगट सिंह के सियासी भविष्य को लेकर सस्पेंस अभी बना हुआ है. रविवार शाम आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद जिस तरह की तस्वीर और संकेत आए हैं उसके मुताबिक बैंस बंधु अब आम आदमी पार्टी के साथ जा रहे हैं. हालांकि वो पार्टी में शामिल नहीं होंगे लेकिन आप उनके साथ गठबंधन करके लुधियाना की वो दो सीटें उनके लिए छोड़ेगी जिसपर वो लड़ते और जीतते आए हैं. सोमवार को इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है.टिप्पणियां नवजोत सिंह सिद्धू, परगट सिंह और बैंस बंधु ने मिलकर आवाज़-ए-पंजाब नाम का मंच बनाया था जिसके दो अहम सदस्य - आत्म नगर से निर्दलीय विधायक सिमरजीत बैंस और उनके बड़े भाई बलविंदर बैंस जो लुधियाना दक्षिण से निर्दलीय विधायक हैं, दोनों आम आदमी पार्टी के साथ जा रहे हैं. आवाज़-ए-पंजाब नाम के सियासी मंच के तहत वो कांग्रेस और आप से मोल भाव करके आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका तलाश रहे थे लेकिन ऐसा लगता है कि जब कहीं बात ना बनी तो बैंस बंधु सिद्धू का साथ छोड़ रहे हैं. सिद्धू और परगट सिंह के सियासी भविष्य को लेकर सस्पेंस अभी बना हुआ है. नवजोत सिंह सिद्धू, परगट सिंह और बैंस बंधु ने मिलकर आवाज़-ए-पंजाब नाम का मंच बनाया था जिसके दो अहम सदस्य - आत्म नगर से निर्दलीय विधायक सिमरजीत बैंस और उनके बड़े भाई बलविंदर बैंस जो लुधियाना दक्षिण से निर्दलीय विधायक हैं, दोनों आम आदमी पार्टी के साथ जा रहे हैं. आवाज़-ए-पंजाब नाम के सियासी मंच के तहत वो कांग्रेस और आप से मोल भाव करके आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका तलाश रहे थे लेकिन ऐसा लगता है कि जब कहीं बात ना बनी तो बैंस बंधु सिद्धू का साथ छोड़ रहे हैं. सिद्धू और परगट सिंह के सियासी भविष्य को लेकर सस्पेंस अभी बना हुआ है. आवाज़-ए-पंजाब नाम के सियासी मंच के तहत वो कांग्रेस और आप से मोल भाव करके आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका तलाश रहे थे लेकिन ऐसा लगता है कि जब कहीं बात ना बनी तो बैंस बंधु सिद्धू का साथ छोड़ रहे हैं. सिद्धू और परगट सिंह के सियासी भविष्य को लेकर सस्पेंस अभी बना हुआ है.
यहाँ एक सारांश है:सोमवार को बैंस बंधुओं के आप के साथ औपचारिक घोषणा संभव आप वो दो सीटें छोड़ेगी जिनपर बैंस बंधु जीतते आए हैं सिद्धू और परगट सिंह के सियासी भविष्य को लेकर सस्पेंस बरकरार
18
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारत द्वारा जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ पाकिस्तान सरकार से कार्रवाई की मांग का असर होता दिख रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान सरकार मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना रही है. सूत्रों का कहना है कि हालांकि पाकिस्तान सरकार ऐसा करते समय भारत के दबाव में नहीं दिखना चाहती है. यही वजह है कि पाकिस्तान अभी मसूद अजहर को जेल में डालने जैसी कार्रवाई के पक्ष में नहीं दिख रहा है. खबर है कि पाकिस्तान सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि यूएनएससी द्वारा मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकियों के लिस्ट में शामिल करने का वह विरोध न करे. अगर पाकिस्तान सरकार ऐसा करती है तो फिर चीन की तरफ से भी मसूद के विरोध में वीटो पावर के इस्तेमाल करने का आधार खत्म हो जाएगा. बता दें कि मसूद अजहर को लेकर यूएस, यूके और फ्रांस ने नया प्रस्ताव पेश किया है. इस प्रस्ताव को लेकर चीन के पास 13 मार्च तक वीटो का इस्तेमाल करने का मौका है. सूत्रों के अनुसार मदूस अजहर को लेकर इमरान खान सरकार बीते कुछ दिनों से इस मंथन में लगी है कि आखिर ऐसे ‘इंडिविजुअल्स' का साथ देकर क्या पाकिस्तान को क्या मिल रहा है. इमरान खान के इस सोच के पीछे वहां की आर्मी भी खड़ी दिखती है या कुछ यूं कहें कि इमरान खान को वहां की आर्मी का पूरा साथ मिल रहा है कि तो इसमें कोई अतिशयोक्ति  नहीं होगी. आर्मी के सपोर्ट की वजह से ही भारत के विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के बाद इमरान खान को पाकिस्तान में कोई विरोध नहीं झेलना पड़ा. ऐसा माना जा रहा है कि अगर यही फैसला नवाज शरीफ सरकार लेती तो पाकिस्तान में 'मोदी का यार पाकिस्तान का गद्दार जैसे नारे लगाए जाते.' विंग कमांडर को छोड़ने के इमरान खान सरकार के फैसले का पाकिस्तान में किसी भी राजनीतिक पार्टी ने विरोध नहीं किया, यहां तक की इसे लेकर कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन भी नहीं हुआ. सरकार से जुड़े सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की सरकार राष्ट्रीय हित में कुछ कड़े फैसले लेने की तैयारी में है. इसकी एक वजह यह है कि पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक मोर्चे पर कड़ी चुनौतियां झेल रहा है. आतंकवाद को लेकर कड़ा रुख दिखाए और इसपर काबू पाए बिना वो फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स के ग्रे लिस्ट से नहीं निकल सकता है. उसपर ब्लैक लिस्ट होने का खतरा अलग है, जो और आर्थिक चुनौती पेश करेगा. इसलिए इमरान सरकार जैसों के खिलाफ धीरे-धीरे कदम उठाने की तैयारी में हैं.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: जैश प्रमुख को लेकर पाकिस्तान सरकार ले सकती है फैसला भारत सरकार के दबाव का असर जल्द ही हो सकता है कोई बड़ा फैसला
11
['hin']
एक सारांश बनाओ: निजी बैंक के 30 हजार से भी ज्यादा ग्राहकों के क्रेडिट कार्ड चुराने और पिछले 28 महीनों में उनसे करोड़ों रुपये खर्च करने में कथित रूप से लिप्त व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।टिप्पणियां पुलिस के मुताबिक, महाराष्ट्र निवासी राजू तेवार का फोन का लोकेशन पुलिस को ठाणे के पालघर में मिला जहां पुलिस ने उसके फेसबुक प्रोफाइल पर लगी तस्वीर से उसकी पहचान की। उसने राजू नायक के नाम से प्रोफाइल बनाया था। पुलिस ने बताया कि उसके पास से कई लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस इस मामले की आगे जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, महाराष्ट्र निवासी राजू तेवार का फोन का लोकेशन पुलिस को ठाणे के पालघर में मिला जहां पुलिस ने उसके फेसबुक प्रोफाइल पर लगी तस्वीर से उसकी पहचान की। उसने राजू नायक के नाम से प्रोफाइल बनाया था। पुलिस ने बताया कि उसके पास से कई लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस इस मामले की आगे जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि उसके पास से कई लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस इस मामले की आगे जांच कर रही है।
यह एक सारांश है: निजी बैंक के 30 हजार से भी ज्यादा ग्राहकों के क्रेडिट कार्ड चुराने और पिछले 28 महीनों में उनसे करोड़ों रुपये खर्च करने में कथित रूप से लिप्त व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: चीन सरकार कोयला खनन उद्योग में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस साल सैकड़ों छोटी खदानों को बंद करेगी। राज्य कार्य सुरक्षा प्रशासन (एसएडब्लूएस) ने कहा है कि जानलेवा हादसों को रोकने के लिए इस साल 625 छोटी कोयला खदानों को बंद करने की योजना है। हाल में कोयला खदान विस्फोटों की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। बुधवार को दक्षिण पश्चिम सिचुआन प्रांत में धमाके में 43 लोग मारे गए थे। इस घटना में 54 श्रमिक घायल हो गए थे जिसमें से 17 की हालत नाजुक बनी हुई है।टिप्पणियां ‘शिन्हुआ समाचार एजेंसी’ के मुताबिक, हालांकि इन खदानों को लाइसेंस दिया गया था लेकिन इसमें क्षमता से ज्यादा उत्पादन हो रहा था। जांचकर्ताओं का कहना है कि खदान में सुरक्षा उपकरण भी अपर्याप्त थे। एसएडब्लूएस प्रवक्ता हुआंग यी ने कहा कि हालात में सुधार के बावजूद खदान में सुरक्षा को लेकर काफी खतरे की स्थिति है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2011 में कोयला खान हादसों में 1,973 श्रमिक मारे गए थे। राज्य कार्य सुरक्षा प्रशासन (एसएडब्लूएस) ने कहा है कि जानलेवा हादसों को रोकने के लिए इस साल 625 छोटी कोयला खदानों को बंद करने की योजना है। हाल में कोयला खदान विस्फोटों की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। बुधवार को दक्षिण पश्चिम सिचुआन प्रांत में धमाके में 43 लोग मारे गए थे। इस घटना में 54 श्रमिक घायल हो गए थे जिसमें से 17 की हालत नाजुक बनी हुई है।टिप्पणियां ‘शिन्हुआ समाचार एजेंसी’ के मुताबिक, हालांकि इन खदानों को लाइसेंस दिया गया था लेकिन इसमें क्षमता से ज्यादा उत्पादन हो रहा था। जांचकर्ताओं का कहना है कि खदान में सुरक्षा उपकरण भी अपर्याप्त थे। एसएडब्लूएस प्रवक्ता हुआंग यी ने कहा कि हालात में सुधार के बावजूद खदान में सुरक्षा को लेकर काफी खतरे की स्थिति है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2011 में कोयला खान हादसों में 1,973 श्रमिक मारे गए थे। बुधवार को दक्षिण पश्चिम सिचुआन प्रांत में धमाके में 43 लोग मारे गए थे। इस घटना में 54 श्रमिक घायल हो गए थे जिसमें से 17 की हालत नाजुक बनी हुई है।टिप्पणियां ‘शिन्हुआ समाचार एजेंसी’ के मुताबिक, हालांकि इन खदानों को लाइसेंस दिया गया था लेकिन इसमें क्षमता से ज्यादा उत्पादन हो रहा था। जांचकर्ताओं का कहना है कि खदान में सुरक्षा उपकरण भी अपर्याप्त थे। एसएडब्लूएस प्रवक्ता हुआंग यी ने कहा कि हालात में सुधार के बावजूद खदान में सुरक्षा को लेकर काफी खतरे की स्थिति है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2011 में कोयला खान हादसों में 1,973 श्रमिक मारे गए थे। ‘शिन्हुआ समाचार एजेंसी’ के मुताबिक, हालांकि इन खदानों को लाइसेंस दिया गया था लेकिन इसमें क्षमता से ज्यादा उत्पादन हो रहा था। जांचकर्ताओं का कहना है कि खदान में सुरक्षा उपकरण भी अपर्याप्त थे। एसएडब्लूएस प्रवक्ता हुआंग यी ने कहा कि हालात में सुधार के बावजूद खदान में सुरक्षा को लेकर काफी खतरे की स्थिति है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2011 में कोयला खान हादसों में 1,973 श्रमिक मारे गए थे। एसएडब्लूएस प्रवक्ता हुआंग यी ने कहा कि हालात में सुधार के बावजूद खदान में सुरक्षा को लेकर काफी खतरे की स्थिति है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2011 में कोयला खान हादसों में 1,973 श्रमिक मारे गए थे।
यह एक सारांश है: चीन सरकार कोयला खनन उद्योग में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस साल सैकड़ों छोटी खदानों को बंद करेगी।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: चीन के उद्योग धंधों में सुस्ती के संकेत हैं। चीन का व्यावसायिक परिवेश सूचकांक पहली तिमाही में घटकर 133.8 अंक रह गया। अर्थव्यवस्था में तेजी का बुलबुला फूटने की आशंका और ऊंची मुद्रास्फीति पर अंकुश के लिए सख्त मौद्रिक नीति के चलते समय-समय में ब्याज दरों में वृद्धि से यह स्थिति बनी है। अब इस पर चिंता बढ़ने लगी है। चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) के अनुसार कारोबारी प्रदर्शन सूचकांक पहली तिमाही में गिरकर 133.8 के स्तर पर आ गया। पिछले साल इसी अवधि में सूचकांक 138 अंक पर था। ब्यूरो ने कहा कि कड़ी मौद्रिक नीति और ब्याज दरों में बढ़ोतरी की तरफ बढ़ते कदमों से चिंता बढ़ रही है। चीन के केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति और अर्थव्यवस्था में तेजी का बुलबुला फूटने की आशंका में तेजी पर लगाम लगाने के लिए पिछले दिनों कई कदम उठाए। केंद्रीय बैंक ने मंगलवार को वार्षिक उधारी की बेंचमार्क दर को एक-चौथाई बढ़ाकर 6.31 प्रतिशत और जमा दर बढ़ाकर 3.25 प्रतिशत कर दी। बैंक छह माह से भी कम अवधि में चार बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर चुका है। कारोबारी परिवेश सूचकांक वृहद आर्थिक माहौल और भविष्य के घटनाक्रमों की तरफ इशारा करने वाला प्रमुख सूचकांक है। एचएसबीसी हॉल्डिंग्स ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा कि ऋण लागत में बढ़ोतरी से आर्थिक वृद्धि में सुस्ती आ सकती है और चीन की कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा।
सारांश: अर्थव्यवस्था में तेजी का बुलबुला फूटने की आशंका और सख्त मौद्रिक नीति के चलते समय-समय में ब्याज दरों में वृद्धि से यह स्थिति बनी है।
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