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{ | |
"title": "२. अकुसला धम्मा (१) मूलनयो", | |
"book_name": "यमकपाळि (पठमो भागो)", | |
"chapter": "(क) उद्देसो", | |
"gathas": [ | |
"मूलं हेतु निदानञ्च, सम्भवो पभवेन च।", | |
"समुट्ठानाहारारम्मणा", | |
"मूलं हेतु निदानञ्च, सम्भवो पभवेन च।", | |
"समुट्ठानाहारारम्मणा, पच्चयो समुदयेन चाति॥" | |
] | |
} |