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अगर आप शाहरुख की फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' देखने का प्लान बना रहे हैं, तो एक सरप्राइज के लिए तैयार रहिए. क्रेडिट के वक्त स्क्रीन पर एक प्यारा सा बच्चा दिखेगा. आपमें से कइयों ने उसे पहले भी देखा होगा, पर बड़े पर्दे पर यह उसका डेब्यू है. जी हां, हम बात कर रहे हैं शाहरुख खान के नन्हे बेटे अबराम की. अबराम के लिए पागल हैं शाहरुख: गौरी जिन दर्शकों ने यह फिल्म देखी है, उन्होंने बताया कि फिल्म में क्रेडिट वाले हिस्सा में अबराम को दिखाया गया है. इस दौरान शाहरुख खान भी अबराम के साथ नजर आए हैं. अबराम की इस धमाकेदार एंट्री को हर कोई पसंद कर रहा है, कुछ फोटो इंटरनेट पर भी वायरल हो रहे हैं.
दक्षिण कोरिया की राजधानी में दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा सम्मेलन के आखिरी दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि परमाणु हथियार से मुक्त दुनिया ही परमाणु सुरक्षा की सबसे बड़ी गारंटी है. सम्मेलन के बाद संयुक्त बयान में भी इस बात पर जोर दिया गया कि परमाणु सुरक्षा से सम्बंधित मुद्दों को संगत तरीके से निपटाया जाए, ताकि परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण इस्तेमाल सुनिश्चित किया जा सके. सम्मेलन के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया, ‘मार्च 2011 में जापान में सुनामी के कारण फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के क्षतिग्रस्त होने को देखते हुए परमाणु सुरक्षा के लिए संगत उपाय करने होंगे, ताकि परमाणु सुरक्षा एवं परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण इस्तेमाल सुनिश्चित किया जा सके.’ इससे पहले सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘परमाणु हथियार विहीन दुनिया के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी परमाणु हथियार सम्पन्न देशों को शामिल करते हुए एक बहुपक्षीय ढांचे की जरूरत है जो इसके प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करे.’ इस सम्बंध में उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की करीब 25 वर्ष पुरानी कार्ययोजना का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि वह कार्ययोजना इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए आज भी सबसे समग्र एवं व्यापाक योजना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हालांकि परमाणु सुरक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी राष्ट्र की होती है लेकिन टिकाऊ और प्रभावी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से इसे और मजबूत किया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘अंतर्राष्ट्रीय वैश्विक परमाणु सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने में आईएईए की केंद्रीय भूमिका है और मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत आईएईए के परमाणु सुरक्षा कोष में वर्ष 2012-13 में 10 लाख अमेरिकी डॉलर की सहायता करेगा.’ संयुक्त बयान में यह भी कहा गया कि परमाणु सुरक्षा को मजबूत बनाने के उपायों से परमाणु विकास एवं परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण इस्तेमाल से सम्बंधित विभिन्न देशों के अधिकारों पर कोई असर नहीं होगा. परमाणु आतंकवाद के प्रति चिंता जताते हुए इसमें कहा गया कि यदि अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है. इस खतरे से लड़ने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी उपाय व सहयोग की आवश्यकता है. वैश्विक परमाणु सुरक्षा ढांचे के निर्माण पर बयान में उम्मीद जताई गई कि कंवेंशन ऑन द फिजिकल प्रोटेक्शन ऑफ न्यूक्लियर मटेरियल (सीपीपीएनएम) और इंटरनेशनल कंवेंशन फॉर द सप्रेशन ऑफ एक्ट्स ऑफ न्यूक्लियर टेररिज्म (आईसीएसएएनटी) जैसे बहुपक्षीय साधनों को वैश्विक स्तर पर अपनाया जाएगा. इसमें यह भी उम्मीद जताई गई कि सीपीपीएनएम में संशोधन वर्ष 2014 तक पूरा हो जाएग. बयान में दुनिया के देशों से यह भी अपील की गई कि वे वर्ष 2014 तक उच्च प्रसंस्कृत यूरेनियम का कम से कम इस्तेमाल करें.
मॉनसून मुंबई पहुंच चुका है। रविवार को मुंबई में मॉनसून की बारिश हुई।टिप्पणियां इधर, दक्षिण-पूर्व मॉनसून उत्तर अरब सागर, दक्षिण गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के कई इलाकों में भी पुहंच चुका है। मुंबई शहर में लोग मॉनसून की पहली बारिश का जमकर मजा लेते देखे गए। इधर, दक्षिण-पूर्व मॉनसून उत्तर अरब सागर, दक्षिण गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के कई इलाकों में भी पुहंच चुका है। मुंबई शहर में लोग मॉनसून की पहली बारिश का जमकर मजा लेते देखे गए। मुंबई शहर में लोग मॉनसून की पहली बारिश का जमकर मजा लेते देखे गए।
यूपी के गोरखपुर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक कलयुगी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया. शव को ठिकाने लगाने ले जा रहे प्रेमी को रास्ते में ही गश्त कर रही पुलिस ने दबोच लिया. पुलिस ने मृतक की पत्नी समेत सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, घटना गोरखपुर के कैंट थाना स्थित विशुनपुरा इलाके की है. मृतक विवेक प्रताप सिंह की शादी सुषमा सिंह से हुई थी. परिजनों ने बताया, विवेक की पत्नी सुषमा सिंह का शादी से पहले डब्लू नाम के युवक से अफेयर चल रहा था. शादी के बाद भी डब्लू अक्सर उनकी कॉलोनी में आता-जाता रहता था. इतना ही नहीं, डब्लू कई बार विवेक और उसके परिजनों की गैर मौजूदगी में सुषमा के घर भी आ चुका था. सुषमा की इस करतूत का पता उसके पति को चल गया. जिसके बाद विवेक अपनी बीवी के ऊपर कड़ा पहरा देने लगा. विवेक की वजह से सुषमा अपने प्रेमी से नहीं मिल पा रही थी. प्यार में पड़ रहे पति के खलल से बौखलाई सुषमा ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक खौफनाक साजिश रच डाली. पुलिस के मुताबिक, घटना के दिन डब्लू अपने गांव के सोनू तेली, राधेश्याम सिंह और अनिल मौर्या के साथ सुषमा के घर पहुंच गया. सुषमा की रजामंदी से वह तीनों उसके घर में दाखिल हुए. जिसके बाद सुषमा की मदद से आरोपी विवेक के कमरे में जा पहुंचे. प्यार में पागल हो चुके सुषमा और डब्लू ने विवेक की ईंटों से कुचलकर बेरहमी से हत्या कर दी. घर में हो रही इस खौफनाक वारदात के बारे में किसी को भनक तक नहीं लगी. वारदात को अंजाम देने के बाद डब्लू शव को ठिकाने लगाने के लिए अपनी कार से निकल गया. अचानक इलाके में गश्त कर रही पुलिस की उन पर नजर पड़ गई. पुलिस को देख आरोपी घबरा गए और वहां से भागने लगे. पुलिस का शक गहरा गया और उन्होंने गाड़ी का पीछा कर सभी को धर दबोचा. कार से लाश मिलते ही पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपियों के बयान के आधार पर पुलिस ने सुषमा को भी उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने विवेक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
आयु मात्र छह वर्ष लेकिन काम ऐसा कि बड़े भी सुनकर दंग रह जाएं. राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चुने गए 23 वीर बच्चों में दो ऐसे बच्चे भी शामिल हैं जिनकी उम्र मात्र छह वर्ष है लेकिन इसके बावजूद दोनों ने अपनी जान की परवाह किये बिना अन्य बच्चों को बचाने के लिए जान की बाजी लगा दी. राजस्थान की कुमारी चम्पा कंवर (छह वर्ष) की अपनी बहन को बचाने के प्रयास में मौत हो गई. उसे मरणोपरांत यह पुरस्कार देने के लिए चुना गया. इसी प्रकार श्रणव कुमार की आयु भी मात्र छह वर्ष है. लेकिन छोटी उम्र होने के बावजूद उसने अपनी जान की बाजी लगाकर दो अन्य बच्चों की जान बचायी. चम्पा ने हालांकि अपनी बहन की जान बचाने का पूरा प्रयास किया लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सकी और इसमें दोनों की मौत हो गई. घटना दो नवम्बर 2009 की है. उस दिन चम्पा के माता पिता घर पर नहीं थे. चम्पा अपने भाई-बहनों के साथ खेल रही थी. तभी उसने देखा कि उनकी झोपड़ी में आग लग गई है. झोपड़ी को आग की लपटों में घिरा देखकर सभी बच्चे बाहर भागे लेकिन इस प्रयास में चम्पा की बहन सात महीने की पूनम अंदर ही छूट गई. अपनी बहन को आग में घिरा देखकर चम्पा आग में कूद गई लेकिन दोनों आग की चपेट में आ गई. इस दुर्घटना में चम्पा और उसकी बहन दोनों की मौत हो गई. वहीं छह वर्षीय श्रवण कुमार ने अपने प्राण संकट में डालकर आग से दो बच्चों की जान बचायी. घटना 26 अक्तूबर 2009 की है. राजस्थान के समेश्वर गांव निवासी झालाराम की झोपड़ी में अचानक आग लग गई. जिस समय आग लगी उस समय उनकी दो बेटियां और 10 बकरियां झोपड़ी में ही थीं. श्रवण झोपड़ी से करीब 200 मीटर दूर खेल रहा था. आग का धुआं उठते देखकर श्रवण झोपड़ी की ओर दौड़ा. झोपड़ी के पास आकर श्रवण ने देखा कि बकरियां आग में घिरी हुई हैं और दोनों बच्चियां चारपायी पर पड़ी सहायता के लिए चिल्ला रहीं हैं. श्रवण अपनी जान की परवाह किये बिना झोपड़ी में घुस गया और एक वर्षीय छोटी बच्ची को गोद में उठाया और ढाई वर्षीय दूसरी बच्ची का हाथ पकड़कर बाहर निकाल लाया. श्रवण उन्हें सुरक्षित अपने घर छोड़कर झालाराम को इसकी सूचना देने के लिए दौड़ा. आग लगने की सूचना पाकर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए लेकिन तब तक झोपड़ी में बंधी बकरियों की मौत हो चुकी थी और घर का सामान भी जलकर राख हो चुका था.
1 अक्टूबर 1928 को 360 किमी2 क्षेत्र के साथ मानस नेशनल पार्क को अभयारण्य घोषित किया गया था। मानस बायो रिज़र्व की स्थाफ्ना 1973 में बनाया गया था। अभयारण्य की घोषणा से पहले यह एक आरक्षित वन था जिसे मानस आर.एफ. और उत्तर कामरूप आर.एफ. के नाम से जाना जाता था इसका प्रयोग कूच बिहार का शाही परिवार और गौरीपुर के राजा शिकार के लिए आरक्षित रूप में करते थे। 1951 और 1955 में क्षेत्र को बढ़ाकर 391 किमी2 कर दिया गया। यह यूनेस्को द्वारा दिसंबर 1985 में एक विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
विजय बहादुर पाल,भारत के उत्तर प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा सभा में विधायक रहे। 2012 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश की तिर्वा विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र (निर्वाचन संख्या-197)से चुनाव जीता। Kannauj - उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार में माध्यमिक शिक्षा मंत्री रहे विजय बहादुर पाल का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। विजय बहादुर पाल के निधन से सपाईयों को बड़ा झटका लगा है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। इंदरगढ़ निवासी विजय बहादुर पाल तिर्वा विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2012 में निर्वाचित हुए थे। अखिलेश यादव की सरकार में उन्हें माध्यमिक शिक्षा मंत्री बनाया गया था। ये अपने विधानसभा क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। हालांकि विजय बहादुर पाल को 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से पराजय का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2016 में पूर्व मंत्री विजय बहादुर पाल ने फतेहपुर में एक सभा के दौरान बसपा सुप्रीमो पर बड़ा बयान दिया था। अपने बयानों के लिए ये हमेशा राजनीति में सुर्खियों में रहें। अखिलेश यादव ने विजय बहादुर पाल के निधन पर ट्वीट भी किया। इसमें उन्होंने दुख जाहिर किया और लिखा कि पूर्व मंत्री विजय बहादुर पाल तिर्वा क्षेत्र से कई बार विधायक रहें। उन्होंने शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। सन्दर्भ उत्तर प्रदेश 16वीं विधान सभा के सदस्य जीवित लोग तिर्वा के विधायक
बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद जीएसटी की उंची दर से नाखुश है. उसने सरकार से पूछा है कि बेहतर स्वास्थ्य के अधिकार के बिना लोग अच्छे दिन को कैसे महसूस और जी सकते हैं. कंपनी का कहना है कि आयुर्वेद उत्पाद के जरिये आम लोगों को सस्ती दर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सकती हैं. उद्योग संगठन एसोसिएशन आफ मैनुफैक्चरर्स आफ आयुर्वेदिक मेडिसिन्स (एएमएएम) ने भी कहा कि एक तरफ जहां सरकार आक्रमक तरीके से वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद को बढ़ावा दे रही है वहीं जीएसटी के तहत अधिक कर से कुदरती दवाएं महंगी होंगी तथा आम लोगों की पहुंच से बाहर हो जाएंगी. संगठन ने कहा कि प्रस्तावित 12 प्रतिशत के बजाए परंपरागत आयुर्वेदिक या जेनेरिक दवाएं शून्य और पेटेंटशुदा उत्पादों के लिये 5 प्रतिशत होना चाहिए. फिलहाल आयुर्वेदिक दवाएं और उत्पादों वैट समेत कुल कर प्रभाव 7 प्रतिशत है जो औषधि पर निर्भर है. जीएसटी व्यवस्था के तहत इन औषधियों पर 12 प्रतिशत कर रखा गया है. पतंजलि आयुर्वेद लि. तथा पतंजलि योगपीठ के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा, आयुर्वेदिक श्रेणी पर उच्च जीएसटी दर से हमें अचंभा हुआ और यह हमारे लिये निराशाजनक तथा दु:खद है. उन्होंने आगे कहा कि आयुर्वेद आम लोगों को सस्ती दर पर इलाज सुविधा उपलब्ध कराता है, यह सदियों से इलाज का परखा का हुआ जरिया है. ऐसे में उच्च कर लगाना उपयुक्त नहीं है. पतंजलि आयुर्वेद के तिजारावाला ने कहा, अच्छा स्वास्थ्य और स्वस्थ्य जीवन आम लोगों का मूल अधिकार है. इसके बिना कोई कैसे अच्छे दिन को महसूस कर सकता है. एएमएएम के महासचिव प्रदीप मुलतानी ने इसी प्रकार की राय जाहिर करते हुए कहा, भारत सरकार आक्रमक तरीके से आयुर्वेदिक उत्पादों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा दे रही है लेकिन उंची कर लगाने के बाद इका क्या मतलब है और देश में लोग इसका वहन नहीं कर सकते? उन्होंने कहा, जब प्रधानमंत्री आयुष को बढ़ावा देने के लिये कदम उठा रहे हैं, ऐसे में उक्त कदम दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे पहले, रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली डाबर इंडिया ने भी नये कर ढांचे को लेकर अप्रसन्नता जतायी है और कहा कि इसका आयुर्वेदिक दवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह, प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस की ग्रैंड शादी के बाद अब श्रद्धा कपूर की शादी की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं. ऐसा बज है कि श्रद्धा कपूर 2020 में कथित बॉयफ्रेंड रोहन श्रेष्ठ संग शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रद्धा कपूर ने शादी करने का मन बना लिया है और वो जल्द ही रोहन संग शादी कर लेंगी. सूत्रों के मुताबिक, श्रद्धा एक साल से रोहन को डेट कर रही हैं. दोनों एक दूसरे को सालों से जानते हैं, लेकिन साल 2018 में दोनों डेटिंग शुरू की. श्रद्धा अभी 33 साल की हैं. श्रद्धा के मां-पापा ने उन्हें शादी के बारे में सोचने की सलाह दी. इसके बाद श्रद्धा ने शादी के बारे में सोचते हुए रोहन से बात भी की है. अगर सब ठीक रहा तो दोनों 2020 में शादी कर सकते हैं. हालांकि, श्रद्धा ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्ठि नहीं की है. बता दें कि इससे पहले श्रद्धा और फरहान अख्तर के रिलेशनशिप की खबरें भी आई थीं. रिपोर्ट्स के अनुसार दोनों रॉक ऑन फिल्म की शूटिंग के दौरान करीब आए थे. हालांकि, श्रद्धा के पिता शक्ति कपूर ने ऐसी गॉसिप्स का खंडन किया था. View this post on Instagram 💖 A post shared by Shraddha (@shraddhakapoor) on Mar 21, 2019 at 10:53am PDT View this post on Instagram 🌺 A post shared by Shraddha (@shraddhakapoor) on Mar 8, 2019 at 9:55pm PST वर्कफ्रंट की बात करें तो बता दें कि फिल्म 'साहो' को का दूसरा टीजर चैप्टर 2 श्रद्धा कपूर के बर्थडे पर र‍िलीज किया गया था. इस फिल्म में बाहुबली स्टार प्रभास भी अहम भूमिका में हैं. टीजर में टीजर में प्रभास और श्रद्धा का जबरदस्त एक्शन लुक देखने को मिला था. इस फिल्म से श्रद्धा कपूर साउथ सिनेमा में डेब्यू कर रही हैं. साहो का निर्देशन सुजीत ने किया है.
भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में दाखिले के लिए एक ही स्थान पर एक ही समय होने वाली कैट परीक्षा दे रहे छात्रों के प्रश्नपत्र अलग अलग हों तो चौंकिए नहीं. कैट 2010 में ऐसा ही होने जा रहा है. परीक्षा में सटीकता एवं निष्पक्षता बनाये रखने के उद्देश्य से इस बार अंतरराष्ट्रीय मानदंडों पर आधारित बहु विविध प्रश्नपत्र तैयार किये गए हैं. गौरतलब है कि इस साल कैट परीक्षा 27 अक्तूबर से 24 नवंबर के बीच देश के 33 शहरों में आयोजित की जा रही है. परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था प्रोमेट्रिक के प्रबंध निदेशक सौमित्र राय ने कहा कि प्रत्येक छात्र का प्रश्न पत्र एक दूसरे से थोड़ा भिन्न होगा लेकिन इनका मूल्यांकन एक स्केल पर होगा. प्रश्नपत्रों का मूल्यांकन तीन खंडों और चार स्तरों पर किया जायेगा और लेकिन एक खंड में उच्च स्कोर का अर्थ यह नहीं होगा कि छात्र को दूसरे खंड में भी अधिक अंक प्राप्त होंगे. उन्होंने कहा कि चूंकी प्रत्येक प्रश्नपत्र एक दूसरे से थोड़े भिन्न होंगे, इसलिए संभव है कि कुछ प्रश्न अधिक कठिन हों . अगर दो छात्रों को अलग अलग प्रश्न पत्र मिले हैं और उन्होंने समान प्रश्नों के सही उत्तर दिये हैं तो इन्हें एक स्तर पर रखना उचित नहीं होगा . इसको ध्यान में रखते हुए दोनों छात्रों के प्रश्नपत्रों की तुलना की जायेगी और दोनों पत्रों में जो प्रश्न समान होंगे उसमें प्राप्त अंक को आधार बनाया जायेगा. तीसरे स्तर में एक सामान्य स्केल पर पसे’टाइल तैयार कर और तुलनात्मक आधार पर रैंक प्रदान की जायेगी. कैट परीक्षा 2010 में निष्पक्षता, सुगमता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक छात्र को एक सामान्य मापदंड पर परखने, अलग अलग तिथियों में अलग अलग समय पर परीक्षा लेने और प्रश्नपत्र के तथ्यों की सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है. मूल्यांकन की पद्धति के अनुसार, प्रथम स्तर पर छात्र के प्राप्तांक की गणना होगी जिसके तहत प्रत्येक सही उत्तर पर छात्र को तीन अंक और गलत होने पर उसमें से एक अंक काट लिये जायेंगे. प्रत्येक प्रश्नपत्र को समान रूप से चुनौतीपूर्ण बनाने का प्रयास किया गया है. कैट 2010 परीक्षा की अवधि 2 घंटा 30 मिनट की होगी जिसमें तीन खंडों में 60 प्रश्न होंगे. परीक्षा परिणाम 12 जनवरी 2011 को घोषित होंगे. पिछले साल पहली बार कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट 2009) परीक्षा ऑनलाइन हुई थी लेकिन तकनीकी खामियों ने इसकी व्यावहारिकता पर सवाल खड़े कर दिए थे. आनलाइन परीक्षा के आयोजन की त्रुटिहीन व्यवस्था के तहत पोमेट्रिक समुचित संसाधनों का उपयोग कर इस बात को सुनिश्चित कर रही है कि छात्रों को किसी प्रकार कर परेशानी नहीं हो. कैट परीक्षा 2010 की विवरणिका 30 अगस्त से 27 सितंबर के बीच एक्सिस बैंक में उपलब्ध होगी और पंजीकरण 30 सितंबर को बंद हो जायेगा. पिछली बार के अनुभव के बाद इस साल परीक्षार्थियों को किसी तरह की परेशानी से बचाने के लिए पुख्ता तैयारियां की गई है जिसमें 2.5 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों के शामिल होने की उम्मीद है.
यह लेख है: टिप्पणियां न्यायालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि नीलामी प्रक्रिया तय कार्यक्रम के अनुसार 14 अगस्त से शुरू होगी, लेकिन अगर समूह के प्रस्ताव के अनुसार 1,500 करोड़ रुपये का भुगतान सात सितंबर तक सेबी-सहारा रिफंड खाता में कर दिया जाता है, तब वह कोई और उपयुक्त आदेश जारी कर सकता है. समूह ने न्यायालय से 16 सितंबर तक नीलामी निलंबित करने को कहा था ताकि सहरा समूह के प्रमुख सुब्रत राय धन की व्यवस्था कर सके.  (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) न्यायालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि नीलामी प्रक्रिया तय कार्यक्रम के अनुसार 14 अगस्त से शुरू होगी, लेकिन अगर समूह के प्रस्ताव के अनुसार 1,500 करोड़ रुपये का भुगतान सात सितंबर तक सेबी-सहारा रिफंड खाता में कर दिया जाता है, तब वह कोई और उपयुक्त आदेश जारी कर सकता है. समूह ने न्यायालय से 16 सितंबर तक नीलामी निलंबित करने को कहा था ताकि सहरा समूह के प्रमुख सुब्रत राय धन की व्यवस्था कर सके.  (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दूरसंचार विभाग ने सिर्फ एक आपात नंबर के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. जिसके तहत भारत में सिर्फ एक इमरजेंसी नंबर 112 होगा. हालांकि पहले वाले इमरजेंसी नंबर अगले एक साल तक बने रहेंगे. 100, 101, 102 और 108 जैसे सभी मौजूदा आपात नंबरों को सेकेंडरी इमरजेंसी नंबर के तौर पर बरकरार रखा जाएगा और इन्हें एकमात्र आपात नंबर 112 में री-रूट कर दिया जाएगा. विभाग ने कहा, 'इन नंबरों को (जनजागरूकता अभियान चलाने के बाद) चरणबद्ध तरीके से बंद कर दिया जाएगा.' यानी अगले एक साल के बाद पहले के इमरजेंसी नंबर को बंद कर दिया जाएगा. हालांकि दूरसंचार विभाग ने ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) वाले मोबाइल फोन के ट्राई के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इनपुट - IANS
पाकिस्तान के जाने-माने पत्रकार हामिद मीर आज बाल-बाल बचे।उनकी गाड़ी के नीचे आतंकियों ने आधा किलो विस्फोटक लगाया हुआ था।टिप्पणियां हामिद मीर जियो न्यूज के सीनियर एंकर हैं, पत्रकारिता में उनका काफी नाम है। खबरों के मुताबिक, समय रहते मीर के ड्राइवर ने यह विस्फोटक देख लिया और इसकी जानकारी पुलिस को दी। कहा जा रहा है कि हामिद इसी कार से बाजार गए थे और यह बम भी उसी समय प्लांट किया गया। बम की सूचना मिलते ही बम निरोधक दस्ते ने इसे निष्क्रिय कर दिया। हामिद मीर जियो न्यूज के सीनियर एंकर हैं, पत्रकारिता में उनका काफी नाम है। खबरों के मुताबिक, समय रहते मीर के ड्राइवर ने यह विस्फोटक देख लिया और इसकी जानकारी पुलिस को दी। कहा जा रहा है कि हामिद इसी कार से बाजार गए थे और यह बम भी उसी समय प्लांट किया गया। बम की सूचना मिलते ही बम निरोधक दस्ते ने इसे निष्क्रिय कर दिया। कहा जा रहा है कि हामिद इसी कार से बाजार गए थे और यह बम भी उसी समय प्लांट किया गया। बम की सूचना मिलते ही बम निरोधक दस्ते ने इसे निष्क्रिय कर दिया।
लेख: पाकिस्तान ने यू-टर्न लेते हुए भारत को बताया कि वह शनिवार को भी गुरुद्वारा दरबार साहिब आने के लिए करतारपुर गलियारे से गुजरने वाले प्रत्येक श्रद्धालु से 20 डॉलर का सुविधा शुल्क लेगा. सूत्रों ने यह जानकारी दी. पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने गत सप्ताह ऐलान किया था कि नौ नवंबर को कोरिडोर के उद्घाटन वाले दिन और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर श्रद्धालुओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने प्रधानमंत्री इमरान खान के कथन का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को पुष्टि की थी कि उद्घाटन वाले दिन और 12 नवंबर को शुल्क से छूट होगी. करतारपुर गलियारा भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज चार किलोमीटर दूर करतारपुर में स्थित दरबार साहिब से जोड़ेगा. यह गलियारा शनिवार को श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा. इस अवसर पर भारत और पाकिस्तान अलग अलग समारोहों का आयोजन करेंगे.    सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने भारत को बताया कि शनिवार को भी करतारपुर गलियारे से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को 20 डॉलर का शुल्क देना होगा. उन्होंने बताया कि बहरहाल, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या उनसे भी शुल्क लिया जाएगा जो 550 सदस्यीय आधिकारिक जत्थे या प्रतिनिधिमंडल में यात्रा कर रहे हैं.   कश्मीर को लेकर द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के बावजूद पाकिस्तान और भारत ने पिछले माह एक समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 12 नवंबर को 550वीं जयंती के मद्देनजर नौ नवंबर को करतारपुर गलियारे के उद्घाटन का मार्ग प्रशस्त किया.  इस समझौते के तहत हर दिन 5,000 भारतीय श्रद्धालु गुरुद्वारा दरबार साहिब में दर्शन कर सकेंगे जहां गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम 18 साल बिताए थे. प्रत्येक श्रद्धालु को शुल्क के तौर पर 20 डॉलर देने होंगे. हालांकि भारत ने पाकिस्तान से अनुरोध किया है कि वह भारतीय श्रद्धालुओं से शुल्क न ले.
यह एक लेख है: मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच प्रतिष्ठित शेयरों में तेजी के चलते बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में गुरुवार को 382 अंकों की तेजी आई और यह लगभग छह सप्ताह के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सुबह 19,584.38 अंक पर मजबूत खुला। कारोबार के दौरान इसमें और मजबूती आई। सेंसेक्स अंतत: 381.94 अंक चढ़कर 19,676.06 अंक पर बंद हुआ।टिप्पणियां सेंसेक्स इससे पहले 31 मई को 19,760.30 अंक पर बंद हुआ था और 28 जून के बाद इसमें किसी एक कारोबारी सत्र में यह सबसे बड़ी तेजी है। सेंसेक्स में उछाल से बीएसई के बाजार पूंजीकरण में एक लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 118.40 अंक चढ़कर 5,935.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबारियों के अनुसार यूएस फेडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बर्नांके के उस बयान का बाजार पर असर रहा, जिसमें उन्होंने मौद्रिक प्रोत्साहन जारी रखने की बात कही थी। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सुबह 19,584.38 अंक पर मजबूत खुला। कारोबार के दौरान इसमें और मजबूती आई। सेंसेक्स अंतत: 381.94 अंक चढ़कर 19,676.06 अंक पर बंद हुआ।टिप्पणियां सेंसेक्स इससे पहले 31 मई को 19,760.30 अंक पर बंद हुआ था और 28 जून के बाद इसमें किसी एक कारोबारी सत्र में यह सबसे बड़ी तेजी है। सेंसेक्स में उछाल से बीएसई के बाजार पूंजीकरण में एक लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 118.40 अंक चढ़कर 5,935.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबारियों के अनुसार यूएस फेडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बर्नांके के उस बयान का बाजार पर असर रहा, जिसमें उन्होंने मौद्रिक प्रोत्साहन जारी रखने की बात कही थी। सेंसेक्स इससे पहले 31 मई को 19,760.30 अंक पर बंद हुआ था और 28 जून के बाद इसमें किसी एक कारोबारी सत्र में यह सबसे बड़ी तेजी है। सेंसेक्स में उछाल से बीएसई के बाजार पूंजीकरण में एक लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 118.40 अंक चढ़कर 5,935.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबारियों के अनुसार यूएस फेडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बर्नांके के उस बयान का बाजार पर असर रहा, जिसमें उन्होंने मौद्रिक प्रोत्साहन जारी रखने की बात कही थी। सेंसेक्स में उछाल से बीएसई के बाजार पूंजीकरण में एक लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 118.40 अंक चढ़कर 5,935.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबारियों के अनुसार यूएस फेडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बर्नांके के उस बयान का बाजार पर असर रहा, जिसमें उन्होंने मौद्रिक प्रोत्साहन जारी रखने की बात कही थी।
यूपी के झांसी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि बिहार की तरह हार के बाद मोदी के मुंह से यूपी शब्द नहीं निकलेगा. वहीं साझा रैली के दौरान यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव के बाद बीजेपी नेताओं को अपना ब्लड प्रेशर चैक कराना पड़ेगा. 'दोस्ती से बदला मोदी जी का मिजाज' राहुल ने आगे कहा कि मोदी जी हर रैली में सौदा करते हैं. उन्होंने सपा से कांग्रेस के गठबंधन पर बोला कि अखिलेश से मेरी दोस्ती के बाद मोदी जी का मिजाज बदल गया है. राहुल ने केंद्र सरकार की मेक इंडिया स्कीम पर भी सवाल उठाए. राहुल ने कहा कि मोदी जी मेक इन इंडिया की बात करते हैं लेकिन मेरे हाथ में जो फोन है वो भी मेड इन चाइना है. राहुल ने कहा कि हम यूपी में सब कुछ बनाएंगे और अमेरिका में बैठे ओबामा भी लखनऊ का आम खाएंगे. राहुल ने ये भी कहा कि मोदी जी ने अमीरों का कर्ज माफ किया लेकिन गरीबों को कुछ नहीं दिया. राहुल ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह अकेले काम करते-करते थक गए हैं इसलिए यूपी में अखिलेश को सीएम बनाकर मोदी जी को आराम दीजिए और फिर 2019 में मोदी जी फुल टाइम आराम करेंगे.
एम्स रायपुर में सीनियर रेसिडेंट पद के लिए वैकेंसी निकली हैं. यहां 25 पदों के लिए कुल 89 भर्तियां निकली है. इच्छुक उम्मीदवार वॉक इन इंटरव्यू देकर यह जॉब पा सकते हैं. वॉक इन इंटरव्यू डेट : 13 अगस्त 2014 सुबह 10 बजे पदों का विवरण: एनैटमी: 3 फिजियोलॉजी: 3 बायोकेमिस्ट्री: 3 पैथोलॉजी: 3 माइक्रोबायोलॉजी: 3 फार्माकोलॉजी: 3 फॉरेंसिक मेड/ टॉक्सीकोलॉजी : 2 कम्यूनिटी मेडिसीन/ फैमिली मेडिसीन: 2 जनरल मेडिसीन: 10 डर्मटालॉजी: 1 पीडीऐट्रिक्स: 3 जनरल सर्जरी: 10 ऑर्थोपेडिक्स: 6 आप्थेलमोलॉजी : 2 रेडियो डायग्नोसिस: 7 एनसथेसियोलॉजी: 6 ट्रांसफ्यूजन मेडिसीन एंड ब्लड बैंक : 2 रेडियो थेरेपी: 2 कार्डियोलॉजी: 2 न्यूरोलॉजी: 2 गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी: 4 पलमोनरी मेडिसीन: 2 इंडोक्राइनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म: 2 नियोनेटोलॉजी: 2 योग्यता: एमबीबीएस डिग्री पे स्केल: 15,600 से 39,100 रुपये + 6,600 ग्रेड पे उम्र सीमा: अधिकतम 33 साल एप्लीकेशन फीस: जनरल के लिए 1000 रुपये और एससी/ एसटी के लिए 800 रुपये हैं. अधिक जानकारी के लिए इस साइट पर www.aiimsraipur.edu.in लॉग इन करें.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले दिनों कच्चे तेल के दाम में आई तेजी के कारण गुरुवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि दर्ज की गई. ब्रेंट क्रूड का भाव 61 डॉलर प्रति बैरल से ऊंचा हो गया है, जबकि अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास का भाव 52 डॉलर प्रति बैरल के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ चुका है. दो दिनों की स्थिरता के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम में गुरुवार को फिर वृद्धि हुई. तेल विपणन कंपनियों ने देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 38 पैसे और डीजल के दाम में 29 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है. इसके साथ दिल्ली में पेट्रोल 68.88 रुपये लीटर हो गया है और डीजल का भी दाम बढ़कर 62.53 रुपये प्रति लीटर हो गया है. कोलकाता में पेट्रोल के दाम में 37 पैसे और डीजल में 29 पैसे की वृद्धि की गई है. मुंबई में पेट्रोल 37 पैसे और चेन्नई में 40 पैसे लीटर महंगा हो गया है. डीजल के दाम में मुंबई और चेन्नई में 31 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है. इस सप्ताह दूसरी बार पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई. इससे पहले तेल विपणन कंपनियों ने सोमवार को कीमतें बढ़ाई थीं. इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार गुरुवार को पेट्रोल की कीमतें दिल्ली में 68.88 रुपये, कोलकाता में 71.01 रुपये, मुंबई में 74.53 रुपये और चेन्नई में बढ़कर 71.47 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं. वहीं डीजल के दाम बढ़कर दिल्ली में 62.53 रुपये, कोलकाता में 64.30 रुपये, मुंबई में 65.43 रुपये और चेन्नई में 66.01 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं. दिल्ली-एनसीआर स्थित नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में पेट्रोल क्रमश: 69.09 रुपयेए 68.96 रुपयेए 70.33 रुपये और 70.12 रुपये प्रति लीटर हो गया है. इन चारों शहरों में डीजल क्रमश: 62.18 रुपयेए 62.04 रुपयेए 63.00 रुपये और 62.79 रुपये प्रति लीटर बिकने लगा है. देश कुछ अन्य प्रमुख शहरए चंडीगढ़, लखनऊ, पटना, रांचीए भोपाल और जयपुर में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 65.14 रुपये, 68.96 रुपये, 73.04 रुपये, 68.03 रुपये, 71.91 रुपये और 69.66 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं. इन छह शहरों में डीजल के भाव क्रमश: 59.56 रुपये, 62.07 रुपये, 65.80 रुपये, 63.67 रुपये, 63.75 रुपये और 64.90 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं.
यह लेख है: जंतर मंतर पर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को कवर करना कुछ पत्रकारों के लिए उस समय सिरदर्द बन गया जब जेबकतरों ने उनकी जेब काट दी और कथित तौर पर उनके सेलफोन पर हाथ साफ कर दिया. यह घटना दोपहर डेढ़ से ढाई बजे के बीच हुई. उस समय यह विरोध प्रदर्शन अपने परवान पर था. एक मीडियाकर्मी ने दावा किया, 'मैं दोपहर करीब दो बजे एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता की बाइट (बयान) ले रहा था. तभी मुझे एहसास हुआ कि किसी ने मेरी जेब पर हाथ फेरा और कुछ समझ पाता कि इससे पहले ही मेरा फोन चुरा लिया गया था.'टिप्पणियां कम से कम दो अन्य पत्रकारों ने भी यह शिकायत की कि कार्यक्रम कवर करते समय उनके फोन चुरा लिए गए. एक पत्रकार एक अग्रणी राष्ट्रीय टीवी चैनल के साथ काम करता है, वहीं दूसरा पीड़ित एक समाचार चैनल में कैमरामैन है. पुलिस ने कहा कि अभी तक केवल दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एक मीडियाकर्मी ने दावा किया, 'मैं दोपहर करीब दो बजे एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता की बाइट (बयान) ले रहा था. तभी मुझे एहसास हुआ कि किसी ने मेरी जेब पर हाथ फेरा और कुछ समझ पाता कि इससे पहले ही मेरा फोन चुरा लिया गया था.'टिप्पणियां कम से कम दो अन्य पत्रकारों ने भी यह शिकायत की कि कार्यक्रम कवर करते समय उनके फोन चुरा लिए गए. एक पत्रकार एक अग्रणी राष्ट्रीय टीवी चैनल के साथ काम करता है, वहीं दूसरा पीड़ित एक समाचार चैनल में कैमरामैन है. पुलिस ने कहा कि अभी तक केवल दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कम से कम दो अन्य पत्रकारों ने भी यह शिकायत की कि कार्यक्रम कवर करते समय उनके फोन चुरा लिए गए. एक पत्रकार एक अग्रणी राष्ट्रीय टीवी चैनल के साथ काम करता है, वहीं दूसरा पीड़ित एक समाचार चैनल में कैमरामैन है. पुलिस ने कहा कि अभी तक केवल दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस बच्चे का वीडियो पूरी दुनिया में देखा जा रहा है और हर किसी को अपना बचपन याद आ जाता है. ये मासूम बच्चा जिसकी उम्र मुश्किल से 2 साल होगी वह झपकी लेता है लेकिन थोड़ी ही देर में खुद को संभलता है और फिर हंसने लगता है. उसे देखकर ऐसा लगता है कि उसकी चोरी किसी ने पकड़ ली है.  इस मासूम को देखकर कोई भी अपनी हंसी रोक नहीं पाता है.   Adorable: Baby keeps smiling while dozing off pic.twitter.com/INTQVpr2fe — People's Daily,China (@PDChina) June 3, 2017 इस वीडियो पीपुल्स डेली चाइना की ओर से ट्वीट किया गया है. करीब 1 मिनट के इस वीडियो को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है. ट्विवटर पर इसको 270 पर रिट्वीट किया जा चुका है. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह बच्चा किसका है और कहां पर यह रिकॉर्डिंग की गई है. हम इतना तो जरूर दावा करते हैं कि अगर आपका मूड खराब तो इस मासूम की मुस्कुराहट आपके चेहरे पर हंसी जरूर आ जाएगी.   googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });   Adorable: Baby keeps smiling while dozing off pic.twitter.com/INTQVpr2fe — People's Daily,China (@PDChina) June 3, 2017 इस वीडियो पीपुल्स डेली चाइना की ओर से ट्वीट किया गया है. करीब 1 मिनट के इस वीडियो को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है. ट्विवटर पर इसको 270 पर रिट्वीट किया जा चुका है. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह बच्चा किसका है और कहां पर यह रिकॉर्डिंग की गई है. हम इतना तो जरूर दावा करते हैं कि अगर आपका मूड खराब तो इस मासूम की मुस्कुराहट आपके चेहरे पर हंसी जरूर आ जाएगी.   Adorable: Baby keeps smiling while dozing off pic.twitter.com/INTQVpr2fe
इसे 20वीं शताब्दी के पहले कुछ दशकों में फ्रांज बोस द्वारा मानवशास्त्रीय अनुसंधान में स्वयंसिद्ध के रूप में स्थापित किया गया था और बाद में उनके छात्रों द्वारा इसे लोकप्रिय बनाया गया। बोआस ने सबसे पहले इस विचार को 1887 में व्यक्त किया था: "सभ्यता कोई निरपेक्ष चीज़ नहीं है, बल्कि... सापेक्ष है, और... हमारे विचार और अवधारणाएँ केवल वहीं तक सत्य हैं जहाँ तक हमारी सभ्यता जाती है"। हालाँकि, बोस ने यह शब्द नहीं गढ़ा।
पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाला आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सरजमी पर ही पल रहा है. भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले उसके जैसे कई आतंकी संगठन आतंकिस्तान बन चुके पाकिस्तान की पनाह में है. उन आतंकी संगठनों के सरगना वहां बैठकर हर वक्त भारत के खिलाफ आग उगलते हैं. खुलेआम भारत को धमकी देते हैं. ऐसे ही तीन आतंकवादी हैं, जो आज भारत के सबसे बड़े दुश्मन है. इन तीन आतंकियों का खात्मा बहुत ज़रूरी है. हम आपको भारत के इन तीन दुश्मनों की काली करतूतों के बारे में बताते हैं. दुश्मन नंबर 1 मसूद अज़हर बहावलपुर में मदरसों के नाम पर हिंदुस्तान का दुश्मन नंबर एक यानी मसूद अज़हर पाकिस्तान से दहशतगर्दी की दुकान चला रहा है. भारतीय फौज के जांबाज़ कमांडो ने बस ज़रा सा ट्रेलर ही दिखाया था कि पाकिस्तान में बैठे भारत के दुश्मनों के पसीने छूट गए. मसूद अजहर भी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद नए ठिकाने पर रहने लगा है. सूत्रों के मुताबिक अब हाफ़िज़ सईद और मसूद दोनों अपने-अपने मदरसों और संगठन के हेडक्वार्टर से दूर कुछ चुनिंदा गुर्गों के साथ घनी आबादी के बीच रहने चले गए हैं. इसके पीछे उनकी सोच ये है कि घनी आबादी के बीच रहना ज्यादा महफूज है. पठानकोट हमले के मास्टर माइंड और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने की कोशिशों पर चीन के लगातार लगते वीटो से सरकार इस मसले पर नए तरीके तलाश रही है. भारत के पास पठानकोट हमले का बदला लेने और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन पर लगाम लगाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का ऑप्शन जरूर मौजूद है. हाल ही में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ही ली है. दुश्मन नंबर 2 हाफ़िज़ सईद ठीक इसी तरह हाफ़िज़ सईद भी पाकिस्तान के ही मुरीद के इलाक़े में रह कर अलग-अलग नामों से दहशत की दुकान चलाता है. हाफिज सईद अपने ठिकाने बदलता रहता है. वो अपनी जान बचाने के लिए घनी बस्तियों में लोगों के बीच जाकर छुप जाता है. भारत के सर्जिकल स्ट्राइक और इंटरनेशनल प्रेशर का ही असर है कि पाकिस्तान अब खुलकर हाफ़िज़ सईद का साथ नहीं पाता. पाकिस्तान ने दुनिया को दिखाने के लिए हाफिज सईद की नजरबंदी भी की थी. पाक का कहना है कि उसकी गतिविधियां देश में शांति के लिए खतरा थीं. हाफिज सईद के साथ पंजाब गृह विभाग ने उसके चार साथी अब्दुल्ला उबेद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुल रहमान आबिद और काजी काशिफ हुसैन को भी नजरबंद किया था. गौरतलब है कि मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद का संगठन जमात-उद-दावा पाकिस्तान में स्वतंत्र है. उसने वहां चुनाव भी लड़ा था लेकिन वो बुरी तरह से हार गया था. दुश्मन नंबर 3 सैयद सलाहुद्दीन सैयद मोहम्मद यूसुफ शाह को सैयद सलाहुद्दीन के नाम से ही जाना जाता है. उसका मकसद कश्मीर को आजाद कराना है. सलाउद्दीन ने पिछले साल धमकी दी थी कि वह जम्मू-कश्मीर को भारतीय सैनिकों की कब्रगाह बना देगा. भारत पिछले कुछ समय से इसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराने में जुटा था. उसके पिता भारतीय डाक विभाग में काम करते थे. अपने अपने परिवार में सातवीं संतान है. पहले उसने मेडिसिन की पढ़ाई की लेकिन वह सिविल सर्विस में जाना चाहता था. बाद में उसका रुझान जमात-ए-इस्लामी संगठन की तरफ हो गया और वह उस संगठन के लिए कश्मीर में काम करने लगा. 1987 में उसने श्रीनगर की अमीराकदल विधान सभा सीट से चुनाव लड़ा. लेकिन मतगणना के दौरान वह जीत रहा था लेकिन उसी वक्त उस पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके गिरफ्तार हो जाने के बाद वहां जमकर हंगामा हुआ. उसके बाद सलाहुद्दीन को धमकियां दिए जाने की बात सामने आई. लेकिन जेल से छूटकर आने के बाद उसने ऐलान किया कि कश्मीर को आजाद कराने के लिए बंदूक का सहारा लेना ही सही होगा. इसके बाद सलाहुद्दीन ने हिज्ब-उल-मुजाहिदीन की सदस्यता ले ली. उसके बाद वह आईएसआई के संपर्क में आ गया. पाक खुफिया एजेंसी के इशारे पर ही वो संगठन का मुखिया बन बैठा. तभी से वह भारत के खिलाफ साजिश रचता रहता है. एनआईए ने उसे मोस्ट वॉन्टेड घोषित कर रखा है. घर में घुसकर मारें पुलवामा हमले के बाद भारत के लोग चाहते हैं कि इन आतंकवादियों को उसी तरह से घर में घुसकर मारा जाए, जैसे ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी नेवी सील ने उसके घर में घुस कर मारा था. देश की जनता को इंतजार है कि कब हिंदुस्तान भी ऐसा ही ऑपरेशन अंजाम देगा और निशाने पर कोई और नहीं बल्कि होंगे हिंदुस्तान के दुश्मन नंबर एक, दो और तीन होंगे. वैसे तो ये तीनों बहुत पहले से ही हिंदुस्तानी एजेंसियों की रडार पर हैं. लेकिन पुलवामा हमले के बाद सरकार और सेना इनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की योजना बना सकती है.
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में भारत नेपाल सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) ने एक करोड रुपये से ज्यादा मूल्य की चरस बरामद की है. एसएसबी ने चरस की तस्करी करने वाले एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया. सीमा सुरक्षा बल की नौवीं वाहिनी के कमान्डर एच.के. गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि यह चरस भारत नेपाल सीमा पर स्थित एसएसबी की चौकी खगरनाका पर गश्ती दल ने पकड़ी. इस चरस को तस्करी करके भारत की सीमा में लाया जा रहा था. पकड़ी गई चरस की मात्रा आठ किलोग्राम है. एसएसबी कमांडर ने बताया कि राम किशन नाम का एक शातिर तस्कर इस तरस को लेकर आया था. जिसे गिरफ्तार कर लिया गया. यह कई बार तस्करी कर चुका है. कमांडर गुप्ता के मुताबिक बरामद की गई चरस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ तीन लाख रुपये आंकी गई है. गिरफ्तार तस्कर को पुलिस के हवाले कर दिया गया है. पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है.
दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को 1984 के सिख दंगे से जुड़े पांच मामलों को फिर से खोल दिया है, जिन्हें 1986 में बंद कर दिया गया था. हाई कोर्ट ने तीन वकीलों को 'न्याय मित्र' नियुक्त किया है और दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया है कि शिकायत करने वालों का पता लगाए. पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वह नोटिस देकर शिकायत करने वालों को 20 अप्रैल तक कोर्ट के समक्ष पेश होने को कहे. ये पांचों मामले दिल्ली कैंट और सुल्तानपुर इलाकों में हुई मौतों से जुड़े हैं. सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से कहा था कि वह 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले से जुड़े 199 मामलों से संबंधित फाइलें जमा करें, जिन्हें विशेष जांच दल ने बंद करने को कहा था. सज्जन कुमार की बढ़ेगी मुश्‍िकल इन दंगों में आरोपी कांग्रेस नेता सज्जन कुमार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं हैं. इन सभी मामलों को 1986 में बंद कर दिया गया था. इनमें सज्जन, बलवान खोखर, महेंद्र यादव, कृष्ण खोखर आरोपी हैं. ये याचिका सीबीआइ की तरफ से दायर की गयी थी. याचिका में 1986 की चार्जशीट 10, 11, 31, 32 और 33 में सज्जन कुमार और बाकी के आरोपियों को बरी करने को चुनौती दी गई थी. हाइकोर्ट ने इन पांच मामलों की जांच में की गई कर्मियों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा कि इन मामलों में प्रमुख चश्मदीद गवाहों से पूछताछ ही नहीं की गई है. यह बड़ी हास्यास्प्रद बात है. हाईकोर्ट ने कहा कि मामलों को बड़ी जल्दी में बंद किया गया, जिससे ऐसा लगता है कि इनमें सही जांच और ट्रायल हुआ ही नहीं. ऐसे में सभी पांच मामलों में दोबारा जांच करने का आदेश दिया जाता है. इससे पहले हाइकोर्ट ने दिल्ली पुलिस और सीबीआई से इन मामलों के रिकॉर्ड खोजने का निर्देश दिया था, लेकिन जब रिकॉर्ड नहीं मिला तो हाइकोर्ट ने इन मामलों की फिर से जांच करने का आदेश दिया है. इसके अलावा हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार समेत बाकी के सभी आरोपियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. हाइकोर्ट ने आरोपियों से पूछा है कि वह बताएं की इस मामले में दोबारा जांच क्यों न शुरू की जाए. सुनवाई के दौरान आरोपियों के वकीलों ने मामले की फिर जांच करने का विरोध किया. उनका तर्क था कि हाइकोर्ट इस मामले में स्वत: संज्ञान लेकर जांच के आदेश नहीं दे सकती. 84 के दंगों में मारे गए थे 3 हजार से ज्यादा लोग 31 अक्टूबर, 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली में दंगे भड़के थे, जिनमें 3 हजार से ज्यादा सि‍ख मारे गए थे. मोदी सरकार के आने के बाद से सि‍ख 84 दंगों से जुड़े केसों की फाइलें फिर से खोलने की मांग कर रहे थे. सिर्फ दिल्ली में ही इन दंगों को दौरान 2,733 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर सिख थे.दिल्ली में सिख दंगों से जुड़े 237 केस पीड़ि‍तों के मौजूद न होने और सबूतों के अभाव में बंद कर दिए थे.
मध्य प्रदेश में जारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सड़कों पर आवागमन बाधित हुआ है, वहीं कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। राज्य के अधिकांश हिस्सों में पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश का सिलसिला बना हुआ है। इसके चलते नदी-नाले उफान पर हैं। राज्य की नर्मदा, बेतवा, शिवना, धसान नदियां उफान पर हैं, और वे खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। इन नदियों के किनारे बसे गांवों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।टिप्पणियां भारी बारिश से रतलाम जिले में करीब सौ मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। नीमच जिले मे हुई कंजार्डा गांव के दोनों ओर के नाले उफान पर हैं और यह गांव टापू में तब्दील हो गया है। उज्जैन जिले में बालौदा कोरन, अजडावदा व कल्याणपुरा में पानी भर गया है और इन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। महाकौशल क्षेत्र में केवलारी-उगली मार्ग बह जाने से मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। इसी तरह बालाघाट में मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र के बीच सड़क संपर्क बाधित है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 24 घंटों में बारिश का दौर जारी रहेगा। राज्य के अधिकांश हिस्सों में पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश का सिलसिला बना हुआ है। इसके चलते नदी-नाले उफान पर हैं। राज्य की नर्मदा, बेतवा, शिवना, धसान नदियां उफान पर हैं, और वे खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। इन नदियों के किनारे बसे गांवों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।टिप्पणियां भारी बारिश से रतलाम जिले में करीब सौ मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। नीमच जिले मे हुई कंजार्डा गांव के दोनों ओर के नाले उफान पर हैं और यह गांव टापू में तब्दील हो गया है। उज्जैन जिले में बालौदा कोरन, अजडावदा व कल्याणपुरा में पानी भर गया है और इन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। महाकौशल क्षेत्र में केवलारी-उगली मार्ग बह जाने से मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। इसी तरह बालाघाट में मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र के बीच सड़क संपर्क बाधित है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 24 घंटों में बारिश का दौर जारी रहेगा। भारी बारिश से रतलाम जिले में करीब सौ मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। नीमच जिले मे हुई कंजार्डा गांव के दोनों ओर के नाले उफान पर हैं और यह गांव टापू में तब्दील हो गया है। उज्जैन जिले में बालौदा कोरन, अजडावदा व कल्याणपुरा में पानी भर गया है और इन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। महाकौशल क्षेत्र में केवलारी-उगली मार्ग बह जाने से मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। इसी तरह बालाघाट में मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र के बीच सड़क संपर्क बाधित है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 24 घंटों में बारिश का दौर जारी रहेगा। महाकौशल क्षेत्र में केवलारी-उगली मार्ग बह जाने से मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। इसी तरह बालाघाट में मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र के बीच सड़क संपर्क बाधित है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 24 घंटों में बारिश का दौर जारी रहेगा।
पूर्वी दिल्ली से भाजपा के उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्वी दिल्ली की आम आदमी पार्टी प्रत्याशी आतिशी को मानहानि का नोटिस भेजा है. आतिशी ने भाजपा उम्मीदवार गौतम गंभीर पर अपने खिलाफ आपत्तिजनक भाषा वाले पर्चे बांटने का आरोप लगाया था. गौतम गंभीर ने इस नोटिस में कहा है कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर और सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनसे उनके सम्मान को ठेस पहुंची है. नोटिस में यह भी कहा गया है कि गौतम गंभीर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मैच खेल चुके हैं, जिनमें उन्होंने काफी रन बनाए हैं. उन्होंने 2007 में भारत को टी-20 विश्व कप जिताने वाली पारी भी खेली थी. इसके अलावा उन्हें मिले पुरस्कारों और उनके सामाजिक कार्यों का भी इसमें उल्लेख किया गया है. गौतम गंभीर की ओर से कहा गया है कि उन्हें इन पर्चों के बारे में कोई जानकारी नहीं है और उन्होंने सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों से उन पर लगे आरोपों को नकारा है. उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे निराधार हैं. इनका मकसद गौतम गंभीर की इमेज को नुकसान पहुंचाना और उनके चुनाव प्रचार को बिगाड़ना है. नोटिस में कहा गया है कि गौतम गंभीर को बदनाम करने के लिए बिना शर्त माफी मांगी जाए. अन्यथा इस मामले में कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. क्या है मामला गुरुवार को आतिशी ने दावा किया था कि उनके प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के गौतम गंभीर ने निर्वाचन क्षेत्र में ऐसे पर्चे बंटवाए हैं, जो आपत्तिजनक और अपमानजनक हैं. आतिशी ने कहा था, "मेरा गंभीर जी से बस एक यही सवाल है के अगर वो मेरे जैसी एक सशक्त महिला को हराने के लिए इतना गिर सकते हैं तो सांसद बनने के बाद वो अपने क्षेत्र की महिलाओं को कैसे सुरक्षित करेंगे." इस पर केजरीवाल ने कहा था, 'कभी नहीं सोचा था कि गंभीर इतने नीचे तक गिर सकते हैं. महिलाएं कैसे सुरक्षित होने की उम्मीद कर सकती हैं अगर लोग इस मानसिकता के साथ चुनाव लड़ रहे हैं. आतिशी हौसला बनाए रखें. मैं समझ सकता हूं कि यह सब कुछ आपके लिए कितना मुश्किल है. इससे साफ हो गया है कि हम लोग कैसी शक्तियों के खिलाफ लड़ रहे हैं.' चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर
पिक माइक्रोकंट्रोलर (PIC microcontroller) माइक्रोचिप टेक्नॉलॉजी (Microchip Technology) द्वारा विकसित माइक्रोकंट्रोलरों की शृंखला है। ये माक्रोकंट्रोलर परिवर्धित हार्वर्ड आर्किटेक्चर पर आधारित हैं। 'PIC' का अर्थ मूलतः 'पेरिफेरल इंटरफेस कंट्रोलर' था। PIC माइक्रोकंट्रोलर औद्योगिक तथा शौकिया दोनों दृष्टियों से लोकप्रिय हैं। ये सस्ते, सुलभ, बड़ा प्रयोक्ता आधार, उपयोग के लिए आवश्यक कोड की सुलभता, सस्ते विकास-कित की सुलभता, सीरियल प्रोग्रामिंग आदि के कारण बहुत लोकप्रिय हैं। इनका उपयोग शैक्षिक प्रोग्रामिंग में भी बहुतायत से होता है। क्रोड संरचना (Core architecture) PIC की क्रोड की संरचना की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- कोड और डेटा के लिए अलग-अलग स्थान (हार्वर्ड आर्किटेक्चर) नियत लम्बाई वाली अनुदेश (instructions), जिनकी संख्या बहुत कम है। अधिकांश अनुदेश एक ही क्लॉक-चक्र में पूरी हो जातीं हैं। ब्रांचिंग अनुदेशों में एक और क्लॉक-चक्र की आवश्यकता पड़ती है। एक एकुमुलेटर सभी रैम स्थान (RAM locations) रजिस्टर (registers) की तरह व्यवहार करते हैं। ये गणितीय एवं अन्य फलनों के स्रोत भी हो सकते हैं और गन्तव्य (destination) भी। वापसी के पतों (return addresses) को स्टोर करने के लिए एक हार्डवेयर स्टैक की व्यवस्था एक छोटे आकार के डेटा-स्पेस की भी व्यवस्था जो ऐड्रेस किया जा सकता है (addressable)। सीपीयू रजिस्टर, पोर्ट रजिस्टर तथा पेरिफेरल रजिस्टर डेटा स्पेस में मैप्ड होते हैं। इसमें मेमोरी-स्पेस और रजिस्टर-स्पेस में कोई अन्तर नहीं किया गया है क्योंकि RAM ही मेमोरी और रजिस्टर दोनों का कार्य करता है। सन्दर्भ माइक्रोकंट्रोलर
गोवा की राजधानी पणजी में शनिवार से ब्रिक्स समिट शुरू हो गया है. पांच देशों के इस सम्मेलन में तमाम आपसी और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी, साथ ही आपसी सहयोग को नई ऊंचाई देने के उपायों पर भी सदस्यों देशों के प्रमुख बात करेंगे. शनिवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई. NSG पर हुई बातचीत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने विकास स्वरूप ने बताया कि भारत और चीन दोनों ने आतंकवाद को एक महत्वपूर्ण मुद्दा माना है. पीएम मोदी ने कहा कि आज कोई भी देश आतंकवाद के खतरे से बचा नहीं है. वहीं चीनी राष्ट्रपति राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और चीन को आतंकवाद रोधी कदमों को और मजबूत करना होगा. चीन के साथ एनएसजी के मुद्दे पर भी बातचीत हुई. आतंकी मसूद अजहर के मसले पर विकास स्वरूप ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रहेगी. अजहर मसूद पर बनेगी बात? यूएन की ओर से मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के लिए भारत के कदम पर चीन की ओर से तकनीकी रोक लगाने को लेकर भारत अपने इस पड़ोसी देश से नाराज रहा है. यह पूछे जाने पर कि क्या अजहर मुद्दे पर चीन का समर्थन हासिल करने के लिए उसे कोई सबूत मुहैया कराया गया है, इस पर स्वरूप ने कहा, ‘कोई सबूत नहीं.’ उन्होंने कहा कि भारत ने चीनी पक्ष को अपनी राय बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और उसे उम्मीद है कि वे इसमें तर्क देखेंगे. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान वाराणसी भगदड़ की घटना पर शोक जताया. इससे पहले गोवा में ब्रिक्स समिट से पहले भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय बातचीत के बाद 16 अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं. इन समझौतों से रक्षा क्षेत्र में भारत और रूस के बीच नया आयाम स्थापित होगा. चाइनीज मीडिया की सिक्योरिटी से झड़प समिट के दौरान सुरक्षाकर्मियों और चीनी मीडिया के बीच विवाद की भी खबरें सामने आईं. सूत्रों की मानें तो सुरक्षाकर्मियों का चीनी मीडिया के बीच हल्की कहासुनी हुई. ये तकरार उस समय हुई जब मोदी और जिनपिंग की मुलाकात के दौरान चाइनीज मीडिया ने बैठक हॉल में जाने की कोशिश की, जबकि केवल चयनित मीडिया को ही अंदर जाने की अनुमति दी गई थी. 'ब्रिक्स' दुनिया की पांच उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है. ये देश हैं - ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका. ब्रिक्स में शामिल पांचों देश G 20 का भी हिस्सा हैं. साल 2010 में साउथ अफ्रीका इसका हिस्सा बना. उससे पहले इसे 'ब्रिक' नाम से ही जाना जाता था. साल 2016 का ब्रिक्स सम्मेलन गोवा में हो रहा है. इस वजह से भी पूरी दुनिया की नजरें इस बार भारत पर टिकी हुई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा से भी मुलाकात की. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच व्यापार, निवेश बढ़ाने पर बातचीत हुई. पीएम मोदी ने उरी हमले की आलोचना करने और भारत की NSG में सदस्यता का समर्थन करने के लिए दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा को धन्यवाद किया. पीएम ने ब्रिक्स संगठन को मजबूत बनाने के लिए दक्षिण अफ्रीका के प्रयासों की सराहना की. Last October for #IAFS , this time for @BRICS2016 . PM @narendramodi & Prez @SAPresident keep up the tempo of #IndiaSouthAfrica engagement pic.twitter.com/dyBsDdBMUT — Vikas Swarup (@MEAIndia) October 15, 2016 सम्मेलन का क्या है एजेंडा ब्रिक्स के गोवा सम्मेलन में मुख्य तौर पर आर्थिक मुद्दों पर सहयोग को बेहतर करना है. ब्रिक्स बैंक के जरिए विकास योजनाओं को ज्यादा मदद देने और ब्रिक्स का अपना क्रेडिट रेटिंग शुरू करने जैसे मुद्दे इस सम्मेलन के एजेंडे में शामिल है. भारत की क्या है स्थिति ब्रिक्स के सदस्य देशों में भारत की 2.38 खरब डॉलर वाले अर्थव्यवस्था में वार्षिक तौर पर 7.5 फीसद की बढ़त हो रही है जो पांचों ब्रिक्स देशों में सबसे तेज है. ब्रिक्स देशों में 11.4 खरब के साथ चीन की अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी है. 2015 में दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्यवस्था का आकलन 327 बिलियन डॉलर हुआ था जो ब्रिक्स देशों में सबसे कम है. सदस्य देशों के इंफ्रास्ट्रक्चर व विकास योजनाओं के लिए 2015 में ब्रिक्स ने अपना बैंक लॉन्च किया. ब्रिक्स बैंक को आधिकारिक तौर पर न्यू डेवलपमेंट बैंक के नाम से जाना जाता है जो शंघाई में है. भारत के केवी कामथ इसके वर्तमान अध्यक्ष हैं.
सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली खान अपने बॉलीवुड डेब्यू के बाद से ही सुर्खियों में बनी हुई हैं. उन्होंने बैक टू बैक दो हिट फिल्में (केदारनाथ और सिम्बा) कीं जिनमें उनके काम को फैंस ने काफी सराहा. उनकी बेबाकी और चुलबला अंदाज लोगों को खूब पसंद आ रहा है. अब सारा ने एक इंटरव्यू में अपनी सौतेली मां करीना कपूर खान के साथ रिश्ते को लेकर खुलकर बातचीत की. सारा चैट शो फेमसली फिल्मफेयर की गेस्ट बनने वाली हैं. शो के प्रोमो शेयर कर दिए गए हैं. शो में जब एक्ट्रेस से पूछा गया कि उन्हें कैसा लगता है कि 'पू' (करीना कपूर) उनकी सौतेली मां हैं. तो इस सवाल को सुनकर वो हंसने लगी और बोला कि ये बात एक बार और कहो. उन्होंने कहा, 'लोग कहते हैं कि मैं चाहती थी कि ऐसा हो. मैं करीना कपूर की बहुत बड़ी फैन हूं और मैं चाहती थी कि वो मेरी लाइफ में आए और ऐसा ही हुआ.' View this post on Instagram An apple a day keeps the doctor away 🍏🍏🍏🍎🍎🍎 A post shared by Sara Ali Khan (@saraalikhan95) on Jan 9, 2019 at 12:27am PST View this post on Instagram 🐰🐰🐰 A post shared by Sara Ali Khan (@saraalikhan95) on Dec 26, 2018 at 8:59am PST View this post on Instagram 🦁 & 🐯 A post shared by Sara Ali Khan (@saraalikhan95) on Dec 24, 2018 at 2:42am PST View this post on Instagram 🌝🌚💫 A post shared by Sara Ali Khan (@saraalikhan95) on Dec 22, 2018 at 3:36am PST बता दें कि इससे पहले भी वो करीना कपूर की तारीफ कर चुकी हैं. सारा, करीना के काम को बहुत पसंद करती हैं. उन्होंने कहा था, 'जिस तरीके से वो अपना काम करती हैं वह बहुत अद्भुत है. उनके काम को देखकर मैं उनके पेशेवर अंदाज को अपनाना चाहूंगी.' वर्कफ्रंट की बात करें तो सारा की केदारनाथ के बाद सिम्बा ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रखा है. फिल्म अब तक 236.22 करोड़ की कमाई कर चुकी है. फिल्म में रणवीर सिंह उनके अपोजिट रोल में थे.
जम्मू कश्मीर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के चर्चित अफसर शाह फैसल ने इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि वह सियासत में कदम रखने वाले हैं और इसकी शुरुआत वह उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस से कर सकते हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि शाह फैसल की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ बातचीत अंतिम दौर में है. शाह फैसल वही शख्स हैं जिन्होंने 2010 की सिविल सेवा की परीक्षा में टॉप किया था और कश्मीर के मसले अपने रुख को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. शाह फैसल ने बुधवार सुबह ही अपने उच्चाधिकारियों को इस्तीफा भेज दिया था. हालांकि अभी इसे मंजूरी नहीं मिली है. सूत्रों ने बताया कि शाह फैसल की नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होने और चुनाव लड़ने को लेकर सीट पर चर्चा चल रही है. इस पर जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जा सकता है. इस बीच, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर फैसल के इस्तीफा देने के निर्णय का स्वागत किया है. उमर ने लिखा, 'नौकरशाही का नुकसान राजनीति का फायदा.' एक अन्य ट्वीट में उमर ने लिखा, 'वास्तव में हम उनका (फैसल) राजनीति में स्वागत करते हैं. उनके सियासी भविष्य के बारे में जल्द ही ऐलान किया जाएगा.' उनके इस ट्वीट को शाह फैसले के नेशनल कॉन्फ्रेंस ज्वॉइन करने का संकेत माना जा रहा है. The bureaucracy’s loss is politics’ gain. Welcome to the fold @shahfaesal . https://t.co/955C4m5T6V — Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 9, 2019 शाह फैसल ने भी ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी साझा की. उन्होंने कहा, 'कश्मीर में बेरोक-टोक हत्याओं और केंद्रीय सरकार द्वारा किसी भी भरोसेमंद पहल की गैर-मौजदूगी के विरोध में मैंने आईएएस सेवा से इस्तीफा देने का फैसला किया है. कश्मीरी जन-जीवन मायने रखता है. मैं शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा.' To protest the unabated killings in Kashmir and absence of any credible political initiative from Union Government, I have decided to resign from IAS. Kashmiri lives matter. I will be addressing a press-conference on Friday. Attached is my detailed statement. pic.twitter.com/Dp41rFIzIg — Shah Faesal (@shahfaesal) January 9, 2019 गौरतलब कि फैसल ने वर्ष 2010 में आईएएस परीक्षा में टॉप किया था. उन्हें जम्मू कश्मीर का होम कैडर आवंटित किया गया था, जहां उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट, स्कूल शिक्षा निदेशक और राज्य के स्वामित्व वाले पावर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक के रूप में काम किया. वह हाल ही में हार्वर्ड केनेडी स्कूल में फुलब्राइट फैलोशिप पूरा करने के बाद अमेरिका से लौटे हैं. मुखर अफसर माने जाते हैं फैसल शाह फैसल जम्मू कश्मीर के तमाम मसलों पर बोलते रहे हैं. इसी साल अप्रैल महीने में फैसल ने बलात्कार की घटनाओं के संदर्भ में  'रेपिस्तान' शब्द का इस्तेमाल किया था. इसे लेकर काफी विवाद हुआ. यहां तक कि ये ट्वीट करने के लिए शाह फैसल ने अपने बॉस से चेतावनी भरा पत्र मिलने की जानकारी भी साझा की थी.
राजस्थान विधानसभा चुनाव में भरतपुर से राष्ट्रीय लोक दल डॉ० सुभाष गर्ग ने जीत दर्ज की है. बीते सात दिसंबर को राज्य की कुल 200 विधानसभा सीटों में से 199 पर मतदान हुआ था. यहां 74 प्रतिशत मतदान हुआ था. भरतपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी ने सिटिंग विधायक विजय बंसल (पप्पू बांदा) को मौका दिया था. ये सीट कांग्रेस ने अपने सहयोगी दल को दी है. बहुजन समाज पार्टी इस सीट पर अच्छा प्रदर्शन करती रही है. जबकि बीजेपी के विजय बंसल 2008 और 2013 में लगातार दो बार यहां से विधायक बने हैं. 2013 चुनाव का रिजल्ट विजय बंसल (बीजेपी)- 57,515 (39%) दलवीर सिंह (BSP)- 34,821 (24%) 2008 चुनाव का रिजल्ट विजय बंसल (बीजेपी)- 52,595 (49%) आदित्य शर्मा (BSP)- 29,109 (27%) जिले का चुनावी समीकरण भरतपुर जिले में कुल 7 विधानसभा सीटें हैं. इनमें 5 सीटें सामान्य हैं और 2 अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं. फिलहाल, 5 सीटें बीजेपी के पास हैं और 2 पर कांग्रेस का कब्जा है. कामां सामान्य सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है, इससे पहले यहां कांग्रेस को जीत मिली थी. इस सीट पर मुस्लिम चेहरे जीतकर आते रहे हैं. विधानसभा का समीकरण राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं. इनमें 142 सीट सामान्य, 33 सीट अनुसूचित जाति और 25 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसने 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी. बहुजन समाज पार्टी को 3, नेशनल पीपुल्स पार्टी को 4, नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी को 2 सीटें मिली थीं. जबकि 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे. 'To get latest update about Rajasthan elections SMS RJ to 52424 from your mobile . Standard SMS Charges Applicable.'
उड़ता पंजाब के लिए IIFA में बेस्ट एक्ट्रेस की टॉफी जीतने वालीं आलिया भट्ट ने हाल ही एक बड़ा खुलासा किया है. हालांकि यह उड़ता पंजाब के लिए नहीं बल्क‍ि उनकी दूसरी फिल्म हाइवे को लेकर है. आलिया भट्ट ने एक इंटरव्यू में बताया कि इम्तियाज अली की वजह से हाइवे फिल्म की शूटिंग के दौरान उनको पब्ल‍िक प्लेस में बाथरूम जाना पड़ा था. आलिया भट्ट ने बताया- हाइवे की शूटिंग के लिए हम जगह-जगह घूम रहे थे. हम एक ट्रक में सफर कर रहे थे और जहां भी अच्छी रोशनी के साथ अच्छी लोकेशन मिलती, हम वहीं सीन शूट कर लेते थे. आलिया भट्ट का टॉपलेस फोटोशूट इसी दौरान आलिया भट्ट ने बताया कि उनके पास इस फिल्म की शूटिंग के लिए कोई वैनिटी वैन नहीं थी और फ्रेश होने के लिए उनको सड़क की साइड पर जाकर बाथरूम करना पड़ता था. बॉलीवुड लाइफ की एक खबर के अनुसार, तब शूटिंग के दौरान सभी उनसे मजाक भी करते थे कि फिल्म में बस उनकर बैक ही नजर आएगी. जिम में फैन्स ने किया कुछ ऐसा कि भड़क गईं आलिया भट्ट वैसे अगर आलिया इतने चिल मूड से इस बारे में बात कर रही हैं तो हम समझ सकते हैं कि इम्तियाज की फिल्म के लिए वह कितना सपोर्ट‍िव रही हैं. वहीं अगर कोई और एक्ट्रेस रही होती तो शायद इम्तियाज के लिए हाइवे की शूटिंग करना इतना आसान नहीं होता!
लेख: एचएसबीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी तक मानसून निराशाजनक रहा है और अगर पर्याप्त बारिश नहीं हुई तो मुद्रास्फीति के साथ-साथ सब्सिडी बिल भी बढ़ेगा। इससे रिजर्व बैंक के लिए नीतिगत दरों में कटौती की गुंजाइश और सीमित हो जाएगी। एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत व आसियान) लीफ लाइबेकर एस्केसन ने कहा, ‘‘अगर संपूर्ण सीजन के दौरान बारिश सामान्य से काफी कम रहती है तो इसका असर आपूर्ति और कीमतों पर पड़ेगा, भले ही सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए जो भी कदम उठाए।’’ रिजर्व बैंक की मौद्रिक एवं ऋण नीति की तिमाही समीक्षा से पहले एचएसबीसी के अर्थशास्त्री ने कहा ‘‘रिजर्व बैंक इसलिए मौसम पर बारीकी से निगाह रखे हुए है।’’ भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 8 जुलाई को देशभर में मानसून की वर्षा सामान्य से 25 प्रतिशत कम रही है। 36 में से 22 मौसम क्षेत्रों में सामान्य से कम वर्षा रही है। टिप्पणियां क्षेत्रवार उत्तर-पश्चिम भारत सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है और यहां अभी तक 43 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मध्य भारत और दक्षिणी क्षेत्र में भी 30 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग ने कहा है कि देश के 84 जल भंडारों में पानी का स्तर सामान्य से कम है। एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत व आसियान) लीफ लाइबेकर एस्केसन ने कहा, ‘‘अगर संपूर्ण सीजन के दौरान बारिश सामान्य से काफी कम रहती है तो इसका असर आपूर्ति और कीमतों पर पड़ेगा, भले ही सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए जो भी कदम उठाए।’’ रिजर्व बैंक की मौद्रिक एवं ऋण नीति की तिमाही समीक्षा से पहले एचएसबीसी के अर्थशास्त्री ने कहा ‘‘रिजर्व बैंक इसलिए मौसम पर बारीकी से निगाह रखे हुए है।’’ भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 8 जुलाई को देशभर में मानसून की वर्षा सामान्य से 25 प्रतिशत कम रही है। 36 में से 22 मौसम क्षेत्रों में सामान्य से कम वर्षा रही है। टिप्पणियां क्षेत्रवार उत्तर-पश्चिम भारत सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है और यहां अभी तक 43 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मध्य भारत और दक्षिणी क्षेत्र में भी 30 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग ने कहा है कि देश के 84 जल भंडारों में पानी का स्तर सामान्य से कम है। रिजर्व बैंक की मौद्रिक एवं ऋण नीति की तिमाही समीक्षा से पहले एचएसबीसी के अर्थशास्त्री ने कहा ‘‘रिजर्व बैंक इसलिए मौसम पर बारीकी से निगाह रखे हुए है।’’ भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 8 जुलाई को देशभर में मानसून की वर्षा सामान्य से 25 प्रतिशत कम रही है। 36 में से 22 मौसम क्षेत्रों में सामान्य से कम वर्षा रही है। टिप्पणियां क्षेत्रवार उत्तर-पश्चिम भारत सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है और यहां अभी तक 43 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मध्य भारत और दक्षिणी क्षेत्र में भी 30 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग ने कहा है कि देश के 84 जल भंडारों में पानी का स्तर सामान्य से कम है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 8 जुलाई को देशभर में मानसून की वर्षा सामान्य से 25 प्रतिशत कम रही है। 36 में से 22 मौसम क्षेत्रों में सामान्य से कम वर्षा रही है। टिप्पणियां क्षेत्रवार उत्तर-पश्चिम भारत सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है और यहां अभी तक 43 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मध्य भारत और दक्षिणी क्षेत्र में भी 30 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग ने कहा है कि देश के 84 जल भंडारों में पानी का स्तर सामान्य से कम है। क्षेत्रवार उत्तर-पश्चिम भारत सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है और यहां अभी तक 43 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मध्य भारत और दक्षिणी क्षेत्र में भी 30 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग ने कहा है कि देश के 84 जल भंडारों में पानी का स्तर सामान्य से कम है। इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग ने कहा है कि देश के 84 जल भंडारों में पानी का स्तर सामान्य से कम है।
श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए बम ब्लास्ट के बाद हालात अभी तक सामान्य नहीं हुए हैं. सुरक्षा एजेंसियों के हाई अलर्ट के बाद भी श्रीलंका में बम ब्लास्ट की खबरें सामने आ रही हैं. शुक्रवार को श्रीलंका के कलमुनाई सिटी में सेंडामारुडू इलाके में तीन बमों के धमाके हुए. हालांकि इस बम विस्फोट में किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है. यह हादसा तब हुआ जब सुरक्षाबल ईस्टर के मौके पर हुए बम ब्लास्ट में संदिग्धों के खिलाफ सर्च अभियान चला रहे थे. सुरक्षाबलों के सर्च ऑपरेशन में इस्लामिक स्टेट की वर्दी, झंडे और 150 जेलिगनाइट स्टिक बरामद किए गए हैं. सुरक्षाबलों ने रेड्स के दौरान ड्रोन कैमरे भी बरामद किए हैं. इस संबंध में 7 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. गुरुवार सुबह भी श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से 40 किमी. दूर बम धमाके की आवाज़ सुनाई दी. हालांकि, धमाका किस तरह का है इस पर अभी पुलिस का आधिकारिक बयान आना बाकी है. आपको बता दें कि 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में कई जगहों पर 8 धमाके हुए थे, तभी से वहां पर सुरक्षा बढ़ाई गई हैं. लेकिन अब एक बार फिर धमाके की खबर हैरान करने वाली है. बता दें कि आतंकी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (IS) ने ली है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक श्रीलंका ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या 253 तक पहुंच गई है. जबकि घायलों की संख्या अब भी सैकड़ों में है. श्रीलंका में हमले के बाद से सुरक्षा बढ़ाई गई है, अमेरिका की एजेंसी एफबीआई भी जांच में मदद कर रही है. अभी तक करीब 58 संदिग्धों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है और पूछताछ जारी है. पुलिस को लगातार संदिग्ध मोटरसाइकिल, फोन और सामान बरामद हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि अभी भी कई संदिग्ध सामग्री से लैस देश में घूम रहे हैं. वहीं, कोलंबो के होटल शांगरिला में हुए धमाके के पीछे नेशनल तौहीद जमात का हाथ बताया जा रहा है. जिसका मास्टरमाइंड ज़हरान हाशिम था. हाशिम ने ही होटल में घुस खुद को उड़ा लिया था. स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह डॉ. ज़ाकिर नाईक से प्रभावित था. गौरतलब है कि श्रीलंका में आतंकी हमले से पहले भारत ने अलर्ट भेजा था. श्रीलंका के रक्षा मंत्री ने भी बुधवार को बयान दिया था कि भारत ने जो जानकारी भेजी थी, वह कभी हमारे प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे तक नहीं पहुंच पाईं. ये इनपुट राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना को मिला था, जिसपर उन्होंने जांच करने का भरोसा जताया था. लेकिन प्रधानमंत्री और रक्षा एजेंसियों को इनके बारे में सूचित नहीं किया. (इनपुट: गीता मोहन, एएनआई)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल में मिदनापुर के जिला अस्पताल में उन समर्थकों से मिलने पहुंचे, जो पीएम की किसान रैली में पंडाल गिरने से घायल हो गए. घायलों को प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराई जा रही है. कई घायलों की हड्डी टूटने की भी आशंका है. हालांकि यह मेडिकल जांच के बाद ही साफ हो पाएगा. We pray for the speedy recovery of all those injured at the Midnapore rally today. The government is giving all help for medical treatment — Mamata Banerjee (@MamataOfficial) July 16, 2018 वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है. ममता ने ट्वीट किया, 'हम मिदनापुर की रैली में सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं. राज्य सरकार उन्हें हर तरह की चिकित्सा सेवा मुहैया कराएगी.' Several injured after a portion of tent in PM Narendra Modi’s rally in Midnapore collapsed during his speech today. PM later met the injured in hospital. #WestBengal pic.twitter.com/joSiEBKFoy — ANI (@ANI) July 16, 2018 पश्चिम मिदनापुर के कॉलेज ग्राउंड में आयोजित किसान रैली के दौरान पंडाल का एक हिस्सा गिर गया, जिसमें कम से कम 24 लोग घायल हो गए. घायलों को बाद में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. यह हादसा मोदी के भाषण के दौरान हुआ. हालांकि भाषण के दौरान पीएम ने कई लोगों को पंडाल पर चढ़ने के लिए डांटा और नीचे उतरने को कहा. #WATCH A portion of tent in PM Narendra Modi’s rally in Midnapore collapsed during his speech today. PM instructed the SPG personnel to look after the people and attend to the injured. PM later met those injured, in hospital. #WestBengal pic.twitter.com/yb1CFQaSSc — ANI (@ANI) July 16, 2018 जिला अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचे मोदी ने कहा कि फिक्र मत कीजिए आप ठीक हो जाएंगे. बता दें कि पंडाल गिरते ही रैली में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया. घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया और इलाज शुरू किया गया. लेकिन सवाल है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में इस तरह की ढुलमुल तैयारी क्यों की गई. सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध क्यों नहीं किए गए? रैली में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि रैली स्थल पर चिकित्सा के पुख्ता बंदोबस्त नहीं थे. प्रधानमंत्री के काफिले में तैनात एम्बुलेंस से ही घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया. गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने किसान रैली में तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ ही वामपंथी दलों पर भी निशाना. मिदनापुर में एक किसान रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को जिस हाल में पहुंचाया, आज बंगाल की हालात उससे भी बदतर होती जा रही है.
यह एक लेख है: उत्तर प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून के जल्द ही एक बार फिर रफ्तार पकड़ने के आसार हैं. हाल के दिनों में जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होने और नेपाल के बांधों से पानी छोड़े जाने की वजह से घाघरा, शारदा और रोहिन समेत कई नदियां उफान पर हैं. मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के पूर्वी हिस्सों में मॉनसून की स्थिति सामान्य है. पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश हुई अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़े. इस अवधि में शाहजहांपुर में सर्वाधिक सात सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी. इसके अलावा शाहाबाद तथा रायबरेली में पांच-पांच, आजमगढ़, मुहम्मदी तथा शाहजहांपुर में चार-चार, हरदोई, सफीपुर, मुखलिसपुर, मउरानीपुर, मोठ तथा प्रतापगढ़ में तीन-तीन सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी. अगले 24 घंटे के दौरान राज्य में अनेक स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है. यह सिलसिला अगले 48 घंटे तक बने रहने की सम्भावना है. इस बीच, सिद्धार्थनगर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पड़ोसी देश नेपाल के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश से अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. यह भी पढ़ें: मॉनसून में फिटनेस रहेगी फिट, अगर ध्‍यान रखेंगे ये बातें आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक घोघी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है जबकि बूढ़ी राप्ती का जलस्तर ककरही में और कूड़ा नदी का जलस्तर आलमनगर में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. राप्ती और बाणगंगा नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होने से घाघरा, शारदा, रोहिन, गंगा, यमुना, राप्ती, बूढ़ी राप्ती और गण्डक नदियां विभिन्न स्थानों पर उफनाई हैं. घाघरा नदी एल्गिनब्रिज और अयोध्या में खतरे के निशान को पार कर गयी है.टिप्पणियां इसके अलावा शारदा नदी पलियाकलां में तथा रोहिन नदी त्रिमोहनीघाट में लाल चिह्न से ऊपर बह रही हैं. गंगा नदी का जलस्तर नरोरा और फतेहगढ़ में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. इसके अलावा यमुना नदी प्रयागघाट में, शारदा नदी शारदा नगर में, घाघरा नदी तुर्तीपार में, राप्ती नदी भिनगा और बलरामपुर में तथा गण्डक नदी खड्डा में लाल चिह्न के नजदीक बह रही है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अगले 24 घंटे के दौरान राज्य में अनेक स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है. यह सिलसिला अगले 48 घंटे तक बने रहने की सम्भावना है. इस बीच, सिद्धार्थनगर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पड़ोसी देश नेपाल के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश से अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. यह भी पढ़ें: मॉनसून में फिटनेस रहेगी फिट, अगर ध्‍यान रखेंगे ये बातें आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक घोघी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है जबकि बूढ़ी राप्ती का जलस्तर ककरही में और कूड़ा नदी का जलस्तर आलमनगर में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. राप्ती और बाणगंगा नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होने से घाघरा, शारदा, रोहिन, गंगा, यमुना, राप्ती, बूढ़ी राप्ती और गण्डक नदियां विभिन्न स्थानों पर उफनाई हैं. घाघरा नदी एल्गिनब्रिज और अयोध्या में खतरे के निशान को पार कर गयी है.टिप्पणियां इसके अलावा शारदा नदी पलियाकलां में तथा रोहिन नदी त्रिमोहनीघाट में लाल चिह्न से ऊपर बह रही हैं. गंगा नदी का जलस्तर नरोरा और फतेहगढ़ में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. इसके अलावा यमुना नदी प्रयागघाट में, शारदा नदी शारदा नगर में, घाघरा नदी तुर्तीपार में, राप्ती नदी भिनगा और बलरामपुर में तथा गण्डक नदी खड्डा में लाल चिह्न के नजदीक बह रही है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह भी पढ़ें: मॉनसून में फिटनेस रहेगी फिट, अगर ध्‍यान रखेंगे ये बातें आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक घोघी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है जबकि बूढ़ी राप्ती का जलस्तर ककरही में और कूड़ा नदी का जलस्तर आलमनगर में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. राप्ती और बाणगंगा नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होने से घाघरा, शारदा, रोहिन, गंगा, यमुना, राप्ती, बूढ़ी राप्ती और गण्डक नदियां विभिन्न स्थानों पर उफनाई हैं. घाघरा नदी एल्गिनब्रिज और अयोध्या में खतरे के निशान को पार कर गयी है.टिप्पणियां इसके अलावा शारदा नदी पलियाकलां में तथा रोहिन नदी त्रिमोहनीघाट में लाल चिह्न से ऊपर बह रही हैं. गंगा नदी का जलस्तर नरोरा और फतेहगढ़ में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. इसके अलावा यमुना नदी प्रयागघाट में, शारदा नदी शारदा नगर में, घाघरा नदी तुर्तीपार में, राप्ती नदी भिनगा और बलरामपुर में तथा गण्डक नदी खड्डा में लाल चिह्न के नजदीक बह रही है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक घोघी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है जबकि बूढ़ी राप्ती का जलस्तर ककरही में और कूड़ा नदी का जलस्तर आलमनगर में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. राप्ती और बाणगंगा नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होने से घाघरा, शारदा, रोहिन, गंगा, यमुना, राप्ती, बूढ़ी राप्ती और गण्डक नदियां विभिन्न स्थानों पर उफनाई हैं. घाघरा नदी एल्गिनब्रिज और अयोध्या में खतरे के निशान को पार कर गयी है.टिप्पणियां इसके अलावा शारदा नदी पलियाकलां में तथा रोहिन नदी त्रिमोहनीघाट में लाल चिह्न से ऊपर बह रही हैं. गंगा नदी का जलस्तर नरोरा और फतेहगढ़ में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. इसके अलावा यमुना नदी प्रयागघाट में, शारदा नदी शारदा नगर में, घाघरा नदी तुर्तीपार में, राप्ती नदी भिनगा और बलरामपुर में तथा गण्डक नदी खड्डा में लाल चिह्न के नजदीक बह रही है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके अलावा शारदा नदी पलियाकलां में तथा रोहिन नदी त्रिमोहनीघाट में लाल चिह्न से ऊपर बह रही हैं. गंगा नदी का जलस्तर नरोरा और फतेहगढ़ में खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. इसके अलावा यमुना नदी प्रयागघाट में, शारदा नदी शारदा नगर में, घाघरा नदी तुर्तीपार में, राप्ती नदी भिनगा और बलरामपुर में तथा गण्डक नदी खड्डा में लाल चिह्न के नजदीक बह रही है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लेख: सुरक्षा इंतजामात पर शक की सुई के साथ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल शुरू हो गया। पिछले दिनों डिग्गी पैलेस में सिक्यॉरिटी को लेकर चिंताओं के बीच इस फेस्टिवल के होने न होने को लेकर आशंका कायम हो गई थी।टिप्पणियां डिग्गी पैलेस वह जगह है जहां हर साल यह आयोजन होता है। फेस्टिवल में दुनिया भर के कवि, लेखक और साहित्यकार आदि जुड़ते हैं। इस बार कनाडाई उपन्यासकार मार्गरेट अटवुड, और ब्रिटिश कमीडियन स्टीफन फ्राई भी इस बार शामिल हो सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि 1.5 लाख लोगों के अगले पांच दिनों में यहां जुट सकते हैं।   डिग्गी पैलेस वह जगह है जहां हर साल यह आयोजन होता है। फेस्टिवल में दुनिया भर के कवि, लेखक और साहित्यकार आदि जुड़ते हैं। इस बार कनाडाई उपन्यासकार मार्गरेट अटवुड, और ब्रिटिश कमीडियन स्टीफन फ्राई भी इस बार शामिल हो सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि 1.5 लाख लोगों के अगले पांच दिनों में यहां जुट सकते हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी रविवार को अमेठी पहुंची. स्मृति रविवार सुबह 7.40 बजे लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पर उतरीं और सड़क मार्ग से 8.15 बजे अमेठी पहुंची. अमेठी पहुंचने के बाद बाद वह दिवंगत बीजेपी नेता संत बक्स सिंह के गांव मटियारी पहुंची और उनके परिजनों से मिलकर उनको सांत्वना दी. सिंह की मृत्यु कुछ दिन पहले सड़क दुर्घटना में हो गई थी. प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का कवर देंगी स्मृति प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा बीमा योजना के तहत महिलाओं के बीमे की पहली किस्त जमा कराने के बाद लखनऊ रवाना होंगी. उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ यहां से हार का सामना किया था.
संसद के बजट सत्र के दूसरे हिस्से का आज 15वां दिन है. शुक्रवार को लोकसभा में टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस दिए थे लेकिन सदन ऑर्डर में न होने की वजह से प्रस्ताव को नहीं रखे जा सके. लोकसभा की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए जबकि राज्यसभा सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है. संसद से लाइव अपडेट्स 12.09 PM: स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित की 12.08 PM: स्पीकर ने सदन में कहा कि कई सांसदों में मुझसे मुलाकात कर रामनवमी की वजह से सोमवार तक सदन का अवकाश करने की मांग की है और उनकी मांग को मंजूरी दे दी गई है 12.08 PM: स्पीकर ने कहा कि सदन ऑर्डर में नहीं है ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव को सदन में नहीं रखा जा सकता. 12.06 PM: लोकसभा स्पीकर ने सदन को बताया कि मुझे अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस मिले हैं लेकिन इस हंगामे में प्रस्ताव का समर्थन कर रहे 50 सांसदों की गिनती नहीं कर सकतीं. उन्होंने वेल में हंगामा कर रहे सांसदों से अपनी निर्धारित सीट पर वापस जाने की अपील की 12.03 PM: सदन में रखे जा रहे हैं दस्तावेज 12.01 PM: लोकसभा की कार्यवाही शुरू 11.12 AM: राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित Rajya Sabha adjourned till Monday after TDP MPs stormed into well of the house over demand of special status for #AndhraPradesh pic.twitter.com/qfurL510eU — ANI (@ANI) March 23, 2018 11.11 AM: भारतीय पुनर्वास परिषद से जुड़ा प्रस्ताव सदन में रखा गया 11.10 AM: टीडीपी सांसद वेल में आकर हंगामा कर रहे हैं 11.07 AM: राज्यसभा में संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल ने सदन में आगामी हफ्ते के कामराज का ब्यौरा दिया. उन्होंने सदन में बताया कि राज्यसभा में कई विधेयकों को रखा जाना है और उन्हें उनपर चर्चा के बाद पारित भी किया जाना है. 11.06 AM: राज्यसभा में पटल पर रखे जा रहे हैं दस्तावेज 11.5 AM: कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि वो SC/SC कानून पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करे. इसी मांग को लेकर कांग्रेस सांसद गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन कर रहे हैं. Delhi: Congress leaders protest outside Gandhi Statue in Parliament, demand government file review petition against SC ruling on SC/ST act; raise slogans of, 'Daliton ke samman mein, Rahul Gandhi maidan mein.' pic.twitter.com/Pvaw5Jlfbd — ANI (@ANI) March 23, 2018 11.04 AM: राज्यसभा में सभापति ने वेंकैया नायडू ने हंगामे पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में ऐसे मौके कम देखे हैं जब सदन में इस तरह से हंगामा हो रहा हो. उन्होंने कहा कि सदन की अनिश्चित काल के लिए स्थगित किए जाने की बात हो रही है लेकिन इसका फैसला विभिन्न दलों के नेताओं पर छोड़ता हूं. 11.03 AM: लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित 11.01 AM: राज्यसभा और लोकसभा में भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव का श्रद्धांजलि दी गई. सभी सांसदों ने रखा 2 मिनट का मौन 11.00 AM: लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू 10.37 AM: आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे हैं टीडीपी सांसद Delhi: TDP MPs protest in Parliament premises demanding special status for #AndhraPradesh pic.twitter.com/Skh4Me2JuR — ANI (@ANI) March 23, 2018 गुरुवार को संसद में ये हुआ लोकसभा में बीते दिन टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया था. लेकिन सदन ऑर्डर में न होने की वजह से प्रस्ताव सदन में नहीं रखा जा सका. राज्यसभा में बीते दिन बिना चर्चा के ग्रेच्युटी भुगतान संशोधन विधेयक 2017 को पारित किया गया, लोकसभा से पहले ही ये विधेयक पारित हो चुका है. राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के बाद 15 मिनट के भीतर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. वहीं लोकसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक और फिर 8 मिनट के भीतर दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. संसद में आज का एजेंडा लोकसभा आज में भगोड़े आर्थिक अपराधियों के संपत्ति जब्त करने वाले विधेयक पर चर्चा की जाएगी. साथ ही इसे सदन से पारित करने की कोशिश की जाएगी. सदन में बीते हफ्ते भगोड़ा आर्थिक अपराधी विधेयक 2018 को पेश किया गया था. केंद्र सरकार ने विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे मामलों के बाद इस दिशा में कानून लाने की पहल की है. विधेयक में ऐसे आर्थिक अपराधियों को रखा गया है जो कानूनी कार्रवाई और गिरफ्तारी से बचने के लिए देश छोड़ कर भाग जाते हैं. विधेयक को पिछले दिनों कैबिनेट की ओर से मंजूरी दी गई थी. राज्यसभा में आज केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत पुर्नवास परिषद का प्रस्ताव रखेंगे. इसके अलावा संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल अगले हफ्ते के कामकाज की जानकारी देंगे.संसद में आज प्राइवेट मेंबर बिल का दिन है, ऐसे में कई सांसदों की ओर से प्रस्ताव पेश किए जाएंगे. संसद के दोनों सदनों में आज बैंकिंग क्षेत्र की अनियमितताओं पर चर्चा प्रस्तावित है. इसमें पीएनबी बैंक घोटाला और नीरव मोदी का मुद्दा शामिल है. लोकसभा में आज बिना वोटिंग के नियम 193 के तहत बैंक घोटाले पर चर्चा प्रस्तावित है. वहीं राज्यसभा में कार्मिक मंत्री जितेंद्र सिंह भ्रष्टाचार निवारण संशोधन विधेयक 2013 को सदन में पारित कराने का प्रस्ताव करेंगे. इस विधेयक में भ्रष्टाचार को गंभीर अपराध की श्रेणी में लाने का प्रावधान है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पैतृक गांव से चलकर उनका पूरा परिवार संसद भवन पहुंचा. उनका शपथ ग्रहण समारोह देखने के लिए करीब साठ लोगों का यह कुनबा जिसमें उनके भाई, भाभियां, भतीजी, भतीजा और नाती दामाद समेत तमाम लोग इस मौके पर संसद भवन पहुंचे ताकि वे रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद की शपथ लेते हुए देख सकें. इन सभी के बीच एक खास महिला जो कि उनकी बड़ी भाभी थीं. जिन्होंने राम नाथ कोविंद को बचपन में पढ़ाया भी था. वे भी शामिल रहीं. जिन्होंने राष्ट्रपति कोविंद को पाला-पोसा, उन्हें लल्ला कहके पुकारती थीं. वह आज भी संसद भवन में रामनाथ कोविंद को लल्ला कहकर ही पुकार रही थीं कि उनका लल्ला अब राष्ट्रपति बन गया है. उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. वह काफी उत्साहित नजर आ रही थीं. साथ ही साथ उनके दो बड़े भाई भी अपने छोटे भाई के राष्ट्रपति बनने पर खुशी के मारे फूले नहीं समा रहे थे. भाइयों का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बन जाएगा. भतीजे-भतीजी समेत पूरा कुनबा फूला नहीं समा रहा था. सारे लोग संसद भवन एक साथ पहुंचे और लल्ला के राष्ट्रपति बनने के गवाह बने. कुछ देर बाद रामनाथ कोविंद का बेटा प्रशांत, बेटी स्वाति और उनकी बहू पोते-पोतियां के साथ संसद भवन पहुंचे. कानपुर से रामनाथ कोविंद का पूरा कुनबा संसद भवन उनके शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचा. उनके भाई उनकी भाभियां उनके भतीजे, भतीजी दामाद तमाम लोगों से आज तक ने बातचीत की. सभी का कहना है कि उनको बहुत खुशी है कि उनके भाई, चाचा, नाना राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. बहुत से लोगों ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वे राष्ट्रपति  बनेंगे, लेकिन उनके भतीजे का कहना है कि उन्हें पहले से ही पता था कि वह एक दिन राष्ट्रपति जरूर बनेंगे. उनके परिवार के अधिकतर सदस्यों ने अभी तक राष्ट्रपति भवन नहीं देखा है लेकिन वे अब इस बात को लेकर उत्साहित हैं कि वह राष्ट्रपति भवन देखने के साथ-साथ वहां पर रहेंगे.
निज़्हनी नोव्ग्रद या निज़्हनी नोव्गोरोद (रूसी: Нижний Новгород, आईपीए: [nʲiʐnʲɪj novɡərət]), संक्षिप्त में निज़्हनी, रूस में एक शहर है और वोल्गा संघीय जिला और निज़्नी नॉवग्रोद ओब्लास्ट का प्रशासनिक केंद्र (राजधानी) है। 1932 से 1990 तक, लेखक मैक्सिम गोर्की के कारण इसे गोर्की (Горький, आईपीए: [ɡorʲkʲɪj]) के रूप में जाना जाता था, जो वहां पैदा हुए थे। इस शहर की स्थापना 4 फरवरी 1221 में व्लादिमीर के प्रिंस यूरी द्वितीय ने की थी। 1612 में, कुज़्मा मिनिन और प्रिंस दिमित्री पॉज़र्स्की ने मास्को को डंडे से मुक्त करने के लिए एक सेना का आयोजन किया। 1817 में, निज़नी नोवगोरोड रूसी साम्राज्य का एक बड़ा व्यापार केंद्र बन गया। 1896 में, एक मेले में, एक अखिल रूसी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। सोवियत काल के दौरान, शहर एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र में बदल गया। विशेष रूप से, इस अवधि में गोर्की ऑटोमोबाइल प्लांट का निर्माण किया गया था। तब शहर को "रूसी डेट्रॉइट" उपनाम दिया गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, गोर्की पूर्वी मोर्चे को सैन्य उपकरणों का सबसे बड़ा प्रदाता बन गया। इसके कारण, लुफ़्तफ़ाफ़ा ने शहर पर लगातार हवाई बमबारी की। अधिकांश जर्मन बम गोर्की ऑटोमोबाइल प्लांट के क्षेत्र में गिरे। यद्यपि संयंत्र के लगभग सभी उत्पादन स्थल पूरी तरह से नष्ट हो गए थे, गोर्की के नागरिकों ने 100 दिनों के बाद कारखाने का पुनर्निर्माण किया। युद्ध के बाद, गोर्की एक बंद शहर बन गया और 1991 में सोवियत संघ का विघटन के बाद तक एक बना रहा। उस समय, शहर का नाम एक बार फिर निज़नी नोवगोरोड रखा गया था। 1985 में, निज़नी नोवगोरोड मेट्रो खोला गया था। 2016 में, व्लादिमीर पुतिन ने विजय संयंत्र की नई 70 वीं वर्षगांठ खोली जो अल्माज़-एंटे एयर एंड स्पेस डिफेंस कॉरपोरेशन का हिस्सा है। 2021 में, शहर ने अपनी स्थापना की 800वीं वर्षगांठ मनाई। यह शहर रूस में एक महत्वपूर्ण आर्थिक, परिवहन, वैज्ञानिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक केंद्र है और विशाल वोल्गा-व्याता आर्थिक क्षेत्र है, और रूस में नदी पर्यटन का मुख्य केंद्र है। शहर के ऐतिहासिक हिस्से में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय, सिनेमाघरों, संग्रहालयों और चर्च हैं। निज़नी नोवगोरोड मॉस्को के पूर्व में लगभग 400 किमी (250 मील) पूर्व में स्थित है, जहां ओका नदी वोल्गा में मिल जाता है। यहाँ की जनसंख्या: 1,250,619 (2010 की जनगणना) है जोकि पिछले जनगणना 1,311,252 (2002 की जनगणना) से कम है। क्रेमलिन - शहर का मुख्य केंद्र - शहर की मुख्य सरकारी एजेंसियां ​​और वोल्गा संघीय जिला शामिल हैं। निज़नी नोवगोरोड निवासी का नाम निज़ेगोरोडियन है। नोवगोरोडियन अनुपयुक्त है; यह उत्तर पश्चिमी रूस में वेलिकि नोवगोरोड के निवासी को दर्शाता है। निज़नी नोवगोरोड 2018 फीफा विश्व कप के मेजबान शहरों में से एक था। इतिहास नाम मूल रूप से नाम सिर्फ नोवगोरोड ("न्यूटाउन") था, लेकिन इसे दूसरे, पुराने और प्रसिद्ध नोवगोरोड (वेलिकी नोवगोरोड) से पश्चिम में अलग करने के लिए, शहर को आमतौर पर "निचली भूमि का नोवगोरोड" या "निचला" कहा जाता था। नया शहर"। इस भूमि को "निचला" (निज़नी (нижний)) नाम दिया गया था, भले ही यह वास्तव में वेलिकि नोवगोरोड की तुलना में ऊंचाई में अधिक है, क्योंकि यह मास्को, व्लादिमीर और मुरम जैसे अन्य रूसी शहरों के नीचे स्थित है। मध्ययुगीन राजकुमारों की सीट यह शहर एक छोटे से रूसी लकड़ी के पहाड़ी किले से अपनी उत्पत्ति का पता लगाता है जिसे 1221 में ग्रैंड ड्यूक यूरी द्वितीय द्वारा अपनी रियासत, वोल्गा और ओका नदियों में से दो सबसे महत्वपूर्ण नदियों के संगम पर स्थापित किया गया था। इसने मध्ययुगीन काल के अंत तक पूर्वी स्लाव बस्ती के पूर्वी छोर को चिह्नित किया, रूसी विस्तार के साथ पूर्व की ओर 1552 में कज़ान पर कब्जा करने तक देरी हुई। मध्ययुगीन किले के इसके स्वतंत्र अस्तित्व को इसके खिलाफ लगातार मॉर्डविन हमलों से खतरा था; अप्रैल 1229 में पुरगाज़ के तहत बलों द्वारा किए गए प्रमुख प्रयास को खारिज कर दिया गया था, लेकिन 4 मार्च, 1238 को यूरी II की मृत्यु के बाद, सीत नदी की लड़ाई में, मंगोलों ने किले पर कब्जा कर लिया। बाद में सीमा सुरक्षा के लिए एक प्रमुख गढ़, निज़नी नोवगोरोड किले ने दो नदियों द्वारा बनाई गई प्राकृतिक खाई का लाभ उठाया। मॉस्को और टवर के साथ, निज़नी नोवगोरोड कई नए स्थापित शहरों में से एक था, जो अपनी तुच्छता के कारण मंगोल तबाही से बच गए, लेकिन तातार योक की अवधि के दौरान रूसी राजनीतिक जीवन में महान केंद्रों में विकसित हुए। मंगोल खान के समझौते के साथ, निज़नी नोवगोरोड को 1264 में व्लादिमीर-सुज़ाल रियासत में शामिल किया गया था। 86 वर्षों के बाद इसका महत्व और बढ़ गया जब 1350 में गोरोडेट्स से शक्तिशाली सुज़ाल रियासत की सीट को वहां स्थानांतरित कर दिया गया। ग्रैंड ड्यूक दिमित्री कोन्स्टेंटिनोविच (1323) -१३८३) ने अपनी राजधानी को मास्को के योग्य प्रतिद्वंद्वी बनाने की मांग की; उन्होंने एक पत्थर के गढ़ और कई चर्च बनाए और इतिहासकारों के संरक्षक थे। रूसी प्राथमिक क्रॉनिकल की सबसे पुरानी पांडुलिपि, लॉरेंटियन कोडेक्स, उनके लिए स्थानीय भिक्षु लॉरेंटियस द्वारा 1377 में लिखी गई थी। मास्को के ग्रैंड डची का सबसे मजबूत किला 1392 में मॉस्को के ग्रैंड डची में शहर के शामिल होने के बाद, स्थानीय राजकुमारों ने शुयस्की नाम लिया और मॉस्को में बस गए, जहां वे दरबार में प्रमुख थे और वसीली IV के व्यक्ति में सिंहासन पर चढ़ गए। 1408 में शक्तिशाली क्रीमियन तातार प्रमुख एडिगु द्वारा जलाए जाने के बाद, निज़नी नोवगोरोड को बहाल किया गया था और मस्कोवियों द्वारा मुख्य रूप से कज़ान के टाटारों के खिलाफ उनके युद्धों में एक महान गढ़ के रूप में माना जाता था। रूस में सबसे मजबूत और सबसे पुराने संरक्षित गढ़ों में से एक विशाल लाल-ईंट क्रेमलिन, 1508-1511 में पिएत्रो फ्रांसेस्को की देखरेख में बनाया गया था। 1520 और 1536 में तातार घेराबंदी का सामना करने के लिए किला काफी मजबूत था। 1612 में, तथाकथित "राष्ट्रीय मिलिशिया", एक स्थानीय व्यापारी, कुज़्मा मिनिन द्वारा इकट्ठा किया गया, और कनीज़ दिमित्री पॉज़र्स्की की कमान ने मास्को से पोलिश सैनिकों को निष्कासित कर दिया, इस प्रकार "परेशानियों के समय" को समाप्त कर दिया और शासन की स्थापना की। रोमानोव राजवंश। क्रेमलिन के सामने मुख्य वर्ग का नाम मिनिन और पॉज़र्स्की के नाम पर रखा गया है, हालाँकि इसे स्थानीय रूप से मिनिन स्क्वायर के रूप में जाना जाता है। मिनिन के अवशेष गढ़ में दफन हैं। (इन घटनाओं की स्मृति में, २१ अक्टूबर, २००५ को, सेंट जॉन द बैपटिस्ट चर्च के सामने मिनिन और पॉज़र्स्की की रेड स्क्वायर प्रतिमा की एक सटीक प्रति रखी गई थी) निम्नलिखित शताब्दी के दौरान, शहर व्यावसायिक रूप से समृद्ध हुआ और स्ट्रोगनोव्स (रूस का सबसे धनी व्यापारी परिवार) द्वारा उनके संचालन के लिए एक आधार के रूप में चुना गया। वास्तुकला और आइकन पेंटिंग की एक विशेष शैली, जिसे स्ट्रोगनोव शैली के रूप में जाना जाता है, वहां 17 वीं और 18 वीं शताब्दी के मोड़ पर विकसित हुई। 1781 में निज़नी नोवगोरोड के हथियारों का ऐतिहासिक कोट एक सफेद मैदान पर काले सींगों और खुरों वाला एक लाल हिरण था। 2006 से हथियारों का आधुनिक कोट वही है, जिसमें लेनिन के आदेश का रिबन और ऊपर से सोने का मुकुट है। महान व्यापार केंद्र 1817 में, मकरेव मेला, दुनिया में सबसे जीवंत में से एक, निज़नी नोवगोरोड में स्थानांतरित कर दिया गया, और सालाना लाखों आगंतुकों को आकर्षित करना शुरू कर दिया। 19वीं शताब्दी के मध्य तक, शहर को रूसी साम्राज्य की व्यापारिक राजधानी के रूप में मजबूती से स्थापित किया गया था। इंजीनियर अलेक्जेंडर पोपोव द्वारा दुनिया का पहला रेडियो रिसीवर और इंजीनियर व्लादिमीर शुखोव द्वारा दुनिया का पहला हाइपरबोलॉइड टॉवर और जाली खोल-कवरिंग का प्रदर्शन 1896 में निज़नी नोवगोरोड में अखिल रूसी औद्योगिक और कला प्रदर्शनी में किया गया था। आधिकारिक शाही रूसी आंकड़ों के अनुसार जनसंख्या की जनसंख्या 14 जनवरी 1913 तक निज़नी नोवगोरोड 97,000 था। सबसे बड़ा औद्योगिक उद्यम सोर्मोवो आयरन वर्क्स था जो कंपनी के अपने रेलवे द्वारा निज़नी नोवगोरोड के निचले शहर में मोस्कोवस्की रेलवे स्टेशन से जुड़ा था। कज़ानस्की रेलवे स्टेशन अपर टाउन में था। अन्य उद्योग धीरे-धीरे विकसित हुए, और 20 वीं शताब्दी की शुरुआत तक यह शहर एक प्रथम श्रेणी का औद्योगिक केंद्र भी था। हेनरी फोर्ड ने 1920 के दशक के अंत में एक बड़े ट्रक और ट्रैक्टर प्लांट (GAZ) के निर्माण में मदद की, जिसमें भविष्य के श्रमिक नेता वाल्टर रेउथर सहित इंजीनियरों और यांत्रिकी को भेजा गया। सोवियत काल 1917 में अक्टूबर क्रांति से पहले वोल्गा या ओका पर कोई स्थायी पुल नहीं थे। व्यापार मेले के दौरान अस्थायी पुलों का निर्माण किया गया था। वोल्गा पर पहला पुल 1914 में मॉस्को-कज़ान रेलवे कंपनी द्वारा शुरू किया गया था, लेकिन सोवियत काल में ही समाप्त हो गया जब 1927 में कोटेलनिच के लिए रेलवे सेवा के लिए खोला गया था। मार्क्सवादी कार्यकर्ता और शाही असंतुष्ट मैक्सिम गोर्की का जन्म 1868 में निज़नी नोवगोरोड में एलेक्सी मैक्सिमोविच पेशकोव के रूप में हुआ था। अपने उपन्यासों में उन्होंने शहरी सर्वहारा वर्ग के निराशाजनक जीवन का वर्णन किया है। 1932 में जब वे जोसेफ स्टालिन के निमंत्रण पर सोवियत संघ लौटे, तो शहर का नाम बदलकर गोर्की कर दिया गया। शहर में 1990 तक गोर्की का नाम था। एलेक्सी के दादा के बाद उनके बचपन के घर को एक संग्रहालय के रूप में संरक्षित किया गया है, जिसे काशीरिन हाउस के नाम से जाना जाता है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, 1941 से 1943 तक, गोर्की पर जर्मनी द्वारा हवाई हमले और बमबारी की गई थी। जर्मनों ने शहर के उद्योग को नष्ट करने की कोशिश की क्योंकि यह मोर्चे के लिए सैन्य उपकरणों का मुख्य आपूर्तिकर्ता था। ये हमले सोवियत संघ के पीछे पूरे द्वितीय विश्व युद्ध में सबसे शक्तिशाली बन गए। सोवियत काल के अधिकांश समय के दौरान, सोवियत सैन्य अनुसंधान और उत्पादन सुविधाओं की सुरक्षा की सुरक्षा के लिए शहर विदेशियों के लिए बंद कर दिया गया था, भले ही यह पर्यटक नौकाओं में वोल्गा के ऊपर और नीचे यात्रा करने वाले सोवियत पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय रोक बिंदु था। उस आकार के सोवियत शहर के लिए असामान्य रूप से, यहां तक कि सड़क के नक्शे भी 1970 के दशक के मध्य तक बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं थे। 1970 में, यूएसएसआर के सर्वोच्च सोवियत के प्रेसिडियम के डिक्री द्वारा, शहर को ऑर्डर ऑफ लेनिन से सम्मानित किया गया था। हंगरी की कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व स्टालिनवादी महासचिव मत्यास राकोसी का 1971 में निर्वासन में निधन हो गया। 20 नवंबर, 1985 को शहर में मेट्रो का पहला खंड शुरू किया गया था। विदेशियों के साथ अपने संपर्कों को सीमित करने के लिए भौतिक विज्ञानी और नोबेल पुरस्कार विजेता आंद्रेई सखारोव को 1980-1986 के दौरान वहां निर्वासित कर दिया गया था। शहर की "बंद" स्थिति का अंत 1990 में शहर के मूल नाम की बहाली के साथ हुआ। सोवियत काल के बाद 2021 में, निज़नी नोवगोरोड ने अपनी 800 वीं वर्षगांठ बड़े पैमाने पर मनाई। सन्दर्भ रूस के नगर निज़्नी नॉवग्रोद ओब्लास्ट
हम सबने सुना है कि ब्लैक होल काफी खतरनाक होता है. इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति लाइट को भी अपने अंदर समा लेती है या यूं कहें लाइट भी यहां से वापस नहीं आ पाती. लेकिन आज तक वैज्ञानिकों ने भी रियल टाइम में किसी तारे को ब्लैक होल के अंदर समाते नहीं देखा था. हालांकि ऐसे घटनाओं की कई काल्पनिक तस्वीरें मौजूद हैं. द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में एस्ट्रोनॉमर्स ने पहली बार रियल टाइम में ब्लैक होल द्वारा एक तारे को निगलते हुए देखा था. साथ ही इसके ब्लास्ट पार्टिकल्स को ब्रह्मांड में फैलते हुए भी देखा. वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में घटे इस नाटकीय घटना को एक एडवांस टेलीस्कोप की मदद से देखा था. इस टेलीस्कोप को खास तौर पर आकाशगंगाओं की एक जोड़ी पर केंद्रित किया गया था, जिसका नाम Arp 299 है. ये पृथ्वी से करीब 150 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर हैं. घटना के वक्त वैज्ञानिकों ने देखा कि हमारे सूर्य से भी दोगुने आकार का एक तारा ब्लैक होल के नजदीक पहुंच गया और एक विस्फोट के साथ उसमें समा गया. ये ब्लैक होल खुद हमारे सूर्य की तुलना में 2 करोड़ गुना बड़ा था.
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र मामले में केंद्र और महाराष्ट्र को नोटिस जारी कर कल सुबह 10:30 बजे राज्यपाल के आमंत्रण वाली चिट्ठी पेश करने को कहा है. कांग्रेस की ओर से पेश हुए वकील कपिल सिब्बल,अभिषेक मनु सिंघवी और बीजेपी की ओर से वकील मुकुल रोहतगी की दलील सुनने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल कल तक के लिए टाल दिया है.  हालांकि आज हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत साबित करने को लेकर कोई फैसला नहीं दिया है. लेकिन इस मांग को भी ठुकरा दिया है कि बहुमत साबित करने के लिए समय दिया जाए. इससे पहले सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि समर्थन पत्र कब दिया गया. वहीं जस्टिस रमन्ना ने कांग्रेस के वकील कपिल सिब्बल से पूछा कि क्या उनरे पास कुछ है कि राज्यपाल को क्या लिखित दिया गया था. इस पर सिब्बल ने ना में जवाब दिया. सिब्बल ने आगे कहा कि अगर बीजेपी के पास बहुमत है तो साबित करें. इस मामले में वरिष्ठ वकील और संविधान के जानकार संजय हेगड़े ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा है कि अभी मैच जारी है और यही कहा जा सकता है कि कल पता लगेगा. सारे पत्रों को देखने के बाद ही कोर्ट कोई फैसला करेगा.  उन्होंने कहा कि राज्यपाल के फैसले को अनुचित कह सकते हैं लेकिन गैरकानूनी नहीं है.  साथ में हिंदी फिल्म के एक गाने की लाइन को जोड़ते हुए कहा कि इमरजेंसी तो थी नहीं पर पुराना गाना है 'रात है ऐसी मतवाली तो सुबह का आलम क्या होगा? हेगड़े ने कहा कि शायद राज्यपाल ने सुबह का आलम नहीं देखा है थोड़ा सा गौर कर लेते वेरीफाई कर लेते तो मामला इतना गड़बड़ नहीं होता. उन्होंने कहा कि फ्लोर टेस्ट को ज़्यादा वक़्त तक टाला नही जा सकता है. तुरंत नहीं हो सकता है पर जल्द हो सकता है. उन्होंने कहा कि अजीत पवार अब एनसीपी के नेता नही हैं उनको व्हिप जारी करने का अधिकार नहीं है. नये नेता का नाम ऐलान कर चुका है. इसमें कोई दो राय नहीं है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला का निधन हो गया है। निधन के वक्त 95 साल के मंडेला जोहानिसबर्ग के अपने घर में ही थे। मंडेला पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें लंग्स इंफेक्शन की शिकायत थी। उनके निधन की घोषणा राष्ट्रपति जैकब जूमा ने की। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने आज अपना सबसे महान संतान को खो दिया है। दरअसल, नेल्सन मंडेला दुनिया के सबसे बेहतरीन राजनेताओं में शुमार किए जाते थे। उन्होंने रंगभेद के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी और 27 साल का वक्त जेल में गुज़ारा। वह दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति थे। मंडेला महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों, विशेषकर वकालत के दिनों में दक्षिण अफ्रीका के उनके आंदोलनों से प्रेरित थे। मंडेला ने भी हिंसा पर आधारित रंगभेदी शासन के खिलाफ अहिंसा के माध्यम से संघर्ष किया। मंडेला के महान संघर्ष के लिए ही उन्हें 1993 में शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। साथ ही उन्हें 1990 में भारत रत्न का सम्मान भी दिया जा चुका है। मंडेला का जन्म 1918 में ईस्टर्न केप ऑफ साउथ अफ्रीका के एक छोटे से गांव में हुआ था। वह मदीबा कबीले के थे और द. अफ्रीका में उन्हें प्यार से मदीबा ही पुकारा जाता था। उनका चमत्कारी व्यक्तित्व, हास्य विनोद क्षमता और अपने साथ हुए दुव्यर्वहार को लेकर कड़वाहट ना होना, उनकी अद्भुत जीवन गाथा से उनके असाधारण वैश्विक अपील का पता चलता है।
लेख: वर्ष के चौथे और अंतिम ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन के लिए खिलाड़ियों के ड्रॉ गुरुवार को घोषित कर दिए गए। विश्व के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर और हाल में लंदन ओलिंपिक में पुरुषों की एकल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने वाले ब्रिटेन के एंडी मरे की भिड़ंत सेमीफाइनल में हो सकती है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मौजूदा चैम्पियन सर्बिया के नोवाक जोकोविक यदि फाइनल में पहुंचने में सफल रहते हैं तभी उनका मुकाबला फेडरर या मरे से हो सकता है। अमेरिका की सेरेना विलियम्स और वीनस विलियम्स अंतिम-4 में आमने-सामने हो सकती हैं। वीनस को अपनी बहन सेरेना से क्वार्टर फाइनल में भिड़ने के लिए दूसरे दौर के मुकाबले में उन्हें छठी वरीयता प्राप्त जर्मनी की अंगेलिक केरबर को हराना होगा। केरबर ने लंदन ओलिंपिक में वीनस विलियम्स को पराजित किया था जबकि 19 मैचों से अजेय चल रहीं सेरेना को उन्होंने पिछले सप्ताह सिनसिनाटी टूर्नामेंट में हराया था। पुरुष वर्ग में स्पेन के स्टार खिलाड़ी राफेल नडाल घुटने में चोट की वजह से नहीं खेलेंगे। विम्बल्डन और ओलिंपिक के फाइनल में टकराने वाले फेडरर और मरे सेमीफाइनल में यहां भिड़ सकते हैं। 17 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके फेडरर ने पिछले महीने विम्बल्डन के फाइनल में मरे को हराया था। फेडरर ने 2004 से 2008 तक लगातार पांच बार अमेरिकी ओपन टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में फेडरर अपने अभियान की शुरुआत अमेरिका के डोनाल्ड यंग के खिलाफ करेंगे। क्वार्टर फाइनल में फेडरर छठी वरीयता प्राप्त टॉमस बर्डिच से खेल सकते हैं। मरे पहले दौर के मुकाबले में रूस के एलेक्स बोगोमोलोव से भिड़ेंगे। अंतिम-8 में मरे पांचवीं वरीयता प्राप्त फ्रांस के जो-विल्फ्रेड सोंगा के खिलाफ खेल सकते हैं। दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविक का पहला मुकाबला इटली के पाओलो लोरेंजी से होगा। क्वार्टर फाइनल में जोकोविक की भिड़ंत सातवीं वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से हो सकती है। जोकोविक सेमीफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त सर्बिया के जांको टिप्सारेविक या चौथी वरीयता प्राप्त स्पेन के डेविड फेरर से भिड़ सकते हैं। वर्ष 2009 के चैम्पियन पोत्रो पहले दौर के मुकाबले में हमवतन डेविड नलबैंडियन के सामने होंगे। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोत्रो की भिड़ंत 2003 के चैम्पियन एंडी रॉडिक से हो सकती है। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड की एगनिस्का रद्वांस्का और सेरेना एक ही हाफ में हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मौजूदा चैम्पियन सर्बिया के नोवाक जोकोविक यदि फाइनल में पहुंचने में सफल रहते हैं तभी उनका मुकाबला फेडरर या मरे से हो सकता है। अमेरिका की सेरेना विलियम्स और वीनस विलियम्स अंतिम-4 में आमने-सामने हो सकती हैं। वीनस को अपनी बहन सेरेना से क्वार्टर फाइनल में भिड़ने के लिए दूसरे दौर के मुकाबले में उन्हें छठी वरीयता प्राप्त जर्मनी की अंगेलिक केरबर को हराना होगा। केरबर ने लंदन ओलिंपिक में वीनस विलियम्स को पराजित किया था जबकि 19 मैचों से अजेय चल रहीं सेरेना को उन्होंने पिछले सप्ताह सिनसिनाटी टूर्नामेंट में हराया था। पुरुष वर्ग में स्पेन के स्टार खिलाड़ी राफेल नडाल घुटने में चोट की वजह से नहीं खेलेंगे। विम्बल्डन और ओलिंपिक के फाइनल में टकराने वाले फेडरर और मरे सेमीफाइनल में यहां भिड़ सकते हैं। 17 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके फेडरर ने पिछले महीने विम्बल्डन के फाइनल में मरे को हराया था। फेडरर ने 2004 से 2008 तक लगातार पांच बार अमेरिकी ओपन टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में फेडरर अपने अभियान की शुरुआत अमेरिका के डोनाल्ड यंग के खिलाफ करेंगे। क्वार्टर फाइनल में फेडरर छठी वरीयता प्राप्त टॉमस बर्डिच से खेल सकते हैं। मरे पहले दौर के मुकाबले में रूस के एलेक्स बोगोमोलोव से भिड़ेंगे। अंतिम-8 में मरे पांचवीं वरीयता प्राप्त फ्रांस के जो-विल्फ्रेड सोंगा के खिलाफ खेल सकते हैं। दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविक का पहला मुकाबला इटली के पाओलो लोरेंजी से होगा। क्वार्टर फाइनल में जोकोविक की भिड़ंत सातवीं वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से हो सकती है। जोकोविक सेमीफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त सर्बिया के जांको टिप्सारेविक या चौथी वरीयता प्राप्त स्पेन के डेविड फेरर से भिड़ सकते हैं। वर्ष 2009 के चैम्पियन पोत्रो पहले दौर के मुकाबले में हमवतन डेविड नलबैंडियन के सामने होंगे। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोत्रो की भिड़ंत 2003 के चैम्पियन एंडी रॉडिक से हो सकती है। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड की एगनिस्का रद्वांस्का और सेरेना एक ही हाफ में हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। अमेरिका की सेरेना विलियम्स और वीनस विलियम्स अंतिम-4 में आमने-सामने हो सकती हैं। वीनस को अपनी बहन सेरेना से क्वार्टर फाइनल में भिड़ने के लिए दूसरे दौर के मुकाबले में उन्हें छठी वरीयता प्राप्त जर्मनी की अंगेलिक केरबर को हराना होगा। केरबर ने लंदन ओलिंपिक में वीनस विलियम्स को पराजित किया था जबकि 19 मैचों से अजेय चल रहीं सेरेना को उन्होंने पिछले सप्ताह सिनसिनाटी टूर्नामेंट में हराया था। पुरुष वर्ग में स्पेन के स्टार खिलाड़ी राफेल नडाल घुटने में चोट की वजह से नहीं खेलेंगे। विम्बल्डन और ओलिंपिक के फाइनल में टकराने वाले फेडरर और मरे सेमीफाइनल में यहां भिड़ सकते हैं। 17 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके फेडरर ने पिछले महीने विम्बल्डन के फाइनल में मरे को हराया था। फेडरर ने 2004 से 2008 तक लगातार पांच बार अमेरिकी ओपन टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में फेडरर अपने अभियान की शुरुआत अमेरिका के डोनाल्ड यंग के खिलाफ करेंगे। क्वार्टर फाइनल में फेडरर छठी वरीयता प्राप्त टॉमस बर्डिच से खेल सकते हैं। मरे पहले दौर के मुकाबले में रूस के एलेक्स बोगोमोलोव से भिड़ेंगे। अंतिम-8 में मरे पांचवीं वरीयता प्राप्त फ्रांस के जो-विल्फ्रेड सोंगा के खिलाफ खेल सकते हैं। दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविक का पहला मुकाबला इटली के पाओलो लोरेंजी से होगा। क्वार्टर फाइनल में जोकोविक की भिड़ंत सातवीं वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से हो सकती है। जोकोविक सेमीफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त सर्बिया के जांको टिप्सारेविक या चौथी वरीयता प्राप्त स्पेन के डेविड फेरर से भिड़ सकते हैं। वर्ष 2009 के चैम्पियन पोत्रो पहले दौर के मुकाबले में हमवतन डेविड नलबैंडियन के सामने होंगे। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोत्रो की भिड़ंत 2003 के चैम्पियन एंडी रॉडिक से हो सकती है। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त 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दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविक का पहला मुकाबला इटली के पाओलो लोरेंजी से होगा। क्वार्टर फाइनल में जोकोविक की भिड़ंत सातवीं वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से हो सकती है। जोकोविक सेमीफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त सर्बिया के जांको टिप्सारेविक या चौथी वरीयता प्राप्त स्पेन के डेविड फेरर से भिड़ सकते हैं। वर्ष 2009 के चैम्पियन पोत्रो पहले दौर के मुकाबले में हमवतन डेविड नलबैंडियन के सामने होंगे। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोत्रो की भिड़ंत 2003 के चैम्पियन एंडी रॉडिक से हो सकती है। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड की एगनिस्का रद्वांस्का और सेरेना एक ही हाफ में हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। मरे पहले दौर के मुकाबले में रूस के एलेक्स बोगोमोलोव से भिड़ेंगे। अंतिम-8 में मरे पांचवीं वरीयता प्राप्त फ्रांस के जो-विल्फ्रेड सोंगा के खिलाफ खेल सकते हैं। दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविक का पहला मुकाबला इटली के पाओलो लोरेंजी से होगा। क्वार्टर फाइनल में जोकोविक की भिड़ंत सातवीं वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से हो सकती है। जोकोविक सेमीफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त सर्बिया के जांको टिप्सारेविक या चौथी वरीयता प्राप्त स्पेन के डेविड फेरर से भिड़ सकते हैं। वर्ष 2009 के चैम्पियन पोत्रो पहले दौर के मुकाबले में हमवतन डेविड नलबैंडियन के सामने होंगे। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोत्रो की भिड़ंत 2003 के चैम्पियन एंडी रॉडिक से हो सकती है। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड की एगनिस्का रद्वांस्का और सेरेना एक ही हाफ में हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। दूसरी वरीयता प्राप्त जोकोविक का पहला मुकाबला इटली के पाओलो लोरेंजी से होगा। क्वार्टर फाइनल में जोकोविक की भिड़ंत सातवीं वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से हो सकती है। जोकोविक सेमीफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त सर्बिया के जांको टिप्सारेविक या चौथी वरीयता प्राप्त स्पेन के डेविड फेरर से भिड़ सकते हैं। वर्ष 2009 के चैम्पियन पोत्रो पहले दौर के मुकाबले में हमवतन डेविड नलबैंडियन के सामने होंगे। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोत्रो की भिड़ंत 2003 के चैम्पियन एंडी रॉडिक से हो सकती है। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड की एगनिस्का रद्वांस्का और सेरेना एक ही हाफ में हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। जोकोविक सेमीफाइनल में आठवीं वरीयता प्राप्त सर्बिया के जांको टिप्सारेविक या चौथी वरीयता प्राप्त स्पेन के डेविड फेरर से भिड़ सकते हैं। वर्ष 2009 के चैम्पियन पोत्रो पहले दौर के मुकाबले में हमवतन डेविड नलबैंडियन के सामने होंगे। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोत्रो की भिड़ंत 2003 के चैम्पियन एंडी रॉडिक से हो सकती है। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड की एगनिस्का रद्वांस्का और सेरेना एक ही हाफ में हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। वर्ष 2009 के चैम्पियन पोत्रो पहले दौर के मुकाबले में हमवतन डेविड नलबैंडियन के सामने होंगे। प्री-क्वार्टर फाइनल में पोत्रो की भिड़ंत 2003 के चैम्पियन एंडी रॉडिक से हो सकती है। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड की एगनिस्का रद्वांस्का और सेरेना एक ही हाफ में हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। महिला वर्ग में, सात बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन वीनस, दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड की एगनिस्का रद्वांस्का और सेरेना एक ही हाफ में हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। तीसरी वरीयता प्राप्त रूस की मारिया शारापोवा और शीर्ष वरीयता प्राप्त बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका अलग-अलग हाफ में हैं। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। सेरेना अपने अभियान की शुरुआत हमवतन कोको वांडेवेघे के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में सेरेना की भिड़ंत आठवीं वरीयता प्राप्त डेनमार्क की कैरोलीन वोजनियास्की से हो सकती है।टिप्पणियां अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। अजारेंका अपने अभिायान की शुरुआत रूस की एलेक्जेंड्रा पानोवा के खिलाफ करेंगी। क्वार्टर फाइनल में अजारेंका का मुकाबला गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की समांथ स्टोसुर से हो सकता है। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। शारापोवा पहले मुकाबले में हंगरी की मेलिंडा जिंक से भिड़ेंगी और अंतिम आठ में उन्हें चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा से भिड़ने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन सोमवार को किया जाएगा।
असम, ओडिशा समेत देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात हैं. असम में भारी बारिश के बाद नदियां उफान पर हैं. 15 लाख से अधिक लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं. पानी से घिरे असम के मजूली में तूफान के कारण 400 से अधिक घर नष्ट हो गए हैं. वहीं उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया गया हैं. एजेंसियां अलर्ट पर हैं. असम में सबसे गंभीर हैं हालात असम के 24 जिलों में लगभग 12 लाख लोग बाढ़ का प्रकोप झेल रहे हैं. अबतक इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या 59 हो चुकी है. आधा काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान डूबा हुआ है और 70 से अधिक जानवर मारे जा चुके हैं. दुर्लभ प्रजाति के एक सिंग वाले गैंडे खतरे में हैं. प्रभावित जिलों में धीमाजी, बिस्वनाथ, लखीमपुर, सोनितपुर, दरांग, नलबारी, बरपेटा, बंगाइगांव, चिरांग, कोकराझार, धुबरी, सोपुथ सालमारा, गोलापारा, मोरीगांव, नागांव, कार्बी आंगलॉन्ग, गोलाघाट, जोरहाट मजुली, शिवसागर, चराईदेव, डिब्रूगढ़, करीमगंज तथा काचर जिला शामिल है. उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट यूपी, बिहार के कई इलाकों में भी भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. उत्तराखंड के कुमाऊं में बारिश से आधा दर्जन रिहायशी मकान भूस्खलन की चपेट में आए हैं. पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र में ढालीगाढ़ नदी में सड़क समा जाने से 13 गांवों का अन्य क्षेत्रों से संपर्क कट गया है. काली नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है. देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर समेत कई इलाकों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. खेती को बड़ा नुकसान एएसडीएमए की रिपोर्ट के मुताबिक असम में 66,516 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है. अधिकारियों के मुताबिक, प्रभावित 25,000 से अधिक लोगों ने विभिन्न जिलों में सरकार द्वारा स्थापित 19 शिविरों में शरण ले रखी है. ओडिशा सरकार ने मांगी सेना की मदद ओडिशा में भी बाढ़ से कई जिलों में हालात काफी गंभीर है. दक्षिणी ओडिशा के विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में बाढ़ का खासा असर हुआ है. आंध्र प्रदेश और ओडिशा के बीच ट्रेन सेवा भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. रायगड़ा और कालाहांडी के हिस्सों में भारी बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की सुरक्षा के लिए ओडिशा सरकार ने सेना और वायु सेना की मदद मांगी और केंद्र सरकार से राहत व बचाव कार्यो में तेजी लाने के लिए चार हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. आंध्र में खेती को भारी नुकसान आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में नारायणपुरम, अन्नावरम, कोल्लीवलासा आदि इलाके जलमग्न हैं. विजयनगरम-श्रीकाकुलम हाईवे पर यातायात प्रभावित हुआ है. गांवों में स्कूलों में और गन्ने के खेतों में पानी भर गया है. मौसम विभाग ने तटीय आंध्र प्रदेश के जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश का अनुमान जताया है. गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में स्थिति गंभीर गुजरात में बाढ के चलते अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. जामनगर के 3 लोग जो पानी में बह गये थे, उन्हें ढूँढने का काम अब भी जारी है. गुजरात के कई इलाकों में भी भारी बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनकर आई है. खासकर कच्छ और सौराष्ट्र के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. मोरबी, सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर और कच्छ में बारिश से स्थिति काफी भयावह हुई है. गुजरात में पिछले 48 घंटे में एनडीआरएफ और एयरफोर्स ने 405 लोगों को प्रबावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.
दक्षिण दिल्ली में एक व्यापारी के घर से कुछ नगदी और 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के आभूषणों की डकैती के लिए सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.  अपराधियों की पहचान सोनू गुप्ता, मुहम्मद इम्तियाज अली, रमजान अली, सुधीर, आकाश, इस गिरोह सरगना पीड़ित का पूर्व कर्मचारी रुपेश कुमार सिंह और एक वर्तमान कर्मचारी सुधीर के रूप में हुई है.  इन अपराधियों को पुलिस की टीमों द्वारा व्यापारी नसीब चंद अग्रवाल के पहले और वर्तमान कर्मचारियों के अभिलेखों की जांच करने के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल से गिरफ्तार किया गया है.  13 जून को, अग्रवाल ने कथित तौर पर कहा था कि हथियारों से लैस और नकाबपोश सात व्यक्तियों ने नेहरू एन्क्लेव में स्थित उनके घर पर डकैती की थी. अग्रवाल का कपड़ों के निर्यात से संबंधित कारोबार है और एक इमारत की चौथे माले पर रहते हैं। इसी इमारत के भूतल पर उनका एक शोरूम है. पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने कहा, "उन्होंने पुलिस से कहा था कि अपराध के दिन, वह जिम गए हुए थे। जब वह घर वापस आए तो उन्होंने पाया कि उनकी पत्नी और नौकर के साथ बुरा बर्ताव किया गया था."  बानिया ने कहा, "हमलावर उनके घर से 10 लाख रुपये की नगदी और 1 करोड़ की कीमत के सोने और हीरे के आभूषणों से भरे 10 से 15 बॉक्सों को ले गए थे."  टिप्पणियां जांच पड़ताल के दौरान, यह पता चला कि अग्रवाल का एक पूर्व कर्मचारी रुपेश सिंह और उसका दोस्त सुधीर जो अग्रवाल के शोरूम में स्टोर मैनेजर का कार्य करता था, ने इस अपराध को अंजाम दिया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अग्रवाल का कपड़ों के निर्यात से संबंधित कारोबार है और एक इमारत की चौथे माले पर रहते हैं। इसी इमारत के भूतल पर उनका एक शोरूम है. पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने कहा, "उन्होंने पुलिस से कहा था कि अपराध के दिन, वह जिम गए हुए थे। जब वह घर वापस आए तो उन्होंने पाया कि उनकी पत्नी और नौकर के साथ बुरा बर्ताव किया गया था."  बानिया ने कहा, "हमलावर उनके घर से 10 लाख रुपये की नगदी और 1 करोड़ की कीमत के सोने और हीरे के आभूषणों से भरे 10 से 15 बॉक्सों को ले गए थे."  टिप्पणियां जांच पड़ताल के दौरान, यह पता चला कि अग्रवाल का एक पूर्व कर्मचारी रुपेश सिंह और उसका दोस्त सुधीर जो अग्रवाल के शोरूम में स्टोर मैनेजर का कार्य करता था, ने इस अपराध को अंजाम दिया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जांच पड़ताल के दौरान, यह पता चला कि अग्रवाल का एक पूर्व कर्मचारी रुपेश सिंह और उसका दोस्त सुधीर जो अग्रवाल के शोरूम में स्टोर मैनेजर का कार्य करता था, ने इस अपराध को अंजाम दिया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शिवसेना सासंद नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने चप्पल कांड पर कहा कि इसके दो पहलू हैं. पहला तो यह है कि एक व्यक्ति की घटना हुई है उसकी जांच हो रही है और उस जांच में एअर इंडिया ने कंप्लेंट फाइल की है. जिस पर पुलिस कार्रवाई कर रही है उसके बाद ये देखेगी कि इस पर FIR दर्ज करनी है या नहीं. दूसरा पहलू ये है कि अपने यात्रियों को ऐविशन नेटवर्क को कैसे सुरक्षित रखा जाए. ऐसी घटनाएं हुई हैं जहां पैसेंजर का व्यवहार ठीक नहीं रहा है. जयंत सिन्हा का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा ही सर्वोपरि है. उसको कैसे संभाला जाए कैसे एयरलाइंस के समर्थन में खड़े उस पर हम देख रहे हैं. पाबंदी के बारे में जॉन सीना का कहना है कि हम उसको एग्जामइन कर रहे हैं. माफी मांगने पर क्या इसको रिव्यू किया जा सकता है. इस पर जयंत सिन्हा का कहना है कि जो प्रक्रिया इस पर आएगी. वह देखनी और समझनी पड़ेगी कि कानून के आधार पर क्या किया जा सकता है. जयंत सिन्हा का कहना कि मैं इस घटना की डिटेल्स में नहीं जाना चाहता हूं. कानूनी कार्रवाई हो रही है जो अथॉरिटीज है, वह तय करेंगी उसमें क्या अनुकूल कार्रवाई होनी चाहिए. इंसानियत की तौर पर यह सोच नहीं होनी चाहिए. किस तरीके से व्यवहार हो यह हम सब लोगों के लिए शर्मनाक है. संसद होने के नाते बहुत सम्मान और आदर देना चाहिए ये तो हम सब लोग मानते हैं.
10 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 69वॉ (लीप वर्ष में 70 वॉ) दिन है। साल में अभी और 296 दिन बाकी है। प्रमुख घटनाएँ 1922 - महात्मा गांधी गिरफ्तार किए गए, राजद्रोह का आरोप, छेह वर्षो की क़ैद, परन्तु दो वर्ष बाद ही फरवरी 1924 में रिहा किए गए। 2010- म्यांमार की सैनिक सरकार ने लोकतंत्र समर्थक आंग सांग सूकी के चुनाव लडने पर रोक लगा दी। भारतीय संसद की ऊपरी सदन राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पारित हो गया। जन्म निधन सावित्री बाई फूले परिनिर्वाण दिवस बाहरी कड़ियाँ बीबीसी पे यह दिन मार्च, १०
लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और जमुई से एनडीए के उम्मीदवार चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बिहार में इस बार एनडीए की प्रचंड जीत का दावा किया है. उन्होंने (Chirag Paswan)  एनडीटीवी से खास बातचती मे कहा कि इस बार बिहार में जितना समर्थन में एनडीए को मिला है उसे देखते हुए यह तो तय है कि इस बार हम 35 या इससे ज्यादा सीटें जीतने जा रहे हैं. चिराग (Chirag Paswan) ने कहा कि एनडीए को मिलने वाली जीत सिर्फ मोदी सरकार के काम की वजह है. बीते पांच साल में मोदी सरकार ने काफी काम किया है. हालांकि उन्होंने बातचीत के दौरान यह भी माना कि उनके क्षेत्र में अभी भी ऐसे कई काम हैं जिन्हें पूरा करना बाकी है. उन्होंने कहा कि युवाओं में इस बात को लेकर चिंता है कि जितने रोजगार उनको चाहिए थे उतने उपलब्ध नहीं कराए जा सके. यही वजह है कि हमारे कई ऐसे युवा हैं जो रोजगार को लेकर चिंतित हैं. चिराग पासवान ने कहा कि मैंने अपने क्षेत्र में जितने भी काम किए हैं उसके हिसाब में मुझे लगता है कि मुझे 2014 की तुलना में ज्यादा वोट मिलेंगे और रिकॉर्ड वोट से जीतूंगा. मैंने 2014 में जितने भी वादे किए थे उनमें से काफी हद तक पूरा कर दिया है. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही चिराग पासवान ने एनडीए को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर राम मंदिर को आगामी लोकसभा चुनाव में मुद्दा बनाया गया तो इसका नुक़सान हो सकता है. चिराग अपने बिहार दौरे के दौरान शेखपुरा में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. चिराग पासवान ने कि मेरे हिसाब से राम मंदिर कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए. जब तीन राज्यों के चुनाव परिणाम आए थे, तब भी मैंने कहा था कि कहीं न कहीं हम लोगों को इसका नुक़सान होता है. जब भी हम विकास के मुद्दे से भटकते हैं तो चुनावों में इसका खामियाजा उठाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और NDA से उनकी अपेक्षा होगी कि आगामी चुनाव में विकास ही मुद्दा हो. चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने याद दिलाया कि 2014 का चुनाव हमने विकास के आधार पर लड़ा था, इसलिए 2019 के चुनाव में भी विकास को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. इसके अलावा नौजवानों की समस्या, किसानों की समस्या, वंचित वर्ग की समस्या और देश में आधारभूत संरचना से संबंधित समस्याओं को प्राथमिकता देकर चुनाव में मुद्दा बनाया जाना चाहिए. चिराग ने राम मंदिर के मुद्दे पर अपनी पार्टी का स्टैंड एक बार फिर साफ किया और कहा कि उसका हम लोग स्वागत करेंगे. चिराग के रुख़ से स्पष्ट है कि राम मंदिर और तीन तलाक़ के मुद्दे पर वो BJP के स्टैंड से सहमत नहीं है और राम मंदिर को तो चुनाव में मुद्दा बनाने की बिलकुल ही पक्षधर नहीं हैं.  चिराग पासवान ने अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में भी साफ़ किया कि भले ही उनके पिता और पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान हाजीपुर से चुनाव न लड़ें, लेकिन वह अपने पुराने क्षेत्र जमुई से ही फिर चुनाव मैदान में उतरेंगे. उन्होंने माना कि फ़िलहाल सीटों की संख्या पर सहमति बन जाने के बावजूद NDA में कौन सा दल किस सीट पर लड़ेगा, इस पर अभी बातचीत शुरू नहीं हुई है.
भारतीय सेना ने हरियाणा के जिले हिसार के एक बोरवेल में फंसे बच्चे को 24 घंटे के बाद सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया है. 60 फीट गहरे गड्ढे में गिरे बच्चे को बाहर निकालने के लिए सेना के विशेषज्ञ और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों की एक टीम काफी समय से इस बचाव अभियान में जुटी हुई थी. बालसमंद गांव के करीब बने एक बोरवेल में एक 18 वर्षीय बच्चा फंस गया था. बच्चे को उसके अभिभावकों को सौंप दिया गया है. सेना के एक अधिकारी ने कहा, 'जब हमें बच्चे के गिरने के बारे में सूचना मिली तो हम मौके पर तत्काल पहुंच गए. हमारे इंजीनियरों ने बच्चे को बाहर निकालने के लिए सिविल अधिकारियों का पूरा सहयोग किया. कुछ यंत्र हमारे पास थे और फावड़े और जेसीबी की व्यवस्था प्रशासन ने की.' इस बचाव अभियान में सेना ने प्रशासनिक अधिकारियों को सलाह दी कि इस काम में एनडीआरएफ के विशेषज्ञों की मदद ली जाए. रात 11 बजे तक गाजिबाद से एनडीआरएफ के कुछ विशेषज्ञ मौके पर पहुंच गए थे. बोरवेल के साथ लगती जमीन पर एक 60 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था जिसके समानांतर एक पैनल की खुदाई सेना ने चालू कर दी थी जिससे बच्चे को कोई नुकसान न पहुंच सके. सेना, प्रशासन, एनडीआरएफ और स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को सुरक्षित बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है. पूरे बचाव अभियान के दौरान चिकित्सकों की एक टीम कैमरे के जरिए बच्चे पर नजर बनाए हुई थी. मिट्टी गीली होने की वजह से टनल बनाने में खासी दिक्कतों का सामना भी बचाव दल को करना पड़ा.
उत्तर प्रदेश राज्य के झाँसी में बंगरा नामक पहाड़ी पर १६१३ इस्वी में यह दुर्ग ओरछा के बुन्देल राजा बीरसिंह जुदेव ने बनवाया था। २५ वर्षों तक बुंदेलों ने यहाँ राज्य किया उसके बाद इस दुर्ग पर क्रमश मुगलों, मराठों और अंग्रजों का अधिकार रहा। मराठा शासक नारुशंकर ने १७२९-३० में इस दुर्ग में कई परिवर्तन किये जिससे यह परिवर्धित क्षेत्र शंकरगढ़ के नाम से प्रसिद्ध हुआ। १८५७ के स्वतंत्रता संग्राम में इसे अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ। १९३८ में यह किला केन्द्रीय संरक्षण में लिया गया। यह दुर्ग १५ एकड़ में फैला हुआ है। इसमें २२ बुर्ज और दो तरफ़ रक्षा खाई हैं। नगर की दीवार में १० द्वार थे। इसके अलावा ४ खिड़कियाँ थीं। दुर्ग के भीतर बारादरी, पंचमहल, शंकरगढ़, रानी के नियमित पूजा स्थल शिवमंदिर और गणेश मंदिर जो मराठा स्थापत्य कला के सुन्दर उदाहरण हैं। कूदान स्थल, कड़क बिजली तोप पर्यटकों का विशेष आकर्षण हैं। फांसी घर को राजा गंगाधर के समय प्रयोग किया जाता था जिसका प्रयोग रानी ने बंद करवा दिया था। किले के सबसे ऊँचे स्थान पर ध्वज स्थल है जहाँ आज तिरंगा लहरा रहा है। किले से शहर का भव्य नज़ारा दिखाई देता है। यह किला भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है और देखने के लिए पर्यटकों को टिकट लेना होता है। वर्ष पर्यन्त देखने जा सकते हैं।यहॉ सड़क तथा रेल मारग दोनो से पहुँचा जा सकता है। बाहरी कड़ियाँ सन्दर्भ झाँसी
यह एक नए बीज का अंकुरण था. जैसे कोई विचार अपनी खोल को तोड़कर बाहर निकलना और आकार लेना चाह रहा हो. पहली बार भारत की प्रिंट पत्रकारिता में हमने परंपरा को तोडऩे की कोशिश की ताकि अपने पाठकों को समूचे संस्करण का नियंता बनाया जा सके. तमाम रिपोर्टरों और संपादकों को पाठकों के विचारों, अभिव्यक्ति और राय की काटछांट के काम में लगा दिया गया. भारत की आजादी की 67वीं सालगिरह पर इससे बेहतर तरीका और क्या हो सकता था कि सोशल मीडिया के माध्यम से पत्रकारिता को जनतांत्रिक बना दिया जाए. पाठकों के माध्यम से इस अंक को निकालने के पीछे उद्देश्य यह था कि इस अंक में सोशल मीडिया के स्वभाव, आजादी और मौज की झलक मिले. इसके साथ-साथ यह फेसबुक पर मौजूद इंडिया टुडे समूह के चाहने वालों के साथ अपने रिश्ते मजबूत करने का एक माध्यम भी हो सकता था. फेसबुक पर 40 फीसदी लोग 18 से 24 वर्ष के युवा हैं और 39 फीसदी लोग 25 से 34 वर्ष आयु वर्ग के बीच के हैं. हालांकि इस विचार की अपनी चुनौतियां भी थीं क्योंकि सोशल मीडिया पर इस्तेमाल की जाने वाली भाषा इतनी कच्ची होती है कि उसमें व्याकरण का ख्याल नहीं रखा जाता. वहां हिंग्लिश प्रेम भी काफी प्रबल है. इससे ज्यादा बड़ी बात हालांकि यह थी कि फेसबुक फॉलोवर्स के बीच विभिन्न विचार और नजरिए हैं, जहां निराशावादियों से लेकर दुर्दांत आशावादियों और पलायनवादियों का भारी जमावड़ा एक साथ होता है. ये सभी विचारवान लोग हैं, जिनकी सोच की अनदेखी अमूमन नहीं की जा सकती. आप चाहें या न चाहें, लेकिन सोशल मीडिया आज मुख्यधारा के मीडिया के लिए कच्चे माल का स्रोत बनता जा रहा है. आज रिपोर्टर ट्विटर, फेसबुक और यू-ट्यूब पर आंख गड़ाए रहते हैं, जहां से वे महत्वपूर्ण लोगों और जनता की प्रतिक्रियाओं को अपनी रिपोर्टों में जगह देते हैं. सोशल मीडिया सूचना तंत्र का अनिवार्य अंग बन चुका है. शोभा डे ट्विटर पर एक टिप्पणी करती हैं और पूरा महाराष्ट्र प्रतिक्रिया देता है. नरेंद्र मोदी इसे समानता का माध्यम करार देते हैं और अपने संदेश प्रसारित करने के लिए बिजनेस स्कूल के ग्रेजुएट्स को रखते हैं. डिजिटल क्षेत्र का दोहन करने के लिए राहुल गांधी खिड़की जैसी वेबसाइट शुरू करते हैं. हो सकता है कि आज ऐसी सूची में सिर्फ प्रधानमंत्री या उस पद के उम्मीदवार, मुख्यमंत्री और सांसद आते हों, लेकिन सोशल मीडिया लोकतंत्र का एक तकनीकी पूरक बनकर उभर सकता है. चूंकि ज्यादा लिखे और देखे जाने का अर्थ है ज्यादा समृद्ध और लोकतांत्रिक संवाद. कुछ साल बाद की स्थिति की कल्पना करिए, जब लोग ऐसी ही निकटता और पारदर्शिता की मांग अपने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से करने लगेंगे और उनके सामने ऑनलाइन मुश्किल सवालों की झड़ी लगाने लगेंगे. आज यह देखना महत्वपूर्ण है कि कैसे एक आम आदमी राजनीतिक रूप से अभिजात्य तबके के साथ संवाद स्थापित कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के ट्विर टाउनहॉल ने नेता-जनता के रिश्ते में नई आकांक्षाओं को जन्म दिया है. सोशल मीडिया साझेदारी के लोकतंत्र की सच्ची भावना को अभिव्यक्त करता है, जहां एक साथ करोड़ों लोग आपस में संवाद और विचारों का आदान-प्रदान कर रहे होते हैं. चाहे नेता हों, कलाकार या फिर कारोबारी जगत के लोग, सभी को इसके जरिए ज्यादा दर्शकों/श्रोताओं तक पहुंच मिल रही है और बिना ज्यादा निवेश किए वे इस श्रृंखला की आखिरी कड़ी तक पहुंच पा रहे हैं. नतीजतन, दूरदर्शी नेता और सेलिब्रिटी अपने अलग-अलग मकसद के लिए इस चलन को भुनाने की कोशिशों में जुट गए हैं. भारत में ब्लॉग की दुनिया का उदाहरण लें. लालकृष्ण आडवाणी अपने राजनीतिक विचारों के प्रसार के लिए ब्लॉग चलाते हैं. अमिताभ बच्चन की ट्विटर पर फॉलोइंग 58,44,037 है और उनके फेसबुक पेज के लाइक की संख्या 48,63,475 है. उन्होंने नए लोगों के साथ संवाद के लिए सोशल मीडिया का पुल की तरह इस्तेमाल किया है. आनंद महिंद्रा ने अपनी विश्वसनीयता को ऑनलाइन मौजूदगी से और पुख्ता किया है. मीडिया, राजनीति या बिजनेस को छोड़ दें तो आम नागरिक, उपभोक्ता और विभिन्न मुद्दों के पैरोकार समूह भी खुद को इस माध्यम से संगठित कर रहे हैं. इन नेटवर्कों का लाभ उठाकर अपना एजेंडा तय कर रहे हैं और नागरिक मसलों पर बहसें चला रहे हैं. भारत के नागरिक समाज में अन्ना हजारे के उभार के बाद से आम आदमी पार्टी सोशल मीडिया से बने अपने समर्थन को जबरदस्त तरीके से भुना रही है. एक नए राजनीतिक आंदोलन को इस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से ताकत दी है. नेताओं और कारोबारियों द्वारा किए जाने वाले दावों का परीक्षण करने के लिए भी लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने लगे हैं. सूचना के अधिकार के तहत इससे लोगों का सशक्तीकरण हुआ है. इस सामाजिक संवाद का जो स्तर और आकार दिख रहा है, उसके साथ जुडऩा वास्तव में कारगर है. पिछले साल से इस देश में फेसबुक इस्तेमाल करने वालों की संख्या में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है और 31 मार्च, 2013 तक यह आंकड़ा 7.8 करोड़ पर आ गया है. यह आंकड़ा अमेरिकी सिक्योरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमीशन का है. मार्केट रिसर्च फर्म आइएमआरबी इंटरनेशनल और इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मुताबिक भारत में फिलहाल 2 करोड़ ट्विटर यूजर हैं. यह एक बड़ा बदलाव है. भारत में इससे पहले यह बदलाव तब दिखा था, जब टेलीविजन ने गांवों के भीतर चुपचाप अपनी जगह बनाई थी. इसने देश के आखिरी आदमी को भले ही 12 रु. में खाना न दिया हो, लेकन उनमें अभिनेताओं की तरह कपड़े पहनने और मैगी और पास्ता खाने की आकांक्षा जरूर पैदा कर दी है. सोशल मीडिया एक नई चीज है. इसके असर का पूरी तरह से अंदाजा लगाया जाना अभी बाकी है. इंटरनेट के आने के बाद से प्रसारण को नया अर्थ मिला है. पहले जो संदेश 'एक से कई’ तक जाता था, वह अब 'कई से कई’ और 'कई से एक’ की हो गई है. यही तो है अभिव्यक्ति का सच्चा लोकतंत्र. उसके बाद मोबाइल आया. सेल फोन की उम्र बढ़ी तो वह स्मार्टफोन बन गया, जिनमें सोशल मीडिया के प्लेटफार्म बनकर आने लगे. इसने निरक्षरों की उंगलियों तक को सक्रिय और जागरूक बना दिया. जो पढ़ नहीं सकता था, वह देख और सुनकर यह जानने लगा कि दुनिया में कहां, क्या चल रहा है. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि जब हमने लोगों से पूछा कि ऐसा कौन-सा गैजट है, जिसके बिना वे नहीं रह सकते तो 80 फीसदी से ज्यादा लोगों ने स्मार्टफोन को चुना. दिलचस्प है कि इस अंक के लिए प्राप्त 70 फीसदी से ज्यादा वोट हैंड हेल्ड डिवाइस यानी मोबाइल फोन और टैबलेट से भेजे गए थे. स्मार्टफोन ने कंटेंट की पूरी दुनिया को ही सिर के बल ला दिया है. सोशल मीडिया ने संचार के नियमों को भी सकारात्मक दिशा में बदला है. हाल ही में टेलीग्राम ने इस देश में अपनी आखिरी सांस ली है. हालांकि वह आधुनिक ट्वीट का ही एक आदिम संस्करण था, जो पैसे बचाने के लिए न्यूनतम शब्दों में किया जाता था. आज संचार के संक्षिप्त स्वरूप को मिलने वाली सामाजिक और अकादमिक स्वीकार्यता तेजी से बढ़ रही है. इसे इस तरह समझा जा सकता है कि अब छात्रों से भाषा के परचे में एसएमएस की तरह एक संदेश तक लिखने को कहा जा रहा है. तो क्या सोशल मीडिया ही विकल्प है? कई भारतीय आज समाचारों के लिए भी इसी माध्यम का प्रयोग करते हैं. सोशल मीडिया अंक के लिए इंडिया टुडे समूह द्वारा डिजिटल दुनिया पर किए गए सर्वेक्षण का नतीजा यह है कि आज सिर्फ  5 फीसदी लोगों के लिए वेबसाइट और 25 फीसदी लोगों के लिए टीवी खबरें देखने का प्राथमिक स्रोत है. सर्वे में 66 फीसदी लोगों ने समाचारों के लिए फेसबुक को चुना, जबकि 4 फीसदी इसके लिए ट्विटर का सहारा लेते हैं. अब आप इसकी उपेक्षा कर अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे होंगे. आज हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं, जहां विकीलिक्स इंटेलीजेंस एजेंसियों को चुनौती दे रहा है, जबकि फेसबुक के यूजर्स आबादी के मामले में सिर्फ दो देशों से पीछे है. यह ऐसी दुनिया है, जहां ट्यूनीशिया का एक फल विक्रेता मोहम्मद बोजीजी अकेले दम पर जनता में आक्रोश फैला सकता है और अरब की क्रांति को जन्म दे सकता है. इसमें कोई शक नहीं कि सोशल मीडिया सत्ताओं को गिराने की कुव्वत रखता है, लेकिन क्या यह नई और ज्यादा जनतांत्रिक सत्ताओं को निर्मित भी कर सकता है? इस पर अंतिम बात कहने का समय अभी नहीं आया है. लेकिन जिस तरह इसका प्रभाव बढ़ा है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि कि कोई भी टिप्पणी करने से पहले सतर्कता बरतना बहुत जरूरी है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों की मदद से घात लगाकर घुसपैठियों द्वारा किए गए हमले में शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि में अपने शामिल नहीं होने के बारे में बिहार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री गौतम सिंह ने कहा ‘क्या फर्क पड़ता है’। शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि सारण जिला के मांझी थाना अंतर्गत उनके पैतृक गांव सम्हौता में गत आठ अगस्त को की गई थी। शहीद जवानों को लेकर बिहार के दो मंत्रियों भीम सिंह और नरेंद्र सिंह द्वारा की गई टिप्पणी के बाद मांझी विधानसभा क्षेत्र से विधायक गौतम सिंह का शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि में न शामिल होने के बारे में यह कहा जाना कि इससे क्या फर्क पड़ता है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सेना की टुकड़ी सात दानापुर रेजिमेंट में 1972 से 1980 तक कार्यरत रहे गौतम सिंह ने यह स्वीकारा कि जब वह छपरा में थे तब प्रेमनाथ सिंह सहित बिहार के अन्य तीन जवानों के शहीद होने की सूचना उन्हें गत मंगलवार को मिली थी पर उन्हें एम्स में अपने भाई के इलाज के लिए दिल्ली जाना था और उसी रात्रि ट्रेन से वहां के लिए रवाना हो गए थे। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता दरबार के दौरान संवाददाताओं से गौतम ने कहा कि दिल्ली से लौटने पर गत नौ अगस्त को वह शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन सिंह के परिजनों से मुलाकात करने गए थे।टिप्पणियां गौतम ने कहा कि उनके जाने के पूर्व इन शहीद जवानों के घर पर दो मंत्री नरेंद्र सिंह और अवधेश कुशवाहा गए थे। उल्लेखनीय है कि शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह के गांव जाने पर मुख्यमंत्री के आने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने गौतम सिंह को करीब दो घंटों तक बंधक बनाए रखा था। शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि सारण जिला के मांझी थाना अंतर्गत उनके पैतृक गांव सम्हौता में गत आठ अगस्त को की गई थी। शहीद जवानों को लेकर बिहार के दो मंत्रियों भीम सिंह और नरेंद्र सिंह द्वारा की गई टिप्पणी के बाद मांझी विधानसभा क्षेत्र से विधायक गौतम सिंह का शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि में न शामिल होने के बारे में यह कहा जाना कि इससे क्या फर्क पड़ता है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सेना की टुकड़ी सात दानापुर रेजिमेंट में 1972 से 1980 तक कार्यरत रहे गौतम सिंह ने यह स्वीकारा कि जब वह छपरा में थे तब प्रेमनाथ सिंह सहित बिहार के अन्य तीन जवानों के शहीद होने की सूचना उन्हें गत मंगलवार को मिली थी पर उन्हें एम्स में अपने भाई के इलाज के लिए दिल्ली जाना था और उसी रात्रि ट्रेन से वहां के लिए रवाना हो गए थे। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता दरबार के दौरान संवाददाताओं से गौतम ने कहा कि दिल्ली से लौटने पर गत नौ अगस्त को वह शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन सिंह के परिजनों से मुलाकात करने गए थे।टिप्पणियां गौतम ने कहा कि उनके जाने के पूर्व इन शहीद जवानों के घर पर दो मंत्री नरेंद्र सिंह और अवधेश कुशवाहा गए थे। उल्लेखनीय है कि शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह के गांव जाने पर मुख्यमंत्री के आने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने गौतम सिंह को करीब दो घंटों तक बंधक बनाए रखा था। शहीद जवानों को लेकर बिहार के दो मंत्रियों भीम सिंह और नरेंद्र सिंह द्वारा की गई टिप्पणी के बाद मांझी विधानसभा क्षेत्र से विधायक गौतम सिंह का शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि में न शामिल होने के बारे में यह कहा जाना कि इससे क्या फर्क पड़ता है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सेना की टुकड़ी सात दानापुर रेजिमेंट में 1972 से 1980 तक कार्यरत रहे गौतम सिंह ने यह स्वीकारा कि जब वह छपरा में थे तब प्रेमनाथ सिंह सहित बिहार के अन्य तीन जवानों के शहीद होने की सूचना उन्हें गत मंगलवार को मिली थी पर उन्हें एम्स में अपने भाई के इलाज के लिए दिल्ली जाना था और उसी रात्रि ट्रेन से वहां के लिए रवाना हो गए थे। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता दरबार के दौरान संवाददाताओं से गौतम ने कहा कि दिल्ली से लौटने पर गत नौ अगस्त को वह शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन सिंह के परिजनों से मुलाकात करने गए थे।टिप्पणियां गौतम ने कहा कि उनके जाने के पूर्व इन शहीद जवानों के घर पर दो मंत्री नरेंद्र सिंह और अवधेश कुशवाहा गए थे। उल्लेखनीय है कि शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह के गांव जाने पर मुख्यमंत्री के आने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने गौतम सिंह को करीब दो घंटों तक बंधक बनाए रखा था। सेना की टुकड़ी सात दानापुर रेजिमेंट में 1972 से 1980 तक कार्यरत रहे गौतम सिंह ने यह स्वीकारा कि जब वह छपरा में थे तब प्रेमनाथ सिंह सहित बिहार के अन्य तीन जवानों के शहीद होने की सूचना उन्हें गत मंगलवार को मिली थी पर उन्हें एम्स में अपने भाई के इलाज के लिए दिल्ली जाना था और उसी रात्रि ट्रेन से वहां के लिए रवाना हो गए थे। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता दरबार के दौरान संवाददाताओं से गौतम ने कहा कि दिल्ली से लौटने पर गत नौ अगस्त को वह शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन सिंह के परिजनों से मुलाकात करने गए थे।टिप्पणियां गौतम ने कहा कि उनके जाने के पूर्व इन शहीद जवानों के घर पर दो मंत्री नरेंद्र सिंह और अवधेश कुशवाहा गए थे। उल्लेखनीय है कि शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह के गांव जाने पर मुख्यमंत्री के आने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने गौतम सिंह को करीब दो घंटों तक बंधक बनाए रखा था। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जनता दरबार के दौरान संवाददाताओं से गौतम ने कहा कि दिल्ली से लौटने पर गत नौ अगस्त को वह शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन सिंह के परिजनों से मुलाकात करने गए थे।टिप्पणियां गौतम ने कहा कि उनके जाने के पूर्व इन शहीद जवानों के घर पर दो मंत्री नरेंद्र सिंह और अवधेश कुशवाहा गए थे। उल्लेखनीय है कि शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह के गांव जाने पर मुख्यमंत्री के आने की मांग 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ओएनजीसी में विनिवेश के लिए एफपीओ लाने की समय सीमा तय करने और रूपरेखा तैयार करने पर चर्चा के लिए आज होने वाली मंत्रिसमूह की बैठक टाल दी गई है और अब यह बैठक अगले सप्ताह हो सकती है। सूत्रों ने कहा कि वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता में मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह की आज होने वाली बैठक टाल दी गई क्योंकि प्रणव मुखर्जी यात्रा पर हैं। सरकार तेल उत्खनन क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनी ओएनजीसी में अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है जिसके जरिए उसे 12,000 करोड़ रुपये प्राप्त हो सकते हैं। सरकार तेल उत्खनन क्षेत्र की सार्वजनिक कंपनी ओएनजीसी में अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है जिसके जरिए उसे 12,000 करोड़ रुपये प्राप्त हो सकते हैं।
सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के काफिले को उत्तर प्रदेश के नारायणपुर में रोक दिया गया. योगी सरकार की पुलिस के इस रवैये पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आपत्ति जताई है. राहुल गांधी ने कहा कि यूपी के सोनभद्र में प्रियंका को अवैध तरीके से गिरफ्तार कर परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश की सरकार अपनी मनमानी करने पर उतारु है और सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित आदिवासी परिवारों से प्रियंका को मिलने से रोकना उनके रवैये को उजागर करता है. The illegal arrest of Priyanka in Sonbhadra, UP, is disturbing. This arbitrary application of power, to prevent her from meeting families of the 10 Adivasi farmers brutally gunned down for refusing to vacate their own land, reveals the BJP Govt’s increasing insecurity in UP. pic.twitter.com/D1rty8KJVq — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 19, 2019 इससे पहले कांग्रेस ने प्रियंका के रोके जाने पर नाराजगी जताते हुए इसे तानाशाही करार दिया. कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी अजय सिंह बिष्ट सरकार की तानाशाही का उदाहरण है. General Secretary UP East @priyankagandhi addresses party workers from Chunar Fort. #UPmeinJungleRaj pic.twitter.com/AHkmgUZGD4 — Congress (@INCIndia) July 19, 2019 General Secretary UP East @priyankagandhi addresses the media after being stopped by the UP Police while she was on the way to meet the families of the deceased. #UPmeinJungleRaj pic.twitter.com/ILuxiJsTBQ — Congress (@INCIndia) July 19, 2019 सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव श्रीमती @PriyankaGandhi की गिरफ्तारी अजय सिंह बिष्ट सरकार की तानाशाही का निकृष्टतम उदाहरण है। हम पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए दृढ संकल्पित हैं और भाजपा सरकार के इन ओछे हथकंडों से डरने वाले नहीं हैं। — Congress (@INCIndia) July 19, 2019 यूपी की अजय सिंह बिष्ट सरकार द्वारा कांग्रेस महासचिव @PriyankaGandhi को सोनभद्र जाने से जबरन रोकना लोकशाही का अपमान है। बगैर लिखित आदेश और संविधान की मूल भावना के विपरीत अजय सिंह बिष्ट सरकार का यह कदम तानाशाही को दर्शाता है। pic.twitter.com/iuoAdzIFys — Congress (@INCIndia) July 19, 2019 कांग्रेस ने कहा कि हम पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संकल्पित है और बीजेपी सरकार के इन ओछे हथकंडों से डरने वाले नहीं हैं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने भी प्रियंका के काफिले को रोके जाने पर उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने भी इसे सरकार का तानाशाही रवैया बताया. गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार को सोनभद्र में हुए नरसंहार के पीड़ितों से मिलने जा रही थीं. इसी दौरान मिर्जापुर में जिला प्रशासन ने उन्हें हिरासत में ले लिया और उन्हें पास ही स्थित चुनार के एक गेस्ट हाउस ले जाया गया. वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में स्थित ट्रॉमा सेंटर से प्रियंका का काफिला जैसे ही मिर्जापुर के रास्ते सोनभद्र के लिए रवाना हुआ, वैसे ही नारायणपुर के पास उनको रोक दिया गया. जिसके विरोध में प्रियंका गांधी और कांग्रेसी नेता मौके पर ही धरने पर बैठ गए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इन दिनों मानहानि मामलों में माफी मांगकर कोर्ट केस खत्म करने में जुटे हुए है तो वहीं वे विरोधियों के निशाने पर भी हैं. दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल के माफीनामे को लेकर जोरदार हंगामा हुआ. सदन में इस मामले में चर्चा के दौरान नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता और बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने जमकर आम आदमी पार्टी सरकार को घेरा. बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने सदन में चर्चा करते हुए कहा, ' दिल्ली के मुख्यमंत्री जब मानहानि पर माफी मांग सकते हैं तो क्या वह मुख्य सचिव से माफी मांग कर अफसरों से झगड़े को खत्म नहीं कर सकते? दिल्ली के मुख्यमंत्री को सरकार चलाने के लिए चुना गया है. चीफ सेक्रेटरी के साथ हुई ज्यादती पर अरविंद केजरीवाल को माफी मांगनी चाहिए' इसे भी पढ़ें : मानहानि केस: जेटली ने केजरीवाल को किया माफ, केस वापसी की लगाई अर्जी नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भी माफीनामे को लेकर अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा. गुप्ता ने कहा, 'मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से माफी मांग लेने से अरविंद केजरीवाल छोटे नहीं हो जाएंगे. हालांकि, अरुण जेटली का सम्मान माफी देकर बढ़ गया तो वहीं मुख्यमंत्री की साख माफी मांगकर ओर ज्यादा घट गई है.' इसे भी पढ़ें : जेटली मानहानि केसः एक और वकील ने छोड़ा केजरीवाल का साथ इस दौरान दिलचस्प बात यह रही कि दिल्ली विधानसभा में अफसरों पर आम आदमी पार्टी विधायकों और बीजेपी विधायकों की इन चर्चा के दौरान मुख्य सचिव अंशु प्रकाश, वित्त सचिव, गृह सचिव समेत सरकार के आला अधिकारी सदन के भीतर मौजूद रहे. लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को सदन में नजर नहीं आए. बता दें, आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सदन में अपने मुखिया का बचाव किया और जमकर बीजेपी विधायकों पर पलटवार किया. 'आप' विधायक गुलाब सिंह ने कहा, 'सीएम अरविंद केजरीवाल के माफी मांगने से आप सभी गंगा नहा गए तो, यह बीजेपी के लिए अच्छी बात है.'
यह एक लेख है: अमेरिका में बेहतर जिंदगी पाने का सपना टूट जाने और अपनी बचत की बड़ी राशि गंवाने के बाद करीब 150 भारतीय 20 नवंबर को स्वदेश लौट आये. वीजा नियमों के उल्लंघन करने या अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने के आरोप में इन सभी को स्वदेश भेज दिया गया. हवाईअड्डा से एक के बाद एक निकलते इन लोगों के चेहरे पर उदासी छाई थी. कुछ ने कहा कि वे निरुत्साहित महसूस कर रहे हैं और उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि कई बार के प्रयास के बाद भी अमेरिका में बेहतर जिंदगी का उनका सपना पूरा नहीं हो सका. पंजाब के बठिंडा से सिंह जबरजंग (24) ने कहा, ‘‘यह चौथी बार है जब मुझे स्वदेश भेजा गया है.'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 15 मई को उड़ान भरी थी और मास्को एवं पेरिस होते हुए मेक्सिको पहुंचा था. वहां से 16 मई को मैंने कैलिफोर्निया जाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने मुझे पकड़ लिया और एरिजोना से देश वापस भेज दिया.'' उसने बताया कि उसने चार बार के अपने प्रयास में 24 लाख रुपये खर्च किये और 40 लाख रुपये कानूनी सलाह पर खर्च हुए. स्वदेश लौटे लोगों में से एक और लक्षविंदर सिंह ने कहा कि उसने अमेरिका में प्रवेश में मदद के लिये अमृतसर-स्थित एक एजेंट को 25 लाख रुपये दिये थे. सिंह ने बताया, ‘‘एजेंट ने उसे दो मई को मास्को और पेरिस होते हुए मेक्सिको भेजा. जब मैं सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था तभी उन्होंने मुझे पकड़ लिया और अमेरिका में एरिजोना से स्वदेश वापस भेज दिया.'' हवाईअड्डा के एक अधिकारी ने बताया कि इन लोगों को लेकर विशेष विमान सुबह छह बजे दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल संख्या तीन पर पहुंचा. विमान बांग्लादेश होते हुए भारत पहुंचा है. अधिकारियों ने बताया कि आव्रजन विभाग ने जरूरी कागजी काम पूरा किया और फिर एक-एक कर सभी 150 यात्री हवाई अड्डे से बाहर आये. इन सभी 150 भारतीयों ने या तो वीजा नियमों का उल्लंघन किया था या फिर उन्होंने अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश किया था. इससे पहले मेक्सिको आव्रजन अधिकारियों ने 18 अक्टूबर को एक महिला समेत 300 से ज्यादा भारतीयों को स्वदेश भेजा था, क्योंकि ये लोग अमेरिका जाने के इरादे से अवैध तरीके से मैक्सिकों में घुसे थे.
बिहार बोर्ड आज 12वीं कॉमर्स का रिजल्ट जारी कर सकता है. बिहार बोर्ड से 12वीं की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी बिहार बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट www.biharboard.ac.in और www.biharboard.bih.nic.in पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं. Rajasthan Board Class 12 रिजल्ट जारी, rajeduboard.rajasthan.gov.in पर देखें HT में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार बिहार बोर्ड के अध्ययक्ष आनंद किशोर ने बताया है कि कम वेतन और सर्विस कंडिशन की वजह से शिक्षक समय से आंसर शीट का मूल्यांकन नहीं करते थे. इस प्रक्रिया के दौरान कई समस्याओं के बावजूद हमने मई के आखिर तक रिजल्ट लाने की कोशिश की है. Punjab Board PSEB SSC Class 12 रिजल्‍ट, pseb.ac.in पर करें चेक ऐसे देखें अपना रिजल्ट - बिहार बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं. - लिंक पर क्ल‍िक करें. - नये पेज पर खुले फॉर्म में अपने डिटेल्स भरें. Tamil Nadu Board Class 12 Result: www.tnresults.nic.in पर करें चेक - रिजल्ट आपके सामने होगा. - रिजल्ट की कॉपी डाउनलोड कर उसे सेव कर लें और उसका एक प्रिंट निकाल लें. बता दें कि साल 2017 में 13 लाख छात्रों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी और 16 लाख छात्रों ने 10वीं की परीक्षा दी.
नरेंद्र मोदी जी के नारों से, काले झंडों से और पत्थरों से हम पीछे हटने वाले नहीं हैं, हम अपनी पूरी ताकत लोगों की मदद करने में लगाएंगे कांग्रेस ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो के समन्वय के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. राज्यसभा के लिए आठ अगस्त को होने वाले चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार अहमद पटेल, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी तथा गुजरात के पार्टी प्रभारी अशोक गहलोत ने उत्तर गुजरात का दौरा किया है. राहुल के साथ सोलंकी, गहलोत तथा पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया हैं.  कांग्रेस ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो के समन्वय के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. राज्यसभा के लिए आठ अगस्त को होने वाले चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार अहमद पटेल, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी तथा गुजरात के पार्टी प्रभारी अशोक गहलोत ने उत्तर गुजरात का दौरा किया है. राहुल के साथ सोलंकी, गहलोत तथा पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया हैं.
ब्रातिस्लावा में भारत का दूतावास स्लोवाकिया में भारत का राजनयिक मिशन है। राजदूत श्री वनलालहुमा हैं। आयोजन और छात्रवृत्ती दूतावास स्थानीय लोगों को विभिन्न संगठित कार्यक्रमों, ज्यादातर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। युवा छात्रों को विभिन्न कार्यक्रमों के लिए छात्रवृत्ति की पेशकश की जाती है, जैसे "भारत को जानें कार्यक्रम", आईसीसीआर छात्रवृत्ति कार्यक्रम, आईटीईसी कार्यक्रम, और हिंदी भाषा छात्रवृत्ति; आमतौर पर हिंदी पढ़ाने वाले संस्थानों में प्रवेश के लिए। जो छात्र अधिक अध्ययन करने के लिए भारत में अध्ययन करना चाहते हैं, उनके लिए एक और प्रवेश योजना चलाई जाती है। भारतीय छात्रों के लिए जो स्लोवाकिया में अध्ययन करना चाहते हैं, दूतावास भी छात्रवृत्ति कार्यक्रम प्रदान करता है। यह भी देखे भारत-स्लोवेनिया संबंध भारत के विदेश संबंध भारत के राजनयिक मिशनों की सूची संदर्भ बाहरी कड़ियाँ Central Institute of Hindi आईसीसीआर का आईटीईसी का भारत के राजनयिक मिशन स्लोवाकिया में राजनयिक मिशन
बात 2001 की है. उन दिनों में एक राष्ट्रीय अखबार में जूनियर सब एडिटर पद पर काम करता था. हिंदी साहित्य का छात्र रहा तो किताबों और उन्हें लिखने वालों में खास दिलचस्पी थी. मित्र मंडली और सीनियर भी ऐसे ही लोग थे जो किताबों की दुनिया से सरोकार रखते थे. ऐसे ही हमारे एक मित्र ने एक दिन बताया की समयांतर का सालाना समारोह का मौका है, और उसमें अधिकतर बड़े नाम नजर आएंगे. मैंने भी वहां जाने के लिए कहा तो उन्होंने तुरंत हां कर दी. 9 दिसंबर की शाम मैं वहां अपने सभी मित्रों के साथ पहुंच गया जो पंकज बिष्ट की पत्रिका से जुड़े थे. अक्सर साहित्यकारों की मंडली से कन्नी काटने वाला मैं आज अपने कई पसंदीदा साहित्याकारों से मिलने की खुशी में था. दिसंबर की शाम धुंधलकी हो चली थी, और अंधेरा भी थोड़ा गहरा गया था. लेखकों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया. मुलाकात राजेंद्र यादव से हुई. उन्हें देखकर अच्छा लगा, फिर असगर वजाहत, मैत्रेयी पुष्पा और पंकज बिष्ट सबसे मिला. सब ही बोलने में मजेदार थे. सब को पढ़ रखा था, जिससे मिलने का मजा दोगुना था. सबसे ज्यादा ध्यान जिस लेखक ने खींचा वह नाम पंकज सिंह का था. उस समय तक मैंने उनकी एक कविता तक नहीं पढ़ी थी. उनका नाम यदा-कदा दोस्तों से सुना था. लेकिन पढ़ा कुछ नहीं था. मैं समयांतर के इस अंक पर सबसे हस्ताक्षर ले रहा था ताकि यह शाम यादगार बन सके. तो जब मैं पंकज सिंह के पास गया तो उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में, हंसते हुए और बुलंद आवाज में मेरा नाम पूछा, और किताब पर अपने साइन करके, मेरे पीठ पर प्यार से थपकी दी और मेरा हौसला बढ़ाते हुए कहा कि कभी फुरसत हो तो मिलना. मुझे बहुत अच्छा लगा. जहां सभी लोगों ने बड़ प्यार से मेरा नाम पूछकर सिर्फ साइन कर दिए थे वहीं पंकज सिंह का मेरे पीठ पर हाथ रखना और मिलने के लिए कहना, जादुई असर कर गया. फिर एक दिन मैंने कहा देखें उन्हें मेरा नाम याद है कि नहीं. मैंने उन्हें फोन किया और नाम बताया तो उन्होंने तुरंत मुझे पहचान लिया. मैंने मिलने के लिए कहा, तो उन्होंने कहा कि कभी भी पहले बताकर आ जाना. कुछ दिन बाद उनसे टाइम लेकर मैं पहुंचा. जैसे ही मैं मयूर विहार के ईस्ट स्टैंड में स्थित उनके घर पर पहुंचा तो उन्होंने बड़ी गर्मजोशी से मेरा अभिवादन किया. बाहर हल्की बारिश हो रही थी. वहां मैं बैठा तो बारिश और जोरों की होने लगीं. वे कविता और मार्क्सवाद को लेकर बातें करने लगे. उन्होंने मुझसे चाय के लिए कहा तो मैंने हां कर दी. चाय आई तो मेरे पसीने छूट गए. काली चाय थी, जो मुझे कतई पसंद नहीं थी, फिर पंकज सिंह ने कहा कि इसमें नींबू डाल लो मजा दोगुना हो जाएगा. मैंने डाल लिया तो जबरदस्त कल्चरल शॉक लगा. मैं मलाई वाली चाय पीने वाला इंसान वह चाय नहीं समझ सका. जैसे-तैसे वह गिलास गटक गया. शायद वे इस बात को समझ गए तो उन्होंने कहा कि अच्छी नहीं लग रही तो रहने दो. मैंने कुछ नहीं बोला और चाय खत्म कर दी. उनके चेहरे पर मुस्कान थी, और हां उन्होंने चाय नहीं पी थी क्योंकि उनके दांत से खून आ रहा था. उसके बाद मेरे करियर से लेकर उनके सफर के बारे में ढेरों बातें हुईं. उन्होंने मुझे थोड़ा परेशान देखकर कई हौसले बढ़ाने वाली बातें कहीं, और तीन चार कविताएं भी सुनाईं. लेकिन भविष्य से जुड़े कई संशयों के साथ मैं वहां बैठा था, और शायद इसी वजह से उनकी कविता “भविष्यफल” का शीर्षक मेरे जेहन में जिंदा रह गया. जिसकी पंक्तियां कुछ इस तरह हैःकोई एक अक्षर बताओ/कोई रंग/कोई दिशा/किसी एक फूल का नाम लोकोई एक धुन याद करो/कोई चिड़िया/कोई माह--जैसे वैशाख/खाने की किसी प्रिय चीज़ का नाम लोकोई खबर दोहराओ/कोई विज्ञापन/कोई हत्या--जैसे नक्सलियों की/किसी एक जेल का नाम लोकल तुम कहाँ होंगे/मालूम हो जाएगा…“शरद के बादल” लिखने वाले पंकज सिंह ने अपने जाने का समय भी शरद ही चुना और हिंदी कविता की एक बुलंद आवाज आज शरद के धुंधलके में कहीं खो गई... (पंकज सिंह का जन्म 22 दिसंबर, 1948 में बिहार के मुजफ्फरपुर में हुआ था. वे बीबीसी में काम कर चुके थे, और उन्हें 2007 के शमशेर सम्मान से नवाजा जा चुका था. आहटें आसपास और जैसे पवन पानी उनके प्रमुख कविता संग्रह हैं. 26 दिसंबर को वे दुनिया को अलविदा कह गए)
क्या आपने सोचा है जिन विशालकाय जानवरों को आप हॉलीवुड मूवीज में देखते हैं, वे आकर आपके दरवाजे पर खड़े हो जाएंगे। नहीं ना! लेकिन ऐसा हुआ है। दरअसल, थाईलैंड में एक शख्स के घर की चौखट पर बहुत बड़े आकार की छिपकली ने दस्तक दी। इस शख्स ने बिन बुलाए इस मेहमान की तस्वीरें कैमरे में कैद कीं फिर फेसबुक पर शेयर कर दीं   जी हां। ये छिपकली एक सामान्य दरवाजे के आकार की थी और उसमें से अंदर जाने की कोशिश कर रही थी। चूकिं तस्वीरों से छिपकली के आकार का ठीक अंदाजा नहीं हो पा रहा था, थाईयुआनवांग ने तस्वीरें डालने के दो घंटे बाद उसका वीडियो भी शेयर कर दिया।   वीडियो में दिख रहा है कि कैसे ये छिपकली कांच के दरवाजे पर अपनी मोटी पूंछ बार बार मार रही है जब उसे फंदा डाल कर पकड़ने की कोशिश की गई। और हमें लगता है कि बिल्ली कभी घंटी बजा भी पाएगी या नहीं ..। आवाज के साथ वीडियो और भी डरावना हो जाता है जिसमें लोग डर के मारे चिल्ला रहे हैं और घर के कुत्ते भौंक रहे हैं जब भी ये छिपकली थोड़ी सी भी हिलती है। लेकिन एक बात तो तय है। ये ड्रामा आपको कुर्सी से हिलने नहीं देगा।  इस वेबसाइट के मुताबिक ये छिपकली इस घर की नियमित मेहमान लगती है और इसे नाम सलीना दिया गया है। हालांकि अंततः उसे  पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया गया।  इस वेबसाइट के मुताबिक ये छिपकली इस घर की नियमित मेहमान लगती है और इसे नाम सलीना दिया गया है। हालांकि अंततः उसे  पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया गया।
फान्सिपान (वियतनामी: Phan Xi Păng, ) वियतनाम में एक पर्वत है। 1909 में इस पर्वत की ऊँचाई थी जबकि आज इसकी ऊँचाई है। इंडोनेशियाई प्रायद्वीप में यानी कि वियतनाम, लाओस और कंबोडिया का यह सबसे ऊँचा पर्वत है इसीलिए इसे 'इंडोचायना की छत' भी कहा जाता है। यह वियतनाम के पश्चिमोत्तर के लाओ काई प्रान्त में सा पा से 9 किमी दक्षिणपश्चिम में होआंग लिएन सोन पर्वतशृंखला में स्थित है। प्रशासनकीय रूप से यह ताम दुओंग जिला, लाई चाऊ और सा पा शहर, लाओ काई दोनों के अन्तर्गत आता है। सन्दर्भ
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भारत लौट आए हैं. वो नए साल की छुट्टियां मनाने यूरोप गए थे. राहुल ने ट्विटर पर जानकारी दी थी कि वो कुछ दिनों के लिए यूरोप यात्रा पर जा रहे हैं. राहुल गांधी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ये जानकारी साझा की गई थी. इस ट्वीट में न सिर्फ उन्होंने अपने जाने की सूचना दी थी बल्कि सभी देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं भी दी. I will be traveling to Europe for a few days. A very Happy New Year to everyone (1/2) — Office of RG (@OfficeOfRG) December 28, 2015 Hope the new year brings much joy and happiness to you and everyone close to you! (2/2) — Office of RG (@OfficeOfRG) December 28, 2015 उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'मैं कुछ दिनों के लिए यूरोप की यात्रा पर जा रहा हूं. आप सभी को नए साल की ढेर सारी शुभकामनाएं. मैं आशा करता हूं कि नया साल आपके और आपके करीबियों के जीवन में खुशियां लाए.'
यह एक लेख है: भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आ रहे चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ रविवार को होने वाली बैठक में भारत लद्दाख क्षेत्र में हुए हालिया चीनी घुसपैठ से जुड़ी अपनी चिंताओं को शीर्ष स्तर पर उठाएगा। अपनी पहली विदेश यात्रा पर भारत आ रहे ली यहां पहुंचने के तुंरत बाद प्रधानमंत्री सिंह के साथ एक सीमित वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री अपने आधिकारिक निवास पर ली को रात्रिभोज भी दे रहे हैं, जिसमें भाजपा और सपा सहित विभिन्न महत्वपूर्ण दलों के नेता भी शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि ली द्वारा पद्भार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए इस देश को चुनने को भारत ‘बेहद गंभीरता’ से लेता है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की उच्च स्तरीय वार्ता से आपसी भरोसे और समझ में वृद्धि के साथ-साथ एक दूसरे की चिंताओं के प्रति ‘संवेदनशीलता’ भी बढ़ती है। ली की यात्रा का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि कल अपराह्न यहां पहुंच रहे चीनी प्रधानमंत्री के साथ प्रधानमंत्री सिंह की एक सीमित वार्ता होगी, जिसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया है। इसके बाद सोमवार को दोनों नेताओं और उनके साथ आए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत वार्ता होगी। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीमा, जल और आर्थिक साझेदारी के तहत बाजार तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनको लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। अपनी पहली विदेश यात्रा पर भारत आ रहे ली यहां पहुंचने के तुंरत बाद प्रधानमंत्री सिंह के साथ एक सीमित वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री अपने आधिकारिक निवास पर ली को रात्रिभोज भी दे रहे हैं, जिसमें भाजपा और सपा सहित विभिन्न महत्वपूर्ण दलों के नेता भी शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि ली द्वारा पद्भार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए इस देश को चुनने को भारत ‘बेहद गंभीरता’ से लेता है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की उच्च स्तरीय वार्ता से आपसी भरोसे और समझ में वृद्धि के साथ-साथ एक दूसरे की चिंताओं के प्रति ‘संवेदनशीलता’ भी बढ़ती है। ली की यात्रा का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि कल अपराह्न यहां पहुंच रहे चीनी प्रधानमंत्री के साथ प्रधानमंत्री सिंह की एक सीमित वार्ता होगी, जिसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया है। इसके बाद सोमवार को दोनों नेताओं और उनके साथ आए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत वार्ता होगी। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीमा, जल और आर्थिक साझेदारी के तहत बाजार तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनको लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। प्रधानमंत्री अपने आधिकारिक निवास पर ली को रात्रिभोज भी दे रहे हैं, जिसमें भाजपा और सपा सहित विभिन्न महत्वपूर्ण दलों के नेता भी शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि ली द्वारा पद्भार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए इस देश को चुनने को भारत ‘बेहद गंभीरता’ से लेता है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की उच्च स्तरीय वार्ता से आपसी भरोसे और समझ में वृद्धि के साथ-साथ एक दूसरे की चिंताओं के प्रति ‘संवेदनशीलता’ भी बढ़ती है। ली की यात्रा का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि कल अपराह्न यहां पहुंच रहे चीनी प्रधानमंत्री के साथ प्रधानमंत्री सिंह की एक सीमित वार्ता होगी, जिसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया है। इसके बाद सोमवार को दोनों नेताओं और उनके साथ आए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत वार्ता होगी। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीमा, जल और आर्थिक साझेदारी के तहत बाजार तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनको लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि ली द्वारा पद्भार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए इस देश को चुनने को भारत ‘बेहद गंभीरता’ से लेता है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की उच्च स्तरीय वार्ता से आपसी भरोसे और समझ में वृद्धि के साथ-साथ एक दूसरे की चिंताओं के प्रति ‘संवेदनशीलता’ भी बढ़ती है। ली की यात्रा का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि कल अपराह्न यहां पहुंच रहे चीनी प्रधानमंत्री के साथ प्रधानमंत्री सिंह की एक सीमित वार्ता होगी, जिसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया है। इसके बाद सोमवार को दोनों नेताओं और उनके साथ आए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत वार्ता होगी। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीमा, जल और आर्थिक साझेदारी के तहत बाजार तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनको लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की उच्च स्तरीय वार्ता से आपसी भरोसे और समझ में वृद्धि के साथ-साथ एक दूसरे की चिंताओं के प्रति ‘संवेदनशीलता’ भी बढ़ती है। ली की यात्रा का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि कल अपराह्न यहां पहुंच रहे चीनी प्रधानमंत्री के साथ प्रधानमंत्री सिंह की एक सीमित वार्ता होगी, जिसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया है। इसके बाद सोमवार को दोनों नेताओं और उनके साथ आए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत वार्ता होगी। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीमा, जल और आर्थिक साझेदारी के तहत बाजार तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनको लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। ली की यात्रा का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि कल अपराह्न यहां पहुंच रहे चीनी प्रधानमंत्री के साथ प्रधानमंत्री सिंह की एक सीमित वार्ता होगी, जिसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया है। इसके बाद सोमवार को दोनों नेताओं और उनके साथ आए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत वार्ता होगी। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीमा, जल और आर्थिक साझेदारी के तहत बाजार तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनको लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। इसके बाद सोमवार को दोनों नेताओं और उनके साथ आए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत वार्ता होगी। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीमा, जल और आर्थिक साझेदारी के तहत बाजार तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनको लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीमा, जल और आर्थिक साझेदारी के तहत बाजार तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी, जिनको लेकर दोनों देशों के बीच मतभेद रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) गौतम बंबावले ने कहा, ‘‘दोनों प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे। चूंकि यह (घुसपैठ) हाल में ही घटित हुई है (इस पर भी चर्चा होगी)।’’टिप्पणियां हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। हालांकि बाद में सूत्रों ने बताया कि लद्दाख क्षेत्र में यथास्थिति के उल्लंघन के मुद्दे पर इस बैठक के दौरान चर्चा होगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के मुद्दे को विस्तार से उठाने के लिए भारत अपने और चीन इस बात पर जोर देंगे कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने वाले कदमों पर विस्तार में बातचीत करें। आने वाले कुछ महीनों के दौरान इन प्रतिनिधियों की भी मुलाकात होनी है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है। गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा क्षेत्र के वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए भारत हमेशा से दबाव डालता रहा है।
लेख: थाईलैंड के चुनाव आयोग के अनुसार चुनाव परिणाम आने में अभी देरी हो सकती है. आयोग ने कहा है कि वह 2014 में हुए तख्तापलट के बाद शुक्रवार को पहली बार हुए चुनाव में मतगणना का पूरा आंकड़ा जारी करेगा, क्योंकि सैन्य शासन विरोधी एक पार्टी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया है और वह सरकार बनाने की कोशिश करेगी. आयोग ने सोमवार को कहा कि वह 350 सीटों के नतीजे दिन के अंत में घोषित करेगी, लेकिन संसद में 150 अन्य सीटों के आवंटन का पता लगाने के लिए जरूरी पूरे वोटों की गिनती कई दिनों तक उपलब्ध नहीं रहेगी. सैन्य तख्तापलट के कारण सत्ता से बेदखल हुई फियू थाई पार्टी ने कहा कि रविवार के चुनाव में ज्यादातर चुनाव क्षेत्रों में उसे जीत हासिल हुई है और वह समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने की कोशिश करेगी. अनाधिकारिक नतीजों में दिखाया गया है कि सेना समर्थित पलांग प्रचारत पार्टी ने लोकप्रिय जनादेश हासिल किया है.
श्री रविन्द्र चौबे (जन्म :२८ मई १९५७) एक भारतीय राजनेता है और दिनांक ५ जनवरी २००९ से 11 दिसंबर 2013 तक विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चुने गए हैं। आप छत्तीसगढ़ राज्य के तीसरे नेता प्रतिपक्ष है और बेमेतरा जिले के साजा धमधा विधानसभा से छत्तीसगढ़ विधानसभा के छाया विधायक भी हैं। कुछ सामान्य जानकारी - जन्मतिथि- 28,May,1957 बच्चे - 2 शिक्षा - B.Sc.,L.L.B. आपका सफर - सन 1977-78 President, Govt. Arts & Science College Student Union Durg 1977-80 District President,NSUI Durg 1979-80 President, Ravishankar University Student Union, Raipur 1980-90 Mahamantri & President, Youth Congress, Durg 1982 President,District Co-Operative Consumer Forum Durg 1982-84 Director, M.P. State Co-Operative Land Development Bank,Bhopal 1983-84 Sarpanch, Gram Panchayat-Mohagaon President, Janpad Panchayat Saja 1983-97 Vice President District Co-Operative Central Bank , Durg 1984-85 First Chairman, District Panchayat Durg 1985 First time Elected Member of Madhya Pradesh Legislative Assembly thereafter in 1990,1993,1998,2003 and for sixth time in 2008 elected member of Chahttisgarh Legislative Assembly. Member, Public Accounts Committee, Committee on Public Sector Undertaking, Estimates, Rules,Assurance, Petition of Madhya Pradesh/Chhattisgarh Vidhan Sabha 1987 President, District co-operative central consumer forum ,Durg 1990-92 Vice President, Youth Congress, Madhya Pradesh 1995 Minister of State Govt.of M.P. Higher Education(Independent Charge),Chairman,Madhya Pradesh Hindi Granth Academy 1997 Minister , School Education, Govt of Madhya Pradesh 1998 Minister,Govt.of M.P.General Administrative Department, Public Relation,Dept of Redressal of Public Grievances, Vice Chairman -Madhya Pradesh Hindi Granth Academy, Bhopal "Madhya Pradesh Madhyam" 2000 Minister -Govt. of Chhattisgarh Public Works Department, Housing and Environment, Urban Administration & Development, Law, Legal & Parliamentary Affairs Department Chief Whip, Congress Legislature Party of Chhattisgarh Vidhan Sabha Member of Business Advisory Committee, Member of Rules committee,General Purpose Committee of Chhattisgarh Vidhan Sabha 2003 Chairman-Public Accounts Sub Committee Member-Business Advisory Committee Member- Committee on Ethics, Chhattisgarh Vidhan Sabha 2006 Chairman-Public Accounts Committee of Chhattisgarh Vidhan Sabha 05 Jan 2009 Elected Leader of Opposition,Chhattisgarh Vidhan Sabha Travels abroad United Kingdom(England),Germany,Belgium, United States of America, Nepal,France,Neitherland, Australia, China, Thailand, Hongkong & Malasiya Interests/Recreations Social Service, Rural and Agriculture Development राजनीतिक करियर २८ मई १९५७ को ब्राम्हण परिवार में स्व. देवीप्रसाद चौबे एवं स्व. श्रीमती कुमारी देवी चौबे के पुत्र श्री चौबे शुरुवात से ही मेधावी छात्र रहे हैं, सन १९७७ में आप शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय दुर्ग छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए थे। यही से ही आपके राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई। आप १९८५, १९९०, १९९३, व १९९८ में अविभाजित मध्यप्रदेश के विधानसभा सदस्य रहे। इसके बाद छत्तीसगढ़ में भी २००३, २००८ के विधानसभा चुनाव में आपने सफलता पाई, और १९९५ से २००८ तक आप लगातार कुल ६ बार चुनाव जीतकर आये हैं, जो आपके निर्वाचन क्षेत्र साजा विधानसभा में एक रिकॉर्ड है। रबिन्द्र कुमार चौबे पूर्व में श्री रविन्द्र चौबे साजा विधानसभा सीट से विधायक थे और छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष भी थे (विपक्ष के नेता) । 1957 में जन्मे लोग
यह एक लेख है: आरजेडी के विवादास्पद नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन को मिली जमानत के खिलाफ एक महिला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. जिस मामले में शहाबुद्दीन को जमानत मिली है, उसमें उसे पहले ही उम्रकैद की सजा दी जा चुकी है. जमानत रद्द करने की मांग करने वाली याचिका दायर करने वाली महिला के तीन युवा बेटों को शहाबुद्दीन के एक वफादार ने बर्बरता से मौत के घाट उतार दिया था. महिला के दो बेटों की हत्या के चश्मदीद तीसरे बेटे को बाद में कथित तौर पर शहाबुद्दीन की शह पर मारा गया था. महिला ने पटना हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें अदालत ने शहाबुद्दीन को अपील लंबित रहने के दौरान स्थायी जमानत दी थी. सिवान की सत्र अदालत ने दोहरे हत्याकांड में शहाबुद्दीन को फिरौती के लिए अपहरण और हत्या का दोषी पाया था और उसे उम्रकैद की सजा दी थी, जबकि चश्मदीद युवक की मौत के मामले में मुकदमा चल रहा है. कलावती देवी ने अपनी याचिका में दावा किया है कि उच्च अदालत ने इस तथ्य पर 'जरा भी गौर नहीं किया' है कि शहाबुद्दीन एक खतरनाक अपराधी है, जिसे कानून की जरा भी परवाह नहीं है. इसमें आगे कहा गया है कि हत्या, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों के दोषी को जमानत दे दी गई, जबकि उसके खिलाफ कई और मामलों में मुकदमे अभी चल ही रहे हैं, यह तो न्याय का उपहास करने के समान है.' कलावती के पति चंद्रकेश्वर प्रसाद की ओर से दायर एक अलग याचिका में 19 सितंबर को शीर्ष अदालत ने शहाबुद्दीन से जवाब मांगा था. इस याचिका में प्रसाद ने अपने तीसरे बेटे की हत्या के मामले में पटना हाईकोर्ट की ओर से शहाबुद्दीन को दी गई जमानत को चुनौती दी थी.टिप्पणियां इसके अलावा शीर्ष अदालत मारे गए पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी की ओर से दायर मामले को दिल्ली स्थानांतरित करने की याचिका की सुनवाई भी कर रही है. पत्रकार को भी कथित तौर पर शहाबुद्दीन के इशारे पर ही मारा गया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जमानत रद्द करने की मांग करने वाली याचिका दायर करने वाली महिला के तीन युवा बेटों को शहाबुद्दीन के एक वफादार ने बर्बरता से मौत के घाट उतार दिया था. महिला के दो बेटों की हत्या के चश्मदीद तीसरे बेटे को बाद में कथित तौर पर शहाबुद्दीन की शह पर मारा गया था. महिला ने पटना हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें अदालत ने शहाबुद्दीन को अपील लंबित रहने के दौरान स्थायी जमानत दी थी. सिवान की सत्र अदालत ने दोहरे हत्याकांड में शहाबुद्दीन को फिरौती के लिए अपहरण और हत्या का दोषी पाया था और उसे उम्रकैद की सजा दी थी, जबकि चश्मदीद युवक की मौत के मामले में मुकदमा चल रहा है. कलावती देवी ने अपनी याचिका में दावा किया है कि उच्च अदालत ने इस तथ्य पर 'जरा भी गौर नहीं किया' है कि शहाबुद्दीन एक खतरनाक अपराधी है, जिसे कानून की जरा भी परवाह नहीं है. इसमें आगे कहा गया है कि हत्या, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों के दोषी को जमानत दे दी गई, जबकि उसके खिलाफ कई और मामलों में मुकदमे अभी चल ही रहे हैं, यह तो न्याय का उपहास करने के समान है.' कलावती के पति चंद्रकेश्वर प्रसाद की ओर से दायर एक अलग याचिका में 19 सितंबर को शीर्ष अदालत ने शहाबुद्दीन से जवाब मांगा था. इस याचिका में प्रसाद ने अपने तीसरे बेटे की हत्या के मामले में पटना हाईकोर्ट की ओर से शहाबुद्दीन को दी गई जमानत को चुनौती दी थी.टिप्पणियां इसके अलावा शीर्ष अदालत मारे गए पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी की ओर से दायर मामले को दिल्ली स्थानांतरित करने की याचिका की सुनवाई भी कर रही है. पत्रकार को भी कथित तौर पर शहाबुद्दीन के इशारे पर ही मारा गया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सिवान की सत्र अदालत ने दोहरे हत्याकांड में शहाबुद्दीन को फिरौती के लिए अपहरण और हत्या का दोषी पाया था और उसे उम्रकैद की सजा दी थी, जबकि चश्मदीद युवक की मौत के मामले में मुकदमा चल रहा है. कलावती देवी ने अपनी याचिका में दावा किया है कि उच्च अदालत ने इस तथ्य पर 'जरा भी गौर नहीं किया' है कि शहाबुद्दीन एक खतरनाक अपराधी है, जिसे कानून की जरा भी परवाह नहीं है. इसमें आगे कहा गया है कि हत्या, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों के दोषी को जमानत दे दी गई, जबकि उसके खिलाफ कई और मामलों में मुकदमे अभी चल ही रहे हैं, यह तो न्याय का उपहास करने के समान है.' कलावती के पति चंद्रकेश्वर प्रसाद की ओर से दायर एक अलग याचिका में 19 सितंबर को शीर्ष अदालत ने शहाबुद्दीन से जवाब मांगा था. इस याचिका में प्रसाद ने अपने तीसरे बेटे की हत्या के मामले में पटना हाईकोर्ट की ओर से शहाबुद्दीन को दी गई जमानत को चुनौती दी थी.टिप्पणियां इसके अलावा शीर्ष अदालत मारे गए पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी की ओर से दायर मामले को दिल्ली स्थानांतरित करने की याचिका की सुनवाई भी कर रही है. पत्रकार को भी कथित तौर पर शहाबुद्दीन के इशारे पर ही मारा गया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कलावती देवी ने अपनी याचिका में दावा किया है कि उच्च अदालत ने इस तथ्य पर 'जरा भी गौर नहीं किया' है कि शहाबुद्दीन एक खतरनाक अपराधी है, जिसे कानून की जरा भी परवाह नहीं है. इसमें आगे कहा गया है कि हत्या, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों के दोषी को जमानत दे दी गई, जबकि उसके खिलाफ कई और मामलों में मुकदमे अभी चल ही रहे हैं, यह तो न्याय का उपहास करने के समान है.' कलावती के पति चंद्रकेश्वर प्रसाद की ओर से दायर एक अलग याचिका में 19 सितंबर को शीर्ष अदालत ने शहाबुद्दीन से जवाब मांगा था. इस याचिका में प्रसाद ने अपने तीसरे बेटे की हत्या के मामले में पटना हाईकोर्ट की ओर से शहाबुद्दीन को दी गई जमानत को चुनौती दी थी.टिप्पणियां इसके अलावा शीर्ष अदालत मारे गए पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी की ओर से दायर मामले को दिल्ली स्थानांतरित करने की याचिका की सुनवाई भी कर रही है. पत्रकार को भी कथित तौर पर शहाबुद्दीन के इशारे पर ही मारा गया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कलावती के पति चंद्रकेश्वर प्रसाद की ओर से दायर एक अलग याचिका में 19 सितंबर को शीर्ष अदालत ने शहाबुद्दीन से जवाब मांगा था. इस याचिका में प्रसाद ने अपने तीसरे बेटे की हत्या के मामले में पटना हाईकोर्ट की ओर से शहाबुद्दीन को दी गई जमानत को चुनौती दी थी.टिप्पणियां इसके अलावा शीर्ष अदालत मारे गए पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी की ओर से दायर मामले को दिल्ली स्थानांतरित करने की याचिका की सुनवाई भी कर रही है. पत्रकार को भी कथित तौर पर शहाबुद्दीन के इशारे पर ही मारा गया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके अलावा शीर्ष अदालत मारे गए पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी की ओर से दायर मामले को दिल्ली स्थानांतरित करने की याचिका की सुनवाई भी कर रही है. पत्रकार को भी कथित तौर पर शहाबुद्दीन के इशारे पर ही मारा गया था.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
RWA को डेंगू खत्म करने के लिए पांच काम सौंपे गए हैं डेंगू के खिलाफ अभियान में दिल्ली के सभी RWA भी सहयोग करेंगे डेंगू के खिलाफ दस हफ्ते, दस बजे, दस मिनट अभियान में अब दिल्ली के सभी RWA भी सहयोग करेंगे. इसके लिए दिल्ली सरकार और सभी RWA का संवाद सम्मेलन आयोजित किया गया. मंगलवार को हुए इस सम्मेलन में RWA की जिम्मेदारी तय की गई. इसके तहत सरकार और RWA के बीच एक एग्रीमेंट होगा. साथ ही RWA को डेंगू खत्म करने के लिए पांच काम सौंपे गए हैं. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हर RWA को दिए पांच काम -सरकार की तरफ से डेंगू से बचाव के उपाय बताते छपवाए पर्चों को घर-घर तक पहुंचाना -हर घर तक डेंगू मुक्त स्टिकर पहुंचाना जिस पर लिखा है ‘यह घर डेंगू से मुक्त है’ -सभी वॉट्सऐप ग्रुप पर मैसेज डालकर रविवार को घर में साफ जमा पानी बदलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना -हर RWA को सर्कुलर जारी कर हर रविवार को सुबह दस बजे घर की जांच करने को कहना -RWA पदाधिकारियों को अपने घर की जांच के बाद अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को घर में जमा पानी चेक करने के लिए कहना जो स्टिकर घरों पर चिपकाने के लिए सरकार द्वारा जारी किए गए हैं उस स्टिकर में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर भी है. ऐसे में माना जा रहा है दिल्ली में चुनाव से पहले यह स्टिकर राजनीतिक चर्चा का विषय बन सकता है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, "पूरी सरकारी मशीनरी लगाकर भी दिल्ली के चप्पे पर नजर नहीं रख सकती. यह करना है तो दिल्ली के हर व्यक्ति को सचेत होना होगा. पिछले पांच साल में डेंगू कम हुआ है. इससे साबित होता है कि दिल्ली के लोग सचेत हुए हैं. पिछले साल मुझे और मेरे परिवार को डेंगू हुआ था. इस कारण मुख्यमंत्री की मुहिम प्रारंभ हुई तो मुझे काफी खुशी हुई. मैं अब हर रविवार अपने घर की जांच करता हूं." मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस अभियान को विभिन्न हस्तियों और राजनीतिक नेताओं की ओर से समर्थन मिला है. जिसमें तापसी पन्नू, इमरान हाशमी, राहुल देव, महेश भट्ट और कपिल देव जैसी हस्तियां भी शामिल हैं. इन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एंटी डेंगू अभियान को बढ़ावा दिया. सीएम के अनुरोध पर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भी अभियान के समर्थन में अपने आधिकारिक निवास का निरीक्षण किया और डीडीए, वीसी और दिल्ली पुलिस आयुक्त को अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि "2015 में डेंगू से 60 मौतें हुई थीं. 1500 केस सामने आए थे. 2018 में 2700 केस सामने आए. मुझे डॉक्टरों ने बताया कि डेंगू 3-4 साल बाद फिर सिर उठाता है. इसी कारण इस साल डेंगू के खिलाफ महा अभियान शुरू किया गया है."
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक शब्दों में  कहा है कि वे जब तक कुर्सी पर रहेंगे बिहार में शराब पीने वाले या उसके अवैध कारोबार में लगे लोगों को छोड़ने वाले नहीं हैं. नीतीश ने पटना में एक निजी अस्पताल के कार्यक्रम में कहा कि "हम छोड़ने वाले नहीं हैं,  बाकी ऊपर वाले के हाथ में है, सब उसी के नियंत्रण में है.''   इस कार्यक्रम में नीतीश ने अपने भाषण में माना कि पिछले दिनों पटना पुलिस के एक दारोगा ने वक्तव्य दिया कि थाने में रखी अधिकांश शराब चूहे पी गए. इस बयान के बाद सोशल मीडिया से लेकर देश-विदेश तक सभी जगह राज्य की जमकर किरकिरी हुई. इसके बाद उन्होंने न केवल थानों में रखी शराब को नष्ट करने का आदेश दिया बल्कि पुलिस को भी शराब के अवैध कारोबार में लगे लोगों के खिलाफ अभियान तेज करने का निर्देश दिया. नीतीश ने कहा कि अब पुलिस को शराब का स्टॉक जब्त करने के पहले कोर्ट के लिए सैंपल सबूत के तौर पर रखना होगा और उसके बाद जब्त शराब को तुरंत नष्ट  करना होगा. राज्य में पिछले एक साल के दौरान नौ लाख लीटर शराब जब्त की गई. हर जिले में पुलिस इसे नष्ट कर रही है.   सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य के शराब के कारोबारियों के आग्रह को मानते हुए उन्हें अपना स्टॉक 31 जुलाई तक हटाने की मोहलत दी है. राज्य में शराबबंदी के बाबजूद शराब की सर्वत्र उपलब्धता पर नीतीश कुमार ने कहा कि शराब पीने वाले ही ऐसा हल्ला भी करते हैं.  नीतीश ने यह स्वीकार करते हुए कि शराब की होम डिलीवरी भी हो रही है, चेतावनी दी कि यह होम डिलीवरी वाले ग्राहक ही सबसे ज्यादा शराब बंदी की विफलता पर हल्ला मचा रहे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में किसी को छोड़ा नहीं जाएगा. टिप्पणियां पिछले दिनों पूरे राज्य के जिला अधिकारियों और एसपी के साथ समीक्षा के बाद हालांकि शहरों में पुलिस का धरपकड़ अभियान तेज तो हुआ है लेकिन जानकर मानते हैं कि राज्य में अवैध कारोबार अब ग्रामीण इलाकों में अपनी जड़ें जमा चुका है.   राज्य में शराब की खरीद-बिक्री के अवैध धंधे में आला पुलिस अधिकारी से लेकर पुलिस के आम जवान तक लगे हैं. राज्य सरकार ने अब तक जिलों में पुलिस बल हो या शराब पीने वाले, उनकी मेडिकल जांच के लिए पर्याप्त संख्या में किट उपलब्ध कराए हैं. हालांकि नीतीश कुमार जब भी इस मामले की समीक्षा करते हैं तब कुछ दिनों के लिए धरपकड़ जरूर तेज कर दी जाती है. इस कार्यक्रम में नीतीश ने अपने भाषण में माना कि पिछले दिनों पटना पुलिस के एक दारोगा ने वक्तव्य दिया कि थाने में रखी अधिकांश शराब चूहे पी गए. इस बयान के बाद सोशल मीडिया से लेकर देश-विदेश तक सभी जगह राज्य की जमकर किरकिरी हुई. इसके बाद उन्होंने न केवल थानों में रखी शराब को नष्ट करने का आदेश दिया बल्कि पुलिस को भी शराब के अवैध कारोबार में लगे लोगों के खिलाफ अभियान तेज करने का निर्देश दिया. नीतीश ने कहा कि अब पुलिस को शराब का स्टॉक जब्त करने के पहले कोर्ट के लिए सैंपल सबूत के तौर पर रखना होगा और उसके बाद जब्त शराब को तुरंत नष्ट  करना होगा. राज्य में पिछले एक साल के दौरान नौ लाख लीटर शराब जब्त की गई. हर जिले में पुलिस इसे नष्ट कर रही है.   सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य के शराब के कारोबारियों के आग्रह को मानते हुए उन्हें अपना स्टॉक 31 जुलाई तक हटाने की मोहलत दी है. राज्य में शराबबंदी के बाबजूद शराब की सर्वत्र उपलब्धता पर नीतीश कुमार ने कहा कि शराब पीने वाले ही ऐसा हल्ला भी करते हैं.  नीतीश ने यह स्वीकार करते हुए कि शराब की होम डिलीवरी भी हो रही है, चेतावनी दी कि यह होम डिलीवरी वाले ग्राहक ही सबसे ज्यादा शराब बंदी की विफलता पर हल्ला मचा रहे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में किसी को छोड़ा नहीं जाएगा. टिप्पणियां पिछले दिनों पूरे राज्य के जिला अधिकारियों और एसपी के साथ समीक्षा के बाद हालांकि शहरों में पुलिस का धरपकड़ अभियान तेज तो हुआ है लेकिन जानकर मानते हैं कि राज्य में अवैध कारोबार अब ग्रामीण इलाकों में अपनी जड़ें जमा चुका है.   राज्य में शराब की खरीद-बिक्री के अवैध धंधे में आला पुलिस अधिकारी से लेकर पुलिस के आम जवान तक लगे हैं. राज्य सरकार ने अब तक जिलों में पुलिस बल हो या शराब पीने वाले, उनकी मेडिकल जांच के लिए पर्याप्त संख्या में किट उपलब्ध कराए हैं. हालांकि नीतीश कुमार जब भी इस मामले की समीक्षा करते हैं तब कुछ दिनों के लिए धरपकड़ जरूर तेज कर दी जाती है. सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य के शराब के कारोबारियों के आग्रह को मानते हुए उन्हें अपना स्टॉक 31 जुलाई तक हटाने की मोहलत दी है. राज्य में शराबबंदी के बाबजूद शराब की सर्वत्र उपलब्धता पर नीतीश कुमार ने कहा कि शराब पीने वाले ही ऐसा हल्ला भी करते हैं.  नीतीश ने यह स्वीकार करते हुए कि शराब की होम डिलीवरी भी हो रही है, चेतावनी दी कि यह होम डिलीवरी वाले ग्राहक ही सबसे ज्यादा शराब बंदी की विफलता पर हल्ला मचा रहे हैं, लेकिन आने वाले दिनों में किसी को छोड़ा नहीं जाएगा. टिप्पणियां पिछले दिनों पूरे राज्य के जिला अधिकारियों और एसपी के साथ समीक्षा के बाद हालांकि शहरों में पुलिस का धरपकड़ अभियान तेज तो हुआ है लेकिन जानकर मानते हैं कि राज्य में अवैध कारोबार अब ग्रामीण इलाकों में अपनी जड़ें जमा चुका है.   राज्य में शराब की खरीद-बिक्री के अवैध धंधे में आला पुलिस अधिकारी से लेकर पुलिस के आम जवान तक लगे हैं. राज्य सरकार ने अब तक जिलों में पुलिस बल हो या शराब पीने वाले, उनकी मेडिकल जांच के लिए पर्याप्त संख्या में किट उपलब्ध कराए हैं. हालांकि नीतीश कुमार जब भी इस मामले की समीक्षा करते हैं तब कुछ दिनों के लिए धरपकड़ जरूर तेज कर दी जाती है. पिछले दिनों पूरे राज्य के जिला अधिकारियों और एसपी के साथ समीक्षा के बाद हालांकि शहरों में पुलिस का धरपकड़ अभियान तेज तो हुआ है लेकिन जानकर मानते हैं कि राज्य में अवैध कारोबार अब ग्रामीण इलाकों में अपनी जड़ें जमा चुका है.   राज्य में शराब की खरीद-बिक्री के अवैध धंधे में आला पुलिस अधिकारी से लेकर पुलिस के आम जवान तक लगे हैं. राज्य सरकार ने अब तक जिलों में पुलिस बल हो या शराब पीने वाले, उनकी मेडिकल जांच के लिए पर्याप्त संख्या में किट उपलब्ध कराए हैं. हालांकि नीतीश कुमार जब भी इस मामले की समीक्षा करते हैं तब कुछ दिनों के लिए धरपकड़ जरूर तेज कर दी जाती है. राज्य में शराब की खरीद-बिक्री के अवैध धंधे में आला पुलिस अधिकारी से लेकर पुलिस के आम जवान तक लगे हैं. राज्य सरकार ने अब तक जिलों में पुलिस बल हो या शराब पीने वाले, उनकी मेडिकल जांच के लिए पर्याप्त संख्या में किट उपलब्ध कराए हैं. हालांकि नीतीश कुमार जब भी इस मामले की समीक्षा करते हैं तब कुछ दिनों के लिए धरपकड़ जरूर तेज कर दी जाती है.
सर डैनियल माइकल ब्लेक डे-लुईस (जन्म 29 अप्रैल 1957), एक ब्रिटिश अभिनेता है। उनका जन्म और पालन-पोषण लंदन में हुआ, हलांकि उनके पास ब्रिटिश और आयरिश दोनों देश की नागरिकता है। राष्ट्रीय युवा रंगमंच में महारत हसिल करनें के बाद, वे ब्रिस्टल ओल्ड विक्ट. थियेटर स्कूल में दाखिला ले लिया जहाँ उन्होनें तीन साल पढ़ाई की। डे-लुईस अपने मेथड अभिनय के लिये बहुत प्रसिद्ध है, इसके साथ ही वह फिल्म उद्योग में सबसे चयनात्मक कलाकारों में से एक है, 1998 के बाद से उन्होनें केवल छह फिल्मों में ही अभिनय किया, साथ ही इन भूमिकाओं के बीच में पांच साल का अन्तर था। अपने निजी जीवन के प्रति बहुत सजग रहते है, वह शायद ही कभी साक्षात्कार देता है और बहुत कम ही सार्वजनिक दिखाई देते है। जून 2014 में, नाटक में अपनी सेवाओं के लिए उन्हें नाइटहुड से सम्मनित किया गया। फैंटम थ्रेड फ़िल्म में अपनी अभिनय भूमिका को पूरा करने के बाद, डे-लुईस ने 2017 में अभिनय से सेवानिवृत्ति की घोषणा कर दी थी। फिल्म के इतिहास में सबसे प्रशंसित अभिनेताओं में से एक, डे-लुईस ने कई पुरस्कार प्राप्त किए, जिसमें माय लेफ्ट फ़ुट (1989), देयर विल बी ब्लड़ (2007) और लिंकन (2012) में उनके प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए तीन अकादमी पुरस्कार (ऑस्कर) शामिल हैं। उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता श्रेणी में तीन बार जीत हासिल करने का गौरव हासिल है। वर्तमान में उन्हें फैंटम थ्रेड में अपने किरदार के लिये पुन: अकादमी पुरस्कार के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिये नामित किया गया है। व्यक्तिगत जीवन डे-लुईस अपनी व्यक्तिगत जीवन को बहुत गोपनीयता रखने वालो में से जाने जाते है। फ्रेंच अभिनेत्री इसाबेले एडजानी के साथ उनका रिश्ता छह साल तक चला। और उनके बेटे गेब्रियल-केन डे-लुईस का जन्म 9 अप्रैल 1995 को न्यूयॉर्क शहर में हुआ। उसके कुछ समय पहले ही उनका रिस्ता टुट चुका था। वे एक बार नाटककार आर्थर मिलर के घर गए, जहां उनकी मुलाकात उनकी बेटी, रेबेका मिलर के साथ हुई। उसके दुसरे वर्ष 13 नवंबर 1996 को दोनो ने शादी कर ली। इस युगल के दो बेटे हैं, रोनाल कैल डे-लुईस (जन्म 1998) और कैशेल ब्लेक डे-लुईस (जन्म 2002)। वे न्यूयार्क शहर और एनामो, काउंटी विकोलो, आयरलैंड में अपने घरों के बीच अपना समय बांटते हैं। 1993 से डे-लुईस ने दोहरी ब्रिटिश और आयरिश नागरिकता ग्रहण की हुई है। 14 नवंबर 2014 को, बकिंघम पैलेस में एक औपचारिक समारोह में, उन्हें राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक ने उन्हें नाइट उपाधी प्रदान की। फिल्मोग्राफी फ़िल्म सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ ब्रिटिश अभिनेता अंग्रेज़ अभिनेता 1957 में जन्मे लोग जीवित लोग ऑस्कर विजेता प्रोजेक्ट टाइगर लेख प्रतियोगिता के अंतर्गत बनाए गए लेख
ब्रैंडन मैककुलम के तूफानी अर्द्धशतक के बाद अंतिम ओवरों में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन की बदौलत न्यूजीलैंड ने दूसरे और अंतिम ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत को एक रन से हराकर दो मैचों की शृंखला 1-0 से जीत ली। कैंसर से उबरकर लगभग नौ महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे युवराज सिंह ने अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया, लेकिन भारत को जीत नहीं दिला सके। उन्होंने अंतिम ओवर में पैवेलियन लौटने से पहले 26 गेंद में दो छक्कों और एक चौके की मदद से 34 रन बनाए। उन्होंने इससे पहले दो ओवर की गेंदबाजी में 14 रन दिए और एक कैच लपका। भारत की ओर से विराट कोहली ने 41 गेंद में 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 70 रन की पारी खेली, जिससे मेजबान टीम 168 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय 13 ओवर में दो विकेट पर 119 रन बनाकर बेहद मजबूत स्थिति में दिख रही थी, लेकिन उनके आउट होने के बाद टीम जरूरी रन नहीं जुटा सकी। कोहली ने सुरेश रैना (27) के साथ 60 और युवराज के साथ 34 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 22) के साथ 42 रन की साझेदारी की, लेकिन इसके बावजूद भारत को शिकस्त का सामना करना पड़ा।टिप्पणियां इससे पहले, न्यूजीलैंड ने आक्रामक बल्लेबाज ब्रैंडन मैककुलम की 91 रन की ताबड़तोड़ पारी की मदद से खराब शुरुआत से उबरते हुए पांच विकेट पर 167 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। न्यूजीलैंड की भारत दौरे पर यह पहली जीत है। विशाखापट्टनम में खेला जाने वाला शृंखला का पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था, जबकि टेस्ट शृंखला में मेहमान टीम को 0-2 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। कैंसर से उबरकर लगभग नौ महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे युवराज सिंह ने अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया, लेकिन भारत को जीत नहीं दिला सके। उन्होंने अंतिम ओवर में पैवेलियन लौटने से पहले 26 गेंद में दो छक्कों और एक चौके की मदद से 34 रन बनाए। उन्होंने इससे पहले दो ओवर की गेंदबाजी में 14 रन दिए और एक कैच लपका। भारत की ओर से विराट कोहली ने 41 गेंद में 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 70 रन की पारी खेली, जिससे मेजबान टीम 168 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय 13 ओवर में दो विकेट पर 119 रन बनाकर बेहद मजबूत स्थिति में दिख रही थी, लेकिन उनके आउट होने के बाद टीम जरूरी रन नहीं जुटा सकी। कोहली ने सुरेश रैना (27) के साथ 60 और युवराज के साथ 34 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 22) के साथ 42 रन की साझेदारी की, लेकिन इसके बावजूद भारत को शिकस्त का सामना करना पड़ा।टिप्पणियां इससे पहले, न्यूजीलैंड ने आक्रामक बल्लेबाज ब्रैंडन मैककुलम की 91 रन की ताबड़तोड़ पारी की मदद से खराब शुरुआत से उबरते हुए पांच विकेट पर 167 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। न्यूजीलैंड की भारत दौरे पर यह पहली जीत है। विशाखापट्टनम में खेला जाने वाला शृंखला का पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था, जबकि टेस्ट शृंखला में मेहमान टीम को 0-2 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। भारत की ओर से विराट कोहली ने 41 गेंद में 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 70 रन की पारी खेली, जिससे मेजबान टीम 168 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय 13 ओवर में दो विकेट पर 119 रन बनाकर बेहद मजबूत स्थिति में दिख रही थी, लेकिन उनके आउट होने के बाद टीम जरूरी रन नहीं जुटा सकी। कोहली ने सुरेश रैना (27) के साथ 60 और युवराज के साथ 34 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 22) के साथ 42 रन की साझेदारी की, लेकिन इसके बावजूद भारत को शिकस्त का सामना करना पड़ा।टिप्पणियां इससे पहले, न्यूजीलैंड ने आक्रामक बल्लेबाज ब्रैंडन मैककुलम की 91 रन की ताबड़तोड़ पारी की मदद से खराब शुरुआत से उबरते हुए पांच विकेट पर 167 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। न्यूजीलैंड की भारत दौरे पर यह पहली जीत है। विशाखापट्टनम में खेला जाने वाला शृंखला का पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था, जबकि टेस्ट शृंखला में मेहमान टीम को 0-2 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। इससे पहले, न्यूजीलैंड ने आक्रामक बल्लेबाज ब्रैंडन मैककुलम की 91 रन की ताबड़तोड़ पारी की मदद से खराब शुरुआत से उबरते हुए पांच विकेट पर 167 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। न्यूजीलैंड की भारत दौरे पर यह पहली जीत है। विशाखापट्टनम में खेला जाने वाला शृंखला का पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था, जबकि टेस्ट शृंखला में मेहमान टीम को 0-2 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था। न्यूजीलैंड की भारत दौरे पर यह पहली जीत है। विशाखापट्टनम में खेला जाने वाला शृंखला का पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था, जबकि टेस्ट शृंखला में मेहमान टीम को 0-2 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वित्त मंत्री पी चिदंबरम शनिवार को विशिष्ट पहचान प्रमाण संख्या ‘आधार’ की दूसरी वषर्गांठ पर दूदू में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जयपुर पहुंचे. इस कार्यक्रम में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 21करोड़वां आधार कार्ड बांटा. सोनिया ने कहा, 'आधार कार्ड हर आदमी का अधिकार है, इस कार्ड से आम आदमी का जीवन बदलेगा.' वहीं इस मौके पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, 'आधार कार्ड यूपीए सरकार की अहम योजना है. आधार कार्ड से भ्रष्टाचार में कमी आएगी.' ये दोनों लोग विशेष विमान से दिल्ली से जयपुर के सांगानेर हवाई अड्डे पर चाक चौबंद सुरक्षा प्रबंध के बीच पहुंचे. यह पहला मौका है, जब मनमोहन और सोनिया गांधी एक साथ कुछ घंटों के लिए राजस्थान की यात्रा पर जयपुर पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी विशेष हेलीकॉप्टर से दूदू के लिए रवाना हो गये. हवाई अड्डे पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री और संप्रग अध्यक्ष की अगवानी की. यहां से करीब 50 किलोमीटर दूर जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित दूदू कस्बे में ‘आधार’ की दूसरी वषर्गांठ पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री उल्लेखनीय सेवाओं के लिए कई लोगों को उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया. यह कार्यक्रम जहां आयोजित किया गया, वह केंद्रीय राज्यमंत्री सचिन पायलट का लोकसभा क्षेत्र और राजस्थान के खादी एवं गा्रमाद्योग राज्य मंत्री बाबू लाल नागर का विधान सभा क्षेत्र भी है.
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक आपराधिक छवि वाले व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. मारे गया व्यक्ति जिले का हिस्ट्रीशीटर था. हत्या की यह वारदात शहर के सदर क्षेत्र में हुई. नगर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार यादव ने बताया कि छोटी सराय इलाके में नईम तुर्क उर्फ राजा नामक व्यक्ति को कुछ लोगों ने घेर लिया और उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे उसकी मौत हो गई. राजा आपराधिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति था. उसके शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है. एसपी सिटी ने बताया कि गोलीबारी में इमरान और रानू नामक व्यक्ति घायल भी हो गये. उन्हें भी अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बतायी जा रही है. इलाके में व्याप्त तनाव के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. इनपुट- भाषा
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता एक तांत्रिक द्वारा 'हवा में से निकालते हुए' दिखाये जा रहे हार को लेने के बाद अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ताओं की आलोचनाओं का सामना कर रहीं हैं। घटना पुणे के एक शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित पुरस्कार समारोह की है। मराठी चैनलों द्वारा लगातार प्रसारित किये जा रहे फुटेज में तांत्रिक गुरवानंद स्वामी को अमृता को गले का एक हार देते हुए दिखाया जा रहा है जो कथित तौर पर हवा से प्रकट होता लगता है। महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष अविनाश पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी पत्नी के कृत्य पर रुख स्पष्ट करना चाहिए। पाटिल ने कहा, ‘फडणवीस को घटना पर स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए। अगर जरूरत लगी तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘अगर तांत्रिक वैज्ञानिक रूप से हमारे द्वारा तय नियंत्रित स्थितियों में अपना चमत्कार करके दिखा दें तो हम उन्हें इनाम के तौर पर 21 लाख रुपये देने को तैयार हैं।’ अमृता ने आज कहा कि वह चमत्कारों में विश्वास नहीं रखतीं। उन्होंने कहा, ‘मैंने एक बुजुर्ग व्यक्ति के तौर पर उन्हें सम्मान देने के लिए अभिवादन किया। मैं इन्हीं संस्कारों के साथ पली-बढ़ी हूं और मैं इन्हें अमल में लाती रहूंगी।’ अमृता ने कहा, ‘गुरवानंद स्वामी ने मुझे आशीर्वाद के तौर पर हार दिया। मैं किसी तरह के चमत्कार में विश्वास नहीं करती।’ मराठी समाचार चैनल इस घटना की क्लिप लगातार दिखाते रहे और अंधविश्वास तथा काला जादू पर नये सिरे से बहस शुरू हो गयी। अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के बाद महाराष्ट्र में कानून के माध्यम से अंधविश्वास पर प्रतिबंध लगाया गया था। इस बीच अमृता ने कहा कि घटना को लेकर मीडिया की व्याख्या भ्रामक है। बैंक अधिकारी अमृता ने कहा, ‘गुरुजी ने स्नेह के नाते मुझे बुलाया था। मैं जब नमस्कार करने उनके पास गयी तो मैंने उनके हाथ में चेन देखी जो उन्होंने मुझे दी। यह कोई जादू नहीं था क्योंकि जब मैं उनके पास गयी थी तो चेन पहले से ही उनके हाथ में थी। मैं तर्कवादी हूं और इस तरह की चीजों में विश्वास नहीं करती।’ राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने तांत्रिक के खिलाफ कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की मांग की।टिप्पणियां राकांपा नेता विद्या चव्हाण ने कहा कि अमृता को ऐसे समारोहों में शामिल होते समय अधिक सावधान रहना चाहिए क्योंकि वह मुख्यमंत्री की पत्नी हैं। मुख्यमंत्री राज्य के गृहमंत्री भी हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि भाजपा खुद तांत्रिकों में आस्था रखती है और यह घटना उसकी इसी सोच की ओर इशारा करती है। दिवंगत नरेंद्र दाभोलकर के बेटे हामिद ने कहा कि तांत्रिक की वेबसाइट में दावा किया गया है कि उनके पास अलौकिक शक्तियां हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति उनके दावे को चुनौती देगी। हालांकि हामिद ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए अमृता की प्रशंसा की। घटना पुणे के एक शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित पुरस्कार समारोह की है। मराठी चैनलों द्वारा लगातार प्रसारित किये जा रहे फुटेज में तांत्रिक गुरवानंद स्वामी को अमृता को गले का एक हार देते हुए दिखाया जा रहा है जो कथित तौर पर हवा से प्रकट होता लगता है। महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष अविनाश पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी पत्नी के कृत्य पर रुख स्पष्ट करना चाहिए। पाटिल ने कहा, ‘फडणवीस को घटना पर स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए। अगर जरूरत लगी तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘अगर तांत्रिक वैज्ञानिक रूप से हमारे द्वारा तय नियंत्रित स्थितियों में अपना चमत्कार करके दिखा दें तो हम उन्हें इनाम के तौर पर 21 लाख रुपये देने को तैयार हैं।’ अमृता ने आज कहा कि वह चमत्कारों में विश्वास नहीं रखतीं। उन्होंने कहा, ‘मैंने एक बुजुर्ग व्यक्ति के तौर पर उन्हें सम्मान देने के लिए अभिवादन किया। मैं इन्हीं संस्कारों के साथ पली-बढ़ी हूं और मैं इन्हें अमल में लाती रहूंगी।’ अमृता ने कहा, ‘गुरवानंद स्वामी ने मुझे आशीर्वाद के तौर पर हार दिया। मैं किसी तरह के चमत्कार में विश्वास नहीं करती।’ मराठी समाचार चैनल इस घटना की क्लिप लगातार दिखाते रहे और अंधविश्वास तथा काला जादू पर नये सिरे से बहस शुरू हो गयी। अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के बाद महाराष्ट्र में कानून के माध्यम से अंधविश्वास पर प्रतिबंध लगाया गया था। इस बीच अमृता ने कहा कि घटना को लेकर मीडिया की व्याख्या भ्रामक है। बैंक अधिकारी अमृता ने कहा, ‘गुरुजी ने स्नेह के नाते मुझे बुलाया था। मैं जब नमस्कार करने उनके पास गयी तो मैंने उनके हाथ में चेन देखी जो उन्होंने मुझे दी। यह कोई जादू नहीं था क्योंकि जब मैं उनके पास गयी थी तो चेन पहले से ही उनके हाथ में थी। मैं तर्कवादी हूं और इस तरह की चीजों में विश्वास नहीं करती।’ राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने तांत्रिक के खिलाफ कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की मांग की।टिप्पणियां राकांपा नेता विद्या चव्हाण ने कहा कि अमृता को ऐसे समारोहों में शामिल होते समय अधिक सावधान रहना चाहिए क्योंकि वह मुख्यमंत्री की पत्नी हैं। मुख्यमंत्री राज्य के गृहमंत्री भी हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि भाजपा खुद तांत्रिकों में आस्था रखती है और यह घटना उसकी इसी सोच की ओर इशारा करती है। दिवंगत नरेंद्र दाभोलकर के बेटे हामिद ने कहा कि तांत्रिक की वेबसाइट में दावा किया गया है कि उनके पास अलौकिक शक्तियां हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति उनके दावे को चुनौती देगी। हालांकि हामिद ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए अमृता की प्रशंसा की। महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष अविनाश पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी पत्नी के कृत्य पर रुख स्पष्ट करना चाहिए। पाटिल ने कहा, ‘फडणवीस को घटना पर स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए। अगर जरूरत लगी तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘अगर तांत्रिक वैज्ञानिक रूप से हमारे द्वारा तय नियंत्रित स्थितियों में अपना चमत्कार करके दिखा दें तो हम उन्हें इनाम के तौर पर 21 लाख रुपये देने को तैयार हैं।’ अमृता ने आज कहा कि वह चमत्कारों में विश्वास नहीं रखतीं। उन्होंने कहा, ‘मैंने एक बुजुर्ग व्यक्ति के तौर पर उन्हें सम्मान देने के लिए अभिवादन किया। मैं इन्हीं संस्कारों के साथ पली-बढ़ी हूं और मैं इन्हें अमल में लाती रहूंगी।’ अमृता ने कहा, ‘गुरवानंद स्वामी ने मुझे आशीर्वाद के तौर पर हार दिया। मैं किसी तरह के चमत्कार में विश्वास नहीं करती।’ मराठी समाचार चैनल इस घटना की क्लिप लगातार दिखाते रहे और अंधविश्वास तथा काला जादू पर नये सिरे से बहस शुरू हो गयी। अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के बाद महाराष्ट्र में कानून के माध्यम से अंधविश्वास पर प्रतिबंध लगाया गया था। इस बीच अमृता ने कहा कि घटना को लेकर मीडिया की व्याख्या भ्रामक है। बैंक अधिकारी अमृता ने कहा, ‘गुरुजी ने स्नेह के नाते मुझे बुलाया था। मैं जब नमस्कार करने उनके पास गयी तो मैंने उनके हाथ में चेन देखी जो उन्होंने मुझे दी। यह कोई जादू नहीं था क्योंकि जब मैं उनके पास गयी थी तो चेन पहले से ही उनके हाथ में थी। मैं तर्कवादी हूं और इस तरह की चीजों में विश्वास नहीं करती।’ राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने तांत्रिक के खिलाफ कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की मांग की।टिप्पणियां राकांपा नेता विद्या चव्हाण ने कहा कि अमृता को ऐसे समारोहों में शामिल होते समय अधिक सावधान रहना चाहिए क्योंकि वह मुख्यमंत्री की पत्नी हैं। मुख्यमंत्री राज्य के गृहमंत्री भी हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि भाजपा खुद तांत्रिकों में आस्था रखती है और यह घटना उसकी इसी सोच की ओर इशारा करती है। दिवंगत नरेंद्र दाभोलकर के बेटे हामिद ने कहा कि तांत्रिक की वेबसाइट में दावा किया गया है कि उनके पास अलौकिक शक्तियां हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति उनके दावे को चुनौती देगी। हालांकि हामिद ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए अमृता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘मैंने एक बुजुर्ग व्यक्ति के तौर पर उन्हें सम्मान देने के लिए अभिवादन किया। मैं इन्हीं संस्कारों के साथ पली-बढ़ी हूं और मैं इन्हें अमल में लाती रहूंगी।’ अमृता ने कहा, ‘गुरवानंद स्वामी ने मुझे आशीर्वाद के तौर पर हार दिया। मैं किसी तरह के चमत्कार में विश्वास नहीं करती।’ मराठी समाचार चैनल इस घटना की क्लिप लगातार दिखाते रहे और अंधविश्वास तथा काला जादू पर नये सिरे से बहस शुरू हो गयी। अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के बाद महाराष्ट्र में कानून के माध्यम से अंधविश्वास पर प्रतिबंध लगाया गया था। इस बीच अमृता ने कहा कि घटना को लेकर मीडिया की व्याख्या भ्रामक है। बैंक अधिकारी अमृता ने कहा, ‘गुरुजी ने स्नेह के नाते मुझे बुलाया था। मैं जब नमस्कार करने उनके पास गयी तो मैंने उनके हाथ में चेन देखी जो उन्होंने मुझे दी। यह कोई जादू नहीं था क्योंकि जब मैं उनके पास गयी थी तो चेन पहले से ही उनके हाथ में थी। मैं तर्कवादी हूं और इस तरह की चीजों में विश्वास नहीं करती।’ राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने तांत्रिक के खिलाफ कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की मांग की।टिप्पणियां राकांपा नेता विद्या चव्हाण ने कहा कि अमृता को ऐसे समारोहों में शामिल होते समय अधिक सावधान रहना चाहिए क्योंकि वह मुख्यमंत्री की पत्नी हैं। मुख्यमंत्री राज्य के गृहमंत्री भी हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि भाजपा खुद तांत्रिकों में आस्था रखती है और यह घटना उसकी इसी सोच की ओर इशारा करती है। दिवंगत नरेंद्र दाभोलकर के बेटे हामिद ने कहा कि तांत्रिक की वेबसाइट में दावा किया गया है कि उनके पास अलौकिक शक्तियां हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति उनके दावे को चुनौती देगी। हालांकि हामिद ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए अमृता की प्रशंसा की। मराठी समाचार चैनल इस घटना की क्लिप लगातार दिखाते रहे और अंधविश्वास तथा काला जादू पर नये सिरे से बहस शुरू हो गयी। अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के बाद महाराष्ट्र में कानून के माध्यम से अंधविश्वास पर प्रतिबंध लगाया गया था। इस बीच अमृता ने कहा कि घटना को लेकर मीडिया की व्याख्या भ्रामक है। बैंक अधिकारी अमृता ने कहा, ‘गुरुजी ने स्नेह के नाते मुझे बुलाया था। मैं जब नमस्कार करने उनके पास गयी तो मैंने उनके हाथ में चेन देखी जो उन्होंने मुझे दी। यह कोई जादू नहीं था क्योंकि जब मैं उनके पास गयी थी तो चेन पहले से ही उनके हाथ में थी। मैं तर्कवादी हूं और इस तरह की चीजों में विश्वास नहीं करती।’ राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने तांत्रिक के खिलाफ कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की मांग की।टिप्पणियां राकांपा नेता विद्या चव्हाण ने कहा कि अमृता को ऐसे समारोहों में शामिल होते समय अधिक सावधान रहना चाहिए क्योंकि वह मुख्यमंत्री की पत्नी हैं। मुख्यमंत्री राज्य के गृहमंत्री भी हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि भाजपा खुद तांत्रिकों में आस्था रखती है और यह घटना उसकी इसी सोच की ओर इशारा करती है। दिवंगत नरेंद्र दाभोलकर के बेटे हामिद ने कहा कि तांत्रिक की वेबसाइट में दावा किया गया है कि उनके पास अलौकिक शक्तियां हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति उनके दावे को चुनौती देगी। हालांकि हामिद ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए अमृता की प्रशंसा की। बैंक अधिकारी अमृता ने कहा, ‘गुरुजी ने स्नेह के नाते मुझे बुलाया था। मैं जब नमस्कार करने उनके पास गयी तो मैंने उनके हाथ में चेन देखी जो उन्होंने मुझे दी। यह कोई जादू नहीं था क्योंकि जब मैं उनके पास गयी थी तो चेन 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कि भाजपा खुद तांत्रिकों में आस्था रखती है और यह घटना उसकी इसी सोच की ओर इशारा करती है। दिवंगत नरेंद्र दाभोलकर के बेटे हामिद ने कहा कि तांत्रिक की वेबसाइट में दावा किया गया है कि उनके पास अलौकिक शक्तियां हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति उनके दावे को चुनौती देगी। हालांकि हामिद ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए अमृता की प्रशंसा की। दिवंगत नरेंद्र दाभोलकर के बेटे हामिद ने कहा कि तांत्रिक की वेबसाइट में दावा किया गया है कि उनके पास अलौकिक शक्तियां हैं जिनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति उनके दावे को चुनौती देगी। हालांकि हामिद ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए अमृता की प्रशंसा की।
सैफ अली खान स्टारर फिल्म लाल कप्तान का नया पोस्टर रिलीज हो गया है. दशहरा से ठीक एक दिन पहले रिलीज हुआ ये नया पोस्टर दशानन अवतार से प्रेरित नजर आ रहा है. नागा साधू के रोल में सैफ के दस सिर वाला पोस्टर सामने आया है. लाल कप्तान के ट्रेलर और पहले रिलीज हुए पोस्टर्स में सैफ का नागा साधू वाला लुक दिखाया गया था. सिर पर लाल रंग का कपड़ा बांधे, माथे पर तिलक, चेहरे पर भस्म, लंबी दाढ़ी और घनी जटाएं कुछ ऐसे डार्क लुक में सैफ दिखाई दे रहे हैं. New poster of #LaalKaptaan ... Stars Saif Ali Khan... Directed by Navdeep Singh... Eros International and Aanand L Rai presentation... 18 Oct 2019 release. pic.twitter.com/FnQfNixrLd — taran adarsh (@taran_adarsh) October 7, 2019 फिल्म का निर्देशन नवदीप सिंह ने किया है. इस रोल की तैयारी को लेकर नवदीप ने एक इंटरव्यू में बताया, "सैफ को इस किरदार के लिए मनाना मुश्क‍िल नहीं था. पहली बार जब उन्होंने कहानी सुनी और यह पता चला कि कैरेक्टर वेस्टर्न है तो वे बहुत एक्साइटेड हुए. उन्हें वेस्टर्न पसंद है और 18 साल की उम्र से ही इस तरह का कैरेक्टर प्ले करने की इच्छा रखते हैं. गलियों में भागता एक आदमी, इंसान की लाश को खींचता हुआ..." उन्होंने आगे बताया, "मेरी सबसे बड़ी परेशानी थी एक ऐसे प्रोजेक्ट पर काम करना था, जिसमें अपने आइडिया के मुताबिक, प्रोड्यूसर पैसे खर्च करेंगे और ऐसे एक्टर्स जो अपने आप को संवेदनशील स्थ‍िति में डालने को तैयार हों. सैफ ने कैरेक्टर की डिमांड के अनुसार खुद को इस स्थ‍ित‍ि में डाला और शानदार रोल निभाया" बता दें लाल कप्तान 18वीं सदीं के बैकग्राउंड में बनीं एक नियो-वेस्टर्न फिल्म है. इसमें सैफ अली खान ने नागा साधू का रोल प्ले किया है. यह फिल्म 18 अक्टूबर को रिलीज होगी.
प्रोकैरियोट्स लगभग 3-4 अरब वर्ष पहले पृथ्वी पर निवास करते थे। अगले कुछ अरब वर्षों में इन जीवों में आकृति विज्ञान या सेलुलर संगठन में कोई स्पष्ट परिवर्तन नहीं हुआ। यूकेरियोटिक कोशिकाएँ 1.6-2.7 अरब वर्ष पहले उभरीं। कोशिका संरचना में अगला बड़ा बदलाव तब आया जब एंडोसिम्बायोसिस नामक सहकारी संघ में बैक्टीरिया यूकेरियोटिक कोशिकाओं से घिर गए। इसके बाद घिरे बैक्टीरिया और मेजबान कोशिका का सह-विकास हुआ, जिसमें बैक्टीरिया या तो माइटोकॉन्ड्रिया या हाइड्रोजनोसोम में विकसित हुए। सायनोबैक्टीरियल जैसे जीवों के एक और समावेश के कारण शैवाल और पौधों में क्लोरोप्लास्ट का निर्माण हुआ। जीवन का इतिहास लगभग 610 मिलियन वर्ष पहले तक एककोशिकीय यूकेरियोट्स, प्रोकैरियोट्स और आर्किया का था, जब एडियाकरन में महासागरों में बहुकोशिकीय जीव दिखाई देने लगे। अवधि। बहुकोशिकीयता का विकास कई स्वतंत्र घटनाओं में हुआ, स्पंज, भूरे शैवाल, सायनोबैक्टीरिया, कीचड़ के सांचे और मायक्सोबैक्टीरिया जैसे विविध जीवों में। जनवरी 2016 में, वैज्ञानिकों ने बताया कि, लगभग 800 मिलियन वर्ष पहले, जीके-पीआईडी ​​नामक एक एकल अणु में एक मामूली आनुवंशिक परिवर्तन ने जीवों को एक कोशिका जीव से कई कोशिकाओं में से एक में जाने की अनुमति दी होगी। इन पहले के उद्भव के तुरंत बाद बहुकोशिकीय जीवों में, कैंब्रियन विस्फोट नामक एक घटना में, लगभग 10 मिलियन वर्षों में उल्लेखनीय मात्रा में जैविक विविधता दिखाई दी। यहां, आधुनिक जानवरों की अधिकांश प्रजातियां जीवाश्म रिकॉर्ड में दिखाई दीं, साथ ही अद्वितीय वंशावली भी दिखाई दीं जो बाद में विलुप्त हो गईं। कैंब्रियन विस्फोट के लिए विभिन्न ट्रिगर प्रस्तावित किए गए हैं, जिसमें प्रकाश संश्लेषण से वायुमंडल में ऑक्सीजन का संचय भी शामिल है। लगभग 500 मिलियन वर्ष पहले, पौधों और कवक ने भूमि पर निवास किया और जल्द ही आर्थ्रोपोड और अन्य जानवरों ने इसका अनुसरण किया। कीड़े विशेष रूप से सफल रहे और आज भी अधिकांश पशु प्रजातियाँ बनाते हैं। उभयचर पहली बार लगभग 364 मिलियन वर्ष पहले प्रकट हुए, उसके बाद प्रारंभिक एमनियोट्स और पक्षी लगभग 155 मिलियन वर्ष पहले (दोनों "सरीसृप" जैसी वंशावली से), लगभग 129 मिलियन वर्ष पहले स्तनधारी, लगभग 10 मिलियन वर्ष पहले होमिनिना और लगभग 250,000 वर्ष पहले आधुनिक मानव दिखाई दिए। पहले। हालाँकि, इन बड़े जानवरों के विकास के बावजूद, इस प्रक्रिया के आरंभ में विकसित होने वाले प्रकारों के समान छोटे जीव अत्यधिक सफल रहे हैं और पृथ्वी पर हावी रहे हैं, जिनमें से अधिकांश बायोमास और प्रजातियाँ प्रोकैरियोट्स हैं।
संजय राउत ने बताया सावरकर का मतलब कहा- सावरकर माने त्याग, सावरकर माने तप सावरकर पर दिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर सियासत गर्माती जा रही है. वहीं अब सूत्रों का कहना है कि शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राहुल गांधी के सावरकर पर दिए बयान पर आपत्ति जताई है. सूत्रों का कहना है कि सावरकर पर राहुल गांधी के बयान पर उद्धव कांग्रेस आलाकमान से बात करेंगे. उद्धव का कहना है कि ऐसे बयानों से बचा जाए तो गठबंधन में मुद्दा बने. इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत भी ट्वीट कर सावरकर के सम्मान की बात कह चुके हैं. बता दें कि कांग्रेस पार्टी की दिल्ली स्थित रामलीला मैदान में शनिवार को आयोजित 'भारत-बचाओ रैली' में राहुल गांधी ने हिंदूवादी नेता विनायक दामोदर सावरकर पर निशाना साधा तो महाराष्ट्र में गठबंधन सहयोगी शिवसेना ने उसपर नाराजगी जाहिर की है. शिवसेना ने राहुल गांधी का बगैर नाम लिए उन्हें सावरकर का अपमान न करने की नसीहत दी है. शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने मराठी में ट्वीट किया, 'हम पंडित नेहरू, महात्मा गांधी को भी मानते हैं, आप वीर सावरकर का अपमान मत करो. बुद्धिमान लोगों को ज्यादा बताने की जरूरत नहीं होती.' सावरकर माने तेज सावरकर माने त्याग सावरकर माने तप , सावरकर माने तत्व ... अटल बिहारी वाजपेयी — Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 14, 2019 We respect Pandit Nehru and Mahatma gandhi , you dont insult savarkar ,समझने वाले समझ गये है ... जय हिंद!! — Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 14, 2019 दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि वीर सावरकर महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश के लिए आदरणीय हैं. संजय राउत का यह बयान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा शनिवार को रामलीला मैदान में पार्टी की रैली में दिए गए उस बयान के बाद आया है. राहुल गांधी ने कहा, 'कल संसद में भाजपा के लोगों ने मुझे मेरे भाषण के लिए माफी मांगने के लिए कहा. लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मेरा नाम राहुल गांधी है. मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा. मैं मर जाऊंगा, मगर माफी नहीं मांगूंगा, न कोई कांग्रेस का कार्यकर्ता माफी मांगेगा.'
आज भारतीय सिनेमा जगत के महान अभिनेताओं में से एक राज कपूर का जन्मदिन है. आज भी भारतीय सिनेमा जगत जिस एक शख्स के नाम की कसमें आज भी खाता है, वह शख्स कोई और नहीं बल्कि हम-सभी की पसंद राज कपूर हैं. वे एक दिग्गज अभिनेता, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के तौर पर आज भी याद किए जाते हैं. उनका जन्म 14 दिंसबर 1924 को हुआ था. 1. उनका असली नाम रणबीर था. राज सभी भाइयों के बीच का नाम है. श्रद्धांजलि: पंडित रविशंकर, जिन्होंने शास्त्रीय संगीत को दिलाई दुनिया में पहचान 2. उनकी पहली नौकरी क्लैपर ब्वॉय की थी. जिसके लिए उन्हें 10 रुपये महीना मिलता था. 3. वे शुरुआत में म्यूजिक डायरेक्टर बनना चाहते थे लेकिन बाद में एक्टर बन गए. जन्मदिन: अंग्रेजी, उर्दू में पढ़ाई कर हरिवंश राय बच्चन बने हिंदी के कवि 4. उन्होंने कई फिल्मों में चार्ली चैपलिन के ट्रैंप की नकल की और बेहद कामयाब रहे. 5. उनकी खास फिल्मों में आवारा, आग, श्री 420, बरसात, मेरा नाम जोकर, तीसरी कसम और संगम को शुमार किया जाता है.
स्पेनिश-अमेरिकी युद्ध (स्पेनिश: गुएरा हिस्पानो-अमेरिकाना या गुएरा हिस्पानो-एस्टाडौनिडेंस; फिलिपिनो: दिगमांग एस्पेनयोल-अमेरिकानो) 1898 में स्पेन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक सशस्त्र संघर्ष था। यूएसएस मेन के आंतरिक विस्फोट के बाद शत्रुता शुरू हुई क्यूबा में हवाना बंदरगाह में, जिसके कारण क्यूबा के स्वतंत्रता संग्राम में अमेरिकी हस्तक्षेप हुआ। युद्ध के कारण कैरेबियाई क्षेत्र में अमेरिकी प्रभुत्व का उदय हुआ और इसके परिणामस्वरूप अमेरिका ने स्पेन की प्रशांत संपत्ति का अधिग्रहण कर लिया। इससे फिलीपीन क्रांति और अंततः फिलीपीन-अमेरिकी युद्ध में अमेरिका की भागीदारी हुई। मुख्य मुद्दा क्यूबा की स्वतंत्रता थी। क्यूबा में कुछ वर्षों से स्पेनिश शासन के विरुद्ध विद्रोह हो रहे थे। बाद में अमेरिका ने स्पेनिश-अमेरिकी युद्ध में प्रवेश करने पर इन विद्रोहों का समर्थन किया। पहले भी युद्ध की आशंकाएँ थीं, जैसा कि 1873 में वर्जिनियस मामले में हुआ था, लेकिन 1890 के दशक के अंत में, भीषण स्पेनिश अत्याचारों की रिपोर्टों से अमेरिकी जनमत उत्तेजित हो गया था। व्यापारिक समुदाय अभी गहरे अवसाद से उबरा था और उसे डर था कि युद्ध से लाभ उलट जाएगा। इसने युद्ध में जाने के विरुद्ध जोरदार पैरवी की। राष्ट्रपति विलियम मैककिनले ने पीले प्रेस की अतिशयोक्ति को नजरअंदाज किया और शांतिपूर्ण समाधान की मांग की। संयुक्त राज्य अमेरिका नौसेना के बख्तरबंद क्रूजर यूएसएस मेन में रहस्यमय तरीके से विस्फोट हुआ और हवाना हार्बर में डूब गया; डेमोक्रेटिक पार्टी के राजनीतिक दबावों ने मैकिन्ले को एक ऐसे युद्ध में धकेल दिया जिससे वह बचना चाहते थे।
बैसाखी का अर्थ वैशाख माह का त्यौहार है। यह वैशाख सौर मास का प्रथम दिन होता है। बैसाखी वैशाखी का ही अपभ्रंश है। इस दिन गंगा नदी में स्नान का बहुत महत्व है। हरिद्वार और ऋषिकेश में बैसाखी पर्व पर भारी मेला लगता है। बैसाखी के दिन सूर्य मेष राशि में संक्रमण करता है । इस कारण इस दिन को मेष संक्रान्ति भी कहते है। इसी पर्व को विषुवत संक्रान्ति भी कहा जाता है। बैसाखी पारम्परिक रूप से प्रत्येक वर्ष 13 या 14 अप्रैल को मनाया जाता है। यह त्योहार हिन्दुओं, बौद्ध और सिखों के लिए महत्वपूर्ण है। वैशाख के पहले दिन पूरे भारतीय उपमहाद्वीप के अनेक क्षेत्रों में बहुत से नव वर्ष के त्यौहार जैसे जुड़ शीतल, पोहेला बोशाख, बोहाग बिहू, विशु, पुथण्डु मनाये जाते हैं। दिन के प्रमुख कृत्य इस दिन पंजाब का परपरागत नृत्य भांगड़ा और गिद्दा किया जाता है। शाम को आग के आसपास इकट्ठे होकर लोग नई फसल की खुशियाँ मनाते हैं। पूरे देश में श्रद्धालु गुरुद्वारों में अरदास के लिए इकट्ठे होते हैं। मुख्य समारोह आनन्दपुर साहिब में होता है, जहाँ पन्थ की नींव रखी गई थी। सुबह 4 बजे गुरु ग्रन्थ साहिब को समारोहपूर्वक कक्ष से बाहर लाया जाता है। दूध और जल से प्रतीकात्मक स्नान करवाने के बाद गुरु ग्रन्थ साहिब को तख्त पर बैठाया जाता है। इसके बाद पंच प्यारे 'पंचबानी' गाते हैं। दिन में अरदास के बाद गुरु को कड़ा प्रसाद का भोग लगाया जाता है। प्रसाद लेने के बाद सब लोग 'गुरु के लंगर' में शामिल होते हैं। श्रद्धालु इस दिन कारसेवा करते हैं। दिनभर गुरु गोविन्द सिंह और पंच प्यारों के सम्मान में शबद् और कीर्तन गाए जाते हैं। महत्व बैसाखी के पर्व की शुरुआत भारत के पंजाब प्रांत से हुई है और इसे रबी की फसल की कटाई शुरू होने की सफलता के रूप में मनाया जाता है। पंजाब और हरियाणा के अलावा उत्तर भारत में भी बैसाखी के पर्व का बहुत महत्व है। इस दिन गेहूं, तिलहन, गन्ने आदि की फसल की कटाई शुरू होती है। संतों की वाणी में प्रमाण मिलता है की सच खंड यानि सतलोक में सदा वसंत जैसा महोल रहता है तथा सदा वैसाखी रहती है, वहाँ केवल सुख ही सुख है किसी भी प्रकार का दुख नहीं है। सिख धर्म वैसाखी ,गुरू अमर दास द्वारा चुने गए तीन हिंदू त्योहारों में से एक है, जिन्हें सिख समुदाय द्वारा मनाया जाता है। प्रत्येक सिख वैसाखी त्योहार, सिख आदेश के जन्म का स्मरण है, जो नौवे गुरु तेग बहादुर के बाद शुरू हुआ और जब उन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता के लिए खड़े होकर इस्लाम में धर्मपरिवर्तन के लिए इनकार कर दिया था तब बाद में मुगल सम्राट औरंगजेब के आदेश के तहत उनका शिरच्छेद कर दिया गया। गुरु की शहीदी ने सिख धर्म के दसवें और अंतिम गुरु के राज्याभिषेक और खालसा के संत-सिपाही समूह का गठन किया, दोनों वैसाखी दिन पर शुरू हुए थे। इतिहास प्रकृति का एक नियम है कि जब भी किसी जुल्म, अन्याय, अत्याचार की पराकाष्ठा होती है, तो उसे हल करने अथवा उसके उपाय के लिए कोई कारण भी बन जाता है। इसी नियमाधीन जब मुगल शासक औरंगजेब द्वारा जुल्म, अन्याय व अत्याचार की हर सीमा लाँघ, श्री गुरु तेग बहादुरजी को दिल्ली में चाँदनी चौक पर शहीद कर दिया गया, तभी गुरु गोविंदसिंहजी ने अपने अनुयायियों को संगठित कर खालसा पंथ की स्थापना की जिसका लक्ष्य था धर्म व नेकी (भलाई) के आदर्श के लिए सदैव तत्पर रहना। पुराने रीति-रिवाजों से ग्रसित निर्बल, कमजोर व साहसहीन हो चुके लोग, सदियों की राजनीतिक व मानसिक गुलामी के कारण कायर हो चुके थे। निम्न जाति के समझे जाने वाले लोगों को जिन्हें समाज तुच्छ समझता था, दशमेश पिता ने अमृत छकाकर सिंह बना दिया। इस तरह 13 अप्रैल,1699 को श्री केसगढ़ साहिब आनंदपुर में दसवें गुरु गोविंदसिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना कर अत्याचार को समाप्त किया। उन्होंने सभी जातियों के लोगों को एक ही अमृत पात्र (बाटे) से अमृत चखा पाँच प्यारे सजाए। ये पाँच प्यारे किसी एक जाति या स्थान के नहीं थे, वरन्‌ अलग-अलग जाति, कुल व स्थानों के थे, जिन्हें खंडे बाटे का अमृत चखाकर इनके नाम के साथ सिंह शब्द लगा। अज्ञानी ही घमंडी नहीं होते, 'ज्ञानी' को भी अक्सर घमंड हो जाता है। जो परिग्रह (संचय) करते हैं उन्हें ही घमंड हो ऐसा नहीं है, अपरिग्रहियों को भी कभी-कभी अपने 'त्याग' का घमंड हो जाता है। अहंकारी अत्यंत सूक्ष्म अहंकार के शिकार हो जाते हैं। ज्ञानी, ध्यानी, गुरु, त्यागी या संन्यासी होने का अहंकार कहीं ज्यादा प्रबल हो जाता है। यह बात गुरु गोविंदसिंहजी जानते थे। इसलिए उन्होंने न केवल अपने गुरुत्व को त्याग गुरु गद्दी गुरुग्रंथ साहिब को सौंपी बल्कि व्यक्ति पूजा ही निषिद्ध कर दी। सिख नव वर्ष वैसाखी परंपरागत रूप से सिख नव वर्ष रहा है। खालसा सम्बत के अनुसार, खालसा कैलेंडर का निर्माण खलसा -1 वैसाख 1756 विक्रमी (30 मार्च 16 99) के दिन से शुरू होता है। यह पूरे पंजाब क्षेत्र में मनाया जाता है। नगर कीर्तन सिख समुदाय नगर कीर्तन (शाब्दिक रूप से "शहर भजन गायन") नामक जुलूस का आयोजन करते हैं। पांच खल्सा इसका नेतृत्व करते हैं, जो पंज-प्यारे के पहनावे में होते है और सड़कों पर जुलूस निकालते है। फसल कटाई का त्योहार वैसाखी पंजाब के लोगों के लिए फसल कटाई का त्योहार है। पंजाब में, वैसाखी रबी फसल के पकने का प्रतीक है। इस दिन किसानों द्वारा एक धन्यवाद दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिससे किसान, प्रचुर मात्रा में उपजी फसल के लिए ईश्वर का धन्यवाद करते हैं और भविष्य की समृद्धि के लिए भी प्रार्थना करते हैं। सिखों और पंजाबी हिंदुओं द्वारा फसल त्योहार मनाया जाता है। 20 वीं शताब्दी के शुरुवात में वैसाखी सिखों और हिंदुओं के लिए एक पवित्र दिन था और पंजाब के सभी सभी मुस्लिमों और गैर-मुस्लिमों,ईसाइयों सहित, के लिए एक धर्मनिरपेक्ष त्योहार था। आधुनिक समय में भी ईसाई, सिखों और हिंदुओं के साथ-साथ वैसाखी समारोह में भाग लेते हैं। आवत पौनी आवत पौनी एक परंपरा है जो कटाई से जुड़ी है, जिसमें लोगों को गेहूं काटने के लिए एक साथ मिलना शामिल है। मेले और नृत्य भांगड़ा जो फसल त्योहार का लोक नृत्य भी है जिसे पारंपरिक रूप से फसल नृत्य कहा जाता है। नए साल और कटाई के मौसम के लिए ,भारत के, पंजाब में कई हिस्सों में मेले आयोजित किए जाते हैं। चंडीगढ़ के पास पिंजौर परिसर में जम्मू शहर, कठुआ, उधमपुर रियासी और सांबा,हिमाचल प्रदेश के रेवलर, शिमला, मंडी और प्रशारा झील सहित विभिन्न स्थानों में वैशाखी मेले लगते है। हिंदू धर्म हिंदुओं के लिए यह त्योहार नववर्ष की शुरुआत है। हिंदू इसे स्नान, भोग लगाकर और पूजा करके मनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि हजारों साल पहले देवी गंगा इसी दिन धरती पर उतरी थीं। उन्हीं के सम्मान में हिंदू धर्मावलंबी पारंपरिक पवित्र स्नान के लिए गंगा किनारे एकत्र होते हैं तथा इस पर्व को मनाते है। क्षेत्रीय विविधताएं केरल में यह त्योहार 'विशु' कहलाता है। इस दिन नए, कपड़े खरीदे जाते हैं, आतिशबाजी होती है और 'विशु कानी' सजाई जाती है। इसमें फूल, फल, अनाज, वस्त्र, सोना आदि सजाए जाते हैं और सुबह जल्दी इसके दर्शन किए जाते हैं। इस दर्शन के साथ नए वर्ष में सुख-समृद्धि की कामना की जाती है। बिखोरी उत्सव उत्तराखंड के बिखोती महोत्सव में लोगों को पवित्र नदियों में डुबकी लेने की परंपरा है। इस लोकप्रिय प्रथा में प्रतीकात्मक राक्षसों को पत्थरों से मारने की परंपरा है। विशु विशु ,वैसाखी के ही दिन , केरल में हिन्दू नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है ,और जो मलयाली महीने मेदाम के पहले दिन मनाया जाता है। बोहाग बिहू बोहाग बिहू या रंगली बिहू 13 अप्रैल को असमिया नव वर्ष की शुरुआत के रूप में मनाते हैं। इसे सात दिन के लिए विशुव संक्रांति (मेष संक्रांति) वैसाख महीने या स्थानीय रूप से 'बोहग' (भास्कर कैलेंडर) के रूप में मनाया जाता है। महा विषुव संक्रांति महाविषुव संक्रांति ओडिशा में उड़िया नए साल का प्रतीक है। समारोह में विभिन्न प्रकार के लोक और शास्त्रीय नृत्य शामिल होते हैं, जैसे शिव-संबंधित छाऊ नृत्य। पाहेला बेशाख बंगाली नए साल को हर साल 14 अप्रैल को 'पाहेला बेषाख' के रूप में मनाया जाता है और पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और बांग्लादेश में एक उत्सव 'मंगल शोभाजात्रा' का आयोजन किया जाता है। यह उत्सव 2016 में यूनेस्को द्वारा मानवता की सांस्कृतिक विरासत के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। पुत्थांडु पुत्थांडु, जिसे पुथुवरूषम या तमिल नववर्ष भी कहा जाता है, तमिल कैलेंडर , चिथीराई मॉस का पहला दिन है। बिहार में जुरशीतल बिहार और नेपाल के मिथल क्षेत्र में, नया साल जुरशीतल के रूप में मनाया जाता है। यह मैथिली पंचांग का पहला दिन है। परिवार के सदस्यों को लाल चने सत्तू और जौ और अन्य अनाज से प्राप्त आटे का भोजन कराया जाता है। भारत के बाहर पंजाब (पाकिस्तान) में पाकिस्तान में कई जगह ऐसी हैं जो सिख धर्म के ऐतिहासिक महत्व की हैं, जैसे कि गुरु नानक का जन्मस्थान। ये जगह वैसाखी पर हर साल भारत और विदेश से तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती हैं। अजीज-उद-दीन अहमद के मुताबिक, अप्रैल में गेहूं की फसल कटाई के बाद लाहौर में बसाचाली का आयोजन किया जाता था। हालांकि, अहमद कहते हैं, ज़िया-उल-हक सत्ता में आने के बाद 1970 में शहर ने अपनी सांस्कृतिक जीवंतता खोना शुरू कर दिया था, और हाल के वर्षों में "पंजाब में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) सरकार ने एक आधिकारिक आदेश के माध्यम से पतंग को प्रतिबंधित कर दिया था। जो कि धर्म के नाम पर इस्लाम के एक विशुद्ध रूप से अभ्यास करना चाहते हैं "। भारत के पंजाब राज्य के विपरीत, जो वैसाखी सिख त्योहार को आधिकारिक अवकाश के रूप में मान्यता देता है, पाकिस्तान के पंजाब या सिंध प्रांतों में आधिकारिक छुट्टी नहीं होती, जहां इसके बजाय आधिकारिक तौर पर इस्लामी छुट्टियां मान्यता प्राप्त हैं। 8 अप्रैल 2016 को, अलहमरा (लाहौर) में पंजाबी प्रचार ने विसाखी मेला का आयोजन किया, जहां वक्ताओं ने विस्खी मेला जैसी घटनाओं के माध्यम से पाकिस्तान में "पंजाबी संस्कृति को जीवित रखने के लिए हमारा संघर्ष जारी रखने" का वादा किया। पाकिस्तान में बहुसंख्यक सिख होते थे, लेकिन 1947 भारत-पाकिस्तान विभाजन के दौरान एक विशाल बहुमत भारत में चले आये समकालीन पाकिस्तान में लगभग 20 करोड़ पाकिस्तानियों की कुल जनसंख्या में लगभग 20,000 सिख हैं, या लगभग 0.01%। ये सिख, और दुनिया के दूसरे हिस्सों से सिख, तीर्थ यात्रा के लिए हजारों की संख्या में पहुंचते हैं और पश्चिमी पंजाब (पाकिस्तान) में वैसाखी को मनाते हैं। जिसमें हंस अब्दल में पांजा साहिब परिसर, ननकाना साहिब में गुरुद्वारों और लाहौर के विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों पर केंद्रित त्यौहार शामिल हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका,कनाडा ,यूनाइटेड किंगडम और मलेशिया में संयुक्त राज्य में, आमतौर पर वैसाखी उत्सव की स्मृति पर एक परेड होती है। न्यूयॉर्क शहर के मैनहट्टन में,लोग "निशुल्क सेवा" करने के लिए बाहर निकलते हैं, जैसे लंगर (मुफ्त भोजन) देने, और किसी अन्य श्रम को पूरा करने। लॉस एंजिल्स, कैलिफ़ोर्निया में, कई सिख समुदाय जिसमें कई गुरुद्वारा शामिल हैं, एक पूर्ण दिवस कीर्तन (आध्यात्मिक संगीत) कार्यक्रम रखते है। वैंकूवर, एबॉट्सफ़ोर्ड और सर, ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा में स्थानीय सिख समुदाय अप्रैल में अपनी वार्षिक विसाखी समारोह आयोजित करता है, जिसमें अक्सर परेड के साथ एक नगर कीर्तन (परेड) शामिल है, सरे 2014 में 200,000 लोग शामिल थे। यूनाइटेड किंगडम का एक बड़ा सिख समुदाय भारतीय उपमहाद्वीप, पूर्वी अफ्रीका और अफगानिस्तान से आया है। यूके में सिखों की सबसे बड़ी तादाद , पश्चिमी मिडलैंड्स (विशेष रूप से बर्मिंघम और वॉल्वरहैम्प्टन) और लंदन में मिलती है। वैसाखी में साउथल नगर कीर्तन सभा ,एक सप्ताह या दो दिन पहले आयोजित की जाती है। 'बर्मिंघम नगर कीर्तन ' बर्मिंघम सिटी काउंसिल के सहयोग से अप्रैल के अंत में आयोजित किया जाता है और यह एक वार्षिक आयोजन है जिसमें हजारों लोग आकर्षित होते हैं जो शहर में गुरुद्वारों से अलग होने वाले दो अलग-अलग नगर कीर्तन से शुरू करते हैं और हैण्डवर्थ पार्क में वैसाखी मेले में जाकर समाप्त होते है। भारतीय सिख समुदाय, मलेशिया में एक जातीय अल्पसंख्यक है, यही कारण है कि वैसाखी एक सार्वजनिक अवकाश नहीं रहता है हालांकि, देश के विभिन्न जातीय और धार्मिक समूहों के बीच एकीकरण को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों के मुताबिक, प्रधान मंत्री नजीब रजाक ने घोषणा की है कि 2013 की शुरुआत से, सिख मलेशियन भारतीय समुदाय के सभी सरकारी कर्मचारियों को वैसाखी दिवस पर एक दिन का अवकाश दिया जाएगा। वैसाखी की वर्तनी क्षेत्र के साथ वर्तनी भिन्न होती है पंजाब क्षेत्र में, वैसाखी सामान्य है, जबकि दोबी और मालवाई क्षेत्रों में, बोलने वालों को "व" के लिए "ब" का स्थान देना आम बात है। इसलिए, वर्तनी का प्रयोग लेखक की बोली पर निर्भर है। बौद्ध वैसाख इसी तरह ये ऐतिहासिक त्यौहार भारतीय उपमहाद्वीप, पूर्वी एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में , बुद्ध के जन्मदिन के रूप में,मनाया जाता है जो वेसाक कहलाता है, जिसे वैसाखी पूर्णिमा, वैसाखा या वेसाखा के रूप में भी जाना जाता है। चित्र दीर्घा सन्दर्भ इन्हें भी देखें वर्ष प्रतिपदा जुरशीतल बैशाख संस्कृति हिन्दू त्यौहार धार्मिक त्यौहार त्यौहार सिख धर्म
देश के कई हिस्‍सों में मानसून ने दस्‍तक दे दी है. वहीं कुछ हिस्सों में प्री-मानसून बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो घंटों में दिल्ली के आसपास के इलाकों जैसे हिसार, हस्तिनापुर, भिवानी, चरखी दादरी, रोहतक, झज्जर, कोसली, महेंद्रगढ़ और आसपास के इलाकों में बारिश होगी. बारिश से पहले 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी भी चल सकती है. इससे हरियाणा और आसपास के इलाकों  के लोगों को गर्मी से भी राहत मिलेगी. आपको बता दें कि इस बार मॉनसून में देरी हुई है. केरल में मॉनसून ने देरी से दस्तक दी है. लिहाजा कई हिस्सों में मॉनसून के पहुंचने में देरी हो रही है. यही हाल दिल्ली और हरियाणा का है. स्काइमेट के मुताबिक मॉनसून 6 जुलाई तक दिल्ली पहुंच सकता है. वहीं, मंगलवार को मुंबई के साथ-साथ दक्षिण गुजरात के कोंकण के इलाके में जमकर बारिश हुई. इससे वहां के लोगों को गर्मी से राहत मिली और मौसम खुशनुमा हो गया. इसके अलावा देश के कई हिस्सों में मॉनसून की पहली बारिश ने जमकर तबाही मचाई थी. उत्तर प्रदेश के बलरामपुर समेत कई इलाकों में बारिश के चलते कई गांव जलमग्न हो गए थे. कई जगह रेलवे ट्रैक पर भी पानी भर गया, जिसके चलते ट्रेनों की आवाजाही भी ठप हो गई थी. For latest update  on mobile SMS <news> to 52424 . for Airtel , Vodafone and idea users . Premium charges apply !!
दिल्ली में एक मेट्रो स्टेशन पर ड्यूटी अफसर इंचार्ज के तौर पर तैनात सीआईएसएफ के एक सब इंस्पेक्टर ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली. यह वारदात मेट्रो स्टेशन पर बने चेंजिंग रूम में हुई. अभी तक आत्महत्या की वजह पता नहीं चल पाई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन पर सीआईएसएफ के सब इंस्पेक्टर भगत सिंह ड्यूटी अफसर इंचार्ज के तौर पर तैनात थे. गुरुवार की शाम करीब चार बजे वह स्टेशन पर बने चेंजिंग रूम में गए और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. तभी अंदर से गोली चलने की आवाज़ आई. उनके सहकर्मी तुरंत चेंजिंग रूम की तरफ दौड़े. चेंजिंग रूम का दरवाजा अंदर से लॉक था, लिहाजा उसे तोड़ा गया. सामने एसआई भगत सिंह खून से लथपथ पड़े हुए थे. पास ही उनकी सर्विस रिवाल्वर भी पड़ी थी. उनकी दाई कनपटी पर गोली लगी थी. जो आर-पार हो गई थी. उन्हें फौरन एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. देखने पर साफ पता चल रहा था कि उन्होंने कनपटी पर सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारी थी. खुदकुशी की वजह का पता नहीं चला है. पुलिस को शक है कि खुदकुशी के पीछे घरेलू वजह हो सकती है. आगरा के रहने वाले भगत सिंह सीआईएसएफ की 10वीं बटालियन (चेन्नई) से थे. उन्होंने 2012 में सर्विस जॉइन की थी.
यह एक लेख है: मैगी विवाद के बाद अब इंडो निसिन ने अपने इंस्टेंट नूडल्स ब्रांड टॉम रेमन को बाजार से हटाने की घोषणा की है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने इस बारे में आदेश दिया था। इससे पहले इसी महीने नेस्ले ने अपने लोकप्रिय ब्रांड मैगी नूडल्स को बाजार से हटाया था। इसके अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टैंट नूडल्स ब्रांड को बाजार से वापस लिया था। मैगी में सीसे की मात्रा तय सीमा से अधिक और स्वाद बढ़ाने वाले मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) पाए जाने के बाद एफएसएसएआई ने बीती आठ जून को उत्पादों की सुरक्षा पर परामर्श जारी किया था। साथ ही सभी इंस्टेंट नूडल्स ब्रांड का परीक्षण किया गया था। इंडो निसिन फूड्स के प्रबंध निदेशक गौतम शर्मा ने बयान में कहा, 'उस समय हमने एफएसएसएआई से स्पष्टीकरण चाहा था, क्योंकि टॉप रेमन की मंजूरी नियामक के पास लंबित थी। उन्होंने उत्पाद को मंजूरी तक इसे बाजार से हटाने का आग्रह किया है।' उन्होंने कहा कि इस खंड में सुरक्षा संबंधी चिंता सामने आने के बाद से टॉप रेमन की गहराई से जांच की गई है। शर्मा ने कहा, 'हमने एफएसएसएआई से मान्यता प्राप्त दो स्वतंत्र प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण किया है और इसके नतीजों को एफएसएसएआई से साझा किया है। टॉप रेमन के नमूनों की देशभर में विभिन्न राज्यों में एफडीए द्वारा जांच की गई है। सिर्फ दो मामलों में टेस्टमेकर में सीसे की मात्रा कुछ अधिक पाई गई है।' उन्होंने कहा कि कंपनी राज्यों के एफडीए से मिलकर इन नतीजों को साझा कर रही है। इसके अलावा उनका पुन: परीक्षण करने को भी कह रही है।टिप्पणियां इससे पहले इसी महीने नियामक ने सात कंपनियों द्वारा विनिर्मित नूडल्स, पास्ता व मैक्रोनी ब्रैंडों की जांच का आदेश दिया था। इन कंपनियों में नेस्ले इंडिया, आईटीसी, इंडो निसिन, जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर, सीजी फूड्स इंडिया, रुचि इंटरनेशनल और एए न्यूट्रिशन शामिल हैं। नेस्ले ने उत्पाद को वापस लिए जाने के बाद 320 करोड़ रुपये का मैगी नूडल्स नष्ट कर दिया है। एफएसएसएआई के पास उत्पाद की मंजूरी लंबित रहने तक हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टेंट नूडल्स को बाजार से वापस लिया है। इससे पहले इसी महीने नेस्ले ने अपने लोकप्रिय ब्रांड मैगी नूडल्स को बाजार से हटाया था। इसके अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टैंट नूडल्स ब्रांड को बाजार से वापस लिया था। मैगी में सीसे की मात्रा तय सीमा से अधिक और स्वाद बढ़ाने वाले मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) पाए जाने के बाद एफएसएसएआई ने बीती आठ जून को उत्पादों की सुरक्षा पर परामर्श जारी किया था। साथ ही सभी इंस्टेंट नूडल्स ब्रांड का परीक्षण किया गया था। इंडो निसिन फूड्स के प्रबंध निदेशक गौतम शर्मा ने बयान में कहा, 'उस समय हमने एफएसएसएआई से स्पष्टीकरण चाहा था, क्योंकि टॉप रेमन की मंजूरी नियामक के पास लंबित थी। उन्होंने उत्पाद को मंजूरी तक इसे बाजार से हटाने का आग्रह किया है।' उन्होंने कहा कि इस खंड में सुरक्षा संबंधी चिंता सामने आने के बाद से टॉप रेमन की गहराई से जांच की गई है। शर्मा ने कहा, 'हमने एफएसएसएआई से मान्यता प्राप्त दो स्वतंत्र प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण किया है और इसके नतीजों को एफएसएसएआई से साझा किया है। टॉप रेमन के नमूनों की देशभर में विभिन्न राज्यों में एफडीए द्वारा जांच की गई है। सिर्फ दो मामलों में टेस्टमेकर में सीसे की मात्रा कुछ अधिक पाई गई है।' उन्होंने कहा कि कंपनी राज्यों के एफडीए से मिलकर इन नतीजों को साझा कर रही है। इसके अलावा उनका पुन: परीक्षण करने को भी कह रही है।टिप्पणियां इससे पहले इसी महीने नियामक ने सात कंपनियों द्वारा विनिर्मित नूडल्स, पास्ता व मैक्रोनी ब्रैंडों की जांच का आदेश दिया था। इन कंपनियों में नेस्ले इंडिया, आईटीसी, इंडो निसिन, जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर, सीजी फूड्स इंडिया, रुचि इंटरनेशनल और एए न्यूट्रिशन शामिल हैं। नेस्ले ने उत्पाद को वापस लिए जाने के बाद 320 करोड़ रुपये का मैगी नूडल्स नष्ट कर दिया है। एफएसएसएआई के पास उत्पाद की मंजूरी लंबित रहने तक हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टेंट नूडल्स को बाजार से वापस लिया है। मैगी में सीसे की मात्रा तय सीमा से अधिक और स्वाद बढ़ाने वाले मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) पाए जाने के बाद एफएसएसएआई ने बीती आठ जून को उत्पादों की सुरक्षा पर परामर्श जारी किया था। साथ ही सभी इंस्टेंट नूडल्स ब्रांड का परीक्षण किया गया था। इंडो निसिन फूड्स के प्रबंध निदेशक गौतम शर्मा ने बयान में कहा, 'उस समय हमने एफएसएसएआई से स्पष्टीकरण चाहा था, क्योंकि टॉप रेमन की मंजूरी नियामक के पास लंबित थी। उन्होंने उत्पाद को मंजूरी तक इसे बाजार से हटाने का आग्रह किया है।' उन्होंने कहा कि इस खंड में सुरक्षा संबंधी चिंता सामने आने के बाद से टॉप रेमन की गहराई से जांच की गई है। शर्मा ने कहा, 'हमने एफएसएसएआई से मान्यता प्राप्त दो स्वतंत्र प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण किया है और इसके नतीजों को एफएसएसएआई से साझा किया है। टॉप रेमन के नमूनों की देशभर में विभिन्न राज्यों में एफडीए द्वारा जांच की गई है। सिर्फ दो मामलों में टेस्टमेकर में सीसे की मात्रा कुछ अधिक पाई गई है।' उन्होंने कहा कि कंपनी राज्यों के एफडीए से मिलकर इन नतीजों को साझा कर रही है। इसके अलावा उनका पुन: परीक्षण करने को भी कह रही है।टिप्पणियां इससे पहले इसी महीने नियामक ने सात कंपनियों द्वारा विनिर्मित नूडल्स, पास्ता व मैक्रोनी ब्रैंडों की जांच का आदेश दिया था। इन कंपनियों में नेस्ले इंडिया, आईटीसी, इंडो निसिन, जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर, सीजी फूड्स इंडिया, रुचि इंटरनेशनल और एए न्यूट्रिशन शामिल हैं। नेस्ले ने उत्पाद को वापस लिए जाने के बाद 320 करोड़ रुपये का मैगी नूडल्स नष्ट कर दिया है। एफएसएसएआई के पास उत्पाद की मंजूरी लंबित रहने तक हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टेंट नूडल्स को बाजार से वापस लिया है। इंडो निसिन फूड्स के प्रबंध निदेशक गौतम शर्मा ने बयान में कहा, 'उस समय हमने एफएसएसएआई से स्पष्टीकरण चाहा था, क्योंकि टॉप रेमन की मंजूरी नियामक के पास लंबित थी। उन्होंने उत्पाद को मंजूरी तक इसे बाजार से हटाने का आग्रह किया है।' उन्होंने कहा कि इस खंड में सुरक्षा संबंधी चिंता सामने आने के बाद से टॉप रेमन की गहराई से जांच की गई है। शर्मा ने कहा, 'हमने एफएसएसएआई से मान्यता प्राप्त दो स्वतंत्र प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण किया है और इसके नतीजों को एफएसएसएआई से साझा किया है। टॉप रेमन के नमूनों की देशभर में विभिन्न राज्यों में एफडीए द्वारा जांच की गई है। सिर्फ दो मामलों में टेस्टमेकर में सीसे की मात्रा कुछ अधिक पाई गई है।' उन्होंने कहा कि कंपनी राज्यों के एफडीए से मिलकर इन नतीजों को साझा कर रही है। इसके अलावा उनका पुन: परीक्षण करने को भी कह रही है।टिप्पणियां इससे पहले इसी महीने नियामक ने सात कंपनियों द्वारा विनिर्मित नूडल्स, पास्ता व मैक्रोनी ब्रैंडों की जांच का आदेश दिया था। इन कंपनियों में नेस्ले इंडिया, आईटीसी, इंडो निसिन, जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर, सीजी फूड्स इंडिया, रुचि इंटरनेशनल और एए न्यूट्रिशन शामिल हैं। नेस्ले ने उत्पाद को वापस लिए जाने के बाद 320 करोड़ रुपये का मैगी नूडल्स नष्ट कर दिया है। एफएसएसएआई के पास उत्पाद की मंजूरी लंबित रहने तक हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टेंट नूडल्स को बाजार से वापस लिया है। शर्मा ने कहा, 'हमने एफएसएसएआई से मान्यता प्राप्त दो स्वतंत्र प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण किया है और इसके नतीजों को एफएसएसएआई से साझा किया है। टॉप रेमन के नमूनों की देशभर में विभिन्न राज्यों में एफडीए द्वारा जांच की गई है। सिर्फ दो मामलों में टेस्टमेकर में सीसे की मात्रा कुछ अधिक पाई गई है।' उन्होंने कहा कि कंपनी राज्यों के एफडीए से मिलकर इन नतीजों को साझा कर रही है। इसके अलावा उनका पुन: परीक्षण करने को भी कह रही है।टिप्पणियां इससे पहले इसी महीने नियामक ने सात कंपनियों द्वारा विनिर्मित नूडल्स, पास्ता व मैक्रोनी ब्रैंडों की जांच का आदेश दिया था। इन कंपनियों में नेस्ले इंडिया, आईटीसी, इंडो निसिन, जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर, सीजी फूड्स इंडिया, रुचि इंटरनेशनल और एए न्यूट्रिशन शामिल हैं। नेस्ले ने उत्पाद को वापस लिए जाने के बाद 320 करोड़ रुपये का मैगी नूडल्स नष्ट कर दिया है। एफएसएसएआई के पास उत्पाद की मंजूरी लंबित रहने तक हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टेंट नूडल्स को बाजार से वापस लिया है। इससे पहले इसी महीने नियामक ने सात कंपनियों द्वारा विनिर्मित नूडल्स, पास्ता व मैक्रोनी ब्रैंडों की जांच का आदेश दिया था। इन कंपनियों में नेस्ले इंडिया, आईटीसी, इंडो निसिन, जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर, सीजी फूड्स इंडिया, रुचि इंटरनेशनल और एए न्यूट्रिशन शामिल हैं। नेस्ले ने उत्पाद को वापस लिए जाने के बाद 320 करोड़ रुपये का मैगी नूडल्स नष्ट कर दिया है। एफएसएसएआई के पास उत्पाद की मंजूरी लंबित रहने तक हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टेंट नूडल्स को बाजार से वापस लिया है। एफएसएसएआई के पास उत्पाद की मंजूरी लंबित रहने तक हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने नॉर इंस्टेंट नूडल्स को बाजार से वापस लिया है।
बता दें कि नीरव मोदी को ढूंढ़ने के लिए जून 2018 में विदेश मंत्रालय ने कई यूरोपीय देशों को खत लिखकर मदद मांगी थी. हालांकि, जून में ही एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में कहा गया था कि नीरव लंदन में अपने ज्वेलरी स्टोर के ऊपर स्थित फ्लैट में रह रहा है.  गौरतलब है कि नीरव मोदी जनवरी 2018 में पीएनबी घोटाले के खुलासे के पहले ही विदेश चला गया था. इस मामले पर सरकार की भी खासी किरकिरी हुई थी. इस घोटाले का खुलासा फरवरी 2018 में हुआ था. घोटाले की शुरुआत 2011 में मुंबई स्थित ब्रेडी हाउस की एक शाखा से हुई थी. 2011 से लेकर 2018 के बीच हजारों करोड़ की राशि विदेशी खातों में भेजी गई.
नोटबंदी के बाद भारत सरकार ने बेनामी कैश, कालेधन और ग़ैर-कानूनी तरीके से खरीदे गए सोने पर सख्ती बढ़ा दी है. साथ ही जनधन खातों के ग़लत इस्तेमाल पर आयकर विभाग जांच कर रहा है. कोलकाता, बिहार, कोच्चि और वाराणसी में ऐसे लोगों के जन धन खातों से लगभग 1.64 करोड़ रुपयों का ख़ुलासा किया जिन्होंने कभी इनकम टैक्स नहीं भरा.टिप्पणियां अकेले बिहार में ऐसे जन धन खातों से 40 लाख रुपये ज़ब्त किए गए हैं. इन सभी पर आईटी एक्ट 1961 के तहत कार्रवाई की जाएगी. कई और खातों की जांच की जा रही है. वहीं, दूसरी ओर सरकार ने कालेधन से खरीदे गए सोने पर भी नज़र रखनी शुरू कर दी है. नोटबंदी के बाद सीआइएसएफ़ ने अलग-अलग एयरपोर्ट पर 39.11 करोड़ कैश, 40 लाख रुपये की ज्वैलरी, 7.5 लाख की चांदी और 163 किलो से ज़्यादा का सोना ज़ब्त किया है. कोलकाता, बिहार, कोच्चि और वाराणसी में ऐसे लोगों के जन धन खातों से लगभग 1.64 करोड़ रुपयों का ख़ुलासा किया जिन्होंने कभी इनकम टैक्स नहीं भरा.टिप्पणियां अकेले बिहार में ऐसे जन धन खातों से 40 लाख रुपये ज़ब्त किए गए हैं. इन सभी पर आईटी एक्ट 1961 के तहत कार्रवाई की जाएगी. कई और खातों की जांच की जा रही है. वहीं, दूसरी ओर सरकार ने कालेधन से खरीदे गए सोने पर भी नज़र रखनी शुरू कर दी है. नोटबंदी के बाद सीआइएसएफ़ ने अलग-अलग एयरपोर्ट पर 39.11 करोड़ कैश, 40 लाख रुपये की ज्वैलरी, 7.5 लाख की चांदी और 163 किलो से ज़्यादा का सोना ज़ब्त किया है. अकेले बिहार में ऐसे जन धन खातों से 40 लाख रुपये ज़ब्त किए गए हैं. इन सभी पर आईटी एक्ट 1961 के तहत कार्रवाई की जाएगी. कई और खातों की जांच की जा रही है. वहीं, दूसरी ओर सरकार ने कालेधन से खरीदे गए सोने पर भी नज़र रखनी शुरू कर दी है. नोटबंदी के बाद सीआइएसएफ़ ने अलग-अलग एयरपोर्ट पर 39.11 करोड़ कैश, 40 लाख रुपये की ज्वैलरी, 7.5 लाख की चांदी और 163 किलो से ज़्यादा का सोना ज़ब्त किया है. वहीं, दूसरी ओर सरकार ने कालेधन से खरीदे गए सोने पर भी नज़र रखनी शुरू कर दी है. नोटबंदी के बाद सीआइएसएफ़ ने अलग-अलग एयरपोर्ट पर 39.11 करोड़ कैश, 40 लाख रुपये की ज्वैलरी, 7.5 लाख की चांदी और 163 किलो से ज़्यादा का सोना ज़ब्त किया है.
भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मारे गए मीट व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी की मौत के मामले में झारखंड पुलिस ने कुछ नई बातें सामने रखीं हैं. पुलिस ने बताया कि उन्होंने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जो घटना वाले दिन अलीमुद्दीन की गाड़ी का पीछा कर मुख्य आरोपी को फोन पर सारी जानकारी दे रहा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कथित आरोपी का नाम राजकुमार है. कुछ समय पहले ही वह गोरक्षा समिति से जुड़ा था. पुलिस के मुताबिक, उसने 29 जून को 15 किलोमीटर तक अंसारी का पीछा किया. पुलिस ने यह भी बताया कि अलीमुद्दीन की गाड़ी से बरामद मांस बीफ ही था. इससे पहले भी कुछ लोग अलीमुद्दीन के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर चुके थे. बताते चलें कि इस मामले में अभी तक कुल 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें बीजेपी का जिला मीडिया प्रभारी मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. आरोप है कि इसने ही राजकुमार को अलीमुद्दीन की गाड़ी का नंबर देकर उसका पीछा करने के लिए कहा था. आरोपी दीपक मिश्रा और छोटू वर्मा ने बताया कि उनके एक या दो बार मारने के बाद भीड़ अंसारी पर हावी हो गई थी. गौरतलब है कि झारखंड में 2005 में बने कानून के अनुसार बीफ पर बैन लगा दिया गया है. पुलिस की मानें तो अलीमुद्दीन जानता था लोग उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत कर रहे हैं लेकिन वह फिर भी प्रतिबंधित मीट को खरीदता और दूसरी जगहों पर जाकर बेचता रहा. फिलहाल पुलिस के आला अधिकारी इस केस पर नजर बनाए हुए हैं.
Sindhu wins the battle against Jindapon by 21-13 { 13-21 { 21-18 Just fantastic!#Badminton#AllEnglandOpen2018pic.twitter.com/kEPJYrgum0 — Indian Sports Fan (@IndianSportFan) March 15, 2018 Just fantastic!#Badminton#AllEnglandOpen2018pic.twitter.com/kEPJYrgum0
राजकुमार राव और दंगल गर्ल फातिम सना शेख डायरेक्टर अनुराग बसु की अगली मूवी में साथ आने वाले हैं. दोनों पहली बार जोड़ी के रूप में सामने आ रहे हैं. हालांकि फिल्म के टाइटल की अभी घोषणा नहीं हुई है. लेकिन कई रिपोर्ट्स में इसे ''लाइफ इन अ मेट्रो'' का सीक्वल कहा जा रहा है. फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है, फिलहाल दोनों एक्टर्स भोपाल में शूट कर रहे हैं. एक्टर राजकुमार राव ने ट्वीट पर फर्स्ट लुक शेयर किया है. जिसमें वे फातिमा संग खड़े हैं. फोटो में राजकुमार राव एक्टर मिथुन चक्रवर्ती के आइकॉनिक डांस स्टेप को री-क्रिएट करते दिख रहे हैं. दोनों ही 80-90 की हिंदी फिल्मों के लुक में नजर आते हैं. उनका बैक लुक दिख रहा है. फातिमा सना शेख मरून कलर की साड़ी में हैं और राजकुमार राव ग्रीन शर्ट और ब्लू पैंट में. दोनों नदी के किनारे खड़े हैं. मूवी में दोनों एक-दूसरे के साथ रोमांस करते नजर आएंगे. बहुत जल्दी सामने आयेंगे आप लोगों के। तब तक के लिए एक झलक। #AnuragBasu sir’s next with @fattysanashaikh pic.twitter.com/hL7ocqpOXO — Rajkummar Rao (@RajkummarRao) January 17, 2019 फोटो शेयर करते हुए राजकुमार ने ट्वीट कर लिखा- "बहुत जल्दी सामने आयेंगे आप लोगों के. तब तक के लिए एक झलक.#AnuragBasu sir’s next with @fattysanashaikh". बता दें, मूवी में अभिषेक बच्चन, आदित्य रॉय कपूर और पंकज त्रिपाठी भी अहम रोल में दिखेंगे. पिछले साल नवंबर में अनुराग बासु और अभिषेक बच्चन ने कोलकाता में कई सीन्स की शूटिंग की थी. View this post on Instagram Work hard, be positive & make your dreams come true. Styling by @ishabhansali A post shared by Raj Kummar Rao (@rajkummar_rao) on Jan 13, 2019 at 10:20pm PST View this post on Instagram #LondonDiaries pic credit @viveck_daaschaudhary A post shared by Raj Kummar Rao (@rajkummar_rao) on Dec 26, 2018 at 7:43am PST View this post on Instagram Calm on the surface, excitement overload beneath. The Gen 4Explorist is here, and it is everything I thought it would be and more! @Fossil #FossilStyle A post shared by Fatima Sana Shaikh (@fatimasanashaikh) on Dec 16, 2018 at 9:09pm PST दंगल और ठग्स ऑफ हिंदोस्तान के बाद ये फातिमा सना शेख की तीसरी फिल्म होगी. वहीं बॉक्स ऑफिस पर पिछले साल राजकुमार राव की स्त्री ने ताबड़तोड़ कमाई की है. हॉरर कॉमेडी ने भारतीय बाजार में 100 करोड़ का आंकड़ा पार किया. क्रिटिक्स और दर्शकों ने फिल्म को काफी पसंद किया. स्त्री में  राजकुमार राव के अपोजिट श्रद्धा कपूर थीं.
दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल शेयरिंग वेबसाइट YouTube ने अपने मोबाइल इंटरफेस में बड़ा बदलाव किया है. कंपनी ने इसके साथ ही लोगो में भी कई सालों में बाद बड़ा बदलाव किया है. हालांकि इससे पहले भी लोगो में छोटे बदलाव होते रहे हैं, लेकिन इस बार कंपनी ने लोगो को मेकओवर दिया है. 12 साल में यूट्यूब के लोगो में छोटे बदलाव होते रहे हैं. यूट्यूब के आर्ट डिपार्टमेंट के हेड ने कहा है, ‘हमारे पास ट्यूब में ट्यूब शब्द है.’ आपको YouTube का यह बदलाव शायद छोटा लग सकता है, क्योंकि इसमें आइकॉन की जगह बदली गई है . इससे पहले तक ट्यूब शब्द में रेड प्ले आइकॉन होता था, लेकिन अब इसे हटा लिया गया है. इस रेड प्ले आइकॉन को YouTube से पहले प्लेस कर दिया गया है. यह डेस्कटॉप और मोबाइल दोनों प्लेटफॉर्म के लिए ही है और इसके साथ कलर स्कीम, टाइपफेस में भी बदलाव किया गया है. गूगल ने कहा है YouTube वर्डमार्क के नए वर्जन को अलग अलग स्क्रीन साइज के हिसाब से डिजाइन किया गया है, ताकि सभी सेग्मेंट में लोगों को देखने में आसानी हो सके. छोटे स्क्रीन में यूट्यूब का रेड प्ले आइकन दिखेगा जिससे आप इसे आसानी से पहचान सकेंगे. कंपनी के मुताबिक आज से ही यह नया लोगो डेस्कटॉप और मोबाइल में दिखेगा. YouTube मोबाइल ऐप में ये हुए हैं बड़े बदलाव क्लीन डिजाइन. इस बार यूट्यूब ने हेडर को सफेद कर दिया ताकि कॉन्टेंट बेहतर तरीके से दिखें. इसके अलावा नेविगेशन टैब को ऐप के बॉटम में किया गया है ताकि ये आपके अंगूठे के पास रहें. मूव होंगे वीडियोज: इससे पहले कंपनी जेस्चर फीचर की शुरूआत की थी. डबल टैप से वीडियो आगे और पीछे किए जा सकते हैं. आने वाले समय में एक स्वाइप से एक वीडियो से दूसरे वीडियो में जाने वाला फीचर भी आ सकता है. एक टच में स्पीड बढ़ा घटा सकते हैं: डेस्कटॉप पर आप अभी भी किसी वीडियो को स्लो या फास्ट कर सकते हैं. लेकिन अब ये फीचर मोबाइल के लिए जारी किया गया है. वीडियो एंगल: आने वाले समय में यूट्यूब मोबाइल ऐप पर वीडियो अलग अलग एंगल से देख सकेंगे. वीडियो फॉर्मैट के हिसाब से इसे वर्टिकल, स्कॉयर और हॉरिजॉन्टल किया जा सके. ब्राउज एंड डिस्कॉवर: हाल ही में यूट्यूब में सजेस्टेड वीडियो के लिए एक अलग लाइन बनाई थी. इसके तहत  वीडियो देखते हुए भी दूसरे वीडियो को एक्स्प्लोर कर सकते हैं. अब कंपनी इसे और भी बेहतर बनाने के लिए नए फीचर दिए जाएंगे ताकि वीडियो देखते हुए नए तरीके से दूसरे वीडियोज एक्स्प्लोर किया जा सकेगा.
भारत ने कहा है कि अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेना की वापसी से अफगानिस्तान की सुरक्षा-व्यवस्था में खालीपन पैदा हो सकता है, वह भी ऐसे समय में जब देश आतंकवाद के खतरे का सामना कर रहा हो और आतंकवादियों को सीमा पार से मदद मिल रही हो. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप पुरी ने 'अफगानिस्तान की स्थिति' शीर्षक पर सुरक्षा परिषद की ओर से आयोजित एक चर्चा में यह भी कहा कि 2014 में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना को वापस बुला लिए जाने के साथ होने वाले सुरक्षा हस्तांतरण से वहां समाज के हर वर्ग के लिए स्थायी शांति व सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए. पुरी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय एवं अफगानिस्तान ने इस वर्ष शांति बहाली, प्रगति और देश की सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं जो मील के पत्थर साबित होंगे. उन्होंने कहा कि जून में नई दिल्ली में हुआ निवेश सम्मेलन, अफगानिस्तान में निवेश और संक्रमणकाल में आर्थिक विकास तथा स्थायित्व की ओर क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकृष्ट करने का एक प्रयास था. उन्होंने हालांकि कहा कि इन प्रमुख घटनाक्रमों के बीच अफगानिस्तान आतंकवाद से उत्पन्न खतरे का सामना करता रहा है. क्षेत्र में आतंकवादियों का बुनियादी ढांचा अभी भी कायम है, क्योंकि उन्हें सीमा पार से वैचारिक, वित्तीय और सामरिक मदद मिल रही है. पुरी ने कहा, 'क्षेत्र में आतंकवाद का तंत्र सक्रिय है, जिसमें अलकायदा, तालिबान, लश्कर-ए-तैयबा तथा अन्य आतंकवादी एवं चरमपंथी संगठनों के सदस्य शामिल हैं. इन्हें अभी तक अलग-थलग नहीं किया जा सका है. जहां एक ओर सुरक्षा की स्थिति कमजोर बनी हुई है, वहीं अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सहयोग बल (आईएसएएफ) की वापसी सरगर्मी बढ़ गई है.'
इलेक्ट्रॉनिक दोलक या इलेक्ट्रॉनिक दोलित्र (electronic oscillator) वह इलेक्ट्रॉनिक युक्ति है जो आवर्ती इलेक्टानिक संकेत उत्पन्न करती है। प्रायः ये संकेत साइन तरंग या वर्ग तरंग के होते हैं। निम्न आवृत्ति दोलक वह इलेक्ट्रॉनिक युक्ति होती है, जिसमें प्रत्यावर्ती धारा का उत्पादन होता है। ये धारा २० हर्ट्ज़ से कम आवृत्ति वाली होती है। इलेक्ट्रॉनिक दोलक के प्रकार इलेक्ट्रॉनिक दोलक दो मुख्य प्रकार के होते हैं: हार्मोनिक दोलक एवं रिलैक्सेशन दोलक। हार्मोनिक दोलक हार्मोनिक दोलक कई प्रकार के होते हैं: आर्मस्ट्रॉन्ग दोलक हार्टले दोलक कॉल्पिट्स दोलक क्लैप दोलक डिले लाइन दोलक पियर्स दोलक (क्रिस्टल) फेस-शिफ्ट दोलक आर सी दोलक (वेन ब्रिज एवं "ट्विन-टी") क्रॉस-कपल्ड एलसी दोलक वैकार दोलक ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक दोलक रिलैक्सेशन दोलक बार्कहाउजेन कसौटी मल्टीवाइब्रेटर रिंग दोलक समय डिजिटल परिवर्तक दोलक
यूरी गगारिन (Yuri Gagarin) (9 मार्च 1934 – 27 मार्च 1968), भूतपूर्व सोवियत संघ के हवाबाज़ और अंतरिक्ष यात्री थे। १२ अप्रैल, १९६१ को अंतरिक्ष में जाने वाले वे प्रथम मानव थे। अन्तरिक्ष की यात्रा करने के बाद गगारिन अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित व्यक्ति बन चुके थे और उन्हें कई तरह के पदक और खिताबों से सम्मानित किया गया था। उन खिताबों में से एक ख़िताब था हीरो ऑफ़ द सोवियत यूनियन (Hero of the Soviet Union) था। उन्होंने Vostok 1 नामक अन्तरिक्ष यान में अपनी यात्रा की थी। १९६८ जब वे मिग १५ (MiG-15) नामक प्रशिक्षण विमान का संचालक कर रहे थे तो, विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण उनकी मृत्यु हो गयी।   यूरी गगारिन पदक उनके सम्मान में प्रदान किया जाता है। इन्हें भी देखें स्कॉट केली नील आर्मस्ट्रांग एडगर मिशेल कल्पना चावला सन्दर्भ 1934 में जन्मे लोग १९६८ में निधन रूस के अंतरिक्षयात्री सोवियत संघ के अंतरिक्षयात्री
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांट हेल्थ मैनेजमेंट ने कई पदों के लिए वैकेंसी निकाली हैं. इच्छुक उम्मीदवार 9 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं. पदों की संख्या: 04 पदों के नाम: सीनियर सिस्टम एनालिस्ट वित्तीय सलाहकार सहायक वैज्ञानिक अधिकारी हिन्दी अनुवादक चयन प्रक्रिया: उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा. ज्यादा जानकारी के लिए http://niphm.gov.in/ पर लॉग इन करें.
'लैला मजनू' (Laila Majnu) की कहानी हर प्रेमी युगल को अपने टीन-एज में मालूम पड़ जाती है, क्योंकि वह उन्हीं दौर से गुजर रहे होते हैं. इस अमर प्रेम की कहानी को आज के दौर में नए तरीके से बॉलीवुड के दो बड़े डायरेक्टर इम्तियाज अली और एकता कपूर लेकर आ रहे हैं. 'लैला मजनू' का ट्रेलर मंगलावार को रिलीज कर दिया गया है. फिल्म में कोई भी बड़ा स्टार नहीं है, लेकिन स्टोरीलाइन कुछ ऐसी है कि ट्रेलर देखने के बाद आप 'लैला-मजनू' देखने के लिए काफी आकर्षिक हो जाएंगे. बॉलीवुड में दो नये चेहरे जो इस ऐतिहासिक कहानी को अपने अंदाज में ला रहे हैं. इंस्टाग्राम पर इम्तियाज ने टीजर पोस्ट करके लिखा था, '' 'प्यार में पागल..' हम हमेशा प्यार में यह ढूंढते हैं कि इसमें क्या पागलपन हो सकता है. 'लैला मजनू' बिल्कुल वैसे ही हैं. इस मशहूर लव स्टोरी को लेकर मेरा और फिल्म राइटर व डायरेक्टर साजिद अली का यह एक नया कदम है. यहां हम प्रस्तुत कर रहे हैं लैला मजनू का टीजर... जो 07 सितंबर 2018 को रिलीज हो रही है.''   A post shared by Imtiaz Ali (@imtiazaliofficial) on Jul 24, 2018 at 12:12am PDT
केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कहा है कि गुजरात के वडनगर में चाय की जिस दुकान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने बचपन में चाय बेचते थे, उसे पर्यटन स्थल के तौर विकसित किया जाएगा. शर्मा ने रविवार को गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा था, 'वडनगर रेलवे स्टेशन में एक छोटी सी चाय की दुकान है, जहां से संभवत: प्रधानमंत्री ने अपने जीवन की यात्रा शुरू की थी. हम चाय की उस दुकान को भी पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करना चाहते हैं. हम टी स्टॉल को आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को भी संरक्षित रखेंगे. हमारा उद्देश्य वडनगर को विश्व पर्यटन के नक्शे पर लाना है.' हालांकि सोमवार को उन्होंने दिल्ली में में सफाई देते हुए कहा कि वडनगर रेलवे स्टेशन को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने की योजना है, लेकिन चाय की दुकान की शक्ल बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है. शर्मा ने एक बयान में कहा, 'पर्यटन मंत्रालय रेल मंत्रालय के साथ वडनगर रेलवे स्टेशन को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित कर रहा है. हमने योजना पर विचार-विमर्श कर लिया है. फिलहाल चाय की दुकान का स्वरूप बदलने की कोई योजना नहीं है.' वडनगर रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर यह चाय की यह दुकान है. संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने रविवार को इस शहर का दौरा किया था. अधिकारियों के दल की अगुवाई महेश शर्मा ने की जिन्होंने बाद में घोषणा की थी कि चाय की दुकान को आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को संरक्षित किया जाएगा. शर्मा ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री की जन्मस्थली होने के साथ ही वडनगर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र है, जहां प्रसिद्ध शर्मिष्ठा झील और एक बावड़ी है. एएसआई को हाल ही में वहां खुदाई के दौरान एक बौद्ध मठ के अवशेष मिले थे. उत्खनन कार्य अब भी चल रहा है.' 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले नरेंद्र मोदी रैलियों में अक्सर इस बात का जिक्र करते थे कि वह अपने बचपन के दिनों में वडनगर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता के साथ चाय बेचते थे.टिप्पणियां अहमदाबाद मंडल के मंडलीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) दिनेश कुमार ने भी पहले कहा था कि वडनगर और मेहसाणा जिले में उससे लगे इलाकों के विकास की पूरी परियोजना 100 करोड़ रुपये से अधिक की होगी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) शर्मा ने रविवार को गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा था, 'वडनगर रेलवे स्टेशन में एक छोटी सी चाय की दुकान है, जहां से संभवत: प्रधानमंत्री ने अपने जीवन की यात्रा शुरू की थी. हम चाय की उस दुकान को भी पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करना चाहते हैं. हम टी स्टॉल को आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को भी संरक्षित रखेंगे. हमारा उद्देश्य वडनगर को विश्व पर्यटन के नक्शे पर लाना है.' हालांकि सोमवार को उन्होंने दिल्ली में में सफाई देते हुए कहा कि वडनगर रेलवे स्टेशन को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने की योजना है, लेकिन चाय की दुकान की शक्ल बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है. शर्मा ने एक बयान में कहा, 'पर्यटन मंत्रालय रेल मंत्रालय के साथ वडनगर रेलवे स्टेशन को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित कर रहा है. हमने योजना पर विचार-विमर्श कर लिया है. फिलहाल चाय की दुकान का स्वरूप बदलने की कोई योजना नहीं है.' वडनगर रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर यह चाय की यह दुकान है. संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने रविवार को इस शहर का दौरा किया था. अधिकारियों के दल की अगुवाई महेश शर्मा ने की जिन्होंने बाद में घोषणा की थी कि चाय की दुकान को आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को संरक्षित किया जाएगा. शर्मा ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री की जन्मस्थली होने के साथ ही वडनगर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र है, जहां प्रसिद्ध शर्मिष्ठा झील और एक बावड़ी है. एएसआई को हाल ही में वहां खुदाई के दौरान एक बौद्ध मठ के अवशेष मिले थे. उत्खनन कार्य अब भी चल रहा है.' 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले नरेंद्र मोदी रैलियों में अक्सर इस बात का जिक्र करते थे कि वह अपने बचपन के दिनों में वडनगर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता के साथ चाय बेचते थे.टिप्पणियां अहमदाबाद मंडल के मंडलीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) दिनेश कुमार ने भी पहले कहा था कि वडनगर और मेहसाणा जिले में उससे लगे इलाकों के विकास की पूरी परियोजना 100 करोड़ रुपये से अधिक की होगी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) शर्मा ने एक बयान में कहा, 'पर्यटन मंत्रालय रेल मंत्रालय के साथ वडनगर रेलवे स्टेशन को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित कर रहा है. हमने योजना पर विचार-विमर्श कर लिया है. फिलहाल चाय की दुकान का स्वरूप बदलने की कोई योजना नहीं है.' वडनगर रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर यह चाय की यह दुकान है. संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने रविवार को इस शहर का दौरा किया था. अधिकारियों के दल की अगुवाई महेश शर्मा ने की जिन्होंने बाद में घोषणा की थी कि चाय की दुकान को आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को संरक्षित किया जाएगा. शर्मा ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री की जन्मस्थली होने के साथ ही वडनगर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र है, जहां प्रसिद्ध शर्मिष्ठा झील और एक बावड़ी है. एएसआई को हाल ही में वहां खुदाई के दौरान एक बौद्ध मठ के अवशेष मिले थे. उत्खनन कार्य अब भी चल रहा है.' 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले नरेंद्र मोदी रैलियों में अक्सर इस बात का जिक्र करते थे कि वह अपने बचपन के दिनों में वडनगर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता के साथ चाय बेचते थे.टिप्पणियां अहमदाबाद मंडल के मंडलीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) दिनेश कुमार ने भी पहले कहा था कि वडनगर और मेहसाणा जिले में उससे लगे इलाकों के विकास की पूरी परियोजना 100 करोड़ रुपये से अधिक की होगी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने रविवार को इस शहर का दौरा किया था. अधिकारियों के दल की अगुवाई महेश शर्मा ने की जिन्होंने बाद में घोषणा की थी कि चाय की दुकान को आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को संरक्षित किया जाएगा. शर्मा ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री की जन्मस्थली होने के साथ ही वडनगर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र है, जहां प्रसिद्ध शर्मिष्ठा झील और एक बावड़ी है. एएसआई को हाल ही में वहां खुदाई के दौरान एक बौद्ध मठ के अवशेष मिले थे. उत्खनन कार्य अब भी चल रहा है.' 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले नरेंद्र मोदी रैलियों में अक्सर इस बात का जिक्र करते थे कि वह अपने बचपन के दिनों में वडनगर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता के साथ चाय बेचते थे.टिप्पणियां अहमदाबाद मंडल के मंडलीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) दिनेश कुमार ने भी पहले कहा था कि वडनगर और मेहसाणा जिले में उससे लगे इलाकों के विकास की पूरी परियोजना 100 करोड़ रुपये से अधिक की होगी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) शर्मा ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री की जन्मस्थली होने के साथ ही वडनगर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र है, जहां प्रसिद्ध शर्मिष्ठा झील और एक बावड़ी है. एएसआई को हाल ही में वहां खुदाई के दौरान एक बौद्ध मठ के अवशेष मिले थे. उत्खनन कार्य अब भी चल रहा है.' 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले नरेंद्र मोदी रैलियों में अक्सर इस बात का जिक्र करते थे कि वह अपने बचपन के दिनों में वडनगर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता के साथ चाय बेचते थे.टिप्पणियां अहमदाबाद मंडल के मंडलीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) दिनेश कुमार ने भी पहले कहा था कि वडनगर और मेहसाणा जिले में उससे लगे इलाकों के विकास की पूरी परियोजना 100 करोड़ रुपये से अधिक की होगी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अहमदाबाद मंडल के मंडलीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) दिनेश कुमार ने भी पहले कहा था कि वडनगर और मेहसाणा जिले में उससे लगे इलाकों के विकास की पूरी परियोजना 100 करोड़ रुपये से अधिक की होगी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव की अध्यक्षता में अर्जुन अवॉर्ड पुरस्कार चयन समिति ने इस साल देश के सर्वोच्च खेल सम्मान 'राजीव गांधी खेल रत्न' के लिए किसी भी खिलाड़ी को नॉमिनेट नहीं किया. हालांकि अर्जुन अवॉर्ड से 15 खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा, जिनमें क्रिकेटर आर अश्विन भी शामिल हैं. समिति के सूत्रों ने बताया कि पुरुष चक्का फेंक में विकास गौड़ा, महिला चक्का फेंक में कृष्णा पूनिया, बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू और गोल्फ खिलाड़ी जीव मिल्खा सिंह सहित कुल आठ खिलाड़ियों की शुरू में खेल रत्न के लिए सिफारिश की गई थी. बाद में इनमें से सिर्फ जीव और सिंधू के नाम पर ही अंतिम सहमति बन पाई, लेकिन समिति जीव के पिछले चार सालों में एकमात्र खिताबी जीत से संतुष्ट नहीं हो पाई. सिंधू द्वारा पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीते गए ब्रॉन्ज मेडल से भी समिति प्रभावित नहीं हो सकी और उनके नाम को भी खेल रत्न की संभावित सूची से आखिरकार हटा दिया गया. भारत को पहला आईसीसी वर्ल्ड कप दिलाने वाले कपिल ने कहा, 'पिछले चार सालों में जीव का प्रदर्शन उतना प्रभावी नहीं रहा है.' अर्जुन अवॉर्ड के लिए अश्विन और हिना के अलावा तीरंदाज अभिषेक वर्मा, एथलीट टिंटू लुका, पैरालंपियन एच एन गिरिशा, बैडमिंटन खिलाड़ी वी दीजू, बास्केटबॉल खिलाड़ी गीतू एन जोस, बॉक्सर जय भगवान, गोल्फ खिलाड़ी अनिर्बान लाहिड़ी, कबड्डी खिलाड़ी ममता पुजारी, नौकायन खिलाड़ी साजी जोसेफ, वेटलिफ्टर रेनूबाला चानू और ग्रीको रोमन कुश्ती खेलने वाले पहलवान सुनील राणा को नॉमिनेट किया गया है. अश्विन ने पिछले तीन सालों से लगातार शानदार प्रदर्शन किया है और मौजूदा समय में वह आईसीसी के टेस्ट ऑलराउंडर्स की लिस्ट में दोबारा टॉप पर पहुंच गए हैं. वर्ल्ड रैंकिंग में 5वें नंबर की निशानेबाज हिना ने पिछले साल वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही नंबर वन बन गई थीं. हिना ने इस साल एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल और फोर्ट बेनिंग वर्ल्ड कप में सिल्वर मेडल जीता.
कीर्ति कुल्हारी एक भारतीय अभिनेत्री और मॉडल है। वह बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। पत्रकारिता और जनसंचार में डिग्री के साथ पोस्ट-ग्रेजुएशन करने के बाद, कुलहरि ने २००० में खिचड़ी द मूवी २०१० में के साथ शुरुआत की, इसके बाद २०११ में शैतान में भी एक भूमिका निभाई। कीर्ति इसके अलावा ब्लैकमेल में दिखाई दी जिसमें उनके साथी कलाकार इरफ़ान ख़ान थे।इसके बाद इन्होंने और भी सफल फिल्मों जैसे पिंक (2016), उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक (2019) और मिशन मंगल (2019) में काम किया। व्यक्तिगत जीवन कीर्ति कुल्हारी का जन्म ३० मई १९८५ को राजस्थान के झुंझुनु जिले मेंं हुआ था उनकी परवरिश मुंबई में हुई। कीर्ति के पिता भारतीय नौसेना में कमांडर थे। कुल्हारी ने २०१६ में अभिनेता साहिल सहगल से शादी कर ली। उन्होंने १ अप्रैल २०२१ को साहिल से विवाह विच्छेद की घोषणा की। फिल्मोग्राफी सन्दर्भ 1985 में जन्मे लोग जीवित लोग झुंझुनू के लोग भारतीय अभिनेत्री
'बिग बॉस' का शायद ही कोई ऐसा टास्क होगा जो बिना हंगामे के पूरा हुआ हो. इस बार भी कुछ ऐसा हुआ 'बिग बॉस' के लेटेस्ट टास्ट वायरल वीडियो फीवर के जरिए कंटेस्टें शानदार परफॉर्मेंस देते नजर आए लेकिन बीच में कुछ ऐसा हो ही गया कि ये टास्क भी बिना नोक झोंक के पूरा नहीं हुआ. वायरल वीडियो टास्क में सभी कंटेंस्टेंट ने मजेदार वीडियो बनाए इस टास्क की जज बिग बॉस की एक्स कंटेस्टेंट रहीं और बॉलीवुड एक्ट्रेस सनी लियोन थीं. इस टास्क के तहत दो टीमें बांटी गईं थी बानी की टीम और लोपा की टीम. सनी लियोन ने जज की भूमिका निभाते हुए लोपा की टीम को विना घोषि‍त किया. इस घोषणा के लिए सनी लियोन ने बिग बॉस के घर एंट्री की. सनी की एंट्री से सभी घरवाले बेहद खुश नजर आए. लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ कि घर का माहौल एक बार फिर से गर्मा गया. दरअसल इस टास्क के बाद सनी ने भी घर के कंटेस्टेंट के साथ मिलकर एक वीडियो बनाया इस वीडियो को फिल्म 'शोले' के थीम पर बनाया गया. इस वीडियो के लिए सनी लियोन बसंती बनीं, मनु बने वीरू और स्वामी को दिया गया गब्बर का किरदार. सनी ने बसंती बनकर शोले के गाने 'जब तक है जान मैं नांचूंगी' पर डांस भी किया, इसी दौरान मनु ने सनी लियोन को माल कह डाला. यह सुनकर बानी को गुस्सा आ गया और उन्होंने मनु से बोला कि वह सनी लियोन के लिए इस तरह के शब्दों का प्रयोग ना करें. बानी की यह बात सुनकर मनु भड़क गए और बोले, माल मैंने सनी को कहा है आपको नहीं, आपको क्यों परेशानी हो रही है. ना सिर्फ मनु को लेकर बल्कि घर के सदस्यों ने स्वामी ओम को भी सनी को बार बार गले लगाने और छूने के लिए खूब लताड़ा.