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इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन निमोनिया से पीड़ित पाई गई हैं और उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है. इससे कुछ ही घंटे पहले हिलेरी अस्वस्थ महसूस होने के कारण यहां 9/11 हमलों की स्मृति सभा से बीच में ही चली गई थीं. हिलेरी की चिकित्सक लीसा बरडाक ने एक बयान में कहा कि पूर्व विदेश मंत्री को एलर्जी के कारण खांसी हो रही है.
उन्होंने कहा कि उन्हें लंबे समय से खांसी हो रही थी और इस संबंधी जांच के बाद उन्हें निमोनिया से पीड़ित पाया गया. उन्हें एंटीबॉयोटिक दवाएं देने के अलावा उन्हें आराम करने और अपने कार्यक्रम में बदलाव करने की सलाह दी गई है.
चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई."
लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि उन्हें लंबे समय से खांसी हो रही थी और इस संबंधी जांच के बाद उन्हें निमोनिया से पीड़ित पाया गया. उन्हें एंटीबॉयोटिक दवाएं देने के अलावा उन्हें आराम करने और अपने कार्यक्रम में बदलाव करने की सलाह दी गई है.
चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई."
लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई."
लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त पाठ: श्रद्धांजलि सभा के दौरान अचानक खराब हुई हिलेरी क्लिंटन की तबीयत.
डॉक्टरों ने हिलेरी को निमोनिया होने की पुष्टि की है.
राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैं क्लिंटन. | 14 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि भारत का स्पिन विभाग स्तरीय गेंदबाजों से भरा है, और उन्होंने टीम में वापसी करने वाले ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह को 'देश के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों' में से एक करार दिया।
श्रीलंका में चल रही आईसीसी टी-20 विश्वकप के दौरान टीम में वापसी करने वाले हरभजन सिंह की गैर-मौजूदगी में रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा ने अच्छी भूमिका निभाई। हरभजन को खराब फॉर्म के कारण लम्बे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा था।
टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है।
पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
श्रीलंका में चल रही आईसीसी टी-20 विश्वकप के दौरान टीम में वापसी करने वाले हरभजन सिंह की गैर-मौजूदगी में रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा ने अच्छी भूमिका निभाई। हरभजन को खराब फॉर्म के कारण लम्बे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा था।
टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है।
पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है।
पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। | संक्षिप्त पाठ: पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि भारत का स्पिन विभाग स्तरीय गेंदबाजों से भरा है, और उन्होंने टीम में वापसी करने वाले ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह को 'देश के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों' में से एक करार दिया। | 27 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: विवादित इस्लामिक प्रचारक ज़ाकिर नाइक के गैर सरकारी संगठन 'इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन' (आईआरएफ) पर भारत सरकार का शिकंजा कसता ही जा रहा है. नाइक से पुछताछ लिए एनआईए ने पुख्ता सबूत जुटा लिए हैं. जल्द ही उसे समन भेजे जाएंगे.
एनआईए ने दावा किया है कि इस्लामिक उपदेशक के एनजीओ ने रियल एस्टेट में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश किया हुआ है. यह निवेश मुंबई और आसपास के इलाकों में किया गया है. जांच एजेंसी ने बताया कि ज़ाकिर के 78 बैंक खातों पर नज़र रखी जा रही है. एजेंसी का कहना है कि पूरे मामले की जांच जारी है और वह एक महीने के भीतर जांच पूरी कर लेगी. जांच खत्म होने के बाद ज़ाकिर को पेश होने के लिए समन भेजा जाएगा.
बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां
गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.
एनआईए ने दावा किया है कि इस्लामिक उपदेशक के एनजीओ ने रियल एस्टेट में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश किया हुआ है. यह निवेश मुंबई और आसपास के इलाकों में किया गया है. जांच एजेंसी ने बताया कि ज़ाकिर के 78 बैंक खातों पर नज़र रखी जा रही है. एजेंसी का कहना है कि पूरे मामले की जांच जारी है और वह एक महीने के भीतर जांच पूरी कर लेगी. जांच खत्म होने के बाद ज़ाकिर को पेश होने के लिए समन भेजा जाएगा.
बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां
गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.
बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां
गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.
गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है. | संक्षिप्त पाठ: ज़ाकिर नाइक के 78 बैंक खातों की एनआईए जांच कर रही है
नाइक के एनजीओ से जुड़े 23 लोगों से भी पूछताछ की जा रही है
धर्म के नाम पर विदेशी चंदा जुटाने और लोगों को भड़काने का आरोप | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील रविवार सुबह सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका के नौ दिवसीय दौरे पर रवाना हुईं। वह दोनों देशों में अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगी।
राष्ट्रपति सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पहली बार कर रही हैं। सबसे पहले वह सेशेल्स की राजधानी विक्टोरिया पहुंचेंगी।
इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां
दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
राष्ट्रपति सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पहली बार कर रही हैं। सबसे पहले वह सेशेल्स की राजधानी विक्टोरिया पहुंचेंगी।
इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां
दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां
दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी। | संक्षिप्त सारांश: राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील रविवार सुबह सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका के नौ दिवसीय दौरे पर रवाना हुईं। वह दोनों देशों में अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगी। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पहले अमेरिका-भारत पश्चिम तटीय शिखर सम्मेलन में जुटे दोनों देशों के 300 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों ने दोनों देशों के बीच मौजूदा और भावी सहयोग में उपस्थित अपार सम्भावनाओं को रेखांकित किया है।
अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा सप्ताहांत में सिलिकॉन वैली में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के व्यापार और नीति से जुड़ी प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया।
यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था।
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा सप्ताहांत में सिलिकॉन वैली में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के व्यापार और नीति से जुड़ी प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया।
यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था।
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था।
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।" | संक्षिप्त सारांश: पहले अमेरिका-भारत पश्चिम तटीय शिखर सम्मेलन में जुटे दोनों देशों के 300 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों ने दोनों देशों के बीच मौजूदा और भावी सहयोग में उपस्थित अपार सम्भावनाओं को रेखांकित किया है। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: दुनियाभर के कई शहरों सहित दिल्ली में भी शनिवार शाम अर्थ ऑवर मनाया जाएगा। इस अयोजन में राष्ट्रपति भवन सहित कई महत्वपूर्ण इमारतों में एक घंटे के लिए बत्तियां बुझा दी जाएंगी। जनता से इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की गई है। हर साल मार्च के अंतिम शनिवार को अर्थ ऑवर मनाया जाता है। 'वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर' ने यह शुरुआत की है। इस बार 131 देशों के 4,000 से ज्यादा शहर इस वैश्विक आयोजन में हिस्सेदारी कर रहे हैं। दिल्ली और मुम्बई जैसे भारतीय शहर भी इसमें शामिल हैं। व्यवसायी संगीता शर्मा ने इस अवसर पर अपने मित्रों से अपने-अपने फेसबुक एकाउंट पर अर्थ ऑवर का संदेश डालने के लिए कहा है। शर्मा कहती हैं, "बातें करना बहुत हुआ। यदि आपको वास्तव में अपनी पृथ्वी की परवाह है और आप ऊर्जा बचाने व जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ करना चाहते हैं तो अर्थ ऑवर के दौरान रात 8.30 बजे से 9.30 बजे तक बिजली बंद रखें।" राष्ट्रपति भवन से जारी हुए एक वक्तव्य के मुताबिक अर्थ ऑवर के दौरान इमारत की बाहरी बत्तियां बुझी रहेंगी। लगातार तीसरे साल अर्थ ऑवर का आयोजन हो रहा है। इस साल के इस आयोजन की एम्बेस्डर अभिनेत्री विद्या बालन इस अवसर पर दिल्लीवासियों के साथ मौजूद रहेंगी। इस अवसर पर म्यूजिक बैंड 'यूफोरिया' इंडिया गेट पर प्रस्तुति देगा। अर्थ ऑवर की शुरुआत 2007 में आस्ट्रेलिया के सिडनी से हुई थी। वहां 2,000 से ज्यादा व्यवसायियों और 22 लाख अन्य लोगों ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक घंटे के लिए बिजली बंद रखी थी। भारत 2009 में इस अभियान में शामिल हुआ। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के मुताबिक इस साल के अर्थ ऑवर का संदेश है कि केवल एक घंटे के लिए ही ऊर्जा नहीं बचाई जाए बल्कि इसे अपने रोजमर्रा के जीवन में हर दिन बचाने की कोशिश की जाए। | संक्षिप्त सारांश: इस अयोजन में राष्ट्रपति भवन सहित कई इमारतों में एक घंटे के लिए बत्तियां बुझा दी जाएंगी। जनता से इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की गई है। | 29 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड पर जो प्राकृतिक विपदा आई है, वह राष्ट्रीय आपदा जैसी है। मोदी ने शुक्रवार रात देहरादून पहुंचने के शीघ्र बाद संवाददाताओं से कहा, संकट की इस घड़ी में पूरा देश इस पर्वतीय राज्य के साथ खड़ा है। हम इस संकट से निबटने में राज्य सरकार को जो भी मदद कर सकते हैं, करेंगे।टिप्पणियां
नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे हैं। राज्य के चार धामों खासकर केदारनाथ में भयंकर तबाही हुई है। केदारनाथ में भयावह स्थिति है। मोदी ने कहा कि वह शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से मिलेंगे और इस स्थिति से निबटने के लिए जो भी मदद की जरूरत होगी, उसकी पेशकश करेंगे।
गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं।
नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे हैं। राज्य के चार धामों खासकर केदारनाथ में भयंकर तबाही हुई है। केदारनाथ में भयावह स्थिति है। मोदी ने कहा कि वह शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से मिलेंगे और इस स्थिति से निबटने के लिए जो भी मदद की जरूरत होगी, उसकी पेशकश करेंगे।
गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं। | संक्षिप्त सारांश: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड पर जो प्राकृतिक विपदा आई है, वह राष्ट्रीय आपदा जैसी है। उन्होंने कहा, हम इस संकट से निबटने में राज्य सरकार को जो भी मदद कर सकते हैं, करेंगे। | 8 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पुणे वॉरियर्स के कोच ज्यौफ मार्श ने कहा कि डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ मंगलवार को आईपीएल मैच से पहले सौरव गांगुली काफी नर्वस थे। गांगुली ने अपने आलोचकों का मुंह बंद करते हुए नाबाद 32 रन बनाए और वॉरियर्स की छह विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई। मार्श ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, उन्होंने मुझसे कहा कि वह अपनी जिंदगी में इससे पहले कभी इतना नर्वस नहीं थे। निश्चित तौर पर यह उनके लिए बड़ा अवसर था। मैंने पिछले सप्ताह उनके साथ काफी समय बिताया। कोच ने कहा कि यह गांगुली का इस खेल के प्रति प्यार और जुनून ही है कि वह आईपीएल में वापसी करने में सफल रहे। इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा, यह खेल के प्रति उनका जुनून है कि वह खेल रहे हैं। उन्हें अच्छा करते हुए देखना बढ़िया लगा। उन्होंने वास्तव में शानदार बल्लेबाजी की और शीर्ष क्रम में बढ़िया भूमिका निभाई। मार्श ने कहा कि गांगुली मुंबई इंडियन्स के खिलाफ 4 मई को खेले गए मैच के लिए तैयार नहीं थे और उन्हें मैच अभ्यास की जरूरत थी। उन्होंने कहा, गांगुली ने कहा कि वह तैयार नहीं हैं। वह नेट्स पर कुछ समय बिताना चाहते थे। यह उनका फैसला था। आज जब समय आया, तो उन्होंने कहा कि वह तैयार हैं। | पुणे वॉरियर्स के कोच ज्यौफ मार्श ने कहा कि डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ मंगलवार को आईपीएल मैच से पहले सौरव गांगुली काफी नर्वस थे। | 34 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर इलाके में स्थित एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र में गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता मार्टिन नेसिर्की ने कहा, "मून ने पाकिस्तान के मारदान में एक सैन्य भर्ती केंद्र में गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। इस हमले में कई लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक प्रवक्ता ने कहा, "इस आतंकवादी घटना के लिए एक किशोर का इस्तेमाल किए जाने की सूचना से मून को काफी आश्चर्य हुआ।" पाकिस्तान के खबर पख्तूनख्वा प्रांत के मारदान में स्थित सेना के पंजाब रेजीमेंट सेंटर में स्कूली पोशाक में पहुंचे एक किशोर ने खुद को उड़ा लिया। इस हमले में कम से कम 27 जवानों की मौत हो गई और 40 घायल हो गए। प्रवक्ता ने कहा, "महासचिव ने पीड़ित व्यक्तियों के परिवारों और पाकिस्तानी सरकार के प्रति गहरी संवदेना प्रकट की है।" खबरों के मुताबिक आतंकवादी संगठन तालिबान के प्रवक्ता एहशानुल्लाह एहसान ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी लेते हुए सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान और अमेरिकी ड्रोन हमलों के विरोध स्वरूप और अधिक हमले की चेतावनी दी है। | संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पाक के पश्चिमोत्तर इलाके में स्थित एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र में हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। | 34 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: जिस वक्त पूरा बेंगलुरू शहर नए साल में प्रवेश का जश्न मना रहा था, चैताली वासनिक रात को लगभग 1:30 बजे अपने दफ्तर से घर लौट रही थीं, जैसे बहुत-सी अन्य लड़कियां लौटती हैं. रास्ते में जब चैताली ने देखा कि दो पुरुष उसे घूरते हुए सामने की दिशा से उसके रास्ते में आ रहे हैं, तो उसने भी वही किया, जो आमतौर पर सभी लड़कियां किया करती हैं - वह एक कोने में हो गई, ताकि उन्हें जाने का रास्ता मिल सके.
मंगलवार रात को NDTV से बातचीत में चैताली ने बताया, "मैंने उन्हें अपनी ओर घूरते हुए देखा, सो मैं एक किनारे की तरफ हो गई... मैंने उन्हें जाने का रास्ता दे दिया... इसके बाद हुआ यह कि उनमें से एक ने मुझे अचानक दबोचा... मुझे कतई अदाज़ा नहीं था कि वह ऐसा कर सकता है, सो, कुछ समझ ही नहीं आया..."
...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..."
वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
मंगलवार रात को NDTV से बातचीत में चैताली ने बताया, "मैंने उन्हें अपनी ओर घूरते हुए देखा, सो मैं एक किनारे की तरफ हो गई... मैंने उन्हें जाने का रास्ता दे दिया... इसके बाद हुआ यह कि उनमें से एक ने मुझे अचानक दबोचा... मुझे कतई अदाज़ा नहीं था कि वह ऐसा कर सकता है, सो, कुछ समझ ही नहीं आया..."
...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..."
वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..."
वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..." | यह एक सारांश है: बेंगलुरू में नए साल की रात हुई छेड़खानी पर पीड़िता ने सुनाई आपबीती
पीड़िता ने छेड़खानी करने वाले को पीटा तो लोगों ने उसका बचाव किया
बेंगलुरू की शर्मनाक घटना की हो रही है चारों तरफ कड़ी निंदा | 21 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश के हर गांव में बिना ऑप्टिक फाइबर के जाल के इंटरनेट पहुंचाने का सपना आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने पूरा कर दिया है. 5 सालों की मेहनत के बाद भारत के गांव ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जुड़ने का सपना देख सकते हैं. दुनिया ने इस प्रयोग को सराहा है. Mozilla इंटरनेट की एक प्रतियोगिता में 27 देशों की 100 परियोजनाओं को पछाड़ते हुए ग्राम मार्ग नाम के इस प्रोजेक्ट ने पहला स्थान जीता. आईआईटी बॉम्बे की कोशिश थी इंटरनेट के जरिये शहर से ग्राम मार्ग तक पहुंचने की, मेहनत शुरू हुई 2012 में. फैकल्टी अफेयर्स के डीन प्रोफेसर अभय करंदीकर ने बताया कि उन्होंने अपने अनुसंधान में पाया कि दूरदर्शन के पास टीवी व्हाइट स्पेस का स्पेक्ट्रम खाली पड़ा हुआ है, जिसका वो इस्तेमाल नहीं कर रहे. फिर स्पेक्ट्रम को इस्तेमाल करने के लिए तैयार हुआ एक छोटा सा वाईफाई उपकरण TVWS डिवाइस जिसने सपनों को पंख दे दिये.
ये डिवाइस IEEE 802.11 a/b/g/ वायरलेस बोर्ड है जो आरएफ कार्ड से जुड़ा है. ये कार्ड 2.4 GHz फ्रीक्वेंसी को TV UHF में बदल देता है, जिन्हें TV White Space से जोड़ कर, हर गांव में बेहद कम खर्च और बगैर बड़े तकनीकी तामझाम के इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है. सबसे बड़ी बात इन उपकरणों को सोलर पैनल से बिजली मिलती है. इस परियोजना की सबसे बड़ी चुनौती थी ईंधन की वजह से होने वाले ऑपरेशनल खर्चों को रोकना. टिप्पणियां
25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी.
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके.
ये डिवाइस IEEE 802.11 a/b/g/ वायरलेस बोर्ड है जो आरएफ कार्ड से जुड़ा है. ये कार्ड 2.4 GHz फ्रीक्वेंसी को TV UHF में बदल देता है, जिन्हें TV White Space से जोड़ कर, हर गांव में बेहद कम खर्च और बगैर बड़े तकनीकी तामझाम के इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है. सबसे बड़ी बात इन उपकरणों को सोलर पैनल से बिजली मिलती है. इस परियोजना की सबसे बड़ी चुनौती थी ईंधन की वजह से होने वाले ऑपरेशनल खर्चों को रोकना. टिप्पणियां
25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी.
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके.
25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी.
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके.
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके. | संक्षिप्त सारांश: फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला
दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: उत्तर भारत में लगातार पारा 40 के पार रहने के कारण लोग भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। तेज धूप के साथ लू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। दिल्ली में गुरुवार सुबह तेज धूप निकली। यहां का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार दिन में तापमान 44 डिग्री तक पहुंच सकता है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारी ने बताया, "अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की सम्भावना है।" सुबह 8.30 बजे आद्र्रता 24 फीसदी दर्ज की गई। बुधवार को राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस था।
उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारी ने बताया, "अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की सम्भावना है।" सुबह 8.30 बजे आद्र्रता 24 फीसदी दर्ज की गई। बुधवार को राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस था।
उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। | उत्तर भारत में लगातार पारा 40 के पार रहने के कारण लोग भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। तेज धूप के साथ लू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। | 1 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिए जाने के बाद भारत ने बुधवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि शरीफ का बयान आतंकवाद से पाकिस्तान के लगाव को दिखाता है.
सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ''संसद के संयुक्त सत्र में शरीफ का भाषण यह दिखाता है कि आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान का लगाव निरंतर बना हुआ है.'' सरकारी सूत्रों की प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब बुधवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर सुरक्षा हालात पर चर्चा करने के लिए बुलाये गये संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भारत बातचीत से बच रहा है और उरी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर युद्ध जैसा माहौल बना रहा है. पिछले महीने उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गये थे.
उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.''
शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ''संसद के संयुक्त सत्र में शरीफ का भाषण यह दिखाता है कि आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान का लगाव निरंतर बना हुआ है.'' सरकारी सूत्रों की प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब बुधवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर सुरक्षा हालात पर चर्चा करने के लिए बुलाये गये संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भारत बातचीत से बच रहा है और उरी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर युद्ध जैसा माहौल बना रहा है. पिछले महीने उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गये थे.
उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.''
शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.''
शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यहाँ एक सारांश है:शरीफ ने वानी को कश्मीर की मिट्टी का लाल कहा
भारत पर युद्ध जैसा माहौल बनाने का लगाया आरोप
पाक संसद के संयुक्त सत्र में दिया भाषण | 15 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी के मुख्यमंत्री पद साझा ना करने के अहंकार के कारण मौजूदा स्थिति उत्पन्न हुई. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का अहंकार ही है कि वह समझौते की बात न मानकर विपक्ष में बैठने को तैयार है लेकिन सरकार बनाने के लिए राजी नहीं है. वहीं एनडीए में रहने के सवाल पर उन्होंने साफ किया कि अगर बीजेपी अपना वादा पूरा नहीं करना चाहती तो गठबंधन में रहने का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 72 घंटे मिले, हमें 24 घंटे दिए गए. वहीं कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने के सवाल पर संजय राउत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ हाथ मिला सकती है तो शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ क्यों नहीं. राउत ने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी को मतभेद भूल कर महाराष्ट्र के हित में एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के साथ आना चाहिए.
आपको बता दें कि मोदी सरकार में शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने भी इस्तीफे का ऐलान कर दिया है और इसके साथ ही बीजेपी-शिवसेना की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई है. वहीं सरकार बनाने की कवायद के बीच महाराष्ट्र में एनसीपी की तो दिल्ली में कांग्रेस की बैठक है. शरद पवार ने कहा है कि शिवसेना के साथ सरकार बनाने का फैसला कांग्रेस से विचार करने के बाद किया जाएगा. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि पार्टी की बैठक में आलाकमान जो निर्देश देगा उसके हिसाब से फैसला लिया जाएगा.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई. | सारांश: संजय राउत का बीजेपी पर निशाना
शिवसेना को सरकार बनाने का न्यौता
कांग्रेस और एनसीपी दे सकती है समर्थन | 20 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: जयपुर के करणीविहार थाना क्षेत्र में एक युवक ने देर रात अपने पड़ोसी के घर में घुस कर वहां सो रही छह साल की बच्ची को अगवा कर उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. करणीविहार थाना पुलिस के अनुसार- ज्ञानेन्द्र शुक्ला ने शनिवार की रात अपने पड़ोसी के मकान में घुस कर वहां सो रही छह साल की बच्ची को अगवा किया और सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया.जेएनयू की छात्रा को रेप की धमकी देने का मामला, 4आरोपी हुए गिरफ्तारटिप्पणियां
बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जेएनयू की छात्रा को रेप की धमकी देने का मामला, 4आरोपी हुए गिरफ्तारटिप्पणियां
बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पड़ोसी ने घर में घुसकर किया कथित बलात्कार
विरोध करने पर बच्ची के सिर में मारा पत्थर
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है | 32 | ['hin'] |
Summary
hindi-article-summarization
is an open source dataset of instruct-style records generated from the Hindi Text Short and Large Summarization dataset. This was created as part of Aya Open Science Initiative from Cohere For AI.
This dataset can be used for any purpose, whether academic or commercial, under the terms of the CC BY-SA 4.0 License.
Supported Tasks:
- Training LLMs
- Synthetic Data Generation
- Data Augmentation
Languages: Hindi Version: 1.0
Dataset Overview
hindi-article-summarization
is a corpus of records generated by conversion of Hindi Text Short and Large Summarization dataset into Instruct-Style format. This Dataset can be used for the following task:
- Given an article, generate its summary.
Intended Uses
While immediately valuable for instruction fine tuning large language models, as a corpus of instruction prompts, this dataset also presents a valuable opportunity for synthetic data generation in the methods. For example, prompt-completions could be submitted as few-shot examples to a large open language model to generate sentence and corresponding paraphrased sentence.
Dataset
Load with Datasets
To load this dataset with Datasets, you'll just need to install Datasets as pip install datasets --upgrade
and then use the following code:
from datasets import load_dataset
ds = load_dataset('ganeshjcs/hindi-article-summarization')
Purpose of Collection
This was created as a part of Aya Open Science Initiative from Cohere For AI to make sure Hindi is well represented in the space of AI/ML. This dataset can be used, modified, and extended for any purpose, including academic or commercial applications.
Sources
- Hindi Text Short and Large Summarization Corpus: Converted this dataset into Instruct-style prompts and completions.
Data Fields
inputs
: Prompt or input to the language model.targets
: Completion or output of the language model.template_id
: Id of the template used ininputs
andtargets
.template_lang
: ISO code of the language used in theinputs
andtargets
where hin refers to Hindi.
Templates
For the creation of instruct-style prompts and completions from the original dataset, the following one template category with 6 different variations were used:
Given a sentence, generate a sentence with similar meaning.
template_id inputs targets 0 इस पाठ का सारांश बनाओ: {{Article}}
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यह एक सारांश है: {{Summary}}
3 इस के लिए एक सारांश बनाएं: {{Article}}
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यहाँ एक सारांश है: {{Summary}}
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यहाँ एक सारांश है: {{Summary}}
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Personal or Sensitive Data
This dataset contains public information. To our knowledge, there are no private person’s personal identifiers or sensitive information.
Language
Hindi
Known Limitations
- The Dataset is converted from the existing dataset and the contents of this dataset may reflect the bias, factual errors and sensitive matters.
- Although there is utmost care taken to keep the dataset as monolingual, there might be some records that may contain English Language along with Hindi.
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