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1BRA
| अल्टीमेटम में दई गई सर्तन कूँ मान लियौ । |
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| सम्प्र. का. ता. (कौं), ताहि (कौं), विकारी कर्ता का. बानैं तासु ता (को), ताहि (को) बहुवचन-अविकारी कर्ता का. सो. ते कर्म सम्प्र. का. तिन्हैं । |
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| कालक्रम में इसके पूर्व, वैदिक युग है, जिस काल का शब्दगम्य इतिहास बन पाता है, वस्तुगम्यता नगण्य है । |
4HIN
| बहुत देर इंतजार करने के बाद एक व्यक्ति दिखायी दिया और उसने बताया कि पास ही एक गेराज है, वहाँ गाडी को ले जाओ । |
4HIN
| इंसा को इंसान ही समझें,धर्म जाति का भेद नहीं हो । |
3BHO
| हम भगबान् के धन्यबाद देत कहनी। |
0AWA
| अच्छा यार यू सब छवाड़ौ । |
4HIN
| समलैंगिगता, बायोलोजिकल और साइकोलोजिकल इम्बैलेंसहर मनुष्य में स्त्रियोचित गुण और पुरुष के गुण होते हैं । |
3BHO
| देश भर के करीब चार सौ आईटीआईयन के मान्यता केन्द्र सरकार खतम कर दिहलसि काहे कि एह संस्थानन में बुनियादी सुविधन के कमी रहुवे। |
2MAG
| रानी के नौ महीना के बाद एागो लइका जनम लेलक । |
2MAG
| घरे अयते रानी राजा के झंझोट देलन आउ कहलन कि ‘अइसन नोकर रख के गेलऽ हल से हम्मर सब इज्जत ले लेलक ! |
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| दहके अगारे । |
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| परन्तु इन उदाहरणन में वैष्णवन जैसे शब्दन में 'ण' कौ 'न' में परिवर्तन नाँय भयौ है । |
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| एक वाक्य देखबे में आयौ-'लोक संगीत' में बाकी आत्मा प्रतिध्वनित होय है । |
4HIN
| इसका केलोरी भार भी कम रहता है क्योंकि यह बिना दूध बिना शक्कर के ही पी जाती है . |
0AWA
| इनहें अपनि जब बिछुड़ति हैं तौ हमार जू कराहि उठति है औ रोय परति है । |
1BRA
| काशी के निबासी भये कछु दिन बीत जबे इलम्मा जु के गर्भ माहि आगन जनायो है । |
4HIN
| दोनों तस्वीरों में फर्क आप देख सकते हैं . |
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| मंद बुद्धि के पाले में ,फिर तर्क जुटाते कई उकील ,चम्पू कई हैं जुगत भिड़ाते ,गढ़ते चमकदार तस्वीर कहतें हैं अब उम्र यही है ,इंडिया की बदले ,तकदीर निकल गई गर हाथ से बाज़ी ,पड़ेगी दिल्ली खोनी है उन्नीस की गिनती है ,उन्नीस ,इक्कीस कभी न होनी है , दिल्ली के दंगल में अब तो कुश्ती ,अंतिम होनी है . |
3BHO
| चुनाव की पहिले नेता, देस अउर जनता; सबकी सामने बहुत सारा मुद्दा रहनेसन। |
3BHO
| अचानके चिट्ठी का माध्यम से हमरा होंठ के स्पर्श पा के तऽ चौंक गइल होखबऽ. |
1BRA
| डाट फटकार कोन सत्य वह मार भयो, एते पर तनखा को तरसती सदा रह्यौ । |
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| संज्ञापदन के रूप पै, अकारांत, आकारांत, इकारांत, ईकारांत, उकारांत, ऊकारांत, एकारांत, ऐकारांत, ओकारांत और औकारांत के आधार पै हू विचार कियौ जा सकै । |
0AWA
| हरिहैं काम क्रोध लौभौ मद, कनक मनुजता जागी । |
0AWA
| स्कूल बन्द कराय के जाइत है । |
0AWA
| यजमान थरिया हांथेम लिहे लिहे सकपकाति पूंछिनि, साधू महराज हम कुछ समझेन नाई । |
3BHO
| तनिका हमरो के , केनहूँ कुछ होता , ओकरा बारे में बतवले जा ऽ। |
2MAG
| पांड़े कहलन कि सार , मरतउ तो हगिये देबे । |
2MAG
| आउ सबसे बड़गो बात, ई सब के गोपनीय रक्खल जाय ताकि किला में केकरो समय से पहिले एकरा बारे मालुम नयँ पड़ सके । |
4HIN
| विवेक रस्तोगी जी लगा रहे हैं ताला - मेरी छोटी सी दुनियापर बारास्ता बी एस पाबला नई दुनिया में ब्लॉगिंग पर एक फीचरयश भारत में ‘उड़न तश्तरी’, ‘आपका पन्ना’, ‘एड़ी चोटी’ दैनिक जागरण में ‘प्रेम रस’, ‘निहितार्थ’, ‘सामाजिक मुद्दे’ दुनिया का डी.एन.ए.टेस्ट ज़रूरी: दैनिक जागरण में ‘ना जादू ना टोना’ कृष्ण बलदेव वैद का कथा आलोक: स्वाभिमान टाइम्स में ‘जानकी पुल’ हरिभूमि में ‘बस करो’, ‘दुनिया जहान’ व्यक्ति पूजा बहुत घातक: डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में ‘कुछ अलग सा’परीक्षार्थियों की चांदी हो गई . |
3BHO
| जुआठ धइलें धवरा - सोकना के कान्ह प। |
2MAG
| हम कभी ओकर पत्नी नयँ बनबइ ! |
2MAG
| हाँ तऽ ओकरा हमरा साथ लगा दऽ । |
2MAG
| बाद में ऊ जब भी कुछ मैंगलन, ऊ शंख बार-बार ओयसने देवे के खूब लम्बा-चौड़ा हाँक देत बाकि कभियो कुच्छो देवे नऽ ! |
4HIN
| यह बात भी अब कोई छिपी बात नहीं रह गई है कि यहां हिन्दी विरोध का तात्पर्य भारत विरोध से है । |
0AWA
| हम सबै तीनि महिना सेनी अफड़ाइति आय । |
4HIN
| पता चला इस दरमियान उन उम्र दराज़ महिलाओं का वजन दो पोंड ज्यादा बढ़ गया जिनके खून में विटामिन डी का स्तर ज़रुरत से कमतर था . |
1BRA
| पाताल माँझया की गली गली वाद सामान । |
4HIN
| सभी ब्लॉगर भाई और बहन से एक आग्रह करना चाहता हूँ . |
1BRA
| किन्तु युगीन प्रभाव में हम अपने वास्तविक स्वरूप कू विलोपित नाय कर बैठे यह नितान्त आवश्यक है । |
2MAG
| ओकरा पकड़ के तू निगल जइहँऽ । |
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| गुनन कौ सील होय, तौऊ बसीला बिन, कोऊ है पुछेया भैया, नाहीं तीन कौड़ी में । |
4HIN
| कार्बेट न्यूज भी आप पढ सकते हैं यहां पे . |
3BHO
| बाबा साहेब डॉ0 भीमराव आंबेडकर के कहनाम रहे कि 'हम कवनो समाज के तरक्की ओह समुदाय के औरतन के तरक्की से नापेलीं। |
4HIN
| हां ये हो सकता है कि कुछ लोगों को बहुवचन से परेशानी हो और वे एकवचन में काम करना चाहें इक पुराना पेड़ बाक़ी है अभी तक गांव में जैसा कुछ । |
2MAG
| जो जब बढ़ के लहलहायल तो ओकरा पर सीत पड़े लगल । |
2MAG
| मेहारू के आग देइत सुनली हे अपने । |
0AWA
| तेल ,मैन सब पहिलेहे हुइ गवा रहै । |
0AWA
| पेट भरि के भोजन केहेकि बादि डकार लेति तुलसीदास उठि के हांथ धोइनि औ उनसे सबसे विदी लेति चलि परे । |
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| तहाँ नाना प्रकार की रासादिक लीला करी है । |
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| कौन-कौन से कविन के कौन-कौन से पद :कोन-कौन से ग्रौसर पैं नित्य सेवा अरु द पाँत्सव सेवा में कौन-कौन से दरसन पैं गाये जा मिगे जाको विस्त् ते त्रन न 'श्रीनाथ सेवा र सोदधि ' प्रान्थ की अपनी विसेसता है । |
4HIN
| खुदा करे कि वो इन जैसे लोगों को कभी माफ़ ना करे . |
2MAG
| हमन्हीं वरदी निकास लेते गेलिअइ, खाली वास्कट (वेस्टकोट) में रह गेलिअइ आउ अपन-अपन तलवार निकास लेते गेलिअइ । |
1BRA
| सबई भैया भैंन मिलि कें रहैऔ । |
2MAG
| --- पड़ाव के एक शाम [2]1हमन्हीं सब *** बस्ती में तैनात हलिअइ । |
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| आसा की किरन कछू चमकबे लगी है । |
4HIN
| बहुत देर तक परिवार वालों के साथ स्वागत करने वालों की कतार में भी खड़े रहे लेकिन आखिर बुढापे की टांगे कब तक साथ देती ? |
2MAG
| कठोर अभिव्यक्ति से, जेकरा पर पिताजी कृपणता नयँ देखइलथिन हल, हम बहुत तिरस्कृत अनुभव कइलिअइ । |
3BHO
| उ साधु ओ कसाई से उ पथ्थर मँगने। |
3BHO
| खैर हम सोचनी की इ नोट हमरी घारी में के ध गइल बा, तवलेकहीं घनेसर सेठ दुवारे पर लउकने अउर कहताने, “बाबूसंकर, तनि अपनी छनिया पर से हउ फटलकी ओढ़निया उतारS न। |
1BRA
| व्रजभासा के लोकगीतन में सामाजिक रीतिरिवाजन की अधिकाई कू देखिके घनेऊ लोग ब्रजभासा के लोक गीतन कू सामाजिक रीतिरिवाजन कौई रूप मानते हैं । |
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| ताके पास स्याम मन्दिर है । |
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| :- पिछले साल जब बात बात में अचानक ही पाबला जी मुंह से ये निकला कि आज यानि २१ सितंबर को उनका जन्मदिन है , तो फ़िर आननफ़ानन में एक पोस्ट लिखी थी . |
2MAG
| पुगाचोव, अकुलिना पम्फ़िलोव्ना के भीड़ में देखके, ओकरा तरफ अँगुरी से धमकी भरल इशारा कइलकइ आउ अर्थपूर्ण ढंग से कनखी मालकइ; फेर किबित्का में बैठ गेलइ, बेर्दा (गाँव) चल्ले के आदेश देलकइ, आउ जब घोड़वन चल पड़लइ, त एक तुरी आउ किबित्का से बाहर हुलकलइ आउ हमरा दने चिल्लइते बोललइ - अलविदा, अत्र उच्चकुलीन ! |
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| गुरू जी अपनी टेंट सेनी कुछ सिक्का तुलसी कैंहा देति बोले, लियौ तुलसीदास, ई पैसन सेनी जाव बाहेर, बगलैम पंसारी सेनी कुछ आटा, दाल, चावल लेह आओ तौ । |
4HIN
| अब यह प्रेरणा का असर दिमाग़ में होता कैसे हैं शायद इंसान के अपने अंदर ही कोई ऐसी शक्ति है जो उसको ऐसा करने के लिए प्रेरित करती है हमारे मस्तिष्क का कोई न कोई भाग इस के लिए जिम्मेवार है जैसे किसी भी इंसान में स्मरण शक्ति के लिए आर एस ए {राईबोन्यूक्लिक एसिड } जिम्मेवार होता है जिस इंसान में इस रसायन की मात्रा जितनी अधिक होती है उसकी स्मरण शक्ति उतनी ज्यादा होती है ! |
3BHO
| आरा में सावन महोत्सव बिहार काल्हु आरा में लायेनेस क्लब का तरफ से औरतन के सावन मिलन मनावल गइल जवना में कजरी फिल्मी आ गैर फिल्मी गीतन पर लोग मस्ती में नाचल आ आनन्द उठावल। |
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| दूजे दिनांऊँ यायी तरियाँ रह्यौ । |
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| ऊ मटिलगना ना आई। |
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| भंडारी जी के सवाल सुनि के दुनो आदमी धरती प' लवट आइल लोग आ एक-दोसरा के देखे लागल। |
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| भोजपुरी भाखा भा भोजपुरी कल्चर से प्रभावित एक से एक टीवी चैनल क सुरुआत हो गईल बा महुआसंगीत भोजपुरीबिग मैजिक गंगा अंजना ओस्कर मूवीहमार टीवी । |
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| भीख माँगऽ हे आउ दूनो खाऽ ही ! |
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| ” ई तरी सब भउजाई आउ भाई कहलन बाकि छोटकी बहिन ताड़ पर से न उतरल । |
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| पूजे कोई रोज, मगर शिक्षा न देवे | |
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| कुशला बुद्धि और उतनी ही योग्य और अनुभवी होतीं हैं लडकियां गणितीय कौशल में ,मेधा में ,प्रतिभा में . |
3BHO
| आज त इहे बुझात बा कि एगो भीड़े कबर खोदे मे लाग गइल बा । |
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| हमारि प्रभु बड़े दयावान औ भक्त वत्सल हैं । |
3BHO
| बुझाइल ना?"। |
0AWA
| हम चहिति है कि श्री राम जी की लीला काशी मैंहा तौ सब कहूं होबै करै, दोसरे नगर औ देश के अन्य प्रान्तन मैंहा भी ईका प्रचार प्रसार होय । |
4HIN
| काफी कुछ इस्लाह का काम भी पेंडि़ग हो गया है जिस पर अब कुछ कुछ काम करना शुरू कर रहा हूं । |
1BRA
| तौ बाबा जमुना स्नान कू जा रहे हैं मैंने जान लियौ । |
4HIN
| प्यार करने वाले कभी क्यों डरते नहीं --- - स्नेह भाव के मामले में मनुष्यों और पशुओं में एक बड़ी समानता है --दोनों प्रजातियों में व्यस्क, विशेषकर मादा अपने बच्चों को चूम कर अपने स्नेह और भावनाओं का इ . |
1BRA
| संग में मंच दियौ है । |
3BHO
| हम एह अनहोनी से सकपका गइनी। . |
2MAG
| ऊ पुल तर तीन - चार गो चोर रह हलन आउ राही - बटोही के मार - पीट के माल - असबाब छीन ले हलन । |
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| बामें प्रवाह और भाव-व्यंजना की ताकत है । |
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| उस्तादों का कहना है कि यदि एक शेर के भाव ग़ज़ल के किसी दूसरे शेर में भी आ रहे हैं तो उसका मतलब है कि आप एक शेर में अपनी बात पूरी नहीं कर पाये और आपको उसके लिये एक और शेर भी कहना पड़ा । |
2MAG
| ऊ आन के पूछलन कि ओ बच्चा , केंवाड़ी खोल । |
3BHO
| अब इया के, के समझाओ कि गाय-बकरी के दूध भी तs दोसरे के देह से आवऽता। |
1BRA
| संस्कृति के समग्र विकास में ' कला ' कौ कोऊ न कोऊ रूप अवश्य देख्यौ जा सकै । |
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| पल्लैं पर गई । |
3BHO
| ईहे पत्रिका भोजपुरी साहित्य मंडलबक्सर के मुख्य पत्र बनके सतहतर ले पाठके जी के संपादन में निकल के भोजपुरी लेखन आ रचनात्मक आंदोलन के जबरदस्त धार दिहलस । |
2MAG
| पड़िआइन के पुतोह कहताहर - साधुशरण् , ग्राम - पो० मखदुमरबाद , जिला - जहानाबाद एगो गाँव में एगो पाँड़े आउ पड़िआइन रहऽ हलन । |
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| हमार बिलखल, दुनु माई लो से ना देखल गईल। |
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| हम इटावा में रहते बे आगरे में जोन्स मिल के मैनेजर हे । |
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| सताधिक गद्य लेखकन नैं सैंकड़न ब्रजभाषा-गद्य की रचना प्रस्तुत करीं । |
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| जब हम चुप नाय भयेन तौ ऊ पाटा लइके हमरी ओर दौरी । |
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| हालिम नवर जोरदार जैपुर को य, जग विख्यात हो ग सो करैं सदा जग हैं । |
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| एह कतार के मजा लूटत रानी मधुमाखी एके उड़ान में नाहियों त एकाध दर्जन नर मधुमाखियन के मौत के कारण बन जाली. |
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| इवान इग्नातिच हमर बात ध्यान से सुनलकइ, अपन एकमात्र आँख के फाड़के हमरा दने देखते । |
Subsets and Splits