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d60f7e00d42683202555ac2f370ac97a | https://www.indiatv.in/india/politics-who-will-become-chief-minister-of-assam-himant-biswa-sarma-or-sarbanand-sonowal-789259 | कौन बनेगा असम का मुख्यमंत्री? सर्बानंद और हिमंत ने की नड्डा और शाह से मुलाकात | सूत्रों ने बताया कि दोनों नेता शनिवार सुबह दिल्ली पहुंच गए, लेकिन पहले सरमा नड्डा और भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष से मुलाकात करने नड्डा के आवास पहुंचे। बाद में शाह भी वहां पहुंचे। | नई दिल्ली. असम के नए मुख्यमंत्री को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच, राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्व सरमा ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से शनिवार को राजधानी नई दिल्ली में मुलाकात की। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने असम में अगली सरकार के नेतृत्व को लेकर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को असम के निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल एवं स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा को दिल्ली बुलाया था।सूत्रों ने बताया कि दोनों नेता शनिवार सुबह दिल्ली पहुंच गए, लेकिन पहले सरमा नड्डा और भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष से मुलाकात करने नड्डा के आवास पहुंचे। बाद में शाह भी वहां पहुंचे। सरमा के जाने के बाद सोनोवाल ने भी भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। इन बैठकों में इस बात पर भी मुख्य रूप से वार्ता हुई कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा।बैठकों में असम में अगली सरकार के गठन को लेकर चर्चा की गई। असम के सोनोवाल-कचहरी आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाले सोनोवाल और उत्तर पूर्व लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक सरमा मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं। भाजपा ने असम में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी।पार्टी ने साल 2016 विधानसभा चुनाव में सोनोवाल को इस पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था और चुनाव जीता था। इसी के साथ पूर्वोत्तर में भगवा दल की पहली सरकार गठित हुई थी। इस बार, पार्टी ने कहा था कि वह चुनाव के बाद फैसला करेगी कि असम का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। भाजपा ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद से नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटें जीतीं। |
dfb8731d8d2a110eccf261f9722c6d57 | https://www.indiatv.in/india/national/national-farmers-day-rastriya-kisan-divas-2021-history-828374 | जानें आज के दिन क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय किसान दिवस, पढ़े इस दिन से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं | भारत सरकार ने वर्ष 2001 में चौधरी चरण सिंह के सम्मान में हर साल 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। | नई दिल्ली: इतिहास के पन्नों में 23 दिसंबर के दिन का संबंध तमाम उतार-चढ़ावों से है, लेकिन भारत में इस दिन को ‘किसान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। दरअसल इसी दिन भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म हुआ था, जिन्होंने किसानों के जीवन और स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए कई नीतियों की शुरुआत की थी। भारत सरकार ने वर्ष 2001 में चौधरी चरण सिंह के सम्मान में हर साल 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया।इस साल किसान दिवस को और खास माना जा रहा है, क्योंकि सरकार के खिलाफ 1 साल से प्रदर्शन में जुटे किसानों को आखिरकार इतिहासिक जीत मिली।सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेकर किसानों की मांगों को भी स्वीकार किया है।देश दुनिया के इतिहास में 23 दिसंबर की तारीख में दर्ज हुईं कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं-1672 : खगोलविद् जियोवनी कैसिनी ने शनि के उपग्रह ‘रिया’ की खोज की। 1902 : किसानों के नेता के रूप में लोकप्रिय देश के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का उत्तर प्रदेश के हापुड़ में जन्म। इस दिन को देश में ‘किसान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। 1914 : प्रथम विश्व युद्ध में आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सेना मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंची। 1921 : विश्व-भारती विश्वविद्यालय का उद्घाटन हुआ। 1922 : बीबीसी रेडियो से दैनिक समाचार प्रसारण शुरू हुआ। 1926 : प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, दलितों के हितैषी, स्त्री शिक्षा के समर्थक और आर्य समाज प्रचारक स्वामी श्रद्धानंद की हत्या। 1972 : निकारागुआ की राजधानी मनागुआ में भूकंप ने लगभग दस हज़ार लोगों की मौत हुई। 1995 : हरियाणा के मंडी डबवाली इलाके में एक स्कूल के कार्यक्रम में आग लगने से 360 लोगों की मौत। 2000 : अविभाजित भारत की प्रसिद्ध अभिनेत्री और गायिका ‘मलिका-ए-तरन्नुम’ नूरजहां का निधन। 2000 : पश्चिम बंगाल की राजधानी कलकत्ता का नाम आधिकारिक तौर पर बदलकर कोलकाता किया गया। 2008 : साफ्टवेयर कम्पनी सत्यम पर विश्व बैंक ने प्रतिबंध लगाया। 2019 : दिल्ली के किराड़ी में तीन मंजिला मकान में आग लगने से नौ लोगों की मौत। 2019 : सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में पांच लोगों को सुनाई गई मौत की सज़ा। चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1902 को उत्तर प्रदेश के हापुड़ में हुआ था। चौधरी चरण सिंह ने एक बार कहा था, सच्चा भारत अपने गांवों में बसता है। चौधरी चरण सिंह ने किसानों के हित में कई अहम फैसले लिए। जुलाई 1979 से जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान चौधरी चरण सिंह ने किसानों के जीवन और उनकी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कई अहम नीतियां बनाईं। |
12824013552d824360ec8786fc2627f8 | https://www.indiatv.in/india/national-suresh-angadi-mos-railways-died-due-to-coronavirus-742931 | रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगडी का कोरोना वायरस की वजह से निधन, पीएम मोदी ने जताया दुख | कोरोना वायरस की वजह से रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी का बुधवार को 65 साल की निधन हो गया है। सुरेश अंगड़ी की कोरोना रिपोर्ट 11 सितंबर को पॉजिटिव पाई गई थी। | नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी का निधन हो गया है। कर्नाटक के मेडिकल एजुकेशन मनिस्टर डॉ. सुधाकर के ने इसके बारे में जानकारी दी है। सुरेश अंगड़ी AIIMS में भर्ती थे और बुधवार शाम 8.30 बजे उन्होंने 65 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। सुरेश अंगड़ी की कोरोना रिपोर्ट 11 सितंबर को पॉजिटिव पाई गई थी।केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत कई नेताओं ने दुख व्यक्त किया है। सुरेश अंगड़ी कोरोना के कारण मरने वाले कर्नाटक के दूसरे सांसद हैं। बता दें कि, रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी कर्नाटक के बेलगाम से लोकसभा सांसद थे। वह बेलगाम से चार बार लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। 2019 के चुनाव में भी उन्हें जीत मिली थी। वह 2004, 2009, 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन पर पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'सुरेश अंगड़ी एक असाधारण कार्यकर्ता थे, जिन्होंने कर्नाटक में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। वह एक समर्पित सांसद और प्रभावी मंत्री थे, उनका निधन दुखद है। इस दुख की घड़ी में परिवार और दोस्तों के साथ हूं। ओम शांति।'केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन पर बीजेपी नेता संबित पात्रा ने दुख व्यक्त करते हुए अपने ट्वीट किया है। पात्रा ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन पर बिहार के बेगुसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने कहा, 'कोरोना से रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी की मृत्यु के बारे में बहुत ही दुखद समाचार आ रहा है। प्रभु उनकी आत्मा को शांति दे, कोई भी व्यक्ति कोरोना को हल्के में ना ले, बहुत खतरनाक है।'केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन से उनके परिवार के साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी भारी शोक है। अंगड़ी के निधन पर कई राजनेता भी शोक व्यक्त कर रहे हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्रीय मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन पर ट्वीट करते हुए दुख व्यक्त किया है। जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखा 'मुझे याद है कभी मुस्कुराते हुए अंगद-जी। यह दुखद समाचार सुनकर बहुत दर्द हुआ।' |
379d8a4185681ca9154bc9ab3b7ff91b | https://www.indiatv.in/india/national-farmers-protest-farmers-leaders-reaction-on-meeting-with-government-762901 | किसान आंदोलन: ट्रैक्टर मार्च रद्द, जानिए बैठक के बाद किसान नेताओं ने क्या कहा | कृषि कानूनों को लेकर जारी गतिरोध के बीच सरकार और किसान नेताओं के बीच करीब 5 घंटे चली छठे दौर की वार्ता खत्म होने के बाद किसान नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। | नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर जारी गतिरोध के बीच सरकार और किसान नेताओं के बीच करीब 5 घंटे चली छठे दौर की वार्ता खत्म होने के बाद किसान नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। बैठक के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शांतिपूर्ण धरना चलता रहेगा। हालांकि, 31 दिसंबर को होने वाला ट्रैक्टर मार्च रद्द कर दिया गया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने हमारी दो मांगों को मान लिया है, आज की बातचीत अच्छी रही। अब चार जनवरी को अगली वार्ता होगी, तब तक शांतिपूर्ण ढंग से किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा। क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शन पाल ने सरकार के साथ बैठक के बाद कहा कि वहां अभी भी 3 कृषि कानूनों पर एक गतिरोध खत्म हो रहा है। हम एमएसपी पर उनके साथ आम सहमति नहीं बना सके। ठूंठ जलाने के मुद्दे पर, सरकार ने किसानों को जुर्माने से बाहर करने पर सहमति व्यक्त की है। बिजली के मुद्दे पर, सरकार ने बिजली बिल 2020 वापस ले लिया है।ऑल इंडिया किसान सभा पंजाब के नेता बलकरण सिंह बराड़ ने कहा कि सरकार ने बिजली के प्रस्तावित बिल को वापिस ले लिया है। पराली के मामले में सरकार ने अध्यादेश जारी किया था, उसे भी वापिस ले लिया है। MSP और कृषि क़ानूनों पर 4 तारीख को बात होगी। बराड़ ने कृषि कानूनों को लेकर सरकार के साथ बैठक के बाद कहा कि आज की बातचीत सकारात्मक रही। सरकार कहती रही है कि हमें आंदोलन समाप्त करना चाहिए और एक समिति बनानी चाहिए, लेकिन हमने उनकी बात नहीं मानी, हम अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगे, हम कोई समिति नहीं बनाएंगे। हम अगली बैठक में MSP पर चर्चा करेंगे। माझा किसान संघर्ष कमेटी, पंजाब के अध्यक्ष बलविंदर सिंह ने कहा कि सरकार ने 2 मांग मान ली हैं। हमारे 2 विषय रह गए हैं- MSP और 3 कृषि क़ानून। इन दोनों विषय पर 4 तारीख को 2 बजे बात होगी। आज बहुत अच्छे माहौल में बैठक हुई। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम कुछ तो संतुष्ट है। दो मांगों को मान लिया गया है। अगली बैठक में हम MSP और 3 क़ानूनों को लेकर सरकार से बात करेंगे। कल की ट्रैक्टर रैली को हमने स्थगित कर दिया है, लेकिन आंदोलन जारी रहेगा। 4 जनवरी को अगली बैठक, 4 में से दो मुद्दों पर बनी सहमतिकिसान आंदोलन का बुधवार को 35वां दिन है। किसानों और सरकार के बीच अब 4 जनवरी को अगली बैठक होगी। आज की बैठक में किसानों की तरफ से रखे गए चार मुद्दों पर आपसी सहमति बन गई है। सरकार प्रदूषण अध्यादेश और प्रस्तावित बिजली बिल को लागू न करने पर तैयार है। कृषि मंत्री तोमर ने कहा, दिल्ली में सर्द मौसम को देखते हुए मैंने किसान नेताओं से बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को घर भेजने का अनुरोध किया है। पर्यावरण से संबधित अध्यादेश है उसमें पराली और किसान सम्मिलित हैं, उनकी शंका थी किसान को इसमें नहीं होना चाहिए, इस पर दोनों पक्षों में सहमति हो गई है। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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775177d9c8f70fdd523fd2f4f7dc5601 | https://www.indiatv.in/india/national-power-shift-in-afghanistan-not-inclusive-happened-without-negotiations-pm-modi-in-sco-address-814158 | अफगानिस्तान में सत्ता-परिवर्तन समावेशी नहीं, सोच-समझकर फैसला ले दुनिया: मोदी | पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान में हथियारों के दम पर सरकार बनाई गई है। ऐसे में अगर जल्द ही अफगानिस्तान में शांति बहाल नहीं की गई तो इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा। | नयी दिल्ली: शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी। अपने डिजिटल संबोधन में मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान में सत्ता-परिवर्तन समावेशी नहीं है और बिना वार्ता के हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान के हाल के घटनाक्रम का सर्वाधिक प्रभाव भारत जैसे उसके पड़ोसी देशों पर होगा और अगर वहां अस्थिरता और कट्टरवाद बरकरार रहा तो इससे पूरे विश्व में आतंकवादी और अतिवादी विचारधाराओं को बढ़ावा मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘इससे नई व्यवस्था की स्वीकार्यता पर सवाल उठते हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि नयी व्यवस्था पर मान्यता वैश्विक समुदाय सोच समझ कर ले।’’ उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश के ताजा घटनाक्रमों को देखते हुए इस मामले में क्षेत्रीय फोकस और सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा, ‘‘अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम का सबसे अधिक प्रभाव हम जैसे पड़ोसी देशों पर होगा और इसलिए इस मुद्दे पर क्षेत्रीय फोकस और सहयोग आवश्यक है।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने चेताया कि अगर अफगानिस्तान में अस्थिरता और कट्टरवाद बना रहेगा तो इससे पूरे विश्व में आतंकवादी और अतिवादी विचारधाराओं को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘अन्य उग्रवादी समूहों को हिंसा के माध्यम से सत्ता पाने का प्रोत्साहन भी मिल सकता है। इससे ड्रग्स, अवैध हथियारों और मानव तस्करी का अनियंत्रित प्रवाह बढ़ सकता है। बड़ी मात्रा में आधुनिक हथियार अफगानिस्तान में रह गए हैं और इनके कारण पूरे क्षेत्र में अस्थिरता का खतरा बना रहेगा।’’प्रधानमंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान में गंभीर मानवीय संकट है और वित्तीय व्यापार के प्रवाह में रूकावट के कारण अफगानिस्तान की जनता की आर्थिक विवशता बढ़ती जा रही है तथा साथ ही कोरोना की चुनौती भी उनके लिए यातना का कारण है। उन्होंने कहा, ‘‘विकास और मानवीय सहायता के लिए भारत बहुत वर्षों से अफगानिस्तान का विश्वस्त सहयोगी रहा है। मूलभूत संरचनाओं से ले कर शिक्षा, सेहत और क्षमता निर्माण तक हर क्षेत्र में और अफगानिस्तान के हर भाग में हमने अपना योगदान दिया है।’’उन्होंने कहा कि आज भी हम अपने अफगान मित्रों तक खाद्य सामग्री, दवाइयां आदि पहुंचाने के लिए इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी को मिल कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अफगानिस्तान तक मानवीय सहायता निर्बाद्ध तरीके से पहुंच सके।’’ पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान में हथियारों के दम पर सरकार बनाई गई है। ऐसे में अगर जल्द ही अफगानिस्तान में शांति बहाल नहीं की गई तो इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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5612416b430bef96ce9e487e7f65d974 | https://www.indiatv.in/india/politics-several-congress-legislators-ready-to-join-bjp-says-former-karnataka-cm-yediyurappa-814735 | येदियुरप्पा ने कहा, कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी में शामिल होने को तैयार | कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे विपक्ष को हल्के में न लें क्योंकि उनकी अपनी रणनीति और ताकत है। | बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को दावा किया कि कांग्रेस के कई विधायक बीजेपी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस द्वारा बीजेपी नेताओं को लुभाने के प्रयास संबंधी उनके बयान पर पत्रकारों ने उनसे सवाल किया था। उन्होंने कहा, ‘वे (कांग्रेस) पक्का ऐसे प्रयास करेंगे, लेकिन पहले से ही कांग्रेस के कई विधायक हमारे साथ आने को तैयार हैं। आपको जल्दी पता चलेगा कि वे लोग कौन हैं। इसलिए, शिवकुमार (कनार्टक प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष) या किसी अन्य के ऐसे प्रयास सफल नहीं होंगे।’‘बीजेपी 140 से ज्यादा सीटें जीतकर सत्ता में वापसी करेगी’येदियुरप्पा ने कहा कि बीजेपी 140 से ज्यादा सीटें जीतकर सत्ता में वापसी करेगी। दावणगेरे में बीजेपी राज्य कार्यकारिणी की बैठक को रविवार को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे विपक्ष को हल्के में न लें क्योंकि उनकी अपनी रणनीति और ताकत है और कांग्रेस के नेता विभिन्न दलों के नेताओं के साथ संपर्क साधने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिवकुमार बीजेपी के नेताओं से संपर्क साधने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन वह सफल नहीं होंगे।‘लिस्ट पहले ही केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी गई है’इस बीच, राजस्व मंत्री आर. अशोक ने कहा कि बीजेपी की राज्य इकाई ने विभिन्न दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करने के लिए शीर्ष नेतृत्व की अनुमति मांगी है और उसे फैसले का इंतजार है। उन्होंने कहा, ‘सूची (पार्टी में शामिल होने के इच्छुक नेताओं की) पहले ही केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी गई है।’ लेकिन, बीजेपी नेताओं से संपर्क साधने संबंधी येदियुरप्पा के दावे पर शिवकुमार ने कहा कि वह अपनी पार्टी की रणनीति का खुलासा नहीं करना चाहेंगे।‘मैं हमारी रणनीति का खुलासा क्यों करुंगा?’येदियुरप्पा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मैं हमारी रणनीति का खुलासा क्यों करुंगा? मैं हमारी रणनीति का खुलासा नहीं करना चाहता। कौन किसके साथ है? कौन किसके साथ जाना/आना चाहता है। येदियुरप्पा ने कुछ कहा है, अशोक ने भी कुछ कहा है और कुछ अन्य नेताओं ने भी कुछ कहा होगा, कुछ वक्त इंतजार करते हैं।’ विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने आज कहा कि अगर कोई स्वेच्छा से पार्टी में शामिल होना चाहता है तो उस पर विचार किया जाएगा। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); } var jwconfig_5233102820 = {"file": "https://vod-indiatv.akamaized.net/hls/2021/09/0_uh8aaufp/master.m3u8","image": "https://resize.indiatv.in/resize/vod/1200_-/2021/09/0_uh8aaufp.jpg","title": "कुरुक्षेत्र | 'चार दिन' के चन्नी... फिर सिद्धू राज? 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03ebdf675086546df539385bdb2f28eb | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-kanpur-bikru-case-up-stf-arrests-vikas-dubey-s-close-aide-lalu-from-chitrakoot-732707 | विकास दुबे के साथी इनामी अपराधी लालू को एसटीएफ ने चित्रकूट से किया गिरफ्तार | उत्तर प्रदेश के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे के साथी और 50 हजार रूपये के इनामी बदमाश बाल गोविन्द दुबे उर्फ लालू को गिरफ्तार किया है। | लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे के साथी और 50 हजार रूपये के इनामी बदमाश बाल गोविन्द दुबे उर्फ लालू को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि लालू को चित्रकूट से गिरफ्तार किया गया है। वह बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का साथी है। प्रवक्ता ने बताया कि लालू कानपुर नगर में चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू का ही निवासी है। उसे सोमवार को कर्वी कोतवाली क्षेत्र में खोही से कर्वी जाने वाले मार्ग पर परिक्रमा मोड़ के पास पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि लालू चित्रकूट में भेष बदलकर रह रहा है। लालू ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि बिकरू में विकास दुबे के घर दबिश देने आये पुलिस दल पर हमला करने वालों में वह भी शामिल थ। |
2962718817ebf60cabffab04999b1feb | https://www.indiatv.in/india/national-arvind-kejriwal-says-sorry-to-pm-modi-on-live-broadcast-of-his-speech-during-pm-cm-conference-786472 | 'सॉरी सर, आगे से ध्यान रखूंगा', पीएम मोदी ने जब सीएम केजरीवाल पर निशाना साधा | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर प्रोटोकॉल तोड़ा जिसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगनी पड़ी। | नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर प्रोटोकॉल तोड़ा जिसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगनी पड़ी। दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी में कोविड महामारी की स्थिति और अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी के बारे में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टिप्पणयों के टेलीविजन पर प्रसारण से विवाद पैदा हो गया है। जानिए पीएम-सीएम के बीच बैठक में क्या हुआदिल्ली के सीएम केजरीवाल ने पीएम के साथ बैठक का लाइव टेलीविजन पर प्रसारण कर दिया। दरअसल, जैसे ही बैठक शुरू हुई केजरीवाल ने बोलना शुरू किया (कोरोना की वजह से दिवंगत आत्माओं को शांति मिले) तभी उन्हें बीच में रुकने को कहा गया। इसके बाद केजरीवाल हां जी सर बोलते हुए सुनाई दिए। इसके बाद बीच बैठक में ही पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा कि ये जो हमारी परंपरा है हमारे जो प्रोटोकॉल हैं उसके बहुत खिलाफ हो रहा है कि कोई मुख्यमंत्री ऐसी इन हाउस मीटिंग को लाइव टेलिकास्ट करें। ये उचित नहीं है, ये हमेशा से पालन करना चाहिए। इसके बाद केजरीवाल ने कहा कि “ठीक है सर इसका ध्यान रखेंगे आगे से”। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने केजरीवाल पर "राजनीति करने" का आरोप लगाया। अधिकारियों ने आरोप लगाया कि "निजी बातचीत" को प्रसारित करने के फैसले के साथ वह ‘निचले स्तर पर’ उतर गए हैं। एक सूत्र ने कहा, "उनका पूरा भाषण किसी भी समाधान को लेकर नहीं बल्कि राजनीति करने और ज़िम्मेदारी से बचने के लिए था। सभी मुख्यमंत्रियों ने इस बारे में बात की कि वे स्थिति में सुधार के लिए क्या कर रहे हैं, लेकिन इस संबंध में उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं था।’’ उन्होंने कहा कि केजरीवाल के बयान को सार्वजनिक किए जाने की बात केंद्र सरकार को पसंद नहीं आयी है। दिल्ली सीएम ऑफिस से मांगी गई माफीकेंद्र सरकार के 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मुख्यमंत्रियों को दिल्ली आ रहे ऑक्सीजन टैंकरों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने का निर्देश दें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें संकट से निपटने के लिए एक राष्ट्रीय योजना बनाने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार को सेना के जरिए सभी ऑक्सीजन संयंत्रों को अपने नियंत्रण में ले लेना चाहिए और ऑक्सीजन संयंत्र से निकलने वाले प्रत्येक टैंकर के साथ सेना के एस्कॉर्ट वाहन होने चाहिए।" केजरीवाल ने कहा, "ओडिशा और पश्चिम बंगाल से दिल्ली के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति एयरलिफ्ट कर तो केंद्र द्वारा शुरू की गई ऑक्सीजन एक्सप्रेस से की जानी चाहिए।" मुख्यमंत्री ने कोविड टीकों के लिए राज्य सरकारों और केंद्र द्वारा ली जाने वाली अलग-अलग दरों पर भी आपत्ति जताई और कहा कि "एक राष्ट्र, एक दर" की नीति का अनुसरण किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार के सूत्रों ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने टीकों की कीमतों पर गलतबयानी की है जबकि उन्हें मालूम है कि केंद्र टीकों की एक भी खुराक अपने पास नहीं रखता और राज्यों को ही देता है। मोदी ने शुक्रवार को 10 ऐसे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की जहां कोविड के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं। यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुयी। बैठक में भाग लेने वालों में दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश आदि राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए देश के प्रमुख ऑक्सीजन निर्माताओं के साथ भी बैठक की। केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा कि उसने राष्ट्रीय राजधानी में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने इस क्रम में 500 आईसीयू बेड के साथ डीआरडीओ अस्पताल का भी जिक्र किया जिसका वित्तपोषण पीएम केयर्स फंड से किया गया है। बैठक की गोपनीयता को भंग कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास किया- योगीसीएम केजरीवाल के पीएम के साथ बैठक में किए गए आचरण को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी निशाना साधा है। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि 'आज इनका एक और कारनामा उस समय भी देखने को मिला जब आदरणीय प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में चल रही उच्च स्तरीय बैठक, जिसमें देश के कई वरिष्ठ मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्रीगण भी मौजूद थे, उस बैठक की गोपनीयता को भंग कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास इन्होंने किया। दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार अपनी नाकामयाबियों को छिपाने के लिए दूसरों पर निराधार आरोप प्रत्यारोप लगाकर जनता का ध्यान भटकाना चाहती है। राजनीति का यह अभद्र और घटिया आचरण है। हम इसकी निंदा करते हैं।'नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर प्रोटोकॉल तोड़ा जिसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगनी पड़ी। दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी में कोविड महामारी की स्थिति और अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी के बारे में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टिप्पणयों के टेलीविजन पर प्रसारण से विवाद पैदा हो गया है। जानिए पीएम-सीएम के बीच बैठक में क्या हुआदिल्ली के सीएम केजरीवाल ने पीएम के साथ बैठक का लाइव टेलीविजन पर प्रसारण कर दिया। दरअसल, जैसे ही बैठक शुरू हुई केजरीवाल ने बोलना शुरू किया (कोरोना की वजह से दिवंगत आत्माओं को शांति मिले) तभी उन्हें बीच में रुकने को कहा गया। इसके बाद केजरीवाल हां जी सर बोलते हुए सुनाई दिए। इसके बाद बीच बैठक में ही पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा कि ये जो हमारी परंपरा है हमारे जो प्रोटोकॉल हैं उसके बहुत खिलाफ हो रहा है कि कोई मुख्यमंत्री ऐसी इन हाउस मीटिंग को लाइव टेलिकास्ट करें। ये उचित नहीं है, ये हमेशा से पालन करना चाहिए। इसके बाद केजरीवाल ने कहा कि “ठीक है सर इसका ध्यान रखेंगे आगे से”। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने केजरीवाल पर "राजनीति करने" का आरोप लगाया। अधिकारियों ने आरोप लगाया कि "निजी बातचीत" को प्रसारित करने के फैसले के साथ वह ‘निचले स्तर पर’ उतर गए हैं। एक सूत्र ने कहा, "उनका पूरा भाषण किसी भी समाधान को लेकर नहीं बल्कि राजनीति करने और ज़िम्मेदारी से बचने के लिए था। सभी मुख्यमंत्रियों ने इस बारे में बात की कि वे स्थिति में सुधार के लिए क्या कर रहे हैं, लेकिन इस संबंध में उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं था।’’ उन्होंने कहा कि केजरीवाल के बयान को सार्वजनिक किए जाने की बात केंद्र सरकार को पसंद नहीं आयी है। दिल्ली सीएम ऑफिस से मांगी गई माफीकेंद्र सरकार के अधिकारियों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक संक्षिप्त बयान जारी करते हुए कहा, "आज, मुख्यमंत्री का भाषण ‘लाइव’ साझा किया गया क्योंकि केंद्रीय सरकार से ऐसा कोई निर्देश, लिखित या मौखिक कभी नहीं आया है कि बातचीत को लाइव साझा नहीं किया जा सकता है।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘इस तरह की बातचीत के कई मौके आए हैं जहां लोक महत्व के मामलों को साझा किया गया, जिनमें कोई गोपनीय जानकारी नहीं थी। हालांकि, अगर कोई असुविधा हुई है तो हमें इस बात का बहुत अफसोस है।’’ बैठक में जानिए केजरीवाल ने क्या कहाबैठक के दौरान केजरीवाल ने कहा कि केंद्र को सेना के जरिए सभी ऑक्सीजन संयंत्रों को अपने कब्जे में ले लेना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले ऑक्सीजन टैंकरों की सुचारू आवाजाही के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को निर्देश देने का प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया। केजरीवाल ने कहा, ‘‘ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग काफी परेशान हैं। हमें डर है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई बड़ी त्रासदी हो सकती है और हम कभी भी खुद को माफ नहीं कर पाएंगे। मैं हाथ जोड़कर आपसे अनुरोध करता हूं कि आप सभी मुख्यमंत्रियों को दिल्ली आ रहे ऑक्सीजन टैंकरों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने का निर्देश दें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें संकट से निपटने के लिए एक राष्ट्रीय योजना बनाने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार को सेना के जरिए सभी ऑक्सीजन संयंत्रों को अपने नियंत्रण में ले लेना चाहिए और ऑक्सीजन संयंत्र से निकलने वाले प्रत्येक टैंकर के साथ सेना के एस्कॉर्ट वाहन होने चाहिए।" केजरीवाल ने कहा, "ओडिशा और पश्चिम बंगाल से दिल्ली के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति एयरलिफ्ट कर तो केंद्र द्वारा शुरू की गई ऑक्सीजन एक्सप्रेस से की जानी चाहिए।" मुख्यमंत्री ने कोविड टीकों के लिए राज्य सरकारों और केंद्र द्वारा ली जाने वाली अलग-अलग दरों पर भी आपत्ति जताई और कहा कि "एक राष्ट्र, एक दर" की नीति का अनुसरण किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार के सूत्रों ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने टीकों की कीमतों पर गलतबयानी की है जबकि उन्हें मालूम है कि केंद्र टीकों की एक भी खुराक अपने पास नहीं रखता और राज्यों को ही देता है। मोदी ने शुक्रवार को 10 ऐसे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की जहां कोविड के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं। यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुयी। बैठक में भाग लेने वालों में दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश आदि राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए देश के प्रमुख ऑक्सीजन निर्माताओं के साथ भी बैठक की। केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा कि उसने राष्ट्रीय राजधानी में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने इस क्रम में 500 आईसीयू बेड के साथ डीआरडीओ अस्पताल का भी जिक्र किया जिसका वित्तपोषण पीएम केयर्स फंड से किया गया है। बैठक की गोपनीयता को भंग कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास किया- योगीसीएम केजरीवाल के पीएम के साथ बैठक में किए गए आचरण को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी निशाना साधा है। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि उधर इस मामले में मध्य प्रदेश के सीएम शिव राज सिंह चौहान ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सीएम चौहान ने ट्वीट कर कहा कि 'केजरीवाल जी यह संकट का समय है, यह समय राजनीति का नहीं; बल्कि राष्ट्रीय एकता का परिचय देने का समय है। धैर्य और गंभीरता के साथ अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए कोरोना की विषम परिस्थितियों से निपटना है। मैं तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ भी बैठक में शामिल हुआ, वैचारिक मतभेद होने के बाद भी सदैव उनका सम्मान किया; प्रधानमंत्री जी के पद की गरिमा का हमेशा ख्याल रखा। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम सब मिलकर कोरोना को जरूर हरायेंगे।' /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); } var jwconfig_3575740580 = {"file": "https://vod-indiatv.akamaized.net/hls/2021/04/0_ftz6mzis/master.m3u8","image": "https://resize.indiatv.in/resize/vod/1200_-/2021/04/0_ftz6mzis.jpg","title": "पीएम मोदी ने इंटरनल मीटिंग लाइव करने पर जताई नाराजगी, सीएम केजरीवाल ने मांगी माफी\n","height": "440px","width": "100%","aspectratio": "16:9","autostart": 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8095185fa045370859df098328473836 | https://www.indiatv.in/india/national/situation-in-jammu-and-kashmir-is-very-good-and-is-improving-crpf-dg-said-before-the-program-2022-03-16-839977 | जम्मू-कश्मीर में स्थिति ‘बहुत अच्छी’ है, और सुधर रही है- कार्यक्रम से पहले बोले सीआरपीएफ डीजी | सीआरपीएफ जम्मू के एम ए स्टेडियम में शनिवार को अपने वार्षिक 83वें स्थापना दिवस परेड का आयोजन करेगी और संयोग से, यह पहली बार है कि बल दिल्ली-एनसीआर के बाहर अपना वार्षिक दिवस मना रहा है। | केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक (डीजी) कुलदीप सिंह ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति "बहुत अच्छी" है और इसमें और सुधार हो रहा है। वह बल के 83वें स्थापना दिवस से पहले ‘डीजी परेड’ की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्य कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को शिरकत करनी है। सीआरपीएफ प्रमुख सिंह ने यह भी कहा कि 2021-22 में अभियानों के दौरान बल ने 162 आतंकवादी और माओवादी मार गिराए गए, 1500 को गिरफ्तार किया और 750 अन्य को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया, जबकि बल के 12 कर्मियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया और 169 अन्य घायल हुए। सीआरपीएफ जम्मू के एम ए स्टेडियम में शनिवार को अपने वार्षिक 83वें स्थापना दिवस परेड का आयोजन करेगी और संयोग से, यह पहली बार है कि बल दिल्ली-एनसीआर के बाहर अपना वार्षिक दिवस मना रहा है। सिंह ने स्टेडियम में डीजी परेड के इतर पत्रकारों से कहा, '(जम्मू-कश्मीर में) स्थिति बहुत अच्छी है। सीआरपीएफ नागरिक अधिकारियों की सहायता कर रही है और स्थानीय सरकार को भी सहायता प्रदान कर रही है। स्थिति में बहुत सुधार हुआ है और आगे भी सुधार हो रहा है।' सीआरपीएफ की अलग अलग बटालियनों के जवानों ने परेड प्रस्तुत की और सीआरपीएफ महिला ‘डेयर डेविल्स’ ने मोटरसाइकल से हैरतअंगेज़ स्टंट दिखाए। सिंह ने कहा कि डीजी परेड पूर्ण अभ्यास की तरह होता है। गृह मंत्री के कार्यक्रम के बारे में पूछने पर, खासकर, शुक्रवार को उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा की बैठक की अध्यक्षता करने की खबरों पर, सिंह ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार ने विभिन्न बलों को निर्देश दिया है कि वह देश के विभिन्न स्थानों पर वार्षिक दिवस परेड आयोजित करें और लोगों को शक्ति प्रदर्शन से रू-ब-रू कराएं।' सीआरपीएफ के प्रमुख ने कहा, “इससे कर्मियों के साथ-साथ नागरिकों, विशेषकर युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। यह राष्ट्रीय एकता में भी मदद करेगा।” घाटी में छुट्टी पर गए सीआरपीएफ के एक जवान की हाल में हत्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस साल इस तरह की यह पहली घटना है लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई की और अपराधी को कम से कम समय में गिरफ्तार कर लिया। शोपियां जिले के चेक चोटीपोरा गांव में आतंकियों ने सीआरपीएफ जवान मुख्तार अहमद की उनके घर पर 12 मार्च को गोली मारकर हत्या कर दी थी। आतंकवादियों द्वारा छुपने के लिए धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। वे कहीं भी हों, सुरक्षा बल पहुंचेंगे और उन्हें खत्म कर देंगे।'इससे पहले सीआरपीएफ प्रमुख ने परेड को संबोधित करते हुए कहा कि 2021-2022 में हथियार और गोलाबारूद का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है जिनमें 415 हथियार, 13,000 गोलियां, 1400 किलोग्राम विस्फोटक, 225 ग्रेनेड, 115 बम, 615 आईईडी, 2400 डेटोनेटर और 5336 जिलेटिन की छड़ें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इसी के साथ 25,775 किलोग्राम मादक पदार्थ भी जब्त किए गए हैं। |
dc56143e971267742b596d4f92f776be | https://www.indiatv.in/india/politics-india-china-lac-rahul-gandhi-attacks-pm-modi-740313 | LAC पर China के साथ जारी विवाद के बीच राहुल गांधी का मोदी सरकार पर बड़ा हमला | कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एकबार फिर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने भारत और चीन के बीच चल रही बातचीत पर सवाल उठाया है। | नई दिल्ली. लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एकबार फिर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने भारत और चीन के बीच चल रही बातचीत पर सवाल उठाया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "चीन के साथ चल रही 'बातचीत' मार्च 2020 वाली यथास्थिति की बहाली को लेकर है। पीएम और भारत सरकार ने चीन को हमारी जमीन से बाहर निकालने की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया है। अन्य सभी "बात" बेकार है।इससे पहले एक अन्य ट्वीट में राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "चीनियों ने हमारी जमीन कब्जा ली है। इस जमीन को वापस लेने के लिए भारत सरकार क्या प्लान कर रही है। या फिर इसे भी 'Act of God' के लिए छोड़ा जा रहा है?गुरुवार को रूस में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच हुई बातचीतचीन-भारत के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएससी) पर जारी तनाव को कम करने के लिए मॉस्को में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात के बाद जारी संयुक्त बयान और पांच बिंदुओं पर बनी सहमति ने सीमा की मौजूदा स्थिति को लेकर तनाव कम करने में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में चिन्हित किया, जिसने अधिकांश अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की अपेक्षाओं को बढ़ावा दिया है।नई दिल्ली. लद्दाख में LAC पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एकबार फिर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने भारत और चीन के बीच चल रही बातचीत पर सवाल उठाया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "चीन के साथ चल रही 'बातचीत' मार्च 2020 वाली यथास्थिति की बहाली को लेकर है। पीएम और भारत सरकार ने चीन को हमारी जमीन से बाहर निकालने की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया है। अन्य सभी "बात" बेकार है।इससे पहले एक अन्य ट्वीट में राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "चीनियों ने हमारी जमीन कब्जा ली है। इस जमीन को वापस लेने के लिए भारत सरकार क्या प्लान कर रही है। या फिर इसे भी 'Act of God' के लिए छोड़ा जा रहा है?गुरुवार को रूस में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच हुई बातचीतचीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में यह कहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी विशेषज्ञों ने शुक्रवार को ग्लोबल टाइम्स को बताया कि इस मुलाकात ने दोनों देशों के नेताओं के बीच भविष्य में संभावित बैठक के लिए अनुकूल परिस्थितियों को तैयार किया है।इसमें कहा गया, "हालांकि, संयुक्त बयान का सफल कार्यान्वयन इस बात पर निर्भर करता है कि क्या भारतीय पक्ष वास्तव में अपनी बात पर कायम रहता है। इसने चेतावनी दी कि देश के इतिहास को देखते हुए, यह संभव है कि संयुक्त बयान केवल कागजों पर ही सिमट कर न रह जाए।"पांच बिंदुओं वाले आम सहमति में, चीन के विदेश मंत्री वांग और भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने सहमति व्यक्त की है कि चीन और भारत को दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी सहमति से मार्गदर्शन लेना चाहिए, जिसमें मतभेदों का संघर्ष में नहीं बदलने देना शामिल है। सीमा क्षेत्रों में मौजूदा संघर्ष दोनों पक्षों के हित में नहीं है। दोनों देशों के सैनिकों को अपने वर्तमान संवाद को जारी रखना चाहिए, जितनी जल्दी हो सके सेना को पीछे हटना चाहिए, आवश्यक दूरी बनाए रखना चाहिए और मौजूदा तनाव को कम करना चाहिए। |
52db616c03794fecfcd528fe122011cc | https://www.indiatv.in/india/politics/mukhtar-abbas-naqvi-says-modi-bashing-brigade-trying-to-defame-him-india-since-2014-2022-05-07-849386 | मोदी जन नेता, इस्लामोफोबिया का हौवा बना रहे इंडिया फोबिया के ग्रस्त लोग: मुख्तार अब्बास नकवी | नकवी ने कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है जहां सभी धर्मों के अनुयायी पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों के साथ रहते हैं। | मुंबई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक ‘जन नेता’ बताते हुए केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने शनिवार को कहा कि ‘मोदी को कोसने वाली ब्रिगेड’ (Modi bashing brigade) 2014 से प्रधानमंत्री और भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया फोबिया’ से ग्रस्त लोग अब ‘इस्लामोफोबिया’ का हौआ बनाकर देश को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन ऐसा करने की कोशिश करने वाले कभी भी अपने ‘नापाक मंसूबों’ में सफल नहीं होंगे।‘पीएम मोदी एक जन नेता हैं’भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नकवी ने कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है जहां सभी धर्मों के अनुयायी पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों के साथ रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) एक जन नेता हैं, न कि किसी विशेष जाति, समुदाय, क्षेत्र और धर्म के नेता। इसलिए विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सभी का समावेशी सशक्तिकरण सुनिश्चित करने में सफल हो रही है।’ अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जाति, समुदाय और सांप्रदायिकता की बाधाओं को तोड़कर आम लोगों को देश की प्रगति के प्रयासों में साझेदार बनाया है।‘2014 से कोशिश में लगे हैं ये लोग’नकवी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी को कोसने वाली ब्रिगेड 2014 से उन्हें (मोदी) और भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। लेकिन ऐसा करने की कोशिश करने वाले कभी भी अपने ‘नापाक मंसूबों’ में सफल नहीं होंगे। सद्भाव और भाईचारे की हमारी ताकत देश के खिलाफ किसी भी सांप्रदायिक साजिश को असफल कर देगी। भारत दुनिया का एकमात्र देश है जहां सभी धर्मों के अनुयायी पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों के साथ रहते हैं। ‘अनेकता में एकता’ भारत को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ बनाती है।’‘संविधान मौलिक कर्तव्यों का संदेश है’नकवी ने कहा, ‘हमारा संविधान मौलिक अधिकारों के साथ-साथ मौलिक कर्तव्यों का एक संदेश है। हमारी संवैधानिक प्रतिबद्धता भारत के सांप्रदायिक एवं सामाजिक सद्भाव और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के ताने-बाने को बिगाड़ने संबंधी किसी भी साजिश की अनुमति नहीं देगी।’ |
37a2e9c8b9f67deb24c3af20e03d2f9c | https://www.indiatv.in/india/national-russian-sputnik-v-vaccine-arrives-in-india-for-human-clinical-trial-753949 | ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल के लिए भारत पहुंची रूस की कोरोना वैक्सीन 'स्पुतनिक वी' | दुनियाभर के लोग कोरोना वायरस संक्रमण को खत्म करने के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन रूस की 'स्पुतनिक वी' की खेप भारत पहुंच चुकी है। | नई दिल्ली: दुनियाभर के लोग कोरोना वायरस संक्रमण को खत्म करने के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन रूस की 'स्पुतनिक वी' की खेप भारत पहुंच चुकी है। दिग्गज भारतीय फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज देश में वैक्सीन का दूसरा और तीसरा ट्रायल शुरू करेगी। मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में, डॉ. रेड्डीज और 'स्पुतनिक वी' के लोगो वाले कंटेनरों को एक छोटे ट्रक से उतार दिया गया है।बुधवार को रूस के नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी और रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने घोषणा की थी कि स्पुतनिक वी वैक्सीन ने उच्च प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया। घोषणा की गई है कि वैक्सीन 92 प्रतिशत प्रभावी पाई गई है।चार सितंबर को दुनिया के प्रमुख चिकित्सा पत्रिकाओं में से एक, द लैंसेट, ने वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण के नैदानिक परीक्षणों (क्लीनिकल ट्रायल) के परिणामों पर एक शोध पत्र प्रकाशित किया है, जिसमें टीकाकरण का कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव नहीं देखा गया है। इसके अलावा इसकी प्रभावी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया देखी गई है।दुनियाभर में 50 से अधिक देशों से स्पुतनिक वी वैक्सीन की 1.2 अरब से अधिक खुराक के लिए अनुरोध प्राप्त हुए हैं। वैश्विक बाजार के लिए वैक्सीन की आपूर्ति भारत, ब्राजील, चीन, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों में आरडीआईएफ के अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों द्वारा उत्पादित की जाएगी।इससे पहले अक्टूबर में डॉ. रेड्डीज और रूस डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड ने भारत में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल (डीसीजीआई) से स्पुतनिक वी वैक्सीन के लिए एक दूसरे/तीसरे मानव नैदानिक (ह्यूमन क्लीनिकल) ??परीक्षण करने के लिए स्वीकृति प्राप्त की थी।बीआईआरएसी चेयरपर्सन और डीबीटी सचिव रेनू स्वरूप ने एक बयान में कहा है कि सरकार कोविड वैक्सीन उम्मीदवारों के फास्ट ट्रैक नैदानिक ??विकास के लिए प्रतिबद्ध है और उपयुक्त वैक्सीन को बाजार में तेजी से लाने के लिए सुविधा प्रदान करने पर प्रतिबद्ध है। |
8c9988c7c0e32552d6a541a7e1c00d76 | https://www.indiatv.in/india/national-odisha-coronavirus-cases-latest-updates-797125 | ओडिशा में कोरोना के 3427 नए केस मिले, 42 मरीजों की मौत | ओडिशा में शनिवार को कोविड-19 के 3,427 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,73,925 हो गई। वहीं, 42 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 3,550 हो गई। | भुवनेश्वर: ओडिशा में शनिवार को कोविड-19 के 3,427 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8,73,925 हो गई। वहीं, 42 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 3,550 हो गई। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1,954 नए मामले पृथक-वास केंद्रों से सामने आए हैं, जबकि 1,473 मरीज संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तलाश के दौरान मिले। खुर्दा जिले से सबसे ज्यादा 553 मामले सामने आए हैं। राजधानी भुवनेश्वर इसी जिले का हिस्सा है। इसके बाद कटक से 396 और जाजपुर से 285 मामले सामने आए हैं। ओडिशा में अब 40,471 मरीजों का उपचार चल रहा है और 8,29,851 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।देश में एक दिन में कोविड-19 के 60,753 नए मामले आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,98,23,546 हो गयी है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 7,60,019 हो गयी है जो 74 दिनों में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, 1,647 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 3,85,137 हो गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 2.55 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 96.16 प्रतिशत है। मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को कुल 19,02,009 नमूनों की जांच की गई और इसके साथ ही देश में अब तक कुल 38,92,07,637 नमूनों की जांच हो चुकी है। संक्रमण की दैनिक दर 2.98 प्रतिशत दर्ज की गई। यह लगातार 12वें दिन पांच प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी गिरकर 3.58 प्रतिशत हो गयी है। आंकड़ों के मुताबिक, स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या लगातार 37वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक है। इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 2,86,78,390 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.29 प्रतिशत है। इस महामारी से जिन 1,647 और लोगों ने जान गंवाई है उनमें से 648 की महाराष्ट्र, 287 की तमिलनाडु और 168 लोगों की मौत कर्नाटक में हुई। देश में अब तक कुल 3,85,137 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है। इनमें से सबसे अधिक 1,16,674 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 33,602 की कर्नाटक, 30,835 की तमिलनाडु, 24,900 की दिल्ली, 22,081 की उत्तर प्रदेश, 17,240 की पश्चिम बंगाल, 15,771 की पंजाब और 13,368 लोगों की मौत छत्तीसगढ़ में हुई। |
65afb8d6c0fdeee511cc25aa9409a7fd | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh/pm-for-making-provocative-remarks-against-qawwali-singer-and-shah-case-registered-on-the-allegation-2022-03-31-842281 | कव्वाली गायक के खिलाफ प्रधानमंत्री और शाह पर भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज | मध्य प्रदेश पुलिस ने उत्तरप्रदेश के एक कव्वाली गायक के खिलाफ रीवा जिले में एक संगीत कार्यक्रम के दौरान देश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। | मध्य प्रदेश पुलिस ने उत्तरप्रदेश के एक कव्वाली गायक के खिलाफ रीवा जिले में एक संगीत कार्यक्रम के दौरान देश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। कव्वाली गायक नवाज शरीफ ने रीवा जिले के मनगवां कस्बे में उर्स के दौरान आयोजित कार्यक्रम में 28 मार्च को यह टिप्पणी की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुआ था। वीडियो में शरीफ को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘मोदी जी कहते हैं हम हैं, योगी जी (उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) कहते हैं हम हैं, अमित शाह जी कहते हैं हम हैं, लेकिन ये हैं कौन? अगर गरीब नवाज चाह ले तो पता ही नहीं चलेगा कि हिन्दुस्तान कहां पर बसा था, कहां पर है।’’ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा ने बताया कि शरीफ एवं इस कार्यक्रम के आयोजक उर्स ईदगाह कमेटी मनगवां के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत बुधवार को मामला दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि शरीफ को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम को उत्तरप्रदेश भेजा गया है। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं और भाजपा नेताओं ने शरीफ की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है। |
6f4759c3de2faf963ab604a1e36ff7fe | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-bahraich-bondi-police-station-sho-challan-for-not-applying-mask-by-sp-732717 | यूपी: मास्क पहने बिना लोगों का चालान काट रहे थानेदार का एसपी ने किया चालान | उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में फेस मास्क नहीं पहनने वाले नागरिकों का चालान काट रहे एक थानेदार को खुद मास्क न पहनना भारी पड़ गया | बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में फेस मास्क नहीं पहनने वाले नागरिकों का चालान काट रहे एक थानेदार को खुद मास्क न पहनना भारी पड़ गया। दरअसल, थानेदार सुभाषचंद्र सिंह ने खुद मास्क नहीं लगा रखा था, जिस पर पुलिस अधीक्षक ने उनका चालान काट दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बौंडी थाना प्रभारी सुभाषचंद्र सिंह वाहन चेकिंग के दौरान पैदल लोगों व साइकिल सवार ग्रामीणों का मास्क न पहनने पर चालान काट रहे थे। थानाध्यक्ष लोगों को मास्क पहनने की नसीहत तो दे रहे थे लेकिन स्वयं उन्होंने मास्क नहीं लगा रखा था।बताया जा रहा है कि कुछ ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि अंगौछा पहनने के बावजूद पुलिस ने उनका फेस मास्क संबंधी चालान कर दिया है। इस बीच पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र को कहीं से इस बात की जानकारी मिली और मास्क पहने बिना जनता से रूबरू होते उक्त थानेदार की फोटो उन्होंने देखी तो तुरंत कार्रवाई करते हुए सोमवार को थानेदार का 500 रूपये का चालान काट दिया। पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार को कहा, ‘फेस मास्क जैसे साधारण एहतियात से तो स्वयं, अपने परिवार और जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा होती है। हमारे अधिकारी ही यदि इतनी छोटी सी बात का ध्यान नहीं रखेंगे तो समाज को हम क्या संदेश दे पाएंगे।’पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र ने कहा कि इस चालान से हमने जिले के समस्त पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को संदेश देने की कोशिश की है कि हम पुलिस वाले जनता से ऊपर नहीं हैं बल्कि हम यदि गलती करते हैं तो हमें भी उसी कानून के दायरे में आना होगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश में मास्क न पहनने पर जुर्माने का प्रावधान है। इसका उद्देश्य लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करना है ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को तोड़ा जा सके। |
60f5883eb78eef9244b6f65a158f8667 | https://www.indiatv.in/india/national/delhi-there-is-no-need-to-open-meat-shops-during-navratri-the-mayor-wrote-a-letter-to-the-commissioner-2022-04-05-843257 | दिल्ली: नवरात्र के दौरान मांस की दुकानें खोलने की जरूरत नहीं, महापौर ने लिखा कमिश्नर को पत्र | सूर्यन ने दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के आयुक्त ज्ञानेश भारती को लिखे एक पत्र में कहा था कि श्रद्धालु नवरात्र के दौरान जब देवी दुर्गा की पूजा के लिए जाते हैं और रास्ते में मांस की दुकानों के पास से गुजरते हैं तो उन्हें दुर्गंध सहन करनी पड़ती है। | दक्षिण दिल्ली के महापौर मुकेश सूर्यन ने मंगलवार को कहा कि नवरात्र के दौरान ‘‘मांस की दुकानें खोलने की कोई जरूरत नहीं है’’ क्योंकि इस अवधि के दौरान ज्यादातर लोग मांसाहारी भोजन नहीं करते हैं। सूर्यन ने दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के आयुक्त ज्ञानेश भारती को लिखे एक पत्र में कहा था कि श्रद्धालु नवरात्र के दौरान जब देवी दुर्गा की पूजा के लिए जाते हैं और रास्ते में मांस की दुकानों के पास से गुजरते हैं तो उन्हें दुर्गंध सहन करनी पड़ती है तथा इससे उनकी धार्मिक मान्यताएं और भावनाएं प्रभावित होती हैं।उन्होंने कहा था कि नवरात्र के दौरान मंगलवार से 11 अप्रैल तक मांस की दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। महापौर ने निगमायुक्त को अपने निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा था। सूर्यन ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा से कहा, 'आज मांस की अधिकतर दुकानें बंद रहीं। अधिकतर लोग नवरात्र के समय मांस, प्याज-लहसुन नहीं खाते हैं। इसलिए जनता की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, नवरात्र के उत्सव के दौरान मांस की दुकानें खोलने की आवश्यकता नहीं है। इस संबंध में आज एक आदेश जारी किया जाएगा।' समुदाय के अधिकतर वर्गों द्वारा मंगलवार को एक शुभ दिन माना जाता है और मांस की कई दुकानें आम तौर पर सप्ताह के इस दिन बंद रहती हैं। इस बार नवरात्र उत्सव दो अप्रैल से शुरू हुआ है। नवरात्र के दौरान श्रद्धालु उपवास रखते हैं और 'सात्विक' भोजन करते हैं। मध्य दिल्ली के आईएनए मार्केट में मंगलवार को मांस की कई दुकानें बंद रहीं। कुछ व्यापारियों का दावा था कि मांस की दुकानों को बंद करने के कथित 'आदेश' के कारण दुकानें बंद हैं। हालांकि, अभी तक नगर निगम की ओर से कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है। उत्तरी दिल्ली या पूर्वी दिल्ली नगर निकायों द्वारा ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है। गाजीपुर मुर्गा मंडी के महासचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि मांस की दुकानें आज अपने "सामान्य कार्यक्रम" के अनुसार बंद हैं। उन्होंने कहा कि महापौर के संबंधित कदम का कोई असर कल सुबह नौ बजे तक साफ हो जाएगा। महापौर के फैसले ने विवाद खड़ा कर दिया है। कई लोगों ने इस कदम पर सवाल उठाने के लिए ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया है। शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, 'शाकाहारी होने के नाते, अंडा-प्याज नहीं खाने वाली मैं दूसरों के खाने के विकल्पों का सम्मान करती हूं, इसलिए कृपया अपना प्रेरित एजेंडा हमारे नाम पर या हमारी ओर से न रखें। धन्यवाद।' |
6c1304e44c5cd3e4679d34e0d8425b5c | https://www.indiatv.in/india/national/how-will-america-and-india-stop-china-s-expansion-in-the-indo-pacific-region-know-strategy-2022-04-28-847549 | America and India stop China's expansion: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के विस्तार को कैसे रोकेंगे अमेरिका और भारत? जानें रणनीति | एडमिरल एक्विलिनो ने यूक्रेन पर रूसी हमले को खतरनाक समय बताते हुए कहा, 'हमें तत्परता के साथ तैयारी करने की जरूरत है।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत के देशों को ऐसी स्थिति से निपटने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। | India and America will stop China: दिल्ली में बुधवार को भारत के नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरी कुमार और अमेरिकी हिंद-प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल जॉन एक्विलिनो के साथ व्यापक बातचीत हुई । उनकी बातचीत में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता से उत्पन्न प्रमुख चुनौतियों और यूक्रेन संकट के क्षेत्रीय सुरक्षा पर संभावित प्रभावों पर जोर रहा। सूत्रों ने बताया कि शीर्ष अमेरिकी कमांडर ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की और दोनों के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों के संबंध में चर्चा हुई। एडमिरल जॉन एक्विलिनो 'रायसीना डायलॉग' कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत आए हैं। दोनों कमांडरों ने द्विपक्षीय नौसैनिक सहयोग और हिंद-प्रशांत, दक्षिण चीन सागर और हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों की व्यापक समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि दोनों कमांडरों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध के संभावित प्रभावों पर भी गौर किया। नौसेना प्रमुख ने ऑस्ट्रेलिया के रक्षा बल के प्रमुख जनरल अंगुस कैम्पबेल के साथ भी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। थल सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने भी जनरल कैम्पबेल के साथ वार्ता की और इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के तौर-तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया। 'रायसीना डायलॉग' के एक सत्र में एडमिरल एक्विलिनो ने रूस-यूक्रेन युद्ध का व्यापक रूप से जिक्र किया और कहा कि यह समान विचारधारा वाले देशों के लिए ऐसी चुनौतियों से निपटने की खातिर 'तात्कालिता की भावना' के साथ तैयार होने का समय है। उन्होंने कहा, 'यूक्रेन में हमने जो कुछ देखा, उससे हम सभी चिंतित हैं। हमने युद्ध शुरू करने के लिए अकारण कार्रवाई देखी। जब मैं वैश्विक सुरक्षा के नजरिए से देखता हूं तो यह बहुत ही चिंताजनक समय है।' एडमिरल एक्विलिनो ने यूक्रेन पर रूसी हमले को अपने जीवन का सबसे खतरनाक समय बताते हुए कहा, 'हमें तत्परता के साथ तैयारी करने की जरूरत है।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत के देशों को ऐसी स्थिति से निपटने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूसी हमले को देखते हुए नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) अपनी ताकत बढ़ा रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि यह हिंद-प्रशांत के लिए एक अच्छा मॉडल हो सकता है। इनपुट-भाषा |
9ecb9e405316bad0e6197ae02f82af82 | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-greater-noida-girl-kidnap-813883 | ग्रेटर नोएडा में भाई-बहनों के साथ मॉर्निंग वॉक पर गई युवती का अपहरण | उत्तर प्रदेश के ग्रटर नोएडा में बृहस्पतिवार सुबह अपने छोटे भाई-बहनों के साथ सुबह की सैर पर निकली 20 वर्षीय युवती को कार सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने अगवा कर लिया। | नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बृहस्पतिवार सुबह अपने छोटे भाई-बहनों के साथ सुबह की सैर पर निकली 20 वर्षीय युवती को कार सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने अगवा कर लिया। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। घटना की जांच के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई है। पुलिस अपहृत युवती को जल्द बरामद करने का दावा कर रही है। इस बाबत थाना बादल पुर में मुकदमा दर्ज हुआ है।अपह्रत छात्रा के पिता और दादा क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) हरिश चंदर ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह को सूचना मिली कि सादोपुर झाल निवासी चार भाई- बहन आज सुबह को सैर करने के लिए एक साथ निकले थे। इनमें से 20 वर्षीय युवती का कार सवार अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया है। उन्होंने बताया कि युवती के साथ सैर पर गए बच्चों के साथ कार सवार बदमाशों ने बदसलूकी की।अपह्रत युवती के पिता ने बताया कि उनकी छोटी बेटी के साथ बदमाशों ने छेड़छाड़ की। बहन को बचाने के लिए आई बड़ी बहन के साथ भी बदमाशों ने छेड़छाड़ की तथा उसके कपड़े फाड़ दिए। चारों भाई-बहनों ने शोर मचाया, जिसके बाद आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। अधिकारी ने बताया कि बदमाशों ने युवती के साथ बदसलूकी करने के बाद उसे कार में जबरन खींच कर अगवा कर ले गए।इस घटना से आक्रोशित होकर मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और सड़क पर जाम लगा दिया। दादरी से भाजपा विधायक तेजपाल नागर और विधान परिषद सदस्य श्री चंद शर्मा भी मौके पर पहुंचे और पुलिस क तरफ से युवती को जल्द छुड़ाए जाने का आश्वासन देकर उन्हें शांत करने की कोशिश की। |
4357bc85ae9ce63bbb5e1289caddb947 | https://www.indiatv.in/india/national-relaxation-in-visa-rules-for-foreign-journalists-734438 | विदेशी पत्रकारों के लिए वीजा नियमों में दी गई ढील | सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, अब भारत में पत्रकार वीजा पर विदेशी नागरिकों और उनके आश्रितों को आने की छूट दी जाएगी। | नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचाया हुआ है। इस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कई देशों ने इंटरनेशल फ्लाइट्स पर रोक लगाई हुई है। भारत ने भी विदेशी नागरिकों के भारत आने पर रोक लगाई हुई है। अब भारत में Unlock की प्रक्रिया जारी है। अब भारत सरकार ने वीजा नियमों में ढील दी है।सरकार ने वैध वीजा रखने वाले विदेशी पत्रकारों को परिवार के साथ भारत आने की अनुमति दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना में कहा गया है कि भारत की यात्रा करना चाह रहे विदेशी नागरिकों की और अधिक श्रेणियों के लिये वीजा एवं यात्रा प्रतिबंधों में और अधिक छूट देने की जरूरत पर विचार करने के बाद यह फैसला लिया गया।अधिसूचना में कहा गया है कि इसके मुताबिक भारत में प्रवेश की पहले से अनुमति प्राप्त विदेशी नागरिकों की श्रेणियों के अलावा पत्रकार (जे-1) वीजा धारक विदेशी नागरिकों और जे-1 एक्स वीजा वाले उनके आश्रितों को भारत में प्रवेश की अनुमति देने का फैसला लिया गया है। यदि उनके पास जे-1 या जे-1 एक्स वीजा है, जो निलंबित हो गया है, तो भारत में उनके प्रवेश के लिये ऐसे वीजा तत्काल प्रभाव से बहाल किये जाएंगे।हालांकि, गृह मंत्रालय ने कहा कि यदि इस तरह के वीजा की वैघता समाप्त हो गई है तो वे भारतीय दूतावासों से नये सिरे से जे-1 या जे-1 एक्स वीजा हासिल कर सकते हैं। अधिसूचना में कहा गया है कि यह भी फैसला लिया गया है कि आव्रजन चेक पोस्ट के जरिये भारत आने वाले यात्री ट्रैफिक पर मौजूदा पाबंदियां विदेशी नागरिकों की इन श्रेणियों पर लागू नहीं होंगी। हालांकि, कोविड-19 से जुड़े विषयों में स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा।सरकार ने अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस प्रवासी भारतीय नागरिक (ओसीआई) कार्ड धारकों को भारत आने की अनुमति पहले ही दे दी है। इन देशों के साथ भारत ने विशेष हवाई यात्रा समझौता किया है। इन देशों के अन्य विदेशियों को भी व्यापार, मेडिकल एवं रोजगार उद्देश्यों के लिये भारतीय वीजा सुविधा हासिल करने की अनुमति दी गई है। सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिये 25 मार्च से लॉकडाउन लागू करने के बाद विदेशियों की यात्रा पर पाबंदी लगा थी। (भाषा) |
0bb263ea168386f3d12aa3eba87c6da7 | https://www.indiatv.in/india/politics/chhattisgarh-ops-bhupesh-baghel-in-budget-session-old-pension-scheme-will-be-implemented-2022-03-09-839082 | Chhattisgarh OPS: भूपेश बघेल ने बजट सेशन में किया ऐलान, राज्य में लागू होगी पुरानी पेंशन योजना | मुख्यमंत्री बघेल ने अपने बजट भाषण में कहा कि मेरा सौभाग्य है कि भारत की आजादी की 75वीं सालगिरह के वर्ष में मैं अपनी सरकार का यह बजट प्रस्तुत कर रहा हूं। | रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया। बघेल के पास वित्त विभाग का भी प्रभार है और उन्होंने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 1.04 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने राज्य में पुरानी पेंशन योजना को लागू करने तथा छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल और छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में राज्य के स्थानीय प्रतिभागियों का परीक्षा शुल्क माफ करने समेत कई अन्य घोषणाएं की।‘नवा रायपुर में सेवा ग्राम की स्थापना की जाएगी’मुख्यमंत्री बघेल ने अपने बजट भाषण में कहा कि मेरा सौभाग्य है कि भारत की आजादी की 75वीं सालगिरह के वर्ष में मैं अपनी सरकार का यह बजट प्रस्तुत कर रहा हूं। उन्होंने कहा, ‘मुझे संतोष है कि बीते तीन वर्षां के दौरान हमारी सरकार ने आजादी के नायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को पूरा करने की दिशा में सार्थक कदम उठाये हैं। बापू की स्मृतियां को संजोने और उनके विचारों पर आधारित विकास के रास्तों को प्रदर्शित करने के लिए नवा रायपुर में सेवा ग्राम की स्थापना की जाएगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत 100 करोड़ रुपये है।’ राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ ने भी पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने का ऐलान किया।‘2022-23 में कुल 701 करोड़ के राजस्व अधिशेष का अनुमान’बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का सकल वित्तीय घाटा 14 हजार 600 करोड़ रुपये अनुमानित है, जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 3.3 प्रतिशत है। वर्ष 2022-23 के लिए कुल प्राप्तियां एक लाख चार हजार करोड़ रुपये पर शुद्ध खर्च एक लाख चार हजार करोड़ रुपये अनुमानित है। उन्होंने कहा कि राज्य की कुल राजस्व प्राप्तियां 89 हजार 73 करोड़ रुपये तथा कुल राजस्व व्यय 88 हजार 372 करोड़ अनुमानित है। इसलिए वर्ष 2022-23 में कुल 701 करोड़ के राजस्व अधिशेष का अनुमान है। बघेल ने बताया कि वर्ष 2022-23 के लिए बजट में किसी नए कर का प्रस्ताव नहीं है। |
97c9831f5d8f14742a59080cdf03d135 | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-coronavirus-cases-in-noida-updates-737865 | नोएडा में Coronavirus के 103 नए मामले, अबतक 45 लोगों ने गंवाई जान | उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस संक्रमण के 103 नए मामले सामने आए जिसके साथ ही यहां संक्रमितों की संख्या आठ हजार के पार हो गई है। | नोएडा: उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस संक्रमण के 103 नए मामले सामने आए जिसके साथ ही यहां संक्रमितों की संख्या आठ हजार के पार हो गई है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।जिला निगरानी अधिकारी नीरज त्यागी ने बताया कि बीते 24 घंटे में 103 लोगों के कोविड-19 वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की गई, जबकि स्वस्थ होने के बाद 104 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले में 1,067 लोगों का इलाज जारी है जबकि 6,946 संक्रमितों का अब तक सफल इलाज हो चुका है।अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से जनपद में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है। |
bf2f15f86f90d1a00bcec449f25b1686 | https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-new-cases-death-toll-latest-news-updates-813636 | 24 घंटे में कोरोना वायरस के 27,176 नए मामले, 284 लोगों की मौत | कोविड-19 के 27,176 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,33,16,755 हो गई। वहीं, 284 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,43,497 हो गई। | नयी दिल्ली: भारत में एक दिन में कोविड-19 के 27,176 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,33,16,755 हो गई। वहीं, 284 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,43,497 हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, लगातार 80 दिन से कोविड-19 के रोजाना 50 हजार से कम मामले सामने आ रहे हैं। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी कम होकर 3,51,087 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.05 प्रतिशत है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.62 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे। |
a6c08f233d0ff2ab9d0493adb1964dac | https://www.indiatv.in/india/national/russia-ukraine-news-india-put-up-russian-flag-on-qutub-minar-in-support-of-russia-know-what-is-the-truth-2022-03-08-838878 | Russia Ukraine News : रूस के समर्थन में भारत ने कुतुब मीनार पर लगाया रूसी झंडा? जानिए क्या है सच्चाई | ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट के साथ कुतुब मीनार की कुछ तस्वीरें शेयर की। इन तस्वीरों में कुतुब मीनार को नीले और लाल रंग में देखा जा सकता है। | Russia Ukraine News: चीन , भारत के खिलाफ अंतराराष्ट्रीय स्तर पर साजिश रचकर झूठ फैलाने की मुहिम में लगा हुआ है। इस कड़ी में चीन ने भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल करने के लिए एक नया झूठ फैलाया है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने अपने 07 मार्च के ट्वीट यह बताया कि दिल्ली में कुतुब मीनार की इमारत को रूसी झंडे के रंग से रोशन कर दिया है।चीन ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल करने के लिए यह झूठ फैलाया। ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट के साथ कुतुब मीनार की कुछ तस्वीरें शेयर की। इन तस्वीरों में कुतुब मीनार को नीले और लाल रंग में देखा जा सकता है। इसी नीले और लाल रंग को आधार बनाकर चीन ने यह झूठ फैलाने की कोशिश की ताकि पूरी दुनिया में इसका एक अलग संदेश जाए कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में भारत रूस का समर्थन कर रहा है।पीआईबी फैक्ट चेक में ग्लोबल टाइम्स का दावा गलत निकला। फैक्ट चेक में यह पाया गया कि लालकिले पर नीले और लाल रंग के थीम के अलावा प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना के बारे में लिखा हुआ है। केवल रंग देखकर झूठ फैलाने वाले चीन ने एक भी बार इन फोटो की सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की। या फिर सच्चाई को जानबूझकर इग्नोर किया गया। दरअसल, सच्चाई यह है कि आजादी के अमृत महोत्सव पर कुतुब मीनार को प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना थीम के रंग में रंगा गया था। पीआईबी फैक्ट चेक में कुतुब मीनार पर रूसी झंडे के थीम की बात गलत साबित हुई। |
58b96ab0edff4a3ac7c62d9c98709b1c | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-kanpur-encounter-up-gangster-vikas-dubey-friend-amar-dubey-wife-declared-minor-738214 | बिकरू कांड के आरोपी अमर दुबे की पत्नी नाबालिग घोषित | उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हुए बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथ घटना को अंजाम देने वाल अमर दुबे की पत्नी खुशी को किशोर न्याय बोर्ड ने नाबालिग घोषित किया है। | कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हुए बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथ घटना को अंजाम देने वाल अमर दुबे की पत्नी खुशी को किशोर न्याय बोर्ड ने नाबालिग घोषित किया है। खुशी के अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावित क्षेत्र (कानपुर देहात एंटी डकैती कोर्ट) में खुशी के नाबालिग होने के संबंध में साक्ष्य दिए थे। इस पर कोर्ट ने खुशी की उम्र के निर्धारण के लिए फाइल किशोर न्याय बोर्ड को स्थानांतरित कर दी थी। खुशी के अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने सुनवाई के दौरान बोर्ड में तर्क रखा कि खुशी की उम्र लगभग 16 वर्ष 10 माह है।कोर्ट में दिए कागाजात के अनुसार, खुशी ने कक्षा 5 व 8 की परीक्षा शास्त्री नगर स्थित मां सरस्वती विद्यालय से तथा कक्षा 9 व 10 की परीक्षा पनकी स्थित शहीद चंद्रशेखर आजाद इंटर कॉलेज से पास की। शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर खुशी का जन्म 21 अगस्त, 2003 को हुआ था। उम्र की पुष्टि के लिए हाईस्कूल का प्रमाणपत्र व अन्य शैक्षिक प्रमाणपत्र भी पेश किए। साक्ष्यों के आधार पर बोर्ड ने खुशी को नाबालिग मान लिया है।विकास दुबे के दहिना हाथ माने जाने वाले अमर दुबे को एसटीएफ ने हमीरपुर में एक मुठभेड़ में मार गिराया था। अमर और खुशी की शादी 29 जून को हुई थी। दो जुलाई को बिकरू कांड हो गया। परिवार का आरोप था विकास दुबे ने जबरन दोनों की शादी करवाई थी, लेकिन बाद में एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें खुशी बेहद खुश नजर आ रही थी।हालांकि बीच में सुबूत के अभाव में खुशी को पहले पुलिस ने रिहा कराने की तैयारी की थी। इसी बीच विकास के साथी शशिकांत की पत्नी मनु की कॉल रिकॉर्डिग वायरल हो गई। इसके बाद खुशी भी जांच के घेरे में आ गई। पुलिस के अनुसार क्षमा, रेखा और शांति की तरह उसे भी जेल में ही रहना पड़ेगा।मामले की पड़ताल की गई तो खुशी के भी साजिश में शामिल होने के साक्ष्य मिले। इसके बाद उसका भी नाम जोड़ लिया गया था। आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि खुशी के खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं। |
ec7251b64c4d1ca2ef59626ba39b280a | https://www.indiatv.in/india/politics-12-mps-suspended-from-rajya-sabha-for-disrupting-monsoon-session-of-parliament-825102 | राज्यसभा के 12 सांसद पूरे सत्र के लिए निलंबित, प्रियंका चतुर्वेदी और अखिलेश प्रसाद का नाम शामिल | निलंबित होने वाले सांसदों में शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी तथा अनिल देसाई का नाम शामिल हैं। कांग्रेस से फूलो देवी नेतम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजामनी पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह का नाम है। | नई दिल्ली: मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में भारी हंगामा करने वाले 12 सांसदों को मौजूदा शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। निलंबित होने वाले सांसदों में 6 सांसद कांग्रेस पार्टी के हैं, 2-2 सांसद शिवसेना तथा तृणमूल कांग्रेस तथा एक सांसद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और एक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का है। निलंबित होने वाले सांसदों पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर मानसून सत्र के दौरान हंगामा किया था। निलंबित होने वाले सांसदों में शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी तथा अनिल देसाई का नाम शामिल हैं। कांग्रेस से फूलो देवी नेतम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजामनी पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह का नाम है। तृणमूल कांग्रेस से डोला सेन और शांता छेत्री का नाम है तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से बिनॉय विश्वम और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से एलमराम करीम का नाम है। उपसभापति हरिवंश की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव रखा जिसे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन ने मंजूरी दे दी। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं। ज्ञात हो कि संसद के मॉनसून सत्र में राज्यसभा में हंगामे के दौरान धक्का-मुक्की करने और सदन की मर्यादा का कथित तौर पर उल्लंघन करने के आरोपों के बाद राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की थी। समिति की सिफारिशों के आधार पर इन सांसदों के खिलाफ आज कार्रवाई की गई। संसद का शीतकालीन सत्र आज आरंभ हुआ। यह 23 दिसंबर तक प्रस्तावित है।गौरतलब है कि मॉनसून सत्र के दौरान राज्यसभा में महज 28 फीसदी कामकाज हुआ था। 17वीं लोकसभा की छठी बैठक 19 जुलाई 2021 को शुरू हुई और इस दौरान 17 बैठकों में 28 घंटे 21 मिनट कामकाज हुआ। 76 घंटे 26 मिनट संसद में हुए हंगामे, विपक्ष के विरोध और अन्य बाधाओं की वजह से बाधित ही रहा। मॉनसून सत्र में विपक्ष ने कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा। पेगासस जासूसी केस से लेकर महंगाई और किसान आंदोलन विपक्ष के प्रमुख मुद्दे रहे। |
79ed9e4d1b819452013c9732ed313f41 | https://www.indiatv.in/india/national-odisha-coronavirus-cases-latest-updates-752447 | ओडिशा में कोरोना वायरस के 1494 नए केस, 15 और मरीजों की मौत | ओडिशा में कोरोना वायरस संक्रमण के 1494 के नए मामले सामने आए और कोविड-19 से 15 और मरीजों की मौत हो गई। | भुवनेश्वर: ओडिशा में कोरोना वायरस संक्रमण के 1494 के नए मामले सामने आए और कोविड-19 से 15 और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 2,98,768 हो गए और मृतकों की संख्या 1,393 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। संक्रमण के नए मामलों में से 867 मामले पृथक केंद्रों से सामने आए और बाकी संक्रमितों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए। अधिकारी ने बताया कि खुर्दा जिले में 153, कटक में 112 और बालासोर में 102 मामले सामने आए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने ट्वीट करके बताया कि महामारी से 15 और मरीजों की मौत हो गई। ओडिशा में अभी कोविड-19 के 13,789 मरीजों का उपचार चल रहा है और अब तक 2,83,533 मरीज ठीक हो चुके हैं। अधिकारी ने कहा कि राज्य में संक्रमण की दर 6.18 प्रतिशत है। वहीं, गुरुवार को देश में रोजाना कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा 50 हजार के पार जाने के बाद आज शुक्रवार को एक बार फिर से कमी देखने को मिली है और आंकड़ा 50 हजार से नीचे आ गया है।आज स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जो आंकड़े जारी हुए हैं उनके मुताबिक रोजाना कोरोना की वजह से होने वाली मृत्यु में भी गुरुवार के मुकाबले कमी दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार सुबह जो आंकड़े जारी हुए हैं उनके अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 47638 नए मामले सामने आए हैं और अब देश में कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा 84,11,724 तक पहुंच गया है।कोरोना की वजह से जान गंवाने वालों की बात करें तो स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना की वजह से 670 लोगों की जान गई है। गुरुवार को आंकड़ा 700 के पार चला गया है। अबतक यह वायरस देशभर में 124985 लोगों की जान ले चुका है।हालांकि रोजना आने वाले मामलों के मुकाबले कोरोना से रोजाना ठीक होने वाले लोगों की संख्या अभी भी ज्यादा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गुरुवार सुबह तक देशभर में कोरोना वायरस से ठीक हो चुके मामलों का कुल आंकड़ा 7765966 दर्ज किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस से 54157 लोग ठीक हुए हैं। देश में कोरोना वायरस की रिकवरी की दर बढ़कर 92 प्रतिशत के ऊपर हो गई है।देश में कोरोना वायरस से लोग अब तेजी से ठीक होने लगे हैं और नए मामले कम आ रहे हैं और यही वजह है कि देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों का ग्राफ लगातार नीचे आ रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों में 8189 की कमी आई है और अब देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों का आंकड़ा घटकर 520773 रह गया है। |
8ad9b9b846316f256fd12a489ac36233 | https://www.indiatv.in/india/national-rajasthan-toll-plazas-free-from-february-12th-and-rail-roko-abhiyan-on-february-18th-says-darshan-pal-samyukta-kisan-morcha-771542 | 12 फरवरी को राजस्थान के टोल प्लाजा को फ्री करवाएंगे किसान, 18 फरवरी को रेल रोको अभियान: संयुक्त किसान मोर्चा | दर्शन पाल ने बताया कि 16 फरवरी के दिन सर छोटूराम जयंती के मौके पर किसान देशभर में कार्यक्रम करेंगे और 18 फरवरी के दिन दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक देशभर में रेल रोको अभियान चलाया जाएगा | नई दिल्ली। किसान कानूनों को लेकर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से दिए भरोसे के बाद भी किसान अपना आंदोलन समाप्त करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। किसानों ने उल्टा आने वाले दिनों में अपना आंदोलन और तेज करने की बात कही है। संयुक्त किसान मोर्चा के दर्शन पाल ने कहा है कि 12 फरवरी से किसान राजस्थान के सभी टोल नाकों को फ्री करवाएंगे और पुलवामा के शहीदों की याद में 14 फरवरी के दिन केंडल मार्च, मशाल जलूस और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। दर्शन पाल ने बताया कि 16 फरवरी के दिन सर छोटूराम जयंती के मौके पर किसान देशभर में कार्यक्रम करेंगे और 18 फरवरी के दिन दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक देशभर में रेल रोको अभियान चलाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन नये कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों पर ‘‘झूठ एवं अफवाह’’ फैलाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि ये कानून किसी के लिये ‘‘बंधन नहीं है बल्कि एक विकल्प’’ है, ऐसे में विरोध का कोई कारण नहीं है । प्रधानमंत्री ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से अपील की, ‘‘आइये, टेबल पर बैठकर चर्चा करें और समाधान निकालें।’’ उन्होंने यह भी कहा कि किसान आंदोलन पवित्र है लेकिन किसानों के पवित्र आंदोलन को बर्बाद करने का काम आंदोलनकारियों ने नहीं, आंदोलनजीवियों ने किया है। हमें आंदोलकारियों एवं आंदोलनजीवियों में फर्क करने की जरूरत है।राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का लोकसभा में जवाब देते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ पहली बार इस सदन में ये नया तर्क आया कि ये हमने मांगा तो दिया क्यों? आपने लेना नहीं हो तो किसी पर कोई दबाव नहीं है। ’’ प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में कांग्रेस के सदस्य विरोध जताते हुए सदन से बर्हिगमन कर गए। मोदी ने कहा कि इस देश में दहेज के खिलाफ कानून बने, इसकी किसी ने मांग नहीं की, लेकिन प्रगतिशील देश के लिए जरूरी था, इसलिए कानून बना। मोदी ने कहा कि इस देश के छोटे किसान को कुछ पैसे मिले इसकी किसी भी किसान संगठन ने मांग नहीं की थी। लेकिन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत उनको हमने धन देना शुरू किया। उन्होंने कहा कि तीन तलाक कानून, शिक्षा का अधिकार कानून, बाल विवाह रोकने के कानून की किसी ने मांग नहीं की थी, लेकिन समाज के लिए जरूरी था इसलिए कानून बना।प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मांगने के लिए मजबूर करने वाली सोच लोकतंत्र की सोच नहीं हो सकती है।’’ गौरतलब है कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने चर्चा के दौरान कहा था कि जब किसानों ने इन कानूनों की मांग नहीं की तब इसे क्यों लाया गया । विपक्षी दलों ने सरकार से तीन विवादित कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है । इस मुद्दे पर पिछले दो महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमा पर पंजाब, हरियाण, उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों के काफी संख्या में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । बहरहाल, प्रधनमंत्री ने निचले सदन में कहा , ‘‘ कानून बनने के बाद किसी भी किसान से मैं पूछना चाहता हूं कि पहले जो हक और व्यवस्थाएं उनके पास थी, उनमें से कुछ भी इस नए कानून ने छीन लिया है क्या ? इसका जवाब कोई देता नहीं है, क्योंकि सबकुछ वैसा का वैसा ही है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ किसानों के पवित्र आंदोलन को बर्बाद करने का काम आंदोलनकारियों ने नहीं, आंदोलनजीवियों ने किया है। इसलिए देश को आंदोलनकारियों और आंदोलनजीवियों के बारे में फर्क करना बहुत जरूरी है। ’’प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि दंगा करने वालों, सम्प्रदायवादी, आतंकवादियों जो जेल में हैं, उनकी फोटो लेकर उनकी मुक्ति की मांग करना, यह किसानों के आंदोलन को अपवित्र करना है। उन्होंने कहा, ‘‘ किसान आंदोलन को मैं पवित्र मानता हूं। भारत के लोकतंत्र में आंदोलन का महत्व है, लेकिन जब आंदोलनजीवी पवित्र आंदोलन को अपने लाभ के लिए अपवित्र करने निकल पड़ते हैं तो क्या होता है? ’’ सदन में कांग्रेस सदस्यों की टोकाटोकी के संदर्भ में मोदी ने कहा कि संसद में ये जो हो-हल्ला, ये आवाज हो रही है, ये रुकावटें डालने का प्रयास हो रहा है, एक सोची समझी रणनीति के तहत हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ रणनीति ये है कि जो झूठ, अफवाहें फैलाई गई हैं, उसका पर्दाफाश हो जाएगा। इसलिए हो-हल्ला मचाने का खेल चल रहा है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ कानून लागू होने के बाद न देश में कोई मंडी बंद हुई, न एमएसपी बंद हुआ। ये सच्चाई है। इतना ही नहीं ये कानून बनने के बाद एमएसपी की खरीद भी बढ़ी है।’’उन्होंने दोहराया, ‘‘ ये नए कानून किसी के लिए बंधन नहीं हैं, सभी के लिए विकल्प हैं, अगर विकल्प हैं तो विरोध का कारण ही नहीं होता।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का सामर्थ्य बढ़ाने में सभी का सामूहिक योगदान है और जब सभी देशवासियों का पसीना लगता है, तभी देश आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा, ‘‘ देश के लिए सार्वजनिक क्षेत्र जरूरी है तो निजी क्षेत्र का योगदान भी जरूरी है।’’ उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी को कांग्रेस एवं कुछ विपक्षी दलों द्वारा चुनिंदा कारपोरेट घरानों पर टीका टिप्पणी करने संदर्भ में देखा जा रहा है ।प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ आज मानवता के काम देश आ रहा है तो इसमें प्राइवेट सेक्टर का भी बहुत बड़ा योगदान है।’’ मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान इतना बड़ा देश है, कोई भी निर्णय शत प्रतिशत सबको स्वीकार्य हो ऐसा संभव ही नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, ‘‘ कृषि के अंदर जितना निवेश बढ़ेगा, उतना ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। दुनिया में हमें एक नया बाजार उपलब्ध होगा।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ हमारा किसान आत्मनिर्भर बने, उसे अपनी उपज बेचने की आजादी मिले, उस दिशा में काम करने की आवश्यकता है। हमारा किसान सिर्फ गेहूं - चावल तक सीमित न रहकर, दुनिया में जो आवश्यक है, उसका उत्पादन करके बेचे।’’ |
adafaddb607a01cabb1df151363449af | https://www.indiatv.in/india/national-families-seek-bodies-of-three-militants-killed-in-srinagar-encounter-763873 | मुठभेड़ में मारे गए तीन ‘आतंकवादियों’ के परिवारों ने मांगे उनके शव, उमर-महबूबा ने की जांच की मांग | श्रीनगर के परिमपोरा में पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए तीन कथित आतंकवादियों के परिवारों ने सोमवार को उनके शव वापस करने और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। सुरक्षा बलों के अनुसार, 31 दिसंबर को मुठभेड़ में एजाज मकबूल गनई, जुबैर अहमद लोन और अतहर मुश्ताक वानी मारे गए थे। | श्रीनगर: श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में स्थित परिमपोरा में पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए तीन कथित आतंकवादियों के परिवारों ने सोमवार को उनके शव वापस करने और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। सुरक्षा बलों के अनुसार, 31 दिसंबर को मुठभेड़ में एजाज मकबूल गनई, जुबैर अहमद लोन और अतहर मुश्ताक वानी मारे गए थे। पुलिस ने कहा कि वे उसके रिकॉर्ड में आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध नहीं थे लेकिन उनमें से दो कट्टरपंथी विचार के थे। मुठभेड़ में मारे गए युवाओं के रिश्तेदारों ने यहां रेजीडेंसी रोड पर विरोध प्रदर्शन किया। ये भी पढ़ें: Covid-19 के बीच इन दो राज्यों में फैला एक और खतरनाक वायरस, पेड़ से गिर रहे मरे हुए कौवे, मचा हड़कंपप्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर लिखा था कि ‘हम न्याय चाहते हैं’ और ‘निर्दोषों को मारना बंद करो।’ उन्होंने मांग की कि उनके शव उन्हें सौंप दिए जाएं ताकि वे उनका अंतिम संस्कार कर सकें। परिवारों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की भी मांग की। उनका आरोप है कि यह एक फर्जी मुठभेड़ थी। ये भी पढ़ें: इस राज्य में स्कूल खुलते ही दो शिक्षक पाए गए कोरोना पॉजिटिव, छात्रों की संख्या रही अच्छीपीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला मुख्यधारा के उन कई नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने शवों को उनके परिवारों को देने की मांग की है। उमर ने कहा कि श्रीनगर मुठभेड़ की जांच जल्द पूरी होनी चाहिए, क्योंकि मारे गए तीन लोगों के परिवारों का दावा है कि उनके बेटे निर्दोष हैं। उमर ने ट्विटर पर लिखा कि केवल निष्पक्ष और पारदर्शी जांच से मारे गए लोगों के परिवारों को संतुष्ट किया जा सकता है।ये भी पढ़ें: कोरोना से बचाने वाली दवा बिगाड़ सकती है आपकी ‘सेक्स लाइफ’, हो सकती है यह गंभीर बीमारी, WHO की चेतावनीउमर ने ट्वीट किया, "यह बहुत महत्वपूर्ण है कि इस मुठभेड़ की जांच जल्द से जल्द पूरी की जाए। एलजी मनोज सिन्हा द्वारा पहले ही वादा किए गए एक निष्पक्ष और पारदर्शी जांच से ही उन परिवारों को संतुष्ट किया जा सकता है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया था और वे निर्दोष थे।""एलजी ने इस मुठभेड़ में निष्पक्ष और त्वरित जांच का वादा किया है। नेशनल कांफ्रेंस के लोकसभा सदस्य हसनैन मसूदी ने उनसे हाल ही में इस सिलसिले में उनसे बात की थी। हमें उम्मीद है कि एलजी शव उनके परिवारों को सौंपने का आदेश भी देंगे।"30 दिसंबर को श्रीनगर के लवेपोरा में हुई एक मुठभेड़ में पुलवामा के एजाज गनाई, शोपियां के जुबैर लोन और पुलवामा के ही अतहर मुश्ताक मारे गए थे। सेना ने कहा कि उन्हें बार-बार आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया, जो उन्होंने नहीं किया और इसके बजाय सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की और ग्रेनेड फेंके। मारे गए लोगों के परिवार वालों ने सुरक्षा बलों के दावे का खंडन किया है और कहा कि उनके बच्चे आतंकवादी नहीं हैं।पुलिस ने कहा कि हालांकि मुठभेड़ में मारे गए तीनों के नाम आतंकवादियों की सूची में नहीं थे, फिर भी उनमें से दो आतंकवादियों के सहयोगी थे। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी अपनी मांग दोहराई है कि मुठभेड़ में मारे गए तीनों के शव उनके परिजनों को सौंपे जाएं, और मामले की निष्पक्ष जांच हो।महबूबा ने कहा, "लोग कह रहे हैं कि वो मारे गए तीन लोगों के शव चाहते हैं, एक मां अपने खोए हुए बेटे का चेहरा आखिरी बार क्यों नहीं देख सकती, यह अन्याय है, आप कश्मीरियों का दिल कैसे जीत सकते हैं?" |
71544e1b21130630484af1daf99b9f14 | https://www.indiatv.in/india/national-china-global-times-article-kisan-andolan-farmer-protest-tractor-rally-violence-768646 | किसान आंदोलन में हिंसा के बाद 'चौधरी' बन रहा चीन, कही बड़ी बात | Liu Zongyi ने कहा कि भारत चीन की तरफ खेती के जरिए रोजगार के अवसर पैदा नहीं कर पाया है। भारत में पहले से ही बहुत सारी बेकार लेबर है और उनमें से ज्यादातर कम शिक्षित है। यदि भारत औद्योगिक क्षेत्र में पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा कर सकता है, तो देश आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में सक्षम होगा। लेकिन भारत में अभी भी ऐसी क्षमता का अभाव है। | नई दिल्ली. मंगलवार को देश की राजधानी नई दिल्ली में किसान संगठनों की ट्रैक्टर परेड के दौरान जमकर हिंसा हुई। इस खबर ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोरी। भारत में हुई इस हिंसा पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और चीन को भी टिप्पणी करने का बहाना मिल गया। अपने नागरिकों का पिछले 50 साल से ज्यादा समय से उत्पीड़न कर रहे इन दोनों देशों ने दिल्ली में हिंसा करने वालों से हमदर्दी जताई है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक आर्टिकल में इस आंदोलन को भारत के सबसे बड़े आंदोलनों में से एक बताया गया है। आर्टिकल में कहा गया है मोदी सरकार द्वारा लाए गए रिफॉर्मों का बड़ा टेस्ट हो रहा है।पढ़ें- फरार दीप सिद्धू का वीडियो आया सामने, किसान नेताओं को धमकी के साथ दिया बड़ा बयानलेख में कहा गया है कि हाल के वर्षों में, भारत अपनी ताकत बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। हालांकि, इस साल के दिल्ली गणतंत्र दिवस परेड के दौरान, जब भारत बाहरी दुनिया को अपनी सैन्य शक्ति प्रदर्शित कर रहा था, तब भारतीय किसान नई दिल्ली के लाल किले पर हमला कर रहे थे। आर्टिकल में चीन की तारीफ करते हुए कहा गया है कि चीन के अनुभव के अनुसार, औद्योगिकीकरण की राह पर बढ़ने के लिए कृषि सुधार जरूरी है। इन वर्षों में, चीन ने एक पिछड़े कृषि राज्य को एक औद्योगिक देश में सफलतापूर्वक बदल दिया है। चीन ने औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा किए हैं।पढ़ें- दिल्ली में भूंकपइस आर्टिकल में शंघाई इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशल स्टडीज में चीन-दक्षिण एशिया सहयोग के लिए अनुसंधान केंद्र में सेक्रेटरी-जनरल Liu Zongyi ने कहा कि भारत के किसानों के विरोध का मूल कारण भूमि पर संघर्ष है। मोदी का मूल उद्देश्य किसानों को बाजार से अधिक लाभ दिलाना था, लेकिन जैसे-जैसे सुधार में बड़े वाणिज्यिक समूह शामिल होते हैं, और यह जमींदारों और कंपनियों के संगठन के बीच हितों का संघर्ष बन गया है।पढ़ें- रेप के बाद धर्म परिवर्तन कर निकाह करने के लिए धमका रहे थे बाप-बेटे, पुलिस ने सिखाया सबकहालांकि इसके आगे Liu Zongyi ने कहा कि भारत चीन की तरफ खेती के जरिए रोजगार के अवसर पैदा नहीं कर पाया है। भारत में पहले से ही बहुत सारी बेकार लेबर है और उनमें से ज्यादातर कम शिक्षित है। यदि भारत औद्योगिक क्षेत्र में पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा कर सकता है, तो देश आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में सक्षम होगा। लेकिन भारत में अभी भी ऐसी क्षमता का अभाव है।पढ़ें- Kisan Andolan: गाजीपुर सीमा से लगातार घर लौट रहे हैं प्रदर्शनकारी, रात को कट गई थी बिजली की सप्लाईलद्दाख में भारत के हाथों मात खाने वाले चीन ने आगे खिसियाते हुए लिखा कि मोदी प्रशासन अब बहुत सारी दिक्कतों का सामना कर रहा है। देश के अंदर किसानों का प्रदर्शन,कोरोना के अलावा चीन और अन्य पड़ोसी देशों के साथ मतभेद भी मोदी सरकार के लिए चैलेंज हैं। आर्टिकल में कहा गया है कि क्योंकि भारत की इंटरनल समस्याएं सुलझ नहीं रही हैं इसलिए भारत अमेरिका के साथ चीन को दबाना चाहता है, जो भारत के काम नहीं आने वाला।पढ़ें- दिल्ली NCR में छाया घना कोहरा, ठंड को लेकर IMD ने जताया ये अनुमान |
61b0237961a4d75e042d92700ef20783 | https://www.indiatv.in/india/national-night-curfew-will-continue-in-andhra-pradesh-801453 | आंध्र प्रदेश में जारी रहेगा नाइट कर्फ्यू, ये होगी टाइमिंग | आंध्र प्रदेश में रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कोविड कर्फ्यू कुछ और समय के लिए जारी रहेगा। | अमरावती: आंध्र प्रदेश में रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कोविड कर्फ्यू कुछ और समय के लिए जारी रहेगा। ईस्ट गोदावरी और वेस्ट गोदावरी जिले में संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से अधिक होने के बावजूद कर्फ्यू के समय में ढील दी गई है, जैसा बाकी 11 जिलों में किया गया है। सभी जिलों में दुकानें तथा अन्य प्रतिष्ठान प्रतिदिन सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक खोले जा सकेंगे और रात 10 बजे से निषेधाज्ञा लागू रहेगी। सरकार ने धारा 144 के तहत कर्फ्यू के दौरान निषेधाज्ञा का पालन कड़ाई से करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय कोविड-19 समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोरोना वायरस के प्रसार के नियंत्रण के लिए बेहद सावधानी से नियमों का पालन करना सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि मास्क न पहनने पर शिकायत दर्ज कराने के लिए लोगों को एक विशेष वाट्सएप नंबर दिया जाएगा।गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश में रविवार को कोविड-19 से 16 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 13,002 हो गई। पिछले तीन महीने में संक्रमण से दैनिक मौतों का यह सबसे कम आंकड़ा है। राज्य में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 2,665 मामले सामने आने के साथ ही 3,231 मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, राज्य में संक्रमण के अब तक 19,22,843 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 18,81,161 मरीज स्वस्थ हो गए। वहीं, मृतकों की कुल संख्या 13,002 है। यहां अब 28,680 मरीजों का उपचार चल रहा है। स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, में पूर्वी गोदावरी जिले से 529, चित्तूर से 353, पश्चिमी गोदावरी से 293, प्रकाशम जिले से 285, कृष्णा से 281 और गुंटूर से 223 मामले सामने आए। |
43fa8e84c446bb3efc6c8141f00a95c2 | https://www.indiatv.in/india/national-rouge-jumbo-was-captured-after-a-meticulous-operation-in-sakleshpur-forest-768614 | VIDEO: जब क्रेन पर झुलने लगा हाथी, जानिए क्या है मामला | करीब एक सप्ताह की मशक्कत के बाद कर्नाटक वन विभाग ने एक उत्पाती हाथी को पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली। | सकलेशपुर (कर्नाटक): करीब एक सप्ताह की मशक्कत के बाद कर्नाटक वन विभाग ने एक उत्पाती हाथी को पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली। घटना कर्नाटक के सकलेशपुर की है यहां के जंगल में एक हाथी कुछ दिनों पहले अपने झुंड से बिछड़ गया जिसके बाद वो उत्पाती हो गया और जंगल के आस पास रहने वाले लोगों की फसलों को नुकसान पहुंचाने लगा। जब ये खबर आई कि इस हाथी ने एक व्यक्ति को भी कुचलकर मार दिया है तो वन विभाग की टीम एक्शन में आ गई।21 जनवरी को मट्टीगोडू एलिफेंट कैम्प से 3 ट्रेन्ड हाथियों जिन्हें कुम्की एलिफेंट भी कहा जाता है, को बुलाया गया और ऑपरेशन जम्बो लॉन्च किया गया। इन तीनों कुम्की हाथियों को रेडियो कॉलर लगाया गया ताकि इनकी मूवमेंट को लगातार ट्रेक किया जा सके।देखें वीडियो-पांच दिन की जद्दोजहद के बाद 26 जनवरी को इस उत्पाती हाथी को जंगल में ढूंढ़ लिया गया और ट्रेंड हाथियों की मदद से उसे जंगल के खुले हिस्से में लाया गया। इसके बाद एक क्रेन की मदद से उसे सुरक्षित तरीके से एक ट्रक में लोड किया गया। फिलहाल इस हाथी को निकट के ट्रेनिंग कैम्प में रखकर उसकी देखभाल की जा रही है। |
476186875896b216d147ffaf8e1df9ca | https://www.indiatv.in/india/national-gap-between-healthy-patients-and-under-treatment-cases-is-steadily-increasing-ministry-of-health-757035 | स्वस्थ मरीजों और उपचाराधीन मामलों के बीच अंतर लगातार बढ़ रहा है: स्वास्थ्य मंत्रालय | मंत्रालय ने कहा, ‘‘स्वस्थ होने वाले मरीजों और उपचाराधीन मरीजों की संख्या के बीच अंतर बढ़ रहा है।’’ देश में 4,46,952 मरीजों का उपचार चल रहा है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का महज 4.74 प्रतिशत है। | नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश में कोविड-19 के 38,772 नए मामले आए तथा 45,333 और मरीज स्वस्थ हो गए। देश में अब तक 88,47,600 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘स्वस्थ होने वाले मरीजों और उपचाराधीन मरीजों की संख्या के बीच अंतर बढ़ रहा है।’’ देश में 4,46,952 मरीजों का उपचार चल रहा है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का महज 4.74 प्रतिशत है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘नए मामलों की तुलना में ज्यादा मरीज ठीक हो रहे हैं। इससे ठीक होने की दर भी सुधरकर 93.81 प्रतिशत हो गयी है।’’ मंत्रालय के मुताबिक भारत उन देशों में शामिल है जहां प्रति दस लाख आबादी पर कम मौतें हुई। मंत्रालय ने कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश में पिछले एक महीने में उपचाराधीन मामलों की संख्या घटी है, जबकि मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ी है। जांच की संख्या भी बढ़ी है। एक दिन में 8,76,173 जांच के साथ अब तक 14 करोड़ से ज्यादा नमूनों की जांच हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 78.31 प्रतिशत नए मामले केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, गुजरात, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु से आए। संक्रमण से ठीक होने के 76.94 प्रतिशत मामले दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक से आए। सबसे ज्यादा दिल्ली में 6325 लोगों ने संक्रमण को मात दी। मंत्रालय ने कहा कि 443 और मरीजों की मौत हो गयी। इनमें से 78.56 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश के थे । इनमें महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, केरल, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक और पंजाब शामिल हैं। देश में कोविड-19 के 38,772 नए मामलों के साथ संक्रमितों की कुल संख्या 94,31,691 हो गयी। संक्रमण के कारण 443 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 1,37,139 हो गई। |
a3994a81f42de90a524ba7554037f73e | https://www.indiatv.in/india/national-how-in-a-single-stroke-modi-rubbished-rahuls-charge-of-winding-up-hal-765836 | Rajat Sharma's Blog: कैसे मोदी ने एक झटके में HAL पर राहुल के आरोपों को निराधार साबित किया | नरेन्द्र मोदी का सपना है 'आत्मनिर्भर भारत', अपने पैरों पर खड़ा भारत,अपनी रक्षा में सक्षम, समर्थ और सबल भारत। हर देशवासी भी यही चाहता है और तेजस उसी दिशा में एक बड़ा कदम है। | आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सरकार ने बहुत बड़ा फैसला किया है। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा स्वदेशी तकनीकों से बने 83 तेजस विमानों की खरीद को बुधवार को मंजूरी दे दी। चौथी पीढ़ी के इन लड़ाकू विमानों को भारतीय वायुसेना के लिए खरीदा जाएगा। 46,898 करोड़ रुपये का यह अबतक का सबसे बड़ा स्वदेशी सैन्य सौदा है। सिंगल इंजन वाले तेजस मार्क 1-ए फाइटर जेट्स की डिलीवरी तीन साल में शुरू होगी। |
1140194996bf936d767d99057654c157 | https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-vaccine-doses-covaxin-covishield-sputnik-in-india-791737 | Covid Vaccine: अबतक देश में 19.32 करोड़ से अधिक खुराक लगाई गईं | मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को 18-44 साल आयवुर्ग के 6,63,353 लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगायी गयी और इस तरह इस टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत से अब तक 36 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में इस उम्र वर्ग में 92,73,550 लाभार्थियों को टीके लगाये जा चुके हैं। | नई दिल्ली. देश में अब तक Covid Vaccine की 19.32 करोड़ से अधिक खुराक लगाई जा चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को टीकाकरण अभियान के 126वें दिन टीके की 13,83,358 खुराक दी गईं। मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को 18-44 साल आयवुर्ग के 6,63,353 लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगायी गयी और इस तरह इस टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत से अब तक 36 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में इस उम्र वर्ग में 92,73,550 लाभार्थियों को टीके लगाये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि रात आठ बजे तक की अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार, देश में अब तक कोविड-19 टीके की 19,32,97,222 खुराक लगायी गयी हैं।भारत 2021 के अंत तक सभी वयस्कों के टीकाकरण की स्थिति में होगा: हर्षवर्धनकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि भारत 2021 के अंत तक देश के सभी वयस्क लोगों का टीकाकरण करने की स्थिति में होगा। मंत्री ने नौ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में वैश्विक महामारी के हालात की समीक्षा बैठक में कहा, ‘‘भारत अगस्त और दिसंबर 2021 के बीच टीकों की 216 करोड़ खुराक खरीदेगा, जबकि इस साल जुलाई तक 51 करोड़ खुराक खरीदी जाएंगी।’’ स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, हर्षवर्धन ने इस आशंका का जिक्र किया कि वायरस भविष्य में स्वरूप बदल सकता है और बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है। मंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का उन्नयन किया जा रहा है। बयान में कहा गया कि हर्षवर्धन ने इस बात को रेखांकित किया कि अब छोटे शहरों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और अत्यंत सतर्क रहने की आवश्यकता है।नई दिल्ली. देश में अब तक Covid Vaccine की 19.32 करोड़ से अधिक खुराक लगाई जा चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को टीकाकरण अभियान के 126वें दिन टीके की 13,83,358 खुराक दी गईं। मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को 18-44 साल आयवुर्ग के 6,63,353 लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगायी गयी और इस तरह इस टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत से अब तक 36 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में इस उम्र वर्ग में 92,73,550 लाभार्थियों को टीके लगाये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि रात आठ बजे तक की अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार, देश में अब तक कोविड-19 टीके की 19,32,97,222 खुराक लगायी गयी हैं।भारत 2021 के अंत तक सभी वयस्कों के टीकाकरण की स्थिति में होगा: हर्षवर्धनइसमें बताया गया कि हर्षवर्धन ने टीकाकरण तेज करने की आवश्यकता पर जोर दिया और केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराए गए टीकों की 70 प्रतिशत खुराक दूसरी खुराक के लिए आरक्षित रखने की आवश्यकता दोहराई। मंत्री ने छत्तीसगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, चंडीगढ़, दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव, लद्दाख और लक्षद्वीप में कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और टीकाकरण की दिशा में प्रगति की समीक्षा की।मंत्री ने सूचित किया कि सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से ब्लैक फंगस (म्यूकरमायोसिस) को महामारी के रूप में अधिसूचित करने को कहा गया है। उन्होंने रेखांकित किया कि देश में नागरिकों को टीके की कुल 19,18,89,503 खुराक लगाई जा चुकी हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार देश में टीकों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए टीकों का उत्पादन बढ़ाने को प्रोत्साहन दे रही है और इस साल के अंत तक देश कम से कम अपने सभी वयस्क लोगों का टीकाकरण करने की स्थिति में होगा। |
c7a4a776a5ee2fa5b57e184d634f1e4f | https://www.indiatv.in/india/national-pm-modi-live-speech-on-coronavirus-vaccines-india-latest-news-updates-755796 | वैक्सीन बनाने का काम आखिरी दौर में, वैक्सीन की कीमत कितनी होगी तय नहीं- पीएम मोदी | पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना के मैनेजमेंट को लेकर अब देश के पास एक व्यापक अनुभव है, आगे की रणनीति बनाते समय बीते कुछ महीनों के दौरान देश के समाज ने कैसे रिएक्ट किया है, कोरोना के दौरान भारत के लोगों का व्यव्हार भी एक तरह से अलग अलग चरणों में रहा है और अलग अलग तरह का रहा है। | नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना को लेकर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की। मीटिंग के बाद पीएम ने मुख्यमंत्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि वैक्सीन की स्थिति और डिस्ट्रिब्यूशन को लेकर भी जो कुछ चर्चा हुई है, मीडिया में जो चलता है वो अलग है लेकिन सत्यतता से ही आगे बढ़ना पड़ेगा क्योंकि हम सिस्टम का हिस्सा है। लेकिन फिर भी काफी चित्र स्पष्ट हुआ है, एक समय हमारे सामने अनजान ताकत से लड़ऩे की थी। लेकिन देश के संगठित प्रयासों ने इस चुनौती से मुकाबला किया नुकसान को कम से कम रखा, आज रिकवरी रेट और मृत्युदर के मामले में भारत दुनिया के अधिकतर देशों से बहुत संभली हुई स्थिति में है।वैक्सीन बनाने का काम अंतिम दौर में- पीएमपीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन को लेकर देश और इंटरनेशल स्तर पर जिस तरह की खबरें आ रही हैं, करीब-करीब अंतिम दौर पर वैक्सीन की रिसर्च पर काम पहुंचा है। भारत सरकार हर डेवल्पमेंट पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। अभी यह तय नहीं है कि वैक्सीन की एक डोज होगी दो होगी या तीन होगी, अभी भी इन सारी चीजों के सवालों के जवाब हमारे पास नहीं हैं। हमें इन सभी चीजों को वैश्विक संदर्भ में ही आगे बढ़ना होगा। हम भारतीय डेवलपर्स और मैन्युफैक्चरर्स के साथ भी हमारी टीम काम कर रही है वह पूरी तरह सक्षम है। हमारी प्राथमिकता यही होगी की सभी तक वैक्सीन पहुंचे- पीएम मोदीउन्होंने आगे कहा कि वैक्सीन आने के बाद भी हमारी प्राथमिकता यही होगी की सभी तक वैक्सीन पहुंचे, इतना बड़ा टीकाकरण अभियान मूलभूत हो और लंबा चलने वाला हो इसके लिए हम सभी को, हर सरकार को, हर संगठन को मिलकर एक टीम बनकर काम करना ही होगा। भारत के पास वैक्सीन को लेकर जैसा अनुभव है वह दुनिया के बड़े बड़े देशों के पास नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत जो भी वैक्सीन अपने नागरिकों को देगा वह हर वैज्ञानिक कसौटी पर खरी होगी, वैक्सीन के वितरण की तैयारी भी आप सभी राज्यों के साथ मिलकर की जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें कितनी अतिरिक्त कोल्ड स्टोरेज की जरूरत रहेगी, इसको लेकर राज्यों को काम करना शुरू कर देना चाहिए। टेस्टिंग से लेकर ट्रीटमेंट का एक बहुत बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है- पीएम मोदीपीएम मोदी ने कहा कि देश में आज टेस्टिंग से लेकर ट्रीटमेंट का एक बहुत बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है और इस नेटवर्क का लगातार विस्तार किया जा रहा है, पीएम केयर के जरिए ऑक्सीजन और वेंटीलेटर उपलब्ध कराने पर भी विशेष जोर है, कोशिश है कि देश के मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों को ऑक्सीजन उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाए, 160 संयंत्र शुरू हो गए हैं।अब देश के पास एक व्यापक अनुभव- पीएम मोदीपीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना के मैनेजमेंट को लेकर अब देश के पास एक व्यापक अनुभव है, आगे की रणनीति बनाते समय बीते कुछ महीनों के दौरान देश के समाज ने कैसे रिएक्ट किया है, कोरोना के दौरान भारत के लोगों का व्यव्हार भी एक तरह से अलग अलग चरणों में रहा है और अलग अलग तरह का रहा है। पहले चरण में हर कोई डरा हुआ था और उसी तरह से रिएक्ट भी कर रहा था, इसके बाद दूसरे चरण में लोगों के मन में भय के साथ दूसरों के लिए संदेह भी जुड़ गया, बीमारी की वजह से समाज में कटने का डर लोगों को लगने लगा। इस कारण कई लोग संक्रमण को छिपाने लगे।लापरवाही न बरतें- पीएम मोदीउन्होंने आगे कहा कि अब तीसरे चरण में लोग काफी हद तक संभलने लगे और खुद के बारे में बताने भी लगे के मुझे तकलीफ है या आइसोलेट हूं, तीसरे चरण के बाद अब चौथे चरण में पहुंचे जब कोरोना से रिकवरी का रेट बढ़ा तो लोगों को लगता है कि वायरस कमजोर हो गया है, लोग यह भी सोच रहे हैं कि संक्रमित भी हो गए तो ठीक हो जाएंगे, इस वजह से लापरवाही बहुत ज्यादा बढ़ी, इसी को ध्यान में रखते हुए त्यौहारों से पहले देश के नाम संदेश में कहा था कि लापरवाही न बरतें।'आपदा के गहरे समंदर से हम निकलकर किनारे की तरफ हम बढ़ रहे हैं'चौथे चरण में लोगों को कोरोना की गंभीरता के प्रति लोगों को फिर से जागरूक करना होगा, वैक्सीन पर काम होता रहेगा लेकिन किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतनी पड़े, शुरू में कुछ बंधन इसलिए बनाने पड़े ताकि कुछ व्यवस्थाएं भी विकसित करनी पड़ी, अब हमारे पास टीम तैयार है लोग तैयार हैं, थोड़ा आग्रह रखेंगे तो चीजें संभल सकती हैं। और हमें आगे केस बढ़े नहीं इसकी चिंता जरूर करनी होगी। आपदा के गहरे समंदर से हम निकलकर किनारे की तरफ हम बढ़ रहे हैं, ऐसा न हो जाए कि हमारी किस्ती वहां डूबी जहां पानी कम था |
6b9fb8732e2e2b17b3b04d47299a4872 | https://www.indiatv.in/india/national-indian-railways-vistadome-coaches-features-facility-for-passengers-check-details-774789 | Indian Railways Vistadome Coaches: अब हाईटेक होगा रेल का सफर, घूमने वाली सीट, शीशे की छत समेत होंगी ये खास सुविधाएं | विस्टाडोम कोच में यात्रियों को लग्जरी सफर का अहसास हो सके इसका खास ख्याल रखकर इसे तैयार किया गया है। | नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने सफर के दौरान यात्रियों की सहूलियत और सुविधा का विशेष ध्यान रखते हुए विस्टाडोम कोच (Vistadome Coache) तैयार किया है। यह भारतीय रेल में इस्तेमाल होनेवाला अबतक का सबसे हाईटेक रेलवे कोच है। विस्टाडोम कोच में यात्रियों को लग्जरी सफर का अहसास हो सके इसका खास ख्याल रखकर इसे तैयार किया गया है। इसमें 180 डिग्री तक घूमने वाली सीट, पारदर्शी छत, फ्रीज के अलावा कई ऐसी सुविधाएं दी गई हैं जो सफर को एक अलग अंदाज देने के लिए पर्याप्त हैं। पढ़ें: आज से फर्राटा भरेगी 'पूर्णागिरी जनशताब्दी' स्पेशल ट्रेन, जानिए रूट, टाइमिंग, स्टॉपेजजानकारी के मुताबिक यूरोपीय शीली में बनाए गए विस्टाडोम कोच ट्रेन की तेज रफ्तार में भी बेहद आरामदायक साबित होते हैं। बताया जाता है कि विस्टाडोम कोच 220 किमी की रप्तार तक दौड़ सकते हैं लेकिन फिलहाल इसकी गति 180 किमी तक रखे जाने की संभावना है। यह स्पीट भारत में सबसे तेज चलनेवाली ट्रेन भारत वंदे एक्सप्रेस की गति के बराबर है। आपको बता दें कि विस्टाडोम कोच का स्पीड ट्रायल पिछले साल हो चुका है। विस्टाडोम कोच की खासियतरेलवे ने अपने ट्वीट में लिखा है कि विस्टाडोम कोच को देखें.. इसका अवलोकन करें। इस कोच में सफर से अपको एक अलग अनुभव हासिल होगा। विस्टाडोम के डिब्बों में सवारी का आनंद लें और अपनी यात्रा के अनुभव को यादगार बनाएं। विस्टाडोम कोच की सीटें 180 डिग्री तक घूम सकती हैं। इससे इन सीटों को ट्रेन की दिशा के हिसाब से घुमाया जा सकता है। पढ़ें:- खुशखबरी! इन स्पेशल ट्रेनों में अब रिजर्वेशन मिलने में नहीं होगी परेशानी, रेलवे ने किया ये इंतजामपढ़ें:- भारत-बांग्लादेश: न्यू जलपाईगुड़ी और ढाका के बीच चलेगी नई ट्रेन, 26 मार्च से होगी शुरू |
a1af3ec29da84f32a4302a836df60a7f | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-om-prakash-rajbhar-refutes-asaduddin-owaisi-claim-says-no-talks-on-100-seats-with-aimim-799016 | असदुद्दीन ओवैसी के दावे का ओमप्रकाश राजभर ने किया खंडन, कहा- 100 सीटों की बात नहीं हुई | सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने के दावे को खारिज कर दिया है। | लखनऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने के दावे को खारिज कर दिया है। ओवैसी ने 2 दिन पहले दावा किया था कि उनकी पार्टी राजभर द्वारा गठित 'भागीदारी मोर्चा' के तहत इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राजभर ने कहा, ‘AIMIM के साथ सीट बंटवारे की कोई बातचीत नहीं हुई है। भागीदारी मोर्चा आने वाले दिनों में इस पर चर्चा करेगा और यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी से मुकाबला करने की उनकी तैयारियों का आकलन करेगा।’‘सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे’राजभर ने कहा कि AIMIM नेतृत्व ने केवल 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन सीट बंटवारे के फार्मूले को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। SBSP प्रमुख ने कहा कि उनके नेतृत्व में गठित मोर्चा अगले साल होने वाले राज्य चुनावों में सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘लेकिन इसके लिए भागीदारों को उच्च-दांव वाले राजनीतिक मुकाबले के लिए अपने संगठनात्मक रैंक को मजबूत करने की जरूरत है। यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है और हम किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं कर सकते।’ 2017 में 38 सीटों पर लड़ी थी AIMIMसाल 2017 के विधानसभा चुनाव में 38 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली एआईएमआईएम एक भी सीट नहीं जीत सकी थी और मात्र 0.2 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करने में सफल रही। दूसरी ओर, एसबीएसपी ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया था। राजभर के दबदबे वाले राजनीतिक संगठन ने 0.7 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करते हुए चार सीटें जीतीं, जो एआईएमआईएम की तुलना में काफी अधिक थी।कई नेताओं से लगातार मिल रहे हैं राजभरराजभर AIMIM, कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाले अपना दल और पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के नेतृत्व वाले जन अधिकार मंच सहित बीजेपी के विभिन्न राजनीतिक विरोधियों तक पहुंच रहे हैं, ताकि एक राजनीतिक मोर्चा बनाया जा सके जो संभावित रूप से एक राजनीतिक ताकत के रूप में उभर सके। राजभर ने हाल के महीनों में आम आदमी पार्टी के साथ भी कई बैठकें की हैं, हालांकि दोनों पक्षों ने गठबंधन की कोई पुष्टि नहीं की है। |
ec3aa401bb2ddbd41b32a22753edf4dd | https://www.indiatv.in/india/national/america-about-changing-the-abortion-law-know-what-are-the-rules-in-india-2022-05-05-848946 | Abortion law in india: अमेरिका में 'गर्भपात कानून' बदलने को लेकर मचा बवाल, जानें भारत में क्या है नियम | भारत में गर्भपात कराने के लिए किसी ठोस वजह का होना ज़रूरी है। भारतीय दंड संहिता की धारा-312 के मुताबिक यदि कोई ठोस कारण नहीं है तो डॉक्टर और गर्भपात कराने वाली महिला अपराध के दायरे में आएंगे। इन्हें तीन साल तक की सज़ा हो सकती है। यदि गर्भपात महिला की सहमति के बिना कराया जाता है तो दोषी को 10 साल या फिर उम्र कैद तक की सज़ा हो सकती है। | Abortion law in india: अमेरिका में गर्भपात कानून बदलने को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। दरअसल, 1973 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात के एक मामले में फैसला सुनाते हुए कहा था कि- 'गर्भपात कराना है या नहीं, ये तय करना महिला का अधिकार है।' इस फैसले को 'रो वर्सेज वेड' के नाम से जाना जाता है, लेकिन अब खबर है कि सुप्रीम कोर्ट अपने 50 साल पुराने फैसले को बदल सकता है। यानी 50 साल पहले महिलाओं को मिला अधिकार अब छिन सकता है।बता दें, भारत सहित दुनिया के कई देशों में एक निश्चित समय सीमा के भीतर और कुछ शर्तों के साथ गर्भपात कराने का नियम है। भारत में भी हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अक्सर गर्भपात की इजाजत को लेकर मामले आते रहते हैं। 20-25 हफ्ते से भी ज्यादा की प्रेग्नेंसी की वजह से मामले काफी जटिल भी होते हैं। कभी कोई रेप पीड़ित गर्भपात के लिए अदालत आता है, तो कभी गर्भ में पल रहे बच्चे को गंभीर बीमारी की वजह से अबॉर्शन के लिए अनुमति मांगनी पड़ती है। भारत में कोई भी डॉक्टर तभी गर्भपात करा सकता है जब भ्रूण 12 सप्ताह से अधिक का ना हो। लेकिन इसके लिए ठोस वजह जरूरी है। यदि गर्भवती की जान को खतरा हो, या उसके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा पहुंचने की आशंका हो तो 24 सप्ताह तक गर्भपात किया जा सकता है। इससे अधिक का समय बीत जाने पर गर्भपात के लिए राज्य स्तरीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाता है, जिसे आवेदन और मेडिकल रिपोर्टों के आधार पर तीन दिन में फैसला लेना होता है कि गर्भपात कराना जरूरी है या नहीं। MPT Act की धारा 3 (4) अनुसार किसी भी महिला का गर्भपात उसकी इच्छा के बिना नहीं किया जा सकता। यदि गर्भवती 18 साल से कम उम्र की है, या फिर मानसिक रूप से कमजोर है तो गर्भपात के लिए उसके माता-पिता कि सहमति ज़रूरी है।भारत में गर्भपात कराने के लिए किसी ठोस वजह का होना ज़रूरी है। भारतीय दंड संहिता की धारा-312 के मुताबिक यदि कोई ठोस कारण नहीं है तो डॉक्टर और गर्भपात कराने वाली महिला अपराध के दायरे में आएंगे। इन्हें तीन साल तक की सज़ा हो सकती है। यदि गर्भपात महिला की सहमति के बिना कराया जाता है तो दोषी को 10 साल या फिर उम्र कैद तक की सज़ा हो सकती है। |
6e0bb760e49ad70514e720efe2c807a3 | https://www.indiatv.in/india/national-sukhjinder-singh-randhawa-punjab-new-cm-congress-latest-update-news-814439 | सुखजिंदर सिंह रंधावा हो सकते हैं पंजाब के नए मुख्यमंत्री, कांग्रेस आलाकमान के पास भेजा गया नाम | सूत्रों के मुताबिक, पंजाब के नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया गया है। सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। पंजाब कांग्रेस के रंधावा का नाम फाइनल किए जाने के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अंतिम फैसले का इंतजार किया जा रहा है। | चंडीगढ़: सूत्रों के मुताबिक, पंजाब के नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया गया है। सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। पंजाब कांग्रेस ने रंधावा का नाम फाइनल किया है। थोड़ी देर में पंजाब के नए सीएम के नाम का ऐलान हो सकता है। पंजाब कांग्रेस ने रंधावा का नाम कांग्रेस आलाकमान को भेजा है। हालांकि, अभी कांग्रेस आलाकमान के पास नए सीएम का नाम भेजा गया है। पंजाब के नए सीएम का आज शाम तक फैसला हो सकता है। सीएम के नाम का अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा।पंजाब कांग्रेस के रंधावा का नाम फाइनल किए जाने के बाद अब सोनिया गांधी के अंतिम फैसले का इंतजार किया जा रहा है। सुखजिंदर सिंह रंधावा नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी माने जाते हैं। थोड़ी देर में पंजाब के नए सीएम के नाम की घोषणा की जाएगी। सोनिया गांधी पंजाब के नए सीएम के नाम का ऐलान करेंगी। राहुल गांधी ने सोनिया गांधी से मुलाकात की। चंडीगढ़ में रंधावा के घर पर विधायकों का पहुंचना जारी है। रंधावा के साथ पंजाब में दो डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं। दो डिप्टी CM के फॉर्मूले पर भी किया जा रहा है विचारबता दें कि, सुखजिंदर सिंह रंधावा डेरा बाबा नानक सीट से विधायक हैं और कैप्टन कैबिनेट में मंत्री भी थे। वे 2002, 2007 और 2017 में चुनाव जीते थे। वहीं पंजाब में दो डिप्टी CM बनाने के फॉर्मूले पर भी विचार हो रहा है। ये विचार इसलिए आया कि अगर किसी हिंदू चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक जट सिख और एक दलित को डिप्टी CM बनाया जा सकता है। अगर सिख को CM बनाया जाता है तो फिर एक हिंदू और एक दलित नेता को डिप्टी CM बनाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, डिप्टी सीएम के लिए कांग्रेस विधायक भारत भूषण आशु और अरुणा चौधरी का नाम आगे किया गया है। पद की कभी लालसा नहीं रही- रंधावापंजाब में अमरिंदर सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सुखजिंदर सिंह रंधावा ने रविवार को कहा कि उनकी कभी किसी पद की लालसा नहीं रही है। उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब उनका नाम भी कांग्रेस विधायक दल के नेता के संभावित दावेदारों में लिया जा रहा है। यह पूछे जाने पर कि अगले मुख्यमंत्री के लिए उनके नाम को लेकर भी चर्चा चल रही, रंधावा ने कहा कि उन्होंने और उनके परिवार ने कभी किसी पद की लालसा नहीं है। पत्रकारों ने जब सवाल किया कि क्या वे पंजाब के अगले मुख्यमंत्री से बात कर रहे हैं, उन्होंने कहा, ‘‘आप एक कांग्रेस कार्यकर्ता से बात कर रहे हैं।’’मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अमरिंदर सिंह पर इशारों-इशारों में निशाना साधते हुए रंधावा ने कहा, ‘‘एक मुख्यमंत्री तभी तक अपने पद पर रहता है जब तक उसकी पार्टी और राज्य की जनता उसके साथ खड़ी होती है।’’ अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने खुद को अपमानित महसूस किया, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया।विधायक दल के नए नेता के चयन के बारे में रंधावा ने कहा, ‘‘इस बारे में हमने कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत कर दिया है।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने विधायकों के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ भी चर्चा की है। यह पूछे जाने पर कि विधायक दल का नया नेता चुनने में इतना समय क्यों लग रहा है, तो रंधावा ने कहा, ‘‘अगर आप एक गांव का सरपंच चुनते हैं तो उसमें भी कभी-कभी 20 दिन लग जाते हैं।’’ अमरिंदर सिंह के अपमानित महसूस करने संबंधी बयान पर उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने पांच मुख्यमंत्री बदले हैं। कांग्रेस में भी कुछ मुख्यमंत्री बदले गए हैं। कांग्रेस में अमरिंदर साढ़े नौ साल तक मुख्यमंत्री रहे। मेरा मानना है कि उनको जितना सम्मान मिला, उतना किसी मुख्यमंत्री को नहीं मिला।’’ मैंने पंजाब की मुख्यमंत्री बनने से इनकार किया, किसी सिख को संभालनी चाहिए यह जिम्मेदारी: अंबिका सोनीकांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने रविवार को कहा कि उन्होंने पंजाब की मुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया है क्योंकि सिख बहुल इस राज्य का मुख्यमंत्री कोई सिख ही होना चाहिए। उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में कोई टकराव नहीं है और जल्द ही सबकुछ ठीक हो जाएगा। यह पूछे जाने पर क्या उन्हें मुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया है तो सोनिया गांधी की करीबी मानी जाने वाली अंबिका ने कहा, ‘‘मैंने इनकार कर दिया है। मेरा 50 साल से मानना है कि पंजाब का मुख्यमंत्री कोई सिख होना चाहिए क्योंकि यह देश में एकमात्र राज्य है जहां सिख बहुसंख्यक हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी की प्रक्रिया चल रही है। प्रभारी हैं और एक-एक विधायक की राय लिखित में ली जा रही है। कोई टकराव नहीं है।’’ इस बीच, अंबिका सोनी ने पंजाब के घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की है। |
46d8d9558a59613981e9cc555c01fba0 | https://www.indiatv.in/india/national-home-ministry-seeks-report-on-bengal-violence-immediately-mamata-government-788780 | केंद्र ने बंगाल सरकार को दी चेतावनी, हिंसा पर रिपोर्ट नहीं दी तो गंभीरता से लेंगे मामला | केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार को स्मरण पत्र भेजकर राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है। | नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार को स्मरण पत्र भेजकर राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है। पत्र के मुताबिक, राज्य सरकार द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजने की सूरत में इस रवैये को गंभीरता से लिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने चेतावनी दी कि अगर वह (बंगाल सरकार) ऐसा करने में असफल होती है तो इस रवैये को ‘गंभीरता’ से लिया जाएगा। साथ ही केंद्र ने बिना समय खराब किए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने को भी कहा गया है। बुधवार को भेजे गए स्मरण पत्र में गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को स्मरण कराया गया कि तीन मई को राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा पर तत्काल रिपोर्ट तलब की गई थी। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने अब तक रिपोर्ट नहीं भेजी है। पत्र में कहा गया कि नवीनतम सूचना के मुताबिक पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटनाएं नहीं रुकी हैं और इसका अभिप्राय है कि राज्य सरकार ने इन्हें नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए हैं। पत्र में कहा गया कि इसलिए बिना समय गवाएं इन घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल जरूरी कदम उठाने की जरूरत है। इसमें कहा गया कि तत्काल विस्तृत रिपार्ट गृह मंत्रालय को भेजी जानी चाहिए। |
087d11aa4f286afb29d2cb9931f61bd7 | https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-cases-death-toll-cured-cases-recovery-rate-and-total-testing-in-india-till-sep-4th-738570 | Coronavirus: हर मिनट 57 से ज्यादा नए मामले और हर घंटे 45 से ज्यादा मौतें, कैसे काबू होगा कोरोना? | देश में कोरोना से ठीक होने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है लेकिन संक्रमण की रफ्तार उससे कहीं ज्यादा है। ठीक होने वालों की बात करें तो पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में 66659 लोग ठीक हुए हैं। यानि हर मिनट 46.29 लोग ठीक भी हो रहे हैं। | नई दिल्ली। कोरोना वायरस का संक्रमण देश में इस तरह फैलता जा रहा है कि आंकड़े डराने लगे हैं। हालात ये हो गए हैं कि अब देशभर में हर एक मिनट के अंदर कोरोना वायरस के 57 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और घर घंटे 45 से ज्यादा लोगों को कोरोना की वजह से जान गंवानी पड़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो पिछले 24 घंटों यानि गुरुवार सुबह 8 बजे से लेकर शुक्रवार सुबह 8 बजे के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 83341 नए मामले सामने आए हैं, इन्हें मिनट के लिहाज से देखें तो हर मिनिट 57.87 मामले बैठ रहे हैं। देश में कोरोना के कुल मामलों का आंकड़ा अब बढ़कर 3936747 हो गया है।कोरोना की वजह से मौतों के आंकड़ों पर नजर डालें तो वह और भी ज्यादा डरा रहा है, स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना की वजह से 1096 लोगों की जान गई है, यानि हर घंटे 45.66 लोगों को इस वायरस की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ रही है। अबतक देश में कोरोना की वजह से कुल 68472 लोगों की मौत हो चुकी है।हालांकि देश में कोरोना से ठीक होने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है लेकिन संक्रमण की रफ्तार उससे कहीं ज्यादा है। ठीक होने वालों की बात करें तो पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में 66659 लोग ठीक हुए हैं। यानि हर मिनट 46.29 लोग ठीक भी हो रहे हैं। अबतक देशभर में कोरोना से संक्रमित होने के बाद 30.37 लाख से ज्यादा लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।कोरोना टेस्टिंग की बात करें तो गुरुवार को लगातार दूसरे दिन 11 लाख से ज्यादा टेस्ट हुए हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (ICMR) के आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को देशभर में कुल 11.69 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट हुए हैं, इससे पहले बुधवार को रिकॉर्ड 11.72 लाख टेस्ट हुए थे। देशभर में अबतक कुल 4.66 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट हो चुके हैं। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो दुनियाभर में कुल मामलों का आंकड़ा बढ़कर 2.64 करोड़ के पार पहुंच गया है, अबतक दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से 8.73 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि पूरी दुनिया में 1.86 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हो चुके हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले अमेरिका में हैं जहां पर 63.35 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 1.91 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, इसके बाद ब्राजील में 40.46 लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं और 1.24 लाख से ज्यादा की जान गई है। रूस में भी 10.09 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 17 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। |
8a7110f0d8a6430b8fedf6f4d998edea | https://www.indiatv.in/india/politics-amit-shah-to-visit-bengal-politics-latest-news-759071 | जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद आक्रामक हुई BJP, बंगाल जाएंगे अमित शाह | गुरुवार को गृह मंत्रालय (एमएचए) नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर पश्चिम बंगाल की सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को एक लिखित संदेश में, इस मुद्दे के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। | नई दिल्ली. ममता दीदी के गढ़ पश्चिम बंगाल में सियासी पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। गृह मंत्री अमित शाह इसी महीने राज्य के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे। भाजपा के इस दिग्गज नेता का ये दौरा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह 19-20 दिसंबर को पश्चिम बंगाल जाएंगे। इतना ही नहीं, गुरुवार को गृह मंत्रालय (एमएचए) नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर पश्चिम बंगाल की सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को एक लिखित संदेश में, इस मुद्दे के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।अमित शाह ने की हमले की निंदागृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को ट्वीट कर भाजपा अध्यक्ष के काफिल पर हुए हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाये वो कम है। केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है। बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा।नई दिल्ली. ममता दीदी के गढ़ पश्चिम बंगाल में सियासी पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। गृह मंत्री अमित शाह इसी महीने राज्य के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे। भाजपा के इस दिग्गज नेता का ये दौरा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह 19-20 दिसंबर को पश्चिम बंगाल जाएंगे। इतना ही नहीं, गुरुवार को गृह मंत्रालय (एमएचए) नड्डा के काफिले पर हमले को लेकर पश्चिम बंगाल की सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को एक लिखित संदेश में, इस मुद्दे के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।अमित शाह ने की हमले की निंदाउन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि तृणमूल शासन में बंगाल अत्याचार, अराजकता और अंधकार के युग में जा चुका है। टीएमसी के राज में पश्चिम बंगाल के अंदर जिस तरह से राजनीतिक हिंसा को संस्थागत कर चरम सीमा पर पहुँचाया गया है, वो लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए दु:खद भी है और चिंताजनक भी।पत्थर और ईंटों से हमला किया गयाआपको बता दें कि जेपी नड्डा के काफिले पर कथित तौर पर पत्थर और ईंटों से हमला किया गया था, जब वह गुरुवार को डायमंड हार्बर जा रहे थे। हमले में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष सहित काफिले की कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। विजयवर्गीय और मुकुल रॉय सहित लगभग दस भाजपा नेताओं को मामूली चोटें आई हैं। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने घटना पर चिंता व्यक्त की और अफसोस जताया कि इस तरह की घटनाएं मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक की सूचना के बावजूद हुईं। |
1a07f08cea2e4d3a86a83714ed69fa85 | https://www.indiatv.in/india/national-public-representatives-should-follow-high-standards-of-discipline-and-decency-om-birla-813708 | अनुशासन और शालीनता का पालन करें जनप्रतिनिधि, LS अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा | संसद और विधान मंडलों में अनुशासन और शालीनता बनाये रखने के महत्व को रेखांकित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को कहा कि सर्वोच्च जनतांत्रिक संस्था होने एवं अन्य संस्थाओं के लिये आदर्श होने के नाते जनप्रतिनिधि अपने कार्यों में और सदन के भीतर तथा बाहर शालीनता के उच्चतम मानदंडों का पालन करें। | नई दिल्ली: संसद और विधान मंडलों में अनुशासन और शालीनता बनाये रखने के महत्व को रेखांकित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को कहा कि सर्वोच्च जनतांत्रिक संस्था होने एवं अन्य संस्थाओं के लिये आदर्श होने के नाते जनप्रतिनिधि अपने कार्यों में और सदन के भीतर तथा बाहर शालीनता के उच्चतम मानदंडों का पालन करें। संसदीय सौंध में आयोजित 81वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘निर्वाचित जनप्रतिनिधि होने के नाते सदस्य का एक प्रतिष्ठित दर्जा होता है। जहां सदस्यों को अपने संसदीय कर्तव्यों को निर्बाध रूप से संपन्न करने के लिए विशेषाधिकार दिए गए हैं, वहीं इन विशेषाधिकारों के साथ कुछ जिम्मेदारियां भी जुड़ी हुई हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सर्वोच्च जनतांत्रिक संस्था होने के नाते हम देश की अन्य संस्थाओं के लिए आदर्श हैं और हमें अपने कार्यों में अनुशासन और शालीनता के उच्चतम प्रतिमानों को बनाए रखना चाहिए।’’ बिरला ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया कि हाल के वर्षों में जनप्रतिनिधियों के अशोभनीय व्यवहार की घटनाएं बढ़ी हैं और कहा कि इससे इन संस्थाओं की छवि धूमिल होती है। उन्होंने कहा कि विधान मंडलों की विश्वसनीयता उनके सदस्यों की भूमिका और आचरण से जुड़ी होती है और इसलिए उनसे यह अपेक्षा की जाती है कि वे विधान मंडल के अंदर और बाहर शालीनता के उच्चतम मानदंडों का पालन करें। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से जनप्रतिनिधि के आचरण के मानदंडों के बारे में विचार और मंथन हो।’’ इस सम्मेलन में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारियों ने भी भाग लिया। बिरला ने कहा कि इस विषय पर वर्ष 1992, 1997 और 2001 में अलग-अलग सम्मेलन आयोजित किए गए थे और उन सम्मेलनों में लिए गए संकल्पों एवं निर्णयों के क्रियान्वयन के संबंध में पीठासीन अधिकारियों, सभी दलों के नेताओं और सचेतकों द्वारा सामूहिक और समन्वित प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि आगामी 4-5 दिसम्बर, 2021 को लोक लेखा समिति का शताब्दी वर्ष समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, 81वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन को अंतर संसदीय संघ (आईपीयू) के अध्यक्ष डुआर्टे पाचेको, ऑस्ट्रिया की राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष वोल्फगैंग सोबोटका, गुयाना की संसद के अध्यक्ष मंजूर नादिर ने भी संबोधित किया। इसमें मालदीव के पीपुल्स मजलिस के अध्यक्ष मोहम्मद नशीद, मंगोलिया के स्टेट ग्रेट हुरल के अध्यक्ष गोम्बोजाविन ज़ंदनशतर, नामीबिया की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष प्रो पीटर काटजाविवी, श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अबेवर्धना, ज़िम्बाब्वे की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जैकब फ्रांसिस मुडेंडा, मॉरीशस की संसद के उपाध्यक्ष नाज़ुरली मोहम्मद जाहिद ने भी अपने विचार साझा किए। |
67373d76b58e46025840e6246108ac6a | https://www.indiatv.in/india/national/breaking-news-stampede-at-mata-vaishno-devi-bhawan-devotees-came-on-the-new-year-january-1-2022-829626 | माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़, मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हुई; नए साल पर दर्शन के लिए आए थे श्रद्धालु | नए साल की शुरुआत के साथ ही जम्मू-कश्मीर से बुरी खबर आ रही है। वैष्णो देवी मंदिर परिसर में भगदड़ मचने से बड़ा हादसा हो गया है। | श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में बड़ा हादसा हो गया है। माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ मच गई है। इसमें अब तक 20 लोगों के घायल होने की खबर है। ये सभी श्रद्धालु नए साल के दर्शन के लिए आए थे। इस हादसे में अब तक 12 लोगों के मारे जाने की खबर है। फिलहाल वैष्णो देवी यात्रा को स्थगित कर दिया गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है, माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा,केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय जी से बात की और स्थिति का जायज़ा लिया।पीएम ने घोषणा की है कि माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएंगी और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।पुलिस नियंत्रण कक्ष रियासी ने जानकारी दी कि कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ में घायल होने की सूचना है। बचाव अभियान जारी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ गोपाल दत्त ने कहा है कि में मची भगदड़ में 6 की मौत हो गई है। अभी ठीक संख्या नहीं कहा जा सकता है। उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। घायलों को नारायणा अस्पताल ले जाया जा रहा है, कुल घायलों की भी पुष्टि नहीं हुई है।कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर का ये दृश्य है जहां भगदड़ हुई है। |
98463006da2e57d50ddf91f8f2376a9e | https://www.indiatv.in/india/national-kisan-andolan-kmp-expressway-block-farmer-protest-news-776422 | Kisan Andolan के 100 दिन पूरे, KMP एक्सप्रेस-वे पर बैठे किसान | किसानों की तरफ से ये भी कहा जा रहा है कि जिन बॉर्डर्स से जो टोल प्लाजा नजदीक होगा उसे भी ब्लॉक कर दिया जाएगा। गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के उत्तरप्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने IANS को बताया कि, "किसान यहां से डासना टोल की ओर कूच करेंगे, लेकिन हरियाणा यूपी में जितने भी टोल पड़ेंगे, जैसे की दुहाई, कासना, नोएडा आदि सब पर किसान रहेंगे और जाम किया जाएगा।" | नई दिल्ली. कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन के 100 दिन हो गए हैं। किसान संगठनों द्वारा पहले से की गई घोषणा के अनुसार, आज (शनिवार) को 11 बजते ही दिल्ली व दिल्ली की सीमाओं के विभिन्न विरोध स्थलों को जोड़ने वाले केएमपी एक्सप्रेस-वे पर 5 घंटे की नाकाबंदी शुरू कर दी गई। किसान संगठनों ने सुबह 11 से शाम 4 बजे केएमपी एक्सप्रेस वे जाम करने का ऐलान किया था, इसके अलावा किसानों की तरफ से टोल प्लाजा को टोल फीस जमा करने से भी मुक्त करने की बात कही गई थी। करेंगे।पढ़ें- कश्मीर: सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, पुलवामा में आतंकियों के ठिकाने का भंडाफोड़बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदर्शनकारियों से आह्वान किया है कि 100 दिन पूरे होने पर काली पट्टी बांध अपना विरोध दर्ज कराएं। इससे पहले किसानों की तरफ से कहा गया था कि सिंघु बॉर्डर से किसान कुंडली पहुंच एक्सप्रेस वे का रास्ता ब्लॉक करेंगे तो वहीं इस मार्ग पर पड़ने वाले टोल प्लाजा को भी ब्लॉक करेंगे। गाजीपुर बॉर्डर से किसान डासना टोल की ओर कूच करेंगे। टिकरी बॉर्डर से नजदीक बहादुरगढ़ बॉर्डर ब्लॉक करेंगे। साथ ही शाजहांपुर बॉर्डर पर बैठे किसान गुरुग्राम - मानेसर को छूता केएमपी एक्सप्रेस वे ब्लॉक करेंगे।पढ़ें- बंगाल चुनावों के दौरान बांग्लादेश के 'मतुआ' पर भी है पीएम मोदी की नजरकिसानों की तरफ से ये भी कहा जा रहा है कि जिन बॉर्डर्स से जो टोल प्लाजा नजदीक होगा उसे भी ब्लॉक कर दिया जाएगा। गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के उत्तरप्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने IANS को बताया कि, "किसान यहां से डासना टोल की ओर कूच करेंगे, लेकिन हरियाणा यूपी में जितने भी टोल पड़ेंगे, जैसे की दुहाई, कासना, नोएडा आदि सब पर किसान रहेंगे और जाम किया जाएगा।""शांतिपूर्ण तरह से इन टोल प्लाजा को बंद किया जाएगा, राहगीरों को परेशान नहीं किया जाएगा, राहगीरों के लिए पानी को व्यवस्था रखी जाएगी, आंदोलनकारियों द्वारा राहगीरों को कृषि विषय पर अपने दुख भी बताएंगे।" "इमरजेंसी वाहनों को नहीं रोका जाएगा, चाहे एम्बुलेंस हो, फायर ब्रिगेड की गाड़ी, वहीं कोई विदेशी पर्यटकों को भी नहीं रोका जाएगा। इसके अलावा मिल्रिटी वाहनों को भी नहीं रोका जाएगा।"संयुक्त किसान मोर्चा ने ये भी आम लोगों से अनुरोध किया है कि आंदोलन को समर्थन के लिए, और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए, घरों और कार्यालयों पर काले झंडे लहराए जाएंगे। गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे आंदोलन कमिटी के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने IANS से कहा कि, "गाजीपुर बॉर्डर मंच विधिवत चलेगा, यहां से बहुत ज्यादा लोग नहीं जाएंगे, हालांकि कुछ किसान यहां से डासना टोल पहुंचेंगे। वहीं ग्रेटर नोएडा , दुहाई, बागपत और दादरी कट पर गांव के लोग बैठेंगे।""बच्चों, बीमार लोगों को जाने दिया जाएगा, बॉर्डर पर रोके जाने वाले लोगों के लिए जल पान की व्यवस्था की जाएगी।" दरअसल तीन नए अधिनियमित खेत कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। |
f2aa3e4191e532d108df970d5c76e4f1 | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh/the-craze-of-bulldozers-increased-in-up-youths-are-getting-tattoos-done-2022-03-12-839422 | UP चुनाव से बढ़ा बुलडोजर का क्रेज, बनारस में युवा बनवा रहे टैटू | वाराणसी के अस्सी स्थित टैटू बाबा नामक दुकान का संचालन करने वाले सुमित ने बताया कि जब से विधानसभा में भाजपा की जीत हुई, तभी से नौजवानों में टैटू का क्रेज देखने को मिल रहा है। अभी तक तकरीबन आधा दर्जन से अधिक लोगों ने टैटू बनवाया है। | वाराणसी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से बुलडोजर का क्रेज कुछ ज्यादा ही बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नौजवान बुलडोजर के टैटू हांथों में बनवा रहे हैं। यूपी विधानसभा चुनाव परिणाम में भाजपा की शानदार जीत के बाद वाराणसी समेत पूरे प्रदेश में जश्न मनाया जा रहा है। हाल के दिनों में बुलडोजर बाबा के नाम से मशहूर हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फिर से वापसी पर जगह-जगह बुलडोजर पर चढ़कर भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने जश्न मनाया। इसी क्रम में वाराणसी में भाजपा के समर्थकों ने अपने हांथों बुलडोजर का टैटू बनवाया है।वाराणसी के अस्सी स्थित टैटू बाबा नामक दुकान का संचालन करने वाले सुमित ने बताया कि जब से विधानसभा में भाजपा की जीत हुई, तभी से नौजवानों में टैटू का क्रेज देखने को मिल रहा है। अभी तक तकरीबन आधा दर्जन से अधिक लोगों ने टैटू बनवाया है। इसके बाद उसकी फोटो खींच कर अपने दोस्तों को भेज रहे हैं। सुमित ने बताया कि उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत आने के बाद लोग बुलडोजर का टैटू और बुलडोजर बाबा का नाम लिखवा रहे हैं।बुलडोजर का टैटू बनवाने आए सुनील उपाध्याय ने बताया कि वह समाज सेवा करते हैं। इस चुनाव में बुलडोजर बाबा का नाम खूब प्रचारित हो रहा है। इसके साथ ही यह बुलडोजर काली कमाई को मिटाने का प्रतीक है। इसे बनवाने में गौरव लग रहा था, इसीलिए बनवा लिया हमारे साथ तकरीबन पांच लोगों ने और बनवाया है। इस बार के चुनाव में हम सभी ने देखा कि बुलडोजर किस तरह से चर्चा में रहा।ज्ञात हो कि यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा लगातार दावे कर रही थी कि पांच सालों में जिस तरह से योगी ने माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल किया, उसी तरह अगली सरकार बनने पर भी बुलडोजर चलाया जाएगा। इसकी तस्दीक उस समय हुई जब मुख्यमंत्री योगी का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कहते दिखाई दे रहे हैं कि देखिए मेरी सभा में बुलडोजर भी खड़े हैं।(इनपुट- एजेंसी) |
4442142f5a0731154edf4c1baa8db182 | https://www.indiatv.in/india/national-centre-mulls-increase-in-monthly-stipend-for-covid-orphan-children-from-rs-2-000-to-rs-4-000-sources-813568 | कोरोना के कारण माता-पिता को खोने वाले बच्चों को हर महीने 4,000 रुपये? जानें, सरकार का प्लान | मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अब तक इस योजना के तहत प्राप्त 3,250 आवेदनों में से कुल 667 को संबंधित जिलाधिकारियों द्वारा मंजूर किया गया है। | नई दिल्ली: केंद्र सरकार कोविड-19 की वजह से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को दी जाने वाली मासिक वित्तीय सहायता को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 4,000 रुपये करने की योजना बना रही है। एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस संबंध में एक प्रस्ताव अगले कुछ सप्ताह में मंजूरी के लिए कैबिनेट के पास जा सकता है। अधिकारी ने बताया कि महिला और बाल विकास मंत्रालय ने प्रस्ताव दिया है कि महामारी से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को दी जाने वाली मासिक सहायता 2,000 रुपये से बढ़ाकर 4,000 रुपये की जाए।बता दें कि सरकार ने मई में घोषणा की थी कि जिन बच्चों के माता-पिता या कानूनी अभिभावक/गोद लेने वाले माता-पिता कोविड-19 के कारण खो दिया है, उन्हें 'पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना के तहत सहायता दिया जाएगा। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अब तक इस योजना के तहत प्राप्त 3,250 आवेदनों में से कुल 667 को संबंधित जिलाधिकारियों द्वारा मंजूर किया गया है। आंकड़ों से यह भी पता चला कि अब तक 467 जिलों से आवेदन प्राप्त हुए हैं।एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस महामारी के पहले 14 महीनों के दौरान भारत के 1,19,000 बच्चों समेत 21 देशों में 15 लाख से अधिक बच्चों ने संक्रमण के कारण अपने माता-पिता या उन अभिभावकों को खो दिया जो उनकी देखभाल करते थे। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज (NIDA) और नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (NIH) के अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 25,500 बच्चों ने कोविड-19 के कारण अपनी मां को खो दिया जबकि 90,751 बच्चों ने अपने पिता को और 12 बच्चों ने माता-पिता दोनों को खो दिया।इस अध्ययन के आकलन के अनुसार, दुनियाभर में 11,34,000 बच्चों ने अपने माता-पिता या संरक्षक दादा-दादी/नाना-नानी को कोविड-19 के कारण खो दिया। इनमें से 10,42,000 बच्चों ने अपनी मां, पिता या दोनों को खो दिया। ज्यादातर बच्चों ने माता-पिता में से किसी एक को गंवाया है। एआईएच ने एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि कुल मिलाकर 15,62,000 बच्चों ने माता-पिता में से कम से कम एक या देखभाल करने वाले लोगों में से किसी एक को या अपने साथ रह रहे दादा-दादी/नाना-नानी (या अन्य बुजुर्ग रिश्तेदार) को खो दिया। (भाषा) /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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433880a94c9fcb9096c6f46315c34f46 | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-lucknow-coronavirus-vaccine-covidshield-reaching-time-765368 | लखनऊ में भी आज पहुंचेगी कोरोना वैक्सीन Covidshield, जानिए कितने बजे पहुंच रहा है जहाज | पुणे से वैक्सीन को 13 शहरों में भेजा जा चुका है और दिल्ली, अहमदाबाद, बेंगलुरू में वैक्सीन लैंड भी कर चुकी है, करनाल जाने वाली वैक्सीन भी दिल्ली पहुंच गई है। | लखनऊ। कोरोना वायरस वैक्सीन Covidshield को पुणे से देश के 13 अलग-अलग शहरों को भेज दिया गया है और इन शहरों में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी है। लखनऊ में भी आज वैक्सीन पहुंचने वाली है। इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ में वैक्सीन शाम 4 बजे के करीब पहुंचेगी। मिली जानकारी के मुताबिक एयरलाइन कंपनी GoAir की फ्लाइट से शाम 4 बजे के करीब वैक्सीन लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंड करेगी।पुणे से वैक्सीन को 13 शहरों में भेजा जा चुका है और दिल्ली, अहमदाबाद, बेंगलुरू में वैक्सीन लैंड भी कर चुकी है, करनाल जाने वाली वैक्सीन भी दिल्ली पहुंच गई है। वहीं दिल्ली में इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन को दिलशाद गार्डन में स्थित राजीव गांधी सुपर स्पैशिएलिटी अस्पताल में रखा जाएगा। दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया है कि वैक्सीन को केंद्र तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा ताकि बिना विलंब वैक्सीन केंद्र तक पहुंच सके।स्पाइस जेट के चेयरमैन और मनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह ने कहा-'यह बताते हुए खुशी हो रही है कि स्पाइस जेट विमान कोरोना वैक्सीन की पहली खेप लेकर रवाना हो रहा है। कोविशिल्ड कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पुणे से दिल्ली रवाना की जा रही है। पहली खेप में कुल 34 बॉक्स हैं और इनका वजन 1088 किलोग्राम है। इसे स्पाइसजेट की फ्लाइट 8937 से रवाना किया गया है। हम गुवाहाटी, कोलकाता, हैदराबाद, भुवनेश्वर, बेंगलुरु, पटना और विजयवाड़ा सहित विभिन्न भारतीय शहरों में वैक्सीन की कई खेप लेकर जाएंगे। देश के भीतर और बाहर कोरोना वायरस वैक्सीन के परिवहन के लिए स्पाइटजेट पूरी तरह तैयार और प्रतिबद्ध है। आज भारत में महामारी के खिलाफ एक लंबे और निर्णायक चरण की शुरुआत हुई है।' |
e1e99b9e3d36aba0feb967d864b298ef | https://www.indiatv.in/india/national-senior-congress-leader-ahmed-patel-passes-away-755888 | वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल का निधन, प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया | फैजल पटेल ने ट्वीट कर कहा कि उनके पिता अहमद पटेल का आज सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर निधन हो गया है | वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल का कुछ देर पहले निधन हो गया है। उनके पुत्र फैजल पटेल ने ट्वीट कर कहा कि उनके पिता अहमद पटेल का आज सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर निधन हो गया है। अहमद पटेल एक महीना पहले कोरोना से संक्रमित हुए थे। अहमद पटेल का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के निधन पर प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया है। फैसल पटेल ने कहा कि लगभग एक महीना पहले उनके पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और वे मल्टी ऑर्गन फेल्यिोर के शिकार हो गए। फैजल पटेल ने कहा कि गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली।पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अहमद पटेल जी के निधन से दुखी। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में कई साल बिताए, समाज की सेवा की। अपने तेज दिमाग के लिए जानी जाने वाली कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में उनकी भूमिका हमेशा याद की जाएगी। अपने बेटे फैसल से बात की और संवेदना व्यक्त की। अहमद भाई की आत्मा को शांति मिले।71 साल के अहमद पटेल को कांग्रेस का चाणक्य कहा जाता है। वे सोनिया एवं राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते थे। वे तीन बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं और 5 बार राज्यसभा के सांसद रहे हैं। अगस्त 2018 में उन्हें कांग्रेस पार्टी का कोषाध्याक्ष नियुक्त किया गया था। पहली बार 1977 में 26 साल की उम्र में भरूच से लोकसभा का चुनाव जीतकर अहमद पटेल संसद पहुंचे थे। हमेशा पर्दे के पीछे से राजनीति करने वाले अहमद पटेल कांग्रेस परिवार के विश्वस्त नेताओं में गिने जाते थे। वे 1993 से राज्यसभा सांसद थे। |
5110a025b92910658146c09ed27b96aa | https://www.indiatv.in/india/national-pm-modi-meeting-with-cms-on-coronavirus-732708 | PM मोदी ने 10 मुख्यमंत्रियों से की कोरोना पर चर्चा, कहा- सही दिशा में आगे बढ़ रहा देश | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 10 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा कर कोरोना वायरस महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की और कहा कि इस लड़ाई में देश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। | नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 10 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा कर कोरोना वायरस महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की और कहा कि इस लड़ाई में देश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई इस बैठक में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, गुजरात, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से जमीनी स्थिति का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अगर सभी मिलकर इन राज्यों में कोरोना को हराने में सफल हो जाते हैं तो देश भी जीत जाएगा। बैठक के बाद प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आप सभी से बात करके जमीनी वस्तु-स्थिति की भी जानकारी और व्यापक होती है और ये भी पता चलता है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 80 प्रतिशत सक्रिय मामले इन 10 राज्यों में हैं, इसलिए कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में इन सभी राज्यों की भूमिका बहुत बड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘आज देश में सक्रिय मामले छह लाख से ज्यादा हो चुके हैं, जिनमें से ज़्यादातर मामले हमारे इन दस राज्यों में ही हैं। इसीलिए ये आवश्यकता थी कि ये दस राज्य एक साथ बैठकर समीक्षा करें, चर्चा करें। आज की इस चर्चा से हमें एक दूसरे के अनुभवों से काफी कुछ सीखने समझने को मिला भी है।’’ मोदी ने कहा कि आज की बैठक का एक भाव यह निकलकर आया है कि सभी मिलकर अपने इन दस राज्यों में कोरोना को हरा देते हैं, तो देश भी जीत जाएगा। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग की संख्या बढ़कर हर दिन सात लाख तक पहुंच चुकी है और लगातार बढ़ भी रही है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर संतोष जताया कि जहां सक्रिय मामले कम हो रहे हैं वहीं ठीक होने की दर भी बढ़ी है। इससे होने वाली मृत्यु दर में भी कमी आई है। उन्होंने कहा कि देश में मृत्यु दर पहले भी दुनिया के मुक़ाबले काफी कम थी और संतोष की बात है कि ये लगातार और कम हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इसका अर्थ है कि हमारे प्रयास कारगर सिद्ध हो रहे हैं। सबसे अहम बात है, कि इससे लोगों के बीच भी एक भरोसा बढ़ा है, आत्मविश्वास बढ़ा है, और डर भी कुछ कम हुआ है।’’ उन्होंने बिहार, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना में टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित थे। कोरोना महामारी ने जब से भारत में कदम रखा है तब से लेकर राज्यों के साथ प्रधानमंत्री की यह सातवीं बैठक है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बैठक में अधिकतर मुख्यमंत्रियों ने कोविड महामारी के मद्देनजर अपने-अपने राज्यों की अर्थव्यवस्था की हालत का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार से आर्थिक पैकेज की मांग की। बैठक के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आर्थिक पैकेज की मांग की। ट्वीट के मुताबिक सिंह ने एसडीआरएफ के तहत कोरोना संबंधी खर्चों के लिए रखी गई शर्तों में लचीलापन लाने का आग्रह किया और केंद्र सरकार के जांच केंद्रों में कोरोना जांच की क्षमता बढ़ाने का भी आग्रह किया। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में सामने आने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है और मंगलवार को यह आंकड़ा 53,601 रहा। देश में पिछले चार दिन से लगातार 60,000 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार को सामने आए 53,601 नए मरीजों के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 22,68,675 हो गई है। वहीं, संक्रमण से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 15,83,489 हो गई है जिससे देश में स्वस्थ होने की दर भी 69.80 फीसदी हो गई है। |
069a1d8f7f9a4aba88c3a0bc68b925fd | https://www.indiatv.in/india/national-pm-modi-shared-a-grand-view-of-the-famous-sun-temple-of-modhera-736268 | PM मोदी ने शेयर किया बारिश में नहाते मोढेरा के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर का गजब VIDEO, देखिए | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने गृह राज्य गुजरात के मेहसाणा में स्थित मोढेरा के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर का एक वीडियो साझा किया और कहा कि बरसात के मौसम में यह मंदिर अद्भुत और भव्य छटा बिखेरता है। | नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने गृह राज्य गुजरात के मेहसाणा में स्थित मोढेरा के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर का एक वीडियो साझा किया और कहा कि बरसात के मौसम में यह मंदिर अद्भुत और भव्य छटा बिखेरता है। मोदी ने वीडियो साझा करने के साथ ट्वीट किया, ‘‘मोढेरा का प्रतिष्ठित सूर्य मंदिर बरसात के दिनों में भव्य नजर आता है। आप भी देखिए।’’55 सेकेंड के इस वीडियो में बारिश में नहाया सूर्य मंदिर अद्भुत नजर आ रहा है। उत्तरी गुजरात के मेहसाणा जिले में पुष्पावती नदी के किनारे स्थित मोढेरा का यह सूर्य मंदिर वास्तुशिल्प का उत्कृष्ट नमूना है। इसी जिले के वड़नगर में मोदी का जन्म हुआ था।गुजरात में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। मंगलवार को अधिकारियों ने बताया कि राज्य में अब तक वार्षिक औसत की 106.78 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। |
832ceb029c50b415ef9b55a5e3b06fb3 | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-doctor-s-lungs-damaged-post-covid-to-undergo-transplantation-up-govt-to-bear-cost-800669 | कोरोना के बाद डॉक्टर के फेफड़े हुए क्षतिग्रस्त, अब प्रतिरोपण का खर्च वहन करेगी यूपी सरकार | कोविड 19 की दूसरी लहर के दौरान संक्रमित रोगियों के इलाज के दौरान स्वयं कोरोना वायरस से संक्र्रमित हुईं रेजीडेंट डॉक्टर शारदा सुमन के फेफड़े हैदराबाद के एक अस्पताल में प्रतिरोपित किए जाएंगे। | लखनऊ। कोविड 19 की दूसरी लहर के दौरान संक्रमित रोगियों के इलाज के दौरान स्वयं कोरोना वायरस से संक्रमित हुईं रेजीडेंट डॉक्टर शारदा सुमन के फेफड़े हैदराबाद के एक अस्पताल में प्रतिरोपित किए जाएंगे। डॉ सुमन के फेफड़े प्रतिरोपण पर 1.5 करोड़ रुपये का खर्च आएगा जिसे उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी। डॉ सुमन (31) यहां स्थित राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में स्त्री रोग विभाग में पदस्थ हैं। वह एक अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं। संस्थान की निदेशक डॉ सोनिया नित्यानंद ने बताया कि फिलहाल डॉ सुमन का यहां इलाज चल रहा है। उन्होंने एक मई को एक बच्ची को जन्म दिया जो स्वस्थ है। उन्होंने बताया ‘‘कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण डॉ सुमन के फेफड़े क्षतिग्रस्त हो गए और उनके प्रतिरोपण के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।’’ उन्होंने बताया कि फेफड़ों का प्रतिरोपण चेन्नई और हैदराबाद के कुछ ही अस्पतालों में होता है और पूछने पर पता चला कि इस पर 1.5 करोड़ रुपये का खर्च आता है। इतना खर्च एक कनिष्ठ रेजीडेंट डॉक्टर वहन नहीं कर सकता। डॉ. सोनिया ने कहा ‘‘29 जून को मैंने कुछ डॉक्टरों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर डॉ सुमन के बारे में उन्हें बताया। मुख्यमंत्री ने यह मामला एक विशेषज्ञ समिति के सामने उठाने को कहा जिसने फेफड़ों के प्रतिरोपण का सुझाव दिया। तब मुख्यमंत्री योगी ने उनके इलाज के लिए 1.5 करोड़ रुपये जारी करने के निर्देश दिए।’’ उनके मुताबिक, यह राशि हैदराबाद के उस अस्पताल को स्थानांतरित की जाएगी जो फेफड़ों का प्रतिरोपण करेगा। डॉ सोनिया के अनुसार, फिलहाल डॉ सुमन लोहिया संस्थान के कोविड अस्पताल में पिछले करीब 45 दिनों से इकमो मशीन के सपोर्ट पर हैं और विशेषज्ञ डाक्टरों की निगरानी में हैं । |
d88a88d00b9e5b880b63b80ca6bdd79f | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-azam-khan-admitted-to-lucknow-hospital-again-condition-stable-802899 | आजम खान की तबीयत फिर बिगड़ी, मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया | उत्तर प्रदेश के सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खान की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है और इलाज के लिए उन्हें राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। | लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खान की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है और इलाज के लिए उन्हें राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इलाज के लिए उन्हें लखनऊ ले जाया गया। मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने बताया कि आजम खान को कमजोरी और सांस लेने में दिक्कत की वजह से अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि क्रिटिकल केयर टीम और अन्य विशेषज्ञों का दल उनकी जांच कर रहा है तथा अभी उनकी तबियत स्थिर और नियंत्रण में हैं। बता दें कि 13 जुलाई को करीब दो महीना चार दिन मेदांता में भर्ती रहने के बाद खान को छुट्टी दी गयी थी। उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद नौ मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले दिन में सीतापुर जिला कारागार के जेलर आर एस यादव ने बताया था कि सोमवार सुबह आजम खान को सांस लेने में तकलीफ हुई। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने फौरन उनकी जांच की। शुरुआती जांच में उनका ऑक्सीजन का स्तर कम पाया गया लिहाजा उन्हें बेहतर इलाज के लिए लखनऊ के अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। उन्होंने बताया कि पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान को लखनऊ के मेदांता अस्पताल रेफर किया गया है जहां से हाल में वह इलाज कराकर लौटे थे। गौरतलब है कि धोखाधड़ी तथा कई अन्य मामलों में सीतापुर जेल में बंद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला को गत मई में कोविड-19 संक्रमित होने के बाद जेल से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मई-जून के दौरान कई बार आजम खान की हालत काफी चिंताजनक हो गई थी और उन्हें आईसीयू में ऑक्सीजन सहायता पर रखना पड़ा था। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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b8e8be9fd33e55fd2e7ec939abeb7d62 | https://www.indiatv.in/india/national/rajat-sharma-blog-how-our-enemies-are-using-hijab-to-defame-india-2022-02-16-836097 | Rajat Sharma’s Blog: हिजाब के सवाल पर कैसे हमारे दुश्मन भारत को बदनाम कर रहे हैं | आज कोर्ट में हिजाब का पक्ष लेने वाले वकील का ज्यादा जोर इस बात पर था कि हाई कोर्ट अपना अंतरिम आदेश वापस ले ले। | हिजाब को लेकर विवाद अब कर्नाटक के लगभग 50 स्कूलों में फैल चुका है। दूसरी तरफ, विदेशों में निहित स्वार्थ वाले कई देश इस विवाद को लेकर भारत को बदनाम कर रहे हैं।ताजा उदाहरण इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) का है, जिसके सचिवालय ने ‘कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध’ को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। OIC के बयान में कहा गया कि 'मुसलमानों को निशाना बनाकर किए जा रहे लगातार हमले इस्लामोफोबिया के बढ़ते चलन के संकेत हैं।'मंगलवार को भारत ने OIC के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'भारत का मानना है कि ओआईसी जम्मू-कश्मीर और भारत में मुसलमानों पर कथित खतरे से जुड़े मुद्दों के सवाल पर पाकिस्तान के हाथों में खेल रहा है। भारत से जुड़े मसलों पर ओआईसी के सचिवालय ने जो बयान जारी किया है, उसके पीछे एक खास मकसद है, वह है दूसरे मुल्कों को भारत के बारे में गुमराह करना।'विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘भारत में हम अपने घरेलू मुद्दों का हल अपने संवैधानिक ढांचे और व्यवस्था के तहत लोकतांत्रिक तरीके से करते हैं। ओआईसी सचिवालय की ये मजहबी सोच उसे इस हक़ीक़त को सही तरीके से ग़ौर भी नहीं करने देती। भारत के खिलाफ दुष्प्रचार को आगे बढ़ाने के लिए निहित स्वार्थ वाले कई देशों द्वारा ओआईसी का दुरुपयोग जारी है। नतीजतन, इससे सिर्फ OIC की साख को ही नुकसान पहुंच रहा है।’ऐसे समय में जब भारत के शत्रु देश हिजाब मुद्दे का दुरुपयोग कर इसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजहबी रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं कर्नाटक में हालात चिंताजनक है। मंगलवार को, कर्नाटक के चिकमगलूर, तुमकुरु, कोडागु, मांड्या, कलबुर्गी और उडुपी में 50 से ज्यादा स्कूलों में मुस्लिम छात्राओं के अभिभावकों ने अपनी बच्चियों को क्लास के अंदर हिजाब पहनने पर जोर दिया, लेकिन प्रशासन ने उन्हें कर्नाटक हाई कोर्ट के अंतरिम आदेश का हवाला देते हुए इसकी इजाजत नहीं दी। कर्नाटक हाई कोर्ट में बुधवार को तीसरे दिन भी मामले की सुनवाई जारी रही।कुछ छात्राओं के अभिभावकों ने 'अल्लाहु अकबर' के नारे भी लगाए। ज्यादातर मुस्लिम छात्राओं के अभिभावकों ने अपनी बच्चियों को हिजाब के बिना क्लास में जाने देने से मना कर दिया। वहीं, कुछ जगहों पर तो अभिभावकों ने अपनी बच्चियों को बिना हिजाब के इम्तहान में बैठने तक नहीं दिया।चिकमगलूर के मुदिगिरे उर्दू स्कूल में हिजाब पहनकर आई 35 छात्राओं को अलग क्लासरूम दिया गया था। जब वे स्कूल के अंदर गईं और क्लासरूम में बैठने लगीं, तो टीचर्स ने उन्हें हिजाब उतारने को कहा। लेकिन, इन 35 छात्राओं ने हिजाब उतारने से इनकार कर दिया। जब टीचर्स ने छात्राओं को समझाया कि वे पढ़ाई पर ध्यान दें तो छात्राएं बहस करने लगीं और स्कूल से बाहर निकल गईं। छात्राओं के बाहर निकलने पर बहस में उनके पैरेंट्स भी शामिल हो गए और टीचर्स से उलझ गए। इस बीच स्कूल पहुंची पुलिस ने छात्राओं को हाईकोर्ट के ऑर्डर के बारे में बताया और कहा कि उन्हें कोर्ट का आदेश लागू करना ही होगा।मांड्या के गौसिया स्कूल में भी हिजाब को लेकर विवाद हुआ। एक बच्ची हिजाब पहनकर स्कूल पहुंची थी। लेकिन स्कूल में टीचर्स ने उसे हिजाब उतारने के लिए कहा। वह बच्ची इसके लिए तैयार भी थी, लेकिन बच्ची के पिता ने उसे हिजाब उतारने से रोक दिया और अपनी बेटी को घर वापस ले गए। हिजाब को लेकर उडुपी जिले के कापू कस्बे में भी हंगामा हुआ। इस स्कूल की कुछ छात्राओं ने इम्तिहान पर हिजाब को तरजीह दी और स्कूल में इसे उतारने से मना कर दिया। उनके पैरेंट्स ने भी हिजाब उतारने के आदेश का विरोध किया। इलाके के तहसीलदार ने आकर उन पैरेंट्स को समझाया, फिर भी विवाद खत्म नहीं हुआ। स्कूल के अधिकारियों ने 29 मुस्लिम छात्राओं को एक अलग कक्षा में बैठने और बिना हिजाब के परीक्षा देने की इजाजत दे दी, लेकिन उनमें से 8 ने इनकार कर दिया और अपने माता-पिता के साथ वापस चली गईं।हिजाब पहनने की इजाजत नहीं मिली तो कलबुर्गी के सरकारी उर्दू स्कूल में एक भी छात्रा पढ़ने नहीं आई। सरकार के आदेश पर कलबुर्गी का ये स्कूल खुला तो मगर इसके सभी क्लासरूम खाली रहे। छात्राओं के पैरेंट्स ने स्कूल प्रशासन को बताया कि जब तक उनकी बेटियों को हिजाब के साथ आने की इजाजत नहीं मिलेगी, तब तक वे स्कूल नहीं आएंगी। इसी तरह कोडूगु के कर्नाटक पब्लिक स्कूल की 20 छात्राएं स्कूल के गेट से घर लौट गईं। उन्होंने हिजाब उतारने से मना कर दिया। टीचर्स ने इन बच्चियों को समझाया भी कि प्री-बोर्ड के एग्जाम चल रहे हैं, जो उनके लिए जरूरी हैं। टीचर्स ने इन स्टूडेंट्स को समझाया कि उन्हें कोर्ट का ऑर्डर मानना ही होगा, लेकिन इन लड़कियों ने कहा कि वे हिजाब नहीं उतार सकती हैं फिर चाहे उन्हें इम्तिहान ही क्यों न छोड़ना पड़े। ऐसा ही एक मामला शिमोगा के गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में हुआ।मंगलवार को कर्नाटक हाई कोर्ट में 3 जजों की बेंच के सामने हिजाब मुद्दे पर मैराथन सुनवाई के दौरान 2 मुस्लिम छात्राओं के वकील देवदत्त कामत ने दलील दी कि कोई भी सरकार ‘कानून और व्यवस्था' का हवाला दे कर मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने से नहीं रोक सकती। कामत ने अपनी दलील में कहा, हिजाब पहनने से किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है और इसे धार्मिक पहचान का प्रतीक भी नहीं कहा जा सकता । उन्होंने कहा, संविधान का अनुच्छेद 25 प्रत्येक भारतीय को अपने धर्म को मानने और उसके प्रचार की स्वतंत्रता देता है, और सरकारें ‘कानून और व्यवस्था' का हवाला देकर एक सर्कुलर के ज़रिए उस पर रोक नहीं लगा सकती । उन्होंने कहा, ‘आजकल तो वकील और जज भी नामा (टीका या सिंदूर) लगाते हैं और यह धार्मिक पहचान का प्रदर्शन नहीं है। यह तो केवल आस्था का प्रतीक है।’आज कोर्ट में हिजाब का पक्ष लेने वाले वकील का ज्यादा जोर इस बात पर था कि हाई कोर्ट अपना अंतरिम आदेश वापस ले ले। इस अंतरिम आदेश की वजह से शैक्षणिक संस्थानों में धार्मिक परिधान धारण नहीं किए जा सकते चाहे वे हिजाब हों या भगवा। चूंकि हिजाब पहनने पर कोर्ट की पाबंदी है, तो भगवा पहनने वाले गायब हैं क्योंकि वे भी सिर्फ प्रतिक्रिया के तौर पर भगवा शॉल पहनकर गए थे।जब से इस मुद्दे में SDPI (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) और PFI (पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया) के लोग शामिल हुए हैं, ये सिर्फ शिक्षण संस्थाओं तक सीमित नहीं रह गया है। ये वन अपमैनशिप का मामला ज्यादा बन गया है। इसमें नुकसान उन लड़कियों का हो रहा है जो पढ़ना चाहती हैं, एग्जाम देना चाहती हैं। लेकिन उनके पैरेन्ट्स और PFI के स्टूडेंट संगठन CFI के ऐक्टिविस्ट लड़कियों के हिजाब पहनने की जिद पकड़े हुए हैं। लगता है ये बच्चियां सियासत और दम दिखाने के खेल के बीच फंस गई हैं।हालांकि कुछ बड़ी उम्र की मुस्लिम महिलाएं भी ये कहती सुनाई दीं कि अगर बच्चियां हिजाब पहनना चाहती हैं तो उन्हें क्यों रोका जाए। लेकिन हम 8 से 10 साल की मुस्लिम लड़कियों के वीडियो भी देख रहे हैं, जिन्हें हिजाब पहनाकर स्कूलों में लाया जा रहा है। क्या ये उन बच्चियों की चॉइस है या उन पर पर्दा थोपा गया है? ये सवाल उठना तो लाजिमी है। मुझे लगता है इस पूरे मामले को स्कूल यूनिफॉर्म तक सीमित रखना चाहिए और सबको अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए। (रजत शर्मा)देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 15 फरवरी, 2022 का पूरा एपिसोड /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); } var 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e4f167e6103cc7ec86b42878db392a87 | https://www.indiatv.in/india/national-drdo-to-set-up-500-medical-oxygen-plants-in-three-months-with-the-help-of-pm-cares-fund-787407 | 3 महीने में 500 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाएगा DRDO, PM CARES से दिया जाएगा फंड | देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि डीआरडीओ आने वाले तीन महीनों में देशभर में 500 ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहा है। इसके लिए पैसा पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा। | नई दिल्ली. देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि डीआरडीओ आने वाले तीन महीनों में देशभर में 500 ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहा है। इसके लिए पैसा पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि डीआरडीओ द्वारा डवलप की गई मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट टेक्नोलॉजी जो LCA, Tejas के ऑन-बोर्ड ऑक्सीजन जेनरेशन का काम करती है, वो वर्तमान में कोरोना मरीजों के लिए पेश आ रही ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने में आम आएगी।भारत कोरोना वायरस के लगातार तेजी से बढ़ते मामलों से जूझ रहा है और कई राज्यों में चिकित्सकीय ऑक्सीजन एवं बिस्तरों की कमी के चलते अस्पताल भारी दबाव से गुजर रहे हैं।नई दिल्ली. देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि डीआरडीओ आने वाले तीन महीनों में देशभर में 500 ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहा है। इसके लिए पैसा पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि डीआरडीओ द्वारा डवलप की गई मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट टेक्नोलॉजी जो LCA, Tejas के ऑन-बोर्ड ऑक्सीजन जेनरेशन का काम करती है, वो वर्तमान में कोरोना मरीजों के लिए पेश आ रही ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने में आम आएगी।डीआरडीओ ने एक बयान में कहा है कि एमओपी प्रौद्योगिकी बेंगलुरू के टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और कोयंबटूर के ट्राइडेंट न्यूमैटिक्स को पहले ही अंतरित कर दी गयी है और वे 380 संयंत्र लगाएंगे। उसने कहा कि इसके अलावा प्रति मिनट 500 लीटर उत्पादन क्षमता के 120 संयंत्र, भारतीय पेट्रोलियम संस्थान , देहरादून के साथ मिलकर काम करने वाले उद्योग लगायेंगे।उसने कहा कि डीआरडीओ का एमओपी प्रति मिनट 1000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करता है। डीआरडीओ ने कहा, ‘‘ यह प्रणाली पांच लीटर प्रति मिनट की प्रवाह दर से 190 मरीजों की जरूरतें पूरी करती है और रोजना 195 सिलेंडरों का पुनर्भरण करती है।’’डीआरडीओ पानीपत-हिसार में दो कोविड-19 अस्पताल स्थापित करेगारक्षा अनुंसधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) हरियाणा के हिसार और पानीपत में कोविड-19 मरीजों को समर्पित 500-500 बिस्तरों के दो अस्पताल स्थापित करेगा। यह जानकारी बुधवार को हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दी। उन्होंने बताया कि सेना की पश्चिमी कमान को इन अस्पतालों के लिए डॉक्टर और अन्य चिकित्सा कर्मी उपलब्ध कराने को कहा गया है। विज ने ट्वीट किया, ‘‘डीआरडीओ हरियाणा के हिसार और पानीपत में 500-500 बिस्तरों के दो कोविड-19 अस्पताल स्थापित करेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जल्द ही इन्हें स्थापित करने का काम शुरू होगा।’’ |
282bd4b3df45437eca8373257caf569f | https://www.indiatv.in/india/national-pm-modi-speech-coronavirus-vaccine-festivals-precautions-appeal-748733 | कोरोना वैक्सीन्स को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम संबोधन में दी यह जानकारी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित करते हुए लोगों से कोरोना वायरस लेकर त्योहार के दौरान सावधान रहने को कहा। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही कहा, ''हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं। | नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित करते हुए लोगों से कोरोना वायरस लेकर त्योहार के दौरान सावधान रहने को कहा। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही कहा, ''हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं। भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है।''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि लॉकडाउन भले खत्म हो गया है, लेकिन कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश को सफलता नहीं मिल जाती तब तक लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने शाम छह बजे राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि भारत आज संभली हुई स्थिति में है और किसी भी सूरत में इसे बिगड़ने नहीं देना है। कोविड-19 महामारी के बाद अपने सातवें राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘समय के साथ आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। हम में से अधिकांश लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए, फिर से जीवन को गति देने के लिए, रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है। बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि एक कठिन समय से निकलकर देश आगे बढ़ रहा है और थोड़ी सी लापरवाही इस गति को रोक सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘थोड़ी सी लापरवाही हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है। जीवन की ज़िम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनों साथ-साथ चलेंगे तभी जीवन में खुशिया बनी रहेंगी।’’ |
27e844fa45ad90fcd8d899dca32dea3e | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-former-ips-amitabh-thakur-to-contest-elections-up-cm-yogi-adityanath-807866 | सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ेगा पूर्व IPS , बोले- जहां से आदित्यनाथ लड़ेगे, वहीं ठोकूंगा ताल | अमिताभ ठाकुर ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। | लखनऊ. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने शनिवार को कहा कि वह उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ खड़े होंगे। उत्तर प्रदेश काडर के आईपीएस अधिकारी ठाकुर को समयपूर्व सेवानिवृत्त कर दिया गया था।अमिताभ ठाकुर ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरुद्ध आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, "आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में तमाम अलोकतांत्रिक, अराजक, दमनकारी, उत्पीड़नात्मक तथा विभेदकारी कार्य किये, वह इनके विरोध में आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, फिर चाहे आदित्यनाथ जहां से भी चुनाव लड़ें।"उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सिद्धांतों की लड़ाई है, जिसमें वह गलत के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त करेंगे। उन्हें गृह मंत्रालय के निर्णय के अनुपालन में गत 23 मार्च को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गयी थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक आदेश में कहा गया था कि ठाकुर को "उनकी सेवा के शेष कार्यकाल के लिए बनाए रखने के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया"। इसमें कहा गया, "जनहित में अमिताभ ठाकुर को उनकी सेवा पूरी होने से पहले तत्काल प्रभाव से समय से पहले सेवानिवृत्ति दी जा रही है।" |
319f60df112c339f7f886dcf73837aa7 | https://www.indiatv.in/india/national-children-falling-prey-to-psychological-issues-due-to-second-covid-wave-experts-798824 | कोविड-19 की दूसरी लहर ने बच्चों पर मनोवैज्ञानिक असर डाला: विशेषज्ञ | कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान स्क्रीन पर अधिक समय गुजारने, कोई सामाजिक मेल-जोल नहीं होने और माता-पिता के घर से काम करने के बावजूद बच्चों को पर्याप्त समय नहीं देने के कारण सभी उम्र वर्ग के बच्चों पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ा है। | नयी दिल्ली। कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान स्क्रीन पर अधिक समय गुजारने, कोई सामाजिक मेल-जोल नहीं होने और माता-पिता के घर से काम करने के बावजूद बच्चों को पर्याप्त समय नहीं देने के कारण सभी उम्र वर्ग के बच्चों पर मनोवैज्ञानिक असर पड़ा है। द्वारका में आकाश हेल्थकेयर में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ मीना जे ने कहा कि बड़े उम्र के बच्चों में चिड़चिड़ापन, बेचैनी, घबराहट और व्यवहार से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं तो दो से तीन साल की उम्र के बच्चों में देरी से विकास हो रहा है। डॉ मीना जे ने कहा, ‘‘बच्चे आम तौर पर दो से तीन साल की उम्र में बोलना शुरू कर देते हैं लेकिन हम देख रहे हैं कि बच्चे देरी से बोल रहे हैं। वे कुछ गतिविधियां करना सीख रहे हैं लेकिन उसे कर नहीं पा रहे हैं। उदाहरण के लिए कुछ बच्चे हैं जिन्हें शौचालय उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया है लेकिन शौचालय जाने की जरूरत होने पर वे माता-पिता को नहीं बताते और बिस्तर गिला कर देते हैं।’’ जो बच्चे न तो किशोर हैं और न ही छोटे हैं, उन्हें पढ़ने में दिक्कत, अधिक नखरे दिखाना, गुस्सा दिखाना और सामाजिकता से दूरी बरतने जैसी व्यवहारगत दिक्कतें आ रही हैं। कुछ में सामाजिक डर और अजनबियों से घबराहट जैसी परेशानियां पनपने लगी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जो बच्चे इलाज के लिए आते हैं वे हमसे बात करने से घबराते हैं।’’ विशेषज्ञों ने कहा कि लॉकडाउन, कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर की गंभीरता और संक्रमण का डर इसके मुख्य कारण हैं। इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में बालरोग गहन देखभाल विशेषज्ञ और वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ नमीत जेरथ ने कहा कि लॉकडाउन के लंबा खींचने के कारण बच्चों में असामान्य बर्ताव, नखरा, गुस्से वाला व्यवहार पैदा हो गया है क्योंकि बच्चे और माता पिता दोनों ही घर में रहने को मजबूर हैं। डॉ जेराठ के विचारों से सहमति जताते हुए मूलचंद हॉस्पिटल में मनोविज्ञानी, कंस्ल्टेंट डॉ जितेंद्र नागपाल ने कहा कि वे रोजाना ऐसे दो-तीन मामले देख रहे हैं और खासकर किशोरों के लिए यह बेहद मुश्किल वक्त है। |
51c1a6810e4b941127f0aa0291e5b3f0 | https://www.indiatv.in/india/national-congress-criticises-govt-over-price-increase-of-essential-things-751399 | कांग्रेस ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि को लेकर सरकार पर प्रहार किया | उन्होंने दावा किया कि अभी तक कोई वित्तीय पैकेज नहीं मिलने से अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने के लिए संघर्ष कर रही है, ‘‘लेकिन सरकार अनजान बनी हुई है और महंगाई को नियंत्रित करने में पूरी तरह से अक्षम है।’’ | नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि को लेकर रविवार को सरकार पर प्रहार करते हुए उससे कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और महंगाई पर रोक लगाने के लिए बाजार में खाद्य वस्तुओं का पर्याप्त भंडार उपलब्ध कराने को कहा। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने प्याज और आलू की कीमतों के आसमान छूने का जिक्र करते हुए कहा कि यह 10 साल में अपने उच्चतम स्तर पर है। उन्होंने सरकार पर अनजान बने रहने का आरोप लगाया। साथ ही, यह आरोप भी लगाया कि सरकार भंडार को सड़ा रही है और इसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि अभी तक कोई वित्तीय पैकेज नहीं मिलने से अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने के लिए संघर्ष कर रही है, ‘‘लेकिन सरकार अनजान बनी हुई है और महंगाई को नियंत्रित करने में पूरी तरह से अक्षम है।’’ वल्लभ ने कहा कि सरकार को लोगों को सहायता पहुंचाने के लिये और उपभोग बढ़ाने के तरीके तलाशने चाहिए थे, लेकिन यह आम आदमी को असहाय छोड़ने पर अमादा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि सरकार कालाबाजारी करने वालों पर फौरन कार्रवाई करे, शीत भंडार गृहों में मौजूद आवश्यक वस्तुओं के भंडार का आकलन करे और महंगाई को नियंत्रित करने के लिए बाजार में पर्याप्त मात्रा में ये वस्तुएं उपलब्ध कराए। ’’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में उपभेाक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक, शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों में लगातार ऊंचा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण सीएफपीआई (उपभोक्ता खाद्य मूल्य संचकांक) जुलाई 2020 के लिए नौ प्रतिशत से अधिक था, लेकिन यह सितंबर 2020 में 10 प्रतिशत को भी पार कर गया। उन्होंने कहा कि सब्जियों की महंगाई की दर सितंबर 2020 में 22.71 प्रतिशत थी और दाल की 13.69 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा, ‘‘क्या सरकार ने इन सभी को नियंत्रित करने की कोशिश की? इस पर गौर करने से यह पता चलता है कि कुछ नहीं किया गया। सरकार की अक्षमता और अकर्मण्यता इस बात से जाहिर होती है कि हमने सउदी अरब, ओमान, म्यांमा और अन्य देशों को 2019-20 में 1.23 लाख टन आलू निर्यात किए, जबकि हमारी खुद की आपूर्ति में कमी है।’’ उन्होंने पूछा , ‘‘आलू का निर्यात करने से पहले कोई उपयुक्त योजना क्यों नहीं बनाई गई थी, जबकि घरेलू बाजार में आपूर्ति की कमी थी।’’ वल्लभ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में शीत भंडार गृहों में 30 लाख टन आलू पड़े हुए हैं, जिनमें से 22 लाख टन बाजारों के लिए हैं। ’’ |
1151b2785425c49e94667c82210796cf | https://www.indiatv.in/india/national-kerala-coronavirus-cases-latest-updates-802920 | केरल में कोरोना के 9931 नए केस मिले, संक्रमण दर 11.08% हुई | केरल में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 9931 नये मामले सामने आये, जिसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 31,70,868 हो गयी है। | तिरूवनंतपुरम: केरल में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 9931 नये मामले सामने आये, जिसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 31,70,868 हो गयी है। सरकार की ओर से जारी बयान में इसकी जानकारी दी गयी है। बयान में कहा गया है कि प्रदेश में संक्रमण दर कई हफ्तों से दस फीसदी के आस पास थी जो अब बढ़ कर 11.08 प्रतिशत हो गयी है। इसमें कहा गया है कि प्रदेश में महामारी के कारण 58 और लोगों की मौत हो गयी है जिसके बाद राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 15,408 हो गयी है। बयान के अनुसार पिछले 24 घंटों में 13,206 लोग संक्रमण से स्वस्थ हुये हैं जिसके बाद यहां संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 30,33,258 हो गयी है। इसमें कहा गया है कि प्रदेश में उपचाराधीन लोगों की संख्या 1,21,708 पर पहुंच गयी है। नये संक्रमितों में 66 स्वास्थ्यकर्मी हैं। बता दें कि राज्य में रविवार को कोविड-19 के 13,956 नए मामले सामने आए थे जबकि 81 संक्रमितों की मौत हुई थी। |
0c566a297bd4df56235284cea3e3ab21 | https://www.indiatv.in/india/national-rajnath-singh-administered-first-dose-of-covid-19-vaccine-775712 | राजनाथ सिंह ने लगवाया Covid-19 का टीका, अबतक 50 लाख लोगों ने को-विन पर कराया पंजीकरण | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां स्थित आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में कोरोना वायरस टीके की पहली खुराक लगवाई। इससे एक दिन पहले ही टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत हुई थी। सिंह ने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है। | नयी दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां स्थित आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में कोरोना वायरस टीके की पहली खुराक लगवाई। इससे एक दिन पहले ही टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत हुई थी। सिंह ने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है। मंत्री ने ट्वीट किया, “आज आर आर अस्पताल में मुझे कोविड-19 के टीके की पहली खुराक दी गई। देश को कोविड मुक्त बनाने का भारत का संकल्प इस टीकाकरण अभियान से मजबूत हुआ है। टीका पूरी तरह सुरक्षित है और सरल है।” उन्होंने कहा, “कम समय में टीका बनाने के लिए मैं भारत के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों को सलाम करता हूं। मैं आर आर अस्पताल के डॉक्टरों और पैरामेडिक कर्मचारियों को भी धन्यवाद देता हूं। मैं सभी पात्र लोगों से आग्रह करता हूं कि वे टीका लगवाएं और भारत को कोविड मुक्त करें।” इस बीच केंद्र सरकार ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए को-विन पोर्टल पर सोमवार सुबह से अबतक 50 लोगों ने पंजीकरण कराया है जबकि टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में 2.08 लाख से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई है। देश में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और 45 से 60 साल उम्र के उन लोगों का टीकाकरण एक मार्च से शुरू हुआ, जो गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। इसके लिए को-विन पोर्टल पर सोमवार सुबह नौ बजे पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हुई। सरकार ने बताया कि पहले दो चरण में मंगलवार एक बजे तक टीके की 1,48,55,073 खुराक दी जा चुकी थी जिनमें से 67,04,856 स्वास्थ्य कर्मियों को पहली खुराक दी गई है जबकि 25,98,192 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक दी गई है। सरकार के मुताबिक, इनके अलावा अबतक 53,43,219 अग्रिम मोर्चा पर तैनात कर्मियों को भी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 से 60 साल उम्र के 2,08,791 लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई है। ये भी पढ़ें |
995a7a9f96931605dc74851787225f04 | https://www.indiatv.in/india/national-cyclone-tauktae-to-cross-gujarat-coast-on-monday-790762 | तीन राज्यों में तबाही मचाने के बाद गुजरात की तरफ बढ़ा चक्रवात ‘तौकते’, 6 लोगों की मौत | चक्रवात के कारण हुई घटनाओं की चपेट में आकर छह लोगों की मौत हो गई जबकि सैकड़ों घरों का नुकसान पहुंचा और बिजली के खंभे एवं पेड़ उखड़ गए तथा लोगों को घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। | बेंगलुरु/पणजी/अहमदाबाद: केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों में रविवार को तबाही मचाने के बाद चक्रवात ‘तौकते’ उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ गया। चक्रवात के चलते तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ ही भारी बारिश हुई और समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। चक्रवात के कारण हुई घटनाओं की चपेट में आकर छह लोगों की मौत हो गई जबकि सैकड़ों घरों का नुकसान पहुंचा और बिजली के खंभे एवं पेड़ उखड़ गए तथा लोगों को घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ अगले 24 घंटे में और तीव्र हो सकता है और इसके सोमवार शाम तक गुजरात के तट पर पहुंचने की संभावना है। आईएमडी ने एक बुलेटिन में बताया कि यह मंगलवार तड़के तक पोरबंदर और भावनगर जिले में महुवा के बीच राज्य के तट को पार सकता है। गुजरात में निचले तटीय इलाकों से करीब डेढ़ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 54 टीमों को तैनात किया गया है। वहीं, मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि चक्रवात तौकते के चलते 17 मई को महाराष्ट्र के मुंबई, उत्तरी कोंकण, ठाणे और पालघर के हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने रायगढ़ में सोमवार को अत्यधिक भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। चक्रवात संबंधी घटनाओं की चपेट में आकर कर्नाटक के उत्तर कन्नड़, उडुपी, चिकमगलूर और शिवमोगा जिलों में चार लोगों की मौत हो गई। चक्रवात के तबाही मचा कर केरल के तट से दूर जाने के बावजूद राज्य के बांधों में रविवार को जलस्तर में बढ़ोतरी देखी गई। आईएमडी ने तीन जिलों एर्नाकुलम, इडुक्की और मालप्पुरम के लिए रविवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जिसका मतलब है इन जिलों में भारी बारिश हो सकती है। मध्य केरल के जिलों में कई बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश की सूचना है जिस वजह से अधिकारियों ने चेतावनी दी है। त्रिशूर प्रशासन ने कहा कि पेरिंगलकुथु बांध का जल स्तर 419.41 मीटर के पार जाता है तो बांध के शटर उठा दिए जाएंगे। एक बयान में प्रशासन ने चलकुडी नदी के तट पर रहने वाले लोगों से सतर्क रहने को कहा है। जिला अधिकारियों ने कहा कि जल स्तर बढ़ने पर इडुक्की जिले में मलनकरा बांध के शटर रविवार को खोल दिए जाएंगे। तटीय इलाकों में समंदर की ऊंची लहरें तबाही मचा रही हैं। तटीय इलाकों और निचले क्षेत्रों में रहने वाले सैकड़ों परिवारों के लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। भारतीय नौसेना ने एर्नाकुलम जिले के तटीय गांव चेल्लानेम में अपने गोताखोर एवं त्वरित प्रतिक्रिया टीमें तैनात की हैं। राज्य सरकार के मुताबिक, कम से कम नौ जिले समुद्र के अशांत होने से प्रभावित हैं। उधर, गोवा में रविवार सुबह से ही तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि चक्रवात संबंधी घटनाओं के चलते गोवा में दो लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान का सबसे अधिक असर उत्तर गोवा जिले की बारदेज तालुका और दक्षिण गोवा के मडगांव में महसूस किया गया। अधिकारियों ने बताया कि गोवा में तेज हवाओं के चलते कई जगहों पर बिजली के खंभे उखड़ गए, जिससे राज्य के कई भागों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कुछ देर के लिए आपूर्ति प्रभावित हुई, जहां कोविड-19 मरीज उपचाराधीन हैं। अस्पताल की ऑक्सीजन आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता था लेकिन इससे बचाव के मद्देनजर शनिवार को ही ऑक्सीजन टैंक स्थापित किया गया था। सावंत ने कहा, '' चक्रवाती हवाओं के चलते सैकड़ों घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। पेड़ उखड़ जाने के कारण कई जगहों पर राजमार्ग बाधित हुए। हालांकि, आपदा प्रबंधन दलों ने मार्गों को जल्द ही साफ कर लिया।'' उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को भी गोवा में तेज हवाएं चलेंगी। इससे पहले दिन में गोवा के ऊर्जा मंत्री नीलेश कैब्राल ने बताया कि तेज हवाएं चलने के कारण बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, जिस वजह से गोवा के अधिकतर इलाकों में बिजली चली गई है। उन्होंने कहा, “ बिजली के सैकड़ों खंभे टूट गए हैं। बिजली की आपूर्ति करने वाले 33 केवी के कई हाई टेंशन तार पेड़ों के गिरने की वजह से प्रभावित हुए हैं। पड़ोसी महाराष्ट्र से गोवा में बिजली की आपूर्ति करने वाली 220 केवी की लाइनें भी प्रभावित हुई हैं।’’ कैब्राल ने कहा कि ऊर्जा विभाग ने बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए अपने सभी कर्मियों को तैनात कर दिया है लेकिन तेज हवाओं के कारण बिजली सेवा बहाल करने के काम में बाधा आ रही है। राज्य में दमकल एवं आपात सेवा के निदेशक अशोक मेमन ने बताया कि नियंत्रण कक्ष में पेड़ गिरने और सड़कें बाधित होने की सैकड़ों कॉल आई हैं। इस बीच, कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा रविवार सुबह जारी स्थिति रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़, कोडागु, शिवमोगा, चिकमंगलुरू और हासन जिलों के 73 गांव और 17 तालुका चक्रवात से अभी तक प्रभावित हुए हैं। स्थिति रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक 318 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है और 11 राहत शिविरों में 298 लोगों को रखा गया है। इसमें बताया गया कि 112 घर, 139 खंभे, 22 ट्रांसफॉर्मर, चार हेक्टेयर बागान को क्षति हुई है। मुख्यमंत्री के दफ्तर ने एक बयान में कहा कि येदियुरप्पा ने तटीय जिलों के प्रभारी मंत्रियों तथा उपायुक्तों से रविवार को बात की और स्थिति का जायजा लिया। नई दिल्ली में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की रविवार को हुई बैठक में देश के शीर्ष नौकरशाह ने एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि चक्रवात ‘तौकते’ के कारण प्रभावित राज्यों में कोविड अस्पतालों का कामकाज निर्बाध रूप से चलता रहे और कोई जनहानि न हो। केंद्र व राज्यों की एजेंसियों की तैयारी की समीक्षा करते हुए गौबा ने कहा कि चक्रवात प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिये सभी उपाय किये जाने चाहिए जिससे किसी तरह की जनहानि या नुकसान न हो। गौबा ने कहा, “अस्पतालों और कोविड-19 केंद्रों के संचालन में किसी भी तरह की बाधा से बचने और मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये सभी कदम उठाने होंगे।” उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि चक्रवात ‘तौकते’ के मद्देनजर राज्य के तटीय जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और राज्य प्रशासन ने कोविड-19 अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है। ठाकरे ने चक्रवातीय तूफान से निपटने की तैयारी के सिलसिले में हुई डिजिटल बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह को यह जानकारी दी। बैठक के दौरान ठाकरे ने कहा कि विशाल कोविड-19 केंद्र एवं अन्य केंद्र मरीजों को वर्षा से बचा सकते हैं, साथ ही इस चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुम्बई से कुछ मरीज अन्य सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिये गये हैं। |
e37b3c2349b492e497b5bdd669a7d2fb | https://www.indiatv.in/india/national-weather-cold-wave-north-india-temprature-fall-762531 | कई राज्य शीतलहर की चपेट में, कड़ाके की ठंड के बीच होगा नए साल का आग़ाज़ | उत्तर भारत के हिस्सों में 29-31 दिसंबर से रात के तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। कई राज्यों में शीतलहर चल रही है। यह बात सोमवार को भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने कही। | नयी दिल्ली: उत्तर भारत के हिस्सों में 29-31 दिसंबर से रात के तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। कई राज्यों में शीतलहर चल रही है। यह बात सोमवार को भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने कही। आईएमडी ने कहा कि कि शीतलहर की स्थिति में दो जनवरी से कमी आने की संभावना है। हिमालय से मैदानी इलाकों की ओर ठंडी हवाएं चलने के कारण दिल्ली के हिस्सों में अगले चार दिन शीतलहर चलने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तामपान 5.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 20.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश में छिटपुट क्षेत्रों में शीतलहर चलने की संभावना है। 30-31 दिसंबर के दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के हिस्सों और ओडिशा में कुछ स्थानों पर शीतलहर चलने की संभावना है। आईएमडी ने कहा, ‘अगले तीन दिनों (29-31 दिसंबर) के दौरान उत्तर पश्चिमी भारत में न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। उसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की मामूली वृद्धि होगी।’’ राज्यों के लिए ऑरेंज चेतावनी भी जारी की गई है। आईएमडी ने कहा कि 29-30 दिसंबर के दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में अलग-अलग इलाकों में हाड़ कंपाने वाली शीतलहर चल सकती है। आईएमडी ने कहा, ‘‘31 दिसंबर से 2 जनवरी तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम उत्तर प्रदेश में कुछ इलाकों में सुबह के दौरान घना कोहरा छाने की संभावना है।’’ मौसम विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि इस बीच, हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी के कारण राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 4 से 5 डिग्री की गिरावट आई। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का असर 31 दिसंबर तक बने रहने की संभावना है। शर्मा ने कहा कि सोमवार को मैदानी इलाकों में सबसे न्यूनतम तापमान पश्चिमी राजस्थान के चूरू में 0.6 डिग्री सेल्सियस और पूर्वी राजस्थान के भीलवाड़ा में एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। माउंट आबू में न्यूनतम न्यूनतम तापमान शून्य से 0.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के दौरान जयपुर, अजमेर, कोटा और भरतपुर संभाग के जिलों में जबरदस्त ठंड का अनुमान जताया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश हुई जबकि पिछले 24 घंटों में पूर्वी जिलों में मौसम सर्द रहा। आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के ज्यादातर मंडलों में दिन के तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ और उनकी स्थिति सामान्य बनी हुई है। राज्य में सबसे कम तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस चुर्क में दर्ज किया गया जबकि सबसे अधिक तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस झांसी में दर्ज किया गया। जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले कई इलाकों में बर्फबारी हुई है। वहीं, समूची घाटी में न्यूनतम तापमान में सुधार होने से लोगों को ठंड से काफी राहत मिली है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कश्मीर और जम्मू क्षेत्रों के ऊंचाई वाले इलाकों में रात में फिर से बर्फबारी हुई है। उन्होंने बताया कि उत्तर कश्मीर के गुलमर्ग में दो इंच बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है जबकि दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में और मध्य कश्मीर के सोनमर्ग में एक-एक इंच हिमपात दर्ज किया गया है। जम्मू क्षेत्र के भी कई हिस्सों में बर्फबारी हुई है। इस बीच, पंजाब और हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में देर रात बारिश के बाद ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, फरीदकोट, आदमपुर और हलवारा समेत कई स्थानों पर कोहरा छाए रहने से सुबह में दृश्यता घट गयी। अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहने के कारण ठिठुरन बढ़ गयी है।इनपुट-भाषा |
9b88cd328634256aac035664bfd145a7 | https://www.indiatv.in/india/national/2-women-were-crushed-to-death-by-wild-elephants-in-chhattisgarh-2022-03-17-840116 | Chhattisgarh: जंगली हाथियों ने कुचलकर 2 महिलाओं को उतारा मौत के घाट | रायगढ़ जिले के कापू वन परिक्षेत्र के चिखलापानी और छातासराई गांव में अलग-अलग घटनाओं में जंगली हाथियों के कुचलने से दो महिलाओं की मौत हो गई। | रायगढ़: छत्तीसगढ़ जिले में जंगली हाथियों के उत्पात की घटना सामने आई है। जिसमें जंगली हाथियों के हमले में दो महिलाओं की मौत हो गई है। रायगढ़ जिले के कापू वन परिक्षेत्र के चिखलापानी और छातासराई गांव में अलग-अलग घटनाओं में जंगली हाथियों के कुचलने से दो महिलाओं की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, चिखलापानी गांव में रात चार-पांच हाथियों के एक झुंड ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया और बाद में एक मकान पर हमला कर दिया। इसी अफरा-तफरी के बीच एक हाथी ने इंजोरी बाई (70) को सुंड से उठाकर पटक दिया और कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।वहीं एक जिले के छातासराई गांव में भी हाथियों ने हमला कर दिया और सबीना बाई (36) नाम की महिला को कुचल दिया जिससे उसकी मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी पाकर वन विभाग का दल गांव पहुंचा और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। वन विभाग ने मृतकों के परिजनों को 25-25 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की है।(इनपुट भाषा) |
2b078f6635275bab5087234a1a26a732 | https://www.indiatv.in/india/national-petrol-diesel-price-cut-karnataka-bjp-govt-chief-minister-basavaraj-bommai-says-reviewing-state-s-economy-819259 | क्या पेट्रोल की कीमतों में कटौती करेगी कर्नाटक की बीजेपी सरकार? सीएम बोम्मई ने दिया ये जवाब | पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों ने पूरे देश में हाहाकार मचाया हुआ है। आम लोगों के घर का बजट तेल की बढ़ती कीमतों ने बिगाड़ा हुआ है। | हुब्बाली. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था की समीक्षा करने के बाद कर में कटौती करते हुए पेट्रोल की कीमतों को कम करने पर फैसला लेगी। बोम्मई से पूछा गया था कि क्या कर्नाटक में पेट्रोल पर करों को कम करने का कोई प्रस्ताव है, इस पर उन्होंने कहा, "मैंने पहले ही कहा है कि यह अर्थव्यवस्था पर निर्भर करता है, उपचुनावों के बाद मैं अर्थव्यवस्था की समीक्षा करूंगा और अगर उस समय अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ तो इसकी गुंजाइश हो सकती है।"बोम्मई के पास वित्त विभाग का प्रभार भी है। राज्य में सिंदगी और हंगल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 30 अक्टूबर को उपचुनाव होगा और मतगणना दो नवंबर को होगी।उन्होंने कहा कि वह हंगल उपचुनाव के लिए रविवार से चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगे। वह हंगल और सिंदगी दोनों में चुनाव प्रचार के लिए और अधिक समय देंगे, साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार भारी अंतर से जीत दर्ज करेंगे। मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद यह बोम्मई के लिए पहली चुनावी चुनौती है। हंगल सीट हासिल करना उनके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनके शिग्गांव विधानसभा क्षेत्र के पड़ोस में है। |
82b63f972f5e201ba3a877bd60eea61a | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-53-new-covid-19-cases-in-up-one-more-death-803567 | उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से एक और मौत, सामने आए 53 नए मामले | उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 53 नए मामले सामने आए हैं जबकि संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से मथुरा में एक मरीज की मौत हुई है। | लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 53 नए मामले सामने आए हैं जबकि संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से मथुरा में एक मरीज की मौत हुई है। राज्य में अभी तक महामारी से कुल 22,743 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटों में राज्य में 53 नए मरीजों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है। वहीं, इसी अवधि में 56 मरीज ठीक भी हुए हैं। राज्य में इस वक्त 1,028 लोगों का कोविड-19 का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 17,08,057 लोगों के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिनमें से 16,84,286 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। राज्य में रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक छह करोड़ 33 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है। पिछले 24 घंटों में राज्य में 2,34,000 नमूनों की जांच की गई।उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 वैक्सीन की अब तक चार करोड़ 20 लाख खुराक लोगों को दी जा चुकी है जिसमें से तीन करोड़ 51 लाख लोगों को पहली खुराक दी गई है। इस बीच, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने कोविड-19 प्रबंधन के मामले में राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की पीठ थपथपाई और कहा कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को उत्तर प्रदेश के नक्शेकदम पर चलना चाहिए। नाईक ने एक बयान में कहा कि महाराष्ट्र के मुकाबले 6.71% ज्यादा आबादी वाले उत्तर प्रदेश में इस वक्त कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों का प्रतिशत मात्र 0.29 है। वहीं, महाराष्ट्र में यह 24.55 है। साथ ही महाराष्ट्र में कोविड-19 के कारण मरने वालों की संख्या 1,27,097 है जबकि उत्तर प्रदेश में इनकी तादाद 22,728 है। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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0e3582384a4887fd22b059bd8b9dc302 | https://www.indiatv.in/india/national-delhi-metro-station-closed-today-vishwavidyalaya-civil-lines-vidhan-sabha-yellow-line-798341 | आज बंद रहेंगे दिल्ली मेट्रो के ये स्टेशन, संभलकर निकले | DMRC ने बताया कि दिल्ली पुलिस के सुझाव पर, सुरक्षा कारणों से, येलो लाइन पर तीन मेट्रो स्टेशन- विश्वविद्यालय, सिविल लाइन्स और विधानसभा 26.06.2021 को जनता के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक बंद रहेंगे। | नई दिल्ली. DMRC की सवारी कर अपने दफ्तर जाने वालों के लिए बड़ा अपडेट है। दिल्ली मेट्रो (DMRC) ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) की आशंका के मद्देनजर येलो लाइन पर आज चार घंटे के लिए तीन मुख्य स्टेशन बंद रखने का निर्णय लिया है। आज किसानों के आंदोलन को सात महीने पूरे हो रहे हैं।दिल्ली और हरियाणा के बीच सिंघू बॉर्डर के अलावा टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी में भी आज विरोध प्रदर्शन हो सकता है इसलिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) और पुलिस ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा कदम उठाए हैं।डीएमआरसी (DMRC) ने शुक्रवार रात को ट्वीट किया, "दिल्ली पुलिस के सुझाव पर, सुरक्षा कारणों से, येलो लाइन पर तीन मेट्रो स्टेशन- विश्वविद्यालय, सिविल लाइन्स और विधानसभा, कल (शनिवार) 26.06.2021 को जनता के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक बंद रहेंगे।"पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी बताया कि विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए डीएमआरसी ने कुछ मेट्रो स्टेशन बंद रखने का निर्णय लिया है। प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राज्यपालों को ज्ञापन सौंपेंगे: टिकैतभारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान शनिवार को विभिन्न राज्यों के राज्यपालों को ज्ञापन सौंपकर इन कानूनों को वापस लिये जाने की मांग करेंगे।नई दिल्ली. DMRC की सवारी कर अपने दफ्तर जाने वालों के लिए बड़ा अपडेट है। दिल्ली मेट्रो (DMRC) ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) की आशंका के मद्देनजर येलो लाइन पर आज चार घंटे के लिए तीन मुख्य स्टेशन बंद रखने का निर्णय लिया है। आज किसानों के आंदोलन को सात महीने पूरे हो रहे हैं।दिल्ली और हरियाणा के बीच सिंघू बॉर्डर के अलावा टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी में भी आज विरोध प्रदर्शन हो सकता है इसलिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) और पुलिस ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा कदम उठाए हैं।डीएमआरसी (DMRC) ने शुक्रवार रात को ट्वीट किया, "दिल्ली पुलिस के सुझाव पर, सुरक्षा कारणों से, येलो लाइन पर तीन मेट्रो स्टेशन- विश्वविद्यालय, सिविल लाइन्स और विधानसभा, कल (शनिवार) 26.06.2021 को जनता के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक बंद रहेंगे।"पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी बताया कि विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए डीएमआरसी ने कुछ मेट्रो स्टेशन बंद रखने का निर्णय लिया है। प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राज्यपालों को ज्ञापन सौंपेंगे: टिकैतउन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के सात महीने पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को संबोधित ये ज्ञापन दिए जाएंगे। टिकैत ने यह घोषणा यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए की। यहां पर किसान करीब सात महीने से धरना दे रहे हैं और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से को बंद कर रखा है।टिकैत ने गाजियाबाद में दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर प्रदर्शन स्थल पर मुजफ्फरनगर से आए 100 ट्रैक्टरों की रैली का नेतृत्व करने के बाद किसानों को संबोधित किया। भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि यह ‘केंद्र सरकार की हठधर्मिता का चरम है’, यही वजह है कि किसान दिल्ली की सीमा पर गत सात महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा,‘‘केवल गूंगी और बहरी सरकार ही इस तरह का व्यवहार कर सकती है।’’ |
814cf4150f1a779face8c1b840b522c1 | https://www.indiatv.in/india/national-modi-boris-johnson-connect-to-discuss-vaccine-certification-trade-climate-818363 | पीएम मोदी और बोरिस जॉनसन ने अफगानिस्तान, टीका मुद्दे, जलवायु सम्मेलन पर चर्चा की | ब्रिटिश बयान में कहा गया है कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने कोरोना वायरस के खिलाफ साझा लड़ाई और अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सावधानीपूर्वक खोलने के महत्व पर चर्चा की। | नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन ने सोमवार को टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन द्वारा भारतीय टीके को मान्यता दिये जाने का स्वागत किया और तालिबान के मुद्दे पर समन्वित अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। ब्रिटेन द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है। ब्रिटेन ने चार दिन पहले घोषणा की थी कि उन भारतीय यात्रियों, जिन्होंने कोविशील्ड की दोनों खुराक या इसके द्वारा अनुमोदित किसी अन्य टीके की सभी खुराक लगवाई होंगी, उन्हें 11 अक्टूबर से आगमन पर दस दिन के पृथक-वास में रहने की आवश्यकता नहीं होगी। ब्रिटिश बयान में कहा गया है कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने कोरोना वायरस के खिलाफ साझा लड़ाई और अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सावधानीपूर्वक खोलने के महत्व पर चर्चा की। यहां ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा पत्रकारों के साथ साझा किए गए बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने ग्लासगो में आगामी ‘कॉफ्रेंस ऑफ दी पार्टीज’ (कॉप)-26 के संदर्भ में ब्रिटेन-भारत संबंधों की मजबूती और जलवायु कार्रवाई पर भी चर्चा की। इसमें कहा गया है, ‘‘नेताओं ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति के बारे में भी बात की। वे तालिबान के साथ एक समन्वित अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण की आवश्यकता पर सहमत हुए और उन्होंने देश में मानवाधिकारों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।’’बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्रियों ने 2030 रोडमैप पर हुई प्रगति का स्वागत किया। इस पर मई में जॉनसन और मोदी द्वारा सहमति व्यक्त की गई थी। इसके बाद मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बात करके खुशी हुई। हमने भारत-ब्रिटेन एजेंडा 2030 की प्रगति की समीक्षा की, जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई और ग्लासगो में होने वाले कॉप-26 को लेकर भी बात हुई। इसके अलावा अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार साझा किए।’’ ब्रिटेन द्वारा जारी बयान के अनुसार, जॉनसन ने आगामी कॉप 26 शिखर सम्मेलन से पहले जलवायु परिवर्तन पर ठोस प्रगति करने के महत्व को रेखांकित किया। |
a8a4d8cd5cc9e74fec62bfa5aa0bd3c6 | https://www.indiatv.in/india/national-bad-vaccination-figures-in-congress-and-its-allied-ruled-states-sources-825123 | वैक्सीन देने में कांग्रेस शासित राज्य पिछड़े, BJP शासित राज्य मार रहे हैं बाजी: सूत्र | सूत्रों से मिले आंकड़ों के अनुसार भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में 100 प्रतिशत जनसंख्या को पहली डोज मिल चुकी है और 91.9 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। | नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी समय समय पर केंद्र सरकार को यह कहकर घेरते रहते हैं कि देश में कोविड टीकाकरण की गति धीमी चल रही है, लेकिन कांग्रेस पार्टी और उनके सहयोगी दलों के शासन वाले राज्यों में टीकाकरण की तुलना अगर भाजपा शासित राज्यों के टीकाकरण से की जाए तो कांग्रेस तथा उसके सहयोगी दलों के शासन वाले राज्य भाजपा शासित राज्यों से पिछड़े हुए नजर आते हैं। सूत्रों से मिले आंकड़ों के अनुसार किसी भी कांग्रेस या उसके सहयोगी दल के शासन वाले राज्य में पहली डोज 90 प्रतिशत (वैक्सीन के लिए योग्य) तक भी नहीं पहुंच पाई है और दूसरी डोज भी 50 प्रतिशत के नीचे ही है। वहीं भाजपा शासित राज्यों को देखा जाए तो 7 राज्यों में 90 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को कम से कम पहली डोज मिल चुकी है और 8 राज्य ऐसे हैं जहां पर वैक्सीन के लिए योग्य 50 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को दूसरी डोज भी मिल गई है। सूत्रों से मिले आंकड़ों के अनुसार भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश में 100 प्रतिशत जनसंख्या को पहली डोज मिल चुकी है और 91.9 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं, इसी तरह गोवा में भी 100 प्रतिशत आबादी को पहली डोज तथा 87.9 प्रतिशत को दूसरी डोज मिल चुकी है। गुजरात में 93.5 प्रतिशत योग्य आबादी को पहली डोज तथा 70.3 प्रतिशत को दूसरी डोज लग चुकी है और उत्तराखंड में भी 93 प्रतिशत योग्य जनसंख्या को पहली डोज तथा 61.7 प्रतिशत को दूसरी डोज मिल चुकी है। भाजपा शासित मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा और त्रिपुरा में भी टीकाकरण अन्य राज्यों की तुलना में तेज गति से बढ़ा है। वहीं कांग्रेस तथा इसके सहयोगी दलों के शासन वाले राज्यों की बात करें तो झारखंड में अभी तक 66.2 प्रतिशत योग्य आबादी को पहली डोज मिली है और 30.8 प्रतिशत को दूसरी डोज लग पायी है, पंजाब में 72.8 प्रतिशत आबादी को पहली डोज लगी है और 32.8 प्रतिशत को दूसरी डोज लगी है। हालांकि तमिलनाडु, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हालात पंजाब तथा झारखंड से बेहतर हैं। पश्चिम बंगाल में न तो भाजपा का शासन है और न ही कांग्रेस का, वहां पर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार है। पश्चिम बंगाल में अभी तक 86.6 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लगी है और 39.4 प्रतिशत को ही दूसरी डोज मिल पाई है। |
355901ffec860c35ee33f57f83e5b7ca | https://www.indiatv.in/india/national/katra-burning-bus-update-police-looking-at-terror-angle-nia-and-police-took-samples-for-fsl-2022-05-15-850892 | Katra Burning Bus Update: कटरा बस हादसे में आतंकी एंगल तलाश रही पुलिस, एफएसएल रिपोर्ट का हो रहा इंतजार | कटरा से लगभग 1.5 किमी दूर खरमल के पास कटरा से जम्मू जा रही एक स्थानीय बस में आग लगने से 4 लोगों की मौत हुई थी और 20 अन्य घायल हो गए थे। | Katra Burning Bus Update: जम्मू कश्मीर के कटरा में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस में आग लगने की घटना में पुलिस आतंकी एंगल तलाश रही है। गौरतलब है कि एक आतंकी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी ली थी। इंडिया टीवी संवाददाता मनीष ने बताया कि NIA और पुलिस ने एफएसएल के लिए सैंपल लिए हैं लेकिन अभी तक बम या आईईडी की पुष्टि नहीं हुई है। फिलहाल अभी एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। बता दें कि जम्मू कश्मीर के कटरा में एक बस में अचानक आग लग गई थी। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी। एडीजीपी जम्मू के मुताबिक, कटरा से लगभग 1.5 किमी दूर खरमल के पास कटरा से जम्मू जा रही एक स्थानीय बस में आग लगने से 4 लोगों की मौत हुई थी और 20 अन्य घायल हो गए थे। शुरुआती जांच में सामने आया था कि बस के इंजन में आग लग गई जिसने जल्द ही पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। इस मामले में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की थी। सिन्हा ने ट्वीट कर कहा था कि कटरा में दुर्भाग्यपूर्ण बस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। वहीं हादसे में गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपए की सहायता दी जाएगी।अब जब इस मामले में आतंकी एंगल की जांच की जा रही है तो दिल्ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा का भी बयान सामने आया है। कपिल ने कहा, 'वैष्णो देवी जा रही बस में जो आग लगी वो आतंकी हमला था। NIA ने जांच शुरू की। राहुल भट की हत्या के बाद अब वैष्णो देवी यात्रिओं पर आतंकी हमले की बात अगर सच है तो अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है और इसका जवाब ऐसा होना चाहिए कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों की आत्मा कांप जाए।' |
c90dc0deb6e781612ebbc701742e6975 | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-yogi-lost-his-two-cabinet-fellow-due-to-covid-19-chetan-chauhan-kamala-rani-varun-733941 | कोरोना वायरस के चलते योगी सरकार के अबतक 2 मंत्रियों की हुई मौत, UP में तेजी से बढ़ रहा कोरोना ग्राफ | उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है। अबतक कोरोना वायरस के चलते योगी सरकार के दो मंत्रियों का निधन हो गया है। | नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अबतक कोरोना वायरस के चलते योगी सरकार के दो मंत्रियों का निधन हो गया है। आज रविवार (16 अगस्त) लगभग शाम 4.30 बजे उत्तर प्रदेश के होमगार्ड मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान किडनी फेल होने के बाद निधन हो गया। चेतन चौहान योगी सरकार के दूसरे कैबिनेट मंत्री हैं, जिनका कोरोना वायरस के कारण निधन हुआ है। इससे पहले कैबिनेट मंत्री कमला रानी का लखनऊ के पीजीआई में कोरोना वायरस के कारण निधन हुआ था।बता दें कि, बीते माह 11 जुलाई को चेतन चौहान की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दरअसल, कोविड-19 की वजह से उनकी किडनी में इंफेक्शन बढ़ गया। शनिवार शाम दिक्कत बढ़ने पर उनको लखनऊ पीजीआई से मेदांता गुरुग्राम ले जाया गया। 73 वर्षीय चेतन चौहान की एक दिन पहले ही तबीयत और बिगड़ गई थी, उनकी किडनी फेल हो गई थी। जिसके कारण उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। जिस कारण मेदांता अस्पताल में लगभग 4:30 बजे उनका देहांत हो गया।भारतीय क्रिकेट टीम में बल्लेबाज रह चुके चेतन चौहान अमरोहा जिले की नौगांवा विधानसभा से विधायक थे। चेतन चौहान ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 40 टेस्ट मुकाबले खेले हैं। भारत के लिए 40 टेस्ट खेलने वाले चौहान लंबे समय तक सुनील गावस्कर के सलामी जोड़ीदार रहे। वह दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में भी विभिन्न पदों पर रहे और आस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के मैनेजर भी थे। इसके अलावा चेतन चौहान ने सात एकदिवसीय मुकाबलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है। टेस्ट मुकाबलों मे चेतन चौहान के नाम 2084 रन दर्ज हैं, टेस्ट मैचों में उनका सर्वोच्च स्कोर 97 रन है।क्रिकेट से संन्यास लेकर वह राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। चेतन चौहान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। 1991 और 1998 के चुनाव में वह बीजेपी के टिकट पर सांसद बने थे। फिलहाल यूपी में योगी सरकार में वह सैनिक कल्याण, होम गार्ड, पीआरडी, नागरिक सुरक्षा विभाग के मंत्री थे। बता दें कि, चेतन चौहान से पहले 2 अगस्त को यूपी की एक अन्य कैबिनेट मंत्री कमला रानी वरुण का भी कोरोना के कारण निधन हो चुका है। वह प्राविधिक शिक्षा मंत्री थीं। इसके अतिरिक्त यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक, उपेंद्र तिवारी, जेल मंत्री जय प्रताप सिंह, राजेंद्र प्रताप सिंह, धर्म सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री मोती सिंह व महेंद्र सिंह कोरोना से ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी बीते सप्ताह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 58 और लोगों की मौत हो गई तथा संक्रमण के 4454 नए मामले सामने आए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोविड-19 से 58 और लोगों की मौत के साथ राज्य में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2449 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा 11 मौतें लखनऊ में हुई हैं। इसके अलावा मुरादाबाद में पांच, कानपुर नगर में चार तथा वाराणसी और सहारनपुर में तीन-तीन लोगों की मौत हो गई। शाहजहांपुर, प्रयागराज, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, गोंडा, देवरिया, बरेली, अयोध्या और अंबेडकर नगर में दो-दो, तथा आगरा, अमरोहा, औरैया, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बुलंदशहर, फतेहपुर, गाजीपुर, जालौन, कौशांबी, ललितपुर, प्रतापगढ़ तथा उन्नाव में कोविड-19 से एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 4454 नए मामले सामने आए हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा 814 मामले लखनऊ में सामले आए हैं इसके अलावा कानपुर नगर में 397 गोरखपुर में 385 तथा वाराणसी में 215 नए मामले सामने आए हैं। इस समय प्रदेश में उपचाराधीन मामलों की कुल संख्या 51,537 है। अब तक 100432 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। अपर मुख्य सचिव प्रसाद ने कहा कि कुल संक्रमित लोगों की संख्या के सापेक्ष मृतक दर घटकर 1.58 प्रतिशत हो गयी है और पूरी तरह ठीक हो चुके लोगों का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। अब यह 65.03 प्रतिशत हो गया है। शनिवार को प्रदेश में 90,914 नमूनों की जांच की गई। अब तक प्रदेश में कुल 37,86,633 नमूनें जांचे जा चुके हैं। |
0e7bcb09cc15fa73de8bfd7904f43ee2 | https://www.indiatv.in/india/national-delhi-environment-minister-gopal-rai-demands-centre-hold-emergency-meeting-on-stubble-burning-822281 | फसलों की पराली जलाने पर आपात बैठक करे केन्द्र, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने की मांग | दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटना और दिल्ली में वायु गुणवत्ता के खराब होने में प्रत्यक्ष संबंध है, जैसा कि आंकड़ों से दिखता है। | नयी दिल्ली: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा कि फसलों की पराली जलाए जाने की समस्या से निपटने का तरीका खोजने के लिए केन्द्र राष्ट्रीय राजधानी के पड़ोसी राज्यों के साथ तत्काल आपात बैठक करे क्योंकि इससे शहर की वायु गुणवत्ता बहुत खराब हो जाती है। दिल्ली में रविवार की सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद गंभीर श्रेणी में 437 दर्ज किया गया, शनिवार को यह 449 था। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटना और दिल्ली में वायु गुणवत्ता के खराब होने में प्रत्यक्ष संबंध है, जैसा कि आंकड़ों से दिखता है। उन्होंने कहा, ‘‘दीवाली पर पटाखे जलाने का भी कुछ प्रभाव था, लेकिन अब यह कम हो रहा है। लेकिन पराली जलने का प्रभाव दिल्ली में वायु गुणवत्ता को लगातार खराब करता जा रहा है।’’राय ने कहा कि उन्होंने केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत राज्यों के साथ ‘आपात’ बैठक करने की मांग की है ताकि पराली जलने और राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण की समस्या का समाधान खोजा जा सके। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाया जाना ही सर्दियों के मौसम में दिल्ली की खराब होती वायु गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार है। उल्लेखनीय है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। |
5bca5f848e0867a71e4f9c36afa9dd21 | https://www.indiatv.in/india/national-muslim-man-converted-into-hinduism-getting-life-threats-761736 | युवक ने अपनाया हिंदू धर्म, पुराने धर्म के कुछ लोग दे रहे हैं जान से माने की धमकी | युवक का नाम कासिम है और उसने मुस्लिम समुदाय के ही कुछ लोगों पर धमकी देने का आरोप लगाया है। युवक ने कहा कि उसे इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने की वजह से धमकियां मिल रही है। | अलीगढ़. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां अपनी इच्छा से मुस्लिम धर्म छोड़ हिंदू धर्म अपनाने वाले एक युवक को जान से मारने की धमकी मिल रही है। युवक का नाम कासिम है और उसने मुस्लिम समुदाय के ही कुछ लोगों पर धमकी देने का आरोप लगाया है। युवक ने कहा कि उसे इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने की वजह से धमकियां मिल रही है।पढ़ें- 'ड्रैगन' परेशान! South China Sea में वियतनाम के साथ ये काम करने जा रहा है भारतपढ़ें- कोरोना वैक्सीन: मुस्लिम समाज में फैले भ्रम पर मौलाना यासूब अब्बास का बयानयुवक ने मीडिया को बताया, "मेरा नाम कासिम है, जब से मैंने धर्म परिवर्तन किया है मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।" अलीगढ़ के एसपी क्राइम अरविंद कुमार ने बताया कि पुलिस ने कासिम की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है। कासिम ने आरोप लगाया है कि उसे कुछ लोगों द्वारा धमकी दी जा रही है इसलिए उसके आवास पर सुरक्षा तैनात की गई है। पढ़ें- लकी फोन नंबर पाने के लिए शख्स ने खर्च कर दी 2 करोड़ से ज्यादा की रकम, जानिए क्या है खासपढ़ें- किसान आंदोलन के बीच बड़ी खबर! इस राज्य में होगा किसानों का कर्ज माफ |
702c06e7f7d68b80575cda2a83db1699 | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-up-vidhan-sabha-monsoon-session-to-start-from-august-17-cabinet-meeting-decision-805773 | यूपीः 17 अगस्त से शुरू होगा विधानसभा का मॉनसून सत्र, कैबिनेट मीटिंग में फैसला | उत्तर प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र 17 अगस्त से शुरू होगा। सोमवार को कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया है। | लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र 17 अगस्त से शुरू होगा। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। सरकारी बयान के अनुसार, 2021 में उत्तर प्रदेश विधानसभा और विधान परिषद का यह दूसरा सत्र होगा। बयान में कहा गया है कि उप्र विधानमंडल का पिछला सत्र 18 फरवरी को शुरू हुआ था और विधानसभा और विधान परिषद की अंतिम बैठक 4 मार्च को हुई थी। मिली जानकारी के अनुसार, योगी सरकार चुनाव को देखते हुए अनुपूरक बजट भी ला सकती है। कैबिनेट बैठक में करीब 10 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। कैबिनेट बैठक में यह भी फैसला लिया है कि हर अनाथ बच्चे या जिनके माता-पिता में जो भी कमाऊ हो, उसकी मौत हो गई है तो उनको 2500 रुपये महीने की मदद दी जाएगी। इसके तहत बच्चे कोविड के कारण अनाथ हुए हों या किसी दूसरे अन्य कारण से योगी सरकार हर ऐसे बच्चे की मदद करेगी। |
293733116f6179990038346434f5f45d | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-man-cuts-off-his-tongue-offers-in-temple-749777 | उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में युवक ने जीभ काट कर मंदिर में चढ़ा दी | युवक के पिता राम सिंह के हवाले से एसएचओ ने बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार है और वह नवरात्रि में नौ दिन से उपवास कर रहा था। | बांदा. उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बबेरू कोतवाली क्षेत्र के भाटी गांव में एक युवक ने कथित रूप से अपनी जीभ काट कर मंदिर में चढ़ा दी। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। बबेरू कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) जय श्याम शुक्ला ने बताया, "भाटी गांव में युवक आत्मा राम (32) ने शनिवार सुबह खेरापति के मंदिर में पूजा करने के बाद वहां अपनी जीभ काट कर चढ़ा दी।"उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद वहां ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गयी थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। उन्होंने बताया, "अब उसकी हालत में सुधार है।"युवक के पिता राम सिंह के हवाले से एसएचओ ने बताया कि युवक मानसिक रूप से बीमार है और वह नवरात्रि में नौ दिन से उपवास कर रहा था। साथ ही, युवक के पिता ने दावा किया कि उनके बेटे ने किसी के बहकावे में आ कर ऐसा किया होगा। ये भी पढ़ेंLAC पर चौकसी बढ़ाने के लिए ITBP करने जा रही है ये कामClean Shave के बाद बहाल किए गए दरोगा इंतसार अली, बागपत एसपी ने दिए निर्देशरेलवे ने बनाया कीर्तिमान! एक बार में पूरा कर दिया ये बड़ा काम |
9200b80422a0393c70d966de4f3e251d | https://www.indiatv.in/india/national-toolkit-delhi-police-special-cell-served-notice-to-two-persons-associated-with-the-congress-party-792307 | टूलकिट मामला: दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कांग्रेस के दो नेताओं को भेजे नोटिस- सूत्र | दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि दिल्ली पुलिस की टीम नियमित प्रक्रिया के तहत ट्विटर को नोटिस देने के लिए ट्विटर कार्यालय गई थी। यह आवश्यक था क्योंकि हम यह पता लगाना चाहते थे कि नोटिस देने के लिए सही व्यक्ति कौन है, इसके जवाब के रूप में ट्विटर इंडिया के एमडी बहुत अस्पष्ट लग रहे हैं। | नई दिल्ली. कथित 'टूलकिट मामले' में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कांग्रेस पार्टी से जुड़े दो नेताओं को जांच का हिस्सा बनने के लिए नोटिस भेजे हैं। इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दी। इससे पहले इस मामले की जांच के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के दिल्ली और हरियाणा के गुरुग्राम में ट्विटर इंडिया कार्यालयों में गई थी। दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा कि दिल्ली पुलिस की टीम नियमित प्रक्रिया के तहत ट्विटर को नोटिस देने के लिए ट्विटर कार्यालय गई थी। यह आवश्यक था क्योंकि हम यह पता लगाना चाहते थे कि नोटिस देने के लिए सही व्यक्ति कौन है, इसके जवाब के रूप में ट्विटर इंडिया के एमडी बहुत अस्पष्ट लग रहे हैं। आपको बता दें कि ट्विटर ने पिछले हफ्ते बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्वीट को 'छेड़छाड़ वाला मीडिया' बताया था। पात्रा ने कांग्रेस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए कथित टूलकिट साझा किया था।कथित टूलकिट ने पिछले हफ्ते उस समय विवाद खड़ा कर दिया जब कांग्रेस ने पात्रा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, पार्टी नेता बी.एल. जालसाजी के लिए संतोष, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराने के लिए दिल्ली पुलिस से संपर्क किया था। छत्तीसगढ़ पुलिस ने कथित टूलकिट को लेकर एनएसयूआई की शिकायत पर भी मामला दर्ज किया था और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का बयान दर्ज किया और पात्रा को नोटिस भी दिया गया था। |
1983d71e8eb25665320fb5b038fbbc81 | https://www.indiatv.in/india/national/coronavirus-omicron-live-updates-bihar-nmch-delhi-mumbai-maharashtra-ddma-kerala-karnataka-covid-latest-news-today-4th-january-2022-829983 | Coronavirus Omicron Day Highlights: बिहार में 200 डॉक्टर संक्रमित, पंजाब में नाइट कर्फ्यू | देश में अब कोरोना वायरस संक्रमितों के नए मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। अब ये आंकड़ा 40 हजार के पार हो गया है। वहीं, ओमिक्रॉन संक्रमण की दस्तक अब अधिकांश राज्यों में पहुंच चुकी है। मामले 2,000 के करीब हो गया है। | देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या में अब तेजी से इजाफा हो रहा है। ये आंकड़ा 1800 के पार हो चुका है। हर रोज 200 से अधिक नए ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले दर्ज हो रहे हैं। जबकि ये संक्रमण अब तक करीब 23 से अधिक राज्यों तक फैल चुका है। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, ओडिशा समेत कई राज्यों में सबसे अधिक ओमिक्रॉन के मामले दर्ज हो रहे हैं। वहीं, कोरोना के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज के 72 डॉक्टर और पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि, कल सोमवार को 87 डॉक्टर कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। इससे पहले 20 और डॉक्टर कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। बिहार में भी हालात अब गंभीर नजर आ रहे हैं। वहीं, दिल्ली, मुंबई समेत कई महानगरों में कोरोना अब बेकाबू नजर आ रहा है। आलम ये हो चला है कि मुंबई में करीब एक साल बाद 8 हजार से अधिक केस दर्ज हुए हैं। वहीं, दिल्ली में करीब 8 महीने बाद 4 हजार से अधिक मामले दर्ज किये गए हैं। राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 6 फीसदी से अधिक पहुंच गया है। देश अब तीसरी लहर के बीच खड़ा नजर आ रहा है। एक दिन में 40 हजार से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। दिसंबर के महीने में कोरोना की ये रफ्तार नजर आ रही है। |
d23865c9515d57d9b2b3f32e7fb6da65 | https://www.indiatv.in/india/national-earthquake-magnitude-of-5-3-richter-scale-hit-tamenglong-in-manipur-746634 | मणिपुर के तमेंगलोंग में 5.3 तीव्रता के भूंकप के झटके | मणिपुर के तमेंगलोंग में शनिवार रात 11 बजकर 8 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने इसकी जानकारी दी है। | नई दिल्ली: मणिपुर के तमेंगलोंग में शनिवार रात 11 बजकर 8 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने इसकी जानकारी दी है। अभीतक इन झटकों से किसी नुकसान की खबर नही है। इसके अलावा शनिवार को गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र स्थित पोरबंदर में शनिवार को हल्की तीव्रता वाले भूकंप के चार झटके महसूस किए गए। हालांकि भूकंप की वजह से जानमाल की हानि नहीं हुई।गांधीनगर स्थित भूकंपविज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) ने बताया कि पोरबंदर के निकट सुबह आठ बजकर पांच मिनट और नौ बजकर 44 मिनट पर 3.3 और तीन तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। आईएसआर ने बताया कि भूकंप के दो अन्य झटके पोरबंदर के निकट सुबह आठ बजकर 26 मिनट और देर रात एक बजकर नौ मिनट पर महसूस किए गए। संस्थान ने बताया कि 3.3 तीव्रता के भूकंप के झटके का केंद्र पोरबंदर से 31 किलोमीटर की दूरी पर था जबकि तीन तीव्रता के भूकंप के झटके का केंद्र पोरबंदर से 31 किलोमीटर की दूरी में था। आईएसआर ने बताया कि 2.2 तीव्रता के भूकंप के झटके का केंद्र पोरबंदर से 34 किलोमीटर की दूरी और 1.8 तीव्रता के भूकंप के झटके का केंद्र पोरबंदर से 29 किलोमीटर की दूर में था। |
b45a29ea56ddae3d80bd293a1a0a98df | https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-prevention-is-best-formula-double-masking-important-785373 | 'कोरोना से बचने का नंबर बन फॉर्म्यूला है बचाव, double masking जरूरी' | न्यूयॉर्क से जुड़े डॉक्टर धीरज कौल ने कहा कि कोरोना से बचने का नंबर 1 फॉर्म्यूला है बचाव। बचाव का तरीका है कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना और डबल मास्किंग का ध्यान रखना। | नई दिल्ली. पूरी भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने कहर मचाया हुआ हा। कोरोना संक्रमण के कारण भारतवासी परेशान है। कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रही है। हर दिन कोरोना के रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे हालातों में इंडिया टीवी ने लोगों के सवालों और उनके मन में उठने वाले संशय को दूर करने के लिए स्वास्थ्य सम्मेलन का आयोजन किया है। जिसमें देश और दुनिया के नामी डॉक्टर शिरकत कर रहे हैं। न्यूयॉर्क से जुड़े डॉक्टर धीरज कौल ने कहा कि कोरोना से बचने का नंबर 1 फॉर्म्यूला है बचाव। बचाव का तरीका है कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना और डबल मास्किंग का ध्यान रखना।डॉक्टर धीरज कौल ने कहा कि कहा double masking अब इसलिए जरूरी है क्योंकि अब रेयर स्ट्रेन भारत में बहुत बढ़ चुका हैं। ये स्ट्रेन बहुत तेजी से फैल रहा है। हवा में वायरस तैर सकता हैं। भारत में वैक्सीनेशन का रेट बड़ा इशू है। वैक्सीनेशन आपको मृत्यु और बड़ी बीमारी से बचाएगा। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग एक जरूरी चीज है, जिससे कोविड से लड़ा जा सकता है। वायरस क्लस्टर के अंदर फैल रहा है, नया स्ट्रेन पूरे परिवार को बीमार कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को लक्षण होने पर RT-PCR टेस्ट जरूर करना जरूर करना चाहिए। निगेटिव आने पर 24 से 48 घंटे बाद टेस्ट को रिपिट करिए। कार्यक्रम में शंघाई से शिरकत कर रहे डॉ. संजीव चौबे ने बताया कि यूरोपीय देशों में भी कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। लैंसेट की नई स्टडी के मुताबिक, ये वायरस हवा में है। कुछ लोगों का मानना है कि ड्रॉपलेट हैं लेकिन अगर ये हवा में है ये बहुत घातक है। ये बड़ी समस्या है। भारत के हालातों पर उन्होंने कहा कि दिसंबर के बाद मामले कम होने पर हम लोग रिलैक्स हो गए लेकिन दोबारा ये फिर से अपना वैरिएंट चेंज करके आ रहा है। लोगों की भीड़ वाले किसी भी कार्यक्रम को बंद करना चाहिए। जो भी आदमी भीड़ में गया है उसका चेकअप किया जाना चाहिए।अमेरिका से कार्यक्रम में शिरकत कर रहे डॉ. रवि गोडसे ने कहा कि भारत में कतारें इसलिए बढ़ रही हैं क्योंकि हम ऐसे लोगों की टेस्टिंग कर रहे हैं जिनकी कोई जरूरत नहीं है। ये जो टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आसोलेटिंग हम कर रहे हैं ये पागलपंती है। पागलपन की परिभाषा ये है कि हम वही खराब उपाय दो बार दोहराएं और नए नतीजों की अपेक्षा करेंगे। जर्मनी ने कितनी ट्रेसिंग हैं, मास्क है, आइसोलेशन है, फिर भी वहीं तीसरी लहर आई। उन्होंने कहा कि दूसरी बात ये है कि भारत के लोग तो सही तरीके से मास्क पहनते नहीं है तो फिर दिसंबर में कोरोना क्यों चला गया था। उन्होंने कहा कि लोग मास्क नहीं पहन रहे ये सिर्फ कोरोना फैलने की एकमात्र वजह नहीं है। उन्होंने कहा कि गलती हम लोग ये कर रहे हैं कि जिनमें लक्षण नहीं है उनकी भी टेस्टिंग कर रहे हैं। उनकी टेस्टिंग जरूरी नहीं है। |
4f166958b7d9883a5e2db3d42e1f89fd | https://www.indiatv.in/india/politics-manohar-parrikar-name-to-be-used-by-aap-in-goa-to-gain-votes-784086 | मनोहर पर्रिकर के नाम पर गोवा में पैठ बनाएगी AAP! मनीष सिसोदिया ने दिए ये संकेत | गोवा में लोगों के बीच पैठ बढ़ाने के लिए अब आम आदमी पार्टी ने भाजपा के दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर के नाम का इस्तेमाल किया है। रविवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर उनकी पार्टी साल 2022 में गोवा का चुनाव जीतती है तो वो राज्य के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के विजन को आगे लेकर जाएंगे। | पणजी. आम आदमी पार्टी गोवा में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। गोवा में लोगों के बीच पैठ बढ़ाने के लिए अब आम आदमी पार्टी ने भाजपा के दिवंगत नेता मनोहर पर्रिकर के नाम का इस्तेमाल किया है। रविवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर उनकी पार्टी साल 2022 में गोवा का चुनाव जीतती है तो वो राज्य के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के विजन को आगे लेकर जाएंगे। उन्होंने भाजपा पर मनोहर पर्रिकर की विरासत को 'दफनाने' का आरोप लगाया।मनीष सिसोदिया रविवार को गोवा के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनावी रोड मैप पर चर्चा के लिए पणजी पहुंचे थे। पणजी कन्वेंशन सेंटर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "लोग कहते हैं कि पर्रिकर जी गोवा में विकास के संस्थापक थे। लेकिन उनकी मृत्यु के बाद (साल 2019 में), बीजेपी ने गोवा के लिए विकास के विजन को दफन कर किया, बीजेपी ने उन लोगों को साइड लाइन कर दिया, जिन्होंने मनोहर पर्रिकर के विजन से गठबंधन किया था। मैं गोवा में भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि वो भाजपा छोड़ दें क्योंकि भाजपा कभी भी पर्रिकर जी के जीवन में विकास के विजन को पूरा नहीं कर पाएगा।"सिसोदिया ने कहा कि जिसके पास भी गोवा के ग्रोथ का विजन है उसे AAP से हाथ मिला लेने चाहिए, हम साथ मिलकर गोवा के विकास के लिए काम करेंगे। हमारे 4 हजार वॉलंटियर्स के ग्रुप का हिस्सा बनें जो पर्रिकर जी के गोवा के विजन को आगे लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि गोवा के लोगों ने बीजेपी और आप दोनों ही पार्टियों को राज्य में सरकार चलाने का मौका दिया है, अब गोवा को विजन वाली गैर भ्रष्ट सरकार की जरूरत है।उन्होंने कहा कि भाजपा या कांग्रेस का मॉडल विधायकों को खरीदना और चुनाव जीतने के लिए गंदी राजनीति करना है। वे लोगों के जनादेश के आधार पर सरकार नहीं बनाते हैं लेकिन खरीदे गए विधायकों के आधार पर सरकार बनाते हैं। यह पैसा जो वे विधायकों को खरीदने के लिए इस्तेमाल करते हैं, वह कहां से आता है? अगर बीजेपी और कांग्रेस ने विधायकों को खरीदने के बजाय गोवा के पुनर्विकास के लिए पैसा जमा किया, तो पुनर्विकास के लिए अधूरी परियोजनाएं अब तक तैयार हो गई होतीं। |
c87199019990118c153a6d5556828ecd | https://www.indiatv.in/india/national-sunil-kumar-jakhar-says-captain-amrinder-singh-heart-is-bigger-than-his-status-802855 | कैप्टन का दिल उनके रुतबे से भी बड़ा, पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ का बयान | पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब कांग्रेस में कोई संकट नहीं है। कैप्टन अमरिंदर सिंह का दिल उनके रुतबे से बहुत बड़ा है। | चंडीगढ़/नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब कांग्रेस में कोई संकट नहीं है। कैप्टन अमरिंदर सिंह का दिल उनके रुतबे से बहुत बड़ा है। पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आगे कहा कि पंजाब के लोगों ने 2017 में दो तिहाई बहुमत देकर कांग्रेस में अपना विश्वास व्यक्त किया था। कांग्रेस के हर कार्यकर्ता और नेता की ये जिम्मेदारी है कि वो उस विश्वास को और मजबूत करे। नए PCC प्रधान के तौर पर नियुक्त सिद्धू साबह (नवजोत सिंह सिद्धू) को सम्मानित करने के लिए तृप्त बाजवा ने अपने घर पर चाय रखी थी। कुछ साथी इकट्ठे हुए। इसे किसी बैठक का दर्ज़ा न दिया जाए।'कैप्टन अमरिंदर सिंह के लंच पर बुलाने की खबर गलत' उधर कैप्टन अमरिंदर सिंह से सांसदों और विधायकों को लंच पर बुलाया है। 21 जुलाई को सीएम अमरिंदर ने विधायकों और सांसदों को लंच पर बुलाया। हालांकि, नवजोत सिंह सिद्धू को अभी तक न्योता नहीं भेजा गया है। हालांकि, कुछ देर बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने बताया कि विधायकों, सांसदों को लंट पर बुलाने की खबर गलत है। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सांसदों, विधायकों को लंच पर नहीं बुलाया है।पंजाब कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अहम जिम्मेदारी के लिए सोनिया गांधी आभारी हूं। विश्वास जताने के लिए राहुल गांधी, प्रियंका गांधी का आभारी हूं। कांग्रेस परिवार के हर सदस्य के साथ मिलकर काम करेंगे। कांग्रेस के 18 सूत्रीय एजेंडे से लोगों को उनका हक मिलेगा। मेरा सफर अभी हुआ है। वहीं चंडीगढ़ में सोमवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा से उनके आवास पर मुलाकात की। |
222b3ba6a7a690c79d9c0656e61230f5 | https://www.indiatv.in/india/national/ex-cop-turns-vehicle-thief-to-treat-his-ailing-son-in-karnataka-2022-02-23-837140 | कर्नाटक में अपने बीमार बेटे का इलाज करने के लिए पूर्व पुलिसकर्मी वाहन चोर बना | गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान केरल के मूल निवासी 61 वर्षीय नजीर अहमद इमरान उर्फ पिलाकल नजीर के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, नजीर ने भारत आने से पहले 9 साल तक बहरीन में एक पुलिसकर्मी के रूप में काम किया था। | बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस ने बहरीन के एक पूर्व पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया है, जिसने कैंसर से पीड़ित अपने बेटे का इलाज करने के लिए अपराध किया था। पुलिस ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान केरल के मूल निवासी 61 वर्षीय नजीर अहमद इमरान उर्फ पिलाकल नजीर के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, नजीर ने भारत आने से पहले 9 साल तक बहरीन में एक पुलिसकर्मी के रूप में काम किया था।उन्हें 14 साल में दूसरी बार गिरफ्तार किया गया है। अपने बेटे को कैंसर का पता चलने के बाद नजीर एक पेशेवर कार चोर बन गया और उसे उसके इलाज के लिए पैसे की व्यवस्था करनी पड़ी। अशोकनगर पुलिस ने नजीर को 2008 में भी गिरफ्तार किया था। हालांकि वह जमानत लेकर जेल से छूट गया था।हालांकि, जेल से बाहर आने के बाद भी वह अपराध करता रहा। हाल ही में एक सर्विस सेंटर से एक एसयूवी उठाने के आरोप में ब्यातरयानपुरा पुलिस स्टेशन ने गिरफ्तारी की है। पुलिस ने नजीर से हाई ग्राउंड थाने की सीमा से उठाई गई दो बाइक भी जब्त की हैं।जांच के दौरान उसने खुलासा किया कि उसने अपने बेटे के इलाज के लिए अपराध किया है। उसने वाहन उठाकर फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें बेच दिया। पुलिस ने कहा कि नजीर बेंगलुरु शहर और केरल के विभिन्न हिस्सों में वाहन उठाने में शामिल था। जांच जारी है।(इनपुट- एजेंसी) |
9d4c2cc701243ac693931e0d0e1f828e | https://www.indiatv.in/india/national-time-has-come-to-fix-timelines-for-hearing-cases-supreme-court-824751 | मुकदमों पर सुनवाई के लिए समयसीमा तय करने का वक्त आ गया है: सुप्रीम कोर्ट | उच्चतम न्यायालय ने कहा कि जब न्यायमूर्ति एम एन वेंकटचलैया भारत के प्रधान न्यायाधीश (1993-1994) थे तो यह सुझाव दिया गया था कि मामलों पर सुनवाई के लिए एक समयसीमा होगी। न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की पीठ ने कहा, ‘‘हमें इसके बारे में अब सोचने की जरूरत है। | नयी दिल्ली: उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि मुकदमों पर सुनवाई के लिए समयसीमा तय करने को लेकर कदम उठाने का वक्त आ गया है क्योंकि ‘‘बहुत कम समय’’ बचा है और वकीलों ने एक मामले में इन्हीं बिन्दुओं पर बहस करने का अनुरोध किया है। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि जब न्यायमूर्ति एम एन वेंकटचलैया भारत के प्रधान न्यायाधीश (1993-1994) थे तो यह सुझाव दिया गया था कि मामलों पर सुनवाई के लिए एक समयसीमा होगी।न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार की पीठ ने कहा, ‘‘हमें इसके बारे में अब सोचने की जरूरत है। गंभीरता से इस पर विचार करिए। लंबे समय से यह विचार चल रहा है लेकिन हमने इसे लागू नहीं किया है। डॉ. सिंघवी (वरिष्ठ अधिवक्ता ए एम सिंघवी) को याद होगा कि प्रधान न्यायाधीश वेंकटचलैया के दौरान यह सुझाव दिया गया था कि हमारे पास सुनवाई के लिए समयसीमा होगी।’’उच्चतम न्यायालय ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश को चुनौती देने वाली केंद्र की याचिका पर सुनवाई करते हुए ये टिप्पणियां की। उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय का आवेदन स्थानांतरित करने का कैट की मुख्य पीठ का आदेश रद्द कर दिया था। बंदोपाध्याय ने केंद्र द्वारा उनके खिलाफ शुरू की गयी कार्यवाही कोलकाता से नयी दिल्ली स्थानांतरित करने को चुनौती दी थी। पीठ ने इस मामले में केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि इस संबंध में कदम उठाया जाए।पीठ ने कहा, ‘‘कृपया पहल कीजिए। अब वक्त आ गया है। बहुत कम समय बचा है और कई वकील एक मामले में इन्हीं बिंदुओं पर बहस करना चाहते हैं। यह हो रहा है।’’ सुनवाई की शुरुआत में मेहता ने पीठ से अनुरोध किया कि क्या मामले पर 29 नवंबर को सुनवाई हो सकती है क्योंकि उन्हें शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय बार संघ द्वारा आयोजित संविधान दिवस के कार्यक्रम में शामिल होना है। बंदोपाध्याय की ओर से पेश वकील सिंघवी ने पीठ से कहा कि प्रतिवादी ने मामले में अपनी लिखित दलीलें दाखिल की हैं।पीठ ने सिंघवी से कहा कि वह मेहता के दलीलें देने के बाद उन्हें सुनना चाहेगी। उच्चतम न्यायालय ने मेहता से कहा कि अगर वह कार्यक्रम को संबोधित करने जा रहे हैं तो यह विषय आज का मुद्दा हो सकता है। इस पर मेहता ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘मैं संबोधित करने नहीं जा रहा हूं, मैं वहां मौजूद रहने जा रहा हूं। यह बार संघ का कार्यक्रम है और हमारा वहां मौजूदा रहना अनिवार्य है।’’पीठ ने उच्च न्यायालय के 29 अक्टूबर को दिए आदेश को चुनौती देने वाली केंद्र की याचिका पर अगली सुनवाई के लिए 29 नवंबर की तारीख तय कर दी। केंद्र ने 15 नवंबर को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि कलकत्ता उच्च न्यायालय का पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय के एक आवेदन को कोलकाता से नयी दिल्ली स्थानांतरित करने का केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) की प्रधान पीठ का आदेश खारिज करने वाला आदेश ‘‘परेशान करने वाला’’ है। बंदोपाध्याय ने केंद्र द्वारा उनके खिलाफ शुरू की गई कार्यवाही को चुनौती दी थी। |
0ce1255ece42909ecc3756e68d860a43 | https://www.indiatv.in/india/national-indian-railway-highspeed-train-planning-by-govt-746785 | भारतीय रेलवे को हाई स्पीड क्षमता देने के लिए सरकार ने बनाई स्ट्रैटजी | नारायण ने कहा कि एसी कोच अनिवार्य रूप से 130 या 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों की तकनीकी जरूरत है। | नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने रविवार को कहा कि भारतीय रेल नेटवर्क को उच्च गति की क्षमता वाले नेटवर्क में अपग्रेड करने के लिए व्यापक योजना पर काम कर रही है। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता डी.जे. नारायण ने कहा कि जहां भी ट्रेन की गति 130 किमी प्रति घंटे से अधिक होगी, वहां वातानुकूलित कोच का इस्तेमाल जरूरी होगा।उन्होंने कहा, "स्वर्णिम चतुर्भुज के ट्रैक को 130 किमी से 160 किमी प्रति घंटे की गति के लिए अपग्रेड किया जा रहा है। नॉन एसी स्लीपर कोच की जगह एसी कोच लगाए जाएंगे। ये उन्हीं ट्रेनों के लिए होगा जो 130 से 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी।"पढ़ें- दिल्ली से देश के विभिन्न रूटों पर चलेंगी नई स्पेशल trains, यहां है पूरी जानकारीनारायण ने कहा कि एसी कोच अनिवार्य रूप से 130 या 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों की तकनीकी जरूरत है। उन्होंने आगे कहा, "कुछ कॉरिडोरों में गति क्षमता पहले ही 130 किमी प्रति घंटे पर अपग्रेड हो चुकी है। हवा और मौसम जैसे फैक्टर की वजह से केवल कुछ विशेष प्रकार के कोच ही हाई स्पीड पर चल सकते हैं।"पढ़ें- असम में बंद होंगे सभी सरकारी मदरसे एक अधिकारी ने कहा कि रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) में एसी कोच का एक प्रोटोटाइप तैयार किया जा रहा है। इसमें कुछ हफ्ते और लगेंगे। उन्होंने बताया, "फिलहाल, 83 बर्थ वाले कोच का डिजाइन तैयार किया जा रहा है। योजना है कि इस साल 100 कोच और अगले साल 200 कोच बनाए जाएं। इन कोचों का मूल्यांकन किया जाएगा और इन कोचों को चलाने से प्राप्त अनुभव को आगे उपयोग में लाया जाएगा।" उन्होंने कहा कि नॉन-एसी कोच वाले ट्रेन 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती रहेंगी।पढ़ें- मुंह में राम बगल में छुरी, चीन के सुरक्षाकर्मियों ने बॉर्डर पर नेपाली टीम के साथ किया 'गंदा काम' |
9b328239da7751aa8192743a77fc0873 | https://www.indiatv.in/india/national-pm-modi-inaugurate-cipet-jaipur-lay-foundation-stone-new-medical-colleges-in-rajasthan-live-update-816469 | पीएम मोदी ने किया जयपुर CIPET का उद्घाटन, चार मेडिकल कॉलेज की भी रखी आधारशिला | पेट्रोरसायन प्रौद्योगिकी संस्थान( CIPET)की स्थापना राजस्थान और भारत सरकार ने की है। पीएमओ ने कहा कि यह संस्थान पेट्रोरसायन तथा संबद्ध उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए समर्पित है। | नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जयपुर स्थित पेट्रोरसायन प्रौद्योगिकी संस्थान ( CIPET) का उद्घाटन किया और साथ ही इस अवसर पर राजस्थान के बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा जिलों में चार नए मेडिकल कॉलेज की आधारशिला भी ऱखी। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद रहे। इससे पहले कल प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उच्च गुणवत्ता की शिक्षा हमारी सरकार की प्राथमिकता है। यह संस्थान उन युवाओं की आकांक्षाओं की पूर्ति करेगा जो पेट्रोरसायन और ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित पहलुओं पर पढ़ाई करना चाहते हैं।’’ पेट्रोरसायन प्रौद्योगिकी संस्थान( CIPET)की स्थापना राजस्थान और भारत सरकार ने की है। पीएमओ ने कहा कि यह संस्थान पेट्रोरसायन तथा संबद्ध उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए समर्पित है। यह युवाओं को कुशल तकनीकी पेशेवर बनने के लिए शिक्षा प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री ने जिन चिकित्सा महाविद्यालयों की आधारशिला रखी उन्हें ‘‘जिला व रेफरल अस्पतालों से जुड़े नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना’’ के लिए केन्द्र-प्रायोजित योजना के तहत स्वीकृत किया गया है। पीएमओ के मुताबिक इन चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना में पिछड़े एवं वांछित जिलों को प्राथमिकता दी जाती है। योजना के तीन चरणों के तहत, देश भर में 157 नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है। प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि पिछले सात सालों में चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना में हमने काफी प्रगति की है।'(इनपुट-भाषा) |
73456916a27ddea19c8c1d4a22924514 | https://www.indiatv.in/india/national-pm-narendra-modi-chants-maithalisharan-gupt-poem-in-rajyasabha-771025 | पीएम मोदी ने राज्यसभा में पढ़ी मैथिलीशरण गुप्त की कविता- अरे भारत उठ, आंखें खोल | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैथिलीशरण गुप्त की लाइनों की तर्ज पर कहा, "अवसर तेरे लिए खड़ा है, तू आत्मविश्वास से भरा पड़ा है, हर बाधा, हर बंदिश को तोड़, अरे भारत आत्मनिर्भरता के पथ पर दौड़..।" | नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में मैथिलीशरण गुप्त की एक प्रेरक कविता की कुछ लाइनें पढ़कर कोरोना काल में मिले अवसरों का लाभ उठाने के लिए भारत की तैयारियों का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व की नजर भारत पर है और अपेक्षाएं भी हैं। लोगों में विश्वास है कि भारत दुनिया की भौतिक समस्याओं का समाधान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि, "जब मैं अवसरों की चर्चा कर रहा हूं, तब मैथिलीशरण गुप्त की कविता याद आती है, जिसमें उन्होंने कहा है-अवसर तेरे लिए खड़ा है, फिर भी तू चुपचाप पड़ा है, तेरा कर्म क्षेत्र बड़ा है, पल-पल है अनमोल, अरे भारत उठ, आंखें खोल..। ये मैथिलीशरण गुप्त ने कहा था। लेकिन मैं सोच रहा था कि इस कालखंड में, 21वीं सदी के आरंभ में अगर उन्हें लिखना होता तो क्या लिखते?"पढ़ें- मोदी राज में किसानों के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए, प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में बतायाइसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैथिलीशरण गुप्त की लाइनों की तर्ज पर कहा, "अवसर तेरे लिए खड़ा है, तू आत्मविश्वास से भरा पड़ा है, हर बाधा, हर बंदिश को तोड़, अरे भारत आत्मनिर्भरता के पथ पर दौड़..।" प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान इस प्रकार की वैश्विक परिस्थितियां बनीं कि किसी का किसी के लिए मदद करना असंभव था। एक देश दूसरे देश की मदद न कर सके, एक राज्य दूसरे राज्य की मदद न कर सके। वैसा माहौल कोरोना में पैदा हुआ।पढ़ें- सदन में भरपूर चर्चा हुई, किस बात को लेकर आंदोलन है इसपर सब मौन रहे- पीएम मोदीप्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अनेक चुनौतियों के बीच राष्ट्रपति का इस दशक का प्रथम भाषण हुआ। जब हम पूरे विश्व पटल की तरफ देखते हैं, युवा मन को देखते हैं तो ऐसा लगता है कि आज भारत सच्चे अर्थों में अवसरों की भूमि है। अनेक अवसर हमारा इंतजार कर रहे हैं। देश इन अवसरों को कभी जाने नहीं देगा। प्रधानमंत्री ने कहा, "हम सबके लिए, ये भी एक अवसर है कि आजादी के 75 वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। यह अपने आप में एक प्रेरक है। हम जहां भी हों, जिस रूप में हों, इस आजादी के 75वें पर्व को प्रेरणा का पर्व मनाना चाहिए। आज पूरे विश्व की नजर भारत पर है। भारत से अपेक्षाएं हैं। लोगों में विश्वास है कि भारत दुनिया की भौतिक समस्याओं का समाधान करने में सक्षम है।"पढ़ें- 'हमारा लोकतंत्र किसी भी मायने में पश्चिमी संस्थान नहीं है, यह एक मानव संस्थान है' |
608a36901f1a3f1042c3a5fb485d1eec | https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-recovered-cases-death-toll-active-cases-and-total-testing-till-september-24th-742989 | लगातार छठे दिन कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों में आई कमी, लेकिन कुल केस 57 लाख के ऊपर | पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में 87374 लोग कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं। अबतक देशभर में कुल 4674987 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं और देश में कोरोना वायरस का रिकवरी रेट 81.55 प्रतिशत हो गया है | नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की स्थिति में हल्का सुधार होता नजर आ रहा है, कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। लेकिन अभी भी जिस रफ्तार से नए कोरोना केस आ रहे हैं वह चिंता का कारण बना हुआ है, हालांकि नए केस आने के मुकाबले ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ चुकी है। लेकिन कोरोना की वजह से हो रही मौतों के आंकड़े में अभी तक बहुत ज्यादा कमी नहीं है जो ज्यादा चिंता का कारण है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों यानि बुधवार सुबह 8 बजे से लेकर गुरुवार सुबह 8 बजे तक देशभर में कोरोना वायरस के 86508 नए मामले सामने आए हैं और कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा बढ़कर 57,32,518 तक पहुंच गया है।हालांकि कोरोना के नए मामले जिस संख्या में आ रहे हैं उससे ज्यादा लोग अब रोजाना ठीक हो रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में 87374 लोग कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं। अबतक देशभर में कुल 4674987 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं और देश में कोरोना वायरस का रिकवरी रेट 81.55 प्रतिशत हो गया है।कोरोना को लेकर ज्यादा राहत की बात ये है कि देश में इसके एक्टिव मामलों में लगातार कमी आ रही है। आज जो आंकड़े सामने आऐ हैं उनमें लगातार छठे दिन एक्टिव मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। देश में अब कोरोना के कुल एक्टिव मामले 966382 हैं।लेकिन सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटों में 1129 लोगों ने देशभर में कोरोना की वजह से जान गंवाई है। कोरोना वायरस अबतक देश में 91149 लोगों की मौत का कारण बन चुका है।कोरोना मरीजों की पहचान के लिए देशभर में टेस्टिंग लगातार बढ़ाई जा रही है, बुधवार को देशभर में 11.56 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट हुए हैं और कुल कोरोना वायरस टेस्टिंग का आंकड़ा अब बढ़कर 6.74 करोड़ को पार कर चुका है। दुनियाभर में अमेरिका के बाद भारत में ही सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट हो रहे हैं। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो दुनियाभर में कुल मामलों का आंकड़ा बढ़कर 3.20 करोड़ के पार पहुंच गया है, अबतक दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से 9.81 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि पूरी दुनिया में 2.36 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हो चुके हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले अमेरिका में हैं जहां पर 71.39 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 2.06 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इसके बाद भारत का स्थान है और भारत के बाद तीसरे नंबर पर ब्राजील है जहां पर 46.27 लाख मामले सामने आए हैं और 1.39 लाख से ज्यादा लोगों की जान गई है। रूस में भी 11.22 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 19 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। |
8aa2bc70b9547ec236e348d1a3fa3598 | https://www.indiatv.in/india/national-india-coronavirus-covid-19-vaccination-10-million-one-crore-773360 | 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को लगी कोरोना वैक्सीन, भारत में सबसे तेज अभियान | देश में कोरोना वायरस के टीकारण का अभियान तेज गति से आगे बढ़ रहा है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बताया है कि भारत में अबतक 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। | नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के टीकारण का अभियान तेज गति से आगे बढ़ रहा है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बताया है कि भारत में अबतक 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अबतक कुल 1,01,88,007 लोगों को वैक्सीन का टीका लगाया जा चुका है। देश में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी और भारत से पहले जिन देशों में वैक्सीनेशन शुरू हुआ था वहां भी अभी तक 1 करोड़ लोगों को टीका नहीं लग पाया है। |
b6dc29539edd334f9c64a8c36c3317eb | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-rakesh-tikait-lakhimpur-kheri-case-demands-of-farmers-latest-news-817136 | लखीमपुर में मारे गए किसानों के परिवार के लिए राकेश टिकैत ने की ये मांग, बोले- तभी किया जाएगा दाह संस्कार | राकेश टिकैत ने कहा कि ये मांगे पूरी होने के बाद ही मृत किसानों का दाह संस्कार किया जाएगा। संवाददाता सम्मेलन में मौजूद अन्य किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों को गोली भी मारी है। | लखीमपुर खीरी. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया में हुए संघर्ष में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और उनके बेटे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की मांग की है।राकेश टिकैत ने सोमवार तड़के संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार से उनकी मांग है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए और किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर उनकी हत्या करने के आरोप में मिश्रा के बेटे आशीष के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जाए। टिकैत तीन-चार अक्टूबर की दरमियानी रात लखीमपुर खीरी पहुंचे।उन्होंने सरकार से इस घटना में मारे गए किसानों के परिजन को अनुग्रह राशि के तौर पर एक-एक करोड़ रुपये तथा आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की।राकेश टिकैत ने कहा कि ये मांगे पूरी होने के बाद ही मृत किसानों का दाह संस्कार किया जाएगा। संवाददाता सम्मेलन में मौजूद अन्य किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों को गोली भी मारी है। उन्होंने कहा कि हर जिले की तहसील और मुख्यालयों में किसान प्रदर्शन के लिए तैयार हैं, अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। यह घटना तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई।उप मुख्यमंत्री को कार्यक्रम स्थल पर लाने के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के दो वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दोनों वाहनों में आग लगा दी।इस घटना में चार किसानों तथा वाहनों पर सवार चार लोगों की मौत हो गई। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी जिससे उनकी मौत हुई। हालांकि मिश्रा का कहना है कि घटना के वक्त उनके बेटे वहां मौजूद नहीं थे। किसान मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है। |
0e591c20fcb8e8fb7ab58aa900f5cfc0 | https://www.indiatv.in/india/national-ncp-statement-sharad-pawar-pm-modi-meeting-monsoon-session-2021-maharashtra-politics-802471 | पीएम मोदी और शरद पवार की मुलाकात से अटकलें तेज, NCP ने जारी किया बयान | राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार की शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में राजनीति को लेकर सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार तेज हो गया है। इस बीच पीएम मोदी और शरद पवार के बीच मुलाकात को लेकर एनसीपी ने बयान जारी किया है। | नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार की शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में राजनीति को लेकर सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार तेज हो गया है। इस बीच पीएम मोदी और शरद पवार के बीच मुलाकात को लेकर एनसीपी ने बयान जारी किया है।एनसीपी ने अपने बयान में कहा कि बैंकिंग कानूनों में बदलाव को लेकर पीएम से मुलाकात की है, साथ ही शरद पवार ने पीएम को लिखित ज्ञापन भी सौंपा है। NCP ने कहा कि को-ऑपरेटिव बैंक को लेकर पीएम मोदी से चर्चा की है। को-ऑपरेटिव बैंक में बदलाव से सहकारी बैंक के अधिकार कम हुए। को-ऑपरेटिव बैंकों के अधिकार कम किए गए। को-ऑपरेटिव बैंकों के अधिकार RBI को दिए गए। नए नियमों में कोई भी शेयर होल्डर किसी को भी शेयर बेच सकता है। शेयर बेचने के अधिकार का उद्योगपति गलत फायदा उठा सकते हैं। शेयर खरीद कर बैंक पर कब्जा करना आसान होगा। राकांपा नेता शरद पवार ने की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकातराष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राष्ट्र हित से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की। पवार ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। राष्ट्र हित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।’’ इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात की एक तस्वीर साझा की थी। ज्ञात हो कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को शरद पवार और पूर्व रक्षा मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता ए के एंटनी से मुलाकात की थी। शरद पवार पिछले 2 दिनों से दिल्ली में हैंइस बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में भारत की सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध से जुड़े ताजा पहलुओं पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार राजनाथ सिंह ने पवार और एंटनी को सीमा पर की ताजा स्थिति और भारत की सैन्य तैयारियों से अवगत कराया। पवार देश के रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी शुक्रवार को पवार से मुलाकात की थी। बता दें कि, शरद पवार पिछले 2 दिनों से दिल्ली में हैं।19 जुलाई से शुरू हो रहा है संसद का मानसून सत्रयह मुलाकातें इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र आरंभ हो रहा है। शरद पवार की गिनती देश के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं में होती है। 80 वर्षीय पवार के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अच्छे संबंध भी हैं। पिछले दिनों उन्होंने कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी। उनकी इस कवायद को विपक्षी एकता मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा गया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे पवार ने राज्य की शिव सेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन वाली महा आघाड़ी सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।मुलाकात से शिवसेना और कांग्रेस चौकन्नागौरतलब है कि, पवार की पीएम मोदी समेत अलग-अलग नेताओं से मुलाकात के राजनीतिक गलियारों में सियासी मायने निकाले जाने के और भी कई कारण हैं। एक तो मुंबई में कुछ दिनों में बीएमसी के चुनाव होने वाले हैं, वहीं महाराष्ट्र में विधानसभा स्पीकर के चुनाव भी होने हैं। ऐसे में इस मुलाकात से इन सियासी अटकलों को बल मिलता है। पीएम मोदी और पवार की इस मुलाकात से शिवसेना और कांग्रेस भी चौंकन्ना हो गई होगी। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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b7a5b77cba344ed85d6289efdab82e88 | https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-perday-cases-in-india-reducing-continuously-latest-news-update-793348 | कोरोना अपडेट: 24 घंटों में 1.52 लाख केस, रिकवरी रेट में सुधार, एक्टिव मामले भी कम हुए | रोजाना आने वाले नए मामलों में पहले की तुलना में बहुत कमी आई है, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस के 152734 नए मामले सामने आए हैं। 15 दिन पहले तक रोजाना मामलों का आंकड़ा 4 लाख के ऊपर था। | नई दिल्ली. कोरोना वायरस को लेकर देश में एक महीना पहले जो स्थिति उसके मुकाबले काफी सुधार हुआ है और देश में अब कोरोना के नए केस तो कम हुए ही हैं साथ में एक्टिव मामले भी घटते जा रहे हैं और कोरोना से मरीजों के ठीक होने की दर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि रोजाना होने वाली मौतें अभी भी चिंता का विषय हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना की वजह से 3128 लोगों की जान गई है और अबतक इस वायरस से देस में 3.29 लाख से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी है। हालांकि रोजाना आने वाले नए मामलों में पहले की तुलना में बहुत कमी आई है, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस के 152734 नए मामले सामने आए हैं। 15 दिन पहले तक रोजाना मामलों का आंकड़ा 4 लाख के ऊपर था। देश में अबतक कोरोना वायरस के 2.80 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं और इनमें 2.56 करोड़ से ज्यादा लोग ठीक भी हो चुके हैं। देश में फिलहाल कोरोना वायरस से रिकवरी की दर 91.60 प्रतिशत है और पिछले 24 घंटों के दौरान देश में 2.38 लाख से ज्यादा लोग ठीक हुए हैं। नए मामले घटने और ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ने की वजह से देश में अब कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों में भी तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान एक्टिव मामलों में 88416 की कमी आई है और फिलहाल देश में 20.26 लाख एक्टिव कोरोना केस हैं, 15 दिन पहले एक्टिव कोरोना मामलों का आंकड़ा 38 लाख के ऊपर था। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन के टीकाकरण अभियान ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ी है, कल रविवार था और ज्यादातर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र बंद थे लेकिन इसके बावजूद 10.18 लाख लोगों को वैक्सीन का टीका लगा है। अबतक देश में 21.31 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। हालांकि इसमें 16.86 करोड़ को अबी पहली डोज ही मिली है जबकि 4.45 करोड़ को दोनों डोज लग चुकी हैं। |
34613e6c8cf8bdc9151e3f4b0f4cef50 | https://www.indiatv.in/india/national/rajnath-singh-in-lok-sabha-on-coonoor-accident-helicopter-lost-contact-with-ats-at-12-08-pm-group-captain-varun-singh-on-life-support-826388 | कुन्नूर हादसे पर लोकसभा में बोले राजनाथ सिंह, "हेलिकॉप्टर का संपर्क 12.08 बजे एटीएस से टूटा, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह लाइफ सपोर्ट पर" | IAF chopper crash हादसे पर लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हेलिकॉप्टर का संपर्क 12.08 बजे एटीएस से टूट गया था। घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह लाइफ सपोर्ट पर हैं। | नयी दिल्ली: कुन्नूर हादसे पर लोकसभा में अपना बयान देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि हादसे से पहले हेलिकॉप्टर का संपर्क 12.08 बजे एटीएस से टूट गया था। स्थानीय लोगों ने हेलिकॉप्टर को जलते देखा। हेलिकॉप्टर में आग लग गई थी। वहीं, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह इस वक्त लाइफ सपोर्ट पर हैं।बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना के हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत की मौत हो गई। इस हादसे में कुल 13 लोगों की मौत हुई है, जिनमें रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य शामिल हैं । सभी Mi 17V5 हेलिकॉप्टर से डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज (DSSC) जा रहे थे जहां उन्हें शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करना था। रक्षा मंत्री ने लोकसभा में कहा-' भारतीय वायु सेना ने हेलिकॉप्टर दुर्घटना की ट्राई-सर्विस इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। जांच की अगुवाई एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। वायुसेना की जांच टीम कल ही वेलिंगटन पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।'रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु में सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना पर बयान देते हुए कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में लाइफ सपोर्ट पर हैं। उनकी जान बचाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। |
26102a8faf2c449c73064897cee6790a | https://www.indiatv.in/india/national-how-to-download-aadhar-card-online-755287 | एक मिनट में ऐसे डाउनलोड करें ई-आधार, जानिए पूरा तरीका | व्यस्त जीवन में घर से बाहर निकलते वक्त हम अक्सर कुछ चीजें साथ लाना भूल जाते हैं। ऐसे में अगर आप कभी अपना आधार कार्ड (Aadhaar Card) लाना भूल जाएं और आपको उसकी जरूरत हो तो चिंता की कोई बात नहीं है। | नई दिल्ली: व्यस्त जीवन में घर से बाहर निकलते वक्त हम अक्सर कुछ चीजें साथ लाना भूल जाते हैं। ऐसे में अगर आप कभी अपना आधार कार्ड (Aadhaar Card) लाना भूल जाएं और आपको उसकी जरूरत हो तो चिंता की कोई बात नहीं है। आपके पास ई-आधार (e-Aadhar) की सुविधा हमेशा उपलब्द रहती है। ई-आधार (e-Aadhar) एक पासवर्ड संरक्षित आधार की इलेक्ट्रॉनिक प्रति है, जो UIDAI के सक्षम प्राधिकारी द्वारा डिजिटली हस्ताक्षरित होती है।ई-आधार डाउनलोड (How to download e-Aadhar) करना कोई बहुत बड़ा रॉकेट साइंस नहीं है। कार्ड धारक अपना ई-आधार UIDAI की वेबसाइटों - https://uidai.gov.in/ या https://eaadhaar.uidai.gov.in पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। आप इन दोनों वेबसाइटों में से किसी का भी चयन कर सकते हैं और फिर अपना ई-आधार डाउनलोड (Download e-Aadhar) कर सकते हैं। यहां आप दो तरीकों से ई-आधार डाउनलोड कर सकते हैं।नामांकन संख्या का उपयोग करके: आप अपना पूरा नाम और पिन कोड के साथ 28 अंकों की नामांकन संख्या का उपयोग करके ई-आधार को डाउनलोड कर सकते हैं। इस डाउनलोड प्रक्रिया में पंजीकृत मोबाइल नंबर पर OTP प्राप्त होता है। ई-आधार को OTP की बजाय TOTP का उपयोग करके भी डाउनलोड कर सकते हैं। TOTP को एमआधार मोबाइल अनुप्रयोग का उपयोग कर सृजित किया जा सकता है।आधार नंबर का उपयोग करके: अपने 12 अंकों के आधार नंबर का उपयोग कर पूरा नाम और पिन कोड के साथ ई-आधार को डाउनलोड कर सकते हैं। इस डाउनलोड प्रक्रिया में OTP पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त होता है। OTP की बजाय TOTP का उपयोग करके भी ई-आधार डाउनलोड कर सकते हैं। TOTP को कैसे सृजित किया जा सकता है, इसका जानकारी ऊपर दी गई है।पासवर्ड के रूप में नाम के प्रथम 4 अक्षर और जन्म के वर्ष (YYYY) का संयोजन डालें, यही ई-आधार का पासवर्ड होता है। उदाहरण के तौर पर अगर आपका नाम सुरेश कुमार/SURESH KUMAR है और जन्म का वर्ष 1990 है तो आपके ई-आधार का पासवर्ड SURE1990 होगा। ऐसे ही अगर आपका नाम साई कुमार/SAI KUMAR है और जन्म का वर्ष 1990 है तो पासवर्ड SAIK1990 होगा। |
dda601d79941f76c6ff9b9636c1885b7 | https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-bharat-bandh-affect-leaders-supporting-arrested-hindi-news-update-758503 | उत्तर प्रदेश में भारत बंद का मिला-जुला असर, समर्थन कर रहे नेता गिरफ्तार | नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को आहूत ‘भारत बंद’ का उत्तर प्रदेश में मिलाजुला असर दिखा। भारत बंद का विभिन्न विपक्षी राजनीतिक दल समर्थन कर रहे हैं। प्रशासन किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। | लखनऊ: नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को आहूत ‘भारत बंद’ का उत्तर प्रदेश में मिलाजुला असर दिखा। भारत बंद का विभिन्न विपक्षी राजनीतिक दल समर्थन कर रहे हैं। प्रशासन किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहा है। राज्य की राजधानी लखनऊ में बंद का कोई खास असर नहीं दिख रहा है। वहीं प्रदेश के अन्य विभिन्न जिलों में बंद का कहीं कम, तो कहीं ज्यादा असर दिखाई दे रहा है। भारत बंद का समर्थन कर रही समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं की प्रदेश के विभिन्न जिलों में पुलिस के साथ तीखी झड़प हुई। प्रदेश के बस्ती, बहराइच, गोरखपुर, चंदौली, सोनभद्र, इटावा तथा कुछ अन्य जिलों से सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प और नोकझोंक की खबरें मिली हैं। प्राप्त खबरों के अनुसार, बस्ती में पुलिस ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया। कुछ स्थानों पर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को घर में नजरबंद भी किया गया। लखनऊ में सपा के विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप, आनंद भदौरिया, सुनील साजन और आशु मलिक भारत बंद के समर्थन में विधान भवन परिसर में स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने बैठे। भारत बंद का समर्थन कर रही कांग्रेस के प्रदेश मीडिया समन्वयक ललन कुमार ने बताया कि सरकार इस बंद को दबाने पर पूरी तरह उतारू है और राज्य के विभिन्न जिलों में देर रात से ही कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में बंद का समर्थन कर रहे प्रदेश महासचिव विश्व विजय सिंह समेत सैकड़ों कार्यकर्ता गिरफ्तार कर लिए गए हैं। कुमार ने बताया कि आज़मगढ़ जिला अध्यक्ष प्रवीण सिंह और उपाध्यक्ष दिनेश यादव को नजरबंद कर दिया गया है जबकि ग़ाज़ीपुर शहर अध्यक्ष और चित्रकूट के जिला अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है। सहारनपुर और कानपुर नगर में भी कांग्रेस पदाधिकारियों की गिरफ्तारी हुई है। इस बीच, भारतीय किसान यूनियन (राधे गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधे लाल यादव ने कहा कि सरकार किसानों की आवाज को दबाने के लिए भारत बंद को विफल करने के मकसद से हर हथकंडा अपना रही है। उन्होंने कहा कि भारत बंद को विफल बनाने के लिए उनकी यूनियन के कार्यकर्ताओं की भी धरपकड़ की गई है। इस बीच, राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि उनके संगठन के पदाधिकारियों को उन्नाव, सीतापुर, हरदोई ,औरैया, कन्नौज, प्रयागराज, गाजियाबाद तथा अन्य शहरों में पुलिस ने नजरबंद किया है, जो लोकतंत्र की हत्या जैसा है। मऊ से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, भारत बंद के दौरान शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में बाजार बंद दिखाई दिए। हलधरपुर थानाध्यक्ष डीके श्रीवास्तव ने पहसा बाजार में बंद दुकानों को देख दुकानदारों से कहा कि जो भी दुकानदार दुकान खोलना चाहता है, वह खोल सकता है और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। सपा नेता आलोक सिंह ने कहा कि भारत बंद को समर्थन देने के कारण उनकी पार्टी के लोगों को पुलिस ने घर पर ही रोक दिया है। कौशांबी से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जिले में भारत बंद बेअसर रहा। जिले के प्रमुख बाजार रोज की तरह खुले रहे।इनपुट-भाषा |
777f2ac4eb4af57a1d58f5dacc87e9c7 | https://www.indiatv.in/india/national-elephants-crushes-two-people-to-death-in-ramgarh-jharkhand-734467 | रामगढ़ में जंगली हाथियों का आतंक! चार दिन में दो लोगों को कुचला | रामगढ़ के मंडलीय वन अधिकारी (डीएफओ) ने मंगलवार को बताया कि हाथियों के एक समूह ने गोला क्षेत्र के जंगल में जयंतीबेड़ा गांव में सुबह 65 वर्षीय सुलेमान अंसारी को कुचल कर मार दिया। | रामगढ़. झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला क्षेत्र में जंगली हाथियों के झुंड ने मंगलवार को 65 वर्षीय बुजुर्ग को कुचल दिया जिससे उनकी मौत हो गई। हाथियों की झुंड से कुचलकर मौत की यह पिछले चार दिन में दूसरी घटना है। इससे पहले शनिवार को हाथियों ने 25 साल के युवक रमेश मूर्मू को कुचल दिया था, जिसका रिम्स, रांची में इलाज के दौरान मौत हो गई।रामगढ़ के मंडलीय वन अधिकारी (डीएफओ) ने मंगलवार को बताया कि हाथियों के एक समूह ने गोला क्षेत्र के जंगल में जयंतीबेड़ा गांव में सुबह 65 वर्षीय सुलेमान अंसारी को कुचल कर मार दिया। सुलेमान का शव पोस्टमॉर्टम के लिए पुलिस को सौंप दिया गया है। वन विभाग ने उनके परिजनों को नियमानुसार चार लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि गोला के जंगल हाथियों के कोरिडोर में आते हैं। |
a2aabe678610f3fe49fc542e98da1ddd | https://www.indiatv.in/india/national/heatwave-in-india-heat-breaks-122-year-record-in-north-west-india-heat-will-scorch-in-may-too-2022-05-01-848129 | Heatwave in India: उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी ने तोड़ा 122 साल का रिकॉर्ड, मई में भी झुलसाएगी गर्मी | उत्तर-पश्चिम भारत में अप्रैल की गर्मी ने 122 साल का रिकॉर्ड बनाया और अब मई की गर्मी और झुलसाने वाली होगी। | Heatwave in India: उत्तर-पश्चिम भारत में अप्रैल की गर्मी ने 122 साल का रिकॉर्ड बनाया और अब मई की गर्मी और झुलसाने वाली होगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि उत्तर-पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत में भीषण गर्मी जारी रहेगी और अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। मार्च के बाद से तीसरी हीटवेव, 25 फरवरी के बाद से लगभग 65 दिनों की सबसे लंबी शुष्क अवधि रही है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के लिए अप्रैल (28 अप्रैल तक) का औसत अधिकतम तापमान पिछले 122 वर्षो में सबसे अधिक था।आईएमडी के मुताबिक, 28 तक अप्रैल तक दर्ज औसत अखिल भारतीय तापमान (अधिकतम और औसत) पिछले 122 वर्षो में 35.05 डिग्री सेल्सियस पर चौथा उच्चतम था। इससे पहले, मार्च 2022 पूरे भारत और उत्तर पश्चिम भारत के लिए 122 वर्षों में सबसे गर्म था। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के लिए औसत अधिकतम तापमान क्रमश: 35.90 डिग्री सेल्सियस और 37.78 डिग्री सेल्सियस था। सरल शब्दों में, उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में तापमान (अधिकतम, न्यूनतम और औसत) सामान्य से अधिक था, जबकि दक्षिणी प्रायद्वीप और उत्तर पूर्व भारत में तापमान सामान्य से नीचे था।अप्रैल में छह पश्चिमी विक्षोभ थे, जिनका उत्तर पश्चिम भारत पर प्रभाव पड़ा है, लेकिन उनमें से अधिकांश कमजोर और शुष्क थे और इसलिए मैदानी इलाकों में कोई महत्वपूर्ण बारिश नहीं हुई। हालांकि, जब उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत चिलचिलाती धूप की चपेट में थे, तब भी पूरे पूर्वोत्तर, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई।आईएमडी के महानिदेशक (मौसम विज्ञान) मृत्युंजय महापात्र ने एक मीडिया सम्मेलन में कहा, "मई में, पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पूर्व भारत के उत्तरी हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है। देश के शेष हिस्सों में भी सामान्य से लेकर अधिकतम तापमान रहने की संभावना है।" महापात्र ने कहा, "मई के दौरान, उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य न्यूनतम तापमान से अधिक होने की संभावना है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से सामान्य न्यूनतम तापमान की संभावना है।" उन्होंने कहा कि मई में देशभर में औसत बारिश सामान्य से अधिक होने की संभावना है (लंबी अवधि के औसत का 109 प्रतिशत से अधिक)।इनपुट: आईएएनएस |
06c14a7c90e2ee669e843415d1f6699c | https://www.indiatv.in/india/politics-till-caste-census-is-not-done-obcs-will-not-get-justice-in-the-country-jdu-807148 | जब तक जातीय जनगणना नहीं होगी, तब तक देश में ओबीसी को न्याय नहीं मिलेगा: जदयू | लोकसभा में ‘संविधान (127वां संशोधन) विधेयक, 2021’ पर चर्चा में भाग लेते हुए जनता दल (यूनाइटेड) ने केंद्र से जातीय जनगणना कराये जाने की मांग करते हुए कहा कि जब तक ऐसा नहीं होता तब तक देश में अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) के साथ न्याय नहीं हो पाएगा। | नयी दिल्ली: लोकसभा में ‘संविधान (127वां संशोधन) विधेयक, 2021’ पर चर्चा में भाग लेते हुए जनता दल (यूनाइटेड) ने केंद्र से जातीय जनगणना कराये जाने की मांग करते हुए कहा कि जब तक ऐसा नहीं होता तब तक देश में अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) के साथ न्याय नहीं हो पाएगा। जदयू नेता राजीव रंजन सिंह ने कहा कि देश में अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) के कल्याण की दिशा में सरकार की नीयत साफ है, इसलिए सुधार की लगातार संभावनाएं बनी रहती हैं। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में यह विधेयक लाया गया है जो स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि लेकिन ‘‘जब तक जातीय जनगणना नहीं होगी तब तक हम देश में ओबीसी को न्याय नहीं दिला पाएंगे। 1931 में जातीय जनगणना हुई थी और अब सरकार को 2022 में जातीय जनगणना करानी चाहिए।’’ जदयू सांसद ने कहा कि यह भ्रम है कि जातीय जनगणना के बाद आंकड़े आने से समाज के विभिन्न वर्गों के साथ भेदभाव होगा। उन्होंने कहा कि यह गलत धारणा है। इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जातीय जनगणना का संबंध राजनीतिक नहीं बल्कि बल्कि सामाजिक है। मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद जातीय जनगणना को लेकर प्रधानमंत्री को लिखे पत्र के संबंध में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कुमार ने कहा, ‘‘उनका पत्र प्रधानमंत्री कार्यालय को चार अगस्त को प्राप्त हो चुका है। अभी तक इसका जवाब नहीं आया है। हमलोग चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो जाय, यह केंद्र सरकार पर निर्भर है। यह हमलोगों की पुरानी मांग है। हम पहले भी इस संबंध में अपनी बातों को रखते रहे हैं।’’उन्होंने कहा कि सबको मालूम है कि वर्ष 2019 में बिहार विधानसभा और विधान परिषद् से सर्वसम्मति से इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया, इसके बाद वर्ष 2020 में विधानसभा से एक बार फिर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। कुमार ने कहा, ‘‘हमलोगों की इच्छा है कि जातीय जनगणना हो। इसका काफी फायदा होगा। एक बार जातीय जनगणना होने से एक-एक चीज की जानकारी हो जायेगी। किस जाति की कितनी आबादी है-- इसकी जानकारी होने से विकास की योजनाओं का लाभ सभी को मिलेगा।’’ उन्होंने कहा,‘‘जातीय जनगणना सभी के हित में है। हमलोगों की चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो, आगे यह केंद्र सरकार का काम है। अगर प्रधानमंत्री समय देंगे तो हमलोग जरुर मिलकर अपनी बातों को कहेंगे। इसका संबंध राजनीतिक नहीं है बल्कि सामाजिक है।’’ उन्होंने कहा कि 1931 में अंतिम बार जातीय जनगणना हुई थी, इसे एक बार फिर कराना देश के हित में है, जाति का आंकड़ा एक बार सामने आ जाने के बाद यह सबके हित में काम होगा। उनके अनुसार ये किसी व्यक्ति विशेष के हित की बात नहीं है। मंडल आयोग की बाकी अनुशंसाओं को लागू करने को लेकर उठ रही मांग के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि ये तो केंद्र सरकार का काम है। एक महत्वपूर्ण अनुशंसा आरक्षण था जो पहले ही लागू हो चुका है।ये भी पढ़ें |
ce604368e00dabcf33f3ebf65e72c705 | https://www.indiatv.in/india/national-covid-19-infection-rate-health-ministry-latest-news-792324 | देश में कोविड-19 के नमूनों के संक्रमित आने की दर 9.54 प्रतिशत हुई: स्वास्थ्य मंत्रालय | मंत्रालय ने कहा, ‘‘देश में लगातार 12वें दिन संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या, सामने आए नए मामलों से अधिक रही। पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 3,26,850 लोगों के उबरने के बाद संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या बढ़कर 2,40,54,861 हो गई है।’’ | नई दिल्ली. देश में रोजाना कोविड-19 के नमूनों के संक्रमित आने की दर 9.54 प्रतिशत हो गई है। वहीं लगातार 12वें दिन संक्रमण के रोजाना मामलों में भी गिरावट आई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि देश में अभी 25,86,782 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 9.60 प्रतिशत है। उपचाराधीन मामलों में 10 मई के बाद से लगातार कमी आ रही है।मंत्रालय ने कहा, ‘‘देश में लगातार 12वें दिन संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या, सामने आए नए मामलों से अधिक रही। पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 3,26,850 लोगों के उबरने के बाद संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या बढ़कर 2,40,54,861 हो गई है।’’ उसने कहा, ‘‘देश में अभी तक कुल 33,25,94,176 नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 20,58,112 नमूनों की जांच पिछले 24 घंटे में की गई। रोजाना जांच में संक्रमित आने की दर गिरकर 9.54 प्रतिशत हो गई है।’’मंत्रालय ने कहा, ‘‘कोविड-19 के निपटने की दिशा में भारत के लिए यह अच्छा संकेत है, देश में पिछले 24 घंटे में 1,96,427 नए मामले सामने आए, 41 दिनों बाद देश में दो लाख से कम नए मामले सामने आए हैं।’’ इससे पहले, 14 अप्रैल को एक दिन में संक्रमण के 1,84,372 नए मामले सामने आए थे। वहीं, मंगलवार सुबह सात बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, देश में 19,85,38,999 लोगों को कोविड-19 रोधी टीके लग चुके हैं।मंत्रालय ने बताया कि 97,79,304 स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की पहली खुराक और 67,18,723 कर्मियों को दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं। वहीं, अग्रिम मोर्चे पर तैनात 1,50,79,964 कर्मियों को पहली और 83,55,982 कर्मियों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग के 83,55,982 लोगों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग के 12.82 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाए गए। |
8693b825a6338a4f2b4bef0a15e16bd5 | https://www.indiatv.in/india/national-navneet-rana-amravati-mp-exclusive-on-arvind-sawant-threat-parambir-singh-uddhav-thackray-mansukh-hiren-780124 | शिवसेना सांसद की महिला सांसद को धमकी, खुद देखिए नवनीत राणा ने क्या बताया | इंडिया टीवी से बातचीत में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने कहा कि कल जब उन्होंने सदन में जांच की मांग की थी तब उद्धव ठाकरे की जांच की बात भी कही थी, इसी से शिवसेना पार्टी के नेता भड़क गए थे। तब सदन से वॉक आउट करते वक्त उन्होंने कहा कि अब तुम्हारी बारी है, अब तुम्हें जेल में भेजेंगे। | नई दिल्ली. सोमवार को महाराष्ट्र के अमरावती ने निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत पर संसद में धमकाने के आरोप लगाए, जिन्हें शिवसेना के सांसद ने पूरी तरह खारिज कर दिया। आज इंडिया टीवी ने नवनीत राणा से बात की। पूरे वाक्ये के बारे में इंडिया टीवी से बातचीत में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने कहा कि कल जब उन्होंने सदन में जांच की मांग की थी तब उद्धव ठाकरे की जांच की बात भी कही थी, इसी से शिवसेना पार्टी के नेता भड़क गए थे। तब सदन से वॉक आउट करते वक्त उन्होंने कहा कि अब तुम्हारी बारी है, अब तुम्हें जेल में भेजेंगे।वीडियो में देखें संसद में नवनीत राणा का एग्रेसिव अंदाजनवनीत राणा ने इंडिया टीवी के हुसैन रिजवी से बातचीत में कहा, " जब हम सदन में थे, अर्जेंट मुद्दों पर जब टाइम आया, तो अर्जेंट इशुज पर उन सभी सांसदों ने जो महाराष्ट्र से संबंध रखते हैं और कई अन्य बाहर के राज्यों के सांसदों ने विषय उठाया कि मनसुख हिरेन, सचिन वाजे, परमबीर सिंह, 100 करोड़ और अंबानी के घर के बाहर जो गाडी़ मिली, वो अन-वांटेड गाड़ी थी।"पढ़ें- पढ़ें- कोरोना की वजह से उत्तर प्रदेश में 8वीं तक के स्कूल 31 मार्च तक रहेंगे बंदउन्होंने आगे कहा, "ये सब चीजों पर जब डिस्कश्न शुरू हुआ तो हमारा एग्रेसिवनेस और पिछले एक हफ्ते मैं सदन में नहीं थी और उसके बाद जब ये सब चीजें हुईं तो आने के बाद सोमवार को immediately जो मैंने बोलना शुरू किया, बाकी सांसदों के बाद मेरी बात हुई, तो मैंने अपने विचार रखते हुए मैंने ये ही कहा कि आप जो दूसरे के ऊपर ब्लेम कर रहे हैं, पहले सचिन वाजे किसका व्यक्ति है, वो 17 साल तक सस्पेंड अधिकारी रहते हुए किसके लिए काम कर रहे थे। वर्षा बंगले और मातोश्री ऐसे घर में वो रहकर किसकी वसूली कर रहे थे- अगर जांच करनी है तो इन सभी लोगों की जांच करनी चाहिए। उसमें उद्धव ठाकरे की भी जांच होनी चाहिए। जब ऐसा शब्द मैंने इस्तेमाल किया और जांच की मांग की, तब ये सभी एकदम चिलचिला उठे और उसके बाद ये जब हाउस से वाक आउट कर रहे थे, तब दो सेकेंड का ब्रेक का लेके उन्होंने मुझे ये शब्द कहा- "अब तुम्हारी बारी है, अब तुम्हें जेल में भेजेंगे।" तब एक सेकेंड के लिए blank हो गई।"पढ़ें- मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भीषण सड़क हादसा, बस और ऑटो की टक्कर, 12 महिलाओं समेत 13 की मौतवीडियो में देखिए आगे क्या बोलीं नवनीत राणा |