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रांची: करप्शन हर क्षेत्र में अपना पांव फैलाए हुए है। किसी भी तरह का काम कराने के लिए दो रास्ते बने हुए हैं। एक जो लीगल तरीके से होकर गुजरता है और दूसरा जो करप्शन से होकर गुजरता है। राजधानी रांची में दूसरा रास्ता काफी पॉपुलर है। यहां लाइसेंस बनाने से लेकर बर्थ-डेथ सर्टिफिकेट, राशन कार्ड समेत अन्य किसी भी तरह का काम करने के लिए आपके पास करप्शन वाला रास्ता सहज ही उपलब्ध हो जाएगा। नगर निगम का ऑफिस तो करप्शन का अड्डा बना हुआ है। यहां नक्शा से लेकर हर काम में करप्शन का बोलबाला है। नगर निगम का ही एक काम है सेप्टिक टैंक की सफाई कराना। नगर निगम इसके एवज में कुछ शुल्क लेता है और टैंक की सफाई करा देता है। लेकिन यहां भी करप्शन हावी है। कस्टमर बनकर हम बकरी बाजार स्थित नगर निगम के स्टोर पर गए, जहां सेप्टिक टैंक की सफाई का जिक्र करते ही इससे जुडे़ बिचौलियों ने आकर घेर लिया। ४५०० रुपए दो, एक दिन में साफ होगा स्टोर में मौजूद बिचौलियों ने एक दिन में टैंक सफाई कराने की बात कही। उनलोगों ने कहा कि नगर निगम में जाने से समय ज्यादा लगेगा। प्राइवेट में कराने से एक दिन में टैंक साफ कर दिया जाएगा। कुछ पैसा ज्यादा लगेगा लेकिन काम बेहतर होगा। उन्हीं में से एक बिचौलिया ने जगह दिखाने की बात कही। बिचौलिया ने कहा कि जगह देख लेंगे बड़ी गाडी ले जाना होगा या छोटी गाड़ी से काम चल जाएगा। इसके अलावा टैंक भी देखना होगा, कैसे सफाई करनी है। टैंक देखने के बाद ही पता चलेगा। इतना कहकर तीन-चार बिचौलिया मेरे(रिपोर्टर) के साथ टंकी देखने चल पडे़। बिचौलियों ने नगर निगम का लोगो लगा विजिटिंग कार्ड भी बनवा रखा है। रसीद कटाने की जरूरत नहीं इन बिचौलियों ने बताया कि नगर निगम से सफाई कराने पर बहुत परेशानी है। वो बार-बार दौड़ाएगा। एक काउंटर से दूसरे काउंटर में दौड़ते रहिए। हमलोग से कराने में परेशान नहीं उठानी पड़ेगी। कोई रसीद कटाने की जरूरत नहीं है, न ही ज्यादा समय लगेगा। सिर्फ जगह दिखा दीजिए। एक से दो दिन में टैंक साफ कर दिया जाएगा। हमलोगों के पास सभी साधन है। कुछ पैसा अधिक लगता है लेकिन हमलोग काम एक नंबर करके देंगे। नगर निगम के चक्कर में रहिएगा तो कब साफ होगा, इसका कोई गारंटी नहीं है। नगर निगम से जो जाता है वो लोग जैसे-तैसे साफ करेगा और खर्चा-पानी भी मांगेगा। बिचौलिया से डीजे आईनेक्स्ट की सीधी बातचीत रिपोटर्र : यहां पर टैंक सफाई करने वाले कहां मिलेंगे? बिचौलिया : बोलिए न, क्या काम है, हम ही लोग हैं। रिपोटर्र : मुझे सेप्टिक टैंक साफ करवाना है, किससे मिलना होगा? बिचौलिया : हम ही लोग साफ करते हैं। बताईए, कहां पर साफ करवाना है। साइड दिखा दीजिए। रिपोटर्र : कुछ रसीद भी कटवाना होगा क्या? बिचौलिया : वो सब छोडि़ए, हम लोग देख लेंगे। आपको टेंशन नहीं लेना है। आप सिर्फ एड्रेस बताइए। रिपोटर्र : पैसा कितना लगेगा? बिचौलिया : बड़ी गाड़ी जाएगी तो एक बार का ४५०० रुपए लगेगा। बाकी बात साइड देखने के बाद समझा देंगे। ये रखिए फोन नंबर फोन कीजिएगा। अभी चलिए, साइड देख लेते हैं। रिपोटर्र : कोई दिक्कत तो नहीं होगी न? बिचौलिया : कुछ नहीं होगा, यह हमलोग का एक दिन का काम नहीं है, डेली हमलोग यही काम करते हैं। सैप्टिक टैंक की सफाई कराने के लिए नगर निगम ऑफिस के स्वास्थ्य शाखा में संपर्क करना होता है। यहां एक फॉरमेट उपलब्ध कराया जाता है, जिसे भरकर नगर निगम के कैश कांउटर में जाकर पैसे डिपॉजिट करने पड़ते हैं। नगर निगम द्वारा निर्धारित शुल्क घर के लिए १२५० रुपए और अपार्टमेंट के लिए २५०० रुपए है। कैश कांउटर में डिपॉजिट करने के बाद एक स्लीप मिलता है, जिसमें टैंक सफाई की अनुमानित तिथि, गाड़ी नंबर और ड्राइवर का फोन नंबर लिखा होता है। दो से चार दिन के दिन अंदर टैंक की सफाई करा दी जाती है। ऐसी कम्पलेन पहले भी आई है। हमने थाना को इसकी शिकायत की है। बल्कि एसपी को भी एक पत्र भेजा गया है। नगर निगम ने किसी बाहरी लोग को कोई परमिशन नहीं दिया है। यदि ऐसी कुछ आपको जानकारी मिलती है, तो एक वीडियो बनाकर उपलब्ध कराएं। -डॉ किरण, स्वास्थ्य शाखा पदाधिकारी, रांची नगर निगम
मस्जिद गिराकर मुसलमानों ने बताया, जीवित है गंगा-जमुना तहजीब | नेडरिक न्यूज मस्जिद गिराकर मुसलमानों ने बताया, जीवित है गंगा-जमुना तहजीब श्रीलंका में ६ जगहों पर हुए सीरियल ब्लास्ट, सुषमा स्वराज ने भारतीयों की मदद के लिए जारी किए ये हेल्पलाइन नंबर वो एक ही हस्ती, एक ही वजूद है, जिसने ये सारा जहान बनाया है...फर्क इतना कि कुछ उसे खुदा तो कुछ उसे भगवान कहते हैं। देश में राजनीति के नाम पर चाहे कितना भी हिंदू और मुसलमानों के बीच जहर घोला जाए, लेकिन देश में हमेशा से कई ऐसे उदाहरण सामने आते हो जो हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बन जाते हैं। वो एक ही हस्ती, एक ही वजूद है, जिसने ये सारा जहान बनाया हैफर्क इतना कि कुछ उसे खुदा तो कुछ उसे भगवान कहते हैं। देश में राजनीति के नाम पर चाहे कितना भी हिंदू और मुसलमानों के बीच जहर घोला जाए, लेकिन देश में हमेशा से कई ऐसे उदाहरण सामने आते हो जो हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बन जाते हैं। कुछ ऐसा ही नज़ारा उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में देखने को मिला। जहां आज कल लोग कुंभ मेले की तैयारियों में लगे हुए हैं। वही अब इस पवित्र काम में मुस्लिम भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहें हैं। इलाहाबाद में इस समय कुंभ मेले की तैयारियां जोरो पर हैं। इसी कड़ी में क्षेत्र मे इस समय सड़कों के चौड़ीकरण का काम चल रहा है। इस काम में एक मस्जिद का कुछ हिस्सा रास्ते में आ रहा था। जिस वजह से कुछ मुस्लिम लोगों ने मस्जिद का वो हिस्सा गिरा दिया। आप को बता दें कि इलाहबाद में अगले साल कुंभ मेले का आयोजन होना है। जिस वजह से शहर में निर्माणकार्य तेज़ी से चल रहा है। उम्मीद की जा रही है इस आयोजन में लाखों लोग पहुंचेंगे। मस्जिद गिराने को लेकर बात करते हुए मुस्लिम युवक ने कहा कि हमने ये काम अपनी मर्जी से किया है। जिस हिस्से में मस्जिद बनी हुई है उसका कुछ हिस्सा सरकारी जमीन का है। इस वजह से हमने उस हिस्से को गिरा दिया है । कुंभ मेले के आयोजन की वजह से सरकार इलाके में लगातार निर्माण कार्य करा रही है। हम बस इस काम में सहयोग करने की कोशिश कर रहें हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ निर्माणकार्य में सहयोग देना है। गौरतलब है कि इस बार कुंभ में शाही स्नान की शुरुआत १५ जनवरी से रही है। आप को बता दें कि प्रयाग के संगम तट पर लगने वाले कुंभ मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर से सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा को लेकर एक ऐसी खबर सामने आयी... लोकसभा चुनाव २०१९ के तीसरे चरण के लिए देश की ११७ सीटों पर मंगलवार के मतदान में आखिरकार वो हुआ...
प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर ग्राम विकास अधिकारी ने महिला के साथ किया दुष्कर्म उन्नाव। सूबे में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी प्रकार का एक मामला मौंरावा थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहां हिलौली विकासखंड में तैनात एक ग्राम पंचायत अधिकारी ने एक महिला की गरीबी व लाचारी का फायदा उठाया। प्रधानमंत्री आवास देने का लालच देकर उसे विकास खंड कार्यालय से अपने घर पर ले गया। अंधेरा होने पर उसके साथ जबरदस्ती की और बंधक बनाए रखा। सुबह महिला जब उसके चंगुल से छूटी तो घर पहुंचकर घरवालों को आपबीती सुनाई। इसके बाद महिला अपने परिजनों के साथ उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची और शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। घर में चलकर प्रमाण पत्र देने को कहा था ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ने बताया जाता है ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ने प्रमाण पत्र देने के नाम पर महिला को काफी देर तक ब्लॉक में रोके रखा। इस बीच शाम होने पर कहा चलो घर पर बना कर देते हैं। पीड़िता ने बताया कि ग्राम पंचायत विकास ने कहा कि तुम्हारे पास घर नहीं हैं। तुमको प्रधानमंत्री आवास दिला देंगे। अंधेरा होने पर उसने कहा कि यहीं रूक जाओ, कल चली जाना। प्रमाण पत्र भी बना देंगे। पीड़िता ने बताया कि अंधेरा होने पर मेरे साथ पहले छेडछाड़ की और दुष्कर्म भी किया। इस संबंध में पीड़िता ने उप जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। उप जिलाधिकारी के आदेश पर मौरावा थाना में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि विवेचना के बाद कार्रवाई की जाएगी। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया। ब्लॉक कर्मचारियों में रोष व्याप्त वहीं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के निलंबन के बाद ब्लाक कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। उनका कहना था कि पीड़ित महिला गलत परिवार रजिस्टर नकल ना बनाने पर फर्जी ३७६ का मुकदमा पंजीकृत कराया है और बिना स्पष्टीकरण के निलंबन की कार्रवाई की जा रही है हिलौली विकासखंड के कर्मचारी ने जिला प्रशासन से निलंबन की कार्रवाई वापस लेने की मांग की है। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही से ब्लॉक में हड़कंप मचा है। ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों में बैठक करके उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर निलंबन की कार्रवाई को वापस लेने की मांग की है। ये भी पढे़ं- संभल: कुल्हाड़ी से काटकर जिसकी 'हत्या' का वीडियो हुआ वायरल, 'मौत' के बाद कैसे आया वापस?
भागलपुरी सिल्क से बढ़ेगा देश का व्यापार, मुगलकाल से है इतिहास - एक बिहारी सब पर भारी होम जरा हट के कही-सुनी भागलपुरी सिल्क से बढ़ेगा देश का व्यापार, मुगलकाल से है इतिहास भागलपुरी सिल्क से बढ़ेगा देश का व्यापार, मुगलकाल से है इतिहास पटना : देश और दुनिया में भागलपुर की पहचान यहां के सिल्क को लेकर है। इसकी नींव मुगलकाल में ही पड़ गई थी। कोलकाता बंदरगाह से भेजे जाने वाले भागलपुरी सिल्क की दुनियाभर के रईसों के बीच धाक थी। ब्रिटिश काल में यह कारोबार और मजबूत होता गया और यहां का सिल्क रईसों की पहली पसंद बन गई। लेकिन उदारीकरण और बाजार की प्रतिस्पर्धा में पिछड़े भागलपुरी सिल्क की चमक भी समय के साथ फीकी होती गई। हालांकि, आज भी भागलपुरी सिल्क का सालाना कारोबार करीब ३५० करोड़ का है। यहां के सिल्क व्यवसायी कोलकाता, दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई बेंगलुरु, सूरत, अहमदाबाद आदि शहरों के अलावा जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और खाड़ी के देशों से सीधे कारोबार करते हैं। सिल्क के कपड़ों के उत्पादन में चीन पहले स्थान पर बना हुआ है। चीन में इसका सालाना उत्पादन १ लाख ७० हजार मीट्रिक टन है, जबकि दूसरे स्थान पर रहनेवाले भारत में इसका उत्पादन २८,५२३ मीट्रिक टन है। एक अनुमान के मुताबिक विश्व के टेक्सटाइल मार्केट में सिल्क की हिस्सेदारी ०.२ प्रतिशत से भी कम है। हालांकि, कुल सिल्क के उत्पादन का 9० प्रतिशत से अधिक एशियाई देशों में होता है। कुल चार तरह के सिल्क तसर, मलबरी, एरी और मूंगा होते हैं। मलबरी के क्षेत्र में बंगाल, मूंगा में असम, एरी में बेंगलुरु तो तसर सिल्क में भागलपुर की बादशाहत बरकरार है। हालांकि, तसर सिल्क का कारोबार छत्तीसगढ़ के चापा, उड़ीसा के नवाब, पटना और झारखंड के सिंहभूम में भी होता है। इससे जुड़े कारोबारी बताते हैं कि जापान में भागलपुरी सिल्क के कालीन विशेष रूप से पसंद किए जाते हैं। ईसा पूर्व से रेशम उत्पादन में बादशाहत रखने वाले चीन ने समय के साथ इसके कारोबार को बाजार की प्रतिस्पर्धा से जोड़ा। सिलिकन वैली की तरह सिल्क स्ट्रीट बनाई। एक छत के नीचे सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराईं। उसकी ब्रांडिंग के लिए काम किया। यही कारण है कि चीन दूसरे स्थान पर रहने वाले भारत से करीब छह गुना आगे है। प्रतिस्पर्धा के इस दौर में भागलपुरी सिल्क भी पिछड़ गया। न तो सरकार का सहयोग मिला और न ही इसके उत्पादन के लिए उन्न्त तकनीक अपनाई गई। हैरानी यह कि बिहार में सिल्क उत्पादन में एकमात्र क्षेत्र होने के बावजूद इससे जुड़े कामगारों को कभी ट्रेनिंग देने तक की व्यवस्था नहीं कराई गई। परिणाम भयावह निकला। भागलपुर का सिल्क उद्योग अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। आर्थिक संकट से जूझ रहे बुनकर पलायन करने लगे हैं। इसके बावजूद बुनकरों का हौसला कायम है। उनका कहना है कि सरकार नयी तकनीक और बाजार उपलब्ध कराए तो हम चीन को टक्कर देने में सक्षम हैं। प्रेवियस आर्टियलसोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले धर्मेंद्र ने कहा अब मैं आपको परेशान नहीं करूंगा नेक्स्ट आर्टियलशास्त्रों में भी बैद्यनाथ धाम की महिमा का वर्णन नवीनगर पॉवर ग्रिड के स्टेज-१ से इसी महीने बिजली उत्पादन शुरू किया जा सकता है । बिहार की बेटी शिल्पी गर्गमुख देश की पहली महिला प्रादेशिक सेना अधिकारी हैं समलैंगिकता और किन्नरों के अधिकार की बात के साथ निकला प्राइड परेड। श्रावणी मेले को लेकर पुलिस पूरी तरह तैयार, दी गई खास ट्रेनिंग
शिअद (अ) ध्यान सिंह मंड में लगाए मोर्चे में आज होगा शामिल | शिअद (अ) ध्यान सिंह मंड में लगाए मोर्चे में आज होगा शामिल - न्यूज,चंडीगढ़ समाचार न्यूज़,चंडीगढ़ समाचार समाचार शिअद (अ) ध्यान सिंह मंड में लगाए मोर्चे में आज होगा शामिल न्यूज - आनंदपुर साहिब | गांव खानपुर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बरगाड़ी और अन्य जगह पर हुई बेअदबी को रोकने के संबंध में... आनंदपुर साहिब | गांव खानपुर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बरगाड़ी और अन्य जगह पर हुई बेअदबी को रोकने के संबंध में शिरोमणि अकाली दल की मीटिंग हुई। इसमें जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह भागोवाल, सचिव प्रो. महिंदर सिंह, हरभजन सिंह कश्मीरी और हरभजन सिंह लोधीपुर ने विशेष तौर पर शिरकत की। उन्होंने बताया कि गत दिनों से जिला फिरोजपुर के गांव बरगाड़ी में सिंह साहिब ज्ञानी ध्यान सिंह मंड ने एक पक्का मोर्चा लाया हुआ है, उसमें शामिल होने के लिए १२ जून को एक काफिला जाएगा जबकि २१ जून को दाना मंडी के पास गुरुद्वारा भट्ठा साहिब में शाम ४ बजे एक गतका खेला जाएगा और पार्टी अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान उसमें शामिल होंगे। इसके बाद जसविंदर सिंह खानपुर को सर्किल अध्यक्ष भी लगाया गया। इस मौके पर प्रगट सिंह घनौली, सुखदेव सिंह सरपंच, हरभजन सिंह, कृष्ण सिंह, कुलदीप सिंह, जसविंदर सिंह, प्यारा सिंह, जसविंदर सिंह, धर्मिंदर सिंह, मोहन सिंह, बलदेव सिंह, मनजीत सिंह, प्रदीप सिंह, दविंदर सिंह और बड़ी संख्या में गांववासी उपस्थित थे।
नए साल में ऐसे बनाएं अपनी निवेश योजना नया साल शुरू हो चुका है। अब इस साल के लिए अपनी निवेश की नई योजनाएं बनाने और निवेश के नए लक्ष्य तय करने का बिल्कुल सही वक्त है। हम यहां आपको बता रहे हैं कि नए साल में हर महीने किस तरह निवेश की योजना बनानी चाहिए। शेयर बाजार की अनिश्चितता के दौरान उठाएं ये आठ कदम शेयर बाजार को यदि अनिश्चितता ने घेर लिया है तो निवेशकों को धैर्य बनाने रखना चाहिए। यहां हम आपको वे आठ बातें बता रहे हैं जिनपर अमल करके आप अपने निवेश से संबंधित निर्णय ले सकते हैं। भारत का निवेश बाजार युवाओं पर केंन्द्रित माना जाता है लेकिन इस मामले में यहां के युवाओं की दिलचस्पी काफी कम है। करीब एक तिहाई युवा तो सिर्फ सुरक्षित विकल्पों में ही पैसे लगाते हैं जबकि महज आठ फीसदी युवा शेयर बाजार में सीधे निवेश का जोखिम उठाते हैं।
रिया चक्रवर्ती के वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी, मेरा बॉयफ्रेंड मेरी उँगलियों पर नाचता है | द चौपाल रिया चक्रवर्ती के वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी, मेरा बॉयफ्रेंड मेरी उँगलियों पर नाचता है सुशांत सिंह राजपूत मामले में सवालों के घेरे में आने के बाद से अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती लोगों के निशाने पर हैं. सुशांत की बैंक डिटेल से कई खुलासे हुए हैं. साथ ही पूछताछ में भी पुलिस को रिया के बारे में कई जानकारी मिली है. इसी बीच रिया चक्रवर्ती का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसे देख लोग हैरान हैं. ये इस वीडियो में रिया चर्वर्ती गुंडों की भाषा में बात करते हुए कहती है कि मेरा बॉयफ्रेंड मेरी उँगलियों पर नाचता है. हालाँकि ये वीडियो कब का है ये बात सामने नहीं आई है. लेकिन सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में रिया कहती है, उन्हें पता है कि गुंडों को कैसे मैनीप्यूलेट करना है. वीडियो में रिया कहती हैं कि वह गुंडों से काम लेती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि डॉन उनके ऊपर है और वह बता भी नहीं सकतीं. अपने बॉयफ्रेंड का जिक्र करते हुए रिया कहती है कि मेरा बाॅयफ्रेंड मेरी उंगलियों पर नाचता है. मैं उसको बोलती हूं कि साथ वाली गली में प्रोड्यूसर है जा उससे हफ्ता लेकर आ तो वो लेकर आता है. अंत में रिया यह भी कहती हैं कि रेकॉर्ड मत करना. रिया का ये वीडियो कब का है इस बारे में कोई जानकारी अभी नहीं है. लेकिन ये तेजी से वायरल हो रहा है. बिहार पुलिस ने इस पूरे मामले में १० लोगों से पूछताछ की है. इनमे सुशांत की बहन मीत, सुशांत के दोस्त महेश शेट्टी और सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे शामिल हैं. अंकिता ने बताया कि सुशांत रिया से परेशान थे, जबकि महेश ने बताया कि रियासुशांत को अपने काबू में रखती थी, परिवार से बात नहीं करने देती थी. महेश ने बताया कि रिया चक्रवर्ती और उनकी मां ने सुशांत के सारे स्टाफ को बदल दिया था. यही नहीं, महेश ने यह भी बताया कि रिया ने लॉकडाउन के ठीक पहले सुशांत के बॉडीगार्ड को हटा दिया था. महेश ने सुशांत के पिता द्वारा रिया पर लगाये आरोपों को सही बताया.
कोरोना वायरस के कारण ब्क्सी के कार्यालय बंद, घर से काम करेंगे कर्मचारी | वेब्दुनिया हिन्दी कोरोना वायरस के कारण ब्क्सी के कार्यालय बंद, घर से काम करेंगे कर्मचारी पुनः संशोधित बुधवार, १८ मार्च २०२० (१८:३३ इस्ट) मुंबई। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने कार्यालयों को बंद कर दिया है और अपने कर्मचारियों को घर पर काम करने के लिए कहा है। बीसीसीआई ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए आईपीएल का १३वां सत्र १५ अप्रैल तक स्थगित कर दिया था। इसके अलावा उसने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच ३ मैचों की वनडे सीरीज भी स्थगित कर दी थी। बीसीआई ने कोरोना के कारण अपने सभी घरेलू टूर्नामेंटों को भी फिलहाल रोक दिया है। बीसीसीआई ने कहा, 'हमने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वानखेड़े स्टेडियम में स्थित मुख्यालय को कोरोना वायरस के कारण बंद किया जाना बेहतर रहेगा। इसलिए सभी कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी जाती है। हालांकि अगर कोई कर्मचारी दफ्तर आना चाहता है तो वह आ सकता है।' इस बीच बेंग्लुरु में स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने भी अपने जोनल शिविरों को बंद कर दिया है। हालांकि यहां रिहैबिलिटेशन जारी है। इसके अलावा आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमों ने भी अपने शिविरों को स्थगित कर दिया है। कोरोना वाइरस लाइव उपकेट्स : दुनिया में ८००० से ज्यादा की मौत, भारत में संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ा इंसान को अधिक जिम्मेदार बनने के लिए कह रही है धरती : अश्विन दुती के लिए यूरोपीय स्पर्धाओं के दरवाजे बंद, ओलंपिक क्वालीफिकेशन पर खतरा कोरोना वायरस से मौत होने पर शव से कितना ख़तरा? कोरोना के डर से वैष्णोदेवी यात्रा बंद, श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढ़ीं बीसीसीआई कार्यालय बंद मुंबई कार्यालय बंद वेबदुनिया हिन्दी खेल समाचार वेबदुनिया हिन्दी खेल न्यूज
कोटे से २० रुपये किलो मिलेगी अरहर की दाल वाराणसी। सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से अब अरहर की दाल भी सस्ते दर पर वितरित की जाएगी। इसकी कीमत २० रुपये प्रति किग्रा तय की गई है। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के एफसीआई, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण सदस्य रामशरण निषाद ने मंगलवार को बताया कि भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में भारी मात्रा में दाल मौजूद है। दो महीने के भीतर राशन की दुकानों पर दाल मुहैया करा दी जाएगी। कहा कि चावल की आपूर्ति भी सुनिश्चित कराई जाएगी। सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में श्री निषाद ने कहा कि बाजार में दाल की कीमत तेजी से बढ़ रही है। इस पर अंकुश लगाने के लिए कोटे पर दाल सुलभ कराने का निर्णय लिया गया है। बताया कि कोटेदार के स्तर से अंत्योदय अन्न योजना के अनाज में बड़े पैमाने पर गोलमाल हो रहा है। इलाहाबाद में उन्होंने दो ट्रक ऐसा ही खाद्यान्न पकड़ा था, जिसे हैदराबाद भेजा जा रहा था। इस तरह के मामले प्रदेश भर में हैं, जिनकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रो. केवी थामस ने उत्तर प्रदेश के लिए ५० हजार नए बीपीएल कार्ड का कोटा जारी किया है। नदियों के ५०0 मीटर के दायरे में आने वाले डूब क्षेत्र के गांवों के गरीबों को गरीबी रेखा के नीचे का राशन कार्ड जारी करने का मंत्री जी से अनुरोध किया गया है। वे जल्द ही बांदा, इलाहाबाद, वाराणसी और आजमगढ़ का दौरा करेंगे। श्री निषाद ने मंडी परिषद स्थित राज्य भंडार निगम के गोदामों में खाद्यान्न की स्थिति का जायजा लिया और संभागीय खाद्य वितरण अधिकारी दुर्गा प्रसाद से जानकारी हासिल की। उन्होंने बताया कि इस महीने से बनारस में चावल की आपूर्ति भी शुरू कर दी जाएगी।
विजेता चौधरी, जेठ १९ नेपाल के इतिहास में जेठ १९ गते की रात कभी न भुला पाने बाली काली रात बन के आई । जेठ १९ की रात को नेपाल के राजा विरेन्द्र शाह के बंश का विनाश करने बाली दरबार हत्या काण्ड को आज १५ वर्ष पूरे हो चुके हैं । इस विभत्स हत्याकांड के कई परत आज भी खुलने बाकी हैं। राज परिवार के सदस्यों की पारिवारिक रात्री भोज कार्यक्रम के वक्त हुई हत्याकाण्ड में तत्कालीन राजा विरेन्द्र, रानी ऐश्वर्या, युवराज दीपेन्द्र, अधिराज कुमारी श्रुति, अधिराज कुमार निराजन सहित परिवार के अन्य १० लोगों की असामयिक मृत्यु हुई थी । उस रात की घटना अभी भी रहस्यमय बनी हुई है । वि. सं. २०५८ साल जेठ १९ की रात दरबार के भीतर हुई गोली काण्ड में राजा विरेन्द्र का वंश ही समाप्त हो गया । बहरहाल दरबार हत्याकाण्ड घटना के बाद तत्कालीन सरकार द्वारा गठित जाँच समिति ने जाँच पडताल के बाद तैयार किए गए प्रतिवेदन में कहा गया कि यह घटना तत्कालीन युवराज दीपेन्द्र द्वारा किया गया था उन्होंने ही इस कार्य को अंजाम दिया । यद्यपि दीपेन्द्र ने अपनी प्रेमिका देवयानी राणा के साथ विवाह करने को परिवार से अनुमति न मिलने के आवेश में उक्त काण्ड करने की बाते अब तक की जा रही है । लेकिन अभी भी कई प्रश्न अनसुलझे है्र । कई तथ्य रहस्य बना हुआ है । उस से भी अधिक आज तक नेपाली जनता इस बात को मानने को कतई तैयार नही है कि उक्त काण्ड युवराज ने किया होगा । गौरतलब है राजा के हत्या के बाद उन के छोटे भाई ज्ञानेन्द्र शाह का शासन प्रारम्भ हुआ । जनता की नजर में निरंकुश शासक ज्ञानेन्द्र के विरुद्ध जनआन्दोलन २०६२६३ के सफलता के साथ ही ज्ञानेन्द्र का शासन पतन हुआ व नेपाल से राज संस्था का ही अन्त हो गया । स्वागतयोग्य बात ये है कि राज परिवार हत्याकाण्ड के १५ वर्ष वाद अचानक फिर से उक्त घटना के रहस्य के प्रति मीडिया बोल रही है । फिर से जनता संवेदित हो चली है । अब ये तो वक्त ही बताएगा कि राज दरबार के अन्य काण्ड की तरह इस घटना का रहस्य भी क्या कभी नही खुलेगा ? या फिर सत्य खुद इतिहास के गर्भ से बाहर आ जाएगी । कुछ कहना असंभव है । क्योंकि इस काण्ड के रहस्योदघाटन के साथ ही वहुत सारे रहस्य बेनकाब होने की संभावना है । यद्यपि नारायण हिटी राजदरबार अभी संग्रहालय बना दिया गया है । दरबार हत्याकाण्ड हुए महल को उसी बक्त तोड दिया गया था । ये भी एक रहस्य ही है कि आखिर इतनी जल्दी क्यों थी महल को तोडने की क्या यह सबूत मिटाने के लिए किया गया था ? इस बात को लेकर जनता में अभी भी आक्रोश है । गोली काण्ड हुए उस स्थान पर फिर से नई संरचना बनायी जा रही है । प्रश्न उत्तरहीन है क्या नई संरचना रहस्य को दबाने की नई साजिश है? प्रेवियस सडक दे, नहीं तो उन्हें मौत दे ! सडक राजनीति मधेश का अहम सबाल बन सकता है नेक्स्ट आओ सब मिल पेड़ बचायें , पूजा कर आशीष पायें : पूनम पंडित
आखिरी सांस तक काम करते रहे गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर, अब पद खाली होते ही कांग्रेस ने मारी बाजी! - नेडरिक न्यूज गोवा में सरकार सिर्फ मनोहर के नाम पर चलती थी. गोवा की जनता मनोहर को काफी पंसद करते थे क्योंकि मनोहर अपने हर काम को बड़ी बखुबी से निभाते थे. ये अपने काम को लेकर कितने सहज थे इस बात का अदांजा तो इसी से चल जाता है कि वो बीमारी के दिनों में भी सीएम दफ्तर आकर अपना काम बाखुबी किया करते थे. गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने १७ मार्च की शाम को इस दुनिया को अलविदा कह दिया. दरअसल ये काफी लंबे समय से अग्नाशय कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. जिसके चलते ६३ साल की उम्र में इनका निधन हो गया. इनके निधन की जानकारी सबसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर दी. वहीं मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद बीजेपी की सीएम पद की तलाश जारी है. बता दें कि गोवा में सरकार सिर्फ मनोहर के नाम पर चलती थी. गोवा की जनता मनोहर को काफी पंसद करते थे क्योंकि मनोहर अपने हर काम को बड़ी बखुबी से निभाते थे. ये अपने काम को लेकर कितने सहज थे इस बात का अदांजा तो इसी से चल जाता है कि वो बीमारी के दिनों में भी सीएम दफ्तर आकर अपना काम बाखुबी किया करते थे. पिछले एक साल से बीमार चल रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा के सीएम के पद की कुर्सी खाली हो चुकी है, जिस पर अब कांग्रेस सरकार अपनी नजर जमाए बैठा है. आपको बता दें कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन होने के बाद अब राज्य के नए सीएम की तलाश शुरू हो गई है, बीजेपी गोवा में क्षेत्रियों दलों के साथ गठबंधन सरकार चला रही है और वो चाहती है कि वो अपनी ही पार्टी के किसी नेता को सीएम दावेदारी के लिए पेश करें. वहीं गठबंधन में शामिल एक प्रमुख दल महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के विधायक ने सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर बीजेपी को परेशानी में डाल दिया है. महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के विधायक सुदिन धावलीकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. ऐसे में बीजेपी की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही है, जहां गठबंधन में सीएम बनने को लेकर परेशानी खड़ी हो गई है, वहीं कांग्रेस ने एक बार फिर गोवा में सरकार बनाने का दांवा किया है. कांग्रेस ने ४८ घंटें में दो बार प्रदेश में सरकार बनाने का दावा किया है. कांग्रेस का कहना है कि उसके पास बहुमत है. कांग्रेस ने मनोहर पर्रिकर की हालात बिगड़ने पर १६ मार्च को राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश किया था. आपको बता दें कि मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद पणजी पहुंचे केंद्रीयमंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में हुई बैठक में गठबंधन दल और बीजेपी किसी भी फैसले पर नहीं पहुंच पाई है क्योंकि बीजेपी सीएम पद के लिए अपना ही दावेदार पेश करना चाहती है. वो किसी और को सीएम पद के लिए दावेदारी पेश नहीं करने दें सकती है. ऐसे में ये सवाल खड़ा हो गया है कि क्या बहुमत का दावा करने वाली कांग्रेस गोवा में अपनी सरकार बना लेगीं या नहीं. गौरतलब है कि कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा राज्यपाल के सामने पेश करने के बाद राज्यपाल पर काफी गंभीर आरोप भी लगाए थे. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्यपाल मृदुल सिन्हा बीजेपी कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है इसलिए उन्होंने अभी तक हमारे पत्र का कोई जवाब नहीं दिया है और न मिलने का समय दिया है. बता दें कि राज्य में बीजेपी के विधायकों की संख्या कम हो गई और कांग्रेस प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी है.
राजपुरोहित समाज: श्री खेतेश्वर महाराज के मंदिर का दशम प्रतिष्ठा समारोह दिवस पर दशम विशाल शोभा यात्रा श्री खेतेश्वर महाराज के मंदिर का दशम प्रतिष्ठा समारोह दिवस पर दशम विशाल शोभा यात्रा सूचना....... आप सभी सादर आमंत्रित हैं!. आप को यह सूचित करते हुए मुझे बहुत हर्ष हो रहा है मरुनगरी बीकानेर शहर की पुण्य धरा पर स्थित श्री श्री १००८ श्री खेतेश्वर महाराज के मंदिर का दशम प्रतिष्ठा समारोह दिवस पर दशम विशाल शोभा यात्रा गुरु महाराज के परम शिष्य पिठाधेश्वर श्री ब्रह्म सावित्री सिद्ध पीठ एव गादीपति ब्रह्मधाम आसोतरा श्री तुलछाराम जी महाराज की उपस्थिति में बड़े ही हर्षौल्लाश से निकली जाएगी अत आप सभी महानुभावो से निवदेन हे की इस मांगलिक एव धार्मिक अवसर पर सभी समाज बन्धु सपरिवार एव स्वजनों सहित पधार कर शोभायात्रा को सफल बनाये ! शोभा यात्रा राजपुरोहित अतिथि ग्रह ,इंद्रा कॉलोनी बीकानेर से ११:१५ आम पर रवाना होकर खेतेश्वर मंदिर खेतेश्वर नगर गंगाशहर तक जाएगी अधिक जानकारी के लिए एक निवेदन सुगना फाउंडेशन -मेघलासिया आपसे अनुरोध करता हे की १८ मार्च २०१३ की भव्य शोभा यात्रा का समय सुबह ११:१५ आम हे ! यह शोभा यात्रा इंद्रा कॉलोनी बीकानेर से सुबह ११:१५ पर रवाना होकर खेतेश्वर मंदिर खेतेश्वर नगर गंगाशहर तक जाएगी अत आप सभी महानुभावो से निवदेन हे की इस मांगलिक एव धार्मिक अवसर पर सभी समाज बन्धु सपरिवार एव स्वजनों सहित पधार कर शोभायात्रा को सफल बनाये ! एक विशेष सुचना सर्वाधिकार सुरक्षित एक विशेष सुचना सर्वाधिकार सुरक्षित प्रस्तुतकर्ता
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रतलाम में करन्ट ने पिता पुत्र की जान ली, दो अन्य गम्भीर, ग्वालियर में बच्ची की मौत - तेज़्समाचार रतलाम/ग्वालियर। मप्र के रतलाम में जहाँ करन्ट से पिता पुत्र की मौत हो गई व २ झुलस गए वही ग्वालियर में करन्ट से दस साल की बचव्ही की मौत हो गई। पहली घटना रतलाम जिले के ताल तहसील के ग्राम भूतिया की है। यहां रहने वाले फुंदा सिंह पिता भंवर सिंह (४५) निवासी ग्राम भूतिया बुधवार दोपहर करीब १:३० बजे अपने घर के पीछे गीले कपड़े सुखाने गया था तभी वहां स्थित तार में करंट आने से वह चिपक गया। उसे बचाने उसका पुत्र कृष्णपाल (२४) और हेमंत (२२) तथा पत्नी भंवर कुंवर आई तो वे भी करंट की चपेट में आ गए। आसपास के लोग इन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन फुंदासिंह और बड़े बेटे कृष्णपाल सिंह की मौत हो गई जबकि हेमंत सिंह और भंवरकुंवर को जावरा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। दूसरी घटना ग्वालियर के महाराजपुरा क्षेत्र की आदित्यपुरम कॉलोनी की है। यहां १० साल की परी पिता मकरंद तोमर सुबह करीब १० बजे छत पर गई थी। यहां सूर्य को जल चढ़ाने के दौरान वह वहां पड़े खुले तार के चपेट में आ गई, जिसमें करंट था। मौके पर ही परी की मौत हो गई। परी के पिता सीआरपीएफ में जवान हैं।
एप्फ़ो ने ७ माह में रिजेक्ट किए २०% क्लेम, ६% क्लेम लंबित ७४ फीसदी क्लेम किए सेटेल नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (एप्फ़ो) ने अप्रैल २०१८ से अब तक फाइल किए गए क्लेम में से २० फीसदी क्लेम रिजेक्ट कर दिए हैं। इस अवधि में ईपीएफओ में कुल १.२६ करोड़ क्लेम फाइल किए गए। ईपीएफओ ने अलग अलग कारणों से २५ लाख से अधिक क्लेम रिजेक्ट कर दिए। ७४ फीसदी क्लेम किए सेटल ईपीएफओ ने अप्रैल से अब तक आए कुल क्लेम में से ७४ फीसदी क्लेम सेटल किए हैं। वही लगभग ६ फीसदी क्लेम लंबित हैं। १५ करोड़ से अधिक हैं ईपीएफओ के मेबर मौजूदा समय में ईपीएफओ के अकाउंट होल्डर्स की संख्या १५ करोड़ से अधिक है। इसमें से लगभग ५ करोड़ सक्रिय मेंबर हैं। ईपीएफओ अपने १५ करोड़ से अधिक मेंबर्स के ८ लाख करोड़ से अधिक पीएफ फंड का प्रबंधन कर रहा है।
सरकारी सेवाओं में दक्षता सुनिश्चित करने हेतु ऐसे परिषदीय शिक्षक / शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की संख्या जिनके विरुद्ध अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्यवाही हुई हो की संख्या उपलब्ध कराने का आदेश जारी - बेसिक शिक्षा न्यूज | बेसिक शिक्षा समाचार | प्राइमरी का मास्टर | प्राइमरी का मास्टर | शिक्शमित्र होम सर्कुलर रेतिर्मेंट सस्पेंशन वोलुंटीर्स सरकारी सेवाओं में दक्षता सुनिश्चित करने हेतु ऐसे परिषदीय शिक्षक / शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की संख्या जिनके विरुद्ध अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्यवाही हुई हो की संख्या उपलब्ध कराने का आदेश जारी सरकारी सेवाओं में दक्षता सुनिश्चित करने हेतु ऐसे परिषदीय शिक्षक / शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की संख्या जिनके विरुद्ध अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्यवाही हुई हो की संख्या उपलब्ध कराने का आदेश जारी सरकारी सेवाओं में दक्षता सुनिश्चित करने हेतु ऐसे परिषदीय शिक्षक / शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की संख्या जिनके विरुद्ध अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्यवाही हुई हो की संख्या उपलब्ध कराने का आदेश जारी रेवीव्द बाय संकल्प गुप्त ऑन ८:३५ प्म रेटिंग: ५
विराट-अनुष्का की शादी की सालगिरह, शेयर की शादी की नई तस्वीरें और वीडियो | न्यूज़ २४ नीतू कुमार, नई दिल्ली (११ दिसंबर): विराट अनुष्का की शादी को एक साल हो चुके हैं । दोनों शादी की सालगिरह ऑस्ट्रेलिया में मना रहे हैं। दोनों ने पिछले साल दिसंबर में इटली के फ्लोंरेस में डेस्टिनेशन वेडिंग की । पहली सालगिरह पर विराट कोहली ने शादी की अनदेखी तस्वीरें शेयर की हैं। साथ ही विराट ने लिखा है कि पता नहीं चला कि कैसे एक साल बीत गया। साथ ही अनुष्का को उन्होंने अपना बेस्ट फ्रेंड और सोलमेट कहा है। वहीं अनुष्का ने एक प्यारा सा वीडियो शेयर किया है। वीडियो में दोनों की गजब की बॉन्डिंग दिख रही है। एक साल पहले विराट और अनुष्का ने इटली के फ्लोरेंस में शादी की थी। दूल्हा-दूल्हन दोनों ने डिजाइनर सब्यसाजी के डिजाइन किए हुए वेडिंग अटायर पहने और दोनों ही बहुत खूबसूरत दिख रहे थे। विरूष्का की शादी एक फेरी टेल वेडिंग थी। विराट और अनुष्का के तीन साल पुराने प्यार को शादी की मंजिल मिल गई । इस तस्वीर में विराट अनुष्का की मांग भरते हुए दिख रहे हैं। दुनिया भर से इस जोड़ी को बधाईयां मिली सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें खूब वायरल हुई। हर प्रेमी युगल इनकी तरह शादी के सपने देखने लगा। शादी में विराट और अनुष्का ने एक जैसे कपड़े पहने थे। दोनों की वेडिंग ड्रेस का तालमेल बहुत खूबसूरत था। ये तस्वीर उनके सात फेरो की है। इटली में इनकी शादी में परिवार के लोग ही पहुंचे थे। बाद में इन्होंने इंडिया आकर दिल्ली और मुंबई में रिसेप्शन दिया था। कैसे क्रिकेट के किंग विराट और बॉलीवुड क्वीन अनुष्का मिले और इनका प्यार शादी तक पहुंचा ये जान लेना भी जरूरी है। अनुष्का है बॉलीवुड की गॉरियस डीवा.तो विराट है क्रिकेट पिच के किंग। दोनो जब साथ मिले तो बना प्यार का खूबसूरत सा फसाना। अनुश्का विराट की लव स्टोरी किसी से छुपी नहीं है...चाहे वो क्रिकेट की दुनिया हो या फिर बॉलीवुड की दुनिया विराट अनुष्का खुलकर करते है अपने प्यार का इजरार । अनुष्का जब हर मैच में विराट के साथ दिखने लगी तो ये खूबसूरत फसाना दुनिया के सामने आ गया। अब तो बीसीसीआई की तरफ से उन्हें विराट की ऑफिसल गेस्ट का मिल चुका है दर्जा। आस्ट्रेलिया हो या इंग्लैंड , श्रीलंका हो या वेस्टइंडीज अनुष्का सरेआम दिखती हैं विराट के साथ । पिछले साल विराट और अनुष्का ने एक ब्रांड के लिए शादी का ऐड किया था। इस ऐड में विराट सात वचन निभाने की बात कहते दिख रहे थे। जब से ये ऐड टीवी पर दिखना शुरू हुआ इनकी शादी की खबरों ने जोर पकड़ ली । विराट अनुष्का की स्टोरी बहुत पुरानी नहीं है। साल २०१३ में दोनो ने किया था एक एड शूट ..और इसी शूट पर खिलाड़ी विराट अनुष्का पर हो गए क्लीन बोल्ड और विराट का दिल अनुष्का ने कुछ यूं लपका कि उड़ गया उनका चैन। दोस्ती बढ़ी तो मुलाकातें बढ़ने लगी.. ..विराट जब अनुश्का के साथ दिखने लगे तो नई कहानिया सामने आने लगी....लेकिन इस सच्चाई को ना तो अनुश्का मानने को तैयार थी और ना ही विराट। दोनों अपने रिश्ते से करते रहे इंकार। एक क्रिकेटर और बॉलीवुड डीवा की स्टोरी में सब लेने लगे दिलचस्पी। अनुष्का जहां जाती वहां उनसे की जाने लगी बस विराट की जाने लगी बात। साल २०१४ के वैलेटाइन्स डे पर अनुष्का और विराट पहली बार न्यूजीलैंड में दिखे थे साथ साथ। इस एक तस्वीर ने दुनिया भर को बता दिया कि विराट अनुष्का की डेटिंग की खबरें अफवाह नहीं बल्कि सच है विराट और अनुष्का का इश्क वाला लव किस वाला तब बना जब हैदराबाद में विराट ने जड़ा हाफ सेंचुरी और बने दुनिया के सबसे तेज़ ६ हज़ार रन स्कोर करने वाले स्टेडियम में बैठी अनुष्का शर्मा कैसे खुशी से उछल पड़ी लेकिन. इंट्रेस्टिंग बात ये है कि तालियों की गड़गड़ाहट के बीच विराट ने अनुष्का को सबसे सामने दे दी फ्लाइंग किस। विराट की इस फ्लाइंग किस ने न सिर्फ मिस शर्मा हुई शर्म से लाल बल्कि कमेन्ट्री कर रहे कपिल देव भी हो गए हैरान । पिछले चार सालों से विराट अनुष्का की लव स्टोरी लगातार चर्चा में रही है। इस लवस्टोरी में एक बार ब्रेकअप का दौर भी आया। साल २०१६ में दोनों ने एक दूसरे से करीब ६ महीने तक बात नहीं की थी। लेकिन विराट ने रूठी हुई अनुष्का को मना ही लिया। विराट और अनुष्का को शादी की पहली सालगिरह की बहुत-बहुत बधाई। जमीन विवाद को लेकर इटावा में खूनी संघर्ष गाड़ी से आए थे बकरी चोरी करने, पकड़े गए तो हो गई धुनाई
आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा सहित २३ बैंकों ने यदि पहली नवंबर से हर ब्रांच में रोज ८ आधार एनरोलमेंट या अपडेशन नहीं किए तो उन्हें पिछली तारीख से जुर्माना भरना पड़ सकता है। यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (उईदाई) ने पिछले हफ्ते बैंकों से कहा था कि वे पहली नवंबर से अपनी हर तय ब्रांच में रोज कम से कम ८ एनरोलमेंट या अपडेशन करें, उन्हें जुलाई 201८ से फाइनैंशल डिसइंसेंटिव्स का सामना करना पड़ेगा। इस पर सीनियर बैंकर बौखला गए हैं। उनकी आम प्रतिक्रिया यह थी कि 'उईदाई रेगुलेटर नहीं है। वह आरबीआई को किनारे करते हुए बैंकों पर जुर्माना लगाने की धमकी कैसे दे सकता है?' १ जुलाई को उईदाई ने कहा था कि आधार फैसिलिटी वाली शाखाओं को यह पक्का करना होगा कि वहां पहली से लेकर १2 जुलाई तक, फिर १ अक्टूबर से १6 अक्टूबर तक और १ जनवरी 20१9 से रोज कम से कम ८ एनरोलमेंट या अपडेशन हों। इस नियम के पहले चरण के पालन की डेडलाइन अब बढ़ाकर १ नवंबर कर दी गई है। डेडलाइन बढ़ाए जाने से पहले आईसीआईसीआई बैंक जुलाई और अगस्त के लिए टॉप डिफॉल्टर रहा और उस पर ८२ लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। उसके बाद इंडियन ओवरसीज बैंक (६८ लाख), केनरा बैंक (६४.२ लाख) और यूको बैंक (५७ लाख रुपये) का नंबर रहा। आधार जारी करने वाली संस्था ने हाल में कहा था, 'आधार ऐक्ट २०१६ के प्रावधानों के अनुसार उईदाई एक्शन ले सकता है।' बैंकों के आधार एनरोलमेंट डेटा की जानकारी देने वाली एक इंटरनल लिस्ट से पता चलता है कि एसबीआई और पीएनबी ने टारगेट पूरा किया। एक सरकारी बैंक के सीनियर अधिकारी ने कहा, 'आधार एनरोलमेंट हमारा काम नहीं है। हमारे पास मानव संसाधन पहले ही कम है। कई बैंकों में हायरिंग पर भी रोक लगी है। उन बैंकों को आरबीआई ने प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन के तहत रख दिया है।' सरकारी बैंकों के बीच केनरा बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, आईडीबीआई बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, पंजाब ऐंड सिंध बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और विजया बैंक ने अगर नवंबर से निर्देश का पालन नहीं किया तो उन्हें जुर्माना भरना पड़ सकता है। एक बैंक के सीईओ ने कहा, 'डेली टारगेट तय करना बेतुकी बात है। हमारी शाखाओं में आधार एनरोलमेंट सुविधा है, लेकिन हम इसके लिए कस्टमर्स को मजबूर तो नहीं कर सकते।' प्राइवेट बैंकों में बंधन बैंक, डीसीबी बैंक, धनलक्ष्मी बैंक, फेडरल बैंक, इंडसइंड बैंक और आरबीएल बैंक का नाम डिफॉल्टरों की लिस्ट में है। उईदाई ने बैंकों को आधार एनरोलमेंट और अपडेशन की फैसिलिटी अपनी हर १० में से एक ब्रांच के परिसर में शुरू करने को कहा था ताकि बैंक खातों के लिए आधार वेरिफिकेशन प्रोसेस सुविधाजनक हो सके। उईदाई ने कहा कि टारगेट पूरा करने वाले बैंकों पर जुलाई से अक्टूबर के बीच 'फाइनैंशल डिसइंसेंटिव्स' का सामना नहीं करना पड़ेगा। उईदाई के नए निर्देश के अनुसार, पहली जनवरी २०१९ से एनरोलमेंट या अपडेशन की न्यूनतम संख्या को बढ़ाकर १२ और पहली अप्रैल २०१९ से इसे बढ़ाकर १६ कर दिया जाएगा।
भूकंप-रिपोर्ट.कॉम अब से शुरू होगा फेल्ट रिपोर्टिंग को प्रोत्साहित करें अपने पाठकों से। ज्यादातर लोग विज्ञान संगठनों को अपने फील अनुभवों की रिपोर्टिंग में उनके सहयोग के महत्व के बारे में नहीं जानते हैं। सबसे अच्छा विकसित निश्चित रूप से यूएसजीएस है जो कई भूकंपों के लिए बड़ी संख्या में महसूस की गई रिपोर्ट प्राप्त करता है। एम्स्क-क्सेम यूएसजीएस का यूरोपीय समकक्ष है और एक बहुत महत्वपूर्ण एजेंसी भी है जो दुनिया भर में भूकंप का पालन करती है और अपने वैज्ञानिक डेटा के साथ उत्कृष्ट रिपोर्ट बनाती है। अब से, अर्थआके-रिपोर्ट.कॉम हर भूकंप के पीछे एक फील लिंक लगाएगा, ताकि अगर आपने खुद भूकंप का अनुभव किया है तो फॉर्म हमेशा हाथ में रहे। यदि आप यह वर्णन करने का विकल्प चुनते हैं कि आपने क्या महसूस किया (अपनी स्थानीय भाषा में!) आपकी व्यक्तिगत कहानी ईएमएससी-सीएसईएम वेबसाइट में इंटरनेट पर पाई जा सकती है। क्यों एक फेल्ट रिपोर्ट? क्या विज्ञान यह सब नहीं जानता है? भूकंप विज्ञान बहुत कुछ जानता है लेकिन हर चीज से बहुत दूर। भविष्यवाणियां सटीक होने से दूर हैं क्योंकि कोई भी वैज्ञानिक यह नहीं जानता होगा कि भूकंप कब और कितना जोरदार होगा। फॉल्ट लाइनों के ऊपर के स्थान बेहतर और बेहतर ज्ञात हैं, लेकिन किसी को नहीं पता कि रस्सी कब टूट जाएगी। जिस तरह से लोग भूकंप का अनुभव कर रहे हैं वह भी प्रत्येक भूकंप के साथ पूरी तरह से अलग है। जिस जगह पर वे रहते हैं, उस पर निर्भर करता है कि भूकंप के वैज्ञानिक घटक, जिस घर में वे रहते हैं, आदि हर भूकंप का अनुभव अलग तरह से होता है। अर्थआके-रिपोर्ट.कॉम पर हमने लगातार देखा है कि उपयोगकर्ता हमारे क्वेक्सोस इफोन अनुप्रयोग पूरी तरह से अलग तरह से प्रतिक्रिया करें जैसा कि हम कभी-कभी उम्मीद करते हैं। छोटे परिमाण कभी-कभी अधिक शक्तिशाली भूकंप के रूप में अनुभव किए जाते हैं और बड़े मैग्निट्यूड पर शायद ही ध्यान दिया जाता है। अपने फील फॉर्म को भरने से विज्ञान को मानव प्रभाव बनाम कच्चे भूकंप डेटा की एक बड़ी समझ मिलेगी। रूप व्यापक हैं, लेकिन हम उन्हें प्रोत्साहित करना जितना संभव हो उतना अच्छा है क्योंकि हर विस्तार वैज्ञानिकों के लिए महत्वपूर्ण है।
वाडा और बीसीसीआई के बीच इस समय काफी विवाद चल रहा है (फाइले फोटो) राठौर ने कहा, आईसीसी, विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी के अधीन है एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन के मौके पर राठौर ने यह कहा राठौर ने कहा, क्रिकेट बाहर की एजेंसी से डोप पर नियंत्रण रख रहा है नई दिल्ली: केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने रविवार को कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के अधीन है और वह अपने खिलाड़ियों की जांच उसके अंतर्गत कराती है, तो सरकार को कोई परेशानी नहीं है. राठौड़ का यह बयान वाडा के शनिवार को दिए गए बयान के बाद आया है. वाडा ने अपने बयान में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के उस दावे को गलत बताया था, जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रीय डोपिंग एजेंसी (नाडा) को बोर्ड के क्रिकेट खिलाड़ियों की डोप जांच कराने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि बीसीसीआई राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) के अधीन नहीं आता और उसका मौजूदा एंटी डोपिंग तंत्र वाडा के नियमों के अंतर्गत काम करता है. एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन के मौके पर राठौड़ ने कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, "हमारे लिए तीन लोग काफी अहम हैं-खिलाड़ी, कोच और प्रशंसक. जब डोपिंग होती है, तो प्रशंसकों के साथ धोखा होता है क्योंकि प्रशंसक खिलाड़ियों को अपने आदर्श की तरह मानते हैं." उन्होंने कहा, "डोपिंग से प्रशंसकों के विश्वास के साथ धोखा होता है, इसलिए घर खेल संघ के लिए यह जरूरी है कि वो इस बात को सुनिश्चित करे की खेल में धोखाधड़ी न हो." राठौड़ ने कहा, "क्रिकेट इससे अछूता नहीं है. मैं इस बात से खुश हूं कि क्रिकेट बाहर की एजेंसी से डोप पर नियंत्रण रख रहा है, लेकिन जब पूरा देश नाडा पर भरोसा कर रहा है तो क्रिकेट खिलाड़ियों को भी इस पर भरोसा करना चाहिए." ओलिम्पक रजत पदक विजेता राठौड़ ने कहा, "हालांकि, हमने वाडा पर सब कुछ छोड़ दिया है क्योंकि आईसीसी उसके अधीन है." साल २००४ एथेंस ओलिम्पक में पदक जीतने वाले राठौड़ ने कहा कि अगर खिलाड़ियों की जांच वाडा करता है, तो मंत्रालय को किसी तरह की परेशानी नहीं है. उन्होंने कहा, "जब आईसीसी वाडा के अधीन है तो उसे उसके डोपिंग नियमों का पालन करना चाहिए और यह वाडा पर निर्भर करता है कि वह इस बात को आश्वस्त करें कि क्रिकेट खिलाड़ियों का डोप टेस्ट हो. हमें इस बार से कोई शिकायत नहीं है." वाडा और बीसीसीआई के बीच इस समय काफी विवाद चल रहा है. वाडा को नाडा की अप्रैल की ऑडिट रिपोर्ट से पता चला था कि बीसीसीआई नाडा का पालन नहीं करता है और न ही वह क्रिकेट में डोपिंग रोधी कार्यक्रम को मानता है. बीसीसीआई ने साफ तौर पर वाडा की भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के डोप टेस्ट की मांग को ठुकरा दिया था. वाडा के नियमों के मुताबिक खिलाड़ियों को हर साल की तिमाही में आईसीसी को डोप टेस्ट के लिए अपनी जगह और समय बताना होगा और उन्हें हर दिन एक घंटे के लिए उपलब्ध रहना होगा.
उत्तर प्रदेश में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर ५५० हो गयी है। ये मरीज प्रदेश के ४१ जिलों से हैं। इसी बीच आगरा से एक दिल को छू लेने वाली तस्वीर सामने आई है। आगरा के रामबाग चौराहे पर एक दूध वाले की दूध की टंकी गिर गई। हाइलिट्स कोरोना वायरस से अबतक ३०० से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैउत्तर प्रदेश के आगरा से एक दिल को छू लेने वाली तस्वीर सामने आई है। लखनऊ: देश में कोरोना वायरस से अबतक ३०० से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं, ९ हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के आगरा से एक दिल को छू लेने वाली तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर को देख आप व्यथित हो उठेंगे। दरअसल, सोमवार को आगरा के रामबाग चौराहे पर एक दूध वाले की दूध की टंकी गिर गई। इस टंकी के गिरने के बाद आदमी और जानवर दोनों सड़क पर एक साथ दूघ पीने लगे। इस घटना के बाद इसका वीडियो वायरल हो गया है। इसमें यह साफ़ देखा जा सकता है कि कैसे एक आदमी दूध उठाकर एक बर्तन में रख रहा है और वहीं दूसरी और कुछ कुत्ते उसी दूध को पी रहे हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर ५५० हो गयी है। ये मरीज प्रदेश के ४१ जिलों से हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने यहां संवाददाताओं को बताया कि अब तक ४७ लोग इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होकर घर जा चुके हैं। प्रसाद ने कहा, ''सबसे उत्साहवर्धक बात है यह कि पीलीभीत जनपद में दो मामले आए थे, एक पहले ही संक्रमण मुक्त होकर जा चुका था। आज दूसरा मरीज भी पूर्णतया संक्रमण मुक्त होकर जा चुका है। अब पीलीभीत जिले में कोविड-१९ का एक भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं है।'' उन्होंने कहा कि पीलीभीत जिले में शुरुआत में संक्रमण के मामले आएथे, लेकिन आज दूसरे मरीजे के संक्रमण मुक्त होने के बाद जिले में अब कोविड-१९ का कोई मरीज नहीं है। डॉक्टरों, चाहे सरकारी हों या निजी चिकित्सक, सबको कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लडाई में 'सिपहसलार' बताते हुए प्रसाद ने उन्हें साधुवाद दिया।
तू जिंदगी ना सही,तेरा एहसास हमेशा साथ रहेगा ! देखो फिर आँखोंमें नमी-सीछा गई है, वो सूरत जोआँखों से ओझलहुई नहीं कभी, वो यादें जो ख्यालोंसे दूर गईनहीं कभी, आज वो चुपकेसे फिर ख़्वाबोंमें आ गईहै, ऐ खुदा जोन चाहा मैंनेवही तुने मुझकोदिया, जिसमे तुझको देखा मैंनेवही तुने छीनलिया, शिकायत नहीं तुझसेये इल्तजा रहगई है, जैसे जिन्दगी जहां अबथमी-सी रहगई है, बस जिन्दगी में उसकीकमी-सी रहगई है,,,,,,,,पंचो पोस्टेड बाय काश,मेरे सिने में भी दिल होता पारो काश, की मेरे सिने में भी दिल होता,मेरे ना सही, किसी और के सिने में धड़कता,उसके एहसासों का मनचला मंज़र,यूँ मेरी साँसों की लहरों से गुजरता,वो आंहें भरती तन्हाई में और मुझे उसकी महफ़िल का खुमार होता,काश, की मेरे सिने में भी दिल होता...!वो सोती मेरे ख्यालों की सेज पर,उसके ख्वाबों का कारवाँ मेरी आँखों में होता,काली-काली घनेरी घनघोर रातों में,प्यार भरी रोशनी से रोशन सिलसिला होता,काश, की मेरे सिने में भी दिल होता...! पोस्टेड बाय मेरे सिने में भी दिल होता पारो, काश ! की मेरे सिने में भी दिल होता...
दूसरी जगह शादी होने से नाराज प्रेमी ने प्रेमिका के पति पर किया कुल्हाड़ी से वार | दूसरी जगह शादी होने से नाराज प्रेमी ने प्रेमिका के पति पर किया कुल्हाड़ी से वार दूसरी जगह शादी होने से नाराज प्रेमी ने प्रेमिका के पति पर किया कुल्हाड़ी से वार प्रेमिका की दूसरी जगह शादी होना प्रेमी को इतना नागवार गुजरा कि उसने घर में घुस कर प्रेमिका के पति को मारने के लिए... प्रेमिका की दूसरी जगह शादी होना प्रेमी को इतना नागवार गुजरा कि उसने घर में घुस कर प्रेमिका के पति को मारने के लिए कुल्हाड़ी से वार कर दिया। गनीमत रही कि वार करते समय कुल्हाड़ी नीचे गिर गई और डंडे से वार कर आरोपी भाग गया। बाद में पुलिस ने आरोपी को पकड़ा। पुलिस ने बताया कि यह घटना कस्बे के वार्ड पांच निवासी याहया व्यापारी के घर हुई। मंगलवार रात याहया (२७) चौबारे में प|ी के साथ सो रहा था। इसी दौरान किसी ने दरवाजा खटखटाया। प|ी आयशा ने दरवाजा खोला तो नकाबपोश युवक उसे धकेलते हुए कमरे में जा घुसा। उसने याहया पर हमला कर दिया। हमला करते समय कुल्हाड़ी निकल कर नीचे गिर गई। उसने कुल्हाड़ी के डंडे से याहया पर हमला कर दिया। इस दौरान युवक के चेहरे से नकाब उतर कर नीचे गिर गई। याहया और उसकी प|ी ने शोर मचाया तो उसका भाई सदीक भी आ गया। आरोपी अब्दुल्ला खत्री उनकी आंखों में मिर्च पाउडर डाल कर भाग गया। हमले में याहया के सिर व पैर में चोट लगी। उससे अस्पताल लेकर गए। सिर में चार टांके आए। आरोपी को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बिसाऊ थानाधिकारी सोहनलाल ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि अब्दुल्ला के आयशा से प्रेम संबंध थे। वह उससे शादी करना चाहता था। परिजनों ने उसकी शादी चार माह पहले याहया से कर दी थी। इससे वह नाराज था और उसने यह हमला कर दिया। मामा के लड़के का दोस्त होने से आता था घर पर पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि अब्दुल्ला आयशा के ममेरे भाई का दोस्त था। इस कारण उसका आयशा के घर आना जाना था। इस कारण उसकी आयशा से भी जान पहचान हो गई थी। दोनों में ढाई तीन साल से जान पहचान थी। अब्दुल्ला आयशा को फोन करके जान से मारने की धमकी देता था। उसने शादी से पहले कहा था कि शादी नहीं की तो वह जान से मार देगा।
जेल ब्रेक को आमादा हैं माओवादी - जेल ब्रेक को आमादा हैं माओवादी, कुंडली हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तान जेल ब्रेक को आमादा हैं माओवादी माओवादी जेल ब्रेक की पुनरावृति को आमादा हैं! बिहार की जेलों में बंद अपने हार्डकोर साथियों को मुक्त कराने के लिए रणनीति बनायी जा रही है। माओवादियों ने यह ऐलान कर दिया है कि जहानाबाद एक झांकी है, केन्द्रीय जेल अभी बाकी है। बिहार में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में एनएसजी(नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड) तक को उतार चुकी सरकार के लिए यह बड़ी चुनौती है। बिहार में ६ सेंट्रल जेलें हैं और उनमें कई हार्डकोर माओवादी बंद हैं। यही लोग नक्सलियों के ऑपरेशन की रणनीति बनाते हैं जिनका जेलों में रहना माओवादियों को गवारा नहीं। सूत्रों के अनुसार इनकी रिहाई की योजना बनायी जा रही है। माओवादियों ने जहानाबाद की तर्ज पर जिला ब्रेक कर जेल ब्रेक करने का ऐलान कर रखा है। सेंट्रल जेलों को ब्रेक करने की माओवादियों की चेतावनी को सरकार भी चुनौती मान रही है। खासकर माओवादियों के बंद को देखते हुए सभी जेलों में अलर्ट जारी किया गया है। हाईवे पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गयी है। मकसद है माओवादी हमले की कोशिशों को नाकाम कर देना। दूसरी ओर नक्सलियों को आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। गृह विभाग के अनुसार वर्ष २००५ से अभी तक ८९३२ राइफलें, १८५ एलएमजी, १४ मोर्टार, १६८ कार्बाइन, ९४६ पिस्टल, ५७२ ग्रनेड और १७,८८,८६० विभिन्न तरह की गोलियां और बमों की खरीद की गयी है। वहीं जेलों पर मंडराते खतरों को देखते हुए खासतौर पर जेलों के लिए १०३० राइफलें और १०३०00 गोलियां खरीदी गयी हैं। वेब तितले:जेल ब्रेक को आमादा हैं माओवादी
रेलवे ट्रैक पर मिट्टी बिछाने काट दिया पहाड़ | रेलवे ट्रैक पर मिट्टी बिछाने काट दिया पहाड़ - एकलरा न्यूज,अकलेरा न्यूज़,अकलेरा समाचार रेलवे ट्रैक पर मिट्टी बिछाने काट दिया पहाड़ एकलरा न्यूज - वन विभाग ने कहा-निजी खातेदारी की भूमि, हम कार्रवाई नहीं कर सकते झालावाड़. रेलवे लाइन का काम अभी जिले में तेजी से... वन विभाग ने कहा-निजी खातेदारी की भूमि, हम कार्रवाई नहीं कर सकते झालावाड़. रेलवे लाइन का काम अभी जिले में तेजी से चल रहा है। इसमें ट्रैक निर्माण के दूसरी ओर पहाड़ी को काटकर मिट्टी ली जा रही है। पचौला गांव के निकट वन विभाग की काफी भूमि है। यहां सालभर हर-भरे रहने वाले पहाड़ों को काटा जा रहा है। इसके लिए सावल मशीन लगाकर पहाड़ी को बीच से काट दिया गया और अब कई स्थानों पर यह पहाड़ी मैदान में तब्दील हो चुकी है। वन विभाग का कहना है कि यह पहाड़ लोगों के खाते की भूमि है। इस कारण खातेदार ने मिट्टी लेने के लिए रेलवे को यह पहाड़ दे दिया है। उधर, अकलेरा रेंंजर फूलचंद मीणा ने बताया कि लोगों की पहाड़ काटने की शिकायत पर जांच कर ली है। यह पहाड़ निजी खाते बंधा हुआ है। वन विभाग का यह पहाड़ नहीं है। उधर, एसीएफ जयराम पांडे ने बताया कि रेलवे ट्रैक के लिए मिट्टी खुदाई के दौरान डूंगरगांव की घाटी को भी काटकर मिट्टी ली गई। इस पर कार्रवाई करते हुए रेलवे के ठेकेदार से पांच लाख रुपए पैनल्टी वसूल ली गई है और अब वन विभाग की भूमि से मिट्टी नहीं लेने की हिदायत दी गई है।
होम > उत्पादों > सस्ता स्फटिक पैच(सस्ता स्फटिक पैच के लिए कुल २४ उत्पादों) सस्ता स्फटिक पैच - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से थोक चीन से सस्ता स्फटिक पैच , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते सस्ता स्फटिक पैच खोजने की आवश्यकता है। बस सस्ता स्फटिक पैच पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे सस्ता स्फटिक पैच का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं। सस्ता स्फटिक पैच विकल्प
कर्नाटक की राजनीतिक लड़ाई का केंद्र अब सुप्रीम कोर्ट बन चुका है। कांग्रेस और जदएस ने जहां राज्यपाल के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है, वहीं वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी भी गुरुवार को इस लड़ाई में कूद पड़े हैं। जेठमलानी ने राज्यपाल के फैसले को संवैधानिक शक्ति का दुरुपयोग बताया है। जेठमलानी ने कोर्ट में अर्जी लगाते हुए कहा, 'मैं इस मामले में व्यक्तिगत तौर पर अपना पक्ष रखना चाहता हूं। इस पर कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए। मैं निजी तौर पर आया हूं किसी पार्टी के तरफ से नहीं आया।' इसपर चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि 'यह मामला जस्टिस एके सिकरी की अगुवाई वाली बेंच सुन रही है। वह बेंच शुक्रवार को बैठेगी। लिहाजा आप इस मामले को वहां उठा सकते हैं।' इसके बाद जेठमलानी ने राज्यपाल का बीजेपी को न्योता देना संवैधानिक पद का दुरुपयोग बताया। जेठमलानी अब इस मामले को शुक्रवार को उठाएंगे। बता दें कि गोवा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी थी, लेकिन बीजेपी ने अन्य दलों के साथ मिलकर बहुमत के लिए जरूरी २१ सीटें जुटाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। गोवा में ४० विधानसभा सीटें हैं जिनमें से कांग्रेस को १७ और बीजेपी को १३ सीटें हासिल हुई थीं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस की अर्जी को खारिज कर दिया था। कितने दिन टिकेगी कर्नाटक सरकार: शपथ में आए नेताओं के इस वीडियो से हुआ खुलासा
दिल्ली यूनिवर्सिटी- डीयू में हदी माध्यम के अधिकांश छात्र हो रहे फेल डीयू में हदी माध्यम के अधिकांश छात्र हो रहे फेल जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी माध्यम के छात्रों का अधिक संख्या में फेल होना इस समय छात्र संगठनों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। छात्र संगठनों ने इस संबंध में डीयू प्रशासन को आगाह करते हुए छात्रों के रोष से भी अवगत कराया है। एनएसयूआइ ने तो डीयू प्रशासन को आंकड़ों सहित लिखित शिकायत करते हुए कहा कि एमए राजनीति विज्ञान में ५० फीसद से अधिक छात्र फेल हो गए हैं, वहीं एबीवीपी ने इसके लिए हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए पुस्तकों की उपलब्धता में कमी बताई है। फेल होने पर गुस्साए छात्रों का कहना है कि प्राध्यापकों से कुछ पूछने जाओ तो कहते हैं कि इट्स योर प्रॉब्लम, आई कांट हेल्प यू डियर। ऐसे प्राध्यापकों को बदला जाए। एनएसयूआइ प्रवक्ता अमरीश रंजन पांडेय ने कहा कि हिंदी माध्यम के छात्रों के साथ ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। केवल एमए राजनीति विज्ञान ही नहीं दर्शनशास्त्र, इतिहास जैसे विषयों का भी यही हाल है। छात्र कहते हैं कि कुलपति प्रो. दिनेश सिंह ने जनवरी २०११ में छात्रों से सीधे संवाद कर बडे़-बडे़ दावे किए थे और कहा था कि हिंदी माध्यम के छात्रों की पीड़ा वह समझते हैं। जल्द ही अनुवादित पुस्तकें छात्रों को मिलेंगी, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बाद भी हिंदी माध्यम की पुस्तकें नहीं मिली। गत वर्ष एमए इतिहास के एक पेपर आधुनिक और मध्यकालीन इतिहास में १९१ में से १२१ छात्रों की ईआर (एसेंशियल रिपीट) आई थी। उस समय भी छात्रों का रोष इस बात को लेकर था कि वह हिंदी माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं इसलिए न प्राध्यापक उनकी सुनते हैं और न ही हिंदी में उनके लिए पुस्तकें हैं। अब एनएसयूआइ इस संबंध में डीयू प्रशासन को घेरने की तैयारी में हैं। उधर, एबीवीपी के प्रदेश मंत्री रोहित चहल ने कहा है कि शुक्रवार को हिंदी माध्यम के छात्रों की समस्या पर डीयू के अधिकारियों का घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही प्रशासन से मांग की जाएगी कि वह छात्रों को हिंदी में अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराए।
- पुलिस ने मुठभेड़ में लुटेरे गिरोह के तीन सदस्य दबोचे, महोबा न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें। महोबा पुलिस ने मुठभेड़ में लुटेरे गिरोह के तीन सदस्य दबोचे महोबा। चरखारी क्षेत्र में आए दिन लूट राहजनी की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के तीन सदस्योें को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दबोच लिया जबकि दो बदमाश झाड़ियों का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे। पकड़े गए बदमाशों की निशानदेही पर लूटी गई तीन बाइकें और दो तमंचे बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक आंनद कुलकर्णी ने पत्रकारों को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि चरखारी कोतवाली प्रभारी श्रीप्रकाश रविवार की शाम चरखारी तिराहे पर हमराहियों के साथ गश्त पर थे। तभी खेतों की तरफ से आधा दर्जन संदिग्ध लोग आते दिखाई दिए। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर बदमाश भाग खड़े हुए और तमंचे से फायर कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग कर उन्हें धर दबोचा। इसी बीच झाड़ियों और अंधेरे का फायदा उठाकर दो बदमाश भागने में कामयाब रहे। गिरफ्तार किए गए बदमाशों में मुकेश लोहार निवासी चितौरा थाना मलवां फतेहपुर और इसी गांव का आरिफ और महोबा कोतवाली के बिलबई गांव का गंगू हैं जिन्हें दो तमंचों के अलावा उनकी निशानदेही पर लूटी गई तीन बाइकें भी बरामद की गई हैं। पुलिस अधीक्षक श्री कुलकर्णी ने बताया कि फतेहपुर का मुकेश शातिर अपराधी है। इसके खिलाफ फतेहपुर में लूट, अपहरण और राहजनी के एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। साथ ही हाल ही में चार साल की सजा काटकर जेल से रिहा हुआ है। फरार अभियुक्त हमीरपुर जिले के बताए गए हैं। बदमाशों ने स्वीकर किया कि ३१ मई, २ जून और ५ जून को सूपा मार्ग में लूट राहजनी की घटनाओं को उन्होंने अंजाम दिया है। पुलिस मुठभेड़ में चरखारी कोतवाली श्रीप्रकाश के अलावा एसआई राजेंद्र सिंह यादव कांसटेबिल अश्विनी कुमार, प्रदीप, सुनील मौजूद रहे।
चार परिवारों को बिखरने से बचाया, परिवार परामर्श केन्द्र का हुआ आयोजन ललितपुर लाइव चार परिवारों को बिखरने से बचाया ललितपुर। पुलिस अधीक्षक डा.ओ.पी.सिंह व अपर पुलिस अधीक्षक ए.के.विजेता के कुशल संयुक्त नेतृत्व में प्रत्येक शनिवार को संचालित किये जा रहे परिवार परामर्श केन्द्र का आज भी आयोजन किया गया। परिवार परामर्श केन्द्र में शनिवार को चार परिवारों को बिखरने से बचाया गया। महिला थानाध्यक्ष आर . वाई . खान परामर्शदाता अजय बरया, वरिष्ठ परामर्शदाता सुधा कुशवाहा व संगीता अग्रवाल ने चारों परिवारों के दोनों पक्षों को बुलाकर आपसी सुलह-समझौते के आधार पर समस्याओं का निस्तारण किया और वही दो फाइलों को अग्रिम तिथि निर्धारित की गई तथा दो केसों में सुलह न होने के कारण उसमें वैधानिक कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित थाने को फाइल भेजी गई इस पुनीत कार्य महिला आरक्षी मिथलेश , गीता पाठक, डोली, दिव्या विश्कर्मा , पूजा , प्रतिम आदि मौजूद रही। प्रेवियस जिला परिषद इंटर कालेज, पाली में ड. एल. एड. प्रशिक्षुओ का शैक्षिक भृमण कार्यक्रम के लिये नीलकंठेश्वर मंदिर भेजा गया नेक्स्ट के पी डिग्री कालेज के एक छात्र ने अध्यापक पर लगाया बेरहमी से मारपीट करने का आरोप जुलाई ३१, २०१७ ४७,१८३
सासाराम: ज्वैलर्स के प्रदर्शन के बाद एक्शन में आई पुलिस, ताबड़तोड़ छापेमारी में मिली बड़ी सफलता ताबड़तोड़ छापेमारी में पुलिस ने दबोचे दो बदमाश. सासाराम. बिहार के सासाराम (सासाराम) में बढ़ रही चोरी की घटनाओं के बाद पुलिस (पुलिस) ने सक्रियता दिखाते हुए आज दो शातिर चोरों को धर दबोचा. रोहतास के एसपी सत्यवीर सिंह (स्प सत्यवीर सिंह) के निर्देश पर गठित एक विशेष टीम ने नगर थाना के लखनु सराय मोहल्ले में यह कार्रवाई की है. पुलिस को इन चोरों के पास से सोने-चांदी के लाखों के जेवरात के अलावा महंगी घड़ी, छह जिंदा कारतूस तथा एक लाख ४८ हजार नगद भी मिले हैं. बता दें कि इन दिनों सासाराम में चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं और दो दिन पूर्व नगर थाना के तकिया बाजार स्थित एक आभूषण दुकान में चोरों ने घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद आज आभूषण कारोबारियों (जेवैलरी ट्रेडर्स) ने अपनी-अपनी दुकान बंद रख विरोध प्रदर्शन भी किया. लगातार हो रही चोरी से परेशान व्यवसायी सड़क पर उतरे जिले में चोरी की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं. जबकि पिछले एक महीना से गृह भेदन के बाद व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में लगातार चोरियां हो रही हैं. वहीं बीते मंगलवार को नगर थाना क्षेत्र के तकिया बाजार में मनोज ज्वैलर्स की दुकान से चोर लाखों के आभूषणों के अलावे नगदी भी उड़ा ले गए. इसके बाद कारोबारियों का आक्रोश बढ़ गया. इसी वजह से आज स्वर्ण व्यवसायी संघ से जुड़े कारोबारियों ने सासाराम में अपनी अपनी दुकानें बंद कर प्रदर्शन किया. यही नहीं, स्वर्ण व्यवसायी संघ ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. कारोबारियों के उग्र रूप को देखते हुए पुलिस भी सक्रियता निभाते हुए विशेष टीम का गठन कर चोरों को धर दबोचा है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सुरेश चौरसिया और करण स्वर्णकार को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों चोरों की निशानदेही पर पुलिस उन्य ठिकानों पर भी छापेमारी कर रही है. इसके अलावा इन चोरों के जब्त ३ मोबाइल फोन को भी खंगाला जा रहा है, ताकि कोई और ठोस सुराग मिल सके. डीएसपी बूंदी माझी ने बताया कि पुलिस को लखनु सराय मोहल्ले में ठिकाना बना कर कुछ चोरों के रहने की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस ने छापामारी की तो वहां चार शातिर चोर दिखे, लेकिन भागने में सफल रहे. इस दौरान सुरेश चौरसिया और करण स्वर्णकार को धर दबोचा गया. इनके पास से जिस तरह के सोने-चांदी के आभूषण, मोटी नगदी तथा ६ कारतूस मिले हैं, उससे लगता है कि यह चोर गिरोह संगठित होकर कार्य कर रहा है.
होम बिग न्यूज दूसरे दिन भी जारी रही वाराणसी पुलिस की कार्रवाई, मुख़्तार अंसारी के... वाराणसी। शहर के कैंटोमेंट इलाके से सोमवार को पकडे गए मुख़्तार अंसारी सक्रिय गुर्गे मोहम्मद सलीम की गिरफ्तारी के बाद वाराणसी पुलिस मुख्तार के गुर्गों पर लगातार नकेल कस रही है। इसी क्रम में मंगलवार को करवाई करते हुए लंका पुलिस, शिवपुर पुलिस व जिला प्रशासन (खाद्य सुरक्षा विभाग व मत्स्य विभाग) द्वारा संयुक्त अभियान में माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के करीबी व सहयोगी प्रतिबन्धित मछली माफिया के ४ सदस्य रामबालक साहनी, गुरुचरण सिंह, संतोष यादव व वीकोतर उर्फ वीरु को किया गया गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे २० कुन्टल प्रतिबन्धित मछलियां भी बरामद की गयी है। इस सम्बन्ध में लंका प्रभारी निरीक्षक अश्वनी चतुर्वेदी ने बताया कि पुलिस को पूर्व से ही सूचना मिल रही थी कि माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के सहयोगी व गुर्गे अवैध रुप से प्रतिबन्धित मछली व अण्डे की बिक्री धड़ल्ले से कर रहे है तथा शहर के मछली मंडियों से धमकी देकर अवैध वसूली की जा रही है। इस सूचना पर विश्वास करके पुलिस व प्रशासन द्वार टीमें बनाकर जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में छापेमारी की गयी। उन्होंने बताया कि इस क्रम में थाना लंका थानांतर्गत रमना में प्रतिबन्धित मांगुर १५ कुन्टल अनुमानित कीमत तीन लाख रुपये बरामदगी के साथ अभियुक्त रामबालक साहनी ग्राम अवलेशपुर थाना रोहनिया जनपद वाराणसी, गुरुचरण सिंह पुत्र निवासी एन-१/६५ ईया शिवप्रसाद गुप्त कालोनी थाना लंका जनपद वाराणसी, संतोष यादव पुत्र पृथ्वी यादव कुदरा थाना चकिया जिला चन्दौली को गिरफ्तार किया तथा थाना शिवपुर अंतर्गत उन्दी में ५ कुन्टल प्रतिबन्धित मछलियां अनुमानित कीमत एक लाख रुपये के साथ अभियुक्त वीकोतर उर्फ वीरु निवासी उन्दी थाना शिवपुर वाराणसी को गिरफ्तार किया इस दौरान एक अभियुक्त मकसूद आलम निवासी राजा बाजार नदेसर थाना कैण्ट वाराणसी मौके से फरार हो गया। उसके विरूद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि अभियुक्त रामबालक साहनी, गुरुचरण सिंह, संतोष यादव व वीकोतर उर्फ वीरू मुख्तार अंसारी गैंग के आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने के प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी रहे है। प्रतिबंधित मांगुर प्रजाति की मछलियों की सप्लाई भी बनारस सहित आस-पास के जिलों में अपने अन्य सहयोगियों के माध्यम से करते है। यह भी गोपनीय रूप से संज्ञान में आया है कि मछली बाजार/ठेका पर अपनी धौंस दिखाकर मछली के व्यापार पर एकाधिकार कब्जा रखना चाहते है। पूछताछ/गोपनीय जानकारी से यह प्रकाश में आया है कि यह व्यापार के माध्यम से माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गों को आर्थिक मदद/धन भी मुहैया कराते है। पुलिस द्वारा इन सभी के आपराधिक इतिहास खंगाले जा रहे हैं। इन्हे पकड़ने में पुलिस टीम थाना लंका, शिवपुर पुलिस टीम व जिला प्रशासन (खाद्य सुरक्षा विभाग व मत्स्य विभाग) टीम जनपद वाराणसी ने मुख्य भूमिका निभाई।
होम उत्पादस्वचालित पैकिंग मशीन बड़ी छवि : खाद्य स्वचालित पैकिंग मशीन विरोधी जंग स्टेनलेस स्टील सामग्री १: मशीन २४ घंटों का दौरा करेगी २: अव्यवस्था ३: स्वच्छ और तेल ४: रैपिंग फिल्म ५: लकड़ी के केस पीएलसी + अंग्रेजी इंटरफ़ेस पूर्ण स्वचालित आसान ऑपरेशन जमे हुए मीठे मकई कर्नेल पैकिंग मशीन पूरी तरह से स्वत: स्वचालित रूप से खाद्य पदार्थ, वजन, भरने, बैग बनाने, सीलिंग, काटना, पैकिंग, तैयार उत्पाद आउटपुट के लिए तिथि-प्रिंटिंग से पूरी प्रक्रिया पूरी करते हैं। पैकिंग मशीनों का एक सेट उपभोक्ता उत्पादों के उद्योग में पैकिंग अनुप्रयोगों की एक विस्तृत विविधता के लिए उपयोग किया जाता है। यह ४००० एमएल के भीतर चीनी, कैंडी, जैरी, बीज, सूखे फल, नट्स, बिस्कुट, चिप्स, सलाद, जड़ी-बूटियों, चॉकलेट, जमे हुए वनस्पतिहीन आदि ग्रेन्युल, स्लाइस और स्ट्रिप उत्पाद के लिए बैग का उत्पादन करता है। १. अंग्रेजी और चीनी स्क्रीन डिस्प्ले। २. पीएलसी नियंत्रण, फ़ंक्शन अधिक स्थिर है, समायोजन किसी भी पैरामीटर को रोक मशीन की आवश्यकता नहीं है। ३. कदम ड्राइंग फिल्म, सही स्थिति। ४. तापमान स्वतंत्र नियंत्रण प्रणाली, सटीकता १ डिग्री सेल्सियस तक पहुंचें ५. क्षैतिज, ऊर्ध्वाधर तापमान नियंत्रण, विभिन्न मिश्रण फिल्म के लिए उपयुक्त ६. विभिन्न प्रकार के बैग: तकिया सील, ३ साइड सील, ४ साइड सील ७. एक ऑपरेशन में भोजन, भार, भरना, बैग बनाने, सील, काटना, पैकिंग, तिथि-प्रिंटिंग। ८. कार्य परिस्थिति शांत, कम शोर। * त्वरित और सटीक उद्धरण प्रदान करें * तकनीकी सहायता, हम डिबगिंग के लिए वीडियो की पेशकश कर सकते हैं। सनचॉन तंत्र , २०१५ में पंजीकृत, २०१५ में पंजीकृत है, में १० से अधिक वर्षों का अनुभव है और विभिन्न प्रकार के तरीकों के साथ वीएफ मशीन की खोज की गई है (मल्टी हेड वेगर, ओव्हर फिलर, वॉल्यूमेट्रिक कप, पंप, आदि के साथ पेंच डोजिंग)। भोजन और गैर-खाद्य पैकेजिंग मशीनों का २०१५ की शुरुआत में विदेशों में विपणन शुरू होता है, जो दक्षिण अमेरिका, मध्य और दक्षिण एशिया, यूरोप और अफ्रीका और दुनिया के अन्य हिस्सों में निर्यात करता है। २०१६ में सफलतापूर्वक एक स्थिर वजन सटीक पैकेजिंग मशीनरी विकसित की। स्थिरता पैकेजिंग मशीन उद्योग की अगली पंक्ति में है स्वचालित बैग पैकिंग मशीन, ऑटो बैगिंग मशीन स्टेनलेस स्टील स्वचालित पैकिंग मशीन, २५० एमएल - १५०० एमएल प्लास्टिक बैग तरल तेल भरने की मशीन नाम: तरल पैकिंग मशीन पैकिंग कर सकते हैं: तेल, पानी, रस, जाम आदि बैग प्रकार: प्लास्टिक का थैला। तकिया बैग मशीन से बना: स्टेनलेस स्टील उच्च सटीकता ऑगर फिलर के साथ कोको पाउडर स्वचालित पैकिंग मशीन नाम: कोको पॉव पैकिंग मशीन खुराक: ऑगर फिलर दूध पिलाने: लिफ्ट लिफ्ट पैकिंग: मुख्य मशीन मल्टीहेड वजनी स्वचालित आइस क्यूब पैकिंग मशीन एक साथ नियंत्रण आवेदन: अपैरल, बेवरेज, केमिकल, कमोडिटी, फूड, मशीनरी एंड हार्डवेयर, मेडिकल, टेक्सटाइल्स, ग्रैन्युलर, स्लाइस, रंगीन टच स्क्रीन के साथ तकिया बैग किशमिश स्वचालित पैकिंग मशीन कार्यक्षेत्र फार्म भरें सील पैकिंग मशीन / ओमरों प्ल्क खाद्य थैला पूर्व आवेदन: कमोडिटी, फूड
रक्षा बंधन २०१९ जानिए रक्षाबंधन पर राखी बांधने का सही तरीका एवम शुभ मुहूर्त, महत्व और मान्यताएं. रक्षा बंधन २०१९: इस बार रक्षाबंधन (रक्षा बंधन) १५ अगस्त (१५ ऑगस्ट) को है. यह त्योहर भाई-बहन के अटूट बंधन का प्रतीक है, जिसमें बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी (राखी) बांधती हैं. वहीं भाई अपनी बहनों को भेंट देकर रक्षा का वचन देते हैं.) रक्षा बंधन २०१९: रक्षाबंधन (रक्षा बंधन) सिर्फ त्योहार नहीं बल्कि एक ऐसी भावना है जो रेशम की कच्ची डोरी के जरिए भाई-बहन के प्यार को हमेशा-हमेशा के लिए संजोकर रखती है. रक्षा बंधन का त्योहार हिन्दू धर्म के बड़े त्योहारों में से एक है, जिसे देश भर में धूमधाम और पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. यह त्योहार भाई-बहन के अटूट रिश्ते, बेइंतहां प्यार, त्याग और समर्पण को दर्शाता है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी (राखी) या रक्षा सूत्र (रक्षा सूत्र) बांधकर उसकी लंबी आयु और मंगल कामना करती हैं. वहीं, भाई अपनी प्यारी बहना को बदले में भेंट या उपहार देकर (राखी गिफ्ट्स) हमेशा उसकी रक्षा करने का वचन देते हैं. यह इस त्योहार की खासियत है कि न सिर्फ हिन्दू बल्कि अन्य धर्म के लोग भी पूरे जोश के साथ इस त्योहार को मनाते हैं. १५ अगस्त को रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस हिन्दू कैलेंडर के अनुसार रक्षाबंधन (रक्षा बंधन) का त्योहार हर साल श्रावण या सावन महीने की पूर्णिमा (सावन पूर्णिमा) को मनाया जाता है. ग्रगोरियन कैलेंडर के अुनसार यह त्योहार हर साल अगस्त के महीने में आता है. इस बार रक्षाबंधन १५ अगस्त (रक्षा बंधन दते टाइम) को है. १५ अगस्त (१५ ऑगस्ट) के दिन ही भारत के स्वतंत्रता दिवस (इंडिपेंडेंस दए) की ७३वीं वर्षगांठ भी है. मान्यताओं के अनुसार रक्षाबंधन के दिन अपराह्न यानी कि दोपहर में राखी बांधनी चाहिए. अगर अपराह्न का समय उपलब्ध न हो तो प्रदोष काल में राखी बांधना उचित रहता है. कहा जाता है कि भद्र काल में बहनें अपने भाइयों को राखी नहीं बांधती हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, रावण की बहन ने भद्र काल में उसे रक्षा सूत्र बांधा था, जिससे रावण का सर्वनाश हो गया था. इस बार राखी बांधने का मुहूर्त काफी अच्छा है. बहनें सूर्यास्त से पूर्व तक भाइयों को राखी बांध सकती हैं. राखी बांधने का समय: १५ अगस्त २०१९ को सुबह १० बजकर २२ मिनट से रात ०८ बजकर ०८ मिनट तक बहने अपने भाइयो को राखी बांध सकती है. रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र, संपन्नता और खुशहाली की कामना करती हैं. वहीं भाई अपनी बहन को कपड़े, गहने, पैसे, तोहफे या कोई भी भेंट देकर उनकी रक्षा का वचन देते हैं. रक्षाबंधन के दिन अपने भाई को इस तरह राखी बांधें। सबसे पहले राखी की थाली सजाएं. इस थाली में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें. इसके बाद भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें. राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें. फिर भाई को मिठाई खिलाएं. अगर भाई आपसे बड़ा है तो चरण स्पर्श कर उसका आशीर्वाद लें. अगर बहन बड़ी हो तो भाई को चरण स्पर्श करने चाहिए. राखी बांधने के बाद भाइयों को इच्छा और सामर्थ्य के अनुसार बहनों को भेंट देनी चाहिए. ब्राह्मण या पंडित जी भी अपने यजमान की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते हैं. रक्षाबंधन हिन्दू धर्म के सभी बड़े त्योहारों में से एक है. खासतौर से उत्तर भारत में इसे दीपावली या होली की तरह ही पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. यह हिन्दू धर्म के उन त्योहारों में शामिल है जिसे पुरातन काल से ही मनाया जा रहा है. यह पर्व भाई बहन के अटूट बंधन और असीमित प्रेम का प्रतीक है. यह इस पर्व की महिमा ही है जो भाई-बहन को हमेशा-हमेशा के लिए स्नेह के धागे से बांध लेती है. देश के कई हिस्सों में रक्षाबंधन को अलग-अलग तरीके से भी मनाया जाता है. महाराष्ट्र में सावन पूर्णिमा के दिन जल देवता वरुण की पूजा की जाती है. रक्षाबंधन को सलोनो नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ्य देने से सभी पापों का नाश हो जाता है. इस दिन पंडित और ब्राह्मण पुरानी जनेऊ का त्याग कर नई जनेऊ पहनते हैं.
- जमीन की हकदारी के उठे विवाद को प्रशासन ने टाला, महोबा न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें। महोबा जमीन की हकदारी के उठे विवाद को प्रशासन ने टाला बेलाताल (महोबा)। कृषक की भूमिधरी जमीन पर शव दफनाने को लेकर शुरू हुए टकराव को प्रशासन ने सूझबूझ से टाल दिया। उप जिलाधिकारी कुलपहाड़ नागेंद्र सिंह और कोतवाली प्रभारी ने पहुंचकर मामले को संभालते हुए तत्काल जमीन की नाप राजस्व कर्मियाें से कराई। मामला न निपटते देख जमीन पर धारा १४५ की कार्रवाई करने का निर्देश दिया। तब कहीं शव को दफनाया जा सका। बेलाताल निवासी मुन्ना सौदागर के पुत्र बौरा की मृत्यु हो गई थी। उसके शव को दफनाने के लिए सिंचाई डाक बंगला के निकट कब्र खोदी जाने लगी। इसी बीच कृषक प्यारेलाल, मुकुंदलाल और महेश ने पहुंचकर अपनी भूमिधरी जमीन बताते हुए कब्र खोदने से मना कर दिया। जब कब्र खुदाई नहीं रुकी तो कृषक उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए। मामले की पेचीदगी को देखते हुए एसडीएम श्री सिंह राजस्व लेखपालाें को लेकर मौके पर पहुंचे। इसी बीच जानकारी पाकर बड़े पैमाने पर पुलिस बल लेकर कोतवाली प्रभारी दिनेश कुमार भी जा पहुंचे। विवाद को देखते हुए राजस्व अभिलेखाें की पड़ताल और मौके की जमीन को देखा गया। घंटाें चले इस मामले की खबर पाकर धीरे-धीरे भीड़ जुटने लगी। हालाताें को देखते हुए उप जिलाधिकारी ने दोनाें वर्गों के लोगाें से हकीकत पूछने के बाद जमीन तीसरे व्यक्ति की सुपुर्दगी में दे दी। साथ ही जमीन पर दावा करने वाले दोनाें पक्षाें को अदालत के फैसले तक कोई भी दखलंदाजी न करने को कहा। इसके बाद शव को दफनाया जा सका। मामले को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से बड़े पैमाने पर पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है।
जेएसी १०त कंपार्टमेंट रिजल्ट क्बसे ने जारी किया १०वीं के कंपार्टमेंट का रिजल्ट, ऐसे देखें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (क्बसे) ने मंगलवार को १०वीं के कंपार्टमेंट परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है बिहार: १०वीं का कंपार्टमेंट रिजल्ट अगले हफ्ते हो सकता है जारी बीते रविवार यानी २६ अगस्त को इंटर कंपार्टमेंट एग्जाम का रिजल्ट जारी करने के बाद बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) अब जल्द ही १०वीं क्लास का कंपार्टमेंटल रिजल्ट जारी करेगा। बिहार: १०वीं क्लास कंपार्टमेंट का रिजल्ट जारी, इस बार क्या रहा खास जानें बिहार बोर्ड ने १०वीं क्लास कंपार्टमेंट का रिजल्ट कल यानी २ सितंबर, २018 को अपनी ऑफिशल वेबसाइट पर जारी कर दिया है। रिजल्ट शाम ४ बजे रविवार को जारी किया गया...
कांग्रेस का चुनावी आगाज, गुजरात में ५८ साल बाद हुई कक की... मोदी के गढ़ गुजरात में कांग्रेस का चुनावी अभियान। गुजरात में ५८ साल बाद हुई कक की बैठक । बैठक के बाद राहुल और प्रियंका ने रैलियों में लिया हिस्सा। डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी के गढ़ गुजरात में अपने चुनावी अभियान का आगाज कर दिया है। गुजरात में ५८ साल बाद मंगलवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। इस बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित पार्टी के कई दिग्गज इस बैठक में शामिल हुए। बता दें कि १९३० में आज के दिन ही महात्मा गांधी ने दांडी यात्रा शुरू की थी। राहुल, प्रियंका और सोनिया गांधी दांडी मार्च की वर्षगांठ पर साबरमती आश्रम में आयोजित प्रार्थना सभा में शरीक हुए। अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम में भारी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। प्रार्थना सभा के बाद सरदार पटेल स्मारक में कक की बैठक शुरू हुई। साबरमती आश्रम प्रेरणादायक जगह- राहुल साबरमती आश्रम में राहुल गांधी ने विजिटर बुक में लिखा- यह बहुत ही प्रेरणादायक जगह है। हमारे नेता की लौ को जीवित रखने के लिए धन्यवाद। गांधी आश्रम में अर्पित की श्रद्धांजलि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शहीद स्मारक, गांधी आश्रम में श्रद्धांजलि अर्पित की। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी आज कांग्रेस में शामिल होंगे। हार्दिक पटेल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होंगे। हार्दिक जामनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में हुए पाटीदार आंदोलन के बाद से ही हार्दिक राष्ट्रीय राजनीति में चर्चा का विषय बने हुए हैं। कई राजनीतिक प्रस्ताव हो सकते हैं पास कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का गृह राज्य है, यही कारण है कि कांग्रेस बीजेपी को उन्हीं के गढ़ में घेरने में जुटी हुई है। राष्ट्रीय लेवल की पहली ऐसी बैठक है, जिसमें प्रियंका गांधी बतौर महासचिव शामिल हुई हैं। एयरस्ट्राइक के बाद तनाव के चलते टाल दी गई थी बैठक आपको बता दें कि गुजरात में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की यह बैठक ५८ साल बाद हुई है, इससे पहले बैठक १९६१ में हुई थी। वहीं राजनीति में सक्रिय होने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहली बार यहां सार्वजनिक रैली को संबोधित किया। कांग्रेस की ये बैठक २७ फरवरी को होनी थी, लेकिन बालाकोट में हुए एयरस्ट्राइक के बाद हुए तनाव के कारण ये टल गई थी।
गोंद एप्लीकेटर क्या है? - ज्ञान - ज़्हंगझू ज़िन्हुआचेंग मशीनरी विनिर्माण कं, लिमिटेड गोंद एप्लीकेटर क्या है? एक मशीन जो समान रूप से एक लिबास सहित लकड़ी-आधारित पैनल की सतह पर मात्रात्मक रूप से चिपकने वाले को कोट करती है। प्रकारों में रोलर कोटिंग मशीन, स्प्रे कोटिंग मशीन, स्प्रे कोटिंग मशीन, एक्सट्रूज़न कोटिंग मशीन आदि शामिल हैं, साथ ही साथ फिल्म और रबर पाउडर के लिए उपयुक्त उपकरण भी हैं। सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला रोलर कोटिंग मशीन है, जिसका उपयोग सिंथेटिक राल गोंद, पशु प्रोटीन गोंद और वनस्पति प्रोटीन गोंद के कोटिंग के लिए किया जा सकता है। रोलर की व्यवस्था विधि के अनुसार, इसे दो-रोल कोटर, चार-रोल कोटर, सिंगल-फेस कोटर और लाइक में विभाजित किया जा सकता है। १. दो रोलर ग्लुइंग मशीन निचले गोंद के लिए गोंद आप्लिकेटर है। निचला रोलर गोंद को वहन करता है और इसे ऊपरी रोलर में स्थानांतरित करता है। लिबास दो रोलर्स के बीच से गुजरता है और दोनों तरफ से चिपका होता है। लागू गोंद की मात्रा को दो रोल के बीच के अंतर से समायोजित किया जाता है; लगाए गए गोंद की मात्रा को प्रभावित करने वाला एक अन्य कारक रोल की सतह पर खांचे का रूप और संख्या है, जो आमतौर पर नाली की पिच, नाली की चौड़ाई और नाली की गहराई के आकार द्वारा व्यक्त किया जाता है। २. चार-रोलर ग्लुइंग मशीन ऊपरी गोंद के लिए एक ग्लुइंग मशीन है। ऊपरी और निचले रबर रोलर्स से पहले और बाद में ... एक रबराइजिंग रोलर होता है, और रबराइजिंग रोलर गोंद की मात्रा को नियंत्रित करता है, और दो रोलर्स पर काबू पाता है। गोंद ऐप्लिकेटर को लागू गोंद की एक बड़ी मात्रा का नुकसान होता है और ऊपरी और निचले पक्षों पर गोंद की एक असंगत मात्रा होती है। चार-रोलर कोटिंग मशीन पर गोंद संदेश उपकरण और गोंद टैंक जल शीतलन परिसंचरण प्रणाली है। ३. सिंगल-साइड कोटिंग मशीन का सिद्धांत चार-रोलर कोटिंग मशीन के समान है। मशीन में केवल एक रबराइजिंग रोलर होता है, जो ऊपरी रोलर और रबरिंग रोलर के बीच की दूरी और ऊपरी और निचले रोलर्स के बीच की दूरी को ठीक से समायोजित करता है। यह सतह प्रसंस्करण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कृत्रिम बोर्ड की एक सतह पर एक समान चिपकने वाली परत को लागू कर सकता है। कोटिंग मशीन का सिद्धांत फिल्म के माध्यम से एक फिल्म, लिबास या एक लकड़ी-आधारित बोर्ड बनाने के लिए स्लिट्स के माध्यम से गोंद का प्रवाह करना है। यह मशीन सिंथेटिक राल गोंद के कोटिंग के लिए उपयुक्त है। लागू गोंद की मात्रा गोंद की चिपचिपाहट और कमरे के तापमान से प्रभावित होती है। लागू की गई गोंद की मात्रा को समायोजित करने के लिए अंतराल के आकार को समायोजित किया जा सकता है। इस मशीन में बड़ी मात्रा में गोंद होता है, जो आमतौर पर मोटी प्लाईवुड या लकड़ी आधारित पैनलों की सतह के उत्पादन के लिए उपयोग किया जाता है। अगले:पूरी तरह से स्वचालित मशीन क्या है?
१७ जुलाई, २०१८ को मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय - झारखंड स्टेट न्यूज वित्तीय वर्ष २०१८-१९ के लिए कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग (सहकारिता प्रभाग) अंतर्गत प्रस्तावित राज्य के विभिन्न जिलों में ५००० एम.टी. शीत गृहों के निर्माण हेतु कुल प्राक्कलित राशि ३०९१.१२ लाख (तीस करोड़ इक्यानवे लाख बारह हजार) मात्र एवं झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड रांची का एजेंसी चार्ज ६ प्रतिशत की दर से १८५.4६ लाख अर्थात कुल रुपए ३२7६.५८ लाख (३२ करोड़ 7६ लाख ५८ हजार) मात्र की स्वीकृति दी गई। माननीय उच्चतम न्यायालय/उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के आलोक में नवांगीभूत महाविद्यालयों के शिक्षक/शिक्षकेत्तर कर्मियों के सेवा का अन्तर्लीनीकरण एवं उनके वेतन निर्धारण के अनुमोदन की स्वीकृति दी गई। मगही, भोजपुरी, मैथिली तथा अंगिका को झारखण्ड राज्य की द्वितीय राजभाषा घोषित करने के लिए बिहार राजभाषा (झारखण्ड संशोधन) विधेयक, २०१८ के प्रारूप पर मंत्रिपरिषद की स्वीकृति दी गई। भारतीय मुद्रांक अधिनियम, १८९९ की अनुसूची १। में संशोधन की स्वीकृति दी गई। वित्तीय वर्ष २०१८-१९ एवं २०१९-२० में ज्ञानोदय योजनान्तर्गत ई-विद्यावाहिनी योजना एवं नीति आयोग के साथ हुए त्रिपक्षीय एकरारनामा के क्रम में गुणवत्त शिक्षा हेतु नियमित मॉनेटरिंग हेतु रूपये ७१.६२ करोड़ (एकहत्तर करोड़ बारसठ लाख) की स्वीकृति दी गई। झारखण्ड अधिवक्ता लिपिक कल्याण निधि विधेयक, २०१८ को अधिनियमित करने की स्वीकृति दी गई। राधा गोविन्द विश्वविद्यालय, रामगढ़, रामचंद्र चन्द्रवंशी विश्वविद्यालय, पलामू एवं नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय, जमशेदपुर विधेयक २०१८ के अनुमोदन की स्वीकृति दी गई।
वाइल्ड बोर्स नाम का यह समूह उत्तरी थाईलैंड की थाम लुआंग गुफा में जन्मदिन बनाने गया था लेकिन बाढ़ का पानी भर जाने से वहीं फंस गया. उन्हें बारी-बारी से ४-४ के ग्रुप में बाहर निकाला गया था. १० जुलाई को आखिरी ४ बच्चों और कोच को बाहर लाया गया था. नई दिल्ली, २५ जुलाई २०१८, अपडेटेड १४:४२ इस्ट थाईलैंड में गुफा से बचाए गए बच्चों और उनके कोच को मंदिर में रखकर शुद्धिकरण कराया जा रहा है. एक ईसाई बच्चे को छोड़कर सभी के बाल मुंडवा दिए गए हैं. २३ जून को १२ बच्चे और उनके कोच गुफा में फंस गए थे. २ जुलाई को उन्हें गुफा में ढूंढ लिया गया था. यानी करीब ९ दिन बाद उन्हें तलाश लिया गया था, इसीलिए ९ दिनों तक बच्चों का शुद्धिकरण भी होगा. १० जुलाई तक चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी बच्चों को निकाल लिया गया था. इन बच्चों को बौद्ध दीक्षा दी जा रही है. ऐसा कहा जा रहा है कि शुद्धिकरण से बच्चों को शांति मिलेगी. इन्हें मंदिर में पूजा पाठ करना होगा. गुफा में हारी मौत, जीती जिंदगी... इन युवा फुटबॉलरों और उनके कोच के गायब होने और फिर बेहद दिलेरी भरे अंदाज में उन्हें बचाने के चलाए गए राहत अभियान पर दुनिया भर की नजर रही थी. कोच ने क्या कहा था- कोच ने बताया था कि अचानक एक घंटे के अंदर पानी का स्तर इतनी तेजी से बढ़ा कि उन्हें एक चट्टान पर खड़ा होना पड़ा और उन्होंने बाहर निकलने के लिए अपना रास्ता बनाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा, "हम सभी तैर सकते थे. कुछ दूसरे से ज्यादा ताकतवर हैं, लेकिन सभी तैर सकते थे." लेकिन बढ़ते बाढ़ के पानी ने सभी कोशिशों को नाकाम कर दिया. लड़कों ने कहा कि उन्होंने गुफा से बच निकलने की आशा कभी नहीं खोई. उनमें से एक ने कहा- "मैं उनसे (अन्य साथियों से) विश्वास रखने और मजबूत रहने को कहा." गुफा में उनके साथ रहने वाले बचाव कर्मियों के बारे में एक बच्चे ने कहा, "मुझे महसूस हुआ कि वे हमारे पिता हैं." जबकि अन्य ने कहा, "मुझे खुशी है कि उन्होंने हमें व्यस्त रखा और हमारे लिए कुछ करने को ढूंढ निकाला."
खिलाड़ियों के लिये चिकित्सा बीमा की सिफारिश: मल्होत्रा जोकोविच को चौंका ज्वेरेव बने एटीपी चैंपियन देश में राजमार्गों पर प्रस्तावित ११ आपात हवाई पट्टियों में से पहले का निर्माण गुजरात में - मंत्री हिमपात के कारण लेह राजमार्ग बंद म्यांमार में पांच की तीव्रता वाले भूकंप के झटके अाप नेता फुलका पर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया जाए-प्रो चावला पंजाब पुलिस ने संदिग्ध हमलावराें के फोटो जारी किए सचिन ने किया टोंक में जीत का दावा टोंक से पायलट की उड़ान में आड़े आया खान राजस्थान में कांग्रेस भाजपा में शाह और मात का खेल नयी दिल्ली,२७ जुलाई (वार्ता) अखिल भारतीय खेल परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि परिषद ने खिलाड़ियों के लिये चिकित्सा बीमा की सिफारिश की है। मल्होत्रा ने यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण(साई) के कांफ्रेंस हॉल में परिषद की १०वीं बैठक की अध्यक्षता की और बताया कि खिलाड़ियों के लिये चिकित्सा बीमा की सिफारिश की गयी है। मल्होत्रा ने कहा खिलाड़ियों के लिये किसी प्रकार की ठोस चिकित्सा सहायता योजना के अभाव में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, भारतीय ओलंपिक संघ और राष्ट्रीय खेल महासंघों से आग्रह किया गया है कि वे अपने संबंधित खिलाड़ियों को चिकित्सा बीमा उपलब्ध करायें। उन्हाेंने बताया कि कई मुख्यमंत्रियों ने आश्वस्त किया है कि वे इस संदर्भ में उचित कार्रवाई करेंगे। उन्होंने बताया कि परिषद ने सेना चिकित्सा सेवा से भी आग्रह किया है कि वह अरूणाचल प्रदेश, लेह लद्दाख और अंडमान निकोबार द्वीप समूह जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले खिलाड़ियों को अपनी सुविधाएं उपलब्ध करायें। सेना ने इस संदर्भ में सकारात्मक रूख दिखाया है और विभिन्न साई केंद्रों में खिलाड़ियों की संख्या के बारे में पूछा है। मल्होत्रा ने साथ ही बताया कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान भी खिलाड़ियों को आयुर्वेद चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिये सामने आया है और वह अपना अलग खेल विज्ञान विभाग स्थापित करेगा। इसके अलावा मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान भी भारतीय खिलाड़ियों की मदद करने के लिये तैयार हो गया है। अहमदाबाद, १८ नवम्बर (वार्ता) पवन सहरावत के १९ अंकों के जबरदस्त प्रदर्शन की बदौलत बेंगलुरु बुल्स ने जयपुर पिंक पैंथर्स को प्रो कबड्डी मुकाबले में रविवार को ४५-३२ से हरा दिया।
कविताएंः नारी के तीन चित्र और प्रेयसी का मैला आंचल काव्य संग्रह मन के मंजीरे में प्रेम को सहेजने का भी भाव है। यहां नायिका की आत्मा के होंठों पर प्रेम के पहले चुंबन की स्मृतियां टंकी हैं। संजय स्वतंत्र अप्रैल १६, २०१८ १२:३९ प्म इन दिनों नई कवयित्रियों की रचनाओं में जाति-धर्म से मुक्त नए समाज की रचना करने की चाहत लिए नायिकाएं अकसर रूहानी प्रेम की खूशबू घोलती नजर आती हैं। रोटी की भूख गहरी होती है या प्यार की? मां की छाती से उतरता दूध भी तो प्यार ही है। तो इस रोटी और प्यार की भूख के बीच सम्मान और स्नेह से गुंथे भाव को जब मैं तौलता हूं, तो प्रेम का पलड़ा कहीं अधिक भारी लगता है। दो रोटी बाद में खा लेंगे मगर मनुष्य को पहले प्रेम चाहिए। एक ऐसा प्रेम जिसकी धुन हवा में लहराती हो। आपके कानों में चुपके से आकर गुनगुनाती हो। यूं ही नहीं कहते कि इश्क इबादत है। इन दिनों नई कवयित्रियों की रचनाओं में जाति-धर्म से मुक्त नए समाज की रचना करने की चाहत लिए नायिकाएं अकसर रूहानी प्रेम की खूशबू घोलती नजर आती हैं। वह पुरुष की शक्ति हैं। वह अनंत काल से तृषित नेत्रों में जल बन कर तैर जाती हैं। वे इसकी तृप्ति हैं- जब यार देखा नैन भर, दिल की चिंता गई उतर। इस तरह पुरुष की सारी चिंताओं को वह अपनी बांहों में समेट लेती हैं। क्योंकि उनका जन्मों का नाता है। इन दिनों लेखिका और कवयित्री रचना भोला यामिनी का काव्य संग्रह मन के मंजीरे पढ़ रहा हूं। उनकी कविताएं रूहानी प्रेम की अनंत यात्रा पर ले जाती हैं। येकविताएं और कुछ नहीं दरअसल लव नोट्स हैं। रचना जी कहती हैं-यह प्रेम है किसी के लिए; जो मेरे जीवन में ईश्वर के अनकहे वचनों का संदेश बन कर आया। अपने आत्मीय साथी, अपने हमसफर और अपने रंगरसिया को समर्पित रचना जी की कविताओं को पढ़ना रूहानी प्रेम से साक्षात्कार के समान है। इस प्रेम के लिए एक आत्मीय साथी जरूरी है, चाहे वह साकार हो या निराकार। रचना जी इसे दोनों रूप में देखती हैं। दो जिस्मों के मिलन में क्षण भर का सुख है। मगर जब दो रूह मिलते हैं तो अखंड और निर्मल सुख की अनंत यात्रा शुरू होती है। मेट्रो में सफर करते हुए अकसर मैं दैहिक प्रेम में सिमटी युवा पीढ़ी को देखता हूं। उनका एक दूसरे को सहज ही चूम लेना जिस्मानी प्रेम ही है जो रूहानी सफर पर शायद ही निकलता हो। उपभोक्तावाद की भेंट चढ़ चुकी इस पीढ़ी से हम कोई उम्मीद भी नहीं करते। मगर वे कुछ ऐसा भाव तो लाएं जिससे मन के मंजीरे बज उठें। कविता देह उत्सव में रचना जी की नायिका समागम के दौरान अपनी देह से उठते उत्ताप से अपनी कुंडलिनी जागृत कर लेती है। दैहिक प्रेम मे उलझी ऐसी ही जोड़ियों के लिए रचना जी की पंक्तियां जैसे रूहानी दुनिया के दरवाजे खोल देती हैं। अगर दो जोड़ी होंठ मिले भी तो कायनात के सारे दरवाजे खोल दे। और वह देह की मांग से इतर हो- न, भला दो जोड़ी होंठ/आपस में मिलने से भी/कहीं लिपलॉक होता है?/ प्रेम का चुंबन वही/जिसमें होंठ भी/ चुंबन के एहसास से कहीं परे हो जाएं../आत्मा का पूरा अस्तित्व/चुंबनों की मीठी मार से सराबोर हो उठे/खिल जाए उसका रोम-रोम/तब होता है/ प्रेम से भरा/मदमाता रसीला चुंबन! रचना जी की कविताएं पढ़ते हुए एक रूहानी अहसास लिए जीता हूं। जब आपकी मुस्कान किसी दूसरे के तन की लिबास बन जाए, तब मानिए कि वही है मुकम्मल प्रेम। यही वो प्यार है जो दैहिक होने के साथ रूहानी भी है। कविता गुलाबी बोसा की ये पंक्तियां बहुत लुभाती हैं- थक जाती हूं/जब दुनियावी लिबासों में/देह को कपड़ों की कैद से/देकर रिहाई/अक्सर उसकी मुस्कानें ओढ़ कर/आराम फरमा लेती हूं। इस कविता में सांसारिक प्रेम का भाव होते हुए भी रूहानी इश्क है- उसके दिल वाली कुंडी/खुली रहती है मेरे लिए/बगैर दस्तक खोल देता है वो दरवाजा/भर लेता है मुझे यूं अपनी बांहों में/जैसे बाद सदियों के मिल रहा हो। प्रेम में खामोशियों की भी जुबां होती है। रचना जी लिखती हैं-मन का भार कहने से नहीं, कहने और सुनने के बीच मिलने वाले क्षणिक अंतराल में हल्का होता है। उनकी कविता जुबां खामोशियों की में इन पंक्तियों पर मेरी नजरें उलझ कर रह गर्इं- और प्रेम हमें वहां ले आया/जहां हम दोनों/कुछ भी कहने और सुनने के बीच/मिलने वाले अंतराल को सुनने लगे/दोनों चुप रहते/खामोशियों को/ अपनी बात कहनी आ गई थी /उसे एक मनचाही जुबां मिल गई थी। प्रेम एक सुखद अहसास है। और इस प्रेम में स्पर्श न हो, यह भला कैसे संभव है। मगर इस छुअन में पावनता रखने वाले कितने होंगे? ऐसी भावना को रचना जी अपनी कविता एहसास तेरा में इस तरह व्यक्त करती हैं- जिस दिन तुमने हाथ थामा था/तुम्हारी हथेली की गरमाहट/झट से यूं गले मिली/जैसे जन्मों से बिछड़ी/कोई सखी रही हो।/ मैंने तुम्हारी हथेली पर ही/अपना घर बना लिया था। तो एक पावन स्पर्श ही देह की भाषा को महसूस कर सकता है। देह की भाषा शीर्षक से कविता में इसे वे यों विस्तार देती हैं-दो हाथों के स्पर्श ने/देह की भाषा पढ़ने को डग बढ़ाए/और अपनी अंगुलियों से अक्षरों को टटोलने लगे।/ जिस्म की बात नहीं थी, उनके दिल तक जाना था/ लंबी दूरी तय करने में वक्त लगता है। रचना जी की कविताओं में नायक-नायिका के जिस्म ही नहीं, रूह भी मिलते हैं। इस स्नेहिल छुअन के साथ जब दो मन बतियाते हैं तो वे कहां से कहां पहुंच जाते हैं। कविता दो मन बतियाएं में वे लिखती हैं- हम मिलने लगे थे../दो मन अपने आप से भी छिप छिप कर/बतियाने लगे थे/ आकर्षण का नियम हमें/इतना नजदीक ले आया था/ कि हमारे बीच/हमारे दो जोड़ा सांसों की उपस्थिति भी खलने लगी थी। वे आगे लिखती हैं-हमने साहस बटोरा/और दोनों ने अपनी-अपनी/देह भी उतार कर एक ओर धर दी/अब हम देह से भी परे/अपनी आत्माओं के मिलन के बीच मुदित हैं। इसलिए नायक-नायिका हद से आगे चले भी गए तो क्या हुआ? वो छुअन भी अलौकिक है-मेरी देह पर धरी/उसकी सारी छुअन/गुलनारी तितलियों में बदल जाती है। काव्य संग्रह मन के मंजीरे में प्रेम को सहेजने का भी भाव है। यहां नायिका की आत्मा के होंठों पर प्रेम के पहले चुंबन की स्मृतियां टंकी हैं। उस भीगेपन मिठास के साथ जो सदियों उनके बीच जीवित रहीं। कविता संकल्प को पढ़ते हुए उसकी मिठास महसूस की जा सकती है-हमारा यह प्रेम उस बर्तन से/रिसते पानी की/इक-इक बूंद को समेटने का एक संकल्प ठहरा। रचना जी की कविताओं में दैहिकता शिद्दत से उभरी है। मगर यह दैहिकता आत्मीयता के साथ अलौकिक प्रेम की ओर ले जाती है। उनकी कविताओं की नायिका जानती है कि दैहिकता की परिणति शैय्या पर पड़ी कुछ सलवटों से अधिक नहीं- कैसी गहरी थी हमारी अंतरंगता/ सब कुछ तो पता था उसे/जानता वो मेरी देह का एक-एक छोर/वो भी समझता था/चूमे गए होंठ बस लार और मांस का मेल भर थे।/किंतु नहीं/नहीं किए उसने/मेरी देहघाटी के भीतर/उतरने और मुझे/मेरी गहराइयों तक पाने के उपाय। इसलिए रचना जी का रंगरसिया असाधारण है। उसके इश्क का कर्ज कैसे उतारे? यह बड़ा सवाल है। वह हरदम यही सोचती है- एक ही जिस्म में/ बसने की ख्वाहिश नहीं मेरी/ मैं उसकी रूह की/ मेहमां होना चाहती हूं/कैसे अदा करूंगी/कर्ज उसके इश्क का/मेरे तो बदन की रग-रग में/उसकी देह का नमक दौड़ता है। कवयित्री का यह आशिक सच में दिलदार है। वह परमात्मा के बेहद करीब है। सच कहूं तो वह ईश्वर ही है। तभी तो वे लिखती हैं- मैं उसकी आत्मा का/एक नन्हा अंश,/उसकी हर बाहर भीतर जाती/श्वास की साक्षी हूं मैं। इसलिए नायिका अपने रंगरेज के सुनहरे स्पर्श की तलबगार है। रचना जी लिखती हैं- उसकी छुअन से/ मेरे जिस्म पर खिलते रहे/नन्हे नन्हे बारहमासी फूल। कवयित्री ने कविता बारहमासी फूल में नायिका के अनन्य प्रेम और उसकी भावना का सुंदर चित्रण किया है-भले ही तन उघड़ा रहा उसके आगे/पर वह सदा मेरी आत्मा का लिबास रहा। नायिका रूहानी होकर भी कई बार जिस्मानी प्रेम में उतरती है। और वह मानती है कि नायक के प्रेम के गुमान में आकर उसे देवता नहीं बनना। उसे अपनी देह के रोमानी रंगीन कैनवस पर उसके सारे असली रंगों के साथ खेलने देती है। क्योंकि- हाड़ मांस का बना इंसान ही तो था/ उसे इंसानों की तरह प्रेम करने दिया।/ वह जो था उसे वही रहने दिया/ बस! / अपने जोगी को पाने के लिए/ यही बहुत था। तो नायिका का यह जोगी सचमुच असाधारण है। तभी तो वह अपने मासूम भावों को इस तरह अभिव्यक्त करती है कि अचरज होता है। कभी वह उसके इश्क में तिरोहित हो जाती है तो कभी पीले पन्ने वाली डायरी बन कर नायक के कोट के भीतर वाली जेब में नन्हे गुलाबी खरगोश की तरह दुबक जाना चाहती है। यह शख्स रचना जी के लिए बहुत मायने रखता है। क्योंकि गहरे गुम अंधेरे में वह उजास जैसा है। उसका व्यक्तित्त्व निराला है। तभी तो वे लिखती हैं- जुनून-ए-इश्क में/हद से गुजर जाती हूं लोगो/बस आज से मुझे/उसकी सिरफिरी,/उसे मेरा खुदा माना जाए। कविता देह उत्सव में रचना जी की नायिका समागम के दौरान अपनी देह से उठते उत्ताप से अपनी कुंडलिनी जागृत कर लेती है। फिर रति क्रिया के कई चक्र के बाद वह अपनी तुच्छ भावनाएं भस्म कर लेती है। जगा लेती है ब्रह्मांडीय आयाम और वह नायक के अधरों के एक स्पर्श से कान्हा की बांसुरी सी बज उठती है। यह कविता इस संग्रह की बेहतरीन कविताओं में से एक है। यूं कविताएं और भी हैं और सभी पठनीय व सरस है। मगर अंतिम कविता मन के मंजीरे का जिक्र किए बिना यह काव्य चर्चा अधूरी रहेगी। ये मन के मंजीरे क्या है? यह और कुछ नहीं अदरख से तीखे मिजाज वाले नायक के लिए रची गई कविताएं हैं, जिसकी तासीर में छिपी है मोहब्बत। उसी के लिए हैं कविताएं, जिसके कंधे पर सिर रख कर नायिका राहत पाती है। उसके हौसले और भरोसे व अपनेपन के आफताब से खुद तो उस फरिश्ते की नूर बनी ही है, साथ ही ये कविताएं लव नोट्स भी बन गई हैं। यहां उसकी हर अनकही बातें हैं। उसकी हर अधूरी इबादत है यहां। कह देने और न कह पाने की जद्दोजहद का नतीजा है-मन के मंजीरे। रचना भोला यामिनी की कविताएं पढ़ते हुए मेरे मन के मंजीरे बज उठे हैं। रोम-रोम पुलकित हो उठा है। आप भी पढ़िए, चेहरे पर इश्क का नूर न चमके तो कहिएगा। एक ऐसा संग्रह जिसे आप संजो कर रखना चाहेंगे। काव्य संग्रह: मन के मंजीरे रचनाकार: रचना भोला यामिनी
भड़ास ब्लॉग: सम्मान जितना अपमानित और अवमूल्यित हो रहा है, उस स्थिति में सम्मान ग्रहण करना एक कठिन दायित्व : प्रो. लाल बहादुर वर्मा प्रो. काबरा ने कहा कि प्रो. वर्मा में आर्गेनिक इंटेलेक्चुअल और पब्लिक इंटेलेक्चुअल का समन्वय है| प्रो. काबरा ने वर्तमान आर्थिक संरचना पर भी विचार रखे| उन्होंने कहा कि आज की अर्थव्यवस्था निजी व सामाजिक में द्वैत खड़ा कर रही है और यह स्थापित करने में लगी है कि सामाजिक में निज की हत्या हो जाती है इसलिए सामाजिक क्षेत्र को कमजोर कर निजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है| प्रो. राजेन्द्र कुमार ने प्रो. वर्मा को ज्ञानयोगी व कर्मयोगी का समन्वित व्यक्तित्व बताया| विकास नारायण राय ने प्रो. वर्मा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला| अध्यक्षता कामरेड जिया उल हक़ ने की| इसके पहले अतिथियों का स्वागत संध्या नवोदिता ने किया| शिक्षिका शारदा देवी का परिचय उनके विद्यालय के शिक्षक मोहम्मद अहमद ने दिया| यह राष्ट्रीय सम्मान शिक्षिका शारदा देवी के नाम पर प्रदान किया जाता है| कार्यक्रम संचालन डा. पद्मा सिंह ने तथा आभार डा. सूर्यनारायण ने ज्ञापित किया| समारोह में प्रो वर्मा की पत्नी रजनीगन्धा वर्मा, रविकिरण जैन, रामजी राय, ओ.डी.सिंह, डा.अनिल पुष्कर, प्रो. अली अहमद फातमी, डा. संजय श्रीवास्तव, अर्चना शर्मा, रंजना मेहरोत्रा, अमित कुमार, अर्पित शशांक, देवीदास, खुर्शीद नकवी, ऋचा सिंह, सीमा आज़ाद , अंशु मालवीय सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे|
गुआंगज़ौ खेल कपड़े आपूर्तिकर्ता मार्वल हीरो ३ड मुद्रित त्शर्ट मेंस लंबी आस्तीन त्शर्ट पुरुषों लंबी आस्तीन त्शर्ट विरोधी हटना, स्थायी, त्वरित सूखी, सांस, संकुचित, त्वरित सूखी, सांस, विरोधी पिलिंग, विरोधी हटना, विरोधी शिकन ८६% पॉलिएस्टर और १४% स्पैन्डेक्स पूरी तरह से उच्च बनाने की क्रिया प्रिंट २-७ दिनों के भीतर उपलब्ध कराया जिम कसरत, फिटनेस, आकस्मिक गुआंगज़ौ खेल कपड़े आपूर्तिकर्ता मार्वल हीरो ३ड मुद्रित त्शर्ट मेंस लंबी आस्तीन त्शर्ट १ पीसी/ऑप बैग तो १2 पस/बुलबुला बैग और एक कागज दफ़्ती में तो, लेकिन कभी कभी यह मात्रा पर निर्भर करता है और मांग ग्राहक से. सामग्री ८६% पॉलिएस्टर और १४% स्पैन्डेक्स मोक हमारे डिजाइन के १ टुकड़ा लोगो और डिजाइन कस्टम लोगो और डिजाइन सुविधा त्वरित सूखी, सांस, विरोधी पिलिंग, विरोधी हटना, विरोधी शिकन, विरोधी बैक्टीरियल, पर्यावरण के अनुकूल १) आप ऐसा कर सकते हैं ओएम? हाँ, हम सभी ग्राहकों के लिए ओएम और ओम कर सकते हैं अनुकूलित पीडीएफ के कलाकृतियों या एअर इंडिया के प्रारूप के साथ. २) क्या अपनी मोक के क्या है? ३) बड़े पैमाने पर उत्पादन से पहले मैं नमूने कर सकते हैं? ज़रूर, हम के लिए नमूने प्रदान आरोवल उत्पादन से पहले. ५) कैसे मैं भुगतान कर सकते हैं? हम स्वीकार एल/सी, डी/पी, डी/ए, टी/टी, वेस्टर्न यूनियन, ओआ एक्ट के।
ईत अंतराग्नि २०१९ : शंकर, एहसान व लॉय के 'झूम बराबर झूम' पर झूमे आइआइटियंस कानपुर न्यूज आइआइटी अंतराग्नि-१९ में संगीत की तान के बीच देशभर के कॉलेजों से जमकर थिरके छात्र-छात्राएं। कानपुर, जेएनएन। शंकर, एहसास व लॉय की जोड़ी ने आइआइटी के सांस्कृतिक महोत्सव अंतराग्नि-२०१९ के समापन समारोह को यादगार बना दिया। उनकी धमाकेदार प्रस्तुति के बीच देशभर के विभिन्न कॉलेजों से आए छात्र छात्राएं झूम उठे। उन्होंने 'झूम बराबर झूम', 'चाहत के दो पल भी मिल जाएं सेनोरिटा', 'हवन करेंगे', देसी गर्ल व 'सुनो गौर से दुनिया वालों सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी' जैसे गीत पेश करके माहौल को संगीत से सराबोर कर दिया। एक के बाद एक शानदार प्रस्तुति के बीच छात्र छात्राएं थिरक उठे। कार्यक्रम का एसोसिएट टाइटल स्पांसर दैनिक जागरण रहा। रात करीब आठ बजे हुई उनकी इस प्रस्तुति को देखने के लिए सैकड़ों छात्र छात्राओं की लंबी कतार दो घंटे पहले से लगने लगीं। मंच पर संगीत के इन दिग्गज कलाकारों कीं प्रस्तुति शुरू होने के साथ ही छात्र छात्राएं उनके साथ गुनगुनाने लगे। देश भर से आए छात्र छात्राओं के बीच उन्होंने कई धीमी व तेज धुनों के गीत प्रस्तुत करके समां बांध दिया। इन गीतों के बीच गिटार, ड्रम व सिंथेसाइजर की जुगलबंदी ने इस कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। दिल को छू लेने वाले एक से बढ़कर एक गीत पेश करके उन्होंने दर्शकों को मदहोश कर दिया। करीब दो घंटे तक चली उनकी इस प्रस्तुति का आइआइटियंस व दूसरे शहरों के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों से आए छात्र छात्राओं ने जमकर लुत्फ उठाया। पूरा परिसर तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंजता रहा।
झारखंड में ३ कमांडर और ३ महिलाओं सहित १० नक्सलियों ने किया समर्पण एजंसी रांची | अप्रैल २६, २०१७ ४:५५ प्म झारखंड के लोहरदगा जिले में बुधवार को तीन कमांडरों और तीन महिलाओं सहित १० नक्सलियों ने समर्पण कर दिया है। पुलिस के मुताबिक, नक्सलियों ने रांची रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ए.बी. होमकर के समक्ष समर्पण कर दिया। उल्लेखनीय है कि १० नक्सलियों में एक सब-जोनल कमांडर है और दो एरिया कमांडर हैं। समर्पण करने वालों में रामधीन खेरवार और कलेश्वर खेरवार नामक दो नक्सलियों पर दो-दो लाख रुपये के इनाम थे। समर्पण करने वाले नक्सलियों की पहचान हरेंद्र ओरांव, चंद्रेश्वर ओरांव, जीतेंद्र गंझू, सुहराम खेरवार, सुशांति ओरांव, सीमा ओरांव, मीना ओरांव और सुखलाल नागेसिया के रूप में हुई है। राज्य सरकार की समर्पण और पुनर्वास नीति के तहत नक्सलियों ने समर्पण किया है। नीति के दिशानिर्देशों के मुताबिक उनका पुनर्वास होगा। झारखंड के २४ जिलों में से २२ जिले नक्सल प्रभावित हैं, लोहरदगा भी इन्हीं प्रभावित क्षेत्रों में से है। गौरतलब है कि हाल ही छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने सोमवार को पुलिस दल पर हमला कर दिया था। इसके बाद हुई मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (क्र्प्फ) के २५ जवान शहीद हो गए, जबकि ६ जवान घायल हो गए थे। घात लगाए नक्सलियों ने हमला दोपहर करीब १२.२५ बजे उस समय किया जब सीआरपीएफ की एक यूनिट पेट्रोलिंग कर रही थी। घायल जवानों को हेलिकॉप्टर से इलाज के लिए रायपुर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने दिल्ली के कार्यक्रम को रद्द करते हुए रायपुर के लिए रवाना हो गए हैं। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा, मैं हमले में शहीद जवानों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट करता हूँ। हमले में घायल जवानों को पूरी मदद की जाएगी।वहीं, बस्तर के आईजी विवेकानंद सिन्हा और डीआईजी सुंदराज भी सुकमा के लिए रवाना हो गए हैं। राज्य के नक्सल मामलों के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल के करीब नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला किया। इस हमले में सीआरपीएफ की ७४वीं बटालियन के छह जवान घायल हो गए जिसमें निरीक्षक स्तर का एक अधिकारी भी शामिल है। अवस्थी ने बताया कि चिंतागुफा थाना क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जिला बल के संयुक्त दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब बुरकापाल क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने दल पर गोलीबारी कर दी। इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की।
भाजपा ने कर्नाटक में चुनाव टालने की कोशिश का आरोप लगाया | भाजपा ने कर्नाटक में चुनाव टालने की कोशिश का आरोप लगाया - हिन्दी ओनेइंडिया भाजपा ने कर्नाटक में चुनाव टालने की कोशिश का आरोप लगाया भाजपा ने कर्नाटक में चुनाव टालने की कोशिश का आरोप लगाया नयी दिल्ली १७ मार्च .वार्ता. भारतीय जनता पार्टी ने आज आरोपलगाया कि केंद्र सरकार कर्नाटक में निर्धारित समय पर चुनाव कराने कीबजाय उसे टालना चाहती है पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद वेंकैया नायडू ने आज राज्यसभामें कर्नाटक के बजट पर चर्चा की शुरूआत करते हुए यह आरोपलगाया१ गौरतलब है कि कर्नाटक में इन दिनों राष्ट्रपति शासन लागू है और २८ मई को इसकी अवधि समाप्त हो रही है उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को कर्नाटक के लिएतीन महीने का लेखानुदान पास कराना चाहिए था पर वह छह महीने कालेखानुदान पारित करा रही है१ इससे कांग्रेस की मंशा साफ जाहिर है वह निर्धारित समय पर चुनाव कराने की बजाय चुनाव को टालनाचाहती है उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जल्द चुनाव कराना चाहिए औरजनता को शासन करने का मौका दिया जाना चाहिए चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस के जनार्दन पुजारी ने श्री नायडू केआरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी और जनतादल .एस. अपने कार्यकाल में एक दूसरे से लडते ही रहे और उसनेमतदाता सूची से ५८ लाख वोटरों का नाम हटाकर २० लाख नए नामडाल दिए१ ऐसी बोगस मतदाता सूची को ठीक किए बगैर चुनाव करनासंभव नहीं है उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अभी चुनाव कराने के लिए तैयारहै. पर अगर वास्तविक मतदाता मतदान से वंचित रह जाते है तो इसकीजिम्मेदारी हमारे ऊपर ही आएगी१ इसलिए हम मतदाता सूची को ठीककरने के बाद चुनाव के पक्ष में हैं
राष्ट्रपति भवन में पहली बार मराठी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति | राष्ट्रपति भवन में पहली बार मराठी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति - हिन्दी ओनेइंडिया राष्ट्रपति भवन में पहली बार मराठी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति राष्ट्रपति भवन में पहली बार मराठी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति नयी दिल्ली०६फरवरी.वार्ता.राष्ट्रपति भवन में पहली बार एक नये तरीके का मराठी सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया जिसमें केवल मनोरंजन ही नहीं था बल्कि कन्याभू्रण हत्या के खिलाफ प्रभावपूर्ण सामाजिक संदेश भी दिया गया राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल की मौजूदगी में राष्ट्रपति भवन के सभागार में पहली बार आयोजित इस विशेष कार्यक्रम को मुंबई की..मराठी तारका.. ने पेश किया था१इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज के सबसे संवदेनशील और महत्वपूर्ण मुद्दे कन्या भू्रण हत्या के खिलाफ समाज में जनजागृति पैदा करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र की समुद्री सीमा कोंकण का कोली लोकनृत्यपश्चिम महाराष्ट्र की लावणी.की प्रस्तुति की गई१इनमें जानीमानी फिल्म अभिनेत्री वर्षा उसगांवकर.रेशम टिपनिस.सुरेखा पुणेकर.प्राजक्ता कुलकर्णी.समेत १5 कलाकार शामिल थे कार्यक्रम में केन्द्रीय ऊर्जामंत्री सुशीलकुमार शिंदे.कांग्रेस के वरिष्ठ नेतावसंत साठे.भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री गोविंदराव आदिक तथा कई प्रमुख अधिकारी शामिल थे प्रमोद.अजय नंद२१२६ वार्ता
गौरतलब है कि सितंबर में तिवारी को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, जिसकी वजह से उनकी हालत नाजुक हो गई। केंद्रीय मंत्री और आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके तिवारी का इलाज वरिष्ठ न्यूरोसर्जन जेडी मुखर्जी एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ सुमित सेठी की निगरानी में चल रहा है। यूपी व उत्तराखंड के सीएम रह चुके हैं एनडी तिवारी बता दें कि एनडी तिवारी यूपी के तीन बार और एक बार उत्तराखंड के सीएम रह चुके हैं। वह ऐसे भारतीय नेता हैं, जिन्होंने दो राज्यों की कमान संभाली। वहीं आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं, हालांकि विवादों में घिरने के कारण उन्हें इस पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नाराणय दत्त तिवारी की हालत नाजुक बताई जा रही है। वह पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के मैक्स सुपर स्पेशियेलिटी अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है। अस्पताल के डॉक्टर के अनुसार, बुखार और निमोनिया से जूझ रहे एनडी तिवारी को दिल्ली के मैक्स सुपर स्पेशियेलिटी अस्पताल के आईसीयू में २६ अक्टूबर को भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने बताया कि रविवार को उनका ब्लड प्रेशर काफी कम हो गया और हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया। डॉक्टरों की एक टीम चौबीस घंटे उनकी हालत पर नजर रख रही है। बता दें कि ९१ वर्षीय तिवारी पिछले माह चाय पीते समय बेहोश भी हो गए थे।
संक्रामक बीमारी फ्लू से बचाव के तरीके बाय नचिकेता शर्मा यह एक संक्रामक बीमारी है जो वायरस के कारण फैलती है। सर्दियों के मौसम में यह बीमारी सबसे ज्यादा फैलती है। टीके लगवाकर इस बीमारी से काफी हद तक बचाव होता है। खानपान और सफाई पर ध्यान देने से भी होता है बचाव। फ्लू एक संक्रामक बीमारी है जो ज्यादातर सर्दियों के मौसम में होती है। इसे इन्फ्लूएन्ज़ा नाम से भी जाना जाता है। यह एक श्वसन संक्रमण है जो इन्फ्लूएन्ज़ा वायरस से होता है। ये संक्रमण विशिष्ट रूप से हवा या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधे संपर्क से फैलता है।इन्फ्लूएन्जा वायरस अति संक्रामक होता है। इस वायरस के सबसे आम प्रकार ए और बी हैं। इन्फ्ल्यूएंजा आम तौर पर एक वार्षिक महामारी के लिए जिम्मेदार होता है। अधिकांश लोगों को अपने जीवन के दौरान कई बार फ्लू के संक्रमण होते हैं। इस लेख में जानिए फ्लू से बचने के तरीकों के बारे में। टीका लगवायें फ्लू से बचाव के लिए टीका लगवाना बहुत जरूरी है, यह इससे बचाव का शॉटकट तरीका भी है। क्योंकि इससे कुदरती तौर पर हमारी इम्युनिटी का स्तर बढ़ जाता है। प्रत्येक वर्ष स्कूली आयु वर्ग के बच्चों सहित उन सभी लोगों को टीकाकरण की सलाह दी जाती है जो इन्फ्लूएंजा से बीमार होने या दूसरों को इन्फ्लूएंजा संचारण के जोखिम को कम करना चाहते हैं। किसे दी जाती है टीकाकरण की सलाह उम्र के ६ महीने से १८ साल की आयु वर्ग के सभी बच्चे और किशोर, खासकर वे जो दीर्घकालिक एस्पीरिन चिकित्सा करवा रहे हैं और इसलिए जिन्हें इन्फ्लूएंजा संक्रमण के बाद "रिये" सिंड्रोम से ग्रस्त होने का जोखिम हो सकता है। वे सभी लोग जो ५० वर्ष की आयु से अधिक के हैं। महिलायें जो गर्भवती हैं या इन्फ्लूएंजा के मौसम के दौरान गर्भवती होंगी। वयस्क और बच्चे जिन्हें दीर्घकालिक फेफड़े के रोग (अस्थमा सहित), हृदय रोग, गुर्दे के रोग, किडनी के रोग, मेटाबोलिक विकार हैं। वयस्क और बच्चे जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर है। ऐसे लोग जो नर्सिंग होम में काम करते हैं। वयस्कों या बच्चे जो कम से कम ५ वर्षों के आयु वर्ग के बच्चों और ५० वर्ष से अधिक आयु के वयस्कों के संपर्क में रहते हैं। वयस्क या बच्चे जो उन लोगों के संपर्क में रहते हैं जिसके कारण फ्लू का जोखिम बना रहता है। फ्लू के टीके ६५ वर्ष की कम आयु के स्वस्थ लोगों में लगाये जाते हैं, इसे लगाने के बाद संक्रमण फैलने की संभावना ७०-९०% तक कम हो जाती है। स्वच्छता पर ध्यान दें गंदगी के कारण भी फ्लू का वायरस फैलता है, इसलिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान दीजिए। वायरस आमतौर पर खांसी द्वारा हवा के माध्यम से फैलता है। यह सीधे संपर्क में आता है, जैसे - हाथ मिलाने या चुंबन से भी फैल सकता है। इसी कारण से स्वच्छता आदतों जैसे खांसते हुए मुंह को ढकना और नियमित हाथ धोने के अभ्यास से आप फ्लू को स्वयं से दूर रख सकते हैं और दूसरों को भी इसके संपर्क में आने से बचा सकते हैं। एंटीवायरल दवाएं कुछ एंटीवायरल दवायें हैं जिनका सेवन करने से फ्लू के संक्रमण से बचाव किया जा सकता है। लेकिन इन दवाओं के सेवन से पहले चिकित्सक से सलाह अवश्य लें। खानपान पर ध्यान दें सही खानपान से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। हमारे इम्यून-सिस्टम का ३०-४० प्रतिशत हिस्सा खानपान और पाचन पर ही निर्भर करता है। दही जैसे प्रोबायोटिक्स की दैनिक खुराक शुगर, मीट, दवाओं और तले-भुने भोजन की वजह से शरीर में होने वाले कुदरती असंतुलन को ठीक करती है। दिन में पांच फल या सब्जी खाने का नियम बनाइये। अपनी खाने की थाली को रंगबिरंगी बनाएं, जितने ज्यादा रंग, उतना ही पौष्टिक खाना। स्वाइन फ्लू के लक्षण डेंगू के लक्षण यूनिवर्सल टीका जो हर प्रकार के फ्लू से बचाने में होगा कारगर स्वाइन फ्लू का टीका करता है बीमार दिल्ली में नई दहशत बनकर सामने आया, बर्ड फ्लू भूलने की बीमारी से बचाता है दो भाषाओं का ज्ञान संक्रमण फैलाती हैं सर्दी की दवाएं जानें कैसे फ्लू के लिए अरोमाथेरेपी है लाभदायक किचन में मौजूद ये चीजें बचाएंगी फ्लू से स्वाइन फ्लू के लक्षण और इससे बचने के घरेलू उपचार जानें ऑफिस में बीमारी की ४ वजहें और इनसे बचाव के तरीके सर्दी से बचने के लिए घरेलू सिरप स्वाइन फ्लू के लक्षण रिश्ते में बहस से कैसे बचें डेंगू के लक्षण बारिश के मौसम में आम त्वचा की समस्याओं से कैसे बचें बाल सफ़ेद का कुछ उपाय बताएं लाईपोमा बीमारी के उपाय बताए चेहरे के व्हाइटहेड्स को कैसे हटायें ?
टाटा स्काई ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस की पूरी जानकारी | टेर्रिफ प्लान्स,ऑफर | टोफुँट टाटा स्काई ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस की पूरी जानकारी | टेर्रिफ प्लान्स,ऑफर टाटा स्काई ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस की पूरी जानकारी | टेर्रिफ प्लान्स,ऑफर: दोस्तों आज कल रोज एक ब्रॉडबैंड सेक्टर में नई कंपनी खड़ी हो जाती है इस वजह से इंटरनेट क्षेत्र में काफी कम्पिशन बढ़ रहा है और इससे ग्रहकों का काफी फायदा होता है. जैसे की आपको पता होगा हाल ही में जियो जिगफीबर इंटरनेट सर्विस लॉन्च हुई है इसके तुरंत बाद अब एक और कंपनी ब्राओडबंध सेक्टर में खड़ी हो चुकी है. दोस्तों टाटा स्काई जो की एक द्थ सेक्टर में टॉप कंपनी है वो अब इंटरनेट सर्विस प्रोविड करने जा रही है कंपनी ने कुछ एरियास में ब्रॉडबंध इंटरनेट सर्विस देना स्टार्ट किया है. टाटा स्काई ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस जिओ गीगा फाइबर लॉन्च होने के बाद टाटा स्काई ने काफी शांति से इंडिया में कुल १२ मुख्य शहरों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस शुरू की है. टाटा स्काई ब्रॉडबैंड सर्विस फिलहाल बेंगलुरु, भोपाल, चेन्नई, अहमदाबाद, मीरा भायंदर, मुंबई, पुणे, ठाणे, गाजियाबाद, गुड़गांव,दिल्ली और नोयडा में रोलौट की जा चुकी है. टाटा स्काई का ब्रॉडबैंड सर्विस लॉन्च करने के पिछे का मुख्य लक्ष्य विदियोस स्ट्रीमिंग है. हर दिन ऑनलाइन विडियो स्ट्रीमिंग की बढ़ती लोकप्रियता और द्थ के घटते दर्शक इस वजह से कंपनी ने इंटरनेट सर्विस शुरू की है. कंपनी ने ९९९ रुपयों से प्लान की शुरुवात की है और एक महीने से लेकर बारह महीनों तक का प्लान जारी किया है. टाटा स्काई ब्रॉडबैंड टेरिफ प्लान्स(टाटा स्काई ब्रॉडबंध तारीफ प्लान) पर नजर डाले तो कंपनी ने ९९९ रुपयों से लेकर ३०,००० रुपयों तक के उनलिमिटेड प्लान अवैलेबल कर के दिए हुए है और इसमें १ महीने की वालिदिटी से लेकर १2 महीनों की वालिदिटी के प्लान्स शामिल है. टाटा स्काई इंटरनेट १ महीने का प्लान कंपनी ने ५ म्ब्प्स, १० म्ब्प्स, ३० म्ब्प्स, ५0 म्ब्प्स और १०0 म्ब्प्स स्पीड के साथ १ महीने का प्लान, ९९९ रुपये, १,१५0 रुपये, १,५00 रुपये, १,८०० रुपये और २,५00 रुपये का है, बताए गए सभी प्लान में उनलिमिटेड डाटा दिया जायेगा. टाटा स्काई इंटरनेट ३ महीने का प्लान टाटा ने ५ म्ब्प्स, १० म्ब्प्स, ३० म्ब्प्स, ५0 म्ब्प्स और १०0 म्ब्प्स स्पीड के साथ ३ महीने का प्लान, २,९९७ रुपये, ३,४५0 रुपये, ४,५00 रुपये, ५,४00 रुपये और ७,५00 रुपये का है और इन प्लान में उनलिमिटेड डाटा दिया जायेगा. टाटा स्काई इंटरनेट ५ महीने का प्लान कंपनी के ५ महीनो के वालिदिटी वाले प्लान्स में ५ म्ब्प्स, १० म्ब्प्स, ३० म्ब्प्स, ५0 म्ब्प्स और १०0 म्ब्प्स स्पीड के साथ ४,९९५ रूपये, ५,७५0 रूपये, ७,५00 रूपये , ९,००० रूपये और १२,५00 रूपये के अलग अलग उनलिमिटेड प्लान्स दिए है. टाटा स्काई इंटरनेट ९ महीने का प्लान ५ म्ब्प्स, १० म्ब्प्स, ३० म्ब्प्स, ५0 म्ब्प्स और १०0 म्ब्प्स स्पीड के साथ ९ महीने का प्लान, 8९९1 रूपये, १०3५0 रूपये, १६२०० रूपये और 22५00 रूपये का है और इन सभी प्लान्स में उनलिमिटेड डाटा दिया जायेगा. टाटा स्काई इंटरनेट १२ महीने का प्लान ५ म्ब्प्स, १० म्ब्प्स, ३० म्ब्प्स, ५0 म्ब्प्स और १०0 म्ब्प्स स्पीड के साथ ९ महीने का प्लान, 11९88 रूपये, १३८०० रूपये, १८००० रूपये, २१६०० रूपये और ३०000 रूपये का है और इन सभी प्लान्स में उनलिमिटेड डाटा दिया जायेगा. टाटा स्काई की इंटरनेट सेवा ग्राहकों को आत्रैक्ट करने के लिए कुछ ऑफर जल्द ही पेश करेगी और कंपनी ने कहा है की ग्राहकों को काफी बेहतरीन ऑफर आनेवाले दिनों में मिलनेवाले है. फिलहाल तो टाटा स्काई ब्रॉडबैंड पर्चसे करने के पर फ़्री इंस्ट्लेशन मिल रहा है याने की नया टाटा स्काई इंटरनेट कनेक्शन लेने पर फ्री इनस्टॉल होगा साथ में विफी रूटर भी फ्री में दिया जायेगा. ९९९ रुपयों के प्लान पर भी फ्री में इंस्टालेशन दिया जायेगा. पतंजलि सिम कार्ड की जानकारी जिओ डीटीएच सिर्फ १० रूपये में? रिलायंस बिग टीवी १ साल फ्री आखरी शब्द: जिओ गीगा फाइबर के बाद अब टाटा स्काई इंटरनेट सर्विस ग्राहकों के लिए शुरू हो चुकी है, एयरतेल, ब्सल और वोदफ़ोन पहलेसे ही मार्किट में अवैलेबल है. ब्राओडबंध इंटरनेट के इस रेस में कोनसी कंपनी आगे निकल जाती है ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन ग्राहकों को काफी चोइसेस मिलेंगी और साथ में अच्छे ऑफर्स भी मिलेंगे. इंस्टाग्राम अकाउंट वेरीफाई कैसे करे | इंस्टाग्राम ब्लू टिक
चीन के इस कदम से और करीब आ जाएंगे भारत अमेरिका और जापान... अब अमेरिका के एक विशेषज्ञ ने कहा है कि चीन को भारत के साथ सीमा गतिरोध पर कुछ भी हासिल नहीं होने वाला क्योंकि उसके द्वारा सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में बनाई जा रही सड़क कहीं नहीं जाती और उसका यह कदम भारत को अमेरिका और जापान के और नजदीक ला देगा. डोकलाम में भारत चीन के सैनिक आमने सामने हैं. चीन भारत को लगातार धमकाता चला आ रहा है करीब डेढ़ महीने से भारतीय सेना और चीनी सेना आमने-सामने डटी हुई हैं. चीन को भारत के साथ सीमा गतिरोध पर कुछ भी हासिल नहीं भारत के सिक्किम के करीब डोकलाम में करीब डेढ़ महीने से भारतीय सेना और चीनी सेना आमने-सामने डटी हुई हैं. कारण डोकलाम पर चीन और भूटान का दावा और भारत के लिए यह स्थान रणनीतिक तौर पर बेहर अहम है. इस पूरे मामले में चीन भारत को लगातार धमकाता चला आ रहा है और युद्ध तक की चेतावनी दे चुका है. अब अमेरिका के एक विशेषज्ञ ने कहा है कि चीन को भारत के साथ सीमा गतिरोध पर कुछ भी हासिल नहीं होने वाला क्योंकि उसके द्वारा सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में बनाई जा रही सड़क कहीं नहीं जाती और उसका यह कदम भारत को अमेरिका और जापान के और नजदीक ला देगा. अमेरिकी विदेश नीति परिषद में फेलो और एशियाई सुरक्षा कार्यक्रमों के निदेशक जेफ स्मिथ ने कहा कि इस गतिरोध से युवा भारतीयों में अविश्वास पैदा होगा जिन्हें चीन के साथ टकराव का ज्यादा अनुभव नहीं है. उन्होंने कहा, बल्कि यह भारत को अमेरिका और जापान के और नजदीक धकेल देगा और भारत में चीन विरोधी लहर पैदा करेगा. ये भी पढ़ें : डोकलाम विवाद : चीन का दावा - भारत ने हमारी सीमा में घुसने की बात 'स्वीकार' की विडियो : डोकलाम पर संसद में दिया विदेश मंत्री का बयान विशेषज्ञ ने भारत चीन सीमा गतिरोध पर वाशिंगटन में श्रोताओं से कहा कि चीन के लिए दांव पर क्या लगा है? यह एक ऐसी सड़क पर है जो कहीं जाती ही नहीं है.
कान्ग्रातुलशन्स: प्रिंस नरूला ने जीता बिग बॉस सीजन-९ का खिताब नई दिल्ली: टीवी रिएलिटी शो बिग बॉस ९ फिनाले का रिजल्ट आ गया है. सीजन ९ के विजेता बने हैं मॉडल प्रिंस नरूला. वहीं रनरअप का खिताब ऋषभ सिन्हा ने जीता है. ऋषभ ने वाइल्ड कार्ड के जरिये शो में प्रवेश किया था. प्रिंस नरूला को बिग बॉस ट्राफी के साथ-साथ ३५ लाख का चेक दिया गया. आपको बता दें कि फिनाले में प्रिंस और ऋषभ के अलावा मंदना और रोशेल शामिल थीं. दोनों महिला कंटेस्टेंट को पछाड़ते हुए प्रिंस और ऋषभ विनर और रनरअप बनें. बिग बॉस सीजन ९ विजेता प्रिंस नरूला इससे पहले रोडीज और स्प्लिट्स विला भी जीत चुके हैं. आज दिन में ही ये खबर आई थी कि प्रतिभागी रोशेल राव और मंदना करीमी फिनाले से बाहर हो गई हैं. आपको यह भी बता दें कि बिग-बॉस का ये फिनाले काफी खास रहा. इसमें कॉमेडी नाइट्स बचाओ की भारती सिंह और कृष्णा अभिषेक ने मंच का रौनक बढ़ाया तो वहीं छोटे पर्दे की नागिन मौनी रॉय तथा बाल-कलाकार सिद्धार्थ निगम ने भी अपना जलवा बिखेरा. बिग बॉस नौ का प्रसारण अक्टूबर से शुरू हुआ था.
!!!जनेऊ पहनने से क्या लाभ ? १. मलमूत्र-त्याग कहां न करें ? उसका आधारभूत शास्त्र क्या है ? १.१ सडकपर मलमूत्र-त्याग क्यों न करें ? २. मलमूत्र-त्याग कैसे करें ? उसका आधारभूत शास्त्र क्या है ? २.१ शरीरपर वस्त्र धारण किए हुए व मस्तकपर वस्त्र लपेटे हुए मलमूत्रका त्याग करें । २.३ काल, दिशा व मलमूत्र-त्याग २.४ उकडूं बैठकर मलमूत्र-त्याग करें । ३. मल-मूत्रत्यागके उपरांत इंद्रिय जलसे धोएं । ४. फ्रांसीसी वैज्ञानिकके शोधका निष्कर्ष - मूत्रत्यागकी हिंदुओंकी पद्धति उत्तम व स्वास्थ्यप्रद. शास्त्र : सडकपर मलमूत्र-त्याग करनेसे क्षेत्र रज-तमात्मक वायु-मंडलसे आवेशित होना तथा अनिष्ट शक्तियोंका संचार बढना : सडकसे अनेक पथिक मार्गक्रमण करते हैं । मार्गपर मलमूत्र-त्याग जैसी रज-तमजन्य कृति करनेपर पथिक रज-तमात्मक वायुमंडलसे आवेशित होते हैं । ऐसेमें ये पथिक जिस क्षेत्रमें जाते हैं, उसे भी अपने संसर्गसे रज-तमसे प्रभावित करते हैं । इस प्रकार अनेक क्षेत्र दूषित हो जाते हैं; इसलिए सडकपर मलमूत्र-त्याग न करें । यह कृति समष्टि पापका मूल कारण है । ऐसे रज-तमात्मक क्षेत्रमें अनिष्ट शक्तियोंका संचार भी बढ जाता है, इससे सभीको कम-अधिक मात्रामें कष्ट भोगना पडता है । - एक विद्वान (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, ७.१२.२००७, दोपहर १२.५०) एक विद्वान : लांघनेकी प्रक्रिया स्वयं वायुधारणात्मक (वायुधारणात्मक अर्थात् वायुतत्त्वसंबधी) क्रियासे संबंधित है, इसलिए इस वायुके सूक्ष्म-नादके प्रवाहकी ओर मूत्रके रज-तमात्मक स्पंदन तत्काल आकृष्ट होते हुए, वायुजन्य रिक्त स्थानमें समा जाते हैं । इसलिए मूत्र लांघनेवाले जीवके आस-पास रज-तमात्मक तरंगोंसे युक्त वायु-आवेशित क्षेत्र तैयार होता है । अनिष्ट शक्तियां भी वायुरूप होती हैं, इसलिए उनके निवासके लिए यह क्षेत्र पूरक है; अतएव सडकपर पडे मल-मूत्रको न लांघें । (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, २५.१२.२००७, सायं. ७.४५) शास्त्र : जोती हुई भूमिपर मलमूत्र-त्याग करनेसे भूमिके शक्तिरूपी चेतनातत्त्वका हरण होते हुए भूमि अनुपजाऊ बनती है : जोती हुई भूमिमें सुप्त शक्तिरूपी भूगर्भ तरंगें कार्यरत होती हैं । इन तरंगोंके उत्सर्जनसे वह विशिष्ट वायुमंडल भूगर्भतरंगोंसे आवेशित होता है । ये भूगर्भतरंगें बीजमेंसे निकलनेवाले अंकुररूपी पोषणके लिए पूरक होती हैं (अर्थात् अंकुरके लिए पोषक होती हैं ) । भूगर्भतरंगोंसे आवेशित क्षेत्रको ही उपजाऊ भूमि की संज्ञा दी जाती है । ऐसी भूमिमें मलमूत्र-त्याग जैसी अपवित्र कृति न करें । इस कृतिके कारण भूमिसे संलग्न रज-तमात्मक तरंगोंका वायुमंडल निर्माण हो जाता है, जिससे भूमिकी सात्त्विकता घटते हुए वह बंजर बनती है व अनिष्ट शक्तियोंके आक्रमणसे प्रभावित हो सकती है । जोती हुई भूमिपर मलमूत्र-त्याग करनेसे भूमिके शक्तिरूपी चेतनातत्त्वका ही क्षय हो जाता है । शास्त्र : बमीठेपर मलमूत्र-त्याग करनेसे बमीठेकी भूमितरंगें उत्सर्जन की क्षमता कम होना : बमीठेमें विद्यमान नागदेव, शिवरूपी कनिष्ठ गणदेवताओंसे संबंधित होते हैं । बमीठेके छिद्ररूपी वायुविजन (वायुसंचार) से भूमितत्त्वसे संबंधित तरंगें फुवारेके समान वायुमंडलमें प्रक्षेपित होती रहती हैं । इन तरंगोंसे उस विशिष्ट वायुमंडलसे जानेवाले जीवके प्राणदेहकी शुद्धि होती है । बमीठेके स्थानपर मलमूत्र-त्यागने जैसी अपवित्र कृति करनेसे, बमीठेकी भूमितरंगें उत्सर्जन की क्षमता कम होती है; क्योंकि किसी भी स्थानपर रज-तमका संक्रमण जडत्वनिर्मितिका मूल कारण होता है । इसलिए विशिष्ट घटकमें विशिष्ट स्तरपर शक्तिस्वरूप तरंगें प्रक्षेपित करनेकी क्षमता अपने-आप कम हो जाती है । अतएव, यथासंभव ऐसी पापजन्य कृतिसे बचना ही उचित है । शास्त्र : गौशालामें मलमूत्र-त्याग करनेसे सत्त्वगुणवर्धक तरंगोंके प्रक्षेपणसे, वायुमंडल शुद्ध रखनेवाला पवित्र क्षेत्र अपवित्र बनना : गौशालामें विद्यमान गोमूत्र, गोबर व गायकी वायुरूपी हुंकार तथा उसका प्रत्यक्ष देवताजन्य अस्तित्व, इन घटकोंके कारण, वह स्थान सत्त्वगुणवर्धक तरंगोंके प्रक्षेपणसे वायुमंडल निरंतर शुद्ध रखनेमें कारणभूत होता है । गोमूत्र व गोबरसे प्रक्षेपित सूक्ष्म-वायु, देहकी प्राणवायुके गतिमान संचार हेतु पूरक होती है । अतएव, जिस स्थानपर गौशाला होती है, वहांके जीवोंका स्वास्थ्य तथा मन सदैव ही उत्तम स्थितिमें रहता है और जीवन भी आनंदमय बनता है । इसलिए ऐसे पवित्र क्षेत्रमें रज-तमको आमंत्रण देनेवाली मलमूत्र-त्याग जैसी कृति निषिद्ध मानी गई है । शास्त्र : जलमें मलमूत्रके त्यागसे जलका संग्रह अशुद्ध बनना और जलकी ओर ब्रह्मांडकी रज-तमात्मक तरंगें आकृष्ट होनेसे संपूर्ण वायुमंडल अशुद्ध होना : जल सर्वसमावेशक है । जलके स्रोतको शुद्ध व पवित्र रखनेसे उसकी ओर ब्रह्मांडमंडलसे आकृष्ट देवताओंकी सात्त्विक पंचतत्त्वात्मक तरंगोंका लाभ उस परिसरमें रहनेवाले अनेक जीवोंको प्राप्त होता है । इससे उनके देह तथा वायुमंडलकी भी शुद्धि होती है । जलमें मलमूत्र-त्याग करनेसे, जलका संग्रह अशुद्ध बनता है । इससे उसकी ओर ब्रह्मांडकी रज-तमात्मक तरंगोंका आकर्षण आरंभ होते हुए, संपूर्ण वायुमंडल अशुद्ध बनता है । ऐसी कृति समष्टि जीवनमें अनेक विघातक रोगोंको आमंत्रित करती है । वह जल पीनेसे जलके साथ देहमें अनिष्ट शक्तियोंके प्रवेशकी भी आशंका रहती है । शास्त्र : जलाशयसे दस हाथ दूरतक मलमूत्र-त्याग करनेसे वायुमंडल दूषित होकर संपूर्ण परिसर अशुद्ध बनना व इससे अनेक अनिष्ट शक्तियोंका इस परिसरमें आकर जलस्रोतको काली शक्तिसे युक्त बनाना : जलाशयसे दस हाथ दूरतकका परिसर अधिक आर्द्रतायुक्त होता है । इसलिए वह सूक्ष्मदृष्टिसे वायुमंडलमें होनेवाले सभी प्रकारके पंचतत्त्वात्मक तरंगोंके उत्सर्जनके लिए पोषक होता है । इस आर्द्रतायुक्त वायुमंडलके आधारपर अनेक दिव्यात्मा उस विशिष्ट नदीके तटपर साधना करते हैं, इसके साथ ही कुछ पितर भी इस परिसरमें रहकर साधना करते हैं । इसलिए यथासंभव नदीके तटपर अथवा किसी भी सरोवरके तटपर मलमूत्रादिका त्याग न करें; क्योंकि इससे वायुमंडल दूषित बनता है और रज-तमात्मक तरंगोंका प्रक्षेपण सर्वत्र तीव्र गतिसे होता है । इससे संपूर्ण परिसर अशुद्ध बनता है । अतएव अनेक अनिष्ट शक्तियां इस परिसरमें आकर जलके इस स्रोतको ही काली शक्तिसे युक्त बनाती हैं । ऐसे दूषित जलसे सभीको अनिष्ट शक्तियोंका कष्ट होनेकी आशंका रहती है । शास्त्र : जीर्ण देवालयमें मलमूत्र-त्याग करनेसे रज-तमात्मक तरंगों व वायुका उत्सर्जन होना तथा इससे पवित्र वायुमंडल अपवित्र बनना : जीर्ण अर्थात् अतिशय पुरातन । ऐसे देवालयमें कालांतरसे उस विशिष्ट देवताका शक्तिरूपी वायुमंडल, भूमंडलसे ही घनीभूत हो जाता है । जीर्ण देवालयके भग्न अवशेषोंसे, ऊर्ध्व वायुमंडलसे बाहर उत्सर्जित देवताजन्य चेतना यद्यपि कम हो जाती है, तब भी उस विशिष्ट देवताके कनिष्ठरूपी पृथ्वी व आप तत्त्वोंसे संबंधित अस्तित्वरूपी शक्तिस्वरूप वायुमंडल, भूमंडलसे घनीभूतताके स्तरपर सुप्तरूपमें विद्यमान रहते हैं । इसलिए वह एक पवित्र वायुमंडल ही होता है । ऐसे पवित्र स्थानपर रज-तमात्मक तरंगें व वायुके उत्सर्जन हेतु कारणभूत मलमूत्र-त्याग जैसी कृति करनेसे वहां विद्यमान पवित्र वायुमंडल अपवित्र बनता है तथा यह एक पापजन्य कर्म होता है । शास्त्र : यज्ञवेदी व भस्मके निकट मलमूत्र-त्याग करनेसे उस विशिष्ट स्थानमें विद्यमान पवित्र वायुमंडल अशुद्ध होना : भस्म व यज्ञवेदीके स्थानपर तेजरूपी सुप्त शक्तिस्वरूपी वायुमंडल, विशिष्ट रिक्त स्थानमें घनीभूत रहता है । इस स्थानपर रज-तमात्मक तरंगों तथा वायुके उत्सर्जन हेतु कारणभूत मलमूत्र-त्याग जैसी कृति करनेसे उस विशिष्ट स्थानमें विद्यमान पवित्र वायुमंडल अशुद्ध हो सकता है । यह एक पापजन्य कर्म बनता है । - एक विद्वान (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, ७.१२.२००७, दोपहर १२.५०) शास्त्र : अग्नि, सूर्य, चंद्र, जल, ब्राह्मण व गाय जैसे मांगलिक तथा तेजवर्धक घटकोंके समक्ष मलमूत्र-त्याग जैसी कृति करना महापातक माना जाना : अग्नि दिव्य तेजका, सूर्य प्रत्यक्ष अथवा प्रकट तेजका, चंद्र शीतल तेजका, जल सर्वसमावेशक पवित्र कार्यरूपी पंचतत्त्वात्मक तेजका, ब्राह्मण ब्रह्मतेजका तथा गाय तेजतत्त्वदर्शक देवत्वरूपी प्रवाहका प्रतीक है । अतएव ऐसे मांगलिक व तेजवर्धक घटकोंके समक्ष मलमूत्र-त्याग जैसी कृति करना महापातक माना गया है । मलमूत्रादि विसर्जनसे प्रक्षेपित सूक्ष्म रज-तमयुक्त तरंगों तथा वायुके कारण, इन तेजदायी घटकोंसे युक्त परिसर दूषित बनानेका पातक लगनेकी संभावना अधिक होती है । इसलिए ऐसी पापजन्य कृति न करें । - एक विद्वान (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, ७.१२.२००७, दोपहर ३.०३ व ३.११) (यात्रा, आपत्काल इत्यादि कारणोंसे सडक इत्यादि स्थानोंपर मलमूत्र-त्याग करना ही पडे, तो उस समय देवतासे क्षमा मांगकर उनसे प्रार्थना कर, नामजप करते हुए वह कर्म करें । - संकलनकर्ता) शास्त्र : मलमूत्र विसर्जनकी रज-तमात्मक तरंगोंका शरीरसे सीधा संपर्क न हो, इस हेतु मस्तक व शरीर वस्त्रसे ढकना आवश्यक : मलमूत्र-त्याग रज-तमदर्शक प्रक्रिया है । उससे रज-तमात्मक तरंगोंका सीधे शरीरसे संपर्क न हो, इस हेतु मस्तक व शरीर वस्त्रसे ढकना उचित होता है । मस्तकपर वस्त्र धारण करना, ब्रह्मरंध्रको कुछ मात्रामें सुरक्षित रखनेमें सहायक है । वस्त्रके माध्यमसे दिनभरमें होनेवाले रज-तमात्मकरूपी आक्रमणोंसे जीवकी थोडी-बहुत रक्षा हो सकती है । - एक विद्वान (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, ११.१२.२००७, दोपहर १.४३) - एक विद्वान (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, ११.१२.२००७, दोपहर २.१९) पहली विचारधारा : मलमूत्र-त्याग करते समय दिन व संध्या समयमें उत्तरकी ओर तथा रात्रिमें दक्षिणकी ओर मुख करें । अर्थ : पूर्वकी ओर मुख कर अन्न ग्रहण करें । दक्षिणकी ओर मुख कर मलका व उत्तरकी ओर मुख कर मूत्रका त्याग करें तथा पश्चिमकी ओर मुख कर पैर धोएं । मल-त्याग : दक्षिण दिशा अशुभ कर्मको समाविष्ट करती है । मल जडत्वदर्शक अशुभ धारणासे संबंधित है, इसलिए वह यमतरंगोंसे युक्त व जडत्वधारणासे संलग्न वायुमंडलमें विशिष्ट स्थानपर ही त्यागनेसे वायुमंडलकी विशिष्ट स्तरकी शक्तितरंगोंका भ्रमणात्मक संतुलन नहीं बिगडता । - एक विद्वान (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, २.६.२००७, दोपहर १.५९) - एक विद्वान (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, २९.१०.२००७, दिन ९.४६) शास्त्र : मौनके माध्यमसे जीवकी मध्यमा वाणी जागृत स्थितिमें आती है, जिससे अंतर्मुखतामें वृद्धि होती है । इससे जीवके शरीरके चारों ओर संरक्षणात्मक कवच बने रहनेकी कालावधि बढ जाती है । इस प्रक्रियाके कारण लघुशंका व शौचविधि जैसी रज-तमात्मक कृति करते हुए, वायुमंडलसे अनिष्ट शक्तियोंके संभावित आक्रमणोंसे जीवकी रक्षा होती है । - एक विद्वान (श्रीमती अंजली गाडगीळके माध्यमसे, ११.१२.२००७, दोपहर २.१९) शास्त्र : शौचके उपरांत जलका प्रयोग करनेसे शौचके पृथ्वीतत्त्वसे संबंधित रज-तमयुक्त कण शीघ्र नष्ट होना : शौचद्वारा निकलनेवाले त्याज्य पदार्थ पृथ्वीतत्त्वसे संबंधित व रज-तमयुक्त होते हैं । टिश्यू पेपरमें सात्त्विकता नहीं रहती तथा वह पृथ्वीतत्त्वसे संबंधित है । इसलिए टिश्यू पेपरके उपयोगसे शौचके पृथ्वीतत्त्वसे संबंधित रज-तमयुक्त कण नष्ट नहीं होते । जल सात्त्विक है तथा उसमें आपतत्त्वयुक्त सात्त्विकता और चैतन्य रहता है । शौचके उपरांत जलका उपयोग करनेसे शौचके पृथ्वीतत्त्वसे संबंधित रज-तमयुक्त कण शीघ्र नष्ट होनेमें सहायता मिलती है । - ईश्वर (कु. मधुरा भोसलेके माध्यमसे, २८.११.२००७, रात्रि ११.१५) (कहां शौच स्वच्छ करने हेतु टिश्यू पेपर का उपयोग करना सिखानेवाली निकृष्ट पश्चिमी संस्कृति और कहां आध्यात्मिक दृष्टिसे उचित पदार्थ जल का उपयोग करनेकीर पद्धति सिखानेवाली महान हिंदु संस्कृति ! - संकलनकर्ता) ४. फ्रांसीसी वैज्ञानिकके शोधका निष्कर्ष - मूत्रत्यागकी हिंदुओंकी पद्धति उत्तम व स्वास्थ्यप्रद 'फ्रांसीसी वैज्ञानिक कहते हैं, खडे होकर लघुशंका करनेपर मूत्रकी बूंदें पैरोंपर गिरती हैं और नीचेके भागमें बिखरती हैं । बैठकरलघुशंकाकरनेकी हिंदुओंकी प्रथा अत्यंत उत्तम व स्वास्थ्यप्रद है । लघुशंकाके उपरांत इंद्रिय धोनी चाहिए । उसे न धोनेपर मूत्र सूखनेके उपरांत वहां मूत्रके सूक्ष्म-कण निर्माण होते हैं तथा वे रोगका कारण बनते हैं । लघुशंकाकी हमारी पारंपरिक पद्धतिका यूरोपियन वैज्ञानिक पूर्ण समर्थन करते हैं । तब भी वे खडे होकर ही लघुशंका करते हैं । उनकी देखादेखी हिंदु भी खडे होकर ही लघुशंका करते हैं । गोरोंका अंधानुकरण करनेमें हम अपने-आपको धन्य समझते हैं । कल यदि गोरे लोग नीचे बैठकर लघुशंका करने लगे, तो हम भी वैसा ही करेंगे और उसे प्रगति कहेंगे ! - गुरुदेव डॉ. काटेस्वामी जी द्वारा रचित यह भी पढ़े -----यज्ञोपवीत (जनेऊ) एक संस्कार है. इसके बाद ही द्विज बालक को यज्ञ तथा स्वाध्याय करने का अधिकार प्राप्त होता है. यज्ञोपवीत धारण करने के मूल में एक वैज्ञानिक पृष्ठभूमि भी है. शरीर के पृष्ठभाग में पीठ पर जाने वाली एक प्राकृतिक रेखा है जो विद्युत प्रवाह की तरह कार्य करती है. यह रेखा दाएं कंधे से लेकर कटि प्रदेश तक स्थित होती है. यह नैसर्गिक रेखा अति सूक्ष्म नस है. इसका स्वरूप लाजवंती वनस्पति की तरह होता है. यदि यह नस संकोचित अवस्था में हो तो मनुष्य काम-क्रोधादि विकारों की सीमा नहीं लांघ पाता. मूत्रज अंडवृद्धि उनमें से एक है. दायां कान सूत्रवेष्टित होने पर मूत्रज अंडवृद्धि का प्रतिकार होता है. इन सभी कारणों से मूत्र तथा पुरीषोत्सर्ग करते समय दाएं कान पर जनेऊ रखने की शास्त्रीय आज्ञा है. प्रस्तुतकर्ता राजेश मिश्र पर ४/०५/201४ ०७:४0:०० प्म कोई टिप्पणी नहीं:
ज्नू में बरसे अनुपम खेर, जमानत पर रिहा लोग हीरो नहीं हो सकते जेएनयू विवाद के बीच अभिनेता अनुपम खेर ने एक बार फिर कन्हैया, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि छात्र उन लोगों के कैसे हीरो बना सकते हैं, जो कि जमानत पर बाहर हों। बता दें कि अनुपम खेर जेएनयू में अपनी फिल्म बुद्धा इन ट्रैफिक जाम दिखाने के लिए पहुंचे थे। देश में आजादी का मतलब क्या? जेएनयू कैंपम में अनुपम खेर ने छात्रों से सवाल पूछते हुए कहा कि देश में आजादी का मतलब क्या है, भारत माता की जय पर बहस बेकार है। मैं अपने अंदर के हिंदुस्तानी को जिंदा रखना चाहता हूं। कन्हैया पर अनुपम ने निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग भुखमरी से आजादी के नारे लगा रहे हैं वह बताएं कि उन्होंने भुखमरी खत्म करने के लिए क्या किया है, जो अपने परिवार की गरीबी की कहानी सुनाते हैं वह यह तो बताएं की यहां तक आ कर उन्होंने परिवार के लिए क्या किया। कन्हैया की तरह ही उमर ने छात्रों को किया संबोधित गौरतलब है कि जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने के आरोपी कन्हैया के बाद उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य को जमानत पर रिहा कर दिय गया है। वहीं जेल से रिहा होने के बाद खालिद और अनिर्बान जेएनयू कैंपस पहुंचे। उमर खालिद ने छात्रों को ठीक उसी तरह संबोधित किया, जैसे कन्हैया कुमार ने जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद जेएनयू में किया था। उमर खालिद ने छात्रों से कहा कि हमारे आंदोलन को तोडऩे वाले कितने बड़े मुगालते में थे। मैं आप सभी लोगों के बीच में खड़ा होकर पिछले ड़ेढ महीने से खुद को ज्यादा मजबूत महसूस कर रहा हूं। हम लोगों को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया। हमें इस बात को लेकर शर्म नहीं है कि हमें इस धारा के तहत गिरफ्तार किया गया, क्योंकि देश के स्वतंत्रता सेनानी भी इसी आरोप में गिरफ्तार किए गए। सरकार के खिलाफ जंग जारी रहेगीः खालिद उमर ने आगे कहा कि हम यहां से चिल्ला-चिल्लाकर बोलना चाहते हैं कि सरकार के खिलाफ हमारा विद्रोह जारी रहेगा। क्रिमिनल वो हैं जो पावर में हैं। सत्ता का विरोध करने वालों को हमेशा जेल में डाला गया। खालिद ने अपने भाषण में पीएम मोदी और शिव सेना के प्रमुख बाला साहब ठाकरे पर भी निशाना साधा था। यह भी पढ़े : कन्हैया कुमार के खिलाफ लगे पोस्टर, लिखा 'देशद्रोहियों से सावधान' यह भी पढ़े : कन्हैया को छात्रा ने खुले में पेशाब करने से रोका तो दी देख लेने की धमकी
ऑयस्टर परपेचुअल याट-मास्टर ई मैकैनिकल मेमोरी वाली दुनिया की एकमात्र क्रोनोग्राफ़ महत्वपूर्ण क्षणों के रहस्य को समाहित करें। एक अति-उत्कृष्ट रेगाटा घड़ी, याट-मास्टर ई, कप्तानों के लिए, अपनी कार्रवाई को परखने हेतु एक आवश्यक उपकरण है। याट-मास्टर ई का सुस्पष्ट और अलग पहचान में आने वाला समुद्री चरित्र ऑयस्टर पेशेवर घड़ियों की भावना के साथ अच्छी तरह मेल खाता है। रेगाटा क्रोनोग्राफ़ का स्पष्ट डिसप्ले ब्यौरों के प्रति रोलेक्स के निरंतर ध्यान देने का प्रतीक है। गति की किसी भी प्रतियोगिता के समान, सटीकता का सार है। यॉट-मास्टर ई में अभूतपूर्व यांत्रिक प्रकार्य है:एक काउंटडाउन जिसे १ से १0 मिनट तक प्रोग्राम किया जा सकता है और स्किपर्स को सटीक समय और प्रत्येक दौड़ की आधिकारिक प्रारंभिक प्रक्रिया का पालन करने देती है। रोलेक्स ने तब पूर्णता हासिल की जब बेज़ेल के उद्देश्य और कार्यक्षमता को फिर से परिभाषित करने पर अपना ध्यान दिया। आम तौर पर, बेज़ेल आंतरिक तंत्र से स्वतंत्र रूप से संचालित होता है; हालांकि, यॉट-मास्टर ई रेगाटा क्रोनोग्राफ़ में रिंग कमांड बेज़ेल इसके संयोजन में काम करता है। संचलन से जुड़े मैकेनिकल घटक के रूप में, बेज़ल शब्दशः प्रोग्राम करने योग्य काउंटडाउन की कुंजी के रूप में कार्य करता है, जिससे इसे दौड़ के शुरुआती समय के अनुक्रम में सेट और सिंक्रनाइज़ किया जा सकता है। डिजाइन में जटिल, लेकिन उपयोग में आसान, यह कार्यात्मक रूप से सुंदर है। नॉटिकल ऑयस्टर परपेचुअल याट-मास्टर का १८ कैरट एवरोज़ गोल्ड संस्करण, एकमात्र ऐसा ऑयस्टर प्रोफ़ेशनल मॉडल है जो दो साइजों में आता है: ४० और ३७ मिमी। रोलेक्स द्वारा विकसित और पेटेंट किए गए यॉट-मास्टर का नया ऑयस्टरफ्लेक्स ब्रेसलेट, मज़बूती, वॉटरप्रूफ़ क्षमता या विश्वसनीयता से कोई समझौता किए बिना धातु के ब्रेसलेट के लिए एक स्पोर्टी विकल्प प्रदान करता है। रोलेक्स की अनेक घड़ियाँ अब येलो, व्हाइट या एवेरोज़ गोल्ड के प्रख्यात हो चुके संयोजन के साथ उपलब्ध हैं, जिसे रोलेसॉर कहा जाता है, लेकिन रोलेज़ियम को विशिष्ट रूप से याट-मास्टर के लिए बनाया गया है। केस और ब्रेसलेट तो मज़बूत ऑयस्टरस्टील से बने हैं, पर रोलेज़ियम संस्करणो का बेज़ेल ९५० प्लैटिनम से बना है, जो उसे एक चांदी जैसी सफ़ेदी और जीवंत प्रकाशमानता देकर लग्ज़री का ऐसा एहसास प्रदान करता है जिस पर ध्यान गए बिना नहीं रह सकता। याट-मास्टर और याट-मास्टर ई के बारे में जानें, जो जो घड़ियाँ याटिंग की भावना को साकार करती हैं और नौकायन की दुनिया से प्रेरित हैं।
आधी आबादी न्यूज प्रादेशिक मूकबधिर युवती से हुए रेप के मामले में एक और लड़की सामने आई मीडियावाला.इन।अभी तो जाने कितने रहस्य और खुल सकते है ।अब एक एक कर शोषित पीड़ित सामने आने की हिम्मत कर रही है ,हेवानियत का खेल लम्बे समय से चल रहा था और सामजिक न्याय विभाग अनुुुुदान देकर पुरस्कृत कर रहा... छेड़छाड के मामले में गिरफ्तार युवक की थाने में कथित मौत, थाना प्रभारी निलंबित, एसपी ने दिए जांच के आदेश मीडियावाला.इन। धार से कान्हा ठाकुर की खास रिपोर्ट। जिले के बाग थाने में छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस का कहना युवक ने भागकर पेड़ पर फांसी लगाई... मीडियावाला.इन। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को यहां कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि... मीडियावाला.इन। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को यहां राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव का आगाज करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष ने फ्रांस के साथ राफेल सौदा समेत कई मसलों को लेकर मोदी... पासवान ने आंबेडकर, दलितों को नजरअंदाज करने पर दागे सवाल मीडियावाला.इन। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने विपक्षी दलों पर सत्ता में रहने पर डॉ. बी.आर. आंबेडकर और दलितों को 'नजरअंदाज' व 'किनारे किए जाने' पर हमला बोला और कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) व समाजवादी पार्टी (सपा)... मीडियावाला.इन। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन और सरस्वती पूजा में बाधा उत्पन्न नहीं करने को लेकर चेतावनी दी। उन्होंने साथ ही... मीडियावाला.इन। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की अध्यक्ष पूनम महाजन ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'यू-टर्न दीदी' कहा और उनकी पार्टी को एक 'आतंक-निर्माता मशीन' करार दिया। महाजन ने कोलकाता... ३ तलाक विधेयक पर कांग्रेस की बेरुखी खल रही मीडियावाला.इन। सरकार ने शनिवार को मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस, पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की प्रमुख सोनिया गांधी पर राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक पारित न होने देने का आरोप लगाया और इसे मुस्लिम...
चीनी राजदूत से मुलाकात पर राहुल की सफाई- गंभीर मुद्दों के बारे में जानना मेरा काम म्ह ओन न्यूज नेशनल १०/०७/२०१७ चीनी राजदूत से मुलाकात पर राहुल की सफाई- गंभीर मुद्दों के बारे में जानना मेरा काम दिल्ली राहुल गांधी ने चीनी राजदूत से मुलाकात को लेकर सफाई देने के साथ ही मोदी सरकार पर हमला भी बोला है. उन्होंने कहा कि देश से जुड़े पेचीदा मसलों के बारे में जानकारी लेना उनका काम है. राहुल गांधी के टि्वटर अकाउंट से किए गए ट्वीट में लिखा है, पेचीदा मसलों पर जानकारी रखना मेरा काम है. मैं चीनी राजदूत, पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, भूटान के राजदूत और उत्तर-पूर्व के कांग्रेस नेताओं से मिला था. उन्होंने चीनी राजदूत से मुलाकात को लेकर केंद्र सरकार की ओर से सवाल उठाए जाने पर पलटवार किया है. सरकार पर हमला करते हुए दूसरे ट्वीट में लिखा, यदि सरकार एक राजदूत से मेरी मुलाकात को लेकर इतनी चिंतित है तो उन्हें इस पर जवाब देना चाहिए कि सीमा मसले के दौरान तीन मंत्री चीन की मेहमाननवाजी का लुत्फ क्यों ले रहे थे? राहुल गांधी के दफ्तर की ओर से किए गए तीसरे ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की झूला झूलते हुए की तस्वीर पोस्ट की गई है. इसके जरिए मोदी और जिनपिंग की २०१४ की मुलाकात पर तंज कसा गया है. ट्वीट में लिखा गया है, और जानकारी के लिए बता दें कि जब हजारों चीनी सैनिक भारत में घुस गए थे तब झूले पर बैठा हुआ इंसान मैं नहीं था. बता दें कि राहुल गांधी के चीनी राजदूत से मिलने की खबर का पहले कांग्रेस ने खंडन किया था. हालांकि शाम को पार्टी की ओर से कहा गया कि यह मुलाकात हुई थी.
जन कल्याण समिति का रक्तदानदाता सम्मान समारोह सम्पन्न - अम्जा भारत होम / फिरोजाबाद / जन कल्याण समिति का रक्तदानदाता सम्मान समारोह सम्पन्न जन कल्याण समिति का रक्तदानदाता सम्मान समारोह सम्पन्न शिकोहाबाद ( फ़िरोज़ाबाद ) । जन कल्याण सेवा समिति का चतुर्थ वार्षिकोत्सव एवं रक्तदानदाता सम्मान समारोह का आयोजन अग्रवाल धर्मशाला में संपन्न हुआ । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी एकता सिंह, विशिष्ठ अतिथि सीओ इंदुप्रभा एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. श्याम मोहन गुप्ता रहे । अध्यक्षता डॉ संजीव माथुर ने की । संचालन राजेश अग्रवाल ने किया । कार्यक्रम में १२३ रक्तदाताओं को शॉल व प्रसस्ति - पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत के साथ हुयी। इसके उपरान्त नन्हे - मुन्ने बच्चों द्वारा विभिन्न संस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एकता सिंह ने कहा कि लोग रक्तदान के लिए आगे आयें । इससे किसी का जीवन बचाया जा सकता है। सीएमएस डॉ एसएम गुप्ता ने कहा कि जिस प्रकार से पिछले दिनों अनेक लोगों ने रक्तदान किया था, वो बधाई के पात्र हैं । विशिष्ट अतिथि ने कहा कि रक्तदान व अन्य सामाजिक कार्यों से लोगों को काफी राहत महसूस हो रही है । कार्यक्रम में संरक्षक रमेश चन्द्र अग्रवाल, संजीव कुमार अग्रवाल लाला, संरक्षक अतीश राठौर, अध्यक्ष विपुल अग्रवाल, सचिव रोहित बंसल, कोषाध्यक्ष विनोद देवकते, अवनीश गोयल, प्रदीप चंदेल, विवेक गोयल, संजीव अग्रवाल, पुनीत कुमार, गुंजन अग्रवाल, नेहा अग्रवाल, नितिन अग्रवाल आदि थे।
हिन्दी न्यूज: डॉक्टर के गल्ले से नकदी चुरा रहे युवकों की बाइक की पड़ोसी ने निकाल ली चाबी, चोर मोटरसाइकिल छोड़ भागे हिन्दी न्यूज पंजाब तलवारा डॉक्टर के गल्ले से नकदी चुरा रहे युवकों की बाइक की पड़ोसी ने निकाल ली चाबी, चोर मोटरसाइकिल छोड़ भागे डॉक्टर के गल्ले से नकदी चुरा रहे युवकों की बाइक की पड़ोसी ने निकाल ली चाबी, चोर मोटरसाइकिल छोड़ भागे भास्कर संवाददाता | दातारपुर सोमवार दोपहर को दातारपुर के रूकड़ी रोड पर स्थित डाक्टर भूपेन्द्र जसरोटिया के... सोमवार दोपहर को दातारपुर के रूकड़ी रोड पर स्थित डाक्टर भूपेन्द्र जसरोटिया के क्लिनिक पर दो युवकों ने गल्ले से नकदी चुरा ली। चोरी की घटना संबंधी डाक्टर जसरोटिया ने बताया कि उनका क्लिनिक घर के मेन गेट के अंदर ही है। सोमवार दोपहर को उनकी प|ी किसी काम के लिए बाहर गई हुई थी और करीब दोपहर दो बजे वह उसे झीर दा खुई अड्डे पर लेने के लिए कार में गए थे। घर के दरवाजे को उन्होंने ताला लगा दिया और क्लिनिक का शटर खुला छोड़ कर मेन गेट को भी बिना ताला लगाए चले गए। उनके झीर दा खुई जाने के बाद बिल्कुल सामने वाला पड़ोसी राजिंदर कुमार बाहर निकला तो उसने देखा कि एक युवक उनके गेट की दीवार के साथ मोटरसाइकिल पर बैठा-बैठा क्लिनिक की खिड़की से अंदर झांक रहा था और गेट भी खुला था। राजिंदर कुमार को शक हुआ तो वह चुपके से मेन गेट से क्लिनिक के अंदर आ गया। उसने देखा कि एक युवक काउंटर का गल्ला खोलकर पैसे निकाल रहा था और उसको देखते ही वह युवक बाहर भागा व झट से मोटर साइकिल पर बैठ गया। बाहर खड़े दूसरे साथी ने मोटरसाइकिल स्टार्ट करने की कोशिश की लेकिन स्टार्ट नहीं हुआ। इतने में पड़ोसी राजिंदर कुमार ने मोटरसाइकिल की चाबी निकाल ली। चोर मोटरसाइकिल छोड़कर भागने में सफल हो गए। डाक्टर जसरोटिया ने बताया कि वह घर लौटे तो उन्होंने सारी जानकारी तलवाड़ा पुलिस को दी। उसके बाद एएसआई गुरबिंदर सिंह मौके पर आए और चोर जो मोटरसाइकिल छोड़कर भागे थे उसे कब्जे में ले लिया। चोरों की ओर से छोड़े गए मोटरसाइकिल का नंबर पीबी ०८ डीडब्ल्यू ५४२७ है। वेब तितले: डॉक्टर के गल्ले से नकदी चुरा रहे युवकों की बाइक की पड़ोसी ने निकाल ली चाबी, चोर मोटरसाइकिल छोड़ भागे
भोपाल : पिछले कई दिन से मध्यप्रदेश की राजनीति में सुर्खियां बटोर रहे देशद्रोह संबंधित विवाद में अब कांग्रेस महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को बीच में ले आए हैं। सिंह ने आज अपने ट्वीट में कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उन्हें देशद्रोही कहे जाने पर गुरुवार को वे अपनी गिरफ्तारी देने भोपाल के टीटी नगर पुलिस थाने गए थे। थाने से उन्हें सूचित किया गया कि मध्यप्रदेश पुलिस के पास उनके विरुद्ध कोई प्रमाण नहीं हैं। कल भोपाल में मैं पूर्व सूचना दे कर टीटी नगर थाना पहुँचा। पता लगाया कि मप्र के मा मुख्य मंत्री जी ने मुझ पर देश द्रोही होने का आरोप लगाया है यदि आपके पास मेरे ख़िलाफ़ कोई रिपोर्ट या प्रमाण हैं तो गिरफ़्तार करें। टीटी नगर थाना प्रभारी ने मुझे लिख कर सूचित किया कि मप्र पुलिस के पास मेरे विरुद्ध ना तो प्रकरण है और ना ही कोई प्रमाण है। मैं मा मुमं शिवराज सिंह चौहान से पूछना चाहता हूँ कि संवैधानिक पद पर रहते हुए आपने एक भूत पूर्व मुख्य मंत्री पर देश द्रोह का झूंठा आरोप लगा दिया क्या आपको मुझ से माफ़ी नहीं मॉंगना चाहिये? क्या मा मोहन भागवत जी अपने मुख्य मंत्री को मुझ से माफ़ी मॉंगने के निर्देश देंगे? देखते हैं। उन्होंने लिखा है कि वे मुख्यमंत्री चौहान से पूछना चाहते हैं कि संवैधानिक पद पर रहते हुए उन्होंने एक भूतपूर्व मुख्यमंत्री पर देशद्रोह का झूठा आरोप लगा दिया, क्या मुख्यमंत्री चौहान को अब उनसे माफ़ी नहीं मांगनी चाहिए। उन्होंने आगे लिखा है कि क्या संघ प्रमुख मोहन भागवत अपने मुख्यमंत्री को उनसे माफ़ी मांगने के निर्देश देंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कथित तौर पर देशद्रोही कहा था। इसके विरोध में कल दिग्विजय सिंह भोपाल के एक थाने में गिरफ्तारी देने गए थे, हालांकि उनके खिलाफ कोई शिकायत या प्रकरण दर्ज नहीं होने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया।
बिग बॉस १३ में होने जा रहा है वाइल्ड कार्ड - ए बॉक्स ऑफिस | हिन्दी.आबॉक्सोफिस.कॉम बिग बॉस १३ में होने जा रहा है वाइल्ड कार्ड एंट्रीज बीते कई दिनों से खबरों में बनी हुई हैं। शो के दौरान तीन कंटेस्टेंट का नाम बता दिया गया है, जिनमे से है- हिन्दुस्तानी भाऊ, तहसीन पूनेवाला और भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव वाइल्ड कार्ड एंट्री कर चुके हैं। ऑक्ट २९, २०१९ - १५:१२ वाइल्ड कार्ड एंट्री को लेकर एक मज़ेदार खबर बिग बॉस १३ में होने जा रहा है वाइल्ड कार्ड एंट्रीज बीते कई दिनों से खबरों में बनी हुई हैं। शो के दौरान तीन कंटेस्टेंट का नाम बता दिया गया है, जिनमे से है- हिन्दुस्तानी भाऊ, तहसीन पूनेवाला और भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव वाइल्ड कार्ड एंट्री कर चुके हैं। हालांकि तीनों ने अभी तक 'बिग बॉस' के घर में प्रवेश नहीं किया है, उम्मीद है कि तीनों इस हफ्ते घर के अंदर पहुंच जाएंगे। इसी बीच अब चौथी वाइल्ड कार्ड एंट्री को लेकर एक मज़ेदार खबर आ रही है। आपको याद होगा कुछ दिन पहले पंजाबी सिंगर और मॉडल हिमांशी खुराना की 'बिग बॉस' में वाइल्ड कार्ड एंट्री को लेकर खबरें वायरल हुई थीं, हालांकि हिमांशी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ये साफ कर दिया था कि वो 'बिग बॉस १३' में नहीं जा रही हैं। लेकिन अब एक बार फिर ये खबर है कि हिमांशी 'बिग बॉस' के घर में वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट बनेंगी। और इस बात की हिंट खुद हिमांशी ने अपने एक पोस्ट के जरिए दी। हिमांशी ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर एक पोस्ट शेयर किया जो इशारा करता है कि वो बिग बॉस के घर में जा रही हैं। हालांकि हिमांशी ने ये पोस्ट डिलीट भी कर दिया। देखें हिमांशी खुराना की इंस्टा स्टोरी। आपको बता दें कि पहले हिमांशी ने अपने पोस्ट में लिखा था 'कुछ दिनों से ये अफवाह फैल रही है कि मैं बिग बॉस के घर में जा रही हूं। तो आधिकारिक तौर पर मैं ऑडियंस और मीडिया को ये बताना चाहती हूं कि मैं बिग बॉस के घर में नहीं जा रही हूं। साथ ही उन्होंने शहनाज़ के साथ विवाद को लेकर भी अपना पक्ष रखा था। दरअसल, हिमांशी और शहनाज गिल में बिल्कुल नहीं बनती है। ऐसे में हिमांशी का शो में जाना शहनाज के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। शहनाज़ के साथ विवाद पर हिमांशी ने लिखा था, 'सभी नेशनल पब्लिकेशन्स ने पब्लिश किया की उन्होंने(शहनाज़) मेरे गाने का मज़ाक बनाया, लेकिन असल में मैंने उस चीज़ को इग्नोर किया था। क्योंकि वो उनका नजरिया था या उनकी सोच समझ थी। मैंने जवाब उन्हें तब दिया जब उन्होंने किसी रैंडम मीम पेज एडमिन के साथ इंस्टा पर लाइव कर के मुझे घटिया गालियां दी, अश्लील और असहनिय शब्द कहे। जो उनका गाने के लेकर रिव्यू था या मेरी शक्ल और बॉडी को लेकर बाते थें वो तब तक २-३ दिन पुरानी हो चुकी थीं। सारे सबूतक यूटयूब पर मौजूत हैं आप जाकर चैक कर सकते हैं'।
लेड टी वी रिपेयरिंग, मोबाइल एवं लैपटॉप रिपेयरिंग सीख कर एक छोटे गांव या शहर का कोई युवा कैसे एक बड़ा बिजनेसमैन बन सकता है ? होम / ब्लॉग / लेड टी वी रिपेयरिंग, मोबाइल एवं लैपटॉप रिपेयरिंग सीख कर एक छोटे गांव या शहर का कोई युवा कैसे एक बड़ा बिजनेसमैन बन सकता है ? जी हां | लेड टी वी रिपेयरिंग ,मोबाइल एवं लैपटॉप रिपेयरिंग कोर्स ने आज एक छोटे शहर या गांव में रहने वाले हर एक युवा को यह अवसर प्रदान कर दिया है की वो भी एक बड़ा बिजनेसमैन बन सके | और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की इसके लिए आपको बहुत ज्यादा पढ़ा लिखा होना भी जरूरी नहीं | अगर आपको अंग्रेजी नहीं आती तो भी आप को चिंता करने की जरूरत नहीं जी हां ये बिल्कुल सच है की आज के दौर में लेड टी वी ,मोबाइल और लैपटॉप के लगातार बढ़ते हुए उपयोग ने हर युवा को ये अवसर प्रदान कर दिया है की वो मात्र ३ से ४ महीने का ये कोर्स कर के अपना भविष्य उज्जवल बनाये | अब प्रश्न यह है की ऐसा होगा कैसे और आपको इसके लिए कैसे काम करना होगा ? सबसे पहले हम यह देखेंगे की किसी भी छोटे शहर या एक गांव में लेड टी वी , मोबाइल, लैपटॉप रिपेयरिंग के बिज़नेस का क्या फ्यूचर है ? एक उदहारण से ये बात साफ़ हो जाएगी की किसी भी छोटे शहर या गांव में लेड टी वी रिपेयरिंग, मोबाइल लैपटॉप रिपेयरिंग कोर्स करने के बाद अपना लेड टी वी रिपेयरिंग ,मोबाइल या लैपटॉप रिपेयरिंग की दुकान या सर्विस सेंटर शुरू करने वाले युवा को काम कैसे मिलेगा ? मान लीजिए आपके शहर में एक लाख लोग रहते है तो इसका मतलब यह है की कम से कम उनमे से ५० हजार लोगो के पास एक एक एक मोबाइल सेट तो होगा ही ( यानी ५०000 मोबाइल सेट ) | और कम से कम ३०००० लोगो के पास २ या ज्यादा भी मोबाइल सेट होगा ही ( यानी ६०००० मोबाइल सेट ) | बाकि २0000 लोगो के पास कोई मोबाइल सेट नहीं होगा ऐसा मान लेते है हालाँकि इस बात के चांस आज कल के टाइम में बहुत कम है की कोई आदमी मोबाइल सेट न यूज़ करता हो | इस प्रकार हमने देखा की एक लाख लोगो पर लगभग एक लाख १० हजार मोबाइल सेट है | अब अगर लैपटॉप और कंप्यूटर की बात करे तो एक सर्वे के अनुसार एक लाख लोगो पर लगभग ३० से ४० हजार लैपटॉप और कंप्यूटर का यूज़ होता है | इस प्रकार मोबाइल और लैपटॉप दोनों को मिला कर ये संख्या हो गई १ लाख ५० हजार | एक अनुमान के अनुसार लगभग ३० % मोबाइल और लैपटॉप हर महीने खराब होते है यानी की लगभग ४५००० मोबाइल और लैपटॉप हर महीने ख़राब होते हैं और इनको सही करने के लिए लैपटॉप मोबाइल रिपेयरिंग इंजीनियर की जरूरत होती हैं | ये संख्या ज्यादा भी हो सकती है | आपने देखा की केवल एक लाख की जनसँख्या वाले शहर में भी लगभग ४५ से ५० हजार मोबाइल और लैपटॉप हर महीने ख़राब होते है तो अगर आपके शहर में ज्यादा लोग रहते है तो ये संख्या और ज्यादा भी हो सकती है | अब आप समझ सकते हैं की इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल और लैपटॉप रिपेयर करने के लिए कितने ज्यादा मोबाइल और लैपटॉप रिपेयरिंग टेक्निशंस की जरूरत हैं | अगर आपने एक महीने में केवल ५०० मोबाइल , लैपटॉप रिपेयर कर दिया तो केवल रिपेयरिंग के काम से ही आपको आराम से ६० से ७० हजार महीने की कमाई हो सकती हैं | अगर आपने अपना काम और बढ़ाना हैं तो आप कुछ और रिपेयरिंग टेक्निशंस को अपने सर्विस सेंटर पर जॉब दे कर अपनी कमाई और बढ़ा सकते हैं क्यूकि तब आप और भी ज्यादा मोबाइल और लैपटॉप रिपेयर कर पाएंगे | एक सबसे अच्छी बात यह हैं की मोबाइल लैपटॉप रिपेयरिंग के काम में अगर आप ईमानदारी से काम करते हैं और उचित दाम पर रिपेयर कर के देते हैं तो आपके ग्राहकों का भरोसा आपके ऊपर बन जायेगा और वो और लोगो को भी आपके पास भेजना स्टार्ट कर देंगे | वैसे भी मोबाइल और लैपटॉप अक्सर ही ख़राब होते रहते हैं तो ग्राहक आपके पास बार बार लौट कर आता हैं अगर वो आपके काम से सैटिस्फाई हैं | क्या कोई और काम हैं आज कल के टाइम में जहाँ केवल ३ से ४ महीने का कोर्स कर के और मात्र कुछ महीनो के एक्सपीरियंस के बाद आप इतना कमा सकें ? किसी अच्छे कॉलेज से पढाई के बाद भी आप शायद इतना नहीं कमा सकते जितना की आप मोबाइल और लैपटॉप रिपेयरिंग सीख कर कमा सकते हैं | इसके अलावा आप काफी कमाई मोबाइल और लैपटॉप की एक्सेसरीज जैसे की मोबाइल कवर , स्क्रीन गार्ड , ईयर फ़ोन , बैटरी , चार्जर , आदि बेच कर भी कर सकते हैं | एक्सेसरीज की बिक्री में भी काफी प्रॉफिट मार्जिन आपको मिलेगा | आप एक और प्रॉफिट वाला काम काम कर सकते हैं मोबाइल और लैपटॉप रिपेयरिंग के बिज़नेस के साथ - आप सेकंड हैंड मोबाइल और लैपटॉप खरीद कर और उसको खुद ही रिपेयर कर के पूरी तरह ठीक कर के उसको बेच सकते हैं | जी हां रिपेयरिंग आपको खुद ही आती हैं तो आप सेकंड हैंड मोबाइल और लैपटॉप के बिज़नेस में भी काफी पैसा कमा सकते हैं | तो आपने देखा की कैसे एक छोटे शहर का कोई भी युवा मात्र कुछ महीनो का मोबाइल और लैपटॉप रिपेयरिंग कोर्स कर के एक बड़ा बिजनेसमैन बन कर सफलता की ऊंचाई पर पहुंच सकता हैं और खुद का एवं अपने परिवार का नाम रोशन कर सकता हैं | अगर अभी भी आपके मन में कुछ भी संदेह हैं तो आप ८२८७८८८४४४ पर कॉल या व्हेत्सप्प कर के अपने किसी भी प्रश्न का जवाब सीधे पा सकते हैं | आप को केवल ये करना हैं की अच्छी तरह चिप लेवल का मोबाइल और लैपटॉप रिपेयरिंग कोर्स सीख कर आज ही अपने उज्जवल भविष्य की तरफ कदम बढ़ा दें |
महात्मा गांधी डेथ अन्निवरसरी: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में अलबर्ट आइंस्टीन ने कही थी ये बड़ी बात देश-दुनिया के साथ राजधानी में भी बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया जाएगा। दुनिया जानती है ३० जनवरी १९४८ को नाथूराम गोड्से ने बापू की हत्या कर दी थी ३० जनवरी २०२० को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ७२वीं पुण्यतिथि है. महात्मा गांधी के बारे में महान वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टीन ने भी कहा था -आने वाली नस्लें शायद ही यकीन करे कि हाड़-मांस से बना हुआ कोई ऐसा व्यक्ति भी इस धरती पर चलता-फिरता था। देश-दुनिया के साथ राजधानी में भी बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया जाएगा। दुनिया जानती है ३० जनवरी १९४८ को नाथूराम गोड्से ने बापू की हत्या कर दी थी। नाथूराम के भाई गोपाल गोडसे ने अपनी किताब में लिखा है कि जेल में बंद नाथूराम गोडसे की नजर एकबार गांधी जी के पुत्र देवदास गांधी पर पड़ी। नाथूराम ने गांधी जी की हत्या से उनके परिवार को हुए दुख पर खेद जताया था। दरअसल गांधी जी एक साधारण व्यक्ति थे जो सादा जीवन और उच्च विचार के डगर पर चलकर दुनिया को बड़े लक्ष्य कैसे हासिल करने है खिखा गए. आइये जानते हैं महात्मा गांधी के जीवन में पढ़ाई कहां से की और कितना कुछ हासिल किया. आखिर कौन थे महात्मा गांधी २ अक्टूबर १८६९ को जन्मे गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था. महात्मा गांधी की प्रारंभिक शिक्षा उनके जन्मस्थल पोरबंदर से ही हुई थी. अपने स्कूली पढ़ाई के दौरान गांधी काफी सामान्य छात्र रहे थे. वो न कक्षा में और न ही खेल के मैदान में प्रतिभाशाली थे. इसके बाद गांधी जी ९ साल की उम्र में राजकोट चले गए, जहां उनके पिता ने एक काउंसल की भूमिका निभाई और उनकी काउंसलिंग की. ११ साल की उम्र में गांधी ने राजकोट के अल्फ्रेड हाई स्कूलमें दाखिला लिया. इसके बाद उनका एक साल खराब भी हुआ. १३ साल की उम्र में उन्होंने शादी की और पिता के बीमार होने के चलते भी स्कूल में संघर्ष किया. ये भी पढ़ें: कोरोना वाइरस: मरने वालों की संख्या में लगातार हो रहा इजाफा, वो ने बुलाई इमरजेंसी बैठक वहीं बता दें कि बाद में अल्फ्रेड हाई स्कूल का नाम बदलकर मोहनदास करमचंद गांधी हाई स्कूल कर दिया गया. फिर बाद में १६४ साल बाद, मई २०१७ में स्कूल को संग्रहालय के लिए रास्ता बनाने के लिए बंद कर दिया गया.
मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या विश्व कप के बाद से ही भारतीय टीम से बाहर चल रहे है। उन्होंने अपने पीठ का ऑपरेशन कराया है और ये ऑपरेशन सफल भी रहा। पांड्या को पिछले कुछ समय से पीठ में दर्द की समस्या थी। ऑपरेशन के बाद हार्दिक अब चल पा रहे हैं। हार्दिक ने यह खबर अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए दी है। ये भी देखें:पहले होगा जोरदार स्वागत फिर सूरत कोर्ट में पेश होंगे राहुल गांधी, ये है मामला हार्दिक ने मंगलवार रात वीडियो शेयर किया, जिसमें वह हॉस्पिटल के बेड से उठने के बाद सहारा लेकर धीरे-धीरे कदम रखने में कामयाब होते नजर आ रहे हैं। इसके बाद वह व्हील चेयर पर बैठ जाते हैं। हार्दिक कॉरिडोर में व्हील चेयर खुद चलाते भी दिख रहे हैं। आखिर में वह एक बार फिर चलते दिखाई देते हैं। फिजियोथेरेपिस्ट योगेश परमार उनके साथ लंदन गए हैं। हार्दिक ने वीडियो शेयर करने के साथ लिखा है- छोटे कदम लेकिन मेरी पूरी फिटनेस की राह यहीं से शुरू होती है और अब हर किसी को उनके समर्थन और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद इसके बहुत मायने हैं। वीडियो से पहले हार्दिक ने शनिवार को फोटो शेयर करते हुए लिखा था, सर्जरी सफल रही। आप सभी की शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया। जल्द ही वापसी करूंगा। तब तक मेरी कमी महसूस कीजिए। ये भी देखें:सुनहरा मौका: ४,३२२ पदों पर निकली भर्तियां, तुरंत करें आवेदन पांड्या को इस चोट के कारण कम से कम ५ महिने के लिए क्रिकेट से दूर रहना पड़ सकता है। उन्हें पूरी तरह से फिट होकर मौदान में लौटने में समय लगेगा। यह उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल होने वाले इप्ल में हार्दिक पांड्या मैदान में वापसी कर सकते हैं।
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया जा रहे थे इसलिए रोक दी एम्बुलेंस, बीमार महिला को पैदल ही जाना पड़ा हॉस्पिटल भोपाल गैंगरेप केस: म्प के गृह मंत्री का ऐलान- पीड़िता को दे सकते हैं राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड शिवराज ने सोमवार को राज्य में 'पद्मावती' फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने का ऐलान करने के साथ ही रानी पद्मावती के नाम पर अवॉर्ड शुरू करने की भी घोषणा की थी। जनसत्ता ऑनलाइन नोवंबर २२, २०१७ ११:३१ आम मध्य प्रदेश गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह (फोटो सोर्स- अनी ट्विटर) भोपाल गैंगरेप पीड़िता को मध्य प्रदेश सरकार रानी राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड से सम्मानित कर सकती है। इस बात के संकेत राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दिए हैं। समाचार एजेंसी आईएनए के मुताबिक जब भूपेंद्र सिंह से भोपाल गैंगरेप पीड़िता को राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड देने पर सवाल किया गया तब उन्होंने कहा, उसने काफी बहादुरी से हर परिस्थिती का सामना किया और हिम्मत के साथ अपनी बात सबके सामने रखी। हम इस पर जल्द ही फैसला करेंगे कि उसे कौन सा अवॉर्ड दिया जाना चाहिए। इंडिया टुडे के मुताबिक राज्य के गृह मंत्री का कहना है कि वह काफी बहादुर लड़की है और उसकी हिम्मत की प्रशंसा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, अवॉर्ड देने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए एक प्रपोजल भी तैयार किया जा रहा है। राज्य में महिलाओं को सम्मानित करने के लिए कई अवॉर्ड दिए जाते हैं, लेकिन इस मामले में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लेंगे। अगर भोपाल गैंगरेप पीड़िता को राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड दिया जाता है तो वे इस सम्मान को पाने वाली पहली महिला होंगी। शिवराज ने सोमवार को राज्य में पद्मावती फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने का ऐलान करने के साथ ही रानी पद्मावती के नाम पर अवॉर्ड शुरू करने की भी घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि राजपूत रानी पद्मावती राष्ट्रमाता हैं और उनके नाम पर जल्द ही राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड राज्य में शुरू किया जाएगा। अगर भोपाल गैंगरेप पीड़िता को राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड दिया जाता है तो वे इस सम्मान को पाने वाली पहली महिला होंगी। आपको बता दें कि भारतीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा की तैयार कर रही लड़की के साथ ३१ अक्टूबर को भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के समीप चार लोगों ने बलात्कार किया। पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार लड़की के संग छह बार बलात्कार किया गया। एफआईआर के अनुसार चारो अभियुक्तों ने लड़की के संग बलात्कार के दौरान बीच में चाय-गुटका खाने के लिए अवकाश लेकर उसका उत्पीड़न करते रहे। एक आरोपी ने लड़की का गला दबाकर मारने की कोशिश की थी लेकिन उसे बेसुध पाकर वो उसे उसी हाल में छोड़ कर चले गये। लड़की कोचिंग से पढ़ाई करके घर लौटने के लिए ट्रेन पकड़ने स्टेशन जा रही थी।
सीबीसीआईडी ने दूसरे दिन भी खंगाले अभिलेख वाराणसी। अंकपत्रों के सत्यापन में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी की जांच करने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंची सीबीसीआईडी की टीम ने दूसरे दिन भी अभिलेख खंगाले। इस दिन भी टीम को लेकर हड़कंप मचा रहा। टीम ने इस दिन विश्वविद्यालय के वाइसचांसलर से भी मुलाकात की। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अंकपत्रों के फर्जी सत्यापन की जांच में तेजी आ गई है। शुक्रवार को दूसरे दिन सीबीसीआईडी की टीम ने फर्जी सत्यापन मामले में कुछ संदिग्ध कर्मचारियों के नाम और पत्ते का ब्योरा एकत्र किया और जरूरी दस्तावेज खंगाले। ज्ञात हो कि पिछले दिनों बागपत, हापुड़ और मुजफ्फरनगर डायट से बीटीसी के तहत नियुक्त शिक्षकों के अंकपत्र सत्यापन के लिए विश्वविद्यालय भेजे गए थे। अंकपत्रों के सत्यापन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा हुआ था। इसी मामले की जांच करने सीबीसीआईडी की तीन सदस्यीय टीम विश्वविद्यालय पहुंची है। इनमें सीपी सिंह, जयवीर सिंह और सीपी सिंह शामिल हैं।
भोपाल (इजहार हसन खान): महात्मा गांधी की आज १५०वीं जयंती है। इस मौके पर उन्होंने लिखा है कि वे लोग महान हैं जिन्होंने इस धरती पर महात्मा गांधी को देखा और सुना था। महात्मा गांधी जैसा व्यक्तित्व सदियों में जन्म लेता है। महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने सच कहा था कि, आने वाली पीढ़ियां शायद ही वह विश्वास करें, कि इस धरती पर गांधीजी जैसा हाड़-मास का पुतला कभी चलता था। कमलनाथ ने लिखा है कि आज पूरा देश गांधी जी की १५०वीं जयंती मना रहा है। यह हम सब के लिए अभूतपूर्व अवसर है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि भारत जैसे कई देशों के लिए यह विशेष अवसर है क्योंकि महात्मा गांधी एक विश्व नागरिक थे। पूरी दुनिया यह जानकर आश्चर्यचकित थी कि सत्य और अहिंसा के दो दिव्य अस्त्रों के साथ भारत ने अपने नागरिक अधिकारों की लड़ाई कैसे लड़ी और जीती। पहले दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह और फिर स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करते हुए महात्मा गांधी विश्व के शीर्ष नेताओं की श्रेणी में गिने जाने लगे थे। इसलिए स्वाभाविक रूप से महात्मा की १५०वीं जयंती का वैश्विक महत्व है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती पर सीएम श्री कमल नाथ ने ब्लॉग के जरिए गांधी जी को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। मुख्यमंत्री ने ब्लॉग में लिखा कि... महात्मा गांधी जैसा व्यक्तित्व सदियों में जन्म लेते हैं। आज हमें महात्मा गांधी को याद करने और उनके दर्शन को समझने की सबसे ज्यादा जरूरत। वह इसलिए कि भारत सहित विश्व के कई देशों की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थितियों में जो तनाव चल रहा है उसका समाधान गांधी जी के दर्शन में है। नैतिक मूल्यों और मानवीय गरिमा पर जो संकट है उसे दूर करने में गांधीजी मदद कर सकते हैं। धर्म और जाति को लेकर उन्माद की जो स्थिति बन रही है उससे बचने का उपाय गांधी जी के विचारों में है। गांधी जी अपने समय से बहुत आगे थे। उनका जीवन शिक्षा देता है कि अच्छे विचारों को अपना लो, बुरे विचार अपने आप दूर हो जायेंगे। विचार कोई शोभा की वस्तु नहीं है, विचार आत्मा की शुद्धि के काम आते हैं। उनसे मानव कल्याण का काम किया जाता है। कमलनाथ लिखते हैं कि मैं युवाओं से आग्रह करूंगा कि गांधी जी की १५०वीं जयंती पर उनके जीवन और उनके लेखन को पढ़ें। महात्मा गांधी का जीवन पढ़ने पर खुद इस सवाल का जवाब भी मिल जाएगा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उनके नहीं रहने पर क्यों कहा था कि "हमारे जीवन से प्रकाश चला गया।" गांधीजी को जितना पढ़ेंगे उतना हमारा रास्ता आसान होगा। वे कहते थे कि शिक्षा का अर्थ है चारित्रिक दुर्गुणों के प्रति सचेत रहना और उन्हें दूर करना। गांधी जी को अपनाना आसान है। गांधी के रास्ते पर चलना आसान है, हर नागरिक अपने आप में गांधी हैं। यदि आप सच बोलना और सुनना चाहते हैं, यदि आप आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रयत्नशील हैं, यदि हर धर्म का सम्मान करते हैं और शांति चाहते हैं, यदि अपने साथी नागरिकों की गरिमा का सम्मान करते हैं, पर्यावरण की रक्षा और आदर करते हैं, यदि अपने कारीगरों की कला पर गर्व करते है और कमजोर का साथ देते हैं, तो समझिए कि आप गांधीजी के दर्शन पर अमल कर रहे हैं। आइए हम सब मिलकर सर्वोदय आधारित भारत बनाने में अपनी भूमिका तय करें और पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन करें।
इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड इलेक्ट्रॉनिक्स कोरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड एसिल द्वारा टेक्निकल ऑफिसर के १० रिक्त पद की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की गई है। इच्छुक उम्मीदवार १४/०५/२०१६ को वॉक इन इंटरव्यू अटेंड कर सकते हैं | अन्य जानकारियां इस प्रकार हैं | नोटिफिकेशन दिनांक - ४/५/२०१६ पदों की संख्या - १० पोस्ट आवेदन की अंतिम तिथि - १४/०५/२०१६ वॉक इन इंटरव्यू
अवैध निर्माण के खिलाफ मुहिम पर बोले नवजोत सिंह सिद्धू, पार्टी नेताओं के विरोध के बावजूद जारी रखेंगे अभियान नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि वह पंजाब में अवैध निर्माण के खिलाफ अपना अभियान नहीं रोकेंगे। नवजोत सिंह सिद्धू की इस मुहिम के बारे में कांग्रेस पार्टी के नेताओं के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से इस बारे में शिकायत करने की खबरें सामने आईं थीं। अमृतसर : पंजाब के स्थानीय निकाय, पर्यटन मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा कि उन्हे अवैध निर्माण के अपने अभियान में अपनी ही पार्टी के कई नेताओं का विरोध का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी मुहिम जारी रखने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी के नेताओं सहित कई लोगों के विरोध के बावजूद वह अबैध कॉलोनियों और बिल्डिंगों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेंगे। उन्होंने कपूरथला में संवाददाताओं से इस बारे में बात की। इस दौरान सिद्धू ने कहा कि सरकार अवैध कॉलोनियां बनाने वालों और बिल्डरों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगी जो राज्य में इस अभियान में बाधा डाल रहे हैं। जब उनसे कुछ कांग्रेस विधायकों की ओर से मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से उनकी शिकायत किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी शिकायतों की परवाह नहीं है और उनका विभाग अभियान जारी रखेगा। गौरतलब है कि जालंधर पश्चिम के विधायक सुशील रिंकू ने शुक्रवार को दो घंटे तक प्रदर्शन किया था और नगर निगम की टीम को अपने निर्वाचन क्षेत्र में अवैध ढांचे को कथित रुप से नहीं गिराने दिया था। अमृतसर में सिद्धू ने कहा, मैं पंजाब के साथ हूं और मैं ऐसे किसी भी आदमी को नहीं छोड़ूगा जो पंजाब की जमीन हथियाने की कोशिश कर रहा होगा।
पप्पू यादव पर ये हमला उस समय हुआ, जब वो किसी रैली में भाग लेने मुजफ्पुरपुर के रास्ते से जा रहे थे। मुजफ्फरपुर। एससी-एसटी एक्ट के विरोध में आज संवर्ण समाज के द्वारा भारत बंद का ऐलान किया गया है। बंद के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों में हिंसा की खबरें हैं। बिहार के कई जिलों से सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और हिंसा की खबरें सामने आई हैं। इस बीच बिहार से एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, बिहार की राजनीतिक के बड़े चेहरों में से एक पप्पू यादव पर बंद के दौरान जानलेवा हमला किया गया है और इस हमले का आरोप बंद के समर्थकों पर लगा है। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस हमले में मुजफ्फरपुर रेप कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के गुंडों का हाथ भी बताया जा रहा है। सीआरपीएफ के जवानों की बहादुरी से बचे पप्पू यादव! बिहार के मधेपुरा से सांसद और जन अधिकार पार्टी (लोकतंत्र) के संरक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर ये हमला मुजफ्फरपुर में हुआ है। बताया जा रहा है कि पप्पू यादव इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक, पप्पू यादव की गाड़ी को हमलावरों ने निशाना बनाया है। हालांकि उनकी गाड़ी को इस हमले में ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है। मीडिया से उन्होंने कहा कि हमलावर उन्हें जान से मारने के इरादे से आए थे, लेकिन सीआरपीएफ के जवानों की बहादुरी की वजह से वो सुरक्षित हैं। पप्पू यादव इस हमले में बुरी तरह से घायल हो गए हैं। मधुबनी जाने के दौरान पप्पू यादव पर हुआ हमला पप्पू यादव पर ये हमला उस समय हुआ, जब वो किसी रैली में भाग लेने मुजफ्पुरपुर के रास्ते से जा रहे थे। इस दौरान मुजफ्फरपुर के खबड़ा में हमलावरों ने उनके ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। हमले के तुरंत बाद पप्पू यादव के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट किया गया। इस ट्वीट में कहा गया कि, बिहार में महाजंगलराज का 'नंगा' नाच हो रहा है। नारी बचाओ पदयात्रा में मधुबनी जाने के दौरान हमारे काफिले पर भारत बंद के नाम पर गुंडों ने हमला किया। कार्यकर्ताओं को बुरी तरह जाति पूछ-पूछकर पीटा है। आखिर बिहार में कोई शासन-प्रशासन है, या, नहीं! मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आप किस कुम्भकर्णी नींद में सोये हैं। अपने हमले की बात को बताते हुए पप्पू यादव की आंखो में आंसू भी आ गए। केंद्र और राज्य पर सरकार पर साधा है निशाना इस ट्वीट में पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है, राज्य और केंद्र की सरकारें देश को जातीय-साम्प्रदायिक हिंसा की आग में झोंक देना चाहते हैं। वाई सिक्युरिटी सुरक्षा प्राप्त सांसद पर कट्टा लहराकर हमला हो सकता है तो आम लोगों की क्या दशा होगी? मैं नारी बचाओ पदयात्रा पर था तो दरिंदा ब्रजेश के संरक्षकों ने हमला करवाया है।
२.७% प्रतिक्रिया की दर कपड़ा डायपर के लिए स्प्रेयर शौचालय हाथ में दोहरी मोड के साथ बिदेत स्प्रेयर सेट स्प्रे सिर कपड़ा डायपर स्प्रेयर हाथ पकड़ा बिदेत शौचालय स्प्रेयर किट बाथरूम कपड़ा डायपर वॉशर पोर्टेबल शावर स्प्रेयर बिदेत स्प्रेयर, कपड़ा डायपर हाथ में शौचालय स्प्रेयर किट स्टेनलेस स्टील आसान स्थापित महान पानी के दबाव कपड़ा डायपर स्प्रेयर स्टील डायपर स्प्रेयर और शौचालय के लिए हाथ में समायोज्य के साथ बिदेत स्प्रे बिदेत स्प्रेयर सही कपड़ा डायपर स्प्रेयर कपड़ा डायपर के लिए स्प्रेयर शौचालय हाथ में बिदेत स्प्रेयर शौचालय बिदेत स्प्रेयर किट डायपर वॉशर कपड़ा डायपर स्प्रेयर स्टेनलेस स्टील कपड़ा डायपर स्प्रेयर किट द्वारा हाथ में शत्तफ बिदेत शौचालय के लिए कपड़ा डायपर स्प्रेयर स्प्रे
राजनाथ का सूर्यास्त, शाह का सूर्योदय ! शाह सभी आठ कैबिनेट समितियों में, राजनाथ कुल दो में | हस्ताक्षेप होम / समाचार / देश / राजनाथ का सूर्यास्त, शाह का सूर्योदय ! शाह सभी आठ कैबिनेट समितियों में, राजनाथ कुल दो में आठ समितियों में दो नई समितियां हैं जो निवेश और रोजगार पर नजर रखेंगी। कैबिनेट समितियों की नई सूची के अनुसार, छह समितियों के अध्यक्ष प्रधानमंत्री और सभी समितियों के सदस्य बनाए गए गृहमंत्री अमित शाह शेष दो समितियों के अध्यक्ष होंगे। शाह दो समितियों केबिनेट आवास समिति (सीसीए) और संदसीय मामलों की केबिनेट समिति के अध्यक्ष हैं। राजनाथ सिंह आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) और सुरक्षा मामलों की केबिनेट समिति (सीसीएस) में शामिल हैं। गौर करने वाली बात है कि वे राजनीतिक मुद्दों पर फैसला लेने वाली राजनीतिक मामलों की केबिनेट समिति में नहीं हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तीन समितियों के सदस्य हैं। गडकरी दो समितियों निवेश और वृद्धि पर कैबिनेट समिति और सीसीईए के सदस्य हैं। वे रोजगार तथा कौशल विकास मामलों की कैबिनेट समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। नेक्स्ट भाजपा के दबाव में गठबंधन तोड़ा मायावती ने!
सेना प्रमुख के भविष्य पर बंटे राजनीतिक दल नई दिल्ली | सेना प्रमुख के भविष्य को लेकर बुधवार को राजनीतिक दल एकमत नहीं हो पाए। समाजवादी पार्टी (सपा) और जनता दल (युनाइटेड) ने जहां सेना प्रमुख को बर्खास्त किए जाने की मांग की, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि वह इस मांग का समर्थन नहीं करेगी। सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे पत्र को लेकर राज्यसभा में हुए हंगामे के बीच जद (यू) के नेता शिवानंद तिवारी ने सेना प्रमुख की बर्खास्तगी की मांग सबसे पहले की। तिवारी ने कहा, "यह अनुशासनहीनता का एक गम्भीर मामला है, सेना प्रमुख को बर्खास्त किया जाना चाहिए.. यदि हम कार्रवाई नहीं करते हैं, तो यह एक बुरी परम्परा बन सकती है।" तिवारी के सुर में सुर मिलाते हुए सपा नेता रामगोपाल यादव ने संसद से बाहर संवाददाताओं से कहा कि जवाबदेही तय की जानी चाहिए और कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि जनरल सिंह जिम्मेदार हैं तो उन्हें बर्खास्त कर जेल भेजा जाना चाहिए। उधर विपक्षी भाजपा ने इस मुद्दे पर अलग राय जाहिर की। जद (यू) के रुख के बारे में पूछे जाने पर भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "हम इस विचार से इत्तेफाक नहीं रखते।" वामपंथी नेताओं ने गहन जांच की मांग की और कहा कि दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। बीजू जनता दल (बीजद) ने वामपंथी नेताओं के विचार से सहमति जताई। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा, "लीक की जांच की जाए, जवाबदेही तय की जाए और जिम्मेदार व्यक्ति को दंडित किया जाए।" ज्ञात हो कि जनरल वी.के. सिंह ने मनमोहन सिंह को लिखे एक पत्र में सेना के पास हथियारों व गोला-बारूद की कमी का जिक्र किया था और यह प्रश्न खड़ा किया था कि क्या ऐसी स्थिति में देश कोई युद्ध लड़ सकता है।
हैलो फ्रेंडस, कैसे है आप आपका स्वागत करता हूँ , आशा करता हूँ आप मेरे द्वारा दी गयी जानकारी से सहमत होगे|इसी उम्मीद के साथ मैं आप लोगो के लिए ये पोस्ट शेयर कर रहा हूँ |, जैसा की आप सभी जानते हैं की अभी हाल ही में बहुत सारी वैकन्सी आई हुई है| दोस्तों आप सभी के इन्हीं सारी कम्पेटिटिव एक्सम को ध्यान में रखते हुए आज मैं आप सभी छात्र-छात्राओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिन्दी पफ नोटस शेयर कर रहा हूँ | जिसका नाम इंडियन हिस्ट्री एंड इकनोमी एक्सप्लोरर फॉर कम्पेटिटिव एक्सम है| अगर आप कम्पेटिटिव एक्सम की तैयारी कर रहे हैं, तो आप सभी को इस इंडियन हिस्ट्री एंड इकनोमी पत्रिका को अवश्य पढना चाहिए| उम्मीद करता हूँ|आपको मेरे द्वारा दी गयी उपकेट्स से लाभ होगा |और आप यह सरल हिन्दी भाषा में पढ़ कर इसका लाभ उठा सकते हैं |मैं इस कामना के साथ आप लोगो के लिए ये पोस्ट शेयर कर रहा हूँ, की आप इससे पढ़ कर अपनी कम्पेटिटिव एक्सम में अच्छे अंक प्राप्त कर सके |तो आप इस नोटस को डाउनलोड कर के अपने आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी अवश्य करें|दोस्तों आप सभी की जानकारी के लिए मैं बता दू की इस इंडियन हिस्ट्री एंड इकनोमी नोटस के लेखक व.प. सिंह जी हैं|दोस्तों आप इस इंडियन हिस्ट्री एंड इकनोमी एक्सप्लोरर फॉर कम्पेटिटिव एक्सम इन हिन्दी पफ का लाभ उठाने के लिए एक बार जरुर डावनलोड करे | प्रतियोगिता दपर्ण मार्च वार्षिकी २०१८ हिन्दी पफ
अब केवल ९ दिनों में कीजिए कैलाश मानसरोवर यात्रा नवीन समाचार : समाचार नवीन दृष्टिकोण से. नैनीताल। पृथ्वी पर शिव के सबसे बड़े धाम कहे जाने वाले १८ हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित कैलाश मानसरोवर की लंबी अवधि की यात्रा के हालांकि कई विकल्प हैं, लेकिन यदि आप के पास समय की कमी है तो नैनीताल से केवल नौ दिन में कैलाश मानसरोवर की यात्रा का विकल्प आजमाया जा सकता है। सरोवरनगरी ही नहीं प्रदेश की अग्रणी व देश-दुनिया की सैर कराने वाली अपनी तरह की अनूठी पर्यटन संस्था-यूथ टूरिज्म डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन यानी वाईटीडीओ टूर एंड ट्रेवल्स एक बार फिर केवल ९ दिनों में कैलाश मानसरोवर की यात्रा का कार्यक्रम लेकर आयी है। हवाई जहाज व हेलीकॉप्टर तथा अत्याधुनिक वाहनों के जरिये नेपाल के रास्ते बेहद सुगम, कम पैदल मार्ग के जरिये होने जा रही यह यात्रा आगामी ५ जून से शुरू होगी और १३ जून को वापस लौट जाएगी। यात्रा के लिए बुकिंग प्रारंभ हो गयी हैं। यात्रा में कैलाश मानसरोवर के साथ कई अन्य धार्मिक व दर्शनीय स्थलों का भी आकर्षण निहित है। ९ दिन में कैलाश यात्रा के बारे में यहाँ क्लिक करके विस्तार से जानें : कैलाश मानसरोवर यात्रा २०१८ वाईटीडीओ के प्रमुख एवं अपने आप में विश्व पर्यटन के इन्साइक्लोपीडिया विजय मोहन सिंह खाती ने बताया कि २०१२ से कराई जा रही इस यात्रा का इस वर्ष ७वां संस्करण होगा। ५ जून को यात्रा हल्द्वानी से महेंद्र नगर होते हुए नेपालगंज पहुंचेगी। आगे ६ जून को यात्री हवाई जहाज से 4५ मिनट की उड़ान भरकर सिमीकोट पहुचेंगे और वहां दोपहर में शिव मंदिर के दर्शन करेंगे। ७ जून को सिमीकोट से हेलीकॉप्टर से ३० मिनट की हवाई उड़ान हिल्सा पहुंचाएगी, जहां से यात्री पश्चिमी तिब्बत के एक ऐतिहासिक स्थल पुरांग पहुंचेंगे। ८ को बस से यात्री मानसरोवर झील पहुंचकर झील की परिक्रमा करेंगे तथा वहीं रात्रि विश्राम करेंगे। ९ को यात्री मानसरोवर झील में स्नान एवं पूजा करेंगे और शाम तक कैलाश के आधार शिविर दारचेन पहुंचेंगे। इसी तरह १० को यमद्वार तक बस से जाकर कैलाश पर्वत की डेराफुक तक परिक्रमा कर वहीं रात्रि विश्राम करेंगे। ११ को यात्रा डेराफुक से डोल्मा पास होते हुए गौरी कुंड होते हुए झुथुलपूक और १२ को पुरांग होते हुए हिल्सा और १३ को हेलीकॉप्टर से सिमीकोट व हवाई जहाज से नेपालगंज आकर शाम तक हल्द्वानी लौट आएंगे। यात्रा का किराया १.६५ लाख रुपए प्रति व्यक्ति रखा गया है। यह भी पढ़ें : देश ही नहीं दुनिया के पर्यटन के इनसाइक्लोपीडिया हैं विजय मोहन सिंह खाती श्री खाती का ऐसा जीवंत इनसाइक्लोपीडिया बनना किसी दैवीय शक्ति से नहीं वरन उनकी मेहनत से संभव हुआ है। अपने जमाने की राजकपूर अभिनीत सुपर हिट फिल्म अराउंड द वल्र्ड इन एट डॉलर्स की तर्ज पर ही १९७६ में एक २३ वर्षीय नौजवान विजय अपनी घुमक्कड़ी के जुनूनी शौक की तर्ज पर कुछ सौ रुपए लेकर दुनिया की सैर पर निकल गया था, और विभिन्न देशों में कहीं लिफ्ट लेते हुए तो कहीं, वहीं नौकरी कर जुटाए पैंसों से वह करीब आठ-नौ माह में अफगानिस्तान, ईरान, तुर्की, सीरिया, जॉर्डन, रोम, इटली, यूगोस्लाविया व बुल्गारिया आदि १० देशों की यात्रा कर लौट आए थे। उन दिनों को याद करते हुए श्री खाती बताते हैं कि इस यात्रा से पहले उन्होंने नगर के स्नोभ्यू में सैलानियों की फोटोग्राफी कर खुद पैंसे जुटाए थे। अप्रैल १९७६ में वह दिल्ली से १,२०० रुपए में अफगानिस्तान का आने-जाने का हवाई जहाज का टिकट व वीजा लेकर विश्व यात्रा पर निकले थे। इस दौरान तेहरान व जॉर्डन में उन्होंने कुछ दिन के लिए छोटी-बड़ी नौकरियां भी करनी पडीं। वापस लौटे तो पिता ने वकालत करने के लिए दबाव बनाया, और अहमदाबाद भेजकर एलएलबी करवा दी, और नैनीताल के जिला न्यायालय में वकालत भी शुरू करवा दी। लेकिन घुमक्कड़ी के जुनूनी विजय के कदम यहां एक-डेढ़ वर्ष ही थम पाए। १९८२ में उन्होंने कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर नैनीताल से पर्यटन में डिप्लोमा कर लिया, और इसके तत्काल बाद नगर में ट्रेवल एजेंसी खोल दी। तब नगर में केवल चार-पांच ही ट्रेवल एजेंसी थीं और उनकी भूमिका केवल रानीखेत और कौसानी के टूर कराने तक सीमित थी। विजय ने अपनी ट्रेवल एजेंसी में पहली बार गाइड रखने की शुरुआत की, जो सैलानियों को घुमाने के साथ ही आसपास के अन्य पर्यटक स्थलों की जानकारी भी देते थे। विजय को ही नगर की आसपास की सुंदर भीमताल, सातताल, नौकुचियाताल व खुर्पाताल आदि झीलों के लिए लेक टूर शुरू करने का श्रेय भी जाता है। नैनीताल के लिए दिल्ली से सैलानियों को अधिक लाने के लिए बसें लगवाने की शुरुआत भी उनके दौर में ही हुई। इस प्रकार वह पर्यटन व्यवसाय में हमेशा तत्कालीन परिस्थितियों के अनुरूप नए-नए प्रयोग करते हुए स्वयं को दौड़ में हमेशा अलग एवं आगे बनाए रहे और नए प्रतिमान स्थापित करते रहे। इधर हालिया वर्षों में ट्रेवल एजेंसियों का नगर में काम चौपट होने के दौर में उन्होंने स्वयं को देश-दुनिया के टूर आयोजित करने की ओर मोड़ा है। हालांकि इसकी शुरुआत वह १९८३ में ही २५ दिन का भारत भ्रमण टूर से कर चुके थे। अब वह कमोबेश हर माह कोई बड़ा टूर आयोजित करते हैं। बीते वर्ष उन्होंने हिंदुओं के पवित्र और सबसे बड़े तीर्थ कैलाश-मानसरोवर के लिए भारत के कठिन व लंबी पैदल यात्रा की जगह नेपाल की ओर से बेहद सरल यात्रा की शुरुआत की है, साथ ही हर वर्ष कम से कम एक विदेशी टूर भी आयोजित कर रहे हैं। और आगे उनकी योजना विदेशी यात्राओं को बढ़ावा देने की है। यह भी पढ़ें : इन सर्दियों में कीजिए पूर्व, मध्य, दक्षिण व पूर्वाेत्तर भारत तथा नेपाल व यूरोप के दर्शन -नगर में इस तरह की यात्राएं कराने वाली इकलौती संस्था है वाईटीडीओ नैनीताल। सरोवरनगरी की अग्रणी पर्यटन संस्था यूथ टूरिज्म डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन यानी वाईटीडीओ आगामी सर्दियों के महीनों में भारत दर्शन श्रृंखला की यात्राएं कराने जा रही है। उल्लेखनीय है कि वाईटीडीओ नगर से इस तरह की यात्राएं कराने वाली इकलौती संस्था है। वाईटीडीओ संस्था के प्रमुख देश-दुनिया के पर्यटन के इनसाइक्लोपीडिया कहे जाने वाले विजय मोहन सिंह खाती ने बुधवार को बताया कि आगामी नवंबर माह से कई यात्राएं आयोजित की जाएंगी। इनमें १२ से २३ नवंबर के बीच १२ दिवसीय दार्जिलिंग, गंगटोक, मां कामाख्या देवी मंदिर गुवाहाटी तथा शिलांग आदि पूर्वाेत्तर भारत की यात्रा, २६ दिसंबर से १० जनवरी और १६ जनवरी से ३१ जनवरी के बीच १६ दिवसीय कोचीन, समुद्री सैरगाज कोवलम, केरला की राजधानी तिरुअनंतपुरम, देश के आखिरी छोर कन्याकुमारी, रामेश्वरमधाम, मीनाक्षी मंदिर, मदुरई, मैसूर, तिरुपति बालाजी, मद्रास व महाबलीपुरम की दक्षिण भारत की यात्राएं, ३० दिसंबर से नौ जनवरी २०१८ के बीच शिव ज्योर्तिलिंग काशी विश्वनाथ, वाराणसी, श्री जगन्नाथ धाम, गया, गंगासागर, कोलकाता व भुवनेश्वर की १२ दिवसीय पूर्वी भारत की यात्रा और १७ जनवरी २०१८ से दो फरवरी के बीच हैदराबाद, शिव ज्योतिर्लिंग घृष्णेश्वर, त्रयम्बकेश्वर एवं भीमाशंकर, ऐलोरा, शिरडी, नासिक, मुंबई व गावा की मध्य भारत की यात्राएं आयोजित की जा रही हैं। इसके लावा आगे आठ से १६ फरवरी २०१८ के बीच नौ दिवसीय नेपाल यात्रा और अपै्रल २०१८ में यूरोप के फ्रांस, स्विटजरलेंड, लाइटेंटेन, आस्ट्रिया व इटली की १० दिवसीय यात्राएं भी कराई जाएंगी।
भूकंप के झटकों से हिला जम्मू कश्मीर, रिक्टर स्केल पर तीव्रता रही ५.४ अर्थआके इन जम्मू एंड कश्मीर जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता ५.४ बताई गई है। जम्मू, पीटीआइ। जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता ५.४ व भूकंप का केंद्र गुलाम कश्मीर (पॉक) बताया जा रहा है। सोमवार रात आए भूंकप से राज्य में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। जानकारी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता काफी ज्यादा थी और झटके भी काफी देर तक महसूस किए गए। गुलाम कश्मीर में भूकंप के झटके काफी तेजी से महसूस किए गए। इसके अलावा कश्मीर के बारामूला समेत कई अन्य इलाकों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। बता दें कि कश्मीर में बीते १० दिन में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इससे पहले २० दिसंबर को पूरे उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। तब भूकंप की तीव्रता ६.८ के करीब मापी गई थी। वहीं, इससे पहले १३ दिसंबर को उत्तराखंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। चमोली जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता ४.४ मापी गई थी। भूकंप का केंद्र जोशीमठ के पास 1४ किलोमीटर की गहराई में था। इस भूकंप का असर चमोली जिले से सटे रुद्रप्रयाग और पौड़ी में भी महसूस किया गया था। भूकंप आने पर इस तरह करें बचाव ग्लोबल एकेडमी ऑफ पब्लिक सेफ्टी एंड हैबिटेट मैनेजमेंट के निदेशक सौरभ गौतम के अनुसार भूकंप से बचने के लिए यह उपाय अपनाएं। अपने सिर को किसी भी चीज से ढक लें। कुछ नहीं है तो अपने हाथ से ही सिर को ढके ताकि गंभीर चोट न आए। निचले फ्लोर पर हैं तो सिर को ढककर बाहर मैदान में आए। अगर ऊंची इमारतों में हैं तो सुरक्षित स्थान जैसे कोने, चौखट, या किसी मजबूत मेज या तख्त के नीचे सिर को ढकते हुए वहां पहुंचे और झटकों के रुकने का इंतजार करें। सीढि़यों से नीचे आएं और खुले मैदान की तरफ जाएं। झटके समाप्त होने पर खुले मैदान में आने के बाद बिल्डिंग, पेड़, खंभे और बिजली के तार से दूर रहें। पास की बिल्डिंग से और दूर रहें। # जम्मू कश्मीर में भूकंप # भूकंप से हिला कश्मीर
धारा(धारा)...: नक्सलवाद...समस्या नहीं समस्याओं का परिणाम प्रस्तुतकर्ता रमेश भगत पर शुक्रवार, अगस्त २०, २०10 निः संदेह बेहतरीन और प्रभाव शाली लेख है . इसमें कोई शक नहीं की नक्सलवाद समस्या नहीं बल्कि उनका परिणाम है ................. आपके उपाय और सुझाव भी सार्थक हो सकते है यदि उन पर ईमानदारी से कोशिश की जाय ............... फ़िलहाल एक सुझाव है ब्लॉग पर इतने लम्बे लेख ज्यादा पड़े नहीं जाते अतः सीमित शब्दों में लिखे. शुभकामनाये . आशीष मिश्र ईम्च गूंजेश शनिवार, अगस्त २१, २०१०
उत्तर प्रदेश : संगठन में जान फूंकने के लिए अब स्थानीय चुनाव भी लड़ेगी कांग्रेस | उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमित्ती नये नेतृत्व के साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस बुनियादी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिये स्थानीय स्तर के तमाम चुनावों में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगी. पार्टी का मानना है कि जनता की आकांक्षाओं और उम्मीदों पर खरी उतरकर वह न सिर्फ बीजेपी की एकमात्र विकल्प बनने बल्कि सरकार बनाने में भी कामयाब होगी. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त प्रान्तीय अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बातचीत में अपने सामने खड़ी चुनौतियों, लक्ष्यों और सम्भावनाओं पर विस्तार से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बीजेपी का एकमात्र विकल्प बनाना उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती है. इसके लिये हमें कार्यकर्ताओं के अंदर आत्मविश्वास, जोश और उत्साह भरकर उनके साथ जुड़कर काम करना होगा. उन्होंने बताया कि शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक में तय किया गया कि छह महीने में संगठन को ब्लॉक, तहसील और जिला स्तर पर बहुत मजबूत किया जाएगा. पार्टी अब इलेक्ट्रो पॉलिटिक्स पर विशेष ध्यान देगी. चाहे वह क्षेत्र पंचायत हो, सहकारी संस्थाएं हों या जिला पंचायत हो, उन सारे चुनावों में पार्टी की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. इसे एक अभियान की तरह शुरू किया जाएगा. कांग्रेस में नयी जान फूंकने के मंत्र के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि राजनीति में मेरे तीन मूल मंत्र हैं- सम्पर्क, संवाद और संघर्ष. पार्टी इन तीनों के सहारे बहुत से रचनात्मक कार्य और सामाजिक सरोकारों के अनेक विषयों को लेकर आम जनता से व्यावहारिक बातचीत का सिलसिला शुरू करेगी. अजय ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में सरकार हर तबके की आवाज दबाकर तानाशाही कर रही है. हमें सड़क पर निकलकर अपने कार्यकर्ताओं के दम पर जनता की आवाज बनना होगा. नयी प्रदेश कांग्रेस समिति के गठन के बाद विरोधी स्वर उठने और पार्टी में गुटबाजी संबंधी सवाल पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस प्रकार की बातें बढ़ा-चढ़ाकर कही जा रही हैं. अगर कहीं कोई मतभिन्नता है तो सम्बन्धित नेता से बातचीत करके मामला सुलझाया जाएगा..
कलेक्टर ने लंबित प्रकरणों को निराकरण करने के दिए निर्देश कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा ने गुरूवार को जिला कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कार्यो की विस्तार पूर्वक समीक्षा की। बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री के जन घोषणा पत्र, ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों के लिए आबादी पटटा के संबंध में पात्र व्यक्तियों की जानकारी, पंचायत राज अधिनियम, सर्व षिक्षा अभियान, राजस्व प्रकरणों का पंजीयन, नामांतरण, बटवारा, सीमांकन के कार्यो की प्रगति, बंदोबस्त त्रुटि सुधार, अतिक्रमण, नजूल पटटो की नवीनीकरण, डायवर्सन प्रकरण, भू-राजस्व वसूली, रिकार्ड दुरूस्ती सहित अन्य कार्यो की समीक्षा की और लंबित प्रकरणों पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधितों को लंबित प्रकरणों को निराकरण करने के दिए निर्देश प्रकाश पर्व पर नगर कीर्तन-वीर खालसा गतका दल ने किया कला का प्रदर्शन सिख धर्म के १०वें गुरु गोविंद सिंह के ३५२वें प्रकाश पर्व पर गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा गोदरीपारा और माता उजरी कीर्तन संघ डोमनहिल समिति की ओर से पूरे चिरमिरी में नगर कीर्तन निकाला गया। वीर खालसा गतका दल की ओर से शहर के गोदरीपारा, डोमनहिल, हल्दीबाड़ी और बड़ा बाजार में कई हैरत अंगेज करतबों का प्रदर्शन किया गया। प्रकाश पर्व पर नगर कीर्तन बड़ाबाजार शिशु मंदिर प्रांगण में मरीजो को दी गई निःशुल्क दवा केबी पटेल कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग और आरबी हॉस्पिटल बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में सरस्वती शिशु मंदिर बड़ा बाजार में निःशुल्क स्वास्थ शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने ६५० लोगों की हृदय रोग, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, ईसीजी, और अन्य रोगों की जांच की। जांच के बाद जरूरतमंदों को निःशुल्क दवाएं दी गई। राजस्व अधिकारियों की बैठक १० को कलेक्टर नरेन्द्र कुमार दुग्गा की अध्यक्षता में १० जनवरी को सुबह ११ बजे से जिला कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक होगी। बैठक में राजस्व अधिकारियों के कार्यो की विस्तार पूर्वक समीक्षा की जाएगी। बैठक में जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सभी तहसीलदार, सभी नायब तहसीलदार और अधीक्षक भू-अभिलेख के अधिकारियों को सम्पूर्ण जानकारी के साथ निर्धारित समय और स्थान पर उपस्थित होने के निर्देश दिए गए है। कलेक्टर ने की वन अधिकार पट्टा वितरण की समीक्षा कलेक्टर नरेन्द्र कुमार दुग्गा की अध्यक्षता में मंगलवार जिला कलेक्ट्रोरेट के सभाकक्ष में वन अधिकार पट्टा वितरण की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में दुग्गा ने वन अधिकार पट्टा के निरस्त प्रकरणों पर पुनर्विचार और वितरण की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वन अधिकार पट्टा सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को सामुदायिक दावा का यथाषीघ्र चिंहांकन कर जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वन अधिकार पट्टा कोचियों व अवैध धान खपाने वालों में हड़कंप कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा के निर्देश पर जिले में लगातार कोचियों और अवैध धान खपाने वालों पर निगाह रखी जा रही है, जिससे इनमें हड़कंप मची हुई है। इसी कड़ी में कृषि ऊपज मंडी के निरीक्षकों और पुलिस सहायक उप निरीक्षक की ओर से विगत दिनों जिले के विकासखंड मनेन्द्रगढ़ के तहसील केल्हारी अंतर्गत संचालित गुप्ता ट्रेडर्स से अवैध रूप से भण्डारित कुल १३६ क्विंटल धान की जब्ती की गई। जिसमें दुकान से १६ क्विंटल और गोदाम से १२० क्विंटल धान शामिल है। खुद से चलाया यातायात जागरूकता अभियान, २२ लोगों की बची जान कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता जरा तबीयत से पत्थर तो उछालो यारो। यह कहावत को चरितार्थ जिले के यातायात विभाग में पदस्थ नगर सैनिक महेश मिश्रा ने किया और निरंतर कर रहे हैं। वह भी बिना किसी सहयोग लिए। जिले सहित संभाग में हर वर्गों के लिए लगातार यातायात जागरूकता अभियान के कारण २२ लोगों की जान बच सकी है तो वहीं दूसरी ओर जिले में दुर्घटनाओं के मामलों में भी कमी आई है जिसका श्रेय प्रमुख रूप से सैनिक महेश मिश्रा को मिल रहा है। यातायात जागरूकता अभियान लोकसभा के लिए भाजपा में कोई लॉबिंग नहीं, पार्टी घोषित करेगी उम्मीदवार : देवेंद्र जिले के राजनीतिक के मुख्य केंद्रों पर बीते कुछ दिनों से लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा में अपनी उम्मीदवारी का पक्ष मजबूत करने के लिए कई नामचीन लोग के साथ उनके समर्थक लगातार अपनी गतिविधियां तेज कर रहे थे। जिस पर आज भाजपा जिला महामंत्री देवेंद्र तिवारी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि कोरबा लोकसभा चुनाव क्षेत्र अंतर्गत आने वाले जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र से पार्टी में उम्मीदवारी के लिए किसी तरह की लॉबिंग नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि भाजपा के स्थानीय संगठन पदाधिकारी उचित समय पर सभी से विचार विमर्श कर प्रदेश एवं राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष हर पहलू से अवगत कराते हुए लोकसभा के लिए बेहतर उम्मीदवार वन अधिकार पट्टा वितरण की समीक्षा बैठक ८ जनवरी को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नरेंद्र दुग्गा की अध्यक्षता में ८ जनवरी को जिला कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक के बाद वन अधिकार पट्टा वितरण की समीक्षा बैठक होगी। बैठक में वन अधिकार पट्टा के निरस्त प्रकरणों पर पुनर्विचार एवं वितरण की अद्यतन जानकारी के साथ वन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्धारित समय एवं स्थान पर संपूर्ण जानकारी के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिये हैं। बैठक में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आबादी भूमि का पट्टा वितरण, भू-अर्जन, नामांकन, सीमांकन और बंटवारा से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की जायेगी। सरकार ने समर्थन मूल्य बढ़ाकर किया किसानों का उत्साहवर्धन: राजवाड़े मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों का उत्साहवर्धन किया है। यह बात जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर के ग्राम बुड़ार के किसान राजेन्द्र प्रसाद राजवाड़े ने कहा है। उन्होंने कहा कि धान की फसल का कम दाम और कर्ज पटाने की चिंता के कारण वे कुछ नया करने की सोच भी नहीं सकते थे। लेकिन भूपेश बघेल की सरकार ने उन्हें इसके ऊपर उठकर सोचने का मौका दिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने सहकारी बैंक से खेती करने के लिए ०२ लाख रूपये का कर्ज लिया हुआ है। इस वर्ष उनकी फसल भी अच्छी नहीं होने के कारण वे इसी चिंता में थे, कि वे कैसे कर्ज पटायेंगे। लेकिन अब उन्हें इस कर्ज को पटाने की चिंता नहीं रही।
अफगानिस्तान: आईएसके आत्मघाती आक्रान्ताने स्वयंको विस्फोटमें उडाया, २० की मृत्यु ! | वैदिक उपासना पीठ उत्तरी अफगानिस्तानमें इस्लामिक स्टेटके एक आक्रान्ताने मंगलवारको (१७ जुलाई) स्वयंको विस्फोटकसे उडा लिया । इस घटनामें एक तालिबान अधिकारी सहित २० लोगोंकी मृत्यु हो गई । दूसरी ओर दक्षिणी हेलमण्ड प्रान्तमें शासकीय बलोंने ५४ लोगोंको तालिबानकी एक कारावाससे छुडा लिया । अफगानिस्तानके सार ए पुल प्रान्तके प्रमुख अब्दुल कयूम बाकिजोईने बताया कि आज तालिबान नेताओंके साथ गांवके वरिष्ठ लोगोंकी भेंटके समय आईएसने यह आक्रमण किया । उन्होंने बताया कि मृतकोंमें गांवके १५ लोग और एक अधिकारी सहित तालिबानके पांच सदस्य सम्मिलित हैं । उत्तरी अफगानिस्तानमें तालिबान और इस्लामिक स्टेट समूहके मध्य कडा संघर्ष देखनेको मिला है । अधिकारीने बताया कि वर्तमानके दिनोंमें उत्तरी अफगानिस्तानमें तालिबान और इस्लामिक स्टेट समूहके मध्य कडा संघर्ष देखनेको मिला है । दोनों आतंकी संगठनोंके मध्य हिंसक संघर्षोंमें १०० आतंकी मारे गए हैं; यद्यपि प्रान्तीय परिषदके प्रमुख मोहम्मद नूर रहमानने बताया कि एक व्यक्तिको दफनाये जानेके समय एक मस्जिदमें विस्फोटकी यह घटना हुई । क्षेत्रके सुदूर स्थानपर स्थित होनेके कारण दोनोंके कथनोंमें अन्तरके कारणका पता नहीं चल सका है । दूसरी ओर दक्षिणी हेलमण्डके मुसा काला प्रान्तमें अधिकारीके एक दलने तालिबान आतंकियोंद्वारा संचालित एक बन्दीगृहपर आक्रमण करके ५४ लोगोंको छुडा लिया । आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेटने पूर्वी अफगानिस्तानमें सोमवारको एक आत्मघाती आक्रमण करनेका उत्तरदायित्व लिया है । इसमें कम से कम १९ लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर सिख और हिन्दू थे । आक्रान्ताओंने अल्पसंख्यक समुदायके एक प्रतिनिधिमण्डलको लक्ष्य बनाया, जो रविवारको जलालाबाद स्थित राष्ट्रपति आवास जा रहे थे । वे लोग राष्ट्रपति अशरफ गनीसे मिलने जा रहे थे । मृत लोगोंमें अवतार सिंह खालसा भी थे । वह सिख समुदायके नेता थे । इस आक्रमणमें २० अन्य लोग चोटिल भी हुए थे । आईएसने आज दिए एक वक्तव्यमें कहा कि इसने कई देवी देवताओंकी पूजा करने वालोंको लक्ष्य बनाया । वहीं अफगानिस्तानके राष्ट्रपति अशरफ गनीने जलालाबादमें इस्लामिक स्टेटके एक आत्मघाती विस्फोटमें १९ अफगान नागरिकोंकी मृत्युपर सोमवारको दुख प्रकट किया । राष्ट्रपति गनीने ट्वीट किया, हमें उनकी मृत्युपर गहरा दुख है और उनके प्रियजनको बताना चाहते हैं कि हम उनके साथ हैं । मैं उनके परिजनों और मित्रोंके प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं और हम दुखके समयमें उनके साथ हैं । गनी ने कहा, हमारे जिन मित्र अफगानिस्तानियोंकी जलालाबादमें मृत्यु हो गई, उनके परिजनोंके लिए हमारा हृदय भर आया । मैं गर्वशाली अपने सिख लोगोंकी मृत्युपर दुखी हूं । मुझे कई बार उनसे संवाद करनेका सम्मान मिला था । दिव्यात्माओंके अभिज्ञान हेतु साधना चाहिए सुब्रमण्यम स्वामी बोले, मैं ब्राह्मण हूं, नाममें चौकीदार नहीं लगा सकता !
मुरैना में आंधी: निर्माणाधीन इमारत गिरी, १ मौत, ७ घायल, मिजोरम में बाढ़, चारों तरफ तबाही नई दिल्ली। प्रदेश के अन्य जिलों में सक्रिय प्री-मानसून का असर शनिवार को मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल में दिखाई दिया। मुरैना में शाम चार बजे अचानक बादल छाए और तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई। आंधी के दौरान एक निर्माणाधीन मकान की चौथी मंजिल बगल के मकान पर जा गिरी, जिसमें एक छह माह की बच्ची की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। घायलों में से चार को गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर किया गया है। इसके अलावा मिजोरम में तेज आंधी और बारिश के कारण इलाकों में पानी भर गया। हजारों लोग फंस गए हैं। रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू कर दिया गया। १५० लोगों को बचा लिया गया। बाढ़ में डूब रहा है मिजोरम मिज़ोरम में आंधी-तूफान और बारिश ने बड़े स्तर पर तबाही मचाई है। रविवार से हो रही बारिश की वजह से तमाम इलाके पानी में डूब गए हैं। कई जगह खेत भी पानी में डूब चुके हैं और बाढ़ का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी आइजोल को जोड़ने वाली कई सड़कें टूट गई हैं। बिजली की तार के खंभे गिर गए हैं। तमाम सरकारी कार्यालयों को भी नुकसान पहुंचा है। लेंगपुई एयरपोर्ट की तरफ जाने वाली सड़क (न्ह ५४) भी मिट्टी धंसने की वजह से ब्लॉक हो गई है। इस सड़क को दोबारा दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। दूसरी तरफ, तूफान और बारिश के बाद पैदा हुई स्थिति से निपटने के लिए राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग समेत अन्य विभागों ने कमर कस ली है। प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी है। भारी बारिश के बाद आई बाढ़ में राज्य के लुंगलेई जिले में फंसे १५० परिवारों को अब तक सुरक्षित निकाला गया है। १६ जून तक बढ़ता रहेगा खतरा गौरतलब है कि मौसम विभाग ने मिजोरम में १२-१६ जून तक भारी बारिश की आशंका जताई है। यानी अगले तीन दिनों तक भी राज्य में बारिश की स्थिति बनी रह सकती है। इससे खासकर निचले इलाकों में हालत और बिगड़ सकती है। आपको बता दें कि ३ दिन पहले दक्षिण पश्चिमी मानसून के उत्तर दिशा की ओर तेजी से बढने के बीच देश के पश्चिमी तट पर भारी बारिश हुयी थी। मौसम विभाग ने मछुआरों को गहरे समु्द्र में नहीं जाने की सलाह दी थी। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, तटीय कर्नाटक, गोवा और दक्षिणी कोंकण क्षेत्र में भारी बारिश हुयी। इसके अलावा नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, केरल, महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हुयी।
कन्वर्ट ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर (उसड) में वानुअतु वातु (वुव), मुद्रा विनिमय दरें आज ८.46666015८८744 उसड अमेरिकी डॉलर सेवा वुव वानुअतु वातु आप परिवर्तित कर दिया है ८.46666015८८744 उसड सेवा वुव : 9८3.३१७९११ व्ट. आखिरी अपडेट : तु, ०६ आग २०२० २१:५४:२४ +०००० या ८.46666015८८744 उसड सेवा वुव: = २१ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु ९६ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु १९६ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु ३९६ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु ७९६ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु १५९६ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु ३१९६ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु ६३९६ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु १२७९६ अमेरिकी डॉलर तो वानुअतु वातु ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो कम्बोडियन रिएल ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो ग्वाटेमेले केटजल ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो क्यूबा पीसो ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो तंजानिया शिलिंग ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो सेशेल्स रुपया ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो हंगरी फोरेंट् ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो तुर्की लीरा ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो चिली पीसो ८.46666015८८744 अमेरिकी डॉलर तो लेबनानी पाउंड ७९४२००० अग सेवा बत्क १११६२५० इर्र सेवा पेन १११६२५० इर्र सेवा लक
क्षेत्रीय और टाइम जोन की कवरेज के संदर्भ में सबसे व्यापक पहुंच, और व्याख्या की भाषाओं की संख्या की दृष्टि से गोयर अपनी तरह का सबसे बड़ा ऑनलाइन निवेशक कार्यक्रम है। केवल आमंत्रण के आधार पर, प्रत्येक सत्र में उद्योग विशेषज्ञों द्वारा बाजार स्थिति के बारे में सारगर्भित सम्बोधन, और उच्चकोटि की परियोजनाओं से प्रस्तुतिकरण शामिल होंगे जिनको अनुभवी निवेश बैंकरों और पेशेवर निवेशकों से बने निर्णायकों के एक पैनल द्वारा सावधानीपूर्वक चुना गया है। सभी भाषणों और प्रस्तुतिकरणों की अंग्रेजी से एक साथ पन्द्रह भाषाओं में व्याख्या की जाएगी। सभी ४ सत्रों के लिए ४ अद्वितीय परियोजनाओं के प्रस्तुतकर्ता- माह के अवसर फ्रैंक डी. हेज़ेलअध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अमेरिकन पैसिफिक बैन्कार्प, इंक। अमेरिकन पैसिफ़िक बैन्कार्प (अपब) एक बैंक होल्डिंग कंपनी है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में वाणिज्यिक बैंक (बैंकों) में नियंत्रक इक्विटी प्राप्त करने पर केंद्रित है। अपब, वैश्विक ग्राहकों को विश्वस्तरीय बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने, लाभप्रदता बढ़ाने के लिए बैंकों में डिजिटल बैंकिंग क्षमताओं का समावेशन करेगा। अपब एक बोनस परपेचुअल प्रेफर्ड स्टॉक्ड के साथ क्लास आ कॉमन शेयर खरीदने के लिए एक यूनिट डील पेश कर रहा है। सार्वजनिक निर्गम के जोखिम अंकन के लिए निवेश बैंकों से दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ, वर्ष के अंत तक अपब सार्वजनिक होने का लक्ष्य बना रहा है। सूचीबद्ध होने पर १३.३७% कूपन रेट के साथ ६६.६७% पूंजी वृद्धि का रोई अपेक्षित है। भारत अपने ऊर्जा मिश्रण को आक्रामक ढंग से कोयले से गैस की दिशा में बदल रहा है। लंग रिगैसिफिकेशन क्षमता की दीर्घावधि की मांग बड़े पैमाने पर बढ़ रही है। एशिया फर्स्ट, क्राउन लंग ग्रुप ऑफ कंपनीज का भाग है जिसे एक विशेष ३० साल के उपयोग या भुगतान अनुबंध पर काकीनाडा बंदरगाह को द्रवीकृत प्राकृतिक गैस (लंग) टर्मिनल प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। परियोजना को लाइसेंस और सरकार की मंजूरी पहले से ही मिल चुकी है। अफ से प्रेरित यह परियोजना, एक द्रवीकृत प्राकृतिक गैस (लंग) टर्मिनल के स्वामित्व और संचालन के लिए परियोजना वित्त की व्यवस्था करने हेतु है जो निकट भविष्य में भारत में ऊर्जा बाज़ार के कोयले से गैस की ओर आक्रामक तरीके से बढ़ने के साथ एक पूर्वप्रत्याशित तीव्र वृद्धि अवधि वाले बड़े बाज़ारी अवसरों का लाभ उठाने के लिए है, जबकि भारत के लंग रिगैसिफिकेशन क्षमता की दीर्घकालीन मांग तेजी से बढ़ेगी। इंजीनियरिंग के मामले में, अफ बाज़ार में कुछ सर्वोत्तम एप्सिक और समाधान पार्टनरों के साथ परियोजना डिलीवर करेगा, जिनमें क्वेर्नर, एप्सिक मुख्य कांट्रैक्टर के रूप में; र्टसिल, रिगैसिफिकेशन समाधान प्रदाता के रूप में; और साइमेन्स इलेक्ट्रिकल सिस्टम और बिजली उत्पादन के लिए शामिल हैं। बिजनेस के मामले में अफ ने काकीनाडा में आयात टर्मिनल के लाइसेंसधारक ईस्ट लंगप्टे लैड से एक विशेष अनुबंध किया है जिनके पास काकीनाडा पोर्ट (भारत) से ३०-वर्ष दिन-दर पर लंग स्टोरेज और रिगैसिफिकेशन सेवा ७.२ मिलियन टन प्रति वर्ष (म्त्पा) उत्पादन क्षमता के साथ प्रदान करने के लिए उपयोग या भुगतान अनुबंध के साथ भारत में लंग आयात करने के लिए लाइसेंस और सरकारी मंजूरी है। प्रचालन शुरू होने के बाद इस परियोजना से कम से कम ३० साल तक उत्पादन किया जाएगा। इसमें प्रचालन के पहले साल से ही लाभ मिलने की उम्मीद है। और सियो, चो थावी पब्लिक कंपनी लिमिटेड, सह-संस्थापक और एक्जीक्यूटिव चेयरमैन, अर्क अर्क के पास सिटी बसों की अपनी फ्लीट है और यह कंसोलिडेशन गतिविधि के माध्यम से थाईलैंड के सबसे बड़े सिटी बस ऑपरेटरों में से एक बन जाएगा। अर्क, अमोर्न नामक शक्तिशाली नेटवर्क प्रभाव के साथ मोबिलिटी ऐज़ अ सर्विस (मास) प्लेटफार्म बनाकर सार्वजनिक परिवहन के आधुनिकीकरण के लिए तत्पर है। बिग डेटा एनालिटिक्स और लोकेशन आधारित ई-कॉमर्स का लाभ उठाते हुए यह स्मार्ट परिवहन समाधान यात्रियों के लिए रूपांतरणकारी अनुभव उत्पन्न करेगा। अर्क निवेश प्रस्ताव में भाग लें जो आकर्षक राजस्व साझेदारी भुगतान तथा अपने इपो पर इक्विटी में कन्वर्जन प्रदान करता है। अर्क एक सबसे बड़ा सिटी बस ऑपरेटर है और बैंकॉक में सरकारी ऑपरेटर ब्मता (बैंकॉक मास ट्रांजिट अथॉरिटी) के सहयोग से बैंकॉक में शेष बस रूटों के लिए ४५% से अधिक बस रूट प्रबंधित करता है और अर्क में सभी मौजूदा बसें अपग्रेड की जा रही हैं और उनको डाटा कलेक्शन के लिए विविध सेंसरों और विफी सेवा से सुसज्जित किया जा रहा है। सभी उपयोक्ताओं को ऐप अपनाने हेतु प्रोत्साहित करने, और सारा उपयोगी डाटा जैसे कि ट्रैफिक डाटा, उपयोक्ता डाटा, वायु गुणवत्ता डाटा, सुरक्षा डाटा और लोकेशन डाटा कैप्चर करने के लिए तथा सदैव समुचित डाटा निजता बनाए रखना सुनिश्चित करते हुए, साथ मिलकर एकीकृत भुगतान, मल्टी-मॉडल परिवहन और लोकेशन आधारित ई-कॉमर्स सेवा के साथ एकीकृत मोबिलिटी-ऐज़-अ -सर्विस (मास) प्लेटफार्म विकसित किया जा रहा है। चेयरमैन, ब्रॉडलाइन कैपिटल वर्ष २००५ में स्थापित वैश्विक वैकल्पिक निवेश फर्म, ब्रॉडलाइन कैपिटल, मुख्य रूप से मौजूदा वैश्विक वित्तीय मंदी के कारण संभव होने वाली मूल्य आधारित डील्स प्राप्त करने पर केंद्रित है, जहां हमारी फर्म को नवप्रवर्तक उत्तर अमेरिकी कंपनियों, जिनकी क्रांतिकारी तकनीकें दुनिया में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं, की हमारी कल्टीवेटेड पाइपलाइन में अनुकूल कीमत निर्धारण और न्यूनीकृत डील संरचनाओं के साथ अद्वितीय वित्तीय खरीद अवसरों तक विशेष पहुंच प्राप्त है। साइटोनस ने बायोलॉजिक उपकरणों की एक नई क्रांतिकारी श्रेणी बनाई है जो कोविड-१९ के दौर में तत्काल उपयोगी है। साइटोनस को इन नवीनतायुक्त समाधानों के लिए सरकारी प्रायोजकों (नीह) और औद्योगिक विशेषज्ञों (कॉल्स) से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। वर्तमान वित्तपोषण से दो प्रमुख उत्पादों के विकास और नियोजन हेतु वित्तीय व्यवस्था की जाएगी। (ई) विश्व भर में इक्यू रोगियों में कोविड-१९ संक्रमण के कारण श्वसन तंत्र को पहुँचने वाली क्षति ठीक करने के लिए साइटोनस का अधिकृत कोविड-१९ थेराप्यूटिक (अपने वर्ग में पहला) और (ई) इसकी कोविड-१९ रैपिड वैक्सीन, (अपने वर्ग में पहली) उन लोगों में संक्रमण की रोकथाम के लिए है, जो पहले से वायरस से संक्रमित नहीं हैं। साइटोनस ने बायोलॉजिक उपकरणों की एक नई क्रांतिकारी श्रेणी बनाई है जो कोविड-१९ के दौर में तत्काल उपयोगी है। साइटोनस को इन नवीनतायुक्त समाधानों के लिए सरकारी प्रायोजकों (नीह) और औद्योगिक विशेषज्ञों (कॉल्स) से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। वर्तमान वित्तपोषण से दो प्रमुख उत्पादों के विकास और नियोजन हेतु वित्तीय व्यवस्था की जाएगी। (ई) विश्व भर में इक्यू रोगियों में कोविड-१९ संक्रमण के कारण श्वसन तंत्र को पहुँचने वाली क्षति ठीक करने के लिए साइटोनस का अधिकृत कोविड-१९ थेराप्यूटिक (अपने वर्ग में पहला) और (ई) इसकी कोविड-१९ रैपिड वैक्सीन, (अपने वर्ग में पहली) उन लोगों में संक्रमण की रोकथाम के लिए है, जो पहले से वायरस से संक्रमित नहीं हैं। साइटोनस से दोनों उत्पादों इक्यू रोगियों में श्वसन क्षति ठीक करने के लिए नया थेराप्यूटिक और रैपिड वैक्सीन तकनीक के लिए उस फ़्ड़ा आपातकालीन उपयोग हेतु मंजूरी (युआ) के नियामकीय दर्जे हेतु आवेदन करने और प्राप्त करने की उम्मीद है। निम्न के सहयोग से:
इसे प्रदषण से कम, भेडि़यों से अधिक ख़तरा है.. | सृजन और सरोकार इसे प्रदषण से कम, भेडि़यों से अधिक ख़तरा है.. यहीं कहीं छिपा है वह शिवराम इस बार का ऐसा ही कविता-पोस्टर है, शिवराम की कविता पंक्तियों का. फाइल्ड अन्डर कविता-पोस्टर एंड तग्गे पृथ्वी, प्रदूषण, भेडिये, शिवराम | ५ टिप्पणियाँ आपकी उत्कृठ रचनाओं को प्रकाशन के लिए अवश्य ही भेंजे। पत्रिकाओं के पते के लिए मेरे ब्लाग पर पधारें। दिनेशराय द्विवेदी ऑन मई ४, २००९ को ११:3४ अपराह्न साइड: वाकई भेड़ियों से अधिक खतरा है। शशि ऑन मई ७, २००९ को १:०५ अपराह्न साइड: शायद आप सही कह रहे है आज हमें ऐसे भेड़ियों से पृथ्वी को बचाना चाहिए | और ये तभी संभव है जब हम सब अपने आप को इतना समृद्ध करले साथ ही संगठित हो जाए तो इन चुनोतियों का सामना कर सकते है किन्तु साथ ही आपकी कविता भूख पढ़ी जिससे पता चलता है की वो कितनी खतरनाक है शायद इस भेड़िये से भी ज्यादा तो पहले हम इस भूख से लड़ना है हमें और भूख ही हमें संगठित नहीं होने देती तो हमें पहले भूख को मारना पड़ेगा ये भूख कोई भी हो सकती है चंदन कुमार मिश्र ऑन अगस्त १९, २०११ को २:२4 अपराह्न साइड: खतरे की सही पहचान।
पोषण एक "हॉट-बटन मुद्दा" है जिसके बारे में आपके पास बहुत सारे प्रश्न होने की संभावना है, जबकि शारीरिक गतिविधि अन्य है। हर गर्भवती माँ को गर्भावस्था के दौरान अभ्यास और फिटनेस के बारे में क्या पता होना चाहिए? गर्भावस्था के दौरान व्यायाम क्यों करें? श्रम और जन्म की तुलना अक्सर मैराथन चलाने और कारण के साथ की जाती है। जब आप मैराथन चलाने जा रहे हैं, तो आप निश्चित रूप से दौड़ते हैं, हालांकि पूरे २६ मील कभी नहीं, और आप सुनिश्चित करते हैं कि आपके पास ताकत और सहनशक्ति है। जबकि आप कभी नहीं जानते कि मैराथन चलाने से पहले आप क्या कर रहे हैं, आप जानते हैं कि प्रशिक्षण इसे आसान बनाने जा रहा है। गर्भावस्था के दौरान फिट रखना आपको श्रम और जन्म के लिए तैयार करने जा रहा है। आपके बच्चे होने के बाद यह आपको जल्दी से ठीक करने में भी मदद करेगा। इसके अलावा, व्यायाम और शारीरिक गतिविधि लगभग हर किसी के लिए जीवन का हिस्सा होना चाहिए, और गर्भवती महिलाएं वास्तव में अलग नहीं हैं। वास्तव में, नियमित रूप से व्यायाम करने से कुछ बुरा गर्भावस्था संकेत भी कम हो सकते हैं, जैसे सुबह बीमारी और थकान। कुछ लोग अनुशंसा करते हैं कि आप अपेक्षा करते समय कोमल अभ्यास (जैसे खींचें!) तक चिपके रहें। कम जोखिम वाली गर्भावस्था वाले स्वस्थ महिलाएं और कोई अन्य शारीरिक सीमाएं वास्तव में खुद को प्रतिबंधित करने की आवश्यकता नहीं होती हैं। गर्भवती होने से पहले नियमित रूप से काम करने वाले लोग ऐसा करना जारी रख सकते हैं। जो लोग उतने सक्रिय नहीं थे जितना होना चाहिए था, हमेशा अपने अभ्यास दिनचर्या को धीरे-धीरे कुछ बनाना चाहिए जो सच है जब आप गर्भवती नहीं हैं। चलना, तैराकी, साइकिल चलाना, ताकत प्रशिक्षण, योग, और पायलट अभ्यास के सभी उदाहरण हैं जो आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित होते हैं। बेशक, जो कुछ भी आप करते हैं वह निश्चित जोखिम का होता है। यह आकलन करने के लिए आप पर निर्भर है कि कौन से जोखिम स्वीकार्य हैं, और जो नहीं हैं। उदाहरण के लिए, डच महिलाएं नियमित रूप से अपनी गर्भावस्था में साइकिल चलती रहती हैं, लेकिन कुछ लोग यह तय कर सकते हैं कि वे अपनी बाइक गिरने का जोखिम नहीं उठाएंगे। घोड़े की सवारी में एक समान जोखिम होता है, और टीम के खेल भी किसी व्यक्ति या आपके गर्भवती पेट को मारने वाली गेंद में कूदने का मौका देते हैं। सबसे सुरक्षित गर्भावस्था अभ्यास की एक सूची के लिए, लिंक पर क्लिक करें। ज्यादातर लोग इस बात से सहमत होंगे कि गर्भावस्था के दौरान हमेशा उच्च जोखिम वाले खेल अच्छे विचार नहीं हैं। आप बंजी जंपिंग, व्हाइट वाटर राफ्टिंग, या जोखिम भरा चट्टान चढ़ाई नहीं करना चाहते हैं। कराटे जैसे उच्च प्रभाव वाले खेल भी एक बुरा विचार हैं। ध्यान रखें कि बढ़ते बच्चे को समायोजित करने के लिए गर्भावस्था के दौरान आपके जोड़ आराम करते हैं। जब आप उस कारण की उम्मीद कर रहे हों तो स्पोर्ट्स की चोटें थोड़ी अधिक संभावनाएं होंगी। यदि आप संदेह में हैं, तो अपनी गर्भावस्था अभ्यास योजनाओं के बारे में अपने ओबीजीवायएन या दाई से बात करना हमेशा एक अच्छा विचार है। केगल्स: आवश्यक गर्भावस्था व्यायाम आप हर दिन लंबी सैर के लिए जा सकते हैं, हर हफ्ते तैर सकते हैं और नियमित प्रसवपूर्व योग कक्षा में भाग ले सकते हैं। आप अभी भी पूरी तरह से कवर नहीं हैं। केगेल अभ्यास से सभी महिलाओं (और हाँ, पुरुष भी!) लाभ। गर्भवती महिलाओं को वास्तव में, इन छोटे "अदृश्य" अभ्यासों से वास्तव में लाभ होता है। हर दिन अपने केगल्स करना आपके श्रोणि तल को मजबूत रखेगा। यह गर्भावस्था के दौरान आपकी मदद करेगा, जबकि आप जन्म दे रहे हैं, और यह आपके पोस्टपर्टम वसूली को तेज करेगा। और भी, नियमित रूप से केगेल अभ्यास मूत्र असंतुलन को रोकने में मदद करने जा रहे हैं, जो आप वास्तव में नहीं चाहते हैं। अच्छी खबर यह है कि आप किसी भी समय अपनी कतारों को कतार में इंतजार करते समय बस पर, बस पर, अपने डेस्क पर कर सकते हैं ... और कोई भी यह भी नहीं जान पाएगा कि आप "मल्टीटास्किंग" हैं! गर्भावस्था के दौरान अभ्यास छोड़ने के लिए कब गर्भावस्था के दौरान व्यायाम और फिटनेस अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि जब आप गर्भवती नहीं होते हैं। फिर भी, कुछ परिस्थितियां हैं जिनमें आपको इसे आसान बनाना चाहिए। आपको अभ्यास कब छोड़ना चाहिए? सीधे शब्दों में कहें, जब आपका डॉक्टर ऐसा कहता है। उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था विशेष रूप से परिस्थितियों के लिए जिनके लिए बिस्तर के आराम की आवश्यकता होती है, वे अभ्यास करने पर शासन करते हैं। यदि आपके पास उच्च रक्तचाप है, तो प्रिक्लेम्प्शिया, जुड़वां या अधिक ले जा रहे हैं, या गर्भावस्था खून बह रहा है (उदाहरण के लिए प्लेसेंटा प्रेविया के कारण), सब कुछ सबसे मज़ेदार अभ्यास एक समस्या होने जा रहा है। दूसरी तरफ, गर्भावस्था के मधुमेह के बारे में सोचने के साथ कुछ गर्भावस्था जटिलताएं बेहतर होती हैं। संदेह में, हमेशा व्यायाम और अन्य शारीरिक गतिविधियों के बारे में अपने ओबीजीवायएन से परामर्श लें। तृवाडा, एड्स रोकथाम के लिए एक नई दवा स्यूडोट्यूमर सेरेब्री: जब एक सिरदर्द सिर्फ सिरदर्द से ज्यादा होता है
सरकारी बैंकों को लगी ३२ हज़ार करोड़ की चपत तीसरी जंग न्यूज़ पहली तिमाही में २,४८० मामले आए सामने सरकारी बैंकों को लगी 3२ हजार करोड़ की चपत चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सरकारी बैंकों के साथ फर्जीवाड़े के कुल २,४८० मामले सामने आए हैं। इन फर्जीवाड़ों में बैंकों को 3२ हजार करोड़ रुपये की चपत लगी है। सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत आरबीआई से मिले जवाब में यह खुलासा हुआ है। भारतीय स्टेट बैंक को हुआ सबसे अधिक नुकसान आरटीआई कार्यकर्ता की अपील पर रिजर्व बैंक ने बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के १८ बैंकों के साथ कुल ३१,८९८.६३ करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा हुआ। इस दौरान सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को हुआ और कुल राशि का ३८ फीसदी जोखिम उठाना पड़ा। एसबीआई के साथ धोखाधड़ी के कुल १,१97 मामले सामने आए, जिसमें बैंक को १२,0१२.७७ करोड़ रुपये की चपत लगी है। इसके बाद इलाहाबाद बैंक ने ३८१ फर्जीवाड़े के मामलों में २,८५५.६६ करोड़ की राशि गंवाई है। पीएनबी को भी २,5२6.५५ करोड़ रुपये का झटका लगा है। हालांकि, आरबीआई ने इन फर्जीवाड़ों से बैंकों को होने वाले घाटे का आंकड़ा देने से इनकार कर दिया है। आंकड़ों के मुताबिक, बैंक ऑफ बड़ौदा को भी ७५ मामलों में २,२97.०५ करोड़ रुपये की चपत लगी है, जबकि ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के धोखाधड़ी के ४५ मामलों में २,१33 करोड़ रुपये गए हैं। इन बैंकों के साथ भी हुई धोखाधड़ी इसके अलावा केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया सहित लगभग सभी सरकारी बैंकों को पहली तिमाही में धोखाधड़ी का सामना करना पड़ा है। पीएम मोदी ने लालकिले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया, देश को संबोधित कर रहे हैं पीएम मोदी : लाइव अपडेट इस चुनाव में मैंने देखा था और उस समय कहा भी था कि इस चुनाव में ना कोई नेता, ना मोदी और न कोई मोदी का साथी चुनाव लड़ रहा है। बल्कि १३० करोड़ देशवासी अपने सपनों के लिए चुनाव लड़ रहे थे: पीएम श्री नरेन्द्र मोदी बोले पीएम @नरेन्द्रमोदी धीरे-धीरे सरकारें लोगों की [] इस्लाम बिट्वीन ईस्ट एंड वेस्ट : मग़रिबी दुनिया की तारीख़ इंसानियत के लिये बेहद दर्दनाक है मग़रिबी दुनिया (वेस्टर्न वर्ल्ड) मौजूदा दुनिया मे अपने मोहज़्ज़ब (सिविलिजड) होने की सबसे बड़ी दावेदार है और इस दावेदारी के लिये वो इंसानी इक़दार के फ़लाह की खिदमात का तसव्वुर पेश करती हैं जिसमे जम्हूरियत (डेमोक्रासी) से ले कर जदीद इंसानी होकुक की तारीफ़ (डेफिनीशन ऑफ मॉडर्न हमन राइट) और मुख़्तलिफ़ सियासी व इक्तेसादि नज़रियात []
जेएम निश्चित परिपक्वता फंड - श्रृंखला तेरहवीं - त्रैमासिक योजना ई-नियमित योजना (ग) पहला पन्ना >> मोनेकंट्रोल इंडिया >> म्युचुअल फंड >> का स्नैपशॉट जेएम निश्चित परिपक्वता फंड - श्रृंखला तेरहवीं - त्रैमासिक योजना ई-नियमित योजना (ग) >> निवेश सूचना, फंड प्रदर्शन, पोर्टफोलियो विश्लेषण, समाचार, साक्षात्कार, नव चार्ट, सर्वश्रेष् चुने हुए एमएफ, एसेट मॉनिटर, योजना प्रोफाइल यू अरे हियर : एआसयमफ़ ट्रॅक स्नैपशॉट - जेएम निश्चित परिपक्वता फंड - श्रृंखला तेरहवीं - त्रैमासिक योजना ई-नियमित योजना (ग) जेएम निश्चित परिपक्वता फंड - श्रृंखला तेरहवीं - त्रैमासिक योजना ई-नियमित योजना (ग) ५२ सप्ताह के उच्च ०.०० () ५२ सप्ताह के निम्न 1०.२९ (जान १४, ०9)
परमाणु कार्यक्रम पर ईरान-आईएईए वार्ता सोमवार को | परमाणु कार्यक्रम पर ईरान-आईएईए वार्ता सोमवार को - हिन्दी ओनेइंडिया परमाणु कार्यक्रम पर ईरान-आईएईए वार्ता सोमवार को तेहरान, १२ मई (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) का एक प्रतिनिधिमंडल ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता जारी रखने के लिए सोमवार को तेहरान पहुंच रहा है। संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था आईएईए में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि अली असगर सोल्तानेह ने शनिवार को तेहरान में संवाददाताओं को बताया, "आईएईए का प्रतिनिधिमंडल विशेषज्ञ स्तर की वार्ता के लिए सोमवार को आ रहा है। बैठक उसी दिन से शुरू हो जाएगी।" फरवरी में जारी आईएईए की रिपोर्ट में कहा गया था कि ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम के बारे में काफी अधिक पारदर्शी रवैया अपनाया है। लेकिन परमाणु हथियारों के विकास के आरोपों का पूरी तरह जबाव देने में वह असफल रहा है। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय यह मांग कर रहा है कि ईरान यूरेनियम संवर्धन का काम रोक दे, जिसका उपयोग बिजली और परमाणु हथियार दोनों को बनाने में किया जा सकता है। ईरान परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के अपने अधिकार पर अड़ा हुआ है और परमाणु कार्यक्रम के कारण संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए तीन प्रतिबंधों को भी अनदेखा कर रहा है।
होम / छत्तीसगढ़ विशेष / २०-२० लाख के ईनामी नक्सली दम्पत्ति गिरफ्तार , १५० जवानों की हत्याओं में शामिल,२२ साल से थी तलाश!! २०-२० लाख के ईनामी नक्सली दम्पत्ति गिरफ्तार , १५० जवानों की हत्याओं में शामिल,२२ साल से थी तलाश!! रायपुर १५० जवानों की बर्बर हत्याओं में शामिल नक्सली दम्पत्ति को गिरफ्तार कर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार नक्सली विस्फोट सहित कई संगीन वारदातों के मास्टर माइंड रहे हैं। महाराष्ट्र की गढ़चिरौली में गिरफ्तार किरण(६३) और नर्मदा(६०) पर सरकार ने २०-२० लाख रूपये का ईनाम घोषित किया था। नर्मदा के बारे में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा के अलावा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में भी नक्सली गतिविधि को संचालित करती थी। नर्मदा की २२ सालों से पुलिस तलाश कर रही थी। नर्मदा महाराष्ट्र के वेस्ट जोनल में सब कमांड की प्रमुख है। नक्सलियों की महिला बटालियन को भी नर्मदा ही नेतृत्व किया करती थी। गत १ मई को गढ़चिरौली में सर्चिंग पर निकले जवानों के वाहन को आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया गया था। इस घटना की भी मास्टर माइंड नर्मदा ही थी, जो वारदात के वक्त मौके के आसपास मौजूद थी। इस वारदात में १5 जवान शहीद हो गए थे। नर्मदा का पति किरण भी ग्रामीण इलाकों में नक्सली गतिविधियों को संचालित किया करता है। किरण नये-नये लोगों को नक्सली संगठन में शामिल करने के लिए प्रेरित करने का भी वह सक्रिय रहा है। पति-पत्नी पर आरोप है कि इन्होंने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या की साजिश में शामिल थे। इसके अलावा ये दोनों पिछले २० साल के दौरान विभिन्न नक्सली हमलों में १५० जवानों की हत्या का भी आरोप है। प्रेवियस र्ब एनटीपीसी प्रवेश पत्र : जानिए कब जारी होगा रेलवे एनटीपीसी परीक्षा का एडमिट कार्ड.!! नेक्स्ट छत्तीसगढ़ के सभी परिवार राशन कार्ड के दायरे में, प्राइवेट स्कूलों की फीस होगी निर्धारित, भूपेश कैबिनेट का बड़ा फैसला.!!
होम राज्य केरल सरकारी नौकरी के लिए करें महज थोड़ा इंतजार, यहां इस तरह से... सरकारी नौकरी के लिए करें महज थोड़ा इंतजार, यहां इस तरह से करें आवेदन प्रबंधन विकास केंद्र, केरल सरकार, तिरुवनंतपुरम ने अनुबंध के आधर पर जिला और ब्लॉक समन्वयक के ८७ रिक्त पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार कार्यक्रम का आयोजन किया हैं। जिन उम्मीदवारो ने किसी मान्यता विश्वविध्यालय से स्नातक डिग्री प्राप्त की हो, वे आवेदन कर सकते है। चयनित उम्मीदवारो को मापदंडो के अनुसार वेतन मिलेगा। यह पोस्ट उम्मीदवारों को अच्छा अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगीं। पोस्ट का नाम जिला और ब्लॉक समन्वयक कुल पोस्ट ८७ आवेदन करने की तिथि १२-१२-२०१८ आवेदन कैसे करे इच्छुक उम्मीदवार अपने सभी दस्तावेजो के साथ १२ दिसम्बर २०१८ से पहले इस वेबसाइट पर आवेदन कर सकते है। प्रेवियस आर्टियलवैटनरी सर्जन के पदों पर निकली सरकारी भर्तियॉ, स्नातक पास करें आवेदन नेक्स्ट आर्टियलबेरोजगारों के लिए नौकरी का मौका, भरे जाएंगे १३५ पद
इंस्पेक्टर को जान से मारने की धमकी देने वाले युवक ने जेल से फेसबुक पर डाली अपनी फोटो प्रजातंत्र का स्तम्भ होम / देश / इंस्पेक्टर को जान से मारने की धमकी देने वाले युवक ने जेल से फेसबुक पर डाली अपनी फोटो इंस्पेक्टर को जान से मारने की धमकी देने वाले युवक ने जेल से फेसबुक पर डाली अपनी फोटो जालंधर। इंस्पेक्टर नवदीप को जान से मारने की धमकी देने वाले युवक जसविंदर सिंह जस्सी ने पटना जेल में अपनी फेसबुक फोटो अपलोड की है। जेल में ही मोबाइल पर फेसबुक चलाते हुए उसने अपनी सेल्फी डाली और जेलां विच्चों फोन आनगे गाने की पंक्तियां डाली। उसकी फोटो वायरल होने के बाद एक बार फिर सवालिया ही जेलों में जैमर लगाने की बात कर रही है लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल उलट है। प्रेवियस इस लड़की ने अपनी अदाओं से जीता हर किसी का दिल, सोशल मीडिया पर मचाई धूम नेक्स्ट क्रॉतिदल ने हमले की निंदा की
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२.४ इंचा - ब्लैकबेरी - 51२ म्ब - ३.२ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - ३.२ इंचा - ब्लैकबेरी ओस ७.० - ५1२ म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें ब्लैकबेरी बोल्ड ९७९० वाइट ३/५ - २.४ इंचा - ब्लैकबेरी - ७६८ म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - ३.७ इंचा - ब्लैकबेरी - ७68 राम - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें ब्लैकबेरी टोर्च ९८०० ब्लैक ३/५ - ३.२ इंचा - ब्लैकबेरी ओस ६.० - ५1२ म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - २.८ इंचा - ब्लैकबेरी - ५1२ - ५ म्प - ७.९ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - २.४ इंचा - ओथर्स - 51२ राम - ३.२ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - २.४ इंचा - ब्लैकबेरी - २56 म्ब - २ तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें ब्लैकबेरी चउरवे ९३२० ब्लू ३/५ ब्लैकबेरी बोल्ड ३ ९७८० ब्लैक ४/५ - ३.१ इंचा - ब्लैकबेरी - २ राम - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें ब्लैकबेरी चउरवे ९३६० वाइट ४/५ - २.४ इंचा - ओथर्स - ५1२ म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - २.४ इंचा - ब्लैकबेरी - 51२ म्ब - ३.१५ तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - २.८ इंचा - ओथर्स - 76८ म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें ब्लैकबेरी बोल्ड ९९०० वाइट ३/५ - २.८ इंचा - ब्लैकबेरी - 76८ म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - ३.१ इंचा - ब्लैकबेरी - २ राम - ८ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - ३.२ इंचा - ब्लैकबेरी ओस - ७६८ राम - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें असूस जेनफोने ५ ए५०१सीजी १६ गब रेड ४/५ - ५ इंचा - ब्लैकबेरी - २ गब - ८ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - २.४ इंचा - ब्लैकबेरी - २56 म्ब - २ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - २.८ इंचा - ब्लैकबेरी - ५1२ म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें ब्लैकबेरी टोर्च ९८१० जिंक ग्रे ३/५ - ३.२ इंचा - ब्लैकबेरी - ७६८ म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - ३.१ इंचा - ब्लैकबेरी ओस - २ गब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें - ३.७ इंचा - ब्लैकबेरी ओस ७ - ७68 म्ब - ५ म्प तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें ब्लैकबेरी लीप ग्रे १६जीबी ४/५ - ऑपरेटिंग सिस्टम ब्लैकबेरी - राम २ गब - रियर कैमरा ८ म्प - सिम ऑप्शन सिंगल सिम तुलना मुझे इससे कम कीमत के लिए अलर्ट करें
राजस्थान के बूंदी में बस दुर्घटना में २५ की मौत भोजपुरी एक्ट्रेस आम्रपाली दुबे (आम्रपाली डूबे) जिस भी फिल्म में होती हैं, दर्शकों में उत्साह काफी ज्यादा होता है. नए गाने 'चिकन बिरयानी चंपा की जवानी' में भी आम्रपाली का अंदाज कातिलाना है. आम्रपाली दुबे का नया गाना रिलीज 'निरहुआ हिंदुस्तानी ३' में मुबइयां अवतार में दिखेंगी छठ के मौके पर रिलीज होगी निरहुआ की फिल्म भोजपुरी इंडस्ट्री की यूट्यूब क्वीन के नाम से मशहूर एक्ट्रेस आम्रपाली दुबे (आम्रपाली डूबे) और दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ (निराहुआ) की फिल्म 'निरहुआ हिंदुस्तानी ३' (निराहुआ हिन्दुस्तानी ३) का ट्रेलर रिलीज के साथ ही यूट्यूब पर धूम मचा रहा है. इसके अब तक ५६ लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इसी बीच मेकर्स ने फिल्म का नया सॉन्ग 'चिकन बिरयानी चंपा की जवानी' रिलीज किया है, जिसमें आम्रपाली दुबे की अदाएं देखते ही बन रही है. वैसे, आम्रपाली दुबे जिस भी फिल्म में होती हैं, दर्शकों में उत्साह काफी ज्यादा होता है. इस नए गाने में भी आम्रपाली का अंदाज वाकई कातिलाना है. 'चिकन बिरयानी चम्पा की जवानी (चिकन बिरयानी चम्पा की जवानी) गाना २० अक्टूबर को यूट्यूब पर रिलीज हुआ था, इसे अब तक ६ लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
अधीक्षिका पीला बाई कुलदीप द्वारा छात्रावासी बच्चियों से दबावपूर्वक अपने परिचित के खेत में रोपाई करवाने का मामला प्रकाश में आया है। बेनूर कन्या आश्रम की अधीक्षिका पखवाड़े भर से आश्रम की एक दर्जन से अधिक बच्चियों को दबाव डालकर बेनूर से २० किलोमीटर दूर ग्राम चिंगनार निवासी अपने किसी परिचित के खेतों में काम करने भेज रही थी। साथ ही तीन बच्चियों को खुद के आवास में झाडू-पोंछा लगाने व बर्तन मांजने आदि कामों में लगाए हुए थी। इसकी गोपनीय शिकायत किसी ने बुधवार को कलेक्टर टामन सिंह सोनवानी से की। कलेक्टर ने एसडीएम को जांच का निर्देश दिया। एसडीएम आशीष टिकरिया के नेतृत्व में जांच दल ने चिंगनार पहुंच खेत में रोपा कार्य कर रही बच्चियों को लाकर कलेक्टर बंगले में पहुंचाया गया है। बेनूर आश्रम आदिम जाति कल्याण विभाग के अधीन आता है। बच्चियों से खेत में काम करने की शिकायत मिली है। अधीक्षिका के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। साथ ही निलंबन की कार्रवाई भी होगी। -जेआर सोढ़ी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास अधीक्षक के डर से कोरवा भृत्य ने छोड़ा आदिवासी बालक आश्रम कांकेर आदर्श आदिवासी कन्या आश्रम से दो छात्राएं लापता आश्रम की छात्राओं से छेड़छाड़ का दूसरा आरोपी जवान गिरफ्तार
३ दिन दोस्त का शव कार की डिक्की में लेकर घूमते रहे, रिश्तेदार के घर छोड़ भागे-मोबाइल ३ दिन दोस्त का शव कार की डिक्की में लेकर घूमते रहे, रिश्तेदार के घर छोड़ भागे हादसे में हुई राजवीर की मौत जानकारी के अनुसार ८ जनवरी की देर रात मोखरा वासी राजवीर सिंह लाहली से गांव आने के लिए रोड पर अशोक कुमार के साथ खड़ा हुआ था। इस बीच मुरादुपर टेकना वासी मोनू कार लेकर आ गया। उसके साथ टेकना वासी दीपक भी था। राजवीर सिंह मोनू को अच्छे से जानता था। इसलिए देर रात के बावजूद वह उसके साथ गाड़ी में बैठ गया। बताया जा रहा है कि मुरादपुर टेकना व लाहली के मध्य माइनर के पास कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में राजवीर को गंभीर चोटें आईं और उसकी मौत हो गई। तीन दिन तक कार की डिक्की में शव डाल घुमाते रहे कार के कागजात पूरे न होने या अन्य कारणों के चलते मोनू व दीपक ने हादसे के बारे राजवीर के परिजनों या अन्य किसी को जानकारी नहीं दी। उन्होंने राजवीर के शव को ठिकाने लगाने के लिए कार की डिक्की में डाला और ३ दिन इधर-उधर घुमाते रहे। आखिरकार गत रात वह लाखनमाजरा में एक रिश्तेदार के पास पहुंचे और कार को वहीं छोड़कर फरार हो गए। रिश्तेदारों को जब मामले की भनक लगी तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। थाना प्रभारी रमेश कुमार ने बताया कि राजवीर के शव का पी.जी.आई. से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया। मामले में मोनू व दीपक सहित कई व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही पूरे प्रकरण से पर्दा उठ पाएगा। परिजनों ने करवाई है गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज मृतक राजवीर के पिता महेंद्र पंडित ने बुधवार को ही उसके लापता होने की पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाई है। महेंद्र ने बताया कि लाहली से अशोक के पास से राजवीर जब चला तो उन्होंने पूरा वाकया फोन पर सुन लिया था। वह इस दौरान राजवीर से बात कर रहा था। बाद में कार के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी मिली लेकिन राजवीर का कोई सुराग नहीं लगा। परिजनों ने आरोप लगाया कि यदि मोनू को गिरफ्तार करके कड़ाई से पूछताछ की जाए तो राजवीर के बारे पता चल सकता है।
- पेंशनर मांगों को लेकर संघर्ष की राह पर - अमर उजाला पेंशनर मांगों को लेकर संघर्ष की राह पर डिडवीं टिक्कर (हमीरपुर)। हिमाचल प्रदेश पेंशनर कल्याण संघ सरकार से मांगें मनवाने के लिए अप्रैल माह से संघर्ष की राह पर है। संघ द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में संघ द्वारा ११ जून को ऊना जिले में रैली की जा रही है। संघ के प्रदेश सचिव अनिरुद्ध डोगरा ने कहा कि रैली सुबह दस बजे से शाम ६ बजे तक होगी। रैली में संघ सदस्यों द्वारा सरकार द्वारा किए जा रहे सौतेले व्यवहार को लेकर रोष जताया जाएगा। उन्होंने कहा कि संघ लंबे समय से अपनी मांगों को सरकार के समक्ष उठाता आ रहा है। सरकार ने संघ को केवल आश्वासनों का तोहफा ही दिया है। संघ पंजाब की तर्ज पर आर्थिक लाभ पाने के लिए आंदोलन कर रहा है। ६५, ७०, ७५ वर्ष की आयु पूरी कर चुके पेंशनरों को अतिरिक्त पेंशन देना, २ वर्ष के अंतराल पर एकमुश्त पेंशन टीए देना तथा निश्चित ५०० रुपए अतिरिक्त भत्ता देने को लेकर संघ संघर्ष कर रहा है। डोगरा ने बताया कि ऊना रैली के दौरान अगले आंदोलन की दिशा तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर जिले में भूख हड़ताल, धरना प्रदर्शन का क्रम जारी रहेंगा। उन्होंने बताया कि ऊना रैली में संघ के महासचिव टीडी ठाकुर, अतिरिक्त महासचिव के एस जसवाल, संघर्ष समिति के अध्यक्ष ओपी भारद्वाज सहित कार्यकारिणी के सदस्या भाग लेंगे।
परफेक्ट केटो बैगेल रेसिपी उन मॉर्निंग कार्ब क्रेविंग को रोकने के लिए एक अच्छा टोस्ट बैगेल किसे पसंद नहीं है? यहां तक कि विचार महाकाव्य सप्ताहांत ब्रोन्च की शौकीन खुशबू याद दिलाने के लिए पर्याप्त है। लेकिन, उच्च कार्ब गिनती और पोषण की कमी के कारण (ज्यादातर परिष्कृत गेहूं के आटे से बने होते हैं), वे आपके नियमित नाश्ते के रोटेशन का हिस्सा नहीं हो सकते हैं - खासकर यदि आप केटो आहार पर हैं। अच्छी खबर: बागल्स अभी भी नाश्ते की मेज पर हैं - जब तक आप थोड़ा रचनात्मक पाने के लिए तैयार हैं। रणनीतिक सामग्री को स्वैप करके और उपयुक्त केटो-फ्रेंडली खाद्य पदार्थों में शामिल करके, आप अभी भी अपने केटो लक्ष्यों को तोड़फोड़ किए बिना अपने पसंदीदा कैरी फ्लेवर और बनावट में आराम पा सकत ये १६ पेंट्री स्टेपल्स केटो डाइट को इतना आसान और टेस्टी बनाते हैं कीटो डायटिस को इसके लाभों के लिए जाना जाता है जैसे कि वजन कम करना, अधिक ऊर्जा और बेहतर मानसिक स्पष्टता। सही लगता है? हां, लेकिन इन लाभों को प्राप्त करने के लिए आहार से चिपके रहना महत्वपूर्ण है। नई कुकबुक केटो-फ्रेंडली रेसिपीज: ईज़ी केटो फॉर बिजी पीपुल के लोकप्रिय केटो ब्लॉग लो कार्ब इंस्पिरेशनंड की संस्थापक जेनिफर मैरी गार्ज़ा का मानना है कि कीटो आहार पर सफलता के आवश्यक कारकों में से एक आपके लिए सही खाद्य पदार्थ हैं। उसकी कीटो यात्रा में पहला कदम केटो आहार के साथ फिट नहीं होने वाले सभी खाद्य पदार्थों की उसकी पेंट्री को साफ करना था। अपनी नई पुस्तक के इस अंश में, वह पैंट्री स्टेपल्स को स्टॉक कर क्या यह आहार जीवन के लिए हार्मोन संतुलित करने का रहस्य है? केटो सबसे अधिक आहार प्रवृत्ति है। और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है! यह वसा को जलाता है और वजन कम करता है - इस बारे में क्या प्यार नहीं है? लेकिन वहाँ कुछ और है जिसे व्यापक रूप से प्रचारित नहीं किया गया है: एक ठीक से निष्पादित केटोजेनिक आहार, आउट-ऑफ-वॉक महिला सेक्स हार्मोन के लिए संतुलन बहाल करने में मदद कर सकता है। अपने अभ्यास में, मैंने यह भी हाँ, आप केटो आहार पर शराब पी सकते हैं - यहाँ आपके सबसे अच्छे विकल्प हैं जब यह कीटो आहार की बात आती है, तो आप सोच सकते हैं कि शराब पूरी तरह से सवाल से बाहर है, लेकिन हम यहां आपको बता रहे हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए। किटोजेनिक आहार स्वस्थ वसा खाने और कार्ब्स को सीमित करने पर केंद्रित है। लक्ष्य केटोसिस की स्थिति को बनाए रखना और बनाए रखना है, जहां शरीर ग्लूकोज के बजाय कीटोन्स पर चलता है, जिसके परिणामस्वरूप वृद्धि हुई फोकस, ऊंचा ऊर्जा स्तर और कभी-कभी वसा हानि होती है। बस किसी भी नए आहार के साथ, यह आपकी योजना से चिपके रहने और सामाजिक बने रहने के लिए कठिन लग सकता है, लेकिन इसका उस तरह से होना जरूरी नहीं है। केटो आहार पर आप में से कुछ के लिए पेय के कुछ विकल्प दिए गए हैं, ज केटो आहार पर फल खाने के आसपास आपके सभी प्रश्न, उत्तर दिए गए आइए इसका सामना करते हैं: कीटो का क्रेज खत्म होने से है। यह उच्च वसा, कम-कार्ब आहार से बीमारी को दूर करने, ऊर्जा में सुधार करने और वजन घटाने में मदद मिल सकती है - यदि आप इसे सही तरीके से करते हैं। कीटो आहार के लाभ प्राप्त करने के लिए, आप एक तरह से भोजन करना चाहते हैं, जिससे यह आपके शरीर को ग्लूकोज के बजाय वसा केटोन्स को जलाने से ऊर्जा प्राप्त करता है। कैसे? एक आहार खाने से जो मुख्य रूप से वसा में उच्च, प्रोटीन में मध्यम और कार्ब्स में कम होता है। यह आपके रक्त शर्करा और इंसुलिन के स्तर को कम रखने में मदद करेगा (जिससे उन वसा जलने वाले कीटोन्स को सक्रिय करने में मदद मिलेगी)। जबकि यह सब बहुत अच्छा ल केतो जा रहे हैं? यहां पर महिलाओं के एक समय के लिए अधिक कार्ब्स खाने चाहिए केटोजेनिक आहार- एक कम कार्ब, उच्च वसा, खाने के लिए मध्यम-प्रोटीन दृष्टिकोण - महत्वपूर्ण वजन घटाने, मानसिक स्पष्टता, कम सूजन, और अधिक के प्रशंसापत्र के साथ भाप प्राप्त करना जारी रखता है। एक कार्यात्मक चिकित्सा व्यवसायी के रूप में, पुरानी स्थितियों के मूल कारणों को दूर करने की कोशिश करते हुए, मैं अक्सर ऊपर के लाभों के लिए महिलाओं और पुरुषों के साथ केटोजेनिक आहार का उपयोग करता हूं और साथ ही साथ मूड से बाहर निकलने और चिंता को कम करने के लिए। मेरी पुस्तक द एंटी-एंग्टीविटी डाइट में, मैं साझा करता हूं कि केटोन्स मस्तिष्क में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने के लिए रक्त-मस्तिष्क की बाधा को पार करने की क्षमता केटो या नॉट: ये आपके स्वास्थ्य के लिए शीर्ष संयंत्र-आधारित सुपरफूड हैं जब यह स्वास्थ्यवर्धक खाने की बात आती है, तो आहार-विहार की हठधर्मिता और प्रतिबंधात्मक खाद्य नियम बाहर हैं - अपने आप को अपने शरीर को स्वादिष्ट और हीलिंग खाद्य पदार्थों से पोषण करने के लिए पर्याप्त प्यार करना। यह स्थायी कल्याण के लिए एक आवश्यक सत्य है। उन सभी खाद्य पदार्थों के बारे में जानने के बजाय जिन्हें आप नहीं खा सकते हैं या नहीं खा सकते हैं, आइए हम उन सभी सरल तरीकों पर ध्यान दें, जिन्हें हम अपने ग्रह की भलाई के लिए टिकाऊ बनाने के लिए भोजन का उपयोग कर सकते हैं। सुपरफूड्स को शामिल करने वाला स्वच्छ, पौध-केंद्रित आहार शुरू करने के लिए एक अच्छी जगह है। एक कार्यात्मक चिकित्सा व्यवसायी के रूप में, वजन घटाने के लिए सर्वश्रेष्ठ आहार, एक पेट चिकित्सक द्वारा रैंक किया गया अगर मुझे हर बार भुगतान किया जाता है तो कोई मुझसे किसी विशेष आहार के गुणों या कमियों के बारे में पूछता है, मैं आराम से कुछ दूरस्थ ताहिती द्वीप पर अभी रिटायर हो सकता हूं। एक चिकित्सा चिकित्सक के रूप में जो कार्यात्मक चिकित्सा और आंत के स्वास्थ्य में माहिर हैं, मैं लगातार देखता हूं कि डिस्बिओसिस (या आंत में असंतुलन) वसा हानि को कैसे कम कर सकता है। सीधे शब्दों में कहें: यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो अपने पेट से शुरुआत करें। आपकी आंत माइक्रोबायोम यह निर्धारित करती है कि आप कैलोरी को कैसे अवशोषित और संसाधित करते हैं, यहां तक कि आपके वसा भंडारण और बेसल चयापचय दर को भी प्रभावित करते हैं। जब म शीर्ष ४ गलतियों केटो आहार पर सभी को बनाता है (और उन्हें कैसे ठीक करें) जैसा कि एक समाज ने नवीनतम और महान के साथ पालन किया, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि हम हमेशा बदल रहे हैं कि हम दिन-प्रतिदिन कैसे खा रहे हैं। केटोजेनिक आहार सबसे नया उभरता सितारा है, लेकिन पॉप कल्चर ट्रेंड से परे, उभरता कीटो साइंस काफी रोमांचक है: आहार में मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाने, ऊर्जा को बहाल करने, रक्त शर्करा को स्थिर करने, कम सूजन, और बहुत कुछ दिखाया गया है। जबकि ऐसा लगता है कि हर कोई वर्तमान में "केटो जा रहा है", यह उच्च वसा, मध्यम-प्रोटीन, कम-कार्ब आहार इसके संभावित नुकसान के बिना नहीं है। एक कार्यात्मक चिकित्सा व्यवसायी के रूप में, मैं फर्स्टहैंड को देखता हूं कि यह लाभक सस्ते पर केटो: $ ३० से कम के लिए एक ३-दिवसीय केतो भोजन योजना इस जनवरी में, हम म्ब्ग में अपने आहार को साफ करने के बारे में हैं, बस थोड़ा सा। अपने भोजन को एक संकीर्ण खिड़की तक सीमित करने के बजाय, हम आपको अधिक से अधिक पौधे, अधिक फाइबर, अधिक प्रोटीन खाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। हम आपको प्रोत्साहित कर रहे हैं कि आप अपने चाकू को तेज करें और अपने बर्तनों को धूल दें और घर पर पकाएं। हम चाहते हैं कि आप केवल स्वस्थ भोजन से यह महसूस करें कि आप कैसा भोजन करते हैं और खाने में कितना मज़ा आता है। अगले कुछ हफ़्तों के लिए हमसे जुड़ें क्योंकि हम आपके खाना पकाने और खाने के तरीके से होने वाली हर समस्या का समाधान करते हैं जो वास्तव में आपके शरीर और आपकी आत्मा के लिए पौष् ये केटो बिस्कुट लो-कार्ब स्ट्रॉबेरी शॉर्टकेक के लिए परफेक्ट बेस हैं यदि आप मेरे जैसे कुछ भी हैं, तो गर्मियों में आप स्ट्रॉबेरी शॉर्टकेक से लेकर स्क्रैच बिस्कुट, रिपेस्ट बेरीज और होममेड व्हीप्ड क्रीम का सपना देख रहे हैं। स्वप्निल लगता है, है ना? लेकिन कीटो डाइट पर किसी के लिए भी - या बस उनके परिष्कृत-कार्ब सेवन को देखते हुए - विचार एकदम निराशाजनक हो सकता है। यकीन है, ताजा स्ट्रॉबेरी अभी भी मेज पर हैं, और यहां तक कि व्हीप्ड क्रीम भी अगर आप चीनी को छोड़ देते हैं। लेकिन बिस्कुट? वे उच्च कार्ब के बारे में के रूप में खाद् ये ५ केटो-फ्रेंडली स्नैक्स बनाने के लिए बस मिनट लें केटोजेनिक आहार ने तूफान से स्वास्थ्य की दुनिया को ले लिया है, और कई लोग इसके लाभों के साथ बोर्ड पर हैं - जिसमें वजन कम करना, ऊर्जा में वृद्धि, और उच्च तृप्ति के स्तर शामिल हैं - वास्तव में व्यस्त जीवन शैली में आहार को शामिल करना कठिन हो सकता है। जब आप अपने भोजन को कवर कर सकते हैं, तो चलते-फिरते खाने से मुश्किल हो सकती है जब आप अपने कार्बोहाइड्रेट का सेवन ५० ग्राम या उससे कम दिन रखने की कोशिश कर रहे हों। सौभाग्य से, म्ब्ग में, हम सभी महान स्वादों और महान स्वास्थ्य लाभों के बारे में हैं, इसलिए हमने कुछ सरल स्नैक्स डिज़ाइन किए हैं जो किटो-स्वीकृत हैं- और पूरी तरह से लालसा-योग्य हैं। १. अपनी हार्ड उब ये केटो-फ्रेंडली मिरेकल नूडल्स उम्मीद से बेहतर थे चलिए एक बात और समझ लेते हैं: मैं "आहार" भोजन नहीं खरीदता, और मैं केटो नहीं हूँ। लेकिन मैं परिष्कृत कार्ब्स के अपने सेवन को सीमित करने की कोशिश करता हूं क्योंकि वे मुझे भद्दा महसूस करते हैं। तो आप कह सकते हैं कि मेरी उत्सुकता तब और बढ़ गई जब मैंने इन मिरेकल नूडल्स (उर्फ शिरताकी नूडल्स) के बारे में अधिक से अधिक सुनना शुरू कर दिया, जो निम्न-कार्ब की भीड़ के बीच लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं - इस तथ्य के कारण कि वे शाब्दिक रूप से शून्य कैलोरी और एक औसत रूप से १ ग्राम हैं कार्ब्स की। शिरातकी नूडल्स निश्चित रूप से नया नहीं है - मैं अपनी माँ को २००० के दशक की शुरुआत में कुछ याद दिलाता हूँ और अमेज़न पर ये १० सर्वश्रेष्ठ लो-कार्ब, केटो-फ्रेंडली स्नैक्स हैं निश्चित रूप से, यह एक बार एक सनक की तरह लग रहा था, लेकिन आज केटोजेनिक आहार अभी भी मजबूत हो रहा है, अनगिनत समर्थकों ने वजन घटाने, मानसिक स्पष्टता और स्थिर रक्त शर्करा के स्तर और मनोदशा के अपने लाभों का प्रचार किया। और, आलोचकों द्वारा मांस और पनीर उत्सव कहा जाने के बावजूद, यह अल्ट्रा-लो-कार्ब आहार वास्तव में पोषक तत्वों से भरपूर पूरे खाद्य पदार्थों के लिए अनुमति देता है जब सही ढंग से तैयार किया जाता है (हमारे केटो खाद्य सूची की जांच करें)। यह कहा गया है, वास्तव में स्वस्थ केटो आहार को बनाए रखना श्रम-गहन और कुछ हद तक तनावपूर्ण हो सकता है क्योंकि आपको घर पर अपने कई भोजन पकाने की आवश्यकता होगी ताकि स्वस्थ केटो ब्रेड व्यंजनों उन कार्ब क्रविंग्स के माध्यम से आप की शक्ति के लिए शब्द "कीटो" और "ब्रेड", भले ही एक-दूसरे के विपरीत लग सकते हैं, लेकिन अफसोस, आपके हताश, कार्ब-भूखे स्वयं अभी भी उन्हें एक साथ एक चमत्कार की उम्मीद में गुगले हुए हैं। और हम आपको एक दोष नहीं देते हैं। सब के बाद, यह कम-कार्ब, उच्च वसा, मध्यम-प्रोटीन कीटो आहार इसकी भीषण संक्रमण अवधि के बिना नहीं है जिसे किटो फ्लू के रूप में जाना जाता है, जिसमें कुछ बहुत ही तीव्र क्राविंग शामिल हो सकते हैं। अच्छी खबर: भले ही कीटो आहार अच्छे वसा में अधिक है - जैसे कि एवोकाडोस और नारियल का तेल - और चीनी और कार्ब्स में बहुत कम, आप निश्चित रूप से अपने पसंदीदा कार्बबी फ्लेवर और बनावट में आराम पा सकते ह अल्टीमेट लो-कार्ब, केटो बर्गर बन्स फॉर योर नेक्स्ट कुकआउट हमें आपको यह बताने की आवश्यकता नहीं है: ग्रीष्मकालीन का मतलब है कुकआउट्स, और कुकआउट्स का मतलब बर्गर (चाहे आप घास-चारा बीफ, टर्की, या वेजी के लिए चुनते हैं)। और अगर आप कीटो आहार पर हैं, तो ठीक है, आप शायद इस तथ्य के साथ आए हैं कि आप थोड़ी देर के लिए उस # जीवन का नेतृत्व करेंगे। लेकिन सच्चाई यह है कि अगर आप थोड़ा प्रीप वर्क करने को तैयार हैं, तो बंक पिकनिक टेबल पर बहुत ज्यादा हैं। नहींं, हमारा मतलब यह नहीं है कि लेट्यूस बन्स या तो (क्योंकि, ईमानदारी से, जब आप एक कम कार्ब वाले हार्ड सेल्टर, तीन अलग-अलग कीटो पक्षों, और एक रोमेन-लिपटे बर्गर से जूझ रहे हों, तो आपदा की वास्तविक संभावना है)। लेकिन आप व ५ संकेत एक कम कार्ब, उच्च वसा वाले केटो आहार सिर्फ आपके शरीर के लिए काम नहीं कर रहा है आपने जीवन में कुछ चीजों को एक उचित परीक्षण दिया है, केवल यह महसूस करने के लिए कि वे सिर्फ काम नहीं कर रहे थे। शायद यह नौकरी या रिश्ता था। आपने अपने पूरे प्रयास में, नियमों द्वारा खेला गया, अपने दिल और आत्मा को स्थिति के लिए दिया, और फिर भी समय के साथ आपको एहसास हुआ कि आप केवल एक मैच नहीं हैं। परिणाम केवल प्रयास के लायक नहीं थे। खाने की योजना के साथ भी वही हो सकता है, जिसमें केटोजेनिक आहार शामिल है। कुछ लोग इस उच्च वसा, कम कार्ब दृष्टिकोण पर पनपे। वे आसानी से केटो-अनुकूलित हो जाते हैं (जिसका अर्थ है कि आपका शरीर वसा का पक्ष लेता है और ईंधन के लिए ग्लूकोज नहीं), दुष्प्रभाव कम से कम हैं, और वे कें केटो में जाने की कोशिश करना चाहते हैं? यहाँ इष्टतम लाभों के लिए एक-दिवसीय भोजन योजना (शाकाहारी विकल्पों के साथ!) है केटोजेनिक आहार ने पिछले कुछ वर्षों में लोकप्रियता में विस्फोट किया है। केटो निश्चित रूप से अपने ज़ेतगेस्ट-य पल रहा है। पॉप कल्चर ट्रेंड से परे, हालांकि, इस आहार में सूजन को कम करने, मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाने और रक्त शर्करा को स्थिर करने सहित लगभग हर चीज में मदद करने के लिए दिखाया गया है। अपने कार्यात्मक चिकित्सा क्लिनिक में, मैंने देखा है कि केटोजेनिक आहार कई लोगों के लिए एक उच्च वसा, मध्यम-प्रोटीन और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के निम्न-कार्ब अनुपात पर ध्यान केंद्रित करता है। आमतौर पर, यह आहार बहुत मांस है और पर्याप्त वसा प्राप्त करने और कार्ब्स को कम रखने के लिए डेयरी-भारी है। यह, हालांकि, संवे ये केटो-फ्रेंडली पॉच्ड एग्स आपकी सुबह को मसाला देंगे चाहे आप केटो आहार पर हों या नहीं, हर अब और फिर से अपने ठेठ सुबह हाथापाई को मसाला देने के लिए मजेदार है। दाना कार्पेन्डर द्वारा द केटो से वन कुकबुक के लिए ये हिरिसा पॉव्ड अंडे स्वादिष्ट, पौष्टिक तत्वों से भरे हुए हैं जो आपको जगाने और आपको कीटोसिस में रखने के लिए सुनिश्चित हैं। इनमें हरी मिर्च हैं, जो शोध से पता चलता है कि सूजन कम हो सकती है और फेफड़ों के कैंसर के प्रसार को धीमा कर सकती है। मसाला वहाँ बंद नहीं करता है। आप मिर्च मिर्च से बने कुछ हर्इसा में भी जोड़ देंगे, जो कि यौगिक कैप्सैसिन के लिए धन्यवाद, आपके चयापचय को बढ़ावा देने में मदद करेगा। कुछ जैतून, फ़ेटा चीज़ और चिकन शोरबा के साथ इन मस ५ केटो डेज़र्ट रेसिपी को अपनी मीठी दाँत को संतुष्ट करने के लिए और एक चीनी बिंग को बंद करें अधिकांश आहार और संतुलित दृष्टिकोण खाने के लिए कम से कम थोड़ी देर के लिए अनुमति देते हैं और इसलिए - तो, आप जानते हैं, आप अचानक एक दिन स्नैप नहीं करते हैं और आइसक्रीम के एक पूरे पिंट को पॉलिश करते हैं। लेकिन केटो आहार के बारे में क्या, जब पूरे बिंदु लगभग सभी कार्ब्स और शर्करा को खत्म करना है, तो आप उस वसा जलने वाले राज्य में प्रवेश कर सकते हैं जिसे किटोसिस कहा जाता है? यदि आप पहले से ही कीटो आहार का पालन नहीं कर रहे हैं, तो यहां एक त्वरित ब्रेकडाउन है: कीटो आहार बहुत कम कार्ब, उच्च वसा, मध्यम-प्रोटीन आहार है। काफी प्रतिबंधात्मक होने के अलावा, यह शुरू में शारीरिक रूप से भीषण हो सकता है (बस किसी यह लो-कार्ब केटो चीज़केक आपकी शुगर क्रेविंग को संतुष्ट करेगा कीटो आहार सिर्फ एक भावनात्मक यात्रा नहीं है (क्योंकि हर आहार एक भावनात्मक यात्रा नहीं है?) लेकिन एक शारीरिक रूप से एक बूट करने के लिए भीषण। ऐसे किसी व्यक्ति से पूछिए जिसने कभी तथाकथित केटो फ़्लू को सहन किया हो - पागलपन की तीव्र तीव्रता, थकान और चिड़चिड़ापन। और यदि आप पहले से ही कीटो जीवन शैली नहीं जी रहे हैं, तो आप सोच रहे होंगे कि वास्तव में इस लो-कार्ब, हाई-फैट, मॉडरेट-प्रोटीन आहार की अपील क्या है? विंसेंट एम। पेड्रे, एमडी बताते हैं, "कीटो के पीछे विचार यह है कि आपका वसा-संचय करने वाला हार्मोन, इंसुलिन, लो ब्लड शुगर को कम रखता है। ऐसा करने में, आप पेट-वसा को दबाते हुए वसा जलने वाले जीन क यह पूरी तरह से नम और स्पंजी लेमन केक पूरी तरह से केटो-फ्रेंडली है तो आप केटो आहार में एक सप्ताह हैं और एक सहकर्मी आपको एक कपकेक प्रदान करता है। सबसे पहले, उसे थप्पड़ और / या रोने के आग्रह का विरोध करें - वह केवल अच्छा बनने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद गहरी सांस लें। जब आपको संभवतः विशिष्ट कप केक को पास करना चाहिए, तो आपको केक और अन्य उपहारों को पूरी तरह से अलविदा कहने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन यह कैसे संभव है? डेसर्ट में लिप्त होने पर केटोजेनिक आहार पर एक पूर्ण असंभवता की तरह लग सकता है - विशेष रूप से इस तथ्य पर विचार करते हुए कि अधिकांश फल इस सख्त उच्च वसा, मध्यम-प्रोटीन, अल्ट्रा-लो-कार्ब खाने की योजना-केटो ड्रेजर्ट पर मौजूद हैं, और यह स्वादिष्ट नींबू खट्टा क इस त्वरित और आसान केटो कुकी पकाने की विधि एक कम कार्ब स्वीट फिक्स के लिए प्रयास करें केटोजेनिक आहार (जिसे आमतौर पर कीटो आहार के रूप में जाना जाता है), इस समय के खाने की अधिक कठिन योजनाओं में से एक है। अत्यधिक प्रतिबंधक आहार शरीर को वसा जलने की स्थिति में भेजने के लिए कम कार्ब, उच्च वसा और मध्यम-प्रोटीन के सेवन से चिह्नित होता है। "यह आहार संयोजन शरीर के चयापचय को जलाने के लिए चीनी और कार्बोहाइड्रेट को ईंधन के रूप में शिफ्ट करने के लिए ईंधन के रूप में वास्तव में केटोन्स के रूप में वसा को जलाने का लक्ष्य रखता है, " डेविड पर्लमटर, एमडी, किटोसिस के पीछे के तंत्र के बारे में बताते हैं और यह इतनी बड़ी बात क्यों हो सकती है शरीर। "जब शरीर केटोन्स का उपयोग ईंधन स्रोत के र ये केटो-एप्रूव्ड सेवरी वेफल्स आपको पूरे दिन बनाए रखेंगे एरिका केर्विएन द्वारा आगामी कुकबुक एवरीडे केटो बेकिंग से इन केटो-फ्रेंडली वेफल्स के साथ अपने दिन को खुश और उर्जावान शुरू करें। ये नट-फ्री, अनाज रहित और लस मुक्त वफ़ल वसा, प्रोटीन और फाइबर में उच्च हैं, और कार्ब्स में कम (४ ग्राम कार्ब्स प्रति वैफ़ल), उन्हें सही केटो नाश्ते बनाते हैं। अपने सामान्य वेफल्स सिरप के साथ बूंदा बांदी और फल या चॉकलेट के साथ सबसे ऊपर के विपरीत, इन लोगों को स्कैलियनस और काली मिर्च जैक पनीर के लिए एक दिलकश स्वाद प्रदान करते हैं। वे आपकी पसंद के अनुरूप होने के लिए हैं, इसलिए केर्विएन उन्हें ग्रिल्ड चिकन, हैम, बेकन, एवोकाडो, टमाटर या एक तले हुए अंडे जैसे खाद्य पदार्थों के स ये जिंजरब्रेड कपकेक लो-कार्ब + हाई-फैट का परफेक्ट कॉम्बो हैं केटोजेनिक आहार के साथ मेरी यात्रा तब शुरू हुई जब मुझे एहसास हुआ कि मैंने शर्करा और स्टार्च पर बहुत अच्छा काम नहीं किया है। एक समय मैं बहुत सारे अनाज खा रहा था - जैसे फलों से क्विनोआ और सरल शर्करा - और मेरा पेट हमेशा गड़बड़ था। मैं यह पता नहीं लगा सका, क्योंकि मेरे दिमाग में मैं ऐसे साफ, पूरे खाद्य पदार्थ खा रहा था। एक दिन मैं बुलेटप्रूफ कॉफी के बारे में कुछ जानकारी चुरा रहा था, जब वह सिर्फ स्वास्थ्य खाद्य उद्योग में झांक रहा था। मुझे जो पसंद आया वह मैंने पढ़ा, इसलिए मैंने सभी सामग्रियों का आदेश दिया और इस विचार पर खुद को शिक्षित करना शुरू कर दिया कि "वसा" ईंधन का एक बहुत ही सकारात्मक यह है कि कैसे केटो आहार आपको मौसमी असरदार विकार से मुकाबला करने में मदद कर सकता है जैसे-जैसे छुट्टियां नज़दीक आती हैं, हमारी ख़ुशी सर्दियों के वंडरलैंड को फीका करती है और हम सर्दी, ग्रे सर्दियों के मौसम के बारे में अधिक जागरूक हो जाते हैं। हम खुद को "शीतकालीन ब्लूज़" के एक मामले से निपटते हुए पाते हैं क्योंकि हम आगे गर्मियों के महीनों के लिए धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करते हैं। शीतकालीन ब्लूज़ को मौसमी स्नेह विकार या एसएडी के रूप में भी जाना जाता है। एसएडी ५ से १० प्रतिशत आबादी को प्रभावित करता है; यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है, लेकिन जब पुरुषों के पास होता है, तो वे अधिक लक्षणग्रस्त होते हैं। हम में से बहुत से लोग गर्मी के महीनों में अधिक प्रेरित, प्रेर ये २०१८ के १० सबसे ज्यादा खोजे गए आहार हैं - और वे नहीं हैं जो आप उम्मीद करेंगे यह आश्चर्य की बात नहीं है कि केटोजेनिक आहार ने २०१८ में सबसे अधिक गुगली आहार के लिए नंबर १ स्थान बनाया। सावन गुथरी और हाले बेरी से सेलिब्रिटी समर्थन और वजन घटाने, मानसिक स्पष्टता में सुधार और अधिक ऊर्जा जैसे लाभों के साथ, यह स्पष्ट है कि लोग केटो पर हैं -रेल गाडी। लेकिन अन्य नौ आहार कम स्पष्ट हैं। निश्चित रूप से, कुछ सबसे अधिक खोजे गए आहार थोड़े अस्पष्ट हैं, लेकिन इस सूची का विषय पोषण और कल्याण में एक बड़ा बदलाव है। कैलोरी की गणना पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, ये आहार इस बात पर जोर देते हैं कि भोजन कहाँ से आ रहा है और कब खाया जाता है। और यहाँ म्ब्ग पर, हम सभी पैमाने से दूर और एक पूर्ण, पौष्टिक अजीब कारण आप केटो आहार पर बाल खोना शुरू कर सकते हैं जबकि कम कार्ब, मध्यम-प्रोटीन, उच्च वसा वाले कीटो आहार थोड़ा विवादास्पद बना हुआ है, बहुत सारे सम्मानित कार्यात्मक पोषण विशेषज्ञ हैं जो खाने की इस शैली की सलाह देते हैं - वजन घटाने, सूजन को कम करने और रक्त शर्करा संतुलन जैसे लाभों का उल्लेख करते हैं - जब सही ढंग से तैयार की गई। बेशक, ये विशेषज्ञ संभावित कीटो साइड इफेक्ट्स को भी स्वीकार करते हैं, विशेष रूप से कीटो फ़्लू, तीव्र क्रैविंग, थकान और चिड़चिड़ापन की एक प्रारंभिक अवधि जो तब होती है जब आपका शरीर शुगर-बर्निंग से फैट-बर्निंग अवस्था में शिफ्ट हो जाता है। लेकिन एक आश्चर्यजनक केटो साइड इफेक्ट है जो किसी के बारे में अभी तक बात नहीं कर रहा है, और अंडे की बीमार? इन कम-कार्ब केटो पेनकेक्स को नाश्ते के बजाय आज़माएं शब्द "पेनकेक्स" और "आहार" अक्सर हाथ से नहीं चलते हैं - खासकर अगर आप केटो आहार का पालन करते हैं। लेकिन यदि आप अपने कार्ब क्रेविंग को केटोसिस से बाहर खटखटाये बिना संतुष्ट करने के तरीके के लिए दूर-दूर तक देख रहे हैं (और शायद आपके गो-टू-पालक और अंडे से हाथापाई पर ब्रेक लग जाए), तो ये कीटो पेनकेक्स १०० प्रतिशत हैं आपकी जिंदगी से क्या गायब है। यदि आप पहले से ही कीटो आहार का पालन नहीं कर रहे हैं, तो यहां एक त्वरित ब्रेकडाउन है: कीटो आहार बहुत कम कार्ब, उच्च वसा, मध्यम-प्रोटीन आहार है। काफी प्रतिबंधात्मक होने के अलावा, यह शुरू में शारीरिक रूप से भीषण हो सकता है (बस किसी से भी पूछें, १७ केटो सुपर बाउल रेसिपी इस खेल को मनाने और केटोसिस में बने रहने के लिए जबकि सुपर बाउल फुटबॉल के बारे में है, यह परिवार, दोस्तों, विज्ञापनों और भोजन के बारे में भी है। यदि आप कीटो आहार कर रहे हैं, तो यह एक दोस्त के सुपर बाउल पार्टी में जाने के बारे में सोचने या यहां तक कि अपने स्वयं के क्लासिक व्यंजनों के रूप में होस्ट करने के बारे में सोचने के लिए चुनौतीपूर्ण महसूस कर सकता है जो उच्च-कार्ब हैं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है, हमने आपको कुछ सुपर बाउल पसंदीदा में केटो-ट्विस्ट लाने के लिए सैकड़ों कीटो रेसिपीज खिलाई हैं। इस तरह से आप इस बात पर ध्यान केंद्रित करने में कम समय बिता सकते हैं कि आप क्या खा सकते हैं और खेल या उन लोगों के साथ अधिक समय बिता सकते हैं (यदि यह आप ४ ड्रोल-वर्थ केटो चिकन व्यंजनों जो आपको कार्ब्स के बारे में सब कुछ भूल जाएंगे तो, आप अंत में केटो गए हैं, लेकिन अब आप शायद सोच रहे हैं कि आप अपने आप में क्या नरक हैं। सब के बाद, यह कम-कार्ब, उच्च वसा, मध्यम-प्रोटीन आहार इसकी भीषण संक्रमण अवधि के बिना नहीं है जिसे कीटो फ़्लू के रूप में जाना जाता है (यानी, अति तीव्र क्रविंग्स, थकान, और सब कुछ बस के बारे में अपनी आँखें रोल करने की प्रवृत्ति) । लेकिन हम यहां आपको बता रहे हैं कि, हां, आप अभी भी अपने पसंदीदा फ्लेवर और खाद्य पदार्थों में अपने लक्ष्यों को तोड़फोड़ किए बिना आराम पा सकते हैं। दर्ज करें: ये स्वादिष्ट कम कार्ब कीटो चिकन व्यंजनों। हो सकता है कि आपको लगता है कि केटो रेड मीट और निराशा के बारे में है, या चिकन ब्रेस्ट केट प्सट ... केटो आहार और संपूर्ण ३० चिपोटल के नए मेनू के साथ आसान हो जाता है जबकि हम सभी एक स्वस्थ जनवरी रिबूट के प्रमुख प्रतिबंधों के बारे में हैं (आप हमारी पूरी योजना यहां देख सकते हैं), यह व्होल ३० (हमारे लेखकों में से एक ने कोशिश की, और उसने एक टन सीखा!) या प्रयोग करने का एक अच्छा समय हो सकता है। केटोजेनिक आहार- और चिपोटल के साथ, लोकप्रिय ग्रैब-एंड-गो मैक्सिकन रेस्तरां, आपकी पीठ है। यदि आप अपरिचित हैं, तो "केटोजेनिक आहार वसा में बहुत अधिक, प्रोटीन में मध्यम और कार्बोहाइड्रेट में बहुत कम होता है, " विंसेंट प क्या केटो आहार वास्तव में सुरक्षित है? एक डॉक्टर वजन में जैसा कि कीटो आहार का चलन जारी है, आप खुद को सोच सकते हैं कि क्या यह सभी के लिए सुरक्षित है। जवाब है- यह जटिल है। इससे पहले कि आप इस ट्रेंडी डाइट में डुबकी लगाएं, इसे ज़रूर पढ़ें। किटोसिस क्या है? केटोजेनिक आहार के साथ सफलतापूर्वक जिन स्थितियों का प्रबंधन किया गया है उनमें से कुछ मिर्गी, पश्चात सिंड्रोम, मोटापा, टाइप २ मधुमेह, रक्त शर्करा अस्थिरता (हाइपरग्लाइसीमिया और हाइपोग्लाइसीमिया सहित), और भड़काऊ स्थितियां शामिल हैं। जब शरीर एक शर्करा (ग्लूकोज) -बर्गी अवस्था से वसा-जलने की स्थिति में जी हां, आप केटो आहार पर खा सकते हैं - बस इन ६ युक्तियों का उपयोग करें आपके दोस्तों को अंततः उस गर्म नए रेस्तरां में एक स्थान मिलता है जिसे आप कोशिश करने के लिए मर रहे हैं, और सामान्य रूप से, आप रेज पर कूदेंगे, इस बार एक पकड़ है: आप केटो गए हैं। दो सप्ताह तक आपने कीटो फ़्लू को सहन किया, और अब आप केटोसिस के लाभों को पुनः प्राप्त कर रहे हैं। वहाँ कोई रास्ता नहीं तुम यह सब एक रात के खाने पर उड़ाने के लिए जा रहा है, तो कैसे एक केटो आहार पर खाने के लिए बाहर जाता है? अपने आहार के साथ ट्रैक पर बने रहना असंभव के बगल में महसूस कर सकता है, और यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है जो किटो योजना से चिपके रहना चाहते हैं, जो मापदंडों के एक बहुत विशिष्ट सेट के ल आपके वीकेंड बारबेक्यू के लिए १३ केटो-स्वीकृत सीड्स वार्मर मौसम का मतलब है कि हम जिससे प्यार करते हैं उसके साथ बारबेक्यू स्टाइल को पकाने में अधिक समय। यदि आप कीटो आहार पर हैं, तो यह एक दोस्त के बीबक को बाहर करने के लिए कठिन हो सकता है बस उम्मीद है कि आप कुछ खा सकते हैं। सौभाग्य से, इस आशंका के लिए एक आसान समाधान है - कुछ कीटो पक्षों को स्वयं पकाना या अपने स्वयं के पिछवाड़े कुकआउट की मेजबानी करना। हमने आपके लिए अधिकांश काम किया है और १३ केटो-फ्रेंडली पक्षों को गोल किया है, इसलिए आपको विकल्पों के बारे में तनाव नहीं करना है। यहाँ एक तनाव मुक्त, गर्मियों में धूप से भरी शुरुआत है! १. सीलेंट्रो लाइम फूलगोभी चावल यह हल्का, सिट्रस, लो-कार्ब फूलगोभी चावल क्या दूध केटो है? ये ७ लो-कार्ब मिल्क आपको केटोसिस में रखेंगे कीटो आहार का फोकस आपको किटोसिस में लाना है, और यह केवल तभी प्राप्य है जब आप कम कार्ब, उच्च वसा, मध्यम प्रोटीन आहार और दुर्भाग्य से (यदि आप कार्ब्स से प्यार करते हैं) का पालन कर रहे हैं, इसका मतलब है कि आपके कार्ब सेवन को सीमित करना काफी। डेयरी एक मुश्किल श्रेणी है क्योंकि उदाहरण के लिए पनीर, कीटो आहार पर प्रोत्साहित किया जाता है क्योंकि यह बहुत कम कार्ब और उच्च वसा है, लेकिन दूसरी ओर दूध कार्ब्स में अधिक है और वसा में कम है। क्या मैं कीटो आहार पर दूध पी सकता हूं? संक्षिप्त उत्तर इसलिए नहीं है क्योंकि यदि आप एक दिन में ५० ग्राम से कम कार्ब्स की प्रतिबंधात्मक कार्ब सीमा से चिपके हुए हैं, तो डेयरी २०१९ के ४ सर्वश्रेष्ठ केटो आहार ऐप हम में से कई लोग अपने आहार, रिश्तों, आत्म-देखभाल, कैरियर, या वित्त या शायद प्रत्येक क्षेत्र में भी बदलाव करने की उम्मीद करते हुए नए साल की शुरुआत करते हैं। हालांकि यह रोमांचक है, यह वास्तव में आरंभ करने के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यदि आप २०१८ के सबसे अधिक चर्चित आहारों में से एक के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं (हम केटो आहार के बारे में बात कर रहे हैं), तो कुछ केटो-फ्रेंडली ऐप भी हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं। कीटो आहार अच्छी गुणवत्ता वाले वसा जैसे एवोकैडो और जैतून का तेल, प्रोटीन में मध्यम और कार्ब में कम होता है। कीटो आहार ने २०१८ में सुर्खियाँ बनाईं (जिसे हमने २०१७ में भविष्यवाणी की थी ५७ स्वादिष्ट कम कार्ब खाद्य पदार्थ आप एक केटोजेनिक आहार पर खा सकते हैं किटोजेनिक आहार कम कार्ब, उच्च वसा, मध्यम-प्रोटीन आहार है। यह कुछ हद तक एटकिन्स आहार जैसा दिखता है, लेकिन अधिक लचीलापन और विविधता की अनुमति देता है जब यह उन खाद्य पदार्थों के लिए आता है जिन्हें आप नियमित रूप से खाने की अनुमति देते हैं। पेड्रे इंटीग्रेटिव हेल्थ के एमडी, विन्सेंट पेड्रे ने कहा, "केटो के पीछे का विचार आपके रक्त-शर्करा को कम करने वाले हार्मोन, इंसुलिन को कम रखना है।" "ऐसा करने में, आप पेट-वसा-अमसिंग मशीनरी को दबाते हुए वसा जलने वाले जीन को चालू करते हैं।" कई आहार बहुत सीमित रूप से सीमित महसूस कर सकते हैं, लेकिन कीटो आहार वास्तव में कई ऐसे खाद्य पदार्थों की अनुमत केटो की कोशिश करना चाहते हैं? ये ५ सर्वश्रेष्ठ पुस्तकें हैं जो आपको आरंभ करने के लिए हैं २०१८ कीटो आहार का वर्ष था, जिसमें विषय पर दर्जनों किताबें अलमारियों पर हावी थीं। जबकि हमने म्ब्ग पर यहां केटो जाने के लिए एक टन संसाधनों को साझा किया है, कभी-कभी आप अपनी सभी जानकारी एक साथ एक जगह पर चाहते हैं, इसलिए हमने केटोजेनिक आहार शुरू करने के लिए सर्वश्रेष्ठ पांच पुस्तकों को खोजने के लिए वहां से सब कुछ हल किया है। चाहे आप आसान सप्ताह के भोजन या शाकाहारी विकल्प की तलाश में हों, हमने आपको कवर किया है। द केटो रिसेट डाइट: २१ दिनों में अपने मेटाबॉलिज्म को रीबूट करें और मार्क सिसोन द्वारा फैट फॉरएवर बर्न करें मार्क सिसोन को अपना सामान पता है: प्राइमल किचन के संस्थापक और मार्क के डेली एप्पल ने अनि केटो आहार के साइड इफेक्ट जो किसी के बारे में बात नहीं कर रहे हैं - और इससे कैसे बचें केटोजेनिक आहार ने इस वर्ष अपने असंख्य लाभों के लिए लहरें बनाई हैं, जो मस्तिष्क के कार्य में सुधार से लेकर स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर, मधुमेह के स्थिरीकरण, दौरे में कमी, माइटोकॉन्ड्रियल स्वास्थ्य में सुधार, मनोभ्रंश की रोकथाम और बहुत कुछ है। कई चंद्रमाओं से पहले, जॉन्स हॉपकिन्स के शोधकर्ताओं ने पाया कि उपवास और कार्बोहाइड्रेट से बचने से रक्त शर्करा और इंसुलिन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो न्यूरोलॉजिकल असंतुलन वाले रोगियों को लाभ प्रदान करता है। चूंकि लंबे समय तक उपवास यथार्थवादी नहीं है, इसलिए केटोजेनिक आहार का उपयोग उच्च वसा और कम कार्बोहाइड्रेट के सेवन से उपवास के लाभों की नकल करने के लिए ह केटो आहार पर? आप इन सप्लीमेंट्स पर विचार करना चाहते हैं यह आधिकारिक है: किटोजेनिक आहार मुख्यधारा में चला गया है। एक कार्यात्मक चिकित्सा व्यवसायी के रूप में, मैंने वर्षों से रोगियों के साथ किटोसिस के स्वास्थ्य लाभों का उपयोग किया है, और यह रोमांचक लोग पॉप संस्कृति में वैश्विक स्तर पर इसके बारे में बात कर रहे हैं। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के कम-कार्ब, मध्यम-प्रोटीन, उच्च-स्वस्थ-वसा अनुपात पर ध्यान केंद्रित करने से, मेरे मरीज़ अपने शरीर को ग्लूकोज के रूप में चीनी के उपयोग से वसा के उपयोग के लिए केटोन्स के रूप में ईंधन के लिए अद्भुत परिणामों के साथ संक्रमण करने में सक्षम हैं। जैसे कि कम सूजन, मस्तिष्क स्वास्थ्य में वृद्धि, रक्त शर्करा में असंतुलन और ऊर्जा को मिला: बेस्ट केटोजेनिक स्नैक्स आप बना सकते हैं या खरीद सकते हैं संभावना है, आपने अब तक केटोजेनिक आहार के बारे में सुना है कि यह वेलनेस दुनिया में कितना चर्चा कर रहा है। यह कम कार्बोहाइड्रेट, मध्यम-प्रोटीन, खाने का उच्च वसा वाला तरीका आपको शुगर-बर्नर से इष्टतम स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए वसा-बर्नर में बदलने का काम करता है। लोकप्रिय होते हुए भी यह आहार कुछ भी है लेकिन ट्रेंडी है। वास्तव में, इस आहार की शक्ति का उपयोग ऊर्जा को बहाल करने, रक्त शर्करा को स्थिर करने, मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाने और बहुत कुछ करने के लिए दिखाया गया है। एक कार्यात्मक चिकित्सा व्यवसायी के रूप में, मैंने पहली बार देखा है कि खाने का यह तरीका कितना फायदेमंद हो सकता है। हम में से अध उत्तम रक्त-शर्करा-संतुलन, केटोजेनिक खाद्य पदार्थ आप अभी खरीद सकते हैं यहां तक कि जब केटोजेनिक आहार तेजी से लोकप्रिय हो गया है, यह सुविधा कारक के बारे में चिंतित कुछ लोगों से पुशबैक का सामना कर रहा है: भीड़ के घंटे के दौरान एक एवोकैडो को क्रैक करने से कम, एक व्यक्ति को जाने पर कैसेटो का सामना करना पड़ता है? अब, ब्रांड के एक नए बाउट ने पैक किए गए उत्पादों की रिहाई के साथ अनुभव को सुव्यवस्थित और सरलीकृत किया है, जो शरीर को कीटोसिस की स्थिति में स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक ७०-प्रतिशत से अधिक वसा प्रोफ़ाइल का पालन करते हैं। चाहे आप वास्तव में केटो हो या केवल कुछ नए स्वच्छ घटक-भरे, रक्त-शर्करा-संतुलन स्टेपल की तलाश में हों, ये आज अलमारियों पर हमारे केटो उत्पाद हैं सावन गुथरी ने केटो आहार और उसके परिणामों को आश्चर्यचकित किया हम केटोजेनिक आहार को एक वर्ष से अधिक समय से कवर कर रहे हैं, और यह प्रमुख आंकड़ों से पोषण विशेषज्ञों के हालिया समर्थन के साथ, शायद इसका सबसे बड़ा क्षण है। किटोजेनिक आहार वसा में एक उच्च, प्रोटीन की खपत में मध्यम और कार्ब्स में इसकी मुख्य मात्रा है। ठेठ कीटो आहार एक दिन में ५० ग्राम से कम कार्बोहाइड्रेट को प्रतिबंधित करता है, जो ज्यादातर लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है। तो अपील क्यों? लक्ष्य रक्त शर्करा को कम करना है, जो बदले में इंसुलिन की रिहाई को कम करता है, एक हार्मोन जो वसा जमा करता है। ईंधन में वसा के लिए ग्लूकोज जलने से शरीर शिफ्ट होता है। क्या यह उतना आसान है? खैर, हो सकता है, लेकिन ह दर्द को कम करने वाला आहार यह डॉक्टर मरीजों को बताता है कि ओपियोइड महामारी को हल करने में मदद कर सकता है इस देश में ओपियोड का उपयोग और दुरुपयोग महामारी के अनुपात तक पहुंच गया है। सीडीसी के अनुसार, ओपिओइड ओवरडोज से हर दिन ९१ अमेरिकियों की मृत्यु हो जाती है, और प्रति दिन १, ००० से अधिक लोगों का इलाज ओपियोइड दवाओं के दुरुपयोग के लिए किया जाता है। हम यहां कैसे पहुंचे, इसके बारे में बहुत चर्चा और उंगली है। स्पाइन सर्जन के रूप में, मुझे देखने आने वाले हर एक मरीज को दर्द होता है। उन्हें भी उम्मीद है कि उनके दर्द में सुधार किया जा सकता है। मैं ओपिओइड दवाओं के उपयोग से बहुत सतर्क हूं। वास्तव में, ओपीओइड तंत्रिका संबंधी दर्द के लिए खराब काम करते हैं (उदाहरण के लिए एक डिस्क हर्नियेशन एक तंत्रिका पर जोर देते परफेक्ट केटो-थैंक्सगिविंग मील चाहते हैं? हमने आपके लिए बिल्कुल सही शाकाहारी रेसिपी पाई केटोजेनिक आहार अपने विरोधी भड़काऊ, आंत-चिकित्सा और वजन घटाने के लाभों के लिए सुर्खियां बना रहा है। यह उच्च वसा वाला आहार शरीर को "केटोसिस" में डालने के लिए होता है, एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें आप ग्लूकोज के बजाय वसा जलाना शुरू करते हैं। आपको हर समय किटोसिस में रहने की आवश्यकता नहीं है - वास्तव में, आप इसे सप्ताह में कुछ दिन आजमा सकते हैं और फिर भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। एक केटो डिश की कोशिश करने का एक शानदार समय शुक्रिया, उच्च कार्ब वाले खाद्य पदार्थों से डिटॉक्स करने के बाद धन्यवाद का दिन है। देखो आगे नहीं - मार्क सीसन ने आपको कवर किया है। द प्राइमल ब्लूप्रिंट के सबसे अधिक बिकने वाले ल यह केटो ब्रीथलीजर केटो आहार को इतना आसान बना देगा कीटो आहार के अधिक जटिल पहलुओं में से एक यह जानना है कि क्या आप किटोसिस की स्थिति में हैं। आंत के विशेषज्ञ, विंसेंट एम। पेड्रे कहते हैं, "कुछ लोगों को पता है कि वे किटोसिस की स्थिति में हैं", लेकिन अन्य लोगों को अधिक कठोर उपायों का सहारा लेना पड़ता है, जैसे दिन में कई बार अपनी उंगली को चुभाना या कीटोन पर पेशाब करना पट्टी। लेकिन अब, कीटो, एक नए श्वास विश्लेषक और साथ देने वाले ऐप के लिए धन्यवाद, केटोजेनिक आहार ने अधिक उल्लेखनीय हो गया है। अच्छी गुणवत्ता वाले वसा में उच्च, कार्बोहाइड्रेट में कम, और प्रोटीन के सेवन में मध्यम, कीटो आहार एक तरह से खाने के बारे में है जो आपके शरीर को कुशलता स आज (जनवरी ५, २०१८) जानने के लिए आपको ७ चीजें चाहिए ग्लोबल वार्मिंग के लिए धन्यवाद, हवाई के आसपास समुद्र का स्तर २१०० तक ३ फीट तक बढ़ने की उम्मीद है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार, इससे राज्य की २५, ८०० एकड़ जमीन खत्म हो सकती है, जिससे १९ अरब डॉलर से अधिक का आर्थिक नुकसान हो सकता है, और २०, ००० लोगों को मजबूर किया जा सकता है। उनके घरों से दूर। (पीसने के लिये अन्न) २. नीदरलैंड में, बुजुर्गों के लिए एक बाधा कोर्स है जो उन्हें सिखाता है कि अच्छी तरह से कैसे गिरें। फिजियोथेरेपिस्ट डिडके वैन विजक विज्क्फेसियो केंद्र चलाते हैं, जो बुजुर्गों के लिए कल्याण पर केंद्रित है। वह उन्हें सिखाती है कि जिमनास्टिक उपकरणों के साथ चट्टानी सड़कों पर संतुलन बनाने के लिए कैसे फॉर्सकॉलीन: इस छोटे से ज्ञात जड़ी बूटी वजन घटाने और कोर्टिसोल नियंत्रण स्थायी करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है जैसा कि मैं लगातार अनुसंधान और एकीकृत चिकित्सा प्रवृत्तियों के साथ रहता हूं, मैं मदद नहीं कर सकता लेकिन हाल ही में फॉर्सकॉलीन के बारे में बात पर ध्यान दें, एक जड़ टकसाल परिवार से है जिसे नए वजन घटाने के इलाज के रूप में वर्गीकृत किया जा रहा है। यह प्रसिद्ध पोषण विशेषज्ञों और डॉक्टरों द्वारा इस घटना के रूप में समर्थन किया गया है जो तुरंत पेट की वसा को जला सकता है। स्वाभाविक रूप से, मैं इस जड़ी बूटी के बारे में अधिक जानना चाहता था और अगर यह वजन घटाने को उत्प्रेरित करने की क्षमता रखता है। यदि हां, तो यह सही तंत्र क्या है कि यह वसा को जलाने के लिए कैसे काम कर रहा है? फोरस्किन क्या है? फॉर्सकॉलीन संयंत यह एक आसान तरीका है (और अधिक स्वादिष्ट!) एक काम के अनुकूल बनाने के लिए केटो लंच थॉट थॉट थॉट। ऐसे जबकि कई लोगों को कीटो आहार के लाभों पर बेचा जाता है, मिर्गी का इलाज करने से लेकर वजन घटाने में मदद करने तक, वास्तव में इसे अपने जीवन में शामिल करने के सवाल के साथ सामना होने पर वे स्तब्ध हो जाते हैं। यहीं पर स्टेफनी पेडर्सन, केटो लंच की लेखक: ग्रैब-एंड-गो, मेक-अहेड रेसिपीज़ फॉर हाई-पावर, लो-कार्ब मिडडे मील, आती है। उनकी नई किताब आसान केटो से भरपूर है जिसे आप आगे बना सकते हैं। समय के हिसाब से और उसके अनुसार, लोग अक्सर कीटो खाना पकाने की प्रक्रिया को ओवरकंप्लीकेट करते हैं। "केटो आहार उस भोजन पर आधारित होता है जिसे आप हर समय खाते हैं, जो इसे प्रबंधित करने के लिए सुपर-सेंचुरी बनाता है, " शाकाहारी केटो आहार: हाँ, यहां तक कि पौधे खाने वाले भी कम कार्ब्स और अधिक वसा के साथ फेंक सकते हैं जब आप कीटो के बारे में सोचते हैं, तो आपका मस्तिष्क पालक के किनारे के साथ स्टेक का एक बड़ा स्लैब, या उन हास्यास्पद बर्गर में से एक का चित्रण कर सकता है जो दो मांस पैटीज़ के लिए बान को स्वैप करता है। लेकिन जब यह सच है कि इस ट्रेंडी हाई-फैट, लो-कार्ब खाने के पैटर्न का अनुसरण करने वाले लोगों की एक अच्छी संख्या उनके मांस (और बहुत सारे) से प्यार करती है, तो हर कोई मांसाहारी दृष्टिकोण नहीं अपनाता है। जो इस सवाल का जवाब देता है, यदि आप मांस को पूरी तरह से त्याग देते हैं तो क्या आप केटोजेनिक आहार का सफलतापूर्वक पालन कर सकते हैं? कुछ विशेषज्ञ हां कहते हैं, लेकिन आपको पहले अपना होमवर्क करना होगा। यहां आपक ५ लोग जो वास्तव में केटो आहार से लाभ उठा सकते हैं एक पंजीकृत आहार विशेषज्ञ के रूप में, रोगी अक्सर मुझसे पूछते हैं कि उनके व्यक्तिगत स्वास्थ्य के मुद्दों और पोषण लक्ष्यों के आधार पर उनके लिए सबसे अच्छा आहार क्या है। इतने सारे अलग-अलग आहारों से चुनने के लिए - और बहुत सारे सनक आहार जो क्रोध करते हैं और फिर गायब हो जाते हैं - सभी सूचनाओं को छांटना और खाने के लिए क्या करना है, इसके बारे में एक सूचित विकल्प बनाना काफी मुश्किल है। अब तक, जो केटोजेनिक आहार के बारे में नहीं सुना है? एक बार प्रतिबंधात्मक, असंभव और खतरनाक होने के कारण, यह आहार अब हर जगह है। वहाँ वास्तव में एक केटो आहार के बारे में बहुत गलत जानकारी है, और बहुत से लोग आश्चर्यचकित हैं: क्या विज्ञान के अनुसार, केटोजेनिक आहार आपको रक्त शर्करा रोलर कोस्टर से दूर कर देगा संपादक का ध्यान दें: विल कोल, डीसी, म्ब्ग परिवार का एक लंबे समय से सदस्य है (वह म्ब्ग कलेक्टिव में है और यहां तक कि एक क्लास इंस्ट्रक्टर भी है!)। उनकी नई किताब, केटोटेरियन, सब एक केटोजेनिक और शाकाहारी, शाकाहारी, या पेसटेरियन से शादी करने के बारे में है। अधिक से अधिक स्वास्थ्य लाभ के लिए आहार। यहाँ, वह साझा करता है कि एक केटोजेनिक आहार पर जाने मैंने अपनी सूजन के लिए इस ट्रेंडी प्लांट-आधारित आहार की कोशिश की - यहाँ क्या हुआ है संपादक का ध्यान दें: विल कोल, डीसी, म्ब्ग परिवार का एक लंबे समय से सदस्य है (वह म्ब्ग कलेक्टिव में है और यहां तक कि एक क्लास इंस्ट्रक्टर भी है!)। उनकी नई किताब, केटोटेरियन, सब एक केटोजेनिक और शाकाहारी, शाकाहारी, या पेसटेरियन से शादी करने के बारे में है। अधिक से अधिक स्वास्थ्य लाभ के लिए आहार। यहाँ, वह साझा करता है कि कैसे शाकाहारी अपने स्वास् मिथुन और बुध में पूर्ण चंद्रग्रहण? आज रात के संक्रमण से निपटने के ८ तरीके ५ सरल सौंदर्य उत्पाद आप नारियल तेल से बना सकते हैं अपनी सुबह शुरू करने के लिए एक ऊर्जावान योगा सीक्वेंस आज (१८ जून, 20१८) जानने के लिए आपको ५ चीजें चाहिए
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बदले अपनी सिंपल सी स्कर्ट को वेडिंग ड्रेस में... | टो न्यूज बदले अपनी सिंपल सी स्कर्ट को वेडिंग ड्रेस में पोस्टेड बाय: सोमाली बदले अपनी सिंपल सी स्कर्ट को वेडिंग ड्रेस में... आज हम आपको कुछ बहुत ही इंटरेस्टिंग स्कर्ट या लहंगा ड्रेस डिज़ाइन के बारे में बताने जा रहे हैं, इन स्कर्टस अपनी डिज़ाइन्,फैब्रिक और स्टाइल के कारण बिलकुल एथनिक लहंगो की तरह दिखती हैं पर लेकिन सभी स्कर्ट्स ही होती हैं. इन स्कर्ट्स को आप अपने डिज़ाइनर ब्लाउज़ या फिर क्रॉप टॉप के साथ पहन सकती हैं इससे आपको ग्रेस भी मिलता है. इसके अलावा आप इन स्कर्ट्स के साथ सिम्पल टॉप्स, चोली, क्रॉप टॉप, कुछ भी कैरी कर सकती हैं. अगर आपको किसी शादी में जाना है और आप कोई वेडिंग ड्रेस कैरी करना चाहती हैं तो अपनी इस स्कर्ट के साथ मैचिंग दुप्पटा कैरी करे, ऐसा करने से आपको इंडियन और एथनिक टच मिलेगा. ये बिलकुल भी ज़रूरी नहीं की आप अपनी स्कर्ट लहंगा के साथ सेम कलर की ही चोली या क्रॉप टॉप कैरी करें. आप इनके साथ कॉन्ट्रास्ट कलर के चोली या क्रॉप टॉप भी कैरी कर सकती है, अगर आप अपनी स्कर्ट के साथ सिंपल क्रॉप टॉप कैरी कर रही हैं तो इसके साथ हैवी जेवेलरी और सिंपल दुप्पटा भी ऐड कर सकती है. यहां का रिवाज है अनोखा, सिर्फ लड़कियां लड़कों को दे सकती हैं चॉकलेट घर खरीदना होगा और भी सस्ता, सरकार ने बिल्डरों को दिया ये निर्देश क्या होता है? समुद्र शास्त्र- कैसे व्यक्ति, होंठों की मदद से पता चलता है इंसान का नेचर ऑगस्ट १९, २०१७ धर्मेन्द्र राजपूत कम्मंट ऑफ ऑन क्या होता है? समुद्र शास्त्र- कैसे व्यक्ति, होंठों की मदद से पता चलता है इंसान का नेचर कभी सोचा है, महिलाओं के शर्ट के बटन बाईं तरफ ही क्यों होते हैं, हैरान कर देगी वजह जान्वरी १९, २०१८ सोमाली कम्मंट ऑफ ऑन कभी सोचा है, महिलाओं के शर्ट के बटन बाईं तरफ ही क्यों होते हैं, हैरान कर देगी वजह डिसेंबर १४, २०१७ सोमाली कम्मंट ऑफ ऑन अगर कभी भी खराब हो जाता है आपका मूड, तो समय रहते बदल लें अपनी डाइट