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होम > उत्पादों > आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक (आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक के लिए कुल २४ उत्पादों) आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक में से एक, शेन्ज़ेन कांतू इम टेक्नोलॉजी को., लैड.। थोक चीन से आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक खोजने की आवश्यकता है। बस आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे आईफोन एक्सएस मैक्स स्क्रीन रक्षक का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
गर्ल्स, महिलाओ को मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द होना आम बात है, लेकिन पेट का दर्द किसी भी वजह हो, वह बहुत ही दर्द-भरा होता है। कुछ देर ही दर्द बने रहने से रोगी का मुंह उतर जाता है, मायूस हो जाता है, बहुत कमजोरी महसूस होने लगती है। हाल में कई बार पूछा गया की पीरियड में पेट दर्द के घरेलु उपाय और इलाज बताइए तो हम आपके साथ यह जानकारी शेयर करने जा रहे है इनके प्रयोग से आपको बहुत ही लाभ होगा आगे पढ़िए पूरा लेख। माइग्रेन का जड़ से इलाज : दर्द की दवा पीरियड्स में पेट दर्द का इलाज बताइए और घरेलु उपाय के इस पोस्ट को पढ़कर आपने जाना घर पर ही मासिक धर्म का उपचार कैसे करे, कैसे इस माहवारी के दर्द से छुटकारा पाया जाए। आप इन सभी यहां पे बताये गए घरेलु नुस्खों का प्रयोग करे और फिर हमे बताये की उपाय से आपको आराम मिला। आप इस पोस्ट पीरियड मे पेट दर्द का इलाज इन हिन्दी और उपाय नुस्खे को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे और सभी महिलाओ तक यह पोस्ट पहुंचाए धन्यवाद। इसके अलावा अपने जीवन को प्राकृतिक बनाये और पीरियड की गोली न लें आदि पीरियड टालना या गर्भ रोकने की दवाओं का सेवन भी महिलाओं में आगे चलकर कई तरह की विकृतिया पैदा करता है इसलिए इस बात से विशेष सचेत रहे।
बिजनेस स्टैंडर्ड - ईपीएफओ ने अंशधारकों के लिए आधार नंबर देने की समय-सीमा ३१ मार्च तक बढ़ाई ईपीएफओ ने अंशधारकों के लिए आधार नंबर देने की समय-सीमा ३१ मार्च तक बढ़ाई भाषा / नई दिल्ली फेब्रुवारी १७, 20१७ कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने चार करोड़ से अधिक अंशधारकों के लिए आधार नंबर देने की समयसीमा बढ़ाकर ३१ मार्च कर दी है। इससे पहले ईपीएफओ ने आधार नंबर जमा कराने की समयसीमा २८ फरवरी तय की थी। संगठन ने जनवरी में उसकी योजनाओं के तहत लाभ जारी रखने को अंशधारकों द्वारा आधार नंबर को देना अनिवार्य कर दिया था। ईपीएफओ ने अपने १२० से अधिक फील्ड कार्यालयों को दिए आधिकारिक आदेश में कहा, 'यह सूचित किया जाता है कि कर्मचारी पेंशन योजना १९९५ के सभी सदस्यों को अपना आधार नंबर सत्यापन ३१ मार्च, २०१७ तक या उससे पहले देना होगा।' इसके अलावा आधार से जुड़े डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को देने की तारीख भी बढ़ाकर ३१ मार्च, २०१७ कर दी गई है। जनवरी में ईपीएफओ ने जीवन प्रमाण पत्र कार्यक्रम के तहत इसे जमा कराने की तारीख बढ़ाकर २८ फरवरी की थी। पेंशनभोगियों की सुगमता के लिए यह कदम उठाया गया था। इससे पहले पिछले साल नवंबर में ईपीएफओ ने अंतिम तारीख को बढ़ाकर १५ जनवरी, २०१७ किया था जिससे नोटबंदी से प्रभावित पेंशनभोगियों को राहत मिल सके। एक और विस्तार इस साल जनवरी में दिया गया क्योंकि डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र के लिए भी आधार जरूरी है। ईपीएफओ ने जीवन प्रमाणपत्र दस्तावेजी रूप में बैंकों के जरिए स्वीकार करने की व्यवस्था समाप्त कर दी है। पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाणपत्र डिजिटल तरीके से या तो अपने मोबाइल फोन या साझा सेवा केंद्रों या ऐसी सुविधा प्रदान करने वाली बैंक शाखाओं के जरिये देना होगा। केय्वॉर्ड: ईपीएफओ, अंशधारक, आधार संख्या, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, कर्मचारी पेंशन योजना,
मायावती बोली- राज्यसभा से इस्तीफे का बदला सूद समेत वसूलूंगी, अब चुनाव बैलेट पेपर से कराए ब्जप १५/०३/२०१८ - ७:२३ प्म यूपी उपचुनाव में जीत के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने वीरवार को चंडीगढ़ में एक विशाल रैली को संबोधित किया। इस रैली में हजारों की संख्या में पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से पार्टी समर्थक जुटे। सेक्टर-२५ के रैली ग्राउंड में रैली का आयोजन किया गया। रैली को संविधान बचाओ, आरक्षण बचाओ नाम दिया गया है। मायावती ने रैली को संबोधित करते हुए सबसे पहले पार्टी के संस्थापक कांशीराम के जन्मदिन की बधाई दी। फिर कहा कि पंजाब की सरकारों ने दलितों को हमेशा नजरअंदाज किया है। इसलिए कार्यकताओं को अब खुद मेहनत करनी पड़ेगी। पार्टी को खड़ा करने के लिए खुद संघर्ष करना होगा। मायावती ने पंजाब के कार्यकर्ताओं को कड़ी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि पंजाब में जिन लोगों को पार्टी संगठन की जिम्मेवारी सौंपी गई है, वे भूल जाएं कि यूपी से उन्हें कुछ मिलेगा। यहां के नेता यूपी में किसी पद के लालच में न रहें, उनके लिए बेहतर रहेगा। मायावती ने बीजेपी को दलित विरोधी पार्टी कहा। उन्होंने कहा कि देश में गरीबों और दलितों का उत्पीड़न हो रहा है। बीजेपी की सरकार आरएसएस के एजेंडे को लागू करने की कोशिश कर रही है। जब से बीजेपी आई है, दलितों के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़ गए हैं। यह कहते हुए मायावती ने हैदराबाद और ऊना की घटना का जिक्र किया। मुझे राज्यसभा में दलितों की बात ठीक से रखने का मौका नहीं दिया गया। अगर मैं देश की संसद में ही दलितों की बात नहीं रख सकती हूं तो पद पर रहने का क्या फायदा, इसलिए मैंने राज्यसभा से इस्तीफा दिया। अब हमें पंजीवादी पार्टियों को सत्ता में आने से रोकना है। मायावती ने सहारनपुर में पिछले दिनों हुए दंगों का आरोप भी भाजपा पर मढ़ते हुए कहा कि छोटी सी बात को बड़ा बनाते हुए वहां दलितों का शोषण किया गया। केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह से दलित विरोधी सरकार है, ऐसे में इस सरकार के विरोध में उठ खड़ा होना होगा। मायावती ने बीजेपी को ललकारते हुए कहा कि पार्टी अगले चुनाव ईवीएम से कराने की बजाय बैलेट पेपर से कराए, पता चला जाएगा कि कौन किसके हक में है। यूपी विधानसभा चुनाव में धांधली हुई थी, इस बार ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। मायावती ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच ही निराली है, लेकिन जनता के हित में नहीं है। कांग्रेस ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू नहीं की, ये उनकी सोच का जीता-जागता उदाहरण है। हमने विरोध प्रदर्शन किए, तब जाकर वीपी सिंह की सरकार ने इसे लागू किया। मायावती ने बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न न देने पर भी कांग्रेस की निंदा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने काफी समय तक बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया। वीपी सिंह ने सरकार ने ही यह काम किया, लेकिन उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। क्योंकि बीजेपी ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। मायावती ने कहा कि आगामी विधानसभा और लोकसभा में अगर बीजेपी को शिकस्त दे दी तो समझो मेरा राज्यसभा सदस्य से इस्तीफा देना का बदला सूत समेत वापिस किया जाए। वैसे भी यूपी में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को बसपा और सपा ने मिलकर जो शिकस्त दी है, उससे सभी की नींद उड़ गई है। आज बसपा के संस्थापक कांशीराम का जन्मदिवस भी है और कल ही पार्टी नेउत्तरप्रदेश की फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीट जीती। ऐसे में मायावती की इस रैली का महत्व और भी बढ़ गया है। इस रैली को २०१९ चुनावों के लिए बसपा की ओर से शंखनाद बताया जा रहा है। यूपी में सपा-बसपा के गठबंधन की जीत के बाद अब मायावती की कोशिश है कि २०१९ में बीजेपी को हराने के लिए सभी विपक्षी दल एक साथ आएं। मायावती इस रैली के साथ अपने कैडर और दलित वोटबैंक को वापस पाना चाहती हैं। रैली के जरिए पंजाब और देश में दलितों के मुद्दों को उठाया जाएगा। कहा जा रहा है कि २०१९ के चुनाव में मायावती खुद को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर लॉन्च करने की तैयारी में हैं। बता दें कि पंजाब में ३१ फीसदी और हरियाणा में २१ फीसदी से ज्यादा दलित रहते हैं। हालांकि बसपा पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान अपना वोट बैंक संभालने में नाकाम रही थी, लेकिन इस बार वे ऐसा नहीं होने देना चाहती। अब चुनाव बैलेट पेपर से कराए ब्जप मायावती मायावती बोली- राज्यसभा से इस्तीफे का बदला सूद समेत वसूलूंगी राज्यसभा २०१८-०३-१५
इलाज के बदले घर का कचरा लेता है ये डॉक्टर | उपुक्लाइव इलाज के बदले घर का कचरा लेता है ये डॉक्टर इंडोनेशिया में रहने वाला २६ वर्षीय गमाल अलबिनसईद पेशे से डॉक्टर है। उसने स्वच्छता के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है। वह अपने गरीब मरीजों से इलाज के लिए पैसे की जगह, जो चीज लेता है, वो सभी को हैरान कर रहा है। दरअसल, वो इलाज करने के बदले में लोगों से कचरा लेता है। डॉक्टर अलबिनसईद की ऐसी सोच ने पर्यावरण व स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला दी है। डॉक्टर गमाल अलबिनसईद का यह आइडिया इंडोनेशिया की दो बड़ी समस्याओं से निपटने में मददगार साबित हो रहा है। इंडोनेशिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जो गरीबी के कारण स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं। ऐसे लोगों के लिए इस डॉक्टर का कार्यक्रम गार्बेज क्लीनिकल इंश्योरेंस जीसीआई मुहैया कराता है। अलबिनसईद द्वारा कचरे के बदले लोगों का इंश्योरेंस किया जाता है। इसके लिए लोगों को रिसाइकिल करने योग्य कचरा क्लीनिक में जमा करवाना होता है। इस कचरे में आने वाली प्लास्टिक की बोतलों और कार्डबोर्ड को उन कंपनियों को बेच दिया जाता है जो इन्हें रिसाइकिल करके उत्पाद बनाती हैं। इसके अलावा उपयुक्त कचरे को उर्वरक और खाद बनाने के काम में लिया जाता है। किसी व्यक्ति द्वारा कचरा दिए जाने के बाद वो इसके बदले दो महीने तक क्लीनिक की मूल स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकता है। गमाल की इस सोच और कोशिश के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार सम्मानित किया जा चुका है। इतना ही नहीं बल्कि उनके इस काम के लिए उन्हें २०१४ में ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स भी सम्मानित कर चुके हैं। इंडोनेशियाई डॉक्टर की सोच गरीबों को बेहतर इलाज के साथ पर्यावरण भी सुरक्षित रख रही है। अलबिनसईद की इस पहल के बाद लोग अपने कूड़े करकट के साथ ज्यादा जिम्मेदाराना रवैया दिखा रहे हैं। भारत की ही तरह इंडोनेशिया में भी कचरे से निपटने की समस्या है। वहां हर साल समुद्र के आसपास के इलाकों में पैदा होने वाला करीब ३२ लाख टन कचरा समुद्र में पहुंचता है। उपुक्लाइव: इलाज के बदले घर का कचरा लेता है ये डॉक्टर
- चोरी छिपे बिक रहे तंबाकू उत्पाद, हमीरपुर (हिमाचल) न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें। हमीरपुर। बस अड्डा क्षेत्र हमीरपुर में चोरी छिपे तंबाकू उत्पाद बेचे जा रहे हैं। दुकानदार अंकित मूल्य से अधिक मूल्य वसूलकर ग्राहकों को चूना लगा रहे हैं। साथ ही प्रतिबंधित उत्पादों को बेचकर नियमों की भी धज्जियां उड़ा रहे हैं। दिनदिहाड़े दुकानदार प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। लेकिन संबंधित विभाग द्वारा एक बार भी दुकानों में छापामारी नहीं की गई है। इससे हौंसले और बुलंद हो गए हैं। २ अक्तूबर से सभी तंबाकू उत्पादों पर प्रदेश सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि इसके लिए संबंधित विभागों को अधिसूचनाएं भी जारी की हैं। लेकिन, तंबाकू उत्पादों की बिक्री जारी है। दुकानदार ग्राहकों से अंकित मूल्यों से अधिक दाम वसूल रहे हैं। दुकानदार गुटखा, खैनी, बीड़ी- सिगरेट, तंबाकू आदि धड़ल्ले से चोरी छिपे बेच रहे हैं। लेकिन विभाग दुकानों में छापामारी नहीं कर रहा है। शाम होते ही दुकानों में तंबाकू उत्पाद धड़ल्ले से बिक रहे हैं। ऐसे में प्रदेश को नशामुक्त बनाने की योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है।उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर डा. एसके सोनी का कहना है कि विभाग छापेमारी कर रहा है। संबंधित कर्मचारियों को छापामारी अभियान तेज करने की हिदायत दी जाएगी। जहां तक बस अड्डा क्षेत्र में तंबाकू उत्पादों को ब्लैक में बेचने की बात है तो यहां भी छापामारी की जाएगी। उन्होंने जिलावासियों से अपील की है कि क्षेत्र में कोई दुकानदार चोरी छिपे तंबाकू उत्पाद बेचता है तो इसकी सूचना विभाग को दें, जिससे जिला को नशामुक्त बनाया जा सके।
बॉलीवुड में कहा जाता है कि शादी होने के बाद एक्ट्रेसस का करियार खत्म हो जाता है क्योंकि वो हॉट और खूबसूरत दिखना कम हो जाती है और उन पर तमाम तरह की जिम्मेदारी आ जाती है। लेकिन इस कथन के लिए अपवाद है बॉलीवुड की कुछ अभिनेत्रियां जैसे रेखा, माधुरी, हेमा मालनी, करीना कपूर ये वो एक्ट्रेस है जिनके करियर की रफ्तार शादी का बंधन नहीं रोक पाया और ये लगातार फिल्मों में नजर आती रही अपनी खूबसूरती के साथ। लेकिन आज हम बात रेखा हेमा, करीना की नहीं बल्कि इन सबको मात देने वाली उस एक्ट्रेस की कर रहे है जो अपनी शादी के बाद और लगातार बढ़ती उम्र के साथ बला की खूबसूरत होती जा रही है। उनका नाम है करिश्मा कपूर। करिश्मा अपने जमाने की सुपरस्टार है। खूबसूरती से लाखों लोगों का दिल जीतने वाली करिश्मा ४४ की उम्र में भी बेहद खूबसूरत और जवां नजर आती हैं। वह आज भी इतनी फिट और सुंदर हैं कि उनकी उम्र का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। उनकी इस सुंदरता का राज कुछ और नहीं बल्कि डाइट और दिनचर्या हैं। आइए जानते हैं करिश्मा कपूर के कुछ खास ब्यूटी टिप्स, जो आपके भी काम आएंगे। आइये देखते है उनकी कुछ लेटेस्ट तस्वीरें- ब्लॉकबस्टर राजा हिंदुस्तानी ऐश्वर्य राय की पहली फिल्म बन सकती थी। लेकिन किसी कारण वंश इस फिल्म में करिश्मा कपूर को ले लिया गया। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन से करिश्मा सगाई उनकी मां के हस्तक्षेप के कारण टूट गई। वह अजय देवगन के साथ प्रेम संबंध में थीं, लेकिन अजय ने काजोल के साथ शादी करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया। करिश्मा कपूर की शादी व्यवसायी संजय कपूर से हुई थी, संजय के करिश्मा कपूर से दो बच्चे है, जिनके नाम समीरा और कियान हैं। फिलहाल दोनों बच्चे अपनी मां के साथ मुंबई में हैं। लेकिन उनके पिता अक्सर उनसे मिलते रहते हैं। करिश्मा कपूर बिजनसमैन संजय कपूर से २०१६ में तलाक ले चुकी हैं। उनका तलाक भी काफी चर्चा में रहा था। इन दिनों करिश्मा कपूर और संदीप तोषनीवाल की डेटिंग की खबरों की भी काफी चर्चा हो रही है। करिश्मा और संदीप दोनों का ही तलाक हो चुका है इसलिए अब ये खबरें भी आ रही थीं कि दोनों शादी करने का प्लान कर रहे हैं। करिश्मा कपूर जीवनी
इंस्टेंट ख़बर | आसमान पर राजनैतिक संदेशों के बाद 'नो फ्लाइंग जोन' घोषित होंगे मैनचेस्टर और बर्मिघम | इंस्टेंट ख़बर आसमान पर राजनैतिक संदेशों के बाद नो फ्लाइंग जोन घोषित होंगे मैनचेस्टर और बर्मिघम जुलाई ७, २०१९ १२:५६ लीड्स: आईसीसी विश्व कप-२०१९ में हेडिंग्ले स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच मैच खेला जा रहा था. इस मैच के दौरान स्टेडियम के ऊपर से तीन हवाईजाहज एक के बाद एक निकले जिन पर राजनैतिक संदेश लिखे हुए थे. पहले हवाईजहाज निकला, जिसके सहारे एक बैनर लटका हुआ था और उस बैनर पर लिखा था- 'कश्मीर के लिए न्याय'. इसी के बाद एक और हवाईजाहज निकला जिसपर एक और बैनर लगा हुआ था और उस पर लिखा था- 'भारत नरसंहार बंद करो और कश्मीर को आजाद करो'. इन दोनों विमानों के बाद एक और विमान स्टेडियम के ऊपर से गुजरा जिसके बैनर पर लिखा था कि भारत में मॉब लिंचिंग बंद की जाए. इसे लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद नाराज दिखी और उसने मैनचेस्टर तथा बर्मिघम की पुलिस से बात की. पुलिस ने आईसीसी को भारोसा दिलाया है कि वह इन दो शहरों के स्टेडियम के आस-पास के इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित करेगी. इस मसले पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने एक बयान जारी कर कहा है, "यह एक बार दोबारा हुआ इस पर हमें खेद है. हम आईसीसी विश्व कप में किसी तरह के राजनीतिक संदेश की अनदेखी नहीं कर सकते. पूरे टूर्नामेंट के दौरान हमने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर काम किया है ताकि इस तरह के विरोध को रोका जाए. पहले हुए वाकये के बाद वेस्ट यार्कशायर पुलिस ने हमें आश्वस्त किया था कि इस तरह की चीजें दोबारा नहीं होंगी. इसलिए ऐसा दोबारा हुआ इससे हम निराश हैं. २९ जून के मामले पर आईसीसी ने कहा था, "हम आईसीसी विश्व कप में किसी तरह के राजनीतिक संदेश की अनदेखी नहीं कर सकते और हम वेस्ट यॉर्कशायर पुलिस के साथ मिलकर इस मामले को देख रहे हैं और समझने की कोशिश कर रहे हैं कि इस तरह की चीजें क्यों हो रही हैं. हम कोशिश करेंगे की दोबारा ऐसा न हो." एयर इंडिया की १००% हिस्सेदारी बेच सकती है सरकार
१६ जुलाई से हर घर बनेगा विद्यालय - भोपाल-आगामी १६ जुलाई २०२० से मध्यप्रदेश में विद्यर्थियों के लिए उनका घर ही विद्यालय होगा। दूरदर्शन एवं डिजीलेप के साथ साथ घर पर विद्यार्थी कैसे पढें की कार्ययोजना के संबंध में आज फेसबुक लाइव से २ लाख सहयोगी जुड़े। कोरोना संकट काल में विद्यार्थियों की शैक्षिक निरंतरता बनाए रखने के लिए, लोक शिक्षण संचालनालय ने हमारा घर हमारा विद्यालय योजना के क्रियान्वयन की रूपरेखा से अवगत कराया। अब १६ जुलाई से कक्षा ९ से 1२ के बच्चे घर पर ही स्कूली वातावरण में अध्ययन करेंगें। श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने ऑनलाइन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सहभागी शिक्षकों, अभिभावकों विद्यार्थियों और अन्य सहयोगियों को संबोधित करते हुए कहा कि, लॉक डाउन के कारण स्कूल बंद रहे तथा अब जुलाई में भी स्कूल बंद रहेंगें किन्तु पढाई जारी रहनी चाहिए। इस कठिन समय में बेहतर तरीके से अपने घर पर रहकर अध्ययन के लिए हमारा घर-हमारा विद्यालय योजना प्रारंभ की जा रही है। उन्होंने पालकों से आग्रह किया है कि बच्चों को घर पर भी अध्ययन का वातावरण उपलब्ध कराएं, उन्हें घर में ही एक उचित स्थान दें जहाँ वे बिना किसी व्यवधान के अपनी पढ़ाई कर सकें। हमारा घर हमारा विद्यालय योजना ऐसी ही एक भावनात्मक पारिवारिक पहल है जो बच्चों को परिवार के सहयोग से घर पर ही पढ़ाई को सुचारु रखने में सहयोगी होगी। आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत ने बताया कि, हमारा घर हमारा विद्यालय योजना प्रदेश के सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है। विद्यार्थी अब अपने घर पर ही विद्यालय के वातावरण में पढ़ाई कर सकेंगे। आयुक्त ने यह भी जानकारी दी कि अभी तक लॉक डाउन के दौरान हमने डिजी लेप (डिजीटल इन्हेंसमेंट कार्यक्रम) के माध्यम से विद्यार्थियों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर प्रतिदिन विषयवार वीडियो के माध्यम से तथा दूरदर्शन पर क्लासरूम कार्यक्रम के माध्यम से ४ घंटे का प्रसारण कक्षा ९ से १२वीं के विद्यार्थियों के लिए किया जा रहा है। साथ ही आओ अंग्रेजी सीखें कार्यक्रम के माध्यम से भी विद्यार्थियों को अंग्रेजी सीखने हेतु सुबह १० बजे से दूरदर्शन पर प्रतिदिन कक्षा का प्रसारण किया जा रहा है। सरकार के प्रयास से सबको बिजली सीएसपी सहित ५ पुलिसकर्मी और १४ स्वास्थ्य कर्मचारी हुए संक्रमित
आपत्तिजनक हाल में प्रेमी युगल पकड़ाये, ग्रामीणों ने बैठक कर कराया विवाह एनपीसीसी कार्यालय घेरा पीएम आवास में मजदूरी कर रही महिला की मौत हादसे में ठेकेदार की मौत शांति समिति की बैठक, मिल जुल कर त्योहार मनाने का निर्णय एडवर्टिसमेन्ट
मई १६, २०१८ युवा हरिय्णालेवे आ कमेंट ऑन ब्राह्मणों पर विवादित सवाल पर वित्तमंत्री सख्त, हस्क के चेयरमैन को लिखा पत्र साहब राम, युवा हरियाणा चंडीगढ़, १६ मई, २०१८ हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन की तरफ से जेई की परीक्षा में ब्राह्मणों पर विवादित सवाल को लेकर अब वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर की है। वित्तमंत्री ने कमीशन के चेयरमैन को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. वित्तमंत्री ने [] युवा हरियाणा चंडीगढ़, ८ मई, 201८ हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भारत भूषण भारती के ने कहा है कि वे जल्द ही ग्रुप-डी में ३४ हजार पदों के लिये विज्ञापन निकालेंगे। जिसमें २४ हजार पदों की भर्ती दिसंबर तक पूरी की जाएंगी। भारती ने कहा कि पिछले ३ साल में आयोग की ओर से [] हरियाणा एसएस बोर्ड की प्रश्नावली पर बवाल, हरियाणा के ब्राह्मण हुए लाल मई ५, २०१८ युवा हरिय्णालेवे आ कमेंट ऑन हरियाणा एसएस बोर्ड की प्रश्नावली पर बवाल, हरियाणा के ब्राह्मण हुए लाल साहब राम, युवा हरियाणा चंडीगढ़, ५ मई, २०१८ हरियाणा एस एस बोर्ड की तरफ से जारी विवादित प्रश्नावली को लेकर अब प्रदेश में विवाद बढ़ता जा रहा है, प्रदेश के कई इलाकों में ब्राह्मण समाज के लोगों ने इस विवादित प्रश्नावली का विरोध किया है। दरअसल हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन की तरफ से गत १० [] युवा हरियाणा चंडीगढ़ (१० अप्रैल २०१८) हस्क को लेकर इनल्ड नेता अभय चौटाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। अभय चौटाला ने सीएम खट्टर पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाया जाए। उन्होंने कहा कि सीएम ने एक व्यक्ति को बचाने के लिए पूरे विधानसभा का अपमान किया है। बता दें [] अप्रैल ९, २०१८ अप्रैल ९, २०१८ युवा हरिय्णालेवे आ कमेंट ऑन हस्क में आरोपियों की कॉल रिकॉर्ड से एक और खुलासा, पेपर कोई और तो इंटरव्यू कोई और देता था युवा हरियाणा पंचकुला (९ अप्रैल २०१८) हस्क भर्ती घोटाले में एक और घोटाला सामने आया है। जांच में पता चला है कि अधिकारी एवं कर्मचारी इंटरव्यू के समय बायोमीट्रिक के बाद जाली उम्मीदवार को भी पेश करते थे। यह खुलासा गिरफ्तार किए आरोपियों की कॉल डिटेल से हुआ है। इसके अनुसार जाली उम्मीदवार इंटरव्यू में [] अप्रैल ९, २०१८ अप्रैल ९, २०१८ युवा हरिय्णालेवे आ कमेंट ऑन हस्क घोटाले को लेकर अशोक अरोड़ा ने कहा, मुख्यमंत्री ईमानदार हैं तो चेयरमैन को क्यूं बचा रहे है युवा ह्रायण कुरुक्षेत्र (९ अप्रैल २०१८) हस्क भर्ती में घोटाले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने चेयरमैन भारत भूषण भारती के इस्तीफे की मांग की है। उनका कहना है कि अगर मुख्यमंत्री ईमानदार है तो उन्हें तुरंत प्रभाव से हस्क के चेयरमैन को उनके पद से हटा देना [] युवा हरियाणा नरवाना (८ अप्रैल 201८) हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में नौकरियों में हुए पैसे के लेनदेन वालों को सरकारी संरक्षण प्राप्त होने का आरोप कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने लगाया है। नरवाना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री निष्पक्ष जांच करवाना चाहते हैं तो आयोग को [] अप्रैल ७, २०१८ अप्रैल ७, २०१८ युवा हरिय्णालेवे आ कमेंट ऑन सरकारी नौकरी में पैसे खाने वालों की प्रदेश में चर्चा, मेरिट वाले लोगों को बेवफूक बनाकर लूटते थे लाखों युवा हरियाणा पंचकुला (७ अप्रैल २०१८) हरियाणा में मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (हस्क) कार्यालय और अन्य विभागों के कर्मचारियों के साथ-साथ दलालों को सरकारी नौकरियों में चयन करवाने के नाम पर पैसे ऐंठने वाले एक गिरोह को पकड़ा है। इस गिरोह में आयोग के कर्मचारी उम्मीदवारों से दलालों के माध्यम से संपर्क [] कर्मचारी चयन आयोग के ५ सदस्यों का कार्यकाल बढ़ा, चेयरमैन भारती को ३ साल की एक्सटेंशन चोरी छिपे दे चुकी है सरकार युवा हरियाणा चंडीगढ़, 2३ मार्च २०१८ हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने अपने ५ सदस्यों का कार्यकाल सरकार ने सवा साल के लिए बढ़ा दिया है। जिन सदस्यों को सरकार ने दोबारा नियुक्ति दी []
छोटी-छोटी गलतियों को दोहराने से बचना होगा: रोहित इंदौर: टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा कि भारतीय टीम को यदि दुनिया की नंबर एक टीम बनना है तो बार बार छोटी छोटी गलतियां दोहराने से बचना होगा. फिलहाल वनडे रैंकिंग में दूसरे नंबर पर काबिज भारत कानपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में जीत की दहलीज पर पहुंचकर पांच रन से हार गया. रोहित ने कहा कि भारत की डैथ गेंदबाजी और मैच फिनिश करने की क्षमता चिंता का सबब है लेकिन खिलाड़ी इतने परिपक्व हैं कि वापसी कर सके. उन्होंने कहा ,इस तरह की चीजें होती है लेकिन कोई बहाना नहीं बनाया जा सकता. हमें एक ईकाई के रूप में कड़ी मेहनत करनी होगी. यदि हमें नंबर एक टीम बनना है तो इस तरह की गलतियां नहीं कर सकते. उम्मीद है कि हम एक सी गलतियां नहीं दोहरायेंगे क्योंकि चैम्पियन टीमें ऐसा नहीं करती. हम इस तरह के हालात का सामना करने के लिये काफी परिपक्व हैं. डेथ ओवर की गेंदबाजी चिंता का विषय भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी दस ओवरों में १०० रन दिये हैं जिसमें साउथ अफ्रीकी कप्तान एबी डिविलियर्स ने कहर बरपाया. गेंदबाजी के बारे में पूछने पर रोहित ने कहा कि भारतीयों को डिविलियर्स जैसे बल्लेबाजों के सामने चतुराई से गेंदबाजी करनी होगी. उन्होंने कहा ,डैथ ओवरों में गेंदबाजी चिंता का विषय है लेकिन आपको डिविलियर्स जैसे बल्लेबाजों के सामने अधिक चतुराई से गेंदबाजी करनी चाहिये. पिछले कुछ मैचों में सिर्फ साउथ अफ्रीका ही नहीं बल्कि बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी हमने आखिरी पांच ओवरों में छोटी छोटी गलतियां की. धवन के फॉर्म पर सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के खराब फॉर्म के बारे में पूछने पर रोहित ने कहा कि वह जल्दी ही फॉर्म में लौटेगा. उन्होंने कहा , विश्व कप में शिखर ने सबसे ज्यादा रन बनाये थे. बांग्लादेश के खिलाफ भी उसने सबसे ज्यादा रन बनाये लिहाजा दो मैचों के खराब फॉर्म को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. बड़ी पारियां खेलने के आदी हो चले रोहित ने कहा कि वह हर जगह बड़ी पारी खेलने का सतत प्रयास करते आये हैं. उन्होंने कहा ,यह सिर्फ भारत में खेलने की बात नहीं है. मैं हर जगह बड़ी पारी खेलना चाहता हूं. शीषर्क्रम का बल्लेबाज होने के नाते मुझ पर यह बड़ी जिम्मेदारी है. भारत के हालात के बारे में हमें दूसरी जगहों से ज्यादा पता है लिहाजा अपने घर में खेलने का थोड़ा फायदा मिलता ही है. उन्होंने कहा ,शतक जमाने के बाद आप थोड़ा रिलैक्स हो जाते हैं जिससे एकाग्रता भंग होती है. ऐसे में आपको एक बल्लेबाज के तौर पर खुद को चुनौती देनी होती है. मैने कानपुर में यही किया क्योंकि वहां विकेट बल्लेबाजी के लिये आसान नहीं था.
मीरा भायंदर महानगरपालिका के चुनाव में बीजेपी को मिली बड़ी जीत के बाद शिवसेना ने बीजेपी पर निशाना साधना शुरु कर दिया है। शिवसेना ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा की बीजेपी को मीरा भायंदर में मुनी और मनी की वजह से जीत मिली है। शिवसेना सांसद संजय राऊत ने बीजेपी की जीत पर निशाना साधते हुए कहा की जैन धर्मगुरू नयन पद्मसागर महाराज ने जीस तरह से बीजेपी की जीत के लिए प्रचार किया था उससे बीजेपी को जीत मिली है। बुधवार को सांसद संजय राउत ने एक प्रेस वार्ता में ये बात कही। आचार संहिता का उल्लंघर हुआ संजय राउत ने नयन पद्मसागर महाराज पर निशाना साधते हुए कहा की खुद को मुनी बतानेवाले महाराज ने बीजेपी के लिए प्रचार किया। ये आचार संहिता का उल्लंघन है। ये मुनी शिवसेना के साथ साथ मराठियों के लिए भी लोगों के मन में द्वेश पैदा कर रहा है। वोट के लिए राज्य के मुख्यमंत्री मुनी से मिलते है। उनके पैरो पर सर रखते है। भाजपासंजय राऊतधर्मगुरूनयनपद्मसागरमहाराजहिंसक प्रचारआचारसंहिता
सबरीमला : २६६ गिरफ्तार, ३३४ एहतियातन हिरासत में - लाइव आर्यावर्ट होम देश सबरीमला : २६६ गिरफ्तार, ३३४ एहतियातन हिरासत में सबरीमला : २६६ गिरफ्तार, ३३४ एहतियातन हिरासत में तिरुवनंतपुरम, तीन जनवरी, सबरीमला मंदिर में रजस्वला उम्र की दो महिलाओं के प्रवेश करने के बाद पिछले दो दिनों में दक्षिणपंथी समूहों के हिंसक प्रदर्शनों के सिलसिले में अभी तक २६६ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि ३३४ लोगों के एक समूह को एहतियातन हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि हिंदू संगठनों की हड़ताल के कारण राज्य में हुई व्यापक हिंसा के बाद पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान ऑपरेशन ब्रोकन विंडो चलाया। पुलिस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि विशेष शाखा हिंसा में शामिल लोगों की सूची तैयार करेगी और उसे आगे की कार्रवाई के लिए जिला पुलिस प्रमुखों को सौंपेगी। विज्ञप्ति में बताया गया है कि हिंसा के दोषियों की एक फोटो एलबम भी तैयार की जाएगी। हिंसा में शामिल आंदोलनकारियों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष दल भी गठित किए जाएंगे। इसमें कहा गया है कि संदिग्धों के मोबाइल फोन जब्त किए जाएंगे और उन्हें डिजिटल जांच के लिए भेजा जाएगा। उनके घरों पर हथियारों का पता लगाने के लिए छापे भी मारे जाएंगे। विज्ञप्ति के अनुसार सोशल मीडिया पर कथित घृणा अभियान में शामिल लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए जाएंगे। राज्य में उस दिन से उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं जब दो महिलाएं बिंदू और कनकदुर्गा ने बुधवार को तड़के सबरीमला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन किए। विभिन्न हिंदुत्व समर्थक समूहों के एक संगठन सबरीमला कर्म समिति और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद द्वारा बुलाई हड़ताल बृहस्पतिवार को हिंसक प्रदर्शन में बदल गई।
चीन के साथ साथ नेपाल से भी इस समय सीमा विवाद का मुद्दा गरमाया हुआ है। विवाद के चलते नेपाल ने लालबकेया नदी पर बांध को मजबूत करने का कार्य रोक दिया है। इससे बिहार पर बाढ़ का खतरा मंडारने लगा है। इससे बिहार सरकार चिंतित है और केंद्र सरकार को पत्र लिखा है, लेकिन बाढ़ बिहार के लिए नई नहीं है। यहां के लोगों की खुशियां हर साल बाढ़ के पानी में बह जाती है। एक तरह से बिहार हर साल उजड़ता है और फिर हर साल बसावट का दौर शुरू होता है। लोगों की जिंदगानी बाढ़ और बसावट के बीच ही फंसकर रह गई है। बाढ़ के चक्रव्यूह में फंसे बिहार में हर साल करोड़ों रुपये की फसल तबाह हो जाती है, जो किसानों को भी दोराहे पर लाकर खड़ा कर देती है, लेकिन बाढ़ को रोकने के सरकार के प्रयास धरातल पर केवल खानापूर्ति के समान ही दिखाई देते हैं। जिस कारण बिहार के लिए बाढ़ न्यू नाॅर्मल बन गई है। बिहार से नेपाल का पहाड़ी इलाका लगा है। पहाड़ों पर बारिश होने से नदियों के माध्यम से पानी नीचे की तरफ आता है और मैदानी इलाकों में भर जाता है। यहां से पानी बिहार में दाखिल होता है। नेपाल की इसी सीमा से बिहार के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिला लगता है। इसलिए यहां सबसे ज्यादा बाढ़ भी आती है। द वायर के मुताबिक वर्ष २०१७ में बिहार के १७ जिलों में बाढ़ आई थी। १.7१ करोड़ लोग बाढ़ से प्रभावित हुए थे और ८.५ लाख लोगों के घर टूट गए थे। आठ लाख एकड़ फसल बर्बाद हो गई थी। बीबीसी के मुताबिक वर्ष २०१6 में १2 जिले बाढ़ की चपेट में आए थे, जिसमें २३ लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे। करीब २० जिलों में बाढ़ का असर रहा और 2५0 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। २०१3 की बाढ़ का आलम और भी ज्यादा बुरा था। इस वर्ष बाढ़ का असर २० जिलों में दिखा और ५0 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए। करीब २०0 लोगों ने जान गंवाई। २०११ की बाढ़ ने 2५ जिलों में तबाही मचाई। जिसमें 7१.४३ लाख लोग प्रभावित हुए। लगभग २४९ लोगों की बाढ़ के कारण मौत हो गई, जबकि १.५ की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा। वर्ष २००८ में बिहार में आई बाढ़ ने १८ जिलों को चपेट में लिया और ५० लाख से ज्यादा लोगों को प्रभावित किया। लगभग २५० लोगों की मौत हुई। वर्ष २००७ की बाढ़ बिहार के लिए भयानक विनाश लेकर आई। इस दौरान बाढ़ का कहर २२ जिलों पर बरपा और २.४ करोड़ से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए। ऐसा मानना है कि २४00 से ज्यादा जानवरों की भी मौत हुई थी। बीबीसी के मुताबिक एक करोड़ हेक्टेयर से ज्यादा खेती की भूमि पूरी तरह तबाह हो गई थी। वर्ष २00४ की बाढ़ में २0 जिले, 93४6 गावं और २ करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए। लगभग 5२२ करोड़ की फसल का नुकसान हुआ और 3२7२ जानवरों की मौत हुइ। वर्ष २00२ में भी बिहार को भयानक बाढ़ का सामना करना पड़ा था। इस वर्ष बाढ़ का कहर २5 जिलो पर बरपा। 83१८ गांव बाढ़ से प्रभावित हुए। ४89 लोगों की मौत हुई और लगभग ५११ करोड़ रुपये की फसलें पूरी तरह तबाह हो गई थी। २० साल पहले यानी वर्ष २०00 में आई बाढ़ से बिहार में काफी कुछ तबाह कर दिया था। इस वर्ष ३३ जिले और लगभग १२ हजार से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। ३३6 लोगों ने बाढ़ में जान गंवाई, जबकि २५०० से ज्यादा मवेशियों की मौत हो गई। ८३ करोड़ की फसल को नुकसान पहुंचा, लेकिन बिहार के इतिहास में सबसे भयानक बाढ़ वर्ष १९८७ में आई थी। तब राज्य के ३० जिलों के २४५१८ गांव प्रभावित हुए थे। १३९९ लोगों ने जान गंवाई और ५००० से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। खेती की दृष्टि से ६७८ करोड़ रुपये की फसल पूरी तरह तबाह हो गई थी। कुछ दिन पहले ही दो दिन में पटना में १४१ मिलीमीटर बारिश हुई जिससे अशोक नगर, राजेंद्र नगर, राजीव नगर, पुनाइचक, सैदपुर, खेतान मार्केट, नवरत्नपुर, विग्रहपुर, संजय नगर जैसे इलाकों में पानी जमा होने से लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बिहार की नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हो गई है। मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से कटाव शुरू हो गया है। कटाव के कारण कुछ गावों का संपर्क टूट गया है। तो वहीं नेपाल और भारत के बीच सीमा विवाद को लेकर अब बिहार भी इसमें पिसता नजर आ रहा है। ऐसे में बिहार के लिए न्यू नाॅर्मल हो गई बाढ़ का खतरा इस बार ज्यादा मंडाराने लगा है। बिहार की जनता को इससे निजात दिलाने के लिए सरकारें को पहल करने की जरूरत है। जिसके लिए स्थायी समाधान वक्त की सबसे बड़ी मांग है।
एक शोध में पता चला है कि सोने के दौरान लोगों को अगर बीच-बीच में सांस लेने में रुकावट पैदा होती है, तो उनकी मौत का ज्यादा खतरा रहता है। नींद लेते समय सांस में रुकावट को स्लीप एिप्नया बीमारी के नाम से जाना जाता है। स्लीप एिप्नया तब होती है, जब गले की मांसपेशियां अनियमित रूप से अपना कार्य करना बंद कर देती हैं और सोते समय मरीज के सांस लेने में रुकावट पैदा करती है। यह स्थिति होने पर उच्च रक्तचाप और दिल की बीमारी समेत कई अन्य बीमारियां होती हैं। अमेरिका के 'ओएचएसयू स्कूल ऑफ मेडिसिन' में असिस्टेंट प्रोफेसर मैथ्यू बटलर का कहना है, यह शोध स्लीप एप्निया से जुड़ी मृत्यु दर को रोकने में मददगार हो सकता है। शोध के लिए ११ वर्ष के दौरान ५,७१२ से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया।
भड़काऊ एसएमएस भेजने का आरोपी गिरफ्त में | राष्ट्रवादी समाचार होम अयोध्या , इंदौर भड़काऊ एसएमएस भेजने का आरोपी गिरफ्त में अयोध्या मसले को लेकर देशभर में हलचल तेज होने के बीच पुलिस ने यहां ३१ वर्षीय व्यक्ति को धर दबोचा जिस पर सौ से ज्यादा लोगों को भड़काऊ एसएमएस भेजने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि शहर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में शहजाद खान को मुखबिर की सूचना पर रविवार रात दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया गया। पुलिस को जांच में पता चला है कि ३१ वर्षीय खान ने सौ से ज्यादा लोगों को भड़काऊ एसएमएस भेजा। उसके खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा १५३ [क] और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।इससे पहले, शहर में भड़काऊ एसएमएस को लेकर पुलिस दो मामले दर्ज कर चुकी है। ये मामले अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज किए गए थे।
ढिंचैक पूजा का लेटेस्ट गाना वायरल, अब तक मिले इतने लाख व्यूज सेल्फी मैनें ले ली आज गाने से सोशल मीडिया सेंसेशन बनी ढिचैंक पूजा ने अपने गानों के जरिए बिग बाॅस में भी खूब नाम कमाया । अपनी अनोखी गायकी से फेमस हुई ढिंचैक पूजा का अब एक नया गाना नाच के पागल रिलीज हुआ हैं । ये गाना यूटयूब पर काफी ट्रेंड की रहा हैं । २५ जुलाई को रिलीज हुए इस गाने को अब तक १४ लाख से ज्यादा व्यूज मिल चूके हैं । पूजा का ये गाना जिस किसी ने भी सुना है वह इसे इंजाॅय किए बिना नहीं रह रहा क्योंकि गाना एंटरटेन करे ना करे लेकिन इसके मीम्स काफी मजेदार हैं । नाच के पागल गाने की कामयाबी की खुशी ढिचैंक पूजा ने अपने फैन्स के साथ इंस्टाग्राम एकांउट पर शेयर भी की । ढिचैंक पूजा के इस गाने पर लोग खूब कमेंट कर रहे हैं । बता दें यूटयूब पर ढिचैंक पूजा का गाना सेल्फी मैनें ले ली आज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था । जिसके बाद वो इंटरनेट सेंसेशन बन गई थी । टीवी का सबसे पाॅपुलर शो बिग-बाॅस में भी उनको बुलाया गया था । ढिचैंक पूजा ने बिग बाॅस में भी गाना बनाया था जिसको टिटर पर काफी शेयर किया गया था ।
>मीनाक्षी मन्दिर कहाँ स्थित है ? >१८६६ में दादाभाई नौरोजी द्वारा किस शहर में ईस्ट इंडिया एसोसिएशन की स्थापना की गई थी ? >कौन-सा ग्रह अपनी धुरी पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है ? >भीलों द्वारा विवाह के अवसर पर किया जाने वाला नृत्य क्या कहलाता है ? >उत्तर प्रदेश में उच्च न्यायालय की खण्डपीठ कहाँ स्थित है ? >पृथ्वी की कितने प्रतिशत अनियमित सतह पानी से घिरी हुई है ? >शून्य काल किसका विवेकाधिकार होता है ? >मनुष्य की लाल रुधिर कोशिकाओं (आर.बी.सी.) का जीवन काल कितना होता है ? >स्वामीनारायण मन्दिर, अक्षरधाम कहाँ स्थित है ? >बाबरनामा मूल रूप से किसमें लिखा गया है ? >सरकार के विरुध्द अविश्वास प्रस्ताव संसद के किस सदन में लाया जाता है ? >कीर्तन कहाँ का प्रमुख लोक नृत्य है ? >किस ग्रह के प्राकृतिक उपग्रहों की संख्या सर्वाधिक (६३) है ? >योजना आयोग को स्थापित किए जाने का वर्ष कौन सा था ? >संविधान सभा द्वारा भारत के राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन कब अपनाया गया ? >कंप्यूटर के घटक उचित रूप से जोड़े गए हैं तथा कार्यरत है, इसे सुनिश्चित करने वाली कौनसी जांच-प्रक्रिया है ? >किस ग्रह को सान्ध्य तारा कहा जाता है ? >जनगणना २०११ के अनुसार देश में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या कितनी है ? >सार्वजनिक लेखा समिति अपनी रिपोर्ट किसे प्रस्तुत करती है ? >किस ग्रह का द्रव्यमान, आकार और घनत्व पृथ्वी के समान है ? >भारत के किस राज्य की जनसंख्या सर्वाधिक है ? >एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में आनुवंशिक गुणों के उत्तरदायी कौन होते हैं ? >नीला थोथा का रासायनिक सूत्र क्या है ? >चण्डीगढ़ का वास्तुविद् ले कोर्बुजिया किस देश का नागरिक था ? >महासागर सतह पर सबसे गहरा बिन्दु कौन-सा है ? >कावेरी नदी किस खाड़ी में गिरती है ? >पंडित मदनमोहन मालवीय ने काशी विश्वविद्यालय की स्थापना किस वर्ष की थी ? >कार्बिलान कप किस खेल से सम्बन्धित है ? >किसके द्वारा एकाधिकारी प्रतियोगिता का सिध्दांत विकसित किया गया है ? >किसी ऑब्जेट/टेक्स्ट को मूव करते समय माउस बटन को नीचे होल्ड करने को क्या कहा जाता है ? >उत्तर प्रदेश में भातखण्डे हिन्दुस्तानी संगीत महाविद्यालय किस नगर में स्थित है ? >रेडियो का आविष्कार किसने किया था ? >सूर्य का दिखाई देने वाला भाग क्या कहलाता है ? >शिवसमुद्रम जलप्रपात किस नदी के मार्ग में पाया जाता है ? >देश का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक कौन-सा है ? >उत्तर प्रदेश में विकेन्द्रित नियोजन प्रणाली कब शुरू की गई ? >धर्मनिरपेक्षता शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किया किसने किया था ? >डबल रोटी बनाने में प्रयुक्त किए जाने वाला बेकिंग पाउडर क्या होता है ? >विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारतीय कंपरियों के शेयरों और बांडों की खरीद क्या कहलाती है ? >किसने सबसे पहले पृथ्वी के ग्लोब की दूरी मापी थी ? >पृथ्वी किस गति से सूर्य का चक्कर लगाती है ? >मैक मोहन रेखा किसके बीच सीमांकन करती है ? >१९६२ के भारत.चीन युध्द के दौरान भारत के रक्षा मंत्री कौन थे ? >कॉन्क्वेस्ट ऑफ सेल्फ पुस्तक के लेखक कौन है ? >सूचना की उस सबसे छोटी इकाई को क्या कहते हैं, जिसे कंप्यूटर समझ व प्रोसैस कर सकता है ? >यदि सूरत में बनी वस्तुएं मुंबई या दिल्ली में बेची जाएं, तो यह कौन सा व्यापार हुआ ? >इस समय भारत में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला खनिज पदार्थ कौन सा है ? >अमेरिका की डेट्रॉएट इलेक्ट्रिल्स कम्पनी द्वारा निर्मित सबसे तेज चलने वाली इलेक्ट्रिकल कार का नाम क्या है ? >सांडों की लड़ाई किस देश का राष्ट्रीय खेल है ? >केन्द्रीय मन्त्रिपरिषद् ने किस तिथि को राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन को मंजूरी दी ? >सबसे लम्बी खाद्य श्रंखला कहाँ मिलती है ? >शिवाजी का राज्याभिषेक कब हुआ था ? >भारत सरकार द्वारा बालकों के कल्याण के लिए बाल नीति की घोषणा कब की गई थी ? >आलू किसका संशोधित रूप (उत्पादन) है ? >गेकोएला गेपोरेन्सिस किसकी प्रजाति का नाम है ? >दलबदल से सम्बन्धित प्रावधान किस अनुसूची में रखे गए हैं ? >मछली कहाँ से श्वास लेती है ? >स्वतन्त्रता के लिए लम्बी यात्रा पुस्तक किसकी आत्मकथा है ? >कुम्भ का मेला उत्तर प्रदेश के किस नगर में लगता है ? >भारत के प्रथम चुनाव आयुक्त कौन थे ? >राष्ट्रपति राज्यसभा के लिए उन व्यक्तियों में से, जो कला, साहित्य, सामाजिक सेवा आदि के क्षेत्र में ख्यातिप्राप्त हैं, कितने व्यक्तियों का नामन कर सकते हैं ? >संसार का विशालतम स्तनधारी कौन-सा है ? >सोने की शुध्दता को मापने के लिए कैरेट शब्द का प्रयोग किया जाता है। सोने का शुध्दतम रूप क्या है ? >जिप्सीयों का मूल निवास स्थान कहां था ? >महात्मा बुध्द ने अपना पहला उपदेश कहाँ दिया ? >भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण किस वर्ष हुआ था ? >कबीर हिन्दी की किस स्थानीय भाषा में लिखते थे ? >लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कौन करता है ? >पीछे का दृश्य देखने के लिए कौन-से दर्पण का प्रयोग किया जाता है ? >२०१८ फीफा विश्व कप कहाँ आयाजित किया जाएगा ? >विक्रम साराभाई सेण्टर द्वारा निर्मित सागा.२२० क्या है ? >किस लैंस का उपयोग करते हुए निकट दृष्टिदोष दूर किया जा सकता है ? >भारत का वित्तीय वर्ष कब प्रारम्भ होता है ? >पृथ्वी पर विशालतम जीवित पक्षी कौन-सा है ? >जिस मार्ग पर ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते है, उसे क्या कहते हैं ? >भारत का सबसे प्राचीनतम संगीत.यंत्र क्या है ? >यूनीसेफ (यूनीसेफ) का मुख्यालय कहां स्थित है ? >विश्व में सबसे विशाल मरुभूमि कौनसी है ? >भारत आए कैबिनेट मिशन की अध्यक्षता किसने की थी ? >कोणार्क का सूर्य मन्दिर नरसिंह देव प्रथम ने बनवाया था। वे किस राजवंश से थे ? >मणिपुर और त्रिपुरा को पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष मिला था ? >हीमोग्लोबिन का क्या कार्य है ? >वेबसाइट में प्रयुक्त ।ककतमेे को क्या कहा जाता है ? >किस ब्रिटिश प्रधानमंत्री के समय भारत स्वतन्त्र हुआ ? >भारत का पहला कंप्यूटर कहां स्थापित किया गया था ? >मौर्य शासक अशोक ने कलिंग पर कब आक्रमण किया था ? >वह एकमात्र पक्षी कौन-सा है, जो पीछे की और उड़ता है ? >भारत सरकार के बजट आंकड़ों में कुल व्यय और कुल प्राप्तियों के बीच अंतर को क्या कहते हैं ? >किसने कहा था, अच्छा नागरिक अच्छा राज्य बनाता है और बुरा नागरिक बुरा राज्य बनाता है ? >सूर्य में कौनसी गैस सर्वाधिक पाई जाती है ? >लेडी विद द लैम्प किसे उपनाम दिया गया है ? >१८५७ के बाद किसने, इलाहाबाद में एक दरबार में, ग्रेट ब्रिटेन संप्रभु द्वारा भारत सरकार के ग्रहण की घोषणा की थी ? >बृहस्पति ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में एक परिक्रमा में कितना समय लेता है ? >सापेक्षिक आद्र्रता किसमें मापी जाती है ? >एशेज शब्द किस खेल से सम्बन्धित है ? >वायु में थोड़ी देर रखने पर किस धातु के ऊपर हरे रंग की परत जम जाती है ? >किस लड़ाई में मुहम्मद गौरी के लिए दिल्ली क्षेत्र खोल दिया ? >सिकन्दर एवं पोरस के बीच हुआ ३२६ ईण्पूण् का यु; किस नाम से जाना जाता है ? >भारत में एकल नागरिकता की अवधारणा किस देश के संविधान से अपनाई गई है ? >सौरमंडल का केंद्र कौन-सा है ? >अक्टूबर और नवम्बर के महीनों में भारी वर्षा कहाँ होती है ? >मधुमेह से पीडि़त व्यक्ति की क्या जरूरत होती है ? >तंजौर के वृहदेश्वर मन्दिर का निर्माण किसने कराया था ? >संसार का सबसे बड़ा द्वीप ग्रीनलैण्ड है। वह किस देश का अभिन्न अंग है ? >भारतीय मूल की हलीमा याकूब को किस देश की संसद की पहली अध्यक्ष के रूप में चुना गया है ? >स्वतंत्र भारत के चैथे राष्ट्रपति कौन थे ? >डिस्कवरी ऑफ इण्डिया किसने लिखी है ? >गया सम्बन्धित है भगवान बुध्द से, आखिर किस कारण से ? >गरीबी हटाने के लिए पहली बार किस पंचवर्षीय योजना में जोर दिया गया था ? >सौर.ऊर्जा किससे प्राप्त होती है ? >भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार का मुख्य कारण क्या था ? >भारत के संविधान के अनुच्छेद ३७१ के संदर्भ में निम्नलिखित में से किस राज्य के राज्यपाल का राज्य के कानून एवं व्यवस्था के विषय में विशेष उत्तरदायित्व है ? >संयुक्त राज्य अमेरिका में किसने थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना की थी ? >कौन-सा जैवीय कारक मरुस्थलों में कम वनस्पति के उत्पादन के लिए उत्तरदायी होता है ? >कौन-सा पुच्छल तारा ७६ वर्ष बाद दिखाई देता है ? >जिस ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम द्वारा प्रत्येक परिवार के कम.से.कम एक व्यक्ति को रोजगार देने का लक्ष्य है, उस योजना का क्या नाम है ? >किस राज्य ने वर्ष २०१३ को बेटियों के नाम करते हुए इसे बच्ची बचाओं वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की है ? >विश्व में कपास का सर्वाधिक ड्डषि क्षेत्र किस देश का है ? >साँची के स्तूप का निर्माण किसने कराया था ? >आवृत्ति का मात्रक क्या होता है ? >द लॉस ऑफ इनहेरिटेन्स किसकी ड्डति है ? >भारत में सबसे बड़ा जनजातीय समुदाय का नाम क्या है ? >लॉर्ड डलहौजी ने अपनी लैप्स नीति का प्रयोग करते हुए किस राज्य का विलयन नहीं किया था ? >संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना कब की गई थी ? >योजना आयोग के पहले अध्यक्ष कौन थे ? >पेनिसिलीन की खोज किसने की थी ? >उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ का सम्बन्ध किस वाद्ययंत्र से था ? >नूरजहां का मूल नाम क्या था ? >संविधान की कौनसी अनुसूची में केंद्र और राज्यों में विधायी शक्तियों का विभाजन किया गया है ? >खिलाफत आंदोलन किसका विरोध करने के लिए आयोजित किया गया था ? >विंग्स ऑफ फायर किसकी आत्मकथा है ? >किस उच्च न्यायालय की अधिकारिता सर्वाधिक क्षेत्रों पर है ? >विश्व प्रसिध्द खजुराहो के मन्दिर किस राज्य में हैं ? >समसूत्री विभाजन के फलस्वरूप कितनी सन्तति कोशिकाओं का निर्माण होता है ? >उपभोक्ता दिवस कब मनाया जाता है ? >संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र कौन बुला सकता है ? >१९०५ में बंगाल प्रांत को दो भागों में किसने बांटा था ? >सियाचिन जाने वाला पहला भारतीय प्रधानमंत्री कौन था ? >प्रिंटर, कीबोर्ड और मोडम जैसी बाहरी डिवाइसें क्या कहलाती हैं ? >कम्प्यूटर व दूरसंचार प्रणाली की सबसे छोटी सूचना संग्रहण इकाई कौन सी है ? >पेट्रोल किसका मिश्रण है ? >प्लास्टर ऑफ पेरिस (पेरिस प्लास्टर) किससे बनता है ? >किस वर्ष के ओलम्पिक खेलों में भारत ने भाग नहीं लिया था ? >भारत मेंे सबसे बड़ा नियोक्ता कौन है ? >भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में यह विवरण मिलता है कि महिलाओं को मातृत्व की स्थिति में मातृत्व लाभ प्रदान किया जाना चाहिए ? >चंगेज खाँ शब्द का क्या अर्थ होता है ? >जवाहर रोजगार योजना कब शुरू की गई थी ? >सर्वहारावर्ग का अधिनायकत्व शब्दों का निर्माण किसने किया ? >भारतीय राष्ट्रीय चिह्न के नीचे देवनागरी लिपि में लिखा वाक्य सत्यमेव जयते कहां से लिया गया ? >किस कोशिकांग को आत्महत्या की थैली कहा जाता है ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार्
माओवादियों के खिलाफ अभियान में मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं हो - चिदंबरम | राष्ट्रवादी समाचार होम नई दिल्ली , नक्सली , पी चिदंबरम , माओवादी माओवादियों के खिलाफ अभियान में मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं हो - चिदंबरम माओवादियों के खिलाफ अभियान में मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं हो - चिदंबरम केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने पुलिस बलों से आज कहा कि वे माओवादियों के खिलाफ अभियान के दौरान मानवाधिकारों का पूरा ध्यान रखें. श्री चिदंबरम ने यहां आठ माओवाद प्रभावित राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वाम उग्रवादियों से असरदार ढंग से निपटना जरूरी है १ लेकिन ऐसा करते समय इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं हो. बैठक में छत्तीसगढ . झारखंड . बिहार . उडीसा . पश्चिम बंगाल . महाराष्ट्र . आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के शीर्षस्थ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी शामिल हुए. इसमें माओवाद प्रभावित राज्यों में सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा करने के अलावा नक्सलियों को खिलाफ अभियान को ज्यादा प्रभावी बनाने के उपायों पर भी विचार विमर्श किया गया. सरकारी सूत्रों के अनुसार बैठक में केन्द्रीय और राज्य पुलिस बलों के बीच तालमेल बढाने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. साथ ही माओवाद प्रभावित जिलों में चलाए जा रहे विकास कार्यक्रमों की समीक्षा और उनकी रफ्तार बढाने के उपायों पर चर्चा की गई. बैठक में राज्यों से कहा गया कि वे माओवाद प्रभावित इलाकों में सडक बनाने के काम में तेजी लाएं. इससे सुरक्षा बलों को माओवादियों तक पहुंचने और उनके खिलाफ अभियान चलाने में सहूलियत होगी १ लेबल्स: नई दिल्ली , नक्सली , पी चिदंबरम , माओवादी
गूगल ने जापान में भुलाये जा सकने के हक़ संबंधी मुकदमा जीता थे टेक पोर्तल | हिन्दी गूगल ने जापान में भुलाये जा सकने के हक़ संबंधी मुकदमा जीता इंटरनेट माहिर गूगल ने जापान में अंततः एक बहुत ही पुराने समय से चला आ रहा मुकदमा जीता, जो कि बिलकुल यूरोप के भुलाये जा सकने के हक़ के समान था। आज, जापान के उच्चतम न्यायालय ने, गूगल पर लगे चार आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें इस उस की कंपनी से गूगल मैप्स पर स्थानीय जगहों को लेकर किये गये तथाकथित अपवादक कमेंटों को हटाने की मांग करी गयी थी, जिसमें एक अनाम क्लिनिक के बारे में दो गुप्त रखे गये कमेंट भी शामिल थे। इससे पहले अप्रैल २०१५ में, चिबा डिस्ट्रिक्ट न्यायालय ने कहा था कि गूगल को वो कमेंट हटाने ही होंगे, जिसके विरुद्ध अपील लेकर वे उच्च न्यायालय में गये और जीत गये। केसों को खारिज कर दिया गया, क्योंकि गूगल मैप्स पर डाले गये कमेंट न्यायालय को असली लग रहे थे। गूगल मैप्स पर क्लिनिक के विरुद्ध दिये दो अनाम असाकारात्मक कमेंट लोगों के उस क्लिनिक में बुरे अनुभव को दर्शाते हैं। बहरहाल, क्लिनिक ने कंपनी के विरुद्ध मानहानी का मुकदमा कर के ये कमेंट हटाने में पहले सफलता प्राप्त की थी। भले ही ये मुकदमा, यूरोप के भूले जा सकने के हक़ केस के निर्णय जैसी ही लग रहा है, ये दोनों बहुत ही अलग हैं। यूरोप में, ये पूरा मुद्दा, लोगों की स्वतंत्रता को लेकर था, वही, यहां जापान में, व्यापार व लोग, दोनों ही शामिल हैं। कंपनी ने टेच्क्रंच को एक बयान में कहा: हम इस निर्णय से प्रसन्न हैं कि इसके साथ, उच्चतम न्यायालय ने पहले से उपलब्ध निजिता और मानहानी के नियमों के आधार पर ये माना है कि खोज॒ परिणामों में उपलब्ध कोई भी जानकारी उपभोक्ताओं के जानने के हक को ध्यान में रख कर ही डिलीट करी जायेगी। गूगल पहले भी इसको हटाने के साथ संघर्षकारी कर रही थी और उन्होंने कहा कि वे हमेशा से ही अपने नियमों का पालन करते हैं और उपभोक्ताओं की सहायता भी। लगता हैै कि जापानी न्यायालय भी इस बात को मानते हैं। २०१५ में कंपनी ने कहा था: जहां हम व्यापारों व लोगों को कमेंटों का जवाब देने के टूल उपलब्ध कराते हैं, और हम वो कमेंट हटा देते हैं, जो हमारे नियमों के ख़िलाफ़ हों, परंतु हमारा मानना है कि ऑनलाइन रिव्यू, साकारात्मक व नाकारत्मक, दोनों ही लोगों को उस व्यापार के बारे में अवगत कराते हैं। फेसबुक अपने सेट टॉप बॉक्स एप्लिकेशन के जरिये कर सकता है, वीडियो सामग्रियों के लिए नई जगह की पेशकश
हलो दोस्तों कैसे हो आप लोग बहोत दिनों से मेरे पास मेल आ रहे थे की सर एक ऐसा आर्टिक्ल लिखो जिसमे आप वाटरप्रूफ फोन्स के बारे मै बताओ तो आज मै कुछ ऐसे ही फोन्स के बारे मै बताऊंगा आम बात है आजकल मौसम ऐसा चल रहा है की बहोत से लोगो के मोबाईल पानी मै गिर जाते है तो इस लिस्ट मै जो सबसे अच्छा मोबाईल आता है वो है ! हा दोस्तों यह महँगा जरूर है पर इसका वाटरप्रूफ टेस्ट बहोत ही अच्छा है वाटरप्रूफ के अलावा इसमें और भी बहोत से फीचर है इसका प्रोसेर इयोस ११ है जो की बहोत ही अच्छा है इसके अलावा इसमें फेस अनलॉक का फीचर भी बहोत अच्छा है ! इसको खरीदने और डिटेल्स के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - यह भी सैमसंग का ही मोबाइल है जो की वाटरप्रूफ है इसके अलावा इसकी पर्फोमन्स भी अच्छी है !इसको खरीदने और डिटेल्स के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - हा यह फ़ोन हाल ही मै लॉन्च हुआ है जिसका वाटरप्रूफ टेस्ट बहोत ही अच्छा है इसमें ६.४ की फुल हद डिस्प्ले है ८ गब राम है और ४000माह की बैटरी है जो फ़ास्ट चार्जिंग स्पोर्ट करती है ! इसको खरीदने और डिटेल्स के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - ये फोन इस प्राइसे रेंज मै बहोत ही अच्छा है इसमें ८४५ स्नाद्रगन प्रोसेर है ८ गब है २५६ गब स्टोरेज है इसको खरीदने और डिटेल्स के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - अगर आप एप्पल का स्मार्टफोन लाना चाहते हो तो यह आपको ३०क से लेकर ४०क की प्राइसे रेंज मै मिल जायेगा ! ये फ़ोन इस प्राइसे रेंज मै बहोत ही अच्छा है अभी इसकी प्राइसे मै बहोत भारी कटौती हुई है इसमें ८४५ स्नाद्रगन प्रोसेर है इसको खरीदने और डिटेल्स के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - तो यही थे कुछ प्रेमीयर फोन्स जो की वाटरप्रूफ है !
होम > उत्पादों > फोक (फोक के लिए कुल २ उत्पादों) थोक चीन से फोक , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते फोक खोजने की आवश्यकता है। बस फोक पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे फोक का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
गीगाबिट इंटरनेट १०/१०0 एमबीपीएस के लिए ५ बंदरगाहों के लिए स्विच को स्विच से आउटलेट तक जोड़ता है - उत्पाद समीक्षा इंटरनेट पर १०/१०0 एमबीपीएस के लिए ५ बंदरगाहों के लिए गीगाबिट स्विच, स्विच को एक आउटलेट से जोड़ता है पर पोस्ट किया गया ३० सितंबर, २०१९ कीमत: $ ६.४० आज की समीक्षा में, हम अलीक्सप्रेस के साथ ५-पोर्ट स्विच के बारे में बात करेंगे। सबसे उपयुक्त, कीमत और के लिए दोनोंविनिर्देशों लॉट अलीक्सप्रेस पर पाया गया था। आदेश दिया और भुगतान किया गया था, और कुछ दिनों के बाद विक्रेता ने मुझे ट्रैकिंग के लिए एक ट्रैक दिया। चीन से बेलारूस जाने वाले पार्सल यात्रा के बारे में सभी जानकारी देखी जा सकती है यहां। स्विच को किसी भी मूल पैकेजिंग के बिना वितरित किया जाता है। मेरी कॉपी एक साधारण प्लास्टिक बैग में आई। स्विच में स्वयं एक स्विच और इसके लिए एक बिजली की आपूर्ति शामिल थी। पहली चीज जो प्रसन्न हुई - समग्र आयाम। यह बहुत कॉम्पैक्ट है: १०क्स६क्स२.५ सेमी।, इसलिए बिना किसी समस्या के स्विच को आंखों से आगे हटाया जा सकता है। लाइव स्विच बहुत सुंदर लग रहा है औरविक्रेता के पृष्ठ पर आप जो देख सकते हैं, उससे बिल्कुल अलग नहीं है। मुझे कारीगरी के बारे में कोई शिकायत नहीं है: प्लास्टिक में कोई विदेशी गंध नहीं है, विधानसभा को सामान्य रूप से पूरा किया जाता है, अंदर कुछ भी लटका नहीं है, कोई दरार या अनावश्यक अंतराल नहीं हैं। स्विच का ऊपरी हिस्सा एक सजावटी पैटर्न के साथ कवर किया गया है, जो इसे नेत्रहीन अधिक आकर्षक बनाता है। यहां आप ६ सूचना डायोड देख सकते हैं। उनमें से ५ बंदरगाहों के संचालन को प्रदर्शित करते हैं, और एक - शक्ति की उपलब्धता। पीछे के छोर पर नेटवर्क केबल को जोड़ने के लिए कनेक्टर हैं, साथ ही एक पावर केबल को जोड़ने के लिए। कनेक्शन के साथ कोई समस्या नहीं है, आरजे ४५ नेटवर्क केबल की "चिप" मॉडरेशन में कसकर प्रवेश करती है, जगह में झपकी लेती है, यह अपने आप से बाहर नहीं निकलेगी। स्विच के नीचे एक स्टिकर है,डिवाइस की मुख्य विशेषता को इंगित करना बैंडविड्थ है। यहां आप मामले के हिस्सों को पकड़े हुए दो शिकंजा देख सकते हैं, इसे दीवार पर और साथ ही पैरों पर माउंट करने के लिए स्थान। इस तथ्य के कारण कि पैर प्लास्टिक हैं, उनसे कोई विशेष लाभ नहीं है - स्विच पूरी तरह से एक सपाट क्षैतिज सतह के साथ ग्लाइड होता है। और यहाँ है: सब कुछ बहुत सभ्य है, इसके बारे में शिकायत करने के लिए कुछ भी नहीं है। सिद्धांत रूप में, के रूप में अधिक दिलचस्प कुछ भी नहीं हैकोई बाहरी या आंतरिक उपकरण नहीं है, जिसका अर्थ है कि हम इसके परीक्षणों के लिए आगे बढ़ सकते हैं। लेकिन इससे पहले, मुझे लगता है कि यह आपको इसकी विशेषताओं (विक्रेता के पृष्ठ से लिया गया) से परिचित कराने के लिए बाहर नहीं होगा: आसान संचालन के लिए एलईडी संकेतक; प्लग एंड प्ले; यह छोटे और मध्यम कार्यालय नेटवर्क पर लागू होता है; प्रत्येक बंदरगाह में स्वतंत्र बैंडविड्थ है; पावर: एसी १००-२४० वी, ५०/६० हर्ट्ज ०.१ ए; पोर्ट और कनेक्टर्स: ५; आउटपुट पर मानक बिजली की आपूर्ति ५ वी ०.५ ए है। केबल की लंबाई लगभग एक मीटर है, इसलिए स्विच को आउटलेट से दूर रखना काम नहीं करेगा। इसलिए, हम अपने स्विच को आउटलेट से जोड़ते हैं और देखते हैं कि लाल डायोड कैसे चमकना शुरू करता है: मेरे पास इसके माध्यम से ३ डिवाइस जुड़े हैं: एक एंड्रॉइड कंसोल, एक एक्सबॉक्स वन गेम कंसोल और एक टीवी। पहले समावेश के क्षण से और अब तक स्विच ऑपरेशन के साथ कोई समस्या नहीं देखी गई है। डेटा प्रेषित किया जाता है, नेटवर्क बंद नहीं होता है, पैकेटहारा नहीं। ३० एमबीपीएस टैरिफ प्लान पर इंटरनेट की गति हां, बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन मेरे पास ऑनलाइन वीडियो देखने और नेटवर्क सर्फ करने के लिए पर्याप्त है। स्विच के माध्यम से कनेक्ट करते समय ट्रांसमिशन गति की जांच करें। शुरू करने के लिए, एंड्रॉइड पर उपसर्ग: यहां सब कुछ सही नहीं है, लेकिन यह प्रदाता के साथ जुड़ा हुआ है। यह देखा जा सकता है कि गति समय-समय पर "कूद" जाती है, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि यह कंसोल से ही जुड़ा हुआ है। जब से ज़्बॉक्स कनेक्शन की गति की जाँच सब कुछ कम या ज्यादा स्थिर था। कनेक्शन पोर्ट बदलना काम नहीं करता था, इसलिए आपको एंड्रॉइड सेट-टॉप बॉक्स टीवी को जोड़ने के लिए, यह बिना किसी समस्या के यूट्यूब पर चालू हो जाता है, साथ ही पूर्व-स्थापित अनुप्रयोगों से फिल्में भी। इसलिए कोई कनेक्शन समस्याएं नहीं हैं। कम कीमत पर, मैं एंड्रॉइड सेट-टॉप बॉक्स पर वाईफाई से गिरने से छुटकारा पाने में कामयाब रहा, साथ ही लाइव से ज़्बॉक्स पर गेम का बहुत धीमा डाउनलोड किया। यदि पहले इस प्रक्रिया में लगभग एक दिन लगता था (एक बार यह आवश्यक नहीं था), अब इसमें कई घंटे हैं। स्विच पूरी तरह से उपयुक्त उपकरण निकला, जोयह घर पर या छोटे कार्यालय में एक नेटवर्क को व्यवस्थित करने में मदद कर सकता है (बशर्ते कि १०० एमबीपीएस तक की गति पर नेटवर्क / इंटरनेट)। मुझे पता है कि यदि आप इसके मूल्य की तुलना उस चीज़ से करते हैं जो आप ऑफ़लाइन पा सकते हैं, तो अंतर छोटा होगा। लेकिन किसी भी उत्पाद को जीवन का अधिकार है राइट इस पर, शायद, सब कुछ। आपके समय और ध्यान के लिए धन्यवाद। टैग: केबल। प्रकाश। प्रकाश उत्सर्जक डायोड
२००७ ऑफिस सिस्टम अद्यतन का विवरण: १२ फरवरी, २०१३ २००७ ऑफिस सिस्टम अद्यतन का विवरण: १२ फरवरी, २०१३ प्रिंट किसी भी अनधिकृत परिवर्तन फ़ाइल करने के लिए।पुनः प्रारंभ जानकारीआप इस अद्यतन को स्थापित करने के बाद कंप्यूटर को पुनरारंभ करने के लिए नहीं है।कि क्या अद्यतन स्थापित है निर्धारण कैसे करेंकोल्पसे तीस इमागींपण्ड तीस इमेजनिम्न तालिका में सूचीबद्ध फ़ाइल इस अद्यतन शामिल हैं।कोल्पसे तीस टेबलीढ्पण्ड तीस टेबलफ़ाइल का नामफ़ाइल संस्करणफ़ाइल का आकारदिनांकसमयनिसक्लास-क्स-नोन.म्स्पनहीं यदि लागू९,७६५,३७६२३-जन-१३१८:०५कोल्पसे तीस इमागींपण्ड तीस इमेजइस अद्यतन की स्थापना रद्द करने के लिए कैसेकोल्पसे तीस इमागींपण्ड तीस इमेजक्लिक करें प्रारंभ, और उसके बाद क्लिक करें चलाएँ.प्रकार अप्विज़.कल, और उसके बाद क्लिक करें ठीक.आपके द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेटिंग सिस्टम के आधार पर निम्न कार्यविधियों में से एक का उपयोग करें।विंडोज ७ और विंडोज विस्ताक्लिक करें स्थापित अद्यतन देखें. अद्यतनों की सूची में स्थिति जानें और उसके 2७6७९16 अद्यतन करें क्लिक करें, और उसके बाद क्लिक करें की स्थापना रद्द करें.विंडोज ज़्पचुनने के लिए क्लिक करें अद्यतन दिखाएँ चेक बॉक्स को चुनने के लिए क्लिक करें.अद्यतनों की सूची में स्थिति जानें और उसके 2७6७९16 अद्यतन करें क्लिक करें, और उसके बाद क्लिक करें निकालें.कोल्पसे तीस इमागींपण्ड तीस इमेज ऑफिस सिस्टम टेक्सेंटर नवीनतम व्यवस्थापकीय अद्यतन और ऑफिस के सभी संस्करणों के लिए नीति परिनियोजन संसाधन हैं। ऑफिस सिस्टम टेक्सेंटर के बारे में अधिक जानकारी के लिए, निम्न माइक्रोसॉफ्ट वेब साइट पर जाएँ:आईटी सहायता और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के लिए संसाधन
२०१९ चुनाव में हार के डर से ब्जप सांसद हैरान परेशान, नहीं हो रहा विकास कैसे मांगेगे जनता से वोट ! | दैनिक आज होम पॉलिटिक्स २०१९ चुनाव में हार के डर से ब्जप सांसद हैरान परेशान, नहीं... २०१९ चुनाव में हार के डर से ब्जप सांसद हैरान परेशान, नहीं हो रहा विकास कैसे मांगेगे जनता से वोट ! प्रेवियस आर्टियलयोगी राज में बलात्कारियों का तांडव घर में घुसकर किया गैंगरेप फिर जिंदा जलाकर मार डाला ! ५ अक्टूबर को सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में होगा बड़ा फैसला,... सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट एक्शन से भाजपा में बढ़ी...
फुटबॉलर सुनील छेत्री अपनी गर्लफ्रेंड से ४ दिसंबर को करेंगे शादी - न्यूसस्टुडियो१८ होम स्पोर्ट्स फुटबॉलर सुनील छेत्री अपनी गर्लफ्रेंड से ४ दिसंबर को करेंगे शादी फुटबॉलर सुनील छेत्री अपनी गर्लफ्रेंड से ४ दिसंबर को करेंगे शादी स्पोर्ट्स उपकेट्स : भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने लंबे समय से उनकी प्रेमिका रही सोनम भट्टाचार्य से सगाई कर ली। मोहन बागान के दिग्गज सुब्रत भट्टाचार्य की बेटी सोनम और छेत्री की शादी चार दिसंबर को कोलकाता में होगी। गुड़गांव के एक होटल में संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इंडियन सुपर लीग के चौथे सत्र में बेंगलुरू एफसी की ओर से खेल छेत्री रविवार को बेंगलुरू में मुंबई सिटी के खिलाफ मैच के बाद दिल्ली पहुंचे थे। इन दोनों का विवाह कोलकाता में होगा, जबकि रिसेप्शन २४ दिसंबर को बेंगलुरू में होगा। सोनम ने स्कॉटलैंड से बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातक की डिग्री ली है। ३३ साल के स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने भारत की ओर से २००५ से अब तक ९७ मैच खेले हैं. इस दौरान उन्होंने ५६ गोल किए। प्रेवियस आर्टियलशेयर बाजार अपडेट, २२ नवंबर २०१७: यहां जानिए मार्केट का ताजा हाल नेक्स्ट आर्टियलभुवनेश्वर की शादी की तैयारियां जोरों पर, कोलकाता से शेरवानी तो जयपुर से आईं जूतियां स्लेज हैमर क्रिकेट अकादमी ने डिलाइट क्रिकेट क्लब को १२९ रन से हराया एलायंस क्लब ने होंडा क्रिकेट क्लब को हराया एस्कोर्ट्स प्रीमियर लीग की हुई शुरूवात भुवनेश्वर की शादी की तैयारियां जोरों पर, कोलकाता से शेरवानी तो जयपुर से आईं जूतियां मानव रचना इंटरनैशनल स्कूल में बैडमिंटन चैंपियनशिप में आर्यन व मनराज ने बाजी मारी डीसीए फरीदाबाद टीम ने महेंदरगढ़ टीम को १० विकेट से हराया किसानों व अधिकारियों की प्रारम्भिक स्तर की बैठक उपायुक्त कार्यालय के... रानी की तरह जिंदगी बिताने वाली हनीप्रीत, पहली बार जेल में... मयूर विहार-२ व आई पी एक्सटेंशन में नवनिर्मित कस डिस्पेंसरी जनता... वाल्मीकि समाज के लोगों ने सलमान खान और शिल्पा शेट्टी के... पूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि पर हुआ श्रद्धांजलि सभा का आयोजन जींद की जनता ने पंजाबी समुदाय को दिया मान सम्मान मानव रचना में भाषा और साहित्य पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन साई कैंप में ट्रेनिंग के दौरान बैडमिंटन खिलाड़ी की मौत
कोरोना काल के कारण उपजी सोशल डिस्टेंसिंग की अनिवार्यता को पूरा करने के लिए देश भर की ईत ने यूज (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) सीटों के कोटा को भरने के लिए एक वर्ष की मोहलत मांगी है। कोरोना काल के कारण उपजी सोशल डिस्टेंसिंग की अनिवार्यता को पूरा करने के लिए देश भर की आईआईटी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) ने यूज (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) सीटों के कोटा को भरने के लिए एक वर्ष की मोहलत मांगी है। देश की सभी २३ आईआईटी ने साक्षा रूप से केन्द्र सरकार से अवधि को बढ़ाने का अनुरोध किया है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने सभी ईत को वर्ष २०२१ में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का १० फीसदी कोटा भरने की अंतिम तिथि तय कर रखी है। ये बताई मजबूरी सोशल डिस्टेंसिंग के चलते हॉस्टलों में पर्याप्त जगह नहीं है। हॉस्टल पूरी क्षमता से भरे हुए हैं। लॉकडाउन के कारण नए हॉस्टल नहीं बन सके। ये हैं सरकारी आदेश सभी ईत को अंडरग्रेजुएट, मास्टर्स और रिसर्च प्रोग्राम्स में ईवीएस की लगभग ६७०० सीटें बढ़ानी हैं। मानव संसाधन मंत्रालय ईत की ओर से प्राप्त अनुरोध को सामाजिक न्याय मंत्रालय को प्रेषित करेगा। यूपी के २५ जिलों में नौकरी कर वेतन ले रही एक शिक्षिका, खुलासा होने पर अधिकारी हैरान
किटोसिस एक मेटाबोलिक बीमारी किटोसिस एक मेटाबोलिक बीमारी है जो पशु के ब्याने के बाद कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह में होती है। इसमें हापोग्लाइसीमिया (हायपोग्लायसिमिया), किटोनिमिया (केटोनीमिया), किटोनुरिया (केटोनुंरिया) के साथ शरीर का वजन कम हो जाता है, दूध उत्पादन भी कम हो जाता है। वास्तव में यह स्थिति शरीर में कार्बोहाइड्रेट व वोलोटाइल फेट्टी एसिड्स (वोलटाइले फैटी एसिड) के मेटाबोल्जिम (मेटाबॉलिज्म) में गड़बड़ी से पैदा होती है। वसा व कार्बोहाइड्रेट के पाचन व विरण में गड़बड़ी से ही यह रोग होता है। इस लेख में किटोसिस के कारण, निदान और उपचार के बारे में बहुत ही महत्वपुर्ण जानकारी दी है। प्रायः यह रोग ब्याने के बाद गाय, भैंस व भेड़ मे होता है जिनकी दुग्ध उत्पादन क्षमता अधिक होती है, आहार भी अधिक मिलता है और सारा दिन पशु घर में बंधे रहते हैं यानी एक्सरसाइज नहीं मिलती है या चरने बाहर नहीं जाते है। किटोसिस की संभावना तीसरे व उसके बाद के ब्यात में अधिक होती है कभी-कभी प्रेगनेंसी के दौरान आखरी महीनों में भी हो सकता है। देसी नस्लों की गायों में किटोसिस नही ंके बराबर होता है, जबकि संकर नस्ल के पशुओं में अधिक होता है। यह रोग शरीर में कार्बोहाइड्रेट के मेटाबोलिज्म में गड़बड़ी से कार्बोहाइड्रेट की कमी के कारण होती है। प्रायः गर्मी में पशु को कम मात्रा व कम गुणवत्ता वाला चारा मिलता है। ऐसे में शरीर की आवष्यक क्रियाओं के संचालन हेतु वसा का प्रयोग अधिक होता है जिससे किटोसिस हो जाता है। बरसात, सर्दी में पशु को अधिक मात्रा व अधिक गुणवत्ता वाला चारा-दाना खाने को मिलता है। इससे मिल्क प्रोडक्षन बढ़ने से पशु पर स्ट्रेस बढ़ता है और किटोसिस हो जाता है। यदि पशु ब्याने के बाद मेट्राइटिस, मेस्टाइटिस या अन्य कारणों से कम खाता है। भले ही उत्तम क्वालिटी का अधिक चारा-दाना भी रखा जाए और खातता नहीं है तो किटोसिस हो जाता है। कभी-कभी किटोसिस और मिल्क फीवर साथ-साथ हो जाते हैं। लक्षणों के आधार पर किटोसिस दो प्रकार के होते हैं, पशु घास व भूसा तो खाता है लेकिन दाना-बांट नहीं खाता है लेकिन कुछ बाद तो किसी भी प्रकार का आहार व पानी नहीं लेता है। इसी के साथ पाइका के कारण पशु अखाद्य चीजें खाने की चाह रखता है। पशु का वनज एकाएक कम हो जाता है। चमड़ी के नीचे की चर्बी काफी कम हो जाने से पशु काफी कमजोर दिखाई देता है। दूध में भी एकाएक भारी कमी हो जाती है। सुस्त, चल-फिर भी नहीं पाता है। सूखा व कठोर मिंगने के रुप में म्युकस से ढका हुआ गोबर आता है। नाॅर्मल टेम्प्रेचर, पल्स, रेस्पिरेषन। मीठा सिरका जैसी किटोन की विषेष गंध, श्वास, दूध, मूत्र से आती है। आंखे सिकुड़ जाती है। सिर थोड़ा नीचे रखकर एक ही तरफ रहता है। पीछे योनि मार्ग (वुलर) से डिस्चार्ज होता है। एक महीने में स्वतः ही पशु ठीक तो हो जाता है लेकिन पहले की तरह दूध की अधिक मात्रा वापस नहीं लौट पाती है। इस रोग में पशु मरता नहीं है। पैरों को क्राॅस करते हुए गोलाकार घूमता है जो इसका विषेष लक्षण है। एनिमल सिर दीवार दबाता है या नीचे लटका रहता है। एनिमल बिना उद्देष्य इधर-उधर चलता है। मानों अंधा हो गया हो। एनिमल बार-बार त्वचा व अन्य अखाद्य चीजों को चाटता है। अधिक लार के साथ एनिमल मंुह से चबाने जैसे गति करता है। एनिमल में टेटेनस के दौरे के लक्षण नजर आते हैं जिससे एनिमल को शारीरिक चोट भी लग सकती है। ये नर्वस लक्षण एक घंटे तक रहते हैं तथा ८-१० घंटे बाद फिर प्रकट होते हैं। ट्रीटमेन्ट का मुख्य उद्देष्य ब्ल डमें ग्लूकोज लेवल बराबर करना ताकि किटोन बाॅडी का सामान्य उपयोग हो सके और दूध, मूत्र में नहीं निकले। इंज. डेक्स्ट्रोज २५% और ५०% & ५०0&१००० म्ल. ई/व इसके बाद ब्लड ग्लूकोज लेवल सामान्य बना रहे, इकसे लिए पशु को कुछ दिनों तक गुड खिलाते रहें। किटोसिस में बेटामेथेसोन या डेक्सामेथेसों काफी असरदार होते हैं। ८० म्ग. ई/व, ई/म यदि एक दिन से पूरा फर्क नहीं पड़े तो दूसरे दिन भी लगाएं। कोएंजम आ सिस्टीमिन ७५० म्ग ई/व तीन दिन के अंतराल के बाद कुल तीन इंजेक्षन लगाएं। वित. ब काॅम्पलेक्स। किटोसिस नहीं हो इसके लिए क्या सावधानियां रखें प्रेगनेंसी के दौरान अधिक वसा वाला आहार खिलाकर पशु को मोटा फैटी नहीं बनने देना चाहिए। प्रेगनेन्ट गाय-भैंस को भूखा नहीं रखना चाहिए। प्रेगनेन्ट गाय, भैंस के लिए आहार में मिनरल मिक्सचर देवें। प्रेगनेंसी के दौरान मक्का व गुड़ जैसे आहार भी देवें क्योंकि ये आसानी से पचते हैं और ब्लड ग्लूकोज लेवल सामान्य बना रहता है। स्नातकोत्तर पशु चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, गौ पशुओं के आहार में केले के पत्तों का उपयोग
जौनपुर: पालतू कुतिया के वध में पिता-पुत्र पर दर्ज होगा केस | #आपकिउम्मिद - उम्मीद होम जौनपुर जौनपुर: पालतू कुतिया के वध में पिता-पुत्र पर दर्ज होगा केस | #आपकिउम्मिद जौनपुर: पालतू कुतिया के वध में पिता-पुत्र पर दर्ज होगा केस | #आपकिउम्मिद जौनपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के सिपाह मोहल्ला निवासी अरुण कुमार यादव की पालतू कुतिया का वध करने के आरोपी लाल बहादुर यादव, उनके पिता पन्नालाल यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर विवेचना का आदेश सीजेएम ने कोतवाल को दिया है। अरुण कुमार यादव ने निवासी सिपाह ने कोर्ट में धारा १५६ (३) के तहत अधिवक्ता उपेंद्र विक्रम सिंह के माध्यम से प्रार्थना पत्र दिया कि आरोपी पन्नालाल एवं उनके पुत्र लाल बहादुर कुछ दिन पूर्व वादी के घर में चोरी का प्रयास किया। लेकिन वादी की फालतू पामेरियन कुतिया के भूंकने के कारण लोग जाग गए और आरोपी चोरी करने में असफल रहे। कुछ दिन बाद आरोपियों ने उनकी कुतिया को रोटी का लालच देकर बाहर बुलाया और उसे बोरी में भरकर कई बार जमींन पर पटका। अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण कुतिया मर गई। थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराने गया तो पुलिस ने कहा कि जानवरों का वध होने पर एफआईआर दर्ज नहीं होती। सुनवाई नहीं हुई तब वादी ने कोर्ट की शरण लिया। कोर्ट ने प्रथम दृष्टया गंभीर मामला पाते हुए आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया है।
रेलवे ट्रैक पर बरामद हुआ युवती का शव लखीमपुरलाइव.कॉम रेलवे ट्रैक पर बरामद हुआ युवती का शव तिकुनिया / कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मझरापूरब में एक युवती का क्षत विक्षत अवस्था में मिला शव।मैलानी-गोंडा रेल प्रखंड पर बरामद हुआ शव। ट्रेन की चपेट में आने से हादसा होने की आशंका। नहीं हो सकी शव की शिनाख्त। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। नगर में चला अतिक्रमण अभियान ५ किलो चरस के साथ महिला तस्कर गिरफ्तार ब्रहम ऋषि नागर, लखीमपुर खीरी / जिलाधिकारी आकाशदीप ने चंदन चौकी स्थित राजकीय आश्रम पद्धाति बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया तथा वहां पर एक एक कक्ष का निरीक्षण करते हुए वहां पर उपास्थित बालिकाओं से रूबरू होते हुए पठन पाठन सम्बन्धी जानकारी ली और
मिलावटी मिठाइयों से भरा छोटा हाथी काबू, २ गिरफ्तार कर्ज से परेशान व्यक्ति ने जहरीली दवाई खाकर लगाया मौत को गले अज्ञात वाहन की टक्कर से मोटरसाइकिल चालक की मौतदीवाली से पहले घर में छाया मातम,हादसे ने ले ली १ की जन डेरे की संपति पर आयकर विभाग का शिकंजा, परमिशन लेने कोर्ट पहुंची टीमदिवाली से दो दिन पहले घर में पसरा मातम, ट्रक ने मासूम को रौंदा ४ दिन के अंदर पुलिस ने सुलझाई अपार्टमैंट ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री शांता के घर पर कार्यकर्ताओं का जमावड़ा, लगे इंदु गो बैक के नारेसेना में भर्ती के नाम पर खेला यह खेल, कोर्ट ने सुनाई ३ साल की सजा उप में २६८२ मदरसों की खत्म हो सकती है मान्यता, योगी के इस निर्देश को नहीं किया पूरा अयोध्या में दीपावली की तैयारियां जोरों पर, राम की पैड़ी को १७ लाख दीप करेंगे रौशनउपस्क की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खबर, परीक्षा नियमों में हुआ बदलाव
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समेत तमाम दलों के नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक जताया। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अटल जी का जाना पूरे राष्ट्र की क्षति है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अटल जी के पास किसी को भी अपना बना लेने की कला थी। वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर वो विपक्ष के किसी एक नेता को याद रखते हैं तो वो सिर्फ अटल बिहारी वाजपेयी जी हैं। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि वो सर्वमान्य नेता थे। पार्टी के छोटे कार्यकर्ता से लेकर बड़े नेताओं तक, सभीको अटल जी बेहद सुलभ थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कानपुर से सांसद बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वो एकमात्र ऐसे नेता तो जिन्हें हर दल का सम्मान प्राप्त था। वो सचमुच भारत रत्न थे। खुद सुनिए और क्या बोले मुरली मनोहर। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताते हुए कहा कि वाजपेयी जी का निधन राजनीति के युग का अंत है। भारत देश को तरक्की की नई राह दिखाने में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अटल सरकार के दौरान कई ऐसे निर्णय लिए गए, जिन्होंने देश की तस्वीर ही बदल दी। रिपोर्ट में जानिए किन योजनाओं के लिए हमेशा याद किए जाएंगे अटल। ट्विटर पर राजनेताओं ने अटल जी को दी श्रद्धांजलि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेताओं ने ट्विटर पर अपनी श्रद्धांजलि दी। वर्ल्ड फोटोग्राफी डे पर जानिए एकसपरट से फोटोग्रााफी ट्रिक्स वर्ल्ड फोटोग्राफी दए पर #एक्सपर्ट से समझिए कि कैसे खींची जाए अच्छी फोटो, कैसे चुने लाइट और बेकग्राउंड...भेजें अपने सवाल हमें कमेंट बॉक्स में और जानिए #एक्सपर्ट से फोटोग्रााफी ट्रिक्स... छत्तीसगढ़ से सीएम रमन सिंह ने पूर्व प्रधानममंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत अच्छी होने की कामना की। रायपुर में उन्होंने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि केवल मैं ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं। रमन सिंह ने कहा कि वाजपेयी जी ने हमारा मार्गदर्शन किया है। उनकी यादें हमारे राज्य के लिए काफी अहमियत रखती हैं।
होम देश बुदगेट २०१९: जल्द आएंगे १,२,५,१0 और २0 के नए सिक्के बुदगेट २०१९: जल्द आएंगे १,२,५,१0 और २0 के नए सिक्के मोदी सरकार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश किया. यह एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट आज ११ बजे पेश हुआ. जानकारी के मुताबिक, आज बजट में राजकोषीय घाटे को काबू में करने के साथ-साथ विकास और रोजगार को तेज़ी देने पर सरकार का जोर दिया है. बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जल्द ही आम लोगों को १, २, ५, १0 और २0 रुपए का नया सिक्का मिलेगा. सिक्के को छूकर नेत्रहीन भी पहचान सकेंगे कि यह कितने मूल्य का है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा, ७ मार्च २0१9 को प्रधानमंत्री ने १, २, ५, १0 और २0 रुपए के सिक्के जारी किए थे जिसे नेत्रहीन लोग छूकर पहचान सकते हैं. वहीं उच्च शिक्षा के लिए ४०० करोड़ का एलान किया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उच्च सिख्षा पर बजट का फैसला सुनते हुए कहा कि, नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बनाया जाएगा. टॉप २०० में भारत के तीन शिक्षण संस्थान होगा. उन्होंने आगे कहा कि खेलों पर भी भारत योजना का विस्तार किया जाएगा और ऑनलाइन कोर्स बढ़ाने पर फोकस होगा. उन्होंने आग कहा विदेशों में नौकरी के लिए जरुरी शिक्षण देंगे. प्रेवियस आर्टियलअपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो नेक्स्ट आर्टियलमोदी सरकार ने अपने बजट में दिया महिलाओं को ये बड़ा तोहफा नहीं देखा होगा मोदी का ऐसा भक्त, दोबारा पीएम बनाने के... तीन तलाक पर होगी ३ साल की सजा
हेल्थ पुरुषों के गुर्दे में दोबारा पथरी होने की आशंका ज्यादा मार्च २४, २०१७ गुर्दे की पथरी, गुर्दे की पथरी का इलाज, दोबारा हो सकती है गुर्दे की पथरी, पुरुषों में गुर्दे की पथरी, स्टोन प्रॉब्लम इन जेन्ट्स नई दिल्ली। पूरे जीवन में गुर्दे में पथरी होने की आशंका पुरुषों में १३ प्रतिशत और महिलाओं में मात्र ७ प्रतिशत होती है। एक बात यह भी है कि ३५ से ५० प्रतिशत लोग, जिन्हें पहले गुर्दे में पथरी हो चुकी है, उन्हें आने वाले पांच साल में दोबारा हो सकती है। * अगर ज्यादा पानी पीने से गुर्दे में पथरी होना बंद न हो तो थाइजाइड ड्युरेक्टिक, स्रिटेट या एलोप्युरिनोल दवाओं के जरिए मोनोथेरेपी ली जा सकती है। यह दवाएं उन लोगों में कैल्शियम जमा होने से बनने वाली पथरी के दोबारा पैदा होना कम कर देते हैं, जिन्हें पहले दो या ज्यादा बार पत्थरी हो चुकी है। लोएडिंग... संजय दत्त की बायोपिक में ६ अलग-अलग लुक में नजर आएंगे रणबीर कपड़ों के सलेक्शन को लेकर बहुत मूडी हैं आथिया
ब्रेकअप के लिए खुद को जिम्मेदार मान कर कोसने की जगह इससे कुछ सीखने की कोशिश करें जिससे वे आगे आप उन गलतियों को ना दोहरा सकें। १ ब्रेकअप से सीखें रिश्तों में नाकाम होना या असफल होना कोई बड़ी बात नहीं है। आजकल की भागती दौड़ती जिंदगी में यह काफी सामान्य है। किसी भी रिश्ते के नाकाम होने के बाद अगर आप यह सोचते हैं कि यह केवल आपके साथ ही क्यूं हुआ तो ऐसा ना सोंचे। हमें यह बात भी सोचनी पड़ेगी की ब्रेकअप ना केवल हमारा दिल ही तोड़ता है बल्कि हमें ऐसी कई बातें भी सिखा जाता है। आइये जानते हैं कि असफल रिश्तों से आप क्या सीख सकते हैं। खुद को समझें ब्रेकअप के बाद अक्सर लोग एकदम टूट जाते हैं या फिर खुद को कोसते रहते हैं। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं, तो ऐसा न करें। अपने अतीत को भूलने की कोशिश करें। इससे आप इमोशनल तौर पर कमजोर नहीं होंगे। खुद को महत्व देना सीखें। ब्रेकअप के बाद कई लोग जिम या पार्लर जाना बंद कर देते हैं। आप ऐसा कतई न करें। रिश्तों की सच्चाई को स्वीकारें एक बार जब आप यह मान लेतें हैं कि कुछ रिश्ते अस्थायी होते हैं तो रिश्ते के नाकाम होने का दोष खुद को देना बंद कर देते हैं। ब्रेकअप यूं ही नहीं होता है इसके पीछे कोई ना कोई वजह जरूर होती है। हो सकता है कि आपका व्यक्तित्व और आपके सपने आपस में टकरा रहे हो जिसकी वजह से आपका ब्रेकअप हुआ हो। सीख को लागू करें अब जबकि आप सिंगल हैं तो अपने अपने पिछले रिश्तों को देखते हुए अपनी प्राथमिकताओं को जानें और पहचानें। हो सकता है कि रिश्ते में रहने के दौरान आपकी प्राथमिकताएं जैसे आदतें, दोस्त, और काम बदल गया हो। ऐसे में अपनी उन आदतों को फिर से शुरु करें जिनसे आपको खुशी मिलती है। अभी भी लाइफ में बहुत कुछ है इस ब्रेकअप से आपको चाहे जितना दर्द हुआ हो लेकिन यह बात जरुर मान लें कि इससे दुनिया का अंत नहीं हो जाता। प्यार में धोखा खाने के बाद भी आपकी जिंदगी खत्म नहीं होती, आपकी जिंदगी वैसे ही चलेगी जैसे पहले चल रही थी। कोई बंदिश नहीं अब जब आप किसी लंबे रिलेशनशिप में थीं, तब आपके चारो तरफ आपका पार्टनर होता था और आज जब वह नहीं है तो आप अकेली रह गईं। इस बात को सोंच कर बहुत दुख होता होगा, पर दूसरी ओर यह भी सोंचे की अब आप आजाद हैं और जो मन करे वह कर सकती हैं। आजाद होने से आप खुद के अदंर की क्षमताओं को पहचानेगीं। वो आपका था ही नहीं ब्रेकअप करने से एक बात सीखने को मिलती है और वह यह है कि आपको पता चल जाता है कि वह लड़का आपके लिये नहीं बना था। या फिर उस लड़के में वे गुण नहीं थे, जो आपके होने वाले हमसफर में होनी चाहिये। इस बात को मान लें कि अच्छा ही हुआ कि आपका ब्रेकअप हो गया। ब्रेकअप के बाद ऐसा लगता है कि अब आपकी जिंदगी और आप किस तरह से संभलेगीं, पर जैसे जैसे दिन बीतता जाता है आप मजबूती के साथ उठ खड़ी होती हैं। पर ब्रेकअप के दर्द को झेलने के बाद दिल कितना मजबूत बन जाता है, इस बात का आप अंदाजा भी नहीं लगा सकती। फिर से विश्वास करना सीखें जरूरी नहीं है कि एक बार ब्रेकअप होने के बाद हमेशा ऐसा ही हो। खुद के अंदर विश्वास पैदा करें और एक नयी शुरुआत करें। लेकिन, कोई भी नया रिश्ता जल्दी शुरू करने के लिए ये समय उचित नहीं है। आपको ठीक होने के लिए समय चाहिए और अपनी दुनिया में किसी अन्य व्यक्ति को लाने से पहले आराम महसूस करना जरूरी हैं। अपने फ्यूचर पर ध्यान दें। अक्सर लोग ब्रेकअप के बाद अपराधबोध महसूस करने लगते हैं या फिर नकारात्मक विचारों में घिर जाते हैं। अगर आप इनमें से एक हैं, तो इस बात को ध्यान में रखकर चलें कि जो होता है, अच्छे के लिए होता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि अपने कलीग्स व दोस्तों के साथ मिलकर अपने एक्स बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के बारे में गॉसिप न करें। एक रिश्ते के खत्म होने के बाद इसका दर्द बहुत सताता है। ऐसे में आपको खुद को समय देना बहुत जरूरी है। यही वो समय है जब आप अपनी मनपसंद चीजों को कर सकती हैं। खुद को एक बार फिर से उन हॉबीज के करीब लाइए जिसके लिए आपके पास समय नहीं था। ब्रेकअप से सीखें रिश्तों की असफलता लेख स्लाइडशो वीडियो प्रश्नोत्तर हेयर ट्रांसप्लांट में कहाँ के बाल लिए जा सकते हैं जानें क्या होते हैं फ्रेकल्स तिल अगर ज्यादा हों तो बिगाड़ सकते हैं आपकी खूबसूरती और ऐसे में आप अपना सकते हैं आसान घरेलू उपाय क्या हैं ब्रेन ट्यूमर के लक्षण पास करें ये पांच फिटनेस टेस्ट, तो आपको जिम जाने की जरूरत नहीं संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के जरिये बढ़ा सकते हैं वजन संतुलित आहार और नियमित व्यायाम के जरिये बढ़ा सकते हैं वजन कहीं आप चिपकू गर्लफ्रेंड तो नहीं मानसिक रोग बढ़ा सकते हैं हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा जानें क्या हैं सफल रिश्ते के राज थायराइड कार्सिनोमा के लक्षणों को ऐसे पहचानें जानें क्या होते हैं फ्रेकल्स फोर्स २ में जॉन की जबर्दस्त फिटनेस से बहुत कुछ सीख सकते हैं आप! पुरुषों में किन चीजों को नोटिस करती हैं महिलाएं इन ५ कारणों से डेडलिफ्ट एक्सरसाइज नहीं है बेहतर क्या आप कभी ओपन रिलेशनशिप में जाएंगे? दुनिया के सबसे हैवी व्यक्तियों के बारे में क्या आप जानते हैं...? क्या हैं ब्रेन ट्यूमर के लक्षण एक्ने कम करने के लिए आप क्या कदम उठा सकते हैं
धनबाद के नये समाहरणालय भवन को लेकर फंसा पेंच, चौथे तल्ले का काम रूका बरवाअड्डा एयरपोर्ट के आस-पास के इलाके को फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है. इस कारण एयरपोर्ट के पास बहुमंजिले इमारत के निर्माण की इजाजत नहीं है. लेकिन इसकी अनदेखी कर यहां चार मंजिला नया समाहरणालय भवन बनाया जा रहा था. धनबाद के नये समाहरणालय भवन का निर्माणकार्य रूका धनबाद में नये समाहरणालय भवन को लेकर पेंच फंस गया है. नये भवन का निर्माण बरवाअड्डा एयरपोर्ट के पास हो रहा है. लेकिन इसके चौथे तल्ले को लेकर नागर विमानन विभाग ने आपत्ति जताई है और निर्माण कार्य पर तुरंत रोकने को कहा. इसके बाद चौथे तल्ले का निर्माणकार्य फिलहाल रोक दिया गया है. फ्लाइंग जोन को लेकर फंसा पेंच दरअसल बरवाअड्डा एयरपोर्ट के आस-पास के इलाके को फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है. इस कारण एयरपोर्ट के पास बहुमंजिले इमारत के निर्माण की इजाजत नहीं है. लेकिन इसकी अनदेखी कर यहां चार मंजिला नया समाहरणालय भवन बनाया जा रहा था. मुख्यमंंत्री रघुवर दास ने २२ फरवरी २०१८ को नये समाहरणालय भवन का शिलान्यास किया था. गोविंदपुर अंचल के सुसनीलेवा में ११ एकड़ जमीन पर करीब ४० करोड़ की लागत से इसका निर्माणकार्य जारी था. तीन तल्ले तक का काम पूरा हो चुका है. लेकिन चौथे तल्ले के निर्माण पर ग्रहण लग गया है. बरवाअड्डा हवाईपट्टी, धनबाद कैसे पास हो गया नक्शा व डिजाइन सवाल है कि नक्शा और डिजाइन की स्वीकृति देते समय इसका ख्याल क्यों नहीं रखा गया. क्या जान-बूझकर इसकी अनदेखी की गई. धनबाद के नए उपायुक्त अमित कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आने के बाद भूल सुधार की कोशिश की जाएगी. समाहरणालय के ऊपरी तल्ले का निर्माण वर्टिकल न कर हॉरिजेंटल कराया जाएगा. इसके लिए संबंधित विभाग से दिशा- निर्देश मांगा गया है. धनबाद में बरवाअड्डा एयरपोर्ट से ही हेलीकॉप्टर और छोटे विमान उड़ान भरते हैं और उतरते हैं. लिहाजा नागर विमानन विभाग ने सुरक्षा कारण से नए समाहरणालय भवन के चौथे तल्ले को लेकर आपत्ति जताई है. ये भी पढ़ें- झारखंड के ब्जप विधायक परेशान, पार्टी के इस टास्क ने छुड़ाए पसीने अब इस मामले ने बढ़ाई पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की मुश्किलें, कई देशों में निवेश का खुलासा गाना गाकर भीख मांगती थी रानू, हिमेश की फिल्म में गाया गाना
प्रशासन के आंख की किरकिरी बने भाकियू के किसान - प्रशासन के आंख की किरकिरी बने भाकियू के किसान, कुंडली हिन्दी न्यूज - हिन्दुस्तान प्रशासन के आंख की किरकिरी बने भाकियू के किसान लगभग एक सप्ताह से गन्ना मूल्य निर्धारण की मांग को लेकर धरना और बाद में अनशन पर बैठने वाले भाकियू से संबंधित किसान बुधवार को प्रशासन की आंख की किरकिरी बन गये। प्रशासन ने पहले तो किसानों को जबरन जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया और बाद में वार्ता कराने के नाम पर पुलिस की गाड़ी में बिठाकर कलक्ट्रेट से पीडब्लूडी गेस्ट हाउस पहुंचा दिया। गेस्ट हाउस में भी किसान धरने पर बैठ गये हैं। किसानों ने प्रशासन पर शासन के आदेश और चीनी मिल प्रबंधन के दबाव में गुमराह कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। भाकियू के जिलाध्यक्ष रवीन्द्र दौरालिया ने कहा कि प्रशासन की कार्रवाई का कड़ा विरोध होगा। माना जा रहा है कि नोएडा में मुख्यमंत्री मायावती के दौरे को लेकर ही प्रशासन ने बुधवार को कार्रवाई की। सात दिनों से भाकियू के तत्वावधान में किसान गन्ना मूल्य को लेकर कलक्ट्रेट में आंदोलन कर रहे थे। शनिवार को प्रशासन, चीनी मिल प्रबंधन, गन्ना सहकारी समिति के पदाधिकारियों के बीच बैठक का भी आंदोलन कर रहे किसानों ने बहिष्कार किया। किसान लगातार चीनी मिल प्रबंधन से वार्ता कर गन्ना मूल्य की घोषणा की मांग कर रहे थे। इस बीच मंगलवार को एक किसान ने आमरण-अनशन प्रारम्भ कर दिया। तबीयत बिगड़ने पर बुधवार को डीएम ने वार्ता और कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि किसान सीधी वार्ता और गन्ना मूल्य की घोषणा की मांग करते रहे। इस बीच सिटी मजिस्ट्रेट ने जूस पिलाकर अनशन समाप्त करा दिया। साथ ही सर्किट हाउस में वार्ता कराने की बात कह सभी किसानों को पीडब्लूडी गेस्ट हाउस पहुंचा दिया। गेस्ट हाउस में भी किसान धरने पर बैठ गये हैं। वेब तितले:प्रशासन के आंख की किरकिरी बने भाकियू के किसान
सिद्धार्थनगर में अवैध कब्जा करने के मामले में ६ मृतकों सहित ९१ लोगों के होम प्रशासन सिद्धार्थनगर में अवैध कब्जा करने के मामले में ६ मृतकों सहित ९१... शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर २९ मार्च, बानगंगा बैराज की जमीन पर लगभग ३५ सालों से रोजी रोटी कर रहे सहायक अभियंता की तहरीर पर ९१ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। शोहरतगढ़ थाना में स्थित बानगंगा बैराज की सार्वजनिक जमीन पर लगभग ३५ वर्षो से रोजी रोटी कर रहे सिंचाई विभाग के तरफ से ९१ लोगों को नोटिस देने के बाद उससे अपना निर्माण ना हटाने पर उनके विरुद्ध समुचित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है, जिसकी सूचना पर लोग परेशान हो गये है। जानकारी के मुताबिक सिंचाई विभाग के गंगा बैराज पर लगभग ३५ सालों से लोगों का कब्जा है और जानकार बताते हैं कि किसी-किसी का वहां पट्टा भी है। किन्तु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सिद्धार्थनगर कार्यक्रम पर विभाग ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही कर दी है। वैसे जानकार यह भी बताते हैं कि उन्हीं ९१ लोगों का जनपद महाराजगंज में मुकदमा भी चल रहा है किंतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सिद्धार्थनगर आगमन को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई। वैसे विभाग से एक बड़ी चूक भी हुई कि जिन लोगों का मुकदमा पूर्व में महाराजगंज जनपद में चल रहा था उन्हीं लोगों का मुकदमा लिखने के लिए शोहतरगढ़ थाने में तहरीर दी गयी फलस्वरूप बिना जांच के विभाग ने उन लोगों के बिरूद्ध मुकदमा लिखवा दिया,जिसमें ६ मृतकों को भी अभियुक्त बनाया गया। अब सवाल यह है कि जिन लोगों की मृत्यु हो गई है वह क्या कब्र से आकर मुकदमा लड़ेगें। फिलहाल क्रमांक ४९ के पारसनाथ यादव पुत्र त्रिभुवन द्वारा सार्वजनिक सम्पत्ति से अवैध निर्माण भी हटा लेने के बाद भी उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा लिया गया है। उक्त के संबंध में थाना प्रभारी अरविन्द कुमार मिश्र ने बताया कि सहायक अभियंता अरुणेश पांडे की तहरीर पर अपराध संख्या ४५ पर सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और कार्यवाही हेतु चतुर्थ ड्रेनेज खण्ड सिंचाई विभाग सिद्धार्थनगर रिर्पोट प्रेषित कर दिया है। प्रेवियस आर्टियलराज्यसभा में व्यवधान के लिए गोयल बरसे कांग्रेस पर नेक्स्ट आर्टियलतीन के विरुद्ध लूट का मुकदमा
दुअल बूट विंडोज इन हिन्दी - कंप्यूटर में २ ऑपरे टटंग सिस्टम कैिे इनस्टॉल करे लेट उस दुअल बूट विंडोज ओपरेटिंग सिस्टम इन हिन्दी हमें एक कंप्यट ू र हार्ड डर्स्क ड्राइव पर दोहरी बट ू ववंर्ोज ऑपरे टटंग सिस्टम चला िकते हैं । नीचे टदए गए चचत्र में , मैंने ड्राइव च पर ववंर्ोज ७ स्थावपत [इंस्टाल] ककया है । और मैं ड्राइव ड पर ववंर्ोज ८ स्थावपत [इंस्टाल] करने जा रहा हूं। इििे पहले कक आप अपने सिस्टम कॉन्फ़िगरे शन पर एक नज़र र्ाल ले इतना है कक आपको अपनी सिस्टम िंगतता और आवश्यक आवश्यकताओं के बारे में एक गाइर् समलेगा, आप अपने कंप्यट ू र पर ८ ववंर्ोज इंस्टाल कर िकते हैं ... आपके पीिी [प्क] पर मल्टी बट ू ऑपरे टटंग सिस्टम को इंस्टाल करने के सलए आपके पाि ववसशष्ट हार्डवेयर कॉन्फ़िगरे शन होना चाटहए, इििे पहले कक आप इंस्टॉलेशन प्रकिया िे शरू ु करें , कृपया एक नज़र र्ालें। मैंने फयन ू तम कंप्यट ू र हार्डवेयर आवश्यकता िे नीचे उल्लेख ककया है जो इंस्ट्लेशन प्रकिया के सलए बबल्कुल आवश्यक है । ( इंस्टॉलेशन के बाद आप आवश्यक िॉफ़्टवेयर स्थावपत करने के सलए पयाडप्त स्थान हो) व्डम ड्राइव के िाथ माइिोिॉफ्ट र्ायरे क्टएक्ि ९ ग्राकिक्ि डर्वाइि स्टेप १ :: द्व्ड-रू में ववंर्ोज ८ ० आर ववंर्ोज ८.१ र्ीवीर्ी र्ालें स्टेप २ :: केय्बऑर्ड िे लगातार बटन दबाकर क्मोस या बायोस िेटअप / बायोि कॉन्फ़िगरे शन पर जाएं कुछ िामाफय कंु जीएं फ१, फ२, फ१०, फ१२ टिप- टटप :: आपके कंप्यट ू र मदरबोर्ड मैनअ ु ल पर जाएं और क्मोस िेटअप में प्रवेश करने के सलए कौन िी कंु जी दबाएं यह पता करे ... कभी-कभी कंप्यट ू र को स्िीन के ननचले भाग में दे खा जा िकता है । स्टेप ३ :: एर्वांस्र् िेटअप चुनें और एन्टर दबाएं स्टेप ४ :: फर्स्ट बूट देविस ववकल्प पर जाएं और एंटर दबाकर अपनी कड्रोम / द्व्ड - रू का चयन करें ... आप कीबोर्ड की ओर िे पेज अप और पेज नीचे कंु जी या + - कंु न्जयों िे िेटटंग बदल िकते हैं ... अब िेव करें कीबोर्ड िे फ१० दबाकर स्टेप ५ :: अब कंप्यट ू र रीस्टाटड होगा और आपको िीर्ी या र्ीवीर्ी िे बट ू करने के सलए ककिी कंु जी[बटन] को दबाने के सलए िंकेत टदया जाएगा .. ककिी भी कंु जी [बटन] को दबाएं स्टेप ७ :: अब कस्टम इंस्ट्लेशन पर न्क्लक करें यटद आप एक नया विन ८ इनस्टॉल करना चाहते हैं .... आप अपग्रेर् ववकल्प भी चुन िकते हैं यटद आप मौजूदा ऑपरे टटंग सिस्टम को अपग्रेर् करना चाहते हैं ... यहां हम कस्टम का चयन करने जा रहे हैं (अचग्रम ववकल्प) जैिा कक हम हमारे कंप्यट ू र पर एक नए विन ८ इंस्टॉल की आवश्यकता है स्टेप १० :: िेटअप आपके कंप्यट ू र को पन ु ः आरं भ करे गा ... कृपया क्मोस िेटटंग मैं बट ू डर्वाइि को हार्ड डर्स्क पर बदलें ... या जब कंप्यट ू र आपको कहता है .. !!! चड या द्व्ड िे बट ू करने के सलए कोई भी कंु जी दबाएं !!!! इिे छोड़ दें क्योंकक यह ककिी भी कंु जी को दबाए नहीं है और इिे हार्ड डर्स्क िे बट ू करने दें स्टेप ११ :: अपना पीिी का नाम टाइप करें और नेक्स्ट पर न्क्लक करें स्टेप १२ :: !!! बिाई हो आपने अपनी हार्ड डर्स्क पर विन७ और विन८ को ििलतापव ड इंस्टॉल ककया है जब आप अपने कंप्यट ू क ू र को पन ु रारं भ [रेस्टार्ट] करते हैं .कंप्यट ू र आपको िंदेश के िाथ िंकेत दे गा कंप्यट ू र को शरू ु करना है विंडोज ७ या ववंर्ोज ८ के िाथ !!! दुअल बूट विंडोज ओपरेटिंग सिस्टम इन हिन्दी हमें एक कंप्यूटर हार्ड डिस्क ड्राइव पर दोहरी बूट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम चला सकते हैं । नीचे दिए...
आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ा नर कंकालों का तस्कर - अखंड भारत न्यूज होम उत्तर प्रदेश बलिया आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ा नर कंकालों का तस्कर आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ा नर कंकालों का तस्कर बैरिया/बलिया : छपरा स्टेशन पर मंगलवार को खड़ी बलिया-सियालदह एक्सप्रेस में तस्कर के पास ५० नर कंकाल बरामद होने के मामले में हल्दी थाना क्षेत्र के बादिलपुर (भरखोखा) गांव के अमर डोम (४५) को स्थानीय पुलिस के सहयोग से जीआरपी छपरा ने गिरफ्तार कर लिया । इस संदर्भ में स्थानीय लोगों का कहना है कि अमर लगभग १० वर्षों से श्मशान घाटों से नर कंकाल व हडिड्यां बटोरने का काम करता था किंतु गिरफ्तारी के बाद ही लोगों को जानकारी हुई कि वह नर कंकाल एजेंटों के माध्यम से तस्करों को भेजता था। अमर डोम गंगा तट के श्मशान घाट पचरुखिया, हल्दी में शवों को मुखाग्नि देने का काम अपने परिजनों के साथ करता था। वह दुर्जनपुर, पांडेयपुर, हल्दी आदि श्मशाम घाटों से अपने सहकर्मियों के माध्यम से नर कंकाल एकत्र कराता था, जिसके एवज में कुछ पैसे उन्हें दे देता था। स्थानीय श्मशान घाटों पर पुरोहित का काम करने वाले महापात्रों का कहना है कि वह तो पहले से ही इस तरह का काम करता था किंतु हम लोगों से कहता था कि नर कंकाल व हड्डियां खाद बनाने वाले कारखानों को भेजते हैं, जिसके एवज में कुछ आर्थिक लाभ हो जाता है। गुरुवार के दिन उसके गांव के शिवकुमार यादव, शिवकुमार पासवान, अमर चौबे आदि से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली तो सभी लोगों ने नर कंकाल बिक्री की बातों पर विश्वास न करते हुए आश्चर्य व्यक्त किया कि अमर ऐसा भी धंधा करता है। गुरुवार को उसके घर पर उसकी तीन पुत्रियों में मात्र एक पुत्री रिंकी मौजूद थी। जिसने पूछने पर बताया कि मुझे पता नहीं कि मेरे पिता को पुलिय क्यों उठा ले गई। स्थानीय लोगों की माने तो अमर नर कंकाल के धंधे से काफी दिनों से जुड़ा हुआ था और डीसीएम से नर कंकाल व हड्डियों को बक्सर के आसपास भेजता था। वैसे सत्यता की पता तो जांच के बाद ही खुलेगा। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी बैरिया उमेश कुमार यादव से इस बाबत पूछने पर उन्होंने बताया कि मामला जीआरपी छपरा का है, जीआरपी व आरपीएफ के लोग छपरा से आए थे। हल्दी पुलिस ने अमर डोम को बादिलपुर से गिरफ्तार करा दिया, जिसे लेकर वे लोग चले गए। हम सहयोग के लिए तत्पर हैं। जहां भी आरपीएफ व जीआरपी को जरूरत पड़ेगी, हम वहां सहयोग को तैयार रहेंगे। इस संदर्भ में गंगाघाटों पर सतर्कता बरती जा रही है ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके। नेक्स्ट आर्टियलट्रक के धक्के से अधेड़ जख्मी, रेफर
महाशिवरात्रि पर राशि अनुसार शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें महाशिवरात्रि के दिन अगर भोलेनाथ को राशिअनुसार चीजें अर्पित की जाएं तो इससे वे बहुत प्रसन्न होते हैं और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। शिवरात्रि पर राशि अनुसार कौन सी चीजें अर्पित करनी चाहिए। मेष राशि के जातक शिवलिंग पर लाल कनेर के फूल चढ़ाएं। वृष राशि के जातक शिवलिंग के समक्ष नारियल तेल का दीपक जलाएं। मिथुन राशि के जातक महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ का मिश्री के जल से अभिषेक करें। कर्क राशि के जातक भगवान शिव को आंकड़े के फूल अर्पित करें। सिंह राशि के जातक महाशिवरात्रि पर नारियल पर मौली बांधकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। कन्या राशि के जातक शिवलिंग पर पीपल के पत्ते चढ़ाएं। तुला राशि के जातक शिवरात्रि पर गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें। वृश्चिक राशि के जातक महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को बिल्व पत्र अर्पित करें। धनु राशि के जातक भगवान शिव को पीले कनेर के फूल चढ़ाएं। मकर राशि के जातक शमीपत्र मिले जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। कुंभ राशि के जातक शिवरात्रि पर तिल के तेल से शिवलिंग का अभिषेक करें। मीन राशि के जातक केसर मिले जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। कन्या राशि के जातकों का सोमवार का शुभ राशिफल सिंह राशि के जातकों का सोमवार का शुभ राशिफल
कुमकुम प्यारा सा बंधन, स्टार प्लस का बहुत प्रसिद्ध दोपहर का शो ने हजारों दर्शकों के दिल जीत लिए थे अपने दिलचस्प रियलिस्टिक ड्रामे से। यह सदाबहार प्रेम कहानी जो भाभी और देवर के बीच शुरू हुई, एक घरेलू नाम बन गई। शो के मुख्य कलाकार, हुसैन कुवाजेरवाला और जूही परमार ने सुमित और कुमकुम की भूमिकाओं में एक महान जोड़ी के लिए शो को लोकप्रियता की एक नए ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। जूही परमार ने इंस्टाग्राम पर एक बार पोस्ट किया था, १० साल पहले समाप्त हुई यात्रा आज तक जारी है। मैं अभी भी कुमकुम के फुसफुसाते हुए सुनती हूं जब मैं बाहर होती हूं और बहुत सारे लोग मुझे नाम से पहचानते हैं। खुद का एक विस्तार, आज जीवन वापस देख कुमकुम के बिना ये सब अधूरा सा लगता है। यह शो इतना दिलचस्प था कि इसके प्रशंसक इस शो को कभी नहीं भूले। रोमांटिक कहानी सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक थी कि प्रशंसकों ने कुमकुम को इतना प्यार क्यों किया उसकी। आज कुमकुम एक प्यारे सा बंधन को इंडस्ट्री में १७ साल पूरे हो गए और हम इस मील के पत्थर तक पहुँचने पर कुमकुम एक प्यारा सा बंधन के पूरे कलाकारों और क्रू को बधाई देते है अधिक अपडेट के लिए आई डब्लू एम बज्ज़. कॉम से जुड़े रहे।
बिग ब्रेकिंग : बस्तर संभाग लगे हुए जिले में भारी बारिश होने की संभावना, ४८ घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी चैनेलिंडिया न्यूज रायपुर | आज प्रदेश के बस्तर संभाग में और उससे लगे हुए जिले में भारी बारिश होने की संभावना ज्यादा है।संबंधित मामले मे मौसम विभाग ने एलर्ट जारी किया हैं | २४ घंटे के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है जिसमें प्रदेश के सरगुजा बलरामपुर जसपुर रायगढ़ कोरबा नारायणपुर कोंडागांव बस्तर दंतेवाड़ा बीजापुर सुकमा जिले के एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना जताई है इसे भी पढ़े 'मुस्लिमों के लिए भारत स्वर्ग, यहां उनके अधिकार सुरक्षित'- केंद्रीय मंत्री मुख्ताार अब्बाुस नकवी!! रायपुर मौसम विभाग की माने तो मौसम विज्ञानी एच पी चंद्रा ने बताया कि मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर अमृतसर, चंडीगढ़, बरेली, आजमगढ़, जमुई, दुमका, कनिंग और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर होते हुए उत्तर बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्वी बिहार और उसके आसपास ३.१ किलोमीटर ऊंचाई पर है साथ ही इसका अक्ष ७.६ किलोमीटर ऊंचाई पर है। कल दिनांक १4 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की संभावना है।प्रदेश के मध्य भाग में मध्यम से भारी वर्षा होने की ज्यादा संभावना है। इसे भी पढ़े रायपुर : बाल-बाल बचे मंत्री शिव डहरिया, चंद कदम की दूरी पर ही बैठे थे... फिर ४८ घंटे के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है जिसमें बिलासपुर कोरबा रायगढ़ कवर्धा बेमेतरा जांजगीर राजनांदगांव दुर्ग रायपुर बलौदाबाजार महासमुंद बालोद धमतरी गरियाबंद कांकेर नारायणपुर और कोंडागांव जिले के एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है | इसे भी पढ़े छत्तीसगढ़ : इन चीजों को छोड़ ४८ घंटे सभी दुकानें रहेगी बंद ..., बेवजह बाहर नजर आए तो होगी कार्रवाई
इंडव्सा : सीरीज में खेल रहे हैं ६ गुजराती, ५ टीम इंडिया से और १ अफ्रीका से - मुकेश प्रजापति होम खेल इंडव्सा : सीरीज में खेल रहे हैं ६ गुजराती, ५ टीम इंडिया... इंडव्सा : सीरीज में खेल रहे हैं ६ गुजराती, ५ टीम इंडिया से और १ अफ्रीका से इंडिया टीम और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज का रोमांच चरम पर है. मैच के परिणाम चाहे जो रहे हों, लेकिन एक बात सभी मानते हैं कि दो टक्कर की टीमों ने अच्छा खेल दिखाया है. इस सीरीज में अच्छी क्रिकेट ने एक बार फिर से साबित किया है कि अगर टीमें शानदार हों तो टेस्ट क्रिकेट भी रोमांचक हो सकता है. अच्छी क्रिकेट के अलावा इस सीरीज में एक और ऐसा आकर्षण है, जो शायद ही पहले दिखा हो. इस सीरीज में कुल ६ गुजराती खिलाड़ी खेल रहे हैं. दूसरे टेस्ट मैच में तो ५ गुजराती खिलाड़ी खेल रहे हैं. इनमें से ४ टीम इंडिया की ओर से और १ दक्षिण अफ्रीका की ओर से. जी हां चेतेश्वर पुजारा, पार्थिव पटेल, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या टीम इंडिया की ओर से खेल रहे हैं. वहीं हाशिम अमला दक्षिण अफ्रीका की ओर से खेल रहे हैं. हाशिम अमला के पूर्वज भी भारत से ही दक्षिण अफ्रीका गए थे. रवींद्र जडेजा इस मैच में नहीं खेल रहे हैं. वह भी गुजरात से आते हैं. १. चेतेश्वर पुजारा : गुजरात के सौराष्ट्र से आते हैं. टीम इंडिया के लिए नई दीवार कहे जाते हैं. ५५ टेस्ट मैच खेल चुके हैं और ५२ की औसत से ४४२६ रन बना चुके हैं. पहला टेस्ट मैच 20१0 में खेला था. राजकोट का ये बल्लेबाज हालांकि इस सीरीज में अभी तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया है. २. हार्दिक पांड्या : गुजरात के बड़ौदा से आते हैं. अभी से इनकी तुलना कपिल देव से की जा रही है. टेस्ट तो सिर्फ ४ खेले हैं, लेकिन 3२ वनडे मैचों में 60२ रन बनाए हैं. ३५ विकेट लिए हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में ९३ रनों की उनकी पारी ने उनके फैंस की संख्या और बढ़ा दी है. ३. जसप्रीत बुमराह : यार्कर का ये स्पेशलिस्ट गेंदबाज अहमदाबाद से ताल्लुक रखता है. दुनिया भर के क्रिकेट विशेषज्ञ उनकी तारीफ करते हैं. दक्षिण अफ्रीका में पहला टेस्ट मैच खेला. लेकिन वनडे और टी२० में उनका कोई मुकाबला नहीं है. ३1 वनडे मैचों में ५६ विकेट लिए हैं. वहीं ३2 टी२० में ४० विकेट हासिल किए हैं. ४. पार्थिव पटेल : अहमदाबाद के इस विकेटकीपर को लंबे समय बाद अफ्रीकी सीरीज में मौका मिला. लेकिन उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं रहा. २००२ में पहला टेस्ट मैच खेला था. २३ टेस्ट मैचों में ८७८ रन बनाए हैं. ५. रवींद्र जडेजा : सौराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले रवींद्र जडेजा अब ज्यादातर टेस्ट मैच में ही दिखाई देते हैं, लेकिन गेंद और बल्ले से जब भी मौका मिलता है कामयाब रहते हैं. १३६ वनडे मैचों में १९१४ रन और 1५५ विकेट ले चुके हैं. वहीं 3५ टेस्ट मैचों में ११७६ रन और 16५ विकेट लिए हैं. ६. हाशिम अमला : दक्षिण अफ्रीका का ये मध्यक्रम का बल्लेबाज यूं तो पैदा दक्षिण अफ्रीका में ही हुआ, लेकिन उनका कनेक्शन गुजराती है. उनके पूर्वज गुज्जर समुदाय से आते हैं. जो सूरत से दक्षिण अफ्रीका पहुंचे थे. १११ टेस्ट मैचों में २८ शतकों के साथ ८५९० रन बना चुके हैं. वहीं वनडे में १५८ मैचों में 2६ शतकों के साथ ७३८१ रन बनाए हैं. प्रेवियस आर्टियलविडिओ & पिक: रूस में -६२ डिग्री पहुंचा पारा, लोगों की पलक और भौं के बाल तक जम गए नेक्स्ट आर्टियलक्वार्टर फाइनल में पहुंचने से पहले उ-१९ टीम इंडिया ने बनाए ये रिकॉर्ड्स
यू अरे हेरे:: मुद्दा सुब्रमण्यम स्वामी के खिलाफ भड़काऊ लेख लिखने का मामला दर्ज सर्च सुब्रमण्यम स्वामी के खिलाफ भड़काऊ लेख लिखने का मामला दर्ज तुएस्ड्य, ०४ अक्टोबर २०११ १६:३० न्नी एनएनआई डेस्क नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने सुब्रह्मण्यम स्वामी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उनके खिलाफ एक अंग्रेजी दैनिक में भड़काऊ लेख लिखने के कारण यह कार्रवाई की गई है। हालांकि जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि उनके खिलाफ यह कार्रवाई गृहमंत्री पी. चिदंबरम के इशारे पर की गई है। ज्ञात हो स्वामी ने केंद्र सरकार की नाक में दम कर रखा है। टू-जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में वह सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता हैं। पुलिस के एक आला अधिकारी के मुताबिक जुलाई माह में स्वामी ने एक अंग्रेजी दैनिक में एक समुदाय के लोगों को भारत में रहने की सीख देते हुए लेख लिखा था जिसके खिलाफ एक वकील ने पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी। ताज़ा ख़बरें
ड्रेस फॉर सक्सेस: व्हाट टू वियर टू बिज़नेस मीटिंग - प्रशिक्षुताअधिक पढ़ सकते हैं मुख्य प्रशिक्षुता ड्रेस फॉर सक्सेस: व्हाट टू वियर टू बिज़नेस मीटिंग आप एक व्यवसाय बैठक में क्या पहनते हैं, यह आपके साक्षात्कार संगठन के समान ही महत्वपूर्ण है; आप अपनी पसंदीदा जोड़ी को रिप्ड जींस में नहीं डाल सकते हैं और एक अच्छा प्रभाव बनाने के लिए अपनी दिमागी ताकत पर भरोसा कर सकते हैं। आज की प्रतिस्पर्धी कामकाजी दुनिया में, अपने परिधानों को उचित रूप से रखना सबसे अच्छा है। लेकिन एक आकस्मिक काम के माहौल के लिए जो उपयुक्त हो सकता है वह निश्चित रूप से एक कॉर्पोरेट के लिए नहीं होगा। जैसे कि बैठक के लिए योजना बनाना पर्याप्त नहीं था, अब आप इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि भावी ग्राहक, कनेक्शन या नियोक्ता को प्रभावित करने के लिए क्या फेंकना चाहिए। अपनी दहशत को एक तरफ धकेलने के लिए, हमने पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए यह मार्गदर्शिका बनाई है कि आप अपने अगले सम्मेलन में हिस्सा देखें। व्यापार आकस्मिक बैठक व्यापार आकस्मिक अक्सर लोगों को फेंक देता है: क्या आप जीन्स और ट्रेनर पहनते हैं या रूढ़िवादी सूट से चिपके रहते हैं? कुछ कंपनियां सतर्कता और औपचारिक रूप से पोशाक के पक्ष में हो सकती हैं, जबकि अन्य अधिक लापरवाही से। किसी भी भ्रम को अलग करने के लिए, नीचे दिए गए सुझावों का पालन करें ताकि आप सफलता के लिए तैयार हो सकें। दो टुकड़े को एक तरफ छोड़ दें और कुछ और फैशन के अनुकूल चुनें टॉप: शिफॉन शर्ट, सिंपल जर्सी टॉप, टर्टलनेक या पैटर्न वाले ब्लाउज के साथ इसे सिंपल रखें। होशियार लुक के लिए आप ब्लेज़र के साथ भी लेयर कर सकती हैं। बॉटम्स: सूट ट्राउजर, चिनोस और स्ट्रक्चर्ड वूल ट्राउजर कंपनी की मीटिंग्स के लिए सर्व स्वीकार्य हैं। स्कर्ट / ड्रेस: गहरे रंग की बोल्ड बॉडीकॉन ड्रेस, प्लीटेड ए-लाइन या मिडी स्कर्ट महिलाओं के गो-टू-प्रोफेशनल कपड़ों के लिए काम कर रहे हैं। वे स्त्री विकल्प हैं जो कार्यस्थल के लिए उपयुक्त हैं। जूते: लोफर्स, ब्रोग्स, पंप और चार इंच तक ऊँची एड़ी के जूते उपयुक्त हैं। सामान: लाइट ज्वेलरी आपका सबसे अच्छा दांव है; किसी भी बोल्ड स्टेटमेंट विकल्प या बड़े झुमके के लिए मत जाओ - ये केवल आप क्या करने के लिए वहाँ से विचलित होंगे। आउटरवियर: ठंडे दिनों के लिए, अपने लुक को पूरा करने के लिए मटर कोट, ट्रेंच कोट या स्मार्ट जैकेट का चुनाव करें। औपचारिक सूट खाई और स्मार्ट लेकिन आरामदायक कुछ चुनें ब्लेज़र: एक ब्लेज़र की हमेशा आवश्यकता नहीं होती है लेकिन यह किसी भी लुक को स्मार्ट बना सकता है, जिससे आप अपनी पिच पर अधिक आत्मविश्वास महसूस कर सकते हैं। आप एक चेकर पैटर्न के साथ या बिना एक डार्क ब्लॉक रंग में ब्लेज़र चुन सकते हैं। शर्ट: एक शर्ट एक कामकाजी आदमी की अलमारी का एक अनिवार्य हिस्सा है; चाहे आप कार्डिगन या ब्लेज़र के साथ शीर्ष पर लेटे हों, आपका बटन-अप, कॉलर वाली शर्ट को दबाया जाना चाहिए और अपने बॉटम्स में टक किया जाना चाहिए। बॉटम्स: स्मार्ट ट्राउजर या चिनोस एक सुरक्षित विकल्प है (रंग में अधिमानतः गहरा या बेज रंग; व्यापार मीटिंग के लिए अपने गर्मियों के गोरे को बाहर न निकालें - मौसम कोई फर्क नहीं पड़ता)। यदि आप किसी स्टार्टअप में या रचनात्मक उद्योग में हैं, तो जींस उपयुक्त हो सकती है, बशर्ते वे सीधे कट (बिना स्किन-टाइट या रिप्ड जींस) के साथ डार्क डेनिम हों। जूते: चेल्सी जूते, ब्रोग्स या औपचारिक जूते सभी भूरे, काले, चमड़े या साबर में एक शानदार विकल्प हैं। एक्सेसरीज़: एक बेल्ट एक अलमारी स्टेपल है और इसे हर आउटफिट के साथ पहना जाना चाहिए। एक घड़ी भी एक अच्छा स्पर्श है, लेकिन सुनिश्चित करें कि यह बहुत आकर्षक नहीं है - आप अपने दर्शकों को एक सहायक के साथ विचलित नहीं करना चाहते हैं। आउटरवियर: अगर आपकी मुलाकात ठंड के महीनों में होती है और आपको गर्म कपड़े पहनने की जरूरत है, तो मटर कोट, ट्रेंच कोट या फॉर्मल वूल जैकेट चुनें। बोर्डरूम औपचारिक पोशाक और ऑनलाइन सम्मेलनों में एक पेशेवर छवि की आवश्यकता होती है जो कार्यकारी उपस्थिति बताती है। द इमेज ऑफ लीडरशिप के लेखक सिल्वी डी गिउस्तो कहते हैं: 'जिस व्यावसायिक अलमारी को आप दैनिक आधार पर पहनते हैं, और बोर्डरूम में प्रवेश करते समय आपको क्या पहनना चाहिए, इसके बीच अंतर होता है।' एक अनुरूप सूट से अधिक के साथ एक बयान करें शीर्ष: एक कपास या शिफॉन बटन-अप शर्ट हमेशा एक सुरक्षित विकल्प होता है। बॉटम्स: टेलर्ड ट्राउजर सूट या वाइड-लेग्ड ट्राउजर गहरे या बेज रंग में। स्कर्ट / ड्रेस: काली या ट्वीड पेंसिल स्कर्ट जो आपके घुटने के ऊपर चार से अधिक उंगलियां नहीं रखती है। यदि आप कपड़े पसंद करते हैं, तो एक उच्च गर्दन वाली ए-लाइन पोशाक का चयन करें जो चार अंगुल के नियम का पालन करते हुए बहुत छोटा या लंबा नहीं है। जूते: कोर्ट शूज़, ब्रोग्स, लोफ़र्स या पंप। एक्सेसरीज: अगर कोई ड्रेस या स्कर्ट पहनती हैं, तो लुक को पूरा करने के लिए स्किन कलर या ब्लैक चड्डी पहनें। एक संरचित बैग के साथ सरल, गैर-विचलित आभूषण और जोड़ी पहनें। मैच्योर सूट के साथ इसे सुरक्षित रखें शर्ट: कुरकुरा, सफेद, बटन-अप कपास शर्ट आमतौर पर एक सुरक्षित विकल्प है; हालांकि, एक पैटर्न या साधारण रंग के साथ कुछ भी उपयुक्त है। सूट: डार्क चारकोल या नेवी में टू-पीस या थ्री-पीस सूट बोर्ड मीटिंग के लिए कपड़ों का एक आदर्श विकल्प है। सुनिश्चित करें कि यह अच्छी गुणवत्ता का है और एक अनुरूप है। सहायक उपकरण: एक रेशम टाई एक जरूरी है, साथ ही सूक्ष्म कफ़लिंक, एक चमड़े की बेल्ट और एक घड़ी है। जूते: काले या भूरे ऑक्सफ़ोर्ड या ब्रोग्स (मिलान वाले मोज़े को न भूलें)। "सामान्य तौर पर, आपके लुक के विज़ुअल विवरण पर ध्यान देने से आप जिन लोगों से मिलते हैं, उनके लिए तैयारी, योजना और सम्मान प्राप्त करते हैं।" 'जिस तरह से आप खुद का सम्मान करते हैं उसी तरह से यह भी तय करता है कि दूसरे आपका सम्मान कैसे करेंगे।' यदि आप अपने प्रबंधक या ग्राहक के मोजे को बंद करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए सुझावों का पालन करें: बहुत अधिक त्वचा न दिखाएं: यह कैटवॉक नहीं है और आपके उपस्थित लोगों को आपके नंगे पैर या हथियारों से विचलित होने की आवश्यकता नहीं है। इसे कवर करके उत्तम दर्जे का रखें। सही फिट चुनें: आपके कपड़े अच्छी तरह से फिट होने चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपके पतलून फर्श पर नहीं खींच रहे हैं, आपका पेट आपकी शर्ट से बाहर नहीं निकल रहा है और आपका ब्लेज़र अच्छी तरह से फिट बैठता है (आप विभाजन मध्य बैठक के साथ फैशन अशुद्ध-पेस नहीं चाहेंगे)। महिलाओं, सुनिश्चित करें कि आपका ब्लाउज भी खुलासा नहीं कर रहा है और आपकी स्कर्ट बहुत छोटी नहीं है। अपने लुक को सही हेयरस्टाइल के साथ पूरा करें: आप अपने बालों को कैसे पहनना पसंद करती हैं, यह आपके आउटफिट की तरह ही महत्वपूर्ण है। पुरुषों के केशविन्यास को अच्छी तरह से छंटनी और सुव्यवस्थित होना चाहिए, जबकि महिलाओं का साफ और उनके चेहरे से बाहर रखा गया। सुगंध सूक्ष्म होना चाहिए: आप अपनी व्यावसायिक बैठक को गैस चैंबर में बदलना नहीं चाहते हैं और इससे पहले कि आप भी पिच में कामयाब रहें, अपने व्यवसायिक साझेदारों को आपकी अत्यधिक गंध से पीड़ित करें। गंध में कुछ हल्का करने का विकल्प चुनें। मेकअप प्राकृतिक होना चाहिए: एक प्राकृतिक बेस पहनें (बहुत केकदार कुछ भी नहीं) और एक ब्रोंज़र और हाइलाइटर के संकेत के साथ एक प्राकृतिक चमक के लिए जाएं। मस्कारा की एक परत और एक प्राकृतिक होंठ रंग पहनें - आप ऐसा नहीं दिखना चाहते हैं जैसे आपने बहुत मेहनत की है! सामान को कम से कम रखा जाना चाहिए: मेघन कैसरली सहमत हैं: 'साधारण गहना [ले] री सबसे अच्छा है, यह विचलित करने का समय नहीं है। स्टड ईयररिंग्स और पेंडेंट नेकलेस जैसे क्लासिक्स के साथ रहें। ' सहज और आत्मविश्वासी बनें: लब्बोलुआब यह है कि आप जो पहन रहे हैं उसमें सहज होने की आवश्यकता है - यदि आपकी व्यक्तिगत शैली आकस्मिक तरफ झुक जाती है, तो किसी भी अवसरों से समझौता किए बिना अपने व्यवसाय पोशाक को सजाना के तरीके खोजें। जब आप संतुष्ट रहेंगे, तो आत्मविश्वास स्वाभाविक रूप से विकसित होगा और आप जो पहन रहे हैं उसमें आप खुद को शक्तिशाली महसूस करेंगे। इन युक्तियों के साथ, आपको हर प्रकार के व्यवसायिक मुठभेड़ के लिए तैयार किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि आप न केवल इस भाग का कार्य करें बल्कि इसे देखें। सही शैली का चयन करें जो आपके लिए काम करती है और जो आपकी अगली बैठक में प्रभावी ढंग से भरोसेमंद, विश्वसनीय और सफल पेशेवर की छाप छोड़ने में आपकी मदद करती है। क्या आपके पास साथी कामकाजी पुरुषों और महिलाओं की मदद करने के लिए कोई और फैशन टिप्स है "> यह लेख मूल रूप से नवंबर २०१५ में प्रकाशित हुआ था।
लोकसभा चुनाव २०१९: भागलपुर में ५५.१४ प्रतिशत मतदान के साथ प्रत्याशियों का भविष्य एवम में बंद | उब इंडिया न्यूज होम पॉलिटिक्स बिहार लोकसभा चुनाव २०१९: भागलपुर में ५५.१४ प्रतिशत मतदान के साथ प्रत्याशियों का... लोकसभा चुनाव २०१९: भागलपुर में ५५.१४ प्रतिशत मतदान के साथ प्रत्याशियों का भविष्य एवम में बंद बिहार में दूसरे चरण के तहत भागलपुर में मतदान शुरू हो चुका है। प्रशासन को उम्मीद है कि इस बार पिछले चुनाव से ज्यादा वोट पड़ेंगे। २०१४ में यहां ५७.८० प्रतिशत मतदान हुआ था। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज गुरुवार १८ अप्रैल को वोट डाले जा रहे है । मतदान की तैयारी पूरी कर ली गयी है। अब मतदाताओं की बारी है। प्रशासन को उम्मीद है कि इस बार पिछले चुनाव से ज्यादा वोट पड़ेंगे। २०१४ में यहां ५७.८० प्रतिशत मतदान हुआ था। यह भी पढ़े सुपौल में ६२.८० प्रतिशत के साथ मतदान समाप्त अजय कुमार मंडल जदयू मोहम्मद आशिक इब्राहिमी बसपा दीपक कुमार एसयूसीआई सत्येन्द्र कुमार आप सुशील कुमार दास भारतीय दलित पार्टी अभिषेक प्रियदर्शी निर्दलीय सुनील कुमार निर्दलीय कुल मतदाता १८,१९,२४३ पुरूष मतदाता ९,६२,३५० महिला मतदाता ८,५६,८24 पहली बार मतदान करने वाले मतदाता १६,८४८ कुल मतदान केन्द्रों की संख्या १७७७ मुख्य मुकाबला राजद और जदयू के बीच प्रेवियस आर्टियललोकसभा चुनाव २०१९: पूर्णिया में ६२.५ प्रतिशत मतदान के साथ प्रत्याशियों का भविष्य एवम में बंद नेक्स्ट आर्टियलउत्तर प्रदेश की ८ लोकसभा सीटों पर मतदान जारी
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वैष्णु देवी की यात्रा १९७० जैसे कि श्री महाराज जी अब अपने को धन्य समझने लगे और उनका पूरा-पूरा ध्यान अपनी मां के श्री चरणों मे लगा रहता था। तो उन्होंने कुल्लू से कटड़ा तक की यात्रा के लिए एक निजी बस का प्रबन्ध किया, जिसमें अधिकतर महिलायें थीं और पुरूष दो चार ही थे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य था- श्री स्वामी जी का वात्सल्य भाव। इन दिनों श्री स्वामी जी मुख्यतर 'मां-मां-मां' के रंग में ही रंगे रहते। उन्हैं अपने भीतर बाहर सब ओर मां के ही पावन दर्शन होते। जिस-जिस महिला को पता चलता कि 'बाबा जी' बस लेकर "वैष्णु देवी" जा रहे हैं,वह झट से न आव देखती न ताव और जिस हाल में बैठी हो उठकर वेष्णो देवी पहुंच जाती और बाबा जी से कहती "बाबा जी मैं भी चलूंगी आप के साथ वैष्णो देवी।" उस समय बाबा जी कितने प्यार से उत्तर देते, उनके मुख-मण्डल पर कितना वात्सल्य आ जाता जब वे कहते "मां आप जरूर चलोगी, आप तो मेरी मां हैं।" और दोनों हाथों से चरण-स्पर्श करते मानो कोई पांच वर्ष का बालक यह सब कह रहा हो और कर रहा हो। "मां देवी सर्वभूतेषु मातृ रूपेण सस्थिता" ऐसे मातृभाव की पराकाष्टा को आत्मसात् कर श्री महाराज ने परमहंस अवस्था प्राप्त कर ली थी। अस्तु, दो तीन घण्टों में ही पचास माताएं यात्रा के लिए तैयार हो गई। मां का जयकारा बुलाकर प्रातः बस चली। सब माताओं की खुशी का ठिकाना नहीं था। सारा दिन की यात्रा के पश्चात रात्री समय बस कटड़ा पहुंची। श्री महाराज ने सब माताओं के ठहरने का उचित प्रबन्ध करवाया। भोजन की सुव्यवस्था की गई।एक दिव्य आनन्द में रात कटी। प्रातः शौच स्नान से निवृत हो सबने जलपान किया और फिर पैदल यात्रा आरम्भ हो गई। बच्चों और माताऔं को बड़े प्रेम से आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हुए श्री महाराज कभी भक्त मण्डली के आगे और कभी पीछे चलते। इस प्रकार मां का जयकारा बुलाते हुए बाण गंगा से गर्भजून तक पहुंचे। सब महिला भक्त जयकारा लगाती रहीं, प्रेम से वोलो -जया माता दी। सारे बोलो-जय माता दी। पहाड़ भी बोलन-जय माता दी। सारी भक्त मणडली इसी प्रकार प्रेमपूर्वक तथा भक्ति भाव से हाथी मत्था पहुंच गई। कुछ देर विश्राम करने के पश्चात श्री महाराज प्रेरणा देकर भक्त मण्डली के पीछे चलने लगे। भैरों घाटी से मां की गुफा को प्रस्थान हुआ। मान्यता के अनुसार मां के दर्शनों के पश्तात् ही भैरों के दर्शन करने चाहिए। आखिर सायंकाल हम सभी मां के मन्दिर पहुंच गये। वहां पर कमरे लेकर सबको रहने की व्यवस्था की गई। रात्रि में भजन कीर्तन हुआ। प्रातः काल स्नानादि कर के सब ने मां की गुफा के भीतर जाकर मां के दर्शन प्राप्त कर सबको दिव्य आनन्द की प्राप्ति हुई। दर्शनों के पश्चात भोजन करके, श्री महाराज जी भक्त मण्डली को लेकर चल पड़े। लौटती बार रास्ते में भैरों के दर्शन किए। फिर भक्त मण्डली धीर-धीरे कटड़ा की ओर बढ़ी। सायंकाल सब कटड़ा पहुंचे और रात वहीं विश्राम किया। वैष्णु देवी की यह यात्रा १३-११-१९७३ को की। दूसरे दिन हमारी बस कटड़ा से जम्मू होते हुए पठानकोट और चिन्तपूर्णी पहुंची। मां चिन्तपूर्णी के दर्शनों के बाद बस ज्वालामुखी की ओर बढ़ी। ज्वालामुखी में धर्मशाला में रुक गए। धर्मशाला में एक बड़े भण्डारे का आयोजन किया गया। सब भक्तों व माताओं ने मिलकर भोजन तैयार किया। हलवा पूरी व सब्जी बनाई गयी। नव कन्या पुजन हुआ फिर सब भक्तों को भण्डारा खिलाया। इस प्रकार पूरा दिन प्रसाद वितरण होता रहा। रात्रि वहीं निवास हुआ। दूसरे दिन बस ज्वालामुखी से कांगड़ा, चामुण्डा होते हुए कुल्लू वैष्णुदेवी पहुंची। एवन वाटर, व्हिच हस आ नेचुरल टेंडंसी तो फ्लो डाउनवार्ड, इस ड्रान उप तो थे स्काई बाय थे सुन'स रेस. इन थे समे व्ट, गोद'स ग्रेस लिफ्ट्स उप थे माइंड व्हिच हस गोट आ टेंडंसी तो रून आफ्टर सेन्स ऑब्जेक्ट्स. शारदा मां
३. अंडों के टूट जाने के बाद माँ के यह पूछने पर कि - 'तुम लोगों ने अंडों को छुआ होगा।' के जवाब में श्यामा ने क्या कहा और उसने ऐसा क्यों किया? अंडों की देखभाल के लिए केशव और श्यामा धीरे से बाहर निकले क्योंकि - ४. प्रेमचंद ने इस कहानी का नाम 'नादान दोस्त' रखा। तुम इसे क्या शीर्षक देना चाहोगे? १. नीचे दिए गए वाक्यों में तीनों प्रकार के पुरुषवाचक सर्वनामों के नीचे रेखा खींचो - एक दिन दीपू और नीलु यमुना तट पर बैठे शाम की ठंडी हवा का आनद ले रहे थे? तभी उन्होंने देखा कि एक लंबा आदमी लड़खड़ाता हुआ उनकी ओर चला आ रहा है। पास आकर उसने बड़े दयनीय स्वर में कहा ''मैं भूख से मरा जा रहा हूँ? क्या आप मुझे कुछ खाने को दे सकते है?'' अच्छा - दीपक एक अच्छा लड़का है। कीमती - यह गाडी बहुत कीमती है। बड़ा - यह बक्सा बड़ा है। लम्बा - यह रास्ता लम्बा है। ३. नीचे कुछ प्रश्नवाचक वाक्य दिए गए हैं, उन्हें बिना प्रश्नवाचक वाक्य वे रूप में बदलो - ४. (क) केशव ने झुँझलाकर कहा... (ख) केशव रोनी सूरत बनाकर बोला... (घ) केशव ने टोकरी को एक टहनी से टिकाकर कहा... (ड) श्यामा ने गिड़गिड़ाकर कहा... (क) झुँझलाकर - श्याम ने झुँझलाकर बैट फेंक दी। (ख) बनाकर - उसने कागज़ का हवाई जहाज़ बनाकर उड़ाया। (ग) घबराकर - मोहित घबराकर भाग गया। (घ) टीकाकर - सुमित बैट को घुटनों से टिकाकर बातें करने लगा। (ड़) गिड़गिड़ाकर - भिखारी गिड़गिड़ाकर भीख माँगने लगा। ५. नीचे प्रेमचंद की कहानी 'सत्याग्रह' का एक अंश दिया गया है। तुम इसे पढ़ोगे तो पाओगे कि विराम चिहों के बिना यह अंश अधूरा-सा है। तुम आवश्यकता के अनुसार उचित जग़हों पर विराम चिन्ह लगाओ -
असम में इन ५ कारणों से खिला कमल और ढह गया कांग्रेस का गढ़ | आवारे प्रेस कंट्री असम में इन ५ कारणों से खिला कमल और ढह गया कांग्रेस... कंट्रीन्युसपॉलिटिक्स असम में इन ५ कारणों से खिला कमल और ढह गया कांग्रेस का गढ़ नई दिल्ली दिल्ली से सुदूर पूर्वोत्तर के राज्य असम में पार्टी की जीत की घोषणा जब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव कर रहे थे तो उनके चेहरे की खुशी देखते ही बन रही थी। विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने सीएम कैंडिडेट सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में शानदार जीत दर्ज की है। अब यह तय हो गया है कि असम के अगले सीएम सोनोवाल ही होंगे। उधर, तरुण गोगोई के नेतृत्व में कांग्रेस चौथी बार सरकार बनाने के इरादे से उतरी थी, लेकिन जनता जनार्दन की अदालत से कांग्रेस को मायूस होना पड़ा। आइए आपको बताते हैं वे ५ बड़े कारण जिनकी वजह से कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी और बीजेपी ने आखिरकार कमल खिला ही दिया
पत्राली चट्टोपाध्याय निभाएंगी 'क्या हाल मिस्टर पांचाल' में प्रेमा का किरदार प्रतिवाद.कॉम पत्राली चट्टोपाध्याय निभाएंगी 'क्या हाल मिस्टर पांचाल' में प्रेमा का किरदार भोपाल: प्रतिभाशाली और खूबसूरत अभिनेत्री पत्राली चट्टोपाध्याय 'क्या हाल मिस्टर पांचाल' में प्रेमा का किरदार निभाते हुए दिखेंगी. वह कई हिंदी टेलीविजन धारावाहिकों में महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए जानी जातीं हैं. इसके अलावा उन्होंने बंगाली और उड़िया फिल्मों में भी काम किया है. ताजा खबर ये है कि वे स्टार भारत पर प्रसारित हो रहे 'क्या हाल मिस्टर पांचाल' रीना अग्रवाल की जगह लेंगी. उन्होंने कोलकाता में एक एंकर के रूप में अपना करियर शुरू किया और इंडियन टेलीविजन इंडस्ट्री के लिए में अपना सफ़र तय किया. पत्राली चट्टोपाध्याय कुंती देवी की रोमांटिक और प्यारी बहू प्रेमा का रोल प्ले करेंगी. वह प्रेम का प्रतीक हैं और उनका किरदार अक्सर फ्रेंच में बोलता है. अपनी नई भूमिका के बारे में बताते हुए पत्राली कहती हैं, "मैं 'क्या हाल मिस्टर पांचाल' में प्रेमा की भूमिका में दिखूंगी. मैं पहली बार कोई हल्की-फुल्की कॉमेडी कर रही हूँ. इस भूमिका को लेकर मैं खुश हूँ. इस किरदार के लिए मुझे फ्रेंच में बात करनी होगी और मैं ये भाषा सीख रही हूँ. ये मेरे लिए सीखने और मेरे प्यारे दर्शकों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक शानदार अवसर है. मैं इतने गर्मजोशी वाले और एंटरटेनिंग स्टारकास्ट के साथ काम करने को लेकर बहुत खुश हूँ." 'क्या हाल मिस्टर पांचाल' सोमवार से शनिवार रात ८ बजे सिर्फ स्टार भारत पर पत्रली छत्तोपध्याय क्या हाल मिस्टर पांचाल इंडियन टेलीविजन इंडस्ट्री क्या हो यदि आप भविष्य देख पायें और उसे बदल भी पायें? २९३ 'दिल तो हैप्पी है जी' के साथ यह साल सचमुच हैप्पी होने वाला है ३४८ एक थी रानी एक था रावण ७६५ अनुष्का सेन निभाएंगी मणिकर्णिका का किरदार कलर्स के आगामी ९७१ अपने नए लुक के लिए शिल्पा शेट्टी ५८९ रणवीर सिंह- मैं 'राउडी राठौर' के समय से ही शक्ति का बहुत बड़ा फैन हूं! ८८४ टाइमलेस मोमेंट्स में एक साथ गुलजार और गजल आइकन, पंकज उधास ५९४ ऐश्वर्या के नये राज का खुलासा, भाभी की वजह से हुआ खुलासा ७८३ भोपाल की मदिराक्षी मुंडले स्टारप्लस के 'करणसंगिनी' में निभायेंगी द्रौपदी का किरदार ८८३१ उसकी नज़र से बचकर रहना.... आ रही है 'डायन' ९७७८ 'दिल है हिन्दुस्तानी' २- साथ हमारे ये सारा जहां गा रहा है! ९८६ पत्राली चट्टोपाध्याय निभाएंगी 'क्या हाल मिस्टर पांचाल' में प्रेमा का किरदार १९८३ गोल्ड कोस्ट में भारत की चमक १२२४१ कलर्स का सामाजिक नाटक उड़ान के विजयेंद्र कुमेरिया और विधी पंड्या झीलों की नगरी भोपाल आए २४०१ संगीत के साथ उठायें 'कुल्फी' का मजा! १३७२ 'साम दाम दंड भेद'में होगी राशुल टंडन की एंट्री १७०७ 'जय कन्हैया लाल की' में होगी कन्हैया और डॉली की शादी १७१५ फिल्म 'गुंडे' के प्रियंका चोपड़ा के लुक से प्रेरित है डॉली का वेडिंग लुक १६११ अयान ने किया आजाद पार्क का दौरा, लिया आशीर्वाद १६६७
राम रहीम केस: पंजाब-हरियाणा में खाली कराए २०० आश्रम, हिंसा की जांच सित को - नोटूचमे डेरा प्रमुख राम रहीम पर फैसले के बाद भड़की हिंसा पर हाईकोर्ट सख्ता रवैया अपनाए हुए है. पंजाब सरकार ने कोर्ट में जानकारी दी कि उन्होंने अब तक ८५ आश्रम खाली करवा लिए हैं. वहीं हरियाणा सरकार ने जानकारी दी कि उन्होंने १०३ नाम चर्चा घर खाली करवा लिए हैं और ये नाम चर्चा घर अब पुलिस की निगरानी में हैं. हाई कोर्ट ने सरकार के अफसरों की लापरहवाही पर भी सरकार से सवाल किए हैं. कोर्ट ने हरियाणा सरकार से पूछा है कि हिंसा भड़कने में अफसरों का कितना और क्या रोल रहा है इसकी जानकारी कोर्ट को दी जाए. सरकार की लापरवाही की जांच के लिए हाईकोर्ट ने तमाम फिर की जांच एक एसआईटी से करवाने के आदेश दिए हैं. वहीं हाईकोर्ट में एमेक्स क्यूरी और कुछ वकीलों ने ह्यूमन राइट्स का मुद्दा भी उठाया और कहा कि दंगा कर रहे लोगों के सिर, छाती और चेहरे पर गोली मारी गई हैं जबकि दंगा कर रहे लोगों को रोकने के लिए उनके पैरों को निशाना बनाया जा सकता था. हाई कोर्ट ने पंजाब-हरियाणा की तरफ से दिए गए मुआवजे की दावेदारी पर भी सुनवाई की और इन दावों की विस्तृत जानकारी के साथ हाईकोर्ट के पास जमा करने को कहा है. हाईकोर्ट ने हरियाणा पुलिस से भी पूछा कि अगर भविष्य में इस तरह से ऐसे ही भीड़ आ जाती है तो उस पर पुलिस क्या एक्शन ले सकती है. हाईकोर्ट ने साफ कर दिया कि डेरा सच्चा सौदा की कोई भी प्रॉपर्टी अटैच नहीं की गई है सिर्फ उस संपत्ति की जानकारी मांगी गई है. हाईकोर्ट ने ये भी साफ कर दिया कि हाईकोर्ट की तरफ से इस सुनवाई के दौरान किसी भी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है. प्रेवडोकलाम विवाद पर चीन की नहीं गई अकड़, भारत को दी सबक सीखने की नसीहत नेक्स्टदिन में ४ कप कॉफी पीने से दिल की बीमारी का खतरा होता है कम
रोगाणुरोधी विरोधी वायरस कोई संपर्क कॉन्टैक्लेस ईडीसी स्वच्छ उपकरण कुंजी श्रृंखला कोई टच पीतल हाथ नि: शुल्क दरवाजा सलामी बल्लेबाज चाबी का गुच्छा - बाय हाथ नि: शुल्क दरवाजा सलामी बल्लेबाज,दरवाजा सलामी बल्लेबाज चाबी का गुच्छा,पीतल दरवाजा सलामी बल्लेबाज प्रोडक्ट ऑन अलीबाबा.कॉम जिंक मिश्र धातु, पीतल, लोहे, जिंक मिश्र धातु, पीतल, चाबी का गुच्छा, हाथों से मुक्त, कोई टच, उपकरण, स्वच्छ हाथ, जिंक मिश्र धातु, पीतल, लोहे हाथ नि: शुल्क दरवाजा सलामी बल्लेबाज ईडीसी, कॉन्टैक्लेस, कोई संपर्क, वायरस, रोगाणुरोधी, टच नि: शुल्क, गैर-संपर्क स्टाइलस, संभाल, स्वच्छता, रोगाणु मुक्त, टूछलेस, जीवाणुरोधी, पोर्टेबल कीटाणुनाशक, प्लास्टिक, कीरिंग, घुंडी, तांबा, हुक, फिसलने, सुरक्षात्मक शून्य संपर्क, बोतल सलामी बल्लेबाज, लिफ्ट, वायरस संरक्षण, सुरक्षा, एक तरफ कस्टम पीतल दरवाजा सलामी बल्लेबाज स्टाइलस १००पस, एंटीवायरस, करबिनर, स्टील, ब्रांडेड, माइक्रोबियल धातु, स्वचालित, दरवाज़े, ढकेलनेवाला, व्यक्तिगत, वापस लेने योग्य, कीटाणुनाशक धातु हाथ नि: शुल्क दरवाजा सलामी बल्लेबाज दरवाजा सलामी बल्लेबाज चाबी का गुच्छा मात्रा(पीसेस) १ - ५० 5१ - १000 १00१ - ३००० >३००० अनुमानित समय (दिन) ८ ११ १५ मोल भाव करने के लिए जिंक मिश्र धातु/लोहा/पीतल, आदि मरने मारा/मरने के कास्टिंग/मुद्रांकन, नरम/हार्ड तामचीनी, लेजर उत्कीर्ण, आदि ऑप बैग, प्लास्टिक बॉक्स, कागज बॉक्स, पु बॉक्स, मखमल बॉक्स, लकड़ी के बॉक्स, आदि नमूना समय: ३-७ दिनों; अनुकूलित आदेश के बारे में ७-१५ दिनों टी/टी, पश्चिम संघ, पेपैल, अलीबाबा व्यापार आश्वासन डीएचएल, यूपीएस, फेडेक्स, टीएनटी;
- हाईअलर्ट के चलते पुलिस ने बरती सतर्कता - अमर उजाला हाईअलर्ट के चलते पुलिस ने बरती सतर्कता बदायूं। पुणे में हुए बम धमाके के बाद बुधवार की शाम प्रदेश में हाइअलर्ट घोषित कर दिया गया। इसके तहत दूसरे दिन बृहस्पतिवार को भी जिले में पुलिस सक्रिय रही। शहर के रोडवेज बस स्टैंड समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर चौकसी बरती गई। हालांकि रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने चेकिंग अभियान नहीं चलाया। वहां के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें मुख्यालय से ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है। बुधवार की रात से जिले की पुलिस ने रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड, होटलों और ढाबों की चेकिंग शुरू कर दी। बृहस्पतिवार को रक्षाबंधन होने की वजह से सतर्कता बढ़ा दी गई। इसके चलते पूरे दिन रोडवेज बस स्टैंड समेत शहर के विभिन्न चौराहों पर पुलिस तैनात रही। पुलिसकर्मियों ने संदिग्ध लोगों और उनके सामान की चेकिंग भी की। रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था नदारद दिखी। एसओ जीआरपी मानसिंह ने बताया कि उन्हें मुख्यालय से चेकिंग करने का कोई निर्देश नहीं मिला है।
भाजपा के संकल्प पत्र को अखिलेश ने बताया छल पत्र, बोले- काठ की हांड़ी बार-बार नहीं चढ़ती यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निकाय चुनाव के लिए जारी किए गए भाजपा के संकल्प पत्र को छल पत्र बताया है। सपा द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज में उन्होंने कहा है कि अभी आठ महीने पहले ही विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिसमें किया हुआ कोई भी वादा सरकार ने पूरा नहीं किया है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोगों को यह पता होना चाहिए कि काठ की हांड़ी बार-बार नहीं चढ़ती है। उन्होंने कहा, उनके तथाकथित संकल्पपत्र की न कोई विश्वसनीयता है और न इनकी साख बची है। भाजपा नेता अपनी जेबमें ओपियम की पुड़िया रखते हैं ताकि जनता को अपने झूठ से मदहोश कर सकें। प्रदेश के मतदाता भूले नहीं है कि ८ महीने पहले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने जो वादे किए थे उनमें से एक भी पूरा नहीं किया। भाजपा सरकार में हर तरफ अव्यवस्था और अराजकता फैली है। शहरों में गंदगी-कूड़े के ढ़ेर लगे हैं। बीमारियां फैल रही है। डेंगू से कितनी ही मौतें हो चुकी हैं गोरखपुर में सैकड़ो बच्चों की मौतें हो चुकी है।दवा और आक्सीजन के बगैर अस्पतालों में मौतें हो रही हैं। भाजपा राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है जबकि समाजवादी सरकार के समय अपराध की घटनाओं पर रोक लगी थी। आज दिन दहाड़े लूट अपहरण और बच्चियों तक से बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। लोग डरे-सहमें हैं। भाजपा का चाल चरित्र कपटपूर्ण अखिलेश बोले, केन्द्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारें हैं। इसके बावजूद गाजियाबाद, नोएडा, लखनऊ, धुंध और धुएं से ग्रस्त है। प्रदूषण का स्तर बढ़ जाने से लोगों की जान पर बन आई है। सांस लेना मुश्किल हो गया है। भाजपा का चाल चरित्र कपटपूर्ण है। वह ऐसी दुस्साहसिक पार्टी है जो सोचती है कि अपने छलबल से फिर लोगों को गुमराह कर देगी। लेकिन भाजपा नेताओं को जानना चाहिए कि। उनके झूठ और प्रपंच को जनता खूब पहचान गई है। इसे बर्दाश्त करने का उसका सब्र भी टूट गया है। भाजपा अब मतदाताओं की परीक्षा लेने का काम नहीं करे। जनता के सामने विकल्प है समाजवादी पार्टी जिसने जो वादा किया वह समय से पहले निभा दिया। समाजवादी सरकार का कार्यकाल बेदाग है और समाजवादी सरकार के नाम विकास के कई कीर्तिमान हैं। भाजपा जो कहती है, करती नहीं है। जबकि समाजवादी पार्टी की कथनी करनी में एकरूपता है। मतदाता समाजवादी पार्टी केप्रत्याशियों के पक्ष में निर्णय अवश्य करेंगे। अखिलेश ने ट्वीट कर चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की हार पर चुटकी ली। अखिलेश ने लिखा कि चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की हार, हवा के रूख को बता रही है। नोटबंदी और जीएसटी का सारा सच अब जनता को समझ आने लगा है। ये परिणाम जनता के मन में बीजेपी के प्रति बढ़ते अविश्वास और विरोध का प्रतीक है। बीजेपी की हार की हवा, अब गुजरात तक भी जाएगी।
ओवरलोडिंग रोकने के लिए ई-चालानिंग से परिवहन विभाग के साथ प्रशासन के अन्य विभाग जुड़ेंगे चण्डीगढ़ - हरियाणा सरकार द्वारा वाहनों की ओवरलोडिंग रोकने के लिए ई-चालानिंग के माध्यम से परिवहन विभाग के साथ प्रशासन के अन्य विभागों को जोडऩे का निर्णय लिया गया है। एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अब उपायुक्त द्वारा जिला स्तर पर अन्य विभागों के अधिकारियों को भी ओवरलोड भारी वाहनों के चालान के लिए अधिकृत किया जायेगा। इसके लिए प्रमुख स्थानों पर ई-चालान पोस्ट स्थापित होंगी जिनपर भारी वाहनों में लगे सामान की जांच के लिए भार तोलने हेतू कांटे भी लगाए जायेंगे। उन्होंने कहा कि ई-चालानिंग के लिए मनोनीत अधिकारियों के मोबाईल पर ई-चालान एप डाउनलोड किया जायेगा और सम्बन्धित अधिकारी को उसका यूजर नेम और पासवर्ड दिया जायेगा। अधिकारी चालानिंग पोस्ट पर वाहनों के भार का निरीक्षण करेंगे और अधिकृत मात्रा से ज्यादा भार लोड होने पर न केवल ई-चालानिंग से मौके पर ही चालान की राशि और जुर्माना राशि वसूल की जायेगी बल्कि वाहन में लोड किए गये क्षमता से अधिक भार को भी उतरवाया जायेगा। ई-चालान एप के संचालन के बारे में सभी अधिकारियों को जानकारी दी गई और आरम्भ में इन पोस्टों पर ऐसे अधिकारियों के सहयोग के लिए परिवहन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी तैनात किए जायेंगे। चालान की गई राशि का भुगतान वाहन चालक मौके पर ही कर सकता है। इसके अलावा क्षमता से अधिक भार मिलने पर चालान और जुर्मान के साथ-साथ वाहन को जब्त भी किया जायेगा। ई-चालानिंग के लिए आज अंबाला में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जिला के सभी कार्यालयों के अधिकारियों, अधीक्षक और उप अधीक्षक स्तर के कर्मियों को ई-चालानिंग का प्रशिक्षण दिया गया। स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) नामक नया कार्यक्रम गुरुग्राम से होगा शुरू स्वीकृत पदों पर आउटसोर्सिंग पॉलिसी भाग-२ के तहत सक्षम युवाओं को प्राथमिकता देगी प्रदेश सरकार
शिकारी स्टील पेड़ सीढ़ी उच्च सीट हिरण शिकार पेड़ खड़े - बाय पेड़ खड़े,हिरण शिकार पेड़ खड़े,शिकार पेड़ खड़े प्रोडक्ट ऑन अलीबाबा.कॉम शिकारी स्टील पेड़ सीढ़ी उच्च सीट हिरण शिकार पेड़ खड़े हिरण शिकार पेड़ खड़े शिकारी पेड़ सीढ़ी उच्च सीट शिकार पेड़ खड़ा है शिकार पेड़ खड़ा है/शिकारी पेड़ सीढ़ी उच्च सीट एक बुलबुला बैग में १ प्क, ५ पस एक मास्टर दफ़्ती में शायद सबसे अच्छा व्यावसायिक रूप से उपलब्ध एकल उच्च सीट बाजार पर आज. पेड़ों पर माउंट करने के लिए बहुत आसान और पाउडर से बना-लेपित उच्च गुणवत्ता वाले स्टील जंग से बचने के लिए भी अगर छोड़ दिया बाहर सभी वर्ष है। स्टैंड अरम्रेस्ट एक व्यावहारिक शूटिंग गार्ड पर मुहिम शुरू की है। शैली नाम शिकारी स्टील पेड़ सीढ़ी उच्च सीट हिरण शिकार पेड़ खड़े शैली सं # हा०४७मे२ सामग्री शक्ति-लेपित इस्पात ऊंचाई ३.५ म मानक वजन २९ क्ग मैक्स। वजन १३६ क्ग १).बहुत पेड़ों पर माउंट करने के लिए आसान २). एमएडीई पाउडर लेपित उच्च गुणवत्ता वाले स्टील जंग से बचने के लिए ३).स्टैंड पर एक व्यावहारिक शूटिंग गार्ड घुड़सवार अरम्रेस्ट ४. उत्पाद विस्तार तस्वीरें मानक पैकिंग १ प्क/बुलबुला बैग, ५ पस मास्टर दफ़्ती प्रति अनुकूलित पैकिंग ग्राहक की आवश्यकता के अनुसार: हंगदाग, बर्द्कोड, भीतरी बॉक्स, आदि शिपिंग रास्ता १) एफसीएल-पूर्ण कंटेनर लोड हो रहा है २) लैल-कम कंटेनर लोड हो रहा है ३) एक्सप्रेस/कूरियर: डीएचएल, यूपीएस, फेडेक्स, टीएनटी, ईएमएस, आदि अधिक इसी तरह के उत्पादों के लिए निम्न चित्र पर क्लिक करें. बहुत धन्यवाद!
इंड व्स न्ज़: इंडिया ने तीसरा वनडे जीत के साथ ही सीरीज पर कब्जा किया, रचा इतिहास - संदेश ! यू अरे हेरे: होम / खेल / देश / इंड व्स न्ज़: इंडिया ने तीसरा वनडे जीत के साथ ही सीरीज पर कब्जा किया, रचा इतिहास इंड व्स न्ज़: इंडिया ने तीसरा वनडे जीत के साथ ही सीरीज पर कब्जा किया, रचा इतिहास रेवीव्द बाय एडमिन ऑन जान्वरी २८, २०१९ . नई दिल्ली: इंडिया और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गये वनडे सीरीज़ के तीसरे मैच को टीम इंडिया ने सात विकेट से जीत विराट सेना ने वनडे सीरीज़ अपने नाम कर ली है. पांच मैचों की वनडे सीरीज़ में इंडिया ने ३-० की बढ़त बना ली है. इंडिया इस मैच को जीतने के साथ ही 1० [] नई दिल्ली: इंडिया और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गये वनडे सीरीज़ के तीसरे मैच को टीम इंडिया ने सात विकेट से जीत विराट सेना ने वनडे सीरीज़ अपने नाम कर ली है. पांच मैचों की वनडे सीरीज़ में इंडिया ने ३-० की बढ़त बना ली है. इंडिया इस मैच को जीतने के साथ ही 1० साल बाद न्यूज़ीलैंड की धरती पर वनडे सीरीज़ अपने नाम कर ली है. ये दूसरा मौका है जब इंडिया ने न्यूज़ीलैंड में वनडे सीरीज़ जीती है. इंडिया ने सीरीज़ के पहले तीनों मैच जीतकर इतिहास रच दिया. तीसरे वनडे मैच में न्यूज़ीलैंड ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया. कीवी टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए ४९ ओवर में १० विकेट खोकर २४३ रन बनाये. न्यूज़ीलैंड की ओर से रॉस टेलर ने ९३ और टॉम लाथम ने ५१ रन की पारी खेली. इंडिया के लिए मोहम्मद शमी ने तीन विकेट,चहल, कुलदीप और पांड्या ने दो-दो विकेट लिये. इंडियन टीम २४४ रन का पीछा करने उतरी. शिखर धवन २८ रन बनाकर आउट हो गये. इसके बाद कैप्टन कोहली और उप कप्तान रोहित शर्मा ने मिलकर रनों को आगे बढ़ाया. रोहित और कोहली दोनों ने ही हाफ सेंच्युयरी बनायी. रोहित ६२ और कोहली ६० रन बनाकर आउट हो गये. इन दोनों के विकेट गिरने के बाद अंबाती रायुडू और दिनेश कार्तिक ने बेहतरीन पार्टनरशीप करते हुए इंडिया को जीत दिला दी. रायुडू ४० और कार्तिक ३८ रन बनाकर नट आउट रहे. न्यूज़ीलैंड की तरफ से बोल्ट ने दो विकेट व मिचेल सेंटनर ने एक विकेट लिया. धनबाद: बहुचर्चित हत्याकांड नीरज मर्डर केस का ट्रायल व गवाही शुरु जान्वरी २८, २०१९ / बाय एडमिन रांची: बीएसपी म्ला कुशवाहा शिवपूजन से फोन कर रंगदारी मांगी, मिली जान से मारने की धमकी जान्वरी २८, २०१९ / बाय एडमिन
३ अप्रैल, २०२०|१२:1३|इस्ट ..और मंत्रीजी निकल पड़े अभियान पर राज्यपाल आरएल भाटिया ने झंडी दिखाई और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे बिहार को निर्मल राज्य बनाने के अभियान पर निकल पड़े। रविवार को बिहार ग्राम गौरव यात्रा के रथ पर सवार मंत्रीजी... कूड़ा उठायेंगे मोबाइलमैन मोबाइलमैन उठायेंगे पटना का कूड़ा। फोन पर उपलब्ध रहेंगे प्लम्बर और मैकेनिक। पटनावासियों को राज्य सरकार का यह नया साल का तोहफा है। २ जनवरी से फोन पर ही जनता की समस्याएं सुलझाने का इंतजाम किया गया है।... महिला आरक्षण का मतलब भारतीय जनता पार्टी अगले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर टॉप गियर में आ गई है। संगठन में महिलाआें के लिए तैंतीस प्रतिशत सीटों का आरक्षण इसी रफ्तार में किया गया फैसला है। ऐसी ही घोषणा कांग्रेस कई बरस पहले... ाश मेरे पिता आज इस दुनिया में होते। मैं अपने इस शतक को अपने पिता को समर्पित करता हूं। साथ ही मैं धन्यवाद देता ही अपनी पत्नी आरती का, जो मेरे हर दुखदर्द में मेरा साथ देती है। आज भी वह मेरे साथ... बाढ़ का मुद्दा सब पर भारी लोकसभा चुनाव में वैसे तो मुद्दों की बाढ़ रहेगी लेकिन कोसी की विध्वंसकारी बाढ़ सब मुद्दों पर भारी पड़ेगी। यह मुद्दा अभी भी ज्वलंत बना हुआ है क्योंकि कोसी के विध्वंसक प्रभाव का असर पूरी तरह से समाप्त... चंचलता मन का स्वभाव है, क्योंकि यह प्रकृति प्रदत्त है। चंचलता का उद्गम स्फूरणा है। स्फूरता में लिप्तता होने से वह संकल्प में बदल जाती है। संकल्प लिप्तता ही कामना है। यह कामनाएं ही हैं जो बंधनकारक...
हाईस्कूल पास के लिए द्रेडो में नौकरी का सुनहरा मौका, आज अंतिम दिन नव दिल्ली. हाई स्कूल पास करने के बाद ही सरकारी नौकरी मिल जाए तो करियर संवरते देर नहीं लगी। आज के समय में हर अभ्यर्थी यही चाहता है कि कहीं सरकारी नौकरी पढ़ाई करते करते ही लग जाए तो आगे बढ़ने का सुनहरा मौका उनके पास रहेगा। ऐसे में उन अभ्यर्थियों के लिए खुशी भरी खबर है, जो १०वीं की परीक्षा पास कर चुके हैं। हाईस्कूल पास अभ्यर्थियों के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (द्रेडो) ने तकनीशियन ए के कुल ३५१ पदों पर आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह भी पढ़ें... ऐमा मत का रिजल्ट जारी, यहां देखें परिणाम उक्त पदों पर जो भी अभ्यर्थी आवेदन करना चाहते हों, वह द्रेडो की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अधिसूचना को ध्यान पूर्व पढ़ें। अभ्यर्थी अंतिम तिथि २६ जून आवेदन भर दें। बता दें कि तकनीशियन ए ३५१ पदों पर भर्तियां होनी है। ऐसे में हाईस्कूल पास कर चुके अभ्यर्थियों के पास यहां नौकरी करने का अच्छा मौका है। बताते चलें कि अभ्यर्थियों की शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल की परीक्षा डिग्री/डिप्लोमा किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड, संस्थान से होनी चाहिए। पदों के अनुसार डिग्री अलग अलग निर्धारित की गई है। आवेदन करने के इच्छुक अभ्यर्थियों की न्यूनतम आयु १८ और अधिकतम २८ वर्ष निर्धारित है। बता दें कि पदों का वेतन मान २८ हजार रुपए है। अभ्यर्थियों का चयन कट और ट्रेड टेस्ट पर आधारित होगा। प्रेवियस न्यूजजनसुविधा केन्द्रों पर भी आधार से जोड़े जाएंगे राशन कार्ड नेक्स्ट न्यूस्कक की बैठक में राहुल का फूटा गुस्सा, हार के लिए इन दिग्गज नेताओं को ठहराया जिम्मेदार हाई स्कूल पास द्रेडो की आधिकारिक वेबसाइट
२ का २ पृष्ठ, पोस्टग्रॅजुयेट पाठ्यक्रम या एग्ज़िक्युटिव पाठ्यक्रम युनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका , डलास २0२0 २ का २ पृष्ठ, पोस्टग्रॅजुयेट पाठ्यक्रम या एग्ज़िक्युटिव पाठ्यक्रम युनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका , डलास विषय १६-२९ (बाहर से २९). विषय युनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका , डलास. सारी जानकारी प्राप्त करे यहां स्कूल के बारे मे,सम्पर्क करे प्रवेश कार्यलय ३ बट्म मे. एसक्यूएल, एक्सेल, और कमाना के माध्यम से डेटा संचालित अंतर्दृष्टि को पेश करने और संवाद करने के लिए जानें डेटा विज़ुअलाइज़ेशन और डैशबोर्ड बनाएं ... + एसक्यूएल, एक्सेल, और कमाना के माध्यम से डेटा संचालित अंतर्दृष्टि को पेश करने और संवाद करने के लिए जानें डेटा विज़ुअलाइज़ेशन और डैशबोर्ड बनाएं - लीन पध्दती के माध्यम से अपने जीवन चक्र के माध्यम से किसी उत्पाद को मार्गदर्शन करें, जो उपयोगकर्ता की जरूरतों को पूरा करने के लिए व्यावहारिक, बाजार-तैयार उत्पादों को उपलब्ध करा ... + लीन पध्दती के माध्यम से अपने जीवन चक्र के माध्यम से किसी उत्पाद को मार्गदर्शन करें, जो उपयोगकर्ता की जरूरतों को पूरा करने के लिए व्यावहारिक, बाजार-तैयार उत्पादों को उपलब्ध कराता है। - लोकप्रिय और शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषा जावास्क्रिप्ट के साथ गतिशील, इंटरैक्टिव उपयोगकर्ता अनुभव बनाएँ। ... + लोकप्रिय और शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषा जावास्क्रिप्ट के साथ गतिशील, इंटरैक्टिव उपयोगकर्ता अनुभव बनाएँ। - उपयोगकर्ता अनुभव डिजाइन सर्किट कोर्स चलने वाले डिजाइन प्रक्रिया को जानें और क्लिक करने योग्य प्रोटोटाइप बनाएं जो उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करता है। ... + चलने वाले डिजाइन प्रक्रिया को जानें और क्लिक करने योग्य प्रोटोटाइप बनाएं जो उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करता है। - डिजिटल मार्केटिंग सर्किट कोर्स डिजिटल मार्केटिंग के रस्सियों को जानें: मास्टर अधिग्रहण, रूपांतरण, और अनुकूलन ... + डिजिटल मार्केटिंग के रस्सियों को जानें: मास्टर अधिग्रहण, रूपांतरण, और अनुकूलन - डेटा विश्लेषण सर्किट कोर्स स्क्ल, एक्सेल, और विज़ुअलाइज़ेशन के साथ डेटा के माध्यम से कहानियां इकट्ठा, विश्लेषण करें और बताएं। ... + स्क्ल, एक्सेल, और विज़ुअलाइज़ेशन के साथ डेटा के माध्यम से कहानियां इकट्ठा, विश्लेषण करें और बताएं। - गतिशील बिक्री प्रबंधक की नई भूमिका इस संगोष्ठी में, आप कैसे प्रभावी रूप से प्राथमिकता करने के लिए जानने के लिए, दोनों ग्राहक और विक्रेता वफादारी अधिकतम जाएगा, और आपके बिक्री टीम के प्रत्येक सदस्य से वांछित बिक् ... + इस संगोष्ठी में, आप कैसे प्रभावी रूप से प्राथमिकता करने के लिए जानने के लिए, दोनों ग्राहक और विक्रेता वफादारी अधिकतम जाएगा, और आपके बिक्री टीम के प्रत्येक सदस्य से वांछित बिक्री परिणाम उत्पन्न करते हैं. - मूल्य पर बेचना (और मूल्य पर नहीं) इस संगोष्ठी के लिए एक कीमत पर प्रतिस्पर्धा विकल्प प्रस्तुत करता है - यह आपकी मदद करेगा एक रूपरेखा है कि पहचान और बिक्री प्रक्रिया के दौरान मूल्य बिक्री पर ध्यान केंद्रित बनाएँ ... + इस संगोष्ठी के लिए एक कीमत पर प्रतिस्पर्धा विकल्प प्रस्तुत करता है - यह आपकी मदद करेगा एक रूपरेखा है कि पहचान और बिक्री प्रक्रिया के दौरान मूल्य बिक्री पर ध्यान केंद्रित बनाएँ. - लोगों के माध्यम से प्रतिस्पर्धा: संवर्धित प्रदर्शन के लिए अग्रणी कार्यक्रम प्रदान करता है अवधारणाओं और उपकरणों के प्रबंधन के लोगों के साथ गुरु. प्रबंधन तकनीकों में एक ठोस आधार प्रदान कर - यह नई प्रबंधकों और पर्यवेक्षकों के रूप में प्रबंधन म ... + कार्यक्रम प्रदान करता है अवधारणाओं और उपकरणों के प्रबंधन के लोगों के साथ गुरु. प्रबंधन तकनीकों में एक ठोस आधार प्रदान कर - यह नई प्रबंधकों और पर्यवेक्षकों के रूप में प्रबंधन में स्थानांतरित कर उन लोगों के लिए भी आदर्श है. - व्यावसायिक और निजी प्रभावशीलता का विकास व्यावसायिक और निजी प्रभावशीलता का विकास करने में मदद व्यस्त प्रबंधकों दोनों पेशेवर और व्यक्तिगत प्रभाव को बेहतर बनाने के लिए अधिक से अधिक दूरदृष्टि और नेतृत्व कौशल के साथ बनाय ... + व्यावसायिक और निजी प्रभावशीलता का विकास करने में मदद व्यस्त प्रबंधकों दोनों पेशेवर और व्यक्तिगत प्रभाव को बेहतर बनाने के लिए अधिक से अधिक दूरदृष्टि और नेतृत्व कौशल के साथ बनाया गया है. -
सितारे की परम्परा से फला-फूला है बॉलीवुड : ज़ोया फिल्म निर्देशक ज़ोया अख्तर का मानना है कि बॉलीवुड में सितारों की परम्परा ने उसे विश्व सिनेमा में पहचान दिलाई है। ज़ोया ने कहा कि सितारों की परम्परा काफी महत्वपूर्ण है। अगर आप विश्व भर के सिनेमा को देखें, बॉलीवुड, हॉलीवुड और चीन इन तीनों में सितारों की परम्परा है। अन्य सिनेमा उद्योग जैसे यूरोप और अन्य देशों में सितारे नहीं है और उनका उद्योग जगत मरणासन्न स्थिति में है। रितिक रोशन, अभय देओल और फरहान अख्तर की फिल्म का निर्देशन कर चुकीं ज़ोया ने कहा कि भारत हॉलीवुड के सामने टिका हुआ है क्योंकि हमारे पास अपनी भाषा है, अपनी शैली है, और हमारे दर्शक शाहरुख खान को देखना पसंद करेंगे न कि टॉम क्रूज को। ४० वर्षीय ज़ोया ने कहा कि हमारी सितारों की परम्परा ने सिनेमा उद्योग को बढ़ाया है। इसलिए मेरे दिल में इसके लिए काफी इज्जत है और मैं इसे समझती हूं। यह पूछने पर कि उनके मुताबिक फिल्म स्टार कौन है, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वे सितारे कहलाते हैं क्योंकि फिल्म कौन सी है यह फर्क नहीं पड़ता, इसे अच्छी शुरुआत मिलती है। ...इसलिए आप उनके साथ बहुत सारी फिल्में नहीं बना सकते क्योंकि वे प्रयोग नहीं करना चाहते। वे सुरक्षा चाहते हैं और यही समस्या है। ज़ोया का कहना है कि इस मामले में अभिनेता आमिर खान बिल्कुल अलग हैं जिसके साथ उन्होंने फिल्म तलाश के लिए काम किया है। जोया ने रीमा कागती निदेर्शित इस फिल्म का सह-लेखन किया है। कवि और गीतकार जावेद अख्तर और पटकथा लेखक हनी ईरानी की बेटी जोया ने लक बाय चांस, और जिंदगी न मिलेगी दोबारा का निर्देशन करने के साथ-साथ इसकी कहानी भी लिखी है। लाइव हिन्दुस्तान पर खबरें देखने के लिए कृपया ब्राउज़र की विज्ञापन अवरोधक स्क्रिप्ट(अध ब्लॉकर) को बंद करें और अपना वेब पेज रिफ्रेश करें, या साइट को किसी दूसरे ब्राउज़र में देखें ।
सूत्रों के अनुसार जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल को आव्रजन अधिकारियों ने शनिवार को मुंबई हवाई अड्डे पर विदेश यात्रा करने से रोक दिया। मुंबई। सूत्रों के अनुसार जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल को आव्रजन अधिकारियों ने शनिवार को मुंबई हवाई अड्डे पर विदेश यात्रा करने से रोक दिया। सूत्रों की मानें तो गोयल और उनकी पत्नी दुबई जाने वाली एमिरेट्स की उड़ान संख्या ईके ५०७ में यात्रा करने वाले थे। आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें उड़ान की इजाजत देने से इनकार कर दिया। यही नहीं , अनीता गोयल का सामान भी विमान से उतार दिया गया। उड़ान दोपहर तीन बजकर ३५ मिनट पर रवाना होनी थी। नरेश गोयल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वहीं , एमिरेट्स की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। पिछले महीने जेट एयरवेज के अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के अध्यक्ष किरण पावसकर ने मुंबई पुलिस आयुक्त को चिट्ठी लिखी थी। कई महीनों से कर्मचारियों का वेतन नहीं देने के लिए गोयल , अन्य निदेशकों और जेट एयरवेज प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों के पासपोर्ट जब्त करने को कहा था। नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल ने मार्च में जेट एयरवेज के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया था। नरेश गोयल ने २६ साल पहले जेट एयरवेज की स्थापना की थी।
२७६ केंद्रों पर २२३२६७ मतदाता करेंगे मताधिकार का उपयोग खर्गोन न्यूज - लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की तैयारियां पूरी भास्कर संवाददाता | भीकनगांव खंडवा लोकसभा क्षेत्रांतर्गत इस... लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की तैयारियां पूरी भास्कर संवाददाता | भीकनगांव खंडवा लोकसभा क्षेत्रांतर्गत इस विधानसभा में रविवार को होने वाले मतदान को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। भीकनगांव तहसील में १ से ११7 व झिरन्या तहसील में ११8 से २७६ तक मतदान केंद्र बनाए गए है। २७६ केंद्रों पर २२३२६७ मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। निर्वाचन से जुड़े फिरोज मोहम्मद शेख ने बताया क्षेत्र के 5१ संवेदनशील व २ अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर व्यापक तैयारी की गई है। विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम १50 मतदाता सोनूद व सबसे अधिक १२6१ मतदाता ढसलगांव केंद्र पर है। मतदान दलों को बूथ तक पहुंचाने व लाने की तैयारियां पूरी कर ली गई है। सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी पहुंच चुका है। एसडीएम व एसपी मंडराह व तहसीलदार सीएस हुड्डा लगातार मानीटरिंग कर रहे हैं। एसडीएम ने बताया मतदान की तैयारी के साथ बूथों पर आवश्यक सुविधाएं जुटाई है। मतदाता भयमुक्त होकर शांतिपूर्ण तरीके से मताधिकार का उपयोग करें। पीले चावल रख मतदान का आमंत्रण रविवार को होने वाले मतदान को लेकर विभिन्न संगठन जागरूकता अभियान चला रहे है। कहीं पोस्टर-बैनर तो कहीं पीले रखकर मतदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। शुक्रवार को भी संगठन पदाधिकारी गांवों व फाल्यों तक पहुंचे। बिना प्रलोभन के मतदान करने व प्रलोभन देने वालों की शिकायत पुलिस से करने की बात कही।
देश में चपरासी की नियुक्ति के लिए भी सिस्टम बना हुआ है, लेकिन जजों की नियुक्ति में भाई-भतीजावाद और बंदरबांट होती है. सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति पर विवाद सुप्रीम कोर्ट में कुल ३१ जजों का प्रावधान है, जिनमें पांच पद अभी खाली हैं. सुप्रीम कोर्ट के पांच वरिष्ठतम जजों के कॉलेजियम ने पिछले १२ दिसंबर को राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रदीप नन्दराजोग और दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस राजेन्द्र मेनन को प्रमोट करने का फैसला लिया. जस्टिस लोकुर के रिटायर होने के बाद नए साल में जस्टिस अरुण मिश्रा कॉलेजियम में शामिल हो गए. चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में कॉलेजियम ने ६ जनवरी को फिर मीटिंग कर कनार्टक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और दिल्ली हाईकोर्ट के जज संजीव खन्ना को सुप्रीम कोर्ट जज बनाने का फैसला लिया. जस्टिस माहेश्वरी वरिष्ठतम हैं, परंतु पूर्व में जस्टिस चेलमेश्वर ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिन्हें दरकिनार उन्हें सुप्रीम कोर्ट में लाने की राजनीति हो रही है. दूसरी ओर, कम उम्र वाले जस्टिस संजीव खन्ना यदि सुप्रीम कोर्ट जज बने, तो वह अगले चीफ जस्टिस हो सकते हैं, जिस वजह से उनके नाम पर विशेष बहस है. ३२ जजों की सीनियॉरिटी को दरकिनार कर जस्टिस संजीव खन्ना को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाए जाने पर न्यायिक जगत में अनेक सवाल खड़े हो रहे हैं. आपातकाल का दोहराव जस्टिस संजीव खन्ना के चाचा जस्टिस एचआर खन्ना को दरकिनार कर श्रीमती इंदिरा गांधी ने जस्टिस एमएच बेग को १९७७ में सुप्रीम कोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया था. आपातकाल की ज्यादतियों के साथ न्यायपालिका की घटनाओं को गैर-कांग्रेसी नेताओं द्वारा लोकतंत्र के लिए कलंक बताया जाता है. अब सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस आरएम लोढा, दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व जज कैलाश गंभीर और एडवोकेट प्रशांत भूषण ने जजों की प्रस्तावित नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं. सवाल यह है कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस मास्टर ऑफ रोस्टर होने के साथ क्या मास्टर ऑफ कॉलेजियम भी हैं? जजों द्वारा जजों की नियुक्ति का दागदार कॉलेजियम सिस्टम देश में चपरासी की नियुक्ति के लिए भी सिस्टम बना हुआ है, लेकिन जजों की नियुक्ति में भाई-भतीजावाद और बंदरबांट होती है. जजों की नियुक्ति के लिए आयोग (न्जैक) के कानून को सन् २०१५ में रद्द करते हुए सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने कॉलेजियम सिस्टम को दागदार बताया. जस्टिस कुरियन जोसेफ ने कॉलेजियम सिस्टम में सुधार के लिए ग्लासनोस्त, यानी खुलापन और पेरेस्त्रोइका, यानी पुनर्निर्माण की बात कही थी. मेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर, यानी मॉप पर अभी तक बदलाव हुए नहीं और चार साल में सुधार की बजाय स्थिति और बदतर हो गई है. क्बी की तर्ज पर सुप्रीम कोर्ट में बढ़ती राजनीति चुनावी साल में क्बी पर नियंत्रण के लिए घमासान मचा है, जिसके निराकरण में सुप्रीम कोर्ट पूर्णतः विफल रही है. सुप्रीम कोर्ट ने न्यायिक फैसले से पूर्व जज जस्टिस पटनायक को आलोक वर्मा के खिलाफ क्व्क जांच सुपरवाइज़ करने के लिए अधिकृत किया था. आलोक वर्मा के खिलाफ राकेश अस्थाना द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों को जस्टिस पटनायक ने बहुत प्रामाणिक नहीं माना. दूसरी ओर, जस्टिस एके सीकरी ने उच्चस्तरीय नियुक्ति समिति में प्म नरेंद्र मोदी के साथ बहुमत से आलोक वर्मा को हटाने का आदेश पारित कर दिया. विपक्ष में रहते हुए अरुण जेटली ने जजों द्वारा रिटायरमेंट के बाद पद हासिल करने पर आपत्ति की थी. जस्टिस सीकरी के मामले पर विवाद होने पर अब सरकार या सुप्रीम कोर्ट इस बारे में कठोर नियम क्यो नहीं बनाती? क्बी और सुप्रीम कोर्ट के दंगल से संवैधानिक संकट देश में नेताओं और अफसरों के भ्रष्टाचार की जांच के लिए क्बी का ही सहारा है. भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद क्बी से आलोक वर्मा की विदाई कर दी गई है, जबकि दो पूर्व डायरेक्टर भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं. इससे ज़ाहिर है कि क्बी चीफ की नियुक्ति के लिए बनाई गई विशेष समिति का सिस्टम पूरे तौर पर विफल हो गया है. आलोक वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच करने वाले केंद्रीय सर्तकता आयुक्त (क्व्क) पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं, तो जांच कैसे होगी? क्बी को स्वायत्त बनाने की बजाय पिंजरे का तोता बनाए रखने की जद्दोजहद से पारदर्शिता और जवाबदेही कैसे आएगी? सरकार और क्बी विफल हो जाएं, तो लोगों को सुप्रीम कोर्ट का आसरा है. राजनेताओं के हस्तक्षेप के बढ़ते दौर में जजों में मचे दंगल से जनता का अदालतों पर भरोसा कम हो रहा है. यह कानून के शासन पर ब्रेक के साथ लोकतंत्र के लिए भी खतरे की घंटी है.
इंड व्स वी: विराट ने छुआ एक और मील का पत्थर बनाया ये रिकॉर्ड, बस सचिन हैं कोहली से आगे ओनली न्यूज २४ नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए पांचवें वनडे में भारत ने कैरेबियाई टीम को ९ विकेट से हराकर सीरीज ३-१ से अपने नाम कर ली। विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने स्वदेश में एक और सीरीज अपने नाम कर ली। विराट का इस सीरीज में प्रदर्शन शानदार रहा है। कोहली के बल्ले से शानदार शतक निकले हैं। कोहली ने जीत के साथ ही एक रिकॉर्ड और अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही भारतीय कप्तान ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। कोहली इस वनडे सीरीज के मैन ऑफ सीरीज रहे और वनडे क्रिकेट में अपने सातवें मैन ऑफ द सीरीज खिताब जीतकर वह सौरव गांगुली और युवराज सिंह ने बराबर आ गए हैं। इस लिस्ट में सचिन तेंदुलकर शीर्ष पर हैं। इस सीरीज में कप्तान कोहली का बल्ला जमकर बोला उन्होंने सर्वाधिक ४५३ रन बनाए। कोहली ने अपने करियर में वनडे में अभी तक सात मैन ऑफ द सीरीज खिताब अपने नाम कर लिया है और वह इसके साथ युवराज और गांगुली के साथ साथ विवियन रिचर्ड्स , रिकी पोटिंग, हाशिम अमला के भी बराबर आ गए हैं। कोहली से आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर, सनथ जयसूर्या और शॉन पोलॉक हैं। इन्होंने क्रमश १५, ११ और ९ मैन ऑफ द सीरीज अपने नाम की है। बता दें कि भारतीय टीम ने पांचवें वनडे में वेस्टइंडीज को ३१.५ ओवर में कुल १०४ रन पर ही समेट दिया। इस दौरान वेस्टइंडीज के आठ बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। जडेजा के अलावा बुमराह और खलील अहमद ने २-२ विकेट लिए जबकि भुवनेश्वर कुमार और कुलदीप यादव ने १-१ विकेट लिया। जवाब में उतरे भारतीय बल्लेबाजों ने धवन (६) के रूप में पहला विकट गंवाकर रोहित शर्मा (नाबाद ६३) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद ३३) ने १4.५ ओवर में आसान लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत ने इस सीरीज पर ३-१से कब्जा जमा लिया। फिलहाल टीम की नजरें होने वाले तीन टी२0 मैच वाली सीरीज पर है। खसरा रुबेला टीकाकरण जागरुकता को मिला देवबंदी उलेमा का साथ क्या ये है प्म का फेवरिट पोज़, देखकर कर हंस पड़ेंगे आप यूपी: डीजीपी ने दिये सख्त आदेश, त्योहारों के समय चूक हुई तो नपेंगे पुलिस कप्तान
सीलवा हाथी -जातक कथा ओडाके (ओड़िआकी) कभी हिमालय के घने वनों में एक हाथी रहता था। उसका शरीर चांदी की तरह चमकीला और सफेद था। उसकी आँखें हीरे की तरह चमकदार थीं। उसकी सूंड सुहागा लगे सोने के समान कांतिमय थी। उसके चारों पैर तो मानो लाख के बने हुए थे। वह अस्सी हज़ार गजों का राजा भी था। वन में विचरण करते हुए एक दिन सीलवा ने एक व्यक्ति को विलाप करते हुए देखा। उसकी भंगिमाओं से यह स्पष्ट था कि वह उस निर्जन वन में अपना मार्ग भूल बैठा था । सीलवा को उस व्यक्ति की दशा पर दया आयी। वह उसकी सहायता के लिए आगे बढ़ा । मगर व्यक्ति ने समझा कि हाथी उसे मारने आ रहा था। अत: वह दौड़कर भागने लगा। उसके भय को दूर करने के उद्देश्य से सीलवा बड़ी शालीनता से अपने स्थान पर खड़ा हो गया, जिससे भागता आदमी भी थम गया। सीलवा ने ज्योंही पैर फिर आगे बढ़ाया वह आदमी फिर भाग खड़ा हुआ और जैसे ही सीलवा ने अपने पैर रोके वह आदमी भी रुक गया तीन बार जब सीलवा ने अपने उपक्रम को वैसे ही दो हराया तो भागते आदमी का भय भी भाग गया। वह समझ गया कि सीलवा कोई खतरनाक हाथी नहीं था। तब वह आदमी निर्भीक हो कर अपने स्थान पर स्थिर हो गया। सीलवा ने तब उसके पास पहुँचा कर उसकी सहायता का प्रस्ताव रखा। आदमी ने तत्काल उसके प्रस्ताव को स्वीकार किया। सीलवा ने उसे तब अपनी सूँड के उठाकर पीठ पर बिठा लिया और अपने निवास-स्थान पर ले जाकर नानाप्रकार के फलों से उसकी आवभगत की। अंतत: जब उस आदमी की भूख-प्यास का निवारण हो गया तो सीलवा ने उसे पुन: अपनी पीठ पर बिठा कर उस निर्जन वन के बाहर उसकी बस्ती के करीब लाकर छोड़ दिया। वह आदमी लोभी और कृतघ्न था। तत्काल ही वह एक शहर के बाज़ार में एक बड़े व्यापारी से हाथी दाँत का सौदा कर आया। कुछ ही दिनों में वह आरी आदि औजार और रास्ते के लिए समुचित भोजन का प्रबन्ध कर सीलवा के निवास स्थान को प्रस्थान कर गया। जब वह व्यक्ति से सीलवा के सामने पहँचा तो सीलवा ने उससे उसके पुनरागमन का उद्देश्य पूछा। उस व्यक्ति ने तब अपनी निर्धनता दूर करने के लिए उसके दाँतों की याचना की। उन दिनों सीलवा दान-पारमी होने की साधना कर रहा था। अत: उसने उस आदमी की याचना को सहर्ष स्वीकार कर लिया तथा उसकी सहायता के लिए घुटनों पर बैठ गया ताकि वह उसके दाँत काट सके। उस व्यक्ति ने शहर लौटकर सीलवा के दांतों को बेचा और उनकी भरपूर कीमत भी पायी। मगर प्राप्त धन से उसकी तृष्णा और भी बलवती हो गयी। वह महीने भर में फिर सीलवा के पास पहुँच कर उसके शेष दांतों की याँचना कर बैठा। सीलवा ने उस पुन: अनुगृहीत किया। कुछ ही दिनों के बाद वह लोभी फिर से सीलवा के पास पहुँचा और उसके शेष दांतों को भी निकाल कर ले जाने की इच्छा जताई। दान-परायण सीलवा ने उस व्यक्ति की इस याचना को भी सहर्ष स्वीकार कर लिया। फिर क्या था? क्षण भर में वह आदमी सीलवा के मसूढ़ों को काट-छेद कर उसके सारे दांत-समूल निकाल कर और अपने गन्तव्य को तत्काल प्रस्थान कर गया। खून से लथपथ दर्द से व्याकुल कराहता सीलवा फिर जीवित न रह सका और कुछ समयोपरान्त दम तोड़ गया। लौटता लोभी जब वन की सीमा भी नहीं पार कर पाया था तभी धरती अचानक फट गयी और वह आदमी काल के गाल में समा गया। तभी वहाँ वास करती हुई एक वृक्ष यक्षिणी ने यह गान गाया। मांगती है तृष्णा और. और ! मिटा नहीं सकता जिसकी भूख को सारा संसार.
ज्योतिष में जड़ियों का महत्व व चमत्कारिक लाभ, धारण करें ये जड़ें ज्योतिष शास्त्र में रत्नों के समान ही कुछ विशेष जड़ियों का महत्व है। ये जड़ियाँ ग्रहों से संबंध रखती हैं तथा ग्रह दोषों को दूर करती हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी इन जड़ों के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी चमत्कारिक जड़ों के बारे में बताएंगे जिनके धारण मात्र से आपकी परेशानी, दुख, रोगादि दूर हो जाएंगे। ये जड़ियाँ हैं :- संबंधित ग्रह सूर्य बेल मूल का महत्व ज्योतिष में सूर्य ग्रह को आत्मा का कारक माना जाता है। बेल की जड़ को धारण करने से व्यक्ति के जीवन में सूर्य के नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ते हैं और उनको इससे सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। इसके अलावा यह हृदय रोग, रीढ़ की हड्डी से संबंधित बीमारी, अपच, थकावट से भी मुक्ति दिलाने में सहायक है। बेल मूल को पहले गंगा जल से पवित्र कर लें। इसके बाद ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः॥ मंत्र का जाप करें। अब इसे पीले रंग के कपड़े में लपेटकर अपनी बाजु में कसकर बाँध लें। इस जड़ी को रविवार के दिन धारण करें। संबंधित ग्रह चंद्र खिरनी की जड़ का महत्व खिरनी की जड़ चंद्र ग्रह से संबंधित दोषों को दूर करने में सहायक है। चंद्रमा को मन एवं माता का कारक माना जाता है। यदि आपकी जन्म कुडली चंद्र ग्रह राहु, केतु या शनि से प्रभावित है तो आपको खिरनी की जड़ को धारण करना चाहिए। यह जड़ हमारे मन को एकाग्र करती है। जड़ को पहले गंगाजल से धो लें। फिर ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः॥ का जाप करें। जड़ को सफेद कपड़े में बांधकर अपनी दाहिनी बाजू में बांध लें। इस उपाय को सोमवार के दिन करें। संबंधित ग्रह मंगल अनंतमूल का महत्व अनंतमूल की जड़ी मंगल ग्रह के बुरे प्रभाव से बचाती है। ज्योतिष में मंगल ग्रह ऊर्जा, साहस, ज़मीन और भाई का कारक होता है। मंगल दोष को दूर करने में अनंतमूल की जड़ी बेहद कारगर है। इसके अलावा यह जड़ी शारीरिक रोगों को दूर करती है, जैसे- चर्म रोग, यकृत संबंधी बीमारी, कब्ज़ रोग आदि। मंगलवार के दिन गंगा जल से इस जड़ी को पवित्र करें। ॐ क्रां क्रीं क्रौं सह भोमाय नमः मंत्र का जाप करें। फिर जड़ी को लाल कपड़े में लपेटकर अपनी दाहिनी भुजा में बाँध लें। संबंधित ग्रह बुध विधारा मूल जड़ी का महत्व वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह भाषा, संवाद शक्ति, बुद्धि-विवेक, भाव-भंगिमा का कारक होता है, जबकि घबराहट एवं क्रोध इसके नकारात्मक पक्ष को दर्शाते हैं। अतः विधारा मूल को धारण करने से बुध के सभी नकारात्मक पक्ष शून्य हो जाते हैं। आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार विधारामूल की जड़ अल्सर, एसिडिटी एवं ब्लड प्रेशर जैसे रोगों को दूर करने में भी सहायक होता है। बुधवार के दिन इस यंत्र को धारण करें। जड़ी को पहले गंगाजल से पवित्र कर लें। उसके बाद ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः॥ मंत्र का जाप करें। फिर इसे हरे कपड़े में अच्छी तरह लपेटकर अपनी दाहिने हाथ की बाजू में बाँध लें। इस दौरान माँ दुर्गा की पूजा करें। संबंधित ग्रह गुरु भारंगी की जड़ का महत्व भारंगी की जड़ को गुरुवार के दिन धारण करें धारण करने से पहले जड़ को गंगा जल से पवित्र करें। फिर ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः॥ मंत्र का जाप करें। उसके बाद जड़ को पीले वस्त्र में लपेटकर अपनी दाहिनी भुजा कसकर बाँध लें। संबंधित ग्रह शुक्र अरंड मूल का महत्व अरंड मूल शुक्र ग्रह ग्रह से संबंधित है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र को विवाह, धन वैभव, काम आदि का कारक माना जाता है। अरंड मूल धारण करने से जातक के जीवन में प्रेम एवं विवाह संबंध अच्छा बना रहता है। इससे शुक्र के बुरे प्रभाव नष्ट हो जाते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह जड़ी अस्थमा, ज्वर, खाँसी आदि रोगों को दूर करने भी सहायक है। अरंड मूल को शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए। पहले जड़ी को गंगा जल से पवित्र करें। फिर ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः॥ मंत्र का जाप करें। उसके बाद जड़ी को सफेद कपड़े में लपेटकर अपनी गर्दन में धारण करें। संबंधित ग्रह शनि धतूरे की जड़ का महत्व सामान्य रूप से शनि ग्रह अच्छा नहीं माना जाता है, परंतु यदि जीवन में इसकी कृपा दृष्टि बरसती है तो व्यक्ति के भाग्य खुल जाते हैं। यह हमारे कर्म का कारक होता है। शनि दोष के कारण व्यक्ति का जीवन कष्टमय गुजरता है। इसलिए इसके बुरे प्रभाव से बचने एवं कृपा दृष्टि पाने के लिए धतूर की जड़ को धारण करना शुभ माना जाता है। आयुर्वेद की दृष्टि से तंत्रिका और गठिया रोग से मुक्ति पाने के लिए भी यह बेहद कारगर है। धतूरे की जड़ को शनिवार के दिन धारण करना चाहिए। जड़ को गंगा जल से पहले स्वच्छ कर लें। फिर ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥ मंत्र का जाप करें। अब नीले कपड़े में इसे लपेटकर अपनी दाहिने हाथ की बाजु में बाँध लें। संबंधित ग्रह राहु नागरमोथा की जड़ का महत्व नागरमोथा की जड़ को धारण करने से राहु से संबंधित दोष दूर होते हैं। इससे मानसिक तनाव एवं पुरानो रोगों से मुक्ति मिलती है। यदि जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है तो इस जड़ को धारण करने से यह दोष समाप्त हो जाता है। नागरमोथा की जड़ व्यक्ति में साहस बढती है और राह में आने वाली कठिनाई को दूर करती है। सर्वप्रथम जड़ को गंगाजल से पवित्र कर लें। अब ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः॥ मंत्र का जाप करें। जड़ को सफेद कपड़े में लपेटकर अपनी दाहिने हाथ की बाजू में बाँध लें। शनिवार के दिन नागरमोथा की जड़ को धारण करें। संबंधित ग्रह केतु अश्वगंधा जड़ी का महत्व केतु ग्रह समृद्धि, स्वास्थ्य, धन का प्रतीक माना जाता है। अश्वगंधा की जड़ धारण करने से व्यक्ति को सर्पदंश आदि का ख़तरा नहीं होता है। इसके साथ ही अश्वगंधा जड़ी केतु ग्रह के अन्य बुरे प्रभावों भी बचाती है। यह जातकों के रोग-दोष मुक्त करने में भी सहायक है। जैसे- चर्म रोग, मूत्र मार्ग में संक्रमण आदि। सर्वप्रथम जड़ को गंगा जल से पवित्र करें। धूप, दीप जलाकर केतु मंत्र ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः॥ का जाप करें। पूजा करने के बाद जड़ी को काले रंग के कपड़े में लपेटकर अपनी दाहिनी भुजा में बाँध लें। यह उपाय बुधवार के दिन करें। आशा करते हैं कि जड़ोंं से संबंधित लिखा गया यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आप इस संबंध में कुछ अन्य जानकारी चाहते हैं तो आप हमारी ज्योतिषीय परामर्श सेवा के माध्यम से हमसे संपर्क कर सकते हैं। जानिए देवउठनी एकादशी के दिन क्यों किया जाता है तुलसी विवाह का आयोजन अंक ज्योतिष अक्षय कुमार आईपीएल २०१८ आईपीएल २०१८ मैच भविष्यवाणी आईपीएल भविष्यवाणी आज के मैच की भविष्यवाणी उपाय कुंडली क्रिकेट खेल जन्म कुंडली ज्योतिष ज्योतिष शास्त्र धर्म-कर्म पूजा पद्धति फलादेश फिल्म फिल्म समीक्षा बॉलीवुड भविष्यफल भाव महाशिवरात्रि मैच भविष्यवाणी मैच भाविष्यवाणी रावण राशिफल राशिफल २०१९ लाल किताब वास्तु विवाह रेखा वैदिक ज्योतिष शिव श्री राम सामुद्रिक शास्त्र सीता जी सोनम कपूर स्वास्थ्य हस्तरेखा हस्त रेखा हस्त रेखा विज्ञान हाथ की रेखा हाथों की रेखा हिन्दू पूजा होलिका दहन होली
एएमयू एडमिशन २०२० | अमू एडमिशन २०२० | अगलासेम अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी जिसे एएमयू के नाम से जाना जाता है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्र यूजी, पीजी, पीएचडी, एमफिल आदि कोर्सेस में एडमिशन ले सकते हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कुछ कोर्सेस का चयन मेरिट के आधार पर होता है तो वहीं कुछ कोर्सेस के लिए प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर होता है। अमू एडमिशन २०२० प्रकिया फरवरी में शुरु कर दी जायेगी जिसके बाद छात्र आवेदन पत्र कर सकेंगे। एएमयू नोटिफिकेशन २०२० जारी होने के बाद छात्र एडमिशन प्रकिया में भाग ले सकेंगे। जो भी छात्र एएमयू एडमिशन २०२० से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं वह हमारे पेज पर दी गई जानकारी को पूरा पढ़ सकते हैं। एएमयू एंट्रेंस एग्जाम २०२० में उपस्थित होने वाले छात्रों को सबसे पहले आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन पत्र आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा हमारे पेज पर दी गई लिंक से प्राप्त कर सकेंगे। जिन छात्रों का आवेदन पत्र स्वीकार किया जायेगा। केवल उन्हीं छात्रों को अमू एंट्रांस एक्सम के लिए एडमिट कार्ड प्राप्त होगा। एडमिट कार्ड प्रवेश परीक्षा में उपस्थित होने वाले सभी छात्रों के पास होना बेहद जरुरी है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एंट्रांस एक्सम २०२० समाप्त होने के कुछ समय बाद ही छात्रों का रिजल्ट घोषित कर दिया जायेगा। जो भी छात्र अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम २०२० से जुड़ी महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं वह हमारे पेज पर दी गई टेबल को देख सकते हैं। कार्यक्रम आवेदन करने की अंतिम तिथि टेस्ट डेट बी.एससी(ऑनर्स) फरवरी २०२० अप्रैल २०२० बी.कॉम ऑनर्स फरवरी २०२० अप्रैल २०२० बी.ए ऑनर्स फरवरी २०२० अप्रैल २०२० बी.टेक, बी. ऑर्क मार्च २०२० अप्रैल २०२० एस.एस.एस.सी (ह्यूमन किस एंड कॉमर्स स्ट्रीम) मार्च २०२० अप्रैल २०२० बी.टेक मार्च २०२० अप्रैल २०२० एमबीए, एमबीए आईबी मार्च २०२० अप्रैल २०२० पीजी डिप्लोमा (इस्लामिक बैंकिंग फाइनेंस) मार्च २०२० अप्रैल २०२० बीएड मार्च २०२० अप्रैल २०२० बीएलएलबी मार्च २०२० मई २०२० एम.एफ.एम / एम.टी.टी.ए मार्च २०२० मई २०२० एम.एससी (बायोटेक्नॉलॉजी) मार्च २०२० मई २०२० एमसीए मार्च २०२० मई २०२० बी.ई (इवनिंग) मार्च २०२० मई २०२० एम.ए (मास कम्युनिकेशन) मार्च २०२० मई २०२० बी.लिब.आई.एस मार्च २०२० मई २०२० एम.एस. डब्लयू मार्च २०२० मई २०२० प्री- लिब मई २०२० जून २०२० बी.यू.एम.एस मई २०२० जून २०२० बी.एससी (ऑनर्स ), बी.ए (ऑनर्स), बी.कॉम (ऑनर्स) प्रवेश पत्र जारी होने कि तिथि मार्च २०२० अप्रैल २०२० बीए एलएलबी प्रवेश परीक्षा एएमयू इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा एएमयू एमबीबीएस/बीडीएस एडमिशन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कोर्स (एएमयू) देश के सभी कोनों तथा विदेशों, विशेष रूप से अफ्रीका, पश्चिम एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के छात्रों को आकर्षित करती है। कुछ पाठ्यक्रमों में, सार्क और राष्ट्रमंडल देशों के छात्रों के लिए सीट आरक्षित होती है। एएमयू एडमिशन २०२० योग्यता छात्रों के शैक्षणिक हितों की रक्षा करने के लिए, नीचे दी गई सारणी में दिए गए अध्ययनों के विभिन्न कोर्स में प्रवेश के उद्देश्य के लिए विश्वविद्यालय आवेदकों की अधिकतम आयु सीमा को परिभाषित करने के लिए बाध्य है। उम्मीदवार केवल उन पूर्णकालिक नियमित अध्ययन कोर्स में दाखिला के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होंगे जहां वे उस अवधि के लिए अधिकतम आयु सीमा को पार कर चुके हैं। नियामक निकायों द्वारा निर्धारित जहां तक लागू हो, निर्धारित अधिकतम / न्यूनतम आयु सीमा अध्ययन के उस कोर्स के लिए खड़ी होगी। मदरसा उत्तीर्ण उम्मीदवारों को सभी स्तरों पर अध्ययन के सभी कोर्स के लिए अधिकतम आयु सीमा में तीन (०३) वर्ष तक छूट दी जाएगी। ये भी पढ़ें एएमयू स्कूल एडमिशन २०२० की पूरी जानकारी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी २०२० आवेदन पत्र अमू आप्लिकेशन फॉर्म २०२० आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन जारी किये जायेंगे। छात्र आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एडमिशन फॉर्म २०२० आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा हमारे पेज पर दी गई लिंक से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी फॉर्म २०२० प्राप्त कर सकेंगे। अमू एडमिशन फॉर्म २०२० भरने से पहले छात्रों को आवेदन पत्र में मांगी गई जानकारी को सही से जांचना होगा उसके बाद ही आवेदन करना होगा। अगर छात्र अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आप्लिकेशन फॉर्म २०२० भरने के योग्य नहीं होंगे तो एएमयू आवेदन पत्र किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जायेगा। आवेदन पत्र भरते समय छात्रों को जरुरी दस्तावेज की फोटो स्कैन करके अपलोड करनी होगी। आवेदन पत्र में मांगी गई मानदंड पात्रता को भरते समय छात्रों को आवेदन शुल्क का भुगतान भी करना होगा। आवेदन शुल्क का भुगतान केवल ऑनलाइन माध्यम के जरिये ही किया जायेगा। जो छात्र किसी कारण वश आवेदन प्रकिया में हिस्सा नहीं ले सकेंगे तो ऐसी स्थिति में छात्रों को लेट फाइन के साथ आवेदन करना होगा। लेट आवेदन करने वाले छात्रों को २०० रुपये लेट फाइन भी जमा करना पड़ेगा इसलिए प्रत्येक छात्रों को इस बात के लिए सूचित किया जाता है कि वह आवेदन पत्र समाप्त होने से पहले आवेदन करें। विभिन्न कोर्सों को आवेदन पत्र भरने के बाद आवेदन भुगतान करना होगा जो निम्न प्रकार है। एएमयू एडमिशन २०२० एडमिट कार्ड अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एडमिशन फॉर्म २०२० जिन छात्रों का स्वीकार किया जायेगा। केवल उन्हीं छात्रों को एएमयू एडमिट कार्ड २०२० प्राप्त कर सकेंगे। अमू एडमित कार्ड २०२० आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन जारी किया जायेगा। छात्र आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एडमिट कार्ड २०२० प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा हमारे पेज पर दी गई लिंक से एएमयू हॉल टिकट २०२० प्राप्त कर सकेंगे। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एडमित कार्ड २०२० जारी होने के बाद छात्रों को स्वंय डाउनलोड करना होगा। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की ओर से हार्ड कॉपी नहीं भेजी जायेगी। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी हाल टिकट २०२० डाउनलोड करने के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन नंबर, डीओबी और नाम दर्ज करना होगा उसके बाद ही वह डाउनलोड कर सकेंगे। एएमयू एडमिट कार्ड २०२० प्रवेश परीक्षा में सभी छात्रों के पास होना बेहद जरुरी है बिना एडमिट कार्ड के छात्रों को परीक्षा हॉल में बैठने नहीं दिया जायेगा। एएमयू प्रवेश परीक्षा २०२० के लिए एडमिट कार्ड जरुरी दस्तावेज है। एएमयू एडमिशन २०२० आंसर की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अंस्वर की २०२० आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जायेगी। छात्र आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर एएमयू आंसर की २०२० प्राप्त कर सकेंगे। अमू कंट्रोलर अंस्वर की २०२० ऑनलाइन मोड के माध्यम से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय द्वारा जारी की जायेगी। प्रवेश परीक्षा में उपस्थित होने वाले उम्मीदवा आंसर की देख सकते हैं और अंदाजा लगा सकते हैं कि प्रवेश परीक्षा में कितने उत्तर सही या गलत हैं । उम्मीदवार नीचे दिये गये लिंक से अपनी आंसर की प्राप्त कर सकते हैं । एएमयू एडमिशन २०२० सिलेबस प्रवेश परीक्षा देने के लिए उम्मीदवारों को अपने सेलेबस का पता होना बेहद जरुरी है जिसके चलते वह प्रवेश परीक्षा की तैयारी अच्छे ठंगे से कर सकेंगे जो भी उम्मीदवार अमू सिलेबस २०२० प्राप्त करना चाहते हैं वह नीचे दिये गये लिंक से सेलेबस प्राप्त कर सकते हैं । एम.फील/ पी.एचडी यहां से प्राप्त करें मास्टर्स डिग्री कोर्स इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी बैचलरर्स डिग्री कोर्स एम.ए,एमएससी .डिप्लोमा पोस्ट पीजी डिप्लोमा पीडी डिप्लोमा कोर्स पॉर्ट टाइम कोर्स सेलेबस यहां से प्राप्त करें ब्राइज कोर्स सीपीईसीएएमआई सीनियर सैकंड्री स्कूल सार्टिफिकेट सेलेबस यहां से प्राप्त करें डिप्लोमा,एडवांस डिप्लोमा कोर्स एएमयू एडमिशन २०२० रिजल्ट अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एडमिशन २०२० प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट आने के बाद आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिये जायेंगे। छात्र आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी रेसल्ट २०२० प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा हमारे पेज पर दी गई लिंक से अमू रेसल्ट २०२० प्राप्त कर सकेंगे। एएमयू रिजल्ट २०२० प्राप्त करने के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन नंबर, डीओबी और नाम दर्ज करना होगा उसके बाद ही छात्र रिजल्ट डाउनलोड कर सकेंगे। एएमयू रिजल्ट जारी होने के बाद मेरिट लिस्ट में शामिल होगा जिन छात्रों का नाम मेरिट लिस्ट में शामिल होगा उन छात्रों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जायेगा। एएमयू एडमिशन २०२० काउंसलिंग अमू मेरिट लिस्ट २०२० जारी होने के बाद छात्रों को काउंसलिंग प्रकिया के लिए बुलाया जायेगा। जिन छात्रों का नाम एएमयू मेरिट लिस्ट २०२० में शामिल होगा। केवल उन्हीं छात्रों को काउंसलिंग प्रकिया के लिए बुलाया जायेगा। अमू काउंसलिंग २०२० में उपस्थित होने वाले छात्रों को स्वंय रजिस्ट्रेशन करना होगा। जो छात्र काउंसलिंग प्रकिया में उपस्थित होने होंगे उन छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जायेगा। एएमयू काउंसलिंग २०२० प्रकिया दो या तीन चरणों में पूरी होगी। जो छात्र काउंसलिंग प्रकिया में शामिल होंगे उन छात्रों को यूनिवर्सिटी द्वारा कॉलेज में प्रवेश दिया जायेगा। एएमयू प्रवेश परीक्षा महत्वपूर्ण किताबें सर मै मेरि बेटी को क्लास ६ मै २०१९ के लिये ऐडमिशन दिलाना चाहता हू मुझे इसकी जानकारी कहा मिलेगी फोरम कब निकलेंगे प्लीज कॉन्टेक्ट मे ८००५९०४९०२ राजस्थान साकिब जी आप यहाँ से एडमिशन की पूरी प्रक्रिया प्राप्त कर सकते हैं। हमारे आर्टिकल में आप योग्यता मापदंड की शर्तों को ध्यान से पढ़ लें, या फिर आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देखें हां, आप एएमयू एडमिशन २०१९ के लिए अप्लाई कर सकती हैं। इस साल आवेदन करने की तिथि समाप्त हो गई है, आप अगले साल एएमयू एडमिशन के लिए ट्राईं करें। आवेदन पत्र जारी होने के बाद आप अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
इप्ल र्प्सवरब : विराट कोहली की तेज फिफ्टी बेकार, १०० रन भी नहीं बना पाई टीम, ६१ रन से हारी इप्ल २०१७ : स्टीव स्मिथ ने ३२ गेंदों में ४५ रन ठोके, धोनी २१ रन पर नाबाद रहे... विराट कोहली की आरसीबी टीम ९६ रन ही बना पाई इससे पहले एक मैच में वह ४९ रन पर आउट हो चुकी है आरसीबी ने दस में से केवल दो मैच ही जीते हैं आईपीएल-१० के ३४वें मैच में राइजिंग पुणे सुपरजायंट और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की टीमों के बीच मुकाबला हुआ, जो पुणे के होमग्राउंड एमसीए स्टेडियम में खेला गया. विराट कोहली की टीम को इस सीजन में एक और हार का सामना करना पड़ा और अब उनके लिए टूर्नामेंट की राह बेहद मुश्किल हो गई है. स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली राइजिंग पुणे ने विराट कोहली की आरसीबी को ६१ रन से हरा दिया. पुणे ने पहले बैटिंग करते हुए २० ओवर में ३ विकेट पर १५७ रन बनाए थे, जिसके जवाब में आरसीबी की टीम २० ओवर में ९ विकेट पर ९6 रन ही बना सकी. विराट कोहली ने ४८ गेंदों में ५५ रन (४ चौके, १ छक्का) ठोके. उन्होंने ४2 गेंदों में फिफ्टी पूरी की, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए. आरसीबी का पहला विकेट ११ रन पर गिर गया. दूसरा विकेट एबी डिविलियर्स (३) के रूप में ३2 रन पर लौटा. इसके बाद कोई भी बल्लेबाज कप्तान विराट का साथ नहीं दे पाया. पुणे से इमरान ताहिर ने चार ओवर में १8 रन देकर तीन विकेट लिए. पिछले सीजन में उपविजेता रही आरसीबी ने अब तक दस मैच खेले हैं, जिनमें से केवल दो मैच जीती है, जबकि एक मैच रद्द हुआ था. पॉइंट टेबल में विराट की टीम पांच अंकों के साथ सातवें नंबर पर है. पुणे की ओर से मनोज तिवारी (४४ रन, ३५ गेंद) और एमएस धोनी (२१ रन, १७ गेंद) नाबाद रहे. दोनों ने चौथे विकेट के लिए ४९ रन जोड़े. कप्तान स्टीव स्मिथ ने ३२ गेंदों में ४५ रन (५ चौके, १ छक्का) ठोके. राहुल त्रिपाठी ३७ रन (२८ गेंद, ४ चौके, १ छक्का) बनाए. त्रिपाठी को ११ रन पर जीवनदान भी मिला, लेकिन वह बड़ी पारी नहीं खेल पाए. अजिंक्य रहाणे ६ रन बनाकर आउट हुए. स्मिथ और त्रिपाठी के बीच दूसरे विकेट के लिए ४0 रनों की साझेदारी हुई. स्मिथ ने तीसरे विकेट के लिए मनोज तिवारी के साथ ५0 रन जोड़े. रॉयल चैंलेजर्स बैंगलोर की बैटिंग का ओवर दर ओवर पूरा अपडेट पहले ५ ओवर : डिविलियर्स सहित २ विकेट गिरे आरसीबी की ओर से पारी की शुरुआत विराट कोहली और ट्रेविस हेड की नई जोड़ी ने की. पुणे की ओर से पहला ओवर दीपक चहर ने किया, जिसमें चार रन दिए. दूसरा ओवर जयदेव उनादकट ने किया. कोहली ने चौका लगाया, लेकिन अंतिम गेंद पर ट्रेविस हेड (२) का विकेट लेने में कामयाब हो गए. तीसरे ओवर में चहर की जमकर पिटाई करते हुए कोहली ने तीन चौकों के साथ १४ रन बना लिए. चौथे ओवर में उनादकट ने नियंत्रित गेंदबाजी की और ओवर में पांच रन ही बनाने दिए. पांचवें ओवर में लॉकी फर्ग्यूसन ने पुणे को बड़ा विकेट दिलाया, जब उन्होंने एबी डिविलियर्स (३) को चलता कर दिया. डिविलियर्स को मनोज तिवारी ने शानदार तरीके से लपका. ५ ओवर में आरसीबी- ३३/२. ६ से १० ओवर : आधी टीम लौटी, महज 1६ रन पर तीन विकेट खोए छठे ओवर में क्रिश्चियन ने छह रन दिए. सातवें ओवर में इमरान ताहिर ने भी चार रन ही बनाने दिए. आठवें ओवर में केदार जाधव अनलकी रहे और रनआउट हो गए. नौवें ओवर में वाशिंगटन सुंदर ने आरसीबी के बल्लेबाजों को बांधकर रख दिया. उन्होंने महज तीन रन दिए और सचिन बेबी (२) का विकेट झटक लिया. दसवें ओवर में आरसीबी का एक और विकेट लौट गया और विराट दूसरे छोर पर खड़े देखते रहे. स्टुअर्ट बिन्नी (१) को फर्ग्यूसन ने वाशिंगटन सुंदर से कैच कराया. ओवर में महज एक रन आया. १0 ओवर में आरसीबी- ४९/५. ११ से १५ ओवर : दो विकेट गिरे, २२ रन बने आरसीबी पर रनगति कम होने का दबाव बढ़ रहा था. बल्लेबाज रन नहीं बना पा रहे थे. ११वें ओवर में चार रन आए, जबकि १२वें ओवर में सात रन बने. १३वें ओवर में आरसीबी को एक और झटका लग गया, जब पवन नेगी (३) को इमरान ताहिर ने क्रिश्चियन के हाथों कैच करा दिया. पुणे के गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी जारी रखी. १४वें ओवर में उनादकट ने पांच रन दिया. विराट अकेले संघर्ष करते दिखे. उनको कुछ बड़े ओवरों की जरूरत थी, लेकिन शॉट लग नहीं पा रहे थे. १५वें ओवर में एडम मिल्ने ने ताहिर को उठाकर मारने का प्रयास किया, लेकिन मिडविकेट पर स्मिथ द्वारा लपक लिए गए. १५ ओवर में आरसीबी- ७१/७. १६ से २० ओवर : विराट की फिफ्टी, टीम हारी १६वें ओवर में फिर तीन रन ही बने. उसमें भी एक रन वाइड से आया. १७वें ओवर में विराट ने ताहिर को डीप मिडविकेट के ऊपर से छक्का लगाकर ४२ गेंदों में फिफ्टी पूरी की, लेकिन पांचवीं गेंद पर सैमुअल बद्री (२) आठवें विकेट के रूप में लौट गए. १८वें ओवर में विराट कोहली भी आउट हो गए. उन्होंने ४८ गेंदों में ५५ रन ठोके, लेकिन अंत तक नहीं खेल पाए. १९वें ओवर में दो रन बने, जबकि २0वें ओवर में आठ रन आए. २0 ओवर में आरसीबी- ९६/९. राइजिंग पुणे सुपरजायंट की बैटिंग का अपडेट पहले ५ ओवर में : रहाणे आउट, धीमी शुरुआत राइजिंग पुणे सुपरजायंट के लिए ओपनिंग अजिंक्य रहाणे और राहुल त्रिपाठी की जमी हुई जोड़ी ने की. आरसीबी के लिए पहला ोवर एडम मिल्ने ने किया. पहले ओवर में उन्होंने चार रन दिए. दूसरा ओवर सैमुअल बद्री ने किया, जिसमें पांच रन आए. तीसरे ओवर में मिल्ने को त्रिपाठी ने दो चौके लगाए, लेकिन अंतिम गेंद पर वह लकी रहे, जब कप्तान विराट ने मिडऑन पर उनका आसान-सा कैच छोड़ दिया. हालांकि चौथे ओवर की पहली ही गेंद पर बद्री ने आरसीबी को सफलता दिला दी. उन्होंने रहाणे को ६ रन पर पैवेलियन लौटा दिया. पांचवें ओवर में त्रिपाठी ने अरविंद को छक्का जड़ा. ५ ओवर बाद पुणे- ३१/१. ६ से १० ओवर : ७.२ के रेट से 3६ रन बने, त्रिपाठी आउट छठे ओवर में त्रिपाठी ने युजवेंद्र चहल को दो चौके जड़े. स्मथइ के साथ उन्होंने इस ओवर में कुल १२ रन बनाए. सातवें ओवर में पवन नेगी ने कोई बाउंड्री तो नहीं लगाने दी, लेकिन आठ रन खर्च कर दिए. आठवें ओवर में स्टुअर्ट बिन्नी ने छह रन दिए. नौवें ओवर में पवन नेगी ने राहुल त्रिपाठी का अहम विकेट लिया. राहुल २८ गेंदों में ३७ रन (४ चौके, १ छक्का) बनाकर आउट हुए. दसवें ओवर में अरविंद ने चार रन खर्च किए. १0 ओवर में पुणे- ६७/२. ११ से १५ ओवर : स्मिथ तेज पारी खेलकर आउट, ४४ बने ११वें ओवर में नेगी ने एक बार फिर कसी हुई गेंदबाजी करते हुए महज दो रन ही बनाने दिए. स्मिथ ने रनगति कम होती देख १२वें ओवर में बद्री को टारगेट किया. उन्होंने ओवर में दो चौके और एक छक्का जड़ा. इसमें कुल १६ रन बने. १३वें ओवर में चहल को तिवारी ने छक्का जड़ा. ओवर में १३ रन बने. १४वें ओवर में बिन्नी ने स्टीव स्मिथ को आउट करके आरसीबी को बड़ी सफलता दिलाई. स्मिथ ३२ गेंदों में ४५ रन बनाकर लौटे. ओवर में ११ रन बने. १५वें ओवर में नेगी ने दो रन ही दिए. १५ ओवर में पुणे- ११1/३. १६ से २० ओवर : बिना कोई विकेट खोए महज ४६ रन ही बने १६वें ओवर में बद्री ने चार रन दिए. १७वें ओवर में मिल्ने को धोनी ने चौका लगाया. फिर तिवारी ने भी एक चौका लगाकर ओवर में कुल १४ रन बना लिए. धोनी ने १८वें ओवर में अरविंद को सीधे साइटस्क्रीन पर छक्का जड़ा. इसमें कुल १० रन आए. १९वें ओवर में ज्यादातर गेंदें तिवारी ने खेलीं और एक चौका ही लगा पाए. ओवर में आठ रन ही बने. २०वें ओवर में एक चौके के साथ १० रन ही बन पाए. मनोज तिवारी (४३) और एमएस धोनी (२१) नाबाद रहे. २० ओवर में पुणे- १५७/३. राइजिंग पुणे सुपरजायंट: स्टीव स्मिथ (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, राहुल त्रिपाठी, एमएस धोनी (विकेटकीपर), मनोज तिवारी, डेनियल क्रिश्चियन, वाशिंगटन सुंदर, दीपर चहर, इमरान ताहिर, लॉकी फर्ग्यूसन, जयदेव उनादकट रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू : ट्रेविस हेड, विराट कोहली (कप्तान), एबी डिविलियर्स, केदार जाधव (विकेटकीपर), सचिन बेबी, पवन नेगी, सैमुअल बद्री, एडम मिलने, एस. अरविंद, स्टुअर्ट बिन्नी, यजुवेंद्र चहल. इप्ल ऑसिटन: 'इस बात' ने शिवम दुबे की कीमत सिर्फ एक दिन के भीतर दोगुनी कर दी
यू अरे हेरे: होम इनामी कुख्यात बदमाश अनिल बावरिया गिरफ्तार इनामी कुख्यात बदमाश अनिल बावरिया गिरफ्तार नोएडा । थाना जेवर क्षेत्र के सबौता गांव के पास बीते २४ मई को हुई लूटपाट, सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में पश्चिमी उप्र एसटीएफ ने १२००० रुपये के इनामी कुख्यात बदमाश अनिल बावरिया को गिरफ्तार किया है । उसके पास से पुलिस ने १ इनोवा कार ,तमंचा आदि बरामद किया है । बावरिया पर उत्तर प्रदेश ,मध्य प्रदेश ,राजस्थान में लूटपाट के कई मामले चल रहे हैं। पश्चिमी उप्र एसटीएफ के एसपी राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि २४ मई की रात को थाना जेवर क्षेत्र के सबौता गांव के पास सड़क पर साइकिल का एक्सल फेंककर बावरिया गैंग ने एक परिवार की कार रोक ली थी। बदमाशों ने परिवार की चार महिलाओं के साथ हथियार के बल पर सामूहिक दुष्कर्म किया। विरोध करने पर परिवार के एक सदस्य को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी । बदमाश मौके से नगदी जेवरात आदि लूट गए थे । एसपी ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाले अनिल बावरिया की गिरफ्तारी पर आईजी जोन मेरठ की तरफ से १२००० का इनाम घोषित था ।बीती रात को एसटीएफ के डिप्टी एसपी राजकुमार मिश्रा की टीम ने जनपद हापुड़ क्षेत्र से कुख्यात बावरिया को गिरफ्तार किया है। इसके ऊपर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश में लूटपाट, हत्या, डकैती, बलात्कार के दर्जनों मामले दर्ज़ हैं । इस गैंग के कुछ सदस्य फरार हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है एस पी ने बताया कि वर्ष २००० में इस बदमाश ने अपने १५ साथियों के साथ जनपद मुरादाबाद में एक डॉक्टर और सर्राफा व्यापारी के घर डाका डालकर करोड़ों की लूट की थी। इस घटना में इन्होंने डॉक्टर को गोली मारकर घायल कर दिया था। वर्ष २००३ में मझोला थाना क्षेत्र मुरादाबाद में इन लोगों ने हाईवे पर दो व्यापारियों से लूटपाट की थी। उन्होंने घर की महिलाओं के साथ अभद्रता की तथा विरोध करने पर दोनों व्यापारियों को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी उनके पास रखे करोड़ों के हीरे के जेवरात व गहने लूट लिए थे। वर्ष २००४ में जनपद मथुरा के थाना मुगरा क्षेत्र में हाईवे पर बबूल का पेड़ काटकर बदमाशों ने डाल दिया था। इन बदमाशों ने पांच गाड़ियों को लूटा और विरोध करने पर दो व्यक्तियों को गोली मार दी जिसमें एक की मृत्यु हो गई थी।
लोकसभा चुनाव : ०२ अप्रैल को जारी होगी चौथे चरण की अधिसूचना, शुरू होंगे नामांकन लखन. उत्तर प्रदेश में ०७ चरणों में संपन्न होने वाले लोक सभा सामान्य निर्वाचन २०१९ के लिए प्रदेश के १३ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चतुर्थ चरण की अधिसूचना ०२ अप्रैल को जारी होगी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही २७-शाहजहांपुर (अ०जा०), २८-खीरी, ३१-हरदोई (अ०जा०), ३२-मिश्रिख (अ०जा०), ३३-उन्नाव, 4०-फर्रूखाबाद, ४१-इटावा (अ०जा०), ४२-कन्नौज, ४३-कानपुर, ४४-अकबरपुर, ४५-जालौन (अ०जा०), ४६-झांसी तथा ४७-हमीरपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में नामांकन प्रक्रिया ०२ अप्रैल से शुरू हो जायेगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल० वेंकटेश्वर लू ने यह जानकारी देते हुए बताया कि १३८-निघासन विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के उप निर्वाचन, 2०19 के लिए भी अधिसूचना ०2 अप्रैल को जारी होगी। उप निर्वाचन हेतु लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2०19 के चतुर्थ चरण का कार्यक्रम प्रभावी होगा। एल० वेंकटेश्वर लू ने बताया कि १३ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में ०9 अप्रैल तक नामांकन दाखिल किये जा सकते हैं। इन क्षेत्रों में नामांकन पत्रों की जॉच 1० अप्रैल को की जायेगी और १२ अप्रैल तक नाम वापस लिये जा सकते हैं। १२ अप्रैल को सायं ०3ः०० बजे के पश्चात चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची अंतिम हो जायेगी। सभी निर्वाचन क्षेत्रां में २९ अप्रैल (सोमवार) को पूर्वाह्न ०7 बजे से अपराह्न ०6 बजे तक मतदान होगा। एल० वेंकटेश्वर लू ने बताया कि यह १३ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, सीतापुर, कानपुर नगर, उन्नाव, फर्रूखाबाद, एटा, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कन्नौज, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा, तथा बांदा जिले में पड़ते हैं। इन क्षेत्रों में २.३८ करोड़ मतदाता हैं, जिनमें १.२9 करोड़ पुरूष, १.०9 करोड़ महिला तथा १२३० तृतीय लिंग के मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि चतुर्थ चरण के जनपदों में १8 से १9 वर्ष के ३,५६,००5 युवा मतदाता तथा 8० वर्ष से अधिक के ४,5४,5०8 मतदाता हैं। इन १३ लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल १7,०११ मतदान केन्द्र तथा २7,5१३ मतदेय स्थल हैं। प्रेवियस न्यूजराज्यपाल ने ओडिशा दिवस का किया उद्घाटन नेक्स्ट न्यूजमायावती ने कहा, नो मोर मोदी सरकार का शोर
भारत में पांच वर्ष से कम आयु के २१ प्रतिशत बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। देश में बाल कुपोषण १९९८-२००२ के बीच १७.१ प्रतिशत था, जो 20१2-१6 के बीच बढ़कर २१ प्रतिशत हो गया। दुनिया के पैमाने पर यह काफी ऊपर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले २५ सालों से भारत ने इस आंकड़े पर ध्यान नहीं दिया और न ही इस स्थिति को ठीक करने की दिशा में कोई उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल ने कहा, "कुपोषण का एक मतलब यह भी है कि ऐसे बच्चे अपनी लंबाई के अनुपात में हल्के होते हैं। एक स्वस्थ बच्चे का वजन हर साल आम तौर पर दो-तीन किलोग्राम बढ़ना चाहिए। समस्या तब गंभीर मानी जा सकती है, जब एक बच्चे का वजन व ऊंचाई का माप विश्वस्तर पर स्वीकृत आदर्श माप से कम होता है। वजन कम होना और स्टंटिंग दो अलग समस्याएं हैं, जो ऐसे बच्चों में पाई जाती हैं।" कुपोषण के कुछ लक्षणों में शरीर में वसा की कमी, सांस लेने में कठिनाई, शरीर का कम तापमान, कमजोर प्रतिरक्षा, ठंड लगना, सेंसिटिव त्वचा, घाव भरने में अधिक समय लगना, मांसपेशियों में कमजोरी, थकान और चिड़चिड़ापन शामिल हैं। डॉ अग्रवाल ने कहा, "गंभीर कुपोषण वाले बच्चों को कुछ भी नया सीखने में बहुत अधिक समय लगता है। इनका बौद्धिक विकास कम होता है। इन्हें मानसिक कार्य करने में कठिनाई होती है और पाचन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति जीवन में लंबे समय तक बनी रहती है। कुपोषण की रोकथाम में जिस एक बात पर सर्वाधिक जोर होना चाहिए, वह है - स्वस्थ व संतुलित आहार। चार प्रमुख खाद्य समूह हैं, जो बच्चों के आहार में शामिल होने चाहिए। कुपोषण से बचने के लिए आहार दूध और डेयरी खाद्य पदार्थ - वसा और वास्तविक शर्करा के महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं। फलों और सब्जियां का अधिक सेवन किया जाना चाहिए. बेहतर पाचन स्वास्थ्य के लिए विटामिन और खनिजों के महत्वपूर्ण स्रोत के साथ-साथ फाइबर का सेवन भी होना चाहिए। भारत की तकरीबन १४ फीसदी आबादी जोड़ों के इस रोग के इलाज के लिए हर साल डॉक्टर की मदद लेती है। समय से पहले जन्मे शिशुओं को हो सकती है ये बीमारी! देश में तंबाकू खाने वालों की संख्या घटी, वजह जानकर खुश हो जाएंगे
शॉर्ट स्टोरीज:वेदिका ने घोली पापा के जीवन में खुशियाें की मिठास, प्रेम और सम्मान की चाहत ने हीरू के स्वभाव को बदला माधुरी कनौजिया, संतोष सुपेकर२ महीने पहले लघुकथा# १. मिठास आज सुबह जब वेदिका के पिता मार्निंग वॉक से घर लौटे, तो कुछ उदास-से दिखाई दिए। हॉल में आकर सोफे पर बे-मन से बैठ गए। वेदिका ने किचन में जाकर अपनी मां से कहा, मां, आज पापा की चाय में एक चम्मच चीनी और मिला दो। क्यों? तुम्हारे पिता तो फीकी चाय पीते हैं न! मां ने थोड़ा हैरान होकर पूछा। पापा का मूड आज कुछ ख़राब लग रहा है। चीनी की मिठास से शायद ठीक हो जाए। वेदिका ने जवाब दिया। मूड ख़राब है! क्यों, क्या हुआ उन्हें अचानक? मां ने पूछा। होना क्या है, आज फिर किसी की बेटी या पोती की शादी की ख़बर मिल गई होगी या फिर हो सकता है मेरी ही शादी का ज़िक्र किसी ने छेड़ दिया होगा इसलिए परेशान होंगे। वेदिका ने कहा। परेशान होने वाली बात ही है, पिता हैं वो तुम्हारे। उन्हें तुम्हारी फ़िक्र नहीं होगी तो किसे होगी? वे भी चाहते हैं कि हमारे जीते जी तुम्हारी शादी हो जाए। मां ने कुछ चिंतित स्वर में कहा। मां प्लीज़, अब आप शुरू मत हो जाइएगा। जल्दी से चाय लेकर हॉल में आ जाइए। इतना कह वेदिका किचन से बाहर चली गई। पीछे-पीछे मां भी चाय की ट्रे लेकर पहुंची। पिता अब भी कहीं अपने ख़्यालों में गुम थे। पापा, चाय लीजिए। वेदिका ने कहा। उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। वेदिका ने बात फिर से दोहराई तो पिता ने चाय का प्याला हाथों में ले लिया और एक चुस्की भरी। चाय कैसी बनी है, पापा? वेदिका ने पूछा। हम्म, ठीक है। संक्षिप्त-सा जवाब मिला। लगता है चाय अब भी फीकी है। लाइए मैं और चीनी मिला लाती हूं। वेदिका ने कहा। तुम्हें हो क्या गया है? पहले ही चाय में एक्स्ट्रा चीनी डलवा चुकी हो, अब और मिलाने की बात कर रही हो? मां ने वेदिका से कहा। रोज़ सुबह की चाय पीकर पापा के चेहरे पर एक अलग-सी ख़ुशी नज़र आती है। जब मैं हैरान होकर पापा से पूछती कि ये फीकी चाय पीकर भी आपका मन इतना ख़ुश कैसे हो जाता है, तब पापा कहते हैं कि अगर मन में मिठास भरी हो, तो ये फीकी चाय भी दिल ख़ुश कर देती है। मगर लगता है आज पापा के मन की मिठास कुछ कम हो गई है। इसलिए मैंने सोचा कि पापा की चाय में एक्स्ट्रा चीनी मिलाकर मैं उनके मन को वापस मिठास से भर दूं। वेदिका ने कहा। आप क्यों उदास हैं, किसी ने आपसे कुछ कहा है क्या? मां ने सवाल किया। हां, वो वेदिका की शादी का ज़िक्र.... पिता अपनी बात पूरी किए बिना ही चुप हो गए। दिस इज़ नॉट फेयर पापा, अपनी सिखाई हुई बात आज आप ख़ुद ही भूल गए! वेदिका ने कुछ रूठे हुए अंदाज़ में कहा। कौन-सी बात? मां ने पूछा। जब मेरा एक्सीडेंट हुआ था तब मैं अपनी हालत देखकर और लोगों की बातें सुनकर बिल्कुल टूट चुकी थी। उस समय पापा ने मुझसे ये बात कही थी कि कभी-कभी हमारे हालात, मौजूदा वक़्त और आसपास मौजूद लोग हमारे सामने ऐसी परिस्थितियां खड़ी कर देते हैं, जिससे हम मायूस और ख़ुद को कमज़ोर समझने लगते हैं। तब ये तय करना हमारे हाथ में होता है कि हमें उन बुरी परिस्थितियों से हार मानकर, उदास होकर बैठ जाना है या ख़ुद अपनी ज़िंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश करनी है और उसमें ख़ुशियों की मिठास घोलनी है। वेदिका ने पिता की ही सीख दुहराई। पिता उसकी तरफ देखकर हल्का-सा मुस्करा दिए और बोले, सॉरी बेटा, अपनी सिखाई हुई बात मैं ख़ुद ही भूल गया था। थैंक्यू मुझे याद दिलाने के लिए। माय प्लेज़र पापा। वेदिका ने मुस्करा कर कहा। अच्छा मां, मुझे ऑफिस जाने के लिए देर हो रही है, मैं अब निकलती हूं। यह कह वेदिका अपनी बैसाखियों का सहारा लेकर खड़ी हो गई। फिर अपने पिता की ओर देखकर बोली, पापा, शाम की चाय पर मिलते हैं... और हां मां, आज शाम की चाय फीकी भी चल जाएगी, क्योंकि अब पापा के मन में जो मिठास घुली है वो लंबे समय तक बरक़रार रहेगी। है न पापा! वेदिका की बात सुन वे दोनों हंस पड़े और वह उन्हें देखकर मुस्करा दी। लघुकथा# २. उस दिन के बाद लगभग रोज़ ही सुबह ८-९ बजे के आसपास वह स्थानीय डाकघर पहुंच जाता। सुबह जल्दी जाने से भीड़ नही होती है तो डाक, पार्सल भेजने के काम आसानी से हो जाते हैं। वहां के सारे कर्मचारी उसे पहचानते हैं, ख़ूब अच्छी बातचीत के बीच काम हो जाता है। कई बार वे सब वहां चाय भी साथ-साथ पीते हैं। वह भी ख़ुश था वहां के काम से, वहां के लोग भी ख़ुश थे, सिवाय एक के। सुबह वहां जब वह पहुंचता है, तो दरवाज़े के पास स्टूल पर बैठा लम्बा-चौड़ा, पहलवान-सा, नाइट ड्यूटी चौकीदार हीरू उसे मिलता है। उसे देखकर न जाने क्यों हीरू नाक-भौं सिकोड़ता, बदतमीज़ी से बात करता, अरे ओ बाऊजी, हटाओ यहां से तुम्हारा ये, लिफ़ाफ़ों, काग़ज़ों का ताम-झाम, अभी बाहर बैठो, झाड़ू-,पोंछा लगाने वाले आएंगे, उनको काम करने दो। पीछे हटो, यहां मत खड़े रहो, वहां बैठो जाकर कुर्सी पर, इधर नहीं, उधर। सुबह-सुबह चले आते हैं। ठीक से ऑफिस खुलता भी नहीं, पहले ही आ जाते हैं, कोई काम भी नहीं करने देते...! इस तरह उसे देख नफ़रत से न जाने क्या-क्या बड़बड़ाता था, टोका-टोकी करता, आंखें दिखाता था हीरू। उसका ग़ुस्सा देखकर उसे भी ताव तो बहुत आता था, लेकिन लड़ने से लाभ भी क्या था। मैं तो अपनी डाक भेजने जाता हूं वहां। पता नहीं, उसे मुझसे क्या एलर्जी है, क्या लेना-देना है मुझसे? क्यों चिड़चिड़ाता है वो पगला मुझे देखकर? उसका तनाव बढ़ता जा रहा था। इस वजह से एक-दो बार वह डाकख़ाने विलम्ब से गया, हीरू की ड्यूटी ख़त्म होने के बाद, तो वहां भीड़ लगी पाई। कार्यरत बाबुओं ने विलम्ब से आने का कारण पूछा, तो उसने टाल दिया। थककर उसने वही पुराना सिलसिला चालू कर दिया, वह फिर सुबह जल्दी डाकख़ाने जाने लगा और हीरू की तीखी, नफ़रत-भरी निगाहों का शिकार होने लगा। एक सुबह जब डाकख़ाने का इक्का-दुक्का स्टाफ़ आया था, तो उसने चाय मंगवाई और न जाने क्या सोचकर, उस पहलवान हीरू को भी ऑफ़र कर दी। बस फिर क्या था, एकाएक पासा पलट गया। कमाल हो गया, सारा मंज़र ही बदल गया। अरे अरे, साब, ये क्या साब? क्यों तकलीफ़ की आपने? अविश्वसनीय भाव से उसे देखते और बहुत ज़्यादा ख़ुश होते हुए हीरू ने हाथ जोड़े और चाय पीने लगा। चाय पीते हुए उसके चेहरे पर एहसानमंदी और पछतावे के मिले-जुले भाव थे। उस दिन के बाद से सुबह जैसे ही वह डाकघर में घुसता है, हीरू ख़ुश होकर उसे सलाम करता है, हंसकर बात करता है, कुर्सी साफ़ करके इज़्ज़त से उसे वहां बिठाता है। कई बार तो ख़ुद चाय ले आता है। वह ख़ुश तो है ही, हैरान भी है। ओह! तो ये बात थी। काश! ये पहल मैंने पहले की होती। काश, मैं उसकी इस प्रेम और सम्मान की भूख को पहले समझ पाता।
रिपोर्ट के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'आर्थिक समीक्षा २०१८ कहती है कि औद्योगिक वृद्धि (नीचे), जीडीपी दर (नीचे), रोजगार वृद्धि (नीचे) जैसे छोटे-मोटे झटकों को छोड़कर अच्छे दिन आ चुके हैं. चिंता मत करिए, खुश रहिए. रिपोर्ट आने के बाद राहुल ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया राहुल ने ट्वीट कर कहा-चिंता मत करिए, खुश रहिए ट्वीट में उन्होंने 'डोंट वरी, बी हैप्पी' गाने का वीडियो भी साझा किया नई दिल्ली: आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जीडीपी में गिरावट, कृषि और रोजगार निर्माण में गिरावट जैसे छोटे-मोटे झटकों को छोड़ दें तो अच्छे दिन यहीं हैं. गौरतलब है कि संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि जीएसटी और नोटबंदी का असर कम हो रहा है और भारतीय अर्थव्यवस्था ठीक प्रकार से आगे बढ़ रही है. वित्त वर्ष २०१८-१९ में देश की वृद्धि दर ७ से ७.५% रहने का अनुमान है और यह जल्द ही फिर से विश्व की सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन जाएगी. यह भी पढ़ें : शिक्षा, रोजगार की चुनौतियों से निपटने में नाकाम रही मोदी सरकार : चिदंबरम आर्थिक समीक्षा पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि यह रिपोर्ट 'निराशाजनक' है और २०१७-१८ में जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान ६ से ६.५% के बीच रहने का जताया गया है. विडियो : आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की १० खास बातें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि चार साल तक केंद्र की सत्ता में काबिज रहने के बाद भी भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार शिक्षा, रोजगार और कृषि क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने में नाकाम रही है. रिपोर्ट के बाद राहुल गांधी ने सरकार पर चुटकी लेते हुए ट्वीट किया, 'आर्थिक समीक्षा २०१८ कहती है कि औद्योगिक वृद्धि (नीचे), जीडीपी दर (नीचे), रोजगार वृद्धि (नीचे) जैसे छोटे-मोटे झटकों को छोड़कर अच्छे दिन आ चुके हैं. चिंता मत करिए, खुश रहिए.' अपने ट्वीट में उन्होंने 'डोंट वरी, बी हैप्पी' गाने का वीडियो भी साझा किया है.
स्कूल के बाहर परिवारीजन ने किया प्रदर्शन नगर संवाददाता, फरीदाबाद स्कूल बस की टक्कर से ग्रेटर फरीदाबाद में गुरुवार को बाइक सवार जूडो खिलाड़ी की मौत पर परिवारीजन ने शुक्रवार को अपना गुस्सा ... स्कूल बस की टक्कर से ग्रेटर फरीदाबाद में गुरुवार को बाइक सवार जूडो खिलाड़ी की मौत पर परिवारीजन ने शुक्रवार को अपना गुस्सा दिखाया। पोस्टमॉर्टम के बाद परिवारीजन ने नारायणा स्कूल-८७ पहुंच कर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत करवाया। इसके साथ ही यह जानकारी भी दी कि आरोपित चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि गुरुवार को सेक्टर-८० में स्कूल बस ने बाइक सवार नीमका गांव निवासी चिंटू को टक्कर मार दी थी। इससे उसकी मौत हो गई थी। परिवारीजन ने पुलिस को बताया था कि चिंटू जूडो खिलाड़ी था। हमेशा की तरह गुरुवार को भी वह राज्य खेल परिसर में अभ्यास के लिए गया हुआ था। एसएचओ बीपीटीपी थाना इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि आरोपित बस चालक चरण सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है।
अभी अभी: बच्चन परिवार पर टूटा दुखो का पहाड़ ,शूटिंग के दौरान महानायक की बिगड़ी तबियत,अस्पताल में हुए भर्ती - नामनभारत अभी अभी: बच्चन परिवार पर टूटा दुखो का पहाड़ ,शूटिंग के दौरान महानायक की बिगड़ी तबियत,अस्पताल में हुए भर्ती हम सभी श्रीदेवी जैसी अदाकारा के निधन होने से काफी आहत हुए वहीं बॉलीवुड में आए दिन कोई न कोई दुखद खबर सुनने को मिल जा रही है। ऐसा लग रहा है मानों कब खत्म होगा ये दुखों का पहाड़ साल २०१७ भी बॉलीवुड के लिए काफी बुरा रहा वहीं साल २०१८ में भी कई बुरी खबरें सुनने को मिली। वहीं आपने अभी हाल ही में अभिनेता जितेंद्र को लेकर भी खबर सुनी होगी उनपर उनकी बहन ने ही यौन शोषण का आरोप लगाया था। तभी आज एक और बेहद ही दुखद खबर सामने आ गई। जी हां ये खबर बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन से जुड़ी हैं दरअसल उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई है। वह राजस्थान के जोधपुर में फिल्म ठग्स ऑफ हिंदुस्तान की शूटिंग कर रहे थे। तभी सेट पर उनकी तबीयत खराब हो गई। डॉक्टरों ने अमिताभ के तबियत खराब होने की वजह जोधपुर का बढ़ता तापमान बताया है। डॉक्टरों ने यह भी कहा है कि वह जल्द ही अमिताभ की तबीयत को लेकर अपडेट करेंगे। इस बीच, अपने पसंदीदा अभिनेता के बीमार पड़ने से करोड़ों फैंस चिंतित हो गए हैं। कहा जा रहा है कि फिल्म ठग्स ऑफ हिंदुस्तान में युद्ध के सीन में भारी भरकम कॉस्ट्यूम के कारण उन्हें थकावट महसूस हो रही है। बता दें कि जोधपुर में रात में भी ठग्स ऑफ हिंदुस्तान की शूटिंग चल रही थी। ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान जिस उपन्यास कन्फेशन ऑफ ए ठग पर बनाई जा रही है, उसके लेखक फिलिप मेडोज टेलर कासगंज आए थे। उनका उपन्यास बताता है कि इन ठगों ने ब्रिटिश हुकूमत की नाक में दम कर रखा था। इस फिल्म में पहली बार सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और आमिर खान एक साथ काम कर रहे हैं। फिलिप मेडोज टेलर की कासगंज यात्रा के बारे में जो जानकारी मिलती है , वो भी कम रोचक नहीं है। आमिर खान, अमिताभ बच्चन, कैटरीना कैफ और फातिमा सना शेख स्टारर फिल्म ठग्स ऑफ हिंदुस्तान की शूटिंग राजस्थान के मेहरानगढ़ किले में हो रही है। यहां फिल्म का अंतिम शेड्यूल शूट किया जा रहा था जिसमें अमिताभ बच्चन भी मौजूद थें। इस बात की जानकारी आज उन्होंने अपने एक ब्लॉग में दी। वह शूटिंग के लिए जोधपुर में हैं लेकिन खबरें हैं कि वह चार्टर्ड विमान से मुंबई के लिए रवाना हो गये हैं। उन्होंने लिखा है कि मैं अपने डॉक्टरों के दल से परामर्श के लिए जा रहा हूँ और आराम करूँगा। अमिताभ ने अपने स्वास्थ्य के बारे में आगे जानकारी देने की बात भी कही है। उन्होंने ब्लॉग में लिखा है कि कुछ लोग जीने के लिए काम करते हैं, बहुत कड़ी मेहनत करते हैं और दर्द में भी रहते हैं। उन्होंने लगातार शुभकामनाओं के लिए सभी का शुक्रिया भी अदा किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में अमिताभ मुंबई के लीलावती अस्पताल में भी भर्ती हुए थे। इसकी वजह रूटीन चेकअप बताया थी और अस्पताल से डिस्जार्च होने के बाद उन्होंने एक कविता भी पोस्ट किया था, जिसके लाइन की शुरुआत कुछ इस तरह थी, जी हां जनाब मैं अस्पताल जाता हूं, बचपन से ही इस प्रतिक्रिया को जीवित रखता हूं। ये कैसी परम्परा! पिता से कराई जाती है बेटी की जबरदस्ती शादी, खबर पढ़कर रो देंगे आप देखें विडियो : श्रीदेवी खूबसूरत दिखने के लिए जो करती थी उसे देख आप भी जिंदगी भर भूल नहीं पाएंगे अभी अभी.. बॉलीवुड की इस मशहूर गायिका का हुआ निधन, बॉलीवुड के साथ साथ देश के पीएम नरेंद्र मोदी को भी लगा बड़ा झटका अक्टोबर २५, २०१७ रजनी गोयल कम्मंट ऑफ ऑन अभी अभी.. बॉलीवुड की इस मशहूर गायिका का हुआ निधन, बॉलीवुड के साथ साथ देश के पीएम नरेंद्र मोदी को भी लगा बड़ा झटका काफी दिनों से फिल्मो से दूर हैं फरदीन खान ,अब हो चुकी है ऐसी हालत की पहचान पाना भी हुआ मुश्किल मार्च २५, २०१८ अंकिता कम्मंट ऑफ ऑन काफी दिनों से फिल्मो से दूर हैं फरदीन खान ,अब हो चुकी है ऐसी हालत की पहचान पाना भी हुआ मुश्किल
आपको बता दें कि विधानसभा चुनावों के नतीजों के आने से पहले ही राहुल गांधी इटली चले गए थे। राहुल ने खुद ट्वीट कर कहा था कि वह होली मनाने के लिए अपनी नानी से मिलने के लिए इटली जा रहे हैं। राहुल का इटली जाने का मुद्दा एक बार फिर राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया था। शाह ने कसा था तंज भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने भी राहुल गांधी के इटली दौरे पर तंज कसा था। नतीजों के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने आए शाह ने तंज कसते हुए कहा था कि मुझे व्हाट्सएप पर मैसेज आया है कि राहुल गांधी इसलिए इटली गए हैं क्योंकि वहां पर चुनाव हैं। हालांकि, अमित शाह का ये तंज सही ही निकला था, क्योंकि इटली में इन दिनों आम चुनाव हो रहे हैं। तीनों जगह भाजपा सरकार गौरतलब है कि ३ मार्च को आए नतीजों में कांग्रेस पार्टी को करारा झटका लगा है। भारतीय जनता पार्टी ने जहां त्रिपुरा में लेफ्ट के २५ साल के शासन को पटखनी देते हुए प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई। वहीं दूसरी तरफ नगालैंड में भी बीजेपी गठबंधन ने जीत हासिल की। मेघालय में कांग्रेस को सबसे ज्यादा २१ सीटें मिलीं थीं, इसके बावजूद भी बीजेपी और अन्य पार्टियों ने साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। मंगलवार को मेघालय में नई सरकार शपथ भी लेगी। तीन मार्च को आए पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के चुनावी नतीजों में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी जीत हासिल हुई। त्रिपुरा में लेफ्ट के किले को ढहाने के बाद नगालैंड और मेघालय में भी बीजेपी सरकार का हिस्सा बनने जा रही है। नतीजों के दो दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से पहली प्रतिक्रिया आई है। सोमवार की दोपहर राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि कांग्रेस पार्टी त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय के नतीजों का सम्मान करती है। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट में लिखा, ''कांग्रेस पार्टी मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा के नतीजों का सम्मान करती है। हम अपनी पार्टी को पूर्वोत्तर में मजबूत करने की पूरी कोशिश करेंगे और एक बार फिर लोगों का विश्वास जीतेंगे। मैं पार्टी के हर कार्यकर्ता को उनकी मेहनत के लिए धन्यवाद करता हूं।'' खुशखबरी: ऑफ सीजन में टिकट बुक कराने पर मिलेगा डिस्काउंट
बाइबल के विषय में (२) | राज्य के अवरोहण का सुसमाचार क्रूस पर यीशु के द्वारा बहाए गए लहू और उन सभी के साथ उसकी वाचा के अनुसार, जो उस पर विश्वास करते हैं, नए नियम का नाम रखा गया है। यीशु की वाचा यह थीः लोगों को उसके लहू बहाने के द्वारा अपने पापों की क्षमा के लिए सिर्फ उस पर विश्वास करना था, और इस प्रकार वे उद्धार पाएँगे, और उसके जरिए नया जन्म प्राप्त करेंगे, और आगे से पापी न होंगे; उसके अनुग्रह को प्राप्त करने के लिए लोगों को सिर्फ उस पर विश्वास करना था, और मरने के बाद उन्हें नरक में कष्ट नहीं भोगना होगा। अनुग्रह के युग के दौरान लिखी गई सभी पुस्तकें इस वाचा के बाद आईं, और वे सभी उस कार्य और उन कथनों को दर्ज करती हैं जो उसमें थीं। वे प्रभु यीशु के क्रूसारोहण या उस वाचा से प्राप्त उद्धार से आगे नहीं गए; वे सभी ऐसी पुस्तकें हैं जिन्हें प्रभु में हमारे भाईयों द्वारा लिखा गया था,जिनके पास अनुभव थे। इस प्रकार, इन पुस्तकों का नाम भी एक वाचा के अनुसार रखा गया हैः उन्हें नया नियम कहा जाता है। इन दोनों नियमों में सिर्फ अनुग्रह का युग एवं व्यवस्था का युग शामिल है, और इनका अंतिम युग के साथ कोई सम्बन्ध नहीं है। इस प्रकार, वर्तमान में लोगों के लिए जो अंतिम दिनों में रहते हैं बाइबल की बहुत ज़्यादा उपयोगिता नहीं है। सब से बढ़कर, यह सामयिक संकेत के रूप में कार्य करता है, किन्तु मुख्य रूप से इसकी उपयोगिता बहुत कम मूल्य रखती है। फिर भी धार्मिक लोग इसे अभी भी बहुत अधिक संजोकर रखते हैं। वे बाइबल को नहीं जानते हैं, वे सिर्फ बाइबल की व्याख्या करना जानते हैं, और वे बुनियादी तौर पर उसके मूलस्रोत से अनजान हैं। बाइबल के प्रति उनकी मनोवृत्तियाँ यह हैः बाइबल की हर चीज़ सही है, उस में कोई भ्रम या त्रुटि नहीं है। उसके बाद वे उसका अध्ययन करना प्रारम्भ करते हैं। क्योंकि उन्होंने पहले ही निर्धारित कर लिया है कि बाइबल सही है, और उस में कोई त्रुटि नहीं है, इसलिए वे बड़ी रूचि के साथ उसका अध्ययन और परीक्षण करते हैं। आज के कार्य की अवस्था को बाइबल में पहले से बताया नहीं गया था। सब से घने अंधकार में विजय के कार्य का कभी भी जिक्र नहीं किया गया था, क्योंकि यह नवीनतम कार्य है। क्योंकि कार्य का युग अलग अलग है, यहाँ तक कि स्वयं यीशु भी अनजान था कि कार्य की इस अवस्था को इन अंतिम दिनों के दौरान किया जाएगा - और इस प्रकार अंतिम दिनों के लोग कार्य की इस अवस्था का पता लगाने के लिए जाँच कैसे कर सकते थे? उनमें से बहुत से लोग जो बाइबल की व्याख्या करते हैं वे तार्किक अनुमान लगाते हैं, और उनके पास कोई वास्तविक पृष्ठभूमि नहीं होती है। वे अनेक चीज़ों का अनुमान लगाने के लिए मात्र तर्क का उपयोग करते हैं। क्योंकि साल दर साल, किसी ने भी बाइबल को खण्ड विखण्ड करने, या बाइबल को न कहने की हिम्मत नहीं की है, क्योंकि यह पुस्तक एक पवित्र पुस्तक है, और लोग ईश्वर के रूप में इसकी आराधना करते हैं। कई हज़ारों सालों तक ऐसा ही होता रहा है। परमेश्वर ने कोई ध्यान नहीं दिया, और किसी ने भी बाइबल के भीतर की कहानियों की खोज नहीं की। हम कहते हैं कि बाइबल को संजोकर रखना मूर्ति पूजा है, फिर भी उन में से कोई भक्त विश्वासी इस रीति से देखने की हिम्मत नहीं करता है, और वे तुम से कहते हैं: "भाई! ऐसा मत कहिए, यह बहुत भयानक है! तुम परमेश्वर की निन्दा कैसे कर सकते हो?" उसके आगे वे बड़े दर्द भरे अन्दाज में कहते हैं: "हे दयावान यीशु, उद्धार के प्रभु, मैं तुझ से विनती करता हूँ कि तू इसके पापों को क्षमा कर, क्योंकि तू वह प्रभु है जो मनुष्य से प्रेम करता है, और हम सभी ने पाप किया है, कृपया हम पर बड़ी करूणा दिखा, आमीन।" तुमने देखा कि वे कितने धर्मपरायण हैं; उनके लिए सच्चाई को स्वीकार करना आसान कैसे हो सकता है? तुमतुम्हारे कथन उन को अत्यधिक डरा देंगे। कोई भी यह सोचने की हिम्मत नहीं करेगा कि बाइबल को मानवीय विचारों और मानवीय धारणाओं से दागदार किया जा सकता है, और कोई भी इस त्रुटि को नहीं देख सकता है। बाइबल में कुछ मानवीय अनुभव और ज्ञान हैं, और इस में से कुछ पवित्र आत्मा का प्रकाशन है, और उसमें मानवीय बुद्धिमत्ता और विचार का सम्मिश्रण भी है। परमेश्वर ने इन चीज़ों में कभी भी हस्तक्षेप नहीं किया है, किन्तु इस में एक सीमा हैः वे सामान्य लोगों की सोच से आगे नहीं बढ़ सकते हैं, और यदि वे आगे बढ़ते भी हैं, तो वे परमेश्वर के काम में हस्तक्षेप करते हैं और बाधा डालते हैं। वह जो सामान्य लोगों की सोच से आगे बढ़ जाता है वह शैतान का काम है, क्योंकि वह लोगों को उनक कर्तव्यों से विहीन कर देता है, यह शैतान का कार्य है, और इसे शैतान के द्वारा निर्देशित किया जाता है, और इस घड़ी पवित्र आत्मा तुम्हें इस रीति से काम करने की अनुमति नहीं देगा। कई बार कुछ भाई और बहन पूछते हैं: "क्या इस प्रकार से काम करना ठीक है?" मैं उनकी स्थिति को देखता हूँ और कहता हूँ: "ठीक है!" कुछ ऐसे भी लोग हैं जो कहते हैं: "यदि मैं इस प्रकार से काम करता हूँ, तो क्या मेरी स्थिति सामान्य है?" और मैं कहता हूँ: "हाँ! यह सामान्य है, यह विशेष रूप से सामान्य है!" अन्य कहते हैं: "क्या इस रीति से काम करना ठीक है?" और मैं कहता हूँ: "नहीं!" वे कहते हैं: "यह उसके लिए तो ठीक है परन्तु मेरे लिए ठीक क्यों नहीं है?" और मैं कहता हूँ: "क्योंकि जो तुम कर रहे हो वह शैतान से आता है, तथा यह परेशान करता है, और तुम्हारे प्रोत्साहन का स्रोत दिगभ्रमित करने वाला है।" ऐसे भी समय होते हैं जब कार्य काफी आगे बढ़ नहीं पाता है, और भाईयो और बहनो को पता ही नहीं चल पाता है। कुछ लोग मुझ से कहते हैं कि उस प्रकार से काम करना ठीक है कि नहीं, और जब मैं देखता हूँ कि उनके काम भविष्य के कार्य में बाधा नहीं डालेंगे, तो मैं कहता हूँ: "यह अच्छा है।" पवित्र आत्मा का कार्य लोगों को एक दायरा देता है; लोगों को अक्षरत: पवित्र आत्मा की इच्छाओं का अनुसरण नहीं करना है, क्योंकि लोगों के पास सामान्य विचार और कमज़ोरियाँ होती हैं, और उनकी कुछ शारीरिक जरूरतें हैं, उनके पास वास्तविक समस्याएँ होती हैं, और उनके मस्तिष्क में ऐसे विचार होते हैं जिन्हें नियन्त्रित करने के लिए उनके पास मूल रूप से वे माध्यम नहीं होते हैं। जो कुछ मैं लोगों से मांगता हूँ उसकी एक सीमा है। कुछ लोग विश्वास करते हैं कि मेरे शब्दों में अस्पष्टता (अनेक अर्थ) है, यह कि मैं लोगों को किसी भी तरीके से कार्य करने को कह रहा हूँ - यह इसलिए है क्योंकि तुम नहीं समझते हो कि मेरी अपेक्षाओं में एक उपयुक्त दायरा है। यदि यह वैसा होता जैसा तुम कल्पना करते हो - यदि मैं बिना किसी अपवाद के सभी लोगों से वही मांग करता, और सभी से यही अपेक्षा करता कि उसी स्थिति को प्राप्त करें - तो यह काम नहीं करेगा। यह असंभव की मांग करना है, और यह मानवीय कार्य का सिद्धांत है, तथा परमेश्वर के कार्य का सिद्धांत नहीं है। लोगों की वास्तविक परिस्थितियों के अनुसार परमेश्वर अपने कार्य को अंजाम देता है, और यह उनकी स्वाभाविक योग्यता पर आधारित होता है। साथ ही यह सुसमाचार को फैलाने का भी सिद्धांत हैः तुम्हें धीरे धीरे आगे बढ़ना होगा, और जब तक तुम किसी से स्पष्ट रूप से सच नहीं कहते हो, तुम्हें प्रकृति को अपना पथक्रम लेने की अनुमति देना होगा। केवल तभी वे समझेंगे, और केवल उसी समय वे बाइबल को अलग रखने में सक्षम होंगे। यदि परमेश्वर ने कार्य की इस अवस्था को नहीं किया होता, तो कौन परम्पराओं से अलग होने के योग्य हो पाता? कौन नया कार्य करने के योग्य हो पाता? कौन बाइबल के बाहर एक नया पथ ढूँढ़ने के योग्य हो पाता? क्योंकि लोगों की पारम्परिक धारणाएँ और जागीरदारी सम्बन्धी नैतिक मूल्य इतने विचित्र हैं, कि उनके पास स्वयं इन चीज़ों को दूर हटाने के लिए कोई योग्यता नहीं है, और न ही उनके पास ऐसा करने का साहस है। यह इसके बारे में कुछ नहीं कहता है कि किस प्रकार आज बाइबल के कुछ वचनों के द्वारा लोगों को जकड़ लिया गया है, ऐसे वचन जिन्होंने उनके हृदयों में कब्जा कर लिया है। वे बाइबल को छोड़ने के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं? वे इतनी आसानी से किसी ऐसे मार्ग को स्वीकार कैसे कर सकते हैं जो बाइबल से बाहर है? यह तब तक नहीं होता है जब तक तुम बाइबल के भीतर की कहानियों को और पवित्र आत्मा के कार्य के सिद्धांतों को स्पष्ट रूप से नहीं बोल सकते हो, ताकि सभी लोग पूरी तरह आश्वस्त हो जाएँ - जिसकी सब से ज़्यादा जरूरत है। यह इसलिए है क्योंकि वे सभी जो धर्म के अन्तर्गत हैं वे बाइबल का बहुत आदर करते हैं, और परमेश्वर के रूप में उसकी आराधना करते हैं, साथ ही वे बाइबल के अन्तर्गत परमेश्वर को कैद करने की कोशिश भी करते हैं, और मामला यह भी है कि वे अपने लक्ष्य को तभी हासिल करते हैं जब वे एक बार फिर से परमेश्वर को क्रूस पर कीलों से ठोंक देते हैं। पिछलाबाइबल के विषय में (१) अगलाबाइबल के विषय में (३) कार्य और प्रवेश (४) कार्य और प्रवेश (१०) केवल वही जो परमेश्वर को जानते हैं, उसकी गवाही दे सकते हैं केवल परमेश्वर के प्रबंधन के मध्य ही मनुष्य बचाया जा सकता है
आईएएस अधिकारियों को मोदी का मंत्र,साहस से ही बदलेगा पूरा तंत्र - अपलाइव हिन्दी #न्यूज : पुलवामा हमले के पर बोले उपराष्ट्रपति, 'सिर्फ निंदा से कुछ नहीं होगा, पाक को सख्त सबक देने की जरूरत' होम देश आईएएस अधिकारियों को मोदी का मंत्र,साहस से ही बदलेगा पूरा तंत्र आईएएस अधिकारियों को मोदी का मंत्र,साहस से ही बदलेगा पूरा तंत्र प्रधानमंत्री मोदी ने सहायक सचिवों के पहले सत्र में २०१५ के आईएएस अधकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे नकारात्मकता को छोड़ परिवर्तन को आगे बढ़ाने की राह पर चलें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को उस मानसिकताओं से दूर रहना चाहिए जो विकास की राह में बाधा बनती है। उन्होंने कहा कि बदलाव को आगे बढ़ाने के लिए साहस और सकारात्मकता की आवश्यकता पड़ती है। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को बताया कि हमारा देश उन देशों से पिछड़ रहा है जिन्होंने भारत के समय या बाद में आजादी प्राप्त की और उनके पास संसाधनों और नेतृत्व की भी कमी थी। पीएम का कहना था कि ऐसे देश विकास के मामले में नई कीर्तिमान बना रहे हैं। यह आईएएस अधिकारियों का तीसरा बैच है जिनसे पीएम मोदी मुलाकात कर रहे हैं। पीएम मोदी ने सहायक सचिव पद पर तैनात होने वाले नए २०१५ के आईएएस अधिकारियों को अनुभव ग्रहण करने का एक तरीका बताया। उन्होंने कहा कि वे अनुभवी सहायक सचिवों और अधिकारियों के साथ वार्तालाप करें,उनसे उनका अनुभव जानें ताकि व्यवस्था को इसका लाभ मिल सके। इस वर्ष तीन जुलाई से २९ सितंबर तक ४२ मंत्रालयों के ३८ विभागों में कुल १७५ आईएएस अधिकारियों को सहायक सचिव पद के लिए तैनात किए गए हैं। ये अधिकारी मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में दूसरे चरण का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यहां तैनात किए गए हैं। पिछला लेखअखिलेश राज में अपर्णा की एनजीओ पर मेहरबान, गो सेवा आयोग अगला लेखविद्यार्थियों के लिए मोदी लिखेंगे किताब,बताएंगे-पढ़ा कैसे जाए
एनजे १०३८ एम वाईए ४ असर होम > उत्पादों > एनजे १०३८ एम वाईए ४ असर (एनजे १०३८ एम वाईए ४ असर के लिए कुल 2४ उत्पादों) थोक चीन से एनजे १०३८ एम वाईए ४ असर , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते एनजे १०३८ एम वाईए ४ असर खोजने की आवश्यकता है। बस एनजे १०३८ एम वाईए ४ असर पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे एनजे १०३८ एम वाईए ४ असर का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
क्राइम न्यूज : सीसीटीवी कैमरे में हुई वारदात कोटा. महावीर नगर थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह चार अज्ञात चोर एक सूने मकान में महज १७ मिनट में चोरी कर फुर्र हो गए। १७ मिनट की इस अवधि में चोरों ने घर के मेन गेट को तोडऩे की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं टूटा, तो उन्होंने गेट के चारों कब्जे ही तोड़ दिए। इसके बाद वे सीधे बेडरूम में पहुंचे और वहां लोहे की रोड से अलमारी व अंदर के लॉकर को तोड़ा और उसमें रखी नकदी व जेवर ले गए। चोरी की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। रेड मोर :बहन की बेटी को बीयर पिलाकर किया रेप, मां के साथ थाने पहुंचकर लगाई न्याय की गुहार महावीर नगर तृतीय की परिजात कॉलोनी के मकान संख्या १०-जी-१२ निवासी दंत रोग विशेषज्ञ डॉ.अजय कुमार गुप्ता सोमवार सुबह वे क्लिनिक गए हुए थे। उनकी पत्नी व बेटी भी करीब ११ बजे क्लिनिक आए गए। इसी दौरान उनकी गली में चार अज्ञात युवक आए। इसमें से दो युवक रूककर वहां इंतजार करने लगे। इसी दौरान दो युवक मकान की बाहरी चारदीवारी लांघकर भीतर घुस गए और मुख्य दरवाजे पर लगे ताले को तोडऩे का प्रयास किया। जब ताला नहीं टूटा, तो उन्होंने गेट के चारों कब्जे ही तोड़ दिए। इसके बाद दोनों मकान के भीतर घुसे तथा तेजी से बेडरूम में गए और वहां अलमारी के गेट को और उसके बाद अलमारी के भीतर लॉकर को भी सरिए से तोड़ दिया। इसके बाद चोर लॉकर में रखे करीब ७० हजार रुपए व करीब पौने तीन लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात चुरा ले गए। जब चिकित्सक घर पहुंचे तो मेन गेट टूटा हुआ था। इस पर वे भीतर गए तो अलमारी व उसका लॉकर टूटा हुआ था तथा गहने व नकदी चोरी हो चुकी थी। इस पर उन्होंने मामले की सूचना महावीर नगर पुलिस को दी। पुलिस ने अज्ञात जनों के खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज की। डॉ.गुप्ता ने बताया कि पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। चोर सोमवार सुबह ११.४६ बजे घर में घुसे और इसके महज १७ मिनट बाद १२ बजकर ३ मिनट पर घर से चोरी कर निकल गए। चोरों के घर में घुसने से निकलने तक की पूरी फुटेज सीसीटीवी में कैद हो गई। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश कर रही है। पुलिस हुलिए से मिलते जुलते आरोपियों व पहले चोरियों की वारदात के चालानशुदा व आदतन अपराधियों की भी तलाश कर रही है। रैकी का जताया शक डॉ.गुप्ता ने बताया कि चोर शायद काफी समय से उनके मकान की रैकी कर रहे थे। सुबह वे घर से उनके केशवपुरा स्थित डेंटल क्लिनिक निकल जाते है। वहीं उनकी पत्नी भी सुबह करीब ११ बजे बाहर निकल जाती है। इस दौरान केवल उनकी बेटी ही घर पर रहती है। उनकी पत्नी कमरदर्द होने से कई दिनों से घर से बाहर नहीं जा रही थी। सोमवार को ही वह बेटी को लेकर क्लिनिक आई थी और इसी दौरान चोरों ने वारदात को अंजाम दे डाला। उन्होंने कहा ये तो अच्छा हुआ पत्नी बेटी को भी साथ ले आई, नहीं तो पता नहीं क्या होता।
होम झकाश तमन्ना भाटिया को है आपसे ज्यादा बॉलीवुड का ज्ञान, अगर आप जानते हैं उनसे अधिक तो खेलिए झक्कैश एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया झकाश खेलने के लिए काफी एक्साइटेड हैं। वह कल यानि होली के दिन शाम ६ फेसबुक पर आपको हराने के लिए तैयार बैठी हैं। तमन्ना भाटिया। (फोटोः इंस्टाग्राम) आपका इंतजार खत्म हो गया है। फेसबुक पर झकाश का दूसरे एपिसोड में खेलने का समय आ गया है। इसके पहले एपिसोड में काफी ऑडियंस और बॉलीवुड हस्तियों ने हिस्सा लिया। आपको लगता है कि आपने खेलने का पहला अवसर गवा दिया है तो आपके पास दोबारा मौका है ५०,०००* रुपए तक नकद जीतने का। झकाश का दूसरा एपिसोड कल (होली) शाम ६ बजे लाइव होने वाला है। लेकिन आप अकेले नहीं जो इस गेम को खेलेंगे। बॉलीवुड के हमारे पसंदीदा स्टार्स भी आप की तरह झकाश खेलने के लिए एक्साइटेड हैं। बाहुबली और केजीएफ स्टार तमन्ना भाटिया ने हमारे साथ कुछ ट्रिविया (बॉलीवुड से जुड़ी जानकारी) शेयर किया है। क्या आप जानते हैं की फिल्म ३ इडियट्स में प्रेग्नेंसी सीन फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस के लिए फिल्माया गया था? यह जानकारी हमारे लिए सच में अचंभित करने वाली है और इससे भी ज्यादा ये कि तमन्ना भाटिया को इसकी जानकारी थी। अगर आपके पास तमन्ना भाटिया की तरह बॉलीवुड की जानकारी का भंडार है? तो कल दूसरे एपिसोड में हिस्सा लेने के लिए झकाश फेसबुक पाग को लाइक और फॉलो करें। हां, हम जानते हैं कि कल होली है, जिसकी वजह से आपके लिए कुछ स्पेशल और छोटा सरप्राइज भी है। यहां देखिए तमन्ना भाटिया का बॉलीवुड ज्ञान बस देने १० सवालों के जवाब आने वाले हफ्तों में बॉलीवुड के और स्टार आपसे अपनी बॉलीवुड की रूचिकर जानकारी शेयर करेंगे, जिससे गेम के प्रति आपका उत्साह बना रहेगा। आप लोगों को जानने की जरूरत है, आपको सभी १० सवालों को सही जवाब देने होंगे। यह समय है अपनी बॉलीवुड की जानकारी बढ़ाने का और हमारे पूछे गए १० सवालों को जवाब देने का। झकाश को कुबरा सैत होस्ट करेंगी और आपसे १० सवाल पूछेंगी। तो उत्तर देने की तैयारी शुरू करिए।
मोदी सरकार-२.० के 5० दिन, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास मंत्र के तहत लिए गए ताबड़तोड़ फैसले | परफॉर्म इंडिया होम नरेंद्र मोदी विशेष मोदी सरकार-२.० के 5० दिन, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास... प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के दूसरे कार्यकाल की हाफ सेंचुरी २१ जुलाई को पूरी हो गई। मोदी सरकार २.० ने अपने पहले 5० दिनों में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र के तहत देश के हर वर्ग, हर क्षेत्र के विकास के लिए तीव्र गति से काम किया है। 3० मई को शपथ लेने के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मंत्रिमंडल के सहयोगी दिन-रात एक कर के पूरी क्षमता के साथ काम में जुटे हैं। जाहिर है कि इस बार २०१४ से भी बड़े जनमत से सत्ता में दोबारा लौटे प्रधानमंत्री मोदी ये बाखूबी समझते हैं कि जनता की उनके अपेक्षाएं बहुत ज्यादा हैं और पांच वर्षों में देशवासियों की आकाक्षाओं को पूरा करना उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। यही वजह है कि मोदी सरकार ने अपने दूसरी कार्यकाल के पहले ५० दिनों मे गांव, गरीब और किसान से लेकर उद्यमियों और श्रम सुधारों की दिशा में जबरदस्त काम किया है। एक नजर डालते हैं मोदी सरकार के ५० दिन के कामकाज पर- * सेना के जवान और पुलिस के शहीदों के बेटे-बेटियों की छात्रवृति बढ़ाई * सेना के अनेक वर्गों के साथ न्याय किया * सभी किसानों को किसान सम्मान निधि के दायरे में लाया गया, १४ करोड़ से अधिक किसानों को सालाना ६००० रुपये मिलेंगे * किसानों के लिए लागत से ५० फीसदी ज्यादा मूल्य सुनिश्चित किया * सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए १४ सूत्रीय फॉर्मूले पर काम शुरू किया * खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का फैसला किया गया * १० हजार फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (फ्पो) के गठना का ऐलान * गांव और गरीबों के कल्याण पर फोकस, २०२२ तक हर घर तक गैस और बिजली कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य * २०२२ तक पीएम आवास योजना(ग्रामीण) के तहत १.९५ करोड़ घर बनाने का लक्ष्य, इस दिशा में तेजी से काम * हर घर तक साफ पेयजल पहुंचाने का फैसला, सरकार ने महत्वाकांक्षी परियोजना जल जीवन मिशन पर काम शरू किया। इसके लिए अलग जल शक्ति मंत्रालय का गठन * श्रम कानूनों में सुधार करते हुए कामगारों के लिए चार कोड लाने का फैसला। सरकार ने ४४ श्रम कानूनों को मिलाकर ४ श्रम संहिताएं बनाने का फैसला किया * १३ श्रम कानूनों को मिलाकर बने स्वास्थ्य और कार्यदशाओं से संबंधित बिल ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशन बिल २०१९ के मसौदे को मंत्रिमंडल से मंजूरी * स्वास्थ्य और कार्यदशा से संबंधित बिल से ४० करोड़ कर्मचारी लाभान्वित होंगे। छोटे कारखानों में काम करने वाले कामगारों को भी नियुक्ति पत्र मिलेगा। हर साल श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच भी जरूरी की गई है। * न्यूनतम वेतन से संबंधित प्रावधान को भी सरकार की मंजूरी * स्टार्ट अप के लिए टीवी चैनल शुरू करने का फैसला * निवेश बढ़ाने के लिए विशेष प्रावधान किया गया * जम्मू-कश्मीर में सरकार ने सख्ती की और अलगाववादियों को अलग-थलग कर दिया * मोदी सरकार संसद सत्र में ही जम्मू-कश्मीर रिजर्वेशन बिल दोनों सदनों में पास कराने में सफल रही। इस विधेयक के तहत जम्मू कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के १० किलोमीटर के दायरे में रहने वालों को शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में ३ फीसदी आरक्षण को विस्तार दिया गया। * जम्मू कश्मीर आरक्षण अधिनियम सीधी भर्ती, प्रमोशन और विभिन्न श्रेणियों में कई व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आरक्षण देता है, लेकिन इसका विस्तार अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे व्यक्तियों के लिए नहीं था। लेकिन इस बिल के कानून बन जाने के बाद यह लोग भी आरक्षण के दायरे में आ जाएंगे। * जम्मू-कश्मीर पर भी सरकार का खास फोकस रहा। टेरर फंडिंग की शिकायतों को केंद्र ने गंभीरता से लिया। जम्मू-कश्मीर बैंक के चेयरमैन को हटाने के साथ स्थानीय नेताओं की सिफारिशों पर हुई सौ से ज्यादा भर्तियों की जांच शुरू की। * छोटे कारोबारियों के लिए प्रधानमंत्री कर्म योगी मानधन योजना की शुरुआत की गई। इसके तहत १.५ करोड़ से कम वार्षिक टर्नओवर वाले करीब तीन करोड़ दुकानदारों को पेंशन मिलेगी। * बड़े कारोबारियों को भी सहूलियत देने का फैसला किया गया। ४०० करोड़ सालाना टर्नओवर पर २५ प्रतिशत कॉरपोरेट टैक्स लगेगा। पहले २५0 करोड़ पर यह दर लगती थी। * बैंकिंग सेक्टर की दशा सुधारने के लिए ७० हजार करोड़ रुपये जारी करने का फैसला * सड़क, पुल, बिजली जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्टों में १०० लाख करोड़ रुपये के निवेश का फैसला * भ्रष्टाचार पर सख्ती, करप्शन के आरोपी अफसरों को नियम ५६ के तहत नौकरी से हटाया गया * भारत को ५ ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए पुख्ता रोडमैप तैयार * पोंजी स्कीमों से होने वाली लूट को खत्म करने के लिए बिल लाया गया * मेडिकल पीजी में प्रवेश के लिए एक ही नीट परीक्षा का निर्णय * १७वीं लोकसभा के मौजूदा सत्र के दौरान पिछले २० साल में सबसे अधिक कामकाज हुआ। कामकाज का स्तर १२८ प्रतिशत रहा है। * मानसून सत्र के दौरान १७ बिल पास हुए। वहीं १०४ नए बिल पेश किए गए हैं। प्रेवियस आर्टियलप्रधानमंत्री मोदी ने दी एथलीट हिमा दास को बधाई
एक फ्रांस के टीवी कैनाल प्लस द्वारा विशेष खुफिया जांच से सामने आया हैं की संरक्षण के नाम पर मध्य प्रदेश में कान्हा टाइगर रिजर्व से हजारो की संख्या में आदिवासी लोगों को वाहर निकाला जा रहा हैं। जबकि टाइगर रिज़र्व में एक लाख से भी अधिक पर्यटक हर साल आते हैं। मूलनिवासी लोगों को विस्थापित कर बड़ी संख्या में पर्यटकों की भीड़ को आकर्शित करने वाली संरक्षण नीति की जितनी आलोचना की जाये उतनी काम हैं। आदिवासियों को घरो से निकला जा रहा हैं लेकिन पर्यटकों क लिए रिसॉर्ट्स, होटल्स अवं सुख सुविधा की साड़ी चीज़ें रिज़र्व के अनदर ही मुहैय्या करायी जा रही हैं। टीवी चैनल के एक रिपोर्टर ने २०१४ में घर से बेदखल किये गए बैगा जनजाति के परिवारों का दौरा किया और वह ये देख कर हैरान रह गया था की उन आदिवासीयो का जीवन पूरी तरह से तबाह हो गया था। सर्वाइवल इंटरनेशनल नाम की संस्था जो की विश्व में जनजातियों के हितो के लिए काम करती हैं के अनुसार अपने घरो से बेदखल किये हुए आदिवासी आसपास के गांवों में बिखरे हुए हैं तथा जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे है। प्रसासन आदिवासियों को अपने घरो से हटते समय विस्ताफिथ हुए जनजातियों के पुनर्निवास अवं आजीविका का पूरा खयाल रखने का वादा करती हैं लेकिन ये वादे सिर्फ कागजो पर ही सीमित होते हैं।
देश में कांग्रेस का जनाधार बढ़ा : छोटन लाल बिलासपुर : कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की बैठक कपाल मोचन में एससी सैल प्रदेश कार्यकारणी सदस्य एवं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता छोटनलाल की अध्यक्षता में हुई। छोटन लाल ने कहा कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने से युवा शक्ति में नए ऊर्जा का संचार होगा। युवा पार्टी की रीढ़ है और देश की युवा शक्ति की कार्यप्रणाली को देखते हुए सही समय पर किया गया सही फैसला है। भले ही गुजरात में पार्टी को सत्ता नहीं मिली हो लेकिन पार्टी का वोट प्रतिशत व सीटें बढ़ी है। यह सब केवल राष्ट्रीय प्रधान राहुल गांधी की मेहनत का नतीजा है। गुजरात में सीटें बढ़ने से हरियाणा सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी का जनाधार बढ़ा है। मौके पर काकू राम नाथ बिलासपुर, रामकुमार सैनी बिलासपुर, बिल्लू बिलासपुर, गुरूदेव सह सरपंच भीलछप्पर, बख्शीश सह कोतरखाना, पूर्व सरपंच धर्मपाल नोशहरा, कृष्ण श्यामपुर, सोमबीर जोगीवाड़ा, जगदीश जोगीवाड़ा, रामपाल बुढेड़ी, धर्मबीर व अन्य उपस्थित थे
चरम कैसे एक अच्छा विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनने के लिए दाएं पेडल - गैस। शुरुआत में, गैस और क्लच "सहयोग"। जब चलती है, जब गति परिवर्तन पारित हो जाता है, तो क्लच पेडल भी जारी किया जाता है, और फिर गैस बुझ जाती है। विदेशी मुद्रा सबसे बड़ी मुद्रा में से एक हैदुनिया में बाजार। कुछ के लिए यह केवल एक जगह है जहां आप मुद्रा का आदान-प्रदान कर सकते हैं, लेकिन कई लोगों के लिए यह भी पैसा बनाने का अवसर है। आइए यह पता लगाने की कोशिश करें कि वहां एक नवागंतुक कैसे प्राप्त करें और जलाएं। संभाव्य बैठकों की सूची में, लेख ने सुझाव दिया है कि सोनी कॉर्पोरेशन (एसएनई) गोपीरो के लिए अच्छा फिट होगा जबकि सोनी के पास बहुत से कैमरा अनुभव है, इस विचार को गोद लिया गया है क्योंकि गियोओ ने पहली बार इस दृश्य को मारा। ऐसा प्रतीत होता है, गोपीओ के डूबने को देखते हुए, सोनी प्रलोभन का विरोध करने के लिए बुद्धिमान थी - यह मानते हुए कि यह कभी दिलचस्पी थी - पिछले साल। गोप्रो की मौजूदा कम कीमत, हालांकि, पास करना मुश्किल हो सकता है ऑनलाइन गेम से पैसा बनाने के लिए इस तरह के लोग कुछ ही तरह दिखते हैं कैसे एक अच्छा विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनने के लिए अवास्तविक। वे डिस्क पर एनालॉग के रूप में खेलों का प्रतिनिधित्व करते हैं और मनोरंजन के लिए सिर्फ एक साधन हैं, कुछ और नहीं यह आप एक बैंक जमा पर की तुलना में काफी बेहतर लाभ प्राप्त करने के लिए अनुमति देता है। हालांकि, हम खाते में अपेक्षाकृत काफी जोखिम लेने चाहिए। आईफोन सॉफ्टवेयर मूल रूप से १६ ऐप्स के साथ पूर्वस्थापित किया गया था: टेक्स्ट, कैलेंडर, फोटो, कैमरा, यूट्यूब, स्टॉक, मैप्स, मौसम, घड़ी, कैलक्यूलेटर, नोट्स, सेटिंग्स, फोन, मेल, सफारी, आईपॉड। आईफोन को संस्करण २ तक ऐप स्टोर नहीं दिखाई देगा, जिसके साथ इसकी पहली सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट भी थी। इन्हें डेस्कटॉप क्लास एप्लिकेशन और नेटवर्किंग के रूप में भी वर्णित किया गया था, न कि कैसे एक अच्छा विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनने के लिए मोबाइल ऐप जिन्हें आज विशेष रूप से वर्णित किया गया है। उसने एक लाभदायक तकनीक बनाई, जिसे "निगल" कहा जाता है, या एक नए आने वाले के रूप में एक दिन में ७,००० रुब्ल्स से कमाई शुरू करने के लिए? " कैसे एक अच्छा विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनने के लिए - बाइनरी विकल्प ब्रोकर समीक्षा अब आपको जो चाहिए वह सफल वरिष्ठ डेटिंग पर समय-परीक्षण युक्तियाँ हैं। वे अधिकतम मूल्य का प्रतिनिधित्व करते हैं जो एक खरीदार एक सुरक्षा के लिए भुगतान करने के इच्छुक है (यह बोली के लिए जाता है) और न्यूनतम मूल्य जो विक्रेता एक सुरक्षा के लिए प्राप्त करने के इच्छुक है (पूछें) आप देख सकते हैं कि कुछ उदाहरण हैं जब एमएसीडी और स्टेचैस्टिक्स एक साथ पार करने के करीब हैं - जनवरी २००८, मध्य मार्च और मध्य अप्रैल, उदाहरण के लिए। ऐसा लगता है जैसे वे इस आकार के चार्ट पर एक ही समय में क्रॉस करते थे, लेकिन जब आप करीब से नज़र रखते हैं, तो आप पाएंगे कि वे वास्तव में एक-दूसरे के दो दिनों के भीतर पार नहीं कर पाए थे, जो स्थापित करने का मानदंड था यह स्कैन आप कैसे एक अच्छा विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनने के लिए मानदंड को बदलना चाह सकते हैं ताकि आप उस सीमा को शामिल कर सकें जो एक व्यापक समय सीमा के भीतर हो, ताकि आप नीचे दिखाए गए लोगों की तरह चालें प्राप्त कर सकें। इसके पहले की भारत की अर्थव्यवस्था की गति और इसकी मजबूती पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में माना गया है कि भारत चीन से आगे बढ़कर वैश्विक विकास के आर्थिक स्तंभ के रूप में उभरा है और आने वाले दशक में वो नेतृत्व जारी रखेगा। सेंटर फॉर इंटरनेशल डेवलपमेंट (सिड) ने २०२५ तक सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्थाओं की लिस्ट में भारत को सबसे ऊपर रखा है। सिड के अनुमान के अनुसार भारत २०२५ तक सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं की सूची में सबसे ऊपर है। सिड के रिसर्च से ये निकलकर आया है कि वैश्विक आर्थिक विकास की धुरी अब भारत है। चीन की तुलना में दुनिया का भारत पर भरोसा बढ़ा है, जो आने वाले एक दशक से अधिक समय तक कायम रह सकता है। फिकिंग वैल्यू का व्यवसाय निश्चित रूप से बहुत ही आकर्षक हो सकता है, और चूंकि बैंकरों के पास नकली कितनी वास्तविक बाधा नहीं है, इसलिए वे हमेशा खुद को अधिक महत्व देते हैं। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य हबीबगंज रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय पारगमन हब के रूप में विकसित करना है, जिसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध हो। "तश्तरी" यह केवल खरीदने के लिए संकेत है जब बार चार्ट शून्य रेखा से अधिक है। एक को ध्यान में रखना चाहिए: डेमो खाते में व्यावहारिक कौशल हासिल करने के बाद, एक व्यापारी असली धन के साथ टॉरस में स्थानांतरित कर सकता है। वास्तविक खाते की मुद्रा यूर या उसड है। दलाल का असली कैसे एक अच्छा विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनने के लिए खाता कुछ ही मिनटों में नि: शुल्क खुलता है। एंटीना डी-लिंक एएनटी २४-०७०० इनडोर उपयोग के लिए एक चाबुक एंटीना का एक रूप है। किसी भी कोड़ा एंटीना की तरह, अंत२४-०७०० एक ओमनी-दिशात्मक क्षैतिज विमान में (समदैशिक) है, लेकिन नियमित रूप से कोड़ा एंटेना है, जो सबसे एक्सेस पॉइंट के साथ पूरा हो गया है, यह ७ दबी के उच्च लाभ अलग करता है। यह सरल ऑर्डर संकेतक अपने खुद के ट्रेडों पर नज़र रखने एवं दूसरों की गतिविधियों का विश्लेषण करने की अनुमति देता है। यह चार्ट पर आपके ट्रेडों को प्रदर्शित करता है, यह दर्शाता है कि आपके ट्रेड कब खोले व बंद किए गए, तथा लाभ एवं नुकसान को भी दिखाता है (मुद्रा व पिप्स में दर्शाया हुआ)।
निर्भया मामला: दोषी मुकेश ने फांसी की तारीख टलवाने के लिए अदालत का रूख किया नयी दिल्ली, १५ जनवरी (भाषा) निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में मौत की सजा पाये चार दोषियों में से एक मुकेश कुमार सिंह ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय का रूख किया। उसने न्यायालय से उसकी फांसी की सजा की तिथि को इस आधार पर स्थगित किये जाने का अनुरोध किया है कि उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के समक्ष लंबित है। याचिका का उल्लेख अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा के समक्ष किया गया है जिन्होंने बृहस्पतिवार के लिए राज्य और पीड़िता के अभिभावक को नोटिस जारी किये। अदालत ने मुकेश के वकील से कहा कि अभियोजक को याचिका की नयी दिल्ली, १५ जनवरी (भाषा) निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में मौत की सजा पाये चार दोषियों में से एक मुकेश कुमार सिंह ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय का रूख किया। उसने न्यायालय से उसकी फांसी की सजा की तिथि को इस आधार पर स्थगित किये जाने का अनुरोध किया है कि उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के समक्ष लंबित है। याचिका का उल्लेख अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा के समक्ष किया गया है जिन्होंने बृहस्पतिवार के लिए राज्य और पीड़िता के अभिभावक को नोटिस जारी किये। अदालत ने मुकेश के वकील से कहा कि अभियोजक को याचिका की प्रति उपलब्ध कराई जाये। निचली अदालत द्वारा इन दोषियों को फांसी देने के लिये वारंट जारी करने के सात जनवरी के आदेश के खिलाफ दोषी की याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने विचार करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने उसकी सुधारात्मक याचिका को खारिज कर दिया था। उसने उसी दिन राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर की। दक्षिण दिल्ली में १६-१७ दिसंबर, २०१२ की रात में चलती बस में छह दरिंदों ने २३ वर्षीय छात्रा से सामूहिक बलात्कार के बाद बुरी तरह से जख्मी हालत में पीड़िता को सड़क पर फेंक दिया था। इस छात्रा की बाद में २९ दिसंबर, २०१२ को सिंगापुर के एक अस्पताल में मृत्यु हो गयी थी।(यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड हुआ है। इसे नवभारतटाइम्स.कॉम की टीम ने एडिट नहीं किया है।) अजमेर शरीफ दरगाह: पीएम मोदी की तरफ से मुख्तार अब्बास नकवी न.. दरियादिल सलमान खान ने फिर किया नेक काम, गोद लिया बाढ़ पीड़ित.. राजस्थान: दिल्ली हिंसा में हुए शहीद, हेड कॉन्स्टेबल रतन ला..
३१ हजार रु सैलरी, इस तारीख से पहले करना होगा आवेदन - हरपाल इंडिया होम कारोबार ३१ हजार रु सैलरी, इस तारीख से पहले करना होगा आवेदन रीजनल कैंसर सेंटर द्वारा अनुबंध के आधार पर फिल्ड इन्वेस्टीगेटर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. पात्र और योग्य उम्मीदवार इस नौकरी के लिए २३ जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि यह आवेदन करने की अंतिम तिथि है. इस नौकरी के लिए आप जल्द से जल्द आवेदन कर दें. नौकरी के लिए पात्र और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने की अंतिम तिथि, आवेदन शुल्क, नौकरी के लिए चयन प्रक्रिया, नौकरी के लिए आयु सीमा, जिन पदों पर भर्ती निकली उनका विवरण, पदों के नाम, नौकरी के लिए शैक्षणिक योग्यता, कुल पदों की संख्या जैसी नौकरी से जुड़ी बेहद महत्वपूर्ण जानकारी नीचे विस्तार से प्राप्त कर सकते हैं. चयनित उम्मीदवारो को ३१००० रु प्रतिमाह वेतन मिलेगा. पोस्ट का नाम फिल्ड इन्वेस्टीगेटर पात्र उम्मीदवारों का नौकरी के लिए इस तरह से होंगा चयन. इस पोस्ट के लिए आवेदन करना हो तो अभ्यर्थी को मान्यता प्राप्त विश्वविध्यालय से मा, म्स्व डिग्री प्राप्त होना ज़रूरी है. आवेदन करने की अंतिम तिथि २३.०१.2०१9 नौकरी के लिए पात्र उम्मीदवार इस तरह आसानी से कर सकते हैं आवेदन. प्रेवियस आर्टियलसंत कबीर नगर प्रसाशन की लापरवाही से नाराज लोगों ने सड़क पर बनाई मोदी जी समाधि नेक्स्ट आर्टियलअखिलेश यादव का भाजपा पर तंज.. ब्जप नेता- कार्यकर्ता बसपा-सपा में आने को बेचैन स्पॉट फिक्सिंग के दावे पर पर फंस गया ये बल्लेबाज, मिल... नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी नज़र आये बाल ठाकरे के अवतार में; उनकी ये... संत कबीर नगर गांव वालों ने महंत का सिर मुड़वा... चेन्नई ने धौनी, रैना, जडेजा को बनाए रखा जानिए कौन हैं बदरूद्दीन अजमल, जिनके बढ़ते सियासी कद से सेना...
निरामिष: पादप एवं जंतु -२: पोषण का अंतर पिछले भाग में हमने देखा कि पादपों और जंतुओं के कोशिकाओँ और ऊतकों में क्या फर्क है । इस भाग में हम पोषण के फर्क और समानता को समझने का प्रयास करते हैं । इसमें भी मैंने कई जगह से सामग्री ली है - किन्तु नीचे सिर्फ न्सर्ट पुस्तकों के लिंक ही दे रही हूँ, जो कि (आठवी और सातवी कक्षा की ) स्कूली किताबें हैं, क्बसे के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम के लिए । भोजन हर जीव लिए आवश्यक है - जंतुओं के लिए भी, और पादपों के लिए भी। किन्तु इन दोनों में बहुत से फर्क हैं । पहली बात तो यह कि जंतुओं को विचरण करना होता है - तो उनमे पेशियाँ होती हैं - और उन्हें ऊर्जा अधिक चाहिए । पादप एक स्थान पर स्थिर रहते हैं - सो उन्हें जंतुओं की तुलना में कम भोजन चाहिए, किन्तु भोजन चाहिए अवश्य। दूसरी बात यह कि, जंतुओं को विचरण करते हुए चोटिल होने की भी संभावना है, और हिल सकने की काबिलियत से उस चोट के स्रोत से दूर हटने / बचने भागने की भी । ये दोनों ही बातें पादपों में नहीं हैं । सो दर्द महसूस करने / खतरे के स्रोत को देखने / सूंघने / सुन पाने से अपने शरीर की रक्षा की संभावनाएं जंतुओं में अधिक हैं । इसिलिये तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) अधिक विकसित होता है । हम इलेक्ट्रोनिक इंजीनियर्स जो आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क्स बनाते हैं, उसमे पढ़ते हैं की जीवों का तंत्रिका तंत्र कैसे सीखने की प्रक्रिया करता है । इसे विकसित होने के लिए फिडऐक लूप पूरा होना चाहिए - एक तरफा दर्द महसूस भर करने और उससे बच न पाने की स्थिति में यह पूरा नहीं हो पाता । हम मनुष्यों के डॉक्टर्स भी बताते हैं की कैसे, जिन बच्चों का दिमाग ठीक से विकसित नहीं हुआ हो - वे मानसिक कमजोरी के चलते धीरे धीरे अपनी उम्र के दूसरे बच्चों से शारीरिक रूप से भी पिछड़ जाते हैं - क्योंकि फिडऐक लूप अधूरा होता है। अब आते हैं भोजन की आवश्यकता की आपूर्ति पर । यदि कोई जीव अपना भोजन स्वयं संश्लेषित (फोटोसिंथेसिस) कर सकते हैं - तो इस प्रक्रिया को स्वपोषण कहते हैं। यह सिर्फ वे पादप ही कर सकते हैं जिनमे क्लोरोफिल हो। जंतु यह नहीं कर सकते - वे पूरी तरह बाहरी स्रोतों पर निर्भर हैं पोषण के लिए। जंतुओँ को (और ऐसे पौधों को जो पोषण के लिए दूसरे पर निर्भर हैं) विषमपोषी कहते हैं। पत्तियां पादपों की खाद्य फैक्टरियां हैं। यहाँ कुछ चित्र आप देख सकते हैं इस संश्लेषण की प्रक्रिया पर। कुछ पौधों में पत्तियां नहीं, बल्कि हरी टहनियां और तने भी संश्लेषण करते हैं । इनमे नन्हे छिद्र (रंध्र या स्टोमाता ) होते हैं - जिससे ये कार्बन डाई ओक्साइड भीतर लेते हैं और ओक्सिजन और पानी की भाप बाहर छोड़ते हैं । सूर्य से धूप (सौर ऊर्जा) मिलती है, और जडें मिटटी से पानी और खनिज सोखती हैं । हमारी रक्त धमनियों की तरह, जाइलम धरती से सोखे हुए खनिजों को ऊपर पत्तियों तक ले आती हैं । इसमें पत्तियों से सूखे हुए पानी का ऋणात्मक दबाव, और सर्फेस टेंशन (सुर्फेस टेंशन - सतही तनाव या खिंचाव ) मदद करते हैं । ये चित्र देखिये यह प्रवाह (हमारे रक्त की तरह) दो तरफा नहीं, बल्कि एक तरफा है - सिर्फ नीचे से ऊपर की और। इसी तरह फ्लोएम पत्तियों में बने भोजन को पौधे में दूसरे भागों तक पहुंचाती हैं। दूसरे भागों में इस भोजन का उपयोग भी होता है - परन्तु कम मात्रा में। ऐसा इसलिए है, क्योंकि पौधे स्थिर हैं तो उन्हें विचरण के लिए ऊर्जा नहीं चाहिए। अधिकतर बना हुआ भोजन एकत्रित और परिमार्जित किया जाता है, दूसरे जीवों के उपयोग लिए। पहले पत्तियां सिर्फ सिंपल कार्बोहाइड्रेट का उत्पादन करती हैं। बाद में इसका परिमार्जन कर के प्रोटीन आदि बनते हैं। इसका अर्थ यह नहीं है कि पौधे सिर्फ दूसरे जीवों को भोजन देने भर के लिए हैं। सिर्फ कुछ -हिस्से - जिनमे अतिरिक्त भोजन जमा है - सिर्फ वही दुसरे जीवों के ग्रहण योग्य हैं, बाकी का पूरा पौधा नहीं। न ही ऐसा है की उस भाग को दुसरे जीव लें तो इससे उस पौधे की जीवन अवधि में कोई फर्क आये - क्योंकि ये भाग ऐसे हैं जिनके निकाले या काटे जाने से भी पौधे के जीवन पर प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह ध्यान रखना आवश्यक है कि पादप अपनी निजी ज़रुरत से बहुत अधिक भोजन का उत्पाद करते हैं - जो जीव साइकल का एक हिस्सा है। यह अतिरिक्त भोजन इस तरह से संगृहित किया जाता है जिससे यह बिना पौधे को नुक्सान पहुंचाए दूसरे जीवों द्वारा ग्रहण किया जा सके । उदाहरण के लिए - पत्तियों में और घास में सेल्युलोज (सेल्युलोस ) नामक स्टार्च है - जो गायें आदि (रुमीनंत - रुमिनंट प्राणी ) खाती हैं और पचा सकती हैं (हम मनुष्य नहीं - हमारे पास इन्हें पचाने वाले अंग नहीं हैं - नीचे इसे समझाया गया है ) - किन्तु उनके खाने से वह पौधा मरता नहीं । इसी तरह से अतिरिक्त भोजन फल के गूदे में भी संगृहित किया जाता है - जिससे फल खाने वाले जंतु फल खाने के लिए पादप के स्थान से दूर ले जा सकें, और फल खाने के बाद उसके बीज को जनक पौधे से दूर स्थापित कर सकें । यह एक तरह का मेहनताना जैसा समझा जा सकता है :)। ऐसा इसलिए है कि, जंतु अपने बच्चे का पालन, पोषण, संरक्षण कर सकते हैं, क्योंकि वे विचरण कर सकते हैं। जंतु दूर से भोजन ला कर संतान को खिला सकते हैं, शत्रु जीवों को भगा कर / मार कर अपनी संतान की रक्षा कर सकते हैं। किन्तु पादपों के बारे में ऐसा नहीं है - क्योंकि वे विचरण कर ही नहीं सकते। यदि संतति भी वहीँ जन्मे जहां पैतृक पादप पहले से है, तो उसी जगह की मिटटी, धुप और हवा के लिए प्रतियोगिता हो, जिसकी वजह से नए पौधे का पनपना भी मुश्किल होगा और जनक पौधे को भी नुकसान होगा। अन्न आदि बीज के बारे में भी ऐसा ही है। एक पौधा एक से बहुत अधिक अन्नबीजों को बनाता है । वे सभी बीज वहीँ गिर जाएँ , तो कोई भी नहीं पनप सकेगा क्योंकि मिटटी में खनिज इसके लिए काफी नहीं होंगे। इस पूरी विधि पर अगले भाग (जंतुओं और पादपों में प्रजनन) में विस्तृत रूप से बात करूंगी। सभी पौधे भोजन उत्पन्न नहीं करते। जिनमे क्लोरोफिल ( पर्ण हरिमा ) न हो, या जिन्हें धूप न मिल पाती हो , या फिर जिन्हें कार्बन डाई ओक्साइड न मिले - ऐसे पौधे भी अपने पोषण के लिए बाहरी स्त्रोत पर निर्भर होते हैं। ऐसे पौधे जो स्वयं भोजन न बना पाएं वे भी अलग अलग प्रकार से भोजन प्राप्त करने के लिए विकसित हुए हैं। इनमे से कुछ परजीवी (पारसिटीक ) हो जाते हैं (अमरबेल की तरह दूसरे पेड़ों आदि पर चढ़ कर उनसे भोजन प्राप्त करते हैं ), कुछ मृतजीवी (सप्रोफिटिक ) होकर पहले से मृत जीवों/ जैव वस्तुओं (जैसे जूते का चमड़ा,ऊनी कपडे, रेशम) पर अपना पालन करते हैं (कुकुर मुत्ते और फंगस की तरह जो जो, सडती हुई ब्रेड आदि पर बनती है) और कुछ कीटभक्षी (इन्सेक्टिवर्स ) बन कर कीड़े मकोड़ों आदि को पकड़ कर खाते हैं। स्वपोषी और विशमपोषी के अलावा कुछ पौधे परस्परजीवी भी हैं। जैसे दालों के पौधे (लिग्यूमनस = लेगुमिन्स प्लांट्स) । इन्हें नाइट्रोजन अधिक चाहिए - जड़ों के द्वारा सोखे जाने योग्य रूप में मिटटी में नाइट्रोजन । हवा में गैस के रूप में जो नाइट्रोजन है - उसे ये प्रयुक्त नहीं कर सकते । सो इनकी जड़ों में कुछ विशिष्ट (रिज़ोबियम - रिझोबियम बैक्टेरिया) बैक्टेरिया रहते हैं जो हवा के नाइट्रोजन को सोखे जाने लायक रूप में परिवर्तित करते हैं। बदले में उन्हें पौधे की जड़ों से विशिष्ट पोषण मिलता है। जंतुओं में पोषण की शैलियाँ : जैसे पौधे अलग-अलग पोषण शैलियों से अपना पोषण पाते हैं, उसी तरह जंतुओं में भी अलग-अलग प्रक्रियाएं हैं । घोंघा, चील, मच्छर, मधुमक्खी, अजगर, मनुष्य सब में पोषण विधियाँ अलग हैं। छीलना, चूसना, निगलना, चबाना, पचाना आदि ग्रहण के अलग-अलग तरीके हैं । मैं यहाँ ख़ास तौर पर मनुष्य, शाकाहारी, और मांसाहारी जीवों की पोषण विधियों पर ही बात करूंगी। यह चित्र देखिये : (चित्र गूगल इमेजेस और एडब्लग्स से साभार ) १. छोटी अंत की लम्बाई : माँसाहारी प्राणियों में शरीर से तीन गुना के आस पास और शाकाहारियों में १2 गुना । मानवों में यह लम्बाई शाकाहारी जीवों जैसी है । २. मुंह: मांसाहारी जीवों (जैसे शेर) का मुंह उनके सर का अधिकतर भाग होता है - यानि की सर का आधे से अधिक भाग मुंह है - क्योंकि उन्हें शिकार को पकड़ना, जकड़ना, चीरना और फाड़ना है। शाकाहारी प्राणियों के सर का बहुत छोटा भाग होता है उनका मुख। मनुष्य में भी ऐसा ही है । ३. शिकार करने योग्य विशिष्ट क्षमताओं वाला शरीर : मांसाहारी जीवों की शारीरिक संरचना हुई ही इस प्रकार से है कि वे शिकार को पकड़ सकें - उनका शरीर एंड्यूरेंस में कम परंतु ताकत में भी आगे है और उनके नाखून, पंजे आदि भी शिकार करने के लिए बने हैं । मनुष्य को जंगल में शिकार करना हो - तो बिना जाल / हथियारों के संभव नहीं । ४. हम , कच्चा मांस तो पचा ही नहीं पाते आमतौर पर, क्योंकि हमारा पाचनतंत्र उस तरह के रस (एन्जाइम) नहीं बनाता । ५. हमारे दाँतों की संरचना मांस को चीरने फाड़ने के लिए नहीं बनी है । सिर्फ चार ही कैनिन तीत हैं, वे भी मांसाहारी जीवों की तरह बड़े, तीखे और गहरी जड़ों वाले नहीं हैं । ६. हम शाकाहारी जीवों की तरह कच्चा सेल्ल्युलोज़ भी (हरी घास और पत्तियों में एक विशेष कर्बोहाइड्रेट ) नहीं पचा सकते, क्योंकि हमारे पास सीकम नहीं है (ऊपर चित्र देखिये ), न ही रुमन है । सृष्टि की सर्वश्रेष्ठ मानी जाने वाली रचना माना गया है मानव। सो इस अग्रतम जीव की आपात स्थितियों में रक्षा/संरक्षण / सुर्विवल के लिए, हमारे शरीर में शाक और मांस दोनों स्रोतों से पाया गया भोजन पचा सकने की क्षमता है तो अवश्य, किन्तु हमारे पाचन तंत्र की तुलना यदि शाकाहारी और मांसाहारी दोनों जीव जंतुओं से की जाए तो ऐसा लगता है कि मूल रूप से शाकाहार के लिए बना तंत्र, सिर्फ आपातस्थिति में जीवन यापन के लिए मांसाहार को पचाने की काबिलियत के अनुकूलित (अधपटेड ) तो है, परन्तु दीर्घकाल में उसी पर जीने के लिए नहीं बनाया गया है । अगले भाग में पादपों और जंतुओं के प्रजनन प्रक्रियाओं पर बात करेंगे और जानेंगे कि प्रजनन में सफलता के लिए क्यों पादप अपनी आवश्यकता से अधिक भोजन बना कर संगृहीत करते हैं और क्यों जंतुओं के शरीर ऐसा नहीं करते । पढने के लिए आप सभी का आभार । यदि यह कुछ ज्यादा जटिल हो रहा हो - तो टिप्पणियों में बताइये - अगले भाग में कम गहराई में जाऊंगी। आभार । प्रस्तुतकर्ता :- शिल्पा मेहता : शिल्पा मेहता ; निरामिष पर ८:४७ आम लेबल: तर्कसंगत विकल्प, सभ्य खाद्याचार ब्लाग पर आना सार्थक हुआ । काबिलेतारीफ़ है प्रस्तुति । बहुत सुन्दर निर्झर'नीर २४ मई २०१२ को ११:१६ आम निरामिष २४ मई २०१२ को ११:३० आम बहुत ही सूक्ष्म तुलनात्मक अध्ययन!! पादप और पशु जीवन में विशाल अन्तर है किन्तु उसे सूक्ष्म और आधारभूत दृष्टि से ही ग्रहित किया जा सकता है। पशु और पादप दोनों की तुलना जब जीवन के आधार पर ही की जाती है तो इसके आहार विषय में हेय या उपादेय का आधार भी जीवन ही होना चाहिए। मांस किसी पशु को जीवन रहित किए बिना अप्राप्य है वहाँ शाकाहार पादप से जीवन को नष्ट किए बिना प्राप्त किया जा सकता है। शाकाहार प्राप्त करने में भी जीवहानि का विवेक रखना सात्विकता है। शाकाहार का उद्देश्य ही अनावश्यक हिंसा से बचना है। जिस किसी आहार में जीवहिंसा की सम्भावनाएं बनती है, सात्विक आहारी बौद्धिक परिशुद्धता से स्वयं को संयमित करता चलता है। अहिंसा शाकाहार का परम लक्ष्य है। १. पादपों में अतिरिक्त भोजन इस तरह से संगृहीत किया जाता है कि उसे लेने के लिए पौधे के प्राण न चले जाएँ - जंतुओं में ऐसा नहीं है | २. पादपों में तंत्रिका तंत्र उतना विकसित नहीं है जितना जंतुओं में | तो, जन्तु के एक अंग को काटा जाना बहुत पीडादायक है - पौधे में ऐसा नहीं है | ३. जंतुओं में जो स्तनपायी जीव हैं, वे प्राणी भी विशेष तौर पर अपनी संतति के लिए दूध (भोजन) उत्पन्न करते है - और इस दूध को निकाला जाना किसी भी तरह से माँ के लिए पीडादायक नहीं होता | बल्कि इससे उल्टा है - यदि वह दूध न निकले - तो पीड़ादायक स्थति हो जाती है | ऐसा ही पौधे के अतिरिक्त भोजन का है - यदि फल न लिए जाएँ तो पौधों का प्रजनन बाधित होगा | मांस के साथ ऐसा नहीं है | मांस लेना पीड़ा और मृत्यु - दोनों का कारण बनता है | निरामिष २४ मई २०१२ को १:०५ प्म आभार, यही बिन्दु कहना चाहता था ब्लॉ.ललित शर्मा २४ मई २०१२ को १:२० प्म बहुत अच्छी जानकारी। शाकाहार की कोई बराबरी नहीं। बहुत रोचक जानकारी...अपना पेट भरने के लिये हिंसा क्यों? सहज सरल प्रस्तुति है कोई भाषागत क्लिष्टता आड़े नहीं आ रही है .घर से बाहर निकला करें खुद को भी धूप लगाएं ,औरों के ब्लॉग पर भी आएं जाएं ,सेहत के लिए अच्छा रहता है आना जाना . .कृपया यहाँ भी पधारें - सुज्ञ २४ मई २०१२ को ३:४७ प्म गहन शोधयुक्त जानकारी हिमांशु । हिमांशु २४ मई २०१२ को ५:३३ प्म खूबसूरत जानकारी! आभार। चला बिहारी ब्लॉगर बनने २४ मई २०१२ को ८:२५ प्म यह आलेख इस बात का प्रमाण है कि जब सातवीं/आठवीं कक्षा में यह बातें पढायी जाती हैं तो उन्हें निरामिष होने का पाठ क्यों नहीं पढ़ाया जा सकता.. आवश्यकता केवल बच्चों को तथ्यों से सार्थक रूप से परिचित कराने की है.. शेष निर्णय उनपर छोड़ देना चाहिए!! स्मार्ट इंडियन - स्मार्ट इंडियन २५ मई २०१२ को ११:०४ आम बहुमूल्य और जटिल जानकारी को इतने सरल शब्दों में अभिव्यक्त करने का आभार! बहुत बढ़िया! आप हर विषय का बहुत विस्तृत विवरण देती हैं। बरेली से २८ मई २०१२ को ८:१९ आम निचले कक्षाओं की पाठ्यपुस्तकों में भी वर्णित होता है कि मांसाहारी और शाकाहारी जानवरों के पाचनतंत्र में अंतर होता है, लेकिन लोग इस मूलभूत अंतर को भी मानने को तैयार नहीं होते, आपने विस्तार में लिखकर बहुत अच्छा समझाया है. दुनिया का अनोखा क्लब - अभी अभी पढ़ने को मिला - मांसाहार और स्वास्थ्य से जुडी दस बातें , कुछ जानका...
वर्ल्ड कन्सर दए २०१९: मध्य प्रदेश में हैं कैंसर से सबसे ज्यादा मरीज, हर साल मरते हैं ९० हजार लोग मध्यप्रदेश में तंबाकू जनित बीमारियों से हर साल ९० हजार लोग काल के गाल में समा जाते हैं। भोपाल: बदलते दौर के साथ नशे के बढ़ते कारोबार ने बीमारियों का भी जाल बिछा दिया है। तंबाकू का सेवन करने से कैंसर जैसी घातक बीमारी अपना विस्तार कर रही है। मध्यप्रदेश में तंबाकू जनित बीमारियों से हर साल ९० हजार लोग काल के गाल में समा जाते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मध्य प्रदेश में २८.१ प्रतिशत लेाग किसी न किसी रूप में चबाने वाले तंबाकू उत्पादों का उपभोग करते हैं, जिसमें ३८़ ७ प्रतिशत पुरुष एवं १6़ ८ प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। तंबाकू के उपयोग के चलते मुंह, फेफड़े का कैंसर हो जाता है और राज्य में हर साल कैंसर व तंबाकू जनित अन्य बीमारियों के कारण ९० हजार लोग मौत के मुंह में समा जाते हैं।
महराजगंज : अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालन हेतु चयनित ६० विद्यालयों के पूर्व में कार्यरत आवेदन न करने वाले शिक्षकों को १२ अप्रैल को विद्यालय-विकल्प प्रस्तुत करने तथा ऐसे विद्यालयों में पदस्थापित हो चुके शिक्षकों को भी १३ अप्रैल तक आपत्ति प्रस्तुत करने के सम्बन्ध में बीएसए ने दिया निर्देश - प्राइमरी का मास्टर इन | प्राइमरी का मास्टर डिस्ट्रिक्ट न्यूज चैनल महराजगंज : अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालन हेतु चयनित ६० विद्यालयों के पूर्व में कार्यरत आवेदन न करने वाले शिक्षकों को १२ अप्रैल को विद्यालय-विकल्प प्रस्तुत करने तथा ऐसे विद्यालयों में पदस्थापित हो चुके शिक्षकों को भी १३ अप्रैल तक आपत्ति प्रस्तुत करने के सम्बन्ध में बीएसए ने दिया निर्देश महराजगंज : अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालन हेतु चयनित ६० विद्यालयों के पूर्व में कार्यरत आवेदन न करने वाले शिक्षकों को १२ अप्रैल को विद्यालय-विकल्प प्रस्तुत करने के सम्बन्ध में बीएसए ने दिया निर्देश, अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में पदस्थापित हो चुके शिक्षकों को भी १३ अप्रैल तक आपत्ति प्रस्तुत करने का मिला अवसर।
प्रदुषण से चाहिए आज़ादी! वॉर्डक्राफ्ट जंगल-जंगल पता चला है, चड्डी पहेन के फूल खिला है। मोगली और उसके जंगली दोस्तों के कारनामों से भरा यह गाना आज भी मन को उसी तरह भाता है जैसा यह आज से तकरीबन २० साल भाता था। वाकई मे जंगल का दृश्य अध्बुध है। प्रकृति का यह अनमोल तोफा ना जाने मनुष्य को कितने सदियों से जीवित रख रहा है। लेकिन दुःख की बात है की लालच और क्रूरता मे लुप्त मानव ने वन-वातावरण को काफी ठेस पहुँचाया है। यदि हम अपने देश भारत की ही बात करें, तो वन आवरण की मात्रा गिरती जा रही है। पश्चिम बंगाल के मशहूर सुंदरबन जंगलों ने१९८६ से २०12 के बीच १२५ वर्ग किलोमीटर मैन्ग्रोव वन खो दिए। आंध्र प्रदेश के कृष्णा-गुंटूर क्षेत्रों मे कम से कम २५००० तक वन क्षेत्र को परिवर्तित कर दिया गया है जिसका सीधा प्रभाव लोगों और मौसम पर पढ़ रहा है। घटते वन की वजह से तेंदुए और हाथी भी इंसान के क्षेत्रों मे घुसकर तांडव मचा रहे हैं। महाराष्ट्र और तमिल नाडू के कई जिलों मे लोग इन जानवरों के प्रकोप का शिकार हुए हैं। ऐसे मे क्या उपाय किया जाए? दुनियाभर मे कई नीतियाँ और समझौते आपनाए गए। लेकिन यदि हम सबसे बड़ा और प्रभावशाली नीति की बात करें जिससे वन आवरण की मात्रा वाकई मे बढ़ जाए तो वह बौंन चैलेंज होगा। इसके अन्तरगत विश्वभर मे विभिन्न देशों के नेताओं ने इस बात पर अपनी सहमति दी की दुनिया भर मे बंजर क्षेत्र और कम पेड़ वाले क्षेत्रों को फिर से २०२० तक १५० मिलियन हेक्टर और २०३० तक ३५० मिलियन हेक्टर तक वनिकारित किया जाए। भारत ने इस समझौते के अंतर्गत २१ मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र को वनिकरित करने का वादा किया है। इससे देश मे तकरीबन १०० करोड़ गाड़ियों से निकलने वाले कार्बोन डाई-ऑक्साइड की मात्रा मे गिरावट होगी। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेषज्ञों का कहना है की २१वी सदी के पहले १६ वर्ष पृथ्वी के जीवन काल मे सबसे गरम रहे हैं। ऐसे मे ज़्यादा पेड़ लगाना, जंगलों मे घटते वनिकरन को रोकना और पशु-पक्षियों के घर को स्वस्थ अवस्था मे रखना बहुत ज़रुरी है। आप और मैं इस कार्यक्रम मे भी अपना एहम योगदान दे सकते हैं। अपने घर पर यदि हम नियमित रूप से १०-१५ पेड़ लगाये तो गर्मी मे भी शीतलता बरकरार रहेगी और ए.सी को चलाने की ज़रुरत भी नहीं होगी। नेहरु प्लेस मे स्थित पहारपुर उद्योग केंद्र इस हरित क्रान्ति की जीतीजागती मिसाल है। यहाँ ए.सी से ज़्यादा पेड़ हैं। तकरीबन २५०० पेड़ पूरे ऑफिस मे हवा को साफ और स्वच्छ रखते हैं। एक बार यदि समय मिले तो यहाँ पर ज़रूर जाईएगा। सूत्रों के अनुसार ऑफिस के अन्दर की हवा हिमालय की हवा का मुकाबला कर सकती है। साथ ही सिग्नल पर इंजन बंद करना, सार्वजनिक परिवाहन का प्रयोग करना और कम्पोस्टिंग करने से भी हम पर्यावरण को काफी हद तक विनाश से बचा सकते हैं। अंततः, जब तक मनुष्य प्रकृति से दूर भागता जाएगा, उसका विनाश निश्चित है। हमारी कोशिश इसके विपरीत रहनी चाहिए। कम्पोस्टिंगगाड़ियोंपृथ्वीपेड़ लगायेवनिकरितसार्वजनिक परिवाहन प्रेवियस पोस्ट:प्रदुषण ले लड़ने के लिए कुछ आयुर्वेदिक रास्ते
क्वारंटाइन के लिए चिन्हित होटल पर सांसद ने की पत्रकार वार्ता जिला प्रशासन द्वारा दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के लिए स्वेच्छा अनुसार इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन सैंटर में तबदील किए गए होटल में पत्रकार वार्ता... डलहोजी में भी होटल बिजनेस पर कोरोना भारी, होटल इंडस्ट्री को राहत देने की मांग हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी डलहोजी की होटल एसोसिएशन के मुख्य सरंक्षक मनोज चड्डा ने पत्रकारों से बातचीत कर बताया कि कोरोना वायरस महामारी से लॉकडाउन... कोटा में फंसे ३९ छात्रों सहित ४७ लोग पहुंचे बिलासपुर, कोरोना जांच काे इगम्च भेजे सैंपल राजस्थान के कोटा में लॉकडाऊन के कारण फंसे प्रदेश के विभिन्न जिलों के ३९ छात्रों सहित कुल ४७ लोगों को एचआरटीसी की बसों द्वारा रविवार को जिला मुख्यालय... ब्सल एक्सचेंज में सजी थी महफिल, जाम छलकाते ४ कर्मचारी धरे भराड़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मेहरी काथला के अंतर्गत आने वाली बीएसएनएल एक्सचेंज में ४ लोगों को भराड़ी पुलिस ने शराब पीते पकड़ा... दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करने पर शांता कुमार ने थपथपाई पीठ पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने प्रदेश के नेताओं द्वारा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर संकट की इस घड़ी में कार्य करने के लिए उनकी पीठ थपथपाई है। कोरोना वायरस : दिल्ली के जिस होटल में ठहरा था तिब्बती, उसी में ठहरे थे डल्हौजी के ये ४ लोग हिमाचल में कोरोना वायरस के चलते हुई मैक्लोडगंज निवासी तिब्बती की मौत के बाद अब डल्हौजी के ४ लोग ऐसे भी सामने आए हैं जो दिल्ली के होटल में उक्त... प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि कोविड-१९ से निपटने के लिए अगर केंद्र सरकार ने समय रहते परिस्थितियां संभाल ली होती... कोरोना महामारी से पीड़ित व प्रभावितों के लिए स्थापित हो राहत कोष: राणा कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक राजेंद्र राणा ने सरकार व जनता से अपील की है कि जानलेवा कोरोना महामारी से प्रभावित समाज की सहायता के लिए सरकार तुरंत प्रभाव... कोरोना को लेकर बेनतीजा रही सर्वदलीय बैठक, कोई प्रभावी निर्णय नहीं ले पाई सरकार हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस के २ मामले सामने आने के बाद सरकार मुस्तैद हो गई है, जिसके चलते मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में सर्वदलीय बैठक... हिमाचल में २४ घंटे के लिए लागू होगा जनता कर्फ्यू पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को लगने वाला जनता कर्फ्यू हिमाचल में सुबह ७ बजे से रात ९ बजे तक नहीं बल्कि सोमवार सुबह सात बजे तक प्रभावी... कोरोना का डर : कुल्लू में सभी होटल, रेस्तरां और होम स्टे तुरंत बंद करने के आदेश कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए कुल्लू जिला में सभी होटलों, रेस्तरां, गैस्ट हाऊसों और होम स्टे को तुरंत सैनिटाइज तथा बंद करने के आदेश... ब्रेकिंग: सर्वदलीय बैठक शुरू, रद्द हो सकता सत्र हिमाचल में प्रारंभिक जांच में कोरोना वायरस के दो मामले पॉजिटिव आने के चलते सरकार भी अलर्ट हो गई है। प्रारंभिक जांच में मामले पॉजिटिव आने के बाद सरकार... कोरोना वायरस का खौफ: परवाणू बैरियर सील देश भर में फैले कोरोना वायरस के खौफ के कारण प्रदेश सरकार ने प्रदेश में पर्यटकों के आने पर रोक लगा दी और इस बारे में वीरवार शाम को अधिसूचना भी जारी कर... किन्नौर में कोरोना का खौफ, ३१ मार्च तक बंद रहेंगे होटल जनजातीय जिला किन्नौर में होटल एसोसिएशन ने पर्यटकों व स्थानीय लोगों के सुरक्षा को देखते हुए २० मार्च से ३१ मार्च तक सभी होटलों को बंद रखने का निर्णय... धर्मशाला में टैक्सी चालक की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने किया चक्का जाम धर्मशाला में सोमवार को टैक्सी चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मिले शव के बाद मृतक के परिजनों व गांव वालों ने सुधेड़ पंचायत में इंसाफ की मांग उठाई है।... कोरोना वायरस से हिमाचल में खौफ, विदेशी पर्यटकों की ऑनलाइन बुकिंग हुई रद्द कोरोना वायरस के तीनों मामले नेगेटिव आने के बाद लोगों को तो राहत मिली है। लेकिन होटल कारोबारियों की परेशानी बढ़ गई है। क्योंकि कोरोना वायरस से... नड्डा के बेटे-बहू को आशीर्वाद देने घर पहुंचे जयराम ठाकुर, राज्यपाल सहित कई नेता रहे मौजूद बिलासपुर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पुत्र गिरीश नड्डा के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री... चिट्टा कारोबारियों को पकडऩे के लिए पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस ने शिमला के एक निजी होटल में रेड डालकर मैनेजर सहित ४ कर्मचारियों को चिट्टा संग धर... सतलुज आरती को लेकर दो पक्षों में विवाद गहराया फरवरी महीने के अंतिम सप्ताह होने वाली सतलुज आरती को लेकर दो पक्षों में विवाद उत्पन्न हो गया है। इस आरती का आयोजन गत वर्ष कहलूर सेवा विकास संस्थान... शिमला व मनाली के २ हाेटलाें में लगी आग, फायर ब्रिगेड ने बचाई करोड़ों की संपत्ति हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एक होटल में आग लग गई। वहीं कुल्लू जिला के मनाली में भी एक होटल में आग लग गई। दोनों ही घटनाओं में फायर ब्रिगेड ने... मैक्लोडगंज के एक प्रतिष्ठित होटल की बेकरी में केक और ब्रैड खाने पहुंच गए चूहे(विडियो) पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज के एक प्रतिष्ठित होटल की बेकरी के फ्रिज में रखे केक और ब्रैड पर घूम रहे चूहों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।... हरियाणा के कम सहित जयराम आज जाएंगे चंडीगढ़ हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर दोपहर बाद चंडीगढ़ जाएंगे। बताया जा रहा है कि इसके बाद वह शाम को वह दिल्ली वापिस आ जाएंगे। खास बात यह है कि वह... पुलिस ने होटल में दी दबिश, २.1२२ किलोग्राम चरस के साथ ४ गिरफ्तार चुराह उपमंडल के चिली गांव में पुलिस ने एक होटल में दबिश देकर ४ लोगों से २ किलो 1२२ ग्राम चरस बरामद की है। आरोपियों में ३ पंजाब के और एक स्थानीय...
होम > उत्पादों > रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज (रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज के लिए कुल २४ उत्पादों) रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज में से एक, होंग काँग कैड मशिन्री लिमिटेड। थोक चीन से रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज खोजने की आवश्यकता है। बस रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे रोड रोलर कीमत ज़्स१८३ज का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
१ माध्यम आकार की फूलगोबी १/२ छोटा चम्मच हल्दी पावडर १/२ चम्मच गर्म मसाला १/२ चम्मच धनिया पावडर २ बड़ा चम्मच दही फूलगोबी को धोयिये और छोटे टुकड़ों में काटिए | अब फूल गोबी में थोडा सा हल्दी मिलाकर उबाले १० मिनट तक | पानी निकालिए और अलग रखिये| फूलगोबी ठंडा होने के बाद बर्तन में मिर्च पावडर, गर्म मसाला, धनिया पावडर, नमक, अदरक-लहसुन पेस्ट, फूड कलर, और २ बड़ा चम्मच दही डालकर अच्छी तरह भूने जब तक मसाला तैयार न होजाये | अब इस मसाले में फूलगोबी डाले और अच्छी तरह मिलाईये| ६० मिनट एक तरफ रखिये| अब फूलगोबी में तेल मिलाईये| अब मसाले के सात मिले हुए फूल गोबी के टुकड़ों को कडाही में डालकर ७ मिनट तक फ्री कीजिये, बीच - बीच में हिलायिये| अच्छे स्वाद के लिए चाट मसला मिलाईये | इसके बाद कटे हुए धनिये के पत्ते डालकर परोसिये| १ कम्मंट:
- वार्ड ऑन स्पॉट - वार्ड संख्या १७ व १८ के हालात शहरी सरकार के कामकाज के आकलन में जैसे-जैसे हम वार्ड की समस्याओं को जान रहे हैं वैसे-वैसे लोगों की परेशानियां और नेताओं के प्रति उनका सख्त रुख भी सामने आ रहा है। वार्ड संख्या १७ व १८ में लोगों ने अपनी समस्याएं बताई और साथ में गुस्सा भी दिखा। सालों पुरानी वही समस्याएं अब भी परेशान करती हैं। वार्ड १७ - खुले नाले से खतरा सडक़ों पर पसरी गंदगी के साथ टूटी सडक़ों का दर्द भी यहां के लोगों को सालता है। क्षेत्र पार्षद के पास गिनाने को काम हैं तो लोगों को पास समस्याएं। कुछ बड़ी सडक़ें तो ठीक हैं। लेकिन कॉलोनी के मध्य हालात वाकई बदहाल हैं। खुले नाले से कई लोग परेशान हैं। - वार्ड १७ व १८ की सीमा पर बना खुला नाला खतरे को बुलावा दे रहा है। - नाले आधे स्थानों पर खुले हैं और क्षतिग्रस्त भी है। - गंदगी के अंबार की वजह से मच्छर पनप रहे हैं और बीमारी का खतरा है। - पाइप लाइन डालने के बाद सडक़ों की मरम्मत नहीं हुई। नाला कई वर्षों से खुला है। इससे गंदगी और मच्छर की समस्या होती है। कई लोग घरों का कचरा डालते हैं जिससे भी समस्या होती है। - नरेन्द्र, वार्ड १७ क्षेत्र में सडक़ों की हालत सबसे खराब है। खुले नाले से गंदगी तो है ही साथ में इसमें गिरने का खतरा भी बना रहता है। - राजेन्द्र, वार्ड १७ सडक़ों का काम अच्छा हुआ है। एक भी बजट लैप्स नहीं होने दिया है। इस साल का बजट काम आ गया है। पानी की पाइप लाइन डाली इसलिए रोड कुछ जगह टूटी है। हमने एमएलए फंड से भी काम करवाए हैं। - सीमा आसेरी, पार्षद वार्ड १७ वार्ड १८ - बंद हाथी नहर का गंदा पानी बड़ी समस्या इस वार्ड में सडक़ों और सीवरेज की समस्या के साथ बंद हुई हाथी नहर की गंदगी से भी परेशानी होती है। वार्ड पार्षद अपनी उपलब्धि में भी सीवरेज व सडक़ के कार्य ही गिनवाते हैं। वार्ड में कुछ काम स्वीकृत हुए। लेकिन पूरे नहीं हो पाए हैं। - आंगनबाड़ी केन्द्र आदिवासी गौड समाज की बदहाली। - सेटेलाइट प्रतापनगर अस्पताल के जर्जर हालात। - सरगरा कॉलोनी से प्रतापनगर व प्रतापनगर लिंक रोड क्षतिग्रस्त। - हाथी नहर बंद होने से गंदा पानी सडक़ों पर बहता रहता है। - गलियों में गंदगी का अंबार लगा होने से परेशानी। हकीम कॉलोनी में हाथी नहर जो बंद हो चुकी है उसके कारण गंदा पानी सडक़ों पर बहता रहता है। कई बार समस्या बताई लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। - अब्दुल मुकतदीर खताई, वार्ड १८ समस्याओं की पूरी सूची हमने बना रखी है। कई काम तो मैंने खुद लोगों के साथ मिलकर करवाए हैं। लेकिन जनप्रतिनिधि सुनवाई नहीं करते। - विष्णु सरगरा मोल, वार्ड १८ सरगरा कॉलोनी पहाड़ी क्षेत्र, महेश हॉस्टल से गीता भवन, संजय सी कॉलोनी, ईदगाह के पास सडक़ निर्माण करवाया। २२५ शौचालय बनवाए और आवास योजना में २५० जनों का सर्वे करवाया। काली टंकी से जगदम्बा कॉलोनी सीवरेज व सडक़ का काम रह गया। उप कार्यालय निर्माण, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत है, लेकिन काम नहीं हो पाया। - मंजू शर्मा, पार्षद वार्ड १८ अब यह होगा क्षेत्र वार्ड - १७ जनसंख्या - ११५३९ क्षेत्र-राजीव गांधी कॉलोनी गली १ से ८, ज्वाला विहार, गजानन्द कॉलोनी सूथला, झींझाबेरी, राजीव गांधी कॉलोनी हत्था, अशोक नगर। वार्ड - १८ जनसंख्या - १०६८६ क्षेत्र - कमला नेहरू नगर विस्तार तृतीय, आदर्श स्कूल, पीएनटी कॉलोनी, महेन्द्रनाथ अरोड़ा पार्क, माहेश्वरी न्याति भवन, दरगाह गली, ज्योति नगर, चांदणा भाकर, गौतमऋषि कॉलोनी, देवी नगर, देवी रोड पुलिया, वैष्णव कॉलोनी। मूलभूत सुविधाएं भी पूरी नहीं और पहाड़ों से लटक रहा खतरा रिफ का आगाज आज से, २५० से ज्यादा देशी-विदेशी कलाकार बिखेरेंग संगीत का जादू
नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र से दिल्ली सरकार में मंत्री और आप नेता कैलाश गहलोत भाजपा से अजीत खड़खड़ी और कांग्रेस के टिकट पर साहब सिंह चुनावी मैदान में हैं। नई दिल्ली [भगवान झा]। दिल्ली असेंबली इलेक्शन्स २०२०: सियासत की बिसात पर शह-मात का खेल शुरू हो चुका है। पश्चिमी दिल्ली की नजफगढ़ विधानसभा सीट पर जहां आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी पांच साल के काम और विकास को हथियार बनाकर उतरे हैं। वहीं भाजपा अनुच्छेद ३७०, सीएए और अनधिकृत कॉलोनियों के नियमितीकरण को मोहरा बनाकर मैदान मारने की कोशिश में जुट गई है। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाकर रोमांचक बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अब जो प्रत्याशी हुक्के की गुड़गुड़ाहट के बीच चर्चा में खुद को शामिल करने में सफल होगा, वही शह-मात के इस खेल का सिकंदर बनने में सफल होगा। सियासी समर में नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र के योद्धाओं की बात करें तो पहली बार विधायक बनकर मंत्री पद तक का सफर तय करने वाले कैलाश गहलोत राजनीति की बारीकी से अवगत हैं। इससे ध्यान में रखकर उन्होंने अपनी रणनीति बना ली है। बिजली पानी के मुद्दों पर मतदाताओं को साधने की कोशिश में जुटे कैलाश गहलोत को भाजपा प्रत्याशी अजीत खड़खड़ी से कड़ी चुनौती मिल रही है। दोनों ही प्रत्याशी ग्रामीण इलाकों से हैं, ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करीब बीस गांव के मतदाताओं का रुख किस तरफ होता है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी साहब सिंह मैदान में उतरकर चुनाव को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वर्ष २०१५ के चुनाव की बात करें तो एक तरफ दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने काफी अंतर से अपने प्रतिद्वंद्वी को मात दी थी, वहीं नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जीत का अंतर महज १५५५ वोट का ही रहा था। ऐसे में इस बार भी यहां पर कांटे का मुकाबला होने की पूरी उम्मीद है। एक तरफ भाजपा प्रत्याशी अजीत खड़खड़ी आप को नए स्कूल व कॉलेज के वादे की याद दिला रहे हैं, तो वहीं किसानों के सबसे बड़े हितैषी के रूप में खुद को पेश करने की कोशिश में लगे हुए हैं। वहीं, आप प्रत्याशी कैलाश गहलोत पानी व सीवर की पाइपलाइन के साथ-साथ खेल का मैदान व नगर वन पार्क के विकास के साथ अपनी दावेदारी को सबसे मजबूत आंक रहे हैं। इसी तरह साहब सिंह शीला दीक्षित के कार्यकाल में हुए विकास कार्यो को लेकर जनता के बीच पहुंच आप व भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। अब देखने वाली बात यह है कि सियासी समर में आप, भाजपा व कांग्रेस के योद्धाओं में से कौन मतदाताओं के दिल में अपनी जगह बना पाता है या फिर कोई और प्रत्याशी इन सब पर भारी पड़ते हैं। कहा यह जा रहा है कि हुक्के की गुड़गुड़ाहट के बीच जिस प्रत्याशी की सबसे ज्यादा चर्चा होगी उसी के सिर ताज सजेगा।