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ड्राइवर ने नशीला पदार्थ पिलाकर महिला से किया दुष्कर्म, अश्लील वीडियो बना वायरल करने की दी धमकी - ड्राइवर रेपड़ थे वुमान आफ्टर ड्रिंकिंग आ ड्रग ड्राइवर ने नशीला पदार्थ पिलाकर महिला से किया दुष्कर्म, अश्लील वीडियो बना वायरल करने की दी धमकी फगवाड़ा(जोटा): एक महिला को कथित तौर पर शीतल पेयजल में नशीली वस्तु पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने के आरोप में पुलिस थाना सतनामपुरा की पुलिस टीम ने पीड़िता के ड्राइवर के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार पीड़िता जोकि विवाहिता है, ने पुलिस को खुलासा किया है कि उसके साथ उसके ड्राइवर आरोपी मनदीप सिंह उसके ड्राइवर आरोपी मनदीप सिंह वासी उम्मई पिहोवा ने उसको कथित तौर पर शीतल पेयजल में नशीली वस्तु पिलाकर कई बार दुष्कर्म किया और उसके उपरांत उसकी अश्लील वीडियो बनाई। पीड़िता का आरोप है कि उसके आरोपी ड्राइवर ने यह सब करने के उपरांत उसको कथित तौर पर ब्लैकमेल किया और उससे ४ लाख रुपए जबरदस्ती वसूले। उसने आरोप लगाया कि आरोपी मनदीप सिंह ने उसके साथ शारीकि संबंध बनाने के उपरांत उसे मानसिक तौर पर परेशान किया और रिवाल्वर दिखाकर उसको धमकाया कि वह उसे ५ लाख रुपए अदा करें। पुलिस मामले की जांच कर रही है। न्री लड़की से शादी करके फंस गया दूल्हा, कनाडा से लौटते ही पहुंचा थाने
वैचारिक-साहित्यिक पत्रिका 'धरती' - अपनी माटी अपनी माती होम पत्रिका लघु पत्रिका शैलेन्द्र चौहान साहित्य वैचारिक-साहित्यिक पत्रिका 'धरती' वैचारिक-साहित्यिक पत्रिका 'धरती' पत्रिका, लघु पत्रिका, शैलेन्द्र चौहान, साहित्य, लघुपत्रिकाएं पिछलग्गू विमर्श का मंच नहीं हैं। 'धरती' (अनियतकालीन) : का अनियतकालिक आयोजन संपादक - शैलेन्द्र चौहान, ३४/२४२, प्रतापनगर, सेक्टर-३, एक प्रति-२५ रु., आज के समय में मुख्यधारा की पत्रिकाएं व अखबार कारपोरेट जगत व सम्राज्यवादी ताकतों के प्रभाव में समाहित हो रही है। इस वजह से देश के चौथे स्तंभ के प्रति पाठकों में संशय उत्पन्न होता जा रहा है। ऐसी स्थिति में लघु पत्रिकाओं की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। आप जितना बेहतर और वैज्ञानिक ढ़ंग से प्रिंट टैक्नोलॉजी के इतिहास से वाकिफ होंगे उतने ही बेहतर ढ़ंग से लघुपत्रिका प्रकाशन को समझ सकते हैं। लघुपत्रिका का सबसे बड़ा गुण है कि इसने संपादक और लेखक की अस्मिता को सुरक्षित रखा है। लघुपत्रिकाएं पिछलग्गू विमर्श का मंच नहीं हैं। लघु पत्रिका का चरित्र सत्ता के चरित्र से भिन्न होता है, ये पत्रिकाएं मौलिक सृजन का मंच हैं। साम्प्रदायिकता का सवाल हो या धर्मनिरपेक्षता का प्रश्न हो अथवा ग्लोबलाईजेशन का प्रश्न हो हमारी व्यावसायिक पत्रिकाएं सत्ता विमर्श को ही परोसती रही हैं। सत्ता विमर्श व उसके पिछलग्गूपन से इतर लघु पत्रिकाएं अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता, संघर्षशीलता व सकारात्मक सृजनशीलता की पक्षधर हैं। इन बातों के मद्देनज़र इतना स्पष्ट है कि लघु पत्रिकाओं की आवश्यकता हमारे यहां आज भी है, कल भी थी, भविष्य में भी होगी। "धरती" पत्रिका एक प्रतिबद्ध एवं स्तरीय लघु पत्रिका है। आज चकाचौंध वाले इस विमर्शवादी युग में जब अन्य पत्रिकाएं व्यवसायिकता और बाज़ार के प्रभाव में आती जा रही हैं ऐसे वक़्त में भी 'धरती' अपनी विशिष्ट पहचान बचाएहुए है। सादगी, सहजता और जनोन्मुखी स्तरीय सामग्री से समाहित यह पत्रिका अलग से ही पहचान में आ जाती है। सन १९७९ में 'धरती' पत्रिका का पहला अंक विदिशा जैसी छोटी जगह से प्रकशित हुआ था । उसके बाद कई महत्वपूर्ण अंक धरती ने प्रकाशित किये हैं जिनमें सन १९८० में हिंदी ग़ज़ल विशेषांक, १९८१ में समकालीन जन-कविता अंक, १९८२ में आलोचना अंक, १९८३ में त्रिलोचन अंक, १९८९ में जनकवि 'शील' अंक, २००० में स्मरण अंक, २००२ में समकालीन जन-कविता विशेषांक, २००६ में शलभ श्रीराम सिंह अंक, २००८ में 'साम्राज्यवादी संस्कृति बनाम जनपदीय संस्कृति' अंक एवं २०१२ में 'कश्मीर केन्द्रित' अंक उल्लेखनीय हैं। 'धरती' पत्रिका का हिंदी साहित्य में न केवल विशिष्ट योगदान है बल्कि विद्यार्थियों के लिए सदैव इसकी शोधपरक आवश्यकता रही है। टैग्स # पत्रिका # लघु पत्रिका # शैलेन्द्र चौहान # साहित्य लेबल्स: पत्रिका, लघु पत्रिका, शैलेन्द्र चौहान, साहित्य
चीन स्कोरर नालीदार स्लिटर निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरी स्कोरर नालीदार स्लिटर - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से (स्कोरर नालीदार स्लिटर के लिए कुल १४ उत्पादों) गुणवत्ता नालीदार पेपर स्लिटर मशीन परिपत्र ब्लेड हम वर्षों से नालीदार गत्ता के लिए स्लिटिंग ब्लेड विनिर्माण और आपूर्ति कर रहे हैं। हमने कार्डबोर्ड के लिए हमारे कार्बाइड स्लिटर्स से मेल खाने के लिए हमारे जीते पीसने वाले पहियों का विकास किया, ताकि हमारे कार्बाइड रेजर स्लिटर्स पूरी तरह से मिलकर काम कर सकें और कार्डबोर्ड स्लिटिंग प्रक्रिया के दौरान प्रभावी और लंबे समय... नालीदार पैकिंग स्लिटिंग ब्लेड नालीदार गत्ते के लिए स्लिटिंग ब्लेड अग्निती, बीएचएस, फोस्बर, गोफर्ट, आइसोवा, मार्क्विप, मित्सिबिशी, पीटर्स, टीसीवाई जैसी मशीनों पर लागू होते हैं । असल में, हम आपके चित्रों या नमूने के अनुसार आपकी विशिष्ट मांगों के अनुसार कार्बाइड रेजर स्लिटर्स भी बना सकते हैं। अतिरिक्त सुझाव और विकल्प प्राप्त करने के लिए हम आपसे मुफ्त... नालीदार कार्डबोर्ड के लिए टंगस्टन कार्बाइड परिपत्र चाकू हम ग्राहकों के लिए चाकू / ब्लेड की एक विस्तृत श्रृंखला का निर्माण करते हैं, जो नालीदार काटने, पेपर कोर स्लीटिंग, कोरुगेटर पैकिंग मशीनों से उद्योग हैं । कार्डबोर्ड के लिए हमारे कार्बाइड स्लिटर्स बीएचएस, अग्निती, मार्क्विप, फोस्बर, पीटर्स, आइसोवा, मित्सुबिशी आदि जैसी मशीनों के साथ फिट हैं। नालीदार गत्ता के लिए ब्लेड... चेंगदू में बने स्लिटर स्कोरर पतला ब्लेड नाग्नेटेड कार्डबोर्ड के लिए ब्लेड स्लिटिंग, जो अग्निती, बीएचएस, फोस्बर, गोप्फर्ट, आइसोवा, मार्क्विप, मित्सिबिशी, पीटर्स, टीसीवाई के लिए उपयोग की जाती हैं, उनमें से कुछ मशीनें हैं जिनके लिए हम उच्च परिशुद्धता ठोस कार्बाइड स्लिटर स्कोरर ब्लेड की आपूर्ति करते हैं। एक कारखाने के रूप में जो लगभग २० वर्षों तक नालीदार उद्योग... स्टील धातु विभाजन स्कोरर कोरुगेटर स्लेटर प्रोटोस गोंद गन सीधे शीयर ब्लेड
घड़ा मिनिंग इन हिन्दी [सं-पु.] - १. मिट्टी या धातु का बना गोल पात्र; पानी भरने हेतु मिट्टी या धातु से बना एक पात्र; कलशा; घट; बड़ी गगरी; कलसा २. पानी या अनाज रखने का बरतन ३. {ला-अ.} पेट; तोंद। [मु.] घड़ों पानी पड़ जाना : बहुत शर्मिंदा होना। अलसो सी घड़ा इन इंग्लिश. उघड़ा मतलब [वि.] - आवरणहीन; खुला; जो ढका न रहे। कच्चा घड़ा मतलब [सं-पु.] - १. मिट्टी का घड़ा जो आँवें पर पका न हो, केवल धूप में सुखाया गया हो २. {ला-अ.} नौसिखिया; जिसे अनुभव न हो; अकुशल ३. {ला-अ.} संस्कार लेने वाला बालक। [मु.] कच्चे घड़े में पानी भरना : श्रम और अर्थ दोनों व्यर्थ जाना, दोहरी हानि होना। घड़घड़ाना मतलब [क्रि-अ.] - १. गड़गड़ाना २. घड़-घड़ की आवाज़ होना। घड़घड़ाहट मतलब [सं-स्त्री.] - १. 'घड़-घड़' आवाज़ होने का भाव २. गाड़ी चलने का स्वर। चौघड़ा मतलब [सं-पु.] - १. पान-इलायची रखने का चार ख़ानों का डिब्बा २. वह दीवट जिसमें चारों ओर जलाने के लिए चार दिए या बत्तियाँ रखी जाती हैं ३. चौडोल नाम का बाजा ४. चार ख़ानों का बरतन। सुघड़ाई मतलब [सं-स्त्री.] - १. सुंदरता; ख़ूबसूरती २. निपुणता; कुशलता; हुनरमंदी। वॉर्ड्स जस्त आफ्टर इटघड़ियाघड़ियालघड़ियालीघड़ियाली आँसूघड़ीघड़ी घड़ी
क्या अमित मालवीय का ट्विटर हैंडल पीटीआई की ख़बर का स्रोत है? २४ जनवरी को १५४ लोगों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा था और लगभग २० दिन बाद १७ फरवरी को भी १५४ लोगों ने ही राष्ट्रपति को पत्र लिखा. लेकिन ये लोग हैं कौन? मीडिया संस्थानों में छपी इस रिपोर्ट में जिन १५४ लोग का जिक्र किया गया है उनका परिचय हाईकोर्ट के ११ पूर्व जस्टिस, २४ रिटायर्ड आईएएस अधिकारी, भारतीय विदेश सेवा के ११ पूर्व अफसर, भारतीय पुलिस सेवा के १६ सेवानिवृत अधिकारी, १८ पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल बताया गया. पत्र लिखने वाले किसी भी प्रतिष्ठित नागरिक का नाम रिपोर्ट में नहीं बताया गया. दरअसल सोमवार देर शाम ७ बजकर २४ मिनट पर पीटीआई-भाषा ने यह खबर अपने वायर सेवा पर डाला जिसके बाद तमाम मीडिया संस्थानों ने उस पर रिपोर्ट किया है. भाषा ने सीएए, एनपीआर व एनआरसी के समर्थन में १५४ प्रतिष्ठित नागरिकों ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र हेडिंग के साथ अपनी कॉपी में पत्र लिखने वाले किसी शख्स का नाम नहीं लिखा है. भाषा की रिपोर्ट में बताया गया है कि पत्र लिखने वाले लोगों को लगता है कि सीएए और एनआरसी के विरोध से पैदा की जा रही गड़बड़ी के बाहरी आयाम भी हैं. भाषा की कॉपी में पत्र लिखने वाले का जो बयान छपा है वो उन्होंने कहा के जरिए लिखी गई है. ये उन्होंने कौन हैं, ये पूरी स्टोरी में स्पष्ट नहीं है. इस रिपोर्ट को पढ़कर यह स्वाभाविक सा सवाल पैदा होता है कि अगर १५४ लोगों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है तो उसमें से कुछ लोगों का नाम तो रिपोर्ट में होना चाहिए. ये कोई समान्य नागरिकों द्वारा लिखा गया पत्र नहीं है बल्कि दावे के अनुसार पूर्व जस्टिस, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी और भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अफसर हैं. टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने सोमवार को ही इस पत्र के आधार पर तीन ख़बरें प्रकाशित किया. दो बार टेक्स्ट स्टोरी के रूप में और एक बार वीडियो के रूप में. पहली बार टीओआई ने पीटीआई के हवाले से रात ८ बजकर १३ मिनट पर ख़बर प्रकाशित किया. उसके बाद रात ११ बजकर १४ मिनट पर दूसरी ख़बर प्रकाशित हुई जिसमें भारती जैन की बाइलाइन थी. बाइलाइन बाद में हटा दिया गया. दोनों रिपोर्ट लगभग एक ही हैं. बस कुछ शब्दों का हेरफेर है. तीसरा एक वीडियो है जो टाइम्स ऑफ़ इंडिया के टेलीविजन चैनल टाइम्स नाउ का है. एक मिनट ४० मिनट के वीडियो में इस ख़बर को ब्रेकिंग न्यूज़ के तौर पर दिखाया गया. एंकर हिना इस पर अपने रिपोर्टर मोहित शर्मा से बात करती हैं. मामले की जानकारी देते हुए मोहित कई बातें बताते हैं, लेकिन पत्र लिखने वाले किसी प्रतिष्ठित नागरिक का नाम नहीं लेते हैं. यह वीडियो शाम ६ बजकर ४० मिनट का है. इससे पहले भी १५४ लोग ही लिख चुके हैं पत्र अपनी जांच में हमने पाया कि २४ जनवरी, २०२० यानि करीब २० दिन पहले भी पीटीआई-भाषा ने ऐसी ही एक ख़बर जारी की थी. इसके आधार पर उस समय भी तमाम मीडिया संस्थानों ने अपने यहां रिपोर्ट प्रकाशित की थी. उस ख़बर का लब्बोलुआब आश्चर्यजनक ढंग से १७ फरवरी को प्रकाशित हुई ख़बर की हुबहू कॉपी है. उस समय भी राष्ट्रपति को १५४ लोगों ने ही सीएए और एनआरसी के समर्थन में पत्र लिखा था. उस दिन राष्ट्रपति ऑफिस द्वारा एक ट्वीट के जरिए इस ख़बर की पुष्टि भी की गई थी. २४ जनवरी को राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले इन प्रतिष्ठित नागरिकों ने सीएए और एनआरसी को लेकर हो रहे प्रदर्शन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. हालांकि तब जो रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी उसमें राष्ट्रपति को ज्ञापन देने वाले लोगों का नाम और उनका बयान भी शामिल था. २४ जनवरी को राष्ट्रपति को जो ज्ञापन दिया गया था उसका नेतृत्व केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण के पूर्व अध्यक्ष और सिक्किम उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश प्रमोद कोहली ने किया था. इस शिष्टमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर सीएए और एनआरसी को लेकर पैदा हुए हालात पर चिंता जताई थी. समाचार एजेंसी एएनआई ने भी २४ जनवरी को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी. २० दिन के अंतराल पर पीटीआई-वायर के द्वारा प्रकाशित दो एक सी स्टोरी का सच क्या है? सवाल उठता है कि २४ जनवरी को भी १५४ प्रतिष्ठित लोगों ने ही पत्र लिखे थे और १७ फरवरी को भी १५४ लोगों ने ही पत्र लिखा है? २४ जनवरी को जो पत्र लिखा गया था उसमें भी ११ पूर्व न्यायाधीश थे और १७ फरवरी को जो पत्र लिखा गया उसमें भी ११ पूर्व न्यायाधीश ही हैं. जनसत्ता वेबसाइट ने २४ जनवरी, २०२० को इस बाबात जो खबर छापा था उसका शीर्षक था- नागरिकता विवाद : का विवाद पर १५४ पूर्व जजों, इप्स अफसरों ने लिखी राष्ट्रपति को चिट्ठी, कहा-उपद्रवियों पर फौरन हो एक्शन. इसके बाद जब १७ फरवरी को जनसत्ता ने दोबारा से वही ख़बर प्रकाशित किया. इस बार शीर्षक है- सीएए के समर्थन में १५४ प्रतिष्ठित नागरिकों ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र. जनसत्ता ने अपनी पहली रिपोर्ट में पत्र लिखने वालों के बारे जानकारी देते हुए बताया कि इस चिट्टी में हस्ताक्षर करने वालों में ११ पूर्व न्यायाधीश, तीनों प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारी, पूर्व राजनयिक समेत ७२ हस्तियां शामिल हैं. इनके अलावा रक्षा क्षेत्र से जुड़े ५६ शीर्ष अधिकारी, एकेडमिक स्कॉलर, चिकित्सा से जुड़े अधिकारी हैं. १७ फरवरी की रिपोर्ट में बताया गया कि पत्र लिखने वाले नागरिकों में विभिन्न न्यायलयों के ११ पूर्व न्यायाधीश, २४ सेवानिवृत्त आईएसएस अधिकारी, भारतीय विदेश सेवा के ११ पूर्व अफसर, भारतीय पुलिस सेवा के १६ सेवानिवृत्त अधिकारी और १८ पूर्व लेफ्टीनेंट जनरल शामिल है. १५४ लोगों द्वारा राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र को दोनों बार न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने भी प्रकाशित किया. दोनों दफा पीटीआई के हवाले से ही ख़बर लिखी गई है. दोनों ख़बरों के शीर्षक में सिर्फ कुछ शब्दों का अंतर है. न्यूजलॉन्ड्री ने इस बाबत सिक्किम उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश प्रमोद कोहली से बात की. उन्होंने बताया, हमने २४ जनवरी को ही राष्ट्रपति से मुलाकात की थी और सीएए-एनआरसी के प्रदर्शन को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी. उसके बाद हमने कोई पत्र नहीं लिखा और न ही कोई मुलाकात की है. तो फिर १७ फरवरी को पीटीआई-भाषा ने किस आधार पर अपने यहां यह ख़बर प्रकाशित की. खोजबीन के दौरान हमने पाया कि भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने १७ फरवरी की शाम ५ बजकर 1५ मिनट इसी से संबंधित एक ट्वीट किया था. अपने ट्वीट में मालवीय राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र की प्रति को साझा करते हुए लिखते हैं, पूर्व न्यायाधीशों, सेवानिवृत्त नौकरशाहों, राजनयिकों, सशस्त्र बलों के पूर्व अधिकारियों सहित १५४ प्रतिष्ठित नागरिक सीएए, एनपीआर और एनआरसी के विरोध की आड़ में निहित स्वार्थों द्वारा बनाए गए शातिर माहौल के खिलाफ याचिका पर हस्ताक्षर किए है. मालवीय द्वारा ट्विटर पर जारी पत्र सादे कागज पर टाइप किया हुआ है. इस पर न तो किसी का नाम है, न ही किसी का हस्ताक्षर है, ना ही किसी का बयान है. तो क्या मालवीय के ट्वीट के आधार पर पीटीआई ने छापी ख़बर? यह सवाल उठता है कि क्या अमित मालवीय के ट्वीट को आधार बना कर पीटीआई-भाषा ने यह रिपोर्ट प्रकाशित की. समय का मिलान करें तो मालवीय का ट्वीट शाम ५ बजकर 1५ मिनट पर आया, वहीं पीटीआई-भाषा द्वारा यह ख़बर ७ बजकर २४ मिनट पर जारी किया है. यानि २ घंटे ९ मिनट के बाद. इस संदेह को और बढ़ाता है टाइम्स नाउ पर एयर हुई रिपोर्ट. इसमें एंकर हिना और रिपोर्टर जब इस विषय पर बात कर रहे थे तब लूप में अमित मालवीय का वही ट्वीट लगातार चल रहा था. तो क्या सबने अमित मालवीय के ट्वीट के आधार पर रिपोर्ट किया? क्या अमित मालवीय के ट्वीट के आधार पर पीटीआई-भाषा ने एक ऐसी खबर चलाई जिसका सिर-पैर ही नदारद था. इस गुत्थी को सिर्फ और सिर्फ पीटीआई-भाषा के शीर्ष संपादकीय जिम्मेदार लोग ही सुलझा सकते थे. लिहाजा हमने भाषा के एडिटर निर्मल पाठक से संपर्क किया. उन्होंने इसको लेकर कोई साफ़ जवाब नहीं दिया. वे कहते हैं, २४ जनवरी वाली ख़बर तो भाषा के रिपोर्टर ने किया था लेकिन १७ फरवरी वाली ख़बर हमने पीटीआई के रिपोर्टर के हवाले से किया है. वो गृह मंत्रालय कवर करते हैं. हमने सिर्फ उसका अनुवाद प्रकाशित किया था. उन्होंने कहा कि इस बारे में पीटीआई के कार्यकारी संपादक सुधाकर नायर ज्यादा जानकारी दे सकते हैं. हमने सुधाकर नायर से संपर्क किया. उन्होंने कहा कि आप मुझे अपना सवाल मेल पर भेज दीजिए. मैं वहीं पर जवाब दे पाऊंगा. हमने उन्हें इससे जुड़ा तीन सवाल मेल किया है. लेकिन उनका कोई जवाब अभी तक नहीं आया. अगर उनका जवाब आता है तो हम उसे ख़बर में जोड़ देंगे. एक और वाजिब सवाल था कि जो पत्र अमित मालवीय ने ट्विटर पर शेयर किया है उसका आधार क्या है? यह पत्र किसने लिखा, कब लिखा. इसका जवाब जानने के लिए हमने अमित मालवीय से संपर्क करने की कोशिश की. उन्होंने फोन नहीं उठाया. उनको हमने मैसेज भी किया है लेकिन उसका कोई जवाब नहीं मिला. अभी तक की पड़ताल और हालात में ऐसा संकेत मिलता है कि पीटीआई-भाषा ने अमित मालवीय के ट्वीट पर भरोसा किया. ऐसे में कुछ सवाल पीटीआई और भाषा के संपादकों के ऊपर उठते हैं कि उन्होंने इतने बड़े और प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान में किस तरह के एडिटोरियल फिल्टर्स लगा रखे हैं. विशेषकर यह देखते हुए कि अमित मालवीय का फर्जी खबरें फैलाने, फर्जी वीडियो फैलाने का लंबा इतिहास रहा है. दिल्ली चुनावों के दौरान भी सबने देखा कि किस तरह से उन्होंने एक फर्जी वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से फैलाया जिसमें कहा गया कि शाहीन बाग में औरतें ५०० रुपए लेकर धरना देने आती हैं.
चंद्रयान-२: गुजर रहा समय, धुंधली हो रहीं संपर्क की उम्मीदें - हिन्दुस्तान प्रतिज्ञा हिन्दी न्यूज / अन्य समाचार / चंद्रयान-२: गुजर रहा समय, धुंधली हो रहीं संपर्क की उम्मीदें चंद्रयान-२: गुजर रहा समय, धुंधली हो रहीं संपर्क की उम्मीदें के मिशन के दौरान चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग से ठीक पहले विक्रम से मिशन कंट्रोल का संपर्क टूट गया था। लगभग एक हफ्ते का समय बीत जाने के बाद विक्रम से फिर सें संपर्क स्थापित करने की उम्मीदें धीरे-धीरे धुंधली पड़ती जा रही हैं। इंडियन स्पेस रिसर्च सेंटर () चांद की सतह पर विक्रम से संपर्क करने की आखिरी कोशिश में लगा हुआ है। अबतक स्थापित नहीं हो पाया संपर्कइसरो ने कहा था कि वह १४ दिन तक लैंडर से संपर्क साधने की कोशिश करता रहेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों की तमाम कोशिशों के बावजूद लैंडर से अब तक संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है। हालांकि, चंद्रयान-२ के ऑर्बिटर ने हार्ड लैंडिंग के कारण टेढ़े हुए लैंडर का पता लगा लिया था और इसकी थर्मल इमेज भेजी थी। भारत के अंतरिक्ष वैज्ञानिक लैंडर से संपर्क साधने की हर रोज कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रत्येक गुजरते दिन के साथ संभावनाएं क्षीण होती जा रही हैं। प्रेवियस सीबीआई अधिकारी कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त के घर पहुंचे नेक्स्ट १४ सितंबर, शनिवार के मुहूर्त, हिन्दू कैलेंडर के अनुसार दिन के शुभ-अशुभ समय और राहुकाल
सैफ अली खान हाल ही में अरबाज खान के चैट शो में पहुंचे। सैफ ने यहां अपनी फिल्मों, बेटे तैमूर के बारे में बातें की। साथ ही सैफ ने बताया कि पुरुषों को कई मोबाइल फोन रखने चाहिए। अपने फोन का पासवर्ड भी सैफ अली खान ने बताया।
राजस्थान विधानसभा चुनाव परिणाम २०१८: क्या कायम रहेगा पांच साल में सरकार बदलने का रिकॉर्ड? छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम २०१८: कुछ देर में आएंगे नतीजे, सबसे पहले होगी डाकमतपत्रों की गिनती मिजोरम विधानसभा चुनाव परिणाम २०१८: वोटों की गिनती शुरू, सबसे पहले होगी डाकमतपत्रों की गिनती राजस्थान विधानसभा चुनाव परिणाम २०१८: क्या कायम रहेगा पांच साल में सरकार बदलने का रिकॉर्ड? छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम २०१८: कुछ देर में आएंगे नतीजे, सबसे पहले होगी डाकमतपत्रों की गिनती मिजोरम विधानसभा चुनाव परिणाम २०१८: वोटों की गिनती शुरू, सबसे पहले होगी डाकमतपत्रों की गिनती
यूपी के अगले सीएम को लेकर हो गया फैसला, जानिए किसको मिला यूपी का ताज होम पॉलिटिकल न्यूज यूपी के अगले सीएम को लेकर हो गया फैसला, जानिए किसको मिला... उत्तर प्रदेश में बीजेपी की रिकॉर्ड जीत के बाद इस बात पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है कि प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा? मीडिया से लेकर सोशल साइट्स तक लोग अलग-अलग नामों पर बात कर रहे थे। बता दें कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर पार्टी आलाकमान की तलाश पूरी हो चुकी है। इस बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अनौपचारिक तौर पर एक नाम को इस रेस से बाहर कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी आज शाम सूबे के नए सीएम का ऐलान कर दिया! योगी आदित्यनाथ को यूपी का नया मुख्यमंत्री का ताज मिल गया हैं। केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया गया है। मीडिया से बातचीत के दौरान यूपी सीएम के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि, मैंने मुख्यमंत्री का चुनाव करने की जिम्मेदारी केशव प्रसाद मौर्य को दे दी थी। इसके बाद से यह अटकलें लगाई जाने लगी कि मौर्य मुख्यमंत्री की रेस से अनौपचारिक रूप से बाहर हो गए हैं। ताते चलें कि केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश चुनाव में बीजेपी के लिए गैर यादव ओबीसी का चेहरा थे। हालांकि, मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा के बीच मौर्य की तबीयत खराब हो गई और उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया में भर्ती होना पड़ा। महंत अवैद्यनाथ ने १९९८ में राजनीति से संन्यास लिया और योगी आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। यहीं से योगी आदित्यनाथ की राजनीतिक पारी शुरू हुई है। १९९८ में गोरखपुर से १२वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे तो वह सबसे कम उम्र के सांसद थे, वो २६ साल की उम्र में पहली बार सांसद बने। १९९८ से लगातार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। योगी यूपी बीजेपी के बड़े चेहरे माने जाते है। २०१४ में पांचवी बार योगी सांसद बने। २०१४ में तीन लाख से भी अधिक सीटों से चुनाव जीते थे। उन्होंने २००९ में दो लाख से भी अधिक वोटों से जीत हासिल की थी। योगी आदित्यनाथ की पूर्वांचल की ६० से अधिक सीटों पर पकड़ मानी जाती है। साल २०१४ के लोक सभा चुनाव में जब नरेंद्र मोदी वाराणसी से लोकसभा का चुनाव लड़ने उतरे थे। उसी समय से संकेत मिल गया था कि बीजेपी पूर्वांचल पर पूरा फोकस रखकर यूपी की जंग जीतेगी। हम दावा करते है अपने अपनी पूरी लाइफ मे ऐसी ऐड...
ऐसे शब्द कभी भी पत्नी को नहीं कहने चाहिए, एक बार अवश्य देखे - गज़भाई ऐसे शब्द कभी भी पत्नी को नहीं कहने चाहिए, एक बार अवश्य देखे सहानुभूति के साथ पति पत्नी के रिश्ते में पारदर्शिता होना बहुत जरूरी है। अगर दोनों में से कोई एक विचलित हो जाता है तो यह रिश्ता कच्चे धागे की तरह टूटता नहीं है। दोस्तों आज हम इस लेख में ऐसी ही एक महत्वपूर्ण बात पर चर्चा करने जा रहे हैं। क्या आपको कहानी के साथ शुरू करना चाहिए, पति ने सुबह अपनी पत्नी को एक संदेश दिया कि क्या उसकी पत्नी और उसके दोस्त ने जवाब दिया कि वह सुबह बैठी थी और किताब पढ़ रही थी। पत्नी ने कहा कि यह अच्छा था कि आपने रात में उसे खाना बनाने के लिए बुलाया। उसके पति ने उससे कहा, जो कुछ भी आपको अच्छा लगता है, उसके पति ने उससे कहा, अगर आप मुझसे हर दिन खाने के लिए कहेंगे, तो मैं खाना बनाउंगी । उन्होंने कहा कि मैंने फोन किया है क्योंकि कल मुझे एक मीटिंग के लिए तीन दिन के लिए दिल्ली जाना है इसलिए अपने कपड़े पैक करके रखें। उन्होंने कहा कि सोरी हिरण आपके साथ अपने माता-पिता से मिलने आने के लिए नहीं है। शाम को उनके घर आए उनके पति ने पत्नी को रात के खाने के लिए तैयार रखा। अपने बच्चों के साथ कुछ समय बिताने के बाद, उनके पति सो गए। सुबह जल्दी जाने की तैयारी की। तीन दिनों के बाद उसका पति उसके दरवाजे पर आया और उसने दरवाजा खोला, कि उसके पति ने थोड़े गुस्से में कहा कि तुम्हें पता नहीं था कि वह आया है या नहीं। पत्नी से यही पूछने के लिए नहीं पूछा कि मैं आपके लिए पानी लाकर थक गई होगी। जैसा कि पति बहुत थका हुआ है वह बिस्तर पर जाकर सो जाता है।पत्नी ने अपने बैग को ओढ़नी से खोला और कपड़े धोने के लिए उसे धोया और उसके हाथ में महाबलेश्वर का एक टिकट आया। पत्नी शिक्षित थी, उसने दूसरी तारीख को देखा और सभी विवरणों को देखा, उसका पूरा शरीर बहुत कांपने लगा। पत्नी बहुत चिंतित थ, और नाश्ते के बाद अगले दिन उसने अपने पति से थोड़ी हिम्मत करके पूछा कि उसने मुलाकात के बारे में पूछा। पति इतना नाराज हो गया कि अगर तुम्हें मुझ पर भरोसा नहीं है तो तुम अपनी प्रेयसी के पास दौड़ोगे। पत्नी को बहुत गलत लगा। पत्नी को उसके बैग से एक कार्ड मिला और उसने होटल में फोन किया और फोन आने के बाद उसे जानकारी मिली कि उसका पति दो दिन और तीन रात होटल में महिला के साथ रहा। पत्नी बहुत दुखी थी, वह रोने लगी। वह अपने पति को उसके साथ विश्वासघात करते देख कर दुखी हुई। पत्नी ने रात में अपने लिए खाना बनाया। जब उसका पति रात को घर आया, तो उसने देखा कि भोजन ढंका हुआ था और वह कागज गिर गया था जिसमें उसकी पत्नी ने लिखा था कि अब वह पसंदीदा नहीं कहलाना चाहती थी, लेकिन उसने लिखा कि समझदारी का एक कदम मुझे तुमसे दूर ले गया है। अब आपको महाबलेश्वर जाने की जरूरत नहीं है। अब आपके पास अपनी इच्छा व्यक्त करने के लिए कोई जगह नहीं है।मुझे यह सोचने की ज़रूरत नहीं है कि मेरी पत्नी ने क्या कहा। आपको आज या शाम से किसी को फोन करने की ज़रूरत नहीं है, या यहां तक कि पूछें कि आप आज क्या खा रहे होंगे। मैं एक जिम्मेदार व्यक्ति हूं इसलिए अगर आप हमारे बच्चे के बारे में चिंता नहीं करते हैं, तो मैं करूंगा। बाहर जाने और पीयर के वापस जाने पर सुनने की तुलना में यह कम अपमानजनक है। यदि आपको स्थायी रूप से हमारे लिए विश्वास था, तो आप वास्तव में दिल्ली गए होंगे। पत्नी ने खुद अपने बच्चे के साथ रहना शुरू कर दिया और अपना जीवन जीना शुरू कर दिया और उसके पति को इस बात का बहुत अफ़सोस था कि उसकी कोई पत्नी नहीं थी जो उसके आँसू पोंछ सके। आपको हमारी आज की यह खबर कैसी लगी हमे कमेंट में इसके बारे में अवश्य बताए. और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे. ताकि दूसरो को भी इसका फायदा मिल सके. दुर्योधन का एक भाई जो महाभारत में पांडवों की तरफ से लड़ा था
अमेरिका-चीन झगड़ा एशियन एफएक्स को चीरता हैं जिससे डॉलर को लाभ होता है द्वारा रियूटर्स अमेरिका-चीन झगड़ा एशियन एफएक्स को चीरता हैं जिससे डॉलर को लाभ होता है * अमेरिका-चीन गतिरोध भावना को कम करता है * डॉलर एक सुरक्षित ठिकाने के रूप में समर्थित है * बीजिंग के बाद युआन स्थिर उत्तेजना का खुलासा किया * न्यूजीलैंड ने हेलीकॉप्टर का पैसा कमाया टोक्यो, २२ मई (रियूटर्स) - संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच नए सिरे से कूटनीतिक तनाव के बारे में चिंताओं के कारण डॉलर ने शुक्रवार को प्रमुख साथियों के खिलाफ लाभ हासिल किया और ग्रीनबैक के लिए सुरक्षित ठिकाने की मांग का समर्थन किया। चीन-यू.एस. संबंधों में व्यापक स्तर पर एक बार फिर से खटास आ गई है, जिसमें चीन द्वारा हांगकांग के पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश का उपचार और कोरोनोवायरस महामारी के लिए इसकी प्रतिक्रिया शामिल है, जिससे जोखिम का फैलाव हो रहा है। ताजा भू-राजनीतिक उपभेदों ने एशियाई मुद्राओं जैसे कि चीन के युआन और ऑस्ट्रेलियाई और न्यूजीलैंड डॉलर में जंग लगा दी है। टोक्यो में दाइवा सिक्योरिटीज के एफएक्स रणनीतिकार यूको इशिज़ुकी ने कहा, "अमेरिका और चीन के बीच पिछले काफी समय से समस्याएं हैं।" "कुछ बहुत ही अल्पकालिक खिलाड़ी एक दिन से दूसरे स्थान पर स्थितियां बदल रहे हैं, जिससे प्रवृत्ति को देखना मुश्किल हो जाता है, लेकिन कुल मिलाकर डॉलर का समर्थन किया जा रहा है।" जबकि नए घर्षणों ने युआन पर कुछ दबाव डाला, लेकिन बीजिंग में नीति निर्माताओं द्वारा नए प्रोत्साहन उपायों का खुलासा करने के बाद चीनी मुद्रा को भी कुछ समर्थन मिला। पिछले सत्र में ०.३% की बढ़त के साथ, शुक्रवार को एशिया में डॉलर प्रति यूरो १.०948 पर कारोबार हुआ। डॉलर ने गुरुवार को दो सप्ताह से अधिक समय में अपना सबसे बड़ा लाभ पोस्ट करने के बाद ०.971० स्विस फ्रैंक खरीदा। स्टर्लिंग को $ १.२२२८ पर स्थिर रखा गया था, शुक्रवार को बाद में डेटा के लिए ब्रिटिश खुदरा बिक्री में गिरावट दिखाने की उम्मीद थी। चीन के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि पिछले साल के लोकतंत्र समर्थक अशांति के बाद चीन हांगकांग पर नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने के लिए तैयार है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी है कि वाशिंगटन कानून पर "बहुत दृढ़ता से" प्रतिक्रिया देगा। एक जोखिम यह है कि हांगकांग अपने कुछ अनुकूल अमेरिकी व्यापारिक शर्तों को खो सकता है जिसने वैश्विक वित्तीय केंद्र के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखने में मदद की है। शुक्रवार को हांगकांग डॉलर को थोड़ा बदल दिया गया था, जो कि ग्रीनबैक के खिलाफ अपने संकीर्ण ७.७5-७.८५ बैंड के शीर्ष छोर के साथ टकरा रहा था। निवेशकों की चिंताओं को उजागर करते हुए, हांगकांग में शेयरों में गिरावट। वाशिंगटन और बीजिंग भी चीनी कंपनियों की उन्नत प्रौद्योगिकी के लिए लॉगरहेड्स पर हैं और बीजिंग के हुबेई के मध्य चीनी प्रांत में पिछले साल के अंत में उपन्यास कोरोनोवायरस के उभरने के बाद उन्नत तकनीक की आलोचना की। तनाव ने दो आर्थिक महाशक्तियों के बीच पिछले साल के खींचे गए व्यापार युद्ध की यादों को उभारा है, जिसने वैश्विक वित्तीय बाजारों को हिला दिया। गुरुवार को ०.३% डुबकी के बाद, ऑनशोर, युआन ७.११८१ प्रति डॉलर पर स्थिर रहा। चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग ने शुक्रवार को नेशनल पीपुल्स कांग्रेस में अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए उच्च बुनियादी ढांचे के खर्च और अन्य उपायों का वादा किया। २०२० के लिए एक विकास लक्ष्य जारी नहीं किया, क्योंकि यह १९९० में ऐसे लक्ष्यों को प्रकाशित करना शुरू कर दिया था, क्योंकि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था कोरोनोवायरस से निकलती है। एंटीपोडियन मुद्राओं ने जोखिम को नुकसान पहुंचाया क्योंकि जोखिम ने एक झटका लिया। ऑस्ट्रेलियाई डॉलर ०.२४% गिरकर $ ०.६५५३ पर आ गया। तस्मान सागर के पार, न्यूजीलैंड डॉलर में $ ०.६११४ तक की गिरावट आई। देश के वित्त मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि न्यूज़ीलैंड वायरस महामारी से उबरने में मदद करने के लिए न्यूज़ीलैंड सीधे घरों में नकदी वितरित करने पर विचार कर रहा है। १९३० के दशक में ग्रेट डिप्रेशन के बाद से घरेलू नकदी के हस्तांतरण का विचार, जिसे कभी-कभी हेलीकॉप्टर मनी कहा जाता है, ध्यान आकर्षित कर रहा है क्योंकि महामारी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ा झटका है। बैंक ऑफ जापान ने शुक्रवार को एक आपात बैठक में महामारी से आहत छोटी कंपनियों के लिए ऋण योजना का विवरण देने के बाद कहीं और येन को १०७.५७ प्रति डॉलर पर बदल दिया।
गाँव में पंडित जी की भैंस मर गयी. अब मर गयी तो कायदे से उसका निस्तारण करना चाहिए था, सो न हुआ. सड़ने लगी. उसके कीड़े पड़ गए. गाँव भर का रहना दूभर हो गया. कुछ लोगों ने विषय को उठाया. ये बताया कि देखो कितनी बदबू है. कुछ किया जाए. इसे उठा के दूर ले चलो.. गाड़ो. जलाओ. या जो भी करना है करो. कुछ लोग विरोध में आ खड़े हुए मौलाना के घर के सामने भी तो मरी हुई भैंस सड़ रही है उसको क्यों नहीं उठाते? जाओ पहले सबकी सडती हुई भैंस का किरिया कर्म कर के आओ तब हमारी भैंस को हाथ लगाना. भैया. इस्लाम में तो किसी प्रकार के सुधार की या चर्चा तक की कोई गुंजाइश है नहीं. वो छठीं सदी की सोच आज तक ढो रहे हैं. कहते हैं कि कुरआन में एक बिंदी भी नहीं घट-बढ़ सकती. जो आयत उतर गयी सो उतर गयी. जो आलोचना करेगा, प्रश्न करेगा, उसके लिए ईशनिंदा (ब्लेस्फेमी) क़ानून के तहत फांसी का फंदा तैयार है. इधर हिंदुत्व एक जीवित पेड़ है. इसमें नित नयी कोंपलें फूटती है. नयी शाखाएं निकलती हैं. हिंदुत्व में रोजाना कुछ घटता बढ़ता है. हिंदुत्व अपने अनुयायियों को शंका करने, प्रश्न करने और आलोचना करने की आजादी देता है. अपनी पवित्र पुस्तक, अपना आराध्य और अपनी पूजा पद्धति तय करने की भी आज़ादी देता है. नयी सोच और नया दर्शन पैदा करने की आजादी देता है. सबसे बड़ी बात कि समय के साथ बदलने, विकसित होने की आजादी देता है. हिंदुत्व में हमेशा सुधारवादी आन्दोलन चलते रहे हैं. पुनर्जागरण होता रहा. पाखण्ड खंडिनी पताकाएं गड़ती रही. राम, कृष्ण और शिव की आलोचना करने पर आज तक न किसी को फांसी हुई, न कोई संगसार हुआ. हिंदुत्व ने ही जैन, बौद्ध, सिख और न जाने कौन-कौन से धर्म सम्प्रदाय पैदा होने दिए. यही तो हिंदुत्व की सबसे बड़ी खूबी है. स्वतंत्रता. आज़ादी. प्रश्न पूछने की आजादी. हिंदुत्व में आपको छूट है, अनुमति है कि आप सोचें. पूछें. तर्क करें. आलोचना करें. इस्लाम की जड़ता, कट्टरपन और ज़हालत से प्रेरित हो कर कुछ लोग हिंदुत्व के इसी गुण, इसी स्वतन्त्रता पर ही प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं. जैसे एक फिल्म आई थी पीके हिन्दुओं और हिंदुत्व को संबोधित करती है शायद (मैंने फिल्म देखी नहीं है). लोगों की समस्या है कि सिर्फ हमारे दरवाज़े पर सड़ती हुई भैंस क्यों दिखा रहे हो. मौलाना के द्वार पर भी तो भैंस सड़ रही है. पहले उसकी उठाओ, फिर हमारी उठाना. मेंरा मानना है कि भाड़ में गया मौलाना. उसे रहने दो बदबू में. अबे तुम तो अपना मोहल्ला साफ़ करो यार. हिंदुत्व में सुधारवादी आन्दोलन को चलने दो रोको मत प्रेवियस आर्टियलप्राचीन ज्ञान को जादू टोना क़रार दे, विज्ञान के बुलडोज़र से ध्वस्त कर, कंक्रीटी विकास से पाट दिया नेक्स्ट आर्टियलभारत की झुग्गी बस्तियों की कहानी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और उनका कार्यकाल मध्य प्रदेश मे अब तक ३ बार राष्ट्रपति शासन लगा है - १९७७ से १९७७ मे श्यामचरण शुक्ल के कार्यकाल में। १९८० से १९८० में सुंदर लाल पटवा के कार्यकाल में । १९९२ से १९९३ में सुंदर लाल पटवा के कार्यकाल में । श्री रविशंकर शुक्ल ०१.११.१९५६ तो ३१.१२.१९५६ मात्र २ माह श्री भगवन्त राव मण्डलोई ०१.०१.१९५७ तो ३०.०१.१९५७ मात्र १ माह श्री कैलाश नाथ काटजु ३१.०१.१९५७ तो १४.०४.१९५७ २ वर्ष १४ दिन श्री कैलाश नाथ काटजु १५.०४.१९५७ तो ११.०३.१९६२ श्री भगवन्त राव मण्डलोई १२.०३.१९६२ तो २९.०९.१९६३ श्री द्वारका प्रसाद मिश्रा ३०.०९.१९६३ तो ०८.०३.१९६७ श्री द्वारका प्रसाद मिश्रा ०९.०३.१९६७ तो २९.०७.१९६७ श्री गोविन्द नारायण सिंह ३०.०७.१९६७ तो १२.०३.१९६९ श्री राजा नरेशचन्द्र सिंह १३.०३.१९६९ तो २५.०३.१९६९ १२ दिन श्री श्यामाचरण शुक्ल २६.०३.१९६९ तो २८.०१.१९७२ श्री प्रकाश चन्द्र सेठी २९.०१.१९७२ तो २२.०३.१९७२ श्री प्रकाश चन्द्र सेठी २३.०३.१९७२ तो २२.१२.१९७५ श्री श्यामाचरण शुक्ल २३.१२.१९७५ तो २९.०४.१९७७ राष्ट्रपति शासन ३०.०४.१९७७ तो २५.०६.१९७७ श्री कैलाश चन्द्र जोशी २६.०६.१९७७ तो १७.०१.१९७८ श्री विरेन्द्र कुमार सखलेचा १८.०१.१९७८ तो १९.०१.१९80 श्री सुन्दरलाल पटवा २०.०१.१९८० तो १७.०२.१९८० राष्ट्रपति शासन १८.०२.१९८० तो ०८.०६.१९८० श्री अर्जुन सिंह ०९.०६.१९८० तो १०.०३.१९८५ श्री अर्जुन सिंह ११.०३.१९८५ तो १२.०३.१९८५ श्री मोती लाल वोरा १३.०३.१९८५ तो १३.०२.१९८८ श्री अर्जुन सिंह १४.०२.१९८८ तो २४.०१.१९८९ श्री मोती लाल वोरा २५.०१.१९८९ तो ०८.१२.१९८९ श्री श्यामाचरण शुक्ल ०९.१२.१९८९ तो ०४.०३.१९९० श्री सुन्दरलाल पटवा ०५.०३.१९९० तो १५.१२.१९९२ राष्ट्रपति शासन १६.१२.१९९२ तो ०६.१२.१९९३ श्री दिग्विजय सिंह ०७.१२.१९९३ तो ०१.१२.१९९८ श्री दिग्विजय सिंह ०१.१२.१९९८ तो ०८.१२.२००३ सुश्री उमा भारती ०८.१२.२००३ तो २३.०८.२००४ श्री बाबूलाल गौर २३.०८.२००४ तो २९.११.२००५ श्री शिवराज सिंह चौहान २९.११.२००५ तो १२.१२.२००८ श्री शिवराज सिंह चौहान १२.१२.२००८ तो १३.१२.20१३ श्री शिवराज सिंह चौहान १४.१२.२०१३ तो १४.१२.२०१८ श्री कमलनाथ १७ दिसम्बर, २०१८ से १४ दिसम्बर, २०१८ को मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक दल का नेता निर्वाचित किया गया। श्री कमल नाथ ने १७ दिसम्बर, २०१८ को मध्यप्रदेश के १८वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।
पीएमके नेता अंबुमणि रामदास गिरफ्तार फ्रिदय, ०३ मई २०१३ १३:०१ पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबुमणि रामदास को तमिलनाडु पुलिस ने शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि पट्टालि मक्कल काची (पीएमके) के नेता अंबुमणि को उनके निवास से कोयंबटूर में बैंक में आग, ४ मरे थुरदय, २५ अप्रैल २०१३ १७:०० कोयंबटूर के व्यवसायिक परिसर में स्थित एक निजी बैंक में गुरुवार सुबह आग लग जाने से चार लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। इस घटना जयललिता मानहानि के मुकदमों को वापस नहीं लेंगी वेडनेस्ड्य, २४ अप्रैल २०१३ १०:३७ तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने मंगलवार को विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमों को वापस लेने से इंकार करते हुए सियासी दलों का नेतृत्व कर तमिलनाडु के १०0 सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी 'आयरन मैन ३' थुरदय, १८ अप्रैल २०१३ १६:४२ प्रसिद्ध मार्वल कॉमिक्स की आयरन मैन श्रृंखला पर आधरित अमेरिकी फिल्म 'आयरन मैन ३' के तमिल संस्करण को तमिलनाडु में करीब १०० सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया जाएगा, जबकि इसके अंग्रेजी ट्विटर, फेसबुक पर सिर्फ समय की बर्बादी: मेनन सैतुर्ड्य, १३ अप्रैल २0१३ १७:१८ चेन्नई, १३ अप्रैल (आईएएनएस)| अपने प्रशंसकों से जुड़ने के लिए ज्यादा से ज्यादा अभिनेता ट्विटर और फेसबुक जैसी सोशल साइट्स से जुड़ रहे हैं लेकिन अभिनेता के. के. मेनन का तमिलनाडु में रेल हादसा, २ मरे वेडनेस्ड्य, १० अप्रैल २०१३ ०९:१० तमिलनाडु में मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस के ११ डिब्बों के पटरी से उतर जाने से इसमें सवार दो यात्रियों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। दक्षिण रेलवे 'कुडनकुलम परमाणु केंद्र से निकलने वाली भाप परीक्षण का हिस्सा' तुएस्ड्य, ०२ अप्रैल २०१३ ०८:४८ भारत में परमाणु ऊर्जा का उत्पादन करने वाले संयंत्रों की संचालक संस्था, न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने सोमवार को कहा कि कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना (केएनपीपी) की वेदांता के तांबा प्रगलन संयंत्र को बंद करने के आदेश सुन्दए, ३१ मार्च २०१३ ०८:४९ पिछले सप्ताह तूतीकोरीन स्थित स्टरलाइट इंडस्ट्रीज के तांबा प्रगलन संयंत्र से हानिकारक गैस के रिसाव के बाद तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने शुक्रवार को संयंत्र को तत्काल प्रभाव से श्रीलंकाई खिलाड़ियों को तमिलनाडु में खेलने की अनुमति नहीं : जयललिता तुएस्ड्य, २६ मार्च २०१३ १७:४० चेन्नई, २६ मार्च (आईएएनएस)| तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि वह तमिलनाडु में उसी शर्त पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैच तमिलनाडु में ६ विधायक १ साल के लिए निलंबित मोंड्य, २५ मार्च २०१३ २२:०० चेन्नई, २५ मार्च (आईएएनएस)| तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) के छह विधायकों को सोमवार को एक साल के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। एजीएस इंटरटेंमेंट ने की ६ तमिल फिल्मों की घोषणा सैतुर्ड्य, २३ मार्च २०१३ १८:३३ तमिल फिल्मों की प्रमुख कंपनी एजीएस इंटरटेंमेंट ने शनिवार को इस साल छह तमिल फिल्में शुरू करने की घोषणा की है। कंपनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्चना कालपति ने ट्विटर रचनात्मकता का विकल्प उपलब्ध कराती हैं हास्य फिल्में : पांडिराज सैतुर्ड्य, २३ मार्च २०१३ १६:५१ तमिल फिल्मों के निर्देशक पांडिराज कहते हैं कि एक फिल्मकार होने के नाते फिल्मों की हास्य शैली में अलग-अलग विषयों को हास्य के जरिए प्रस्तुत करने का विकल्प होता है। तमिलनाडु के बजट में कोई नया कर नहीं सैतुर्ड्य, २३ मार्च २०१३ ०८:३६ तमिलनाडु विधानसभा में गुरुवार को राज्य के वित्त मंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम द्वारा पेश वर्ष २०१३-१४ के बजट में कोई नया कर नहीं लगाया गया और न ही मौजूदा करों में स्टालिन और उनके दोस्त के घर सीबीआई का छापा थुरदय, २१ मार्च २०१३ १०:३६ श्रीलंकाई तमिलों पर कथित तौर पर श्रीलंकाई सेना द्वारा किए गए अत्याचारों के खिलाफ तमिलनाडु में बुधवार को भी धरना-प्रदर्शन जारी रहे। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के आने वाले स्टार्टप्रेवनेक्स्टेंडपेज ३६ ऑफ ३७ जॉब प्रेव
हरियाणा में सामान्य हो रहे हालात, मुनक नहर पर सेना का नियंत्रण - इब्न७ हिन्दी हरियाणा में सामान्य हो रहे हालात, मुनक नहर पर सेना का नियंत्रण चंडीगढ़: हरियाणा में सेना ने सोमवार को जाट आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों को खदेड़कर मुनक नहर को अपने नियंत्रण में लिया। साथ ही व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-१ पर यातायात बहाल कराया। आंदोलन के उग्र तेवर को देखते हुए हरियाणा के कई स्थानों पर लगाए गए कर्फ्यू में भी सोमवार को ढील दी गई। यहां पुलिस सूत्रों ने कहा कि सैन्य अधिकारियों ने हरियाणा की मुनक नहर को अपने नियंत्रण में ले लिया है और यहां से दिल्ली को होने वाली जलापूर्ति शुरू कराने की कोशिशें की जा रही हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, "मुनक नहर की हिफाजत करने के लिए सेना और केंद्र का धन्यवाद। दिल्ली के लिए बहुत बड़ी राहत की बात है।" कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि सोमवार सुबह सुरक्षाबलों ने कुछ जगहों से जाट आंदोलनकारियों को खदेड़ने के बाद दिल्ली और अंबाला के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-१ पर यातायात बहाल करा दिया। वहीं, कुछ प्रदर्शनकारी स्वयं ही पीछे हट गए। हिंसाग्रस्त रोहतक, सोनीपत, पानीपत, झज्जर, भिवानी, जिंद, कैथल और हिसार में भी अन्य राजमार्गो पर यातायात बहाल कराया जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि जाट आंदोलनकारियों का सोमवार को भी कुछ सड़कों व रेलवे पटरियों पर अवरोध उत्पन्न करना जारी है। उन्हें वहां से हटाने और यातायात बहाल कराने की कोशिशें जारी हैं। अधिकारियों ने कहा कि रोहतक कस्बे में जारी कर्फ्यू में सोमवार को एक घंटे के लिए ढील दी गई। हिसार व हांसी कस्बे से कर्फ्यू हटा दिया गया है। वहीं, रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली-अंबाला और दिल्ली-बठिंडा सेक्शन पर ट्रेन यातायात बहाल कराने में अभी कुछ और समय लग सकता है, क्योंकि पहले पटरियों की मरम्मत और निरीक्षण करना पड़ेगा। आंदोलनकारियों ने अलग-अलग जगहों पर रेल पटरियां उखाड़ दी थीं। क्षेत्र में जारी जाट आंदोलन की वजह से रेल अधिकारियों ने करीब ९०० ट्रेनें रद्द कर दी गई। पुलिस अधिकारियों ने सुबह में कहा कि राज्य में बीते १२ घंटों में अवरोध उत्पन्न करने के अलावा किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने सोमवार तड़के अपने ठिकानों की ओर लौटना शुरू कर दिया। जाट आरक्षण आंदोलन का रविवार को आठवां दिन था। इस दौरान अब तक ११ लोगों की जान जा चुकी है और १५० से ज्यादा घायल हुए हैं। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्ट ने सोमवार अपराह्न् चंडीगढ़ में एक कैबिनेट बैठक बुलाई है। बैठक में जाटों के लिए आरक्षण और राज्य के मौजूदा हालात पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
बालों की ऐसे करेंगे केयर तो दिखेंगे सबसे अलग | आजतक लाइव बालों की ऐसे करेंगे केयर तो दिखेंगे सबसे अलग मौसम चाहे कोई भी हो, बालों को हमेशा देखभाल की ज़रूरत होती है। गर्मियों में बालों को पसीने और धूल-मिट्टी से कैसे बचाएं, जानें सखी से। प्रेवियस आर्टियलभाई १६ साल की लड़की का रेप कर रहा था और बहन विडियो बना रही थी नेक्स्ट आर्टियलएक ड्रेस के साथ ट्राई कर सकते हैं कई लुक्स आखिर ऐसी क्या बात हो गई, जो मरने को मजबूर हो गया प्रेमी जोड़ा महिला के साथ रेप कर शख्स ने लगाई उसे आग, लेकिन महिला ने हिम्मत जुटाकर शख्स को दे दी दर्दनाक सजा आजतक लाइव - अप्रैल ३०, २०१९ सूरत / एक साथ १९ बच्चों की अर्थियां उठीं, अंतिम संस्कार में पूरा शहर... आजतक लाइव - मई २५, २०१९
सब्सिडी से नहीं चल सकती दिल्ली मैट्रो, किराया बढ़ाना जरूरी थाः मंगू सिंह - अब्य्टकन्यूज सब्सिडी से नहीं चल सकती दिल्ली मैट्रो, किराया बढ़ाना जरूरी थाः मंगू सिंह फरीदाबाद १२ अक्तूबर(अब्य्टकन्यूज.कॉम)दिल्ली मैट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह सिंह ने आज कहा कि दिल्ली मैट्रो जैसी स्वयं वहनीय कोई भी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पूर्णतः सब्सिडी पर नहीं चल सकती। सब्सिडी से केवल किराये में कुछ समय के लिए राहत मिल सकती है लेकिन इससे सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का स्वयं वाहनीय मॉडल प्रभावित होता है। श्री मंगू, जिन्होंने दिल्ली और कोलकाता के मैट्रो प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, आज जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद में सतत शहरी यातायात के रूप में मैट्रो विषय पर बोल रहे थे। सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। कार्यक्रम को इंडस्ट्री रिलेशन्स प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित किया गया था। मैट्रो किराया संशोधन को लेकर एक विद्यार्थी द्वारा पूछे गये प्रश्न के उत्तर में श्री सिंह ने कहा कि मैट्रो का किराया आठ वर्षाें के अंतराल के बाद वर्ष २०१७ में संशोधित किया गया था। इससे पहले यह संशोधन वर्ष २००९ में हुआ था। दिल्ली मैट्रो रेल निगम को जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए), जिसने दिल्ली मैट्रो के पहले व दूसरे चरण के लिए फंडिंग की थी, का कुल २८,००० करोड़ रुपये का लोन चुकाना है। इस समय दिल्ली मैट्रो की अंडरग्राउंड लाइन की प्रति किलोमीटर कुल निर्माण लागत ६०० से ७०० करोड़ रुपये है और ऊपरी लाइन की निर्माण लागत प्रति किलोमीटर २८0 से ३०० करोड़ रुपये है। यदि मैट्रो का किराया निरंतर अंतराल पर न बढ़ाया जाये तो दिल्ली मैट्रो रेल निगम द्वारा लोन नहीं चुकाया जा सकता। उन्होंने बताया कि दिल्ली मैट्रो डायनेमिक ट्रेन शेड्यूलिंग, रिजनरेटिंग ब्रेकिंग सिस्टम तथा स्टेशन की छतों पर सौर ऊर्जा जैसी नई तकनीक अपना रहा है, जिससे बिजली की खपत कम होगी। दिल्ली मैट्रो को संचालन में दक्षता लाने के लिए नये तकनीकी सुधारों की जरूरत है।श्री मंगू सिंह, जिन्होंने दिल्ली मैट्रो के स्वच्छ विकास तंत्र अर्थात क्लीन डेवलेपमेंट मैकेनिज्म प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया है जो दुनिया के रेल परिवहन क्षेत्र में एकमात्र सफल प्रोजेक्ट है, ने बताया कि दिल्ली मैट्रो परिसर में सौर ऊर्जा उत्पादन की परियोजना के संचालन के लिए भारतीय सौर ऊर्जा निगम के साथ दिल्ली मैट्रो ने एक समझौता किया है। समझौते के तहत दिल्ली मैट्रो रेल निगम अपने परिसर में उत्पन्न होने वाली सौर ऊर्जा को अगले २५ वर्षाें तक उत्पादनकर्ता से खरीदेगा और इसके तहत निगम ऊर्जा उत्पन्न होने पर लगी वास्तविक लागत का ही भुगतान करेगा। इस समय, निगम के कुल खर्च का ३८ प्रतिशत ऊर्जा संसाधनों पर खर्च होता है। दिल्ली मैट्रो के प्रबंध निदेशक ने कहा कि दिल्ली मैट्रो की सफलता का सबसे बड़ा कारण समयबद्धता है। दिल्ली मैट्रो ने ९९.८ प्रतिशत समयबद्धता तथा शून्य दुर्घटना रिकार्ड बरकरार रखा है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि अपने करियर में सफलता के लिए अपने जीवन में समय के प्रति पाबंध रहे।इससे पूर्व, सत्र को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि देश की मैट्रो रेल प्रणाली की अभूतपूर्व सफलता में मंगू सिंह का योगदान महत्वपूर्ण है और वे देशभर के मैट्रो इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आये है। उन्होंने कहा कि मंगू सिंह उस समय मैट्रो परियोजना से जुड़े थे, जब यह देश में बिल्कुल नई थी। किसी भी नई परियोजना का क्रियान्वयन जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि कोई भी इसकी सफलता या किये गये निवेश की वापसी का अंदाजा नहीं लगा सकता। लेकिन जब तक कोई कोशिश नहीं करता, उसे सफलता नहीं मिल सकती और यही महत्वपूर्ण बात है जो सभी युवाओं को मंगू सिंह से सीखने की आवश्यकता है। कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने श्री मंगू सिंह को स्मृति चिह्न भेंट किया। सत्र को मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ. तिलक राज तथा डॉ. अर्शबीर ने भी संबोधित किया। सत्र का समन्वयन इंडस्ट्री रिलेशन्स प्रकोष्ठ की निदेशक डॉ. रश्मि पोपली, डॉ. संजीव गोयल, डॉ. रश्मि अग्रवाल, डॉ. ज्योत्सना तथा डॉ. प्रीति सेठी ने किया।
करॉना वायरसः सार्स के अनुभव से मदद ले चीन एकबार फिर एक सप्ताह के अंदर ... माता-पिता की सेवा सबसे बड़ी भक्ति : ज्योति बैंदा रात का पारा ५० पर आया : मिश्र तालाब पर छा गया कोहरा नशे में धुत मैजिक चालक ने बाइक को मारी टक्कर, दो युवक घायल रूम भाड़ा कर लौट रहे युवक की बाइक बिजली पोल से टकराई, एक की मौत केबल या डीटीएच पर मिलने वाले सामान्य चैनलों के अलावा जियो के खुद के चैनल्स भी हैं। इसमें जियो बॉलिवुड प्रीमियम हद, जियो क्रिकेट १ हद, जियो क्रिकेट २ हद, जियो क्रिकेट ३ हद, जियो क्रिकेट ४ हद, जियो क्रिकेट इंग्लिश हद, जियोसिनेमा, जियो सिनेमा एक्शन, जियो सिनेमा कॉमेडी, जियो तेलुगू हिट्स हद शामिल हैं। वहीं, बात करें भारती एयरटेल और वोडाफोन की, इन ...... रविवार देर शाम से ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. गुलाबी रंग का कोट पहने एक महिला इस वीडियो में कुछ प्रदर्शनकारियों को धकेलती नज़र आ रही हैं. वीडियो में दिखता है कि कुछ देर बाद यही महिला एक प्रदर्शनकारी को पकड़ती हैं और फिर थप्पड़ मारती हैं. यह महिला दरअसल मध्य प्रदेश के राजगढ़ की डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा हैं ... आ प्रोटेस्टर पुल्स हैर ऑफ राजगढ़ डेपुटी कॉलक्टर प्रिया वर्मा, आफ्टर शे हिट्स ब्जप वर्कर्स एंड ड्रैग थेम ... सुनिए ... ....
१८ मई २०१९ | नवाज़ १ (इस आर्टिक्ल को १9 बार पढ़ा जा चुका है) हरा धनिया के वैसे तो अचुक फ़्रायड हैं जैसे सब्जियों मैं उपयोग किया जाता हैं. हरा धनिया लगभग हर घरों में उपयोग में लाया जाता है और यह भोजन में स्वाद बढ़ाने के कारण इसे पूरी दुनिया में जाना जाता है | इसके अलवा धनिया अपने कई गुणों और फायदे के बारे से जाना जाता है | यह आसानी से पाया जाता है और सस्ता होने के कारण भी इसे काफी उपयोग में लाया जाता है | इसके अलावा धनिया हमारे खाने में सुगंध जोड़ता है जो की भोजन का सवाद बढ़ा देता है |तो चलिए जानते हैं आखिर क्या क्या फायदे हैं और इसे किस रोगों के इलाज के लिए उपयोग में लाया जा सकता है | में एक हिंदी ब्लॉगर हु . ब्लॉग्गिंग करना या लिखना मुझे बहुत पसंद है , आप मुझ से मेरे ब्लॉग &नब (आगे पढ़िये ...)
इंस्टेंट ख़बर | प्रोटीन शरीर में कोरोना को फैलाता भी है और रोकता भी है, रिसर्च | इंस्टेंट ख़बर जून २९, २०२० ११:२६ नई दिल्ली: दुनियाभर में फ़ैल रही कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए विश्व वैज्ञानिक इसको लेकर ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने में जुटे हैं ताकि इसका जल्द से जल्द प्रभावी वैक्सीन बनाया जा सके। इसी बीच एक नए रिसर्च में वैज्ञानिकों ने पता लगाया है किशरीर में किन-किन जीन्स की वजह से कोरोना वायरस फैलता है। वैज्ञानिकों ने जीन-एडिटिंग टूल (क्रिसप्र-कस९) का उपयोग करते हुए कुछ ऐसे जींस या सेल के बारे में पता लगाया है जो सार्स-सीओवी -२ सार्स-कॉव-२ (वायरस) को शरीर में फैलने या जड़े जमाने में मदद करते हैं। जो कोरोनो वायरस रोग का कारण बनता है। स्टडी येल स्कूल ऑफ मेडिसिन, बोर्ड इंस्टिट्यूट और मिट और हावर्ड यूनिवर्सिटी ने मिलकर की है। रिसर्च करने वाले एक वैज्ञानिक ने कहा, कोविड-१९ को शरीर में फैलने में मदद करने वाली कोशिकाओं की पहचान करना महत्वपूर्ण है। जब हमें ये पता होगा कि कोरोना वायरस को शरीर में कौन से जीन या सेल बढ़ने में मदद करते हैं तो हम कारगर दवा बना पाएंगे। रिसर्च में मानव शरीर में उन जीन और रास्तों देखा गया है जो वायरस को शरीर में खुद को बढ़ाने के लिए यूज होते है। स्टडी में वैज्ञानिकों ने पाया कि इसमें प्रोटीन का अहम योगदान है। प्रोटीन का एक रूप जहां शरीर में कोविड-१९ के वायरस को बढ़ाता है तो दूसरा उसके वायरस को बढ़ने से रोकता है। सदर कैंट के वाल्मीकि मोहाल, हाता बाग रोड, निवासियों को पुलिस की प्रताड़ना से मुक्ति दिलाई जाएः मोमिन अन्सार सभा डोडा से ख़त्म हुआ आतंक, हिजबुल कमांडर मसूद भी मारा गया
विधु विनोद चोपड़ा की फ़िल्म शिकारा का दूसरा ट्रेलर हुआ रिलीज़ लेगेंड न्यूज शिकारा के निर्माताओं ने फिल्म का एक नया, दूसरा ट्रेलर रिलीज़ कर दिया है, जो १९८९ की उन खतरनाक परिस्थितियों को दर्शाता है जब कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ना पड़ा था। शिकारा फ़िल्म का यह दूसरा ट्रेलर देखकर निश्चित रूप से आपके फिर से रोंगटे खड़े हो जाएंगे, जिसे फिल्म निर्माता विधु विनोद चोपड़ा इस साल ७ फरवरी को दर्शकों के सामने पेश करने के लिए तैयार है। ट्रेलर के पहले फ्रेम में ही वास्तविकता को सामने रखा गया है जहाँ एक फरमान के साथ कश्मीरी पंडितों को भूमि छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है। प्रमुख अभिनेता आदिल खान और सादिया की सुकून भरी जिंदगी में हिंसा के दृश्य के साथ, दूसरे ट्रेलर में कश्मीरी पंडितों की अनकही कहानी को सामने पेश किया गया है। पहले ट्रेलर के रिलीज के बाद से ही, फ़िल्म के विषय और कहानी के साथ जिज्ञासा अपने चरम पर है। शिकारा में १९९० की घाटी से कश्मीरी पंडितों की अनकही कहानी को उजागर किया गया है जिसे जगती और अन्य शिविरों के ४०,००० असली प्रवासियों के साथ शूट किया गया है। यहीं नहीं, फिल्म में माइग्रेशन की वास्तविक फुटेज भी शामिल की गई है। फ़िल्म शिकारा को समुदाय से लेकर उद्योग जगत की जानी मानी आवाज़, आलोचकों और दर्शकों तक सभी की अपार सराहना मिल रही हैं। ऐतिहासिक प्रासंगिकता को दर्शाने वाले दिन की ३०वीं वर्षगांठ पर, फिल्म के निर्माताओं ने १९ जनवरी को नई दिल्ली में वास्तविक कश्मीरी पंडित शरणार्थियों के लिए फिल्म की एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया था जिन्हें १९90 में बड़े पैमाने पर पलायन के दौरान अपने घरों को छोड़ना पड़ा था। शिकारा के निर्माता, विधु विनोद चोपड़ा और राहुल पंडित प्रतिष्ठित जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल २०२० में शामिल हुए और इस कार्यक्रम में एक विशेष पैनल चर्चा का हिस्सा बने थे। इस दौरान, पैनल के सदस्य वहाँ उपस्थित दर्शकों के साथ भी बातचीत करते नज़र आये। यह फिल्म इसलिए भी खास है, जहां चार हजार असली कश्मीरी पंडितों ने १९९० की कश्मीरी घाटी के विघटन को रीक्रिएट करने के लिए फ़िल्म की शूटिंग की है। वास्तविक लोगों से वास्तविक कहानियों तक, शिकारा में सब कुछ वास्तविकता के बहुत करीब रखा गया है। एड की रिपोर्ट: उप में का पर हिंसा के लिए बांटे गए १२० करोड़ रुपए साउथ फिल्म इंडस्ट्री में लिंगभेद ज्यादा: नेहा धुपिया रीमिक्स गीतों पर गुस्से में जावेद अख्तर, बोले- यह अब रुकना चाहिए
कॉल करना होगा अब और महंगा, इंटरनेट के लिए भी चुकाने होंगे ज्यादा पैसे | कॉल करना होगा अब और महंगा, इंटरनेट के लिए भी चुकाने होंगे ज्यादा पैसे नई दिल्ली: एयरटेल ने कुछ स्कीम्स में कॉल और इंटरनेट के रेट बढ़ा दिए हैं. इस बात की संभावना है कि एयरटेल के बाद कई और टेलिकॉम कंपनियां रेट बढ़ा सकती हैं. एक मोबाइल डीलर ने बताया, तीन अप्रैल के बाद से एयरटेल की सर्विस के रेट में बदलाव हुआ है. एयरटेल ने १२५ रुपए वाले मोबाइल इंटरनेट पैक की वैलिडिटी २८ दिन से २१ दिन कर दी है. एयरटेल की वेबसाइट पर भी यही रेट दिख रहा है, लेकिन वहां इस बात की जानकारी नहीं है कि नया टैरिफ कब से लागू गिया गया है. इस वक्त मोबाइल टैरिफ पर नजर रखने वाली ट्राई (टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) कन्ज़यूमर्स को सर्विस प्रवाइडर द्वारा मोबाइल रेट बढ़ाने की जानकारी नहीं देती है. एक कूपन रीटेलर ने बताया कि एयरटेल ने कॉल रेट्स कम करने वाले रिचार्ज (रिचार्ज) पर मिलने वाले फायदे को कम कर दिया है. नाम न जाहिर करने वाले रिटेलर ने बताया, ४६ रुपए का रिचार्ज वाउटर कॉल रेट्स कम करता था. इससे पहले इससे एसटीडी और लोकल कॉल रेट्स ४५ पैसे प्रति मिनट हो जाते थे, लेकिन अब इससे कॉल रेट्स ५० पैसे प्रति मिनट होते हैं. ऐसे वाउचर्स में बहुत बदलाव किया गया है. वोडाफोन और आइडिया ने वाउचर की वैलिडिटी ३० दिन से घटाकर २४ दिन कर दी है.एयरटेल ने ३८ रुपए से ४८ रुपए के मोबाइल रिचार्ज पर मिलने वाले फायदे भी घटा दिए हैं. रीटेलर ने बताया, पहले ३८ रुपए के रीचार्ज से एसटीडी कॉल रेट्स ४० पैसे हो जाते थे लेकिन अब इसके लिए ४८ रुपए देने पड़ रहे हैं. ३८ रुपए के रिचार्ज से एसटीडी कॉल रेट्स ४५ पैसे प्रति मिनट हो रहे हैं. एयरटेल ने कहा, प्रमुख टैरिफ में कोई बदलाव नहीं किया गया है. प्रमोशनल ऑफर्स और डिस्काउंट में कटौती हमारी इस वक्त जारी नीति है. वेब तितले: कॉल करना होगा अब और महंगा, इंटरनेट के लिए भी चुकाने होंगे ज्यादा पैसे
२२ नोव २०१९ को भारत मैं १ टस एयर कंडीशनर्स की मूल्य सूची देखें । | प्रिसदेखो.कॉम १ टस एयर कंडीशनर्स की भारत मे मूल्य २०१९ मैं भारत मैं १ टस एयर कंडीशनर्स। २२ नोवंबर २०१९ को भारत मैं १ टस एयर कंडीशनर्स की सबसे नयी कीमतें देखें। ५०५ १ टस एयर कंडीशनर्स ऑनलाइन शॉपिंग के लिए उपलब्ध हैं। भारत मैं सबसे कम कीमतें, प्रमुख विशेषतायें, तस्वीरें, रेटिंग्स, और विवरण देखे। इस श्रेणी का सबसे लोकप्रिय प्रोडक्ट कॉन्कर्ड १ ५ टन ३ स्टार २०१८ इन्वर्टर र४१०ा स्प्लिट एयर कंडीशनर हैं। सबसे सस्ती कीमतें सभी प्रमुख ऑनलाइन स्टोर जैसे नाप्तोल, इंडियाटाइम्स, स्नाप्डल, फ्लीपकर्ट, इनफिब्बम से प्राप्त होती हैं जिससे आप आसानी से कीमतों की तुलना कर सके। १ टस एयर कंडीशनर्स की मूल्य सीमा १ टस एयर कंडीशनर्स की कीमतें मार्किट के अनुसार बदलती रहती हैं । सबसे महंगा प्रोडक्ट सैमसंग एआर२४जेवी५एनबीडब्लूके २ टन इन्वर्टर स्प्लिट ईईआर कंडीशनर, मल्टीकलर हैं जिसकी कीमत र्स. १,००,००0 हैं। इसके विपरीत सबसे सस्ता प्रोडक्ट क्रोम सीआरएसी७५०४ १ ५ तों स्प्लित एक व्हाइट है और इसकी कीमत र्स.१५,२94 हैं। यह ब>ऑनलाइन कीमतें सभी प्रमुख शहर जैसे मुंबई, नई दिल्ली, बंगलौर , चेन्नई, पुणे , कोलकाता, हैदराबाद , जयपुर, चंडीगढ़ , अहमदाबाद , एनसीआर मैं ऑनलाइन खरीदिने के लिए उपलब्ध हैं ओनिडा १ टन ३ स्टार स्प्लिट र्स. २४४९९ कुल ५०५ प्रोडक्ट्स टॉप १० १ टॉन्स अन्डर एयर कंडीशनर्स नवीनतम १ टॉन्स अन्डर एयर कंडीशनर्स वोल्टास १ ५ टन ३ स्टार विंडो एक वाइट १८३क्ज़प कॉपर कंडेंसर ओ सामान्य एएसजीए०९ए नमस्ते दीवार स्प्लिट ०.७५ टन ईईआर कंडीशनर मित्सुबिशी एसआरके०५सीएम ०.५ टन स्प्लिट एक, मल्टीकलर
डेवलपर: अब्रजनेट देव श्रेणी: लाइफ स्टाइल अपलोड की तिथि: १२ मई १८ पहले और सबसे मजबूत टावर कार्यक्रम में आपका स्वागत हैआवेदन कुंडली के बारे में व्यापक रूप से और सभी खगोलविदों के लिए विशेषता है और इसमें विभिन्न टावरों और चरित्र लक्षण विश्लेषण के कई लेख हैंफेसबुक फेसबुकइस कार्यक्रम में हम आपको दिखाते हैं:दिन में अपने टावर दिन के लिए खगोल विज्ञान पूर्वानुमानमेष - वृषभ - मिथुन - कैंसर - लियो - कन्या - तुला - वृश्चिक - धनु राशि - मकर राशि - कुंभ राशि... डेवलपर: मागटर इनक. श्रेणी: लाइफ स्टाइल अपलोड की तिथि: १२ मई १८ प्लेबॉय (प्लेबाय) - एक ऐसा नाम है जो एक किंवदंती बन गया है। दुनिया भर में लोकप्रिय चमकदार पुरुषों की पत्रिका १९९५ में रूस में दिखाई दिया है और जल्दी से अपनी श्रेणी में सबसे लोकप्रिय प्रकाशन हो गया। दुनिया में सबसे सुंदर महिलाओं, शानदार पिकटोरियाली और मशहूर हस्तियों, दुनिया भर के आकर्षक यात्रा, प्रतिष्ठित कारों, शानदार पुरुषों की फैशन की विशिष्ट फुटेज: प्लेबॉय विषयों की एक बहुत... डेवलपर: कल्क स्टूडियो श्रेणी: लाइफ स्टाइल अपलोड की तिथि: १२ मई १८ नए साल में वाक्य बजाना वियतनामी की पारंपरिक संस्कृति है।एक सरल और कॉम्पैक्ट एप्लिकेशन के साथ, आप अपना खुद का अद्वितीय और अद्वितीय वाक्य पैटर्न बना सकते हैं।नए साल के आशीर्वाद वाले रिश्तेदारों और परिवारों को आपके द्वारा बनाए गए वाक्यों को साझा करें।आवेदन के कार्य:- टेट के लिए वाक्यों को लिखें, वाक्यों के लिए पूछें या- नए साल में पत्र टाइप करें- सुंदर नए साल की पृष्ठभूमि का संग्रह।-... डेवलपर: ज़ेर०त श्रेणी: लाइफ स्टाइल अपलोड की तिथि: १२ मई १८ लुसी २.०.४ कुलदेवता मंगलवार स्वचालित पुनरारंभ मेनू बटन सेट - & ग्य्ट; सेटिंग्स - & ग्य्ट; टोटेम मंगलवार हेजुसिमायॉन स्वचालित पुनरारंभ को बंद पर सेट किया जाता है। विशेष अलार्म की मात्रा की तुलना में मोबाइल फोन की "अलार्म" मात्रा "मध्यम" की मात्रा अन्य करने के लिए समायोजित किया जाना चाहिए। जब आप मेनू बटन दबाते हैं तो सेटिंग विंडो दिखाई देती है। कोरिया में पहली बार दुनिया की पहली... डेवलपर: ज़ीदेव इस्लाम श्रेणी: लाइफ स्टाइल अपलोड की तिथि: १२ मई १८ इस्लाम प्रार्थना समय पूर्ण दुनिया भर में मुस्लिमों के लिए उपलब्ध सबसे व्यापक सलात समय गाइड, क्यूबाला दिशा, और आधान अलार्म घड़ी है।दुनिया भर में क्यूबाला और इमास्क, फ़ज्र, सूर्योदय, धुहर, असर, सूर्यास्त, मगरीब, ईशा और आधी रात के लिए समय सूची। प्रत्येक के लिए व्यक्तिगत और अनुकूलन अलार्म घड़ियों के साथ। विभिन्न प्रकार के विज्ञापन से चुनें, या डिवाइस अधिसूचना का उपयोग करें।आपकी सुविधा... डेवलपर: गोदेव१२३ श्रेणी: लाइफ स्टाइल अपलोड की तिथि: १२ मई १८ इसमें उस एप्लिकेशन के शीर्षक के अनुसार छवियां शामिल हैं जिन्हें आप सहायता करना चाहते हैं।भौं जेलसर्वश्रेष्ठ भौं पेंसिलसर्वश्रेष्ठ भौं मेकअपब्रो जेलभौं पाउडरसर्वश्रेष्ठ भौं किटभौं भरावब्रो मेकअपभौं मेकअप किटसर्वश्रेष्ठ भौं उत्पादोंब्रो पेंसिलभौं मस्करानिविड़ अंधकार भौं पेंसिलभौं स्टैंसिलब्रो पाउडरबेस्ट ब्रो पेंसिलअर्ध स्थायी भौहेंभौं किटभौं उत्पादोंसर्वश्रेष्ठ भौं जेलबेस्ट ब्रो... कार इंटीरियर एक्सेसरीज़ या अक्सर ऑटो एक्सेसरीज कहा जाता है, पहले से ही बहुत सारे प्रशंसकों हैं, कूल कार सहायक उपकरण को विभिन्न प्रेरणाओं के साथ डिजाइन किया जा सकता है ताकि हम जो चाहते हैं उसके अनुसार और कार में जब आरामदायक हो, तो बहुत से लोग आंतरिक कार सहायक उपकरण की तलाश में हैं, कार इंटीरियर सजावट, प्यारा कार सहायक उपकरण, ठंडा कार गैजेट और कई अन्य।यदि आप महिलाओं के लिए लड़कों या... डेवलपर: विजय ब्युटानी श्रेणी: लाइफ स्टाइल अपलोड की तिथि: १२ मई १८ जन्मदिन छवियां ऐप उन लोगों के लिए है जो हर किसी के जीवन के विशेष दिन पर जन्मदिन संदेश और उद्धरण भेजना चाहते हैं।ऐप में बहुत सारे उद्धरण और संदेश हैं जो आपको फोटो के साथ केवल कुछ क्लिक में जन्मदिन कार्ड बनाने की अनुमति देते हैं।व्हाट्सएप, फेसबुक इत्यादि जैसे लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप के माध्यम से आप जन्मदिन की छवियों और बधाई आसानी से साझा कर सकते हैं।यदि आप कार्ड बनाना चाहते हैं तो... डेवलपर: लेप्रेचूँ आप्स श्रेणी: लाइफ स्टाइल अपलोड की तिथि: १२ मई १८ उदास इमोटिकॉन्स में उदास आइकन का एक उत्कृष्ट संग्रह मिलता है जिसे आप अपने दोस्तों, परिवार और अपने जीवन के प्यार के साथ साझा कर सकते हैं। उस व्यक्ति को बताने का कोई बेहतर तरीका नहीं है जिसे आप एक इमोटिकॉन के साथ व्यक्त करना चाहते हैं, उस आइकन का चयन करें जो आप दुखी स्टिकर के साथ व्यक्त करना चाहते हैं, छवि दबाएं और साझा करें।विशेषताएं: नि: शुल्क यह एप्लिकेशन है जिसे आप मुफ्त में... गले लगाने वाले इमोटिकॉन्स में गले लगाए गए आइकन का एक उत्कृष्ट संग्रह मिलता है जिसे आप अपने दोस्तों, परिवार और अपने जीवन के प्यार के साथ साझा कर सकते हैं।उस व्यक्ति को बताने का कोई बेहतर तरीका नहीं है जिसे आप एक इमोटिकॉन के साथ व्यक्त करना चाहते हैं, उस आइकन का चयन करें जो आप गले स्टिकर के साथ व्यक्त करना चाहते हैं, छवि दबाएं और साझा करें।विशेषताएं नि: शुल्क यह एप्लिकेशन है जिसे...
निधि झा सेक्सी विडियो: टीवी की दुनिया से भोजपुरी इंडस्ट्री में अपना लोहा मनवा चुकीं एक्ट्रेस निधि झा का एक हॉट वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. निधि झा का वीडियो उनके हॉट भोजपुरी सॉन्ग चीप ड़ाल देबा नेट पे का है, जिसनें एक्ट्रेस पवन सिंह संग रोमांस करती दिख रही हैं. बता दें कि निधि की हॉट, सेक्सी बोल्ड फोटो और वीडियो हमेशा वायरल होती रहती हैं. निधि झा का हॉट भोजपुरी सॉन्ग वीडियो इंटरनेट पर वायरल बॉलीवुड डेस्क, मुंबई.एक्ट्रेस निधि झा भोजपुरी फिल्मों के अलावा टीवी की दुनिया में भी अपना हाथ आजमा चुकी हैं. भोजपुरी इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले एक्ट्रेस कई टीवी सीरियल्स में काम कर चुकी हैं. निधि झा मशहूर टीवी सीरियल बालिका वधू, क्राइम पैट्रोल, सपने सुहाने लड़कपन के, अदालत, एंकाउंटर, बेइंतहां, सावधान इंडिया और आहट के सीजन ६ में नजर आ चुकी हैं. इसके बाद एक्ट्रेस ने साल 201६ में फिल्म गदर से भोजपुरी इंडस्ट्री में अपना पहला कदम रखा है. भोजपुरी फिल्म गदर में निधि झा एक्टर पवन सिंह के साथ नजर आई थीं. वहीं अपनी हॉटनेस को लेकर निधि झा काफी लाइमलाइट में छाई रहती हैं. इन दिनों निधि झा का एक बेहद हॉट वीडियो यूट्यूब पर काफी वायरल हो रहा है. यूट्यूब पर वायरल हो रहा निधि झा का यह वीडियो उनके हिट भोजपुरी सॉन्ग चीप डाल देबा नेट पे का है. निधि झा का यह वीडियो उनके सुपरहिट फिल्म जिद्दी का है. फिल्म जिद्दी में एक्ट्रेस भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह संग रोमांस करती नजर आई थीं. भोजपुरी लूलिया का यह गाने के वीडियो भले ही पुराना हो लेकिन लोगों के बीच इस गाने की डिमांड आज भी भारी संख्या में है. चीप ड़ाल देबा नेट पे गाने में निधि झा एक्टर पवन सिंह संग रोमांटिक और सेक्सी डांस मूव्स करती दिख रही हैं. वीडियो में पवन सिंह संग निधि की हॉट कैमिस्ट्री उनके फैन्स के दिलों की धड़कनें और भी तेज कर रही हैं. निधि झा के फिल्मोग्राफी की बात करें तो एक्ट्रेस एक से बढ़कर एक हिट भोजपुरी फिल्मों में काम कर चुकी हैं. निधि भोजपुरी फिल्म गदर के अलावा जिद्दी, ट्रक ड्राइवर २, सत्या, कसम पैदा करने वाले की, स्वर्ग, माई से माई हमका उहे लईकी चाही, गैंगस्टर दुल्हनिया, मंदिर वहीं बनाएंगे, क्रैक फाइटर, जय हिंद, दिलवर जैसी फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं.
बात सिर्फ अजान की ही क्यों? | लिखा रेत पर सोमवार की सुबह भी हर रोज की तरह हुई थी. बस फर्क इतना था आज किसी नेता के बयान के बजाय एक गायक और अभिनेता का बयान था. हर न्यूज चैनल ने अपने-अपने तरीके से इस बयान को ठोक-पीटकर इस लायक बना लिया था कि टीआरपी में कोई कमी न रह जाये. शाम को वही पत्रकार बन्धु इस बयान को विवादित बता रहे थे जो कुछ दिन पहले अभिव्यक्ति की मौखिक आजादी के पक्षधर थे. खैर सबकी तरह मैंने भी फेसबुक पर लाइक बटोरे और शाम होते-होते घर पहुंचा, मंदिर में आरती बज रही थी, गाँव से माँ का फोन आया गया. लाउडस्पीकर की आवाज इतनी तेज थी कि ढंग से कुछ सुनाई नहीं दिया. मुझे नहीं पता वो आरती किस खुशी में बज रही थी पर इतना पता है मामला यदि धार्मिक शोर से ही जोड़ा जाये तो सिर्फ बात अजान की ही क्यों? आज हम सब सोशल मीडिया पर विज्ञान के कारण है लेकिन हम विज्ञान की इस देन से धर्मान्धता का शिकार बनकर अन्धविश्वास फैला रहे है जबकि धर्म तो हमें समाज में जीने का तरीका बताता है, फिर यह समाज से जीने के हक छीनने का कारण कैसे बन सकता है? आज के युग में लोगों ने धर्म को केवल अपनी महत्त्वकांक्षओं को पूरा करने का साधन बना लिया है. कोई सच लिखे तो बकवास और अधार्मिक लोग. वो सात सौ छियासी या काली का फोटो डाले तो धार्मिक. ये आज कोई नहीं सोच रहा आप इन सबसे धर्म का नुकसान और पाखंडियों ढोंगियों धर्म के ठेकेदारों का फायदा कर रहे हैराजीव चौधरी
कॉरृप्टेड हार्ड डिस्क टिप्स इन हिन्दी. एक हार्ड डिस्क जो की सिस्टम के अंदर या बाहर से जोड़ी जाती है आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से विभिन्न कारणों से ख़राब हो सकती है। अक्सर ऐसी परिस्थति कभी नहीं होती, और अगर ऐसा होता है तो आप अपने स्टोर्ड किये हुए डेटा को एक्सेस नहीं कर पाएंगे। जैसे की हम जानते है कि डेटा सभी के लिए महत्वपूर्ण होता है चाहे वो व्यक्तिगत डेटा हो या व्यवसायिक डेटा। यदि आप अपने डेटा को एक्स्सेस नहीं कर पाते है तो ये आपके लिए एक गंभीर समस्या हो सकती है । कॉरृप्टेड हार्ड डिस्क से डेटा को रिकवर करने के लिए कुछ टिप्स एक हार्ड डिस्क जो की सिस्टम के अंदर या बाहर से जोड़ी जाती है आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से विभिन्न कारणों से ख़राब हो सकती है। अक्सर ऐसी परिस्थति कभी नहीं होती, और अगर ऐसा होता है तो आप अपने स्टोर्ड किये हुए डेटा को एक्सेस नहीं कर पाएंगे। जैसे की हम जानते है कि डेटा सभी के लिए महत्वपूर्ण होता है चाहे वो व्यक्तिगत डेटा हो या व्यवसायिक डेटा। यदि आप अपने डेटा को एक्स्सेस नहीं कर पाते है तो ये आपके लिए एक गंभीर समस्या हो सकती है । जब आपकी हार्ड डिस्क सही से काम करना बंद कर दे तब आप हार्ड डिस्क डेटा रिकवरी एक्सपर्ट्स की सहायता से अपनी डिस्क को सही करा सकते है। इस तरह आप अपने डेटा को आसानी से प्राप्त कर सकते है। यदि आपकी ड्राइव छतिग्रस्त हो गयी हो तो आप अपना डेटा किसी अन्य फ़्लैश ड्राइव या हार्ड डिस्क में भी पुनः प्राप्त कर सकते हैं। मुख्य रूप से हार्ड डिस्क दो प्रकार से ही ख़राब हो सकती है: फिजिकल डैमेज और लॉजिकल डैमेज। आपकी हार्डडिस्क बिना किसी चेतावनी के भी खराब हो सकती है, हार्ड डिस्क के ख़राब होने की अधिक जानकारी के लिए हम आपको निचे कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं । फिजिकल डैमेज - हार्डडिस्क के पार्ट्स में आयी कमी की वजह से फिजिकल डैमेज होता है। अक्सर हार्ड ड्राइव के रेड/राइट हेड के टूटने से, हार्ड डिस्क के गिरने से, हार्ड डिस्क को अपने आप खोलने से, या किसी अन्य पार्ट्स के टूटने से, इत्यादि की वजह से यह समस्या उत्पन होती है। लॉजिकल डैमेज - हार्ड डिस्क में बिना किसी टूट फूट की वजह से जब आप अपने डेटा को एक्सेस नहीं कर पाते है तो इसका कारण लॉजिकल डैमेज होता है। फाइल सिस्टम में आये किसी वायरस की वजह से यह परिस्थिति बनती है । इस इस्थिति में आप बायोस के द्वारा डेटा को देख तो सकते है लेकिन उसे एक्सेस नहीं कर सकते। इसके अलावा आपको नो हार्ड ड्राइव का एक सन्देश भी दिखना शुरू हो जाता है। दोनों प्रकार से हार्ड डिस्क के ख़राब होने की इस्थति में डेटा का खो जाना एक आम समस्या है । इन्टरनेट से कमाई करने के लिए यहाँ क्लीक करे हार्ड डिस्क फेलियर : प्रारंभिक लक्षण हम आपको हार्ड डिस्क विफलता के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान कराते है: अगर आपकी हार्ड ड्राइव से लगातार अजीब सी आवाज आ रही है तो इस स्तिथि में हार्ड ड्राइव का उपयोग न करें और तुरंत लैपटॉप या कंप्यूटर को बंद कर दें । यदि एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव है तो उसको सिस्टम से जोड़े नहीं। ब्लू स्क्रीन ऑफ़ डेथ एरर (यदि आपके सिस्टम पर नीली स्क्रीन दिख रही है तो आपकी ड्राइव फेल हो गयी है) हार्ड ड्राइव विफलता से बचने के उपाय ऊपर बताये गए किसी भी लक्षण का कोई भी संकेत आपको दिखाई दे तो,आपको डेटा लॉस से बचने के लिए हार्ड डिस्क का उपयोग तुरंत रोक देना चाहिए। यह दर्शाता है आपकी हार्डडिस्क में समस्या है और भविष्य में बड़ी मात्रा में डेटा हानि हो सकती है यदि आप इसका उपयोग बंद नहीं करते है। ध्यान दे - विफलता के प्रारंभिक लक्षण समझना जरूरी है, आवश्यक है आप हार्डडिस्क क्रैश के लिए तैयार रहे। इसका मतलब यह नहीं है की इन स्वचालित लक्षणों से आपका सिस्टम क्रैश हो जायेगा और आपको डेटा रिकवरी की आवस्यकता होगी लेकिन निस्चित रूप से आपको डेटा हानि की स्तिथि का मुकाबला करने में मदद मिलेगी। हार्डडिस्क रिकवरी के सुझाव - यहाँ पर आप कॉरृप्टेड हार्ड डिस्क रिकवरी के लिये सबसे महत्वपूर्ण बात जानोगे। फिजिकल डैमेज और लॉजिकल डैमेज हार्ड ड्राइव से लॉस्ट डेटा को प्राप्त करने के लिए किस प्रकार के डेटा रिकवरी का विकल्प करना चाहिए । यदि आपकी हार्ड ड्राइव में लॉजिकल प्रॉब्लम है तो आप उसका डेटा थर्ड पार्टी सॉफ्टवेर एप्लीकेशन की सहायता से रिकवर कर सकते है। यदि आपकी हार्ड ड्राइव में फिजिकल डैमेज की प्रॉब्लम है तो आपको अनुभवी डेटा रिकवरी पेशेवरों द्वारा हार्ड डिस्क रिकवरी सेवाओ के लिए जाना चाहिए। जब आप सुनिश्चित कर लें की आपकी हार्ड ड्राइव में फिजिकल डैमेज की प्रॉब्लम है तब आपको स्टेलर डाटा रिकवरी की मदद लेनी चाहिए। स्टेलर डाटा रिकवरी आपको १००% डेटा रिकवरी की गारंटी देता है। अधिकांश मामलों में इन्होंने डेड हार्ड डिस्क में से महत्वपूर्ण डेटा को रिकवर किया है। इनकी पुरे भारत में १६ जगहों पर डेटा रिकवरी लैब उपलब्ध हैं । इंग्लिश सिखने के लिए यहाँ क्लीक करे.
वनस्पति की कुछ रोचक बातें। | | आज वनस्पति तंत्र के विधान के बारे में आपको बताते है, पहले आपको अपने अंदर श्रद्धा, विश्वास और आस्था पैदा करनी होती है। किसी भी कार्य को बिना विश्वास करने से हमेशा विफलता ही आती है। किसी भी मंत्र वनस्पति मे मुर्हूत या नक्षत्र की जरुरत होती है बिना नक्षत्र कोई वनस्पति कार्य उतना नही कर पाती है। एक दिन पहले शाम को निमंत्रण या न्यौता देने जाना होता है, ये उसकी क्रिया है। अपने गुरु देव ओर इष्टदेव को याद करते हुये किसी भी मूल नक्षत्र के एक दिन पहले जिसकी जड़ लानी है उस वनस्पति के पास जाएँ और साथ में जल, अक्षत, रोली, लाल धागा, कच्चे सुत का लाल रंग का कलावा और साथ में धूपबत्ती जरुर हो। सर्वप्रथम पौधे के पास पहुँच कर पौधे को प्रणाम करें और अपने गुरुदेव और इष्टदेव का स्मरण करे फिर यह मंत्र जपें: मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा मंत्र जाप करते हुये पुजा जारी रखे। ध्यान रहे अक्षत पूर्ण होने चाहिए, पूजा के लिये सिंदूर, हल्दी, कुमकुम, चावल सब को मिलाकर प्रयोग करना चाहिये, चंदन, रोली, कलावा आदि से पुजा करके धूपबत्ती जलाएं फिर पौधे की टहनी या शाख पर लाल धागा बांध दे। ध्यान रहे इसमे आपकी भावना शुद्ध होनी चाहिए, वनस्पति के रुप मे वो फिलहाल देवता है यही भाव मन मे होना चाहिए। फिर प्रार्थना करे हे वनस्पति देव मेरा निमंत्रण स्वीकार करें मैं कल प्रातः आपको लेने आऊंगा यह कह कर प्रणाम करके वापस लौट आएं। निमंत्रण की प्रक्रिया सुर्यास्त से पहले पूर्ण हो जानी चाहिए, दुसरे दिन उचित नक्षत्र में उस वनस्पति को लाने के लिये सूर्योदय से पहले घर से निकल जाएँ, योग नक्षत्र तक किसी मंदिर मे इंतजार करें, उचित समय पर या योग मे उक्त वनस्पति जिसको लानी है उस पर जल चढाते हुये इस मंत्र का जाप करे बेतालाश्च पिशाचाश्च राक्षसाश्च् सरीसृपा, आसर्पयन्तु ते सर्वे वृक्षादस्माच्छि वाग्या उसके बाद हाथ जोडकर प्रार्थना करे नमस्ते मृत सम्भूते बलवीर्य विवर्धिनी, बलमायुश्च मे देहि पापान मा त्राहि दूरव फिर जिस पौधे या वनस्पति का जो अंश प्राप्त करना चाहते है उसको काष्ठशास्त्र से खोदकर या काटकर प्राप्त करे और इस कार्य को करते हुये इस मंत्र का जाप जारी रखे.. अत्रैव तिष्ठ कल्याणि मम कार्य करी भव, मम कार्य कृते सिद्धे ततः स्वर्ग गमिष्यति, ॐ ह्रीं चण्डिके हं फट् स्वाहा इस तरह वनस्पति को घर लाकर लाकर शुद्ध जल से धोकर अपने पवित्र स्थान पर रख दे फिर जब उसका कार्य हो तब उसका उपयोग करे। हाँ इनको लाने के लिये इक मंत्र ओर भी है दोनो का जाप आवश्यक है ॐ वनदण्डे महादण्डाय स्वाहा फल फुल जड़ (मूल )पते छाल ,बंदा, बांदा, ये विधी सभी वनस्पति तंत्रो मे काम आती है। मंगल चतुर्थी: उपाय एवं पूजन तिथि दिनांक ०२.०४.२०१८ का पंचांग एवं राशिफल
काँव -काँव: वो आये भी ,चले भी गए वो आये भी ,चले भी गए लोकतांत्रिक राजघराने का राजकुमार पदयात्रा पर था और पिछले तीन दिनों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मानो सोना ही भूल गया था.तमाम चेनलों के एंकर हांफते और उत्तेजना से कांपते अपना माइक हाथ में संभाले पीछे -पीछे दौड़ लगा रहे थे.उन्हें लग रहा था कि वे एक ऐसी घटना के साक्षी बनने जा रहे हैं जिसका इतिहास के सुनहरे पन्नों पर दर्ज होना तय है.वे अपने को भाग्यशाली मान रहे थे कि महात्मागांधी के दांडी मार्च सारीखी घटना की पुनरावृत्ति अपनी आँखों से देख पाएंगे.उनके भीतर की कल्पनाशीलता उफान मार रही थी.एक से बढ़कर सशक्त जुमले उनके मुख से फूलों की तरह झड रहे थे.इस पदयात्रा की लाइव कवरेज करता एक युवा एंकर तो इतना भावविभोर हो गया कि उसकी आँखों से अश्रुधार ही बह निकली और उसे रोता देखकर कैमरापर्सन भी अपनी सुधबुध खो बैठा.परिणामस्वरूप वह कैमरे का फोकस राहुल गाँधी पर करना भूल काफी देर तक एक भैंस के रम्भाने के दृश्य ही दिखाता रहा.लाइव कवरेज पर ऑंखें गडाए दर्शकों को लगा कि अभी आयेगी राहुल बाबा के भैंस कनेक्शन की कोई ब्रेकिंग न्यूज़.फिर टी वी स्क्रीन पर जो न्यूज़ ब्रेक हुई उसे देख कर दर्शकों की आँखें भर आईं.खबर थी -अभी -अभी राहुल बाबा ने गांव के एक हैण्डपम्प के पानी से अपने मुहं हाथ धोए.उनकी इस त्याग भावना की खबर पाकर महानगर के ब्यूटी पार्लर में बैठी श्रींगार करा रही अनेक महिलाएं मेकअप धुलने की परवाह किये बिना रो दीं.ऐसी भी खबर है कि राहुल गाँधी की पदयात्रा का कवरेज इतना दिलचस्प रहा कि सास बहुओं के अनेक सीरियलों की टीआरपी यकायक गिर गई.कुछ निर्माताओं का तो मानना है कि यदि यह यात्रा कुछ दिन और चलती तो उनकी लुटिया ही डूब गई होती. राहुल गाँधी की यह पदयात्रा अचानक शुरू हुई ,जिसने सारे प्रशासनिक अमले को हैरत में डाल दिया.सारे सरकारी जासूस गोपीचंद जासूस की तरह सर खुजाते रह गए.इस यात्रा की गोपनीयता ने बहुत से लोगों के हाथ से धन प्रशस्ति अर्जित करने गोल्डन मौका निकलवा दिया.काश चेनल वालों को इसका पता चल जाता तो वे यात्रा के प्रोमो दिखा -दिखा कर कोल्ड ड्रिंक ,बोतलबंद पानी,मच्छरमार दवा,कैम्पिंग उपकरण,एनर्जी ड्रिंक,पोर्टेबल पब्लिक एड्रेस सिस्टम,इमरजेंसी लाईट आदि के विज्ञापनों के जरिये करोड़ों की कमाई कर लेते.अनेक भावी नेताओं को भी इस गोपनीयता से कष्ट हुआ.राहुल बाबा तो आ गए पूरी तैयारी के साथ ,पर उनके तो कुर्ते पाजामे तो अभी रस्सी पर ही सूख रहे थे.बिना कलफ लगा और बिना प्रेस का कुरता पजामा वो कैसे पहन सकते थे.बिना अस्त्र शस्त्र के सैनिक का कोई महत्व नहीं होता इसी प्रकार बिना कड़क कलफ लगे सफेद पाजामे कुर्ते के अभाव में भला कोई नेता होता है. राहुल गाँधी की पदयात्रा तीन दिन चलती रही.गांव -गांव ,गली -गली ,घर -घर उत्सव का माहौल रहा.जिसके द्वारे वह ठहरे वो रातों -रात सेलिब्रिटी बन गया.उसके घर का कोना -कोना पूरे देश ने देखा.उसके घर के मिटटी के चूल्हे पर पकती अरहर की दाल और रोटिओं को ज़माने ने बड़ी हसरत से निहारा.वो आये हमारे दर पर,पल दो पल ठहरे,हँसे बतियाये और चले गए.अब तो कुछ झूठे सच्चे किस्सों के साथ इन गांवों की भोली भाली जनता को वैसे ही जीना है ,जैसे वे हमेशा जीते आये हैं. सही बात कही है सर. कल १२/०७/२०११ को आपकी एक पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है . सटीक और सार्थक बात .. यही होता है ... बहुत सही कहा है....
होम उत्तराखंड अल्मोड़ा समाज को नई दिशा देने में सहायक होगी परेश की पुस्तक डांट... अल्मोड़ा। समाज के विभिन्न पहुलों को अध्यात्म से जोड कर लिखी गयी परेश भंडारी की पुस्तक डान्ट अन्डरस्टैण्ड का विमोचन सिस्टर निवेदिता काॅटेज देवदार इन में किया गया। पुस्तक विमोचन समारोह में पुस्तक की महत्ता के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए इस पुस्तक को समाज के लिए उपयोगी बताया गया। पुस्तक का विमोचन आवासीय विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एच एस धामी ने किया। पुस्तक का विमोचन कर रहे मुख्य अतिथि आवासीय विश्वविद्यालय उत्तराखण्ड के कुलपति डा. एचएस धामी ने कहा कि परेश भण्डारी की लिखी डान्ट अण्डरस्टैण्ड पुस्तक समाज के लिए काफी उपयोगी होगी। इस पुस्तक में समाज के ताने बाने को आध्यात्म से जोड कर लिखा गया है जो समाज को नई दिशा प्रदान करेगी। इसमें जीवन के कई आयामों को सम्मलित किया गया है। आवासीय विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार बीसी जोशी ने कहा कि पुस्तक सामाजिक, सांस्कृतिक, मनोवैज्ञानिक, दार्शनिक, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक विषयों जैसे अध्ययन, विवाह, साम्प्रदायिकता, समय, प्रेम को संबोधित करने का एक नया दृश्टिकोण है। पुस्तक के लेखक परेश भंडारी ने बताया कि यह पुस्तक आध्यात्मिक सूचकांक की रचना करने में अग्रणी कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी जिससे यह देखा जा सकेगा कि मानव जाति जीवन को बना रही है या नष्ट कर रही हैं। यह पुस्तक न केवल गुमराह लोगों, बल्कि पुस्तकालयों, विशेश रुप से व्यक्तिगत पुस्तकालयों को भी पूर्णता प्रदान करेगी। इस पुस्तक में समाज के विभिन्न पहलुओं को लिखा गया है जिसमें विवाह, प्रेम, मनोविज्ञान, विज्ञान रंगकर्म सहित इसको अध्यातम से जोडा गया है। उनका मानना है कि जीवन को सफल बनाने के लिए आध्यात्म को आत्मसात करना चाहिए। पुस्तक में सौहार्द से जीने के लिए प्रेरित किया गया है। कार्यक्रम का संचालन विभु कृष्णा ने किया। कार्यक्रम में डा़ बीसी जोशी, गिरीश साह, विजया भंडारी, पदमा सनवाल, अनिल सनवाल, एचएन सनवाल, नीमा सनवाल, राजेंद्र मुनगली, गीता मुनगली, विश्वनाथ पाठक, अखिलेश भंडारी, डा. रमेश चंद्र लोहुमी, वेंकटेश सनवाल, सुमन सनवाल, सौम्य सनवाल, योगेश तिवारी, संजय जोशी, रंगकर्मी ध्रुुव टम्टा, कुलदीप सिंह आदि मौजूद रहे। प्रेवियस आर्टियलब्रेक फेल होने से सड़क पर पलट गई कार, बड़ा हादसा टला नेक्स्ट आर्टियलजन्मदिवस पर ही स्वर्गवासी हो गए पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी
- बीकेटीसी की वर्ष २००४ में तैयार वेबसाइट को एनआईसी ने नए अंदाज में किया तैयार >देहरादून: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फ्राइडे को सीएम आवास पर बद्री-केदार मंदिर समिति के आधिकारिक वेब पोर्टल का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने बीकेटीसी की डायरी व कैलेंडर का भी विमोचन किया। वेब पोर्टल का निर्माण एनआईसी द्वारा किया गया है। सीएम ने एनआईसी के डायरेक्टर के नारायणन को पोर्टल में चारधाम यात्रा से संबंधित ज्यादा से ज्यादा जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। कहा, बीकेटीसी की आधिकारिक वेबसाइट होने से अब देश और दुनिया के किसी भी कोने से उत्तराखंड चारधाम यात्रा के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इस दौरान बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, उपाध्यक्ष अशोक खत्री, सीईओ बीडी सिंह सहित एनआईसी के अधिकारी भी मौजूद रहे। ऑनलाइन डोनेशन और बुकिंग शुरू बीकेटीसी के अनुसार अब यात्री ऑनलाइन पूजा बुकिंग, ऑनलाइन डोनेशन कर पाएंगे। इस दौरान एनआईसी ने टैंपल कमेटी को ट्रायल बेस पर वीसेट भी उपलब्ध कराया। वेबसाइट में उत्तराखंड के चारधाम व बद्री-केदार समिति के अधीन मंदिरों, पंच बद्री, पंच केदार व पंच प्रयाग की भी जानकारी दी गई है। अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि आईटी व प्रचार-प्रसार के इस दौर में वेबसाइट के माध्यम से चारधाम के तीर्थ यात्रियों को तत्काल जानकारी मिलने में आसानी होगी। इसके लिए सीएम ने टैंपल कमेटी व नेशनल इंफॉर्मेटिक सेंटर को बधाई भी दी। सीएम ने चारधाम यात्रा के लिए इंट्रीगेटेड कंट्रोल रूम बनाने के भी निर्देश दिए। वेब पर अपलोड है पूरी जानकारी टैंपल कमेटी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि वेबसाइट में देश-विदेश के तीर्थयात्रियों के लिए बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम के अलावा अधीनस्थ मंदिरों व गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की पूरी जानकारी अपलोड है। इस दौरान उत्तराखंड के चार धामों की ऋषिकेश से दूरी का रोड मेप भी उपलब्ध कराया गया है। जबकि बद्रीनाथ-केदारनाथ से संबंधित जानकारियां ऑनलाइन प्राप्त व डोनेशन की प्रक्रिया पूरी हो सकती है। वहीं वेबसाइट में टैंपल कमेटी के गेस्ट हाउस, ऑफिस, संस्कृत स्कूल, फॉर्मेसी की भी जानकारियां उपलब्ध हैं। तीर्थाटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि मंदिर समिति की वेबसाइट से तीर्थ यात्रियों को बेहतर जानकारी एवं सुविधाएं मिलेंगी। मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा। हरीश गौड़ ने बताया कि एनआईसी ने मंदिर समिति को ट्रायल बेस पर वीसेट सुविधा भी प्रदान की है। डोनेशन देने वाले दानदाताओं को टैंपल कमेटी की ओर से टैक्स फ्री सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। वर्ष २००४ में बनी थी वेबसाइट बताया गया कि पूजा काउंटर के लिए सॉफ्टवेयर तैयार हो चुका है। वर्ष २००४ में बीकेटीसी की वेबसाइट बनायी गयी थी। वर्तमान में समिति ने नये रूप में निक के सहयोग से वेबसाइट का निर्माण किया है। इस दौरान टैंपल कमेटी ने अध्यक्ष ने सीएम के सामने एक वर्ष के कार्यकाल का लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया।
लहराता खिलौना - चंद्रेश कुमार छतलानी | साहित्य कुंज देश के संविधान दिवस का उत्सव समाप्त कर एक नेता ने अपने घर के अंदर क़दम रखा ही था कि उसके सात-आठ वर्षीय बेटे ने खिलौने वाली बन्दूक उस पर तान दी और कहा, "डैडी, मुझे कुछ पूछना है।" सुनते ही संविधान दिवस के उत्सव में कुछ अवांछित लोगों द्वारा लगाये गए नारों के दर्द ने नेता के होंठों की मुस्कराहट को भेद दिया और नेता ने गहरी साँस भरते हुए कहा, "हमें पब्लिक के पास बार-बार जाना चाहिये, यह हमें याद दिलाने का दिन होता है रि-पब्लिक डे...!" "डैडी, मुझे भी झंडा खरीद कर दो... नहीं तो मैं आपको गोली से मार दूँगा," बेटे का स्वर पहले की अपेक्षा अधिक तीक्ष्ण था। नेता चौंका और बेटे को डाँटते हुए कहा, "ये कौन सिखाता है आपको? बन्दूक अच्छी नहीं लगती मेरे बेटे के हाथ में।" और उसने वहीं खड़े ड्राईवर को कुछ लाने का इशारा कर अपने बेटे के हाथ से बन्दूक छीनते हुए आगे कहा, अब आप गन से नहीं खेलोगे, झंडा मँगवाया है, उससे खेलो।
>भारत में गाँधी ने सत्याग्रह का पहला प्रयोग कहाँ किया ? >अक्टूबर और नवम्बर के महीनों में भारी वर्षा कहाँ होती है ? >किस संग्रहालय को विश्व.कला संग्रहों का भण्डार कहा जाता है ? >सुभाषचन्द्र बोस ने भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस से निकलने के बाद किस पार्टी की स्थापना की थी ? >डी.एन.ए. का प्रमुख कार्य क्या है ? >गायत्री मन्त्र का उल्लेख किस वेद में है ? >उत्तर प्रदेश में नॉलेज पार्क की स्थापना कहाँ की जा रही है ? >भारतीय विदेश व्यापार संस्थान कहाँ स्थित है ? >संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का मुख्यालय कहाँ पर है ? >धोने के सोडे का रासायनिक सूत्र क्या है ? >व्यायाम के दौरान मानव शरीर में पसीना आना किस प्रक्रिया का होना इंगित करता है ? >भारत सरकार द्वारा बालकों के कल्याण के लिए बाल नीति की घोषणा कब की गई थी ? >विक्रम साराभाई सेण्टर द्वारा निर्मित सागा.२२० क्या है ? >भारत की अपराजिता दत्ता को हॉर्नबिल प्रजाति के पक्षियों के संरक्षण के लिए काम पर ह्निटली पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वह कहां की निवासी हैं ? >ओजोन परत को हानि पहुँचाने वाला घरेलू उपकरण कौन सा है ? >योजना आयोग के प्रथम अध्यक्ष कौन थे ? >लन्दन किस नदी के किनारे स्थित है ? >वर्तमान में भारतीय संविधान में कुल कितनी अनुसूचियाँ हैं ? >मनुष्य की आँखों में किसी वस्तु का प्रतिबिम्ब किस भाग पर बनता है ? >पोखरन में अणु विस्फोटन कब हुआ था ? >सन्त कबीर ने उत्तर प्रदेश के किस स्थान पर शरीर त्याग किया था ? >संसद की किस वित्तीय समिति में राज्य सभा का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होता ? >भारतीय योजना आयोग का गठन कब हुआ था ? >उत्तर प्रदेश में लोकायुक्त संगठन कब बना ? >स्त्रियों की दशा में सुधार न होने तक विश्व के कल्याण का कोई मार्ग नहीं है। यह किसने कहा है ? >महात्मा गांधी ने किस साप्ताहिक अंग्रेजी अखबार का संपादन किया ? >किस राजा के शासनकाल में ईसाई धर्म प्रचारक सेण्ट थॉमस भारत आया ? >पानीपत का द्वितीय युध्द कब हुआ था ? >सापेक्षिक आद्र्रता किसमें मापी जाती है ? >किस महासागर में ६ करोड़ वर्ष पूर्व के महाद्वीप मौरिशिया के साक्ष्य मिले हैं ? >महमूद गजवनी के आक्रमणों में सबसे महत्त्वपूर्ण आक्रमण कौन-सा था ? >वर्ष २०११ की जनगणना के अनुसार विश्व की कुल जनसंख्या में भारत की हिस्सेदारी कितने प्रतिशत है ? >भारतीय मूल की हलीमा याकूब को किस देश की संसद की पहली अध्यक्ष के रूप में चुना गया है ? >मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करता है ? >जैमिनी राय ने कला के किस क्षेत्र में नाम कमाया ? >भारत का प्रथम मुस्लिम शासक कौन था ? >किस नदी के किनारे नासिक शहर स्थित है ? >चेतना ऊतक के नाम से जाने वाला ऊतक कौन है ? >विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर माउण्ट एवरेस्ट कहाँ स्थित है ? >सतर्क आकाश.२०१२ किन देशों के बीच हुए संयुक्त सैन्य अभ्यास का नाम है ? >भारतीय संघ की शक्ति किसमें निहित है ? >उत्तर प्रदेश में स्वतन्त्रता से पूर्व कुल कितने विश्वविद्यालय थे ? >भू.पटल में सबसे अधिक मात्रा में कौनसी धातु है ? >हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में कब स्वीकार किया गया ? >भारत का प्रथम बायोस्फियर रिजर्व कहां है ? >सुश्री हेली थोर्निंग श्मिड्ट किस देश की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं ? >भारत में सर्वप्रथम कौन यूरोपीय व्यापारी आया ? >गोरखालैंड परिषद कोलकाता के किस जिले हेतु प्रशासन के लिए स्थापित की गई है ? >सार्वजनिक लेखा समिति अपनी रिपोर्ट किसे प्रस्तुत करती है ? >यूनीसेफ (यूनीसेफ) का मुख्यालय कहां स्थित है ? >कनिष्क किस वर्ष में राज्य सिंहासन पर आरूढ़ हुए ? >सूर्य का दिखाई देने वाला भाग क्या कहलाता है ? >मधुमेह से पीडि़त व्यक्ति की क्या जरूरत होती है ? >राज्य को संविधान द्वारा प्रदत्त सभी शक्तियों को प्रयोग करने एवं कार्य कराने का अधिकार किसे प्राप्त है ? >किस पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक आत्मनिर्भरता था ? >सोलह महाजनपदों के बारे में किस बौध्द ग्रन्थ से जानकारी मिलती है ? >किस ब्रिटिश प्रधानमंत्री के समय भारत स्वतन्त्र हुआ ? >भारत में सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने वाले व्यक्ति कौन हैं ? >गदर पार्टी की स्थापना किसने की थी ? >रोम शहर किस नदी के तट पर बसा है ? >प्रसिध्द तिलस्मी उपन्यास चन्द्रकान्ता के लेखक कौन हैं ? >भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार का मुख्य कारण क्या था ? >किसी पेड़ की लगभग सही आयु क्या गिनकर ज्ञात की जा सकती है ? >भारत में मुद्रा स्फीति किसके द्वारा मापी जाती है ? >गरबा कहाँ का लोकनृत्य है ? >प्रिज्म से गुजारने पर प्रकाश का कौन-सा रंग सबसे अधिक विचनल दर्शाता है ? >उच्च न्यायालय के न्यायाधीश किस आयु तक अपना पद धारण कर सकते हैं ? >कौन-सा जैवीय कारक मरुस्थलों में कम वनस्पति के उत्पादन के लिए उत्तरदायी होता है ? >राज्य सभा के सदस्यों का चुनाव कितनी अवधि के लिए किया जाता है ? >भारतीय संविधान के ७३वें संशोधन का सम्बन्ध किससे है ? >१९४७ ई. में भारत की स्वंतत्रता के समय इंग्लैण्ड में किस राजनीतिक दल की सरकार थी ? >राज्यपाल का मुख्य सलाहकार कौन होता है ? >तंजौर के वृहदेश्वर मन्दिर का निर्माण किसने कराया था ? >भारत का दागू, जियाचा तथा जीक्झू बाँधों को लेकर किस देश के साथ तनाव है ? >भारतीय रिजर्व बैंक के लेखा वर्ष की अवधि क्या है ? >कानपुर के गदर का नेतृत्व किसने किया था ? >किस सिख गुरू ने स्वयं को सच्चा बादशाह कहा था ? >उत्तर प्रदेश को पूर्व में किस नाम से जाना जाता था ? >समसूत्री विभाजन के फलस्वरूप कितनी सन्तति कोशिकाओं का निर्माण होता है ? >महाभारत काल में गंगापुत्र किसे कहा गया था ? >भारत में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृति की आयु क्या है ? >भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में किसी भी प्रकार छुआछूत को असंवैधानिक घोषित किया गया है ? >राष्ट्रीय ड्डषि विपणन केन्द्र कहाँ स्थित है ? >19६2 में उत्तर.पूर्वी असम क्षेत्र में से मिजोरम संघीय क्षेत्र का गठन हुआ था। इसे पूर्ण राज्य का दर्जा किस वर्ष दिया गया ? >पुस्तक कामायनी के रचयिता कौन हैं ? >भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष कौन था ? >हेमिस गुम्पा त्यौहार, जो अन्तर्राष्ट्रीय रूप से प्रसिध्द है, किस राज्य का है ? >साइमन कमीशन के बहिष्कार के दौरान हुए लाठी चार्ज के कारण किस नेता की मृत्यु हो गई ? >उपन्यास देवदास का लेखक कौन है ? >चाबी भरी घड़ी में कौनसी ऊर्जा होती है ? >जो शीघ्र प्रसन्न हो जाए, उसे क्या कहेंगे ? >सर्वश्रेष्ठ रस किसे माना जाता है ? >पेंट उद्योग के श्रमिकों को किस प्रकार प्रदूषण के जोखिम का सामना करना पड़ता है ? >जाली करेन्सी नोटों के विरुध्द कार्यवाही भारतीय दण्ड संहिता की किस धारा में की जाती है ? >हिन्दू.मुस्लिम एकता का प्रतीक सुलहकुल उत्सव उत्तर प्रदेश के किस शहर में आयोजित होता है ? >कैला देवी का विश्व प्रसिध्द मन्दिर राजस्थान के किस जिले में स्थित है ? >२०१८ फीफा विश्व कप कहाँ आयाजित किया जाएगा ? >टेलीस्कोप द्वारा खोजा गया पहला ग्रह कौन-सा था ? >हड्डियों के जोड़ पर यूरिक ऐसिड क्रिस्टलों का एकत्र हो जाना किस रोग का कारण बनता है ? >कथकली किस राज्य का प्रमुख नृत्य है ? >18६६ में दादाभाई नौरोजी द्वारा किस शहर में ईस्ट इंडिया एसोसिएशन की स्थापना की गई थी ? >जनगणना २०११ के अनुसार देश में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या कितनी है ? >गुर्दे (किडनी) का कार्यात्मक यूनिट क्या है ? >रबी की अधिसूचना के अनुसार, २९ जून २०११ से कौन-से सिक्के बंद हो गये ? >किसके द्वारा एकाधिकारी प्रतियोगिता का सिध्दांत विकसित किया गया है ? >स्याद्वाद किस धर्म के दर्शन का मूल आधार है ? >हल्दीघाटी की लड़ाई में अकबर ने किसको हराया था ? >उत्तर प्रदेश कितने न्यायिक जिलों में बाँटा गया है ? >19६2 के भारत.चीन युध्द के दौरान भारत के रक्षा मंत्री कौन थे ? >भारत के किस एक राज्य में कुल भूक्षेत्र का अधिकतम वन क्षेत्र है ? >भारत का प्रधानमंत्री बनने के लिए अपेक्षित न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए? >नागार्जुनसागर बाँध का निर्माण किस नदी पर हुआ है ? >सूर्य की किरण पृथ्वी की यात्रा पूरी करने में कितना समय लेती है ? >श्रव्य परिसर में ध्वनि तरंगों की आवृत्ति क्या होती है ? >मुहर्रम के अवसर पर प्रयोग में लिया जाने वाला प्रसिध्द वाद्ययंत्र कौनसा है ? >एल्युमिनियम का प्रमुख अयस्क कौन-सा है ? >उत्तर प्रदेश में किस वर्ष पंचायती राज प्रणाली का शुभारम्भ हुआ था ? >पीतल किन धातुओं से मिलकर बनता है ? >भारत में निर्मित प्रथम कम्प्यूटर का क्या नाम है ? >वायु में थोड़ी देर रखने पर किस धातु के ऊपर हरे रंग की परत जम जाती है ? >संविधान के किस अनुच्छेद के तहत राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है ? >उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल कौन थे ? >रॉकीज, एण्डीज, एटलस, आल्पस, हिमालय आदि किस प्रकार के पर्वत हैं ? >भारतीय संविधान के किस भाग को उसकी आत्मा की संज्ञा दी गई है ? >बैंकिंग परिचालनों में हम बहुत बार क्ब्स शब्द पढ़ते हैं। क्ब्स शब्द में च से क्या शब्द बनता है ? >गेकोएला गेपोरेन्सिस किसकी प्रजाति का नाम है ? >एशियाटिक सोसायटी का संस्थापक कौन था ? >भारत में १९८३ ई. का प्रूडेन्सियल विश्व कप क्रिकेट किसकी कप्तानी में जीता था ? >संविधान सभा द्वारा भारत के राष्ट्रीय ध्वज का डिजाइन कब अपनाया गया ? >विंग्स ऑफ फायर किसकी आत्मकथा है ? >किस पादप को 'शाकीय भारतीय डॉक्टर कहते हैं ? >काले वन किस देश में पाए जाते हैं ? >कंप्यूटर सिस्टम के किस भाग को भौतिक रूप से स्पर्श किया जा सकता है ? >फूलगोभी के पौधे का उपयोगी भाग कौनण्सा होता है ? >इतिहास का जनक किसे कहा जाता है ? >भारत के पूर्वी तट पर स्थित पत्तन के नाम क्या है ? >साँची के स्तूप का निर्माण किसने कराया था ? >ऐन एरिया ऑफ डार्कनेस किसकी रचना है ? >मानव शरीर में पाचन का अधिकांश भाग किस अंग में सम्पन्न होता है ? >भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण कब किया गया था ? >आदि.रेखंाश कहाँ से होकर गुजरती है ? >संविधान की कौनसी अनुसूची में केंद्र और राज्यों में विधायी शक्तियों का विभाजन किया गया है ? >विटामिन.सी का रासायनिक नाम क्या है ? >यूनेस्को ने निम्नलिखित में से किस दिन को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस घोषित किया था ? >ऐनेमोमीटर क्या मापने के काम आता है ? >महलानोबिश मॉडल का सम्बन्ध किस पंचवर्षीय योजना के साथ जोड़ा गया है ? >उत्तर प्रदेश के किस आर्थिक क्षेत्र का जन घनत्व सर्वाधिक है ? >प्रड्डति को महान् शिक्षक किसने बताया है ? >किस उपकरण को वायुयान की चाल मापने के लिए प्रयोग करते हैं ? >पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म कहाँ हुआ था ? मैनेज सर्विसेस बाय: समीक्षा सोफ्त्वार्
धर्मशाला। प्रारंभिक शिक्षा विभाग न पूर्व सैनिकों के आश्रितों से जेबीटी शिक्षकों के पदों को भरने के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया है। जेबीटी अध्यापकों के २० पदों के लिए २३ जुलाई को काउंसलिंग होगी। काउंसलिंग से पूर्व प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने रोजगार कार्यालय के माध्यम से नामों की सूची मांगी थी। वहीं, जिन अभ्यर्थियों के नाम रोजगार कार्यालय में दर्ज नहीं थे, उन्हें रोजगार कार्यालय के माध्यम से नाम भिजवाने के निर्देश दिए गए थे। रोजगार कार्यालय से विभाग को मिली नामों की सूची विभाग ने वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। साथ ही सूची में शामिल अभ्यर्थियों को बुलावा पत्र भेज दिए हैं। सूची में शामिल अभ्यर्थियों को यदि बुलावा पत्र नहीं मिलते, फिर भी वे काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं। इसके अलावा ऐसे अभ्यर्थी जो शैक्षणिक योग्यता पूरी करते हैं और रोजगार कार्यालय में पंजीकृत हैं। ऐसे अभ्यर्थी भी निर्धारित तिथि को काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं। काउंसलिंग में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को मैट्रिक, जमा दो, टेट, जेबीटी, रोजगार कार्यालय पंजीकृत पत्र, हिमाचली मूल प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, पूर्व सैनिक के आश्रित होने का प्रमाण पत्र और दो सत्यापित फोटो साथ लाने होंगे। पूर्व सैनिकों के आश्रितों से भरे जाने वाले २० जेबीटी अध्यापकों के पदो में १४ पद सामान्य वर्ग के भरे जाएंगे, जबकि ओबीसी के दो, अनुसूचित जाति के तीन और अनुसूचित जनजाति का एक पद भरा जाएगा। उधर, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा जिला कांगड़ा राजकुमार ने बताया कि पूर्व सैनिकों के आश्रितों के माध्यम से भरे जाने वाले जेबीटी के २० पदों के लिए २३ जुलाई को विभाग के धर्मशाला स्थित मीटिंग हाल में काउंसलिंग होगी।
पिछले तीन महीनों से हांगकांग में जारी राजनीतिक गतिरोध के बीच पिछले सप्ताह के अंत में सबसे अधिक हिंसक झड़पें हुई थीं। जिसके बाद पुलिस ने सुरक्षा कारणों से प्रदर्शनों पर रोक लगाते हुए लोगों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी। चेतावनी के बाजवूद बड़ी संख्या में लोग काले रंग की टी शर्ट पहनकर सड़कों पर उतरे और यातायात को बाधित कर दिया गया। हांगकांग में लोकतंत्र के हजारों समर्थकों द्वारा पुलिस के प्रतिबंध के बावजूद ३१ सितम्बर ,शनिवार को रैली निकाली। इस रैली में प्रदर्शनकारियों द्वारा रिक्लेम हॉन्ग कॉन्ग और रिवॉल्यूशन ऑफ आवर टाइम्स के नारे लगाये गए। पुलिस ने चीन सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले संपर्क कार्यालय के आसपास नए सिरे से घेरेबंदी की थी। संभावित झड़पों की आशंका के मद्देनजर पानी की बौछार करने वाले वाहन भी तैनात किए गए थे। प्रसाशन की कड़ी चेतावनी के बावजूद बड़ी संख्या में लोग काले रंग की टी शर्ट पहनकर सड़कों से मार्च करते हुए सिटी सेंटर के खेल मैदान में एकत्र हुए और विरोध दर्ज कराया। इससे पहले हॉन्ग कॉन्ग में कम से कम पांच प्रमुख लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को ३० अगस्त ,शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था ताकि रैली को विफल किया जा सके। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया था जब पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए एक नागरिक अधिकार समूह को शनिवार को होने वाली जन रैली करने की अनुमति नहीं दी थी। पुलिस ने लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं जोशुआ वांग और एगनेस चाउ को और कुछ अन्य लोगों को गैरकानूनी रूप से एकत्र होने के लिए और उकसाने और समेत कई आरोपों में गिरफ्तार कर लिया था। प्रदर्शनों के सिलसिले में जून से अब तक करीब ९०० से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। स्थिरता और समृद्धि के लिए पहचान बनाने वाले हांगकांग की छवि को हिंसा के कारण क्षति पहुंची है। अब धीरे -धीरे हांगकांग के इस प्रदर्शन ने अब बेहद हिंसात्मक रूप ले लिया है जो चीन के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर रह गया है। हांगकांग में लागू हुआ चीनी सुरक्षा कानून, संसद से मिली मंजूरी
४०.५किवी एंबेडेड पोल्स प्रकार वैक्यूम सर्किट ब्रेकर - बॉस्गोओ डॉट कॉम ,४०.५किवी वैक्यूम सर्किट ब्रेकर,एचवी वैक्यूम सर्किट ब्रेकर होम > उत्पादों > वैक्यूम सर्किट ब्रेकर > ४०.५क्व वैक्यूम सर्किट ब्रेकर > ४०.५किवी एंबेडेड पोल्स प्रकार वैक्यूम सर्किट ब्रेकर ४०.५किवी एंबेडेड पोल्स प्रकार वैक्यूम सर्किट ब्रेकर ४०.५किवी एंबेडेड पोल्स प्रकार वैक्यूम सर्किट ब्रेकर औद्योगिक और खनन उद्यमों, विद्युत संयंत्रों और सबस्टेशन के लिए तीन चरण एसी ५० हर्ट्ज, ४०.५ केवी बिजली व्यवस्था के लिए वीटीज़ -४०.५ / टी प्रकार के इनडोर वैक्यूम सर्किट ब्रेकर। समग्र संरचना का सर्किट ब्रेकर उपयोग, तीन चरण अवरोधक और संबद्ध चार्ज किए गए शरीर, एक समग्र संरचना का उपयोग करके, तीन स्वतंत्र चरण अलग करके एपोक्सी राल इन्सुलेशन आवरण। सभी मुख्य सर्किट विद्युत कनेक्शन उच्च विश्वसनीयता के साथ कनेक्ट करने के लिए तय। किन२८आ-२४/२५००-३१.५ प्रकार स्विचगियर अब से संपर्क करें अनुशंसित टैग: ४०.५ केवी इंडोर एंबेडेड पोल्स टाइप वीसीबी , ४०.५किवी वैक्यूम सर्किट ब्रेकर , एचवी वैक्यूम सर्किट ब्रेकर , ३३ केवी इंडोर एंबेडेड डंडे वीसीबी , २४ केवी एंबेडेड डंडे प्रकार वीसीबी , १२ केवी एंबेडेड पोल्स पार्श्व प्रकार वीसीबी , ३६ केवी इंडोर फिक्सिड वीसीबी , ११ केवी लार्ड फिक्स्ड टाइप वीसीबी
एनसीआर का पहला निशुल्क ऑक्सीजन चैम्बर गुरुग्राम में बना, दीपावली में उपहार करें पौंधे ; विपुल गोयल - अब्य्टकन्यूज एनसीआर का पहला निशुल्क ऑक्सीजन चैम्बर गुरुग्राम में बना, दीपावली में उपहार करें पौंधे ; विपुल गोयल एनसीआर(अब्य्टकन्यूज.कॉम) ०५ अक्टूबर,२०१७: शहर में सबसे स्वच्छ और स्वास्थ्यप्रद वातावरण देने के उद्देश्य से नर्चरिंग ग्रीन द्वारा हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास एन सी आर का पहला ऑक्सीजन चैम्बर ओ २ बनाया गया है. इस चैम्बर का उद्धघाटन हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने किया। समारोह में डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री मंगू सिंह, डीएमआरसी के डायरेक्टर शरत शर्मा, गुरुग्राम डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे. इसके साथ साथ गुरुग्राम वासियों को मुफ्त में पौंधे भी बनते गए और पौधरोपण भी किया गया. स्कूली बच्चों ने भी इस आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई. नर्चरिंग ग्रीन के प्रबंध निदेशक अन्नू ग्रोवर ने सभी का स्वागत और आभार प्रकट किया. यह ओ २ चैम्बर शुरवाती दौर में निशुल्क होगा. इसके साथ साथ एक अनोखे गार्डन स्टोर का भी अनावरण किया गया जिसमें अनेक प्रकार के आउटडोर फर्नीचर, फ्लोरिंग & फेंसिंग, गार्डनिंग टूल्स , प्लांटर्स , अक्वाटिक्स , फॉउन्टेंस & सकल्पचर्स और गार्डनिंग एक्सेसरीज उपलब्ध हैं। अन्नू ग्रोवर मैनेजिंग डायरेक्टर नर्चरिंग ग्रीन ने कहा , "हमारा उद्देश्य क्लीन और ग्रीन ड्राइव के साथ, लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा के उपायों के बारे में शिक्षित करना है ताकि सब हरित प्रकृति - हर स्वस्थ और समृद्ध समाज की अंतिम आवश्यकता, के लाभों को साझा करने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध हों । हम मानते हैं कि और एक सकारात्मक मानसिकता के साथ सही दिशा में सभी लोगों के कई छोटे प्रयास कुछ लोगों के गैर-एकीकृत विशाल कदमों की तुलना में एक वांछनीय परिवर्तन लाने में अधिक प्रभावी होगा।" श्री अन्नू ग्रोवर ने लोगों से अपील करते हुए कहा की इस दीपावली व नव वर्ष में अपने परिवार, रिश्तेदार, मित्रों को पौंधे उपहार में दें। श्री विपुल गोयल ने अपने सम्बोधन में कहा की मैं इस आयोजन के लिए अन्नू ग्रोवर जी को बधाई देता हूँ और सभी गुरुग्राम वासियों से अनुरोध करता हूँ की साल में ३ पेड़ हर व्यक्ति लगाए ताकि हमारा पर्यावरण सुरक्षित हो सके. श्री मंगू सिंह ने कहा की आज हम आधुनिक टेक्नोलॉजी में इतना खो चुके हैं की अपने वातावरण को बचाने के लिए प्रयास नहीं उठाते. हम सबको यह बदलना होगा।
तटरक्षक पोत में आग, १ लापता, २८ बचाए गए इंडियाड्रिफ्ट्स विशाखापट्टनम तट पर तटरक्षक के एक अपतटीय पोत में सोमवार को आग लगने के बाद २८ कर्मियों को बचा लिया गया, जबकि चालक दल का एक सदस्य लापता है। पूर्वी नौसेना कमान के एक प्रवक्ता के अनुसार, विशाखापट्टनम तट पर तटरक्षक के एक अपतटीय पोत में आग लगने के बाद जहाज कोस्टल जगुआर के चालक दल के सदस्य खुद को बचाने के लिए जहाज से समुद्र में कूद गए। उन्होंने कहा, कोस्टल जगुआर में कथित तौर पर एक जोरदार विस्फोट हुआ, जिसके बाद जहाज से धुंआ निकलने लगा। क्षेत्र में मौजूद आईसीजीएस रानी राशमोनी को बचाव अभियान के लिए भेजा गया। विशाखापत्तनम पोर्ट ट्रस्ट (वीपीटी) की नौकाओं के साथ मिलकर रानी राशमोनी ने संकट में फंसे चालक दल को बचाया। प्रवक्ता ने कहा, पोत पर तैनात रहे चालक दल के २९ सदस्यों में से २८ को बचा लिया गया है, जबकि एक सदस्य लापता है, जिसकी तलाश जारी है। तटरक्षक पोत में आग विशाखापट्टनम तट विशाखापत्तनम पोर्ट ट्रस्ट वीपीटी २०१९-०८-१२ प्रेवियस म्यांमार में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या ५३ नेक्स्ट योगी की हेल्पलाइन पर सिर्फ २५ प्रतिशत शिकायतों का हुआ समाधान
षष्ठ (६) अध्याय: उद्योग पर्व (सेनोद्योग पर्व) महाभारत: उद्योग पर्व: षष्ठ अध्याय: श्लोक १-१9 का हिन्दी अनुवाद द्रुपद का पुरोहित को दौत्यकर्म के लिये अनुमति देना तथा पुरोहित का हस्तिनापुर को प्रस्थान राजा द्रुपद ने (पुरोहित से) कहा- पुरोहित जी! समस्त भूतों में प्राणधारी श्रेष्ठ हैं। प्राणधारियों में भी बुद्धि-जीवी श्रेष्ठ हैं। बुद्धिजीवी प्राणियों में भी मनुष्य और मनुष्यों में भी ब्राह्मण श्रेष्ठ माने गये हैं। ब्राह्मणों में विद्वान, विद्वानों में सिद्धान्त के जानकार, सिद्धान्त के ज्ञाताओं में भी तदनुसार आचरण करने वाले पुरुष तथा उनमें भी ब्रह्मवेता श्रेष्ठ हैं। मेरा ऐसा विश्वास है कि आप सिद्धान्त वेत्ताओं में प्रमुख हैं आपका कुल तो श्रेष्ठ है ही, अवस्था तथा शास्त्र-ज्ञान में भी आप बढ़े-चढ़े हैं। आपकी बुद्धि शुक्राचार्य और बृहस्पति के समान है। दुर्योधन का आचार-विचार जैसा है, वह सब भी आपको ज्ञात ही है। कुन्ती पुत्र पाण्डुनन्दन युधिष्ठिर आचार-विचार भी आप लोगों से छिपा नहीं है। धृतराष्ट्र की जानकारी में शत्रुओं ने पाण्डवों को ठगा है। विदुरजी के अनुनय-विनय करने पर भी धृतराष्ट्र अपने पुत्र का ही अनुसरण करते हैं। शकुनि ने स्वयं जूए के खेल में प्रवीण होकर यह जानते हुए भी कि युधिष्ठिर जूए के खिलाड़ी नहीं हैं, वे क्षत्रिय धर्म पर चलने वाले शुद्धात्मा पुरुष हैं, उन्हें समझ बूझकर जूए के लिए बुलाया। उन सबने मिलकर धर्मराज युधिष्ठिर को ठगा है। अब वे किसी भी अवस्था में स्वयं राज्य नहीं लौटायेंगे। परंतु आप राजा धृतराष्ट्र से धर्मयुक्त बातें कहकर उनके योद्धाओं का मन निश्चय ही अपनी ओर फेरे लेंगे। विदुर जी भी वहाँ आपके वचनों का समर्थन करेंगे तथा आप भीष्म, द्रोण एवं कृपाचार्य आदि में भेद उत्पन्नकर देंगे। जब मन्त्रीयों में फूट पड़ जायेगी और योद्धा भी विमुख होकर चल देंगे, तब उनका (प्रधान) कार्य होगा- पुनः नूतन सेना का संग्रह और संगठन। इसी बीच में एकाग्रचित्त वाले कुन्ती कुमार अनायास ही सेना का संगठन और द्रव्य का संग्रह कर लेंगे। जब वहाँ हमारे स्वजन उपस्थित रहेंगे और आप भी वहाँ रहकर लौटने में विलम्ब करेते रहेंगे तब निःसन्देह वे सेन्य संग्रह का कार्य उतने अच्छे ठंग से नहीं कर सकेंगे। वहाँ आपके जाने का यही प्रयोजन प्रधानरूप से दिखायी देता है। यह भी संभव है कि आपकी संगति से धृतराष्ट्र का मन बदल जाय और वे आपकी धर्मानुकुल बात स्वीकार कर लें। आप धर्मपरायण तो हैं, ही वहाँ धर्मानुकुल बर्ताव करते हुए कौरव कुल में जो कृपालु वृद्ध पुरुष है, उनके समक्ष पूर्व पुरुषों द्वारा आचरित कुल धर्म का प्रतिपादन एक़ पाण्डवों के क्लेशों का वर्णन कीजियेगा। इस प्रकार आप उनका मन दुर्योधन की ओर से फोड़ लेंगे, इसमें मुझे कोई संशय नहीं है। आप को उनसे कोई भय नहीं है;कयोंकि आप वेदवेत्ता ब्राह्मण हैं। विशेषतः दूतकर्म में नियुक्त और वृद्ध हैं। अतः आप पुष्प नक्षत्र से युक्त जय नामक मुहूर्त में कुन्तीनन्दन युधिष्ठिर के कार्य की सिद्धि के लिये कौरवों के पास शीघ्र जाइये। वैशम्पायनजी कहते हैं- जनमेजय! महामना राजा द्रुपद के द्वारा इस प्रकार की अनुशासित होकर सदाचार-सम्पन्न पुरोहित ने हस्तिनापुर को प्रस्थान किया। वे विद्वान तथा नीतिशास्त्र और अर्थशास्त्र के विशेषज्ञ थे। वे पाण्डवों के हित लिये शिष्यों के साथ कौरवों की (राजधानी) की ओर गये थे। इस प्रकार श्रीमहाभारत के उद्योगपर्व के अन्तर्गत सेनोद्योगपर्व में पुरोहित प्रस्थान विषयक छठा अध्याय पूरा हुआ। " से लिया गया
पटवार परीक्षा, २०१९: राजस्थान पटवार के ४४०१ पदों पर करें आवेदन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर की ओर से राजस्थान पटवार सीधी भर्ती परीक्षा, २०१९ के तहत भर्ती का विज्ञापन के माध्यम से ४४२१ (गैर अनुसूचित क्षेत्र के ३८१५ एवं अनुसूचित क्षेत्र के ६०६) पदों पर ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। जिसके ऑनलाइन आवेदन २० जनवरी से प्रारंभ हो चुके हैं। कुल पद ४४२१ (गैर अनुसूचित क्षेत्र के ३८१५ एवं अनुसूचित क्षेत्र के ६०६) उम्मीदवार १ जनवरी, 202१ को १8 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुका हो तथा ४० वर्ष का नहीं हुआ हो। एससी/एसटी, अन्य पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के पुरुष वर्ग ५ वर्ष (राजस्थान के मूल निवासी), महिलाओं को १० साल की छूट, एवं सामान्य वर्ग की महिला को ५ वर्ष की छूट दी जाएगी। सामान्य वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग व क्रीमीलेयर श्रेणी के अन्य पिछड़ा वर्ग/अति पिछड़ा वर्ग के आवेदक के लिए ४५० रुपए, अन्य पिछड़ा वर्ग (ऑब) के लिए ३५० रुपए और सभी विशेष योग्यजन तथा राजस्थान के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के आवेदक के लिए २५०/- रूपए निर्धारित की गई है। आवेदक को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री उत्तीर्ण या इसके समकक्ष अन्य परीक्षा उत्तीर्ण और एनआईईएलआईटी, नई दिल्ली या मान्यता प्राप्त संस्थान द्वारा आयोजित ओ लेवल या उच्च स्तर सर्टिफिकट कोर्स, या आरएससीआईटी कोर्स का प्रमाण पत्र। देवनागरी लिपि का ज्ञान और राजस्थान की संस्कृति का ज्ञान होना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए विभाग की ऑफिशल वेबसाइट पर नोटिफिकेशन देखें। आवेदन प्रारम्भ होने की तिथि २० जनवरी २०२० आवेदन करने की अंतिम तिथि १९ फरवरी २०२० ऑनलाइन आवेदन के लिए राज्य के निर्धारित ई-मित्र कियोस्क/जन सुविधा केन्द्र के माध्यम से भरा जा सकता हैं उम्मीदवार ऑनलाइन आवेदन करने केलिए पूर्व अपना ईमेल आईडी बना लें। अपना ईमेल आईडी और पासवर्ड याद रखें। आवेदन के लिए विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रिक्रूमेंट पर क्लिक करें। संबंधित भर्ती परीक्षा के सामने एप्लाई ऑनलाइन पर क्लिक करने पर लॉगिन पेज खुलेगा। जिसमें अभ्यर्थी को अपना एसएसओ आईडी एवं पासवर्ड से लॉगिन करना होगा। इसके बाद अभ्यर्थी पूरी जानकारी सही से भरें। फीस का भुगतान क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड/नेट बैंकिंग द्वारा किया जा सकता है। परीक्षार्थी फॉर्म भरने से पहले विभाग की वेबसाइट जरूर देखें।
अग्रभूमि (स्टैक के ऊपर) को कैसे गतिविधि लाया जाए? ही वाब जंगो के माध्यम से जावास्क्रिप्ट को पायथन डेटा पास करना विस्तारित वर्ग के भीतर से &एपोस;इस&एपोस; कीवर्ड को एक्सटेंशन विधि को कॉल करने की आवश्यकता क्यों है? स्थिर सूचकांक? एंड्रॉइड में वापस बटन अक्षम करें एक डबल से एक्स महत्वपूर्ण आंकड़े गोल करें सेलेनियम वेबड्रिवर में पॉपअप जावा एसोसिएटिव- सरणी मैं फ्प में कॉलबैक कैसे लागू करूं? स्कीमा स्थान या नोनम्स्पेएश्चमिलोकेशन का उपयोग करके ज़्स्ड से एक्सएमएल लिंक कैसे करें? डुप्लिकेट्स को सूची से <त> सी # में हटाएं __स्लोट्स__ का उपयोग? जेक्यूजीआरआईडी चेक बॉक्स चयन राज्य को बनाए रखें पेज रिफ्रेश / रीडायर / रीलोड क्या रेज़र के साथ एक सामान्य @ हाल्पर विधि बनाना संभव है? एंड्रॉइड: अदृश्य और चले गए बीच का अंतर? मैं सी # का उपयोग कर एक विंडोज़ सेवा से एक एक्से प्रोग्राम कैसे चला सकता हूँ? एंड्रॉइड में, मैंने एक गतिविधि उदाहरण गतिविधि परिभाषित की जब मेरा आवेदन शुरू किया गया था, इस ए-गतिविधि का एक उदाहरण बनाया गया था, कहते हैं कि यह आ । जब उपयोगकर्ता ने आ में एक बटन क्लिक किया, बी-गतिविधि का एक अन्य उदाहरण बी बनाया गया था। अब कार्य स्टैक बीए है, बी के साथ शीर्ष पर। उसके बाद, उपयोगकर्ता बी पर एक बटन क्लिक किया, सी गतिविधि का एक और उदाहरण, और सी बनाया गया था। अब कार्य स्टैक कबा है, शीर्ष पर सी के साथ अब, जब उपयोगकर्ता सी पर एक बटन पर क्लिक करता है, तो मैं चाहता हूं कि ए को अग्रभूमि में ए लाने के लिए आवेदन करना चाहिए, यानी ए को टास्क स्टैक के शीर्ष पर होना चाहिए, एसीबी। एंड्रॉइड: कैमरा इन्टेंट फोन करने के बाद नष्ट हो रहा है वापस दबाने पर दूसरी गतिविधि से डेटा को १ बार कैसे निकालना है? - एंड्रॉयड एंड्रॉइड गतिविधि को इन्स्तांत करने में असमर्थ: पथ पर वर्ग नहीं मिला मैं ऐसा करने के लिए कोड कैसे लिख सकता हूँ? वेब के समाधान से एकत्रित समाधान "अग्रभूमि (स्टैक के ऊपर) को कैसे गतिविधि लाया जाए?" एंड्रॉइड होम स्क्रीन का उपयोग करने वाला सबसे अच्छा तरीका यह था कि ऐप लॉन्चर। इस तरह, मेरे पैकेज में जो भी गतिविधि सबसे हाल ही में उपयोगकर्ता द्वारा उपयोग की गई थी, उसे फिर सामने सामने लाया गया है। मुझे अपने ऐप के उपयोगकर्ता को वापस लाने के लिए मेरी सेवा के लंबित सूचना का उपयोग करने में यह उपयोगी पाया। यहां कोड-उदाहरण दिया गया है कि आप यह कैसे कर सकते हैं: इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपके स्टैक पर एक गतिविधि का केवल एक उदाहरण है। स्टार्ताक्ट्विटी से पहले इन झंडे को अपने इरादे में जोड़ें। फ्लैग_एक्टिविटी_रेऑर्डर_तो_फ्रंट : यदि प्रसंग .स्टार्टेक्टिविटी () में उत्तीर्ण किया गया है, तो यह ध्वज लॉन्च गतिविधि को अपने कार्य के इतिहास स्टैक के सामने लाया जाएगा, अगर यह पहले से ही चल रहा है। सामान्य तौर पर मुझे लगता है कि गतिविधि प्रबंधन की इस पद्धति का अनुशंसित नहीं है। स्टैक में दो कदम नीचे एक गतिविधि को सक्रिय करने की समस्या यह है कि इस गतिविधि की संभावना को मार दिया गया है। अपनी गतिविधियों की स्थिति को याद रखने और शुरुआत के साथ उन्हें लॉन्च करने के लिए मेरी सलाह स्टार्टेक्टिविटी () मुझे यकीन है कि आपने यह पृष्ठ देखा है लेकिन आपकी सुविधा के लिए यह लिंक नोट आपका होमएक्टिविटी लॉन्चमैोड एकल_टास्क होना चाहिए यदि आप एक अधिसूचना पर क्लिक करते समय स्टैक के शीर्ष पर किसी गतिविधि को लाना चाहते हैं, तो आपको फ्लैग_एक्टिविटी_रेऑर्डर_तो_फ्रंट कार्य करने के लिए निम्न कार्य करने की आवश्यकता हो सकती है: इसके लिए मेरे लिए एक समाधान प्रसारण रिसीवर बनाना था जो कि सूचना को ट्रिगर करने वाले प्रसारण कार्यों को सुनता है। तो मूल रूप से: अधिसूचना शुरू करने की गतिविधि के अतिरिक्त एक नाम के साथ एक प्रसारण कार्य को चालू करता है सूचना प्राप्त होने पर प्रसारण रिसीवर यह पकड़ता है, फिर उस गतिविधि को फ्लैग_एक्टिविटी_रेऑर्डर_तो_फ्रंट फ्लैग का उपयोग करने के लिए एक उद्देश्य बनाता है गतिविधि गतिविधि स्टैक के शीर्ष पर लाई जाती है, कोई डुप्लिकेट नहीं यदि आप "लंबितइन्टेन्ट" वर्ग के साथ पुश नोटिफिकेशन प्राप्त करने के लिए "गूगल क्लाउड संदेश" का उपयोग कर रहे हैं, तो निम्न कोड केवल एक्शन बार में सूचना प्रदर्शित करता है अधिसूचना पर क्लिक करने से कोई भी गतिविधि नहीं बनाई जाएगी, आखिरी सक्रिय गतिविधि को समस्याओं के बिना वर्तमान स्थिति को बनाए रखना बहाल किया जा सकता है। जावास्क्रिप्ट अनिर्धारित की संपत्ति सेट नहीं कर सकता अंड्रॉयड में पीडीएफ कैसे रेंडर करें जीटोसिस बनाम जीइटोलाइट?
राज मिस्त्री ने खोली सरकार की पोल, बयां किए अपने हालात लुधियाना (नरिंदर): पंजाब में कोरोना वायरस का कहर जारी है और ऐसे में सरकार ने कुछ कामों की अनुमति दे दी है लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में राज मिस्त्री काम ना मिलने के कारण परेशान हैं और उनके घर का गुजारा काफी मुश्किल चल रहा है। राज मिस्त्रियों द्वारा अपने स्तर पर ही मिस्त्रियों की यूनियन बनाने के उपराले किए जा रहे हैं तांकि वह सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठा सकें। मिस्त्रियों ने बताया कि सरकार द्वारा उनको तीन-तीन हजार रुपए देने का वादा किया गया था लेकिन अभी तक उनको किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने यह भी बताया कि वह काफी परेशान हैं और वह अपना गुजारा कैसे करें। राज मिस्त्रियों द्वारा अपने स्तर पर एक यूनियन बनाने की भी बात कही जा रही है लेकिन फिलहाल उनकी यूनियन रजिस्टर नहीं हुई है, जिस कारण वह इन्साफ के लिए दर-दर ठोकरे खा रहे हैं। राज मिस्त्रियों ने कहा कि सरकार को कंस्ट्रक्शन के काम खोलने चाहिए तांकि उनकी रोजी रोटी चल सके।
जालंधर की विजीलैंस टीम ने इस इंजीनियर को १५,००० रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोचा - डेली संवाद होम लाटेस्ट जालंधर की विजीलैंस टीम ने इस इंजीनियर को १५,००० रुपए रिश्वत लेते... जालंधर की विजीलैंस टीम ने इस इंजीनियर को १५,००० रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोचा प्रेवियस आर्टियलस्फ ने कैदी के परिवार से पकड़े ५०,००० रुपए, इस जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडेंट पर गिरी गाज, पढ़ें पूरा मामला नेक्स्ट आर्टियललोकसभा चुनाव से पहले प्म मोदी आ रहे हैं पंजाब, इस शहर में होगी विशाल जनसभा, तैयारी में जुटी ब्जप प्रयागराज कुंभ: अखाड़ों के शाही स्नान के साथ हुआ कुंभ मेले... एसे हैं जालंधर के राजा: रोड स्वीपिंग मशीन से एलर्जी, मशीन... संगरूर को मुख्यमंत्री कैप्टन ने दी बड़ी सौगात, १०० बेड वाले... छत्तीसगढ़ चुनाव में पहले चरण की वोटिंग में ७० फीसदी पड़े... जालंधर में करवाचौथ की धूम, सेंट सोल्जर में प्रियंका खन्ना बनी... जालंधर पुलिस का बड़ा सर्च अभियान, बस स्टैंड समेत कई इलाके...
कॉलेज याद रह गया कॉलेज याद रह गया लम्हा जो गुजर गया कुछ किस्सों में हमसे बहुत कुछ कह गया कभी बैठते थे उन कमरों में हम पर आज दिल में एक खली कमरा सा ही रह गया कुछ चुलबुली सी शरारते याद रह गयी हस्ते मुस्कुराते अजीब से चेहरे याद रह गए भीड़ में आज खोजते हैं जिन्हें हम हमें एक चेहरे की भीड़ कॉन्टिनू रिडिंग एहसास अगर अजनबी सा एहसास होता तो मै खुद मै नहीं, शायद मशहूर ग़ालिब होता शब्द अधूरे रख नशे में नूब होता अलफ़ाज़ से जुड़ा एक नायब नूर होता पर यह एहसास तो अपना है बिछड़े दोस्त सा पहचाना एक चेहरा है दर्द की दावा और जैसे अंधे का एक सपना है पिघला हुए चट्टान का टुकड़ा है कोई साँझ नहीं,कोई सुबह नहीं पहन्ने को एक टुकड़ा नहीं तन ढक तो लूँ पर ढकु तो कैसे जिस्म है पर आत्मा नहीं कपकपाती ठण्ड में जलता यह बदन है आग नहीं, मशाल नहीं कहने को दो शब्द तो है पर कमबख्त मुंह में जुबान नहीं गरीब हूँ में, हाँ में ही एक गरीब हूँ भूका, नंगा, में ही कॉन्टिनू रिडिंग हर कण का अंत होता है आखिर इस धरती के लहु का भी एक रंग होता है बेजान खड़े,भले ही बोले न ये धरती उसके सेहेन शक्ति का भी एक अंत होता है कब तक यूँ तलवार चलाओगे काटोगे और खून बहाओगे अब तो बस करो यह खून खराबा सुना था मैंने की हवानियत का कॉन्टिनू रिडिंग कुछ कह के जब में रुक गया शब्द अपने आप चल दिये दौड़े भागे और इठला के मचल दिये जब रोका मैंने उन्हें तो घबरा के भाग गये रुके मुस्कुराये और फिर हड़बड़ी में दौड़ गये फिर कभी सपने में आये बोले कब तक रोकेगा तू हमें आँख खुली तो मोति बन बिखर गये समेटने कॉन्टिनू रिडिंग कुछ शब्द अगर में कह पाता कभी तो कहता उस शक्श के बारे में टेढ़ी मेढ़ी है जिसकी चाल वक़्त की जिसने ओढ़ी है एक शाल | बड़ी भुजाओं वाला एक अजीब सा शक्श है वो मुछों में शान , चेहरे पे सम्मान दिल में अजीब सा बांध है मजबूत और विशाल है | शौर्य है कॉन्टिनू रिडिंग तू कौन है कभी पूछा वक़्त ने मुझसे की तू कौन है आरंभ है की कहीं तू अंत है जवाब कुछ अधुरा सा ही रह गया ढलती हुई शाम सा मै एक सोच में ही उलझा रह गया कभी ख्याल तो कभी एक खवाब सा अंधेरों में खोया एक शख़्स सा ही रह गया टटोला, समझाया फिर भी जवाब कॉन्टिनू रिडिंग थे मोड़ कुछ अजीब से, कुछ सीधे कुछ सजीद से, पंखों पे भारी थी थकान , धीमे से साधी थी मैंने भी एक उड़ान | कुछ दूर चला तो था में शायद, थका था रुका भी था शायद, शाम थी बेरंग सी , चुप सी ,कुछ खामोश सी , थक के जब में बैठ गया, हवा कॉन्टिनू रिडिंग
आखिर मुलायम सिंह को बेटे कम अखिलेश से ज्यादा प्यारे अमर सिंह क्यों हैं मुलायम परिवार में झगड़े के बीच अब कम अखिलेश के पास क्या है विकल्प अरुणाचल प्रदेश में अमेरिकी राजदूत की यात्रा पर भड़का चीन, कहा- इससे मुद्दे और उलझेगें टाटा के चेयरमैन पद से साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के विरोध में पालोनजी और शापूरजी ग्रुप, जा सकते हैं कोर्ट एक लाइसेंस पर चल रहीं थीं दो शराब की दुकानें, मनीष सिसोदिया ने एक्साइज टीम के साथ छापा मारा होम ओदर बीफ विवाद या लव जिहाद जैसी चीजों से निवेश पर असर: रबी बीफ विवाद या लव जिहाद जैसी चीजों से निवेश पर असर: रबी बीफ विवाद या लव जिहाद जैसी चीजों से निवेश पर असर: रबी नई दिल्ली. यूपी के दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के बाद अख़लाक़ की हत्या पर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने भी परोक्ष रूप से केंद्र सरकार को नसीहत दी है. राजन ने एक चैनल से कहा कि बीफ और लव जिहाद जैसे मुद्दों के कारण देश में निवेश का माहौल प्रभावित होता है. राजन ने कहा कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री देश की इकॉनमी को मजबूती की ओर ले जाना चाहते हैं. इसका आधार मजबूत होना चाहिए. हमें फिजूल की समस्याओं से बचना चाहिए. ऐसी समस्यायों से निपटने की आवश्यकता है जिससे देश में निवेश का बेहतरीन माहौल हो सके. यह लॉ एंड आर्डर का मुद्दा है. बीफ खाने पर दी गैंगरेप की सजा : पीड़िता फिल्मी स्टाइल डकैती में रबी के ६ करोड़ उड़ाए १ जनवरी से इन तमाम लेन-देन के लिए बताना होगा पान अनुपम: हर मामले में राय देने की आदत लग गई है आमिर को
होम/मनोरंजन/शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा के खिलाफ पूनम पांडे ने किया क्रिमिनल केस विवादों में रहने वालीं मॉडल और अभिनेत्री पूनम पांडे एक बार फिर से चर्चा में हैं। पूनम पांडे ने शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर रुख किया है और क्रिमिनस केस दर्ज कराया है। पुलिस के एफआईआर लिखने से मना करने के बाद पूनम पांडे ने ये कदम उठाया है। मामला साल २०१९ का है। जब पूनम पांडे ने आर्म्सप्राइम मीडिया नाम की एक फर्म कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। ये कंपनी एक एप बनाने वाली थी जो पूनम पांडे के नाम से होता और इसके मुनाफे में उन्हें भी हिस्सा मिलने वाला था। नम पांडे के मुताबिक, उन्होंने ये कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया था। उन्हें ऐसा लगा कि मुनाफे की शेयरिंग को लेकर भेदभाव हो रहा है। कॉन्ट्रैक्ट को खत्म करने के बाद उनके पास कई तरह के कॉल्स आने लगे जिसमें उनसे अलग-अलग तरह के अनुरोध किए जाते थे। इन सबसे परेशान होकर उन्होंने तीन महीने के लिए देश छोड़ दिया था लेकिन वापस आने के बाद फिर से यही सब झेलना पड़ रहा है। सिद्धार्थ की इस हरकत को बिग बॉस ने किया नजरअंदाज, यूजर्स ने मेकर्स पर उठाए सवाल बिग बॉस १३: शहनाज ने खुलेआम किया प्यार का इजहार, सिद्धार्थ ने यूं दिया रिएक्शन
नोएडा :-- नोएडा - ग्रेटर नोएडा में स्कूलों की फ़ीस बढ़ोतरी को लेकर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही की है। जिला प्रशासन ने इस मामले में नोएडा - ग्रेटर नोएडा के १७ स्कूलों पर जुर्माना लगाया है, सबसे ज्यादा नोएडा के जागरण पब्लिक स्कूल पर एक लाख का जुर्माना लगाया गया है। आपको बता दे की जिला प्रशासन ने ग्रेटर नोएडा में स्थित सीएलएम पब्लिक स्कूल, गगन होण्डा टू व्हीलर्स इंडिया और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने छात्रों के लिए शुरू किया सड़क सुरक्षा कैम्प नई दिल्ली (३१/०५/२०१९) :-- छात्रों को कम उम्र से ही सड़क सुरक्षा पर शिक्षित कर , आने वाले कल को सुरक्षित बनाया जा सकता है , इसी विश्वास के साथ होण्डा टू व्हीलर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से आज दिल्ली शहर शिक्षा अधिकार आंदोलन ने आज जिला विद्यालय निरीक्षक पर स्कूलों के साथ मिलने और उन्हें मान्यता दिलाकर उनसे पैसे वसूलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक ने सरकार के आदेशों को दरकिनार करते हुए स्कूलों को अनुमोदन दे दिया फर्जी डिग्री मामले में शारदा यूनिवर्सिटी के छात्रों ने डीएम कार्यालय का किया घेराव, डीएम को सौंपा ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में छात्र लगातार अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसके बाद भी अब तक शारदा प्रबंधन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है। शारदा में लगातार हजारों विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। नई सरकार युवाओं और किसानों को दे विशेष तरजीह : प्रो. पूरन पांडेय ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए बीजेपी पिछली बार से भी ज्यादा सीटें के साथ सरकार में आई है। बीजेपी ने इसबार के चुनाव में अपने दम पर ३०३ के आंकड़े को हासिल किया है। एनडीए गठबंधन कुल ३५२ सीटें जीतने में सफल रहा है। बीजेपी की इस जीत में पीएम मोदी
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मुजफ्फरपुर : ऑनलाइन मंगाएं लीची, उद्यान विभाग की वेबसाइट पर करें ऑर्डर - मुजफ्फरपुर : लॉकडाउन के दौरान लीची को बाजार उपलब्ध कराने के लिए बिहार राज्य बागवानी मिशन ने डाकघर के साथ समझौता किया है। लीची मंगाने के लिए खरीदार को उद्यान विभाग के वेबसाइट पर ऑनलाइन ऑर्डर देना होगा। इसके आधार पर डाक विभाग फार्म प्रोड्यूसर्स कंपनी द्वारा घर तक लीची भिजवा रहा है। पुरी एक्सप्रेस के स्लीपर कोच की स्प्रिंग टूटी कानपुर। पुरी से नई दिल्ली जा रही १२८१५ पुरी एक्सप्रेस टीएक्सआर दल की सतर्कता के चलते दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। मौके पर पहुंचे मैकेनिकल स्टॉफ ने टूटी स्प्रिंग को बदला। इसके बाद ट्रेन लगभग ४५ मिनट विलंब से रवाना हो सकी। रविवार को दोपहर १३:०४ बजे पुरी एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर एक पर आई। टीएक्सआर [] दरभंगा :आज मिले ०९ कोरोना पॉजिटिव सभी मरीज पहले से ही हैं क्वारंटाइन दरभंगा : कोरोना महामारी की रोकथाम हेतु देशभर में लागू लॉकडाउन अवधि में राज्य के बाहर से आये प्रवासी मजदूरों के रैण्डम सैंपल जांच में आज ०९ मजदूरों के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। ये सभी मरीज पूर्व से ही क्वारंटाइन केन्द्र में अलग-अलग रखे गये [] ५५ गांवों में बन रही मौत की शराब कानपुर। पिछले दो साल में २६ लोगों की मौत के बाद भी मिलावटी शराब का अवैध धंधा जोरों पर है। मौतों के कुछ दिन बाद तक तो पुलिस प्रशासन हरकत में रहा, इसके बाद फिर चद्दर तानकर सो गया। वर्तमान में शहरी क्षेत्र से जुड़े ५५ गांवों में मिलावटी शराब तैयार कर ठेकों और दूसरे [] कानपुर में ३२ साल बाद सबसे गर्म दिन
नकदी संकट : व्यापारी संगठन ने की प्रधानमंत्री, रिजर्व बैंक से हस्तक्षेप की मांग - समाचार जगत स्पेशल शिवरात्रि स्पेशल नकदी संकट : व्यापारी संगठन ने की प्रधानमंत्री, रिजर्व बैंक से हस्तक्षेप की मांग वडोदरा। नोटबंदी के बाद नकदी संकट से जूझ रहे गुजरात के व्यापारियों ने केंद्र, राज्य एवं भारतीय रिजर्व बैंक से नकदी की कमी पर हस्तक्षेप करने की मांग की है क्योंकि आभासी तौर पर उनका कारोबार एक ठहराव की स्थिति में आ गया है। अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ कैट की गुजरात इकाई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और भारतीय रिजर्व बैंक इस नकदी संकट से उबरने के लिए हस्तक्षेप करे। कैट के गुजरात के अध्यक्ष प्रमोद भगत ने कहा कि सरकार द्वारा अचानक से बड़े मूल्य के नोटों को बंद करने के इस फैसले से व्यापारियों को अपनी दुकानें बंद रखने पर मजबूर होना पड़ रहा है क्योंकि बाजार में मान्य नोटों की कमी है। उन्होंने कहा कि स्थिति दिन बा दिन खराब होती जा रही है क्योंकि व्यापारियों को नकदी की कमी का सामना करना पड़ रहा है और उनके बैंक खाते से निकासी पर भी कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। रिलेटेड न्यूज़ क्रेडिट कार्ड से वॉलेट में पैसा डालने पर शुल्क नहीं लेगी मोबिक्विक
कोटखाई मामले में हिमाचल के लॉ अफसर का करीबी रिश्तेदार भी नपा शिमला। कोटखाई गैंगरेप मर्डर केस और हवालात में सूरज की मौत की जांच कर रही सीबीआई ने हिमाचल सरकार के विधि विभाग में तैनात वरिष्ठ लॉ अफसर के नजदीकी रिश्तेदार को भी अपने रडार पर ले लिया है। सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एजेंसी की जांच के दौरान इस लॉ अफसर के करीबी रिश्तेदार को भी शक के दायरे में रखा गया था। लिहाजा उससे पूछताछ की गई थी। जांच एजेंसी ने अब तक इस मामले में करीब सौ लोगों से पूछताछ की है। इनमें कुछ गवाह है तो कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अपराध को अंजाम देने के लिए शक के दायरे में हैं। दरअसल सीबीआई की ओर से पूछताछ के लिए बुलाया गया ये वही युवक है जो सीएम के फेसबुक पेज में आरोपी के तौर पर अन्य तीन युवकों के साथ पहले पेश किया गया और बाद में इन चारों युवकों की फोटो को हटा लिया गया। एक अन्य युवक जिसकी फोटो सीएम के फेसबुक पेज पर पोस्ट हुई थी। १२ जुलाई को सीएम की ओर से पोस्ट की गई तस्वीरों के साथ लिखा गया था कि मैं आपको जानकारी देना चाहता हूं कि कोटखाई मामले के चार संदिग्धों को पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया है और आगे की जांच जारी है। सीएम ने उस समय जानकारी दी थी कि आईजी जहूर जैदी और एसपी डी डब्ल्यू नेगी मामले की जांच कर रहे हैं। कोटखाई प्रकरण की पुलिसिया जांच के दौरान जितनी भी अफवाहें सामने आईं, उन सब पर सीबीआई की नजर है। चाहे स्कूली छात्रा के पास फोन होने की बात हो या फिर उसके फेसबुक प्रोफाइल की बात। सीबीआई इन सभी पहलुओं पर स्थानीय लोगों से लेकर तकनीकी उपकरणों की मदद ले रही है। सूत्रों की मानें तो मां के फोन को भी सीबीआई ने जांच के लिए कब्जे में लिया है। इसमें कॉल डिटेल के अलावा उस फोन से उपयोग किए जाने वाले सभी तरह के ऐप और उनमें दर्ज मैसेज व अन्य चीजों को रिकवर करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पुलिस जांच के दौरान कई तरह के ऐसे लूप होल थे, जिन पर उसने गंभीरता से काम नहीं किया। यही कारण रहा कि उनकी जांच ६ गिरफ्तारी के बावजूद सवालों में घिरी रही। इस मामले में पुलिस ने आशीष चौहान उर्फ आशु (२९), महासू के शराल, पिकअप चालक राजेंद्र सिंह उर्फ राजू (३२) जो कि मंडी के जंजैहली का रहने वाला है, पकड़ा है। जबकि सुभाष सिंह बिष्ट (४२) उत्तराखंड और दीपक उर्फ दीपू (३८) पौड़ी, गड़वाल के रहने वाले हैं और सूरज सिंह (२९) नेपाल, लोकजन उर्फ छोटू (१९) नेपाल के रहने वाले को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में एक आरोपी सूरज की हवालात में मौत हो चुकी है। रेड मोर: विडियो: छात्रा ने दिखाई दिलेरी, दरिंदों से लड़कर बचाई जान
रेल दुर्घटनाओं के कारणों पर पुस्तक का प्रकाशन गोरखपुर न्यॉस्लिन रेल दुर्घटनाओं के कारणों पर पुस्तक का प्रकाशन पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम ने प्रथम हिंदी संस्करण का विमोचन किया गोरखपुर. पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक राजीव अग्रवाल ने अाज महाप्रबन्धक बैठक कक्ष में आयोजित बैठक में संरक्षा विभाग, गोरखपुर द्वारा रेल दुर्घटनाओं के अन्वेषण पर सम्पादित पुस्तक एक्सीडेन्ट इन्क्वायरी ए गाइड के प्रथम हिन्दी संस्करण का विमोचन किया. इस अवसर पर अपर महाप्रबन्धक एस.एल.वर्मा, मुख्य संरक्षा अधिकारी एन.के.अम्बिकेश, सभी प्रमुख विभागाध्यक्ष तथा संरक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे. एक्सीडेन्ट इन्क्वायरी ए गाइड के इस संस्करण से रेल कर्मचारियों को दुर्घटना के सही कारणों को जानने एवं उनके रोकथाम करने में अत्यन्त मदद मिलेगी. इस पुस्तक में दुर्घटनाओं के अन्वेषण के क्रम में रेल अधिकारियों द्वारा किन-किन बातों पर ध्यान रखा जाना चाहिये उसका स्पष्ट उल्लेख किया गया है. हिन्दी में प्रकाशित यह पुस्तक रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दुर्घटना के कारणों को समझनें तथा तकनीकी जानकारी लेने में सहायक सिद्ध होगा. पुस्तक के प्रकाशन का उद्देश्य रेल अधिकारियों एवं वरिष्ठ पर्यवेक्षकों को महत्वपूर्ण संरक्षा अनुदेशो से अवगत कराना है. किताब जाने कायनात का विमोचन धुरियापार चीनी मिल में बनेगा एथेनाल
पवित्रधर्मग्रन्थ बाईबिल एक परिचय- स्तोत्र ग्रन्थ, भजन ८७ - रेडियो वाटिकन सियोन पर्वत के जैरूसालेम का वह पारम्परिक स्थल जहाँ येसु ने शिष्यों के अन्तिम भोजन किया था (फाईल तस्वीर) - एफ "प्रभु ने पवित्र पर्वत पर अपना नगर बसाया है। वह याकूब के नगरों की अपेक्षा सियोन के फाटकों को अधिक प्यार करता है। ईश्वर के नगर! लोग तेरा गुणगान करते हैं।" श्रोताओ, ये थे स्तोत्र ग्रन्थ के ८७ वें भजन के प्रथम दो पद। पवित्र धर्मग्रन्थ बाईबिल एक परिचय कार्यक्रम के अन्तर्गत विगत कुछ समय से हम स्तोत्र ग्रन्थ के भजनों की व्याख्या में संलग्न रहे हैं। इन भजनों पर मनन-चिन्तन हमारे समक्ष इस तथ्य की प्रकाशना करता है कि जीवन एक अनवरत जारी तीर्थयात्रा है और मनुष्य की इस तीर्थयात्रा में केवल ईश्वर ही उसकी ढाल, उसके रक्षक, उसके गढ़ एवं उसके शरणस्थल बनते हैं। ईश्वर हम मनुष्यों की रक्षा करते, हमें कृपा तथा गौरव प्रदान करते हैं। वे सन्मार्ग पर चलने वालों पर अपने वरदानों की वर्षा करते हैं। आवश्यकता है बस प्रभु में अपने विश्वास को सुदृढ़ करने की। स्तोत्र ग्रन्थ के ८७ वें भजन पर यदि दृष्टिपात करें तो यह कोराह के पुत्रों का गीत है जो सियोन पर्वत का बखान करते हैं। श्रोताओ, बाईबिल में "सियोन" शब्द १५० बार दुहराया गया है। अनिवार्य रूप से "सियोन" शब्द का अर्थ है किलाबन्दी। वस्तुतः बाईबिल में एक "स्मारक" के रूप में सियोन का विचार किया गया है। सियोन को ईश्वर का निवास स्थान तथा दाऊद के गढ़ रूप में वर्णित किया गया है। बाईबिल धर्मग्रन्थ में "सियोन" शब्द का विस्तार इतने विशाल पैमाने पर विस्तृत है कि यह हम मनुष्यों को इसके आध्यात्मिक अर्थ तक ले जाता है। ८७ वें भजन के प्रथम दो पदों के अनुसार, "सियोन" ईश्वर के शहर यानि जैरूसालेम का पर्याय है। यह वह स्थल है जिससे प्रभु ईश्वर प्यार करते हैं। "सियोन" पर्वत वही पहाड़ी है जिसपर दाऊद ने अपना गढ़ बनवाया था, यह है प्रभु का नगर जो दाऊद के वंशजों के लिये स्वयं प्रभु द्वारा सुरक्षित रखा गया था। भजनकार कहता है, "प्रभु ने पवित्र पर्वत पर अपना नगर बसाया है। वह याकूब के नगरों की अपेक्षा सियोन के फाटकों को अधिक प्यार करता है। ईश्वर के नगर! लोग तेरा गुणगान करते हैं।" श्रोताओ, जैसा कि हमने पहले कहा स्तोत्र ग्रन्थ का ८७ वाँ भजन कोराह के पुत्रों का गीत है जो इब्रानी बाईबिल के अनुसार मूसा एवं हारून के रिश्तेदार थे। "सियोन" पर्वत पर बसा जैरूसालेम ईश्वर का नगर है इसीलिये यह इस्राएल तथा ईश प्रजा की अनवरत जारी तीर्थयात्रा का लक्ष्य बन गया है। वस्तुतः, पवित्र धर्मग्रन्थ बाईबिल में "सियोन" शब्द धर्मसैद्धान्तिक, ईशशास्त्रीय एवं आध्यात्मिक अर्थों में भी प्रयुक्त हुआ है। प्राचीन व्यवस्थान के इसायह के ग्रन्थ ६० अध्याय के १४ वें पद में लिखा है, "वे तुझे "प्रभु की नगरी" और "परमपावन ईश्वर का सियोन" कहकर पुकारेंगे।" इसी प्रकार नवीन व्यवस्थान में "सियोन" को ईश्वर के आध्यात्मिक राज्य रूप में वर्णित किया गया है। इब्रनियों को प्रेषित पत्र के १२ वें अध्याय के २२ वें एवं २३ वें पदों में सन्त पौल लिखते हैं, "आप लोग सियोन पर्वत, जीवन्त ईश्वर के नगर, स्वर्गिक जैरूसालेम के पास पहुँचे जहाँ सबका न्यायकर्त्ता ईश्वर और नवीन विधान के मध्यस्थ येसु विराजमान हैं, जिनका छिड़काया हुआ रक्त हाबिल के रक्त से कहीं अधिक कल्याणकारी है।" इस प्रकार हम देखते हैं कि स्तोत्र ग्रन्थ के ८७ वें भजन में सियोन पर्वत एवं उस पर बसे जैरूसालेम नगर को ईश्वर की पवित्र नगरी कहा गया है। कल्पना कीजिये कि जब श्रद्धालु सियोन की ऊँची पहाड़ी पर चढ़ते हुए जैरूसालेम की तीर्थयात्रा करते थे तब वे क्या देखते थे? वे केवल नगर की दीवारों, घरों, दूकानों एवं चौकों को ही नहीं देखते थे। वे हर्षोल्लास एवं जीवन से परिपूर्ण एक नगर का दीदार करते थे और ऐसा इसलिये था कि इस नगर की आधारशिला मनुष्यों ने नहीं अपितु स्वयं प्रभु ईश्वर ने रखी थी। पवित्र पर्वत सियोन और उसपर बसी पवित्र नगरी जैरूसालेम ईश्वर की थी जिन्होंने इसे अपनी प्रजा के लिये चुना था। इसायाह के ग्रन्थ के १४ वें अध्याय के ३२ वें पद में हम पढ़ते हैं, "प्रभु ने सियोन की नींव डाली है और उसमें उसकी विनम्र प्रजा सुरक्षित रहेगी।" इसीलिये भजनकार कहता है कि ईश्वर "याकूब के नगरों की अपेक्षा सियोन के फाटकों को अधिक प्यार करता है। ईश्वर के नगर! लोग तेरा गुणगान करते हैं।" ८७ वें भजन में आगे लिखा है, "मिस्र और बाबुल के लोग उसके नागरिक कहलायेंगे। फिलिस्तिया, तीरूस और इथियोपिया सियोन को अपना जन्मस्थान मानेंगे। सब लोग सियोन को अपनी माता कहेंगे, क्योंकि सब वहीं उत्पन्न हुए हैं। सर्वोच्च प्रभु उसे सुदृढ़ बनाये रखता है।" प्रभु राष्टों की सूची में उनके विषय में लिखता है कि सियोन उनका जन्मस्थान है। सब के सब नृत्य करते हुए सियोन का गुणगान करते हैं।" श्रोताओ, इन पदों में सियोन को ईश प्रजा का जन्मस्थल बताया गया है और खास बात तो यह कि इन लोगों में मिस्र एवं बाबुल के लोग भी शामिल हैं। मिस्र जिसने ईशप्रजा को दास बनाकर कई सदियों तक प्रताड़ित किया था। वही मिस्र जिसने गुलामी से मुक्ति पाने के लिये भागते इस्रालियों पर आक्रमण किया था तथा उन्हें उजाड़ प्रदेशों से गुज़रने के लिये मजबूर किया था। साथ ही "बाबुल" का भी नाम लिया गया था जिसने ५८७ ईसा पूर्व नबूखेदनज़र के शासनकाल में जैरूसालेम का विनाश कर इस्राएलियों को बन्दी लिया था। प्रश्न उठता है कि भजनकार ने इस्राएल की अन्य जातियों के साथ-साथ मिस्र और बाबुल को क्यों शामिल किया? श्रोताओ, इसका एक ही उत्तर है कि प्रभु ईश्वर दयालु हैं, उनकी दया और उनका प्यार असीम है जो सबको क्षमा देता और सबको नवजीवन जीने के लिये आमंत्रित करता है।
मरने से पहले रावण ने लक्ष्मण को बताई थी ये ३ बातें *************** जिस समय रावण मरणासन्न अवस्था में था, उस समय भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण से कहा कि इस संसार से नीति, राजनीति और शक्ति का महान् पंडित विदा ले रहा है, तुम उसके पास जाओ और उससे जीवन की कुछ ऐसी शिक्षा ले लो जो और कोई नहीं दे सकता। श्रीराम की बात मानकर लक्ष्मण मरणासन्न अवस्था में पड़े रावण के सिर के नजदीक जाकर खड़े हो गए। रावण ने कुछ नहीं कहा। लक्ष्मणजी वापस रामजी के पास लौटकर आए... तब भगवान ने कहा कि यदि किसी से ज्ञान प्राप्त करना हो तो उसके चरणों के पास खड़े होना चाहिए न कि सिर की ओर। यह बात सुनकर लक्ष्मण जाकर इस बार रावण के पैरों की ओर खड़े हो गए। उस समय महापंडित रावण ने लक्ष्मण को तीन बातें बताई जो जीवन में सफलता की कुंजी है. १. व्हेत्सप्प से दूर रहना २. फेसबुक का उपयोग मत करना और ३. गाड़ी चलाते समय लड़कियों को मत देखना नहीं तो मुझसे भी बुरा हाल होगा ध्यान से पढ़ने के लिए धन्यवाद्.... शारें तो:
चांद को करीब से देखने की है चाहत तो जाएं चिली - न्यूशुब चिली के अटाकामा से १३ किलोमीटर दक्षिण की ओर स्थित वेले दे ला लूना घाटी में आप पूरे चांद को करीब से देखने का मजा ले सकते हैं. शाम के समय यहां का नजारा बिल्कुल स्पेस की तरह ही लगता है. सिर्फ चांद को करीब से देखने के लिए टूरिस्ट यहां दूर-दूर से आते हैं. यहां की मिट्टी और नमक आपको कभी सफेद तो कभी पीले रंग का दिखाई देता है, जिसके कारण इस जगह की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है. इतना ही नहीं, यहां पर एक सूखी हुई झील भी है, जोकि इसकी खूबसूरती को भी बढ़ा देती है. अटाकामा मरुस्थल में स्थित यह घाटी पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली जगह है. पूर्णिमा के समय तो यहां का नजारा किसी जन्नत से कम नहीं लगता. साल्ट माउंटेन के नाम से मशहूर इस जगह पर जाने के लिए आपको १३ हजार १२० फीट की ऊंचाई पर चढ़ना पड़ता है. इसके लिए आपको सैन पेड्रो से सुबह ४ बजे अपना ट्रिप शुरू करना पड़ता है. यहां की मिट्टी भी काफी खूबसूरत और कलरफुल है, जोकि बाढ़ और तेज चलने वाली हवाओं के कारण ऐसी हो गई है. आपने दुनिया के कई देशों में खूबसूरत जगहें देखी होगी लेकिन शाम के समय लाल रंग आपको सिर्फ यहीं देखने को मिलेगा. हवा के साथ यहां के पहाड़ और मिट्टी भी अपनी तस्वीर बदलती रहती है. हवा और सूरज की रोशनी के साथ-साथ इस रेगिस्तान का नजारा भी बदलता रहता है.
होम एस्ट्रोलोजी देवशयनी एकादशी २०१९: आज है देवशयनी एकादशी, ४ माह तक अब नहीं... देवशयनी एकादशी २०१९: आज है देवशयनी एकादशी, ४ माह तक अब नहीं होंगे शुभ कार्य लखनऊ। हिंदू धर्म में आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की देवशयनी एकादशी व्रत का काफी महत्त्व है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उनके सभी पाप नष्ट होते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व होता है। देवशयनी एकादशी को हरिशयनी एकादशी और पद्मनाभा भी कहा जाता हैं। इस बार देवशनी एकादशी १२ जुलाई २०१९ यानि आज के दिन मनाई जा रही हैं। लखनऊ। हिंदू धर्म में आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की देवशयनी एकादशी व्रत का काफी महत्त्व है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उनके सभी पाप नष्ट होते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व होता है। देवशयनी एकादशी को हरिशयनी एकादशी और 'पद्मनाभा' भी कहा जाता हैं। इस बार देवशनी एकादशी १२ जुलाई २०१९ यानि आज के दिन मनाई जा रही हैं। देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है। देवशयनी एकादशी को हरिशयनी एकादशी और पद्मनाभा भी कहते हैं। आज से ४ महीने तक कोई भी शुभ कार्य नहीं करनी चाहिए। मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु क्षीरसागर मे शयन करने के लिए चले जायेंगे। पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु शंखासुर को युद्ध कर नष्ट करने के बाद क्लान्त होने के कारण चार महिने की अखण्ड निद्रा ग्रहण किये। तब से आज तक वे आठ महिने जाग्रत रहते है और चार महिना अखण्ड निद्रा मे रहते है, पुनः चार महिने के बाद निद्रा का परित्याग करते है। इस दिन से चातुर्मास का भी नियम प्रारम्भ होता है और इन चार महीनों में शुभ कार्य करना भी वर्जित होता है। कैसे करे पूजा पिछला लेखभेदभाव से दुखी समलैंगिक युवक ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट से खुला राज अगला लेख६ वर्षीय बच्चे ने एक बार में किया ३ हजार पुश-अप्स, बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
इस्ल २०१८ : सीजन के पहले मैच में अपने घर में गोवा का सामना करेगा नार्थईस्ट युनाइटेड नार्थईस्ट की टीम सोमवार को गुवाहाटी में एफसी गोवा के खिलाफ जीत से आगाज करने के लिए उतरेगी नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी लगातार चार साल से इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में हिस्सा ले रहा है. लेकिन एक बार भी प्लेऑफ में जगह नहीं बना सका है. दो मौकों पर यह टीम काफी करीब आई लेकिन चूक गई. नार्थईस्ट यूनाईटेड की टीम पांचवें सत्र के अपने पहले मैच में सोमवार को गुवाहाटी में एफसी गोवा के खिलाफ जीत से आगाज करने के लिए उतरेगी. हाईलैंर्ड्स नाम से मशहूर नार्थईस्ट के लिए गोवा को हरा पाना आसान नहीं होगा. गोवा ने नए सत्र के अपने पहले मैच के लिए अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम को अच्छी तरह से समझा है और लगातार दूसरे सत्र के लिए टीम को प्रशिक्षित कर रहे सर्गियो लोबेरा का कहना है कि उनकी टीम मैच के लिए पूरी तरह से तैयार है. नार्थईस्ट यूनाइटेड एफसी इस साल एल्को स्काटोरी की देखरेख में खेल रही है. यह डच कोच बीते सत्र में जोआओ दे डेउस के सहायक थे. इस सत्र के लिए नार्थईस्ट पीएसजी के पूर्व स्ट्राइकर बेथोलोमेव ओग्बेचे के रूप में सबसे बड़ा करार किया है. नाइजीरियाई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के पास अपार अनुभव है और वह अपनी टीम की अगुआई करते हुए गोवा के लिए खतरा बन सकते हैं. उनके अलावा क्रोएशियाई मातो गेर्गिक तथा मिसलाव कोमोर्स्की के हाथों में इस टीम का डिफेंस होगा, जबकि रोवलिन बोर्गेस मिडफील्ड में अहम किरदार निभाएंगे. एफसी गोवा ने नए सत्र के लिए अपने लगभग सभी अहम खिलाड़ियों को रिटेन किया है. बीते सत्र के शीर्ष स्कोरर रहे फेरान कोरोमिनास इस टीम के सबसे अहम खिलाड़ी होंगे और उनका साथ मिग्वेल पालांका और हुगो बोउमोस देंगे. अहमद जाहू मिडफील्ड में मुख्य भूमिका निभाएंगे जबकि लैनी रोड्रिगेज मोरक्को के अपने इस साथी का साथ देते नजर आएंगे.
साबुन करा सकता है गर्भपात, जाने कैसे - हिन्दुस्तान समय साबुन करा सकता है गर्भपात, जाने कैसे गर्भवस्था महिलाओं के लिए सबसे मुश्किल भरे दिन होते है। इस समय उन्हें कई चीजों का ख्याल रखना जरुरी है। साबुन और शैंपू जैसे व्यक्तिगत देखभाल के उत्पादों, डिब्बाबंद खाद्य और कई अन्य दैनिक उत्पादों के लंबे समय तक संपर्क में रहना गर्भपात का कारण हो सकता है। साबुन करा सकता है गर्भपात: कुछ फैथलेट्स के उच्च स्तरों से संपर्क में रहने का गर्भपात से संबंध हो सकता है। इनमें से कई उत्पाद रंग-रोगन, मेडिकल ट्यूब्स, विनायल फ्लोरिंग, साबुन, शैंपू और अन्य चीजों में शामिल होते हैं। इनके कम स्तर के कुछ मिश्रणों से लंबे समय तक संपर्क में रहना प्रयोगशालाओं के जीवों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है और उनके गर्भपात के खतरे को बढ़ा सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि कारखानों में काम करने के कारण फैथलेट्स के उच्च स्तरों से संपर्क में आने वाली महिलाएं के गर्भपात का खतरा अधिक होता है। हाइपोथैलेमस की समस्या होने पर यहां जाने क्या करे जायफल के ये औषधीय गुण जानकर आप भी रह जाएँगे हैरान सफेद लहसुन की जगह प्रयोग करे काला लहसुन, होंगे ये जबर्दस्त... ट्रेड वार के कारण सोने व चांदी में जबरदस्त तेजी, इन धातुओं... खाना है कुछ नया तो आज ही बनाए मैक्सिकन पिज्जा, देखे विधि... आर्थराइटिस की तकलीफ बढ़ती आयु की गंभीर समस्या है तो जाने...
पानी की कमी होने पर शरीर में होते है ये प्रभाव - रोचक्खबरे पानी की कमी होने पर शरीर में होते है ये प्रभाव हेल्थ डेस्क। पानी स्वस्थ शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है। हमारा ५० से ७० प्रतिशत वज़न पानी के चलते ही है। इसका महत्व कई शारीरिक कार्यों के लिए है। शरीर में पानी की कमी से तनाव भी हो सकता है। प्यासे रहने पर आप थके हुए भी महसूस करते हैं। कई बार सिरदर्द भी हो सकता है और फिर चिड़चिड़ापन आने लगता है। एक वयस्क पुरुष के शरीर में पानी उसके शरीर के कुल भार का लगभग ६५ प्रतिशत और एक वयस्क स्त्री शरीर में उसके शरीर के कुल भार का लगभग ५२ प्रतिशत तक होता है। आइये जानते है शरीर में पानी की कमी होने पर दिखने वाले संकेतों के बारें में आप अच्छे से हर रोज़ मॉइस्चराइज़र लगाते हैं, लेकिन फिर भी आपकी स्किन ड्राई है। ऐसे में आपको पानी ज़्यादा पीने की ज़रूरत है। अगर बिना किसी बीमारी या कारण आपके सिर में दर्द हो तो ये शरीर में पानी कम होने का संकेत हैं। पानी की कमी होने पर शरीर में ऑक्सीजन और रक्त प्रवाह में कमी हो जाती है। जिस वजह से सिर में दर्द होने लगता हैं। यह थोड़ा अजीब है, लेकिन दिन में कम से कम दो बार पेशाब करते वक्त उसका कलर नोटिस करें। अगर उसका रंग हल्का पीला है, तो ठीक है। लेकिन अगर गहरा पीला या भूरा है तो आपको तुरंत पानी पीने की ज़रूरत है। भूख को प्यास के साथ कभी मिक्स ना करें। अगर आपको खाना खाकर भी भूख लगता है, तो पहले १ गिलास पानी पिएं और फिर खाना खाएं। अचानक चक्कर आने के कई सारे कारण हो सकते हैं, मसलन दवाओं का असर, नींद की कमी, लेकिन पानी की कमी एक और अहम कारण है।
विडियो : कानपुर के गुजैनी में बाढ़ पीड़ितों ने किया नेशनल हाईवे जाम, आगजनी-पथराव कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के दक्षिण में बर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गुजैनी में नगर निगम की लापरवाही से जलभराव से परेशांन बाढ़ पीड़ितों ने नेशनल हाईवे न्ह २ किया जाम.. बाढ़ पीड़ितों के सब्र का बांध टूट गया है ताकि बाढ़ पीड़ितों के घर में पानी घुसा हुआ है बाढ़ पीड़ितों का जीवन अस्त-व्यस्त है कोई भी प्रशासनिक अधिकारी उनकी सहायता के लिए नहीं खड़ा है बाढ़ पीड़ितों के खाने के लिए लाले पड़े हैं नहीं की जा रही है बाढ़ पीड़ितों की किसी भी प्रकार की कोई सहायता। आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों को शांत कराने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया तो गुस्साए बाढ़ पीड़ितों ने पुलिस की गाड़ी फूंक डाली कई किलोमीटर तक नेशनल हाईवे जाम पुलिस के सभी बड़े आला अधिकारी मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारियों को संभालने के लिए पीएसी बुलानी पड़ी बाढ़ पीड़ितों ने किया पुलिस पर पथराव जमकर हुआ विरोध और बवाल जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं हाईवे पर अफरा-तफरी का माहौल घर से बेघर हुए लोगों ने लगाया हाईवे पर जाम जल निगम नगर निगम और केडीए की लापरवाही ना करते तो शायद आज यह नौबत ना आती सभी संबंधित विभाग के अधिकारी करते रहे केवल खानापूर्ति जिस कारण बाढ़ पीड़ितों ने नेशनल हाईवे मजबूरन जाम किया मजबूरी के चलते बाढ़ पीड़ितों ने कानून व्यवस्था को हाथ में लेकर यह कदम उठाया घर से बेघर हुए यह लोग आज इतने परेशान है कि इनके बच्चे ना तो स्कूल जा पा रहे हैं ना ही खाना खा पा रहे हैं ना ही सो पा रहे हैं इनका जीवन अस्त व्यस्त हो गया है प्रशासन अगर इनकी सहायता कर देता तो शायद इनके घरों का पानी निकल जाता और बाढ़ पीड़ित यह कदम उठाते ही नहीं प्रशासन की लापरवाही के कारण नदी बना नाला डीएम-एसएसपी नगर आयुक्त से लेकर बड़े बड़े अधिकारी वादे कर रहे थे परंतु सहायता कोई नहीं कर रहा था जिस कारण बाढ़ पीड़ितों ने यह कदम उठाया पांडु नदी को नगर निगम ने नाला बना दिया था जिस कारण पानी जितना निकलता था बारिश के चलते दुगना पानी भर जाता था पांडु नदी को इतना सकरा बना दिया इस कारण पानी निकलने की बजाय पानी पैक मार जाता है और लोगों के घरों में पानी भर जाता है जूही इंस्पेक्टर कौशल किशोर को गंभीर चोटें आई हैं उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है.. मौके पर पहुंची यूपी-१०० की बाइक भी फूंक दी। पथराव में दो दरोगा समेत कई पुलिस कर्मी घायल यह भी देखें विडियो : कानपुर के नौबस्ता में दिनदहाड़े बैंक पर लुटेरों ने बोला धावा जलभराव से गुस्साए लोगों ने शुक्रवार शाम गुजैनी हाइवे जाम कर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इससे रामादेवी से भौंती तक करीब १२ किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर हाइवे से हटाने की कोशिश की तो मामला और भड़क गया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव और वाहनों में आगजनी शुरू कर दी। पुलिसकर्मी भी जान बचाकर भाग निकले। एक इंस्पेक्टर ने मोर्चा लिया और फायरिंग की, तब भीड़ तितर-बितर हुई। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ पर काबू पाया। पथराव में पुलिस कर्मियों समेत १० से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। ढाई घंटे बाद ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू हो सकी। शहर में लगातार हो रही बारिश से चार दिन से साउथ सिटी के दर्जनों मोहल्ले जलमग्न हैं। बर्रा, मायापुरम, मेहरबान सिंह का पुरवा, रविदासपुरम, कंचनपुरवा, बिहारीपुरवा, गोपाल नगर में छह-सात फीट तक पानी भरा है। पांच हजार से ज्यादा लोग घरों को छोड़ चुके हैं। जलभराव से प्रभावित इलाकों के सैकड़ों लोग शाम करीब चार बजे गुजैनी हाइवे पर पहुंचे और हाइवे और फ्लाईओवर जाम कर दिया। थोड़ी देर में जाम की स्थिति विकराल हो गई। बर्रा थानाप्रभारी रवि श्रीवास्तव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। भीड़ को समझाने की कोशिश की पर लोग नहीं माने। इसके बाद एसीएम, सीओ गोविंद नगर, कई थानों की फोर्स और पीएसी पहुंच गई। अफसरों ने जल्द जलनिकासी की व्यवस्था कराने का भरोसा देकर लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने अनसुना कर दिया। साथ ही उग्र हो गए और पथराव व आगजनी चालू कर दी। कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। चार वाहनों में आग लगा दी। भीड़ को बेकाबू होता देख तमाम पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने को इधर-उधर दुबक गए। इसी बीच एक इंस्पेक्टर ने फायरिंग कर दी। इससे भीड़ में भगदड़ मच गई। इससे बाद पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया। तब हालात पर काबू पाया जा सका। इसके बाद डीएम विजय विश्वास पंत ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया। विडियो : कानपुर के नौबस्ता में दिनदहाड़े बैंक पर लुटेरों ने बोला धावा (प्रेवियस न्यूज) (नेक्स्ट न्यूज) प्म मोदी के बाद उप के कम योगी पर आतंकी हमले का खतरा
मुख्यमंत्री से मिला बिलासपुर के औद्योगिक संगठनों का प्रतिनिधिमंडल : राज्य में ९० प्रतिशत एमएसएमई सेक्टर में कार्य प्रारम्भ होने पर जताया आभार मुख्यमंत्री से मिला बिलासपुर के औद्योगिक संगठनों का प्रतिनिधिमंडल : राज्य में ९० प्रतिशत एमएसएमई सेक्टर में कार्य प्रारम्भ होने पर जताया आभार ०२-जून-2०२0 मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कल शाम यहां उनके निवास कार्यालय में अटल श्रीवास्तव के नेतृत्व में आए बिलासपुर के औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की । प्रतिनिधिमण्डल में बिलासपुर के जिला उद्योग संघ तथा द फेडेरेशन ऑफ राइस मिलर्स के पदाधिकारी शामिल थे। इस मुलाकात में उद्यमियों ने राज्य में ९० प्रतिशत एमएसएमई सेक्टर में कार्य प्रारम्भ होने एवं औसतन ६० प्रतिशत उत्पादन प्रारम्भ होने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया और राज्य में कोरोना के नियंत्रण एवं बचाव हेतु सरकार द्वारा किये गए कार्यों की प्रशंसा की। प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के उद्योगों की समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। श्री बघेल ने समस्याओं के निराकरण हेतु सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन उद्यमियों को दिया। इस अवसर पर रामावतार अग्रवाल, हरीश केडिया, अरविंद गर्ग, अभिषेक सुल्तानिया सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
फीफा और कतर की आयोजक समिति ने २०२२ में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए आधिकारिक लोगो का अनावरण किया है। दोहा में जब मंगलवार शाम को घड़ी की सूई ने ८:२२ बजाए तब विशाल स्क्रीनों पर एक लोगो उभरा। यह लोगो कतर की बड़ी इमारतों और २४ अन्य देशों में देखा गया। फीफा ने एक बयान में कहा, 'लोगो पर बने कर्व रेगिस्तान के टीलों के बढ़ने और गिरने का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि लूप नंबर ८ को दर्शाता हैं, जो दर्शाता है कि आठ स्टेडियमों में ये मुकाबले खेले जाएंगे। इस पर एक इनफिनिटी चिह्न भी बना हुआ है, जो टूर्नमेंट के नेचर को दर्शाता है।' समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, लोगो की शेप विश्व कप की ट्रोफी जैसी है। लोगो को दोहा से लेकर कुवैत और मोरक्को की कई इमारतों पर दर्शाया गया। हालांकि, इस आयोजन में सऊदी अरब, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र शामिल नहीं थे क्योंकि इन सभी देशों ने २०१७ में कतर के साथ राजनयिक संबंधों को समाप्त कर दिए थे और गैस-समृद्ध राष्ट्र के साथ व्यापार एवं परिवहन का भी बहिष्कार किया। इसके अलावा, वर्ल्ड कप का लोगो न्यू यॉर्क, ब्यूनस आयर्स, साओ पाउलो, सैंटियागो, मेक्सिको सिटी, जोहान्सबर्ग, लंदन, पैरिस, बर्लिन, मिलान, मेड्रिड, मॉस्को, मुंबई, सियोल और तुर्की के १० जिलों में दिखा। आगामी विश्व कप यहां सर्दियों में खेला जाएगा। इतिहास में पहली बार ऐसा होगा क्योंकि कतर की गर्मी खिलाड़ियों के मैच खेलने के अनुकूल नहीं है।
पूर्व सैनिक बनेंगे उद्यमी, मदद करेगी सरकार १६२२६४१० पूर्व सैनिक बनेंगे उद्यमी, मदद करेगी सरकार निशांत यादव लखनऊ : हथियार लेकर जीवन भर मातृभूमि की रक्षा करने वाले पूर्व सैनिक अब उद्यमी के रूप मनिशांत यादव लखनऊ : हथियार लेकर जीवन भर मातृभूमि की रक्षा करने वाले पूर्व सैनिक अब उद्यमी के रूप में भी अपना कौशल दिखाएंगे। इन्हें अब आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी है। इन पूर्व सैनिकों को महाराष्ट्र की तर्ज पर उद्यम लगाने में सैनिक कल्याण विभाग मदद करेगा। उद्यम लगाने के लिए इन्हें जमीन और भवन सहित आधारभूत ढांचा सैनिक कल्याण विभाग मुहैया कराएगा। केंद्र सरकार भी मदद करेगी। प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सैनिक कल्याण अनिल राजभर ने पूर्व सैनिक कल्याण निगम को इसका प्रस्ताव तैयार करने को कहा है। जिसे लेकर वह अगले सप्ताह केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रम मंत्री कलराज मिश्र से मुलाकात करेंगे। उप्र में पूर्व सैनिकों की संख्या २.७० लाख से अधिक है। सबसे अधिक पूर्व सैनिक पूर्वी उत्तर प्रदेश से आते हैं। सेना में सबसे ज्यादा २0 प्रतिशत जवानों की भागीदारी वाले उत्तर प्रदेश में फिलहाल सेवानिवृत्ति के बाद पूर्व सैनिकों को दोबारा रोजगार के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है। उप्र पूर्व सैनिक कल्याण निगम करीब १८ हजार पूर्व सैनिकों को विभिन्न उपक्रमों पर दोबारा गार्ड की नौकरी प्रदान करता है। हालांकि इसके बदले पूर्व सैनिकों को केवल १० से 1२ हजार रुपये प्रतिमाह ही मिलते हैं। ऐसे में ४० से 4२ साल की उम्र में सेवानिवृत्ति के बाद पूर्व सैनिकों के सामने बच्चों की पढ़ाई, शादी और घर बनाने जैसी बड़ी जिम्मेदारी रह जाती है। महाराष्ट्र की तर्ज पर प्रदान की जाएंगी सुविधाएं पूर्व सैनिकों को स्वावलंबी बनाने के लिए महाराष्ट्र सरकार बेहतर काम कर रही है। पुणे के पास राज्य सरकार ने पूर्व सैनिकों को जमीन मुहैया कराई है। वहां उनको उद्यम लगाने के लिए ट्रांसपोर्ट जैसी सुविधाएं भी मुहैया कराई गई हैं। पूर्व सैनिकों को कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण देकर उनका उद्यम शुरू कराने में सरकार मदद कर रही है। पिछले सप्ताह प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सैनिक कल्याण अनिल राजभर ने उप्र पूर्व सैनिक कल्याण निगम के वरिष्ठ अफसरों के साथ पुणे का दौरा कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया था। अब राज्यमंत्री के निर्देश पर निगम प्रदेश के हर हिस्से का अध्ययन करेगा, जिससे यह पता लगाया जा सके कि उन क्षेत्रों में किस तरह के उद्यम लगाए जा सकते हैं। सीबीआइ कोर्ट के बाबू ने किया आत्महत्या का प्रयासकोविंद ने किया था बीबीएयू में नए सत्र का शुभारंभ योगी सरकार सपा शासनकाल में बनी सड़कों पर श्वेतपत्र जारी करेगी मायावती को झटका, बसपा के दो पूर्व विधायक आज भाजपा में होंगे शामिल १०० दिन को लेकर बड़े धमाके की तैयारी कर रही योगी सरकार विदेश में पढ़ने का सपना पूरा कराएगी योगी सरकार पूर्व डीजीपी ने कहा, इयास अनुराग तिवारी की मौत स्वाभाविक नहीं प्रदेश में केवल शिक्षा पर किए वादों को पूरा करने में होगा १० हजार करोड़ का खर्च शरियत से जुड़े मामलों में सरकार का दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
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सचेत और बातूनी किस्म की इतालवी महिला एम्मा मोरानो आज अपना ११७वां जन्मदिन मना रही हैं. उन्हें १९ शताब्दी में जन्मी अंतिम जीवित व्यक्ति माना जाता है. उनका जन्म २९ नवंबर १८९९ को हुआ था. वह दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति हैं. इंडव्सेंग: इंग्लैंड की ओर से तीन शतक लगे तो क्या.. दो बार पारी में बन चुके हैं पांच-पांच शतक एक पारी में तीन बल्लेबाजों का शतक जमाना अपने आप में बड़ी बात तो है लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से दुर्लभ मौका नहीं है.
स्वाइन फ्लू से दहशत, अब तक पांच की मौत, जाने लक्षण और बचाव के उपाय स्वाइन फ्लू के सक्रिय होने से स्वास्थ्य महकमे में दहशत का माहौल है। प्रदेश में स्वाइन फ्लू तेजी से पांव पसार रहा है। अब तक इस वर्ष स्वाइन फ्लू से पांच लोगों की मौत हो चुकी है जबकि ८० मरीज स्वाइन फ्लू की चपेट में आये है। २४ नए मरीजो में स्वाइन फ्लू संक्रमण की पुष्टि हुई है। इस वाइरस का असर बारिश के मौसम में ज्यादा घातक होता है जब नमी की मात्रा बढ़ जाती है। मौसम में अत्यधिक बदलाव होने से इस वाइरस का सक्रमण शुरू होता है। स्वाइन फ्लू वाइरस की चपेट में आने वाली व्यक्ति को सर्दी जुखाम के साथ बहुत तीव्र बुखार आता है, इसलिए डाक्टरों से सलाह जरुर लेनी चाहिए। -जुखाम के साथ नाक का लगातार बहना, छींक आना -तेज बुखार, और लगातार खांसी आना -मांसपेशियां में दर्द या अकड़न होना -सिर में तेज दर्द होना -दवा खाने पर भी बुखार का बढ़ना -किसी मरीज में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद मरीज से दूर रहे -मरीज को अलग कमरे में रखे -भीड़-भाड वाली जगहों पर न निकले -मास्क लगायें, किसी से हाथ न मिलाएं -सर्दी जुखाम य बुखार आने पर डाक्टरी सलाह ले उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास यूपी में स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए सभी जनपदों में जिला स्तरीय त्वरित कार्रवाई दल का गठन किया गया है। टीम में एक जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ, एक फिजिशियन, एक एपीडेमियोलॉजिस्ट तथा एक पैथोलाजिस्ट, लैब टेक्नीशियन को शामिल किया गया है। प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों में १० बेड वाले आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। राज्य सर्विलांस इकाई तथा जिला सर्विलांस इकाइयों द्वारा प्रदेश में स्वाइन फ्लू की स्थिति पर सतत निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही एन्फ्लूएन्जा ए (एच१एन१) के किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिये समुचित निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने बताया कि राज्य मुख्यालय पर २४ घंटे टोल फ्री नम्बर १800१805१45 स्थापित एवं क्रियाशील है। इसी प्रकार जनपदों के नियंत्रण कक्ष भी २४ घंटे काम कर रहे हैं। -आईएमए के अध्यक्ष डा.पीके गुप्ता के मुताबिक स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से शरीर में खून का प्रवाह प्रभावित होता है। खून गाढ़ा हो जाने के कारण ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। इससे दिल और दिमाग को पर्याप्त खून नहीं पहुँचता है। परेशानी बढ़ने पर अंग अपना काम करना बंद कर देते है। इसमें मरीज को पूरी तरह आराम करना चाहिए। गर्म पानी में नीबू मिलाकर कई बार पीना चाहिए। इससे शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है। -लोहिया हास्पिटल के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ.एसके पाण्डेय के मुताबिक गिलोय का काढ़ा सुबह शाम पीने से शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति पैदा होती है। लगातार इस काढ़े को पीने से स्वाइन फ्लू के अलावा अन्य रोगों से भी बचा जा सकता है। -विवेकानंद अस्पताल के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ विजय सेठ के मुताबिक दूध में हल्दी मिलाकर पीना चाहिए। इससे शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है।
बाग में मिला सात साल की बच्ची का शव - न्यूज१२७.कॉम बाग में मिला सात साल की बच्ची का शव पुलिस उत्पीड़न से तंग आकर युवक ने दे दी जान बुलंदशहर। शाम को घर से खेलने निकली सात वर्षीय बच्ची शव शनिवार दोपहर आम के बाग में मिला। उसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। बच्ची सैदपुर रोड रेलवे फाटक के पास झुग्गी में रहती थी। पुलिस ने पिता की तहरीर पर अपहरण तथा हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस के अनुसार सायरा के पिता सनवर ने पुलिस को बताया कि वह सैदपुर रोड पर रेलवे फाटक के पास परिवार के साथ झुग्गी में रहते हैं। परिवार कबाड़ चुनकर भरण-पोषण करता है। उनकी सात वर्षीय पुत्री सायरा शुक्रवार शाम ४ बजे खेलने के लिए घर से निकली थी। देर रात तक जब सायरा नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद थाने पहुंचकर परिजनों ने पुलिस को मौखिक सूचना दी। शनिवार दोपहर करीब १२ बजे ग्रामीणों ने आम के बाग में रजवाहे के पास मासूम का अर्द्धनग्न शव देखकर पुलिस को सूचना दी। मासूम के सलवार का फंदा गले में लगा हुआ था। सूचना मिलते ही एसपी सिटी मान सिंह चौहान तथा सीओ यशवीर सिंह गुलावठी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अपहरण, हत्या एवं पोक्सों एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। पिता सनवर हुसैन फेरी का कार्य करते हैं। एसपी सिटी मान सिंह चौहान ने बताया कि सायरा के पिता की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण तथा हत्या की धारा में मामला दर्ज कर लिया है। इसके अलावा जांच शुरू कर ने से पहले वारदात स्थल की वीडियोग्राफी कराई गई है। उधर, सीओ यशवीर सिंह ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए एसओजी तथा पुलिस की टीम लगाई गई है। जल्द आरोपियों को दबोच लिया जाएगा। प्रेवियस बसपा ने कर्णप्रयाग में मृतक प्रत्याशी की पत्नी को दिया टिकट नेक्स्ट पीएम मोदी ने स्कम के बाद बताया ब्सप का मतलब बीएसपी के महासम्मेलन से पहले पूर्व विधायक ने दिया पार्टी से इस्तीफा बुलंदशहर। बसपा के महासम्मेलन से ठीक पहले जिले में पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
- विकास अध्यक्ष, सीता महामंत्री बने - अमर उजाला विकास अध्यक्ष, सीता महामंत्री बने कसया। बुद्ध पीजी कॉलेज कुशीनगर के छात्रसंघ चुनाव में विकास कुमार जायसवाल अध्यक्ष, सीता सिंह महामंत्री और कुन्दन सिंह उपाध्यक्ष चुन लिये गये। मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुए मतदान का परिणाम देर शाम घोषित हुआ। कॉलेज प्रशासन ने लगे हाथ निर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण भी करा दिया। निर्वाचित अध्यक्ष विकास कुमार जायसवाल को ११४३ मत मिले, ६२९ मत पाकर रत्नेश मिश्रा दूसरे स्थान पर रहे। अध्यक्ष पद के अन्य दावेदार पवन दुबे को ४६० मत, सोमेश चतुर्वेदी को १६५ मत और अरुण कुमार सिंह को ७५ मत पाकर संतोष करना पड़ा। निर्वाचित उपाध्यक्ष कुन्दन सिंह को १५८९ मत मिले, अरुण चतुर्वेदी ६८० मत दूसरे स्थान पर तथा पुष्पेन्द्र वर्मा २०३ मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। निर्वाचित महामंत्री सीता सिंह को १४९९ मत मिले, रामेश्वर कुशवाहा ९६५ मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे। पुस्तकालय मंत्री पद पर विजयी विनीत सिंह को १३१५ मत तथा चंदन राज को १०४३ मत मिले। इसके अलावा संकाय प्रतिनिधियों का भी चुनाव हुआ। कॉलेज प्रशासन ने मतगणना के तत्काल बाद निर्वाचित प्रतिनिधियों को बुलाकर शपथग्रहण करा दिया और प्रमाणपत्र भी प्रदान कर दिया। कॉलेज के कुल ५३७६ छात्र मतदाताओं के २६२१ मतदाताओं ने मतदान किया। इनमें से १२३ के मत अवैध घोषित किये गये। शपथ ग्रहण के दौरान ही प्राचार्य डा. एनपी राय ने कॉलेज में दो दिनों के अवकाश की घोषणा की। अब कॉलेज सात दिसंबर को खुलेगा।
नई दिल्ली: लद्दाख बॉर्डर पर चीन और भारत के बीच का विवाद बढ़ता जा रहा है। चीन ने भारत के खिलाफ साजिश करते हुए लद्दाख सीमा पर अपने सैनिकों की भारी तैनाती की। चीन की सेना ने गलवान घाटी में कई टेंट गाड़ लिए हैं और पैगोंग झील के पास अपनी गश्त बढ़ा दी है। चीन ने इस पूरी साजिश में भारत को धोखा दिया। एयर बेस प्रोजेक्ट की आड़ में बॉर्डर पर भेजे सैनिक कीचड़ आपूर्ति के नाम पर ट्रकों में भर के आये चीनी सैनिक सूत्रों के मुताबिक, चीन ने पूरी प्लानिंग के तहत ऐसा किया। एक ओर चीनी सेना ल्हासा सैन्य जिले की सीमा पर अभ्यास में जुटी रही तो दूसरी ओर तेजी से अपने सैनिकों को ट्रकों के जरिये भारतीय सीमा के पास भेजने की गुपचुप साजिश करती रही। ये भी पढ़ेंः चीन के खिलाफ हांगकांग में भड़का गुस्सा, विरोध प्रदर्शन पर चीन ने उठाया ये बड़ा कदम भारतीय सीमा पर आर्मी से ज्यादा चीनी सैनिकों की भीड़ बताया जा रहा है कि आसपास के इलाकों के ट्रकों को इस काम के लिए बुलाया गया। पीएलए यहां एक हवाई क्षेत्र पर कब्जा करने में लगा था और इसके विस्तार के लिए कीचड़ की आपूर्ति की गयी। इसी कीचड़ की आपूर्ति के नाम पर भारी वाहनोँ से सैनिकों को भारतीय सीमा के पास एकत्र किया गया। भारतीय क्षेत्र कब्जाने ले लगा चीन गौरतलब है कि इसी महीने के शुरुआती हफ्ते में चीनी सैनिकों ने एलएसी पर आक्रामक तरीके से निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। चीन ने यहां भारतीय इलाकों पर निर्माण करने का प्रयास किया, जिसपर देश ने आपत्ति जताई थी। ये भी पढ़ेंः भारत हुआ सख्त: चीन की अकड़ पड़ी ढीली, बदल गए ड्रैगन के सुर चीन दशकों से भारत के इन क्षेत्रों पर अपना अधिपत्य करना चाहता है। इसके लिए चीन क्षेत्र में सड़कों की कनेक्टिविटी पर भी तेजी से काम कर रहा है।
सर्दियों का मेवा १०० ग्राम खजूर (डेट्स) में लगभग २८० कैलोरी होती हैं और कॉलेस्ट्रॉल शून्य होता है इसलिये खजूर खाने के अनेक फायदे हाेेते हैं, खजूर खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बहुत पोष्टिक होता है, खजूर खाने से शरीर में तुरंत एनर्जी आती हैै, आईये जानते हैं खजूर के स्वास्थ्य वर्धक फायदे - खज़ूर खाने के स्वस्थ वर्धक फ़्रायड खजूर खाने से कॉलेस्ट्रोल नियंत्रित रहता है और फेट का स्तर भी काफी कम हो जाता है खजूर के नियमित सेवन से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव हो सकता है क्योकि खजूर से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है खजूर में पाया जाने वाला आयरन शरीर में खून की कमी दूर करता है खजूर खाने की मात्रा बढाकर खून की कमी को दूर किया जा सकता है। खजूर में कई प्रकार के विटामिन्स होते है जैसे आयरन, कैल्शियम, अमीनो एसिड, फास्फोरस जो हमारी बॉडी को तुरंत एनर्जी देते है जो लोग वजन बढ़ाना चाहते है अगर रोज एक मुट्ठी यानी आठ से दस खजूर खाएं उनके लिये खजूर बहुत फायदे मंद होता है और वजन बढ़ाने में सहायक होता है कब्ज की परेशानी होने पर यदि रात को खजूर को पानी में भिगोये और सुबह उठते ही भीगे हुए खजूर का सेवन करने से कब्ज में राहत मिलती है हड्डियों में दर्द की शिकायत कैल्शियम की कमी से होता है यदि हम नियमित खजूर का सेवन करे तो कैल्शियम की कमी तो दूर होगी ही साथ ही हमें हड्डीयो के दर्द में भी राहत मिलेगी
एक्ट्रेस रानी मुखर्जी की अपकमिंग फिल्म "मर्दानी २" १३ दिसंबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म में रानी एक पुलिस ऑफिसर का किरदार निभाते हुए नजर आएंगी। रानी मुखर्जी ने गुरुवार को मुंबई में पुलिस ऑफिसर्स के लिए अपनी अपकमिंग फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी थी। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए रानी ने कहा कि अगर देखा जाय तो हर एक लड़की में मर्दानी है। रानी ने कहा, "आज हमने इस शो में सभी शिवानियों को बुलाया है। हमारे देश में हर जगह बहुत सारी शिवानियां है। ये जरूरी नही कि आप सिर्फ वर्दी पहनकर ही मर्दानी का रूप दिखा सकते हैं। हर लड़की में एक मर्दानी है, और हर लड़की में एक दुर्गा छुपी है। आजकल जिस तरह की स्थिति में हम जी रहे है, उसके लिए बस हमारे अंदर का जो पॉवर है, उसे जगाने की बहुत जरूरत है।" फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुका है, और इसे दर्शकों से बहुत प्यार मिल रहा है। ट्रेलर को मिलने वाले रिस्पांस के बारे में बात करते हुए रानी ने कहा, "इन पुलिस ऑफिसर्स ने फिल्म देखा और इनलोगों से मुझे बहुत ही अच्छा फीडबैक मिला। इनलोगों ने मेरा हौसला और भी बुलंद कर दिया। मैं यही प्रार्थना कर रही हूं कि १३ दिसंबर को जब फिल्म रिलीज हो, तो हर किसी का रिएक्शन इनकी तरह हो।" फिल्म का डायरेक्शन गोपी पुत्रन ने किया है और प्रोडक्शन आदित्य चोपड़ा का है। मर्दानी २ को यश राज फिल्म्स के बैनर तले रिलीज किया जाएगा। फिल्म १३ दिसंबर को रिलीज होने वाली है।
ग्लोकल तोडे: फल-सब्जियों के कोल्ड स्टोरेज नहीं, प्रोसेसिंग यूनिट लगाएं... फल-सब्जियों के कोल्ड स्टोरेज नहीं, प्रोसेसिंग यूनिट लगाएं... छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज आसपास के इलाकों के किसान अपनी फसल लेकर पहुंचे और हजारों लोगों में उसे मुफ्त बांटा। यह एक प्रतीकात्मक विरोध था कि उनको सब्जियों के इतने दाम भी नहीं मिल रहे कि वे उसे ढोकर शहर तक ला सकें। महीने भर से प्रदेश में जगह-जगह से ये खबरें आ रही थीं कि लोग ट्रक भर-भर के टमाटर सड़कों पर बिखरा रहे थे कि उनकी उपज का कोई बाजार नहीं रह गया। अब सरकार के स्तर पर यह खबर आ रही है कि राज्य में कई कोल्ड स्टोरेज बढ़ाए जाएंगे, ताकि सब्जियों को वहां रखकर बचाया जा सके, और बाजार में दाम ठीक मिलने पर उन्हें बेचा जा सके। यह एक ऐसा मोड़ है कि सरकार को बाजार के साथ मिलकर यह भी सोचना चाहिए कि इसे खर्चीले कोल्ड स्टोरेज बनाने हैं, या कि फल-सब्जियों और वनोपज की प्रोसेसिंग करने वाले छोटे-बड़े कारखाने? कोल्ड स्टोरेज में किसी सामान को रखना दो हिसाब से खर्चीला होता है, एक तो किसान को तुरंत दाम नहीं मिल पाते और उसके बैंक-कर्ज का ब्याज बढ़ते रहता है, और दूसरी बात यह कि उसे कोल्ड स्टोरेज में उपज रखने का भाड़ा देते रहना पड़ता है। नतीजा यह होता है कि एक वक्त के बाद इस भाड़े को मिलाकर लागत इतनी बढ़ जाती है कि किसान कहीं के नहीं रहते। अभी पिछले हफ्ते ही उत्तरप्रदेश में कुछ जगहों से खबरें आई हैं कि किराए से थके हुए किसानों या व्यापारियों ने कोल्ड स्टोरेज से आलू निकालकर सड़कों पर फेंक दिए और उनके सडऩे से भयानक बदबू फैली और बीमारी फैलने का खतरा खड़ा हो गया है। छत्तीसगढ़ में भी हो सकता है कि सब्जी का यही हाल होने लगे, और किसान आज तो सड़कों पर सब्जी फेंक रहे हैं, या कि मुफ्त में बांट रहे हैं, कल वे कोल्ड स्टोरेज के भी कर्जदार हो जाएंगे।
दसवीं की परीक्षा में सबसे अधिक १७ कैदी बरेली से शामिल हुए, जबकि केवल छह कैदी ही परीक्षा उत्तीर्ण कर सके. १०वीं की परीक्षा में कुल ८१ तो १२वीं की परीक्षा में ७५ कैदी शामिल हुए थे. गाजियाबाद से कुल १० कैदी इस परीक्षा में शामिल हुए, सभी पास. मेरठ से छह कैदी परीक्षा में शामिल हुए और ये सभी उत्तीर्ण हुए.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर राधा रानी के गेट अप में नजर आयेंगी किस मिस भौजी गुंजन पंत - मनोरंजन मेट्रो | मनोरंजन मेट्रो होम भोजपुरी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर राधा रानी के गेट अप में नजर आयेंगी किस मिस भौजी गुंजन पंत मुंबई। बिग गंगा के लोकप्रिय भोजपुरी कॉमेडी टीवी शो बगल वाली जान मारेली की अदाकारा गुंजन पंत इस जन्माष्टमी राधा रानी के गेट अप में नजर आने वाली हैं। जी हां, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर इस बार शो बगल वाली जान मारेली राधे कृष्ण के थीम पर शूट किया गया है, जिसमें गुंजन पंत राधा रानी के बेहद आकर्षक गेट अप में नजर आ रही हैं। इनकी तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया में भी आ चुकी हैं। शो में राधा रानी के किरदार को लेकर किस मिस भौजी यानी गुंजन पंत बेहद उत्साहित हैं और कहती हैं, वैसे तो शो में हमने कई तरह के त्योहार मनाये हैं, लेकिन जन्माष्टमी मानने का मौका मुझे पहली बार मिल रहा है। यह मेरे लिए बेहद खास है और शूट के दौरान राधा रानी के किरदार को प्ले करने में मजा भी आया। गुंजन ने कहा कि श्री कृष्ण जी को मैं अपना भाई समझती हूं और उन्हें राखी भी बांधती हूं। कृष्ण से मेरा विशेष लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि मेरी कई सारी फिल्मों में मेरे किरदार का नाम राधा रहा है और आज जब इस शो में मुझे राधा का रोल करने का मौका मिला है, बहुत अच्छा लग रहा है। वहीं, गुंजन के पीआरओ संजय भूषण पटियाला ने बताया कि मार्च में शुरू हुई गुंजन पंत की भोजपुरी कॉमेडी टीवी शो बगल वाली जान मारेली ने अभी हाल ही में अपने सफलतापूर्वक १०० एपिसोड पूरे कर लिये हैं, जिसको लेकर भी गुंजन बेहद खुश हैं। इस दौरान गुंजन को उनके चाहने वालों से खूब सारी बधाईयां भी मिली हैं। यह शो लोगों को खूब पसंद आ रही है और उसमें गुंजन के किस मिस भौजी का किरदार सुपर हिट हो चुका है। खास कर महिला दर्शकों के बीच गुंजन की फैन फॉलोइंग काफी बढ़ चुकी है और उन्हें प्यार भरे कई ग्रीटिंग्स भी मिले हैं।
युवा त्वचा के लिए ४ सर्वश्रेष्ठ पॉन्ड नाइट क्रीम - सौंदर्य और फैशन - २०२० युवा त्वचा के लिए ४ सर्वश्रेष्ठ पॉन्ड नाइट क्रीम यदि आप अपनी सुंदरता के बारे में चिंतित हैं तो नाइट क्रीम को निश्चित रूप से सौंदर्य उत्पादों की सूची में जाना चाहिए। जब हम सो रहे होते हैं तो हमारी खाल सबसे ज्यादा काम करती है और रात की क्रीम त्वचा को अधिक प्रभावी ढंग से काम करने देती है ताकि जब मैं उठूं और दर्पण को देखूं तो हम एक निष्पक्ष और दाग रहित चेहरा देखें। नाइट क्रीम उत्कृष्ट सौंदर्य उत्पाद हैं। वे रात भर काम करते हैं ताकि आप एक निर्दोष, नरम त्वचा के साथ जाग सकें। कई कंपनियां हैं जो नाइट क्रीम का निर्माण करती हैं। लेकिन क्या ये सभी एक ही हैं? नहीं! कुछ कंपनियां हमेशा दूसरों की तुलना में बेहतर उत्पाद उपलब्ध कराती हैं। तालाब सौंदर्य उत्पादों की दुनिया की अग्रणी कंपनियों में से एक है। वे उन ब्रांडों में से एक हैं, जो ग्राहकों के लिए पूरी तरह से वफादार हैं और हमेशा उन्हें नाइट क्रीम सहित क्लास ब्यूटी प्रोडक्ट्स में सर्वश्रेष्ठ प्रदान करते हैं। चमत्कारी परिणामों के लिए ४ भारत के सर्वश्रेष्ठ पॉन्ड्स नाइट क्रीम: १. तालाब आयु चमत्कार रात क्रीम: यह रात क्रीम एक प्रभावी सूत्र है जो उपयोगकर्ता को नरम और निर्दोष त्वचा प्राप्त करने की अनुमति देता है। उत्पाद अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड और एक प्रभावी त्वचा नवीकरण परिसर से भरा है जो त्वचा को अंदर से चमकदार और चिकनी बनाता है। उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करने और त्वचा को चमकदार बनाने के लिए क्रीम भी प्रभावी साबित हुई है। कुछ हफ्तों के लिए इस उत्पाद को लागू करने के बाद, आपको दृश्यमान परिणाम मिलेंगे। और देखें: बेस्ट एवन नाइट क्रीम २. पॉन्ड्स गोल्ड रेडिएंट यूथफुल नाइट रिपेयरिंग क्रीम: जब रात क्रीम खरीदने की बात आती है, तो आप सिर्फ तालाबों के नाम की अनदेखी नहीं कर सकते। वे शीर्ष श्रेणी के नाइट क्रीम की बड़ी विविधता त्वचा को अंदर से मुक्त करने और इसे निष्पक्ष और निर्दोष बनाने में प्रभावी रूप से काम करते हैं। गोल्ड रेडिएशन नाइट क्रीम सोने के सूक्ष्म कणों के साथ आता है जो उपयोगकर्ता को युवा और आकर्षक लुक प्रदान करने में मदद करेगा। बिस्तर पर जाने से पहले इस क्रीम को लगाएं ताकि यह शानदार उत्पाद त्वचा की चमक को फिर से पा सके। यह सुस्तता को कम करके त्वचा की मरम्मत करेगा और उम्र बढ़ने के विभिन्न संकेतों को समाप्त करके इसे फिर से जीवंत करेगा। और देखें: ऑले नाइट क्रीम ३. पॉन्ड्स री-ब्राइटनिंग नाइट ट्रीटमेंट क्रीम: पॉन्ड्स का यह विशेष उत्पाद त्वचा को उज्ज्वल करेगा और इसे कोर से निष्पक्ष और निर्दोष बना देगा। क्रीम को रात में उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि यह रात भर काम कर सके और त्वचा को वाओ-ब३ की मदद से चमका सके जो त्वचा के नुकसान से लड़ने में सफल साबित हुई है और त्वचा में पाए जाने वाले काले धब्बों से भी छुटकारा दिलाती है। इन सब के साथ, क्रीम आपकी त्वचा को विटामिन ई और नियासिनमाइड की अच्छाई प्रदान करने के लिए भी बनाई गई है जो त्वचा को बेदाग बनाएगी। और देखें: शुष्क त्वचा के लिए ओरिफ्लेम नाइट क्रीम ४. तालाब आयु चमत्कार रात भर क्रीम की मरम्मत: चूँकि हम सोते समय त्वचा सबसे ज्यादा काम करते हैं, पॉन्ड्स इस शानदार क्रीम के साथ आए हैं जो त्वचा को पुनर्जीवित करने और इसे स्पॉट-फ्री बनाने के लिए रात भर काम करता है। यह क्रीम एक समृद्ध, तेल मुक्त बनावट का खेल है जो त्वचा को सभी प्रकार की बाहरी क्षति से मुक्त करने के लिए रात भर काम करता है। तालाबों से एज मिरेकल डीप एक्शन नाइट क्रीम शायद सबसे अच्छी क्रीम में से एक है, जब यह झुर्रियां, काले धब्बे, दिखाई देने वाली महीन रेखाओं आदि को हटाने की बात आती है, तो इस क्रीम को लगाने से आप एक दमकती और जवां त्वचा पा सकती हैं। इस क्रीम का दैनिक उपयोग उपयोगकर्ता को दृश्यमान परिणाम प्रदान करेगा। कॉपिराइट २०२० \ मुख्य \ युवा त्वचा के लिए ४ सर्वश्रेष्ठ पॉन्ड नाइट क्रीम
नोट्बंदी और जीएसटी पर रविश ने लिखा ऐसा लेख कि मच गयी खलबली पब्लिक न्यूज नेटवर्क होम/ इंटरनेशनल/नोट्बंदी और जीएसटी पर रविश ने लिखा ऐसा लेख कि मच गयी खलबली कई हफ्तों से बिजनेस अख़बारों की कतरनों से आर्थिक संकटों के संकेतों को चुन-चुन कर अपने फेसबुक पेज @रविष्कापागे पर जमा कर रहा हूं। कई लोगों को लगा कि मैं निगेटिव हो गया हूं। निगेविट को निगेटिव कहना ही पोज़िटिव है। झूठ को सत्य कहना संसार का सबसे पोज़िटिव कर्तव्य है। अख़बारों की दबी छिपी हेडलाइन देखिए, सरकार भी कह रही है कि अर्थव्यवस्था को धक्का देने के लिए पैकेज बना रहे हैं।आर्थिक संकट की ख़बरों से कई लोग नाराज़ हो रहे थे और विनती करने लगे कि एक तो काम अच्छा होगा सरकार का। दोस्तों, मैं ऑन डिमांड तारीफ़ की होम डिलिवरी नहीं करता हूं। नब्बे फीसदी मीडिया ये काम दिन रात कर रहा है। आपका उससे मन भर जाना चाहिए। आप ख़ुद बता दीजिए कि कौन सा सेक्टर हैं जहां दनादन प्रगति हो रही है और रोज़गार मिल रहा है। इन दो बड़े फैसलों के असर से सरकार बचती है। यह कह कर टाल देती है कि दूरगामी नतीजे होंगे। तो आप ही बता दें कि आपके लिहाज़ से ये दूरगामी की समय सीमा क्या है? २०२२? एक साल होने को आ रहे हैं नोटबंदी के, अब कितना दूरगामी, तीन महीने हो गए जीएसटी के। नया नारा ही लिख दीजिए, अबकी बार दूरगामी सरकार. यमन, इराक़ और लीबिया की स्थिति से रूस चिंतित नेपाल चुनावों में यूरोपियन यूनियन ने किया पर्यवेक्षण मिशन (ए.ओ.म.) का गठन, नियुक्त किये पर्यवेक्षक। सीरिया के विरुद्ध वाशिंग्टन की धमकियां निर्लज्ज हैं मारिया ज़ाख़ारोवा जंग-ए-सियासत अब अब्दुल्लाह सालेह के दफ़्तर को अंसारुल्लाह ने अपने नियंत्रण में लिया महाराजगंज देखे बड़ा खुलासा कि कैसे है देश की सुरक्षा ताख पर और सो रहा है प्रशासन. अमरीकी दूतावास का क़ुद्स स्थानांतरण अमरीका के लिए राजनैतिक ख़ुदकुशी हो सकती है २ थॉट ऑन नोट्बंदी और जीएसटी पर रविश ने लिखा ऐसा लेख कि मच गयी खलबली दोस्तों, मैं ऑन डिमांड तारीफ़ की होम डिलिवरी नहीं करता हूं। नब्बे फीसदी मीडिया ये काम दिन रात कर रहा है। आपका उससे मन भर जाना चाहिए। आप ख़ुद बता दीजिए कि कौन सा सेक्टर हैं जहां दनादन प्रगति हो रही है और रोज़गार मिल रहा है। दोस्तों, मैं ऑन डिमांड तारीफ़ की होम डिलिवरी नहीं करता हूं। आप ख़ुद बता दीजिए कि कौन सा सेक्टर हैं जहां दनादन प्रगति हो रही है और रोज़गार मिल रहा है। यह हमारे समय का सबसे बड़ा सत्य है कि हमारा समाज डरा हुआ है। व्यापारी आयकर, एक्साइज़ विभाग के डर से नहीं बोल रहा है, विपक्ष सीबीआई के डर से पलायन कर रहा है, संपादक-पत्रकारों पर भी डर हावी है। आप इसका मज़ाक उड़ाते रहिए, लेकिन जो सत्य है वो सत्य है। सरकार से ज़्यादा ये जांच एजेंसियां देश चला रही हैं। समाज को नियंत्रित कर रही हैं। नोवटबंदी दुनिया का सबसे बड़ा मूर्खतापूर्ण आर्थिक फैसला था। किसी भी तरह के आंकड़े उठाकर देख लीजिए। यह एक बकवास तर्क है कि मंशा सही थी, लागू सही नहीं हुआ। यही तर्क जीएसटी में भी दिया जा रहा है। जब आप सही से लागू ही नहीं कर पा रहे हैं, तो मंशा किस बात की सही थी। तीन महीने हो गए जीएसटी में फार्म भरने की समस्या दूर नहीं हुई है।
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अब टीवी पर दिखेगी झांसी की रानी की गौरव गाथा, कंगना रनौत के बाद ये एक्ट्रेस बनेगी मणिकर्णिका आफ्टर कंगना रनात स्टारेर मणिकर्णिका झांसी की रानी ऑन त्व : कंगना रनौत की फिल्म 'मणिकर्णिका' लोगों को काफी पसंद आ रही है। बड़े पर्दे के बाद अब छोटे पर्दे पर भी मणिकर्णिका की कहानी को देखने को मिलेगी। आफ्टर कंगना रनात स्टारेर मणिकर्णिका झांसी की रानी ऑन त्व: हाल ही में रिलीज फिल्म 'मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी' लोगों को काफी पसंद आ रही है। १०० करोड़ की कमाई करने के बाद यह फिल्म अभी भी सिनेमा हॉल में बनी हुई है। फिल्म में कंगना रनौत मुख्य भूमिका में नजर आ रही हैं। वहीं बड़े पर्दे पर धमाल मचाने के बाद अब छोटे पर्दे पर भी मणिकर्णिका का जादू लोगों के बीच छाने वाला है। बॉलीवुड की कई ऐसी फिल्म हैं जिसे टीवी शो के रूप में काफी पसंद किया गया है। अब इस लिस्ट में 'खूब लड़ी मर्दानी-झांसी की रानी' का भी नाम जुड़ने वाला है। इस सीरियल में रानी लक्ष्मी बाई के रोल में अनुष्का सेन दिखने वाली हैं। अनुष्का १६ साल की हैं और इससे पहले कई टीवी सीरियल में नजर आ चुकी है। बता दें कि 'खूब लड़ी मर्दानी-झांसी की रानी' के प्रोमो के साथ-साथ ही लोगों को अनुष्का सेन का लुक भी काफी पसंद आ रहा है। अनुष्का 'खूब लड़ी मर्दानी-झांसी की रानी' में अपने किरदार के लिए काफी तैयारी कर रही हैं। घुड़सवारी से लेकर तलवारबाजी तक के लिए उन्होंने ट्रेनिंग ली है। प्रोमो के रिलीज के बाद उनके हर एक लुक पर काफी चर्चा हो रही है। बता दें कि कर्लस पर आने वाला यह टीवी शो 'झांसी की रानी' का प्रसारण ११ फरवरी से रात ९.३० बजे से होने वाला है। शो में अनुष्का के ऑपोजिट विकास मानकताला दिखाई देंगे। 'झांसी की रानी' के अलावा अनुष्का टीवी शो बाल वीर, देवो के देव....महादेव जैसे सीरियल में नजर आ चुकी हैं। फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी रिलीज होने के बाद अनुष्का को कंगना रनौत से भी तुलना की जा रही है। वहीं बात करें कंगना रनौत की तो एक्ट्रेस अपनी फिल्म की सफलता को लेकर काफी खुश हैं। इस फिल्म में कंगना रनौत के अलावा एक्ट्रेस अंकिला लोखंडे भी अहम भूमिका में नजर आ रही हैं।
आज के मानव का जीवन तनाव और परेशानी से भरा हुवा है | उसके कारण उसका जीवन बहुत रोगो से घिरा है और उसका स्वभाव भी चिड़चिड़ा सा हो जाता है | ऐसे मानव के लिए शशकासन दवाई का काम करता है | इस आसन को रोजिंदा अपने जीवन में स्थान देने से कई रोगो से छुटकारा मिलता है | कई विशेषज्ञों के बताने के अनुसार इस आसन से मानव हृदय रोग, मधुमेह और दमा रोग से दूर रहता है, नसें भी लचीली होकर अच्छी तरह से काम करती है | यह आसन काम विकारो से भी राहत दिलाता है | इसके अलावा यह नारी गर्भाशय व् जननांगो को भी स्वच्छ रखता है और रक्त का संवहन चेहरे की ओर बढ़ा के चेहरे की सुंदरता में भी वृद्धि करता है | शशांक का अर्थ होता है खरगोश और इस आसन में शरीर का आकार खरगोश जैसा हो जाता है इसलिए इस आसन को शशकासन कहा जाता है | शशकासन की विधि : वज्रासन में बैठकर दोनों हाथों को श्वास भरते हुए ऊपर उठायें, तब आगेझुकते हुए श्वास बाहर छोड़ते हुए एवं हाथों को आगे फैलाकर हथेलियाँ नीचे की ओर रखते हुए कोहनियों तक हाथों को भूमि पर टिका दें, माथा भी भूमि पर टिका हुआ हो | कुछ समय इस स्थिति में रहकर पुनः वज्रासन में आ जाएँ | इस क्रियाभ्यास को ' शशकासन ' कहते है | शशकासन आँत, यकृत, अग्न्याशय एवं गुर्दोको उर्जाप्रदान करता है, स्त्रियों के गर्भाशय को पुष्ट करके उदर, कमर एवं कुल्हों की चर्बी कम करता है | मानसिक तनाव, क्रोध, चिड़चिड़ापन व् गुस्सा आदि को दूर करके मानसिक शांति प्रदान करता है | दमा व् हृदयरोगियों के लिए विशेष लाभप्रद है | ज्यादा जानकारी केलिए यहाँ पे क्लिक कीजिये निचे झुकते हुए यह ध्यान दें की नितम्ब एड़ियों से ही लगे रहें अर्थार्त नितम्ब को न उठायें |
आखिर मुलायम सिंह को बेटे कम अखिलेश से ज्यादा प्यारे अमर सिंह क्यों हैं मुलायम परिवार में झगड़े के बीच अब कम अखिलेश के पास क्या है विकल्प अरुणाचल प्रदेश में अमेरिकी राजदूत की यात्रा पर भड़का चीन, कहा- इससे मुद्दे और उलझेगें टाटा के चेयरमैन पद से साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के विरोध में पालोनजी और शापूरजी ग्रुप, जा सकते हैं कोर्ट एक लाइसेंस पर चल रहीं थीं दो शराब की दुकानें, मनीष सिसोदिया ने एक्साइज टीम के साथ छापा मारा होम ओदर गरीब बच्चों को रेस्तरां में खिलाने पर आए बिल ने निकाले आंसू गरीब बच्चों को रेस्तरां में खिलाने पर आए बिल ने निकाले आंसू गरीब बच्चों को रेस्तरां में खिलाने पर आए बिल ने निकाले आंसू मलप्पुरम. केरल के एक रेस्तरां में दो गरीब भूखे बच्चों को एक रेस्तरां में खिलाने वाले शख्स को जब होटल ने बिल दिया तो उसकी आंखों में आंसू आ गए. बिल था ही ऐसा कि आप भी जानेंगे तो इमोशनल हो जाएंगे. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस प्रसंग में ये है कि एक शख्स मलप्पुरम के एक रेस्तरां में खाना खाने गया. जब उसकी प्लेट पर खाना आ गया था तो उसकी प्लेट को बाहर से दो बच्चे कातर नजरों से देख रहे थे. उसने इशारा करके उन्हें अंदर बुला लिया. बच्चों से उस शख्स ने पूछा कि क्या खाओगे तो बच्चों ने उसकी प्लेट में पसरी चीजों को ही खाने की इच्छा जाहिर की. वो बच्चे भाई-बहन थे और पास की ही किसी झुग्गी में रहते थे. उस आदमी ने दोनों के लिए खाने का ऑर्डर दिया और उनके खाने तक उसने खुद कुछ नहीं खाया. दोनों बच्चे खाकर और हाथ धोकर जब चले गए तो उसने अपना खाना खाया और जब खाने का बिल मांगा तो बिल देखखर वो रो पड़ा. रेस्तरां ने उसके खाने का कोई चार्ज नहीं किया था और बिल पर लिखा था, "हमारे पास ऐसी बिलिंग मशीन नहीं है जो मानवता का बिल निकाल सके. आपका भला हो." केरल, गरीब, बच्चे, भूखे, रेस्तरां, बिल
जयपुर: ३० सितम्बर, २०१३ रील में हिन्दी पखवाड़ा सम्पन्न "मिनि रत्न" कम्पनी रील ने दिनांक १४ से २८ सितम्बर, २०१३ तक "हिन्दी पखवाड़ा" मनाया, जो कि हिन्दी दिवस से आरम्भ होकर २८ सितम्बर को पूर्ण हुआ। हिन्दी पखवाड़े के आयोजन में हिन्दी निबन्ध प्रतियोगिता व हिन्दी अनुवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया एवं कम्पनी कर्मचारियों ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया। २८ सितम्बर को हिन्दी पखवाड़े के सफलतापूर्वक आयोजन का समापन समारोह मनाया गया। इस अवसर पर रील के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के. जैन एवं मुख्य अतिथि प्रो. सुरेन्द्र उपाध्याय पूर्व विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय एवं वर्तमान अध्यक्ष ब्रजभाषा अकादमी, राजस्थान उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के. जैन एवं प्रो. सुरेन्द्र उपाध्याय द्वारा प्रतियोगिताओं में विजेता रहे कर्मचारियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किये गये। प्रो. सुरेन्द्र उपाध्याय ने भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था एवं उसका वैश्वीकरण के प्ररिपेक्ष में हिन्दी भाषा की बढ़ती आवश्यकता, शक्ति व महत्ता पर प्रकाश डाला, कर्मचारियों के समक्ष अपने अनुभव को बांटा एवं उन्होंने हिन्दी को बढ़ावा देने की दिशा में जोर दिया। इस अवसर पर कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक श्री ए.के. जैन ने बताया कि कम्पनी राजभाषा हिन्दी को निरन्तर बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है एवं डेयरी क्षेत्र के लिए पर्सनल कम्प्यूटर आधारित उत्पादों को जनोपयोगी बनाने हेतु हिन्दी एवं संविधान में सम्मलित अन्य भाषाओं से सवंर्धित सॉफ्टवेयर विकसित किये हैं। उपभोक्ता अपने क्षेत्र में कार्य मे ली जाने वाली भाषा में कार्य निष्पादन कर सूचना प्राप्त कर सकते हैं। उन्होने रील राजभाषा कार्यान्वयन समिति द्वारा निष्पादित प्रयासों की सराहना की, साथ ही उत्पादन कार्यक्षेत्र से संबंधित कार्यकलापो में हिन्दी को भी शामिल करने पर जोर दिया। श्री अजय भार्गव, अध्यक्ष, रील राजभाषा कार्यान्वयन समिति ने कम्पनी में हिन्दी में होने वाले कार्यो को विस्तार से बताया एवं श्री पी.एन. शर्मा, सचिव, रील राजभाषा कार्यान्वयन समिति ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
डेनिस का भारत आगमन ईस्ट इण्डिया कम्पनी के बाद १६१६ ई. में डेनिस कम्पनी का भारत आगमन हुआ डेनिसों की पहली फैक्ट्री इसकी पहली फैक्ट्री तंजौर के त्रावन कौर में १६२० ई. में स्थापित हुई इसके बाद बंगाल के श्रीरामपुर या सीरापुर में १६७६ ई. में इनकी फैक्ट्री स्थापित हुयी\ यही सीरापुर डेनिस कम्पनी की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र था डेनिस की असफलता का कारण डेनिस भारत में अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ नहीं कर पाये और अंतत: अपनी भारतीय बस्तियों को अंग्रेजो को १८४५ ई. में इन्होंने बेच दिया इन्होंने व्यापार की तुलना में धर्म प्रचार सम्बधी कार्यो में अधिक ध्यान दिया यहीं इनकी असफलता का कारण बना तमिलनाडु स्थित "ट्रांकेबार"(वर्तमान तरंगमबाडी) १६२० से १८४५ तक डेनिश बस्ती हुआ करता था, ट्रांकेबार जो कि तमिल शब्द तरंगमबाडी से बना है जिसका अर्थ होता है, "एक स्थान जहॉं तरंगें गाती हैं" , ये स्थान १८४५ में श्रीरामपुर(वर्तमान में पश्चिम बंगाल में स्थित) और कुछ अन्य स्थानों के साथ अंग्रेजों को बेच दिया गया निकोबार द्वीप भी पहले डेनिश लोगों द्वारा ही बसाया गया था जो कि १८६८ में अंग्रेजों को बेच दिया गया आजादी के बाद सन १९५७ में निवर्तमान प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु द्वारा डेनमार्क यात्रा करके भारत और डेनमार्क के बीच दोस्ती की नींव डाली, जो अभी भी कायम है
राजस्थान में 'जूनागढ़ किला' कहाँ स्थित है तितले: राजस्थान में 'जूनागढ़ किला' कहाँ स्थित है कौनसा मेला वर्ष में दो बार आयोजित होता है ? दोनों विश्व युद्ध में कौन-सा यूरोपीय देश तटस्थ था राजस्थान का लगभग कितना प्रतिशत भू-भाग मरूस्थलीय क्षेत्र के अन्वर्गत आता है सांभर झील में नहीं गिरने वाली नदी हैं। ( अढाई दिन का झोंपड़ा है ? सर्वोच्च न्यायालय के ऐसे कौन से न्यायधीश थे, जिन्होंने कार्यवाहक राष्ट्र रूप में कार्य किया बेलि किसन रूक्मणी री' की रचना किसने की 'राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र' स्थित है? पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र स्थित है* भारतीय संविधान द्वारा मौलिक अधिकार दिये गये हैं? मीनाकारी की कला राजस्थान में सर्वप्रथम किसके द्वारा लाई गई? राजस्थान में परिसीमन के बाद प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की कल कितनी सीटें है
आज है नवरात्र का प्रथम दिन, मां शैलपुत्री को ऐसे करें प्रसन्न होम > धर्म समाचार > आज है नवरात्र का प्रथम दिन, मां शैलपुत्री को ऐसे करें प्रसन्न आज से नवरात्रि शुरु हो गई है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाती है। देवी दुर्गा के नौ रूप हैं शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंधमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री हैं। इन नौ रातों में तीन देवी पार्वती, लक्ष्मी और सरस्वती के नौ रुपों की पूजा होती है जिन्हें नवदुर्गा कहते हैं। पहले दिन मां शैलपुत्री की आराधना होती है। मां शैलपुत्री का दर्शन कलश स्थापना के साथ ही प्रारम्भ हो जाता है। मां दुर्गा के शैलपुत्री रूप की पूजा करने के लिए सुबह से ही मंदिरों में माता के भक्तों की भीड़ लग गई। यह मां पार्वती का ही अवतार है। मां शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं, इसलिए इन्हें पार्वती एवं हेमवती के नाम से भी जाना जाता है। मां शैलपुत्री की आराधना से मन वांछित फल मिलता है। इस मंत्रोच्चार के साथ करें शैलपुत्री पूजा- 'वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥' मां शैलपुत्री की आराधना से मनोवांछित फल और कन्याओं को उत्तम वर की प्राप्ति होती है। साथ ही साधक को मूलाधार चक्र जाग्रत होने से प्राप्त होने वाली सिद्धियां हासिल होती हैं। बताया जाता है कि नवरात्रों में मां दुर्गा अपने असल रुप में पृथ्वी पर ही रहती है। इन नौ दिनों में पूजा कर हर व्यक्ति माता दुर्गा को प्रसन्न करना चाहता है। जिसके लिए वह मां के नौ स्वरुपों की पूजा-अर्चना और व्रत रखता है। जिससे मां की कृपा उन पर हमेशा बनी रहें। नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की जाती है। पर्वतराज हिमालय के यहां पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। पूर्व जन्म में ये प्रजापति दक्ष की कन्या थीं, तब इनका नाम सती था। इनका विवाह भगवान शंकरजी से हुआ था। प्रजापति दक्ष के यज्ञ में सती ने अपने शरीर को भस्म कर अगले जन्म में शैलराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लिया। पार्वती और हैमवती भी उन्हीं के नाम हैं। उपनिषद् की एक कथा के अनुसार, इन्हीं ने हैमवती स्वरूप से देवताओं का गर्व-भंजन किया था। नव दुर्गाओं में प्रथम शैलपुत्री का महत्व और शक्तियां अनन्त हैं। माँ भगवती को कैसे करें प्रसन्न, देखें वीडियो -- टैग्स: मां शैलपुत्री मां शैलपुत्री मां शैलपुत्री को ऐसे करें प्रसन्न चैत्र नवरात्र मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा मां दुर्गा लपुत्री ब्रह्मचारिणी चंद्रघंटा कुष्मांडा स्कंधमाता कात्यायनी कालरात्रि महागौरी
घनत्व १,09१,२९५ (20११ के अनुसार [उपड़ते]) यह वैष्णव धर्म का सबसे बड़ा तीर्थस्थान है। माजुली में वैष्णव धर्म के औनिआती, दक्षिणपथ, गारामूर और कमलाबाड़ी जैसे अनेक तीर्थस्थान हैं। इन तीर्थस्थानों को यहां के लोग सतरा पुकारते हैं। २०१६ मैं माजुली को जोरहाट से अलग करके एक नए जिले का मान्यता दिया गया और इसी के साथ माजुली देश का प्रथम नदीदीप वन गया जिसे एक जिले का मान्यता प्राप्त हुआ। दक्षिणपथ सतरासंपादित करें औनियाती सत्तरासंपादित करें कमलाबाड़ी सतरासंपादित करें बेंगेनाती सतरासंपादित करें " से लिया गया
दुर्गा हिन्दुओं की प्रमुख देवी हैं जिन्हें देवी, शक्ति और जग्दम्बा भी कहते हैं । [१][२] शाक्त सम्प्रदाय की वह मुख्य देवी हैं जिनकी तुलना परम ब्रह्म से की जाती है। दुर्गा को आदि शक्ति, प्रधान प्रकृति, गुणवती योगमाया, बुद्धितत्व की जननी तथा विकार रहित बताया गया है। वह अंधकार व अज्ञानता रुपी राक्षसों से रक्षा करने वाली तथा कल्याणकारी हैं। उनके बारे में मान्यता है कि वे शान्ति, समृद्धि तथा धर्म पर आघात करने वाली राक्षसी शक्तियों का विनाश करतीं हैं।[३] दुर्गा के महुषासुरमर्दिनी रूप का चित्र दुर्गा का निरूपण सिंह पर सवार एक देवी के रूप में की जाती है। दुर्गा देवी आठ भुजाओं से युक्त हैं जिन सभी में कोई न कोई शस्त्रास्त्र होते है। उन्होने महिषासुर नामक असुर का वध किया। महिषासुर (= महिष + असुर = भैंसा जैसा असुर) करतीं हैं। हिन्दू ग्रन्थों में वे शिव की पत्नी दुर्गा के रूप में वर्णित हैं। जिन ज्योतिर्लिंगों मैं देवी दुर्गा की स्थापना रहती है उनको सिद्धपीठ कहते है। वहाँ किये गए सभी संकल्प पूर्ण होते है। माता का दुर्गा देवी नाम दुर्गम नाम के महान दैत्य का वध करने के कारण पड़ा। माता ने शताक्षी स्वरूप धारण किया और उसके बाद शाकंभरी देवी के नाम से विख्यात हुई शाकंभरी देवी ने ही दुर्गमासुर का वध किया। जिसके कारण वे समस्त ब्रह्मांड में दुर्गा देवी के नाम से भी विख्यात हो गई। माता के देश में अनेकों मंदिर हैं कहीं पर महिषासुरमर्दिनि शक्तिपीठ तो कहीं पर कामाख्या देवी। यही देवी कोलकाता में महाकाली के नाम से विख्यात और सहारनपुर सिद्धपीठ शाकंभरी देवी के रूप में ये ही पूजी जाती हैं। १ दुर्गा के १08 नाम दुर्गा के १०८ नामसंपादित करें दुर्गा सप्तशती के अनुसार इनके १०८ नाम बतलायें गये हैं। सती दुर्गा जी एक नाम है। जो शिवजी की पत्नी थी। दक्ष ने अपने यज्ञ में सभी देवताओं को आमंत्रित किया , लेकिन शिव और सती को आमंत्रण नहीं दिया। इससे क्रुद्ध होकर, अपमान का प्रतिकार करने के लिए इन्होंने उग्रचंडी के रूप में अपने पिता के यज्ञ का विध्वंस किया था। इनके हाथों की संख्या १८ मानी जाती है। आश्विन महीने में कृष्णपक्ष की नवमी दिन शाक्तमतावलंबी विशेष रूप से उग्रचंडी की पूजा करते हैं।माँ गिरिजा भवानी मां गौरजा भवानी दुर्गा पूजा में स्थापित दुर्गा प्रतिमा दुर्गा की स्वर्ण प्रतिमा " से लिया गया अंतिम बार २२ जून २०२० को ०५:०९ बजे संपादित किया गया अन्तिम परिवर्तन ०५:०९, २२ जून २०२०।
प्रभु देवा शूटिंग के दौरान पैरालिसिस अटैक का हुए शिकार एक गाने की शूटिंग के दौरान टेंपरेरी पैरालिसिस का शिकार हुए प्रभु देवा. बड़ी घटना से बाल बाल बचे, आर्टिस्ट्स से की एक गुजारिश. जाने माने कोरियोग्राफर, डायरेक्टर और एक्टर प्रभु देवा पिछले हफ्ते टेंपरेरी पैरालिसिस का शिकार हो गए. यह घटना उस वक्त हुई जब प्रभु देवा अपनी आने वाली ट्राईलिंग्वेल(तेलुगू, तमिल और हिन्दी) हॉरर स्पूफ फिल्म के गाने की शूटिंग कर रहे थे. प्रभु देवा इस घटना के बाद इतने सहम गए कि उन्हें लगा कि वह अब कभी चल ही नहीं पाएंगे. प्रभु देवा ने खुद इस बारे में बात करते हुए कहा, 'अचानक एक डांस मूव करते हुए मेरी पीठ में कुछ ऐसा हुआ कि मैं चल ही नहीं पा रहा था. मैं पुरी तरह से पैरालाइज्ड हो गया और इससे पहले मैं कुछ जान पाता मैं जमीन पर गिर पड़ा.' प्रभु देवा के गिरते ही एक्टर सोनू सूद के दोस्त तुरंत उन्हें हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टर ने बताया कि बुरी तरह मांसपेशी खिंचने से उन्हें टेंपरेरी पैरालिसिस हुआ है. इस पूरी घटना के बाद प्रभु देवा ने हर एक आर्टिस्ट के लिए यह बात कही, 'चाहे कोई फाइट, डांस या इमोशनल सीन हो, इस पर जरूरत से ज्यादा जान ना लगाएं. आपकी सेहत से बढ़कर कुछ नहीं. जब मैं जमीन पर था मेरी जिंदगी से जुड़ी चीजें मेरी आंखो के सामने आने लगी. मैं अपने दोनों बेटों के भविष्य के बारे में सोच रहा था. तभी मैंने यह फैसला किया कि मैं भविष्य में सावधान रहूंगा.' 'मुझे यह जानकर राहत मिली की मैं खतरे से बाहर हूं लेकिन ४ से ५ घंटे मुझे असहनीय दर्द का सामना करना पड़ा. मैं बिलकुल हिल ही नहीं पा रहा था. उस वक्त मेरे दिमाग में एक बात चल रही थी कि बिना मूवमेंट के क्या जिंदगी होती.' 'मगाधीरा' को हिंदी में डायरेक्ट करेंगे प्रभु देवा साउथ की सुपरहिट फिल्म 'मगाधीरा' की हिंदी रीमेक को प्रभु देवा डायरेक्ट करेंगे. खबर है कि इस फिल्म में शाहिद कपूर लीड रोल में ह ... हर फिल्म एक चैलेंज: प्रभु देवा डायरेक्टर प्रभु देवा ने 'वांटेड', 'राउडी राठौड़' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं और अब उनकी 'सिंह इज ब्लिंग' रिलीज हो चुकी है ... प्रभु देवा के साथ डांस करने में डर लग रहा था: वरुण धवन वरुण धवन, जिन्होंने 'मैं तेरा हीरो' फिल्म से करियर की शुरुआत की, अभी हाल ही में बदलापुर की सक्सेस के बाद अपनी अगली फिल्म 'आ ... सोनाक्षी-शाहिद की प्रभु देवा के डायरेक्शन में बनी फिल्म आर राजकुमार का नया ट्रेलर एक्टर, डांसर और डायरेक्टर प्रभु देवा की अगली फिल्म आर राजकुमार का पहला ट्रेलर रिलीज हो गया है. ... होली आने वाली है और होली के दीवानों पर इसका रंग चढ़ना अभी से शुरू हो गया है. शायद यही वजह है कि ये भोजपुरी हिट गाना यूट्यूब प ... सलमान खान देश के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं. वे मासेस को अपील करते हैं. कॉमन मैन सलमान खान से तुरंत कनेक्ट करता है. सलमान शो क ... शहनाज के पार्टनर में क्या क्वॉलिटी होना जरूरी? रश्मि देसाई ने बताया रश्मि देसाई ने बताया कि बिग बॉस खत्म होने के बाद शहनाज गिल को तुरंत शो मिल गया. अच्छी बात ये है कि शहनाज हर बात को दिल पर न ...
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव तरुण कुमार सहित बिहार कांग्रेस के २ नेताओं ने दिया इस्तीफा - इंडिया त्व हिन्दी न्यूज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने की पृष्ठभूमि में शनिवार को कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर नेताओं के इस्तीफा देने के सिलसिले की कड़ी में बिहार प्रदेश कांग्रेस के दो और नेताओं ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने की पृष्ठभूमि में शनिवार को कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर नेताओं के इस्तीफा देने के सिलसिले की कड़ी में बिहार प्रदेश कांग्रेस के दो और नेताओं ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान में प्रदेश कॉर्डिनेशन समिति के सदस्य अनिल शर्मा और कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव और राजस्थान के सह-प्रभारी तरुण कुमार ने भी शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कई सचिवों, कई राज्य इकाइयों के पदाधिकारियों और युवा कांग्रेस एवं महिला कांग्रेस के कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए था अथवा इस्तीफे की पेशकश की थी। युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों ने गांधी के समर्थन में इस्तीफा देने को लेकर हस्ताक्षर मुहिम भी शुरू की है। सूत्रों के मुताबिक इस पर कई पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किए हैं जिनमें ज्यादातर कनिष्ठ लोग शामिल हैं। दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया भी उन नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने गांधी के समर्थन में इस्तीफा दिया है। लिलोठिया ने ''पीटीआई-भाषा'' से कहा, '' मैंने शुरू से ही राहुल गांधी के नेतृत्व में काम किया। मैं जानता हूं कि कांग्रेस पार्टी में उनकी क्या अहमियत है। मेरी और लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह भावना है कि राहुल जी कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें।'' उन्होंने कहा, ''मैंने राहुल जी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए यह कदम उठाया है। इसके बाद से कई नेताओं ने इस्तीफे दिए हैं। आने वाले दिनों में और नेता इस मुहिम से जुड़ेंगे।'' वैसे, इन इस्तीफों को लेकर फिलहाल पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इससे पहले बृहस्पतिवार रात पार्टी के विधि विभाग के प्रमुख विवेक तन्खा ने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं को अपने पद छोड़ देने चाहिए ताकि राहुल गांधी अपनी नई टीम बना सकें। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद २५ मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था। इसके बाद से गांधी लगातार इस्तीफे की पेशकश पर अड़े हुए हैं। हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आग्रह किया है कि वह कांग्रेस का नेतृत्व करते रहें।
चक्रवात तूफान वायु गुजरात तट पर गुरुवार को दे सकता है दस्तक, भारी तबाही मचाने का अनुमान गुजरात के मुख्य सचिव जे.एन. सिंह ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की जानकारी से पता चलता है कि चक्रवात गुरुवार सुबह ६ से ७ बजे के बीच वेरावल के पास दस्तक देने की संभावना है। गुजरात के सौराष्ट्र तट से ६०० किलोमीटर दक्षिण में केंद्रित चक्रवात वायु के राज्य में गुरुवार को दस्तक देने की संभावना है। इसको लेकर राज्य और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमों ने सभी तटवर्ती जिलों में इससे निपटने के लिए खाका तैयार कर लिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी मंगलवार को दी। गुजरात के मुख्य सचिव जे.एन. सिंह ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की जानकारी से पता चलता है कि चक्रवात गुरुवार सुबह ६ से ७ बजे के बीच वेरावल के पास दस्तक देने की संभावना है। उन्होंने कहा, "यह वेरावल और महुवा (सौराष्ट्र क्षेत्र में) के बीच कहीं भी होगा, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा संभावना गिर-सोमनाथ जिले के वेरावल के पास है।" अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात वायु मंगलवार की सुबह वेरावल के दक्षिण में ६९० किमी दूरी पर था। इसके दस्तक देने के दौरान रफ्तार ११० किलोमीटर से १३५ किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सौराष्ट्र क्षेत्र के कई तटवर्ती जिलों में भारी बारिश हो सकती है। यह पूर्व मानसून बारिश है। मुख्य सचिव जे.एन. सिंह ने कहा कि अभी जल्दी में तटीय जिलों से तत्काल निकासी की जरूरत नहीं थी, लेकिन अगर चक्रवात किसी तरह दिशा बदलती है या अगले २४ घंटों में तेज हो जाता है तो उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि एनडीआरएफ की टीमों को तटवर्ती सौराष्ट्र क्षेत्र और गिर सोमनाथ में तैनात किया गया है और वे सेना, नौसेना और भारतीय तट रक्षक बल के साथ समन्वय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को सार्वजनिक माध्यमों, एसएमएस और व्हाट्सएप संदेशों के माध्यम से स्थिति के बारे में जागरूक किया जा रहा है। जे.एन.सिंह ने कहा, "राज्य मशीनरी पूरी तरह से तैयार है और स्थिति से निपटने के लिए लैस है।" मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अधिकारियों के साथ मंगलवार को दो बार समीक्षा बैठक की। सवालों का जवाब देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि ओडिशा सरकार ने केंद्र की मदद से वहां चक्रवात फानी के दौरान एक सराहनीय काम किया था और वह उनसे परामर्श करेंगे। उन्होंने कहा, "मैं ओडिशा सीएस (मुख्य सचिव) से उनके अनुभव के बारे में व गुजरात में यहां जरूरत पड़ने पर क्या क्रियान्वित किया जा सकता है, इस पर बात करूंगा।"
होम फशन प्रियंका चोपड़ा इस एक्ट्रेस के साथ करना चाहती हैं काम वैसे तो प्रियंका चोपड़ा हौलीवुड फिल्मों और अमेरिकन टीवी शो क्वांटिको का हिस्सा बन काफी फेमस हो चुकी हैं, लेकिन लगता है वह सिर्फ इतने से ही खुश होने वाली नहीं हैं. पिटबुल और डीजे विल स्पार्क्स जैसे इंटरनेशनल नामों के साथ काम कर चुकीं देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा अब एक इंटरनेशनल पौप स्टार के साथ काम करना चाहती हैं. प्रियंका का कहना है कि उनकी इच्छा है कि वह इंटरनेशनल पौप स्टार रिहाना के साथ काम करें. आपको बता दें कि ट्विटर पर प्रियंका के कई सारे फालोअर हैं. उनको फौलो करने वालों की संख्या अब २ करोड़ के पार हो गई है. ऐसे में प्रियंका ने अपने फैन्स के साथ लाइव चैट करने का मन बनाया और इसी चैट सेशन के दौरान अपने एक फैन को जवाब देते हुए उन्होंने अपनी यह इच्छा सबके सामने जाहिर की. लाइव चैट करते समय प्रियंका से उनके एक फैन ने पूछा कि वह किस महिला कलाकार के साथ काम करने की इच्छा रखती हैं? इस पर प्रियंका ने कहा, मैं पौप स्टार रिहाना के साथ काम करना चाहूंगी. मुझे लगता है कि वह अद्भुत हैं इसलिए मैं उनके साथ काम करना पसंद करूंगी.. एक और फैन ने पूछा कि अगर वह एक्ट्रेस या सिंगर नहीं होती तो क्या होतीं? इस पर उन्होंने कहा, मैं एक इंजीनियर होती. बता दें कि प्रियंका काफी समय से बौलीवुड से दूर हैं और किसी फिल्म में नहीं नजर आई हैं. इसी साल उनकी पहली हौलीवुड फिल्म बेवाच रिलीज हुई थी, जो बाक्स आफिस पर अपना जादू बिखरने में नाकामयाब रही. हालांकि इस फिल्म में विक्टोरिया के किरदार में प्रियंका की काफी तारीफ हुई. बेवाच के बाद अब वह इजनाट इट रोमांटिक की शूटिंग कर रही हैं. जो १४ फरवरी, २०१९ को रिलीज होगी. वह इन माई सिटी टाइटल की एक एलबम निकाल चुकी हैं जिसमें वह अपना सिंगिंग का टैलेंट भी दिखा चुकी हैं. फिलहाल तो वह अमेरिकी टीवी सीरीज क्वांटिको के तीसरे सीजन की शूटिंग में बिजी हैं. इसमें वह एफबीआई एजेंट एलेक्स पारिश की भूमिका निभाती दिखेंगी. नेक्स्ट आर्टियलगुजरात चुनाव में पीएम मोदी व पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह होंगे आमने-सामने अक्षय कुमार हुए टाइगर श्रॉफ के फैन, कर दिया इतना बड़ा ऐलान, चौंक जाएंगे...
भूक्षरण और बीहड़ मुरैना से २० किलोमीटर उत्तर एक गांव है लहार। एक जमाने में वहां की हवा सोंधी मिट्टी की खुशबू से महकती थी, शाम के वक्त आल्हा गूंजा करता था। पर अब पत्थरों के ढेर, जर्जर दीवारें, उखड़े किवाड़ और सूखे कुएं भर रह गए हैं। बढ़ते बीहड़ का एक और शिकार है लहार। मुरैना के सबडिविजनल अधिकारी श्री वीके शर्मा कहते हैं, इस इलाके में एक नहीं सैकड़ों लहार हैं। थोड़ी दूर के एक अन्य गांव की ओर इशारा करके वे कहते हैं, कुछ सालों में वह भी उजड़ने वाला है। भूक्षरण के दो प्रकार साफ दिखाई देते हैं- बीहड़ और पहाड़ी दर्रों का क्षरण। इनके कारण देश की लगभग ४० लाख हेक्टेयर जमीन उजड़ चुकी है। इस समस्या का प्रभाव उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान और गुजरात पर ज्यादा पड़ा है जहां चंबल, यमुना, माही, साबरमती और उनकी सहायक नदियों के आसपास लगभग ३३ लाख हेक्टेयर जमीन हाथ से जा चुकी है। ये बीहड़ अपने पास की उपजाऊ ऊंची जमीन के कोई ६० लाख हेक्टेयर भाग को भी अपनी चपेट में लेने की तैयारी में हैं। प्रसिद्ध चंबल घाटी के जिलों में लगभग १० प्रतिशत गांव पूरी तरह सूने हो चुके हैं। चंबल, उसकी उपनदियों के सिरों पर बीहड़, धीरे-धीरे पर बेरोक-टोक फैलता जा रहा है। वहां के लोग अक्सर कहते हैं कि बारिश से पहले ही धरती बहने लगती है। बारिश शुरू होते ही दरार चौड़ी होती जाती है और गांव की ओर फैलती आती है। लोग अप्रभावित इलाकों की ओर भागने लगते हैं और पहले से ही भीड़ भरे उन इलाकों पर भार बढ़ाते हैं। बीहड़ से प्रभावित गांवों को एकदम नहीं छोड़ा जाता है। वहां से लोग धीरे-धीरे ही खिसकते हैं। इस स्थानांतरण का नतीजा यह होता है कि जोत की जमीन के ज्यादा-से-ज्यादा टुकड़े होते जाते हैं, खेती करना मुश्किल होता जाता है और फिर खेती पुसाती नहीं। बीहड़ कैसे बनते हैं? धरती पर वनस्पति की परत जब मजबूत नहीं रह पाती तब बारिश का पानी वहां की मिट्टी को अपने साथ बहा ले जाता है। धरती की ऊपरी सतह बह जाती है, जमीन समतल न होने के कारण, जहां भी जगह मिली वहां पानी तेजी से बहने लगता है। नाली-सी बन जाती है, उसी से दर्रे बनते हैं जो आगे चलकर बड़े-बड़े बीहड़ो में बदल जाते हैं। बीहड़ उन गहरी घाटियों के कारण बनते हैं जहां के दर्रों में से होकर पानी समानांतर दिशा में गहरे कछार की ओर बहता है और आसपास की ऊंची जमीन से काफी नीचे गहराई में बह रही नदी में जा मिलता है। कछार की मिट्टी के कारण ऊंची जमीन की मिट्टी के भी खिसकने की समस्या खड़ी होती है। नदी अपने कछार में गहरी-गहरी नालियां बना देती हैं। पानी के इस बहाव के कारण नदी के किनारों में जगह-जगह दर्रे बनते हैं फिर वे बीहड़ का रूप धारण कर लेते हैं। एक बार बीहड़ बन गया तो हर बारिश उसे और ज्यादा गहरा बनाती है, क्योंकि वह मिट्टी को तेजी से बहा ले जाती है। इससे किनारों में और सामने की ओर खोह बनते हैं। भारी बाढ़ के समय पानी उन बीहड़ों में भरता है जिससे किनारे टूटने लगते हैं। बीहड़ों का निर्माण जमीन पर लोगों का दवाब ज्यादा पड़ने से हुआ होगा। कमजोर जमीन में भी उसके हरे आवरण को हटाकर खेती धीरे-धीरे बढ़ती गई। जुताई और पानी के बहाव पर ठीक ध्यान नहीं दिया, मिट्टी को बहा ले जाने वाले पानी को रोका नहीं गया और सिलसिला सालों तक जारी रहा। बीहड़ वाले इलाके में जो भी कुछ पेड़-पौधे या हरियाली बची थी, वह भी ईंधन और चारा जुटाने वालों की मजबूरी का शिकार बनी। इन सब कारणों से दूर-दूर तक जमीन उजड़ी। भिंड और मुरैना जिलों में पिछले ३० सालों में बीहड़ के इलाके ३६ प्रतिशत बढ़े हैं। १९४३ और १९५० के बीच इन दो जिलों में सालाना ८०० हेक्टेयर बीहड़ों की वृद्धि हुई थी। १९५० और १९७५ के बीच वह मात्रा ५००० हेक्टेयर सालाना हो गई। इसका मुख्य कारण था बड़े पैमाने पर जंगलों की कटाई। इन जिलों में केवल २०.५८ प्रतिशत जमीन पर जंगल हैं। आज के विकास कार्यक्रमों ने समस्या को और बढ़ा दिया है। चंबल विकास प्राधिकरण द्वारा शुरू की गई सिंचाई योजना में ज्यादा से ज्यादा जमीन पर खेती शुरू हुई। कुछ किसानों को जरूर फायदा हुआ है, पर साथ ही उसके दुष्परिणाम भी भुगतने पड़े हैं। इन कार्यक्रमों के कारण नहरों के लिए निर्धारित जमीन पर से जंगल काट दिए गए, इसलिए लकड़ी, ईंधन, चारा आदि की मांग बढ़ी और उनकी पूर्ति के लिए बचे जंगलों पर भार बढ़ा। इससे एक तरफ बीहड़ बढ़े तो दूसरी तरफ उपजाऊ क्षेत्र में पानी ठहरने लगा है। भीनासर आंदोलन - शायद इसलिए गोचर हरा-भरा है उजाड़ का फैलाव ०२/०८/२०१० - १६:५१ बीहड़ सुधार की विशाल योजना ०२/०८/२०१० - १६:५९ ०२/०८/२०१० - १७:१० ०२/०९/२०१० - १०:४१ खनन और पानी ०२/०९/२०१० - १०:५९ भूमि संवर्धन को अनिवार्य बनाया जाए खनन से पहले
थे नेतिजन न्यूज/ द नेटिजन न्यूज़ अनंतनाग में मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर भारत श्रीनगर, ३० जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने मंगलवार सुबह दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के वाघमा में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि इसी बीच आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर दी। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारी ने बताया कि अभी तक दो आतंकवादी मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों की पहचान की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि वे किस आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए थे। अनंतनाग के खुलचोहर इलाके में सोमवार को हुई मुठभेड़ में भी तीन आतंकवादी मारे गए थे। प्रेवियस विशाखापट्टनम में फिर गैस रिवास से हड़कंप, २ श्रमिकों की मौत, ४ की हालत नाजुक नेक्स्ट पटना: सुहागरात के अगले दिन दूल्हे की मौत, हलवाई से लेकर सब्जी दुकानदार समेत १११ गेस्ट कोरोना पॉजिटिव
जेजेपी ने राष्ट्रीय-प्रदेश कार्यकारिणी, सभी प्रकोष्ठ, जिला व हलका इकाई की भंग, जल्द होगी नई घोषणा - अब तक न्यूज होम / दिल्ली न्क्र / फरीदाबाद / हरियाणा / जेजेपी ने राष्ट्रीय-प्रदेश कार्यकारिणी, सभी प्रकोष्ठ, जिला व हलका इकाई की भंग, जल्द होगी नई घोषणा जेजेपी ने राष्ट्रीय-प्रदेश कार्यकारिणी, सभी प्रकोष्ठ, जिला व हलका इकाई की भंग, जल्द होगी नई घोषणा चंडीगढ़(अब्य्टकन्यूज.कॉम)१० जुलाई,२०२०: जननायक जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने एक बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी की सभी प्रमुख इकाईयों को भंग कर दिया है। पार्टी संस्थापक और पूर्व सांसद डॉ अजय सिंह चौटाला के सुझाव पर जेजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी, सभी जिला व हलका स्तरीय कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया हैं, और बहुत जल्द नए पदाधिकारियों की घोषणा की जाएगी।
निजी स्कूलों पर बड़ी कार्रवाई का संकेत देते हुए उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली सरकार के उस प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है जिसके तहत ४४९ निजी स्कूलों का अधिग्रहण करने का प्रस्ताव दिया गया था. दिल्ली सरकार ने ये प्रस्ताव इन स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूलने की वजह से दिया गया था. आरोप है कि मनमानी फीस वसूलने के बाद जब इन स्कूलों को दिल्ली सरकार ने फीस वापस लौटाने का आदेश दिया तो उसकी अनदेखी की गई. एनडीटीवी इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इन स्कूलों की सूची में दिल्ली पब्लिक स्कूल मथुरा रोड, स्प्रिंग डेल, एमिटी इंटरनेशनल साकेत, संस्कृति स्कूल, मॉडर्न पब्लिक स्कूल भी शामिल हैं. दिल्ली उच्च न्यायालय में हलफनामा देकर दिल्ली सरकार ने कहा था कि न्यायालय की बनाई गई समिति की सिफारिश ४४९ प्राइवेट स्कूल नहीं मान रहे और लगातार नियम का उल्लंघन कर रहे हैं इसलिए सरकार इनको टेकओवर करने को तैयार है. सरकार ने इन स्कूलों को नोटिस जारी कर फीस वापस करने का निर्देश भी दिया था. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार जिन स्कूलों को नोटिस जारी किया गया था उनमें से १७ स्कूलों ने बढ़ी हुई फीस अभिभावकों को वापस कर दी थी. रिपोर्ट के अनुसार, १,१08 निजी स्कूलों में से ५४४ स्कूलों ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के नाम पर अभिभावकों से ज़्यादा फीस वसूली थी. निजी स्कूलों की फीस को नियंत्रित करने के लिए न्यायमूर्ति अनिल देव सिंह कमेटी का गठन किया गया था. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली सरकार निजी स्कूलों के कामकाज में दख़ल नहीं देना चाहती, लेकिन जो निजी स्कूल न्यायमूर्ति अनिल देव सिंह कमेटी की सिफारिशों को लागू नहीं करेंगे, मजबूरन उन स्कूलों को अधिग्रहण करने के लिए कड़े कदम उठाने पड़ेंगे.
महाराष्ट्र में एक कार और ट्रक के बीच जबरदस्त भिड़ंत हो गई। इस हादसे में कार में सवार ९ लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में सभी विद्यार्थी थे। यह हादसा पुणे-सोलापुर राजमार्ग पर हुआ। यह हादसा शुक्रवार देर रात को हुआ। यह हादसा कदमवक बस्ती के पास रात करीब डेढ बजे हुआ। लोनी कलभोर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों की इस हादसे में जान गई है वह सभी रायगढ से सोलापुर की ओर अपने शहर यावत जा रहे थे। उनकी कार पास आ रहे ट्रक से टकरा गयी। पुलिस हादसे की जांच कर रही है। चतरा के आठ मजदूरों की चेन्नई में सड़क दुर्घटना में मौत, गमगीन हुआ जिला उन्होंने बताया कि इस हादसे में कार में बैठे सभी लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में सभी विद्यार्थी थे। उन सभी की उम्र १९-२३ वर्ष के बीच थी। पुलिस अधिकारी ने कहा है कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है। मामले की जांच की जांच जारी है। महाराष्ट्रः पुणे-बेंगलुरु हाईवे पर सड़क हादसा, १५ की मौत १७ घायल महाराष्ट्र : सड़क दुर्घटना में ५ पहलवानों समेत ६ की मौत महाराष्ट्र: ट्रक ने टेम्पो को कुचला, १३ लोगों की मौत महाराष्ट्र के नांदेड़ में टेंपो-टैंकर की टक्कर में १० की मौत, ३२ घायल पुणे में इमारत गिरी, ५ मरे
बाल-बाल बचे डिप्टी कम केशव प्रसाद मौर्य, हवा में खराब हुआ हेलीकॉप्टर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराब आ गई. इस कारण हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. केशव प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो-प्ती) उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बाल बाल बचे. दरअसल, गुरुवार को उनका हेलीकॉप्टर तकनीकी खराबी के कारण हवा में खराब हो गया. पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया है. हेलीकॉप्टर को लखनऊ में सुरक्षित उतारा गया. बताया जा रहा है कि केशव प्रसाद मौर्य आजमगढ़ के दौरे पर जा रहे थे. बता दें, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को आजमगढ़ में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करनी थी. इसके बाद लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पार्टी पदाधिकारियों से मिलने का भी कार्यक्रम था. सरकारी कार्यकम के मुताबिक, वह दोपहर १२ बजे आजमगढ़ पहुंचते. यहां वह पहले बीजेपी नेताओं से मुलाकात करते, फिर दोपहर १ बजे जनपद के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक करते. बताया जा रहा है कि केशव प्रसाद मौर्य का यह दौरा काफी अहम था, क्योंकि उन्हें २४ फरवरी को गोरखपुर में होने वाली किसान रैली की तैयारियों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेना था. इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी भी हिस्सा ले सकते हैं. माना जा रहा है कि पूर्वांचल में इस रैली के जरिए बीजेपी अपने मिशन २०१९ की शुरुआत करने वाली है. आजमगढ़ से लौटते वक्त खराब हुआ था हेलीकॉप्टर इससे पहले ३० मार्च, २०१८ को भी केशव प्रसाद मौर्य के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी. खास बात है कि वह आजमगढ़ से लखनऊ वापस लौट रहे थे. अचानक उनके हेलीकॉप्टर में दिक्कत आ गई. इसके कारण उनकी इमरजेंसी लैंडिंग इंदिरा गांधी उड़ान अकादमी (इग्रुआ) फुरसतगंज में कराई गई थी. इसके बाद वह कार से लखनऊ के लिए रवाना हुए थे. सवाल ये भी उठा कि आखिर केशव प्रसाद मौर्य को ही क्यों बिहार भेजा गया है. इसके पीछे ये तर्क दिया गया है कि केशव प्रसाद मौर्य ... छत्तीसगढ़ चुनाव: जैजैपुर सीट से केशवचंद्र जीते जैजैपुर विधानसभा सीट से बसपा के केशवचंद्र एक बार फिर जीत हासिल की है. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार को २१६८७ वोटों से जीत दर्ज ... राम मंदिर निर्माण पर न मोदी फैसला ले सकते हैं न योगी: मौर्य आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण पर चर्चा के बीच आज अयोध्या में भव्य दिवाली मनाई जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ...
होम न्यूज हल्द्वानी न्यूज हाईकोर्ट की सरकार को फटकार, मुखानी में कब बनेगा फ्लाईओवर ! हाईकोर्ट की सरकार को फटकार, मुखानी में कब बनेगा फ्लाईओवर ! हल्द्वानी: मुखानी चौराहे पर फ्लाई ओवर का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। हाईकोर्ट ने २०१३ में लोक निर्माण विभाग की ओर से तैयार फ्लाई ओवर के प्रस्ताव की स्थिति पर सरकार, सचिव लोक निर्माण विभाग, कुमाऊं कमिश्नर व जिलाधिकारी नैनीताल को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। हल्द्वानी निवासी रिटायर्ड इंजीनियर पीसी जोशी ने जनहित याचिका दायर कर कहा कि पहाड़ से हल्द्वानी होते हुए रुद्रपुर जाने वाले अधिकांश लोग मुखानी चौराहा होकर गुजरते हैं। इसी इलाके में तमाम अस्पताल, प्राइवेट इंस्टीट्यूट हैं। साथ ही सुशीला तिवारी अस्पताल को रास्ता भी जाता है मगर इस चौराहे में अक्सर जाम लगा रहता है। जिस कारण खासकर राहगीरों खासकर मरीजों को दिक्कतें होती हैं। याचिका में यह भी कहा गया कि २०१३ में लोनिवि मुख्य अभियंता द्वारा फ्लाईओवर को लेकर प्रस्ताव भी तैयार किया गया मगर अब तक मामला ठंडे बस्ते में है। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेश रंगनाथन व न्यायमूर्ति रमेश खुल्बे की खंडपीठ ने मामले को सुनने के बाद सरकार को फ्लाईओवर मामले में जवाब दाखिल करने व फ्लाईओवर बनने तक वैकल्पिक व्यवस्था क्या की जा सकती है, इस पर दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने को कहा है साथ ही एसएसपी नैनीताल को पक्षकार बनाने की अनुमति दी है। प्रेवियस आर्टियलपुलिस का बड़ा खुलासा, गंदे काम के लिए मसूरी ले जाई जा रही थी ६ लड़कियां नेक्स्ट आर्टियलरोमांचक तरीके से हुई अंडर-१४ रेनबो रन-चेज़ कप की शुरुआत, आखिरी गेंद तक युवाओं ने दिखाया दम
समुद्र के राजा इरावन का मतलब आइये इरावन नाम रखने के प्रभाव को गहरायी से समझते हैं। अगर आप अपने बच्चे का नाम इरावन रखने की सोच रहें हैं तो पहले उसका मतलब जान लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्यूंकि इरावन नाम रखने से आपका बच्चा भी इस नाम के मतलब की तरह व्यव्हार करने लगता है और वो गुण लेता है जो इसके अर्थ में यानि की परमेश्वर,समुद्र के राजा में समाहित होता है। मेष राशि के हिसाब से इरावन की प्रकृति मेष राशि के हिसाब से इरावन की सेहत मेष राशि के हिसाब से इरावन की कैरियर प्रोफ़ाइल मेष राशि के हिसाब से इरावन के प्रेमव्यवहार
अयोध्या का फैसला: इस दलील के साथ रिव्यू पिटिशन दाखिल करने जा रहा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जिलानी ने कहा कि यदि परिसर में मूर्तियां अवैध ढंग से रखी गई हैं तो फिर वह देवता कैसे हैं। अयोध्या के फैसले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने पुनर्विचार याचिका दायर करने से इनकार किया है, लेकिन पर्सनल लॉ बोर्ड ने फैसले को गलत मानते हुए रिव्यू की बात कही है। अयोध्या फैसला: सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन लगाएगा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद में ९ नवंबर को फैसला सुनाते हुए २.७७ एकड़ जमीन रामलला विराजमान को दिए जाने का आदेश दिया था। मामले के तीन पक्षकारों में से एक पक्ष रामलला विराजमान भी हैं। राफेल डील: १४ दिसंबर के फैसले के खिलाफ दायर रिव्यू पिटिशन पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में आज राफेल मामले में रिव्यू पिटिशन पर सुनवाई है। कोर्ट ने पिछले साल १४ दिसंबर के अपने आदेश में राफेल डील की जांच की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया था। निर्भया कांड के एक दोषी की पुनर्विचार याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड के एक दोषी की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगा। इस मुजरिम ने इस मामले में उसके मृत्युदंड को बरकरार रखने के शीर्ष अदालत के २०१७ के फैसले की समीक्षा करने की मांग की है।
गेंद असर १८०३०६ होम > उत्पादों > गेंद असर १८०३०६ (गेंद असर १८०३०६ के लिए कुल २४ उत्पादों) गेंद असर १८०३०६ - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं गेंद असर १८०३०६ निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक गेंद असर १८०३०६, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक गेंद असर १८०३०६ में से एक, शानदोंग ज़ीनकैट बियरिंग को., लैड.। थोक चीन से गेंद असर १८०३०६ , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते गेंद असर १८०३०६ खोजने की आवश्यकता है। बस गेंद असर १८०३०६ पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे गेंद असर १८०३०६ का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।