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source: उसने उसको भीतर बाहर शुद्ध सोने से मढ़ा, और उसके चारों ओर सोने की बाड़ बनाई। target: [4, 6, 8, 6, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 4, 6, 24, 26, 28, 18, 30, 32, 34] source: और उसने उसको शुद्ध सोने से मढ़ा, और उसमें चारों ओर शुद्ध सोने की एक बाड़ बनाई। target: [4, 6, 10, 16, 18, 20, 22, 4, 6, 24, 28, 18, 30, 32, 36] source: और उसने घुंडियों समेत उसके पाँच खम्भे भी बनाए, और उनके सिरों और जोड़ने की छड़ों को सोने से मढ़ा, और उनकी पाँच कुर्सियाँ पीतल की बनाईं। target: [6, 8, 38, 40, 42, 24, 44, 46, 48, 50, 4, 52, 24, 54, 4, 56, 10, 18, 20, 22, 4, 52, 58, 38, 60, 62, 58, 64] source: उस मूर्ति का सिर तो शुद्ध सोने का था, उसकी छाती और भुजाएँ चाँदी की, उसका पेट और जाँघें पीतल की, target: [6, 66, 68, 70, 72, 18, 68, 74, 42, 30, 76, 78, 42, 58, 80, 82, 84, 42, 68, 86, 78, 42, 24, 88, 62, 90] source: फिर उसने बबूल की लकड़ी की धूप वेदी भी बनाई; उसकी लम्बाई एक हाथ और चौड़ाई एक हाथ की थी; वह चौकोर बनी, और उसकी ऊँचाई दो हाथ की थी; और उसके सींग उसके साथ बिना जोड़ के बने थे target: [6, 8, 92, 30, 94, 96, 98, 30, 100, 102, 36, 6, 30, 104, 100, 106, 4, 6, 30, 108, 100, 106, 4, 42, 110, 112, 4, 114, 106, 6, 30, 116, 112, 4, 6, 24, 118, 120, 96, 64] source: उसने ऊँचे स्थान गिरा दिए, लाठों को तोड़ दिया, अशेरा को काट डाला। पीतल का जो साँप मूसा ने बनाया था, उसको उसने इस कारण चूर-चूर कर दिया, कि उन दिनों तक इस्राएली उसके लिये धूप जलाते थे; और उसने उसका नाम नहुशतान रखा। target: [6, 8, 122, 124, 10, 126, 128, 130, 24, 132, 134, 136, 138, 10, 140, 142, 4, 62, 24, 144, 10, 146, 148, 8, 150, 112, 152, 134, 128, 154, 146, 52, 156, 158, 160, 42, 24, 162, 98, 164, 166, 168, 6, 8, 42, 68, 170, 172, 174] source: उसकी टाँगें लोहे की और उसके पाँव कुछ तो लोहे के और कुछ मिट्टी के थे। target: [42, 58, 176, 178, 84, 42, 24, 180, 182, 178, 24, 182, 184, 24, 64] source: या उसका पाँव, या हाथ टूटा हो, target: [186, 188, 180, 186, 106, 190, 192, 194] source: और उसने पूरे भवन को सोने से मढ़वाकर उसका काम पूरा किया। और पवित्र-स्थान की पूरी वेदी को भी उसने सोने से मढ़वाया। target: [6, 8, 196, 198, 18, 20, 22, 200, 158, 202, 196, 198, 204, 206, 208, 4, 210, 102, 26, 212, 214, 216, 30, 112, 6, 8, 218, 220] source: और उसने वेदी का सारा सामान, अर्थात् उसकी हाँडियों, फावड़ियों, कटोरों, काँटों, और करछों को बनाया। उसका सारा सामान उसने पीतल का बनाया। target: [102, 68, 196, 222, 6, 8, 150, 224, 226, 228, 230, 232, 4, 234, 236, 6, 24, 238, 240, 62, 24, 64] source: और उसने उसके लिये बबूल के चार खम्भे बनाए, और उनको सोने से मढ़ा; उनकी घुंडियाँ सोने की बनीं, और उसने उनके लिये चाँदी की चार कुर्सियाँ ढालीं। target: [6, 8, 92, 30, 94, 58, 242, 40, 50, 4, 52, 10, 18, 20, 22, 4, 52, 24, 244, 18, 24, 166, 4, 6, 8, 82, 58, 242, 60, 52, 44, 246] source: उसकी चाल उसके मुँह पर कौन कहेगा? और उसने जो किया है, उसका पलटा कौन देगा? target: [248, 42, 24, 250, 10, 42, 24, 252, 254, 4, 248, 42, 24, 256, 68, 258, 42, 10, 260] source: वे उसका मुँह देखेंगे*, और उसका नाम उनके माथों पर लिखा हुआ होगा। target: [4, 42, 68, 262, 264, 4, 42, 68, 170, 266, 24, 268, 26, 270] source: फिर उसने पीतल की एक वेदी बनाई, उसकी लम्बाई और चौड़ाई बीस-बीस हाथ की और ऊँचाई दस हाथ की थी। target: [6, 8, 62, 30, 100, 102, 36, 42, 30, 104, 272, 106, 4, 42, 30, 108, 272, 106, 4, 42, 30, 274, 276, 106, 278]
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और उसने उसके चारों कोनों पर उसके चार सींग बनाए, वे उसके साथ बिना जोड़ के बने; और उसने उसको पीतल से मढ़ा।
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[6, 8, 6, 24, 280, 120, 96, 6, 24, 282, 284, 26, 286, 4, 6, 10, 62, 20, 288]
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source: देश-देश के सब देवताओं में से ऐसा कौन है, जिस ने अपने देश को मेरे हाथ से बचाया हो? फिर क्या यहोवा यरूशलेम को मेरे हाथ से बचाएगा।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 16, 18, 38, 24, 40, 42, 30, 44] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहेगा वह उसे खोएगा, परन्तु जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा वही उसे बचाएगा। target: [46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 16, 66, 46, 48, 68, 70, 72, 74, 76, 78] source: मुझे सिंह के मुँह से बचा, जंगली सांड के सींगों से तू मुझे बचा। target: [80, 82, 84, 86, 78, 88, 90, 92, 80, 86, 78] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे वह उसे खोएगा, पर जो कोई मेरे और सुसमाचार के लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे बचाएगा। target: [94, 46, 48, 68, 96, 98, 72, 74, 62, 30, 46, 16, 30, 100, 66, 20, 68, 70, 72, 102, 76, 78] source: उसी ने हमें मृत्यु के ऐसे बड़े संकट से बचाया, और बचाएगा; और उससे हमारी यह आशा है, कि वह आगे को भी बचाता रहेगा। target: [104, 106, 108, 110, 112, 114, 30, 116, 118, 104, 106, 120, 78, 104, 106, 116, 118, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 78] source: मेरे प्राण को तलवार से बचा, मेरे प्राण को कुत्ते के पंजे से बचा ले! target: [16, 136, 138, 30, 16, 50, 88, 140, 142, 86, 78] source: जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे वह उसे खोएगा, और जो कोई उसे खोए वह उसे बचाएगा। target: [46, 48, 144, 96, 146, 58, 74, 62, 64, 46, 148, 150, 152, 78] source: हे यहोवा मुझे चंगा कर, तब मैं चंगा हो जाऊँगा; मुझे बचा, तब मैं बच जाऊँगा; क्योंकि मैं तेरी ही स्तुति करता हूँ। target: [154, 156, 80, 158, 160, 30, 162, 158, 164, 78, 80, 24, 166, 30, 168, 24, 170, 78, 94, 172, 174, 16, 176, 178, 180, 78] source: तू अपने दाहिने हाथ से बचा, और हमारी सुन ले कि तेरे प्रिय छुड़ाए जाएँ। target: [182, 184, 186, 188, 190, 106, 192, 194, 196, 86, 30, 80, 198, 200, 78] source: अपने बच्चों से इसका वर्णन करो, और वे अपने बच्चों से, और फिर उनके बच्चे, आनेवाली पीढ़ी के लोगों से। target: [202, 204, 206, 208, 210, 30, 212, 214, 216, 208, 218, 30, 220, 214, 222, 224, 226, 78] source: ऐसा न हो कि हिजकिय्याह यह कहकर तुमको बहकाए कि यहोवा हमको बचाएगा। क्या और जातियों के देवताओं ने अपने-अपने देश को अश्शूर के राजा के हाथ से बचाया है? target: [228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 106, 24, 244, 78, 10, 246, 248, 250, 252, 12, 254, 256, 24, 258, 260, 262] source: यों यहोवा ने हिजकिय्याह और यरूशलेम के निवासियों को अश्शूर के राजा सन्हेरीब और अपने सब शत्रुओं के हाथ से बचाया, और चारों ओर उनकी अगुआई की। target: [264, 36, 266, 30, 268, 270, 246, 272, 274, 250, 30, 276, 278, 250, 280, 30, 256, 282, 284, 286, 78] source: कि मैं यहूदिया के अविश्वासियों से बचा रहूँ, और मेरी वह सेवा जो यरूशलेम के लिये है, पवित्र लोगों को स्वीकार्य हो। target: [288, 290, 292, 294, 162, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 30, 308, 310, 16, 312, 314, 316, 318, 320, 78] source: उस समय यरूशलेम यहोवा का सिंहासन कहलाएगा, और सब जातियाँ उसी यरूशलेम में मेरे नाम के निमित्त इकट्ठी हुआ करेंगी, और, वे फिर अपने बुरे मन के हठ पर न चलेंगी। target: [322, 324, 326, 308, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 276, 6, 348, 338, 350, 352, 354, 356, 78, 358, 360, 362, 220, 364, 366, 368, 370, 78]
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देश-देश के सब देवतओं में से ऐसा कौन है जिसने अपने देश को मेरे हाथ से बचाया हो? फिर क्या यहोवा यरूशलेम को मेरे हाथ से बचाएगा?'”
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[372, 4, 6, 374, 12, 14, 48, 22, 16, 18, 24, 258, 260, 78, 10, 36, 38, 16, 18, 114, 376, 378, 380]
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source: आशान और बेतशेमेश। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: और उनकी सीमा यिज्रेल, कसुल्लोत, शूनेम target: [16, 24, 26, 12, 14, 28, 30, 32, 34, 32, 36] source: युत्ता और बेतशेमेश दिए; इस प्रकार उन दोनों गोत्रों के भागों में से नौ नगर दिए गए। target: [38, 32, 40, 42, 8, 44, 32, 40, 42, 10, 32, 40, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 14, 58] source: तब गायों ने बेतशेमेश का सीधा मार्ग लिया; वे सड़क ही सड़क रंभाती हुई चली गईं, और न दाहिने मुड़ीं और न बायें; और पलिश्तियों के सरदार उनके पीछे-पीछे बेतशेमेश की सीमा तक गए। target: [60, 50, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 50, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 8, 96, 98, 70, 100, 102, 104] source: नप्ताली ने बेतशेमेश और बेतनात के निवासियों को न निकाला, परन्तु देश के निवासी कनानियों के बीच में बस गए; तो भी बेतशेमेश और बेतनात के लोग उनके वश में हो गए।। target: [106, 108, 10, 32, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 50, 124, 126, 128, 130, 132, 10, 32, 110, 112, 134, 122, 136, 138, 140, 142, 144, 146] source: अहीलूद का पुत्र बाना जिसके अधिकार में तानाक, मगिद्दो और बेतशान का वह सब देश था, जो सारतान के पास और यिज्रेल के नीचे और बेतशान से आबेल-महोला तक अर्थात् योकमाम की परली ओर तक है। target: [148, 150, 32, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 32, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180] source: तूने मुझे जीवन दिया, और मुझ पर करुणा की है; और तेरी चौकसी से मेरे प्राण की रक्षा हुई है। target: [182, 184, 186, 188, 8, 190, 192, 194, 196, 182, 198, 200, 202, 8, 204, 206, 208, 210] source: कुत्तों से चौकस रहो, उन बुरे काम करनेवालों से चौकस रहो, उन काट-कूट करनेवालों से चौकस रहो। (2 कुरि. 11:13) target: [50, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 214, 216, 224, 226, 228, 230, 232, 214, 216] source: तब इस्राएल के राजा योआश ने चढ़ाई की और उसने और यहूदा के राजा अमस्याह ने यहूदा देश के बेतशेमेश में एक दूसरे का सामना किया। target: [234, 236, 238, 240, 8, 242, 238, 244, 246, 10, 248, 250, 252, 254, 10, 256, 258] source: “कोढ़ की व्याधि के विषय में चौकस रहना, और जो कुछ लेवीय याजक तुम्हें सिखाएँ उसी के अनुसार यत्न से करने में चौकसी करना; जैसी आज्ञा मैंने उनको दी है वैसा करने में चौकसी करना। target: [260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 204, 286, 288, 290, 292, 294] source: यिरोन, मिगदलेल, होरेम, बेतनात, और बेतशेमेश; ये उन्नीस नगर गाँवों समेत उनको मिले। target: [296, 298, 300, 110, 32, 10, 12, 302, 14, 8, 304, 306] source: और चौकस रहो, इस बात में ढीले न होना; राजाओं की हानि करनेवाली वह बुराई क्यों बढ़ने पाए?” target: [268, 308, 310, 312, 144, 314, 316, 318, 216, 320, 322, 324, 326, 328, 330, 332] source: और बेतशेमेश के लोग तराई में गेहूँ काट रहे थे; और जब उन्होंने आँखें उठाकर सन्दूक को देखा, तब उसके देखने से आनन्दित हुए। target: [234, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 8, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 234, 364, 366, 292, 368, 370] source: फिर वह बाला से पश्चिम की ओर मुड़कर सेईर पहाड़ तक पहुँचा, और यारीम पहाड़ (जो कसालोन भी कहलाता है) उसके उत्तरी ओर से होकर बेतशेमेश को उतर गया, और वहाँ से तिम्नाह पर निकला; target: [60, 372, 374, 376, 378, 380, 382, 384, 386, 388, 156, 390, 392, 394, 396, 398, 400, 8, 402, 404, 406, 408, 410]
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और माकस, शाल्बीम, बेतशेमेश और एलोन-बेतानान में बेन्देकेर था।
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[412, 414, 10, 32, 416, 418, 420, 422, 178, 424]
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source: वह उस सिंह के समान है जो अपने शिकार की लालसा करता है, और जवान सिंह के समान घात लगाने के स्थानों में बैठा रहता है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 4, 14, 16, 18, 20, 22, 24] source: मेरा प्रेमी गोरा और लालसा है, वह दस हजार में उत्तम है। target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: तू उन्हें देता है, वे चुन लेते हैं; तू अपनी मुट्ठी खोलता है और वे उत्तम पदार्थों से तृप्त होते हैं। target: [44, 46, 30, 48, 50, 52, 54, 56, 58] source: वह तेरी सीमा में शान्ति देता है, और तुझको उत्तम से उत्तम गेहूँ से तृप्त करता है। target: [20, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 74] source: क्या ही धन्य है वह, जिसको तू चुनकर अपने समीप आने देता है, कि वह तेरे आँगनों में वास करे! हम तेरे भवन के, अर्थात् तेरे पवित्र मन्दिर के उत्तम-उत्तम पदार्थों से तृप्त होंगे। target: [76, 78, 80, 8, 82, 30, 84, 52, 86, 88, 20, 90, 92, 94, 54, 96, 20, 98, 100, 20, 102, 104, 106] source: जिस ने स्त्री ब्याह ली, उसने उत्तम पदार्थ पाया, और यहोवा का अनुग्रह उस पर हुआ है। target: [88, 108, 110, 112, 114, 110, 116, 118, 120, 122] source: और विश्वास करनेवालों में ये चिन्ह होंगे कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं को निकालेंगे; नई-नई भाषा बोलेंगे; target: [124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 30, 138, 150, 152, 154] source: तेरी भलाइयों से, तू वर्ष को मुकुट पहनता है; तेरे मार्गों में उत्तम-उत्तम पदार्थ पाए जाते हैं। target: [138, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 30, 168, 170, 172, 174] source: क्योंकि मैंने तुम को उत्तम शिक्षा दी है; मेरी शिक्षा को न छोड़ो। target: [142, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 142, 188, 190] source: खुली हुई डाँट गुप्त प्रेम से उत्तम है। target: [192, 194, 20, 196, 198, 200] source: क्योंकि मैं तुम से मिलने की लालसा करता हूँ, कि मैं तुम्हें कोई आत्मिक वरदान दूँ जिससे तुम स्थिर हो जाओ, target: [202, 204, 206, 208, 86, 210, 212, 214, 216] source: और प्राचीन पहाड़ों के उत्तम पदार्थ, और सनातन पहाड़ियों के अनमोल पदार्थ, target: [138, 218, 220, 222, 224, 138, 226, 228, 230] source: और स्वर्गदूतों से उतना ही उत्तम ठहरा*, जितना उसने उनसे बड़े पद का वारिस होकर उत्तम नाम पाया। target: [232, 234, 236, 20, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 138, 250, 86, 252, 254, 256, 258] source: क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्ट करता है, और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है। (लूका 1:53, यिर्म. 31:25) target: [260, 262, 264, 266, 262, 10, 268, 20, 270]
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वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिससे तेरी जवानी उकाब के समान नई हो जाती है।
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[88, 272, 54, 274, 138, 276, 208, 278, 4, 280, 152, 282]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय वह खूँटी जो दृढ़ स्थान में गाड़ी गई थी, वह ढीली हो जाएगी, और काटकर गिराई जाएगी; और उस पर का बोझ गिर जाएगा, क्योंकि यहोवा ने यह कहा है।'” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: और मुझ पर भी यहोवा तुम्हारे कारण क्रोधित हुआ, और यह कहा, 'तू भी वहाँ जाने न पाएगा; target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 64, 70, 72, 74, 54] source: 'यहोवा की यह वाणी है, कि नाबोत और उसके पुत्रों का जो खून हुआ, उसे मैंने देखा है, और यहोवा की यह वाणी है, कि मैं उसी भूमि में तुझे बदला दूँगा।' तो अब यहोवा के उस वचन के अनुसार इसे उठाकर उसी भूमि में फेंक दे।” target: [76, 10, 78, 80, 82, 84, 86, 32, 88, 90, 86, 92, 32, 60, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 8, 116, 118, 120, 32, 102, 104, 122, 124] source: यहूदी पर्व में उसे यह कहकर ढूँढ़ने लगे कि “वह कहाँ है?” target: [126, 128, 130, 132, 134, 32, 136, 138, 140, 142, 144] source: चाँदी तो मेरी है, और सोना भी मेरा ही है, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है। target: [146, 32, 148, 150, 152, 154, 156, 60, 4, 10, 158, 54] source: और यहोवा ने यहोशू से कहा, target: [60, 160, 162] source: मैं तुझे नंगी चट्टान कर दूँगा; तू जाल फैलाने ही का स्थान हो जाएगा; और फिर बसाया न जाएगा; क्योंकि मुझ यहोवा ही ने यह कहा है, परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है। target: [100, 164, 166, 168, 170, 54, 172, 174, 176, 26, 178, 54, 180, 182, 164, 184, 46, 100, 60, 186, 98, 188, 190, 4, 60, 192, 10, 194, 54] source: पृथ्वी शून्य और सत्यानाश हो जाएगी; क्योंकि यहोवा ही ने यह कहा है। target: [196, 198, 200, 202, 204, 32, 198, 200, 206, 208, 54, 46, 48, 4, 210, 212, 52, 54] source: फिर यहोवा ने मुझे चार लोहार दिखाए। target: [36, 48, 214, 216, 218, 220, 222, 54] source: मैं यहोवा की दुहाई देता, मैं यहोवा से गिड़गिड़ाता हूँ, target: [224, 226, 228, 230, 232, 100, 234, 236, 238, 54, 224, 226, 228, 8, 240, 232, 100, 242, 238, 54] source: हे सेनाओं के यहोवा, तेरे निवास क्या ही प्रिय हैं! target: [244, 6, 246, 248, 250, 26, 252, 254, 256] source: रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, target: [258, 260, 262, 32, 264] source: तब मूसा ने यहोवा की दुहाई दी, और यहोवा ने उसे एक पौधा बता दिया, जिसे जब उसने पानी में डाला, तब वह पानी मीठा हो गया। वहीं यहोवा ने उनके लिये एक विधि और नियम बनाया, और वहीं उसने यह कहकर उनकी परीक्षा की, target: [266, 268, 236, 270, 32, 272, 118, 274, 276, 278, 54, 266, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 54, 294, 98, 48, 296, 298, 300, 302, 70, 98, 272, 304, 306, 308, 54] source: फिर यहोवा ने यहोशू से कहा, target: [310, 48, 312, 314]
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और उसने, उसी दिन यह कहकर उस बात का एक चिन्ह भी बताया, “यह वचन जो यहोवा ने कहा है, इसका चिन्ह यह है कि यह वेदी फट जाएगी, और इस पर की राख गिर जाएगी।”
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[316, 318, 16, 320, 322, 324, 326, 274, 328, 330, 332, 10, 334, 328, 102, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 32, 350, 40, 352, 354, 356, 124]
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source: किसी विधवा या अनाथ बालक को दुःख न देना। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14] source: अपने अनाथ बालकों को छोड़ जाओ, मैं उनको जिलाऊँगा; और तुम्हारी विधवाएँ मुझ पर भरोसा रखें। (1 तीमु 5:5) target: [16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 20, 32] source: उसने यूहन्ना के भाई याकूब को तलवार से मरवा डाला। target: [34, 36, 38, 40, 30, 42, 44] source: तूने विधवाओं को खाली हाथ लौटा दिया*। और अनाथों की बाहें तोड़ डाली गई। target: [46, 30, 48, 50, 8, 52, 54, 56] source: उसने अपनी प्रजा को तलवार से मरवा दिया, और अपने निज भाग के विरुद्ध रोष से भर गया। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74] source: और तुम्हारे माता-पिता और भाई और कुटुम्ब, और मित्र भी तुम्हें पकड़वाएँगे; यहाँ तक कि तुम में से कितनों को मरवा डालेंगे। target: [76, 78, 8, 80, 8, 82, 84, 8, 86, 30, 88, 90, 92, 94] source: सुन, मैं उसके मन को प्रेरित करूँगा, कि वह कुछ समाचार सुनकर अपने देश को लौट जाए, और मैं उसको उसी के देश में तलवार से मरवा डालूँगा।” target: [96, 98, 20, 100, 102, 104, 106, 108, 8, 110, 112, 114, 116, 30, 42, 118, 120] source: इस कारण देखो, मैं तुमको बिलकुल भूल जाऊँगा और तुमको और इस नगर को जिसे मैंने तुम्हारे पुरखाओं को, और तुमको भी दिया है, त्याग कर अपने सामने से दूर कर दूँगा। target: [122, 124, 30, 126, 128, 130, 132, 8, 68, 134, 136, 138, 140, 8, 142, 144, 146, 30, 140, 8, 148, 150] source: उनके याजक तलवार से मारे गए, और उनकी विधवाएँ रोने न पाई। target: [152, 30, 42, 154, 156, 158, 160] source: तूने यहोवा की आज्ञा तुच्छ जानकर क्यों वह काम किया, जो उसकी दृष्टि में बुरा है? हित्ती ऊरिय्याह को तूने तलवार से घात किया, और उसकी पत्नी को अपनी कर लिया है, और ऊरिय्याह को अम्मोनियों की तलवार से मरवा डाला है। target: [162, 164, 166, 168, 30, 170, 172, 174, 142, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 30, 42, 188, 8, 190, 192, 194, 196, 198, 30, 200, 202, 204] source: परमेश्वर अपने पवित्र धाम में, अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है*। target: [206, 208, 8, 210, 212, 214, 68, 216, 218, 220, 222] source: उसके बच्चे अनाथ हो जाएँ, और उसकी स्त्री विधवा हो जाए! target: [24, 224, 226, 228, 196, 6, 230] source: उसी विधवा का नाम लिखा जाए जो साठ वर्ष से कम की न हो, और एक ही पति की पत्नी रही हो, target: [232, 234, 236, 68, 238, 240, 242, 244, 8, 246, 248, 250, 68, 252, 254] source: “किसी परदेशी मनुष्य या अनाथ बालक का न्याय न बिगाड़ना, और न किसी विधवा के कपड़े को बन्धक रखना; target: [256, 8, 226, 68, 258, 260, 262, 264, 6, 266, 268]
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तब मेरा क्रोध भड़केगा, और मैं तुमको तलवार से मरवाऊँगा, और तुम्हारी पत्नियाँ विधवा और तुम्हारे बालक अनाथ हो जाएँगे।
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[270, 272, 8, 30, 42, 274, 8, 276, 278, 6, 8, 280, 278, 282]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: वह व्याधि चाहे उस सनी या ऊन के वस्त्र के ताने में हो चाहे बाने में, या वह व्याधि चमड़े में या चमड़े की बनी हुई किसी वस्तु में हो, target: [4, 6, 8, 4, 10, 8, 4, 12, 14, 4, 16, 14, 4, 18, 8, 4, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32] source: “फिर जिस वस्त्र में कोढ़ की व्याधि हो, चाहे वह वस्त्र ऊन का हो चाहे सनी का, target: [34, 36, 38, 30, 40, 42, 44, 46, 4, 16, 42, 46, 4, 12, 14] source: और यदि वह व्याधि तब भी उस वस्त्र के ताने या बाने में, या चमड़े की उस वस्तु में दिखाई पड़े, तो जानना कि वह फूटकर निकली हुई व्याधि है; और जिसमें वह व्याधि हो उसे आग में जलाना। target: [48, 50, 52, 44, 34, 54, 56, 58, 20, 6, 30, 60, 10, 8, 60, 18, 20, 56, 28, 30, 62, 64, 66, 52, 68, 70, 44, 72, 74, 56, 28, 76, 36, 78, 30, 44, 46, 80, 30, 82, 84] source: और सातवें दिन वह उस व्याधि को देखे, और यदि वह वस्त्र के चाहे ताने में चाहे बाने में, या चमड़े में या चमड़े की बनी हुई किसी वस्तु में फैल गई हो, तो जानना कि व्याधि गलित कोढ़ है, इसलिए वह वस्तु, चाहे कैसे ही काम में क्यों न आती हो, तो भी अशुद्ध ठहरेगी। target: [86, 88, 52, 56, 44, 76, 90, 48, 50, 52, 44, 56, 58, 78, 4, 6, 8, 4, 10, 8, 4, 18, 8, 60, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 92, 94, 46, 66, 52, 44, 96, 98, 70, 40, 72, 100, 102, 52, 28, 104, 106] source: और जिस किसी वस्त्र या चमड़े पर वह वीर्य पड़े वह जल से धोया जाए, और सांझ तक अशुद्ध रहे। target: [48, 36, 26, 38, 60, 18, 108, 52, 110, 112, 52, 114, 116, 118, 120, 48, 122, 124, 104, 126] source: और जो कोई किसी वस्तु को छूए जिस पर वह बैठी हो वह अपने वस्त्र धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे। target: [50, 128, 56, 28, 76, 130, 36, 108, 52, 132, 134, 52, 136, 58, 138, 114, 116, 140, 48, 122, 124, 104, 142] source: “यदि याजक देखे कि वह व्याधि उस वस्त्र के ताने या बाने में, या चमड़े की उस वस्तु में नहीं फैली, target: [50, 144, 90, 48, 146, 148, 52, 44, 56, 58, 8, 150, 152, 150, 154, 150, 18, 20, 26, 28, 30, 92, 156, 72] source: ऊन या सनी के वस्त्र में के ताने या बाने में, या चमड़े की किसी वस्तु में जो कोढ़ की व्याधि हो उसके शुद्ध और अशुद्ध ठहराने की यही व्यवस्था है। target: [26, 58, 8, 4, 16, 14, 4, 12, 14, 4, 6, 8, 4, 10, 8, 4, 18, 20, 26, 28, 30, 40, 42, 44, 46, 66, 56, 76, 158, 48, 104, 160, 20, 162, 164, 106] source: “फिर जो माँस किसी अशुद्ध वस्तु से छू जाए वह न खाया जाए; वह आग में जला दिया जाए। फिर मेलबलि का माँस जितने शुद्ध हों वे ही खाएँ, target: [166, 168, 170, 26, 104, 28, 116, 172, 52, 174, 150, 176, 52, 80, 116, 178, 180, 182, 184, 186, 78, 170, 76, 52, 188, 190, 192, 194, 158, 196] source: और जिसके प्रमेह हो और वह जिस वस्तु पर बैठा हो, उस पर जो कोई बैठे वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध ठहरा रहे। target: [168, 26, 198, 28, 108, 200, 36, 108, 202, 70, 204, 134, 66, 52, 136, 58, 138, 114, 116, 140, 48, 122, 124, 104, 142] source: यदि उस वस्त्र से जिसके ताने या बाने में व्याधि हो, या चमड़े की जो वस्तु हो उससे जब धोई जाए और व्याधि जाती रही, तो वह दूसरी बार धुलकर शुद्ध ठहरे।” target: [50, 52, 206, 36, 20, 6, 60, 10, 30, 128, 44, 208, 60, 18, 20, 128, 28, 46, 210, 52, 212, 214, 48, 44, 56, 216, 218, 214, 66, 52, 220, 222, 212, 214, 48, 52, 158, 224, 226] source: चाहे कोई वस्तु क्यों न हो जिसके विषय में उसने झूठी शपथ खाई हो; तो वह उसको पूरा-पूरा लौटा दे, और पाँचवाँ भाग भी बढ़ाकर भर दे, जिस दिन यह मालूम हो कि वह दोषी है, उसी दिन वह उस वस्तु को उसके स्वामी को लौटा दे। target: [60, 128, 54, 28, 208, 36, 78, 228, 56, 230, 232, 234, 236, 46, 66, 36, 88, 56, 76, 238, 240, 208, 148, 52, 242, 244, 66, 52, 56, 76, 246, 248, 250, 252, 56, 78, 116, 254, 256, 258, 260, 262, 56, 78, 264, 76, 266, 268] source: “तू कोई घिनौनी वस्तु न खाना। target: [270, 26, 272, 274, 76, 150, 276] source: और जिसके प्रमेह हो वह जिस किसी को बिना हाथ धोए छूए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे। target: [36, 76, 202, 46, 56, 36, 26, 76, 278, 280, 282, 284, 286, 66, 52, 288, 136, 58, 138, 114, 116, 140, 48, 122, 124, 104, 142]
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वह उस वस्त्र को जिसके ताने या बाने में वह व्याधि हो, चाहे वह ऊन का हो चाहे सनी का, या चमड़े की वस्तु हो, उसको जला दे, वह व्याधि गलित कोढ़ की है; वह वस्तु आग में जलाई जाए।
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[52, 56, 58, 290, 4, 152, 4, 154, 4, 16, 42, 60, 12, 14, 60, 18, 20, 128, 28, 208, 36, 78, 30, 44, 72, 82, 64, 292, 194, 52, 98, 70, 40, 72, 52, 80, 30, 178, 180]
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source: तो क्या हम तुम्हारी सुनकर, ऐसी बड़ी बुराई करें कि अन्यजाति की स्त्रियों से विवाह करके अपने परमेश्वर के विरुद्ध पाप करें?” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 10, 30, 32, 34, 36, 38, 40] source: हे हमारे परमेश्वर यहोवा, हमारा उद्धार कर, और हमें अन्यजातियों में से इकट्ठा कर ले, कि हम तेरे पवित्र नाम का धन्यवाद करें, और तेरी स्तुति करते हुए तेरे विषय में बड़ाई करें। target: [42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 26, 78, 80, 82] source: और भोर को तुम्हें यहोवा का तेज देख पड़ेगा, क्योंकि तुम जो यहोवा पर बड़बड़ाते हो उसे वह सुनता है। और हम क्या हैं कि तुम हम पर बड़बड़ाते हो?” target: [84, 86, 88, 90, 10, 92, 10, 94, 10, 30, 96, 98, 100, 102, 104, 10, 106, 108, 110] source: “अपने घर में लौट जा और लोगों से कह दे, कि परमेश्वर ने तेरे लिये कैसे बड़े-बड़े काम किए हैं।” वह जाकर सारे नगर में प्रचार करने लगा, कि यीशु ने मेरे लिये कैसे बड़े-बड़े काम किए। target: [112, 114, 116, 118, 74, 62, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 74, 26, 18, 132, 134, 136, 138, 140, 60, 142] source: उसके बड़े-बड़े फाल छोटे हो जाएँगे और वह अपनी ही युक्ति के द्वारा गिरेगा। target: [144, 146, 148, 150, 74, 152, 154, 156] source: मैं तुम अन्यजातियों से यह बातें कहता हूँ। जब कि मैं अन्यजातियों के लिये प्रेरित हूँ, तो मैं अपनी सेवा की बड़ाई करता हूँ, target: [42, 158, 160, 60, 162, 76, 26, 164, 166, 168, 170, 60, 158] source: वे बड़े-बड़े परीक्षा के काम, और चिन्ह, और बड़े-बड़े चमत्कार तेरी आँखों के सामने हुए; target: [172, 174, 176, 178, 180, 74, 182, 74, 184, 186] source: और बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली, और उसने उन्हें वहाँ चंगा किया। target: [188, 190, 192, 194, 128, 196, 198] source: प्रेरितों ने यीशु के पास इकट्ठे होकर, जो कुछ उन्होंने किया, और सिखाया था, सब उसको बता दिया। target: [200, 10, 138, 202, 74, 18, 172, 204, 74, 206, 60, 208, 136, 210] source: जो बड़े-बड़े हाकिमों को तुच्छ कर देता है, और पृथ्वी के अधिकारियों को शून्य के समान कर देता है। target: [172, 212, 214, 216, 218, 74, 220, 222, 224, 26, 226] source: और जब तुम यरदन पार होकर उस देश में पहुँचो, जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है, तब *बड़े-बड़े पत्थर खड़े कर लेना, और उन पर चूना पोतना; target: [228, 10, 230, 232, 234, 60, 172, 236, 44, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 60, 250, 252, 254, 74, 26, 256, 258, 260] source: और वह एब्रोन, रहोब, हम्मोन, और काना से होकर बड़े सीदोन को पहुँची; target: [60, 262, 264, 266, 268, 74, 270, 272, 274] source: क्योंकि परमेश्वर हमारे मन से बड़ा है*; और सब कुछ जानता है। target: [228, 276, 278, 280, 120, 10, 276, 282, 74, 18, 284, 286] source: क्योंकि वे उस नाम के लिये निकले हैं, और अन्यजातियों से कुछ नहीं लेते। target: [168, 288, 290, 66, 292, 294, 296, 74, 298, 300, 10, 302, 304]
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वहाँ पहुँचकर, उन्होंने कलीसिया इकट्ठी की और बताया, कि परमेश्वर ने हमारे साथ होकर कैसे बड़े-बड़े काम किए! और अन्यजातियों के लिये विश्वास का द्वार खोल दिया*।
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[228, 306, 74, 308, 310, 312, 18, 172, 314, 316, 136, 120, 318, 320, 322, 136, 324, 326, 60, 328, 330]
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source: जिस मार्ग से वह आया है उसी से वह लौट भी जाएगा और इस नगर में प्रवेश न करने पाएगा, यहोवा की यही वाणी है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 6, 8, 16, 18, 8, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38] source: और शूरवीरों में जो अधिक धीर हो, वह भी उस दिन नंगा होकर भाग जाएगा,” यहोवा की यही वाणी है। target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 32, 60, 62, 64, 66] source: सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय वह खूँटी जो दृढ़ स्थान में गाड़ी गई थी, वह ढीली हो जाएगी, और काटकर गिराई जाएगी; और उस पर का बोझ गिर जाएगा, क्योंकि यहोवा ने यह कहा है।'” target: [50, 68, 70, 72, 32, 34, 36, 12, 8, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 8, 96, 92, 94, 98, 94, 8, 100, 76, 50, 102, 12, 104, 106, 108, 110, 32, 112, 30, 114, 66] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे, वह उसे खोएगा; और जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे पाएगा। target: [116, 76, 118, 120, 122, 124, 8, 50, 126, 128, 130, 132, 76, 134, 136, 118, 120, 138, 8, 50, 126, 140, 142] source: वहाँ के नगर का नाम भी 'हमोना' है। इस प्रकार देश शुद्ध किया जाएगा। target: [22, 34, 144, 146, 148, 150, 20, 152, 8, 154, 126, 156, 158] source: जो अपने प्राण बचाता है, वह उसे खोएगा; और जो मेरे कारण अपना प्राण खोता है, वह उसे पाएगा। target: [4, 160, 112, 118, 120, 140, 162, 8, 50, 126, 164, 94, 4, 160, 112, 134, 136, 118, 120, 166, 12, 8, 50, 126, 140, 142] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे वह उसे खोएगा, पर जो कोई मेरे और सुसमाचार के लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे बचाएगा। target: [116, 76, 118, 120, 122, 168, 8, 50, 126, 164, 132, 76, 134, 94, 170, 72, 136, 118, 120, 172, 8, 50, 126, 174] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहेगा वह उसे खोएगा, परन्तु जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा वही उसे बचाएगा। target: [116, 76, 118, 120, 122, 168, 8, 50, 126, 164, 132, 76, 134, 136, 118, 120, 172, 8, 50, 126, 174] source: “इसलिए यहोवा अश्शूर के राजा के विषय में यह कहता है कि वह इस नगर में प्रवेश करने, वरन् इस पर एक तीर भी मारने न पाएगा, और न वह ढाल लेकर इसके सामने आने, या इसके विरुद्ध दमदमा बनाने पाएगा। target: [20, 136, 176, 72, 178, 72, 180, 32, 30, 182, 184, 186, 8, 26, 188, 20, 22, 24, 28, 26, 190, 192, 194, 26, 196, 198, 200, 8, 72, 102, 202, 204, 206, 26, 8, 72, 208, 210, 212] source: और मुझ पर भी यहोवा तुम्हारे कारण क्रोधित हुआ, और यह कहा, 'तू भी वहाँ जाने न पाएगा; target: [214, 216, 32, 134, 218, 146, 30, 220, 200, 222, 224, 226, 146, 228, 230, 232] source: “इसलिए यहोवा अश्शूर के राजा के विषय यह कहता है कि वह इस नगर में प्रवेश करने, वरन् इस पर एक तीर भी मारने न पाएगा; और न वह ढाल लेकर इसके सामने आने या इसके विरुद्ध दमदमा बाँधने पाएगा। target: [20, 136, 176, 72, 178, 72, 180, 32, 30, 182, 12, 234, 8, 26, 188, 20, 22, 24, 28, 26, 190, 192, 236, 26, 196, 198, 200, 8, 72, 102, 202, 238, 26, 8, 72, 208, 240, 212] source: जो कोई मिले वह बेधा जाएगा, और जो कोई पकड़ा जाए, वह तलवार से मार डाला जाएगा। target: [242, 76, 244, 246, 248, 18, 242, 76, 250, 246, 252, 218, 254] source: क्योंकि जिस किसी के पास है, उसे और दिया जाएगा; और उसके पास बहुत हो जाएगा: परन्तु जिसके पास नहीं है, उससे वह भी जो उसके पास है, ले लिया जाएगा। target: [116, 4, 160, 24, 256, 184, 8, 126, 258, 92, 94, 8, 34, 260, 262, 132, 4, 72, 24, 230, 50, 264, 110, 8, 34, 184, 8, 146, 198, 266, 268] source: चाहे, वह लगी भी रहे, तो भी क्या वह फूले फलेगी? जब पुरवाई उसे लगे, तब क्या वह बिलकुल सूख न जाएगी? वह तो जहाँ उगी है उसी क्यारी में सूख जाएगी।” target: [270, 30, 272, 188, 274, 184, 132, 276, 30, 278, 146, 280, 276, 30, 282, 60, 284, 286, 288, 30, 290, 152, 218, 292, 26, 294, 30, 296, 298, 82, 288, 292, 300]
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जिस मार्ग से वह आया है उसी से वह लौट भी जाएगा और इस नगर में प्रवेश न करने पाएगा, यहोवा की यही वाणी है।
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[4, 6, 8, 10, 12, 14, 6, 8, 16, 18, 8, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो हे सनातन के द्वारों तुम भी खुल जाओ! क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा! target: [4, 6, 8, 10, 4, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: वह बाजारों की भीड़ में पुकारती है; वह नगर के फाटकों के प्रवेश पर खड़ी होकर, यह बोलती है: target: [28, 30, 32, 34, 36, 28, 38, 40, 42, 44, 46] source: कि सृष्टि भी आप ही विनाश के दासत्व से छुटकारा पा कर, परमेश्वर की सन्तानों की महिमा की स्वतंत्रता प्राप्त करेगी। target: [48, 50, 52, 28, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 28, 68, 22, 70, 72] source: “सकेत फाटक से प्रवेश करो, क्योंकि चौड़ा है वह फाटक और सरल है वह मार्ग जो विनाश की ओर ले जाता है; और बहुत सारे लोग हैं जो उससे प्रवेश करते हैं। target: [74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 86, 94, 96, 48, 98, 100, 102, 92, 104, 106, 108, 110, 26] source: धन्य वे हैं, जो अपने वस्त्र धो लेते हैं, क्योंकि उन्हें जीवन के पेड़ के पास आने का अधिकार मिलेगा, और वे फाटकों से होकर नगर में प्रवेश करेंगे। target: [112, 114, 116, 118, 120, 62, 122, 28, 124, 126, 128, 92, 28, 130, 80, 132, 134] source: “सात-सात वर्ष बीतने पर तुम छुटकारा दिया करना, target: [136, 138, 140, 142, 28, 144, 146, 148] source: जिसने अपने प्रतापी भुजबल को मूसा के दाहिने हाथ के साथ कर दिया, जिसने उनके सामने जल को दो भाग करके अपना सदा का नाम कर लिया, target: [150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 44, 168, 152, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 152, 182, 184, 180, 44, 186] source: फाटकों को खोलो कि सच्चाई का पालन करनेवाली एक धर्मी जाति प्रवेश करे। target: [188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 24, 26] source: मुंडे पहाड़ पर एक झण्डा खड़ा करो, हाथ से संकेत करो और उनसे ऊँचे स्वर से पुकारो कि वे सरदारों के फाटकों में प्रवेश करें। target: [202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 192, 224, 226, 180, 132, 76, 228] source: देखो, यदि तुम ऐसा करोगे, तो इस भवन के फाटकों से होकर दाऊद की गद्दी पर विराजमान राजा रथों और घोड़ों पर चढ़े हुए अपने-अपने कर्मचारियों और प्रजा समेत प्रवेश किया करेंगे। target: [230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 86, 246, 202, 248, 250, 252, 28, 254, 236, 256, 258, 82, 232, 260, 262, 92, 264, 266, 268, 92, 270] source: वे अपने ही वचनों के कारण ठोकर खाकर गिर पड़ेंगे; जितने उन पर दृष्टि करेंगे वे सब अपने-अपने सिर हिलाएँगे target: [272, 274, 276, 278, 280, 282, 48, 284, 286, 288] source: और यदि वह संधि करना स्वीकार करे और तेरे लिये अपने फाटक खोल दे, तब जितने उसमें हों वे सब तेरे अधीन होकर तेरे लिये बेगार करनेवाले ठहरें। target: [290, 230, 180, 292, 294, 296, 92, 76, 180, 298, 244, 300, 86, 302, 304, 180, 306, 308, 92, 310, 180, 312] source: “हे इस्राएल के घराने तुम से तो प्रभु यहोवा यह कहता है : जाकर अपनी-अपनी मूरतों की उपासना करो; और यदि तुम मेरी न सुनोगे, तो आगे को भी यही किया करो; परन्तु मेरे पवित्र नाम को अपनी भेंटों और मूरतों के द्वारा फिर अपवित्र न करना। target: [314, 316, 318, 320, 322, 324, 232, 306, 326, 328, 330, 92, 332, 334, 44, 336, 338, 340, 342, 232, 344, 312, 346, 348, 350, 232, 352, 92, 354, 356, 358] source: क्योंकि बुद्धि तो तेरे हृदय में प्रवेश करेगी, और ज्ञान तेरे प्राण को सुख देनेवाला होगा; target: [360, 152, 362, 364, 132, 366, 92, 368, 276, 370, 372]
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हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो हे सनातन के द्वारों तुम भी खुल जाओ! क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा!
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[4, 6, 8, 10, 4, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: वैसे ही मनुष्य लेट जाता और फिर नहीं उठता; जब तक आकाश बना रहेगा तब तक वह न जागेगा, और न उसकी नींद टूटेगी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 10, 22, 24, 26, 28, 30] source: वह अनादर के साथ बोया जाता है, और तेज के साथ जी उठता है; निर्बलता के साथ बोया जाता है; और सामर्थ्य के साथ जी उठता है। target: [14, 32, 34, 14, 36, 38, 14, 40, 34, 14, 42, 38] source: और यदि मुर्दे नहीं जी उठते, तो मसीह भी नहीं जी उठा। target: [44, 46, 48, 50, 52, 54] source: “मेरा शत्रु दुष्टों के समान, और जो मेरे विरुद्ध उठता है वह कुटिलों के तुल्य ठहरे। target: [56, 58, 60, 62, 64, 10, 66, 60, 68, 70] source: लेकिन कुहरा पृथ्वी से उठता था जिससे सारी भूमि सिंच जाती थी। target: [72, 74, 14, 76, 78, 10, 80, 82, 84, 86, 88] source: उसका हाथ दिन भर मेरे ही विरुद्ध उठता रहता है। target: [90, 92, 14, 94, 96, 98, 100, 102, 10, 100, 104, 106] source: अब कोई यह कहेगा, “मुर्दे किस रीति से जी उठते हैं, और किस देह के साथ आते हैं?” target: [108, 110, 112, 114, 46, 116, 100, 118, 120, 122, 124] source: उसके स्पर्श से पहाड़ काँप उठते हैं और पहाड़ियाँ गल जाती हैं; उसके प्रताप से पृथ्वी वरन् सारा संसार अपने सब रहनेवालों समेत थरथरा उठता है। target: [126, 128, 130, 132, 10, 134, 136, 84, 14, 138, 130, 140, 142, 10, 80, 144] source: और उनकी पीड़ा का धूआँ युगानुयुग उठता रहेगा, और जो उस पशु और उसकी मूर्ति की पूजा करते हैं, और जो उसके नाम की छाप लेते हैं, उनको रात-दिन चैन न मिलेगा।” target: [146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 150, 162, 10, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 10, 178, 180, 182] source: जब वे खड़े होते तब ये भी खड़े होते थे; और जब वे उठते तब ये भी उनके संग उठते थे; क्योंकि जीवधारियों की आत्मा इनमें भी रहती थी। target: [184, 186, 188, 190, 192, 184, 154, 194, 190, 154, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208] source: उसकी दृष्टि ही से पृथ्वी काँप उठती है, और उसके छूते ही पहाड़ों से धुआँ निकलता है। target: [168, 210, 84, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226] source: स्वाभाविक देह बोई जाती है, और आत्मिक देह जी उठती है: जब कि स्वाभाविक देह है, तो आत्मिक देह भी है। target: [100, 228, 230, 34, 100, 228, 232, 38, 44, 228, 230, 234, 228, 236, 238] source: समुद्र के गर्व को तू ही तोड़ता है; जब उसके तरंग उठते हैं, तब तू उनको शान्त कर देता है। target: [240, 242, 244, 246, 234, 184, 248, 154, 250, 252, 254] source: उसने उनसे कहा, “क्यों घबराते हो? और तुम्हारे मन में क्यों सन्देह उठते हैं? target: [256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270]
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और यदि वह न उठता, तो जिस दिन तक वह न उठता था उस दिन तक वे कूच नहीं करते थे।
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[72, 44, 272, 274, 276, 278, 26, 280, 282]
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source: विवाहिता और अविवाहिता में भी भेद है: अविवाहिता प्रभु की चिन्ता में रहती है, कि वह देह और आत्मा दोनों में पवित्र हो, परन्तु विवाहिता संसार की चिन्ता में रहती है, कि अपने पति को प्रसन्न रखे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 6, 42, 4, 44, 10, 46, 48, 50, 52, 54, 38, 6, 56, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70] source: और उसने वहाँ उनके अविश्वास के कारण बहुत सामर्थ्य के काम नहीं किए। target: [4, 72, 74, 76, 78, 80, 78, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: जो शारीरिक आज्ञा की व्यवस्था के अनुसार नहीं, पर अविनाशी जीवन की सामर्थ्य के अनुसार नियुक्त हो। target: [96, 98, 100, 78, 102, 104, 78, 106, 92, 50, 108, 110, 32, 112, 78, 106, 114, 38, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 16] source: और वे भी यदि अविश्वास में न रहें, तो साटे जाएँगे क्योंकि परमेश्वर उन्हें फिर साट सकता है। target: [4, 6, 124, 130, 80, 10, 132, 134, 136, 116, 138, 140, 142, 144, 58, 146, 64, 148, 150, 152, 76, 64, 154, 138, 70] source: भला, वे तो अविश्वास के कारण तोड़ी गई, परन्तु तू विश्वास से बना रहता है इसलिए अभिमानी न हो, परन्तु भय मान, target: [156, 6, 116, 80, 78, 82, 158, 160, 50, 162, 164, 166, 78, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 134, 180, 182, 184] source: और मसीह का बलियाल के साथ क्या लगाव? या विश्वासी के साथ अविश्वासी का क्या नाता? target: [4, 186, 188, 190, 78, 168, 192, 194, 150, 196, 198, 188, 200, 168, 192, 202, 204] source: और यदि अविश्वासियों में से कोई तुम्हें नेवता दे, और तुम जाना चाहो, तो जो कुछ तुम्हारे सामने रखा जाए वही खाओ: और विवेक के कारण कुछ न पूछो। target: [130, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 4, 220, 222, 224, 64, 226, 116, 58, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 4, 242, 78, 82, 210, 244, 134, 246] source: तब उसने थोमा से कहा, “अपनी उँगली यहाँ लाकर मेरे हाथों को देख और अपना हाथ लाकर मेरे पंजर में डाल और अविश्वासी नहीं परन्तु विश्वासी हो।” target: [248, 250, 74, 252, 64, 254, 256, 258, 260, 262, 4, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 10, 280, 282, 134, 180, 182, 164, 284] source: अव्वीम, पारा, ओप्रा, target: [4, 286, 4, 288, 4, 290] source: परन्तु यदि सब भविष्यद्वाणी करने लगें, और कोई अविश्वासी या बाहरवाले मनुष्य भीतर आ जाए, तो सब उसे दोषी ठहरा देंगे और परख लेंगे। target: [50, 130, 292, 294, 296, 4, 210, 200, 196, 298, 300, 302, 116, 304, 306, 308, 310, 312, 304, 306, 314, 316] source: परन्तु तुम इसलिए विश्वास नहीं करते, कि मेरी भेड़ों में से नहीं हो। target: [50, 318, 164, 92, 320, 322, 318, 324, 326, 92, 328] source: परन्तु मैं अविवाहितों और विधवाओं के विषय में कहता हूँ, कि उनके लिये ऐसा ही रहना अच्छा है, जैसा मैं हूँ। target: [50, 330, 332, 64, 4, 334, 64, 96, 336, 338, 152, 340, 176, 342, 150, 344, 346, 136, 348, 346, 330, 350] source: कि मैं यहूदिया के अविश्वासियों से बचा रहूँ, और मेरी वह सेवा जो यरूशलेम के लिये है, पवित्र लोगों को स्वीकार्य हो। target: [116, 58, 340, 306, 352, 354, 10, 200, 356, 358, 360, 362, 276, 6, 364, 58, 366, 78, 176, 368, 370, 38, 372, 374, 64, 376, 378] source: शुद्ध लोगों के लिये सब वस्तुएँ शुद्ध हैं, पर अशुद्ध और अविश्वासियों के लिये कुछ भी शुद्ध नहीं वरन् उनकी बुद्धि और विवेक दोनों अशुद्ध हैं। target: [58, 222, 78, 126, 356, 340, 176, 380, 228, 382, 150, 50, 58, 222, 78, 126, 92, 4, 206, 176, 228, 124, 382, 92, 182, 76, 32, 384, 4, 222, 386, 388, 390, 392]
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इसलिए अन्य भाषाएँ विश्वासियों के लिये नहीं, परन्तु अविश्वासियों के लिये चिन्ह हैं, और भविष्यद्वाणी अविश्वासियों के लिये नहीं परन्तु विश्वासियों के लिये चिन्ह हैं।
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[372, 394, 396, 398, 176, 92, 182, 206, 78, 176, 400, 402, 404, 50, 294, 406, 176, 92, 182, 398, 176, 16]
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source: जो प्रेम नहीं रखता वह परमेश्वर को नहीं जानता है, क्योंकि परमेश्वर प्रेम है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 8, 18, 20, 14, 6, 22] source: और अब भी मैं जानती हूँ, कि जो कुछ तू परमेश्वर से माँगेगा, परमेश्वर तुझे देगा।” target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 34, 14, 40, 42, 12, 44, 46] source: परन्तु मैं तुम्हें जानता हूँ, कि तुम में परमेश्वर का प्रेम नहीं। target: [24, 26, 44, 48, 30, 50, 52, 54, 14, 56, 6, 58, 60] source: किस लिये? क्या इसलिए कि मैं तुम से प्रेम नहीं रखता? परमेश्वर यह जानता है। target: [62, 64, 66, 68, 38, 26, 52, 70, 6, 8, 72, 14, 48, 74] source: जो परमेश्वर से होता है*, वह परमेश्वर की बातें सुनता है; और तुम इसलिए नहीं सुनते कि परमेश्वर की ओर से नहीं हो।” target: [76, 78, 4, 14, 80, 82, 14, 84, 86, 16, 88, 10, 58, 24, 90, 92, 80, 94, 96, 98, 20, 90, 14, 80, 8, 100] source: यदि कोई परमेश्वर के मन्दिर को नाश करेगा तो परमेश्वर उसे नाश करेगा; क्योंकि परमेश्वर का मन्दिर पवित्र है, और वह तुम हो। target: [102, 104, 14, 106, 108, 56, 110, 112, 114, 14, 12, 56, 110, 116, 118, 38, 14, 106, 108, 120, 58, 122, 124, 90, 126] source: परन्तु तेरे परमेश्वर यहोवा ने बिलाम की न सुनी; किन्तु तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे निमित्त उसके श्राप को आशीष में बदल दिया, इसलिए कि तेरा परमेश्वर यहोवा तुझसे प्रेम रखता था। target: [24, 128, 52, 14, 130, 132, 106, 134, 136, 138, 128, 52, 14, 130, 52, 140, 142, 16, 144, 146, 148, 150, 118, 38, 128, 152, 14, 52, 70, 154, 156, 22] source: परन्तु यदि मैं परमेश्वर की सामर्थ्य से दुष्टात्माओं को निकालता हूँ, तो परमेश्वर का राज्य तुम्हारे पास आ पहुँचा। target: [24, 102, 26, 14, 106, 158, 70, 160, 16, 162, 30, 114, 14, 56, 164, 52, 166, 168, 170, 22] source: ‘मैं अब्राहम का परमेश्वर, और इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूँ?’ वह तो मरे हुओं का नहीं, परन्तु जीवितों का परमेश्वर है।” target: [50, 26, 172, 56, 174, 176, 56, 14, 122, 178, 56, 14, 180, 12, 182, 56, 14, 8, 24, 184, 56, 22] source: परन्तु परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, target: [186, 14, 130, 12, 16, 182, 188, 190, 192] source: याकूब ने भी अपना मार्ग लिया और परमेश्वर के दूत उसे आ मिले। target: [178, 194, 196, 198, 170, 200, 14, 84, 202, 204, 16, 206] source: क्या तुम नहीं जानते, कि तुम परमेश्वर का मन्दिर हो, और परमेश्वर का आत्मा तुम में वास करता है? target: [64, 90, 124, 8, 208, 50, 90, 14, 106, 108, 98, 122, 14, 56, 210, 52, 146, 212, 214] source: जब हम परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, और उसकी आज्ञाओं को मानते हैं, तो इसी से हम यह जान लेते हैं, कि हम परमेश्वर की सन्तानों से प्रेम रखते हैं। target: [216, 218, 14, 16, 6, 96, 122, 12, 84, 220, 222, 224, 226, 114, 66, 80, 208, 30, 50, 218, 14, 84, 228, 16, 6, 96, 230] source: मैं यहोवा तुम्हारा परमेश्वर हूँ, जो तुम्हें मिस्र देश से निकाल ले आया कि तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँ; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।” target: [26, 128, 152, 14, 30, 38, 44, 232, 234, 80, 236, 30, 114, 38, 26, 152, 14, 238, 26, 128, 152, 14, 230]
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परन्तु यदि कोई परमेश्वर से प्रेम रखता है*, तो उसे परमेश्वर पहचानता है।
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[24, 102, 104, 14, 70, 6, 240, 114, 12, 204, 80, 242, 244, 22]
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source: हे भाइयों, मैं तुम्हें वही सुसमाचार बताता हूँ जो पहले सुना चुका हूँ, जिसे तुम ने अंगीकार भी किया था और जिसमें तुम स्थिर भी हो। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 10, 12, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 30, 32, 34, 44, 46, 48, 38, 50, 52] source: सारे सामान समेत मेज, और भेंट की रोटी; target: [54, 42, 56, 58, 60, 62, 42, 64, 66, 68] source: हे भाइयों, मैं चाहता हूँ, कि तुम यह जान लो कि मुझ पर जो बीता है, उससे सुसमाचार ही की उन्नति हुई है। (2 तीमु. 2:9) target: [6, 8, 10, 70, 22, 72, 34, 74, 76, 78, 80, 82, 72, 84, 86, 16, 58, 88, 90, 92, 94] source: परन्तु मैं बहरे के समान सुनता ही नहीं, और मैं गूँगे के समान मुँह नहीं खोलता। target: [96, 10, 98, 100, 102, 104, 42, 10, 56, 106, 108, 22, 110, 112, 114, 92, 116] source: हे भाइयों, मैं तुम्हें जताए देता हूँ, कि जो सुसमाचार मैंने सुनाया है, वह मनुष्य का नहीं। target: [6, 8, 10, 70, 22, 78, 34, 74, 118, 120, 78, 24, 16, 10, 12, 26, 14, 122, 58, 124, 126, 52] source: क्योंकि मैं धुएँ में की कुप्पी के समान हो गया हूँ, तो भी तेरी विधियों को नहीं भूला। target: [10, 128, 130, 132, 66, 134, 100, 136, 128, 38, 138, 140, 32, 10, 142, 144] source: मैं उनके लिये विनती करता हूँ, संसार के लिये विनती नहीं करता हूँ परन्तु उन्हीं के लिये जिन्हें तूने मुझे दिया है, क्योंकि वे तेरे हैं। target: [10, 146, 58, 148, 150, 152, 126, 154, 156, 158, 160, 150, 152, 154, 156, 22, 72, 162, 164, 166, 168, 170, 14, 172, 92, 174] source: यदि तू ऐसा पुरुष देखे जो काम-काज में निपुण हो, तो वह राजाओं के सम्मुख खड़ा होगा; छोटे लोगों के सम्मुख नहीं। target: [176, 162, 178, 32, 14, 58, 180, 132, 182, 184, 186, 14, 188, 58, 190, 192, 194, 14, 196, 58, 198, 192, 142, 200] source: क्योंकि मैंने रोटी के समान राख खाई और आँसू मिलाकर पानी पीता हूँ। target: [10, 128, 68, 100, 202, 204, 206, 42, 208, 210, 132, 212, 214, 216] source: इसलिए ध्यान से देखो, कि कैसी चाल चलते हो; निर्बुद्धियों के समान नहीं पर बुद्धिमानों के समान चलो। target: [86, 218, 46, 220, 34, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 100, 104, 158, 234, 236] source: पर हे भाइयों, तुम तो अंधकार में नहीं हो, कि वह दिन तुम पर चोर के समान आ पड़े। target: [96, 6, 8, 34, 238, 132, 126, 240, 72, 242, 82, 14, 244, 246, 248, 250, 252] source: इसलिए, हे भाइयों; तुम जान लो कि यीशु के द्वारा पापों की क्षमा का समाचार तुम्हें दिया जाता है। target: [86, 6, 254, 74, 76, 78, 256, 58, 258, 12, 260, 66, 262, 66, 264, 266, 268, 52] source: इस प्रकार मैं प्रार्थना करता, और अपने और अपने इस्राएली जाति भाइयों के पाप का अंगीकार करता हुआ, अपने परमेश्वर यहोवा के सम्मुख उसके पवित्र पर्वत के लिये गिड़गिड़ाकर विनती करता ही था, target: [10, 74, 270, 272, 152, 274, 276, 42, 278, 280, 208, 148, 58, 260, 32, 282, 92, 276, 42, 284, 208, 286, 58, 198, 208, 286, 58, 288, 290, 150, 208, 292, 294, 92, 296] source: हे मेरे प्रिय भाइयों, धोखा न खाओ। target: [6, 80, 298, 8, 300, 142, 302]
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हे भाइयों, मैं तुम से विनती करता हूँ, तुम मेरे समान हो जाओ: क्योंकि मैं भी तुम्हारे समान हुआ हूँ; तुम ने मेरा कुछ बिगाड़ा नहीं।
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[6, 8, 10, 242, 198, 152, 274, 22, 78, 34, 80, 304, 306, 308, 150, 72, 10, 38, 242, 310, 312, 216, 34, 80, 46, 314, 126, 316]
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source: “धन्य हैं वे, जो शोक करते हैं, क्योंकि वे शान्ति पाएँगे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24] source: जो काम में ढिलाई करता है, वह निर्धन हो जाता है, परन्तु कामकाजी लोग अपने हाथों के द्वारा धनी होते हैं। target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 28, 42, 44, 46, 24] source: यहोवा निर्धन करता है और धनी भी बनाता है, वही नीचा करता और ऊँचा भी करता है। (लूका 1:52) target: [48, 50, 30, 52, 54, 56, 58, 60, 24, 62, 64, 66, 36, 62, 68, 70, 24] source: क्योंकि मसीह के कारण तुम पर यह अनुग्रह हुआ कि न केवल उस पर विश्वास करो पर उसके लिये दुःख भी उठाओ, target: [72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 36, 96, 76, 98, 100, 68, 24] source: वह कंगाल को मिट्टी पर से, और दरिद्र को घूरे पर से उठाकर ऊँचा करता है*, target: [62, 102, 104, 106, 54, 108, 110, 112, 114] source: और सिर उठाकर और अपनी मोटी-मोटी ढालें दिखाता हुआ घमण्ड से उस पर धावा करता है; target: [78, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 90, 132, 24] source: हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियाँ सिखा! target: [134, 136, 138, 140, 142, 24, 144, 146, 148, 150, 24] source: तो भी प्रजा के लोग ऊँचे स्थानों पर बलिदान करते रहे, परन्तु केवल अपने परमेश्वर यहोवा के लिये। target: [152, 154, 156, 158, 160, 162, 36, 164, 166, 168, 76, 170, 172, 24] source: उन्होंने मेरे प्राण के लिये अपना ही सिर दे रखा था और केवल मैं ही नहीं, वरन् अन्यजातियों की सारी कलीसियाएँ भी उनका धन्यवाद करती हैं। target: [10, 174, 176, 76, 178, 180, 182, 184, 186, 24, 188, 190, 192, 194, 196, 92, 94, 36, 198, 200, 202, 192, 204, 24] source: लोभी जन धन प्राप्त करने में उतावली करता है, और नहीं जानता कि वह घटी में पड़ेगा। (1 तीमु. 6:9) target: [206, 118, 208, 210, 212, 36, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 24] source: धनेश, गिद्ध, हाड़गील; target: [230, 232, 234, 54, 236, 238, 240, 24] source: जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता, वह पाप करता है, परन्तु जो दीन लोगों पर अनुग्रह करता, वह धन्य होता है। target: [242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 36, 256, 258, 260, 262, 264, 24] source: हे देश-देश के लोगों, हमारे परमेश्वर को धन्य कहो, और उसकी स्तुति में राग उठाओ, target: [134, 266, 268, 128, 270, 272, 24, 96, 274, 276, 278, 24] source: तूने बड़ी बुद्धि से लेन-देन किया जिससे तेरा धन बढ़ा, और धन के कारण तेरा मन फूल उठा है। target: [280, 282, 54, 284, 286, 288, 284, 290, 292, 294, 24, 296, 284, 298, 300, 302, 304, 306, 220, 24]
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जो अपने लाभ के निमित्त कंगाल पर अंधेर करता है, और जो धनी को भेंट देता, वे दोनों केवल हानि ही उठाते हैं।
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[242, 42, 308, 32, 310, 312, 314, 316, 58, 318, 320, 322, 324, 326, 220, 24]
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source: पाँच परदे एक दूसरे से जुड़े हुए हों; और फिर जो पाँच परदे रहेंगे वे भी एक दूसरे से जुड़े हुए हों। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 4, 6, 8, 16, 18] source: उसने एक को पाँच तोड़, दूसरे को दो, और तीसरे को एक; अर्थात् हर एक को उसकी सामर्थ्य के अनुसार दिया, और तब परदेश चला गया। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 30, 12, 38, 34, 20, 24, 30, 40, 18, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 44, 62, 64, 18] source: वे एक जाति से दूसरी जाति में, और एक राज्य से दूसरे राज्य में फिरते रहे; target: [66, 24, 68, 70, 72, 12, 24, 74, 70, 76, 78, 18] source: तीसरी हारीम के, चौथी सोरीम के, target: [80, 82, 84, 86] source: फिर दूसरे, target: [54, 88, 90, 92, 94, 96, 12, 98, 100, 18] source: और वे एक जाति से दूसरी जाति में, और एक राज्य से दूसरे में फिरते तो रहे, target: [66, 24, 68, 70, 102, 12, 24, 104, 70, 106, 108, 110, 18] source: एक-एक परदे की लम्बाई तीस हाथ और चौड़ाई चार हाथ की हो; ग्यारहों परदे एक ही नाप के हों। target: [112, 114, 116, 118, 120, 12, 122, 124, 126, 128, 18, 130, 114, 132, 134, 128, 18] source: एक-एक परदे की लम्बाई तीस हाथ और चौड़ाई चार हाथ की हुई; और ग्यारहों परदे एक ही नाप के थे। target: [112, 114, 116, 118, 120, 12, 122, 124, 126, 136, 18, 138, 130, 114, 140, 134, 136, 18] source: उसने करूबों को भीतरवाले स्थान में रखवा दिया; और करूबों के पंख ऐसे फैले थे, कि एक करूब का एक पंख, एक दीवार से, और दूसरे का दूसरा पंख, दूसरी दीवार से लगा हुआ था, फिर उनके दूसरे दो पंख भवन के मध्य में एक दूसरे को स्पर्श करते थे। target: [142, 144, 146, 148, 150, 152, 18, 48, 154, 156, 158, 160, 162, 18, 164, 166, 164, 168, 170, 172, 12, 70, 166, 164, 168, 174, 172, 176, 18, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 176, 18] source: और उसने सोने की पचास अंकड़े बनाए, और उनके द्वारा परदों को एक दूसरे से ऐसा जोड़ा कि निवास मिलकर एक हो गया। target: [194, 196, 198, 200, 128, 202, 204, 206, 208, 210, 12, 212, 214, 36, 216, 8, 218, 18] source: हम घमण्डी होकर न एक दूसरे को छेड़ें, और न एक दूसरे से डाह करें। target: [220, 222, 224, 24, 226, 228, 230, 232, 24, 234, 236, 238, 18] source: तब बहुत सारे ठोकर खाएँगे, और एक दूसरे को पकड़वाएँगे और एक दूसरे से बैर रखेंगे। target: [240, 242, 244, 246, 248, 12, 24, 226, 250, 252, 24, 226, 254, 256, 18] source: तब उसने कहा, “दूसरी बार वैसा ही करो;” तब लोगों ने दूसरी बार वैसा ही किया। फिर उसने कहा, “तीसरी बार करो;” तब लोगों ने तीसरी बार भी वैसा ही किया। target: [258, 194, 260, 262, 264, 90, 266, 268, 270, 272, 274, 264, 90, 276, 278, 18, 38, 24, 264, 194, 260, 280, 264, 90, 266, 268, 270, 272, 80, 264, 90, 276, 278, 18] source: “परदेशी पर अंधेर न करना; तुम तो परदेशी के मन की बातें जानते हो, क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे। target: [282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 290, 312, 18]
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उसने पाँच परदे एक दूसरे से जोड़ दिए, और फिर दूसरे पाँच परदे भी एक दूसरे से जोड़ दिए।
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[314, 4, 316, 318, 320, 12, 322, 324, 90, 318, 320, 18]
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source: दान के गोत्र का प्रधान योग्ली का पुत्र बुक्की, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 6, 18, 20, 22, 24, 10, 26] source: जो प्रधान का भाग होगा, वह लेवियों के बीच और नगरों की विशेष भूमि हो। प्रधान का भाग यहूदा और बिन्यामीन की सीमा के बीच में हो। target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 36, 4, 60, 62, 50, 52, 64, 34, 46, 48, 50, 52] source: और वे मूसा और एलीआजर याजक और प्रधानों और सारी मण्डली के सामने मिलापवाले तम्बू के द्वार पर खड़ी होकर कहने लगीं, target: [66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 36, 84, 86, 88, 90, 92, 52] source: तब मूसा और एलीआजर याजक और मण्डली के प्रधानों के पास जाकर कहने लगे, target: [94, 96, 36, 98, 100, 102, 104, 76, 78, 106, 36, 108, 110, 112, 114, 52, 116, 118] source: तब एलीआजर याजक का पुत्र पीनहास प्रधानों समेत रूबेनियों और गादियों के पास से गिलाद होते हुए कनान देश में इस्राएलियों के पास लौट गया: और यह वृत्तान्त उनको कह सुनाया। target: [120, 122, 124, 126, 36, 82, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 36, 146, 64, 148, 150, 52, 152, 154, 140, 156, 158, 160, 162, 52] source: तब फ़िरौन ने अपने उन दोनों हाकिमों, अर्थात् पिलानेहारों के प्रधान, और पकानेहारों के प्रधान पर क्रोधित होकर target: [164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 36, 178, 180, 182, 92, 52] source: इस्राएल के देश में प्रधान की यही निज भूमि हो। और मेरे ठहराए हुए प्रधान मेरी प्रजा पर फिर अंधेर न करें; परन्तु इस्राएल के घराने को उसके गोत्रों के अनुसार देश मिले। target: [64, 184, 186, 188, 190, 50, 52, 192, 194, 196, 192, 198, 200, 202, 52, 204, 116, 186, 206, 208, 54, 34, 210, 52] source: जबूलूनियों के गोत्र का प्रधान पर्नाक का पुत्र एलीसापान, target: [212, 214, 6, 18, 20, 22, 216, 10, 218] source: और जो तुम में प्रधान होना चाहे वह तुम्हारा दास बने; target: [36, 220, 222, 62, 224, 70, 226, 228, 230, 232, 234, 236] source: और जब प्रधान सिपाहियों से यह कह चुकें, तब उन पर प्रधानता करने के लिये सेनापतियों को नियुक्त करें। target: [238, 240, 242, 116, 244, 246, 248, 250, 52] source: जिस-जिस वस्तु का मोल याजक ठहराए उसका मोल पवित्रस्थान ही के शेकेल के हिसाब से ठहरे: शेकेल बीस गेरा का ठहरे। target: [252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 52, 266, 268, 18, 270, 272, 70, 274, 52] source: “जो वस्तुएँ हारून याजक के पुत्र एलीआजर को देख-रेख के लिये सौंपी जाएँ वे ये हैं, अर्थात् उजियाला देने के लिये तेल, और सुगन्धित धूप, और नित्य अन्नबलि, और अभिषेक का तेल, और सारे निवास, और उसमें की सब वस्तुएँ, और पवित्रस्थान और उसके सम्पूर्ण सामान।” target: [78, 276, 124, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 250, 52, 302, 84, 304, 306, 36, 308, 310, 252, 312, 314, 304, 316, 36, 318, 320, 300, 250, 322] source: तब इस्राएल के प्रधान जो अपने-अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष, और गोत्रों के भी प्रधान होकर गिनती लेने के काम पर नियुक्त थे, target: [324, 326, 140, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 52, 166, 344, 346, 348, 350, 52, 116, 352, 354, 300, 356, 350, 52] source: प्राचीनकाल में एलीआजर का पुत्र पीनहास, जिसके संग यहोवा रहता था, वह उनका प्रधान था। target: [358, 122, 124, 126, 330, 360, 362, 36, 364, 366, 368, 52]
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और लेवियों के प्रधानों का प्रधान हारून याजक का पुत्र एलीआजर हो, और जो लोग पवित्रस्थान की सौंपी हुई वस्तुओं की देख-रेख करेंगे उन पर वही मुखिया ठहरे।
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[78, 276, 124, 278, 370, 372, 296, 352, 372, 374, 52, 302, 304, 376, 300, 296, 352, 378, 374, 52]
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source: “हारून और उसके पुत्रों से और इस्राएलियों से समझाकर कह कि इस्राएल के घराने या इस्राएलियों में रहनेवाले परदेशियों में से कोई क्यों न हो, जो मन्नत या स्वेच्छाबलि करने के लिये यहोवा को कोई होमबलि चढ़ाए, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 6, 16, 10, 18, 20, 14, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 28, 36, 16, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 30, 50, 52, 54, 56, 10, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70] source: तब शाऊल ने कहा, “होमबलि और मेलबलि मेरे पास लाओ।” तब उसने होमबलि को चढ़ाया। target: [72, 74, 76, 78, 60, 64, 62, 6, 80, 64, 66, 82, 84, 86, 88, 6, 8, 76, 60, 64, 62, 90] source: सेनाओं का यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है, यह कहता है, “अपने मेलबलियों के साथ अपने होमबलि भी चढ़ाओ और माँस खाओ। target: [92, 94, 56, 16, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 46, 60, 52, 54, 108, 46, 110, 112, 6, 114, 116] source: “इस्राएलियों से इस प्रकार कह: जो यहोवा के लिये मेलबलि चढ़ाए वह उसी मेलबलि में से यहोवा के पास भेंट ले आए; target: [26, 14, 118, 22, 24, 36, 120, 56, 10, 58, 46, 80, 52, 54, 70, 122, 46, 124, 80, 52, 54, 28, 56, 10, 58, 126] source: तब उसने कई इस्राएली जवानों को भेजा, जिन्होंने यहोवा के लिये होमबलि और बैलों के मेलबलि चढ़ाए। target: [8, 76, 16, 10, 128, 14, 130, 6, 32, 76, 56, 132, 60, 52, 110, 6, 80, 52, 110, 134, 136, 138] source: फिर एल्काना अपने पूरे घराने समेत यहोवा के सामने प्रति वर्ष की मेलबलि चढ़ाने और अपनी मन्नत पूरी करने के लिये गया। target: [122, 140, 142, 144, 18, 146, 108, 8, 148, 64, 66, 6, 150, 56, 58, 152, 14, 154] source: और जब तू यहोवा को होमबलि या किसी विशेष मन्नत पूरी करने के लिये बलि या मेलबलि करके बछड़ा चढ़ाए, target: [156, 158, 60, 64, 66, 30, 62, 132, 160, 162, 164, 166, 36, 150, 168, 170, 30, 56, 132, 80, 52, 54, 172] source: “मैंने आज ही मेलबलि चढ़ाया* और अपनी मन्नतें पूरी की; target: [174, 176, 52, 54, 178, 180, 6, 182, 174, 46, 150, 184, 186, 188] source: फिर दूसरे दिन उन्होंने सवेरे उठ वहाँ वेदी बनाकर होमबलि और मेलबलि चढ़ाए। target: [190, 192, 194, 196, 76, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 6, 60, 62, 6, 80, 52, 54, 138] source: जब दाऊद होमबलि और मेलबलि चढ़ा चुका, तब उसने सेनाओं के यहोवा के नाम से प्रजा को आशीर्वाद दिया। target: [156, 212, 60, 52, 110, 6, 80, 52, 54, 214, 216, 166, 8, 76, 92, 10, 56, 94, 218, 86, 202, 196, 14, 220, 222] source: जब दाऊद होमबलि और मेलबलि चढ़ा चुका, तब उसने यहोवा के नाम से प्रजा को आशीर्वाद दिया। target: [156, 212, 60, 52, 110, 6, 80, 52, 54, 214, 224, 166, 8, 76, 56, 94, 218, 86, 202, 196, 14, 226, 228] source: तब सब इस्राएली, वरन् सब लोग बेतेल को गए; और रोते हुए यहोवा के सामने बैठे रहे, और उस दिन सांझ तक उपवास किया*, और यहोवा को होमबलि और मेलबलि चढ़ाए। target: [72, 230, 6, 18, 232, 200, 202, 234, 38, 236, 6, 204, 56, 10, 238, 240, 202, 242, 244, 6, 8, 194, 246, 76, 248, 250, 252, 254, 6, 60, 52, 6, 80, 52, 54, 56, 10, 58, 138] source: मूसा ने कहा, “तुझको हमारे हाथ मेलबलि और होमबलि के पशु भी देने पड़ेंगे, जिन्हें हम अपने परमेश्वर यहोवा के लिये चढ़ाएँ। target: [72, 256, 76, 78, 258, 260, 262, 264, 38, 110, 6, 60, 52, 54, 266, 166, 36, 268, 56, 144, 96, 132, 270] source: पर्वों, नये चाँद के दिनों, विश्रामदिनों और इस्राएल के घराने के सब नियत समयों में होमबलि, अन्नबलि, और अर्घ देना प्रधान ही का काम* हो। इस्राएल के घराने के लिये प्रायश्चित करने को वह पापबलि, अन्नबलि, होमबलि, और मेलबलि तैयार करे। target: [272, 60, 64, 274, 276, 64, 278, 280, 64, 278, 282, 284, 10, 286, 288, 290, 38, 6, 16, 10, 292, 10, 18, 294, 296, 286, 298, 300, 122, 302, 274, 276, 64, 278, 60, 64, 66, 6, 304, 64, 66, 16, 10, 292, 10, 306, 132, 300]
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“तू उनसे कह कि इस्राएल के घराने के लोगों में से या उनके बीच रहनेवाले परदेशियों में से कोई मनुष्य क्यों न हो जो होमबलि या मेलबलि चढ़ाए,
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[158, 32, 14, 118, 308, 310, 16, 10, 292, 94, 120, 140, 312, 30, 34, 28, 36, 314, 316, 318, 42, 44, 60, 62, 64, 66, 30, 80, 64, 66, 70]
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source: मेरा प्रभु उस दुष्ट नाबाल पर चित्त न लगाए; क्योंकि जैसा उसका नाम है वैसा ही वह आप है; उसका नाम तो नाबाल है, और सचमुच उसमें मूर्खता पाई जाती है; परन्तु मुझ तेरी दासी ने अपने प्रभु के जवानों को जिन्हें तूने भेजा था न देखा था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 28, 34, 24, 26, 36, 38, 40, 42, 44, 28, 34, 46, 4, 6, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 34] source: हमारा प्रभु आनेवाला है। target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 30, 76, 78, 34, 80, 82, 84, 34] source: मैं शीघ्र ही आनेवाला हूँ; जो कुछ तेरे पास है उसे थामे रह, कि कोई तेरा मुकुट छीन न ले। target: [56, 86, 88, 90, 34, 92, 94, 28, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 66, 110, 112, 114, 34] source: जो मुझे अब देखता है उसे मैं फिर दिखाई न दूँगा; तेरी आँखें मेरी ओर होंगी परन्तु मैं न मिलूँगा। target: [116, 118, 120, 122, 124, 116, 118, 126, 34, 120, 128, 130, 132, 46, 4, 134, 136, 34] source: परन्तु प्रभु के भाई याकूब को छोड़ और प्रेरितों में से किसी से न मिला। target: [46, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 34] source: और जो मुझे देखता है, वह मेरे भेजनेवाले को देखता है। target: [40, 154, 116, 156, 158, 116, 160, 156, 162] source: पर हाँ, जो तुम्हारे पास है उसको मेरे आने तक थामे रहो। target: [164, 166, 168, 56, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 34] source: रामोत और आनेम, target: [182, 184, 40, 182, 186, 188, 34] source: सब मनुष्य उसको ध्यान से देखते आए हैं, और मनुष्य उसे दूर-दूर से देखता है। target: [190, 192, 194, 196, 198, 200, 46, 202, 194, 196, 204, 206, 208, 34] source: मैं तेरे पास जल्द आने की आशा रखने पर भी ये बातें तुझे इसलिए लिखता हूँ, target: [56, 210, 212, 214, 216, 40, 56, 218, 220, 86, 222, 224, 226, 34] source: मैंने कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आँखें तुझे देखती हैं; target: [228, 230, 232, 234, 206, 138, 236, 238, 46, 240, 232, 122, 242, 244, 246, 248, 34] source: और उसने अपने दासों को भेजा, कि निमंत्रित लोगों को विवाह के भोज में बुलाएँ; परन्तु उन्होंने आना न चाहा। target: [250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 46, 268, 270, 272, 34] source: और आने-जानेवाले सिर हिला-हिलाकर उसकी निन्दा करते थे। target: [274, 276, 278, 280, 282, 202, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296] source: अर्थात् जब लौ उस वेदी पर से आकाश की ओर उठ रही थी, तब यहोवा का दूत उस वेदी की लौ में होकर मानोह और उसकी पत्नी के देखते-देखते चढ़ गया; तब वे भूमि पर मुँह के बल गिरे। target: [298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 304, 320, 34, 322, 40, 324, 326, 8, 328, 40, 330, 332, 334, 336, 338, 34]
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परन्तु प्रभु उस पर हँसेगा, क्योंकि वह देखता है कि उसका दिन आनेवाला है।
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[340, 342, 344, 20, 346, 348, 350, 352, 354, 34]
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source: यहूदियों ने उसे पत्थराव करने को फिर पत्थर उठाए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: स्त्री ने उत्तर दिया, “मैं बिना पति की हूँ।” यीशु ने उससे कहा, “तू ठीक कहती है, ‘मैं बिना पति की हूँ।’ target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 30, 50] source: और यदि पूछूँ, तो उत्तर न दोगे। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72] source: उसने उनसे कहा, “क्या तुम यह सब नहीं देखते? मैं तुम से सच कहता हूँ, यहाँ पत्थर पर पत्थर भी न छूटेगा, जो ढाया न जाएगा।” target: [74, 76, 78, 68, 80, 38, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 56, 58, 96, 98, 100, 102, 18, 104, 106, 108, 110, 112, 32] source: इसलिए प्रभु यहोवा यह कहता है, “देखो, मैंने सिय्योन में नींव का पत्थर रखा है, एक परखा हुआ पत्थर, कोने का अनमोल और अति दृढ़ नींव के योग्य पत्थर: और जो कोई विश्वास रखे वह उतावली न करेगा। (रोम. 9:33,1 कुरि. 3:11 इफि. 2:20, 1 पत. 2:4,6) target: [114, 116, 118, 120, 122, 124, 56, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 132, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 112, 72] source: उन्होंने उसको उत्तर दिया, “यदि वह कुकर्मी न होता तो हम उसे तेरे हाथ न सौंपते।” target: [160, 10, 68, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 10, 174, 176, 178, 180] source: और यदि तुम मेरे लिये पत्थरों की वेदी बनाओ, तो तराशे हुए पत्थरों से न बनाना; क्योंकि जहाँ तुमने उस पर अपना हथियार लगाया वहाँ तू उसे अशुद्ध कर देगा। target: [66, 182, 184, 186, 188, 190, 170, 22, 192, 194, 196, 198, 66, 200, 202, 204, 206, 156, 208, 210] source: जब उन्होंने आँख उठाई, तो देखा कि पत्थर लुढ़का हुआ है! वह बहुत ही बड़ा था। target: [212, 160, 214, 216, 52, 78, 218, 220, 222, 224, 22, 226, 228, 230] source: उसने उनको उत्तर दिया, “सांझ को तुम कहते हो, कि मौसम अच्छा रहेगा, क्योंकि आकाश लाल है। target: [74, 34, 78, 68, 162, 82, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 198, 248, 250, 252] source: उसने उत्तर दिया, कि मैं तुम से सच कहता हूँ, मैं तुम्हें नहीं जानता। target: [254, 256, 68, 80, 38, 56, 58, 96, 98, 56, 58, 258, 72] source: पत्थर तो भारी है और रेत में बोझ है, परन्तु मूर्ख का क्रोध, उन दोनों से भी भारी है। target: [18, 260, 262, 264, 52, 266, 268, 270, 272, 254, 274, 276, 84, 278, 270, 280] source: वे काठ से कहते हैं, 'तू मेरा पिता है,' और पत्थर से कहते हैं, 'तूने मुझे जन्म दिया है।' इस प्रकार उन्होंने मेरी ओर मुँह नहीं पीठ ही फेरी है; परन्तु विपत्ति के समय वे कहते हैं, 'उठकर हमें बचा!' target: [282, 284, 102, 286, 288, 290, 292, 40, 118, 294, 296, 52, 298, 300, 46, 40, 302, 304, 110, 306, 198, 160, 308, 310, 312, 314, 252, 316, 318, 72, 320, 322, 324, 326, 174, 328, 330, 332, 52, 334, 336] source: “तुम में से ऐसा कौन मनुष्य है, कि यदि उसका पुत्र उससे रोटी माँगे, तो वह उसे पत्थर दे? target: [338, 340, 342, 344, 252, 146, 174, 346, 348, 350, 170, 10, 18, 352] source: उस देश का सोना उत्तम होता है; वहाँ मोती और सुलैमानी पत्थर भी मिलते हैं। target: [354, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 376]
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उसने उत्तर दिया, “मैं तुम में से कहता हूँ, यदि ये चुप रहें, तो पत्थर चिल्ला उठेंगे।”
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[256, 68, 162, 378, 58, 98, 182, 326, 380, 382, 170, 282, 384, 386]
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source: और सातवें दिन याजक आकर देखे; और यदि वह व्याधि घर की दीवारों पर फैल गई हो, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 8, 24, 26, 28] source: तो जिसका वह घर हो वह आकर याजक को बता दे कि मुझे ऐसा देख पड़ता है कि घर में मानो कोई व्याधि है। target: [30, 32, 34, 36, 16, 38, 6, 40, 42, 44, 8, 46, 48] source: “पर यदि याजक आकर देखे कि जब से घर लेसा गया है तब से उसमें व्याधि नहीं फैली है, तो यह जानकर कि वह व्याधि दूर हो गई है, घर को शुद्ध ठहराए। target: [50, 4, 6, 52, 16, 18, 22, 8, 26, 54, 56, 58, 60, 62, 6, 64, 26, 66, 68, 22, 70] source: और यदि किसी घर में फूट पड़े, तो वह घर क्या स्थिर रह सकेगा? target: [4, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84] source: तो याजक उसको देखे, और यदि वह चर्म में फैला हो, तो याजक भूरे बाल न ढूँढ़े, क्योंकि वह मनुष्य अशुद्ध है। target: [86, 18, 20, 88, 8, 90, 92, 94, 62, 6, 96, 98, 100, 102, 104, 106] source: उसका घर अधोलोक का मार्ग है, वह मृत्यु के घर में पहुँचाता है। target: [46, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120] source: और याजक उसको देखे, और यदि वह व्याधि फिर से उजली हो गई हो, तो याजक रोगी को शुद्ध जाने; वह शुद्ध है। target: [122, 124, 6, 18, 20, 126, 128, 130, 132, 6, 64, 124, 128, 66, 62, 134, 136] source: और सातवें दिन याजक उसको देखे, और यदि वह चर्म में फैल गई हो, तो वह उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए; क्योंकि उसको कोढ़ की व्याधि है। target: [6, 8, 10, 12, 138, 4, 38, 140, 92, 142, 62, 6, 64, 124, 144, 104, 146, 148, 150] source: और जिस किसी घर में तुम उतरो, वहीं रहो; और वहीं से विदा हो। target: [152, 154, 156, 158, 160, 162, 78, 164, 166, 168] source: तब याजक आज्ञा दे कि उस घर में व्याधि देखने के लिये मेरे जाने से पहले उसे खाली करो, कहीं ऐसा न हो कि जो कुछ घर में हो वह सब अशुद्ध ठहरे; और इसके बाद याजक घर देखने को भीतर जाए। target: [86, 170, 172, 26, 174, 176, 178, 152, 180, 6, 116, 182, 184, 186, 188, 190, 26, 192, 194, 196, 104, 6, 116, 182, 26, 198, 200] source: तब वह भीड़ को छोड़कर घर में आया, और उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा, “खेत के जंगली दाने का दृष्टान्त हमें समझा दे।” target: [122, 202, 204, 16, 14, 116, 206, 208, 210, 212, 16, 214, 216, 218, 220, 222, 116, 224] source: और यदि याजक को देख पड़े कि पपड़ी चर्म में फैल गई है, तो वह उसको अशुद्ध ठहराए; क्योंकि वह कोढ़ ही है। target: [4, 6, 18, 226, 8, 228, 92, 94, 62, 6, 64, 124, 78, 230, 192, 132, 104, 232, 234] source: “यदि पत्थरों के निकाले जाने और घर के खुरचे और पुताई जाने के बाद वह व्याधि फिर घर में फूट निकले, target: [236, 4, 22, 14, 16, 8, 26, 54, 238, 96, 240, 242, 16, 244, 26, 16, 246] source: “क्या इस्राएल दास है?* क्या वह घर में जन्मा हुआ दास है? फिर वह क्यों शिकार बना? target: [248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 38, 270]
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तो याजक आकर देखे; और यदि वह व्याधि घर में फैल गई हो, तो वह जान ले कि घर में गलित कोढ़ है; वह अशुद्ध है।
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[6, 52, 16, 18, 20, 22, 8, 272, 28, 62, 274, 276, 8, 278, 104, 106]
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source: तब दाऊद ने शाऊल से ऐसी ही शपथ खाई। तब शाऊल अपने घर चला गया; और दाऊद अपने जनों समेत गढ़ों में चला गया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 12, 18, 20, 22, 24, 6, 26, 28, 30, 32, 34] source: तब शमूएल रामाह को चला गया; और शाऊल अपने नगर गिबा को अपने घर गया। target: [16, 36, 38, 10, 40, 26, 42, 44, 10, 20, 46, 48, 50] source: क्योंकि परमेश्वर उस पर विपत्तियाँ बिना तरस खाए डाल देगा*, उसके हाथ से वह भाग जाना चाहेगा। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: और शाऊल बैलों के पीछे-पीछे मैदान से चला आता था; और शाऊल ने पूछा, “लोगों को क्या हुआ कि वे रोते हैं?” उन्होंने याबेश के लोगों का सन्देश उसे सुनाया। target: [70, 72, 12, 74, 76, 46, 78, 80, 12, 82, 84, 46, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 10, 102] source: तब प्रभु ने उससे कहा, “उठकर उस गली में जा, जो ‘सीधी’ कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नामक एक तरसुस वासी को पूछ ले; क्योंकि वह प्रार्थना कर रहा है, target: [104, 106, 108, 110, 26, 112, 114, 116, 106, 118, 120, 46, 122, 124, 126, 46, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142] source: जब शाऊल ने देखा कि वह बहुत बुद्धिमान है, तब वह उससे डर गया। target: [144, 146, 12, 148, 150, 152, 66, 154] source: “तब वह उठकर, अपने पिता के पास चला: वह अभी दूर ही था, कि उसके पिता ने उसे देखकर तरस खाया, और दौड़कर उसे गले लगाया, और बहुत चूमा। target: [144, 156, 26, 18, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 148, 26, 172, 174, 176, 178, 26, 180, 182, 26, 184, 186] source: तब वह यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला गया, target: [188, 190, 192, 194, 196, 198, 26, 18, 200] source: और जेरह, जिससे जेरहियों का कुल चला; और शाऊल, जिससे शाऊलियों का कुल चला। target: [46, 202, 204, 206, 46, 208, 204, 210] source: तब शमूएल चल निकला, और गिलगाल से बिन्यामीन के गिबा को गया। और शाऊल ने अपने साथ के लोगों को गिनकर कोई छः सौ पाए। target: [212, 36, 156, 26, 46, 214, 216, 48, 218, 42, 114, 220, 222, 146, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236] source: तब शाऊल को यह समाचार मिला कि दाऊद कीला को गया है। और शाऊल ने कहा, “परमेश्वर ने उसे मेरे हाथ में कर दिया है; वह तो फाटक और बेंड़ेवाले नगर में घुसकर बन्द हो गया है।” target: [238, 12, 240, 146, 6, 242, 10, 244, 12, 82, 246, 248, 250, 252, 238, 254, 256, 10, 258, 260, 146, 262, 26, 264, 266, 268] source: तब शाऊल दाऊद से और भी डर गया। इसलिए शाऊल सदा के लिये दाऊद का बैरी बन गया। target: [12, 270, 46, 6, 272, 4, 274, 276, 278, 280, 6, 282] source: जब दाऊद शाऊल से ये बातें कह चुका, तब शाऊल ने कहा, “हे मेरे बेटे दाऊद, क्या यह तेरा बोल है?” तब शाऊल चिल्लाकर रोने लगा। target: [284, 166, 146, 6, 286, 288, 290, 10, 292, 12, 82, 294, 296, 298, 300, 302, 144, 12, 300, 304, 26, 306] source: तो उस स्त्री का हाथ काट डालना; उस पर तरस न खाना। target: [308, 310, 26, 312, 106, 314]
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तब वह शाऊल को ढूँढ़ने के लिये तरसुस को चला गया।
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[316, 38, 10, 318, 320, 322, 324, 326]
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source: हे वन-पशुओं और सब घरेलू पशुओं, हे रेंगनेवाले जन्तुओं और हे पक्षियों! target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 6, 16, 18] source: और सब जीवित प्राणियों से भी जो तुम्हारे संग हैं, क्या पक्षी क्या घरेलू पशु, क्या पृथ्वी के सब जंगली पशु, पृथ्वी के जितने जीवजन्तु जहाज से निकले हैं। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 22, 18, 40, 42, 44, 22, 46, 48, 50, 52, 44, 28, 54, 56, 58, 60, 62] source: और क्या मनुष्य, क्या पशु, क्या रेंगनेवाले जन्तु, क्या आकाश के पक्षी, जो-जो भूमि पर थे, सब पृथ्वी पर से मिट गए; केवल नूह, और जितने उसके संग जहाज में थे, वे ही बच गए। target: [50, 26, 54, 64, 44, 66, 68, 70, 72, 70, 10, 70, 12, 74, 20, 70, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 42, 58, 84, 90, 92, 94, 20, 96, 98, 44, 28, 56, 100, 102, 88, 104, 86] source: और सब खाकर तृप्त हो गए, target: [106, 88, 8, 108, 110, 112, 86] source: दूसरे दिन यहोवा ने ऐसा ही किया; और मिस्र के तो सब पशु मर गए, परन्तु इस्राएलियों का एक भी पशु न मरा। target: [106, 114, 116, 88, 118, 120, 122, 124, 20, 126, 44, 8, 128, 130, 132, 92, 134, 44, 136, 138, 52, 140, 142, 144] source: तुम्हारा डर और भय पृथ्वी के सब पशुओं, और आकाश के सब पक्षियों, और भूमि पर के सब रेंगनेवाले जन्तुओं, और समुद्र की सब मछलियों पर बना रहेगा वे सब तुम्हारे वश में कर दिए जाते हैं। target: [146, 148, 20, 150, 42, 44, 22, 46, 76, 44, 22, 18, 22, 26, 66, 54, 64, 66, 152, 154, 20, 156, 158, 160, 162, 66, 164, 166, 30, 88, 32, 168, 100, 170, 132, 172] source: और यूसुफ के घर के सब लोग, और उसके भाई, और उसके पिता के घर के सब लोग भी संग गए; पर वे अपने बाल-बच्चों, और भेड़-बकरियों, और गाय-बैलों को गोशेन देश में छोड़ गए। target: [20, 174, 78, 176, 178, 98, 44, 180, 20, 98, 44, 182, 78, 184, 140, 90, 186, 188, 44, 190, 192, 20, 194, 196, 198, 100, 200, 86] source: तब नूह ने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई;* और सब शुद्ध पशुओं, और सब शुद्ध पक्षियों में से, कुछ-कुछ लेकर वेदी पर होमबलि चढ़ाया। target: [202, 94, 116, 114, 204, 52, 206, 208, 20, 210, 212, 210, 214, 138, 216, 110, 98, 116, 206, 66, 218, 220, 222] source: तब वे, क्या मनुष्य क्या पशु, सब बन्दियों और सारी लूट-पाट को लेकर target: [20, 188, 116, 224, 78, 176, 226, 20, 8, 228, 70, 230, 70, 232, 82, 234, 216, 236] source: तब यहोवा परमेश्वर ने सर्प से कहा, “तूने जो यह किया है इसलिए तू सब घरेलू पशुओं, और सब जंगली पशुओं से अधिक श्रापित है; तू पेट के बल चला करेगा, और जीवन भर मिट्टी चाटता रहेगा; target: [238, 114, 240, 116, 242, 244, 246, 166, 30, 248, 250, 124, 36, 252, 254, 248, 8, 256, 258, 260, 262, 264, 248, 266, 268, 44, 270, 272, 20, 248, 274, 276, 278, 280, 282] source: हे पृथ्वी के राजाओं, और राज्य-राज्य के सब लोगों, हे हाकिमों और पृथ्वी के सब न्यायियों! target: [42, 44, 284, 6, 160, 286, 288, 6, 42, 44, 290] source: सब भाँति के कोढ़ की व्याधि, और सेंहुएँ, target: [50, 292, 44, 294, 44, 296, 20, 298, 204, 300, 302, 36] source: और भाँति-भाँति के सब काग, target: [82, 292, 44, 304, 306, 308, 310] source: और भाँति-भाँति के सब काग; target: [50, 52, 292, 44, 304, 98, 312, 308, 310]
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और क्या पक्षी, क्या घरेलू पशु, क्या जंगली पशु, और पृथ्वी पर सब चलनेवाले प्राणी, और जितने जन्तु पृथ्वी में बहुतायत से भर गए थे, वे सब, और सब मनुष्य मर गए।*
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[8, 26, 314, 42, 66, 316, 102, 70, 18, 70, 10, 8, 256, 318, 20, 8, 320, 322, 28, 42, 324, 326, 328, 130, 132, 20, 8, 330, 332]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: क्या वह जाल को खाली करने और जाति-जाति के लोगों को लगातार निर्दयता से घात करने से हाथ न रोकेगा? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 6, 28, 30, 32, 34, 36] source: जो शिक्षा पाने से प्रीति रखता है वह ज्ञान से प्रीति रखता है, परन्तु जो डाँट से बैर रखता, वह पशु के समान मूर्ख है। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66] source: देखो, यहोवा का वह दिन रोष और क्रोध और निर्दयता के साथ आता है कि वह पृथ्वी को उजाड़ डाले और पापियों को उसमें से नाश करे। target: [68, 70, 18, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 18, 98, 100, 102, 104, 86, 66] source: मैं दुचित्तों से तो बैर रखता हूँ, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ। target: [106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138] source: दुष्ट मनुष्य अपना मुख कठोर करता है, और धर्मी अपनी चाल सीधी रखता है*। target: [140, 142, 144, 146, 148, 128, 130, 150, 142, 152, 154, 156, 158, 160] source: झूठ से तो मैं बैर और घृणा रखता हूँ, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ। target: [124, 162, 58, 18, 126, 128, 130, 132, 164, 166, 42, 66] source: दुष्टों के सब सींगों को मैं काट डालूँगा, परन्तु धर्मी के सींग ऊँचे किए जाएँगे। target: [62, 168, 124, 170, 172, 174, 176, 178, 130, 180, 174, 182, 184] source: उसने अपनी तीरों से मेरे हृदय को बेध दिया है; target: [186, 144, 188, 190, 192, 194, 196] source: राजा की सामर्थ्य न्याय से मेल रखती है, तू ही ने सच्चाई को स्थापित किया; न्याय और धर्म को याकूब में तू ही ने चालू किया है। target: [198, 200, 88, 18, 62, 202, 66, 204, 206, 208, 210, 204, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224] source: जो व्यर्थ मेरे शत्रु बने हैं, उन्होंने निर्दयता से चिड़िया के समान मेरा आहेर किया है; (भज. 35:7) target: [226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 66] source: यदि तुम संसार के होते, तो संसार अपनों से प्रेम रखता, परन्तु इस कारण कि तुम संसार के नहीं वरन् मैंने तुम्हें संसार में से चुन लिया है; इसलिए संसार तुम से बैर रखता है। target: [242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 130, 244, 246, 262, 124, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 58, 278] source: जो अपने अपराध छिपा रखता है, उसका कार्य सफल नहीं होता, परन्तु जो उनको मान लेता और छोड़ भी देता है, उस पर दया की जाएगी। (1 यूह. 1:9) target: [280, 144, 282, 284, 250, 286, 288, 290, 262, 130, 280, 292, 294, 296, 298, 18, 6, 300, 302, 250, 304, 22, 306, 308] source: परन्तु वे पशु सरीखे निरे मूर्ख हैं; मूर्तियों से क्या शिक्षा? वे तो काठ ही हैं! target: [6, 172, 310, 18, 64, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 196] source: दुष्ट पर चाहे दया भी की जाए* तो भी वह धर्म को न सीखेगा; धर्मराज्य में भी वह कुटिलता करेगा, और यहोवा का माहात्म्य उसे सूझ न पड़ेगा। target: [324, 326, 204, 328, 330, 332, 334, 250, 62, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 62, 348, 350, 18, 82, 352, 354, 342]
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धर्मी अपने पशु के भी प्राण की सुधि रखता है, परन्तु दुष्टों की दया भी निर्दयता है।
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[356, 152, 358, 360, 362, 364, 130, 366, 368, 370, 372]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: और जो कुछ वह अशुद्ध मनुष्य छूए वह भी अशुद्ध ठहरे; और जो मनुष्य उस वस्तु को छूए वह भी सांझ तक अशुद्ध रहे।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 6, 22, 24, 10, 12, 14, 26, 28, 16, 30] source: अथवा यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को अज्ञानता से छू ले, तो चाहे वह अशुद्ध जंगली पशु की, चाहे अशुद्ध घरेलू पशु की, चाहे अशुद्ध रेंगनेवाले जीव-जन्तु की लोथ हो, तो वह अशुद्ध होकर दोषी ठहरेगा। target: [32, 34, 36, 38, 40, 16, 42, 44, 46, 48, 50, 16, 52, 46, 48, 54, 16, 52, 46, 56, 58, 34, 60, 12, 62, 20, 64, 66, 68, 70] source: तूने अपने दास के साथ की वाचा को त्याग दिया, और उसके मुकुट को भूमि पर गिराकर अशुद्ध किया है। target: [72, 74, 76, 78, 20, 80, 82, 84, 86, 88, 20, 90, 92] source: और जो कोई उनकी लोथ उठाए वह अपने वस्त्र धोए और सांझ तक अशुद्ध रहे; क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं। target: [94, 96, 98, 18, 100, 102, 20, 26, 28, 16, 104, 106, 8, 108] source: और यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को छूकर यहोवा के मेलबलि पशु के माँस में से खाए, तो वह भी अपने लोगों में से नाश किया जाए, चाहे वह मनुष्य की कोई अशुद्ध वस्तु या अशुद्ध पशु या कोई भी अशुद्ध और घृणित वस्तु हो।” target: [34, 94, 110, 84, 40, 16, 14, 52, 38, 40, 16, 112, 114, 116, 52, 48, 16, 52, 118, 40, 120, 58, 122, 84, 124, 126, 128, 130, 132, 68, 6, 134, 136, 138, 140] source: और यदि इनकी लोथ में का कुछ तंदूर या चूल्हे पर पड़े तो वह भी अशुद्ध ठहरे, और तोड़ डाला जाए; क्योंकि वह अशुद्ध हो जाएगा, वह तुम्हारे लिये भी अशुद्ध ठहरे। target: [118, 142, 46, 36, 144, 146, 16, 104, 34, 148, 150, 52, 152, 18, 154, 106, 8, 20, 156, 158, 16, 160] source: परन्तु अश्शूर के राजा ने होशे के राजद्रोह की गोष्ठी को जान लिया, क्योंकि उसने सो नामक मिस्र के राजा के पास दूत भेजे थे और अश्शूर के राजा के पास वार्षिक भेंट भेजनी छोड़ दी; इस कारण अश्शूर के राजा ने उसको बन्दी बनाया, और बेड़ी डालकर बन्दीगृह में डाल दिया। target: [162, 164, 166, 168, 84, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 156, 182, 164, 184, 186, 188, 6, 190, 24, 192, 194, 164, 166, 196, 198, 200, 202, 20, 204, 92] source: मैं जानता हूँ, और प्रभु यीशु से मुझे निश्चय हुआ है, कि कोई वस्तु अपने आप से अशुद्ध नहीं, परन्तु जो उसको अशुद्ध समझता है, उसके लिये अशुद्ध है। target: [206, 208, 210, 212, 214, 20, 216, 24, 218, 142, 84, 220, 16, 222, 162, 34, 224, 226, 228, 230, 106, 232, 84, 234, 6, 134, 236] source: फिर हाग्गै ने पूछा, “यदि कोई जन मनुष्य की लोथ के कारण अशुद्ध होकर ऐसी किसी वस्तु को छूए, तो क्या वह अशुद्ध ठहरेगी?” याजकों ने उत्तर दिया, “हाँ अशुद्ध ठहरेगी।” target: [122, 238, 240, 242, 224, 226, 244, 16, 246, 110, 84, 36, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 16, 260, 262, 264, 266, 20, 268, 270, 16, 30] source: जिस वर्ष में अश्शूर के राजा सर्गोन की आज्ञा से तर्त्तान ने अश्दोद आकर उससे युद्ध किया और उसको ले भी लिया, target: [84, 272, 274, 276, 278, 156, 280, 282, 284, 164, 166, 286, 20, 74, 288, 290, 20, 292] source: वे यहोवा के देश में रहने न पाएँगे; परन्तु एप्रैम मिस्र में लौट जाएगा, और वे अश्शूर में अशुद्ध वस्तुएँ खाएँगे। target: [84, 294, 130, 296, 298, 300, 302, 156, 184, 304, 20, 84, 306, 308, 16, 310] source: इस कारण तुम शुद्ध और अशुद्ध पशुओं में, और शुद्ध और अशुद्ध पक्षियों में भेद करना; और कोई पशु या पक्षी या किसी प्रकार का भूमि पर रेंगनेवाला जीवजन्तु* क्यों न हो, जिसको मैंने तुम्हारे लिये अशुद्ध ठहराकर वर्जित किया है, उससे अपने आप को अशुद्ध न करना। target: [312, 106, 314, 316, 318, 20, 16, 84, 320, 322, 324, 188, 326, 16, 20, 328, 330, 332, 16, 334, 226, 336, 20, 338, 20, 340, 176, 342, 344, 346, 144, 348, 322, 350, 352, 354] source: सब रेंगनेवालों में से ये ही तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं; जो कोई इनकी लोथ छूए वह सांझ तक अशुद्ध रहे। target: [356, 358, 360, 84, 340, 362, 94, 364, 12, 14, 52, 366, 368, 370, 372, 68, 26, 28, 16, 160] source: क्योंकि उन्होंने मेरे देश को अपनी घृणित वस्तुओं की लोथों से अशुद्ध किया, और मेरे निज भाग को अपनी अशुद्धता से भर दिया है।” target: [374, 376, 378, 380, 342, 382, 20, 384, 342, 176, 294, 386, 226, 46, 388, 16, 390, 20, 392, 386, 394, 84, 396]
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उस समय मिस्र से अश्शूर जाने का एक राजमार्ग होगा, और अश्शूरी मिस्र में आएँगे और मिस्री लोग अश्शूर को जाएँगे, और मिस्री अश्शूरियों के संग मिलकर आराधना करेंगे।
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[398, 400, 402, 84, 404, 406, 166, 104, 330, 408, 410, 184, 20, 412, 410, 414, 184, 74, 166, 416, 418, 420]
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source: परदेशी मेरी चापलूसी करेंगे; वे मेरा नाम सुनते ही मेरे वश में आएँगे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 6, 24, 26, 28] source: “परदेशी पर अंधेर न करना; तुम तो परदेशी के मन की बातें जानते हो, क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे। target: [30, 4, 32, 34, 36, 38, 4, 40, 42, 32, 44, 26, 46, 48, 38, 50, 52, 54, 4, 56] source: इसलिए यदि मैं किसी भाषा का अर्थ न समझूँ, तो बोलनेवाले की दृष्टि में परदेशी ठहरूँगा; और बोलनेवाला मेरी दृष्टि में परदेशी ठहरेगा। target: [58, 60, 22, 62, 64, 66, 54, 34, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 40, 80, 82, 84, 86, 76, 88, 6, 80, 82, 90] source: परमेश्वर ने मुझे कुटिलों के वश में कर दिया, और दुष्ट लोगों के हाथ में फेंक दिया है। target: [92, 94, 96, 98, 40, 100, 102, 104, 86, 106, 40, 108, 54, 96, 110, 112, 114] source: और बेरोती लोग गित्तैम को भाग गए, और आज के दिन तक वहीं परदेशी होकर रहते हैं।) target: [86, 116, 118, 32, 120, 122, 124, 86, 126, 128, 22, 130, 40, 4, 132] source: मैं तो पृथ्वी पर परदेशी हूँ; अपनी आज्ञाओं को मुझसे छिपाए न रख! target: [74, 134, 136, 4, 138, 140, 142, 144, 146, 34, 148] source: इसलिए तुम भी परदेशियों से प्रेम भाव रखना; क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे। target: [38, 150, 4, 152, 154, 156, 46, 48, 38, 150, 50, 158, 54, 4, 56] source: मैं उसे लूटने के लिये परदेशियों के हाथ, और धन छीनने के लिये पृथ्वी के दुष्ट लोगों के वश में कर दूँगा; और वे उसे अपवित्र कर डालेंगे। target: [74, 160, 162, 32, 164, 40, 80, 166, 40, 108, 54, 86, 168, 40, 80, 134, 40, 106, 40, 108, 54, 40, 170, 22, 160, 32, 172, 174] source: “तुम परदेशी को न सताना और न उस पर अंधेर करना क्योंकि मिस्र देश में तुम भी परदेशी थे। target: [38, 4, 32, 34, 176, 34, 178, 180, 46, 48, 38, 50, 52, 54, 4, 182] source: यों एदोम यहूदा के वश से छूट गया, और आज तक वैसा ही है। उस समय लिब्ना ने भी यहूदा की अधीनता छोड़ दी। target: [184, 186, 188, 126, 128, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 86, 202, 204, 206, 208, 40, 210, 150, 198, 26, 212] source: ताकि वह पृथ्वी की छोरों को वश में करे, और दुष्ट लोग उसमें से झाड़ दिए जाएँ? target: [214, 22, 134, 216, 218, 32, 220, 222, 86, 224, 22, 40, 226, 228, 230] source: देखो, मैं तुम्हारे वश में हूँ; जो कुछ तुम्हारी दृष्टि में भला और ठीक हो वही मेरे साथ करो। target: [232, 6, 234, 236, 74, 238, 108, 54, 240, 242, 244, 246, 54, 248, 86, 250, 200, 6, 152, 252] source: उन्होंने मार डालने के योग्य कोई दोष उसमें न पाया, फिर भी पिलातुस से विनती की, कि वह मार डाला जाए। target: [254, 256, 94, 22, 40, 54, 258, 40, 260, 262, 264, 266, 268, 72, 150, 270, 40, 8, 272, 274, 276, 22, 278, 280, 282] source: वह तो इन लोगों से परदेशी होंठों और विदेशी भाषावालों के द्वारा बातें करेगा; target: [22, 72, 284, 286, 86, 4, 288, 40, 290, 184, 292, 152, 294]
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मेरा नाम सुनते ही वे मेरी आज्ञा का पालन करेंगे; परदेशी मेरे वश में हो जाएँगे।
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[14, 16, 18, 20, 22, 6, 24, 26, 296, 4, 6, 8, 298, 300, 302]
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source: सारे सामान समेत मेज, और भेंट की रोटी; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18] source: क्योंकि मैंने रोटी के समान राख खाई और आँसू मिलाकर पानी पीता हूँ। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: मन्ना तो धनिये के समान था, और उसका रंग रूप मोती के समान था। target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60] source: मेरे माता-पिता ने तो मुझे छोड़ दिया है, परन्तु यहोवा मुझे सम्भाल लेगा। target: [62, 32, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 66, 76, 78] source: और तूने मेरे शत्रुओं की पीठ मुझे दिखाई, ताकि मैं अपने बैरियों को काट डालूँ। target: [80, 66, 82, 84, 86, 88, 20, 90, 92, 94, 96] source: सेनाओं का यहोवा ढाल से उन्हें बचाएगा, और वे अपने शत्रुओं का नाश करेंगे, और उनके गोफन के पत्थरों पर पाँव रखेंगे; और वे पीकर ऐसा कोलाहल करेंगे जैसा लोग दाखमधु पीकर करते हैं; और वे कटोरे के समान था वेदी के कोने के समान भरे जाएँगे। target: [98, 74, 100, 102, 104, 30, 106, 108, 12, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 12, 80, 122, 12, 124, 126, 128, 120, 30, 106, 130, 132, 134, 136, 138] source: उनकी निज भूमि और बस्तियाँ गाँवों समेत बेतेल और पूर्व की ओर नारान और पश्चिम की ओर गाँवों समेत गेजेर, फिर गाँवों समेत शेकेम, और गाँवों समेत अय्या थीं; target: [140, 142, 144, 30, 146, 148, 150, 152, 106, 154, 156, 158, 12, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 30, 174, 176, 178, 30, 160, 174, 180, 182, 184, 186, 12, 150, 188, 190] source: तब सादोक के पुत्र अहीमास* ने कहा, “मुझे दौड़कर राजा को यह समाचार देने दे, कि यहोवा ने न्याय करके तुझे तेरे शत्रुओं के हाथ से बचाया है।” target: [192, 194, 196, 198, 200, 66, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 160, 218, 220, 222, 224, 226, 20, 228, 230] source: तो फिर मेरी कौन सी मजदूरी है? यह कि सुसमाचार सुनाने में मैं मसीह का सुसमाचार सेंत-मेंत कर दूँ; यहाँ तक कि सुसमाचार में जो मेरा अधिकार है, उसको मैं पूरी रीति से काम में लाऊँ। target: [232, 234, 36, 236, 238, 240, 242, 20, 244, 246, 106, 248, 250, 30, 252, 32, 254, 20, 256, 94, 258] source: “मेरा शत्रु दुष्टों के समान, और जो मेरे विरुद्ध उठता है वह कुटिलों के तुल्य ठहरे। target: [36, 260, 262, 264, 266, 268, 106, 270, 272] source: और उस तेल में से कुछ उसने वेदी पर सात बार* छिड़का, और सम्पूर्ण सामान समेत वेदी का और पाए समेत हौदी का अभिषेक करके उन्हें पवित्र किया। target: [274, 276, 278, 280, 282, 106, 284, 286, 288, 290, 30, 292, 294, 8, 296, 298, 12, 300, 302, 304, 282, 306, 308, 310, 14, 312] source: डंडों और सब सामान समेत मेज, और भेंट की रोटियाँ; target: [314, 12, 316, 318, 6, 8, 320, 12, 16, 18] source: वहाँ यहूदियों के शुद्धीकरण के लिए पत्थर के छः मटके रखे थे, जिसमें दो-दो, तीन-तीन मन समाता था। target: [322, 324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 348, 350, 352, 354, 356, 106, 156] source: मैं मनुष्यों को संकट में डालूँगा, और वे अंधों के समान चलेंगे, क्योंकि उन्होंने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है; उनका लहू धूलि के समान, और उनका माँस विष्ठा के समान फेंक दिया जाएगा। target: [20, 358, 360, 362, 364, 106, 366, 368, 370, 372, 374, 376, 378, 380, 316, 382, 384, 386, 388, 12, 100, 390, 392, 394, 396]
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दुष्ट लोग नाश हो जाएँगे; और यहोवा के शत्रु खेत की सुथरी घास के समान नाश होंगे, वे धुएँ के समान लुप्त हो जाएँगे।
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[398, 400, 402, 404, 406, 408, 260, 410, 412, 414, 106, 404, 416, 30, 418, 420, 422]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: उनके पाँव लहू बहाने को फुर्तीले हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: और हारून के पुत्र लहू को उसके पास ले गए, तब उसने अपनी उँगली को लहू में डुबाकर वेदी के सींगों पर लहू को लगाया, और शेष लहू को वेदी के पाए पर उण्डेल दिया; target: [18, 20, 22, 24, 8, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 30, 50, 52, 54, 56, 16] source: परन्तु उनका लहू किसी भाँति न खाना; क्योंकि लहू जो है वह प्राण ही है, और तू माँस के साथ प्राण कभी भी न खाना। target: [58, 8, 60, 62, 64, 66, 68, 8, 70, 72, 16, 74, 70, 76, 16] source: लहू का पलटा लेनेवाला आप की उस खूनी को मार डाले; जब भी वह मिले तब ही वह उसे मार डाले। target: [78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 16, 92, 94, 96, 78, 80, 82, 84, 94, 98, 16] source: और मण्डली उस खूनी को लहू के पलटा लेनेवाले के हाथ से बचाकर उस शरणनगर में जहाँ वह पहले भाग गया हो लौटा दे, और जब तक पवित्र तेल से अभिषेक किया हुआ महायाजक न मर जाए तब तक वह वहीं रहे। target: [100, 102, 104, 106, 78, 80, 82, 108, 110, 112, 114, 16, 100, 116, 102, 104, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 94, 130, 16, 116, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 128, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 16] source: “हे पृथ्वी, तू मेरे लहू को न ढाँपना, और मेरी दुहाई कहीं न रुके। target: [160, 162, 164, 50, 166, 16, 164, 168, 170, 172, 16] source: कि तू अपने पाँव को लहू में डुबोए, और तेरे शत्रु तेरे कुत्तों का भाग ठहरें।” target: [174, 176, 6, 36, 38, 178, 180, 182, 184, 46, 186, 188, 186, 190, 192, 194, 32, 196, 198, 200] source: मिलापवाले तम्बू के द्वार पर, यहोवा के निवास के सामने यहोवा को चढ़ाने के निमित्त न ले जाए, तो उस मनुष्य को लहू बहाने का दोष लगेगा; और वह मनुष्य जो लहू बहाने वाला ठहरेगा*, वह अपने लोगों के बीच से नष्ट किया जाए। target: [202, 204, 92, 116, 206, 208, 210, 212, 214, 150, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 132, 230, 232, 116, 234, 208, 236, 16, 92, 8, 238, 236, 46, 116, 240, 180, 242, 244, 246, 248, 16] source: क्योंकि उन्होंने पवित्र लोगों, और भविष्यद्वक्ताओं का लहू बहाया था, और तूने उन्हें लहू पिलाया*; क्योंकि वे इसी योग्य हैं।” target: [250, 252, 254, 46, 256, 8, 258, 260, 262, 264, 8, 266, 268, 270, 272, 274, 14, 200] source: या शत्रुता से उसको अपने हाथ से ऐसा मारे कि वह मर जाए, तो जिसने मारा हो वह अवश्य मार डाला जाए; वह खूनी ठहरेगा; लहू का पलटा लेनेवाला जब भी वह खूनी उसे मिल जाए तब ही उसको मार डाले। target: [276, 204, 92, 278, 280, 106, 282, 284, 286, 288, 28, 116, 290, 292, 118, 294, 228, 94, 286, 280, 102, 104, 106, 98, 16, 116, 296, 72, 16, 78, 80, 82, 84, 94, 298, 88, 90, 16] source: तब मैं तुझको ऐसा दण्ड दूँगा, जैसा व्यभिचारिणियों और लहू बहानेवाली स्त्रियों को दिया जाता है; और क्रोध और जलन के साथ तेरा लहू बहाऊँगा। target: [68, 300, 46, 78, 238, 302, 304, 306, 308, 310, 16, 28, 164, 312, 46, 314, 316, 318, 304, 320, 16] source: तब मूसा ने लहू को लेकर लोगों पर छिड़क दिया, और उनसे कहा, “देखो, यह उस वाचा का लहू है जिसे यहोवा ने इन सब वचनों पर तुम्हारे साथ बाँधी है।” target: [322, 324, 8, 326, 94, 328, 330, 16, 30, 228, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 340, 346, 348, 350, 352, 8, 72, 200] source: क्योंकि यह वाचा का मेरा वह लहू है, जो बहुतों के लिये पापों की क्षमा के लिए बहाया जाता है। target: [68, 340, 354, 356, 164, 8, 72, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 236, 16] source: क्योंकि शरीर का प्राण जो है वह उसका लहू ही है जो उसके प्राण के साथ एक है; इसलिए मैं इस्राएलियों से कहता हूँ कि किसी प्रकार के प्राणी के लहू को तुम न खाना, क्योंकि सब प्राणियों का प्राण उनका लहू ही है; जो कोई उसको खाए वह नष्ट किया जाएगा। (प्रेरि. 15:20-29) target: [250, 370, 372, 374, 376, 36, 378, 16, 380, 382, 384, 386, 388, 390, 194, 392, 8, 178, 394, 250, 370, 392, 70, 376, 36, 378, 16, 396, 116, 398, 116, 246, 248, 200]
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और लहू का पलटा लेनेवाला उसको शरणनगर की सीमा के बाहर कहीं पाकर मार डाले, तो वह लहू बहाने का दोषी न ठहरे।
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[46, 204, 78, 80, 400, 94, 402, 404, 406, 408, 46, 204, 92, 116, 102, 104, 106, 410, 228, 78, 80, 82, 118, 412, 234, 208, 414, 16]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: जो कोई बुद्धिमान हो, वह इन बातों पर ध्यान करेगा; और यहोवा की करुणा के कामों पर ध्यान करेगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: पर उसने और भी जोर देकर कहा, “यदि मुझे तेरे साथ मरना भी पड़े फिर भी तेरा इन्कार कभी न करूँगा।” इसी प्रकार और सब ने भी कहा। target: [36, 12, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 58, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 22, 76, 78, 80, 82] source: राजा जो न्याय के सिंहासन पर बैठा करता है, वह अपनी दृष्टि ही से सब बुराई को छाँट लेता है। target: [84, 86, 88, 26, 90, 30, 92, 94, 12, 96, 98, 52, 100, 102, 104, 18, 106, 108, 110] source: सब काम बिना कुड़कुड़ाए और बिना विवाद के किया करो; target: [112, 76, 114, 116, 22, 118, 120, 122, 124, 126] source: वह दरिद्रों को दुःख से छुड़ाकर ऊँचे पर रखता है, और उनको भेड़ों के झुण्ड के समान परिवार देता है। target: [36, 12, 128, 18, 130, 132, 134, 136, 94, 22, 12, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 110] source: तब सब प्राणियों को सूझ पड़ेगा कि यह आग यहोवा की लगाई हुई है; और वह कभी न बुझेगी।” target: [150, 152, 154, 156, 64, 24, 38, 12, 18, 158, 94, 12, 72, 160] source: वह मेरे दोनों पाँवों को काठ में ठोंक देता है, और मेरी सारी चाल पर दृष्टि रखता है।' target: [12, 162, 164, 18, 166, 168, 170, 148, 94, 12, 162, 150, 172, 18, 174, 176, 110] source: इस पर पतरस ने उससे कहा, “यदि सब तेरे विषय में ठोकर खाएँ तो खाएँ, परन्तु मैं कभी भी ठोकर न खाऊँगा।” target: [178, 180, 38, 12, 18, 182, 184, 186, 50, 188, 76, 190, 192, 36, 64, 190, 194, 72, 196] source: स्वर्ग और पृथ्वी उसकी स्तुति करें, और समुद्र अपने सब जीव जन्तुओं समेत उसकी स्तुति करे। target: [198, 22, 200, 202, 26, 204, 206, 208, 58, 22, 4, 210, 202, 42, 168, 212, 214, 216] source: “मैं जाति-जाति के बीच अपनी महिमा प्रगट करूँगा, और जाति-जाति के सब लोग मेरे न्याय के काम जो मैं करूँगा, और मेरा हाथ जो उन पर पड़ेगा, देख लेंगे। target: [64, 218, 220, 96, 222, 224, 74, 22, 226, 218, 162, 88, 18, 22, 162, 228, 18, 86, 64, 230, 18, 232, 234] source: फिर मैंने स्वर्ग में, और पृथ्वी पर, और पृथ्वी के नीचे, और समुद्र की सब रची हुई वस्तुओं को, और सब कुछ को जो उनमें हैं, यह कहते सुना, “जो सिंहासन पर बैठा है, उसकी, और मेम्ने की स्तुति, और आदर, और महिमा, और राज्य, युगानुयुग रहे।” target: [236, 238, 18, 4, 240, 168, 22, 200, 30, 22, 200, 42, 242, 22, 208, 30, 10, 22, 76, 4, 230, 42, 168, 244, 64, 246, 248, 250, 86, 252, 30, 254, 94, 12, 138, 22, 256, 138, 258, 260, 222, 262, 264, 266, 268] source: “यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा का वचन तन मन से सुने, और जो उसकी दृष्टि में ठीक है वही करे, और उसकी आज्ञाओं पर कान लगाए और उसकी सब विधियों को माने, तो जितने रोग मैंने मिस्रियों पर भेजे हैं उनमें से एक भी तुझ पर न भेजूँगा; क्योंकि मैं तुम्हारा चंगा करनेवाला यहोवा हूँ।” target: [22, 202, 38, 270, 48, 112, 272, 52, 24, 274, 276, 26, 278, 280, 22, 86, 202, 282, 284, 168, 286, 10, 112, 12, 288, 22, 202, 42, 290, 30, 292, 294, 22, 202, 282, 226, 296, 18, 298, 62, 300, 302, 64, 304, 30, 306, 308, 310, 30, 312, 314, 316, 4, 64, 24, 318, 320, 120, 322, 324] source: और वे नावों को किनारे पर ले आए और सब कुछ छोड़कर उसके पीछे हो लिए। target: [178, 12, 326, 328, 330, 262, 332, 22, 334, 210, 336, 44, 202, 42, 338, 340, 342] source: दाखमधु से धोखा होता है; अहंकारी पुरुष घर में नहीं रहता, और उसकी लालसा अधोलोक के समान पूरी नहीं होती, और मृत्यु के समान उसका पेट नहीं भरता। वह सब जातियों को अपने पास खींच लेता, और सब देशों के लोगों को अपने पास इकट्ठे कर रखता है।” target: [344, 346, 348, 350, 94, 352, 354, 356, 168, 312, 358, 12, 360, 362, 96, 364, 366, 10, 22, 12, 368, 370, 10, 22, 12, 194, 312, 372, 12, 274, 374, 226, 218, 18, 376, 378, 10, 22, 274, 374, 226, 380, 42, 382, 384, 110]
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“तुम सब के सब इकट्ठे होकर सुनो! उनमें से किसने कभी इन बातों का समाचार दिया? यहोवा उससे प्रेम रखता है: वह बाबेल पर अपनी इच्छा पूरी करेगा, और कसदियों पर उसका हाथ पड़ेगा।
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[112, 334, 386, 340, 388, 22, 390, 392, 14, 394, 132, 396, 38, 398, 16, 18, 400, 24, 274, 402, 404, 18, 406, 378, 94, 12, 408, 30, 202, 26, 410, 412, 414, 22, 12, 26, 416, 418, 30, 420]
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source: जो वचन यहोवा ने इस्राएलियों और यहूदियों के विषय कहे थे, वे ये हैं target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: “यहोवा की यह भी वाणी है, देख, ऐसे दिन आनेवाले हैं कि कल्याण का जो वचन मैंने इस्राएल और यहूदा के घरानों के विषय में कहा है, उसे पूरा करूँगा। target: [22, 24, 26, 28, 30, 24, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 38, 50, 52, 54, 56, 40, 58] source: हे इस्राएल के घराने, इस विलाप के गीत के वचन सुन जो मैं तुम्हारे विषय में कहता हूँ: target: [60, 62, 64, 66, 50, 38, 68, 28, 24, 70, 72, 56, 74] source: अब जान लो कि जो वचन यहोवा ने अपने दास एलिय्याह के द्वारा कहा था, उसे उसने पूरा किया है; जो वचन यहोवा ने अहाब के घराने के विषय कहा, उसमें से एक भी बात बिना पूरी हुए न रहेगी।” target: [76, 78, 80, 82, 84, 66, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 12, 98, 100, 102, 104, 12, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 82, 122, 124, 126] source: यीशु ने तो उसकी मृत्यु के विषय में कहा था : परन्तु वे समझे कि उसने नींद से सो जाने के विषय में कहा। target: [104, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 78, 24, 144, 146] source: तब बाशा के विषय यहोवा का यह वचन हनानी के पुत्र येहू के पास पहुँचा*, target: [148, 76, 150, 152, 154, 156, 158, 66, 160, 162, 164, 166, 102] source: आशा के विषय में, आनन्दित; क्लेश के विषय में, धैर्य रखें; प्रार्थना के विषय में, स्थिर रहें। target: [168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184] source: मैंने हँसी के विषय में कहा, “यह तो बावलापन है,” और आनन्द के विषय में, “उससे क्या प्राप्त होता है?” target: [40, 186, 188, 56, 190, 192, 44, 194, 188, 196, 198, 200, 202] source: मूसा ने अपने ससुर रूएल मिद्यानी के पुत्र होबाब से कहा, “हम लोग उस स्थान की यात्रा करते हैं जिसके विषय में यहोवा ने कहा है, 'मैं उसे तुमको दूँगा'; इसलिए तू भी हमारे संग चल, और हम तेरी भलाई करेंगे; क्योंकि यहोवा ने इस्राएल के विषय में भला ही कहा है।” target: [204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 158, 212, 222, 224, 226, 136, 228, 230, 134, 6, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 12, 254, 50, 52, 192, 256, 258, 260, 44, 242, 262, 264, 266, 12, 42, 268, 264, 270, 50, 52, 272] source: अब हे मेरे पुत्र, यहोवा तेरे संग रहे, और तू कृतार्थ होकर उस वचन के अनुसार जो तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे विषय कहा है, उसका भवन बनाना। target: [274, 276, 278, 76, 280, 282, 6, 284, 286, 288, 290, 284, 292, 256, 76, 294, 296, 298] source: यह उसने शमौन इस्करियोती के पुत्र यहूदा के विषय में कहा, क्योंकि यही जो उन बारहों में से था, उसे पकड़वाने को था। target: [66, 290, 300, 152, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 248, 318, 320, 322, 324, 326, 136] source: इस्राएल के विषय में यहोवा का कहा हुआ भारी वचन: यहोवा जो आकाश का ताननेवाला, पृथ्वी की नींव डालनेवाला और मनुष्य की आत्मा का रचनेवाला है, यहोवा की यह वाणी है, target: [328, 22, 330, 332, 334, 336, 44, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 352, 354, 356, 248, 76, 358] source: तब यदि उस जाति के लोग जिसके विषय मैंने यह बात कही हो अपनी बुराई से फिरें, तो मैं उस विपत्ति के विषय जो मैंने उन पर डालने को ठाना हो पछताऊँगा। target: [360, 362, 108, 364, 40, 366, 56, 368, 370, 372, 374, 40, 38, 376, 270, 378, 118, 380, 382] source: उनसे कह, हे अम्मोनियों, परमेश्वर यहोवा का वचन सुनो, परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि तुमने जो मेरे पवित्रस्थान के विषय जब वह अपवित्र किया गया, और इस्राएल के देश के विषय जब वह उजड़ गया, और यहूदा के घराने के विषय जब वे बँधुआई में गए, अहा, अहा! कहा! target: [384, 386, 388, 390, 22, 50, 74, 390, 76, 24, 392, 394, 396, 398, 400, 402, 404, 406, 408, 44, 42, 250, 410, 412, 414, 404, 416, 408, 44, 418, 62, 420, 422, 424, 404, 426, 428, 430, 432]
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हे इस्राएलियों, यह वचन सुनो जो यहोवा ने तुम्हारे विषय में अर्थात् उस सारे कुल के विषय में कहा है जिसे मैं मिस्र देश से लाया हूँ:
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[434, 436, 38, 82, 62, 40, 438, 440, 442, 444, 12, 446, 38, 50, 116, 56, 448]
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source: परमेश्वर ने मेरी बड़ी ताड़ना तो की है परन्तु मुझे मृत्यु के वश में नहीं किया। (2 कुरि. 6:9, इब्रा. 12:10-11) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: भाईचारे का प्रेम बना रहे। target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40] source: और भक्ति पर भाईचारे की प्रीति, और भाईचारे की प्रीति पर प्रेम बढ़ाते जाओ। target: [42, 44, 46, 38, 48, 50, 42, 46, 38, 48, 52, 54] source: यह सुनकर यीशु ने उनसे कहा, “वैद्य भले-चंगों को नहीं परन्तु बीमारों के लिए आवश्यक है। target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 6, 72, 74, 76, 78] source: यीशु ने उनसे कहा, “उनका जाना आवश्यक नहीं! तुम ही इन्हें खाने को दो।” target: [14, 60, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98] source: और उन महायाजकों के समान उसे आवश्यक नहीं कि प्रतिदिन पहले अपने पापों और फिर लोगों के पापों के लिये बलिदान चढ़ाए; क्योंकि उसने अपने आप को बलिदान चढ़ाकर उसे एक ही बार निपटा दिया। (लैव्य. 16:6, इब्रा. 10:10,12,14) target: [100, 70, 102, 104, 34, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 30, 120, 122, 38, 124, 30, 120, 126, 128, 130, 132, 122, 134, 6, 114, 30, 136] source: हे प्रियों, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हमको भी आपस में प्रेम रखना चाहिए। target: [138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156] source: परन्तु देह के वे अंग जो औरों से निर्बल* देख पड़ते हैं, बहुत ही आवश्यक हैं। target: [14, 6, 158, 100, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172] source: “क्योंकि परमेश्वर यहोवा यह कहता है, देखो, मैं आप ही अपनी भेड़-बकरियों की सुधि लूंगा*, और उन्हें ढूँढ़ूगा। (लूका 19:10) target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 38, 194, 196] source: यह समझने के लिए एक ज्ञानी मन आवश्यक है: वे सातों सिर सात पहाड़* हैं, जिन पर वह स्त्री बैठी है। target: [198, 200, 30, 202, 204, 206, 208, 206, 210, 164, 212, 214, 216] source: समय के विचार से तो तुम्हें गुरु हो जाना चाहिए था, तो भी यह आवश्यक है, कि कोई तुम्हें परमेश्वर के वचनों की आदि शिक्षा फिर से सिखाए? तुम तो ऐसे हो गए हो, कि तुम्हें अन्न के बदले अब तक दूध ही चाहिए। target: [218, 220, 90, 222, 224, 226, 228, 6, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 228, 6, 252, 254, 256, 258, 260] source: फिर मैंने सिंहासन में से किसी को ऊँचे शब्द से यह कहते हुए सुना, “देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उनके साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उनके साथ रहेगा; और उनका परमेश्वर होगा। (लैव्य. 26:11-12, यहे. 37:27) target: [262, 42, 264, 266, 268, 42, 270, 66, 272, 274, 142, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 6, 292, 294, 142, 122, 296, 38, 298, 300, 302] source: परन्तु शरीर में रहना तुम्हारे कारण और भी आवश्यक है। target: [14, 304, 6, 306, 30, 90, 308] source: यदि यह व्यक्ति परमेश्वर की ओर से न होता, तो कुछ भी नहीं कर सकता।” target: [140, 310, 312, 42, 314, 316, 318, 320, 322]
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किन्तु भाईचारे के प्रेम के विषय में यह आवश्यक नहीं, कि मैं तुम्हारे पास कुछ लिखूँ; क्योंकि आपस में प्रेम रखना तुम ने आप ही परमेश्वर से सीखा है; (1 यहू. 3:11, रोम. 12:10)
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[324, 326, 328, 330, 86, 332, 334, 128, 336, 42, 314, 338, 340, 156]
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source: उनसे भय न खाना; क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे बीच में है, और वह महान और भय योग्य परमेश्वर है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 10, 40, 24, 30] source: जीविते परमेश्वर के हाथों में पड़ना भयानक बात है। target: [42, 24, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: प्रेम में भय नहीं होता*, वरन् सिद्ध प्रेम भय को दूर कर देता है, क्योंकि भय का सम्बन्ध दण्ड से होता है, और जो भय करता है, वह प्रेम में सिद्ध नहीं हुआ। target: [58, 48, 60, 62, 64, 66, 58, 60, 68, 70, 72, 74, 76, 60, 48, 78, 80, 38, 32, 18, 82, 74, 84, 58, 48, 86, 62, 88, 30] source: देखो, प्रभु सेनाओं का यहोवा पेड़ों को भयानक रूप से छाँट डालेगा; ऊँचे-ऊँचे वृक्ष काटे जाएँगे, और जो ऊँचे हैं सो नीचे किए जाएँगे। target: [90, 92, 94, 96, 98, 52, 100, 102, 104, 68, 106, 108, 110, 44, 112, 114, 38, 116, 118, 120, 32, 122, 124, 126] source: तो तू यहोवा के भय को समझेगा, और परमेश्वर का ज्ञान तुझे प्राप्त होगा। target: [128, 130, 20, 44, 10, 68, 132, 38, 24, 44, 134, 68, 136, 138] source: मैं यहोवा के पास गया, तब उसने मेरी सुन ली, और मुझे पूरी रीति से निर्भय किया। target: [140, 20, 68, 142, 38, 144, 146, 148, 150, 152, 38, 154, 156, 60, 8, 148, 158] source: तो भी मैं जानता हूँ, कि न तो तू और न तेरे कर्मचारी यहोवा परमेश्वर का भय मानेंगे।” target: [140, 160, 38, 26, 162, 68, 164, 166, 168, 4, 170, 172, 20, 24, 8, 12, 174] source: वरन् तू परमेश्वर का भय मानना छोड़ देता, और परमेश्वर की भक्ति करना औरों से भी छुड़ाता है। target: [176, 130, 24, 96, 10, 178, 180, 72, 74, 38, 24, 44, 182, 184, 70, 186, 188] source: मेरी जो वाचा उसके साथ बंधी थी वह जीवन और शान्ति की थी, और मैंने यह इसलिए उसको दिया कि वह भय मानता रहे; और उसने मेरा भय मान भी लिया और मेरे नाम से अत्यन्त भय खाता था। target: [144, 44, 102, 190, 192, 194, 38, 196, 96, 198, 140, 144, 68, 200, 202, 168, 32, 82, 204, 32, 154, 206, 82, 172, 208, 32, 154, 210, 8, 10, 212, 214] source: “जो बात यहोवा के दास मूसा ने तुम से कही थी, कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें विश्राम देता है, और यही देश तुम्हें देगा, उसकी सुधि करो। target: [20, 44, 216, 218, 220, 54, 222, 224, 226, 96, 160, 228, 202, 230, 168, 20, 22, 24, 160, 232, 172, 38, 200, 234, 172, 236] source: तो यहोवा तुझको और तेरे वंश को भयानक-भयानक दण्ड देगा, वे दुष्ट और बहुत दिन रहनेवाले रोग और भारी-भारी दण्ड होंगे। target: [128, 20, 238, 38, 26, 240, 242, 244, 68, 52, 246, 32, 244, 248, 38, 250, 252, 254, 256, 38, 258, 260, 38, 250, 252, 254, 262, 264, 266] source: और लोग यह न कहेंगे, कि देखो, यहाँ है, या वहाँ है। क्योंकि, परमेश्वर का राज्य तुम्हारे बीच में है।” target: [38, 268, 200, 12, 270, 168, 272, 274, 276, 278, 74, 76, 90, 24, 96, 280, 26, 48, 30] source: और मैंने तुम से कहा, 'मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ; एमोरी लोग जिनके देश में तुम रहते हो उनके देवताओं का भय न मानना।' परन्तु तुम ने मेरा कहना नहीं माना।” target: [38, 140, 160, 282, 140, 22, 24, 20, 284, 286, 288, 4, 290, 44, 292, 294, 296, 44, 234, 48, 4, 298, 300, 12, 302, 176, 4, 154, 304, 68, 12, 306] source: अब्राहम ने कहा, “मैंने यह सोचा था कि इस स्थान में परमेश्वर का कुछ भी भय न होगा; इसलिए ये लोग मेरी पत्नी के कारण मेरा घात करेंगे। target: [308, 146, 310, 140, 312, 168, 314, 316, 286, 318, 48, 24, 96, 320, 60, 62, 322, 286, 288, 200, 268, 324, 326, 44, 328, 148, 330, 332]
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और भय खाकर उसने कहा, “यह स्थान क्या ही भयानक है! “यह तो परमेश्वर के भवन को छोड़ और कुछ नहीं हो सकता; वरन् यह स्वर्ग का फाटक ही होगा।”
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[38, 144, 146, 10, 334, 336, 310, 200, 318, 338, 52, 30, 24, 44, 340, 44, 342, 200, 320, 344, 318, 62, 346, 348, 64, 200, 128, 350, 96, 352, 30]
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source: तो भी मेरा यह वचन सुन, जो मैं तुझे और सब लोगों को कह सुनाता हूँ। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 16, 24, 26, 28, 30] source: तब लेवीय लोग सब इस्राएली पुरुषों से पुकारके कहें: target: [32, 20, 34, 36, 38, 40] source: तब परमेश्वर ने ये सब वचन कहे, target: [42, 44, 20, 46, 48] source: और बिन्यामीनियों को छोड़ इस्राएली पुरुष चार लाख तलवार चलानेवाले थे; ये सब के सब योद्धा थे। target: [50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 26, 20, 80, 82, 78] source: सुनो, हे इस्राएलियों, सब के सब देखो, और यहीं अपनी सम्मति दो।” target: [28, 84, 20, 56, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 90, 98, 100, 102] source: हे पृथ्वी के राजाओं, और राज्य-राज्य के सब लोगों, हे हाकिमों और पृथ्वी के सब न्यायियों! target: [104, 106, 90, 20, 108, 110, 90, 112, 20, 114] source: और भाँति-भाँति के सब काग; target: [116, 118, 120] source: सब भाँति के कोढ़ की व्याधि, और सेंहुएँ, target: [20, 122, 124, 126, 128] source: और भाँति-भाँति के सब काग, target: [130, 132, 134] source: सब एक स्थान में जाते हैं; सब मिट्टी से बने हैं, और सब मिट्टी में फिर मिल जाते हैं। target: [20, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 90, 144, 152, 154, 156, 158] source: और जिम्री, एलाम और मादै के सब राजाओं को; target: [90, 160, 162, 18, 164, 166, 20, 168] source: जितनी भलाई की बातें यहोवा ने इस्राएल के घराने से कही थीं उनमें से कोई भी बात न छूटी; सब की सब पूरी हुईं। target: [170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 178, 198, 200, 202] source: इस गीत के सब वचन मूसा ने नून के पुत्र यहोशू समेत आकर लोगों को सुनाए। target: [204, 206, 208, 210, 20, 212, 214, 216, 38, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232] source: हे देश-देश के सब लोगों यह सुनो! हे संसार के सब निवासियों, कान लगाओ! target: [20, 86, 6, 234, 236, 20, 238, 240, 6, 234]
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जब मूसा ये सब वचन सब इस्राएलियों से कह चुका,
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[242, 204, 44, 20, 46, 244, 246, 248, 250]
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source: तब इस्राएलियों और पलिश्तियों ने अपनी-अपनी सेना आमने-सामने करके पाँति बाँधी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: इसलिए उसने यह कहकर उसका नाम यूसुफ रखा, “परमेश्वर मुझे एक पुत्र और भी देगा।” target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: यहोवा ने उस पर्वत पर आग के बीच में से तुम लोगों से आमने-सामने बातें की; (प्रेरि. 7:38) target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74] source: और वे सात दिन आमने-सामने डेरे डाले पड़े रहे; तब सातवें दिन युद्ध छिड़ गया; और एक दिन में इस्राएलियों ने एक लाख अरामी प्यादे मार डाले। target: [76, 12, 78, 80, 16, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 4, 100, 102, 42, 104, 106, 108, 110, 112, 74] source: तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, “मुझे आशा न थी, कि मैं तेरा मुख फिर देखने पाऊँगा: परन्तु देख, परमेश्वर ने मुझे तेरा वंश भी दिखाया है।” target: [114, 4, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 38, 140, 6, 142, 144, 146, 148, 46, 140, 150, 152, 154] source: “जब तू उस देश में पहुँचे जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है, तब वहाँ की जातियों के अनुसार घिनौना काम करना न सीखना। target: [156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186] source: तब वह उठकर घर में गया; और उसने यह कहकर उसके सिर पर तेल डाला, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, मैं अपनी प्रजा इस्राएल पर राजा होने के लिये तेरा अभिषेक कर देता हूँ। target: [188, 190, 192, 194, 196, 52, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 118, 216, 160, 158, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 208, 232, 50] source: तब उसने उसे देखने के लिये जिस ने यह काम किया था, चारों ओर दृष्टि की। target: [114, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250] source: और दूसरे का नाम उसने यह कहकर एलीएजेर रखा, “मेरे पिता के परमेश्वर ने मेरा सहायक होकर मुझे फ़िरौन की तलवार से बचाया।” target: [252, 254, 26, 256, 132, 258, 260, 214, 262, 172, 264, 266, 268, 270, 272, 38, 46, 274, 276, 6, 46, 278, 280, 282] source: और मूसा के तुल्य इस्राएल में ऐसा कोई नबी नहीं उठा*, जिससे यहोवा ने आमने-सामने बातें की, target: [284, 264, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 56, 302, 304] source: और मूसा ने उस स्थान का नाम मस्सा और मरीबा रखा, क्योंकि इस्राएलियों ने वहाँ वाद-विवाद किया था, और यहोवा की परीक्षा यह कहकर की, “क्या यहोवा हमारे बीच है या नहीं?” target: [306, 52, 308, 26, 310, 6, 312, 314, 260, 316, 166, 4, 100, 318, 320, 322, 324, 36, 326, 328, 330, 332, 132, 226, 334, 336, 338] source: पर मुझे आशा है कि तुझ से शीघ्र भेंट करूँगा: तब हम आमने-सामने बातचीत करेंगे: target: [340, 230, 342, 344, 46, 346, 348, 114, 350, 16, 352, 354] source: तब उसने फिर दोबारा उसकी आँखों पर हाथ रखे, और उसने ध्यान से देखा। और चंगा हो गया, और सब कुछ साफ-साफ देखने लगा। target: [356, 358, 126, 360, 362, 52, 364, 366, 30, 246, 368, 370, 172, 372, 374, 376, 324, 372, 378, 380, 382, 384] source: तुम लोग यह कहकर झूठी बातों पर भरोसा मत रखो, 'यही यहोवा का मन्दिर है; यही यहोवा का मन्दिर, यहोवा का मन्दिर।' target: [386, 388, 390, 388, 390, 392, 236, 348, 132, 394, 396, 398, 400, 402, 404, 406, 408]
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तब याकूब ने यह कहकर उस स्थान का नाम पनीएल* रखा; “परमेश्वर को आमने-सामने देखने पर भी मेरा प्राण बच गया है।”
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[226, 410, 52, 412, 26, 414, 30, 416, 118, 418, 166, 228, 420, 422, 424, 426, 428, 430, 432, 434, 50]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: इसलिए तेरे बीच बच्चे अपने-अपने बाप का, और बाप अपने-अपने बच्चों का माँस खाएँगे; और मैं तुझको दण्ड दूँगा, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 18, 30, 32, 34, 36, 30, 38, 40, 42] source: उसने अपनी प्रजा को जाति-जाति का भाग देने के लिये, अपने कामों का प्रताप दिखाया है*। target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64] source: फिर उसने ऐसा एक पत्र भेजा, जिसमें इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की निन्दा की ये बातें लिखी थीं: “जैसे देश-देश की जातियों के देवताओं ने अपनी-अपनी प्रजा को मेरे हाथ से नहीं बचाया वैसे ही हिजकिय्याह का देवता भी अपनी प्रजा को मेरे हाथ से नहीं बचा सकेगा।” target: [66, 68, 70, 72, 74, 76, 34, 78, 80, 82, 18, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 84, 100, 102, 104, 84, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 52, 84, 106, 108, 110, 120] source: यहोवा अपनी प्रजा को बल देगा; यहोवा अपनी प्रजा को शान्ति की आशीष देगा*। target: [122, 124, 34, 52, 126, 122, 128, 130, 132, 134] source: प्रजा का ऐसा कोई भाग प्रधान न ले, जो अंधेर से उनकी निज भूमि से छीना हो; अपने पुत्रों को वह अपनी ही निज भूमि में से भाग दे; ऐसा न हो कि मेरी प्रजा के लोग अपनी-अपनी निज भूमि से तितर-बितर हो जाएँ।” target: [136, 84, 60, 138, 140, 56, 84, 142, 102, 144, 84, 142, 48, 146, 34, 148, 150, 74, 152, 154, 156, 84, 142, 48, 158, 160] source: लेकिन तुम अपने भाग के सारे देश में भूमि को छुड़ाने देना। target: [162, 84, 30, 164, 166, 164, 168, 170, 172, 174, 176, 74, 178, 180] source: लाबान ने अपनी बेटी राहेल की दासी होने के लिये अपनी दासी बिल्हा को दिया। target: [66, 182, 184, 186, 48, 188, 186, 190, 192] source: तू अपने दाहिने हाथ से बचा, और हमारी सुन ले कि तेरे प्रिय छुड़ाए जाएँ। target: [34, 106, 194, 196, 198, 18, 200, 202, 74, 152, 204, 206, 208] source: तब यहोयादा ने अपने और सारी प्रजा के और राजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा बँधाई। target: [210, 212, 214, 48, 18, 30, 138, 18, 216, 218, 220, 222, 224, 226] source: पर अपनी रखेलियों के पुत्रों को, कुछ-कुछ देकर अपने जीते जी अपने पुत्र इसहाक के पास से पूर्व देश में भेज दिया। target: [228, 230, 232, 84, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 58, 84, 246, 248, 18, 250, 252, 254, 256, 258, 84, 260, 262] source: यहोवा तो अपने बड़े नाम के कारण अपनी प्रजा को न तजेगा, क्योंकि यहोवा ने तुम्हें अपनी ही इच्छा से अपनी प्रजा बनाया है। (रोमियों 11:1) target: [122, 84, 264, 266, 268, 48, 270, 84, 224, 48, 272, 274, 122, 276, 278, 224, 280] source: क्योंकि मैं अपने धनुष पर भरोसा न रखूँगा, और न अपनी तलवार के बल से बचूँगा। target: [108, 282, 34, 284, 286, 288, 290, 292] source: फिर तेरी प्रजा इस्राएल के भी तुल्य कौन है? वह तो पृथ्वी भर में एक ही जाति है, उसे परमेश्वर ने जाकर अपनी निज प्रजा करने को छुड़ाया, इसलिए कि तू बड़े और डरावने काम करके अपना नाम करे, और अपनी प्रजा के सामने से जो तूने मिस्र से छुड़ा ली थी, जाति-जाति के लोगों को निकाल दे। target: [66, 294, 296, 298, 52, 300, 302, 304, 306, 308, 84, 310, 58, 88, 312, 74, 152, 314, 74, 48, 316, 74, 152, 318, 74, 48, 320, 18, 322, 324, 18, 326, 328, 34, 330, 98, 332, 334, 152, 84, 336, 74, 338, 340] source: यहोवा अपनी प्रजा के वृद्ध और हाकिमों के साथ यह विवाद करता है, “तुम ही ने बारी की दाख खा डाली है, और दीन लोगों का धन लूटकर तुमने अपने घरों में रखा है।” target: [122, 342, 34, 344, 346, 348, 350, 52, 18, 352, 354, 248, 356, 358, 360, 362, 84, 364]
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“अपने धीरज से तुम अपने प्राणों को बचाए रखोगे।
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[34, 366, 368, 370]
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source: परन्तु अबीमेलेक उसके पास न गया था; इसलिए उसने कहा, “हे प्रभु, क्या तू निर्दोष जाति का भी घात करेगा? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: वह तुच्छ जाना जाता और मनुष्यों का त्यागा हुआ था; वह दुःखी पुरुष था, रोग से उसकी जान-पहचान थी; और लोग उससे मुख फेर लेते थे। वह तुच्छ जाना गया, और, हमने उसका मूल्य न जाना। (मर. 9:12) target: [36, 38, 40, 14, 42, 44, 46, 48, 50, 14, 52, 54, 46, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 38, 40, 44, 46, 68, 70, 38, 72, 74, 46] source: और उसका सिर थाल में लाया गया, और लड़की को दिया गया; और वह उसको अपनी माँ के पास ले गई। target: [68, 76, 78, 80, 82, 84, 14, 86, 88, 90, 14, 92, 94, 96, 98, 100, 46] source: यदि उसके स्वामी ने उसको पत्नी दी हो और उससे उसके बेटे या बेटियाँ उत्पन्न हुई हों, तो उसकी पत्नी और बालक उस स्वामी के ही रहें, और वह अकेला चला जाए। target: [102, 104, 106, 108, 110, 112, 14, 114, 116, 118, 120, 122, 112, 108, 14, 102, 120, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 46] source: और उसका पति उसके साथ चला, और बहूरीम तक उसके पीछे रोता हुआ चला गया। तब अब्नेर ने उससे कहा, “लौट जा;” और वह लौट गया। target: [6, 136, 138, 140, 142, 14, 144, 146, 148, 46, 150, 152, 146, 18, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 46] source: इसलिए जब हम अपने पिता तेरे दास के पास गए, तब हमने उससे अपने प्रभु की बातें कहीं। target: [168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 70, 182, 172, 184, 186, 46] source: यह शब्द होते ही यीशु अकेला पाया गया; और वे चुप रहे, और जो कुछ देखा था, उसकी कोई बात उन दिनों में किसी से न कही। target: [188, 94, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 46, 202, 204, 112, 14, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 30, 222, 46] source: और इसहाक का प्राण छूट गया, और वह मर गया, और वह बूढ़ा और पूरी आयु का होकर अपने लोगों में जा मिला; और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। target: [224, 226, 228, 230, 232, 14, 6, 234, 236, 68, 164, 238, 240, 242, 142, 46, 164, 244, 246, 248, 250, 46, 252, 254, 256, 14, 258, 146, 260, 46] source: सांझ के समय वह अपनी बेटी लिआ को याकूब के पास ले गया, और वह उसके पास गया। target: [262, 16, 264, 266, 268, 270, 272, 14, 258, 274, 276, 278, 46] source: परन्तु यदि वह दास दृढ़ता से कहे, 'मैं अपने स्वामी, और अपनी पत्नी, और बालकों से प्रेम रखता हूँ; इसलिए मैं स्वतंत्र होकर न चला जाऊँगा;' target: [128, 280, 282, 284, 176, 286, 288, 108, 14, 176, 290, 292, 294, 296, 132, 298, 300] source: और यदि शैतान ही शैतान को निकाले, तो वह अपना ही विरोधी हो गया है; फिर उसका राज्य कैसे बना रहेगा? target: [302, 304, 306, 308, 310, 18, 94, 312, 314, 316, 46, 318, 320, 322, 324, 326] source: तुम यह जान लो कि तीमुथियुस हमारा भाई छूट गया है और यदि वह शीघ्र आ गया, तो मैं उसके साथ तुम से भेंट करूँगा। target: [328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 46, 302, 350, 352, 354, 18, 296, 328, 356, 358, 46] source: “फिर एक मेढ़ा लेना, और हारून और उसके पुत्र उसके सिर पर अपने-अपने हाथ रखें, target: [360, 362, 364, 30, 366, 68, 368, 14, 102, 370, 318, 372, 374, 376, 378, 46] source: तब उसने उसे अपनी दासी बिल्हा को दिया, कि वह उसकी पत्नी हो; और याकूब उसके पास गया। target: [162, 16, 96, 380, 382, 384, 108, 386, 388, 14, 390, 392, 394, 46]
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और हमने अपने प्रभु से कहा, 'हाँ, हमारा बूढ़ा पिता है, और उसके बुढ़ापे का एक छोटा सा बालक भी है, परन्तु उसका भाई मर गया है, इसलिए वह अब अपनी माता का अकेला ही रह गया है, और उसका पिता उससे स्नेह रखता है।'
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[70, 396, 398, 400, 402, 404, 406, 14, 408, 410, 412, 414, 362, 416, 30, 418, 46, 128, 252, 420, 422, 14, 424, 426, 164, 428, 430, 432, 14, 252, 434, 146, 436, 438, 440]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: निश्चय मेरी बातें झूठी न होंगी, वह जो तेरे संग है वह पूरा ज्ञानी है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: “जो किसी मनुष्य को चुराए, चाहे उसे ले जाकर बेच डाले, चाहे वह उसके पास पाया जाए, तो वह भी निश्चय मार डाला जाए। target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 20, 36, 38, 40, 42] source: “जो अपने पिता या माता को मारे-पीटे वह निश्चय मार डाला जाए। target: [24, 44, 46, 30, 48, 50, 38, 40, 42] source: “जो अपने पिता या माता को श्राप दे वह भी निश्चय मार डाला जाए। target: [24, 52, 44, 48, 34, 54, 56, 40, 42] source: “यदि बैल किसी पुरुष या स्त्री को ऐसा सींग मारे कि वह मर जाए, तो वह बैल तो निश्चय पथरवाह करके मार डाला जाए, और उसका माँस खाया न जाए; परन्तु बैल का स्वामी निर्दोष ठहरे। target: [58, 60, 62, 44, 64, 34, 44, 66, 68, 30, 70, 38, 72, 74, 76, 30, 78, 80, 82, 84, 72, 86, 88] source: और निश्चय जाना कि जिस बात की उसने प्रतिज्ञा की है, वह उसे पूरा करने में भी सामर्थी है। target: [90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104] source: “यदि कोई अपने दास या दासी को सोंटे से ऐसा मारे कि वह उसके मारने से मर जाए, तब तो उसको निश्चय दण्ड दिया जाए। target: [58, 26, 106, 108, 44, 110, 34, 112, 114, 30, 116, 118, 120, 38, 122, 124] source: जब मैं दुष्ट से कहूँ, 'तू निश्चय मरेगा,' और यदि तू उसको न चिताए, और न दुष्ट से ऐसी बात कहे जिससे कि वह सचेत हो और अपना दुष्ट मार्ग छोड़कर जीवित रहे, तो वह दुष्ट अपने अधर्म में फँसा हुआ मरेगा, परन्तु उसके खून का लेखा मैं तुझी से लूँगा। target: [126, 106, 128, 130, 132, 134, 30, 136, 138, 140, 30, 142, 144, 146, 148, 150, 128, 44, 152, 154, 150, 156, 106, 158, 160, 12, 162, 106, 164, 166, 168, 82, 170, 172, 174, 176] source: यहोवा ने उससे कहा, “निश्चय मैं तेरे संग रहूँगा; सो तू मिद्यानियों को ऐसा मार लेगा जैसा एक मनुष्य को।” target: [178, 180, 182, 184, 186, 188, 30, 44, 190, 192, 194, 146, 156, 44, 196, 64, 198] source: तब सर्प ने स्त्री से कहा, “तुम निश्चय न मरोगे target: [200, 106, 202, 204, 206, 4, 208] source: मनुष्यों में से जो कोई मृत्यु दण्ड के लिये अर्पण किया जाए, वह छुड़ाया न जाए; निश्चय वह मार डाला जाए। target: [210, 212, 214, 150, 216, 106, 218, 220, 40, 42] source: जो जाति-जाति को ताड़ना देता, और मनुष्य को ज्ञान सिखाता है, क्या वह न सुधारेगा? target: [222, 156, 224, 226, 228, 230, 232, 222, 156, 234, 236, 228, 16, 238] source: “फिर जो कोई किसी मनुष्य को जान से मारे वह निश्चय मार डाला जाए। (मत्ती 5:21) target: [240, 26, 242, 244, 38, 246] source: या कोई हाथ में ऐसी लकड़ी लेकर, जिससे कोई मर सकता है, किसी को मारे, और वह मर जाए, तो वह भी खूनी ठहरेगा; और वह खूनी अवश्य मार डाला जाए। target: [34, 248, 26, 250, 252, 44, 108, 254, 106, 256, 258, 92, 260, 44, 242, 262, 264, 38, 106, 266, 268, 40, 266, 270]
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“जो किसी मनुष्य को ऐसा मारे कि वह मर जाए, तो वह भी निश्चय मार डाला जाए।
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[24, 44, 26, 114, 30, 120, 38, 40, 42]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: फिर वह सब्त के दिन फरीसियों के सरदारों में से किसी के घर में रोटी खाने गया: और वे उसकी घात में थे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40] source: परन्तु फरीसियों ने कहा, “यह तो दुष्टात्माओं के सरदार की सहायता से दुष्टात्माओं को निकालता है।” target: [42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: परन्तु फरीसियों ने यह सुनकर कहा, “यह तो दुष्टात्माओं के सरदार शैतान की सहायता के बिना दुष्टात्माओं को नहीं निकालता।” target: [42, 10, 44, 64, 66, 68, 70, 30, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 42, 84, 86, 88, 58, 60, 62] source: “दो मनुष्य मन्दिर में प्रार्थना करने के लिये गए; एक फरीसी था और दूसरा चुंगी लेनेवाला। target: [90, 18, 92, 94, 96, 98, 100, 16, 18, 102, 104, 106, 108, 110, 40] source: सूबेदार ने यह सुनकर सैन्य-दल के सरदार के पास जाकर कहा, “तू यह क्या करता है? यह तो रोमी मनुष्य है।” target: [10, 112, 114, 70, 116, 118, 120, 122, 104, 124, 72, 126, 128, 130, 132, 98, 134, 136, 138, 140, 128, 92, 142, 144, 146, 148, 150, 62] source: तब यहोशू ने प्रजा के सरदारों को यह आज्ञा दी, target: [152, 154, 156, 158, 160, 162] source: और तीन दिन के बाद सरदारों ने छावनी के बीच जाकर target: [164, 166, 168, 170, 172, 174] source: यह फर्श अर्थात् निचला फर्श फाटकों से लगा हुआ था और उनकी लम्बाई के अनुसार था। target: [176, 178, 180, 182, 184, 50, 186, 188, 190, 192, 194, 40, 196, 182, 184, 198, 200, 194, 40] source: यह देखकर पलिश्तियों के पाँचों सरदार उसी दिन एक्रोन को लौट गए।। target: [10, 202, 204, 18, 206, 114, 208, 116, 210, 212, 214, 40] source: तब पौलुस ने यह जानकर, कि एक दल सदूकियों और दूसरा फरीसियों का है, महासभा में पुकारकर कहा, “हे भाइयों, मैं फरीसी और फरीसियों के वंश का हूँ, मरे हुओं की आशा और पुनरुत्थान के विषय में मेरा मुकद्दमा हो रहा है।” target: [10, 216, 218, 16, 220, 222, 104, 106, 220, 224, 150, 226, 208, 116, 228, 230, 232, 234, 72, 236, 238, 240, 242, 244, 16, 102, 246, 40, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 62] source: ये फरीसियों की ओर से भेजे गए थे। target: [180, 268, 270, 38, 40] source: यह देखकर फरीसियों ने उसके चेलों से कहा, “तुम्हारा गुरु चुंगी लेनेवालों और पापियों के साथ क्यों खाता है?” target: [10, 44, 114, 208, 30, 272, 274, 72, 276, 278, 280, 108, 282, 104, 284, 286, 288, 290] source: क्या शासकों या फरीसियों में से किसी ने भी उस पर विश्वास किया है? target: [132, 292, 294, 296, 224, 298, 300, 302, 304, 306, 138] source: वहाँ जक्कई* नामक एक मनुष्य था, जो चुंगी लेनेवालों का सरदार और धनी था। target: [308, 310, 312, 314, 304, 16, 18, 92, 38, 40, 118, 108, 316, 318, 104, 320, 92, 38, 40]
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फरीसियों में से नीकुदेमुस नाम का एक मनुष्य था, जो यहूदियों का सरदार था*।
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[322, 310, 324, 314, 304, 16, 18, 326, 328, 38, 40]
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source: लोतान के पुत्र, होरी, और हेमाम हुए; और लोतान की बहन तिम्ना थी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 12, 18, 4, 20, 22, 24] source: और लोतान के पुत्र: होरी और होमाम, और लोतान की बहन तिम्ना थीं। target: [4, 6, 26, 28, 14, 12, 4, 20, 22, 18, 24] source: मैं तुम से फीबे के लिए, जो हमारी बहन और किंख्रिया की कलीसिया की सेविका है, विनती करता हूँ। target: [30, 32, 34, 22, 36, 6, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 20, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: तेरी चुनी हुई बहन के बच्चे तुझे नमस्कार करते हैं। target: [64, 66, 68, 22, 6, 70, 64, 72, 74, 76] source: तूने क्यों कहा कि वह तेरी बहन है? मैंने उसे अपनी ही पत्नी बनाने के लिये लिया; परन्तु अब अपनी पत्नी को लेकर यहाँ से चला जा।” target: [78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 22, 92, 94, 96, 30, 48, 98, 100, 102, 104, 38, 106, 108, 100, 102, 98, 110, 12, 112] source: और यीशु मार्था और उसकी बहन और लाज़र से प्रेम रखता था। target: [114, 116, 118, 48, 20, 22, 120, 12, 48, 6, 122, 124, 98, 126, 42, 24] source: इसलिए तुम लोग अपने भाइयों से अम्मी और अपनी बहनों से रुहामा कहो। (1 पत. 2:10) target: [128, 130, 98, 132, 134, 12, 136, 138, 98, 140, 142, 144, 146] source: “यदि कोई अपनी बहन का, चाहे उसकी सगी बहन हो चाहे सौतेली, उसका नग्न तन देखे, और उसकी बहन भी उसका नग्न तन देखे तो यह निन्दित बात है, वे दोनों अपने जाति भाइयों की आँखों के सामने नाश किए जाएँ; क्योंकि जो अपनी बहन का तन उघाड़नेवाला ठहरेगा उसे अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा। target: [148, 150, 152, 100, 22, 154, 156, 158, 48, 20, 160, 22, 162, 156, 164, 48, 154, 166, 168, 12, 48, 20, 22, 170, 172, 166, 168, 174, 88, 176, 20, 178, 62, 158, 128, 180, 6, 182, 96, 184, 186, 48, 188, 100, 22, 154, 166, 190, 192, 38, 48, 154, 194, 48, 6, 196, 198] source: बुद्धि से कह कि, “तू मेरी बहन है,” और समझ को अपनी कुटुम्बी बना; target: [200, 98, 202, 78, 90, 22, 204, 12, 206, 98, 100, 202, 78, 90, 208, 204] source: उसके बेटे बारी-बारी दिन पर एक दूसरे के घर में खाने-पीने को जाया करते थे; और अपनी तीनों बहनों को अपने संग खाने-पीने के लिये बुलवा भेजते थे। target: [158, 6, 8, 210, 212, 214, 60, 216, 218, 220, 222, 12, 158, 136, 224, 138, 98, 226, 38, 128, 228, 230, 232, 234] source: तब वह बाल-बच्चों समेत तेरे पास से निकल जाए, और अपने कुटुम्ब में और अपने पितरों की निज भूमि में लौट जाए। target: [12, 236, 158, 128, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 12, 128, 252, 228, 128, 254, 20, 256, 98, 258, 260] source: इसलिए तेरे बीच बच्चे अपने-अपने बाप का, और बाप अपने-अपने बच्चों का माँस खाएँगे; और मैं तुझको दण्ड दूँगा, target: [192, 38, 244, 60, 262, 264, 98, 266, 12, 8, 268, 98, 270, 272, 12, 30, 244, 274, 276, 98, 278, 280, 30, 64, 282, 284, 98, 286, 288, 60, 290, 292] source: तू अपने दाहिने हाथ से बचा, और हमारी सुन ले कि तेरे प्रिय छुड़ाए जाएँ। target: [192, 38, 56, 244, 294, 296, 298, 78, 128, 300, 302, 304, 306, 110, 12, 308, 310, 312] source: जब तू अपनी बहनों को अर्थात् अपनी बड़ी और छोटी बहनों को ग्रहण करे, तब तू अपना चालचलन स्मरण करके लज्जित होगी; और मैं उन्हें तेरी पुत्रियाँ ठहरा दूँगा; परन्तु यह तेरी वाचा के अनुसार न करूँगा। (रोम. 6:21) target: [314, 78, 100, 316, 318, 320, 22, 98, 128, 304, 322, 94, 78, 136, 324, 326, 98, 328, 330, 332, 334, 12, 30, 336, 98, 338, 330, 340, 342, 344, 88, 244, 346, 6, 348, 350, 62]
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तेरी माँ जो अपने पति और बच्चों से घृणा करती थी, तू भी ठीक उसकी पुत्री ठहरी; और तेरी बहनें जो अपने-अपने पति और बच्चों से घृणा करती थीं, तू भी ठीक उनकी बहन निकली। तेरी माता हित्तिन और पिता एमोरी था।
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[78, 100, 48, 352, 20, 354, 204, 46, 128, 356, 12, 128, 240, 358, 360, 362, 364, 12, 78, 136, 336, 138, 20, 22, 204, 366, 128, 368, 12, 240, 358, 360, 370, 222, 64, 352, 372, 12, 374, 376, 378, 24]
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source: फिर मैंने भवन के आस-पास ऊँची भूमि देखी, और बाहरी कोठरियों की ऊँचाई जोड़ तक छः हाथ के बाँस की थी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 16, 36] source: बाहरी कोठरियों के बीच-बीच भवन के आस-पास बीस हाथ का अन्तर था। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 46, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72] source: ये बाहरी कोठरियाँ तीन मंजिला थीं; और एक-एक महल में तीस-तीस कोठरियाँ थीं। भवन के आस-पास की दीवार इसलिए थी कि बाहरी कोठरियाँ उसके सहारे में हो; और उसी में कोठरियों की कड़ियाँ बैठाई हुई थीं और भवन की दीवार के सहारे में न थीं। target: [74, 76, 78, 52, 80, 30, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 54, 96, 98, 78, 100, 102, 104, 106, 108, 90, 110, 112, 114, 90, 96, 116, 118, 120] source: बाहरी कोठरियों के लिये जो दीवार थी, वह पाँच हाथ मोटी थी, और जो स्थान खाली रह गया था, वह भवन की बाहरी कोठरियों का स्थान था। target: [20, 122, 124, 126, 128, 130, 68, 72, 96, 20, 132, 134, 30, 58, 136, 138, 72] source: और उसने भवन के आस-पास की दीवारों से सटे हुए अर्थात् मन्दिर और दर्शन-स्थान दोनों दीवारों के आस-पास उसने मंजिलें और कोठरियाँ बनाई। target: [96, 140, 142, 134, 144, 52, 146, 148, 150, 54, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 134, 166, 168, 170] source: फिर उसने द्वार के ऊपर का स्थान भीतरी भवन तक और उसके बाहर भी और आस-पास की सारी दीवार के भीतर और बाहर भी मापा। target: [172, 158, 50, 174, 176, 178, 180, 62, 182, 184, 158, 124, 186, 188, 190, 192] source: फिर उसने आँगन को मापकर उसे चौकोर अर्थात् सौ हाथ लम्बा और सौ हाथ चौड़ा पाया; और भवन के सामने वेदी थी। target: [194, 196, 198, 68, 200, 158, 198, 68, 202, 204, 206, 208, 210, 72] source: सुलैमान को यहोवा के भवन और अपने भवन के बनाने में बीस वर्ष लगे। target: [212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 66, 226, 228] source: विश्राम के दिन के लिये जो छाया हुआ स्थान भवन में बना था, और राजा के बाहरी प्रवेश-द्वार को उसने अश्शूर के राजा के कारण यहोवा के भवन से अलग कर दिया। target: [230, 232, 96, 234, 236, 238, 58, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 194, 252, 244, 254, 256, 258] source: सबसे नीचेवाली मंजिल की चौड़ाई पाँच हाथ, और बीचवाली की छः हाथ, और ऊपरवाली की सात हाथ की थी, क्योंकि उसने भवन के आस-पास दीवारों को बाहर की ओर कुर्सीदार बनाया था इसलिए कि कड़ियाँ भवन की दीवारों को पकड़े हुए न हों। target: [260, 262, 264, 266, 130, 268, 270, 264, 26, 68, 158, 272, 264, 274, 68, 276, 194, 96, 50, 164, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298] source: तब उसने भवन की लम्बाई मापकर सौ हाथ की पाई; और दीवारों समेत आँगन की भी लम्बाई मापकर सौ हाथ की पाई। target: [4, 90, 300, 154, 302, 170, 304, 306, 58, 158, 308, 310, 56, 198, 68, 200, 72] source: तब उसने फाटक का वह ओसारा जो भवन के सामने था, मापकर बाँस भर का पाया। target: [4, 194, 312, 314, 316, 30, 34, 318] source: यों सुलैमान यहोवा के भवन और राजभवन को बना चुका, और यहोवा के भवन में और अपने भवन में जो कुछ उसने बनाना चाहा, उसमें उसका मनोरथ पूरा हुआ। target: [212, 214, 216, 320, 322, 324, 326, 328, 330, 212, 214, 216, 218, 332, 334, 336, 62, 338, 194, 340, 342, 344] source: और भवन के पीछे की ओर में भी उसने बीस हाथ की दूरी पर फ़र्श से ले दीवारों के ऊपर तक देवदार की तख्ताबंदी की; इस प्रकार उसने परमपवित्र स्थान के लिये भवन की एक भीतरी कोठरी बनाई। target: [96, 234, 346, 46, 66, 68, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 54]
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फिर उसने भवन की दीवार को मापकर छः हाथ की पाया, और भवन के आस-पास चार-चार हाथ चौड़ी बाहरी कोठरियाँ थीं।
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[4, 300, 96, 182, 370, 372, 304, 26, 68, 374, 72, 96, 376, 378, 46, 52, 112, 90, 380, 382, 384, 68, 72]
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source: तब मैंने देखा, कि करूबों के पास चार पहिये हैं; अर्थात् एक-एक करूब के पास एक-एक पहिया है, और पहियों का रूप फीरोजा का सा है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 18, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं, वे अपने करुणानिधान को छोड़ देते हैं। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 64, 78, 80, 82] source: फिर वेदी पर के लहू, और अभिषेक के तेल, इन दोनों में से कुछ-कुछ लेकर हारून और उसके वस्त्रों पर, और उसके पुत्रों और उनके वस्त्रों पर भी छिड़क देना; तब वह अपने वस्त्रों समेत और उसके पुत्र भी अपने-अपने वस्त्रों समेत पवित्र हो जाएँगे। target: [84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 36, 100, 102, 18, 104, 98, 106, 108, 110, 36, 96, 18, 112, 90, 36, 96, 18, 114, 90, 36, 96, 18, 116, 96, 18, 114, 18, 118, 90, 120, 36, 122, 124, 70, 36, 96, 42, 112, 36, 96, 18, 126, 36, 96, 18, 116, 96, 18, 114, 18, 112, 128, 130, 132] source: जब उसने सन के वस्त्र पहने हुए पुरुष को घूमनेवाले पहियों के भीतर करूबों के बीच में से आग लेने की आज्ञा दी, तब वह उनके बीच में जाकर एक पहिये के पास खड़ा हुआ। target: [134, 136, 138, 140, 96, 142, 96, 144, 64, 146, 142, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 138, 70, 162, 164, 40, 18, 166, 36, 16, 18, 168, 170, 172, 174, 70, 176, 178, 36, 24, 14, 18, 180, 182, 108, 184, 186, 188] source: तब उस स्त्री ने उसका वस्त्र पकड़कर कहा, “मेरे साथ सो,” पर वह अपना वस्त्र उसके हाथ में छोड़कर भागा, और बाहर निकल गया। target: [174, 96, 142, 96, 42, 190, 192, 108, 194, 196, 116, 198, 8, 70, 200, 190, 96, 18, 202, 48, 78, 108, 204, 36, 206, 208, 188] source: तब यीशु पहाड़ पर चढ़कर अपने चेलों के साथ वहाँ बैठा। target: [210, 212, 90, 178, 36, 214, 216, 218, 116, 220, 188] source: तब जो यहूदिया में हों वे पहाड़ों पर भाग जाएँ। target: [174, 70, 222, 224, 48, 226, 228, 90, 230, 132] source: भेंट मनुष्य के लिये मार्ग खोल देती है, और उसे बड़े लोगों के सामने पहुँचाती है। target: [232, 234, 18, 236, 238, 240, 242, 244, 36, 70, 64, 246, 248, 18, 250, 252, 242, 254] source: तब मूसा ने अभिषेक के तेल और वेदी पर के लहू, दोनों में से कुछ लेकर हारून और उसके वस्त्रों पर, और उसके पुत्रों और उनके वस्त्रों पर भी छिड़का; और उसने वस्त्रों समेत हारून को भी पवित्र किया। target: [256, 258, 142, 100, 102, 18, 104, 260, 36, 96, 86, 260, 84, 88, 90, 262, 264, 106, 108, 110, 36, 96, 18, 114, 18, 266, 90, 268, 36, 110, 36, 270, 18, 266, 64, 128, 272] source: और चारों पहिये, पटरियों के नीचे थे, और एक-एक ठेले के पहियों में धुरियाँ भी थीं; और एक-एक पहिये की ऊँचाई डेढ़-डेढ़ हाथ की थी। target: [70, 12, 14, 270, 274, 18, 276, 278, 36, 40, 18, 280, 282, 48, 284, 154, 278, 36, 286, 14, 74, 288, 290, 202, 56] source: “हे मनुष्य के सन्तान, एक पैनी तलवार ले, और उसे नाईं के उस्तरे के काम में लाकर अपने सिर और दाढ़ी के बाल मूँड़ डाल; तब तौलने का काँटा लेकर बालों के भाग कर। target: [292, 144, 18, 294, 94, 24, 296, 298, 106, 36, 300, 18, 302, 54, 70, 64, 106, 108, 70, 18, 116, 200, 304, 306, 308, 310, 36, 312, 106, 108, 314, 64, 316, 108, 38, 18, 318, 320] source: और जो कोई उस घर में सोए वह अपने वस्त्रों को धोए; और जो कोई उस घर में खाना खाए वह भी अपने वस्त्रों को धोए। target: [36, 84, 96, 322, 48, 324, 326, 70, 216, 150, 328, 330, 36, 84, 96, 322, 48, 332, 334, 70, 336, 216, 150, 328, 338] source: और जिसके प्रमेह हो और वह जिस वस्तु पर बैठा हो, उस पर जो कोई बैठे वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध ठहरा रहे। target: [84, 340, 342, 344, 90, 80, 146, 90, 346, 348, 350, 262, 8, 70, 216, 150, 352, 354, 116, 356, 36, 358, 360, 362, 364] source: 'क्या उन्होंने लूट पाकर बाँट नहीं ली? क्या एक-एक पुरुष को एक-एक वरन् दो-दो कुँवारियाँ; और सीसरा को रंगीले वस्त्र की लूट, वरन् बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्र की लूट, और लूटे हुओं के गले में दोनों ओर बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्र नहीं मिले?' target: [366, 70, 368, 370, 108, 96, 64, 372, 374, 376, 378, 64, 24, 380, 382, 384, 386, 64, 388, 266, 74, 390, 392, 388, 394, 396, 154, 266, 74, 390, 398, 400, 18, 402, 404, 406, 408, 396, 154, 388, 266, 74, 390]
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तब उसी दिन एक बिन्यामीनी मनुष्य सेना में से दौड़कर अपने वस्त्र फाड़े और सिर पर मिट्टी डाले हुए शीलो पहुँचा।
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[174, 410, 42, 24, 144, 412, 18, 98, 414, 36, 216, 150, 416, 154, 36, 304, 48, 418, 420, 422, 424, 426, 428, 48, 430]
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source: ऊपरवाले पल्लों, और चारों ओर के बाजुओं और सींगों समेत उसने उस वेदी को शुद्ध सोने से मढ़ा; और उसके चारों ओर सोने की एक बाड़ बनाई, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 8, 22, 24, 26, 28, 8, 30, 32, 30, 34, 28, 4, 30, 36, 4, 6, 8, 30, 32, 38, 14, 40, 42, 44] source: और उसने उसको शुद्ध सोने से मढ़ा, और उसमें चारों ओर शुद्ध सोने की एक बाड़ बनाई। target: [28, 4, 10, 46, 14, 16, 18, 28, 4, 30, 32, 14, 40, 42, 48] source: उसे शुद्ध सोने से मढ़वाना, और उसके चारों ओर सोने की एक बाड़ बनवाना। target: [50, 4, 10, 46, 14, 16, 52, 28, 4, 30, 32, 14, 40, 42, 54] source: तेरे जो दास-दासियाँ हों वे तुम्हारे चारों ओर की जातियों में से हों, और दास और दासियाँ उन्हीं में से मोल लेना। target: [56, 58, 60, 62, 64, 28, 66, 68, 8, 70, 72, 74, 76, 60, 78, 80, 82, 70, 84, 86, 88, 64, 28, 66, 10, 90, 92] source: उसने उसको भीतर बाहर शुद्ध सोने से मढ़ा, और उसके चारों ओर सोने की बाड़ बनाई। target: [28, 4, 6, 4, 10, 94, 96, 46, 14, 16, 18, 28, 4, 30, 98, 32, 14, 40, 42, 44] source: राजा ने हाथीदाँत का एक बड़ा सिंहासन बनाया और शुद्ध सोने से मढ़ाया। target: [100, 84, 102, 104, 6, 106, 108, 22, 38, 110, 112, 114, 28, 8, 30, 98, 46, 116, 118] source: और तख्तों को उसने सोने से मढ़ा, और बेंड़ों के घर को काम देनेवाले कड़ों को सोने के बनाया, और बेंड़ों को भी सोने से मढ़ा। target: [28, 4, 6, 120, 10, 14, 16, 18, 28, 122, 30, 124, 126, 14, 30, 128, 130, 28, 4, 6, 122, 10, 14, 16, 132] source: और उसको शुद्ध सोने से भीतर और बाहर मढ़वाना, और सन्दूक के ऊपर चारों ओर सोने की बाड़ बनवाना। target: [50, 4, 98, 46, 116, 52, 28, 50, 4, 10, 94, 96, 52, 28, 50, 4, 98, 14, 40, 42, 32, 54] source: फिर उसने ऊपरवाले और नीचेवाले दोनों बेथोरोन को शहरपनाह और फाटकों और बेंड़ों से दृढ़ किया। target: [28, 4, 6, 134, 136, 10, 28, 138, 136, 10, 140, 60, 142, 144, 28, 146, 16, 148, 150, 152, 154, 156] source: और इसकी बाड़ के नीचे इसके आमने-सामने के दोनों पल्लों पर सोने के दो-दो कड़े बनाकर इसके दोनों ओर लगाना, वे इसके उठाने के डंडों के खानों का काम देंगे। target: [50, 8, 30, 126, 14, 30, 158, 128, 4, 40, 42, 30, 160, 4, 30, 162, 164, 98, 4, 30, 166, 168, 54, 8, 4, 30, 170, 126, 172, 30, 174, 176] source: इस प्रकार से एक-एक खजूर की एक ओर मनुष्य का मुख बनाया हुआ था, और दूसरी ओर जवान सिंह का मुख बनाया हुआ था। इसी रीति सारे भवन के चारों ओर बना था। target: [178, 38, 34, 180, 182, 22, 184, 186, 188, 190, 28, 192, 34, 194, 196, 198, 188, 184, 62, 180, 182, 200, 202, 30, 32, 204, 206, 208, 210, 212, 214] source: तब उन्होंने एकाएक चारों ओर दृष्टि की, और यीशु को छोड़ अपने साथ और किसी को न देखा। target: [28, 70, 6, 216, 32, 218, 220, 222, 224, 226, 10, 228, 230, 232, 234, 10, 236, 86, 238, 16, 240] source: और आँगन के चारों ओर की कुर्सियाँ, और उसके द्वार की कुर्सियाँ, और निवास, और आँगन के चारों ओर के खूँटे भी बनाए गए। target: [100, 40, 242, 244, 30, 80, 30, 246, 28, 248, 30, 246, 250, 252, 254, 126, 62, 256, 258, 214, 28, 260, 40, 242, 262, 264, 126, 28, 244, 30, 80, 30, 246, 126, 266, 254, 268, 256, 258, 214] source: और उन्होंने ओरेब और जेब नाम मिद्यान के दो हाकिमों को पकड़ा; और ओरेब को ओरेब नामक चट्टान पर, और जेब को जेब नामक दाखरस के कुण्ड पर घात किया; और वे मिद्यानियों के पीछे पड़े; और ओरेब और जेब के सिर यरदन के पार गिदोन के पास ले गए। target: [28, 70, 6, 270, 30, 158, 272, 274, 28, 276, 10, 278, 28, 274, 10, 274, 40, 280, 98, 28, 276, 10, 276, 282, 284, 30, 286, 58, 288, 290, 28, 292, 8, 294, 30, 296, 298, 28, 274, 300, 276, 30, 302, 304, 30, 306, 308, 58, 310, 312]
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और वेदी के ऊपरवाले पल्ले और चारों ओर के बाजुओं और सींगों को शुद्ध सोने से मढ़ना, और इसके चारों ओर सोने की एक बाड़ बनाना।
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[50, 8, 10, 12, 14, 16, 52, 20, 8, 22, 24, 26, 28, 8, 30, 32, 30, 34, 28, 8, 30, 314, 50, 8, 30, 32, 38, 14, 40, 42, 54]
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source: वे विलाप करते हुए तेरे विषय में विलाप का यह गीत बनाकर गाएँगे, ‘सोर जो अब समुद्र के बीच चुपचाप पड़ी है, उसके तुल्य कौन नगरी है? (प्रका. 18:15, प्रका. 18:18) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38] source: फिर मैं उसको अपना पहलौठा, और पृथ्वी के राजाओं पर प्रधान ठहराऊँगा। (प्रका. 1:5, प्रका. 17:18) target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 44, 60, 62] source: जैसे बाबेल ने इस्राएल के लोगों को मारा, वैसे ही सारे देश के लोग उसी में मार डाले जाएँगे। (प्रका. 18:24) target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 26, 78, 80, 82, 70, 84, 86, 88] source: यहोवा राजा हुआ है; देश-देश के लोग काँप उठें! वह करूबों पर विराजमान है; पृथ्वी डोल उठे! (प्रका. 11:18, प्रका. 19:6) target: [90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114] source: वे तेरे विषय में विलाप का गीत बनाकर तुझसे कहेंगे, 'हाय! मल्लाहों की बसाई हुई हाय! सराही हुई नगरी जो समुद्र के बीच निवासियों समेत सामर्थी रही और सब टिकनेवालों की डरानेवाली नगरी थी, तू कैसी नाश हुई है? (प्रका. 18:9, प्रका. 18:10) target: [4, 6, 116, 10, 12, 118, 14, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 12, 132, 134, 136, 138, 140, 18, 142, 144, 146, 34, 148, 150, 152, 154, 140, 18, 142, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 150, 142, 168, 170, 24, 172] source: हे बाबेल, तू जो जल्द उजड़नेवाली है, क्या ही धन्य वह होगा, जो तुझ से ऐसा बर्ताव करेगा* जैसा तूने हम से किया है! (प्रका. 18:6) target: [174, 176, 178, 142, 180, 182, 184, 186, 188, 66, 142, 190, 76, 192, 194, 118, 196, 198, 102, 200, 140] source: और मैं तेरे गीतों का सुरताल बन्द करूँगा, और तेरी वीणाओं की ध्वनि फिर सुनाई न देगी। (प्रका. 18:22) target: [188, 42, 202, 204, 206, 208, 210, 40, 202, 212, 206, 214, 216, 218, 220, 222] source: यह वही मूसा है, जिस ने इस्राएलियों से कहा, ‘परमेश्वर तुम्हारे भाइयों में से तुम्हारे लिये मेरे जैसा एक भविष्यद्वक्ता उठाएगा।’ (व्य. 18:15-18) target: [224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248] source: मीकायाह ने कहा, “इस कारण तू यहोवा का यह वचन सुन! मुझे सिंहासन पर विराजमान यहोवा और उसके पास दाहिने बांयें खड़ी हुई स्वर्ग की समस्त सेना दिखाई दी है। (प्रका. 4:2, प्रका. 4:9-10, प्रका. 5:1, 7,13, प्रका. 6:16, प्रका. 7:10, प्रका. 7:15, प्रका. 19:4, प्रका. 21:5) target: [250, 252, 254, 256, 36, 4, 258, 260, 262, 258, 232, 264, 90, 256, 266, 4, 268, 90, 270, 272, 274, 42, 276, 278, 280, 84, 282, 284, 286, 288, 140] source: 'तू किसी के विरुद्ध झूठी साक्षी न देना। (लूका 18:20) target: [290, 292, 294, 296, 298, 300] source: बाबेल यहोवा के हाथ में सोने का कटोरा था, जिससे सारी पृथ्वी के लोग मतवाले होते थे; जाति-जाति के लोगों ने उसके दाखमधु में से पिया, इस कारण वे भी बावले हो गए। (प्रका. 14:8, प्रका. 17:2,4, प्रका. 18:3) target: [302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 84, 316, 318, 76, 140, 96, 320, 322, 324, 40, 4, 326, 328] source: जैसा कि मूसा ने कहा, ‘प्रभु परमेश्वर तुम्हारे भाइयों में से तुम्हारे लिये मुझ जैसा एक भविष्यद्वक्ता उठाएगा, जो कुछ वह तुम से कहे, उसकी सुनना।’ (व्य. 18:15-18) target: [330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 240, 242, 236, 344, 346, 102, 122, 348, 350, 352, 4, 84, 280, 354] source: मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानो सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूँ। target: [202, 356, 358, 360, 362, 364, 84, 366, 74, 368, 42, 370, 372, 374] source: “तुम सुन चुके हो, कि कहा गया था; कि अपने पड़ोसी से प्रेम रखना, और अपने बैरी से बैर। (लैव्य. 19:18) target: [376, 378, 380, 382, 384, 290, 386, 388, 390, 74, 334, 392, 174, 394, 396, 140]
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जब तेरा माल समुद्र पर से निकलता था, तब बहुत सी जातियों के लोग तृप्त होते थे; तेरे धन और व्यापार के माल की बहुतायत से पृथ्वी के राजा धनी होते थे। (प्रका. 18:9, प्रका. 18:15, प्रका. 18:19)
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[202, 398, 400, 402, 404, 406, 408, 142, 410, 412, 414, 416, 202, 418, 420, 40, 290, 422, 424, 426, 428, 142, 56, 430, 432, 434]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: “चाँदी की खानि तो होती है, और सोने के लिये भी स्थान होता है जहाँ लोग जाते हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24] source: हीराम ने उसके पास अपने जहाजियों के द्वारा जहाज और समुद्र के जानकार मल्लाह भेज दिए, और उन्होंने सुलैमान के जहाजियों के संग ओपीर को जाकर वहाँ से साढ़े चार सौ किक्कार सोना राजा सुलैमान को ला दिया। target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 10, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 16, 74, 76, 78, 80, 82] source: “अपने लिये पृथ्वी पर धन इकट्ठा न करो; जहाँ कीड़ा और काई बिगाड़ते हैं, और जहाँ चोर सेंध लगाते और चुराते हैं। target: [84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 60, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 64, 112, 114, 116, 44, 118, 120] source: परन्तु अपने लिये स्वर्ग में धन इकट्ठा करो, जहाँ न तो कीड़ा, और न काई बिगाड़ते हैं, और जहाँ चोर न सेंध लगाते और न चुराते हैं। target: [122, 124, 126, 128, 90, 130] source: तब एक दूसरे से विदा होकर, हम तो जहाज पर चढ़े, और वे अपने-अपने घर लौट गए। target: [132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 100, 78, 146, 148, 150, 152] source: क्योंकि हीराम के जहाजियों के संग राजा के जहाज तर्शीश को जाते थे, और तीन-तीन वर्ष के बाद तर्शीश के ये जहाज सोना, चाँदी, हाथीदाँत, बंदर और मोर ले आते थे। target: [154, 156, 158, 160, 40, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 160, 174, 6, 100, 176, 178, 180, 100, 182, 184] source: तब अहाब के पुत्र अहज्याह ने यहोशापात से कहा, “मेरे जहाजियों को अपने जहाजियों के संग, जहाजों में जाने दे;” परन्तु यहोशापात ने इन्कार किया। target: [186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 204] source: और वहाँ से जहाज द्वारा अन्ताकिया गये, जहाँ वे उस काम के लिये जो उन्होंने पूरा किया था परमेश्वर के अनुग्रह में सौंपे गए। target: [232, 66, 234, 236, 100, 238, 240, 242, 244, 246, 62, 248, 250, 76, 252, 254, 256, 258, 260, 76, 262, 264, 266, 268, 270] source: जहाज में एक खिड़की बनाना, और उसके एक हाथ ऊपर से उसकी छत बनाना, और जहाज की एक ओर एक द्वार रखना, और जहाज में पहला, दूसरा, तीसरा खण्ड बनाना। target: [272, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 64, 272, 298, 300, 100, 302, 304, 166, 306, 286] source: दूसरे दिन पौलुस हमें लेकर याकूब के पास गया, जहाँ सब प्राचीन इकट्ठे थे। target: [308, 310, 236, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 328] source: और जहाँ मैं जाता हूँ तुम वहाँ का मार्ग जानते हो।” target: [330, 332, 334, 336, 338, 340, 342] source: जब वे मार्ग में चले जाते थे, तो किसी ने उससे कहा, “जहाँ-जहाँ तू जाएगा, मैं तेरे पीछे हो लूँगा।” target: [64, 78, 344, 346, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 364, 330, 366, 368] source: फिर दूसरे, target: [232, 308, 370, 372, 374, 376] source: तीसरी हारीम के, चौथी सोरीम के, target: [378, 380, 382, 384]
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और तीसरे दिन उन्होंने अपने हाथों से जहाज का साज-सामान भी फेंक दिया।
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[386, 310, 388, 390, 392, 76, 394, 396, 398, 400, 402]
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source: क्योंकि जिस प्रकार तुम दोष लगाते हो, उसी प्रकार तुम पर भी दोष लगाया जाएगा; और जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिये भी नापा जाएगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 14, 24, 26, 28, 6, 30, 10, 32, 34, 18, 30, 36, 38, 32, 40, 42] source: इसलिए अबीमेलेक ने अपनी सारी प्रजा को आज्ञा दी, “जो कोई उस पुरुष को या उस स्त्री को छूएगा, सो निश्चय मार डाला जाएगा।” target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 28, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84] source: और उसने यहोशापात से पूछा, “क्या तू मेरे संग गिलाद के रामोत से लड़ने के लिये जाएगा?” यहोशापात ने इस्राएल के राजा को उत्तर दिया, “जैसा तू है वैसा मैं भी हूँ। जैसी तेरी प्रजा है वैसी ही मेरी भी प्रजा है, और जैसे तेरे घोड़े हैं वैसे ही मेरे भी घोड़े हैं।” target: [28, 86, 88, 90, 56, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 56, 112, 114, 116, 28, 118, 120, 122] source: जैसा वह होशे की पुस्तक में भी कहता है, “जो मेरी प्रजा न थी, उन्हें मैं अपनी प्रजा कहूँगा, और जो प्रिया न थी, उसे प्रिया कहूँगा; (होशे 2:23) target: [4, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 138, 140, 148, 28, 150, 138, 152, 154, 156, 146, 138, 152, 158] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे, वह उसे खोएगा; और जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे पाएगा। target: [4, 160, 60, 162, 164, 166, 168, 124, 76, 170, 172, 160, 174, 162, 164, 170, 124, 76, 176] source: तब यहोयादा ने अपने और सारी प्रजा के और राजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा बँधाई। target: [178, 180, 48, 182, 28, 88, 184, 186, 188, 190, 192, 48, 194, 182, 196, 198, 124, 188, 200] source: फिर उसी दिन मूसा ने प्रजा के लोगों को यह आज्ञा दी, target: [18, 202, 204, 50, 206, 208] source: तब यहोयादा ने यहोवा के, और राजा-प्रजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा* बँधाई, और उसने राजा और प्रजा के मध्य भी वाचा बँधाई। target: [178, 210, 212, 88, 28, 182, 214, 188, 190, 88, 28, 182, 62, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 178, 62, 232, 88, 28, 182, 234, 186, 188, 190, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 28, 256, 258, 224, 244, 260, 230] source: “कल इसी समय मैं तेरे पास बिन्यामीन के देश से एक पुरुष को भेजूँगा, उसी को तू मेरी इस्राएली प्रजा के ऊपर प्रधान होने के लिये अभिषेक करना। और वह मेरी प्रजा को पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाएगा; क्योंकि मैंने अपनी प्रजा पर कृपादृष्टि की है, इसलिए कि उनकी चिल्लाहट मेरे पास पहुँची है।” target: [262, 264, 62, 266, 268, 270, 186, 272, 146, 274, 276, 28, 114, 182, 86, 278, 88, 280, 76, 282, 284, 286, 124, 288, 290, 292, 50, 294, 4, 146, 296, 298, 300, 302, 28, 304, 306, 308, 310, 312] source: उस समय यहोवा अपनी प्रजा के लोगों का घाव बाँधेगा और उनकी चोट चंगा करेगा; तब चन्द्रमा का प्रकाश सूर्य का सा, और सूर्य का प्रकाश सातगुणा होगा, अर्थात् सप्ताह भर का प्रकाश एक दिन में होगा। target: [314, 316, 318, 320, 322, 324, 28, 326, 328, 330, 332, 318, 334, 330, 336, 338, 340, 342, 344, 50, 346, 348, 28, 350, 352, 354, 356, 358, 348, 360, 224, 362] source: क्योंकि काम का भार प्रजा पर भारी था। हे मेरे परमेश्वर! जो कुछ मैंने इस प्रजा के लिये किया है, उसे तू मेरे हित के लिये स्मरण रख। target: [364, 292, 366, 368, 146, 62, 370, 372, 374, 376, 282, 378, 380, 114, 382, 286] source: यदि वे मेरी प्रजा की चाल सीखकर मेरे ही नाम की सौगन्ध, यहोवा के जीवन की सौगन्ध, खाने लगें, जिस प्रकार से उन्होंने मेरी प्रजा को बाल की सौगन्ध खाना सिखाया था, तब मेरी प्रजा के बीच उनका भी वंश बढ़ेगा। target: [224, 324, 384, 386, 388, 292, 50, 390, 392, 394, 396, 398, 340, 400, 222, 402, 292, 404, 392, 394, 406, 408, 292, 410, 412, 414, 416, 418, 420, 408, 292, 422, 424, 426] source: जब मिट्टी ज्यों की त्यों मिट्टी में मिल जाएगी, और आत्मा परमेश्वर के पास जिस ने उसे दिया लौट जाएगी*। target: [6, 428, 430, 432, 434, 38, 436, 438, 28, 440, 442, 444, 446, 38, 448] source: तू उनके साथ कब्र में न गाड़ा जाएगा, क्योंकि तूने अपने देश को उजाड़ दिया, और अपनी प्रजा का घात किया है। “कुकर्मियों के वंश का नाम भी कभी न लिया जाएगा। target: [450, 452, 454, 456, 458, 460, 462, 464, 466, 468, 470, 472, 4, 282, 296, 474, 476, 478, 480, 282, 482, 182, 484, 486, 368, 488, 490, 492, 494, 28, 496, 498, 500, 502, 504, 506]
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“उन दिनों में, उस क्लेश के बाद सूरज अंधेरा हो जाएगा, और चाँद प्रकाश न देगा;
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[508, 226, 510, 512, 514, 516, 518, 520, 522, 524, 526, 318, 528, 530]
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source: प्रधान सेनापति सरूयाह का पुत्र योआब था; इतिहास का लिखनेवाला अहीलूद का पुत्र यहोशापात था; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 6, 8, 20, 22, 6, 24, 26] source: और अहीतोपेल के बाद बनायाह का पुत्र यहोयादा और एब्यातार मंत्री ठहराए गए। और राजा का प्रधान सेनापति योआब था। target: [16, 28, 30, 32, 34, 36, 6, 8, 16, 38, 40, 16, 10, 42, 30, 44, 6, 12, 26] source: और तीसरे दिन जबूलूनियों का प्रधान हेलोन का पुत्र एलीआब यह भेंट ले आया, target: [46, 48, 50, 6, 52, 54, 6, 8, 56, 58, 60, 62] source: प्रधान याजक अहीतूब का पुत्र सादोक और एब्यातार का पुत्र अहीमेलेक थे; मंत्री सरायाह था; target: [64, 6, 8, 66, 16, 38, 6, 8, 68, 70, 40, 16, 72, 74, 76] source: बहुतों ने उन बातों का जो हमारे बीच में बीती हैं, इतिहास लिखने में हाथ लगाया है। target: [78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 6, 92, 94, 6, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110] source: फिर सादोक के पुत्र अहीमास ने दूसरी बार योआब से कहा, “जो हो सो हो, परन्तु मुझे भी कूशी के पीछे दौड़ जाने दे।” योआब ने कहा, “हे मेरे बेटे, तेरे समाचार का कुछ बदला न मिलेगा, फिर तू क्यों दौड़ जाना चाहता है?” target: [112, 66, 30, 8, 114, 116, 118, 120, 10, 122, 124, 100, 126, 128, 130, 132, 126, 134, 30, 136, 100, 138, 140, 30, 142, 144, 146, 10, 116, 124, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 100, 78, 164, 6, 152, 166, 168, 170, 172] source: और सरायाह जो परमेश्वर के भवन का प्रधान और हिल्किय्याह का पुत्र था, यह मशुल्लाम का पुत्र, यह सादोक का पुत्र, यह मरायोत का पुत्र, यह अहीतूब का पुत्र था। target: [16, 72, 100, 174, 6, 150, 176, 178, 6, 150, 176, 66, 6, 150, 176, 180, 6, 150, 176, 64, 6, 8, 100, 182, 30, 184, 6, 52, 76] source: परन्तु सुलैमान ने उसके लिये घर बनाया। (1 राजा. 6:1,2, 1 राजा. 6:14, 1 राजा. 8:19-20, 2 इति. 3:1, 2 इति. 5:1, 2 इति. 6:2, 2 इति. 6:10) target: [130, 186, 116, 188, 176, 30, 80, 190, 184, 192] source: बिन्यामीन से उसका जेठा बेला, दूसरा अश्बेल, तीसरा अहृह, target: [194, 196, 176, 6, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212] source: और शाऊल की स्त्री का नाम अहीनोअम था जो अहीमास की बेटी थी। उसके प्रधान सेनापति का नाम अब्नेर था जो शाऊल के चाचा नेर का पुत्र था। target: [16, 214, 216, 218, 6, 220, 222, 14, 100, 114, 216, 224, 14, 16, 176, 30, 12, 6, 220, 226, 14, 100, 214, 30, 228, 230, 6, 8, 26] source: आशेरियों के गोत्र का प्रधान शलोमी का पुत्र अहीहूद, target: [16, 232, 30, 234, 80, 190, 52, 236, 6, 8, 238] source: अहीतूब से सादोक, सादोक से अहीमास, target: [16, 64, 196, 66, 240, 16, 66, 196, 114, 240] source: और शीशा के पुत्र एलीहोरोप और अहिय्याह राजसी आधिकारिक थे। अहीलूद का पुत्र यहोशापात, इतिहास का लेखक था। target: [242, 30, 8, 244, 16, 246, 248, 40, 18, 6, 8, 20, 22, 6, 24, 76] source: अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ। target: [176, 6, 8, 250, 176, 6, 8, 252]
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प्रधान सेनापति सरूयाह का पुत्र योआब था; इतिहास का लिखनेवाला अहीलूद का पुत्र यहोशापात था;
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[4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 6, 8, 20, 22, 6, 24, 26]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: परन्तु मेरे उन बैरियों को जो नहीं चाहते थे कि मैं उन पर राज्य करूँ, उनको यहाँ लाकर मेरे सामने मार डालो’।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: देख, मैं तेरे मुख को उनके मुख के सामने, और तेरे माथे को उनके माथे के सामने, ढीठ कर देता हूँ। target: [36, 6, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 42, 50, 52, 54, 56, 58, 60] source: हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू उनका न्याय न करेगा? क्या तू उनका न्याय न करेगा? उनके पुरखाओं के घिनौने काम उन्हें जता दे, target: [62, 64, 66, 68, 12, 70, 72, 74, 62, 64, 66, 68, 12, 70, 42, 76, 78, 80, 82, 84, 86] source: उसने लेकर उनके सामने खाया। target: [88, 90, 92, 94, 96, 98] source: उन टिड्डियों के आकार लड़ाई के लिये तैयार किए हुए घोड़ों के जैसे थे, और उनके सिरों पर मानो सोने के मुकुट थे; और उनके मुँह मनुष्यों के जैसे थे। (योए. 2:4) target: [100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 42, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 28, 126, 128, 130, 132, 134] source: तो भी मैंने उन पर कृपा की दृष्टि की, और उन्हें नाश न किया, और न जंगल में पूरी रीति से उनका अन्त कर डाला। target: [136, 6, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 64, 154, 156, 158, 160] source: “मैं यहूदा के घराने को पराक्रमी करूँगा, और यूसुफ के घराने का उद्धार करूँगा। मुझे उन पर दया आई है, इस कारण मैं उन्हें लौटा लाकर उन्हीं के देश में बसाऊँगा, और वे ऐसे होंगे, मानो मैंने उनको मन से नहीं उतारा*; मैं उनका परमेश्वर यहोवा हूँ, इसलिए उनकी सुन लूँगा। target: [162, 164, 166, 168, 170, 28, 172, 174, 176, 178, 144, 6, 84, 180, 170, 28, 138, 182, 184, 28, 6, 64, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 6, 200, 64, 202, 204, 94, 84, 206, 208] source: उन्होंने एक मन होकर युक्ति निकाली है*, और तेरे ही विरुद्ध वाचा बाँधी है। target: [210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230] source: जब उसकी शाखाएँ सूख जाएँ तब तोड़ी जाएँगी*; और स्त्रियाँ आकर उनको तोड़कर जला देंगी। क्योंकि ये लोग निर्बुद्धि हैं; इसलिए उनका कर्ता उन पर दया न करेगा, और उनका रचनेवाला उन पर अनुग्रह न करेगा। target: [232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 240, 248, 250, 144, 252, 254, 256, 258, 260, 84, 262, 202, 264, 266, 182, 158, 268, 28, 64, 270, 266, 272, 274, 160] source: उन्होंने भी जाकर औरों को समाचार दिया, परन्तु उन्होंने उनका भी विश्वास न किया। target: [224, 276, 278, 94, 280, 282, 284, 4, 210, 286, 288, 290, 160] source: उन्होंने मुझे जाँच कर छोड़ देना चाहा, क्योंकि मुझ में मृत्यु के योग्य कोई दोष न था। target: [28, 292, 210, 294, 296, 142, 238, 146, 298, 300, 302, 16, 304, 144, 306, 308, 310, 312, 314, 6, 190, 316] source: और यहोवा ने उन सब बातों के अनुसार, जो उसने उनके पूर्वजों से शपथ खाकर कही थीं, उन्हें चारों ओर से विश्राम दिया; और उनके शत्रुओं में से कोई भी उनके सामने टिक न सका; यहोवा ने उन सभी को उनके वश में कर दिया। target: [318, 320, 42, 322, 324, 326, 328, 304, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 232, 342, 344, 346, 348, 350, 352, 320, 126, 342, 354, 42, 356, 358] source: देश-देश के लोग उनको उन्हीं के स्थान में पहुँचाएँगे, और इस्राएल का घराना यहोवा की भूमि पर उनका अधिकारी होकर उनको दास और दासियाँ बनाएगा; क्योंकि वे अपने बँधुवाई में ले जानेवालों को बन्दी बनाएँगे, और जो उन पर अत्याचार करते थे उन पर वे शासन करेंगे। target: [360, 84, 362, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 84, 376, 378, 380, 94, 382, 384, 386, 388, 334, 390, 384, 392, 124, 334, 224, 394, 396, 28, 224, 362, 398, 8, 400] source: उनके चारों ओर पर पंखों के नीचे मनुष्य के से हाथ थे। और उन चारों के मुख और पंख इस प्रकार के थे: target: [42, 402, 404, 84, 406, 408, 134, 240, 410, 126, 412, 94, 414, 416, 418]
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तू उनका मन सुन्न कर देगा; तेरा श्राप उन पर होगा।
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[62, 84, 420, 422, 424, 38, 426, 84, 428]
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source: “यहोवा अपना मुख तेरी ओर करे, और तुझे शान्ति दे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: उन्होंने मुझे जाँच कर छोड़ देना चाहा, क्योंकि मुझ में मृत्यु के योग्य कोई दोष न था। target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64] source: यहोवा याकूब पर दया करेगा, और इस्राएल को फिर अपनाकर, उन्हीं के देश में बसाएगा, और परदेशी उनसे मिल जाएँगे और अपने-अपने को याकूब के घराने से मिला लेंगे। target: [4, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 22, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 22, 100, 102, 104, 106, 108, 110] source: तेरे जो दास-दासियाँ हों वे तुम्हारे चारों ओर की जातियों में से हों, और दास और दासियाँ उन्हीं में से मोल लेना। target: [112, 114, 112, 116, 118, 120, 122, 124, 126] source: सिकुड़कर दाहिनी ओर जा, फिर तैयार होकर बाईं ओर मुड़, जिधर भी तेरा मुख हो। target: [128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156] source: और अपने चेलों की ओर अपना हाथ बढ़ा कर कहा, “मेरी माता और मेरे भाई ये हैं। target: [158, 72, 6, 160, 162, 164, 166, 168, 28, 170, 14, 172, 174, 128, 176] source: क्योंकि यहोवा ने सिय्योन को फिर बसाया है, और वह अपनी महिमा के साथ दिखाई देता है; target: [4, 178, 76, 180, 22, 72, 6, 182, 184, 186] source: और उन्होंने शुद्ध सोने की घंटियाँ भी बनाकर बागे के नीचेवाले घेरे के चारों ओर अनारों के बीचोंबीच लगाई; target: [188, 26, 190, 192, 194, 196, 14, 198, 200, 202, 204, 206, 206, 208, 210, 212, 200, 202, 204, 214, 158, 216, 76, 218, 158, 220, 222, 206, 224, 226, 214, 228, 198, 230] source: इस पर यीशु ने कहा, “अब बस करो।” और उसका कान छूकर उसे अच्छा किया। target: [232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 22, 246, 248, 250, 252, 62, 14, 254, 256, 258] source: और वह भेड़ों को अपनी दाहिनी ओर और बकरियों को बाईं ओर खड़ी करेगा*। target: [72, 260, 6, 144, 262, 264, 266, 72, 146, 268] source: और यदि वे अपने उन शत्रुओं के देश में जो उन्हें बन्दी करके ले गए हों, अपने सम्पूर्ण मन और सम्पूर्ण प्राण से तेरी ओर फिरें और अपने इस देश की ओर जो तूने उनके पुरखाओं को दिया था, और इस नगर की ओर जिसे तूने चुना है, और इस भवन की ओर जिसे मैंने तेरे नाम का बनाया है, तुझ से प्रार्थना करें, target: [270, 164, 272, 274, 88, 276, 100, 278, 280, 282, 284, 22, 134, 84, 286, 288, 290, 292, 134, 294, 296, 298, 300, 22, 148, 302, 60, 304, 296, 306, 300, 26, 308, 196, 310] source: तब बिन्यामीनियों ने ऐसा ही किया, अर्थात् उन्होंने अपनी गिनती के अनुसार उन नाचनेवालियों में से पकड़कर स्त्रियाँ ले लीं; तब अपने भाग को लौट गए, और नगरों को बसाकर उनमें रहने लगे। target: [312, 314, 316, 318, 320, 22, 6, 322, 324, 326, 328, 164, 330, 188, 100, 332, 6, 334, 336, 22, 338, 340, 342, 344, 346] source: ताकि छीनकर तू उन्हें लूटे और अपना हाथ उन खण्डहरों पर बढ़ाए जो फिर बसाए गए, और उन लोगों के विरुद्ध जाए जो जातियों में से इकट्ठे हुए थे और पृथ्वी की नाभि पर बसे हुए पशु और अन्य सम्पत्ति रखते हैं। target: [348, 350, 134, 352, 354, 14, 356, 358, 22, 360, 362, 364, 366, 368, 370, 14, 372, 374, 376, 378, 380, 382, 384, 14, 386, 388, 390, 164, 392, 380, 372, 394, 396, 398, 400, 134, 402, 162, 404] source: तुम अपने बाल-बच्चों के लिये नगर बसाओ, और अपनी भेड़-बकरियों के लिये भेड़शाले बनाओ; और जो तुम्हारे मुँह से निकला है वही करो।” target: [112, 406, 408, 410, 22, 412, 414, 416, 264, 120, 418, 420, 422, 424, 426]
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उन्हें विदा कर, कि चारों ओर के गाँवों और बस्तियों में जाकर, अपने लिये कुछ खाने को मोल लें।”
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[428, 430, 432, 212, 100, 434, 436, 14, 438, 440, 442, 444, 446, 448, 450]
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source: जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो; target: [4, 6, 8, 10, 12] source: टेढ़ा स्वभाव मुझसे दूर रहेगा; मैं बुराई को जानूँगा भी नहीं। target: [14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32] source: क्योंकि मेरे पास ऐसे स्वभाव का और कोई नहीं, जो शुद्ध मन से तुम्हारी चिन्ता करे। target: [34, 36, 38, 4, 40, 28, 42, 44, 28, 46, 48] source: फिर मैंने सिंहासन में से किसी को ऊँचे शब्द से यह कहते हुए सुना, “देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उनके साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उनके साथ रहेगा; और उनका परमेश्वर होगा। (लैव्य. 26:11-12, यहे. 37:27) target: [50, 18, 52, 54, 56, 18, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 28, 84, 86, 66, 88, 90, 92, 94, 96, 98] source: क्योंकि यदि तू उस जैतून से, जो स्वभाव से जंगली है, काटा गया और स्वभाव के विरुद्ध* अच्छी जैतून में साटा गया, तो ये जो स्वाभाविक डालियाँ हैं, अपने ही जैतून में साटे क्यों न जाएँगे। target: [100, 102, 104, 106, 18, 108, 110, 112, 114, 92, 28, 116, 106, 18, 108, 110, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 104, 106, 18, 108, 132, 134, 120, 136] source: “धन्य हैं वे, जो नम्र हैं, क्योंकि वे पृथ्वी के अधिकारी होंगे। (भज. 37:11) target: [138, 140, 28, 142, 34, 144, 28, 146, 148, 150] source: इसलिए परमेश्वर ने उन्हें नीच कामनाओं के वश में छोड़ दिया; यहाँ तक कि उनकी स्त्रियों ने भी स्वाभाविक व्यवहार को उससे जो स्वभाव के विरुद्ध है, बदल डाला। target: [152, 154, 66, 156, 158, 160, 162, 164, 34, 166, 168, 170, 28, 172, 174] source: वैसे ही विश्वास भी, यदि कर्म सहित न हो तो अपने स्वभाव में मरा हुआ है। target: [176, 178, 180, 100, 182, 184, 18, 186, 188] source: और पराए देवताओं की उपासना की है जिन्हें वे पहले नहीं जानते थे, और यहोवा ने उनको नहीं दिया था; target: [190, 192, 194, 196, 92, 198, 148, 200, 202, 204, 206, 92, 204, 208, 210] source: और मूरतों के साथ परमेश्वर के मन्दिर का क्या सम्बन्ध? क्योंकि हम तो जीविते परमेश्वर के मन्दिर हैं; जैसा परमेश्वर ने कहा है “मैं उनमें बसूँगा और उनमें चला फिरा करूँगा; और मैं उनका परमेश्वर हूँगा, और वे मेरे लोग होंगे।” (लैव्य. 26:11-12, यिर्म. 32:38, यहे. 37:27) target: [212, 208, 214, 216, 68, 218, 220, 34, 222, 212, 96, 224, 4, 66, 226, 228, 76, 230, 92, 74, 232, 230, 28, 96, 234, 92, 80, 82, 28, 84, 236] source: इस बात में न तेरा हिस्सा है, न भाग; क्योंकि तेरा मन परमेश्वर के आगे सीधा नहीं। (भज. 78:37) target: [238, 240, 204, 242, 244, 92, 204, 246, 34, 248, 250, 66, 252, 254] source: कि हमारे प्रभु यीशु मसीह का परमेश्वर जो महिमा का पिता है, तुम्हें बुद्धि की आत्मा और अपने ज्ञान का प्रकाश दे। (यशा. 11:2) target: [256, 258, 18, 260, 262, 202, 96, 6, 264, 266, 268, 270, 92, 272, 274, 276, 278, 28, 280, 282, 284] source: परमेश्वर तो हाकिमों का पक्ष नहीं करता और धनी और कंगाल दोनों को अपने बनाए हुए जानकर उनमें कुछ भेद नहीं करता। (याकू. 2:1, रोमी. 2:11, नीति. 22:2) target: [286, 66, 38, 288, 290, 292, 294, 92, 296, 18, 298, 28, 128, 300, 34, 302, 304, 306, 308] source: मैंने सकेती में परमेश्वर को पुकारा*, परमेश्वर ने मेरी सुनकर, मुझे चौड़े स्थान में पहुँचाया। target: [18, 310, 312, 314, 316, 28, 318, 320, 92, 322, 324]
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फिर पहले, तो तुम परमेश्वर को न जानकर उनके दास थे जो स्वभाव में देवता नहीं। (यशा. 37:19, यिर्म. 2:11)
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[326, 40, 328, 202, 330, 332, 334, 336, 338, 202, 28, 106, 66, 340]
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source: मैंने सूर्य के नीचे इस प्रकार की बुद्धि की बात भी देखी है, जो मुझे बड़ी जान पड़ी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18] source: और भोर को तुम्हें यहोवा का तेज देख पड़ेगा, क्योंकि तुम जो यहोवा पर बड़बड़ाते हो उसे वह सुनता है। और हम क्या हैं कि तुम हम पर बड़बड़ाते हो?” target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 28, 32, 28, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 28, 46, 48, 50] source: वे बड़े-बड़े परीक्षा के काम, और चिन्ह, और बड़े-बड़े चमत्कार तेरी आँखों के सामने हुए; target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 62, 66, 68] source: तुमने अपने मुँह से मेरे विरुद्ध बड़ाई मारी, और मेरे विरुद्ध बहुत बातें कही हैं; इसे मैंने सुना है। target: [70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 62, 84, 86, 28, 34, 16, 88, 16, 90, 92] source: उसके बड़े-बड़े फाल छोटे हो जाएँगे और वह अपनी ही युक्ति के द्वारा गिरेगा। target: [94, 96, 98, 100, 62, 102, 104, 106] source: जो बड़े-बड़े हाकिमों को तुच्छ कर देता है, और पृथ्वी के अधिकारियों को शून्य के समान कर देता है। target: [52, 108, 110, 112, 114, 62, 116, 118, 120, 70, 122] source: और उनके लिये माँस धूलि के समान बहुत बरसाया, और समुद्र के रेत के समान अनगिनत पक्षी भेजे; target: [110, 124, 126, 128, 130, 110, 132, 134, 136, 138] source: परन्तु मेरे शत्रु अनगिनत हैं, और मेरे बैरी बहुत हो गए हैं। target: [140, 142, 62, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156] source: तब समुद्र में से चार बड़े-बड़े जन्तु, जो एक दूसरे से भिन्न थे, निकल आए। target: [28, 158, 160, 162, 80, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176] source: क्या कूशियों और लूबियों की सेना बड़ी न थी, और क्या उसमें बहुत से रथ, और सवार न थे? तो भी तूने यहोवा पर भरोसा रखा था, इस कारण उसने उनको तेरे हाथ में कर दिया। target: [178, 180, 62, 182, 184, 186, 188, 70, 190, 62, 192, 194, 196, 198, 200, 38, 202, 204, 206, 70, 24, 208, 210, 212, 70, 214] source: क्योंकि वे अपने पशुओं और डेरों को लिए हुए चढ़ाई करते, और टिड्डियों के दल के समान बहुत आते थे; और उनके ऊँट भी अनगिनत होते थे; और वे देश को उजाड़ने के लिये उसमें आया करते थे। target: [216, 218, 204, 220, 70, 222, 224, 62, 226, 228, 62, 110, 230, 232, 28, 234, 236, 62, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 218, 252, 254] source: वहाँ कोई कुछ चिल्लाता था, और कोई कुछ; क्योंकि सभा में बड़ी गड़बड़ी हो रही थी, और बहुत से लोग तो यह जानते भी नहीं थे कि वे किस लिये इकट्ठे हुए हैं। target: [256, 258, 260, 262, 264, 62, 258, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 284] source: तब राजा ने दानिय्येल का पद बड़ा किया, और उसको बहुत से बड़े-बड़े दान दिए; और यह आज्ञा दी कि वह बाबेल के सारे प्रान्त पर हाकिम और बाबेल के सब पंडितों पर मुख्य प्रधान बने। target: [286, 288, 290, 28, 292, 294, 296, 62, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 76, 310, 312, 314, 62, 316, 318, 310, 320] source: क्योंकि हर प्रकार के वन-पशु, पक्षी, और रेंगनेवाले जन्तु और जलचर तो मनुष्य जाति के वश में हो सकते हैं और हो भी गए हैं। target: [322, 324, 310, 326, 328, 330, 62, 332, 62, 334, 62, 336, 338, 340, 342, 62, 344]
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इसी प्रकार समुद्र बड़ा और बहुत ही चौड़ा है, और उसमें अनगिनत जलचर जीव-जन्तु, क्या छोटे, क्या बड़े भरे पड़े हैं।
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[4, 346, 80, 62, 348, 204, 240, 350, 80, 62, 352, 354, 356, 358]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: दोपहर से लेकर तीसरे पहर तक उस सारे देश में अंधेरा छाया रहा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: और दोपहर होने पर सारे देश में अंधियारा छा गया, और तीसरे पहर तक रहा। target: [24, 26, 28, 30, 14, 32, 34, 36, 22] source: सांझ को, भोर को, दोपहर को, तीनों पहर मैं दुहाई दूँगा और कराहता रहूँगा और वह मेरा शब्द सुन लेगा। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 42, 52, 50, 22, 54, 56, 58, 60, 22] source: यदि वह रात के दूसरे पहर या तीसरे पहर में आकर उन्हें जागते पाए, तो वे दास धन्य हैं। target: [62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 74, 76, 78, 88, 90, 92, 94, 88, 96, 98, 22] source: और उसने सिंह के से शब्द से पुकारा, “हे प्रभु मैं दिन भर खड़ा पहरा देता रहा और मैंने पूरी रातें पहरे पर काटी। target: [100, 102, 104, 106, 46, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 46, 128, 130, 132, 134] source: दूमा के विषय भारी वचन। सेईर में से कोई मुझे पुकार रहा है, “हे पहरूए, रात का क्या समाचार है? हे पहरूए, रात की क्या ख़बर है?” target: [136, 138, 140, 142, 22, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 154, 156, 158, 160, 166] source: फिर उसने दूसरे और तीसरे पहर के निकट निकलकर वैसा ही किया। target: [168, 170, 172, 174, 42, 10, 174, 176, 178, 42, 180, 182, 22] source: और मैंने उनसे कहा, “जब तक धूप कड़ी न हो*, तब तक यरूशलेम के फाटक न खोले जाएँ और जब पहरुए पहरा देते रहें, तब ही फाटक बन्द किए जाएँ और बेंड़े लगाए जाएँ। फिर यरूशलेम के निवासियों में से तू रखवाले ठहरा जो अपना-अपना पहरा अपने-अपने घर के सामने दिया करें।” target: [184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 22, 206, 114, 208, 210, 202, 212, 194, 214, 216, 22, 218, 220, 222, 224, 114, 116, 226, 42, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 134] source: “कोई स्त्री पुरुष का पहरावा न पहने, और न कोई पुरुष स्त्री का पहरावा पहने; क्योंकि ऐसे कामों के सब करनेवाले तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं*। target: [246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 252, 248, 250, 246, 260, 22, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 22] source: ये सब लगभग बारह पुरुष थे। target: [286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 22] source: उसके भय से पहरेदार काँप उठे, और मृतक समान हो गए। target: [300, 302, 304, 306, 42, 308, 310, 312, 22] source: जब-जब राजा यहोवा के भवन में जाता, तब-तब पहरुए आकर उन्हें उठा ले चलते, और फिर पहरुओं की कोठरी में लौटाकर रख देते थे। target: [314, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 330, 22, 122, 332, 334, 116, 336, 168, 328, 338, 22] source: पहरेदार जो नगर में घूमते थे, मुझे मिले, उन्होंने मुझे मारा और घायल किया; शहरपनाह के पहरुओं ने मेरी चद्दर मुझसे छीन ली। target: [300, 340, 342, 332, 146, 344, 22, 332, 146, 346, 194, 348, 350, 22, 352, 354, 356, 56, 358, 78, 360, 362, 22, 364, 366, 368, 370] source: पतरस और यूहन्ना तीसरे पहर प्रार्थना के समय मन्दिर में जा रहे थे। target: [4, 372, 42, 374, 376, 268, 378, 28, 380, 382, 384, 298, 22]
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और लगभग दोपहर से तीसरे पहर तक सारे देश में अंधियारा छाया रहा,
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[386, 388, 390, 392, 394, 42, 28, 30, 14, 396, 18, 20, 22]
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source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [18, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [18, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा target: [18, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, target: [20, 4, 6, 8, 22, 14, 16] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: फिर सेनाओं के यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, target: [24, 26, 28, 4, 6, 8, 22, 14, 16] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [18, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 30, 32] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 30, 32]
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फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा,
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[34, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 16]
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source: येतेरी ईरा, और गारेब, target: [4, 6, 8, 6] source: येतेरी ईरा और गारेब, target: [10, 6, 12, 6] source: और याईरी ईरा भी दाऊद का एक मंत्री था। target: [14, 16, 4, 18, 20, 22, 24, 26] source: जब राजा मर गया, तब शोमरोन को पहुँचाया गया और शोमरोन में उसे मिट्टी दी गई। target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58] source: और ईर के पुत्र शुप्पीम और हुप्पीम और अहेर के पुत्र हूशीम थे। target: [60, 14, 62, 64, 66, 68, 14, 70, 72, 74] source: और उसका सिर थाल में लाया गया, और लड़की को दिया गया; और वह उसको अपनी माँ के पास ले गई। target: [76, 54, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102] source: अन्त में येहू मर कर अपने पुरखाओं के संग जा मिला, और शोमरोन में उसको मिट्टी दी गई, और उसका पुत्र यहोआहाज उसके स्थान पर राजा बन गया। target: [104, 36, 106, 14, 98, 108, 110, 112, 78, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 28, 130] source: और मनश्शेई याईर ने जाकर गिलाद की कितनी बस्तियाँ ले लीं, और उनके नाम हव्वोत्याईर रखे। target: [132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160] source: पर जो भोग विलास में पड़ गई, वह जीते जी मर गई है। target: [162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 36, 178, 180] source: फिर सेईर के पुत्र: लोतान, शोबाल, सिबोन, अना, दीशोन, एसेर और दीशान हुए। target: [182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 64, 198, 200] source: सब के बाद वह स्त्री भी मर गई। target: [202, 172, 204, 36, 206] source: सब के पीछे वह स्त्री भी मर गई। target: [148, 172, 208, 36, 206] source: क्योंकि जो मर गया, वह पाप से मुक्त हो गया है। target: [210, 212, 36, 106, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 180] source: और सातों से सन्तान न हुई। सब के पीछे वह स्त्री भी मर गई। target: [228, 230, 118, 86, 232, 234, 236, 86, 238, 240, 242, 244, 202, 172, 208, 36, 206]
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और याईर मर गया, और उसको कामोन में मिट्टी दी गई।
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[76, 136, 36, 246, 52, 248, 250, 58]
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source: यहूदियों ने उसे पत्थराव करने को फिर पत्थर उठाए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: देखो, तुम्हारा घर तुम्हारे लिये उजाड़ छोड़ा जाता है। target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: उस पत्थर को देख जिसे मैंने यहोशू के आगे रखा है, उस एक ही पत्थर के ऊपर सात आँखें बनी हैं, सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, देख मैं उस पत्थर पर खोद देता हूँ, और इस देश के अधर्म को एक ही दिन में दूर कर दूँगा। target: [24, 36, 38, 40, 18, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 36, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 56, 36, 46, 74, 44, 76, 78, 80, 82, 84, 68, 70, 86] source: और उन पत्थरों के स्थान में और दूसरे पत्थर लेकर लगाएँ और याजक ताजा गारा लेकर घर की जुड़ाई करे। target: [88, 90, 88, 92, 94, 96, 98, 18, 100, 56, 88, 102, 104, 106, 108, 110] source: “वे दिन आएँगे, जिनमें यह सब जो तुम देखते हो, उनमें से यहाँ किसी पत्थर पर पत्थर भी न छूटेगा, जो ढाया न जाएगा।” target: [112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 18, 144, 146, 148] source: “यदि पत्थरों के निकाले जाने और घर के खुरचे और पुताई जाने के बाद वह व्याधि फिर घर में फूट निकले, target: [150, 18, 152, 154, 18, 156, 158, 28, 160, 154, 108, 162, 164, 166, 168, 170, 16, 172] source: यहोवा ने विचारा है कि वह बाबेल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उसमें कोई भी न रहे; इसलिए पृथ्वी काँपती है और दुःखित होती है target: [174, 176, 158, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206] source: उसने उनसे कहा, “क्या तुम यह सब नहीं देखते? मैं तुम से सच कहता हूँ, यहाँ पत्थर पर पत्थर भी न छूटेगा, जो ढाया न जाएगा।” target: [208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 44, 222, 224, 126, 226, 228, 36, 230, 232, 234, 144, 60, 18, 236, 142, 238, 240, 136, 148] source: और चालीस दिन और चालीस रात के बीत जाने पर यहोवा ने पत्थर की वे दो वाचा की पटियाएँ मुझे दे दीं। target: [242, 244, 242, 246, 248, 250, 88, 252, 254, 256, 258] source: पत्थर तो भारी है और रेत में बोझ है, परन्तु मूर्ख का क्रोध, उन दोनों से भी भारी है। target: [18, 260, 262, 264, 56, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 44, 280, 270, 282] source: और यह कहना, 'हे यहोवा तूने तो इस स्थान के विषय में यह कहा है कि मैं इसे ऐसा मिटा दूँगा कि इसमें क्या मनुष्य, क्या पशु, कोई भी न रहेगा, वरन् यह सदा उजाड़ पड़ा रहेगा।' target: [56, 284, 286, 288, 290, 292, 44, 294, 296, 298, 118, 300, 302, 34, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 158, 316, 146, 318, 320, 322, 324, 326] source: मैं उनका देश उजाड़ दूँगा, क्योंकि उन्होंने मुझसे विश्वासघात किया है, प्रभु यहोवा की यही वाणी है।” target: [36, 186, 32, 328, 330, 182, 300, 332, 334, 84, 336, 70, 338, 86] source: हे सिय्योन, यहोवा सदा के लिये, तेरा परमेश्वर पीढ़ी-पीढ़ी राज्य करता रहेगा। यहोवा की स्तुति करो! target: [70, 340, 342, 344, 120, 346, 348, 338, 350, 342, 352, 354, 356, 358] source: यीशु ने उससे कहा, “क्या तुम ये बड़े-बड़े भवन देखते हो: यहाँ पत्थर पर पत्थर भी बचा न रहेगा जो ढाया न जाएगा।” target: [360, 10, 362, 364, 44, 366, 368, 370, 226, 372, 374, 18, 236, 142, 146, 376, 378, 380, 382, 384, 386]
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लोग तुझसे न तो घर के कोने के लिये पत्थर लेंगे, और न नींव के लिये, क्योंकि तू सदा उजाड़ रहेगा, यहोवा की यही वाणी है।
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[388, 300, 390, 392, 394, 312, 396, 374, 18, 398, 400, 402, 182, 348, 404, 406, 408, 84, 70, 86]
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source: और तुम ने जीवन के कर्ता को मार डाला, जिसे परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया; और इस बात के हम गवाह हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32] source: उसको परमेश्वर ने तीसरे दिन जिलाया, और प्रगट भी कर दिया है। target: [16, 34, 36, 38, 40, 22, 42, 44] source: जिसने परमेश्वर के वचन और यीशु मसीह की गवाही, अर्थात् जो कुछ उसने देखा था उसकी गवाही दी। target: [46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 22, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 32] source: और तुम मसीह के हो, और मसीह परमेश्वर का है। target: [74, 76, 78, 80, 22, 82, 84, 86, 32] source: और उसने हमें आज्ञा दी कि लोगों में प्रचार करो और गवाही दो, कि यह वही है जिसे परमेश्वर ने जीवितों और मरे हुओं का न्यायी ठहराया है। target: [16, 34, 88, 90, 22, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 22, 68, 110, 112, 114, 116, 118, 32] source: तुम में जो प्राचीन हैं, मैं उनके समान प्राचीन और मसीह के दुःखों का गवाह और प्रगट होनेवाली महिमा में सहभागी होकर उन्हें यह समझाता हूँ। target: [120, 22, 78, 122, 74, 42, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 32] source: (यह जीवन प्रगट हुआ, और हमने उसे देखा, और उसकी गवाही देते हैं, और तुम्हें उस अनन्त जीवन का समाचार देते हैं जो पिता के साथ था और हम पर प्रगट हुआ)। target: [150, 152, 42, 154, 22, 156, 54, 158, 68, 160, 74, 162, 164, 152, 166, 168, 170, 172, 174, 22, 114, 42, 176, 178] source: परन्तु ये इसलिए लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ। target: [180, 182, 184, 186, 188, 60, 88, 190, 192, 84, 194, 86, 102, 196, 198, 108, 200, 22, 198, 202, 204, 206, 196, 152, 208, 200, 32] source: यही आदि में परमेश्वर के साथ था। target: [210, 212, 88, 214, 216, 32] source: फिर मैंने सिंहासन देखे, और उन पर लोग बैठ गए, और उनको न्याय करने का अधिकार दिया गया। और उनकी आत्माओं को भी देखा, जिनके सिर यीशु की गवाही देने और परमेश्वर के वचन के कारण* काटे गए थे, और जिन्होंने न उस पशु की, और न उसकी मूर्ति की पूजा की थी, और न उसकी छाप अपने माथे और हाथों पर ली थी। वे जीवित होकर मसीह के साथ हजार वर्ष तक राज्य करते रहे। (दानि. 7:22) target: [74, 218, 220, 222, 32, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 32, 218, 46, 238, 22, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 222, 32, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 22, 254, 266, 268, 258, 270, 272, 274, 276, 278, 32, 280, 282, 284, 22, 286, 288, 290, 292, 294, 278, 32] source: वे यहोवा की महिमा प्रगट करें और द्वीपों में उसका गुणानुवाद करें। target: [254, 296, 298, 300, 22, 302, 304, 204, 306, 166, 308, 32] source: और मैंने देखा, और गवाही दी है कि यही परमेश्वर का पुत्र है।” (भज. 2:7) target: [218, 310, 22, 210, 88, 84, 194, 312, 314, 68, 316, 318, 320] source: यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले मानो परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे, तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिससे सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो। महिमा और सामर्थ्य युगानुयुग उसी की है। आमीन। target: [322, 324, 326, 328, 330, 46, 332, 334, 58, 336, 322, 338, 340, 342, 328, 330, 16, 344, 346, 348, 188, 56, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 32, 298, 22, 362, 364, 366, 368, 32, 370, 32] source: और गवाही देनेवाले तीन हैं; target: [372, 68, 374, 376, 186]
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परमेश्वर और मसीह यीशु को गवाह करके, जो जीवितों और मरे हुओं का न्याय करेगा, उसे और उसके प्रगट होने, और राज्य को सुधि दिलाकर मैं तुझे आदेश देता हूँ।
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[354, 22, 60, 62, 378, 380, 90, 22, 92, 382, 108, 384, 386, 22, 204, 388, 22, 390, 392, 394, 136, 162, 396, 116, 398]
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source: और जब उसने चौथी मुहर खोली, तो मैंने चौथे प्राणी का शब्द यह कहते सुना, “आ।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28] source: इसलिए लोग, आनन्द के जयजयकार का शब्द, लोगों के रोने के शब्द से अलग पहचान न सके, क्योंकि लोग ऊँचे शब्द से जयजयकार कर रहे थे, और वह शब्द दूर तक सुनाई देता था। target: [30, 32, 34, 36, 16, 18, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 18, 50, 52, 54, 56, 16, 58, 60, 62] source: और गेर्शोम का पुत्र शबूएल मुख्य था। target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 76] source: और रूबेनियों ने हेशबोन, एलाले, और किर्यातैम को, target: [78, 80, 82, 84, 86, 84, 88, 84] source: क्योंकि सेनाओं का यहोवा, इस्राएल का परमेश्वर यह कहता है: देख, तुम लोगों के देखते और तुम्हारे ही दिनों में मैं ऐसा करूँगा कि इस स्थान में न तो हर्ष और न आनन्द का शब्द सुनाई पड़ेगा, न दुल्हे और न दुल्हिन का शब्द। (प्रका. 18:23) target: [44, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 84, 16, 110, 112, 84, 114, 112, 18, 116, 84, 18, 36, 84, 18, 118, 84, 18, 120, 122] source: और मैंने उन चारों प्राणियों के बीच में से एक शब्द यह कहते सुना, “दीनार का सेर भर गेहूँ, और दीनार का तीन सेर जौ, पर तेल, और दाखरस की हानि न करना।” target: [14, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 48, 142, 144, 138, 146, 48, 142, 148, 150, 48, 152, 84, 154, 156] source: इन्हीं में हर्ष और आनन्द का शब्द, दुल्हे-दुल्हन का शब्द, और इस बात के कहनेवालों का शब्द फिर सुनाई पड़ेगा : 'सेनाओं के यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि यहोवा भला है, और उसकी करुणा सदा की है!' और यहोवा के भवन में धन्यवाद-बलि लानेवालों का भी शब्द सुनाई देगा; क्योंकि मैं इस देश की दशा पहले के समान ज्यों की त्यों कर दूँगा, यहोवा का यही वचन है। target: [148, 158, 18, 116, 84, 18, 36, 160, 18, 118, 84, 18, 162, 18, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 90, 184, 186, 44, 188, 190, 192, 194, 196, 188, 198, 200, 202, 204, 84, 206, 208, 210] source: करूबों के पंखों का शब्द बाहरी आँगन तक सुनाई देता था, वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर* के बोलने का सा शब्द था। target: [18, 212, 214, 16, 216, 218, 220, 206, 18, 94, 222, 224, 178, 226, 228] source: “होरोनैम से चिल्लाहट का शब्द सुनो! नाश और बड़े दुःख का शब्द सुनाई देता है! target: [230, 16, 18, 232, 234, 16, 236, 238, 34, 240, 84, 242, 244] source: हेशबोन और याजेर दिए गए। target: [82, 84, 246, 48, 248] source: जिसकी दुल्हिन है, वही दूल्हा है: परन्तु दूल्हे का मित्र जो खड़ा हुआ उसकी सुनता है, दूल्हे के शब्द से बहुत हर्षित होता है; अब मेरा यह हर्ष पूरा हुआ है। target: [120, 250, 252, 254, 256, 178, 258, 118, 260, 84, 262, 18, 264, 266, 4, 268, 16, 18, 118, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 48, 104, 84, 284, 286, 288] source: गीजोई हाशेम के पुत्र, फिर हरारी शागे का पुत्र योनातान, target: [290, 292, 294, 296, 298, 300, 302] source: क्या अब थोड़े ही दिनों के बीतने पर लबानोन फिर फलदाई बारी न बन जाएगा, और फलदाई बारी जंगल न गिनी जाएगी? target: [304, 16, 306, 308, 310, 312, 250, 314, 84, 316, 48, 318, 320] source: उसके लिये द्वारपाल द्वार खोल देता है, और भेड़ें उसका शब्द सुनती हैं, और वह अपनी भेड़ों को नाम ले लेकर बुलाता है और बाहर ले जाता है। target: [322, 324, 326, 328, 330, 230, 16, 18, 332, 48, 172, 334, 336, 338, 260, 84, 340, 342]
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फलदाई बारियों में से आनन्द और मगनता जाती रही; दाख की बारियों में गीत न गाया जाएगा, न हर्ष का शब्द सुनाई देगा; और दाखरस के कुण्डों में कोई दाख न रौंदेगा, क्योंकि मैं उनके हर्ष के शब्द को बन्द करूँगा।
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[36, 84, 116, 16, 314, 344, 346, 348, 350, 352, 84, 232, 354, 356, 346, 358, 360, 362, 364, 76]
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source: परन्तु, यदि तुम इन बातों को न मानो तो, मैं अपनी ही सौगन्ध खाकर कहता हूँ, यहोवा की यह वाणी है, कि यह भवन उजाड़ हो जाएगा। (मत्ती 23:38, लूका 13:35) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 8, 32, 34] source: हमारे पिता दाऊद का राज्य जो आ रहा है; धन्य है! आकाश में होशाना।” (मत्ती 23:39) target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: बदला न लेना, और न अपने जाति भाइयों से बैर रखना, परन्तु एक दूसरे से अपने समान प्रेम रखना; मैं यहोवा हूँ। (मत्ती 5:43, मत्ती 19:19, मत्ती 22:39, मर. 12:31-33, लूका 10:27, रोम. 12:19, रोम. 13:9, गला. 5:14, याकूब. 2:8) target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 90] source: क्या यह भवन जो मेरा कहलाता है, तुम्हारी दृष्टि में डाकुओं की गुफा हो गया है? मैंने स्वयं यह देखा है, यहोवा की यह वाणी है। (मत्ती 21:13, मर. 11:17, लूका 19:46) target: [98, 100, 102, 104, 28, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 4, 120, 6, 28, 122, 124, 28, 30, 8, 116, 126] source: प्रभु यहोवा का आत्मा मुझ पर है; क्योंकि यहोवा ने सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया और मुझे इसलिए भेजा है कि खेदित मन के लोगों को शान्ति दूँ; कि बन्दियों के लिये स्वतंत्रता का और कैदियों के लिये छुटकारे का प्रचार करूँ; (मत्ती 11:5, प्रेरि. 10:38, मत्ती 5:3, प्रेरि. 26:18, लूका 4:18) target: [94, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 8, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 90, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 8, 144, 170, 172, 140, 174, 176, 178, 180, 148, 182, 154, 90] source: वह आशा हमारे प्राण के लिये ऐसा लंगर है जो स्थिर और दृढ़ है*, और परदे के भीतर तक पहुँचता है। (गिन. 23:19, 1 तीमु. 2:13) target: [184, 186, 130, 188, 170, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 90] source: “फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे। (मत्ती 23:23, लूका 11:42) target: [212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 62, 226, 228, 230, 232, 208, 234, 236, 116, 90, 234, 30, 238, 240, 242, 90] source: मैं अपना मुँह नीतिवचन कहने के लिये खोलूँगा*; मैं प्राचीनकाल की गुप्त बातें कहूँगा, (मत्ती 13:35) target: [244, 92, 246, 248, 250, 90, 252, 254, 256, 258, 92, 260, 262, 90] source: “देखो, मैं अपने दूत को भेजता हूँ, और वह मार्ग को मेरे आगे सुधारेगा, और प्रभु, जिसे तुम ढूँढ़ते हो, वह अचानक अपने मन्दिर में आ जाएगा; हाँ वाचा का वह दूत, जिसे तुम चाहते हो, सुनो, वह आता है, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है। (मत्ती 11:3,10, मर. 1:2, लूका 1:17,76, लूका 7:19,27, यूह. 3:28) target: [264, 92, 78, 266, 268, 124, 170, 270, 100, 272, 274, 276, 278, 90, 280, 16, 282, 284, 286, 78, 288, 290, 90, 292, 266, 294, 296, 298, 300, 120, 302, 304, 306, 94, 308, 90] source: और उसको तुम अपने घरानों समेत सब स्थानों में खा सकते हो, क्योंकि मिलापवाले तम्बू की जो सेवा तुम करोगे उसका बदला यही ठहरा है। (मत्ती 10:10, 1 कुरि. 9:13) target: [310, 312, 314, 296, 170, 316, 318, 70, 208, 320, 322, 324, 136, 28, 326, 328, 330, 108, 332, 334, 336, 338, 116, 90] source: और इन्हें अपने हाथ पर चिन्ह के रूप में बाँधना, और ये तेरी आँखों के बीच टीके का काम दें। (मत्ती 23:5) target: [16, 340, 342, 344, 346, 348, 170, 316, 350, 352, 270, 354, 356, 358, 90] source: हे प्रार्थना के सुननेवाले! सब प्राणी तेरे ही पास आएँगे। (प्रेरि. 10:34-35, यह 66:23) target: [360, 362, 364, 90, 214, 366, 368, 290, 90] source: वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे पहरावे पर चिट्ठी डालते हैं। (मत्ती 27:35, लूका 23:34, यहू. 19:24-25) target: [100, 370, 372, 374, 376, 90, 100, 378, 238, 372, 380, 382, 90] source: क्योंकि पुत्र पिता का अपमान करता, और बेटी माता के, और बहू सास के विरुद्ध उठती है; मनुष्य के शत्रु उसके घर ही के लोग होते हैं। (मत्ती 10:21-35, मर. 13:12, लूका 12:53) target: [136, 384, 64, 386, 388, 390, 392, 394, 396, 68, 398, 170, 400, 402, 404, 90, 406, 408, 410, 412, 366, 414, 90]
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धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है! हमने तुम को यहोवा के घर से आशीर्वाद दिया है। (मत्ती 23:39, लूका 13:35, मर. 11:9-10 लूका 19:38)
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[30, 416, 42, 46, 116, 90, 418, 30, 420, 422, 424, 426, 90]
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source: और मैंने पानी के स्वर्गदूत को यह कहते सुना, “हे पवित्र, जो है, और जो था, तू न्यायी है और तूने यह न्याय किया। (प्रका. 11:17) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 4, 28, 30, 20, 32, 34, 36, 20, 38, 40, 42] source: हे मेरे परमेश्वर, दुष्ट के और कुटिल और क्रूर मनुष्य के हाथ से मेरी रक्षा कर। target: [44, 6, 46, 20, 48, 50, 52, 54, 56, 4, 58, 60, 52, 48, 62] source: फिर इसके बाद एक और दूसरा स्वर्गदूत यह कहता हुआ आया, “गिर पड़ा, वह बड़ा बाबेल गिर पड़ा जिसने अपने व्यभिचार की कोपमय मदिरा सारी जातियों को पिलाई है।” (यशा. 21:9, यिर्म. 51:7) target: [64, 66, 68, 16, 70, 72, 74, 4, 18, 76, 78, 80, 82, 36, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100] source: “मैं तुम से कहता हूँ जो कोई मनुष्यों के सामने मुझे मान लेगा उसे मनुष्य का पुत्र भी परमेश्वर के स्वर्गदूतों के सामने मान लेगा। target: [22, 48, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122] source: उस दिन तुम किसी प्रकार का काम-काज न करना; क्योंकि वह प्रायश्चित का दिन नियुक्त किया गया है जिसमें तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के सामने तुम्हारे लिये प्रायश्चित किया जाएगा। target: [124, 126, 128, 130, 132, 134, 36, 30, 136, 138, 140, 124, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156] source: परन्तु जो मनुष्यों के सामने मुझे इन्कार करे उसका परमेश्वर के स्वर्गदूतों के सामने इन्कार किया जाएगा। target: [158, 22, 48, 102, 104, 160, 30, 162, 164, 166] source: यदि कोई परमेश्वर के मन्दिर को नाश करेगा तो परमेश्वर उसे नाश करेगा; क्योंकि परमेश्वर का मन्दिर पवित्र है, और वह तुम हो। target: [168, 170, 114, 172, 174, 176, 178, 144, 108, 180, 174, 182, 36, 184, 186, 24, 188, 4, 190, 126, 192] source: और मैंने उन सातों स्वर्गदूतों को जो परमेश्वर के सामने खड़े रहते हैं, देखा, और उन्हें सात तुरहियां दी गईं। target: [194, 196, 198, 16, 200, 202, 204, 206, 4, 208, 198, 210, 212, 214] source: हे परमेश्वर तेरी शोभा-यात्राएँ देखी गई, मेरे परमेश्वर और राजा की शोभा यात्रा पवित्र स्थान में जाते हुए देखी गई। target: [44, 46, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 6, 228, 6, 230, 220, 216, 222, 232] source: वह दुष्टों पर आग और गन्धक बरसाएगा; और प्रचण्ड लूह उनके कटोरों में बाँट दी जाएँगी। target: [30, 234, 236, 238, 4, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256] source: और मेरे विश्रामदिनों को पवित्र मानो कि वे मेरे और तुम्हारे बीच चिन्ह ठहरें, और जिससे तुम जानो कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। target: [258, 260, 24, 262, 264, 266, 12, 190, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 266, 280, 204, 142, 144, 146, 188, 44, 282, 284, 156] source: फिर मैंने मन्दिर में किसी को ऊँचे शब्द से उन सातों स्वर्गदूतों से यह कहते सुना, “जाओ, परमेश्वर के प्रकोप के सातों कटोरों को पृथ्वी पर उण्डेल दो।” target: [204, 286, 68, 78, 288, 290, 292, 108, 198, 294, 296, 298, 4, 114, 300, 302, 198, 304, 306, 308] source: और परमेश्वर की महिमा, और उसकी सामर्थ्य के कारण मन्दिर धुएँ से भर गया* और जब तक उन सातों स्वर्गदूतों की सातों विपत्तियाँ समाप्त न हुई, तब तक कोई मन्दिर में न जा सका। (यशा. 6:4) target: [4, 114, 310, 270, 312, 22, 314, 316, 318, 320, 322, 324, 4, 108, 198, 326, 198, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 342] source: और मुझे इस दर्शन में घोड़े और उनके ऐसे सवार दिखाई दिए, जिनकी झिलमें आग, धूम्रकान्त, और गन्धक की जैसी थीं, और उन घोड़ों के सिर सिंहों के सिरों के समान थे: और उनके मुँह से आग, धूआँ, और गन्धक निकलते थे। target: [108, 344, 346, 270, 348, 350, 352, 48, 354, 190, 356, 208, 358, 270, 360, 270, 362, 364, 366, 368, 4, 108, 370, 372, 374, 376, 368, 4, 378, 380, 382, 314, 270, 362, 384, 386, 388]
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तो वह परमेश्वर के प्रकोप की मदिरा जो बिना मिलावट के, उसके क्रोध के कटोरे में डाली गई है, पीएगा और पवित्र स्वर्गदूतों के सामने और मेम्ने के सामने आग और गन्धक की पीड़ा में पड़ेगा। (यशा. 51:17)
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[390, 114, 392, 394, 396, 398, 400, 402, 96, 404, 4, 24, 406, 4, 408, 410, 358, 4, 362, 412, 414, 166]
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source: तब पलिश्ती हाकिम उससे क्रोधित हुए; और उससे कहा, “उस पुरुष को लौटा दे, कि वह उस स्थान पर जाए जो तूने उसके लिये ठहराया है; वह हमारे संग लड़ाई में न आने पाएगा, कहीं ऐसा न हो कि वह लड़ाई में हमारा विरोधी बन जाए। फिर वह अपने स्वामी से किस रीति से मेल करे? क्या लोगों के सिर कटवाकर न करेगा? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 6, 8, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 18, 48, 50, 52, 42, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 62, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 28, 82, 96, 98, 100, 102] source: तब शाऊल पलिश्तियों का पीछा छोड़कर लौट गया; और पलिश्ती भी अपने स्थान को चले गए। target: [4, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 82, 40, 120] source: जब गिलाद के याबेश के सब लोगों ने सुना कि पलिश्तियों ने शाऊल के साथ क्या-क्या किया है। target: [122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146] source: शाऊल तो सोचता था, कि वह उसके लिये फंदा हो, और पलिश्तियों का हाथ उस पर पड़े। और शाऊल ने दाऊद से कहा, “अब की बार तो तू अवश्य ही मेरा दामाद हो जाएगा।” target: [148, 150, 152, 154, 156, 18, 158, 16, 156, 18, 160, 162, 16, 106, 164, 166, 168, 4, 150, 170, 172, 174, 176, 26, 178, 180, 182] source: जब दाऊद पलिश्ती को मारकर लौटा, तब अब्नेर ने उसे पलिश्ती का सिर हाथ में लिए हुए शाऊल के सामने पहुँचाया। target: [184, 186, 188, 190, 48, 64, 148, 192, 18, 194, 196, 198, 184, 200, 202, 38, 204, 206] source: पर पलिश्ती शाऊल और उसके पुत्रों के पीछे लगे रहे, और पलिश्तियों ने शाऊल के पुत्र योनातान, अबीनादाब और मल्कीशूअ को मार डाला। target: [122, 104, 16, 208, 210, 212, 108, 214, 216, 218, 220, 16, 222, 224, 226, 228, 16, 230, 28, 38, 232, 122, 234] source: तब शाऊल ने परमेश्वर से पूछा*, “क्या मैं पलिश्तियों का पीछा करूँ? क्या तू उन्हें इस्राएल के हाथ में कर देगा?” परन्तु उसे उस दिन कुछ उत्तर न मिला। target: [4, 150, 236, 238, 154, 240, 242, 244, 246, 248, 26, 218, 250, 204, 252, 254, 256, 184, 258, 260, 262, 264, 34, 266] source: और पलिश्ती शाऊल और उसके पुत्रों के पीछे लगे रहे; और पलिश्तियों ने शाऊल के पुत्र योनातान, अबीनादाब, और मल्कीशूअ को मार डाला। target: [268, 270, 272, 38, 274, 276, 278, 16, 280, 124, 210, 282, 272, 228, 272, 230, 284, 286, 234] source: तब दाऊद ने शाऊल से कहा, “किसी मनुष्य का मन उसके कारण कच्चा न हो; तेरा दास जाकर उस पलिश्ती से लड़ेगा।” target: [148, 288, 290, 152, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 184, 310, 312] source: पलिश्तियों ने इस्राएल से फिर युद्ध किया, और दाऊद अपने जनों समेत जाकर पलिश्तियों से लड़ने लगा; परन्तु दाऊद थक गया। target: [122, 314, 316, 318, 320, 148, 190, 82, 322, 324, 318, 326, 328, 330, 332, 190, 12, 334, 336] source: फिर दाऊद ने कहा, “यहोवा जिस ने मुझे सिंह और भालू दोनों के पंजे से बचाया है, वह मुझे उस पलिश्ती के हाथ से भी बचाएगा।” शाऊल ने दाऊद से कहा, “जा, यहोवा तेरे साथ रहे।” target: [338, 288, 152, 340, 342, 344, 272, 346, 348, 350, 352, 354, 62, 28, 356, 358, 352, 360, 4, 150, 152, 362, 364, 366, 368, 370] source: शाऊल याजक से बातें कर रहा था, कि पलिश्तियों की छावनी में हुल्लड़ अधिक बढ़ गया; तब शाऊल ने याजक से कहा, “अपना हाथ खींच* ले।” target: [372, 374, 100, 104, 376, 378, 380, 240, 382, 384, 386, 386, 388, 390, 148, 150, 392, 152, 394, 164, 396, 398] source: तब पलिश्ती हाकिमों ने पूछा, “इन इब्रियों का यहाँ क्या काम है?” आकीश ने पलिश्ती सरदारों से कहा, “क्या वह इस्राएल के राजा शाऊल का कर्मचारी दाऊद नहीं है, जो क्या जाने कितने दिनों से वरन् वर्षों से मेरे साथ रहता है, और जब से वह भाग आया, तब से आज तक मैंने उसमें कोई दोष नहीं पाया।” target: [148, 6, 8, 400, 402, 404, 36, 406, 408, 4, 410, 240, 412, 414, 416, 418, 104, 420, 422, 190, 62, 424, 426, 100, 102, 62, 428, 262, 430, 432, 262, 434, 436, 438, 16, 62, 440, 64, 184, 442, 444, 446, 352, 262, 448, 450, 452] source: जब वह शाऊल से बातें कर चुका, तब योनातान का मन दाऊद पर ऐसा लग गया, कि योनातान उसे अपने प्राण के समान प्यार करने लगा। target: [148, 372, 374, 176, 288, 454, 456, 458, 128, 460, 462, 464, 466, 468, 470, 472, 16, 282, 82, 474, 476, 10, 478, 480, 482, 484]
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फिर कुछ मनश्शेई भी उस समय दाऊद के पास भाग आए, जब वह पलिश्तियों के साथ होकर शाऊल से लड़ने को गया, परन्तु वह उसकी कुछ सहायता न कर सका, क्योंकि पलिश्तियों के सरदारों ने सम्मति लेने पर यह कहकर उसे विदा किया, “वह हमारे सिर कटवाकर अपने स्वामी शाऊल से फिर मिल जाएगा।”
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[486, 488, 170, 490, 492, 62, 494, 454, 496, 498, 148, 132, 500, 330, 502, 504, 506, 508, 510, 266, 78, 240, 512, 514, 516, 518, 502, 170, 48, 520, 522, 132, 20, 524, 526, 528, 530, 104, 532, 48, 534, 66, 82, 536, 538, 540]
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source: वे यह सुनकर कि वह उनसे इब्रानी भाषा में बोलता है, वे चुप रहे। तब उसने कहा: target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28] source: उसने उनसे एक दृष्टान्त भी कहा, “अंजीर के पेड़ और सब पेड़ों को देखो। target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 24] source: उसने उनसे कहा, ‘तुम भी दाख की बारी में जाओ।’ target: [56, 58, 28, 60, 62, 54, 64, 66, 68, 70, 72, 26, 74, 28, 76, 54, 78, 80, 72] source: तब उसने उनसे यह दृष्टान्त कहा: target: [30, 74, 82, 36, 38] source: और उसने उनसे दृष्टान्तों* में बहुत सी बातें कही “एक बोनेवाला बीज बोने निकला। target: [84, 30, 86, 32, 88, 90, 92, 24, 94, 96, 38, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 104, 110, 112, 24] source: मैंने पूछा, “वह क्या है?” उसने कहा? “वह वस्तु जो निकली जा रही है वह एक एपा का नाप है।” और उसने फिर कहा, “सारे देश में लोगों का यही पाप है।” target: [114, 116, 118, 120, 122, 124, 28, 126, 34, 128, 130, 132, 24, 134, 136, 138, 140, 142, 132, 144] source: जब वह एकान्त में प्रार्थना कर रहा था, और चेले उसके साथ थे, तो उसने उनसे पूछा, “लोग मुझे क्या कहते हैं?” target: [146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 54, 160, 162, 24, 94, 164, 166, 168, 38, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182] source: बिलाम ने बालाक से कहा, “जो दूत तूने मेरे पास भेजे थे, क्या मैंने उनसे भी न कहा था, target: [184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 28] source: चेलों ने जाकर, जैसा यीशु ने उनसे कहा था, वैसा ही किया। target: [84, 158, 202, 46, 30, 204, 206, 208, 156, 210, 212, 24] source: और उसने उनसे कहा, “तुम में से कौन है कि उसका एक मित्र हो, और वह आधी रात को उसके पास जाकर उससे कहे, ‘हे मित्र; मुझे तीन रोटियाँ दे। target: [30, 74, 38, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 24] source: वह धनी होकर लेट जाए परन्तु वह बना न रहेगा; आँख खोलते ही वह जाता रहेगा। target: [246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 70, 24, 258, 264, 266, 268, 270, 272, 90, 274, 276, 24] source: उसने उनसे कहा, “परन्तु तुम मुझे क्या कहते हो?” target: [94, 74, 38, 278, 172, 174, 176, 280, 282, 284, 182] source: उसने उनसे पूछा, “तुम्हारे पास कितनी रोटियाँ हैं?” उन्होंने कहा, “सात।” target: [94, 74, 286, 288, 290, 240, 292, 182, 56, 294, 296, 144] source: उसने उनसे कहा, “तुम क्या चाहते हो कि मैं तुम्हारे लिये करूँ?” target: [94, 74, 38, 298, 300, 302, 120, 304, 282, 306, 182]
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उसने उनसे कहा, “वह बारहों में से एक है, जो मेरे साथ थाली में हाथ डालता है।
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[30, 190, 308, 46, 74, 38, 310, 312, 314, 100, 316, 222, 318, 320, 322, 240, 324, 326, 24]
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source: और उसकी मेज पर का भोजन देखा, और उसके कर्मचारी किस रीति बैठते, और उसके टहलुए किस रीति खड़े रहते और कैसे-कैसे कपड़े पहने रहते हैं, और उसके पिलानेवाले कैसे हैं, और वे कैसे कपड़े पहने हैं, और वह कैसी चढ़ाई है जिससे वह यहोवा के भवन को जाया करता है, जब उसने यह सब देखा, तब वह चकित हो गई। target: [4, 6, 8, 10, 8, 12, 14, 16, 6, 8, 18, 8, 20, 14, 22, 6, 8, 24, 26, 28, 4, 30, 14, 32, 6, 8, 34, 36, 4, 30, 14, 38, 4, 6, 40, 42, 40, 44, 46, 48, 50, 8, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 48, 8, 64, 66, 68] source: और यूसुफ के स्वामी ने देखा, कि यहोवा उसके संग रहता है, और जो काम वह करता है उसको यहोवा उसके हाथ से सफल कर देता है। (प्रेरि. 7:9) target: [70, 6, 8, 72, 74, 76, 78, 50, 6, 8, 80, 82, 4, 84, 86, 88, 48, 90, 82, 6, 8, 92, 48, 94, 96, 98] source: और यहोवा ने वैसा ही किया, और फ़िरौन के भवन, और उसके कर्मचारियों के घरों में, और सारे मिस्र देश में डांसों के झुण्ड के झुण्ड भर गए, और डांसों के मारे वह देश नाश हुआ। target: [70, 50, 74, 100, 102, 104, 106, 4, 108, 8, 110, 8, 112, 114, 8, 116, 54, 4, 6, 8, 24, 8, 118, 54, 120, 4, 122, 8, 124, 126, 54, 128, 108, 8, 110, 8, 130, 132, 134, 136] source: जब राजा अपने भवन में रहता था, और यहोवा ने उसको उसके चारों ओर के सब शत्रुओं से विश्राम दिया था, target: [138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 54, 152, 154, 50, 74, 6, 8, 156, 8, 158, 160, 48, 162, 164, 166] source: वह गाँवों में घात में बैठा करता है, और गुप्त स्थानों में निर्दोष को घात करता है, उसकी आँखें लाचार की घात में लगी रहती है। target: [48, 168, 8, 170, 54, 172, 174, 48, 176, 178, 54, 180, 14, 182, 90, 174, 48, 40, 184, 186, 26, 188, 54, 190, 192, 194] source: और उसका भाई आसाप जो उसके दाहिने खड़ा हुआ करता था वह बेरेक्याह का पुत्र था, और बेरेक्याह शिमा का, target: [4, 48, 14, 196, 198, 200, 48, 8, 202, 204, 206, 208, 58, 210, 212, 14, 214, 216, 14, 214] source: उसने कहा, “शिनार देश में लिए जाती हैं कि वहाँ उसके लिये एक भवन बनाएँ; और जब वह तैयार किया जाए, तब वह एपा वहाँ अपने ही पाए पर खड़ा किया जाएगा।” target: [6, 218, 220, 78, 222, 224, 14, 226, 228, 126, 54, 6, 14, 230, 150, 232, 98, 234, 48, 236, 134, 238, 62, 48, 8, 240, 12, 48, 242, 244] source: तब बोआज ने रूत को ब्याह लिया, और वह उसकी पत्नी हो गई; और जब वह उसके पास गया तब यहोवा की दया से उसको गर्भ रहा, और उसके एक बेटा उत्पन्न हुआ। (मत्ती 1:4,5) target: [70, 246, 74, 248, 162, 250, 252, 48, 6, 26, 254, 134, 136, 234, 6, 74, 48, 8, 256, 258, 106, 62, 50, 74, 48, 162, 260, 26, 262, 264, 4, 6, 74, 230, 266, 162, 268, 166] source: यह देखकर कि मूसा लोगों के लिये क्या-क्या करता है, उसके ससुर ने कहा, “यह क्या काम है जो तू लोगों के लिये करता है? क्या कारण है कि तू अकेला बैठा रहता है, और लोग भोर से सांझ तक तेरे आस-पास खड़े रहते हैं?” target: [234, 270, 8, 272, 74, 48, 274, 276, 84, 6, 74, 278, 256, 106, 76, 62, 280, 282, 284, 286, 82, 84, 288, 278, 256, 90, 290, 288, 292, 294, 172, 296, 4, 298, 278, 300, 160, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314] source: परन्तु निर्धन के पास भेड़ की एक छोटी बच्ची को छोड़ और कुछ भी न था, और उसको उसने मोल लेकर जिलाया था। वह उसके यहाँ उसके बाल-बच्चों के साथ ही बढ़ी थी; वह उसके टुकड़े में से खाती, और उसके कटोरे में से पीती, और उसकी गोद में सोती थी, और वह उसकी बेटी के समान थी। target: [316, 6, 318, 320, 322, 26, 230, 324, 160, 326, 328, 276, 330, 332, 6, 162, 48, 74, 334, 336, 4, 338, 58, 4, 340, 342, 344, 6, 8, 346, 256, 104, 140, 332, 48, 100, 26, 348, 350, 352, 6, 8, 354, 350, 356, 100, 26, 358, 54, 360, 4, 6, 26, 362, 8, 364, 332] source: और उसको यहोवा ने फ़िरौन और उसके सब कर्मचारियों के सामने, और उसके सारे देश में, सब चिन्ह और चमत्कार करने को भेजा था, target: [4, 6, 162, 50, 74, 114, 4, 6, 8, 124, 18, 8, 366, 4, 6, 8, 124, 368, 54, 370, 4, 372, 88, 374, 376, 378, 58] source: फिर मूसा ने सब इस्राएलियों को बुलाकर कहा, “जो कुछ यहोवा ने मिस्र देश में तुम्हारे देखते फ़िरौन और उसके सब कर्मचारियों, और उसके सारे देश से किया वह तुमने देखा है; target: [270, 74, 124, 380, 162, 382, 384, 280, 386, 276, 50, 74, 122, 54, 388, 390, 392, 6, 8, 124, 24, 4, 6, 8, 368, 256, 106, 154, 48, 394, 76, 58] source: चाहे वह गिरे तो भी पड़ा न रह जाएगा, क्योंकि यहोवा उसका हाथ थामे रहता है। target: [396, 48, 398, 86, 400, 316, 402, 330, 404, 292, 84, 50, 340, 406, 408, 98] source: तब उसकी अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई, और वह उसकी सेवा टहल करने के लिये नियुक्त किया गया; फिर उसने उसको अपने घर का अधिकारी बनाकर अपना सब कुछ उसके हाथ में सौंप दिया। target: [410, 412, 12, 48, 26, 414, 26, 416, 418, 412, 74, 48, 26, 420, 422, 4, 6, 74, 48, 162, 148, 150, 14, 424, 426, 428, 4, 84, 276, 48, 14, 58, 6, 8, 406, 54, 8, 166]
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और उसके कर्मचारी किस रीति बैठते, और उसके टहलुए किस रीति खड़े रहते, और कैसे-कैसे कपड़े पहने रहते हैं, और उसके पिलानेवाले कैसे हैं, और वह कैसी चढ़ाई है, जिससे वह यहोवा के भवन को जाया करता है, यह सब जब उसने देखा, तब वह चकित रह गई।
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[430, 6, 26, 10, 8, 12, 14, 16, 6, 8, 18, 8, 20, 14, 22, 6, 8, 24, 26, 28, 30, 14, 32, 6, 8, 34, 36, 4, 6, 40, 42, 40, 44, 46, 48, 50, 8, 52, 54, 56, 58, 62, 48, 8, 64, 66, 432]
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source: जितने तेरी विधियों के मार्ग से भटक जाते हैं, उन सब को तू तुच्छ जानता है, क्योंकि उनकी चतुराई झूठ है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: जितने लोग गिने जाएँ वे पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार आधा शेकेल दें, (यह शेकेल बीस गेरा का होता है), यहोवा की भेंट आधा शेकेल हो। target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 54, 60, 62, 64, 66, 34, 68, 52, 54, 70, 72, 74, 76, 34] source: देख, जो तुझसे क्रोधित हैं, वे सब लज्जित होंगे; जो तुझसे झगड़ते हैं उनके मुँह काले होंगे और वे नाश होकर मिट जाएँगे। target: [78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 28, 92, 94, 34, 96, 98, 100, 88, 102, 94, 28, 104, 94, 34] source: मैं तेरी चितौनियों में लौलीन हूँ, हे यहोवा, मुझे लज्जित न होने दे! target: [4, 106, 108, 110, 112, 34, 114, 116, 118, 120, 122, 34] source: यह विशेष पवित्र भाग सादोक की सन्तान के उन याजकों का हो जो मेरी आज्ञाओं को पालते रहें, और इस्राएलियों के भटक जाने के समय लेवियों के समान न भटके थे। target: [124, 126, 128, 130, 68, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 32, 28, 150, 24, 152, 154, 88, 156, 158, 34] source: उन पर हाय, क्योंकि वे मेरे पास से भटक गए! उनका सत्यानाश हो, क्योंकि उन्होंने मुझसे बलवा किया है! मैं तो उन्हें छुड़ाता रहा, परन्तु वे मुझसे झूठ बोलते आए हैं। target: [160, 162, 164, 20, 88, 166, 8, 168, 32, 34, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 144, 182, 184, 148, 186, 188, 160, 190, 192, 194, 180, 144, 196, 198, 200, 34] source: मनश्शे ने यहूदा और यरूशलेम के निवासियों को यहाँ तक भटका दिया कि उन्होंने उन जातियों से भी बढ़कर बुराई की, जिन्हें यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से विनाश किया था। target: [202, 204, 206, 104, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 28, 228, 230, 232, 234, 34] source: परन्तु उन्होंने न माना, वरन् मनश्शे ने उनको यहाँ तक भटका दिया* कि उन्होंने उन जातियों से भी बढ़कर बुराई की जिनका यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से विनाश किया था। target: [194, 236, 68, 238, 240, 28, 150, 242, 244, 202, 246, 208, 210, 212, 248, 250, 220, 222, 224, 160, 232, 234, 34] source: सुनों, प्रभु सेनाओं का यहोवा यरूशलेम और यहूदा का सब प्रकार का सहारा और सिरहाना अर्थात् अन्न का सारा आधार, और जल का सारा आधार दूर कर देगा; target: [78, 252, 202, 254, 28, 256, 258, 28, 260, 152, 262, 264, 266, 28, 268, 264, 270] source: कितने इस ज्ञान का अंगीकार करके विश्वास से भटक गए हैं। तुम पर अनुग्रह होता रहे। target: [272, 24, 274, 276, 278, 280, 28, 282, 88, 284, 286, 32, 34, 288, 290, 292, 34] source: “इस्राएलियों को आज्ञा दे, कि वे सब कोढ़ियों को, और जितनों के प्रमेह हो, और जितने लोथ के कारण अशुद्ध हों, उन सभी को छावनी से निकाल दें; target: [294, 296, 298, 300, 302, 304, 298, 300, 302, 306, 308, 310, 300, 12, 312, 314, 316, 150, 318, 320, 322, 34] source: इस्राएलियों और यहोवा के दास मूसा ने इनको मार लिया; और यहोवा के दास मूसा ने उनका देश रूबेनियों और गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों को दे दिया। target: [324, 326, 328, 28, 150, 236, 330, 332, 234, 334, 324, 326, 336, 338, 340, 342, 344, 28, 346, 52, 348, 350, 134, 352, 34] source: उनको उन्होंने डेरे में से निकालकर यहोशू और सब इस्राएलियों के पास लाकर यहोवा के सामने रख दिया। target: [180, 22, 354, 356, 358, 360, 334, 362, 28, 150, 364, 366, 34, 180, 368, 70, 244, 370, 34] source: जितने सिय्योन से बैर रखते हैं, वे सब लज्जित हो, और पराजित होकर पीछे हट जाए! target: [372, 374, 376, 84, 378, 120, 380, 28, 382, 384, 34]
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हे यहोवा, हे इस्राएल के आधार, जितने तुझे छोड़ देते हैं वे सब लज्जित होंगे; जो तुझसे भटक जाते हैं उनके नाम भूमि ही पर लिखे जाएँगे, क्योंकि उन्होंने जीवन के जल के सोते यहोवा को त्याग दिया है।
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[386, 388, 204, 390, 392, 34, 394, 396, 84, 120, 398, 34, 400, 402, 404, 10, 406, 408, 20, 180, 116, 410, 268, 412, 414, 32, 34]
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source: तब वे तेल से सने हुए मैदे के अन्नबलि समेत एक बछड़ा ले लें, और तू पापबलि के लिये एक दूसरा बछड़ा लेना। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 18, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 10, 42, 44, 46, 48] source: और जिस दिन वे पवित्रस्थान अर्थात् भीतरी आँगन में सेवा टहल करने को फिर प्रवेश करें, उस दिन अपने लिये पापबलि चढ़ाएँ, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। target: [50, 52, 6, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 46, 72, 74, 76, 46, 42, 44, 78, 80, 82, 84, 86, 88] source: “उन्हें पवित्र करने को जो काम तुझे उनसे करना है कि वे मेरे लिये याजक का काम करें वह यह है: एक निर्दोष बछड़ा और दो निर्दोष मेढ़े लेना, target: [6, 90, 92, 38, 94, 58, 54, 70, 46, 96, 98, 6, 100, 18, 102, 104, 70, 106, 108, 98, 8, 110, 36, 112, 114, 116, 118, 120, 122] source: तब वह पापबलि के बछड़े को समीप ले गया; और हारून और उसके पुत्रों ने अपने-अपने हाथ पापबलि के बछड़े के सिर पर रखे। target: [124, 6, 42, 44, 18, 126, 46, 128, 130, 36, 132, 36, 16, 58, 134, 136, 138, 42, 44, 18, 126, 58, 128, 58, 140, 142, 144] source: क्योंकि उनका काम तो हारून की सन्तान की सेवा टहल करना था, अर्थात् यह कि वे आँगनों और कोठरियों में, और सब पवित्र वस्तुओं के शुद्ध करने में और परमेश्वर के भवन की उपासना के सब कामों में सेवा टहल करें; target: [36, 94, 84, 146, 106, 148, 150, 132, 18, 152, 154, 156, 158, 98, 82, 58, 160, 18, 104, 162, 164, 166, 66, 168, 36, 170, 54, 172, 174, 176, 70, 178, 180, 58, 160, 18, 104, 70] source: सात दिन तक तू प्रतिदिन पापबलि के लिये एक बकरा तैयार करना, और निर्दोष बछड़ा और भेड़ों में से निर्दोष मेढ़ा भी तैयार किया जाए। target: [38, 182, 52, 184, 186, 52, 8, 188, 42, 44, 46, 190, 192, 194, 36, 8, 196, 198, 36, 8, 200, 84, 202, 204, 10, 206, 190, 192, 208] source: “पापबलि के लिये एक निर्दोष बछड़ा, और होमबलि के लिये एक निर्दोष मेढ़ा लेकर यहोवा के सामने भेंट चढ़ा। target: [36, 16, 210, 132, 174, 212, 214, 44, 18, 126, 46, 38, 8, 198, 36, 216, 44, 18, 126, 46, 8, 110, 202, 204, 218, 220, 94, 174, 82, 58, 222, 224] source: परन्तु हम लोगों का परमेश्वर यहोवा है और हमने उसको नहीं त्यागा, और हमारे पास यहोवा की सेवा टहल करनेवाले याजक, हारून की सन्तान और अपने-अपने काम में लगे हुए लेवीय हैं। target: [226, 228, 106, 230, 108, 98, 82, 228, 180, 108, 36, 232, 16, 174, 234, 236, 36, 238, 154, 132, 58, 240, 242, 244, 246, 82, 18, 68, 248, 244, 36, 250, 252, 76, 146, 66, 254, 256, 244] source: तब लेवीय अपने-अपने हाथ उन बछड़ों के सिरों पर रखें; तब तू लेवियों के लिये प्रायश्चित करने को एक बछड़ा पापबलि और दूसरा होमबलि करके यहोवा के लिये चढ़ाना। target: [4, 250, 76, 138, 258, 58, 260, 142, 262, 36, 38, 8, 174, 42, 44, 46, 36, 264, 174, 216, 18, 126, 46, 266, 74, 150, 6, 268, 84, 270, 272] source: पर्व के सातों दिन वह यहोवा के लिये होमबलि तैयार करे, अर्थात् हर एक दिन सात-सात निर्दोष बछड़े और सात-सात निर्दोष मेढ़े और प्रतिदिन एक-एक बकरा पापबलि के लिये तैयार करे। target: [274, 58, 182, 276, 66, 6, 186, 52, 278, 182, 276, 184, 182, 202, 204, 280, 36, 182, 202, 204, 282, 284, 74, 150, 82, 58, 46, 216, 18, 44, 286, 288, 36, 186, 52, 42, 44, 58, 46, 8, 290] source: क्या तुमने यहोवा के याजकों को, अर्थात् हारून की सन्तान और लेवियों को निकालकर देश-देश के लोगों के समान याजक नियुक्त नहीं कर लिए? जो कोई एक बछड़ा और सात मेढ़े अपना संस्कार कराने को ले आता, वह उनका याजक हो जाता है जो ईश्वर नहीं है। (यिर्म. 2:11) target: [98, 292, 132, 58, 134, 36, 268, 174, 150, 82, 58, 264, 242, 294, 234, 296, 298, 36, 264, 300, 302, 304, 210, 306, 142, 76, 242, 308, 234, 310, 312, 314, 316, 318, 8, 198, 164, 182, 282, 218, 220, 76, 320, 174, 322, 324, 6, 94, 84, 150, 326, 206, 234, 244, 242, 328, 330] source: इसलिए हारून ने वेदी के समीप जाकर अपने पापबलि के बछड़े को बलिदान किया। target: [332, 46, 132, 210, 334, 58, 154, 336, 220, 16, 42, 44, 18, 126, 58, 280, 174, 338, 150, 16, 58, 76, 46, 340] source: और इस्राएलियों से यह कह, 'तुम पापबलि के लिये एक बकरा, और होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक भेड़ का बच्चा लो, जो एक वर्ष के हों और निर्दोष हों, target: [36, 38, 342, 174, 106, 344, 98, 292, 42, 44, 18, 126, 46, 8, 188, 36, 216, 44, 46, 8, 198, 36, 8, 346, 348, 150, 8, 350, 58, 36, 202, 204, 352] source: और जिस कोठरी का द्वार उत्तर की ओर है, वह उन याजकों के लिये है जो वेदी की चौकसी करते हैं; ये सादोक की सन्तान हैं*; और लेवियों में से यहोवा की सेवा टहल करने को केवल ये ही उसके समीप जाते हैं।” target: [6, 354, 50, 84, 356, 358, 360, 108, 362, 364, 46, 366, 246, 334, 18, 368, 46, 370, 106, 372, 18, 374, 376, 244, 150, 268, 376, 82, 58, 378, 6, 18, 104, 70, 46, 380, 370]
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अर्थात् लेवीय याजक लोग, जो सादोक की सन्तान हैं, और मेरी सेवा टहल करने को मेरे समीप रहते हैं, उन्हें तू पापबलि के लिये एक बछड़ा देना, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
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[38, 250, 364, 46, 246, 372, 18, 374, 376, 244, 36, 246, 102, 68, 46, 382, 384, 380, 386, 42, 44, 46, 198, 388, 80, 82, 84, 86, 88]
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source: उसने उनसे कहा, ‘तुम भी दाख की बारी में जाओ।’ target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: उन दिनों में, जब फिर बड़ी भीड़ इकट्ठी हुई, और उनके पास कुछ खाने को न था, तो उसने अपने चेलों को पास बुलाकर उनसे कहा, target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 20, 68] source: उसने पीछे फिरकर मुझे देखा, और मुझे पुकारा। मैंने कहा, 'क्या आज्ञा?' target: [70, 72, 74, 76, 66, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90] source: तब उसने उनसे यह दृष्टान्त कहा: target: [92, 94, 96, 98, 100] source: जब वह एकान्त में प्रार्थना कर रहा था, और चेले उसके साथ थे, तो उसने उनसे पूछा, “लोग मुझे क्या कहते हैं?” target: [102, 60, 12, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126] source: जब सब लोग सुन रहे थे, तो उसने अपने चेलों से कहा। target: [102, 128, 130, 132, 134, 12, 62, 136] source: उसने इस प्रकार उनसे कहा, “यहोवा तुम्हारे संग रहे जब कि मैं तुम्हें बच्चों समेत जाने देता हूँ; देखो, तुम्हारे मन में बुराई है*। target: [138, 20, 22, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 66, 154, 156, 158, 160, 162, 164] source: उसने उनसे एक दृष्टान्त भी कहा, “अंजीर के पेड़ और सब पेड़ों को देखो। target: [166, 168, 98, 100, 170, 172, 174, 66, 128, 176, 178] source: तब उन्होंने अपने पिता याकूब से यूसुफ की सारी बातें, जो उसने उनसे कहीं थीं, कह दीं; जब उसने उन गाड़ियों को देखा, जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजी थीं, तब उसका चित्त स्थिर हो गया। target: [180, 102, 128, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 20, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 192, 206, 208, 98, 52, 210, 212, 214, 216, 218, 220] source: उसने कहा, “हे मेरे प्रभु, ले, पी ले,” और उसने फुर्ती से घड़ा उतारकर हाथ में लिये-लिये उसको पानी पिला दिया। target: [18, 222, 224, 226, 228, 12, 230, 232, 234, 236, 238, 66, 240, 242] source: और बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली, और उसने उन्हें वहाँ चंगा किया। target: [42, 244, 246, 248, 18, 250, 252] source: उसने उनसे कहा, “वह बारहों में से एक है, जो मेरे साथ थाली में हाथ डालता है। target: [20, 68, 254, 256, 258, 52, 260, 236, 262, 264] source: उसने आँख उठाकर दृष्टि की तो क्या देखा, कि तीन पुरुष उसके सामने खड़े हैं। जब उसने उन्हें देखा तब वह उनसे भेंट करने के लिये तम्बू के द्वार से दौड़ा, और भूमि पर गिरकर दण्डवत् की और कहने लगा, target: [266, 268, 270, 66, 272, 274, 276, 278, 28, 280, 282, 102, 284, 80, 28, 286, 288, 290, 292, 294, 66, 296, 298, 66, 268, 300, 302, 304] source: उसने उनसे कहा, “क्या तुम ने नहीं पढ़ा, कि दाऊद ने, जब वह और उसके साथी भूखे हुए तो क्या किया? target: [18, 20, 68, 306, 308, 310, 312, 314, 102, 74, 66, 316, 112, 318, 320, 322]
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और जब बड़ी भीड़ उसके साथ जा रही थी, तो उसने पीछे फिरकर उनसे कहा।
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[42, 244, 150, 60, 324, 12, 326, 70, 76, 66, 20, 22]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: फिर जब इस्राएलियों पर किसी राजा ने राज्य न किया था, तब भी एदोम के देश में ये राजा हुए; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 10, 22, 24, 26, 28] source: तब उन्होंने कहा, “यह ‘थोड़ी देर’ जो वह कहता है, क्या बात है? हम नहीं जानते, कि क्या कहता है।” target: [26, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 18, 42, 44, 46, 48, 34, 50, 52, 26, 54, 56, 58] source: क्योंकि मेरी तलवार आकाश में पीकर तृप्त हुई है; देखो, वह न्याय करने को एदोम पर, और जिन पर मेरा श्राप है उन पर पड़ेगी। target: [60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 74, 102] source: इसलिए जो हम तुझ से कहते हैं, वह कर। हमारे यहाँ चार मनुष्य हैं, जिन्होंने मन्नत मानी है। target: [104, 76, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124] source: एदोम कहता है, “हमारा देश उजड़ गया है, परन्तु हम खण्डहरों को फिर बनाएँगे;” सेनाओं का यहोवा यह कहता है, “यदि वे बनाएँ भी, परन्तु मैं ढा दूँगा; उनका नाम दुष्ट जाति पड़ेगा, और वे ऐसे लोग कहलाएँगे जिन पर यहोवा सदैव क्रोधित रहे।” target: [14, 40, 126, 128, 130, 132, 82, 134, 136, 106, 138, 140, 18, 142, 144, 98, 26, 146, 136, 148, 150, 152, 154, 156, 136, 94, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 26, 164, 176, 178, 150, 180, 182, 124] source: तब इस्राएल ने एदोम के राजा के पास दूतों से यह कहला भेजा, 'मुझे अपने देश में से होकर जाने दे;' और एदोम के राजा ने उनकी न मानी। इसी रीति उसने मोआब के राजा से भी कहला भेजा, और उसने भी न माना। इसलिए इस्राएल कादेश में रह गया। target: [184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 188, 216, 218, 220, 162, 222, 224, 226, 214, 228, 230, 132, 232, 234, 236, 238, 240] source: और एदोम देश की सीमा पर होर पहाड़ में यहोवा ने मूसा और हारून से कहा, target: [242, 244, 246, 248, 250, 150, 252, 162, 254, 126] source: ये वही मूसा और हारून हैं जिन्होंने मिस्र के राजा फ़िरौन से कहा कि हम इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले जाएँगे। target: [236, 256, 258, 260, 262, 210, 264, 40, 266, 8, 268, 270, 18, 272, 274, 174, 276, 278, 280] source: उसके दिनों में एदोम ने यहूदा की अधीनता छोड़कर अपना एक राजा बना लिया। target: [282, 284, 14, 286, 202, 288, 290, 292, 188, 118, 294, 296, 298, 300] source: “इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है मैंने बाबेल के राजा के जूए को तोड़ डाला है। target: [302, 304, 306, 308, 40, 152, 310, 216, 312, 314, 94, 316, 124] source: तब उसने इस्राएलियों से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, 'मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया, और तुम को मिस्रियों के हाथ से, और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है।' target: [104, 318, 320, 322, 126, 324, 306, 326, 40, 152, 94, 328, 330, 332, 334, 162, 336, 338, 278, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 338, 340, 352] source: मैं तुम से सच कहता हूँ, ये सब बातें इस पीढ़ी के लोगों पर आ पड़ेंगी। target: [94, 340, 354, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 370] source: इस प्रकार एदोम ने इस्राएल को अपने देश के भीतर से होकर जाने देने से इन्कार किया; इसलिए इस्राएल उसकी ओर से मुड़ गए। target: [246, 216, 236, 256, 372, 260, 374, 376, 378, 58, 162, 380, 164, 382, 384, 386, 388, 390, 392] source: यहोवा यह कहता है, हे इस्राएल के घराने जो वचन यहोवा तुम से कहता है उसे सुनो। target: [320, 394, 150, 18, 396, 340, 398, 22, 98, 26, 400]
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फिर मूसा ने कादेश से एदोम के राजा के पास दूत भेजे, “तेरा भाई इस्राएल यह कहता है, कि हम पर जो-जो क्लेश पड़े हैं वह तू जानता होगा;
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[402, 404, 406, 104, 408, 246, 410, 412, 256, 414, 416, 418, 420, 318, 416, 422, 424, 426, 428, 164, 430, 432, 434, 344, 344, 436, 438, 440, 430, 442, 444]
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source: और दाऊद ने परमेश्वर से कहा, “यह काम जो मैंने किया, वह महापाप है। परन्तु अब अपने दास का अधर्म दूर कर; मुझसे तो बड़ी मूर्खता हुई है।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52] source: तब दाऊद ने नातान से कहा, “मैंने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है।” नातान ने दाऊद से कहा, “यहोवा ने तेरे पाप को दूर किया है; तू न मरेगा*। target: [4, 6, 54, 10, 56, 58, 60, 34, 62, 26, 64, 66, 68, 10, 70, 72, 74, 34, 36, 76, 26, 78, 80, 82] source: दाऊद ने कहा, “अब मैंने क्या किया है? वह तो निरी बात थी।” target: [66, 6, 84, 42, 28, 86, 24, 88, 42, 90, 92, 94, 96, 98, 100] source: अब वैसा ही करो; क्योंकि यहोवा ने दाऊद के विषय में यह कहा है, 'अपने दास दाऊद के द्वारा मैं अपनी प्रजा इस्राएल को पलिश्तियों, वरन् उनके सब शत्रुओं के हाथ से छुड़ाऊँगा।'” target: [28, 102, 104, 106, 70, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 6, 142, 42, 144, 146] source: योनातान ने दाऊद से कहा, “जो कुछ तेरा जी चाहे वही मैं तेरे लिये करूँगा।” target: [66, 148, 68, 84, 150, 152, 74, 154, 156, 102, 42, 158, 146] source: बाद में जब दाऊद ने यह सुना, तो कहा, “नेर के पुत्र अब्नेर के खून के विषय मैं अपनी प्रजा समेत यहोवा की दृष्टि में सदैव निर्दोष रहूँगा। target: [68, 144, 160, 162, 66, 164, 10, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 42, 120, 178, 180, 182, 184, 186, 144, 188] source: दाऊद ने अबीगैल से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है, जिस ने आज के दिन मुझसे भेंट करने के लिये तुझे भेजा है। target: [66, 6, 190, 10, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 164, 210, 212] source: इसके बाद दाऊद ने यहोवा से पूछा*, “क्या मैं यहूदा के किसी नगर में जाऊँ?” यहोवा ने उससे कहा, “हाँ, जा।” दाऊद ने फिर पूछा, “किस नगर में जाऊँ?” उसने कहा, “हेब्रोन में।” target: [4, 214, 216, 218, 12, 220, 222, 224, 226, 228, 66, 186, 10, 230, 232, 234, 214, 218, 236, 238, 240, 242, 244, 246] source: तब शाऊल ने दाऊद का बोल पहचानकर कहा, “हे मेरे बेटे दाऊद, क्या यह तेरा बोल है?” दाऊद ने कहा, “हाँ, मेरे प्रभु राजा, मेरा ही बोल है।” target: [66, 248, 250, 252, 254, 10, 256, 258, 108, 14, 260, 252, 262, 100, 6, 10, 256, 264, 266, 14, 268, 252, 52] source: शाऊल ने दाऊद से कहा, “हे मेरे बेटे दाऊद तू धन्य है! तू बड़े-बड़े काम करेगा और तेरे काम सफल होंगे।” तब दाऊद ने अपना मार्ग लिया, और शाऊल भी अपने स्थान को लौट गया। target: [66, 248, 68, 10, 256, 258, 108, 78, 270, 272, 78, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 4, 6, 30, 286, 288, 120, 290, 30, 292, 294, 296] source: और यहूदी लोग गए, और वहाँ दाऊद का अभिषेक किया* कि वह यहूदा के घराने का राजा हो। जब दाऊद को यह समाचार मिला, कि जिन्होंने शाऊल को मिट्टी दी वे गिलाद के याबेश नगर के लोग हैं। target: [298, 300, 118, 4, 302, 304, 120, 306, 68, 308, 18, 310, 312, 314, 316, 318, 102, 4, 320, 322, 324, 326, 328, 330, 332, 334] source: तब उसने मुझसे कहा, “इस्राएल और यहूदा के घरानों का अधर्म अत्यन्त ही अधिक है, यहाँ तक कि देश हत्या से और नगर अन्याय से भर गया है; क्योंकि वे कहते है, 'यहोवा ने पृथ्वी को त्याग दिया और यहोवा कुछ नहीं देखता।' target: [164, 204, 10, 336, 120, 338, 34, 44, 340, 342, 344, 280, 346, 348, 350, 262, 120, 102, 352, 18, 354, 186, 196, 356, 358, 164, 356, 360, 362] source: फिर दाऊद ने अबीशै और अपने सब कर्मचारियों से कहा, “जब मेरा निज पुत्र ही मेरे प्राण का खोजी है, तो यह बिन्यामीनी अब ऐसा क्यों न करे? उसको रहने दो, और श्राप देने दो; क्योंकि यहोवा ने उससे कहा है। target: [364, 120, 122, 366, 368, 312, 370, 10, 138, 372, 168, 374, 128, 376, 378, 114, 380, 72, 382, 144, 384, 386, 262, 380, 388, 390, 392, 320, 394, 102, 396, 398, 40, 400, 320, 402, 404] source: इस प्रकार सुलैमान ने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है, और यहोवा के पीछे अपने पिता दाऊद के समान पूरी रीति से न चला। target: [406, 408, 410, 412, 414, 318, 416, 418, 6, 420, 164, 216, 422, 424, 362]
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प्रजा की गणना करने के बाद दाऊद का मन व्याकुल हुआ। अतः दाऊद ने यहोवा से कहा, “यह काम जो मैंने किया वह महापाप है। तो अब, हे यहोवा, अपने दास का अधर्म दूर कर; क्योंकि मुझसे बड़ी मूर्खता हुई है।”
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[144, 426, 428, 430, 432, 68, 434, 436, 438, 164, 216, 10, 440, 144, 442, 22, 444, 26, 446, 128, 448, 204, 450, 452, 138, 72, 454, 456, 458, 26]
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source: फिर उसी वर्ष अर्थात् बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के राज्य के उन्नीसवें वर्ष के पाँचवें महीने के दसवें दिन को अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान जो बाबेल के राजा के सम्मुख खड़ा रहता था* यरूशलेम में आया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान को यिर्मयाह के विषय में यह आज्ञा दी, target: [52, 8, 54, 56, 58, 44, 46, 60, 62, 64, 66, 68, 34, 70] source: फिर नबूकदनेस्सर के राज्य के तेईसवें वर्ष में अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान सात सौ पैंतालीस यहूदी जनों को बँधुए करके ले गया; सब प्राणी मिलकर चार हजार छः सौ हुए। target: [72, 44, 74, 76, 78, 80, 28, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 92, 90, 98, 100, 102, 104, 106] source: परन्तु, दिहात के कंगाल लोगों में से कितनों को अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने दाख की बारियों की सेवा और किसानी करने को छोड़ दिया। target: [108, 38, 46, 48, 28, 82, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 42, 122, 124, 126, 128, 130] source: इनको अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान पकड़कर रिबला के राजा के पास ले गया। target: [132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 94] source: इन सबको अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान रिबला में बाबेल के राजा के पास ले गया। target: [148, 150, 48, 28, 82, 118, 152, 134, 136, 6, 154, 156] source: जब अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने यिर्मयाह को रामाह में उन सब यरूशलेमी और यहूदी बन्दियों के बीच हथकड़ियों से बन्धा हुआ* पाकर जो बाबेल जाने को थे छुड़ा लिया, उसके बाद यहोवा का वचन उसके पास पहुँचा। target: [158, 42, 160, 162, 164, 96, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 50, 186, 44, 150, 60, 28, 82, 188, 190, 192, 194, 196, 164, 198, 200, 202, 204, 206, 208] source: परन्तु प्रजा में से जो ऐसे कंगाल थे जिनके पास कुछ न था, उनको अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान यहूदा देश में छोड़ गया, और जाते समय उनको दाख की बारियाँ और खेत दे दिए। target: [108, 44, 150, 60, 28, 82, 210, 212, 214, 216, 218, 116, 220, 160, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 118, 236, 42, 238, 228] source: उसके दिनों में बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के कर्मचारियों ने यरूशलेम पर चढ़ाई करके नगर को घेर लिया। target: [240, 242, 8, 10, 12, 244, 158, 246, 248, 250] source: अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने यिर्मयाह को उस समय अपने पास बुला लिया, और कहा, “इस स्थान पर यह जो विपत्ति पड़ी है वह तेरे परमेश्वर यहोवा की कही हुई थी। target: [60, 252, 254, 256, 258, 34, 188, 70, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 140, 272, 274, 276, 278, 94] source: अतः अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान और खोजों के प्रधान नबूसजबान और मगों के प्रधान नेर्गलसरेसेर ज्योतिषियों के सरदार, target: [276, 44, 46, 60, 28, 280, 282, 140, 284, 286, 288, 140, 284, 290, 258, 292, 294, 96, 296, 298, 300] source: यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के तीसरे वर्ष में बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम पर चढ़ाई करके उसको घेर लिया*। target: [302, 8, 304, 12, 14, 306, 76, 52, 8, 10, 82, 308, 310, 170, 312, 314, 316, 126, 318, 248, 250] source: वह राजा के सातवें वर्ष के पाँचवें महीने में यरूशलेम को पहुँचा। target: [320, 14, 322, 324, 20, 326, 328, 330, 32] source: अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान कंगाल लोगों में से कितनों को, और जो लोग नगर में रह गए थे, और जो लोग बाबेल के राजा के पास भाग गए थे, और जो कारीगर रह गए थे, उन सब को बन्दी बनाकर ले गया। target: [332, 138, 158, 334, 336, 338, 340, 96, 220, 166, 276, 342, 6, 344, 346, 348, 350, 34, 152, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 230, 364, 342]
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बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के उन्नीसवें वर्ष के पाँचवें महीने के सातवें दिन को अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान जो बाबेल के राजा का एक कर्मचारी था, यरूशलेम में आया।
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[242, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 326, 322, 234, 28, 308, 366, 170, 32, 368, 370, 44, 372, 374, 376, 48, 50]
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source: इसलिए अपने में से एक को भेज दो कि वह तुम्हारे भाई को ले आए, और तुम लोग बन्दी रहोगे; इस प्रकार तुम्हारी बातें परखी जाएँगी कि तुम में सच्चाई है कि नहीं। यदि सच्चे न ठहरे तब तो फ़िरौन के जीवन की शपथ तुम निश्चय ही भेदिये समझे जाओगे।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 12, 24, 26, 28, 4, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 16, 20, 52, 54, 56, 28, 58, 60, 40, 62, 64, 66, 64, 68, 4, 70, 72, 74] source: और अपने छोटे भाई को मेरे पास ले आओ। तब मुझे विश्वास हो जाएगा कि तुम भेदिये नहीं, सीधे लोग हो। फिर मैं तुम्हारे भाई को तुम्हें सौंप दूँगा, और तुम इस देश में लेन-देन कर सकोगे'।” target: [76, 78, 80, 22, 82, 84, 24, 86, 88, 90, 92, 16, 4, 94, 60, 96, 98, 4, 100, 74, 102, 90, 20, 22, 12, 104, 106, 108, 76, 4, 110, 112, 52, 114, 116, 118, 74] source: जैसा मैंने किया है वैसा ही तुम लोग करोगे, तुम भी अपने होंठ न ढाँपोगे, न शोक के योग्य रोटी खाओगे। target: [4, 110, 120, 122, 124, 126, 90, 128, 4, 6, 130, 12, 132, 134, 76, 136, 64, 138, 132, 140] source: और जिस प्रकार यहोवा ने एमोरियों के राजा सीहोन और ओग और उनके देश को नष्ट किया है, उसी प्रकार वह उन सब जातियों से भी करेगा। target: [142, 144, 146, 148, 120, 122, 150, 126, 152, 154, 156, 106, 158, 160, 76, 162, 146, 76, 144, 106, 112, 146, 164, 166, 168, 12, 152, 154, 170, 172] source: और तुम बाड़े के नाकों से होकर सीधी निकल जाओगी और हेर्मोन में डाली जाओगी,” यहोवा की यही वाणी है। target: [4, 174, 176, 178, 8, 180, 182, 184, 76, 4, 186, 188, 52, 190, 192, 194, 142, 196, 198, 200] source: “इस प्रकार तू उन्हें इस्राएलियों में से अलग करना, और वे मेरे ही ठहरेंगे। target: [110, 120, 202, 204, 12, 206, 8, 208, 210, 110, 120, 212, 82, 214] source: तब उसने राजा से कहा, “मैंने तेरे कामों और बुद्धिमानी की जो कीर्ति अपने देश में सुनी वह सच ही है। target: [18, 154, 216, 12, 218, 16, 18, 220, 222, 224, 42, 90, 226, 228, 76, 230, 232, 106, 234, 6, 236, 52, 238, 224] source: तब उसने राजा से कहा, “तेरे कामों और बुद्धिमानी की जो कीर्ति मैंने अपने देश में सुनी थी वह सच ही है। target: [88, 18, 154, 216, 12, 218, 16, 18, 220, 222, 224, 42, 90, 226, 228, 76, 230, 232, 106, 234, 6, 236, 52, 238, 240] source: “इस्राएलियों का बुड़बुड़ाना मैंने सुना है; उनसे कह दे, कि सूर्यास्त के समय तुम माँस खाओगे और भोर को तुम रोटी से तृप्त हो जाओगे; और तुम यह जान लोगे कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।” target: [90, 206, 196, 242, 244, 246, 12, 248, 16, 250, 12, 4, 252, 254, 76, 256, 12, 4, 138, 146, 258, 260, 76, 4, 262, 16, 90, 142, 264, 266, 268] source: हिजकिय्याह की मत सुनो; अश्शूर का राजा कहता है, भेंट भेजकर मुझे प्रसन्न करो और मेरे पास निकल आओ; तब तुम अपनी-अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष के फल खा पाओगे, और अपने-अपने कुण्ड का पानी पिया करोगे; target: [270, 64, 132, 272, 274, 42, 276, 196, 278, 280, 282, 56, 16, 82, 146, 284, 286, 76, 182, 36, 82, 84, 86, 40, 20, 8, 288, 290, 292, 294, 64, 296, 298, 76, 6, 122, 300, 106, 302, 298, 304, 306, 76, 288, 290, 6, 122, 308, 196, 310, 312] source: वह परमेश्वर के सम्मुख सदा बना रहेगा; तू अपनी करुणा और सच्चाई को उसकी रक्षा के लिये ठहरा रख। target: [18, 266, 106, 314, 316, 318, 320, 322, 76, 54, 12, 324, 326, 16, 18, 152, 64, 328, 330] source: हारून ने उनसे कहा, “तुम्हारी स्त्रियों और बेटे बेटियों के कानों में सोने की जो बालियाँ हैं उन्हें तोड़कर उतारो, और मेरे पास ले आओ।” target: [40, 332, 154, 334, 12, 336, 338, 340, 76, 6, 342, 76, 338, 344, 106, 346, 106, 348, 106, 350, 352, 354, 36, 82, 84, 24, 356] source: इस प्रकार मैं अपने को महान और पवित्र ठहराऊँगा और बहुत सी जातियों के सामने अपने को प्रगट करूँगा। तब वे जान लेंगी कि मैं यहोवा हूँ। target: [90, 292, 358, 76, 292, 360, 362, 364, 366, 368, 176, 370, 52, 372, 374, 76, 18, 376, 16, 90, 142, 378] source: तब उन्होंने यह ठहरा दिया, कि बेर्शेबा से लेकर दान के सारे इस्राएलियों में यह प्रचार किया जाये, कि यरूशलेम में इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये फसह मनाने को चले आओ; क्योंकि उन्होंने इतनी बड़ी संख्या में उसको इस प्रकार न मनाया था* जैसा कि लिखा है। target: [380, 334, 154, 10, 382, 384, 164, 16, 386, 298, 388, 318, 390, 392, 52, 394, 396, 398, 16, 400, 52, 402, 36, 142, 392, 106, 266, 404, 406, 408, 398, 274, 42, 334, 154, 410, 412, 298, 126, 414, 56, 152, 12, 60, 416, 224]
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और अपने छोटे भाई को मेरे पास ले आओ; इस प्रकार तुम्हारी बातें सच्ची ठहरेंगी, और तुम मार डाले न जाओगे।” तब उन्होंने वैसा ही किया।
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[6, 418, 22, 12, 82, 84, 24, 86, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 76, 4, 132, 420, 40, 334, 154, 148, 120, 122, 128]
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source: क्योंकि मेरा यह पुत्र मर गया था, फिर जी गया है: खो गया था*, अब मिल गया है।’ और वे आनन्द करने लगे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 16, 18, 20, 22, 32, 26, 34, 36, 38, 40, 42, 44] source: क्योंकि जो मर गया, वह पाप से मुक्त हो गया है। target: [46, 48, 14, 16, 38, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: परन्तु यहोयादा बूढ़ा हो गया और दीर्घायु होकर मर गया। जब वह मर गया तब एक सौ तीस वर्ष का था। target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 56, 76, 78, 16, 20, 80, 82, 38, 84, 86, 88, 90, 38, 92, 94, 96, 98, 100, 18] source: मेरे सिर पर से जल बह गया, मैंने कहा, 'मैं अब नाश हो गया।' target: [102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 114, 14, 118, 120] source: क्योंकि वह जो मर गया तो पाप के लिये एक ही बार मर गया; परन्तु जो जीवित है, तो परमेश्वर के लिये जीवित है। target: [122, 86, 38, 124, 38, 50, 108, 126, 128, 130, 132, 134, 48, 136, 38, 138, 140, 38, 142, 108, 126, 138, 34] source: जब यहोवा अब्राहम से बातें कर चुका, तब चला गया: और अब्राहम अपने घर को लौट गया। target: [144, 146, 148, 150, 152, 78, 154, 156, 38, 158, 16, 20, 148, 160, 162, 164, 166, 62] source: अब हमारे यहाँ सात भाई थे; पहला विवाह करके मर गया; और सन्तान न होने के कारण अपनी पत्नी को अपने भाई के लिये छोड़ गया। target: [36, 168, 170, 172, 174, 176, 20, 178, 180, 78, 56, 14, 16, 20, 182, 184, 186, 188, 174, 108, 190, 160, 192, 194, 62] source: तुम यह जान लो कि तीमुथियुस हमारा भाई छूट गया है और यदि वह शीघ्र आ गया, तो मैं उसके साथ तुम से भेंट करूँगा। target: [196, 198, 200, 202, 204, 174, 206, 208, 210, 54, 62, 212, 38, 214, 216, 90, 114, 38, 108, 150, 218, 56, 220, 222, 224] source: रोते-रोते मेरा मुँह सूज गया है, और मेरी आँखों पर घोर अंधकार छा गया है; target: [8, 226, 228, 150, 230, 74, 16, 28, 20, 232, 234, 236, 86, 100, 238, 28] source: वहाँ से वह कर्मेल को गया, और फिर वहाँ से शोमरोन को लौट गया। target: [240, 38, 242, 244, 164, 16, 20, 240, 38, 246, 164, 166, 248] source: मैं गूँगा बन गया* और मुँह न खोला; क्योंकि यह काम तू ही ने किया है। target: [114, 250, 252, 254, 114, 256, 226, 258, 260, 4, 6, 262, 264, 10, 266, 34] source: खेती मारी गई, भूमि विलाप करती है; क्योंकि अन्न नाश हो गया, नया दाखमधु सूख गया, तेल भी सूख गया है। target: [268, 270, 272, 274, 276, 278, 28, 4, 6, 280, 270, 16, 28, 282, 284, 286, 288, 20, 290, 292, 294] source: इसलिए मैं जब बुलाया गया तो बिना कुछ कहे चला आया। अब मैं पूछता हूँ कि मुझे किस काम के लिये बुलाया गया है?” target: [296, 190, 114, 298, 300, 16, 90, 296, 108, 302, 304, 258, 306, 20, 158, 248, 114, 10, 308, 310, 202, 312, 314, 316, 108, 190, 300, 318] source: सांझ के समय वह अपनी बेटी लिआ को याकूब के पास ले गया, और वह उसके पास गया। target: [20, 320, 108, 82, 38, 160, 322, 324, 164, 326, 56, 328, 108, 330, 332, 20, 38, 334, 108, 330, 62]
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परन्तु अब आनन्द करना और मगन होना चाहिए क्योंकि यह तेरा भाई मर गया था फिर जी गया है; खो गया था, अब मिल गया है’।”
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[134, 40, 336, 20, 338, 340, 342, 18, 46, 344, 10, 174, 6, 14, 16, 18, 20, 346, 24, 26, 140, 20, 30, 16, 18, 20, 348, 32, 26, 34]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: जैसा आकाश की सेना की गिनती और समुद्र के रेतकणों का परिमाण नहीं हो सकता है उसी प्रकार मैं अपने दास दाऊद के वंश और अपने सेवक लेवियों को बढ़ाकर अनगिनत कर दूँगा।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 12, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 16, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58] source: और परमेश्वर ने सुलैमान को बुद्धि दी, और उसकी समझ बहुत ही बढ़ाई, और उसके हृदय में समुद्र तट के रेतकणों के तुल्य अनगिनत गुण दिए। target: [60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 16, 76, 78, 80, 82, 84] source: उसने आज्ञा दी तब अनगिनत टिड्डियाँ, और कीड़े आए, target: [86, 88, 16, 90, 92, 94, 96, 92] source: इस कारण मैं निश्चय तुझे आशीष दूँगा; और निश्चय तेरे वंश को आकाश के तारागण, और समुद्र तट के रेतकणों के समान अनगिनत करूँगा, और तेरा वंश अपने शत्रुओं के नगरों का अधिकारी होगा; (इब्रा. 6:13,14) target: [54, 98, 100, 102, 104, 68, 106, 108, 110, 112, 68, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 16, 106, 108, 128, 130, 132, 134, 136] source: और उनके लिये माँस धूलि के समान बहुत बरसाया, और समुद्र के रेत के समान अनगिनत पक्षी भेजे; target: [138, 140, 142, 144, 16, 146, 78, 94, 148, 150, 152] source: मिद्यानी और अमालेकी और सब पूर्वी लोग तो टिड्डियों के समान बहुत से तराई में फैले पड़े थे; और उनके ऊँट समुद्र तट के रेतकणों के समान गिनती से बाहर थे। target: [154, 156, 68, 158, 68, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 16, 178, 180, 182, 184, 14, 120, 186, 188, 190, 192, 76, 194, 196, 198, 94, 200] source: हे यहोवा, तेरे काम अनगिनत हैं! इन सब वस्तुओं को तूने बुद्धि से बनाया है; पृथ्वी तेरी सम्पत्ति से परिपूर्ण है। target: [202, 204, 206, 208, 210, 212, 16, 210, 214, 216, 218, 220, 162, 222, 224, 226, 228, 230, 222, 232, 234, 236] source: परन्तु मेरे शत्रु अनगिनत हैं, और मेरे बैरी बहुत हो गए हैं। target: [238, 240, 242, 94, 228, 42, 32, 244, 246, 50, 190, 248, 250] source: और वे अपनी-अपनी सेना समेत, जो समुद्र के किनारे रेतकणों के समान बहुत थीं, मिलकर निकल आए, और उनके साथ बहुत से घोड़े और रथ भी थे। target: [154, 178, 162, 8, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 248, 266, 68, 268, 200] source: कूश और मिस्री उसको अनगिनत बल देते थे, पूत और लीबिया तेरे सहायक थे। target: [270, 68, 272, 274, 276, 278, 280, 68, 190, 282, 188, 284, 68, 286, 288, 276, 290, 74] source: तेरा वंश रेतकणों के तुल्य होता, और तेरी निज सन्तान उसके कणों के समान होती; उनका नाम मेरे सम्मुख से न कभी काटा और न मिटाया जाता।” target: [106, 108, 196, 292, 16, 222, 294, 296, 298, 198, 300, 302, 16, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 314, 324] source: मेरे विरोधियों के वचन, और जो कुछ भी वे मेरे विरुद्ध लगातार सोचते हैं, उन्हें तू जानता है। target: [326, 328, 330, 16, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 236] source: सेनाओं के यहोवा ने अपनी ही शपथ खाई है, कि निश्चय मैं तुझको टिड्डियों के समान अनगिनत मनुष्यों से भर दूँगा, और वे तेरे विरुद्ध ललकारेंगे। target: [348, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 54, 100, 222, 368, 370, 190, 372, 374, 376, 378] source: और तू जो अपने परमेश्वर यहोवा की न मानेगा, इस कारण आकाश के तारों के समान अनगिनत होने के बदले तुझमें से थोड़े ही मनुष्य रह जाएँगे। target: [6, 380, 382, 192, 384, 386, 388, 390, 392, 394, 396, 398, 400, 402, 404, 406, 408, 410]
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तब मैं सोचता था, 'मेरे दिन रेतकणों के समान अनगिनत होंगे, और अपने ही बसेरे में मेरा प्राण छूटेगा।
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[412, 414, 416, 54, 418, 420, 422, 412, 424, 426, 428, 430]
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source: उसने फाटक का ओसारा मापकर आठ हाथ का पाया, और उसके खम्भे दो-दो हाथ के पाए, और फाटक का ओसारा भवन के सामने था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 8, 10, 20, 22, 24, 26, 28] source: फिर उसने न्याय के सिंहासन के लिये भी एक ओसारा बनाया, जो न्याय का ओसारा कहलाया; और उसमें एक फ़र्श से दूसरे फ़र्श तक देवदार की तख्ताबंदी थी। target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 30, 40, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: एक, यरूशलेम का राजा; एक, हेब्रोन का राजा; target: [64, 66, 64, 68] source: परन्तु यदि तुम मेरी सुनकर विश्राम के दिन को पवित्र न मानो, और उस दिन यरूशलेम के फाटकों से बोझ लिए हुए प्रवेश करते रहो, तो मैं यरूशलेम के फाटकों में आग लगाऊँगा; और उससे यरूशलेम के महल भी भस्म हो जाएँगे और वह आग फिर न बुझेगी।'” target: [70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 56, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 78, 108, 110, 112, 102, 66, 114, 116, 118, 120, 122, 124] source: फाटक की एक बाहरी ओर पर अर्थात् उत्तरी फाटक के द्वार की चढ़ाई पर दो मेज़ें थीं; और उसकी दूसरी बाहरी ओर पर भी, जो फाटक के ओसारे के पास थी, दो मेज़ें थीं। target: [76, 126, 128, 20, 130, 76, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 76, 14, 144, 146, 18, 148, 150] source: फिर वह मुझे भवन के ओसारे में ले गया, और ओसारे के दोनों ओर के खम्भों को मापकर पाँच-पाँच हाथ का पाया; और दोनों ओर फाटक की चौड़ाई तीन-तीन हाथ की थी। target: [152, 154, 156, 20, 158, 160, 162, 164, 12, 14, 166, 168, 8, 28, 170, 172, 174, 8, 10, 176, 14, 166, 178, 8, 180] source: इसलिए यरूशलेम के राजा अदोनीसेदेक ने हेब्रोन के राजा होहाम, यर्मूत के राजा पिराम, लाकीश के राजा यापी, और एग्लोन के राजा दबीर के पास यह कहला भेजा, target: [152, 182, 184, 64, 66, 186, 188, 64, 68, 50, 190, 64, 192, 50, 194, 64, 196, 50, 198, 64, 200, 202, 50, 204] source: यहोवा यह कहता है: मैं सिय्योन में लौट आया हूँ, और यरूशलेम के बीच में वास किए रहूँगा, और यरूशलेम सच्चाई का नगर कहलाएगा, और सेनाओं के यहोवा का पर्वत, पवित्र पर्वत कहलाएगा। target: [206, 208, 210, 212, 214, 50, 216, 66, 218, 220, 152, 66, 56, 222, 224, 226, 50, 228, 230, 232, 56, 234, 236] source: हे यरूशलेम, तेरे फाटकों के भीतर, हम खड़े हो गए हैं! target: [238, 104, 240, 76, 242, 244] source: उसमें तीन फाटक हों, अर्थात् एक रूबेन का फाटक, एक यहूदा का फाटक, और एक लेवी का फाटक हो; क्योंकि नगर के फाटकों के नाम इस्राएल के गोत्रों के नामों पर रखने होंगे। target: [102, 246, 56, 248, 250, 252, 254, 178, 256, 24, 142, 140, 258, 50, 140, 260, 50, 140, 262] source: मैं रात को तराई के फाटक में होकर निकला और अजगर के सोते की ओर, और कूड़ाफाटक के पास गया, और यरूशलेम की टूटी पड़ी हुई शहरपनाह और जले फाटकों को देखा। target: [56, 264, 76, 140, 266, 56, 268, 270, 272, 274, 276, 82, 136, 140, 278, 50, 280, 282, 284, 66, 114, 286, 50, 102, 114, 288] source: जब प्रधान भीतर जाए तब वह फाटक के ओसारे से होकर* जाए, और उसी मार्ग से निकल जाए। target: [290, 292, 294, 296, 76, 298, 20, 300, 294, 302, 304, 76, 306, 308, 310, 312] source: प्रधान बाहर से फाटक के ओसारे के मार्ग से आकर फाटक के एक खम्भे के पास खड़ा हो जाए, और याजक उसका होमबलि और मेलबलि तैयार करें; और वह फाटक की डेवढ़ी पर दण्डवत् करे; तब वह बाहर जाए, और फाटक सांझ से पहले बन्द न किया जाए। target: [292, 76, 298, 20, 314, 76, 276, 294, 316, 50, 318, 320, 314, 322, 50, 324, 326, 328, 50, 330, 332, 334, 336, 318, 338, 340, 342, 50, 344, 310, 346, 348, 314, 350, 352, 354] source: तो भी दाऊद के कारण उसके परमेश्वर यहोवा ने यरूशलेम में उसे एक दीपक दिया अर्थात् उसके पुत्र को उसके बाद ठहराया और यरूशलेम को बनाए रखा। target: [348, 230, 356, 358, 360, 362, 364, 76, 66, 366, 368, 114, 370, 372, 358, 374, 376, 50, 378, 380]
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यरूशलेम में भेड़-फाटक के पास एक कुण्ड है, जो इब्रानी भाषा में बैतहसदा कहलाता है, और उसके पाँच ओसारे हैं।
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[76, 66, 318, 140, 382, 384, 386, 56, 388, 390, 392, 394, 56, 396, 168, 398, 400, 402, 386, 114, 404, 406, 56, 408, 410]
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source: तूने किसके हित के लिये बातें कही? और किसके मन की बातें तेरे मुँह से निकलीं?” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: क्योंकि मैं अपने जाति के लोगों पर पड़नेवाली उस विपत्ति को किस रीति से देख सकूँगी? और मैं अपने भाइयों के विनाश को कैसे देख सकूँगी?” target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 14, 56, 34, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74] source: मैं फिर कहता हूँ, कोई मुझे मूर्ख न समझे; नहीं तो मूर्ख ही समझकर मेरी सह लो, ताकि थोड़ा सा मैं भी घमण्ड कर सकूँ। target: [34, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 86, 88, 98, 100, 102, 104, 106, 96, 108, 34, 110, 112, 114, 116, 118] source: 'तूने किसकी नामधराई और निन्दा की है? और तू जो बड़ा बोल बोला और घमण्ड किया है, वह किसके विरुद्ध किया है? इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध! target: [4, 6, 120, 122, 14, 16, 18, 124, 126, 128, 130, 4, 16, 18, 124, 132, 134, 136, 138, 14, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 18, 154, 156, 18, 158] source: उसने उन्हें उतर दिया, “जिसके पास दो कुर्ते हों? वह उसके साथ जिसके पास नहीं हैं बाँट ले और जिसके पास भोजन हो, वह भी ऐसा ही करे।” target: [36, 22, 160, 40, 162, 164, 82, 166, 18, 168, 170, 172, 174, 176, 36, 40, 18, 178, 166, 18, 168, 94, 54, 14, 166, 18, 168, 180, 40, 182, 176, 110, 184, 186, 188] source: “तूने जो नामधराई और निन्दा की है, वह किसकी की है? और तूने जो बड़ा बोल बोला और घमण्ड किया है वह किसके विरुद्ध किया है? इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध तूने किया है! target: [4, 6, 120, 190, 14, 16, 18, 124, 126, 128, 130, 16, 18, 124, 4, 132, 134, 136, 30, 192, 4, 152, 18, 154, 156, 18, 124, 140, 194, 144, 196, 148, 198] source: जिसके कान हों वह सुन ले।” target: [166, 18, 200, 202, 176, 204] source: जिसके कान हों वह सुने। target: [206, 208, 18, 200, 202, 96, 204] source: पर ऐसा न हो, कि मैं और किसी बात का घमण्ड करूँ, केवल हमारे प्रभु यीशु मसीह के क्रूस का जिसके द्वारा संसार मेरी दृष्टि में और मैं संसार की दृष्टि में क्रूस पर चढ़ाया गया हूँ। target: [210, 44, 212, 8, 90, 182, 108, 34, 208, 214, 28, 48, 140, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 18, 232, 18, 234, 236, 238, 240, 14, 34, 236, 228, 240, 230, 48, 242, 244] source: जब वह चौकस हो तब क्या कोई उसको पकड़ सकेगा, या उसके नाथ में फंदा लगा सकेगा? target: [176, 18, 246, 248, 176, 40, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 102, 176, 40, 262, 252, 264] source: क्योंकि जिसके पास है, उसको दिया जाएगा; परन्तु जिसके पास नहीं है उससे वह भी जो उसके पास है; ले लिया जाएगा।” target: [32, 232, 18, 168, 266, 54, 176, 40, 164, 268, 14, 166, 18, 168, 94, 36, 212, 108, 266, 54, 270, 110, 272, 274, 276] source: उसकी माता और उसके भाई पास आए, पर भीड़ के कारण उससे भेंट न कर सके। target: [224, 228, 278, 14, 280, 36, 168, 282, 210, 284, 18, 286, 36, 18, 288, 90, 290, 292] source: परन्तु उसके आने के दिन को कौन सह सकेगा? और जब वह दिखाई दे, तब कौन खड़ा रह सकेगा? “क्योंकि वह सुनार की आग और धोबी के साबुन के समान है। (प्रका. 6:17) target: [210, 36, 18, 50, 18, 294, 40, 248, 296, 252, 54, 14, 298, 176, 300, 302, 304, 248, 306, 308, 310, 312, 108, 176, 314, 228, 316, 14, 318, 18, 320, 322, 324] source: क्या ही धन्य वह है, जिसका सहायक याकूब का परमेश्वर है, और जिसकी आशा अपने परमेश्वर यहोवा पर है। target: [326, 176, 54, 232, 66, 328, 330, 66, 156, 254, 232, 228, 332, 334, 62, 156, 48, 336]
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जो छिपकर अपने पड़ोसी की चुगली खाए, उसका मैं सत्यानाश करूँगा*; जिसकी आँखें चढ़ी हों और जिसका मन घमण्डी है, उसकी मैं न सहूँगा।
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[338, 340, 342, 62, 344, 228, 346, 348, 254, 34, 176, 40, 350, 352, 136, 354, 356, 358, 228, 360, 40, 34, 94, 362]
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source: इस प्रकार मूसा और हारून और इस्राएल के बारह प्रधानों ने, जो अपने-अपने पितरों के घराने के प्रधान थे, उन सभी को गिन लिया और उनकी गिनती यही थी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 12, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: तब इस्राएल के प्रधान जो अपने-अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष, और गोत्रों के भी प्रधान होकर गिनती लेने के काम पर नियुक्त थे, target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72] source: जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा, तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। target: [74, 76, 78, 80, 82, 38, 84, 32, 86, 88, 90] source: और जब तक यहोयादा याजक योआश को शिक्षा देता रहा, तब तक वह वही काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। target: [74, 76, 78, 80, 82, 38, 84, 32, 92, 94, 96, 54, 98, 100, 102, 104] source: तब पिलातुस ने प्रधान याजकों और लोगों से कहा, “मैं इस मनुष्य में कुछ दोष नहीं पाता।” target: [106, 108, 110, 112, 12, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126] source: पिलातुस ने उत्तर दिया, “क्या मैं यहूदी हूँ? तेरी ही जाति और प्रधान याजकों ने तुझे मेरे हाथ सौंपा, तूने क्या किया है?” target: [128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 12, 110, 112, 142, 144, 146, 148, 150, 152] source: इनके पास जबूलून के गोत्रवाले रहेंगे, और उनका प्रधान हेलोन का पुत्र एलीआब होगा, target: [154, 156, 158, 160, 56, 162, 164, 166, 168, 170] source: जो इस्राएली पुरुष मिद्यानी स्त्री के संग मारा गया, उसका नाम जिम्री था, वह सालू का पुत्र और शिमोनियों में से अपने पितरों के घराने का प्रधान था। target: [172, 94, 124, 174, 54, 176, 178, 180, 182, 184, 168, 186, 188, 50, 190, 38, 32, 192] source: यह सब इसलिए हुआ कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था, वह पूरा हो, कि देश अपने विश्राम कालों में सुख भोगता रहे। इसलिए जब तक वह सूना पड़ा रहा तब तक अर्थात् सत्तर वर्ष के पूरे होने तक उसको विश्राम मिला। target: [194, 108, 196, 198, 200, 32, 86, 202, 198, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 78, 218, 220, 54, 66, 222, 224, 226] source: फिर गाद के गोत्र के रहें, और उनका प्रधान रूएल का पुत्र एल्यासाप होगा, target: [154, 156, 228, 160, 56, 162, 230, 232, 168, 234] source: लेवियों में से जिनको मूसा और हारून और इस्राएली प्रधानों ने उनके कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार गिन लिया, target: [92, 236, 238, 54, 10, 12, 14, 12, 240, 22, 24, 242, 244, 246, 12, 248] source: तब यहूदा इस्करियोती ने, बारह चेलों में से एक था, प्रधान याजकों के पास जाकर कहा, target: [44, 250, 32, 16, 252, 54, 172, 254, 256, 188, 258, 40, 260, 110, 262] source: इश्माएल के पुत्र ये ही हुए, और इन्हीं के नामों के अनुसार इनके गाँवों, और छावनियों के नाम भी पड़े; और ये ही बारह अपने-अपने कुल के प्रधान हुए। target: [264, 266, 268, 60, 270, 172, 16, 272, 274, 276, 278, 12, 280] source: जो प्रधान का भाग होगा, वह लेवियों के बीच और नगरों की विशेष भूमि हो। प्रधान का भाग यहूदा और बिन्यामीन की सीमा के बीच में हो। target: [282, 284, 238, 12, 284, 286, 32, 288, 290, 292, 294, 290, 292, 296, 298, 300, 12, 298, 302, 304]
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इसलिए जागते रहो, और जब तक तुम इन्हें यरूशलेम में प्रधान याजकों और लेवियों और इस्राएल के पितरों के घरानों के प्रधानों के सामने यहोवा के भवन की कोठरियों में तौलकर न दो, तब तक इनकी रक्षा करते रहो।”
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[282, 306, 308, 12, 310, 206, 312, 110, 112, 12, 238, 12, 50, 314, 22, 32, 316, 318, 32, 320, 322, 324]
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source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 10, 12] source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [6, 8, 10, 12] source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 10, 12] source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [14, 8, 10, 12] source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [16, 6, 8, 10, 12] source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [18, 6, 8, 10, 12] source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [6, 8, 10, 12] source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [14, 8, 10, 12] source: और तब यहोवा ने मूसा से कहा, target: [6, 8, 10, 12] source: तब यहोवा ने मूसा और हारून से कहा, target: [4, 6, 8, 20, 22, 24, 12] source: तब यहोवा ने मूसा और हारून से कहा, target: [14, 8, 10, 12] source: तब यहोवा के दूत ने यहोशू को चिताकर कहा, target: [4, 26, 6, 28, 30] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [6, 8, 10, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [18, 6, 8, 10, 12]
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तब यहोवा ने मूसा से कहा,
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[18, 6, 8, 10, 12]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: और याजक मींजकर निकाले हुए अन्न को, और तेल को, और सारे लोबान को स्मरण दिलानेवाला भाग करके जला दे; वह यहोवा के लिये हवन ठहरे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 10, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44] source: और वह उसको हारून के पुत्रों के पास जो याजक हैं लाए। और अन्नबलि के तेल मिले हुए मैदे में से इस तरह अपनी मुट्ठी भरकर निकाले कि सब लोबान उसमें आ जाए; और याजक उन्हें स्मरण दिलानेवाले भाग के लिये वेदी पर जलाए कि यह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धित हवन ठहरे। target: [46, 48, 50, 42, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 12, 10, 68, 20, 70, 72, 74, 76, 78, 28, 80, 82, 30, 84, 34, 36, 86, 88, 90, 34, 38, 40, 92, 90] source: और याजक इन्हें वेदी पर जलाए; यह यहोवा के लिये हवन रूपी भोजन ठहरे। target: [46, 24, 94, 96, 80, 30, 98, 34, 100, 38, 102, 40, 42, 44] source: और याजक उस अन्नबलि में से उसका स्मरण दिलानेवाला भाग, अर्थात् मुट्ठी भर लेकर वेदी पर जलाए, और उसके बाद स्त्री को वह जल पिलाए। target: [46, 104, 64, 106, 70, 108, 110, 28, 50, 80, 112, 114, 24, 94, 116, 34, 118, 120, 122] source: और याजक अन्नबलि में से स्मरण दिलानेवाला भाग निकालकर वेदी पर जलाए कि वह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे; target: [46, 24, 124, 16, 78, 70, 72, 126, 74, 80, 82, 30, 84, 34, 38, 40, 92, 128, 130, 50, 36, 132, 88, 90] source: और वह उसकी सब चर्बी को मेलबलिवाले मेमने की चर्बी के समान अलग करे, और याजक उसे वेदी पर यहोवा के हवनों के ऊपर जलाए; और इस प्रकार याजक उसके पाप के लिये प्रायश्चित करे, और वह क्षमा किया जाएगा। target: [48, 134, 136, 138, 140, 18, 142, 144, 146, 130, 148, 150, 36, 30, 84, 152, 48, 154, 156, 24, 158, 160, 162, 140, 164, 166] source: वह उसकी अंतड़ियों और पैरों को जल से धोए। और याजक वेदी पर जलाए कि वह होमबलि हो और यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे। target: [108, 168, 10, 170, 172, 174, 46, 24, 94, 18, 176, 80, 30, 98, 34, 92, 36, 86, 88, 90] source: फिर उसने सादोक याजक और उसके भाई याजकों को यहोवा के निवास के सामने, जो गिबोन के ऊँचे स्थान में था, ठहरा दिया, target: [178, 54, 130, 180, 182, 54, 184, 186, 188, 190, 192, 72, 194, 196, 198, 200] source: और वह उसकी अंतड़ियों और पैरों को जल से धोए। तब याजक सबको वेदी पर जलाए कि वह होमबलि यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे। target: [108, 168, 10, 170, 202, 172, 204, 46, 24, 94, 206, 80, 30, 208, 210, 212, 34, 92, 214, 34, 36, 86, 88, 128, 34, 38, 40, 42, 90] source: और याजक इन्हें वेदी पर यहोवा के लिये हवन करे; तब वह दोषबलि होगा। target: [216, 206, 24, 30, 98, 34, 36, 92, 44, 218, 220, 90] source: तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में हारून के वंश के सब पुरुष उसमें से खा सकते हैं, यहोवा के हवनों में से यह उनका भाग सदैव बना रहेगा; जो कोई उन हवनों को छूए वह पवित्र ठहरेगा।” target: [216, 222, 224, 226, 52, 228, 230, 232, 214, 72, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 216, 250, 252, 254, 256, 210, 258, 166] source: और याजक एक को पापबलि, और दूसरे को होमबलि करके उसके लिये प्रायश्चित करे, क्योंकि वह लोथ के कारण पापी ठहरा है। और याजक उसी दिन उसका सिर फिर पवित्र करे, target: [46, 24, 260, 262, 264, 10, 266, 92, 84, 34, 268, 158, 270, 272, 274, 276, 48, 278, 280, 48, 282, 284, 286, 288, 290, 258, 292] source: सब मनुष्यों की पवित्र की हुई वस्तुएँ याजक की ठहरें; कोई जो कुछ याजक को दे वह उसका ठहरे।” target: [230, 294, 258, 154, 296, 94, 298, 300, 302, 304, 16, 306, 308, 50, 310, 312] source: और वह उसको पंखों के बीच से फाड़े, पर अलग-अलग न करे। तब याजक उसको वेदी पर उस लकड़ी के ऊपर रखकर जो आग पर होगी जलाए कि वह होमबलि और यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे। target: [48, 210, 262, 314, 316, 318, 320, 108, 322, 324, 78, 326, 328, 46, 24, 94, 330, 332, 334, 336, 30, 98, 34, 338, 92, 44, 34, 36, 40, 86, 88, 128, 34, 38, 40, 92, 90]
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वह उसको याजक के पास ले जाए, और याजक उसमें से अपनी मुट्ठी भर स्मरण दिलानेवाला भाग जानकर वेदी पर यहोवा के हवनों के ऊपर जलाए; वह तो पापबलि ठहरेगा।
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[48, 210, 340, 342, 344, 130, 24, 346, 64, 340, 70, 348, 76, 78, 28, 72, 350, 352, 30, 98, 34, 264, 90]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214] source: डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12) target: [24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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ਤਦ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਕਿਹਾ, ਹੁਣ ਸਾਨੂੰ ਗਵਾਹੀ ਦੀ ਹੋਰ ਕੀ ਲੋੜ ਹੈ? ਕਿਉਂ ਜੋ ਅਸੀਂ ਆਪ ਉਸ ਦੇ ਮੂੰਹੋਂ ਸੁਣਿਆ ਹੈ।
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[226, 228, 230, 232, 234, 24, 236, 238, 240, 20, 242, 126, 244, 246]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24] source: डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12) target: [234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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ਤਦ ਏਸਾਓ ਨੇ ਆਖਿਆ, ਹੇ ਮੇਰੇ ਭਰਾ, ਮੇਰੇ ਕੋਲ ਤਾਂ ਬਹੁਤ ਕੁਝ ਹੈ, ਅਤੇ ਜੋ ਤੇਰਾ ਹੈ ਉਹ ਤੂੰ ਆਪਣੇ ਕੋਲ ਹੀ ਰੱਖ।
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[246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 24, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 178]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 12, 14, 28, 30, 32, 18, 34, 22, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 4, 60, 74, 76, 74, 78, 42, 80] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [82, 4, 84, 4, 6, 86, 22, 88, 90, 92, 34, 6, 94, 96, 98, 100, 42, 102, 104, 48, 34, 106, 98, 108, 110, 112, 114] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [14, 116, 118, 68, 120, 122, 124, 6, 126, 128, 66, 130, 132, 134, 114] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [14, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 92, 60, 22, 148, 104] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [14, 150, 152, 68, 60, 154, 156, 158, 48, 160, 162, 164, 166, 42, 68, 22, 24, 168, 104, 170] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [172, 4, 174, 20, 176, 6, 128, 66, 50, 178, 180, 20, 50, 182, 48, 6, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 68, 6, 196, 30, 198, 200, 202, 204, 206, 86, 64, 66, 68, 120, 208, 210, 170] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 60, 6, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 124, 6, 126, 224, 226, 194, 114] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [228, 154, 230, 232, 234, 208, 202, 160, 236, 238, 48, 240, 242, 62, 30, 244, 208, 246, 92, 248, 250, 30, 204, 236, 252, 154, 104, 254, 256, 222, 124, 258, 260, 262, 104] source: डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12) target: [264, 266, 60, 64, 268, 270, 48, 272, 266, 274, 80, 276, 278]
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ਪਰ ਪ੍ਰਭੂ ਮੇਰੇ ਅੰਗ-ਸੰਗ ਰਿਹਾ ਅਤੇ ਮੈਨੂੰ ਤਕੜਿਆਂ ਕੀਤਾ ਕਿ ਮੇਰੇ ਰਾਹੀਂ ਪਰਚਾਰ ਪੂਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ ਅਤੇ ਪਰਾਈਆਂ ਕੌਮਾਂ ਸੱਭੇ ਸੁਣਨ, ਅਤੇ ਮੈਂ ਬੱਬਰ ਸ਼ੇਰ ਦੇ ਮੂੰਹੋਂ ਛੁਡਾਇਆ ਗਿਆ।
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[172, 280, 282, 284, 286, 48, 22, 288, 290, 292, 6, 294, 296, 298, 300, 48, 94, 302, 54, 304, 48, 14, 176, 306, 98, 308, 68, 310, 312, 314, 316, 318, 320]
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Subsets and Splits
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