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source: हिव्वी, अर्की, सीनी, target: [4, 6, 8] source: हिव्वी, अर्की, सीनी, target: [4, 6, 8] source: और बेला के पुत्र अर्द और नामान थे; और अर्द से अर्दियों का कुल, और नामान से नामानियों का कुल चला। target: [10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 14, 24, 26, 16, 22, 18, 24, 28] source: और गेर्शोम के पुत्रों के नाम ये थे, अर्थात् लिब्नी और शिमी। target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 16, 42] source: और राहेल के पुत्र ये थे; अर्थात् यूसुफ, और बिन्यामीन। target: [44, 46, 48, 16, 50] source: कर्मेली हेस्रो, अराबी पारै target: [52, 54, 56, 58] source: अर्थात् यह, कि मैं तुम्हारे बीच में होकर तुम्हारे साथ उस विश्वास के द्वारा जो मुझ में, और तुम में है, शान्ति पाऊँ। target: [60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 16, 76, 70, 72, 78] source: अर्थात् परमेश्वर की वह धार्मिकता, जो यीशु मसीह पर विश्वास करने से सब विश्वास करनेवालों के लिये है। क्योंकि कुछ भेद नहीं; target: [80, 82, 22, 84, 22, 86, 88, 70, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 88, 102, 104, 106] source: और अरेली, जिससे अरेलियों का कुल चला। target: [22, 108, 24, 110, 22, 112, 24, 114] source: उसके चेलों ने उससे पूछा, “इस दृष्टान्त का अर्थ क्या है?” target: [116, 118, 120, 100, 122, 124, 126, 128, 130] source: यह सब अरौना ने राजा को दे दिया। फिर अरौना ने राजा से कहा, “तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से प्रसन्न हो।” target: [132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 70, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162] source: इस वाक्य का अर्थ यह है, मने, अर्थात् परमेश्वर ने तेरे राज्य के दिन गिनकर उसका अन्त कर दिया है। target: [164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 16, 182, 184, 186] source: ये लादान की सन्तान के थे, अर्थात् गेर्शोनियों की सन्तान जो लादान के कुल के थे, अर्थात् लादान और गेर्शोनी के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष थे, अर्थात् यहोएली। target: [188, 16, 44, 190, 192, 194, 196, 198] source: “दृष्टान्त का अर्थ यह है: बीज तो परमेश्वर का वचन है। target: [200, 202, 204, 206, 208, 210]
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और उसी पानी का दृष्टान्त भी, अर्थात् बपतिस्मा, यीशु मसीह के जी उठने के द्वारा, अब तुम्हें बचाता है; उससे शरीर के मैल को दूर करने का अर्थ नहीं है, परन्तु शुद्ध विवेक से परमेश्वर के वश में हो जाने का अर्थ है।
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[30, 212, 214, 100, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 94, 238, 70, 240, 90, 92]
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source: इसलिए, जैसा मसीह ने भी परमेश्वर की महिमा के लिये तुम्हें ग्रहण किया है, वैसे ही तुम भी एक दूसरे को ग्रहण करो। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 16, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम पर होता रहे। target: [44, 46, 22, 38, 48, 50, 52, 42] source: तुम मेरी जैसी चाल चलो जैसा मैं मसीह के समान चाल चलता हूँ। target: [54, 56, 58, 60, 20, 62, 22, 56, 58, 64, 66] source: जिस स्थान के लोग तुम्हें ग्रहण न करें, और तुम्हारी न सुनें, वहाँ से चलते ही अपने तलवों की धूल झाड़ डालो, कि उन पर गवाही हो।” target: [68, 70, 72, 74, 76, 28, 16, 78, 80, 82, 84, 78, 86, 32, 88, 90, 92, 94, 52, 96, 98, 100, 102, 38, 104, 106, 108] source: हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम पर होता रहे। target: [110, 44, 46, 22, 38, 48, 50, 52, 112, 114] source: इसलिए यह भेंट, जो तुझे भेजी गई है, ग्रहण कर; क्योंकि परमेश्वर ने मुझ पर अनुग्रह किया है, और मेरे पास बहुत है।” जब उसने उससे बहुत आग्रह किया, तब उसने भेंट को ग्रहण किया। target: [116, 118, 120, 62, 122, 124, 126, 128, 16, 130, 132, 34, 36, 24, 54, 52, 134, 136, 138, 82, 54, 124, 140, 142, 144, 146, 148, 24, 150, 38, 152, 154, 136, 32, 148, 24, 16, 130, 156] source: हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम सब पर होता रहे। target: [110, 44, 46, 22, 38, 48, 50, 158, 160, 42] source: “जो तुम्हें ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है; और जो मुझे ग्रहण करता है, वह मेरे भेजनेवाले को ग्रहण करता है। target: [120, 28, 16, 162, 150, 164, 16, 166, 138, 82, 120, 164, 16, 162, 150, 54, 168, 170, 14, 16, 166, 144] source: मैं अपने पिता परमेश्वर के नाम से आया हूँ, और तुम मुझे ग्रहण नहीं करते; यदि कोई और अपने ही नाम से आए, तो उसे ग्रहण कर लोगे। target: [62, 100, 172, 74, 174, 176, 178, 66, 68, 180, 26, 8, 164, 182, 16, 184, 186, 188, 190, 100, 192, 74, 174, 194, 196, 128, 8, 148, 14, 16, 130, 198] source: हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम्हारी आत्मा के साथ रहे। target: [44, 46, 22, 38, 48, 50, 200, 52, 112, 114] source: तब दाऊद ने उसे ग्रहण किया जो वह उसके लिये लाई थी; फिर उससे उसने कहा, “अपने घर कुशल से जा; सुन, मैंने तेरी बात मानी है और तेरी विनती ग्रहण कर ली है।” target: [82, 202, 24, 150, 74, 204, 34, 142, 150, 148, 74, 124, 206, 208, 210, 206, 212, 82, 150, 14, 214, 100, 216, 218, 160, 220, 222, 62, 224, 226, 228, 98, 138, 82, 224, 230, 14, 232, 156] source: इसलिए हे मेरे पुत्र, तू उस अनुग्रह से जो मसीह यीशु में है, बलवन्त हो जा। target: [234, 236, 54, 238, 240, 148, 48, 160, 34, 22, 46, 194, 138, 242, 244] source: इस्राएलियों ने रामसेस से कूच करके सुक्कोत में डेरे डाले। target: [32, 246, 24, 248, 176, 250, 252, 254, 194, 100, 256, 258] source: परन्तु ये इसलिए लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ। target: [260, 262, 264, 266, 268, 32, 34, 8, 270, 130, 272, 274, 46, 276, 22, 82, 36, 278, 280, 138, 82, 270, 282, 148, 74, 174, 176, 8, 284, 286, 130, 288]
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इसलिए, जैसे तुम ने मसीह यीशु को प्रभु करके ग्रहण कर लिया है, वैसे ही उसी में चलते रहो।
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[290, 20, 8, 44, 46, 22, 14, 16, 292, 294, 8, 150, 74, 194, 296, 298]
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source: सहज क्या है? क्या यह कहना, कि ‘तेरे पाप क्षमा हुए,’ या यह कहना कि ‘उठ और चल फिर?’ target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 8, 16, 18, 20] source: सहज क्या है? यह कहना, ‘तेरे पाप क्षमा हुए’, या यह कहना, ‘उठ और चल फिर।’ target: [4, 22, 24, 10, 12, 14, 24, 16, 18, 20] source: परन्तु इसलिए कि तुम जान लो कि मनुष्य के पुत्र को पृथ्वी पर पाप क्षमा करने का अधिकार है।” उसने लकवे के मारे हुए से कहा, “उठ, अपनी खाट उठा, और अपने घर चला जा।” target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 18, 60, 62] source: परन्तु इसलिए कि तुम जानो कि मनुष्य के पुत्र को पृथ्वी पर पाप क्षमा करने का भी अधिकार है।” उसने उस लकवे के रोगी से कहा, “मैं तुझ से कहता हूँ, उठ और अपनी खाट उठाकर अपने घर चला जा।” target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 64, 66, 68, 56, 58, 18, 60, 62] source: “मैं तुझ से कहता हूँ, उठ, अपनी खाट उठाकर अपने घर चला जा।” target: [64, 66, 68, 56, 58, 18, 60, 62] source: यीशु ने उससे कहा, “उठ, अपनी खाट उठा और चल फिर।” target: [70, 72, 52, 74, 56, 58, 18, 76] source: यहोवा न करे कि मैं अपना हाथ यहोवा के अभिषिक्त पर उठाऊँ; अब उसके सिरहाने से भाला और पानी की सुराही उठा ले, और हम यहाँ से चले जाएँ।” target: [78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 28, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 18, 106, 108, 110, 112, 114, 18, 116, 118] source: फिर मैंने जो आँखें उठाई*, तो क्या देखा कि चार सींग हैं। target: [120, 122, 124, 18, 126, 128, 130, 132, 134] source: यीशु ने, उनका विश्वास देखकर, उस लकवे के मारे हुए से कहा, “हे पुत्र, तेरे पाप क्षमा हुए।” target: [136, 138, 140, 142, 144, 48, 50, 52, 146, 148, 150] source: पर मुझे तेरे विरुद्ध यह कहना है कि तूने अपना पहला सा प्रेम छोड़ दिया है। target: [152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168] source: और कई लोग एक लकवे के मारे हुए को खाट पर रखकर उसके पास लाए। यीशु ने उनका विश्वास देखकर, उस लकवे के मारे हुए से कहा, “हे पुत्र, धैर्य रख; तेरे पाप क्षमा हुए।” target: [170, 172, 174, 110, 176, 178, 180, 136, 138, 140, 142, 144, 48, 50, 52, 146, 182, 184, 186, 148, 150] source: और कहने लगा, target: [188, 190, 48, 192, 194, 18, 196] source: तब याकूब जाग उठा, और कहने लगा, “निश्चय इस स्थान में यहोवा है; और मैं इस बात को न जानता था।” target: [136, 198, 200, 202, 196, 204, 96, 206, 208, 210, 212] source: यहोशू सवेरे उठा, और याजकों ने यहोवा का सन्दूक उठा लिया। target: [214, 216, 218, 82, 220, 222, 18, 224, 226, 228, 230, 18]
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सहज क्या है? क्या लकवे के मारे से यह कहना कि तेरे पाप क्षमा हुए, या यह कहना, कि उठ अपनी खाट उठाकर चल फिर?
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[4, 6, 48, 232, 8, 10, 12, 14, 8, 234, 56, 58, 18, 20]
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source: उसने मेरी देह पर जो यह इत्र उण्डेला है, वह मेरे गाड़े जाने के लिये किया है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: परन्तु सुलैमान ने उसके लिये घर बनाया। (1 राजा. 6:1,2, 1 राजा. 6:14, 1 राजा. 8:19-20, 2 इति. 3:1, 2 इति. 5:1, 2 इति. 6:2, 2 इति. 6:10) target: [32, 34, 36, 38, 40] source: अच्छा नाम अनमोल इत्र से और मृत्यु का दिन जन्म के दिन से उत्तम है। target: [42, 44, 46, 48, 50, 52, 12, 54, 56, 32, 58, 60, 62, 54, 64] source: तब मरियम ने जटामांसी का आधा सेर बहुमूल्य इत्र लेकर यीशु के पाँवों पर डाला, और अपने बालों से उसके पाँव पोंछे, और इत्र की सुगंध से घर सुगन्धित हो गया। target: [66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 14, 16, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 32, 98, 100, 38, 102, 104] source: एक और नतोपाही बानाह का पुत्र हेलेब, बिन्यामीनियों के गिबा नगर के रीबै का पुत्र इत्तै, target: [106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 110, 112, 124] source: जब वह बैतनिय्याह* में शमौन कोढ़ी के घर भोजन करने बैठा हुआ था तब एक स्त्री संगमरमर के पात्र में जटामांसी का बहुमूल्य शुद्ध इत्र लेकर आई; और पात्र तोड़ कर इत्र को उसके सिर पर उण्डेला। target: [126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 74, 44, 156, 158, 160, 162, 164, 80, 166, 6, 162, 164, 168, 32, 44, 16, 82, 170, 172] source: योताम के और सब काम जो उसने किए, वे क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं? target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 64] source: हे मेरी बहन, हे मेरी दुल्हिन, तेरा प्रेम क्या ही मनोहर है! तेरा प्रेम दाखमधु से क्या ही उत्तम है, और तेरे इत्रों का सुगन्ध सब प्रकार के मसालों के सुगन्ध से! (यूह. 4:10, यशा. 12:3) target: [8, 192, 8, 194, 196, 198, 158, 200, 64, 196, 198, 202, 48, 64, 204, 206, 208, 210, 44, 46, 212, 64] source: योशिय्याह के और सब काम जो उसने किए, वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं? target: [214, 216, 218, 180, 182, 220, 210, 222, 224, 226] source: तब दाऊद ने इत्तै से कहा, “पार चल।” अतः गती इत्तै अपने समस्त जनों और अपने साथ के सब बाल-बच्चों समेत पार हो गया। target: [228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 66, 250, 88, 252, 254, 256, 240, 242, 244, 258] source: योराम के और सब काम और जो कुछ उसने किया, वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है? target: [214, 216, 260, 180, 262, 264, 266, 266, 268, 270, 190, 64] source: पेकह के और सब काम जो उसने किए वह इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखे हैं। target: [272, 266, 274, 268, 270, 190, 276, 216, 218, 180, 182, 64] source: नादाब के और सब काम जो उसने किए, वह क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं? target: [278, 216, 218, 180, 182, 280, 210, 274, 282, 284] source: यहोयाकीम के और सब काम जो उसने किए, वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं? target: [286, 288, 266, 290, 268, 270, 190, 214, 216, 260, 180, 182, 64]
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तेरे भाँति-भाँति के इत्रों का सुगन्ध उत्तम है, तेरा नाम उण्डेले हुए इत्र के तुल्य है; इसलिए कुमारियाँ तुझ से प्रेम रखती हैं
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[204, 292, 294, 296, 298, 56, 196, 50, 300, 302, 64, 304, 306, 308, 198, 310]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: और उसने तम्बू के लिये लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालों का एक ओढ़ना और उसके ऊपर के लिये सुइसों की खालों का एक ओढ़ना बनाया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 22, 32, 34, 36, 38] source: फिर तम्बू के लिये लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालों का एक ओढ़ना और उसके ऊपर सुइसों की खालों का भी एक ओढ़ना बनवाना। target: [40, 42, 16, 18, 20, 22, 44, 46, 24, 26, 48, 50, 22, 44, 46, 52] source: फिर निवास के ऊपर के तम्बू के लिये उसने बकरी के बाल के ग्यारह परदे बनाए। target: [54, 8, 10, 12, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 44, 68, 70] source: और यहोवा का सन्दूक, और मिलापवाले तम्बू, और जितने पवित्र पात्र उस तम्बू में थे, उन सभी को याजक और लेवीय लोग ऊपर ले गए। target: [72, 74, 76, 78, 80, 82, 8, 84, 86, 24, 88, 90, 92, 94] source: और लेवीय याजक सन्दूक और मिलापवाले तम्बू और जितने पवित्र पात्र उस तम्बू में थे उन सभी को ऊपर ले गए। target: [96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 98, 114, 116, 82, 8, 84, 6, 118, 120, 100, 122, 88, 124, 120] source: यह सुनकर लाबान, याकूब और लिआ और दोनों दासियों के तम्बूओं में गया; और कुछ न मिला। तब लिआ के तम्बू में से निकलकर राहेल के तम्बू में गया। target: [126, 128, 130, 132, 134, 130, 136, 98, 138, 130, 136, 140, 142, 56, 144, 146, 148, 150, 152, 130, 154] source: वे अपने तम्बुओं में कुड़कुड़ाए, और यहोवा का कहा न माना। target: [156, 158, 130, 6, 160, 162, 98, 76, 164, 166, 168] source: मेरे निवास का तम्बू उनके ऊपर तना रहेगा; और मैं उनका परमेश्वर हूँगा, और वे मेरी प्रजा होंगे। (प्रका. 21:3) target: [170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 24, 186, 170, 188, 190] source: उसने शीलो के निवास, अर्थात् उस तम्बू को जो उसने मनुष्यों के बीच खडा किया था, त्याग दिया, target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 130, 204, 150, 206, 208] source: और ऊपरी भाग चार हाथ ऊँचा हो; और वेदी पर जलाने के स्थान के चार सींग ऊपर की ओर निकले हों। target: [210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 210, 224, 226, 228, 230, 218, 232, 222] source: जिन पुरुषों के नाम ऊपर लिखे हैं उनको साथ लेकर मूसा और हारून ने, target: [234, 236, 238, 240, 56, 242, 244, 24, 246, 248, 250, 252] source: उसने उनसे कहा, “तुम नीचे के हो, मैं ऊपर का हूँ; तुम संसार के हो, मैं संसार का नहीं। target: [150, 254, 256, 258, 260, 262, 178, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 178, 270, 276, 168] source: हे परमेश्वर, तू स्वर्ग के ऊपर हो! और तेरी महिमा सारी पृथ्वी के ऊपर हो! target: [278, 280, 282, 284, 286, 288, 98, 290, 292, 82, 294, 296] source: और उसने मिलापवाले तम्बू में बीच के पर्दे के सामने सोने की वेदी को रखा, target: [192, 298, 300, 302, 304, 306]
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और उसने निवास के ऊपर तम्बू को फैलाया, और तम्बू के ऊपर उसने ओढ़ने को लगाया; जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी।
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[148, 308, 68, 310, 4, 212, 312, 192, 46, 314, 316, 318, 320, 322, 278, 82, 324]
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source: सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, “मैं उनके विरुद्ध उठूँगा, और बाबेल का नाम और निशान मिटा डालूँगा, और बेटों-पोतों को काट डालूँगा,” यहोवा की यही वाणी है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 4, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 14, 16, 18] source: फिर मैंने जो आँखें उठाई*, तो क्या देखा कि चार सींग हैं। target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 26, 54, 56, 58, 60] source: क्योंकि यदि परमेश्वर की यही इच्छा हो कि तुम भलाई करने के कारण दुःख उठाओ, तो यह बुराई करने के कारण दुःख उठाने से उत्तम है। target: [62, 64, 66, 68, 70, 38, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 66, 84, 86, 88, 90] source: यहोशू सवेरे उठा, और याजकों ने यहोवा का सन्दूक उठा लिया। target: [92, 94, 96, 98, 26, 100, 102, 104, 106, 108, 110] source: यहोवा न करे कि मैं अपना हाथ यहोवा के अभिषिक्त पर उठाऊँ; अब उसके सिरहाने से भाला और पानी की सुराही उठा ले, और हम यहाँ से चले जाएँ।” target: [42, 112, 114, 116, 118, 120, 10, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 42, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 40, 160, 162] source: और उसे कोड़े मारेंगे, और मार डालेंगे, और वह तीसरे दिन जी उठेगा।” target: [164, 166, 168, 170, 172, 174, 26, 176, 178, 180, 182, 184] source: “पुत्र के कारण पिता न मार डाला जाए, और न पिता के कारण पुत्र मार डाला जाए; जिसने पाप किया हो वही उस पाप के कारण मार डाला जाए*। target: [186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 192, 210, 212, 214, 200, 216, 146, 206, 208, 218, 164, 220] source: और मुझ पर भी यहोवा तुम्हारे कारण क्रोधित हुआ, और यह कहा, 'तू भी वहाँ जाने न पाएगा; target: [222, 102, 224, 226, 228, 176, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244] source: यहोवा मेरा और तेरा न्याय करे, और यहोवा तुझ से मेरा बदला ले; परन्तु मेरा हाथ तुझ पर न उठेगा। target: [246, 152, 248, 14, 250, 252, 254, 256, 14, 258, 260, 132, 254, 114, 258, 262, 264] source: इस पर मैं जाग उठा, और देखा, और मेरी नींद मुझे मीठी लगी। target: [266, 42, 268, 270, 26, 272, 274, 276, 142, 278, 280, 282, 284, 286] source: यीशु ने उससे कहा, “उठ, अपनी खाट उठा और चल फिर।” target: [288, 164, 230, 290, 292, 294, 108, 296, 298, 300] source: तुम्हारे बीच मारे हुए गिरेंगे, और तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ। target: [302, 304, 86, 306, 308, 26, 40, 310, 312, 42, 14, 314, 316] source: सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, देख, मैं तेरे विरुद्ध हूँ, और तेरे वस्त्र को उठाकर, तुझे जाति-जाति के सामने नंगी और राज्य-राज्य के सामने नीचा दिखाऊँगा। target: [318, 42, 320, 316, 10, 12, 14, 322, 42, 324, 326, 328, 330, 48, 332, 26, 334, 336, 338, 340, 342, 324, 344, 346] source: जैसा जीविते पिता ने मुझे भेजा और मैं पिता के कारण जीवित हूँ वैसा ही वह भी जो मुझे खाएगा मेरे कारण जीवित रहेगा। target: [348, 350, 352, 54, 354, 26, 42, 356, 358, 360, 362, 364, 54, 366, 368, 370, 372]
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यह तेरे क्रोध और कोप के कारण हुआ है, क्योंकि तूने मुझे उठाया, और फिर फेंक दिया है।
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[62, 328, 374, 376, 144, 54, 48, 108, 296, 378, 380, 382]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: होशे के नौवें वर्ष में अश्शूर के राजा ने शोमरोन को ले लिया, और इस्राएलियों को अश्शूर में ले जाकर, हलह में और गोजान की नदी हाबोर के पास और मादियों के नगरों में बसाया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 20, 42, 44, 46, 48, 28] source: तब अश्शूर का राजा इस्राएलियों को बन्दी बनाकर अश्शूर में ले गया, और हलह में और गोजान की नदी हाबोर के पास और मादियों के नगरों में उसे बसा दिया। target: [50, 10, 12, 22, 52, 54, 24, 56, 20, 30, 58, 32, 34, 36, 60, 20, 42, 44, 48, 28] source: और रूबेनियों, गादियों, और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों को निज भाग करके दे दिया। target: [62, 64, 66, 16, 68, 70, 72, 20, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 28] source: और गिलाद का आधा भाग, और अश्तारोत, और एद्रेई, जो बाशान में ओग के राज्य के नगर थे, ये मनश्शे के पुत्र माकीर के वंश का, अर्थात् माकीर के आधे वंश का निज भाग कुलों के अनुसार ठहरे।। target: [88, 76, 90, 20, 92, 20, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 106, 78, 114, 116, 28] source: और जो कुछ वह अशुद्ध मनुष्य छूए वह भी अशुद्ध ठहरे; और जो मनुष्य उस वस्तु को छूए वह भी सांझ तक अशुद्ध रहे।” target: [118, 120, 122, 124, 126, 118, 128, 130, 28, 132, 134, 136, 138, 140, 118, 128, 142, 28] source: इस्राएलियों और यहोवा के दास मूसा ने इनको मार लिया; और यहोवा के दास मूसा ने उनका देश रूबेनियों और गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों को दे दिया। target: [144, 146, 148, 20, 150, 152, 154, 156, 18, 158, 144, 146, 160, 162, 164, 166, 168, 20, 170, 76, 172, 174, 84, 176, 28] source: उस दिन अश्शूर से, और मिस्र के नगरों से और मिस्र और महानद के बीच के, और समुद्र-समुद्र और पहाड़-पहाड़ के बीच में देशों से लोग तेरे पास आएँगे। target: [178, 180, 182, 20, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 20, 198, 200, 202, 204, 206, 28] source: और जो कोई उनकी लोथ उठाए वह अपने वस्त्र धोए और सांझ तक अशुद्ध रहे; क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं। target: [208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 20, 140, 162, 118, 224, 28, 226, 228, 230, 232, 118, 128, 130, 28] source: उनके बच्चों की आधी बोली अश्दोदी थी, और वे यहूदी बोली न बोल सकते थे, दोनों जाति की बोली बोलते थे। target: [234, 236, 238, 240, 242, 244, 28, 246, 248, 138, 250, 242, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 242, 266, 28] source: इस्राएल के राजा पेकह के दिनों में अश्शूर के राजा तिग्लत्पिलेसेर ने आकर इय्योन, आबेल्वेत्माका, यानोह, केदेश और हासोर नामक नगरों को और गिलाद और गलील, वरन् नप्ताली के पूरे देश को भी ले लिया, और उनके लोगों को बन्दी बनाकर अश्शूर को ले गया। target: [150, 268, 270, 272, 10, 268, 274, 276, 20, 46, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 20, 292, 124, 294, 296, 28, 46, 298, 300, 54, 182, 302, 26, 28] source: इसलिए तू अब इस देश को नौ गोत्रों और मनश्शे के आधे गोत्र को उनका भाग होने के लिये बाँट दे।” target: [304, 164, 306, 308, 20, 310, 76, 172, 232, 174, 84, 312, 314, 316] source: और जो कोई उन वस्तुओं को छूए वह अशुद्ध ठहरे, इसलिए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे, और सांझ तक अशुद्ध रहे। target: [226, 318, 320, 134, 214, 322, 118, 128, 142, 28, 324, 218, 220, 222, 20, 326, 328, 158, 162, 140, 118, 128, 142, 28] source: परन्तु अश्शूर के राजा ने होशे के राजद्रोह की गोष्ठी को जान लिया, क्योंकि उसने सो नामक मिस्र के राजा के पास दूत भेजे थे और अश्शूर के राजा के पास वार्षिक भेंट भेजनी छोड़ दी; इस कारण अश्शूर के राजा ने उसको बन्दी बनाया, और बेड़ी डालकर बन्दीगृह में डाल दिया। target: [330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 10, 12, 346, 348, 350, 336, 184, 268, 352, 354, 356, 358, 28, 360, 46, 10, 362, 364, 366, 368, 370, 138, 372, 28, 374, 10, 12, 376, 300, 378, 20, 380, 382, 384, 28] source: उस समय मिस्र से अश्शूर जाने का एक राजमार्ग होगा, और अश्शूरी मिस्र में आएँगे और मिस्री लोग अश्शूर को जाएँगे, और मिस्री अश्शूरियों के संग मिलकर आराधना करेंगे। target: [178, 386, 388, 390, 392, 264, 394, 396, 398, 158, 400, 402, 206, 20, 404, 24, 406, 28, 158, 408, 410, 412, 414, 28]
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इसलिए इस्राएल के परमेश्वर ने अश्शूर के राजा पूल और अश्शूर के राजा तिग्लत्पिलेसेर का मन उभारा, और इन्होंने उन्हें अर्थात् रूबेनियों, गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों को बन्धुआ करके हलह, हाबोर* और हारा और गोजान नदी के पास पहुँचा दिया; और वे आज के दिन तक वहीं रहते हैं।
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[150, 416, 418, 268, 420, 422, 418, 268, 424, 138, 426, 428, 28, 430, 432, 434, 20, 170, 76, 436, 298, 438, 26, 28, 430, 30, 440, 442, 444, 20, 446, 448, 60, 56, 450, 452, 454, 456, 458, 28]
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source: तो हे राजा, मार्ग में दोपहर के समय मैंने आकाश से सूर्य के तेज से भी बढ़कर एक ज्योति, अपने और अपने साथ चलनेवालों के चारों ओर चमकती हुई देखी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 12, 48, 50, 52] source: “हे आकाश कान लगा, कि मैं बोलूँ; और हे पृथ्वी, मेरे मुँह की बातें सुन। target: [6, 54, 56, 58, 42, 16, 60, 6, 62, 64, 66, 12, 68, 70] source: हे सबसे ऊँचे आकाश और हे आकाश के ऊपरवाले जल, तुम दोनों उसकी स्तुति करो। target: [6, 72, 12, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 72, 12, 90, 92] source: “क्योंकि जैसे बिजली पूर्व से निकलकर पश्चिम तक चमकती जाती है, वैसा ही मनुष्य के पुत्र का भी आना होगा। target: [94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 98, 120, 12, 122, 124, 126, 128] source: उस समय ऐसा होगा कि यहोवा आकाश की सेना को आकाश में और पृथ्वी के राजाओं* को पृथ्वी ही पर दण्ड देगा। target: [130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 42, 152, 12, 154, 146, 152, 90, 156, 158] source: क्योंकि तेरी करुणा आकाश से भी ऊँची है, और तेरी सच्चाई आकाशमण्डल तक है। target: [160, 162, 4, 72, 24, 164, 166, 168, 116, 42, 160, 170, 172, 112, 174] source: दूसरा करूब भी दस हाथ का था; दोनों करूब एक ही नाप और एक ही आकार के थे। target: [176, 178, 180, 182, 184, 78, 186, 184, 188, 178, 190, 42, 188, 178, 192, 12, 194] source: वह उसको सारे आकाश के तले, और अपनी बिजली को पृथ्वी की छोर तक भेजता है। target: [76, 130, 146, 196, 22, 12, 198, 42, 200, 100, 146, 202, 204, 206, 112, 208, 210] source: औरों ने उसकी परीक्षा करने के लिये उससे आकाश का एक चिन्ह माँगा। target: [42, 212, 214, 130, 146, 216, 218, 22, 220, 26, 222, 130, 24, 224] source: आकाश की ओर दृष्टि करके देख; और आकाशमण्डल को ताक, जो तुझ से ऊँचा है। target: [22, 226, 112, 42, 228, 42, 172, 226, 230, 12, 232, 234, 32, 236, 92] source: फिर परमेश्वर ने कहा, “आकाश के नीचे का जल एक स्थान में इकट्ठा हो जाए और सूखी भूमि दिखाई दे,” और वैसा ही हो गया। (2 पत. 3:5) target: [238, 240, 214, 242, 138, 22, 12, 244, 86, 26, 246, 248, 250, 252, 4, 232, 254, 152, 256, 42, 134, 178, 250, 258] source: आकाश उसका अधर्म प्रगट करेगा, और पृथ्वी उसके विरुद्ध खड़ी होगी। target: [22, 76, 78, 260, 146, 262, 264, 42, 202, 76, 12, 266, 268, 270] source: जो आकाश में अपनी कोठरियाँ बनाता, और अपने आकाशमण्डल की नींव पृथ्वी पर डालता, और समुद्र का जल धरती पर बहा देता है, उसी का नाम यहोवा है। target: [232, 22, 90, 40, 272, 274, 276, 42, 202, 90, 40, 22, 278, 78, 280, 282, 276, 42, 232, 284, 12, 286, 146, 288, 276, 42, 290, 146, 202, 78, 292, 90, 294, 296, 116, 130, 124, 298, 140, 174] source: “उन दिनों के क्लेश के बाद तुरन्त सूर्य अंधियारा हो जाएगा, और चाँद का प्रकाश जाता रहेगा, और तारे आकाश से गिर पड़ेंगे और आकाश की शक्तियाँ हिलाई जाएँगी। target: [290, 300, 12, 302, 24, 304, 30, 306, 308, 250, 310, 42, 312, 200, 314, 316, 318, 42, 320, 22, 24, 322, 324, 42, 22, 204, 326, 328, 330]
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क्योंकि जैसे बिजली आकाश की एक छोर से कौंधकर आकाश की दूसरी छोर तक चमकती है, वैसे ही मनुष्य का पुत्र भी अपने दिन में प्रगट होगा।
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[94, 96, 98, 100, 22, 12, 198, 26, 332, 334, 276, 42, 22, 12, 198, 182, 332, 112, 50, 276, 118, 98, 120, 124, 122, 40, 132, 20, 128]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: तब मैंने कहा, 'हे मेरे प्रभु ये कौन हैं?' तब जो दूत मुझसे बातें करता था, उसने मुझसे कहा, 'मैं तुझे दिखाऊँगा कि ये कौन हैं।' target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 8, 40, 42, 44, 46, 14, 16, 48] source: “जब तुम मुझसे ये बातें कह रहे थे तब यहोवा ने तुम्हारी बातें सुनीं; तब उसने मुझसे कहा, 'इन लोगों ने जो-जो बातें तुझसे कही हैं मैंने सुनी हैं; इन्होंने जो कुछ कहा वह ठीक ही कहा। target: [50, 52, 38, 14, 32, 54, 36, 4, 56, 24, 58, 32, 60, 62, 56, 24, 38, 64, 6, 66, 68, 70, 32, 72, 74, 76, 78, 42, 54, 80, 82, 84, 86, 24, 88, 90, 78, 92, 94] source: फिर उसने कहा, “मेरा प्रभु अपने दास का पीछा क्यों करता है? मैंने क्या किया है? और मुझसे कौन सी बुराई हुई है? target: [4, 20, 24, 64, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 66, 108, 110, 112, 114, 116, 6, 16, 118, 120, 122, 28, 124, 126, 16, 128, 116] source: बिलाम ने बालाक से कहा, “क्या मैंने तुझसे नहीं कहा कि जो कुछ यहोवा मुझसे कहेगा, वही मुझे करना पड़ेगा?” target: [130, 132, 24, 134, 136, 138, 140, 16, 6, 42, 142, 144, 46, 82, 84, 56, 38, 146, 120, 38, 148, 150, 152, 116] source: तब उसने पूछा, “वह कौन सी बात है जो यहोवा ने तुझ से कही है? उसे मुझसे न छिपा। जो कुछ उसने तुझ से कहा हो यदि तू उसमें से कुछ भी मुझसे छिपाए, तो परमेश्वर तुझ से वैसा ही वरन् उससे भी अधिक करे।” target: [62, 78, 24, 154, 78, 156, 158, 36, 82, 42, 56, 24, 160, 116, 162, 164, 166, 168, 170, 86, 32, 172, 82, 20, 24, 42, 174, 74, 176, 84, 178, 180, 4, 182, 184, 30, 186, 188, 190, 192, 20, 194, 178, 196, 198] source: फिर यहोवा की शक्ति वहीं मुझ पर प्रगट हुई, और उसने मुझसे कहा, “उठकर मैदान में जा; और वहाँ मैं तुझसे बातें करूँगा।” target: [200, 56, 202, 124, 28, 204, 36, 122, 20, 24, 38, 64, 206, 208, 136, 210, 122, 200, 6, 184, 30, 32, 212] source: फिर उसने मुझसे कहा, “हे मनुष्य के सन्तान, जितने वचन मैं तुझसे कहूँ, वे सब हृदय में रख और कानों से सुन। target: [214, 78, 24, 38, 64, 10, 216, 104, 218, 220, 222, 32, 136, 82, 6, 42, 224, 100, 226, 126, 228, 230, 122, 232, 234, 30, 236] source: तब यहोवा ने मुझसे कहा, target: [62, 56, 14, 238, 240, 28, 30, 242] source: तब यहोवा ने मुझसे कहा, target: [214, 56, 24, 38, 64] source: फिर उसने कुर्सियाँ और कुर्सियों पर की हौदियाँ, target: [20, 24, 244, 246, 122, 86, 244, 204, 248, 250] source: और उसने याकूब से पूछा, “तेरा नाम क्या है?”* उसने कहा, “याकूब।” target: [4, 20, 24, 154, 252, 254, 16, 116, 20, 24, 64, 256] source: उसने जो मुझसे स्नेह किया है, इसलिए मैं उसको छुड़ाऊँगा; मैं उसको ऊँचे स्थान पर रखूँगा, क्योंकि उसने मेरे नाम को जान लिया है। target: [20, 24, 4, 28, 30, 258, 260, 90, 262, 6, 78, 136, 264, 6, 78, 136, 266, 268, 78, 24, 96, 254, 82, 270, 94] source: उसने मुझसे पूछा, 'तू कौन है?' मैंने उससे कहा, 'मैं तो अमालेकी हूँ।' target: [272, 38, 154, 176, 274, 116, 6, 20, 136, 64, 6, 276, 278] source: जैसे ही उसने मुझसे यह कहा, वैसे ही आत्मा ने मुझ में समाकर मुझे पाँवों के बल खड़ा कर दिया; और जो मुझसे बातें करता था मैंने उसकी सुनी। target: [280, 78, 24, 38, 14, 64, 4, 282, 28, 126, 284, 122, 38, 286, 204, 288, 290, 62, 6, 78, 292, 294, 26, 28, 30, 32, 34, 296]
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फिर उसने मुझसे कहा, “जो पानी तूने देखे, जिन पर वेश्या बैठी है, वे लोग, भीड़, जातियाँ, और भाषाएँ हैं।
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[122, 78, 24, 38, 64, 298, 300, 176, 302, 304, 306, 78, 308, 310, 120, 78, 312, 122, 314, 122, 316, 122, 318, 80]
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source: और गाद के गोत्र के गिने हुए पुरुष पैंतालीस हजार साढ़े छः सौ थे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: और बिन्यामीन के गोत्र के गिने हुए पुरुष पैंतीस हजार चार सौ थे। target: [18, 6, 8, 20, 12, 14, 16] source: जिन्होंने रोटियाँ खाई, वे पाँच हजार पुरुष थे। target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 14, 16] source: तेरे दास जो लकड़ी काटेंगे, उनको मैं बीस हजार कोर कूटा हुआ गेहूँ, बीस हजार कोर जौ, बीस हजार बत दाखमधु और बीस हजार बत तेल दूँगा।” target: [34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 30, 50, 52, 48, 30, 50, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 56, 58, 60, 66, 68, 70] source: उसने तीन हजार नीतिवचन* कहे, और उसके एक हजार पाँच गीत भी हैं। target: [72, 74, 76, 78, 80, 82, 64, 84, 86, 88, 56, 30, 90, 92, 16] source: और वे सब गिने हुए पुरुष मिलाकर छः लाख तीन हजार साढ़े पाँच सौ थे। target: [8, 94, 12, 14, 16] source: और यहोवा ने अय्यूब के बाद के दिनों में उसको पहले के दिनों से अधिक आशीष दी*; और उसके चौदह हजार भेड़-बकरियाँ, छः हजार ऊँट, हजार जोड़ी बैल, और हजार गदहियाँ हो गई। target: [96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 104, 110, 112, 114, 116, 16, 84, 118, 30, 120, 122, 30, 124, 56, 30, 126, 128, 64, 56, 30, 130, 14, 16] source: सना के लोग तीन हजार छः सौ तीस। target: [132, 134, 136, 16] source: सना के लोग तीन हजार नौ सौ तीस। target: [132, 134, 138] source: परमेश्वर के रथ बीस हजार, वरन् हजारों हजार हैं; प्रभु उनके बीच में है, जैसे वह सीनै पवित्रस्थान में है। target: [140, 142, 144, 146, 148, 30, 150, 16, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 16] source: परमेश्वर के भवन के काम के लिये पाँच हजार किक्कार और दस हजार दर्कमोन सोना, दस हजार किक्कार चाँदी, अठारह हजार किक्कार पीतल, और एक लाख किक्कार लोहा दे दिया। target: [168, 170, 172, 174, 176, 28, 30, 178, 64, 180, 182, 184, 186, 30, 178, 188, 190, 30, 178, 192, 64, 56, 58, 178, 194, 196, 16] source: जबूलून के गोत्र में से बारह हजार पर, यूसुफ के गोत्र में से बारह हजार पर, और बिन्यामीन के गोत्र में से बारह हजार पर मुहर दी गई। target: [198, 6, 200, 202, 204, 6, 200, 206, 64, 18, 6, 200, 206, 208, 210, 92, 16] source: शमौन के गोत्र में से बारह हजार पर, लेवी के गोत्र में से बारह हजार पर, इस्साकार के गोत्र में से बारह हजार पर, target: [212, 6, 200, 202, 214, 6, 200, 202, 216, 6, 200, 202] source: यहूदा के गोत्र में से बारह हजार पर मुहर दी गई, रूबेन के गोत्र में से बारह हजार पर, गाद के गोत्र में से बारह हजार पर, target: [218, 6, 200, 202, 220, 222, 200, 202, 4, 6, 200, 206, 208, 210, 224]
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और रूबेन के गोत्र के गिने हुए पुरुष साढ़े छियालीस हजार थे।
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[226, 6, 8, 228, 12, 14, 16]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: कि वह उसके हाकिमों को अपनी इच्छा के अनुसार नियंत्रित करे और पुरनियों को ज्ञान सिखाए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: अपनी करुणा के अनुसार मेरी सुन ले; हे यहोवा, अपनी नियमों के रीति अनुसार मुझे जीवित कर। target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 28, 46, 48] source: “हे प्रभु, अब तू अपने दास को अपने वचन के अनुसार शान्ति से विदा कर दे; target: [50, 52, 54, 56, 28, 58, 60, 62, 8, 64, 66] source: सो अब अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा के सामने अपना पाप मान लो, और उसकी इच्छा पूरी करो, और इस देश के लोगों से और अन्यजाति स्त्रियों से अलग हो जाओ।” target: [56, 68, 52, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 36, 94, 96, 80, 36, 98, 100, 102] source: इसलिए अब सेनाओं का यहोवा यह कहता है, अपनी-अपनी चाल-चलन पर ध्यान करो। target: [104, 52, 106, 108, 110, 112, 114, 116] source: अपने दास के संग अपनी करुणा के अनुसार बर्ताव कर, और अपनी विधियाँ मुझे सिखा। target: [118, 30, 32, 120, 122, 124, 126, 22, 128, 130, 132] source: क्योंकि मैं अपनी इच्छा नहीं, वरन् अपने भेजनेवाले की इच्छा पूरी करने के लिये स्वर्ग से उतरा हूँ। target: [134, 36, 136, 138, 140, 4, 6, 142, 144, 146, 148, 150, 142, 6, 152] source: अपनी करुणा के अनुसार मुझ को जिला, तब मैं तेरी दी हुई चितौनी को मानूँगा। लामेध target: [118, 30, 32, 154, 156, 158, 160, 162, 164] source: क्योंकि यहोवा ने मूसा से कह दिया था, “इस्राएलियों को मेरा यह वचन सुना, 'तुम लोग तो हठीले हो; जो मैं पल भर के लिये तुम्हारे बीच होकर चलूँ, तो तुम्हारा अन्त कर डालूँगा। इसलिए अब अपने-अपने गहने अपने अंगों से उतार दो, कि मैं जानूँ कि तुम्हारे साथ क्या करना चाहिए'।” target: [166, 8, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 4, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 104, 202, 204, 80, 206, 208, 198, 210] source: और अब तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हारे भाइयों को अपने वचन के अनुसार विश्राम दिया है; इसलिए अब तुम लौटकर अपने-अपने डेरों को, और अपनी-अपनी निज भूमि में, जिसे यहोवा के दास मूसा ने यरदन पार तुम्हें दिया है चले जाओ। (इब्रा. 4:8) target: [104, 86, 52, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 56, 228, 230, 232, 234, 236, 6, 86, 168, 60, 238, 240, 242, 244, 246] source: क्योंकि परमेश्वर ही है, जिसने अपनी सुइच्छा निमित्त तुम्हारे मन में इच्छा और काम, दोनों बातों के करने का प्रभाव डाला है। target: [248, 250, 12, 36, 252, 254, 256, 258, 260, 80, 254, 84, 4, 262, 264] source: जो कुछ तेरे मुँह से निकले उसके पूरा करने में चौकसी करना; तू अपने मुँह से वचन देकर अपनी इच्छा से अपने परमेश्वर यहोवा की जैसी मन्नत माने, वैसा ही स्वतंत्रता पूर्वक उसे पूरा करना। target: [6, 36, 266, 268, 270, 272, 80, 274, 248, 276, 8, 158, 62, 278, 4, 52, 280, 282] source: इच्छा तो यह होती है, कि अब तुम्हारे पास आकर और ही प्रकार से बोलूँ, क्योंकि तुम्हारे विषय में मैं विकल हूँ। target: [284, 286, 56, 288, 290, 4, 6, 8, 292, 294, 288, 296, 248, 298, 36, 300, 302] source: इसलिए मैंने जो यह इच्छा की थी तो क्या मैंने चंचलता दिखाई? या जो करना चाहता हूँ क्या शरीर के अनुसार करना चाहता हूँ, कि मैं बात में ‘हाँ, हाँ’ भी करूँ; और ‘नहीं, नहीं’ भी करूँ? target: [86, 8, 304, 108, 306, 308, 8, 310, 312, 314, 8, 292, 316, 318, 320, 86, 36, 322, 324, 326, 328, 80, 330, 332]
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इसलिए अब यह काम पूरा करो; कि जिस प्रकार इच्छा करने में तुम तैयार थे, वैसा ही अपनी-अपनी पूँजी के अनुसार पूरा भी करो।
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[56, 334, 336, 338, 222, 340, 142, 342, 344, 346, 8, 142, 348]
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source: मैंने कहा, “यह तो मेरा दुःख है, कि परमप्रधान का दाहिना हाथ बदल गया है।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28] source: मैं मेघों से भी ऊँचे-ऊँचे स्थानों के ऊपर चढूँगा, मैं परमप्रधान के तुल्य हो जाऊँगा।' target: [4, 30, 32, 34, 4, 36, 38, 40] source: विपत्ति और कल्याण, क्या दोनों परमप्रधान की आज्ञा से नहीं होते? target: [42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60] source: और धन्य है परमप्रधान परमेश्वर, जिसने तेरे द्रोहियों को तेरे वश में कर दिया है।” तब अब्राम ने उसको सब का दशमांश दिया। target: [36, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: फिर वे कहते हैं, “परमेश्वर कैसे जानता है? क्या परमप्रधान को कुछ ज्ञान है?” target: [96, 98, 100, 8, 102, 104, 106, 108, 110, 28, 96, 112, 102, 114] source: तो भी उन्होंने परमप्रधान परमेश्वर की परीक्षा की और उससे बलवा किया, और उसकी चितौनियों को न माना, target: [116, 118, 36, 112, 120, 74, 122, 124, 126, 128, 122, 118, 130, 132, 134, 136] source: और उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया, “परमप्रधान परमेश्वर की ओर से, जो आकाश और पृथ्वी का अधिकारी है, तू धन्य हो। target: [138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 44, 152, 154, 156, 36, 62, 158, 142, 160] source: जब तक वह अति प्राचीन* न आया, और परमप्रधान के पवित्र लोग न्यायी न ठहरे, और उन पवित्र लोगों के राज्याधिकारी होने का समय न आ पहुँचा। (मत्ती 19:28) target: [122, 162, 164, 96, 166, 168, 170, 172, 174, 36, 52, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198] source: मैं परमप्रधान परमेश्वर को पुकारूँगा, परमेश्वर को जो मेरे लिये सब कुछ सिद्ध करता है। target: [4, 36, 200, 202, 62, 204, 206, 208, 210, 4, 212, 214] source: परन्तु परमप्रधान के पवित्र लोग राज्य को पाएँगे और युगानयुग उसके अधिकारी बने रहेंगे।' (दानि. 7:27) target: [216, 218, 52, 220, 184, 222, 224, 96, 226, 228, 230, 232] source: यहोवा आकाश में से गरजा, और परमप्रधान ने अपनी वाणी सुनाई। target: [234, 236, 238, 210, 240, 242, 244] source: अब्राम ने सदोम के राजा ने कहा, “परमप्रधान परमेश्वर यहोवा, जो आकाश और पृथ्वी का अधिकारी है, target: [246, 248, 250, 252, 254, 44, 256, 156, 234, 36, 62, 258, 260, 24, 262, 4, 264, 266, 268] source: जो परमप्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे, वह सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएगा। target: [202, 270, 272, 274, 76, 276, 278, 232] source: और तू मनुष्यों के बीच में से निकाला जाएगा, और मैदान के पशुओं के संग रहेगा; और बैलों के समान घास चरेगा और सात काल तुझ पर बीतेंगे, जब तक कि तू न जान ले कि परमप्रधान, मनुष्यों के राज्य में प्रभुता करता है और जिसे चाहे वह उसे दे देता है।” target: [158, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 158, 296, 298, 300, 302, 122, 304, 306, 308, 310, 14, 76, 96, 312, 314, 316, 8, 158, 318, 320, 322, 324, 326]
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और वह परमप्रधान के विरुद्ध बातें कहेगा, और परमप्रधान के पवित्र लोगों को पीस डालेगा, और समयों और व्यवस्था के बदल देने की आशा करेगा, वरन् साढ़े तीन काल तक वे सब उसके वश में कर दिए जाएँगे। (प्रका. 13:6-7)
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[76, 218, 52, 328, 330, 122, 52, 176, 332, 334, 336, 338, 340, 122, 342, 344, 76, 346, 348, 350, 352, 354, 130, 356, 358, 324, 122, 360, 362, 364, 366]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: वह अपना सोंटा मुझ पर से दूर करे और उसकी भय देनेवाली बात मुझे न घबराए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 16, 34] source: तेरा क्रोध मुझ पर पड़ा है; उस भय से मैं मिट गया हूँ। target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66] source: मीका का भाई यिश्शिय्याह, यिश्शिय्याह के वंश में से जकर्याह। target: [68, 70, 72, 74, 76, 78] source: फिर मैंने मूसा और हारून को भेजकर उन सब कामों के द्वारा जो मैंने मिस्र में किए उस देश को मारा; और उसके बाद तुम को निकाल लाया। target: [80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 48, 94, 96, 98, 100, 102, 82, 104, 106, 108] source: और सारी कलीसिया पर और इन बातों के सब सुननेवालों पर, बड़ा भय छा गया। target: [48, 110, 112, 86, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132] source: “और मुझ दानिय्येल का मन विकल हो गया, और जो कुछ मैंने देखा था उसके कारण मैं घबरा गया। target: [80, 134, 136, 138, 140, 142, 26, 144, 146, 148, 150, 152, 132] source: तब इस्राएली पुरुष घूमे, और बिन्यामीनी पुरुष यह देखकर घबरा गए, कि हम पर विपत्ति आ पड़ी है। target: [102, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 46, 190, 192, 194, 196] source: इस पर बेलशस्सर राजा बहुत घबरा गया और भयातुर हो गया; और उसके प्रधान भी बहुत व्याकुल हुए। target: [198, 200, 202, 204, 206, 48, 208, 210, 212, 208, 214, 216, 218] source: और तुझे आशा होगी, इस कारण तू निर्भय रहेगा; और अपने चारों ओर देख-देखकर तू निर्भय विश्राम कर सकेगा। target: [220, 222, 224, 176, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246] source: चेले उसको झील पर चलते हुए देखकर घबरा गए, और कहने लगे, “वह भूत है,” और डर के मारे चिल्ला उठे। target: [248, 250, 252, 254, 238, 52, 256, 86, 258, 190, 260, 262, 48, 264, 266, 268] source: क्योंकि सब उसे देखकर घबरा गए थे। पर उसने तुरन्त उनसे बातें की और कहा, “धैर्य रखो : मैं हूँ; डरो मत।” target: [176, 122, 270, 250, 180, 86, 264, 52, 218, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 82, 262] source: मैं यहोवा के पास गया, तब उसने मेरी सुन ली, और मुझे पूरी रीति से निर्भय किया। target: [82, 288, 290, 292, 48, 294, 26, 296, 298, 48, 294, 26, 300, 110, 302, 304, 306] source: यीशु ने अपने चारों ओर एक बड़ी भीड़ देखकर झील के उस पार जाने की आज्ञा दी। target: [80, 308, 310, 234, 312, 314, 316, 238, 276, 318, 320, 322, 324, 326] source: तू मुख फेर लेता है, और वे घबरा जाते हैं; तू उनकी साँस ले लेता है, और उनके प्राण छूट जाते हैं और मिट्टी में फिर मिल जाते हैं। target: [328, 240, 330, 210, 332, 198, 264, 334, 336, 338, 240, 340, 342, 344, 346, 348, 264, 350, 48, 352, 354, 356]
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और जकर्याह देखकर घबराया और उस पर बड़ा भय छा गया।
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[250, 238, 358, 28, 142]
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source: और मिर्मा उत्पन्न हुए। उसके ये पुत्र अपने-अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष थे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 8, 20, 22, 24] source: उसके सात बेटे और तीन बेटियाँ उत्पन्न हुई। target: [26, 28, 8, 30, 32, 34] source: और उसके सात बेटे और तीन बेटियाँ भी उत्पन्न हुई। target: [36, 26, 28, 8, 30, 38, 34] source: उसके जो सन्तान यरूशलेम में उत्पन्न हुए, उनके नाम ये हैं: शम्मू, शोबाब, नातान, सुलैमान; target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64] source: और घर में प्रवेश करते हुए उसे आशीष देना। target: [48, 66, 68, 70, 72] source: सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई। target: [74, 76, 78, 80, 82, 44, 84, 76, 86, 88, 90, 48, 92] source: और जो सन्तान यहोवा इस जवान स्त्री के द्वारा तुझे दे उसके कारण से तेरा घराना पेरेस का सा हो जाए, जो तामार से यहूदा के द्वारा उत्पन्न हुआ।” (मत्ती 1:3) target: [36, 94, 8, 44, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 50, 116, 54, 118, 120, 122] source: यहूदा और तामार से पेरेस व जेरह उत्पन्न हुए, और पेरेस से हेस्रोन उत्पन्न हुआ, और हेस्रोन से एराम उत्पन्न हुआ। target: [124, 126, 110, 8, 128, 118, 48, 116, 130, 12, 110, 126, 132, 12, 132, 126, 134, 12] source: आसा से यहोशाफात उत्पन्न हुआ, और यहोशाफात से योराम उत्पन्न हुआ, और योराम से उज्जियाह उत्पन्न हुआ। target: [136, 126, 138, 12, 138, 126, 140, 12, 140, 126, 142, 12] source: और लिआ की दासी जिल्पा के भी याकूब से एक पुत्र उत्पन्न हुआ। target: [144, 146, 148, 150, 120, 152, 154] source: फिर लिआ की दासी जिल्पा के याकूब से एक और पुत्र उत्पन्न हुआ। target: [144, 146, 148, 156, 158, 120, 152, 154] source: और शेशान ने उसको अपनी बेटी ब्याह दी, और उससे अत्तै उत्पन्न हुआ। target: [160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 168, 176, 178, 180, 120, 182] source: और शेमा से योर्काम का पिता रहम और रेकेम से शम्मै उत्पन्न हुआ था। target: [184, 186, 118, 48, 126, 188, 118, 8, 190, 192, 154] source: जो अपने घराने को दुःख देता, उसका भाग वायु ही होगा, और मूर्ख बुद्धिमान का दास हो जाता है। target: [114, 194, 164, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212]
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और उसके पुत्र शमायाह के भी पुत्र उत्पन्न हुए, जो शूरवीर होने के कारण अपने पिता के घराने पर प्रभुता करते थे।
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[214, 156, 216, 218, 220, 150, 222, 48, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 168, 238, 24]
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source: और मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा करके इसे बचाऊँगा*।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 14, 30, 32] source: अश्शूर के राजा के हाथ से मैं तेरी और इस नगर की रक्षा करके बचाऊँगा।'” target: [14, 34, 20, 4, 36, 38, 40, 42, 44, 20, 4, 6, 46, 48] source: मैं तेरी आयु पन्द्रह वर्ष और बढ़ा दूँगा। अश्शूर के राजा के हाथ से तुझे और इस नगर को बचाऊँगा, और मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा करूँगा।” target: [34, 14, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 20, 4, 70, 14, 72, 74, 4, 6, 14, 8, 76, 78, 80, 22, 24, 26, 82, 14, 84, 86, 14, 30, 32] source: क्या वे बुराई करके भी बच जाएँगे? हे परमेश्वर, अपने क्रोध से देश-देश के लोगों को गिरा दे! target: [88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 30, 102, 104, 106, 88, 108, 110] source: मैं यहोवा को जो स्तुति के योग्य है पुकारूँगा; इस प्रकार मैं अपने शत्रुओं से बचाया जाऊँगा। target: [112, 114, 116, 118, 120, 122, 14, 124, 126, 20, 14, 128, 130, 132, 134] source: इस प्रकार सुलैमान ने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है, और यहोवा के पीछे अपने पिता दाऊद के समान पूरी रीति से न चला। target: [136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 26, 152, 154, 122, 156, 158, 160] source: इसलिए तेरे बीच बच्चे अपने-अपने बाप का, और बाप अपने-अपने बच्चों का माँस खाएँगे; और मैं तुझको दण्ड दूँगा, target: [162, 164, 166, 20, 168, 170, 172, 174, 176, 14, 178, 180, 182, 60, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196] source: तो वे उस कन्या को उसके पिता के घर के द्वार पर ले जाएँ, और उस नगर के पुरुष उसको पथराव करके मार डालें; उसने तो अपने पिता के घर में वेश्या का काम करके बुराई की है; इस प्रकार तू अपने मध्य में से ऐसी बुराई को दूर करना। (1 कुरि. 5:13) target: [198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 20, 216, 204, 218, 220, 222, 176, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 60, 206, 208, 236, 238, 240, 242, 244, 60, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 258] source: जब यहोशू और इस्राएली उनका संहार करके उन्हें नाश कर चुके, और उनमें से जो बच गए वे अपने-अपने गढ़वाले नगर में घुस गए, target: [260, 20, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 10, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 264, 290, 292, 294, 296] source: गेजेर पर तो मिस्र के राजा फ़िरौन ने चढ़ाई करके उसे ले लिया था और आग लगाकर फूँक दिया, और उस नगर में रहनेवाले कनानियों को मार डाला और, उसे अपनी बेटी सुलैमान की रानी का निज भाग करके दिया था, target: [298, 300, 302, 304, 306, 30, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 322, 4, 338, 340, 138, 342, 336, 322, 344, 346, 30, 348, 350, 352, 354, 58, 322] source: इस प्रकार वह काम करके जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है तू निर्दोष के खून का दोष अपने मध्य में से दूर करना। target: [356, 140, 142, 358, 116, 316, 10, 252, 250, 4, 360, 362, 364, 366, 368, 370, 372] source: तू अपने दाहिने हाथ से बचा, और हमारी सुन ले कि तेरे प्रिय छुड़ाए जाएँ। target: [374, 368, 376, 378, 268, 380, 382, 384, 104, 386, 388, 390, 380, 392, 20, 394, 396, 398] source: इस प्रकार यिशै के पुत्र दाऊद ने सारे इस्राएल के ऊपर राज्य किया। target: [400, 402, 26, 404, 406, 408, 410, 412, 414, 146] source: उस दिन तुम जानोगे, कि मैं अपने पिता में हूँ, और तुम मुझ में, और मैं तुम में। target: [416, 418, 420, 422, 14, 206, 424, 426, 428, 252, 430, 428, 14, 432, 60]
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क्योंकि मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त, इस नगर की रक्षा करके उसे बचाऊँगा*।”
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[176, 14, 434, 428, 22, 24, 26, 28, 4, 6, 8, 74]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: बाहरी कोठरियों के बीच-बीच भवन के आस-पास बीस हाथ का अन्तर था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 24] source: फिर उसने भवन की दीवार को मापकर छः हाथ की पाया, और भवन के आस-पास चार-चार हाथ चौड़ी बाहरी कोठरियाँ थीं। target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 24, 52, 54, 36, 56, 38, 24, 58, 60, 62, 64, 20, 66, 36, 68, 22, 24] source: ये बाहरी कोठरियाँ तीन मंजिला थीं; और एक-एक महल में तीस-तीस कोठरियाँ थीं। भवन के आस-पास की दीवार इसलिए थी कि बाहरी कोठरियाँ उसके सहारे में हो; और उसी में कोठरियों की कड़ियाँ बैठाई हुई थीं और भवन की दीवार के सहारे में न थीं। target: [64, 20, 70, 72, 74, 76, 10, 78, 80, 82, 84, 86, 22, 24, 64, 88, 90, 92, 94, 96, 58, 98, 100, 74, 102, 104, 106, 108, 96, 110, 112, 114, 116, 24] source: बाहरी कोठरियों के लिये जो दीवार थी, वह पाँच हाथ मोटी थी, और जो स्थान खाली रह गया था, वह भवन की बाहरी कोठरियों का स्थान था। target: [64, 118, 16, 120, 32, 122, 36, 38, 24, 124, 126, 128, 130, 6, 132, 38, 24] source: फिर उसने द्वार के ऊपर का स्थान भीतरी भवन तक और उसके बाहर भी और आस-पास की सारी दीवार के भीतर और बाहर भी मापा। target: [134, 136, 138, 80, 140, 62, 142, 144, 146, 148, 38, 24] source: और उसने भवन के आस-पास की दीवारों से सटे हुए अर्थात् मन्दिर और दर्शन-स्थान दोनों दीवारों के आस-पास उसने मंजिलें और कोठरियाँ बनाई। target: [150, 152, 154, 156, 158, 160, 60, 20, 162, 164, 158, 134, 80, 16, 86, 162, 24, 158, 166, 20, 162, 24] source: जो दीवार कोठरियों के बाहर उनके पास-पास थी अर्थात् कोठरियों के सामने बाहरी आँगन की ओर थी, उसकी लम्बाई पचास हाथ की थी। target: [16, 48, 168, 170, 16, 172, 174, 80, 176, 128, 178, 38, 24, 52, 180, 182, 184, 36, 38, 24] source: मीकायाह ने कहा, “जिस दिन तू छिपने के लिये कोठरी से कोठरी में भागेगा, तब तुझे ज्ञात होगा।” target: [186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 192, 206, 208, 210, 212] source: बाहर की बीचवाली कोठरियों का द्वार भवन की दाहिनी ओर था, और लोग चक्करदार सीढ़ियों पर होकर बीचवाली कोठरियों में जाते, और उनसे ऊपरवाली कोठरियों पर जाया करते थे। target: [214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 80, 234, 236, 238, 240, 38, 24] source: और भीड़ उसके आस-पास बैठी थी, और उन्होंने उससे कहा, “देख, तेरी माता और तेरे भाई बाहर तुझे ढूँढ़ते हैं।” target: [146, 242, 244, 60, 246, 80, 248, 250, 188, 252, 254, 80, 256, 258, 260, 228, 262, 264, 266, 268, 212] source: उसने कहा, “जिस दिन तू छिपने के लिये कोठरी से कोठरी में भागेगा, तब जान लेगा।” target: [186, 188, 190, 270, 272, 192, 274, 276, 134, 196, 278, 204, 192, 206, 280, 282, 212] source: तब राजा ने यहूदी को पुस्तक ले आने के लिये भेजा, उसने उसे एलीशामा प्रधान की कोठरी में से लेकर राजा को और जो हाकिम राजा के आस-पास खड़े थे उनको भी पढ़ सुनाया। target: [284, 286, 288, 52, 290, 292, 294, 24, 296, 298, 300, 302, 270, 290, 304, 24, 284, 158, 306, 80, 308, 310, 312, 88, 314, 316, 318, 270, 320, 24] source: मैं उनको परमेश्वर के भवन में, यिग्दल्याह के पुत्र हानान, जो परमेश्वर का एक जन था, उसकी कोठरी में ले आया जो हाकिमों की उस कोठरी के पास थी और शल्लूम के पुत्र डेवढ़ी के रखवाले मासेयाह की कोठरी के ऊपर थी। target: [322, 324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 196, 342, 24, 126, 20, 344, 346, 310, 74, 348, 350, 336, 352, 354, 346, 356, 38, 24] source: तब हिजकिय्याह ने यहोवा के भवन में कोठरियाँ तैयार करने की आज्ञा दी, और वे तैयार की गईं। target: [284, 358, 326, 328, 360, 362, 364, 366, 368, 80, 248, 42, 362, 370, 24]
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फिर मैंने भवन के आस-पास ऊँची भूमि देखी, और बाहरी कोठरियों की ऊँचाई जोड़ तक छः हाथ के बाँस की थी।
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[228, 322, 46, 166, 372, 374, 376, 348, 64, 118, 96, 378, 22, 24, 52, 380, 382, 384, 164, 54, 36, 38, 24]
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source: क्योंकि मैं यहोवा के मार्गों पर चलता रहा, और अपने परमेश्वर से मुँह मोड़कर दुष्ट न बना। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 14, 30, 32] source: जो कुछ नितान्त ठीक है उसी का पीछा करना, जिससे तू जीवित रहे, और जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसका अधिकारी बना रहे। target: [34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 32] source: क्योंकि मैं आज तुझे आज्ञा देता हूँ, कि अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम करना, और उसके मार्गों पर चलना, और उसकी आज्ञाओं, विधियों, और नियमों को मानना, जिससे तू जीवित रहे, और बढ़ता जाए, और तेरा परमेश्वर यहोवा उस देश में जिसका अधिकारी होने को तू जा रहा है, तुझे आशीष दे। target: [50, 44, 46, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 18, 76, 82, 76, 84, 86, 12, 88, 90, 10, 92, 94, 44, 46, 96, 98, 12, 100, 102, 62, 104, 68, 18, 106, 108, 110, 112, 114, 44, 46, 48, 62, 116, 88, 118, 120, 92, 122, 52, 112, 32] source: और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता परमेश्वर यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूँ, अपने जीवन भर चलते रहें, जिससे तू बहुत दिन तक बना रहे। target: [106, 124, 126, 128, 130, 132, 46, 134, 46, 136, 138, 44, 46, 140, 142, 144, 18, 76, 146, 148, 18, 150, 152, 32] source: हे परमेश्वर मौन न रह; हे परमेश्वर चुप न रह, और न शान्त रह! target: [154, 156, 158, 160, 162, 154, 156, 164, 166, 168, 18, 170, 172, 32] source: मुण्डे टीलों पर से इस्राएलियों के रोने और गिड़गिड़ाने का शब्द सुनाई दे रहा है, क्योंकि वे टेढ़ी चाल चलते रहे हैं और अपने परमेश्वर यहोवा को भूल गए हैं। target: [174, 176, 178, 180, 18, 182, 184, 186, 188, 32, 4, 190, 192, 194, 196, 198, 32, 190, 44, 200, 70, 202, 198, 32] source: पर यहोवा यूसुफ के संग-संग रहा, और उस पर करुणा की, और बन्दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई। target: [204, 44, 206, 208, 18, 192, 210, 212, 214, 216, 32, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 32] source: मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे, और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे। target: [232, 234, 236, 238, 240, 242, 18, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 32] source: हूकोक और रहोब; target: [256, 258, 18, 256, 260, 262, 264, 32] source: तो तुम्हारा मन हमारे परमेश्वर यहोवा की ओर ऐसी पूरी रीति से लगा रहे, कि आज के समान उसकी विधियों पर चलते और उसकी आज्ञाएँ मानते रहो।” target: [266, 268, 270, 272, 44, 274, 276, 86, 18, 76, 278, 12, 88, 106, 280, 282, 284, 286, 32] source: परन्तु यहोवा के अनुग्रह की दृष्टि नूह पर बनी रही। target: [204, 288, 290, 292, 294, 32] source: मेरे पैर उसके मार्गों में स्थिर रहे; और मैं उसी का मार्ग बिना मुड़ें थामे रहा। target: [20, 296, 76, 298, 300, 58, 302, 112, 32, 304, 306, 308, 310, 312, 18, 314, 316, 318, 32] source: “जो-जो आज्ञा मैं आज तुझे सुनाता हूँ उन सभी पर चलने की चौकसी करना, इसलिए कि तुम जीवित रहो और बढ़ते रहो, और जिस देश के विषय में यहोवा ने तुम्हारे पूर्वजों से शपथ खाई है उसमें जाकर उसके अधिकारी हो जाओ। target: [90, 10, 92, 320, 146, 150, 152, 42, 62, 322, 324, 18, 108, 326, 324, 114, 328, 46, 330, 332, 334, 120, 336, 338, 56, 88, 324, 32] source: यदि तुम यहोवा का भय मानते, उसकी उपासना करते, और उसकी बात सुनते रहो, और यहोवा की आज्ञा को टालकर उससे बलवा न करो, और तुम और वह जो तुम पर राजा हुआ है दोनों अपने परमेश्वर यहोवा के पीछे-पीछे चलनेवाले बने रहो, तब तो भला होगा; target: [50, 290, 340, 342, 306, 344, 100, 18, 290, 150, 346, 348, 350, 352, 62, 18, 354, 356, 248, 358, 360, 44, 46, 140, 362, 364, 32]
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जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुमको दी है उस सारे मार्ग पर चलते रहो, कि तुम जीवित रहो, और तुम्हारा भला हो, और जिस देश के तुम अधिकारी होंगे उसमें तुम बहुत दिनों के लिये बने रहो। (लूका 1:6)
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[62, 366, 18, 368, 370, 32, 44, 46, 48, 92, 150, 372, 146, 308, 374, 42, 50, 56, 248, 120, 62, 322, 376, 18, 106, 378, 128, 114, 106, 124, 126, 128, 32]
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source: जब दाऊद का मित्र एरेकी हूशै अबशालोम के पास पहुँचा, तब हूशै ने अबशालोम से कहा, “राजा चिरंजीव रहे! राजा चिरंजीव रहे!” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 20, 32, 24, 34, 36, 38, 40, 42, 38, 40, 44] source: तब योआब को यह समाचार मिला, “राजा अबशालोम के लिये रो रहा है और विलाप कर रहा है।” target: [46, 34, 48, 50, 10, 52, 38, 24, 54, 56, 58, 60] source: उसके भाई अबशालोम ने उससे पूछा, “क्या तेरा भाई अम्नोन तेरे साथ रहा है? परन्तु अब, हे मेरी बहन, चुप रह, वह तो तेरा भाई है; इस बात की चिन्ता न कर।” तब तामार अपने भाई अबशालोम के घर में मन मारे बैठी रही। target: [62, 54, 64, 24, 32, 62, 34, 66, 68, 70, 64, 72, 32, 70, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 64, 102, 104, 106, 108, 56, 110, 112, 114, 116, 118, 4, 120, 122, 64, 24, 54, 124, 112, 126, 128, 130, 132, 134] source: और राजा मुँह ढाँपे हुए चिल्ला चिल्लाकर पुकारता रहा, “हाय मेरे बेटे अबशालोम! हाय अबशालोम, मेरे बेटे, मेरे बेटे!” target: [38, 32, 136, 138, 140, 104, 38, 142, 144, 74, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 150, 24, 152, 158, 152, 160] source: और जब तू वहाँ राजा से ऐसी बातें करती रहेगी, तब मैं तेरे पीछे आकर, तेरी बातों की पुष्टि करूँगा।” target: [162, 164, 166, 74, 108, 168, 54, 170, 172, 174, 164, 176, 178, 180, 104, 182, 184, 54, 186, 108, 188] source: फिर जब अबशालोम का यज्ञ हुआ, तब उसने गीलोवासी अहीतोपेल* को, जो दाऊद का मंत्री था, बुलवा भेजा कि वह अपने नगर गीलो से आए। और राजद्रोह की गोष्ठी ने बल पकड़ा, क्योंकि अबशालोम के पक्ष के लोग बराबर बढ़ते गए। target: [24, 32, 14, 54, 190, 192, 194, 34, 98, 54, 196, 198, 200, 202, 204, 98, 206, 208, 210, 212, 214, 104, 216, 218, 220, 222, 94, 96, 224, 24, 74, 226, 228, 230] source: और कैफा को तब बारहों को दिखाई दिया। target: [104, 232, 96, 234, 34, 104, 236, 238, 240, 34, 242, 244] source: वे दोनों बराबर मिट्टी में मिल जाते हैं, और कीड़े उन्हें ढांक लेते हैं। target: [98, 246, 248, 112, 250, 228, 252, 104, 254, 256, 34, 258, 260, 262] source: और नगर की शहरपनाह की बारह नींवें थीं, और उन पर मेम्ने के बारह प्रेरितों के बारह नाम लिखे थे। target: [104, 62, 264, 266, 268, 270, 240, 272, 274, 104, 256, 276, 278, 54, 240, 280, 54, 282, 262] source: पर जब लोग सो रहे थे तो उसका बैरी आकर गेहूँ के बीच जंगली बीज बोकर चला गया। target: [80, 284, 224, 286, 288, 290, 4, 292, 28, 104, 98, 266, 294, 112, 296, 298, 300, 302] source: मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे, और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे। target: [84, 304, 306, 54, 308, 310, 312, 54, 314, 310, 316, 104, 318, 54, 320, 112, 322] source: उसने कहा, “हे मेरे प्रभु, तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे, क्योंकि यद्यपि मैं तेरी दासियों में से किसी के भी बराबर नहीं हूँ, तो भी तूने अपनी दासी के मन में पैठनेवाली बातें कहकर मुझे शान्ति दी है।” target: [4, 324, 32, 326, 328, 152, 330, 332, 334, 266, 336, 152, 276, 338, 340, 342, 344, 346, 102, 104, 340, 348, 350, 74, 352, 74, 184, 354, 356, 172, 332, 358, 360, 362, 364, 174, 366, 368] source: हूकोक और रहोब; target: [104, 370, 98, 270, 372, 374, 104, 376, 98, 270, 372, 374] source: यदि तू मेरी बेटियों को दुःख दे, या उनके सिवाय और स्त्रियाँ ब्याह ले, तो हमारे साथ कोई मनुष्य तो न रहेगा; पर देख मेरे तेरे बीच में परमेश्वर साक्षी रहेगा।” target: [378, 380, 382, 384, 34, 386, 388, 104, 238, 200, 390, 392, 394, 396, 398, 356, 400, 74, 402, 404, 406, 80, 52, 408, 152, 104, 70, 112, 410, 60]
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फिर गिलादी बर्जिल्लै के पुत्रों पर कृपा रखना, और वे तेरी मेज पर खानेवालों में रहें, क्योंकि जब मैं तेरे भाई अबशालोम के सामने से भागा जा रहा था, तब उन्होंने मेरे पास आकर वैसा ही किया था।
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[80, 412, 414, 54, 416, 276, 334, 418, 104, 238, 34, 256, 54, 112, 96, 420, 422, 360, 424, 274, 426, 428, 94, 96, 202, 204, 172, 70, 64, 24, 54, 430, 432, 210, 30, 98, 434, 436, 152, 26, 438, 230]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: मैंने अपनी खाल पर टाट को सी लिया है, और अपना बल मिट्टी में मिला दिया है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 4, 14, 16, 18, 4, 20, 22, 24, 26, 28, 24, 30, 32, 34, 36] source: हे यहोवा, मेरे वचनों को स्वेच्छाबलि जानकर ग्रहण कर, और अपने नियमों को मुझे सिखा। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 24, 30, 60, 62, 64] source: तब उस आज्ञा के अनुसार जो मूसा ने यहोवा का वचन सुनकर दी थी, लेवियों ने सन्दूक को डंडों के बल अपने कंधों पर उठा लिया। target: [66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98] source: येपेत के पुत्र: गोमेर, मागोग, मादै, यावान, तूबल, मेशेक और तीरास। target: [100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116] source: येपेत के पुत्र*: गोमेर, मागोग, मादै, यावान, तूबल, मेशेक और तीरास हुए। target: [100, 118, 104, 106, 108, 110, 112, 120, 122, 116, 38, 124] source: हे यहोवा, हे मेरे बल, मैं तुझ से प्रेम करता हूँ। target: [126, 40, 42, 128, 4, 130, 132, 134] source: यह सुनकर बाशा ने रामाह को दृढ़ करना छोड़ दिया, और अपना वह काम बन्द करा दिया। target: [136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164] source: हे मेरे पुत्र, तू सुनकर बुद्धिमान हो, और अपना मन सुमार्ग में सीधा चला। target: [42, 166, 168, 170, 24, 172, 174, 24, 176, 178, 180, 182, 184] source: यह तुम्हारे हाथों पर एक चिन्ह-सा और तुम्हारी भौहों के बीच टीका-सा ठहरे; क्योंकि यहोवा हम लोगों को मिस्र से अपने हाथों के बल से निकाल लाया है।” target: [186, 188, 24, 186, 190, 192, 194, 38, 196, 198, 200, 202, 204, 92, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218] source: यह सुनकर पिलातुस ने पूछा, “क्या यह मनुष्य गलीली है?” target: [220, 38, 222, 148, 150, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 10, 236] source: फिर उसने अपने दास दाऊद को चुनकर भेड़शालाओं में से ले लिया; target: [150, 238, 240, 242, 244, 24, 246, 150, 248, 250, 252] source: फिर तुम इस विधि को अपने और अपने वंश के लिये सदा की विधि जानकर माना करो। target: [254, 256, 258, 122, 260, 262, 264, 10, 266, 54, 268, 270] source: तब वे दोनों चेले उसकी सुनकर यीशु के पीछे हो लिए। target: [272, 38, 274, 276, 278, 280, 282, 24, 284, 286, 288, 290] source: कि अपने भाई इस्राएलियों पर चढ़ाई करके युद्ध न करो; तुम अपने-अपने घर लौट जाओ, क्योंकि यह बात मेरी ही ओर से हुई है।'” यहोवा का यह वचन मानकर उन्होंने उसके अनुसार लौट जाने को अपना-अपना मार्ग लिया।। target: [292, 92, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 136, 322, 324, 326, 328, 330, 136, 332, 334, 336, 338, 146]
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यह सुनकर मूसा अपने मुँह के बल गिरा;
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[340, 66, 284, 222, 268, 342, 344]
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source: जो कुछ उसकी ओर से और सारी मण्डली की ओर से उन्हें सौंपा जाए उसकी देख-रेख वे मिलापवाले तम्बू के सामने करें, इस प्रकार वे तम्बू की सेवा करें*; target: [4, 6, 8, 10, 4, 12, 14, 16, 10, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 6, 34, 36, 38, 40, 42] source: मिलापवाले तम्बू के द्वार पर ले आ, और वहीं सारी मण्डली को इकट्ठा कर।” target: [12, 14, 44, 14, 24, 34, 24, 46, 24, 48, 50, 52] source: तब मूसा और हारून मण्डली के सामने से मिलापवाले तम्बू के द्वार पर जाकर अपने मुँह के बल गिरे। और यहोवा का तेज उनको दिखाई दिया। target: [54, 56, 4, 58, 60, 24, 62, 14, 24, 22, 24, 46, 48, 64, 66, 68, 24, 70, 72, 54, 74, 16, 76, 78, 80, 82, 84] source: और कोरह ने सारी मण्डली को उनके विरुद्ध मिलापवाले तम्बू के द्वार पर इकट्ठा कर लिया। तब यहोवा का तेज सारी मण्डली को दिखाई दिया। target: [54, 86, 88, 12, 90, 44, 78, 24, 92, 14, 24, 22, 24, 46, 80, 94, 96, 98, 74, 16, 76, 12, 14, 80, 82, 84] source: यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मूसा ने किया; और मण्डली मिलापवाले तम्बू के द्वार पर इकट्ठा हुई। target: [98, 100, 74, 88, 102, 104, 106, 56, 88, 108, 110, 112, 96, 4, 12, 114, 14, 34, 24, 46, 24, 48, 116, 118, 120] source: और जब वे दोनों फूँकी जाएँ, तब सारी मण्डली मिलापवाले तम्बू के द्वार पर तेरे पास इकट्ठी हो जाएँ। target: [122, 6, 78, 44, 124, 54, 12, 14, 126, 48, 14, 24, 22, 24, 46, 48, 116, 118, 128] source: और वे मूसा और एलीआजर याजक और प्रधानों और सारी मण्डली के सामने मिलापवाले तम्बू के द्वार पर खड़ी होकर कहने लगीं, target: [4, 56, 24, 130, 132, 134, 136, 4, 12, 14, 24, 26, 14, 24, 22, 24, 46, 138, 140, 118, 66, 142] source: और तू लेवियों को मिलापवाले तम्बू के सामने पहुँचाना, और इस्राएलियों की सारी मण्डली को इकट्ठा करना। target: [144, 146, 44, 14, 24, 22, 24, 26, 148, 150, 4, 152, 36, 12, 14, 44, 94, 52] source: वे अपने तम्बुओं में कुड़कुड़ाए, और यहोवा का कहा न माना। target: [154, 156, 158, 138, 160, 162, 4, 74, 36, 164, 44, 166, 168] source: जब इस्राएलियों की सारी मण्डली मिलापवाले तम्बू के द्वार पर रो रही थी*, तो एक इस्राएली पुरुष मूसा और सब लोगों की आँखों के सामने एक मिद्यानी स्त्री को अपने साथ अपने भाइयों के पास ले आया। target: [54, 170, 56, 4, 12, 172, 14, 24, 174, 176, 6, 14, 24, 22, 24, 46, 48, 178, 180, 182, 184, 172, 186, 184, 188, 190, 44, 192, 194] source: फिर इस्राएलियों की सारी मण्डली ने शीलो* में इकट्ठी होकर वहाँ मिलापवाले तम्बू को खड़ा किया; क्योंकि देश उनके वश में आ गया था। (प्रेरि. 7:45) target: [152, 36, 12, 14, 196, 138, 116, 198, 200, 14, 24, 22, 44, 202, 96, 4, 6, 204, 206, 24, 26, 208, 118, 210] source: वे मिलापवाले तम्बू के सम्पूर्ण सामान की और इस्राएलियों की सौंपी हुई वस्तुओं की भी देख-रेख करें, इस प्रकार वे निवास-स्थान की सेवा करें। target: [6, 18, 20, 22, 24, 212, 214, 216, 152, 16, 10, 28, 218, 4, 220, 30, 222, 110, 6, 34, 36, 38, 40, 42] source: तब सारी मण्डली चिल्ला उठी, कि इनको पथरवाह करो। तब यहोवा का तेज मिलापवाले तम्बू में सब इस्राएलियों पर प्रकाशमान हुआ। target: [154, 122, 12, 14, 88, 224, 226, 228, 44, 230, 232, 234, 98, 74, 36, 236, 212, 152, 36, 80, 14, 24, 22, 138, 82, 238] source: “मण्डली के लोगों से कह कि कोरह, दातान, और अबीराम के तम्बूओं के आस-पास से हट जाओ।” target: [14, 44, 240, 226, 6, 86, 4, 242, 4, 244, 36, 246, 24, 248, 250, 252, 254, 256]
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पर लेवीय अपने डेरे साक्षी के तम्बू ही के चारों ओर खड़े किया करें, कहीं ऐसा न हो कि इस्राएलियों की मण्डली पर मेरा कोप भड़के; और लेवीय साक्षी के तम्बू की रक्षा किया करें।”
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[154, 258, 260, 24, 34, 24, 248, 262, 22, 264, 54, 32, 152, 36, 14, 80, 74, 16, 266, 166, 268, 4, 258, 260, 24, 34, 36, 270, 42]
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source: इसी तरह से प्रधान याजक भी, शास्त्रियों समेत, आपस में उपहास करके कहते थे; “इसने औरों को बचाया, पर अपने को नहीं बचा सकता। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 12, 38, 40, 42, 44, 46, 40, 48, 50, 52] source: “यदि तू यहूदियों का राजा है, तो अपने आप को बचा!” target: [54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 44, 46, 40, 50, 68] source: और लिब्ना से कूच करके रिस्सा में डेरे खड़े किए। target: [66, 70, 72, 74, 76, 26, 78, 18, 80, 82] source: और यह कहते थे, “हे मन्दिर के ढानेवाले और तीन दिन में बनानेवाले, अपने आप को तो बचा! यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो क्रूस पर से उतर आ।” target: [56, 84, 86, 40, 88, 26, 90, 92, 18, 94, 96, 44, 46, 40, 50, 68, 54, 56, 98, 60, 100, 64, 66, 102, 104, 106, 108] source: क्या वे बुराई करके भी बच जाएँगे? हे परमेश्वर, अपने क्रोध से देश-देश के लोगों को गिरा दे! target: [110, 112, 114, 22, 116, 118, 120, 122, 124, 22, 126, 128, 40, 130, 132, 134] source: और सब यहूदी अपने-अपने बाल-बच्चों, स्त्रियों और पुत्रों समेत यहोवा के सम्मुख खड़े रहे। target: [66, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 32, 150, 142, 152, 154, 156] source: यदि कोई झूठी साक्षी देनेवाला किसी के विरुद्ध यहोवा से फिर जाने की साक्षी देने को खड़ा हो, target: [158, 160, 162, 164, 166, 32, 168, 170, 142, 172, 174, 142, 176, 178, 180, 182, 184] source: “इसने दूसरों को बचाया, और अपने आप को नहीं बचा सकता। यह तो ‘इस्राएल का राजा’ है। अब क्रूस पर से उतर आए, तो हम उस पर विश्वास करें। target: [174, 12, 38, 40, 42, 44, 46, 40, 48, 50, 52, 186, 188, 60, 190, 192, 194, 102, 72, 106, 196, 66, 198, 200, 142, 202, 204, 206] source: और विश्वास की प्रार्थना के द्वारा रोगी बच जाएगा और प्रभु उसको उठाकर खड़ा करेगा; यदि उसने पाप भी किए हों, तो परमेश्वर उसको क्षमा करेगा। target: [32, 204, 180, 208, 142, 210, 212, 116, 214, 32, 216, 174, 40, 218, 26, 220, 222, 32, 54, 200, 12, 224, 14, 226, 178, 66, 174, 40, 228, 226, 230] source: धनुर्धारी खड़ा न रह सकेगा, और फुर्ती से दौड़नेवाला न बचेगा; घुड़सवार भी अपना प्राण न बचा सकेगा; target: [232, 220, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 234, 116, 238, 234, 246, 248, 250, 252, 254, 50, 256] source: दुष्ट लोग अपने जालों में आप ही फँसें, और मैं बच निकलूँ। target: [258, 44, 260, 18, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274] source: बुद्धि तो मार्ग के ऊँचे स्थानों पर, और चौराहों में खड़ी होती है*; target: [200, 276, 142, 278, 280, 282, 284, 32, 286, 18, 288, 290, 292] source: परन्तु मैं तो परमेश्वर को पुकारूँगा; और यहोवा मुझे बचा लेगा। target: [294, 270, 98, 40, 296, 32, 140, 298, 50, 300] source: तब उसने उसे यरूशलेम में ले जाकर मन्दिर के कंगूरे पर खड़ा किया, और उससे कहा, “यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो अपने आप को यहाँ से नीचे गिरा दे। target: [302, 304, 174, 40, 306, 18, 308, 310, 26, 86, 142, 312, 202, 220, 30, 32, 174, 40, 314, 316, 56, 98, 60, 100, 318, 66, 44, 46, 40, 320, 130, 322, 324]
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लोग खड़े-खड़े देख रहे थे, और सरदार भी उपहास कर-करके कहते थे, “इसने औरों को बचाया, यदि यह परमेश्वर का मसीह है, और उसका चुना हुआ है, तो अपने आप को बचा ले।” (भज. 22:7)
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[32, 326, 154, 186, 328, 330, 332, 32, 334, 14, 28, 22, 336, 338, 340, 36, 12, 38, 40, 342, 158, 186, 98, 60, 344, 32, 174, 60, 346, 348, 350, 66, 44, 46, 40, 50, 352]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: मैं घुटनों पर क्यों लिया गया? मैं छातियों को क्यों पीने पाया? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 10, 24, 26] source: कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और जो पृथ्वी के नीचे है; वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें*, target: [28, 30, 16, 32, 34, 16, 32, 36, 38, 40, 42, 36, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: तुझे यह भी निश्चित होगा, कि मेरे बहुत वंश होंगे, और मेरी सन्तान पृथ्वी की घास के तुल्य बहुत होंगी। target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 66, 76, 32, 78, 80, 36, 82, 84] source: क्योंकि बुलाए हुए तो बहुत है परन्तु चुने हुए थोड़े हैं।” target: [10, 28, 86, 88, 90, 70, 92, 94, 96, 88, 98] source: तब अहाब खाने-पीने चला गया, और एलिय्याह कर्मेल की चोटी पर चढ़ गया, और भूमि पर गिरकर अपना मुँह घुटनों के बीच किया, target: [100, 102, 104, 20, 106, 16, 108, 110, 78, 112, 34, 106, 16, 32, 114, 116, 16, 118, 120, 4, 46, 122] source: तब यहोवा ने इस्राएल की सारी सन्तान को छोड़कर, उनको दुःख दिया, और लूटनेवालों के हाथ कर दिया, और अन्त में उन्हें अपने सामने से निकाल दिया। target: [124, 126, 128, 6, 130, 78, 132, 68, 20, 134, 16, 136, 20, 138, 140, 16, 136, 20, 142, 36, 144, 46, 36, 146, 148, 20, 150, 152, 136, 20, 154, 156, 158] source: परन्तु जिस देश में वे लौटने की बड़ी लालसा करते हैं, वहाँ कभी लौटने न पाएँगे।” target: [94, 160, 162, 20, 164, 166, 168, 170, 172, 20, 174, 176, 178, 180, 182, 184] source: परन्तु उसने फिरकर, और अपने चेलों की ओर देखकर पतरस को डाँटकर कहा, “हे शैतान, मेरे सामने से दूर हो; क्योंकि तू परमेश्वर की बातों पर नहीं, परन्तु मनुष्य की बातों पर मन लगाता है।” target: [94, 186, 6, 120, 188, 190, 16, 150, 192, 194, 196, 146, 198, 20, 200, 16, 202, 204, 206, 208, 210, 154, 212, 214, 10, 28, 56, 216, 218, 220, 94, 222, 218, 224, 34, 226, 228, 230] source: तब यूसुफ अपने पिता के मुँह पर गिरकर रोया और उसे चूमा। target: [232, 150, 234, 36, 120, 34, 236, 146, 238, 16, 160, 20, 240] source: तब यूसुफ ने उन्हें अपने घुटनों के बीच से हटाकर और अपने मुँह के बल भूमि पर गिरकर दण्डवत् की। target: [242, 232, 6, 136, 20, 150, 4, 244, 246, 16, 118, 120, 32, 114, 52] source: क्योंकि तुम इन मनुष्यों को लाए हो, जो न मन्दिर के लूटनेवाले हैं, और न हमारी देवी के निन्दक हैं। target: [10, 28, 248, 250, 222, 20, 252, 254, 256, 28, 182, 90, 258, 36, 260, 92, 16, 182, 262, 264, 266, 78, 268, 270, 272, 274] source: फिर सुलैमान के दासों की सन्तान: सोतै की सन्तान, सोपेरेत की सन्तान, परीदा की सन्तान, target: [276, 36, 278, 78, 280, 282, 78, 284, 286, 78, 284, 288, 78, 284] source: उसने फिरकर पतरस से कहा, “हे शैतान, मेरे सामने से दूर हो! तू मेरे लिये ठोकर का कारण है; क्योंकि तू परमेश्वर की बातें नहीं, पर मनुष्यों की बातों पर मन लगाता है।” target: [94, 186, 6, 290, 146, 198, 20, 292, 204, 206, 208, 294, 296, 298, 56, 208, 126, 300, 302, 10, 28, 56, 216, 218, 220, 94, 222, 218, 224, 34, 226, 228, 230] source: और वह बहुत घोड़े न रखे, और न इस मनसा से अपनी प्रजा के लोगों को मिस्र में भेजे कि उसके पास बहुत से घोड़े हो जाएँ, क्योंकि यहोवा ने तुम से कहा है, कि तुम उस मार्ग से फिर कभी न लौटना। target: [94, 186, 150, 126, 70, 304, 182, 306, 182, 262, 186, 304, 308, 126, 310, 20, 312, 46, 314, 10, 28, 128, 6, 316, 318, 176, 64, 248, 160, 320, 20, 188, 322, 182, 324]
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“हे मनुष्य के सन्तान, देख, मैं तेरी आँखों की प्रिय को मारकर तेरे पास से ले लेने पर हूँ*; परन्तु न तू रोना-पीटना और न आँसू बहाना।
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[204, 326, 36, 328, 330, 22, 332, 334, 78, 336, 20, 338, 262, 340, 342, 344, 294, 346, 348, 56, 182, 350, 352, 182, 354, 16, 182, 356, 358]
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source: सबसे अन्तिम बैरी जो नाश किया जाएगा वह मृत्यु है*। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18] source: उनमें से जो सबसे उत्तम है, वह कटीली झाड़ी के समान दुःखदाई है, जो सबसे सीधा है, वह काँटेवाले बाड़े से भी बुरा है। तेरे पहरुओं का कहा हुआ दिन, अर्थात् तेरे दण्ड का दिन आ गया है। अब वे शीघ्र भ्रमित हो जाएँगे। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 12, 26, 38, 40, 30, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60] source: उसने कहा, “हे मेरे प्रभु, विनती सुन, मैं इस्राएल को कैसे छुड़ाऊँ? देख, मेरा कुल मनश्शे में सबसे कंगाल है, फिर मैं अपने पिता के घराने में सबसे छोटा हूँ*।” target: [62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 74, 96, 98, 100, 102, 104, 106] source: सबसे छोटा दाऊद था; और तीनों बड़े पुत्र शाऊल के पीछे होकर गए थे, target: [108, 110, 112, 114, 94, 116, 118, 120, 122, 124, 126] source: मेरा पिता, जिस ने उन्हें मुझ को दिया है, सबसे बड़ा है, और कोई उन्हें पिता के हाथ से छीन नहीं सकता। target: [128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 94, 98, 144, 136, 146, 148, 150, 152, 154] source: फिर उसके सात हजार भेड़-बकरियाँ, तीन हजार ऊँट, पाँच सौ जोड़ी बैल, और पाँच सौ गदहियाँ, और बहुत ही दास-दासियाँ थीं; वरन् उसके इतनी सम्पत्ति थी, कि पूर्वी देशों में वह सबसे बड़ा था। target: [156, 158, 160, 162, 116, 160, 164, 166, 168, 170, 94, 168, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 126, 184, 186, 188, 12, 22, 190, 192, 194] source: सबसे अधिक अपने मन की रक्षा कर; क्योंकि जीवन का मूल स्रोत वही है। target: [196, 198, 200, 202, 94, 186, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220] source: उसने अपनी सेविकाओं को आमंत्रित करने भेजा है; और वह नगर के सबसे ऊँचे स्थानों से पुकारती है, target: [222, 96, 224, 226, 228, 142, 94, 136, 230, 232, 234, 236, 238, 240] source: और ऊपरी भाग चार हाथ ऊँचा हो; और वेदी पर जलाने के स्थान के चार सींग ऊपर की ओर निकले हों। target: [242, 244, 246, 248, 250, 252, 174, 242, 254, 256, 258, 260, 250, 262, 174] source: जिन पुरुषों के नाम ऊपर लिखे हैं उनको साथ लेकर मूसा और हारून ने, target: [264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286] source: दाऊद ने कहा, “जो कोई यबूसियों को सबसे पहले मारेगा, वह मुख्य सेनापति होगा, तब सरूयाह का पुत्र योआब* सबसे पहले चढ़ गया, और सेनापति बन गया। target: [108, 288, 290, 146, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 120, 312, 314, 296, 298, 16, 316, 64, 306, 318, 320] source: हे परमेश्वर, तू स्वर्ग के ऊपर हो! और तेरी महिमा सारी पृथ्वी के ऊपर हो! target: [322, 324, 326, 328, 330, 30, 94, 332, 334, 186, 336, 338] source: पहले हेब्रोन का नाम किर्यतअर्बा था; वह अर्बा अनाकियों में सबसे बड़ा पुरुष था। और उस देश को लड़ाई से शान्ति मिली। target: [340, 342, 344, 346, 348, 350, 12, 352, 354, 188, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 370] source: और जो मैं तुम से कहता हूँ, वही सबसे कहता हूँ: जागते रहो।” target: [74, 372, 374, 136, 376, 374, 378, 380]
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ये गादी मुख्य योद्धा थे, उनमें से जो सबसे छोटा था वह तो एक सौ के ऊपर, और जो सबसे बड़ा था, वह हजार के ऊपर था।
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[322, 382, 384, 386, 126, 388, 4, 390, 12, 392, 94, 4, 356, 12, 394, 194]
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source: और मेरा धर्मी जन विश्वास से जीवित रहेगा, और यदि वह पीछे हट जाए तो मेरा मन उससे प्रसन्न न होगा।” (हब. 2:4, गला. 3:11) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: पर यह बात प्रगट है, कि व्यवस्था के द्वारा परमेश्वर के यहाँ कोई धर्मी नहीं ठहरता क्योंकि धर्मी जन विश्वास से जीवित रहेगा। target: [38, 40, 42, 6, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 10, 58] source: सिय्योन न्याय के द्वारा, और जो उसमें फिरेंगे वे धर्म के द्वारा छुड़ा लिए जाएँगे। target: [60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 64, 78] source: हबासिल, हाड़गील, उल्लू, target: [80, 82, 84, 86] source: क्योंकि वे परमेश्वर की धार्मिकता* से अनजान होकर, अपनी धार्मिकता स्थापित करने का यत्न करके, परमेश्वर की धार्मिकता के अधीन न हुए। target: [54, 88, 90, 92, 94, 96, 14, 98, 100, 102, 104, 106, 96, 88, 90, 108, 110, 112, 114] source: इसलिए कि परमेश्वर के विषय का ज्ञान उनके मनों में प्रगट है, क्योंकि परमेश्वर ने उन पर प्रगट किया है। target: [54, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 54, 130, 132, 134, 88, 136, 138, 140] source: भविष्य में मेरे लिये धार्मिकता का वह मुकुट* रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन् उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं। target: [142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 18, 158, 6, 160, 162, 164, 166, 14, 168, 170, 172, 24, 174, 136, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188] source: वरन् इसी समय उसकी धार्मिकता प्रगट हो कि जिससे वह आप ही धर्मी ठहरे, और जो यीशु पर विश्वास करे, उसका भी धर्मी ठहरानेवाला हो। target: [190, 192, 194, 196, 198, 100, 136, 200, 202, 190, 6, 204, 14, 148, 206, 208, 210, 212, 6, 214, 216] source: यहोवा जो उसके बीच में है, वह धर्मी है, वह कुटिलता न करेगा; वह अपना न्याय प्रति भोर प्रगट करता है और चूकता नहीं; परन्तु कुटिल जन को लज्जा आती ही नहीं। target: [218, 220, 222, 156, 18, 224, 104, 226, 228, 18, 230, 232, 234, 236, 238, 18, 240, 242, 244, 46, 246, 248, 250, 252, 254] source: उसको परमेश्वर ने तीसरे दिन जिलाया, और प्रगट भी कर दिया है। target: [256, 130, 258, 260, 212, 262, 138, 130, 264, 266, 268, 270, 272] source: और उसमें पाया जाऊँ; न कि अपनी उस धार्मिकता के साथ, जो व्यवस्था से है, वरन् उस धार्मिकता के साथ जो मसीह पर विश्वास करने के कारण है, और परमेश्वर की ओर से विश्वास करने पर मिलती है, target: [14, 274, 276, 278, 14, 280, 100, 280, 98, 282, 202, 284, 286, 288, 100, 282, 24, 88, 290, 292, 202, 294, 296, 288, 100, 298, 300] source: परन्तु मैं यहोवा की ओर ताकता रहूँगा, मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर की बाट जोहता रहूँगा; मेरा परमेश्वर मेरी सुनेगा। target: [302, 274, 24, 304, 306, 308, 274, 310, 312, 314, 316, 318, 4, 218, 280, 320] source: कुछ छिपा नहीं, जो प्रगट न हो; और न कुछ गुप्त है, जो जाना न जाए, और प्रगट न हो। target: [54, 136, 34, 322, 298, 324, 326, 322, 328, 330, 322, 68, 332, 334, 322, 298, 324, 336, 254] source: जो कोई परमेश्वर से जन्मा है वह पाप नहीं करता; क्योंकि उसका बीज* उसमें बना रहता है: और वह पाप कर ही नहीं सकता, क्योंकि वह परमेश्वर से जन्मा है। target: [148, 338, 340, 342, 182, 18, 344, 346, 322, 54, 174, 348, 350, 352, 354, 18, 356, 358, 226, 322, 54, 18, 340, 360, 140]
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क्योंकि उसमें परमेश्वर की धार्मिकता विश्वास से और विश्वास के लिये प्रगट होती है; जैसा लिखा है, “विश्वास से धर्मी जन जीवित रहेगा।” (हब. 2:4, गला. 3:11)
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[54, 362, 364, 366, 100, 10, 368, 136, 370, 54, 372, 374, 182, 376, 378, 10, 380]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: यह आज्ञा जो यहोवा ने मूसा और हारून को दी उसके अनुसार सारे इस्राएलियों ने किया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है, इस देश में घर और खेत और दाख की बारियाँ फिर बेची और मोल ली जाएँगी।' target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 10, 50, 52, 54, 56] source: यहोशापात ने इस्राएल के राजा से मेल किया। target: [58, 34, 60, 62, 64, 26] source: तब उसने इस्राएलियों से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, 'मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया, और तुम को मिस्रियों के हाथ से, और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है।' target: [66, 34, 68, 70, 72, 34, 36, 38, 40, 74, 76, 78, 80, 10, 82, 84, 86, 88, 10, 90, 92, 94, 18, 96, 98, 100, 102, 104] source: फिर भेंट चढ़ाने के समय एलिय्याह नबी समीप जाकर कहने लगा, “हे अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा! आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्वर है, और मैं तेरा दास हूँ, और मैंने ये सब काम तुझ से वचन पाकर किए हैं। target: [106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 70, 122, 124, 126, 128, 10, 34, 130, 132, 34, 134, 136, 10, 138, 140, 142, 144, 10, 146, 18, 148, 82, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 26] source: और कहते थे, “हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा, इस्राएल में ऐसा क्यों होने पाया, कि आज इस्राएल में एक गोत्र की घटी हुई है?” target: [166, 38, 158, 168, 170, 122, 32, 34, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190] source: और इस्राएलियों ने जाकर, जो आज्ञा यहोवा ने मूसा और हारून को दी थी, उसी के अनुसार किया। target: [192, 194, 10, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 166, 24, 26] source: “इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है मैंने बाबेल के राजा के जूए को तोड़ डाला है। target: [196, 32, 34, 36, 38, 198, 200, 202, 204, 206, 82, 208, 156, 26] source: और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा।” target: [210, 212, 214, 216, 10, 66, 76, 212, 218, 220, 222, 76, 224, 226, 56] source: तब यहोवा ने मूसा और हारून को इस्राएलियों और मिस्र के राजा फ़िरौन के लिये आज्ञा इस अभिप्राय से दी कि वे इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल ले जाएँ। target: [32, 8, 10, 228, 230, 26, 232, 234, 236, 238, 240, 222, 242, 244, 246, 248, 158, 250, 14, 252, 26] source: क्योंकि इस्राएली मेरे ही दास हैं; वे मिस्र देश से मेरे ही निकाले हुए दास हैं; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। target: [254, 256, 34, 258, 260, 262, 26, 264, 266, 260, 262, 268, 82, 234, 236, 238, 270, 80, 26, 138, 32, 272, 36, 274, 56] source: जो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उसके अनुसार इस्राएलियों ने किया; और उन्होंने देश को बाँट लिया।। target: [34, 276, 6, 278, 14, 280, 170, 4, 166, 282, 284, 26] source: इस्राएल यह कहे, कि यदि हमारी ओर यहोवा न होता, target: [286, 288, 290, 72, 292, 294, 296, 298] source: “हारून और उसके पुत्रों से और सब इस्राएलियों से कह कि यहोवा ने यह आज्ञा दी है: target: [300, 302, 304, 10, 34, 306, 68, 6, 14, 308, 310, 312]
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इसलिए हरकारे राजा और उसके हाकिमों से चिट्ठियाँ लेकर, राजा की आज्ञा के अनुसार सारे इस्राएल और यहूदा में घूमे*, और यह कहते गए, “हे इस्राएलियों! अब्राहम, इसहाक, और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की ओर फिरो, कि वह अश्शूर के राजाओं के हाथ से बचे हुए तुम लोगों की ओर फिरे।
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[314, 316, 318, 244, 10, 320, 322, 324, 326, 328, 306, 330, 10, 332, 194, 26, 166, 70, 334, 336, 338, 126, 128, 10, 34, 32, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 88, 352, 354, 356, 358, 164, 26]
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source: तब मूसा ने इस्राएलियों से फसह मानने के लिये कह दिया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: इस कारण मैंने उसको उन्हीं अश्शूरी मित्रों के हाथ कर दिया जिन पर वह मोहित हुई थी। target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 30, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 22] source: और यहूदियों के फसह का पर्व निकट था। target: [50, 52, 54, 56, 22, 58] source: “इस्राएली फसह नामक पर्व को उसके नियत समय पर मनाया करें। target: [60, 10, 52, 62, 64, 66, 68, 70, 22] source: निश्चय ऐसा फसह न तो न्यायियों के दिनों में माना गया था जो इस्राएल का न्याय करते थे, और न इस्राएल या यहूदा के राजाओं के दिनों में माना गया था। target: [72, 74, 76, 78, 80, 68, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 66, 108, 56, 22] source: “जो कोई अशुद्ध होकर अपने पाप छुड़ाकर अपने को पावन न कराए, वह मनुष्य यहोवा के पवित्रस्थान का अशुद्ध करनेवाला ठहरेगा, इस कारण वह मण्डली के बीच में से नाश किया जाए; अशुद्धता से छुड़ानेवाला जल उस पर न छिड़का गया, इस कारण से वह अशुद्ध ठहरेगा। target: [110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 122, 144, 22, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 44, 122, 158, 22] source: इस फसह के बराबर शमूएल नबी के दिनों से इस्राएल में कोई फसह मनाया न गया था, और न इस्राएल के किसी राजा ने ऐसा मनाया, जैसा योशिय्याह और याजकों, लेवियों और जितने यहूदी और इस्राएली उपस्थित थे, उन्होंने और यरूशलेम के निवासियों ने मनाया। target: [160, 162, 80, 164, 166, 168, 84, 170, 72, 172, 174, 94, 96, 98, 176, 178, 102, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 102, 8, 192, 194, 196, 8, 198, 200, 202, 172, 204, 206, 52, 208, 210, 22] source: जब इस्राएलियों ने मिद्यानियों के कारण यहोवा की दुहाई दी, target: [212, 214, 216, 8, 10, 218, 220, 222] source: उन्होंने जाकर, जैसा उसने उनसे कहा था, वैसा ही पाया, और फसह तैयार किया। target: [224, 226, 228, 102, 230, 18, 232, 234, 236, 238, 22, 240, 242, 84, 244, 246, 248, 22] source: और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा।” target: [250, 252, 254, 256, 102, 258, 260, 252, 116, 262, 230, 260, 264, 266, 268] source: जो कोई किसी मनुष्य का शव छूकर पाप छुड़ाकर अपने को पावन न करे, वह यहोवा के निवास-स्थान का अशुद्ध करनेवाला ठहरेगा, और वह मनुष्य इस्राएल में से नाश किया जाए; क्योंकि अशुद्धता से *छुड़ानेवाला जल उस पर न छिड़का गया, इस कारण वह अशुद्ध ठहरेगा, उसकी अशुद्धता उसमें बनी रहेगी। target: [270, 272, 274, 276, 32, 272, 278, 280, 282, 102, 112, 284, 286, 44, 288, 138, 140, 290, 292, 294, 22, 44, 126, 296, 298, 132, 134, 146, 150, 152, 154, 300, 22, 44, 122, 302, 304, 306, 152, 158, 22] source: पर तुम्हारी यह रीति है कि मैं फसह में तुम्हारे लिये एक व्यक्ति को छोड़ दूँ। तो क्या तुम चाहते हो, कि मैं तुम्हारे लिये यहूदियों के राजा को छोड़ दूँ?” target: [110, 308, 36, 310, 148, 312, 314, 316, 318, 320, 266, 22, 224, 322, 324, 310, 148, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340] source: जो इस्राएली वहाँ उपस्थित थे उन्होंने फसह को उसी समय और अख़मीरी रोटी के पर्व को सात दिन तक माना। target: [184, 186, 8, 10, 342, 344, 52, 346, 102, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 22] source: राजा ने सारी प्रजा के लोगों को आज्ञा दी, “इस वाचा की पुस्तक में जो कुछ लिखा है, उसके अनुसार अपने परमेश्वर यहोवा के लिये फसह का पर्व मानो।” target: [240, 360, 188, 362, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 376, 378, 380, 382, 148, 52, 384, 268]
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“इस्राएलियों से कह कि चाहे तुम लोग चाहे तुम्हारे वंश में से कोई भी किसी लोथ के कारण अशुद्ध हो, या दूर की यात्रा पर हो, तो भी वह यहोवा के लिये फसह को माने।
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[60, 386, 388, 22, 390, 392, 394, 396, 398, 256, 122, 266, 400, 402, 404, 266, 406, 136, 138, 52, 408, 410, 412, 414]
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source: मल्लूक, हारीम और बानाह। target: [4, 6, 8, 10] source: और कोई सत्यानाश की वस्तु तेरे हाथ न लगने पाए; जिससे यहोवा अपने भड़के हुए कोप से शान्त होकर जैसा उसने तेरे पूर्वजों से शपथ खाई थी वैसा ही तुझ से दया का व्यवहार करे, और दया करके तुझको गिनती में बढ़ाए। target: [12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 8, 32, 60, 62, 64, 8, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 32, 80, 82, 84, 86, 88] source: बिन्यामीन, मल्लूक और शेमर्याह। target: [90, 92, 94] source: उसकी अपनी स्त्री होदेश से योबाब, सिब्या, मेशा, मल्काम, यूस, सोक्या, target: [8, 96, 50, 98, 100, 54, 102, 104, 106, 104, 108, 104, 110, 112] source: और यहोवा तुझ से सब प्रकार के रोग दूर करेगा; और मिस्र की बुरी-बुरी व्याधियाँ जिन्हें तू जानता है उनमें से किसी को भी तुझे लगने न देगा, ये सब तेरे बैरियों ही को लगेंगे। target: [44, 114, 116, 118, 32, 54, 120, 122, 124, 8, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 72, 36, 146, 148, 96, 12, 138, 150, 128, 60, 152, 154, 32, 54, 156, 158, 160] source: तब मैं अपने पैरों को मलाई से धोता था और मेरे पास की चट्टानों से तेल की धाराएँ बहा करती थीं। target: [162, 164, 166, 168, 82, 170, 172, 8, 174, 164, 176, 178, 20, 180, 182, 88] source: यहोवा के उपदेश* सिद्ध हैं, हृदय को आनन्दित कर देते हैं; यहोवा की आज्ञा निर्मल है, वह आँखों में ज्योति ले आती है; target: [44, 128, 184, 186, 188, 190, 192, 138, 194, 196, 188, 44, 198, 200, 202, 204, 96, 206, 138, 208, 210, 212] source: जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है, वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर दया करता है। target: [76, 214, 46, 216, 198, 218, 220, 204, 222, 44, 46, 224, 226, 198, 218, 220, 212] source: क्योंकि जिस ने दया नहीं की, उसका न्याय बिना दया के होगा। दया न्याय पर जयवन्त होती है। target: [228, 230, 232, 234, 36, 236, 78, 198, 238, 240, 234, 54, 242, 244, 234, 238, 128, 60, 246, 248, 212] source: उनके सामने जाति-जाति के लोग पीड़ित होते हैं, सब के मुख मलीन होते हैं। target: [150, 128, 250, 252, 254, 256, 188, 130, 258, 260, 262, 264, 160] source: हे मेरे मित्रों! मुझ पर दया करो, दया करो, क्योंकि परमेश्वर ने मुझे मारा है। target: [266, 164, 268, 164, 60, 218, 270, 218, 270, 272, 42, 274, 128, 34, 232, 276, 278, 280] source: तब हारून मूसा से कहने लगा, “हे मेरे प्रभु, हम दोनों ने जो मूर्खता की वरन् पाप भी किया, यह पाप हम पर न लगने दे। target: [282, 284, 232, 286, 138, 288, 290, 164, 292, 294, 296, 298, 300, 60, 36, 302, 42, 304, 296, 306, 236, 212] source: फिर सब्त के दिन वह खेतों में से होकर जा रहा था, और उसके चेले बालें तोड़-तोड़कर, और हाथों से मल-मल कर* खाते जाते थे। (व्य. 23:25) target: [308, 310, 128, 312, 296, 314, 316, 96, 318, 24, 50, 320, 322, 324, 8, 78, 128, 326, 328, 330, 70, 332, 264, 334] source: देख, वह अपने पवित्रों पर भी विश्वास नहीं करता, और स्वर्ग भी उसकी दृष्टि में निर्मल नहीं है। target: [336, 96, 46, 338, 340, 60, 342, 344, 346, 8, 348, 28, 96, 20, 350, 352, 354, 356]
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चोट लगने से जो घाव होते हैं, वे बुराई दूर करते हैं; और मार खाने से हृदय निर्मल हो जाता है।
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[358, 360, 82, 154, 362, 364, 366, 96, 368, 138, 370, 196, 188, 8, 372, 374, 376, 138, 378]
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source: क्योंकि पृथ्वी पर देश-देश के लोगों में ऐसा होगा जैसा कि जैतून के झाड़ने के समय, या दाख तोड़ने के बाद कोई-कोई फल रह जाते हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 10, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 20, 28, 30, 10, 32, 34, 36] source: उन्होंने उससे कहा, “वह उन बुरे लोगों को बुरी रीति से नाश करेगा; और दाख की बारी का ठेका और किसानों को देगा, जो समय पर उसे फल दिया करेंगे।” target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 38, 50, 24, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 44, 70, 72, 74, 76, 42, 44, 78, 80] source: फिर फल के मौसम में उसने किसानों के पास एक दास को भेजा कि किसानों से दाख की बारी के फलों का भाग ले। target: [60, 42, 40, 74, 76, 82, 84, 44, 68, 86, 88, 72, 90, 68, 92, 64, 10, 78, 94, 96, 98, 100, 102] source: यह कहकर उसने भूमि पर थूका और उस थूक से मिट्टी सानी, और वह मिट्टी उस अंधे की आँखों पर लगाकर। target: [104, 106, 108, 92, 110, 112, 40, 4, 114, 116, 60, 42, 118, 120, 122, 124, 126, 60, 90, 122, 128, 130, 132, 134, 114, 136] source: उनको एक मिस्री पुरुष मैदान में मिला, उन्होंने उसे दाऊद के पास ले जाकर रोटी दी; और उसने उसे खाया, तब उसे पानी पिलाया, target: [38, 44, 138, 140, 82, 142, 130, 144, 146, 90, 44, 148, 86, 98, 150, 60, 90, 44, 152, 154, 60, 90, 40, 156, 60, 90, 44, 158, 160, 162] source: और उस दिन तुम अपने उस चुने हुए राजा के कारण दुहाई दोगे, परन्तु यहोवा उस समय तुम्हारी न सुनेगा।” target: [60, 164, 42, 166, 10, 168, 170, 44, 164, 172, 174, 176, 178, 42, 180, 182, 184, 186, 42, 180, 188, 190, 192, 194] source: जब फल का समय निकट आया, तो उसने अपने दासों को उसका फल लेने के लिये किसानों के पास भेजा। target: [196, 198, 200, 74, 202, 204, 206, 90, 40, 172, 84, 68, 10, 86, 172, 78, 208, 174, 210] source: क्या तू उसके बड़े बल के कारण उस पर भरोसा करेगा? या जो परिश्रम का काम तेरा हो, क्या तू उसे उस पर छोड़ेगा? target: [212, 214, 90, 10, 216, 218, 10, 168, 90, 10, 6, 220, 222, 60, 224, 226, 90, 10, 6, 228] source: पर कुछ अच्छी भूमि पर गिरे, और फल लाए, कोई सौ गुना, कोई साठ गुना, कोई तीस गुना। target: [60, 96, 230, 232, 234, 140, 236, 60, 78, 238, 96, 240, 242, 96, 244, 242, 96, 246, 248] source: और यदि उसने तेरी कुछ हानि की है*, या उस पर तेरा कुछ आता है, तो मेरे नाम पर लिख ले। target: [60, 250, 90, 40, 252, 96, 254, 256, 258, 260, 252, 96, 262, 264, 206, 90, 44, 266, 268, 270, 272] source: इस पर उन्होंने उसे पकड़ना चाहा तो भी किसी ने उस पर हाथ न डाला, क्योंकि उसका समय अब तक न आया था। target: [196, 112, 40, 104, 46, 206, 38, 40, 42, 44, 274, 200, 276, 126, 186, 278, 160, 42, 44, 280, 192, 282, 284, 112, 10, 286, 288, 290, 24, 104, 292, 294, 296, 298] source: जब उसे एक बहुमूल्य मोती मिला तो उसने जाकर अपना सब कुछ बेच डाला और उसे मोल ले लिया। target: [196, 42, 44, 82, 300, 302, 304, 306, 24, 144, 206, 42, 40, 224, 308, 96, 310, 100, 42, 44, 312, 314] source: तब उस समय पवित्र आत्मा यीशु को एकांत में ले गया ताकि शैतान से उसकी परीक्षा हो।* target: [316, 112, 318, 200, 320, 118, 322, 140, 324, 48, 326, 328, 42, 44, 330, 332] source: उसने कहा, “उसे भूमि पर डाल दे।” जब उसने उसे भूमि पर डाला तब वह सर्प बन गई, और मूसा उसके सामने से भागा। target: [316, 42, 40, 42, 44, 4, 6, 334, 336, 90, 338, 340, 324, 60, 342, 42, 10, 344, 346]
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नियुक्त समय पर उसने किसानों के पास एक दास को भेजा, कि वे दाख की बारी के कुछ फलों का भाग उसे दें, पर किसानों ने उसे पीट कर खाली हाथ लौटा दिया।
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[60, 42, 40, 74, 348, 82, 84, 44, 68, 86, 88, 72, 90, 64, 10, 78, 94, 42, 44, 96, 350, 186, 68, 40, 42, 44, 352, 354, 100, 356, 358, 360, 362, 336]
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source: ढीले हाथों को दृढ़ करो और थरथराते हुए घुटनों को स्थिर करो। (इब्रा. 12:12) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: और प्रेम, और भले कामों में उस्काने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें। target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 12, 36, 38, 40, 42, 44, 46] source: बुराई से बैर और भलाई से प्रीति रखो, और फाटक में न्याय को स्थिर करो; क्या जाने सेनाओं का परमेश्वर यहोवा यूसुफ के बचे हुओं पर अनुग्रह करे। (रोम. 12:9) target: [48, 50, 10, 32, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 22, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84] source: मुझे भलीं भाँति धोकर मेरा अधर्म दूर कर, और मेरा पाप छुड़ाकर मुझे शुद्ध कर! target: [86, 88, 90, 92, 94, 12, 96, 98, 100, 102, 104] source: मैं उसका पिता ठहरूँगा, और वह मेरा पुत्र ठहरेगा। यदि वह अधर्म करे, तो मैं उसे मनुष्यों के योग्य दण्ड से, और आदमियों के योग्य मार से ताड़ना दूँगा। (2 कुरिन्थियों. 6:18, इब्रानियों. 1:5, इब्रानियों. 12:7) target: [106, 108, 110, 12, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 106, 130, 132, 134, 12, 136, 138, 140, 142, 144] source: तेरे पुरखा जब मिस्र में गए तब सत्तर ही मनुष्य थे; परन्तु अब तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरी गिनती आकाश के तारों के समान बहुत कर दी है। (प्रेरि. 7:14, इब्रा. 11:12) target: [146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 72, 172, 174, 176, 120, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190] source: और हारून उस पापबलि के बछड़े को जो उसी के लिये होगा चढ़ाकर अपने और अपने घराने के लिये प्रायश्चित करे। (इब्रानियों. 5:3, इब्रा. 7:27) target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 32, 206, 208, 210, 212] source: मैं अपने भाइयों के सामने तेरे नाम का प्रचार करूँगा; सभा के बीच तेरी प्रशंसा करूँगा। (इब्रा. 2:12) target: [214, 106, 98, 216, 218, 220, 222, 224, 106, 218, 226, 228] source: फिर अपने मन में यह तो विचार कर, कि जैसा कोई अपने बेटे को ताड़ना देता है वैसे ही तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको ताड़ना देता है। (इब्रा. 12:7) target: [168, 170, 72, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 176, 248, 250, 252, 206, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 168, 170, 72, 266, 268] source: परन्तु मैं तुम से यह कहता हूँ, कि अपने बैरियों से प्रेम रखो और अपने सतानेवालों के लिये प्रार्थना करो। (रोम. 12:14) target: [106, 128, 266, 270, 176, 206, 272, 34, 10, 12, 274, 168, 276, 278, 280, 282, 22] source: उसने कहा, “तूने क्या किया है? तेरे भाई का लहू भूमि में से मेरी ओर चिल्लाकर मेरी दुहाई दे रहा है! (इब्रा. 12:24) target: [170, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 268] source: उसने उनसे कहा, “मैं शैतान को बिजली के समान स्वर्ग से गिरा हुआ देख रहा था। (प्रका. 12:7-9, यशा. 14:12) target: [156, 112, 310, 284, 312, 314, 316, 318, 320, 322] source: तब उसके सहायक खड़े होकर, दृढ़ पवित्रस्थान को अपवित्र करेंगे, और नित्य होमबलि को बन्द करेंगे। और वे उस घृणित वस्तु को खड़ा करेंगे जो उजाड़ करा देती है। (मर. 13:14, दानि. 12:11) target: [324, 326, 328, 330, 12, 332, 334, 336, 338, 340, 158, 342, 336, 12, 344, 346, 158, 348, 350] source: और जैसे मनुष्यों के लिये एक बार मरना और उसके बाद न्याय का होना नियुक्त है। (2 कुरि. 5:10, सभो. 12:14) target: [352, 354, 356, 358, 32, 360, 62, 362, 364, 366, 368]
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बुराई को छोड़ और भलाई कर; मेल को ढूँढ़ और उसी का पीछा कर। (इब्रा. 12:14)
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[370, 372, 374, 376, 378, 12, 36, 372, 104, 380, 382, 384, 12, 386, 388]
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source: उन्होंने उससे कहा, “परमेश्वर के कार्य करने के लिये हम क्या करें?” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: उन्होंने उससे कहा, “हे प्रभु, यह कि हमारी आँखें खुल जाएँ।” target: [24, 26, 28, 30, 32, 34] source: और लोगों ने उससे पूछा, “तो हम क्या करें?” target: [36, 38, 40, 42, 44, 22] source: शमूएल ने उन लोगों को जो उससे राजा चाहते थे यहोवा की सब बातें कह सुनाईं। target: [46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: तब यीशु ने खड़े होकर, उन्हें बुलाया, और कहा, “तुम क्या चाहते हो कि मैं तुम्हारे लिये करूँ?” target: [70, 72, 74, 76, 78, 74, 80, 82, 84, 86, 88] source: उसने उससे कहा, “तू क्या चाहती है?” वह उससे बोली, “यह कह, कि मेरे ये दो पुत्र तेरे राज्य में एक तेरे दाहिने और एक तेरे बाएँ बैठे।” target: [90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 74, 120, 122, 116, 124, 126] source: जो फरीसी उसके साथ थे, उन्होंने ये बातें सुन कर उससे कहा, “क्या हम भी अंधे हैं?” target: [128, 130, 62, 132, 134, 136, 138, 140, 8, 10, 142, 144, 146] source: यदि वे कहें, “हमारे संग चल, कि हम हत्या करने के लिये घात लगाएँ, हम निर्दोषों पर वार करें; target: [148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 158, 168, 170, 172, 174] source: इस पर यीशु ने उससे कहा, “तू क्या चाहता है कि मैं तेरे लिये करूँ?” अंधे ने उससे कहा, “हे रब्बी, यह कि मैं देखने लगूँ।” target: [70, 176, 10, 96, 178, 180, 88, 182, 92, 184, 186, 188, 190] source: तब उन्होंने उससे कहा, “फिर तू कौन सा चिन्ह दिखाता है कि हम उसे देखकर तुझ पर विश्वास करें? तू कौन सा काम दिखाता है? target: [192, 8, 10, 194, 196, 198, 16, 200, 74, 202, 204, 206, 44, 208] source: योनातान ने कहा, “सुन, हम उन मनुष्यों के पास जाकर अपने को उन्हें दिखाएँ। target: [210, 100, 212, 214, 216, 158, 218, 220, 222, 74, 224, 226, 228] source: उन्होंने उससे कहा, “हमें यह दे, कि तेरी महिमा में हम में से एक तेरे दाहिने और दूसरा तेरे बाएँ बैठे।” target: [24, 26, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 116, 118, 74, 246, 116, 124, 248] source: और उन्होंने उससे विनती करके कहा, “हमें उन सूअरों में भेज दे, कि हम उनके भीतर जाएँ।” target: [250, 252, 110, 70, 254, 256, 258, 260, 104, 262, 264] source: यीशु ने उससे पूछा, “तेरा क्या नाम है?” उसने उससे कहा, “मेरा नाम सेना है*; क्योंकि हम बहुत हैं।” target: [46, 176, 10, 266, 268, 92, 184, 270, 272, 274, 214, 276]
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उन्होंने उससे पूछा, “तू कहाँ चाहता है, कि हम तैयार करें?”
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[8, 10, 278, 280, 282, 22]
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source: आमोत्स के पुत्र यशायाह का दर्शन, जिसको उसने यहूदा और यरूशलेम के विषय में उज्जियाह, योताम, आहाज, और हिजकिय्याह नामक यहूदा के राजाओं के दिनों में पाया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 6, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 6, 36, 38, 40, 22, 32, 42, 6, 44, 46] source: बाबेल के विषय की भारी भविष्यद्वाणी जिसको आमोत्स के पुत्र यशायाह ने दर्शन में पाया। target: [48, 6, 44, 50, 52, 54, 56, 4, 6, 8, 10, 20, 58, 40, 60, 62] source: नीनवे* के विषय में भारी वचन। एल्कोश वासी नहूम के दर्शन की पुस्तक। target: [64, 6, 44, 50, 66, 68, 70, 6, 58, 72, 74] source: तब यहोवा ने जैसे गिबोन में उसको दर्शन दिया था, वैसे ही दूसरी बार भी उसे दर्शन दिया। target: [76, 78, 20, 80, 56, 82, 58, 84, 86, 88, 20, 90, 40, 58, 84, 92] source: अतः अबशालोम राजा का दर्शन बिना पाए यरूशलेम में दो वर्ष रहा। target: [94, 96, 98, 100, 42, 40, 102, 104, 106, 12, 108, 110, 46] source: हिजकिय्याह के और काम, और उसके भक्ति के काम आमोत्स के पुत्र यशायाह नबी के दर्शन नामक पुस्तक में, और यहूदा और इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखे हैं। target: [112, 34, 6, 114, 116, 32, 18, 118, 120, 4, 6, 8, 10, 122, 6, 58, 40, 32, 22, 32, 124, 6, 126, 72, 128, 40, 130, 132] source: तब यहोवा ने अब्राम को दर्शन देकर कहा, “यह देश मैं तेरे वंश को दूँगा।” और उसने वहाँ यहोवा के लिये, जिसने उसे दर्शन दिया था, एक वेदी बनाई। (गला. 3:16) target: [76, 78, 20, 134, 56, 58, 6, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 56, 150, 76, 134, 20, 152, 78, 154, 156, 158, 160, 54, 20, 88, 56, 58, 84, 92] source: तूने कहा है, “मेरे दर्शन के खोजी हो।” इसलिए मेरा मन तुझसे कहता है, “हे यहोवा, तेरे दर्शन का मैं खोजी रहूँगा।” target: [162, 58, 72, 164, 166, 168, 170, 172, 20, 174, 138, 176, 178, 144, 180, 58, 72, 164, 182] source: यहोवा का वचन, जो यहूदा के राजा योताम, आहाज और हिजकिय्याह के दिनों में मीका मोरेशेती को पहुँचा, जिसको उसने सामरिया और यरूशलेम के विषय में पाया। target: [78, 72, 184, 186, 188, 190, 192, 22, 6, 24, 28, 30, 32, 34, 6, 38, 40, 194, 62, 88, 58, 16, 88, 20, 196, 32, 42, 6, 44, 46] source: तकोआवासी आमोस जो भेड़-बकरियों के चरानेवालों में से था, उसके ये वचन हैं जो उसने यहूदा के राजा उज्जियाह के, और योआश के पुत्र इस्राएल के राजा यारोबाम के दिनों में, भूकम्प से दो वर्ष पहले, इस्राएल के विषय में दर्शन देखकर कहे: target: [4, 6, 198, 186, 200, 202, 6, 204, 206, 208, 54, 12, 18, 20, 124, 6, 44, 58, 210, 140, 22, 6, 212, 214, 6, 38, 40, 32, 216, 6, 8, 218, 124, 6, 212, 6, 38, 40, 220, 222, 98, 100, 224, 226] source: फिर मैं अपना हाथ उठा लूँगा, तब तू मेरी पीठ का तो दर्शन पाएगा, परन्तु मेरे मुख का दर्शन नहीं मिलेगा।” target: [144, 228, 230, 232, 32, 234, 236, 238, 240, 104, 242, 108, 110, 244] source: वे लोग जो कहते हैं, 'यहोवा की यह वाणी है,' उन्होंने दर्शन का व्यर्थ और झूठा दावा किया है; और तब भी यह आशा दिलाई कि यहोवा यह वचन पूरा करेगा*; तो भी यहोवा ने उन्हें नहीं भेजा। target: [246, 20, 248, 58, 250, 32, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 132, 264, 78, 12, 52, 266, 268, 78, 20, 246, 56, 270, 272, 32, 88, 274, 56, 276, 278, 132, 264, 246, 72, 280, 282, 284, 286] source: यह दर्शन उस दर्शन के तुल्य था, जो मैंने उसे नगर के नाश करने को आते समय देखा था; और उस दर्शन के समान, जो मैंने कबार नदी के तट पर देखा था; और मैं मुँह के बल गिर पड़ा। target: [140, 18, 58, 6, 288, 290, 260, 144, 292, 208, 294, 18, 58, 6, 288, 16, 144, 18, 296, 292, 208, 298, 144, 202, 56, 300, 302, 154, 304, 290, 32, 140, 58, 18, 58, 6, 306, 308, 310, 144, 312, 314, 6, 192, 250, 308, 76, 144, 316, 108, 318, 320] source: “इसलिए हे सारे बन्दियों, जिन्हें मैंने यरूशलेम से बाबेल को भेजा है, तुम उसका यह वचन सुनो target: [322, 176, 324, 326, 328, 56, 144, 42, 206, 48, 56, 330, 78, 12, 332, 334]
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आमोत्स के पुत्र यशायाह का वचन, जो उसने यहूदा और यरूशलेम के विषय में दर्शन में पाया।
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[4, 6, 8, 10, 12, 332, 16, 18, 20, 22, 32, 42, 6, 44, 58, 40, 46]
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source: फिर परमेश्वर ने एक दूत यरूशलेम को भी उसे नाश करने को भेजा; और वह नाश करने ही पर था, कि यहोवा दुःख देने से खेदित हुआ, और नाश करनेवाले दूत से कहा, “बस कर; अब अपना हाथ खींच ले।” और यहोवा का दूत यबूसी ओर्नान के खलिहान के पास खड़ा था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 10, 18, 20, 22, 24, 20, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 28, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70] source: उसी दिन गाद ने दाऊद के पास आकर उससे कहा, “जाकर अरौना यबूसी के खलिहान में यहोवा की एक वेदी बनवा।” target: [58, 72, 74, 76, 10, 78, 80, 34, 82, 84, 86, 34, 62, 64, 66, 68, 88, 10, 28, 90] source: तब दाऊद ने ओर्नान से कहा, “इस खलिहान का स्थान मुझे दे दे, कि मैं इस पर यहोवा के लिए एक वेदी बनाऊँ, उसका पूरा दाम लेकर उसे मुझ को दे, कि यह विपत्ति प्रजा पर से दूर की जाए।” target: [80, 40, 66, 84, 92, 94, 96, 98, 88, 10, 28, 100, 102, 34, 104, 106, 108, 110, 112, 40, 114, 116, 118, 120] source: यह देखकर कि यहोवा ने यबूसी ओर्नान के खलिहान में मेरी सुन ली है, दाऊद ने उसी समय वहाँ बलिदान किया। target: [58, 60, 122, 80, 124, 28, 62, 64, 66, 68, 126, 128, 130, 132, 134] source: जब तुम उस देश में जिसे यहोवा अपने कहने के अनुसार तुमको देगा प्रवेश करो, तब वह काम किया करना। target: [136, 138, 24, 140, 142, 144, 146, 28, 148, 150, 152, 154, 156, 158] source: जो भोजन तू खाए, उसे तौल-तौलकर खाना, अर्थात् प्रतिदिन बीस-बीस शेकेल भर खाया करना, और उसे समय-समय पर खाना। target: [144, 160, 122, 162, 40, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 168, 176, 178, 180] source: तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ, और उनकी सारी हानि करने को मैंने जो यह कहा है, उसे व्यर्थ नहीं कहा।” target: [182, 184, 186, 122, 188, 190, 192, 194, 122, 154, 196, 198, 200] source: तब सुलैमान ने यरूशलेम में मोरिय्याह नामक पहाड़ पर उसी स्थान में यहोवा का भवन बनाना आरम्भ किया, जिसे उसके पिता दाऊद ने दर्शन पाकर यबूसी ओर्नान के खलिहान में तैयार किया था : (प्रेरि. 7:47) target: [202, 204, 206, 40, 208, 210, 28, 32, 106, 14, 106, 212, 214, 122, 130, 28, 118, 10, 216, 218, 220, 222, 62, 64, 66, 68, 224, 144, 226, 122, 80, 228, 230] source: तब सब इस्राएलियों समेत दाऊद यरूशलेम गया, जो यबूस भी कहलाता था, और वहाँ यबूसी नामक उस देश के निवासी रहते थे। target: [80, 34, 232, 234, 236, 14, 238, 58, 60, 82, 240, 242, 244, 246, 248] source: “उस समय मैं यहूदा के अधिपतियों को ऐसा कर दूँगा, जैसी लकड़ी के ढेर में आग भरी अँगीठी या पूले में जलती हुई मशाल होती है, अर्थात् वे दाहिने बाँए चारों ओर के सब लोगों को भस्म कर डालेंगे; और यरूशलेम जहाँ अब बसी है, वहीं बसी रहेगी, यरूशलेम में ही। target: [250, 72, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 34, 256, 270, 272, 264, 274, 276, 278, 280, 34, 278, 282, 52, 284, 40, 286, 232, 288, 290, 292, 14, 106, 294, 118, 40, 296, 298] source: तब उस चेले से कहा, “देख, यह तेरी माता है।” और उसी समय से वह चेला, उसे अपने घर ले गया। target: [40, 300, 46, 302, 304, 306, 182, 58, 308, 310, 312, 314, 316] source: यरूशलेम के निवासी यबूसियों को यहूदी न निकाल सके; इसलिए आज के दिन तक यबूसी यहूदियों के संग यरूशलेम में रहते हैं। target: [292, 318, 254, 320, 244, 322, 14, 324, 276, 326, 328, 330, 106, 332, 334, 318, 254, 336] source: तब राजा ने अपने जनों को साथ लिए हुए यरूशलेम को जाकर यबूसियों पर चढ़ाई की, जो उस देश के निवासी थे। उन्होंने यह समझकर, कि दाऊद यहाँ घुस न सकेगा, उससे कहा, “जब तक तू अंधों और लँगड़ों को दूर न करे, तब तक यहाँ घुस न पाएगा।” target: [338, 34, 340, 236, 14, 10, 342, 106, 344, 244, 246, 346, 348, 40, 350, 84, 352, 354, 356, 10, 358, 360, 362, 34, 364, 366, 260, 368, 370, 372, 374, 376, 378, 380, 10, 382] source: और उस दिन तुम अपने उस चुने हुए राजा के कारण दुहाई दोगे, परन्तु यहोवा उस समय तुम्हारी न सुनेगा।” target: [276, 58, 72, 384, 386, 388, 284, 122, 390, 392, 394, 58, 72, 396, 398]
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परन्तु जब दूत ने यरूशलेम का नाश करने को उस पर अपना हाथ बढ़ाया, तब यहोवा वह विपत्ति डालकर शोकित हुआ, और प्रजा के नाश करनेवाले दूत से कहा, “बस कर; अब अपना हाथ खींच।” यहोवा का दूत उस समय अरौना नामक एक यबूसी के खलिहान के पास था।
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[400, 206, 10, 14, 402, 10, 18, 20, 22, 292, 28, 36, 38, 404, 406, 408, 122, 410, 412, 48, 50, 52, 54, 58, 60, 56, 28, 62, 64, 66, 68, 414]
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source: इसलिए इन बातों से एक दूसरे को शान्ति दिया करो। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: यीशु ने उत्तर दिया, “मैं तो तुम से कह चुका हूँ कि मैं हूँ, यदि मुझे ढूँढ़ते हो तो इन्हें जाने दो*।” target: [18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 6, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: यदि वे सब एक ही अंग होते, तो देह कहाँ होती? target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 44, 64, 66, 68] source: इन बातों की आज्ञा मैं तुम्हें इसलिए देता हूँ, कि तुम एक दूसरे से प्रेम रखो। target: [6, 70, 72, 74, 4, 32, 34, 8, 76, 78] source: “यदि तुम मेरी न सुनोगे, और इन सब आज्ञाओं को न मानोगे, target: [80, 82, 6, 84, 86, 88, 90, 8, 92, 76, 94, 96] source: इसलिए मैंने सोचा कि यह बात तुझको जताकर कहूँगा, कि तू उसको इन बैठे हुओं के सामने और मेरे लोगों के इन वृद्ध लोगों के सामने मोल ले। और यदि तू उसको छुड़ाना चाहे, तो छुड़ा; और यदि तू छुड़ाना न चाहे, तो मुझे ऐसा ही बता दे, कि मैं समझ लूँ; क्योंकि तुझे छोड़ उसके छुड़ाने का अधिकार और किसी को नहीं है, और तेरे बाद मैं हूँ।” उसने कहा, “मैं उसे छुड़ाऊँगा।” target: [98, 100, 102, 104, 90, 106, 8, 108, 98, 110, 112, 114, 26, 116, 118, 26, 82, 120, 122, 124, 44, 38, 126, 128, 38, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 32, 146, 26, 148, 150, 134, 152] source: “ये बातें मैंने तुम से इसलिए कहीं कि तुम ठोकर न खाओ। target: [154, 156, 48, 158, 4, 32, 34, 8, 160, 162, 164, 166] source: इसलिए यदि एक अंग दुःख पाता है, तो सब अंग उसके साथ दुःख पाते हैं; और यदि एक अंग की बड़ाई होती है, तो उसके साथ सब अंग आनन्द मनाते हैं। target: [98, 58, 60, 168, 42, 44, 170, 92, 60, 172, 174, 98, 176, 178, 180, 182, 44, 170, 92, 60, 184, 186] source: इसलिए सुन, अब यहोवा ने तेरे इन नबियों के मुँह में एक झूठ बोलनेवाली आत्मा बैठाई है, और यहोवा ने तेरे विषय हानि की बात कही है।” target: [188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 30, 196, 222, 224, 146] source: और उसने कहा, “मेरा परमेश्वर मुझसे ऐसा करना दूर रखे। क्या मैं इन मनुष्यों का लहू पीऊँ जिन्होंने अपने प्राणों पर खेला है? ये तो अपने प्राण पर खेलकर उसे ले आए हैं।” इसलिए उसने वह पानी पीने से इन्कार किया। इन तीन वीरों ने ये ही काम किए। target: [26, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 8, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 102, 256, 32, 258, 260, 262, 264, 248, 250, 266, 52, 268, 146, 270, 52, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 102, 284, 286] source: और कहा, “हे यहोवा, मुझसे ऐसा काम दूर रहे। क्या मैं उन मनुष्यों का लहू पीऊँ जो अपने प्राणों पर खेलकर गए थे?” इसलिए उसने उस पानी को पीने से इन्कार किया। इन तीन वीरों ने तो ये ही काम किए। target: [288, 148, 290, 102, 292, 32, 294, 296, 102, 292, 32, 298, 44, 300, 246, 302, 304, 250, 252, 254, 306, 32, 308, 310, 312, 4, 26, 52, 292, 314, 316, 278, 280, 318, 320, 322, 324, 326, 328] source: एक और ने कहा, ‘मैंने विवाह किया है, इसलिए मैं नहीं आ सकता।’ target: [330, 332, 148, 334, 336, 338, 340, 90, 342, 32, 344, 346, 348] source: मैंने ये बातें तुम से इसलिए कही हैं, कि तुम्हें मुझ में शान्ति मिले; संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बाँधो, मैंने संसार को जीत लिया है*।” target: [350, 34, 352, 354, 4, 32, 8, 160, 356, 166, 358, 34, 360, 362, 364, 366, 368, 32, 370, 372, 374, 146] source: इसलिए हियाव बाँधकर दृढ़ हो जा; क्योंकि जिस देश के देने की शपथ मैंने इन लोगों के पूर्वजों से खाई थी उसका अधिकारी तू इन्हें करेगा। target: [376, 378, 380, 382, 132, 384, 386, 388, 390, 392, 394, 396, 32, 398, 400, 340, 26, 114, 46, 402, 4, 404, 406]
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इसलिए यदि तू इन लोगों को एक ही बार में मार डाले, तो जिन जातियों ने तेरी कीर्ति सुनी है वे कहेंगी,
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[190, 82, 114, 8, 408, 176, 410, 412, 44, 242, 414, 416, 418, 420, 340, 52, 422, 98, 424]
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source: अजर्याह से हेलेस, हेलेस से एलासा, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 10, 6, 8, 16, 18] source: ओबेद से येहू, येहू से अजर्याह, target: [20, 6, 8, 22, 12, 14, 22, 6, 8, 4, 18] source: उसके भाई जो यहोशापात के पुत्र थे: अर्थात् अजर्याह, यहीएल, जकर्याह, अजर्याह, मीकाएल और शपत्याह; ये सब इस्राएल के राजा यहोशापात के पुत्र थे। target: [14, 24, 26, 28, 30, 32, 26, 8, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 42, 48, 14, 50, 38, 52, 54, 26, 56, 32, 26, 8, 34] source: अहीमास से अजर्याह, अजर्याह से योहानान, target: [14, 58, 60, 4, 62, 14, 4, 60, 64, 62] source: अमासै एल्काना का, एल्काना योएल का, योएल अजर्याह का, अजर्याह सपन्याह का, target: [66, 6, 68, 70, 6, 68, 4, 6, 68, 72, 6, 8] source: और दान से यरोहाम का पुत्र अजरेल प्रधान ठहरा। ये ही इस्राएल के गोत्रों के हाकिम थे। target: [74, 76, 78, 6, 8, 80, 38, 54, 26, 82, 26, 84, 86] source: अजरेल, शेलेम्याह, शेमर्याह; target: [88, 90, 92, 94] source: शल्लूम से हिल्किय्याह, हिल्किय्याह से अजर्याह, target: [14, 96, 60, 98, 62, 14, 98, 60, 4, 62] source: और उसके हाकिम ये थे, अर्थात् सादोक का पुत्र अजर्याह याजक*, target: [24, 26, 100, 84, 38, 102, 104, 106, 6, 8, 4, 106, 108] source: इन बातों के बाद अर्थात् फारस के राजा अर्तक्षत्र के दिनों में, एज्रा बाबेल से यरूशलेम को गया। वह सरायाह का पुत्र था। सरायाह अजर्याह का पुत्र था, अजर्याह हिल्किय्याह का, target: [110, 112, 26, 114, 116, 26, 118, 120, 26, 122, 124, 126, 128, 6, 68, 36, 4, 6, 68, 36, 98, 6, 68] source: उनमें यहूदा की सन्तान से चुने हुए, दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, और अजर्याह नामक यहूदी थे। target: [130, 124, 132, 26, 134, 136, 138, 140, 142, 14, 4, 86] source: सरायाह, अजर्याह, यिर्मयाह; target: [144, 42, 146] source: योआश का अमस्याह, अमस्याह का अजर्याह, अजर्याह का योताम; target: [36, 6, 8, 148, 36, 6, 8, 42, 36, 6, 8, 150] source: एल्काना, यिश्शिय्याह, अजरेल, योएजेर, याशोबाम, जो सब कोरहवंशी थे, target: [66, 90, 152, 90, 154, 90, 156, 90, 158, 160]
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सातवें वर्ष में यहोयादा ने हियाव बाँधकर यरोहाम के पुत्र अजर्याह, यहोहानान के पुत्र इश्माएल, ओबेद के पुत्र अजर्याह, अदायाह के पुत्र मासेयाह और जिक्री के पुत्र एलीशापात, इन शतपतियों से वाचा बाँधी।
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[162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 14, 180, 26, 182, 174, 184, 78, 26, 8, 4, 90, 186, 26, 8, 188, 90, 20, 26, 8, 4, 90, 190, 26, 8, 192, 90, 194, 26, 8, 196, 174, 170, 198, 200, 202, 124, 204]
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source: कि सब लोग अपने-अपने दास-दासी को जो इब्री या इब्रिन हों, स्वाधीन करके जाने दें, और कोई अपने यहूदी भाई से फिर अपनी सेवा न कराए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 8, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 10, 30, 32, 34, 36, 38] source: ढीले हाथों को दृढ़ करो और थरथराते हुए घुटनों को स्थिर करो। (इब्रा. 12:12) target: [40, 42, 44, 46, 10, 48, 50, 52] source: तुम्हारे सिर के बाल भी सब गिने हुए हैं। (लूका 12:7) target: [54, 56, 58, 60, 62, 64] source: फिर अपने मन में यह तो विचार कर, कि जैसा कोई अपने बेटे को ताड़ना देता है वैसे ही तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको ताड़ना देता है। (इब्रा. 12:7) target: [66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: बुराई को छोड़ और भलाई कर; मेल को ढूँढ़ और उसी का पीछा कर। (इब्रा. 12:14) target: [68, 96, 98, 36, 10, 100, 102, 104, 106, 108, 10, 110, 20, 112] source: उसने कहा, “तूने क्या किया है? तेरे भाई का लहू भूमि में से मेरी ओर चिल्लाकर मेरी दुहाई दे रहा है! (इब्रा. 12:24) target: [66, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 68, 132, 134, 20, 136] source: हे यहोवा पर आशा रखनेवालों, हियाव बाँधो और तुम्हारे हृदय दृढ़ रहें! (1 कुरि. 16:13) target: [138, 10, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 36, 114, 154] source: तेरे जीवन भर कोई तेरे सामने ठहर न सकेगा; जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूँगा; और न तो मैं तुझे धोखा दूँगा, और न तुझको छोड़ूँगा। (इब्रा. 13:5) target: [68, 148, 156, 158, 24, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 168, 174, 176, 10, 178, 180, 10, 182, 184] source: मैं अपने भाइयों के सामने तेरे नाम का प्रचार करूँगा; सभा के बीच तेरी प्रशंसा करूँगा। (इब्रा. 2:12) target: [186, 188, 36, 190, 192, 194, 196, 198, 200] source: “यदि तुम अपने प्रेम रखनेवालों के साथ प्रेम रखो, तो तुम्हारी क्या बड़ाई? क्योंकि पापी भी अपने प्रेम रखनेवालों के साथ प्रेम रखते हैं। target: [202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 20, 54, 220, 56, 222, 224, 226, 208, 228, 230] source: क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा भस्म करनेवाली आग है; वह जलन रखनेवाला परमेश्वर है। (इब्रा. 12:29) target: [232, 88, 90, 234, 236, 238, 240, 242] source: मेरी तो उन लोगों से नामधराई होती है; जब वे मुझे देखते, तब सिर हिलाते हैं। (इब्रा. 10:12-13, लूका 20:42-43) target: [244, 36, 246, 248, 250, 252, 254] source: यहोवा मेरी ओर है, मैं न डरूँगा। मनुष्य मेरा क्या कर सकता है? (रोम. 8:31, इब्रा 13:6) target: [114, 256, 258, 260, 78, 262, 264, 266, 268] source: मैं उसका पिता ठहरूँगा, और वह मेरा पुत्र ठहरेगा। यदि वह अधर्म करे, तो मैं उसे मनुष्यों के योग्य दण्ड से, और आदमियों के योग्य मार से ताड़ना दूँगा। (2 कुरिन्थियों. 6:18, इब्रानियों. 1:5, इब्रानियों. 12:7) target: [270, 272, 274, 26, 10, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 18, 288, 36, 290, 292, 10, 294, 296, 298, 92, 200]
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अपने पाँव रखने के लिये मार्ग को समतल कर, तब तेरे सब मार्ग ठीक रहेंगे। (इब्रानियों. 12:13)
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[300, 302, 304, 102, 148, 306, 308]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: क्योंकि मैं तो अब गिरने ही पर हूँ; और मेरा शोक निरन्तर मेरे सामने है*। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: क्या ही धन्य हैं वे, जो तेरे भवन में रहते हैं; वे तेरी स्तुति निरन्तर करते रहेंगे। (सेला) target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 30, 44, 46, 48, 50, 52] source: और वर्षा चालीस दिन और चालीस रात निरन्तर पृथ्वी पर होती रही। target: [12, 54, 56, 58, 60, 12, 58, 62, 64, 66, 68] source: वे तुरन्त नाव और अपने पिता को छोड़कर उसके पीछे हो लिए। target: [70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 72, 88, 90, 92, 94] source: चाहे मेरे पुकारने से वह उत्तर भी देता, तो भी मैं इस बात पर विश्वास न करता, कि वह मेरी बात सुनता है। target: [96, 4, 98, 12, 72, 100, 102, 104, 106, 102, 4, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 56, 124, 126, 128] source: अपने द्रोहियों का बड़ा बोल न भूल, तेरे विरोधियों का कोलाहल तो निरन्तर उठता रहता है। target: [130, 132, 134, 122, 136, 110, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 24, 26] source: फिर, हे मेरे पिता*, देख, अपने बागे की छोर मेरे हाथ में देख; मैंने तेरे बागे की छोर तो काट ली, परन्तु तुझे घात न किया; इससे निश्चय करके जान ले, कि मेरे मन में कोई बुराई या अपराध का सोच नहीं है। मैंने तेरे विरुद्ध कोई अपराध नहीं किया, परन्तु तू मेरे प्राण लेने को मानो उसका अहेर करता रहता है। target: [150, 20, 152, 154, 156, 102, 154, 46, 158, 144, 160, 20, 162, 38, 164, 4, 46, 158, 144, 160, 166, 168, 170, 172, 110, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 12, 190, 192, 110, 20, 162, 38, 194, 164, 12, 110, 196, 198, 164, 12, 4, 200, 202, 204, 206, 208, 106, 102, 180, 120, 210, 144, 212, 214, 134, 216, 38, 218, 24, 220] source: और उसने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे। target: [72, 118, 222, 102, 224, 226, 34, 130, 228, 12, 230, 88, 232, 234, 236, 238] source: मेरा प्राण निरन्तर मेरी हथेली पर रहता है*, तो भी मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया। target: [120, 240, 242, 76, 244, 56, 128, 170, 4, 46, 246, 136, 206, 248] source: जो मनुष्य निरन्तर प्रभु का भय मानता रहता है वह धन्य है; परन्तु जो अपना मन कठोर कर लेता है वह विपत्ति में पड़ता है। target: [28, 164, 72, 250, 252, 18, 254, 144, 256, 258, 128, 170, 192, 130, 260, 136, 262, 264, 266, 164, 72, 268, 38, 270, 272] source: ये गवैये थे जो लेवीय पितरों के घरानों में मुख्य थे, और मन्दिर में रहते, और अन्य सेवा के काम से छूटे थे; क्योंकि वे रात-दिन अपने काम में लगे रहते थे। target: [12, 156, 72, 274, 276, 34, 278, 88, 280, 88, 282, 88, 284, 276, 12, 286, 88, 38, 288, 86, 290, 88, 292, 186, 294, 296, 298, 192, 72, 300, 130, 292, 38, 302, 304, 276] source: जब मैं अपराधी को तेरा मार्ग सिखाऊँगा, और पापी तेरी ओर फिरेंगे। target: [70, 4, 306, 136, 140, 308, 310, 12, 312, 140, 314, 316] source: वहाँ उन पर भय छा गया, क्योंकि परमेश्वर धर्मी लोगों के बीच में निरन्तर रहता है। target: [318, 118, 320, 322, 256, 324, 298, 192, 326, 328, 134, 330, 332, 24, 26] source: तो भाइयों का अपराध करने से और उनके निर्बल विवेक को चोट देने से तुम मसीह का अपराध करते हो। target: [12, 182, 334, 336, 88, 338, 204, 264, 86, 12, 318, 88, 340, 136, 342, 72, 344, 128, 346, 348, 144, 204, 350, 352]
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मैं तो अपने अपराधों को जानता हूँ, और मेरा पाप निरन्तर मेरी दृष्टि में रहता है।
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[298, 192, 4, 130, 354, 356, 358, 12, 14, 204, 18, 20, 360, 26]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: वैसे ही तेरे यहाँ कुछ तो ऐसे हैं, जो नीकुलइयों की शिक्षा को मानते हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 4, 20, 22] source: दिन से दिन बातें करता है, और रात को रात ज्ञान सिखाती है। target: [24, 26, 24, 28, 30, 32, 34, 26, 34, 36, 38] source: जब उसने देखा कि मैं याकूब पर प्रबल नहीं होता, तब उसकी जाँघ की नस को छुआ; और याकूब की जाँघ की नस उससे मल्लयुद्ध करते ही करते चढ़ गई। target: [40, 42, 44, 46, 10, 48, 50, 52, 54, 56, 52, 58, 60, 62, 64, 66] source: जो कुछ करते हो प्रेम से करो। target: [68, 70, 60, 72, 74] source: जो कंगाल पर अंधेर करता, वह उसके कर्ता की निन्दा करता है, परन्तु जो दरिद्र पर अनुग्रह करता, वह उसकी महिमा करता है। target: [76, 78, 60, 80, 82, 84, 4, 86, 88, 90, 76, 92, 94, 96, 98, 60, 100, 102] source: और वे परमेश्वर के दास मूसा का गीत*, और मेम्ने का गीत गा गाकर कहते थे, “हे सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर, तेरे कार्य महान, और अद्भुत हैं, हे युग-युग के राजा, तेरी चाल ठीक और सच्ची है।” (भज. 111:2, भज. 139:14, भज. 145:17) target: [104, 106, 108, 100, 56, 104, 110, 112, 56, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 56, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 56, 142] source: मनुष्य मन में अपने मार्ग पर विचार करता है, परन्तु यहोवा ही उसके पैरों को स्थिर करता है। target: [144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 90, 158, 160, 162, 164] source: एलीशा ने कहा, “सेनाओं का यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहा करता हूँ, उसके जीवन की शपथ यदि मैं यहूदा के राजा यहोशापात का आदरमान न करता, तो मैं न तो तेरी ओर मुँह करता और न तुझ पर दृष्टि करता। target: [166, 168, 170, 172, 174, 176, 76, 178, 180, 182, 184, 134, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 56, 190, 198, 200] source: वे बार-बार परमेश्वर की परीक्षा करते थे, और इस्राएल के पवित्र को खेदित करते थे। target: [202, 26, 202, 204, 206, 208, 100, 210, 212, 214, 216] source: हाकिम भी बैठे हुए आपस में मेरे विरुद्ध बातें करते थे, परन्तु तेरा दास तेरी विधियों पर ध्यान करता रहा। target: [218, 220, 222, 56, 60, 224, 226, 228, 90, 230, 60, 232, 234, 236] source: जो कर्मचारी बुद्धि से काम करता है उस पर राजा प्रसन्न होता है, परन्तु जो लज्जा के काम करता, उस पर वह रोष करता है। target: [238, 240, 150, 242, 244, 90, 246, 60, 242, 248] source: क्योंकि प्रभु यहोवा तुझसे यह कहता है : देख, मैं तुझे उनके हाथ सौंपूँगा जिनसे तू बैर रखती है और जिनसे तेरा मन फिर गया है; target: [250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 4, 266, 268, 276, 278] source: वह गाँवों में घात में बैठा करता है, और गुप्त स्थानों में निर्दोष को घात करता है, उसकी आँखें लाचार की घात में लगी रहती है। target: [60, 280, 282, 284, 156, 154, 286, 150, 288, 290] source: अधोलोक उसके सामने उघड़ा रहता है, और विनाश का स्थान ढँप नहीं सकता। (भज. 139:8-11 नीति. 15:11, इब्रा. 4:13) target: [292, 294, 296, 100, 298, 300, 302, 304, 306]
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पर हाँ, तुझ में यह बात तो है, कि तू नीकुलइयों के कामों से घृणा करता है, जिनसे मैं भी घृणा करता हूँ। (भज. 139:21)
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[90, 308, 310, 312, 12, 314, 260, 270, 60, 316, 318, 236]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: तब उसने इस्राएलियों से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, 'मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया, और तुम को मिस्रियों के हाथ से, और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है।' target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 16, 8, 32, 34, 36, 38, 4, 40, 42, 44, 46, 4, 48, 50, 44, 46, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66] source: यहोशापात ने इस्राएल के राजा से मेल किया। target: [68, 70, 16, 44, 72, 74, 76, 78] source: क्योंकि इस्राएली मेरे ही दास हैं; वे मिस्र देश से मेरे ही निकाले हुए दास हैं; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। target: [80, 12, 82, 84, 86, 88, 90, 84, 92, 86, 94, 96, 8, 30, 32, 98, 34, 36, 38, 100, 30, 14, 102, 20, 100] source: तब यहोवा ने मूसा और हारून को इस्राएलियों और मिस्र के राजा फ़िरौन के लिये आज्ञा इस अभिप्राय से दी कि वे इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल ले जाएँ। target: [104, 14, 70, 106, 4, 108, 74, 110, 112, 4, 114, 8, 6, 116, 4, 32, 44, 118, 120, 116, 122, 124, 28, 90, 6, 8, 32, 126, 34, 128, 130, 132] source: “इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है मैंने बाबेल के राजा के जूए को तोड़ डाला है। target: [134, 18, 14, 16, 18, 20, 136, 138, 24, 140, 28, 30, 142, 44, 118, 44, 144, 8, 146, 124, 148] source: क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है, इस देश में घर और खेत और दाख की बारियाँ फिर बेची और मोल ली जाएँगी।' target: [80, 12, 134, 18, 14, 16, 18, 20, 136, 138, 24, 140, 28, 150, 4, 152, 4, 154, 156, 136, 126, 158, 160, 162, 164, 166] source: फिर वहाँ इस्राएल के परमेश्वर का तेज वैसा ही था जैसा मैंने मैदान में देखा था। target: [168, 170, 16, 44, 20, 18, 172, 174, 138, 176, 12, 178, 30, 180, 182, 158, 184, 186] source: उन दिनों यहोवा इस्राएल की सीमा को घटाने लगा, इसलिए हजाएल ने इस्राएल के उन सारे देशों में उनको मारा: target: [114, 188, 158, 14, 16, 8, 190, 192, 4, 194, 70, 114, 8, 16, 196, 198, 200, 158, 202] source: और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा।” target: [4, 90, 16, 8, 204, 44, 206, 44, 208, 210, 212, 80, 12, 90, 214, 216, 4, 16, 8, 214, 218] source: “इस्राएलियों से कह कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ*। target: [6, 74, 110, 220, 222, 224, 30, 14, 102, 20, 100] source: उन दिनों में किसी इस्राएली स्त्री का बेटा, जिसका पिता मिस्री पुरुष था, इस्राएलियों के बीच चला गया; और वह इस्राएली स्त्री का बेटा और एक इस्राएली पुरुष छावनी के बीच आपस में मार पीट करने लगे, target: [114, 188, 158, 226, 82, 228, 18, 230, 232, 18, 234, 236, 176, 90, 6, 44, 158, 238, 192, 4, 136, 82, 228, 18, 240, 4, 242, 244, 82, 246, 248, 158, 250, 252] source: “इस कारण, हे इस्राएल, मैं तुझ से ऐसा ही करूँगा, और इसलिए कि मैं तुझ में यह काम करने पर हूँ, हे इस्राएल, अपने परमेश्वर के सामने आने के लिये तैयार* हो जा!” target: [254, 116, 256, 258, 30, 260, 74, 262, 264, 4, 136, 116, 28, 30, 260, 74, 262, 264, 256, 266, 268, 20, 8, 270, 116, 272, 274, 276] source: इस्राएल के ये पुत्र हुए*; रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, जबूलून, target: [22, 16, 44, 240, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290] source: “इस्राएली स्त्रियों में से कोई देवदासी न हो*, और न इस्राएलियों में से कोई पुरुष ऐसा बुरा काम करनेवाला हो। target: [16, 196, 292, 34, 242, 294, 296, 298, 300, 4, 298, 92, 16, 44, 302, 34, 242, 262, 304, 306, 308, 310, 312]
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और कहते थे, “हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा, इस्राएल में ऐसा क्यों होने पाया, कि आज इस्राएल में एक गोत्र की घटी हुई है?”
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[4, 314, 316, 14, 16, 44, 318, 16, 158, 262, 80, 320, 28, 322, 16, 34, 226, 324, 326, 328, 330]
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source: उसने उनसे कहा, “क्या तुम ने नहीं पढ़ा, कि दाऊद ने, जब वह और उसके साथी भूखे हुए तो क्या किया? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: यीशु ने उनको उत्तर दिया, “क्या तुम ने यह नहीं पढ़ा, कि दाऊद ने जब वह और उसके साथी भूखे थे तो क्या किया? target: [36, 38, 40, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: उसने कहा, “उसको बुला ले।” और जब उसने उसे बुलाया, तब वह द्वार में खड़ी हुई। target: [42, 44, 46, 48, 50, 4, 52, 54, 24, 56, 58, 60] source: और जैसी जिसे आवश्यकता होती थी, उसके अनुसार हर एक को बाँट दिया करते थे। target: [62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78] source: यीशु ने यह सुनकर, उनसे कहा, “भले चंगों को वैद्य की आवश्यकता नहीं, परन्तु बीमारों को है: मैं धर्मियों को नहीं, परन्तु पापियों को बुलाने आया हूँ*।” target: [80, 36, 82, 84, 86, 6, 8, 88, 72, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 96, 108] source: तुम आप ही जानते हो कि इन्हीं हाथों ने मेरी और मेरे साथियों की आवश्यकताएँ पूरी की। target: [110, 112, 72, 114, 24, 116, 118, 120, 122, 124] source: तब उन्होंने अपने पिता याकूब से यूसुफ की सारी बातें, जो उसने उनसे कहीं थीं, कह दीं; जब उसने उन गाड़ियों को देखा, जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजी थीं, तब उसका चित्त स्थिर हो गया। target: [126, 20, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 80, 6, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 80, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170] source: फिर उसने कहा, “तीरों को ले;” और जब उसने उन्हें लिया, तब उसने इस्राएल के राजा से कहा, “भूमि पर मार;” तब वह तीन बार मार कर ठहर गया। target: [142, 46, 172, 174, 176, 178, 42, 44, 90, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 4, 192, 194, 196, 24, 198] source: तब उन्होंने कहा, “अब हमें गवाही की क्या आवश्यकता है; क्योंकि हमने आप ही उसके मुँह से सुन लिया है।” target: [42, 200, 202, 204, 206, 90, 208, 210, 212, 56, 214, 216, 218, 220] source: जब उसने यह देखा कि वह मेरे संग चलने को तैयार है, तब उसने उससे और बात न कही। target: [80, 222, 224, 226, 158, 228, 230, 232, 234, 236, 238] source: मैं पौलुस अपने हाथ से लिखता हूँ, कि मैं आप भर दूँगा; और इसके कहने की कुछ आवश्यकता नहीं, कि मेरा कर्ज जो तुझ पर है वह तू ही है। target: [240, 242, 90, 244, 114, 246, 240, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262] source: तब उसने उनसे यह दृष्टान्त कहा: target: [264, 118, 266, 156, 268] source: उसने उनसे कहा, ‘तुम भी दाख की बारी में जाओ।’ target: [270, 40, 272, 274, 90, 276, 278, 4, 6, 280, 282, 284, 56, 286, 288, 290] source: और जब बड़ी भीड़ उसके साथ जा रही थी, तो उसने पीछे फिरकर उनसे कहा। target: [292, 294, 296, 36, 298, 90, 300, 302, 304, 24, 6, 280]
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उसने उनसे कहा, “क्या तुम ने कभी नहीं पढ़ा, कि जब दाऊद को आवश्यकता हुई और जब वह और उसके साथी भूखे हुए, तब उसने क्या किया था?
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[264, 38, 306, 10, 12, 14, 16, 54, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 308, 310, 24, 32, 34]
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source: और मैं तुम से कहता हूँ, कि जो कोई व्यभिचार को छोड़ और किसी कारण से अपनी पत्नी को त्याग कर, दूसरी से विवाह करे, वह व्यभिचार करता है: और जो उस छोड़ी हुई से विवाह करे, वह भी व्यभिचार करता है।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 32, 60, 62] source: “जो कोई अपनी पत्नी को त्याग कर दूसरी से विवाह करता है, वह व्यभिचार करता है, और जो कोई ऐसी त्यागी हुई स्त्री से विवाह करता है, वह भी व्यभिचार करता है। target: [10, 64, 36, 38, 18, 20, 66, 68, 26, 28, 30, 32, 28, 22, 10, 70, 72, 18, 74, 76, 78, 26, 28, 30, 32, 34] source: उसने उनसे कहा, “जो कोई अपनी पत्नी को त्याग कर दूसरी से विवाह करे तो वह उस पहली के विरोध में व्यभिचार करता है। target: [30, 80, 82, 84, 64, 14, 16, 86, 66, 68, 26, 28, 30, 36, 88, 32, 34] source: (और यदि अलग भी हो जाए, तो बिना दूसरा विवाह किए रहे; या अपने पति से फिर मेल कर ले) और न पति अपनी पत्नी को छोड़े। target: [90, 92, 94, 96, 98, 26, 100, 102, 104, 106, 108, 36, 110, 112, 114, 22, 72, 38, 116, 118] source: इसलिए यदि पति के जीते जी वह किसी दूसरे पुरुष की हो जाए, तो व्यभिचारिणी कहलाएगी, परन्तु यदि पति मर जाए, तो वह उस व्यवस्था से छूट गई, यहाँ तक कि यदि किसी दूसरे पुरुष की हो जाए तो भी व्यभिचारिणी न ठहरेगी। target: [120, 122, 124, 126, 92, 128, 130, 132, 134, 98, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 122, 150, 152, 98, 128, 154, 156, 158, 160, 162, 128, 130, 132, 134, 164, 128, 138, 166, 168] source: तू व्यभिचारिणी पत्नी है। तू पराये पुरुषों को अपने पति के बदले ग्रहण करती है। target: [170, 172, 36, 174, 176, 178, 180, 182, 184] source: यहोवा यह कहता है, 'सुन, मैं तेरे घर में से विपत्ति उठाकर तुझ पर डालूँगा; और तेरी पत्नियों को तेरे सामने लेकर दूसरे को दूँगा, और वह दिन दुपहरी में तेरी पत्नियों से कुकर्म करेगा। target: [186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 202, 208, 210, 4, 212, 214, 154, 202, 216, 218, 220, 222, 30, 202, 224, 226, 228, 22, 230, 232, 234, 236] source: यदि तेरे पत्नी है, तो उससे अलग होने का यत्न न कर: और यदि तेरे पत्नी नहीं, तो पत्नी की खोज न कर: target: [170, 38, 238, 240, 242, 244, 246, 98, 170, 248, 158, 250, 252, 254, 256, 170, 258, 260, 262, 264, 98, 170, 16, 266, 268, 256] source: पति अपनी पत्नी का हक़ पूरा करे; और वैसे ही पत्नी भी अपने पति का। target: [72, 38, 148, 270, 272, 22, 274, 276, 278, 280] source: फिर याकूब की पत्नी राहेल के पुत्र यूसुफ और बिन्यामीन थे। target: [282, 16, 284, 286, 288, 290, 66, 292, 140, 294] source: परन्तु मैं तुम से यह कहता हूँ कि जो कोई अपनी पत्नी को व्यभिचार के सिवा किसी और कारण से तलाक दे, तो वह उससे व्यभिचार करवाता है; और जो कोई उस त्यागी हुई से विवाह करे, वह व्यभिचार करता है। target: [4, 98, 6, 296, 298, 10, 64, 36, 38, 300, 302, 304, 30, 136, 138, 28, 22, 10, 64, 306, 308, 310, 26, 28, 30, 32, 34] source: “फिर यदि कोई पराई स्त्री के साथ व्यभिचार करे, तो जिसने किसी दूसरे की स्त्री के साथ व्यभिचार किया हो तो वह व्यभिचारी और वह व्यभिचारिणी दोनों निश्चय मार डालें जाएँ। (यूह. 8:5) target: [10, 12, 36, 312, 314, 316, 30, 12, 66, 128, 318, 50, 320, 300, 322, 324, 326, 154, 328, 330, 332, 334] source: दूसरी विपत्ति बीत चुकी; तब, तीसरी विपत्ति शीघ्र आनेवाली है। target: [336, 338, 340, 342, 344, 346, 338, 348, 350, 352] source: पर यदि तू अपने पति को छोड़ दूसरे की ओर फिरके अशुद्ध हुई हो, और तेरे पति को छोड़ किसी दूसरे पुरुष ने तुझसे प्रसंग किया हो, target: [354, 170, 92, 202, 356, 358, 360, 362, 364, 170, 366, 368, 370, 372, 374, 98, 162, 170, 376, 134, 378]
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और यदि पत्नी अपने पति को छोड़कर दूसरे से विवाह करे, तो वह व्यभिचार करती है।”
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[22, 92, 16, 36, 278, 380, 22, 382, 26, 384, 98, 386, 32, 388]
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source: मूसा ने इस्राएलियों की सारी मण्डली इकट्ठा करके उनसे कहा, “जिन कामों के करने की आज्ञा यहोवा ने दी है वे ये हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40] source: तब इस्राएलियों की सारी मण्डली मूसा के सामने से लौट गई। target: [42, 8, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: और तू लेवियों को मिलापवाले तम्बू के सामने पहुँचाना, और इस्राएलियों की सारी मण्डली को इकट्ठा करना। target: [56, 58, 60, 62, 64, 8, 10, 46, 12, 14, 66] source: तब मूसा और हारून इस्राएलियों की सारी मण्डली के सामने मुँह के बल गिरे*। target: [68, 70, 46, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84] source: फिर मूसा ने इस्राएलियों की सारी मण्डली से कहा, “जिस बात की आज्ञा यहोवा ने दी है वह यह है। target: [76, 46, 8, 10, 12, 22, 30, 86, 88, 32, 90, 36, 92, 94] source: और इस्राएलियों ने उनको न मारा, क्योंकि मण्डली के प्रधानों ने उनके संग इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की शपथ खाई थी। तब सारी मण्डली के लोग प्रधानों के विरुद्ध कुड़कुड़ाने लगे। target: [96, 8, 98, 20, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 46, 8, 98, 108, 128, 130, 132] source: वे एक मन होकर यहोशू और इस्राएलियों से लड़ने को इकट्ठे हुए। target: [134, 136, 138, 14, 140, 142, 64, 8, 144, 146, 148, 150] source: क्या यह तुम्हें छोटी बात जान पड़ती है कि इस्राएल के परमेश्वर ने तुमको इस्राएल की मण्डली से अलग करके अपने निवास की सेवकाई करने, और मण्डली के सामने खड़े होकर उसकी भी सेवा टहल करने के लिये अपने समीप बुला लिया है; target: [152, 154, 156, 158, 34, 36, 78, 160, 162, 164, 166, 36, 168, 170, 172, 174, 176, 170, 156, 178, 180, 182, 184, 30, 160, 162, 186, 8, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 168, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216] source: इस्राएल के ये पुत्र हुए*; रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, जबूलून, target: [218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236] source: इस्राएलियों की मण्डली का आधा भाग, जिसे मूसा ने युद्ध करनेवाले पुरुषों के पास से अलग किया था target: [238, 240, 242, 244, 246, 4, 248, 250, 252, 254] source: यहोशापात ने इस्राएल के राजा से मेल किया। target: [256, 258, 260, 262, 264, 266, 268] source: लेवियों के विषय यहोवा की यह आज्ञा पाकर मूसा और हारून और इस्राएलियों की सारी मण्डली ने उनके साथ ठीक वैसा ही किया। target: [126, 270, 80, 78, 46, 8, 44, 48, 272, 274, 276, 278, 30, 280, 282, 32, 284, 134, 286, 46, 288, 278, 260, 98, 290, 210, 278] source: तब इस्राएल के राजा और यहूदा के राजा यहोशापात दोनों ने गिलाद के रामोत पर चढ़ाई की। target: [238, 8, 292, 294, 78, 296, 292, 256, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 210, 314, 316] source: तब इस्राएल के राजा और यहूदा के राजा यहोशापात दोनों ने गिलाद के रामोत पर चढ़ाई की। target: [318, 292, 294, 78, 296, 292, 256, 320, 322, 324, 326]
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जब इस्राएलियों ने यह सुना, तब इस्राएलियों की सारी मण्डली* उनसे लड़ने के लिये चढ़ाई करने को शीलो में इकट्ठी हुई।
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[328, 330, 8, 10, 332, 334, 336, 126, 8, 338, 46, 340, 342, 344, 346, 300, 14, 348]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: और यहोवा की यह वाणी है कि उस समय तू मुझे पति कहेगी और फिर बाली न कहेगी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 26, 38, 40, 42] source: और यीशु ने सूबेदार से कहा, “जा, जैसा तेरा विश्वास है, वैसा ही तेरे लिये हो।” और उसका सेवक उसी समय चंगा हो गया। target: [44, 46, 48, 50, 52, 24, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 34, 68, 70, 72, 74, 76, 78] source: तब उसने उसे अपनी दासी बिल्हा को दिया, कि वह उसकी पत्नी हो; और याकूब उसके पास गया। target: [80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 34, 100, 102, 104, 106] source: सांझ के समय वह अपनी बेटी लिआ को याकूब के पास ले गया, और वह उसके पास गया। target: [14, 108, 110, 88, 112, 114, 116, 118, 34, 120, 122, 72, 124, 126] source: सवेरे को जब नाबाल का नशा उतर गया, तब उसकी पत्नी ने उसे सारा हाल कह सुनाया, तब उसके मन का हियाव जाता रहा, और वह पत्थर सा सुन्न हो गया*। target: [44, 18, 128, 12, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 86, 146, 148, 150, 152, 138, 154, 156, 128, 158, 72, 160, 78] source: और उसका पति उसके साथ चला, और बहूरीम तक उसके पीछे रोता हुआ चला गया। तब अब्नेर ने उससे कहा, “लौट जा;” और वह लौट गया। target: [162, 164, 166, 30, 72, 168, 170, 172, 174, 174, 176, 178, 180, 86, 182, 184, 186, 148, 72, 188, 190] source: जब शैतान सब परीक्षा कर चुका, तब कुछ समय के लिये उसके पास से चला गया*। target: [96, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 72, 210, 212, 176] source: “तो भी क्या कोई गिरते समय हाथ न बढ़ाएगा? और क्या कोई विपत्ति के समय दुहाई न देगा? target: [214, 216, 218, 220, 222, 224, 34, 226, 228, 230, 224, 86, 232, 234, 236, 238, 240] source: तब अमासा यहूदियों को बुलाने गया; परन्तु उसके ठहराए हुए समय से अधिक रह गया। target: [148, 242, 244, 246, 248, 250, 78, 178, 252, 254, 256, 206, 86, 258] source: तब वह अपने पिता के पास गया, और कहा, “हे मेरे पिता,” उसने कहा, “क्या बात है? हे मेरे पुत्र, तू कौन है?” target: [260, 262, 264, 266, 268, 126, 34, 50, 270, 272, 72, 50, 274, 276, 278, 280, 282, 24, 284, 286] source: तब उस समय पवित्र आत्मा यीशु को एकांत में ले गया ताकि शैतान से उसकी परीक्षा हो।* target: [44, 288, 290, 198, 292, 96, 294, 296, 298, 300, 302] source: फिर याकूब की पत्नी राहेल के पुत्र यूसुफ और बिन्यामीन थे। target: [304, 94, 306, 308, 310, 312, 158, 314, 4, 316] source: फाड़ने का समय, और सीने का भी समय; चुप रहने का समय, और बोलने का भी समय है; target: [318, 320, 206, 322, 34, 260, 324, 206, 322, 326, 328, 206, 330, 34, 332, 206, 322] source: तब नूह और उसके पुत्र और पत्नी और बहुएँ, निकल आईं। (2 पत 2:5) target: [148, 334, 336, 338, 340, 158, 342, 344, 346, 348, 350, 352]
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तब याकूब ने लाबान से कहा, “मेरी पत्नी मुझे दे, और मैं उसके पास जाऊँगा, क्योंकि मेरा समय पूरा हो गया है।”
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[354, 264, 356, 50, 358, 360, 362, 364, 278, 360, 94, 26, 366, 368, 370, 372, 374, 376]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: वह बाजारों की भीड़ में पुकारती है; वह नगर के फाटकों के प्रवेश पर खड़ी होकर, यह बोलती है: target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: पूर्व की ओर तीन फाटक, उत्तर की ओर तीन फाटक, दक्षिण की ओर तीन फाटक, और पश्चिम की ओर तीन फाटक थे। target: [28, 30, 32, 34, 30, 32, 36, 30, 38, 16, 40, 30, 38, 42, 44] source: हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो! हे सनातन के द्वारों, ऊँचे हो जाओ! क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा। target: [46, 20, 48, 50, 52, 54, 56, 44, 46, 58, 48, 50, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 44] source: हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो हे सनातन के द्वारों तुम भी खुल जाओ! क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा! target: [46, 20, 48, 50, 52, 54, 56, 44, 74, 58, 48, 50, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 44] source: “सकेत द्वार से प्रवेश करने का यत्न करो, क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, कि बहुत से प्रवेश करना चाहेंगे, और न कर सकेंगे। target: [76, 38, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 44] source: और पश्चिम की ओर सीमा चार हजार पाँच सौ बाँस लम्बी हो, और उसमें तीन फाटक हों; अर्थात् एक गाद का फाटक, एक आशेर का फाटक और नप्ताली का फाटक हो। target: [102, 104, 106, 108, 110, 112, 30, 48, 114, 116, 38, 118, 120, 38, 122, 16, 120, 38, 124, 126, 128, 44] source: उसमें तीन फाटक हों, अर्थात् एक रूबेन का फाटक, एक यहूदा का फाटक, और एक लेवी का फाटक हो; क्योंकि नगर के फाटकों के नाम इस्राएल के गोत्रों के नामों पर रखने होंगे। target: [130, 132, 134, 30, 48, 114, 116, 38, 136, 120, 38, 138, 16, 120, 38, 140, 126, 128, 44] source: पूरब की ओर सीमा चार हजार पाँच सौ बाँस लम्बी हो, और उसमें तीन फाटक हों; अर्थात् एक यूसुफ का फाटक, एक बिन्यामीन का फाटक, और एक दान का फाटक हो। target: [142, 104, 106, 108, 110, 112, 30, 48, 114, 116, 38, 144, 120, 38, 146, 16, 120, 38, 148, 126, 150] source: दक्षिण की ओर सीमा चार हजार पाँच सौ बाँस लम्बी हो, और उसमें तीन फाटक हों; अर्थात् एक शिमोन का फाटक, एक इस्साकार का फाटक, और एक जबूलून का फाटक हो। target: [152, 104, 106, 108, 110, 112, 30, 48, 114, 116, 38, 154, 120, 38, 156, 16, 120, 38, 158, 126, 128, 44] source: फाटकों को खोलो कि सच्चाई का पालन करनेवाली एक धर्मी जाति प्रवेश करे। target: [38, 160, 84, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 70, 176, 178, 44] source: मैं रात को तराई के फाटक में होकर निकला और अजगर के सोते की ओर, और कूड़ाफाटक के पास गया, और यरूशलेम की टूटी पड़ी हुई शहरपनाह और जले फाटकों को देखा। target: [180, 182, 184, 38, 78, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 16, 20, 48, 198, 200, 202, 204, 180, 206, 38, 208, 210, 212, 214, 44] source: भीतरी आँगन की उत्तर और पूर्व की ओर दूसरे फाटकों के सामने फाटक थे और उसने फाटकों की दूरी मापकर सौ हाथ की पाई। target: [216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 116, 38, 230, 232, 28, 234, 38, 236, 44, 238, 240, 116, 242, 120, 244, 246, 248, 250, 252, 106, 236, 44] source: और एप्रैम के फाटक और पुराने फाटक, और मछली फाटक, और हननेल के गुम्मट, और हम्मेआ नामक गुम्मट के पास से होकर भेड़ फाटक तक चले, और पहरुओं के फाटक के पास खड़े हो गए। target: [16, 254, 32, 256, 32, 258, 32, 260, 262, 16, 264, 266, 268, 244, 270, 272, 274, 22, 276, 44] source: प्रधान बाहर से फाटक के ओसारे के मार्ग से आकर फाटक के एक खम्भे के पास खड़ा हो जाए, और याजक उसका होमबलि और मेलबलि तैयार करें; और वह फाटक की डेवढ़ी पर दण्डवत् करे; तब वह बाहर जाए, और फाटक सांझ से पहले बन्द न किया जाए। target: [278, 38, 16, 248, 280, 282, 284, 286, 226, 288, 16, 290, 292, 16, 294, 296, 298, 224, 220, 300, 302, 304, 306, 44, 308, 310, 224, 220, 312, 314, 316, 16, 186, 318, 94, 12, 38, 320, 322, 324, 326, 328, 44]
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“सकेत फाटक से प्रवेश करो, क्योंकि चौड़ा है वह फाटक और सरल है वह मार्ग जो विनाश की ओर ले जाता है; और बहुत सारे लोग हैं जो उससे प्रवेश करते हैं।
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[330, 332, 70, 334, 44, 86, 336, 338, 38, 16, 340, 342, 344, 16, 346, 348, 228, 350, 352, 354, 44]
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source: परमेश्वर का भजन गाओ, भजन गाओ! हमारे महाराजा का भजन गाओ, भजन गाओ! target: [4, 6, 8, 6, 10, 12, 14, 16, 18, 6, 8, 6, 10, 12] source: हे पृथ्वी पर के राज्य-राज्य के लोगों परमेश्वर का गीत गाओ; प्रभु का भजन गाओ, (सेला) target: [20, 22, 24, 26, 28, 18, 10, 12, 30, 32, 34, 10, 12] source: यहोवा मेरा बल और भजन का विषय है*, और वही मेरा उद्धार भी ठहरा है; मेरा परमेश्वर वही है, मैं उसी की स्तुति करूँगा, (मैं उसके लिये निवास-स्थान बनाऊँगा), मेरे पूर्वजों का परमेश्वर वही है, मैं उसको सराहूँगा। target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 42, 48, 50, 52, 54, 56, 12, 48, 50, 4, 46, 42, 58, 60, 6, 62, 12, 48, 50, 64, 4, 66, 42, 58, 68, 70, 12] source: सारी पृथ्वी के लोग तुझे दण्डवत् करेंगे, और तेरा भजन गाएँगे; वे तेरे नाम का भजन गाएँगे।” (सेला) target: [72, 74, 76, 78, 80, 42, 76, 34, 82, 56, 12, 84, 76, 86, 34, 88, 90, 30] source: उसने चिल्लाकर कहा, “हे यीशु नासरी, हमें तुझ से क्या काम? क्या तू हमें नाश करने आया है? मैं तुझे जानता हूँ, तू कौन है? परमेश्वर का पवित्र जन!” target: [92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 104, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 108, 110, 122, 66, 124, 58, 126, 12, 110, 128, 130, 132, 66, 90] source: “क्या आनेवाला तू ही है, या हम दूसरे की प्रतीक्षा करें?” target: [42, 134, 136, 138, 140, 110, 142, 46, 144, 146, 148, 150, 66, 152, 154, 156, 158, 160] source: हे मेरे बल, मैं तेरा भजन गाऊँगा, क्योंकि हे परमेश्वर, तू मेरा ऊँचा गढ़ और मेरा करुणामय परमेश्वर है। target: [20, 38, 162, 58, 76, 34, 164, 12, 166, 168, 38, 170, 172, 174, 176, 4, 66, 12] source: हे परमेश्वर, मेरा हृदय स्थिर है; मैं गाऊँगा, मैं अपनी आत्मा से भी भजन गाऊँगा*। target: [20, 178, 38, 180, 182, 56, 12, 58, 184, 26, 38, 186, 188, 58, 190, 164, 12] source: उसने उनसे कहा, “तो जो कैसर का है, वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है, वह परमेश्वर को दो।” target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 122, 26, 206, 208, 42, 202, 28, 120, 210, 208, 90] source: वह ऊँचे शब्द से चिल्ला उठा, “हे यीशु नासरी, हमें तुझ से क्या काम? क्या तू हमें नाश करने आया है? मैं तुझे जानता हूँ तू कौन है? तू परमेश्वर का पवित्र जन है!” target: [212, 98, 214, 76, 104, 106, 56, 108, 104, 110, 112, 114, 216, 118, 120, 108, 110, 122, 66, 124, 218, 220, 56, 12, 110, 128, 130, 132, 66, 90] source: इसलिए उसने एक और भजन में भी कहा है, ‘तू अपने पवित्र जन को सड़ने न देगा।’ (भज. 16:10) target: [222, 224, 192, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 130, 242, 244, 246, 248] source: मैं करुणा और न्याय के विषय गाऊँगा; हे यहोवा, मैं तेरा ही भजन गाऊँगा। target: [174, 250, 42, 252, 254, 58, 164, 12, 20, 256, 76, 258, 58, 190, 164, 12] source: हे परमेश्वर, मेरा मन स्थिर है, मेरा मन स्थिर है; मैं गाऊँगा वरन् भजन कीर्तन करूँगा। target: [20, 178, 38, 260, 182, 236, 38, 260, 182, 56, 12, 58, 184, 26, 58, 262, 44, 164, 12] source: तब उन लोगों ने शीलो में भेजकर वहाँ से करूबों के ऊपर विराजनेवाले सेनाओं के यहोवा की वाचा का सन्दूक मँगा लिया; और परमेश्वर की वाचा के सन्दूक के साथ एली के दोनों पुत्र, होप्नी और पीनहास भी वहाँ थे। target: [264, 266, 268, 270, 272, 12, 84, 274, 276, 278, 174, 280, 282, 284, 286, 288, 66, 12, 290, 292, 294, 296, 298, 42, 300, 302, 28, 174, 304, 306, 12]
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कि परमेश्वर ने यीशु को जिलाकर, वही प्रतिज्ञा हमारी सन्तान के लिये पूरी की; जैसा दूसरे भजन में भी लिखा है, ‘तू मेरा पुत्र है; आज मैं ही ने तुझे जन्माया है।’ (भज. 2:7)
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[308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 258, 192, 324, 326, 328, 12, 330, 332, 334, 336, 230, 338, 340, 342, 50, 344, 346, 348, 58, 350, 352, 354, 356, 248]
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source: येतेरी ईरा, और गारेब, target: [4, 6, 8, 10, 12] source: और याईरी ईरा भी दाऊद का एक मंत्री था। target: [14, 4, 16, 18, 20, 22] source: और ईर के पुत्र शुप्पीम और हुप्पीम और अहेर के पुत्र हूशीम थे। target: [24, 12, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 28, 30, 38, 22] source: और मनश्शेई याईर ने जाकर गिलाद की कितनी बस्तियाँ ले लीं, और उनके नाम हव्वोत्याईर रखे। target: [40, 30, 42, 44, 12, 46, 48, 50, 52, 12, 54, 56, 58, 60] source: फिर सेईर के पुत्र: लोतान, शोबाल, सिबोन, अना, दीशोन, एसेर और दीशान हुए। target: [62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 12, 78] source: और याईर मर गया, और उसको कामोन में मिट्टी दी गई। target: [80, 82, 12, 28, 84, 86] source: तब एसाव ने उसी दिन सेईर जाने को अपना मार्ग लिया। target: [88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मूर्ति पूजा, टोना, बैर, झगड़ा, ईर्ष्या, क्रोध, विरोध, फूट, विधर्म, target: [110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126] source: और मनश्शेई याईर ने गशूरियों और माकावासियों की सीमा तक अर्गोब का सारा देश ले लिया, और बाशान के नगरों का नाम अपने नाम पर हब्बोत्याईर रखा, और वही नाम आज तक बना है।) target: [40, 30, 128, 46, 48, 130, 132, 134, 52, 136, 138, 140, 12, 142, 12, 98, 54, 144, 54, 146, 136, 148, 150, 98, 58, 152, 154] source: पेलेती हेलेस, तकोई इक्केश का पुत्र ईरा, target: [156, 158, 4, 160, 162, 164] source: क्योंकि अम्मोनियों और मोआबियों ने सेईर के पहाड़ी देश के निवासियों को डराने और सत्यानाश करने के लिये उन पर चढ़ाई की, और जब वे सेईर के पहाड़ी देश के निवासियों का अन्त कर चुके, तब उन सभी ने एक दूसरे का नाश करने में हाथ लगाया। target: [166, 12, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 12, 186, 188, 190, 192, 28, 194, 174, 178, 196, 198, 200, 12, 202, 204] source: क्रोध की क्रूरता और प्रकोप की बाढ़, परन्तु ईर्ष्या के सामने कौन ठहर सकता है? target: [206, 208, 12, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224] source: दीशोन, एसेर, और दीशान: एदोम देश में सेईर के ये ही होरी जातिवाले अधिपति हुए। target: [74, 76, 12, 78, 226, 228, 230, 232, 178, 28, 234, 236] source: सेईर जो होरी नामक जाति का था, उसके ये पुत्र उस देश में पहले से रहते थे; अर्थात् लोतान, शोबाल, सिबोन, अना, target: [226, 62, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 66, 68, 70, 72]
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येतेरी ईरा और गारेब,
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[4, 6, 8, 6]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: बादल और अंधकार उसके चारों ओर हैं; उसके सिंहासन का मूल धर्म और न्याय है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 6, 20, 10, 22, 24, 26, 22, 28, 30] source: क्योंकि मैं अंधकार से घिरा हुआ हूँ, और घोर अंधकार ने मेरे मुँह को ढाँप लिया है। target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 6, 48, 36, 38, 50, 52, 54, 56, 58, 60] source: परन्तु जूतियाँ पहनो और दो-दो कुर्ते न पहनो।” target: [62, 64, 66, 6, 68, 70, 72, 74] source: पर जो कोई अपने भाई से बैर रखता है, वह अंधकार में है, और अंधकार में चलता है*; और नहीं जानता, कि कहाँ जाता है, क्योंकि अंधकार ने उसकी आँखें अंधी कर दी हैं। target: [62, 10, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 46, 88, 90, 92, 46, 6, 90, 92, 94, 46, 6, 96, 98, 100, 102, 104, 54, 106, 108, 110, 112, 114, 34, 90, 38, 116, 118, 120, 54, 122, 124, 126, 128] source: जैसे उसके मूलपुरुष दाऊद ने किया था जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है वैसा ही उसने भी किया। target: [6, 130, 132, 34, 116, 12, 134, 136, 38, 138, 140, 116, 38, 142, 144, 146, 148, 138, 34, 150, 22, 152, 92, 154, 156] source: और जब मैं पृथ्वी पर बादल फैलाऊं तब बादल में धनुष दिखाई देगा। target: [158, 102, 160, 162, 164, 54, 166, 168, 170, 172, 174, 164, 92, 176, 178] source: जो अपने माता-पिता को कोसता, उसका दिया बुझ जाता, और घोर अंधकार हो जाता है। target: [76, 78, 180, 134, 54, 182, 184, 10, 186, 188, 48, 36, 92, 190, 192] source: जैसे उसके मूलपुरुष दाऊद ने किया था अर्थात् जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था वैसा ही उसने भी किया। target: [6, 130, 132, 34, 116, 12, 134, 136, 38, 138, 140, 116, 38, 142, 144, 146, 148, 138, 34, 150, 22, 152, 92, 154, 156] source: उसने अंधकार कर दिया, और अंधियारा हो गया; और उन्होंने उसकी बातों को न माना। target: [10, 38, 194, 196, 198, 8, 48, 200, 202, 204, 10, 12, 206, 208, 210, 72, 212] source: इससे पहले कि मैं वहाँ जाऊँ, जहाँ से फिर न लौटूँगा, अर्थात् अंधियारे और घोर अंधकार के देश में, जहाँ अंधकार ही अंधकार है; target: [112, 208, 214, 100, 102, 216, 218, 220, 222, 72, 224, 226, 36, 6, 228, 12, 230, 12, 232, 234] source: ये लोग सूखे कुएँ, और आँधी के उड़ाए हुए बादल हैं, उनके लिये अनन्त अंधकार ठहराया गया है। target: [10, 236, 238, 30, 10, 240, 12, 242, 244, 4, 246, 248, 114, 194, 48, 250, 44, 128] source: और इस्राएलियों के किसी गोत्र में किसी की बेटी हो जो भाग पानेवाली हो, वह अपने ही मूलपुरुष के गोत्र के किसी पुरुष से ब्याही जाए, इसलिए कि इस्राएली अपने-अपने मूलपुरुष के भाग के अधिकारी रहें। target: [6, 252, 254, 256, 258, 260, 12, 262, 264, 92, 266, 268, 78, 270, 12, 264, 12, 272, 92, 274, 276, 198, 34, 252, 278, 78, 270, 22, 266, 22, 280, 54, 282] source: और बकरियों के बच्चों की खालों को उसके हाथों में और उसके चिकने गले में लपेट दिया। target: [6, 284, 118, 286, 116, 12, 288, 6, 116, 22, 290, 292, 294, 162, 296] source: और ज्योति अंधकार में चमकती है; और अंधकार ने उसे ग्रहण न किया। target: [10, 298, 36, 92, 300, 184, 36, 38, 112, 54, 302, 96, 304]
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जब कि मैंने उसको बादल पहनाया और घोर अंधकार में लपेट दिया,
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[306, 102, 4, 54, 10, 186, 308, 310, 6, 48, 36, 92, 116, 54, 312, 314]
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source: और यरीहो के पास की यरदन नदी के पूर्व ओर रूबेन के गोत्र में से तो अपनी-अपनी चराइयों समेत जंगल का बेसेर, यहस, target: [4, 6, 8, 10, 4, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 4, 28, 30, 32, 34] source: और आशेर के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत माशाल, अब्दोन, target: [4, 6, 8, 36, 32, 38, 40] source: और आशेर के गोत्र के भाग में से अपनी-अपनी चराइयों समेत मिशाल, अब्दोन, target: [4, 8, 42, 44, 46, 48, 50, 30, 52, 30] source: अपने-अपने चराइयों समेत हीलेन और दबीर; target: [54, 56] source: और इस्साकार के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत केदेश, दाबरात, target: [4, 6, 8, 58, 32, 60, 62] source: और इस्साकार के गोत्र के भाग में से अपनी-अपनी चराइयों समेत किश्योन, दाबरात, target: [4, 8, 42, 64, 46, 48, 66, 30, 68, 30] source: तब उन्होंने हारून याजक के वंश को चराइयों समेत खूनी के शरण नगर हेब्रोन, और अपनी-अपनी चराइयों समेत लिब्ना, target: [70, 72, 74, 76, 78, 42, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 74, 96, 98, 100] source: फिर शेष लेवियों अर्थात् मरारियों को जबूलून के गोत्र में से तो अपनी-अपनी चराइयों समेत रिम्मोन और ताबोर। target: [102, 104, 86, 4, 42, 106, 108, 70, 110, 48, 4, 6, 8, 112, 32, 114, 116, 118, 30, 120, 74, 122] source: और बिन्यामीन के गोत्र के भाग में से अपनी-अपनी चराइयों समेत ये चार नगर दिए गए, अर्थात् गिबोन, गेबा, target: [4, 8, 124, 126, 128] source: अर्थात् उनको चराइयों समेत एप्रैम के पहाड़ी देश में खूनी के शरण लेने का शेकेम नगर दिया गया, फिर अपनी-अपनी चराइयों समेत गेजेर, target: [4, 130, 132, 134, 24, 136, 138, 86, 88, 90, 92, 94, 74, 96, 98, 140] source: और गाद के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत गिलाद का रामोत महनैम, target: [142, 4, 6, 8, 144, 24, 146, 4, 148, 30, 32, 150] source: यहस, कदेमोत, मेपात, target: [152, 154, 156] source: और हारून की सन्तान को शरणनगर हेब्रोन, और चराइयों समेत लिब्ना, और यत्तीर और अपनी-अपनी चराइयों समेत एश्तमो; target: [158, 86, 88, 160, 94, 162, 42, 164, 142, 100, 166, 168] source: और नप्ताली के गोत्र में से अपनी-अपनी चराइयों समेत गलील का केदेश हम्मोन और किर्यातैम मिले। target: [4, 6, 8, 170, 24, 172, 4, 174, 30, 32, 176, 30, 178, 74, 180]
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और रूबेन के गोत्र के भाग में से अपनी-अपनी चराइयों समेत बेसेर, यहस,
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[4, 8, 182, 46, 184, 26, 30, 186, 30]
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source: “यह वह आज्ञा, और वे विधियाँ और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो; target: [4, 6, 8, 10, 12, 10, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 16, 40, 42, 44, 46, 48, 30, 50, 52, 54] source: इसलिए यहोवा का वचन उनके पास आज्ञा पर आज्ञा, आज्ञा पर आज्ञा, नियम पर नियम, नियम पर नियम है, थोड़ा यहाँ, थोड़ा वहाँ, जिससे वे ठोकर खाकर चित्त गिरें और घायल हो जाएँ, और फंदे में फँसकर पकड़े जाएँ। target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 68, 74, 76, 78, 72, 76, 80, 82, 84, 10, 82, 86, 72, 88, 90, 10, 92, 94, 96, 10, 98, 10, 100, 102, 10, 104] source: और यहूदियों को आज्ञा दी कि अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा की खोज करें, और व्यवस्था और आज्ञा को मानें। target: [106, 108, 110, 112, 16, 114, 40, 60, 116, 118, 120, 122, 106, 124, 10, 126, 128] source: क्योंकि आज्ञा पर आज्ञा, आज्ञा पर आज्ञा, नियम पर नियम, नियम पर नियम थोड़ा यहाँ, थोड़ा वहाँ।” target: [130, 68, 70, 72, 68, 74, 76, 78, 72, 76, 80, 82, 84, 10, 82, 132] source: “यदि तुम मेरी आज्ञाओं को जो आज मैं तुम्हें सुनाता हूँ ध्यान से सुनकर, अपने सम्पूर्ण मन और सारे प्राण के साथ, अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम रखो और उसकी सेवा करते रहो, target: [56, 134, 136, 138, 140, 16, 142, 144, 146, 148, 150, 30, 18, 20, 152, 154, 106, 156, 10, 40, 158, 160] source: क्योंकि मैं आज तुझे आज्ञा देता हूँ, कि अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम करना, और उसके मार्गों पर चलना, और उसकी आज्ञाओं, विधियों, और नियमों को मानना, जिससे तू जीवित रहे, और बढ़ता जाए, और तेरा परमेश्वर यहोवा उस देश में जिसका अधिकारी होने को तू जा रहा है, तुझे आशीष दे। target: [162, 88, 142, 144, 164, 166, 16, 18, 20, 168, 10, 170, 172, 10, 8, 10, 174, 176, 10, 178, 180, 116, 72, 88, 182, 184, 10, 186, 38, 10, 18, 20, 32, 188, 182, 190, 192, 30, 50, 52, 54, 194, 196] source: और जिन वचनों की मैं आज तुझे आज्ञा देता हूँ उनमें से किसी से दाहिने या बाएँ मुड़कर पराये देवताओं के पीछे न हो ले, और न उनकी सेवा करे। target: [40, 198, 6, 200, 16, 142, 144, 146, 148, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 72, 88, 216, 118, 218, 96, 30, 220] source: यह तब होगा जब तू अपने परमेश्वर यहोवा की जितनी आज्ञाएँ मैं आज तुझे सुनाता हूँ उन सभी को मानेगा, और जो तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में ठीक है वही करेगा। target: [134, 136, 222, 18, 20, 140, 72, 224, 198, 126, 16, 142, 144, 146, 226, 30, 88, 228, 18, 20, 230, 232] source: जो आज्ञा यहोवा ने अपने दास मूसा को दी थी उसी के अनुसार मूसा ने यहोशू को आज्ञा दी थी, और ठीक वैसा ही यहोशू ने किया भी; जो-जो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उनमें से यहोशू ने कोई भी पूरी किए बिना न छोड़ी।। target: [234, 60, 22, 106, 236, 238, 240, 242, 244, 22, 106, 246, 248, 10, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 40, 198, 88, 60, 22, 106, 264, 266] source: परन्तु मैंने तो उनको यह आज्ञा दी कि मेरे वचन को मानो*, तब मैं तुम्हारा परमेश्वर हूँगा, और तुम मेरी प्रजा ठहरोगे; और जिस मार्ग की मैं तुम्हें आज्ञा दूँ उसी में चलो, तब तुम्हारा भला होगा। target: [268, 22, 270, 272, 148, 274, 10, 276, 278, 280, 54, 142, 282, 106, 118, 182, 10, 284, 286, 106, 288, 290, 106, 198, 6, 292, 294, 16, 146, 148, 150, 72, 88, 296, 298, 300] source: क्योंकि तू अपने परमेश्वर यहोवा की सुनकर उसकी आज्ञाओं और विधियों को जो इस व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हैं माना करेगा, और अपने परमेश्वर यहोवा की ओर अपने सारे मन और सारे प्राण से मन फिराएगा। target: [134, 136, 18, 20, 302, 8, 10, 174, 176, 16, 304, 306, 308, 310, 134, 154, 106, 312, 10, 40, 314, 72, 18, 20, 316] source: “यदि तुम मेरी विधियों पर चलो और मेरी आज्ञाओं को मानकर उनका पालन करो, target: [318, 320, 176, 10, 138, 322, 10, 324, 148, 116] source: वह याकूब को अपना वचन, और इस्राएल को अपनी विधियाँ और नियम बताता है। target: [326, 328, 106, 330, 332, 12, 10, 334, 106, 336] source: और दूत को आज्ञा दी, “जब तू युद्ध का पूरा हाल राजा को बता दे, target: [338, 106, 340, 248, 10, 342, 344, 88, 346, 348, 72, 350, 352, 354]
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तूने तो आज यहोवा को अपना परमेश्वर मानकर यह वचन दिया है, कि मैं तेरे बताए हुए मार्गों पर चलूँगा, और तेरी विधियों, आज्ञाओं, और नियमों को माना करूँगा, और तेरी सुना करूँगा।
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[144, 356, 72, 60, 16, 358, 106, 360, 10, 170, 6, 172, 10, 12, 10, 362, 10, 178, 176, 10, 136, 222, 364]
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source: “लेवीय गोत्र की गिनती इस्राएलियों के संग न करना; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: यहोशापात ने इस्राएल के राजा से मेल किया। target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38] source: दाऊद के पुत्र इस्राएल के राजा सुलैमान के नीतिवचन: target: [40, 42, 44, 46, 30, 48] source: और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा।” target: [50, 32, 52, 54, 56, 58, 60, 12, 58, 32, 62, 64, 66, 68, 70] source: सारे इस्राएल के याजक और लेवीय भी अपने सारे देश से उठकर उसके पास गए। target: [72, 12, 74, 76, 78, 80, 82, 76, 84, 18, 86, 12, 88, 90, 92] source: इस प्रकार यिशै के पुत्र दाऊद ने सारे इस्राएल के ऊपर राज्य किया। target: [94, 44, 96, 98, 78, 100, 102] source: उन दिनों में किसी इस्राएली स्त्री का बेटा, जिसका पिता मिस्री पुरुष था, इस्राएलियों के बीच चला गया; और वह इस्राएली स्त्री का बेटा और एक इस्राएली पुरुष छावनी के बीच आपस में मार पीट करने लगे, target: [104, 62, 106, 100, 12, 108, 110, 112, 114, 116, 16, 32, 12, 76, 118, 28, 120, 100, 122, 124] source: तब यहोवा ने मूसा और हारून को इस्राएलियों और मिस्र के राजा फ़िरौन के लिये आज्ञा इस अभिप्राय से दी कि वे इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल ले जाएँ। target: [126, 128, 130, 16, 32, 12, 132, 30, 134, 28, 136, 12, 138, 140, 12, 142, 144, 16, 32, 76, 146, 134, 148, 150] source: तब इस्राएलियों ने सवेरे को उठकर गिबा के सामने डेरे डाले। target: [152, 154, 156, 16, 32, 158, 12, 160, 162, 76, 164, 166] source: इस्राएल के ये पुत्र हुए*; रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, जबूलून, target: [168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184] source: तब शाऊल उठकर इस्राएल के तीन हजार छाँटे हुए योद्धा संग लिए हुए गया कि दाऊद को जीप के जंगल में खोजे। target: [186, 188, 12, 190, 154, 192, 194, 12, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 154, 210, 76, 192, 194, 212, 214, 216] source: तब मूसा उठकर दातान और अबीराम के पास गया; और इस्राएलियों के वृद्ध लोग उसके पीछे-पीछे गए। target: [136, 188, 12, 218, 154, 220, 222, 12, 224, 226, 228, 230, 232] source: अतः सब इस्राएली पुरनिये हेब्रोन में राजा के पास आए; और दाऊद राजा ने उनके साथ हेब्रोन में यहोवा के सामने* वाचा बाँधी, और उन्होंने इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक किया। target: [24, 78, 234, 32, 236, 238, 154, 220, 240, 94, 242, 244, 126, 76, 238, 34, 206, 246, 248, 130, 30, 32, 250, 92] source: तब उसने इस्राएलियों से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, 'मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया, और तुम को मिस्रियों के हाथ से, और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है।' target: [130, 16, 100, 252, 254, 256, 32, 258, 260, 262, 264, 76, 266, 268, 270, 12, 272, 274, 76, 276, 278, 12, 76, 280, 78, 64, 282, 62, 284]
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और शैतान* ने इस्राएल के विरुद्ध उठकर, दाऊद को उकसाया कि इस्राएलियों की गिनती ले।
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[286, 76, 164, 32, 288, 12, 94, 290, 292, 154, 294, 296]
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source: तब उस बछड़े को यहोवा के सम्मुख मिलापवाले तम्बू के द्वार पर बलिदान करना, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: तब वह उस बछड़े को यहोवा के सामने बलि करे; और हारून के पुत्र जो याजक हैं वे लहू को समीप ले जाकर उस वेदी की चारों ओर छिड़के जो मिलापवाले तम्बू के द्वार पर है। target: [22, 24, 8, 26, 28, 30, 10, 32, 8, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 10, 58, 60, 62, 64] source: और मण्डली के वृद्ध लोग अपने-अपने हाथों को यहोवा के आगे बछड़े के सिर पर रखें, और वह बछड़ा यहोवा के सामने बलि किया जाए। target: [66, 68, 8, 14, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 8, 16, 18, 82] source: “तब बछड़े को मिलापवाले तम्बू के सामने समीप ले आना। और हारून और उसके पुत्र बछड़े के सिर पर अपने-अपने हाथ रखें, target: [84, 26, 28, 86, 88, 56, 90, 80, 92, 94, 96, 74, 76, 98, 72, 100] source: और बिलाम ने बालाक से कहा, “यहाँ पर मेरे लिये सात वेदियाँ बनवा, और यहाँ सात बछड़े और सात मेढ़े तैयार कर।” target: [102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 84, 110, 116, 56, 110, 118, 120, 122, 124, 126] source: और याजक उस लहू में से कुछ* और लेकर सुगन्धित धूप की वेदी के सींगों पर जो मिलापवाले तम्बू में है यहोवा के सामने लगाए; फिर बछड़े के सब लहू को वेदी के पाए पर होमबलि की वेदी जो मिलापवाले तम्बू के द्वार पर है उण्डेल दे। target: [4, 128, 130, 132, 50, 134, 136, 8, 138, 140, 142, 144, 146, 4, 14, 148, 150, 152, 50, 10, 12, 138, 154, 156, 158] source: तब बिलाम ने बालाक से कहा, “यहाँ पर मेरे लिये सात वेदियाँ बनवा, और इसी स्थान पर सात बछड़े और सात मेढ़े तैयार कर।” target: [102, 104, 106, 160, 110, 112, 162, 56, 164, 110, 116, 56, 110, 118, 124, 166] source: और अभिषिक्त याजक बछड़े के लहू में से कुछ लेकर मिलापवाले तम्बू में ले जाए; target: [4, 168, 128, 170, 172, 50, 174, 80, 144, 176, 178] source: और वह अपना हाथ उसके सिर पर रखे, और उसको मिलापवाले तम्बू के आगे बलि करे; और हारून के पुत्र उसके लहू को वेदी के चारों ओर छिड़के। target: [24, 14, 180, 72, 182, 76, 184, 80, 86, 186, 18, 20, 4, 188, 190, 48, 50, 60, 80, 98, 62, 192] source: इसलिए दो बछड़े लाकर हमें दिए जाएँ, और वे एक अपने लिये चुनकर उसे टुकड़े-टुकड़े काटकर लकड़ी पर रख दें, और कुछ आग न लगाएँ; और मैं दूसरे बछड़े को तैयार करके लकड़ी पर रखूँगा, और कुछ आग न लगाऊँगा। target: [194, 46, 196, 198, 200, 202, 46, 204, 206, 208, 28, 210, 48, 212, 54, 80, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 4, 232, 234, 28, 124, 36, 236, 80, 226, 238, 240] source: जब तू उसे पवित्र कर चुके, तब एक निर्दोष बछड़ा और एक निर्दोष मेढ़ा चढ़ाना। target: [242, 244, 246, 248, 250, 252, 194, 254, 208, 256, 28, 80, 256, 258, 34, 260] source: तब वह पापबलि के बछड़े को समीप ले गया; और हारून और उसके पुत्रों ने अपने-अपने हाथ पापबलि के बछड़े के सिर पर रखे। target: [4, 262, 264, 28, 266, 56, 90, 80, 48, 268, 270, 14, 70, 72, 74, 76, 272] source: और वह अपने चढ़ावे के पशु के सिर पर हाथ रखे और उसको मिलापवाले तम्बू के आगे बलि करे; और हारून के पुत्र उसके लहू को वेदी के चारों ओर छिड़कें। target: [24, 14, 274, 276, 72, 182, 76, 184, 80, 86, 26, 278, 56, 188, 190, 48, 50, 280, 192] source: फिर वह निकलकर उस वेदी के पास जो यहोवा के सामने है जाए और उसके लिये प्रायश्चित करे, अर्थात् बछड़े के लहू और बकरे के लहू दोनों में से कुछ लेकर उस वेदी के चारों कोनों के सींगों पर लगाए। target: [4, 24, 282, 284, 286, 288, 290, 80, 292, 294, 296, 24, 170, 132, 50, 80, 298, 132, 50, 134, 14, 300, 302, 304, 142, 306]
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वह उस बछड़े को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के आगे ले जाकर उसके सिर पर हाथ रखे, और उस बछड़े को यहोवा के सामने बलि करे।
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[24, 26, 28, 8, 10, 12, 308, 98, 72, 24, 182, 76, 184, 56, 8, 186, 18, 82]
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source: तब चेलों ने आपस में कहा, “क्या कोई उसके लिये कुछ खाने को लाया है?” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: तो क्या तुम ने आपस में भेद भाव न किया और कुविचार से न्याय करनेवाले न ठहरे? target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: अब आ, मैं और तू दोनों आपस में वाचा बाँधें, और वह मेरे और तेरे बीच साक्षी ठहरी रहे।” target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 38, 68, 70, 56, 72, 74, 76] source: तब वे आपस में पूछ-ताछ करने लगे, “हम में से कौन है, जो यह काम करेगा?” target: [38, 78, 80, 82, 84, 86, 12, 88, 90, 92, 94, 96] source: यहोवा ने सुलैमान को अपने वचन के अनुसार बुद्धि दी, और हीराम और सुलैमान के बीच मेल बना रहा वरन् उन दोनों ने आपस में वाचा भी बाँध ली। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 38, 114, 56, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 118, 128, 130, 32, 132, 64, 134] source: यदि आपस में प्रेम रखोगे तो इसी से सब जानेंगे, कि तुम मेरे चेले हो।” target: [136, 138, 140, 142, 144, 4, 146, 148, 150, 30, 152, 6, 154] source: वे चुप रहे क्योंकि, मार्ग में उन्होंने आपस में यह वाद-विवाद किया था, कि हम में से बड़ा कौन है? target: [156, 78, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 94, 172, 174, 176, 178] source: देखो, यह क्या ही भली और मनोहर बात है कि भाई लोग आपस में मिले रहें! target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 38, 194, 196] source: तब फरीसियों ने जाकर आपस में विचार किया, कि उसको किस प्रकार बातों में फँसाएँ। target: [198, 200, 202, 38, 204, 206, 208, 210, 212, 66, 214, 108, 216, 218, 220, 66, 214] source: यीशु ने उनको उत्तर दिया, “आपस में मत कुड़कुड़ाओ। target: [222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 66, 238] source: और आपस में विचार करने लगे कि यीशु को छल से पकड़कर मार डालें। target: [240, 166, 242, 244, 246, 150, 204, 248, 250, 252, 38, 254, 256] source: और वह इस तरह से जोड़ा जाए कि उसके दोनों कंधों के सिरे आपस में मिले रहें। target: [258, 128, 260, 262, 264, 266, 128, 268, 270] source: वे आपस में विचार करके कहने लगे, “हमारे पास तो रोटी नहीं है।” target: [198, 78, 32, 174, 66, 272, 150, 274, 276, 278, 52, 68, 280, 282, 26] source: “इस प्रकार देश को इस्राएल के गोत्रों के अनुसार आपस में बाँट लेना। target: [284, 30, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298]
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करुणा और सच्चाई आपस में मिल गई हैं; धर्म और मेल ने आपस में चुम्बन किया हैं।
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[300, 56, 302, 186, 304, 306, 308, 38, 310, 312, 314, 316, 318, 196]
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source: और अपने छोटे भाई को मेरे पास ले आओ; इस प्रकार तुम्हारी बातें सच्ची ठहरेंगी, और तुम मार डाले न जाओगे।” तब उन्होंने वैसा ही किया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 20, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: अतः इसी रीति से तुम परखे जाओगे, फ़िरौन के जीवन की शपथ, जब तक तुम्हारा छोटा भाई यहाँ न आए तब तक तुम यहाँ से न निकलने पाओगे। target: [52, 54, 56, 34, 58, 60, 62, 64, 66, 64, 68, 70, 72, 74, 76, 8, 78, 80, 82, 84, 34, 86, 80, 88, 90] source: उस दिन* तुम मुझसे कुछ न पूछोगे; मैं तुम से सच-सच कहता हूँ, यदि पिता से कुछ माँगोगे, तो वह मेरे नाम से तुम्हें देगा। target: [32, 92, 94, 34, 96, 98, 100, 80, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 22, 116, 118, 34, 120, 56, 12, 122, 124, 126, 128, 106, 130] source: “तुम्हारे पास सच्चा तराजू, सच्चा एपा, और सच्चा बत रहे। target: [34, 132, 64, 134, 32, 132, 136, 138, 32, 132, 136, 140, 142, 144] source: मैं तुम से सच-सच कहता हूँ, दास अपने स्वामी से बड़ा नहीं; और न भेजा हुआ* अपने भेजनेवाले से। target: [104, 106, 146, 148, 112, 114, 150, 152, 4, 154, 156, 158, 80, 160, 32, 162, 164, 4, 166, 168, 56, 158, 80, 170] source: तुम में से कौन मुझे पापी ठहराता है? और यदि मैं सच बोलता हूँ, तो तुम मेरा विश्वास क्यों नहीं करते? target: [172, 174, 176, 98, 178, 22, 180, 182, 184, 186, 114, 104, 188, 136, 190, 192, 194, 104, 108, 196, 198, 112, 34, 200, 202, 204, 80, 206] source: वह परमेश्वर के सम्मुख सदा बना रहेगा; तू अपनी करुणा और सच्चाई को उसकी रक्षा के लिये ठहरा रख। target: [128, 208, 210, 212, 214, 72, 216, 218, 32, 220, 10, 222, 224, 114, 128, 92, 64, 142, 226] source: तब उसने राजा से कहा, “मैंने तेरे कामों और बुद्धिमानी की जो कीर्ति अपने देश में सुनी वह सच ही है। target: [128, 42, 228, 10, 230, 114, 128, 232, 234, 236, 22, 104, 238, 240, 32, 242, 244, 210, 246, 4, 248, 250, 252, 236] source: तब उसने राजा से कहा, “तेरे कामों और बुद्धिमानी की जो कीर्ति मैंने अपने देश में सुनी थी वह सच ही है। target: [254, 128, 42, 228, 10, 230, 114, 128, 232, 234, 236, 22, 104, 238, 240, 32, 242, 244, 210, 246, 4, 248, 250, 252, 256] source: यीशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ कि मूसा ने तुम्हें वह रोटी स्वर्ग से न दी, परन्तु मेरा पिता तुम्हें सच्ची रोटी स्वर्ग से देता है। target: [258, 42, 260, 262, 106, 146, 148, 264, 180, 266, 80, 236, 268, 42, 106, 270, 56, 272, 274, 10, 276, 180, 200, 120, 178, 22, 106, 278, 232, 272, 280, 282] source: तब यीशु ने उनसे फिर कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ, कि भेड़ों का द्वार मैं हूँ। target: [254, 258, 42, 284, 286, 262, 106, 146, 148, 112, 114, 288, 290, 292, 104, 264] source: मैं तुम से सच-सच कहता हूँ, कि जो कोई विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसी का है। target: [104, 106, 146, 148, 294, 22, 296, 202, 298, 178, 300, 302, 304, 282] source: और कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, यदि तुम न फिरो और बालकों के समान न बनो, तो स्वर्ग के राज्य में प्रवेश नहीं कर पाओगे। target: [32, 286, 104, 106, 108, 148, 112, 114, 306, 34, 36, 308, 32, 6, 310, 64, 46, 36, 312, 20, 314, 316, 250, 318, 36, 320] source: यीशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच-सच कहता हूँ जब तक मनुष्य के पुत्र का माँस न खाओ, और उसका लहू न पीओ, तुम में जीवन नहीं। target: [258, 42, 260, 262, 106, 108, 322, 112, 114, 324, 72, 34, 296, 210, 326, 136, 328, 80, 330, 32, 332, 80, 334, 174, 14, 336, 302, 80, 338]
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इसलिए अपने में से एक को भेज दो कि वह तुम्हारे भाई को ले आए, और तुम लोग बन्दी रहोगे; इस प्रकार तुम्हारी बातें परखी जाएँगी कि तुम में सच्चाई है कि नहीं। यदि सच्चे न ठहरे तब तो फ़िरौन के जीवन की शपथ तुम निश्चय ही भेदिये समझे जाओगे।”
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[34, 4, 176, 150, 10, 340, 114, 128, 174, 8, 10, 16, 342, 344, 34, 78, 346, 348, 350, 352, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 114, 174, 250, 220, 178, 344, 306, 80, 20, 62, 64, 66, 64, 68, 34, 354, 356, 358]
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source: तब लोगों ने उससे वही बातें कहीं, अर्थात् यह, कि जो कोई उसे मारेगा उससे ऐसा-ऐसा किया जाएगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: और रोनेवाले ऐसे हों, मानो रोते नहीं; और आनन्द करनेवाले ऐसे हों, मानो आनन्द नहीं करते; और मोल लेनेवाले ऐसे हों, कि मानो उनके पास कुछ है नहीं। target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 42, 46, 38, 48, 16, 50, 52, 54, 56, 46, 58, 60] source: उसने कहा, “हे मेरे भाई, ऐसा नहीं, मुझे भ्रष्ट न कर; क्योंकि इस्राएल में ऐसा काम होना नहीं चाहिये; ऐसी मूर्खता का काम न कर। target: [62, 18, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 60, 84, 92, 94, 88, 96, 60] source: जो कुछ मेरे लिये उसने ठाना है, उसी को वह पूरा करता है; और उसके मन में ऐसी-ऐसी बहुत सी बातें हैं। target: [80, 70, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 60, 112, 114, 116, 118, 120, 60] source: क्योंकि जब वे हरे पेड़ के साथ ऐसा करते हैं, तो सूखे के साथ क्या कुछ न किया जाएगा?” target: [122, 124, 126, 128, 130, 132, 114, 134, 20, 136, 138, 140, 142, 144] source: ऐसी सीख तुम्हारे बुलानेवाले की ओर से नहीं। target: [146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 60] source: मैं ऐसा करूँगा कि वह शत्रुओं के हाथ ऐसे देश में चला जाएगा जिसे तू नहीं जानती है, क्योंकि मेरे क्रोध की आग भड़क उठी है, और वह तुमको जलाएगी।” target: [166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 80, 188, 98, 70, 190, 192, 194, 196, 30] source: परन्तु तुम में से कितने ऐसे हैं जो विश्वास नहीं करते।” क्योंकि यीशु तो पहले ही से जानता था कि जो विश्वास नहीं करते, वे कौन हैं; और कौन मुझे पकड़वाएगा। target: [198, 200, 202, 204, 206, 208, 30, 80, 210, 206, 212, 16, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 12, 230, 232, 60] source: सुन, तू ऐसी जाति को जिसे तू नहीं जानता बुलाएगा, और ऐसी जातियाँ जो तुझे नहीं जानती तेरे पास दौड़ी आएँगी, वे तेरे परमेश्वर यहोवा और इस्राएल के पवित्र के निमित्त यह करेंगी, क्योंकि उसने तुझे शोभायमान किया है। target: [234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 158, 248, 250, 252, 102, 254, 256, 258, 260, 262, 4, 158, 170, 264, 266, 268, 270, 272, 60] source: दाऊद ने स्त्री पुरुष किसी को जीवित न छोड़ा कि उन्हें गत में पहुँचाए; उसने सोचा था, “ऐसा न हो कि वे हमारा काम बताकर यह कहें, कि दाऊद ने ऐसा-ऐसा किया है। वरन् जब से वह पलिश्तियों के देश में रहता है, तब से उसका काम ऐसा ही है।” target: [274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 296, 300, 302, 304, 306, 60, 308, 310, 172, 312, 314, 316, 318, 88, 320, 232, 60] source: कहीं ऐसा न हो कि तू उसकी चाल सीखे, और तेरा प्राण फंदे में फंस जाए। target: [322, 324, 326, 328, 330, 332, 16, 188, 334, 336, 338, 196, 60] source: हे यहोवा, मेरे मुँह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो। target: [340, 342, 70, 344, 346, 348, 12, 350, 352, 354, 356, 358, 60] source: तुम्हारे ही बीच में से भी ऐसे-ऐसे मनुष्य उठेंगे, जो चेलों को अपने पीछे खींच लेने को टेढ़ी-मेढ़ी बातें कहेंगे। target: [74, 230, 196, 360, 362, 56, 364, 366, 16, 368, 370, 372, 374, 376, 114, 378, 60] source: फिर मैंने उनके लिये ऐसी-ऐसी विधियाँ ठहराई जो अच्छी न थी और ऐसी-ऐसी रीतियाँ जिनके कारण वे जीवित न रह सके; target: [380, 382, 384, 386, 388, 390, 392, 394, 396, 398, 16, 386, 400, 392, 402, 404, 406, 408, 60]
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उसने उससे कहा, “ऐसी बात नहीं है; तू मारा न जाएगा। सुन, मेरा पिता मुझ को बिना बताए न तो कोई बड़ा काम करता है और न कोई छोटा; फिर वह ऐसी बात को मुझसे क्यों छिपाएगा? ऐसी कोई बात नहीं है।”
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[410, 412, 20, 414, 88, 416, 418, 60, 420, 422, 60, 70, 424, 74, 426, 428, 430, 432, 86, 390, 88, 434, 60, 70, 424, 146, 88, 436, 438, 146, 84, 440]
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source: तब उसने खेत के मध्य में खड़े होकर उसे बचाया, और पलिश्तियों को मार लिया; और यहोवा ने बड़ी विजय दिलाई। target: [4, 6, 8, 10, 12, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 14, 30, 32, 34, 36, 22] source: दाऊद तो समस्त इस्राएल पर राज्य करता था, और दाऊद अपनी समस्त प्रजा के साथ न्याय और धर्म के काम करता था। target: [38, 40, 42, 44, 20, 14, 24, 46, 48, 50, 52, 14, 54, 56, 20, 22] source: और दाऊद अपनी समस्त चाल में बुद्धिमानी दिखाता था; और यहोवा उसके साथ-साथ था। target: [58, 46, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 22] source: फिर यहोवा तुझ समेत इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ में कर देगा*; और तू अपने बेटों समेत कल मेरे साथ होगा; और इस्राएली सेना को भी यहोवा पलिश्तियों के हाथ में कर देगा।” target: [30, 74, 76, 78, 80, 82, 14, 84, 86, 14, 88, 90, 92, 94, 22, 30, 96, 98, 100, 78, 80, 102, 104] source: तब मूसा ने उसी दिन यह गीत लिखकर इस्राएलियों को सिखाया। target: [106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22] source: और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा।” target: [124, 126, 128, 130, 14, 24, 76, 126, 132, 134, 136, 76, 138, 140, 104] source: परमेश्वर की इस आज्ञा के अनुसार दाऊद ने किया, और इस्राएलियों ने पलिश्तियों की सेना को गिबोन से लेकर गेजेर तक मार लिया। target: [142, 144, 146, 148, 38, 20, 22, 24, 150, 152, 154, 156, 158, 20, 22] source: करेतियों और पलेतियों का प्रधान यहोयादा का पुत्र बनायाह था; और दाऊद के पुत्र भी मंत्री थे। target: [160, 162, 164, 166, 14, 168, 170, 172, 14, 174, 90, 176, 178, 180, 172, 22] source: सीधे लोग देखकर आनन्दित होते हैं; और सब कुटिल लोग अपने मुँह बन्द करते हैं। target: [182, 184, 186, 114, 188, 14, 190, 192, 22, 48, 194, 196, 198, 200, 202, 22] source: जब उसने इस्राएल को दाऊद के घराने के हाथ से छीन लिया, तो उन्होंने नबात के पुत्र यारोबाम को अपना राजा बनाया; और यारोबाम ने इस्राएल को यहोवा के पीछे चलने से दूर खींचकर उनसे बड़ा पाप कराया। target: [136, 76, 204, 206, 208, 210, 212, 14, 214, 216, 162, 218, 220, 222, 22, 124, 76, 224, 226, 228, 230, 14, 232, 32, 126, 132, 234, 22] source: पलिश्तियों ने अपनी समस्त सेना को अपेक में इकट्ठा किया; और इस्राएली यिज्रेल के निकट के सोते* के पास डेरे डाले हुए थे। target: [236, 238, 46, 40, 98, 240, 242, 244, 246, 22, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 22] source: शाऊल, और तेरे भाई, और समस्त इस्राएली पुरुष एला नामक तराई में पलिश्तियों से लड़ रहे है।” target: [260, 262, 264, 14, 266, 48, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 104] source: उसने यहोवा से न पूछा था, इसलिए यहोवा ने उसे मारकर राज्य को यिशै के पुत्र दाऊद को दे दिया। target: [24, 280, 282, 284, 142, 30, 286, 288, 14, 290, 162, 292, 294, 296, 22] source: योआब तो समस्त इस्राएली सेना के ऊपर प्रधान रहा; और यहोयादा का पुत्र बनायाह करेतियों और पलेतियों के ऊपर था; target: [236, 298, 266, 48, 300, 302, 304, 14, 160, 162, 164, 306, 14, 168, 308, 172, 22]
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उसने अपने प्राण पर खेलकर उस पलिश्ती को मार डाला, और यहोवा ने समस्त इस्राएलियों की बड़ी जय कराई। इसे देखकर तू आनन्दित हुआ था; और तू दाऊद को अकारण मारकर निर्दोष के खून का पापी क्यों बने?”
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[310, 24, 312, 314, 316, 318, 14, 320, 322, 28, 22, 30, 40, 324, 326, 32, 34, 328, 22, 330, 320, 332, 14, 334, 336, 22, 330, 292, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 126, 350]
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source: इस कारण उस समय ज्यों ही सब जाति के लोगों को नरसिंगे, बाँसुरी, वीणा, सारंगी, सितार शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुन पड़ा, त्यों ही देश-देश और जाति-जाति के लोगों और भिन्न-भिन्न भाषा बोलनेवालों ने गिरकर उस सोने की मूरत को जो नबूकदनेस्सर राजा ने खड़ी कराई थी, दण्डवत् की। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 24, 28, 24, 30, 24, 32, 24, 12, 34, 36, 38, 12, 14, 24, 40, 24, 42, 12, 44, 46, 48, 50, 24, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: जिस समय तुम नरसिंगे, बाँसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुनो, तुम उसी समय गिरकर नबूकदनेस्सर राजा की खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत् करो। (दानि. 3:10) target: [10, 20, 22, 24, 26, 24, 28, 24, 30, 24, 32, 24, 70, 24, 12, 34, 36, 72, 74, 76, 48, 50, 24, 78, 54, 80, 56, 82, 84, 62, 64, 66, 86] source: यदि तुम अभी तैयार हो, कि जब नरसिंगे, बाँसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुनो, और उसी क्षण गिरकर मेरी बनवाई हुई मूरत को दण्डवत् करो, तो बचोगे; और यदि तुम दण्डवत् न करो तो इसी घड़ी धधकते हुए भट्ठे के बीच में डाले जाओगे; फिर ऐसा कौन देवता है, जो तुम को मेरे हाथ से छुड़ा सके*?” (2 राजा. 18: 35) target: [88, 10, 90, 18, 20, 22, 24, 26, 24, 28, 24, 30, 24, 32, 24, 70, 24, 12, 34, 36, 92, 94, 96, 98, 76, 48, 50, 24, 78, 54, 80, 56, 84, 62, 100, 102, 104, 106, 108, 94, 78, 110, 8, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 80, 128, 130, 18, 132, 134, 136] source: और राजा तेरे रूप की चाह करेगा। क्योंकि वह तो तेरा प्रभु है, तू उसे दण्डवत् कर। target: [66, 138, 140, 142, 144, 54, 146, 148, 150, 152] source: तब यहोशापात भूमि की ओर मुँह करके झुका और सब यहूदियों और यरूशलेम के निवासियों ने यहोवा के सामने गिरकर यहोवा को दण्डवत् किया। target: [154, 144, 156, 24, 158, 160, 48, 162, 12, 164, 24, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 24, 52, 180] source: उनकी यह बात सुनकर, अब्राहम के दास ने भूमि पर गिरकर यहोवा को दण्डवत् किया। target: [126, 62, 182, 184, 186, 18, 188, 190, 144, 54, 172, 180] source: तब उस पुरुष ने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् करके कहा*, target: [126, 192, 194, 196, 24, 144, 54, 172, 198] source: पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो; हे सारी पृथ्वी के लोगों उसके सामने काँपते रहो*! target: [78, 54, 172, 200, 148, 202, 24, 204, 206, 12, 42, 162, 208, 210] source: और चारों प्राणियों ने आमीन कहा, और प्राचीनों ने गिरकर दण्डवत् किया। target: [212, 214, 216, 218, 220, 178, 24, 52, 180] source: तब अब्राहम ने उस देश के निवासियों के सामने दण्डवत् किया। target: [222, 170, 42, 224, 144, 156, 24] source: यहोवा के नाम की महिमा करो; पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो। target: [226, 228, 230, 172, 232, 78, 54, 172, 200, 148, 202, 24, 234] source: लोग विश्राम और नये चाँद के दिनों में उस फाटक के द्वार* में यहोवा के सामने दण्डवत् करें। target: [236, 238, 18, 240, 242, 24, 18, 244, 4, 246, 248, 250, 170, 172, 78, 252] source: यहोयादा के मरने के बाद यहूदा के हाकिमों ने राजा के पास जाकर उसे दण्डवत् की, और राजा ने उनकी मानी। target: [254, 256, 258, 260, 262, 164, 264, 24, 52, 54, 66, 198, 266, 66, 186, 268, 270] source: पृथ्वी के सब दूर-दूर देशों के लोग उसको स्मरण करेंगे और उसकी ओर फिरेंगे; और जाति-जाति के सब कुल तेरे सामने दण्डवत् करेंगे। target: [272, 274, 276, 278, 280, 24, 282, 284, 286, 288, 12, 290, 40, 208, 78, 292]
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हे राजा, तूने तो यह आज्ञा दी है कि जो मनुष्य नरसिंगे, बाँसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुने, वह गिरकर उस सोने की मूरत को दण्डवत् करे;
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[206, 294, 296, 298, 300, 62, 302, 186, 18, 20, 22, 24, 26, 24, 28, 24, 30, 24, 32, 24, 70, 24, 12, 34, 36, 304, 74, 306, 48, 50, 24, 78, 54, 56, 58, 308]
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source: आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की। (इब्रा. 1:10, इब्रा. 11:3) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुमको यहाँ तक बढ़ाया है कि तुम गिनती में आज आकाश के तारों के समान हो गए हो। (इब्रा. 11:12) target: [18, 20, 22, 24, 12, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 4, 38] source: परमेश्वर ने मुझे कुटिलों के वश में कर दिया, और दुष्ट लोगों के हाथ में फेंक दिया है। target: [8, 40, 42, 44, 46, 12, 48, 50, 52, 54] source: तेरे पुरखा जब मिस्र में गए तब सत्तर ही मनुष्य थे; परन्तु अब तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरी गिनती आकाश के तारों के समान बहुत कर दी है। (प्रेरि. 7:14, इब्रा. 11:12) target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 12, 70, 18, 20, 4, 72, 32, 34, 74, 76] source: हनोक परमेश्वर के साथ-साथ चलता था; फिर वह लोप हो गया क्योंकि परमेश्वर ने उसे उठा लिया। (इब्रा. 11:5) target: [78, 80, 8, 82, 84, 60, 86, 88, 8, 90, 92, 94, 96] source: फिर अपने मन में यह तो विचार कर, कि जैसा कोई अपने बेटे को ताड़ना देता है वैसे ही तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको ताड़ना देता है। (इब्रा. 12:7) target: [98, 4, 100, 102, 32, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 18, 20, 116, 118] source: सुनो, मैंने उसको राज्य-राज्य के लोगों के लिये साक्षी और प्रधान और आज्ञा देनेवाला ठहराया है। (इब्रा. 2:10, इब्रा. 5:9, प्रका. 1:5) target: [26, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 12, 132, 92, 134] source: ढीले हाथों को दृढ़ करो और थरथराते हुए घुटनों को स्थिर करो। (इब्रा. 12:12) target: [136, 138, 140, 142, 12, 144, 146, 148] source: परन्तु तुम्हारे सिर का एक बाल भी बाँका न होगा*। (मत्ती 10:30, लूका 12:7) target: [150, 152, 154, 156] source: किन्तु भाईचारे के प्रेम के विषय में यह आवश्यक नहीं, कि मैं तुम्हारे पास कुछ लिखूँ; क्योंकि आपस में प्रेम रखना तुम ने आप ही परमेश्वर से सीखा है; (1 यहू. 3:11, रोम. 12:10) target: [158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 88, 172, 4, 174, 176, 178, 180] source: देख, उसका मन फूला हुआ है, उसका मन सीधा नहीं है; परन्तु धर्मी अपने विश्वास के द्वारा जीवित रहेगा। (इब्रा. 10:37-38, 2 पत. 3:9, रोम. 1:17, गला. 3:11) target: [182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 150, 198, 200, 122, 202, 186, 204] source: वे तुझको हाथों हाथ उठा लेंगे, ऐसा न हो कि तेरे पाँवों में पत्थर से ठेस लगे। (मत्ती 4:6, लूका 4:10,11, इब्रा. 1:14) target: [206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220] source: और वह लड़का बढ़ा और उसका दूध छुड़ाया गया; और इसहाक के दूध छुड़ाने के दिन अब्राहम ने बड़ा भोज किया। (गला. 4:22, इब्रा 11:11) target: [222, 224, 226, 12, 4, 228, 230, 232, 234, 236, 4, 228, 238, 240, 242, 244, 246, 248] source: “यहोवा, जो सारे प्राणियों की आत्माओं का परमेश्वर है, वह इस मण्डली के लोगों के ऊपर किसी पुरुष को नियुक्त कर दे, (इब्रा. 12:9) target: [250, 252, 254, 256, 258, 260, 122, 262, 264, 266, 206, 268, 270]
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परमेश्वर ने मेरी बड़ी ताड़ना तो की है परन्तु मुझे मृत्यु के वश में नहीं किया। (2 कुरि. 6:9, इब्रा. 12:10-11)
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[272, 122, 274, 116, 276, 150, 278, 44, 280]
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source: परमेश्वर के वचनों का सुननेवाला, और परमप्रधान के ज्ञान का जाननेवाला, जो दण्डवत् में पड़ा हुआ खुली हुई आँखों से सर्वशक्तिमान का दर्शन पाता है, उसी की यह वाणी है: target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 16, 24, 26, 22, 8, 28, 30, 32, 34, 36] source: और याकूब ने यूसुफ से कहा, “सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने कनान देश के लूज़ नगर के पास मुझे दर्शन देकर आशीष दी, target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 26, 58, 60, 62] source: तब यहोवा ने जैसे गिबोन में उसको दर्शन दिया था, वैसे ही दूसरी बार भी उसे दर्शन दिया। target: [64, 66, 68, 70, 26, 72, 74, 76, 78, 80, 68, 82, 26, 84] source: मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर के नाम से अब्राहम, इसहाक, और याकूब को दर्शन देता था, परन्तु यहोवा के नाम से मैं उन पर प्रगट न हुआ। target: [86, 88, 90, 92, 40, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 86, 108, 110, 112, 114, 116, 108, 118, 120] source: जब अब्राम निन्यानवे वर्ष का हो गया, तब यहोवा ने उसको दर्शन देकर कहा, “मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूँ; मेरी उपस्थिति में चल और सिद्ध होता जा। target: [122, 124, 126, 128, 130, 68, 82, 26, 72, 92, 82, 132, 134, 136, 98, 138, 114, 140, 142, 144, 146, 148] source: “जो पड़ोसी पर कृपा नहीं करता वह सर्वशक्तिमान का भय मानना छोड़ देता है। target: [150, 152, 154, 156, 158, 136, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180] source: बेलशस्सर राजा के राज्य के तीसरे वर्ष में उस पहले दर्शन के बाद एक और बात मुझ दानिय्येल को दर्शन के द्वारा दिखाई गई। target: [182, 184, 186, 188, 190, 192, 86, 8, 194, 196, 50, 198, 200, 202] source: मैं तुम्हें परमेश्वर के काम के विषय शिक्षा दूँगा, और सर्वशक्तिमान की बात मैं न छिपाऊँगा target: [86, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 86, 216, 218, 220] source: उसी दिन-रात को परमेश्वर ने सुलैमान को दर्शन देकर उससे कहा, “जो कुछ तू चाहे कि मैं तुझे दूँ, वह माँग।” target: [196, 222, 48, 70, 26, 72, 224, 44, 226, 228, 230, 232, 234, 236] source: यह दर्शन उस दर्शन के तुल्य था, जो मैंने उसे नगर के नाश करने को आते समय देखा था; और उस दर्शन के समान, जो मैंने कबार नदी के तट पर देखा था; और मैं मुँह के बल गिर पड़ा। target: [144, 238, 224, 240, 242, 244, 246, 248, 130, 8, 200, 86, 250, 248, 252, 234, 200, 254, 256, 258, 260, 262, 4, 200, 248, 144, 130, 86, 264, 266] source: क्योंकि सर्वशक्तिमान के तीर मेरे अन्दर चुभे हैं*; और उनका विष मेरी आत्मा में पैठ गया है; परमेश्वर की भयंकर बात मेरे विरुद्ध पाँति बाँधे हैं। target: [196, 268, 270, 272, 274, 114, 276, 278, 280, 282, 22, 48, 284, 286, 288, 114, 290, 292, 294, 296] source: पृथ्वी के सब राजा* सुलैमान की उस बुद्धि की बातें सुनने को जो परमेश्वर ने उसके मन में उपजाई थीं उसका दर्शन करना चाहते थे। target: [174, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 70, 8, 318, 320, 248, 224, 322, 234, 324, 326] source: मैं तो सर्वशक्तिमान से बातें करूँगा, और मेरी अभिलाषा परमेश्वर से वाद-विवाद करने की है। target: [50, 328, 330, 22, 50, 332, 114, 334, 330, 138] source: तब उस पुरुष ने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् करके कहा*, target: [130, 196, 336, 338, 340, 342, 344]
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परमेश्वर के वचनों का सुननेवाला, जो दण्डवत् में पड़ा हुआ खुली हुई आँखों से सर्वशक्तिमान का दर्शन पाता है, उसी की यह वाणी है कि
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[8, 160, 346, 348, 144, 350, 8, 24, 200, 352, 8, 354, 28, 30, 32, 356, 358]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: फिर अराब, दूमा, एशान, target: [4, 6, 8] source: तब वहाँ से अर्थात् सोरा और एश्ताओल से दानियों के कुल के छः सौ पुरुषों ने युद्ध के हथियार बाँधकर प्रस्थान किया। target: [10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 20, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: और किर्यत्यारीम के कुल अर्थात् येतेरी, पूती, शूमाती और मिश्राई और इनसे सोराई और एश्ताओली निकले। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 28, 52, 54, 56, 58, 28, 60, 62] source: और उनके भाग की सीमा में सोरा, एश्ताओल, ईरशेमेश, target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80] source: तब वे सोरा और एश्ताओल को अपने भाइयों के पास गए, और उनके भाइयों ने उनसे पूछा, “तुम क्या समाचार ले आए हो?” target: [64, 82, 32, 84, 86, 32, 26, 28, 88, 28, 86, 90, 92, 94, 96, 98, 100] source: और यहोवा का आत्मा सोरा और एश्ताओल के बीच महनेदान में उसको उभारने लगा। target: [102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 20, 118, 120, 122, 44, 124, 126, 26, 28, 128] source: यत्तीर, एश्तमो, target: [130, 132] source: अनाब, एश्तमो, आनीम, target: [134, 136, 138] source: तब उसके भाई और उसके पिता के सारे घराने के लोग आए, और उसे उठाकर ले गए, और सोरा और एश्ताओल के मध्य उसके पिता मानोह की कब्र में मिट्टी दी। उसने इस्राएल का न्याय बीस वर्ष तक किया था। target: [140, 142, 28, 144, 146, 148, 150, 28, 152, 28, 154, 156, 158, 26, 28, 88, 160, 162, 164, 148, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178] source: उसके भाई एशेक के ये पुत्र हुए, अर्थात् उसका जेठा ऊलाम, दूसरा यूश, तीसरा एलीपेलेत। target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 28, 198, 200, 202] source: जो ओले गिरते थे उनके साथ आग भी मिली हुई थी, और वे ओले इतने भारी थे कि जब से मिस्र देश बसा था तब से मिस्र भर में ऐसे ओले कभी न गिरे थे। (प्रका. 8:7, प्रका. 11:19) target: [204, 206, 28, 208, 160, 210, 212, 214, 210, 216, 218, 122, 44, 20, 144, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236] source: मैंने तुम्हारी सारी खेती को लू और गेरूई और ओलों से मारा, तो भी तुम मेरी ओर न फिरे, यहोवा की यही वाणी है। target: [110, 238, 240, 28, 242, 28, 206, 20, 144, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 226, 258, 260] source: अरोएर, सिपमोत, एश्तमो, target: [32, 262, 20, 264, 28, 266, 28, 132] source: तब दानियों ने अपने समस्त कुल में से पाँच शूरवीरों को सोरा और एश्ताओल से देश का भेद लेने और उसमें छानबीन करने के लिये यह कहकर भेज दिया, “जाकर देश में छानबीन करो।” इसलिए वे एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर तक जाकर वहाँ टिक गए। target: [64, 268, 120, 20, 26, 28, 20, 30, 270, 272, 274, 20, 276, 278, 280, 32, 282, 284, 286, 288, 290, 28, 292, 294, 296, 298, 28, 300, 302, 64, 304, 306, 32, 308, 310, 312, 32, 146, 314, 28, 316, 318]
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नीचे के देश में ये हैं अर्थात् एश्ताओल, सोरा, अश्ना,
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[20, 320, 322, 76, 74, 324]
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source: जो इन छोटों में से किसी एक को ठोकर खिलाता है, उसके लिये यह भला होता कि चक्की का पाट उसके गले में लटकाया जाता, और वह समुद्र में डाल दिया जाता। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: “पर जो कोई इन छोटों में से जो मुझ पर विश्वास करते हैं एक को ठोकर खिलाएँ, उसके लिये भला होता, कि बड़ी चक्की का पाट उसके गले में लटकाया जाता, और वह गहरे समुद्र में डुबाया जाता। target: [38, 26, 40, 42, 44, 46, 12, 48, 50, 32, 34, 52, 4, 6, 54, 56, 12, 14, 16, 18, 58, 60, 62, 64] source: या वह कुबड़ा, या बौना* हो, या उसकी आँख में दोष हो, या उस मनुष्य के चाईं या खुजली हो, या उसके अंड पिचके हों; target: [66, 68, 66, 70, 66, 72, 44, 74, 28, 76, 50, 78, 80, 18, 82, 84, 50, 18, 66, 86] source: जो कोई पुत्र का इन्कार करता है उसके पास पिता भी नहीं जो पुत्र को मान लेता है, उसके पास पिता भी है। target: [88, 90, 28, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 12, 104, 106, 96, 108] source: फिर गत में भी युद्ध हुआ, और वहाँ एक बड़े डील-डौल का पुरुष था, जो रापा की सन्तान था, और उसके एक-एक हाथ पाँव में छः-छः उँगलियाँ अर्थात् सब मिलाकर चौबीस उँगलियाँ थीं। target: [110, 28, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 18, 138, 130, 140, 142, 124, 28, 144, 146, 148] source: क्या यह भला होगा, कि वह तुम को जाँचे? क्या जैसा कोई मनुष्य को धोखा दे, वैसा ही तुम क्या उसको भी धोखा दोगे? target: [8, 150, 152, 154, 156, 78, 158, 160, 162, 164] source: वह पारान नामक जंगल में रहा करता था; और उसकी माता ने उसके लिये मिस्र देश से एक स्त्री मँगवाई। target: [166, 44, 168, 28, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184] source: तब यहोवा के दूत ने उसको जंगल में शूर के मार्ग पर जल के एक सोते के पास पाकर कहा, target: [186, 188, 190, 28, 170, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 44, 194, 204, 206] source: और यदि तुम अपने भलाई करनेवालों ही के साथ भलाई करते हो, तो तुम्हारी क्या बड़ाई? क्योंकि पापी भी ऐसा ही करते हैं। target: [8, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 154, 220, 222, 182, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236] source: परन्तु रात को उसके चेलों ने उसे लेकर टोकरे में बैठाया, और शहरपनाह पर से लटकाकर उतार दिया। target: [238, 240, 12, 242, 244, 18, 246, 248, 28, 250, 252, 254, 256] source: इसके बाद यहोशू ने उनको मरवा डाला, और पाँच वृक्षों पर लटका दिया। और वे सांझ तक उन वृक्षों पर लटके रहे। target: [186, 258, 260, 18, 262, 124, 264, 194, 266, 268, 270, 272, 274, 12, 276, 194, 278, 280] source: और यीशु अपने चेलों के साथ झील की ओर चला गया: और गलील से एक बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली। target: [282, 18, 284, 286, 288, 290, 18, 292, 294, 28, 296, 298, 300] source: जो कोई बुद्धिमान हो, वह इन बातों पर ध्यान करेगा; और यहोवा की करुणा के कामों पर ध्यान करेगा। target: [302, 304, 306, 308, 310, 312, 18, 28, 314, 316, 190, 318] source: और उसने देखा, कि आकाश खुल गया; और एक बड़ी चादर, पात्र के समान चारों कोनों से लटकाया हुआ, पृथ्वी की ओर उतर रहा है। target: [320, 12, 322, 324, 326, 28, 328, 330, 56, 332, 334, 182, 336, 338, 44, 28, 124, 138, 340, 342, 148]
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“जो कोई इन छोटों में से जो मुझ पर विश्वास करते हैं, किसी को ठोकर खिलाएँ तो उसके लिये भला यह है कि एक बड़ी चक्की का पाट उसके गले में लटकाया जाए और वह समुद्र में डाल दिया जाए।
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[38, 26, 40, 42, 44, 46, 12, 48, 50, 32, 34, 52, 4, 6, 54, 56, 12, 14, 16, 18, 20, 344]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: अपने दास इस्राएलियों के भाग होने के लिये दे दिया, उसकी करुणा सदा की है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: और लोहे की टाँकी और सीसे से वे सदा के लिये चट्टान पर खोदी जातीं। target: [22, 4, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 8, 36, 28, 38, 40] source: फिर तुम इस विधि को अपने और अपने वंश के लिये सदा की विधि जानकर माना करो। target: [42, 44, 8, 36, 46, 48, 8, 50, 52, 54, 56] source: और उनके देश को भाग होने के लिये, उसकी करुणा सदा की है; target: [58, 60, 4, 62, 16, 18, 20] source: सदोम के लोग यहोवा की दृष्टि में बड़े दुष्ट और पापी थे। target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 52, 76, 78, 80, 82] source: और उसी को उसने याकूब के लिये विधि करके, और इस्राएल के लिये यह कहकर सदा की वाचा करके दृढ़ किया, target: [46, 84, 8, 86, 88, 46, 90, 92, 8, 94] source: गरीब तुम्हारे साथ सदा रहते हैं, परन्तु मैं तुम्हारे साथ सदैव न रहूँगा। target: [96, 98, 100, 102, 104, 98, 106, 108] source: इस पाप के कारण मैं दाऊद के वंश को दुःख दूँगा, तो भी सदा तक नहीं'।” target: [110, 112, 114, 116, 118, 120, 102, 122, 8, 124] source: और उनके बीच से इस्राएलियों को निकाला, उसकी करुणा सदा की है। target: [10, 68, 126, 128, 16, 18, 20] source: यह हारून और उसके पीढ़ी-पीढ़ी के वंश के लिये सदा की विधि ठहरे।” target: [130, 52, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 8, 148, 52, 8, 150, 68, 152] source: मैंने अपने मन को इस बात पर लगाया है, कि अन्त तक तेरी विधियों पर सदा चलता रहूँ। सामेख target: [154, 8, 156, 158, 160, 162, 36, 52, 164, 166] source: यहोवा मेरे लिये सब कुछ पूरा करेगा*; हे यहोवा, तेरी करुणा सदा की है। तू अपने हाथों के कार्यों को त्याग न दे। target: [80, 168, 170, 172, 174, 16, 176, 178, 180, 68, 182, 184, 186] source: इस्राएल कहे, उसकी करुणा सदा की है। target: [188, 190, 192, 194, 18, 196] source: मैंने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भाग कर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण है। target: [198, 36, 200, 8, 202, 204, 206, 208, 210]
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और इसी कारण तुम सब प्रकार का यत्न करके, अपने विश्वास पर सद्गुण, और सद्गुण पर समझ,
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[212, 118, 214, 216, 218, 68, 220, 222, 224, 68, 226, 228]
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source: जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: वैसे ही विश्वास भी, यदि कर्म सहित न हो तो अपने स्वभाव में मरा हुआ है। target: [24, 26, 28, 12, 30, 32, 34, 10, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48] source: क्योंकि मेरे पास ऐसे स्वभाव का और कोई नहीं, जो शुद्ध मन से तुम्हारी चिन्ता करे। target: [50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 12, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80] source: टेढ़ा स्वभाव मुझसे दूर रहेगा; मैं बुराई को जानूँगा भी नहीं। target: [82, 18, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 34, 98] source: और अपने मन के आत्मिक स्वभाव में नये बनते जाओ, target: [100, 38, 82, 54, 8, 42, 102, 104] source: मूसा तो पृथ्वी भर के रहनेवाले सब मनुष्यों से बहुत अधिक नम्र स्वभाव का था*। target: [106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 18, 22] source: पर ये लोग जिन बातों को नहीं जानते, उनको बुरा-भला कहते हैं; पर जिन बातों को अचेतन पशुओं के समान स्वभाव ही से जानते हैं, उनमें अपने आप को नाश करते हैं। target: [134, 136, 138, 12, 140, 52, 142, 128, 66, 52, 54, 144, 146, 148, 150, 100, 12, 140, 152, 154, 156, 132, 72, 128, 142, 158, 160, 42, 162, 164, 166, 168] source: इसलिए परमेश्वर ने उन्हें नीच कामनाओं के वश में छोड़ दिया; यहाँ तक कि उनकी स्त्रियों ने भी स्वाभाविक व्यवहार को उससे जो स्वभाव के विरुद्ध है, बदल डाला। target: [24, 170, 172, 174, 20, 176, 96, 178, 180, 54, 182, 184, 186, 188, 12, 176, 190, 192, 174, 38, 194, 196, 96, 52, 54, 72, 198, 186, 200, 8, 54, 202, 48] source: फिर पहले, तो तुम परमेश्वर को न जानकर उनके दास थे जो स्वभाव में देवता नहीं। (यशा. 37:19, यिर्म. 2:11) target: [134, 160, 204, 172, 206, 208, 210, 54, 170, 212, 214, 216, 218, 42, 220, 116, 222, 42, 224, 66, 226] source: किसी को बदनाम न करें*; झगड़ालू न हों; पर कोमल स्वभाव के हों, और सब मनुष्यों के साथ बड़ी नम्रता के साथ रहें। target: [228, 216, 230, 34, 232, 234, 66, 236, 238, 8, 54, 210, 100, 240, 242, 72, 244, 246, 72, 248, 250] source: तुम यह जान लो कि तीमुथियुस हमारा भाई छूट गया है और यदि वह शीघ्र आ गया, तो मैं उसके साथ तुम से भेंट करूँगा। target: [252, 254, 10, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 52, 274, 276, 36, 92, 52, 54, 72, 278, 280, 4, 282, 284] source: इनमें हम भी सब के सब पहले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएँ पूरी करते थे, और अन्य लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे। target: [214, 42, 286, 288, 290, 38, 292, 216, 294, 42, 296, 298, 300, 100, 82, 216, 302, 96, 304, 306, 220, 100, 308, 216, 310, 132, 206, 312, 216, 314, 316] source: परन्तु पौलुस ने उसे जो पंफूलिया में उनसे अलग हो गया था, और काम पर उनके साथ न गया, साथ ले जाना अच्छा न समझा। target: [134, 318, 96, 136, 320, 34, 322, 256, 52, 96, 72, 324, 326, 200, 328, 206, 176, 330, 332, 46, 100, 176, 54, 72, 196, 96, 34, 334, 22] source: तुम्हारा स्वभाव लोभरहित हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, “मैं तुझे कभी न छोड़ूँगा, और न कभी तुझे त्यागूँगा।” (भज. 37:25, व्य. 31:8, यहो. 1:5) target: [4, 336, 338, 54, 340, 206, 88, 342, 12, 140, 74, 60, 344, 160, 120, 346, 348, 188, 12, 52, 174, 40, 350, 344, 352, 92, 354, 356, 34, 358, 34, 356, 354, 360]
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क्योंकि यदि तू उस जैतून से, जो स्वभाव से जंगली है, काटा गया और स्वभाव के विरुद्ध* अच्छी जैतून में साटा गया, तो ये जो स्वाभाविक डालियाँ हैं, अपने ही जैतून में साटे क्यों न जाएँगे।
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[50, 272, 362, 160, 364, 54, 366, 114, 368, 370, 12, 222, 42, 372, 374, 100, 8, 54, 202, 376, 378, 54, 366, 42, 380, 382, 370, 36, 136, 12, 384, 386, 150, 38, 128, 364, 54, 366, 42, 388, 390, 280, 380, 34, 392, 394]
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source: “हाय खुराजीन! हाय बैतसैदा! जो सामर्थ्य के काम तुम में किए गए, यदि वे सोर और सीदोन में किए जाते, तो टाट ओढ़कर और राख में बैठकर वे कब के मन फिराते। target: [4, 6, 4, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 20, 22, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 32, 48, 20, 50, 46, 52, 54, 56, 58, 60] source: यदि स्त्री ओढ़नी न ओढ़े, तो बाल भी कटा ले; यदि स्त्री के लिये बाल कटाना या मुण्डाना लज्जा की बात है, तो ओढ़नी ओढ़े। target: [10, 28, 62, 64, 66, 68, 38, 70, 72, 74, 76, 28, 62, 78, 72, 80, 20, 82, 84, 86, 38, 64, 78, 88, 90] source: और लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालों का ओढ़ना, और सुइसों की खालों का ओढ़ना, और बीच का परदा; target: [32, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 32, 108, 110, 94, 102, 104, 106, 32, 112, 104, 114] source: क्योंकि बिछौना टाँग फैलाने के लिये छोटा, और ओढ़ना ओढ़ने के लिये सकरा है। target: [116, 118, 120, 122, 124, 126, 32, 128, 130, 122, 132, 134] source: बेतसूर, सोको, अदुल्लाम, target: [136, 138, 140, 142] source: परन्तु यदि स्त्री लम्बे बाल रखे; तो उसके लिये शोभा है क्योंकि बाल उसको ओढ़नी के लिये दिए गए हैं। target: [144, 28, 62, 118, 72, 146, 38, 40, 54, 122, 148, 126, 150, 152, 72, 154, 78, 156, 54, 122, 158, 160, 162] source: फिलिप्पुस तो अन्द्रियास और पतरस के नगर बैतसैदा का निवासी था। target: [164, 166, 104, 168, 170, 54, 172, 174, 176, 178, 180] source: और उसने तम्बू के लिये लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालों का एक ओढ़ना और उसके ऊपर के लिये सुइसों की खालों का एक ओढ़ना बनाया। target: [32, 154, 182, 184, 104, 106, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 32, 186, 106, 108, 110, 94, 102, 104, 188] source: फिर तम्बू के लिये लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालों का एक ओढ़ना और उसके ऊपर सुइसों की खालों का भी एक ओढ़ना बनवाना। target: [32, 190, 184, 122, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 32, 192, 122, 108, 110, 94, 102, 104, 106, 194] source: और वहाँ बैठकर उसका पहरा देने लगे। target: [32, 50, 46, 40, 196, 198, 200, 202] source: और भोर को फिर मन्दिर में आया, और सब लोग उसके पास आए; और वह बैठकर उन्हें उपदेश देने लगा। target: [204, 206, 208, 210, 212, 32, 214, 216, 206, 218, 220] source: मेरे शत्रु यह कहकर मेरी बुराई करते हैं “वह कब मरेगा, और उसका नाम कब मिटेगा?” target: [222, 224, 222, 226, 228, 230, 232, 234, 40, 52, 236, 32, 238, 240, 52, 242] source: वे तुझे कब्र में उतारेंगे, और तू समुद्र के बीच के मारे हुओं की रीति पर मर जाएगा। target: [40, 244, 246, 20, 248, 250, 252, 32, 190, 254, 196, 256, 258, 12, 260, 54, 262, 264, 36, 162] source: “तुम कब तक मेरे प्राण को दुःख देते रहोगे; और बातों से मुझे चूर-चूर करोगे*? target: [266, 52, 268, 270, 272, 78, 274, 32, 276, 278, 280, 282, 284]
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“हाय खुराजीन! हाय बैतसैदा! जो सामर्थ्य के काम तुम में किए गए, यदि वे सोर और सीदोन में किए जाते, तो टाट ओढ़कर और राख में बैठकर वे कब के मन फिराते।
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[4, 6, 4, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 20, 22, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 32, 48, 20, 50, 46, 52, 54, 56, 58, 60]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: “यहोवा तुझे आशीष दे और तेरी रक्षा करे: target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18] source: वह सीधे लोगों के लिये खरी बुद्धि रख छोड़ता है; जो खराई से चलते हैं, उनके लिये वह ढाल ठहरता है। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 22, 24, 46, 32] source: पर विश्वास के भेद को शुद्ध विवेक से सुरक्षित रखें। target: [48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 38, 62] source: हे यहोवा, क्या मैं तेरे बैरियों से बैर न रखूँ, और तेरे विरोधियों से घृणा न करूँ? (प्रका. 2:6) target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 38, 76, 78, 80, 12, 72, 82, 84, 86, 78, 88] source: हे मेरे पुत्र, ये बातें तेरी दृष्टि की ओट न होने पाए; तू खरी बुद्धि और विवेक* की रक्षा कर, target: [64, 90, 92, 94, 12, 60, 56, 96, 98, 100, 102, 56, 104, 106, 84, 108, 110, 112, 114] source: और धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है; target: [12, 116, 84, 118, 12, 118, 120, 122, 124, 126] source: पर तू, ऐसी बातें कहा कर जो खरे सिद्धांत के योग्य हैं। target: [48, 128, 24, 130, 132, 134, 136, 138, 52, 38, 140, 142, 144] source: और प्रतिदिन के खर्च के लिये राजा के यहाँ से नित्य का खर्च ठहराया गया जो उसके जीवन भर लगातार उसे मिलता रहा। target: [24, 146, 148, 150, 146, 148, 152, 12, 24, 56, 154, 156, 24, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170] source: “सुनो, मैं आज के दिन तुम्हारे आगे आशीष और श्राप दोनों रख देता हूँ। target: [172, 70, 174, 176, 178, 8, 12, 180, 182, 184] source: परन्तु मैंने बिलाम की नहीं सुनी; वह तुम को आशीष ही आशीष देता गया; इस प्रकार मैंने तुम को उसके हाथ से बचाया। target: [48, 70, 186, 158, 188, 110, 190, 192, 194, 196, 198, 8, 200, 202, 70, 198, 194, 52, 204, 206, 208] source: उसमें सामर्थ्य और खरी बुद्धि पाई जाती है; धोखा देनेवाला और धोखा खानेवाला दोनों उसी के हैं*। target: [24, 52, 38, 210, 12, 212, 32, 214, 216, 218, 12, 214, 220, 218, 24, 52, 222] source: उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है, परन्तु खरे मन से न किया। target: [12, 194, 196, 24, 224, 226, 134, 228, 158, 230, 232, 234, 152, 48, 236, 238, 38, 240] source: विश्वासयोग्य के साथ तू अपने को विश्वासयोग्य दिखाता; और खरे पुरुष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है। target: [242, 22, 128, 244, 246, 56, 242, 248, 236, 250, 22, 128, 244, 246, 56, 252, 254] source: मैं बुद्धिमानी से खरे मार्ग में चलूँगा। तू मेरे पास कब आएगा? मैं अपने घर में मन की खराई के साथ अपनी चाल चलूँगा; target: [70, 236, 256, 232, 258, 260, 98, 262, 128, 90, 264, 266, 268, 70, 244, 270, 232, 236, 272, 38, 274]
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खराई और सिधाई मुझे सुरक्षित रखे, क्योंकि मुझे तेरी ही आशा है।
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[36, 12, 276, 278, 280, 282, 284, 134, 70, 6, 286, 288, 290]
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source: यहूदा के गोत्र में से यपुन्ने का पुत्र कालेब; target: [4, 6, 8, 10, 12] source: परन्तु देश के भेद लेनेवाले पुरुषों में से नून का पुत्र यहोशू और यपुन्ने का पुत्र कालेब दोनों जीवित रहे। target: [8, 10, 14, 16, 18, 10, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46] source: येतेर के पुत्र: यपुन्ने, पिस्पा और अरा। target: [48, 50, 52, 22, 54, 56] source: और उन्होंने उसे बाँधा और ले जाकर पिलातुस राज्यपाल के हाथ में सौंप दिया। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78] source: तब यहोशू ने उसको आशीर्वाद दिया; और हेब्रोन को यपुन्ने के पुत्र कालेब का भाग कर दिया। target: [80, 82, 84, 86, 88, 16, 8, 90, 14, 92, 94, 96, 98] source: “क्योंकि तूने कहा है, 'ये दोनों जातियाँ* और ये दोनों देश मेरे होंगे; और हम ही उनके स्वामी हो जाएँगे,' यद्यपि यहोवा वहाँ था। target: [100, 102, 104, 106, 108, 16, 24, 106, 28, 110, 112, 16, 114, 116, 118, 120, 80, 122, 124, 126, 128, 130] source: और नून का पुत्र यहोशू और यपुन्ने का पुत्र कालेब, जो देश के भेद लेनेवालों में से थे, अपने-अपने वस्त्र फाड़कर, target: [18, 10, 20, 16, 8, 10, 132, 134, 136, 28, 138, 140, 36, 142, 22, 144, 146, 58, 148, 150, 152] source: जब यीशु राज्यपाल के सामने खड़ा था, तो राज्यपाल ने उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?” यीशु ने उससे कहा, “तू आप ही कह रहा है।” target: [154, 156, 158, 160, 162, 164, 80, 166, 84, 168, 170, 26, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200] source: और राज्यपाल की यह रीति थी, कि उस पर्व में लोगों के लिये किसी एक बन्दी को जिसे वे चाहते थे, छोड़ देता था। target: [202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224] source: राज्यपाल ने उनसे पूछा, “इन दोनों में से किस को चाहते हो, कि तुम्हारे लिये छोड़ दूँ?” उन्होंने कहा, “बरअब्बा को।” target: [210, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 186, 188, 254] source: यह पहली नाम लिखाई उस समय हुई, जब क्विरिनियुस* सीरिया का राज्यपाल था। target: [24, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 156, 130] source: परन्तु उस नगर के खेत और गाँव यपुन्ने के पुत्र कालेब को दिए गए। target: [272, 274, 16, 276, 278, 280, 8, 90, 14, 92, 282] source: इसलिए यद्यपि तुम ये बातें जानते हो, और जो सत्य वचन तुम्हें मिला है, उसमें बने रहते हो, तो भी मैं तुम्हें इन बातों की सुधि दिलाने को सर्वदा तैयार रहूँगा। target: [232, 284, 286, 288, 232, 290, 292, 294, 16, 296, 298, 300, 198, 302, 304, 306, 308, 288, 310, 312, 314, 316, 318, 320] source: तब राज्यपाल के सिपाहियों ने यीशु को किले* में ले जाकर सारे सैनिक उसके चारों ओर इकट्ठी की। target: [322, 324, 326, 60, 328, 330, 332, 334, 16, 58, 336, 338, 340, 342, 344]
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और इन पुरुषों के नाम ये हैं यहूदागोत्री यपुन्ने का पुत्र कालेब,
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[42, 346, 348, 24, 294, 350, 352, 8, 10, 12]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: चेले यह सुनकर मुँह के बल गिर गए और अत्यन्त डर गए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 16, 26, 28, 30] source: पलिश्तियों की सेना को देखकर शाऊल डर गया, और उसका मन अत्यन्त भयभीत हो काँप उठा। target: [32, 34, 36, 38, 14, 40, 42, 44, 46, 48, 26, 50, 52] source: इसलिए मोआब यह जानकर, कि इस्राएली बहुत हैं, उन लोगों से अत्यन्त डर गया; यहाँ तक कि मोआब इस्राएलियों के कारण अत्यन्त व्याकुल हुआ। target: [54, 56, 58, 60, 24, 62, 64, 58, 30, 66, 68, 70, 72, 74] source: शाऊल, और तेरे भाई, और समस्त इस्राएली पुरुष एला नामक तराई में पलिश्तियों से लड़ रहे है।” target: [76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98] source: तब दाऊद ने शाऊल से कहा, “किसी मनुष्य का मन उसके कारण कच्चा न हो; तेरा दास जाकर उस पलिश्ती से लड़ेगा।” target: [14, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128] source: पर ज्यों-ज्यों वे उनको दुःख देते गए त्यों-त्यों वे बढ़ते और फैलते चले गए; इसलिए वे इस्राएलियों से अत्यन्त डर गए। target: [130, 132, 68, 134, 136, 138, 16, 140, 142, 144, 146, 44, 142, 148, 150, 152, 154, 68, 156, 158, 160] source: जब फ़िरौन निकट आया, तब इस्राएलियों ने आँखें उठाकर क्या देखा, कि मिस्री हमारा पीछा किए चले आ रहे हैं; और इस्राएली अत्यन्त डर गए, और चिल्लाकर यहोवा की दुहाई दी। target: [162, 44, 164, 36, 166, 168, 152, 170, 172, 14, 16, 174, 176, 84, 178, 16, 180, 182, 184, 186] source: तब शाऊल पलिश्तियों का पीछा छोड़कर लौट गया; और पलिश्ती भी अपने स्थान को चले गए। target: [188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210] source: दाऊद ने ये बातें अपने मन में रखीं, और गत के राजा आकीश से अत्यन्त डर गया। target: [212, 214, 216, 206, 218, 220, 222, 56, 224, 226, 228, 230] source: सिपाहियों ने ये बातें हाकिमों से कह दीं, और वे यह सुनकर कि रोमी हैं, डर गए, target: [188, 232, 214, 234, 236, 238, 14, 16, 240, 82, 214, 242, 244, 246, 248] source: और सब इस्राएलियों ने यह समाचार सुना कि शाऊल ने पलिश्तियों की चौकी को मारा है, और यह भी कि पलिश्ती इस्राएल से घृणा करने लगे हैं। तब लोग शाऊल के पीछे चलकर गिलगाल में इकट्ठे हो गए। target: [32, 250, 252, 254, 256, 84, 258, 260, 262, 158, 264, 266, 86, 268, 270, 272, 64, 274, 276, 278, 280] source: “हियाव बाँधों और दृढ़ हो तुम न तो अश्शूर के राजा से डरो और न उसके संग की सारी भीड़ से, और न तुम्हारा मन कच्चा हो; क्योंकि जो हमारे साथ है, वह उसके संगियों से बड़ा है। target: [282, 68, 284, 286, 288, 84, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320] source: उस पुरुष को देखकर सब इस्राएली अत्यन्त भय खाकर उसके सामने से भागे। target: [86, 322, 324, 124, 326, 328, 330, 84, 26, 332] source: शाऊल के साथ घमासान युद्ध हो रहा था, और धनुर्धारियों ने उसे जा लिया, और वह उनके कारण अत्यन्त व्याकुल हो गया। target: [334, 336, 338, 340, 44, 342, 244, 344, 84, 346, 40, 26, 348, 350]
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उस पलिश्ती की इन बातों को सुनकर शाऊल और समस्त इस्राएलियों का मन कच्चा हो गया, और वे अत्यन्त डर गए।
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[352, 32, 44, 86, 354, 124, 34, 214, 216, 356, 14, 16, 50, 358, 26, 332]
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source: और दीवट की बनावट ऐसी थी, अर्थात् यह पाए से लेकर फूलों तक गढ़े हुए सोने का बनाया गया था; जो नमूना यहोवा ने मूसा को दिखलाया था उसी के अनुसार उसने दीवट को बनाया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 10, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: तब याकूब ने चिनार, और बादाम, और अर्मोन वृक्षों की हरी-हरी छड़ियाँ लेकर, उनके छिलके कहीं-कहीं छील के, उन्हें धारीदार बना दिया, ऐसी कि उन छड़ियों की सफेदी दिखाई देने लगी। target: [44, 46, 48, 10, 50, 52, 54, 56, 54, 58, 60, 54, 10, 62, 64, 66, 68, 70, 54, 72, 74, 76, 54, 78, 80, 82, 84] source: अतः मूसा ने इस्राएलियों से यह बात कही; और उनके सब प्रधानों ने अपने-अपने लिए, अपने-अपने पूर्वजों के घरानों के अनुसार, एक-एक छड़ी उसे दी, सो बारह छड़ियाँ हुई; और उन छड़ियों में हारून की भी छड़ी थी। target: [86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 26, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130] source: जब मैं बालक था, तो मैं बालकों के समान बोलता था, बालकों के समान मन था बालकों सी समझ थी; परन्तु सयाना हो गया, तो बालकों की बातें छोड़ दी। target: [34, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 136, 138, 144, 146, 136, 138, 148, 150, 34, 152, 154, 156, 158, 132, 160, 162, 164, 166] source: उसने सारे सामान समेत दीवट को किक्कार भर सोने का बनाया। target: [168, 54, 100, 170, 10, 172, 12, 174, 176] source: परन्तु तुम मत ठहरो, अपने शत्रुओं का पीछा करके उनमें से जो-जो पिछड़ गए हैं उनको मार डालो, उन्हें अपने-अपने नगर में प्रवेश करने का अवसर न दो; क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने उनको तुम्हारे हाथ में कर दिया है।” target: [178, 180, 182, 184, 186, 188, 54, 10, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214] source: उसके भाले की छड़ जुलाहे के डोंगी के समान थी, और उस भाले का फल छः सौ शेकेल लोहे का था, और बड़ी ढाल लिए हुए एक जन उसके आगे-आगे चलता था target: [216, 218, 136, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244] source: गाँठें और डालियाँ सब दीवट के साथ एक ही टुकड़े की बनीं; सारा दीवट गढ़े हुए शुद्ध सोने का और एक ही टुकड़े का बना। target: [246, 54, 248, 10, 250, 252, 254, 10, 12, 256, 258, 260] source: न्याय तो पीछे हटाया गया और धर्म दूर खड़ा रह गया; सच्चाई बाजार में गिर पड़ी, और सिधाई प्रवेश नहीं करने पाती। target: [262, 264, 266, 54, 268, 270, 272, 274, 10, 276, 278, 280, 54, 282, 284, 286, 288, 290] source: उसके रोष की छड़ी से दुःख भोगनेवाला पुरुष मैं ही हूँ; target: [292, 28, 294, 34, 296, 298, 300, 302, 304, 306] source: पहियों का रूप और बनावट फीरोजे की सी थी, और चारों का एक ही रूप था; और उनका रूप और बनावट ऐसी थी जैसे एक पहिये के बीच दूसरा पहिया हो। target: [308, 54, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 136, 330, 332, 334, 136, 156, 336, 338, 340, 342] source: तब मूसा उन सब छड़ियों को यहोवा के सामने से निकालकर सब इस्राएलियों के पास ले गया; और उन्होंने अपनी-अपनी छड़ी पहचानकर ले ली। target: [344, 88, 100, 126, 346, 36, 348, 350, 352, 100, 94, 354, 356, 70, 54, 104, 302, 250, 358] source: और तूने मुझे शत्रु के हाथ में पड़ने नहीं दिया; तूने मेरे पाँवों को चौड़े स्थान में खड़ा किया है। target: [360, 362, 364, 182, 82, 366, 368, 370] source: और मुझे मेरे शत्रुओं से छुड़ाया है; तू मुझ को मेरे विरोधियों से ऊँचा करता, और उपद्रवी पुरुष से बचाता है। target: [10, 372, 374, 376, 378, 380, 382, 384, 10, 386, 388, 390, 392, 376]
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देख, तेरे लोग जो तेरे बीच में हैं, वे स्त्रियाँ बन गये हैं। तेरे देश में प्रवेश करने के मार्ग तेरे शत्रुओं के लिये बिलकुल खुले पड़े हैं; और रुकावट की छड़ें आग का कौर हो गई हैं।
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[394, 396, 398, 400, 136, 402, 404, 406, 352, 408, 410, 412, 414, 416, 418, 420, 422]
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source: हे यहोवा की सारी सृष्टि, उसके राज्य के सब स्थानों में उसको धन्य कहो। हे मेरे मन, तू यहोवा को धन्य कह! target: [4, 6, 8, 10, 6, 12, 14, 8, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 32, 22, 24, 26, 34] source: हे समस्त पृथ्वी के लोगों यहोवा का गीत गाओ। प्रतिदिन उसके किए हुए उद्धार का शुभ समाचार सुनाते रहो। target: [4, 36, 38, 22, 40, 42, 44, 12, 46, 48, 50, 52, 54] source: परन्तु उदार मनुष्य उदारता ही की युक्तियाँ निकालता है, वह उदारता में स्थिर भी रहेगा। target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 6, 76, 78] source: और ऐसा हुआ कि वह प्रतिदिन यूसुफ से बातें करती रही, पर उसने उसकी न मानी कि उसके पास लेटे या उसके संग रहे। target: [80, 82, 84, 86, 6, 88, 90, 92, 24, 94, 96, 56, 44, 98, 6, 12, 100, 102, 104, 86, 6, 44, 8, 72, 106, 108, 44, 8, 110, 112] source: और प्रति भोर और प्रति सांझ को यहोवा का धन्यवाद और उसकी स्तुति करने के लिये खड़े रहा करें। target: [114, 88, 90, 116, 8, 118, 120, 122, 124, 22, 48, 126, 128, 130, 132, 114, 134, 136, 138, 8, 118, 140, 132] source: हे यहोवा की सारी सेनाओं, हे उसके सेवकों, तुम जो उसकी इच्छा पूरी करते हो, उसको धन्य कहो! target: [4, 6, 142, 144, 146, 22, 24, 26, 148, 150, 152, 6, 8, 154, 122, 128, 6, 12, 156, 24, 158, 160, 162] source: उसका नाम सदा सर्वदा बना रहेगा; जब तक सूर्य बना रहेगा, तब तक उसका नाम नित्य नया होता रहेगा, और लोग अपने को उसके कारण धन्य गिनेंगे, सारी जातियाँ उसको धन्य कहेंगी। target: [6, 48, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 6, 48, 164, 178, 114, 180, 44, 182, 184, 186, 188, 190, 6, 24, 192, 194] source: उसके दाहिने हाथ में दीर्घायु, और उसके बाएँ हाथ में धन और महिमा हैं। target: [196, 198, 6, 8, 200, 202, 182, 204, 114, 206, 202, 182, 208, 114, 210, 78] source: 20 हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह; और जो कुछ मुझ में है, वह उसके पवित्र नाम को धन्य कहे! target: [4, 30, 32, 22, 24, 26, 212, 114, 214, 216, 218, 220, 66, 44, 8, 222, 164, 224] source: वह तो जीवित रहेगा और शेबा के सोने में से उसको दिया जाएगा। लोग उसके लिये नित्य प्रार्थना करेंगे; और दिन भर उसको धन्य कहते रहेंगे। target: [114, 6, 226, 228, 114, 230, 8, 232, 234, 6, 24, 236, 238, 114, 240, 6, 8, 40, 242, 244, 246, 248, 250, 6, 24, 26, 252] source: उसने कहा, “तेरी दासी तेरी दृष्टि में अनुग्रह पाए।” तब वह स्त्री चली गई और खाना खाया, और उसका मुँह फिर उदास न रहा*। target: [6, 98, 254, 256, 258, 256, 260, 262, 264, 80, 44, 266, 98, 268, 124, 270, 272, 114, 274, 44, 48, 276, 278, 102, 280] source: उसने उदारता से दरिद्रों को दान दिया*, उसका धर्म सदा बना रहेगा; और उसका सींग आदर के साथ ऊँचा किया जाएगा। (2 कुरि. 9:9) target: [6, 98, 282, 6, 98, 284, 24, 286, 6, 48, 288, 166, 290, 292, 294, 66, 6, 48, 296, 298, 72, 300, 302, 304] source: या उसका पाँव, या हाथ टूटा हो, target: [108, 306, 308, 108, 202, 310, 84, 312] source: क्योंकि मेरी आँखों ने तेरे उद्धार को देख लिया है। target: [314, 316, 318, 98, 256, 46, 24, 320, 322, 66]
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यहोवा के लिये गाओ, उसके नाम को धन्य कहो; दिन प्रतिदिन उसके किए हुए उद्धार का शुभसमाचार सुनाते रहो।
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[22, 40, 42, 6, 8, 164, 24, 26, 148, 6, 12, 46, 48, 50, 52, 324]
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source: और ये नीचे से दो-दो भाग के हों और दोनों भाग ऊपर के सिरे तक एक-एक कड़े में मिलाये जाएँ; दोनों तख्तों का यही रूप हो; ये तो दोनों कोनों के लिये हों। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32] source: एक-एक तख्ते में एक दूसरी से जोड़ी हुई दो-दो चूलें बनीं, निवास के सब तख्तों के लिये उसने इसी भाँति बनाया। target: [34, 36, 38, 40, 42, 44, 34, 46, 48, 50, 52, 34, 54, 56, 6, 58, 60] source: और इन बीसों तख्तो के नीचे चाँदी की चालीस कुर्सियाँ, अर्थात् एक-एक तख्ते के नीचे उसकी दो चूलों के लिये उसने दो कुर्सियाँ बनाईं। target: [62, 64, 66, 68, 70, 34, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 68, 84, 48, 48, 76, 34, 60] source: और इनके लिये भी उसने चाँदी की चालीस कुर्सियाँ, अर्थात् एक-एक तख्ते के नीचे दो-दो कुर्सियाँ बनाईं। target: [34, 86, 72, 74, 76, 88, 90, 92, 82, 68, 48, 48, 94] source: उसने भवन को बनाकर पूरा किया, और उसकी छत देवदार की कड़ियों और तख्तों से बनी थी। target: [96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118] source: इसी प्रकार से उसने दसों ठेलों को बनाया; सभी का एक ही साँचा और एक ही नाप, और एक ही आकार था। target: [120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 56, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 126, 154] source: तब उसने डंडों को वेदी की ओर के कड़ों में वेदी के उठाने के लिये डाल दिया। वेदी को उसने तख्तों से खोखली बनाया। target: [156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 6, 180, 182, 184, 186, 188] source: एक-एक तख्ते में एक दूसरे से जोड़ी हुई दो-दो चूलें हों; निवास के सब तख्तों को इसी भाँति से बनवाना। target: [36, 38, 190, 44, 48, 10, 48, 50, 192, 54, 56, 6, 58, 194] source: और पिछले भाग में निवास के कोनों के लिये उसने दो तख्ते बनाए। target: [196, 198, 200, 54, 202, 48, 6, 34, 60] source: और बीसों तख्तों के नीचे चाँदी की चालीस कुर्सियाँ बनवाना, अर्थात् एक-एक तख्ते के नीचे उसके चूलों के लिये दो-दो कुर्सियाँ। target: [204, 72, 74, 206, 194, 36, 208, 210, 212, 214, 36, 200, 128, 216, 218, 220, 72, 48, 206, 222] source: और उसने सोने की पचास अंकड़े बनाए, और उनके द्वारा परदों को एक दूसरे से ऐसा जोड़ा कि निवास मिलकर एक हो गया। target: [224, 150, 48, 226, 228, 44, 34, 230, 232, 234, 236, 238, 62, 240, 150, 226, 228, 242, 62, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256] source: और उसने निवास के लिये तख्तों को इस रीति से बनाया कि दक्षिण की ओर बीस तख्ते लगे। target: [258, 260, 6, 34, 88, 262, 264, 200, 70, 64, 6, 266] source: और आठ तख्ते हों, और उनकी चाँदी की सोलह कुर्सियाँ हों; अर्थात् एक-एक तख्ते के नीचे दो-दो कुर्सियाँ हों। target: [250, 54, 268, 270, 272, 274, 6, 276, 196, 62, 36, 82, 68, 48, 278, 72, 280, 206, 282] source: उसने बाल का एक भवन शोमरोन में बनाकर उसमें बाल की एक वेदी बनाई। target: [284, 286, 168, 288, 290, 292, 294, 296, 298]
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और वे नीचे से दो-दो भाग के बने, और दोनों भाग ऊपर के सिरे तक एक-एक कड़े में मिलाये गए; उसने उन दोनों तख्तों का आकार ऐसा ही बनाया।
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[218, 6, 300, 48, 48, 302, 62, 26, 304, 306, 92, 308, 34, 310, 312, 26, 28, 34, 58, 6, 60]
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source: फिर उसने आँगन को मापकर उसे चौकोर अर्थात् सौ हाथ लम्बा और सौ हाथ चौड़ा पाया; और भवन के सामने वेदी थी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 18, 20, 22, 28, 30, 32, 34, 26, 36, 38, 40, 42, 14] source: फिर उसने फाटक के द्वार की चौड़ाई मापकर दस हाथ की पाई; और फाटक की लम्बाई मापकर तेरह हाथ की पाई। target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 16, 56, 22, 34, 26, 6, 50, 58, 54, 60, 62, 22, 42, 14] source: द्वार की चौड़ाई दस हाथ की थी, और द्वार की दोनों ओर की दीवारें पाँच-पाँच हाथ की थीं; और उसने मन्दिर की लम्बाई मापकर चालीस हाथ की, और उसकी चौड़ाई बीस हाथ की पाई। target: [50, 52, 56, 22, 42, 14, 64, 66, 68, 70, 22, 42, 14, 72, 46, 48, 74, 76, 78, 80, 14, 16, 82, 22, 24, 26, 84, 22, 28, 42, 14] source: तब उसने भीतर के भवन की लम्बाई और चौड़ाई मन्दिर के सामने मापकर बीस-बीस हाथ की पाई; और उसने मुझसे कहा, “यह तो परमपवित्र स्थान है।” target: [72, 6, 86, 58, 84, 22, 80, 14, 88, 90, 92, 94, 16, 84, 22, 28, 42, 14, 4, 6, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: फिर उसने पीछे के आँगन के सामने की दीवार की लम्बाई जिसके दोनों ओर छज्जे थे, मापकर सौ हाथ की पाई; और भीतरी भवन और आँगन के ओसारों को भी मापा। target: [4, 46, 48, 110, 112, 114, 116, 118, 26, 120, 122, 58, 54, 46, 18, 20, 22, 124, 14, 126, 26, 128] source: और देखो, भवन के बाहर चारों ओर एक दीवार थी, और उस पुरुष के हाथ में मापने का बाँस था, जिसकी लम्बाई ऐसे छः हाथ की थी जो साधारण हाथों से चार अंगुल भर अधिक है; अतः उसने दीवार की मोटाई मापकर बाँस भर की पाई, फिर उसकी ऊँचाई भी मापकर बाँस भर की पाई। (प्रका. 21:15) target: [130, 88, 132, 134, 136, 138, 42, 14, 46, 140, 142, 144, 146, 148, 58, 150, 22, 24, 42, 14, 64, 142, 18, 22, 58, 26, 152, 154, 52, 42, 14, 6, 16, 156, 10, 158, 26, 16, 18, 146, 160, 28, 26, 18, 162, 164, 42, 14] source: उसने पूर्वी ओर को मापने के बाँस से मापकर पाँच सौ बाँस का पाया। target: [6, 166, 168, 136, 146, 170, 54, 146, 170, 172, 16, 70, 20, 22, 42, 14] source: उसकी माप पृथ्वी से भी लम्बी है और समुद्र से चौड़ी है। target: [174, 10, 176, 24, 178, 26, 180, 28, 150, 14] source: फिर उसने भवन की दीवार को मापकर छः हाथ की पाया, और भवन के आस-पास चार-चार हाथ चौड़ी बाहरी कोठरियाँ थीं। target: [44, 46, 48, 38, 68, 80, 14, 16, 150, 22, 182, 42, 14, 184, 186, 188, 190, 192, 152, 22, 28, 124, 14] source: तब उसने दक्षिणी ओर को मापने के बाँस से मापकर पाँच सौ बाँस का पाया। target: [6, 194, 168, 196, 54, 146, 170, 172, 16, 70, 20, 22, 42, 14] source: तब उसने उत्तरी ओर को मापने के बाँस से मापकर पाँच सौ बाँस का पाया। target: [6, 198, 168, 54, 146, 170, 172, 16, 70, 20, 22, 42, 14] source: तब उसने फाटक का वह ओसारा जो भवन के सामने था, मापकर बाँस भर का पाया। target: [6, 50, 200, 10, 158, 16, 18, 162, 24, 42, 14] source: 'श्रापित हो वह जो किसी को छिपकर मारे।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' target: [202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 72, 218, 48, 220, 222, 216] source: और पश्चिमी ओर को मुड़कर उसने मापने के बाँस से मापकर उसे पाँच सौ बाँस का पाया। target: [224, 226, 228, 168, 196, 54, 146, 170, 172, 16, 70, 20, 22, 42, 14]
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तब उसने भवन की लम्बाई मापकर सौ हाथ की पाई; और दीवारों समेत आँगन की भी लम्बाई मापकर सौ हाथ की पाई।
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[4, 46, 48, 110, 10, 12, 14, 230, 58, 18, 20, 22, 42, 14, 232, 116, 234, 68, 26, 236, 196, 18, 20, 22, 24, 42, 14]
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source: “इसलिए यहोवा अश्शूर के राजा के विषय में यह कहता है कि वह इस नगर में प्रवेश करने, वरन् इस पर एक तीर भी मारने न पाएगा, और न वह ढाल लेकर इसके सामने आने, या इसके विरुद्ध दमदमा बनाने पाएगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 16, 26, 14, 28, 30, 24, 32, 34, 14, 36, 38, 40, 16, 42, 44, 46, 48, 14, 50, 52, 54, 40] source: यहोवा यह कहता है, यह नगर बाबेल के राजा की सेना के वश में कर दिया जाएगा और वह इसको ले लेगा।” target: [8, 10, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 14, 76, 78, 80] source: जिस मार्ग से वह आया, उसी से वह लौट भी जाएगा, और इस नगर में प्रवेश न करने पाएगा, यहोवा की यही वाणी है। target: [14, 82, 84, 86, 88, 16, 18, 14, 90, 24, 10, 8, 92] source: जिस मार्ग से वह आया है उसी से वह लौट भी जाएगा और इस नगर में प्रवेश न करने पाएगा, यहोवा की यही वाणी है। target: [14, 94, 96, 98, 100, 96, 102, 104, 14, 16, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120] source: क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इस नगर के घरों और यहूदा के राजाओं के भवनों के विषय में, जो इसलिए गिराए जाते हैं कि दमदमों और तलवार के साथ सुभीते से लड़ सके, यह कहता है, target: [122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 132, 140, 142, 134, 144, 146, 148, 150, 152, 120] source: क्योंकि यहोवा की यह वाणी है कि मैंने इस नगर की ओर अपना मुख भलाई के लिये नहीं, वरन् बुराई ही के लिये किया है; यह बाबेल के राजा के वश में पड़ जाएगा, और वह इसको फुंकवा देगा। target: [8, 10, 12, 122, 154, 156, 158, 16, 160, 162, 24, 164, 166, 168, 170, 120, 154, 172, 174, 76, 176, 178, 14, 76, 180, 182, 184] source: और क्या तू उनसे लूटा न जाएगा? तूने बहुत सी जातियों को लूट लिया है, इसलिए सब बचे हुए लोग तुझे भी लूट लेंगे। इसका कारण मनुष्यों की हत्या है, और वह उपद्रव भी जो तूने इस देश और राजधानी और इसके सब रहनेवालों पर किया है। target: [122, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 76, 208, 210, 212, 214, 216, 134, 218, 220, 222, 224, 226, 198, 228, 134, 230, 232, 204, 234] source: क्योंकि यहूदा के राजा योशिय्याह का पुत्र शल्लूम, जो अपने पिता योशिय्याह के स्थान पर राजा था और इस स्थान से निकल गया, उसके विषय में यहोवा यह कहता है “वह फिर यहाँ लौटकर न आने पाएगा। target: [122, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 8, 10, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 156, 268, 270, 148, 74, 14, 86, 90, 40] source: मैं इस नगर को ऐसा उजाड़ दूँगा कि लोग इसे देखकर डरेंगे; जो कोई इसके पास से होकर जाए वह इसकी सब विपत्तियों के कारण चकित होगा और घबराएगा। target: [16, 272, 154, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 232, 286, 288, 290, 292, 294, 134, 296, 298, 154, 198, 300, 276, 74, 302, 304, 306, 278] source: तब यहोवा ने उससे कहा, “जिस देश के विषय में मैंने अब्राहम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाकर कहा था, कि मैं इसे तेरे वंश को दूँगा वह यही है। मैंने इसको तुझे साक्षात् दिखा दिया है, परन्तु तू पार होकर वहाँ जाने न पाएगा।” target: [8, 308, 310, 312, 314, 74, 316, 318, 320, 322, 324, 14, 326, 328, 330, 14, 332, 154, 334, 336, 70, 120, 204, 154, 14, 338, 340, 342, 186, 36, 344, 346] source: तेरी जो बेटियाँ मैदान में हों, उनको वह तलवार से मारेगा, और तेरे विरुद्ध कोट बनाएगा और दमदमा बाँधेगा; और ढाल उठाएगा। target: [14, 348, 350, 352, 354, 356, 74, 358, 360, 362, 364, 366, 74, 358, 368, 370] source: यहोवा की यह वाणी है कि मैं इस स्थान और इसके रहनेवालों के साथ ऐसा ही काम करूँगा, मैं इस नगर को तोपेत के समान बना दूँगा। target: [8, 10, 12, 372, 268, 74, 374, 376, 378, 380, 154, 382, 278, 154, 16, 300, 384, 278] source: मैं तुम से कहता हूँ; वह तुरन्त उनका न्याय चुकाएगा; पर मनुष्य का पुत्र जब आएगा, तो क्या वह पृथ्वी पर विश्वास पाएगा?” target: [154, 386, 388, 14, 390, 392, 394, 396, 398, 400, 402, 404, 406, 408, 410, 412, 414, 416, 418] source: और उसने, उसी दिन यह कहकर उस बात का एक चिन्ह भी बताया, “यह वचन जो यहोवा ने कहा है, इसका चिन्ह यह है कि यह वेदी फट जाएगी, और इस पर की राख गिर जाएगी।” target: [372, 420, 422, 306, 424, 426, 428, 430, 14, 310, 432, 434, 436, 114, 438, 114, 440, 442, 74, 444, 446, 448, 450, 10, 452, 434, 454]
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“इसलिए यहोवा अश्शूर के राजा के विषय यह कहता है कि वह इस नगर में प्रवेश करने, वरन् इस पर एक तीर भी मारने न पाएगा; और न वह ढाल लेकर इसके सामने आने या इसके विरुद्ध दमदमा बाँधने पाएगा।
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[196, 456, 458, 8, 372, 460, 14, 16, 106, 90, 112, 462, 36, 464, 28, 466, 112, 14, 16, 468, 470, 90, 24, 462, 472, 474, 476, 478, 480, 40]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: हे सेनाओं के यहोवा, तेरे निवास क्या ही प्रिय हैं! target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: फिर यहोवा ने मुझे चार लोहार दिखाए। target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: मैं यहोवा की दुहाई देता, मैं यहोवा से गिड़गिड़ाता हूँ, target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 36, 38, 40, 42, 56, 58, 46, 48, 60, 54, 36] source: चाँदी तो मेरी है, और सोना भी मेरा ही है, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है। target: [62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 36] source: यहोवा योद्धा है; उसका नाम यहोवा है। target: [76, 84, 86, 88, 90, 92, 76, 94, 36] source: फिर यहोवा ने यहोशू से कहा, target: [96, 24, 98, 100] source: तुम्हारे बीच मारे हुए गिरेंगे, और तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ। target: [102, 104, 106, 108, 64, 48, 110, 76, 112, 114, 116, 118, 36] source: और यहोवा ने यहोशू से कहा, target: [76, 120, 122] source: तो भी, अब यहोवा की यह वाणी है, हे जरुब्बाबेल, हियाव बाँध; और हे यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक, हियाव बाँध; और यहोवा की यह भी वाणी है कि हे देश के सब लोगों हियाव बाँधकर काम करो, क्योंकि मैं तुम्हारे संग हूँ, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है। target: [124, 126, 128, 130, 72, 76, 80, 132, 64, 134, 136, 138, 128, 140, 64, 142, 144, 146, 128, 148, 72, 76, 80, 150, 64, 152, 154, 156, 48, 158, 160, 78, 74, 56, 80, 94, 36] source: मासेयाह जो बारूक का पुत्र था, यह कोल्होजे का पुत्र, यह हजायाह का पुत्र, यह अदायाह का पुत्र, यह योयारीब का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, और यह शीलोई का पुत्र था। target: [162, 164, 166, 168, 170, 172, 168, 174, 172, 168, 176, 172, 168, 178, 172, 168, 180, 172, 168, 182, 136, 184, 36] source: जिससे वे जाने कि यह तेरा काम है, और हे यहोवा, तूने ही यह किया है! target: [4, 8, 78, 186, 152, 140, 188, 190, 110, 192, 194, 114, 196, 198, 36] source: सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, “मैं उनके विरुद्ध उठूँगा, और बाबेल का नाम और निशान मिटा डालूँगा, और बेटों-पोतों को काट डालूँगा,” यहोवा की यही वाणी है। target: [200, 202, 48, 204, 206, 78, 6, 56, 80, 94, 36, 208, 210, 212, 214, 64, 216, 218, 220, 78, 56, 80, 94, 36] source: सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है, उस दिन, हे शालतीएल के पुत्र मेरे दास जरुब्बाबेल, मैं तुझे लेकर अँगूठी के समान रखूँगा, यहोवा की यही वाणी है; क्योंकि मैंने तुझी को चुन लिया है, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।” target: [74, 76, 80, 132, 222, 224, 226, 228, 136, 230, 48, 232, 234, 236, 238, 36, 48, 232, 240, 242, 244, 246, 232, 248, 160, 76, 80, 250] source: तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, “यहोवा यह कहता है, target: [252, 56, 254, 256, 258, 260, 262]
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रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा,
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[264, 266, 268, 64, 270]
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source: क्योंकि हमारा ज्ञान अधूरा है, और हमारी भविष्यद्वाणी अधूरी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 10, 16, 18] source: और यदि तू हमारे संग चले, तो निश्चय जो भलाई यहोवा हम से करेगा उसी के अनुसार हम भी तुझसे वैसा ही करेंगे।” target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 6, 36, 38, 40, 14, 42, 44] source: क्या तू उसका अधिकारी न होगा, जिसका तेरा कमोश* देवता तुझे अधिकारी कर दे? इसी प्रकार से जिन लोगों को हमारा परमेश्वर यहोवा हमारे सामने से निकाले, उनके देश के अधिकारी हम होंगे। target: [46, 48, 50, 52, 32, 54, 56, 58, 20, 60, 62, 64, 66, 68, 48, 30, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 68, 86, 88] source: यदि वे कहें, “हमारे संग चल, कि हम हत्या करने के लिये घात लगाएँ, हम निर्दोषों पर वार करें; target: [22, 58, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 96, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118] source: हमने कहा, 'हम नहीं जा सकते, हाँ, यदि हमारा छोटा भाई हमारे संग रहे, तब हम जाएँगे; क्योंकि यदि हमारा छोटा भाई हमारे संग न रहे, तो हम उस पुरुष के सम्मुख न जाने पाएँगे।' target: [120, 14, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 4, 138, 126, 128, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 136, 156, 158, 160, 162, 164, 166] source: और वे मूसा से कहने लगे, “तू ही हम से बातें कर, तब तो हम सुन सकेंगे; परन्तु परमेश्वर हम से बातें न करे, ऐसा न हो कि हम मर जाएँ।” target: [58, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 14, 180, 48, 174, 182, 184, 186, 188, 28, 14, 190, 192] source: क्या हमें खाने-पीने का अधिकार नहीं? target: [162, 194, 196, 198, 200] source: यदि हम उसे ऐसे ही छोड़ दे, तो सब उस पर विश्वास ले आएँगे और रोमी आकर हमारी जगह और जाति दोनों पर अधिकार कर लेंगे।” target: [96, 202, 204, 206, 28, 82, 208, 210, 212, 214, 120, 216, 208, 218, 220, 222, 120, 224, 226, 228] source: जब औरों का तुम पर यह अधिकार है, तो क्या हमारा इससे अधिक न होगा? परन्तु हम यह अधिकार काम में नहीं लाए; परन्तु सब कुछ सहते हैं, कि हमारे द्वारा मसीह के सुसमाचार की कुछ रोक न हो। target: [22, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 28, 14, 242, 244, 246, 248, 120, 250, 14, 234, 252, 254, 256, 136, 258, 260, 262, 14, 264, 266, 268, 270, 14, 82, 272, 274, 276] source: वे कहते हैं, “हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे, हमारे होंठ हमारे ही वश में हैं; हम पर कौन शासन कर सकेगा?” target: [278, 58, 280, 32, 156, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 6, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308] source: इसलिए यदि तू हमारे भाई को हमारे संग भेजे, तब तो हम जाकर तेरे लिये भोजनवस्तु मोल ले आएँगे; target: [300, 310, 128, 24, 312, 314, 316, 14, 318, 320, 322, 324, 326] source: सर्वशक्तिमान क्या है, कि हम उसकी सेवा करें? और यदि हम उससे विनती भी करें तो हमें क्या लाभ होगा?' target: [328, 306, 12, 62, 330, 332, 14, 334, 330, 336, 338, 162, 340, 342] source: और यदि परमेश्वर चाहे, तो हम यही करेंगे। target: [48, 246, 344, 28, 278, 96, 118] source: तब जो राज घराने के काम पर था, और जो नगर के ऊपर था, उन्होंने और पुरनियों और लड़कों के पालनेवालों ने येहू के पास यह कहला भेजा, “हम तेरे दास हैं, जो कुछ तू हम से कहे, उसे हम करेंगे; हम किसी को राजा न बनाएँगे, जो तुझे भाए वही कर।” target: [346, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 120, 158, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 376, 378, 284, 42, 380, 382, 20, 384, 58, 14, 386, 14, 388, 390, 392, 394, 52, 396, 398, 58, 400]
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यदि वह मुझसे लड़कर मुझे मार सके, तब तो हम तुम्हारे अधीन हो जाएँगे; परन्तु यदि मैं उस पर प्रबल होकर मारूँ, तो तुम को हमारे अधीन होकर हमारी सेवा करनी पड़ेगी।”
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[22, 402, 404, 338, 406, 408, 410, 412, 28, 14, 414, 416, 418, 420, 22, 422, 202, 410, 412, 28, 310, 6, 424, 426, 428, 430, 432]
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source: और उसको सामरिया से होकर जाना अवश्य था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18] source: यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे उत्तम क्यों कहता है? कोई उत्तम नहीं, केवल एक अर्थात् परमेश्वर। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 30, 42, 18] source: यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे उत्तम क्यों कहता है? कोई उत्तम नहीं, केवल एक, अर्थात् परमेश्वर। target: [20, 44, 22, 24, 28, 30, 46, 48, 36, 38, 40, 30, 42, 18] source: खुली हुई डाँट गुप्त प्रेम से उत्तम है। target: [50, 52, 54, 56, 58, 60, 18] source: क्योंकि मैंने तुम को उत्तम शिक्षा दी है; मेरी शिक्षा को न छोड़ो। target: [62, 64, 30, 66, 68, 70, 18, 72, 74, 76, 18] source: याकूब से यूसुफ उत्पन्न हुआ, जो मरियम का पति था, और मरियम से* यीशु उत्पन्न हुआ जो मसीह कहलाता है। target: [78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 18] source: तब निवास का तम्बू उतारा गया, और गेर्शोनियों और मरारियों ने जो निवास के तम्बू को उठाते थे प्रस्थान किया। target: [104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 104, 120, 122, 114, 124, 126, 128, 18] source: जिस नामधराई से मैं डरता हूँ, उसे दूर कर; क्योंकि तेरे नियम उत्तम हैं। target: [28, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 30, 146, 18] source: यीशु ने उनको उत्तर दिया, “वैद्य भले चंगों के लिये नहीं, परन्तु बीमारों के लिये अवश्य है। target: [20, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 164, 174, 176] source: और तू पेट भर खाएगा, और उस उत्तम देश के कारण जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देगा उसे धन्य मानेगा। target: [178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 64, 194, 30, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 18] source: सुनो, क्योंकि मैं उत्तम बातें कहूँगी, और जब मुँह खोलूँगी, तब उससे सीधी बातें निकलेंगी; target: [210, 138, 62, 212, 214, 216, 218, 220, 114, 72, 222, 54, 224, 226, 228, 230, 206, 70, 18] source: उनमें मरियम मगदलीनी और याकूब और योसेस की माता मरियम और जब्दी के पुत्रों की माता थीं। target: [232, 234, 236, 78, 114, 238, 240, 242, 114, 244, 246, 240, 248, 18] source: वह तेरी सीमा में शान्ति देता है, और तुझको उत्तम से उत्तम गेहूँ से तृप्त करता है। target: [250, 252, 254, 256, 258, 18, 260, 262, 250, 264, 266, 268, 18] source: और जब मूसा की व्यवस्था के अनुसार मरियम के शुद्ध होने के दिन पूरे हुए तो यूसुफ और मरियम उसे यरूशलेम में ले गए, कि प्रभु के सामने लाएँ। (लैव्य. 12:6) target: [270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 114, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 18]
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परन्तु एक बात अवश्य है, और उस उत्तम भाग को मरियम ने चुन लिया है: जो उससे छीना न जाएगा।”
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[4, 298, 170, 300, 302, 304, 18, 284, 306, 30, 300, 308, 310, 312, 300, 314, 316, 176]
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source: तब उन्होंने उसको, और उसके पुत्रों और सारी प्रजा को यहाँ तक मारा कि उसका कोई भी न बचा; और वे उसके देश के अधिकारी को गए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 10, 14, 16, 18, 10, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: और यूसुफ के घर के सब लोग, और उसके भाई, और उसके पिता के घर के सब लोग भी संग गए; पर वे अपने बाल-बच्चों, और भेड़-बकरियों, और गाय-बैलों को गोशेन देश में छोड़ गए। target: [32, 34, 36, 38, 10, 40, 10, 36, 42, 44, 46, 10, 48, 50, 10, 52, 6, 54, 56, 58] source: फिर जब संध्या हुई, तो उसके चेले झील के किनारे गए, target: [60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76] source: मेरे कुटुम्बी मुझे छोड़ गए हैं, और मेरे प्रिय मित्र मुझे भूल गए हैं। target: [78, 80, 82, 84, 10, 86, 88, 90, 92, 94] source: तब शमौन और उसके साथी उसकी खोज में गए। target: [96, 10, 98, 100, 102, 104] source: तूने उसका तेज हर लिया है, और उसके सिंहासन को भूमि पर पटक दिया है। target: [106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120] source: उसकी टाँगें लोहे की और उसके पाँव कुछ तो लोहे के और कुछ मिट्टी के थे। target: [122, 6, 124, 126, 10, 128, 130, 6, 124, 10, 132, 6, 134, 136, 138] source: आसा और उसके संग के लोगों ने उनका पीछा गरार तक किया, और इतने कूशी मारे गए, कि वे फिर सिर न उठा सके क्योंकि वे यहोवा और उसकी सेना से हार गए, और यहूदी बहुत सी लूट ले गए। target: [140, 10, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 82, 166, 146, 168, 170, 172, 174, 176, 10, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192] source: और सब खाकर तृप्त हो गए, target: [14, 194, 10, 196, 198] source: और गेहूँ ले जाने के बहाने घर में घुस गए; और उसके पेट में मारा; तब रेकाब और उसका भाई बानाह भाग निकले। target: [74, 200, 202, 100, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 6, 216, 218, 220, 222, 10, 224, 226, 22, 198] source: और उसके कान खुल गए, और उसकी जीभ की गाँठ भी खुल गई, और वह साफ-साफ बोलने लगा। target: [228, 230, 232, 10, 234, 236, 238, 10, 100, 240, 242, 244] source: क्योंकि बहुत से लोग उसके द्वारा मारे गए है*; उसके घात किए हुओं की एक बड़ी संख्या होगी। target: [172, 246, 86, 100, 248, 250, 14, 86, 100, 252, 254, 256, 258] source: इस पर उसके चेलों में से बहुत सारे उल्टे फिर गए और उसके बाद उसके साथ न चले। target: [260, 262, 264, 266, 6, 66, 268, 270, 10, 272, 148, 274] source: वे मूर्खों और नीच लोगों के वंश हैं जो मार-मार के इस देश से निकाले गए थे। target: [276, 278, 280, 276, 86, 282, 200, 284, 6, 286, 288]
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तो भी लोग उसको बँधुवाई में ले गए, और उसके नन्हें बच्चे सड़कों के सिरे पर पटक दिए गए; और उसके प्रतिष्ठित पुरुषों के लिये उन्होंने चिट्ठी डाली, और उसके सब रईस बेड़ियों से जकड़े गए।
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[290, 142, 100, 292, 294, 10, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 14, 310, 306, 312, 314, 316, 10, 14, 318, 182, 320, 10, 322, 324]
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source: हे सेनाओं के परमेश्वर, हमको ज्यों के त्यों कर दे; और अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका, तब हमारा उद्धार हो जाएगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: हे परमेश्वर, हमको ज्यों के त्यों कर दे; और अपने मुख का प्रकाश चमका, तब हमारा उद्धार हो जाएगा! target: [4, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: परमेश्वर हम पर अनुग्रह करे और हमको आशीष दे; वह हम पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए, (सेला) target: [38, 40, 42, 44, 46, 18, 12, 48, 50, 18, 52, 54, 40, 42, 56, 58] source: बहुत से हैं जो कहते हैं, “कौन हमको कुछ भलाई दिखाएगा?” हे यहोवा, तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका! target: [60, 62, 64, 66, 68, 12, 70, 72, 74, 76, 4, 78, 20, 80, 82, 40, 42, 84] source: हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, हमको पुनः स्थापित कर, और अपना क्रोध हम पर से दूर कर*! target: [4, 40, 86, 88, 10, 90, 92, 22, 94, 18, 20, 96, 82, 98, 100, 102] source: हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, अपने नाम की महिमा के निमित्त हमारी सहायता कर; और अपने नाम के निमित्त हमको छुड़ाकर हमारे पापों को ढाँप दे। target: [4, 40, 104, 8, 10, 20, 106, 8, 108, 110, 90, 112, 16, 18, 20, 106, 8, 114, 12, 116, 18, 40, 118, 82, 120, 122] source: अपने दास पर अपने मुँह का प्रकाश चमका; अपनी करुणा से मेरा उद्धार कर। target: [20, 124, 82, 20, 126, 42, 128, 130, 44, 132, 134, 136] source: हे यहोवा अपनी करुणा हमें दिखा, और तू हमारा उद्धार कर। target: [4, 78, 130, 44, 12, 138, 18, 130, 104, 12, 140] source: हमारा परमेश्वर यहोवा जैसे हमारे पुरखाओं के संग रहता था, वैसे ही हमारे संग भी रहे, वह हमको त्याग न दे और न हमको छोड़ दे। target: [142, 144, 38, 40, 146, 148, 150, 152, 40, 154, 8, 132, 156, 152, 158, 12, 160, 18, 158, 12, 162] source: अब थोड़े दिन से हमारे परमेश्वर यहोवा का अनुग्रह हम पर हुआ है, कि हम में से कोई-कोई बच निकले*, और हमको उसके पवित्रस्थान में एक खूँटी मिले, और हमारा परमेश्वर हमारी आँखों में ज्योति आने दे, और दासत्व में हमको कुछ विश्रान्ति मिले। target: [164, 166, 72, 168, 170, 142, 40, 38, 172, 44, 40, 42, 174, 176, 18, 178, 180, 40, 182, 72, 82, 184, 186, 176, 18, 12, 20, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 176, 30, 202, 144, 38, 204, 206, 82, 208, 210, 18, 212, 192, 12, 214, 216, 218, 220] source: हमारे परमेश्वर यहोवा ने तो होरेब पर हम से वाचा बाँधी। target: [142, 40, 38, 180, 222, 192, 40, 132, 224, 226] source: क्योंकि यहोवा हमारा न्यायी, यहोवा हमारा हाकिम, यहोवा हमारा राजा है; वही हमारा उद्धार करेगा। target: [142, 30, 144, 228, 230, 142, 144, 232, 234, 236, 230, 142, 144, 238, 230, 152, 12, 240] source: क्योंकि जब तुमने मुझको यह कहकर अपने परमेश्वर यहोवा के पास भेज दिया, 'हमारे निमित्त हमारे परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर और जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसी के अनुसार हमको बता और हम वैसा ही करेंगे,' तब तुम जान-बूझके अपने ही को धोखा देते थे*। target: [242, 202, 244, 246, 248, 132, 250, 252, 176, 254, 244, 134, 142, 20, 38, 256, 258, 68, 40, 110, 142, 40, 38, 260, 262, 264, 18, 266, 72, 202, 142, 144, 38, 268, 270, 12, 272, 274, 32, 276] source: “यहोवा तुझ पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए, और तुझ पर अनुग्रह करे: target: [142, 20, 278, 82, 280, 42, 282, 18, 280, 42, 44, 284]
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हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, हमको ज्यों का त्यों कर दे! और अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका, तब हमारा उद्धार हो जाएगा!
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[4, 142, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36]
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source: यदि मैं आप ही अपनी गवाही दूँ; तो मेरी गवाही सच्ची नहीं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 12, 20, 22, 24] source: फरीसियों ने उससे कहा; “तू अपनी गवाही आप देता है; तेरी गवाही ठीक नहीं।” target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 8, 42, 10, 44, 46, 48, 50, 16, 52, 40, 54, 56, 58, 44, 48, 60, 44, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 22, 74, 76, 58, 40, 78, 80, 82] source: इससे तो तुम अपने पर आप ही गवाही देते हो, कि तुम भविष्यद्वक्ताओं के हत्यारों की सन्तान हो। target: [84, 86, 8, 88, 12, 90, 92, 58, 70, 94, 96, 98, 96, 100, 102] source: एक तो मैं आप अपनी गवाही देता हूँ, और दूसरा पिता मेरी गवाही देता है जिस ने मुझे भेजा।” (व्य. 19:15) target: [6, 8, 10, 12, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 30, 116, 118, 120, 122, 10, 12, 104, 124] source: मैं तुझे परमेश्वर को जो सबको जीवित रखता है, और मसीह यीशु को गवाह करके जिसने पुन्तियुस पिलातुस के सामने अच्छा अंगीकार किया, यह आज्ञा देता हूँ, target: [6, 126, 128, 130, 132, 34, 134, 136, 138, 108, 140, 32, 34, 114, 30, 142, 144, 96, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 102] source: जिसने परमेश्वर के वचन और यीशु मसीह की गवाही, अर्थात् जो कुछ उसने देखा था उसकी गवाही दी। target: [114, 30, 126, 96, 168, 170, 108, 32, 140, 170, 172, 174, 132, 46, 170, 58, 176, 30, 178, 180, 12, 182] source: क्योंकि बहुत से उसके विरोध में झूठी गवाही दे रहे थे, पर उनकी गवाही एक सी न थी। target: [184, 30, 72, 96, 186, 188, 12, 16, 190, 26, 192, 170, 12, 194, 196, 198, 200] source: दिमेत्रियुस के विषय में सब ने वरन् सत्य ने भी आप ही गवाही दी: और हम भी गवाही देते हैं, और तू जानता है, कि हमारी गवाही सच्ची है। target: [202, 170, 132, 30, 108, 204, 30, 42, 206, 12, 190, 120, 208, 70, 206, 12, 90, 106, 108, 40, 210, 50, 60, 212, 12, 62, 24] source: और गवाही देनेवाले तीन हैं; target: [108, 214, 72, 138, 130, 12, 104, 120, 216, 58, 214, 204, 24] source: यह गवाही देने आया, कि ज्योति की गवाही दे, ताकि सब उसके द्वारा विश्वास लाएँ। target: [218, 220, 34, 222, 10, 12, 224, 226, 16, 58, 228, 230, 232, 234, 222, 236, 238, 240, 242] source: तुम आप ही गवाह हो, और परमेश्वर भी गवाह है, कि तुम विश्वासियों के बीच में हमारा व्यवहार कैसा पवित्र और धार्मिक और निर्दोष रहा। target: [126, 108, 86, 244, 156, 92, 60, 246, 248, 58, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 108, 264, 266, 200] source: सबके हाथ ढीले और सबके घुटने अति निर्बल हो जाएँगे। target: [232, 268, 270, 272, 108, 232, 274, 276, 278, 280, 92, 282] source: और अपने फाटकों के भीतर के लेवीय को न छोड़ना, क्योंकि तेरे साथ उसका कोई भाग या अंश न होगा। target: [86, 176, 284, 34, 130, 246, 286, 96, 288, 138, 290, 198, 292, 216, 58, 176, 294, 246, 248, 296, 298, 300, 302, 22, 24] source: वह आप तो वह ज्योति न था, परन्तु उस ज्योति की गवाही देने के लिये आया था। target: [228, 42, 72, 222, 22, 304, 26, 228, 220, 34, 222, 10, 12, 224, 68, 226, 200]
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जिसने अपने आप को सबके छुटकारे के दाम में दे दिया; ताकि उसकी गवाही ठीक समयों पर दी जाए।
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[114, 30, 8, 42, 34, 132, 68, 306, 96, 308, 310, 96, 312, 108, 72, 170, 12, 8, 314, 316, 318]
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