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source: उस दिन तुम मेरे नाम से माँगोगे, और मैं तुम से यह नहीं कहता, कि मैं तुम्हारे लिये पिता से विनती करूँगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 16, 28, 30, 32] source: तब उन्होंने कहा, “यह ‘थोड़ी देर’ जो वह कहता है, क्या बात है? हम नहीं जानते, कि क्या कहता है।” target: [34, 30, 36, 38, 40, 42, 26, 44, 46, 48, 50, 52, 38, 54, 56, 34, 58, 60, 32] source: जो कोई यह कहता है, “मैं उसे जान गया हूँ,” और उसकी आज्ञाओं को नहीं मानता, वह झूठा है; और उसमें सत्य नहीं। target: [62, 64, 26, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 14, 94, 96, 32] source: पर जो स्वार्थी हैं और सत्य को नहीं मानते, वरन् अधर्म को मानते हैं, उन पर क्रोध और कोप पड़ेगा। target: [74, 44, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 114, 120] source: “तो भी तुम्हारे लोग कहते हैं, प्रभु की चाल ठीक नहीं; परन्तु उन्हीं की चाल ठीक नहीं है। target: [122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 74, 124, 132, 134, 138] source: और उन्होंने कहा, “क्या यह यूसुफ का पुत्र यीशु नहीं, जिसके माता-पिता को हम जानते हैं? तो वह क्यों कहता है कि मैं स्वर्ग से उतरा हूँ?” target: [140, 34, 142, 144, 146, 148, 150, 82, 52, 152, 154, 14, 156, 158, 160, 162, 38, 164, 66, 16, 166, 168, 170] source: और अब, मैं आत्मा में बंधा हुआ* यरूशलेम को जाता हूँ, और नहीं जानता, कि वहाँ मुझ पर क्या-क्या बीतेगा, target: [14, 162, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 14, 184, 186, 54, 188, 190, 192, 32] source: मैं तेरे काम, और तेरे परिश्रम, और तेरे धीरज को जानता हूँ; और यह भी कि तू बुरे लोगों को तो देख नहीं सकता; और जो अपने आप को प्रेरित कहते हैं, और हैं नहीं, उन्हें तूने परखकर झूठा पाया। target: [194, 54, 196, 34, 198, 192, 200, 124, 202, 204, 118, 206, 190, 16, 208, 198, 190, 192, 182, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 14, 44, 222, 224, 226, 122, 44, 228, 220, 230, 194, 232, 234, 14, 34, 88, 236, 190, 214, 238, 240] source: पर ये लोग जिन बातों को नहीं जानते, उनको बुरा-भला कहते हैं; पर जिन बातों को अचेतन पशुओं के समान स्वभाव ही से जानते हैं, उनमें अपने आप को नाश करते हैं। target: [74, 190, 126, 242, 244, 246, 220, 248, 250, 252, 254, 122, 112, 256, 258, 260, 242, 244, 226, 262, 34, 264, 266, 268] source: परमेश्वर को दुष्ट क्यों तुच्छ जानता है, और अपने मन में कहता है “तू लेखा न लेगा?” target: [212, 70, 270, 272, 274, 86, 198, 276, 278, 280, 26, 86, 282, 272, 284] source: हे यहोवा, मेरे मुँह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो। target: [190, 286, 8, 288, 290, 292, 294, 214, 296, 298, 82, 26, 300, 32] source: क्योंकि वह कहता है, “क्या मेरे सब हाकिम राजा के तुल्य नहीं? target: [86, 66, 302, 304, 306, 308, 220, 52] source: इस पर पिलातुस ने उससे कहा, “क्या तू नहीं सुनता, कि ये तेरे विरोध में कितनी गवाहियाँ दे रहे हैं?” target: [310, 312, 314, 316, 318, 126, 320, 62, 322, 324, 236, 86, 194, 326, 328, 330, 84, 332, 194, 272, 334, 336, 338] source: इसलिए जो इसे तुच्छ जानता है, वह मनुष्य को नहीं, परन्तु परमेश्वर को तुच्छ जानता है, जो अपना पवित्र आत्मा तुम्हें देता है। target: [310, 62, 64, 340, 342, 86, 344, 346, 84, 28, 348, 350, 352, 354, 356, 48, 340, 358]
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पर तुम थुआतीरा के बाकी लोगों से, जितने इस शिक्षा को नहीं मानते, और उन बातों को जिन्हें शैतान की गहरी बातें कहते हैं* नहीं जानते, यह कहता हूँ, कि मैं तुम पर और बोझ न डालूँगा।
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[122, 360, 362, 364, 44, 366, 126, 236, 44, 368, 370, 372, 220, 112, 16, 374, 210, 376, 378, 380, 244, 26, 128, 382, 244, 384, 298, 136, 382, 386, 16, 366, 388, 390, 32]
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source: हे यहोवा! मेरी सुन, मेरी सुन, कि ये लोग जान लें कि हे यहोवा, तू ही परमेश्वर है, और तू ही उनका मन लौटा लेता है।” target: [4, 6, 8, 10, 4, 6, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 22, 28, 30, 32, 34, 36] source: तू खेत में गिरेगा, क्योंकि मैं ही ने ऐसा कहा है, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 24, 58] source: हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैंने तेरी दुहाई दी और तूने मुझे चंगा किया है। target: [8, 10, 60, 62, 64, 66, 22, 68, 70, 72, 74] source: और अपनी जवानी के साथी को छोड़ देती, और जो अपने परमेश्वर की वाचा* को भूल जाती है। target: [76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 60, 94, 96] source: दुष्टों के लिये शान्ति नहीं है, मेरे परमेश्वर का यही वचन है।” target: [98, 100, 102, 66, 104, 106] source: “दृष्टान्त का अर्थ यह है: बीज तो परमेश्वर का वचन है। target: [108, 110, 112, 114, 116, 118] source: यहूदा में भी परमेश्वर की ऐसी शक्ति हुई, कि वे एक मन होकर, जो आज्ञा राजा और हाकिमों ने यहोवा के वचन के अनुसार दी थी, उसे मानने को तैयार हुए। target: [120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 88, 146, 148, 150, 56, 152] source: आदि में* वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था। target: [80, 154, 156, 158, 156, 160, 122, 162, 156, 164, 122, 166] source: “परमेश्वर यहोवा यह कहता है, उस दिन तेरे मन में ऐसी-ऐसी बातें आएँगी कि तू एक बुरी युक्ति भी निकालेगा; target: [168, 170, 172, 100, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 88, 186, 188] source: और अब हे यहोवा तू ही परमेश्वर है, और तूने अपने दास को यह भलाई करने का वचन दिया है; target: [8, 10, 22, 190, 192, 14, 194, 140, 196, 198] source: हे पृथ्वी, पृथ्वी, हे पृथ्वी, यहोवा का वचन सुन! target: [8, 200, 8, 200, 8, 200, 202, 80, 56, 204, 206] source: और लोग यह न कहेंगे, कि देखो, यहाँ है, या वहाँ है। क्योंकि, परमेश्वर का राज्य तुम्हारे बीच में है।” target: [208, 210, 212, 214, 216, 46, 218, 122, 80, 220] source: “जो बात यहोवा के दास मूसा ने तुम से कही थी, कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें विश्राम देता है, और यही देश तुम्हें देगा, उसकी सुधि करो। target: [222, 224, 226, 228, 204, 142, 134, 230, 232, 234, 236, 20, 238, 240, 24, 242, 244, 246, 88, 14, 248, 250] source: उसने परमेश्वर के उस जन को जो यहूदा से आया था, पुकार के कहा, “यहोवा यह कहता है इसलिए कि तूने यहोवा का वचन न माना, और जो आज्ञा तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे दी थी उसे भी नहीं माना; target: [252, 254, 60, 128, 76, 80, 256, 258, 88, 260, 262, 172, 100, 264, 76, 266, 56, 268, 270, 88, 272, 274, 276, 278, 20, 24, 280, 238, 282]
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क्योंकि यहोवा ने तुझे ऐसा बुलाया है, मानो तू छोड़ी हुई और मन की दुःखिया और जवानी की त्यागी हुई स्त्री हो, तेरे परमेश्वर का यही वचन है।
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[284, 286, 288, 88, 290, 292, 80, 294, 204, 296, 298, 284, 300, 20, 80, 302, 304, 306, 88, 308, 310, 312]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: और दरोगा जाग उठा, और बन्दीगृह के द्वार खुले देखकर समझा कि कैदी भाग गए, अतः उसने तलवार खींचकर अपने आपको मार डालना चाहा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 4, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: तब हाकिमों ने बारूक से कहा, “जा, तू अपने आपको और यिर्मयाह को छिपा, और कोई न जानने पाए कि तुम कहाँ हो।” target: [58, 60, 62, 64, 52, 66, 68, 70, 14, 72, 48, 50, 52, 74, 76, 14, 78, 80, 82, 34, 84, 86, 88] source: तब योनादाब ने राजा से कहा, “देख, राजकुमार तो आ गए हैं; जैसा तेरे दास ने कहा था वैसा ही हुआ।” target: [58, 90, 62, 92, 52, 66, 94, 96, 98, 40, 14, 100, 102, 104, 62, 106, 108, 110, 112, 114, 116] source: और उसने चारों ओर उन सभी को देखकर उस मनुष्य से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।” उसने ऐसा ही किया, और उसका हाथ फिर चंगा हो गया। target: [58, 118, 62, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 66, 134, 136, 138, 58, 140, 62, 142, 136, 144, 14, 140, 6, 136, 146, 148, 150] source: “अपने ही नाम के निमित्त मैं क्रोध करने में विलम्ब करता हूँ, और अपनी महिमा के निमित्त अपने आपको रोक रखता हूँ, ऐसा न हो कि मैं तुझे काट डालूँ। target: [152, 48, 154, 18, 156, 142, 158, 160, 162, 164, 14, 166, 168, 18, 156, 170, 52, 172, 174, 160, 176, 26, 178, 152, 180, 182, 80, 184] source: और याजक छावनी के बाहर* जाए, और याजक उस कोढ़ी को देखे, और यदि उसके कोढ़ की व्याधि चंगी हुई हो, (लूका 17:14) target: [14, 186, 188, 190, 192, 194, 14, 140, 196, 52, 198, 14, 200, 140, 18, 202, 6, 204, 146, 148, 206, 208] source: किसी पर शीघ्र हाथ न रखना* और दूसरों के पापों में भागी न होना; अपने आपको पवित्र बनाए रख। target: [14, 210, 46, 212, 214, 136, 216, 132, 218, 18, 220, 6, 222, 80, 224, 48, 50, 52, 226, 228] source: जो भेजे गए थे, उन्होंने जाकर जैसा उसने उनसे कहा था, वैसा ही पाया। target: [230, 232, 234, 40, 236, 120, 62, 140, 238, 240, 68, 132, 242, 112, 120, 52, 244, 108, 110, 112, 246] source: और यदि तू सच्चाई और न्याय और धर्म से यहोवा के जीवन की शपथ खाए, तो जाति-जाति उसके कारण अपने आपको धन्य कहेंगी, और उसी पर घमण्ड करेंगी।” target: [248, 70, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 46, 14, 266, 262, 58, 268, 170, 18, 240, 50, 52, 270, 272, 14, 170, 52, 168, 274] source: यों योताम सामर्थी हो गया, क्योंकि वह अपने आपको अपने परमेश्वर यहोवा के सम्मुख जानकर सीधी चाल चलता था। target: [230, 276, 278, 148, 206, 280, 178, 170, 62, 252, 48, 282, 18, 284, 48, 286, 288, 290, 236] source: थोड़ी देर बाद किसी और ने उसे देखकर कहा, “तू भी तो उन्हीं में से है।” पतरस ने कहा, “हे मनुष्य, मैं नहीं हूँ।” target: [292, 294, 296, 212, 298, 62, 140, 52, 130, 132, 300, 70, 302, 120, 114, 304, 306, 308, 310, 62, 66, 312, 314, 152, 316, 318] source: जो बातें फिलिप्पुस ने कहीं उन्हें लोगों ने सुनकर और जो चिन्ह वह दिखाता था उन्हें देख-देखकर, एक चित्त होकर मन लगाया। target: [14, 16, 320, 62, 170, 322, 178, 170, 324, 108, 326, 14, 24, 26, 328, 330, 148, 132, 332, 334, 336, 214, 330, 338] source: तब उसने अपने चेलों की ओर देखकर कहा, “धन्य हो तुम, जो दीन हो, क्योंकि परमेश्वर का राज्य तुम्हारा है। target: [58, 140, 62, 340, 342, 214, 344, 346, 132, 66, 348, 148, 84, 232, 350, 148, 280, 178, 352, 354, 356, 358] source: उसने कहा, “मुझे अपना तेज दिखा दे*।” target: [26, 140, 66, 360, 142, 362, 364]
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उसने उन्हें देखकर कहा, “जाओ; और अपने आपको याजकों को दिखाओ*।” और जाते ही जाते वे शुद्ध हो गए। (लैव्य. 14:2-3)
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[58, 118, 62, 130, 132, 120, 52, 66, 366, 14, 48, 50, 52, 368, 52, 370, 14, 28, 372, 34, 170, 374, 114, 376, 148, 378]
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source: मैं उसको अपने पग-पग का हिसाब देता; मैं उसके निकट प्रधान के समान निडर जाता। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: “लोगों के विलाप करने के लिये विलाप का गीत यही है; जाति-जाति की स्त्रियाँ इसे गाएँगी; मिस्र और उसकी सारी भीड़ के विषय वे यही विलापगीत गाएँगी, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।” target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 20, 40, 42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58] source: तब दाऊद ने शाऊल और उसके पुत्र योनातान के विषय यह विलापगीत बनाया, target: [60, 62, 64, 20, 66, 42, 68, 70, 72, 42] source: परन्तु अब तू मेरे पग-पग को गिनता है, क्या तू मेरे पाप की ताक में लगा नहीं रहता? target: [74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92] source: इस्राएल के प्रधान के लिये देश के सब लोग यह भेंट दें। target: [94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 44, 112, 114, 116, 118] source: क्या वह मेरी गति नहीं देखता और क्या वह मेरे पग-पग नहीं गिनता? target: [120, 76, 122, 124, 126, 128, 42, 44, 82, 130] source: ग्यारहवें दिन आशेरियों का प्रधान ओक्रान का पुत्र पगीएल यह भेंट ले आया। target: [132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 70, 146, 148, 150] source: और उनके पास जो डेरे खड़े करें वे आशेर के गोत्र के रहें, और उनका प्रधान ओक्रान का पुत्र पगीएल होगा, target: [152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 138, 140, 166, 144, 70, 168] source: उन्होंने पग-पग पर मुझको घेरा है; वे मुझको भूमि पर पटक देने के लिये घात लगाए हुए हैं। target: [170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 100, 186, 188, 190] source: आशेर के गोत्र में से ओक्रान का पुत्र पगीएल; target: [132, 154, 142, 144, 70, 192] source: इस्राएल के देश में प्रधान की यही निज भूमि हो। और मेरे ठहराए हुए प्रधान मेरी प्रजा पर फिर अंधेर न करें; परन्तु इस्राएल के घराने को उसके गोत्रों के अनुसार देश मिले। target: [34, 194, 196, 132, 198, 200, 20, 202, 204, 100, 206, 208, 210, 212, 132, 214, 216, 42, 218, 220, 222, 100, 224, 226, 228] source: तब दाऊद ने अब्नेर के विषय यह विलापगीत बनाया, “क्या उचित था कि अब्नेर मूर्ख के समान मरे? target: [230, 232, 20, 234, 72, 42, 236, 238, 204, 234, 18, 240, 242, 244, 246, 248] source: हे इस्राएलियों, यह वचन सुनो जो यहोवा ने तुम्हारे विषय में अर्थात् उस सारे कुल के विषय में कहा है जिसे मैं मिस्र देश से लाया हूँ: target: [250, 140, 106, 252, 254, 256, 258, 108, 260, 262, 132, 264, 266, 42, 44, 76, 268, 132, 198, 270, 272, 108, 274] source: जो वचन यहोवा ने इस्राएलियों और यहूदियों के विषय कहे थे, वे ये हैं target: [276, 76, 278, 108, 260, 280, 100, 226, 42, 282, 274]
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“इस्राएल के प्रधानों के विषय तू यह विलापगीत सुना :
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[284, 20, 286, 226, 288, 42]
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source: “इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है मैंने बाबेल के राजा के जूए को तोड़ डाला है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: तू तो यह कहता है, 'मेरा सिद्धान्त शुद्ध है और मैं परमेश्वर की दृष्टि में पवित्र हूँ।' target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है, इस देश में घर और खेत और दाख की बारियाँ फिर बेची और मोल ली जाएँगी।' target: [44, 46, 6, 8, 10, 12, 14, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 34, 60, 34, 62, 64] source: “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है: जाकर यहूदा के राजा सिदकिय्याह से कह, 'यहोवा यह कहता है: देख, मैं इस नगर को बाबेल के राजा के वश में कर देने पर हूँ, और वह इसे फुंकवा देगा। target: [4, 66, 10, 12, 14, 68, 70, 72, 74, 18, 76, 78, 34, 80, 82, 84, 12, 14, 36, 86, 88, 90, 92, 94, 18, 96, 34, 24, 98, 100] source: इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है: “जाकर यहूदा देश के लोगों और यरूशलेम नगर के निवासियों से कह, यहोवा की यह वाणी है, क्या तुम शिक्षा मानकर मेरी न सुनोगे? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 68, 24, 102, 76, 34, 104, 106, 108, 110, 112, 14, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130] source: यहोवा यह कहता है, हे इस्राएल के घराने जो वचन यहोवा तुम से कहता है उसे सुनो। target: [132, 134, 136, 138, 140, 110, 142, 24, 116, 144] source: क्योंकि इस्राएली मेरे ही दास हैं; वे मिस्र देश से मेरे ही निकाले हुए दास हैं; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। target: [44, 146, 10, 148, 122, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 36, 46, 168] source: जो देश तुम्हें इस्राएल के गोत्रों को बाँटना होगा वह यही है, और उनके भाग भी ये ही हैं, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है। target: [170, 172, 174, 176, 24, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 34, 190, 192, 194, 196, 198, 46, 200] source: तब उसने इस्राएलियों से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, 'मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया, और तुम को मिस्रियों के हाथ से, और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है।' target: [24, 146, 202, 204, 4, 66, 10, 12, 14, 206, 208, 160, 164, 210, 212, 34, 214, 216, 160, 94, 218, 34, 160, 220, 222, 172, 224, 176, 226] source: और लोग यह न कहेंगे, कि देखो, यहाँ है, या वहाँ है। क्योंकि, परमेश्वर का राज्य तुम्हारे बीच में है।” target: [228, 230, 232, 234, 236, 44, 238, 26, 160, 240] source: और कहते हैं, “यहोवा न देखेगा, याकूब का परमेश्वर विचार न करेगा।” target: [242, 244, 246, 8, 248, 250, 252, 254] source: और वे जानेंगे कि मैं परमेश्वर यहोवा, उनके संग हूँ, और वे जो इस्राएल का घराना है, वे मेरी प्रजा हैं, मुझ परमेश्वर यहोवा की यही वाणी हैं। target: [256, 152, 258, 176, 36, 46, 260, 34, 262, 134, 264, 266, 268, 196, 198, 46, 200] source: तू यह कहना, 'हे यहूदा के राजाओं और यरूशलेम के सब निवासियों, यहोवा का वचन सुनों। इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है, इस स्थान पर मैं ऐसी विपत्ति डालने पर हूँ कि जो कोई उसका समाचार सुने, उस पर सन्नाटा छा जाएगा। target: [82, 270, 272, 76, 34, 132, 104, 274, 138, 160, 198, 110, 276, 46, 6, 8, 10, 12, 14, 278, 280, 180, 88, 282, 284, 176, 286, 288, 290, 292] source: उनसे कहो, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, श्रापित है वह मनुष्य, जो इस वाचा के वचन न माने target: [294, 28, 176, 46, 66, 10, 12, 14, 296, 298, 172, 300, 126, 302, 172, 304, 306]
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यहोवा जो तेरा छुड़ानेवाला और इस्राएल का पवित्र है, वह यह कहता है: “मैं ही तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ जो तुझे तेरे लाभ के लिये शिक्षा देता हूँ, और जिस मार्ग से तुझे जाना है उसी मार्ग पर तुझे ले चलता हूँ।
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[308, 124, 310, 312, 136, 12, 14, 314, 46, 316, 318, 320, 122, 124, 322, 324, 326, 328, 330, 176, 332, 334]
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source: तब अंधों की आँखें खोली जाएँगी और बहरो के कान भी खोले जाएँगे; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28] source: मेरे दास के सिवाय कौन अंधा है? मेरे भेजे हुए दूत के तुल्य कौन बहरा है? मेरे मित्र के समान कौन अंधा या यहोवा के दास के तुल्य अंधा कौन है? target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 30, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 38, 42, 30, 58, 60, 40, 38, 42, 44, 62, 22, 32, 60, 40, 38, 42] source: हे बहरो, सुनो; हे अंधों, आँख खोलो कि तुम देख सको! (मत्ती 11:5) target: [64, 66, 68, 64, 70, 72, 74, 76, 78] source: तुम सब के सब मेरे पास आओ तो आओ, परन्तु मुझे तुम लोगों में एक भी बुद्धिमान न मिलेगा। target: [80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112] source: जो कोई अपने भाई से प्रेम रखता है, वह ज्योति में रहता है, और ठोकर नहीं खा सकता। target: [114, 116, 118, 120, 90, 122, 124, 126, 114, 128, 102, 130, 126, 18, 132, 102, 134, 136, 138, 140] source: परन्तु मैं बहरे के समान सुनता ही नहीं, और मैं गूँगे के समान मुँह नहीं खोलता। target: [142, 144, 146, 148, 150, 152, 18, 144, 132, 154, 60, 156, 116, 158, 160, 86, 140] source: बहरे को श्राप न देना, और न अंधे के आगे ठोकर रखना; और अपने परमेश्वर का भय मानना; मैं यहोवा हूँ। target: [162, 164, 166, 168, 110, 170, 18, 110, 172, 166, 134, 174, 142, 118, 176, 34, 178, 144, 62, 180] source: और लोगों ने एक बहरे को जो हक्ला भी था, उसके पास लाकर उससे विनती की, कि अपना हाथ उस पर रखे। target: [18, 182, 184, 104, 146, 166, 116, 186, 106, 188, 132, 22, 190, 192, 94, 132, 194, 196, 198, 200, 132, 202, 204, 206, 208] source: कि अंधे देखते हैं और लँगड़े चलते फिरते हैं, कोढ़ी शुद्ध किए जाते हैं और बहरे सुनते हैं, मुर्दे जिलाए जाते हैं, और गरीबों को सुसमाचार सुनाया जाता है। target: [210, 172, 212, 214, 216, 218, 220, 216, 222, 224, 226, 228, 216, 146, 230, 216, 232, 234, 228, 236, 18, 238, 166, 240, 242, 244, 246] source: जो मुझसे बैर रखता है, वह मेरे पिता से भी बैर रखता है। target: [114, 248, 200, 30, 90, 250, 252, 30, 254, 90, 106, 250, 256, 246] source: झूठ से तो मैं बैर और घृणा रखता हूँ, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ। target: [144, 258, 90, 250, 260, 262, 256, 264, 142, 266, 268, 90, 144, 270, 124, 180] source: जो शिक्षा पाने से प्रीति रखता है वह ज्ञान से प्रीति रखता है, परन्तु जो डाँट से बैर रखता, वह पशु के समान मूर्ख है। target: [114, 272, 90, 270, 124, 274, 142, 200, 276, 166, 278, 280, 126, 114, 282, 60, 246] source: वह मेरे दोनों पाँवों को काठ में ठोंक देता है, और मेरी सारी चाल पर दृष्टि रखता है।' target: [114, 30, 284, 166, 286, 102, 288, 290, 274, 114, 30, 84, 292, 166, 294, 130, 246] source: मैं दुचित्तों से तो बैर रखता हूँ, परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ। target: [144, 296, 90, 298, 256, 264, 142, 266, 268, 90, 270, 124, 180]
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आँख रहते हुए अंधे को और कान रखते हुए बहरो को निकाल ले आओ!
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[10, 300, 6, 166, 18, 24, 300, 20, 166, 302, 304]
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source: “जो कोई अपनी पत्नी को त्याग कर दूसरी से विवाह करता है, वह व्यभिचार करता है, और जो कोई ऐसी त्यागी हुई स्त्री से विवाह करता है, वह भी व्यभिचार करता है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 22, 28, 4, 30, 32, 12, 34, 36, 38, 20, 22, 24, 26, 40] source: जो तुझ से दूर रहते हैं वे तो नाश होंगे; जो कोई तेरे विरुद्ध व्यभिचार करता है, उसको तू विनाश करता है। target: [42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 42, 56, 58, 48, 60, 62, 64, 52, 66] source: और मैं तुम से कहता हूँ, कि जो कोई व्यभिचार को छोड़ और किसी कारण से अपनी पत्नी को त्याग कर, दूसरी से विवाह करे, वह व्यभिचार करता है: और जो उस छोड़ी हुई से विवाह करे, वह भी व्यभिचार करता है।” target: [68, 70, 72, 4, 74, 76, 78, 12, 14, 28, 80, 20, 22, 24, 26, 40, 8, 10, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 26, 102, 104] source: व्यभिचार से बचे रहो जितने और पाप मनुष्य करता है, वे देह के बाहर हैं, परन्तु व्यभिचार करनेवाला अपनी ही देह के विरुद्ध पाप करता है। target: [106, 46, 108, 42, 110, 112, 114, 74, 22, 92, 116, 118, 120, 122, 26, 124, 8, 126, 128, 114, 40] source: “तब जो व्यभिचार करते-करते बुढ़िया हो गई थी, उसके विषय में बोल उठा, अब तो वे उसी के साथ व्यभिचार करेंगे। target: [130, 68, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 92, 148, 16, 150, 152, 154, 156] source: दिन से दिन बातें करता है, और रात को रात ज्ञान सिखाती है। target: [158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172] source: परन्तु मैं तुम से यह कहता हूँ कि जो कोई अपनी पत्नी को व्यभिचार के सिवा किसी और कारण से तलाक दे, तो वह उससे व्यभिचार करवाता है; और जो कोई उस त्यागी हुई से विवाह करे, वह व्यभिचार करता है। target: [68, 174, 70, 176, 178, 4, 6, 8, 10, 140, 180, 182, 24, 184, 186, 22, 28, 4, 6, 188, 190, 192, 20, 22, 24, 26, 40] source: परन्तु ओहोलीबा अधिक व्यभिचार करती गई; अतः जब उसने दीवार पर सेंदूर से खींचे हुए ऐसे कसदी पुरुषों के चित्र देखे, target: [130, 194, 8, 140, 196, 198, 200, 194, 202, 204, 206, 208, 194, 210, 212, 214, 216, 218] source: तू जो कहता है, “व्यभिचार न करना,” क्या आप ही व्यभिचार करता है? तू जो मूरतों से घृणा करता है, क्या आप ही मन्दिरों को लूटता है? target: [26, 220, 222, 224, 4, 64, 226, 24, 64, 26, 228, 230, 4, 64, 232, 234, 236, 24, 64, 238, 240, 230] source: “हे गुरु, यह स्त्री व्यभिचार करते पकड़ी गई है। target: [242, 244, 36, 26, 246, 248, 250, 252] source: “फिर यदि कोई पराई स्त्री के साथ व्यभिचार करे, तो जिसने किसी दूसरे की स्त्री के साथ व्यभिचार किया हो तो वह व्यभिचारी और वह व्यभिचारिणी दोनों निश्चय मार डालें जाएँ। (यूह. 8:5) target: [4, 74, 8, 254, 256, 258, 24, 74, 16, 150, 260, 92, 262, 140, 264, 266, 268, 60, 270, 272, 274, 276] source: और वह दिन को मन्दिर में उपदेश करता था; और रात को बाहर जाकर जैतून नाम पहाड़ पर रहा करता था। target: [278, 280, 24, 282, 284, 286, 288, 224, 28, 290, 292, 24, 294, 296, 298, 300, 302, 304] source: और जो कोई जीवित है, और मुझ पर विश्वास करता है, वह अनन्तकाल तक न मरेगा। क्या तू इस बात पर विश्वास करती है?” target: [28, 306, 308, 310, 4, 312, 314, 316, 24, 318, 320, 322, 324, 64, 314, 326, 328] source: वह गाँवों में घात में बैठा करता है, और गुप्त स्थानों में निर्दोष को घात करता है, उसकी आँखें लाचार की घात में लगी रहती है। target: [24, 330, 332, 334, 336, 338, 24, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 332, 352]
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फिर तू लेन-देन के देश में व्यभिचार करते-करते कसदियों के देश तक पहुँची, और वहाँ भी तेरी तृष्णा न बुझी।
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[64, 354, 94, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 376, 378]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: परन्तु प्रधान याजकों ने लोगों को उभारा, कि वह बरअब्बा ही को उनके लिये छोड़ दे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: तब उन्होंने फिर चिल्लाकर कहा, “इसे नहीं परन्तु हमारे लिये बरअब्बा को छोड़ दे।” और बरअब्बा डाकू था। target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 10, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उस समय बरअब्बा नामक उन्हीं में का, एक नामी बन्धुआ था। target: [24, 56, 50, 46, 58, 60, 62, 54] source: देखो, मैं उनके विरुद्ध मादी लोगों को उभारूँगा जो न तो चाँदी का कुछ विचार करेंगे और न सोने का लालच करेंगे। target: [64, 66, 68, 70, 20, 72, 74, 76, 28, 78, 80, 82, 84, 86, 28, 88, 90, 92, 94] source: तब सब मिलकर चिल्ला उठे, “इसका काम तमाम कर, और हमारे लिये बरअब्बा को छोड़ दे।” target: [96, 28, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 10, 118] source: इस पर उसने बरअब्बा को उनके लिये छोड़ दिया, और यीशु को कोड़े* लगवाकर सौंप दिया, कि क्रूस पर चढ़ाया जाए। target: [120, 6, 10, 122, 124, 96, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 124] source: क्योंकि मेरे मन में बातें भरी हैं, और मेरी आत्मा मुझे उभार रही है। target: [150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168] source: पिलातुस ने उत्तर दिया, “क्या मैं यहूदी हूँ? तेरी ही जाति और प्रधान याजकों ने तुझे मेरे हाथ सौंपा, तूने क्या किया है?” target: [6, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 114, 16, 18, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198] source: पिलातुस ने प्रधान याजकों और सरदारों और लोगों को बुलाकर उनसे कहा, target: [6, 16, 200, 202, 204, 114, 20, 100, 206] source: राज्यपाल ने उनसे पूछा, “इन दोनों में से किस को चाहते हो, कि तुम्हारे लिये छोड़ दूँ?” उन्होंने कहा, “बरअब्बा को।” target: [208, 210, 212, 174, 214, 216, 218, 220, 122, 222, 224, 226, 228, 230, 184, 170, 172, 232] source: तब पिलातुस ने भीड़ को प्रसन्न करने की इच्छा से, बरअब्बा को उनके लिये छोड़ दिया, और यीशु को कोड़े लगवाकर सौंप दिया, कि क्रूस पर चढ़ाया जाए। target: [234, 20, 236, 238, 240, 144, 242, 244, 10, 246, 114, 126, 130, 248, 138, 250, 252, 254, 256] source: तब यहूदा और बिन्यामीन के जितने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों और याजकों और लेवियों का मन परमेश्वर ने उभारा* था कि जाकर यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनाएँ, वे सब उठ खड़े हुए; target: [24, 258, 134, 260, 262, 264, 200, 134, 266, 114, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 28, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294] source: और स्क्किवा* नाम के एक यहूदी प्रधान याजक के सात पुत्र थे, जो ऐसा ही करते थे। target: [28, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 304, 66, 186, 312, 314, 316, 318, 176, 16, 320, 322, 324, 14, 326, 328] source: तब पिलातुस ने प्रधान याजकों और लोगों से कहा, “मैं इस मनुष्य में कुछ दोष नहीं पाता।” target: [120, 330, 16, 332, 114, 334, 336, 214, 338, 340, 342, 162, 344, 346, 348, 94]
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प्रधान याजकों और प्राचीनों ने लोगों को उभारा, कि वे बरअब्बा को माँग ले, और यीशु को नाश कराएँ।
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[96, 6, 10, 122, 222, 134, 126, 350, 142, 224, 352, 184, 354, 144, 16, 18, 134, 356, 358, 360, 362]
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source: तब शाऊल ने योनातान की बात मानकर यह शपथ खाई, “यहोवा के जीवन की शपथ, दाऊद मार डाला न जाएगा।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: सुलैमान ने हीराम के पास यह सन्देश भेजा, “तुझे मालूम है, target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44] source: और यहोवा ने नून के पुत्र यहोशू को यह आज्ञा दी, “हियाव बाँध और दृढ़ हो; क्योंकि इस्राएलियों को उस देश में जिसे उन्हें देने को मैंने उनसे शपथ खाई है तू पहुँचाएगा; और मैं आप तेरे संग रहूँगा।” target: [46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 42, 62, 64, 42, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 42, 92, 94, 96] source: फिर तूने यहोवा की शपथ और मेरी दृढ़ आज्ञा क्यों नहीं मानी?” target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 80, 110, 112, 114] source: प्रभु यहोवा यह कहता है, मेरे जीवन की सौगन्ध, जिस राजा की खिलाई हुई शपथ उसने तुच्छ जानी, और जिसकी वाचा उसने तोड़ी, उसके यहाँ जिसने उसे राजा बनाया था, अर्थात् बाबेल में ही वह उसके पास ही मर जाएगा। target: [116, 118, 120, 52, 122, 124, 8, 126, 80, 128, 130, 132, 52, 134, 136, 138, 52, 102, 60, 42, 140, 142, 144, 80, 8, 146, 148, 150] source: यह शपथ खाकर सब यहूदी आनन्दित हुए, क्योंकि उन्होंने अपने सारे मन से शपथ खाई और बड़ी अभिलाषा से उसको ढूँढ़ा और वह उनको मिला, और यहोवा ने चारों ओर से उन्हें विश्राम दिया। target: [152, 154, 156, 158, 160, 162, 68, 52, 152, 164, 166, 90, 42, 168, 170, 172, 8, 48, 174, 176, 88, 178, 42, 48, 8, 152, 180, 182, 184] source: और जो स्वर्ग की शपथ खाता है, वह परमेश्वर के सिंहासन की और उस पर बैठनेवाले की भी शपथ खाता है। target: [136, 186, 52, 188, 190, 192, 186, 52, 194, 196, 198, 42, 200, 130, 84, 202] source: क्योंकि वे तो बिना शपथ याजक ठहराए गए पर यह शपथ के साथ उसकी ओर से नियुक्त किया गया जिस ने उसके विषय में कहा, “प्रभु ने शपथ खाई, और वह उससे फिर न पछताएगा, कि तू युगानुयुग याजक है।” target: [204, 206, 52, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 18, 220, 42, 222, 224, 226, 70, 228] source: शाऊल ने यहोवा की शपथ खाकर उससे कहा, “यहोवा के जीवन की शपथ, इस बात के कारण तुझे दण्ड न मिलेगा।” target: [4, 52, 48, 18, 36, 90, 42, 44, 22, 24, 26, 230, 232, 234, 236, 238, 240] source: परन्तु हे मिस्र देश में रहनेवाले सारे यहूदियों यहोवा का वचन सुनो: सुनो, मैंने अपने बड़े नाम की शपथ खाई है कि अब पूरे मिस्र देश में कोई यहूदी मनुष्य मेरा नाम लेकर फिर कभी यह न कहने पाएगा, “प्रभु यहोवा के जीवन की सौगन्ध।” target: [204, 98, 152, 80, 242, 154, 130, 8, 244, 246, 248, 8, 250, 48, 252, 254, 52, 256, 258, 260, 186, 262, 264, 266, 8, 268, 154, 8, 152, 270, 244, 256, 272, 274, 276, 278, 130, 280, 282, 24, 284, 286] source: सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय वह खूँटी जो दृढ़ स्थान में गाड़ी गई थी, वह ढीली हो जाएगी, और काटकर गिराई जाएगी; और उस पर का बोझ गिर जाएगा, क्योंकि यहोवा ने यह कहा है।'” target: [24, 288, 120, 290, 292, 294, 296, 298, 8, 300, 302, 304, 42, 306, 42, 308, 80, 310, 84, 312, 314, 316, 250, 318] source: मैं तुझे नंगी चट्टान कर दूँगा; तू जाल फैलाने ही का स्थान हो जाएगा; और फिर बसाया न जाएगा; क्योंकि मुझ यहोवा ही ने यह कहा है, परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है। target: [320, 322, 324, 42, 326, 126, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 68, 272, 340, 342, 344, 316, 250, 24, 346] source: इसलिए उस समय यहोवा ने कोप करके यह शपथ खाई, target: [348, 350, 352, 48, 354, 42, 18, 90, 42, 62] source: यह सच्चाई के साथ की जाएगी, और तू यहोवा को जान लेगी*। target: [52, 356, 36, 260, 358, 360, 42, 362, 52, 364, 366]
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सेनाओं के यहोवा ने यह शपथ खाई है*, “निःसन्देह जैसा मैंने ठाना है, वैसा ही हो जाएगा, और जैसी मैंने युक्ति की है, वैसी ही पूरी होगी,
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[24, 288, 18, 90, 42, 62, 368, 370, 136, 372, 374, 376, 378, 136, 380, 36, 382, 384, 386]
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source: मैं उनको, भेड़ों के बच्चों, और मेढ़ों और बकरों के समान घात करा दूँगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 12, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: हूकोक और रहोब; target: [16, 32, 34, 36, 38, 40, 16, 42, 34, 36, 38, 40] source: फिर होमबलि के लिये सब मिलाकर बारह बछड़े, बारह मेढ़े, और एक-एक वर्ष के बारह भेड़ी के बच्चे, अपने-अपने अन्नबलि सहित थे; फिर पापबलि के सब बकरे बारह थे; target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 56, 60, 56, 62, 50, 64, 66, 50, 68, 70, 72, 74, 76, 46, 78, 46, 80, 82, 56, 84, 86, 48, 88] source: दूध-पीता बच्चा करैत के बिल पर खेलेगा, और दूध छुड़ाया हुआ लड़का नाग के बिल में हाथ डालेगा। target: [90, 92, 94, 96, 46, 98, 100, 102, 16, 104, 106, 108, 94, 110, 112, 114, 46, 116, 100, 118] source: और याकूब के बचे हुए लोग जातियों में और देश-देश के लोगों के बीच ऐसे होंगे जैसे वन-पशुओं में सिंह, या भेड़-बकरियों के झुण्डों में जवान सिंह होता है, क्योंकि जब वह उनके बीच में से जाए, तो लताड़ता और फाड़ता जाएगा, और कोई बचा न सकेगा। target: [120, 50, 122, 124, 126, 128, 50, 130, 132, 134, 136, 50, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 50, 138, 150, 152, 154, 144, 66, 36, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 46, 172, 174, 176, 178, 180, 166, 16, 182, 184, 186, 188, 190] source: और कैफा को तब बारहों को दिखाई दिया। target: [16, 192, 168, 194, 8, 16, 196, 76, 56, 8, 198, 200] source: मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे, और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे। target: [202, 204, 206, 50, 208, 130, 210, 50, 212, 130, 214, 16, 216, 50, 218, 158, 220] source: और मैं उसके सम्मुख सिद्ध बना रहा, और अधर्म से अपने को बचाए रहा। target: [4, 34, 50, 222, 224, 226, 16, 228, 230, 8, 232, 234, 236, 238] source: तो वहाँ भी तू अपने हाथ से मेरी अगुआई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा। target: [240, 242, 244, 112, 202, 246, 248, 16, 244, 250, 112, 252, 254, 256] source: और हम टेढ़े और दुष्ट मनुष्यों से बचे रहें क्योंकि हर एक में विश्वास नहीं। target: [16, 258, 260, 262, 264, 266, 16, 232, 268, 270, 272, 234, 122, 274, 144, 262, 276, 278, 280, 52, 282, 284, 158, 286, 188, 288] source: मैं लड़कों को उनके हाकिम कर दूँगा, और बच्चे उन पर प्रभुता करेंगे। target: [290, 4, 292, 8, 6, 50, 294, 296, 16, 68, 6, 50, 100, 298, 300] source: ताकि वे जवान स्त्रियों को चेतावनी देती रहें*, कि अपने पतियों और बच्चों से प्रेम रखें; target: [302, 304, 306, 8, 308, 310, 312, 168, 314, 228, 316, 16, 318, 222, 320, 322] source: “एक-एक बछड़े, या मेढ़े, या भेड़ के बच्चे, या बकरी के बच्चे के साथ इसी रीति चढ़ावा चढ़ाया जाए। target: [324, 326, 328, 330, 332, 60, 332, 62, 334, 336, 16, 332, 338, 24, 340, 342] source: जैसे वीर के हाथ में तीर, वैसे ही जवानी के बच्चे होते हैं। target: [144, 344, 50, 112, 158, 346, 348, 350, 50, 352, 354]
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तब भेड़िया भेड़ के बच्चे के संग रहा करेगा, और चीता बकरी के बच्चे के साथ बैठा रहेगा, और बछड़ा और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल तीनों इकट्ठे रहेंगे, और एक छोटा लड़का उनकी अगुआई करेगा।
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[356, 358, 222, 360, 16, 362, 338, 222, 364, 366, 160, 162, 16, 368, 54, 370, 372, 16, 70, 374, 94, 6, 8, 24, 376]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: तुम्हारे लिये परमेश्वर का धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण किया करता हूँ। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: “दो मनुष्य मन्दिर में प्रार्थना करने के लिये गए; एक फरीसी था और दूसरा चुंगी लेनेवाला। target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 34, 48, 16, 50, 52, 54, 30] source: हे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर, मैं अपने सम्पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूँगा, और तेरे नाम की महिमा सदा करता रहूँगा। target: [56, 58, 18, 60, 18, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 30, 66, 74, 68, 76, 78, 80, 30] source: मन्ना तो धनिये के समान था, और उसका रंग रूप मोती के समान था। target: [82, 84, 86, 88, 30, 90, 92, 94, 96, 30] source: और यह कहकर उसने रोटी लेकर सब के सामने परमेश्वर का धन्यवाद किया और तोड़कर खाने लगा। target: [98, 100, 102, 104, 106, 16, 108, 110, 112, 12, 114, 30, 116, 102, 118, 104, 120, 122, 124, 126, 128, 30] source: और वहीं तुम अपने परमेश्वर यहोवा के सामने भोजन करना, और अपने-अपने घराने समेत उन सब कामों पर, जिनमें तुमने हाथ लगाया हो, और जिन पर तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की आशीष मिली हो, आनन्द करना। target: [130, 132, 134, 58, 136, 138, 110, 140, 142, 16, 134, 16, 136, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 142, 160, 58, 136, 162, 22, 164, 166, 168, 30] source: निःसन्देह धर्मी तेरे नाम का धन्यवाद करने पाएँगे; सीधे लोग तेरे सम्मुख वास करेंगे। target: [170, 132, 172, 174, 68, 76, 12, 176, 30, 178, 180, 68, 182, 184, 30] source: और न कोई लाठ खड़ी करना, क्योंकि उससे तेरा परमेश्वर यहोवा घृणा करता है। target: [186, 188, 8, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 58, 136, 162, 202, 204, 30] source: मैं सदा परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ; और अपनी प्रार्थनाओं में भी तुझे स्मरण करता हूँ। target: [206, 20, 208, 210, 66, 212, 112, 12, 214, 30] source: तब शास्त्री और फरीसी विवाद करने लगे, “यह कौन है, जो परमेश्वर की निन्दा करता है? परमेश्वर को छोड़ कौन पापों की क्षमा कर सकता है?” target: [216, 16, 218, 220, 42, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 14, 244, 246] source: इस कारण कि परमेश्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहाँ तक कि उनका निर्बुद्धि मन अंधेरा हो गया। target: [90, 248, 112, 250, 252, 248, 254, 138, 256, 258, 260, 210, 262, 232, 30, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 16, 276, 278, 280, 282, 284, 30] source: हे इस्राएल के परमेश्वर! तेरे समान न तो ऊपर स्वर्ग में, और न नीचे पृथ्वी पर कोई परमेश्वर है: तेरे जो दास अपने सम्पूर्ण मन से अपने को तेरे सम्मुख जानकर चलते हैं, उनके लिये तू अपनी वाचा पूरी करता, और करुणा करता रहता है। target: [286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 190, 310, 28, 312, 188, 62, 314, 68, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 330, 30] source: “हे यहोवा, हे इस्राएल के परमेश्वर, तेरे समान न तो स्वर्ग में और न पृथ्वी पर कोई परमेश्वर है: तेरे जो दास अपने सारे मन से अपने को तेरे सम्मुख जानकर चलते हैं, उनके लिये तू अपनी वाचा पूरी करता और करुणा करता रहता है। target: [286, 288, 290, 58, 292, 60, 332, 16, 306, 308, 190, 252, 334, 336, 312, 338, 62, 64, 68, 340, 342, 344, 346, 338, 348, 350, 352, 354, 30] source: जिस परमेश्वर की सेवा मैं अपने पूर्वजों की रीति पर शुद्ध विवेक से करता हूँ, उसका धन्यवाद हो कि अपनी प्रार्थनाओं में रात दिन तुझे लगातार स्मरण करता हूँ, target: [4, 356, 206, 358, 18, 20, 360, 66, 112, 12, 362, 364, 366, 368, 370, 372, 66, 374, 376, 378, 30]
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फरीसी खड़ा होकर अपने मन में यह प्रार्थना करने लगा, ‘हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ, कि मैं और मनुष्यों के समान दुष्टता करनेवाला, अन्यायी और व्यभिचारी नहीं, और न इस चुंगी लेनेवाले के समान हूँ।
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[380, 382, 384, 386, 388, 154, 40, 390, 392, 60, 66, 394, 12, 214, 396, 66, 398, 400, 402, 404, 402, 406, 252, 402, 408, 52, 410, 252, 412, 30]
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source: जब वे नाव पर चढ़ गए, तो हवा थम गई। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24] source: तब उसने उठकर आँधी को डाँटा, और पानी से कहा, “शान्त रह, थम जा!” और आँधी थम गई और बड़ा चैन हो गया। target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 4, 42, 38, 44, 46, 48, 50, 52, 4, 36, 50, 54, 4, 56, 58, 60, 62] source: तब हारून मिलापवाले तम्बू के द्वार पर मूसा के पास लौट गया, और मरी थम गई। target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 70, 76, 70, 78, 72, 80, 82, 26, 84, 22, 24] source: और वह मुर्दों और जीवित के मध्य में खड़ा हुआ; तब मरी थम गई। target: [8, 86, 4, 88, 70, 90, 92, 94, 26, 84, 22, 24] source: और उनकी मूर्तियों की पूजा करने लगे, और वे उनके लिये फंदा बन गई। target: [4, 96, 70, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118] source: हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तूने बहुत से काम किए हैं! जो आश्चर्यकर्मों और विचार तू हमारे लिये करता है वह बहुत सी हैं; तेरे तुल्य कोई नहीं! मैं तो चाहता हूँ कि खोलकर उनकी चर्चा करूँ, परन्तु उनकी गिनती नहीं हो सकती। target: [120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 106, 134, 136, 138, 140, 142, 4, 128, 144, 106, 146, 110, 142, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 108, 38, 162, 34, 164, 18, 166, 168, 170, 172] source: तब बालाक ने बिलाम से कहा, “उनको न तो श्राप देना, और न आशीष देना।” target: [18, 174, 30, 176, 38, 178, 180, 8, 38, 182, 70, 4, 180, 8, 38, 184, 186, 188] source: और उसे देखते ही सब बहुत ही आश्चर्य करने लगे, और उसकी ओर दौड़कर उसे नमस्कार किया। target: [4, 190, 192, 194, 8, 38, 196, 34, 198, 200, 4, 202, 28, 70, 72, 204, 4, 206, 208, 210] source: तब यहोवा ने बहुत प्रचण्ड पश्चिमी हवा बहाकर टिड्डियों को उड़ाकर लाल समुद्र में डाल दिया, और मिस्र के किसी स्थान में एक भी टिड्डी न रह गई। target: [18, 212, 30, 214, 216, 138, 218, 20, 220, 222, 30, 224, 226, 38, 228, 34, 230, 232, 234, 236, 238, 4, 240, 242, 244, 246, 234, 112, 248, 224, 180, 250] source: और इस बात की चर्चा उस सारे देश में फैल गई। target: [4, 252, 254, 28, 140, 256, 234, 258, 24] source: जब वह वहाँ से निकला, तो शास्त्री और फरीसी बहुत पीछे पड़ गए और छेड़ने लगे, कि वह बहुत सी बातों की चर्चा करे, target: [6, 8, 260, 262, 18, 264, 4, 266, 268, 270, 272, 4, 28, 274, 276, 278, 280, 282] source: वह अपने ही हाथों से यहोवा के हव्य* को, अर्थात् छाती समेत चर्बी को ले आए कि छाती हिलाने की भेंट करके यहोवा के सामने हिलाई जाए। target: [8, 284, 286, 288, 212, 242, 290, 242, 292, 294, 296, 298, 70, 300, 302, 304, 18, 306, 298, 212, 70, 308, 310, 100, 312, 314, 316, 318] source: और उस इस्राएली पुरुष के डेरे में जाने के बाद वह भी भीतर गया, और उस पुरुष और उस स्त्री दोनों के पेट में बरछी बेध दी। इस पर इस्राएलियों में जो मरी फैल गई थी वह थम गई। target: [4, 28, 320, 322, 70, 324, 326, 234, 328, 34, 330, 38, 296, 320, 322, 4, 28, 332, 70, 334, 38, 336, 238, 18, 338, 274, 84, 22, 24] source: गहरे समुंद्र के सोते और आकाश के झरोखे बंद हो गए; और उससे जो वर्षा होती थी वह भी थम गई। target: [340, 70, 342, 4, 344, 242, 346, 348, 60, 350, 4, 352, 354, 24]
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तब वह उनके पास नाव पर आया, और हवा थम गई: वे बहुत ही आश्चर्य करने लगे।
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[26, 356, 358, 10, 12, 108, 72, 360, 4, 36, 362, 364, 50, 62, 26, 8, 284, 366, 234, 368, 198, 370]
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source: यीशु ने उसे देखकर कहा, “धनवानों का परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कितना कठिन है! target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, कि धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। target: [44, 4, 6, 46, 48, 10, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 20, 26, 64, 32, 34, 66, 68, 40, 70] source: परमेश्वर के राज्य में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है!” target: [28, 30, 32, 34, 20, 30, 72, 74, 76, 26, 78, 30, 80, 82, 84, 86, 88, 70] source: परमेश्वर के राज्य में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।” target: [90, 18, 78, 30, 80, 82, 84, 76, 26, 92, 20, 26, 28, 30, 32, 34, 72, 74, 88, 70] source: फिर तुम से कहता हूँ, कि परमेश्वर के राज्य में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।” target: [94, 52, 54, 58, 60, 62, 96, 20, 30, 64, 32, 34, 66, 98, 100, 76, 26, 78, 30, 80, 30, 82, 84, 86, 102, 70] source: तब उसने अपने चेलों की ओर देखकर कहा, “धन्य हो तुम, जो दीन हो, क्योंकि परमेश्वर का राज्य तुम्हारा है। target: [44, 8, 6, 104, 48, 106, 108, 110, 14, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 116, 90, 18, 64, 32, 124, 70] source: “परन्तु हाय तुम पर जो धनवान हो, क्योंकि तुम अपनी शान्ति पा चुके। target: [126, 128, 130, 106, 120, 20, 116, 90, 18, 118, 132, 134, 136, 138] source: क्या मेरे लिये कोई भी काम कठिन है? target: [140, 52, 142, 144, 26, 146, 28, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 40, 160] source: हे धनवानों सुन तो लो; तुम अपने आनेवाले क्लेशों पर चिल्ला-चिल्लाकर रोओ। target: [162, 164, 118, 24, 166, 158, 168, 130, 106, 170, 172, 22, 174, 176, 14, 178] source: परन्तु उसने पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होकर स्वर्ग की ओर देखा और परमेश्वर की महिमा को* और यीशु को परमेश्वर की दाहिनी ओर खड़ा देखकर target: [126, 180, 6, 182, 184, 186, 188, 116, 14, 190, 84, 192, 194, 28, 26, 196, 198, 4, 10, 28, 30, 200, 202, 204, 206] source: चेले उसकी बातों से अचम्भित हुए। इस पर यीशु ने फिर उनसे कहा, “हे बालकों, जो धन पर भरोसा रखते हैं, उनके लिए परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है! target: [208, 180, 210, 212, 214, 216, 218, 126, 4, 6, 24, 10, 94, 50, 162, 220, 120, 222, 106, 224, 226, 22, 24, 158, 28, 30, 32, 34, 36, 228, 230, 40, 232] source: हम स्वर्ग में वास करने वाले परमेश्वर की ओर मन लगाएँ और हाथ फैलाएँ और कहेंः target: [234, 46, 236, 198, 46, 238, 10, 64, 30, 28, 192, 240, 198, 242] source: उस पर कठोरता से अधिकार न करना; अपने परमेश्वर का भय मानते रहना*। target: [244, 24, 30, 106, 246, 248, 250, 126, 46, 28, 214, 252] source: तुम अपने-अपने भाईबन्धु पर उपद्रव न करना; अपने परमेश्वर का भय मानना; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। target: [118, 254, 256, 106, 246, 248, 258, 126, 244, 46, 28, 214, 260, 90, 18, 52, 146, 124, 28, 148]
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यीशु ने चारों ओर देखकर अपने चेलों से कहा, “धनवानों को परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है!”
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[44, 4, 6, 262, 108, 110, 14, 46, 48, 10, 50, 264, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 228, 230, 40, 42]
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source: उसी समय यीशु ने भीड़ से कहा, “क्या तुम तलवारें और लाठियाँ लेकर मुझे डाकू के समान पकड़ने के लिये निकले हो? मैं हर दिन मन्दिर में बैठकर उपदेश दिया करता था, और तुम ने मुझे नहीं पकड़ा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 16, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 28, 40, 66, 68] source: तब यहोशू और सब इस्राएली उनसे मानो हार मानकर जंगल का मार्ग लेकर भाग निकले। target: [70, 32, 8, 72, 74, 76, 78, 80, 48, 82, 84, 86, 88] source: शत्रु ने कहा था, मैं पीछा करूँगा, मैं जा पकड़ूँगा, मैं लूट के माल को बाँट लूँगा, उनसे मेरा जी भर जाएगा। मैं अपनी तलवार खींचते ही अपने हाथ से उनको नाश कर डालूँगा। target: [90, 12, 16, 92, 94, 96, 98, 100, 16, 102, 8, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 16, 120, 122, 124, 126, 92, 128, 130] source: चेलों ने जाकर, जैसा यीशु ने उनसे कहा था, वैसा ही किया। target: [132, 134, 136, 138, 140, 142] source: तब उसने उन्हें जा पकड़ा, और ऐसी ही बातें उनसे कहीं। target: [132, 144, 146, 98, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160] source: और कहा, “मैंने निर्दोषी को मृत्यु के लिये पकड़वाकर पाप किया है?” उन्होंने कहा, “हमें क्या? तू ही जाने।” target: [156, 12, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 52, 156, 190, 192, 194] source: उन्होंने कहा, “हे प्रभु, देख, यहाँ दो तलवारें हैं।” उसने उनसे कहा, “बहुत हैं।” target: [196, 198, 200, 202, 204, 206, 30, 208, 156, 98, 12, 210, 212] source: और उसने उनसे दृष्टान्तों* में बहुत सी बातें कही “एक बोनेवाला बीज बोने निकला। target: [214, 216, 98, 218, 220, 222, 224, 156, 226, 228, 230, 232, 234, 236] source: यीशु ने उनके मन की बातें जानकर, उनसे कहा, “तुम अपने मनों में क्या विवाद कर रहे हो? target: [238, 240, 242, 244, 246, 98, 182, 170, 248, 250, 124, 252, 254, 244, 256, 258] source: उसने कहा, “चाहे वे मेल करने को निकले हों, चाहे लड़ने को, तो भी उन्हें जीवित ही पकड़ लाओ।” target: [132, 260, 12, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 266, 268, 278, 98, 280, 282] source: और यीशु ने उनसे कहा, “मेरे पीछे चले आओ; मैं तुम को मनुष्यों के पकड़नेवाले बनाऊँगा।” target: [6, 98, 12, 284, 286, 288, 16, 290, 292, 294, 296] source: और उनसे कहा, “मेरे पीछे चले आओ, तो मैं तुम को मनुष्यों के पकड़नेवाले बनाऊँगा।” target: [6, 98, 12, 284, 298, 288, 16, 290, 292, 294, 296] source: बिलाम ने बालाक से कहा, “जो दूत तूने मेरे पास भेजे थे, क्या मैंने उनसे भी न कहा था, target: [300, 302, 12, 304, 306, 292, 308, 144, 310, 40, 312, 314, 238, 16, 98, 316] source: तब यीशु ने प्रधान याजकों और मन्दिर के पहरुओं के सरदारों और प्राचीनों से, जो उस पर चढ़ आए थे, कहा, “क्या तुम मुझे डाकू जानकर तलवारें और लाठियाँ लिए हुए निकले हो? target: [318, 6, 320, 322, 324, 56, 326, 320, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 268, 340, 98, 12, 250, 30, 330, 34, 38, 44, 338, 342, 344, 346, 16, 348, 350]
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यीशु ने उनसे कहा, “क्या तुम डाकू जानकर मुझे पकड़ने के लिये तलवारें और लाठियाँ लेकर निकले हो?
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[318, 6, 98, 12, 162, 352, 354, 28, 30, 330, 34, 38, 40, 356, 358, 360, 52]
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source: और उस दिन युद्ध बढ़ता गया और इस्राएल का राजा अपने रथ में अरामियों के सम्मुख सांझ तक खड़ा रहा, परन्तु सूर्य अस्त होते-होते वह मर गया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40] source: तब यहोराम अपने हाकिमों और अपने सब रथों को साथ लेकर उधर गया, और रथों के प्रधानों को मारा। target: [42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 50, 72, 54, 74, 50, 76, 78, 50, 80, 82] source: यह तो उस उत्तम तेल के समान है, जो हारून के सिर पर डाला गया था*, और उसकी दाढ़ी से बहकर, उसके वस्त्र की छोर तक पहुँच गया। target: [84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 92, 98, 100, 102, 104, 106, 96, 92, 108, 110, 100, 112] source: तब योराम अपने सब रथ साथ लिये हुए साईर को गया, और रात को उठकर उन एदोमियों को जो उसे घेरे हुए थे, और रथों के प्रधानों को भी मारा; और लोग अपने-अपने डेरे को भाग गए। target: [42, 44, 28, 52, 114, 116, 118, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 50, 72, 54, 74, 50, 76, 78, 50, 80, 120, 122, 124, 50, 126, 128] source: योराम ने कहा, “मेरा रथ जुतवा।” जब उसका रथ जुत गया, तब इस्राएल का राजा योराम और यहूदा का राजा अहज्याह, दोनों अपने-अपने रथ पर चढ़कर निकल गए, और येहू से मिलने को बाहर जाकर यिज्रेल नाबोत की भूमि में उससे भेंट की। target: [130, 132, 134, 136, 138, 140, 24, 142, 144, 146, 148, 50, 150, 146, 152, 154, 28, 24, 156, 158, 160, 162, 164, 22, 166, 168, 96, 170, 172, 174, 176, 178, 82] source: पहले रथ में लाल घोड़े और दूसरे रथ में काले, target: [180, 182, 184, 186, 188, 14, 190, 184, 192] source: और यहोवा के वचन के अनुसार जब उसका रथ शोमरोन के जलकुण्ड में धोया गया, तब कुत्तों ने उसका लहू चाट लिया, और वेश्याएँ यहीं स्नान करती थीं। target: [194, 196, 198, 200, 202, 4, 204, 206, 156, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222] source: तब उसके सेवकों ने उसको रथ पर से उतारकर उसके दूसरे रथ पर चढ़ाया, और यरूशलेम ले गये। वहाँ वह मर गया और उसके पुरखाओं के कब्रिस्तान में उसको मिट्टी दी गई। यहूदियों और यरूशलेमियों ने योशिय्याह के लिए विलाप किया। target: [42, 224, 196, 226, 138, 24, 228, 230, 50, 232, 138, 234, 58, 236, 50, 196, 238, 240, 242, 50, 52, 152, 50, 244, 246, 138, 248] source: उनके विरुद्ध दस लाख पुरुषों की सेना और तीन सौ रथ लिये हुए जेरह नामक एक कूशी निकला और मारेशा तक आ गया। target: [250, 252, 254, 256, 28, 258, 260, 262, 196, 264, 266, 50, 16, 268, 270] source: फिर सुलैमान ने रथ और सवार इकट्ठे कर लिये; और उसके चौदह सौ रथ और बारह हजार सवार थे, और उनको उसने रथों के नगरों में, और यरूशलेम में राजा के पास ठहरा रखा। target: [272, 274, 50, 276, 278, 280, 282, 50, 284, 260, 274, 50, 286, 282, 276, 278, 288, 196, 290, 292, 50, 46, 294, 196, 296, 298] source: क्योंकि जो मर गया, वह पाप से मुक्त हो गया है। target: [300, 236, 196, 302, 304, 306] source: तुम यह जान लो कि तीमुथियुस हमारा भाई छूट गया है और यदि वह शीघ्र आ गया, तो मैं उसके साथ तुम से भेंट करूँगा। target: [308, 310, 312, 304, 306, 314, 316, 318, 320, 322, 324] source: तब नामान घोड़ों और रथों समेत एलीशा के द्वार पर आकर खड़ा हुआ। target: [326, 328, 28, 276, 50, 114, 330, 50, 196, 332, 334, 336, 338] source: और उसका सिर थाल में लाया गया, और लड़की को दिया गया; और वह उसको अपनी माँ के पास ले गई। target: [340, 342, 344, 346, 50, 348, 350, 352, 354, 356, 358]
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और उस दिन युद्ध बढ़ता गया और राजा अपने रथ में औरों के सहारे अरामियों के सम्मुख खड़ा रहा, और सांझ को मर गया; और उसके घाव का लहू बहकर रथ के पायदान में भर गया।
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[4, 6, 8, 10, 12, 14, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 18, 236, 50, 360, 362, 138, 364, 366, 194, 368]
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source: इसके बाद मैंने स्वर्ग में मानो बड़ी भीड़* को ऊँचे शब्द से यह कहते सुना, “हालेलूय्याह! उद्धार, और महिमा, और सामर्थ्य हमारे परमेश्वर ही का है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 10, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 34, 38, 40, 42] source: हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, अपने नाम की महिमा के निमित्त हमारी सहायता कर; और अपने नाम के निमित्त हमको छुड़ाकर हमारे पापों को ढाँप दे। target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 34, 10, 66, 68, 10, 70, 58, 60] source: हे परमेश्वर, तेरा धर्म अति महान है। तू जिस ने महाकार्य किए हैं, हे परमेश्वर तेरे तुल्य कौन है? target: [72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 24, 86, 44, 72, 88, 18, 90] source: हे परमेश्वर, मेरा उद्धार कर, मैं जल में डूबा जाता हूँ। target: [44, 72, 92, 94, 96, 98, 76, 100, 102] source: “चुप हो जाओ, और जान लो कि मैं ही परमेश्वर हूँ। मैं जातियों में महान हूँ, मैं पृथ्वी भर में महान हूँ!” target: [104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 120, 128] source: क्योंकि मेरी आँखों ने तेरे उद्धार को देख लिया है। target: [130, 132, 134, 136, 138] source: परन्तु हम परमेश्वर का वह गुप्त ज्ञान, भेद की रीति पर बताते हैं, जिसे परमेश्वर ने सनातन से हमारी महिमा के लिये ठहराया। target: [140, 142, 144, 146, 148, 108, 150, 152, 154, 80, 146, 10, 156, 40, 56, 158, 160] source: मेरे उद्धार और मेरी महिमा का आधार परमेश्वर है; मेरी दृढ़ चट्टान, और मेरा शरणस्थान परमेश्वर है। target: [32, 34, 162, 110, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176] source: जो भवन मैं बनाने पर हूँ, वह महान होगा; क्योंकि हमारा परमेश्वर सब देवताओं में महान है। target: [178, 180, 108, 110, 182, 184, 186, 96, 188, 10, 190, 192, 194] source: यह सुनकर यीशु ने कहा, “यह बीमारी मृत्यु की नहीं, परन्तु परमेश्वर की महिमा के लिये है, कि उसके द्वारा परमेश्वर के पुत्र की महिमा हो।” target: [196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 40, 210, 212, 140, 40, 214, 72, 216, 218, 220, 146, 222, 224] source: हमारे परमेश्वर और पिता की महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन। target: [226, 162, 40, 46, 228, 230, 232] source: हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, हमको पुनः स्थापित कर, और अपना क्रोध हम पर से दूर कर*! target: [44, 46, 234, 236, 238, 240, 124, 242] source: क्योंकि हम परमेश्वर के निकट उद्धार पानेवालों, और नाश होनेवालों, दोनों के लिये मसीह की सुगन्ध हैं। target: [96, 244, 246, 248, 250, 40, 252, 254, 256, 258, 260, 34, 254, 256, 262] source: क्योंकि बैरी होने की दशा में उसके पुत्र की मृत्यु के द्वारा हमारा मेल परमेश्वर के साथ हुआ, फिर मेल हो जाने पर उसके जीवन के कारण हम उद्धार क्यों न पाएँगे? target: [54, 80, 264, 196, 266, 268, 270, 252, 164, 272, 274, 276, 278, 44, 280, 80, 108, 276, 282, 284, 286, 164, 288, 290, 292, 294]
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हे परमेश्वर, तू ही हमारा महाराजा है, तू याकूब के उद्धार की आज्ञा देता है।
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[82, 296, 34, 46, 298, 136, 300, 32, 302, 40, 304]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: यीशु ने उससे पूछा, “तेरा क्या नाम है?” उसने उससे कहा, “मेरा नाम सेना है*; क्योंकि हम बहुत हैं।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 12, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40] source: वह भूमि और उसमें की गुफा हित्तियों के हाथ से मोल ली गई।” target: [42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 40] source: उसने उससे कहा, “किसी मनुष्य ने बड़ा भोज दिया और बहुतों को बुलाया। target: [62, 64, 6, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 46, 82, 84, 86, 88] source: उसने उससे कहा, “इस बात के कारण चली जा; दुष्टात्मा तेरी बेटी में से निकल गई है।” target: [4, 90, 66, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 88, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 40] source: व्यवस्था* बीच में आ गई कि अपराध बहुत हो, परन्तु जहाँ पाप बहुत हुआ, वहाँ अनुग्रह उससे भी कहीं अधिक हुआ, target: [62, 120, 122, 124, 126, 128, 88, 62, 130, 132, 134, 48, 136, 138, 140, 142, 88] source: और टुकड़ा लेते ही शैतान उसमें समा गया: तब यीशु ने उससे कहा, “जो तू करनेवाला है, तुरन्त कर।” target: [46, 144, 146, 148, 150, 152, 88, 154, 64, 6, 66, 92, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 40] source: फिर दूसरे से पूछा, ‘तुझ पर कितना कर्ज है?’ उसने कहा, ‘सौ मन गेहूँ,’ तब उसने उससे कहा, ‘अपनी खाता-बही लेकर अस्सी लिख दे।’ target: [170, 172, 174, 176, 24, 178, 180, 182, 118, 184, 186, 24, 188, 190, 192, 194, 186, 6, 24, 196, 198, 200, 46, 202, 204, 194] source: फिर फरीसियों ने भी उससे पूछा; तेरी आँखें किस रीति से खुल गई? उसने उनसे कहा, “उसने मेरी आँखों पर मिट्टी लगाई, फिर मैंने धो लिया, और अब देखता हूँ।” target: [170, 20, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 20, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 46, 248, 250, 252, 254, 40] source: उसने कहा, ‘सौ मन जैतून का तेल,’ तब उसने उससे कहा, कि अपनी खाता-बही ले और बैठकर तुरन्त पचास लिख दे। target: [186, 24, 256, 258, 190, 260, 262, 194, 186, 6, 24, 196, 198, 264, 266, 268, 270, 204, 194] source: तब उसने पूछा, “वह कौन सी बात है जो यहोवा ने तुझ से कही है? उसे मुझसे न छिपा। जो कुछ उसने तुझ से कहा हो यदि तू उसमें से कुछ भी मुझसे छिपाए, तो परमेश्वर तुझ से वैसा ही वरन् उससे भी अधिक करे।” target: [272, 230, 232, 274, 276, 278, 14, 280, 282, 42, 284, 286, 88, 4, 288, 290, 292, 294, 296, 284, 298, 138, 300, 302, 304, 306, 274, 308, 46, 310, 312, 36, 314, 316, 40] source: यह बात सारे याफा में फैल गई; और बहुतों ने प्रभु पर विश्वास किया। target: [318, 320, 322, 324, 326, 46, 36, 328, 330, 332, 334, 88] source: उसने उससे कहा, “तू क्या चाहती है?” वह उससे बोली, “यह कह, कि मेरे ये दो पुत्र तेरे राज्य में एक तेरे दाहिने और एक तेरे बाएँ बैठे।” target: [64, 90, 66, 92, 14, 336, 338, 340, 18, 272, 22, 342, 344, 346, 348, 234, 350, 70, 352, 354, 356, 358, 360, 46, 362, 364, 360, 366, 368, 370, 372, 40] source: उन्होंने उससे पूछा, “वह कहाँ है?” उसने कहा, “मैं नहीं जानता।” target: [374, 6, 230, 376, 378, 380, 226, 382, 186, 384, 386, 388, 390, 392, 40] source: और उसने उससे बहुत विनती की, “हमें इस देश से बाहर न भेज।” target: [20, 22, 172, 394, 396, 398, 400, 402, 80, 88]
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यीशु ने उससे पूछा, “तेरा क्या नाम है?” उसने कहा, “सेना,” क्योंकि बहुत दुष्टात्माएँ उसमें समा गई थीं।
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[404, 64, 6, 8, 10, 406, 14, 16, 18, 46, 20, 24, 408, 40, 410, 36, 412, 414, 150, 416, 216, 88]
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source: “तुम जो अब तक ईटें बनाने के लिये लोगों को पुआल दिया करते थे वह आगे को न देना; वे आप ही जाकर अपने लिये पुआल इकट्ठा करें। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 22, 6, 34, 36, 38, 40] source: तेरे दासों को पुआल तो दिया ही नहीं जाता और वे हम से कहते रहते हैं, 'ईटें बनाओ, ईटें बनाओ,' और तेरे दासों ने भी मार खाई है; परन्तु दोष तेरे ही लोगों का है।” target: [42, 44, 22, 46, 48, 28, 50, 52, 14, 54, 56, 58, 60, 30, 62, 64, 66, 68, 26, 70, 72, 74, 62, 76, 78] source: तो भी जितनी ईटें अब तक उन्हें बनानी पड़ती थीं उतनी ही आगे को भी उनसे बनवाना, ईटों की गिनती कुछ भी न घटाना; क्योंकि वे आलसी हैं; इस कारण वे यह कहकर चिल्लाते हैं, 'हम जाकर अपने परमेश्वर के लिये बलिदान करें।' target: [80, 50, 52, 14, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 102, 112, 94, 114, 44, 116, 118, 120, 60, 122, 124, 126, 128, 130] source: तुम ही जाकर जहाँ कहीं पुआल मिले वहाँ से उसको बटोर कर ले आओ; परन्तु तुम्हारा काम कुछ भी नहीं घटाया जाएगा'।” target: [132, 134, 32, 22, 42, 136, 138, 140, 142, 144, 90, 92, 146, 148] source: आशेर और आलोत में हूशै का पुत्र बाना, target: [150, 152, 154, 156, 158, 60, 160, 162, 164, 166] source: चित्त लगाकर मेरी बात सुनो, और मेरी विनती तुम्हारे कान में पड़े। target: [168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190] source: काश, उसका बायाँ हाथ मेरे सिर के नीचे होता, और अपने दाहिने हाथ से वह मेरा आलिंगन करता! target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 60, 192, 204, 196, 206, 208, 46, 210] source: काश, उसका बायाँ हाथ मेरे सिर के नीचे होता, और अपने दाहिने हाथ से वह मेरा आलिंगन करता! target: [212, 214, 216, 218, 192, 194, 196, 198, 200, 220, 60, 192, 204, 196, 206, 208, 46, 26] source: और इस्राएलियों में से जिन सरदारों को फ़िरौन के परिश्रम करानेवालों ने उनका अधिकारी ठहराया था, उन्होंने मार खाई, और उनसे पूछा गया, “क्या कारण है कि तुमने अपनी ठहराई हुई ईटों की गिनती के अनुसार पहले के समान कल और आज पूरी नहीं कराई?” target: [222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 6, 236, 224, 66, 238, 240, 242, 10, 50, 244, 14, 246, 248, 250, 30, 252, 246, 254] source: और दोपका से कूच करके आलूश में डेरा किया। target: [256, 258, 260, 262, 102, 264, 266, 268] source: तो भी मुझ बूढ़े पौलुस को जो अब मसीह यीशु के लिये कैदी हूँ, यह और भी भला जान पड़ा कि प्रेम से विनती करूँ। target: [80, 270, 272, 94, 174, 206, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 60, 30, 286, 288, 290] source: जब इस्राएलियों के सरदारों ने यह बात सुनी कि उनकी ईटों की गिनती न घटेगी, और प्रतिदिन उतना ही काम पूरा करना पड़ेगा, तब वे जान गए कि उनके संकट के दिन आ गए हैं। target: [292, 294, 296, 298, 226, 300, 302, 100, 50, 52, 14, 262, 304, 144, 6, 306, 308] source: परिश्रम करनेवाले यह कह-कहकर उनसे जल्दी करते रहे कि जिस प्रकार तुम पुआल पाकर किया करते थे उसी प्रकार अपना प्रतिदिन का काम अब भी पूरा करो। target: [310, 312, 314, 316, 318, 144, 320, 322, 50, 52, 14, 324, 326, 328, 20, 330, 332] source: तब लोगों के परिश्रम करानेवालों ने और सरदारों ने बाहर जाकर उनसे कहा, “फ़िरौन इस प्रकार कहता है, 'मैं तुम्हें पुआल नहीं दूँगा। target: [334, 336, 314, 262, 230, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 134, 14, 350, 32, 22, 352, 354]
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अब जाकर अपना काम करो; और पुआल तुमको नहीं दिया जाएगा, परन्तु ईटों की गिनती पूरी करनी पड़ेगी।”
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[30, 62, 356, 358, 360, 134, 22, 90, 362, 48, 28, 364, 14, 42, 366, 86]
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source: तब वह उनसे क्रोध में बातें करेगा, और क्रोध में यह कहकर उन्हें भयभीत कर देगा, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 8, 18, 20, 22, 24] source: यहोवा को अपनी धार्मिकता के निमित्त ही यह भाया है कि व्यवस्था की बड़ाई अधिक करे। (मत्ती 5:17-18, रोम. 7:12,10:4) target: [26, 8, 28, 16, 30, 32, 34, 36, 38] source: “यदि मैं भूखा होता तो तुझ से न कहता; क्योंकि जगत और जो कुछ उसमें है वह मेरा है*। (प्रेरि. 17:25, 1 कुरि. 10:26) target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 16, 62, 64, 58, 66] source: प्रभु यहोवा का आत्मा मुझ पर है; क्योंकि यहोवा ने सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया और मुझे इसलिए भेजा है कि खेदित मन के लोगों को शान्ति दूँ; कि बन्दियों के लिये स्वतंत्रता का और कैदियों के लिये छुटकारे का प्रचार करूँ; (मत्ती 11:5, प्रेरि. 10:38, मत्ती 5:3, प्रेरि. 26:18, लूका 4:18) target: [68, 70, 72, 74, 60, 54, 76, 78, 80, 82, 66, 84, 86, 88, 90, 92, 16, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 16, 108, 110, 112, 114] source: तो भी इस्राएलियों की गिनती समुद्र की रेत की सी हो जाएगी, जिनका मापना-गिनना अनहोना है; और जिस स्थान में उनसे यह कहा जाता था, “तुम मेरी प्रजा नहीं हो,” उसी स्थान में वे जीवित परमेश्वर के पुत्र कहलाएँगे। (रोम. 9:26-28, कुरि. 6:18,1 पत. 2:10) target: [116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 20, 158, 160, 162, 140, 164] source: “हे भोर के चमकनेवाले तारे तू कैसे आकाश से गिर पड़ा है? तू जो जाति-जाति को हरा देता था, तू अब कैसे काटकर भूमि पर गिराया गया है? (लूका 10:18, यहे. 28:13-17) target: [138, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 172, 186, 188, 48, 190, 178, 192, 194, 196] source: तब उसने कहा, 'मैं उनसे अपना मुख छिपा लूँगा, और देखूँगा कि उनका अन्त कैसा होगा, क्योंकि इस जाति के लोग बहुत टेढ़े हैं और धोखा देनेवाले पुत्र हैं। (मत्ती 17:17) target: [6, 198, 40, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 178, 212, 214, 40, 216, 54, 218, 220, 222, 224, 226, 218, 228, 230, 232, 226] source: तू हियाव बाँध और दृढ़ हो, उनसे न डर और न भयभीत हो; क्योंकि तेरे संग चलनेवाला तेरा परमेश्वर यहोवा है; वह तुझको धोखा न देगा और न छोड़ेगा।” (इब्रा. 13:5) target: [234, 236, 238, 240, 242, 244, 120, 246, 248, 250, 54, 252, 254, 256, 26, 258, 66, 6, 260, 262, 264, 52, 266, 268, 270, 272] source: मैं तेरे साथ अपनी वाचा स्थिर करूँगा, और तब तू जान लेगी कि मैं यहोवा हूँ, (यहे. 37:26) target: [274, 276, 278, 280, 282, 284, 260, 286, 40, 26, 256, 66] source: देश-देश के व्यापारी तेरे विरुद्ध ताना मार रहे हैं; तू भय का कारण हो गई है और फिर स्थिर न रह सकेगी।’” (यहे. 26:21, यिर्म. 18:16) target: [288, 290, 292, 294, 296, 172, 298, 300, 302, 304, 16, 172, 306, 308, 310, 312] source: इसलिए तुम मेरे नियमों और मेरी विधियों को* निरन्तर मानना; जो मनुष्य उनको माने वह उनके कारण जीवित रहेगा। मैं यहोवा हूँ। (मत्ती 19:17, लूका 10:28, रोम 7:10, रोम 10:5 गला 3:12) target: [314, 148, 150, 316, 318, 150, 320, 322, 214, 324, 326, 6, 328, 158, 330, 40, 26, 196] source: उसी तम्बू को हमारे पूर्वजों ने पूर्वकाल से पा कर यहोशू के साथ यहाँ ले आए; जिस समय कि उन्होंने उन अन्यजातियों पर अधिकार पाया, जिन्हें परमेश्वर ने हमारे पूर्वजों के सामने से निकाल दिया, और वह दाऊद के समय तक रहा। (यहो. 3:14-17, यहो. 18:1, यहो. 23:9, यहो. 24:18) target: [130, 332, 334, 336, 338, 208, 340, 8, 342, 344, 4, 6, 346, 348, 350, 352, 244, 354, 356, 16, 358, 360, 362, 364, 366] source: मिस्र में एक नया राजा गद्दी पर बैठा जो यूसुफ को नहीं जानता था। (प्रेरि. 7:17,18) target: [368, 370, 372, 374, 376, 378, 380, 382, 384, 386, 388, 390, 392, 394] source: क्या तुम नहीं जानते कि जो मन्दिर में सेवा करते हैं, वे मन्दिर में से खाते हैं; और जो वेदी की सेवा करते हैं; वे वेदी के साथ भागी होते हैं? (लैव्य. 6:16, लैव्य. 6:26, व्य. 18:1-3) target: [396, 398, 400, 402, 404, 406, 408, 214, 400, 410, 412, 16, 396, 414, 416, 418, 214, 420, 422, 424, 138, 148, 426, 136, 428]
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तू उनसे भयभीत न होना, क्योंकि तुझे छुड़ाने के लिये मैं तेरे साथ हूँ, यहोवा की यही वाणी है।” (प्रेरि. 26:17, प्रेरि. 18:9,10)
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[20, 172, 430, 432, 54, 48, 434, 40, 274, 276, 66, 140, 26, 436]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: तब वे आपस में कहने लगे, “यदि हम कहें, ‘स्वर्ग की ओर से,’ तो वह कहेगा; ‘फिर तुम ने उस पर विश्वास क्यों नहीं किया?’ target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32] source: यूहन्ना का बपतिस्मा कहाँ से था? स्वर्ग की ओर से या मनुष्यों की ओर से था?” तब वे आपस में विवाद करने लगे, “यदि हम कहें ‘स्वर्ग की ओर से’, तो वह हम से कहेगा की, ‘फिर तुम ने उसका विश्वास क्यों न किया?’ target: [34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 42, 50, 52, 6, 54, 56, 12, 14, 16, 18, 20, 44, 58, 24, 60, 62, 28, 30, 32] source: तब चेलों ने आपस में कहा, “क्या कोई उसके लिये कुछ खाने को लाया है?” target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84] source: तब वे आपस में पूछ-ताछ करने लगे, “हम में से कौन है, जो यह काम करेगा?” target: [86, 4, 88, 54, 90, 92, 94, 96, 98, 100] source: वे आपस में विचार करने लगे, “हम तो रोटी नहीं लाए। इसलिए वह ऐसा कहता है।” target: [4, 6, 102, 10, 12, 14, 104, 106, 108, 24, 110, 112, 114, 116, 118] source: हम स्वर्ग में वास करने वाले परमेश्वर की ओर मन लगाएँ और हाथ फैलाएँ और कहेंः target: [120, 122, 12, 124, 126, 80, 128, 42, 130, 132] source: तब उसके कितने चेलों ने आपस में कहा, “यह क्या है, जो वह हम से कहता है, ‘थोड़ी देर में तुम मुझे न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मुझे देखोगे?’ और यह ‘इसलिए कि मैं पिता के पास जाता हूँ’?” target: [134, 42, 136, 70, 72, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 86, 154, 156, 158, 160, 12, 162, 164, 166, 168] source: वे आपस में विचार करके कहने लगे, “हमारे पास तो रोटी नहीं है।” target: [4, 6, 70, 72, 138, 170, 172, 112, 174, 176] source: तब फरीसियों ने आपस में कहा, “सोचो, तुम लोग कुछ नहीं कर पा रहे हो; देखो, संसार उसके पीछे हो चला है।” target: [178, 70, 72, 138, 180, 182, 184, 42, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198] source: जब मैंने तुम से पृथ्वी की बातें कहीं, और तुम विश्वास नहीं करते, तो यदि मैं तुम से स्वर्ग की बातें कहूँ, तो फिर क्यों विश्वास करोगे? target: [200, 202, 204, 206, 10, 12, 208, 210, 86, 212, 208, 214, 216, 200, 202, 218, 80, 220] source: परमेश्वर को कभी किसी ने नहीं देखा*; यदि हम आपस में प्रेम रखें, तो परमेश्वर हम में बना रहता है; और उसका प्रेम हम में सिद्ध होता है। target: [222, 224, 226, 228, 216, 230, 232, 234, 70, 236, 114, 128, 238, 12, 240, 42, 242, 244] source: जब उसने यह कहा तो यहूदी आपस में बहुत विवाद करने लगे और वहाँ से चले गए। target: [246, 248, 250, 252, 254, 12, 256, 258, 260] source: उसकी माता ने सेवकों से कहा, “जो कुछ वह तुम से कहे, वही करना।” target: [262, 264, 70, 266, 138, 268, 174, 270, 272] source: यदि वे कहें, “हमारे संग चल, कि हम हत्या करने के लिये घात लगाएँ, हम निर्दोषों पर वार करें; target: [216, 14, 274, 276, 278, 80, 280, 282, 284, 286, 80, 288, 116, 290, 292]
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तब वे आपस में विवाद करने लगे कि यदि हम कहें ‘स्वर्ग की ओर से,’ तो वह कहेगा, ‘फिर तुम ने उसका विश्वास क्यों नहीं की?’
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[52, 6, 54, 56, 12, 14, 16, 18, 20, 44, 58, 24, 60, 62, 28, 30, 32]
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source: वह शान्ति को पहुँचता है; जो सीधी चाल चलता है वह अपनी खाट पर विश्राम करता है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 12] source: वह मार्ग में चलता हुआ नदी का जल पीएगा और तब वह विजय के बाद अपने सिर को ऊँचा करेगा। target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 32, 48, 50, 52, 54, 12] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे, वह उसे खोएगा; और जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे पाएगा। target: [56, 58, 16, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 42, 58, 72, 74, 16, 76, 78, 80, 68, 82, 84, 12] source: जो सिधाई से चलता है वह बचाया जाता है, परन्तु जो टेढ़ी चाल चलता है वह अचानक गिर पड़ता है। target: [86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 92, 110, 12] source: जो अपने प्राण बचाता है, वह उसे खोएगा; और जो मेरे कारण अपना प्राण खोता है, वह उसे पाएगा। target: [58, 16, 76, 112, 66, 68, 70, 12, 96, 58, 72, 114, 16, 76, 116, 66, 76, 118, 12] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहे वह उसे खोएगा, पर जो कोई मेरे और सुसमाचार के लिये अपना प्राण खोएगा, वह उसे बचाएगा। target: [56, 58, 16, 76, 62, 64, 80, 68, 120, 42, 58, 72, 42, 122, 74, 48, 76, 116, 80, 124, 126, 12] source: वह उन लोगों को जो अपने मार्गों पर सीधे-सीधे चलते हैं यह कहकर पुकारती है, target: [80, 128, 130, 16, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 12] source: वह व्यक्ति जो अपनी सत्यनिष्ठा पर चलता है, उसके पुत्र जो उसके पीछे चलते हैं, वे धन्य हैं। target: [144, 16, 146, 148, 42, 150, 152, 154, 156, 158, 92, 160, 12] source: जो शिक्षा पर चलता वह जीवन के मार्ग पर है, परन्तु जो डाँट से मुँह मोड़ता, वह भटकता है। target: [162, 164, 166, 168, 170, 94, 96, 172, 174, 176, 178, 180, 12] source: जैसा वह माँ के पेट से निकला वैसा ही लौट जाएगा; नंगा ही, जैसा आया था, और अपने परिश्रम के बदले कुछ भी न पाएगा जिसे वह अपने हाथ में ले जा सके। (1 तीमु. 6:7) target: [104, 182, 184, 186, 188, 190, 68, 192, 188, 194, 110, 12, 80, 16, 196, 16, 198, 200, 202, 204, 206, 12] source: क्योंकि जो कोई अपना प्राण बचाना चाहेगा वह उसे खोएगा, परन्तु जो कोई मेरे लिये अपना प्राण खोएगा वही उसे बचाएगा। target: [58, 16, 208, 210, 212, 214, 66, 150, 120, 96, 72, 74, 58, 16, 76, 116, 80, 68, 126, 12] source: पर यदि तू दुष्ट को चिताए, और वह अपनी दुष्टता और दुष्ट मार्ग से न फिरे, तो वह तो अपने अधर्म में फँसा हुआ मर जाएगा; परन्तु तू अपने प्राणों को बचाएगा। target: [96, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 42, 228, 48, 230, 232, 48, 220, 234, 236, 238, 228, 48, 240, 242, 244, 96, 216, 246, 48, 60, 248, 250, 12] source: यह वही परमेश्वर है, जो मेरा अति दृढ़ किला है, वह खरे मनुष्य को अपने मार्ग में लिए चलता है। target: [252, 72, 254, 256, 42, 32, 258, 260, 48, 262, 264, 12] source: वह यहूदा के बैतलहम नगर से इसलिए निकला, कि जहाँ कहीं स्थान मिले वहाँ जा रहे। चलते-चलते वह एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर पर आ निकला। target: [266, 268, 270, 272, 274, 276, 42, 278, 280, 282, 284, 12, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 102, 302, 304, 306, 12]
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वह अपना ही पाँव जाल में फँसाएगा*, वह फंदों पर चलता है।
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[56, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 12, 4, 320, 322, 324, 12]
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source: उसने फिर कहा, “मैं तुझे क्या दूँ?” याकूब ने कहा, “तू मुझे कुछ न दे; यदि तू मेरे लिये एक काम करे, तो मैं फिर तेरी भेड़-बकरियों को चराऊँगा, और उनकी रक्षा करूँगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 6, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44] source: उसने कहा, “मैं तो अपने भाइयों को ढूँढ़ता हूँ कृपा कर मुझे बता कि वे भेड़-बकरियों को कहाँ चरा रहे हैं?” target: [4, 6, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: पशु कैसे कराहते हैं? झुण्ड के झुण्ड गाय-बैल विकल हैं, क्योंकि उनके लिये चराई नहीं रही; और झुण्ड के झुण्ड भेड़-बकरियाँ पाप का फल भोग रही हैं। target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88] source: उसने नगर बसाए, और बहुत ही भेड़-बकरियों और गाय-बैलों की सम्पत्ति इकट्ठा कर ली, क्योंकि परमेश्वर ने उसे बहुत सा धन दिया था। target: [90, 92, 94, 96, 98, 38, 100, 102, 104, 38, 106, 108, 76, 110, 112, 114, 116] source: परन्तु अभी तो उसने क्रोध करके दण्ड नहीं दिया है, और अभिमान पर चित्त बहुत नहीं लगाया*; target: [90, 118, 120, 122, 124, 38, 126, 124, 128, 114, 130] source: तुम पर्व में जाओ; मैं अभी इस पर्व में नहीं जाता, क्योंकि अभी तक मेरा समय पूरा नहीं हुआ।” target: [132, 134, 136, 138, 140, 24, 142, 76, 144, 146, 148, 150] source: तब उन्होंने प्राचीनों के साथ इकट्ठे होकर सम्मति की, और सिपाहियों को बहुत चाँदी देकर कहा। target: [152, 28, 154, 156, 38, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 38] source: उन्होंने कहा, “हम अभी ऐसा नहीं कर सकते, जब सब झुण्ड इकट्ठे होते हैं तब पत्थर कुएँ के मुँह से लुढ़काया जाता है, और तब हम भेड़-बकरियों को पानी पिलाते हैं।” target: [152, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 38, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 178, 198, 200] source: हम उसी समय जल में डूब जाते और धारा में बह जाते; target: [32, 202, 204, 206, 208, 210] source: “ये बातें मैंने तुम से इसलिए कहीं कि तुम ठोकर न खाओ। target: [212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226] source: तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, “तेरे भाई तो शेकेम ही में भेड़-बकरी चरा रहे होंगे, इसलिए जा, मैं तुझे उनके पास भेजता हूँ।” उसने उससे कहा, “जो आज्ञा मैं हाज़िर हूँ।” target: [228, 128, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 58, 248, 250, 252, 254, 256, 4, 6, 258] source: मैं न तो तेरे घर से बैल न तेरे पशुशालाओं से बकरे ले लूँगा। target: [138, 260, 128, 262, 264, 80, 260, 128, 266, 268, 270, 80] source: तब यीशु ने उनसे कहा, “मेरा समय अभी नहीं आया; परन्तु तुम्हारे लिये सब समय है। target: [272, 274, 276, 278, 146, 280, 18, 282, 284, 132, 286] source: उस समय चौथाई देश के राजा* हेरोदेस ने यीशु की चर्चा सुनी। target: [288, 290, 292, 294, 238, 296, 298, 300, 302, 304, 306]
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उसने कहा, “देखो, अभी तो दिन बहुत है, पशुओं के इकट्ठे होने का समय नहीं; इसलिए भेड़-बकरियों को जल पिलाकर फिर ले जाकर चराओ।”
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[6, 308, 144, 310, 114, 312, 284, 314, 178, 316, 178, 198, 318, 38, 320, 322]
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source: और भविष्य में इस्राएली मिलापवाले तम्बू के समीप न आएँ, ऐसा न हो कि उनके सिर पर पाप लगे, और वे मर जाएँ। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 16, 20, 22, 24, 26, 28, 22, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 30, 44, 46, 48, 50] source: तब निवास का तम्बू उतारा गया, और गेर्शोनियों और मरारियों ने जो निवास के तम्बू को उठाते थे प्रस्थान किया। target: [52, 54, 56, 58, 44, 60, 44, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78] source: और जो मिलापवाले तम्बू के सामने, अर्थात् निवास के सामने, पूर्व की ओर जहाँ से सूर्योदय होता है, अपने डेरे डाला करें, वे मूसा और हारून और उसके पुत्रों के डेरे हों, और पवित्रस्थान की देख-रेख इस्राएलियों के बदले वे ही किया करें, और दूसरा जो कोई उसके समीप आए वह मार डाला जाए। target: [80, 68, 16, 82, 84, 86, 88, 90, 18, 8, 92, 94, 96, 18, 98, 46, 100, 102, 44, 46, 16, 104, 106, 46, 108, 110, 112, 114, 116, 112, 118, 120, 90, 122, 124, 126, 6, 116, 128, 130, 132, 134, 136, 20, 138, 140, 46, 142, 144] source: इस प्रकार से मैंने पवित्रस्थान में तुझ पर दृष्टि की, कि तेरी सामर्थ्य और महिमा को देखूँ। target: [140, 146, 108, 110, 148, 150, 152, 154, 32, 146, 150, 156, 44, 158, 160, 162] source: “जब वह पवित्रस्थान और मिलापवाले तम्बू और वेदी के लिये प्रायश्चित कर चुके, तब जीवित बकरे को आगे ले आए; target: [164, 46, 108, 110, 44, 14, 16, 68, 44, 166, 36, 168, 170, 172, 174, 140, 176, 178, 70, 180] source: और जब हारून और उसके पुत्र छावनी के कूच के समय पवित्रस्थान और उसके सारे सामान को ढाँप चुकें, तब उसके बाद कहाती उसके उठाने के लिये आएँ, पर किसी पवित्र वस्तु को न छूएँ, कहीं ऐसा न हो कि मर जाएँ। कहातियों के उठाने के लिये मिलापवाले तम्बू की ये ही वस्तुएँ हैं। target: [164, 102, 44, 114, 16, 104, 108, 110, 44, 114, 16, 182, 184, 70, 186, 36, 188, 172, 190, 44, 164, 68, 36, 76, 122, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 46, 70, 190, 130, 46, 206, 108, 208, 70, 22, 210, 28, 22, 30, 32, 46, 48, 212, 14, 16, 18, 214, 216, 6, 218, 220, 222, 6, 218, 198, 224, 226] source: तब मूसा और हारून मिलापवाले तम्बू के सामने आए, target: [228, 230, 44, 102, 14, 16, 18, 16, 8, 232] source: फंदे की रस्सियाँ उसके लिये भूमि में, और जाल रास्ते में छिपा दिया गया है। target: [234, 46, 16, 6, 236, 148, 238, 240, 242, 44, 46, 16, 244, 148, 246] source: और मैं मिलापवाले तम्बू और वेदी को पवित्र करूँगा*, और हारून और उसके पुत्रों को भी पवित्र करूँगा कि वे मेरे लिये याजक का काम करें। target: [146, 14, 16, 18, 70, 44, 166, 70, 108, 248, 250, 146, 102, 44, 114, 16, 252, 70, 254, 256, 112, 258, 6, 108, 260] source: और यहोवा के भवन की उपासना के विषय मिलापवाले तम्बू और पवित्रस्थान की रक्षा करें, और अपने भाई हारूनियों के सौंपे हुए काम को चौकसी से करें। target: [44, 46, 14, 16, 18, 112, 116, 44, 108, 110, 112, 116, 44, 96, 262, 102, 16, 252, 112, 116, 264, 16, 266, 112, 258, 6, 268] source: वे मेरे पवित्रस्थान में आया करें, और मेरी मेज के पास मेरी सेवा टहल करने को आएँ और मेरी वस्तुओं की रक्षा करें। target: [46, 270, 108, 110, 148, 272, 44, 274, 276, 6, 278, 280, 16, 20, 282, 284, 278, 276, 120, 44, 46, 270, 286, 112, 288, 290] source: परन्तु वे अपने भाई-बन्धुओं के साथ मिलापवाले तम्बू के पास रक्षा का काम किया करें, और किसी प्रकार की सेवकाई न करें। लेवियों को जो-जो काम सौंपे जाएँ उनके विषय तू उनसे ऐसा ही करना।” target: [130, 46, 96, 262, 16, 292, 276, 14, 16, 18, 112, 294, 36, 188, 296, 120, 44, 46, 298, 276, 36, 188, 22, 300, 302, 70, 304, 188, 306, 308, 40, 16, 310, 28, 198, 312] source: वे मिलापवाले तम्बू के सम्पूर्ण सामान की और इस्राएलियों की सौंपी हुई वस्तुओं की भी देख-रेख करें, इस प्रकार वे निवास-स्थान की सेवा करें। target: [46, 88, 90, 18, 16, 182, 184, 250, 126, 36, 314, 170, 120, 44, 294, 316, 4, 318, 46, 68, 112, 320, 276, 300] source: तब हारून अपने पुत्रों समेत उस मेढ़े का माँस और टोकरी की रोटी, दोनों को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर खाए। target: [44, 102, 44, 114, 16, 104, 322, 36, 324, 44, 326, 124, 114, 328, 148, 330, 14, 16, 18, 16, 332, 334, 336]
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जो तुझे सौंपा गया है उसकी और सारे तम्बू की भी वे रक्षा किया करें; परन्तु पवित्रस्थान के पात्रों के और वेदी के समीप न आएँ, ऐसा न हो कि वे और तुम लोग भी मर जाओ।
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[140, 66, 46, 158, 44, 182, 18, 112, 116, 70, 338, 130, 108, 110, 16, 340, 334, 44, 166, 334, 46, 22, 24, 140, 66, 46, 44, 342, 48, 22, 344]
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source: जब यहोवा के दास मूसा ने मुझे इस देश का भेद लेने के लिये कादेशबर्ने से भेजा था तब मैं चालीस वर्ष का था; और मैं सच्चे मन से उसके पास सन्देश ले आया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 14, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 26, 48, 50] source: और यहोशू ने कादेशबर्ने से ले गाज़ा तक, और गिबोन तक के सारे गोशेन देश के लोगों को मारा। target: [52, 54, 56, 58, 16, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76] source: होरेब से कादेशबर्ने तक सेईर पहाड़ का मार्ग ग्यारह दिन का है। target: [78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92] source: कनान के वंश में उसका ज्येष्ठ पुत्र सीदोन, तब हित्त, target: [94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 34, 108, 110] source: और जब रूबेनी, गादी, और मनश्शे के आधे गोत्री यरदन की उस तराई में पहुँचे जो कनान देश में है, तब उन्होंने वहाँ देखने के योग्य एक बड़ी वेदी बनाई। target: [24, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 64, 128, 126, 64, 130, 132, 126, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150] source: परन्तु जब इस्राएली सामर्थी हुए, तब उन्होंने कनानियों से बेगारी ली, परन्तु उन्हें पूरी रीति से न निकाला। target: [12, 152, 154, 156, 158, 24, 136, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186] source: फिर जब यहोवा ने तुम को कादेशबर्ने से यह कहकर भेजा, 'जाकर उस देश के जिसे मैंने तुम्हें दिया है अधिकारी हो जाओ,' तब भी तुम ने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के विरुद्ध बलवा किया, और न तो उसका विश्वास किया, और न उसकी बात ही मानी। target: [12, 188, 190, 192, 194, 58, 196, 198, 200, 64, 202, 18, 26, 192, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 216, 232, 234, 236, 238, 64, 240, 242, 244, 186] source: हाम के पुत्र: कूश, मिस्र पूत और कनान थे। target: [246, 248, 250, 252, 254, 64, 256] source: फिर हाम के पुत्र*: कूश, मिस्र, पूत और कनान हुए। target: [246, 248, 250, 252, 254, 64, 94, 258] source: “मैं कनान देश को तुझी को दूँगा, वह बाँट में तुम्हारा निज भाग होगा।” target: [208, 260, 262, 264, 94, 18, 266, 268, 270, 272, 274] source: “मैं कनान देश तुझी को दूँगा, वह बाँट में तुम्हारा निज भाग होगा।” target: [208, 260, 262, 264, 94, 18, 276, 278, 280, 270, 274] source: “जब तू उस देश में पहुँचे जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है, तब वहाँ की जातियों के अनुसार घिनौना काम करना न सीखना। target: [218, 220, 222, 282, 284, 286, 288, 290, 24, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304] source: तब उसने उसे देखने के लिये जिस ने यह काम किया था, चारों ओर दृष्टि की। target: [306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 74, 320, 322] source: कनान से उसका जेठा सीदोन और हित्त, target: [34, 324, 326, 248, 106, 64, 328, 330]
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जब मैंने तुम्हारे बाप-दादों* को कादेशबर्ने से कनान देश देखने के लिये भेजा, तब उन्होंने भी ऐसा ही किया था।
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[276, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 26, 346, 348, 350, 352, 354]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: और एक-एक ठेले के चारों कोनों पर चार आधार थे, और आधार और ठेले दोनों एक ही टुकड़े के बने थे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 4, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 16, 26] source: जब वे उसे मिट्टी देने गए, तब उसकी खोपड़ी पाँवों और हथेलियों को छोड़कर उसका और कुछ न पाया। target: [28, 30, 32, 34, 36, 16, 38, 40, 42, 40, 44, 46, 48, 50, 52] source: तब उनको आधा-आधा करके एक भाग उन सिपाहियों को जो युद्ध करने को गए थे, और दूसरा भाग मण्डली को दे। target: [54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 16, 72, 74, 76, 40, 78, 80, 82] source: यों शाऊल, और उसके तीनों पुत्र, और उसका हथियार ढोनेवाला, और उसके समस्त जन उसी दिन एक संग मर गए। target: [84, 86, 88, 40, 4, 90, 92, 40, 94, 96, 40, 80, 98, 100, 102] source: और उसके पीछे-पीछे ये चले, अर्थात् होशायाह और यहूदा के आधे हाकिम, target: [104, 40, 106, 108, 110, 112, 114] source: और यरदन पार रहनेवाले रूबेनी, गादी और मनश्शे के आधे गोत्रियों में से युद्ध के सब प्रकार के हथियार लिए हुए एक लाख बीस हजार आए। target: [16, 116, 118, 120, 122, 16, 124, 40, 126, 40, 106, 128, 130, 132, 40, 134, 136, 138, 140, 56, 80, 142, 144, 146] source: और इसका आधा, अर्थात् उनका भाग जो युद्ध करने को गए थे, उसमें भेड़-बकरियाँ तीन लाख साढ़े सैंतीस हजार, target: [148, 150, 70, 152, 154, 156, 158, 72, 160, 90, 132, 40, 162, 40, 164, 136, 40, 166, 132, 168, 170] source: “हाय, शूरवीर कैसे गिर गए, और युद्ध के हथियार कैसे नष्ट हो गए हैं!” target: [172, 174, 176, 178, 180, 72, 182] source: जितने लोग गिने जाएँ वे पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार आधा शेकेल दें, (यह शेकेल बीस गेरा का होता है), यहोवा की भेंट आधा शेकेल हो। target: [184, 16, 186, 188, 190, 192, 56, 194, 196, 198, 70, 4, 200, 134, 202, 204, 190, 192, 56, 206, 158, 208, 210] source: “ऐसे हाथ के माप से जो साधारण हाथ से चौवा भर अधिक हो, वेदी की माप यह है, अर्थात् उसका आधार एक हाथ का, और उसकी चौड़ाई एक हाथ की, और उसके चारों ओर की छोर पर की पटरी एक चौवे की। और वेदी की ऊँचाई यह है : target: [212, 214, 216, 56, 218, 220, 222, 220, 224, 226, 40, 8, 228, 230, 232, 234, 40, 236, 226, 40, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252] source: और उसके नीचे यहोजाबाद, जिसके साथ युद्ध के हथियार बाँधे हुए एक लाख अस्सी हजार पुरुष थे। target: [254, 256, 258, 132, 40, 260, 262, 138, 264, 158, 72, 266, 268] source: और मूसा ने आधा लहू लेकर कटोरों में रखा, और आधा वेदी पर छिड़क दिया। target: [270, 106, 272, 274, 276, 76, 40, 150, 278, 280, 282, 284] source: तब राजा बोला, “जीविते बालक को दो टुकड़े करके आधा इसको और आधा उसको दो।” target: [286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 106, 300, 302, 40, 150, 304, 306, 308, 310] source: और योनातान अपने हाथों और पाँवों के बल चढ़ गया, और उसका हथियार ढोनेवाला भी उसके पीछे-पीछे चढ़ गया। पलिश्ती योनातान के सामने गिरते गए, और उसका हथियार ढोनेवाला उसके पीछे-पीछे उन्हें मारता गया। target: [312, 56, 314, 40, 42, 316, 40, 94, 318, 320, 268, 322, 324, 312, 326, 40, 94, 318, 328, 330]
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यह पहला संहार जो योनातान और उसके हथियार ढोनेवाले से हुआ, उसमें आधे बीघे भूमि में बीस एक पुरुष मारे गए।
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[332, 334, 70, 312, 40, 94, 96, 336, 16, 338, 340, 16, 342, 344, 346, 348, 134, 350, 352]
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source: क्योंकि तेरी सहायता से मैं सेना पर धावा करता हूँ; और अपने परमेश्वर की सहायता से शहरपनाह को लाँघ जाता हूँ। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 8, 10, 24, 26, 16, 18] source: तेरी सहायता से मैं दल पर धावा करता, अपने परमेश्वर की सहायता से मैं शहरपनाह को फाँद जाता हूँ। target: [4, 10, 6, 28, 30, 16, 18, 32, 22, 10, 24, 14, 16, 18] source: तुम पराए देवताओं के, अर्थात् अपने चारों ओर के देशों के लोगों के देवताओं के पीछे न हो लेना; target: [34, 36, 38, 40, 42, 44, 46] source: शत्रु के विरुद्ध हमारी सहायता कर, क्योंकि मनुष्य की सहायता व्यर्थ है*। target: [48, 50, 52, 54, 56, 4, 58, 54, 60, 62, 18] source: शत्रुओं के विरुद्ध हमारी सहायता कर, क्योंकि मनुष्य की सहायता व्यर्थ है! target: [64, 50, 52, 54, 66, 4, 58, 68, 70, 62, 18] source: हमारी सहायता के लिये उठ खड़ा हो। और अपनी करुणा के निमित्त हमको छुड़ा ले। target: [72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 72, 90, 92, 18] source: मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है। target: [32, 54, 94, 96, 98, 100, 80, 102, 104, 18] source: फिर यहोवा ने सीनै पर्वत के पास मूसा से कहा, target: [106, 108, 110, 112, 114] source: परन्तु हे यहोवा तू दूर न रह! हे मेरे सहायक, मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर! target: [116, 118, 120, 122, 18, 116, 32, 124, 126, 54, 128, 130, 92, 18] source: मुझे जिला, और मैं तेरी स्तुति करूँगा, तेरे नियमों से मेरी सहायता हो। target: [10, 132, 134, 80, 136, 138, 128, 134, 18, 140, 142, 144, 146, 126, 54, 148, 18] source: क्योंकि जब उसने परीक्षा की दशा में दुःख उठाया, तो वह उनकी भी सहायता कर सकता है, जिनकी परीक्षा होती है। target: [150, 152, 154, 156, 158, 80, 160, 162, 164, 166, 168, 54, 128, 170, 18] source: जब परमेश्वर ने लेवियों की सहायता की जो यहोवा की वाचा का सन्दूक उठानेवाले थे, तब उन्होंने सात बैल और सात मेढ़े बलि किए। target: [172, 84, 174, 176, 178, 180, 54, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 80, 188, 190, 194, 196, 198, 18] source: हे परमेश्वर, मुझे छुड़ाने के लिये, हे यहोवा, मेरी सहायता करने के लिये फुर्ती कर! target: [116, 200, 126, 202, 116, 118, 130, 204, 80, 126, 54, 92, 18] source: ढाल और भाला लेकर मेरी सहायता करने को खड़ा हो। target: [136, 206, 208, 80, 210, 208, 212, 78, 80, 126, 54, 92, 18]
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मैं अपनी आँखें पर्वतों की ओर उठाऊँगा। मुझे सहायता कहाँ से मिलेगी?
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[214, 10, 216, 218, 220, 18, 32, 54, 222, 224]
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source: उस सिंहासन में छः सीढ़ियाँ थीं; और सिंहासन का पिछला भाग गोलाकार था, और बैठने के स्थान के दोनों ओर टेक लगी थीं, और दोनों टेकों के पास एक-एक सिंह खड़ा हुआ बना था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 8, 14, 16, 18, 6, 20, 22, 24, 26, 28, 16, 18, 30, 32, 24, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 18, 44, 32, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: मैं और पिता एक हैं।” target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 32, 72, 74, 76, 78, 80, 18, 70, 82, 84] source: “हे मनुष्य के सन्तान, दो स्त्रियाँ थी, जो एक ही माँ की बेटी थी। target: [86, 88, 32, 90, 48, 92, 82, 94, 96, 98, 56] source: हारीफ की सन्तान एक सौ बारह। target: [100, 8, 102, 82, 104, 106] source: और एक-एक खम्भे के सिरे पर, उस गोलाई के पास जो जाली से लगी थी, एक और कँगनी बनी, और एक-एक कँगनी पर जो अनार चारों ओर पंक्ति-पंक्ति करके बने थे वह दो सौ थे। target: [62, 108, 110, 32, 112, 114, 60, 116, 42, 118, 4, 120, 32, 46, 42, 122, 124, 32, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 42, 138, 4, 140, 116, 112, 34, 142, 144, 48, 104, 132, 56] source: सारी पृथ्वी पर एक ही भाषा, और एक ही बोली थी। target: [146, 148, 112, 150, 152, 154, 18, 150, 152, 156, 158] source: एक, मादोन का राजा; एक, हासोर का राजा; target: [160, 20, 162, 164, 166, 20, 162, 82] source: फिर हीराम ने राजा के पास एक सौ बीस किक्कार सोना भेजा था। target: [168, 170, 172, 46, 174, 176, 178, 32, 180, 182, 184] source: तब उन्होंने एकाएक चारों ओर दृष्टि की, और यीशु को छोड़ अपने साथ और किसी को न देखा। target: [18, 62, 170, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 66, 76, 200, 202, 204, 66, 206, 152, 208, 126, 210] source: और छहों सीढ़ियों के दोनों ओर एक-एक सिंह खड़ा हुआ बना था, कुल बारह सिंह बने थे। किसी राज्य में ऐसा सिंहासन कभी नहीं बना; target: [62, 212, 214, 32, 112, 216, 52, 218, 38, 54, 42, 18, 220, 222, 144, 224, 226, 228, 6, 76, 230, 158] source: और उनके संग एक-एक जाति के सब जंगली पशु, और एक-एक जाति के सब घरेलू पशु, और एक-एक जाति के सब पृथ्वी पर रेंगनेवाले, और एक-एक जाति के सब उड़नेवाले पक्षी, जहाज में गए। target: [232, 234, 236, 232, 148, 112, 238, 240, 232, 242, 32, 244, 4, 246, 32, 144, 248, 250] source: और उसने क्या पुरुष, क्या स्त्री, सब इस्राएलियों को एक-एक रोटी और एक-एक टुकड़ा माँस और किशमिश की एक-एक टिकिया बँटवा दी। target: [18, 4, 170, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 260, 264, 232, 66, 266, 268, 266, 270, 272, 20, 18, 266, 274, 8, 276, 278, 280] source: एक-एक जाति के पक्षी, और एक-एक जाति के पशु, और एक-एक जाति के भूमि पर रेंगनेवाले, सब में से दो-दो तेरे पास आएँगे, कि तू उनको जीवित रखे। target: [282, 8, 232, 284, 286, 8, 232, 284, 18, 288, 32, 252, 238, 290, 292, 62, 8, 294, 296, 298, 292, 266, 300, 302, 126, 304, 306, 118, 308, 302, 126, 310, 312] source: अर्थात् एक सोने की घंटी और एक अनार, फिर एक सोने की घंटी और एक अनार, इसी रीति बागे के नीचेवाले घेरे में चारों ओर ऐसा ही हो। target: [138, 314, 20, 316, 18, 82, 132, 18, 314, 20, 316, 18, 82, 132, 318, 32, 320, 32, 322, 112, 324]
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उस सिंहासन में छः सीढ़ियाँ और सोने का एक पावदान था; ये सब सिंहासन से जुड़े थे, और बैठने के स्थान के दोनों ओर टेक लगी थी और दोनों टेकों के पास एक-एक सिंह खड़ा हुआ बना था।
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[18, 4, 6, 326, 10, 12, 8, 14, 18, 314, 20, 82, 328, 16, 330, 252, 6, 126, 332, 136, 42, 18, 30, 8, 24, 32, 36, 38, 40, 42, 18, 44, 32, 46, 48, 50, 52, 54, 42]
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source: फिर यहोवा ने मूसा और हारून से इस प्रकार कहा, target: [4, 6, 8, 10, 12] source: तब मूसा ने ये बातें सब इस्राएलियों को कह सुनाई और वे बहुत विलाप करने लगे। target: [14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38] source: जब मूसा ये सब वचन सब इस्राएलियों से कह चुका, target: [40, 16, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 38] source: तब उसने इस्राएलियों से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, 'मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया, और तुम को मिस्रियों के हाथ से, और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है।' target: [54, 18, 56, 58, 60, 18, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 8, 76, 78, 80, 82, 8, 84, 86, 88, 42, 90, 92, 94, 96, 98] source: यहूदियों ने भी उसका साथ देकर कहा, ये बातें इसी प्रकार की हैं। target: [100, 102, 104, 106, 108, 110, 8, 22, 24, 112, 114, 116, 38] source: “इस्राएलियों से इस प्रकार कह: तुम लोग न तो बैल की कुछ चर्बी* खाना और न भेड़ या बकरी की। target: [118, 56, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 130, 134, 136, 138, 38] source: परमेश्वर ने मूसा से कहा, “मैं जो हूँ सो हूँ*।” फिर उसने कहा, “तू इस्राएलियों से यह कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है'।” (प्रका. 1:4,8, प्रका. 4:8, प्रका. 11:17) target: [140, 142, 12, 144, 146, 148, 150, 146, 152, 154, 12, 156, 158, 160, 64, 162, 164, 146, 166, 168, 170, 172, 174, 152] source: इस प्रकार यहोवा ने उस दिन इस्राएलियों को मिस्रियों के वश से इस प्रकार छुड़ाया; और इस्राएलियों ने मिस्रियों को समुद्र के तट पर मरे पड़े हुए देखा। target: [176, 178, 180, 4, 70, 182, 82, 184, 8, 186, 188, 190, 80, 192, 194, 38] source: तो नामान ने अपने प्रभु के पास जाकर कह दिया, “इस्राएली लड़की इस प्रकार कहती है।” target: [196, 198, 200, 202, 204, 8, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 212, 222, 116, 38] source: इस प्रकार इस्राएली बालपोर देवता को पूजने लगे। तब यहोवा का कोप इस्राएल पर भड़क उठा; (प्रका. 2:20) target: [18, 224, 226, 228, 230, 232, 8, 234, 236, 206, 238, 240, 38] source: फिर एलीहू इस प्रकार और भी कहता गया, target: [242, 244, 246, 64, 248] source: इस प्रकार यिशै के पुत्र दाऊद ने सारे इस्राएल के ऊपर राज्य किया। target: [250, 252, 254, 46, 256, 258, 36, 38] source: तब उसने मुझसे कहा, “हे मनुष्य के सन्तान, जो तुझे मिला है उसे खा ले; अर्थात् इस पुस्तक को खा, तब जाकर इस्राएल के घराने से बातें कर।” (प्रका. 10:9) target: [154, 168, 12, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 212, 274, 38, 276, 278, 280, 8, 282, 284, 286, 288, 152] source: फिर याकूब को दिखाई दिया तब सब प्रेरितों को दिखाई दिया। target: [290, 292, 294, 8, 296, 298, 42, 300, 302, 304, 306, 38]
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तब लेवीय लोग सब इस्राएली पुरुषों से पुकारके कहें:
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[308, 310, 312, 160, 64, 314, 316, 318]
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source: तब वे आपस में पूछ-ताछ करने लगे, “हम में से कौन है, जो यह काम करेगा?” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: परन्तु उन्हें महासभा के बाहर जाने की आज्ञा देकर, वे आपस में विचार करने लगे, target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 22, 48, 26] source: चार कोढ़ी फाटक के बाहर थे; वे आपस में कहने लगे, “हम क्यों यहाँ बैठे-बैठे मर जाएँ? target: [50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 26, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88] source: वे आपस में विचार करने लगे, “हम तो रोटी नहीं लाए। इसलिए वह ऐसा कहता है।” target: [90, 92, 94, 46, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 98, 114, 116, 118] source: और आपस में विचार करने लगे कि यीशु को छल से पकड़कर मार डालें। target: [120, 122, 124, 126, 128, 4, 130, 132, 134, 136, 26] source: और हमारे साथ ब्याह किया करो; अपनी बेटियाँ हमको दिया करो, और हमारी बेटियों को आप लिया करो। target: [138, 140, 142, 144, 26, 146, 148, 150, 152, 4, 154, 148, 156, 158, 26] source: तो क्या तुम ने आपस में भेद भाव न किया और कुविचार से न्याय करनेवाले न ठहरे? target: [160, 162, 164, 166, 168, 170, 4, 88, 160, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 4, 88] source: वे आपस में विचार करके कहने लगे, “हमारे पास तो रोटी नहीं है।” target: [90, 92, 94, 184, 186, 188, 106, 190, 192, 118] source: जब किसानों ने उसे देखा तो आपस में विचार करने लगे, ‘यह तो वारिस है; आओ, हम उसे मार डालें, कि विरासत हमारी हो जाए।’ target: [28, 194, 196, 198, 94, 46, 186, 200, 202, 204, 192, 26, 80, 206, 208, 4, 210, 212, 214, 216, 218] source: ‘हमारी दिन भर की रोटी हर दिन हमें दिया कर। target: [150, 214, 220, 222, 106, 152, 26] source: तब वे आपस में विवाद करने लगे कि यदि हम कहें ‘स्वर्ग की ओर से,’ तो वह कहेगा, ‘फिर तुम ने उसका विश्वास क्यों नहीं की?’ target: [120, 224, 226, 4, 184, 136, 4, 74, 228, 230, 232, 234, 236, 112, 238, 240, 242, 84, 244, 246, 248, 250] source: देखो, यह क्या ही भली और मनोहर बात है कि भाई लोग आपस में मिले रहें! target: [252, 254, 256, 258, 122, 260, 262, 264, 4, 266, 46, 192, 26] source: करुणा और सच्चाई आपस में मिल गई हैं; धर्म और मेल ने आपस में चुम्बन किया हैं। target: [268, 270, 4, 272, 274, 276, 26, 278, 4, 280, 94, 282, 284, 276, 26] source: मुझे स्मरण करो, हम आपस में विवाद करें; तू अपनी बात का वर्णन कर जिससे तू निर्दोष ठहरे। target: [286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 26, 80, 258, 184, 300, 26, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 26]
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परन्तु वे आपे से बाहर होकर आपस में विवाद करने लगे कि हम यीशु के साथ क्या करें?
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[28, 120, 322, 324, 326, 4, 328, 330, 160, 22, 332, 14, 92, 334, 336, 136, 26]
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source: (हेर्मोन को सीदोनी लोग सिर्योन, और एमोरी लोग सनीर कहते हैं।) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 10, 20] source: वहाँ से कूच करके उन्होंने अर्नोन नदी, जो जंगल में बहती और एमोरियों के देश से निकलती है, उसकी दूसरी ओर डेरे खड़े किए; क्योंकि अर्नोन मोआबियों और एमोरियों के बीच होकर मोआब देश की सीमा ठहरी है। target: [22, 24, 26, 14, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 28, 44, 28, 46, 48, 50, 52, 36, 48, 54, 56, 58, 14, 60] source: और सिप्पोर के पुत्र बालाक ने देखा कि इस्राएल ने एमोरियों से क्या-क्या किया है। target: [62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 42, 78, 6, 80, 82] source: तब मूसा ने याजेर नगर का भेद लेने को भेजा; और उन्होंने उसके गाँवों को ले लिया, और वहाँ के एमोरियों को उस देश से निकाल दिया। target: [84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 28, 98, 100, 102, 104, 14, 72, 106, 108, 42, 110, 112] source: उन्होंने भी जाकर औरों को समाचार दिया, परन्तु उन्होंने उनका भी विश्वास न किया। target: [114, 116, 14, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130] source: इसका समाचार योआब तक पहुँचा; योआब अबशालोम के पीछे तो नहीं हो लिया था, परन्तु अदोनिय्याह के पीछे हो लिया था। तब योआब यहोवा के तम्बू को भाग गया, और वेदी के सींगों को पकड़ लिया। target: [62, 132, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 144, 14, 146, 6, 148, 150, 152, 52, 146, 154, 156, 158, 160, 162, 164] source: “परमेश्वर यहोवा यह कहता है : मोआब और सेईर जो कहते हैं, देखो, यहूदा का घराना और सब जातियों के समान हो गया है। target: [166, 168, 170, 172, 174, 176, 58, 14, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 70, 190] source: फिर सादोक के पुत्र अहीमास ने दूसरी बार योआब से कहा, “जो हो सो हो, परन्तु मुझे भी कूशी के पीछे दौड़ जाने दे।” योआब ने कहा, “हे मेरे बेटे, तेरे समाचार का कुछ बदला न मिलेगा, फिर तू क्यों दौड़ जाना चाहता है?” target: [192, 66, 194, 196, 6, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 94, 226, 28, 228, 230, 232, 234, 236, 238] source: एमोरियों के राजा सीहोन को, उसकी करुणा सदा की है; target: [240, 242, 60, 244, 246, 248] source: और यबूसी, एमोरी, गिर्गाशी, target: [250, 252, 254, 256] source: हे मोआब, तुझ पर हाय! कमोश देवता की प्रजा नाश हुई, उसने अपने बेटों को भगोड़ा, और अपनी बेटियों को एमोरी राजा सीहोन की दासी कर दिया। target: [258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 26, 14, 274, 276, 26, 94, 240, 242, 278] source: हेशबोन एमोरियों के राजा सीहोन का नगर था; उसने मोआब के पिछले राजा से लड़कर उसका सारा देश अर्नोन तक उसके हाथ से छीन लिया था। target: [280, 176, 282, 284, 240, 242, 286, 288, 290, 154, 242, 292, 58, 294, 14, 70, 296, 28, 146, 298, 300, 302] source: यबूसी, एमोरी, गिर्गाशी, target: [250, 252, 254, 256] source: बिन्यामीनियों के गोत्र को उनके कुलों के अनुसार ये नगर मिले, अर्थात् यरीहो, बेथोग्ला, एमेक्कसीस, target: [304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 324, 326]
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और अनाकियों के समान वे भी रापा में गिने जाते थे, परन्तु मोआबी उन्हें एमी कहते हैं।
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[188, 328, 330, 6, 332, 334, 336, 124, 338, 340, 6, 342, 344, 346]
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source: मेरी स्त्रियाँ और मेरे बच्चे, जिनके लिये मैंने तेरी सेवा की है, उन्हें मुझे दे कि मैं चला जाऊँ; तू तो जानता है कि मैंने तेरी कैसी सेवा की है।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 18, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 22, 46, 48, 50, 40, 18, 52, 16, 54] source: उसके बच्चे कंगालों से भी विनती करेंगे, और वह अपना छीना हुआ माल फेर देगा। target: [56, 58, 12, 60, 62, 64, 66, 8, 56, 58, 12, 56, 68, 70, 72] source: फिर हूशै ने कहा, “तू तो अपने पिता और उसके जनों को जानता है कि वे शूरवीर हैं, और बच्चा छीनी हुई रीछनी के समान क्रोधित होंगे। तेरा पिता योद्धा है; और अन्य लोगों के साथ रात नहीं बिताता। target: [74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 8, 56, 58, 92, 46, 94, 96, 98, 56, 100, 102, 104, 106, 8, 108, 110, 56, 88, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 114, 124, 126, 58, 12, 128, 114, 130, 132, 134, 136, 138, 90, 140, 26, 8, 56, 142, 144, 58, 146, 148, 150] source: बूढ़ों की शोभा उनके नाती पोते हैं; और बाल-बच्चों की शोभा उनके माता-पिता हैं। target: [152, 154, 58, 156, 158, 8, 160, 162, 164, 166, 58, 168, 170] source: और वह नहीं जानता है, कि वहाँ मरे हुए पड़े हैं, और उस स्त्री के निमंत्रित अधोलोक के निचले स्थानों में पहुँचे हैं। target: [172, 116, 174, 46, 176, 148, 98, 178, 180, 182, 184, 158, 8, 116, 186, 58, 188, 190, 192, 194, 114, 196] source: जो आज्ञा को मानता है, वह जोखिम से बचेगा, और बुद्धिमान का मन समय और न्याय का भेद जानता है। target: [56, 40, 198, 200, 202, 204, 62, 206, 8, 208, 68, 210, 212, 8, 214, 46, 48, 26] source: परन्तु तुम्हारे बाल-बच्चे जिनके विषय तुमने कहा है, कि वे लूट में चले जाएँगे, उनको मैं उस देश में पहुँचा दूँगा; और वे उस देश को जान लेंगे जिसको तुमने तुच्छ जाना है। target: [172, 216, 218, 14, 220, 86, 222, 224, 98, 56, 226, 68, 228, 124, 230, 46, 18, 232, 234, 8, 56, 108, 236, 46, 238, 126, 46, 86, 240, 242] source: अपने बच्चों से इसका वर्णन करो, और वे अपने बच्चों से, और फिर उनके बच्चे, आनेवाली पीढ़ी के लोगों से। target: [80, 58, 220, 86, 88, 160, 46, 8, 216, 244, 88, 160, 246, 166, 58, 244, 248, 250, 252, 46, 254, 256, 258] source: यदि संस्कारवाले माँस या रोटी में से कुछ सवेरे तक बचा रहे, तो उस बचे हुए को आग में जलाना, वह खाया न जाए; क्योंकि वह पवित्र होगा। target: [8, 260, 262, 264, 58, 266, 62, 268, 270, 62, 272, 274, 276, 278, 280, 32, 42, 116, 282, 46, 284, 114, 286, 288, 56, 290, 292, 280, 38, 40, 56, 294, 242] source: परन्तु निर्धन के पास भेड़ की एक छोटी बच्ची को छोड़ और कुछ भी न था, और उसको उसने मोल लेकर जिलाया था। वह उसके यहाँ उसके बाल-बच्चों के साथ ही बढ़ी थी; वह उसके टुकड़े में से खाती, और उसके कटोरे में से पीती, और उसकी गोद में सोती थी, और वह उसकी बेटी के समान थी। target: [172, 116, 296, 298, 300, 162, 302, 304, 62, 306, 308, 276, 148, 310, 116, 46, 56, 78, 312, 314, 8, 316, 224, 8, 318, 320, 322, 116, 58, 324, 146, 326, 328, 310, 56, 330, 162, 270, 332, 334, 116, 58, 336, 332, 338, 330, 162, 340, 114, 342, 8, 116, 162, 344, 58, 346, 310] source: वह उसके प्राण को गड्ढे से बचाता है, और उसके जीवन को तलवार की मार से बचाता हे। target: [56, 116, 162, 348, 46, 350, 62, 352, 202, 8, 116, 58, 354, 46, 356, 146, 358, 360, 362] source: तुम मुझे गुरु, और प्रभु, कहते हो, और भला कहते हो, क्योंकि मैं वहीं हूँ। target: [86, 28, 364, 8, 366, 368, 96, 8, 80, 370, 202, 372, 18, 374, 376] source: और उनको तेरे विषय में सिखाया गया है, कि तू अन्यजातियों में रहनेवाले यहूदियों को मूसा से फिर जाने को सिखाता है, और कहता है, कि न अपने बच्चों का खतना कराओ ओर न रीतियों पर चलो। target: [8, 230, 20, 80, 378, 380, 26, 98, 42, 142, 382, 46, 384, 386, 388, 114, 390, 158, 80, 392, 394, 98, 396, 46, 398, 8, 400, 394, 40, 402, 404, 162, 406, 292, 408, 8, 410, 412, 292, 414] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [416, 44, 348, 58, 16, 418, 158, 98, 420, 422, 116, 162, 64, 148, 26, 424, 426]
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फिर तुम्हारे बाल-बच्चे जिनके विषय में तुम कहते हो कि ये लूट में चले जाएँगे, और तुम्हारे जो बच्चे अभी भले-बुरे का भेद नहीं जानते, वे वहाँ प्रवेश करेंगे, और उनको मैं वह देश दूँगा, और वे उसके अधिकारी होंगे।
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[74, 216, 12, 14, 58, 220, 86, 418, 224, 98, 56, 226, 114, 428, 430, 8, 216, 244, 40, 432, 434, 436, 162, 438, 148, 440, 56, 182, 442, 444, 8, 18, 56, 446, 166, 46, 448, 8, 56, 116, 46, 450, 114, 452, 454]
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source: मूर्ख लोग पाप का अंगीकार करने को ठट्ठा जानते हैं, परन्तु सीधे लोगों के बीच अनुग्रह होता है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: दानिय्येल, गिन्नतोन, बारूक; target: [28, 30, 32] source: “जो तुम्हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है, और जो तुम्हें तुच्छ जानता है, वह मुझे तुच्छ जानता है; और जो मुझे तुच्छ जानता है, वह मेरे भेजनेवाले को तुच्छ जानता है।” target: [34, 36, 38, 40, 42, 44, 38, 40, 34, 46, 48, 50, 42, 52, 48, 50, 54, 34, 52, 48, 50, 42, 52, 56, 48, 58, 26] source: परन्तु मैं तुम्हें जानता हूँ, कि तुम में परमेश्वर का प्रेम नहीं। target: [14, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 26] source: हम जानते हैं कि परमेश्वर ने मूसा से बातें की; परन्तु इस मनुष्य को नहीं जानते की कहाँ का है।” target: [74, 76, 78, 80, 82, 84, 14, 86, 88, 90, 92, 94, 74, 96, 98] source: ठट्ठा करनेवाला डाँटे जाने से प्रसन्न नहीं होता, और न वह बुद्धिमानों के पास जाता है। target: [10, 100, 102, 104, 106, 26, 108, 110, 112, 26] source: जो कुछ तुम जानते हो वह मैं भी जानता हूँ; मैं तुम लोगों से कुछ कम नहीं हूँ। target: [114, 116, 118, 60, 108, 120, 26, 60, 122, 124, 126, 26] source: “क्योंकि मेरी प्रजा मूर्ख है, वे मुझे नहीं जानते; वे ऐसे मूर्ख बच्चें हैं जिनमें कुछ भी समझ नहीं। बुराई करने को तो वे बुद्धिमान हैं, परन्तु भलाई करना वे नहीं जानते।” target: [128, 130, 132, 134, 136, 52, 138, 26, 140, 142, 144, 146, 54, 148, 150, 72, 26, 152, 154, 156, 158, 14, 160, 162, 164, 26] source: परन्तु यदि तू मन्नत न माने, तो तेरा कोई पाप नहीं। target: [14, 166, 168, 170, 172, 86, 174, 176, 178, 180, 26] source: मैं उनके लिये विनती करता हूँ, संसार के लिये विनती नहीं करता हूँ परन्तु उन्हीं के लिये जिन्हें तूने मुझे दिया है, क्योंकि वे तेरे हैं। target: [60, 174, 176, 182, 184, 26, 60, 186, 188, 182, 190, 14, 192, 52, 194, 188, 182, 196, 198, 140, 200, 202, 26] source: परन्तु ये लोग जो व्यवस्था नहीं जानते, श्रापित हैं।” target: [14, 86, 204, 206, 208, 140, 210, 202, 98] source: ठट्ठा करनेवालों का वह निश्चय ठट्ठा करता है; परन्तु दीनों पर अनुग्रह करता है। (याकूब. 4:6, 1 पतरस. 5:5) target: [212, 10, 214, 10, 216, 14, 218, 220, 212, 222, 20, 224, 26] source: तब यीशु ने मन्दिर में उपदेश देते हुए पुकार के कहा, “तुम मुझे जानते हो और यह भी जानते हो कि मैं कहाँ का हूँ। मैं तो आप से नहीं आया परन्तु मेरा भेजनेवाला सच्चा है, उसको तुम नहीं जानते। target: [226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 52, 54, 60, 90, 92, 244, 246, 248, 26, 60, 250, 252, 92, 254, 14, 34, 52, 256, 258, 260, 262, 264, 64, 266, 26] source: “लेवीय गोत्र की गिनती इस्राएलियों के संग न करना; target: [268, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 26]
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बुद्धिमान पुत्र पिता की शिक्षा सुनता है, परन्तु ठट्ठा करनेवाला घुड़की को भी नहीं सुनता।
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[286, 288, 222, 290, 292, 40, 14, 10, 294, 296, 298, 26]
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source: तब जब ये सामरी उसके पास आए, तो उससे विनती करने लगे कि हमारे यहाँ रह, और वह वहाँ दो दिन तक रहा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: वह अपने पिता आसा की लीक पर चला और उससे न मुड़ा, अर्थात् जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है वही वह करता रहा। target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70] source: और जब तक यहोयादा याजक योआश को शिक्षा देता रहा, तब तक वह वही काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। target: [72, 74, 60, 62, 76, 78, 80, 52, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 26, 98, 100] source: और जब तक वह घर बन्द रहे तब तक यदि कोई उसमें जाए तो वह सांझ तक अशुद्ध रहे; target: [102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 52, 118, 120, 122] source: उसके पति एल्काना ने उससे कहा, “जो तुझे भला लगे वही कर जब तक तू उसका दूध न छुड़ाए तब तक यहीं ठहरी रह; केवल इतना हो कि यहोवा अपना वचन पूरा करे।” इसलिए वह स्त्री वहीं घर पर रह गई और अपने पुत्र के दूध छूटने के समय तक उसको पिलाती रही। target: [124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 36, 160, 162, 164, 24, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 150, 152, 180, 14, 182, 184] source: और जब तक मैं उनकी सुधि न लूँ तब तक वहीं रहेंगे, और तब मैं उन्हें लाकर इस स्थान में फिर रख दूँगा, यहोवा की यही वाणी है।” target: [186, 188, 190, 192, 102, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 202, 206, 208, 210, 202, 194, 212, 214, 216, 102, 202, 218, 220, 222, 224, 226, 158, 228] source: “जिस किसी नगर या गाँव में जाओ तो पता लगाओ कि वहाँ कौन योग्य है? और जब तक वहाँ से न निकलो, उसी के यहाँ रहो। target: [230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 28, 244, 46, 246, 248, 250, 252, 254, 102, 256, 258, 202, 260, 170, 262] source: परन्तु यदि तेरा वह भाई निकट न रहता हो, या तू उसे न जानता हो, तो उस पशु को अपने घर के भीतर ले आना, और जब तक तेरा वह भाई उसको न ढूँढ़े तब तक वह तेरे पास रहे; और जब वह उसे ढूँढ़े तब उसको दे देना। target: [26, 264, 266, 268, 270, 272, 236, 244, 248, 142, 274, 272, 116, 202, 276, 176, 170, 278, 280, 282, 252, 284, 286, 288, 148, 14, 212, 290] source: दूसरे दिन मूसा लोगों का न्याय करने को बैठा, और भोर से सांझ तक लोग मूसा के आस-पास खड़े रहे। target: [292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 102, 306, 118, 308, 310, 312, 80] source: अतः रात भर ठहरी रह, और सवेरे यदि वह तेरे लिये छुड़ानेवाले का काम करना चाहे; तो अच्छा, वही ऐसा करे; परन्तु यदि वह तेरे लिये छुड़ानेवाले का काम करने को प्रसन्न न हो, तो यहोवा के जीवन की शपथ मैं ही वह काम करूँगा। भोर तक लेटी रह।” target: [146, 314, 316, 318, 102, 320, 26, 322, 324, 326, 328, 330, 332, 116, 334, 336, 14, 142, 338, 340, 342, 322, 26, 324, 326, 328, 330, 332, 344, 116, 60, 346, 348, 142, 194, 350, 352, 354, 356] source: और उसका भाई आसाप जो उसके दाहिने खड़ा हुआ करता था वह बेरेक्याह का पुत्र था, और बेरेक्याह शिमा का, target: [358, 360, 362, 100, 364, 366, 358, 368, 370, 372, 374, 376, 358, 378, 380, 250, 382, 380, 384, 382] source: और यदि कोई पुरुष उससे प्रसंग करे, और उसका रूधिर उसके लग जाए, तो वह पुरुष सात दिन तक अशुद्ध रहे, और जिस-जिस बिछौने पर वह लेटे वे सब अशुद्ध ठहरें। target: [386, 388, 390, 392, 394, 396, 398, 32, 120, 400, 174, 230, 402, 26, 404, 406, 120, 408] source: जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा, तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है। target: [410, 412, 414, 416, 418, 60, 62, 76, 420, 422] source: और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया: और उसने उसका नाम यीशु रखा। target: [424, 426, 428, 430, 52, 432, 434, 436, 438, 102, 52, 148, 440, 442, 444]
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और वह आसा से भेंट करने निकला, और उससे कहा, “हे आसा, और हे सारे यहूदा और बिन्यामीन, मेरी सुनो, जब तक तुम यहोवा के संग रहोगे तब तक वह तुम्हारे संग रहेगा; और यदि तुम उसकी खोज में लगे रहो, तब तो वह तुम से मिला करेगा, परन्तु यदि तुम उसको त्याग दोगे तो वह भी तुमको त्याग देगा।
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[446, 448, 450, 452, 102, 134, 454, 194, 456, 458, 142, 460, 462, 102, 464, 466, 468, 470, 266, 240, 472, 474, 116, 26, 476, 478, 266, 240, 280, 252, 480, 116, 26, 482, 484, 342, 240, 14, 486, 116, 26, 488, 482, 490]
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source: दास का राजा हो जाना, मूर्ख का पेट भरना target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: उन्होंने कहा, “एक मिस्री पुरुष ने हमको चरवाहों के हाथ से छुड़ाया, और हमारे लिये बहुत जल भरकर भेड़-बकरियों को पिलाया।” target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52] source: स्त्री ने उससे कहा, “हे प्रभु, वह जल मुझे दे ताकि मैं प्यासी न होऊँ और न जल भरने को इतनी दूर आऊँ।” target: [54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 44, 74, 64, 76, 78, 80, 82, 70, 84, 86, 44, 64, 88] source: स्त्री ने उससे कहा, “हे स्वामी, तेरे पास जल भरने को तो कुछ है भी नहीं, और कुआँ गहरा है; तो फिर वह जीवन का जल तेरे पास कहाँ से आया? target: [54, 56, 58, 60, 62, 44, 74, 90, 92, 94, 72, 96, 98, 100, 102, 104, 90, 86, 106, 44, 108] source: जो चोर भूख के मारे अपना पेट भरने के लिये चोरी करे, उसको तो लोग तुच्छ नहीं जानते; target: [110, 112, 114, 116, 118, 98, 120, 58, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 40, 114, 140] source: तो देख मैं जल के इस कुएँ के निकट खड़ा हूँ; और ऐसा हो, कि जो कुमारी जल भरने के लिये आए, और मैं उससे कहूँ, “अपने घड़े में से मुझे थोड़ा पानी पिला,” target: [142, 144, 146, 148, 150, 102, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 44, 166, 168, 152, 170, 142, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 44, 64, 190, 192] source: बहुत दिनों के बीतने पर मिस्र का राजा मर गया। और इस्राएली कठिन सेवा के कारण लम्बी-लम्बी साँस लेकर आहें भरने लगे, और पुकार उठे, और उनकी दुहाई जो कठिन सेवा के कारण हुई वह परमेश्वर तक पहुँची। target: [194, 196, 198, 8, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 72, 208, 216, 224, 226, 228, 230, 232, 234] source: क्या मेरे लिये कोई भी काम कठिन है? target: [236, 142, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 92, 250, 252, 254] source: देख, मैं जल के इस सोते के पास खड़ा हूँ; और नगरवासियों की बेटियाँ जल भरने के लिये निकली आती हैं target: [256, 142, 258, 148, 150, 246, 152, 260, 262, 264, 44, 166, 266, 268, 270] source: परमेश्वर यहोवा यह कहता है : देखो, मैं चरवाहों के विरुद्ध हूँ; और मैं उनसे अपनी भेड़-बकरियों का लेखा लूँगा, और उनको फिर उन्हें चराने न दूँगा; वे फिर अपना-अपना पेट भरने न पाएँगे। मैं अपनी भेड़-बकरियाँ उनके मुँह से छुड़ाऊँगा कि आगे को वे उनका आहार न हों। target: [272, 238, 154, 274, 276, 142, 278, 252, 152, 142, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 142, 296, 298, 104, 300, 302, 304, 306, 308, 152, 142, 310, 282, 312, 314, 316, 160, 280, 282, 318, 320, 322, 156, 324] source: और मिलापवाले तम्बू और वेदी के बीच हौदी को रखकर उसमें जल भरना। target: [326, 72, 328, 330, 332, 334, 72, 336, 44, 338] source: और वह उसको हारून के पुत्रों के पास जो याजक हैं लाए। और अन्नबलि के तेल मिले हुए मैदे में से इस तरह अपनी मुट्ठी भरकर निकाले कि सब लोबान उसमें आ जाए; और याजक उन्हें स्मरण दिलानेवाले भाग के लिये वेदी पर जलाए कि यह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धित हवन ठहरे। target: [104, 40, 86, 340, 342, 344, 346, 348, 216, 350, 352, 354, 356, 72, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 80, 84, 370, 372, 374, 376, 378, 380, 382, 384, 386, 378, 388, 390, 392, 386] source: पर जब नाव चल रही थी, तो वह सो गया: और झील पर आँधी आई, और नाव पानी से भरने लगी और वे जोखिम में थे। target: [394, 86, 396, 398, 400, 402, 404, 406, 104, 408, 410, 412, 414, 152, 416, 418, 420, 422, 72, 86, 424, 426] source: तब परमेश्वर ने उसकी आँखें खोल दीं, और उसको एक कुआँ दिखाई पड़ा; तब उसने जाकर थैली को जल से भरकर लड़के को पिलाया। target: [104, 428, 430, 432, 434, 152, 436, 438, 96, 440, 54, 442, 152, 438, 444, 446, 448, 450, 152, 452, 44, 190, 454]
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मिद्यान के याजक की सात बेटियाँ थीं; और वे वहाँ आकर जल भरने लगीं कि कठौतों में भरकर अपने पिता की भेड़-बकरियों को पिलाएँ।
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[456, 458, 460, 264, 462, 184, 464, 50, 44, 466, 22, 468, 470, 22, 472, 44, 474, 462]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: क्योंकि सुन, मैंने आज तुझे इस सारे देश और यहूदा के राजाओं, हाकिमों, और याजकों और साधारण लोगों के विरुद्ध गढ़वाला नगर, और लोहे का खम्भा, और पीतल की शहरपनाह बनाया है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 22, 48, 50, 52, 54, 56] source: यहोवा के भवन में जो पीतल के खम्भे थे और कुर्सियाँ और पीतल का हौद जो यहोवा के भवन में था, इनको कसदी तोड़कर उनका पीतल बाबेल को ले गए। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 22, 48, 70, 72, 74, 76, 78, 22, 80, 82, 84, 56] source: यहोवा के भवन में जो पीतल के खम्भे थे, और कुर्सियों और पीतल के हौज जो यहोवा के भवन में थे, उन सभी को कसदी लोग तोड़कर उनका पीतल बाबेल को ले गए। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 22, 48, 70, 86, 88, 74, 90, 76, 92, 22, 94, 96, 82, 84, 56] source: हेल्कात, और रहोब; ये चार नगर दिए गए। target: [98, 100, 102, 22, 98, 100, 104, 106, 108, 110, 112, 56] source: और हदादेजेर के तिभत और कून नामक नगरों से दाऊद बहुत सा पीतल ले आया; और उसी से सुलैमान ने पीतल के हौद और खम्भों और पीतल के पात्रों को बनवाया। target: [114, 116, 118, 120, 22, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 56, 134, 136, 138, 140, 142, 48, 36, 70, 144, 146, 22, 64, 148, 150, 152, 56] source: तेरी चितौनियाँ मेरा सुखमूल और मेरे मंत्री हैं। दाल्थ target: [154, 156, 158, 160, 162, 164, 22, 166, 168, 170, 164, 56] source: और खम्भों की कुर्सियाँ पीतल की, और घुंडियाँ और छड़ें चाँदी की बनीं, और उनके सिरे चाँदी से मढ़े गए, और आँगन के सब खम्भे चाँदी के छड़ों से जोड़े गए थे। target: [172, 68, 64, 174, 56, 176, 22, 178, 180, 174, 182, 184, 186, 180, 174, 56, 188, 94, 190, 192, 194, 174, 56] source: और उनके बीस खम्भे बनें, और इनके लिये पीतल की बीस कुर्सियाँ बनें, और खम्भों के कुण्डे और उनकी पट्टियाँ चाँदी की हों। target: [184, 196, 198, 22, 200, 124, 202, 64, 204, 56, 206, 208, 22, 180, 210, 204, 56] source: उनके लिये बीस खम्भे, और इनकी पीतल की बीस कुर्सियाँ बनीं; और खम्भों की घुंडियाँ और जोड़ने की छड़ें चाँदी की बनीं। target: [184, 196, 198, 22, 68, 124, 64, 202, 174, 56, 212, 208, 22, 184, 178, 180, 174, 56] source: कुलों के अनुसार मरारियों को रूबेन, गाद, और जबूलून के गोत्रों के भागों में से बारह नगर दिए गए।। target: [214, 216, 218, 220, 222, 22, 224, 226, 228, 110, 230, 56] source: सोना, चाँदी, पीतल, लोहा, टीन, और सीसा, target: [232, 234, 236, 238, 240, 22, 242] source: दोनों खम्भे, एक हौज और पीतल के बारहों बैल जो पायों के नीचे थे, इन सब को तो सुलैमान राजा ने यहोवा के भवन के लिये बनवाया था, और इन सब का पीतल तौल से बाहर था। target: [136, 244, 246, 248, 250, 252, 70, 86, 254, 256, 48, 144, 258, 260, 228, 64, 262, 264, 266, 106, 126, 130, 268, 56] source: कुलों के अनुसार इस्साकारियों के गोत्र का भाग नगरों और गाँवों समेत यही ठहरा।। target: [270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 268, 56] source: क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है, इस देश में घर और खेत और दाख की बारियाँ फिर बेची और मोल ली जाएँगी।' target: [284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 22, 306, 308, 310, 312]
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क्योंकि सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि जो खम्भे और पीतल की नांद, गंगाल और कुर्सियाँ और अन्य पात्र इस नगर में रह गए हैं,
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[66, 314, 254, 256, 70, 316, 22, 98, 200, 182, 298, 318, 320, 322, 324, 326, 286, 288, 294, 328]
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source: जब हम बच निकले, तो पता चला कि यह टापू माल्टा* कहलाता है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: जब दिन हुआ तब हाकिमों ने सिपाहियों के हाथ कहला भेजा कि उन मनुष्यों को छोड़ दो। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 24, 50, 52, 54, 56] source: सिय्योन की सुन्दर और सुकुमार बेटी को मैं नाश करने पर हूँ। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 36] source: जब वे सूफ नामक देश में आए, तब शाऊल ने अपने साथ के सेवक से कहा, “आ, हम लौट चलें, ऐसा न हो कि मेरा पिता गदहियों की चिन्ता छोड़कर हमारी चिन्ता करने लगे।” target: [82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 54, 118, 116, 120, 122] source: तब गादी और रूबेनी बोल उठे, “यहोवा ने जैसा तेरे दासों से कहलाया है वैसा ही हम करेंगे। target: [124, 66, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150] source: तब थोमा ने जो दिदुमुस कहलाता है, अपने साथ के चेलों से कहा, “आओ, हम भी उसके साथ मरने को चलें।” target: [152, 154, 156, 158, 160, 162, 92, 164, 166, 98, 168, 170, 172, 174, 176] source: वे दर्शियों से कहते हैं, “दर्शी मत बनो; और नबियों से कहते हैं, हमारे लिये ठीक नबूवत मत करो; हम से चिकनी-चुपड़ी बातें बोलो*, धोखा देनेवाली नबूवत करो। target: [82, 178, 180, 182, 184, 186, 66, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 20, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220] source: यह सुनकर कि इस्राएल के राजा ने अपने वस्त्र फाड़े हैं, परमेश्वर के भक्त एलीशा ने राजा के पास कहला भेजा, “तूने क्यों अपने वस्त्र फाड़े हैं? वह मेरे पास आए, तब जान लेगा, कि इस्राएल में भविष्यद्वक्ता है।” target: [222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 152, 242, 244, 246, 248, 250, 224, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 256, 272] source: जैसे हम आजकल यहाँ जो काम जिसको भाता है वही करते हैं वैसा तुम न करना; target: [274, 102, 276, 92, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 282, 290, 292, 294] source: क्योंकि तेरा कर्ता तेरा पति है, उसका नाम सेनाओं का यहोवा है; और इस्राएल का पवित्र तेरा छुड़ानेवाला है, वह सारी पृथ्वी का भी परमेश्वर कहलाएगा। target: [296, 298, 300, 298, 302, 304, 306, 30, 308, 310, 36, 312, 314, 316, 298, 318, 304, 256, 320, 322, 324, 34, 326, 328] source: सिय्योन से, जो परम सुन्दर है, परमेश्वर ने अपना तेज दिखाया है। target: [330, 332, 334, 324, 336, 36] source: तब इस्राएल ने एमोरियों के राजा सीहोन के पास दूतों से यह कहला भेजा, target: [338, 128, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 352, 82, 354, 136] source: तब शाऊल ने अपने सेवक से कहा, “तूने भला कहा है; हम चलें।” अतः वे उस नगर को चले जहाँ परमेश्वर का जन था। target: [152, 90, 96, 98, 356, 358, 360, 362, 364, 102, 366, 18, 368, 370, 230, 372, 374, 376, 82, 378] source: मैंने भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा बातें की, और बार-बार दर्शन देता रहा; और भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा दृष्टान्त कहता आया हूँ। target: [76, 380, 382, 384, 36, 66, 386, 76, 388, 390, 132, 392, 76, 386, 394, 396, 132, 36]
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(पूर्वकाल में तो इस्राएल में जब कोई परमेश्वर से प्रश्न करने जाता तब ऐसा कहता था, “चलो, हम दर्शी के पास चलें;” क्योंकि जो आजकल नबी कहलाता है वह पूर्वकाल में दर्शी कहलाता था।)
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[398, 400, 402, 404, 406, 408, 410, 34, 412, 100, 102, 414, 366, 296, 154, 290, 416, 418, 256, 420, 422, 34, 424]
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source: उन्होंने दूसरी बार कहा, “हे राजा स्वप्न तेरे दासों को बताया जाए, और हम उसका अर्थ समझा देंगे।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 12, 32, 20, 34, 36, 38, 40] source: तब राजा ने उनसे कहा, “मैंने एक स्वप्न देखा है, और मेरा मन व्याकुल है* कि स्वप्न को कैसे समझूँ।” target: [42, 44, 16, 46, 48, 28, 50, 12, 52, 54, 36, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 40] source: अर्थात् जो भूमि अब्राहम ने हित्तियों से मोल ली थी; उसी में अब्राहम, और उसकी पत्नी सारा, दोनों को मिट्टी दी गई। target: [26, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 88] source: इसलिए यदि तुम मुझे स्वप्न न बताओ तो तुम्हारे लिये एक ही आज्ञा है। क्योंकि तुम ने गोष्ठी की होगी कि जब तक समय न बदले, तब तक हम राजा के सामने झूठी और गपशप की बातें कहा करेंगे। इसलिए तुम मुझे स्वप्न बताओ, तब मैं जानूँगा कि तुम उसका अर्थ भी समझा सकते हो।” target: [104, 106, 108, 28, 110, 16, 112, 114, 116, 118, 120, 74, 88, 122, 124, 68, 126, 106, 128, 12, 130, 132, 108, 134, 136, 138, 106, 140, 142, 144, 146, 88, 148, 108, 28, 150, 12, 152, 36, 106, 154, 156, 158, 108, 160, 162, 40] source: और यदि तुम अर्थ समेत स्वप्न को बता दो* तो मुझसे भाँति-भाँति के दान और भारी प्रतिष्ठा पाओगे। इसलिए तुम मुझे अर्थ समेत स्वप्न बताओ।” target: [104, 106, 108, 28, 12, 34, 36, 164, 16, 106, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 88, 178, 180, 28, 12, 34, 36, 108, 182, 40] source: तब कसदियों ने, राजा से अरामी भाषा में कहा, “हे राजा, तू चिरंजीवी रहे! अपने दासों को स्वप्न बता, और हम उसका अर्थ बताएँगे।” target: [184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 16, 198, 200, 202, 20, 204, 24, 180, 28, 206, 12, 20, 34, 36, 208, 40] source: यहोवा ने पृथ्वी की नींव बुद्धि ही से डाली; और स्वर्ग को समझ ही के द्वारा स्थिर किया। target: [210, 100, 212, 214, 216, 12, 218, 220, 222, 224, 226, 88] source: मैं तेरा दास हूँ, तू मुझे समझ दे कि मैं तेरी चितौनियों को समझूँ। target: [228, 230, 232, 234, 88, 108, 236, 238, 240, 230, 242, 244, 228, 246, 248, 88] source: तब अर्योक ने दानिय्येल को राजा के सम्मुख शीघ्र भीतर ले जाकर उससे कहा, “यहूदी बंधुओं में से एक पुरुष मुझ को मिला है, जो राजा को स्वप्न का अर्थ बताएगा।” target: [250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 12, 14, 16, 46, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 54, 36, 284, 40] source: तब मैंने आज्ञा दी कि बाबेल के सब पंडित मेरे स्वप्न का अर्थ मुझे बताने के लिये मेरे सामने हाज़िर किए जाएँ। target: [178, 286, 288, 290, 188, 292, 66, 260, 294, 296, 122, 48, 298, 300, 240, 4, 180, 54, 36, 108, 302, 304, 88] source: और उसका जेठा पुत्र अब्दोन था, फिर सूर, कीश, बाल, नादाब, target: [306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 324] source: और जातियों की सारी भीड़ जो अरीएल से युद्ध करेगी, और जितने लोग उसके और उसके गढ़ के विरुद्ध लड़ेंगे और उसको सकेती में डालेंगे, वे सब रात के देखे हुए स्वप्न के समान ठहरेंगे। target: [326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 290, 340, 342, 344, 12, 34, 346, 348, 350, 352, 88, 354, 356, 358, 4, 360, 12, 362, 364, 366, 352, 88] source: इसलिए आओ, हम उसको घात करके किसी गड्ढे में डाल दें, और यह कह देंगे, कि कोई जंगली पशु उसको खा गया। फिर हम देखेंगे कि उसके स्वप्नों का क्या फल होगा।” target: [368, 20, 360, 370, 12, 360, 372, 374, 376, 378, 88, 20, 380, 382, 384, 386, 388, 360, 390, 392, 172, 362, 394, 56, 396, 62, 20, 398, 40] source: उसने कहा, “क्या तुम भी अब तक नासमझ हो? target: [400, 402, 404, 406, 408, 410, 146, 412]
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“यह स्वप्न है; और अब हम उसका अर्थ राजा को समझा देते हैं।
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[414, 28, 416, 418, 88, 420, 20, 422, 36, 424]
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source: तब मूसा उठकर दातान और अबीराम के पास गया; और इस्राएलियों के वृद्ध लोग उसके पीछे-पीछे गए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 14, 24, 18, 26, 28, 30, 18, 32, 34] source: जब तूने चोर को देखा, तब उसकी संगति से प्रसन्न हुआ; और परस्त्रीगामियों के साथ भागी हुआ।” target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 38, 48, 18, 50, 52, 54, 14, 56, 58, 60, 62] source: इसलिए दाऊद अपने जनों समेत तड़के उठकर पलिश्तियों के देश को लौट गया। और पलिश्ती यिज्रेल को चढ़ गए। target: [4, 64, 66, 68, 50, 70, 72, 74, 76, 78, 42, 80, 82, 10, 84, 18, 86, 88, 90, 92, 14, 84, 94, 96, 98, 100, 102] source: फिर जब वे अपने परमेश्वर यहोवा को भूल गए, तब उसने उन्हें हासोर के सेनापति सीसरा, और पलिश्तियों और मोआब के राजा के अधीन कर दिया; और वे उनसे लड़े। target: [104, 36, 106, 94, 108, 110, 112, 42, 114, 116, 46, 30, 94, 106, 42, 118, 18, 120, 122, 18, 124, 84, 18, 126, 14, 128, 18, 130, 18, 126, 132, 116, 14, 48, 106, 50, 134] source: और बिन्यामीनियों के गोत्र का सेनापति गिदोनी का पुत्र अबीदान था। target: [136, 18, 138, 58, 120, 140, 58, 142, 144, 146] source: शाऊल और उसके सेवकों के आगे लाई; और उन्होंने खाया। तब वे उठकर उसी रात चले गए। target: [14, 148, 14, 48, 18, 150, 18, 152, 154, 10, 156, 14, 158, 94, 160, 162, 48, 164, 166, 80, 168, 170] source: फिर जब संध्या हुई, तो उसके चेले झील के किनारे गए, target: [172, 174, 176, 18, 178, 180, 88, 182, 184] source: जब उसको वहाँ रहते बहुत दिन बीत गए, तब एक दिन पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक ने खिड़की में से झाँककर क्या देखा कि इसहाक अपनी पत्नी रिबका के साथ क्रीड़ा कर रहा है। target: [36, 30, 42, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 34, 46, 198, 84, 18, 130, 94, 200, 194, 202, 204, 206, 208, 210, 10, 44, 46, 212, 214, 216, 218, 220, 50, 222, 132, 224, 226] source: तो भी उन्होंने उसकी चापलूसी की; वे उससे झूठ बोले। target: [158, 94, 110, 228, 50, 230, 232, 14, 216, 234, 18, 50, 30, 18, 236, 238, 240] source: तब शाऊल पलिश्तियों का पीछा छोड़कर लौट गया; और पलिश्ती भी अपने स्थान को चले गए। target: [104, 148, 94, 84, 58, 242, 244, 246, 248, 10, 250, 90, 22, 14, 252, 110, 254, 42, 184] source: सारे इस्राएल के याजक और लेवीय भी अपने सारे देश से उठकर उसके पास गए। target: [46, 256, 14, 258, 76, 260, 24, 88, 262, 264, 266, 246, 8, 10, 30, 18, 20, 268, 34] source: जब दाऊद पलिश्ती को मारकर लौटा, तब अब्नेर ने उसे पलिश्ती का सिर हाथ में लिए हुए शाऊल के सामने पहुँचाया। target: [4, 36, 64, 30, 252, 42, 270, 10, 272, 46, 274, 94, 48, 42, 276, 154, 14, 148, 20, 278, 22, 14, 252, 58, 280, 48, 18, 126, 88, 146] source: तब उसके घराने के पुरनिये उठकर उसे भूमि पर से उठाने के लिये उसके पास गए; परन्तु उसने न चाहा, और उनके संग रोटी न खाई। target: [48, 18, 282, 18, 26, 8, 10, 48, 18, 20, 284, 76, 48, 42, 286, 288, 48, 290, 292, 14, 158, 18, 50, 294, 290, 296] source: तब पलिश्ती पूछने लगे, “यह किसने किया है?” लोगों ने कहा, “उसके तिम्नाह के दामाद शिमशोन ने यह इसलिए किया, कि उसके ससुर ने उसकी पत्नी का उसके साथी से विवाह कर दिया।” तब पलिश्तियों ने जाकर उस पत्नी और उसके पिता दोनों को आग में जला दिया। target: [162, 252, 298, 300, 302, 304, 94, 306, 308, 310, 94, 312, 314, 18, 316, 318, 320, 322, 48, 94, 30, 206, 218, 58, 324, 30, 18, 326, 50, 132, 328, 162, 84, 94, 330, 10, 30, 206, 218, 14, 30, 18, 332, 42, 334, 50, 336, 338]
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जब उन्होंने बेर्शेबा में परस्पर वाचा बाँधी, तब अबीमेलेक और उसका सेनापति पीकोल, उठकर पलिश्तियों के देश में लौट गए।
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[36, 158, 94, 340, 88, 342, 344, 14, 198, 14, 30, 206, 346, 58, 348, 350, 352, 14, 84, 18, 354, 42, 90, 184]
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source: और बाल्हानान के मरने पर, हदद उसके स्थान पर राजा हुआ; और उसकी राजधानी का नाम पाऊ हुआ, उसकी पत्नी का नाम महेतबेल था जो मेज़ाहाब की नातिनी और मत्रेद की बेटी थी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 22, 34, 36, 38, 40, 42, 38, 44, 42] source: और शाऊल के मरने पर अकबोर का पुत्र बाल्हानान उसके स्थान पर राजा हुआ। target: [46, 6, 8, 48, 50, 4, 12, 14] source: शाऊल के मरने पर, अकबोर का पुत्र बाल्हानान उसके स्थान पर राजा हुआ। target: [46, 6, 8, 48, 52, 4, 54, 56, 58, 60, 62] source: और योबाब के मरने पर, तेमानियों के देश का हूशाम उसके स्थान पर राजा हुआ। target: [64, 66, 16, 68, 70, 12, 14, 72, 74, 76, 78] source: योबाब के मरने पर, तेमानियों के देश का निवासी हूशाम उसके स्थान पर राजा हुआ। target: [80, 6, 82, 74, 84, 86, 88, 54, 60, 62] source: और किसी सूबेदार का एक दास जो उसका प्रिय था, बीमारी से मरने पर था। target: [90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 78] source: फिर हूशाम के मरने पर, बदद का पुत्र हदद, उसके स्थान पर राजा हुआ: यह वही है जिस ने मिद्यानियों को मोआब के देश में मार दिया; और उसकी राजधानी का नाम अबीत था। target: [108, 110, 112, 50, 10, 54, 60, 62, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 30, 20, 22, 126, 28] source: बेला के मरने पर, बोस्रानिवासी जेरह का पुत्र योबाब उसके स्थान पर राजा हुआ। target: [128, 6, 8, 130, 132, 134, 52, 80, 136, 60, 62] source: बेला के मरने पर, बोस्राई जेरह का पुत्र योबाब, उसके स्थान पर राजा हुआ। target: [138, 66, 140, 50, 80, 12, 14, 80, 130, 132, 78] source: फिर हूशाम के मरने पर, बदद का पुत्र हदद उसके स्थान पर राजा हुआ यह वही है जिसने मिद्यानियों को मोआब के देश में मार लिया, और उसकी राजधानी का नाम अबीत है। target: [88, 6, 82, 142, 144, 52, 10, 54, 16, 68, 60, 62, 146, 148, 118, 150, 122, 124, 16, 20, 22, 126, 28] source: बोर के पुत्र बेला ने एदोम में राज्य किया, और उसकी राजधानी का नाम दिन्हाबा है। target: [152, 52, 128, 54, 154, 60, 156, 158, 16, 20, 22, 160, 28] source: उसकी टाँगें लोहे की और उसके पाँव कुछ तो लोहे के और कुछ मिट्टी के थे। target: [158, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 158, 174, 176, 180, 182] source: जब किसी राजा ने इस्राएलियों पर राज्य न किया था, तब एदोम के देश में ये राजा हुए अर्थात् बोर का पुत्र बेला और उसकी राजधानी का नाम दिन्हाबा था। target: [184, 186, 188, 60, 190, 16, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 28, 204, 206, 152, 50, 208, 138, 20, 22, 210] source: वे उसका मुँह देखेंगे*, और उसका नाम उनके माथों पर लिखा हुआ होगा। target: [158, 212, 162, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 22, 226, 228]
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अकबोर के पुत्र बाल्हानान के मरने पर, हदर उसके स्थान पर राजा हुआ और उसकी राजधानी का नाम पाऊ है; और उसकी पत्नी का नाम महेतबेल है, जो मेज़ाहाब की नातिन और मत्रेद की बेटी थी।
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[4, 6, 8, 230, 54, 56, 58, 60, 62, 16, 20, 22, 232, 28, 16, 32, 22, 234, 28, 36, 38, 40, 236, 238, 40, 240, 182]
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source: और वह उसको पंखों के बीच से फाड़े, पर अलग-अलग न करे। तब याजक उसको वेदी पर उस लकड़ी के ऊपर रखकर जो आग पर होगी जलाए कि वह होमबलि और यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 12, 14, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 14, 12, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 8, 36, 48, 50, 52, 8, 54, 56, 32, 58, 60, 62, 54, 34, 32, 58, 64] source: तब उस पूरे मेढ़े को वेदी पर जलाना; वह तो यहोवा के लिये होमबलि होगा; वह सुखदायक सुगन्ध और यहोवा के लिये हवन होगा। target: [66, 68, 70, 72, 14, 46, 36, 74, 76, 4, 52, 54, 56, 78, 48, 50, 80, 62, 48, 50, 52, 54, 34, 32, 58, 48] source: तब मूसा ने उन्हें फिर उनके हाथों पर से लेकर उन्हें वेदी पर होमबलि के ऊपर जलाया, यह सुखदायक सुगन्ध देने के लिये संस्कार की भेंट और यहोवा के लिये हव्य था। target: [82, 84, 86, 88, 90, 14, 88, 8, 92, 94, 96, 40, 46, 36, 56, 32, 58, 8, 36, 98, 50, 62, 54, 100, 102, 104, 60, 52, 8, 106, 80, 34, 32, 58, 108] source: वह उसकी अंतड़ियों और पैरों को जल से धोए। और याजक वेदी पर जलाए कि वह होमबलि हो और यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे। target: [18, 12, 102, 110, 60, 112, 114, 116, 118, 60, 28, 50, 120, 122, 124, 40, 46, 8, 36, 126, 50, 52, 8, 54, 56, 78, 60, 62, 54, 34, 32, 80, 58, 128] source: तब उन वस्तुओं को उनके हाथों से लेकर होमबलि की वेदी पर जला देना, जिससे वह यहोवा के सामने सुखदायक सुगन्ध ठहरे; वह तो यहोवा के लिये हवन होगा। target: [130, 68, 88, 14, 88, 8, 132, 96, 40, 46, 36, 56, 32, 78, 36, 74, 134, 50, 52, 8, 106, 80, 62, 136, 60, 52, 54, 80, 34, 32, 58, 48] source: और वह उसकी अंतड़ियों और पैरों को जल से धोए। तब याजक सबको वेदी पर जलाए कि वह होमबलि यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे। target: [18, 12, 102, 110, 60, 12, 102, 112, 114, 8, 116, 138, 140, 60, 28, 120, 122, 46, 8, 36, 56, 78, 142, 52, 8, 106, 62, 54, 80, 34, 32, 58, 142, 144] source: और याजक अन्नबलि में से स्मरण दिलानेवाला भाग निकालकर वेदी पर जलाए कि वह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे; target: [60, 28, 12, 32, 146, 54, 148, 32, 58, 94, 122, 96, 40, 12, 14, 46, 36, 150, 50, 52, 8, 54, 80, 62, 152, 34, 32, 58, 48] source: यह नित्य होमबलि है, जो सीनै पर्वत पर यहोवा का सुखदायक सुगन्धवाला हव्य होने के लिये ठहराया गया। target: [50, 154, 56, 78, 136, 156, 158, 32, 160, 36, 162, 164, 166, 4, 52, 54, 62, 32, 34, 32, 78, 168] source: और याजक इन्हें वेदी पर जलाए; यह हवन रूपी भोजन है जो सुखदायक सुगन्ध के लिये होता है; क्योंकि सारी चर्बी यहोवा की है। target: [28, 88, 14, 46, 8, 36, 126, 50, 62, 152, 34, 32, 58, 170, 172, 174, 176, 178, 52, 54, 48] source: और याजक लहू को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा की वेदी के ऊपर छिड़के, और चर्बी को उसके सुखदायक सुगन्ध के लिये जलाए। target: [60, 28, 12, 180, 14, 52, 32, 46, 8, 36, 60, 182, 8, 184, 8, 186, 8, 188, 190, 60, 178, 14, 52, 8, 106, 62, 192, 40, 126] source: और ऊपरी भाग चार हाथ ऊँचा हो; और वेदी पर जलाने के स्थान के चार सींग ऊपर की ओर निकले हों। target: [60, 194, 196, 46, 170, 198, 200, 202, 60, 46, 8, 204, 8, 206, 198, 208, 210] source: तब अंतड़ियाँ और पाँव जल से धोये गए, और मूसा ने पूरे मेढ़े को वेदी पर जलाया, और वह सुखदायक सुगन्ध देने के लिये होमबलि और यहोवा के लिये हव्य हो गया, जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी। target: [60, 12, 86, 110, 60, 112, 14, 114, 116, 212, 60, 84, 86, 70, 72, 14, 46, 36, 98, 50, 52, 8, 54, 34, 32, 58, 32, 62, 152, 56, 78, 214, 216, 52, 86, 84, 14, 218, 220, 108] source: और वह उसको हारून के पुत्रों के पास जो याजक हैं लाए। और अन्नबलि के तेल मिले हुए मैदे में से इस तरह अपनी मुट्ठी भरकर निकाले कि सब लोबान उसमें आ जाए; और याजक उन्हें स्मरण दिलानेवाले भाग के लिये वेदी पर जलाए कि यह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धित हवन ठहरे। target: [4, 12, 14, 222, 8, 224, 8, 188, 44, 28, 226, 228, 60, 4, 230, 232, 60, 70, 234, 10, 80, 236, 238, 240, 60, 28, 12, 14, 46, 36, 12, 32, 242, 54, 52, 8, 106, 80, 62, 152, 34, 32, 58, 142, 126] source: और याजक इन्हें वेदी पर जलाए; यह यहोवा के लिये हवन रूपी भोजन ठहरे। target: [60, 28, 12, 14, 46, 36, 150, 50, 34, 32, 58, 52, 8, 106, 244, 8, 246, 48]
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तब हारून के पुत्र इनको वेदी पर उस होमबलि के ऊपर जलाएँ, जो उन लकड़ियों पर होगी जो आग के ऊपर है, कि यह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे।
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[60, 222, 8, 248, 12, 14, 56, 78, 142, 30, 32, 34, 250, 252, 156, 46, 8, 36, 48, 50, 52, 8, 54, 80, 62, 152, 34, 32, 58, 48]
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source: और हारान अपने पिता के सामने ही, कसदियों के ऊर नाम नगर में, जो उसकी जन्म-भूमि थी, मर गया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 6, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28] source: फिर परमेश्वर ने अब्राहम से कहा, “तेरी जो पत्नी सारै है, उसको तू अब सारै न कहना, उसका नाम सारा* होगा। target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 28, 52, 54, 56, 58, 60, 28] source: और तेरह अपना पुत्र अब्राम, और अपना पोता लूत, जो हारान का पुत्र था, और अपनी बहू सारै, जो उसके पुत्र अब्राम की पत्नी थी, इन सभी को लेकर कसदियों के ऊर नगर से निकल कनान देश जाने को चला; पर हारान नामक देश में पहुँचकर वहीं रहने लगा। target: [62, 64, 66, 68, 70, 66, 72, 74, 76, 78, 46, 20, 64, 66, 80, 82, 84, 74, 86, 88, 90, 22, 92, 94, 28, 52, 90, 96, 98, 74, 100, 14, 102, 28] source: और उसका जेठा पुत्र अब्दोन था, फिर सूर, कीश, बाल, नादाब, target: [64, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120] source: उसका जेठा पुत्र अब्दोन हुआ, फिर सूर, कीश, बाल, नेर, नादाब, target: [64, 104, 106, 108, 122, 64, 124, 112, 114, 116, 118, 120] source: “अब तुम बोनेवाले का दृष्टान्त सुनो target: [126, 128, 130, 132, 134, 28] source: अब्दोन, जिक्री, हानान, target: [108, 136, 138] source: बिन्यामीन के गोत्र में से गिदोनी का पुत्र अबीदान; target: [140, 142, 144, 66, 146] source: वह तुझे और तेरे वंश को भी अब्राहम की सी आशीष दे, कि तू यह देश जिसमें तू परदेशी होकर रहता है, और जिसे परमेश्वर ने अब्राहम को दिया था, उसका अधिकारी हो जाए।” target: [148, 150, 74, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 32, 172, 152, 174, 176, 178, 180, 182, 184] source: अब्राम, वह अब्राहम भी कहलाता है। target: [186, 188, 190, 192, 28] source: वह कहने लगा, “हे मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा, आज मेरे कार्य को सिद्ध कर, और मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर। target: [122, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 204, 222, 32, 224, 226, 228, 28] source: और उसने उससे कहा, “मैं वही यहोवा हूँ जो तुझे कसदियों के ऊर नगर से बाहर ले आया, कि तुझको इस देश का अधिकार दूँ।” target: [148, 230, 34, 232, 202, 234, 236, 238, 240, 150, 242, 244, 246, 248, 250, 184] source: तब यहोवा के दूत ने स्वर्ग से उसको पुकारकर कहा, “हे अब्राहम, हे अब्राहम!” उसने कहा, “देख, मैं यहाँ हूँ।” target: [252, 254, 256, 258, 260, 262, 230, 264, 266, 268, 270, 272, 264, 232, 274, 276, 184] source: वह तीन वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा, और उसकी माता का नाम मीकायाह था; जो गिबावासी ऊरीएल की बेटी थी। फिर अबिय्याह और यारोबाम के बीच में लड़ाई हुई। target: [272, 278, 280, 282, 284, 286, 28, 76, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 28, 300, 74, 302, 304, 306, 308, 28]
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हे यहोवा! तू वही परमेश्वर है, जो अब्राम को चुनकर कसदियों के ऊर नगर में से निकाल लाया, और उसका नाम अब्राहम रखा;
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[310, 202, 312, 314, 236, 316, 318, 74, 230, 22, 246, 320, 74, 230, 190, 56, 322, 28]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: हे यहोवा, तेरी करुणा और तेरा किया हुआ उद्धार, तेरे वादे के अनुसार, मुझ को भी मिले; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28] source: मुझ को बुराई करनेवालों के हाथ से बचा, और हत्यारों से मेरा उद्धार कर। target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 34, 30, 44] source: हे यहोवा अपनी करुणा हमें दिखा, और तू हमारा उद्धार कर। target: [4, 6, 46, 10, 48, 50, 38, 46, 52, 48, 54] source: तू तो धर्मी है, मुझे छुड़ा और मेरा उद्धार कर; मेरी ओर कान लगा, और मेरा उद्धार कर। target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 30, 36, 70, 72, 74, 76, 78, 68, 30, 44] source: अपने किए हुए उद्धार का हर्ष मुझे फिर से दे, और उदार आत्मा देकर मुझे सम्भाल। target: [46, 52, 80, 82, 30, 84, 86, 38, 56, 88, 90, 60, 30, 92] source: हे परमेश्वर अपने नाम के द्वारा मेरा उद्धार कर*, और अपने पराक्रम से मेरा न्याय कर। target: [4, 94, 56, 96, 34, 30, 98, 38, 46, 100, 60, 62, 102, 104] source: क्योंकि यहोवा यह कहता है: “याकूब के कारण आनन्द से जयजयकार करो: जातियों में जो श्रेष्ठ है उसके लिये ऊँचे शब्द से स्तुति करो, और कहो, 'हे यहोवा, अपनी प्रजा इस्राएल के बचे हुए लोगों का भी उद्धार कर।' target: [106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 38, 132, 122, 134, 126, 136, 138, 140, 142, 38, 144, 6, 46, 146, 148, 38, 150, 122, 152, 154, 156, 158] source: क्योंकि हे स्त्री, तू क्या जानती है, कि तू अपने पति का उद्धार करा लेगी? और हे पुरुष, तू क्या जानता है कि तू अपनी पत्नी का उद्धार करा लेगा? target: [4, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 162, 56, 172, 154, 156, 174, 38, 4, 176, 162, 164, 178, 180, 170, 162, 46, 182, 154, 156, 184] source: हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मेरी सहायता कर! अपनी करुणा के अनुसार मेरा उद्धार कर! target: [4, 106, 12, 94, 74, 186, 104, 46, 10, 188, 30, 98] source: क्योंकि मेरी आँखों ने तेरे उद्धार को देख लिया है। target: [190, 192, 194, 196, 8, 52, 154, 198, 200, 116] source: जब यहोवा ने होशे के द्वारा पहले पहल बातें की, तब उसने होशे से यह कहा, “जाकर एक वेश्या को अपनी पत्नी बना ले, और उसके कुकर्म के बच्चों को अपने बच्चे कर ले, क्योंकि यह देश यहोवा के पीछे चलना छोड़कर वेश्या का सा बहुत काम करता है।” target: [202, 106, 204, 206, 122, 208, 210, 108, 106, 196, 206, 154, 212, 214, 68, 216, 218, 220, 60, 222, 224, 226, 228, 122, 230, 154, 232, 234, 236, 170, 238, 196, 106, 154, 240, 68, 242, 228, 244, 246] source: तू राजाओं का उद्धार करता है, और अपने दास दाऊद को तलवार की मार से बचाता है। target: [248, 250, 154, 64, 252, 116, 248, 56, 254, 154, 256, 258, 34, 260, 262, 264, 226, 162, 266, 268] source: यहूदा के पुत्र: पेरेस, हेस्रोन, कर्मी, हूर और शोबाल। target: [270, 122, 272, 274, 276, 278, 280, 38, 282] source: अपने दास पर अपने मुँह का प्रकाश चमका; अपनी करुणा से मेरा उद्धार कर। target: [56, 284, 154, 56, 254, 14, 286, 46, 10, 60, 30, 44]
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लौट आ, हे यहोवा*, और मेरे प्राण बचा; अपनी करुणा के निमित्त मेरा उद्धार कर।
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[4, 6, 288, 290, 74, 292, 154, 36, 46, 10, 122, 294, 30, 98]
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source: और वह गवाही यह है, कि परमेश्वर ने हमें अनन्त जीवन दिया है और यह जीवन उसके पुत्र में है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 20, 28, 30, 32, 34] source: मैंने तुम्हें, जो परमेश्वर के पुत्र के नाम पर विश्वास करते हो, इसलिए लिखा है कि तुम जानो कि अनन्त जीवन तुम्हारा है। target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 18, 20, 32, 64, 66, 68, 70, 34] source: और जिसकी उसने हम से प्रतिज्ञा की वह अनन्त जीवन है। target: [72, 16, 74, 76, 78, 52, 80, 20, 8, 82, 34] source: और ये अनन्त दण्ड भोगेंगे परन्तु धर्मी अनन्त जीवन में प्रवेश करेंगे।” target: [84, 86, 88, 90, 92, 94, 80, 96, 98, 100, 102] source: किसने देवता या निष्फल मूरत ढाली है? target: [104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118] source: अनातोत, नोब, अनन्याह, target: [120, 122, 24, 124] source: कि मैं अन्यजातियों के लिये मसीह यीशु का सेवक होकर परमेश्वर के सुसमाचार की सेवा याजक के समान करूँ; जिससे अन्यजातियों का मानो चढ़ाया जाना, पवित्र आत्मा से पवित्र बनकर ग्रहण किया जाए। target: [26, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 64, 152, 34, 36, 26, 154, 60, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 34] source: जो पुत्र पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है; परन्तु जो पुत्र की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, परन्तु परमेश्वर का क्रोध उस पर रहता है।” target: [30, 48, 174, 18, 20, 176, 92, 44, 178, 180, 20, 182, 92, 184, 132, 186, 188, 102] source: ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह अनन्त जीवन पाए। target: [60, 190, 48, 50, 192, 18, 20, 194, 34] source: तब पौलुस और बरनबास ने निडर होकर कहा, “अवश्य था, कि परमेश्वर का वचन पहले तुम्हें सुनाया जाता; परन्तु जब कि तुम उसे दूर करते हो, और अपने को अनन्त जीवन के योग्य नहीं ठहराते, तो अब, हम अन्यजातियों की ओर फिरते हैं। target: [92, 196, 24, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 214, 218, 152, 34, 220, 222, 224, 226, 228, 18, 20, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 34] source: हे परमेश्वर तेरी गति पवित्रता की है। कौन सा देवता परमेश्वर के तुल्य बड़ा है? target: [250, 252, 254, 256, 156, 32, 34, 258, 260, 262, 264, 132, 266, 268, 270] source: जिससे हम उसके अनुग्रह से धर्मी ठहरकर, अनन्त जीवन की आशा के अनुसार वारिस बनें। target: [60, 272, 274, 276, 278, 242, 18, 280, 282, 284, 286, 34] source: क्योंकि परमेश्वर अन्यायी नहीं, कि तुम्हारे काम, और उस प्रेम को भूल जाए, जो तुम ने उसके नाम के लिये इस रीति से दिखाया, कि पवित्र लोगों की सेवा की, और कर भी रहे हो। target: [288, 66, 272, 290, 292, 294, 296, 24, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 66, 310, 312, 314, 316, 24, 318, 320, 322, 312, 324, 326, 34] source: देख, परमेश्वर महान और हमारे ज्ञान से कहीं परे है, और उसके वर्ष की गिनती अनन्त है। target: [240, 302, 260, 328, 92, 242, 330, 332, 334, 336, 34, 28, 338, 340, 342, 344, 346, 34]
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परन्तु अब पाप से स्वतंत्र होकर और परमेश्वर के दास बनकर तुम को फल मिला जिससे पवित्रता प्राप्त होती है, और उसका अन्त अनन्त जीवन है।
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[92, 348, 54, 350, 352, 354, 356, 4, 132, 358, 360, 32, 24, 62, 362, 364, 32, 34]
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source: और जो कुछ वह अशुद्ध मनुष्य छूए वह भी अशुद्ध ठहरे; और जो मनुष्य उस वस्तु को छूए वह भी सांझ तक अशुद्ध रहे।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 8, 28, 22, 24, 30, 8, 32] source: अथवा यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को अज्ञानता से छू ले, तो चाहे वह अशुद्ध जंगली पशु की, चाहे अशुद्ध घरेलू पशु की, चाहे अशुद्ध रेंगनेवाले जीव-जन्तु की लोथ हो, तो वह अशुद्ध होकर दोषी ठहरेगा। target: [34, 36, 8, 38, 34, 40, 42, 44, 34, 8, 46, 48, 50, 34, 52, 8, 54, 56, 58, 60, 62, 8, 64, 20, 22, 66, 68] source: तूने अपने दास के साथ की वाचा को त्याग दिया, और उसके मुकुट को भूमि पर गिराकर अशुद्ध किया है। target: [70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 70, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: और जो कोई उनकी लोथ उठाए वह अपने वस्त्र धोए और सांझ तक अशुद्ध रहे; क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं। target: [96, 36, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 30, 8, 112, 114, 116, 118, 8, 120] source: और यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को छूकर यहोवा के मेलबलि पशु के माँस में से खाए, तो वह भी अपने लोगों में से नाश किया जाए, चाहे वह मनुष्य की कोई अशुद्ध वस्तु या अशुद्ध पशु या कोई भी अशुद्ध और घृणित वस्तु हो।” target: [122, 24, 4, 124, 8, 38, 16, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 34, 12, 138, 140, 142, 144, 20, 22, 8, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 4, 22, 160, 162, 20, 164, 72, 166, 168, 170] source: और यदि इनकी लोथ में का कुछ तंदूर या चूल्हे पर पड़े तो वह भी अशुद्ध ठहरे, और तोड़ डाला जाए; क्योंकि वह अशुद्ध हो जाएगा, वह तुम्हारे लिये भी अशुद्ध ठहरे। target: [172, 174, 122, 176, 124, 178, 34, 180, 182, 20, 130, 8, 184, 186, 188, 188, 190, 130, 192, 194, 196, 130, 198, 200, 202, 204, 206, 118, 130, 8, 208] source: परन्तु अश्शूर के राजा ने होशे के राजद्रोह की गोष्ठी को जान लिया, क्योंकि उसने सो नामक मिस्र के राजा के पास दूत भेजे थे और अश्शूर के राजा के पास वार्षिक भेंट भेजनी छोड़ दी; इस कारण अश्शूर के राजा ने उसको बन्दी बनाया, और बेड़ी डालकर बन्दीगृह में डाल दिया। target: [210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 236, 260, 262, 264, 266, 224, 268, 164, 270, 190, 272, 274] source: मैं जानता हूँ, और प्रभु यीशु से मुझे निश्चय हुआ है, कि कोई वस्तु अपने आप से अशुद्ध नहीं, परन्तु जो उसको अशुद्ध समझता है, उसके लिये अशुद्ध है। target: [276, 278, 280, 282, 284, 276, 286, 288, 290, 292, 294, 8, 296, 210, 96, 36, 290, 292, 8, 286, 164, 130, 8, 298] source: फिर हाग्गै ने पूछा, “यदि कोई जन मनुष्य की लोथ के कारण अशुद्ध होकर ऐसी किसी वस्तु को छूए, तो क्या वह अशुद्ध ठहरेगी?” याजकों ने उत्तर दिया, “हाँ अशुद्ध ठहरेगी।” target: [128, 300, 302, 304, 306, 16, 308, 36, 8, 310, 312, 314, 16, 316, 20, 114, 8, 146, 318, 320, 322, 324, 326, 8, 328] source: जिस वर्ष में अश्शूर के राजा सर्गोन की आज्ञा से तर्त्तान ने अश्दोद आकर उससे युद्ध किया और उसको ले भी लिया, target: [330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 240, 348, 350, 164, 352, 104, 354, 356, 190, 114, 358] source: वे यहोवा के देश में रहने न पाएँगे; परन्तु एप्रैम मिस्र में लौट जाएगा, और वे अश्शूर में अशुद्ध वस्तुएँ खाएँगे। target: [114, 360, 362, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 376, 148, 378, 380, 114, 382, 140, 384, 386] source: इस कारण तुम शुद्ध और अशुद्ध पशुओं में, और शुद्ध और अशुद्ध पक्षियों में भेद करना; और कोई पशु या पक्षी या किसी प्रकार का भूमि पर रेंगनेवाला जीवजन्तु* क्यों न हो, जिसको मैंने तुम्हारे लिये अशुद्ध ठहराकर वर्जित किया है, उससे अपने आप को अशुद्ध न करना। target: [206, 118, 200, 280, 8, 388, 148, 200, 280, 8, 390, 392, 394, 396, 148, 398, 400, 390, 280, 402, 404, 116, 276, 8, 406, 408, 114, 118, 410, 412] source: सब रेंगनेवालों में से ये ही तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं; जो कोई इनकी लोथ छूए वह सांझ तक अशुद्ध रहे। target: [222, 116, 414, 8, 120, 172, 416, 96, 36, 16, 126, 104, 30, 8, 418] source: क्योंकि उन्होंने मेरे देश को अपनी घृणित वस्तुओं की लोथों से अशुद्ध किया, और मेरे निज भाग को अपनी अशुद्धता से भर दिया है।” target: [276, 420, 422, 422, 424, 148, 426, 428, 430, 432, 234, 434, 436, 438, 72, 440, 442, 444, 446, 298, 148, 448, 450, 438, 72, 452, 454, 456, 458, 460, 298]
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उस समय मिस्र से अश्शूर जाने का एक राजमार्ग होगा, और अश्शूरी मिस्र में आएँगे और मिस्री लोग अश्शूर को जाएँगे, और मिस्री अश्शूरियों के संग मिलकर आराधना करेंगे।
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[6, 462, 464, 466, 468, 146, 148, 470, 372, 280, 472, 382, 474, 148, 472, 476, 478, 480, 482]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: परमेश्वर ने मूसा से कहा, “मैं यहोवा हूँ*; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: तब परमेश्वर ने नूह से कहा, target: [32, 6, 34, 12, 36] source: परमेश्वर ने एक बार कहा है; और दो बार मैंने यह सुना है: कि सामर्थ्य परमेश्वर का है* target: [6, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 26, 50, 52, 54, 56, 6, 58, 60] source: हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैंने तेरी दुहाई दी और तूने मुझे चंगा किया है। target: [62, 64, 66, 68, 26, 70, 72, 74, 18, 76, 78, 80, 82] source: परमेश्वर ने राहेल की भी सुधि ली,* और उसकी सुनकर उसकी कोख खोली। target: [32, 6, 8, 84, 22, 86, 88, 18, 90, 58, 92, 18, 90, 58, 94, 22, 96] source: फिर परमेश्वर ने नूह से कहा, “जो वाचा मैंने पृथ्वी भर के सब प्राणियों के साथ बाँधी है, उसका चिन्ह यही है*।” target: [4, 6, 8, 34, 22, 98, 50, 20, 100, 102, 104, 106, 108, 26, 110, 18, 112, 114, 116, 118, 114, 120, 122, 60] source: और लोग यह न कहेंगे, कि देखो, यहाँ है, या वहाँ है। क्योंकि, परमेश्वर का राज्य तुम्हारे बीच में है।” target: [18, 124, 50, 126, 128, 54, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 6, 102, 144, 146, 148, 60] source: हे देश-देश के लोगों, हमारे परमेश्वर को धन्य कहो, और उसकी स्तुति में राग उठाओ, target: [62, 150, 152, 6, 22, 154, 156, 90, 114, 158, 114, 160, 162] source: और परमेश्वर ने सूखी भूमि को पृथ्वी कहा, तथा जो जल इकट्ठा हुआ उसको उसने समुद्र कहा; और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है। target: [6, 8, 164, 166, 22, 112, 24, 168, 114, 170, 22, 172, 174, 18, 6, 8, 176, 54, 50, 178, 60] source: “जो बात यहोवा के दास मूसा ने तुम से कही थी, कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें विश्राम देता है, और यही देश तुम्हें देगा, उसकी सुधि करो। target: [28, 114, 180, 10, 58, 14, 86, 182, 184, 102, 186, 188, 190, 192, 54, 28, 194, 6, 186, 196, 198, 18, 50, 200, 198, 202] source: यीशु ने, यह जानकर कि पिता ने सब कुछ उसके हाथ में कर दिया है और मैं परमेश्वर के पास से आया हूँ, और परमेश्वर के पास जाता हूँ। target: [204, 206, 192, 54, 208, 8, 20, 22, 210, 212, 190, 214, 216, 90, 50, 198, 206, 192, 54, 90, 6, 218, 220, 192, 18, 90, 20, 222, 224, 226, 228, 230, 60] source: मानोह की यह बात परमेश्वर ने सुन ली, इसलिए जब वह स्त्री मैदान में बैठी थी, और उसका पति मानोह उसके संग न था, तब परमेश्वर का वही दूत उसके पास आया। target: [6, 8, 232, 58, 234, 236, 238, 18, 6, 102, 240, 20, 242, 222, 220, 244, 90, 246, 148, 248, 250, 192, 252, 20, 254, 20, 102, 256, 232, 20, 114, 222, 258, 216] source: ‘मैं अब्राहम का परमेश्वर, और इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूँ?’ वह तो मरे हुओं का नहीं, परन्तु जीवितों का परमेश्वर है।” target: [54, 26, 260, 102, 68, 262, 102, 6, 18, 264, 102, 6, 266, 90, 268, 102, 6, 258, 252, 270, 102, 60] source: और अब भी मैं जानती हूँ, कि जो कुछ तू परमेश्वर से माँगेगा, परमेश्वर तुझे देगा।” target: [252, 26, 272, 30, 274, 198, 276, 108, 198, 6, 218, 278, 90, 186, 280]
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फिर परमेश्वर ने नूह और उसके पुत्रों से कहा,
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[6, 34, 18, 20, 114, 282, 12, 42]
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source: और जो इस्राएल का बलमूल है वह न तो झूठ बोलता और न पछताता है; क्योंकि वह मनुष्य नहीं है, कि पछताए।” (इब्रानियों. 6:18) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 12, 20, 22, 24, 26, 12, 22, 28] source: तब यदि उस जाति के लोग जिसके विषय मैंने यह बात कही हो अपनी बुराई से फिरें, तो मैं उस विपत्ति के विषय जो मैंने उन पर डालने को ठाना हो पछताऊँगा। target: [30, 24, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 40, 58, 50, 52, 60, 62, 40, 24, 36, 64, 66, 68, 70, 46] source: तब यहोवा अपनी प्रजा की हानि करने से जो उसने कहा था पछताया। target: [72, 74, 58, 76, 52, 78, 80, 62, 82, 84, 86, 66, 68, 88, 90] source: तब यदि वे उस काम को करें जो मेरी दृष्टि में बुरा है और मेरी बात न मानें, तो मैं उस भलाई के विषय जिसे मैंने उनके लिये करने को कहा हो, पछताऊँगा। target: [30, 24, 92, 94, 96, 76, 98, 16, 92, 100, 102, 104, 72, 40, 106, 58, 108, 52, 110, 62, 40, 58, 86, 108, 66, 68, 112, 46] source: इसके विषय में यहोवा पछताया*, और उससे कहा, “ऐसी बात अब न होगी।” target: [114, 36, 116, 74, 118, 16, 120, 122, 124, 12, 126] source: और यहोवा पृथ्वी पर मनुष्य को बनाने से पछताया, और वह मन में अति खेदित हुआ। target: [74, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 118, 16, 24, 140, 96, 142, 144] source: सचेत रहो; यदि तेरा भाई अपराध करे तो उसे डाँट, और यदि पछताए तो उसे क्षमा कर। target: [146, 148, 30, 150, 152, 154, 98, 72, 58, 156, 158, 36, 16, 30, 160, 98, 72, 58, 156, 162, 164] source: यदि दिन भर में वह सात बार तेरा अपराध करे और सातों बार तेरे पास फिर आकर कहे, कि मैं पछताता हूँ, तो उसे क्षमा कर।” target: [30, 24, 166, 168, 96, 170, 172, 150, 154, 98, 16, 170, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 40, 160, 186, 188, 72, 58, 156, 162, 164] source: जब फ़िरौन ने लोगों को जाने की आज्ञा दे दी, तब यद्यपि पलिश्तियों के देश में होकर जो मार्ग जाता है वह छोटा था; तो भी परमेश्वर यह सोचकर उनको उस मार्ग से नहीं ले गया कि कहीं ऐसा न हो कि जब ये लोग लड़ाई देखें तब पछताकर मिस्र को लौट आएँ। target: [72, 114, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 84, 156, 202, 204, 72, 206, 208, 156, 210, 36, 212, 36, 214, 102, 216, 80, 218, 24, 220, 46, 20, 22, 206, 200, 222, 224, 226, 228, 156, 230, 182, 232, 16, 234, 156, 236, 238] source: इसलिए अब अपना चालचलन और अपने काम सुधारो, और अपने परमेश्वर यहोवा की बात मानो; तब यहोवा उस विपत्ति के विषय में जिसकी चर्चा उसने तुम से की है, पछताएगा। target: [240, 242, 244, 246, 156, 16, 82, 248, 156, 250, 252, 16, 74, 82, 206, 134, 100, 156, 254, 16, 74, 58, 76, 52, 256, 62, 24, 258, 260, 88, 46] source: क्योंकि विवाहित स्त्री व्यवस्था के अनुसार अपने पति के जीते जी उससे बंधी है, परन्तु यदि पति मर जाए, तो वह पति की व्यवस्था से छूट गई। target: [262, 264, 106, 266, 268, 58, 6, 270, 272, 274, 24, 276, 36, 278, 24, 36, 280, 96, 282, 274, 284, 30, 270, 286, 288, 72, 24, 270, 134, 276, 52, 290, 292, 294] source: यदि तेरे पत्नी है, तो उससे अलग होने का यत्न न कर: और यदि तेरे पत्नी नहीं, तो पत्नी की खोज न कर: target: [296, 298, 300, 86, 302, 192, 304, 72, 306, 102, 308, 296, 298, 300, 52, 310, 192, 304, 72, 300, 134, 312, 102, 164] source: धर्मी विपत्ति से छूट जाता है, परन्तु दुष्ट उसी विपत्ति में पड़ जाता है। target: [314, 316, 52, 318, 320, 274, 284, 322, 324, 96, 326, 320, 294] source: इसके बाद दाऊद शाऊल के बागे की छोर काटने से पछताया। target: [328, 36, 330, 332, 192, 22, 334, 6, 140, 336, 338, 80, 114, 68, 194, 58, 200, 24, 134, 340, 6, 342, 22, 344, 90]
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क्योंकि यद्यपि मैंने अपनी पत्री से तुम्हें शोकित किया, परन्तु उससे पछताता नहीं जैसा कि पहले पछताता था क्योंकि मैं देखता हूँ, कि उस पत्री से तुम्हें शोक तो हुआ परन्तु वह थोड़ी देर के लिये था।
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[20, 22, 218, 40, 48, 346, 86, 348, 350, 352, 72, 106, 40, 18, 12, 218, 40, 354, 18, 46, 262, 40, 356, 358, 22, 58, 346, 200, 348, 350, 352, 46, 218, 360, 362, 364]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: और तुझे और तेरे सब लेवी भाइयों को भी अपने समीप बुला लिया है? फिर भी तुम याजक पद के भी खोजी हो? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 12, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 18, 38, 40, 42, 44] source: उनके लानेवालों की मानकर हिजकिय्याह ने उनको अपने अनमोल पदार्थों का सब भण्डार, और चाँदी और सोना और सुगन्ध-द्रव्य और उत्तम तेल और अपने हथियारों का पूरा घर और अपने भण्डारों में जो-जो वस्तुएँ थीं, वे सब दिखाईं; हिजकिय्याह के भवन और राज्य भर में कोई ऐसी वस्तु न रही, जो उसने उन्हें न दिखाई हो। target: [10, 46, 48, 50, 52, 54, 10, 56, 58, 60, 50, 18, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 56, 74, 10, 76, 78, 80, 6, 82, 84, 86, 88, 6, 82, 90, 86, 10, 6, 82, 14, 92, 86, 94, 78, 96, 98, 100, 18, 46, 48, 50, 18, 96, 102] source: हारून के पुत्र, जो अभिषिक्त याजक थे, और उनका संस्कार याजक का काम करने के लिये हुआ था, उनके नाम ये हैं। target: [104, 106, 82, 108, 82, 110, 112, 6, 114, 20, 116, 118, 120, 10, 122, 18, 124, 48, 36, 126, 128] source: उनके मार्गों में नाश और क्लेश है। target: [130, 82, 132, 86, 134, 10, 136, 138] source: उनके बाल स्त्रियों के बाल* जैसे, और दाँत सिंहों के दाँत जैसे थे। target: [130, 82, 140, 142, 82, 144, 146, 10, 130, 82, 40, 148, 150, 82, 152, 146, 154] source: राजा ने भण्डारों या किसी और बात के सम्बन्ध में याजकों और लेवियों को जो-जो आज्ञा दी थी, उन्होंने उसे न टाला। target: [10, 6, 156, 82, 158, 160, 162, 114, 10, 164, 18, 166, 168, 170, 172, 84, 82, 170, 174, 176, 178, 180, 182] source: इनसे हिजकिय्याह ने प्रसन्न होकर अपने अनमोल पदार्थों का भण्डार और चाँदी, सोना, सुगन्ध-द्रव्य, उत्तम तेल और अपने अनमोल पदार्थों का भण्डारों में जो-जो वस्तुएँ थी, वे सब उनको दिखलाई। हिजकिय्याह के भवन और राज्य भर में कोई ऐसी वस्तु नहीं रह गई जो उसने उन्हें न दिखाई हो। target: [46, 130, 82, 184, 186, 188, 10, 130, 18, 56, 190, 192, 194, 196, 64, 66, 68, 70, 72, 56, 58, 74, 10, 6, 76, 78, 80, 6, 82, 84, 86, 88, 6, 82, 90, 86, 10, 6, 82, 14, 92, 86, 94, 78, 96, 176, 100, 18, 46, 48, 130, 18, 96, 102] source: और मैंने यरूशलेम में ऐसा ही किया; और प्रधान याजकों से अधिकार पा कर बहुत से पवित्र लोगों को बन्दीगृह में डाला, और जब वे मार डाले जाते थे, तो मैं भी उनके विरोध में अपनी सम्मति देता था। target: [198, 200, 202, 204, 86, 206, 10, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 18, 224, 86, 226, 228, 10, 230, 6, 232, 234, 236, 238, 202, 130, 82, 240, 242, 244, 88] source: नातान का पुत्र अजर्याह भण्डारियों के ऊपर था, और नातान का पुत्र जाबूद याजक, और राजा का मित्र भी था। target: [246, 248, 250, 252, 254, 82, 256, 176, 10, 246, 248, 250, 258, 114, 176, 10, 6, 156, 248, 260, 98] source: योयाकीम के दिनों में जो योसादाक का पोता और येशू का पुत्र था, और नहेम्याह अधिपति और एज्रा याजक और शास्त्री के दिनों में ये ही थे। target: [262, 82, 264, 266, 82, 250, 268, 82, 270, 86, 10, 272, 274, 10, 276, 114, 10, 278, 82, 270, 86, 104, 280, 154] source: यों लेवीय अपनी चराइयों और निज भूमि छोड़कर, यहूदा और यरूशलेम में आए, क्योंकि यारोबाम और उसके पुत्रों ने उनको निकाल दिया था कि वे यहोवा के लिये याजक का काम न करें, target: [282, 80, 22, 284, 286, 10, 288, 18, 290, 218, 292, 10, 204, 86, 294, 296, 126, 80, 298, 10, 124, 82, 108, 48, 50, 18, 300, 174, 176, 238, 80, 6, 302, 82, 304, 36, 52, 306, 180, 308, 310] source: और जितने अच्छे पदार्थ तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे और तेरे घराने को दे, उनके कारण तू लेवियों और अपने मध्य में रहनेवाले परदेशियों सहित आनन्द करना। target: [296, 312, 314, 124, 316, 318, 126, 320, 302, 12, 322, 48, 8, 10, 12, 324, 18, 326, 138, 164, 10, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 186, 340] source: सल्लू, आमोक, हिल्किय्याह और यदायाह। येशू के दिनों में याजकों और उनके भाइयों के मुख्य-मुख्य पुरुष, ये ही थे। target: [342, 344, 346, 10, 348, 266, 82, 270, 86, 210, 10, 50, 82, 16, 82, 350, 200, 154] source: फिर याजकों में से योयारीब का पुत्र यदायाह और याकीन। target: [210, 352, 354, 248, 250, 356, 10, 358]
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मैंने भण्डारों के अधिकारी शेलेम्याह याजक और सादोक मुंशी को, और लेवियों में से पदायाह को, और उनके नीचे हानान को, जो मत्तन्याह का पोता और जक्कूर का पुत्र था, नियुक्त किया; वे तो विश्वासयोग्य गिने जाते थे, और अपने भाइयों के मध्य बाँटना उनका काम था।
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[360, 202, 362, 114, 10, 364, 278, 18, 10, 164, 352, 366, 18, 368, 248, 370, 372, 228, 10, 374, 82, 376, 378, 18, 80, 380, 248, 382, 10, 384, 248, 250, 98, 372, 206, 386, 6, 388, 390, 234, 236, 10, 328, 16, 86, 392, 50, 248, 394, 88]
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source: और जब तू उसको देख लेगा, तब अपने भाई हारून के समान तू भी अपने लोगों में जा मिलेगा, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 6, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 26, 38, 40] source: तेरी चितौनियाँ मेरा सुखमूल और मेरे मंत्री हैं। दाल्थ target: [42, 44, 18, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58] source: अर्थात् दो खम्भे और गोलों समेत वे कँगनियाँ जो खम्भों के सिरों पर थीं, और खम्भों के सिरों पर के गोलों को ढाँकने के लिए जालियों की दो-दो पंक्ति; target: [60, 62, 50, 64, 50, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 50, 84, 86, 88, 74, 76, 78, 90, 92, 10, 94, 96] source: और मैं सब कुछ सुसमाचार के लिये करता हूँ, कि औरों के साथ उसका भागी हो जाऊँ। target: [50, 98, 100, 102, 104, 76, 106, 108, 110, 16, 112, 98, 114, 116, 118, 120, 122, 24, 124, 126, 128] source: “तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में तुम्हारे सब रहने के स्थानों में न्याय की यह विधि होगी। target: [50, 130, 132, 54, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 24, 154] source: जब वे बाहर जा रहे थे, तब, लोग एक गूँगे को जिसमें दुष्टात्मा थी उसके पास लाए। target: [156, 70, 76, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 10, 170, 10, 172, 174, 176, 178, 180, 76, 182, 184] source: तब योनातान ने दाऊद से वाचा बाँधी, क्योंकि वह उसको अपने प्राण के समान प्यार करता था। target: [186, 188, 190, 116, 192, 24, 194, 196, 198, 112, 8, 122, 10, 20, 200, 76, 202, 204, 206, 208] source: और खम्भों के सिरों पर सोसन के फूल का काम बना था खम्भों का काम इसी रीति पूरा हुआ। target: [74, 76, 78, 80, 210, 212, 178, 214, 74, 216, 212, 218, 220] source: वह राई के दाने के समान हैं; कि जब भूमि में बोया जाता है तो भूमि के सब बीजों से छोटा होता है। target: [8, 166, 222, 76, 224, 226, 228, 230, 4, 232, 24, 234, 236, 228, 16, 232, 76, 238, 240, 242, 244, 40] source: और सब लोग जब बादल के खम्भे को तम्बू के द्वार पर ठहरा देखते थे, तब उठकर अपने-अपने डेरे के द्वार पर से दण्डवत् करते थे। target: [4, 246, 22, 188, 248, 76, 62, 10, 250, 76, 252, 80, 254, 256, 16, 258, 164, 260, 262, 264, 50, 266, 20, 250, 76, 252, 24, 268, 270] source: जब सब लोग सुन रहे थे, तो उसने अपने चेलों से कहा। target: [4, 100, 164, 272, 274, 82, 16, 122, 188, 276, 278, 10, 280] source: तब अबीमेलेक अरूमा में रहने लगा; और जबूल ने गाल और उसके भाइयों को निकाल दिया, और शेकेम में रहने न दिया। target: [282, 284, 286, 76, 24, 26, 120, 148, 288, 50, 290, 188, 292, 10, 50, 122, 76, 294, 10, 296, 298, 50, 300, 24, 302, 148, 304] source: और जब-जब एल्काना मेलबलि चढ़ाता था तब-तब वह अपनी पत्नी पनिन्ना को और उसके सब बेटे-बेटियों को दान दिया करता था; target: [306, 176, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 16, 320, 322, 324, 10, 50, 8, 76, 326, 50, 328, 10, 122, 330, 332, 334, 316, 208] source: उसने इन खम्भों को मन्दिर के सामने, एक तो उसकी दाहिनी ओर और दूसरा बाईं ओर खड़ा कराया; और दाहिने खम्भे का नाम याकीन और बांयें खम्भे का नाम बोआज रखा। target: [122, 188, 74, 10, 336, 76, 338, 166, 10, 340, 342, 344, 10, 346, 348, 350, 352, 298, 50, 354, 340, 348, 318, 8, 216, 356, 358, 50, 354, 346, 348, 318, 8, 216, 356, 360, 362]
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जब पृथ्वी अपने सब रहनेवालों समेत डोल रही है, तब मैं ही उसके खम्भों को स्थिर करता हूँ। (सेला)
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[364, 50, 122, 76, 258, 366, 368, 370, 372, 98, 374, 8, 76, 376, 10, 378, 380, 40, 382]
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source: वे दुष्टों की दीवारों के भीतर तेल पेरते और उनके कुण्डों में दाख रौंदते हुए भी प्यासे रहते हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 18] source: वह उत्तर दिशा को निराधार फैलाए रहता है, और बिना टेक पृथ्वी को लटकाए रखता है। target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 44, 56, 58, 18] source: मैं यह तो जानता हूँ, कि तू वहाँ रहता है जहाँ शैतान का सिंहासन है, और मेरे नाम पर स्थिर रहता है; और मुझ पर विश्वास करने से उन दिनों में भी पीछे नहीं हटा जिनमें मेरा विश्वासयोग्य साक्षी अन्तिपास, तुम्हारे बीच उस स्थान पर मारा गया जहाँ शैतान रहता है। target: [60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 64, 18, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 18, 52, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 80, 82, 114, 116, 118, 120, 122, 18] source: टेढ़े मनुष्य के मार्ग में काँटे और फंदे रहते हैं; परन्तु जो अपने प्राणों की रक्षा करता, वह उनसे दूर रहता है। target: [124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 18, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 98, 152, 18] source: मनुष्य की गति यहोवा की ओर से दृढ़ होती है*, और उसके चलन से वह प्रसन्न रहता है; target: [154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 18] source: “ये बातें मैंने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम से कही। target: [182, 184, 186, 156, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 18] source: दुःखियारे* के सब दिन दुःख भरे रहते हैं, परन्तु जिसका मन प्रसन्न रहता है, वह मानो नित्य भोज में जाता है। target: [200, 202, 204, 206, 208, 210, 32, 212, 214, 216, 218, 220, 18] source: बुद्धिमान का मन उचित बात की ओर रहता है परन्तु मूर्ख का मन उसके विपरीत रहता है। target: [222, 224, 226, 228, 230, 232, 32, 234, 226, 236, 230, 238, 18] source: मेरे प्रेमी का शब्द सुन पड़ता है! देखो, वह पहाड़ों पर कूदता और पहाड़ियों को फान्दता हुआ आता है। target: [104, 240, 242, 244, 64, 18, 246, 248, 250, 132, 252, 254, 256, 258, 260, 18] source: “क्योंकि परमेश्वर की आँखें मनुष्य की चालचलन पर लगी रहती हैं, और वह उसकी सारी चाल को देखता रहता है। target: [262, 174, 264, 224, 266, 268, 18, 44, 270, 204, 272, 274, 18] source: जब नबात के पुत्र यारोबाम* ने यह सुना (वह तो मिस्र में रहता था, जहाँ वह सुलैमान राजा के डर के मारे भाग गया था), तो वह मिस्र से लौट आया। target: [276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 292, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 292, 312, 314, 18] source: जहाँ मैं परदेशी होकर रहता हूँ, वहाँ तेरी विधियाँ, मेरे गीत गाने का विषय बनी हैं। target: [182, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 156, 104, 330, 332, 152, 18] source: यहोवा की आँखें सब स्थानों में लगी रहती हैं*, वह बुरे भले दोनों को देखती रहती हैं। target: [334, 264, 336, 64, 18, 44, 22, 132, 338, 340, 342, 18] source: बुद्धि समझनेवाले के सामने ही रहती है, परन्तु मूर्ख की आँखें पृथ्वी के दूर-दूर देशों में लगी रहती हैं। target: [344, 116, 346, 348, 140, 226, 350, 32, 234, 352, 354, 356, 358, 18]
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जहाँ लोग रहते हैं वहाँ से दूर वे खानि खोदते हैं वहाँ पृथ्वी पर चलनेवालों के भूले-बिसरे हुए वे मनुष्यों से दूर लटके हुए झूलते रहते हैं।
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[360, 362, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 376, 378, 380, 382, 384, 386, 388, 390, 392, 18, 394, 366, 396, 398, 400, 18, 398, 402, 404, 18]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: जो लोग नगर में रह गए थे, और जो लोग बाबेल के राजा के पास भाग गए थे, और साधारण लोग जो रह गए थे, इन सभी को अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान बन्दी बनाकर ले गया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 14, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: तब अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान प्रजा के बचे हुओं को जो नगर में रह गए थे, और जो लोग उसके पास भाग आए थे उनको अर्थात् प्रजा में से जितने रह गए उन सब को बँधुआ करके बाबेल को ले गया। target: [44, 46, 32, 48, 12, 14, 22, 50, 38, 40, 42, 52, 54, 56, 58, 12, 60, 14, 18, 62, 64, 66, 42] source: परन्तु, दिहात के कंगाल लोगों में से कितनों को अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने दाख की बारियों की सेवा और किसानी करने को छोड़ दिया। target: [68, 30, 70, 48, 72, 58, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 42] source: तब जो लोग मिस्पा में बचे हुए थे, अर्थात् राजकुमारियाँ और जितने और लोग मिस्पा में रह गए थे जिन्हें अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने अहीकाम के पुत्र गदल्याह को सौंप दिया था, उन सभी को नतन्याह का पुत्र इश्माएल बन्दी बनाकर अम्मोनियों के पास ले जाने को चला। target: [90, 92, 94, 96, 24, 62, 98, 100, 102, 58, 104, 106, 108, 110, 46, 112, 48, 94, 114, 62, 116, 118, 42, 120, 122, 124, 92, 36, 126, 128, 58, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 42] source: पुरुष, स्त्री, बाल-बच्चे, राजकुमारियाँ, और जितने प्राणियों को अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता था, सौंप दिया था, उनको और यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता और नेरिय्याह के पुत्र बारूक को वे ले गए; target: [142, 144, 58, 146, 148, 58, 100, 102, 20, 100, 46, 112, 48, 150, 152, 104, 106, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 40, 42, 142, 166, 168, 58, 170, 106, 172, 174, 40, 42] source: हेल्कात, और रहोब; ये चार नगर दिए गए। target: [176, 178, 180, 58, 176, 178, 182, 184, 186, 188, 190, 42] source: इनको अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान पकड़कर रिबला के राजा के पास ले गया। target: [192, 46, 32, 48, 36, 40, 58, 194, 4, 196, 198, 42] source: तेरे सब न्यायी एक संग भाग गए और बिना धनुष के बन्दी बनाए गए हैं। तेरे जितने शेष पाए गए वे एक संग बाँधे गए, यद्यपि वे दूर भागे थे। target: [200, 62, 202, 204, 206, 68, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 42, 216, 220, 222, 224, 226, 228, 216, 62, 230, 204, 218, 42] source: इन सबको अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान रिबला में बाबेल के राजा के पास ले गया। target: [192, 30, 70, 48, 36, 194, 4, 196, 40, 42] source: जब अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने यिर्मयाह को रामाह में उन सब यरूशलेमी और यहूदी बन्दियों के बीच हथकड़ियों से बन्धा हुआ* पाकर जो बाबेल जाने को थे छुड़ा लिया, उसके बाद यहोवा का वचन उसके पास पहुँचा। target: [232, 100, 46, 112, 48, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 42, 250, 234, 252, 38, 254, 256, 58, 258, 62, 260, 262, 264, 266, 268, 42] source: परन्तु प्रजा में से जो ऐसे कंगाल थे जिनके पास कुछ न था, उनको अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान यहूदा देश में छोड़ गया, और जाते समय उनको दाख की बारियाँ और खेत दे दिए। target: [68, 46, 270, 48, 272, 274, 82, 276, 50, 278, 280, 282, 42, 284, 286, 250, 36, 288, 58, 290, 190, 42] source: मेरे कुटुम्बी मुझे छोड़ गए हैं, और मेरे प्रिय मित्र मुझे भूल गए हैं। target: [292, 294, 296, 298, 300, 302, 42, 304, 306, 308, 310, 312, 302, 42] source: और सब खाकर तृप्त हो गए, target: [314, 316, 318, 62, 320, 322, 42] source: तुम दाम देकर मोल लिये गए हो, मनुष्यों के दास न बनो। target: [324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 42]
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अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान कंगाल लोगों में से कितनों को, और जो लोग नगर में रह गए थे, और जो लोग बाबेल के राजा के पास भाग गए थे, और जो कारीगर रह गए थे, उन सब को बन्दी बनाकर ले गया।
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[82, 276, 342, 12, 14, 22, 342, 4, 196, 54, 344, 58, 14, 22, 346, 348, 30, 70, 48, 350, 352, 38, 40, 42]
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source: हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैंने तेरी दुहाई दी और तूने मुझे चंगा किया है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24] source: वही हमारे लिये बचानेवाला परमेश्वर ठहरा; यहोवा प्रभु मृत्यु से भी बचाता है*। target: [26, 14, 28, 8, 30, 32, 34, 36, 32, 38, 40] source: क्या वे बुराई करके भी बच जाएँगे? हे परमेश्वर, अपने क्रोध से देश-देश के लोगों को गिरा दे! target: [32, 42, 44, 46, 48, 4, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: ‘मैं अब्राहम का परमेश्वर, और इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर हूँ?’ वह तो मरे हुओं का नहीं, परन्तु जीवितों का परमेश्वर है।” target: [64, 8, 66, 68, 8, 70, 68, 8, 72, 74, 8, 76, 78, 80, 82, 84] source: परन्तु तेरे परमेश्वर यहोवा ने बिलाम की न सुनी; किन्तु तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे निमित्त उसके श्राप को आशीष में बदल दिया, इसलिए कि तेरा परमेश्वर यहोवा तुझसे प्रेम रखता था। target: [86, 38, 88, 90, 92, 32, 94, 96, 98, 32, 42, 100, 38, 88, 102, 104, 14, 106, 108, 38, 88, 110, 112] source: मैं यहोवा तुम्हारा परमेश्वर हूँ, जो तुम्हें मिस्र देश से निकाल ले आया कि तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँ; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।” target: [114, 38, 116, 118, 32, 120, 122, 124, 126, 128, 52, 130, 114, 38, 132] source: अब यहोवा, सेनाओं का परमेश्वर, जो इस्राएल का परमेश्वर है, यह कहता है: तुम लोग क्यों अपनी यह बड़ी हानि करते हो, कि क्या पुरुष, क्या स्त्री, क्या बालक, क्या दूध पीता बच्चा, तुम सब यहूदा के बीच से नाश किए जाओ, और कोई न रहे? target: [134, 38, 136, 138, 8, 140, 142, 144, 146, 100, 148, 150, 152, 154, 156, 52, 158, 160, 162, 52, 164, 68, 166, 52, 168, 68, 170, 172, 174, 176, 178, 180] source: परन्तु जो बुलाए हुए हैं क्या यहूदी, क्या यूनानी, उनके निकट मसीह परमेश्वर की सामर्थ्य, और परमेश्वर का ज्ञान है। target: [86, 14, 182, 184, 68, 186, 188, 190, 68, 192, 50] source: हे मेरे परमेश्वर, मुझ को शत्रुओं से बचा, मुझे ऊँचे स्थान पर रखकर मेरे विरोधियों से बचा, target: [4, 8, 10, 194, 196, 32, 198, 200, 202, 32, 204] source: स्वर्गीय देह है, और पार्थिव देह भी है: परन्तु स्वर्गीय देहों का तेज और हैं, और पार्थिव का और। target: [206, 208, 210, 68, 206, 212, 214, 86, 216, 218, 220, 222, 68, 216, 218, 224, 226, 228] source: परमेश्वर ने मूसा से कहा, “मैं यहोवा हूँ*; target: [230, 26, 232, 234, 236, 68, 238, 240, 242, 244] source: क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे शत्रुओं से युद्ध करने और तुम्हें बचाने के लिये तुम्हारे संग-संग चलता है।' target: [108, 38, 88, 246, 248, 126, 14, 100, 32, 250, 252, 254, 68, 256, 258] source: परमेश्वर तो मुर्दों का नहीं परन्तु जीवितों का परमेश्वर है: क्योंकि उसके निकट सब जीवित हैं।” target: [74, 8, 76, 78, 80, 82, 260, 108, 262, 74, 264, 266] source: और लोग यह न कहेंगे, कि देखो, यहाँ है, या वहाँ है। क्योंकि, परमेश्वर का राज्य तुम्हारे बीच में है।” target: [268, 270, 272, 274, 276, 108, 278, 26, 32, 280]
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परन्तु मैं तो परमेश्वर को पुकारूँगा; और यहोवा मुझे बचा लेगा।
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[86, 282, 114, 14, 50, 284, 286, 288]
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source: तब मैंने भोले लोगों* में से एक निर्बुद्धि जवान को देखा; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: और उसकी जो बेटियाँ मैदान में हैं, वे तलवार से मारी जाएँगी। तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ। target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 22, 46, 48, 6, 50, 52] source: तब शाऊल ने अपने हथियार ढोनेवाले से कहा, “अपनी तलवार खींचकर मुझे भोंक दे, कहीं ऐसा न हो कि वे खतनारहित लोग आकर मेरा उपहास करें;” परन्तु उसके हथियार ढोनेवाले ने भयभीत होकर ऐसा करने से इन्कार किया। तब शाऊल अपनी तलवार खड़ी करके उस पर गिर पड़ा। target: [54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 36, 74, 76, 22, 78, 38, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 44, 80, 102, 44, 104, 38, 106, 108, 110, 96, 112, 22, 78, 62, 64, 66, 58, 90, 114, 116, 94, 22, 118, 120, 122, 54, 56, 36, 124, 76, 22, 78, 126, 128, 130] source: तब शाऊल ने अपने हथियार ढोनेवाले से कहा, “अपनी तलवार खींचकर मुझे भोंक दे, ऐसा न हो कि वे खतनारहित लोग आकर मुझे भोंक दें, और मेरा ठट्टा करें।” परन्तु उसके हथियार ढोनेवाले ने अत्यन्त भय खाकर ऐसा करने से इन्कार किया। तब शाऊल अपनी तलवार खड़ी करके उस पर गिर पड़ा। target: [54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 36, 74, 76, 80, 82, 78, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 44, 80, 102, 44, 104, 38, 106, 108, 110, 96, 112, 22, 78, 62, 64, 66, 58, 90, 114, 116, 94, 22, 118, 120, 122, 54, 56, 36, 124, 76, 22, 78, 126, 128, 132] source: राजा ने कहा, “तू पूछ ले कि वह जवान किस का पुत्र है।” target: [54, 134, 58, 70, 136, 138, 140, 94, 142, 144, 146, 148, 150] source: तब दाऊद ने एक जवान को बुलाकर कहा, “निकट जाकर उस पर प्रहार कर।” तब उसने उसे ऐसा मारा कि वह मर गया। target: [152, 154, 58, 12, 18, 68, 156, 76, 70, 158, 78, 160, 162, 158, 68, 82, 164, 166, 22, 58, 158, 68, 88, 168, 94, 22, 170, 122] source: जो किसी के विरुद्ध झूठी साक्षी देता है, वह मानो हथौड़ा और तलवार और पैना तीर है। target: [172, 60, 174, 78, 176, 32, 178, 180, 182, 184, 22, 186, 36, 44, 188, 190, 192, 150] source: वहाँ उसने तीरों को, ढाल, तलवार को और युद्ध के अन्य हथियारों को तोड़ डाला। (सेला) target: [194, 158, 58, 196, 24, 198, 68, 200, 202, 204, 206, 36, 208, 210, 78, 212, 214, 216] source: तब यहोवा ने दूत को आज्ञा दी; और उसने अपनी तलवार फिर म्यान में कर ली। target: [50, 58, 158, 218, 68, 220, 222, 54, 158, 58, 72, 36, 224, 226, 32, 228, 230] source: “तब अश्शूर उस तलवार से गिराया जाएगा जो मनुष्य की नहीं; वह उस तलवार का कौर हो जाएगा जो आदमी की नहीं; और वह तलवार के सामने से भागेगा और उसके जवान बेगार में पकड़े जाएँगे। target: [232, 36, 38, 234, 110, 236, 238, 240, 242, 12, 36, 94, 244, 238, 240, 22, 68, 246, 22, 36, 238, 248, 250, 252, 44, 22, 78, 18, 254, 256, 258, 260] source: तब उसने अपने जेठे पुत्र यतेरे से कहा, “उठकर इन्हें घात कर।” परन्तु जवान ने अपनी तलवार न खींची, क्योंकि वह उस समय तक लड़का ही था, इसलिए वह डर गया। target: [224, 158, 58, 60, 262, 148, 264, 68, 266, 268, 270, 68, 272, 274, 110, 158, 18, 58, 276, 78, 278, 72, 36, 90, 280, 116, 94, 22, 282, 142, 284, 286] source: तब योआब के दस हथियार ढोनेवाले जवानों ने अबशालोम को घेर के ऐसा मारा कि वह मर गया। target: [288, 290, 58, 94, 292, 78, 62, 64, 66, 294, 296, 68, 298, 76, 22, 68, 168, 44, 272, 300] source: तब यीशु ने उससे कहा, “अपनी तलवार म्यान में रख ले क्योंकि जो तलवार चलाते हैं, वे सब तलवार से नाश किए जाएँगे। target: [54, 302, 58, 22, 68, 70, 72, 36, 226, 32, 228, 304, 306, 94, 36, 308, 310, 36, 38, 278, 260] source: फिर दाऊद ने अहीमेलेक से पूछा, “क्या यहाँ तेरे पास कोई भाला या तलवार नहीं है? क्योंकि मुझे राजा के काम की ऐसी जल्दी थी कि मैं न तो तलवार साथ लाया हूँ, और न अपना कोई हथियार ही लाया।” target: [224, 154, 58, 312, 68, 314, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 36, 4, 328, 116, 94, 6, 330, 78, 332, 238, 334, 336, 338, 72, 36, 44, 60, 340, 38, 342, 344]
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तब उसने झट अपने हथियारों के ढोनेवाले जवान को बुलाकर कहा, “अपनी तलवार खींचकर मुझे मार डाल, ऐसा न हो कि लोग मेरे विषय में कहने पाएँ, 'उसको एक स्त्री ने घात किया'।” तब उसके जवान ने तलवार भोंक दी, और वह मर गया।
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[54, 158, 58, 346, 60, 340, 64, 66, 18, 68, 156, 76, 266, 348, 36, 350, 76, 80, 82, 84, 104, 352, 322, 96, 90, 354, 48, 158, 68, 12, 356, 58, 82, 358, 54, 158, 18, 58, 36, 38, 158, 68, 360, 362, 44, 22, 170, 122]
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source: तुझे तो मालूम ही है, कि मैं दुष्ट नहीं हूँ*, और तेरे हाथ से कोई छुड़ानेवाला नहीं! target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: क्योंकि मैं भूखा था, और तुम ने मुझे खाने को नहीं दिया, मैं प्यासा था, और तुम ने मुझे पानी नहीं पिलाया; target: [38, 4, 40, 42, 44, 46, 26, 48, 50, 4, 52, 42, 44, 46, 26, 54, 50] source: जैसे मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे भी संसार के नहीं। target: [56, 4, 58, 60, 62, 20, 64, 66, 68] source: ऐसे लोग हैं, जो अपने पिता को श्राप देते और अपनी माता को धन्य नहीं कहते। target: [70, 72, 74, 16, 76, 78, 80, 82, 20, 84, 68] source: और जब तुम खाते पीते हो, तो क्या तुम अपने ही लिये नहीं खाते, और क्या तुम अपने ही लिये नहीं पीते हो? target: [46, 86, 16, 88, 90, 46, 92, 94, 96, 16, 92, 94, 98] source: और रोनेवाले ऐसे हों, मानो रोते नहीं; और आनन्द करनेवाले ऐसे हों, मानो आनन्द नहीं करते; और मोल लेनेवाले ऐसे हों, कि मानो उनके पास कुछ है नहीं। target: [100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 110, 114, 106, 116, 16, 118, 120, 122, 124, 114, 126, 68] source: उनमें कोई थका नहीं न कोई ठोकर खाता है; कोई उँघने या सोनेवाला नहीं, किसी का फेंटा नहीं खुला, और किसी के जूतों का बन्धन नहीं टूटा; target: [128, 130, 18, 20, 132, 134, 136, 138, 140, 68, 18, 20, 142, 134, 136, 144, 68, 134, 136, 128, 146, 148, 150, 134, 136, 128, 152, 154, 156, 148, 158, 68] source: ऐसा ही वह मनुष्य भी है जो अपने लिये धन बटोरता है, परन्तु परमेश्वर की दृष्टि में धनी नहीं।” target: [160, 156, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 92, 174, 176, 16, 178, 180, 182, 184] source: और मैं तुम्हारे बीच अपना निवास-स्थान बनाए रखूँगा, और मेरा जी तुम से घृणा नहीं करेगा। target: [4, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 16, 4, 198, 200, 202, 8, 68] source: यह कहने लगा, “हे हमारे पितरों के परमेश्वर यहोवा! क्या तू स्वर्ग में परमेश्वर नहीं है? और क्या तू जाति-जाति के सब राज्यों के ऊपर प्रभुता नहीं करता? और क्या तेरे हाथ में ऐसा बल और पराक्रम नहीं है कि तेरा सामना कोई नहीं कर सकता? target: [204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 90, 12, 218, 220, 222, 224, 90, 12, 226, 228, 230, 232, 222, 224, 234, 16, 236, 238, 240, 242, 68, 244, 162, 20, 28, 246, 248, 250, 68] source: ऐसी सीख तुम्हारे बुलानेवाले की ओर से नहीं। target: [178, 252, 254, 94, 256, 258, 198, 260, 262, 264, 68] source: यदि मैं अपने पिता का काम नहीं करता, तो मेरा विश्वास न करो। target: [266, 268, 270, 272, 274, 8, 276, 26, 278, 280, 68] source: परन्तु तुम इसलिए विश्वास नहीं करते, कि मेरी भेड़ों में से नहीं हो। target: [282, 20, 284, 278, 286, 288, 284, 290, 292, 294, 68] source: उसने कहा, “हे मेरे भाई, ऐसा नहीं, मुझे भ्रष्ट न कर; क्योंकि इस्राएल में ऐसा काम होना नहीं चाहिये; ऐसी मूर्खता का काम न कर। target: [296, 298, 300, 302, 304, 186, 306, 26, 308, 310, 288, 312, 314, 316, 318, 320, 68, 314, 322, 324, 318, 326, 68]
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अपनी संपत्ति बेचकर* दान कर दो; और अपने लिये ऐसे बटुए बनाओ, जो पुराने नहीं होते, अर्थात् स्वर्ग पर ऐसा धन इकट्ठा करो जो घटता नहीं, जिसके निकट चोर नहीं जाता, और कीड़ा नाश नहीं करता।
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[70, 166, 328, 330, 16, 332, 334, 68, 298, 336, 338, 340, 342, 166, 170, 344, 346, 348, 350, 352, 16, 354, 356, 358, 134, 136, 360, 156, 362, 68]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: तब दाऊद और जितने लोग उसके संग थे, वे सब उठकर यहूदा के बाले नामक स्थान से चले, कि परमेश्वर का वह सन्दूक ले आएँ, जो करूबों पर विराजनेवाले सेनाओं के यहोवा का कहलाता है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 4, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 26, 62, 64, 66, 68] source: क्योंकि तेरा कर्ता तेरा पति है, उसका नाम सेनाओं का यहोवा है; और इस्राएल का पवित्र तेरा छुड़ानेवाला है, वह सारी पृथ्वी का भी परमेश्वर कहलाएगा। target: [70, 72, 74, 72, 76, 78, 52, 54, 80, 50, 82, 84, 86, 88, 72, 90, 78, 92, 12, 94, 96, 98, 100, 102] source: तब दाऊद ने मिस्र के शीहोर से ले हमात की घाटी तक के सब इस्राएलियों को इसलिए इकट्ठा किया, कि परमेश्वर के सन्दूक को किर्यत्यारीम से ले आए। target: [104, 26, 62, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 12, 124, 126, 128, 130] source: तब सुलैमान अपने पिता दाऊद के स्थान पर राजा होकर यहोवा के सिंहासन पर विराजने लगा और भाग्यवान हुआ, और इस्राएल उसके अधीन हुआ। target: [132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 60, 160, 162, 164, 12, 166, 168, 170, 172] source: तब अब्नेर ने दाऊद के पास दूतों से कहला भेजा, “देश किस का है?” और यह भी कहला भेजा, “तू मेरे साथ वाचा बाँध, और मैं तेरी सहायता करूँगा कि समस्त इस्राएल का मन तेरी ओर फेर दूँ।” target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 98, 194, 196, 198, 200, 202, 36, 204, 156, 158, 194, 206, 208, 210, 212, 214, 216] source: तब उन लोगों ने शीलो में भेजकर वहाँ से करूबों के ऊपर विराजनेवाले सेनाओं के यहोवा की वाचा का सन्दूक मँगा लिया; और परमेश्वर की वाचा के सन्दूक के साथ एली के दोनों पुत्र, होप्नी और पीनहास भी वहाँ थे। target: [218, 220, 222, 224, 226, 4, 228, 64, 230, 48, 50, 232, 234, 62, 24, 236, 4, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 134, 254, 256, 258] source: यहोवा के इस वचन के अनुसार जो एलिय्याह ने कहा था, वह मर गया। और उसकी सन्तान न होने के कारण यहोराम उसके स्थान पर यहूदा के राजा यहोशापात के पुत्र यहोराम के दूसरे वर्ष में राज्य करने लगा। target: [260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 156, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 156, 142, 292, 156, 294, 296, 282, 298, 232, 300, 302, 252, 304] source: “यहोवा की यह वाणी है, कि उन दिनों में इस्राएली और यहूदा एक संग आएँगे, वे रोते हुए अपने परमेश्वर यहोवा को ढूँढ़ने के लिये चले आएँगे। target: [50, 98, 306, 308, 310, 4, 312, 314, 248, 316, 166, 128, 318, 320, 322, 324, 4, 50, 146, 96, 326, 328] source: “जो बात यहोवा के दास मूसा ने तुम से कही थी, कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें विश्राम देता है, और यही देश तुम्हें देगा, उसकी सुधि करो। target: [330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 352, 60, 338, 354, 356, 358, 338, 360, 362, 158, 364, 96, 50, 366, 368, 338, 370, 82] source: “इस कारण इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा, यह कहता है: देखो, मैं तुम्हारे विरुद्ध होकर तुम्हारी हानि करूँगा, ताकि सब यहूदियों का अन्त कर दूँ। target: [372, 80, 374, 84, 376, 98, 306, 378, 212, 380, 382, 384, 4, 12, 292, 386, 384, 388, 390, 392] source: और यहोवा से यह प्रार्थना की, “हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा! हे करूबों पर विराजनेवाले! पृथ्वी के सब राज्यों के ऊपर केवल तू ही परमेश्वर है। आकाश और पृथ्वी को तू ही ने बनाया है। target: [394, 396, 398, 400, 402, 404, 406, 408, 42, 44, 410, 204, 96, 412, 414, 416, 12, 418, 420, 4, 422, 410, 424, 412, 426, 4, 94, 420, 74, 428] source: और लोग यह न कहेंगे, कि देखो, यहाँ है, या वहाँ है। क्योंकि, परमेश्वर का राज्य तुम्हारे बीच में है।” target: [378, 32, 20, 58, 430, 238, 432, 98, 434, 436, 70, 438, 190, 440, 442, 444] source: तब वह उठकर घर में गया; और उसने यह कहकर उसके सिर पर तेल डाला, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, मैं अपनी प्रजा इस्राएल पर राजा होने के लिये तेरा अभिषेक कर देता हूँ। target: [446, 448, 450, 452, 454, 308, 456, 458, 460, 462, 464, 466, 468, 470, 60, 472, 204, 50, 96, 306, 474, 476, 156, 158, 212, 194, 466, 478, 444] source: तब हीराम ने सुलैमान के पास यह सन्देश भेजा, “जो तूने मेरे पास कहला भेजा है वह मेरी समझ में आ गया, देवदार और सनोवर की लकड़ी के विषय जो कुछ तू चाहे, वही मैं करूँगा। target: [218, 480, 482, 484, 486, 182, 488, 490, 492, 494, 496, 4, 498, 194, 500, 502, 504, 212, 506, 508, 510]
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तब दाऊद सब इस्राएलियों को संग लेकर बाला को गया, जो किर्यत्यारीम भी कहलाता था और यहूदा के भाग में था, कि परमेश्वर यहोवा का सन्दूक वहाँ से ले आए; वह तो करूबों पर विराजनेवाला है, और उसका नाम भी यही लिया जाता है।
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[512, 230, 26, 28, 514, 50, 438, 54, 516, 58, 518, 16, 18, 520, 522, 524, 526, 158, 528, 12, 530, 532, 534, 64, 536]
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source: दुष्ट अपने ही अधर्म के कर्मों से फंसेगा, और अपने ही पाप के बन्धनों में बन्धा रहेगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 16, 18] source: और मैं उसके सम्मुख सिद्ध बना रहा, और अधर्म से अपने को बचाए रहा। target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 42, 18] source: क्योंकि मैं अपना हाथ स्वर्ग की ओर उठाकर कहता* हूँ, क्योंकि मैं अनन्तकाल के लिये जीवित हूँ, target: [56, 58, 60, 62, 64, 36, 66, 68, 36, 70, 72, 74, 76, 78, 36, 80, 82, 42, 18] source: अनातोत, नोब, अनन्याह, target: [84, 86, 44, 88] source: तो भी तुम लोग कहते हो, क्यों? क्या पुत्र पिता के अधर्म का भार नहीं उठाता? जब पुत्र ने न्याय और धर्म के काम किए हों, और मेरी सब विधियों का पालन कर उन पर चला हो, तो वह जीवित ही रहेगा। target: [90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 56, 112, 114, 44, 116, 118, 120, 44, 122, 124, 126, 128, 120, 18, 130, 132, 118, 120, 18, 134, 136, 78, 138, 18] source: हे यहोवा, सुन, मैं तो तेरा दास हूँ; मैं तेरा दास, और तेरी दासी का पुत्र हूँ। तूने मेरे बन्धन खोल दिए हैं। target: [140, 142, 144, 36, 146, 148, 150, 18, 36, 152, 154, 156, 146, 148, 150, 18, 158, 122, 160, 162, 16, 18] source: ऐसे लोग हैं, जो अपने पिता को श्राप देते और अपनी माता को धन्य नहीं कहते। target: [164, 166, 168, 44, 170, 172, 174, 176, 178, 16, 18] source: तूने जाति-जाति को झिड़का और दुष्ट को नाश किया है; तूने उनका नाम अनन्तकाल के लिये मिटा दिया है। target: [180, 158, 182, 18, 184, 158, 186, 188, 16, 18, 190, 192, 158, 194, 196, 198, 16, 18] source: प्रभु ने कहा, “सुनो, कि यह अधर्मी न्यायी क्या कहता है? target: [200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 18] source: अपना मुख मेरे पापों की ओर से फेर ले, और मेरे सारे अधर्म के कामों को मिटा डाल। target: [122, 218, 146, 220, 222, 44, 122, 124, 224, 226, 18] source: वह धनी होकर लेट जाए परन्तु वह बना न रहेगा; आँख खोलते ही वह जाता रहेगा। target: [134, 228, 230, 232, 234, 90, 130, 236, 238, 240, 18, 130, 164, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 18] source: तब पुरुष अधर्म से बचा रहेगा, और स्त्री अपने अधर्म का बोझ आप उठाएगी।” target: [256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 254, 18, 270, 20, 272, 178, 274, 276, 278] source: जब मैंने अपना पाप तुझ पर प्रगट किया और अपना अधर्म न छिपाया, और कहा, “मैं यहोवा के सामने अपने अपराधों को मान लूँगा;” तब तूने मेरे अधर्म और पाप को क्षमा कर दिया। (सेला) (1 यूह. 1:9) target: [200, 46, 98, 280, 282, 284, 286, 44, 46, 288, 58, 290, 292, 18, 46, 294, 296, 298, 300, 302, 284, 304, 44, 158, 58, 306, 274, 308, 310, 18, 312] source: वहाँ मैं तेरा धनुष तेरे बाएँ हाथ से गिराऊँगा, और तेरे तीरों को तेरे दाहिनी हाथ से गिरा दूँगा। target: [200, 314, 316, 318, 40, 320, 36, 322, 44, 314, 324, 326, 328, 330, 18]
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और मैं तुम से कहता हूँ, कि अधर्म के धन से अपने लिये मित्र बना लो; ताकि जब वह जाता रहे, तो वे तुम्हें अनन्त निवासों में ले लें।
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[36, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 44, 350, 352, 354, 356, 332, 358, 360, 362, 364, 18]
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source: और जब हारून और उसके पुत्र छावनी के कूच के समय पवित्रस्थान और उसके सारे सामान को ढाँप चुकें, तब उसके बाद कहाती उसके उठाने के लिये आएँ, पर किसी पवित्र वस्तु को न छूएँ, कहीं ऐसा न हो कि मर जाएँ। कहातियों के उठाने के लिये मिलापवाले तम्बू की ये ही वस्तुएँ हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 8, 10, 12, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 8, 4, 36, 28, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 24, 34, 58, 56, 60, 16, 62, 24, 64, 66, 68, 64, 70, 72, 56, 74, 76, 78, 12, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 86, 88, 48, 94, 96] source: तब निवास का तम्बू उतारा गया, और गेर्शोनियों और मरारियों ने जो निवास के तम्बू को उठाते थे प्रस्थान किया। target: [98, 100, 102, 104, 8, 106, 8, 108, 110, 112, 36, 24, 114, 116, 38, 118] source: इससे पवित्र आत्मा यही दिखाता है, कि जब तक पहला तम्बू खड़ा है, तब तक पवित्रस्थान का मार्ग प्रगट नहीं हुआ। target: [120, 122, 16, 124, 88, 126, 128, 72, 130, 132, 16, 100, 134, 136, 10, 138, 132, 16, 140, 28, 142, 144, 146, 148] source: फिर वह स्त्री अपने शुद्ध करनेवाले रूधिर में तैंतीस दिन रहे; और जब तक उसके शुद्ध हो जाने के दिन* पूरे न हों तब तक वह न तो किसी पवित्र वस्तु को छूए, और न पवित्रस्थान में प्रवेश करे। target: [120, 12, 150, 56, 10, 152, 122, 154, 156, 24, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 8, 60, 16, 62, 24, 64, 172, 8, 64, 48, 16, 18, 162, 174, 4, 132, 10, 12, 158, 40, 12, 166, 176, 64, 178, 180] source: अपने हाथ पवित्रस्थान में उठाकर, यहोवा को धन्य कहो। target: [16, 18, 182, 154, 184, 186, 54, 188, 24, 190, 192] source: जो तुझे सौंपा गया है उसकी और सारे तम्बू की भी वे रक्षा किया करें; परन्तु पवित्रस्थान के पात्रों के और वेदी के समीप न आएँ, ऐसा न हो कि वे और तुम लोग भी मर जाओ। target: [194, 112, 56, 196, 8, 20, 80, 198, 200, 24, 202, 58, 16, 18, 12, 204, 206, 8, 208, 206, 56, 64, 210, 194, 112, 56, 8, 212, 74, 64, 214] source: और वे मेरे लिये एक पवित्रस्थान बनाएँ, कि मैं उनके बीच निवास करूँ*। target: [8, 56, 216, 86, 218, 16, 18, 220, 194, 112, 222, 224, 12, 226, 228] source: और तुम्हारे इस स्थान में पहुँचने तक उसने जंगल में तुम से क्या-क्या किया; (प्रेरि. 7:5) target: [230, 120, 18, 162, 232, 132, 10, 110, 230, 86, 234, 162, 236, 238] source: और लाबान याकूब के पास पहुँच गया। याकूब अपना तम्बू गिलाद नामक पहाड़ी देश में खड़ा किए पड़ा था; और लाबान ने भी अपने भाइयों के साथ अपना तम्बू उसी पहाड़ी देश में खड़ा किया। target: [240, 242, 244, 24, 246, 248, 8, 244, 110, 250, 80, 252, 254, 134, 256, 258, 260, 110, 262, 154, 264, 12, 266, 268, 12, 252, 254, 80, 134, 118] source: “जब वह पवित्रस्थान और मिलापवाले तम्बू और वेदी के लिये प्रायश्चित कर चुके, तब जीवित बकरे को आगे ले आए; target: [4, 56, 16, 18, 8, 78, 12, 36, 8, 208, 28, 270, 272, 32, 274, 194, 276, 278, 24, 280] source: और पवित्रस्थान और उस सच्चे तम्बू का सेवक हुआ, जिसे किसी मनुष्य ने नहीं, वरन् प्रभु ने खड़ा किया था। target: [56, 16, 18, 28, 8, 10, 36, 28, 282, 136, 284, 24, 286, 110, 146, 288, 290, 110, 134, 118] source: और मिलापवाले तम्बू में की जिन वस्तुओं के उठाने की सेवकाई उनको मिले वे ये हों, अर्थात् निवास के तख्ते, बेंड़े, खम्भे, और कुर्सियाँ, target: [292, 86, 78, 12, 80, 162, 224, 198, 294, 200, 88, 296, 36, 298, 300, 10, 12, 302, 10, 298, 304, 10, 298, 306] source: और जब तुम उसका उत्तम से उत्तम भाग उठाकर दो तब उसके कारण तुमको पाप न लगेगा। परन्तु इस्राएलियों की पवित्र की हुई वस्तुओं को अपवित्र न करना, ऐसा न हो कि तुम मर जाओ।” target: [8, 212, 10, 12, 160, 308, 64, 310, 4, 212, 10, 198, 312, 82, 314, 8, 212, 316, 298, 16, 318, 24, 320, 64, 322, 68, 64, 70, 72, 212, 74, 214] source: तब उसके सहायक खड़े होकर, दृढ़ पवित्रस्थान को अपवित्र करेंगे, और नित्य होमबलि को बन्द करेंगे। और वे उस घृणित वस्तु को खड़ा करेंगे जो उजाड़ करा देती है। (मर. 13:14, दानि. 12:11) target: [324, 10, 198, 326, 328, 8, 56, 16, 330, 332, 334, 24, 320, 336, 8, 56, 338, 198, 340, 198, 342, 24, 344, 8, 346, 348, 350, 352, 24, 10, 12, 162, 354, 356]
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तब कहातियों ने पवित्र वस्तुओं को उठाए हुए प्रस्थान किया, और उनके पहुँचने तक गेर्शोनियों और मरारियों ने निवास के तम्बू को खड़ा कर दिया।
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[98, 84, 110, 36, 24, 186, 54, 38, 256, 8, 358, 110, 224, 12, 210, 132, 36, 24, 134, 32, 360]
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source: यदि यह अनुग्रह से हुआ है, तो फिर कर्मों से नहीं, नहीं तो अनुग्रह फिर अनुग्रह नहीं रहा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 12, 22, 24, 22, 26, 28] source: गिदोन ने उससे कहा, “यदि तेरा अनुग्रह मुझ पर हो, तो मुझे इसका कोई चिन्ह दिखा कि तू ही मुझसे बातें कर रहा है। target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 12, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60] source: हे यहोवा, अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल, कि मैं जीवित रहूँ, और मेरी आशा को न तोड़! target: [62, 64, 66, 54, 68, 70, 72, 74, 76, 4, 78, 80, 82, 84, 86, 88] source: और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न-भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिसको भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे। target: [90, 92, 94, 96, 92, 98, 100, 102, 6, 104, 106, 108, 110, 20, 12, 112, 114, 116, 108, 118] source: परन्तु यहोवा के अनुग्रह की दृष्टि नूह पर बनी रही। target: [120, 122, 124, 38, 126] source: अन्त में तेरी आशा पूरी होगी, यहोवा की यह वाणी है, तेरे वंश के लोग अपने देश में लौट आएँगे। target: [128, 130, 132, 10, 134, 136, 138, 80, 140, 142, 144, 64, 146, 148, 150] source: हारीफ, अनातोत, नोबै; target: [152, 154, 156] source: मैं चाहता हूँ, कि तुम सब अन्य भाषाओं में बातें करो, परन्तु अधिकतर यह चाहता हूँ कि भविष्यद्वाणी करो: क्योंकि यदि अन्य भाषा बोलनेवाला कलीसिया की उन्नति के लिये अनुवाद न करे तो भविष्यद्वाणी करनेवाला उससे बढ़कर है। target: [158, 160, 162, 164, 166, 90, 168, 158, 108, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 162, 186, 188, 190, 182, 108, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208] source: और आशेर की बेटी का नाम सेरह है। target: [210, 212, 214, 216, 218] source: इसलिए यहोवा ने मुझसे कहा, “अनातोत के लोग जो तेरे प्राण के खोजी हैं और यह कहते हैं कि तू यहोवा का नाम लेकर भविष्यद्वाणी न कर, नहीं तो हमारे हाथों से मरेगा। target: [220, 222, 128, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 104, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 138, 258, 260, 262, 264] source: प्रभु तेरी आत्मा के साथ रहे, तुम पर अनुग्रह होता रहे। target: [266, 268, 270, 272, 274, 22, 276, 278, 272] source: यीशु ने उससे कहा, “मैं जो तुझ से बोल रहा हूँ, वही हूँ।” target: [280, 282, 284, 286, 288, 290, 194, 140] source: तब याजकों और साधारण लोगों से भी मैंने कहा, “यहोवा यह कहता है, तुम्हारे जो भविष्यद्वक्ता तुम से यह भविष्यद्वाणी करते हैं कि यहोवा के भवन के पात्र अब शीघ्र ही बाबेल से लौटा दिए जाएँगे,' उनके वचनों की ओर कान मत धरो, क्योंकि वे तुम से झूठी भविष्यद्वाणी करते हैं। target: [74, 292, 294, 296, 298, 300, 4, 302, 304, 130, 228, 230, 184, 306, 308, 310, 312, 314, 294, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 148, 330, 332, 334, 104, 310, 104, 336, 312, 338, 340, 342, 344, 346, 348] source: और अब यदि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो, तो मुझे अपनी गति समझा दे, जिससे जब मैं तेरा ज्ञान पाऊँ तब तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे। फिर इसकी भी सुधि कर कि यह जाति तेरी प्रजा है।” target: [328, 40, 350, 38, 352, 354, 356, 54, 358, 72, 54, 350, 360, 362, 4, 364, 350, 38, 40, 366, 318, 368, 370, 350, 372, 140]
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लाबान ने उससे कहा, “यदि तेरी दृष्टि में मैंने अनुग्रह पाया है, तो यहीं रह जा; क्योंकि मैंने अनुभव से जान लिया है कि यहोवा ने तेरे कारण से मुझे आशीष दी है।”
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[374, 32, 284, 376, 378, 380, 54, 382, 384, 178, 368, 74, 386, 6, 268, 388, 40, 350, 22, 20, 12, 328, 390]
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source: इसलिए अब हे हमारे परमेश्वर यहोवा तू हमें उसके हाथ से बचा, कि पृथ्वी के राज्य-राज्य के लोग जान लें कि केवल तू ही यहोवा है।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 8, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52] source: फिर परमेश्वर ने अब्राहम से कहा, “तेरी जो पत्नी सारै है, उसको तू अब सारै न कहना, उसका नाम सारा* होगा। target: [54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 76] source: वही हमारे लिये बचानेवाला परमेश्वर ठहरा; यहोवा प्रभु मृत्यु से भी बचाता है*। target: [88, 42, 90, 42, 44, 76, 26, 92, 94, 96, 8, 42, 98, 44, 76] source: अब हे हमारे परमेश्वर यहोवा, तू हमें उसके हाथ से बचा जिससे पृथ्वी के राज्य-राज्य के लोग जान लें कि केवल तू ही यहोवा है।” target: [100, 102, 6, 8, 88, 42, 26, 22, 24, 28, 30, 32, 34, 36, 104, 20, 106, 40, 8, 44, 52] source: हे मनुष्य के सन्तान, अपने लोगों से यह कह, जब धर्मी जन अपराध करे तब उसका धर्म उसे बचा न सकेगा; और दुष्ट की दुष्टता भी जो हो, जब वह उससे फिर जाए, तो उसके कारण वह न गिरेगा; और धर्मी जन जब वह पाप करे, तब अपने धर्म के कारण जीवित न रहेगा। target: [108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 80, 132, 134, 136, 138, 124, 140, 142, 144, 128, 130, 80, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 124, 126, 128, 130, 148, 140, 158, 160, 162, 76] source: हे उसके दास अब्राहम के वंश, हे याकूब की सन्तान, तुम तो उसके चुने हुए हो! target: [110, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 164, 176, 178, 180, 76] source: तब उसने कहा, ‘हमारे पूर्वजों के परमेश्वर ने तुझे इसलिए ठहराया है कि तू उसकी इच्छा को जाने, और उस धर्मी को देखे, और उसके मुँह से बातें सुने। target: [182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 194, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 76] source: इस्राएल के सारे वंश के लोग यहोवा ही के कारण धर्मी ठहरेंगे, और उसकी महिमा करेंगे।” target: [226, 98, 228, 34, 230, 156, 232, 76, 234, 236, 98, 238, 240, 76] source: तब तू स्वर्ग में सुन कर, अर्थात् अपने दासों का न्याय करके दुष्ट को दुष्ट ठहरा और उसकी चाल उसी के सिर लौटा दे, और निर्दोष को निर्दोष ठहराकर, उसके धर्म के अनुसार उसको फल देना। target: [242, 244, 246, 248, 76, 250, 252, 254, 234, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 76, 274, 276, 278, 208, 280, 282, 280, 284, 248, 76] source: उसका जेठा पुत्र अब्दोन हुआ, फिर सूर, कीश, बाल, नेर, नादाब, target: [286, 288, 290, 292, 294, 286, 296, 298, 300, 302, 304, 306] source: क्योंकि यदि अब्राहम कामों से धर्मी ठहराया जाता*, तो उसे घमण्ड करने का कारण होता है, परन्तु परमेश्वर के निकट नहीं। (उत्प. 15:6) target: [308, 310, 312, 156, 314, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 78, 328, 330, 332, 334, 76] source: इसलिए परमेश्वर ने हमारे पिता का जितना धन ले लिया है, वह हमारा, और हमारे बच्चों का है; अब जो कुछ परमेश्वर ने तुझ से कहा है, वही कर।” target: [10, 336, 192, 338, 34, 340, 4, 10, 208, 10, 342, 344, 346, 76, 348, 316, 4, 192, 350, 352, 354, 356, 358, 272, 52] source: क्योंकि हम विश्वास से धर्मी ठहरे, तो अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल रखें, target: [360, 362, 156, 364, 366, 10, 368, 370, 372, 360, 374, 376, 378, 76] source: क्योंकि बैरी होने की दशा में उसके पुत्र की मृत्यु के द्वारा हमारा मेल परमेश्वर के साथ हुआ, फिर मेल हो जाने पर उसके जीवन के कारण हम उद्धार क्यों न पाएँगे? target: [360, 380, 382, 98, 26, 164, 384, 386, 374, 388, 390, 388, 392, 194, 394, 360, 396, 398, 400, 76]
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तो जब कि हम, अब उसके लहू के कारण धर्मी ठहरे, तो उसके द्वारा परमेश्वर के क्रोध से क्यों न बचेंगे?
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[402, 360, 194, 404, 396, 398, 156, 406, 408, 294, 360, 194, 410, 400, 76]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: सेनाओं के यहोवा का यही वचन है, “जैसे मेरे पुकारने पर उन्होंने नहीं सुना, वैसे ही उसके पुकारने पर मैं भी न सुनूँगा; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 26] source: क्योंकि मैं तो अब गिरने ही पर हूँ; और मेरा शोक निरन्तर मेरे सामने है*। target: [52, 46, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 46, 66, 68, 70] source: चाहे मेरे पुकारने से वह उत्तर भी देता, तो भी मैं इस बात पर विश्वास न करता, कि वह मेरी बात सुनता है। target: [46, 72, 74, 12, 48, 76, 78, 80, 12, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: वे तुरन्त जालों को छोड़कर उसके पीछे हो लिए। target: [96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110] source: वे तुरन्त जालों को छोड़कर उसके पीछे हो लिए। target: [96, 98, 100, 112, 104, 114, 106, 108, 110] source: और यदि मिस्र का कुल वहाँ न आए, तो क्या उन पर वह मरी न पड़ेगी जिससे यहोवा उन जातियों को मारेगा जो झोपड़ियों का पर्व मानने के लिये न जाएँगे? target: [116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 148, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180] source: यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, “मेरी माता और मेरे भाई कौन हैं?” target: [12, 182, 48, 184, 186, 188, 190, 82, 192, 194, 196] source: हाय उन पर जो दुष्टता से न्याय करते, और उन पर जो उत्पात करने की आज्ञा लिख देते हैं, target: [198, 200, 202, 204, 206, 64, 208, 210, 212, 182, 214, 216] source: “छावनी के बाहर तेरे दिशा फिरने का एक स्थान हुआ करे, और वहीं दिशा फिरने को जाया करना; target: [218, 220, 222, 224, 226, 228] source: इसलिए मुझे आशा है कि ज्यों ही मुझे जान पड़ेगा कि मेरी क्या दशा होगी, त्यों ही मैं उसे तुरन्त भेज दूँगा। target: [230, 82, 232, 234, 98, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 86, 46, 248, 250] source: इसलिए अब सुन, इस्राएलियों की चिल्लाहट मुझे सुनाई पड़ी है, और मिस्रियों का उन पर अंधेर करना भी मुझे दिखाई पड़ा है, target: [134, 252, 254, 46, 256, 258, 260, 262, 264, 64, 266, 268, 270, 182, 272, 274, 276, 46, 278, 70] source: वे तुरन्त नाव और अपने पिता को छोड़कर उसके पीछे हो लिए। target: [4, 98, 280, 100, 282, 284, 190, 286, 288, 290, 104, 106, 292] source: और वर्षा चालीस दिन और चालीस रात निरन्तर पृथ्वी पर होती रही। target: [294, 296, 92, 64, 298, 300, 190, 298, 302, 304, 306, 308, 310] source: उसने तुरन्त उन्हें बुलाया; और वे अपने पिता जब्दी को मजदूरों के साथ नाव पर छोड़कर, उसके पीछे हो लिए। target: [12, 312, 182, 72, 314, 316, 96, 98, 318, 320, 322, 190, 324, 290, 326, 104, 106, 292]
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मेरे घेरनेवालों के सिर पर उन्हीं का विचारा हुआ उत्पात पड़े!
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[328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348]
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source: इस प्रकार वह मिस्रियों की सेना और इस्राएलियों की सेना के बीच में आ गया; और बादल और अंधकार तो हुआ, तो भी उससे रात को उन्हें प्रकाश मिलता रहा; और वे रात भर एक दूसरे के पास न आए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 12, 18, 20, 22, 24, 14, 26, 28, 30, 8, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: “तुम न्याय में, और परिमाण में, और तौल में, और नाप में, कुटिलता न करना। target: [56, 58, 60, 62, 64, 58, 66, 68, 14, 70, 62, 72, 74, 76] source: मैंने एक को उत्तर दिशा से उभारा, वह आ भी गया है; वह पूर्व दिशा से है और मेरा नाम लेता है; जैसा कुम्हार गीली मिट्टी को लताड़ता है, वैसा ही वह हाकिमों को कीच के समान लताड़ देगा। target: [78, 80, 82, 84, 86, 88, 8, 90, 92, 8, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 88, 8, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136] source: वे मानो स्वर्ग में बैठे हुए बोलते हैं*, और वे पृथ्वी में बोलते फिरते हैं। target: [138, 140, 142, 88, 144, 146, 148, 150] source: जो मार्ग को छोड़ देता, उसको बड़ी ताड़ना मिलती है, और जो डाँट से बैर रखता, वह अवश्य मर जाता है। target: [98, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 88, 98, 152, 168, 170, 172, 8, 174] source: जो बैर को छिपा रखता है, वह झूठ बोलता है, और जो झूठी निन्दा फैलाता है, वह मूर्ख है। target: [98, 152, 176, 178, 180, 8, 182, 184, 166, 88, 98, 152, 186, 188, 8, 190, 192] source: मैंने दुष्ट को बड़ा पराक्रमी और ऐसा फैलता हुए देखा, जैसा कोई हरा पेड़* अपने निज भूमि में फैलता है। target: [110, 194, 88, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 98, 208, 210, 212, 214] source: वह बुद्धि की बात बोलती है*, और उसके वचन कृपा की शिक्षा के अनुसार होते हैं। target: [216, 218, 220, 222, 224, 88, 226, 228, 216, 230, 192] source: तुम सारंगी के साथ गीत गाते, और दाऊद के समान भाँति-भाँति के बाजे बुद्धि से निकालते हो; target: [138, 232, 234, 236, 238, 88, 240, 138, 242, 244, 246] source: जो कुछ पिता मुझे देता है वह सब मेरे पास आएगा, और जो कोई मेरे पास आएगा उसे मैं कभी न निकालूँगा। target: [248, 250, 252, 254, 138, 256, 258, 260, 88, 258, 98, 262, 108, 110, 264, 266, 54] source: यीशु ने उनसे कहा, “जीवन की रोटी मैं हूँ*: जो मेरे पास आएगा वह कभी भूखा न होगा और जो मुझ पर विश्वास करेगा, वह कभी प्यासा न होगा। target: [268, 270, 134, 272, 274, 276, 278, 192, 258, 98, 262, 108, 280, 282, 284, 286, 88, 98, 288, 290, 180, 108, 280, 292, 284, 54] source: वे चतुराई से तेरी प्रजा की हानि की सम्मति करते, और तेरे रक्षित लोगों के विरुद्ध युक्तियाँ निकालते हैं। target: [138, 294, 296, 298, 300, 302, 88, 138, 304, 306, 294, 308, 300, 246] source: वह रोष का दिन होगा, वह संकट और सकेती का दिन वह उजाड़ और विनाश का दिन, वह अंधेर और घोर अंधकार का दिन* वह बादल और काली घटा का दिन होगा। target: [8, 310, 312, 314, 14, 316, 310, 166, 318, 14, 320, 322, 310, 166, 324, 14, 326, 328, 330, 14, 332, 310, 192] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “एक और विपत्ति मैं फ़िरौन और मिस्र देश पर डालता हूँ, उसके पश्चात् वह तुम लोगों को वहाँ से जाने देगा*; और जब वह जाने देगा तब तुम सभी को निश्चय निकाल देगा। target: [334, 336, 338, 340, 78, 342, 14, 344, 346, 200, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 8, 356, 360, 364, 268, 8, 356, 366, 368, 370, 372]
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वह अंधकार और अंधेरे का दिन है, वह बादलों का दिन है और अंधियारे के समान फैलता है। जैसे भोर का प्रकाश पहाड़ों पर फैलता है, वैसे ही एक बड़ी और सामर्थी जाति आएगी; प्राचीनकाल में वैसी कभी न हुई, और न उसके बाद भी फिर किसी पीढ़ी में होगी। (मत्ती 24:21)
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[8, 374, 88, 332, 376, 8, 378, 14, 380, 382, 310, 192, 8, 384, 386, 388, 390, 392, 14, 394, 396, 398, 400, 192, 402, 396, 404, 406, 408, 88, 410, 412, 414, 416, 264, 418, 54]
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source: उन्हें ऐसे बेखटके कर देता है, कि वे सम्भले रहते हैं; और उसकी कृपादृष्टि उनकी चाल पर लगी रहती है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 4, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 6, 36, 38, 40, 42] source: जो कोई अपने भाई से प्रेम रखता है, वह ज्योति में रहता है, और ठोकर नहीं खा सकता। target: [4, 44, 46, 48, 12, 50, 52, 18, 4, 54, 56, 58, 18, 20, 30, 56, 60, 62, 64, 66] source: और कोई बचानेवाला न था, क्योंकि वह सीदोन से दूर था, और वे और मनुष्यों से कोई व्यवहार न रखते थे। और वह बेत्रहोब की तराई में था। तब उन्होंने नगर को दृढ़ किया, और उसमें रहने लगे। target: [20, 68, 62, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 4, 82, 84, 86, 88, 20, 4, 90, 12, 92, 94, 74, 96, 88, 20, 4, 98, 100, 102, 104, 56, 106, 108, 110, 112, 30, 114, 8, 116, 118, 20, 30, 56, 120, 122] source: बुद्धिमान लोग बातें करने से ज्ञान को फैलाते हैं, परन्तु मूर्खों का मन ठीक नहीं रहता। target: [124, 126, 128, 8, 130, 26, 28, 132, 62, 134, 136, 138, 74, 140] source: तब वे मीका के बनवाए हुए पदार्थों और उसके पुरोहित को साथ ले लैश के पास आए, जिसके लोग शान्ति से और बिना खटके रहते थे, और उन्होंने उनको तलवार से मार डाला, और नगर को आग लगाकर फूँक दिया। target: [108, 4, 142, 32, 144, 146, 148, 20, 150, 8, 12, 152, 154, 156, 56, 68, 158, 160, 162, 80, 164, 20, 166, 88, 20, 68, 112, 68, 8, 168, 102, 170, 12, 172, 20, 114, 8, 174, 12, 176, 178] source: और यहोवा ने मिस्र के राजा फ़िरौन के मन को कठोर कर दिया। इसलिए उसने इस्राएलियों का पीछा किया; परन्तु इस्राएली तो बेखटके निकले चले जाते थे। target: [20, 180, 112, 182, 36, 184, 186, 62, 134, 188, 190, 192, 20, 30, 112, 194, 62, 196, 198, 28, 200, 202, 12, 204, 24, 206] source: स्वर्ग में मेरा और कौन है? तेरे संग रहते हुए मैं पृथ्वी पर और कुछ नहीं चाहता। target: [208, 56, 210, 212, 214, 216, 20, 218, 40, 220, 222, 224, 90, 212, 8, 226, 66] source: अर्थात् मुख्य तो योएल और दूसरा शापाम फिर यानै और शापात, ये बाशान में रहते थे। target: [228, 230, 76, 232, 234, 236, 20, 238, 240, 242, 244, 56] source: दाखमधु से धोखा होता है; अहंकारी पुरुष घर में नहीं रहता, और उसकी लालसा अधोलोक के समान पूरी नहीं होती, और मृत्यु के समान उसका पेट नहीं भरता। वह सब जातियों को अपने पास खींच लेता, और सब देशों के लोगों को अपने पास इकट्ठे कर रखता है।” target: [246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 56, 74, 262, 4, 264, 266, 268, 270, 272, 18, 20, 4, 274, 276, 18, 20, 4, 278, 74, 280, 4, 46, 282, 284, 286, 8, 288, 290, 18, 20, 46, 282, 284, 292, 36, 294, 296, 298] source: क्योंकि मैं भूखा था, और तुम ने मुझे खाने को नहीं दिया, मैं प्यासा था, और तुम ने मुझे पानी नहीं पिलाया; target: [78, 80, 224, 300, 302, 240, 304, 306, 308, 310, 224, 312, 302, 240, 304, 306, 308, 314] source: जब कि अधोलोक और विनाशलोक यहोवा के सामने खुले रहते हैं, तो निश्चय मनुष्यों के मन भी। target: [264, 20, 316, 126, 318, 180, 36, 320, 322, 324, 26, 326, 328, 330, 332, 36, 134, 334, 322, 308, 336] source: जैसे अधोलोक और विनाशलोक, वैसे ही मनुष्य की आँखें भी तृप्त नहीं होती। target: [338, 264, 20, 340, 342, 344, 74, 346, 348, 350, 32, 352, 318, 342, 344, 74, 354] source: यह नहीं कि औरों को चैन और तुम को क्लेश मिले। target: [78, 80, 224, 356, 136, 282, 74, 358, 80, 360, 8, 362, 20, 364, 366, 368] source: और यदि वह तुझ से और तेरे घराने से प्रेम रखता है, और तेरे संग आनन्द से रहता हो, और इस कारण तुझ से कहने लगे, 'मैं तेरे पास से न जाऊँगा,' target: [28, 370, 4, 364, 372, 224, 374, 376, 74, 378, 78, 80, 380, 12, 20, 380, 382, 12, 384, 290, 18, 20, 380, 12, 386, 12, 58, 254]
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तब वे पाँच मनुष्य चल निकले, और लैश* को जाकर वहाँ के लोगों को देखा कि सीदोनियों के समान निडर, बेखटके, और शान्ति से रहते हैं; और इस देश का कोई अधिकारी नहीं है, जो उन्हें किसी काम में रोके, और ये सीदोनियों से दूर रहते हैं, और दूसरे मनुष्यों से कोई व्यवहार नहीं रखते।
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[108, 4, 388, 350, 390, 20, 156, 56, 392, 68, 112, 394, 396, 398, 36, 126, 400, 102, 138, 402, 166, 20, 404, 12, 406, 26, 20, 30, 408, 62, 70, 410, 74, 302, 80, 68, 8, 90, 412, 56, 414, 20, 4, 400, 84, 86, 406, 88, 20, 68, 62, 90, 12, 416, 92, 94, 74, 106]
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source: यह व्यवस्था सुनकर, उन्होंने इस्राएल में से मिली जुली भीड़ को अलग-अलग कर दिया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32] source: इसी प्रकार तुम सब मिलकर मसीह की देह हो, और अलग-अलग उसके अंग हो। target: [34, 36, 38, 40, 42, 44] source: और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा।” target: [46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 56, 48, 24, 16, 62, 64, 66] source: इस प्रकार यहोवा ने उस दिन इस्राएलियों को मिस्रियों के वश से इस प्रकार छुड़ाया; और इस्राएलियों ने मिस्रियों को समुद्र के तट पर मरे पड़े हुए देखा। target: [68, 70, 72, 74, 8, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 8, 90, 92, 94] source: उन दिनों में किसी इस्राएली स्त्री का बेटा, जिसका पिता मिस्री पुरुष था, इस्राएलियों के बीच चला गया; और वह इस्राएली स्त्री का बेटा और एक इस्राएली पुरुष छावनी के बीच आपस में मार पीट करने लगे, target: [96, 24, 98, 74, 60, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 48, 60, 8, 112, 26, 114, 74, 116, 118] source: इस प्रकार यिशै के पुत्र दाऊद ने सारे इस्राएल के ऊपर राज्य किया। target: [120, 122, 124, 126, 14, 74, 82] source: “इस्राएली स्त्रियों में से कोई देवदासी न हो*, और न इस्राएलियों में से कोई पुरुष ऐसा बुरा काम करनेवाला हो। target: [128, 48, 130, 132, 134, 136, 138, 60, 140, 84, 130, 132, 142, 144, 146, 148] source: इस्साकार के पुत्र: तोला, पूआ, याशूब और शिम्रोन, चार थे। target: [150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 60, 164] source: इस्साकार के पुत्र, तोला, पुव्वा, योब और शिम्रोन थे। target: [150, 166, 158, 160, 162, 60, 164] source: इस्साकार के गोत्र में से यूसुफ का पुत्र यिगाल; target: [8, 168, 170, 172, 122, 174] source: “इस प्रकार देश को इस्राएल के गोत्रों के अनुसार आपस में बाँट लेना। target: [176, 178, 180, 182, 48, 184, 186, 188, 190] source: “लेवीय गोत्र की गिनती इस्राएलियों के संग न करना; target: [192, 194, 196, 198, 60, 200, 110, 28, 202, 204] source: “उन दिनों में मैं सारे इस्राएली कुलों का परमेश्वर ठहरूँगा और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे, यहोवा की यही वाणी है।” target: [68, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 14, 218, 220, 222, 224, 214, 226, 228] source: इस्राएल की ज्योति तो आग ठहरेगी, और इस्राएल का पवित्र ज्वाला ठहरेगा; और वह उसके झाड़ - झँखाड़ को एक ही दिन में भस्म करेगा। target: [230, 48, 232, 214, 234, 60, 236, 214, 238, 240, 60, 242, 244, 60, 246, 8, 248, 250]
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“इस प्रकार तू उन्हें इस्राएलियों में से अलग करना, और वे मेरे ही ठहरेंगे।
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[252, 254, 256, 258, 110, 48, 20, 260, 256, 184, 262, 264]
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source: तब दूसरे भाई ने उस स्त्री से विवाह कर लिया और बिना सन्तान मर गया; और वैसे ही तीसरे ने भी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: वे मूर्खों और नीच लोगों के वंश हैं जो मार-मार के इस देश से निकाले गए थे। target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: और तुम इस बात की खोज में न रहो, कि क्या खाएँगे और क्या पीएँगे, और न सन्देह करो। target: [58, 60, 62, 64, 60, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 44, 78, 80, 82, 84] source: दूसरे दिन यहोवा ने ऐसा ही किया; और मिस्र के तो सब पशु मर गए, परन्तु इस्राएलियों का एक भी पशु न मरा। target: [86, 88, 90, 92, 94, 96, 76, 98, 100, 102, 20, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 20, 116, 118] source: यह देखकर कि इस्राएली पुरुष भाग गए, और शाऊल और उसके पुत्र मर गए, उस तराई की दूसरी ओर वाले और यरदन के पार रहनेवाले भी इस्राएली मनुष्य अपने-अपने नगरों को छोड़कर भाग गए; और पलिश्ती आकर उनमें रहने लगे। target: [120, 122, 124, 76, 126, 64, 128, 130, 20, 132, 134, 136, 122, 138, 140, 64, 142, 140, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170] source: और जो कोरह के संग भागी होकर मर गए थे, उन्हें छोड़ जो लोग इस मरी से मर गए वे चौदह हजार सात सौ थे। (1 कुरि. 10:10) target: [172, 174, 176, 178, 180, 182, 34, 20, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 118] source: बर्कोस की सन्तान, सीसरा की सन्तान, तेमह की सन्तान, target: [196, 198, 200] source: बर्कोस की सन्तान, सीसरा की सन्तान, तेमह की सन्तान, target: [196, 198, 202] source: तो हे मेरे भाइयों, तुम भी मसीह की देह के द्वारा व्यवस्था के लिये मरे हुए बन गए, कि उस दूसरे के हो जाओ, जो मरे हुओं में से जी उठा: ताकि हम परमेश्वर के लिये फल लाएँ। target: [76, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 20, 218, 220, 222, 224, 58, 226, 228, 20, 230, 232, 234, 128, 236, 224, 238, 240, 242, 244] source: बीमारों को चंगा करो: मरे हुओं को जिलाओ, कोढ़ियों को शुद्ध करो, दुष्टात्माओं को निकालो। तुम ने सेंत-मेंत पाया है, सेंत-मेंत दो। target: [246, 248, 250, 20, 252, 254, 250, 256, 258, 260, 76, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 268, 276] source: क्योंकि उसने मान लिया, कि परमेश्वर सामर्थी है, कि उसे मरे हुओं में से जिलाए, इस प्रकार उन्हीं में से दृष्टान्त की रीति पर वह उसे फिर मिला। target: [278, 280, 282, 20, 230, 284, 286, 272, 288, 290, 292, 294, 282, 296, 298, 300, 302, 304, 306] source: और कोई अपने जीव में कुढ़कुढ़कर बिना सुख भोगे मर जाता है। target: [308, 310, 312, 314, 316, 290, 318, 320, 322, 324] source: तब बाबेल के राजा ने उन्हें हमात देश के रिबला में ऐसा मारा कि वे मर गए। इस प्रकार यहूदी अपने देश से बँधुए होकर चले गए। target: [326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 352, 354, 356, 50, 358, 360] source: उसी दिन पिलातुस और हेरोदेस मित्र हो गए। इसके पहले वे एक दूसरे के बैरी थे। target: [362, 88, 364, 76, 366, 368, 370, 372, 374, 24, 368, 376, 378]
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और तीसरे ने भी उस स्त्री से विवाह कर लिया। इसी रीति से सातों बिना सन्तान मर गए।
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[380, 382, 384, 8, 348, 386, 388, 390, 94, 392, 394, 396, 16, 18, 24, 20, 184]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: “फारस का राजा कुस्रू यह कहता है: स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा ने पृथ्वी भर का राज्य मुझे दिया है, और उसने मुझे आज्ञा दी, कि यहूदा के यरूशलेम में मेरा एक भवन बनवा*। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 24, 44, 46] source: उसकी समस्त प्रजा के लोगों में से तुम्हारे मध्य जो कोई हो, उसका परमेश्वर उसके साथ रहे, और वह यहूदा के यरूशलेम को जाकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का भवन बनाए - जो यरूशलेम में है वही परमेश्वर है। target: [48, 50, 52, 14, 54, 20, 56, 48, 58, 60, 62, 64, 66, 52, 68, 46, 70, 32, 72, 74, 76, 48, 50, 78, 80, 82, 84, 14, 86, 38, 88] source: “राजा कुस्रू के पहले वर्ष में उसी कुस्रू राजा ने यह आज्ञा दी, कि परमेश्वर के भवन के विषय जो यरूशलेम में है, अर्थात् वह भवन जिसमें बलिदान किए जाते थे, वह बनाया जाए और उसकी नींव दृढ़ता से डाली जाए, उसकी ऊँचाई और चौड़ाई साठ-साठ हाथ की हो; target: [90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 38, 88, 128, 130, 132, 134, 54, 136, 138, 140, 142, 30, 144, 140, 142, 146] source: वही हमारा परमेश्वर यहोवा है, उसके न्याय के काम पृथ्वी भर में होते हैं। target: [148, 150, 152, 52, 46, 36, 154, 20, 156, 158] source: मानोह की यह बात परमेश्वर ने सुन ली, इसलिए जब वह स्त्री मैदान में बैठी थी, और उसका पति मानोह उसके संग न था, तब परमेश्वर का वही दूत उसके पास आया। target: [160, 16, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 84, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196] source: फिर परमेश्वर ने नूह से कहा, “जो वाचा मैंने पृथ्वी भर के सब प्राणियों के साथ बाँधी है, उसका चिन्ह यही है*।” target: [198, 52, 200, 202, 204, 206, 208, 78, 18, 20, 210, 212, 214, 216, 218, 220] source: जब यहोयाकीम राज्य करने लगा, तब वह पच्चीस वर्ष का था, और ग्यारह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा। उसने वह काम किया, जो उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा है। target: [222, 224, 98, 226, 6, 228, 42, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 14, 242, 244, 246, 248, 250, 42, 14, 252, 254, 238] source: हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैंने तेरी दुहाई दी और तूने मुझे चंगा किया है। target: [256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 30, 270, 24, 272, 238] source: जो कोई यह मान लेता है, कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है परमेश्वर उसमें बना रहता है, और वह परमेश्वर में। target: [274, 58, 276, 278, 170, 280, 282, 256, 284, 286, 288, 290, 52, 292, 30, 52, 294, 296] source: तब परमेश्वर के भवन का काम जो यरूशलेम में है, रुक गया; और फारस के राजा दारा के राज्य के दूसरे वर्ष तक रुका रहा। target: [298, 100, 300, 302, 304, 306, 308, 6, 310, 312, 94, 314, 316, 318, 320, 322] source: “जो बात यहोवा के दास मूसा ने तुम से कही थी, कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें विश्राम देता है, और यही देश तुम्हें देगा, उसकी सुधि करो। target: [324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 26, 338, 340, 342, 344, 148, 332, 346, 348, 114, 332, 350, 352, 354, 356, 52, 14, 278, 358, 332, 360, 46] source: और लोग यह न कहेंगे, कि देखो, यहाँ है, या वहाँ है। क्योंकि, परमेश्वर का राज्य तुम्हारे बीच में है।” target: [362, 318, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 376, 378, 380, 126, 236, 288, 382, 220] source: उसने परमेश्वर के उस जन को जो यहूदा से आया था, पुकार के कहा, “यहोवा यह कहता है इसलिए कि तूने यहोवा का वचन न माना, और जो आज्ञा तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे दी थी उसे भी नहीं माना; target: [384, 386, 388, 32, 242, 390, 202, 392, 394, 396, 398, 400, 402, 374, 14, 202, 270, 54, 404, 406, 408] source: परमेश्वर जिस ने वहाँ अपने नाम का निवास ठहराया है, वह क्या राजा क्या प्रजा, उन सभी को जो यह आज्ञा टालने और परमेश्वर के भवन को जो यरूशलेम में है नाश करने के लिये हाथ बढ़ाएँ, नष्ट करे। मुझ दारा ने यह आज्ञा दी है फुर्ती से ऐसा ही करना।” target: [410, 242, 388, 412, 414, 416, 368, 398, 418, 48, 58, 6, 420, 368, 422, 424, 142, 426, 428, 414, 48, 52, 370, 292, 148, 430, 260, 310, 278, 432, 122, 46, 148, 434, 436]
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“फारस का राजा कुस्रू कहता है, 'स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा ने पृथ्वी भर का राज्य मुझे दिया है, और उसी ने मुझे आज्ञा दी है कि यरूशलेम जो यहूदा में है उसमें मेरा एक भवन बनवा; इसलिए हे उसकी प्रजा के सब लोगों, तुम में से जो कोई चाहे, उसका परमेश्वर यहोवा उसके साथ रहे, वह वहाँ रवाना हो जाए'।”
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[438, 6, 8, 440, 12, 14, 52, 442, 24, 388, 444, 446, 400, 46, 448, 32, 450, 38, 452, 454, 456, 458, 46, 460, 462, 464, 466, 468, 470, 472, 474, 476, 14, 52, 478, 480]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: और यूसुफ उन सातों वर्षों में सब प्रकार की भोजन वस्तुएँ, जो मिस्र देश में होती थीं, जमा करके नगरों में रखता गया, और हर एक नगर के चारों ओर के खेतों की भोजन वस्तुओं को वह उसी नगर में इकट्ठा करता गया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 16, 40, 36, 42, 44, 46, 48, 50, 48, 52, 54, 30, 56, 46, 16, 58] source: तू हियाव बाँध और हम सब अपने लोगों और अपने परमेश्वर के नगरों के निमित्त पुरुषार्थ करें; और यहोवा जैसा उसको अच्छा लगे, वैसा ही करेगा।” target: [60, 62, 64, 36, 66, 68, 70, 72, 48, 74, 36, 70, 76, 48, 38, 74, 78, 80, 82, 36, 18, 84, 86, 88, 90, 92, 56, 94, 96, 98] source: और सारा नगर द्वार पर इकट्ठा हुआ। target: [36, 28, 46, 100, 24, 32, 102] source: अश्शूर के राजा के हाथ से मैं तेरी और इस नगर की रक्षा करके बचाऊँगा।'” target: [104, 106, 36, 108, 110, 86, 112, 48, 114, 48, 116, 118, 36, 108, 110, 120, 40, 122] source: इस प्रकार उन नगरों से करना जो तुझ से बहुत दूर हैं, और जो यहाँ की जातियों के नगर नहीं हैं। target: [124, 94, 96, 126, 10, 128, 130, 80, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 92, 148, 150, 152, 48, 110, 154, 156] source: तू हियाव बाँध, और हम अपने लोगों और अपने परमेश्वर के नगरों के निमित्त पुरुषार्थ करें; और यहोवा जैसा उसको अच्छा लगे वैसा करे।” target: [60, 62, 158, 36, 66, 68, 70, 72, 48, 74, 36, 70, 76, 48, 130, 48, 74, 78, 80, 82, 36, 18, 84, 86, 88, 90, 92, 56, 94, 96, 98] source: क्योंकि मैं सब जातियों को यरूशलेम से लड़ने के लिये इकट्ठा करूँगा, और वह नगर ले लिया जाएगा। और घर लूटे जाएँगे और स्त्रियाँ भ्रष्ट की जाएँगी; नगर के आधे लोग बँधुवाई में जाएँगे, परन्तु प्रजा के शेष लोग नगर ही में रहने पाएँगे। target: [104, 160, 152, 86, 32, 162, 164, 166, 80, 168, 170, 36, 110, 24, 172, 174, 176, 178, 180, 120, 182, 184, 36, 186, 110, 188, 16, 190, 146, 192, 194, 110, 138, 196, 198] source: श्रापित हो तू नगर में, श्रापित हो तू खेत में। target: [200, 202, 126, 110, 16, 36, 200, 202, 126, 204, 206] source: यहोवा सारी विपत्ति से तेरी रक्षा करेगा; वह तेरे प्राण की रक्षा करेगा। target: [84, 208, 210, 138, 212, 40, 214, 92, 212, 216, 120, 218, 220] source: हे मेरे परमेश्वर, दुष्ट के और कुटिल और क्रूर मनुष्य के हाथ से मेरी रक्षा कर। target: [222, 224, 226, 228, 230, 48, 116, 36, 232, 234, 236, 48, 238, 240] source: और यदि कोई लेवीय अपना भाग न छुड़ाए, तो वह बेचा हुआ घर जो उसके भाग के नगर में हो जुबली के वर्ष में छूट जाए; क्योंकि इस्राएलियों के बीच लेवियों का भाग उनके नगरों में वे घर ही हैं। target: [146, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 92, 258, 260, 262, 18, 6, 48, 264, 48, 110, 16, 266, 268, 48, 270, 16, 272, 274, 276, 18, 278, 48, 16, 280, 54, 250, 10, 48, 110, 16, 92, 262, 96, 282] source: और यरूशलेम के आस-पास के नगरों से भी बहुत लोग बीमारों और अशुद्ध आत्माओं के सताए हुओं को ला-लाकर, इकट्ठे होते थे, और सब अच्छे कर दिए जाते थे। target: [36, 166, 48, 284, 48, 38, 286, 288, 140, 128, 290, 86, 36, 134, 292, 294, 48, 296, 298, 300, 302, 304, 36, 92, 128, 306, 308, 310, 312] source: क्योंकि उसके चेले तो नगर में भोजन मोल लेने को गए थे। target: [146, 314, 316, 48, 318, 46, 320, 322, 324, 326, 298, 312] source: जब हीराम ने सोर से जाकर उन नगरों को देखा, जो सुलैमान ने उसको दिए थे, तब वे उसको अच्छे न लगे। target: [328, 330, 332, 138, 10, 38, 86, 18, 334, 8, 92, 86, 336, 300, 338, 74, 340, 256, 92, 6, 86, 306, 252, 342]
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और वे इन अच्छे वर्षों में सब प्रकार की भोजनवस्तु इकट्ठा करें, और नगर-नगर में भण्डार घर भोजन के लिये, फ़िरौन के वश में करके उसकी रक्षा करें।
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[92, 344, 346, 348, 350, 14, 54, 28, 30, 32, 170, 36, 352, 48, 354, 38, 16, 30, 48, 356, 358, 36, 6, 120, 218, 360]
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source: मिश्मा, दूमा, मस्सा, target: [4, 6, 8] source: यहूदा की ओर से जो यीशु मसीह का दास और याकूब का भाई है, उन बुलाए हुओं के नाम जो परमेश्वर पिता में प्रिय और यीशु मसीह के लिये सुरक्षित हैं। target: [10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 18, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 22, 14, 16, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: पर मैं चाहता हूँ, कि तुम यह जान लो, कि हर एक पुरुष का सिर मसीह है: और स्त्री का सिर पुरुष है: और मसीह का सिर परमेश्वर है। target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 18, 88, 16, 90, 22, 92, 18, 88, 86, 90, 22, 16, 18, 88, 46, 94] source: क्योंकि मैंने यह ठान लिया था, कि तुम्हारे बीच यीशु मसीह, वरन् क्रूस पर चढ़ाए हुए मसीह को छोड़ और किसी बात को न जानूँ। target: [96, 72, 66, 76, 98, 100, 102, 14, 16, 104, 106, 108, 60, 16, 110, 112, 114, 48, 116, 118, 120, 36, 122, 124] source: पौलुस की ओर से जो परमेश्वर की इच्छा से यीशु मसीह का प्रेरित है, उन पवित्र और मसीह यीशु में विश्वासी लोगों के नाम जो इफिसुस में हैं, target: [126, 72, 46, 128, 130, 110, 16, 14, 18, 132, 134, 30, 32, 34, 136, 36, 38, 138, 48, 140, 142, 22, 16, 14, 48, 144, 62] source: पौलुस की ओर से जो उस जीवन की प्रतिज्ञा के अनुसार जो मसीह यीशु में है, परमेश्वर की इच्छा से* मसीह यीशु का प्रेरित है, target: [126, 72, 146, 148, 52, 150, 52, 152, 12, 16, 14, 48, 154, 46, 128, 130, 110, 16, 14, 18, 132, 156] source: जिस दिन परमेश्वर मेरे सुसमाचार के अनुसार यीशु मसीह के द्वारा मनुष्यों की गुप्त बातों का न्याय करेगा। target: [146, 158, 48, 46, 160, 162, 52, 152, 14, 16, 52, 164, 166, 168, 170, 172, 18, 174, 176] source: क्योंकि तुम तो मर गए, और तुम्हारा जीवन मसीह के साथ परमेश्वर में छिपा हुआ है। target: [96, 72, 74, 178, 180, 22, 182, 148, 16, 52, 184, 46, 48, 170, 186, 94] source: और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया। target: [22, 46, 188, 190, 146, 52, 184, 192, 22, 190, 16, 14, 48, 194, 196, 198, 146, 52, 184, 200] source: तो जब तुम मसीह के साथ जिलाए गए, तो स्वर्गीय वस्तुओं की खोज में रहो, जहाँ मसीह वर्तमान है और परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठा है। (मत्ती 6:20) target: [202, 204, 74, 16, 52, 184, 206, 58, 180, 208, 210, 168, 172, 52, 212, 214, 216, 218, 16, 46, 52, 220, 222, 224, 94] source: और तुम में से जितनों ने मसीह में बपतिस्मा लिया है उन्होंने मसीह को पहन लिया है। target: [96, 72, 114, 226, 228, 188, 16, 48, 230, 100, 232, 188, 16, 36, 234, 236] source: औरों ने कहा, “यह मसीह है,” परन्तु किसी ने कहा, “क्यों? क्या मसीह गलील से आएगा? target: [238, 240, 188, 242, 244, 16, 246, 238, 188, 242, 248, 16, 250, 48, 252] source: परन्तु जो बुलाए हुए हैं क्या यहूदी, क्या यूनानी, उनके निकट मसीह परमेश्वर की सामर्थ्य, और परमेश्वर का ज्ञान है। target: [64, 34, 52, 54, 38, 254, 60, 142, 256, 258, 256, 260, 16, 46, 128, 262, 22, 46, 18, 264, 94] source: हमारे परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह के पिता का धन्यवाद हो कि उसने हमें मसीह में स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की आत्मिक आशीष* दी है। target: [266, 268, 270, 272, 14, 16, 18, 46, 22, 44, 274, 188, 16, 48, 194, 196, 48, 276, 278, 168, 280, 282, 184, 190, 284, 286]
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और तुम मसीह के हो, और मसीह परमेश्वर का है।
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[22, 74, 16, 52, 288, 22, 16, 46, 18, 94]
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source: फिर यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट करे, तो जो शपथ तूने हमको खिलाई है उससे हम स्वतंत्र ठहरेंगे।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 8, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: उन्होंने कहा, “तूने हमको बचा लिया है; हमारे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि हम पर बनी रहे, और हम फ़िरौन के दास होकर रहेंगे।” target: [36, 16, 38, 40, 42, 44, 46, 34, 48, 50, 52, 54, 34, 26, 56, 58, 60, 62] source: और हमको वह वहाँ से निकाल लाया, इसलिए कि हमें इस देश में पहुँचाकर, जिसके विषय में उसने हमारे पूर्वजों से शपथ खाई थी, इसको हमें सौंप दे। target: [64, 18, 66, 68, 70, 72, 10, 74, 76, 78, 80, 64, 18, 82, 84, 86, 34] source: हमारा परमेश्वर यहोवा जैसे हमारे पुरखाओं के संग रहता था, वैसे ही हमारे संग भी रहे, वह हमको त्याग न दे और न हमको छोड़ दे। target: [88, 10, 90, 10, 74, 92, 94, 96, 98, 34, 64, 18, 100, 102, 104, 106, 108, 34] source: अब्राहम ने कहा, “मैं शपथ खाऊँगा।” target: [110, 16, 112, 114, 116, 62] source: क्योंकि वे तो बिना शपथ याजक ठहराए गए पर यह शपथ के साथ उसकी ओर से नियुक्त किया गया जिस ने उसके विषय में कहा, “प्रभु ने शपथ खाई, और वह उससे फिर न पछताएगा, कि तू युगानुयुग याजक है।” target: [4, 118, 16, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 114, 144, 146, 148, 64, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 128, 162, 62] source: फिर राजा ने शिमी से कहा, “तुझे प्राण दण्ड न मिलेगा।” और राजा ने उससे शपथ भी खाई। target: [164, 166, 168, 16, 170, 172, 174, 62, 164, 166, 176, 178, 114, 180, 34] source: क्या हम उसकी दृष्टि में पराये न ठहरीं? देख, उसने हमको तो बेच डाला, और हमारे रूपे को खा बैठा है। target: [182, 64, 18, 184, 146, 148, 40, 186, 188, 190, 192, 194, 46, 34] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “तू उन लोगों को जिन्हें मिस्र देश से छुड़ा लाया है संग लेकर उस देश को जा, जिसके विषय मैंने अब्राहम, इसहाक और याकूब से शपथ खाकर कहा था, 'मैं उसे तुम्हारे वंश को दूँगा।' target: [196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 34, 218, 220, 216, 132, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 148, 240, 242, 76, 244, 246, 34] source: तब उस दास ने अपने स्वामी अब्राहम की जाँघ के नीचे अपना हाथ रखकर उससे इस विषय की शपथ खाई। target: [164, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 222, 266, 76, 268, 34] source: “जो वचन तूने हमको यहोवा के नाम से सुनाया है, उसको हम नहीं सुनेंगे। target: [36, 16, 270, 272, 8, 18, 274, 276, 278, 280, 26, 282, 34] source: हे परमेश्वर, तूने हमको त्याग दिया, और हमको तोड़ डाला है; तू क्रोधित हुआ; फिर हमको ज्यों का त्यों कर दे। target: [284, 286, 288, 18, 290, 46, 34, 288, 10, 292, 294, 46, 34, 296, 298, 46, 34, 18, 300, 302, 304, 34] source: उन्होंने उससे कहा, “हे प्रभु, यह कि हमारी आँखें खुल जाएँ।” target: [36, 306, 16, 308, 10, 310, 312, 62] source: और शमौन की सास तेज बुखार से पीड़ित थी, और उन्होंने तुरन्त उसके विषय में उससे कहा। target: [314, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 34, 36, 328, 222, 330, 332, 34]
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उन्होंने उससे कहा, “जो शपथ तूने हमको खिलाई है उसके विषय में हम तो निर्दोष रहेंगे।
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[334, 336, 178, 16, 338, 8, 230, 280, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 352, 30, 354, 34]
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source: और वहाँ से जहाज द्वारा अन्ताकिया गये, जहाँ वे उस काम के लिये जो उन्होंने पूरा किया था परमेश्वर के अनुग्रह में सौंपे गए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: क्या मैंने तुझे आज्ञा नहीं दी? हियाव बाँधकर दृढ़ हो जा; भय न खा, और तेरा मन कच्चा न हो; क्योंकि जहाँ-जहाँ तू जाएगा वहाँ-वहाँ तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग रहेगा।” target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 74, 80, 84, 86, 32, 88, 90, 44, 92, 94, 96, 98, 100, 102] source: उसके कुटुम्बियों में उसके कोई पुत्र-पौत्र न रहेगा, और जहाँ वह रहता था, वहाँ कोई बचा न रहेगा। (अय्यू. 27:14) target: [74, 22, 28, 104, 106, 80, 22, 108, 110, 80, 112, 114, 80, 22, 28, 116, 106, 118, 120, 122] source: “चाँदी की खानि तो होती है, और सोने के लिये भी स्थान होता है जहाँ लोग जाते हैं। target: [124, 30, 126, 128, 130, 132, 74, 134, 30, 136, 92, 24, 16, 138, 140, 102] source: मानोह की यह बात परमेश्वर ने सुन ली, इसलिए जब वह स्त्री मैदान में बैठी थी, और उसका पति मानोह उसके संग न था, तब परमेश्वर का वही दूत उसके पास आया। target: [44, 36, 142, 46, 144, 146, 30, 74, 44, 108, 148, 24, 150, 152, 154, 156, 22, 158, 106, 160, 162, 164, 166, 24, 168, 24, 108, 170, 142, 24, 28, 152, 66, 172] source: हे परमेश्वर मौन न रह; हे परमेश्वर चुप न रह, और न शान्त रह! target: [174, 176, 178, 80, 180, 178, 182, 80, 184, 74, 186, 80, 188, 174, 190] source: आस-पास के सारे देश में दौड़े, और बीमारों को खाटों पर डालकर, जहाँ-जहाँ समाचार पाया कि वह है, वहाँ-वहाँ लिए फिरे। target: [126, 22, 192, 194, 196, 28, 198, 106, 200, 74, 202, 34, 36, 204, 206, 208, 210, 212, 132, 214, 16, 24, 28, 152, 216, 8, 218, 12, 220, 222, 224] source: हीराम ने उसके पास अपने जहाजियों के द्वारा जहाज और समुद्र के जानकार मल्लाह भेज दिए, और उन्होंने सुलैमान के जहाजियों के संग ओपीर को जाकर वहाँ से साढ़े चार सौ किक्कार सोना राजा सुलैमान को ला दिया। target: [74, 226, 36, 228, 230, 28, 232, 6, 50, 22, 234, 32, 236, 238, 240, 242, 24, 28, 152, 244, 74, 22, 246, 28, 230, 28, 248, 250, 106, 252, 74, 4, 254, 256, 258, 260, 262, 220, 12, 246, 264, 28, 152, 266] source: और अबीमेलेक ने कहा, “देख, मेरा देश तेरे सामने है; जहाँ तुझे भाए वहाँ रह।” target: [268, 36, 270, 272, 274, 276, 98, 278, 102, 92, 62, 280, 282, 94, 212, 284] source: और जहाँ मैं जाता हूँ तुम वहाँ का मार्ग जानते हो।” target: [92, 60, 140, 286, 288, 22, 290, 292, 294] source: क्योंकि मैं आज तुझे आज्ञा देता हूँ, कि अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम करना, और उसके मार्गों पर चलना, और उसकी आज्ञाओं, विधियों, और नियमों को मानना, जिससे तू जीवित रहे, और बढ़ता जाए, और तेरा परमेश्वर यहोवा उस देश में जिसका अधिकारी होने को तू जा रहा है, तुझे आशीष दे। target: [296, 60, 298, 300, 64, 302, 286, 206, 88, 228, 44, 248, 304, 306, 24, 28, 308, 50, 310, 74, 24, 28, 312, 314, 74, 316, 46, 318, 320, 126, 32, 288, 322, 324, 74, 326, 74, 88, 328, 44, 300, 24, 276, 106, 330, 50, 332, 334, 30, 288, 336, 180, 300, 338, 340] source: और परमेश्वर का दीपक अब तक बुझा नहीं था, और शमूएल यहोवा के मन्दिर में जहाँ परमेश्वर का सन्दूक था, लेटा था; target: [44, 108, 342, 32, 88, 46, 344, 106, 92, 44, 108, 346, 164, 32, 348, 66, 350, 164, 74, 352, 354, 356, 358, 172] source: तू तो कल ही आया है, क्या मैं आज तुझे अपने साथ मारा-मारा फिराऊँ? मैं तो जहाँ जा सकूँगा वहाँ जाऊँगा। तू लौट जा, और अपने भाइयों को भी लौटा दे; परमेश्वर की करुणा और सच्चाई तेरे संग रहे।” target: [228, 136, 16, 360, 362, 364, 366, 126, 94, 154, 368, 74, 370, 298, 366, 60, 62, 228, 248, 372, 220, 12, 374, 86, 32, 376, 30, 118, 378, 66, 92, 60, 380, 382, 94, 360, 384, 74, 228, 386, 16, 388, 220, 384, 74, 390, 74, 392, 98, 248, 394] source: क्योंकि हीराम के जहाजियों के संग राजा के जहाज तर्शीश को जाते थे, और तीन-तीन वर्ष के बाद तर्शीश के ये जहाज सोना, चाँदी, हाथीदाँत, बंदर और मोर ले आते थे। target: [86, 32, 264, 28, 152, 6, 242, 32, 226, 28, 230, 28, 248, 396, 16, 336, 56, 396, 28, 398, 6, 400, 402, 404, 406, 408, 410, 412, 414, 416, 74, 418, 420, 12, 422, 424, 242]
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मैं यह आज्ञा देता हूँ कि जहाँ-जहाँ मेरे राज्य का अधिकार है, वहाँ के लोग दानिय्येल के परमेश्वर के सम्मुख काँपते और थरथराते रहें, क्योंकि जीविता और युगानुयुग तक रहनेवाला परमेश्वर वही है; उसका राज्य अविनाशी और उसकी प्रभुता सदा स्थिर रहेगी। (दानि. 7:27, भज. 99:1-3)
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[60, 398, 426, 428, 286, 206, 376, 192, 430, 432, 106, 194, 434, 28, 44, 436, 438, 74, 440, 22, 442, 44, 132, 74, 444, 30, 446, 102, 24, 108, 432, 448, 132, 74, 24, 46, 450, 452, 454, 456]
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source: हरारी शम्मा, हरारी शारार का पुत्र अहीआम, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: माका देश के अहसबै का पुत्र एलीपेलेत, गीलोवासी अहीतोपेल का पुत्र एलीआम, target: [18, 14, 20, 12, 14, 22, 24, 26, 12, 14, 28] source: और हित्ती ऊरिय्याह थाः सब मिलाकर सैंतीस थे। target: [30, 32, 34, 36, 38] source: शमीदा के पुत्र अहिअन, शेकेम, लिखी और अनीआम थे। target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: क्योंकि अहाब का समस्त घराना नाश हो जाएगा, और मैं अहाब के वंश के हर एक लड़के को और इस्राएल में के क्या बन्दी, क्या स्वाधीन, हर एक का नाश कर डालूँगा। target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 14, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: अहीतूब से सादोक, सादोक से अहीमास, target: [96, 98, 100, 102, 98, 104] source: और हूर से ऊरी और ऊरी से बसलेल उत्पन्न हुआ। target: [106, 98, 108, 110, 98, 112] source: अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ। target: [96, 98, 114, 46, 102, 98, 104] source: उसी का साम्राज्य युगानुयुग रहे। आमीन। target: [116, 118, 120, 122, 124] source: तुम्हारे उन साथियों के नाम ये हैं: रूबेन के गोत्र में से शदेऊर का पुत्र एलीसूर; target: [126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 14, 146] source: यहोवा सर्वदा धन्य रहेगा! आमीन फिर आमीन। target: [148, 150, 152, 154, 156, 46, 124] source: मनश्शे का आमोन, और आमोन का योशिय्याह पुत्र हुआ। (मत्ती 1:7-1:10) target: [158, 98, 160, 162, 164, 98, 166, 168] source: जब दाऊद ने भेजकर उस स्त्री को पुछवाया, तब किसी ने कहा, “क्या यह एलीआम की बेटी, और हित्ती ऊरिय्याह की पत्नी बतशेबा नहीं है?” target: [170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 82, 190, 192, 194, 30, 196, 198, 200, 122] source: उसके भाई हेलेम के पुत्र सोपह, यिम्ना, शेलेश और आमाल। target: [202, 204, 206, 208, 98, 210, 212, 214, 46, 216]
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हरारी साकार का पुत्र अहीआम, ऊर का पुत्र एलीपाल,
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[218, 220, 12, 98, 16, 222, 98, 224]
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source: जिस ने हम पर छाप भी कर दी है और बयाने में आत्मा को हमारे मनों में दिया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38] source: इसी से हम जानते हैं, कि हम उसमें बने रहते हैं, और वह हम में; क्योंकि उसने अपनी आत्मा में से हमें दिया है। target: [40, 42, 44, 46, 42, 48, 50, 14, 52, 10, 54, 56, 4, 16, 58, 34, 60, 62, 38] source: हमारे परमेश्वर यहोवा ने तो होरेब पर हम से वाचा बाँधी। target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 38] source: परन्तु हमने संसार की आत्मा* नहीं, परन्तु वह आत्मा पाया है, जो परमेश्वर की ओर से है, कि हम उन बातों को जानें, जो परमेश्वर ने हमें दी हैं। target: [78, 80, 82, 34, 84, 86, 78, 88, 34, 84, 90, 92, 68, 16, 94, 96, 98, 80, 100, 102, 38] source: हम परमेश्वर के हैं। जो परमेश्वर को जानता है, वह हमारी सुनता है; जो परमेश्वर को नहीं जानता वह हमारी नहीं सुनता; इसी प्रकार हम सत्य की आत्मा और भ्रम की आत्मा को पहचान लेते हैं। target: [42, 88, 104, 38, 106, 108, 110, 112, 28, 114, 116, 38, 118, 88, 120, 112, 28, 114, 122, 38, 40, 42, 124, 34, 14, 126, 128, 130, 38] source: इसलिए परमेश्वर ने हमारे पिता का जितना धन ले लिया है, वह हमारा, और हमारे बच्चों का है; अब जो कुछ परमेश्वर ने तुझ से कहा है, वही कर।” target: [66, 132, 68, 134, 136, 138, 140, 66, 14, 66, 142, 144, 146, 38, 148, 150, 140, 68, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164] source: बानी की सन्तान छः सौ बयालीस target: [166, 168, 170] source: पवित्र आत्मा आप ही हमारी आत्मा के साथ गवाही देता है, कि हम परमेश्वर की सन्तान हैं। target: [42, 88, 172, 104, 174, 32, 34, 176, 28, 128, 178, 180, 38] source: वह उसके मोल लिए हुओं के छुटकारे के लिये हमारी विरासत का बयाना है, कि उसकी महिमा की स्तुति हो। target: [80, 28, 182, 184, 186, 188, 32, 34, 28, 190, 192, 194, 196, 38, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 38] source: इसी रीति से आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है, क्योंकि हम नहीं जानते, कि प्रार्थना किस रीति से करना चाहिए; परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर भरकर जो बयान से बाहर है, हमारे लिये विनती करता है। target: [210, 212, 32, 214, 216, 28, 218, 220, 222, 38, 224, 226, 228, 230, 174, 42, 232, 78, 32, 214, 234, 236, 238, 240, 28, 242, 244, 222, 38] source: इसी से प्रेम हम में सिद्ध हुआ, कि हमें न्याय के दिन साहस हो; क्योंकि जैसा वह है, वैसे ही संसार में हम भी हैं। target: [246, 248, 10, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 158, 56, 52, 266, 268, 42, 270, 272, 274, 276, 38] source: वे बोले, “तूने न तो हम पर अंधेर किया, न हमें पीसा, और न किसी के हाथ से कुछ लिया है।” target: [278, 280, 282, 16, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 294, 216, 114, 300, 302, 164] source: हमारा परमेश्वर तो स्वर्ग में हैं; उसने जो चाहा वही किया है। target: [66, 304, 306, 196, 38, 4, 154, 308, 222, 310, 4, 222, 38] source: वह हमारे सब क्लेशों में शान्ति देता है; ताकि हम उस शान्ति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शान्ति दे सके, जो किसी प्रकार के क्लेश में हों। target: [68, 66, 312, 314, 316, 16, 318, 180, 38, 320, 42, 216, 322, 324, 318, 326, 328, 38, 68, 16, 318, 330, 242, 332, 290, 334, 336, 42, 338, 318, 340, 38]
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और जिस ने हमें इसी बात के लिये तैयार किया है वह परमेश्वर है, जिस ने हमें बयाने में आत्मा भी दिया है।
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[16, 342, 242, 344, 346, 304, 336, 268, 106, 28, 242, 18, 348, 22, 24, 26, 32, 34, 60, 62, 38]
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source: और इस बात की चर्चा उस सारे देश में फैल गई। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: उस समय यारोबाम का बेटा अबिय्याह रोगी हुआ। target: [8, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 16] source: और चेले झील के उस पार जाते समय रोटी लेना भूल गए थे। target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 16] source: फाड़ने का समय, और सीने का भी समय; चुप रहने का समय, और बोलने का भी समय है; target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 56, 58, 16, 70, 72, 56, 58, 60, 62, 74, 56, 58, 16] source: ढूँढ़ने का समय, और खो देने का भी समय; बचा रखने का समय, और फेंक देने का भी समय है; target: [76, 68, 56, 58, 60, 62, 78, 80, 56, 58, 16, 82, 56, 58, 60, 62, 84, 56, 58, 16] source: घात करने का समय, और चंगा करने का भी समय; ढा देने का समय, और बनाने का भी समय है; target: [86, 56, 58, 60, 62, 88, 90, 56, 58, 16, 92, 56, 58, 60, 62, 94, 56, 58, 16] source: और यदि वह व्याधि उस समय तक चर्म में सचमुच फैल जाए, तो याजक उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए; क्योंकि वह कोढ़ की व्याधि है। target: [96, 98, 100, 102, 14, 104, 106, 64, 108, 110, 112, 16, 98, 56, 114, 116, 118, 16] source: प्रेम करने का समय, और बैर करने का भी समय; लड़ाई का समय, और मेल का भी समय है। target: [120, 68, 56, 58, 60, 62, 122, 68, 56, 58, 16, 124, 68, 56, 58, 60, 62, 126, 68, 56, 58, 16] source: रोने का समय, और हँसने का भी समय; छाती पीटने का समय, और नाचने का भी समय है; target: [128, 56, 58, 60, 62, 130, 56, 58, 16, 132, 68, 56, 58, 60, 62, 134, 56, 58, 16] source: मैं उन्हें अच्छी चराई में चराऊँगा, और इस्राएल के ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों पर उनको चराई मिलेगी; वहाँ वे अच्छी हरियाली में बैठा करेंगी, और इस्राएल के पहाड़ों पर उत्तम से उत्तम चराई चरेंगी। target: [136, 138, 140, 142, 144, 16, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 16, 152, 138, 160, 62, 162, 164, 166, 168, 170, 62, 152, 146, 172, 174, 16] source: और उस दिन तुम अपने उस चुने हुए राजा के कारण दुहाई दोगे, परन्तु यहोवा उस समय तुम्हारी न सुनेगा।” target: [176, 178, 180, 182, 168, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 16, 40, 198, 98, 200, 202, 204, 206, 208] source: “उसी समय मैंने यहोवा से गिड़गिड़ाकर विनती की, target: [8, 18, 210, 212, 214, 216, 218, 220] source: जन्म का समय, और मरण का भी समय; बोने का समय; और बोए हुए को उखाड़ने का भी समय है; target: [222, 56, 58, 60, 62, 224, 56, 58, 16, 226, 56, 58, 60, 62, 228, 56, 58, 16] source: और वह उस देश के निवासियों में से एक के यहाँ गया, उसने उसे अपने खेतों में सूअर चराने के लिये* भेजा। target: [230, 8, 232, 234, 236, 238, 240, 62, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 16]
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उस समय चौथाई देश के राजा* हेरोदेस ने यीशु की चर्चा सुनी।
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[8, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 16]
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source: जो कुछ तुम जानते हो वह मैं भी जानता हूँ; मैं तुम लोगों से कुछ कम नहीं हूँ। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 8, 18, 20] source: क्या आँखें रखते हुए भी नहीं देखते, और कान रखते हुए भी नहीं सुनते? और तुम्हें स्मरण नहीं? target: [22, 24, 26, 28, 30, 26, 32, 34, 36, 38] source: हे यहोवा, मैं तेरे धाम से तेरी महिमा के निवास-स्थान से प्रीति रखता हूँ। target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 44, 58, 50, 60, 62, 64, 66] source: पर हे निकम्मे मनुष्य क्या तू यह भी नहीं जानता, कि कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है? target: [40, 68, 70, 72, 74, 50, 76, 78, 80, 82] source: और आठवें दिन उन्होंने महासभा की, उन्होंने वेदी की प्रतिष्ठा सात दिन की; और पर्वों को भी सात दिन माना। target: [16, 84, 86, 88, 90, 92, 16, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 94, 110, 112] source: उन्होंने उन्हें फिर लाकर महासभा के सामने खड़ा कर दिया और महायाजक ने उनसे पूछा, target: [114, 116, 118, 106, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134] source: वह मेरे दोनों पाँवों को काठ में ठोंक देता है, और मेरी सारी चाल पर दृष्टि रखता है।' target: [136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150] source: योकमाम, बेथोरोन, target: [152, 106, 154, 106] source: क्योंकि तू बलि से प्रसन्न नहीं होता, नहीं तो मैं देता; होमबलि से भी तू प्रसन्न नहीं होता। target: [52, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 156, 158, 170, 172, 174] source: “आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्ति हो।” target: [176, 178, 180, 16, 182, 184, 186, 188, 178, 190, 192, 194, 196] source: जैसा मैं भी सब बातों में सब को प्रसन्न रखता हूँ, और अपना नहीं, परन्तु बहुतों का लाभ ढूँढ़ता हूँ, कि वे उद्धार पाएँ। target: [198, 10, 16, 146, 200, 202, 172, 168, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222] source: और जो मुझसे प्रेम रखते और मेरी आज्ञाओं को मानते हैं उन हजारों पर करुणा किया करता हूँ। target: [224, 226, 228, 178, 230, 16, 232, 234, 190, 236, 238, 240] source: और जो मुझसे प्रेम रखते और मेरी आज्ञाओं को मानते हैं, उन हजारों पर करुणा किया करता हूँ। target: [224, 226, 228, 178, 230, 16, 232, 234, 190, 236, 238, 240] source: किस लिये? क्या इसलिए कि मैं तुम से प्रेम नहीं रखता? परमेश्वर यह जानता है। target: [242, 244, 246, 248, 50, 250, 252, 180, 254, 256]
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“मैं तुम्हारे पर्वों से बैर रखता, और उन्हें निकम्मा जानता हूँ, और तुम्हारी महासभाओं से मैं प्रसन्न नहीं।
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[258, 16, 260, 262, 106, 264, 266, 268, 16, 270, 272]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: जो खतना किया हुआ बुलाया गया हो, वह खतनारहित न बने: जो खतनारहित बुलाया गया हो, वह खतना न कराए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 10, 12, 14, 38, 22, 4, 40, 42, 32] source: “तूने खतनारहित लोगों के यहाँ जाकर उनके साथ खाया।” target: [44, 46, 48, 4, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 20, 70, 78, 80, 82] source: तो उन लोगों के पुत्र जिनको यहोवा ने उनके स्थान पर उत्पन्न किया था, उनका खतना यहोशू से कराया, क्योंकि मार्ग में उनके खतना न होने के कारण वे खतनारहित थे। target: [84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 88, 100, 4, 102, 104, 106, 88, 4, 108, 110, 44, 112, 114, 116] source: इस कारण स्मरण करो, कि तुम जो शारीरिक रीति से अन्यजाति हो, और जो लोग शरीर में हाथ के किए हुए खतने से खतनावाले कहलाते हैं, वे तुम को खतनारहित कहते हैं, target: [118, 120, 122, 124, 70, 126, 56, 128, 130, 132, 134, 4, 136, 138, 6, 98, 44, 140, 142, 144, 146, 148, 44, 150, 152, 154] source: न खतना कुछ है, और न खतनारहित परन्तु परमेश्वर की आज्ञाओं को मानना ही सब कुछ है। target: [104, 4, 156, 158, 160, 162, 164, 34, 158, 160, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182] source: क्योंकि एक ही परमेश्वर है, जो खतनावालों को विश्वास से और खतनारहितों को भी विश्वास के द्वारा धर्मी ठहराएगा। target: [184, 4, 186, 188, 130, 4, 50, 186, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 182] source: और मसीह यीशु में न खतना, न खतनारहित कुछ काम का है, परन्तु केवल विश्वास का जो प्रेम के द्वारा प्रभाव करता है। target: [206, 208, 4, 160, 210, 162, 130, 4, 50, 212, 160, 214, 216, 146, 166, 20, 218, 220, 222, 224, 62, 226, 214, 182] source: यदि तू व्यवस्था पर चले, तो खतने से लाभ तो है, परन्तु यदि तू व्यवस्था को न माने, तो तेरा खतना* बिन खतना की दशा ठहरा। (यिर्म. 4:4) target: [104, 184, 228, 230, 232, 234, 20, 4, 236, 238, 240, 168, 184, 228, 230, 242, 244, 20, 246, 4, 6, 248, 250, 50, 252, 182] source: “देखो, यहोवा की यह वाणी है कि ऐसे दिन आनेवाले हैं कि जिनका खतना हुआ* हो, उनको खतनारहितों के समान दण्ड दूँगा, (रोम. 2:25) target: [254, 146, 256, 132, 258, 260, 4, 108, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274] source: तो यदि खतनारहित मनुष्य व्यवस्था की विधियों को माना करे, तो क्या उसकी बिन खतना की दशा खतने के बराबर न गिनी जाएगी? target: [118, 276, 278, 184, 4, 50, 156, 280, 230, 282, 284, 20, 286, 4, 50, 288, 178, 4, 146, 290, 292, 162, 18] source: और उन खतना किए हुओं का पिता हो, जो न केवल खतना किए हुए हैं, परन्तु हमारे पिता अब्राहम के उस विश्वास के पथ पर भी चलते हैं, जो उसने बिन खतने की दशा में किया था। target: [130, 294, 4, 52, 58, 44, 296, 4, 52, 58, 298, 300, 168, 302, 304, 306, 308, 4, 50, 156, 128, 310, 226, 36, 312, 314, 316, 294, 318, 320, 22, 304, 322] source: तो यह धन्य वचन, क्या खतनावालों ही के लिये है, या खतनारहितों के लिये भी? हम यह कहते हैं, “अब्राहम के लिये उसका विश्वास धार्मिकता गिना गया।” target: [324, 308, 326, 4, 328, 216, 330, 4, 50, 332, 38, 104, 334, 146, 336, 330, 62, 308, 338, 340, 342, 290, 344, 346] source: तब उसको बड़ी प्यास लगी, और उसने यहोवा को पुकार के कहा, “तूने अपने दास से यह बड़ा छुटकारा कराया है; फिर क्या मैं अब प्यासा मरके उन खतनाहीन लोगों के हाथ में पड़ूँ? target: [310, 348, 350, 352, 354, 130, 22, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 308, 370, 372, 374, 240, 376, 378, 380, 382, 384, 216, 130, 386, 152, 66, 388, 390, 392] source: तो वह कैसे गिना गया? खतने की दशा में या बिना खतने की दशा में? खतने की दशा में नहीं परन्तु बिना खतने की दशा में। target: [324, 198, 394, 396, 398, 286, 4, 400, 164, 4, 402, 4, 400, 300, 168, 4, 404]
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फिर यहूदी की क्या बड़ाई, या खतने का क्या लाभ?
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[324, 406, 408, 410, 198, 18, 164, 412, 414, 416]
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source: गोशेन, होलोन और गीलो; ये ग्यारह नगर हैं, और इनके गाँव भी हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: कैन, गिबा, और तिम्नाह; ये दस नगर हैं और इनके गाँव भी हैं। target: [22, 24, 8, 26, 12, 28, 16, 18, 20] source: इनको छोड़ इनके सात हजार तीन सौ सैंतीस दास-दासियाँ और दो सौ गानेवाले और गानेवालियाँ थीं। target: [30, 32, 34, 8, 36, 38, 40, 42, 8, 44, 46, 8, 48, 8, 40, 50, 52, 54, 56, 46, 58, 60, 8, 62, 64] source: इनके माँस में से कुछ न खाना, और इनकी लोथ को छूना भी नहीं; ये तो तुम्हारे लिये अशुद्ध है। target: [66, 68, 70, 8, 66, 72, 32, 74, 76, 78, 80, 82] source: तूने अपने हाथ से जातियों को निकाल दिया, और इनको बसाया; तूने देश-देश के लोगों को दुःख दिया, और इनको चारों ओर फैला दिया; target: [18, 84, 86, 88, 90, 92, 8, 94, 96, 98, 100, 102, 92, 8, 104, 18, 106, 108] source: “इनको, इनकी गिनती के अनुसार, वह भूमि इनका भाग होने के लिये बाँट दी जाए। target: [110, 112, 114, 116, 118, 120, 18, 122, 124, 126] source: ये सदा के लिये लज्जित और घबराए रहें, इनके मुँह काले हों, और इनका नाश हो जाए, target: [128, 130, 8, 132, 134, 136, 8, 138] source: नूह के तीन पुत्र ये ही हैं, और इनका वंश सारी पृथ्वी पर फैल गया। target: [114, 44, 140, 142, 144, 38, 146, 148, 32, 150, 152, 154, 156] source: जेरह के वंश में से यूएल, और इनके भाई, ये छः सौ नब्बे हुए। target: [32, 158, 160, 162, 164, 166, 32, 158, 168, 32, 170, 172, 144, 174, 46, 8, 176, 50, 178] source: ये सब दाऊद के पुत्र थे; और इनको छोड़ रखेलों के भी पुत्र थे, और इनकी बहन तामार थी। target: [180, 114, 182, 184, 52, 186, 32, 182, 188, 8, 190, 192] source: कीला, अकजीब और मारेशा; ये नौ नगर हैं, और इनके गाँव भी हैं। target: [194, 196, 8, 198, 12, 200, 16, 18, 20] source: इनको छोड़ उनके सात हजार तीन सौ सैंतीस दास-दासियाँ, और दो सौ पैंतालीस गानेवाले और गानेवालियाँ थीं। target: [30, 32, 34, 8, 36, 38, 40, 42, 8, 44, 46, 8, 48, 8, 40, 50, 52, 54, 56, 46, 8, 202, 8, 204, 58, 60, 8, 62, 64] source: तू भोज के घर में इनके साथ खाने-पीने के लिये न जाना। target: [206, 208, 210, 212, 214, 112, 216, 218, 220, 8, 222, 8, 224] source: फिर सूअर, जो चिरे खुर का तो होता है परन्तु पागुर नहीं करता, इस कारण वह तुम्हारे लिये अशुद्ध है। तुम न तो इनका माँस खाना, और न इनकी लोथ छूना। target: [54, 226, 228, 230, 78, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 66, 68, 70, 8, 66, 72, 32, 74, 248]
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कपरम्मोनी, ओफनी और गेबा; ये बारह नगर और इनके गाँव मिले।
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[250, 252, 254, 8, 256, 12, 258, 16, 18, 20]
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source: यहोवा ने मुझसे कहा, “हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू ओहोला और ओहोलीबा का न्याय करेगा? तो फिर उनके घिनौने काम उन्हें जता दे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: क्योंकि वे उसके पास ऐसे गए जैसे लोग वेश्या के पास जाते हैं। वैसे ही वे ओहोला और ओहोलीबा नामक महापापिनी स्त्रियों के पास गए। target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 22, 62, 64, 66, 68, 56, 70, 72, 74, 20, 22, 76, 64, 66] source: और ओहोलीबामा ने यूश, और यालाम, और कोरह को उत्पन्न किया, एसाव के ये ही पुत्र कनान देश में उत्पन्न हुए। target: [78, 80, 82, 22, 84, 86, 66, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 66] source: “उसकी बहन ओहोलीबा ने यह देखा, तो भी वह मोहित होकर व्यभिचार करने में अपनी बहन से भी अधिक बढ़ गई। target: [104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 110, 118, 120, 122, 124, 22, 126, 128, 130, 120, 132, 134, 136, 138, 66] source: एसाव ने तो कनानी लड़कियाँ ब्याह लीं; अर्थात् हित्ती एलोन की बेटी आदा को, और ओहोलीबामा को जो अना की बेटी, और हिव्वी सिबोन की नातिन थी। target: [140, 142, 144, 146, 148, 66, 150, 146, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 22, 170, 160, 172] source: “ओहोला जब मेरी थी, तब ही व्यभिचारिणी होकर अपने मित्रों पर मोहित होने लगी जो उसके पड़ोसी अश्शूरी थे। target: [116, 174, 176, 178, 130, 180, 182, 184, 66, 186, 188, 190, 192, 110, 194, 196] source: और अना के दीशोन नामक पुत्र हुआ, और उसी अना के ओहोलीबामा नामक बेटी हुई। target: [198, 200, 98, 154, 202, 22, 170, 160, 204, 66] source: फिर यहोवा ने उसके मन में और दान के गोत्रवाले अहीसामाक के पुत्र ओहोलीआब के मन में भी शिक्षा देने की शक्ति दी है। target: [206, 22, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 66] source: परन्तु ओहोलीबा अधिक व्यभिचार करती गई; अतः जब उसने दीवार पर सेंदूर से खींचे हुए ऐसे कसदी पुरुषों के चित्र देखे, target: [236, 238, 240, 182, 242, 244, 66, 246, 248, 250, 246, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 114] source: एसाव की पत्नी ओहोलीबामा के वंश में ये हुए; अर्थात् यूश अधिपति, यालाम अधिपति, कोरह अधिपति, अना की बेटी ओहोलीबामा जो एसाव की पत्नी थी उसके वंश में ये ही हुए। target: [268, 270, 272, 92, 274, 276, 98, 100, 154, 80, 82, 22, 278, 66, 170, 160, 268, 270, 272, 92, 274, 276, 98, 100, 280, 66] source: और हशूबा, ओहेल, बेरेक्याह, हसद्याह और यूशब-हेसेद, पाँच। target: [282, 284, 286, 288, 96, 290, 292, 294, 296, 22, 298, 102, 66] source: ओहोलीबामा जो एसाव की पत्नी, और सिबोन की नातिन और अना की बेटी थी, उसके ये पुत्र हुए: अर्थात् उसने एसाव के द्वारा यूश, यालाम और कोरह को जन्म दिया। target: [268, 300, 170, 160, 22, 166, 168, 302, 96, 98, 100, 102, 66, 206, 304, 80, 82, 22, 278, 86, 66] source: तब मूसा ने बसलेल और ओहोलीआब और सब बुद्धिमानों को जिनके हृदय में यहोवा ने बुद्धि का प्रकाश दिया था, अर्थात् जिस-जिस को पास आकर काम करने का उत्साह हुआ था उन सभी को बुलवाया। target: [306, 308, 310, 22, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 134, 136, 4, 324, 326, 328, 22, 318, 230, 224, 330, 326, 332, 70, 334, 336, 66] source: और उसके संग दान के गोत्रवाले, अहीसामाक का पुत्र, ओहोलीआब था, जो नक्काशी करने और काढ़नेवाला और नीले, बैंगनी और लाल रंग के और सूक्ष्म सनी के कपड़े में कढ़ाई करनेवाला निपुण कारीगर था। target: [208, 338, 212, 214, 216, 340, 22, 314, 342, 344, 346, 348, 350, 344, 352, 354, 252, 356, 358, 360, 362, 364, 134, 366, 66]
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उन लड़कियों में से बड़ी का नाम ओहोला और उसकी बहन का नाम ओहोलीबा था। वे मेरी हो गई, और उनके पुत्र पुत्रियाँ उत्पन्न हुईं। उनके नामों में से ओहोला तो शोमरोन, और ओहोलीबा यरूशलेम है।
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[368, 370, 372, 20, 22, 374, 372, 376, 328, 66, 378, 380, 382, 384, 22, 386, 388, 390, 66, 32, 392, 394, 396, 398, 400, 394, 402, 22, 24, 394, 404, 406, 66]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
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source: और उसने कहा, “धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा! जिस ने अपने मुँह से मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था, और अपने हाथ से उसे पूरा किया है, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 6, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 30, 36, 38, 40, 32, 42, 30, 44, 46, 48, 50, 52] source: यह वचन जो यहोवा ने कहा था, उसे उसने पूरा भी किया है; और मैं अपने पिता दाऊद के स्थान पर उठकर यहोवा के वचन के अनुसार इस्राएल की गद्दी पर विराजमान हूँ, और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम के इस भवन को बनाया है। (1 राजा. 2:12) target: [16, 6, 54, 44, 36, 48, 38, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 58, 66, 32, 26, 28, 68, 70, 72, 74, 40, 76, 16, 6, 36, 38, 78, 66, 10, 80, 82, 84, 86, 88, 74, 40, 66, 16, 10, 68, 14, 68, 90, 92, 94, 96, 98] source: तब यहोशू ने इस्राएलियों से कहा, “पास आकर अपने परमेश्वर यहोवा के वचन सुनो।” target: [100, 92, 102, 6, 104, 46, 8, 106, 108, 40, 16, 32, 14, 110, 112, 114] source: यह जो वचन यहोवा ने कहा था, उसे उसने पूरा भी किया है, और मैं अपने पिता दाऊद के स्थान पर उठकर, यहोवा के वचन के अनुसार इस्राएल की गद्दी पर विराजमान हूँ, और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम से इस भवन को बनाया है। (प्रेरि. 7:47) target: [116, 16, 6, 54, 44, 36, 48, 38, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 58, 66, 32, 26, 28, 68, 70, 72, 74, 40, 66, 10, 80, 82, 84, 86, 88, 74, 76, 16, 6, 36, 38, 62, 40, 66, 16, 10, 68, 14, 68, 90, 92, 94, 96, 98, 118] source: यहोवा अपने इस कहे हुए वचन को पूरा करेगा, target: [16, 6, 58, 36, 120, 56, 44, 4, 46, 48, 122, 100, 92, 16, 124, 126, 92, 94, 128, 130] source: अब हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा, जो वचन तूने अपने दास दाऊद को दिया था, वह सच्चा किया जाए। target: [132, 134, 16, 10, 68, 136, 58, 36, 138, 32, 140, 28, 30, 38, 62, 44, 142, 144, 146] source: “इस्राएलियों से कह कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ*। target: [104, 30, 148, 150, 152, 154, 66, 16, 156, 14, 158] source: यहोवा ने तो याकूब को अपने लिये चुना है*, अर्थात् इस्राएल को अपना निज धन होने के लिये चुन लिया है। target: [16, 6, 160, 46, 32, 162, 164, 40, 10, 46, 166, 168, 170, 92, 172, 174, 118] source: दाऊद के पुत्र इस्राएल के राजा सुलैमान के नीतिवचन: target: [28, 68, 176, 10, 68, 178, 180, 110, 182] source: उनसे कहो, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, श्रापित है वह मनुष्य, जो इस वाचा के वचन न माने target: [138, 184, 46, 186, 188, 16, 10, 12, 14, 190, 192, 194, 4, 196, 86, 198, 200, 100, 202, 110, 112, 204, 206] source: तब उसने इस्राएलियों से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, 'मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया, और तुम को मिस्रियों के हाथ से, और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है।' target: [40, 104, 46, 208, 58, 16, 10, 12, 14, 94, 192, 194, 188, 66, 10, 46, 210, 212, 214, 216, 40, 218, 220, 68, 222, 40, 224, 226, 68, 222, 228, 230, 86, 232, 234, 236, 238, 240] source: क्योंकि इस्राएली मेरे ही दास हैं; वे मिस्र देश से मेरे ही निकाले हुए दास हैं; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ। target: [64, 58, 242, 24, 140, 244, 44, 24, 162, 140, 246, 248, 46, 66, 210, 250, 212, 214, 216, 158, 66, 16, 156, 14, 158] source: तब याजकों और लेवियों ने अपने-अपने को पवित्र किया, कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का सन्दूक ले जा सके। target: [252, 254, 40, 256, 6, 16, 10, 68, 14, 68, 258, 46, 260, 164, 32, 262, 46, 264, 52] source: जो वचन यहोवा ने इस्राएलियों और यहूदियों के विषय कहे थे, वे ये हैं target: [94, 44, 112, 266, 268, 16, 10, 68, 270, 40, 272, 68, 270, 120, 194, 274]
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और उसने कहा, “धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा, जिसने अपने मुँह से मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था, और अपने हाथों से इसे पूरा किया है,
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[180, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 6, 32, 34, 276, 24, 26, 28, 30, 36, 38, 40, 44, 46, 32, 42, 30, 48, 50, 278]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
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source: हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
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डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
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[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
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source: तब पतरस उठकर कब्र पर दौड़ा गया, और झुककर केवल कपड़े पड़े देखे, और जो हुआ था, उससे अचम्भा करता हुआ, अपने घर चला गया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 10, 36, 38, 40, 42] source: और झुककर कपड़े पड़े देखे: तो भी वह भीतर न गया। target: [44, 10, 22, 24, 30, 4, 46, 48] source: छः दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और उसके भाई यूहन्ना को साथ लिया, और उन्हें एकान्त में किसी ऊँचे पहाड़ पर ले गया। target: [50, 52, 54, 56, 26, 28, 6, 10, 58, 10, 60, 62, 64, 66, 68, 10, 70, 72, 74, 76, 78, 80] source: तब दूसरा चेला भी जो कब्र पर पहले पहुँचा था, भीतर गया और देखकर विश्वास किया। target: [82, 84, 86, 18, 88, 90, 92, 72, 14, 94, 48, 22, 10, 96, 98] source: उसके चेलों में से शमौन पतरस के भाई अन्द्रियास ने उससे कहा, target: [100, 102, 104, 18, 106, 62, 108, 6, 38, 110, 112] source: शमौन पतरस ने उत्तर दिया, “तू जीविते परमेश्वर का पुत्र मसीह है।” target: [108, 6, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126] source: मेरा होना न होने के समान होता, और पेट ही से कब्र को पहुँचाया जाता। target: [128, 130, 132, 134, 136, 102, 138, 140, 70, 142, 144] source: छः दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और यूहन्ना को साथ लिया, और एकान्त में किसी ऊँचे पहाड़ पर ले गया; और उनके सामने उसका रूप बदल गया। target: [50, 52, 54, 56, 26, 28, 6, 10, 58, 10, 60, 64, 66, 68, 10, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 146, 148, 150, 152] source: और वे ये हैं शमौन जिसका नाम उसने पतरस रखा। target: [154, 156, 158, 160, 162, 108, 18, 164, 166, 168] source: और यीशु ने पतरस के घर में आकर उसकी सास को तेज बुखार में पड़ा देखा। target: [56, 170, 172, 168, 174, 176, 22, 178, 180, 182, 184, 186] source: और दोनों साथ-साथ दौड़ रहे थे, परन्तु दूसरा चेला पतरस से आगे बढ़कर कब्र पर पहले पहुँचा। target: [188, 190, 192, 4, 84, 194, 196, 6, 198, 10, 200, 202, 72, 204] source: शमौन पतरस ने उसको उत्तर दिया, “हे प्रभु, हम किस के पास जाएँ? अनन्त जीवन की बातें तो तेरे ही पास हैं। target: [108, 6, 114, 116, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222] source: तब पतरस उठकर उनके साथ हो लिया, और जब पहुँच गया, तो वे उसे उस अटारी पर ले गए। और सब विधवाएँ रोती हुई, उसके पास आ खड़ी हुईं और जो कुर्ते और कपड़े दोरकास ने उनके साथ रहते हुए बनाए थे, दिखाने लगीं। target: [6, 8, 10, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 220, 242, 244, 10, 246, 248, 10, 250, 252, 254, 18, 256, 258, 260, 262, 224, 264] source: तब शमौन और उसके साथी उसकी खोज में गए। target: [108, 10, 266, 26, 268, 270]
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तब शमौन पतरस उसके पीछे-पीछे पहुँचा और कब्र के भीतर गया और कपड़े पड़े देखे।
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[32, 108, 6, 18, 272, 274, 10, 94, 276, 278, 22, 24, 280]
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source: और उससे कहा, “यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो अपने आप को नीचे गिरा दे; क्योंकि लिखा है, ‘वह तेरे विषय में अपने स्वर्गदूतों को आज्ञा देगा, और वे तुझे हाथों हाथ उठा लेंगे; कहीं ऐसा न हो कि तेरे पाँवों में पत्थर से ठेस लगे*।’” (भज. 91:11-12) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 4, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76] source: वे तुझको हाथों हाथ उठा लेंगे, ऐसा न हो कि तेरे पाँवों में पत्थर से ठेस लगे। (मत्ती 4:6, लूका 4:10,11, इब्रा. 1:14) target: [66, 68, 70, 78, 80, 82, 84, 86, 12, 88, 58, 90, 92] source: यहूदियों ने उसे पत्थराव करने को फिर पत्थर उठाए। target: [94, 96, 98, 6, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैंने तुम्हें साँपों और बिच्छुओं को रौंदने* का, और शत्रु की सारी सामर्थ्य पर अधिकार दिया है; और किसी वस्तु से तुम्हें कुछ हानि न होगी। (भज. 91:13) target: [110, 112, 114, 116, 4, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 38, 4, 136, 114, 138, 140, 142] source: क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा। (भज. 91:1, भज. 40:2, भज. 138:7) target: [28, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 150, 160, 44, 162, 164, 150, 160, 166, 168, 170] source: और उन पत्थरों के स्थान में और दूसरे पत्थर लेकर लगाएँ और याजक ताजा गारा लेकर घर की जुड़ाई करे। target: [172, 174, 172, 176, 178, 180, 182, 106, 184, 4, 172, 186, 188, 190, 192, 194] source: इसलिए प्रभु यहोवा यह कहता है, “देखो, मैंने सिय्योन में नींव का पत्थर रखा है, एक परखा हुआ पत्थर, कोने का अनमोल और अति दृढ़ नींव के योग्य पत्थर: और जो कोई विश्वास रखे वह उतावली न करेगा। (रोम. 9:33,1 कुरि. 3:11 इफि. 2:20, 1 पत. 2:4,6) target: [196, 198, 200, 202, 204, 206, 112, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 214, 220, 222, 64, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 150, 236, 238, 142] source: पत्थर तो भारी है और रेत में बोझ है, परन्तु मूर्ख का क्रोध, उन दोनों से भी भारी है। target: [106, 240, 242, 244, 4, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 250, 264] source: जब उन्होंने आँख उठाई, तो देखा कि पत्थर लुढ़का हुआ है! वह बहुत ही बड़ा था। target: [266, 268, 270, 272, 4, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290] source: हाय उस पर जो काठ से कहता है, जाग, या अबोल पत्थर से, उठ! क्या वह सिखाएगा? देखो, वह सोने चाँदी में मढ़ा हुआ है, परन्तु उसमें सांस नहीं है। (1 कुरि 12:2) target: [226, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 176, 294, 296, 304, 6, 306, 308, 260, 310, 312, 314, 316, 66, 318, 4, 320, 322, 324, 254, 326, 328, 330, 142] source: उस तिहाई को मैं आग में डालकर ऐसा निर्मल करूँगा, जैसा रूपा निर्मल किया जाता है, और ऐसा जाँचूँगा जैसा सोना जाँचा जाता है। वे मुझसे प्रार्थना किया करेंगे, और मैं उनकी सुनूँगा। मैं उनके विषय में कहूँगा, 'ये मेरी प्रजा हैं,' और वे मेरे विषय में कहेंगे, 'यहोवा हमारा परमेश्वर है'।” (1 पत. 1:7, भज. 91:15, यिर्म. 30:22) target: [172, 332, 334, 112, 336, 338, 4, 340, 342, 344, 346, 274, 342, 348, 350, 352, 354, 356, 112, 274, 358, 66, 200, 360, 362, 4, 112, 274, 364, 366, 112, 368, 370, 152, 372, 374, 4, 66, 376, 378, 200, 380, 382] source: “तुम में से ऐसा कौन मनुष्य है, कि यदि उसका पुत्र उससे रोटी माँगे, तो वह उसे पत्थर दे? target: [384, 386, 388, 390, 392, 226, 70, 394, 396, 398, 20, 6, 106, 400] source: यह वही पत्थर है जिसे तुम राजमिस्त्रियों ने तुच्छ जाना* और वह कोने के सिरे का पत्थर हो गया। (भज. 118:22-23, दानि. 2:34, 35) target: [226, 402, 404, 406, 408, 150, 410, 412, 150, 414, 416] source: उस पत्थर को देख जिसे मैंने यहोशू के आगे रखा है, उस एक ही पत्थर के ऊपर सात आँखें बनी हैं, सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, देख मैं उस पत्थर पर खोद देता हूँ, और इस देश के अधर्म को एक ही दिन में दूर कर दूँगा। target: [418, 112, 420, 422, 106, 424, 260, 426, 428, 430, 432, 324, 4, 112, 230, 434, 436, 438, 440, 442, 444, 446, 4, 112, 426, 448, 260, 450, 452, 454, 456, 34, 442, 444, 458]
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और ‘वे तुझे हाथों हाथ उठा लेंगे ऐसा न हो कि तेरे पाँव में पत्थर से ठेस लगे’।” (भज. 91:11,12)
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[4, 460, 56, 58, 60, 462, 64, 66, 68, 70, 464, 74, 466]
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