instruction
stringlengths
51
6.92k
input
stringlengths
1
707
output
stringlengths
3
549
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
source: उस समय मिस्र से अश्शूर जाने का एक राजमार्ग होगा, और अश्शूरी मिस्र में आएँगे और मिस्री लोग अश्शूर को जाएँगे, और मिस्री अश्शूरियों के संग मिलकर आराधना करेंगे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 16, 24, 30, 32, 34, 36] source: जब योआश राजा हुआ उस समय वह सात वर्ष का था। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: परन्तु अश्शूर के राजा ने होशे के राजद्रोह की गोष्ठी को जान लिया, क्योंकि उसने सो नामक मिस्र के राजा के पास दूत भेजे थे और अश्शूर के राजा के पास वार्षिक भेंट भेजनी छोड़ दी; इस कारण अश्शूर के राजा ने उसको बन्दी बनाया, और बेड़ी डालकर बन्दीगृह में डाल दिया। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 40, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 78, 100, 102, 104, 44, 66, 106, 108, 110, 112, 114, 116] source: जो भोजन तू खाए, उसे तौल-तौलकर खाना, अर्थात् प्रतिदिन बीस-बीस शेकेल भर खाया करना, और उसे समय-समय पर खाना। target: [64, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138] source: जो मैंने मुँह खोलकर मानीं, और संकट के समय कही थीं। target: [140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 16, 144, 146, 148, 154, 156] source: और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा।” target: [158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 44, 182, 184, 186, 188] source: और उस दिन तुम अपने उस चुने हुए राजा के कारण दुहाई दोगे, परन्तु यहोवा उस समय तुम्हारी न सुनेगा।” target: [190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 182, 4, 6, 204, 206, 208, 210] source: इस कारण मैंने उसको उन्हीं अश्शूरी मित्रों के हाथ कर दिया जिन पर वह मोहित हुई थी। target: [212, 146, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232] source: उस समय मैं यिज्रेल की तराई में इस्राएल के धनुष को तोड़ डालूँगा।” target: [4, 234, 146, 236, 238, 240, 242, 244] source: “इस रीति से मेरे नाम को इस्राएलियों पर रखें*, और मैं उन्हें आशीष दिया करूँगा।” target: [246, 248, 250, 252, 172, 174, 254, 168, 146, 184, 256, 258] source: “इस्राएलियों से कह कि चाहे तुम लोग चाहे तुम्हारे वंश में से कोई भी किसी लोथ के कारण अशुद्ध हो, या दूर की यात्रा पर हो, तो भी वह यहोवा के लिये फसह को माने। target: [260, 172, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 192, 276, 278, 42, 274, 280, 282, 284, 286, 170, 288, 290, 292, 294] source: मैं उन्हें और अपनी पहाड़ी के आस-पास के स्थानों को आशीष का कारण बना दूँगा; और मेंह को मैं ठीक समय में बरसाया करूँगा; और वे आशीषों की वर्षा होंगी। target: [168, 146, 108, 22, 296, 298, 256, 300, 302, 76, 146, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318] source: इस कारण यहोवा यह कहता है: 'तेरी स्त्री नगर में वेश्या हो जाएगी, और तेरे बेटे-बेटियाँ तलवार से मारी जाएँगी, और तेरी भूमि डोरी डालकर बाँट ली जाएँगी; और तू आप अशुद्ध देश में मरेगा, और इस्राएल अपनी भूमि पर से निश्चय बँधुआई में जाएगा।'” target: [52, 182, 300, 320, 322, 324, 326, 328, 330, 134, 332, 334, 336, 134, 338, 340, 342, 344, 346, 260, 348, 350, 352, 354, 174, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 368] source: इस्राएल के घराने में मैंने रोएँ खड़े होने का कारण देखा है; उसमें एप्रैम का छिनाला और इस्राएल की अशुद्धता पाई जाती है। target: [354, 370, 146, 372, 374, 376, 378, 380, 230, 382, 378, 16, 172, 384, 42, 386]
उस समय इस्राएल, मिस्र और अश्शूर तीनों मिलकर पृथ्वी के लिये आशीष का कारण होंगे।
[4, 6, 172, 388, 22, 390, 392, 394, 396, 398, 330, 400, 402, 256, 404]
source: वह अपना सोंटा मुझ पर से दूर करे और उसकी भय देनेवाली बात मुझे न घबराए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18] source: उसने यहोवा के उस भवन में वेदियाँ बनाईं जिसके विषय यहोवा ने कहा था, “यरूशलेम में मैं अपना नाम रखूँगा।” target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 28, 36, 38, 40, 24, 42, 44] source: अशेरा की जो मूर्ति उसने खुदवाई, उसको उसने उस भवन में स्थापित किया, जिसके विषय यहोवा ने दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान से कहा था, “इस भवन में और यरूशलेम में, जिसको मैंने इस्राएल के सब गोत्रों में से चुन लिया है, मैं सदैव अपना नाम रखूँगा। target: [46, 48, 50, 52, 54, 56, 14, 58, 10, 60, 62, 46, 64, 66, 52, 28, 68, 70, 72, 14, 74, 76, 78, 80, 64, 14, 24, 42, 34, 62, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100] source: यह सुनकर हेरोदेस राजा और उसके साथ सारा यरूशलेम घबरा गया। target: [102, 104, 106, 108, 110, 112, 14, 82, 114, 42, 116, 118] source: उसने यहोवा के उस भवन में वेदियाँ बनाईं जिसके विषय यहोवा ने कहा था “यरूशलेम में मेरा नाम सदा बना रहेगा।” target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 28, 68, 120, 122, 92, 124, 24, 126, 128] source: और तुझे आशा होगी, इस कारण तू निर्भय रहेगा; और अपने चारों ओर देख-देखकर तू निर्भय विश्राम कर सकेगा। target: [130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 14, 70, 144, 146, 148] source: जिसके कान हों वह सुन ले।” target: [34, 150, 138, 152, 154] source: जिसके कान हों वह सुने। target: [34, 150, 138, 152, 156] source: यहूदा का राजा यहोशापात यरूशलेम को अपने भवन में कुशल से लौट गया। target: [102, 158, 160, 162, 70, 164, 166, 168, 24, 170] source: और उसने अपनी खुदवाई हुई मूर्ति परमेश्‍वर के उस भवन में स्थापित की जिसके विषय परमेश्‍वर ने दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान से कहा था, “इस भवन में, और यरूशलेम में, जिसको मैंने इस्राएल के सब गोत्रों में से चुन लिया है मैं अपना नाम सर्वदा रखूँगा, target: [172, 46, 174, 176, 52, 54, 178, 180, 14, 62, 26, 182, 66, 52, 182, 68, 70, 72, 14, 74, 76, 78, 80, 64, 14, 24, 42, 34, 62, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100] source: इस कारण, यहोवा यह कहता है, मैं इस कुल पर ऐसी विपत्ति डालने पर हूँ, जिसके नीचे से तुम अपनी गर्दन हटा न सकोगे; न अपने सिर ऊँचे किए हुए चल सकोगे; क्योंकि वह विपत्ति का समय होगा। target: [184, 186, 28, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 24, 204, 206, 34, 208, 210, 184, 212, 70, 214, 216, 218, 134, 220, 222, 224] source: क्या मैं उसके लिये रोता नहीं था, जिसके दुर्दिन आते थे? और क्या दरिद्र जन के कारण मैं प्राण में दुःखित न होता था? target: [226, 90, 228, 230, 226, 90, 232, 234, 236, 238] source: यहोवा ने कहा था, “जैसे मैंने इस्राएल को अपने सामने से दूर किया, वैसे ही यहूदा को भी दूर करूँगा; और इस यरूशलेम नगर, जिसे मैंने चुना और इस भवन जिसके विषय मैंने कहा, कि यह मेरे नाम का निवास होगा, के विरुद्ध मैं हाथ उठाऊँगा। target: [240, 28, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 52, 264, 170, 266, 46, 64, 268, 270, 52, 272, 274, 194, 276, 278] source: शलोमीत के वंश में से योसिव्याह का पुत्र, जिसके संग एक सौ साठ पुरुष थे। target: [24, 280, 282, 284, 76, 286, 288, 14, 290, 292, 294]
वह भय के मारे अपने सुन्दर भवन से जाता रहेगा, और उसके हाकिम घबराहट के कारण ध्वजा त्याग कर भाग जाएँगे,” यहोवा जिसकी अग्नि सिय्योन में और जिसका भट्ठा यरूशलेम में हैं, उसी की यह वाणी है।
[296, 24, 298, 300, 302, 24, 304, 306, 28, 308, 34, 310, 312, 24, 314, 14, 316, 312, 24, 318]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: अन्यजातियों की मूरतें सोना-चाँदी ही हैं, वे मनुष्यों की बनाई हुई हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22] source: “हे लोगों, मैं तुम को पुकारती हूँ, और मेरी बातें सब मनुष्यों के लिये हैं। target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 22, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 22] source: “निष्पाप तो कोई मनुष्य नहीं है यदि वे भी तेरे विरुद्ध पाप करें और तू उन पर कोप करके उन्हें शत्रुओं के हाथ कर दे, और वे उन्हें बन्दी बनाकर किसी देश को, चाहे वह दूर हो, चाहे निकट, ले जाएँ, target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 60, 66, 68, 70, 72, 74, 10, 76, 78, 80, 10, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 82, 96, 10, 82, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 96, 22] source: वह प्रतापी राजा कौन है? सेनाओं का यहोवा, वही प्रतापी राजा है। (सेला) target: [112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 34, 112, 116, 120, 22, 130] source: “तब तू उस सुराही को उन मनुष्यों के सामने तोड़ देना जो तेरे संग जाएँगे, target: [132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 22] source: तुम मूरतों की ओर न फिरना, और देवताओं की प्रतिमाएँ ढालकर न बना लेना; मैं तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा हूँ। target: [154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 22, 30, 174, 176, 178, 180, 22] source: ये बातें मूसा ने इस्राएलियों को सुनाईं; परन्तु उन्होंने मन की बेचैनी और दासत्व की क्रूरता के कारण उसकी न सुनी। target: [182, 184, 114, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 190, 200, 202, 54, 204, 186, 206, 22] source: जो लोग किसी दिन को धिक्कारते हैं, और लिव्यातान को छेड़ने में निपुण हैं, उसे धिक्कारें। target: [208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 22] source: वह अपनी बनाई हुई वेदियों की ओर दृष्टि न करेगा, और न अपनी बनाई हुई अशेरा नामक मूरतों या सूर्य की प्रतिमाओं की ओर देखेगा। (मीका. 5:13-14) target: [54, 226, 16, 18, 228, 230, 232, 160, 162, 54, 164, 234, 236, 238, 240, 160, 242, 244, 34, 246, 22] source: जिस प्रकार मेरा हाथ मूरतों से भरे हुए उन राज्यों पर पहुँचा जिनकी मूरतों यरूशलेम और शोमरोन की मूरतों से बढ़कर थीं, और जिस प्रकार मैंने शोमरोन और उसकी मूरतों से किया, target: [248, 40, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 10, 268, 270, 272, 274, 276] source: तुम दाम देकर मोल लिये गए हो, मनुष्यों के दास न बनो। target: [278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 22] source: “जब तू अपने शत्रुओं से युद्ध करने को जाए, और तेरा परमेश्‍वर यहोवा उन्हें तेरे हाथ में कर दे, और तू उन्हें बन्दी बना ले, target: [52, 278, 296, 298, 58, 300, 302, 304, 10, 174, 176, 306, 32, 308, 310, 82, 312, 314, 316, 318, 52, 320, 82, 322, 324, 326] source: इतने में किसी ने आकर उन्हें बताया, “देखो, जिन्हें तुम ने बन्दीगृह में बन्द रखा था, वे मनुष्य मन्दिर में खड़े हुए लोगों को उपदेश दे रहे हैं।” target: [328, 330, 332, 334, 10, 82, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 360] source: क्योंकि देश-देश के सब देवता तो मूरतें ही हैं; परन्तु यहोवा ही ने स्वर्ग को बनाया है। target: [64, 4, 362, 364, 6, 366, 368, 370, 372, 174, 34, 120, 22]
उन लोगों की मूरतें* सोने चाँदी ही की तो हैं, वे मनुष्यों के हाथ की बनाई हुई हैं।
[374, 6, 8, 10, 376, 228, 138, 16, 378, 20, 22]
source: ‘प्रभु ने, मेरे प्रभु से कहा, मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पाँवों के नीचे की चौकी न कर दूँ।’ target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 16, 20, 22, 6, 24, 26, 28] source: जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पाँवों तले की चौकी न कर दूँ।’ (भज. 110:1) target: [30, 32, 34, 16, 20, 36, 38, 6, 40, 42, 44] source: दाऊद आप भजन संहिता की पुस्तक में कहता है: ‘प्रभु ने मेरे प्रभु से कहा, target: [46, 48, 50, 52, 54, 56, 4, 6, 8, 58] source: मैंने कहा, ‘हे प्रभु, तू कौन है?’ प्रभु ने कहा, ‘मैं यीशु हूँ, जिसे तू सताता है। target: [60, 30, 62, 64, 38, 66, 68, 70, 72, 74, 14, 76, 78, 80, 38, 82, 84, 86] source: शान्ति का परमेश्‍वर आप ही तुम्हें पूरी रीति से पवित्र करे; तुम्हारी आत्मा, प्राण और देह हमारे प्रभु यीशु मसीह के आने तक पूरे और निर्दोष सुरक्षित रहें। target: [60, 50, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 60, 100, 102, 76, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 60, 120, 94, 122, 124] source: प्रभु तो आत्मा है: और जहाँ कहीं प्रभु का आत्मा है वहाँ स्वतंत्रता है। target: [60, 102, 126, 128, 130, 132, 134, 126, 128, 136, 138, 140] source: गिदोन ने उनसे कहा, “मैं तुम्हारे ऊपर प्रभुता न करूँगा, और न मेरा पुत्र तुम्हारे ऊपर प्रभुता करेगा; यहोवा ही तुम पर प्रभुता करेगा।” target: [112, 142, 144, 146, 14, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 148, 150, 152, 154, 160, 162, 148, 150, 164] source: और स्वर्गदूतों में से उसने किस से कभी कहा, “तू मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पाँवों के नीचे की चौकी न कर दूँ?” (मत्ती 22:44, भज. 110:1) target: [166, 168, 170, 172, 174, 154, 32, 176, 16, 20, 178, 38, 6, 40, 180] source: क्योंकि तुम आप ठीक जानते हो कि जैसा रात को चोर आता है, वैसा ही प्रभु का दिन आनेवाला है। target: [46, 182, 184, 186, 188, 128, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 134, 202, 204] source: तो भी प्रभु में न तो स्त्री बिना पुरुष और न पुरुष बिना स्त्री के है। target: [206, 208, 210, 212, 214, 216, 130, 218, 220, 214, 222] source: उसने उनसे पूछा, “तो दाऊद आत्मा में होकर उसे प्रभु क्यों कहता है? target: [224, 76, 144, 226, 228, 48, 230, 232, 234, 102, 172, 236, 238, 166, 56] source: यीशु ने कहा, “हाँ मैं हूँ: और तुम मनुष्य के पुत्र को सर्वशक्तिमान की दाहिनी ओर बैठे, और आकाश के बादलों के साथ आते देखोगे।” (दानि. 7:13, भज. 110:1) target: [76, 226, 14, 78, 60, 240, 242, 244, 246, 230, 40, 248, 130, 250, 252, 254, 256] source: क्योंकि जब तक कि वह अपने बैरियों को अपने पाँवों तले न ले आए, तब तक उसका राज्य करना अवश्य है। (भज. 110:1) target: [46, 166, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 150, 270, 272] source: लूत ने उनसे कहा, “हे प्रभु, ऐसा न कर! target: [274, 144, 226, 276, 6, 278, 172, 280, 282, 284]
दाऊद ने आप ही पवित्र आत्मा में होकर कहा है: ‘प्रभु ने मेरे प्रभु से कहा, “मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पाँवों की चौकी न कर दूँ।”’ (भज. 110:1)
[48, 50, 96, 286, 288, 290, 226, 292, 294, 6, 8, 226, 30, 16, 18, 32, 296, 298, 38, 6, 40, 300]
source: झड़ी के दिन पानी का लगातार टपकना, और झगड़ालू पत्‍नी दोनों एक से हैं; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18] source: फिर याकूब की पत्‍नी राहेल के पुत्र यूसुफ और बिन्यामीन थे। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: पति अपनी पत्‍नी का हक़ पूरा करे; और वैसे ही पत्‍नी भी अपने पति का। target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 44, 54] source: क्योंकि तुम पत्ते मुरझाएँ हुए बांज वृक्ष के पत्ते, और बिना जल की बारी के समान हो जाओगे। target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 32, 56, 70, 72, 74] source: क्या मैंने तुम से कहा था, 'मुझे कुछ दो?' या 'अपनी सम्पत्ति में से मेरे लिये कुछ दो?' target: [76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102] source: पर तुम में से हर एक अपनी पत्‍नी से अपने समान प्रेम रखे, और पत्‍नी भी अपने पति का भय माने। target: [104, 106, 108, 110, 46, 56, 112, 114, 52, 116, 8, 118, 120] source: (और यदि अलग भी हो जाए, तो बिना दूसरा विवाह किए रहे; या अपने पति से फिर मेल कर ले) और न पति अपनी पत्‍नी को छोड़े। target: [122, 124, 126, 128, 130, 106, 132, 36, 134, 136, 118, 138, 140, 142, 106, 46, 144, 146] source: उनमें से छोटे ने पिता से कहा ‘हे पिता, सम्पत्ति में से जो भाग मेरा हो, वह मुझे दे दीजिए।’ उसने उनको अपनी संपत्ति बाँट दी। target: [148, 96, 150, 152, 154, 156, 158, 8, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 44, 172] source: और यदि मैं अपनी सम्पूर्ण संपत्ति कंगालों को खिला दूँ, या अपनी देह जलाने के लिये दे दूँ, और प्रेम न रखूँ, तो मुझे कुछ भी लाभ नहीं। target: [124, 174, 176, 178, 180, 32, 182, 184, 186, 188, 122, 190, 192, 194, 78, 196, 198] source: भला मनुष्य अपने नाती-पोतों के लिये सम्पत्ति छोड़ जाता है, परन्तु पापी की सम्पत्ति धर्मी के लिये रखी जाती है*। target: [200, 202, 44, 204, 206, 98, 208, 44, 210, 212] source: पति-पत्‍नी के बीच, और पिता और उसके घर में रहती हुई कुँवारी बेटी के बीच, जिन विधियों की आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी वे ये ही हैं। target: [214, 216, 218, 64, 220, 222, 96, 224, 226, 228, 36, 32, 46, 32, 228, 230, 32, 232, 8, 234, 236, 8, 238, 240] source: और बिन्यामीनियों के गोत्र का सेनापति गिदोनी का पुत्र अबीदान था। target: [242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256] source: धर्मी विपत्ति से छूट जाता है, परन्तु दुष्ट उसी विपत्ति में पड़ जाता है। target: [258, 210, 8, 260, 262, 264, 32, 266, 268] source: यदि तेरे पत्‍नी है, तो उससे अलग होने का यत्न न कर: और यदि तेरे पत्‍नी नहीं, तो पत्‍नी की खोज न कर: target: [76, 270, 96, 272, 274, 276, 278, 280, 76, 270, 96, 272, 282, 276, 284, 280]
मूर्ख पुत्र पिता के लिये विपत्ति है, और झगड़ालू पत्‍नी सदा टपकने* वाले जल के समान हैं।
[252, 286, 288, 290, 292, 52, 4, 294]
source: उसने उससे कहा, ‘पुत्र, तू सर्वदा मेरे साथ है; और जो कुछ मेरा है वह सब तेरा ही है*। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: इसलिए उसने यहूदा के पास लौटकर कहा, “मुझे वह नहीं मिली; और उस स्थान के लोगों ने कहा, 'यहाँ तो कोई देवदासी न थी।'” target: [4, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 54, 78, 80] source: तब उन्होंने उससे कहा, “हे स्वामी, यह रोटी हमें सर्वदा दिया कर।” target: [4, 30, 8, 10, 82, 84, 86, 88, 90, 92] source: वह देवदार को काटता या वन के वृक्षों में से जाति-जाति के बांज वृक्ष चुनकर देख-भाल करता है, वह देवदार का एक वृक्ष लगाता है जो वर्षा का जल पाकर बढ़ता है। target: [94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 94, 96, 114, 110, 116, 94, 118, 120, 122, 124, 30, 126] source: क्योंकि उसने एक ही चढ़ावे के द्वारा उन्हें जो पवित्र किए जाते हैं, सर्वदा के लिये सिद्ध कर दिया है। target: [128, 24, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150] source: और गिनती से बाहर देवदार के पेड़ इकट्ठे किए; क्योंकि सीदोन और सोर के लोग दाऊद के पास बहुत से देवदार के पेड़ लाए थे। target: [152, 22, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 22, 30, 166, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188] source: यहोवा की वाणी देवदारों को तोड़ डालती है; यहोवा लबानोन के देवदारों को भी तोड़ डालता है। target: [190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 194, 204, 206, 208] source: यहोवा का नाम अब से लेकर सर्वदा तक धन्य कहा जाएँ! target: [210, 212, 214, 216, 218, 220] source: वह अपनी पूँछ को देवदार के समान हिलाता है; उसकी जाँघों की नसें एक-दूसरे से मिली हुई हैं। target: [222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242] source: तेरे खेनेवाले सीदोन और अर्वद के रहनेवाले थे; हे सोर, तेरे ही बीच के बुद्धिमान लोग तेरे माँझी थे। target: [24, 244, 152, 48, 246, 248, 250, 252, 30, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 188, 30, 34, 270, 252] source: भवन की दीवारों पर भीतर की ओर देवदार की लकड़ी की तख्ताबंदी थी, और उसमें कलियाँ और खिले हुए फूल खुदे थे, सब देवदार ही था : पत्थर कुछ नहीं दिखाई पड़ता था। target: [272, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 156, 298, 300, 302, 22, 304, 306, 308, 310, 312, 188] source: और मैं पिता से विनती करूँगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे। target: [314, 316, 318, 320, 322, 94, 324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 72, 140, 340, 342, 344] source: और हारून के पुत्र* जो याजक हैं वे उन तुरहियों को फूँका करें। यह बात तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी के लिये सर्वदा की विधि रहे। target: [346, 348, 350, 352, 354, 356, 272, 358, 360, 362, 364, 366, 36] source: यहोवा सदा सर्वदा राज्य करता रहेगा।” target: [200, 368, 370, 372]
तब उसने वहाँ के लोगों से पूछा, “वह देवदासी जो एनैम में मार्ग की एक ओर बैठी थी, कहाँ है?” उन्होंने कहा, “यहाँ तो कोई देवदासी न थी।”
[322, 374, 376, 58, 360, 378, 380, 156, 382, 384, 386, 54, 388, 390, 392, 394, 4, 160, 396, 398, 380, 78, 76, 54, 400]
source: और उसके पास योआब का एक जवान खड़ा होकर कहने लगा, “जो कोई योआब के पक्ष और दाऊद की ओर का हो वह योआब के पीछे हो ले।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 20, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: फिर उसने मोआबियों को भी जीत लिया*, और मोआबी दाऊद के अधीन होकर भेंट लाने लगे। target: [56, 58, 60, 62, 20, 64, 66, 68, 70, 20, 72, 74, 76, 78] source: इसका समाचार योआब तक पहुँचा; योआब अबशालोम के पीछे तो नहीं हो लिया था, परन्तु अदोनिय्याह के पीछे हो लिया था। तब योआब यहोवा के तम्बू को भाग गया, और वेदी के सींगों को पकड़ लिया। target: [80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 58, 102, 104, 94, 96, 106, 78, 108, 110, 112, 114, 116, 20, 118, 120, 122, 124, 78] source: मोआब की आशा टूटेगी, वह विस्मित हो गया; तुम हाय-हाय करो और चिल्लाओ; अर्नोन में भी यह बताओ कि मोआब नाश हुआ है। target: [126, 128, 130, 46, 88, 132, 134, 136, 138, 78, 140, 20, 142, 144, 146, 148, 150, 126, 152, 136, 138, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 78] source: इस कारण मैं मोआबियों के लिये हाय-हाय करूँगा; हाँ मैं सारे मोआबियों के लिये चिल्लाऊँगा; कीरहेरेस के लोगों के लिये विलाप किया जाएगा। target: [108, 168, 170, 172, 142, 174, 20, 168, 176, 170, 148, 178, 180, 78, 168, 182, 184, 148, 142, 186, 78] source: बड़ी एक पुत्र जनी और उसका नाम मोआब रखा; वह मोआब नामक जाति का जो आज तक है मूलपिता हुआ। target: [188, 190, 192, 194, 20, 196, 198, 126, 200, 78, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 78] source: तब योआब ने एक कूशी से कहा, “जो कुछ तूने देखा है वह जाकर राजा को बता दे।” तो वह कूशी योआब को दण्डवत् करके दौड़ गया। target: [216, 90, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 38, 232, 234, 54, 236, 50, 238, 240, 20, 242, 78] source: मोआब के विषय भारी भविष्यद्वाणी। निश्चय मोआब का आर नगर एक ही रात में उजाड़ और नाश हो गया है; निश्चय मोआब का कीर नगर एक ही रात में उजाड़ और नाश हो गया है। target: [170, 244, 190, 246, 78, 248, 170, 250, 252, 254, 256, 20, 258, 260, 78, 248, 170, 262, 252, 254, 256, 20, 258, 260, 78] source: तब स्त्री अपनी बुद्धिमानी से सब लोगों के पास गई। तब उन्होंने बिक्री के पुत्र शेबा का सिर काटकर योआब के पास फेंक दिया। तब योआब ने नरसिंगा फूँका, और सब लोग नगर के पास से अलग-अलग होकर अपने-अपने डेरे को गए और योआब यरूशलेम को राजा के पास लौट गया। target: [216, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 78, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 20, 38, 290, 84, 292, 78, 56, 90, 294, 296, 20, 66, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 78, 314, 316, 318, 320, 322, 78] source: तब उसने जंगल में चलते-चलते एदोम और मोआब दोनों देशों के बाहर-बाहर घूमकर मोआब देश की पूर्व की ओर से आकर अर्नोन के इसी पार अपने डेरे डाले; और मोआब की सीमा के भीतर न गया, क्योंकि मोआब की सीमा अर्नोन थी। target: [216, 324, 326, 312, 20, 328, 20, 170, 330, 332, 334, 20, 324, 126, 336, 338, 340, 342, 344, 20, 278, 346, 348, 350, 352, 78, 354, 324, 170, 356, 358, 88, 360, 170, 362, 364, 78] source: जबूलून के गोत्र में से हेलोन का पुत्र एलीआब; target: [366, 368, 370, 192, 372] source: जब योआब और उसके साथ की समस्त सेना आई, तब लोगों ने योआब को बताया, “नेर का पुत्र अब्नेर राजा के पास आया था, और उसने उसको विदा कर दिया, और वह कुशल से चला गया।” target: [374, 110, 20, 376, 378, 272, 380, 382, 56, 278, 50, 220, 384, 282, 386, 320, 388, 20, 390, 72, 392, 394, 138, 20, 386, 392, 396, 70, 54] source: मैं मोआब को भी दण्ड दूँगा। और वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ। target: [398, 170, 400, 402, 174, 20, 278, 168, 212, 404, 406, 154, 408, 78] source: तब वह उस भेंट को मोआब के राजा एग्लोन के पास जो बड़ा मोटा पुरुष था ले गया। target: [58, 410, 412, 414, 22, 74, 76, 78, 416, 418, 420, 306, 422, 424]
तब योआब के जनों ने उसको बेतमाका के आबेल में घेर लिया; और नगर के सामने एक टीला खड़ा किया कि वह शहरपनाह से सट गया; और योआब के संग के सब लोग शहरपनाह को गिराने के लिये धक्का देने लगे।
[278, 426, 428, 430, 432, 20, 434, 240, 78, 278, 436, 438, 190, 440, 442, 78, 444, 378, 272, 446, 448, 450, 452, 454, 456, 78]
source: क्योंकि वह समुद्र की रेत से भी भारी ठहरती; इसी कारण मेरी बातें उतावली से हुई हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 16] source: सच्चे मनुष्य पर बहुत आशीर्वाद होते रहते हैं, परन्तु जो धनी होने में उतावली करता है, वह निर्दोष नहीं ठहरता। target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: और जो तू बोता है, यह वह देह नहीं जो उत्‍पन्‍न होनेवाली है, परन्तु केवल दाना है, चाहे गेहूँ का, चाहे किसी और अनाज का। target: [64, 66, 68, 70, 6, 72, 74, 76, 78, 80, 4, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98] source: कामकाजी की कल्पनाओं से केवल लाभ होता है, परन्तु उतावली करनेवाले को केवल घटती होती है। target: [100, 102, 104, 106, 108, 110, 40, 112, 114, 52, 88, 116, 118, 120] source: मैंने अपना मन लगाया कि बुद्धि के विषय में जान लूँ; कि खोज निकालूँ और उसका भेद जानूँ, और कि दुष्टता की मूर्खता और मूर्खता जो निरा बावलापन है, को जानूँ। target: [122, 22, 124, 126, 64, 128, 130, 132, 64, 134, 64, 136, 138, 140, 64, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 16, 64, 158, 160, 154, 162, 164, 16] source: उसकी बात का आरम्भ मूर्खता का, और उनका अन्त दुःखदाई बावलापन होता है। target: [166, 168, 170, 172, 156, 174, 64, 166, 176, 178, 180, 182, 184, 186] source: तुम ने देख लिया कि मनुष्य केवल विश्वास से ही नहीं, वरन् कर्मों से भी धर्मी ठहरता है। target: [4, 188, 144, 190, 148, 42, 192, 116, 194, 196, 38, 198, 200, 202] source: फिर मैंने अपने मन को फेरा कि बुद्धि और बावलेपन और मूर्खता के कार्यों को देखूँ; क्योंकि जो मनुष्य राजा के पीछे आएगा, वह क्या करेगा? केवल वही जो होता चला आया है। target: [204, 122, 206, 164, 208, 156, 130, 210, 212, 214, 216, 40, 218, 220, 166, 222, 224, 218, 20, 226, 68, 228, 230, 232, 234, 236, 88, 238] source: और मैंने अपना मन लगाया कि बुद्धि का भेद लूँ और बावलेपन और मूर्खता* को भी जान लूँ। मुझे जान पड़ा कि यह भी वायु को पकड़ना है। target: [240, 134, 242, 64, 184, 208, 244, 246, 122, 248, 124, 250, 204, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 122, 264] source: नूह के पुत्र शेम, हाम और येपेत थे; उनके पुत्र जल-प्रलय के पश्चात् उत्‍पन्‍न हुए: उनकी वंशावली यह है। target: [266, 268, 270, 208, 272, 274, 276, 278, 144, 280, 282, 284, 286, 288] source: यीशु ने उनसे कहा, “यदि तुम अंधे होते तो पापी न ठहरते परन्तु अब कहते हो, कि हम देखते हैं, इसलिए तुम्हारा पाप बना रहता है। target: [290, 284, 292, 294, 296, 298, 4, 300, 302, 304, 110, 188, 306, 148, 308, 8, 310, 312, 314, 302, 316, 318] source: सब कुछ उसी के द्वारा उत्‍पन्‍न हुआ और जो कुछ उत्‍पन्‍न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्‍पन्‍न न हुई। target: [320, 322, 324, 64, 68, 228, 324, 6, 230, 326, 324, 62] source: उसके सात बेटे और तीन बेटियाँ उत्‍पन्‍न हुई। target: [328, 330, 286, 64, 332, 334, 336] source: यहूदा और तामार से पेरेस व जेरह उत्‍पन्‍न हुए, और पेरेस से हेस्रोन उत्‍पन्‍न हुआ, और हेस्रोन से एराम उत्‍पन्‍न हुआ। target: [338, 340, 342, 208, 344, 346, 348, 350, 352, 354, 356]
बुद्धिमानों का धन उनका मुकुट ठहरता है, परन्तु मूर्ख से केवल मूर्खता ही उत्‍पन्‍न होती है।
[358, 360, 362, 364, 366, 38, 368, 370, 116, 372, 374]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
source: हम न तो अपनी बेटियाँ इस देश के लोगों को ब्याह देंगे, और न अपने बेटों के लिये उनकी बेटियाँ ब्याह लेंगे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 4, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 32, 34, 22, 36, 12, 38, 40] source: इस्राएली पुरुषों ने यहूदी पुरुषों को उत्तर दिया, “राजा में दस अंश हमारे हैं; और दाऊद में हमारा भाग तुम्हारे भाग से बड़ा है। तो फिर तुम ने हमें क्यों तुच्छ जाना? क्या अपने राजा के लौटा ले आने की चर्चा पहले हम ही ने न की थी?” और यहूदी पुरुषों ने इस्राएली पुरुषों से अधिक कड़ी बातें कहीं। target: [42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 36, 72, 74, 76, 78, 80, 36, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 62, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116] source: तू हियाव बाँध और हम सब अपने लोगों और अपने परमेश्‍वर के नगरों के निमित्त पुरुषार्थ करें; और यहोवा जैसा उसको अच्छा लगे, वैसा ही करेगा।” target: [118, 120, 90, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160] source: फिर हारून की सन्तान के याजकों को भी जो अपने-अपने नगरों के चराईवाले मैदान में रहते थे, देने के लिये वे पुरुष नियुक्त किए गए थे जिनके नाम ऊपर लिखे हुए थे कि वे याजकों के सब पुरुषों और उन सब लेवियों को भी उनका भाग दिया करें जिनकी वंशावली थी। target: [162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 116, 166, 182, 184, 186, 172, 188, 58, 176, 190, 192, 194, 196, 32, 198, 122, 200, 202, 130, 162, 204, 206, 208, 188, 210, 212, 214, 126, 216, 170, 218, 220, 202, 222] source: शेष इस्राएली याजक और लेवीय, यहूदा के सब नगरों* में अपने-अपने भाग पर रहते थे। target: [224, 226, 44, 126, 228, 24, 170, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242] source: तू हियाव बाँध, और हम अपने लोगों और अपने परमेश्‍वर के नगरों के निमित्त पुरुषार्थ करें; और यहोवा जैसा उसको अच्छा लगे वैसा करे।” target: [244, 246, 122, 248, 128, 132, 136, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 156, 264] source: ये वही मूसा और हारून हैं जिन्होंने मिस्र के राजा फ़िरौन से कहा कि हम इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले जाएँगे। target: [42, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 36, 278, 280, 282, 284, 146, 286, 288, 290, 162, 90, 292] source: और इस्राएलियों ने उनको न मारा, क्योंकि मण्डली के प्रधानों ने उनके संग इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा की शपथ खाई थी। तब सारी मण्डली के लोग प्रधानों के विरुद्ध कुड़कुड़ाने लगे। target: [294, 42, 296, 198, 298, 300, 302, 304, 26, 306, 308, 310, 256, 312, 314, 316, 318, 58, 320, 42, 296, 26, 322, 324, 326] source: “हमारे परमेश्‍वर यहोवा ने होरेब के पास हम से कहा था, 'तुम लोगों को इस पहाड़ के पास रहते हुए बहुत दिन हो गए हैं; target: [328, 310, 256, 330, 332, 334, 130, 336, 74, 338, 340, 342, 344] source: परन्तु यदि तुम यह कहकर कि हम इस देश में न रहेंगे अपने परमेश्‍वर यहोवा की बात न मानो, और कहो कि हम तो मिस्र देश जाकर वहीं रहेंगे, target: [294, 346, 74, 348, 12, 130, 350, 352, 354, 356, 256, 358, 310, 312, 360, 74, 362, 354] source: इस्राएल यह कहे, कि यदि हमारी ओर यहोवा न होता, target: [364, 366, 368, 356, 256, 4, 370, 372] source: उसी ने अपने आप को हमारे पापों के लिये दे दिया, ताकि हमारे परमेश्‍वर और पिता की इच्छा के अनुसार हमें इस वर्तमान बुरे संसार से छुड़ाए। target: [122, 374, 376, 130, 378, 380, 382, 384, 386, 388, 390, 392, 122, 394, 396, 398] source: फिर यहोवा ने हारून से कहा, “इस्राएलियों के देश में तेरा कोई भाग न होगा, और न उनके बीच तेरा कोई अंश होगा; उनके बीच तेरा भाग और तेरा अंश मैं ही हूँ। target: [256, 400, 402, 404, 406, 408, 410, 412, 414, 22, 126, 146, 416, 418, 420, 422, 406, 414, 354, 424, 256, 426, 428, 70, 42, 10, 430, 426, 202, 90, 412, 70] source: और उसने कहा, “धन्य है इस्राएल का परमेश्‍वर यहोवा, जिसने अपने मुँह से मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था, और अपने हाथों से इसे पूरा किया है, target: [432, 434, 404, 436, 256, 438, 440, 442, 444, 446, 448, 450, 158, 146, 452, 422, 454, 456, 32, 458, 70, 256, 460, 36, 38, 462, 464]
तब दाऊद ने इस्राएल की सारी मण्डली से कहा, “यदि यह तुम को अच्छा लगे और हमारे परमेश्‍वर की इच्छा हो, तो इस्राएल के सब देशों में जो हमारे भाई रह गए हैं और उनके साथ जो याजक और लेवीय अपने-अपने चराईवाले नगरों में रहते हैं, उनके पास भी यह सन्देश भेजें कि हमारे पास इकट्ठे हो जाओ,
[142, 466, 468, 320, 470, 472, 474, 356, 290, 260, 476, 478, 126, 328, 310, 256, 480, 290, 478, 482, 484, 486, 488, 320, 490, 492, 154, 258, 236, 494, 90, 496, 498, 146, 228, 126, 170, 154, 198, 500, 502, 504, 506, 508, 510]
source: शमूएल ने कहा, “जब तू अपनी दृष्टि में छोटा था, तब क्या तू इस्राएली गोत्रों का प्रधान न हो गया?, और क्या यहोवा ने इस्राएल पर राज्य करने को तेरा अभिषेक नहीं किया? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 22, 42, 44, 46] source: तब यिशै ने अबीनादाब को बुलाकर शमूएल के सामने भेजा। और उससे कहा, “यहोवा ने इसको भी नहीं चुना।” target: [4, 48, 50, 52, 38, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 40, 68, 70] source: फिर यिशै ने शम्मा को सामने भेजा। और उसने कहा, “यहोवा ने इसको भी नहीं चुना।” target: [4, 72, 74, 76, 58, 60, 78, 80, 82, 40, 68, 70] source: तब शमूएल ने सारे इस्राएलियों से कहा, “सुनो, जो कुछ तुम ने मुझसे कहा था उसे मानकर मैंने एक राजा तुम्हारे ऊपर ठहराया है। target: [6, 84, 86, 8, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 44, 112, 114] source: परन्तु जो बात उन्होंने कही, 'हम पर न्याय करने के लिये हमारे ऊपर राजा नियुक्त कर दे,' यह बात शमूएल को बुरी लगी। और शमूएल ने यहोवा से प्रार्थना की। target: [116, 118, 120, 122, 124, 44, 126, 128, 90, 130, 64, 132, 134, 136, 138, 140, 78, 142, 144, 146] source: तब शमूएल ने एक दूध पीता मेम्‍ना ले सर्वांग होमबलि करके यहोवा को चढ़ाया; और शमूएल ने इस्राएलियों के लिये यहोवा की दुहाई दी, और यहोवा ने उसकी सुन ली*। target: [4, 78, 110, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 38, 78, 166, 168, 170, 172, 38, 20, 40, 54, 174, 176] source: इसलिए एली ने शमूएल से कहा, “जा लेटा रह; और यदि वह तुझे फिर पुकारे, तो तू कहना, 'हे यहोवा, कह, क्योंकि तेरा दास सुन रहा है।' तब शमूएल अपने स्थान पर जाकर लेट गया। target: [4, 178, 134, 8, 10, 180, 182, 184, 38, 186, 188, 22, 182, 190, 192, 194, 128, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 4, 6, 214, 180, 12, 216, 218] source: तब यहोवा ने फिर पुकार के कहा, “हे शमूएल!” शमूएल उठकर एली के पास गया, और कहा, “क्या आज्ञा, तूने तो मुझे पुकारा है।” उसने कहा, “हे मेरे बेटे, मैंने नहीं पुकारा; फिर जा लेटा रह।” target: [182, 220, 222, 224, 190, 226, 20, 6, 228, 230, 180, 8, 232, 234, 236, 204, 92, 94, 190, 238, 240, 174, 242, 244, 246, 106, 22, 248, 250, 214, 180, 252] source: क्या यह बढ़ई का बेटा नहीं? और क्या इसकी माता का नाम मरियम और इसके भाइयों के नाम याकूब, यूसुफ, शमौन और यहूदा नहीं? target: [254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 260, 270, 272, 274, 276, 278, 198, 280, 282, 260] source: शमूएल ने शाऊल से कहा, “तूने मूर्खता का काम किया है*; तूने अपने परमेश्‍वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता। target: [284, 6, 286, 8, 10, 288, 290, 292, 294, 206, 296, 298, 300, 302, 22, 304, 98, 306, 308, 310, 308, 312, 194, 314, 40, 42, 316, 318, 320, 322, 324] source: जब शमूएल शाऊल से भेंट करने के लिये सवेरे उठा; तब शमूएल को यह बताया गया, “शाऊल कर्मेल को आया था, और अपने लिये एक स्मारक खड़ा किया, और घूमकर गिलगाल को चला गया है।” target: [6, 286, 326, 328, 330, 20, 332, 134, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 38, 346, 348, 350, 352, 354, 276, 356, 358, 360, 114] source: तब यहोवा आ खड़ा हुआ*, और पहले के समान पुकारा, “शमूएल! शमूएल!” शमूएल ने कहा, “कह, क्योंकि तेरा दास सुन रहा है।” target: [38, 294, 342, 38, 362, 364, 188, 366, 368, 370, 372, 224, 190, 226, 20, 6, 8, 374, 206, 208, 210, 212] source: तब यहोवा ने शमूएल को पुकारा; और उसने कहा, “क्या आज्ञा!” target: [40, 134, 190, 192, 20, 376, 8, 232, 234, 212] source: शमूएल ने शाऊल से कहा, “यहोवा ने अपनी प्रजा इस्राएल पर राज्य करने के लिये तेरा अभिषेक करने को मुझे भेजा था; इसलिए अब यहोवा की बातें सुन ले। target: [6, 286, 8, 378, 380, 382, 384, 386, 306, 44, 388, 140, 22, 390, 122, 94, 392, 194, 314, 306, 394, 396, 398]
तब शमूएल ने एक कुप्पी तेल लेकर उसके सिर पर उण्डेला, और उसे चूमकर कहा, “क्या इसका कारण यह नहीं कि यहोवा ने अपने निज भाग के ऊपर प्रधान होने को तेरा अभिषेक किया है?
[20, 78, 400, 402, 404, 406, 408, 410, 38, 156, 412, 154, 64, 378, 22, 12, 414, 44, 416, 418, 172, 140, 198, 420, 422, 424]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
source: तो भी यहोवा उनके लिये न्यायी ठहराता था जो उन्हें लूटनेवाले के हाथ से छुड़ाते थे। (प्रेरि. 13:20) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26] source: और उनके मुँह से कभी झूठ न निकला था, वे निर्दोष हैं। target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 14, 40, 42] source: “फिर यहोवा की यह भी वाणी है, सुन, ऐसे दिन आनेवाले हैं जब मैं इस्राएल और यहूदा के घरानों से नई वाचा बाँधूँगा*। (मत्ती 26:28, लूका 22:20, 1 कुरि. 11:25,2 कुरि. 3:6, इब्रा. 8:8-9) target: [6, 44, 46, 48, 44, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72] source: उनकी छावनी उजड़ जाए, उनके डेरों में कोई न रहे। (प्रेरि. 1:20) target: [18, 74, 76, 78, 28, 80, 82, 84, 86] source: और न उनसे ब्याह शादी करना, न तो अपनी बेटी उनके बेटे को ब्याह देना, और न उनकी बेटी को अपने बेटे के लिये ब्याह लेना। target: [88, 90, 92, 94, 96, 98, 16, 100, 94, 102, 98, 96, 104, 106, 108, 94] source: जिन्होंने उसकी ओर दृष्टि की, उन्होंने ज्योति पाई; और उनका मुँह कभी काला न होने पाया। target: [110, 112, 114, 14, 116, 118, 18, 120, 122, 124, 126, 128] source: उसने उनकी भूमि की उपज कीड़ों को, और उनकी खेतीबारी टिड्डियों को खिला दी थी। target: [130, 18, 132, 134, 136, 118, 28, 138, 140, 142, 144] source: मैं उनको एक ही मन और एक ही चाल* कर दूँगा कि वे सदा मेरा भय मानते रहें, जिससे उनका और उनके बाद उनके वंश का भी भला हो। target: [146, 62, 148, 28, 150, 28, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 16, 168, 170, 62, 168, 172, 174] source: इसी रीति से उसने बियारी के बाद कटोरा भी लिया, और कहा, “यह कटोरा मेरे लहू में नई वाचा है: जब कभी पीओ, तो मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।” (लूका 22:20) target: [176, 178, 180, 182, 130, 184, 186, 118, 188, 190, 184, 192, 194, 196, 198, 70, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220] source: हम लोग तो ऐसे हो गए हैं, मानो तूने हम पर कभी प्रभुता नहीं की, और उनके समान जो कभी तेरे न कहलाए। target: [222, 224, 226, 228, 230, 232, 122, 234, 236, 238, 118, 240, 242, 244, 246, 248, 250] source: मैंने उनके हाथ में साढ़े छः सौ किक्कार चाँदी, सौ किक्कार चाँदी के पात्र, target: [166, 252, 254, 256, 258, 260, 256, 262, 264, 260, 256, 266] source: “हे मनुष्य के सन्तान, क्या यह सच नहीं, कि जिस दिन मैं उनका दृढ़ गढ़, उनकी शोभा, और हर्ष का कारण, और उनके बेटे-बेटियाँ जो उनकी शोभा, उनकी आँखों का आनन्द, और मन की चाह हैं, उनको मैं उनसे ले लूँगा, target: [268, 232, 270, 272, 274, 156, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 278, 288, 290, 286, 178, 292, 62, 294, 296, 178, 298, 300, 166, 28, 302, 28, 304, 306, 308] source: तू उस पर अपना हाथ ही धरे, तो लड़ाई को कभी न भूलेगा, और भविष्य में कभी ऐसा न करेगा। target: [232, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 310, 346, 348] source: देख, मैं तेरे मुख को उनके मुख के सामने, और तेरे माथे को उनके माथे के सामने, ढीठ कर देता हूँ। target: [350, 166, 352, 354, 28, 356, 358, 360, 28, 362, 364, 242, 366, 236, 200]
मैं उनसे यह वाचा बाँधूँगा, कि मैं कभी उनका संग छोड़कर उनका भला करना न छोड़ूँगा; और अपना भय मैं उनके मन में ऐसा उपजाऊँगा कि वे कभी मुझसे अलग होना न चाहेंगे। (लूका 22:20, 1 कुरि. 11:25, 2 कुरि. 3:6 इब्रा. 13:20)
[118, 166, 368, 370, 70, 72, 372, 374, 56, 166, 146, 376, 378, 380, 382, 250, 166, 384, 160, 28, 386, 388, 390, 392, 14, 394, 380, 382, 128]
source: और जब बड़ी भीड़ उसके साथ जा रही थी, तो उसने पीछे फिरकर उनसे कहा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34] source: जो भेजे गए थे, उन्होंने जाकर जैसा उसने उनसे कहा था, वैसा ही पाया। target: [36, 38, 40, 42, 44, 30, 24, 22, 46, 48, 50, 28, 52, 54, 30, 32, 56, 18, 58, 54, 60] source: उसने उनसे कहा, ‘तुम भी दाख की बारी में जाओ।’ target: [30, 24, 22, 32, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 22, 24, 30, 32, 62, 76, 78, 80, 48, 82] source: तब उन्होंने अपने पिता याकूब से यूसुफ की सारी बातें, जो उसने उनसे कहीं थीं, कह दीं; जब उसने उन गाड़ियों को देखा, जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजी थीं, तब उसका चित्त स्थिर हो गया। target: [84, 30, 24, 86, 88, 90, 92, 94, 22, 24, 30, 32, 96, 98, 22, 32, 100, 102, 22, 24, 104, 106, 38, 86, 24, 104, 10, 108, 110, 40, 44, 112, 114, 30, 10, 116, 118, 120, 122, 48, 122, 124] source: और उसने लोगों को अपने पास बुलाकर उनसे कहा, “सुनो, और समझो। target: [22, 24, 126, 32, 128, 130, 28, 30, 32, 34, 132, 20, 134] source: जब फरीसी इकट्ठे थे, तो यीशु ने उनसे पूछा, target: [52, 136, 138, 140, 44, 8, 24, 30, 32, 142] source: उसने उनसे पूछा, “तुम्हारे पास कितनी रोटियाँ हैं?” उन्होंने कहा, “सात।” target: [8, 24, 30, 32, 144, 146, 128, 148, 150, 152, 104, 154, 156] source: जब दिन हुआ, तो उसने अपने चेलों को बुलाकर उनमें से बारह चुन लिए, और उनको प्रेरित कहा। target: [20, 102, 158, 160, 114, 22, 24, 162, 164, 32, 128, 166, 20, 30, 168, 170, 32, 172, 28, 30, 32, 174, 176, 28, 178, 180] source: चेलों ने जाकर, जैसा यीशु ने उनसे कहा था, वैसा ही किया। target: [182, 164, 24, 50, 28, 184, 8, 24, 186, 188, 18, 58, 54, 190, 192] source: जब बड़ी भीड़ इकट्ठी होती जाती थी तो वह कहने लगा, “इस युग के लोग बुरे हैं; वे चिन्ह ढूँढ़ते हैं; पर योना के चिन्ह को छोड़ कोई और चिन्ह उन्हें न दिया जाएगा। target: [102, 194, 196, 22, 10, 128, 140, 198, 200, 44, 114, 104, 202, 204, 206, 208, 210, 10, 196, 212, 214, 216, 218, 220, 10, 222, 48, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 206, 244, 10, 220, 246, 224, 248, 220, 250, 32, 188, 252, 254] source: जब मेरी इच्छा होगी तब मैं उन्हें ताड़ना दूँगा, और देश-देश के लोग उनके विरुद्ध इकट्ठे हो जाएँगे; क्योंकि वे अपने दोनों अधर्मों में फँसें हुए हैं। target: [102, 236, 256, 236, 258, 32, 260, 20, 262, 258, 10, 264, 266, 268, 270, 102, 104, 272, 274, 276, 110, 278, 280, 282] source: उसने उनकी चतुराई को ताड़कर उनसे कहा, target: [234, 22, 24, 30, 120, 284, 286, 28, 30, 32, 288] source: और उसने लोगों को अपने पास बुलाकर उनसे कहा, “तुम सब मेरी सुनो, और समझो। target: [22, 24, 126, 32, 84, 128, 130, 28, 30, 32, 34, 76, 290, 292, 132, 20, 134] source: चेलों ने जैसा यीशु ने कहा था, वैसा ही उनसे कह दिया; तब उन्होंने उन्हें जाने दिया। target: [114, 30, 24, 184, 8, 24, 288, 18, 30, 32, 176, 294, 182, 30, 24, 250, 32, 286, 296]
उन दिनों में, जब फिर बड़ी भीड़ इकट्ठी हुई, और उनके पास कुछ खाने को न था, तो उसने अपने चेलों को पास बुलाकर उनसे कहा,
[30, 298, 300, 302, 84, 4, 6, 304, 306, 20, 30, 128, 308, 32, 310, 252, 312, 114, 8, 24, 314, 164, 32, 128, 130, 28, 30, 32, 34]
source: इस कारण तुम इस विधि को प्रति वर्ष नियत समय पर माना करना। target: [4, 6, 8, 10, 8, 12, 14, 16, 18] source: उस समय वे मुझे पुकारेंगे, और मैं न सुनूँगी; वे मुझे यत्न से तो ढूँढेंगे, परन्तु न पाएँगे। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 26, 42] source: “इस्राएली फसह नामक पर्व को उसके नियत समय पर मनाया करें। target: [44, 46, 48, 50, 52, 12, 14, 16, 54] source: नियत समय के पर्व और यहोवा के उत्सव के दिन तुम क्या करोगे? target: [12, 56, 58, 60, 24, 12, 56, 50, 62] source: तब उसने इस्राएलियों से कहा, “इस्राएल का परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है, 'मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया, और तुम को मिस्रियों के हाथ से, और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है।' target: [34, 46, 64, 66, 68, 70, 48, 72, 74, 76, 78, 12, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 12, 92, 94, 86, 12, 96, 98, 4, 100, 102, 104] source: तुम दिनों और महीनों और नियत समयों और वर्षों को मानते हो। target: [106, 108, 34, 110, 86, 112, 86, 114, 86, 116, 118, 120] source: “इस्राएलियों से कह कि यहोवा के पर्व* जिनका तुमको पवित्र सभा एकत्रित करने के लिये नियत समय पर प्रचार करना होगा, मेरे वे पर्व ये हैं। target: [122, 46, 48, 124, 86, 126, 128, 130, 132, 134, 132, 136, 102, 138, 140, 142, 144, 146] source: यहोशापात ने इस्राएल के राजा से मेल किया। target: [148, 150, 152, 154, 48, 156, 158, 160] source: फिर एलीहू ने यह भी कहा, target: [162, 164, 166] source: और यहोवा की यह वाणी है कि उस समय तू मुझे पति कहेगी और फिर बाली न कहेगी। target: [136, 74, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 86, 180, 174, 182, 184] source: हे कीड़े सरीखे याकूब, हे इस्राएल के मनुष्यों, मत डरो! यहोवा की यह वाणी है, मैं तेरी सहायता करूँगा; इस्राएल का पवित्र तेरा छुड़ानेवाला है। target: [186, 188, 190, 192, 188, 64, 194, 28, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212] source: फिर मूसा ने इस्राएली गोत्रों के मुख्य-मुख्य पुरुषों से कहा, “यहोवा ने यह आज्ञा दी है: target: [148, 214, 34, 216, 218, 46, 64, 66, 220, 4, 222, 102, 136, 224, 226, 228] source: “हम लोग एक मनुष्य की लोथ के कारण अशुद्ध हैं; परन्तु हम क्यों रुके रहें, और इस्राएलियों के संग यहोवा का चढ़ावा नियत समय पर क्यों न चढ़ाएँ?” target: [4, 230, 126, 66, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 12, 14, 16, 244, 46, 246, 248, 86, 250, 252, 136, 254, 256] source: “इस्राएलियों से कह कि मैं तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा हूँ*। target: [122, 46, 48, 124, 86, 126, 128, 76, 258, 260]
और मूसा ने इस्राएलियों को यहोवा के पर्व के नियत समय कह सुनाए।
[262, 214, 264, 34, 132, 136, 34, 46, 64, 266]
source: और जब दुष्टात्मा निकाल दी गई, तो गूंगा बोलने लगा। और भीड़ ने अचम्भा करके कहा, “इस्राएल में ऐसा कभी नहीं देखा गया।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58] source: और उसके कान खुल गए, और उसकी जीभ की गाँठ भी खुल गई, और वह साफ-साफ बोलने लगा। target: [60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 60, 74, 76, 78, 38, 80, 82, 84, 86] source: जब अंकुर निकले और बालें लगी, तो जंगली दाने के पौधे भी दिखाई दिए। target: [88, 4, 90, 92, 38, 94, 56, 14, 96, 98, 100] source: यीशु ने उनको उत्तर दिया, “मैंने एक काम किया, और तुम सब अचम्भा करते हो। target: [6, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 38, 118, 120, 122, 34, 124] source: तब यहूदियों ने अचम्भा करके कहा, “इसे बिन पढ़े विद्या कैसे आ गई?” target: [14, 126, 34, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142] source: “सुनो! देखो, एक बोनेवाला, बीज बोने के लिये निकला। target: [144, 112, 146, 148, 150, 152] source: उसने उनको उत्तर दिया, “यह तो अचम्भे की बात है कि तुम नहीं जानते की कहाँ का है तो भी उसने मेरी आँखें खोल दीं। target: [154, 156, 102, 104, 158, 160, 162, 164, 34, 166, 168, 170, 172, 166, 174, 176, 178, 180, 60, 182, 184, 186, 188, 190] source: और वह सौ किक्कार चाँदी पवित्रस्‍थान और बीचवाले पर्दे दोनों की कुर्सियों के ढालने में लग गई; सौ किक्कार से सौ कुर्सियाँ बनीं, एक-एक कुर्सी एक किक्कार की बनी। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 38, 206, 204, 208, 210, 192, 212, 214, 216, 112, 198, 218, 196, 220, 196, 204, 222] source: और लोग अचम्भा करके कहने लगे, “यह कैसा मनुष्य है, कि आँधी और पानी भी उसकी आज्ञा मानते हैं।” target: [14, 154, 224, 226, 34, 36, 38, 40, 42, 228, 230, 232, 24, 166, 234, 236, 38, 238, 98, 32, 240] source: तब वह मुर्दा उठ बैठा, और बोलने लगा: और उसने उसे उसकी माँ को सौंप दिया। target: [60, 22, 242, 244, 246, 248, 38, 26, 250, 252, 6, 80, 254, 256, 258] source: तब उसका मुँह और जीभ तुरन्त खुल गई; और वह बोलने और परमेश्‍वर की स्तुति करने लगा। target: [62, 64, 66, 260, 262, 38, 264, 266, 268, 270, 60, 22, 26, 272, 38, 274, 276, 278, 28] source: और जब संध्या हो गई, क्योंकि तैयारी का दिन था, जो सब्त के एक दिन पहले होता है, target: [154, 280, 282, 270, 284, 60, 22, 286, 288, 290, 292, 294, 296] source: जब उसने आज्ञा दी, तो पौलुस ने सीढ़ी पर खड़े होकर लोगों को हाथ से संकेत किया। जब वे चुप हो गए, तो वह इब्रानी भाषा में बोलने लगा: target: [4, 298, 80, 300, 302, 304, 14, 22, 306, 308, 310, 60, 312, 314, 184, 30, 316, 318, 320, 4, 322, 324, 326, 14, 328, 330, 332, 26, 28] source: लोग जकर्याह की प्रतीक्षा करते रहे और अचम्भा करने लगे कि उसे मन्दिर में ऐसी देर क्यों लगी? target: [14, 334, 336, 338, 30, 22, 340, 342, 344, 346, 348, 310, 32, 34, 350]
फिर उसने एक गूँगी दुष्टात्मा को निकाला; जब दुष्टात्मा निकल गई, तो गूँगा बोलने लगा; और लोगों ने अचम्भा किया।
[352, 112, 8, 354, 296, 40, 356, 358, 252, 48, 72, 168, 360, 24, 26, 362, 364, 366, 8, 368, 370, 22, 26, 272, 38, 372, 374, 376, 378]
source: वह वृक्ष बड़ा होकर दृढ़ हो गया, और उसकी ऊँचाई स्वर्ग तक पहुँची, और वह सारी पृथ्वी की छोर तक दिखाई पड़ता था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 14, 24, 26, 28, 30, 32] source: और जब तक मैं उनकी सुधि न लूँ तब तक वहीं रहेंगे, और तब मैं उन्हें लाकर इस स्थान में फिर रख दूँगा, यहोवा की यही वाणी है।” target: [34, 36, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 50, 54, 56, 58, 50, 42, 60, 62, 64, 22, 50, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78] source: और उसने उनसे कहा, “पहाड़ को चले जाओ, ऐसा न हो कि खोजनेवाले तुम को पाएँ; इसलिए जब तक तुम्हारे खोजनेवाले लौट न आएँ तब तक, अर्थात् तीन दिन वहीं छिपे रहना, उसके बाद अपना मार्ग लेना।” target: [80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 22, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 92, 124, 126, 128, 104, 130, 132] source: जब वह उसको पिला चुकी, तक कहा, “मैं तेरे ऊँटों के लिये भी तब तक पानी भर-भर लाऊँगी, जब तक वे पी न चुकें।” target: [134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 82, 154, 138, 140, 156, 158] source: “जब तक यहोवा मिल सकता है तब तक उसकी खोज में रहो, जब तक वह निकट है* तब तक उसे पुकारो; (प्रेरि. 17:27) target: [76, 160, 162, 134, 164, 4, 166, 168, 134, 170] source: फिर बाबेल के राजा ने सिदकिय्याह की आँखों को फुड़वा डाला, और उसको बेड़ियों से जकड़कर बाबेल तक ले गया, और उसको बन्दीगृह में डाल दिया। वह मृत्यु के दिन तक वहीं रहा। target: [128, 172, 174, 176, 178, 180, 134, 182, 184, 186, 36, 188, 190, 134, 192, 194, 52, 196, 198] source: इसलिए मैंने मुँह खोला और उसने वह पुस्तक मुझे खिला दी। target: [102, 200, 42, 202, 204, 206, 208, 190, 210, 4, 212, 214, 216] source: परन्तु यदि तेरा वह भाई निकट न रहता हो, या तू उसे न जानता हो, तो उस पशु को अपने घर के भीतर ले आना, और जब तक तेरा वह भाई उसको न ढूँढ़े तब तक वह तेरे पास रहे; और जब वह उसे ढूँढ़े तब उसको दे देना। target: [4, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 226, 238, 50, 240, 242, 244, 246, 14, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 134, 60, 260] source: और जब तक तुम्हारे संस्कार के दिन पूरे न हों तब तक, अर्थात् सात दिन तक मिलापवाले तम्बू के द्वार के बाहर न जाना, क्योंकि वह सात दिन तक तुम्हारा संस्कार करता रहेगा। target: [150, 262, 264, 266, 114, 268, 234, 266, 114, 270, 272, 104, 274, 276, 278, 280] source: और वे तेरे और तेरे सारे कर्मचारियों, यहाँ तक सारे मिस्रियों के घरों में भर जाएँगी*; इतनी टिड्डियाँ तेरे बाप-दादों ने या उनके पुरखाओं ने जब से पृथ्वी पर जन्मे तब से आज तक कभी न देखीं।” और वह मुँह फेरकर फ़िरौन के पास से बाहर गया। target: [234, 282, 284, 286, 288, 290, 286, 208, 292, 286, 294, 296, 288, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 234, 314, 316, 318, 320, 322, 324] source: तब उसने उसे अपनी दासी बिल्हा को दिया, कि वह उसकी पत्‍नी हो; और याकूब उसके पास गया। target: [326, 328, 80, 134, 330, 332, 334, 336, 102, 338, 22, 340, 342, 344, 346] source: और जब तक वह घर बन्द रहे तब तक यदि कोई उसमें जाए तो वह सांझ तक अशुद्ध रहे; target: [22, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 238, 190, 360, 362, 364] source: और वह उनको मोआब के राजा के सम्मुख ले गया, और जब तक दाऊद उस गढ़ में रहा, तब तक वे उसके पास रहे। target: [128, 190, 82, 366, 368, 370, 22, 372, 374, 376, 378, 120, 234, 380, 382] source: और जब तक मेरा तेज तेरे सामने होकर चलता रहे तब तक मैं तुझे चट्टान के दरार में रखूँगा, और जब तक मैं तेरे सामने होकर न निकल जाऊँ तब तक अपने हाथ से तुझे ढाँपे रहूँगा; target: [384, 386, 50, 388, 390, 392, 200, 42, 394, 50, 396, 398, 400, 402, 22, 42, 322, 404, 406, 408, 394, 410]
और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया: और उसने उसका नाम यीशु रखा।
[412, 414, 416, 272, 190, 418, 420, 422, 424, 22, 190, 258, 426, 428, 198]
source: कूश देश के पद्मराग उसके तुल्य नहीं ठहर सकते; और न उससे शुद्ध कुन्दन की बराबरी हो सकती है। (नीति. 8:19) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 14, 30, 32, 34, 36, 38] source: वे दोनों बराबर मिट्टी में मिल जाते हैं, और कीड़े उन्हें ढांक लेते हैं। target: [14, 40, 42, 28, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62] source: न सोना, न काँच उसके बराबर ठहर सकता है, कुन्दन के गहने के बदले भी वह नहीं मिलती। (नीति. 8:10) target: [64, 50, 66, 14, 16, 18, 68, 34, 70, 48, 22, 14, 72, 26, 16, 74, 16, 76, 44, 36, 38] source: वे उसको कंधे पर उठाकर लिए फिरते हैं, वे उसे उसके स्थान में रख देते और वह वहीं खड़ा रहता है; वह अपने स्थान से हट नहीं सकता; यदि कोई उसकी दुहाई भी दे, तो भी न वह सुन सकता है और न विपत्ति से उसका उद्धार कर सकता है। target: [14, 78, 56, 80, 82, 84, 60, 48, 14, 78, 56, 86, 88, 78, 16, 90, 92, 94, 48, 14, 96, 98, 100, 102, 104, 50, 106, 90, 108, 68, 110, 112, 114, 78, 56, 116, 14, 118, 68, 120, 22, 98, 14, 122, 56, 122, 124, 126, 108, 128, 38] source: तो उसके बिक जाने के बाद वह फिर छुड़ाया जा सकता है; उसके भाइयों में से कोई उसको छुड़ा सकता है, target: [130, 78, 16, 132, 108, 134, 14, 136, 138, 140, 142, 144, 78, 16, 146, 148, 114, 78, 56, 150, 152] source: परन्तु वह तो तू ही था जो मेरी बराबरी का मनुष्य मेरा परम मित्र और मेरी जान-पहचान का था। target: [154, 156, 98, 158, 160, 162, 164, 10, 166, 162, 168, 10, 50, 170, 172, 10, 174] source: फिर उसने कहा, “तू मेरे मुख का दर्शन नहीं कर सकता; क्योंकि मनुष्य मेरे मुख का दर्शन करके जीवित नहीं रह सकता।” target: [130, 78, 176, 156, 178, 180, 68, 182, 142, 184, 160, 114, 186, 188, 182, 88, 190, 68, 192] source: वह इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा पर भरोसा रखता था, और उसके बाद यहूदा के सब राजाओं में कोई उसके बराबर न हुआ, और न उससे पहले भी ऐसा कोई हुआ था। target: [14, 194, 196, 16, 198, 82, 200, 202, 158, 204, 206, 208, 78, 108, 134, 210, 16, 212, 214, 148, 216, 218, 78, 16, 220, 22, 222, 50, 22, 78, 108, 224, 114, 222, 226] source: वह नगर वर्गाकार बसा हुआ था और उसकी लम्बाई, चौड़ाई के बराबर थी, और उसने उस गज से नगर को नापा, तो साढ़े सात सौ कोस का निकला: उसकी लम्बाई, और चौड़ाई, और ऊँचाई बराबर थी। target: [50, 14, 228, 230, 232, 234, 104, 50, 236, 14, 30, 238, 240, 98, 14, 30, 242, 38, 50, 78, 244, 228, 56, 246, 168, 248, 50, 250, 252, 254, 256, 14, 30, 242, 50, 258, 50, 260, 262, 264, 38] source: और जब वह उसके घर से निकल जाए, तब दूसरे पुरुष की हो सकती है। target: [266, 14, 78, 16, 268, 108, 270, 272, 130, 14, 140, 88, 274, 276, 278, 30, 280, 34, 36, 38] source: अतः याकूब ने राहेल के लिये सात वर्ष सेवा की; और वे उसको राहेल की प्रीति के कारण थोड़े ही दिनों के बराबर जान पड़े। target: [156, 162, 168, 282, 284, 244, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 50, 298, 16, 300, 14, 78, 288, 302, 304, 16, 164, 306] source: क्योंकि सेनाओं के यहोवा ने युक्ति की है और कौन उसको टाल सकता है? उसका हाथ बढ़ाया गया है, उसे कौन रोक सकता है? target: [308, 16, 194, 244, 130, 310, 312, 144, 314, 316, 318, 320, 14, 10, 322, 324, 222, 144, 314, 316, 14, 56, 326] source: वह बर्फ के टुकड़े गिराता है, उसकी की हुई ठण्ड को कौन सह सकता है? target: [14, 328, 330, 56, 332, 334, 88, 336, 144, 14, 16, 338, 340, 316, 100, 342, 142, 344] source: तब वे चिट्ठी डालकर बराबर-बराबर बाँटे गए, क्योंकि एलीआजर और ईतामार दोनों के वंशों में पवित्रस्‍थान के हाकिम और परमेश्‍वर के हाकिम नियुक्त हुए थे। target: [346, 348, 350, 352, 88, 14, 164, 354, 356, 184, 160, 358, 16, 360, 148, 362, 364, 16, 360, 148, 366, 368, 16, 370, 50, 198, 16, 370, 372]
जब वह चुप रहता है तो उसे कौन दोषी ठहरा सकता है? और जब वह मुँह फेर ले, तब कौन उसका दर्शन पा सकता है? जाति भर के साथ और अकेले मनुष्य, दोनों के साथ उसका बराबर व्यवहार है
[266, 14, 374, 102, 104, 130, 316, 78, 56, 376, 378, 142, 104, 266, 14, 380, 180, 136, 382, 130, 316, 78, 10, 384, 386, 388, 390, 288, 388, 216, 392, 394, 14, 396, 168, 262, 398, 400, 402, 144]
source: और रूबेन के गोत्र के गिने हुए पुरुष साढ़े छियालीस हजार थे। target: [4, 6, 8, 6, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24] source: और बिन्यामीन के गोत्र के गिने हुए पुरुष पैंतीस हजार चार सौ थे। target: [26, 28, 6, 8, 6, 10, 12, 14, 30, 18, 32, 22, 24] source: और गाद के गोत्र के गिने हुए पुरुष पैंतालीस हजार साढ़े छः सौ थे। target: [34, 6, 8, 6, 10, 12, 14, 36, 18, 38, 22, 40, 24] source: और जबूलून के गोत्र के गिने हुए पुरुष सत्तावन हजार चार सौ थे। target: [26, 42, 6, 8, 6, 10, 12, 44, 18, 32, 22, 24] source: और उनके दल के गिने हुए पुरुष चौवन हजार चार सौ हैं। target: [46, 48, 50, 6, 10, 12, 52, 54, 18, 32, 22, 24] source: जिन्होंने रोटियाँ खाई, वे पाँच हजार पुरुष थे। target: [26, 56, 6, 58, 60, 20, 18, 62, 24] source: और उनके दल के गिने हुए पुरुष सत्तावन हजार चार सौ हैं। target: [46, 48, 50, 6, 10, 12, 52, 44, 18, 32, 22, 24] source: राजा सुलैमान ने पूरे इस्राएल में से तीस हजार पुरुष बेगार लगाए, target: [64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 26, 80, 82, 18, 84, 24] source: जीवन की रोटी मैं हूँ। target: [86, 88, 90, 48, 92, 94] source: तेरे दास जो लकड़ी काटेंगे, उनको मैं बीस हजार कोर कूटा हुआ गेहूँ, बीस हजार कोर जौ, बीस हजार बत दाखमधु और बीस हजार बत तेल दूँगा।” target: [26, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 86, 114, 78, 116, 118, 40, 18, 120, 122, 124, 116, 118, 40, 18, 120, 126, 128, 18, 120, 130, 26, 128, 18, 120, 132, 134] source: उसने तीन हजार नीतिवचन* कहे, और उसके एक हजार पाँच गीत भी हैं। target: [46, 68, 136, 18, 138, 140, 26, 116, 18, 20, 46, 6, 142, 24] source: और वे सब गिने हुए पुरुष मिलाकर छः लाख तीन हजार साढ़े पाँच सौ थे। target: [70, 144, 10, 146, 38, 118, 136, 18, 20, 148, 40, 24] source: शमौन के गोत्र में से बारह हजार पर, लेवी के गोत्र में से बारह हजार पर, इस्साकार के गोत्र में से बारह हजार पर, target: [150, 6, 8, 152, 154, 156, 158, 6, 8, 152, 154, 156, 160, 6, 8, 152, 154, 156] source: और यहोवा ने अय्यूब के बाद के दिनों में उसको पहले के दिनों से अधिक आशीष दी*; और उसके चौदह हजार भेड़-बकरियाँ, छः हजार ऊँट, हजार जोड़ी बैल, और हजार गदहियाँ हो गई। target: [162, 68, 164, 48, 166, 168, 170, 46, 6, 172, 168, 174, 176, 178, 180, 26, 182, 6, 184, 186, 18, 188, 38, 18, 190, 116, 18, 192, 194, 26, 116, 18, 196, 198, 200]
और इस्साकार के गोत्र के गिने हुए पुरुष चौवन हजार चार सौ थे।
[26, 160, 6, 8, 6, 10, 12, 54, 18, 32, 22, 24]
source: इसलिए उनसे कह, 'प्रभु यहोवा यह कहता है: मैं इस कहावत को बन्द करूँगा; और यह कहावत इस्राएल पर फिर न चलेगी।' और तू उनसे कह कि वह दिन निकट आ गया है, और दर्शन की सब बातें पूरी होने पर हैं। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 16, 28, 4, 30, 10, 32, 34, 36, 38, 22, 10, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 8, 10, 12, 16, 52, 54, 56, 26, 36, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: तब परमेश्‍वर ने इस्राएल से रात को दर्शन में कहा, “हे याकूब हे याकूब।” उसने कहा, “क्या आज्ञा।” target: [70, 72, 40, 10, 74, 14, 76, 60, 14, 78, 80, 82, 82, 84, 72, 80, 28, 86, 88] source: क्योंकि इस्राएल के घराने में न तो और अधिक झूठे दर्शन की कोई बात और न कोई चिकनी-चुपड़ी बात फिर कही जाएगी। target: [90, 92, 94, 96, 40, 14, 98, 42, 100, 102, 60, 44, 104, 36, 106, 108, 110, 112, 114] source: तूने कहा है, “मेरे दर्शन के खोजी हो।” इसलिए मेरा मन तुझसे कहता है, “हे यहोवा, तेरे दर्शन का मैं खोजी रहूँगा।” target: [116, 60, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 72, 130, 80, 132, 134, 28, 136, 60, 118, 120, 138] source: तब यहोवा ने अब्राम को दर्शन देकर कहा, “यह देश मैं तेरे वंश को दूँगा।” और उसने वहाँ यहोवा के लिये, जिसने उसे दर्शन दिया था, एक वेदी बनाई। (गला. 3:16) target: [140, 20, 72, 142, 10, 60, 14, 78, 80, 22, 144, 28, 146, 148, 10, 150, 140, 142, 72, 152, 20, 6, 154, 156, 158, 160, 72, 162, 10, 60, 164, 166] source: फिर उसने कहा, “तू मेरे मुख का दर्शन नहीं कर सकता; क्योंकि मनुष्य मेरे मुख का दर्शन करके जीवित नहीं रह सकता।” target: [124, 84, 80, 50, 168, 170, 112, 172, 174, 90, 92, 100, 176, 178, 172, 78, 180, 112, 182] source: इस कारण तुम फिर न तो झूठा दर्शन देखोगी, और न भावी कहोगी; क्योंकि मैं अपनी प्रजा को तुम्हारे हाथ से छुड़ाऊँगा। तब तुम जान लोगी कि मैं यहोवा हूँ।” target: [4, 6, 94, 96, 44, 184, 186, 60, 188, 36, 44, 190, 192, 90, 92, 28, 194, 196, 10, 198, 200, 202, 124, 184, 204, 16, 28, 20, 88] source: “हे मनुष्य के सन्तान, देख, इस्राएल के घराने के लोग यह कह रहे हैं कि जो दर्शन वह देखता है, वह बहुत दिन के बाद पूरा होनेवाला है; और कि वह दूर के समय के विषय में भविष्यद्वाणी करता है। target: [132, 206, 14, 208, 210, 40, 62, 212, 214, 26, 16, 216, 60, 84, 218, 220, 222, 76, 224, 226, 228, 36, 22, 190, 230, 14, 232, 6, 68] source: तब यहोवा ने जैसे गिबोन में उसको दर्शन दिया था, वैसे ही दूसरी बार भी उसे दर्शन दिया। target: [140, 20, 72, 234, 10, 236, 60, 164, 238, 162, 72, 240, 42, 60, 164, 166] source: फिर मैं अपना हाथ उठा लूँगा, तब तू मेरी पीठ का तो दर्शन पाएगा, परन्तु मेरे मुख का दर्शन नहीं मिलेगा।” target: [28, 242, 244, 246, 36, 50, 248, 250, 252, 254, 168, 170, 44, 256] source: याकूब ने कहा, “नहीं-नहीं, यदि तेरा अनुग्रह मुझ पर हो, तो मेरी भेंट ग्रहण कर: क्योंकि मैंने तेरा दर्शन पाकर, मानो परमेश्‍वर का दर्शन पाया है, और तू मुझसे प्रसन्‍न हुआ है। target: [258, 72, 80, 260, 262, 146, 264, 118, 266, 126, 268, 26, 124, 168, 270, 126, 200, 272, 274, 90, 92, 126, 6, 136, 276, 10, 278, 280, 70, 14, 276, 10, 282, 14, 284, 220, 36, 50, 286, 288, 290, 292] source: तब यहोवा ने सुलैमान पर क्रोध किया, क्योंकि उसका मन इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा से फिर गया था जिस ने दो बार उसको दर्शन दिया था। target: [124, 20, 234, 108, 294, 290, 90, 92, 162, 62, 128, 40, 14, 70, 20, 96, 296, 56, 160, 72, 162, 10, 298, 300, 60, 164, 166] source: गिबोन में यहोवा ने रात को स्वप्न के द्वारा सुलैमान को दर्शन देकर कहा, “जो कुछ तू चाहे कि मैं तुझे दूँ, वह माँग।” target: [240, 302, 42, 74, 14, 76, 304, 42, 234, 10, 20, 62, 60, 306, 70, 72, 80, 308, 28, 130, 310, 312] source: उसको यहोवा के दूत ने दर्शन देकर कहा, “हे शूरवीर सूरमा*, यहोवा तेरे संग है।” target: [20, 14, 314, 72, 84, 10, 60, 164, 36, 316, 318, 320, 322, 20, 136, 108, 324]
“हे मनुष्य के सन्तान यह क्या कहावत है जो तुम लोग इस्राएल के देश में कहा करते हो, 'दिन अधिक हो गए हैं, और दर्शन की कोई बात पूरी नहीं हुई?'
[132, 206, 14, 326, 328, 118, 330, 42, 22, 30, 220, 16, 52, 332, 334, 26, 36, 336, 60, 338, 334, 340]
source: और भूमि पर रेंगनेवालों में से भी, दो-दो, अर्थात् नर और मादा, जहाज में नूह के पास गए, जिस प्रकार परमेश्‍वर ने नूह को आज्ञा दी थी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 16, 28, 30, 32, 34] source: और वहाँ से जहाज द्वारा अन्ताकिया गये, जहाँ वे उस काम के लिये जो उन्होंने पूरा किया था परमेश्‍वर के अनुग्रह में सौंपे गए। target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 28, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 26, 66, 68, 70, 24, 72, 74, 76, 78, 20, 80] source: और सब खाकर तृप्त हो गए, target: [82, 52, 84, 86, 44, 88, 90] source: मेरे कुटुम्बी मुझे छोड़ गए हैं, और मेरे प्रिय मित्र मुझे भूल गए हैं। target: [92, 94, 56, 96, 98, 100, 92, 102, 104, 106, 108, 90] source: ये अपनी-अपनी सेवा और बोझ ढोने के लिए यहोवा के कहने पर गए। जो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उसी के अनुसार वे गिने गए। target: [110, 112, 114, 58, 116, 118, 100, 120, 58, 122, 52, 124, 126, 128, 130, 54, 72, 132, 134, 100, 136, 138, 110, 112, 52, 124, 20, 22, 114, 26, 120, 28, 116, 140, 34] source: तेरे सब न्यायी एक संग भाग गए और बिना धनुष के बन्दी बनाए गए हैं। तेरे जितने शेष पाए गए वे एक संग बाँधे गए, यद्यपि वे दूर भागे थे। target: [142, 84, 144, 146, 148, 126, 52, 150, 152, 154, 126, 156, 158, 160, 52, 146, 162, 164, 126, 166, 52, 168, 170, 148, 20, 80] source: तुम दाम देकर मोल लिये गए हो, मनुष्यों के दास न बनो। target: [172, 174, 118, 176, 178, 180, 182, 58, 184, 96, 186] source: तब फ़िरौन ने यूसुफ से कहा, “तेरा पिता और तेरे भाई तेरे पास आ गए हैं, target: [188, 190, 26, 192, 28, 194, 196, 198, 100, 142, 200, 142, 18, 202, 204] source: और मिस्र देश के सुकाल के सात वर्ष समाप्त हो गए। target: [206, 58, 208, 210, 212, 214, 216, 76, 202, 218, 220, 90] source: वहाँ वे अपने देवताओं को छोड़ गए*, और दाऊद की आज्ञा से वे आग लगाकर फूँक दिए गए। target: [52, 222, 224, 28, 226, 228, 126, 82, 230, 26, 232, 224, 28, 234, 14, 236, 238, 116, 240] source: परन्तु ये लोग लुट गए हैं, ये सब के सब गड्ढों में फँसे हुए और कालकोठरियों में बन्द किए हुए हैं; ये पकड़े गए और कोई इन्हें नहीं छुड़ाता; ये लुट गए और कोई आज्ञा नहीं देता कि उन्हें लौटा ले आओ। target: [242, 52, 244, 178, 40, 246, 178, 248, 250, 52, 252, 58, 252, 254, 14, 256, 160, 250, 100, 258, 14, 260, 178, 204, 52, 262, 264, 20, 242, 266, 268, 270, 272, 52, 274, 276, 20, 242, 270, 278, 280, 282, 284] source: वे यहोवा के नाम की स्तुति करें, क्योंकि उसने आज्ञा दी और ये सिरजे गए*। target: [286, 114, 58, 288, 72, 290, 292, 294, 62, 54, 116, 140, 100, 296, 298, 300] source: तब मूसा और हारून ने यहोवा की आज्ञा के अनुसार ही किया। target: [188, 120, 100, 302, 26, 304, 112, 170, 306, 22, 114, 26, 64, 28, 116, 140, 34] source: वे मूर्खों और नीच लोगों के वंश हैं जो मार-मार के इस देश से निकाले गए थे। target: [52, 308, 72, 310, 312, 314, 72, 316, 250, 62, 318, 152, 320, 44, 322, 20, 204]
और जो गए, वह परमेश्‍वर की आज्ञा के अनुसार सब जाति के प्राणियों में से नर और मादा गए। तब यहोवा ने जहाज का द्वार बन्द कर दिया।
[324, 84, 326, 328, 98, 22, 24, 26, 30, 32, 34, 188, 114, 26, 12, 238, 330, 332, 334, 240]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: तब वह जवान सिंह होकर सिंहों के बीच चलने-फिरने लगा, और वह भी अहेर पकड़ना सीख गया; और मनुष्यों को भी फाड़ खाया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 8, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 24, 38, 46, 48, 22, 24] source: जब उसने यह सुना कि यूहन्ना पकड़वा दिया गया, तो वह गलील को चला गया। target: [50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 24] source: उसने उससे पूछा, ‘हे मित्र; तू विवाह का वस्त्र पहने बिना यहाँ क्यों आ गया?’ और वह मनुष्य चुप हो गया। target: [70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 50, 96, 98, 100, 102, 104, 24] source: तब दाऊद ने उससे पूछा, “तू किस का जन है? और कहाँ का है?” उसने कहा, “मैं तो मिस्री जवान और एक अमालेकी मनुष्य का दास हूँ; और तीन दिन हुए कि मैं बीमार पड़ा, और मेरा स्वामी मुझे छोड़ गया। target: [106, 72, 108, 110, 112, 114, 84, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 6, 134, 136, 138, 140, 24, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 24] source: तब वह अपने पिता के पास गया, और कहा, “हे मेरे पिता,” उसने कहा, “क्या बात है? हे मेरे पुत्र, तू कौन है?” target: [162, 164, 166, 168, 74, 170, 172, 174, 74, 176, 178, 112, 180] source: जैसे वीर के हाथ में तीर, वैसे ही जवानी के बच्चे होते हैं। target: [182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 24] source: तब उसने यहूदा के परिवार को समीप किया, और जेरहवंशियों का कुल पकड़ा गया; फिर जेरहवंशियों के घराने के एक-एक पुरुष को समीप लाया, और जब्दी पकड़ा गया; target: [196, 198, 200, 202, 204, 36, 206, 200, 208, 24] source: सांझ के समय वह अपनी बेटी लिआ को याकूब के पास ले गया, और वह उसके पास गया। target: [210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 36, 162, 224, 226, 228, 24] source: परन्तु अहीतूब के पुत्र अहीमेलेक का एब्यातार नामक एक पुत्र बच निकला, और दाऊद के पास भाग गया। target: [230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 130, 132, 244, 36, 246, 248, 24] source: वह दूत से लड़ा, और जीत भी गया, वह रोया और उसने गिड़गिड़ाकर विनती की। बेतेल में वह उसको मिला, और वहीं उसने हम से बातें की। target: [250, 252, 254, 228, 36, 256, 24, 258, 260, 36, 262, 264, 266, 268, 228, 24, 250, 270, 272, 274, 24, 276, 224, 278, 280, 24] source: मैं मन ही मन मोहित हो गया होता, और अपने मुँह से अपना हाथ चूम लिया होता; target: [50, 142, 282, 284, 286, 32, 288, 74, 290, 292, 294, 296, 20, 142, 298, 142, 300, 302, 304, 306] source: क्या सिंह बिना अहेर पाए वन में गरजेंगे? क्या जवान सिंह बिना कुछ पकड़े अपनी मांद में से गुर्राएगा? target: [308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 4, 322, 324, 6, 310, 326, 328, 100, 330, 332, 320, 4, 334, 336, 324] source: उसने यह कहा, “जो हो सो हो, परन्तु मुझे दौड़ जाने दे।” उसने उससे कहा, “दौड़।” तब अहीमास दौड़ा, और तराई से होकर कूशी के आगे बढ़ गया। target: [338, 74, 340, 342, 156, 344, 346, 172, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 172, 50, 360, 362, 364, 366, 368, 36, 370, 372, 24] source: क्या उसने उसे मारा जैसा उसने उसके मारनेवालों को मारा था? क्या वह घात किया गया जैसे उसके घात किए हुए घात हुए? target: [374, 36, 376, 378, 380, 382, 384, 378, 386, 320, 388, 390, 378, 392, 288, 324, 374, 36, 394, 396, 382, 398, 320, 390, 400, 402]
अपने बच्चों में से उसने एक को पाला और वह जवान सिंह हो गया, और अहेर पकड़ना सीख गया; उसने मनुष्यों को भी फाड़ खाया।
[404, 406, 408, 410, 6, 412, 4, 414, 416, 24, 26, 8, 418, 326, 40, 42, 44, 36, 38, 46, 420, 24]
source: और पिसिदिया से होते हुए वे पंफूलिया में पहुँचे; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: तब जो यहूदिया में हों वे पहाड़ों पर भाग जाएँ। target: [18, 20, 22, 6, 24, 26] source: वे झील के पार गिरासेनियों के देश में पहुँचे, target: [28, 30, 32, 34, 36, 38, 16] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [40, 42, 44, 46, 48, 50, 52] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा target: [42, 54, 44, 50, 46, 56, 52] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [40, 42, 44, 46, 56, 50, 52] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [42, 44, 58, 50, 46, 56, 52] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा target: [42, 44, 46, 56, 50, 52] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [4, 42, 44, 50, 46, 56, 52] source: यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [40, 42, 44, 46, 56, 50, 52] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, target: [58, 60, 42, 44, 46, 56, 50, 52] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [42, 44, 46, 56, 50, 52] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा : target: [42, 44, 46, 56, 50, 52] source: फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा, target: [40, 42, 44, 46, 56, 50, 52]
“हे नाश करनेवाले पहाड़ जिसके द्वारा सारी पृथ्वी नाश हुई है, यहोवा की यह वाणी है कि मैं तेरे विरुद्ध हूँ और हाथ बढ़ाकर तुझे ढाँगों पर से लुढ़का दूँगा और जला हुआ पहाड़ बनाऊँगा। (प्रका. 8:8)
[62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 54, 42, 86, 88, 16, 70, 72, 68, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 96, 98, 106, 108, 110, 112, 16]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
source: मैं तेरी विधियों से सुख पाऊँगा; और तेरे वचन को न भूलूँगा। गिमेल target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: बोनेवाला वचन* बोता है। target: [22, 24, 26, 28, 30] source: दुष्टों के लिये शान्ति नहीं है, मेरे परमेश्‍वर का यही वचन है।” target: [32, 34, 36, 38, 40, 42] source: “दृष्टान्त का अर्थ यह है: बीज तो परमेश्‍वर का वचन है। target: [44, 46, 48, 50, 24, 52] source: क्योंकि परमेश्‍वर के वचन और प्रार्थना के द्वारा शुद्ध हो जाती है। target: [54, 4, 56, 26, 58, 60, 62] source: तब परमेश्‍वर ने ये सब वचन कहे, target: [26, 64, 66, 68, 4, 70, 72] source: हे पृथ्वी, पृथ्वी, हे पृथ्वी, यहोवा का वचन सुन! target: [74, 76, 74, 76, 74, 76, 78, 16, 80, 82, 84] source: यूसुफ ने फ़िरौन से कहा, “मैं तो कुछ नहीं जानता:* परमेश्‍वर ही फ़िरौन के लिये शुभ वचन देगा।” target: [86, 16, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 88, 106, 108, 110] source: अब हे प्रभु यहोवा, तू ही परमेश्‍वर है, और तेरे वचन सत्य हैं, और तूने अपने दास को यह भलाई करने का वचन दिया है; target: [74, 112, 114, 116, 118, 58, 120, 122, 124, 66, 126, 4, 128, 130] source: और वहाँ मैं तुझे अपने वचन सुनाऊँगा।” target: [132, 58, 134, 136, 138, 38, 140, 142, 144, 24, 146, 148, 150] source: और जो झाड़ियों में बोए गए ये वे हैं जिन्होंने वचन सुना, target: [152, 154, 104, 156, 158, 160, 162, 164, 104, 166, 168] source: जब तेरे वचन मेरे पास पहुँचे, तब मैंने उन्हें मानो खा लिया, और तेरे वचन मेरे मन के हर्ष और आनन्द का कारण हुए; क्योंकि, हे सेनाओं के परमेश्‍वर यहोवा, मैं तेरा कहलाता हूँ। target: [170, 172, 116, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 58, 186, 188, 54, 96, 190, 14, 192, 74, 194, 196, 198] source: बुद्धिमान के वचनों के कारण अनुग्रह होता है, परन्तु मूर्ख अपने वचनों के द्वारा नाश होते हैं। target: [200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216] source: यही आदि में परमेश्‍वर के साथ था। target: [218, 16, 220, 222, 26, 224]
आदि में* वचन था, और वचन परमेश्‍वर के साथ था, और वचन परमेश्‍वर था।
[16, 226, 228, 230, 228, 222, 26, 232, 228, 214, 26, 224]
source: फिर यहोवा ने यहोशू महायाजक को यहोवा के दूत के सामने खड़ा हुआ मुझे दिखाया, और शैतान उसकी दाहिनी ओर उसका विरोध करने को खड़ा था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 20, 38] source: तब आत्मा ने तुरन्त उसको जंगल की ओर भेजा। target: [40, 42, 44, 28, 46, 48] source: फिर यहोवा ने सीनै के जंगल में मूसा से कहा, target: [50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64] source: बालात और तामार को जो जंगल में हैं, दृढ़ किया, ये तो देश में हैं। target: [66, 68, 70, 72, 74, 76, 78] source: और वह भेड़ों को अपनी दाहिनी ओर और बकरियों को बाईं ओर खड़ी करेगा*। target: [62, 80, 82, 36, 84, 86, 88, 62, 90, 92] source: और लाल समुद्र से कूच करके सीन नामक जंगल में डेरे खड़े किए। target: [94, 96, 98, 100, 24, 102, 54, 104, 106] source: जंगल में ये नगर हैं अर्थात् बेतराबा, मिद्दीन, सकाका; target: [108, 76, 110, 112, 114, 116, 118] source: इसलिए देखो, मैं उसके मार्ग को काँटों से घेरूँगा, और ऐसा बाड़ा खड़ा करूँगा कि वह राह न पा सकेगी। target: [120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 122, 124, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148] source: यदि कोई झूठी साक्षी देनेवाला किसी के विरुद्ध यहोवा से फिर जाने की साक्षी देने को खड़ा हो, target: [150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174] source: तब एलीशा ने यह प्रार्थना की, “हे यहोवा, इसकी आँखें खोल दे* कि यह देख सके।” तब यहोवा ने सेवक की आँखें खोल दीं, और जब वह देख सका, तब क्या देखा, कि एलीशा के चारों ओर का पहाड़ अग्निमय घोड़ों और रथों से भरा हुआ है। target: [24, 176, 178, 180, 62, 64, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 140, 28, 194, 196, 198, 200, 188, 190, 202, 204, 28, 206, 208, 210, 212, 24, 214, 216, 218, 220] source: जब यहोशू यरीहो के पास था तब उसने अपनी आँखें उठाई, और क्या देखा, कि हाथ में नंगी तलवार लिये हुए एक पुरुष सामने खड़ा है; और यहोशू ने उसके पास जाकर पूछा, “क्या तू हमारी ओर का है, या हमारे बैरियों की ओर का?” target: [222, 224, 226, 228, 230, 62, 232, 234, 82, 236, 238, 240, 242, 244, 20, 158, 160, 34, 246, 248, 222, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 258, 264, 266] source: तब सुलैमान इस्राएल की पूरी सभा के देखते यहोवा की वेदी के सामने खड़ा हुआ, और अपने हाथ स्वर्ग की ओर फैलाकर कहा, हे यहोवा! target: [268, 16, 270, 20, 272, 116, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288] source: हे यहोवा, यदि तू अधर्म के कामों का लेखा ले, तो हे प्रभु कौन खड़ा रह सकेगा? target: [290, 184, 256, 292, 294, 296, 298, 300, 290, 302, 304, 306, 20, 308, 310]
तब यहोवा का दूत दाख की बारियों के बीच की गली में, जिसके दोनों ओर बारी की दीवार थी, खड़ा हुआ।
[312, 314, 316, 318, 320, 322, 22, 324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 38, 340, 280, 342, 344, 346]
source: दीशोन अधिपति, एसेर अधिपति, दीशान अधिपति; सेईर देश में होरी जातिवाले ये ही अधिपति हुए। target: [4, 6, 4, 8, 10, 4, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: मग्दीएल अधिपति, ईराम अधिपति एदोमवंशियों ने जो देश अपना कर लिया था, उसके निवास-स्थानों में उनके ये ही अधिपति हुए; और एदोमी जाति का मूलपुरुष एसाव है। target: [32, 10, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 26, 28, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60] source: होरियों के अधिपति ये हुए: लोतान अधिपति, शोबाल अधिपति, सिबोन अधिपति, अना अधिपति, target: [62, 38, 64, 4, 66, 4, 68, 4, 70, 4, 72] source: कोरह अधिपति, गाताम अधिपति, अमालेक अधिपति एलीपज वंशियों में से, एदोम देश में ये ही अधिपति हुए: और ये ही आदा के वंश में हुए। target: [4, 74, 4, 76, 10, 4, 78, 14, 18, 80, 82, 26, 28, 40, 10, 84, 86, 88] source: ओहोलीबामा अधिपति, एला अधिपति, पीनोन अधिपति, target: [90, 92, 94] source: अधिपति ओहोलीबामा, अधिपति एला, अधिपति पीनोन, target: [90, 92, 94] source: और हदद मर गया। फिर एदोम के अधिपति ये थे: अर्थात् अधिपति तिम्ना, अधिपति अल्वा, अधिपति यतेत, target: [96, 98, 100, 38, 40, 36, 102, 104, 106, 108] source: एसाव के पुत्र रूएल के वंश में ये हुए; अर्थात् नहत अधिपति, जेरह अधिपति, शम्मा अधिपति, मिज्जा अधिपति रूएलवंशियों में से, एदोम देश में ये ही अधिपति हुए; और ये ही एसाव की पत्‍नी बासमत के वंश में हुए। target: [110, 112, 114, 116, 4, 118, 4, 120, 4, 122, 10, 4, 124, 14, 18, 80, 126, 26, 28, 40, 10, 84, 128, 130, 132, 88] source: अधिपति कनज, अधिपति तेमान, अधिपति मिबसार, target: [134, 136, 138] source: कनज अधिपति, तेमान अधिपति, मिबसार अधिपति, target: [134, 136, 138] source: पत्‍नी को अपनी देह पर अधिकार नहीं पर उसके पति का अधिकार है; वैसे ही पति को भी अपनी देह पर अधिकार नहीं, परन्तु पत्‍नी को। target: [140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 162] source: दीशोन, एसेर, और दीशान: एदोम देश में सेईर के ये ही होरी जातिवाले अधिपति हुए। target: [6, 8, 10, 12, 62, 18, 164, 166, 168, 26, 28, 170] source: फिर एसाववंशियों के अधिपतियों के कुलों, और स्थानों के अनुसार उनके नाम ये हैं तिम्ना अधिपति, अल्वा अधिपति, यतेत अधिपति, target: [62, 172, 38, 80, 174, 44, 176, 10, 178, 10, 180, 104, 106, 108] source: एसाववंशियों के अधिपति ये हुए: अर्थात् एसाव के जेठे एलीपज के वंश में से तो तेमान अधिपति, ओमार अधिपति, सपो अधिपति, कनज अधिपति, target: [62, 18, 80, 182, 166, 184, 186, 116, 4, 136, 4, 188, 4, 190, 4, 134]
अधिपति मग्दीएल, अधिपति ईराम। एदोम के ये अधिपति हुए।
[32, 10, 34, 36, 38, 40, 88]
source: कुकर्मियों के विरुद्ध मेरी ओर कौन खड़ा होगा? मेरी ओर से अनर्थकारियों का कौन सामना करेगा? target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 4, 6, 18, 20, 22, 12, 24] source: मुझे उस फंदे से, जो उन्होंने मेरे लिये लगाया है, और अनर्थकारियों के जाल से मेरी रक्षा कर! target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 4, 6, 38, 40, 16, 18, 42, 44, 30, 46, 48, 50] source: क्या किसी अनर्थकारी को कुछ भी ज्ञान नहीं रहता, जो मेरे लोगों को ऐसे खा जाते हैं जैसे रोटी, और यहोवा का नाम नहीं लेते? target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 74, 80, 16, 82, 20, 84, 62, 86] source: परन्तु जो मुड़कर टेढ़े मार्गों में चलते हैं, उनको यहोवा अनर्थकारियों के संग निकाल देगा! इस्राएल को शान्ति मिले! (नीति. 2:15) target: [88, 66, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 80, 82, 34, 72, 102, 42, 104, 106, 108, 10, 110, 112] source: कुकर्मियों की गोष्ठी से, और अनर्थकारियों के हुल्लड़ से मेरी आड़ हो। target: [18, 42, 114, 116, 30, 16, 102, 118, 120, 30, 46, 122] source: घमण्डी तेरे सम्मुख खड़े होने न पाएँगे; तुझे सब अनर्थकारियों से घृणा है। target: [124, 126, 128, 130, 132, 62, 134, 136, 138, 140, 18, 104, 142, 144, 146] source: कुकर्मी अनर्थ बात को ध्यान देकर सुनता है, और झूठा मनुष्य दुष्टता की बात की ओर कान लगाता है। target: [58, 148, 150, 152, 72, 154, 42, 156, 158, 40, 16, 160, 162, 164, 96, 166, 168, 170] source: क्या उन सब अनर्थकारियों को कुछ भी ज्ञान नहीं, जो मेरे लोगों को रोटी के समान खाते है पर परमेश्‍वर का नाम नहीं लेते है? target: [172, 54, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 74, 80, 16, 174, 20, 84, 62, 86] source: न्याय का काम करना धर्मी को तो आनन्द, परन्तु अनर्थकारियों को विनाश ही का कारण जान पड़ता है। target: [176, 178, 180, 6, 182, 40, 88, 58, 6, 184, 170] source: यहोवा खरे मनुष्य का गढ़ ठहरता है, परन्तु अनर्थकारियों का विनाश होता है। target: [82, 20, 186, 188, 6, 190, 192, 40, 88, 102, 6, 194, 170] source: वहाँ अनर्थकारी गिर पड़े हैं; वे ढकेल दिए गए, और फिर उठ न सकेंगे। target: [196, 198, 200, 202, 80, 204, 206, 208, 210, 212, 16, 214, 216, 218, 220] source: मैंने अपने मित्रों को पुकारा परन्तु उन्होंने भी मुझे धोखा दिया; जब मेरे याजक और पुरनिये इसलिए भोजनवस्तु ढूँढ़ रहे थे कि खाने से उनका जी हरा हो जाए, तब नगर ही में उनके प्राण छूट गए। target: [222, 90, 224, 72, 226, 88, 228, 36, 46, 230, 232, 234, 4, 236, 16, 4, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 34, 118, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 252, 262, 34, 36, 264, 266, 268] source: प्रति भोर, मैं देश के सब दुष्टों का सत्यानाश किया करूँगा, ताकि यहोवा के नगर के सब अनर्थकारियों को नाश करूँ। target: [270, 272, 72, 222, 274, 276, 140, 278, 72, 280, 282, 246, 248, 82, 42, 260, 284, 56, 102, 20, 286, 288, 290] source: वे बकते और ढिठाई की बातें बोलते हैं, सब अनर्थकारी बड़ाई मारते हैं। target: [204, 292, 204, 294, 296, 156, 298, 80, 56, 198, 300, 302, 298, 304]
मेरा मन किसी बुरी बात की ओर फिरने न दे; मैं अनर्थकारी पुरुषों के संग, दुष्ट कामों में न लगूँ, और मैं उनके स्वादिष्ट भोजनवस्तुओं में से कुछ न खाऊँ!
[4, 306, 72, 308, 310, 312, 96, 216, 314, 316, 222, 102, 42, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 16, 46, 34, 42, 330, 240, 30, 332, 216, 334]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: हम उनके साथ यरदन पार या कहीं आगे अपना भाग न लेंगे, क्योंकि हमारा भाग यरदन के इसी पार पूर्व की ओर मिला है।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 4, 24, 26, 28, 30, 14, 32, 34] source: रूबेनियों और गादियों को तो वह भाग मिल चुका था, जिसे मूसा ने उन्हें यरदन के पूर्व की ओर दिया था, क्योंकि यहोवा के दास मूसा ने उन्हीं को दिया था, target: [36, 38, 40, 42, 26, 44, 26, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 4, 24, 8, 70, 72, 74, 76, 78] source: यदि तू मेरी बेटियों को दुःख दे, या उनके सिवाय और स्त्रियाँ ब्याह ले, तो हमारे साथ कोई मनुष्य तो न रहेगा; पर देख मेरे तेरे बीच में परमेश्‍वर साक्षी रहेगा।” target: [80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 86, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 26, 122, 124, 126, 128] source: यदि वे कहें, “हमारे संग चल, कि हम हत्या करने के लिये घात लगाएँ, हम निर्दोषों पर वार करें; target: [80, 74, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 136, 146, 26, 148, 150, 152, 154, 156] source: उन्होंने कहा, “तूने हमको बचा लिया है; हमारे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि हम पर बनी रहे, और हम फ़िरौन के दास होकर रहेंगे।” target: [158, 160, 162, 164, 166, 168, 20, 170, 172, 174, 164, 176, 128] source: यदि वे हम से यह कहें, “हमारे आने तक ठहरे रहो, तब तो हम उसी स्थान पर खड़े रहें, और उनके पास न चढ़ें। target: [80, 74, 10, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 106, 22, 50, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202] source: “हे प्रभु, यदि मुझ पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि है तो मैं विनती करता हूँ, कि अपने दास के पास से चले न जाना। target: [204, 206, 208, 80, 210, 212, 214, 216, 106, 218, 220, 222, 28, 224, 226] source: मूसा ने तो ढाई गोत्रों के भाग यरदन पार दिए थे; परन्तु लेवियों को उसने उनके बीच कोई भाग न दिया था। target: [228, 230, 232, 26, 40, 42, 234, 4, 24, 14, 72, 236, 238, 30, 240, 14, 72, 34] source: तो हम क्या कहें? क्या हम पाप करते रहें कि अनुग्रह बहुत हो? target: [106, 242, 136, 244, 246, 248, 250, 252, 20, 136, 254, 256, 258] source: उस मनुष्य ने कहा, “वे तो यहाँ से चले गए हैं; और मैंने उनको यह कहते सुना, 'आओ, हम दोतान को चलें।'” इसलिए यूसुफ अपने भाइयों के पीछे चला, और उन्हें दोतान में पाया। target: [204, 260, 206, 262, 264, 266, 268, 136, 270, 272, 224, 274, 68, 276, 278, 280, 20, 282, 284, 50, 286, 288, 290, 26, 74, 292, 294, 296] source: लाबान ने उससे कहा, “यदि तेरी दृष्टि में मैंने अनुग्रह पाया है, तो यहीं रह जा; क्योंकि मैंने अनुभव से जान लिया है कि यहोवा ने तेरे कारण से मुझे आशीष दी है।” target: [298, 292, 206, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 278, 316, 80, 218, 318, 210, 320, 248, 216, 106, 242, 322] source: कि यदि सब गादी और रूबेनी पुरुष युद्ध के लिये हथियार-बन्द तुम्हारे संग यरदन पार जाएँ, और देश तुम्हारे वश में आ जाए, तो गिलाद देश उनकी निज भूमि होने को उन्हें देना। target: [64, 68, 206, 324, 326, 328, 158, 330, 332, 334, 336, 74, 338, 340, 342, 74, 344, 346, 348, 350, 352, 326, 354, 356, 346, 358, 360, 362, 20, 364] source: और यदि तू हमारे संग चले, तो निश्चय जो भलाई यहोवा हम से करेगा उसी के अनुसार हम भी तुझसे वैसा ही करेंगे।” target: [84, 80, 112, 366, 106, 368, 70, 370, 12, 372, 374, 376, 22, 378, 380] source: लोग तुम से कहेंगे, ‘देखो, वहाँ है!’ या ‘देखो यहाँ है!’ परन्तु तुम चले न जाना और न उनके पीछे हो लेना। target: [326, 158, 344, 178, 108, 204, 106, 382, 312, 94, 108, 204, 384, 168, 386, 354, 306, 388, 390, 224, 226]
फिर उन्होंने कहा, “यदि तेरा अनुग्रह तेरे दासों पर हो, तो यह देश तेरे दासों को मिले कि उनकी निज भूमि हो; हमें यरदन पार न ले चल।”
[80, 392, 320, 214, 216, 106, 204, 346, 10, 14, 102, 394, 396, 10, 330, 398, 400, 402, 404]
source: मैंने अपनी चालचलन को सोचा, और तेरी चितौनियों का मार्ग लिया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24] source: मेरे चलने और लेटने की तू भली-भाँति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है। target: [26, 28, 30, 14, 28, 32, 34, 36, 26, 38, 40, 42, 44] source: तू बड़ी युक्ति करनेवाला और सामर्थ्य के काम करनेवाला है; तेरी दृष्टि मनुष्यों के सारे चालचलन पर लगी रहती है, और तू हर एक को उसके चालचलन और कर्म का फल भुगताता है। target: [26, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 50, 62, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88] source: “भला होता, कि मेरी बातें लिखी जातीं; भला होता, कि वे पुस्तक में लिखी जातीं, target: [90, 4, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 90, 96, 104, 106, 108, 110, 112] source: “सेनाओं का यहोवा तुम से यह कहता है, अपने-अपने चालचलन पर सोचो। target: [114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128] source: तू भला है, और भला करता भी है; मुझे अपनी विधियाँ सिखा। target: [26, 130, 56, 14, 26, 132, 134, 136, 76, 138, 140] source: मैंने अपनी चालचलन का तुझ से वर्णन किया है और तूने मेरी बात मान ली है; तू मुझ को अपनी विधियाँ सिखा! target: [4, 142, 20, 82, 144, 14, 26, 136, 146, 148, 26, 136, 20, 138, 140] source: मूर्खों के गीत सुनने से बुद्धिमान की घुड़की सुनना उत्तम है। target: [150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166] source: हम अपने चालचलन को ध्यान से परखें, और यहोवा की ओर फिरें! target: [168, 170, 172, 20, 82, 174, 14, 176, 14, 178, 180, 182] source: तू जो बारियों में रहती है, मेरे मित्र तेरा बोल सुनना चाहते हैं; उसे मुझे भी सुनने दे। target: [184, 186, 188, 190, 192, 194, 26, 196, 198, 200, 16, 202, 204, 206, 208, 88, 210, 212, 214, 216] source: अपने जन्मानेवाले पिता की सुनना, और जब तेरी माता बुढ़िया हो जाए, तब भी उसे तुच्छ न जानना। target: [26, 6, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 74, 232, 234, 236, 238] source: यदि किसी के सुनने के कान हों तो सुन ले।” target: [240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260] source: यदि किसी के सुनने के कान हों, तो सुन ले।” target: [262, 264, 266, 212, 268] source: मनुष्य का सारा चालचलन अपनी दृष्टि में तो ठीक होता है, परन्तु यहोवा मन को जाँचता है, target: [270, 272, 82, 62, 274, 276, 278, 280, 116, 282, 284, 286]
भला होता कि तेरी विधियों को मानने के लिये मेरी चालचलन दृढ़ हो जाए!
[4, 288, 76, 138, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 28, 302, 166]
source: पौलुस* की ओर से जो यीशु मसीह का दास है, और प्रेरित होने के लिये बुलाया गया, और परमेश्‍वर के उस सुसमाचार के लिये अलग किया गया है target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 8, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30] source: तब मूसा लोगों को परमेश्‍वर से भेंट करने के लिये छावनी से निकाल ले गया; और वे पर्वत के नीचे खड़े हुए। target: [32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 12, 46, 48, 50, 52, 54, 30] source: देश दुष्टों के हाथ में दिया गया है। परमेश्‍वर उसके न्यायियों की आँखों को मून्द देता है; इसका करनेवाला वही न हो तो कौन है? target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 30, 68, 70, 72, 74, 76, 30, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96] source: और उन्हें आशीष देते हुए वह उनसे अलग हो गया और स्वर्ग पर उठा लिया गया। (प्रेरि. 1:9, भज. 47:5) target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 82, 104, 112, 114, 116, 30] source: यीशु ने उसको उत्तर दिया, “यह भी कहा गया है: ‘तू प्रभु अपने परमेश्‍वर की परीक्षा न करना’।” (व्य. 6:16) target: [118, 120, 108, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144] source: पौलुस की ओर से जो परमेश्‍वर की इच्छा* से यीशु मसीह का प्रेरित होने के लिये बुलाया गया और भाई सोस्थिनेस की ओर से। target: [138, 146, 148, 4, 150, 10, 28, 12, 152, 154, 156, 30] source: हम स्वर्ग में वास करने वाले परमेश्‍वर की ओर मन लगाएँ और हाथ फैलाएँ और कहेंः target: [152, 158, 12, 152, 160, 162, 164, 166, 168, 12, 170] source: क्योंकि मेरा यह पुत्र मर गया था, फिर जी गया है: खो गया था*, अब मिल गया है।’ और वे आनन्द करने लगे। target: [172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 180, 192, 182, 194, 196, 30, 198, 200, 202, 204, 206, 208] source: तब यहोवा ने हारून से कहा, “मूसा से भेंट करने को जंगल में जा।” और वह गया, और परमेश्‍वर के पर्वत पर उससे मिला और उसको चूमा। target: [210, 212, 124, 214, 216, 34, 218, 144, 220, 222, 12, 224, 216, 138, 226, 228, 230, 206, 30] source: तब यीशु ने उनसे साफ कह दिया, “लाज़र मर गया है। target: [232, 118, 104, 234, 236, 124, 238, 240, 66, 30] source: परन्तु यहोयादा बूढ़ा हो गया और दीर्घायु होकर मर गया। जब वह मर गया तब एक सौ तीस वर्ष का था। target: [242, 244, 54, 12, 246, 54, 248, 250, 252, 254, 30, 256, 258, 260, 252, 262, 264, 266, 268, 270, 30] source: तब मूसा अपनी पत्‍नी और बेटों को गदहे पर चढ़ाकर मिस्र देश की ओर परमेश्‍वर की लाठी* को हाथ में लिये हुए लौटा। target: [272, 274, 12, 134, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 30, 252, 288, 290, 292, 12, 224, 138, 294, 296, 298, 270, 30] source: और जब मैं ऊँचे स्वर से चिल्ला उठी, तब वह अपना वस्त्र मेरे पास छोड़कर बाहर भाग गया।” target: [100, 300, 302, 304, 134, 306, 308, 112, 42, 310, 144] source: फिर उसने कहा, “मैं तेरे पिता का परमेश्‍वर, और अब्राहम का परमेश्‍वर, इसहाक का परमेश्‍वर, और याकूब का परमेश्‍वर हूँ।” तब मूसा ने जो परमेश्‍वर की ओर निहारने से डरता था अपना मुँह ढाँप लिया। (मत्ती 22:32, मर. 12:26, लूका 20:37) target: [102, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 12, 324, 326, 328, 144, 232, 36, 330, 332, 334, 172, 252, 32, 336, 338, 270, 30]
तब प्रभु यीशु उनसे बातें करने के बाद स्वर्ग पर उठा लिया गया, और परमेश्‍वर की दाहिनी ओर बैठ गया। (1 पत. 3:22)
[340, 342, 344, 346, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 82, 162, 360, 12, 138, 362, 364, 366, 30]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
source: और मनश्शेइयों के गोत्र का सेनापति पदासूर का पुत्र गम्लीएल था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 10, 16, 18, 20] source: उनके समीप मनश्शे के गोत्र के रहें, और उनका प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल होगा, target: [22, 24, 6, 26, 4, 10, 8, 28, 30, 4, 6, 32, 10, 34, 14, 10, 16, 18, 36] source: आठवें दिन मनश्शेइयों का प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल यह भेंट ले आया, target: [38, 40, 42, 10, 34, 14, 10, 16, 18, 44, 46, 48] source: एप्रैम से अजज्याह का पुत्र होशे, मनश्शे से आधे गोत्र का, पदायाह का पुत्र योएल; target: [50, 52, 54, 10, 16, 56, 4, 6, 58, 8, 52, 60, 10, 16, 62] source: लादान का अम्मीहूद, अम्मीहूद का एलीशामा, target: [24, 10, 16, 64, 24, 10, 16, 66, 24, 10, 16, 68] source: और मेलबलि के लिये दो बैल, और पाँच मेढ़े, और पाँच बकरे, और एक-एक वर्ष के पाँच भेडी के बच्चे। पदासूर के पुत्र गम्लीएल की यही भेंट थी। target: [30, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 82, 86, 82, 88, 90, 6, 92, 6, 94, 96, 14, 6, 16, 18, 10, 46, 20] source: यूसुफियों में से मनश्शेइयों के गोत्र का प्रधान एपोद का पुत्र हन्नीएल, target: [98, 6, 100, 102, 42, 6, 8, 76, 88, 34, 104, 10, 16, 106] source: तब यूसुफ ने उन दोनों को लेकर, अर्थात् एप्रैम को अपने दाहिने हाथ से, कि वह इस्राएल के बाएँ हाथ पड़े, और मनश्शे को अपने बाएँ हाथ से, कि इस्राएल के दाहिने हाथ पड़े, उन्हें उसके पास ले गया। target: [30, 98, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 114, 120, 122, 124, 126, 128, 6, 130, 132, 30, 4, 114, 120, 130, 124, 126, 128, 6, 122, 134, 136, 30, 138, 6, 140, 142] source: और यिभार, एलीशामा एलीपेलेत, target: [144, 68, 146] source: एलीशामा, एल्यादा और एलीपेलेत, ये नौ पुत्र थे। target: [68, 148, 150, 30, 152] source: एलीशामा, एल्यादा, और एलीपेलेत। target: [68, 154, 30, 156] source: जब वह सिकलग को जा रहा था, तब ये मनश्शेई उसके पास भाग आए; अर्थात् अदनह, योजाबाद, यदीएल, मीकाएल, योजाबाद, एलीहू और सिल्लतै जो मनश्शे के हजारों के मुखिये थे। target: [158, 160, 114, 162, 164, 158, 42, 102, 166, 30, 168, 30, 170, 30, 172, 30, 168, 30, 174, 30, 176, 178, 42, 102, 180, 6, 182, 184, 138, 72, 186, 188, 190, 192, 194] source: मनश्शे एप्रैम को और एप्रैम मनश्शे को खाता है, और वे दोनों मिलकर यहूदा के विरुद्ध हैं इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ, और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है। target: [4, 118, 30, 118, 4, 10, 196, 198, 200, 30, 24, 192, 190, 202, 6, 204, 206, 208, 210, 6, 212, 214, 24, 10, 216, 218, 220, 222, 24, 10, 124, 224, 226, 228, 230, 232] source: फिर उसने उसी दिन यह कहकर उनको आशीर्वाद दिया, “इस्राएली लोग तेरा नाम ले लेकर ऐसा आशीर्वाद दिया करेंगे, 'परमेश्‍वर तुझे एप्रैम और मनश्शे के समान बना दे,'” और उसने मनश्शे से पहले एप्रैम का नाम लिया। target: [234, 138, 108, 236, 40, 110, 114, 238, 6, 190, 240, 128, 242, 244, 246, 190, 30, 96, 248, 190, 238, 250, 252, 254, 256, 258, 118, 30, 4, 260, 262, 264, 138, 108, 118, 114, 4, 266, 268, 270]
यूसुफवंशियों में से ये हैं, अर्थात् एप्रैम के गोत्र में से अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा, और मनश्शे के गोत्र में से पदासूर का पुत्र गम्लीएल;
[98, 6, 100, 102, 118, 76, 272, 10, 16, 274, 4, 76, 14, 10, 16, 276]
source: दाऊद का पुत्र सुलैमान राज्य में स्थिर हो गया, और उसका परमेश्‍वर यहोवा उसके संग रहा और उसको बहुत ही बढ़ाया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 12, 28, 30, 32, 34, 36] source: और जब वे मेढ़ों के सींगों के नरसिंगे देर तक फूँकते रहें, तब सब लोग नरसिंगे का शब्द सुनते ही बड़ी ध्वनि से जयजयकार करें; तब नगर की शहरपनाह नींव से गिर जाएगी, और सब लोग अपने-अपने सामने चढ़ जाएँ।” target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 56, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 62, 64, 86, 84, 88, 90, 92, 94] source: तो जब परमेश्‍वर उठ खड़ा होगा, तब मैं क्या करूँगा? और जब वह आएगा तब मैं क्या उत्तर दूँगा? target: [96, 98, 100, 102, 42, 104, 106, 50, 108, 110, 112, 50, 114, 56, 100, 116, 118] source: जब वह इस रीति से उत्तर दे रहा था, तो फेस्तुस ने ऊँचे शब्द से कहा, “हे पौलुस, तू पागल है। बहुत विद्या ने तुझे पागल कर दिया है।” target: [38, 120, 122, 124, 126, 42, 12, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 138, 148] source: और जब लोगों ने नगर के उत्तर ओर की सारी सेना को और उसके पश्चिम ओर घात में बैठे हुओं को भी ठिकाने पर कर दिया, तब यहोशू उसी रात तराई के बीच गया*। target: [76, 150, 152, 62, 154, 146, 42, 156, 80, 158, 50, 160, 146, 42, 162, 164, 80, 166, 168, 166, 170, 96, 172, 174, 176, 178] source: यीशु ने उसको उत्तर दिया, “परमेश्‍वर पर विश्वास रखो। target: [180, 116, 182, 184, 56, 186, 188] source: जब अदोनिय्याह और उसके सब अतिथि खा चुके थे, तब यह ध्वनि उनको सुनाई पड़ी। योआब ने नरसिंगे का शब्द सुनकर पूछा, “नगर में हलचल और चिल्लाहट का शब्द क्यों हो रहा है?” target: [190, 84, 62, 192, 160, 28, 166, 194, 196, 42, 198, 200, 202, 42, 44, 204, 206, 208, 210, 42, 44, 212, 158, 84, 214, 216, 218, 218, 220, 42, 222, 224] source: वह रिस और क्रोध के मारे भूमि को निगलता है; जब नरसिंगे का शब्द सुनाई देता है तब वह रुकता नहीं। target: [226, 228, 230, 232, 234, 104, 236, 238, 12, 240, 242] source: अर्थात् जब मैं और मेरे सब संगी नरसिंगा फूँकें तब तुम भी छावनी के चारों ओर नरसिंगे फूँकना, और ललकारना, 'यहोवा की और गिदोन की तलवार।' target: [244, 246, 84, 62, 160, 248, 146, 250, 252, 254, 56, 256, 62, 258, 238, 260, 262, 84, 264, 266, 268, 84, 270, 272] source: उसको कोई हाथ से न छूए, जो छूए उस पर पथराव किया जाए, या उसे तीर से छेदा जाए; चाहे पशु हो चाहे मनुष्य, वह जीवित न बचे।' जब महाशब्द वाले नरसिंगे का शब्द देर तक सुनाई दे, तब लोग पर्वत के पास आएँ।” target: [274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 278, 290, 292, 294, 196, 296, 298, 300, 302, 304, 42, 104, 306, 18, 56, 308, 204, 42, 310, 312, 314] source: परन्तु पतरस और यूहन्ना ने उनको उत्तर दिया, “तुम ही न्याय करो, कि क्या यह परमेश्‍वर के निकट भला है, कि हम परमेश्‍वर की बात से बढ़कर तुम्हारी बात मानें? target: [304, 316, 84, 318, 320, 182, 322, 324, 326, 328, 330, 42, 332, 334, 278, 42, 336, 332, 338, 340] source: जब मैं उन्हें जाति-जाति में तितर-बितर कर दूँगा, और देश-देश में छिन्न भिन्न कर दूँगा, तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ। target: [342, 204, 344, 146, 246, 346, 38, 348, 350, 352, 354, 84, 356, 358, 360, 362] source: उठ, हे यहोवा; हे परमेश्‍वर, अपना हाथ बढ़ा और न्याय कर; और दीनों को न भूल। target: [364, 366, 368, 364, 370, 372, 72, 374, 376, 378, 380] source: क्योंकि बहुत बुद्धि के साथ बहुत खेद भी होता है, और जो अपना ज्ञान बढ़ाता है वह अपना दुःख भी बढ़ाता है। target: [22, 42, 382, 384, 386, 32, 286, 84, 196, 388, 390, 276, 392, 394, 396]
फिर जब नरसिंगे का शब्द बढ़ता और बहुत भारी होता गया, तब मूसा बोला, और परमेश्‍वर ने वाणी सुनाकर उसको उत्तर दिया।
[44, 398, 400, 402, 400, 404, 406, 408, 410, 84, 412, 56, 68, 116, 414]
source: यह इसलिए हुआ, कि जो वचन भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो: target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 6, 20, 22, 24] source: और औरों ने कहा, “यह एलिय्याह है*”, परन्तु औरों ने कहा, “भविष्यद्वक्ता या भविष्यद्वक्ताओं में से किसी एक के समान है।” target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 30, 44, 14, 6, 46, 16, 38, 26, 28, 30, 32, 48, 50] source: यदि भविष्यद्वक्ता ने धोखा खाकर कोई वचन कहा हो, तो जानो कि मुझ यहोवा ने उस भविष्यद्वक्ता को धोखा दिया है*; और मैं अपना हाथ उसके विरुद्ध बढ़ाकर उसे अपनी प्रजा इस्राएल में से नाश करूँगा। target: [52, 16, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 30, 70, 16, 72, 54, 74, 66, 76, 78, 34, 80, 82, 84, 40, 34, 72, 86, 88, 90, 92, 94, 96] source: और भविष्यद्वक्ताओं की आत्मा भविष्यद्वक्ताओं के वश में है। target: [40, 48, 80, 98, 48, 80, 100, 102, 104] source: एक भविष्यद्वक्ता के द्वारा यहोवा इस्राएल को मिस्र से निकाल ले आया, और भविष्यद्वक्ता ही के द्वारा उसकी रक्षा हुई। target: [68, 16, 80, 106, 108, 72, 110, 112, 114, 116, 40, 16, 80, 106, 34, 118, 120] source: “ये भविष्यद्वक्ता बिना मेरे भेजे दौड़ जाते और बिना मेरे कुछ कहे भविष्यद्वाणी करने लगते हैं। target: [66, 122, 48, 72, 124, 126, 128, 130, 34, 132, 134, 104, 66, 136, 138, 140, 124, 142, 128, 130, 34, 144, 146, 148, 104] source: “हे मनुष्य के सन्तान, इस्राएल के जो भविष्यद्वक्ता अपने ही मन से भविष्यद्वाणी करते हैं, उनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी करके तू कह, 'यहोवा का वचन सुनो।' target: [150, 152, 80, 154, 108, 80, 16, 156, 158, 160, 162, 136, 80, 164, 158, 166, 40, 168, 170, 172, 174, 176, 158, 160, 178, 180, 136, 72, 182, 14, 68, 18, 20, 184] source: परन्तु यह वह बात है, जो योएल भविष्यद्वक्ता के द्वारा कही गई है: target: [26, 6, 34, 140, 186, 168, 188, 16, 190, 192, 194, 196, 198] source: तू भविष्यद्वक्ता से यह पूछ, 'यहोवा ने तुझे क्या उत्तर दिया?' target: [180, 16, 72, 200, 182, 202, 68, 30, 204, 206, 208, 210, 40, 68, 18, 204, 20, 210] source: फिर यहोवा का यह वचन हाग्गै भविष्यद्वक्ता के द्वारा पहुँचा, target: [128, 68, 190, 140, 212, 16, 80, 106, 214, 72, 216, 196, 14] source: जो भविष्यद्वक्ता झूठमूठ भविष्यद्वाणी करते और अपने मन ही के छल के भविष्यद्वक्ता हैं, यह बात कब तक उनके मन में समाई रहेगी? target: [218, 220, 6, 222, 144, 146, 48, 80, 224, 102, 226, 14, 34, 170, 224, 80, 228, 80, 144, 146, 230] source: तो फिर क्या देखने गए थे? क्या किसी भविष्यद्वक्ता को? हाँ, मैं तुम से कहता हूँ, वरन् भविष्यद्वक्ता से भी बड़े को। target: [232, 234, 204, 236, 238, 240, 204, 16, 242, 244, 66, 246, 248, 250, 252, 16, 254, 130, 256] source: तो फिर क्यों गए थे? क्या किसी भविष्यद्वक्ता को देखने को? हाँ, मैं तुम से कहता हूँ, वरन् भविष्यद्वक्ता से भी बड़े को। target: [232, 234, 204, 236, 238, 240, 204, 16, 242, 244, 66, 246, 248, 250, 252, 16, 254, 130, 256] source: उसने अपनी स्वामिनी से कहा, “यदि मेरा स्वामी शोमरोन के भविष्यद्वक्ता के पास होता, तो क्या ही अच्छा होता! क्योंकि वह उसको कोढ़ से चंगा कर देता।” target: [70, 30, 86, 258, 72, 260, 262, 264, 266, 70, 16, 80, 268, 270, 168, 272, 102, 38, 64, 34, 70, 72, 70, 80, 274, 176, 276, 166, 278]
इसलिए यहोवा ने अपने दास भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कहा,
[68, 170, 280, 48, 80, 106, 6, 282]
source: यहोवा तेरे देश में पानी के बदले रेत और धूलि बरसाएगा; वह आकाश से तुझ पर यहाँ तक बरसेगी कि तेरा सत्यानाश हो जाएगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: क्योंकि जिस किसी के पास है, उसे और दिया जाएगा; और उसके पास बहुत हो जाएगा: परन्तु जिसके पास नहीं है, उससे वह भी जो उसके पास है, ले लिया जाएगा। target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 18, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 42, 80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: “और जब कटनी के तीन महीने रह गए, तब मैंने तुम्हारे लिये वर्षा न की; मैंने एक नगर में जल बरसाकर दूसरे में न बरसाया; एक खेत में जल बरसा, और दूसरा खेत जिसमें न बरसा; वह सूख गया। target: [96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 6, 112, 114, 18, 108, 116, 118, 6, 120, 18, 122, 118, 6, 120, 10, 116, 124, 6, 126, 18, 128, 124, 6, 126, 76, 130, 132, 134] source: फिर फ़िरौन ने यूसुफ से कहा, “फ़िरौन तो मैं हूँ, और सारे मिस्र देश में कोई भी तेरी आज्ञा के बिना हाथ पाँव न हिलाएगा।” target: [136, 138, 140, 142, 136, 44, 18, 86, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166] source: सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय वह खूँटी जो दृढ़ स्थान में गाड़ी गई थी, वह ढीली हो जाएगी, और काटकर गिराई जाएगी; और उस पर का बोझ गिर जाएगा, क्योंकि यहोवा ने यह कहा है।'” target: [168, 4, 170, 172, 174, 170, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 130, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 66, 202, 204, 206, 130, 208, 210, 38, 4, 34, 212, 214] source: और मुझ पर भी यहोवा तुम्हारे कारण क्रोधित हुआ, और यह कहा, 'तू भी वहाँ जाने न पाएगा; target: [216, 218, 220, 222, 224, 130, 140, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238] source: “यहोवा सिय्योन से गरजेगा और यरूशलेम से अपना शब्द सुनाएगा; तब चरवाहों की चराइयाँ विलाप करेंगी, और कर्मेल की चोटी झुलस जाएगी।” target: [130, 240, 242, 4, 244, 246, 130, 248, 154, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 18, 262, 264, 266, 268] source: मैं तुम से कहता हूँ, कि वह दूसरा नहीं; परन्तु यही मनुष्य धर्मी ठहरा और अपने घर गया; क्योंकि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा; और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।” target: [108, 270, 272, 274, 276, 278, 122, 280, 282, 284, 286, 288, 38, 66, 152, 290, 292, 294, 58, 296, 298, 300, 18, 66, 152, 290, 296, 294, 58, 292, 298, 302] source: तब शमूएल ने यहोवा को पुकारा, और यहोवा ने उसी दिन मेघ गरजाया और मेंह बरसाया; और सब लोग यहोवा से और शमूएल से अत्यन्त डर गए। target: [304, 306, 308, 310, 312, 18, 314, 316, 318, 320, 6, 322, 324, 86, 326, 328, 200, 330, 332, 334, 336] source: क्योंकि जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा; और जो कोई अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।” target: [38, 66, 152, 290, 292, 294, 130, 338, 300, 200, 66, 290, 340, 130, 292, 342, 302] source: जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा: और जो कोई अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा। target: [66, 290, 344, 346, 58, 296, 348, 268, 290, 350, 352, 354, 344, 356, 268] source: बड़ी और मुख्य आज्ञा तो यही है। target: [358, 360, 18, 362, 364, 214] source: क्योंकि जिसके पास है, उसे दिया जाएगा; और उसके पास बहुत हो जाएगा; पर जिसके पास कुछ नहीं है, उससे जो कुछ उसके पास है, वह भी ले लिया जाएगा। target: [38, 128, 366, 368, 58, 370, 300, 200, 58, 60, 372, 128, 366, 76, 374, 42, 82, 84, 376, 378, 90, 380, 268] source: उसी दिन जो भागकर बचेगा, वह तेरे पास आकर तुझे समाचार सुनाएगा। target: [278, 316, 382, 384, 200, 386, 388, 390]
आज क्या गेहूँ की कटनी नहीं हो रही? मैं यहोवा को पुकारूँगा, और वह मेघ गरजाएगा और मेंह बरसाएगा; तब तुम जान लोगे, और देख भी लोगे, कि तुम ने राजा माँगकर यहोवा की दृष्टि में बहुत बड़ी बुराई की है।”
[392, 394, 396, 368, 398, 400, 308, 108, 310, 402, 404, 178, 406, 408, 410, 6, 412, 174, 414, 416, 200, 418, 178, 414, 420, 422, 424, 426, 428, 430, 432, 434, 436]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: और वह उन्हें छोड़कर फिर नाव पर चढ़ गया, और पार चला गया। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 4, 24, 26, 28] source: यहोवा सुनकर क्रोध से भर गया, तब याकूब के विरुद्ध उसकी आग भड़क उठी, और इस्राएल के विरुद्ध क्रोध भड़का; target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 4, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 20, 62, 64, 48] source: तो भी यहोवा का भड़का हुआ बड़ा कोप शान्त न हुआ, जो इस कारण से यहूदा पर भड़का था, कि मनश्शे ने यहोवा को क्रोध पर क्रोध दिलाया था। target: [66, 62, 68, 70, 72, 74, 76, 70, 78, 80, 82, 84, 38, 36, 70, 86, 10, 88, 90, 36, 92, 94, 96, 82, 98, 70, 100, 6, 102, 104, 106, 108, 110, 90, 112, 114] source: और वह उन पर हाथ रखकर, वहाँ से चला गया। target: [4, 6, 8, 20, 116, 118, 14, 120, 122, 124] source: तब वह यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला गया, target: [66, 126, 128, 10, 12, 130, 132, 10, 134, 124] source: और सुनो, तुम लोग उन पापियों के बच्चे होकर इसलिए अपने बाप-दादों के स्थान पर प्रकट हुए हो, कि इस्राएल के विरुद्ध यहोवा के भड़के हुए कोप को और भी भड़काओ! target: [136, 138, 140, 142, 144, 70, 146, 148, 150, 152, 140, 142, 154, 156, 70, 158, 160, 150, 140, 36, 70, 96, 10, 60, 20, 162, 164] source: तब बिलाम चल दिया, और अपने स्थान पर लौट गया; और बालाक ने भी अपना मार्ग लिया। target: [42, 166, 168, 14, 170, 172, 4, 92, 174, 10, 130, 176, 4, 178, 62, 92, 180, 182, 124] source: उन्होंने मरीबा के सोते के पास भी यहोवा का क्रोध भड़काया, और उनके कारण मूसा की हानि हुई; target: [16, 8, 38, 184, 70, 186, 20, 6, 70, 86, 10, 188, 190, 8, 70, 78, 192, 32, 194, 48] source: इस युग के बुरे और व्यभिचारी लोग चिन्ह ढूँढ़ते हैं पर योना के चिन्ह को छोड़ कोई और चिन्ह उन्हें न दिया जाएगा।” और वह उन्हें छोड़कर चला गया। target: [30, 196, 70, 198, 4, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 70, 204, 214, 8, 10, 216, 218, 204, 112, 220, 222, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 122, 124] source: तब यहोवा का कोप उज्जा पर भड़क उठा; और उसने उसको मारा क्योंकि उसने सन्दूक पर हाथ लगाया था; वह वहीं परमेश्‍वर के सामने मर गया। target: [42, 36, 102, 96, 224, 20, 110, 4, 84, 38, 6, 10, 226, 228, 230, 84, 38, 232, 20, 116, 234, 236, 90] source: तब यहोवा का कोप मूसा पर भड़का और उसने कहा, “क्या तेरा भाई लेवीय हारून* नहीं है? मुझे तो निश्चय है कि वह बोलने में निपुण है, और वह तुझ से भेंट करने के लिये निकला भी गया है, और तुझे देखकर मन में आनन्दित होगा। target: [66, 36, 102, 96, 192, 20, 110, 4, 84, 38, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 6, 262, 264, 266, 268, 4, 270, 6, 272, 274, 10, 276, 268, 4, 278, 270, 14, 92, 280, 52, 282, 284] source: तब यहोवा का क्रोध इस्राएल पर भड़का, और उसने उन्हें पलिश्तियों और अम्मोनियों के अधीन कर दिया, target: [286, 36, 102, 96, 60, 20, 110, 4, 84, 38, 8, 10, 288, 4, 290, 70, 116, 52, 292, 294] source: तब गिरासेनियों के आस-पास के सब लोगों ने यीशु से विनती की, कि हमारे यहाँ से चला जा; क्योंकि उन पर बड़ा भय छा गया था। अतः वह नाव पर चढ़कर लौट गया। target: [286, 296, 70, 298, 70, 300, 302, 38, 126, 70, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 26, 316, 318, 310, 6, 162, 320, 322, 324, 326, 328, 6, 18, 20, 330, 14, 332, 122, 124] source: उसके बेटों ने तो यह देखा था, कि परमेश्‍वर का वह जन जो यहूदा से आया था, किस मार्ग से चला गया, अतः उनके पिता ने उनसे पूछा, “वह किस मार्ग से चला गया?” target: [42, 8, 102, 334, 8, 10, 336, 6, 338, 180, 340, 318, 310, 84, 70, 342, 38, 270, 344, 90, 260, 6, 346, 102, 348, 350, 106, 82, 176, 90, 352, 180, 124]
तब यहोवा का कोप उन पर भड़का, और वह चला गया;
[286, 36, 102, 96, 8, 20, 110, 4, 6, 122, 124]
source: और अपने आप को हिरनी के समान शिकारी के हाथ से, और चिड़िया के समान चिड़ीमार के हाथ से छुड़ा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 6, 16, 18, 20, 22, 24] source: और केवल मूसा यहोवा के समीप आए; परन्तु वे समीप न आएँ, और दूसरे लोग उसके संग ऊपर न आएँ।” target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 40, 58] source: देखो, ये दूर से आएँगे, और, ये उत्तर और पश्चिम से और सीनियों के देश से आएँगे।” target: [60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 44, 76, 78, 66, 68, 70, 80, 82, 84, 70, 86] source: जो कंगाल की दुहाई पर कान न दे, वह आप पुकारेगा और उसकी सुनी न जाएगी। target: [88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 94, 102, 104, 90, 106, 108] source: क्योंकि तू जो अपने कामों और सम्पत्ति पर भरोसा रखता है, इस कारण तू भी पकड़ा जाएगा; और कमोश* देवता भी अपने याजकों और हाकिमों समेत बँधुआई में जाएगा। target: [110, 20, 112, 114, 44, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 26, 134, 136, 138, 44, 140, 142, 144] source: वह स्वप्न के समान लोप हो जाएगा और किसी को फिर न मिलेगा; रात में देखे हुए रूप के समान वह रहने न पाएगा। target: [146, 148, 150, 152, 154, 146, 156, 158, 108, 160, 162, 164, 166, 44, 148, 168, 170, 146, 172, 144] source: तर्शीश और द्वीप-द्वीप के राजा भेंट ले आएँगे, शेबा और सबा दोनों के राजा उपहार पहुँचाएगे। target: [174, 44, 176, 178, 180, 182, 184, 44, 186, 188, 190, 192, 194] source: तब याजकों और लेवियों समेत यहूदा की सारी सभा, और इस्राएल से आए हुओं की सभा, और इस्राएल के देश से आए हुए, और यहूदा में रहनेवाले परदेशी, इन सभी ने आनन्द किया। target: [196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230] source: और, हे पशहूर, तू उन सब समेत जो तेरे घर में रहते हैं बँधुआई में चला जाएगा; अपने उन मित्रों समेत जिनसे तूने झूठी भविष्यद्वाणी की, तू बाबेल में जाएगा और वहीं मरेगा, और वहीं तुझे और उन्हें भी मिट्टी दी जाएगी।” target: [104, 232, 20, 44, 234, 236, 198, 238, 240, 242, 244, 44, 20, 246, 248, 250, 44, 252, 254, 154, 256, 258, 260, 262, 20, 264, 266, 268, 270, 272] source: हुसेब नंगी करके बँधुआई में ले ली जाएगी, और उसकी दासियाँ छाती पीटती हुई पिंडुकों के समान विलाप करेंगी। target: [274, 276, 278, 280, 124, 282, 284, 286, 288, 44, 290, 292, 294, 288, 44, 296, 298, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 80] source: और लोगों और प्राचीनों और शास्त्रियों को भड़काकर चढ़ आए और उसे पकड़कर महासभा में ले आए। target: [44, 318, 320, 154, 322, 324, 326, 328, 330, 332, 242, 160, 292, 334, 336] source: तब सब इस्राएली पुरुष राजा के पास आए, और राजा से कहने लगे, “क्या कारण है कि हमारे यहूदी भाई तुझे चोरी से ले आए, और परिवार समेत राजा को और उसके सब जनों को भी यरदन पार ले आए हैं।” target: [198, 338, 340, 342, 344, 66, 346, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 44, 364, 366, 368, 370, 242, 372, 374, 376] source: फिर जब दाऊद जंगल के गढ़ में रहता था, तब ये गादी जो शूरवीर थे, और युद्ध विद्या सीखे हुए और ढाल और भाला काम में लानेवाले थे, और उनके मुँह सिंह के से और वे पहाड़ी मृग के समान वेग से दौड़नेवाले थे, ये और गादियों से अलग होकर उसके पास आए, target: [378, 380, 82, 340, 382, 146, 384, 386, 388, 344, 66, 390, 392, 394, 230, 396, 154, 398, 400, 230, 402, 404, 406, 408, 410, 412, 66, 414, 416, 418, 420, 230] source: और वे नावों को किनारे पर ले आए और सब कुछ छोड़कर उसके पीछे हो लिए। target: [26, 422, 424, 426, 328, 428, 430, 44, 432, 434]
और जो कोई हाकिमों और पुरनियों की सम्मति न मानेगा और तीन दिन के भीतर न आए तो उसकी समस्त धन-सम्पत्ति नष्ट की जाएगी और वह आप बँधुआई से आए हुओं की सभा से अलग किया जाएगा।
[44, 88, 90, 436, 44, 438, 440, 442, 444, 446, 448, 450, 452, 454, 198, 456, 458, 460, 44, 462, 464, 466, 468, 470, 308, 238, 472, 474]
source: और तू उनकी बेटियों को अपने बेटों के लिये लाये, और उनकी बेटियाँ जो आप अपने देवताओं के पीछे होने का व्यभिचार करती हैं तेरे बेटों से भी अपने देवताओं के पीछे होने को व्यभिचार करवाएँ। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 4, 22, 24, 26, 10, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 24, 40, 4, 42, 44] source: जो लोग सामरिय‍ा के दोष देवता की शपथ खाते हैं, और जो कहते हैं, 'दान के देवता के जीवन की शपथ,' और बेर्शेबा के पन्थ की शपथ, वे सब गिर पड़ेंगे, और फिर न उठेंगे।” target: [46, 48, 50, 52, 54, 32, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 32, 72, 74, 64, 66, 68, 70, 76, 78, 32, 76, 80, 82, 84, 86] source: पर उन्होंने मेरी न सुनी और न मेरी ओर कान लगाया कि अपनी बुराई से फिरें और दूसरे देवताओं के लिये धूप न जलाएँ। target: [88, 90, 92, 94, 90, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 90, 110, 112, 114] source: गिदोन के मरते ही इस्राएली फिर गए, और व्यभिचारिणी के समान बाल देवताओं के पीछे हो लिए, और बाल-बरीत को अपना देवता मान लिया। target: [116, 68, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 142, 32, 144, 146, 148, 74, 150] source: और पराए देवताओं की उपासना की है जिन्हें वे पहले नहीं जानते थे, और यहोवा ने उनको नहीं दिया था; target: [152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 152, 74, 170, 172, 174, 156, 158, 160, 162, 176, 68, 178, 168, 180, 182] source: तुम पराए देवताओं के, अर्थात् अपने चारों ओर के देशों के लोगों के देवताओं के पीछे न हो लेना; target: [36, 184, 186, 188, 190, 42, 192, 194] source: “दाँवते समय चलते हुए बैल का मुँह न बाँधना। (1 कुरि. 9:9) target: [196, 198, 200, 202, 204, 206, 194] source: परन्तु वे अपने न्यायियों की भी नहीं मानते थे; वरन् व्यभिचारिण के समान पराये देवताओं के पीछे चलते और उन्हें दण्डवत् करते थे; उनके पूर्वज जो यहोवा की आज्ञाएँ मानते थे, उनकी उस लीक को उन्होंने शीघ्र ही छोड़ दिया, और उनके अनुसार न किया। target: [208, 76, 10, 210, 212, 214, 76, 24, 216, 218, 220, 222, 224, 32, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 90, 252, 254, 256, 32, 90, 258, 234, 260, 262, 264, 266, 268] source: ऐसा न हो कि तू उस देश के निवासियों से वाचा बाँधे, और वे अपने देवताओं के पीछे होने का व्यभिचार करें, और उनके लिये बलिदान भी करें, और कोई तुझे नेवता दे और तू भी उसके बलिपशु का प्रसाद खाए, target: [270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 76, 24, 26, 10, 136, 138, 168, 292, 294, 296, 298, 300, 302, 304, 8, 4, 306, 308, 310] source: क्योंकि उनके निवासियों ने वह बुराई की जिससे उन्होंने मुझे रिस दिलाई थी वे जाकर दूसरे देवताओं के लिये धूप जलाते थे और उनकी उपासना करते थे, जिन्हें न तो तुम और न तुम्हारे पुरखा जानते थे। target: [312, 152, 4, 314, 316, 108, 318, 108, 36, 320, 322, 316, 324, 96, 326, 100, 328, 32, 226, 228, 330, 332, 334, 336, 338, 90, 340, 342, 344] source: अतः धर्मी लोग व्यभिचारिणियों और हत्यारों के योग्य उसका न्याय करें; क्योंकि वे व्यभिचारिणियों और हत्यारों के योग्य उसका न्याय करें; क्योंकि वे व्यभिचारिणी है, और उनके हाथों में खून लगा है।” target: [88, 346, 348, 350, 352, 354, 356, 350, 358, 360, 362, 364, 366, 294] source: फिर यहोवा ने सीनै पर्वत के पास मूसा से कहा, target: [368, 370, 62, 372, 374] source: और मैं तुम से कहता हूँ, कि जो कोई व्यभिचार को छोड़ और किसी कारण से अपनी पत्‍नी को त्याग कर, दूसरी से विवाह करे, वह व्यभिचार करता है: और जो उस छोड़ी हुई से विवाह करे, वह भी व्यभिचार करता है।” target: [376, 318, 378, 380, 382, 384, 14, 254, 386, 32, 388, 390, 392, 250, 140, 394, 10, 396, 398, 112, 400, 312, 66, 76, 402, 404, 406, 408, 140, 410, 412] source: क्योंकि यहाँ के लोगों ने मुझे त्याग दिया, और इस स्थान में दूसरे देवताओं के लिये* जिनको न तो वे जानते हैं, और न उनके पुरखा या यहूदा के पुराने राजा जानते थे धूप जलाया है और इसको पराया कर दिया है*; और उन्होंने इस स्थान को निर्दोषों के लहू से भर दिया, target: [376, 68, 414, 312, 90, 416, 418, 32, 152, 420, 422, 424, 322, 426, 324, 428, 430, 90, 276, 432, 434, 436, 90, 354, 4, 438, 32, 440, 442, 152, 420, 444, 446, 448, 424]
तुम जो चोरी, हत्या और व्यभिचार करते, झूठी शपथ खाते, बाल देवता के लिये धूप जलाते, और दूसरे देवताओं के पीछे जिन्हें तुम पहले नहीं जानते थे चलते हो,
[8, 450, 452, 32, 140, 32, 454, 52, 456, 32, 458, 100, 460, 32, 242, 326, 8, 462, 464, 4, 222, 466]
source: सुन, मैं उसके मन को प्रेरित करूँगा, कि वह कुछ समाचार सुनकर अपने देश को लौट जाए, और मैं उसको उसी के देश में तलवार से मरवा डालूँगा।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 8, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 6, 8, 36, 44, 10, 34, 12, 46, 48, 50, 52] source: तूने यहोवा की आज्ञा तुच्छ जानकर क्यों वह काम किया, जो उसकी दृष्टि में बुरा है? हित्ती ऊरिय्याह को तूने तलवार से घात किया, और उसकी पत्‍नी को अपनी कर लिया है, और ऊरिय्याह को अम्मोनियों की तलवार से मरवा डाला है। target: [54, 56, 58, 60, 62, 36, 64, 66, 30, 68, 10, 70, 72, 74, 76, 72, 78, 56, 80, 82, 36, 46, 48, 84, 42, 68, 60, 86, 36, 88, 86, 90, 42, 68, 36, 92, 60, 46, 48, 50, 94] source: उसके सात बेटे और तीन बेटियाँ उत्‍पन्‍न हुई। target: [8, 10, 96, 98, 42, 100, 102, 104] source: और उसके सात बेटे और तीन बेटियाँ भी उत्‍पन्‍न हुई। target: [42, 8, 10, 96, 98, 42, 100, 102, 106, 108] source: और जो पहला बेटा उस स्त्री से उत्‍पन्‍न हो वह उस मरे हुए भाई के नाम का ठहरे, जिससे कि उसका नाम इस्राएल में से मिट न जाए। target: [110, 112, 114, 22, 116, 118, 68, 120, 122, 106, 124, 8, 68, 126, 128, 130, 10, 132, 134, 136, 138, 140, 78, 68, 142, 132, 144, 146, 148, 150, 152] source: उसने यूहन्ना के भाई याकूब को तलवार से मरवा डाला। target: [42, 68, 154, 156, 10, 130, 158, 36, 46, 48, 50, 160] source: उसने अपनी प्रजा को तलवार से मरवा दिया, और अपने निज भाग के विरुद्ध रोष से भर गया। target: [68, 154, 88, 162, 36, 46, 10, 164, 166, 42, 88, 168, 48, 170, 172, 174] source: “मनुष्य जो स्त्री से उत्‍पन्‍न होता है*, उसके दिन थोड़े और दुःख भरे है। target: [176, 78, 120, 122, 178, 180, 8, 182, 184, 186, 142, 180, 42, 188, 48, 190, 192, 194] source: वे ऊरिय्याह को मिस्र से निकालकर यहोयाकीम राजा के पास ले आए; और उसने उसे तलवार से मरवाकर उसकी लोथ को साधारण लोगों की कब्रों में फिंकवा दिया। target: [8, 82, 36, 196, 122, 198, 200, 42, 8, 202, 204, 10, 206, 208, 210, 8, 154, 68, 36, 46, 48, 212, 214, 42, 68, 60, 216, 218, 220, 10, 222, 12, 224, 226] source: परन्तु यदि उसका पिता उसकी सुनकर उसी दिन उसको मना करे, तो उसकी मन्नतें या और प्रकार के बन्धन, जिनसे उसने अपने आप को बाँधा हो, उनमें से एक भी स्थिर न रहे, और यहोवा यह जानकर, कि उस स्त्री के पिता ने उसे मना कर दिया है, उसका यह पाप क्षमा करेगा। target: [228, 230, 68, 142, 232, 28, 30, 44, 234, 68, 36, 236, 140, 68, 238, 240, 242, 42, 68, 60, 244, 246, 48, 68, 154, 32, 248, 36, 250, 252, 150, 254, 42, 58, 68, 36, 256, 258, 72, 78, 68, 10, 232, 154, 68, 36, 260] source: यहोयादा ने उसके दो विवाह कराए और उससे बेटे-बेटियाँ उत्‍पन्‍न हुईं। target: [262, 154, 68, 36, 264, 266, 268, 270, 42, 272, 10, 98, 274, 102, 276] source: कोई भी मन्नत या शपथ क्यों न हो, जिससे उस स्त्री ने अपने जीव को दुःख देने की वाचा बाँधी हो, उसको उसका पति चाहे तो दृढ़ करे, और चाहे तो तोड़े; target: [278, 242, 42, 278, 280, 282, 10, 48, 68, 154, 32, 248, 36, 188, 284, 286, 250, 124, 68, 142, 288, 68, 36, 290, 292, 294, 68, 142, 288, 68, 36, 296, 298] source: सब कुछ उसी के द्वारा उत्‍पन्‍न हुआ और जो कुछ उत्‍पन्‍न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्‍पन्‍न न हुई। target: [300, 24, 68, 10, 302, 304, 306, 68, 122, 308, 24, 310, 312, 314, 304, 210] source: मैं तुम्हें गिन-गिनकर तलवार का कौर बनाऊँगा, और तुम सब घात होने के लिये झुकोगे; क्योंकि, जब मैंने तुम्हें बुलाया तुमने उत्तर न दिया, जब मैं बोला, तब तुमने मेरी न सुनी; वरन् जो मुझे बुरा लगता है वही तुमने नित किया, और जिससे मैं अप्रसन्न होता हूँ, उसी को तुमने अपनाया।” target: [6, 46, 36, 316, 318, 320, 322, 324, 326, 66, 286, 328, 330, 72, 78, 6, 332, 228, 322, 334, 150, 336, 6, 338, 76, 228, 322, 150, 340, 322, 342, 344, 12, 346, 348, 42, 78, 350, 352, 312, 354, 8, 184, 322, 356]
सुन, मैं उसके मन में प्रेरणा उत्‍पन्‍न करूँगा जिससे वह कुछ समाचार सुनकर अपने देश को लौट जाए; और मैं उसको उसी देश में तलवार से मरवा डालूँगा।'”
[358, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 8, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 6, 8, 36, 44, 10, 34, 12, 46, 48, 50, 52]
source: वह वाचा उसने अब्राहम के साथ बाँधी ओर उसी के विषय उसने इसहाक से शपथ खाई, target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 4, 18, 20, 22, 24] source: और जो देश मैंने अब्राहम और इसहाक को दिया है, वही देश तुझे देता हूँ, और तेरे पीछे तेरे वंश को भी दूँगा।” target: [26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 26, 46, 30, 48, 50, 52, 54, 56] source: सुनो, मैं उस देश को तुम्हारे सामने किए देता हूँ; जिस देश के विषय यहोवा ने अब्राहम, इसहाक, और याकूब, तुम्हारे पितरों से शपथ खाकर कहा था कि मैं इसे तुमको और तुम्हारे बाद तुम्हारे वंश को दूँगा, उसको अब जाकर अपने अधिकार में कर लो।' target: [58, 60, 62, 26, 64, 66, 68, 70, 72, 16, 74, 76, 78, 80, 32, 16, 82, 84, 86, 88, 30, 90, 92, 94, 60, 62, 96, 98, 100, 102, 104] source: अब्राहम और नाहोर और उनके पिता; तीनों का जो परमेश्‍वर है, वही हम दोनों के बीच न्याय करे।” तब याकूब ने उसकी शपथ खाई जिसका भय उसका पिता इसहाक मानता था। target: [106, 108, 110, 112, 16, 92, 114, 112, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 22, 142] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “तू उन लोगों को जिन्हें मिस्र देश से छुड़ा लाया है संग लेकर उस देश को जा, जिसके विषय मैंने अब्राहम, इसहाक और याकूब से शपथ खाकर कहा था, 'मैं उसे तुम्हारे वंश को दूँगा।' target: [144, 98, 146, 148, 150, 16, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 16, 36, 38, 26, 52, 54, 174, 176, 26, 80, 32, 30, 82, 34, 22, 178, 180, 182, 184, 164, 186] source: तब यहोवा ने उससे कहा, “जिस देश के विषय में मैंने अब्राहम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाकर कहा था, कि मैं इसे तेरे वंश को दूँगा वह यही है। मैंने इसको तुझे साक्षात् दिखा दिया है, परन्तु तू पार होकर वहाँ जाने न पाएगा।” target: [188, 146, 190, 192, 32, 16, 82, 34, 194, 196, 198, 42, 200, 92, 94, 42, 202, 26, 204, 100, 102, 206, 46, 26, 42, 208, 210, 212, 158, 214, 216, 218] source: और जिस देश के देने की शपथ मैंने अब्राहम, इसहाक, और याकूब से खाई थी उसी में मैं तुम्हें पहुँचाकर उसे तुम्हारा भाग कर दूँगा। मैं तो यहोवा हूँ'।” target: [36, 38, 26, 80, 32, 30, 220, 222, 26, 224, 226, 228, 22, 178, 180, 230, 26, 64, 232, 30, 42, 26, 64, 234, 228, 236, 26, 188, 238] source: इसहाक को तो अब्राहम ने अपना सब कुछ दिया*। target: [240, 242, 244, 246, 248] source: अब्राहम के पुत्र इसहाक की वंशावली यह है: अब्राहम से इसहाक उत्‍पन्‍न हुआ; target: [106, 250, 32, 252, 254, 84, 256, 28, 258, 126, 260] source: अब्राहम ने कहा, “मैं शपथ खाऊँगा।” target: [16, 28, 190, 262, 22, 264] source: “जब तेरा परमेश्‍वर यहोवा तुझे उस देश में पहुँचाए जिसके विषय में उसने अब्राहम, इसहाक, और याकूब नामक, तेरे पूर्वजों से तुझे देने की शपथ खाई, और जब वह तुझको बड़े-बड़े और अच्छे नगर, जो तूने नहीं बनाए*, target: [80, 32, 16, 82, 84, 86, 88, 64, 60, 38, 96, 266, 112, 188, 268, 100, 102, 104, 42, 64, 270, 164, 272, 274, 276, 176, 278, 280, 282, 42, 64, 284] source: उसके पिता इसहाक ने पूछा, “तू कौन है?” उसने कहा, “मैं तेरा जेठा पुत्र एसाव हूँ।” target: [32, 124, 126, 286, 190, 150, 288, 290, 42, 190, 262, 266, 250, 292, 250, 294, 238] source: तब उसने कहा, “मैं तो अब्राहम का दास हूँ।” target: [42, 190, 262, 106, 296, 206] source: और हमको वह वहाँ से निकाल लाया, इसलिए कि हमें इस देश में पहुँचाकर, जिसके विषय में उसने हमारे पूर्वजों से शपथ खाई थी, इसको हमें सौंप दे। target: [298, 88, 194, 196, 62, 300, 302, 4, 304, 306, 308, 310]
वही वाचा जो उसने अब्राहम के साथ बाँधी, और उसके विषय में उसने इसहाक से शपथ खाई, (लूका 1:72,73)
[4, 60, 312, 314, 316, 16, 4, 18, 22, 178, 318, 12, 320]
source: तब तीन हजार यहूदी पुरुष एताम नामक चट्टान की दरार में जाकर शिमशोन से कहने लगे, “क्या तू नहीं जानता कि पलिश्ती हम पर प्रभुता करते हैं? फिर तूने हम से ऐसा क्यों किया है?” उसने उनसे कहा, “जैसा उन्होंने मुझसे किया था, वैसा ही मैंने भी उनसे किया है।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 28, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 62, 78, 80, 82] source: अदायाह एतान का, एतान जिम्मा का, जिम्मा शिमी का, target: [84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 88, 90, 92, 98, 100, 88, 90, 92] source: अतः सब इस्राएली पुरुष एतानीम नामक सातवें महीने के पर्व* के समय राजा सुलैमान के पास इकट्ठे हुए। target: [102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 92] source: फिर लिब्ना, एतेर, आशान, target: [132, 134, 136] source: मल्किय्याह एत्नी का, एत्नी जेरह का, जेरह अदायाह का, target: [138, 140, 88, 90, 92, 142, 144, 88, 90, 92, 146, 148, 88, 90, 92] source: जब वह उन्हें निर्जल देशों में ले गया, तब वे प्यासे न हुए; उसने उनके लिये चट्टान में से पानी निकाला; उसने चट्टान को चीरा और जल बह निकला। target: [150, 62, 152, 154, 156, 158, 160, 92, 150, 162, 164, 166, 168, 170, 92, 150, 172, 174, 176, 22, 168, 178, 180, 182, 92] source: और उनके गाँव एताम, ऐन, रिम्मोन, तोकेन और आशान नामक पाँच नगर; target: [184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 22, 198, 200] source: एक, दोर नामक ऊँचे देश के दोर का राजा; एक, गिलगाल के गोयीम का राजा; target: [202, 204, 206, 208, 210, 206] source: इसके बाद वह सोरेक नामक घाटी में रहनेवाली दलीला नामक एक स्त्री से प्रीति करने लगा। target: [212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 92, 234, 236, 238, 240, 92] source: और हेला के पुत्र, सेरेत, यिसहार और एत्ना। target: [242, 244, 246, 248, 250] source: हे यहोवा, कान लगाकर मेरी सुन ले, क्योंकि मैं दीन और दरिद्र हूँ। target: [252, 254, 256, 22, 66, 258, 260, 262, 264, 266, 22, 268, 270, 272, 92] source: और वे खाकर अति तृप्त हुए, और उसने उनकी कामना पूरी की। target: [274, 24, 276, 22, 278, 92, 24, 280, 282, 284, 286, 150, 62, 288, 92] source: “हे मोआब के रहनेवालों अपने-अपने नगर को छोड़कर चट्टान की दरार में बसो! उस पंडुकी के समान हो जो गुफा के मुँह की एक ओर घोंसला बनाती हो। target: [290, 292, 294, 296, 298, 300, 22, 302, 304, 306, 92, 16, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 92] source: और सुक्कोत से कूच करके एताम में, जो जंगल के छोर पर है, डेरे डाले। target: [320, 322, 324, 22, 326, 328, 330, 332, 304, 334, 92]
तब उसने उनको अति निष्ठुरता के साथ* बड़ी मार से मार डाला; तब जाकर एताम नामक चट्टान की एक दरार में रहने लगा।
[4, 336, 338, 340, 22, 342, 344, 346, 348, 22, 350, 352, 284, 92, 354, 356, 358, 360, 22, 14, 16, 18, 362, 92]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
source: और आँख के बदले आँख का, और दाँत के बदले दाँत का, और हाथ के बदले हाथ का, और पाँव के बदले पाँव का, target: [4, 6, 8, 10, 6, 12, 14, 6, 16, 18, 6, 20] source: और दाग के बदले दाग का, और घाव के बदले घाव का, और मार के बदले मार का दण्ड हो। target: [22, 24, 26, 28, 30, 24, 26, 30, 32, 34, 24, 26, 36] source: और मनुष्य अपने प्राण के बदले क्या देगा? target: [38, 40, 24, 42, 44, 46, 48, 50] source: और तू बिल्कुल तरस न खाना; प्राण के बदले प्राण का, आँख के बदले आँख का, दाँत के बदले दाँत का, हाथ के बदले हाथ का, पाँव के बदले पाँव का दण्ड देना। (मत्ती 5:38) target: [52, 54, 56, 6, 58, 4, 6, 8, 10, 6, 12, 14, 6, 16, 18, 6, 60] source: शैतान ने यहोवा को उत्तर दिया, “खाल के बदले खाल, परन्तु प्राण के बदले मनुष्य अपना सब कुछ दे देता है। target: [62, 64, 66, 68, 70, 6, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88] source: “हे सोर, और सीदोन और पलिश्तीन के सब प्रदेशों, तुम को मुझसे क्या काम? क्या तुम मुझ को बदला दोगे? यदि तुम मुझे बदला भी दो, तो मैं शीघ्र ही तुम्हारा दिया हुआ बदला, तुम्हारे ही सिर पर डाल दूँगा। target: [90, 92, 32, 94, 32, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 24, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124, 116, 118, 126, 6, 128, 32, 130, 132, 134, 136] source: सुगन्ध के बदले सड़ाहट, सुन्दर करधनी के बदले बन्धन की रस्सी, गूँथे हुए बालों के बदले गंजापन, सुन्दर पटुके के बदले टाट की पेटी, और सुन्दरता के बदले दाग होंगे। target: [122, 24, 26, 138, 140, 32, 24, 26, 142, 144, 32, 24, 26, 146, 6, 148, 150, 152, 32, 24, 26, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 24, 26, 168, 170] source: वह उसे किसी प्रकार से न बदले, न तो वह बुरे के बदले अच्छा, और न अच्छे के बदले बुरा दे; और यदि वह उस पशु के बदले दूसरा पशु दे, तो वह और उसका बदला दोनों पवित्र ठहरेंगे। target: [172, 174, 32, 176, 18, 178, 180, 6, 182, 38, 182, 6, 184, 124, 186, 6, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202] source: हे प्रियों अपना बदला न लेना; परन्तु परमेश्‍वर को क्रोध का अवसर दो, क्योंकि लिखा है, “बदला लेना मेरा काम है, प्रभु कहता है मैं ही बदला दूँगा।” (व्य. 32:35) target: [204, 206, 208, 210, 212, 214, 6, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240] source: मैं अपनी वाचा न तोड़ूँगा, और जो मेरे मुँह से निकल चुका है, उसे न बदलूँगा। target: [242, 244, 246, 32, 248, 244, 250] source: मैं अपनी प्रजा इस्राएल के द्वारा एदोम से अपना बदला लूँगा; और वे उस देश में मेरे कोप और जलजलाहट के अनुसार काम करेंगे। तब वे मेरा पलटा लेना जान लेंगे, परमेश्‍वर यहोवा की यही वाणी है। target: [6, 252, 254, 256, 208, 24, 258, 260, 122, 262, 6, 264, 266, 268, 216, 32, 270, 110, 272, 274, 276, 278, 110, 280, 282, 284, 66, 286] source: और जो कोई किसी घरेलू पशु को जान से मारे वह उसका बदला दे, अर्थात् प्राणी के बदले प्राणी दे। target: [262, 288, 290, 188, 292, 194, 294, 296, 56, 6, 298] source: और मैं अन्यजातियों से जो मेरा कहा नहीं मानतीं, क्रोध और जलजलाहट के साथ बदला लूँगा। target: [6, 216, 32, 300, 208, 302, 304, 306, 308, 110, 310] source: मैं पीतल के बदले सोना, लोहे के बदले चाँदी, लकड़ी के बदले पीतल और पत्थर के बदले लोहा लाऊँगा। मैं तेरे हाकिमों को मेल-मिलाप और तेरे चौधरियों को धार्मिकता ठहराऊँगा। target: [24, 312, 314, 316, 32, 24, 312, 318, 320, 322, 24, 312, 324, 314, 32, 24, 312, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 32, 338, 334, 340]
यहोवा जलन रखनेवाला और बदला लेनेवाला परमेश्‍वर है; यहोवा बदला लेनेवाला और जलजलाहट करनेवाला है; यहोवा अपने द्रोहियों से बदला लेता है, और अपने शत्रुओं का पाप नहीं भूलता।
[342, 344, 346, 32, 348, 342, 350, 32, 352, 354, 342, 356, 24, 358, 32, 270, 24, 108, 360, 362]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: “तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में तुम्हारे सब रहने के स्थानों में न्याय की यह विधि होगी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20] source: और यहूदा और बिन्यामीन के सब घराने से, और सब लोगों से कह, 'यहोवा यह कहता है, target: [22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 26, 38, 40, 42, 44, 46] source: फिर यिर्मयाह ने उन सब लोगों से और उन सब स्त्रियों से कहा, “हे सारे मिस्र देश में रहनेवाले यहूदियों, यहोवा का वचन सुनो target: [48, 50, 52, 8, 54, 26, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 8, 64, 74, 76, 78] source: यहोवा की यह वाणी है, मैं इस देश के रहनेवालों पर फिर दया न करूँगा*। देखो, मैं मनुष्यों को एक दूसरे के हाथ में, और उनके राजा के हाथ में पकड़वा दूँगा; और वे इस देश को नाश करेंगे, और मैं उसके रहनेवालों को उनके वश से न छुड़ाऊँगा।” target: [80, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 26, 120, 72, 122, 124, 126, 112, 106, 108, 128, 130, 132, 96] source: यही युक्ति सारी पृथ्वी के लिये ठहराई गई है; और यह वही हाथ है जो सब जातियों पर बढ़ा हुआ है। target: [134, 136, 138, 140, 12, 142, 26, 144, 146, 8, 148, 150, 142, 152, 146, 12, 154] source: क्या इस कारण भूमि न काँपेगी? क्या उन पर के सब रहनेवाले विलाप न करेंगे? यह देश सब का सब मिस्र की नील नदी के समान होगा, जो बढ़ती है, फिर लहरें मारती, और घट जाती है।” target: [156, 158, 160, 162, 164, 26, 82, 84, 166, 168, 170, 172, 162, 164, 174, 8, 176, 178, 180, 26, 182, 184, 186, 188, 112, 190, 192, 194] source: और सुलैमान की बुद्धि पूर्व देश के सब निवासियों और मिस्रियों की भी बुद्धि से बढ़कर बुद्धि थी। target: [196, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 72, 210, 206] source: और यासोन ने उन्हें अपने यहाँ ठहराया है, और ये सब के सब यह कहते हैं कि यीशु राजा है, और कैसर की आज्ञाओं का विरोध करते हैं।” target: [212, 214, 216, 218, 220, 142, 26, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 30, 142, 100, 242] source: और यह बात इफिसुस के रहनेवाले यहूदी और यूनानी भी सब जान गए, और उन सब पर भय छा गया; और प्रभु यीशु के नाम की बड़ाई हुई। target: [244, 246, 86, 8, 248, 112, 250, 54, 222, 252, 254, 256, 258, 260, 26, 40, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274] source: क्योंकि इस्राएल का परमेश्‍वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है, इस देश में घर और खेत और दाख की बारियाँ फिर बेची और मोल ली जाएँगी।' target: [276, 278, 280, 282, 284, 100, 286, 82, 84, 190, 288, 290, 26, 292, 294, 296, 298] source: परन्तु तूने जाति को बढ़ाया; हे यहोवा, तूने जाति को बढ़ाया है; तूने अपनी महिमा दिखाई है और उस देश के सब सीमाओं को तूने बढ़ाया है। target: [222, 300, 302, 304, 306, 308, 302, 304, 306, 310, 302, 312, 308, 302, 314, 8, 316, 318, 320, 322] source: इसी प्रकार दूसरे और तीसरे ने भी किया, और सातों तक यही हुआ। target: [324, 326, 112, 328, 330, 332, 334, 112, 336, 338, 340, 342, 344, 26, 346, 348] source: “देख, यहोवा की यह वाणी है, कि ऐसे दिन आनेवाले हैं जिनमें मैं इस्राएल और यहूदा के घरानों के बाल-बच्चों और पशु दोनों को बहुत बढ़ाऊँगा। target: [74, 350, 100, 154, 352, 100, 354, 356, 358, 360, 362, 106, 364, 112, 366, 368, 370, 26, 372, 374] source: और उन विरोधियों अर्थात् इस्राएल के घराने से कहना, परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : हे इस्राएल के घराने, अपने सब घृणित कामों से अब हाथ उठा। target: [48, 302, 376, 366, 378, 380, 382, 262, 280, 100, 286, 384, 386, 64, 8, 388, 390, 392, 394, 396, 398, 400, 402]
उन लोगों के घर और खेत और स्त्रियाँ सब दूसरों की हो जाएँगीं; क्योंकि मैं इस देश के रहनेवालों पर हाथ बढ़ाऊँगा,” यहोवा की यही वाणी है।
[404, 406, 408, 410, 412, 404, 290, 112, 128, 414, 408, 416, 418, 106, 420, 146, 422, 424, 426, 428, 430, 100, 98, 102]
source: “विश्वासयोग्य के साथ तू अपने को विश्वासयोग्य दिखाता; खरे पुरुष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है; target: [4, 6, 8, 10, 4, 12, 14, 16, 18, 20, 8, 10, 18, 22, 12, 14, 16] source: यहोवा की व्यवस्था खरी है, वह प्राण को बहाल कर देती है; यहोवा के नियम विश्वासयोग्य हैं, बुद्धिहीन लोगों को बुद्धिमान बना देते हैं; target: [24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 16, 24, 38, 40, 30, 42, 44, 46, 16] source: मेरी आँखें देश के विश्वासयोग्य लोगों पर लगी रहेंगी कि वे मेरे संग रहें; जो खरे मार्ग पर चलता है वही मेरा सेवक होगा। target: [48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 16, 62, 64, 66, 48, 68, 70, 72, 16] source: तुम्हारा बुलानेवाला विश्वासयोग्य है, और वह ऐसा ही करेगा। target: [74, 76, 78, 80, 16, 82, 22, 84, 86, 88, 16] source: जो अपने नियुक्त करनेवाले के लिये विश्वासयोग्य था, जैसा मूसा भी परमेश्‍वर के सारे घर में था। target: [90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 86, 112, 114, 4, 116, 16] source: मैं बुद्धिमानी से खरे मार्ग में चलूँगा। तू मेरे पास कब आएगा? मैं अपने घर में मन की खराई के साथ अपनी चाल चलूँगा; target: [118, 64, 54, 120, 16, 122, 124, 126, 128, 130, 54, 132, 134, 136, 138, 16] source: और अपनी आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामे रहें; क्योंकि जिस ने प्रतिज्ञा की है, वह विश्वासयोग्य है। target: [140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 4, 80, 16] source: और विश्वासयोग्य वचन पर जो धर्मोपदेश के अनुसार है, स्थिर रहे; कि खरी शिक्षा से उपदेश* दे सके; और विवादियों का मुँह भी बन्द कर सके। target: [164, 166, 70, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 206, 196, 16] source: वह सीधे लोगों के लिये खरी बुद्धि रख छोड़ता है; जो खराई से चलते हैं, उनके लिये वह ढाल ठहरता है। target: [92, 208, 210, 212, 82, 214, 216, 218, 220, 186, 16, 222, 224, 212, 98, 226, 80, 16] source: पर तू, ऐसी बातें कहा कर जो खरे सिद्धांत के योग्य हैं। target: [228, 230, 184, 232, 234, 236, 238, 240, 16] source: और प्रतिदिन के खर्च के लिये राजा के यहाँ से नित्य का खर्च ठहराया गया जो उसके जीवन भर लगातार उसे मिलता रहा। target: [200, 242, 244, 246, 248, 194, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 16] source: उसके स्वामी ने उससे कहा, ‘धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊँगा अपने स्वामी के आनन्द में सहभागी हो।’ target: [262, 264, 266, 268, 270, 272, 198, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 274, 286, 288, 16, 54, 290, 292, 294, 296, 298, 16, 280, 86, 300, 302, 304, 306, 308, 310] source: उसके स्वामी ने उससे कहा, ‘धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊँगा। अपने स्वामी के आनन्द में सहभागी हो।’ target: [262, 264, 266, 268, 270, 272, 198, 274, 276, 278, 280, 282, 284, 274, 286, 288, 16, 54, 290, 292, 294, 296, 298, 16, 280, 86, 312, 302, 304, 306, 308, 310] source: मैं खरा तो हूँ, परन्तु अपना भेद नहीं जानता; अपने जीवन से मुझे घृणा आती है। target: [54, 314, 316, 228, 318, 320, 54, 322, 324, 326, 328, 16, 48, 330, 332, 54, 334, 336, 16]
विश्वासयोग्य के साथ तू अपने को विश्वासयोग्य दिखाता; और खरे पुरुष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है।
[338, 86, 340, 122, 342, 4, 12, 14, 16, 18, 344, 122, 342, 18, 12, 14, 16]
source: उनमें से कितनों ने, और भक्त यूनानियों में से बहुतों ने और बहुत सारी प्रमुख स्त्रियों ने मान लिया, और पौलुस और सीलास के साथ मिल गए। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 8, 26, 28, 30, 26, 32, 34, 36, 38, 40, 30, 42, 44, 46, 48, 50] source: और न हम प्रभु को परखें; जैसा उनमें से कितनों ने किया, और साँपों के द्वारा नाश किए गए। (गिन. 21:5-6) target: [30, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 12, 66, 68, 30, 70, 72, 74, 76] source: फिर उसने एक और को भेजा, और उन्होंने उसे मार डाला; तब उसने और बहुतों को भेजा, उनमें से उन्होंने कितनों को पीटा, और कितनों को मार डाला। target: [78, 80, 12, 82, 84, 86, 30, 6, 12, 88, 56, 38, 90, 92, 30, 80, 12, 84, 26, 94, 96, 30, 6, 12, 98, 56, 100, 30, 98, 56, 90, 102] source: इसलिए परमेश्‍वर की बुद्धि ने भी कहा है, कि मैं उनके पास भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों को भेजूँगी, और वे उनमें से कितनों को मार डालेंगे, और कितनों को सताएँगे। target: [18, 104, 106, 44, 108, 12, 38, 110, 112, 114, 6, 44, 116, 118, 30, 120, 56, 122, 30, 88, 64, 8, 98, 56, 90, 124, 30, 126, 128] source: “जितनी बातों की मैं तुमको आज्ञा देता हूँ उनको चौकस होकर माना करना; और न तो कुछ उनमें बढ़ाना और न उनमें से कुछ घटाना। (प्रका. 22:18) target: [130, 132, 114, 134, 136, 138, 140, 6, 142, 144, 146, 58, 148, 80, 150, 152, 154, 30, 58, 156, 80, 8, 152, 158] source: और उससे विनती करने लगे कि वह उन्हें अपने वस्त्र के कोने ही को छूने दे; और जितनों ने उसे छुआ, वे चंगे हो गए। target: [30, 88, 142, 160, 162, 130, 6, 56, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 44, 30, 176, 12, 178, 88, 180, 182, 184] source: “यदि तू अपने परमेश्‍वर यहोवा का वचन तन मन से सुने, और जो उसकी दृष्टि में ठीक है वही करे, और उसकी आज्ञाओं पर कान लगाए और उसकी सब विधियों को माने, तो जितने रोग मैंने मिस्रियों पर भेजे हैं उनमें से एक भी तुझ पर न भेजूँगा; क्योंकि मैं तुम्हारा चंगा करनेवाला यहोवा हूँ।” target: [30, 80, 12, 186, 188, 140, 190, 46, 192, 166, 106, 142, 194, 196, 30, 198, 80, 200, 202, 150, 204, 206, 140, 88, 208, 30, 80, 44, 210, 212, 214, 216, 30, 80, 200, 32, 218, 56, 220, 148, 222, 224, 114, 226, 212, 228, 230, 232, 212, 234, 236, 238, 130, 114, 192, 134, 240, 242, 244, 246] source: तब बिन्यामीनी उन लोगों का सामना करने को निकले, और नगर के पास से खींचे गए; और जो दो सड़क, एक बेतेल को और दूसरी गिबा को गई है, उनमें लोगों को पहले के समान मारने लगे, और मैदान में कोई तीस इस्राएली मारे गए। target: [248, 250, 6, 252, 170, 254, 242, 104, 256, 30, 258, 72, 260, 262, 264, 30, 6, 266, 212, 268, 8, 82, 270, 272, 274, 30, 276, 278, 274, 280, 282, 284, 142, 20, 252, 56, 286, 288, 290, 30, 292, 150, 294, 44, 296, 298, 300, 302, 184] source: और न तुम मूरत पूजनेवाले बनो; जैसे कि उनमें से कितने बन गए थे, जैसा लिखा है, “लोग खाने-पीने बैठे, और खेलने-कूदने उठे।” target: [30, 140, 304, 306, 58, 308, 62, 64, 8, 310, 312, 264, 314, 316, 318, 320, 322, 206, 324, 88, 28, 326, 56, 328, 30, 330, 332, 56, 334] source: मेरे कुटुम्बी मुझे छोड़ गए हैं, और मेरे प्रिय मित्र मुझे भूल गए हैं। target: [336, 338, 340, 58, 342, 30, 336, 344, 346, 348, 350, 184] source: और जितने संकट में पड़े थे, और जितने ऋणी थे, और जितने उदास थे, वे सब उसके पास इकट्ठे हुए; और वह उनका प्रधान हुआ। और कोई चार सौ पुरुष उसके साथ हो गए। target: [352, 354, 30, 356, 30, 352, 130, 358, 150, 360, 88, 44, 116, 362, 264, 30, 88, 6, 170, 364, 366, 30, 368, 370, 300, 88, 44, 46, 182, 184] source: बेतनिम्रा, और बेत-हारन नामक नगरों को दृढ़ किया, और उनमें भेड़-बकरियों के लिये भेड़शाला बनाए। target: [30, 372, 374, 30, 372, 376, 378, 380, 346, 258, 30, 382, 44, 384, 386] source: परन्तु उनमें से कितनों ने फरीसियों के पास जाकर यीशु के कामों का समाचार दिया। target: [388, 152, 390, 392, 116, 264, 394, 396, 398, 392, 56, 400, 44, 340, 402, 404, 112, 80, 12, 406, 290, 408] source: तब जो सोने के पात्र यरूशलेम में परमेश्‍वर के भवन के मन्दिर में से निकाले गए थे, वे लाए गए; और राजा अपने प्रधानों, और रानियों, और रखेलों समेत उनमें से पीने लगा। target: [248, 88, 410, 44, 412, 56, 414, 106, 44, 416, 142, 418, 8, 420, 264, 422, 424, 264, 30, 426, 394, 88, 44, 428, 88, 200, 430, 394, 88, 200, 432, 12, 64, 8, 434]
और न तुम कुड़कुड़ाओ, जिस रीति से उनमें से कितने कुड़कुड़ाए, और नाश करनेवाले के द्वारा नाश किए गए।
[30, 140, 436, 38, 58, 438, 62, 64, 8, 98, 12, 436, 162, 30, 440, 44, 442, 444, 446, 448, 184]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
source: और वे मुकुट हेलेम, तोबियाह, यदायाह, और सपन्याह के पुत्र हेन को मिलें, और वे यहोवा के मन्दिर में स्मरण के लिये बने रहें। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 8, 10, 30, 32, 34, 36, 38, 40] source: हूकोक और रहोब; target: [42, 44, 46, 48, 44, 50] source: इसलिए यदि तू अपनी भेंट वेदी पर लाए, और वहाँ तू स्मरण करे, कि मेरे भाई के मन में मेरी ओर से कुछ विरोध है, target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 34, 86] source: यदि तुम मुझ में बने रहो, और मेरी बातें तुम में बनी रहें तो जो चाहो माँगो और वह तुम्हारे लिये हो जाएगा। target: [88, 90, 92, 46, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 76, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 112, 106, 118] source: जो बात तू ठाने वह तुझ से बन भी पड़ेगी, और तेरे मार्गों पर प्रकाश रहेगा। target: [120, 122, 54, 72, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140] source: यदि तुम विश्वास की नींव पर दृढ़ बने रहो, और उस सुसमाचार की आशा को जिसे तुम ने सुना है न छोड़ो, जिसका प्रचार आकाश के नीचे की सारी सृष्टि में किया गया; और जिसका मैं पौलुस सेवक बना। target: [142, 88, 144, 146, 148, 20, 150, 152, 154, 156, 46, 88, 158, 20, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 88, 174, 176, 46, 178, 180, 182, 184, 186, 188] source: मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे, और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे। target: [190, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 46, 204, 206, 208] source: कदेमोत और मेपात; target: [210, 212, 46, 214, 212, 50] source: इसलिए स्मरण कर, कि तू कहाँ से गिरा है*, और मन फिरा और पहले के समान काम कर; और यदि तू मन न फिराएगा, तो मैं तेरे पास आकर तेरी दीवट को उसके स्थान से हटा दूँगा। target: [36, 54, 216, 218, 220, 34, 222, 224, 226, 20, 228, 120, 230, 232, 128, 234, 236, 238, 54, 224, 240, 242, 102, 178, 244, 46, 246, 248, 250, 252, 254, 256] source: वीर के नोकीले तीर और झाऊ के अंगारे! target: [258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 82, 280] source: और मैंने गिलाद देश माकीर को दे दिया, target: [46, 282, 284, 178, 286, 288, 290] source: पेरेस के पुत्र: हेस्रोन और हामूल। target: [292, 46, 294, 296, 298, 300, 302] source: “थोड़ी देर में तुम मुझे न देखोगे, और फिर थोड़ी देर में मुझे देखोगे।” target: [304, 306, 178, 106, 308, 176, 46, 310, 304, 312, 88, 314, 316] source: गेर्शोनियों में से तो लादान और शिमी थे। target: [318, 320, 322, 46, 324, 296, 326, 302]
इसलिए स्मरण कर, कि तूने किस रीति से शिक्षा प्राप्त की और सुनी थी, और उसमें बना रह, और मन फिरा: और यदि तू जागृत न रहेगा तो मैं चोर के समान आ जाऊँगा* और तू कदापि न जान सकेगा, कि मैं किस घड़ी तुझ पर आ पड़ूँगा।
[36, 104, 88, 328, 46, 330, 220, 34, 332, 334, 336, 46, 224, 338, 340, 238, 88, 342, 344, 346, 102, 178, 348, 244, 46, 350, 178, 352, 354, 356, 358, 244, 296, 106, 360, 362]
source: हे यहोवा, हम लोगों ने अपने राजाओं, हाकिमों और पूर्वजों समेत तेरे विरुद्ध पाप किया है, इस कारण हमको लज्जित होना पड़ता है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 20, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42] source: हमारा परमेश्‍वर यहोवा जैसे हमारे पुरखाओं के संग रहता था, वैसे ही हमारे संग भी रहे, वह हमको त्याग न दे और न हमको छोड़ दे। target: [44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 76, 84, 86] source: अब थोड़े दिन से हमारे परमेश्‍वर यहोवा का अनुग्रह हम पर हुआ है, कि हम में से कोई-कोई बच निकले*, और हमको उसके पवित्रस्‍थान में एक खूँटी मिले, और हमारा परमेश्‍वर हमारी आँखों में ज्योति आने दे, और दासत्व में हमको कुछ विश्रान्ति मिले। target: [8, 88, 20, 90, 92, 40, 94, 8, 96, 74, 98, 100, 52, 102, 50, 54, 104, 106, 108, 42, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 42, 26, 122, 124, 8, 126, 128, 130, 132, 42] source: हे परमेश्‍वर, तूने हमको त्याग दिया, और हमको तोड़ डाला है; तू क्रोधित हुआ; फिर हमको ज्यों का त्यों कर दे। target: [4, 134, 110, 74, 136, 138, 140, 110, 74, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 140, 110, 154, 156, 158, 160] source: क्या हम उसकी दृष्टि में पराये न ठहरीं? देख, उसने हमको तो बेच डाला, और हमारे रूपे को खा बैठा है। target: [30, 162, 164, 72, 166, 168, 170, 172, 72, 74, 174, 176, 178, 26, 20, 180, 182, 184, 146, 94] source: तू अपने दाहिने हाथ से बचा, और हमारी सुन ले कि तेरे प्रिय छुड़ाए जाएँ। target: [186, 110, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 34, 200, 202, 204, 194, 206, 26, 74, 208, 210] source: धर्मी झूठे वचन से बैर रखता है, परन्तु दुष्ट लज्जा का कारण होता है और लज्जित हो जाता है। target: [212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 16, 228, 218, 26, 230, 232, 234] source: मैं तेरी चितौनियों में लौलीन हूँ, हे यहोवा, मुझे लज्जित न होने दे! target: [236, 34, 238, 240, 242, 244, 148, 4, 246, 248, 250, 252, 254, 256] source: तूने क्यों हमको सदा के लिये भुला दिया है, और क्यों बहुत काल के लिये हमें छोड़ दिया है? target: [52, 110, 74, 258, 260, 262, 264, 266, 110, 74, 268, 270, 272, 274] source: तब हम लोग तुझ से न मुड़ेंगे: तू हमको जिला, और हम तुझ से प्रार्थना कर सकेंगे। target: [276, 30, 278, 280, 282, 284, 110, 74, 286, 206, 26, 30, 34, 288, 290, 292] source: उन्होंने कहा, “तूने हमको बचा लिया है; हमारे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि हम पर बनी रहे, और हम फ़िरौन के दास होकर रहेंगे।” target: [294, 296, 298, 166, 300, 302, 198, 304, 306, 308, 166, 310, 312] source: और हमारे साथ ब्याह किया करो; अपनी बेटियाँ हमको दिया करो, और हमारी बेटियों को आप लिया करो। target: [8, 314, 316, 318, 320, 322, 166, 324, 26, 8, 322, 326, 328] source: तूने हमको जाल में फँसाया; और हमारी कमर पर भारी बोझ बाँधा था; target: [110, 74, 330, 332, 110, 8, 334, 336, 338, 340] source: याबेश के वृद्ध लोगों ने उससे कहा, “हमें सात दिन का अवसर दे तब तक हम इस्राएल के सारे देश में दूत भेजेंगे। और यदि हमको कोई बचाने वाला न मिलेगा, तो हम तेरे ही पास निकल आएँगे।” target: [342, 344, 346, 348, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 364, 366, 368, 370, 30, 372, 374, 276, 376, 74, 378, 380, 382, 384, 386, 30, 388, 390, 392]
परन्तु तू ही ने हमको द्रोहियों से बचाया है, और हमारे बैरियों को निराश और लज्जित किया है।
[394, 110, 166, 8, 396, 300, 274, 26, 224, 102, 398, 400, 402, 404, 274]
source: और यदि उसके कोई बेटी भी न हो, तो उसका भाग उसके भाइयों को देना। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 6, 8, 20, 6, 22, 24, 26, 28] source: जो मनुष्य बुद्धि के मार्ग से भटक जाए, उसका ठिकाना मरे हुओं के बीच में होगा। target: [30, 32, 34, 22, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: हे मेरे पुत्र, यदि तू शिक्षा को सुनना छोड़ दे, तो तू ज्ञान की बातों से भटक जाएगा। target: [56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 22, 70, 38, 72, 74, 42, 44, 46, 76, 78, 80, 82] source: “तुम क्या समझते हो? यदि किसी मनुष्य की सौ भेड़ें हों, और उनमें से एक भटक जाए, तो क्या निन्यानवे को छोड़कर, और पहाड़ों पर जाकर, उस भटकी हुई को न ढूँढ़ेगा? target: [18, 84, 86, 88, 4, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 16, 84, 44, 114, 26, 116, 118, 80, 120, 6, 122, 124, 26, 126, 12, 128] source: जो बात मैंने तुम से कही थी, ‘दास अपने स्वामी से बड़ा नहीं होता,’ उसको याद रखो यदि उन्होंने मुझे सताया, तो तुम्हें भी सताएँगे; यदि उन्होंने मेरी बात मानी, तो तुम्हारी भी मानेंगे। target: [130, 132, 134, 136, 84, 138, 140, 108, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 16, 44, 136, 170, 164, 172, 156, 104, 160, 58, 174, 26, 176, 44, 178, 174, 8, 170, 180, 182] source: यह विशेष पवित्र भाग सादोक की सन्तान के उन याजकों का हो जो मेरी आज्ञाओं को पालते रहें, और इस्राएलियों के भटक जाने के समय लेवियों के समान न भटके थे। target: [184, 186, 188, 22, 190, 192, 194, 196, 22, 198, 106, 200, 202, 204, 168, 206, 160, 58, 208, 8, 210, 212, 102, 214, 12, 216, 218, 220, 214, 222, 224, 226, 228, 230, 214, 222, 232] source: हे मेरे प्रिय भाइयों, धोखा न खाओ। target: [56, 58, 234, 236, 238, 12, 240] source: तूने अभिमानियों को, जो श्रापित हैं, घुड़का है, वे तेरी आज्ञाओं से भटके हुए हैं। target: [134, 242, 244, 26, 246, 42, 194, 248, 250, 38, 252, 254, 256] source: यहोवा का यह वचन है कि जो भविष्यद्वक्ता मेरी प्रजा को भटका देते हैं, और जब उन्हें खाने को मिलता है तब “शान्ति-शान्ति,” पुकारते हैं, और यदि कोई उनके मुँह में कुछ न दे, तो उसके विरुद्ध युद्ध करने को तैयार हो जाते हैं। target: [104, 258, 22, 260, 194, 262, 264, 26, 266, 268, 168, 270, 184, 272, 42, 274, 276, 186, 46, 278, 280, 282, 168, 16, 44, 104, 190, 284, 8, 286, 288, 168, 290, 292, 186, 22, 294, 52, 296, 152, 298, 6, 22, 300, 44, 302, 8, 304, 288, 306] source: यहूदियों की कथा कहानियों और उन मनुष्यों की आज्ञाओं पर मन न लगाएँ, जो सत्य से भटक जाते हैं। target: [102, 308, 310, 312, 314, 316, 102, 318, 320, 22, 250, 316, 194, 322, 38, 324, 326, 168, 328, 12, 330] source: और सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा।” target: [332, 18, 334, 26, 336, 338, 334, 136, 340, 342] source: और यदि उसके भाई भी न हों, तो उसका भाग चाचाओं को देना। target: [4, 6, 46, 344, 12, 14, 16, 18, 6, 8, 20, 6, 22, 346, 22, 24, 26, 28] source: मैं खोई हुई भेड़ के समान भटका हूँ; तू अपने दास को ढूँढ़ ले, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं को भूल नहीं गया। target: [134, 122, 124, 348, 350, 72, 352, 354, 144, 142, 26, 356, 358, 292, 134, 248, 360, 152, 362, 364] source: “मिद्यानियों को सता, और उन्हें मार; target: [366, 26, 368, 102, 104, 26, 370, 372]
हे मेरे भाइयों, यदि तुम में कोई सत्य के मार्ग से भटक जाए, और कोई उसको फेर लाए।
[56, 58, 236, 4, 374, 178, 106, 322, 22, 36, 38, 72, 376, 102, 374, 6, 26, 378, 380]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: आँगन के द्वार के पर्दे पर बेल बूटे का काम किया हुआ था, और वह नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का; और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े के बने थे; और उसकी लम्बाई बीस हाथ की थी, और उसकी ऊँचाई आँगन की कनात की चौड़ाई के सामान पाँच हाथ की बनी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 10, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 30, 40, 42, 18, 26, 44, 46, 12, 14, 18, 20, 48, 50, 44, 46, 12, 14, 26, 52, 54, 56, 18, 20] source: नीले, बैंगनी और लाल रंग का कपड़ा, सूक्ष्म सनी का कपड़ा, बकरी का बाल, target: [22, 24, 26, 28, 58, 60, 32, 62, 64] source: नीले, बैंगनी और लाल रंग का कपड़ा, सूक्ष्म सनी का कपड़ा; बकरी का बाल, target: [22, 24, 26, 28, 66, 68, 34, 30, 32, 62, 70] source: आँगन की चारों ओर सब पर्दे सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े के बने हुए थे। target: [4, 72, 74, 10, 34, 30, 76, 78, 20] source: फिर उसने आँगन बनाया; और दक्षिण की ओर के लिये आँगन के पर्दे बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के थे, और सब मिलाकर सौ हाथ लम्बे थे; target: [80, 82, 84, 86, 20, 4, 88, 90, 34, 30, 76, 78, 92, 94, 96, 98, 78, 20] source: और जिस-जिस पुरुष के पास नीले, बैंगनी या लाल रंग का कपड़ा या सूक्ष्म सनी का कपड़ा, या बकरी का बाल, या लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालें, या सुइसों की खालें थीं वे उन्हें ले आए। target: [100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 20, 120, 22, 24, 122, 28, 58, 34, 30, 32, 62, 70, 28, 124, 126, 128, 122, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 20] source: और उन्होंने उसके नीचेवाले घेरे में नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े के अनार बनाए। target: [136, 142, 144, 146, 22, 148, 28, 150, 26, 34, 30, 76, 152, 86, 20] source: इन दोनों के हृदय को यहोवा ने ऐसी बुद्धि से परिपूर्ण किया है, कि वे नक्काशी करने और गढ़ने और नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े, और सूक्ष्म सनी के कपड़े में काढ़ने* और बुनने, वरन् सब प्रकार की बनावट में, और बुद्धि से काम निकालने में सब भाँति के काम करें। target: [136, 74, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 22, 148, 28, 66, 26, 34, 30, 166, 26, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 20, 74, 154, 188, 100, 190, 26, 192, 194, 196, 20] source: आँगन के द्वार के लिये एक परदा बनवाना, जो नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े और बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े का कामदार बना हुआ बीस हाथ का हो, उसके खम्भे चार और खाने भी चार हों। target: [4, 198, 200, 10, 12, 56, 202, 20, 204, 10, 22, 148, 28, 150, 26, 34, 36, 38, 30, 206, 202, 26, 204, 208, 210, 170, 202, 20, 212, 214, 216, 26, 214, 218, 220, 20] source: और उसने एपोद को सोने*, और नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का, और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े का बनाया। target: [222, 224, 22, 148, 28, 66, 26, 34, 36, 38, 30, 40, 226, 86, 20] source: फिर उसने बीचवाले पर्दे को नीले, बैंगनी और लाल रंग के सन के कपड़े का बनवाया, और उस पर करूब कढ़वाए। target: [80, 228, 24, 26, 28, 230, 232, 150, 26, 60, 206, 10, 234, 26, 80, 236, 208, 238, 240, 86, 20] source: “सब प्रकार के पृथ्वी पर रेंगनेवाले जन्तु घिनौने हैं; वे खाए न जाएँ। target: [242, 244, 74, 246, 248, 250, 20, 138, 252, 20] source: खम्भों और उनकी कुर्सियों समेत आँगन के पर्दे, और आँगन के द्वार के पर्दे; target: [136, 4, 106, 10, 26, 212, 254, 256, 68, 4, 258, 106, 260] source: और उन्होंने बच्चे को यीशु के पास लाकर उस पर अपने कपड़े डाले और वह उस पर बैठ गया। target: [262, 264, 266, 268, 140, 26, 270, 272, 274, 276, 278, 202, 280, 136, 282, 166, 272, 284, 20]
फिर वे वेदी पर से सब राख उठाकर वेदी पर बैंगनी रंग का कपड़ा बिछाएँ;
[136, 286, 288, 290, 26, 292, 24, 294, 296, 298, 20]
source: तब उनसे कहना, परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : देखो, मैं यूसुफ की लकड़ी को जो एप्रैम के हाथ में है*, और इस्राएल के जो गोत्र उसके संगी हैं, उनको लेकर यहूदा की लकड़ी से जोड़कर उसके साथ एक ही लकड़ी कर दूँगा; और दोनों मेरे हाथ में एक ही लकड़ी बनेंगी। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 10, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 40, 52, 10, 54, 40, 56, 10, 58, 28, 60, 32, 34, 40, 62, 54, 10, 64, 48, 8, 10, 66, 68, 34, 70, 54, 72, 42, 44, 74, 76] source: फिर उन लकड़ियों को एक दूसरी से जोड़कर एक ही कर ले कि वे तेरे हाथ में एक ही लकड़ी बन जाएँ। target: [8, 10, 74, 78, 62, 80, 82, 84, 14, 86, 88, 66, 34, 90, 92, 48, 54, 86, 42, 44, 74, 76] source: जिन लकड़ियों पर तू ऐसा लिखेगा, वे उनके सामने तेरे हाथ में रहें। target: [54, 94, 96, 98, 6, 100, 102, 8, 104, 106, 108, 86, 42, 44, 76] source: जब इस्राएली जंगल में रहते थे, उन दिनों एक मनुष्य विश्राम के दिन लकड़ी बीनता हुआ मिला। target: [110, 112, 114, 44, 116, 84, 118, 10, 74, 120, 122, 40, 124, 44, 94, 126, 128, 130] source: तब उसने वेदी पर लकड़ी को सजाया, और बछड़े को टुकड़े-टुकड़े काटकर लकड़ी पर रख दिया, और कहा, “चार घड़े पानी भर के होमबलि, पशु और लकड़ी पर उण्डेल दो।” target: [48, 94, 10, 132, 48, 134, 10, 136, 138, 140, 94, 98, 142, 48, 144, 146, 148, 150, 40, 152, 140, 154, 32, 156, 48, 158, 98, 160, 162] source: और उस दृढ़ स्थान की चोटी पर ठहराई हुई रीति से अपने परमेश्‍वर यहोवा की एक वेदी बना; तब उस दूसरे बैल को ले, और उस अशेरा की लकड़ी जो तू काट डालेगा जलाकर होमबलि चढ़ा।” target: [48, 18, 164, 166, 40, 88, 168, 170, 40, 98, 172, 174, 74, 176, 178, 48, 180, 182, 134, 10, 184, 48, 180, 10, 186, 32, 188, 62, 190, 10, 6, 192, 194, 140, 154, 32, 156, 196] source: लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालें, सुइसों की खालें; बबूल की लकड़ी, target: [198, 104, 200, 202, 204, 206, 48, 208, 210, 104, 206, 48, 212, 32, 34] source: लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालें, सुइसों की खालें, बबूल की लकड़ी, target: [48, 198, 104, 200, 202, 204, 206, 48, 214, 104, 206, 48, 212, 32, 34] source: “बबूल की लकड़ी का एक सन्दूक बनाया जाए; उसकी लम्बाई ढाई हाथ, और चौड़ाई और ऊँचाई डेढ़-डेढ़ हाथ की हो। target: [54, 212, 32, 34, 216, 74, 218, 220, 190, 32, 222, 224, 42, 48, 226, 228, 42, 48, 230, 228, 42, 232] source: इस प्रकार हीराम सुलैमान की इच्छा के अनुसार उसको देवदार और सनोवर की लकड़ी देने लगा। target: [4, 234, 236, 238, 32, 188, 48, 240, 32, 188, 242, 10, 180, 32, 244, 246, 174, 248] source: हम मोल लेकर पानी पीते हैं, हमको लकड़ी भी दाम से मिलती है। target: [250, 252, 150, 254, 184, 140, 256, 48, 258, 34, 260, 254, 40, 140, 262, 264] source: इसलिए दो बछड़े लाकर हमें दिए जाएँ, और वे एक अपने लिये चुनकर उसे टुकड़े-टुकड़े काटकर लकड़ी पर रख दें, और कुछ आग न लगाएँ; और मैं दूसरे बछड़े को तैयार करके लकड़ी पर रखूँगा, और कुछ आग न लगाऊँगा। target: [54, 260, 266, 134, 268, 48, 54, 164, 88, 74, 134, 270, 272, 48, 54, 10, 136, 138, 140, 158, 40, 98, 274, 276, 278, 280, 282, 48, 28, 284, 134, 286, 288, 48, 54, 10, 158, 98, 64, 276, 278, 280, 290] source: फिर उसने बबूल की लकड़ी की मेज को बनाया; उसकी लम्बाई दो हाथ, चौड़ाई एक हाथ, और ऊँचाई डेढ़ हाथ की थी; target: [180, 236, 212, 32, 34, 216, 74, 292, 294, 180, 32, 222, 266, 42, 48, 180, 32, 226, 74, 42, 48, 180, 32, 230, 228, 42, 296] source: इसी की रीति उसने मन्दिर के प्रवेश-द्वार के लिये भी जैतून की लकड़ी के चौखट के बाजू बनाए, ये चौकोर थे। target: [298, 300, 302, 40, 304, 88, 306, 308, 216, 310, 312, 314, 180, 236, 316, 188, 32, 318, 320]
“हे मनुष्य के सन्तान, एक लकड़ी लेकर उस पर लिख, 'यहूदा की और उसके संगी इस्राएलियों की;' तब दूसरी लकड़ी लेकर उस पर लिख, 'यूसुफ की अर्थात् एप्रैम की, और उसके संगी इस्राएलियों की लकड़ी।'
[322, 120, 40, 324, 6, 74, 34, 184, 48, 54, 40, 98, 326, 328, 48, 54, 40, 330, 332, 334, 336, 74, 338, 34, 184, 48, 180, 98, 326, 340, 342, 38, 32, 344, 48, 54, 40, 330, 346, 50, 40, 348, 334]
source: और जब तक मेरा तेज तेरे सामने होकर चलता रहे तब तक मैं तुझे चट्टान के दरार में रखूँगा, और जब तक मैं तेरे सामने होकर न निकल जाऊँ तब तक अपने हाथ से तुझे ढाँपे रहूँगा; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 4, 42, 44, 46, 26, 28, 48, 50, 52, 54] source: और सावधान रह कि जब तक तू भूमि पर जीवित रहे तब तक लेवियों को न छोड़ना। target: [56, 58, 12, 14, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 60, 62, 76, 78, 80, 82, 84] source: इस्राएली जब तक बसे हुए देश में न पहुँचे तब तक, अर्थात् चालीस वर्ष तक मन्ना को खाते रहे; वे जब तक कनान देश की सीमा पर नहीं पहुँचे तब तक मन्ना को खाते रहे। target: [4, 86, 88, 90, 92, 60, 94, 96, 78, 98, 14, 60, 100, 48, 102, 32, 104, 38, 82, 106, 108, 88, 94, 96, 78, 98, 14, 60, 100, 110, 112, 114, 116, 38, 82, 106] source: और जब तक तुम्हारे संस्कार के दिन पूरे न हों तब तक, अर्थात् सात दिन तक मिलापवाले तम्बू के द्वार के बाहर न जाना, क्योंकि वह सात दिन तक तुम्हारा संस्कार करता रहेगा। target: [14, 60, 118, 120, 44, 122, 124, 82, 126, 128, 74, 60, 130, 132, 122, 60, 62, 134, 44, 136, 44, 138, 140, 142, 82, 144, 146, 148, 132, 150, 38, 100, 152, 154] source: “जब तक यहोवा मिल सकता है तब तक उसकी खोज में रहो, जब तक वह निकट है* तब तक उसे पुकारो; (प्रेरि. 17:27) target: [156, 78, 158, 14, 60, 100, 160, 162, 100, 78, 164, 14, 60, 100, 166, 168] source: सुनो, मैं जंगल के घाट के पास तब तक ठहरा रहूँगा, जब तक तुम लोगों से मुझे हाल का समाचार न मिले।” target: [170, 26, 94, 172, 44, 174, 176, 178, 14, 60, 12, 118, 180, 182, 184, 186, 176, 82, 188] source: उसने न माना, परन्तु जाकर उसे बन्दीगृह में डाल दिया; कि जब तक कर्ज को भर न दे, तब तक वहीं रहे। target: [190, 100, 88, 94, 32, 82, 192, 194, 196, 198, 94, 78, 94, 200, 60, 202, 38, 204, 206, 208, 60, 100, 210, 82, 212, 214] source: मैं तुम से सच कहता हूँ, कि जब तक ये सब बातें न हो लेंगी, तब तक यह लोग जाते न रहेंगे। target: [26, 152, 216, 218, 220, 12, 208, 60, 222, 224, 226, 82, 126, 228, 222, 230, 232, 82, 234] source: और जब तक वह घर बन्द रहे तब तक यदि कोई उसमें जाए तो वह सांझ तक अशुद्ध रहे; target: [14, 60, 100, 236, 238, 240, 74, 60, 148, 182, 94, 236, 38, 242, 100, 244, 60, 246, 248] source: और जब तक मैं उनकी सुधि न लूँ तब तक वहीं रहेंगे, और तब मैं उन्हें लाकर इस स्थान में फिर रख दूँगा, यहोवा की यही वाणी है।” target: [100, 250, 38, 252, 254, 256, 4, 258, 94, 122, 60, 260, 14, 60, 26, 262, 264, 266, 82, 268, 156, 270, 272, 168, 24, 26, 262, 78, 274, 4, 276, 6, 278, 38, 280] source: और यहोवा ने तुझे एक विशेष कार्य करने को भेजा, और कहा, 'जाकर उन पापी अमालेकियों का सत्यानाश कर, और जब तक वे मिट न जाएँ, तब तक उनसे लड़ता रह।' target: [156, 88, 28, 282, 284, 286, 288, 4, 290, 196, 4, 108, 292, 294, 270, 296, 298, 14, 60, 100, 300, 82, 126, 128, 108, 52, 302, 304] source: और न केवल जब तक मैं जीवित रहूँ, तब तक मुझ पर यहोवा की सी कृपा ऐसे करना, कि मैं न मरूं*; target: [4, 306, 308, 186, 310, 312, 186, 68, 156, 32, 314, 316, 148, 26, 318, 82, 320] source: जब और चेले उससे कहने लगे, “हमने प्रभु को देखा है,” तब उसने उनसे कहा, “जब तक मैं उसके हाथों में कीलों के छेद न देख लूँ, और कीलों के छेदों में अपनी उँगली न डाल लूँ, तब तक मैं विश्वास नहीं करूँगा।” target: [322, 324, 88, 326, 78, 328, 330, 332, 78, 334, 326, 88, 336, 338, 340, 60, 342, 344, 346, 14, 60, 26, 94, 44, 348, 38, 350, 44, 352, 354, 356, 82, 358, 4, 64, 360, 108, 362, 38, 204, 198, 82, 364, 366, 368, 350, 370, 372, 374, 4, 376, 50, 94, 32, 378, 380, 82, 382] source: जब वह उसको पिला चुकी, तक कहा, “मैं तेरे ऊँटों के लिये भी तब तक पानी भर-भर लाऊँगी, जब तक वे पी न चुकें।” target: [14, 100, 94, 78, 384, 386, 388, 74, 290, 26, 118, 390, 286, 392, 384, 394, 14, 60, 396, 398, 82, 400]
जब तक मूसा उनसे बात न कर चुका तब तक अपने मुँह पर ओढ़ना डाले रहा।
[14, 402, 108, 52, 226, 298, 404, 24, 48, 406, 68, 408, 204, 410]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
source: “कोई स्त्री पुरुष का पहरावा न पहने, और न कोई पुरुष स्त्री का पहरावा पहने; क्योंकि ऐसे कामों के सब करनेवाले तेरे परमेश्‍वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं*। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 8, 6, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 24, 32, 34, 36, 38] source: यहोवा राजा है; उसने माहात्म्य का पहरावा पहना है; यहोवा पहरावा पहने हुए, और सामर्थ्य का फेटा बाँधे है। इस कारण जगत स्थिर है, वह नहीं टलने का। target: [40, 42, 44, 46, 22, 44, 40, 48, 22, 50, 16, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 16, 64] source: अपने लोगों के दुःख से मैं भी दुःखित हुआ, मैं शोक का पहरावा पहने अति अचम्भे में डूबा हूँ। target: [22, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82] source: परन्तु जूतियाँ पहनो और दो-दो कुर्ते न पहनो।” target: [84, 52, 86, 88, 90, 92, 94, 22, 96] source: दोपहर से लेकर तीसरे पहर तक उस सारे देश में अंधेरा छाया रहा। target: [52, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116] source: मैं बहुत दुःखी हूँ और झुक गया हूँ; दिन भर मैं शोक का पहरावा पहने हुए चलता-फिरता हूँ। target: [118, 120, 16, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134] source: ऐसों को चाहे पुरुष हों, चाहे स्त्री, छावनी से निकालकर बाहर कर दें; कहीं ऐसा न हो कि तुम्हारी छावनी, जिसके बीच मैं निवास करता हूँ, उनके कारण अशुद्ध हो जाए।” target: [136, 16, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 102, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166] source: क्योंकि तू मेरा सामर्थी परमेश्‍वर है, तूने क्यों मुझे त्याग दिया है? मैं शत्रु के अत्याचार के मारे शोक का पहरावा पहने हुए क्यों फिरता रहूँ? target: [168, 170, 16, 172, 174, 144, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 126, 190, 192] source: सांझ को, भोर को, दोपहर को, तीनों पहर मैं दुहाई दूँगा और कराहता रहूँगा और वह मेरा शब्द सुन लेगा। target: [194, 16, 196, 16, 198, 200, 202, 16, 204, 206, 208, 178, 210] source: मैं शोक का पहरावा पहने हुए मानो बिना सूर्य की गर्मी के काला हो गया हूँ। और मैं सभा में खड़ा होकर सहायता के लिये दुहाई देता हूँ। target: [212, 214, 90, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228] source: यह कौन है जो एदोम देश के बोस्रा नगर से लाल वस्त्र पहने हुए चला आता है, जो अति बलवान और भड़कीला पहरावा पहने हुए झूमता चला आता है? “यह मैं ही हूँ, जो धर्म से बोलता और पूरा उद्धार करने की शक्ति रखता हूँ।” target: [230, 232, 52, 234, 236, 126, 238, 240, 52, 242, 244, 246, 126, 248, 126, 250, 252, 254, 256, 258, 126, 260, 262, 264, 144, 266] source: और दोपहर होने पर सारे देश में अंधियारा छा गया, और तीसरे पहर तक रहा। target: [160, 268, 98, 270, 106, 108, 110, 112, 114, 272, 102, 98, 274] source: “यहूदा विलाप करता* और फाटकों में लोग शोक का पहरावा पहने हुए भूमि पर उदास बैठे हैं; और यरूशलेम की चिल्लाहट आकाश तक पहुँच गई है। target: [276, 278, 280, 16, 282, 284, 144, 286, 132, 288, 290, 292, 294] source: जो सुन्दर स्त्री विवेक नहीं रखती, वह थूथन में सोने की नत्थ पहने हुए सूअर के समान है। target: [296, 298, 300, 126, 302, 304, 306, 308, 310, 312]
मैं ऐसी भावना रखता था कि मानो वे मेरे संगी या भाई हैं; जैसा कोई माता के लिये विलाप करता हो, वैसा ही मैंने शोक का पहरावा पहने हुए सिर झुकाकर शोक किया।
[296, 314, 316, 16, 318, 320, 322, 324, 326, 296, 314, 144, 328, 330, 52, 332, 334, 336, 338]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: तू अंतड़ियों के रोग से बहुत पीड़ित हो जाएगा, यहाँ तक कि उस रोग के कारण तेरी अंतड़ियाँ प्रतिदिन निकलती जाएँगी।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 8, 32, 12, 34, 36, 38, 40, 42, 44] source: सोना, चाँदी, पीतल, लोहा, टीन, और सीसा, target: [46, 48, 50, 52, 54, 4, 56] source: उस मूर्ति का सिर तो शुद्ध सोने का था, उसकी छाती और भुजाएँ चाँदी की, उसका पेट और जाँघें पीतल की, target: [32, 58, 60, 62, 64, 66, 60, 68, 70, 10, 72, 74, 70, 76, 78, 80, 82, 70, 60, 84, 74, 70, 34, 86, 88, 90] source: और उसके पति के मन में संदेह उत्‍पन्‍न हो, अर्थात् वह अपनी स्त्री पर जलने लगे और वह अशुद्ध हुई हो; या उसके मन में जलन उत्‍पन्‍न हो*, अर्थात् वह अपनी स्त्री पर जलने लगे परन्तु वह अशुद्ध न हुई हो; target: [92, 32, 34, 94, 34, 96, 98, 100, 102, 104, 4, 70, 106, 108, 14, 100, 110, 112, 114, 70, 116, 20, 118, 120, 32, 14, 122, 124, 100, 110, 28, 70, 106, 108, 14, 100, 126, 92, 70, 116, 128, 130, 132] source: फिर दाऊद ने फाटकों के किवाड़ों की कीलों और जोड़ों के लिये बहुत सा लोहा, और तौल से बाहर बहुत पीतल, target: [4, 134, 136, 138, 76, 140, 34, 142, 144, 4, 146, 34, 142, 148, 150, 152, 154, 156, 4, 88, 34, 158, 10, 160, 162, 164, 68, 166, 88, 168, 150, 170] source: उसने बहुत सी जातियाँ नाश की, और सामर्थी राजाओं को, target: [172, 136, 148, 174, 176, 178, 180, 182, 4, 184, 186, 178, 188, 190] source: और भोर को तड़के सब लोग उसकी सुनने के लिये मन्दिर में उसके पास आया करते थे। target: [4, 192, 194, 32, 60, 196, 198, 142, 200, 98, 202, 32, 34, 204, 206, 208] source: उसके सिर पर पीतल का टोप था; और वह एक पत्तर का झिलम पहने हुए था, जिसका तौल पाँच हजार शेकेल पीतल का था। target: [4, 70, 34, 62, 210, 212, 88, 60, 214, 170, 4, 212, 216, 70, 136, 218, 130, 170, 114, 158, 98, 220, 222, 88, 10, 224] source: चाहे पुरुष के मन में जलन उत्‍पन्‍न हो और वह अपनी स्त्री पर जलने लगे; तो वह उसको यहोवा के सम्मुख खड़ा कर दे, और याजक उस पर यह सारी व्यवस्था पूरी करे। target: [226, 228, 230, 60, 100, 60, 232, 20, 234, 4, 32, 178, 106, 236, 10, 100, 104, 238, 70, 230, 32, 236, 178, 240, 242, 244, 110, 4, 246, 32, 210, 248, 250, 252, 254] source: क्योंकि जलन से पुरुष बहुत ही क्रोधित हो जाता है, और जब वह बदला लेगा तब कोई दया नहीं दिखाएगा।। target: [256, 238, 258, 178, 260, 262, 264, 4, 266, 268, 34, 270, 70, 272, 164, 274] source: और सुलैमान ने बहुत अधिक होने के कारण सब पत्रों को बिना तौले छोड़ दिया, अतः पीतल के तौल का वज़न मालूम न हो सका। target: [276, 136, 248, 278, 280, 128, 282, 70, 284, 286, 288, 28, 70, 88, 34, 290, 60, 292, 128, 294, 296] source: तब उनको भी आशीर्वाद देकर कहा, “बहुत से पशु, और चाँदी, सोना, पीतल, लोहा, और बहुत से वस्त्र और बहुत धन-सम्पत्ति लिए हुए अपने-अपने डेरे को लौट आओ; और अपने शत्रुओं की लूट की सम्पत्ति को अपने भाइयों के संग बाँट लेना।” target: [70, 136, 298, 178, 300, 28, 302, 304, 14, 4, 148, 302, 306, 14, 4, 48, 308, 50, 310, 4, 312, 34, 302, 168, 14, 314, 316, 178, 318, 320, 4, 314, 322, 10, 324, 178, 314, 326, 14, 328, 330] source: और हदादेजेर के तिभत और कून नामक नगरों से दाऊद बहुत सा पीतल ले आया; और उसी से सुलैमान ने पीतल के हौद और खम्भों और पीतल के पात्रों को बनवाया। target: [4, 332, 34, 334, 336, 4, 338, 340, 134, 168, 150, 88, 342, 344, 172, 34, 14, 276, 136, 88, 60, 346, 348, 4, 88, 34, 280, 350] source: “जलन की व्यवस्था यही है, चाहे कोई स्त्री अपने पति को छोड़ दूसरे की ओर फिरके अशुद्ध हो, target: [248, 252, 32, 100, 10, 352, 226, 236, 314, 230, 10, 354, 98, 356, 20, 358, 360, 362, 364, 366]
“बहुत दिन के मरे हुए लोग भी जलनिधि और उसके निवासियों के तले तड़पते हैं।
[368, 370, 34, 372, 374, 194, 376, 98, 4, 32, 98, 378, 380, 34, 382, 384, 386]
source: इस कारण उस समय ज्यों ही सब जाति के लोगों को नरसिंगे, बाँसुरी, वीणा, सारंगी, सितार शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुन पड़ा, त्यों ही देश-देश और जाति-जाति के लोगों और भिन्न-भिन्न भाषा बोलनेवालों ने गिरकर उस सोने की मूरत को जो नबूकदनेस्सर राजा ने खड़ी कराई थी, दण्डवत् की। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 26, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: जिस समय तुम नरसिंगे, बाँसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुनो, तुम उसी समय गिरकर नबूकदनेस्सर राजा की खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत् करो। (दानि. 3:10) target: [58, 60, 6, 8, 10, 14, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 34, 36, 38, 44, 80, 82, 84, 50, 52, 86, 88] source: यदि तुम अभी तैयार हो, कि जब नरसिंगे, बाँसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुनो, और उसी क्षण गिरकर मेरी बनवाई हुई मूरत को दण्डवत् करो, तो बचोगे; और यदि तुम दण्डवत् न करो तो इसी घड़ी धधकते हुए भट्ठे के बीच में डाले जाओगे; फिर ऐसा कौन देवता है, जो तुम को मेरे हाथ से छुड़ा सके*?” (2 राजा. 18: 35) target: [90, 92, 60, 94, 96, 98, 100, 60, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 64, 102, 104, 22, 76, 106, 60, 108, 110, 112, 42, 44, 114, 116, 118, 120, 92, 60, 122, 124, 126, 116, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 128, 142, 144, 146, 148, 150, 152, 154] source: और राजा तेरे रूप की चाह करेगा। क्योंकि वह तो तेरा प्रभु है, तू उसे दण्डवत् कर। target: [156, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182] source: तब यहोशापात भूमि की ओर मुँह करके झुका और सब यहूदियों और यरूशलेम के निवासियों ने यहोवा के सामने गिरकर यहोवा को दण्डवत् किया। target: [184, 186, 188, 190, 192, 64, 194, 66, 196, 198, 200, 44, 202, 34, 204, 206, 208, 210] source: उनकी यह बात सुनकर, अब्राहम के दास ने भूमि पर गिरकर यहोवा को दण्डवत् किया। target: [100, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 106, 224, 188, 226, 228, 230, 122, 232] source: तब उस पुरुष ने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् करके कहा*, target: [106, 34, 234, 236, 206, 238, 210] source: पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो; हे सारी पृथ्वी के लोगों उसके सामने काँपते रहो*! target: [240, 242, 244, 246, 122, 248, 216, 66, 250, 252, 254, 256] source: और चारों प्राणियों ने आमीन कहा, और प्राचीनों ने गिरकर दण्डवत् किया। target: [258, 260, 262, 264, 266, 4, 268, 270, 42, 272, 274, 232] source: तब अब्राहम ने उस देश के निवासियों के सामने दण्डवत् किया। target: [4, 276, 278, 280, 282, 226, 122, 232] source: यहोवा के नाम की महिमा करो; पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो। target: [246, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 244, 206, 208, 248] source: लोग विश्राम और नये चाँद के दिनों में उस फाटक के द्वार* में यहोवा के सामने दण्डवत् करें। target: [278, 32, 298, 300, 302, 108, 304, 306, 308, 206, 238, 310] source: यहोयादा के मरने के बाद यहूदा के हाकिमों ने राजा के पास जाकर उसे दण्डवत् की, और राजा ने उनकी मानी। target: [312, 314, 316, 318, 320, 158, 322, 324, 326, 328, 52, 330, 332, 334] source: पृथ्वी के सब दूर-दूर देशों के लोग उसको स्मरण करेंगे और उसकी ओर फिरेंगे; और जाति-जाति के सब कुल तेरे सामने दण्डवत् करेंगे। target: [66, 336, 196, 338, 340, 342, 64, 344, 346, 348, 66, 350, 352, 354, 122, 356]
हे राजा, तूने तो यह आज्ञा दी है कि जो मनुष्य नरसिंगे, बाँसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुने, वह गिरकर उस सोने की मूरत को दण्डवत् करे;
[358, 60, 360, 362, 364, 366, 368, 370, 48, 372, 6, 8, 10, 14, 16, 64, 102, 374, 22, 376, 224, 378, 38, 44, 380]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 10, 8] source: यहोवा ने मूसा से कहा, target: [12, 4, 14, 16, 18, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 14, 20, 22, 8] source: यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 14, 20, 22, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [24, 4, 14, 26, 18, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [28, 4, 6, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [12, 4, 14, 20, 22, 8] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8] source: मूसा ने यहोवा से कहा, target: [30, 32, 20, 22, 8]
फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
[10, 4, 14, 26, 18, 8]
source: क्योंकि तुम परमेश्‍वर की आज्ञा को टालकर मनुष्यों की रीतियों को मानते हो।” target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 12, 24, 26, 28] source: और भक्तों ने स्तिफनुस को कब्र में रखा; और उसके लिये बड़ा विलाप किया। target: [30, 32, 16, 34, 12, 36, 38, 40, 8, 42, 44, 46, 48] source: जो आज्ञा यहोवा ने मूसा के द्वारा साढ़े नौ गोत्रों के लिये दी थी, उसके अनुसार उनके भाग चिट्ठी डाल डालकर दिए गए। target: [38, 50, 52, 54, 12, 56, 58, 60, 62, 16, 64, 8, 66, 68, 70, 72, 12, 10, 74, 76] source: तब यहोशू ने आज्ञा दी, “गुफा का मुँह खोलकर उन पाँचों राजाओं को मेरे पास निकाल ले आओ।” target: [78, 80, 16, 82, 84, 8, 86, 12, 88, 38, 84, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104] source: वह तीर से भगाया नहीं जाता, गोफन के पत्थर उसके लिये भूसे से ठहरते हैं*। target: [106, 40, 12, 108, 110, 112, 114, 8, 116, 40, 8, 42, 118, 120, 122, 124] source: स्तिफनुस अनुग्रह और सामर्थ्य से परिपूर्ण होकर लोगों में बड़े-बड़े अद्भुत काम और चिन्ह दिखाया करता था। target: [34, 126, 38, 128, 52, 130, 132, 134, 136, 138, 140, 38, 142, 32, 8, 144, 146, 76] source: इनके लिये अर्थात् पूरी सेना के लिये उज्जियाह ने ढालें, भाले, टोप, झिलम, धनुष और गोफन के पत्थर *तैयार किए। target: [38, 148, 16, 150, 20, 152, 154, 42, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 164, 168, 170, 172] source: और वह अपना मुँह खोलकर उन्हें यह उपदेश देने लगा : target: [40, 174, 12, 92, 176, 178, 180] source: यह बात सारी मण्डली को अच्छी लगी, और उन्होंने स्तिफनुस नामक एक पुरुष को जो विश्वास और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण था, फिलिप्पुस, प्रुखुरुस, नीकानोर, तीमोन, परमिनास और अन्ताकिया* वासी नीकुलाउस को जो यहूदी मत में आ गया था, चुन लिया। target: [92, 182, 152, 184, 12, 186, 188, 38, 150, 16, 34, 190, 8, 192, 194, 12, 196, 198, 38, 200, 202, 52, 130, 204, 38, 206, 208, 210, 212, 214, 38, 216, 12, 218, 220, 222, 224, 226, 204, 38, 228, 230, 232, 12, 234, 236, 220, 76] source: और उसने मेज के लिये सोने के चार कड़े ढालकर उन चारों कोनों में लगाया, जो उसके चारों पायों पर थे। target: [238, 16, 40, 8, 42, 240, 8, 242, 244, 246, 134, 248, 38, 238, 16, 150, 250, 12, 40, 8, 252, 254, 256, 258, 252, 260, 256, 262, 264, 266] source: हे भाइयों, तुम स्तिफनास के घराने को जानते हो, कि वे अखाया के पहले फल हैं, और पवित्र लोगों की सेवा के लिये तैयार रहते हैं। target: [268, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 146, 282, 284, 286, 288, 226, 290, 292, 132, 294, 40, 296, 226, 298, 300, 302, 38, 150, 16, 304, 20, 306, 308, 310] source: चाहे बहुतों का भाग हो चाहे थोड़ों का हो, जो-जो भाग बाँटे जाएँ वह चिट्ठी डालकर बाँटे जाएँ।” target: [312, 314, 52, 316, 318, 38, 320, 144, 322, 324] source: “यदि मेरी भूमि मेरे विरुद्ध दुहाई देती हो, और उसकी रेघारियाँ मिलकर रोती हों; target: [326, 328, 316, 16, 98, 330, 332, 58, 334, 38, 40, 8, 336, 338, 340, 342] source: फिर दाऊद ने अपनी थैली में हाथ डालकर उसमें से एक पत्थर निकाला, और उसे गोफन में रखकर पलिश्ती के माथे पर ऐसा मारा कि पत्थर उसके माथे के भीतर घुस गया, और वह भूमि पर मुँह के बल गिर पड़ा। target: [38, 344, 16, 346, 348, 144, 350, 264, 134, 40, 8, 90, 192, 116, 352, 38, 114, 144, 354, 134, 356, 8, 358, 12, 360, 362, 222, 40, 116, 238, 8, 358, 144, 364, 366, 38, 40, 86, 8, 368, 370, 256, 372, 374]
मैं मुँह खोलकर हाँफने लगा, क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं का प्यासा था।
[274, 376, 86, 378, 134, 380, 382, 222, 274, 384, 386, 12, 388, 76]
source: “तो भी, यहोवा की यह वाणी है, उन दिनों में भी मैं तुम्हारा अन्त न कर डालूँगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28] source: उसने उन जातियों के घिनौने कामों के अनुसार, जिनको यहोवा ने इस्राएलियों के सामने देश से निकाल दिया था, वह किया, जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था*। target: [30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 30, 76, 78, 80, 82] source: तब यहोवा की इन्हीं सब आज्ञाओं के अनुसार जो उसने मूसा के द्वारा दी थीं हारून और उसके पुत्रों ने किया। target: [84, 86, 30, 88, 90, 92, 94, 96, 8, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: यहोयाकीम के और सब काम जो उसने किए, वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं? target: [110, 112, 32, 114, 62, 116, 118, 120, 122, 124, 126, 128, 130] source: हे सेनाओं के यहोवा, तेरे निवास क्या ही प्रिय हैं! target: [132, 134, 136, 138, 140, 142, 144, 146, 148, 150, 130] source: फिर यहोवा ने मुझे चार लोहार दिखाए। target: [152, 30, 154, 156, 158, 160] source: रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, target: [162, 164, 166, 168] source: मैं यहोवा की दुहाई देता, मैं यहोवा से गिड़गिड़ाता हूँ, target: [12, 170, 172, 174, 176, 178, 12, 170, 172, 180, 182, 184] source: और सब लोग मिलकर बोल उठे, “जो कुछ यहोवा ने कहा है वह सब हम नित करेंगे।” लोगों की यह बातें मूसा ने यहोवा को सुनाईं। target: [186, 98, 188, 190, 192, 194, 196, 98, 198, 200, 202, 174, 204, 206, 208] source: उसने वह किया, जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था, अर्थात् उन जातियों के घिनौने कामों के अनुसार जिनको यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से देश से निकाल दिया था। target: [210, 58, 212, 214, 216, 24, 218, 216, 220, 88, 222, 30, 224, 78, 80, 226, 228, 230, 60, 232, 62] source: उसने ठीक अपने पिता के समान वह किया, जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है। target: [234, 170, 236, 212, 214, 238, 240, 46] source: यहूदा के राजा हिजकिय्याह का लेख जो उसने लिखा जब वह रोगी होकर चंगा हो गया था, वह यह है: target: [242, 244, 246, 248, 250, 252, 186, 254, 256, 258, 44, 260, 262, 182, 264] source: यहूदियों के गोत्र का भाग तो उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा।। target: [266, 268, 270, 226, 272, 274, 276] source: चाँदी तो मेरी है, और सोना भी मेरा ही है, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है। target: [278, 280, 282, 284, 280, 286, 24, 134, 26, 28]
उसने यहोयाकीम के सब कामों के अनुसार वही किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है।
[288, 290, 292, 294, 296, 96, 298, 300, 212, 214, 32, 216, 302, 304, 46]
source: मैं समुद्र को उसके हाथ के नीचे और महानदों को उसके दाहिने हाथ के नीचे कर दूँगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 6, 14, 8, 16, 18] source: परन्तु न्याय को नदी के समान, और धर्म को महानद के समान बहने दो। target: [20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36] source: इसलिए हमें शान्ति हुई; और हमारी इस शान्ति के साथ तीतुस के आनन्द के कारण और भी आनन्द हुआ क्योंकि उसका जी तुम सब के कारण हरा भरा हो गया है। target: [38, 40, 42, 44, 46, 12, 40, 42, 48, 50, 20, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80] source: वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी की छोर तक प्रभुता करेगा। target: [82, 84, 12, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100] source: मिस्र नील नदी के समान बढ़ता है, उसका जल महानदों का सा उछलता है। वह कहता है, मैं चढ़कर पृथ्वी को भर दूँगा, मैं नगरों को उनके निवासियों समेत नाश कर दूँगा। target: [102, 104, 106, 108, 110, 46, 12, 112, 114, 106, 116, 26, 118, 120, 122, 124, 126, 4, 116, 128, 4, 130, 132, 134, 4, 136, 26, 138, 140, 142, 144] source: हे यहोवा, महानदों का कोलाहल हो रहा है*, महानदों का बड़ा शब्द हो रहा है, महानद गरजते हैं। target: [146, 148, 150, 152, 154, 156, 158, 152, 154, 160, 162, 164, 166, 12, 168, 170] source: जिसके लिये उसने तुम्हें हमारे सुसमाचार के द्वारा बुलाया, कि तुम हमारे प्रभु यीशु मसीह की महिमा को प्राप्त करो। target: [138, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 200, 122] source: और किलिकिया और पंफूलिया के निकट के समुद्र में होकर लूसिया* के मूरा में उतरे। target: [202, 26, 204, 206, 208, 210, 194, 212, 214, 216, 218, 220] source: मेरे सोच-विचार उसको प्रिय लगे, क्योंकि मैं तो यहोवा के कारण आनन्दित रहूँगा। target: [222, 224, 226, 228, 230, 232, 234, 56, 236] source: हम राजा को निश्चय करा देते हैं कि यदि वह नगर बसाया जाए और उसकी शहरपनाह बन चुके, तब इसके कारण महानद के इस पार तेरा कोई भाग न रह जाएगा।” target: [238, 240, 242, 244, 146, 246, 12, 248, 250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270] source: उसके घुड़कने से महानद सूख जाते हैं, वह सब नदियों को सुखा देता है; बाशान और कर्मेल कुम्हलाते और लबानोन की हरियाली जाती रहती है। target: [124, 208, 272, 12, 226, 274, 276, 124, 278, 280, 282, 284, 286, 26, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300] source: “किसी महाजन के दो देनदार थे, एक पाँच सौ, और दूसरा पचास दीनार देनदार था। target: [302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322, 26, 324, 326, 328, 330, 332] source: वैसे ही तुम भी आनन्दित हो, और मेरे साथ आनन्द करो। target: [12, 334, 336, 56, 338, 26, 340, 56, 342] source: और जो कुछ तुम मेरे नाम से माँगोगे, वही मैं करूँगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो। target: [344, 346, 348, 190, 350, 352, 354, 356, 358, 360, 362, 364, 90, 4, 144]
उसने समुद्र को सूखी भूमि कर डाला; वे महानद में से पाँव-पाँव पार उतरे। वहाँ हम उसके कारण आनन्दित हुए,
[172, 366, 368, 370, 372, 374, 90, 376, 378, 380, 382, 384, 238, 386, 56, 388]
source: हम लोगों ने शहरपनाह को बनाया; और सारी शहरपनाह आधी ऊँचाई तक जुड़ गई। क्योंकि लोगों का मन उस काम में नित लगा रहा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32] source: जब सम्बल्लत और तोबियाह और अरबियों, अम्मोनियों और अश्दोदियों ने सुना, कि यरूशलेम की शहरपनाह की मरम्मत होती जाती है, और उसमें के नाके बन्द होने लगे हैं, तब उन्होंने बहुत ही बुरा माना; target: [34, 36, 38, 40, 26, 24, 42, 44, 30, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 46, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 32] source: जब सम्बल्लत ने सुना कि यहूदी लोग शहरपनाह को बना रहे हैं, तब उसने बुरा माना, और बहुत रिसियाकर यहूदियों को उपहास में उड़ाने लगा। target: [6, 14, 16, 82, 84, 58, 60, 86, 72, 88, 90, 92, 46, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 32] source: तब नगर की शहरपनाह में दरार की गई, और दोनों दीवारों के बीच जो फाटक राजा की बारी के निकट था उस मार्ग से सब योद्धा रात ही रात निकल भागे यद्यपि कसदी नगर को घेरे हुए थे, राजा ने अराबा का मार्ग लिया। target: [108, 110, 14, 112, 114, 116, 118, 46, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 12, 138, 140, 142, 144, 110, 146, 148, 150, 152, 56, 32, 154, 156, 158, 160, 32] source: परन्तु बिना शहरपनाह के गाँवों के घर तो देश के खेतों के समान गिने जाएँ; उनका छुड़ाना भी हो सकेगा, और वे जुबली के वर्ष में छूट जाएँ। target: [34, 162, 164, 166, 168, 170, 14, 172, 174, 176, 178, 180, 32, 182, 184, 186, 188, 46, 190, 192, 182, 194, 196, 180, 32] source: और वे तेरे परमेश्‍वर यहोवा के दिये हुए सारे देश के सब फाटकों के भीतर तुझे घेर रखेंगे; वे तेरे सब फाटकों के भीतर तुझे उस समय तक घेरेंगे, जब तक तेरे सारे देश में तेरी ऊँची-ऊँची और दृढ़ शहरपनाहें जिन पर तू भरोसा करेगा गिर न जाएँ। target: [198, 200, 202, 204, 206, 46, 208, 38, 210, 212, 214, 216, 218, 26, 220, 32, 222, 214, 224, 226, 228, 230, 232, 12, 234, 212, 218, 26, 220, 32] source: ये सब नगर गढ़वाले थे, और उनके ऊँची-ऊँची शहरपनाह, और फाटक, और बेंड़े थे, और इनको छोड़ बिना शहरपनाह के भी बहुत से नगर थे। target: [236, 12, 238, 240, 242, 244, 246, 46, 248, 126, 250, 56, 32, 252, 14, 254, 256, 250, 258, 56, 32] source: और तू कहेगा कि मैं बिन शहरपनाह के गाँवों के देश पर चढ़ाई करूँगा; मैं उन लोगों के पास जाऊँगा जो चैन से निडर रहते हैं; जो सबके सब बिना शहरपनाह और बिना बेड़ों और पल्लों के बसे हुए हैं; target: [108, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 32, 276, 278, 280, 282, 284, 274, 32, 286, 74, 12, 170, 14, 288, 290, 292, 46, 294, 296, 298, 258, 278, 220, 32] source: तराई के फाटक की मरम्मत हानून और जानोह के निवासियों ने की; उन्होंने उसको बनाया, और उसके ताले, बेंड़े और पल्ले लगाए, और हजार हाथ की शहरपनाह को भी अर्थात् कूड़ाफाटक तक बनाया। target: [300, 46, 302, 304, 306, 308, 40, 106, 32, 212, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 46, 322, 324, 32, 212, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 14, 40, 106, 32] source: फिर उज्जियाह ने यरूशलेम में कोने के फाटक और तराई के फाटक और शहरपनाह के मोड़ पर गुम्मट बनवाकर दृढ़ किए। target: [338, 340, 342, 344, 346, 308, 46, 348, 350, 352, 258, 354, 324, 46, 356, 276, 358, 32] source: फिर हिजकिय्याह ने हियाव बाँधकर शहरपनाह जहाँ कहीं टूटी थी, वहाँ-वहाँ उसको बनवाया, और उसे गुम्मटों के बराबर ऊँचा किया और बाहर एक और शहरपनाह बनवाई, और दाऊदपुर में मिल्लो को दृढ़ किया। और बहुत से हथियार और ढालें भी बनवाईं। target: [360, 362, 106, 46, 50, 12, 130, 16, 106, 32, 364, 354, 366, 368, 46, 370, 372, 38, 258, 374, 106, 32, 376, 378, 380, 382, 384, 258, 364, 386, 388, 46, 364, 390, 392, 394, 46, 396, 324, 32] source: फिर उसने ऊपरवाले और नीचेवाले दोनों बेथोरोन को शहरपनाह और फाटकों और बेंड़ों से दृढ़ किया। target: [364, 398, 400, 402, 46, 404, 400, 406, 408, 296, 46, 248, 410, 412, 106, 32] source: जब शहरपनाह बन गई, और मैंने उसके फाटक खड़े किए, और द्वारपाल, और गवैये, और लेवीय लोग ठहराये गए, target: [130, 24, 414, 60, 416, 418, 420, 422, 424, 426, 46, 428, 430, 46, 432, 434, 436] source: तब याजकों और लेवियों ने अपने-अपने को शुद्ध किया; और उन्होंने प्रजा को, और फाटकों और शहरपनाह को भी शुद्ध किया। target: [438, 46, 440, 442, 444, 388, 100, 212, 446, 294, 296, 46, 448, 444, 358, 32]
जब सम्बल्लत, तोबियाह और अरबी गेशेम और हमारे अन्य शत्रुओं को यह समाचार मिला, कि मैं शहरपनाह को बनवा चुका; और यद्यपि उस समय तक भी मैं फाटकों में पल्ले न लगा चुका था, तो भी शहरपनाह में कोई दरार न रह गई थी।
[416, 14, 312, 450, 452, 46, 454, 170, 456, 458, 460, 460, 62, 462, 46, 464, 466, 468, 470, 472, 474, 476, 416, 294, 478, 480, 482, 484, 486, 32]
source: वह मेरी महिमा करेगा, क्योंकि वह मेरी बातों में से लेकर तुम्हें बताएगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28] source: वहाँ तुम अपनी चालचलन और अपने सब कामों को जिनके करने से तुम अशुद्ध हुए हो स्मरण करोगे, और अपने सब बुरे कामों के कारण अपनी दृष्टि में घिनौने ठहरोगे। target: [30, 32, 34, 36, 38, 34, 40, 42, 44, 46, 48, 32, 50, 52, 54, 56, 38, 32, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 32, 70, 58, 24, 72, 48, 74, 76] source: हे यरूशलेम, यहोवा की प्रशंसा कर! हे सिय्योन, अपने परमेश्‍वर की स्तुति कर! target: [78, 80, 82, 6, 84, 86, 78, 88, 90, 92, 94, 96, 98] source: जो कुछ पिता का है, वह सब मेरा है; इसलिए मैंने कहा, कि वह मेरी बातों में से लेकर तुम्हें बताएगा। target: [18, 100, 102, 68, 104, 6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 26, 118, 120, 122, 8, 124, 126, 22, 128, 38, 130, 44, 26, 28] source: हे यहोवा, अपनी भलाई के कारण मेरी जवानी के पापों और मेरे अपराधों को स्मरण न कर*; अपनी करुणा ही के अनुसार तू मुझे स्मरण कर। target: [132, 134, 64, 136, 38, 124, 138, 44, 140, 142, 144, 78, 146, 58, 148, 150, 152, 58, 154, 64, 66, 156, 10, 140, 144] source: कोई कहेगा, 'मैं यहोवा का हूँ,' कोई अपना नाम याकूब रखेगा, कोई अपने हाथ पर लिखेगा, 'मैं यहोवा का हूँ,' और अपना कुलनाम इस्राएली बताएगा।” target: [158, 160, 162, 82, 6, 164, 158, 90, 166, 44, 168, 64, 170, 172, 174, 158, 90, 176, 178, 180, 182, 184, 38, 166, 44, 186, 64, 170, 94, 188, 14] source: परन्तु वहाँ भी यदि तुम अपने परमेश्‍वर यहोवा को ढूँढ़ोगे, तो वह तुमको मिल जाएगा, शर्त यह है कि तुम अपने पूरे मन से और अपने सारे प्राण से उसे ढूँढ़ो। target: [190, 32, 30, 82, 90, 92, 94, 192, 56, 38, 32, 18, 44, 194, 196, 32, 90, 198, 200, 202, 38, 90, 198, 204, 202, 206, 94, 208, 210] source: वरन् कोई कह सकता है, “तुझे विश्वास है, और मैं कर्म करता हूँ।” तू अपना विश्वास मुझे कर्म बिना दिखा; और मैं अपना विश्वास अपने कर्मों के द्वारा तुझे दिखाऊँगा। target: [212, 214, 158, 216, 122, 218, 220, 222, 120, 38, 124, 220, 224, 226, 156, 228, 222, 42, 172, 230, 10, 232, 38, 116, 34, 42, 202, 234, 228, 222, 236] source: फिर जब वह मुर्दों में से जी उठा फिर उसके चेलों को स्मरण आया कि उसने यह कहा था; और उन्होंने पवित्रशास्त्र और उस वचन की जो यीशु ने कहा था, विश्वास किया। target: [238, 64, 240, 242, 172, 244, 206, 64, 246, 44, 54, 248, 122, 238, 250, 252, 254, 216, 256, 112, 114, 130, 250, 258, 260, 262, 38, 68, 254, 238, 250, 264, 130, 178, 222, 266] source: स्मरण कर, कि तूने मुझ को गुँधी हुई मिट्टी के समान बनाया, क्या तू मुझे फिर धूल में मिलाएगा? target: [54, 268, 122, 156, 10, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 156, 10, 190, 274, 48, 284, 286] source: “उसके कामों की महिमा और प्रशंसा करने को स्मरण रख, जिसकी प्रशंसा का गीत मनुष्य गाते चले आए हैं। target: [206, 64, 42, 94, 12, 288, 54, 290, 292, 94, 96, 6, 294, 296, 298, 226] source: तब जो वाचा मैंने याकूब के संग बाँधी थी उसको मैं स्मरण करूँगा, और जो वाचा मैंने इसहाक से और जो वाचा मैंने अब्राहम से बाँधी थी उनको भी स्मरण करूँगा, और इस देश को भी मैं स्मरण करूँगा। target: [300, 302, 304, 116, 168, 64, 202, 38, 302, 304, 116, 306, 64, 202, 38, 308, 64, 202, 310, 312, 206, 44, 54, 314, 38, 206, 316, 44, 318, 116, 54, 320] source: लेवीय याजकों के पास और उन दिनों के न्यायियों के पास जाकर पूछ-ताछ करना, कि वे तुमको न्याय की बातें बताएँ। target: [32, 130, 322, 324, 38, 326, 64, 220, 328, 330, 332, 334, 336, 130, 338, 48, 340, 18, 26, 206, 342, 6, 344, 346] source: मैंने प्राचीनकाल के दिनों को, और युग-युग के वर्षों को सोचा है। target: [116, 348, 338, 178, 38, 90, 350, 64, 352, 178, 354]
प्राचीनकाल के दिनों को स्मरण करो, पीढ़ी-पीढ़ी के वर्षों को विचारों; अपने बाप से पूछो, और वह तुमको बताएगा; अपने वृद्ध लोगों से प्रश्न करो, और वे तुझ से कह देंगे।
[356, 338, 44, 54, 358, 360, 64, 338, 178, 362, 358, 90, 104, 172, 364, 18, 234, 366, 90, 368, 370, 18, 234, 372]
source: यदि तुम्हारी दशा मेरी सी होती, तो मैं भी तुम्हारी सी बातें कर सकता; मैं भी तुम्हारे विरुद्ध बातें जोड़ सकता, और तुम्हारे विरुद्ध सिर हिला सकता। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 34, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52] source: हँसी के समय भी मन उदास हो सकता है, और आनन्द के अन्त में शोक हो सकता है। target: [54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 34, 68, 70, 72, 64, 74, 52] source: नीकुदेमुस ने उसको उत्तर दिया, “ये बातें कैसे हो सकती हैं?” target: [76, 78, 80, 34, 82, 10, 84, 86, 88, 64, 90, 92] source: सूर्य उदय होकर अस्त भी होता है, और अपने उदय की दिशा को वेग से चला जाता है। target: [94, 96, 34, 98, 100, 102, 104, 6, 106, 108, 110, 52] source: यीशु ने उससे कहा, “यदि तू कर सकता है! यह क्या बात है? विश्वास करनेवाले के लिये सब कुछ हो सकता है।” target: [112, 114, 116, 118, 120, 32, 122, 124, 92, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 140] source: यहोवा के पराक्रम के कामों का वर्णन कौन कर सकता है, या उसका पूरा गुणानुवाद कौन सुना सकता है? target: [142, 144, 146, 148, 150, 32, 74, 152, 154, 132, 156, 146, 148, 158, 32, 74, 160] source: उसने कहा, “जो मनुष्य से नहीं हो सकता, वह परमेश्‍वर से हो सकता है।” target: [112, 78, 162, 164, 130, 166, 134, 168, 170, 172, 174, 136, 138, 140] source: सूर्य उदय होते ही वे चले जाते हैं और अपनी माँदों में विश्राम करते हैं। target: [176, 94, 96, 178, 180, 34, 182, 184, 186, 52] source: उसने उससे कहा, “मैं न तो तेरे संग लौट सकता, और न तेरे संग घर में जा सकता हूँ और न मैं इस स्थान में तेरे संग रोटी खाऊँगा, या पानी पीऊँगा। target: [188, 190, 10, 192, 194, 108, 196, 198, 200, 202, 204, 6, 194, 206, 32, 208, 200, 210, 208, 52] source: वे ककड़ी के खेत में खड़े पुतले के समान हैं, पर बोल नहीं सकती; उन्हें उठाए फिरना पड़ता है, क्योंकि वे चल नहीं सकती। उनसे मत डरो, क्योंकि, न तो वे कुछ बुरा कर सकती हैं और न कुछ भला।” target: [212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 212, 18, 232, 234, 236, 34, 178, 238, 240, 242, 244, 114, 246, 52, 248, 250, 230, 212, 252, 254, 236, 200, 202, 212, 256, 258, 260, 32, 262, 140] source: यीशु ने उत्तर दिया, “तुम नहीं जानते कि क्या माँगते हो। जो कटोरा मैं पीने* पर हूँ, क्या तुम पी सकते हो?” उन्होंने उससे कहा, “पी सकते हैं।” target: [264, 112, 78, 266, 34, 116, 268, 270, 272, 274, 276, 278, 280, 282, 52, 270, 284, 210, 286, 288, 210, 290, 292, 294, 34, 296, 212, 82, 10, 298, 292, 300, 140] source: क्योंकि सेनाओं के यहोवा ने युक्ति की है और कौन उसको टाल सकता है? उसका हाथ बढ़ाया गया है, उसे कौन रोक सकता है? target: [230, 302, 304, 260, 306, 308, 310, 138, 52, 82, 148, 312, 74, 160, 314, 316, 318, 138, 34, 320, 148, 322, 138, 160] source: “क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूधपीते बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हाँ, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता। target: [324, 326, 328, 330, 332, 334, 336, 338, 100, 340, 342, 344, 346, 348, 160, 228, 212, 336, 350, 264, 352, 16, 354, 52] source: क्योंकि हम सत्य के विरोध में कुछ नहीं कर सकते, पर सत्य के लिये ही कर सकते हैं। target: [230, 356, 358, 360, 232, 18, 32, 362, 364, 358, 130, 366, 32, 368, 52]
क्या तू राशियों को ठीक-ठीक समय पर उदय कर सकता, या सप्तर्षि को साथियों समेत लिए चल सकता है?
[270, 370, 372, 374, 376, 378, 380, 382, 384, 92, 270, 370, 386, 388, 34, 390, 392, 394, 384, 92]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
source: यहोवा के कहने के अनुसार उन्होंने उसको उसका मांगा हुआ नगर दिया, यह एप्रैम के पहाड़ी देश में का तिम्नत्सेरह है; और वह उस नगर को बसाकर उसमें रहने लगा।। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48] source: तब वे नगर से निकलकर उसके पास आने लगे। target: [50, 52, 26, 54, 56, 58, 42, 60, 62] source: एप्रैम के पहाड़ी देश के रामातैम सोपीम नगर का निवासी एल्काना नामक एक पुरुष था, वह एप्रैमी था, और सूफ के पुत्र तोहू का परपोता, एलीहू का पोता, और यरोहाम का पुत्र था। target: [64, 66, 26, 68, 70, 26, 28, 30, 32, 72, 74, 76, 78, 76, 80, 76, 82, 76, 84, 86, 48] source: तब मूसा ने मनश्शे के पुत्र माकीर के वंश को गिलाद दे दिया, और वे उसमें रहने लगे। target: [88, 90, 92, 94, 96, 98, 16, 100, 102, 104, 44, 46, 106] source: फिर वह सोर और सीदोन के देशों से निकलकर दिकापुलिस देश से होता हुआ गलील की झील पर पहुँचा। target: [88, 108, 110, 112, 114, 42, 96, 116, 118, 120, 122, 124, 96, 110, 126, 128] source: और वह बाहर निकलकर फूट-फूट कर रोने लगा। target: [50, 130, 58, 42, 132, 134] source: तब यिप्तह गिलाद के सब पुरुषों को इकट्ठा करके एप्रैम से लड़ा, एप्रैम जो कहता था, “हे गिलाद‍ियों, तुम तो एप्रैम और मनश्शे के बीच रहनेवाले एप्रैमियों के भगोड़े हो,” और गिलादियों ने उनको मार लिया। target: [88, 136, 138, 140, 92, 142, 42, 26, 144, 146, 148, 42, 140, 150, 152, 154, 156, 158, 160, 162, 92, 26, 164, 146, 42, 166, 168] source: तब अबिय्याह समारैम नामक पहाड़ पर, जो एप्रैम के पहाड़ी देश में है, खड़ा होकर कहने लगा, “हे यारोबाम, हे सब इस्राएलियों, मेरी सुनो। target: [170, 172, 174, 176, 16, 26, 28, 30, 178, 180, 42, 182, 184, 42, 138, 186, 188, 190, 192] source: तब अबिय्याह ने यारोबाम का पीछा करके उससे बेतेल, यशाना और एप्रोन नगरों और उनके गाँवों को ले लिया। target: [194, 196, 170, 198, 200, 42, 202, 204, 42, 206, 42, 208, 190, 210, 212, 214] source: तब वह बाहर निकलकर अपनी रीति के अनुसार जैतून के पहाड़ पर गया, और चेले उसके पीछे हो लिए। target: [216, 108, 218, 220, 222, 224, 174, 226, 228, 230, 232] source: जब आई के राजा ने यह देखा, तब वे फुर्ती करके सवेरे उठे, और राजा अपनी सारी प्रजा को लेकर इस्राएलियों के सामने उनसे लड़ने को निकलकर ठहराए हुए स्थान पर जो अराबा के सामने है पहुँचा; और वह नहीं जानता था कि नगर की पिछली ओर लोग घात लगाए बैठे हैं। target: [234, 236, 238, 240, 242, 244, 42, 140, 246, 248, 250, 96, 252, 56, 58, 224, 254, 186, 26, 256, 16, 258, 260, 262, 264, 266, 16, 26, 268, 270, 272, 224, 274] source: लूत ने सोअर को छोड़ दिया, और पहाड़ पर अपनी दोनों बेटियों समेत रहने लगा; क्योंकि वह सोअर में रहने से डरता था; इसलिए वह और उसकी दोनों बेटियाँ वहाँ एक गुफा में रहने लगे। target: [88, 276, 42, 278, 280, 282, 114, 42, 26, 284, 46, 286, 156, 288, 26, 290, 292, 244, 42, 278, 280, 26, 294, 46, 106] source: फिर वही सीमा उस पहाड़ की चोटी से नेप्तोह नामक सोते को चला गया, और एप्रोन पहाड़ के नगरों पर निकला; फिर वहाँ से बाला को (जो किर्यत्यारीम भी कहलाता है) पहुँचा; target: [296, 172, 298, 300, 302, 304, 224, 306, 308, 310, 42, 222, 224, 202, 174, 312, 314, 296, 302, 304, 224, 316, 16, 318, 320] source: वहाँ पहुँचकर उसने एप्रैम के पहाड़ी देश में नरसिंगा फूँका; तब इस्राएली उसके संग होकर पहाड़ी देश से उसके पीछे-पीछे नीचे गए। target: [234, 322, 26, 28, 30, 146, 324, 326, 42, 328, 186, 330, 26, 332, 56, 334, 42, 10, 336, 48]
तब यारोबाम एप्रैम के पहाड़ी देश के शेकेम नगर को दृढ़ करके उसमें रहने लगा; फिर वहाँ से निकलकर पनूएल को भी दृढ़ किया।
[88, 338, 340, 342, 28, 30, 86, 344, 346, 348, 42, 44, 46, 350, 314, 352, 354, 356]
source: तुखिकुस को मैंने इफिसुस को भेजा है। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14] source: “तुम क्या समझते हो? किसी मनुष्य के दो पुत्र थे; उसने पहले के पास जाकर कहा, ‘हे पुत्र, आज दाख की बारी में काम कर।’ target: [16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 50, 68, 70] source: तब नगर के मंत्री ने लोगों को शान्त करके कहा, “हे इफिसियों, कौन नहीं जानता, कि इफिसियों का नगर महान देवी अरतिमिस के मन्दिर, और आकाश से गिरी हुई मूरत का रखवाला है। target: [72, 74, 76, 78, 80, 52, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 8, 102, 104, 106, 102, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 124] source: मैं तो उनके लिये अपनी व्यवस्था की लाखों बातें लिखता आया हूँ, परन्तु वे उन्हें पराया समझते हैं। target: [6, 126, 128, 130, 132, 134, 136, 138, 24, 140, 142, 144, 146] source: “परन्तु परमेश्‍वर उसका मार्ग समझता है, और उसका स्थान उसको मालूम है। target: [148, 150, 152, 154, 156, 110, 106, 148, 150, 40, 158, 122, 102, 110, 14] source: इसलिए इससे यह भला है कि उसका अपराध क्षमा करो; और शान्ति दो, न हो कि ऐसा मनुष्य उदासी में डूब जाए। (इफि. 4:32) target: [160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 184, 40, 186, 188, 190] source: और उसने उस स्थान का नाम बेतेल रखा; पर उस नगर का नाम पहले लूज़ था। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 172, 196, 206, 208] source: क्या तुम समझते हो कि मैं पृथ्वी पर मिलाप कराने आया हूँ? मैं तुम से कहता हूँ; नहीं, वरन् अलग कराने आया हूँ। target: [6, 210, 212, 214, 216, 218, 106, 220, 18, 22, 222, 224, 6, 18, 226, 6, 228, 230, 232, 218, 14] source: उसने कहा, “हाँ, देता है।” जब वह घर में आया, तो यीशु ने उसके पूछने से पहले उससे कहा, “हे शमौन तू क्या समझता है? पृथ्वी के राजा चुंगी या कर किन से लेते हैं? अपने पुत्रों से या परायों से?” target: [204, 234, 236, 238, 240, 40, 242, 244, 40, 246, 248, 250, 52, 252, 254, 20, 256, 258, 260, 262, 264, 266, 268, 270, 42, 272, 180, 274] source: ये नगर लेवीय कहाती कुलों में से हारून के वंश के लिये थे; क्योंकि पहली चिट्ठी उन्हीं के नाम पर निकली थी। target: [276, 278, 280, 282, 284, 286, 288, 290, 292, 294, 296, 298, 300, 302] source: और उन्होंने उस नगर का नाम इस्राएल के एक पुत्र अपने मूलपुरुष दान के नाम पर दान रखा; परन्तु पहले तो उस नगर का नाम लैश था। target: [304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 36, 318, 172, 196, 192, 320, 322, 202, 324, 192, 326, 196, 328, 38] source: जब अपुल्लोस कुरिन्थुस में था, तो पौलुस ऊपर के सारे देश से होकर इफिसुस में आया और वहाँ कुछ चेले मिले। target: [330, 220, 332, 334, 336, 338, 340, 342, 344, 346, 348, 350, 80, 8, 340, 352, 354, 164, 356, 358, 360] source: याकूब उन सब समेत, जो उसके संग थे, कनान देश के लूज़ नगर को आया। वह नगर बेतेल भी कहलाता है। target: [362, 364, 366, 92, 368, 370, 372, 374, 376, 198, 340, 378, 380, 382, 384, 206, 386] source: यहोवा के भेद को वही जानते हैं जो उससे डरते हैं, और वह अपनी वाचा उन पर प्रगट करेगा। (इफि. 1:9, इफि. 1:18) target: [388, 390, 172, 392, 394, 396, 50, 40, 172, 398, 400]
उन्होंने तो इससे पहले इफिसुस वासी त्रुफिमुस* को उसके साथ नगर में देखा था, और समझते थे कि पौलुस उसे मन्दिर में ले आया है।
[24, 220, 402, 294, 404, 406, 304, 408, 410, 412, 414, 200, 416, 418, 420, 40, 422, 424, 76, 426, 428, 164, 430, 432, 434, 14]
source: “परन्तु अपनी सारी वस्तुओं में से जो कुछ कोई यहोवा के लिये अर्पण करे*, चाहे मनुष्य हो चाहे पशु, चाहे उसकी निज भूमि का खेत हो, ऐसी कोई अर्पण की हुई वस्तु न तो बेची जाए और न छुड़ाई जाए; जो कुछ अर्पण किया जाए वह यहोवा के लिये परमपवित्र ठहरे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 32, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 28, 48, 32, 50, 52, 20, 54, 14, 56, 58, 60, 62, 64, 52] source: इस्राएलियों ने पाप किया है; और जो वाचा मैंने उनसे अपने साथ बँधाई थी उसको उन्होंने तोड़ दिया है, उन्होंने अर्पण की वस्तुओं में से ले लिया, वरन् चोरी भी की, और छल करके उसको अपने सामान में रख लिया है। target: [66, 68, 22, 70, 52, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 88, 52, 84, 90, 78, 92, 94, 96, 98, 100, 84, 102, 104, 106, 108, 110, 68, 112, 88, 52] source: और लेवियों को हारून और उसके पुत्रों के सम्मुख खड़ा करना, और उनको हिलाने की भेंट के लिये यहोवा को अर्पण करना। target: [114, 116, 118, 60, 120, 122, 124, 126, 100, 128, 130, 126, 132, 52, 114, 134, 136, 100, 138, 140, 142, 144, 100, 74, 146, 148, 126, 150, 52] source: और सोने की वस्तुओं के लिये सोना, और चाँदी की वस्तुओं के लिये चाँदी, और कारीगरों से बनानेवाले सब प्रकार के काम के लिये मैं उसे देता हूँ। और कौन अपनी इच्छा से यहोवा के लिये अपने को अर्पण कर देता है*?” target: [152, 154, 156, 158, 160, 100, 162, 154, 156, 158, 164, 100, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 14, 178, 180, 182, 184, 52, 186, 18, 188, 190, 100, 192, 194, 20, 190, 196, 172, 198, 200, 202] source: और तुम अर्पण की हुई वस्तुओं से सावधानी से अपने आप को अलग रखो, ऐसा न हो कि अर्पण की वस्तु ठहराकर बाद में उसी अर्पण की वस्तु में से कुछ ले लो, और इस प्रकार इस्राएली छावनी को भ्रष्ट करके उसे कष्ट में डाल दो। target: [4, 204, 206, 60, 90, 208, 94, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 74, 206, 60, 222, 224, 100, 220, 226, 6, 46, 228, 52, 230, 220, 232, 234, 236, 220, 238, 240, 242, 244, 246, 248, 250, 252, 100, 220, 254, 256, 258, 252, 52] source: और जो सोना चाँदी और पात्र उसके पिता ने अर्पण किए थे, और जो उसने स्वयं अर्पण किए थे, उन सभी को उसने यहोवा के भवन में पहुँचा दिया। target: [260, 262, 264, 90, 208, 180, 100, 266, 268, 270, 90, 78, 272, 274, 276, 58, 278, 280, 52] source: क्योंकि इन लोगों का मन मोटा, और उनके कान भारी हो गए हैं, और उन्होंने अपनी आँखें बन्द की हैं, ऐसा न हो कि वे कभी आँखों से देखें, और कानों से सुनें, और मन से समझें और फिरें, और मैं उन्हें चंगा करूँ।’ (यशा. 6:9-10) target: [282, 284, 286, 288, 290, 12, 88, 52, 292, 294, 296, 298, 88, 52, 84, 300, 302, 78, 98, 304, 292, 300, 306, 308, 310, 100, 110, 294, 312, 310, 100, 110, 314, 316, 310, 100, 318, 320, 100, 182, 74, 322, 324, 326, 328] source: तब तुम में से जितने अपनी-अपनी माँ के जेठे हों उनको, और तुम्हारे पशुओं में जो ऐसे हों उनको भी यहोवा के लिये अर्पण करना; सब नर बच्चे तो यहोवा के हैं। target: [220, 330, 332, 334, 336, 58, 60, 90, 338, 52] source: इसलिए देश के अर्पण किए हुए भाग में से यह उनके लिये अर्पण किया हुआ भाग, अर्थात् परमपवित्र देश ठहरे; और लेवियों की सीमा से लगा रहे। target: [110, 60, 340, 342, 62, 126, 344, 346, 348, 350, 126, 90, 352, 52, 340, 354, 356, 358, 52] source: तब यहोवा ने मूसा से कहा, “लोगों के पास जा और उन्हें आज और कल पवित्र करना*, और वे अपने वस्त्र धो लें, target: [360, 362, 364, 366, 368, 52, 186, 100, 370, 114, 74, 80, 372, 90, 374, 100, 110, 376, 378, 380, 382, 52] source: इस कारण इस्राएली अपने शत्रुओं के सामने खड़े नहीं रह सकते; वे अपने शत्रुओं को पीठ दिखाते हैं, इसलिए कि वे आप अर्पण की वस्तु बन गए हैं। और यदि तुम अपने मध्य में से अर्पण की वस्तु सत्यानाश न कर डालोगे, तो मैं आगे को तुम्हारे संग नहीं रहूँगा। target: [384, 386, 388, 110, 390, 142, 392, 394, 396, 52, 84, 262, 398, 142, 110, 400, 402, 88, 404, 406, 408, 410, 206, 60, 90, 208, 88, 52, 412, 414, 416, 418, 242, 420, 94, 422, 424, 182, 426, 308, 428, 52] source: उसने जो सोना-चाँदी, और पात्र उसके पिता ने अर्पण किए थे, और जो उसने आप अर्पण किए थे, उनको परमेश्‍वर के भवन में पहुँचा दिया। target: [260, 430, 432, 20, 78, 272, 434, 100, 276, 436, 438, 440, 52] source: तब याकूब ने अपने घराने से, और उन सबसे भी जो उसके संग थे, कहा, “तुम्हारे बीच में जो पराए देवता* हैं, उन्हें निकाल फेंको; और अपने-अपने को शुद्ध करो, और अपने वस्त्र बदल डालो; target: [442, 444, 446, 448, 100, 450, 12, 452, 236, 454, 456, 12, 458, 460, 462, 100, 464, 466, 468, 378, 470, 52] source: और तू लेवियों को हारून और उसके पुत्रों को सौंप दे; और वे इस्राएलियों की ओर से हारून को सम्पूर्ण रीति से अर्पण किए हुए हों। target: [114, 472, 136, 100, 474, 476, 478, 52, 386, 480, 482, 190, 484, 486, 190, 74, 488, 126, 490, 88, 52]
लेवियों ने तो अपने को पाप से शुद्ध किया, और अपने वस्त्रों को धो डाला; और हारून ने उन्हें यहोवा के सामने हिलाई हुई भेंट के निमित्त अर्पण किया, और उन्हें शुद्ध करने को उनके लिये प्रायश्चित भी किया।
[492, 192, 466, 494, 100, 376, 378, 496, 166, 498, 74, 58, 60, 146, 148, 126, 500, 100, 260, 74, 466, 502, 292, 60, 504, 506, 52]
source: “बाहर तलवार और भीतर अकाल और मरी हैं; जो मैदान में हो वह तलवार से मरेगा, और जो नगर में हो वह भूख और मरी से मारा जाएगा। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 6, 30, 32, 34, 10, 22, 36, 26, 28, 18, 16, 14, 30, 32, 38] source: और योनातान का पुत्र मरीब्बाल हुआ, और मरीब्बाल से मीका उत्‍पन्‍न हुआ। target: [10, 40, 42, 44, 46, 48, 10, 46, 50, 52, 54] source: और योनातान का पुत्र मरीब्बाल हुआ, और मरीब्बाल से मीका उत्‍पन्‍न हुआ। target: [10, 40, 42, 44, 46, 48, 10, 46, 50, 52, 54] source: इसलिए मैंने तुम से कहा, कि तुम अपने पापों में मरोगे; क्योंकि यदि तुम विश्वास न करोगे कि मैं वही हूँ, तो अपने पापों में मरोगे।” target: [56, 58, 60, 62, 64, 48, 66, 68, 70, 72, 26, 74, 76, 78, 68, 80, 82, 84, 66, 60, 86, 76, 88, 68, 70, 72, 26, 90, 92] source: और कोई अपने जीव में कुढ़कुढ़कर बिना सुख भोगे मर जाता है। target: [10, 94, 96, 98, 100, 102, 26, 90, 104, 10, 94, 106, 82, 108, 110] source: और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएँ परन्तु उसके लिये जो उनके लिये मरा और फिर जी उठा। target: [10, 86, 112, 114, 58, 116, 66, 118, 120, 122, 86, 124, 50, 70, 58, 82, 126, 86, 114, 58, 128, 22, 130, 114, 58, 116, 10, 132, 134, 136] source: क्योंकि उसने मान लिया, कि परमेश्‍वर सामर्थी है, कि उसे मरे हुओं में से जिलाए, इस प्रकार उन्हीं में से दृष्टान्त की रीति पर वह उसे फिर मिला। target: [138, 140, 86, 142, 144, 146, 140, 148, 150, 152, 154, 134, 156, 100, 158, 160, 8, 162, 152, 86, 142, 164, 86, 166, 168, 154, 170, 172] source: “यहोवा यह कहता है कि जो कोई इस नगर में रहेगा वह तलवार, अकाल और मरी से मरेगा; परन्तु जो कोई कसदियों के पास निकल भागे वह अपना प्राण बचाकर जीवित रहेगा। target: [174, 56, 176, 178, 28, 180, 22, 56, 36, 26, 182, 184, 86, 186, 18, 10, 188, 30, 190, 192, 22, 194, 196, 4, 198, 34, 86, 200, 202, 86, 100, 204, 86, 114, 26, 206, 42, 208, 210, 10, 86, 212] source: राजा ने कहा, “एक तो कहती है 'जो जीवित है, वही मेरा पुत्र है, और मरा हुआ तेरा पुत्र है;' और दूसरी कहती है, 'नहीं, जो मरा है वही तेरा पुत्र है, और जो जीवित है, वह मेरा पुत्र है'” target: [214, 216, 142, 218, 220, 222, 8, 66, 224, 226, 228, 8, 10, 116, 230, 56, 42, 8, 10, 232, 222, 8, 66, 224, 226, 228, 8, 10, 116, 230, 56, 234] source: लेवी के पुत्र गेर्शोम, कहात और मरारी। target: [236, 114, 238, 240, 242, 16, 244] source: लेवी के पुत्र गेर्शोन, कहात, और मरारी थे। target: [236, 114, 246, 248, 242, 10, 250] source: लेवी के पुत्र गेर्शोन, कहात और मरारी। target: [236, 114, 238, 248, 242, 16, 244] source: जैसे देह आत्मा बिना मरी हुई है वैसा ही विश्वास भी कर्म बिना मरा हुआ है। target: [252, 176, 254, 256, 50, 258, 260, 8, 262, 176, 80, 264, 50, 258, 260, 110] source: क्योंकि मसीह इसलिए मरा और जी भी उठा कि वह मरे हुओं और जीवितों, दोनों का प्रभु हो। target: [138, 140, 266, 268, 270, 116, 10, 132, 134, 272, 88, 140, 274, 276, 278, 42, 280, 282]
जो दूर हो वह मरी से मरेगा, और जो निकट हो वह तलवार से मार डाला जाएगा; और जो बचकर नगर में रहते हुए घेरा जाए, वह भूख से मरेगा। इस भाँति मैं अपनी जलजलाहट उन पर पूरी रीति से उतारूँगा।
[22, 284, 8, 86, 14, 30, 10, 22, 286, 8, 6, 30, 190, 10, 86, 22, 288, 8, 10, 200, 28, 86, 18, 30, 290, 56, 176, 60, 292, 294, 70, 296, 166, 298, 300]
source: दानिय्येल, गिन्‍नतोन, बारूक; target: [4, 6, 8] source: “जो तुम्हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है, और जो तुम्हें तुच्छ जानता है, वह मुझे तुच्छ जानता है; और जो मुझे तुच्छ जानता है, वह मेरे भेजनेवाले को तुच्छ जानता है।” target: [10, 12, 14, 16, 18, 14, 20, 10, 22, 24, 16, 26, 24, 20, 10, 26, 24, 16, 28, 26, 30, 32, 34] source: उन्होंने उससे पूछा, “वह कहाँ है?” उसने कहा, “मैं नहीं जानता।” target: [36, 38, 40, 42, 44, 46, 16, 48, 50, 52, 54] source: उसने उसके उत्तर में उनसे कहा, “मेरी माता और मेरे भाई ये ही है, जो परमेश्‍वर का वचन सुनते और मानते हैं।” target: [20, 56, 58, 60, 62, 40, 64, 66, 68, 70, 72, 74, 18, 76, 70, 78] source: तब उसने उनसे पूछा, “क्या तुम नाहोर के पोते लाबान को जानते हो?” उन्होंने कहा, “हाँ, हम उसे जानते हैं।” target: [80, 16, 58, 48, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 32, 104] source: पर दुष्टात्मा ने उत्तर दिया, “यीशु को मैं जानती हूँ, और पौलुस को भी पहचानती हूँ; परन्तु तुम कौन हो?” target: [106, 108, 110, 112, 114, 58, 48, 116, 118, 120, 122, 26, 52, 124, 126, 90, 128, 130] source: जो दूत मुझसे बातें करता था, उसने मुझ को उत्तर दिया, “क्या तू नहीं जानता कि ये क्या हैं?” मैंने कहा, “हे मेरे प्रभु मैं नहीं जानता।” target: [16, 132, 26, 48, 134, 136, 138, 140, 52, 142, 144, 146, 148, 150] source: थोमा ने उससे कहा, “हे प्रभु, हम नहीं जानते कि तू कहाँ जाता है; तो मार्ग कैसे जानें?” target: [152, 32, 48, 154, 156, 44, 158, 160, 162, 52, 164, 80, 166, 162, 168, 52, 170] source: यीशु ने उनको उत्तर दिया, “यदि मैं अपनी गवाही आप देता हूँ, तो भी मेरी गवाही ठीक है, क्योंकि मैं जानता हूँ, कि मैं कहाँ से आया हूँ* और कहाँ को जाता हूँ? परन्तु तुम नहीं जानते कि मैं कहाँ से आता हूँ या कहाँ को जाता हूँ। target: [172, 58, 60, 62, 40, 116, 174, 176, 178, 180, 182, 176, 184, 124, 186, 144, 188, 190, 20, 44, 192, 160, 26, 52, 194, 126, 144, 188, 190, 20, 44, 192, 160, 196, 52, 198] source: हे मेरे पुत्र, हे मेरे निज पुत्र! हे मेरी मन्नतों के पुत्र*! target: [200, 202, 204, 200, 202, 206, 204, 200, 202, 208, 204] source: हम जानते हैं कि परमेश्‍वर ने मूसा से बातें की; परन्तु इस मनुष्य को नहीं जानते की कहाँ का है।” target: [210, 212, 214, 160, 162, 52, 216, 218, 220, 222, 160, 162, 52, 54] source: यदि तुम ने मुझे जाना होता, तो मेरे पिता को भी जानते, और अब उसे जानते हो, और उसे देखा भी है।” target: [144, 128, 222, 160, 90, 224, 226, 228, 202, 230, 224, 232, 234, 236, 90, 32, 92, 20, 90, 32, 238, 240] source: उसने मुझसे कहा, “क्या तू नहीं जानता कि ये क्या हैं?” मैंने कहा, “हे मेरे प्रभु, मैं नहीं जानता।” target: [36, 242, 26, 244, 134, 136, 246, 248, 142, 144, 146, 250, 252] source: उसने कहा, “हाँ; परन्तु धन्य वे हैं, जो परमेश्‍वर का वचन सुनते और मानते हैं।” target: [106, 16, 48, 254, 256, 66, 258, 20, 260, 262, 264, 266, 268]
उन्होंने उससे कहा, “तेरा पिता कहाँ है?” यीशु ने उत्तर दिया, “न तुम मुझे जानते हो, न मेरे पिता को, यदि मुझे जानते, तो मेरे पिता को भी जानते।”
[270, 96, 32, 98, 272, 274, 44, 46, 172, 60, 276, 278, 26, 280, 202, 230, 282, 198, 90, 26, 224, 226, 228, 202, 230, 224, 284]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 4, 30, 12, 32, 14, 34, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 50] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 70, 72, 22, 74, 14, 76, 78, 32, 22, 80, 82, 84, 86, 88, 32, 90, 92, 94, 96] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [98, 100, 102, 104, 106, 108, 110, 112, 4, 114, 116] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [4, 118, 120, 122, 124, 4, 126, 128, 78, 130, 132, 134, 136] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [4, 138, 140, 142, 144, 146, 44, 148, 14, 150, 152, 154, 16, 156, 158] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [160, 20, 162, 32, 22, 164, 166, 168, 88, 32, 132, 170, 44, 132, 172, 174, 176, 178] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 198, 96, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [162, 132, 200, 198, 202, 198, 204, 44, 38, 206, 208, 178] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [44, 148, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 230, 232, 116, 78, 234, 236, 238, 240, 98, 80, 242, 244, 246, 248, 250, 96]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[252, 254, 256, 258, 260, 44, 262, 264, 266, 268]
source: एक दिन अय्यूब के बेटे-बेटियाँ बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पी रहे थे; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 18, 32, 34, 36] source: वे यीशु के पास आकर उससे बड़ी विनती करके कहने लगे, “वह इस योग्य है, कि तू उसके लिये यह करे, target: [38, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64, 66, 68, 14, 70, 72, 74, 36] source: तब मैंने रेकाबियों के घराने को दाखमधु से भरे हुए हंडे और कटोरे देकर कहा, “दाखमधु पीओ।” target: [48, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 18, 88, 90, 18, 92, 94, 96, 98, 100, 102] source: और कहने लगा, target: [104, 106] source: वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, “कसदी लोग तीन दल बाँधकर ऊँटों पर धावा करके उन्हें ले गए, और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।” target: [38, 108, 110, 112, 48, 114, 116, 118, 18, 120, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 134, 18, 136, 138, 140, 66, 36, 142, 144, 50, 146, 148, 150, 152, 134, 36, 154, 156, 158, 160, 162, 164, 166, 102] source: वह अपने जनों से कहने लगा, “यहोवा न करे कि मैं अपने प्रभु से जो यहोवा का अभिषिक्त है ऐसा काम करूँ, कि उस पर हाथ उठाऊँ, क्योंकि वह यहोवा का अभिषिक्त है।” target: [104, 168, 170, 106, 172, 174, 176, 178, 180, 174, 182, 184, 186, 116, 188, 190, 76, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 102] source: तब इस्राएल के सब गोत्र दाऊद के पास हेब्रोन में आकर कहने लगे, “सुन, हम लोग और तू एक ही हाड़ माँस हैं। target: [206, 208, 210, 212, 214, 216, 18, 106, 218, 220, 222, 224, 18, 226, 228, 36] source: जब वह राजा से यह वर्णन कर ही रहा था कि एलीशा ने एक मुर्दे को जिलाया, तब जिस स्त्री के बेटे को उसने जिलाया था वही आकर अपने घर और भूमि के लिये दुहाई देने लगी। तब गेहजी ने कहा, “हे मेरे प्रभु! हे राजा! यह वही स्त्री है और यही उसका बेटा है जिसे एलीशा ने जिलाया था।” target: [48, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 34, 184, 246, 248, 238, 240, 242, 250, 252, 254, 256, 258, 18, 260, 70, 58, 262, 264, 266, 36, 268, 106, 270, 272, 274, 276, 136, 278, 280, 282, 18, 284, 286, 288, 290, 292, 232, 238, 240, 242, 244, 34, 102] source: यहोवा ने बिलाम के मुँह में एक बात डाली, और कहा, “बालाक के पास लौट जो, और इस प्रकार कहना।” target: [198, 294, 296, 298, 300, 18, 302, 304, 306, 308, 18, 310, 312, 102] source: उनमें से एक स्त्री कहने लगी, “हे मेरे प्रभु! मैं और यह स्त्री दोनों एक ही घर में रहती हैं; और इसके संग घर में रहते हुए मेरे एक बच्चा हुआ। target: [6, 314, 316, 318, 270, 272, 320, 68, 322, 18, 160, 324, 28, 326, 328, 330, 28, 76, 332, 334, 336, 36] source: उसने उत्तर दिया, “हाँ, मित्रभाव से!” फिर वह कहने लगा, “मुझे तुझ से एक बात कहनी है।” उसने कहा, “कह!” target: [48, 104, 106, 338, 154, 340, 342, 344, 346, 102, 348, 350, 352, 102] source: और यहोवा ने बिलाम से भेंट की, और उसने उसके मुँह में एक बात डाली, और कहा, “बालाक के पास लौट जा, और इस प्रकार कहना।” target: [354, 198, 356, 358, 18, 284, 296, 360, 300, 36, 104, 106, 304, 308, 18, 362, 364, 360, 366, 102] source: “अपने घर में लौट जा और लोगों से कह दे, कि परमेश्‍वर ने तेरे लिये कैसे बड़े-बड़े काम किए हैं।” वह जाकर सारे नगर में प्रचार करने लगा, कि यीशु ने मेरे लिये कैसे बड़े-बड़े काम किए। target: [368, 370, 372, 18, 374, 376, 70, 378, 380, 382, 384, 386, 102] source: और लेवी ने अपने घर में उसके लिये एक बड़ा भोज* दिया; और चुंगी लेनेवालों की और अन्य लोगों की जो उसके साथ भोजन करने बैठे थे एक बड़ी भीड़ थी। target: [48, 388, 42, 70, 390, 28, 332, 392, 394, 396, 398, 400, 402, 404, 116, 34, 328, 406, 408, 116, 410, 412, 414, 416, 418, 34, 36]
वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, “तेरे बेटे-बेटियाँ बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पीते थे,
[38, 108, 110, 112, 48, 114, 116, 118, 18, 120, 420, 16, 18, 422, 20, 424, 426, 26, 28, 30, 18, 428, 32, 34, 36]
source: मन फिराव के योग्य फल लाओ; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16] source: तेरी दुष्टता का फल तुझ जैसे पुरुष के लिये है, और तेरे धर्म का फल भी मनुष्य मात्र के लिये है। target: [18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 22, 34, 36, 14, 38, 40, 42, 44] source: वह मनुष्य की करनी का फल देता है, और प्रत्येक को अपनी-अपनी चाल का फल भुगताता है। target: [46, 48, 50, 52, 10, 54, 10, 56, 58, 60, 62, 64, 32, 66, 52, 60, 58, 10, 68, 56, 14, 70, 72] source: “हे लोगों, मैं तुम को पुकारती हूँ, और मेरी बातें सब मनुष्यों के लिये हैं। target: [74, 76, 78, 80, 82, 84, 86, 32, 40, 42, 28, 88, 90, 92] source: जो धर्म और कृपा का पीछा करता है*, वह जीवन, धर्म और महिमा भी पाता है। target: [94, 34, 32, 96, 36, 98, 100, 30, 50, 102, 34, 32, 104, 106, 72] source: उसमें जीवन था*; और वह जीवन मनुष्यों की ज्योति था। target: [58, 108, 110, 112, 32, 50, 110, 114, 28, 116, 118] source: अब तेरे मन भावने फल तेरे पास से जाते रहे; और सुख-विलास और वैभव की वस्तुएँ तुझ से दूर हुई हैं, और वे फिर कदापि न मिलेगी। target: [22, 120, 14, 22, 122, 124, 126, 128, 130, 132, 32, 134, 136, 22, 122, 138, 140, 32, 142, 144, 146, 148] source: “जो कोई मनुष्यों के सामने मुझे मान लेगा, उसे मैं भी अपने स्वर्गीय पिता के सामने मान लूँगा। target: [150, 152, 154, 156, 26, 10, 158, 160, 162, 164, 166, 78, 38, 168, 170, 158, 94, 172, 108, 30, 50, 36, 162, 174] source: हे मनुष्यों, क्या तुम सचमुच धर्म की बात बोलते हो? और हे मनुष्य वंशियों क्या तुम सिधाई से न्याय करते हो? target: [74, 176, 178, 180, 6, 182, 34, 184, 186, 188, 180, 6, 40, 42, 36, 190, 192, 194, 188] source: यहोवा परमेश्‍वर ने कहा, “किसने तुझे बताया कि तू नंगा है? जिस वृक्ष का फल खाने को मैंने तुझे मना किया था, क्या तूने उसका फल खाया है?” target: [58, 196, 198, 200, 202, 196, 204, 48, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 78, 200, 218, 220, 222, 224, 58, 36, 14, 146, 226, 180, 206, 58, 36, 14, 228, 230] source: देखो, बच्चे यहोवा के दिए हुए भाग हैं*, गर्भ का फल उसकी ओर से प्रतिफल है। target: [232, 234, 236, 238, 240, 242, 244, 36, 14, 246, 248, 30] source: उन लोगों की मूरतें* सोने चाँदी ही की तो हैं, वे मनुष्यों के हाथ की बनाई हुई हैं। target: [250, 10, 252, 254, 256, 82, 242, 258, 114, 10, 260, 262, 264, 266] source: मैं अपना धर्म पकड़े हुए हूँ और उसको हाथ से जाने न दूँगा; क्योंकि मेरा मन जीवन भर मुझे दोषी नहीं ठहराएगा। target: [78, 268, 34, 270, 184, 272, 32, 50, 60, 146, 274, 276, 160, 278, 280, 282, 284, 286, 146, 288] source: कोई मनुष्य दीनता और स्वर्गदूतों की पूजा करके तुम्हें दौड़ के प्रतिफल से वंचित न करे। ऐसा मनुष्य देखी हुई बातों में लगा रहता है और अपनी शारीरिक समझ पर व्यर्थ फूलता है। target: [156, 52, 290, 32, 292, 262, 294, 60, 296, 298, 80, 300, 216, 302, 304, 146, 306, 94, 308, 310, 312, 216, 314, 316, 298, 318, 320, 322, 324, 326, 328, 72]
धर्मी का प्रतिफल जीवन का वृक्ष होता है, और बुद्धिमान मनुष्य लोगों के मन को मोह लेता है।
[330, 36, 14, 110, 36, 214, 30, 32, 94, 332, 334, 50, 336, 10, 338, 60, 340, 342, 72]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 24, 34, 36, 20, 38, 40] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [42, 20, 44, 46, 48, 50, 52, 54] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 56, 58, 4, 6, 60, 62, 64, 66, 20, 68, 70, 72, 34, 74, 76, 78, 80] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [20, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [96, 34, 98, 100, 102, 104, 106, 108] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [110, 24, 112, 114, 116, 104, 118, 120, 20, 122, 124, 126, 16, 128] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [130, 132, 4, 56, 134, 136, 138, 140, 34, 142, 144, 146] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [148, 86, 150, 152, 154, 156, 42, 158] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 56, 160, 162, 164, 162, 166, 20, 168, 170, 172] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [174, 176, 178, 180, 182, 184, 34, 20, 186, 188, 190, 102, 192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 24, 206, 90, 208, 210, 212, 214]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[24, 216, 104, 218, 24, 220, 222, 224]
source: इसलिए तेरी आँखें तेरे दास की गिड़गिड़ाहट और तेरी प्रजा इस्राएल की गिड़गिड़ाहट की ओर ऐसी खुली रहें, कि जब-जब वे तुझे पुकारें, तब-तब तू उनकी सुन ले; target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 10, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38, 40, 42, 44] source: और मैं अन्यजातियों से जो मेरा कहा नहीं मानतीं, क्रोध और जलजलाहट के साथ बदला लूँगा। target: [46, 48, 14, 50, 52, 54, 56, 58, 60, 62, 64] source: प्रभु यहोवा ने मेरा कान खोला है, और मैंने विरोध न किया, न पीछे हटा। target: [66, 68, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 86] source: मैंने तो घबराकर कहा था कि मैं यहोवा की दृष्टि से दूर हो गया। तो भी जब मैंने तेरी दुहाई दी, तब तूने मेरी गिड़गिड़ाहट को सुन लिया। target: [34, 88, 90, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 34, 104, 106, 108, 110, 112, 114, 116] source: मैं तेरे नियमों से नहीं हटा, क्योंकि तू ही ने मुझे शिक्षा दी है। target: [34, 118, 100, 120, 122, 124, 100, 20, 126, 128] source: यहोवा धन्य है; क्योंकि उसने मेरी गिड़गिड़ाहट को सुना है। target: [130, 132, 134, 124, 136, 34, 104, 106, 138] source: मैं तुम अन्यजातियों से यह बातें कहता हूँ। जब कि मैं अन्यजातियों के लिये प्रेरित हूँ, तो मैं अपनी सेवा की बड़ाई करता हूँ, target: [140, 142, 144, 132, 146, 148, 46, 150, 152, 124, 154, 132, 142] source: क्या वह तुझ से बहुत गिड़गिड़ाहट करेगा, या तुझ से मीठी बातें बोलेगा? target: [156, 158, 160, 162, 164, 46, 166, 168, 170, 172] source: उसने अपने द्रोहियों को मारकर पीछे हटा दिया; और उनकी सदा की नामधराई कराई। target: [34, 174, 176, 132, 178, 180, 46, 182, 184] source: परन्तु मेरी करुणा उस पर से ऐसे न हटेगी, जैसे मैंने शाऊल पर से हटा ली थी और उसको तेरे आगे से दूर किया था। target: [98, 186, 188, 132, 190, 192, 194, 196, 132, 198, 200, 38, 202, 100, 204] source: मैंने क्रोध में आकर तेरे लिये राजा बनाये, और फिर जलजलाहट में आकर उनको हटा भी दिया। target: [34, 206, 208, 210, 176, 14, 34, 212, 214] source: तू कहती है, 'मैं निर्दोष हूँ; निश्चय उसका क्रोध मुझ पर से हट जाएगा।' देख, तू जो कहती है कि 'मैंने पाप नहीं किया,' इसलिए मैं तेरा न्याय करूँगा। target: [216, 218, 220, 222, 34, 62, 224, 226, 98, 228, 152, 124, 230, 232, 234] source: तब लोग और उनकी स्त्रियों की ओर से उनके भाई यहूदियों के विरुद्ध बड़ी चिल्लाहट मची। target: [236, 238, 14, 240, 242, 244, 246, 248] source: “अन्यजातियों की चाल मत सीखो, न उनके समान आकाश के चिन्हों* से विस्मित हो, इसलिए कि अन्यजाति लोग उनसे विस्मित होते हैं। target: [250, 252, 254, 256, 258, 260, 262, 264, 14, 34, 266, 268, 270, 272, 260, 274, 276, 278]
लोग उनको पुकारकर कहते हैं, “अरे अशुद्ध लोगों, हट जाओ! हट जाओ! हमको मत छूओ” जब वे भागकर मारे-मारे फिरने लगे, तब अन्यजाति लोगों ने कहा, “भविष्य में वे यहाँ टिकने नहीं पाएँगे।”
[280, 282, 30, 284, 286, 288, 290, 290, 292, 294, 30, 296, 298, 300, 14, 302, 304, 306, 308, 310, 312, 314, 316, 318, 320, 322]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
source: और प्रधान याजक और शास्त्री खड़े हुए तन मन से उस पर दोष लगाते रहे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24] source: जब प्रधान याजक और पुरनिए उस पर दोष लगा रहे थे, तो उसने कुछ उत्तर नहीं दिया। target: [26, 28, 4, 6, 8, 30, 32, 16, 34, 36, 38, 40, 42, 24] source: और वहाँ बहुतों ने उस पर विश्वास किया। target: [44, 46, 48, 50, 52, 24] source: और प्रधान याजकों और हमारे सरदारों ने उसे पकड़वा दिया, कि उस पर मृत्यु की आज्ञा दी जाए; और उसे क्रूस पर चढ़वाया। target: [8, 54, 4, 6, 8, 56, 58, 32, 16, 60, 62, 64, 8, 32, 66, 68, 24] source: क्योंकि वह जानता था, कि प्रधान याजकों ने उसे डाह से पकड़वाया था। target: [70, 72, 74, 76, 78, 4, 80, 12, 82, 84, 86, 88, 90, 92, 94, 96, 24] source: पिलातुस ने उत्तर दिया, “क्या मैं यहूदी हूँ? तेरी ही जाति और प्रधान याजकों ने तुझे मेरे हाथ सौंपा, तूने क्या किया है?” target: [98, 40, 100, 102, 104, 106, 108, 8, 110, 112, 114, 116, 8, 112, 4, 80, 78, 118, 120, 122, 124, 24, 126, 128, 130, 132] source: तब यहूदा इस्करियोती जो बारह में से एक था, प्रधान याजकों के पास गया, कि उसे उनके हाथ पकड़वा दे। target: [134, 136, 138, 140, 142, 144, 4, 146, 148, 150, 152, 32, 154, 84, 156, 158, 24] source: दान के गोत्र का प्रधान योग्ली का पुत्र बुक्की, target: [160, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 162, 138, 140, 174, 176, 166, 178] source: और प्रधान याजक और शास्त्री इस बात की खोज में थे कि उसको कैसे मार डालें, पर वे लोगों से डरते थे। target: [4, 6, 8, 10, 12, 54, 180, 182, 184, 186, 188, 190, 192, 194, 196, 24] source: तब यहूदा इस्करियोती ने, बारह चेलों में से एक था, प्रधान याजकों के पास जाकर कहा, target: [198, 200, 202, 138, 204, 206, 142, 144, 208, 210, 4, 146, 148] source: उस समय से यीशु अपने चेलों को बताने लगा, “मुझे अवश्य है, कि यरूशलेम को जाऊँ, और प्राचीनों और प्रधान याजकों और शास्त्रियों के हाथ से बहुत दुःख उठाऊँ; और मार डाला जाऊँ; और तीसरे दिन जी उठूँ।” target: [212, 214, 216, 218, 220, 222, 224, 226, 228, 8, 4, 6, 8, 230, 232, 234, 236, 238, 240, 8, 242, 244, 246, 248, 182, 250, 252, 24] source: और स्क्किवा* नाम के एक यहूदी प्रधान याजक के सात पुत्र थे, जो ऐसा ही करते थे। target: [254, 256, 138, 140, 104, 258, 260, 262, 264, 266, 196, 24] source: जब मैं यरूशलेम में था, तो प्रधान याजकों और यहूदियों के प्राचीनों ने उस पर दोषारोपण किया और चाहा, कि उस पर दण्ड की आज्ञा दी जाए। target: [28, 268, 270, 272, 4, 260, 8, 274, 276, 278, 280, 282, 120, 284, 286, 8, 288, 290, 282, 292, 294, 296, 52, 24] source: तब पिलातुस ने प्रधान याजकों और लोगों से कहा, “मैं इस मनुष्य में कुछ दोष नहीं पाता।” target: [98, 4, 6, 8, 298, 300, 302, 304, 268, 306, 308, 16, 310, 312]
और प्रधान याजक उस पर बहुत बातों का दोष लगा रहे थे।
[4, 80, 314, 316, 234, 318, 320, 322, 196, 24]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
source: और यहोवा ने यहोशू से कहा, target: [4, 6, 8, 10, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12] source: यहोवा ने मूसा से कहा, target: [16, 6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [6, 8, 14, 12] source: फिर यहोवा ने मूसा से कहा, target: [4, 6, 8, 14, 12]
फिर यहोवा ने यहोशू से कहा,
[18, 6, 8, 10, 12]
source: और इन्हें अपने हाथ पर चिन्ह के रूप में बाँधना, और ये तेरी आँखों के बीच टीके का काम दें। (मत्ती 23:5) target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 36, 38] source: धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है! हमने तुम को यहोवा के घर से आशीर्वाद दिया है। (मत्ती 23:39, लूका 13:35, मर. 11:9-10 लूका 19:38) target: [40, 24, 42, 44, 46, 30, 48, 50, 52, 54, 56, 58, 46, 30, 60, 62, 64, 66] source: चाहे दुर्भाग्य हो तो भी तू कहेगा कि सौभाग्य होगा, क्योंकि वह नम्र मनुष्य को बचाता है। (मत्ती 23:12,1 पत. 5:6, नीति. 29:23) target: [68, 24, 70, 72, 74, 76, 78, 80, 82, 84, 76, 86, 88, 90, 92, 24, 94, 96, 8, 98] source: परन्तु राजा सुलैमान धन्य रहेगा, और दाऊद का राज्य यहोवा के सामने सदैव दृढ़ रहेगा।” target: [100, 102, 104, 40, 106, 22, 108, 110, 112, 114, 46, 116, 118, 120, 122, 124] source: जैसा नूह के दिनों में हुआ था, वैसा ही मनुष्य के पुत्र के दिनों में भी होगा। (इब्रा. 4:7, मत्ती 24:37-39, उत्प. 6:5-12) target: [22, 126, 128, 130, 132, 30, 134, 136, 138, 140, 142, 128, 96, 30, 144, 30, 134, 136, 146, 148] source: और न तो यह आकाश में है, कि तू कहे, 'कौन हमारे लिये आकाश में चढ़कर उसे हमारे पास ले आए, और हमको सुनाए कि हम उसे मानें?' target: [150, 76, 84, 152, 18, 42, 154, 4, 156, 158, 152, 18, 160, 12, 162, 164, 22, 166, 8, 160, 168, 170, 22, 172, 174, 76, 154, 166, 8, 176, 178] source: फिर वे आपस में कहने लगे, “आओ, हम किसी को अपना प्रधान बना लें, और मिस्र को लौट चलें।” (प्रेरि. 7:39) target: [180, 24, 182, 184, 8, 186, 188, 82, 56, 182, 190, 192, 194, 196, 8, 198, 200] source: कि वे परमेश्‍वर को ढूँढ़े, और शायद वे उसके पास पहुँच सके, और वास्तव में, वह हम में से किसी से दूर नहीं हैं। (यशा. 55:6, यिर्म. 23:23) target: [82, 24, 202, 8, 204, 206, 208, 166, 8, 210, 212, 214, 24, 160, 216, 218, 62, 220, 222] source: “फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश, चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल, वह यहोवा ही का है; वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे। (मत्ती 23:23, लूका 11:42) target: [224, 110, 226, 228, 230, 232, 214, 224, 30, 234, 236, 214, 238, 30, 240, 228, 242, 24, 46, 228, 54, 84, 46, 30, 116, 244, 246] source: दाऊद ने आकीश से कहा, “इस कारण तू जान लेगा कि तेरा दास क्या करेगा।” आकीश ने दाऊद से कहा, “इस कारण मैं तुझे अपने सिर का रक्षक सदा के लिये ठहराऊँगा।” target: [248, 108, 250, 252, 8, 254, 70, 256, 258, 260, 262, 154, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 106, 22, 252, 250, 108, 8, 254, 76, 118, 30, 12, 276, 70, 14, 278, 228, 280, 282] source: हे मनुष्य, वह तुझे बता चुका है कि अच्छा क्या है; और यहोवा तुझ से इसे छोड़ और क्या चाहता है, कि तू न्याय से काम करे, और कृपा से प्रीति रखे, और अपने परमेश्‍वर के साथ नम्रता से चले? (मत्ती 23:23, यशा. 1:17) target: [284, 286, 24, 250, 70, 288, 82, 290, 206, 54, 22, 46, 292, 294, 206, 296, 54, 298, 84, 82, 78, 300, 302, 304, 306, 308, 310, 22, 312, 260, 194, 14, 202, 306, 314] source: किसी की पुकार सुनाई देती है, “जंगल में यहोवा का मार्ग सुधारो, हमारे परमेश्‍वर के लिये अराबा में एक राजमार्ग चौरस करो। (मत्ती 3:3, मर. 1:3, मला. 3:1, यूह. 1:23) target: [182, 316, 318, 54, 320, 136, 46, 228, 322, 324, 326, 328, 136, 160, 202, 12, 182, 330, 332, 8, 334, 336] source: तब दाऊद ने सारी सभा के सम्मुख यहोवा का धन्यवाद किया, और दाऊद ने कहा, “हे यहोवा! हे हमारे मूल पुरुष इस्राएल के परमेश्‍वर! अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू धन्य है। target: [338, 12, 108, 250, 340, 342, 30, 116, 46, 228, 344, 346, 22, 108, 250, 254, 284, 46, 160, 348, 350, 30, 352, 78, 354, 120, 356, 260] source: धनेश, गिद्ध, हाड़गील; target: [358, 360, 362, 364]
हमारे पिता दाऊद का राज्य जो आ रहा है; धन्य है! आकाश में होशाना।” (मत्ती 23:39)
[40, 160, 348, 108, 228, 112, 44, 52, 90, 366, 368, 136, 370]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 32, 34, 22, 24, 36, 38, 40, 42, 44, 46, 48, 24] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [50, 52, 54, 24, 56, 58, 56, 60, 62, 24, 64] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [4, 66, 68, 4, 10, 32, 70, 72, 74, 6, 76, 78, 80, 82, 24, 74, 84, 86, 88, 24] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [90, 92, 26, 94, 96, 98, 44, 100, 102, 104, 106, 24] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [26, 108, 42, 110, 24, 26, 112, 72, 114, 32, 116, 118, 24] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [120, 26, 122, 124, 126, 42, 128, 130, 132, 134, 32, 20, 136, 24, 64] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [138, 4, 66, 140, 44, 142, 144, 44, 146, 148, 42, 150, 44, 152, 154, 156, 24] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [158, 160, 44, 162, 164, 166, 168, 170, 172, 174, 176, 178, 64] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [4, 66, 6, 180, 182, 184, 186, 44, 188, 158, 190, 102, 106, 24] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [192, 194, 196, 198, 200, 202, 204, 42, 206, 208, 210, 212, 214, 216, 218, 220, 222, 24, 224, 226, 228, 76, 190, 182, 230, 232, 24]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[234, 236, 238, 196, 42, 240, 242, 244, 24]
source: हे मेरे धर्ममय परमेश्‍वर, जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 30, 6, 32, 34, 36, 12, 14, 38, 40, 22, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 54, 56] source: उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। target: [58, 60, 62, 64, 66, 68, 66, 70, 42, 72, 74] source: उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्‍वर मुझे बचा ले! क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। target: [20, 76, 78, 22, 80, 14, 82, 12, 84, 22, 86, 88, 26, 90, 42, 92, 64, 94, 96, 26, 98, 100, 102, 104] source: मैं उस भीड़ से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। target: [6, 106, 108, 110, 112, 114, 116, 118, 120, 122, 22, 124, 126, 128, 130, 132] source: मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। target: [6, 134, 136, 138, 94, 140, 142, 6, 144, 146, 148, 60, 14, 150, 132] source: मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) target: [6, 152, 154, 156, 60, 158, 160, 162, 164, 166, 168, 170, 112, 14, 16, 172, 132, 74] source: परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। target: [174, 20, 60, 12, 22, 176, 178, 180, 50, 182, 94, 22, 184, 186, 188, 190, 192] source: बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्‍वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) target: [194, 50, 196, 26, 198, 200, 202, 204, 80, 62, 206, 208, 210, 114, 212, 214, 74] source: हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। target: [20, 60, 22, 216, 218, 220, 222, 224, 202, 22, 124, 226, 228, 230, 232, 104] source: पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ, क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है। धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है। target: [234, 158, 236, 238, 240, 242, 244, 164, 246, 34, 248, 94, 250, 252, 26, 34, 220, 254, 256, 258, 260, 262, 206, 186, 246, 264, 266, 268, 270, 272, 274, 276, 206, 34, 278, 280, 104]
डरते हुए यहोवा की उपासना करो, और काँपते हुए मगन हो। (फिलि. 2:12)
[282, 156, 60, 208, 284, 286, 94, 288, 290, 292]
source: उसने फाटक का ओसारा मापकर आठ हाथ का पाया, और उसके खम्भे दो-दो हाथ के पाए, और फाटक का ओसारा भवन के सामने था। target: [4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22, 24, 26, 28, 26, 18, 30, 24, 32, 34, 36, 38] source: फिर वह मुझे दक्षिण की ओर ले गया, और दक्षिण ओर एक फाटक था; और उसने इसके खम्भे और खम्भों का ओसारा मापकर इनकी वैसी ही माप पाई। target: [4, 40, 42, 44, 46, 48, 50, 52, 46, 54, 56, 58, 6, 60, 28, 62, 64, 66, 68, 70, 40, 72, 74, 76] source: तब उसने फाटक का वह ओसारा जो भवन के सामने था, मापकर बाँस भर का पाया। target: [4, 6, 78, 32, 34, 54, 80, 82] source: ओसारे की लम्बाई बीस हाथ और चौड़ाई ग्यारह हाथ की थी; और उस पर चढ़ने को सीढ़ियाँ थीं; और दोनों ओर के खम्भों के पास लाटें थीं। target: [84, 86, 88, 18, 62, 90, 18, 92, 94, 96, 98, 100, 102, 104, 106, 108, 44, 110, 112, 114, 116, 118, 54, 62, 40, 118, 54, 120, 58] source: फिर वह पुरुष मुझे पूर्व की ओर भीतरी आँगन में ले गया, और उस ओर के फाटक को मापकर वैसा ही पाया। target: [40, 42, 44, 122, 124, 126, 128, 6, 130, 132, 14, 134, 136, 138, 58] source: तब वह मुझे यहोवा के भवन के भीतरी आँगन में ले गया; और वहाँ यहोवा के भवन के द्वार के पास ओसारे और वेदी के बीच कोई पच्चीस पुरुष अपनी पीठ यहोवा के भवन की ओर और अपने मुख पूर्व की ओर किए हुए थे; और वे पूर्व दिशा की ओर सूर्य को दण्डवत् कर रहे थे। target: [140, 142, 144, 146, 148, 6, 44, 150, 24, 152, 140, 142, 144, 154, 156, 158, 24, 160, 162, 164, 140, 142, 166, 168, 170, 62, 140, 142, 172, 174, 176, 178, 180, 182, 58] source: इसकी भी खिड़कियों और खम्भों के ओसारे और खजूरों की माप पूर्वमुखी फाटक की सी थी; और इस पर चढ़ने को सात सीढ़ियाँ थीं; और उनके सामने इसका ओसारा था। target: [184, 170, 186, 112, 188, 62, 190, 66, 62, 192, 194, 196, 34, 198, 200, 202, 204, 206, 208, 6, 100, 210, 212, 214, 106, 62, 64, 66, 216, 200] source: फिर वह मुझे मन्दिर के पास ले गया, और उसके दोनों ओर के खम्भों को मापकर छः-छः हाथ चौड़े पाया, यह तो तम्बू की चौड़ाई थी। target: [218, 40, 42, 44, 220, 222, 224, 226, 24, 28, 228, 50, 230, 92, 232, 118, 234, 18, 62, 236, 118, 234, 18, 94] source: पहरेवाली कोठरियों में, और फाटक के भीतर चारों ओर कोठरियों के बीच के खम्भे के बीच-बीच में झिलमिलीदार खिड़कियाँ थी, और खम्भों के ओसारे में भी वैसी ही थी; और फाटक के भीतर के चारों ओर खिड़कियाँ थीं; और हर एक खम्भे पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे। target: [40, 238, 240, 242, 24, 34, 244, 246, 248, 250, 200, 252, 254, 256, 258, 38, 260, 262, 240, 264, 266, 196, 268, 94] source: इसमें भी चढ़ने के लिये सात सीढ़ियाँ थीं और उनके सामने खम्भों का ओसारा था; और उसके दोनों ओर के खम्भों पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे। target: [24, 102, 212, 270, 204, 206, 272, 62, 64, 66, 216, 272, 24, 274, 190, 276, 194, 278, 54, 116, 118, 62, 54, 40, 118, 280, 94] source: उसने एक खम्भेवाला ओसारा भी बनाया जिसकी लम्बाई पचास हाथ और चौड़ाई तीस हाथ की थी, और इन खम्भों के सामने एक खम्भेवाला ओसारा और उसके सामने डेवढ़ी बनाई। target: [282, 54, 284, 286, 38, 288, 290, 292, 294, 18, 20, 24, 296, 18, 254, 38, 298, 118, 300, 302, 304, 306, 94] source: क्या मेंह का कोई पिता है, और ओस की बूँदें किस ने उत्‍पन्‍न की? target: [308, 310, 312, 314, 316, 318, 320] source: इसका ओसारा भी बाहरी आँगन की ओर था, और उसके दोनों ओर के खम्भों पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे; और इस पर भी चढ़ने को आठ सीढ़ियाँ थीं। target: [190, 66, 322, 324, 326, 24, 190, 276, 116, 118, 62, 40, 118, 194, 196, 328, 24, 190, 330, 16, 206, 200] source: फिर उसने पीछे के आँगन के सामने की दीवार की लम्बाई जिसके दोनों ओर छज्जे थे, मापकर सौ हाथ की पाई; और भीतरी भवन और आँगन के ओसारों को भी मापा। target: [218, 40, 42, 332, 334, 40, 336, 338, 340, 86, 62, 262, 342, 344, 346, 222, 348, 62, 350, 34, 352, 354, 356, 18, 358]
फिर वह मुझे भवन के ओसारे में ले गया, और ओसारे के दोनों ओर के खम्भों को मापकर पाँच-पाँच हाथ का पाया; और दोनों ओर फाटक की चौड़ाई तीन-तीन हाथ की थी।
[4, 40, 42, 44, 220, 360, 48, 24, 362, 262, 364, 366, 368, 370, 372, 374, 376, 378, 18, 380, 24, 382, 18, 254, 94, 384, 92, 386, 18, 94]