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इस के लिए एक सारांश बनाएं: सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों - बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक ने अपनी प्रधान उधारी दरों में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की, जिससे इन बैंकों से आवास ऋण, वाहन ऋण और कॉरपोरेट ऋण लेना थोड़ा सस्ता हो जाएगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि आधार दर व बेंचमार्क प्रधान उधारी दर (बीपीएलआर) 0.25-0.25 प्रतिशत तक घटा दी गई है, जो 9 फरवरी से प्रभावी होगी। इसी तरह से, बैंक ऑफ बड़ौदा की आधार दर और बीपीएलआर क्रमश: 10.25 प्रतिशत और 14.50 प्रतिशत हो गई है।टिप्पणियां
बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक ने भी अपनी आधार दर और बीपीएलआर में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है। दोनों बैंकों की आधार दर और बीपीएलआर अब क्रमश: 10.25 प्रतिशत और 14.50 प्रतिशत हो गई है। बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया की नई दरें 9 फरवरी से प्रभावी होंगी, जबकि केनरा बैंक की नई दरें 4 फरवरी से प्रभावी होंगी।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक द्वारा 29 जनवरी को मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो दर और सीआरआर में कटौती किए जाने के बाद एसबीआई, पीएनबी और एचडीएफसी बैंक सहित कई बैंकों ने अपनी उधारी दरें घटाई हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि आधार दर व बेंचमार्क प्रधान उधारी दर (बीपीएलआर) 0.25-0.25 प्रतिशत तक घटा दी गई है, जो 9 फरवरी से प्रभावी होगी। इसी तरह से, बैंक ऑफ बड़ौदा की आधार दर और बीपीएलआर क्रमश: 10.25 प्रतिशत और 14.50 प्रतिशत हो गई है।टिप्पणियां
बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक ने भी अपनी आधार दर और बीपीएलआर में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है। दोनों बैंकों की आधार दर और बीपीएलआर अब क्रमश: 10.25 प्रतिशत और 14.50 प्रतिशत हो गई है। बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया की नई दरें 9 फरवरी से प्रभावी होंगी, जबकि केनरा बैंक की नई दरें 4 फरवरी से प्रभावी होंगी।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक द्वारा 29 जनवरी को मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो दर और सीआरआर में कटौती किए जाने के बाद एसबीआई, पीएनबी और एचडीएफसी बैंक सहित कई बैंकों ने अपनी उधारी दरें घटाई हैं।
बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक ने भी अपनी आधार दर और बीपीएलआर में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की है। दोनों बैंकों की आधार दर और बीपीएलआर अब क्रमश: 10.25 प्रतिशत और 14.50 प्रतिशत हो गई है। बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ इंडिया की नई दरें 9 फरवरी से प्रभावी होंगी, जबकि केनरा बैंक की नई दरें 4 फरवरी से प्रभावी होंगी।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक द्वारा 29 जनवरी को मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो दर और सीआरआर में कटौती किए जाने के बाद एसबीआई, पीएनबी और एचडीएफसी बैंक सहित कई बैंकों ने अपनी उधारी दरें घटाई हैं।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक द्वारा 29 जनवरी को मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो दर और सीआरआर में कटौती किए जाने के बाद एसबीआई, पीएनबी और एचडीएफसी बैंक सहित कई बैंकों ने अपनी उधारी दरें घटाई हैं। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों - बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक ने अपनी प्रधान उधारी दरों में 0.25 प्रतिशत तक की कटौती की, जिससे इन बैंकों से आवास ऋण, वाहन ऋण और कॉरपोरेट ऋण लेना थोड़ा सस्ता हो जाएगा। | 3 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारत शुरुआती आत्मघाती गोल से उबरते हुए चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड को 4-2 से हराकर पूल ए में शीर्ष पर पहुंच गया। इस जीत से भारत के दो मैचों में छह अंक हो गए हैं। वह अपने पूल की एकमात्र अजेय टीम है।टिप्पणियां
इससे पहले इग्लैंड ने उलटफेर करते हुए ओलिंपिक चैंपियन जर्मनी को 4-1 से हराया। भारत की ओर से आकाशदीप सिंह (10वें मिनट), गुरविंदर सिंह चांडी (14वें मिनट), वीआर रघुनाथ (25वें मिनट) और दानिश मुज्तबा (65वें मिनट) ने गोल दागे, जिससे टीम ने लगातार दूसरी जीत दर्ज की।
इससे पहले शनिवार को भारत ने अपने पहले मैच में इंग्लैंड को 3-1 से हराया था। न्यूजीलैंड ने शुरुआत में ही बढ़त बना ली, जब भारत ने तीसरे ही मिनट में आत्मघाती गोल कर दिया। इसे हॉकी में विश्व स्तर पर ओलिंपिक खेलों के बाद लागू किया गया है। न्यूजीलैंड की ओर से दूसरा गोल 37वें मिनट में निकोलसन विलसन ने दागा। सोमवार को आराम के दिन के बाद भारत अपने अगले मैच में मंगलवार को जर्मनी से भिड़ेगा।
इससे पहले इग्लैंड ने उलटफेर करते हुए ओलिंपिक चैंपियन जर्मनी को 4-1 से हराया। भारत की ओर से आकाशदीप सिंह (10वें मिनट), गुरविंदर सिंह चांडी (14वें मिनट), वीआर रघुनाथ (25वें मिनट) और दानिश मुज्तबा (65वें मिनट) ने गोल दागे, जिससे टीम ने लगातार दूसरी जीत दर्ज की।
इससे पहले शनिवार को भारत ने अपने पहले मैच में इंग्लैंड को 3-1 से हराया था। न्यूजीलैंड ने शुरुआत में ही बढ़त बना ली, जब भारत ने तीसरे ही मिनट में आत्मघाती गोल कर दिया। इसे हॉकी में विश्व स्तर पर ओलिंपिक खेलों के बाद लागू किया गया है। न्यूजीलैंड की ओर से दूसरा गोल 37वें मिनट में निकोलसन विलसन ने दागा। सोमवार को आराम के दिन के बाद भारत अपने अगले मैच में मंगलवार को जर्मनी से भिड़ेगा।
इससे पहले शनिवार को भारत ने अपने पहले मैच में इंग्लैंड को 3-1 से हराया था। न्यूजीलैंड ने शुरुआत में ही बढ़त बना ली, जब भारत ने तीसरे ही मिनट में आत्मघाती गोल कर दिया। इसे हॉकी में विश्व स्तर पर ओलिंपिक खेलों के बाद लागू किया गया है। न्यूजीलैंड की ओर से दूसरा गोल 37वें मिनट में निकोलसन विलसन ने दागा। सोमवार को आराम के दिन के बाद भारत अपने अगले मैच में मंगलवार को जर्मनी से भिड़ेगा। | संक्षिप्त पाठ: भारत शुरुआती आत्मघाती गोल से उबरते हुए चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड को 4-2 से हराकर पूल ए में शीर्ष पर पहुंच गया। इस जीत से भारत के दो मैचों में छह अंक हो गए हैं। वह अपने पूल की एकमात्र अजेय टीम है। | 22 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: सनी लियोन (Sunny Leone) इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'कोकोकोला' (Kokokola) की तैयारी में लगी हैं. फिल्म 'कोकोकोला' (Kokokola) उत्तर प्रदेश की कहानी पर आधारित एक हॉरर कॉमेडी फिल्म है. इस फिल्म में सनी लियोन (Sunny Leone) उत्तर प्रदेश की लड़की का किरदार निभाते हुए मुख्य भूमिका में नजर आएंगी. फिल्म में स्थानीय लड़की का किरदार निभाने के लिए सनी लियोन (Sunny Leone) को स्थानीय भाषा आना भी जरूरी है, जिसके लिए वह आजकल हिंदी भाषा सीखने और उस भाषा को जानने में अपना अधिक समय लगा रही हैं. सनी लियोनी की अपकमिंग फिल्म 'कोकोकोला' (Kokokola) की शूटिंग फिल्म के निर्माता महेंद्र धारीवाल अगले महीने के अंत तक शुरू करेंगे.
सनी लियोन (Sunny Leone) की फिल्म 'कोकोकोला' (Kokokola) की स्क्रिप्ट पूरी तरह स्थानीय भाषा में लिखी गई है, इसलिए फिल्म 'कोकोकोला' की लीड एक्ट्रेस सनी लियोन स्थानीय भाषा सीखने में लगी हुई हैं. मीडिया से बातचीत के दौरान सनी लियोन ने कहा 'जब बात मेरे काम की आती है तो मैं हमेशा नई चीजें सीखने के लिए अपना दिमाग खुला रखती हूं. अब इसमें चाहे वह नई भाषा ही सीखने की बात क्यों न हो.' सनी लियोन ने अपने बयान में आगे कहा 'इससे मुझे एक कलाकार के तौर पर विकसित होने में काफी मदद मिलती है, साथ ही काम के दौरान नई चीजें सीखने का अपना ही अलग मजा है. मैं फिल्म के लिए नई बोली तो सीख रही ही हूं बल्कि इसे अच्छे से बोलने के लिए काफी मेहनत भी कर रही हूं.'
बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस सनी लियोन (Sunny Leone) ने साल 2011 में आए 'बिग बॉस सीजन 5' के जरिए भारत में अपनी पहचान बनाई थी. अपनी अपकमिंग हॉरर कॉमेडी फिल्म 'कोकोकोला' (Kokokola) के अलावा सनी लियोनी जल्द ही फिल्म 'रंगीला' और 'वीरामादेवी' में भी अपना जलवा बिखेरती दिखाई देंगी. समाचार एजेंसी आईएएनएस को दिए इंटरव्यू के दौरान सनी लियोन ने कहा था 'दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग मुझे आगे बढ़ने में मेरी मदद करेगा. इसके अलावा किसी नई संस्कृति के बारे में जानना मेरे लिए कुछ ऐसा है जिसे मैंने अक्सर पसंद किया है. इस चीज में मुझे मजा भी आता है.' | सारांश: सनी लियोन की अगली फिल्म है 'कोकोकोला'
उत्तर प्रदेश आधारित है फिल्म
फिल्म की शूटिंग अगले महीने से होगी शुरू | 33 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान में आतंकवादियों द्वारा किए गए अलग-अलग हमलों में छह बच्चों सहित कम से कम 26 लोग मारे गए हैं। मृतकों में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का एक कर्मचारी भी शामिल है।
देश के पश्चिमोत्तर कबायली इलाके में शनिवार को उस समय पांच बच्चों सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जब विस्फोटकों से लदा एक वाहन एक घर में घुस गया। एक आतंकी संगठन इस घर को मुख्यालय के रूप में इस्तेमाल कर रहा था।
सूत्रों के अनुसार, सरकारी समाचार चैनल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि संघशासित कबायली इलाके (एफएटीए) में कुर्रम के स्पीन ताल इलाके में स्थित मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले आतंकवादी संगठन के मुख्यालय पर यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे हुआ।
जिस समय हमला हुआ, उस समय पांच बच्चे विद्यालय से पढ़ाई कर उस रास्ते से घर लौट रहे थे। घटना में मारे गए अन्य व्यक्ति आतंकवादी थे।
इस हमले में कम से कम 15 व्यक्ति घायल हो गए। किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बताया जाता है कि यह घटना, मौलाना हाफिज जियाउर रहमान और मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले दो आतंकवादी संगठनों के बीच किसी आपसी झगड़े का परिणाम हो सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को जेनेवा से एक बयान में कहा कि पोलियो उन्मूलन से जुड़े एक कार्यकर्ता की शुक्रवार शाम कराची के गदप टाउन इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतक की पहचान मुहम्मद इशाक के रूप में हुई है। वह राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम से महीनों से जुड़ा हुआ था। उब्ल्यूएचओ के कार्यकर्ताओं को लक्ष्य कर किया गया सप्ताह का यह दूसरा हमला था।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी बंदरगाह शहर, ग्वादर में एक पुलिस जांच चौकी पर रॉकेट के जरिए किए गए हमले में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
देश के पश्चिमोत्तर कबायली इलाके में शनिवार को उस समय पांच बच्चों सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई, जब विस्फोटकों से लदा एक वाहन एक घर में घुस गया। एक आतंकी संगठन इस घर को मुख्यालय के रूप में इस्तेमाल कर रहा था।
सूत्रों के अनुसार, सरकारी समाचार चैनल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि संघशासित कबायली इलाके (एफएटीए) में कुर्रम के स्पीन ताल इलाके में स्थित मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले आतंकवादी संगठन के मुख्यालय पर यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे हुआ।
जिस समय हमला हुआ, उस समय पांच बच्चे विद्यालय से पढ़ाई कर उस रास्ते से घर लौट रहे थे। घटना में मारे गए अन्य व्यक्ति आतंकवादी थे।
इस हमले में कम से कम 15 व्यक्ति घायल हो गए। किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बताया जाता है कि यह घटना, मौलाना हाफिज जियाउर रहमान और मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले दो आतंकवादी संगठनों के बीच किसी आपसी झगड़े का परिणाम हो सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को जेनेवा से एक बयान में कहा कि पोलियो उन्मूलन से जुड़े एक कार्यकर्ता की शुक्रवार शाम कराची के गदप टाउन इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतक की पहचान मुहम्मद इशाक के रूप में हुई है। वह राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम से महीनों से जुड़ा हुआ था। उब्ल्यूएचओ के कार्यकर्ताओं को लक्ष्य कर किया गया सप्ताह का यह दूसरा हमला था।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी बंदरगाह शहर, ग्वादर में एक पुलिस जांच चौकी पर रॉकेट के जरिए किए गए हमले में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
सूत्रों के अनुसार, सरकारी समाचार चैनल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि संघशासित कबायली इलाके (एफएटीए) में कुर्रम के स्पीन ताल इलाके में स्थित मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले आतंकवादी संगठन के मुख्यालय पर यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे हुआ।
जिस समय हमला हुआ, उस समय पांच बच्चे विद्यालय से पढ़ाई कर उस रास्ते से घर लौट रहे थे। घटना में मारे गए अन्य व्यक्ति आतंकवादी थे।
इस हमले में कम से कम 15 व्यक्ति घायल हो गए। किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बताया जाता है कि यह घटना, मौलाना हाफिज जियाउर रहमान और मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले दो आतंकवादी संगठनों के बीच किसी आपसी झगड़े का परिणाम हो सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को जेनेवा से एक बयान में कहा कि पोलियो उन्मूलन से जुड़े एक कार्यकर्ता की शुक्रवार शाम कराची के गदप टाउन इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतक की पहचान मुहम्मद इशाक के रूप में हुई है। वह राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम से महीनों से जुड़ा हुआ था। उब्ल्यूएचओ के कार्यकर्ताओं को लक्ष्य कर किया गया सप्ताह का यह दूसरा हमला था।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी बंदरगाह शहर, ग्वादर में एक पुलिस जांच चौकी पर रॉकेट के जरिए किए गए हमले में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
जिस समय हमला हुआ, उस समय पांच बच्चे विद्यालय से पढ़ाई कर उस रास्ते से घर लौट रहे थे। घटना में मारे गए अन्य व्यक्ति आतंकवादी थे।
इस हमले में कम से कम 15 व्यक्ति घायल हो गए। किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बताया जाता है कि यह घटना, मौलाना हाफिज जियाउर रहमान और मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले दो आतंकवादी संगठनों के बीच किसी आपसी झगड़े का परिणाम हो सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को जेनेवा से एक बयान में कहा कि पोलियो उन्मूलन से जुड़े एक कार्यकर्ता की शुक्रवार शाम कराची के गदप टाउन इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतक की पहचान मुहम्मद इशाक के रूप में हुई है। वह राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम से महीनों से जुड़ा हुआ था। उब्ल्यूएचओ के कार्यकर्ताओं को लक्ष्य कर किया गया सप्ताह का यह दूसरा हमला था।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी बंदरगाह शहर, ग्वादर में एक पुलिस जांच चौकी पर रॉकेट के जरिए किए गए हमले में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
इस हमले में कम से कम 15 व्यक्ति घायल हो गए। किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बताया जाता है कि यह घटना, मौलाना हाफिज जियाउर रहमान और मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले दो आतंकवादी संगठनों के बीच किसी आपसी झगड़े का परिणाम हो सकता है।
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को जेनेवा से एक बयान में कहा कि पोलियो उन्मूलन से जुड़े एक कार्यकर्ता की शुक्रवार शाम कराची के गदप टाउन इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतक की पहचान मुहम्मद इशाक के रूप में हुई है। वह राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम से महीनों से जुड़ा हुआ था। उब्ल्यूएचओ के कार्यकर्ताओं को लक्ष्य कर किया गया सप्ताह का यह दूसरा हमला था।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी बंदरगाह शहर, ग्वादर में एक पुलिस जांच चौकी पर रॉकेट के जरिए किए गए हमले में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को जेनेवा से एक बयान में कहा कि पोलियो उन्मूलन से जुड़े एक कार्यकर्ता की शुक्रवार शाम कराची के गदप टाउन इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मृतक की पहचान मुहम्मद इशाक के रूप में हुई है। वह राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम से महीनों से जुड़ा हुआ था। उब्ल्यूएचओ के कार्यकर्ताओं को लक्ष्य कर किया गया सप्ताह का यह दूसरा हमला था।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी बंदरगाह शहर, ग्वादर में एक पुलिस जांच चौकी पर रॉकेट के जरिए किए गए हमले में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
मृतक की पहचान मुहम्मद इशाक के रूप में हुई है। वह राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम से महीनों से जुड़ा हुआ था। उब्ल्यूएचओ के कार्यकर्ताओं को लक्ष्य कर किया गया सप्ताह का यह दूसरा हमला था।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी बंदरगाह शहर, ग्वादर में एक पुलिस जांच चौकी पर रॉकेट के जरिए किए गए हमले में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी बंदरगाह शहर, ग्वादर में एक पुलिस जांच चौकी पर रॉकेट के जरिए किए गए हमले में कम से कम आठ सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और तीन अन्य घायल हो गए।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए सात आतंकवादियों ने यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे किया।टिप्पणियां
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
पश्चिमोत्तर खबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऊपरी दीर क्षेत्र में रिमोट कंट्रोल नियंत्रित बम से एक वाहन को उड़ा दिया गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। मृतक, वाहन में सवार थे।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ।
पुलिस प्रमुख एहसानुल्ला खान ने कहा कि विस्फोट धोग डेरा कस्बे के पास हुआ। | संघ शासित कबायली इलाके (एफएटीए) में कुर्रम के स्पीन ताल इलाके में स्थित मौलाना नबी हनफी के नेतृत्व वाले आतंकवादी संगठन के मुख्यालय पर यह हमला अपराह्न् लगभग एक बजे हुआ। | 34 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: शिक्षक दिवस के मौके पर देश के महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी भी एक दिन के लिए शिक्षक बनकर दिल्ली सरकार के स्कूल में कुछ देर पढ़ाएंगे. प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति भवन की सीमाओं में बने डॉ राजेंद्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय में 11-12वीं के छात्रों 'एवोल्युशन ऑफ़ इंडियन पॉलिटिक्स' विषय पर लेक्चर देंगे. इस कार्यक्रम का दूरदर्शन सीधा प्रसारण करेगा.
बीते साल भी दिल्ली सरकार के अनुरोध पर शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इसी स्कूल में बच्चों को भारतीय राजनीति पर ज्ञान दिया था. हालाँकि पिछली बार खुद सीएम अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया कार्यक्रम में मौजूद थे लेकिन इस बार क्योंकि सीएम केजरीवाल मदर टेरेसा के कार्यक्रम के चलते देश में नहीं है इसलिए डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया इस कार्यक्रम को संभालेंगे.
बीते साल भी दिल्ली सरकार के अनुरोध पर शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इसी स्कूल में बच्चों को भारतीय राजनीति पर ज्ञान दिया था. हालाँकि पिछली बार खुद सीएम अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया कार्यक्रम में मौजूद थे लेकिन इस बार क्योंकि सीएम केजरीवाल मदर टेरेसा के कार्यक्रम के चलते देश में नहीं है इसलिए डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया इस कार्यक्रम को संभालेंगे. | यहाँ एक सारांश है:एक दिन के लिए शिक्षक बनकर पढ़ाएंगे महामहिम
कार्यक्रम का दूरदर्शन पर होगा सीधा प्रसारण
बीते साल भी दिल्ली सरकार के अनुरोध पर पढ़ाया था | 12 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अभिनेत्री नरगिस फाखरी कहती हैं कि बॉलीवुड में सामंजस्य बिठाने के लिए वह हर रोज हिन्दी बोलने का अभ्यास करती हैं। उन्होंने कहा कि काश उन्होंने बचपन में ही उर्दू भी सीख ली होती।
अपनी पहली फिल्म 'रॉकस्टार' से पहले नरगिस न्यूयार्क में रह रही थीं। अब उनकी दूसरी फिल्म 'मद्रास कैफे' प्रदर्शन के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, मैं हर दिन अभ्यास करती हूं और हर दिन खुद में सुधार लाती हूं। बॉलीवुड में सामंजस्य बिठाने के लिए मैं जितनी हो सके मेहनत कर रही हूं। मैंने हिन्दी पढ़ना और लिखना सीख लिया है। बेहतर तरीके से हिन्दी समझ पाने के लिए मैं हिन्दी फिल्में देखती हूं। काश मैंने बचपन में ही उर्दू भी सीख ली होती।टिप्पणियां
पहली फिल्म 'रॉकस्टार' और 'मद्रास कैफे' में काम करना शुरू करने के बीच की अवधि में नरगिस फिल्मों की पटकथाएं पढ़ने और यात्राएं करने में व्यस्त थीं।
उन्होंने कहा, मैं फिल्मों की पटकथाएं पढ़ रही थी। इसके अलावा नृत्य और हिन्दी सीखने की कक्षाएं ले रही थी। इस बीच अपने परिवार से मिलने के लिए यात्राओं में व्यस्त रही। पूरे साजो सामान के साथ न्यूयार्क से मुंबई आने में भी समय लगा। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ऐसी फिल्में करना चाहूंगी, जिन्हें एक दर्शक के रूप में खुद देखना चाहती हूं।
अपनी पहली फिल्म 'रॉकस्टार' से पहले नरगिस न्यूयार्क में रह रही थीं। अब उनकी दूसरी फिल्म 'मद्रास कैफे' प्रदर्शन के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, मैं हर दिन अभ्यास करती हूं और हर दिन खुद में सुधार लाती हूं। बॉलीवुड में सामंजस्य बिठाने के लिए मैं जितनी हो सके मेहनत कर रही हूं। मैंने हिन्दी पढ़ना और लिखना सीख लिया है। बेहतर तरीके से हिन्दी समझ पाने के लिए मैं हिन्दी फिल्में देखती हूं। काश मैंने बचपन में ही उर्दू भी सीख ली होती।टिप्पणियां
पहली फिल्म 'रॉकस्टार' और 'मद्रास कैफे' में काम करना शुरू करने के बीच की अवधि में नरगिस फिल्मों की पटकथाएं पढ़ने और यात्राएं करने में व्यस्त थीं।
उन्होंने कहा, मैं फिल्मों की पटकथाएं पढ़ रही थी। इसके अलावा नृत्य और हिन्दी सीखने की कक्षाएं ले रही थी। इस बीच अपने परिवार से मिलने के लिए यात्राओं में व्यस्त रही। पूरे साजो सामान के साथ न्यूयार्क से मुंबई आने में भी समय लगा। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ऐसी फिल्में करना चाहूंगी, जिन्हें एक दर्शक के रूप में खुद देखना चाहती हूं।
उन्होंने कहा, मैं हर दिन अभ्यास करती हूं और हर दिन खुद में सुधार लाती हूं। बॉलीवुड में सामंजस्य बिठाने के लिए मैं जितनी हो सके मेहनत कर रही हूं। मैंने हिन्दी पढ़ना और लिखना सीख लिया है। बेहतर तरीके से हिन्दी समझ पाने के लिए मैं हिन्दी फिल्में देखती हूं। काश मैंने बचपन में ही उर्दू भी सीख ली होती।टिप्पणियां
पहली फिल्म 'रॉकस्टार' और 'मद्रास कैफे' में काम करना शुरू करने के बीच की अवधि में नरगिस फिल्मों की पटकथाएं पढ़ने और यात्राएं करने में व्यस्त थीं।
उन्होंने कहा, मैं फिल्मों की पटकथाएं पढ़ रही थी। इसके अलावा नृत्य और हिन्दी सीखने की कक्षाएं ले रही थी। इस बीच अपने परिवार से मिलने के लिए यात्राओं में व्यस्त रही। पूरे साजो सामान के साथ न्यूयार्क से मुंबई आने में भी समय लगा। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ऐसी फिल्में करना चाहूंगी, जिन्हें एक दर्शक के रूप में खुद देखना चाहती हूं।
पहली फिल्म 'रॉकस्टार' और 'मद्रास कैफे' में काम करना शुरू करने के बीच की अवधि में नरगिस फिल्मों की पटकथाएं पढ़ने और यात्राएं करने में व्यस्त थीं।
उन्होंने कहा, मैं फिल्मों की पटकथाएं पढ़ रही थी। इसके अलावा नृत्य और हिन्दी सीखने की कक्षाएं ले रही थी। इस बीच अपने परिवार से मिलने के लिए यात्राओं में व्यस्त रही। पूरे साजो सामान के साथ न्यूयार्क से मुंबई आने में भी समय लगा। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ऐसी फिल्में करना चाहूंगी, जिन्हें एक दर्शक के रूप में खुद देखना चाहती हूं।
उन्होंने कहा, मैं फिल्मों की पटकथाएं पढ़ रही थी। इसके अलावा नृत्य और हिन्दी सीखने की कक्षाएं ले रही थी। इस बीच अपने परिवार से मिलने के लिए यात्राओं में व्यस्त रही। पूरे साजो सामान के साथ न्यूयार्क से मुंबई आने में भी समय लगा। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ऐसी फिल्में करना चाहूंगी, जिन्हें एक दर्शक के रूप में खुद देखना चाहती हूं। | यह एक सारांश है: अभिनेत्री नरगिस फाखरी कहती हैं कि बॉलीवुड में सामंजस्य बिठाने के लिए वह हर रोज हिन्दी बोलने का अभ्यास करती हैं। उन्होंने कहा कि काश उन्होंने बचपन में ही उर्दू भी सीख ली होती। | 9 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: इंग्लैंड की धरती पर अंग्रेजों को जोरदार मात देकर चैंपियंस ट्रॉफी अपने घर लाने वाली टीम इंडिया की इस शानदार उपलब्धि पर हिन्दी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन ने भारतीय टीम को बधाई दी और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की रणनीति की जमकर प्रशंसा की है।टिप्पणियां
अमिताभ ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, विश्व चैंपियन ने इंग्लैंड को इंग्लैंड में मात देकर चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली। याहू! धोनी की प्रशंसा करते हुए बिग बी ने लिखा, महेंद्र सिंह धोनी नेतृत्व, रणनीति और पिच पर सही समय पर सही फैसले लेने में माहिर हैं। अविश्वसनीय। उन्होंने कहा, मुझे हमारी क्रिकेट टीम पर गर्व है। दुनिया को बता दो कि हम किस मिट्टी के बने हैं। आप ऐसे ही सफल हो और नई उंचाईयों को छूएं, यही कामना है।
उधर, अभिनेत्री मिनिषा लांबा ने कहा, एक युवा टीम चैंपियंस ट्रॉफी वापस लाई। यह समय राजनीति में बदलाव लाने का है। एक नया देश जिसका नेतृत्व युवा करें। अक्षय कुमार ने कहा, भारत और इंग्लैंड के बीच मैच बहुत शानदार रहा। इस सीरिज का कितना शानदार अंत हुआ है और भारत ने कितनी बढ़िया जीत हासिल की है। वास्तव में चैंपियंस। भारतीय टीम को बधाई। अभिनेत्री सुष्मिता सेन, दिया मिर्जा और मंदिरा बेदी ने भी भारतीय टीम को बधाई दी।
अमिताभ ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, विश्व चैंपियन ने इंग्लैंड को इंग्लैंड में मात देकर चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली। याहू! धोनी की प्रशंसा करते हुए बिग बी ने लिखा, महेंद्र सिंह धोनी नेतृत्व, रणनीति और पिच पर सही समय पर सही फैसले लेने में माहिर हैं। अविश्वसनीय। उन्होंने कहा, मुझे हमारी क्रिकेट टीम पर गर्व है। दुनिया को बता दो कि हम किस मिट्टी के बने हैं। आप ऐसे ही सफल हो और नई उंचाईयों को छूएं, यही कामना है।
उधर, अभिनेत्री मिनिषा लांबा ने कहा, एक युवा टीम चैंपियंस ट्रॉफी वापस लाई। यह समय राजनीति में बदलाव लाने का है। एक नया देश जिसका नेतृत्व युवा करें। अक्षय कुमार ने कहा, भारत और इंग्लैंड के बीच मैच बहुत शानदार रहा। इस सीरिज का कितना शानदार अंत हुआ है और भारत ने कितनी बढ़िया जीत हासिल की है। वास्तव में चैंपियंस। भारतीय टीम को बधाई। अभिनेत्री सुष्मिता सेन, दिया मिर्जा और मंदिरा बेदी ने भी भारतीय टीम को बधाई दी।
उधर, अभिनेत्री मिनिषा लांबा ने कहा, एक युवा टीम चैंपियंस ट्रॉफी वापस लाई। यह समय राजनीति में बदलाव लाने का है। एक नया देश जिसका नेतृत्व युवा करें। अक्षय कुमार ने कहा, भारत और इंग्लैंड के बीच मैच बहुत शानदार रहा। इस सीरिज का कितना शानदार अंत हुआ है और भारत ने कितनी बढ़िया जीत हासिल की है। वास्तव में चैंपियंस। भारतीय टीम को बधाई। अभिनेत्री सुष्मिता सेन, दिया मिर्जा और मंदिरा बेदी ने भी भारतीय टीम को बधाई दी। | यहाँ एक सारांश है:अमिताभ ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, विश्व चैंपियन ने इंग्लैंड को इंग्लैंड में मात देकर चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम कर ली। याहू! | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: थोक बाजार में प्याज की कीमतों में आई जोरदार गिरावट का फायदा आम आदमी को नहीं मिल पा रहा है। खुदरा बाजार में प्याज के दाम अभी भी 40 रुपये प्रति किलो के स्तर पर चल रहे हैं। दिल्ली में पिछले माह के बाद से प्याज के थोक दाम में 69 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है, जबकि देश के सबसे बड़े प्याज बाजार लासलगांव में इसकी कीमतों में तो 80 फीसद तक की कमी आ गई है। सब्जी व्यापारियों ने मंगलवार को थोक बाजार से प्याज 5 से 20 रुपये किलो के भाव खरीदा। 21 दिसंबर को प्याज का भाव 65 रुपये किलो तक चला गया था। वहीं दूसरी ओर कल खुदरा दुकानों में प्याज 40 रुपये किलो बेचा गया, जबकि 21 दिसंबर को प्याज का खुदरा दाम 85 रुपये किलो पर था। इस तरह खुदरा बाजार में प्याज के दाम 52 फीसद कम हुए हैं। थोक बाजार में प्याज की कीमतों में आई गिरावट से हालांकि यह उम्मीद बंधी है कि जल्द ही यह संकट खत्म हो जाएगा। नए खाद्य मंत्री केवी थामस ने हाल में कहा था कि जनवरी अंत तक प्याज की कीमतें काबू में आ जाएंगी। प्याज व्यापारी संघ के महासचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा कि जनवरी अंत तक प्याज का थोक भाव 15 रुपये किलो और फरवरी में 10 रुपये किलो पर आ जाएगा। व्यापारियों का कहना है कि प्याज की थोक कीमतों में गिरावट का फायदा आम उपभोक्ता तक पहुंचने में कुछ समय लगेगा। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान विकास संगठन :एनएचआरडीएफ: के आंकड़ों के अनुसार लासलगांव में प्याज का थोक दाम कल 13 रुपये किलो था। 21 दिसंबर को वहां प्याज का थोक दाम 67 रुपये किलो था। इस तरह लासलगांव में प्याज की थोक कीमतों में 80 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। एनएचआरडीएफ के अनुसार, पिम्पलगांव में इस अवधि में प्याज का दाम 78 प्रतिशत घटकर 65 से 14 रुपये किलो पर आ चुका है। | संक्षिप्त पाठ: सब्जी व्यापारियों ने थोक बाजार से प्याज 5 से 20 रुपये किलो के भाव खरीदा। 21 दिसंबर को प्याज का भाव 65 रुपये किलो तक चला गया था। | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: दक्षिण जर्मनी के म्यूनिख में अंधाधुंध गोलीबारी कर नौ लोगों की जान लेने वाला किशोर हमलावर बड़ी संख्या में लोगों को उसी तरह माना चाहता था जिस तरह नार्वे में दक्षिणपंथी उन्मादी एंडर्स बेहरिंग ब्रीविक ने लोगों की जान ली थी। पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस किशोर उग्रवादी का इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह से कोई संबंध नहीं था।टिप्पणियां
करीब एक सप्ताह की अवधि में इस महाद्वीप पर हुए इस तीसरे हमले से यूरोप हतप्रभ है। गौरतलब है कि शुक्रवार को 18 वर्षीय डेविड अली सोनबोली ने एक शॉपिंग सेंटर में अंधाधुंध गोलीबारी की और फिर खुद को भी गोली मार ली थी। ऐसा लगता है कि यह सोचा समझा हमला था। अधिकारियों का कहना है कि जर्मन ईरानी छात्र सोनबोली मानसिक समस्या से ग्रस्त था।
गृह मंत्री थॉमस दे मेजियरे ने बताया कि किशोर ने शायद एक लड़की का फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया था और उसके जरिये मैकडोनल्ड के उस आउटलेट के पीड़ितों को लुभा रहा था जहां उसने गोलीबारी की थी। म्यूनिख के पुलिस प्रमुख ह्यूबेर्तस एंड्री ने बताया ‘‘घटना से इस्लामिक स्टेट का कोई संबंध नहीं है।’’
करीब एक सप्ताह की अवधि में इस महाद्वीप पर हुए इस तीसरे हमले से यूरोप हतप्रभ है। गौरतलब है कि शुक्रवार को 18 वर्षीय डेविड अली सोनबोली ने एक शॉपिंग सेंटर में अंधाधुंध गोलीबारी की और फिर खुद को भी गोली मार ली थी। ऐसा लगता है कि यह सोचा समझा हमला था। अधिकारियों का कहना है कि जर्मन ईरानी छात्र सोनबोली मानसिक समस्या से ग्रस्त था।
गृह मंत्री थॉमस दे मेजियरे ने बताया कि किशोर ने शायद एक लड़की का फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया था और उसके जरिये मैकडोनल्ड के उस आउटलेट के पीड़ितों को लुभा रहा था जहां उसने गोलीबारी की थी। म्यूनिख के पुलिस प्रमुख ह्यूबेर्तस एंड्री ने बताया ‘‘घटना से इस्लामिक स्टेट का कोई संबंध नहीं है।’’
गृह मंत्री थॉमस दे मेजियरे ने बताया कि किशोर ने शायद एक लड़की का फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया था और उसके जरिये मैकडोनल्ड के उस आउटलेट के पीड़ितों को लुभा रहा था जहां उसने गोलीबारी की थी। म्यूनिख के पुलिस प्रमुख ह्यूबेर्तस एंड्री ने बताया ‘‘घटना से इस्लामिक स्टेट का कोई संबंध नहीं है।’’ | यहाँ एक सारांश है:म्यूनिख में गोलीबारी कर नौ लोगों की जान लेने वाला किशोर 18 साल का था
लोगों को मारकर उसने खुदकुशी कर ली थी, वह 'मास किलिंग' चाहता था
हमलावर का आइएसआइएस से कोई लेना देना नहीं | 18 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सरकार ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि उनके मंत्रालय ने आईपीएल में काले धन आने के आरोपों के मामले में राजस्व सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है। उसका यह भी मानना है कि बीसीसीआई को आरटीआई के तहत आना चाहिए।
केन्द्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने आज सदन में कहा, ‘‘खेल सचिव ने गत 18 मई को राजस्व सचिव को पत्र लिखकर आईपीएल में काले धन के आरोपों में जल्दी जांच के लिए कहा है।’’ लोकसभा में आज शून्यकाल के दौरान भाजपा के कीर्ति आजाद ने आईपीएल में विदेशी मार्गों से काले धन आने संबंधी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए सरकार से क्रिकेट से जुड़ी संस्थाओं के विशेष आडिट की मांग की।
कीर्ति आजाद द्वारा बीसीसीआई और आईपीएल मामले में सरकार के प्रति जवाबदेही का मुद्दा उठाये जाने पर माकन ने अपने वक्तव्य में कहा, ‘‘केंद्र सरकार का स्पष्ट मानना है कि चूंकि बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रतिनिधित्व के लिए एक भारतीय क्रिकेट टीम के चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक कार्य करती है इसलिए उसे आरटीआई के तहत आना चाहिए। इस मामले में केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के सामने सुनवाई हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट के लिहाज से बीसीसीआई और राज्य क्रिकेट संघों को लगभग मुफ्त में जमीन मिली है और इस लिहाज से हमें इसे आरटीआई के दायरे में लाना चाहिए।’’ माकन ने यह भी कहा कि भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने 1996 से लेकर 2006 के दौरान एक चैरिटेबल संस्था के तौर पर 365 करोड़ 24 लाख रुपये की छूट प्राप्त की लेकिन 2007, 2008 और 2009 में बीसीसीआई पर आयकर लगाया गया। 2007-08 में संस्था पर 118 करोड़ रुपये आयकर लगाया, जिसका पूरा भुगतान हो गया है लेकिन उसके बाद कर लगाये जाने के खिलाफ बीसीसीआई अदालत में चली गयी, जिस पर आयकर विभाग मजबूती से मामला लड़ रहा है।
मंत्री ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने बीसीसीआई और आईपीएल को फेमा उल्लंघन के मामले में 19 नोटिस भेजे हैं और गत 17 मई को संयुक्त सचिव (खेल) ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर उक्त मामले में तेजी से कार्रवाई की मांग की है। कीर्ति आजाद ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि आईपीएल को लेकर रोज शर्मनाक खबरें आ रहीं हैं। आईपीएल में कालेधन के आने संबंधी एक रिपोर्ट आ चुकी है जिस पर वित्त मंत्रालय ने कार्रवाई शुरू करने की बात भी कही लेकिन अब तक की प्रगति पता नहीं चली।
उन्होंने आरोप लगाया कि खेल मंत्री माकन बीसीसीआई जैसी संस्थाओं पर कार्रवाई करने के लिहाज से असमर्थ हैं।टिप्पणियां
आजाद ने कहा, ‘‘मैं वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से अनुरोध करता हूं कि क्रिकेट में काले धन के स्रोत का पता लगाया जाए और इस संबंध में आई रिपोर्ट पर शीघ्र कार्रवाई की जाए।’’ उन्होंने खेल मंत्री से मांग की कि बीसीसीआई जैसी पंजीकृत संस्थाओं का विशेष आडिट कराना चाहिए।
आजाद ने कहा, ‘‘क्रिकेट देश में धर्म की तरह है। जब अन्य खेल संस्थाओं का आडिट हो सकता है तो क्रिकेट में विशेष आडिट क्यों नहीं होना चाहिए।’’ इस मामले में जदयू के शरद यादव ने भी सरकार से पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की।
केन्द्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने आज सदन में कहा, ‘‘खेल सचिव ने गत 18 मई को राजस्व सचिव को पत्र लिखकर आईपीएल में काले धन के आरोपों में जल्दी जांच के लिए कहा है।’’ लोकसभा में आज शून्यकाल के दौरान भाजपा के कीर्ति आजाद ने आईपीएल में विदेशी मार्गों से काले धन आने संबंधी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए सरकार से क्रिकेट से जुड़ी संस्थाओं के विशेष आडिट की मांग की।
कीर्ति आजाद द्वारा बीसीसीआई और आईपीएल मामले में सरकार के प्रति जवाबदेही का मुद्दा उठाये जाने पर माकन ने अपने वक्तव्य में कहा, ‘‘केंद्र सरकार का स्पष्ट मानना है कि चूंकि बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रतिनिधित्व के लिए एक भारतीय क्रिकेट टीम के चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक कार्य करती है इसलिए उसे आरटीआई के तहत आना चाहिए। इस मामले में केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के सामने सुनवाई हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट के लिहाज से बीसीसीआई और राज्य क्रिकेट संघों को लगभग मुफ्त में जमीन मिली है और इस लिहाज से हमें इसे आरटीआई के दायरे में लाना चाहिए।’’ माकन ने यह भी कहा कि भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने 1996 से लेकर 2006 के दौरान एक चैरिटेबल संस्था के तौर पर 365 करोड़ 24 लाख रुपये की छूट प्राप्त की लेकिन 2007, 2008 और 2009 में बीसीसीआई पर आयकर लगाया गया। 2007-08 में संस्था पर 118 करोड़ रुपये आयकर लगाया, जिसका पूरा भुगतान हो गया है लेकिन उसके बाद कर लगाये जाने के खिलाफ बीसीसीआई अदालत में चली गयी, जिस पर आयकर विभाग मजबूती से मामला लड़ रहा है।
मंत्री ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने बीसीसीआई और आईपीएल को फेमा उल्लंघन के मामले में 19 नोटिस भेजे हैं और गत 17 मई को संयुक्त सचिव (खेल) ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर उक्त मामले में तेजी से कार्रवाई की मांग की है। कीर्ति आजाद ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि आईपीएल को लेकर रोज शर्मनाक खबरें आ रहीं हैं। आईपीएल में कालेधन के आने संबंधी एक रिपोर्ट आ चुकी है जिस पर वित्त मंत्रालय ने कार्रवाई शुरू करने की बात भी कही लेकिन अब तक की प्रगति पता नहीं चली।
उन्होंने आरोप लगाया कि खेल मंत्री माकन बीसीसीआई जैसी संस्थाओं पर कार्रवाई करने के लिहाज से असमर्थ हैं।टिप्पणियां
आजाद ने कहा, ‘‘मैं वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से अनुरोध करता हूं कि क्रिकेट में काले धन के स्रोत का पता लगाया जाए और इस संबंध में आई रिपोर्ट पर शीघ्र कार्रवाई की जाए।’’ उन्होंने खेल मंत्री से मांग की कि बीसीसीआई जैसी पंजीकृत संस्थाओं का विशेष आडिट कराना चाहिए।
आजाद ने कहा, ‘‘क्रिकेट देश में धर्म की तरह है। जब अन्य खेल संस्थाओं का आडिट हो सकता है तो क्रिकेट में विशेष आडिट क्यों नहीं होना चाहिए।’’ इस मामले में जदयू के शरद यादव ने भी सरकार से पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की।
कीर्ति आजाद द्वारा बीसीसीआई और आईपीएल मामले में सरकार के प्रति जवाबदेही का मुद्दा उठाये जाने पर माकन ने अपने वक्तव्य में कहा, ‘‘केंद्र सरकार का स्पष्ट मानना है कि चूंकि बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रतिनिधित्व के लिए एक भारतीय क्रिकेट टीम के चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक कार्य करती है इसलिए उसे आरटीआई के तहत आना चाहिए। इस मामले में केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के सामने सुनवाई हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट के लिहाज से बीसीसीआई और राज्य क्रिकेट संघों को लगभग मुफ्त में जमीन मिली है और इस लिहाज से हमें इसे आरटीआई के दायरे में लाना चाहिए।’’ माकन ने यह भी कहा कि भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने 1996 से लेकर 2006 के दौरान एक चैरिटेबल संस्था के तौर पर 365 करोड़ 24 लाख रुपये की छूट प्राप्त की लेकिन 2007, 2008 और 2009 में बीसीसीआई पर आयकर लगाया गया। 2007-08 में संस्था पर 118 करोड़ रुपये आयकर लगाया, जिसका पूरा भुगतान हो गया है लेकिन उसके बाद कर लगाये जाने के खिलाफ बीसीसीआई अदालत में चली गयी, जिस पर आयकर विभाग मजबूती से मामला लड़ रहा है।
मंत्री ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने बीसीसीआई और आईपीएल को फेमा उल्लंघन के मामले में 19 नोटिस भेजे हैं और गत 17 मई को संयुक्त सचिव (खेल) ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर उक्त मामले में तेजी से कार्रवाई की मांग की है। कीर्ति आजाद ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि आईपीएल को लेकर रोज शर्मनाक खबरें आ रहीं हैं। आईपीएल में कालेधन के आने संबंधी एक रिपोर्ट आ चुकी है जिस पर वित्त मंत्रालय ने कार्रवाई शुरू करने की बात भी कही लेकिन अब तक की प्रगति पता नहीं चली।
उन्होंने आरोप लगाया कि खेल मंत्री माकन बीसीसीआई जैसी संस्थाओं पर कार्रवाई करने के लिहाज से असमर्थ हैं।टिप्पणियां
आजाद ने कहा, ‘‘मैं वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से अनुरोध करता हूं कि क्रिकेट में काले धन के स्रोत का पता लगाया जाए और इस संबंध में आई रिपोर्ट पर शीघ्र कार्रवाई की जाए।’’ उन्होंने खेल मंत्री से मांग की कि बीसीसीआई जैसी पंजीकृत संस्थाओं का विशेष आडिट कराना चाहिए।
आजाद ने कहा, ‘‘क्रिकेट देश में धर्म की तरह है। जब अन्य खेल संस्थाओं का आडिट हो सकता है तो क्रिकेट में विशेष आडिट क्यों नहीं होना चाहिए।’’ इस मामले में जदयू के शरद यादव ने भी सरकार से पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की।
मंत्री ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने बीसीसीआई और आईपीएल को फेमा उल्लंघन के मामले में 19 नोटिस भेजे हैं और गत 17 मई को संयुक्त सचिव (खेल) ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर उक्त मामले में तेजी से कार्रवाई की मांग की है। कीर्ति आजाद ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि आईपीएल को लेकर रोज शर्मनाक खबरें आ रहीं हैं। आईपीएल में कालेधन के आने संबंधी एक रिपोर्ट आ चुकी है जिस पर वित्त मंत्रालय ने कार्रवाई शुरू करने की बात भी कही लेकिन अब तक की प्रगति पता नहीं चली।
उन्होंने आरोप लगाया कि खेल मंत्री माकन बीसीसीआई जैसी संस्थाओं पर कार्रवाई करने के लिहाज से असमर्थ हैं।टिप्पणियां
आजाद ने कहा, ‘‘मैं वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से अनुरोध करता हूं कि क्रिकेट में काले धन के स्रोत का पता लगाया जाए और इस संबंध में आई रिपोर्ट पर शीघ्र कार्रवाई की जाए।’’ उन्होंने खेल मंत्री से मांग की कि बीसीसीआई जैसी पंजीकृत संस्थाओं का विशेष आडिट कराना चाहिए।
आजाद ने कहा, ‘‘क्रिकेट देश में धर्म की तरह है। जब अन्य खेल संस्थाओं का आडिट हो सकता है तो क्रिकेट में विशेष आडिट क्यों नहीं होना चाहिए।’’ इस मामले में जदयू के शरद यादव ने भी सरकार से पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की।
उन्होंने आरोप लगाया कि खेल मंत्री माकन बीसीसीआई जैसी संस्थाओं पर कार्रवाई करने के लिहाज से असमर्थ हैं।टिप्पणियां
आजाद ने कहा, ‘‘मैं वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से अनुरोध करता हूं कि क्रिकेट में काले धन के स्रोत का पता लगाया जाए और इस संबंध में आई रिपोर्ट पर शीघ्र कार्रवाई की जाए।’’ उन्होंने खेल मंत्री से मांग की कि बीसीसीआई जैसी पंजीकृत संस्थाओं का विशेष आडिट कराना चाहिए।
आजाद ने कहा, ‘‘क्रिकेट देश में धर्म की तरह है। जब अन्य खेल संस्थाओं का आडिट हो सकता है तो क्रिकेट में विशेष आडिट क्यों नहीं होना चाहिए।’’ इस मामले में जदयू के शरद यादव ने भी सरकार से पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की।
आजाद ने कहा, ‘‘मैं वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से अनुरोध करता हूं कि क्रिकेट में काले धन के स्रोत का पता लगाया जाए और इस संबंध में आई रिपोर्ट पर शीघ्र कार्रवाई की जाए।’’ उन्होंने खेल मंत्री से मांग की कि बीसीसीआई जैसी पंजीकृत संस्थाओं का विशेष आडिट कराना चाहिए।
आजाद ने कहा, ‘‘क्रिकेट देश में धर्म की तरह है। जब अन्य खेल संस्थाओं का आडिट हो सकता है तो क्रिकेट में विशेष आडिट क्यों नहीं होना चाहिए।’’ इस मामले में जदयू के शरद यादव ने भी सरकार से पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की।
आजाद ने कहा, ‘‘क्रिकेट देश में धर्म की तरह है। जब अन्य खेल संस्थाओं का आडिट हो सकता है तो क्रिकेट में विशेष आडिट क्यों नहीं होना चाहिए।’’ इस मामले में जदयू के शरद यादव ने भी सरकार से पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की। | सारांश: सरकार ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि उनके मंत्रालय ने आईपीएल में काले धन आने के आरोपों के मामले में राजस्व सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है। | 20 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: राजधानी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. एक मां ने अपनी ही 15 साल की बेटी को दो साल से एक फ्लैट में कैद कर रखा हुआ था. पूरे फ्लैट मलबे में तब्दील मिला. पांडव नगर में एक घर में अक्सर लोग रात में एक लड़की के रोने की आवाज़ सुनते थे. जिसकी सूचना शनिवार को इलाके के पुलिसकर्मियों को गई. मौके पर पहुँची पुलिस उस आवाज़ को सुनकर इमारत में दाखिल हुई तो पता चला कि आवाज़ तीसरी मंजिल से आ रही है.
पुलिस ने जब उस फ्लैट के दरवाजे को खोला तो सबकी आंखें खुली रह गई, अंधेरा फ्लैट जिसके अंदर इतना कूड़ा भरा था जो किसी मलवे के घर से कम न था. पुलिस की टीम आगे बढ़ी, तो फ्लैट के एक कमरे में एक चारपाई लगी थी. जिसके चारों तरफ कूड़े का अंबार लगा था और वहीं एक 15 साल की लड़की लेटी हुई थी. लड़की ठीक से न कुछ बोल पा रही थी ना ही चल पा रही थी बहुत घबराई हुई थी.
पुलिस के साथ पड़ोसी भी ऊपर आ गए, जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उनका कहना था कि इस बच्ची को दो साल से किसी ने बाहर निकलते नहीं देखा. इसकी मां रोज इसे खाना देने आती है और चली जाती है. पुलिस की टीम लड़की को अपने साथ थाने लेकर जाने वाली थी कि बच्ची की मां अपनी दूसरी बेटी के साथ आ गई और पुलिस के सामने बच्ची के बीमार होने की दलील देने लगी, मीडिया की टीम ने जब बच्ची की मां से बात की तो उसने बड़ी सफाई से कहा कि बच्ची अपनी मर्जी से अकेले इस फ्लैट में रह रही है और वो जल्द ही घर को साफ़ करने वाली थी. टिप्पणियां
दरसअल लड़की की मां अपने पति से 7 साल से अलग रह रही थी और फिलहाल अपने बड़ी बेटी के साथ लक्ष्मी नगर में किराये के मकान में रह रही है और छोटी बेटी को पिछले काफी समय से यहां पांडव नगर में अकेले एक फ्लैट में रखा हुआ था. हालांकि ये अब तक साफ नहीं कि उसने बेटी को इस हालात में क्यों रखा हुआ था.
वहीं पुलिस ने बच्ची का मेडिकल करवा कर संस्कार आश्रम में भेज दिया है और चाइल्ड वेलफ़ेयर कमेटी के सामने पेश कर आगे की कारवाई की जा रही है.
पुलिस ने जब उस फ्लैट के दरवाजे को खोला तो सबकी आंखें खुली रह गई, अंधेरा फ्लैट जिसके अंदर इतना कूड़ा भरा था जो किसी मलवे के घर से कम न था. पुलिस की टीम आगे बढ़ी, तो फ्लैट के एक कमरे में एक चारपाई लगी थी. जिसके चारों तरफ कूड़े का अंबार लगा था और वहीं एक 15 साल की लड़की लेटी हुई थी. लड़की ठीक से न कुछ बोल पा रही थी ना ही चल पा रही थी बहुत घबराई हुई थी.
पुलिस के साथ पड़ोसी भी ऊपर आ गए, जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उनका कहना था कि इस बच्ची को दो साल से किसी ने बाहर निकलते नहीं देखा. इसकी मां रोज इसे खाना देने आती है और चली जाती है. पुलिस की टीम लड़की को अपने साथ थाने लेकर जाने वाली थी कि बच्ची की मां अपनी दूसरी बेटी के साथ आ गई और पुलिस के सामने बच्ची के बीमार होने की दलील देने लगी, मीडिया की टीम ने जब बच्ची की मां से बात की तो उसने बड़ी सफाई से कहा कि बच्ची अपनी मर्जी से अकेले इस फ्लैट में रह रही है और वो जल्द ही घर को साफ़ करने वाली थी. टिप्पणियां
दरसअल लड़की की मां अपने पति से 7 साल से अलग रह रही थी और फिलहाल अपने बड़ी बेटी के साथ लक्ष्मी नगर में किराये के मकान में रह रही है और छोटी बेटी को पिछले काफी समय से यहां पांडव नगर में अकेले एक फ्लैट में रखा हुआ था. हालांकि ये अब तक साफ नहीं कि उसने बेटी को इस हालात में क्यों रखा हुआ था.
वहीं पुलिस ने बच्ची का मेडिकल करवा कर संस्कार आश्रम में भेज दिया है और चाइल्ड वेलफ़ेयर कमेटी के सामने पेश कर आगे की कारवाई की जा रही है.
पुलिस के साथ पड़ोसी भी ऊपर आ गए, जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उनका कहना था कि इस बच्ची को दो साल से किसी ने बाहर निकलते नहीं देखा. इसकी मां रोज इसे खाना देने आती है और चली जाती है. पुलिस की टीम लड़की को अपने साथ थाने लेकर जाने वाली थी कि बच्ची की मां अपनी दूसरी बेटी के साथ आ गई और पुलिस के सामने बच्ची के बीमार होने की दलील देने लगी, मीडिया की टीम ने जब बच्ची की मां से बात की तो उसने बड़ी सफाई से कहा कि बच्ची अपनी मर्जी से अकेले इस फ्लैट में रह रही है और वो जल्द ही घर को साफ़ करने वाली थी. टिप्पणियां
दरसअल लड़की की मां अपने पति से 7 साल से अलग रह रही थी और फिलहाल अपने बड़ी बेटी के साथ लक्ष्मी नगर में किराये के मकान में रह रही है और छोटी बेटी को पिछले काफी समय से यहां पांडव नगर में अकेले एक फ्लैट में रखा हुआ था. हालांकि ये अब तक साफ नहीं कि उसने बेटी को इस हालात में क्यों रखा हुआ था.
वहीं पुलिस ने बच्ची का मेडिकल करवा कर संस्कार आश्रम में भेज दिया है और चाइल्ड वेलफ़ेयर कमेटी के सामने पेश कर आगे की कारवाई की जा रही है.
दरसअल लड़की की मां अपने पति से 7 साल से अलग रह रही थी और फिलहाल अपने बड़ी बेटी के साथ लक्ष्मी नगर में किराये के मकान में रह रही है और छोटी बेटी को पिछले काफी समय से यहां पांडव नगर में अकेले एक फ्लैट में रखा हुआ था. हालांकि ये अब तक साफ नहीं कि उसने बेटी को इस हालात में क्यों रखा हुआ था.
वहीं पुलिस ने बच्ची का मेडिकल करवा कर संस्कार आश्रम में भेज दिया है और चाइल्ड वेलफ़ेयर कमेटी के सामने पेश कर आगे की कारवाई की जा रही है.
वहीं पुलिस ने बच्ची का मेडिकल करवा कर संस्कार आश्रम में भेज दिया है और चाइल्ड वेलफ़ेयर कमेटी के सामने पेश कर आगे की कारवाई की जा रही है. | यह एक सारांश है: पड़ोसियों ने कहा 2 साल से किसी ने बच्ची को बाहर निकलते नहीं देखा
मॉ बच्ची के पिता से 7 साल से रह रही है अलग
पुलिस ने बच्ची का करवाया मेड़िकल भेजा संस्कार आश्रम | 16 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के आम चुनाव में जीत की ओर अग्रसर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ की 14 साल बाद सत्ता में वापसी लगभग तय है। दो बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज की यह तीसरी पारी होगी।
पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि एक लोकतांत्रिक सरकार जनता द्वारा चुने गए दल को सत्ता हस्तांतरित करेगी।
आम चुनाव के हालांकि अभी पूरे परिणाम सामने नहीं आए हैं, लेकिन पीएमएल-एन को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है। नवाज ने इसके लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया और भरोसा दिलाया कि चुनाव के दौरान उन्होंने तथा उनकी पार्टी के नेताओं ने जो वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।
उधर, पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने आम चुनाव में अपनी हार रविवार को स्वीकार कर ली, लेकिन उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की जीत है। इमरान ने कहा कि उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी नेशनल असेम्बली में विपक्ष में बैठेगी।
नेशनल असेम्बली की 342 सीटों में से 268 पर चुनाव हुए हैं, जिनमें से 152 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें 86 पर जीत हासिल करके पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि 21 सीटें जीतकर पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ दूसरे नंबर पर है।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को महज 15 सीटें मिली हैं और वह तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। अन्य में नौ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, जबकि आठ सीटें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, चार सीटें जेयूआई-एफ, दो-दो सीटें जमात-ए-इस्लामी तथा पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी और पांच अन्य के खाते में गई हैं। नेशनल असेम्बली की 60 सीटें महिलाओं और 10 गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित हैं।
तालिबान ने हालांकि लोगों को मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फरमान जारी किया था, लेकिन तालिबान के फरमानों तथा बम विस्फोटों को दरकिनार कर लोगों ने शनिवार को बड़े पैमाने पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली तथा चार विधानसभाओं की 728 सीटों के लिए एक साथ हुए मतदान के दौरान करीब 60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव परिणामों में पार्टी को मिली स्पष्ट बढ़त से उत्साहित नवाज (63) ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने और मेरी पार्टी के नेताओं ने जो भी वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि एक लोकतांत्रिक सरकार जनता द्वारा चुने गए दल को सत्ता हस्तांतरित करेगी।
आम चुनाव के हालांकि अभी पूरे परिणाम सामने नहीं आए हैं, लेकिन पीएमएल-एन को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है। नवाज ने इसके लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया और भरोसा दिलाया कि चुनाव के दौरान उन्होंने तथा उनकी पार्टी के नेताओं ने जो वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।
उधर, पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने आम चुनाव में अपनी हार रविवार को स्वीकार कर ली, लेकिन उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की जीत है। इमरान ने कहा कि उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी नेशनल असेम्बली में विपक्ष में बैठेगी।
नेशनल असेम्बली की 342 सीटों में से 268 पर चुनाव हुए हैं, जिनमें से 152 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें 86 पर जीत हासिल करके पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि 21 सीटें जीतकर पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ दूसरे नंबर पर है।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को महज 15 सीटें मिली हैं और वह तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। अन्य में नौ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, जबकि आठ सीटें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, चार सीटें जेयूआई-एफ, दो-दो सीटें जमात-ए-इस्लामी तथा पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी और पांच अन्य के खाते में गई हैं। नेशनल असेम्बली की 60 सीटें महिलाओं और 10 गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित हैं।
तालिबान ने हालांकि लोगों को मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फरमान जारी किया था, लेकिन तालिबान के फरमानों तथा बम विस्फोटों को दरकिनार कर लोगों ने शनिवार को बड़े पैमाने पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली तथा चार विधानसभाओं की 728 सीटों के लिए एक साथ हुए मतदान के दौरान करीब 60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव परिणामों में पार्टी को मिली स्पष्ट बढ़त से उत्साहित नवाज (63) ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने और मेरी पार्टी के नेताओं ने जो भी वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
आम चुनाव के हालांकि अभी पूरे परिणाम सामने नहीं आए हैं, लेकिन पीएमएल-एन को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है। नवाज ने इसके लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया और भरोसा दिलाया कि चुनाव के दौरान उन्होंने तथा उनकी पार्टी के नेताओं ने जो वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।
उधर, पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने आम चुनाव में अपनी हार रविवार को स्वीकार कर ली, लेकिन उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की जीत है। इमरान ने कहा कि उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी नेशनल असेम्बली में विपक्ष में बैठेगी।
नेशनल असेम्बली की 342 सीटों में से 268 पर चुनाव हुए हैं, जिनमें से 152 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें 86 पर जीत हासिल करके पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि 21 सीटें जीतकर पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ दूसरे नंबर पर है।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को महज 15 सीटें मिली हैं और वह तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। अन्य में नौ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, जबकि आठ सीटें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, चार सीटें जेयूआई-एफ, दो-दो सीटें जमात-ए-इस्लामी तथा पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी और पांच अन्य के खाते में गई हैं। नेशनल असेम्बली की 60 सीटें महिलाओं और 10 गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित हैं।
तालिबान ने हालांकि लोगों को मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फरमान जारी किया था, लेकिन तालिबान के फरमानों तथा बम विस्फोटों को दरकिनार कर लोगों ने शनिवार को बड़े पैमाने पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली तथा चार विधानसभाओं की 728 सीटों के लिए एक साथ हुए मतदान के दौरान करीब 60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव परिणामों में पार्टी को मिली स्पष्ट बढ़त से उत्साहित नवाज (63) ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने और मेरी पार्टी के नेताओं ने जो भी वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
उधर, पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने आम चुनाव में अपनी हार रविवार को स्वीकार कर ली, लेकिन उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की जीत है। इमरान ने कहा कि उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी नेशनल असेम्बली में विपक्ष में बैठेगी।
नेशनल असेम्बली की 342 सीटों में से 268 पर चुनाव हुए हैं, जिनमें से 152 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें 86 पर जीत हासिल करके पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि 21 सीटें जीतकर पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ दूसरे नंबर पर है।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को महज 15 सीटें मिली हैं और वह तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। अन्य में नौ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, जबकि आठ सीटें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, चार सीटें जेयूआई-एफ, दो-दो सीटें जमात-ए-इस्लामी तथा पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी और पांच अन्य के खाते में गई हैं। नेशनल असेम्बली की 60 सीटें महिलाओं और 10 गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित हैं।
तालिबान ने हालांकि लोगों को मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फरमान जारी किया था, लेकिन तालिबान के फरमानों तथा बम विस्फोटों को दरकिनार कर लोगों ने शनिवार को बड़े पैमाने पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली तथा चार विधानसभाओं की 728 सीटों के लिए एक साथ हुए मतदान के दौरान करीब 60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव परिणामों में पार्टी को मिली स्पष्ट बढ़त से उत्साहित नवाज (63) ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने और मेरी पार्टी के नेताओं ने जो भी वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
नेशनल असेम्बली की 342 सीटों में से 268 पर चुनाव हुए हैं, जिनमें से 152 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें 86 पर जीत हासिल करके पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि 21 सीटें जीतकर पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ दूसरे नंबर पर है।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को महज 15 सीटें मिली हैं और वह तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। अन्य में नौ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, जबकि आठ सीटें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, चार सीटें जेयूआई-एफ, दो-दो सीटें जमात-ए-इस्लामी तथा पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी और पांच अन्य के खाते में गई हैं। नेशनल असेम्बली की 60 सीटें महिलाओं और 10 गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित हैं।
तालिबान ने हालांकि लोगों को मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फरमान जारी किया था, लेकिन तालिबान के फरमानों तथा बम विस्फोटों को दरकिनार कर लोगों ने शनिवार को बड़े पैमाने पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली तथा चार विधानसभाओं की 728 सीटों के लिए एक साथ हुए मतदान के दौरान करीब 60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव परिणामों में पार्टी को मिली स्पष्ट बढ़त से उत्साहित नवाज (63) ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने और मेरी पार्टी के नेताओं ने जो भी वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को महज 15 सीटें मिली हैं और वह तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। अन्य में नौ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, जबकि आठ सीटें मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, चार सीटें जेयूआई-एफ, दो-दो सीटें जमात-ए-इस्लामी तथा पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी और पांच अन्य के खाते में गई हैं। नेशनल असेम्बली की 60 सीटें महिलाओं और 10 गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित हैं।
तालिबान ने हालांकि लोगों को मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फरमान जारी किया था, लेकिन तालिबान के फरमानों तथा बम विस्फोटों को दरकिनार कर लोगों ने शनिवार को बड़े पैमाने पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली तथा चार विधानसभाओं की 728 सीटों के लिए एक साथ हुए मतदान के दौरान करीब 60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव परिणामों में पार्टी को मिली स्पष्ट बढ़त से उत्साहित नवाज (63) ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने और मेरी पार्टी के नेताओं ने जो भी वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
तालिबान ने हालांकि लोगों को मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फरमान जारी किया था, लेकिन तालिबान के फरमानों तथा बम विस्फोटों को दरकिनार कर लोगों ने शनिवार को बड़े पैमाने पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली तथा चार विधानसभाओं की 728 सीटों के लिए एक साथ हुए मतदान के दौरान करीब 60 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव परिणामों में पार्टी को मिली स्पष्ट बढ़त से उत्साहित नवाज (63) ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने और मेरी पार्टी के नेताओं ने जो भी वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
चुनाव परिणामों में पार्टी को मिली स्पष्ट बढ़त से उत्साहित नवाज (63) ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने और मेरी पार्टी के नेताओं ने जो भी वादे किए थे, वे पूरे किए जाएंगे।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
समाचार एजेंसी ऑनलाइन के अनुसार, नवाज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को मौजूदा संकट से निकालकर इसे एक शांतिपूर्ण व समृद्ध देश बनाएंगे। उन्होंने कहा, "हम नेशनल असेम्बली में पूर्ण बहुमत हासिल करना चाहते हैं, ताकि हमें सरकार गठन के लिए विभिन्न दलों के समर्थन का मोहताज न होना पड़े, क्योंकि गठबंधन सरकारें ठीक से काम नहीं करतीं।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाएंगे और गरीबी, महंगाई, बिजली की कटौती, बेरोजगारी तथा अन्य समस्याओं से निपटने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करेंगे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
पीएमएल-एन प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी पूरे उत्साह से काम करेगी और एक नए पाकिस्तान का निर्माण करेगी, जो मजबूत व समृद्ध होगा। उनके छोटे भाई शाहबाज शरीफ ने केवल इतना कहा, "नवाज आपके प्रधानमंत्री होंगे और मैं आपका सेवक।"टिप्पणियां
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
इससे पहले नवाज नवंबर 1990 से जुलाई 1993 तक और फरवरी 1997 से अक्टूबर 1999 तक दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। लेकिन दोनों बार उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे।
तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुर्शरफ ने वर्ष 1999 में नवाज की सरकार का तख्ता पलट दिया था। इसके बाद वह निर्वासन में सऊदी अरब चले गए, जहां से वह नवंबर 2007 में स्वदेश लौटे। | सारांश: पाकिस्तान के आम चुनाव में जीत की ओर अग्रसर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ की 14 साल बाद सत्ता में वापसी लगभग तय है। दो बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज की यह तीसरी पारी होगी। | 20 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: राज्यसभा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ वाक-युद्ध के दूसरे दिन उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने आज कहा कि सिंह का रवैया ‘‘क्रोध और निराशावाद’’ का था और यह दर्शाता है कि उनके पास अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवत करने के विचार नहीं रह गए हैं।
जेटली ने कहा कि सिंह ने शुक्रवार को संसद में देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में दिए गए अपने बयान में हमें यह तो नहीं बताया कि अर्थव्यवस्था को सुधारने का उनका खाका क्या है, और इसकी बजाय वह क्रोधित और निराशावादी नजर आए। यह रवैया दर्शाता है कि आपके पास अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के कोई विचार नहीं हैं। आपके पास विचार समाप्त हो गए हैं। उन्होंने यहां भाजपा के कानूनी एवं विधायी प्रकोष्ठ की गोष्ठी में कहा कि उच्च सदन में सिंह के रवैये को देख कर उन्हें तथ्यों में कमजोर पड़ने पर तर्क देने की बजाय डेस्क ठोकने की वकीलों की आदत याद हो आई।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने बिहार सरकार पर आरोप लगाया कि आतंकवाद के मुद्दे पर वह वोट बैंक की राजनीति कर रही है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक यासीन भटकल की गिरफ्तारी में राज्य सरकार ने कथित सहयोग नहीं किया।
जेटली ने कहा, राज्य सरकारों को भी आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी के बारे में सोचना चाहिए। भारत नहीं रहेगा, तो कौन रहेगा? सुरक्षा एजेंसियों के बारे में उन्होंने कहा कि रकसौल-नेपाल सीमा पर भटकल की गिरफ्तारी से जुड़े सभी तथ्यों को सामने रखा जाना चाहिए जिससे यह मालूम चल सके कि किसने अपनी ड्यूटी निभाई और किसने नहीं।
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में 17 साल रही जदयू ने भाजपा में नरेन्द्र मोदी का कद बढ़ने पर इस गठबंधन से नाता तोड़ लिया है। कहा जाता है कि उसे भय है कि राजग में मोदी का वर्चस्व बढ़ने पर उसके इस गठबंधन में बने रहने से अल्पसंख्यकों के वोट उससे दूर हो जाएंगे।
बटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, हम पांच साल से सुनते आए हैं कि यह फर्जी मुठभेड़ है, लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने हकीकत सबके सामने रख दी। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही कुछ दलों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताने का रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि पोटा को भी इसी नजरिए के चलते समाप्त किया गया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, आतंकवाद के विरुद्ध हमें जाति और धर्म से ऊपर उठ कर लड़ना होगा।टिप्पणियां
संप्रग को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने दावा किया कि इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर चल रही है और अगले आम चुनावों में भ्रष्टाचार तथा रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है।
जेटली ने कहा कि सिंह ने शुक्रवार को संसद में देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में दिए गए अपने बयान में हमें यह तो नहीं बताया कि अर्थव्यवस्था को सुधारने का उनका खाका क्या है, और इसकी बजाय वह क्रोधित और निराशावादी नजर आए। यह रवैया दर्शाता है कि आपके पास अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के कोई विचार नहीं हैं। आपके पास विचार समाप्त हो गए हैं। उन्होंने यहां भाजपा के कानूनी एवं विधायी प्रकोष्ठ की गोष्ठी में कहा कि उच्च सदन में सिंह के रवैये को देख कर उन्हें तथ्यों में कमजोर पड़ने पर तर्क देने की बजाय डेस्क ठोकने की वकीलों की आदत याद हो आई।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने बिहार सरकार पर आरोप लगाया कि आतंकवाद के मुद्दे पर वह वोट बैंक की राजनीति कर रही है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक यासीन भटकल की गिरफ्तारी में राज्य सरकार ने कथित सहयोग नहीं किया।
जेटली ने कहा, राज्य सरकारों को भी आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी के बारे में सोचना चाहिए। भारत नहीं रहेगा, तो कौन रहेगा? सुरक्षा एजेंसियों के बारे में उन्होंने कहा कि रकसौल-नेपाल सीमा पर भटकल की गिरफ्तारी से जुड़े सभी तथ्यों को सामने रखा जाना चाहिए जिससे यह मालूम चल सके कि किसने अपनी ड्यूटी निभाई और किसने नहीं।
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में 17 साल रही जदयू ने भाजपा में नरेन्द्र मोदी का कद बढ़ने पर इस गठबंधन से नाता तोड़ लिया है। कहा जाता है कि उसे भय है कि राजग में मोदी का वर्चस्व बढ़ने पर उसके इस गठबंधन में बने रहने से अल्पसंख्यकों के वोट उससे दूर हो जाएंगे।
बटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, हम पांच साल से सुनते आए हैं कि यह फर्जी मुठभेड़ है, लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने हकीकत सबके सामने रख दी। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही कुछ दलों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताने का रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि पोटा को भी इसी नजरिए के चलते समाप्त किया गया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, आतंकवाद के विरुद्ध हमें जाति और धर्म से ऊपर उठ कर लड़ना होगा।टिप्पणियां
संप्रग को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने दावा किया कि इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर चल रही है और अगले आम चुनावों में भ्रष्टाचार तथा रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने बिहार सरकार पर आरोप लगाया कि आतंकवाद के मुद्दे पर वह वोट बैंक की राजनीति कर रही है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक यासीन भटकल की गिरफ्तारी में राज्य सरकार ने कथित सहयोग नहीं किया।
जेटली ने कहा, राज्य सरकारों को भी आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी के बारे में सोचना चाहिए। भारत नहीं रहेगा, तो कौन रहेगा? सुरक्षा एजेंसियों के बारे में उन्होंने कहा कि रकसौल-नेपाल सीमा पर भटकल की गिरफ्तारी से जुड़े सभी तथ्यों को सामने रखा जाना चाहिए जिससे यह मालूम चल सके कि किसने अपनी ड्यूटी निभाई और किसने नहीं।
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में 17 साल रही जदयू ने भाजपा में नरेन्द्र मोदी का कद बढ़ने पर इस गठबंधन से नाता तोड़ लिया है। कहा जाता है कि उसे भय है कि राजग में मोदी का वर्चस्व बढ़ने पर उसके इस गठबंधन में बने रहने से अल्पसंख्यकों के वोट उससे दूर हो जाएंगे।
बटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, हम पांच साल से सुनते आए हैं कि यह फर्जी मुठभेड़ है, लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने हकीकत सबके सामने रख दी। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही कुछ दलों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताने का रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि पोटा को भी इसी नजरिए के चलते समाप्त किया गया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, आतंकवाद के विरुद्ध हमें जाति और धर्म से ऊपर उठ कर लड़ना होगा।टिप्पणियां
संप्रग को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने दावा किया कि इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर चल रही है और अगले आम चुनावों में भ्रष्टाचार तथा रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक यासीन भटकल की गिरफ्तारी में राज्य सरकार ने कथित सहयोग नहीं किया।
जेटली ने कहा, राज्य सरकारों को भी आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी के बारे में सोचना चाहिए। भारत नहीं रहेगा, तो कौन रहेगा? सुरक्षा एजेंसियों के बारे में उन्होंने कहा कि रकसौल-नेपाल सीमा पर भटकल की गिरफ्तारी से जुड़े सभी तथ्यों को सामने रखा जाना चाहिए जिससे यह मालूम चल सके कि किसने अपनी ड्यूटी निभाई और किसने नहीं।
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में 17 साल रही जदयू ने भाजपा में नरेन्द्र मोदी का कद बढ़ने पर इस गठबंधन से नाता तोड़ लिया है। कहा जाता है कि उसे भय है कि राजग में मोदी का वर्चस्व बढ़ने पर उसके इस गठबंधन में बने रहने से अल्पसंख्यकों के वोट उससे दूर हो जाएंगे।
बटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, हम पांच साल से सुनते आए हैं कि यह फर्जी मुठभेड़ है, लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने हकीकत सबके सामने रख दी। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही कुछ दलों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताने का रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि पोटा को भी इसी नजरिए के चलते समाप्त किया गया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, आतंकवाद के विरुद्ध हमें जाति और धर्म से ऊपर उठ कर लड़ना होगा।टिप्पणियां
संप्रग को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने दावा किया कि इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर चल रही है और अगले आम चुनावों में भ्रष्टाचार तथा रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है।
जेटली ने कहा, राज्य सरकारों को भी आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी के बारे में सोचना चाहिए। भारत नहीं रहेगा, तो कौन रहेगा? सुरक्षा एजेंसियों के बारे में उन्होंने कहा कि रकसौल-नेपाल सीमा पर भटकल की गिरफ्तारी से जुड़े सभी तथ्यों को सामने रखा जाना चाहिए जिससे यह मालूम चल सके कि किसने अपनी ड्यूटी निभाई और किसने नहीं।
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में 17 साल रही जदयू ने भाजपा में नरेन्द्र मोदी का कद बढ़ने पर इस गठबंधन से नाता तोड़ लिया है। कहा जाता है कि उसे भय है कि राजग में मोदी का वर्चस्व बढ़ने पर उसके इस गठबंधन में बने रहने से अल्पसंख्यकों के वोट उससे दूर हो जाएंगे।
बटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, हम पांच साल से सुनते आए हैं कि यह फर्जी मुठभेड़ है, लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने हकीकत सबके सामने रख दी। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही कुछ दलों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताने का रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि पोटा को भी इसी नजरिए के चलते समाप्त किया गया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, आतंकवाद के विरुद्ध हमें जाति और धर्म से ऊपर उठ कर लड़ना होगा।टिप्पणियां
संप्रग को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने दावा किया कि इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर चल रही है और अगले आम चुनावों में भ्रष्टाचार तथा रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है।
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में 17 साल रही जदयू ने भाजपा में नरेन्द्र मोदी का कद बढ़ने पर इस गठबंधन से नाता तोड़ लिया है। कहा जाता है कि उसे भय है कि राजग में मोदी का वर्चस्व बढ़ने पर उसके इस गठबंधन में बने रहने से अल्पसंख्यकों के वोट उससे दूर हो जाएंगे।
बटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, हम पांच साल से सुनते आए हैं कि यह फर्जी मुठभेड़ है, लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने हकीकत सबके सामने रख दी। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही कुछ दलों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताने का रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि पोटा को भी इसी नजरिए के चलते समाप्त किया गया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, आतंकवाद के विरुद्ध हमें जाति और धर्म से ऊपर उठ कर लड़ना होगा।टिप्पणियां
संप्रग को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने दावा किया कि इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर चल रही है और अगले आम चुनावों में भ्रष्टाचार तथा रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है।
बटला हाउस मुठभेड़ का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा, हम पांच साल से सुनते आए हैं कि यह फर्जी मुठभेड़ है, लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने हकीकत सबके सामने रख दी। उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते ही कुछ दलों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताने का रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि पोटा को भी इसी नजरिए के चलते समाप्त किया गया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, आतंकवाद के विरुद्ध हमें जाति और धर्म से ऊपर उठ कर लड़ना होगा।टिप्पणियां
संप्रग को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने दावा किया कि इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर चल रही है और अगले आम चुनावों में भ्रष्टाचार तथा रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है।
संप्रग को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने दावा किया कि इसके विरुद्ध बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर चल रही है और अगले आम चुनावों में भ्रष्टाचार तथा रसातल में जा रही अर्थव्यवस्था मुख्य चुनावी मुद्दे होंगे।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है।
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि यह सरकार अर्थव्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी है और उसका प्रबंधन करने में पूरी तरह विफल है। | सारांश: जेटली ने कहा कि पीएम ने शुक्रवार को संसद में देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में दिए गए अपने बयान में हमें यह तो नहीं बताया कि अर्थव्यवस्था को सुधारने का उनका खाका क्या है, और इसकी बजाय वह क्रोधित और निराशावादी नजर आए। | 20 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पुणे वारियर्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को आईपीएल के अपने पहले मैच में सात विकेट से हरा दिया। पहली बार आईपीएल में उतरी पुणे वारियर्स ने अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बूते किंग्स इलेवन पंजाब को पहले आठ विकेट पर 112 रन पर रोका और फिर 13.1 ओवर में लक्ष्य हासिल करके अपने अभियान का शानदार आगाज किया। नई गेंद संभालने वाले अल्फोंसो थामस और श्रीकांत वाघ ने मिलकर पांच विकेट चटकाते हुए किंग्स इलेवन को शीर्ष क्रम की चूलें हिला दी। उसके चार विकेट पहले चार ओवर में नौ रन के भीतर ही गिर गए थे। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट समेत चार शीर्ष बल्लेबाजों को थामस और वाघ ने पवेलियन भेजा। बाद में द. अफ्रीका के रियान मैकलारेन के नाबाद अर्द्धशतक की मदद से पंजाब ने 100 का आंकड़ा पार किया। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए हरफनमौला मैकलारेन ने 43 गेंद में नाबाद 51 रन बनाए जिसमें छह चौके और एक छक्का शामिल था। उन्होंने पीयूष चावना (15) के साथ 35 रन की साझेदारी भी की। जवाब में युवराज सिंह की अगुवाई वाली पुणे वारियर्स की भी शुरुआत खराब रही और पहली ही गेंद पर प्रवीण कुमार ने ग्रीम स्मिथ को आउट कर दिया। इसके बाद हालांकि जेस्सी राइडर (31) और मिथुन मन्हास (35) ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए टीम पर कोई दबाव नहीं बनने दिया। पंजाब की लचर फील्डिंग ने जीत की राह और आसान कर दी। पंजाब के खिलाड़ियों ने कई कैच टपकाए जिसमें पिछले तीन सत्र में उनके साथ रहे युवराज का कैच भी शामिल था। | यह एक सारांश है: पुणे वारियर्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को आईपीएल के अपने पहले मैच में सात विकेट से हरा दिया। | 24 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: कांग्रेस सांसद संजय निरूपम भाजपा सांसद स्मृति ईरानी के खिलाफ कथित अशोभनीय टिप्पणी के चलते विवादों में फंस गए हैं।
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने उनके बयानों को खारिज किया जबकि विपक्षी दल भाजपा ने उनके टेलीविजन बहसों के बहिष्कार का फैसला किया है जिनमें निरूपम शामिल होंगे।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के नतीजों पर टेलीविजन पर चर्चा के दौरान स्मृति पर निरूपम ने टिप्पणी की। इस मुद्दे पर मुंबई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और निरूपम से माफी मांगने को कहा।
कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने कहा, ‘यह बहुत अफसोसजनक है। यह सबकुछ कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मानसिकता से हमें लड़ना है।’टिप्पणियां
निरूपम की ‘अशोभनीय एवं आपत्तिजनक’ टिप्पणियों से नाराज भाजपा ने कांग्रेस सांसद की निंदा की और घोषणा की कि पार्टी प्रवक्ता और नेता उन समाचार चैनलों की बहसों में भाग नहीं लेंगे जिसमें निरूपम शामिल होंगे।
भाजपा प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि निरूपम ने शालीनता की सभी सीमाएं तोड़ दी हैं।
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने उनके बयानों को खारिज किया जबकि विपक्षी दल भाजपा ने उनके टेलीविजन बहसों के बहिष्कार का फैसला किया है जिनमें निरूपम शामिल होंगे।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के नतीजों पर टेलीविजन पर चर्चा के दौरान स्मृति पर निरूपम ने टिप्पणी की। इस मुद्दे पर मुंबई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और निरूपम से माफी मांगने को कहा।
कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने कहा, ‘यह बहुत अफसोसजनक है। यह सबकुछ कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मानसिकता से हमें लड़ना है।’टिप्पणियां
निरूपम की ‘अशोभनीय एवं आपत्तिजनक’ टिप्पणियों से नाराज भाजपा ने कांग्रेस सांसद की निंदा की और घोषणा की कि पार्टी प्रवक्ता और नेता उन समाचार चैनलों की बहसों में भाग नहीं लेंगे जिसमें निरूपम शामिल होंगे।
भाजपा प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि निरूपम ने शालीनता की सभी सीमाएं तोड़ दी हैं।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के नतीजों पर टेलीविजन पर चर्चा के दौरान स्मृति पर निरूपम ने टिप्पणी की। इस मुद्दे पर मुंबई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और निरूपम से माफी मांगने को कहा।
कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने कहा, ‘यह बहुत अफसोसजनक है। यह सबकुछ कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मानसिकता से हमें लड़ना है।’टिप्पणियां
निरूपम की ‘अशोभनीय एवं आपत्तिजनक’ टिप्पणियों से नाराज भाजपा ने कांग्रेस सांसद की निंदा की और घोषणा की कि पार्टी प्रवक्ता और नेता उन समाचार चैनलों की बहसों में भाग नहीं लेंगे जिसमें निरूपम शामिल होंगे।
भाजपा प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि निरूपम ने शालीनता की सभी सीमाएं तोड़ दी हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने कहा, ‘यह बहुत अफसोसजनक है। यह सबकुछ कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मानसिकता से हमें लड़ना है।’टिप्पणियां
निरूपम की ‘अशोभनीय एवं आपत्तिजनक’ टिप्पणियों से नाराज भाजपा ने कांग्रेस सांसद की निंदा की और घोषणा की कि पार्टी प्रवक्ता और नेता उन समाचार चैनलों की बहसों में भाग नहीं लेंगे जिसमें निरूपम शामिल होंगे।
भाजपा प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि निरूपम ने शालीनता की सभी सीमाएं तोड़ दी हैं।
निरूपम की ‘अशोभनीय एवं आपत्तिजनक’ टिप्पणियों से नाराज भाजपा ने कांग्रेस सांसद की निंदा की और घोषणा की कि पार्टी प्रवक्ता और नेता उन समाचार चैनलों की बहसों में भाग नहीं लेंगे जिसमें निरूपम शामिल होंगे।
भाजपा प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि निरूपम ने शालीनता की सभी सीमाएं तोड़ दी हैं।
भाजपा प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि निरूपम ने शालीनता की सभी सीमाएं तोड़ दी हैं। | यह एक सारांश है: कांग्रेस सांसद संजय निरूपम भाजपा सांसद स्मृति ईरानी के खिलाफ कथित अशोभनीय टिप्पणी के चलते विवादों में फंस गए हैं। | 21 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने महाराष्ट्र कांग्रेस (Congress) के नेताओं के साथ बैठक की. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv Sena) को कांग्रेस समर्थन देगी.मिली जानकारी के मुताबिक एनसीपी (NCP) नेता शरद पवार के पास कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) का फोन आया था. सोनिया ने फोन पर पवार को सहमति दी. सूत्रों के मुताबिक अभी तक कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन देने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. कांग्रेस ने चिट्ठी जारी कर कहा है कि वो एनसीपी के साथ अभी और चर्चा करना चाहती है. बता दें कि इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक हुई थी. बैठक से निकलने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि सुबह दस बजे से चली इस बैठक में सही पहलुओं पर बात की गई है. आखिर में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने यह तय किया था कि हम महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करने के बाद ही किसी फैसले पर पहुंचेंगे. उन्होंने बताया था कि पार्टी ने महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शाम चार बजे बैठक के लिए बुलाया है.
बता दें कि महाराष्ट्र में BJP सरकार नहीं बनाएगी यह अब साफ हो गया है. ऐसे में अब सभी की निगाहें शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी (NCP) की तरफ है. NCP प्रमुख शरद पवार ने Shiv Sena के साथ सरकार बनाने की संभावनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि हम सरकार बनाने को लेकर कोई भी फैसला कांग्रेस से बात किए बगैर नहीं करने जा रहे हैं. उधर, कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर CWC की बैठक बुलाई थी.
इन सब के बीच, केंद्र की मोदी सरकार में शामिल शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफे का ऐलान किया था. ट्विटर पर इस्तीफे के फैसले की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा था कि शिवसेना का पक्ष सच्चाई है. झूठे माहौल के साथ नहीं रहा सकता है. यह फैसला उन्होंने ऐसे समय में किया है जब महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार बनाने की खबरें हैं. अरविंद सावंत के इस्तीफे के ऐलान के साथ ही तय हो गया है कि शिवसेना एनडीए से बाहर हो गई है.
शिवसेना और बीजेपी की दोस्ती 30 साल पुरानी थी. माना जा रहा है कि एनसीपी ने महाराष्ट्र में साथ सरकार बनाने के लिए शिवसेना के सामने शर्त रखी थी कि उसे पहले एनडीए से नाता तोड़ना होगा. हालांकि महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी को सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के भी समर्थन जरूरत पड़ेगी. लेकिन कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज 10 बजे मीटिंग होने वाली है और उसमें आलाकमान के निर्देश के मुताबिक फैसला लिया जाएगा. लेकिन उसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक का जो फैसला है कि हमें विपक्ष में ही बैठना चाहिए.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई. | संक्षिप्त पाठ: शिवसेना को समर्थन देगी कांग्रेस: सूत्र
पवार के पास सोनिया का फोन आया: सूत्र
पवार को सोनिया ने सहमति दी: सूत्र | 22 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: कोलकाता में एक ट्रैफिक सार्जेंट को पीटने के आरोप में गिरफ्तार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे के भतीजे आकाश बनर्जी को उसके दो साथियों के साथ एक दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आकाश को कल फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा।टिप्पणियां
हालांकि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि यह कोई बड़ा मामला नहीं है। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम ने सवालिया लहजे में कहा, "सिर्फ कोलकाता क्यों? देशभर में गाड़ी चलाने वालों की अक्सर ट्रैफिक पुलिसवालों से बहस होती रहती है और यहां तक कि हाथापाई भी।"
खबरों के मुताबिक आकाश ट्रैफिक के नियमों की अनदेखी कर गाड़ी चला रहे थे, जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने ट्रैफिक सार्जेंट को ही पीट दिया। अपने भतीजे की गिरफ्तारी पर ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई अपराध करता है, तो उसे सजा भुगतनी होगी।
हालांकि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि यह कोई बड़ा मामला नहीं है। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम ने सवालिया लहजे में कहा, "सिर्फ कोलकाता क्यों? देशभर में गाड़ी चलाने वालों की अक्सर ट्रैफिक पुलिसवालों से बहस होती रहती है और यहां तक कि हाथापाई भी।"
खबरों के मुताबिक आकाश ट्रैफिक के नियमों की अनदेखी कर गाड़ी चला रहे थे, जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने ट्रैफिक सार्जेंट को ही पीट दिया। अपने भतीजे की गिरफ्तारी पर ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई अपराध करता है, तो उसे सजा भुगतनी होगी।
खबरों के मुताबिक आकाश ट्रैफिक के नियमों की अनदेखी कर गाड़ी चला रहे थे, जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने ट्रैफिक सार्जेंट को ही पीट दिया। अपने भतीजे की गिरफ्तारी पर ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई अपराध करता है, तो उसे सजा भुगतनी होगी। | यह एक सारांश है: कोलकाता में एक ट्रैफिक सार्जेंट को पीटने के आरोप में गिरफ्तार आकाश को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उसे कल फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। | 21 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: राज्य सरकार को झटका देते हुए हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने प्रदेश क्रिक्रेट के प्रमुख भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और एचपीसीए के सचिव के खिलाफ स्टेडियम निर्माण के लिए जमीन के कथित अतिक्रमण को लेकर दर्ज मामला मंगलवार को खारिज कर दिया।
हाई कोर्ट ने धर्मशाला के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा ठाकुर के खिलाफ तय किए गए आरोप पत्र को भी खारिज कर दिया।टिप्पणियां
ठाकुर भारतीय क्रिक्रेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की एकल पीठ ने ठाकुर की अपील पर प्राथमिकी खारिज कर दी। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हाई कोर्ट ने धर्मशाला के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा ठाकुर के खिलाफ तय किए गए आरोप पत्र को भी खारिज कर दिया।टिप्पणियां
ठाकुर भारतीय क्रिक्रेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की एकल पीठ ने ठाकुर की अपील पर प्राथमिकी खारिज कर दी। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ठाकुर भारतीय क्रिक्रेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की एकल पीठ ने ठाकुर की अपील पर प्राथमिकी खारिज कर दी। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: स्टेडियम निर्माण के लिए जमीन के कथित अतिक्रमण का था मामला
एकल पीठ ने ठाकुर की अपील पर प्राथमिकी खारिज कर दी
ठाकुर भारतीय क्रिक्रेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं | 33 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जालंधर के व्यस्ततम ज्योति चौक इलाके में दिन दहाड़े गोली मारे जाने के बाद गंभीर रूप से घायल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) जगदीश गगनेजा की हालत स्थिर लेकिन नाजुक है और उनकी देखरेख के लिए अब केंद्र से चिकित्सकों का एक दल बुलाया गया है.
गोली लगने के बाद से ही संघ नेता की देखरेख कर रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा स्थानीय विधायक मनोरंजन कालिया ने बताया, ‘पेट में गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल, संघ के सह सरसंघचालक बिग्रेडियर (सेवानिवृत्त) जगदीश गगनेजा का एक निजी अस्पताल में रात दो बजे के बाद तक आपरेशन चलता रहा. इस दौरान दो गोलियां निकाल दी गयी हैं लेकिन एक गोली अभी भी उनके पेट में ही है जो जिगर के आसपास फंसी हुई है.’ कालिया ने बताया, ‘मैने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा से बातचीत कर केंद्र से ‘क्रिटिकल केयर टीम’ भेजने को कहा है ताकि गगनेजा का इलाज और बेहतर तरीके से किया जा सके. इस पर नड्डा ने चंडीगढ़ स्थित पीजीआई के निदेशक डॉक्टर योगेश चावला को इस बारे में आवश्यक निर्देश दिये हैं और उम्मीद है कि यह टीम आज दोपहर तक जालंधर पहुंच जाएगी.’ उन्होंने बताया, ‘इससे पहले कल देर रात मुख्यमंत्री के निर्देश पर लुधियाना स्थित डीएमसी से डॉ जसपाल की अगुवाई में एक टीम जालंधर आयी और उन्हीं की देखरेख में निजी अस्पताल में संघ नेता का ऑपरेशन किया गया. उनकी हालत स्थिर लेकिन नाजुक बनी हुई है.’
इससे पहले शहर के पुलिस आयुक्त अर्पित शुक्ला ने बताया, ‘हमने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे हैं. इसमें नजर आ रही मोटरसाइकिल का नंबर भी हमने हासिल कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है और हम जल्दी ही हमलावरों तक पहुंच जायेंगे.’ उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी दिये बिना बताया कि मोटरसाइकिल पर दो युवक सवार थे और दोनों ने रुमाल से अपना चेहरा ढक रखा था. उन दोनों ने सिर पर काले और पीले रंग का ‘पटका’ बांध रखा था. दोनों की उम्र 20 साल के आसपास लगती है.’ यह पूछने पर कि क्या यह कोई आतंकी वारदात है तो पुलिस आयुक्त ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. टिप्पणियां
इससे पहले अस्पताल में मौजूद संघ नेता के परिजनों ने बताया कि रविवार को गगनेजा की बेटी उनके घर आने वाली थी. इसलिए वह पत्नी के साथ फल खरीदने ज्योति चौक गए थे. कार मखदूमपुरा मोहल्ले के आसपास पार्क की थी. फल खरीदकर वापस आ रहे थे. पत्नी सुदेश सड़क किनारे खड़ी हो गयीं. वह कार लाने चले गए और इसी बीच उन पर हमला हो गया.
मखूदमपुरा में रहने वाले प्रमोद कनौजिया और पड़ोसी रवि की मदद से राहगीर गगनेजा को पास के एक अस्पताल में ले गए. इसके बाद सबसे पहले मनोरंजन कालिया को इसकी सूचना मिली जिन्होंने पुलिस आयुक्त को सूचित किया.
गोली लगने के बाद से ही संघ नेता की देखरेख कर रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा स्थानीय विधायक मनोरंजन कालिया ने बताया, ‘पेट में गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल, संघ के सह सरसंघचालक बिग्रेडियर (सेवानिवृत्त) जगदीश गगनेजा का एक निजी अस्पताल में रात दो बजे के बाद तक आपरेशन चलता रहा. इस दौरान दो गोलियां निकाल दी गयी हैं लेकिन एक गोली अभी भी उनके पेट में ही है जो जिगर के आसपास फंसी हुई है.’ कालिया ने बताया, ‘मैने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा से बातचीत कर केंद्र से ‘क्रिटिकल केयर टीम’ भेजने को कहा है ताकि गगनेजा का इलाज और बेहतर तरीके से किया जा सके. इस पर नड्डा ने चंडीगढ़ स्थित पीजीआई के निदेशक डॉक्टर योगेश चावला को इस बारे में आवश्यक निर्देश दिये हैं और उम्मीद है कि यह टीम आज दोपहर तक जालंधर पहुंच जाएगी.’ उन्होंने बताया, ‘इससे पहले कल देर रात मुख्यमंत्री के निर्देश पर लुधियाना स्थित डीएमसी से डॉ जसपाल की अगुवाई में एक टीम जालंधर आयी और उन्हीं की देखरेख में निजी अस्पताल में संघ नेता का ऑपरेशन किया गया. उनकी हालत स्थिर लेकिन नाजुक बनी हुई है.’
इससे पहले शहर के पुलिस आयुक्त अर्पित शुक्ला ने बताया, ‘हमने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे हैं. इसमें नजर आ रही मोटरसाइकिल का नंबर भी हमने हासिल कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है और हम जल्दी ही हमलावरों तक पहुंच जायेंगे.’ उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी दिये बिना बताया कि मोटरसाइकिल पर दो युवक सवार थे और दोनों ने रुमाल से अपना चेहरा ढक रखा था. उन दोनों ने सिर पर काले और पीले रंग का ‘पटका’ बांध रखा था. दोनों की उम्र 20 साल के आसपास लगती है.’ यह पूछने पर कि क्या यह कोई आतंकी वारदात है तो पुलिस आयुक्त ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. टिप्पणियां
इससे पहले अस्पताल में मौजूद संघ नेता के परिजनों ने बताया कि रविवार को गगनेजा की बेटी उनके घर आने वाली थी. इसलिए वह पत्नी के साथ फल खरीदने ज्योति चौक गए थे. कार मखदूमपुरा मोहल्ले के आसपास पार्क की थी. फल खरीदकर वापस आ रहे थे. पत्नी सुदेश सड़क किनारे खड़ी हो गयीं. वह कार लाने चले गए और इसी बीच उन पर हमला हो गया.
मखूदमपुरा में रहने वाले प्रमोद कनौजिया और पड़ोसी रवि की मदद से राहगीर गगनेजा को पास के एक अस्पताल में ले गए. इसके बाद सबसे पहले मनोरंजन कालिया को इसकी सूचना मिली जिन्होंने पुलिस आयुक्त को सूचित किया.
इससे पहले शहर के पुलिस आयुक्त अर्पित शुक्ला ने बताया, ‘हमने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे हैं. इसमें नजर आ रही मोटरसाइकिल का नंबर भी हमने हासिल कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है और हम जल्दी ही हमलावरों तक पहुंच जायेंगे.’ उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी दिये बिना बताया कि मोटरसाइकिल पर दो युवक सवार थे और दोनों ने रुमाल से अपना चेहरा ढक रखा था. उन दोनों ने सिर पर काले और पीले रंग का ‘पटका’ बांध रखा था. दोनों की उम्र 20 साल के आसपास लगती है.’ यह पूछने पर कि क्या यह कोई आतंकी वारदात है तो पुलिस आयुक्त ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. टिप्पणियां
इससे पहले अस्पताल में मौजूद संघ नेता के परिजनों ने बताया कि रविवार को गगनेजा की बेटी उनके घर आने वाली थी. इसलिए वह पत्नी के साथ फल खरीदने ज्योति चौक गए थे. कार मखदूमपुरा मोहल्ले के आसपास पार्क की थी. फल खरीदकर वापस आ रहे थे. पत्नी सुदेश सड़क किनारे खड़ी हो गयीं. वह कार लाने चले गए और इसी बीच उन पर हमला हो गया.
मखूदमपुरा में रहने वाले प्रमोद कनौजिया और पड़ोसी रवि की मदद से राहगीर गगनेजा को पास के एक अस्पताल में ले गए. इसके बाद सबसे पहले मनोरंजन कालिया को इसकी सूचना मिली जिन्होंने पुलिस आयुक्त को सूचित किया.
इससे पहले अस्पताल में मौजूद संघ नेता के परिजनों ने बताया कि रविवार को गगनेजा की बेटी उनके घर आने वाली थी. इसलिए वह पत्नी के साथ फल खरीदने ज्योति चौक गए थे. कार मखदूमपुरा मोहल्ले के आसपास पार्क की थी. फल खरीदकर वापस आ रहे थे. पत्नी सुदेश सड़क किनारे खड़ी हो गयीं. वह कार लाने चले गए और इसी बीच उन पर हमला हो गया.
मखूदमपुरा में रहने वाले प्रमोद कनौजिया और पड़ोसी रवि की मदद से राहगीर गगनेजा को पास के एक अस्पताल में ले गए. इसके बाद सबसे पहले मनोरंजन कालिया को इसकी सूचना मिली जिन्होंने पुलिस आयुक्त को सूचित किया.
मखूदमपुरा में रहने वाले प्रमोद कनौजिया और पड़ोसी रवि की मदद से राहगीर गगनेजा को पास के एक अस्पताल में ले गए. इसके बाद सबसे पहले मनोरंजन कालिया को इसकी सूचना मिली जिन्होंने पुलिस आयुक्त को सूचित किया. | सारांश: जालंधर के व्यस्ततम ज्योति चौक इलाके में RSS के सीनियर नेता को गोली मारी
RSS के नेता ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) जगदीश गगनेजा की हालत स्थिर पर नाजुक
पुलिस के मुताबिक, बाइक पर आए थे दो युवक जिन्होंने गोली मारी | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी रविवार रात स्वदेश लौट आए। सोमवार से उन्होंने कामकाज भी शुरू कर दिया। इसके साथ ही पाकिस्तान में तख्तापलट की अफवाहों पर विराम लग गया है। अपनी बेटी और निजी कर्मचारियों के साथ 56 वर्षीय राष्ट्रपति भारी सुरक्षा के बीच एक विशेष उड़ान से कराची के पाकिस्तानी वायुसेना के एक हवाई अड्डे पर स्थानीय समयानुसार तड़के एक बजे पहुंचे। राष्ट्रपति का काफिला हवाई अड्डे से बिलावल हाउस पहुंचा, जो उनका निजी पारिवारिक आवास है। हवाई अड्डे और बिलावल हाउस के बीच मार्ग में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। मार्ग से लगे मुख्य चौराहों पर पुलिस ने यातायात रोक दिया था। सिंध प्रांत के गृह मंत्री मंजूर वासन ने संवाददाताओं को बताया कि राष्ट्रपति बिलावल हाउस में रहेंगे। हालांकि वासन ने जरदारी के यात्रा का कार्यक्रम के बारे में नहीं बताया और न ही यह जानकारी दी कि वह कब तक बिलावल हाउस में रहेंगे। 56 वर्षीय राष्ट्रपति 6 दिसंबर को उपचार कराने के लिए दुबई चले गए थे। इसके बाद अटकलों का दौर आरंभ हो गया कि कथित तख्तापलट की आशंका के चलते मदद के लिए उन्होंने अमेरिका को जो खुफिया मेमो भेजा था, उसकी वजह से पड़ रहे सेना के दबाव में वह इस्तीफा देने वाले हैं। जरदारी दुबई में अमेरिकन अस्पताल में भर्ती थे, जहां पर उनके स्वास्थ्य की कई तरह की जांच हुई। डॉक्टरों ने जांच के परिणाम को सामान्य बताते हुए जरदारी को आराम और स्वास्थ्य लाभ की सलाह दी थी। सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया था कि जरदारी को आघात हुआ था या वह इस्तीफा देंगे। यह भी कहा गया था कि 27 दिसंबर को उनकी पत्नी, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की पुण्यतिथि पर होने वाले कार्यक्रमों के लिए वह समय पर पाकिस्तान वापस आ जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट मेमोगेट घोटाले पर जांच से संबंधित एक मामले पर सोमवार को सुनवाई करेगा। शीर्ष अदालत द्वारा तय सीमा के बावजूद 10 प्रतिवादियों में से केवल जरदारी ने ही अब तक इस संबंध में अपना जवाब दाखिल नहीं किया है। बिलावल हाउस में राष्ट्रपति के एक प्रवक्ता एजाज दुर्रानी ने एक बयान में कहा है कि राष्ट्रपति जरदारी पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं और उनका स्वास्थ्य बेहतर है। दुर्रानी ने कहा कि इस्लामाबाद जाने से पहले कुछ दिनों तक राष्ट्रपति कराची में रहेंगे। उनका स्वास्थ्य ठीक है और वह जल्द ही राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने लगेंगे। 27 दिसंबर को वह दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की पुण्यतिथि के अवसर पर लरकाना में लोगों को संबोधित करने के लिए भी जाएंगे। सूचना मंत्री फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि राष्ट्रपति की वतन वापसी के साथ ही उन लोगों की उम्मीदों को भी झटका लगा है, जो सरकार गिरने का ख्वाब देख रहे थे। | यह एक सारांश है: जरदारी स्वदेश लौट आए। इसके साथ ही पाकिस्तान में तख्तापलट की अफवाहों पर विराम लग गया है। | 2 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज के साथ आठ लोग रियो ओलिंपिक गए हैं और वह भी टैक्स का एक करोड़ खर्चकर. वह गए तो खिलाड़ियों की हौंसलाअफजाई के लिए हैं, लेकिन उनके पास एक्रिडेशन तक नहीं है, जिसके बिना इन्हें स्पोर्ट्स एरीना तक फटकने का भी अधिकार नहीं है.
ओलिंपिक पदक से चूकने के बाद जिमनास्ट दीपा कर्मकार ने ट्वीट कर देश से माफ़ी मांगी. 130 करोड़ भारतीयों से माफ़ी मांगती हूं. मैं कर नहीं पायी. कोशिश पूरी की. संभव हो तो माफ़ कर दीजिएगा, लेकिन माफ़ी तो देश को मांगनी चाहिए थी. कसूरवार तो भारतीय ओलिंपिक संघ है. दीपा 0.15 अंकों से कांस्य पदक चूक गई.
क्या आप जानते हैं कि दीपा कर्मकार फ़िजियोथैरेपिस्ट के साथ नहीं जा पाई थीं? फ़ाइनल के लिए क्वॉलिफ़ाई करने के बाद उनका फिजियो रियो पहुंचा. वहीं देश के खेल मंत्री का साथ गए लोगों के व्यवहार के कारण देश को ओलिंपिक के आयोजकों की फटकार सुननी पड़ी.
खुद विजय गोयल खिलाड़ियों के साथ सेल्फी खींचते रहे और खिलाड़ियों के नाम की गलत स्पेलिंग के साथ ट्वीट में मशगूल रहे. रियो गए अधिकारियों की लिस्ट सुनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह राष्ट्रीय राइफल संघ के प्रमुख के रूप में रियो में हैं. वहां अपने इजरायली दोस्त डेविडोविच याइर के साथ मस्ती करती उनकी तस्वीर वायरल हो चुकी है. टिप्पणियां
भारतीय ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष तरलोचन सिंह के बेटे पवनदीप सिंह भारतीय दल के चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर बन कर रियो गए हैं. वे डॉक्टर हैं ही नहीं, रेडियोलॉजिस्ट हैं. एथलीट कह रहे हैं कि वे हर मर्ज के लिए कॉम्बीफ़्लाम लिखते हैं.
भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला तो बिना अदालत की आज्ञा के रियो पहुंचे. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह बेल पर हैं. अब इन हालात में आप ओलिंपिक में पदक की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
ओलिंपिक पदक से चूकने के बाद जिमनास्ट दीपा कर्मकार ने ट्वीट कर देश से माफ़ी मांगी. 130 करोड़ भारतीयों से माफ़ी मांगती हूं. मैं कर नहीं पायी. कोशिश पूरी की. संभव हो तो माफ़ कर दीजिएगा, लेकिन माफ़ी तो देश को मांगनी चाहिए थी. कसूरवार तो भारतीय ओलिंपिक संघ है. दीपा 0.15 अंकों से कांस्य पदक चूक गई.
क्या आप जानते हैं कि दीपा कर्मकार फ़िजियोथैरेपिस्ट के साथ नहीं जा पाई थीं? फ़ाइनल के लिए क्वॉलिफ़ाई करने के बाद उनका फिजियो रियो पहुंचा. वहीं देश के खेल मंत्री का साथ गए लोगों के व्यवहार के कारण देश को ओलिंपिक के आयोजकों की फटकार सुननी पड़ी.
खुद विजय गोयल खिलाड़ियों के साथ सेल्फी खींचते रहे और खिलाड़ियों के नाम की गलत स्पेलिंग के साथ ट्वीट में मशगूल रहे. रियो गए अधिकारियों की लिस्ट सुनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह राष्ट्रीय राइफल संघ के प्रमुख के रूप में रियो में हैं. वहां अपने इजरायली दोस्त डेविडोविच याइर के साथ मस्ती करती उनकी तस्वीर वायरल हो चुकी है. टिप्पणियां
भारतीय ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष तरलोचन सिंह के बेटे पवनदीप सिंह भारतीय दल के चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर बन कर रियो गए हैं. वे डॉक्टर हैं ही नहीं, रेडियोलॉजिस्ट हैं. एथलीट कह रहे हैं कि वे हर मर्ज के लिए कॉम्बीफ़्लाम लिखते हैं.
भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला तो बिना अदालत की आज्ञा के रियो पहुंचे. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह बेल पर हैं. अब इन हालात में आप ओलिंपिक में पदक की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
क्या आप जानते हैं कि दीपा कर्मकार फ़िजियोथैरेपिस्ट के साथ नहीं जा पाई थीं? फ़ाइनल के लिए क्वॉलिफ़ाई करने के बाद उनका फिजियो रियो पहुंचा. वहीं देश के खेल मंत्री का साथ गए लोगों के व्यवहार के कारण देश को ओलिंपिक के आयोजकों की फटकार सुननी पड़ी.
खुद विजय गोयल खिलाड़ियों के साथ सेल्फी खींचते रहे और खिलाड़ियों के नाम की गलत स्पेलिंग के साथ ट्वीट में मशगूल रहे. रियो गए अधिकारियों की लिस्ट सुनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह राष्ट्रीय राइफल संघ के प्रमुख के रूप में रियो में हैं. वहां अपने इजरायली दोस्त डेविडोविच याइर के साथ मस्ती करती उनकी तस्वीर वायरल हो चुकी है. टिप्पणियां
भारतीय ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष तरलोचन सिंह के बेटे पवनदीप सिंह भारतीय दल के चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर बन कर रियो गए हैं. वे डॉक्टर हैं ही नहीं, रेडियोलॉजिस्ट हैं. एथलीट कह रहे हैं कि वे हर मर्ज के लिए कॉम्बीफ़्लाम लिखते हैं.
भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला तो बिना अदालत की आज्ञा के रियो पहुंचे. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह बेल पर हैं. अब इन हालात में आप ओलिंपिक में पदक की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
खुद विजय गोयल खिलाड़ियों के साथ सेल्फी खींचते रहे और खिलाड़ियों के नाम की गलत स्पेलिंग के साथ ट्वीट में मशगूल रहे. रियो गए अधिकारियों की लिस्ट सुनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह राष्ट्रीय राइफल संघ के प्रमुख के रूप में रियो में हैं. वहां अपने इजरायली दोस्त डेविडोविच याइर के साथ मस्ती करती उनकी तस्वीर वायरल हो चुकी है. टिप्पणियां
भारतीय ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष तरलोचन सिंह के बेटे पवनदीप सिंह भारतीय दल के चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर बन कर रियो गए हैं. वे डॉक्टर हैं ही नहीं, रेडियोलॉजिस्ट हैं. एथलीट कह रहे हैं कि वे हर मर्ज के लिए कॉम्बीफ़्लाम लिखते हैं.
भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला तो बिना अदालत की आज्ञा के रियो पहुंचे. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह बेल पर हैं. अब इन हालात में आप ओलिंपिक में पदक की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
भारतीय ओलिंपिक संघ के उपाध्यक्ष तरलोचन सिंह के बेटे पवनदीप सिंह भारतीय दल के चीफ़ मेडिकल ऑफ़िसर बन कर रियो गए हैं. वे डॉक्टर हैं ही नहीं, रेडियोलॉजिस्ट हैं. एथलीट कह रहे हैं कि वे हर मर्ज के लिए कॉम्बीफ़्लाम लिखते हैं.
भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला तो बिना अदालत की आज्ञा के रियो पहुंचे. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह बेल पर हैं. अब इन हालात में आप ओलिंपिक में पदक की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला तो बिना अदालत की आज्ञा के रियो पहुंचे. आय से अधिक संपत्ति मामले में वह बेल पर हैं. अब इन हालात में आप ओलिंपिक में पदक की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? | संक्षिप्त पाठ: अनिल विज के साथ आठ लोग रियो ओलिंपिक गए हैं
दीपा के साथ नहीं जा पाए फीजियो
अभय चौटाला भी पहुंचे हैं रियो | 27 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: फिल्म निर्माता सबा दीवान ने जब दिल्ली के पास ट्रेन में एक युवक की भीड़ द्वारा हत्या के खिलाफ फेसबुक पोस्ट लगाई थी, तो उन्हें एहसास भी नहीं था कि उस पर उन्हें व्यापक समर्थन मिलेगा. सोशल मीडिया पर सबा द्वारा लगाई गई पोस्ट और तस्वीर वायरल हो गई है.
दिल्ली में बुधवार शाम जंतर-मंतर पर 6 बजे एक विरोध-प्रदर्शन हो रहा है, जिसमें भीड़ द्वारा जगह-जगह की जा रही हत्याओं के खिलाफ आवाज़ उठाई जाएगी. 'नॉट इन माइ नेम' शीर्षक से होने जा रहा यह प्रदर्शन दिल्ली के अलावा देश के 10 और शहरों में भी किया जाएगा.टिप्पणियां
ईद से ठीक पहले दिल्ली के बाहर भीड़ द्वारा ट्रेन में जुनैद नाम के लड़के की हत्या कर दी गई थी. उससे पहले भी पिछले कुछ वक्त में भीड़ द्वारा लोगों के मारे जाने की घटनाएं बढ़ रही हैं. पिछले दिनों कश्मीर में भी एक पुलिस अफसर को भी भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था. सबा दीवान का कहना है, "समाज में धर्म और जाति के नाम पर जो हिंसा हो रही है, उसका विरोध करने के लिए यह प्रदर्शन है. 'नॉट इन माइ नेम' (मेरे नाम से नहीं) लिखी तख्तियां दिखाकर लोग यह कहना चाहते हैं कि वे इन हत्याओं के खिलाफ हैं और इनकी निंदा करते हैं..."
सबा दीवान ने अपनी ताज़ा फेसबुक पोस्ट में लिखा है, "मैं अकेली नहीं हूं... मैं इस विरोध-प्रदर्शन का बहुत छोटा हिस्सा हूं, जिसे अब हज़ारों लोग चला रहे हैं... अजनबी अब साथी बन चुके हैं... ये वे लोग हैं, जो भारत के संविधान पर भरोसा करते हैं... ये वे लोग हैं, जो बराबरी, मानवीय गरिमा और आत्मसात करने के मूल्यों के साथ हैं..." यह प्रदर्शन दिल्ली के अलावा चंडीगढ़, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद और त्रिवेंद्रम समेत कई शहरों में आयोजित होगा.
दिल्ली में बुधवार शाम जंतर-मंतर पर 6 बजे एक विरोध-प्रदर्शन हो रहा है, जिसमें भीड़ द्वारा जगह-जगह की जा रही हत्याओं के खिलाफ आवाज़ उठाई जाएगी. 'नॉट इन माइ नेम' शीर्षक से होने जा रहा यह प्रदर्शन दिल्ली के अलावा देश के 10 और शहरों में भी किया जाएगा.टिप्पणियां
ईद से ठीक पहले दिल्ली के बाहर भीड़ द्वारा ट्रेन में जुनैद नाम के लड़के की हत्या कर दी गई थी. उससे पहले भी पिछले कुछ वक्त में भीड़ द्वारा लोगों के मारे जाने की घटनाएं बढ़ रही हैं. पिछले दिनों कश्मीर में भी एक पुलिस अफसर को भी भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था. सबा दीवान का कहना है, "समाज में धर्म और जाति के नाम पर जो हिंसा हो रही है, उसका विरोध करने के लिए यह प्रदर्शन है. 'नॉट इन माइ नेम' (मेरे नाम से नहीं) लिखी तख्तियां दिखाकर लोग यह कहना चाहते हैं कि वे इन हत्याओं के खिलाफ हैं और इनकी निंदा करते हैं..."
सबा दीवान ने अपनी ताज़ा फेसबुक पोस्ट में लिखा है, "मैं अकेली नहीं हूं... मैं इस विरोध-प्रदर्शन का बहुत छोटा हिस्सा हूं, जिसे अब हज़ारों लोग चला रहे हैं... अजनबी अब साथी बन चुके हैं... ये वे लोग हैं, जो भारत के संविधान पर भरोसा करते हैं... ये वे लोग हैं, जो बराबरी, मानवीय गरिमा और आत्मसात करने के मूल्यों के साथ हैं..." यह प्रदर्शन दिल्ली के अलावा चंडीगढ़, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद और त्रिवेंद्रम समेत कई शहरों में आयोजित होगा.
ईद से ठीक पहले दिल्ली के बाहर भीड़ द्वारा ट्रेन में जुनैद नाम के लड़के की हत्या कर दी गई थी. उससे पहले भी पिछले कुछ वक्त में भीड़ द्वारा लोगों के मारे जाने की घटनाएं बढ़ रही हैं. पिछले दिनों कश्मीर में भी एक पुलिस अफसर को भी भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था. सबा दीवान का कहना है, "समाज में धर्म और जाति के नाम पर जो हिंसा हो रही है, उसका विरोध करने के लिए यह प्रदर्शन है. 'नॉट इन माइ नेम' (मेरे नाम से नहीं) लिखी तख्तियां दिखाकर लोग यह कहना चाहते हैं कि वे इन हत्याओं के खिलाफ हैं और इनकी निंदा करते हैं..."
सबा दीवान ने अपनी ताज़ा फेसबुक पोस्ट में लिखा है, "मैं अकेली नहीं हूं... मैं इस विरोध-प्रदर्शन का बहुत छोटा हिस्सा हूं, जिसे अब हज़ारों लोग चला रहे हैं... अजनबी अब साथी बन चुके हैं... ये वे लोग हैं, जो भारत के संविधान पर भरोसा करते हैं... ये वे लोग हैं, जो बराबरी, मानवीय गरिमा और आत्मसात करने के मूल्यों के साथ हैं..." यह प्रदर्शन दिल्ली के अलावा चंडीगढ़, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद और त्रिवेंद्रम समेत कई शहरों में आयोजित होगा.
सबा दीवान ने अपनी ताज़ा फेसबुक पोस्ट में लिखा है, "मैं अकेली नहीं हूं... मैं इस विरोध-प्रदर्शन का बहुत छोटा हिस्सा हूं, जिसे अब हज़ारों लोग चला रहे हैं... अजनबी अब साथी बन चुके हैं... ये वे लोग हैं, जो भारत के संविधान पर भरोसा करते हैं... ये वे लोग हैं, जो बराबरी, मानवीय गरिमा और आत्मसात करने के मूल्यों के साथ हैं..." यह प्रदर्शन दिल्ली के अलावा चंडीगढ़, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद और त्रिवेंद्रम समेत कई शहरों में आयोजित होगा. | संक्षिप्त सारांश: फिल्मनिर्माता सबा दीवान ने जुनैद की हत्या के विरुद्ध फेसबुक पोस्ट किया था
सोशल मीडिया पर सबा की लगाई गई पोस्ट और तस्वीर वायरल हो गई है
दिल्ली में बुधवार शाम जंतर-मंतर पर 6 बजे विरोध-प्रदर्शन हो रहा है | 29 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: कुछ लोग ऐसे होते हैं जो कमरे में छिपकली देखकर ही डर जाते हैं. लेकिन अमेरिका में एक महिला जैसे ही अपने कमरे में घुसती है उसका सामना एक ऐसे जीव से होता है जिसको देखते ही लोगों को अपनी मौत नजर आने लगती है. वहां पर फर्श में एक 5-6 फुट लंबा सांप रेंग रहा होता है. काले रंग का यह सांप पास की ही झाड़ियों से घुस आया था. उस समय महिला की मदद करने वाला कोई नहीं था. अगर सांप को जल्दी ही नहीं पकड़ जाता तो वह घर में ही कहीं पर छिप सकता था और यह बड़ा खतरा बन जाता.टिप्पणियां
सनशाइन मेक्युरी नाम की महिला जो कि टैटू आर्टिस्ट भी हैं, उन्होंने हिम्मत दिखाई और तकिए के कवर से उस सांप को पकड़ने का फैसला कर लिया. अब आप वीडियो में ही खुद ही देख लीजिए किस तरह से उन्होंने सांप को पकड़ कर तकिए के खोल में भर लिया. उनकी बहादुरी का यह वीडियो सोशल सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. अब तक इस वीडियो को 37 हजार बार शेयर किया जा चुका है.
सनशाइन मेक्युरी नाम की महिला जो कि टैटू आर्टिस्ट भी हैं, उन्होंने हिम्मत दिखाई और तकिए के कवर से उस सांप को पकड़ने का फैसला कर लिया. अब आप वीडियो में ही खुद ही देख लीजिए किस तरह से उन्होंने सांप को पकड़ कर तकिए के खोल में भर लिया. उनकी बहादुरी का यह वीडियो सोशल सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. अब तक इस वीडियो को 37 हजार बार शेयर किया जा चुका है.
सनशाइन मेक्युरी नाम की महिला जो कि टैटू आर्टिस्ट भी हैं, उन्होंने हिम्मत दिखाई और तकिए के कवर से उस सांप को पकड़ने का फैसला कर लिया. अब आप वीडियो में ही खुद ही देख लीजिए किस तरह से उन्होंने सांप को पकड़ कर तकिए के खोल में भर लिया. उनकी बहादुरी का यह वीडियो सोशल सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. अब तक इस वीडियो को 37 हजार बार शेयर किया जा चुका है. | कमरे में रेंग रहा था जहरीला सांप
महिला ने उसे तकिए के खोल में भर लिया
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया में हुआ वायरल | 1 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के चाचा को शराब के नशे में वाहन चलाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिका के मैसाचुसेट्स प्रांत में फ्रेमिंघम पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद ओनयांगो ओबामा ने कहा कि वह व्हाइट हाउस से जमानत की व्यवस्था करने को कहेंगे। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि मैं व्हाइट हाउस को कॉल करूंगा। उनका प्रतिनिधित्व करने वाले लॉ फर्म के एक प्रवक्ता के अनुसार ओनयांगो केन्या के रहने वाले हैं और राष्ट्रपति ओबामा के दिवंगत पिता के सौतेले भाई हैं। वह फिलहाल आव्रजन अधिकारियों की हिरासत में है और केन्या के लिए भेजे जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने टिप्पणी के लिए सभी अनुरोधों को अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन :आईसीई: अधिकारियों के पास भेज दिया। आईसीई प्रेस कार्यालय ने कहा कि एजेंसी खास मामले पर टिप्पणी नहीं करती। बोस्टन ग्लोब के अनुसार फ्रेमिंघम में रहने वाले ओनयांगो ओबामा को पुलिस ने चिकन बोन सैलून के बाहर 24 अगस्त की शाम को रोका। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार ओबामा साउथ स्ट्रीट पर पुलिस के वाहन के सामने अपना वाहन चला रहे थे। अचानक उन्होंने तेजी से अपने वाहन को मोड़ा जिससे अधिकारी और एक अन्य वाहन चालक को अपने वाहन पर ब्रेक लगाना पड़ा। अधिकारी वाल जे क्रिस्टल की रिपोर्ट के अनुसार जब अधिकारी ने ओबामा को रोका तो उनकी आवाज अस्पष्ट लगी। रिपोर्ट के अनुसार ओबामा ने पहले कहा कि उनका पीने से कोई लेना-देना नहीं है। उसके बाद उन्होंने एक बियर पीने की बात मानी। उसके बाद दो बियर पीने की बात मानी। उनकी आंखें लाल और भावहीन लग रही थीं। इसके बाद उनका परीक्षण किया गया। तीन परीक्षणों में विफल रहने के बाद उन्हें शराब के नशे में वाहन चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। | सारांश: मैसाचुसेट्स प्रांत में फ्रेमिंघम पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद ओनयांगो ओबामा ने कहा कि वह व्हाइट हाउस से जमानत की व्यवस्था करने को कहेंगे। | 20 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: हरियाणा में बीते दिनों माही नामक चार वर्षीय बच्ची की मौत के जिस बोरवेल में गिरने से हुई थी, उसे खोदने और लावारिश छोड़ने वाले रोहताश तयाल को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि मानेसर के नजदीक कासना गांव में मासूम माही 20 जून की रात अपने दोस्तों के साथ खेलते वक्त 70 फुट गहरे बोरवेल में गिर गई थी।
माही के पिता का नाम नीरज उपाध्याय है। नीरज अपनी पत्नी, बेटी माही और छोटे बेटे के साथ जिस घर में रहते थे, तयाल उसका मालिक है। वह दिल्ली के नजफगढ़ में रहता है।
तयाल ने अपने कासना स्थित घर के गेट के बाहर बोरवेल खुदवाया था। लेकिन बोरवेल खुदाई के रास्ते में चट्टान आ जाने के बाद उसने जून के दूसरे सप्ताह में बोरवेल को लावारिश खुले हालात में छोड़ दिया था।
पुलिस ने बताया कि तयाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (भाग 2) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
बोरवेल में 86 घंटों से अधिक समय तक फंसे रहने के बाद 24 जून को माही की मौत हो गई थी।टिप्पणियां
तयाल ने पहले जिला न्यायालय और उसके बाद पंजाब एवं हरियाण उच्च न्यायालय में अपनी जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस के सामने आत्मसम्पर्ण कर दिया।
तयाल को रविवार को न्यायिक दंडाधिकारी सचिन यादव के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया।
ज्ञात हो कि मानेसर के नजदीक कासना गांव में मासूम माही 20 जून की रात अपने दोस्तों के साथ खेलते वक्त 70 फुट गहरे बोरवेल में गिर गई थी।
माही के पिता का नाम नीरज उपाध्याय है। नीरज अपनी पत्नी, बेटी माही और छोटे बेटे के साथ जिस घर में रहते थे, तयाल उसका मालिक है। वह दिल्ली के नजफगढ़ में रहता है।
तयाल ने अपने कासना स्थित घर के गेट के बाहर बोरवेल खुदवाया था। लेकिन बोरवेल खुदाई के रास्ते में चट्टान आ जाने के बाद उसने जून के दूसरे सप्ताह में बोरवेल को लावारिश खुले हालात में छोड़ दिया था।
पुलिस ने बताया कि तयाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (भाग 2) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
बोरवेल में 86 घंटों से अधिक समय तक फंसे रहने के बाद 24 जून को माही की मौत हो गई थी।टिप्पणियां
तयाल ने पहले जिला न्यायालय और उसके बाद पंजाब एवं हरियाण उच्च न्यायालय में अपनी जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस के सामने आत्मसम्पर्ण कर दिया।
तयाल को रविवार को न्यायिक दंडाधिकारी सचिन यादव के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया।
माही के पिता का नाम नीरज उपाध्याय है। नीरज अपनी पत्नी, बेटी माही और छोटे बेटे के साथ जिस घर में रहते थे, तयाल उसका मालिक है। वह दिल्ली के नजफगढ़ में रहता है।
तयाल ने अपने कासना स्थित घर के गेट के बाहर बोरवेल खुदवाया था। लेकिन बोरवेल खुदाई के रास्ते में चट्टान आ जाने के बाद उसने जून के दूसरे सप्ताह में बोरवेल को लावारिश खुले हालात में छोड़ दिया था।
पुलिस ने बताया कि तयाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (भाग 2) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
बोरवेल में 86 घंटों से अधिक समय तक फंसे रहने के बाद 24 जून को माही की मौत हो गई थी।टिप्पणियां
तयाल ने पहले जिला न्यायालय और उसके बाद पंजाब एवं हरियाण उच्च न्यायालय में अपनी जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस के सामने आत्मसम्पर्ण कर दिया।
तयाल को रविवार को न्यायिक दंडाधिकारी सचिन यादव के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया।
तयाल ने अपने कासना स्थित घर के गेट के बाहर बोरवेल खुदवाया था। लेकिन बोरवेल खुदाई के रास्ते में चट्टान आ जाने के बाद उसने जून के दूसरे सप्ताह में बोरवेल को लावारिश खुले हालात में छोड़ दिया था।
पुलिस ने बताया कि तयाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (भाग 2) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
बोरवेल में 86 घंटों से अधिक समय तक फंसे रहने के बाद 24 जून को माही की मौत हो गई थी।टिप्पणियां
तयाल ने पहले जिला न्यायालय और उसके बाद पंजाब एवं हरियाण उच्च न्यायालय में अपनी जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस के सामने आत्मसम्पर्ण कर दिया।
तयाल को रविवार को न्यायिक दंडाधिकारी सचिन यादव के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया।
पुलिस ने बताया कि तयाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (भाग 2) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
बोरवेल में 86 घंटों से अधिक समय तक फंसे रहने के बाद 24 जून को माही की मौत हो गई थी।टिप्पणियां
तयाल ने पहले जिला न्यायालय और उसके बाद पंजाब एवं हरियाण उच्च न्यायालय में अपनी जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस के सामने आत्मसम्पर्ण कर दिया।
तयाल को रविवार को न्यायिक दंडाधिकारी सचिन यादव के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया।
बोरवेल में 86 घंटों से अधिक समय तक फंसे रहने के बाद 24 जून को माही की मौत हो गई थी।टिप्पणियां
तयाल ने पहले जिला न्यायालय और उसके बाद पंजाब एवं हरियाण उच्च न्यायालय में अपनी जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस के सामने आत्मसम्पर्ण कर दिया।
तयाल को रविवार को न्यायिक दंडाधिकारी सचिन यादव के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया।
तयाल ने पहले जिला न्यायालय और उसके बाद पंजाब एवं हरियाण उच्च न्यायालय में अपनी जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस के सामने आत्मसम्पर्ण कर दिया।
तयाल को रविवार को न्यायिक दंडाधिकारी सचिन यादव के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया।
तयाल को रविवार को न्यायिक दंडाधिकारी सचिन यादव के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया। | यहाँ एक सारांश है:हरियाणा में बीते दिनों माही नामक चार वर्षीय बच्ची की मौत के जिस बोरवेल में गिरने से हुई थी, उसे खोदने और लावारिश छोड़ने वाले रोहताश तयाल को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। | 18 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन शनिवार को राज्य के नौवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। यह जानकारी विश्वस्त सूत्रों ने रांची में दी।
राजभवन के एक सूत्र ने 'आईएएनएस' को बताया, "हेमंत सोरेन ने शनिवार 10 बजे के आसपास शपथ लेने की इच्छा जाहिर की है। राज्यपाल (सैयद अहमद) ने उनका आग्रह स्वीकार कर लिया है। इस आशय की आधिकारिक घोषणा राज्य में राष्ट्रपति शासन हटाने की राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद कर दी जाएगी।"
हेमंत सोरेन ने मंगलवार को सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए राज्यपाल को 82 सदस्यीय सदन में 43 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा।
बाद में राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेज कर राज्य में राष्ट्रपति शासन खत्म किए जाने का आग्रह किया ताकि नई सरकार का गठन किया जा सके। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को इस संबंध में अपनी सिफारिश राष्ट्रपति के पास भेज दी।टिप्पणियां
राज्य में अर्जुन मुंडा की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार के पतन के बाद 18 जनवरी को राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। झामुमो ने 8 जनवरी को गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
राष्ट्रपति शासन की छह माह की अवधि 18 जुलाई को खत्म हो रही है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर 2014 में पूरा होगा। वर्तमान विधानसभा के दौरान राज्य में यह तीसरी सरकार होगी।
राजभवन के एक सूत्र ने 'आईएएनएस' को बताया, "हेमंत सोरेन ने शनिवार 10 बजे के आसपास शपथ लेने की इच्छा जाहिर की है। राज्यपाल (सैयद अहमद) ने उनका आग्रह स्वीकार कर लिया है। इस आशय की आधिकारिक घोषणा राज्य में राष्ट्रपति शासन हटाने की राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद कर दी जाएगी।"
हेमंत सोरेन ने मंगलवार को सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए राज्यपाल को 82 सदस्यीय सदन में 43 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा।
बाद में राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेज कर राज्य में राष्ट्रपति शासन खत्म किए जाने का आग्रह किया ताकि नई सरकार का गठन किया जा सके। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को इस संबंध में अपनी सिफारिश राष्ट्रपति के पास भेज दी।टिप्पणियां
राज्य में अर्जुन मुंडा की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार के पतन के बाद 18 जनवरी को राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। झामुमो ने 8 जनवरी को गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
राष्ट्रपति शासन की छह माह की अवधि 18 जुलाई को खत्म हो रही है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर 2014 में पूरा होगा। वर्तमान विधानसभा के दौरान राज्य में यह तीसरी सरकार होगी।
हेमंत सोरेन ने मंगलवार को सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए राज्यपाल को 82 सदस्यीय सदन में 43 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा।
बाद में राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेज कर राज्य में राष्ट्रपति शासन खत्म किए जाने का आग्रह किया ताकि नई सरकार का गठन किया जा सके। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को इस संबंध में अपनी सिफारिश राष्ट्रपति के पास भेज दी।टिप्पणियां
राज्य में अर्जुन मुंडा की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार के पतन के बाद 18 जनवरी को राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। झामुमो ने 8 जनवरी को गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
राष्ट्रपति शासन की छह माह की अवधि 18 जुलाई को खत्म हो रही है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर 2014 में पूरा होगा। वर्तमान विधानसभा के दौरान राज्य में यह तीसरी सरकार होगी।
बाद में राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेज कर राज्य में राष्ट्रपति शासन खत्म किए जाने का आग्रह किया ताकि नई सरकार का गठन किया जा सके। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को इस संबंध में अपनी सिफारिश राष्ट्रपति के पास भेज दी।टिप्पणियां
राज्य में अर्जुन मुंडा की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार के पतन के बाद 18 जनवरी को राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। झामुमो ने 8 जनवरी को गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
राष्ट्रपति शासन की छह माह की अवधि 18 जुलाई को खत्म हो रही है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर 2014 में पूरा होगा। वर्तमान विधानसभा के दौरान राज्य में यह तीसरी सरकार होगी।
राज्य में अर्जुन मुंडा की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार के पतन के बाद 18 जनवरी को राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। झामुमो ने 8 जनवरी को गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
राष्ट्रपति शासन की छह माह की अवधि 18 जुलाई को खत्म हो रही है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर 2014 में पूरा होगा। वर्तमान विधानसभा के दौरान राज्य में यह तीसरी सरकार होगी।
राष्ट्रपति शासन की छह माह की अवधि 18 जुलाई को खत्म हो रही है। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर 2014 में पूरा होगा। वर्तमान विधानसभा के दौरान राज्य में यह तीसरी सरकार होगी। | संक्षिप्त सारांश: राजभवन के एक सूत्र ने 'आईएएनएस' को बताया, "हेमंत सोरेन ने शनिवार 10 बजे के आसपास शपथ लेने की इच्छा जाहिर की है। राज्यपाल (सैयद अहमद) ने उनका आग्रह स्वीकार कर लिया है। इस आशय की आधिकारिक घोषणा राज्य में राष्ट्रपति शासन हटाने की राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने क | 8 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: एयर इंडिया ने संकेत दिया कि वह हवाई यात्रियों को आकर्षित करने के लिए किराये में कमी करने की होड़ में शामिल हो सकती है। जेट एयरवेज की साल के अंत तक 2,250 रुपये में 20 लाख सीटें उपलब्ध कराने की पेशकश के बाद अन्य प्रमुख निजी विमानन कंपनियां किराये कम करने की होड़ में शामिल हो गई हैं।
हालांकि सरकार को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि किराये में कमी विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा तय न्यूनतम किराया स्तर से भी नीचे चला जाएगा। एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रोहित नंदन ने कहा, हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। जैसी स्थिति होगी एयर इंडिया उसके हिसाब से कदम उठाएगी।
बजट एयरलाइन स्पाइसजेट, गोएयर और इंडिगो किराया घटाने की होड़ में शामिल हो गई हैं। वे जेट एयरवेज द्वारा मंगलवार को हवाई किराया घटाने की घोषणा के बाद से कम किराये की पेशकश कर रही हैं। जेट एयरवेज ने इस साल के अंत तक घरेलू हवाई यात्रा के लिए कम किराए पर 20 लाख सीटें उपलब्ध कराने की पेशकश की है।टिप्पणियां
यह पूछने पर कि क्या गलाकाट प्रतिस्पर्धा से भारत में पहले से वित्तीय संकट से घिरी कंपनियों की कठिनाई और नहीं बढेगी तो नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा, हम हवाई किराये का नियमन नहीं करते। हम एक प्रकोष्ठ बना रहे, जो किराया दरों की निगरानी करेगा लेकिन निगरानी, किराये के नियमन से अलग है।
एयरलाइन उद्योग के सूत्रों ने जेट की पहल पर कहा, यह पहल जेट-एतिहाद सौदे से ध्यान हटाने की कोशिश हो सकती है, क्योंकि उस सौदे में कुछ समस्या हो गई है। साथ ही किराये में कमी का उद्देश्य पिछले कुछ दिनों में कंपनी के लुढ़के शेयर में तेजी लाना भी हो सकता है। इस पहल के जरिए उन्होंने कहा कि जेट प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के यात्रियों को आकर्षित करने और करीब 400 करोड़ रुपये की नकदी जुटाना चाहता है।
हालांकि सरकार को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि किराये में कमी विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा तय न्यूनतम किराया स्तर से भी नीचे चला जाएगा। एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रोहित नंदन ने कहा, हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। जैसी स्थिति होगी एयर इंडिया उसके हिसाब से कदम उठाएगी।
बजट एयरलाइन स्पाइसजेट, गोएयर और इंडिगो किराया घटाने की होड़ में शामिल हो गई हैं। वे जेट एयरवेज द्वारा मंगलवार को हवाई किराया घटाने की घोषणा के बाद से कम किराये की पेशकश कर रही हैं। जेट एयरवेज ने इस साल के अंत तक घरेलू हवाई यात्रा के लिए कम किराए पर 20 लाख सीटें उपलब्ध कराने की पेशकश की है।टिप्पणियां
यह पूछने पर कि क्या गलाकाट प्रतिस्पर्धा से भारत में पहले से वित्तीय संकट से घिरी कंपनियों की कठिनाई और नहीं बढेगी तो नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा, हम हवाई किराये का नियमन नहीं करते। हम एक प्रकोष्ठ बना रहे, जो किराया दरों की निगरानी करेगा लेकिन निगरानी, किराये के नियमन से अलग है।
एयरलाइन उद्योग के सूत्रों ने जेट की पहल पर कहा, यह पहल जेट-एतिहाद सौदे से ध्यान हटाने की कोशिश हो सकती है, क्योंकि उस सौदे में कुछ समस्या हो गई है। साथ ही किराये में कमी का उद्देश्य पिछले कुछ दिनों में कंपनी के लुढ़के शेयर में तेजी लाना भी हो सकता है। इस पहल के जरिए उन्होंने कहा कि जेट प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के यात्रियों को आकर्षित करने और करीब 400 करोड़ रुपये की नकदी जुटाना चाहता है।
बजट एयरलाइन स्पाइसजेट, गोएयर और इंडिगो किराया घटाने की होड़ में शामिल हो गई हैं। वे जेट एयरवेज द्वारा मंगलवार को हवाई किराया घटाने की घोषणा के बाद से कम किराये की पेशकश कर रही हैं। जेट एयरवेज ने इस साल के अंत तक घरेलू हवाई यात्रा के लिए कम किराए पर 20 लाख सीटें उपलब्ध कराने की पेशकश की है।टिप्पणियां
यह पूछने पर कि क्या गलाकाट प्रतिस्पर्धा से भारत में पहले से वित्तीय संकट से घिरी कंपनियों की कठिनाई और नहीं बढेगी तो नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा, हम हवाई किराये का नियमन नहीं करते। हम एक प्रकोष्ठ बना रहे, जो किराया दरों की निगरानी करेगा लेकिन निगरानी, किराये के नियमन से अलग है।
एयरलाइन उद्योग के सूत्रों ने जेट की पहल पर कहा, यह पहल जेट-एतिहाद सौदे से ध्यान हटाने की कोशिश हो सकती है, क्योंकि उस सौदे में कुछ समस्या हो गई है। साथ ही किराये में कमी का उद्देश्य पिछले कुछ दिनों में कंपनी के लुढ़के शेयर में तेजी लाना भी हो सकता है। इस पहल के जरिए उन्होंने कहा कि जेट प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के यात्रियों को आकर्षित करने और करीब 400 करोड़ रुपये की नकदी जुटाना चाहता है।
यह पूछने पर कि क्या गलाकाट प्रतिस्पर्धा से भारत में पहले से वित्तीय संकट से घिरी कंपनियों की कठिनाई और नहीं बढेगी तो नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा, हम हवाई किराये का नियमन नहीं करते। हम एक प्रकोष्ठ बना रहे, जो किराया दरों की निगरानी करेगा लेकिन निगरानी, किराये के नियमन से अलग है।
एयरलाइन उद्योग के सूत्रों ने जेट की पहल पर कहा, यह पहल जेट-एतिहाद सौदे से ध्यान हटाने की कोशिश हो सकती है, क्योंकि उस सौदे में कुछ समस्या हो गई है। साथ ही किराये में कमी का उद्देश्य पिछले कुछ दिनों में कंपनी के लुढ़के शेयर में तेजी लाना भी हो सकता है। इस पहल के जरिए उन्होंने कहा कि जेट प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के यात्रियों को आकर्षित करने और करीब 400 करोड़ रुपये की नकदी जुटाना चाहता है।
एयरलाइन उद्योग के सूत्रों ने जेट की पहल पर कहा, यह पहल जेट-एतिहाद सौदे से ध्यान हटाने की कोशिश हो सकती है, क्योंकि उस सौदे में कुछ समस्या हो गई है। साथ ही किराये में कमी का उद्देश्य पिछले कुछ दिनों में कंपनी के लुढ़के शेयर में तेजी लाना भी हो सकता है। इस पहल के जरिए उन्होंने कहा कि जेट प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के यात्रियों को आकर्षित करने और करीब 400 करोड़ रुपये की नकदी जुटाना चाहता है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: जेट एयरवेज की साल के अंत तक 2,250 रुपये में 20 लाख सीटें उपलब्ध कराने की पेशकश के बाद अन्य प्रमुख विमानन कंपनियां किराये कम करने की होड़ में शामिल हो गई हैं। | 25 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस पार्टी व उसके महासचिव राहुल गांधी के सम्बंध में एक दैनिक समाचार पत्र को दी गई टिप्पणी के बाद केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद मंगलवार दिनभर यह सफाई देते फिरते रहे कि उनकी टिप्पणी का गलत अर्थ निकाला गया। खुर्शीद के इस बयान ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कांग्रेस को घेरने का एक मौका भी दिया।
खुर्शीद ने 'इंडियन एक्सप्रेस' को दिए एक साक्षात्कार में सोमवार को कहा था कि कांग्रेस को राहुल गांधी से किसी प्रकार की वैचारिक दिशा नहीं मिल रही है क्योंकि वे कभी-कभी ही अपने विचार व सोच रखते हैं।
खुर्शीद के इस बयान पर मंगलवार को जब बवाल मचा तो उन्होंने अपनी सफाई में पत्रकारों से कहा, "मुझसे कुछ प्रश्न पूछे गए थे और मैंने जो कुछ भी कहा उसका गलत अर्थ निकाला गया। यदि आप (मीडिया) टिप्पणियों को सही ढंग से समझ पाने में अक्षम हैं तो कई अन्य मुद्दों पर केवल पार्टी के अंदर ही चर्चा की जाएगी।" उन्होंने अपनी टिप्पणी को स्पष्ट करते हुए इस बात से इनकार किया कि राहुल अपनी जिम्मेदारियां नहीं संभालते हैं।
खुर्शीद ने कहा, "वह हमारे नेता हैं और इसलिए हम चाहते हैं कि वे अपनी जिम्मेदारी उठाएं और हम चाहते हैं कि वह पार्टी को ताकत दें। मैंने ऐसा नहीं कहा कि वह यह नहीं कर रहे हैं। मैंने कहा था कि हमारे नई पीढ़ी के नेताओं को खुद को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना चाहिए।" उन्होंने कहा, "मैंने नहीं कहा कि कांग्रेस दिशाहीन है और पूरी रिपोर्ट में कहीं भी कोई उद्धरण नहीं है और यदि मैंने ऐसा कुछ कहा है तो इसका मतलब है कि मैं खुद को दिशाहीन बता रहा हूं।"
खुर्शीद ने मीडिया से कहा कि वह सरकार की ओर से दिए गए वक्तव्यों को गम्भीरता से ले क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) वैश्विक व घरेलू चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "हम उनका सामना करना चाहते हैं। हम विश्वास के साथ उनका सामना करेंगे। हम इन चुनौतियों का सामना इस तरह से करेंगे कि हमारी सरकार के पांच साल के कार्यकाल के अंत में हम देश की एक बहुत सकारात्मक व रचनात्मक कहानी पेश कर सकें।"
'टाइम' पत्रिका द्वारा प्रधानमंत्री को 'अंडरएचीवर' (आशा के अनुरूप सफलता न पाने वाला) कहे जाने पर उन्होंने कहा कि हम कह चुके हैं कि हम इस आकलन को स्वीकार नहीं करते।
खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा, "हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।"टिप्पणियां
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
खुर्शीद ने 'इंडियन एक्सप्रेस' को दिए एक साक्षात्कार में सोमवार को कहा था कि कांग्रेस को राहुल गांधी से किसी प्रकार की वैचारिक दिशा नहीं मिल रही है क्योंकि वे कभी-कभी ही अपने विचार व सोच रखते हैं।
खुर्शीद के इस बयान पर मंगलवार को जब बवाल मचा तो उन्होंने अपनी सफाई में पत्रकारों से कहा, "मुझसे कुछ प्रश्न पूछे गए थे और मैंने जो कुछ भी कहा उसका गलत अर्थ निकाला गया। यदि आप (मीडिया) टिप्पणियों को सही ढंग से समझ पाने में अक्षम हैं तो कई अन्य मुद्दों पर केवल पार्टी के अंदर ही चर्चा की जाएगी।" उन्होंने अपनी टिप्पणी को स्पष्ट करते हुए इस बात से इनकार किया कि राहुल अपनी जिम्मेदारियां नहीं संभालते हैं।
खुर्शीद ने कहा, "वह हमारे नेता हैं और इसलिए हम चाहते हैं कि वे अपनी जिम्मेदारी उठाएं और हम चाहते हैं कि वह पार्टी को ताकत दें। मैंने ऐसा नहीं कहा कि वह यह नहीं कर रहे हैं। मैंने कहा था कि हमारे नई पीढ़ी के नेताओं को खुद को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना चाहिए।" उन्होंने कहा, "मैंने नहीं कहा कि कांग्रेस दिशाहीन है और पूरी रिपोर्ट में कहीं भी कोई उद्धरण नहीं है और यदि मैंने ऐसा कुछ कहा है तो इसका मतलब है कि मैं खुद को दिशाहीन बता रहा हूं।"
खुर्शीद ने मीडिया से कहा कि वह सरकार की ओर से दिए गए वक्तव्यों को गम्भीरता से ले क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) वैश्विक व घरेलू चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "हम उनका सामना करना चाहते हैं। हम विश्वास के साथ उनका सामना करेंगे। हम इन चुनौतियों का सामना इस तरह से करेंगे कि हमारी सरकार के पांच साल के कार्यकाल के अंत में हम देश की एक बहुत सकारात्मक व रचनात्मक कहानी पेश कर सकें।"
'टाइम' पत्रिका द्वारा प्रधानमंत्री को 'अंडरएचीवर' (आशा के अनुरूप सफलता न पाने वाला) कहे जाने पर उन्होंने कहा कि हम कह चुके हैं कि हम इस आकलन को स्वीकार नहीं करते।
खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा, "हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।"टिप्पणियां
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
खुर्शीद के इस बयान पर मंगलवार को जब बवाल मचा तो उन्होंने अपनी सफाई में पत्रकारों से कहा, "मुझसे कुछ प्रश्न पूछे गए थे और मैंने जो कुछ भी कहा उसका गलत अर्थ निकाला गया। यदि आप (मीडिया) टिप्पणियों को सही ढंग से समझ पाने में अक्षम हैं तो कई अन्य मुद्दों पर केवल पार्टी के अंदर ही चर्चा की जाएगी।" उन्होंने अपनी टिप्पणी को स्पष्ट करते हुए इस बात से इनकार किया कि राहुल अपनी जिम्मेदारियां नहीं संभालते हैं।
खुर्शीद ने कहा, "वह हमारे नेता हैं और इसलिए हम चाहते हैं कि वे अपनी जिम्मेदारी उठाएं और हम चाहते हैं कि वह पार्टी को ताकत दें। मैंने ऐसा नहीं कहा कि वह यह नहीं कर रहे हैं। मैंने कहा था कि हमारे नई पीढ़ी के नेताओं को खुद को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना चाहिए।" उन्होंने कहा, "मैंने नहीं कहा कि कांग्रेस दिशाहीन है और पूरी रिपोर्ट में कहीं भी कोई उद्धरण नहीं है और यदि मैंने ऐसा कुछ कहा है तो इसका मतलब है कि मैं खुद को दिशाहीन बता रहा हूं।"
खुर्शीद ने मीडिया से कहा कि वह सरकार की ओर से दिए गए वक्तव्यों को गम्भीरता से ले क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) वैश्विक व घरेलू चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "हम उनका सामना करना चाहते हैं। हम विश्वास के साथ उनका सामना करेंगे। हम इन चुनौतियों का सामना इस तरह से करेंगे कि हमारी सरकार के पांच साल के कार्यकाल के अंत में हम देश की एक बहुत सकारात्मक व रचनात्मक कहानी पेश कर सकें।"
'टाइम' पत्रिका द्वारा प्रधानमंत्री को 'अंडरएचीवर' (आशा के अनुरूप सफलता न पाने वाला) कहे जाने पर उन्होंने कहा कि हम कह चुके हैं कि हम इस आकलन को स्वीकार नहीं करते।
खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा, "हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।"टिप्पणियां
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
खुर्शीद ने कहा, "वह हमारे नेता हैं और इसलिए हम चाहते हैं कि वे अपनी जिम्मेदारी उठाएं और हम चाहते हैं कि वह पार्टी को ताकत दें। मैंने ऐसा नहीं कहा कि वह यह नहीं कर रहे हैं। मैंने कहा था कि हमारे नई पीढ़ी के नेताओं को खुद को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना चाहिए।" उन्होंने कहा, "मैंने नहीं कहा कि कांग्रेस दिशाहीन है और पूरी रिपोर्ट में कहीं भी कोई उद्धरण नहीं है और यदि मैंने ऐसा कुछ कहा है तो इसका मतलब है कि मैं खुद को दिशाहीन बता रहा हूं।"
खुर्शीद ने मीडिया से कहा कि वह सरकार की ओर से दिए गए वक्तव्यों को गम्भीरता से ले क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) वैश्विक व घरेलू चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "हम उनका सामना करना चाहते हैं। हम विश्वास के साथ उनका सामना करेंगे। हम इन चुनौतियों का सामना इस तरह से करेंगे कि हमारी सरकार के पांच साल के कार्यकाल के अंत में हम देश की एक बहुत सकारात्मक व रचनात्मक कहानी पेश कर सकें।"
'टाइम' पत्रिका द्वारा प्रधानमंत्री को 'अंडरएचीवर' (आशा के अनुरूप सफलता न पाने वाला) कहे जाने पर उन्होंने कहा कि हम कह चुके हैं कि हम इस आकलन को स्वीकार नहीं करते।
खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा, "हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।"टिप्पणियां
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
खुर्शीद ने मीडिया से कहा कि वह सरकार की ओर से दिए गए वक्तव्यों को गम्भीरता से ले क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) वैश्विक व घरेलू चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "हम उनका सामना करना चाहते हैं। हम विश्वास के साथ उनका सामना करेंगे। हम इन चुनौतियों का सामना इस तरह से करेंगे कि हमारी सरकार के पांच साल के कार्यकाल के अंत में हम देश की एक बहुत सकारात्मक व रचनात्मक कहानी पेश कर सकें।"
'टाइम' पत्रिका द्वारा प्रधानमंत्री को 'अंडरएचीवर' (आशा के अनुरूप सफलता न पाने वाला) कहे जाने पर उन्होंने कहा कि हम कह चुके हैं कि हम इस आकलन को स्वीकार नहीं करते।
खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा, "हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।"टिप्पणियां
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
'टाइम' पत्रिका द्वारा प्रधानमंत्री को 'अंडरएचीवर' (आशा के अनुरूप सफलता न पाने वाला) कहे जाने पर उन्होंने कहा कि हम कह चुके हैं कि हम इस आकलन को स्वीकार नहीं करते।
खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा, "हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।"टिप्पणियां
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा, "हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।"टिप्पणियां
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
प्रसाद ने कहा, "हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।"टिप्पणियां
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा, "उन्होंने (खुर्शीद) कहा कि राहुल ने अपने विचारों तथा सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।"
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी उंगली उठाता है। उन्होंने कहा, "अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।" | यह एक सारांश है: कांग्रेस पार्टी व उसके महासचिव राहुल गांधी के सम्बंध में एक दैनिक समाचार पत्र को दी गई टिप्पणी के बाद केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद मंगलवार दिनभर यह सफाई देते फिरते रहे कि उनकी टिप्पणी का गलत अर्थ निकाला गया। | 9 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राज्य के अख़बार वालों से पूछा है कि आख़िर उनकी क्या ग़लती है जिसके कारण उनकी ख़बर या बयान वो नहीं छापते. बुधवार को तेजस्वी ने एक बयान में कहा कि नेता प्रतिपक्ष की प्रेस रिलीज़ को खानापूर्ति कर प्रादेशिक की जगह शहर के संस्करण तक सीमित किया जा रहा है. कई तो ख़बर को लेते भी नहीं हैं, विशेषत: हिंदी में.
तेजस्वी ने कहा कि बाक़ी किसी की कोई ग़लती नहीं जो ख़बर को प्रकाशित करना उचित नहीं समझते वो इतना तो मैनेजमेंट को कन्विंस कर सकते है कि राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के 80 विधायकों के नेता को 80 लाइन नहीं तो 80 शब्द तो बनते हैं.टिप्पणियां
तेजस्वी को इस बात का मलाल है कि वे जो बयान देते हैं उस बयान के आधार पर सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ताओं के बयान अख़बार वाले प्रमुखता से छाप देते हैं लेकिन उनके बयान को जगह नहीं दी जाती. तेजस्वी ने अपने बयान में कहा कि समर्थक शायद आप लोगों से नहीं लेकिन हमसे पूछते हैं कि सत्ता पक्ष के दोनों बड़े दलों के तीन-तीन प्रवक्ताओं के बयानों को विपक्ष के नेता से ज़्यादा स्पेस मिलता है. कुल स्पेस की तो बात ही नहीं हो रही.
हालांकि अपने बयान के साथ तेजस्वी ने बुधवार को कुछ पटना संस्करण में उनके बयान की कतरन भी जारी की.
तेजस्वी ने कहा कि बाक़ी किसी की कोई ग़लती नहीं जो ख़बर को प्रकाशित करना उचित नहीं समझते वो इतना तो मैनेजमेंट को कन्विंस कर सकते है कि राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के 80 विधायकों के नेता को 80 लाइन नहीं तो 80 शब्द तो बनते हैं.टिप्पणियां
तेजस्वी को इस बात का मलाल है कि वे जो बयान देते हैं उस बयान के आधार पर सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ताओं के बयान अख़बार वाले प्रमुखता से छाप देते हैं लेकिन उनके बयान को जगह नहीं दी जाती. तेजस्वी ने अपने बयान में कहा कि समर्थक शायद आप लोगों से नहीं लेकिन हमसे पूछते हैं कि सत्ता पक्ष के दोनों बड़े दलों के तीन-तीन प्रवक्ताओं के बयानों को विपक्ष के नेता से ज़्यादा स्पेस मिलता है. कुल स्पेस की तो बात ही नहीं हो रही.
हालांकि अपने बयान के साथ तेजस्वी ने बुधवार को कुछ पटना संस्करण में उनके बयान की कतरन भी जारी की.
तेजस्वी को इस बात का मलाल है कि वे जो बयान देते हैं उस बयान के आधार पर सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ताओं के बयान अख़बार वाले प्रमुखता से छाप देते हैं लेकिन उनके बयान को जगह नहीं दी जाती. तेजस्वी ने अपने बयान में कहा कि समर्थक शायद आप लोगों से नहीं लेकिन हमसे पूछते हैं कि सत्ता पक्ष के दोनों बड़े दलों के तीन-तीन प्रवक्ताओं के बयानों को विपक्ष के नेता से ज़्यादा स्पेस मिलता है. कुल स्पेस की तो बात ही नहीं हो रही.
हालांकि अपने बयान के साथ तेजस्वी ने बुधवार को कुछ पटना संस्करण में उनके बयान की कतरन भी जारी की.
हालांकि अपने बयान के साथ तेजस्वी ने बुधवार को कुछ पटना संस्करण में उनके बयान की कतरन भी जारी की. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: प्रादेशिक की जगह शहर के संस्करण तक सीमित किया जा रहा
80 विधायकों के नेता को 80 लाइन नहीं तो 80 शब्द तो बनते हैं
जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ताओं के बयानों को प्रमुखता | 11 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: श्रीलंका के अनुभवी विकेट कीपर बल्लेबाज कुमार संगकारा अंगुली में फ्रैक्चर की वजह से चार से छह सप्ताह तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे। भारत के साथ शनिवार को प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए पांच वन-डे मैचों की शृंखला के तीसरे मुकाबले के दौरान तेज गेंदबाज अशोक डिंडा की गेंद से संगकारा की अंगुली में चोट लग गई थी।
संगकारा शृंखला के बाकी दो मुकाबले और एकमात्र ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी नहीं खेल पाएंगे। अंगुली में चोट के कारण संगकारा का श्रीलंका प्रीमियर लीग (एसएलपीएल) में भी खेलना संदिग्ध हो गया है। एसएलपीएल 11 अगस्त से आयोजित होगी। एसएलपीएल में संगकारा कंदुराता वॉरियर्स टीम के हिस्सा हैं और वह इसके कप्तान भी हैं।
संगकारा शृंखला के बाकी दो मुकाबले और एकमात्र ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी नहीं खेल पाएंगे। अंगुली में चोट के कारण संगकारा का श्रीलंका प्रीमियर लीग (एसएलपीएल) में भी खेलना संदिग्ध हो गया है। एसएलपीएल 11 अगस्त से आयोजित होगी। एसएलपीएल में संगकारा कंदुराता वॉरियर्स टीम के हिस्सा हैं और वह इसके कप्तान भी हैं। | संक्षिप्त सारांश: भारत के साथ शनिवार को वन-डे शृंखला के तीसरे मुकाबले के दौरान तेज गेंदबाज अशोक डिंडा की गेंद से संगकारा की अंगुली में चोट लग गई थी। | 23 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बीजेपी जब तक राम मंदिर के मुद्दे पर ताल ठोककर मैदान में नहीं उतरेगी यूपी की सत्ता में आना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि यूपी का समाज जाति में बंटा हुआ है और राम मंदिर के मुद्दे ने सभी जातियों को जोड़ने का काम किया।
योगी आदित्यनाथ टिकट बंटवारे को लेकर काफी नाराज चल रहे थे हालांकि उनका कहना है कि अब उन्हें कोई गिला−शिकवा नहीं है। कुछ सीटों पर उनके संगठन हिन्दू युवा वाहिनी ने अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं। इस पर आदित्यनाथ ने सफाई देते हुए कहा कि कई बार स्थानीय मुद्दे काफी हावी होते हैं और इसी वजह से कुछ लोग खड़े हुए हो सकते हैं लेकिन व्यापक तौर पर उनका संगठन पूरी तरह बीजेपी के साथ हैं।
योगी आदित्यनाथ टिकट बंटवारे को लेकर काफी नाराज चल रहे थे हालांकि उनका कहना है कि अब उन्हें कोई गिला−शिकवा नहीं है। कुछ सीटों पर उनके संगठन हिन्दू युवा वाहिनी ने अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं। इस पर आदित्यनाथ ने सफाई देते हुए कहा कि कई बार स्थानीय मुद्दे काफी हावी होते हैं और इसी वजह से कुछ लोग खड़े हुए हो सकते हैं लेकिन व्यापक तौर पर उनका संगठन पूरी तरह बीजेपी के साथ हैं। | यह एक सारांश है: बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बीजेपी जब तक राम मंदिर के मुद्दे पर ताल ठोककर मैदान में नहीं उतरेगी यूपी की सत्ता में आना मुश्किल है। | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: बीएसपी की नेता मायावती ने कहा है कि सत्ता की मास्टर चाबी उनके पास है। आगरा में एक चुनाव रैली में मायावती ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर जमकर हमले किए।
माया ने लोगों से कहा कि अगर उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया तो सभी गरीबों और बेरोजगारों को रोजी-रोटी के लिए दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ेगा। मायावती ने कहा है कि बीएसपी का चुनाव घोषणा−पत्र में कोई यकीन नहीं है। उन्होंने आगरा की रैली में कहा कि अगर कांग्रेस ने रीटेल सेक्टर में एफडीआई को मंजूरी दे दी तो छोटे दुकानदार और छोटे कारोबारी बेकार हो जाएंगे।
माया ने लोगों से कहा कि अगर उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया तो सभी गरीबों और बेरोजगारों को रोजी-रोटी के लिए दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ेगा। मायावती ने कहा है कि बीएसपी का चुनाव घोषणा−पत्र में कोई यकीन नहीं है। उन्होंने आगरा की रैली में कहा कि अगर कांग्रेस ने रीटेल सेक्टर में एफडीआई को मंजूरी दे दी तो छोटे दुकानदार और छोटे कारोबारी बेकार हो जाएंगे। | यहाँ एक सारांश है:माया ने लोगों से कहा कि अगर उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया तो सभी गरीबों और बेरोजगारों को रोजी-रोटी के लिए दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ेगा। | 4 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारत की अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने की बहुत कम उम्मीद भी अंतिम लीग मैच के परिणाम से धुल गई लेकिन अब भी टीम रविवार को ब्रिटेन के साथ होने वाले कांस्य पदक के प्ले ऑफ से पदक के साथ लौट सकती है।
भारत छह मैचों में नौ अंक से चौथे स्थान पर रहा जो अंतिम राउंड के लीग मैच के परिणाम के बाद तय हुआ।
भारतीय टीम अब ब्रिटेन के खिलाफ अपने लीग मैच के परिणाम को बदलने की उम्मीद लगाए होगी जिसमें उसे 2-3 से हार मिली थी। वहीं ब्रिटेन की टीम छह मैच में 11 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रही।
न्यूजीलैंड के छह मैचों में 12 अंक रहे जिससे टीम अजलन शाह कप के फाइनल में पहुंच गई जहां उसका सामना अर्जेंटीना से होगा जिसके छह मैचों में 12 अंक रहे। अर्जेंटीना ने मेजबान मलेशिया पर 1-0 से जीत दर्ज की।टिप्पणियां
न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे।
भारत छह मैचों में नौ अंक से चौथे स्थान पर रहा जो अंतिम राउंड के लीग मैच के परिणाम के बाद तय हुआ।
भारतीय टीम अब ब्रिटेन के खिलाफ अपने लीग मैच के परिणाम को बदलने की उम्मीद लगाए होगी जिसमें उसे 2-3 से हार मिली थी। वहीं ब्रिटेन की टीम छह मैच में 11 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रही।
न्यूजीलैंड के छह मैचों में 12 अंक रहे जिससे टीम अजलन शाह कप के फाइनल में पहुंच गई जहां उसका सामना अर्जेंटीना से होगा जिसके छह मैचों में 12 अंक रहे। अर्जेंटीना ने मेजबान मलेशिया पर 1-0 से जीत दर्ज की।टिप्पणियां
न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे।
भारतीय टीम अब ब्रिटेन के खिलाफ अपने लीग मैच के परिणाम को बदलने की उम्मीद लगाए होगी जिसमें उसे 2-3 से हार मिली थी। वहीं ब्रिटेन की टीम छह मैच में 11 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रही।
न्यूजीलैंड के छह मैचों में 12 अंक रहे जिससे टीम अजलन शाह कप के फाइनल में पहुंच गई जहां उसका सामना अर्जेंटीना से होगा जिसके छह मैचों में 12 अंक रहे। अर्जेंटीना ने मेजबान मलेशिया पर 1-0 से जीत दर्ज की।टिप्पणियां
न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे।
न्यूजीलैंड के छह मैचों में 12 अंक रहे जिससे टीम अजलन शाह कप के फाइनल में पहुंच गई जहां उसका सामना अर्जेंटीना से होगा जिसके छह मैचों में 12 अंक रहे। अर्जेंटीना ने मेजबान मलेशिया पर 1-0 से जीत दर्ज की।टिप्पणियां
न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे।
न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे।
अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे। | यहाँ एक सारांश है:भारत की अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने की बहुत कम उम्मीद भी अंतिम लीग मैच के परिणाम से धुल गई लेकिन अब भी टीम रविवार को ब्रिटेन के साथ होने वाले कांस्य पदक के प्ले ऑफ से पदक के साथ लौट सकती है। | 12 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश के शेयर बाजारों में सोमवार को गिरावट रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 13.34 अंकों की गिरावट के साथ 18,670.34 पर और निफ्टी 2.55 अंकों की गिरावट के साथ 5,683.70 पर बंद हुए।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 7.34 अंकों की तेजी के साथ 18,691.02 पर खुला और 0.7 फीसदी या 13.34 अंकों की गिरावट के साथ 18,670.34 पर बंद हुआ। सेंसेक्स ने दिन के कारोबार में 18,750.92 के ऊपरी और 18,607.66 के निचले स्तर को छुआ।टिप्पणियां
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.20 अंकों की तेजी के साथ 5,688.45 पर खुला और 0.04 फीसदी या 2.55 अंकों की गिरावट के साथ 5,683.70 पर बंद हुआ। निफ्टी ने दिन के कारोबार में 5,718.90 के ऊपरी और 5,665.75 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मामूली तेजी रही। मिडकैप 21.61 अंकों की तेजी के साथ 6,682.29 पर और स्मॉलकैप 14.38 अंकों की तेजी के साथ 7,084.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 7.34 अंकों की तेजी के साथ 18,691.02 पर खुला और 0.7 फीसदी या 13.34 अंकों की गिरावट के साथ 18,670.34 पर बंद हुआ। सेंसेक्स ने दिन के कारोबार में 18,750.92 के ऊपरी और 18,607.66 के निचले स्तर को छुआ।टिप्पणियां
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.20 अंकों की तेजी के साथ 5,688.45 पर खुला और 0.04 फीसदी या 2.55 अंकों की गिरावट के साथ 5,683.70 पर बंद हुआ। निफ्टी ने दिन के कारोबार में 5,718.90 के ऊपरी और 5,665.75 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मामूली तेजी रही। मिडकैप 21.61 अंकों की तेजी के साथ 6,682.29 पर और स्मॉलकैप 14.38 अंकों की तेजी के साथ 7,084.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.20 अंकों की तेजी के साथ 5,688.45 पर खुला और 0.04 फीसदी या 2.55 अंकों की गिरावट के साथ 5,683.70 पर बंद हुआ। निफ्टी ने दिन के कारोबार में 5,718.90 के ऊपरी और 5,665.75 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मामूली तेजी रही। मिडकैप 21.61 अंकों की तेजी के साथ 6,682.29 पर और स्मॉलकैप 14.38 अंकों की तेजी के साथ 7,084.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मामूली तेजी रही। मिडकैप 21.61 अंकों की तेजी के साथ 6,682.29 पर और स्मॉलकैप 14.38 अंकों की तेजी के साथ 7,084.03 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। | संक्षिप्त पाठ: देश के शेयर बाजारों में सोमवार को गिरावट रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 13.34 अंकों की गिरावट के साथ 18,670.34 पर और निफ्टी 2.55 अंकों की गिरावट के साथ 5,683.70 पर बंद हुए। | 14 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने शुक्रवार को अपनी उस टिप्पणी से एक विवाद को जन्म दे दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय शहरों में पाश्चात्यीकरण, बढ़ रहे अपराधों का कारण है।
केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने भागवत की इस टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में ग्रामीण और शहरी भारत के बीच फर्क करने का कोई आधार नहीं है।
भागवत ने असम के सिलचर में आरएसएस कार्यकर्ताओं की एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा, "दुष्कर्म जैसे अपराध 'भारत' में कदाचित ही घटते हैं, लेकिन 'इंडिया' में ऐसे अपराध लगातार घटते रहते हैं।"
भागवत ने कहा, "आप देश के गांवों और जंगलों में जाइए, वहां सामूहिक दुष्कर्म या यौन अपराध की इस तरह की घटनाएं नहीं मिलेंगी। ये घटनाएं कुछ शहरी इलाकों में धड़ल्ले से घट रही हैं। नए कानूनों के अलावा भारतीय लोकाचार और महिलाओं के प्रति रवैये की, प्राचीन भारतीय मूल्यों के संदर्भ में समीक्षा की जानी चाहिए।"
भागवत की टिप्पणी के बाद गृह सचिव, सिंह ने यहां एक कार्यक्रम के इतर मौके पर कहा, "इंडिया और भारत के बीच फर्क बताने का कोई आधार नहीं है।"
भागवत की यह विवादास्पद टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब 16 दिसम्बर की रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय युवती के साथ छह आतताइयों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था, और उसकी व उसके पुरुष मित्र की बेरहमी से पिटाई की थी। बाद में 29 दिसम्बर को सिंगापुर के एक अस्पताल में युवती की मृत्यु हो गई। इस घटना के विरोध में तभी से दिल्ली में और पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
भागवत की टिप्पणी की आलोचना करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की नेता, वृंदा करात ने कहा, "वह इंडिया या भारत को नहीं जानते। सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले हमारे ग्रामीण इलाकों में घटते हैं।"
करात ने संवाददाताओं से कहा, "दलित और जनजातीय महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार होती हैं।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने भागवत की इस टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में ग्रामीण और शहरी भारत के बीच फर्क करने का कोई आधार नहीं है।
भागवत ने असम के सिलचर में आरएसएस कार्यकर्ताओं की एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा, "दुष्कर्म जैसे अपराध 'भारत' में कदाचित ही घटते हैं, लेकिन 'इंडिया' में ऐसे अपराध लगातार घटते रहते हैं।"
भागवत ने कहा, "आप देश के गांवों और जंगलों में जाइए, वहां सामूहिक दुष्कर्म या यौन अपराध की इस तरह की घटनाएं नहीं मिलेंगी। ये घटनाएं कुछ शहरी इलाकों में धड़ल्ले से घट रही हैं। नए कानूनों के अलावा भारतीय लोकाचार और महिलाओं के प्रति रवैये की, प्राचीन भारतीय मूल्यों के संदर्भ में समीक्षा की जानी चाहिए।"
भागवत की टिप्पणी के बाद गृह सचिव, सिंह ने यहां एक कार्यक्रम के इतर मौके पर कहा, "इंडिया और भारत के बीच फर्क बताने का कोई आधार नहीं है।"
भागवत की यह विवादास्पद टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब 16 दिसम्बर की रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय युवती के साथ छह आतताइयों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था, और उसकी व उसके पुरुष मित्र की बेरहमी से पिटाई की थी। बाद में 29 दिसम्बर को सिंगापुर के एक अस्पताल में युवती की मृत्यु हो गई। इस घटना के विरोध में तभी से दिल्ली में और पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
भागवत की टिप्पणी की आलोचना करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की नेता, वृंदा करात ने कहा, "वह इंडिया या भारत को नहीं जानते। सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले हमारे ग्रामीण इलाकों में घटते हैं।"
करात ने संवाददाताओं से कहा, "दलित और जनजातीय महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार होती हैं।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
भागवत ने असम के सिलचर में आरएसएस कार्यकर्ताओं की एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा, "दुष्कर्म जैसे अपराध 'भारत' में कदाचित ही घटते हैं, लेकिन 'इंडिया' में ऐसे अपराध लगातार घटते रहते हैं।"
भागवत ने कहा, "आप देश के गांवों और जंगलों में जाइए, वहां सामूहिक दुष्कर्म या यौन अपराध की इस तरह की घटनाएं नहीं मिलेंगी। ये घटनाएं कुछ शहरी इलाकों में धड़ल्ले से घट रही हैं। नए कानूनों के अलावा भारतीय लोकाचार और महिलाओं के प्रति रवैये की, प्राचीन भारतीय मूल्यों के संदर्भ में समीक्षा की जानी चाहिए।"
भागवत की टिप्पणी के बाद गृह सचिव, सिंह ने यहां एक कार्यक्रम के इतर मौके पर कहा, "इंडिया और भारत के बीच फर्क बताने का कोई आधार नहीं है।"
भागवत की यह विवादास्पद टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब 16 दिसम्बर की रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय युवती के साथ छह आतताइयों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था, और उसकी व उसके पुरुष मित्र की बेरहमी से पिटाई की थी। बाद में 29 दिसम्बर को सिंगापुर के एक अस्पताल में युवती की मृत्यु हो गई। इस घटना के विरोध में तभी से दिल्ली में और पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
भागवत की टिप्पणी की आलोचना करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की नेता, वृंदा करात ने कहा, "वह इंडिया या भारत को नहीं जानते। सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले हमारे ग्रामीण इलाकों में घटते हैं।"
करात ने संवाददाताओं से कहा, "दलित और जनजातीय महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार होती हैं।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
भागवत ने कहा, "आप देश के गांवों और जंगलों में जाइए, वहां सामूहिक दुष्कर्म या यौन अपराध की इस तरह की घटनाएं नहीं मिलेंगी। ये घटनाएं कुछ शहरी इलाकों में धड़ल्ले से घट रही हैं। नए कानूनों के अलावा भारतीय लोकाचार और महिलाओं के प्रति रवैये की, प्राचीन भारतीय मूल्यों के संदर्भ में समीक्षा की जानी चाहिए।"
भागवत की टिप्पणी के बाद गृह सचिव, सिंह ने यहां एक कार्यक्रम के इतर मौके पर कहा, "इंडिया और भारत के बीच फर्क बताने का कोई आधार नहीं है।"
भागवत की यह विवादास्पद टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब 16 दिसम्बर की रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय युवती के साथ छह आतताइयों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था, और उसकी व उसके पुरुष मित्र की बेरहमी से पिटाई की थी। बाद में 29 दिसम्बर को सिंगापुर के एक अस्पताल में युवती की मृत्यु हो गई। इस घटना के विरोध में तभी से दिल्ली में और पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
भागवत की टिप्पणी की आलोचना करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की नेता, वृंदा करात ने कहा, "वह इंडिया या भारत को नहीं जानते। सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले हमारे ग्रामीण इलाकों में घटते हैं।"
करात ने संवाददाताओं से कहा, "दलित और जनजातीय महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार होती हैं।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
भागवत की टिप्पणी के बाद गृह सचिव, सिंह ने यहां एक कार्यक्रम के इतर मौके पर कहा, "इंडिया और भारत के बीच फर्क बताने का कोई आधार नहीं है।"
भागवत की यह विवादास्पद टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब 16 दिसम्बर की रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय युवती के साथ छह आतताइयों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था, और उसकी व उसके पुरुष मित्र की बेरहमी से पिटाई की थी। बाद में 29 दिसम्बर को सिंगापुर के एक अस्पताल में युवती की मृत्यु हो गई। इस घटना के विरोध में तभी से दिल्ली में और पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
भागवत की टिप्पणी की आलोचना करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की नेता, वृंदा करात ने कहा, "वह इंडिया या भारत को नहीं जानते। सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले हमारे ग्रामीण इलाकों में घटते हैं।"
करात ने संवाददाताओं से कहा, "दलित और जनजातीय महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार होती हैं।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
भागवत की यह विवादास्पद टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब 16 दिसम्बर की रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय युवती के साथ छह आतताइयों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था, और उसकी व उसके पुरुष मित्र की बेरहमी से पिटाई की थी। बाद में 29 दिसम्बर को सिंगापुर के एक अस्पताल में युवती की मृत्यु हो गई। इस घटना के विरोध में तभी से दिल्ली में और पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
भागवत की टिप्पणी की आलोचना करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की नेता, वृंदा करात ने कहा, "वह इंडिया या भारत को नहीं जानते। सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले हमारे ग्रामीण इलाकों में घटते हैं।"
करात ने संवाददाताओं से कहा, "दलित और जनजातीय महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार होती हैं।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
भागवत की टिप्पणी की आलोचना करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की नेता, वृंदा करात ने कहा, "वह इंडिया या भारत को नहीं जानते। सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले हमारे ग्रामीण इलाकों में घटते हैं।"
करात ने संवाददाताओं से कहा, "दलित और जनजातीय महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार होती हैं।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
करात ने संवाददाताओं से कहा, "दलित और जनजातीय महिलाएं सर्वाधिक दुष्कर्म की शिकार होती हैं।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
करात ने कहा कि ये मामले मीडिया में सामने आए हैं, और आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी हकीकत से मुंह फेरने की उनकी मानसिकता का परिचायक है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी दुष्कर्म के दोषियों को अपील करने के अधिकार से वंचित कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "उनके पास केवल एक बार अपील करने का अधिकार होना चाहिए।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
दिग्विजय ने यह भी कहा कि बाल अपराध की उम्र सीमा भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "आज बच्चे बहुत जागरूक हैं, टीवी, इंटरनेट उन्हें सुलभ है.. इतना कि 12-14 वर्ष उम्र के बच्चे सबकुछ जानते हैं।"टिप्पणियां
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि भागवत की टिप्पणी को संदर्भ में देखा जाना चाहिए.. वह भारतीय संस्कार और परम्परा तथा महिलाओं के प्रति सम्मान का जिक्र कर रहे थे।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।"
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "उन्होंने महिलाओं पर जुर्म करने वालों के लिए कठोरतम दंड की मांग की है और यहां तक कि मृत्युदंड की वकालत की है.. महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा आरएसएस के दर्शन का केंद्र है।" | यह एक सारांश है: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने शुक्रवार को अपनी उस टिप्पणी से एक विवाद को जन्म दे दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय शहरों में पाश्चात्यीकरण, बढ़ रहे अपराधों का कारण है। | 24 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से पूछताछ के बाद ही यह तय हो पाएगा कि गुजरात दंगों में उनकी भूमिका है या नहीं। यह कहना है कि मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एमिकस क्यूरी बनाए गए राजू रामचंद्रन का। कहा जा रहा है कि अगस्त माह में रामचंद्रन ने अपनी गोपनीय रिपोर्ट में इस बाबत सिफारिश की है। इस रिपोर्ट में मोदी की बातों की सत्यता की परख संजीव भट्ट के बयान से भी की जाएगी। गौरतलब है कि भट्ट ने अपने बयान में कहा है कि 27 फरवरी, 2002 की एक बैठक में नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में कहा था कि दंगाइयों को उनका काम करने दिया जाए। इन दंगों में करीब 1200 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में अधिकतर मुस्लिम थे। बता दें कि भट्ट के बयान को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दंगों की जांच के लिए गठित एसआईटी ने खारिज कर दिया था। एसआईटी की रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने रामचंद्रन से इस बारे में राय देने को कहा था। | गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से पूछताछ के बाद ही यह तय हो पाएगा कि गुजरात दंगों में उनकी भूमिका है या नहीं। | 26 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: वित्त मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने शुक्रवार को लोकसभा में अपने बजट भाषण में मनोरंजन उद्योग के उल्लेख के दौरान फिल्म ‘उरी-द सर्जिकल स्ट्राइक' (URI: The Surgical Strike) का जिक्र किया और कहा कि फिल्म में बहुत जोश था. बजट भाषण के दौरान पीयूष गोयल (Piyush Goyal) जब मनोरंजन उद्योग के लिए किये गये प्रावधानों का जिक्र कर रहे थे तो उन्होंने कहा, ‘‘हमने हाल ही में उरी फिल्म देखी. बहुत मजा आया और उसमें जो जोश था, देखने लायक था.'' उन्होंने कहा, ‘‘क्या जोश था, क्या माहौल था.''
पीयूष गोयल (Piyush Goyal) के इस बयान के बाद सदन में बैठे राजग के सभी सांसदों ने मेजें थपथपाईं और फिल्म में अहम रोल निभाने वाले भाजपा सदस्य परेश रावल (Paresh Rawal) को भी मुस्कराते हुए देखा गया. मोदी सरकार के कार्यकाल में सितंबर 2016 में पीओके में हुई ‘सर्जिकल स्ट्राइक' पर बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुई है जिसमें मुख्य भूमिका में रावल के अलावा विक्की कौशल (Vicky Kaushal) भी हैं.
गोयल ने कहा, ‘‘मनोरंजन जगत से कई लोगों को रोगजार मिलता है और हम सभी फिल्में देखते ही हैं.'' उन्होंने कहा कि पायरेसी पर रोक लगाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी विभिन्न कार्यक्रमों में फिल्म के संवाद ‘हाउज द जोश' को बोला. | संक्षिप्त सारांश: बजट भाषण में ‘उरी’ का भी जिक्र
पीयूष गोयल ने की तारीफ
विक्की कौशल की फिल्म 'उरी' हुई सुपरहिट | 29 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कैलीफोर्निया की बादाम पाकिस्तान से कश्मीर भेजी जा रही है और भारत से केले और नारियल पाकिस्तान. भारतीय एजेंसियों को जांच से पता चला है कि इस कारोबार का कुछ पैसा थर्ड पार्टी ट्रेड और अंडर इन्वॉयसिंग के जरिए आतंकियों तक भी जा रहा है. एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह मामला एनआईए को सौंप दिया है. टिप्पणियां
एनआईए ने यह मामला यूएपीए के तहत दर्ज कर लिया है. एनआईए के सूत्रों से एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2008 से अब तक सलामाबाद और उड़ी के बीच 21000 करोड़ का कारोबार हुआ. चकन दा बाग और पुंछ के बीच 6700 करोड़ रुपये का व्यवसाय हुआ. इनमें से 15 से 20 फीसदी रकम घाटी में आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हुई. एक अनुमान के मुताबिक पिछले कुछ सालों में 350 से 400 करोड़ रुपये आतंकी तंजीमों तक पहुंचे हैं.
एनआईए की जांच टीम बारामुला और पुंछ के कई कारोबारियों से पूछताछ भी कर चुकी है. भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा के आरपार कारोबार विश्वास बहाली के कदम के तौर पर शुरू हुआ था. यह कारोबार हफ्ते में चार बार उड़ी-मुजफ्फराबाद और पुंछ-रावलकोट के बीच होता है. एनआईए उड़ी और बारामुला के ट्रेड सेंटर से भी कागजात जब्त कर चुकी है.
एनआईए ने यह मामला यूएपीए के तहत दर्ज कर लिया है. एनआईए के सूत्रों से एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2008 से अब तक सलामाबाद और उड़ी के बीच 21000 करोड़ का कारोबार हुआ. चकन दा बाग और पुंछ के बीच 6700 करोड़ रुपये का व्यवसाय हुआ. इनमें से 15 से 20 फीसदी रकम घाटी में आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हुई. एक अनुमान के मुताबिक पिछले कुछ सालों में 350 से 400 करोड़ रुपये आतंकी तंजीमों तक पहुंचे हैं.
एनआईए की जांच टीम बारामुला और पुंछ के कई कारोबारियों से पूछताछ भी कर चुकी है. भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा के आरपार कारोबार विश्वास बहाली के कदम के तौर पर शुरू हुआ था. यह कारोबार हफ्ते में चार बार उड़ी-मुजफ्फराबाद और पुंछ-रावलकोट के बीच होता है. एनआईए उड़ी और बारामुला के ट्रेड सेंटर से भी कागजात जब्त कर चुकी है.
एनआईए की जांच टीम बारामुला और पुंछ के कई कारोबारियों से पूछताछ भी कर चुकी है. भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा के आरपार कारोबार विश्वास बहाली के कदम के तौर पर शुरू हुआ था. यह कारोबार हफ्ते में चार बार उड़ी-मुजफ्फराबाद और पुंछ-रावलकोट के बीच होता है. एनआईए उड़ी और बारामुला के ट्रेड सेंटर से भी कागजात जब्त कर चुकी है. | संक्षिप्त सारांश: करीब 400 करोड़ रुपये आतंकी तंजीमों तक पहुंचने की आशंका
15 से 20 फीसदी रकम घाटी में आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हुई
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामला एनआईए को सौंपा | 23 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: भारत और श्रीलंका के बीच शनिवार को होने वाले विश्वकप क्रिकेट के फाइनल मुकाबले के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद आईसीसी ने इलेक्ट्रानिक मीडिया के कवरेज पर पाबंदी को हटा दिया है लेकिन मीडिया दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है। आईसीसी ने शुक्रवार शाम जारी एक बयान में कहा कि आईसीसी ने क्रिकेट विश्वकप फाइनल में पाबंदी के बजाय आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2011 के लिए दिशानिर्देशों का बार-बार उल्लंघन करने वाले भारतीय चैनलों के खिलाफ कानून कार्रवाई करने का फैसला किया है। इसमें शामिल कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है और भारत में अदालतों के माध्यम से नुकसान की भरपाई की मांग की जाएगी। इससे पहले सुबह मुंबई में मैच से पहले दोनों देशों के कप्तानों तथा आईसीसी अध्यक्ष शरद पवार के संवाददाता सम्मेलनों को कवर करने गए चैनलों के प्रतिनिधियों को कवरेज से रोका गया। ऐसी ही पाबंदी बुधवार को भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सेमीफाइनल मैच से पहले इलेक्ट्रानिक मीडिया पर लगाई गई थी। लेकिन सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी की पहल पर यह पाबंदी हटा दी गई थी। आईसीसी के वक्तव्य के अनुसार नयी दिल्ली में सूचना और प्रसारण मंत्रालय में देर तक चली बैठक में नेशनल ब्रोडकास्टर्स एसोसिएशन :एनबीए: और ब्रोडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन :बीईए: ने इस बात का आश्वासन देने से इनकार कर दिया था कि वे अपने कार्यक्रमों में प्रसारण दिशानिर्देशों के उल्लंघन से बचेंगे। आईसीसी के प्रमुख कार्यकारी हारुन लोर्गट ने कहा, मैं इस बात से बहुत निराश हूं कि ऐसा हुआ है। हालांकि हमें अपने तथा साझेदारों के विशेष व्यावसायिक अधिकारों को बचाने की जरूरत है। यदि हमें कानूनी कार्रवाई करनी हुई तो यह खेदजनक होगी लेकिन जरूरी भी। आईसीसी ने कहा कि संवाददाताओं और कैमरामैन को इस शर्त पर प्रवेशपत्र जारी किये गये थे कि वे दिशानिर्देशों का पालन करेंगे। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि मंत्री अंबिका सोनी ने इस मुद्दे पर आईसीसी अध्यक्ष और केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार से बातचीत की और उनसे कहा कि यह मुद्दा इतना बड़ा नहीं है कि इसे सुलझाया नहीं जा सकता। समझा जाता है कि आईसीसी ने अंबिका सोनी से कहा है कि दूरदर्शन को फुटेज प्राप्त करने का अधिकार है इसलिए भारत की जनता तक मैच के प्रसारण में कोई समस्या नहीं आएगी। न्यूज ब्रोडकास्टर्स एसोसिएशन की महासचिव एनी जोसफ ने कहा, उन्होंने :आईसीसी ने: हमसे एक सहमति करने के लिए कहा था कि फुटेज का व्यावसायिक उपयोग नहीं होगा, जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि चैनल टी-20 और एकदिवसीय मैचों के लिए बनाये गये दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। एनी ने कहा, यदि आईसीसी को कोई समस्या थी तो उन्हें पहले ही बताना चाहिए था और सेमीफाइनल से पहले ऐसा नहीं करना चाहिए था। एक अन्य संगठन ब्रोडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन :बीईए: ने शुक्रवार को कहा कि आईसीसी का फैसला न केवल उसके हितों के बल्कि नागरिकों के सूचना के अधिकार के भी विरोधाभासी है। | यह एक सारांश है: फाइनल मुकाबले के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद आईसीसी ने इलेक्ट्रानिक मीडिया के कवरेज पर पाबंदी को हटा दिया है। | 21 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: गुजरात के जामनगर में हत्या का एक सनसनीखेज वीडियो सामने आया है, जिसमें सरेआम एक युवक की हत्या की जा रही है.टिप्पणियां
यह घटना जामनगर के गोकुलनगर इलाके की है, जहां पुरानी रंजिश के चलते वेजानंद गोजिया और अजय वेजानंद गोजिया ने मिलकर एक युवक एभा भाई की चाक़ू और पत्थर से मार मारकर हत्या कर दी.
ये पूरा वाक्या सीसीटीवी में कैद हो गया है. हत्यारों ने युवक पर बेरहमी से वार कर उसे घायल कर दिया, लेकिन उससे भी शर्म की बात ये है कि घायल लहूलुहान युवक सड़क पर मदद की भीख मांगता रहा, लेकिन भीड़ में से कोई भी आगे नहीं आया. किसी ने भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया. यह घटना मंगलवार शाम की है.
यह घटना जामनगर के गोकुलनगर इलाके की है, जहां पुरानी रंजिश के चलते वेजानंद गोजिया और अजय वेजानंद गोजिया ने मिलकर एक युवक एभा भाई की चाक़ू और पत्थर से मार मारकर हत्या कर दी.
ये पूरा वाक्या सीसीटीवी में कैद हो गया है. हत्यारों ने युवक पर बेरहमी से वार कर उसे घायल कर दिया, लेकिन उससे भी शर्म की बात ये है कि घायल लहूलुहान युवक सड़क पर मदद की भीख मांगता रहा, लेकिन भीड़ में से कोई भी आगे नहीं आया. किसी ने भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया. यह घटना मंगलवार शाम की है.
ये पूरा वाक्या सीसीटीवी में कैद हो गया है. हत्यारों ने युवक पर बेरहमी से वार कर उसे घायल कर दिया, लेकिन उससे भी शर्म की बात ये है कि घायल लहूलुहान युवक सड़क पर मदद की भीख मांगता रहा, लेकिन भीड़ में से कोई भी आगे नहीं आया. किसी ने भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया. यह घटना मंगलवार शाम की है. | सारांश: पुरानी रंजिश के चलते चाक़ू और पत्थर से मार-मारकर हत्या की गई.
पूरा वाक्या सीसीटीवी में कैद हो गया.
भीड़ में से कोई भी युवक को बचाने के लिए आगे नहीं आया. | 7 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की चौरासी कोस की परिक्रमा के समय पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या में विवादित स्थान पर यथास्थिति बरकरार रखने के लिए उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करेगी।
यादव ने गुरुवार को सपा नेता कमाल फारूकी की ओर से आयोजित ईद मिलन समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘चौरासी कोसी परिक्रमा पहले से होती आ रही है, लेकिन इसके लिए यह समय क्यों चुना गया? पहले यह यात्रा नवरात्रि के समय होती थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सवाल यह भी है कि इन लोगों को हमारी सरकार के दौरान इस तरह की यात्रा करने की सुध क्यों आती है? इस यात्रा में शामिल लोग कह रहे हैं मंदिर बनाएंगे, जबकि उच्चतम न्यायालय का आदेश है कि उस स्थान पर यथास्थिति बरकरार रखी जाए। न्यायालय के आदेश का पालन करने के लिए हमारी सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी।’’टिप्पणियां
समारोह में मौजूद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस प्रस्तावित यात्रा पर रोक लगाने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, ‘‘भाजपा और उससे जुड़े संगठन सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं। यह भी उसी का एक हिस्सा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सही फैसला किया है।’’
विहिप की तरफ से 25 अगस्त से 13 सितम्बर तक अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा प्रस्तावित है, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है और यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सात जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
यादव ने गुरुवार को सपा नेता कमाल फारूकी की ओर से आयोजित ईद मिलन समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘चौरासी कोसी परिक्रमा पहले से होती आ रही है, लेकिन इसके लिए यह समय क्यों चुना गया? पहले यह यात्रा नवरात्रि के समय होती थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सवाल यह भी है कि इन लोगों को हमारी सरकार के दौरान इस तरह की यात्रा करने की सुध क्यों आती है? इस यात्रा में शामिल लोग कह रहे हैं मंदिर बनाएंगे, जबकि उच्चतम न्यायालय का आदेश है कि उस स्थान पर यथास्थिति बरकरार रखी जाए। न्यायालय के आदेश का पालन करने के लिए हमारी सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी।’’टिप्पणियां
समारोह में मौजूद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस प्रस्तावित यात्रा पर रोक लगाने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, ‘‘भाजपा और उससे जुड़े संगठन सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं। यह भी उसी का एक हिस्सा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सही फैसला किया है।’’
विहिप की तरफ से 25 अगस्त से 13 सितम्बर तक अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा प्रस्तावित है, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है और यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सात जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘सवाल यह भी है कि इन लोगों को हमारी सरकार के दौरान इस तरह की यात्रा करने की सुध क्यों आती है? इस यात्रा में शामिल लोग कह रहे हैं मंदिर बनाएंगे, जबकि उच्चतम न्यायालय का आदेश है कि उस स्थान पर यथास्थिति बरकरार रखी जाए। न्यायालय के आदेश का पालन करने के लिए हमारी सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी।’’टिप्पणियां
समारोह में मौजूद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस प्रस्तावित यात्रा पर रोक लगाने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, ‘‘भाजपा और उससे जुड़े संगठन सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं। यह भी उसी का एक हिस्सा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सही फैसला किया है।’’
विहिप की तरफ से 25 अगस्त से 13 सितम्बर तक अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा प्रस्तावित है, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है और यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सात जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
समारोह में मौजूद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस प्रस्तावित यात्रा पर रोक लगाने के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, ‘‘भाजपा और उससे जुड़े संगठन सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं। यह भी उसी का एक हिस्सा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सही फैसला किया है।’’
विहिप की तरफ से 25 अगस्त से 13 सितम्बर तक अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा प्रस्तावित है, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है और यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सात जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
विहिप की तरफ से 25 अगस्त से 13 सितम्बर तक अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा प्रस्तावित है, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया है और यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सात जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। | संक्षिप्त सारांश: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की चौरासी कोस की परिक्रमा के समय पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या में विवादित स्थान पर यथास्थिति बरकरार रखने के लिए उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करेगी। | 8 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को अंडर-14 टीम के 30 संभावितों में जगह नहीं मिली है। 'इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक, सेलेक्शन ट्रायल्स और टूर्नामेंटों में खराब परफॉर्मेंस को इसकी वजह बताया गया है।
पिछली बार अर्जुन मुंबई की विजेता अंडर 14 टीम का हिस्सा रहे थे, लेकिन इस बार वह ऑफ सीजन कैंप का हिस्सा भी नहीं बन पाएंगे।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन ने अच्छा परफॉर्म नहीं किया, इसलिए उन्हें शामिल किए जाने की कोई वजह नहीं थी। उन्हें कहा गया है कि वह खेल सुधार करके मुंबई की जूनियर टीम में आएं।
एमसीए द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में आयोजित मैचों में वह 50 तक स्कोर भी नहीं पहुंचा पाए। इसके बाद चयनकर्ताओं ने बल्लेबाजों को एक और मौका दिया, इसमें भी वह कमाल नहीं दिखा पाए। इसके अलावा अर्जुन की फील्डिंग को लेकर भी समस्याएं हैं।टिप्पणियां
सिलेक्टर ने यह भी कहा कि अर्जुन को कई लोग कोचिंग दे रहे हैं, इसके बावजूद उनकी फील्डिंग आज के मानकों के हिसाब से कहीं नहीं ठहरती। उन्हें खेल में काफी सुधार लाने की जरूरत है। उनकी बल्लेबाजी अच्छी है, लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों की तरह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना होगा।
एमसीए के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन को यह भी समझना होगा कि सचिन तेंदुलकर का बेटा होने की वजह से उनके लिए सभी चीजें आसान नहीं हो जाएंगी। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। हो सकता है कि 2 साल बाद लोग एक अलग अर्जुन को देखें।
पिछली बार अर्जुन मुंबई की विजेता अंडर 14 टीम का हिस्सा रहे थे, लेकिन इस बार वह ऑफ सीजन कैंप का हिस्सा भी नहीं बन पाएंगे।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन ने अच्छा परफॉर्म नहीं किया, इसलिए उन्हें शामिल किए जाने की कोई वजह नहीं थी। उन्हें कहा गया है कि वह खेल सुधार करके मुंबई की जूनियर टीम में आएं।
एमसीए द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में आयोजित मैचों में वह 50 तक स्कोर भी नहीं पहुंचा पाए। इसके बाद चयनकर्ताओं ने बल्लेबाजों को एक और मौका दिया, इसमें भी वह कमाल नहीं दिखा पाए। इसके अलावा अर्जुन की फील्डिंग को लेकर भी समस्याएं हैं।टिप्पणियां
सिलेक्टर ने यह भी कहा कि अर्जुन को कई लोग कोचिंग दे रहे हैं, इसके बावजूद उनकी फील्डिंग आज के मानकों के हिसाब से कहीं नहीं ठहरती। उन्हें खेल में काफी सुधार लाने की जरूरत है। उनकी बल्लेबाजी अच्छी है, लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों की तरह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना होगा।
एमसीए के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन को यह भी समझना होगा कि सचिन तेंदुलकर का बेटा होने की वजह से उनके लिए सभी चीजें आसान नहीं हो जाएंगी। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। हो सकता है कि 2 साल बाद लोग एक अलग अर्जुन को देखें।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन ने अच्छा परफॉर्म नहीं किया, इसलिए उन्हें शामिल किए जाने की कोई वजह नहीं थी। उन्हें कहा गया है कि वह खेल सुधार करके मुंबई की जूनियर टीम में आएं।
एमसीए द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में आयोजित मैचों में वह 50 तक स्कोर भी नहीं पहुंचा पाए। इसके बाद चयनकर्ताओं ने बल्लेबाजों को एक और मौका दिया, इसमें भी वह कमाल नहीं दिखा पाए। इसके अलावा अर्जुन की फील्डिंग को लेकर भी समस्याएं हैं।टिप्पणियां
सिलेक्टर ने यह भी कहा कि अर्जुन को कई लोग कोचिंग दे रहे हैं, इसके बावजूद उनकी फील्डिंग आज के मानकों के हिसाब से कहीं नहीं ठहरती। उन्हें खेल में काफी सुधार लाने की जरूरत है। उनकी बल्लेबाजी अच्छी है, लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों की तरह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना होगा।
एमसीए के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन को यह भी समझना होगा कि सचिन तेंदुलकर का बेटा होने की वजह से उनके लिए सभी चीजें आसान नहीं हो जाएंगी। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। हो सकता है कि 2 साल बाद लोग एक अलग अर्जुन को देखें।
एमसीए द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में आयोजित मैचों में वह 50 तक स्कोर भी नहीं पहुंचा पाए। इसके बाद चयनकर्ताओं ने बल्लेबाजों को एक और मौका दिया, इसमें भी वह कमाल नहीं दिखा पाए। इसके अलावा अर्जुन की फील्डिंग को लेकर भी समस्याएं हैं।टिप्पणियां
सिलेक्टर ने यह भी कहा कि अर्जुन को कई लोग कोचिंग दे रहे हैं, इसके बावजूद उनकी फील्डिंग आज के मानकों के हिसाब से कहीं नहीं ठहरती। उन्हें खेल में काफी सुधार लाने की जरूरत है। उनकी बल्लेबाजी अच्छी है, लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों की तरह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना होगा।
एमसीए के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन को यह भी समझना होगा कि सचिन तेंदुलकर का बेटा होने की वजह से उनके लिए सभी चीजें आसान नहीं हो जाएंगी। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। हो सकता है कि 2 साल बाद लोग एक अलग अर्जुन को देखें।
सिलेक्टर ने यह भी कहा कि अर्जुन को कई लोग कोचिंग दे रहे हैं, इसके बावजूद उनकी फील्डिंग आज के मानकों के हिसाब से कहीं नहीं ठहरती। उन्हें खेल में काफी सुधार लाने की जरूरत है। उनकी बल्लेबाजी अच्छी है, लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों की तरह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना होगा।
एमसीए के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन को यह भी समझना होगा कि सचिन तेंदुलकर का बेटा होने की वजह से उनके लिए सभी चीजें आसान नहीं हो जाएंगी। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। हो सकता है कि 2 साल बाद लोग एक अलग अर्जुन को देखें।
एमसीए के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन को यह भी समझना होगा कि सचिन तेंदुलकर का बेटा होने की वजह से उनके लिए सभी चीजें आसान नहीं हो जाएंगी। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। हो सकता है कि 2 साल बाद लोग एक अलग अर्जुन को देखें। | यहाँ एक सारांश है:महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को अंडर-14 टीम के 30 संभावितों में जगह नहीं मिली है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सेलेक्शन ट्रायल्स और टूर्नामेंटों में खराब परफॉर्मेंस को इसकी वजह बताया गया है। | 12 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी कर चुके शख्स ने कहा है कि तीसरा विश्व युद्ध इसी साल मई महीने में होगा. क्लेयरवायंट होरोसिओ विलगैस नाम के शख्स ने भविष्यवाणी की है कि 13 मई को विश्वयुद्ध होगा. यह बात अंतरराष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है. विलियगस ने 2015 में ही डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी की थी. दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने तीसरे विश्व युद्ध की वजह भी डोनाल्ड ट्रंप को ही बताया है. डेली स्टार के मुताबिक विलियगस का दावा है कि दुनिया के ताकतवर नेता सीरिया पर हमला करेंगे. रासायनिक हमले भी किये जा सकते हैं. इस वजह से रूस, उत्तर कोरिया और चीन के बीच संघर्ष शुरू हो जाएगा.
विलियगस ने दावा किया है कि 13 अक्टूबर 2017 को तीसरा विश्व युद्ध समाप्त हो जायेगा. विलियगस मानते हैं कि भगवान ने उन्हें अकेला, बिना बच्चों का इसलिए रखा है ताकि वह लोगों की भलाई के लिए उनके संदेशों पर ध्यान दे सकें. विलियगस ने कहा कि वह कई वर्षों से तीसरे विश्व युद्ध के बारे में बात करना चाह रहे हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को उनकी बातों पर विश्वास नहीं होता है.
विलियगस ने नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी का भी समर्थन किया है. नास्त्रेदमस ने कहा था कि एक साथ सैकड़ों शक्तियां टकराएंगी और काफी संख्या में मौतें होंगी.
विलियगस ने यह भी कहा है कि सीरिया के राष्ट्रपति असद की बम विस्फोट में मौत हो जाएगी. भविष्यवाणी के मुताबिक 13 अप्रैल से 13 मई के बीच कई तरह की अजीबोगरीब खबरें आएंगी.टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि पिछले साल सितंबर में मैंने अपनी किताब की प्रति कैथोलिक बिशप और कार्डिनलों को भेजी थी. यह मैंने उन्हें सचेत करने के लिए किया था, लेकिन उन्होंने भी मेरी अनदेखी की. ट्रंप के जीतने के 15 माह पहले ही मैंने इस बारे में लिखा था. जब तक वह जीत नहीं गये, तब तक मेरी बात पर कोई विश्वास नहीं कर रहा था.
विलियगस अमेरिका के टेक्सास में रहते हैं. अपने सपने के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने देखा कि आग का एक गोला धरती से टकराता है. लोग इधर-उधर भाग रहे हैं. विलियगस कहते हैं कि मेरी हिसाब से वह आग का गोला परमाणु मिसाइल था जो विश्व के कई शहरों पर गिरने वाला है.
विलियगस ने दावा किया है कि 13 अक्टूबर 2017 को तीसरा विश्व युद्ध समाप्त हो जायेगा. विलियगस मानते हैं कि भगवान ने उन्हें अकेला, बिना बच्चों का इसलिए रखा है ताकि वह लोगों की भलाई के लिए उनके संदेशों पर ध्यान दे सकें. विलियगस ने कहा कि वह कई वर्षों से तीसरे विश्व युद्ध के बारे में बात करना चाह रहे हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को उनकी बातों पर विश्वास नहीं होता है.
विलियगस ने नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी का भी समर्थन किया है. नास्त्रेदमस ने कहा था कि एक साथ सैकड़ों शक्तियां टकराएंगी और काफी संख्या में मौतें होंगी.
विलियगस ने यह भी कहा है कि सीरिया के राष्ट्रपति असद की बम विस्फोट में मौत हो जाएगी. भविष्यवाणी के मुताबिक 13 अप्रैल से 13 मई के बीच कई तरह की अजीबोगरीब खबरें आएंगी.टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि पिछले साल सितंबर में मैंने अपनी किताब की प्रति कैथोलिक बिशप और कार्डिनलों को भेजी थी. यह मैंने उन्हें सचेत करने के लिए किया था, लेकिन उन्होंने भी मेरी अनदेखी की. ट्रंप के जीतने के 15 माह पहले ही मैंने इस बारे में लिखा था. जब तक वह जीत नहीं गये, तब तक मेरी बात पर कोई विश्वास नहीं कर रहा था.
विलियगस अमेरिका के टेक्सास में रहते हैं. अपने सपने के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने देखा कि आग का एक गोला धरती से टकराता है. लोग इधर-उधर भाग रहे हैं. विलियगस कहते हैं कि मेरी हिसाब से वह आग का गोला परमाणु मिसाइल था जो विश्व के कई शहरों पर गिरने वाला है.
विलियगस ने नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी का भी समर्थन किया है. नास्त्रेदमस ने कहा था कि एक साथ सैकड़ों शक्तियां टकराएंगी और काफी संख्या में मौतें होंगी.
विलियगस ने यह भी कहा है कि सीरिया के राष्ट्रपति असद की बम विस्फोट में मौत हो जाएगी. भविष्यवाणी के मुताबिक 13 अप्रैल से 13 मई के बीच कई तरह की अजीबोगरीब खबरें आएंगी.टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि पिछले साल सितंबर में मैंने अपनी किताब की प्रति कैथोलिक बिशप और कार्डिनलों को भेजी थी. यह मैंने उन्हें सचेत करने के लिए किया था, लेकिन उन्होंने भी मेरी अनदेखी की. ट्रंप के जीतने के 15 माह पहले ही मैंने इस बारे में लिखा था. जब तक वह जीत नहीं गये, तब तक मेरी बात पर कोई विश्वास नहीं कर रहा था.
विलियगस अमेरिका के टेक्सास में रहते हैं. अपने सपने के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने देखा कि आग का एक गोला धरती से टकराता है. लोग इधर-उधर भाग रहे हैं. विलियगस कहते हैं कि मेरी हिसाब से वह आग का गोला परमाणु मिसाइल था जो विश्व के कई शहरों पर गिरने वाला है.
विलियगस ने यह भी कहा है कि सीरिया के राष्ट्रपति असद की बम विस्फोट में मौत हो जाएगी. भविष्यवाणी के मुताबिक 13 अप्रैल से 13 मई के बीच कई तरह की अजीबोगरीब खबरें आएंगी.टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि पिछले साल सितंबर में मैंने अपनी किताब की प्रति कैथोलिक बिशप और कार्डिनलों को भेजी थी. यह मैंने उन्हें सचेत करने के लिए किया था, लेकिन उन्होंने भी मेरी अनदेखी की. ट्रंप के जीतने के 15 माह पहले ही मैंने इस बारे में लिखा था. जब तक वह जीत नहीं गये, तब तक मेरी बात पर कोई विश्वास नहीं कर रहा था.
विलियगस अमेरिका के टेक्सास में रहते हैं. अपने सपने के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने देखा कि आग का एक गोला धरती से टकराता है. लोग इधर-उधर भाग रहे हैं. विलियगस कहते हैं कि मेरी हिसाब से वह आग का गोला परमाणु मिसाइल था जो विश्व के कई शहरों पर गिरने वाला है.
उन्होंने बताया कि पिछले साल सितंबर में मैंने अपनी किताब की प्रति कैथोलिक बिशप और कार्डिनलों को भेजी थी. यह मैंने उन्हें सचेत करने के लिए किया था, लेकिन उन्होंने भी मेरी अनदेखी की. ट्रंप के जीतने के 15 माह पहले ही मैंने इस बारे में लिखा था. जब तक वह जीत नहीं गये, तब तक मेरी बात पर कोई विश्वास नहीं कर रहा था.
विलियगस अमेरिका के टेक्सास में रहते हैं. अपने सपने के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने देखा कि आग का एक गोला धरती से टकराता है. लोग इधर-उधर भाग रहे हैं. विलियगस कहते हैं कि मेरी हिसाब से वह आग का गोला परमाणु मिसाइल था जो विश्व के कई शहरों पर गिरने वाला है.
विलियगस अमेरिका के टेक्सास में रहते हैं. अपने सपने के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने देखा कि आग का एक गोला धरती से टकराता है. लोग इधर-उधर भाग रहे हैं. विलियगस कहते हैं कि मेरी हिसाब से वह आग का गोला परमाणु मिसाइल था जो विश्व के कई शहरों पर गिरने वाला है. | संक्षिप्त सारांश: होरोसिओ विलगैस ने की तीसरे विश्वयुद्ध की भविष्यवाणी
13 मई से 13 अक्टूबर 2017 तक होगा तीसरा विश्वयुद्ध
होरोसिओ विलगैस ने की थी ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को कहा कि नियंत्रण रेखा के पार सेना द्वारा किया गया लक्षित हमला (सर्जिकल स्ट्राइक) 'जरूरी कदम' था, जो कई वर्षों से नहीं लिया गया था.
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा, 'सीमा पार आतंकवादियों पर किए गए लक्षित हमले का देश भर में स्वागत हो रहा है, क्योंकि यह जरूरी कदम था, जो कई वर्षों से नहीं लिया गया था'. उन्होंने कहा कि इस कदम से देश भर में यह विश्वास पैदा हुआ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की रक्षा सुरक्षित है.
जावड़ेकर ने कहा कि कई देशों ने भारत का समर्थन किया है, ऐसे में पाकिस्तान में दक्षेस शिखर सम्मेलन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सिंधु नदी के पानी के मुद्दे पर भी विचार किया जा रहा है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जिस प्रकार संयुक्त राष्ट्र में भारत का पक्ष रखा, उससे पाकिस्तान का पूरी तरह पर्दाफाश हो गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा, 'सीमा पार आतंकवादियों पर किए गए लक्षित हमले का देश भर में स्वागत हो रहा है, क्योंकि यह जरूरी कदम था, जो कई वर्षों से नहीं लिया गया था'. उन्होंने कहा कि इस कदम से देश भर में यह विश्वास पैदा हुआ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की रक्षा सुरक्षित है.
जावड़ेकर ने कहा कि कई देशों ने भारत का समर्थन किया है, ऐसे में पाकिस्तान में दक्षेस शिखर सम्मेलन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सिंधु नदी के पानी के मुद्दे पर भी विचार किया जा रहा है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जिस प्रकार संयुक्त राष्ट्र में भारत का पक्ष रखा, उससे पाकिस्तान का पूरी तरह पर्दाफाश हो गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जावड़ेकर ने कहा कि कई देशों ने भारत का समर्थन किया है, ऐसे में पाकिस्तान में दक्षेस शिखर सम्मेलन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सिंधु नदी के पानी के मुद्दे पर भी विचार किया जा रहा है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जिस प्रकार संयुक्त राष्ट्र में भारत का पक्ष रखा, उससे पाकिस्तान का पूरी तरह पर्दाफाश हो गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जिस प्रकार संयुक्त राष्ट्र में भारत का पक्ष रखा, उससे पाकिस्तान का पूरी तरह पर्दाफाश हो गया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त पाठ: यह एक जरूरी कदम' था, जो कई वर्षों से नहीं लिया गया: जावड़ेकर
लक्षित हमले का देश भर में स्वागत हो रहा है : केंद्रीय मंत्री
'लोगों में विश्वास, पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की रक्षा सुरक्षित है' | 13 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल योगी सरकार से उपेक्षा का आरोप लगाकर बीजेपी को निशाने पर ले रही है. गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यूपी में सपा और बसपा का गठबंधन हमारे लिए चुनौती है. अपना दल अध्यक्ष आशीष पटेल के 'BJP को हालिया पराजयों से सबक सीखना चाहिए' वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री तथा अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने कहा, "SP-BSP गठबंधन हमारे लिए चुनौती है... मेरी पार्टी के अध्यक्ष पार्टी का विचार व्यक्त कर चुके हैं, और मैं उससे सहमत हूं..."
बता दें, भारतीय जनता पार्टी पर लगातार उसकी सहयोगी पार्टियां कई मुद्दों को लेकर प्रेशर बनाती दिख रही है. राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हार के बाद लगातार बीजेपी की सहयोगी पार्टियों ने दबाव बनाया. पहले उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने सीट बंटवारे को लेकर एनडीए से किनारा किया, फिर रामविलास पासवान की लोजपा ने सीटों को लेकर बीजेपी से अपनी मांगें मनवाई.
गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को अपना दल ने कहा कि उनकी पार्टी को वह सम्मान नहीं मिल पा रहा है, जिसकी हकदार वह है. साथ ही अपना दल की अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष तब तक किसी भी उत्तर प्रदेश के सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे, जब तक केंद्रीय लीडरशिप इस मसले को हल नहीं करता है. अपना दल पार्टी की दलील है कि अनुप्रिया पटेल स्वास्थ्य विभाग में केंद्र में मंत्री है लेकिन राज्य में केंद्र के सहयोग से होने वाले स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम में भी उन्हें नहीं बुलाया जाता है. अपना दल का कहना है कि उनकी पार्टी नाम की ही सहयोगी दल रह गई है. बता दें कि यूपी में अपना दल के 9 विधायक और एक एमएलसी हैं.
दरअसल, योगी सरकार के रवैये से नाराज होकर यूपी के सारे कार्यक्रम रद्द कर अनुप्रिया पटेल दिल्ली आ गई थीं. केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल को बुधवार को देवरिया में मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करना था, मगर उन्होंने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया और वह दिल्ली लौट आईं हैं. हालांकि, अपना दल के प्रतापगढ़ के सांसद हरिबंश सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के लीडरशिप में एनडीए अच्छा काम कर रही है. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अपना दल ने योगी सरकार से लगया था उपेक्षा का आरोप
भाजपा ने मानी गलती
कहा- आगे से देंगे न्योता | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: कॉल सेंटरों के जरिए अमेरिका में लोगों को टैक्स चोरी के नाम पर धमकाकर जबरन वसूली करने के मामले में ठाणे पुलिस ने काशी मीरा, भायंदर के चार और फर्जी कॉल सेंटरों पर छापा मारा व उन्हें सील कर दिया.टिप्पणियां
हैरानी की बात है कि शनिवार को पुलिस जब वहां पहुंची थी तब चारों कॉल सेंटर बंद मिले थे. दो कॉल सेंटरों के कंप्यूटरों से तो हार्ड डिस्क भी निकाल ली गई थी. देर रात तक चली छापामारी में पुलिस ने वहां से मिलीं 77 हार्ड डिस्क, सर्वर और दस्तावेज जब्त कर जांच के लिए भेज दिए हैं.
पिछले हफ्ते ठाणे पुलिस ने एक साथ सात कॉल सेंटरों पर छापा मारकर 72 लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि कॉल सेंटरों के जरिए अमेरिका में लोगों को टैक्स चोरी के मामले में धमकाकर जबरन वसूली हो रही थी.
हैरानी की बात है कि शनिवार को पुलिस जब वहां पहुंची थी तब चारों कॉल सेंटर बंद मिले थे. दो कॉल सेंटरों के कंप्यूटरों से तो हार्ड डिस्क भी निकाल ली गई थी. देर रात तक चली छापामारी में पुलिस ने वहां से मिलीं 77 हार्ड डिस्क, सर्वर और दस्तावेज जब्त कर जांच के लिए भेज दिए हैं.
पिछले हफ्ते ठाणे पुलिस ने एक साथ सात कॉल सेंटरों पर छापा मारकर 72 लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि कॉल सेंटरों के जरिए अमेरिका में लोगों को टैक्स चोरी के मामले में धमकाकर जबरन वसूली हो रही थी.
पिछले हफ्ते ठाणे पुलिस ने एक साथ सात कॉल सेंटरों पर छापा मारकर 72 लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि कॉल सेंटरों के जरिए अमेरिका में लोगों को टैक्स चोरी के मामले में धमकाकर जबरन वसूली हो रही थी. | संक्षिप्त पाठ: ठाणे पुलिस ने चारों फर्जी कॉल सेंटरों को सील कर दिया
77 हार्ड डिस्क, सर्वर और दस्तावेज जब्त किए गए
जांच के लिए भेजी गई जब्त सामग्री | 27 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बहुजन समाज पार्टी (BSP) नेता और पूर्वांचल के बाहुबली कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी को दिल्ली हाईकोर्ट से झटका लगा है. दिल्ली हाईकोर्ट ने मुख्तार अंसारी की पेरोल की याचिका खारिज कर दी है. अंसारी की पेरोल याचिका के खिलाफ चुनाव आयोग ने अपील की थी. चुनाव आयोग ने अपनी याचिका में कहा था कि अंसारी को पेरोल मिलने से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. आयोग ने आशंका जताई थी कि अंसारी के बाहर आने से चुनावी प्रचार पर असर पड़ेगा.
मामले में हाईकोर्ट ने अंसारी को नोटिस भेज कर जवाब मांगा था. हालांकि चुनाव प्रचार के लिए अंसारी को सीबीआई कोर्ट से पेरोल मिल गई थी. अंसारी पर नवंबर 2005 में कृष्णा नंदन राय की हत्या का आरोप है. अंसारी इस मामले में ट्रायल का सामना कर रहे हैं.टिप्पणियां
इससे पहले शुक्रवार को हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग, अंसारी और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. वहीं, सरकार ने भी विधायक को मिली राहत का विरोध किया था. न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता ने फैसला सुरक्षित रखते हुए कहा था कि इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है.
उल्लेखनीय है कि हाल में बसपा में शामिल हुए अंसारी मउ सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. निचली अदालत ने चुनाव प्रचार करने के लिए गत 16 फरवरी को उन्हें चार मार्च तक के लिए हिरासत में पैरोल पर रखा है. इससे पहले अंसारी भाइयों की पार्टी कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय होने की खबर थी. अंसारी बंधुओं के इस कदम का अखिलेश यादव ने विरोध किया था और उसके बाद पार्टी में विवाद हो गया था.
मामले में हाईकोर्ट ने अंसारी को नोटिस भेज कर जवाब मांगा था. हालांकि चुनाव प्रचार के लिए अंसारी को सीबीआई कोर्ट से पेरोल मिल गई थी. अंसारी पर नवंबर 2005 में कृष्णा नंदन राय की हत्या का आरोप है. अंसारी इस मामले में ट्रायल का सामना कर रहे हैं.टिप्पणियां
इससे पहले शुक्रवार को हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग, अंसारी और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. वहीं, सरकार ने भी विधायक को मिली राहत का विरोध किया था. न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता ने फैसला सुरक्षित रखते हुए कहा था कि इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है.
उल्लेखनीय है कि हाल में बसपा में शामिल हुए अंसारी मउ सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. निचली अदालत ने चुनाव प्रचार करने के लिए गत 16 फरवरी को उन्हें चार मार्च तक के लिए हिरासत में पैरोल पर रखा है. इससे पहले अंसारी भाइयों की पार्टी कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय होने की खबर थी. अंसारी बंधुओं के इस कदम का अखिलेश यादव ने विरोध किया था और उसके बाद पार्टी में विवाद हो गया था.
इससे पहले शुक्रवार को हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग, अंसारी और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. वहीं, सरकार ने भी विधायक को मिली राहत का विरोध किया था. न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता ने फैसला सुरक्षित रखते हुए कहा था कि इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है.
उल्लेखनीय है कि हाल में बसपा में शामिल हुए अंसारी मउ सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. निचली अदालत ने चुनाव प्रचार करने के लिए गत 16 फरवरी को उन्हें चार मार्च तक के लिए हिरासत में पैरोल पर रखा है. इससे पहले अंसारी भाइयों की पार्टी कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय होने की खबर थी. अंसारी बंधुओं के इस कदम का अखिलेश यादव ने विरोध किया था और उसके बाद पार्टी में विवाद हो गया था.
उल्लेखनीय है कि हाल में बसपा में शामिल हुए अंसारी मउ सदर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. निचली अदालत ने चुनाव प्रचार करने के लिए गत 16 फरवरी को उन्हें चार मार्च तक के लिए हिरासत में पैरोल पर रखा है. इससे पहले अंसारी भाइयों की पार्टी कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय होने की खबर थी. अंसारी बंधुओं के इस कदम का अखिलेश यादव ने विरोध किया था और उसके बाद पार्टी में विवाद हो गया था. | सारांश: दिल्ली हाईकोर्ट ने मुख्तार अंसारी की पेरोल की याचिका खारिज कर दी है.
अंसारी की पेरोल याचिका के खिलाफ चुनाव आयोग ने अपील की थी.
आयोग ने आशंका जताई कि अंसारी के बाहर आने से चुनावी प्रचार पर असर पड़ेगा | 20 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: अमेरिका की दोनों कंपनियां भारत को लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करने की अरबों डॉलर की बोली से बाहर हो गईं और अमेरिका ने इस पर निराशा जताई है। भारतीय वायुसेना के लिए 126 मध्यम बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमानों (एम-एमआरसीए) की आपूर्ति की खातिर बोइंग के एफ-18 और लाकहीड मार्टिन के एफ-16 विमान प्रक्रिया में थे। लेकिन गहन परीक्षण के बाद रक्षा मंत्रालय ने दोनों लड़ाकू विमानों पर विचार नहीं किया। उसने रूस के मिग 35 और स्वीडन के साब ग्रिपन पर भी विचार नहीं किया। अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय ने यूरोपियन यूरोफाइटर और फ्रेंच डसाल्ट रफेल को आगे विचार के लिए चुना है। दोनों कंपनियों से सौदे के लिए उनकी निविदाओं की वैधता 31 दिसंबर तक बढ़ाने को कहा गया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि दोनों कंपनियों यूरोपियन यूरोफाइटर और फ्रेंच डसाल्ट रफेल से कहा गया है कि वे अपनी व्यावसायिक निविदाओं की वैधता को 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दें। उन्होंने बताया कि शेष चार कंपनियों अमेरिकी बोइंग, लॉकहीड मार्टिन, रूसी मिग-35 और स्वीडन की साब ग्रिपेन को उनकी निविदाएं खारिज किए जाने के बारे में बुधवार को जानकारी दे दी गई। कंपनियों को बता दिया गया कि परीक्षणों के विभिन्न पहलुओं पर उनके विमानों में क्या कमियां रहीं। अधिकारियों ने कहा कि इस सौदे को अगले साल 31 मार्च को खत्म होने वाले चालू वित्त वर्ष के अंत तक अंतिम रूप मिल जाने की उम्मीद है। इस बीच सौदे को हासिल नहीं कर पाने के बाद अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि वह इससे बेहद निराश है लेकिन वह खरीद प्रक्रिया का सम्मान करता है। अमेरिकी दूतावास ने एक वक्तव्य में कहा कि उसे कल सूचित किया गया कि अमेरिकी विमानों को रक्षा मंत्रालय की खरीद प्रक्रिया के लिए नहीं चुना गया है। भारत में अमेरिका के राजदूत टिमोथी रोमर ने कहा हम भारत सरकार से मिले दस्तावेजों की समीक्षा कर रहे हैं और खरीद प्रक्रिया के प्रति सम्मान रखते हैं। हालांकि, हम इस खबर से बेहद निराश हैं। रोमर ने कहा कि भारत सरकार के उच्चतम स्तर से उन्हें यह आश्वासन दिया गया था कि लड़ाकू विमानों के लिए खरीद प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष रहेगी। इस फैसले पर बोइंग ने प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि हम इस नतीजे से दुखी हैं। कंपनी ने कहा कि वह ब्यौरे की समीक्षा करेगी और भारतीय वायुसेना पर होने वाले असर को ध्यान में रखते हुए अपने संभावित विकल्पों पर कोई फैसला करेगी। | संक्षिप्त पाठ: अमेरिका की दोनों कंपनियां भारत को लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करने की अरबों डॉलर की बोली से बाहर हो गईं और अमेरिका ने इस पर निराशा जताई है। | 30 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: Election Results 2019: बॉलीवुड ने लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में अपनी राय खुलकर रखी है. फिर चाहे यह मामला राष्ट्रवाद का हो या फिर धर्म का. बॉलीवुड सितारों जैसे स्वरा भास्कर, ऋचा चड्ढा और जूलरी डिजाइनर फराह खान अली ने सामाजिक सरोकारों पर जमकर ट्वीट किए. इसमें एक नाम बॉलीवुड एक्टर एजाज खान (Ajaz Khan) का भी है. बिग बॉस में शिरकत कर चुके एजाज खान (Ajaz Khan) ने साक्षी महाराज से लेकर लोकसभा चुनाव के दौरान कई बार अपनी राय बहुत ही बेबाकी के साथ रखी. अब एजाज खान ने भोजपुरी एक्टर (Bhojpuri Actor) और आजमगढ़ से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirahua) पर तंज कसा है. निरहुआ (Nirahua) को भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) का जुबली स्टार भी कहा जाता है.
मुझे लगता है कि EVM गायब करने का प्लान निरहुआ को पहले पता था, तभी तो कह रहा था कि मुझे भगवान भी नहीं हरा सकते..??
बॉलीवुड एक्टर एजाज खान (Ajaz Khan) ने ईवीएम की अदला-बदली और गड़बड़ियों की खबर को लेकर ट्वीट किया है. एजाज खान ने भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) के एक्टर निरहुआ (Nirahua) पर तंज कसा है. एजाज खान ने निरहुआ (Nirahua) को लेकर लिखा है, 'मुझे लगता है कि EVM गायब करने का प्लान निरहुआ को पहले पता था, तभी तो कह रहा था कि मुझे भगवान भी नहीं हरा सकते..??' इस तरह उन्होंने निरहुआ पर तंज कसा है.
भोजपुरी (Bhojpuri) एक्टर निरहुआ (Nirahua) का मुकाबला आजमगढ़ सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ है. वैसे निरहुआ भी बिग बॉस में शिरकत कर चुके हैं और एजाज खान भी बिग बॉस में पारी खेल चुके हैं. बॉलीवुड एक्टर एजाज खान का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वैसे भी एजाज खान के तंज काफी तीखे होते हैं. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: बॉलीवुड एक्टर एजाज खान ने कसा तंज
निरहुआ को लेकर कही ये बात
वायरल हो रहा है ट्वीट | 25 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय क्रिकेट टीम में मतभेदों की अटकलों को खारिज कर दिया और अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा कि ये ‘बढ़ा चढ़ाकर’ पेश की गयी मीडिया रिपोर्ट हैं।
मीडिया में भारतीय टीम में मतभेदों की रिपोटरें के संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने मीडिया मैनेजर से पूछा है और बोर्ड को किसी चीज के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
श्रीनिवासन ने यहां आईपीएल संचालन परिषद की बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘आपको इसकी कोई जानकारी नहीं है। मुझे नहीं लगता कि टीम में कोई मतभेद है। चिंता की कोई बात नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘वे प्रेस कांफ्रेस में ऐसे सवालों का जवाब दे रहे थे। यह प्रत्येक मैच के बाद होता है। मैंने वहां मीडिया मैनेजर से बात की। मुझे लगता है कि रिपोटरें को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है।’ बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भी टीम में मतभेदों की रिपोटरें से इंकार किया।
उन्होंने कहा, ‘सहवाग का बयान तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। हमें यही पता चला है। टीम में कोई मतभेद नहीं है। यह मीडिया द्वारा लगायी जा रही अटकलें हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या है। बीसीसीआई लगातार टीम के संपर्क में है।’
रोटेशन प्रणाली ने काफी विवाद खड़ा कर दिया है, इसके बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा, ‘अंतिम एकादश का फैसला टीम प्रबंधन करता है जिसमें मैनेजर, कप्तान और कोच शामिल हैं।’ टीम प्रबंधन ने केवल तीन सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के लिये ही रोटेशन प्रणाली अपनायी है जिसके बाद ही मतभेदों की रिपोर्ट आ रही हैं।
सबसे पहले मतभेद की बात तब खुलकर सामने आयी जब गंभीर ने मैच जल्दी खत्म नहीं करने के लिये महेंद्र सिंह धोनी की आलोचना की लेकिन कप्तान ने इसे राय में भिन्नता करार करते हुए नकार दिया।टिप्पणियां
धोनी ने सार्वजनिक रूप से तीनों खिलाड़ियांे की क्षेत्ररक्षण क्षमता पर सवाल उठाकर धमाका कर दिया और उन्होंने कहा कि इन तीनों को इसलिये साथ में नहीं खिलाया जा रहा क्योंकि ये धीमे क्षेत्ररक्षक हैं जिससे टीम अतिरिक्त 20 रन गंवा सकती है। इसके बाद सहवाग ने कहा कि सीनियरों को कभी नहीं बताया गया कि क्षेत्ररक्षण ही रोटेशन प्रणाली के इस्तेमाल का कारण है।
सीनियर खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी के लिये प्रेस कांफ्रेस का सहारा लिया और उनके बीच शाब्दिक जंग मीडिया की नजरों से नहीं बच सकी जिसने लगातार खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बारे में लिखा है।
मीडिया में भारतीय टीम में मतभेदों की रिपोटरें के संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने मीडिया मैनेजर से पूछा है और बोर्ड को किसी चीज के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
श्रीनिवासन ने यहां आईपीएल संचालन परिषद की बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘आपको इसकी कोई जानकारी नहीं है। मुझे नहीं लगता कि टीम में कोई मतभेद है। चिंता की कोई बात नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘वे प्रेस कांफ्रेस में ऐसे सवालों का जवाब दे रहे थे। यह प्रत्येक मैच के बाद होता है। मैंने वहां मीडिया मैनेजर से बात की। मुझे लगता है कि रिपोटरें को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है।’ बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भी टीम में मतभेदों की रिपोटरें से इंकार किया।
उन्होंने कहा, ‘सहवाग का बयान तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। हमें यही पता चला है। टीम में कोई मतभेद नहीं है। यह मीडिया द्वारा लगायी जा रही अटकलें हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या है। बीसीसीआई लगातार टीम के संपर्क में है।’
रोटेशन प्रणाली ने काफी विवाद खड़ा कर दिया है, इसके बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा, ‘अंतिम एकादश का फैसला टीम प्रबंधन करता है जिसमें मैनेजर, कप्तान और कोच शामिल हैं।’ टीम प्रबंधन ने केवल तीन सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के लिये ही रोटेशन प्रणाली अपनायी है जिसके बाद ही मतभेदों की रिपोर्ट आ रही हैं।
सबसे पहले मतभेद की बात तब खुलकर सामने आयी जब गंभीर ने मैच जल्दी खत्म नहीं करने के लिये महेंद्र सिंह धोनी की आलोचना की लेकिन कप्तान ने इसे राय में भिन्नता करार करते हुए नकार दिया।टिप्पणियां
धोनी ने सार्वजनिक रूप से तीनों खिलाड़ियांे की क्षेत्ररक्षण क्षमता पर सवाल उठाकर धमाका कर दिया और उन्होंने कहा कि इन तीनों को इसलिये साथ में नहीं खिलाया जा रहा क्योंकि ये धीमे क्षेत्ररक्षक हैं जिससे टीम अतिरिक्त 20 रन गंवा सकती है। इसके बाद सहवाग ने कहा कि सीनियरों को कभी नहीं बताया गया कि क्षेत्ररक्षण ही रोटेशन प्रणाली के इस्तेमाल का कारण है।
सीनियर खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी के लिये प्रेस कांफ्रेस का सहारा लिया और उनके बीच शाब्दिक जंग मीडिया की नजरों से नहीं बच सकी जिसने लगातार खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बारे में लिखा है।
श्रीनिवासन ने यहां आईपीएल संचालन परिषद की बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘आपको इसकी कोई जानकारी नहीं है। मुझे नहीं लगता कि टीम में कोई मतभेद है। चिंता की कोई बात नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘वे प्रेस कांफ्रेस में ऐसे सवालों का जवाब दे रहे थे। यह प्रत्येक मैच के बाद होता है। मैंने वहां मीडिया मैनेजर से बात की। मुझे लगता है कि रिपोटरें को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है।’ बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भी टीम में मतभेदों की रिपोटरें से इंकार किया।
उन्होंने कहा, ‘सहवाग का बयान तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। हमें यही पता चला है। टीम में कोई मतभेद नहीं है। यह मीडिया द्वारा लगायी जा रही अटकलें हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या है। बीसीसीआई लगातार टीम के संपर्क में है।’
रोटेशन प्रणाली ने काफी विवाद खड़ा कर दिया है, इसके बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा, ‘अंतिम एकादश का फैसला टीम प्रबंधन करता है जिसमें मैनेजर, कप्तान और कोच शामिल हैं।’ टीम प्रबंधन ने केवल तीन सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के लिये ही रोटेशन प्रणाली अपनायी है जिसके बाद ही मतभेदों की रिपोर्ट आ रही हैं।
सबसे पहले मतभेद की बात तब खुलकर सामने आयी जब गंभीर ने मैच जल्दी खत्म नहीं करने के लिये महेंद्र सिंह धोनी की आलोचना की लेकिन कप्तान ने इसे राय में भिन्नता करार करते हुए नकार दिया।टिप्पणियां
धोनी ने सार्वजनिक रूप से तीनों खिलाड़ियांे की क्षेत्ररक्षण क्षमता पर सवाल उठाकर धमाका कर दिया और उन्होंने कहा कि इन तीनों को इसलिये साथ में नहीं खिलाया जा रहा क्योंकि ये धीमे क्षेत्ररक्षक हैं जिससे टीम अतिरिक्त 20 रन गंवा सकती है। इसके बाद सहवाग ने कहा कि सीनियरों को कभी नहीं बताया गया कि क्षेत्ररक्षण ही रोटेशन प्रणाली के इस्तेमाल का कारण है।
सीनियर खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी के लिये प्रेस कांफ्रेस का सहारा लिया और उनके बीच शाब्दिक जंग मीडिया की नजरों से नहीं बच सकी जिसने लगातार खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बारे में लिखा है।
उन्होंने कहा, ‘सहवाग का बयान तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। हमें यही पता चला है। टीम में कोई मतभेद नहीं है। यह मीडिया द्वारा लगायी जा रही अटकलें हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या है। बीसीसीआई लगातार टीम के संपर्क में है।’
रोटेशन प्रणाली ने काफी विवाद खड़ा कर दिया है, इसके बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा, ‘अंतिम एकादश का फैसला टीम प्रबंधन करता है जिसमें मैनेजर, कप्तान और कोच शामिल हैं।’ टीम प्रबंधन ने केवल तीन सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के लिये ही रोटेशन प्रणाली अपनायी है जिसके बाद ही मतभेदों की रिपोर्ट आ रही हैं।
सबसे पहले मतभेद की बात तब खुलकर सामने आयी जब गंभीर ने मैच जल्दी खत्म नहीं करने के लिये महेंद्र सिंह धोनी की आलोचना की लेकिन कप्तान ने इसे राय में भिन्नता करार करते हुए नकार दिया।टिप्पणियां
धोनी ने सार्वजनिक रूप से तीनों खिलाड़ियांे की क्षेत्ररक्षण क्षमता पर सवाल उठाकर धमाका कर दिया और उन्होंने कहा कि इन तीनों को इसलिये साथ में नहीं खिलाया जा रहा क्योंकि ये धीमे क्षेत्ररक्षक हैं जिससे टीम अतिरिक्त 20 रन गंवा सकती है। इसके बाद सहवाग ने कहा कि सीनियरों को कभी नहीं बताया गया कि क्षेत्ररक्षण ही रोटेशन प्रणाली के इस्तेमाल का कारण है।
सीनियर खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी के लिये प्रेस कांफ्रेस का सहारा लिया और उनके बीच शाब्दिक जंग मीडिया की नजरों से नहीं बच सकी जिसने लगातार खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बारे में लिखा है।
रोटेशन प्रणाली ने काफी विवाद खड़ा कर दिया है, इसके बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा, ‘अंतिम एकादश का फैसला टीम प्रबंधन करता है जिसमें मैनेजर, कप्तान और कोच शामिल हैं।’ टीम प्रबंधन ने केवल तीन सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के लिये ही रोटेशन प्रणाली अपनायी है जिसके बाद ही मतभेदों की रिपोर्ट आ रही हैं।
सबसे पहले मतभेद की बात तब खुलकर सामने आयी जब गंभीर ने मैच जल्दी खत्म नहीं करने के लिये महेंद्र सिंह धोनी की आलोचना की लेकिन कप्तान ने इसे राय में भिन्नता करार करते हुए नकार दिया।टिप्पणियां
धोनी ने सार्वजनिक रूप से तीनों खिलाड़ियांे की क्षेत्ररक्षण क्षमता पर सवाल उठाकर धमाका कर दिया और उन्होंने कहा कि इन तीनों को इसलिये साथ में नहीं खिलाया जा रहा क्योंकि ये धीमे क्षेत्ररक्षक हैं जिससे टीम अतिरिक्त 20 रन गंवा सकती है। इसके बाद सहवाग ने कहा कि सीनियरों को कभी नहीं बताया गया कि क्षेत्ररक्षण ही रोटेशन प्रणाली के इस्तेमाल का कारण है।
सीनियर खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी के लिये प्रेस कांफ्रेस का सहारा लिया और उनके बीच शाब्दिक जंग मीडिया की नजरों से नहीं बच सकी जिसने लगातार खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बारे में लिखा है।
सबसे पहले मतभेद की बात तब खुलकर सामने आयी जब गंभीर ने मैच जल्दी खत्म नहीं करने के लिये महेंद्र सिंह धोनी की आलोचना की लेकिन कप्तान ने इसे राय में भिन्नता करार करते हुए नकार दिया।टिप्पणियां
धोनी ने सार्वजनिक रूप से तीनों खिलाड़ियांे की क्षेत्ररक्षण क्षमता पर सवाल उठाकर धमाका कर दिया और उन्होंने कहा कि इन तीनों को इसलिये साथ में नहीं खिलाया जा रहा क्योंकि ये धीमे क्षेत्ररक्षक हैं जिससे टीम अतिरिक्त 20 रन गंवा सकती है। इसके बाद सहवाग ने कहा कि सीनियरों को कभी नहीं बताया गया कि क्षेत्ररक्षण ही रोटेशन प्रणाली के इस्तेमाल का कारण है।
सीनियर खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी के लिये प्रेस कांफ्रेस का सहारा लिया और उनके बीच शाब्दिक जंग मीडिया की नजरों से नहीं बच सकी जिसने लगातार खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बारे में लिखा है।
धोनी ने सार्वजनिक रूप से तीनों खिलाड़ियांे की क्षेत्ररक्षण क्षमता पर सवाल उठाकर धमाका कर दिया और उन्होंने कहा कि इन तीनों को इसलिये साथ में नहीं खिलाया जा रहा क्योंकि ये धीमे क्षेत्ररक्षक हैं जिससे टीम अतिरिक्त 20 रन गंवा सकती है। इसके बाद सहवाग ने कहा कि सीनियरों को कभी नहीं बताया गया कि क्षेत्ररक्षण ही रोटेशन प्रणाली के इस्तेमाल का कारण है।
सीनियर खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी के लिये प्रेस कांफ्रेस का सहारा लिया और उनके बीच शाब्दिक जंग मीडिया की नजरों से नहीं बच सकी जिसने लगातार खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बारे में लिखा है।
सीनियर खिलाड़ियों ने एक दूसरे के खिलाफ टिप्पणी के लिये प्रेस कांफ्रेस का सहारा लिया और उनके बीच शाब्दिक जंग मीडिया की नजरों से नहीं बच सकी जिसने लगातार खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बारे में लिखा है। | संक्षिप्त पाठ: बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय क्रिकेट टीम में मतभेदों की अटकलों को खारिज कर दिया और अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा कि ये ‘बढ़ा चढ़ाकर’ पेश की गयी मीडिया रिपोर्ट हैं। | 14 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत एवं इस्राइल ने अपनी बढ़ती नजदीकियों का परिचय देते हुए अपनी पहले से ही करीबी रक्षा भागीदारी को और व्यापक बनाने तथा कट्टरवाद एवं चरमपंथ से निबटने के लिए सहयोग व्यापक बनाने का निर्णय किया है. दोनों देशों ने आतंकवादी नेटवर्क और उनका पालन पोषण करने वाले दशों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए वैश्विक समुदाय का आह्वान किया.
दोनों देशों ने व्यापार एवं निवेश, कृषि, जल संसाधन एवं साइबर अपराध सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को और गहरा बनाने के बारे में सहमति जताई. यह सहमति इस्राइली राष्ट्रपति र्यूवेन रिवलिन की पहली भारत यात्रा में उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुई बातचीत में जताई गई.
इस्राइली नेता के साथ उनकी बातचीत का सारांश देते हुए मोदी ने एक मीडिया बयान में कहा कि दोनों देशों के लोग निरंतर आतंकवाद एवं उग्रवाद की ताकतों का खतरा झेलते रहे हैं. दोनों ही पक्ष उनसे प्रभावी ढंग से निपटने में सहयोग बढ़ाने को तैयार हो गए हैं विशेषकर साइबर क्षेत्रों जैसे विशिष्ट एवं व्यावहारिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह स्वीकार करते हैं कि आतंकवाद एक वैश्विक चुनौती है जो कोई सीमा नहीं जानता तथा जिसका संगठित अपराध के अन्य स्वरूपों से व्यापक संबंध हैं.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दोनों देशों ने व्यापार एवं निवेश, कृषि, जल संसाधन एवं साइबर अपराध सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को और गहरा बनाने के बारे में सहमति जताई. यह सहमति इस्राइली राष्ट्रपति र्यूवेन रिवलिन की पहली भारत यात्रा में उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुई बातचीत में जताई गई.
इस्राइली नेता के साथ उनकी बातचीत का सारांश देते हुए मोदी ने एक मीडिया बयान में कहा कि दोनों देशों के लोग निरंतर आतंकवाद एवं उग्रवाद की ताकतों का खतरा झेलते रहे हैं. दोनों ही पक्ष उनसे प्रभावी ढंग से निपटने में सहयोग बढ़ाने को तैयार हो गए हैं विशेषकर साइबर क्षेत्रों जैसे विशिष्ट एवं व्यावहारिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह स्वीकार करते हैं कि आतंकवाद एक वैश्विक चुनौती है जो कोई सीमा नहीं जानता तथा जिसका संगठित अपराध के अन्य स्वरूपों से व्यापक संबंध हैं.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस्राइली नेता के साथ उनकी बातचीत का सारांश देते हुए मोदी ने एक मीडिया बयान में कहा कि दोनों देशों के लोग निरंतर आतंकवाद एवं उग्रवाद की ताकतों का खतरा झेलते रहे हैं. दोनों ही पक्ष उनसे प्रभावी ढंग से निपटने में सहयोग बढ़ाने को तैयार हो गए हैं विशेषकर साइबर क्षेत्रों जैसे विशिष्ट एवं व्यावहारिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह स्वीकार करते हैं कि आतंकवाद एक वैश्विक चुनौती है जो कोई सीमा नहीं जानता तथा जिसका संगठित अपराध के अन्य स्वरूपों से व्यापक संबंध हैं.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह स्वीकार करते हैं कि आतंकवाद एक वैश्विक चुनौती है जो कोई सीमा नहीं जानता तथा जिसका संगठित अपराध के अन्य स्वरूपों से व्यापक संबंध हैं.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | कट्टरवाद, चरमपंथ से निबटने के लिए सहयोग व्यापक बनाने का निर्णय
दोनों देशों की विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को और गहरा बनाने पर सहमति
इस्राइली राष्ट्रपति र्यूवेन रिवलिन की पहली भारत यात्रा | 28 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: गायिका एवं फ्रांस की पूर्व प्रथम महिला कार्ला ब्रूनी ने एक बार फिर स्पष्टीकरण दिया है कि अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ वह कभी रिश्ते में नहीं रहीं. वर्ष 1991 में 49 वर्षीय गायिका सह अभिनेत्री उस वक्त अखबारों की सुखर्यिों में आयी थीं जब कार्ला पर मार्ला मेपल्स के साथ ट्रम्प की दूसरी शादी तोड़ने का इल्जाम लगा था.टिप्पणियां
कार्ला, ट्रम्प के साथ अपने संबंधों को हमेशा खारिज करती रही हैं लेकिन ट्रम्प ने मीडिया में इस कहानी की पुष्टि की थी. कार्ला ने 'डेली बीस्ट' को बताया, दरअसल पूरा मामला ही बहुत अस्पष्ट है और इसका कोई वजूद नहीं है इसलिए जब उन्होंने मीडिया को बताया तो मैं इस बात से हैरत में थी. पॉप सनसनी रहीं कार्ला ने वर्ष 2008 में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी से शादी की थी और दोनों की पांच वर्षीय एक बेटी गिलिया है. फ्रांसीसी दार्शनिक राफेल एंथोवेन से कार्ला को एक बेटा ऑरेलीन (15) है. काम के मोर्चे पर कार्ला फिलहाल अपने नए एलबम 'फ्रेंच टच' के प्रचार में जुटी हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कार्ला, ट्रम्प के साथ अपने संबंधों को हमेशा खारिज करती रही हैं लेकिन ट्रम्प ने मीडिया में इस कहानी की पुष्टि की थी. कार्ला ने 'डेली बीस्ट' को बताया, दरअसल पूरा मामला ही बहुत अस्पष्ट है और इसका कोई वजूद नहीं है इसलिए जब उन्होंने मीडिया को बताया तो मैं इस बात से हैरत में थी. पॉप सनसनी रहीं कार्ला ने वर्ष 2008 में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी से शादी की थी और दोनों की पांच वर्षीय एक बेटी गिलिया है. फ्रांसीसी दार्शनिक राफेल एंथोवेन से कार्ला को एक बेटा ऑरेलीन (15) है. काम के मोर्चे पर कार्ला फिलहाल अपने नए एलबम 'फ्रेंच टच' के प्रचार में जुटी हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी से शादी की थी
दोनों की पांच वर्षीय एक बेटी गिलिया है
कार्ला पर ट्रंप की शादी तोड़ने का आरोप लगा था | 31 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: असम पुलिस ने दरंग जिले में तीन बहनों को हिरासत में नग्न करने और उन्हें प्रताड़ित करने के आरोपों के चलते दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही उनके खिलाफ जांच शुरू की गई है. तीनों बहनों में से एक के शिकायत दर्ज कराने के बाद विभाग ने यह कदम उठाया है. घटना के बारे में शिकायत कराने वाली बहन ने बताया कि वह गर्भवती थी और कथित तौर पर पुलिस द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण उसका गर्भपात हो गया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, दरंग जिले के बुरहा पुलिस चौकी के प्रभारी अधिकारी और एक महिला पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. यह घटना तब सामने आई जब तीनों बहनों ने एक स्थानीय असमिया समाचार चैनल को अपनी घटना बताई.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि शिकायत दर्ज कराने वाली बहन को उसके पति और दो बहनों के साथ 9 सितंबर को गुवाहाटी के सतगांव इलाके में उनके घर से उठाया गया था, जहां से पुलिस उन्हें दरंग के बुरहा पुलिस चौकी में ले गई थी. सूत्रों ने बताया कि उन लोगों को एक महिला की शिकायत पर उठाया गया था, जिसने शिकायत दर्ज कराने वाले ने आरोप लगाया था कि उसने उसके भाई का अपहरण कर लिया है, जिसने उसके साथ इस महीने की शुरुआत में शादी कर ली थी. सूत्रों ने बताया कि अपहरण का आरोप लगाने वाली महिला का कहना है कि उसके भाई के साथ रहने वाली महिला दूसरे धर्म की है.
वहीं पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली 28 वर्षीय बहन ने दरंग जिले के पुलिस अधीक्षक अमृत भुइयां से अपनी शिकायत में कहा कि 10 सितंबर को पुलिस चौकी प्रभारी महेंद्र सरमा और एक महिला कांस्टेबल बिनीता बोरा द्वारा उसे, उसके पति और दो बहनों को थाने में नग्न किया गया और बुरी तरह पीटा गया. उसने आरोप लगाया कि प्रभारी अधिकारी ने उन्हें बंदूक की नोक पर प्रताड़ित किया और गर्भवती होने के बावजूद उसे पीटा गया. हालांकि पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि तीनों महिलाओं में से कोई गर्भवती है. इसके लिए वह जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. | यहाँ एक सारांश है:थाने में तीनों बहनों को प्रताड़ित करने का आरोप
पुलिस की मारपीट के चलते एक बहन को हो गया गर्भपात
एक महिला ने बहनों पर अपने का अपहरण करने का लगाया था आरोप | 17 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पीएम मोदी (PM Modi) ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘कुछ दिन पहले एक ही दिन में यहां रिकॉर्ड 34,000 लोग आए थे. यह जानकर खुशी हो रही है कि यह लोकप्रिय पर्यटक स्थल के रूप में उभर रहा है.' गौरतलब है कि देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर लंबी प्रतिमा नर्मदा नदी के तट पर स्थापित की गई है, जिसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कहा जाता है. टाइम पत्रिका की ओर से 2019 में विश्व के महानतम स्थानों को लेकर जारी दूसरी वार्षिक सूची में गुजरात की 597 फुट ऊंची 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' और मुंबई के सोहो हाउस ने अपनी जगह बनाई है. यह सूची 100 नये और नये 'गौर करने लायक गंतव्य स्थानों' का संकलन है जिनका तत्काल अनुभव किया जाना चाहिए. 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है जो आजाद भारत के पहले गृह मंत्री के साथ ही उपप्रधानमंत्री रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि है
वहीं, मुंबई का फैशनेबल सोहो हाउस 11 मंजिला इमारत में स्थित है जहां से अरब सागर नजर आता है. इसमें एक पुस्तकालय, 34 सीटों वाला एक सिनेमाघर और खुली छत में बना एक बार और पुल हैं. इसके अलावा इस सूची में चाड का जोकुमा नेशनल पार्क, मिस्र की लाल सागर पर्वत श्रृंखला, वॉशिंगटन के न्यूजियम, न्यूयॉर्क सिटी के द शेड, आइसलैंड के जियोसी जियोथर्मल सी बाथ, भूटान के सिक्स सेंसेज होटल, मारा नोबोइशो कंजर्वेंसी के लेपर्ड हिल और हवाई के पोहोइकी को भी शामिल किया गया है. | सारांश: सरदार सरोवर बांध की यात्रा करने की अपील
पीएम मोदी ने लोगों से की अपील
उन्होंने उम्मीद जताई कि लोग ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ भी देखने जाएंगे | 20 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. ठाकुर ने गुरुवार को शीर्ष अदालत में नया माफ़ीनामा दायर कर बिना शर्त माफी मांगी है. इस माफीनामे में अनुराग ठाकुर ने कहा है कि कुछ गलतफहमी और गलत सूचना की वजह से उनसे यह हुआ. उन्होंने कोर्ट के गौरव को कभी कमतर नहीं समझा. इसके लिए वे बेहिचक बिना शर्त और स्पष्ट रूप से कोर्ट से माफी मांगते हैं. गौरतलब है कि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग ठाकुर को 14 जुलाई को कोर्ट में पेश होने कहा था. कोर्ट ने कहा था कि ठाकुर बिना शर्त माफीनामा दाखिल करें. पहले दाखिल किए गए माफीनामे को नामंजूर करते हुए कोर्ट ने साफ तौर पर कहा था कि माफीनामे की भाषा स्पष्ट होनी चाहिए और इसमें गोलमोल नहीं होनी चाहिए. कोर्ट ने यह भी कहा था कि अगर अनुराग ठाकुर बिना शर्त माफी मांगते है तो अदालत उन्हें माफ़ भी कर सकती है.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग से कहा था कि अगर उनके खिलाफ यह साबित हो जाता है कि उन्होंने बीसीसीआई में सुधार पर अड़ंगा नहीं लगाने की झूठी शपथ ली है तो वह जेल जा सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में ठाकुर ने कहा 'उनका कतई भी ऐसा इरादा नहीं था. अगर इस तरह का नजरिया बन रहा है तो वह इसकेलिए बिना शर्त माफी मांगते हैं. परजरी(अदालत के समक्ष गलतबयानी करना) मामले में नोटिस जारी करने के बाद अनुराग द्वारा दाखिल इस हलफनामे में कहा गया है कि वह तीन बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और बहुत कम उम्र से सार्वजनिक जीवन जी रहे हैं. वह अदालत का बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अब तक ऐसा कोई काम नहीं किया जिसमें अदालत की अनदेखी की गई हो.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग से कहा था कि अगर उनके खिलाफ यह साबित हो जाता है कि उन्होंने बीसीसीआई में सुधार पर अड़ंगा नहीं लगाने की झूठी शपथ ली है तो वह जेल जा सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में ठाकुर ने कहा 'उनका कतई भी ऐसा इरादा नहीं था. अगर इस तरह का नजरिया बन रहा है तो वह इसकेलिए बिना शर्त माफी मांगते हैं. परजरी(अदालत के समक्ष गलतबयानी करना) मामले में नोटिस जारी करने के बाद अनुराग द्वारा दाखिल इस हलफनामे में कहा गया है कि वह तीन बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और बहुत कम उम्र से सार्वजनिक जीवन जी रहे हैं. वह अदालत का बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अब तक ऐसा कोई काम नहीं किया जिसमें अदालत की अनदेखी की गई हो. | सारांश: माफीनामे के बाद सुप्रीम कोर्ट ने केस बंद किया
ठाकुर ने कहा-मेरा इरादा कोर्ट की अवमानना का नहीं था
इसके लिए स्पष्ट रूप से और बिना शर्त माफी मांगता हूं | 7 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात पर चर्चा के लिए सूबे की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। विपक्षी दल नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने इस बैठक से दूर रहने का फ़ैसला लिया है। सरकार के वरिष्ठ मंत्री अब्दुल रहमानी वीरि को लिखी दो पन्नों की चिट्ठी में नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने लिखा है कि विश्वसनीयता, प्रभाव और मानवीय नेतृत्व के अभाव वाली सरकार में सर्वदलीय बैठक का कोई मतलब नहीं बनता।टिप्पणियां
पिछले कुछ दिनों में की गई कार्रवाई से साफ पता चलता है कि राज्य में असरदार नेतृत्व नहीं है। इस बीच कश्मीर हिंसा में मरनेवालों की तादाद 43 हो गई है। बुधवार को एक घायल शख्स ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
इधर, छह दिनों के बाद आज से स्थानीय अखबारों का भी प्रकाशन शुरू होने की उम्मीद है। कल संपादकों से मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की मुलाक़ात के बाद अख़बारों के प्रकाशन पर पाबंदी का फ़ैसला हटा लिया गया। राज्य सरकार के आदेश के बाद चार ज़िलों बारामुला, बांदीपोरा, बड़गाम और गांदरबल जिले में स्कूल आज फिर से खुलेंगे।
पिछले कुछ दिनों में की गई कार्रवाई से साफ पता चलता है कि राज्य में असरदार नेतृत्व नहीं है। इस बीच कश्मीर हिंसा में मरनेवालों की तादाद 43 हो गई है। बुधवार को एक घायल शख्स ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
इधर, छह दिनों के बाद आज से स्थानीय अखबारों का भी प्रकाशन शुरू होने की उम्मीद है। कल संपादकों से मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की मुलाक़ात के बाद अख़बारों के प्रकाशन पर पाबंदी का फ़ैसला हटा लिया गया। राज्य सरकार के आदेश के बाद चार ज़िलों बारामुला, बांदीपोरा, बड़गाम और गांदरबल जिले में स्कूल आज फिर से खुलेंगे।
इधर, छह दिनों के बाद आज से स्थानीय अखबारों का भी प्रकाशन शुरू होने की उम्मीद है। कल संपादकों से मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की मुलाक़ात के बाद अख़बारों के प्रकाशन पर पाबंदी का फ़ैसला हटा लिया गया। राज्य सरकार के आदेश के बाद चार ज़िलों बारामुला, बांदीपोरा, बड़गाम और गांदरबल जिले में स्कूल आज फिर से खुलेंगे। | विपक्षी दल नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने बैठक से दूर रहने का फ़ैसला लिया
इस बीच कश्मीर हिंसा में मरनेवालों की तादाद 43 हो गई है
छह दिनों के बाद आज से स्थानीय अखबारों का प्रकाशन शुरू होगा | 28 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: असम और अरुणाचल प्रदेश का 21 साल का लंबा इंतज़ार ख़त्म हो गया. ब्रह्मपुत्र नदी पर डबल डेकर रेल और रोड ब्रिज बनकर तैयार हो गया है, जिसके जरिए दोनों राज्यों के बीच आवागमन आसान हो जाएगा. साथ ही इस पुल से उत्तर पूर्वी सीमा पर तैनात सेना को बड़ी सहूलियत मिलेगी. क्रिसमस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पुल को देश को सौंपेंगे.
भास्कर गोगोई की उम्र 18 साल की थी , जब उस वक्त के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2002 में इस विशालकाय रेल और सड़क ब्रिज के निर्माण को हरी झंडी दिखाई. आज वो डॉक्टर हैं, और ये ब्रिज प्रधानमंत्री के हाथों उद्घाटन का इंतज़ार कर रहा है. इसकी आधारशिला 1997 में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने रखी थी. गुवाहाटी से तकरीबन 442 किलोमीटर दूर ये पुल 4.94 किलोमीटर लंबा है, ये देश का सबसे लंबा रेल-रोड ब्रिज है. इलाके के लोगों के लिए ये पुल एक सपना पूरा होने जैसा है.
भास्कर गोगोई का कहना है, 'मेरे जैसे बहुत से लोगों का सपना पूरा होने जा रहा है. ये पुल ब्रह्मपुत्र घाटी के उत्तरी और दक्षिणी सिरों को जोड़ेगा. इसका हमसे अलग-सा नाता है. जब मैं आठवीं में पढ़ता था उस वक्त उसकी नींव रखी गई थी और आज मैं डॉक्टर हूं. पुल को बनाने में काफी वक्त लगा, संघर्ष करना पड़ा आंदोलन हुए.'
ब्रह्मपुत्र के दो सिरों को जोड़ना अपने आप में चुनौती का काम है. ये भारी बारिश का इलाका है, ये भूकंप की आशंका वाला इलाका है, ये पुल कई मायनों में अनोखा है. ये देश में सबसे बड़ा है.
इस डबल डेकर पुल को भारतीय रेलवे ने बनाया है. इसके नीचे के डेक पर दो रेल लाइन हैं और ऊपर के डेक पर 3 लेन की सड़क है. ये पुल उत्तर में धेमाजी को दक्षिण में डिब्रूगढ़ से जोड़ेगा. पहले धेमाजी से डिब्रूगढ़ की 500 किलोमीटर की दूरी तय करने में 34 घंटे लगते थे, अब ये सफर महज 100 किलोमीटर का रह जाएगा और 3 घंटे लगेंगे. इस पर 5920 करोड़ की लागत आई है. शुरू में इसकी लागत 1767 करोड़ आने का अनुमान लगाया गया था. इस पुल से फौजी टैंक भी जा सकते हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि मेडिकल इमरजेंसी की हालत में ये पुल बहुत ही मददगार साबित होगा. पहले डिब्रूगढ़ जाने के लिये हम लोग पानी के जहाज़ पर निर्भर करते थे, लेकिन अब हर काम में आसानी हो जाएगी.
अब तक जहाज ही धेमाजी और डिब्रूगढ़ के बीच संपर्क का एक साधन होते थे. 2014 के आम चुनावों में बीजेपी का एक बड़ा वादा इस पुल को पूरा करने का भी था. इस पुल को देश का सबसे धीमा प्रोजेक्ट होने की बदनामी झेलनी पड़ी, हो सकता है कि 2019 के चुनावों ने उसकी गति बढ़ा दी हो. | संक्षिप्त सारांश: 21 साल का लंबा इंतज़ार हुआ ख़त्म.
ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाया गया है डबल डेकर पुल.
1997 में रखी गई थी आधारशिला. | 10 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पॉन्टी−हरदीप चड्ढा केस में गिरफ़्तार सुखदेव सिंह नामधारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पंजाब का निवासी न होने के बावजूद उसने हथियारों का लाइसेंस पंजाब के पते से हासिल किया।
इस बीच, बीजेपी ने भी नामधारी से नाता तोड़ दिया है। उसे पार्टी से निकाल दिया गया है।
महरौली के फार्महाउस में हरदीप चड्ढा पर सुखदेव सिंह नामधारी ने जिस पिस्तौल से कथित तौर पर गोलियां चलाईं, उसका लाइसेंस दिल्ली के लिए था ही नहीं… लिहाज़ा सुखदेव के ख़िलाफ़ एक और केस आर्म्स एक्ट के तहत भी दर्ज करने की तैयारी चल रही है।टिप्पणियां
मामले की जांच से पता चला है कि नामधारी के नाम से एक लाइसेंस पर तीन हथियार लिए गए हैं और तीनों ही पंजाब में एक ही पते से लिए गए।
साल 2008 में नामधारी के नाम हथियारों का लाइसेंस रिन्यू भी हो गया लेकिन जब वह पंजाब का रहने वाला ही नहीं है तो उसे पंजाब से लाइसेंस मिला कैसे… पुलिस अब इस बात की जांच कराने जा रही है।
इस बीच, बीजेपी ने भी नामधारी से नाता तोड़ दिया है। उसे पार्टी से निकाल दिया गया है।
महरौली के फार्महाउस में हरदीप चड्ढा पर सुखदेव सिंह नामधारी ने जिस पिस्तौल से कथित तौर पर गोलियां चलाईं, उसका लाइसेंस दिल्ली के लिए था ही नहीं… लिहाज़ा सुखदेव के ख़िलाफ़ एक और केस आर्म्स एक्ट के तहत भी दर्ज करने की तैयारी चल रही है।टिप्पणियां
मामले की जांच से पता चला है कि नामधारी के नाम से एक लाइसेंस पर तीन हथियार लिए गए हैं और तीनों ही पंजाब में एक ही पते से लिए गए।
साल 2008 में नामधारी के नाम हथियारों का लाइसेंस रिन्यू भी हो गया लेकिन जब वह पंजाब का रहने वाला ही नहीं है तो उसे पंजाब से लाइसेंस मिला कैसे… पुलिस अब इस बात की जांच कराने जा रही है।
महरौली के फार्महाउस में हरदीप चड्ढा पर सुखदेव सिंह नामधारी ने जिस पिस्तौल से कथित तौर पर गोलियां चलाईं, उसका लाइसेंस दिल्ली के लिए था ही नहीं… लिहाज़ा सुखदेव के ख़िलाफ़ एक और केस आर्म्स एक्ट के तहत भी दर्ज करने की तैयारी चल रही है।टिप्पणियां
मामले की जांच से पता चला है कि नामधारी के नाम से एक लाइसेंस पर तीन हथियार लिए गए हैं और तीनों ही पंजाब में एक ही पते से लिए गए।
साल 2008 में नामधारी के नाम हथियारों का लाइसेंस रिन्यू भी हो गया लेकिन जब वह पंजाब का रहने वाला ही नहीं है तो उसे पंजाब से लाइसेंस मिला कैसे… पुलिस अब इस बात की जांच कराने जा रही है।
मामले की जांच से पता चला है कि नामधारी के नाम से एक लाइसेंस पर तीन हथियार लिए गए हैं और तीनों ही पंजाब में एक ही पते से लिए गए।
साल 2008 में नामधारी के नाम हथियारों का लाइसेंस रिन्यू भी हो गया लेकिन जब वह पंजाब का रहने वाला ही नहीं है तो उसे पंजाब से लाइसेंस मिला कैसे… पुलिस अब इस बात की जांच कराने जा रही है।
साल 2008 में नामधारी के नाम हथियारों का लाइसेंस रिन्यू भी हो गया लेकिन जब वह पंजाब का रहने वाला ही नहीं है तो उसे पंजाब से लाइसेंस मिला कैसे… पुलिस अब इस बात की जांच कराने जा रही है। | संक्षिप्त पाठ: पॉन्टी−हरदीप चड्ढा केस में गिरफ़्तार सुखदेव सिंह नामधारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पंजाब का निवासी न होने के बावजूद उसने हथियारों का लाइसेंस पंजाब के पते से हासिल किया। | 14 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: तृणमूल कांग्रेस ने अपने सदस्यों से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का सामाजिक बहिष्कार करने का आह्वान किया है। पश्चिम बंगाल में खाद्य आपूर्ति मंत्री ने 24 परगना में एक कायर्क्रम में कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सीपीएम कार्यकर्ताओं के साथ न मिले जुलें। अगर चाय की दुकान पर भी वो मिल जाएं तो उनसे बात ना करें। हमने माकपा का सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला किया है।
हमारे कार्यकर्ता और उनके परिवार का कोई भी व्यक्ति सीपीएम नेता या कार्यकर्ताओं के परिवार में शादी ना करें। मंत्री ज्योतिप्रिया का कहना था कि हमें सीपीएम के खिलाफ विरोध जारी रखना होगा और पार्टी को अलग थलग करना होगा क्योंकि इस पार्टी ने पश्चिम बंगाल में विकास नहीं किया।
हमारे कार्यकर्ता और उनके परिवार का कोई भी व्यक्ति सीपीएम नेता या कार्यकर्ताओं के परिवार में शादी ना करें। मंत्री ज्योतिप्रिया का कहना था कि हमें सीपीएम के खिलाफ विरोध जारी रखना होगा और पार्टी को अलग थलग करना होगा क्योंकि इस पार्टी ने पश्चिम बंगाल में विकास नहीं किया। | यह एक सारांश है: पश्चिम बंगाल में खाद्य आपूर्ति मंत्री ने 24 परगना में एक कायर्क्रम में कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सीपीएम कार्यकर्ताओं के साथ न मिले जुलें। | 2 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली पुलिस ने बुधवार को आरोप लगाया कि भाजपा का कथित कार्यकर्ता सुहैल हिन्दुस्तानी 2008 में विश्वास मत से पहले सांसदों को रिश्वत देने के प्रयासों के तहत हुए नोट के बदले वोट घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता है। दिल्ली पुलिस के अदालत में पेश आरोप पत्र में कहा गया है, अब तक हुई जांच से यह नतीजा निकलता है कि हिन्दुस्तानी नोट के बदले वोट मामले का मुख्य साजिशकर्ता है। इसमें कहा गया है, सबूतों से यह स्पष्ट है कि वह पहला व्यक्ति था जिसने 20 जुलाई 2008 को भाजपा सांसदों की तथाकथित सूची का नाम लिया जिनके विश्वास प्रस्ताव पर मतों को रिश्वत देकर प्रभावित किया जा सकता था। विशेष न्यायाधीश संगीता ढींगरा सहगल की अदालत में पेश आरोप पत्र में अपराध शाखा ने कहा, 21 जुलाई 2008 को हिन्दुस्तानी ने कुलकर्णी से सुबह के लगभग साढ़े ग्यारह बजे संपर्क किया और इसके बाद कुलकर्णी उससे मिला और दोनों ने आगे की साजिश रची और कुलकर्णी ने भाजपा के इन सांसदों से संपर्क किया। कैश फॉर वोट मामले में अमर सिंह के खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। अमर सिंह पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत चार्जशीट दाखिल की गई है। अमर सिंह के अलावा इस मामले में सुधींद्र कुलकर्णी, बीजेपी के दो पूर्व सांसद- फगन सिंह कुलस्ते और महावीर सिंह के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की गई है। पुलिस बीजेपी के मौजूदा सांसद अशोक अर्गल के खिलाफ भी चार्जशीट दायर करना चाहती है और इसके लिए उसने संसद से इजाजत मांगी है। इनके अलावा पुलिस अमर सिंह के सहयोगी संजीव सक्सेना और इस मामले में गिरफ्तार सुहैल हिंदुस्तानी के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की है।(इनपुट भाषा से भी) | सारांश: अमर सिंह के अलावा सुधींद्र कुलकर्णी, बीजेपी के दो पूर्व सांसद- फगन सिंह कुलस्ते और महावीर सिंह के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की गई है। | 20 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सोनिया गांधी के हरी झंडी दिखाने के बाद राहत सामग्री लेकर निकले 125 ट्रक अब तक ऋषिकेश में ही खड़े हैं। इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। इन ट्रकों को ऋषिकेश में कोई लेने नहीं पहुंचा न ही किसी प्रशासन के अधिकारी ने यह बताया कि इन ट्रकों को कहां जाना है?
ट्रकों के ड्राइवर का कहना है कि वे लोग पहले देहरादून गए तो वहां से उन्हें श्रीनगर जाने के लिए कहा गया, अब ये ऋषिकेश में खड़े हैं। ट्रक वाले बेहद नाराज हैं, न इनके पास तेल है न खाने पीने के लिए पैसे ही बाकी है। इन लोगों का कहना है कि अगर कोई सुध लेने नहीं आया तो ट्रकों में लदे सामान को बेचकर ही गुजारा चलाएंगे।
ट्रकों के ड्राइवर का कहना है कि वे लोग पहले देहरादून गए तो वहां से उन्हें श्रीनगर जाने के लिए कहा गया, अब ये ऋषिकेश में खड़े हैं। ट्रक वाले बेहद नाराज हैं, न इनके पास तेल है न खाने पीने के लिए पैसे ही बाकी है। इन लोगों का कहना है कि अगर कोई सुध लेने नहीं आया तो ट्रकों में लदे सामान को बेचकर ही गुजारा चलाएंगे। | यह एक सारांश है: ट्रक ड्राइवरों के मुताबिक, इन ट्रकों को ऋषिकेश में कोई लेने नहीं पहुंचा न ही किसी प्रशासन के अधिकारी ने यह बताया कि इन ट्रकों को कहां जाना है? | 9 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्र सरकार के खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) लागू करने के निर्णय का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश में इसको लागू नहीं किया जाएगा।
चौहान ने स्पष्ट किया है कि वे एफडीआई का विरोध नहीं करते और अवसंरचना के क्षेत्र में निवेश आना चाहिए, लेकिन वे इस निर्णय के विरोध में हैं।टिप्पणियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लाखों परिवारों की जीविका खुदरा क्षेत्र और छोटे व्यवसाय पर आधारित है तथा इस क्षेत्र में एफडीआई से बेरोजगारी बढ़ेगी और लाखों परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि खुदरा क्षेत्र में विदेशी पूंजी के निवेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि खुदरा जैसे क्षेत्र में विदेशी पूंजी निवेश आये और हमारे लोगों का काम-धंधा छिन जाए, यह उचित नहीं है।
चौहान ने स्पष्ट किया है कि वे एफडीआई का विरोध नहीं करते और अवसंरचना के क्षेत्र में निवेश आना चाहिए, लेकिन वे इस निर्णय के विरोध में हैं।टिप्पणियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लाखों परिवारों की जीविका खुदरा क्षेत्र और छोटे व्यवसाय पर आधारित है तथा इस क्षेत्र में एफडीआई से बेरोजगारी बढ़ेगी और लाखों परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि खुदरा क्षेत्र में विदेशी पूंजी के निवेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि खुदरा जैसे क्षेत्र में विदेशी पूंजी निवेश आये और हमारे लोगों का काम-धंधा छिन जाए, यह उचित नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लाखों परिवारों की जीविका खुदरा क्षेत्र और छोटे व्यवसाय पर आधारित है तथा इस क्षेत्र में एफडीआई से बेरोजगारी बढ़ेगी और लाखों परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि खुदरा क्षेत्र में विदेशी पूंजी के निवेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि खुदरा जैसे क्षेत्र में विदेशी पूंजी निवेश आये और हमारे लोगों का काम-धंधा छिन जाए, यह उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि खुदरा क्षेत्र में विदेशी पूंजी के निवेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि खुदरा जैसे क्षेत्र में विदेशी पूंजी निवेश आये और हमारे लोगों का काम-धंधा छिन जाए, यह उचित नहीं है। | मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लाखों परिवारों की जीविका खुदरा क्षेत्र और छोटे व्यवसाय पर आधारित है तथा इस क्षेत्र में एफडीआई से बेरोजगारी बढ़ेगी। | 28 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: भारत व जॉर्जिया में इस्राइली लोगों पर हुए दो हमलों के बाद दुनियाभर के इस्राइली राजनयिकों को टैक्सी या सार्वजनिक परिवहन के अन्य साधनों का इस्तेमाल करने को कहा गया है।
'इस्राइल नेशनल न्यूज डॉट कॉम' के मुताबिक भारत व जार्जिया में सोमवार को इस्राइली अधिकारियों पर हुए हमलों के बाद इस्राइली संस्थानों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है।टिप्पणियां
चैनल 10 पर एक रपट के हवाले से कहा गया है कि मोसाद सहित इस्राइली सुरक्षा एजेंसियों ने सभी इस्राइली राजनयिकों को अपने वाहन का इस्तेमाल तब तक नहीं करने के लिए कहा है जब तक कि उनकी जांच न हो जाए। रपट में कहा गया है कि अधिकारियों को टैक्सी के जरिए उनके घर भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि सोमवार को दिल्ली में इस्राइली दूतावास में कार्यरत एक कर्मचारी की कार को निशाना बनाकर बम विस्फोट किया गया था। उस समय कार में कर्मचारी की पत्नी सवार थी। दूसरी ओर जार्जिया की राजधानी तबीलिसी में पुलिस ने दूतावास की एक कार में लगे विस्फोटक उपकरण को निष्क्रिय किया।
'इस्राइल नेशनल न्यूज डॉट कॉम' के मुताबिक भारत व जार्जिया में सोमवार को इस्राइली अधिकारियों पर हुए हमलों के बाद इस्राइली संस्थानों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है।टिप्पणियां
चैनल 10 पर एक रपट के हवाले से कहा गया है कि मोसाद सहित इस्राइली सुरक्षा एजेंसियों ने सभी इस्राइली राजनयिकों को अपने वाहन का इस्तेमाल तब तक नहीं करने के लिए कहा है जब तक कि उनकी जांच न हो जाए। रपट में कहा गया है कि अधिकारियों को टैक्सी के जरिए उनके घर भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि सोमवार को दिल्ली में इस्राइली दूतावास में कार्यरत एक कर्मचारी की कार को निशाना बनाकर बम विस्फोट किया गया था। उस समय कार में कर्मचारी की पत्नी सवार थी। दूसरी ओर जार्जिया की राजधानी तबीलिसी में पुलिस ने दूतावास की एक कार में लगे विस्फोटक उपकरण को निष्क्रिय किया।
चैनल 10 पर एक रपट के हवाले से कहा गया है कि मोसाद सहित इस्राइली सुरक्षा एजेंसियों ने सभी इस्राइली राजनयिकों को अपने वाहन का इस्तेमाल तब तक नहीं करने के लिए कहा है जब तक कि उनकी जांच न हो जाए। रपट में कहा गया है कि अधिकारियों को टैक्सी के जरिए उनके घर भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि सोमवार को दिल्ली में इस्राइली दूतावास में कार्यरत एक कर्मचारी की कार को निशाना बनाकर बम विस्फोट किया गया था। उस समय कार में कर्मचारी की पत्नी सवार थी। दूसरी ओर जार्जिया की राजधानी तबीलिसी में पुलिस ने दूतावास की एक कार में लगे विस्फोटक उपकरण को निष्क्रिय किया।
गौरतलब है कि सोमवार को दिल्ली में इस्राइली दूतावास में कार्यरत एक कर्मचारी की कार को निशाना बनाकर बम विस्फोट किया गया था। उस समय कार में कर्मचारी की पत्नी सवार थी। दूसरी ओर जार्जिया की राजधानी तबीलिसी में पुलिस ने दूतावास की एक कार में लगे विस्फोटक उपकरण को निष्क्रिय किया। | यहाँ एक सारांश है:भारत व जॉर्जिया में इस्राइली लोगों पर हुए दो हमलों के बाद दुनियाभर के इस्राइली राजनयिकों को टैक्सी या सार्वजनिक परिवहन के अन्य साधनों का इस्तेमाल करने को कहा गया है। | 15 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शनिवार की मध्यरात्रि से पेट्रोल की कीमतें 2.35 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतें 50 पैसे प्रति लीटर बढ़ जाएंगी। इसमें राज्य के कर शामिल नहीं हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी भारतीय तेल निगम (आईओसी) ने यह घोषणा की है।
दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमतें बढ़कर 74.10 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतें 51.97 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी।
इसी तरह मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 81.57 रुपये, 77.48 रुपये तथा 81.57 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी, जबकि डीजल की कीमतें बढ़कर क्रमश: 58.86 रुपये, 55.37 रुपये तथा 56.33 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी।
आईओसी ने कहा कि रुपये के मूल्य में तेजी से गिरावट आने तथा सीरिया में जारी अस्थिरता के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से उसने तेल की कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है।
चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में 25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। 28 अगस्त को आंशिक परिवर्तनीय रुपये की कीमत ने 68.80 के रिकॉर्ड निचले स्तर को छू लिया। टिप्पणियां
सीरिया में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप की आशंकाओं के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ने की आशंकाओं के नतीजतन तेल की कीमतें प्रभावित हुई हैं। भारत अपनी जरूरत का कुल 79 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है।
सरकारी स्वामित्व वाली तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछली बार एक अगस्त को पेट्रोल की कीमतों में 70 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी।
दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमतें बढ़कर 74.10 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतें 51.97 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी।
इसी तरह मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 81.57 रुपये, 77.48 रुपये तथा 81.57 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी, जबकि डीजल की कीमतें बढ़कर क्रमश: 58.86 रुपये, 55.37 रुपये तथा 56.33 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी।
आईओसी ने कहा कि रुपये के मूल्य में तेजी से गिरावट आने तथा सीरिया में जारी अस्थिरता के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से उसने तेल की कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है।
चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में 25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। 28 अगस्त को आंशिक परिवर्तनीय रुपये की कीमत ने 68.80 के रिकॉर्ड निचले स्तर को छू लिया। टिप्पणियां
सीरिया में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप की आशंकाओं के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ने की आशंकाओं के नतीजतन तेल की कीमतें प्रभावित हुई हैं। भारत अपनी जरूरत का कुल 79 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है।
सरकारी स्वामित्व वाली तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछली बार एक अगस्त को पेट्रोल की कीमतों में 70 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी।
इसी तरह मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 81.57 रुपये, 77.48 रुपये तथा 81.57 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी, जबकि डीजल की कीमतें बढ़कर क्रमश: 58.86 रुपये, 55.37 रुपये तथा 56.33 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगी।
आईओसी ने कहा कि रुपये के मूल्य में तेजी से गिरावट आने तथा सीरिया में जारी अस्थिरता के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से उसने तेल की कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है।
चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में 25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। 28 अगस्त को आंशिक परिवर्तनीय रुपये की कीमत ने 68.80 के रिकॉर्ड निचले स्तर को छू लिया। टिप्पणियां
सीरिया में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप की आशंकाओं के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ने की आशंकाओं के नतीजतन तेल की कीमतें प्रभावित हुई हैं। भारत अपनी जरूरत का कुल 79 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है।
सरकारी स्वामित्व वाली तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछली बार एक अगस्त को पेट्रोल की कीमतों में 70 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी।
आईओसी ने कहा कि रुपये के मूल्य में तेजी से गिरावट आने तथा सीरिया में जारी अस्थिरता के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से उसने तेल की कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है।
चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में 25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। 28 अगस्त को आंशिक परिवर्तनीय रुपये की कीमत ने 68.80 के रिकॉर्ड निचले स्तर को छू लिया। टिप्पणियां
सीरिया में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप की आशंकाओं के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ने की आशंकाओं के नतीजतन तेल की कीमतें प्रभावित हुई हैं। भारत अपनी जरूरत का कुल 79 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है।
सरकारी स्वामित्व वाली तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछली बार एक अगस्त को पेट्रोल की कीमतों में 70 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी।
चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में 25 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। 28 अगस्त को आंशिक परिवर्तनीय रुपये की कीमत ने 68.80 के रिकॉर्ड निचले स्तर को छू लिया। टिप्पणियां
सीरिया में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप की आशंकाओं के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ने की आशंकाओं के नतीजतन तेल की कीमतें प्रभावित हुई हैं। भारत अपनी जरूरत का कुल 79 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है।
सरकारी स्वामित्व वाली तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछली बार एक अगस्त को पेट्रोल की कीमतों में 70 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी।
सीरिया में अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप की आशंकाओं के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ने की आशंकाओं के नतीजतन तेल की कीमतें प्रभावित हुई हैं। भारत अपनी जरूरत का कुल 79 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है।
सरकारी स्वामित्व वाली तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछली बार एक अगस्त को पेट्रोल की कीमतों में 70 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी।
सरकारी स्वामित्व वाली तीनों तेल विपणन कंपनियों ने पिछली बार एक अगस्त को पेट्रोल की कीमतों में 70 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमतों में 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी। | संक्षिप्त पाठ: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने और कमजोर पड़ते रुपये को देखते हुए पेट्रोल का दाम 2.35 रुपये और डीजल का दाम 50 पैसे प्रति लिटर बढ़ा दिया गया। पेट्रोल के दाम में पिछले तीन महीने में यह छठी वृद्धि है। | 14 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: रियो ओलिंपिक खेलों में भारत को शनिवार को उस समय करारा झटका लगा, जब टेनिस के पुरुष डबल्स मुकाबले में उसकी पदक की दावेदार मानी जा रही जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा. पुरुष डबल्स के संघर्षपूर्ण मुकाबले में लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना को पोलैंड के लुकाज कुबोट और मार्सिन मेटकोवस्की की जोड़ी के हाथों 4-6, 6-7 से हार का सामना करना पड़ा.टिप्पणियां
भारतीय जोड़ी पूरे समय मैच में लय में नजर नहीं आई. यही कारण है कि पहले सेट में उसे 4-6 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. दूसरे सेट में भी जबर्दस्त मुकाबला हुआ और एक समय दोनों जोड़ियां 3-3 की बराबरी पर थीं. बाद में दोनों जोड़ियां 4-4 की बराबरी पर आ गईं. इस नाजुक अवसर पर पोलिश जोड़ी ने अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाया और टाइब्रेकर में दूसरा सेट जीतकर मैच अपने नाम कर लिया.
गौरतलब है कि लिएंडर इससे पहले अटलांटा ओलिंपिक में देश के लिए ब्रांज मेडल जीता था. पेस का यह सातवां ओलिंपिक था लेकिन उन्हें इस बार निराशा हाथ लगी. रोहन बोपन्ना के साथ उनकी जोड़ी लय में नहीं दिखी और सीधे सेट में मुकाबला हार गई.
भारतीय जोड़ी पूरे समय मैच में लय में नजर नहीं आई. यही कारण है कि पहले सेट में उसे 4-6 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. दूसरे सेट में भी जबर्दस्त मुकाबला हुआ और एक समय दोनों जोड़ियां 3-3 की बराबरी पर थीं. बाद में दोनों जोड़ियां 4-4 की बराबरी पर आ गईं. इस नाजुक अवसर पर पोलिश जोड़ी ने अपने खेल के स्तर को ऊपर उठाया और टाइब्रेकर में दूसरा सेट जीतकर मैच अपने नाम कर लिया.
गौरतलब है कि लिएंडर इससे पहले अटलांटा ओलिंपिक में देश के लिए ब्रांज मेडल जीता था. पेस का यह सातवां ओलिंपिक था लेकिन उन्हें इस बार निराशा हाथ लगी. रोहन बोपन्ना के साथ उनकी जोड़ी लय में नहीं दिखी और सीधे सेट में मुकाबला हार गई.
गौरतलब है कि लिएंडर इससे पहले अटलांटा ओलिंपिक में देश के लिए ब्रांज मेडल जीता था. पेस का यह सातवां ओलिंपिक था लेकिन उन्हें इस बार निराशा हाथ लगी. रोहन बोपन्ना के साथ उनकी जोड़ी लय में नहीं दिखी और सीधे सेट में मुकाबला हार गई. | सारांश: पोलैंड के कुबोट-मेटकोवस्की ने पेस-बोपन्ना को 6-4, 7-6 से हराया
पूरे मुकाबले में दौरान जरा भी लय में नहीं दिखे पेस-बोपन्ना
अटलांटा ओलिंपिक में टेनिस सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं पेस | 5 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि यदि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद केन्द्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने राष्ट्रपति शासन लागू करने की घोषणा की तो 24 घंटे के भीतर केन्द्र सरकार गिर जाएगी अथवा गिरा दी जाएगी।
नकवी ने भीमनगर जिले के संभल विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश में कांग्रेस जिस दिन राष्ट्रपति शासन की घोषणा करेगी उसके 24 घंटे के भीतर केन्द्र सरकार गिरा दी जाएगी। उसे इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि ‘या तो युवराज नहीं, तो गवर्नर राज’।टिप्पणियां
नकवी ने मायावती सरकार को अलीबाबा चालीस चोर की सरकार बताते हुए कहा कि चालीस चोर तो पकड़े जा रहे हैं मगर अलीबाबा के रूप में घोटालो की महारानी (मायावती) बची हुई है मगर भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें जेल जाना पड़ेगा।
भाजपा नेता ने भ्रष्टाचार के विरोध में अन्ना हजारे की मुहिम की तारीफ की मगर साथ ही यह भी कहा कि उनके संगी साथी अपने बयानो से उनके आंदोलन को धक्का पहुंचा रहे हैं।
नकवी ने भीमनगर जिले के संभल विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश में कांग्रेस जिस दिन राष्ट्रपति शासन की घोषणा करेगी उसके 24 घंटे के भीतर केन्द्र सरकार गिरा दी जाएगी। उसे इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि ‘या तो युवराज नहीं, तो गवर्नर राज’।टिप्पणियां
नकवी ने मायावती सरकार को अलीबाबा चालीस चोर की सरकार बताते हुए कहा कि चालीस चोर तो पकड़े जा रहे हैं मगर अलीबाबा के रूप में घोटालो की महारानी (मायावती) बची हुई है मगर भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें जेल जाना पड़ेगा।
भाजपा नेता ने भ्रष्टाचार के विरोध में अन्ना हजारे की मुहिम की तारीफ की मगर साथ ही यह भी कहा कि उनके संगी साथी अपने बयानो से उनके आंदोलन को धक्का पहुंचा रहे हैं।
नकवी ने मायावती सरकार को अलीबाबा चालीस चोर की सरकार बताते हुए कहा कि चालीस चोर तो पकड़े जा रहे हैं मगर अलीबाबा के रूप में घोटालो की महारानी (मायावती) बची हुई है मगर भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें जेल जाना पड़ेगा।
भाजपा नेता ने भ्रष्टाचार के विरोध में अन्ना हजारे की मुहिम की तारीफ की मगर साथ ही यह भी कहा कि उनके संगी साथी अपने बयानो से उनके आंदोलन को धक्का पहुंचा रहे हैं।
भाजपा नेता ने भ्रष्टाचार के विरोध में अन्ना हजारे की मुहिम की तारीफ की मगर साथ ही यह भी कहा कि उनके संगी साथी अपने बयानो से उनके आंदोलन को धक्का पहुंचा रहे हैं। | सारांश: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि यदि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद केन्द्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने राष्ट्रपति शासन लागू करने की घोषणा की तो 24 घंटे के भीतर केन्द्र सरकार गिर जाएगी। | 33 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: फिल्म 'जंजीर' की आने वाली रीमेक में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा और माही गिल का मेकअप करने वाली फैशन डिजायनर प्रिया कटारिया कहती हैं कि माही 'मोना डार्लिंग' के किरदार में बेहद उत्तेजक और खूबसूरत नजर आएंगी।
'देव डी', 'पान सिंह तोमर' और 'साहब बीवी और गैंग्स्टर' जैसी फिल्मों में पारम्परिक और देसी भूमिकाओं में नजर आ चुकीं माही के लिए यह फिल्म कई वजहों से खास है।
प्रिया ने बुधवार को लक्मे फैशन वीक के लिए मॉडल्स के ऑडिशन के दौरान कहा, "हमने माही के बालों का रंग बदल दिया है। उसने कभी अपने बाल नहीं रंगवाए थे। वह ऊंची एड़ी के जूते नहीं पहनतीं लेकिन हमने उन्हें सात-आठ इंच ऊंची एड़ियों वाले जूते पहनाए हैं। हमने उन्हें स्विम सूट से लेकर झीनी और चुस्त पोशाकें भी पहनाईं हैं।"टिप्पणियां
मूल फिल्म 'जंजीर' में मोना डार्लिंग का किरदार अभिनेत्री बिंदु ने निभाया था। प्रिया ने कहा कि माही के साथ काम करने का अनुभव बेहद अच्छा रहा, उन्होंने हमें मेकअप प्रयोग करने में पूरा सहयोग दिया।
अपूर्व लखिया निर्देशित रीमेक फिल्म 'जंजीर' में दक्षिण भारतीय अभिनेता राम चरण तेजा, प्रियंका चोपड़ा, प्रकाश राज और अतुल कुलकर्णी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म 6 सितम्बर को प्रदर्शित होगी।
'देव डी', 'पान सिंह तोमर' और 'साहब बीवी और गैंग्स्टर' जैसी फिल्मों में पारम्परिक और देसी भूमिकाओं में नजर आ चुकीं माही के लिए यह फिल्म कई वजहों से खास है।
प्रिया ने बुधवार को लक्मे फैशन वीक के लिए मॉडल्स के ऑडिशन के दौरान कहा, "हमने माही के बालों का रंग बदल दिया है। उसने कभी अपने बाल नहीं रंगवाए थे। वह ऊंची एड़ी के जूते नहीं पहनतीं लेकिन हमने उन्हें सात-आठ इंच ऊंची एड़ियों वाले जूते पहनाए हैं। हमने उन्हें स्विम सूट से लेकर झीनी और चुस्त पोशाकें भी पहनाईं हैं।"टिप्पणियां
मूल फिल्म 'जंजीर' में मोना डार्लिंग का किरदार अभिनेत्री बिंदु ने निभाया था। प्रिया ने कहा कि माही के साथ काम करने का अनुभव बेहद अच्छा रहा, उन्होंने हमें मेकअप प्रयोग करने में पूरा सहयोग दिया।
अपूर्व लखिया निर्देशित रीमेक फिल्म 'जंजीर' में दक्षिण भारतीय अभिनेता राम चरण तेजा, प्रियंका चोपड़ा, प्रकाश राज और अतुल कुलकर्णी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म 6 सितम्बर को प्रदर्शित होगी।
प्रिया ने बुधवार को लक्मे फैशन वीक के लिए मॉडल्स के ऑडिशन के दौरान कहा, "हमने माही के बालों का रंग बदल दिया है। उसने कभी अपने बाल नहीं रंगवाए थे। वह ऊंची एड़ी के जूते नहीं पहनतीं लेकिन हमने उन्हें सात-आठ इंच ऊंची एड़ियों वाले जूते पहनाए हैं। हमने उन्हें स्विम सूट से लेकर झीनी और चुस्त पोशाकें भी पहनाईं हैं।"टिप्पणियां
मूल फिल्म 'जंजीर' में मोना डार्लिंग का किरदार अभिनेत्री बिंदु ने निभाया था। प्रिया ने कहा कि माही के साथ काम करने का अनुभव बेहद अच्छा रहा, उन्होंने हमें मेकअप प्रयोग करने में पूरा सहयोग दिया।
अपूर्व लखिया निर्देशित रीमेक फिल्म 'जंजीर' में दक्षिण भारतीय अभिनेता राम चरण तेजा, प्रियंका चोपड़ा, प्रकाश राज और अतुल कुलकर्णी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म 6 सितम्बर को प्रदर्शित होगी।
मूल फिल्म 'जंजीर' में मोना डार्लिंग का किरदार अभिनेत्री बिंदु ने निभाया था। प्रिया ने कहा कि माही के साथ काम करने का अनुभव बेहद अच्छा रहा, उन्होंने हमें मेकअप प्रयोग करने में पूरा सहयोग दिया।
अपूर्व लखिया निर्देशित रीमेक फिल्म 'जंजीर' में दक्षिण भारतीय अभिनेता राम चरण तेजा, प्रियंका चोपड़ा, प्रकाश राज और अतुल कुलकर्णी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म 6 सितम्बर को प्रदर्शित होगी।
अपूर्व लखिया निर्देशित रीमेक फिल्म 'जंजीर' में दक्षिण भारतीय अभिनेता राम चरण तेजा, प्रियंका चोपड़ा, प्रकाश राज और अतुल कुलकर्णी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म 6 सितम्बर को प्रदर्शित होगी। | सारांश: फिल्म 'जंजीर' की आने वाली रीमेक में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा और माही गिल का मेकअप करने वाली फैशन डिजायनर प्रिया कटारिया कहती हैं कि माही 'मोना डार्लिंग' के किरदार में बेहद उत्तेजक और खूबसूरत नजर आएंगी। | 20 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के एक मामले में आईजी (विजिलेंस) एसके अस्थाना को निलंबित कर दिया है। अस्थाना पर आरोप है कि उन्होंने राज्य पुलिस और होमगार्ड के 31 कर्मचारियों को अपने बंगले पर घरेलू काम करने के लिए रखा हुआ था।टिप्पणियां
इस मामले में हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी, जिसके बाद राज्य के एक सीनियर आईएएस अधिकारी ने मामले की जांच की। जांच में अस्थाना पर लगे आरोपों को सही पाया गया है।
अस्थाना के निलंबन के अलावा उन यूनिटों की विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं, जिन्होंने अस्थाना के घर पर सरकारी कर्मचारियों को काम पर लगाया था। उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के निर्देश पर अस्थाना के खिलाफ कार्रवाई हुई है। सुखबीर के पास गृह मंत्रालय भी है।
इस मामले में हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी, जिसके बाद राज्य के एक सीनियर आईएएस अधिकारी ने मामले की जांच की। जांच में अस्थाना पर लगे आरोपों को सही पाया गया है।
अस्थाना के निलंबन के अलावा उन यूनिटों की विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं, जिन्होंने अस्थाना के घर पर सरकारी कर्मचारियों को काम पर लगाया था। उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के निर्देश पर अस्थाना के खिलाफ कार्रवाई हुई है। सुखबीर के पास गृह मंत्रालय भी है।
अस्थाना के निलंबन के अलावा उन यूनिटों की विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं, जिन्होंने अस्थाना के घर पर सरकारी कर्मचारियों को काम पर लगाया था। उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के निर्देश पर अस्थाना के खिलाफ कार्रवाई हुई है। सुखबीर के पास गृह मंत्रालय भी है। | पंजाब सरकार ने आईजी (विजिलेंस) एसके अस्थाना को निलंबित कर दिया है। अस्थाना पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस और होमगार्ड के 31 कर्मचारियों को अपने बंगले पर घरेलू काम करने के लिए रखा हुआ था। | 26 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रणबीर कपूर का कहना है कि वह अपनी पूर्व प्रेमिका और 'जवानी है दीवानी' की उनकी हिरोइन दीपिका पादुकोण के बच्चों के गॉडफॉदर और उनके सलाहकार बनना चाहेंगे।टिप्पणियां
रणबीर ने फिल्म के प्रचार के मौके पर कहा कि गॉडफॉदर का मतलब है ऐसा व्यक्ति जिसे आप पसंद करते हों और आप चाहेंगे कि बच्चे आपसे सलाह लें।
ऐसा लगता है कि दोनों अपने अतीत को भूल चुके हैं और दोनों फिल्म के प्रचार के दौरान न सिर्फ एक-दूसरे के साथ का आनंद उठा रहे थे, बल्कि बहुत सहज भी थे। रणबीर और दीपिका पांच साल बाद फिल्म में एक साथ नजर आएंगे।
रणबीर ने फिल्म के प्रचार के मौके पर कहा कि गॉडफॉदर का मतलब है ऐसा व्यक्ति जिसे आप पसंद करते हों और आप चाहेंगे कि बच्चे आपसे सलाह लें।
ऐसा लगता है कि दोनों अपने अतीत को भूल चुके हैं और दोनों फिल्म के प्रचार के दौरान न सिर्फ एक-दूसरे के साथ का आनंद उठा रहे थे, बल्कि बहुत सहज भी थे। रणबीर और दीपिका पांच साल बाद फिल्म में एक साथ नजर आएंगे।
ऐसा लगता है कि दोनों अपने अतीत को भूल चुके हैं और दोनों फिल्म के प्रचार के दौरान न सिर्फ एक-दूसरे के साथ का आनंद उठा रहे थे, बल्कि बहुत सहज भी थे। रणबीर और दीपिका पांच साल बाद फिल्म में एक साथ नजर आएंगे। | रणबीर ने फिल्म के प्रचार के मौके पर कहा कि गॉडफॉदर का मतलब है ऐसा व्यक्ति जिसे आप पसंद करते हों और आप चाहेंगे कि बच्चे आपसे सलाह लें। | 6 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सीबीआई पहलवान नरसिंह यादव के कथित डोपिंग प्रकरण में औपचारिक जांच शुरू करने के लिये तैयार है, साथ ही उसने सोमवार को दावा किया कि उसने इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय से मिले दस्तावेज और शिकायत की पड़ताल करना शुरू कर दिया है.
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के जरिये एक निर्देश मिला है और जल्द ही इस मामले की जांच शुरू कर देंगे.सूत्रों ने कहा कि वे भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा दायर सौंपी गई शिकायत के दस्तावेज की जांच कर रहे हैं और जल्द ही प्रारंभिक जांच या प्राथमिकी के रूप में एक औपचारिक जांच शुरू की जाएगी.
रियो ओलिंपिक के दौरान खेल पंचाट ने पिछले महीने यादव पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया था जिससे वह खेलों में भाग नहीं ले पाए थे. इसके बाद डब्ल्यूएफआई ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की.टिप्पणियां
यह पहलवान रियो ओलिंपिक खेलों के शुरू होने से 20 दिन पहले प्रतिबंधित पदार्थ का पॉजीटिव पाया गया था. यादव ने अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाते हुए कहा था कि सोनीपत में साई होस्टल में उसके खाने और ड्रिंक्स में यह प्रतिबंधित पदार्थ मिलाया गया था, हालांकि वह अपने आरोपों की पुष्टि के लिये कोई भी ठोस सबूत मुहैया नहीं करा सके थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के जरिये एक निर्देश मिला है और जल्द ही इस मामले की जांच शुरू कर देंगे.सूत्रों ने कहा कि वे भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा दायर सौंपी गई शिकायत के दस्तावेज की जांच कर रहे हैं और जल्द ही प्रारंभिक जांच या प्राथमिकी के रूप में एक औपचारिक जांच शुरू की जाएगी.
रियो ओलिंपिक के दौरान खेल पंचाट ने पिछले महीने यादव पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया था जिससे वह खेलों में भाग नहीं ले पाए थे. इसके बाद डब्ल्यूएफआई ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की.टिप्पणियां
यह पहलवान रियो ओलिंपिक खेलों के शुरू होने से 20 दिन पहले प्रतिबंधित पदार्थ का पॉजीटिव पाया गया था. यादव ने अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाते हुए कहा था कि सोनीपत में साई होस्टल में उसके खाने और ड्रिंक्स में यह प्रतिबंधित पदार्थ मिलाया गया था, हालांकि वह अपने आरोपों की पुष्टि के लिये कोई भी ठोस सबूत मुहैया नहीं करा सके थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रियो ओलिंपिक के दौरान खेल पंचाट ने पिछले महीने यादव पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया था जिससे वह खेलों में भाग नहीं ले पाए थे. इसके बाद डब्ल्यूएफआई ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की.टिप्पणियां
यह पहलवान रियो ओलिंपिक खेलों के शुरू होने से 20 दिन पहले प्रतिबंधित पदार्थ का पॉजीटिव पाया गया था. यादव ने अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाते हुए कहा था कि सोनीपत में साई होस्टल में उसके खाने और ड्रिंक्स में यह प्रतिबंधित पदार्थ मिलाया गया था, हालांकि वह अपने आरोपों की पुष्टि के लिये कोई भी ठोस सबूत मुहैया नहीं करा सके थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह पहलवान रियो ओलिंपिक खेलों के शुरू होने से 20 दिन पहले प्रतिबंधित पदार्थ का पॉजीटिव पाया गया था. यादव ने अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाते हुए कहा था कि सोनीपत में साई होस्टल में उसके खाने और ड्रिंक्स में यह प्रतिबंधित पदार्थ मिलाया गया था, हालांकि वह अपने आरोपों की पुष्टि के लिये कोई भी ठोस सबूत मुहैया नहीं करा सके थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सीबीआई ने पीमओ ऑफिस से मिले दस्तावेज और शिकायत की पड़ताल शुरू की
सीबीआई भारतीय कुश्ती महासंघ की शिकायत की जांच करेगी
खेल पंचाट ने पिछले महीने यादव पर लगाया था चार साल का प्रतिबंध | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को आखिरी चेतावनी दी कि अगर 15 जून पैसा नहीं आया तो कोर्ट से ही सीधे तिहाड़ जेल भेज देंगे और एंबी वैली को भी नीलाम कर देंगे. सहारा ने 1500 और 550 करोड़ के दो पोस्ट डेटेड चेक दाखिल किए हैं. वैसे, सहारा प्रमुख सुब्रत राय को फिलहाल राहत है. फिलहाल एंबी वाली की नीलामी भी नहीं होगी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल बॉम्बे हाईकोर्ट के ऑफिसर लिक्विडेटर को नीलामी के लिए पब्लिक नोटिफिकेशन की तैयारी करने को कहा है और 19 जून को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करने को कहा है. कोर्ट ने कोर्ट में मौजूद सहारा प्रमुख से पूछा कि क्या वे पैसा लौटाने को प्रतिबद्ध हैं? सहारा प्रमुख ने कहा कि वो पैसा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन कोर्ट ने कहा कि कई बार आपके कमिटमेंट मिराज की तरह लगते हैं, लेकिन बाद में वे पानी की फुहार निकलते हैं.
सेबी ने कोर्ट को बताया कि सहारा को करीब 25 हजार करोड़ रुपये देने थे, जिसमें से वह 12 हजार करोड़ रुपये जमा करा चुके हैं, जो कि ब्याज समेत 14 हजार करोड़ हो चुके हैं. अब भी 11169 करोड़ रुपये बकाया हैं. सहारा की ओर से कहा गया कि वह पैसा लौटाना चाहते हैं और एंबी वैली की नीलामी न की जाए क्योंकि उनके लिए यह एकमात्र आय का साधन है. इसका 40.40 फीसदी हिस्सा कॉपरेटिव सोसाइटी के पास है. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि सहारा प्रमुख को जेल या बेल सुप्रीम कोर्ट तय करना था. 17 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत राय को कोर्ट में पेश होने के आदेश जारी किए थे. पिछली सुनवाई में यह कहते हुए कि 'अब बहुत हो गया, सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह की एंबी वैली को नीलाम करने का फैसला किया था. महाराष्ट्र के लोनावाला में करीब 8000 एकड़ क्षेत्र में फैली एंबी वैली की कीमत करीब 39 हजार करोड़ रुपये है. तय समय के भीतर सहारा समूह द्वारा 5012 करोड़ रुपये सेबी के खाते में जमा नहीं कर पाने के कारण अदालत ने यह निर्णय लिया था.
साथ ही सहारा प्रमुख सुब्रत राय सहारा को सुनवाई की अगली तारीख 27 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा था. कोर्ट ने सहारा प्रमुख से कहा था कि हमने आपको पर्याप्त समय दिया. मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आपको पैरोल दिया गया. तबसे आपको अदालत रियायत देती आ रही है. कोर्ट ने स्पष्ट किया कि पैरोल को बढ़ाने पर विचार तभी ही किया जाएगा जब अगली तारीख से पहले मुनासिब रकम जमा हो. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र की एंबी वैली सिटी नीलाम होगी. सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के ऑफिसर लिक्विडेटर को संपत्ति के आकलन और नीलामी की प्रक्रिया को शुरू करने के आदेश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख को संपत्ति का ब्यौरा 48 घंटे में बॉम्बे हाईकोर्ट के आफिसर लिक्विडेटर को सौंपने को कहा था. बॉम्बे हाईकोर्ट का आफिसर लिक्विडेटर सीधे सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट करेगा.
सेबी ने कोर्ट को बताया कि सहारा को करीब 25 हजार करोड़ रुपये देने थे, जिसमें से वह 12 हजार करोड़ रुपये जमा करा चुके हैं, जो कि ब्याज समेत 14 हजार करोड़ हो चुके हैं. अब भी 11169 करोड़ रुपये बकाया हैं. सहारा की ओर से कहा गया कि वह पैसा लौटाना चाहते हैं और एंबी वैली की नीलामी न की जाए क्योंकि उनके लिए यह एकमात्र आय का साधन है. इसका 40.40 फीसदी हिस्सा कॉपरेटिव सोसाइटी के पास है. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि सहारा प्रमुख को जेल या बेल सुप्रीम कोर्ट तय करना था. 17 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत राय को कोर्ट में पेश होने के आदेश जारी किए थे. पिछली सुनवाई में यह कहते हुए कि 'अब बहुत हो गया, सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह की एंबी वैली को नीलाम करने का फैसला किया था. महाराष्ट्र के लोनावाला में करीब 8000 एकड़ क्षेत्र में फैली एंबी वैली की कीमत करीब 39 हजार करोड़ रुपये है. तय समय के भीतर सहारा समूह द्वारा 5012 करोड़ रुपये सेबी के खाते में जमा नहीं कर पाने के कारण अदालत ने यह निर्णय लिया था.
साथ ही सहारा प्रमुख सुब्रत राय सहारा को सुनवाई की अगली तारीख 27 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा था. कोर्ट ने सहारा प्रमुख से कहा था कि हमने आपको पर्याप्त समय दिया. मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आपको पैरोल दिया गया. तबसे आपको अदालत रियायत देती आ रही है. कोर्ट ने स्पष्ट किया कि पैरोल को बढ़ाने पर विचार तभी ही किया जाएगा जब अगली तारीख से पहले मुनासिब रकम जमा हो. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र की एंबी वैली सिटी नीलाम होगी. सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के ऑफिसर लिक्विडेटर को संपत्ति के आकलन और नीलामी की प्रक्रिया को शुरू करने के आदेश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख को संपत्ति का ब्यौरा 48 घंटे में बॉम्बे हाईकोर्ट के आफिसर लिक्विडेटर को सौंपने को कहा था. बॉम्बे हाईकोर्ट का आफिसर लिक्विडेटर सीधे सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट करेगा.
उल्लेखनीय है कि सहारा प्रमुख को जेल या बेल सुप्रीम कोर्ट तय करना था. 17 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत राय को कोर्ट में पेश होने के आदेश जारी किए थे. पिछली सुनवाई में यह कहते हुए कि 'अब बहुत हो गया, सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह की एंबी वैली को नीलाम करने का फैसला किया था. महाराष्ट्र के लोनावाला में करीब 8000 एकड़ क्षेत्र में फैली एंबी वैली की कीमत करीब 39 हजार करोड़ रुपये है. तय समय के भीतर सहारा समूह द्वारा 5012 करोड़ रुपये सेबी के खाते में जमा नहीं कर पाने के कारण अदालत ने यह निर्णय लिया था.
साथ ही सहारा प्रमुख सुब्रत राय सहारा को सुनवाई की अगली तारीख 27 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा था. कोर्ट ने सहारा प्रमुख से कहा था कि हमने आपको पर्याप्त समय दिया. मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आपको पैरोल दिया गया. तबसे आपको अदालत रियायत देती आ रही है. कोर्ट ने स्पष्ट किया कि पैरोल को बढ़ाने पर विचार तभी ही किया जाएगा जब अगली तारीख से पहले मुनासिब रकम जमा हो. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र की एंबी वैली सिटी नीलाम होगी. सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के ऑफिसर लिक्विडेटर को संपत्ति के आकलन और नीलामी की प्रक्रिया को शुरू करने के आदेश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख को संपत्ति का ब्यौरा 48 घंटे में बॉम्बे हाईकोर्ट के आफिसर लिक्विडेटर को सौंपने को कहा था. बॉम्बे हाईकोर्ट का आफिसर लिक्विडेटर सीधे सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट करेगा.
साथ ही सहारा प्रमुख सुब्रत राय सहारा को सुनवाई की अगली तारीख 27 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा था. कोर्ट ने सहारा प्रमुख से कहा था कि हमने आपको पर्याप्त समय दिया. मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आपको पैरोल दिया गया. तबसे आपको अदालत रियायत देती आ रही है. कोर्ट ने स्पष्ट किया कि पैरोल को बढ़ाने पर विचार तभी ही किया जाएगा जब अगली तारीख से पहले मुनासिब रकम जमा हो. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र की एंबी वैली सिटी नीलाम होगी. सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के ऑफिसर लिक्विडेटर को संपत्ति के आकलन और नीलामी की प्रक्रिया को शुरू करने के आदेश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख को संपत्ति का ब्यौरा 48 घंटे में बॉम्बे हाईकोर्ट के आफिसर लिक्विडेटर को सौंपने को कहा था. बॉम्बे हाईकोर्ट का आफिसर लिक्विडेटर सीधे सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट करेगा. | यहाँ एक सारांश है:15 जून तक पैसा देने के निर्देश दिए
फिलहाल एंबी वैली की नीलामी नहीं होगी
पैसा देने को प्रतिबद्ध हूं : सुब्रत राय | 18 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: वर्ष 2015 में शुरू हुई इस सूची में अब तक शी चिनफिंग, पोप फ्रांसिस, जेफ बेजोस, एंजेला मर्केल, आंग सान सू की, पॉल रयान, जैक मा, मिलिंडा गेट्स, सीनेटर जॉन मैकेन, जैनेट येलेन और जस्टिन ट्रुडो को जगह मिल चुकी है.
इस साल सूची में टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स, एफडीए कमिश्नर स्कॉट गॉट्लियेब, लैरी फिंक, जनरल मोटर्स की सीईओ मैरी बारा, इंजी की सीईओ इजाबेल कोचर, फिल्म निर्देशक रयान कूगलर, टैनसेंट के सीईओ हुआतेंग पोनी मा, सेल्सफोर्स के सीईओ मार्क बेनियॉफ, ओपरा विन्फ्रे, चीनी पर्यावरणविद मा जुन, जेपीमॉर्गन चेज के सीईओ जैमी डिमोन, डेल्टा एयर लाइंस के सीईओ एड बास्टियन और निर्माता - निर्देशक रीस विदर्स्पून को भी जगह मिली है.
इस साल सूची में टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स, एफडीए कमिश्नर स्कॉट गॉट्लियेब, लैरी फिंक, जनरल मोटर्स की सीईओ मैरी बारा, इंजी की सीईओ इजाबेल कोचर, फिल्म निर्देशक रयान कूगलर, टैनसेंट के सीईओ हुआतेंग पोनी मा, सेल्सफोर्स के सीईओ मार्क बेनियॉफ, ओपरा विन्फ्रे, चीनी पर्यावरणविद मा जुन, जेपीमॉर्गन चेज के सीईओ जैमी डिमोन, डेल्टा एयर लाइंस के सीईओ एड बास्टियन और निर्माता - निर्देशक रीस विदर्स्पून को भी जगह मिली है. | संक्षिप्त पाठ: मुकेश अंबानी को जियो के जरिए नेट सर्विस के लिए
इंदिरा जयसिंह मानवाधिकार कार्यकर्ता
दोशी को आर्किटेक्ट में योगदान के लिए. | 30 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: महान बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स ने सर डॉन ब्रैडमेन को खेलते नहीं देखा, लेकिन मौजूदा दौर के तमाम बल्लेबाजों में उन्हें सचिन तेंदुलकर से बेहतर कोई नजर नहीं आता। रिचर्ड्स ने कहा, मैंने डॉन को खेलते नहीं देखा, लेकिन जितने बल्लेबाजों को मैंने देखा है, उनमें सचिन तेंदुलकर से बेहतर कोई नहीं है। उन्होंने कहा, यदि सचिन से बेहतर कोई बल्लेबाज है, तो शायद वह अभी तक नहीं आया है। रिचर्ड्स ने तेंदुलकर को ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग, जैक कैलिस और अपने दौर के सुनील गावस्कर तथा जावेद मियांदाद से भी बेहतर बताया। ब्रैडमेन ने अपने 20 साल के करियर में 52 टेस्ट में 29 शतक जमाए थे। तेंदुलकर 22 साल के करियर में अब तक 99 अंतरराष्ट्रीय शतक बना चुके हैं। रिचर्ड्स ने कहा, तेंदुलकर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि उसने दर्द, नाकामी, थकान और चोट से उबरकर करियर का सर्कल पूरा किया है। इसके बावजूद वह लगातार अच्छा खेल रहा है। वह संपूर्ण पैकेज है और सबसे ज्यादा सम्मानित क्रिकेटर भी। उन्होंने वेस्टइंडीज दौरे से बाहर रहने के तेंदुलकर के फैसले का भी बचाव किया।रिचर्ड्स ने कहा, तेंदुलकर 37 बरस का है। वह अब पहले की तरह युवा नहीं है, लिहाजा उसके फैसले का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, उसे बखूबी पता है कि उसके लिए क्या ठीक है। उन्होंने यह भी कहा कि तेंदुलकर की मौजूदगी कैरेबियाई दौरे पर युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत होती। रिचर्ड्स ने कहा, युवाओं के लिए उसे खेलते देखना यादगार अनुभव होता। वह पारी की तैयारी कैसे करता है, कैसे उसे बढ़ाता है, हालात के अनुकूल खुद को कैसे ढालता है। यह बेहतरीन अनुभव होता। उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट समुदाय से मिलने वाले प्यार से वह अभिभूत हैं। उन्होंने कहा, एक बार फ्लाइट में गौतम गंभीर मेरे साथ था। मैं बल्लेबाजी की बारीकियां जानने की उसकी उत्सुकता देखकर हैरान रह गया। यह जुनून ही उसके जैसे खिलाड़ियों को दूसरों से अलग करता है। | संक्षिप्त सारांश: विवियन रिचर्ड्स ने सर डॉन ब्रैडमेन को खेलते नहीं देखा, लेकिन मौजूदा दौर के तमाम बल्लेबाजों में उन्हें सचिन से बेहतर कोई नजर नहीं आता। | 10 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने कहा है कि यदि सरकार आर्थिक सुधारों की कीमत पर राजनीतिक फायदे के लिए आतंकवादियों के खिलाफ और अधिक सैन्य अभियान चलाएगी तो देश की गिरती अर्थव्यवस्था इसका भार सहन नहीं कर सकती। समाचार पत्र एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक वित्त मंत्री ने इस वर्ष के मध्य में आर्थिक समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से कहा, "यदि और अधिक सैन्य अभियान चलाया जाएगा तो रक्षा बजट में अचानक वृद्धि हो सकती है और देश की अर्थव्यवस्था इस भार को सहन नहीं कर पाएगी।" वित्त मंत्री द्वारा यह चेतावनी ऐसे समय में दी गई है जब अमेरिकी सैन्य प्रमुख एडमिरल माइक मुलेन ने कहा था कि अफगानिस्तान की सीमा के निकट उत्तरी वजीरिस्तान के कबाइली इलाकों में अल कायदा और हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ पाकिस्तान को सैन्य अभियान चलाना चाहिए। विशेषज्ञों के मुताबिक यह सैन्य अभियान अब तक का सबसे महंगा अभियान साबित हो सकता है। इसी सप्ताह की शुरुआत में पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारियों और नेताओं ने अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बिडेन की इस्लामाबाद यात्रा के दौरान कहा था कि वे सीमावर्ती क्षेत्र में अपनी सेना भेजने पर विचार करेंगे और इसके लिए वह खुद समय तय करेंगे। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: वित्त मंत्री ने कहा कि यदि सरकार आतंकवादियों के खिलाफ और अधिक सैन्य अभियान चलाएगी तो देश की अर्थव्यवस्था इसका भार सहन नहीं कर सकती। | 32 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल सुभाष तोमर की मौत कैसे हुई... इस पर अब विवाद गहराता जा रहा है। एक चश्मदीद सामने आया है, जिसका कहना है कि उसने सुभाष तोमर को गिरते देखा था। इसके बाद उसने पुलिस की मदद से उन्हें अस्पताल भी पहुंचाया।
योगेंद्र नाम के इस चश्मदीद के मुताबिक सुभाष तोमर को किसी प्रदशर्नकारी ने पीटा नहीं था, जबकि दिल्ली पुलिस के सीपी का कहना था कि सुभाष तोमर की गर्दन, छाती और पेट पर चोट के निशान थे। इस बीच इंतज़ार है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का, जिससे तस्वीर साफ होगी।
कॉन्स्टेबल सुभाष तोमर, जिनकी मौत की वजह को लेकर तमाम सवाल खड़े हुए थे, इस पर इस प्रत्यक्षदर्शी के बयान के बाद नया मोड़ आ गया है। कॉन्सटेबल तोमर 22 तारीख़ को इंडिया गेट प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी पर थे। तस्वीरों में कॉन्स्टेबल को संभाल रहे इस युवक के मुताबिक तोमर को चोट नहीं आई और दौड़ते-दौड़ते वह अचानक गिर पड़े। योगेंद्र नाम के इस युवक और उसकी सहयोगी ने कॉन्स्टेबल को पुलिस की मदद से अस्पताल पहुंचाया था।टिप्पणियां
उधर, दिल्ली पुलिस के आला अफ़सर योगेंद्र के बयान पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। पुलिस योगेंद्र के बयान को सच मानने को तैयार नहीं है। पुलिस के आला अफ़सर यह दावा भी कर रहे हैं कि सुभाष के शरीर पर चोट के निशान हैं।
योगेंद्र के दावे से लगता है कि सुभाष की मौत पत्थरबाज़ी के दौरान नहीं हुई, लेकिन हक़ीकत तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगी।
योगेंद्र नाम के इस चश्मदीद के मुताबिक सुभाष तोमर को किसी प्रदशर्नकारी ने पीटा नहीं था, जबकि दिल्ली पुलिस के सीपी का कहना था कि सुभाष तोमर की गर्दन, छाती और पेट पर चोट के निशान थे। इस बीच इंतज़ार है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का, जिससे तस्वीर साफ होगी।
कॉन्स्टेबल सुभाष तोमर, जिनकी मौत की वजह को लेकर तमाम सवाल खड़े हुए थे, इस पर इस प्रत्यक्षदर्शी के बयान के बाद नया मोड़ आ गया है। कॉन्सटेबल तोमर 22 तारीख़ को इंडिया गेट प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी पर थे। तस्वीरों में कॉन्स्टेबल को संभाल रहे इस युवक के मुताबिक तोमर को चोट नहीं आई और दौड़ते-दौड़ते वह अचानक गिर पड़े। योगेंद्र नाम के इस युवक और उसकी सहयोगी ने कॉन्स्टेबल को पुलिस की मदद से अस्पताल पहुंचाया था।टिप्पणियां
उधर, दिल्ली पुलिस के आला अफ़सर योगेंद्र के बयान पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। पुलिस योगेंद्र के बयान को सच मानने को तैयार नहीं है। पुलिस के आला अफ़सर यह दावा भी कर रहे हैं कि सुभाष के शरीर पर चोट के निशान हैं।
योगेंद्र के दावे से लगता है कि सुभाष की मौत पत्थरबाज़ी के दौरान नहीं हुई, लेकिन हक़ीकत तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगी।
कॉन्स्टेबल सुभाष तोमर, जिनकी मौत की वजह को लेकर तमाम सवाल खड़े हुए थे, इस पर इस प्रत्यक्षदर्शी के बयान के बाद नया मोड़ आ गया है। कॉन्सटेबल तोमर 22 तारीख़ को इंडिया गेट प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी पर थे। तस्वीरों में कॉन्स्टेबल को संभाल रहे इस युवक के मुताबिक तोमर को चोट नहीं आई और दौड़ते-दौड़ते वह अचानक गिर पड़े। योगेंद्र नाम के इस युवक और उसकी सहयोगी ने कॉन्स्टेबल को पुलिस की मदद से अस्पताल पहुंचाया था।टिप्पणियां
उधर, दिल्ली पुलिस के आला अफ़सर योगेंद्र के बयान पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। पुलिस योगेंद्र के बयान को सच मानने को तैयार नहीं है। पुलिस के आला अफ़सर यह दावा भी कर रहे हैं कि सुभाष के शरीर पर चोट के निशान हैं।
योगेंद्र के दावे से लगता है कि सुभाष की मौत पत्थरबाज़ी के दौरान नहीं हुई, लेकिन हक़ीकत तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगी।
उधर, दिल्ली पुलिस के आला अफ़सर योगेंद्र के बयान पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। पुलिस योगेंद्र के बयान को सच मानने को तैयार नहीं है। पुलिस के आला अफ़सर यह दावा भी कर रहे हैं कि सुभाष के शरीर पर चोट के निशान हैं।
योगेंद्र के दावे से लगता है कि सुभाष की मौत पत्थरबाज़ी के दौरान नहीं हुई, लेकिन हक़ीकत तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगी।
योगेंद्र के दावे से लगता है कि सुभाष की मौत पत्थरबाज़ी के दौरान नहीं हुई, लेकिन हक़ीकत तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगी। | संक्षिप्त पाठ: दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल सुभाष तोमर की मौत कैसे हुई... इस पर अब विवाद गहराता जा रहा है। एक चश्मदीद सामने आया है, जिसका कहना है कि उसने सुभाष तोमर को गिरते देखा था। | 22 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: इंटरनेट पर लोग अपने हुनर का लाइव वीडियो लोगों को दिखा सकते हैं. इसी का फायदा यहां की एक महिला ने उठाना चाहा लेकिन यह उन पर भारी पड़ गया. 26 वर्षीय यह महिला लाइव वीडियो पर एलोवेरा के फायदों के बारे में बता रही थीं. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक एलोवेरा की तारीफ करते हुए उन्होंने इसके दो बड़े पत्ते उठाए और उन्हें खाना शुरू कर दिया. पहले तो उन्होंने उन पत्तों को स्वादिष्ट बताया, लेकिन थोड़ी ही देर में कड़वा कहकर थूक दिया. एलोवेरा समझकर उन्होंने एगावे एमेरीकाना नामक पौधे के जहरीला पत्ते खा लिए थे. जब उनका गला जलना शुरू हुआ और आवाज निकलनी बंद हो गई तो उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. फिलहाल वह अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं.टिप्पणियां
मालूम हो कि एलोवेरा का प्रयोग आर्युवेद में बड़े पैमाने पर होता है. एलोवेरा त्वचा संबंधित रोगों में खूब इस्तेमाल होता है. जैसे कि अगर चेहरे पर सनबर्न, झाइयां या कोई दाग हो जाए तो एलोवेरा जूस से इसे अवश्य ठीक किया जा सकता है. इसके अंदर कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो इंसानों की स्कीन को regenerate करके उसे वापस पहले जैसा भी बनाते है.
इसके अलावा अगर हमारी आतों में कोई सूजन या घाव हो जाये तो एलोवेरा जूस उसे भी ठीक करता है. पुराने समय में एलोवेरा जूस कई समस्याओं को दूर करने का काम करता था, त्वचा के अलावा डाइजेस्टिव परेशानी के लिए भी एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता रहा है. यहां तक की जोड़ों के दर्द के लिए भी एलोवेरा जूस काफी फायदेमंद होता है. एलोवेरा जूस लीवर में जमा टॉक्सिन को बाहर निकाल देता है.
मालूम हो कि एलोवेरा का प्रयोग आर्युवेद में बड़े पैमाने पर होता है. एलोवेरा त्वचा संबंधित रोगों में खूब इस्तेमाल होता है. जैसे कि अगर चेहरे पर सनबर्न, झाइयां या कोई दाग हो जाए तो एलोवेरा जूस से इसे अवश्य ठीक किया जा सकता है. इसके अंदर कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो इंसानों की स्कीन को regenerate करके उसे वापस पहले जैसा भी बनाते है.
इसके अलावा अगर हमारी आतों में कोई सूजन या घाव हो जाये तो एलोवेरा जूस उसे भी ठीक करता है. पुराने समय में एलोवेरा जूस कई समस्याओं को दूर करने का काम करता था, त्वचा के अलावा डाइजेस्टिव परेशानी के लिए भी एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता रहा है. यहां तक की जोड़ों के दर्द के लिए भी एलोवेरा जूस काफी फायदेमंद होता है. एलोवेरा जूस लीवर में जमा टॉक्सिन को बाहर निकाल देता है.
इसके अलावा अगर हमारी आतों में कोई सूजन या घाव हो जाये तो एलोवेरा जूस उसे भी ठीक करता है. पुराने समय में एलोवेरा जूस कई समस्याओं को दूर करने का काम करता था, त्वचा के अलावा डाइजेस्टिव परेशानी के लिए भी एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता रहा है. यहां तक की जोड़ों के दर्द के लिए भी एलोवेरा जूस काफी फायदेमंद होता है. एलोवेरा जूस लीवर में जमा टॉक्सिन को बाहर निकाल देता है. | महिला लाइव वीडियो पर एलोवेरा के फायदें बता रही थीं
पहले तो उन्होंने उन पत्तों को स्वादिष्ट बताया
थोड़ी ही देर में कड़वा कहकर थूक दिया | 1 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत की सीमा से लगे पंजाब प्रांत में रणनीतिक महत्व वाले एक स्थान पर चल रहे सैन्य अभ्यास का मुआयना किया और चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि उनका देश अपने दुश्मनों के किसी भी लालसापूर्ण और लापरवाही वाले कदम का मुंहतोड़ जवाब देगा.
शरीफ ने भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच पंजाब में बहावलपुर के खरपुर तामेवाली में सैन्य अभ्यास के समापन के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, 'सैन्य अभ्यास 'राद उल बर्क' ने साबित किया है कि पाकिस्तान अपने दुश्मनों के किसी भी लालसापूर्ण और लापरवाही वाले कदम का मुकाबला करने के लिए तैयार है.' उन्होंने कहा, 'ये अभ्यास राष्ट्रीय सुरक्षा पर किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए हमारे सशस्त्र बलों की तैयारी को झलकाते हैं.' शरीफ के मुताबिक कोई देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा पर आने वाले खतरों को लेकर बेसुध नहीं रह सकता.
अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री शरीफ इस समारोह के मुख्य अतिथि थे, जिसमें प्रभावशाली सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ, चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी जनरल रशद महमूद और तीनों सेना प्रमुखों ने भी भाग लिया. सैन्य अभ्यास के दौरान जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर गनशिप और अल-खालिद टैंकों ने जमीन पर निर्धारित लक्ष्यों पर निशाना साधा. कुछ दिन पहले ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सात पाकिस्तानी जवान मारे गए थे.
रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने की नीति अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है और दूसरे देशों से भी यही अपेक्षा करती है ताकि क्षेत्र में लंबे समय तक शांति रहे. शरीफ ने कहा, 'हम क्षेत्र में हाल ही में हुए घटनाक्रमों से अलग नहीं रह सकते. सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.'
जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए शरीफ ने कहा कि यह पाकिस्तान और भारत के बीच विवाद का मुख्य मुद्दा बना हुआ है. उन्होंने कहा, 'इस मुद्दे पर कश्मीरी जनता की आकांक्षाओं और संयुक्त राष्ट्र के संबंधित प्रस्तावों के अनुरूप गंभीरता से तथा समग्र तरीके से ध्यान दिया जाना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर में हालिया स्वत: स्फूर्त और घरेलू गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए अपनाए गए कठोर तरीके प्रतिकूल प्रभाव वाले रहे हैं. एलओसी पर आम नागरिकों और सैनिकों को मारना आक्रामकता का एक और कृत्य है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है.'टिप्पणियां
शरीफ के मुताबिक, 'भारत की ओर से संघर्ष-विराम समझौते के गंभीर उल्लंघन की वजह से सीमा पर हालात संवेदनशील बने हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि दक्षिण एशिया इस टकराव से प्रभावित होता है और सुरक्षा स्थिति संवेदनशील बनी हुई है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के शत्रुओं ने अपने इरादे भलीभांति जाहिर कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य पाकिस्तान को अस्थिर करना है और देश तथा सशस्त्र बल सफलतापूर्वक उनकी दुर्भावनापूर्ण सोच से मुकाबला कर रहे हैं.
शरीफ ने भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच पंजाब में बहावलपुर के खरपुर तामेवाली में सैन्य अभ्यास के समापन के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, 'सैन्य अभ्यास 'राद उल बर्क' ने साबित किया है कि पाकिस्तान अपने दुश्मनों के किसी भी लालसापूर्ण और लापरवाही वाले कदम का मुकाबला करने के लिए तैयार है.' उन्होंने कहा, 'ये अभ्यास राष्ट्रीय सुरक्षा पर किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए हमारे सशस्त्र बलों की तैयारी को झलकाते हैं.' शरीफ के मुताबिक कोई देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा पर आने वाले खतरों को लेकर बेसुध नहीं रह सकता.
अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री शरीफ इस समारोह के मुख्य अतिथि थे, जिसमें प्रभावशाली सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ, चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी जनरल रशद महमूद और तीनों सेना प्रमुखों ने भी भाग लिया. सैन्य अभ्यास के दौरान जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर गनशिप और अल-खालिद टैंकों ने जमीन पर निर्धारित लक्ष्यों पर निशाना साधा. कुछ दिन पहले ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सात पाकिस्तानी जवान मारे गए थे.
रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने की नीति अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है और दूसरे देशों से भी यही अपेक्षा करती है ताकि क्षेत्र में लंबे समय तक शांति रहे. शरीफ ने कहा, 'हम क्षेत्र में हाल ही में हुए घटनाक्रमों से अलग नहीं रह सकते. सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.'
जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए शरीफ ने कहा कि यह पाकिस्तान और भारत के बीच विवाद का मुख्य मुद्दा बना हुआ है. उन्होंने कहा, 'इस मुद्दे पर कश्मीरी जनता की आकांक्षाओं और संयुक्त राष्ट्र के संबंधित प्रस्तावों के अनुरूप गंभीरता से तथा समग्र तरीके से ध्यान दिया जाना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर में हालिया स्वत: स्फूर्त और घरेलू गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए अपनाए गए कठोर तरीके प्रतिकूल प्रभाव वाले रहे हैं. एलओसी पर आम नागरिकों और सैनिकों को मारना आक्रामकता का एक और कृत्य है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है.'टिप्पणियां
शरीफ के मुताबिक, 'भारत की ओर से संघर्ष-विराम समझौते के गंभीर उल्लंघन की वजह से सीमा पर हालात संवेदनशील बने हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि दक्षिण एशिया इस टकराव से प्रभावित होता है और सुरक्षा स्थिति संवेदनशील बनी हुई है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के शत्रुओं ने अपने इरादे भलीभांति जाहिर कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य पाकिस्तान को अस्थिर करना है और देश तथा सशस्त्र बल सफलतापूर्वक उनकी दुर्भावनापूर्ण सोच से मुकाबला कर रहे हैं.
रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने की नीति अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है और दूसरे देशों से भी यही अपेक्षा करती है ताकि क्षेत्र में लंबे समय तक शांति रहे. शरीफ ने कहा, 'हम क्षेत्र में हाल ही में हुए घटनाक्रमों से अलग नहीं रह सकते. सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.'
जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए शरीफ ने कहा कि यह पाकिस्तान और भारत के बीच विवाद का मुख्य मुद्दा बना हुआ है. उन्होंने कहा, 'इस मुद्दे पर कश्मीरी जनता की आकांक्षाओं और संयुक्त राष्ट्र के संबंधित प्रस्तावों के अनुरूप गंभीरता से तथा समग्र तरीके से ध्यान दिया जाना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर में हालिया स्वत: स्फूर्त और घरेलू गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए अपनाए गए कठोर तरीके प्रतिकूल प्रभाव वाले रहे हैं. एलओसी पर आम नागरिकों और सैनिकों को मारना आक्रामकता का एक और कृत्य है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है.'टिप्पणियां
शरीफ के मुताबिक, 'भारत की ओर से संघर्ष-विराम समझौते के गंभीर उल्लंघन की वजह से सीमा पर हालात संवेदनशील बने हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि दक्षिण एशिया इस टकराव से प्रभावित होता है और सुरक्षा स्थिति संवेदनशील बनी हुई है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के शत्रुओं ने अपने इरादे भलीभांति जाहिर कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य पाकिस्तान को अस्थिर करना है और देश तथा सशस्त्र बल सफलतापूर्वक उनकी दुर्भावनापूर्ण सोच से मुकाबला कर रहे हैं.
जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए शरीफ ने कहा कि यह पाकिस्तान और भारत के बीच विवाद का मुख्य मुद्दा बना हुआ है. उन्होंने कहा, 'इस मुद्दे पर कश्मीरी जनता की आकांक्षाओं और संयुक्त राष्ट्र के संबंधित प्रस्तावों के अनुरूप गंभीरता से तथा समग्र तरीके से ध्यान दिया जाना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर में हालिया स्वत: स्फूर्त और घरेलू गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए अपनाए गए कठोर तरीके प्रतिकूल प्रभाव वाले रहे हैं. एलओसी पर आम नागरिकों और सैनिकों को मारना आक्रामकता का एक और कृत्य है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है.'टिप्पणियां
शरीफ के मुताबिक, 'भारत की ओर से संघर्ष-विराम समझौते के गंभीर उल्लंघन की वजह से सीमा पर हालात संवेदनशील बने हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि दक्षिण एशिया इस टकराव से प्रभावित होता है और सुरक्षा स्थिति संवेदनशील बनी हुई है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के शत्रुओं ने अपने इरादे भलीभांति जाहिर कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य पाकिस्तान को अस्थिर करना है और देश तथा सशस्त्र बल सफलतापूर्वक उनकी दुर्भावनापूर्ण सोच से मुकाबला कर रहे हैं.
शरीफ के मुताबिक, 'भारत की ओर से संघर्ष-विराम समझौते के गंभीर उल्लंघन की वजह से सीमा पर हालात संवेदनशील बने हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि दक्षिण एशिया इस टकराव से प्रभावित होता है और सुरक्षा स्थिति संवेदनशील बनी हुई है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के शत्रुओं ने अपने इरादे भलीभांति जाहिर कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य पाकिस्तान को अस्थिर करना है और देश तथा सशस्त्र बल सफलतापूर्वक उनकी दुर्भावनापूर्ण सोच से मुकाबला कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के शत्रुओं ने अपने इरादे भलीभांति जाहिर कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का उद्देश्य पाकिस्तान को अस्थिर करना है और देश तथा सशस्त्र बल सफलतापूर्वक उनकी दुर्भावनापूर्ण सोच से मुकाबला कर रहे हैं. | यहाँ एक सारांश है:भारत से सटी सीमा और नियंत्रण रेखा के पास बढ़ते तनाव के बीच हुआ अभ्यास
सैन्य अभ्यास के समापन पर पाकिस्तानी पीएम, सेना प्रमुख भी मौजूद थे
राष्ट्रीय सुरक्षा पर किसी भी खतरे का जवाब देने की तैयारी दिखाता है: नवाज | 17 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पॉपस्टार रिहाना ने अपने खराब स्वास्थ्य के चलते अचानक अपनी ब्रिटेन दौरे की योजना रद्द कर दी है। उन्हें एक टीवी फिल्म के लिए बुधवार को ब्रिटेन रवाना होना था।टिप्पणियां
वेबसाइट दसन.को.यूके ने सूत्रों के हवाले से लिखा है, "उन्होंने अंतिम समय में अपने ब्रिटेन दौरे को रद्द किया। इस दौरान वह जिस काम के लिए प्रतिबद्ध थीं, उसे भी उन्होंने रद्द कर दिया। उनके लिए यह बहुत प्रतिकूल है। पिछला एक महीना उनके लिए बेहद मुश्किल रहा है। वह धूम्रपान करती हैं और पार्टियों में शराब पीती हैं। काम से बढ़कर वह उपरोक्त चीजों के लिए अधिक प्रतिबद्ध हैं।"
उल्लेखनीय है कि प्रबंधन ने 24-वर्षीय रिहाना के बीमार होने की वजह से उन्हें टीवी शो से बाहर निकालने की बात कही है।
वेबसाइट दसन.को.यूके ने सूत्रों के हवाले से लिखा है, "उन्होंने अंतिम समय में अपने ब्रिटेन दौरे को रद्द किया। इस दौरान वह जिस काम के लिए प्रतिबद्ध थीं, उसे भी उन्होंने रद्द कर दिया। उनके लिए यह बहुत प्रतिकूल है। पिछला एक महीना उनके लिए बेहद मुश्किल रहा है। वह धूम्रपान करती हैं और पार्टियों में शराब पीती हैं। काम से बढ़कर वह उपरोक्त चीजों के लिए अधिक प्रतिबद्ध हैं।"
उल्लेखनीय है कि प्रबंधन ने 24-वर्षीय रिहाना के बीमार होने की वजह से उन्हें टीवी शो से बाहर निकालने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि प्रबंधन ने 24-वर्षीय रिहाना के बीमार होने की वजह से उन्हें टीवी शो से बाहर निकालने की बात कही है। | संक्षिप्त सारांश: पॉपस्टार रिहाना ने अपने खराब स्वास्थ्य के चलते अचानक अपनी ब्रिटेन दौरे की योजना रद्द कर दी है। उन्हें एक टीवी फिल्म के लिए बुधवार को ब्रिटेन रवाना होना था। | 0 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: रुपये में गिरावट जारी रही और दोपहर के कारोबार में यह 64.45 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर को छू गया।
विदेशों में डॉलर में मजबूती के साथ स्थानीय शेयर बाजार में भारी गिरावट के बीच बैंकों और आयातकों की सतत डॉलर मांग के कारण गिरावट को और बल मिला।टिप्पणियां
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 63.45 रुपये प्रति डॉलर पर कमजोर खुला जो कल 63.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान दोपहर पौने तीन बजे यह लुढ़कता हुआ 64.45 रुपये प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निम्न स्तर को छू गया। कारोबार के दौरान इसमें 63.10 और 64.45 रुपये प्रति डॉलर के दायरे में उतार चढ़ाव आया।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कल 8,000 करोड़ रुपये के बांड पुनर्खरीद सहित नकदी नरम करने के कई उपायों की घोषणा की ताकि अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों को पर्याप्त ऋण प्रवाह सुनिश्चित किया जा सके।
विदेशों में डॉलर में मजबूती के साथ स्थानीय शेयर बाजार में भारी गिरावट के बीच बैंकों और आयातकों की सतत डॉलर मांग के कारण गिरावट को और बल मिला।टिप्पणियां
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 63.45 रुपये प्रति डॉलर पर कमजोर खुला जो कल 63.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान दोपहर पौने तीन बजे यह लुढ़कता हुआ 64.45 रुपये प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निम्न स्तर को छू गया। कारोबार के दौरान इसमें 63.10 और 64.45 रुपये प्रति डॉलर के दायरे में उतार चढ़ाव आया।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कल 8,000 करोड़ रुपये के बांड पुनर्खरीद सहित नकदी नरम करने के कई उपायों की घोषणा की ताकि अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों को पर्याप्त ऋण प्रवाह सुनिश्चित किया जा सके।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 63.45 रुपये प्रति डॉलर पर कमजोर खुला जो कल 63.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान दोपहर पौने तीन बजे यह लुढ़कता हुआ 64.45 रुपये प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निम्न स्तर को छू गया। कारोबार के दौरान इसमें 63.10 और 64.45 रुपये प्रति डॉलर के दायरे में उतार चढ़ाव आया।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कल 8,000 करोड़ रुपये के बांड पुनर्खरीद सहित नकदी नरम करने के कई उपायों की घोषणा की ताकि अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों को पर्याप्त ऋण प्रवाह सुनिश्चित किया जा सके।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कल 8,000 करोड़ रुपये के बांड पुनर्खरीद सहित नकदी नरम करने के कई उपायों की घोषणा की ताकि अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों को पर्याप्त ऋण प्रवाह सुनिश्चित किया जा सके। | विदेशों में डॉलर में मजबूती के साथ स्थानीय शेयर बाजार में भारी गिरावट के बीच बैंकों और आयातकों की सतत डॉलर मांग के कारण गिरावट को और बल मिला। | 26 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: Samsung Galaxy A70 को भारत में लॉन्च कर दिया गया है। याद रहे कि सैमसंग के इस फोन को बीते महीने ही ग्लोबल मार्केट में उतारा गया था। भारत में इसकी प्री-बुकिंग 20 अप्रैल से शुरू होगी और यह 30 अप्रैल तक चलेगी। बताया गया है कि Samsung Galaxy A70 की सेल 1 मई से शुरू होगी। बता दें कि सैमसंग गैलेक्सी ए70 कंपनी की गैलेक्सी ए सीरीज़ का नया मॉडल है। फोन इनफिनिटी यू डिस्प्ले और ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप के साथ आता है। अहम खासियतों की बात करें तो Galaxy A70 ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 675 प्रोसेसर, इन-स्क्रीन फिंगरप्रिंट सेंसर, 4,500 एमएएच बैटरी और 25 वॉट सुपर-फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ आता है।
सैमसंग गैलेक्सी ए70 को 28,990 रुपये में बेचा जाएगा। फोन का एक मात्र वेरिएंट उपलब्ध कराया गया है जो 6 जीबी रैम + 128 जीबी स्टोरेज से लैस है। फोन ब्लैक, ब्लू और व्हाइट रंग में मिलेगा।
Samsung ने बताया है कि Galaxy A70 की प्री-बुकिंग 20 अप्रैल से शुरू होगी और यह 30 अप्रैल तक चलेगी। प्री-बुकिंग करने वाले ग्राहक 3,799 रुपये वाले Samsung U Flex Bluetooth हेडसेट को 999 रुपये में खरीद पाएंगे।
इसके अलावा Galaxy A70 की बिक्री 1 मई से रिटेल स्टोर, सैमसंग ऑनलाइन शॉप, सैमसंग ओपेरा हाउल और फ्लिपकार्ट पर शुरू होगी। जैसा कि हमने आपको पहले बताया, सैमसंग गैलेक्सी ए70 को बीते महीने ही ग्लोबल मार्केट में उतारा गया था।
सैमसंग गैलेक्सी ए70 (Samsung Galaxy A70) एंड्रॉयड पाई (Android Pie) पर आधारित सैमसंग वन यूआई (Samsung One UI) पर चलता है। डुअल-सिम वाले इस फोन में 6.7 इंच का फुल-एचडी+ (1080x2400 पिक्सल) सुपर एमोलेड इनफिनिटी-यू डिस्प्ले है, इसका आस्पेक्ट रेशियो 20:9 है। स्पीड और मल्टीटास्किंग के लिए ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 675 प्रोसेसर के साथ 6 जीबी है।
फोटो, वीडियो और अन्य चीजों को सेव करने के लिए 128 जीबी की स्टोरेज है, माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से स्टोरेज को 512 जीबी तक बढ़ाना संभव है। अब बात कैमरा सेटअप की। सैमसंग गैलेक्सी ए70 (Samsung Galaxy A70) में 32 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर है, इसका अपर्चर एफ/1.7 है, 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड सेंसर है, इसका अपर्चर एफ/ 2.2 है। तीसरा सेंसर 5 मेगापिक्सल का है, इसका अपर्चर एफ/ 2.2 है। सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है, जिसका अपर्चर एफ/2.0 है।
Galaxy A70 में जान फूंकने के लिए 4,500 एमएच की बैटरी दी गई है जो 25 वाट सुपर-फास्ट चार्जिंग के साथ आता है। फोन इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर से लैस है। यह फोन फेस रिकग्निशन सपोर्ट के साथ आता है। फोन की लंबाई-चौड़ाई 164.3x76.7x7.9 मिलीमीटर है। | 6 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज से लैस है Samsung Galaxy A70
Samsung Galaxy A70 की सबसे अहम खासियत ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है
32 मेगापिक्सल के सेल्फी कैमरे से लैस है सैमसंग गैलेक्सी ए70 | 6 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: बिहार के चर्चित चारा घोटाले में एक अदालत ने बिहार के दो नेताओं को पांच साल की सजा सुनाई है।टिप्पणियां
सजा पाने वाले नेताओं में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद आर के राणा और भारतीय जनता पार्टी की पूर्व विधायक ध्रुव भगत शामिल हैं।
रांची में सीताराम प्रसाद की विशेष सीबीआई अदालत ने पिछले शुक्रवार को गोड्डा कोषागार से 1995-96 में पशुपालन विभाग से 37 लाख रुपये की अवैध निकासी के मामले में इन सभी लोगों को दोषी करार दिया। अदालत ने सोमवार को सजा सुनाई।
सजा पाने वाले नेताओं में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद आर के राणा और भारतीय जनता पार्टी की पूर्व विधायक ध्रुव भगत शामिल हैं।
रांची में सीताराम प्रसाद की विशेष सीबीआई अदालत ने पिछले शुक्रवार को गोड्डा कोषागार से 1995-96 में पशुपालन विभाग से 37 लाख रुपये की अवैध निकासी के मामले में इन सभी लोगों को दोषी करार दिया। अदालत ने सोमवार को सजा सुनाई।
रांची में सीताराम प्रसाद की विशेष सीबीआई अदालत ने पिछले शुक्रवार को गोड्डा कोषागार से 1995-96 में पशुपालन विभाग से 37 लाख रुपये की अवैध निकासी के मामले में इन सभी लोगों को दोषी करार दिया। अदालत ने सोमवार को सजा सुनाई। | संक्षिप्त सारांश: सजा पाने वाले नेताओं में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद आर के राणा और भारतीय जनता पार्टी की पूर्व विधायक ध्रुव भगत शामिल हैं। | 29 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की संवैधानिक पीठ ने कहा कि 'हिंदुत्व' क्या धर्म है या जीवन शैली, इस बात की सुनवाई नहीं करेंगे. 1995 के जजमेंट पर दोबारा विचार नहीं करेंगे. वह ये तय करेंगे कि क्या धर्म के नाम पर वोट मांगे जा सकते हैं?
CJI टीएस ठाकुर ने कहा कि 20 साल पुराने फैसले के बाद 5 जजों की बेंच ने जो रेफरेंस सात जजों की संविधान पीठ में भेजा उसमें यह बात कहां लिखी गई है कि संवैधानिक पीठ को हिंदुत्व की व्याख्या करनी है? फैसले के किसी भी हिस्से में इस बात का जिक्र नहीं है. जिस बात का जिक्र ही नहीं है.. उसें हम कैसे सुन सकते हैं? कोर्ट फिलहाल इस बड़ी बहस में नहीं जा रहा कि हिंदुत्व क्या है और इसका मतलब क्या है?
इस मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि किसी प्रत्याशी या उसके किसी समर्थक को ये इजाजत नहीं दी जा सकती कि वो धर्म के नाम पर वोट मांगे. ये चुनावी प्रक्रिया में सबसे बडी बुराई है, क्योंकि धर्म के नाम पर लोग प्रभावित होते हैं. किसी भी सेकुलर देश में मतदाताओं को की जाने वाली अपील भी सेकुलर सिद्धांत के तहत ही होनी चाहिए. धर्म के आधार पर वोट मांगकर राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की मंशा को मंजूरी नहीं दी जा सकती. मामले की सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी.
सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, रिटायर्ड प्रोफ़ेसर शम्सुल इस्लाम और पत्रकार दिलीप मंडल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिपप्णी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अर्जी पर बाद में गौर किया जाएगा. कोर्ट ने इस याचिका को लंबित रखा है.
दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि पिछले ढाई साल से देश में इन आदेशों की आड़ में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे अल्पसंख्यक, स्वतंत्र विचारक और अन्य लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CJI ठाकुर ने कहा था :-
क्यों ना चुनाव में धर्म के आधार पर वोट मांगने को चुनावी दोष माना जाए?चुनावी प्रक्रिया धर्मनिरपेक्ष होती है और उसमें किसी धर्म को नहीं मिलाया जा सकताचुनाव और धर्म दो अलग-अलग चीजें हैं, उनको एक साथ नहीं मिलाया जा सकताक्या किसी धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी धर्मनिरपेक्ष गतिविधि में धर्म को शामिल किया जा सकता है?20 साल से संसद ने इस बारे में कोई कानून नहीं बनायाइतने वक्त से मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो क्या इंतजार हो रहा था कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करे जैसे यौन शौषण केस में हुआ. अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी याचिकाकर्ता सुंदर लाल पटवा के वकील की दलील पर की थी जब कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट को 1995 के जजमेंट को बने रहने देना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि पटवा का केस ही देखें तो वह जैन समुदाय से हैं और कोई उनके लिए कहे कि वह जैन होने के बावजूद राम मंदिर बनाने में मदद करेंगे तो ये प्रत्याशी नहीं बल्कि धर्म के आधार पर वोट मांगना होगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कई बड़े सवाल भी उठाए थे :-
क्या कोई एक समुदाय का व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों से अपने धर्म के आधार पर वोट मांग सकता है? क्या ये भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है ?क्या एक समुदाय का व्यक्ति दूसरे समुदाय के प्रत्याशी के लिए अपने समुदाय के लोगों से वोट मांग सकता है?क्या किसी धर्म गुरु के किसी दूसरे के लिए धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होगा और प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए?
दरअसल, भारत में चुनाव के दौरान धर्म, जाति समुदाय इत्यादि के आधार पर वोट मांगने या फिर धर्म गुरूओं द्वारा चुनाव में किसी को समर्थन देकर धर्म के नाम पर वोट डालने संबंधी तौर तरीके कितने सही और कितने गलत हैं ? इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है.
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को फिलहाल पार्टी बनाने से इंकार कर दिया था। CJI ठाकुर ने केंद्र सरकार को मामले में पार्टी बनाने संबंधी मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह एक चुनाव याचिका का मामला है, जोकि सीधे चुनाव आयोग से जुड़ा है। इसमें केंद्र सरकार को पार्टी नहीं बनाया जा सकता।
दरअसल 1995 के फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि- 'हिंदुत्व' के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फ़ायदा नहीं होता है।' उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को 'वे ऑफ़ लाइफ़' यानी जीवन जीने का एक तरीका और विचार बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है और इसे हिंदू धर्म और आस्था तक सीमित नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगना करप्ट प्रैक्टिस नहीं है और रिप्रजेंटेशन ऑफ पिपुल एक्ट की धारा-123 के तहत ये भ्रष्टाचार नहीं है.
याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां
गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था.
2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया.
CJI टीएस ठाकुर ने कहा कि 20 साल पुराने फैसले के बाद 5 जजों की बेंच ने जो रेफरेंस सात जजों की संविधान पीठ में भेजा उसमें यह बात कहां लिखी गई है कि संवैधानिक पीठ को हिंदुत्व की व्याख्या करनी है? फैसले के किसी भी हिस्से में इस बात का जिक्र नहीं है. जिस बात का जिक्र ही नहीं है.. उसें हम कैसे सुन सकते हैं? कोर्ट फिलहाल इस बड़ी बहस में नहीं जा रहा कि हिंदुत्व क्या है और इसका मतलब क्या है?
इस मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि किसी प्रत्याशी या उसके किसी समर्थक को ये इजाजत नहीं दी जा सकती कि वो धर्म के नाम पर वोट मांगे. ये चुनावी प्रक्रिया में सबसे बडी बुराई है, क्योंकि धर्म के नाम पर लोग प्रभावित होते हैं. किसी भी सेकुलर देश में मतदाताओं को की जाने वाली अपील भी सेकुलर सिद्धांत के तहत ही होनी चाहिए. धर्म के आधार पर वोट मांगकर राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की मंशा को मंजूरी नहीं दी जा सकती. मामले की सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी.
सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, रिटायर्ड प्रोफ़ेसर शम्सुल इस्लाम और पत्रकार दिलीप मंडल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिपप्णी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अर्जी पर बाद में गौर किया जाएगा. कोर्ट ने इस याचिका को लंबित रखा है.
दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि पिछले ढाई साल से देश में इन आदेशों की आड़ में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे अल्पसंख्यक, स्वतंत्र विचारक और अन्य लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CJI ठाकुर ने कहा था :-
क्यों ना चुनाव में धर्म के आधार पर वोट मांगने को चुनावी दोष माना जाए?चुनावी प्रक्रिया धर्मनिरपेक्ष होती है और उसमें किसी धर्म को नहीं मिलाया जा सकताचुनाव और धर्म दो अलग-अलग चीजें हैं, उनको एक साथ नहीं मिलाया जा सकताक्या किसी धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी धर्मनिरपेक्ष गतिविधि में धर्म को शामिल किया जा सकता है?20 साल से संसद ने इस बारे में कोई कानून नहीं बनायाइतने वक्त से मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो क्या इंतजार हो रहा था कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करे जैसे यौन शौषण केस में हुआ. अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी याचिकाकर्ता सुंदर लाल पटवा के वकील की दलील पर की थी जब कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट को 1995 के जजमेंट को बने रहने देना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि पटवा का केस ही देखें तो वह जैन समुदाय से हैं और कोई उनके लिए कहे कि वह जैन होने के बावजूद राम मंदिर बनाने में मदद करेंगे तो ये प्रत्याशी नहीं बल्कि धर्म के आधार पर वोट मांगना होगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कई बड़े सवाल भी उठाए थे :-
क्या कोई एक समुदाय का व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों से अपने धर्म के आधार पर वोट मांग सकता है? क्या ये भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है ?क्या एक समुदाय का व्यक्ति दूसरे समुदाय के प्रत्याशी के लिए अपने समुदाय के लोगों से वोट मांग सकता है?क्या किसी धर्म गुरु के किसी दूसरे के लिए धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होगा और प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए?
दरअसल, भारत में चुनाव के दौरान धर्म, जाति समुदाय इत्यादि के आधार पर वोट मांगने या फिर धर्म गुरूओं द्वारा चुनाव में किसी को समर्थन देकर धर्म के नाम पर वोट डालने संबंधी तौर तरीके कितने सही और कितने गलत हैं ? इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है.
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को फिलहाल पार्टी बनाने से इंकार कर दिया था। CJI ठाकुर ने केंद्र सरकार को मामले में पार्टी बनाने संबंधी मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह एक चुनाव याचिका का मामला है, जोकि सीधे चुनाव आयोग से जुड़ा है। इसमें केंद्र सरकार को पार्टी नहीं बनाया जा सकता।
दरअसल 1995 के फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि- 'हिंदुत्व' के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फ़ायदा नहीं होता है।' उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को 'वे ऑफ़ लाइफ़' यानी जीवन जीने का एक तरीका और विचार बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है और इसे हिंदू धर्म और आस्था तक सीमित नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगना करप्ट प्रैक्टिस नहीं है और रिप्रजेंटेशन ऑफ पिपुल एक्ट की धारा-123 के तहत ये भ्रष्टाचार नहीं है.
याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां
गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था.
2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया.
इस मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि किसी प्रत्याशी या उसके किसी समर्थक को ये इजाजत नहीं दी जा सकती कि वो धर्म के नाम पर वोट मांगे. ये चुनावी प्रक्रिया में सबसे बडी बुराई है, क्योंकि धर्म के नाम पर लोग प्रभावित होते हैं. किसी भी सेकुलर देश में मतदाताओं को की जाने वाली अपील भी सेकुलर सिद्धांत के तहत ही होनी चाहिए. धर्म के आधार पर वोट मांगकर राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की मंशा को मंजूरी नहीं दी जा सकती. मामले की सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी.
सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, रिटायर्ड प्रोफ़ेसर शम्सुल इस्लाम और पत्रकार दिलीप मंडल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिपप्णी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अर्जी पर बाद में गौर किया जाएगा. कोर्ट ने इस याचिका को लंबित रखा है.
दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि पिछले ढाई साल से देश में इन आदेशों की आड़ में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे अल्पसंख्यक, स्वतंत्र विचारक और अन्य लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CJI ठाकुर ने कहा था :-
क्यों ना चुनाव में धर्म के आधार पर वोट मांगने को चुनावी दोष माना जाए?चुनावी प्रक्रिया धर्मनिरपेक्ष होती है और उसमें किसी धर्म को नहीं मिलाया जा सकताचुनाव और धर्म दो अलग-अलग चीजें हैं, उनको एक साथ नहीं मिलाया जा सकताक्या किसी धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी धर्मनिरपेक्ष गतिविधि में धर्म को शामिल किया जा सकता है?20 साल से संसद ने इस बारे में कोई कानून नहीं बनायाइतने वक्त से मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो क्या इंतजार हो रहा था कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करे जैसे यौन शौषण केस में हुआ. अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी याचिकाकर्ता सुंदर लाल पटवा के वकील की दलील पर की थी जब कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट को 1995 के जजमेंट को बने रहने देना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि पटवा का केस ही देखें तो वह जैन समुदाय से हैं और कोई उनके लिए कहे कि वह जैन होने के बावजूद राम मंदिर बनाने में मदद करेंगे तो ये प्रत्याशी नहीं बल्कि धर्म के आधार पर वोट मांगना होगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कई बड़े सवाल भी उठाए थे :-
क्या कोई एक समुदाय का व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों से अपने धर्म के आधार पर वोट मांग सकता है? क्या ये भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है ?क्या एक समुदाय का व्यक्ति दूसरे समुदाय के प्रत्याशी के लिए अपने समुदाय के लोगों से वोट मांग सकता है?क्या किसी धर्म गुरु के किसी दूसरे के लिए धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होगा और प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए?
दरअसल, भारत में चुनाव के दौरान धर्म, जाति समुदाय इत्यादि के आधार पर वोट मांगने या फिर धर्म गुरूओं द्वारा चुनाव में किसी को समर्थन देकर धर्म के नाम पर वोट डालने संबंधी तौर तरीके कितने सही और कितने गलत हैं ? इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है.
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को फिलहाल पार्टी बनाने से इंकार कर दिया था। CJI ठाकुर ने केंद्र सरकार को मामले में पार्टी बनाने संबंधी मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह एक चुनाव याचिका का मामला है, जोकि सीधे चुनाव आयोग से जुड़ा है। इसमें केंद्र सरकार को पार्टी नहीं बनाया जा सकता।
दरअसल 1995 के फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि- 'हिंदुत्व' के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फ़ायदा नहीं होता है।' उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को 'वे ऑफ़ लाइफ़' यानी जीवन जीने का एक तरीका और विचार बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है और इसे हिंदू धर्म और आस्था तक सीमित नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगना करप्ट प्रैक्टिस नहीं है और रिप्रजेंटेशन ऑफ पिपुल एक्ट की धारा-123 के तहत ये भ्रष्टाचार नहीं है.
याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां
गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था.
2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया.
सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, रिटायर्ड प्रोफ़ेसर शम्सुल इस्लाम और पत्रकार दिलीप मंडल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिपप्णी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अर्जी पर बाद में गौर किया जाएगा. कोर्ट ने इस याचिका को लंबित रखा है.
दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि पिछले ढाई साल से देश में इन आदेशों की आड़ में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे अल्पसंख्यक, स्वतंत्र विचारक और अन्य लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CJI ठाकुर ने कहा था :-
क्यों ना चुनाव में धर्म के आधार पर वोट मांगने को चुनावी दोष माना जाए?चुनावी प्रक्रिया धर्मनिरपेक्ष होती है और उसमें किसी धर्म को नहीं मिलाया जा सकताचुनाव और धर्म दो अलग-अलग चीजें हैं, उनको एक साथ नहीं मिलाया जा सकताक्या किसी धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी धर्मनिरपेक्ष गतिविधि में धर्म को शामिल किया जा सकता है?20 साल से संसद ने इस बारे में कोई कानून नहीं बनायाइतने वक्त से मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो क्या इंतजार हो रहा था कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करे जैसे यौन शौषण केस में हुआ. अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी याचिकाकर्ता सुंदर लाल पटवा के वकील की दलील पर की थी जब कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट को 1995 के जजमेंट को बने रहने देना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि पटवा का केस ही देखें तो वह जैन समुदाय से हैं और कोई उनके लिए कहे कि वह जैन होने के बावजूद राम मंदिर बनाने में मदद करेंगे तो ये प्रत्याशी नहीं बल्कि धर्म के आधार पर वोट मांगना होगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कई बड़े सवाल भी उठाए थे :-
क्या कोई एक समुदाय का व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों से अपने धर्म के आधार पर वोट मांग सकता है? क्या ये भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है ?क्या एक समुदाय का व्यक्ति दूसरे समुदाय के प्रत्याशी के लिए अपने समुदाय के लोगों से वोट मांग सकता है?क्या किसी धर्म गुरु के किसी दूसरे के लिए धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होगा और प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए?
दरअसल, भारत में चुनाव के दौरान धर्म, जाति समुदाय इत्यादि के आधार पर वोट मांगने या फिर धर्म गुरूओं द्वारा चुनाव में किसी को समर्थन देकर धर्म के नाम पर वोट डालने संबंधी तौर तरीके कितने सही और कितने गलत हैं ? इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है.
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को फिलहाल पार्टी बनाने से इंकार कर दिया था। CJI ठाकुर ने केंद्र सरकार को मामले में पार्टी बनाने संबंधी मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह एक चुनाव याचिका का मामला है, जोकि सीधे चुनाव आयोग से जुड़ा है। इसमें केंद्र सरकार को पार्टी नहीं बनाया जा सकता।
दरअसल 1995 के फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि- 'हिंदुत्व' के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फ़ायदा नहीं होता है।' उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को 'वे ऑफ़ लाइफ़' यानी जीवन जीने का एक तरीका और विचार बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है और इसे हिंदू धर्म और आस्था तक सीमित नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगना करप्ट प्रैक्टिस नहीं है और रिप्रजेंटेशन ऑफ पिपुल एक्ट की धारा-123 के तहत ये भ्रष्टाचार नहीं है.
याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां
गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था.
2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया.
याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां
गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था.
2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया.
गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था.
2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया.
2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया. | यहाँ एक सारांश है:1995 के जजमेंट पर दोबारा विचार नहीं करेंगे
वह ये तय करेंगे कि क्या धर्म के नाम पर वोट मांगे जा सकते हैं?
20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की गई थी | 15 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिका तथा भारत में किसानों की मदद के लिए घोषित बड़ी योजनाओं पर विश्व व्यापार संगठन (WTO) के अन्य सदस्यों की पैनी नज़र है, और यह बात WTO की कृषि समिति की तिमाही बैठक के लिए सोमवार को पेश किए गए सवालों से सामने आई है.
भुगतानों के आकार-प्रकार को लेकर WTO के नियम काफी सख्त हैं, और सदस्य देशों की सरकारें अन्य देशों पर बारीक नज़र रखती हैं, ताकि वे बेईमानी न कर सकें. 25-26 जून को होने वाली बैठक के लिए प्रस्तुत किए गए 62 पृष्ठों में किए गए सवालों में स्पष्टीकरण के आग्रहों से लेकर गैरकानूनी तरीके से किए गए भुगतानों को लेकर लगाए जा रहे आरोप तक शामिल हैं.
यूरोपीय यूनियन (EU) ने भारत से यह स्पष्ट करने के लिए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 1,000 खरब रुपये की योजनाओं के तहत वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए 250 खरब रुपये (357.5 अरब अमेरिकी डॉलर) खर्च करने के प्रस्ताव में क्या है. EU ने पूछा है, "कृषि उत्पादों के वैश्विक बाजार मूल्यों तथा आवश्यकता से अधिक उत्पादन को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के मद्देनज़र यह कैसे किया जाएगा...?"
अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने भी भारत की कृषि क्षेत्र को दी जाने वाली नई 'ट्रांसपोर्ट और मार्केटिंग सहायता' की विस्तार से जानकारी मांगी है, जो ऑस्ट्रेलिया के मुताबिक एक्सपोर्ट सब्सिडी ही है, जिसे चरणबद्ध तरीके से खत्म किया जाना है. उधर, अमेरिका को भी ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, यूरोपीय यूनियन, भारत, न्यूज़ीलैंड तथा यूक्रेन से डोनाल्ड ट्रंप की 16 अरब डॉलर के 'मार्केटिंग फैसिलिटेशन पैकेज' पर सवालों का सामना करना पड़ा है. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: PM मोदी कैसे दोगुनी करेंगे किसानों की आय?
WTO में EU ने उठाया सवाल
भुगतानों के आकार-प्रकार को लेकर WTO के नियम काफी सख्त हैं | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: कप्तान मिसबाह-उल-हक ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की शृंखला से पहले कहा कि पाकिस्तान को दोबारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी की स्वीकृति मिलनी चाहिए।टिप्पणियां
चार साल पहले लाहौर में श्रीलंका के क्रिकेटरों को लेकर जा रही बस पर आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान में टेस्ट शृंखला का आयोजन नहीं हुआ है। इस हमले में आठ स्थानीय लोग मारे गए थे और मेहमान टीम के छह खिलाड़ी घायल हुए थे।
मिसबाह ने कहा, पाकिस्तान क्रिकेट की दुनिया का इतना बड़ा देश है और दुनिया को देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में एक ट्वेंटी20 टूर्नामेंट के प्रत्येक मैच में स्टेडियम खचाखच भरे होते हैं और सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है। लोगों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट देखने को मिलना चाहिए। टीम मैनेजर नावेद अकरम चीमा ने भी मिसबाह से सहमति जताते हुए कहा कि देश में सुरक्षा की स्थिति बाहरी दुनिया जितना समझती है उससे बेहतर है।
चार साल पहले लाहौर में श्रीलंका के क्रिकेटरों को लेकर जा रही बस पर आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान में टेस्ट शृंखला का आयोजन नहीं हुआ है। इस हमले में आठ स्थानीय लोग मारे गए थे और मेहमान टीम के छह खिलाड़ी घायल हुए थे।
मिसबाह ने कहा, पाकिस्तान क्रिकेट की दुनिया का इतना बड़ा देश है और दुनिया को देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में एक ट्वेंटी20 टूर्नामेंट के प्रत्येक मैच में स्टेडियम खचाखच भरे होते हैं और सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है। लोगों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट देखने को मिलना चाहिए। टीम मैनेजर नावेद अकरम चीमा ने भी मिसबाह से सहमति जताते हुए कहा कि देश में सुरक्षा की स्थिति बाहरी दुनिया जितना समझती है उससे बेहतर है।
मिसबाह ने कहा, पाकिस्तान क्रिकेट की दुनिया का इतना बड़ा देश है और दुनिया को देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में एक ट्वेंटी20 टूर्नामेंट के प्रत्येक मैच में स्टेडियम खचाखच भरे होते हैं और सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है। लोगों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट देखने को मिलना चाहिए। टीम मैनेजर नावेद अकरम चीमा ने भी मिसबाह से सहमति जताते हुए कहा कि देश में सुरक्षा की स्थिति बाहरी दुनिया जितना समझती है उससे बेहतर है। | कप्तान मिसबाह-उल-हक ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की शृंखला से पहले कहा कि पाकिस्तान को दोबारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी की स्वीकृति मिलनी चाहिए। | 1 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन पाकिस्तान के साथ व्यापक रणनीतिक बातचीत के लिए जल्द ही वहां का दौरा करेंगी और इसकी बुनियाद तैयार करने के लिए अपने विशेष प्रतिनिधि मार्क ग्रोसमेन को वहां भेजेंगी। विदेश विभाग में प्रवक्ता मार्क टोनर ने संवाददाताओं को बताया, विदेश मंत्री ने अमेरिकी सहयोग से संबंधित व्यापक रणनीतिक बातचीत और पाकिस्तान को अमेरिकी सरकार के रुख से अवगत कराने के लिए पाकिस्तान के दौरे की योजना बनाई है। हिलेरी के दौरे की तारीख अभी तय नहीं हुई है। टोनर ने कहा, वह तब जाएंगी जब पूरी तैयारी हो जाएगी और वह सही संदर्भ में बातचीत कर सकेंगीं फिलहाल हम पाकिस्तान के साथ इसके लिए जमीनी स्तर तयार करने में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में हिलेरी ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और सेना प्रमुख अश्फाक परवेज कयानी से बात की। टोनर ने कहा, मैं समझता हूं कि विशेष प्रतिनिधि मार्क ग्रोसमेन पहले पाकिस्तान जाएंगे और वह इस बातचीत को जारी रखेंगे तथा जैसा मैंने कहा था, वह विदेश मंत्री के दौरे के लिए जमीनी स्तर तैयार करने का काम करेंगे। | अमेरिकी विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन पाकिस्तान के साथ व्यापक रणनीतिक बातचीत के लिए जल्द ही वहां का दौरा करेंगी। | 28 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रियो पैरालिम्पिक्स में हाई जंप में कांस्य पदक जीतने वाले वरुण भाटी को एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया है.
सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने भाटी को बधाई दी और एक करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण की बदौलत वरुण ने गजब का प्रदर्शन किया और देश एवं प्रदेश का नाम रोशन किया. अखिलेश ने कहा कि भाटी की उपलब्धि दिव्यांगों के लिए प्रोत्साहन का काम करेगी.टिप्पणियां
भाटी ग्रेटर नोएडा के जमालपुर गांव के रहने वाले हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने भाटी को बधाई दी और एक करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण की बदौलत वरुण ने गजब का प्रदर्शन किया और देश एवं प्रदेश का नाम रोशन किया. अखिलेश ने कहा कि भाटी की उपलब्धि दिव्यांगों के लिए प्रोत्साहन का काम करेगी.टिप्पणियां
भाटी ग्रेटर नोएडा के जमालपुर गांव के रहने वाले हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भाटी ग्रेटर नोएडा के जमालपुर गांव के रहने वाले हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया ऐलान.
सीएम अखिलेश यादव ने वरुण भाटी को बधाई दी.
वरुण ने देश एवं प्रदेश का नाम रोशन किया है : मुख्यमंत्री | 34 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को हाल में समाप्त हुई चार टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत के हाथों भले ही मुंह की खानी पड़ी हो लेकिन 3 अप्रैल से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग में उसके खिलाड़ियों का जलवा पहले की तरह बरकरार रहने की संभावना है। आईपीएल में इस बार लगभग 88 विदेशी खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं जिनमें अकेले 34 क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया के हैं। यह स्थिति तब है जबकि भारत ने हाल में ऑस्ट्रेलिया को चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 4-0 से करारी शिकस्त दी थी।
भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया एकमात्र ऐसा देश है जिसका कम से कम एक खिलाड़ी किसी न किसी टीम से जुड़ा हुआ है। आईपीएल को भले ही वैश्विक टूर्नामेंट कहा जाता है लेकिन इसमें मुख्य रूप से पांच देशों के खिलाड़ी ही शिरकत कर रहे हैं। यह भारतीय क्रिकेट बोर्ड का टूर्नामेंट है और इसलिए भारत से लगभग 160 खिलाड़ियों को इसमें शामिल किया गया है।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया (34), दक्षिण अफ्रीका (15), श्रीलंका और वेस्टइंडीज (दोनों 13) का नंबर आता है। न्यूजीलैंड के केवल छह खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में भाग लेंगे जबकि इंग्लैंड के चार खिलाड़ी इसमें दिखाई देंगे। काउंटी टीमों ने अपने खिलाड़ियों को गर्मियों के पूरे सत्र में उपलब्ध रहने की हिदायत दी थी जिसके कारण उसके क्रिकेटर आईपीएल के लिये उपलब्ध नहीं हो पाए।
न्यूजीलैंड के जेसी राइडर और इंग्लैंड के केविन पीटरसन चोटिल होने के कारण आईपीएल में नहीं खेल पाएंगे।
बांग्लादेश के दो खिलाड़ी साकिब अल हसन और तमीम इकबाल आईपीएल का हिस्सा हैं लेकिन चोटिल होने के कारण इन दोनों के खेलने पर संदेह है। इस बीच बांग्लादेश को जिम्बाब्वे का दौरा भी करना है। एसोसिएट देशों में केवल हालैंड के रेयान टेन डोएशे (कोलकाता नाइटराइडर्स) ही आईपीएल में भाग लेंगे।
दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़कर लगभग हर टीम में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा है। डेयरडेविल्स में केवल डेविड वार्नर के रूप में एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी है। मुंबई इंडियन्स के कप्तान रिकी पोंटिंग हैं तो उसमें सर्वाधिक छह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनमें आखिरी नीलामी में दस लाख डॉलर की धनराशि पाने वाले ग्लेन मैक्सवेल पर सब की निगाहें रहेंगी।
मुंबई की तरह किंग्स इलेवन पंजाब की कमान एडम गिलक्रिस्ट के हाथों में है। उनके अलावा चार अन्य ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पंजाब की टीम का हिस्सा है। राजस्थान रायल्स की टीम में भी शेन वाटसन, ब्रैड हाज, बैड्र हाग और शान टैट सहित पांच ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स और पुणे वॉरियर्स में चार-चार, रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, केकेआर और हैदराबाद सनराइजर्स में तीन-तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं।
आईपीएल में पिछले पांच वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दबदबा रहा है और इस बार भी उसके खिलाड़ी फिर से अपना जलवा दिखा सकते हैं।टिप्पणियां
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया एकमात्र ऐसा देश है जिसका कम से कम एक खिलाड़ी किसी न किसी टीम से जुड़ा हुआ है। आईपीएल को भले ही वैश्विक टूर्नामेंट कहा जाता है लेकिन इसमें मुख्य रूप से पांच देशों के खिलाड़ी ही शिरकत कर रहे हैं। यह भारतीय क्रिकेट बोर्ड का टूर्नामेंट है और इसलिए भारत से लगभग 160 खिलाड़ियों को इसमें शामिल किया गया है।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया (34), दक्षिण अफ्रीका (15), श्रीलंका और वेस्टइंडीज (दोनों 13) का नंबर आता है। न्यूजीलैंड के केवल छह खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में भाग लेंगे जबकि इंग्लैंड के चार खिलाड़ी इसमें दिखाई देंगे। काउंटी टीमों ने अपने खिलाड़ियों को गर्मियों के पूरे सत्र में उपलब्ध रहने की हिदायत दी थी जिसके कारण उसके क्रिकेटर आईपीएल के लिये उपलब्ध नहीं हो पाए।
न्यूजीलैंड के जेसी राइडर और इंग्लैंड के केविन पीटरसन चोटिल होने के कारण आईपीएल में नहीं खेल पाएंगे।
बांग्लादेश के दो खिलाड़ी साकिब अल हसन और तमीम इकबाल आईपीएल का हिस्सा हैं लेकिन चोटिल होने के कारण इन दोनों के खेलने पर संदेह है। इस बीच बांग्लादेश को जिम्बाब्वे का दौरा भी करना है। एसोसिएट देशों में केवल हालैंड के रेयान टेन डोएशे (कोलकाता नाइटराइडर्स) ही आईपीएल में भाग लेंगे।
दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़कर लगभग हर टीम में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा है। डेयरडेविल्स में केवल डेविड वार्नर के रूप में एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी है। मुंबई इंडियन्स के कप्तान रिकी पोंटिंग हैं तो उसमें सर्वाधिक छह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनमें आखिरी नीलामी में दस लाख डॉलर की धनराशि पाने वाले ग्लेन मैक्सवेल पर सब की निगाहें रहेंगी।
मुंबई की तरह किंग्स इलेवन पंजाब की कमान एडम गिलक्रिस्ट के हाथों में है। उनके अलावा चार अन्य ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पंजाब की टीम का हिस्सा है। राजस्थान रायल्स की टीम में भी शेन वाटसन, ब्रैड हाज, बैड्र हाग और शान टैट सहित पांच ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स और पुणे वॉरियर्स में चार-चार, रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, केकेआर और हैदराबाद सनराइजर्स में तीन-तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं।
आईपीएल में पिछले पांच वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दबदबा रहा है और इस बार भी उसके खिलाड़ी फिर से अपना जलवा दिखा सकते हैं।टिप्पणियां
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया (34), दक्षिण अफ्रीका (15), श्रीलंका और वेस्टइंडीज (दोनों 13) का नंबर आता है। न्यूजीलैंड के केवल छह खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में भाग लेंगे जबकि इंग्लैंड के चार खिलाड़ी इसमें दिखाई देंगे। काउंटी टीमों ने अपने खिलाड़ियों को गर्मियों के पूरे सत्र में उपलब्ध रहने की हिदायत दी थी जिसके कारण उसके क्रिकेटर आईपीएल के लिये उपलब्ध नहीं हो पाए।
न्यूजीलैंड के जेसी राइडर और इंग्लैंड के केविन पीटरसन चोटिल होने के कारण आईपीएल में नहीं खेल पाएंगे।
बांग्लादेश के दो खिलाड़ी साकिब अल हसन और तमीम इकबाल आईपीएल का हिस्सा हैं लेकिन चोटिल होने के कारण इन दोनों के खेलने पर संदेह है। इस बीच बांग्लादेश को जिम्बाब्वे का दौरा भी करना है। एसोसिएट देशों में केवल हालैंड के रेयान टेन डोएशे (कोलकाता नाइटराइडर्स) ही आईपीएल में भाग लेंगे।
दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़कर लगभग हर टीम में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा है। डेयरडेविल्स में केवल डेविड वार्नर के रूप में एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी है। मुंबई इंडियन्स के कप्तान रिकी पोंटिंग हैं तो उसमें सर्वाधिक छह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनमें आखिरी नीलामी में दस लाख डॉलर की धनराशि पाने वाले ग्लेन मैक्सवेल पर सब की निगाहें रहेंगी।
मुंबई की तरह किंग्स इलेवन पंजाब की कमान एडम गिलक्रिस्ट के हाथों में है। उनके अलावा चार अन्य ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पंजाब की टीम का हिस्सा है। राजस्थान रायल्स की टीम में भी शेन वाटसन, ब्रैड हाज, बैड्र हाग और शान टैट सहित पांच ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स और पुणे वॉरियर्स में चार-चार, रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, केकेआर और हैदराबाद सनराइजर्स में तीन-तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं।
आईपीएल में पिछले पांच वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दबदबा रहा है और इस बार भी उसके खिलाड़ी फिर से अपना जलवा दिखा सकते हैं।टिप्पणियां
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
न्यूजीलैंड के जेसी राइडर और इंग्लैंड के केविन पीटरसन चोटिल होने के कारण आईपीएल में नहीं खेल पाएंगे।
बांग्लादेश के दो खिलाड़ी साकिब अल हसन और तमीम इकबाल आईपीएल का हिस्सा हैं लेकिन चोटिल होने के कारण इन दोनों के खेलने पर संदेह है। इस बीच बांग्लादेश को जिम्बाब्वे का दौरा भी करना है। एसोसिएट देशों में केवल हालैंड के रेयान टेन डोएशे (कोलकाता नाइटराइडर्स) ही आईपीएल में भाग लेंगे।
दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़कर लगभग हर टीम में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा है। डेयरडेविल्स में केवल डेविड वार्नर के रूप में एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी है। मुंबई इंडियन्स के कप्तान रिकी पोंटिंग हैं तो उसमें सर्वाधिक छह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनमें आखिरी नीलामी में दस लाख डॉलर की धनराशि पाने वाले ग्लेन मैक्सवेल पर सब की निगाहें रहेंगी।
मुंबई की तरह किंग्स इलेवन पंजाब की कमान एडम गिलक्रिस्ट के हाथों में है। उनके अलावा चार अन्य ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पंजाब की टीम का हिस्सा है। राजस्थान रायल्स की टीम में भी शेन वाटसन, ब्रैड हाज, बैड्र हाग और शान टैट सहित पांच ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स और पुणे वॉरियर्स में चार-चार, रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, केकेआर और हैदराबाद सनराइजर्स में तीन-तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं।
आईपीएल में पिछले पांच वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दबदबा रहा है और इस बार भी उसके खिलाड़ी फिर से अपना जलवा दिखा सकते हैं।टिप्पणियां
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
बांग्लादेश के दो खिलाड़ी साकिब अल हसन और तमीम इकबाल आईपीएल का हिस्सा हैं लेकिन चोटिल होने के कारण इन दोनों के खेलने पर संदेह है। इस बीच बांग्लादेश को जिम्बाब्वे का दौरा भी करना है। एसोसिएट देशों में केवल हालैंड के रेयान टेन डोएशे (कोलकाता नाइटराइडर्स) ही आईपीएल में भाग लेंगे।
दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़कर लगभग हर टीम में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा है। डेयरडेविल्स में केवल डेविड वार्नर के रूप में एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी है। मुंबई इंडियन्स के कप्तान रिकी पोंटिंग हैं तो उसमें सर्वाधिक छह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनमें आखिरी नीलामी में दस लाख डॉलर की धनराशि पाने वाले ग्लेन मैक्सवेल पर सब की निगाहें रहेंगी।
मुंबई की तरह किंग्स इलेवन पंजाब की कमान एडम गिलक्रिस्ट के हाथों में है। उनके अलावा चार अन्य ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पंजाब की टीम का हिस्सा है। राजस्थान रायल्स की टीम में भी शेन वाटसन, ब्रैड हाज, बैड्र हाग और शान टैट सहित पांच ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स और पुणे वॉरियर्स में चार-चार, रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, केकेआर और हैदराबाद सनराइजर्स में तीन-तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं।
आईपीएल में पिछले पांच वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दबदबा रहा है और इस बार भी उसके खिलाड़ी फिर से अपना जलवा दिखा सकते हैं।टिप्पणियां
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़कर लगभग हर टीम में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा है। डेयरडेविल्स में केवल डेविड वार्नर के रूप में एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी है। मुंबई इंडियन्स के कप्तान रिकी पोंटिंग हैं तो उसमें सर्वाधिक छह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनमें आखिरी नीलामी में दस लाख डॉलर की धनराशि पाने वाले ग्लेन मैक्सवेल पर सब की निगाहें रहेंगी।
मुंबई की तरह किंग्स इलेवन पंजाब की कमान एडम गिलक्रिस्ट के हाथों में है। उनके अलावा चार अन्य ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पंजाब की टीम का हिस्सा है। राजस्थान रायल्स की टीम में भी शेन वाटसन, ब्रैड हाज, बैड्र हाग और शान टैट सहित पांच ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स और पुणे वॉरियर्स में चार-चार, रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, केकेआर और हैदराबाद सनराइजर्स में तीन-तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं।
आईपीएल में पिछले पांच वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दबदबा रहा है और इस बार भी उसके खिलाड़ी फिर से अपना जलवा दिखा सकते हैं।टिप्पणियां
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
मुंबई की तरह किंग्स इलेवन पंजाब की कमान एडम गिलक्रिस्ट के हाथों में है। उनके अलावा चार अन्य ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पंजाब की टीम का हिस्सा है। राजस्थान रायल्स की टीम में भी शेन वाटसन, ब्रैड हाज, बैड्र हाग और शान टैट सहित पांच ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स और पुणे वॉरियर्स में चार-चार, रायल चैलेंजर्स बेंगलूर, केकेआर और हैदराबाद सनराइजर्स में तीन-तीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं।
आईपीएल में पिछले पांच वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दबदबा रहा है और इस बार भी उसके खिलाड़ी फिर से अपना जलवा दिखा सकते हैं।टिप्पणियां
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
आईपीएल में पिछले पांच वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में दबदबा रहा है और इस बार भी उसके खिलाड़ी फिर से अपना जलवा दिखा सकते हैं।टिप्पणियां
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
रॉयल चैलेंजर्स ने सर्वाधिक 23 भारतीय खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल किए हैं जबकि केकेआर की टीम में फिलहाल 12 भारतीय खिलाड़ी ही हैं। केकेआर ने इस बार सबसे कम 23 खिलाड़ियों को टीम में लिया है लेकिन इसके बावजूद उसकी टीम अनेकता में एकता की मिसाल पेश करती है। केकेआर की टीम में सर्वाधिक नौ देशों के खिलाड़ी शामिल हैं। पुणे में आठ और बेंगलूर की टीम में छह देशों जबकि बाकी टीमों में पांच-पांच देशों के खिलाड़ी शामिल हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है।
किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में कोई श्रीलंकाई खिलाड़ी नहीं है जबकि मुंबई और राजस्थान रायल्स ने इस बार दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को तरजीह नहीं दी है। | यह एक सारांश है: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को हाल में समाप्त हुई चार टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत के हाथों भले ही मुंह की खानी पड़ी हो लेकिन 3 अप्रैल से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग में उसके खिलाड़ियों का जलवा पहले की तरह बरकरार रहने की संभावना है। | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: संयुक्त राष्ट्र में सदस्यता हासिल करने के फिलस्तीनी प्रयास में बाधा डालने की अमेरिकी कोशिश के बीच भारत ने एक बार फिर स्वतंत्र फिलस्तीन राष्ट्र के प्रति समर्थन दोहराया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने यहां बड़ी संख्या में मौजूद भारतीय मीडिया के समक्ष कहा कि संयुक्त राष्ट्र को सम्बोधित करने के लिए यहां गुरुवार को पहुंचे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने फिलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास को 19 सितम्बर को पत्र लिखकर संयुक्त राष्ट्र में उन्हें भारत के समर्थन का आश्वासन दिया था। पुरी ने कहा कि इस बात की पूरी सम्भावना है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा को शुक्रवार को सम्बोधित करने के बाद अब्बास संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून को सूचित करेंगे कि फिलस्तीन प्रशासन एक राष्ट्र की जिम्मेदारी सम्भालने को तैयार है। पुरी ने कहा कि अब्बास को इस बात के लिए राजी करने के प्रयास भी जारी हैं कि वह इस समय संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता के लिए न तो महासभा से सम्पर्क करें और न संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से ही। इस बीच इस्राइल-फिलस्तीन के बीच सीधी बातचीत शुरू कराने के प्रयास जारी हैं। पुरी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में अब तक समर्थन में हुए भाषणों के बाद फिलस्तीन के लिए बहुत विकल्प नहीं बचा है। यदि यह मामला सुरक्षा परिषद के समक्ष आता है, तो अमेरिका भी वीटो का इस्तेमाल न करने को वरीयता देगा। लेकिन कोई विकल्प न बचने की सूरत में लगता है कि वह इस कदम पर वीटो का इस्तेमाल करने को तैयार रहेगा। पुरी ने कहा कि फिलस्तीन को मान्यता देने वाला भारत पहला गैर अरब देश है, जो 1988 से ही उसका समर्थन करता आ रहा है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह ने अपने पत्र में दोहराया है कि भारत फिलस्तीन का समर्थन करेगा। पुरी ने एक प्रश्न के जवाब में कहा, "फिलस्तीन को भारत का समर्थन 100 फीसदी स्पष्ट है।" उन्होंने कहा कि यदि इस मुद्दे पर मतदान हुआ तो भारत महासभा और सुरक्षा परिषद में इसके पक्ष में वोट करेगा। पुरी ने कहा, "फिलस्तीन के प्रश्न पर भारत किसी दबाव में आए, इसका सवाल ही नहीं उठता।" | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: संयुक्त राष्ट्र में सदस्यता हासिल करने के फिलस्तीनी प्रयास में बाधा डालने की अमेरिकी कोशिश के बीच भारत ने एक बार फिर फिलस्तीन के प्रति समर्थन दोहराया है। | 25 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: विश्वकप फाइनल से पहले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंकाई टीम को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी नहीं किया है और अभी बहुत कुछ बाकी है। उन्होंने कहा कि टीम अनुभवी स्पिनर मुथया मुरलीधरन का सामना करने को तैयार है। धोनी ने संकेत दिया कि तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को घायल आशीष नेहरा की जगह कल फाइनल में उतारा जा सकता है। श्रीलंका को चेताते हुए उन्होंने कहा, अभी बहुत कुछ बाकी है। हमने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है और कम रन बनाने के बावजूद एक मैच जीता जबकि कुछ विकेट शेष रहते दूसरा मैच जीता। यदि हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके तो यह दिलचस्प मैच होगा। उन्होंने कहा, हम टूर्नामेंट जीत के साथ खत्म करना चाहते हैं। यह हम सभी के लिये बड़ा मुकाबला है। नतीजा चाहे जो हो, मुझे अपनी टीम पर गर्व है। तेज गेंदबाज आशीष नेहरा उंगली में फ्रेक्चर के कारण कल नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और आफ स्पिनर आर अश्विन के बीच में से चयन होना है। धोनी ने कहा, आशीष की उंगली में मल्टीपल फ्रेक्चर है लिहाजा वह नहीं खेल पाएगा। धोनी ने कहा, मुंबई की विकेट पर तेज गेंदबाजों को शुरूआत में उछाल और गति मिलती है और बाद में रिवर्स स्विंग भी। ऐसे में तीसरा तेज गेंदबाज उपयोगी साबित हो सकता है। उन्होंने कहा, यदि मैं स्पिनर को चुनता हूं तो अनियमित धीमे गेंदबाजों के रहते हुए टीम में अधिक बदलाव की गुंजाइश नहीं रहती। वैसे अश्विन को जो भी मौका मिला, उसने अच्छा प्रदर्शन किया। हमें उस पर भरोसा है लेकिन अभी यह तय नहीं हुआ है कि कल तीन तेज गेंदबाज खेलेंगे या एक अतिरिक्त स्पिनर। श्रीसंत ने 19 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। ऐसे में लंबे ब्रेक के बाद लय कैसे हासिल करेंगे, यह पूछने पर धोनी ने कहा कि यदि फाइनल को एक सामान्य मैच की तरह ही माना जाये तो कोई मुश्किल नहीं होगी। धोनी ने कहा, इसे फाइनल नहीं बल्कि एक आम मैच की तरह देखा जाए। श्रीसंत ने अधिकांश मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है। उसे स्विंग भी मिलती है और शुरूआती विकेट भी। एक खिलाड़ी को दूसरे पर तरजीह देना मुश्किल होता है लेकिन उम्मीद करते हैं कि जिसे भी चुना जायेगा, वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा, हम उसे अधिक मौके नहीं दे सके। पहले मैच में भी उसने खराब गेंदबाजी नहीं की। उसके बाद हमने दूसरों को मौके दिए। यह देखना होता है कि हालात किसके अनुकूल हैं। मैदान पर श्रीसंत के तेवरों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, श्रीसंत को सिर्फ श्रीसंत ही काबू में रख सकता है। यह मेरे बस की बात नहीं। वह बड़े मैचों में काफी रोमांचित हो जाता है। धोनी ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल के बाद टीम थकी हुई है लेकिन उन्होंने कहा कि फाइनल और सेमीफाइनल में अधिक अंतर नहीं होने की उन्हें खुशी है। धोनी ने कहा, यह बड़ा मैच था। भारत और पाकिस्तान के मुकाबले बड़े ही होते हैं क्योंकि इसमें टीमों पर काफी दबाव होता है। हम सेमीफाइनल के बाद थक जरूर गए हैं लेकिन अगले दो दिन का पूरा उपयोग किया है। उम्मीद है कि फाइनल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकेंगे। उन्होंने कहा, अच्छी बात यह है कि फाइनल और सेमीफाइनल के बीच अधिक अंतर नहीं है। कल हम यात्रा कर रहे थे और आज हमने अभ्यास किया। हम फाइनल के लिये तैयार हैं। भारतीय सरजमीं पर अगली बार पता नहीं विश्व कप में खेलने का मौका कब मिलेगा लिहाजा हम अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: विश्वकप फाइनल से पहले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंकाई टीम को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी नहीं किया है। | 32 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की पत्नी जैक्लिन ने कई गुप्त ऑडियो टेप तैयार किए थे, जिन्हें अब एक विशेष टीवी शो में सार्वजनिक किया जाएगा। मीडिया की एक रिपोर्ट में बताया गया कि इन टेपों के खुलासे से कैनेडी के साथ उनके निजी संबंधों पर से पर्दा उठेगा। पूर्व राष्ट्रपति की 22 नवंबर, 1963 को हुई हत्या के कुछ महीनों के भीतर इन टेप को दिग्गज इतिहासकार आर्थर एक श्लेसिंगर के साथ तैयार किया गया और तब से यह बोस्टन के कैनेडी लाइब्रेरी में बंद है। पांच साल बाद यूनान के बड़े जहाज व्यापारी एरिस्टोटल ओनेसिस से शादी करने के बाद जैक्लिन को दुनिया ने जैकी ओ के नाम से जाना। उन्होंने निर्देश दिया था कि उनकी मृत्यु के 50 साल बाद तक इन टेपों को सार्वजनिक नहीं किया जाए। 'संडे एक्सप्रेस' के मुताबिक, हालांकि जैकी ओ की मृत्यु कैंसर से मई, 1994 में 64 साल की आयु में हुई, लेकिन उनकी बेटी कैरोलिन कैनेडी उन टेपों का खुलासा अमेरिकी टीवी नेटवर्क एबीसी पर करने को तैयार हो गई हैं। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की पत्नी जैक्लिन ने कई गुप्त ऑडियो टेप तैयार किए थे, जिन्हें अब एक विशेष टीवी शो में सार्वजनिक किया जाएगा। | 19 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने सोमवार को अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष लिखित बयान देकर डेटा दुरुपयोग को लेकर माफी मांगी. मार्क ने कहा कि वह फेसबुक पर लोगों के डेटा को सुरक्षित नहीं रख पाने के लिए जिम्मेदार हैं. जुकरबर्ग ने कांग्रेस की एक समिति के समक्ष कहा, "हमने अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से नहीं निभाई, जो एक बड़ी गलती थी."टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "यह मेरी गलती थी. मुझे इस पर खेद है. मैंने फेसबुक की शुरुआत की थी. मैं इसका संचालन करता हूं और इसके साथ जो कुछ भी होता है, उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं."
गौरतलब है कि ब्रिटेन की डेटा विश्लेषक कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा फेसबुक के डेटा का दुरुपयोग विवाद को लेकर फेसबुक को खासी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इस कंपनी पर भारत में चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगा है. कंपनी ने खुद ही दावा किया था कि उसने भारत के कई संस्थाओं और राजनीतिक दलों और नेताओं को अपनी सेवाएं दी हैं.
उन्होंने कहा, "यह मेरी गलती थी. मुझे इस पर खेद है. मैंने फेसबुक की शुरुआत की थी. मैं इसका संचालन करता हूं और इसके साथ जो कुछ भी होता है, उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं."
गौरतलब है कि ब्रिटेन की डेटा विश्लेषक कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा फेसबुक के डेटा का दुरुपयोग विवाद को लेकर फेसबुक को खासी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इस कंपनी पर भारत में चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगा है. कंपनी ने खुद ही दावा किया था कि उसने भारत के कई संस्थाओं और राजनीतिक दलों और नेताओं को अपनी सेवाएं दी हैं.
गौरतलब है कि ब्रिटेन की डेटा विश्लेषक कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा फेसबुक के डेटा का दुरुपयोग विवाद को लेकर फेसबुक को खासी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इस कंपनी पर भारत में चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगा है. कंपनी ने खुद ही दावा किया था कि उसने भारत के कई संस्थाओं और राजनीतिक दलों और नेताओं को अपनी सेवाएं दी हैं. | अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष लिखित बयान दिया
डेटा दुरुपयोग को लेकर माफी मांगी
डेटा को सुरक्षित नहीं रख पाने के लिए जिम्मेदार | 26 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: झारखंड (Jharkhand) में विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) का बिगुल बज गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा (Sunil Arora ) ने चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. झारखंड में पहले चरण का मतदान 30 नवंबर, दूसरे चरण का मतदान 7 दिसंबर, तीसरे चरण का मतदान 12 दिसंबर, चौथे चरण का मतदान 16 दिसंबर और पांचवें चरण का मतदान 20 दिसंबर को होगा. चुनावों के नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे. चुनाव आयोग (Election commission) ने कहा है कि उन्होंने व्यापक तैयारी की है और झारखंड में आज से आदर्श आचार संहिता भी लागू कर दी गई है.
बता दें कि, झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 को पूरा हो रहा है, उससे पहले नई सरकार का गठन किया जाएगा. पिछली बार झारखंड में पांच चरणों में चुनाव हुए थे. 81 सदस्यों की विधानसभा में बीजेपी आजसू गठबंधन ने 42 सीटें जीती थीं. बीजेपी ने 72 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 37 सीटें जीती थीं. जबकि उसके सहयोगी आजसू ने 8 सीटों पर चुनाव लड़ा था और पांच सीटें जीती थीं.
झारखंड में पिछली बार कई बड़े नेता चुनाव हार गए थे. इसमें सीएम उम्मीदवार अर्जुन मुंडा, तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम मधु कोड़ा, आजसू अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो शामिल थे. चुनाव बाद झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के छह विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे.
बता दें कि पहले इस बात की संभावना थी कि आयोग झारखंड के साथ दिल्ली विधानसभा के चुनाव का कार्यक्रम भी घोषित करेगा, लेकिन आयोग ने सिर्फ झारखंड का चुनाव कार्यक्रम ही घोषित करने की जानकारी दी है. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 22 फरवरी को पूरा हो रहा है. | संक्षिप्त पाठ: 5 चरण में होंगे झारखंड विधानसभा के चुनाव
चुनाव आयोग ने की है व्यापक तैयारी: ECI
आज से झारखंड में आदर्श आचारसंहिता लागू | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कोरियाई प्रायद्वीप में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने आज कहा कि उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उत्तर कोरिया की उकसावेपूर्ण कार्रवाइयों के खिलाफ उकसावा-रोधी योजना तैयार की है।
पेंटागन प्रेस सचिव जार्ज लिटल ने कहा, हमने दक्षिण कोरियाई सहयोगियों के साथ मिलकर योजनाएं तैयार की हैं और स्वाभाविक रूप से हमें उम्मीद है कि हमें कभी इनका उपयोग नहीं करना होगा। लिटल ने कहा कि इस योजना का नेतृत्व दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ करेंगे।
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ ‘युद्ध की स्थिति’ की घोषणा की थी और चेतावनी दी थी कि उकसावा होने पर ‘पूर्ण युद्ध, परमाणु युद्ध’ में हवाई और गुआम के अमेरिकी ठिकानों को लक्ष्य बनाया जाएगा।
लिटल ने कहा, नई उकसावा-रोधी योजना डीपीआरके (लोकतांत्रिक जन कोरिया गणराज्य) के उकसावों से निबटने के लिए अमेरिका और कोरिया गणराज्य के बीच प्रयासों को समन्वित करने के लिए द्विपक्षीय परामर्श को औपचारिक रूप देता है।
पेंटागन के प्रेस सचिव ने कहा, यह योजना हमारी संयुक्त तैयारी रुख सुधारती है और हमें किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का तुरंत एवं निर्णायक जवाब देने की इजाजत देती है। बहरहाल, लिटल ने इस योजना का कोई ब्योरा नहीं दिया।टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का प्रभावी जवाब देने के लिए विकल्प हैं। ‘‘लक्ष्य प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता की रक्षा करना है।’’ सवालों के जवाब में लिटल ने स्पष्ट किया कि समुद्र आधारित एक्स-बैंड रेडार उत्तर कोरिया की उकसावेबाजी का जवाब देने के लिए वहां नहीं भेजा गया है।
उन्होंने कहा, एसबीएक्स रास्ते में है। उसकी अर्धवार्षिक प्रणाली जांच जारी है। अतिरिक्त तैनाती के बारे में फैसले अभी इस मोड़ पर नहीं किए गए हैं।
पेंटागन प्रेस सचिव जार्ज लिटल ने कहा, हमने दक्षिण कोरियाई सहयोगियों के साथ मिलकर योजनाएं तैयार की हैं और स्वाभाविक रूप से हमें उम्मीद है कि हमें कभी इनका उपयोग नहीं करना होगा। लिटल ने कहा कि इस योजना का नेतृत्व दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ करेंगे।
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ ‘युद्ध की स्थिति’ की घोषणा की थी और चेतावनी दी थी कि उकसावा होने पर ‘पूर्ण युद्ध, परमाणु युद्ध’ में हवाई और गुआम के अमेरिकी ठिकानों को लक्ष्य बनाया जाएगा।
लिटल ने कहा, नई उकसावा-रोधी योजना डीपीआरके (लोकतांत्रिक जन कोरिया गणराज्य) के उकसावों से निबटने के लिए अमेरिका और कोरिया गणराज्य के बीच प्रयासों को समन्वित करने के लिए द्विपक्षीय परामर्श को औपचारिक रूप देता है।
पेंटागन के प्रेस सचिव ने कहा, यह योजना हमारी संयुक्त तैयारी रुख सुधारती है और हमें किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का तुरंत एवं निर्णायक जवाब देने की इजाजत देती है। बहरहाल, लिटल ने इस योजना का कोई ब्योरा नहीं दिया।टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का प्रभावी जवाब देने के लिए विकल्प हैं। ‘‘लक्ष्य प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता की रक्षा करना है।’’ सवालों के जवाब में लिटल ने स्पष्ट किया कि समुद्र आधारित एक्स-बैंड रेडार उत्तर कोरिया की उकसावेबाजी का जवाब देने के लिए वहां नहीं भेजा गया है।
उन्होंने कहा, एसबीएक्स रास्ते में है। उसकी अर्धवार्षिक प्रणाली जांच जारी है। अतिरिक्त तैनाती के बारे में फैसले अभी इस मोड़ पर नहीं किए गए हैं।
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ ‘युद्ध की स्थिति’ की घोषणा की थी और चेतावनी दी थी कि उकसावा होने पर ‘पूर्ण युद्ध, परमाणु युद्ध’ में हवाई और गुआम के अमेरिकी ठिकानों को लक्ष्य बनाया जाएगा।
लिटल ने कहा, नई उकसावा-रोधी योजना डीपीआरके (लोकतांत्रिक जन कोरिया गणराज्य) के उकसावों से निबटने के लिए अमेरिका और कोरिया गणराज्य के बीच प्रयासों को समन्वित करने के लिए द्विपक्षीय परामर्श को औपचारिक रूप देता है।
पेंटागन के प्रेस सचिव ने कहा, यह योजना हमारी संयुक्त तैयारी रुख सुधारती है और हमें किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का तुरंत एवं निर्णायक जवाब देने की इजाजत देती है। बहरहाल, लिटल ने इस योजना का कोई ब्योरा नहीं दिया।टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का प्रभावी जवाब देने के लिए विकल्प हैं। ‘‘लक्ष्य प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता की रक्षा करना है।’’ सवालों के जवाब में लिटल ने स्पष्ट किया कि समुद्र आधारित एक्स-बैंड रेडार उत्तर कोरिया की उकसावेबाजी का जवाब देने के लिए वहां नहीं भेजा गया है।
उन्होंने कहा, एसबीएक्स रास्ते में है। उसकी अर्धवार्षिक प्रणाली जांच जारी है। अतिरिक्त तैनाती के बारे में फैसले अभी इस मोड़ पर नहीं किए गए हैं।
लिटल ने कहा, नई उकसावा-रोधी योजना डीपीआरके (लोकतांत्रिक जन कोरिया गणराज्य) के उकसावों से निबटने के लिए अमेरिका और कोरिया गणराज्य के बीच प्रयासों को समन्वित करने के लिए द्विपक्षीय परामर्श को औपचारिक रूप देता है।
पेंटागन के प्रेस सचिव ने कहा, यह योजना हमारी संयुक्त तैयारी रुख सुधारती है और हमें किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का तुरंत एवं निर्णायक जवाब देने की इजाजत देती है। बहरहाल, लिटल ने इस योजना का कोई ब्योरा नहीं दिया।टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का प्रभावी जवाब देने के लिए विकल्प हैं। ‘‘लक्ष्य प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता की रक्षा करना है।’’ सवालों के जवाब में लिटल ने स्पष्ट किया कि समुद्र आधारित एक्स-बैंड रेडार उत्तर कोरिया की उकसावेबाजी का जवाब देने के लिए वहां नहीं भेजा गया है।
उन्होंने कहा, एसबीएक्स रास्ते में है। उसकी अर्धवार्षिक प्रणाली जांच जारी है। अतिरिक्त तैनाती के बारे में फैसले अभी इस मोड़ पर नहीं किए गए हैं।
पेंटागन के प्रेस सचिव ने कहा, यह योजना हमारी संयुक्त तैयारी रुख सुधारती है और हमें किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का तुरंत एवं निर्णायक जवाब देने की इजाजत देती है। बहरहाल, लिटल ने इस योजना का कोई ब्योरा नहीं दिया।टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का प्रभावी जवाब देने के लिए विकल्प हैं। ‘‘लक्ष्य प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता की रक्षा करना है।’’ सवालों के जवाब में लिटल ने स्पष्ट किया कि समुद्र आधारित एक्स-बैंड रेडार उत्तर कोरिया की उकसावेबाजी का जवाब देने के लिए वहां नहीं भेजा गया है।
उन्होंने कहा, एसबीएक्स रास्ते में है। उसकी अर्धवार्षिक प्रणाली जांच जारी है। अतिरिक्त तैनाती के बारे में फैसले अभी इस मोड़ पर नहीं किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास किसी उत्तर कोरियाई उकसावे का प्रभावी जवाब देने के लिए विकल्प हैं। ‘‘लक्ष्य प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता की रक्षा करना है।’’ सवालों के जवाब में लिटल ने स्पष्ट किया कि समुद्र आधारित एक्स-बैंड रेडार उत्तर कोरिया की उकसावेबाजी का जवाब देने के लिए वहां नहीं भेजा गया है।
उन्होंने कहा, एसबीएक्स रास्ते में है। उसकी अर्धवार्षिक प्रणाली जांच जारी है। अतिरिक्त तैनाती के बारे में फैसले अभी इस मोड़ पर नहीं किए गए हैं।
उन्होंने कहा, एसबीएक्स रास्ते में है। उसकी अर्धवार्षिक प्रणाली जांच जारी है। अतिरिक्त तैनाती के बारे में फैसले अभी इस मोड़ पर नहीं किए गए हैं। | संक्षिप्त सारांश: कोरियाई प्रायद्वीप में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने आज कहा कि उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उत्तर कोरिया की उकसावेपूर्ण कार्रवाइयों के खिलाफ उकसावा-रोधी योजना तैयार की है। | 29 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 'मुझे बताया गया है कि गृह मंत्रालय इस पर निर्णय ले रहा है. गृह मंत्रालय के पास पुलिस ने जो चार्जशीट फाइल की है, जो सबूत रखे हैं कोर्ट के सामने, वह सारे तथ्य उनके पास आए हैं. गृह मंत्रालय में जो भी अथॉरिटी है, वह इस पर निर्णय लेगी. मैं आपको केवल एक ही आश्वासन दे सकता हूं कि इस मामले में हम लोगों की तरफ से किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा. किसी भी तरह का कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होगा. किसी भी तरह का कोई दबाव नहीं होगा.'
उन्होंने कहा कि 'सारे तथ्यों को नजर में रखते हुए जो भी निर्णय अथॉरिटी लेगी वह निर्णय कोर्ट के सामने रख दिया जाएगा. आज मैंने अखबार में कुछ खबर पढ़ी हैं मुझे इसके बारे में बिल्कुल कोई आइडिया नहीं है. मुझे बताया गया है कि अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है, जो खबरें आज छपी हैं वह स्पेक्यूलेशन है.'
पुलिस ने राष्ट्रद्रोह मामले में कन्हैया और अन्य के खिलाफ अभियोग के लिए दिल्ली सरकार की मंजूरी मांगी थी. पुलिस ने कन्हैया और अन्य के खिलाफ अदालत में 14 जनवरी को आरोप पत्र दायर किया था और कहा था कि उन्होंने नौ फरवरी, 2016 को एक कार्यक्रम के दौरान जेएनयू परिसर में की गई राष्ट्रद्रोही नारेबाजी का समर्थन किया. | संक्षिप्त सारांश: कन्हैया के खिलाफ मामले की मंजूरी पर कोई फैसला नहीं लिया
केजरीवाल ने कहा - अखबारों में छपी की खबरें स्पेकुलेशन हैं
कहा- मुझे बताया गया है कि गृह मंत्रालय इस पर निर्णय ले रहा है | 29 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: नए कंपनी कानून को लागू करने की दिशा में पहल करते हुए सरकार ने आज इस नए कानून के विभिन्न प्रावधानों के लिए विस्तृत मानदंडों का मसौदा जारी किया। यह कानून करीब साठ साल पुराने कानून की जगह लेगा, जिससे देश में कॉरपोरेट के नियमन और कामकाज का तरीका बदल जाएगा।टिप्पणियां
नियमों के मसौदे का जो पहला सेट जारी किया गया, उसमें कंपनी कानून 2013 के 29 में से 16 अध्याय हैं। सरकार ने इस पर 8 अक्तूबर तक आम जनता और अन्य संबद्ध पक्षों से टिप्पणी मांगी है और कहा है कि इन नियमों का दूसरा सेट अगले सप्ताह जारी किया जाएगा।
पहले सेट में निदेशक मंडल, लेखा परीक्षक, कंपनी का पंजीकरण एवं इसे बनाना, बीमा कंपनियों के पुनरद्धार, कॉरपोरेट के वित्तीय खाते, विदेश में बनी कंपनियों और राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट एवं अपीलीय पंचाट आदि से जुड़े मानदंड जारी किए गए हैं। नए कंपनी विधेयक को पिछले महीने संसद में मंजूरी मिली, जो कंपनी कानून 1956 की जगह लेगा।
नियमों के मसौदे का जो पहला सेट जारी किया गया, उसमें कंपनी कानून 2013 के 29 में से 16 अध्याय हैं। सरकार ने इस पर 8 अक्तूबर तक आम जनता और अन्य संबद्ध पक्षों से टिप्पणी मांगी है और कहा है कि इन नियमों का दूसरा सेट अगले सप्ताह जारी किया जाएगा।
पहले सेट में निदेशक मंडल, लेखा परीक्षक, कंपनी का पंजीकरण एवं इसे बनाना, बीमा कंपनियों के पुनरद्धार, कॉरपोरेट के वित्तीय खाते, विदेश में बनी कंपनियों और राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट एवं अपीलीय पंचाट आदि से जुड़े मानदंड जारी किए गए हैं। नए कंपनी विधेयक को पिछले महीने संसद में मंजूरी मिली, जो कंपनी कानून 1956 की जगह लेगा।
पहले सेट में निदेशक मंडल, लेखा परीक्षक, कंपनी का पंजीकरण एवं इसे बनाना, बीमा कंपनियों के पुनरद्धार, कॉरपोरेट के वित्तीय खाते, विदेश में बनी कंपनियों और राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट एवं अपीलीय पंचाट आदि से जुड़े मानदंड जारी किए गए हैं। नए कंपनी विधेयक को पिछले महीने संसद में मंजूरी मिली, जो कंपनी कानून 1956 की जगह लेगा। | यह एक सारांश है: नए कंपनी कानून को लागू करने की दिशा में पहल करते हुए सरकार ने आज इस नए कानून के विभिन्न प्रावधानों के लिए विस्तृत मानदंडों का मसौदा जारी किया। | 21 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कहने को दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन यहां की सड़कें किसी जंजाल से कतई कम नहीं हैं. यहां मिनटों का सफर घंटों में पूरा होता है. बढ़ती भीड़भाड़ और सघन रास्तों के चलते दिल्ली में यतायात की रफ़्तार बेहद कम हो गई है. सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने जून के महीने में दिल्ली में यातायात के अध्ययन में पाया है कि दिल्ली की सड़कों पर यतायात की औसत गति सिर्फ़ 30 किलोमीटर प्रति घंटा है.
शनिवार और रविवार को यतायात की औसत गति गिरकर 25 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाती है. दिल्ली में यतायात की गति देशभर के यतायात की औसत गति से 50 से 60 फीसदी कम है. दिल्ली में सबसे अधिक यातायात की औसत गति 44 किलोमीटर प्रति घंटा लुटियंस जोन में है.टिप्पणियां
चिंता की बात यह है कि दिल्ली में गाड़ियों की संख्या 1 करोड़ से भी अधिक पहुंच गई है. यहां हर रोज़ लगभग 500 नई गाड़ियां पंजीकृत हो रही हैं. रोजना सड़कों पर आ रहे नए वाहनों से भविष्य में दिल्ली की सड़कों पर यतायात व्यवस्था और ज्यादा खराब हो जाएगी.
सेंटर फ़ॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की अनुमिता रॉय चौधरी की कहना है कि सरकार को लगता है कि नई सड़कें और फ्लाई ओवर बनाने से आराम होगा लेकिन, लोग अच्छी सड़कें देख कर और गाड़ियां ख़रीदेंगे. इसके अलावा दिल्ली में तो आसपास के शहरों से भी गाड़ियां आती हैं. कुछ समय पहले तक सबसे ज़्यादा ट्रैफिक मुंबई में हुआ करता था लेकिन अब मुंबई की जगह दिल्ली ने ले ली है.
शनिवार और रविवार को यतायात की औसत गति गिरकर 25 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाती है. दिल्ली में यतायात की गति देशभर के यतायात की औसत गति से 50 से 60 फीसदी कम है. दिल्ली में सबसे अधिक यातायात की औसत गति 44 किलोमीटर प्रति घंटा लुटियंस जोन में है.टिप्पणियां
चिंता की बात यह है कि दिल्ली में गाड़ियों की संख्या 1 करोड़ से भी अधिक पहुंच गई है. यहां हर रोज़ लगभग 500 नई गाड़ियां पंजीकृत हो रही हैं. रोजना सड़कों पर आ रहे नए वाहनों से भविष्य में दिल्ली की सड़कों पर यतायात व्यवस्था और ज्यादा खराब हो जाएगी.
सेंटर फ़ॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की अनुमिता रॉय चौधरी की कहना है कि सरकार को लगता है कि नई सड़कें और फ्लाई ओवर बनाने से आराम होगा लेकिन, लोग अच्छी सड़कें देख कर और गाड़ियां ख़रीदेंगे. इसके अलावा दिल्ली में तो आसपास के शहरों से भी गाड़ियां आती हैं. कुछ समय पहले तक सबसे ज़्यादा ट्रैफिक मुंबई में हुआ करता था लेकिन अब मुंबई की जगह दिल्ली ने ले ली है.
चिंता की बात यह है कि दिल्ली में गाड़ियों की संख्या 1 करोड़ से भी अधिक पहुंच गई है. यहां हर रोज़ लगभग 500 नई गाड़ियां पंजीकृत हो रही हैं. रोजना सड़कों पर आ रहे नए वाहनों से भविष्य में दिल्ली की सड़कों पर यतायात व्यवस्था और ज्यादा खराब हो जाएगी.
सेंटर फ़ॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की अनुमिता रॉय चौधरी की कहना है कि सरकार को लगता है कि नई सड़कें और फ्लाई ओवर बनाने से आराम होगा लेकिन, लोग अच्छी सड़कें देख कर और गाड़ियां ख़रीदेंगे. इसके अलावा दिल्ली में तो आसपास के शहरों से भी गाड़ियां आती हैं. कुछ समय पहले तक सबसे ज़्यादा ट्रैफिक मुंबई में हुआ करता था लेकिन अब मुंबई की जगह दिल्ली ने ले ली है.
सेंटर फ़ॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की अनुमिता रॉय चौधरी की कहना है कि सरकार को लगता है कि नई सड़कें और फ्लाई ओवर बनाने से आराम होगा लेकिन, लोग अच्छी सड़कें देख कर और गाड़ियां ख़रीदेंगे. इसके अलावा दिल्ली में तो आसपास के शहरों से भी गाड़ियां आती हैं. कुछ समय पहले तक सबसे ज़्यादा ट्रैफिक मुंबई में हुआ करता था लेकिन अब मुंबई की जगह दिल्ली ने ले ली है. | सारांश: सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट का दिल्ली यातायात पर अध्ययन
शनिवार और रविवार को औसत गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा
दिल्ली में गाड़ियों की संख्या 1 करोड़ से भी अधिक पहुंच गई है | 20 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को मामूली तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 40.39 अंकों की तेजी के साथ 16,070.48 पर और निफ्टी 11.95 अंकों की तेजी के साथ 4,870.20 पर बंद हुआ।टिप्पणियां
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 88.99 अंकों की तेजी के साथ 16,119.08 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 20.35 अंकों की तेजी के साथ 4,878.60 पर खुला।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में नगण्य तेजी रही। मिडकैप 1.15 अंक की तेजी के साथ 5,880.57 पर और स्मॉलकैप 5.41 अंकों की तेजी के साथ 6,270.36 पर बंद हुआ।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 88.99 अंकों की तेजी के साथ 16,119.08 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 20.35 अंकों की तेजी के साथ 4,878.60 पर खुला।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में नगण्य तेजी रही। मिडकैप 1.15 अंक की तेजी के साथ 5,880.57 पर और स्मॉलकैप 5.41 अंकों की तेजी के साथ 6,270.36 पर बंद हुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में नगण्य तेजी रही। मिडकैप 1.15 अंक की तेजी के साथ 5,880.57 पर और स्मॉलकैप 5.41 अंकों की तेजी के साथ 6,270.36 पर बंद हुआ। | सारांश: सेंसेक्स 40.39 अंकों की तेजी के साथ 16,070.48 पर और निफ्टी 11.95 अंकों की तेजी के साथ 4,870.20 पर बंद हुआ। | 31 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अन्ना हजारे ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि सरकार लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ताओं को धोखा दे रही है और कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ योग गुरु रामदेव के अनशन आंदोलन में शामिल होंगे। गांधीवादी हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने के लिए सरकार के पास इच्छाशक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा मैं बाबा रामदेव के आंदोलन में पांच जून को शरीक हूंगा। लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है। सरकार ने हमें धोखा देने की कोशिश की है। सरकार ने हमें आश्वासन दिया था कि वह हमारी मांगों पर विचार करेगी। हजारे ने कहा कि वह आगे के कार्यक्रम को लेकर योग गुरु से चर्चा करेंगे। हजारे ने कहा कि सरकार ने लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ताओं को धोखा दिया है और लोगों ने सरकार के विश्वासघात को महसूस किया है। उन्होंने कहा मैं बाबा रामदेव का समर्थन करूंगा ताकि सरकार वह न कर सके जो उसने तब किया जब हम लड़ रहे थे। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे। आगे से हम भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने के मुद्दे पर मौखिक आश्वासनों से संतुष्ट नहीं होंगे। हजारे ने यह भी उल्लेख किया कि जनता में योग गुरु की एक प्रतिष्ठा है और जहां भी वह जाते हैं लोग उन्हें सुनने के लिए जुट जाते हैं। बुधवार को बाबा रामदेव के साथ हुई वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी कपिल सिब्बल पवन कुमार बंसल और सुबोध कांत सहाय की बातचीत के एक दिन बाद हजारे की यह टिप्पणी आई है। चारों मंत्रियों ने बाबा रामदेव को इस बात के लिए मनाने की कोशिश की कि वह भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अनशन नहीं करें लेकिन योग गुरु ने कहा कि वह चार जून से अपना आंदोलन शुरू करके रहेंगे। | संक्षिप्त सारांश: हजारे ने कहा कि सरकार ने लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ताओं को धोखा दिया है और लोगों ने सरकार के विश्वासघात को महसूस किया है। | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस ने सरकार को मंगलवार को आश्वस्त किया कि प्रस्तावित विमानन उद्यम का नियंत्रण हमेशा भारतीय हाथों में रहेगा।
टाटा एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड नाम से प्रस्तावित नए उद्यम में टाटा संस 51 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बहुलांश हिस्सेदार होगी, जबकि सिंगापुर एयरलाइंस के पास 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। सिंगापुर एयरलाइंस का निवेश 4.9 करोड़ डॉलर का होगा।
दोनों साझीदारों ने एफडीआई के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी मांगी है। प्रस्तावित उद्यम को डीजीएफटी, डीजीसीए और सीबीईसी जैसी अन्य एजेंसियों से भी मंजूरी की दरकार होगी। इसके अलावा, उसे अन्य मंत्रालयों व राज्य सरकार के विभागों से अनुमति लेनी होगी।टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक, एफआईपीबी को सूचित किया गया है कि नयी कंपनी में अंतत: छह बोर्ड सदस्य होंगे जिसमें चार सदस्य टाटा संस द्वारा नामित होंगे। दोनों साझीदारों द्वारा अभी तक की गई घोषणा के मुताबिक, बोर्ड में तीन नामित सदस्य होंगे जिसमें दो टाटा संस की ओर से होंगे।
दोनों कंपनियों ने एक नई विमानन कंपनी शुरू करने की घोषणा पिछले सप्ताह ही की है।
टाटा एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड नाम से प्रस्तावित नए उद्यम में टाटा संस 51 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बहुलांश हिस्सेदार होगी, जबकि सिंगापुर एयरलाइंस के पास 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। सिंगापुर एयरलाइंस का निवेश 4.9 करोड़ डॉलर का होगा।
दोनों साझीदारों ने एफडीआई के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी मांगी है। प्रस्तावित उद्यम को डीजीएफटी, डीजीसीए और सीबीईसी जैसी अन्य एजेंसियों से भी मंजूरी की दरकार होगी। इसके अलावा, उसे अन्य मंत्रालयों व राज्य सरकार के विभागों से अनुमति लेनी होगी।टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक, एफआईपीबी को सूचित किया गया है कि नयी कंपनी में अंतत: छह बोर्ड सदस्य होंगे जिसमें चार सदस्य टाटा संस द्वारा नामित होंगे। दोनों साझीदारों द्वारा अभी तक की गई घोषणा के मुताबिक, बोर्ड में तीन नामित सदस्य होंगे जिसमें दो टाटा संस की ओर से होंगे।
दोनों कंपनियों ने एक नई विमानन कंपनी शुरू करने की घोषणा पिछले सप्ताह ही की है।
दोनों साझीदारों ने एफडीआई के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी मांगी है। प्रस्तावित उद्यम को डीजीएफटी, डीजीसीए और सीबीईसी जैसी अन्य एजेंसियों से भी मंजूरी की दरकार होगी। इसके अलावा, उसे अन्य मंत्रालयों व राज्य सरकार के विभागों से अनुमति लेनी होगी।टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक, एफआईपीबी को सूचित किया गया है कि नयी कंपनी में अंतत: छह बोर्ड सदस्य होंगे जिसमें चार सदस्य टाटा संस द्वारा नामित होंगे। दोनों साझीदारों द्वारा अभी तक की गई घोषणा के मुताबिक, बोर्ड में तीन नामित सदस्य होंगे जिसमें दो टाटा संस की ओर से होंगे।
दोनों कंपनियों ने एक नई विमानन कंपनी शुरू करने की घोषणा पिछले सप्ताह ही की है।
सूत्रों के मुताबिक, एफआईपीबी को सूचित किया गया है कि नयी कंपनी में अंतत: छह बोर्ड सदस्य होंगे जिसमें चार सदस्य टाटा संस द्वारा नामित होंगे। दोनों साझीदारों द्वारा अभी तक की गई घोषणा के मुताबिक, बोर्ड में तीन नामित सदस्य होंगे जिसमें दो टाटा संस की ओर से होंगे।
दोनों कंपनियों ने एक नई विमानन कंपनी शुरू करने की घोषणा पिछले सप्ताह ही की है।
दोनों कंपनियों ने एक नई विमानन कंपनी शुरू करने की घोषणा पिछले सप्ताह ही की है। | संक्षिप्त सारांश: टाटा एसआईए एयरलाइंस लिमिटेड नाम से प्रस्तावित नए उद्यम में टाटा संस 51 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बहुलांश हिस्सेदार होगी, जबकि सिंगापुर एयरलाइंस के पास 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। सिंगापुर एयरलाइंस का निवेश 4.9 करोड़ डॉलर का होगा। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी की शेयर बिक्री को गुरुवार को बाजार बंद होने से पहले ही सीमा से अधिक अभिदान मिल चुका था और इसके साथ ही इस बिक्री से सरकार को 11,400 करोड़ रुपये की राशि मिलना पक्का हो गया है।
चालू वित्त वर्ष में यह सार्वजनिक उपक्रमों में सरकार का सबसे बड़ा विनिवेश है।
शेयर बाजारों के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सुबह शुरू हुई शेयरों की नीलामी के तहत तीन बजकर 5 मिनट तक 84.06 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं, जबकि बिक्री के लिए कुल 78.32 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी।टिप्पणियां
सभी वैध बोलियां में औसतन 145.46 रुपये प्रति शेयर का दाम लगाया गया है। इस मूल्य पर सरकार को कुल 11,392 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। सरकार ने एनटीपीसी के 9.5 प्रतिशत शेयरों की शेयर बाजार के जरिए नीलामी के लिए न्यूनतम मूल्य कीमत 145 रुपये प्रति शेयर तय की थी।
बंबई शेयर बाजार में एनटीपीसी का शेयर पिछले स्तर से ढाई प्रतिशत गिरकर 148.50 रुपये में बिक राहा था। करीब 43.49 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां 100 प्रतिशत मार्जिन के साथ मिली हैं। ऐसे मामलों में बोली लगाने वाला व्यक्ति बाद में चाहे तो बोली वापस भी ले सकता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार शून्य प्रतिशत मार्जिन के साथ करीब 40.56 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई।
चालू वित्त वर्ष में यह सार्वजनिक उपक्रमों में सरकार का सबसे बड़ा विनिवेश है।
शेयर बाजारों के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सुबह शुरू हुई शेयरों की नीलामी के तहत तीन बजकर 5 मिनट तक 84.06 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं, जबकि बिक्री के लिए कुल 78.32 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी।टिप्पणियां
सभी वैध बोलियां में औसतन 145.46 रुपये प्रति शेयर का दाम लगाया गया है। इस मूल्य पर सरकार को कुल 11,392 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। सरकार ने एनटीपीसी के 9.5 प्रतिशत शेयरों की शेयर बाजार के जरिए नीलामी के लिए न्यूनतम मूल्य कीमत 145 रुपये प्रति शेयर तय की थी।
बंबई शेयर बाजार में एनटीपीसी का शेयर पिछले स्तर से ढाई प्रतिशत गिरकर 148.50 रुपये में बिक राहा था। करीब 43.49 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां 100 प्रतिशत मार्जिन के साथ मिली हैं। ऐसे मामलों में बोली लगाने वाला व्यक्ति बाद में चाहे तो बोली वापस भी ले सकता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार शून्य प्रतिशत मार्जिन के साथ करीब 40.56 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई।
शेयर बाजारों के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सुबह शुरू हुई शेयरों की नीलामी के तहत तीन बजकर 5 मिनट तक 84.06 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं, जबकि बिक्री के लिए कुल 78.32 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी।टिप्पणियां
सभी वैध बोलियां में औसतन 145.46 रुपये प्रति शेयर का दाम लगाया गया है। इस मूल्य पर सरकार को कुल 11,392 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। सरकार ने एनटीपीसी के 9.5 प्रतिशत शेयरों की शेयर बाजार के जरिए नीलामी के लिए न्यूनतम मूल्य कीमत 145 रुपये प्रति शेयर तय की थी।
बंबई शेयर बाजार में एनटीपीसी का शेयर पिछले स्तर से ढाई प्रतिशत गिरकर 148.50 रुपये में बिक राहा था। करीब 43.49 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां 100 प्रतिशत मार्जिन के साथ मिली हैं। ऐसे मामलों में बोली लगाने वाला व्यक्ति बाद में चाहे तो बोली वापस भी ले सकता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार शून्य प्रतिशत मार्जिन के साथ करीब 40.56 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई।
सभी वैध बोलियां में औसतन 145.46 रुपये प्रति शेयर का दाम लगाया गया है। इस मूल्य पर सरकार को कुल 11,392 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। सरकार ने एनटीपीसी के 9.5 प्रतिशत शेयरों की शेयर बाजार के जरिए नीलामी के लिए न्यूनतम मूल्य कीमत 145 रुपये प्रति शेयर तय की थी।
बंबई शेयर बाजार में एनटीपीसी का शेयर पिछले स्तर से ढाई प्रतिशत गिरकर 148.50 रुपये में बिक राहा था। करीब 43.49 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां 100 प्रतिशत मार्जिन के साथ मिली हैं। ऐसे मामलों में बोली लगाने वाला व्यक्ति बाद में चाहे तो बोली वापस भी ले सकता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार शून्य प्रतिशत मार्जिन के साथ करीब 40.56 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई।
बंबई शेयर बाजार में एनटीपीसी का शेयर पिछले स्तर से ढाई प्रतिशत गिरकर 148.50 रुपये में बिक राहा था। करीब 43.49 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां 100 प्रतिशत मार्जिन के साथ मिली हैं। ऐसे मामलों में बोली लगाने वाला व्यक्ति बाद में चाहे तो बोली वापस भी ले सकता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार शून्य प्रतिशत मार्जिन के साथ करीब 40.56 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई। | संक्षिप्त पाठ: सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी की शेयर बिक्री को गुरुवार को बाजार बंद होने से पहले ही सीमा से अधिक अभिदान मिल चुका था और इसके साथ ही इस बिक्री से सरकार को 11,400 करोड़ रुपये की राशि मिलना पक्का हो गया है। | 27 | ['hin'] |