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हाकिमपुर उपजिला, बांग्लादेश का एक उपज़िला है, जोकी बांग्लादेश में तृतीय स्तर का प्रशासनिक अंचल होता है (ज़िले की अधीन)। यह रंगपुर विभाग के दिनाजपुर ज़िले का एक उपजिला है, जिसमें, ज़िला सदर समेत, कुल १३ उपज़िले हैं, और मुख्यालय दिनाजपुर सदर उपज़िला है। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से उत्तर की दिशा में अवस्थित है। यह मुख्यतः एक ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है।
जनसांख्यिकी
यहाँ की आधिकारिक स्तर की भाषाएँ बांग्ला और अंग्रेज़ी है। तथा बांग्लादेश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही, यहाँ की भी प्रमुख मौखिक भाषा और मातृभाषा बांग्ला है। बंगाली के अलावा अंग्रेज़ी भाषा भी कई लोगों द्वारा जानी और समझी जाती है, जबकि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक निकटता तथा भाषाई समानता के कारण, कई लोग सीमित मात्रा में हिंदुस्तानी(हिंदी/उर्दू) भी समझने में सक्षम हैं। यहाँ का बहुसंख्यक धर्म, इस्लाम है, जबकि प्रमुख अल्पसंख्यक धर्म, हिन्दू धर्म है। राजशाही विभाग में, जनसांख्यिकीक रूप से, इस्लाम के अनुयाई, आबादी के औसतन करीब ८८% है, जबकि शेष जनसंख्या प्रमुखतः हिन्दू धर्म की अनुयाई है। यह मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है।
अवस्थिती
हाकिमपुर उपजिला बांग्लादेश के उत्तरी सीमान्तों में स्थित, रंगपुर विभाग के दिनाजपुर जिले में स्थित है।
इन्हें भी देखें
बांग्लादेश के उपजिले
बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल
रंगपुर विभाग
उपज़िला निर्वाहि अधिकारी
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
उपज़िलों की सूची (पीडीएफ) (अंग्रेज़ी)
जिलानुसार उपज़िलों की सूचि-लोकल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, बांग्लादेश
http://hrcbmdfw.org/CS20/Web/files/489/download.aspx (पीडीएफ)
श्रेणी:रंगपुर विभाग के उपजिले
बांग्लादेश के उपजिले |
देश में बेटियों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद मासूमों की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. इसका ताजा मामला साइबर सिटी गुड़गांव के शिकोहपुर इलाके का है. यहां एक बार फिर कलयुमी मां ने दो दिन की बेटी को डिब्बे में बंद कर मरने के लिए छोड़ दिया. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, गुड़गांव के गांव शिकोहपुर में एक व्यक्ति ने डिब्बे में बंद एक बच्ची के रोने की आवाज सुनी. व्यक्ति ने आसपास के रहने वाले लोगों से बच्ची के बारे में पूछताछ भी की, लेकिन किसी को कोई जानकारी नहीं थी. इस पर स्थानिय लोगों ने बच्ची के परिजनों को काफी तलाश करने की कोशिश की, लेकिन कोई नहीं मिला.
इसके बाद बच्ची को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद बच्ची की हालत पहले से बेहतर बताई जा रही है. वहीं अस्पताल प्रबंधन द्वारा पूरे मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई. इसके बाद
पुलिस
ने बच्ची के परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बच्ची
के फोटो के आधार पर जानकारी लेने का प्रयास किया जा रहा है. |
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में खुदकुशी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां मकान के दूसरे माले से छलांग लगाकर एक शख्स ने अपनी जान दे दी. मृतक की पहचान नवदीप के रूप में हुई है. वह स्वीडन से पढ़कर दिल्ली आया हुआ था. उसके कमरे पुलिस को कुछ ऐसी किताबें और पेपर्स बरामद हुए हैं, जिसे देखकर हर कोई दंग है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक नवदीप जान देने से पहले 'लाइफ आफ्टर डेथ' विषय से संबंधित सामग्री पढ़ रहा था. उसके इंटरनेट हिस्ट्री का विश्लेषण किया गया तो पता चला कि वह यह भी पढ़ रहा था कि सेकेंड फ्लोर से कूदने से क्या वाकई जान जा सकती है? उसने सुसाइड के तरीके और मौत के बाद के रहस्य को सर्च किया हुआ था.
नवदीप इनदिनों राजधानी के पटेल नगर में किराए के मकान पर रह रहा था. मन में सुसाइड के ख्याल आने की वजह से उसके मामा दो दिन पहले उसे बुराड़ी अपने घर में ले आए थे. सोमवार देर रात नवदीप ने सेकेंड फ्लोर से कूदकर जान दे दी. परिजनों ने मंगलवार की सुबह 7 बजे पुलिस को इसकी सूचना दी थी.
डीसीपी के मुताबिक, नवदीप सितंबर 2017 में स्वीडन से पढ़ाई करके लौटा था. दिल्ली में वह पटेल नगर में एक मकान में थर्ड फ्लोर पर अकेले रह रहा था. वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला था. इन दिनों नवदीप के माता-पिता यूएई में है. नवदीप ने लाइफ आफ्टर डेथ किताब पढ़ी थी. उसके मन में सुसाइड के ख्याल आ रहे थे.
उसने 30 दिसंबर को अपनी मां को व्हाट्सएप पर सुसाइड का मैसेज भेजा था. इसके बाद मां ने बुराड़ी स्थित अपने भाई को फोन करके नवदीप को अपने साथ ले जाने के लिए कहा था. उसके मामा उसे अपने साथ ले भी गए थे, लेकिन उसने मामा के घर के दूसरे माले से कूदकर जान दे दी. मरने से पहले अपनी मां को सुसाइड मैसेज भेज दिया.
पुलिस के मुताबिक, नवदीप ने अपने मोबाइल पर यूट्यूब और गूगल पर सुसाइड के तरीके सर्च किए थे. उसके कमरे से कुछ ऐसी किताबें भी मिली हैं, जिसमे मौत के बाद की जिंदगी कैसी होती है, इसका पता चला. उसने अपनी घर की दीवार पर भी मौत के बाद जिंदगी संबंधित बातें लिखी थीं. बहरहाल
पुलिस
इस पूरे मामले की जांच कर रही है. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भाजपा प्रवक्ता ने यहां एक प्रेसवार्ता में कहा, "कुछ लोग सांसद होने का लाभ लेने के लिए भाजपा के बैनर हो ढोना चाहते हैं. ऐसे लोग पार्टी द्वारा व्हिप जारी करने पर संसद में मौजूद होते हैं, ताकि उनकी सदस्यता (सदन से) न जाए. लेकिन वे इतने अवसरवादी हैं कि अलग-अलग मंचों से अलग-अगल तरह की राय जाहिर करते हैं." रूड़ी ने शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan sinha) को बहुत चतुर बताते हुए उनपर पिछले पांच सालों में भाजपा के किसी कार्यकलाप में मौजूद नहीं रहने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "मैंने पिछले पांच सालों में कभी उनको पार्टी के किसी भी कार्यकलाप में नहीं देखा. वह बहुत चतुर हैं और अपनी राजनीतिक समझ के अनुसार फैसले लेते हैं. वह खुद को भाजपा के बताते हैं और विपक्ष की रैली में शामिल होते हैं. इसलिए, मुझे पक्का विश्वास है कि पार्टी इस पर कार्रवाई करेगी."
बिहार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने आईएएनएस से कहा कि सही समय पर सही फैसला लिया जाएगा. उधर, भाजपा विरोधी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा कोलकाता में आयोजित रैली में शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan sinha) ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं है कि भाजपा उनको निकाल बाहर कर सकती है. शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan sinha) ने कहा, "मुझे कोई परवाह नहीं है कि मुझे बाहर (पार्टी से) किया जा सकता है. मैं देश की जनता के लिए भाजपा में हूं. इसलिए मैं जो कहता हूं या करता हूं वह देश हित में है."
राफेल विवाद पर शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan sinha) ने कहा, "मैं यह नहीं कह रहा हूं कि आप दोषी हैं और न ही यह कह रहा हूं कि आप निर्दोष हैं. लेकिन जब सवालों के जवाब नहीं दिए जा रहे हैं, तो लोग कहेंगे कि चौकीदार चोर है." |
गुड़गांव में एक मल्टीनेशनल कंपनी के COO ने 19वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि विनीत किसी बात से बहुत आहत थे. ये बात उनके ब्लॉग और उनके सुसाइड नोट में भी सामने आई. वहीं अपने बेटे की खुदकुशी की खबर सुनकर उनके पिता को भी हार्ट अटैक आ गया. उनकी हालत गंभीर है.
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से सटे गुड़गांव में इंटरनेशनल कंपनी ब्रिटेनिका के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर विनित विग ने खुदकुशी कर ली. रविवार सुबह वो मार्निंग वॉक के लिए घर से निकले और अपार्टमेंट की 19वीं मंजिल से कूद गए. वह अपने परिवार के साथ ब्लॉक-डी में रहते हैं. लेकिन उन्होंने ब्लॉक डी के वेंटिलेशन शाफ्ट से छलांग लगाई.
पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह 9 जब स्वीपर सफाई के लिए पहुंचा तो विनीत की मौत की खबर मिली. उनके जूते से पता चला कि उन्होंने 19वीं मंजिल से छलांग लगाई. उनकी जेब से सुसाइड नोट मिला है. उसमें उन्होंने लिखा है कि वो खुद से परेशान थे. विनीत की
खुदकुशी
की खबर से उनके पिता ओम विग को गहरा सदमा लगा. उन्हें हार्ट अटैक आ गया.
बताते चलें कि विनीत ने अपने ब्लॉग 'विनीत ऑन अर्थ' में लिखा था, 'मैं आया. मैंने देखा. मैं कुछ देर रोया. फिर कुछ देर के लिए सो गया.' वह डीएलएफ अपार्टमेंट में अपने पिता, पत्नी, दो बेटों और एक बेटी के साथ रहते थे. उनका बड़ा बेटा 19 साल का है, जो कॉलेज में पढ़ता है. शेष दो बच्चे छोटे हैं. परिवार में
मातम
पसरा है. |
जर्मन लग्जरी कार मेकर Mercedes ने भारत में AMG C43 Coupe को लॉन्च कर दिया है. Mercedes-AMG C43 Coupe की कीमत 75 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, इंडिया) रखी गई है और ये Mercedes द्वारा भारत में पेश की गई पहली AMG 43 सीरीज है.
AMG C43 Coupe में 3.0-लीटर ट्विन टर्बोचार्ज्ड V6 इंजन दिया गया है, जो 6,100rpm पर 385bhp का पावर और 2,500-5,000rpm के बीच 520Nm का पिक टॉर्क जेनरेट करता है. इसमें ट्रांसमिशन के लिए 9-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया गया है और इसमें ऑल व्हील ड्राइव भी मौजूद है. ऑल व्हील ड्राइव सिस्टम 31 प्रतिशत पावर फ्रंट में 69 प्रतिशत पावर रियर में देता है.
ये नई कार महज 4.7 सेकेंड्स में ही 100km/h की रफ्तार पकड़ लेती है और इसकी टॉप स्पीड 250km/h है. Mercedes-AMG C43 Coupe में 18-इंच AMG 5-स्पोक लाइट-अलॉय व्हील्स दिए गए हैं. इस कार में थ्री-स्पोक फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग व्हील्स दिए गए हैं, जिसमें इंफोटेनमेंट डिस्प्ले के लिए टच कंट्रोल्स मौजूद हैं. नई AMG C-क्लास coupe में बड़ा 12.3-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट डिस्प्ले दिया गया है.
डिजाइन की बात करें तो नई C43 Coupe पुरानी कार का फेसलिफ्टेड वर्जन है. इसका फ्रंट लुक पुरानी कार के जैसा ही है. यहां फ्रंट में ग्रिल में बड़ा मर्सिडीज बैज दिया गया है. ओनर्स AMG स्टाइलिंग वाला पैकेज भी सेलेक्ट कर सकते हैं. यहां फ्रंट स्प्लिटर, ब्रॉड साइड स्कर्ट्स और लार्ज रियर डिफ्यूजर यूनिट शामिल है.
Mercedes-AMG C43 Coupe भारत में कम्प्लीटली बिल्ट यूनिट (CBU) के तौर पर सेल होगी और बाजार में इसका मुकाबला BMW M2 Competition और Audi RS5 से रहेगा. |
नासा से पहले पाकिस्तानी एस्ट्रोनॉट नमीरा सलीम ने भी इसरो के प्रयास को सराहा
इसरो चीफ बोले- मिशन चंद्रयान-2 अपने लक्ष्य में 100 फीसदी सफलता के करीब रहा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के चंद्रयान-2 मिशन की अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने सराहना की है. नासा ने लिखा है, 'अंतरिक्ष कठिन है. हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ISRO के चंद्रयान-2 मिशन को उतारने के प्रयास की सराहना करते हैं. आपने हमें अपनी यात्रा से प्रेरित किया है.'
नासा से पहले पाकिस्तान की पहली एस्ट्रोनॉट नमीरा सलीम भी इसरो के ऐतिहासिक प्रयास की सराहना कर चुकी हैं. उन्होंने कहा, 'चंद्रयान-2 मिशन दक्षिण एशिया के लिए अंतरिक्ष के क्षेत्र में लंबी छलांग है. यह सिर्फ दक्षिण एशिया के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी ग्लोबल स्पेस इंडस्ट्री के लिए गर्व का विषय है.' उन्होंने कहा, 'मैं चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की चांद के साउथ पोल में सॉफ्ट लैंडिंग की ऐतिहासिक कोशिश के लिए इसरो और भारत को बधाई देती हूं.'
इस दौरान नमीरा सलीम ने कहा, 'दक्षिण एशिया में अंतरिक्ष के क्षेत्र में इतनी बड़ी उपलब्धि अद्भुत है. यहां यह मायने नहीं रखता है कि इसमें कौन सा देश नेतृत्व कर रहा है. अंतरिक्ष में सभी राजनीतिक सीमाएं खत्म हो जाती हैं. जो हमको धरती में बांटता है, उसको पीछे करके अंतरिक्ष हमको एकजुट करता है.' आपको बता दें कि नमीरा सलीम पाकिस्तान की पहली एस्ट्रोनॉट हैं, जो सर रिचर्ड ब्रैनसन वर्जिन गैलेक्टिक के साथ अंतरिक्ष जाएंगी. सर रिचर्ड ब्रैनसन वर्जिन गैलेक्टिक दुनिया की पहली कॉमर्शियल स्पेसलाइन है.
आपको बता दें कि चांद की सतह से 2.1 किमी की ऊंचाई पर विक्रम अपने तय रास्ते से भटक गया और इसरो से इसका संपर्क टूट गया. हालांकि इसरो ने मिशन चंद्रयान-2 को काफी हद तक सफल बताया है. इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने कहा, 'चंद्रयान-2 मिशन अपने लक्ष्य में 100 फीसदी सफलता के करीब रहा. यह मिशन नाकाम नहीं है. हम पहले से जारी अभियानों में व्यस्त हैं और चंद्रयान-2 के बाद गगनयान मिशन पर पूर्व निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक काम जारी रहेगा. गगनयान समेत इसरो के बाकी मिशन तय समय पर होंगे.'
इस दौरान इसरो चीफ ने कहा, 'अगले 14 दिनों में विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जाएगी. विक्रम लैंडर का आखिरी चरण ठीक नहीं रहा, जिसकी वजह से विक्रम से हमारा संपर्क टूटा. एक बार विक्रम से हमारा लिंक टूटा तो फिर स्थापित नहीं हो सका.' इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उम्मीद की किरण अभी बाकी है और अगले 14 दिनों तक हम विक्रम से संपर्क स्थापित करने की कोशिश करेंगे. |
बीएचयू के सिंह द्वार पर स्थित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा, जहां से नरेंद्र मोदी ने काशी की संसदीय सीट के लिए अपने अभियान की शुरुआत की, वहीं से अब उनके मिशन 'स्वच्छ भारत' का भी आगाज होने जा रहा है. इसके लिए मालवीय प्रतिमा से अस्सी घाट तक मालवीय मैराथन का आयोजन किया जाएगा.
इसके बाद घाटों, गलियों, पार्कों और सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई के लिए बड़ा अभियान चलाया जाएगा. अभियान में आम शहरियों को भी भागीदार बनाने की कोशिश होगी. इसी तर्ज पर मिशन 'स्वच्छ भारत' पर अमल के लिए देशभर में मोदी की टीम स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार प्रभावी कार्य योजनाओं पर काम कर रही है.
चुनाव जीतने के बाद नरेंद्र मोदी ने दशाश्वमेध घाट पर अपने पहले भाषण में काशी समेत देशभर में साफ-सफाई को सबसे जरूरी बताया था. कहा था कि विदेशी आते हैं और यहां गंदगी देख नाक-भौं सिकोड़ते हैं. मोदी ने सवाल उठाया था, 'साल 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती है. इस मौके पर क्या हम लोग बापू को श्रद्धांजलि स्वरूप उनके एक आग्रह सफाई को पूरा नहीं कर सकते?'
भाषण में मोदी ने साफ कहा था कि स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत काशी से होगी और यह काम सरकार के भरोसे ही नहीं, आम लोगों की भागीदारी से पूरा होगा. मोदी के इस मिशन पर उनकी टीम तभी से लग गई. मिशन को पूरा करने के लिए लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जा रही है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से बैठकों का सिलसिला चल रहा है. बैठकों में योजनाएं तय की जा रही हैं. इसके तहत प्रथम चरण में तीन प्रमुख कार्य तय किए गए हैं. पहला- मालवीय मैराथन का आयोजन. दूसरा- शहर में लगी महापुरुषों की प्रतिमाओं को गोद लेना. प्रतिमाओं की साफ-सफाई और उनके संरक्षण का जिम्मा बीएचयू के छात्रों का होगा. तीसरा- बीएचयू के एक किलोमीटर के दायरे में जो पार्क हैं उन्हें संवारना. |
जब भी सिनेमा में नेचुरल एक्टिंग की बात होती है तो उसमें एक नाम का जिक्र हमेशा होता है. ये नाम है एक्टर अतुल कुलकर्णी का. अतुल कुलकर्णी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं. भले ही उन्हें वैसे रोल कभी नहीं मिले जो बॉलीवुड के लीड एक्टर्स को मिलते हैं. मगर जो भी रोल उन्हें मिले उन्होंने पूरी इमानदारी के साथ उन रोल्स को प्ले किया और खूब नाम कमाया.
अतुल कुलकर्णी का जन्म 10 सितंबर, 2019 को कर्नाटक में हुआ. उनके 54वें जन्मदिन पर बता रहे हैं एक्टर की उन फिल्मों के बारे में जिसमें उनकी परफॉर्मेंस काबिलेतारीफ रही.
1- चांदनी बार-
मधुर भंडारकर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में यू तो लीड रोल तब्बू ने प्ले किया था. मगर फिल्म में अतुल कुलकर्णी का रोल भी काफी पावरफुल था. उन्होंने पोट्या सावंत का रोल प्ले किया था जो कि एक गैंगस्टर रहता है और उसका दिल बार में डांस करने वाली मुमताज नाम की एक लड़की (तब्बू) के प्यार में पड़ जाता है. एक तरफ जहां एक गैंगस्टर का सख्त दिल है वहीं दूसरी तरफ एक प्यार में पड़े नौजवान का कोमल हृदय. इन दोनों शेड्स को एक किरदार में अतुल कुलकर्णी ने बेखूबी प्ले किया.
2- हे राम-
कमल हासन के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अतुल कुलकर्णी ने एक अहम रोल प्ले किया था. अतुल ने श्रीराम अभयंकर का रोल प्ले किया था जो हिंदू धर्म का एक प्रचारक और समर्थक होता है. फिल्म में उनकी एक्टिंग को सराहा गया था. उन्हें फिल्म में शानदार अभिनय के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के नेशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था.
3- दम-
इस फिल्म में अतुल कुलकर्णी ने दिखाया था कि निगेटिव रोल प्ले करने के मामले में भी उनका कोई सानी नहीं है. फिल्म में उन्होंने शंकर नाम के एक किरदार का रोल प्ले किया था. शंकर पेशे से पुलिस अफसर होता है मगर काफी ज्यादा करप्ट होता है. बड़ी सफाई के साथ अतुल कुलकर्णी ने ये रोल प्ले किया था.
4- रंग दे बसंती-
इस फिल्म में अतुल ने लक्ष्मण पांडे का रोल प्ले किया था. इस किरदार की सबसे खास बात ये है कि देश के प्रति प्रेम की भावना को जुनून की हद तक ले जाने वाले शख्स लक्ष्मण के रोल को जिस अंदाज से अतुल ने प्ले किया ऐसा लगा मानो उन्होंने अपनी व्यक्तिगत पहचान ही खो दी हो. देशभक्ति की भावना से लबरेज उनका ये किरदार एक्टर के अब तक के सबसे शानदार कामों में से एक है. इसकी एक वजह ये भी है कि आमिर खान, शरमन जोशी और आर माधवन जैसे सधे हुए एक्टर्स के होने के बाद भी अतुल ने इस करदार से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था. |
अमेरिका के कैलिफोर्निया में मार्च एयर रिजर्व बेस से एक एफ-16 लड़ाकू विमान उड़ान भरता है. मगर उड़ान भरने के चंद मिनटों में विमान एयरबेस से काफी दूर निकल जाता है. तभी पायलट को विमान में तकनीकि खराबी का पता चलता है. वो फौरन विमान को एयर बेस की तरफ मोड़ देता है. मगर जब तक एफ-16 लड़ाकू विमान एयरबेस तक पहुंच पाता उसका सुंतलन खोने लगा. पायलट के लिए अब विमान को संभाल पाना मुश्किल था. मुश्किल तो अब उसके लिए अपनी जान बचाना भी हो गया था. तभी तेज़ रफ्तार ये विमान एक गोदाम में क्रैश कर जाता है. गोदाम में क्रैश करने के बाद पूरा का पूरा विमान चूर चूर हो जाता है. सवाल ये था कि आखिर पायलट का क्या हुआ?
कैलिफोर्निया में मार्च एयर रिजर्व बेस रूटीन ट्रेनिंग के लिए एफ-16 फाइटर विमान एक के बाद एक उड़ान भर रहे थे. उन्हीं में से एक एफ-16 लड़ाकू विमान में उड़ान भरते ही कुछ तकनीकि खराबी आ गई. हालांकि चंद मिनटों में ही विमान काफी दूर निकल गया था. और अब उसे वापस कैलिफोर्निया में मार्च एयर रिजर्व बेस लौटना था. मगर तकनीकि खराबी की वजह से विमान अपना बैलेंस खोता जा रहा था. पायलट के लिए भी ज़्यादा देर तक विमान को दुर्घनाग्रस्त होने से बचाना मुश्किल हो रहा था.
16 मई 2019, दोपहर 3:30 बजे
अमेरिका के कैलिफोर्निया में मार्च एयर रिजर्व बेस से उड़ान भरते ही एफ-16 लड़ाकू विमान के हाईड्रोलिक हिस्से में खराबी आ गई. पायलट ने फैसला किया कि वो वापस कैलिफोर्निया में मार्च एयर रिजर्व बेस पर लैंडिंग करेगा. मगर विमान का संतुलन खोने से लैंडिंग की कोशिश के दौरान विमान मार्च एयर रिजर्व बेस के बाहर ही बने एक वेयर हाऊस में जा घुसा.
इस क्रैश की तस्वीरें कैलिफोर्निया में मार्च एयर रिजर्व बेस के दूसरी तरफ बनी रोड पर चल रही गाड़ियों से ली गई हैं. एयर बेस और इस वेयर हाऊस बीच में एक सड़क है. रनवे पर लैंड करने के लिए विमान को बस 400-500 मीटर ही आना था, मगर उससे पहले ही विमान वेयर हाऊस में जा घुसा. विमान के क्रैश होते ही आग लग गई. हालांकि रनवे नज़दीक होने की वजह से दमकल कर्मियों ने फौरन ही आग की लपटों पर काबू पा लिया.
जिस वक्त एफ-16 विमान वेयर हाऊस में क्रैश हुआ उस वक्त ठीक उसके नीचे कोई काम नहीं कर रहा था. मगर आसपास के हिस्से में काम कर रहे करीब एक दर्जन लोग इस हादसे में बुरी तरह घायल हो गए. जिन्हें नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया. हालांकि अब सबसे बड़ा सवाल ये था कि आखिर एफ-16 लड़ाकू विमान के उस पायलट का क्या हुआ जो इसे उड़ा रहा था.
वेयर हाऊस में क्रैश होते हुए इस विमान को देखकर अंदाज़ा लगाइये कि आखिर पायलट का क्या हुआ होगा. हालांकि हादसे के कुछ देर बाद जब सड़क के इस पार एयरबेस की तरफ देखा गया तो नारंगी और सफेद रंग का ये कपड़ा नज़र आया. जिसके पास पायलट खड़ा हुआ था. सवाल ये था जब विमान इस वेयरहाऊस में छेद कर अंदर क्रैश हुआ तो आखिर पायलट सड़क के इस पास एयरबेस तक कैसे पहुंचा और क्यों उसे कोई चोट नहीं आई.
दरअसल, कुछ इस तरह एफ-16 लड़ाकू विमान के क्रैश होने से ऐन पहले पायलट ने खुद को विमान से इजेक्ट यानी निकाल लिया था. लड़ाकू विमान में पायलट के पास इजेक्ट करने की सहूलियत होती है. जो क्रैश होने की स्थिति में खुद की जान बचाने के लिए इस्तेमाल की जाती है. इसमें पायलट जिस सीट पर बैठा होता है, उसके समेत एक झटके से विमान से बाहर निकल आता है. जिसके बाद पैराशूट के ज़रिए वो ज़मीन पर लैंड करता है. |
पारंपरिक भौतिक वॉटरमार्क की तरह, डिजिटल वॉटरमार्क अक्सर कुछ शर्तों के तहत ही बोधगम्य होते हैं, यानी कुछ एल्गोरिदम का उपयोग करने के बाद। यदि कोई डिजिटल वॉटरमार्क वाहक सिग्नल को इस तरह विकृत कर देता है कि वह आसानी से समझ में आने योग्य हो जाए, तो इसे इसके उद्देश्य के आधार पर कम प्रभावी माना जा सकता है। पारंपरिक वॉटरमार्क दृश्यमान मीडिया (जैसे चित्र या वीडियो) पर लागू किए जा सकते हैं, जबकि डिजिटल वॉटरमार्किंग में, सिग्नल ऑडियो, चित्र, वीडियो, टेक्स्ट या 3डी मॉडल हो सकते हैं। एक सिग्नल एक ही समय में कई अलग-अलग वॉटरमार्क ले जा सकता है। वाहक सिग्नल में जोड़े गए मेटाडेटा के विपरीत, एक डिजिटल वॉटरमार्क वाहक सिग्नल के आकार को नहीं बदलता है। |
खबर है कि शाहरुख खान अपने खाना बनाने के शौक को और आगे ले जाना चाहते हैं. इसके लिए शाहरुख बैंडस्टैंड स्थित अपने बंगले मन्नत में एक नया किचन बनवा रहे हैं.
जनवरी की सर्दी में आग लगा देगा 'रईस' का नया पोस्टर
शाहरुख को बॉलीवुड में अच्छे होस्ट के तौर पर देखा जाता है. साथ ही उन्हें खाना बनाने का भी शौक है. शाहरुख खुद कहते हैं कि उन्हें इटैलियन डिशेज बनाना काफी पसंद है. इसे सीख भी रहे हैं और अपनी इस स्किल को और आगे ले जाना चाहते हैं.
'फराह की दावत' में एक साथ आएंगे शाहरुख और सलमान?
शाहरुख ने जीक्यू को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि उनके परिवार के पास कई होटल हुआ करते थे. तो कुकिंग के शौक की पीछे यही वजह रही है. शाहरुख कई सारी इटैलियन डिशेज बना लेते हैं और सीख भी रहे हैं ताकि बेहतर कुक बन सकें. |
मुंबई में महिला फोटो जर्नलिस्ट के साथ हुए गैंगरेप मामले में पुलिस ने तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. सिराज रहमान के इस आरोपी को मुंबई से ही गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में पांच लोगों पर आरोप लगे हैं, जिनमें से दो आरोपी पहले ही पुलिस की गिरफ्त में हैं, जबकि दो अभी भी फरार हैं.
वहीं ये पूरा मामला एनएम जोशी मार्ग पोलिस स्टेशन से मुंबई क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है.
एक आरोपी को 30 अगस्त तक पुलिस हिरासत
इससे पहले मुंबई के एक दंडाधिकारी ने, आरोपी चांद बाबू सत्तार शेख उर्फ मोहम्मद अब्दुल को शनिवार को 30 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि 22 साल की पीड़िता का अभी भी इलाज चल रहा है और अन्य आरोपियों का पता लगाने के लिए गिरफ्तार आरोपी की हिरासत जरूरी है. महिला फोटो जर्नलिस्ट के साथ गैंगरेप मुंबई के महालक्ष्मी रेलवे स्टेशन के पास बंद पड़ी शक्ति मिल्स कम्पाउंड में गुरुवार को हुआ था.
सरकारी वकील की दलील मंजूर करते हुए कोर्ट ने शेख को 30 अगस्त तक दोबारा पुलिस की हिरासत में भेज दिया. 19 वर्षीय शेख को पीछे के दरवाजे से कोर्ट ले जाया गया. कोर्ट के बाहर शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जमा हो गए थे, और उन्होंने इस घटना के विरोध में नारेबाजी की. वीडियो पार्लर में छिपा था दूसरा आरोपी
पुलिस की क्राइम ब्रांच के दस्ते ने शनिवार सुबह मदनपुरा इलाके से मामले के दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया था. आरोपी एक वीडियो पार्लर में छिपा था. पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह ने बताया था, 'हमने दूसरे आरोपी को आज सुबह गिरफ्तार किया है. उसने कबूल किया है कि वह अपराध में शामिल था. हम उम्मीद करते हैं कि जल्दी ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लेंगे.' गिरफ्तार आरोपी शेख के परिवार वालों ने दावा किया है कि उसकी उम्र 16 साल है, सिंह ने कहा कि पांचों आरोपियों के गिरफ्तार हो जाने के बाद पुलिस पूरा विवरण देगी. पुलिस सूत्रों का कहना है कि फरार आरोपियों का पता लगाने के लिए पुलिस की आधा दर्जन टीमें ठाणे और रायगढ़ जिलों में गई हैं. सिटी पुलिस और क्राइम ब्रांच की लगभग 20 टीमें तीन अन्य अपराधियों की तलाश में लगी हैं. |
एक ट्रेनी वकील ने आरोप लगाया है कि पिछले साल दिसंबर में जब
दिल्ली गैंगरेप से गुस्साए लोग
सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान 'उसके दादा के उम्र के सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने' एक होटल के कमरे में उसका यौन शोषण किया. लड़की 'हाल ही में रिटायर' हुए जज के साथ इंटर्नशिप कर रही थी.
अंग्रेजी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, लड़की ने यह सनसनीखेज आरोप सबसे पहले 'जर्नल्स ऑफ इंडियन सोसाइटी' नाम के ब्लॉग के जरिये 6 नवंबर को लगाया. इस लेख का शीर्षक था, 'थ्रू माय लुकिंग ग्लास'. सोमवार को 'लीगली इंडिया' नाम की एक वेबसाइट पर उसका यह लेख दोबारा प्रकाशित हुआ.
'मैं जब उस कमरे से बाहर निकली...'
लड़की कोलकाता के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ज्यूडिशियल साइंस से वकालत पढ़कर इसी साल पास आउट हुई है.'लीगली इंडिया' वेबसाइट से बातचीत में लड़की ने कहा, 'तब मेरा फाइनल ईयर था. सर्दियों की छुट्टी में मैं दिल्ली में इंटर्नशिप कर रही थी.
दिल्ली गैंगरेप से लोगों में उबाल था
. पुलिस की बैरीकेडिंग को छकाते हुए मैं बड़ी मुश्किल से हाल ही में रिटायर हुए सुप्रीम कोर्ट के उस प्रतिष्ठित जज के पास पहुंची. मुझे अपनी कर्मठता का पुरस्कार मिला यौन उत्पीड़न के रूप में. वह शरीर को चोट पहुंचाने वाला तो नहीं, लेकिन हिंसक जरूर था. मैं उन डरावने ब्यौरों में नहीं जाना चाहती, लेकिन इतना कहना पर्याप्त है कि जब मैं उस कमरे से बाहर निकली, वे यादें मेरे जेहन में थीं. बल्कि, अब भी वे यादें मेरे साथ चलती हैं.'
जज पर लगाया तीन और लड़कियों के शोषण का आरोप
लड़की ने बताया कि घटना ने उसे 'डरपोक' बना दिया इसलिए वह आरोपी के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा सकी. उसने कहा, 'लेकिन मैं अपना अनुभव साझा इसलिए कर रही हूं क्योंकि मुझे लगा कि यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी मेरी बनती है कि दूसरी लड़कियों के साथ ऐसा न हो.'
उसने बताया कि घटना के बाद इस कदर सदमे में थी कि गुस्से में रिएक्ट तक नहीं कर सकी.वेबसाइट से बातचीत में उसने कहा, 'मैंने सुना है कि उस जज ने तीन और लड़कियों का यौन शोषण किया है और मैं कम से कम चार लड़कियों को जानती हूं जो किसी न किसी जज की हवस का शिकार बनी हैं. लेकिन उनका अनुभव मेरे जितना बुरा नहीं रहा होगा. उनमें से ज्यादातर के साथ यह जज के चैंबर में हुआ, जब वहां कुछ और लोग भी मौजूद थे, इसलिए उनका अनुभव ज्यादा बुरा नहीं हो पाया. '
'कानून अधूरा और अपर्याप्त लगता था'
लेकिन लड़की ने इतने समय के बाद आरोप क्यों लगाए? उसने अपनी ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, 'उस वक्त चारों ओर रेप के दोषियों को कड़ी सजा की बात हो रही थी. पांच साल तक कानून की पढ़ाई करने के बाद मैं जानती थी कि दिक्कतों को कानूनी रूप से ही सुलझाया जाता है. लेकिन मुझे लगा कि कानून पहले से ही अधूरा और अपर्याप्त है, इसलिए मैं साहस नहीं जुटा सकी. मैं कायर बन गई. '
अब यह देखना होगा कि यौन शोषण विरोधी कमेटी इस पर क्या एक्शन लेती है. इस कमेटी को चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर ने 17 जुलाई को गठित किया था. इसमें महिला वकीलों को कोर्ट परिसर, चैंबर्स या अदालती इलाके में यौन शोषण से बचाने के प्रावधान किए गए थे. |
अलवर जिले के टहला थाना क्षेत्र से 23 जनवरी को पुलिस ने एक ऐसी महिला को खोज निकाला जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में दर्ज थी. इस महिला ने अपने पति को फोन कर बताया था कि उसे राजस्थान में कहीं रखा गया है. पुलिस ने इसी फोन की लोकेशन ट्रेस कर महिला और उसकी बेटी को रमेश पुत्र रामसहाय के घर से खोज निकाला. महिला ने बताया कि उसे खंडवा, मध्य प्रदेश की सपना ने जयपुर में रहने वाली अपनी बहन संगीता के जरिए 50,000 रु. में बेच दिया था.
घर बसाने के लिए खरीदी जा रही इन लड़कियों और महिलाओं को अब स्थानीय लोग 'पारो' कहने लगे हैं. अकेले अलवर जिले में ही इनकी संख्या 15,000 से 20,000 के बीच है, पूरे मेवात और राजस्थान का आकलन किया जाए तो यह संख्या बढ़कर दो लाख से भी अधिक हो सकती है. इनमें से 80 फीसदी से अधिक लड़कियां नाबालिग होती हैं. अलवर जिले के अलावा राजस्थान के भरतपुर, धौलपुर, सीकर झुंझुनूं, हरियाणा के मेवात सहित करीब एक दर्जन जिलों में पारो लड़कियां बड़ी संख्या में मौजूद हैं, यही नहीं, राजधानी दिल्ली भी इससे अछूती नहीं बची है.
अलवर जिले में एक एनजीओ 'मत्स मेवात शिक्षा एवं विकास संस्थान' ने दो दर्जन गांवों में किए सर्वे में पाया कि अलवर में 'पारो' लाने की मजबूरी उन परिवारों की है, जिनके बेटे की शादी नहीं हो पाती तब मजबूरी में पैसे देकर वे अपने बेटे की शादी बिहार, बंगाल, ओडिसा, असम, झारखंड, यूपी की लड़कियों के साथ करके लाते है. सर्वे में यह हकीकत भी सामने आई कि कई गांवों में 40 से 80 पारो शादी करके लाई गई हैं. जिन लड़कियों को शादी करके लाया गया है उनमें 95 फीसदी मामलों में लड़की के मां-बाप ने लड़कों से शादी के एवज में पांच हजार से लेकर ढाई लाख रु. तक लिए हैं. इनमें से 70 से 80 फीसदी लड़कियां जो पारो बनकर शादी करके यहां आई हैं, वे मजबूरी और दुख-दर्द झेलने के बाद भी अपना वैवाहिक जीवन जी रही हैं, जबकि 15 से 20 फीसदी लड़कियों को दलाल और एजेंट एक से दूसरी, और दूसरी से तीसरी जगह बेच देते हैं. धौलपुर के पुलिस अधीक्षक हरेंद्र महावर ने बताया कि जिले में एक गिरोह काम कर रहा है जो यूपी और एमपी से लड़कियों को लाकर यहां बेचता है. इस तरह के अब तक 15-20 मामले सामने आ चुके हैं. ये लोग पहले खुद लड़की को अपने पास रखते हैं और उसका देह शोषण करते हैं, बाद में किसी और को बेच देते हैं और उसकी शादी करवा देते हैं. एनजीओ के सचिव वीरेंद्र विद्रोही ने बताया कि उनके सर्वे के मुताबिक मेव, गुर्जर और हरियाणा के ब्राह्मणों में सबसे ज्यादा पारो लाई जा रही हैं. एक अनुमान के मुताबिक अलवर में 10,000 मेव समाज से, 4,000 गुर्जरों, ब्राह्मणों में 2,000 और अन्य जातियों राजपूत, कुम्हार, बनिया (वैश्य) में भी 4,000 से अधिक पारो लाई जा चुकी हैं.
अलवर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि दूसरे राज्यों से महिला खरीद के मामले में परिजन महिला के मिलने पर मुकदमे से दूर भागते हैं, जिससे आरोपियों को सजा नहीं मिल पाती. टहला थाने के हालिया मामले में भी यही हुआ. वहीं धौलपुर जिले में मानव तस्कर निरोधक ब्यूरो की टीम का गठन होने के बाद से इस टीम ने 49 मामले दर्ज कर 60 महिलाओं को मुक्त करवाया है. पुलिस ने इस साल 7 मामले उजागर कर खरीद-फरोख्त और लड़कियों के अपहरण का मामला दर्ज किया.
शादी करने का मामला ज्यादातर एजेंटों के जरिए तय होता है इस कड़ी में कुछ दलाल भी सक्रिय हो गए हैं जो इतने मजबूत हैं कि फोन पर ही लड़कियों का सौदा करके शादी तय करवा देते है. कुछ लोगों ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया है. वे लड़कियों को शादी करके यहां लाते है और बाद में उन्हें बेच देते हैं. राजस्थान में बिगड़ता लिंगानुपात महिलाओं की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देने का एक बड़ा कारण है. अलवर जिले में प्रति पुरुष 894 महिलाएं हैं, जबकि भरतपुर में 877 और धौलपुर में हालात और भी ज्यादा खराब है. वहां प्रति एक हजार पुरुषों के मुकाबले 845 महिलाएं हैं. सबसे ज्यादा बुरे हालत धौलपुर में है जहां पचास फीसदी लड़कों की शादी बदले में किसी लड़की की शादी करवाने पर होती है या फिर पैसे का लेन-देन होने के बाद तय होती है! जबकि भरतपुर और अलवर में दूसरे राज्यों से लड़कियों को खरीदकर और उनसे शादी करके लाया जाता है. |
इतिहासकारों के मुताबिक आज से 179 साल पहले 9 जनवरी, 1839 को फोटोग्राफी की शुरुआत हुई थी. 9 जनवरी, 1839 को जोसेफ नाइसफोर और लुइस डॉगेर नाम के 2 वैज्ञानिकों ने डॉगोरोटाइप प्रक्रिया का आविष्कार किया था. डॉगोरोटाइप टेक्निक फोटोग्राफी की पहली प्रक्रिया था. इस आविष्कार की घोषणा 19 अगस्त 1839 को फ्रांस की सरकार ने की थी. इसी की याद में दुनिया भर में 19 अगस्त को World Photography Day मनाया जाता है. आपको बता दें कि वर्ल्ड फोटोग्राफी की लोकप्रियता साल 2010 से बढ़ना शुरू हुई थी. टिप्पणियांEbenezer Cobb Morley 187th Birthday: कौन थे एबेनेज़र कॉब मोर्ली, जानिए उनके जीवन से जुड़ी 5 बातें
साल 2010 में ऑस्ट्रलिया के एक फोटोग्राफर (Photographer) ने इस दिन के बारे में दुनिया भर में जागरुकता फैलानी शुरु की. उन्होंने अपने सभी साथियों की मदद से दुनिया भर में इस दिन का प्रचार प्रसार किया. उन्होंने 270 साथी फोटोग्राफरों के साथ मिलकर उनकी तस्वीरें ऑनलाइन गैलरी के जरिए लोगों के सामने पेश की. इस ऑनलाइन गैलरी को लोगों ने खूब पसंद किया जिसके बाद से इसका ट्रेंड बन गया और हर साल फोटोग्राफी डे (Photography Day) के दिन ऐसी ही ऑनलाइन गैलरी बनने लगी.
Ebenezer Cobb Morley 187th Birthday: कौन थे एबेनेज़र कॉब मोर्ली, जानिए उनके जीवन से जुड़ी 5 बातें
साल 2010 में ऑस्ट्रलिया के एक फोटोग्राफर (Photographer) ने इस दिन के बारे में दुनिया भर में जागरुकता फैलानी शुरु की. उन्होंने अपने सभी साथियों की मदद से दुनिया भर में इस दिन का प्रचार प्रसार किया. उन्होंने 270 साथी फोटोग्राफरों के साथ मिलकर उनकी तस्वीरें ऑनलाइन गैलरी के जरिए लोगों के सामने पेश की. इस ऑनलाइन गैलरी को लोगों ने खूब पसंद किया जिसके बाद से इसका ट्रेंड बन गया और हर साल फोटोग्राफी डे (Photography Day) के दिन ऐसी ही ऑनलाइन गैलरी बनने लगी.
साल 2010 में ऑस्ट्रलिया के एक फोटोग्राफर (Photographer) ने इस दिन के बारे में दुनिया भर में जागरुकता फैलानी शुरु की. उन्होंने अपने सभी साथियों की मदद से दुनिया भर में इस दिन का प्रचार प्रसार किया. उन्होंने 270 साथी फोटोग्राफरों के साथ मिलकर उनकी तस्वीरें ऑनलाइन गैलरी के जरिए लोगों के सामने पेश की. इस ऑनलाइन गैलरी को लोगों ने खूब पसंद किया जिसके बाद से इसका ट्रेंड बन गया और हर साल फोटोग्राफी डे (Photography Day) के दिन ऐसी ही ऑनलाइन गैलरी बनने लगी. |
सलमान खान की अपकमिंग फिल्म भारत में दिशा पाटनी के किरदार के नाम का खुलासा हो गया है. दिशा ने इंस्टा पर अपनी नई तस्वीर पोस्ट कर इस बात का खुलासा किया है.
प्रियंका के अचानक 'भारत' छोड़ने को प्रोड्यूसर ने बताया 'अनप्रोफेशनल'
दिशा ने तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में सिर्फ फिल्म का नाम भारत लिखा है. फोटो में दिशा का भारत के लिए नया लुक भी देखा जा सकता है. दिशा सॉफ्ट कर्ल्स के साथ बार्बी हेयर डू लुक में नजर आ रही हैं. इसके साथ ही दिशा फिल्म में अपने नाम राधा को दिखाते हुए पोज दे रही हैं.
#bharat❤️
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disha patani (paatni)
(@dishapatani) on
Jul 27, 2018 at 8:46pm PDT
फिल्म में किरदार के नाम के खुलासे के बाद अभी भी एक्ट्रेस के रोल पर सस्पेंस बरकरार है. चर्चाओं की मानें तो इस फिल्म में दिशा सलमान खान की बहन के रोल में नजर आ सकती हैं.
सलमान की फिल्म 'भारत' से प्रियंका आउट, क्या कटरीना करेंगी यह रोल?
वहीं फिल्म की लीड एक्ट्रेस की बात करें तो प्रियंका का नाम खूब छाया रहा. बॉलीवुड में प्रियंका चोपड़ा की दमदार वापसी का सभी को इंतजार था और ये सलमान की फिल्म भारत से ही होने वाला था. लेकिन हाल फिल्हाल में ही प्रियंका ने किन्ही कारणों से इस फिल्म में काम करने से मना कर दिया है. प्रियंका के इस फैसले को निर्माता अनप्रोफेशनल बता रहे हैं लेकिन अब आगे क्या...?
अब प्रियंका की जगह किस एक्ट्रेस को साइन किया जाएगा इस पर चर्चा हो रही है. कभी कटरीना तो कभी जैकलीन फर्नांडिस का नाम सामने आ रहा है. इन्ही सभी कयासों के बीच भारत फिल्म के डायरेक्टर अली अब्बास जफर ने ट्वीट किया है. जफर ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, "हां हां हां..हम जल्द ही 'भारत' की नई एक्ट्रेस के नाम की घोषणा करेंगे. हम नॉन-स्टॉप शूटिंग कर रहे हैं और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय शेड्यूल की तैयारी कर रहे हैं.'
Yes yes yes ... we will announce the leading lady of Bharat soon.. We have been shooting Non stop and the simultaneously preparing for international schedules ....
— ali abbas zafar (@aliabbaszafar)
July 28, 2018
फिल्म निर्माता ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि प्रियंका ने 'बहुत खास' वजह से यह फिल्म छोड़ दी है. 'भारत' 2019 की ईद पर रिलीज होने जा रही है. |
बाजार में समय के साथ कई ऐसे स्मार्टफोन आ गए हैं जिन पर पानी का असर नहीं होता है. लेकिन ऐसे फोन की संख्या काफी कम है. हालिया लॉन्च Moto G (3rd Gen) वाटर रेसिसटेंट फोन की श्रेणी में पहला मिड बजट फोन है. जबकि अक्सर यूजर्स फोन के पानी में भींगने, बाथरूम में गिरने जैसी समस्या से दो-चार होते हैं.
वैसे अगर आपके साथ भी कभी ऐसी परिस्थिति आए तो घबराने और फोन पर बेवजह
हजारों खर्च
करने की बजाय पहले ये उपाय जरूर अपनाएं.
क्या नहीं करें-
1)
फोन का स्विच ऑन नहीं करें, उसे ऑफ रहने दें.
2)
फोन ऑन हो तो उसे फौरन स्विच ऑफ कर दें.
3)
फोन का कोई भी बटन न दबाएं. ऐसा करने से पानी अंदर जा सकता है.
4)
फोन को हिलाने-डुलाने से परहेज करें.
5)
फोन को खुद से खोलने का प्रयास न करें. ऐसा करने से फोन की वारंटी खत्म हो जाती है.
6)
फोन को पंखे में या तेज हवा में सुखाने की कोशिश न करें. ऐसा करने से पानी अंदर जा सकता है.
7)
फोन को रूम हीटर या ड्रायर से सुखाने की कोशिश न करें.
क्या करें-
1)
अगर
फोन ऑन
है तो उसे तत्काल ऑफ करें.
2)
फोन से सिम कार्ड और माइक्रो एसडी कार्ड फौरन निकाल लें.
3)
अगर फोन की बैट्री निकाल सकते हैं तो निकाल लें.
4)
कपड़े या पेपर से फोन को पोंछे.
5)
अगर
फोन
में ज्यादा पानी चला गया है तो सावधानी से वैक्यूम क्लीनकर के जरिए पानी को बाहर खींच सकते हैं.
6)
अगर आपके पास फोन सुखाने वाला पाउच है तो फोन को फौरन उसमें डाल दें. बाजार में इन दिनों ऐसे कई पाउच उपलब्ध हैं.
7)
फोन को घर में पड़े सूखे चावल के बर्तन में डालकर रख सकते हैं. चावल पानी को बहुत जल्दी सोखता है. ऐसे में यह फोन के अंदर पानी को खींच लेगा. |
मशहूर मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह यानी महाअक्षय चक्रवर्ती अगले महीने शादी के बंधन में बंधने वाले हैं. उनकी शादी जानी मानी एक्ट्रेस शीला शर्मा की बेटी मदालसा शर्मा से हो रही है. इसके अलावा प्रियंका चोपड़ा की लिप सर्जरी चर्चा में है. जानें बॉलीवुड में और क्या क्या रहा खास:
इस मशहूर एक्ट्रेस की बेटी से शादी करेंगे मिथुन चक्रवर्ती के बेटे
बॉलीवुड के डिस्को डांसर के रूप में मशहूर मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह यानी महाअक्षय चक्रवर्ती अगले महीने शादी के बंधन में बंधने वाले हैं. मिमोह, मिथुन के बड़े बेटे हैं. उनकी शादी मदालसा शर्मा से होगी. मदालसा शर्मा बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस शीला शर्मा और डायरेक्टर सुभाष शर्मा की बेटी हैं.
नाक और लिप सर्जरी के बाद प्रियंका के हाथ से निकल गईं थी 7 फिल्में
प्रियंका चोपड़ा, एक ऐसा नाम जो बरेली से बॉलीवुड का सफर करने के बाद आज हॉलीवुड में भी अपनी धाक जमा चुका है. प्रियंका के पूरे सफर में कई उतार-चढ़ाव आए हैं. प्राइवेट जिंदगी जीने वाली पीसी के इस सफर के बारे में हाल ही में रिलीज हुए किताब 'प्रियंका चोपड़ा: द डार्क हॉर्स' में लिखा गया है. इस किताब को जर्नलिस्ट भारती प्रधान ने लिखा है.
सुनील दत्त के बर्थडे पर संजू का नया पोस्टर रिलीज, दिखी नरगिस की पहली झलक
राजकुमार हिरानी के निर्देशन में बन रही संजय दत्त की बायोपिक फिल्म संजू का नया पोस्टर रिलीज किया गया है. नए पोस्टर में संजय दत्त की मां नरगिस की झलक दिखाई गई है. फिल्म में इस किरदार को मनीषा कोइराला निभा रही हैं. नरगिस का किरदार संजय दत्त की असल जिंदगी में बहुत मायने रखता है. कई बार संजय दत्त ने कहा है कि मैं जो भी हूं आज अपनी मां कि वजह से बन पाया हूं.
वीरे दी वेडिंग में बेटी के बोल्ड सीन पर स्वरा भास्कर की मां ने क्या कहा? पढ़ें
'वीरे दी वेडिंग' में स्वरा भास्कर को उनके एक बोल्ड सीन की वजह से खूब ट्रोल किया जा रहा है. हालांकि स्वरा ने ट्रोलर्स को जवाब देते हुए उनके कमेंट्स को 'पेड ट्रोल' करार दिया. अब स्वरा की मां, ईरा भास्कर ने भी इस सीन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
फिर जमेगा रंग, 3 साल बाद बड़ी फिल्म से नाना पाटेकर की 'वापसी'
रजनीकांत की काला 7 जून को रिलीज हो रही है. इस फिल्म में रजनीकांत को टक्कर देते हुए नाना पाटेकर दमदार रोल में नजर आएंगे. काला में रजनीकांत हीरो का रोल अदा करेंगे, जबकि नाना पाटेकर मुख्य विलेन के किरदार में होंगे.
मिथुन के बेटे की शादी, कभी एडल्ट स्टार के साथ वायरल हुई थीं तस्वीरें
80 के दशक के सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह शादी की खबरों को लेकर चर्चा में आ गए है. मिमोह यानी महाअक्षय चक्रवर्ती अगले महीने शादी के बंधन में बंधने वाले हैं. बॉलीवुड में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए मिमोह अपनी किसी फिल्म को लेकर तो कभी चर्चाओं में नहीं रहे लेकिन पिछले साल एक एडल्ड स्टार के साथ उनकी तस्वीरें खूब वायरल हुई थीं. तमाम तरह की गॉसिप भी पढ़ने को मिले.
IPL सट्टेबाजी मामला: अरबाज और पराग संघवी बने सरकारी गवाह
आईपीएल में सट्टेबाजी के मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब आरोपी अरबाज खान और फिल्म प्रोड्यूसर पराग संघवी को सरकारी गवाह बनाया गया है. उनके बयान धारा 164 के तहत रिकॉर्ड किए जाएंगे. अरबाज पहले ही अपने ऊपर लगे सट्टेबाजी के आरोपों को पुलिस के सामने स्वीकार कर चुके हैं. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: शूटिंग जैसे खेलों में प्रतियोगिता की कमी, इनामी रकम और मीडिया में तवज्जो न मिलने का रोना लंबे समय से चलता आ रहा है। ऐसे में कुछ ओलिंपिक शूटर्स ने एक अनूठे टूर्नामेंट का आयोजन कर युवा शूटर्स को नया मंच दिया।
पिछले हफ्ते दिल्ली के कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में एक अलग तरह का मेला लगा रहा। निशाना लगाते 300 शूटर्स इस रेंज की रौनक बढ़ाते रहे।
पूर्व वर्ल्ड चैंपियन मानवजित सिंह संधू, पूर्व वर्ल्ड नंबर 1 शूटर रोंजन सोढी, महिला निशानेबाज ओलिंपियन शगुन चौधरी, शूटिंग संघ के अध्यक्ष रनि सिंह और आम भारतीय शूटर यह सब एक प्लेटफॉर्म पर निशाना लगाते रहे। इनमें से कोई एक−दूसरे को मात देकर इनाम जीत सकता था। भारत में अपनी तरह का यह अनूठा टूर्नामेंट था।
निशानेबाज 35 लाख की प्राइजमनी वाले इस टूर्नामेंट में एक−दूसरे को टक्कर देकर इनाम के अलावा अपना हौसला भी बढ़ाते रहे। टूर्नामेंट में एक युवा और आम शूटर भी जीत हासिल कर सके इसलिए इसमें गॉल्फ की तरह हैंडिकैप सिस्टम लागू किया गया। दरअसल यूरोप की तरह ही भारत में रोंजन सोढी और मानवजीत संधू जैसे शूटर्स ने इस तरह करीब 300 शूटर्स को इंडियन शॉटगन ओपन में एक फ्लेटफॉर्म पर निशाना लगाने का मौका दिया।
रोंजन सोढी कहते हैं कि एक तो भारत में कोई प्राइज मनी टूर्नामेंट नहीं है इसलिए हमने सोचा कि अगर इस तरह के टूर्नामेंट का आयोजन होता है तो शूटिंग को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ेगी। दूसरे हमने इसमें हैंडिकैप सिस्टम लागू किया ताकि युवा शूटर्स को जीत का मौका मिले और अंतरराष्ट्रीय शूटर्स पर अपने नाम के मुताबिक, शूट करने का दबाव भी हो।
मानवजित सिंह संधू कहते हैं कि क्रिकेट में आईपीएल कितना अच्छा प्लेटफॉर्म है, ऐसा दूसरे खेलों में बहुत कम है इसलिए हम 35 लाख का शूटिंग का टूर्नामेंट लेकर आए हैं। यहां करीब 100 शूटर्स को इनाम मिलना तय है।
ओलिंपिक स्तर पर निशाना लगाने वाले मौजूदा और पूर्व शूटर मानते हैं कि इससे युवाओं में खेल की लोकप्रियता तो बढ़ेगी ही दूसरे कई फायदे होंगे। भारत की पहली महिला ओलिंपियन ट्रैप शूटर शगुन चौधरी कहती हैं इससे शूटिंग का रुतबा जरूर बढ़ेगा। इससे आम लोगों में भी शूटिंग का माहौल बनेगा। इसके लिए ज्यादा लोग दिलचस्पी दिखा सकते हैं।
चार बार के ओलिंपियन ट्रैप शूटर मानशेर सिंह कहते हैं कि इस तरह की शूटिंग में मंझे हुए शूटर्स को एक फायदा यह है कि वह इस दौरान एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं।
शूटिंग को लेकर प्राइजमनी टूर्नामेंट का आयोजन इतना भी आसान नहीं। 35 लाख की इनामी राशि वाले टूर्नामेंट के लिए रोंजन और मानवजीत को पापड़ बेलने पड़ गए। आखिरी दिन तेज बारिश में मुश्किल तो हुई, लेकिन निशानेबाजों की गन आग उगलती रही। कई सूटर्स इसके भी फायदे देखते हैं।
नेशनल चैंपियन शूटर श्रेयासि सिंह कहती हैं कि 2012 में लंदन ओलिंपिक में रोंजन सोढी की शूटिंग के वक्त दर्शकों ने शोर मचा कर
उनका ध्यान बंटा दिया और उसका उन्हें बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा। इस वक्त यहां मौसम खराब है और हूटिंग भी हो रही है। यहां
मुश्किल हालात में शूटिंग का अच्छा अभ्यास हो सकता है।
इंडियन शॉटगन ओपन के सह-प्रायोजक मानव रचना यूनिवर्सिटी के अमित भल्ला कहते हैं कि किसी भी खेल को अहम बनाने में मीडिया का रोल अहम होता है। मीडिया को इन खेलों को तवज्जो देनी चाहिए, क्योंकि ये खेल आपको ओलिंपिक में मेडल हासिल करवाते हैं, लेकिन वह यह मानते हैं कि इस तरह के टूर्नामेंट का लाइव टेलिकास्ट हो तो इन खेलों को वाकई बहुत फायदा होगा।
इतना जरूर हुआ कि हिस्सा लेने वाले शूटर्स ने इस टूर्नामेंट की खूब तारीफ की, लेकिन टेलीविजन मीडिया के लिए यह टूर्नामेंट फिर भी हाशिये पर रहा। एक अलग और शानदार टूर्नामेंट के आयोजन के बावजूद अक्सर इन खेलों की हालत जंगल में मोर नाचा किसने देखा जैसी कहावत बन जाती है।
अधिकारियों और आयोजकों को यह समझने की जरूरत है कि लाइव टेलीकास्ट मीडिया और बाज़ार का मसला एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है और इनमें से किसी एक के नहीं होने से इसकी लोकप्रियता पर असर जरूर पड़ता है। |
यह लेख है: तमिलनाडु की इकलौती ट्रांसजेंडर (किन्नर) उम्मीदवार एम राधा दक्षिण चेन्नई संसदीय क्षेत्र पर चुनाव प्रचार के लिए खूब पसीना बहा रही हैं. केवल 25 समर्थकों के साथ राधा चिलचिलाती गर्मी में सुबह से शाम बिना थके चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं. उन्हें भरोसा है कि वह इस सीट पर चिर प्रतिद्वंद्वी द्रमुक और अन्नाद्रमुक तथा अभिनेता कमल हासन की मक्कल निधि मैयम को कड़ी टक्कर दे सकती हैं. पेशे से कुक 50 वर्षीय राधा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं और अगर वह जीत गईं तो लोकसभा में महिलाओं के मुद्दे उठाना चाहती हैं.
तमिलनाडु में चुनावों के लिए 18 अप्रैल को ट्रांसजेंडर समुदाय के दो सदस्यों ने नामांकन पत्र दायर किए थे. मदुरै से नामांकन दायर करने वाली अन्य ट्रांसजेंडर ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. राधा के लिए यह निजी लड़ाई भी है. उन्होंने कहा, ‘संसद/विधानसभा में कम से कम एक ट्रांसजेंडर भी होनी चाहिए. हम ट्रांसजेंडरों को हमारी वीरता और अनुकंपा के लिए जाना जाता है.'
पोल्लाची में यौन उत्पीड़न और कोयम्बटूर में सात वर्षीय लड़की के यौन शोषण तथा हत्या के हाल के मामलों जैसे महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं से आहत राधा ने कहा कि अगर वह जीतीं तो उनकी प्राथमिकता महिलाओं की सुरक्षा होगी. उनके अनुसार, ट्रांसजेंडर होने को लेकर जुड़ी भ्रांतियां दूर हो गई हैं क्योंकि लोग अब उनकी इज्जत करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘प्रचार के दौरान लोगों ने गर्मजोशी से हमारा स्वागत किया.' राधा ने कहा कि उनके पास धन की कमी है और अपने चुनावी खर्चे के लिए वह लोगों से मिल रहे चंदे पर निर्भर हैं. कई ट्रांसजेंडर साथी भी योगदान दे रहे हैं. दक्षिण चेन्नई सीट पर अन्नाद्रमुक के मौजूदा सांसद जे जयवर्धन और द्रमुक के सुमति के बीच सीधा मुकाबला है. एमएनएम ने पूर्व आईएएस अधिकारी आर रंगराजन को प्रत्याशी बनाया हैं जो चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं. राज्य में 39 सीटों पर 18 अप्रैल को मतदान होगा. |
भारत द्वारा 12 अरब डॉलर के लड़ाकू विमान सौदे के लिए अमेरिकी कम्पनियों को ठुकराए जाने के बाद अमेरिका ने गहरी निराशा जरूर जाहिर की थी, लेकिन उसने कहा है कि इस घटना का उसकी दीर्घकालिक मित्रता पर कोई असर नहीं होगा। दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री रॉबर्ट ब्लेक ने शुक्रवार को थिंक टैंक, 'सेंटर फॉर स्ट्रेटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज' में कहा, "अमेरिका-भारत की साझेदारी एक दीर्घकालिक मित्रता है, यह 'जैसे को तैसा' सिद्धांत पर आधारित नहीं है।" ब्लेक ने 'द करेंट स्टेट ऑफ यूएस-इंडिया को-ऑपरेशन एंड प्रॉसपेक्ट्स फॉर द फ्यूचर' विषय पर बोलते हुए कहा, "हम स्वाभाविक आर्थिक साझेदार हैं। वास्तव में हम तीसरे देशों को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी आर्थिक साझेदारी बढ़ा रहे हैं।" ब्लेक ने कहा, "इतिहास में पहली बार अमेरिका और भारत ने कृषि सम्बंधी क्षमता के विकास पर सहयोग के एक प्रस्ताव के साथ तीन अफ्रीकी देशों से सम्पर्क किया है। परिणामस्वरूप भारत राष्ट्रपति के 'फीड द फ्यूचर' पहल का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है।" ब्लेक ने कहा कि दोनों देशों में से कोई भी देश इस रिश्ते को हल्के में नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे में शुरू की गई पहलों के क्रियान्वयन हेतु मिलकर काम करने की आवश्यकता है। ब्लेक ने आगे कहा, "इससे वाशिंगटन और दिल्ली में तथा मुम्बई और मैनहट्टन में इस बारे में अधिक महत्वांकाक्षा के साथ सोचने के लिए राजनीतिक समर्थन खड़ा होगा कि हम क्या हासिल कर सकते हैं, और हमारी साझेदारी कहां तक जाएगी।" ब्लेक ने यह उम्मीद भी जाहिर की कि भारत हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद अपने खुदरा और रक्षा क्षेत्रों को मुक्त करने के साथ ही आर्थिक सुधारों के एक नए चक्र को अपनाएगा। उन्होंने कहा, "हमें कुछ संकेत प्राप्त हुए हैं कि आने वाले छह महीनों के दौरान इनमें से कुछ क्षेत्रों में कुछ प्रगति हो सकती है। विधानसभा चुनावों का यह ताजा दौर इसके पीछे का कारण है।" ब्लेक ने कहा, "हमारे भारतीय मित्रों द्वारा लिया गया यह एक स्वतंत्र निर्णय है, लेकिन यह कुछ ऐसा है जो उनके लिए लाभकारी होने जा रहा है।" |
गुजरात के वडोदरा में वर्ष 2002 में हुए बेस्ट बेकरी जनसंहार मामले में बम्बई उच्च न्यायालय ने सोमवार को चार लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई, जबकि अन्य पांच लोगों को बरी कर दिया। इस जनसंहार में 14 लोगों की हत्या कर दी गई थी।
न्यायमूर्ति पीडी कोडे और वीएम कनाडे की खंडपीठ ने संजय ठक्कर, बहादुरसिंह चौहान, शानाभाई बारिया और दिनेश राजभर को दोषी करार दिया।
वर्ष 2004 में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर इस मामले की महाराष्ट्र में फिर से सुनवाई शुरू की गई थी। बम्बई उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने राजूभाई बारिया, पंकज गोसाईं, जगदीश राजपूत, शैलेश तडवी और सुरेश वसावा को इस मामले से बरी कर दिया।
गौरतलब है कि साम्प्रदायिक दंगे के इस मामले में वर्ष 2003 में वडोदरा की एक अदालत ने सभी 21 आरोपियों को बरी कर दिया था।
इस वर्ष तीन जुलाई को उच्च न्यायालय ने अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और कहा था कि फैसला खुली अदालत में सुनाया जाएगा।
ज्ञात हो कि गुजरात में फरवरी 2002 में हुए दंगे के दौरान 14 लोग वडोदरा की बेस्ट बेकरी में शरण लिए हुए थे। उसी वर्ष
एक मार्च लगभग 20 लोगों ने मिलकर शरण लिए हुए 14 लोगों की हत्या कर दी थी।
24 फरवरी 2005 को मुम्बई एक विशेष अदालत ने 20 आरोपियों में से नौ को दोषी ठहराया था और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में आरोपियों ने इस फैसले को बम्बई उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।टिप्पणियां
इस मामले में निचली अदालत ने इससे पहले आठ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था और जाहिरा शेख और अन्य गवाहों पर झूठी गवाही देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था।
न्यायमूर्ति पीडी कोडे और वीएम कनाडे की खंडपीठ ने संजय ठक्कर, बहादुरसिंह चौहान, शानाभाई बारिया और दिनेश राजभर को दोषी करार दिया।
वर्ष 2004 में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर इस मामले की महाराष्ट्र में फिर से सुनवाई शुरू की गई थी। बम्बई उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने राजूभाई बारिया, पंकज गोसाईं, जगदीश राजपूत, शैलेश तडवी और सुरेश वसावा को इस मामले से बरी कर दिया।
गौरतलब है कि साम्प्रदायिक दंगे के इस मामले में वर्ष 2003 में वडोदरा की एक अदालत ने सभी 21 आरोपियों को बरी कर दिया था।
इस वर्ष तीन जुलाई को उच्च न्यायालय ने अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और कहा था कि फैसला खुली अदालत में सुनाया जाएगा।
ज्ञात हो कि गुजरात में फरवरी 2002 में हुए दंगे के दौरान 14 लोग वडोदरा की बेस्ट बेकरी में शरण लिए हुए थे। उसी वर्ष
एक मार्च लगभग 20 लोगों ने मिलकर शरण लिए हुए 14 लोगों की हत्या कर दी थी।
24 फरवरी 2005 को मुम्बई एक विशेष अदालत ने 20 आरोपियों में से नौ को दोषी ठहराया था और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में आरोपियों ने इस फैसले को बम्बई उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।टिप्पणियां
इस मामले में निचली अदालत ने इससे पहले आठ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था और जाहिरा शेख और अन्य गवाहों पर झूठी गवाही देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था।
वर्ष 2004 में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर इस मामले की महाराष्ट्र में फिर से सुनवाई शुरू की गई थी। बम्बई उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने राजूभाई बारिया, पंकज गोसाईं, जगदीश राजपूत, शैलेश तडवी और सुरेश वसावा को इस मामले से बरी कर दिया।
गौरतलब है कि साम्प्रदायिक दंगे के इस मामले में वर्ष 2003 में वडोदरा की एक अदालत ने सभी 21 आरोपियों को बरी कर दिया था।
इस वर्ष तीन जुलाई को उच्च न्यायालय ने अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और कहा था कि फैसला खुली अदालत में सुनाया जाएगा।
ज्ञात हो कि गुजरात में फरवरी 2002 में हुए दंगे के दौरान 14 लोग वडोदरा की बेस्ट बेकरी में शरण लिए हुए थे। उसी वर्ष
एक मार्च लगभग 20 लोगों ने मिलकर शरण लिए हुए 14 लोगों की हत्या कर दी थी।
24 फरवरी 2005 को मुम्बई एक विशेष अदालत ने 20 आरोपियों में से नौ को दोषी ठहराया था और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में आरोपियों ने इस फैसले को बम्बई उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।टिप्पणियां
इस मामले में निचली अदालत ने इससे पहले आठ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था और जाहिरा शेख और अन्य गवाहों पर झूठी गवाही देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था।
गौरतलब है कि साम्प्रदायिक दंगे के इस मामले में वर्ष 2003 में वडोदरा की एक अदालत ने सभी 21 आरोपियों को बरी कर दिया था।
इस वर्ष तीन जुलाई को उच्च न्यायालय ने अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और कहा था कि फैसला खुली अदालत में सुनाया जाएगा।
ज्ञात हो कि गुजरात में फरवरी 2002 में हुए दंगे के दौरान 14 लोग वडोदरा की बेस्ट बेकरी में शरण लिए हुए थे। उसी वर्ष
एक मार्च लगभग 20 लोगों ने मिलकर शरण लिए हुए 14 लोगों की हत्या कर दी थी।
24 फरवरी 2005 को मुम्बई एक विशेष अदालत ने 20 आरोपियों में से नौ को दोषी ठहराया था और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में आरोपियों ने इस फैसले को बम्बई उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।टिप्पणियां
इस मामले में निचली अदालत ने इससे पहले आठ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था और जाहिरा शेख और अन्य गवाहों पर झूठी गवाही देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था।
इस वर्ष तीन जुलाई को उच्च न्यायालय ने अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और कहा था कि फैसला खुली अदालत में सुनाया जाएगा।
ज्ञात हो कि गुजरात में फरवरी 2002 में हुए दंगे के दौरान 14 लोग वडोदरा की बेस्ट बेकरी में शरण लिए हुए थे। उसी वर्ष
एक मार्च लगभग 20 लोगों ने मिलकर शरण लिए हुए 14 लोगों की हत्या कर दी थी।
24 फरवरी 2005 को मुम्बई एक विशेष अदालत ने 20 आरोपियों में से नौ को दोषी ठहराया था और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में आरोपियों ने इस फैसले को बम्बई उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।टिप्पणियां
इस मामले में निचली अदालत ने इससे पहले आठ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था और जाहिरा शेख और अन्य गवाहों पर झूठी गवाही देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था।
ज्ञात हो कि गुजरात में फरवरी 2002 में हुए दंगे के दौरान 14 लोग वडोदरा की बेस्ट बेकरी में शरण लिए हुए थे। उसी वर्ष
एक मार्च लगभग 20 लोगों ने मिलकर शरण लिए हुए 14 लोगों की हत्या कर दी थी।
24 फरवरी 2005 को मुम्बई एक विशेष अदालत ने 20 आरोपियों में से नौ को दोषी ठहराया था और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में आरोपियों ने इस फैसले को बम्बई उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।टिप्पणियां
इस मामले में निचली अदालत ने इससे पहले आठ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था और जाहिरा शेख और अन्य गवाहों पर झूठी गवाही देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था।
24 फरवरी 2005 को मुम्बई एक विशेष अदालत ने 20 आरोपियों में से नौ को दोषी ठहराया था और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बाद में आरोपियों ने इस फैसले को बम्बई उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।टिप्पणियां
इस मामले में निचली अदालत ने इससे पहले आठ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था और जाहिरा शेख और अन्य गवाहों पर झूठी गवाही देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था।
इस मामले में निचली अदालत ने इससे पहले आठ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था और जाहिरा शेख और अन्य गवाहों पर झूठी गवाही देने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था।
इसी अदालत ने वर्ष 2006 में जाहिरा, उनकी मां सेहरुन्निसा और बहन सहेराबानो को झूठी गवाही देने का दोषी करार दिया था। |
आमतौर पर भारतीय समाज में जहां मां बच्चों की देखभाल करती है वहीं पिता पर बाहरी कामों की जिम्मेदारी रहती है. लेकिन आज के बदलते परिवेश और बदलती जीवनशैली और कई बार जरूरतों के कारण अनेक घरों में माता-पिता दोनों कामकाजी होते हैं और इसके साथ ही कई बार उनकी भूमिकाएं और काम भी आपस में बदल जाते हैं.
समयाभाव और जिम्मेदारी के चलते मां को जहां घर के साथ ही बाहर के काम भी करने पड़ते हैं वहीं पिता बाहरी दायित्व के निर्वाह के साथ साथ घरेलू कामों में मदद करते हैं.
एमएससी की छात्रा दिव्या ने कहा कि उनके माता-पिता दोनों कामकाजी हैं और बचपन में दोनों ही मिलकर उसकी देखभाल करते थे. दिव्या ने कहा, ‘मेरे माता-पिता दोनों ही कामकाजी हैं. मुझे याद है, बचपन में मां का सुबह का ऑफिस होने के कारण मुझे तैयार करने, स्कूल भेजने का काम पापा करते थे जबकि दोपहर को पापा के ऑफिस में होने के कारण मुझे स्कूल से लेने मां आतीं थीं.
उसने कहा, ‘तब कई बार सांस्कृतिक कार्यक्रमों या अभिभावक सम्मेलन में पापा की बजाय मां स्कूल आती थीं. बाहर से घर का सामान, मेरी किताबें आदि लाने का काम भी मां करती थीं. लेकिन अब समझ में आता है वे दोनों हमारे लिए कितनी मेहनत करते थे.’
बीकॉम के छात्र पराग ने कहा कि उन्होंने बचपन में कई बार मां को पिता की भूमिका में और पिता को मां की भूमिका में देखा है. उन्होंने कहा, ‘मम्मी-पापा दोनों ऑफिस जाते थे. ऐसे में बचपन में कई बार स्कूल से घर आने के बाद यूनीफार्म निकालना, हाथ-पैर धुलाना, दूध देने का काम अक्सर पापा करते थे क्योंकि मां शाम को देर से घर आती थीं.’
पराग ने कहा कि उन्हें लगता है कि माता-पिता दोनों का ही कामकाजी होना उनके स्वावलंबी बनने में भी मददगार साबित हुआ. उन्होंने कहा, ‘कई बार मां को ऑफिस जल्दी जाना होता था तो वह खाना बनाकर रख जाती थीं और मैं स्कूल से आने के बाद अपने आप खाना निकाल कर खाता था या अपना स्कूल बैग जमाने, कपड़े तह करके रखने जैसे छोटे छोटे काम खुद ही करने पड़ते थे. इससे कहीं न कहीं मुझमें स्वावलंबन का गुण आया.’
पराग ने कहा, ‘यही वजह है कि आज घर से दूर रहकर मुझे अपने काम करने में कोई परेशानी नहीं आती. अगर नौकरानी न भी आए तो सफाई या खाना बनाने का काम मैं बिना किसी दिक्कत के कर लेता हूं.’
कुछ देशों में 16 सितंबर को ‘वर्किंग पेरेन्ट डे’ मनाया जाता है. यह दिन उन माता-पिता के लिए समर्पित है जो अपने बच्चों की बेहतर परवरिश और उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए घर से निकल कर बाहर काम करते हैं. यह दिन बच्चों को अपने कामकाजी अभिभावकों के लिए कोई अच्छा सा व्यंजन बनाकर, रात के खाने में उनकी मदद करके, उनके लिए कोई तोहफा आदि खरीदकर उन्हें आश्चर्यचकित करने का मौका देता है.
(
16 सितंबर वर्किंग पेरेन्ट्स डे पर विशेष
) |
इंडियन न्यूज पेपर सोसायटी (आईएऩएस) प्रेस ऑफ इंडिया, बर्मा और सीलोन के केंद्रीय संगठन के रूप में कार्य करता है. आईएनएस सदस्यों के ऐसे व्यापारिक हितों को बढ़ावा देने और सुरक्षित करने का कार्य करता है जिससे कि आईएनएस के सदस्यों व्दारा लागू नियमों इत्यादि तथा विधायिकाओं, सरकारों, कानून न्यायालयों, नगरपालिका और स्थानीय निकायों और संगठनों शामिल है या संगठनों के किसी भी नियमों के अधीन व अन्य उद्देश्य के कारण व्यावसायिक हित प्रभावित न हों। आईएनएस सदस्यों के लिए एक व्यावहारिक अंतर रखने वाले सभी विषयों पर जानकारी एकत्र कर उन्हें समान रूप से संवाद करना। आईएनएस सदस्यों के सामान्य हितों को प्रभावित करने वाले सभी मामलों में सहयोग को बढ़ावा देना। आम हित के मामलों पर कार्यवाही करने और उसके बारे में चर्चा करने के लिए अपने सदस्यों के लिए सामयिक सम्मेलन आयोजित करना। आईएनएस सदस्यों के आचरण को नियंत्रित करने के नियमों को, इसके उल्लंघन के लिए दंड प्रदान करने और इस तरह के उल्लंघन का निर्धारण करने के लिए साधन प्रदान करना। आईएनएस सदस्यों के हितों को देखने के लिए और जानकारी और विचारों के निरंतर आदान-प्रदान की अनुमति के लिए भारत में स्थायी सचिवालय बनाए रखना। ऐसी सभी अन्य चीजों को करने या सहमति देने के लिए जो उपर्युक्त वस्तुओं की पूर्ति के लिए या सामान्य या सोसायटी या इसके किसी भी सदस्य के अंदरूनी तौर पर अखबारों के हितों के लिए अनुकूल या प्रासंगिक माना जा सकता है। इंडियन न्यूज पेपर सोसायटी (आईएऩएस) का पता है - आईएऩएस बिल्डिंग,रफी मार्ग, नई दिल्ली।
भारत में समाचार पत्र प्रकाशन
समाचार पत्र संघ |
अरुणाचल प्रदेश के छात्र नीडो तानिया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट के मुताबिक नीडो की मौत सिर और चेहरे पर लगी चोट की वजह से हुई है. दिल्ली पुलिस नीडो की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आज दिल्ली हाई कोर्ट में पेश करेगी.
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस दर्ज हो चुके केस में आईपीसी की धारा 302 (हत्या) का मामला भी जोड़ेगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नीडो के शरीर पर 9 चोटों के निशान मिले हैं, जिनमें चेहरे और सिर पर गंभीर चोटें शामिल हैं. छात्र के फेफड़े और दिमाग में सूजन का पता चला है, वहीं जहर की आशंकाओं को खारिज किया गया है.
गौरलतब है कि 19 साल के
नीडो की लाश
उसके बेडरूम में मिली थी. कहा जा रहा है कि दिल्ली के लाजपत नगर मार्केट में स्थानीय दुकानदारों ने नीडो पर हमला कर दिया था. अगले दिन नीडो ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था.
नीडो की मौत के बाद राजधानी में खूब हंगामा हुआ. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल भी
नीडो के लिए न्याय की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों से जंतर-मंतर पर मिले और विरोध-प्रदर्शन में शरीक हुए थे. |
केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने झूठी शान के लिये हत्या की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह की बातों से देश को अपमान और बदनामी मिली है.
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘इस तरह की हत्या की घटनाओं से देश अपमानित हुआ और उसे बदनामी मिली है..कुछ स्थानों पर माता पिता ने अपने बच्चों को स्कूलों से इसलिये हटा लिया कि वहां दलित मिड डे मिल तैयार करते थे.
देश की नौ फीसद के आर्थिक विकास या 300 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा भंडार का क्या मतलब है यदि छूआछूत जैसी सामाजिक ज्यादती इस देश में जारी है.’’ गृहमंत्री ने कहा, ‘‘दिल से सामाजिक बुराइयों को निकालने के बाद ही भारत को वास्तविक स्वतंत्रता मिलेगी.’ |
गांव क्यों तप रहे हैं?
किसान क्यों भड़के हैं?
उनके गुस्से को किसी एक आंकड़े में बांधा जा सकता है?
आंकड़ा पेश-ए-नजर हैः
गांवों में मजदूरी की दर पिछले छह माह में गिरते हुए तीन फीसदी पर आ गई जो पिछले दस साल का सबसे निचला स्तर है. यह गांवों में खुशहाली को नापने का जाना-माना पैमाना है. चार साल की गिरावट के बाद, पिछले साल के कुछ महीनों के दौरान ग्रामीण मजदूरी बढ़ती दिखी थी लेकिन वेताल फिर डाल पर टंग गया है.
ठहरिए! यह गिरावट सामान्य नहीं है क्योंकि...
-पिछले साल मॉनसून बेहतर रहा और रिकॉर्ड उपज भी. इस साल भी अब तक तो बादल मेहरबान हैं ही
-समर्थन मूल्यों में बढ़ोतरी इतनी भी बुरी नहीं रही.
-2014 से अब तक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक में किसानों के कर्ज माफ किए गए या किए जा रहे हैं.
-पिछले एक साल में केंद्र और राज्यों ने गांवों में रिकॉर्ड (2009 के बाद सर्वाधिक) संसाधन डाले.
-और सस्ता आयात रोकने के लिए गेहूं, चीनी, खाद्य तेल के आयात पर कस्टम ड्यूटी (हाल में चीनी पर 100 फीसदी, चने पर 50 फीसदी, गेहूं पर 30 फीसदी) बढ़ाई गई.
फिर भी गांवों में कमाई गिर रही है!
कमाई कम होना केवल वोट वालों के लिए ही डरावना नहीं है, गांव के बाजार पर टिकी मोबाइल, बाइक, साबुन, तेल, मंजन, दवा, कपड़ा, सीमेंट बनाने वाली सैकड़ों कंपनियां भी पसीना पोछ रही हैं.
सरकार को उसके हिस्से की सराहना मिलनी चाहिए कि उसने पिछले चार साल में अन्य सरकारों की तर्ज पर खेती में जगह-जगह आग बुझाने की भरसक कोशिश की है. इन कोशिशों में समर्थन मूल्य को अधिकतम सीमा तक बढ़ाने का वादा शामिल है. किसानों की आय दोगुनी करने के इरादे के नीचे नीतियों की नींव नजर नहीं आई लेकिन यह मानने में हर्ज नहीं कि सरकार गांवों में घटती आय की हकीकत से गाफिल नहीं है.
दरअसल, खेती की छांव में उम्मीदों को पोसती ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पिछले दो साल में एक पहेलीनुमा बदलाव हुआ है. बादलों की बेरुखी खेती को तोड़ती है लेकिन अच्छे मेघ से कमाई नहीं उगती. सरकार की मदद का खाद-पानी भी बेकार जाता है.
क्या ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्थाओं का एकीकरण, गांव में गहरी मंदी की वजह है?
आंकड़ों के भूसे से धान निकालने पर नजर आता है कि गांवों से शहरों के बीच श्रमिकों की आवाजाही, ताजी मंदी का कारण हो सकती है. इसे समझने के लिए हमें शहरों की उन फैक्ट्रियों-धंधों पर दस्तक देनी होगी जो अधिकांशतः श्रम आधारित हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था में इनका हिस्सा काफी बड़ा है.
2005 से 2012 के बीच बड़ी संख्या में गांवों से लोग शहरों में आए थे जब भवन निर्माण, ट्रांसपोर्ट जैसे कारोबार फल-फूल रहे थे. यही वह दौर था जब गांवों की कमाई में सबसे तेज बढ़ोतरी देखी गई.
ग्रामीण आय में गिरावट का ताजा अध्याय, शहरों में श्रम आधारित उद्योगों में मंदी की वंदना से प्रारंभ होता है. चमड़ा, हस्त शिल्प, खेल का सामान, जूते, रत्न-आभूषण, लकड़ी, कागज उद्योगों में नोटबंदी और जीएसटी के बाद गहरी मंदी आई. ये उद्येाग पारंपरिक रूप से श्रमिकों पर आधारित हैं. भवन निर्माण के सितारे तो 2014 से ही खराब हैं.
शुरुआती आंकड़े हमें इस आकलन की तरफ धकेलते हैं कि शहरी मंदी, गांवों की सबसे बड़ी मुसीबत है. पिछले दो साल में बड़े पैमाने पर शहरों से गांवों की ओर श्रमिकों का पलायन हुआ है. गांव में अब काम कम और मांगने वाले हाथ ज्यादा हैं तो मजदूरी कैसे बढ़ेगी? वहां जबरदस्त गुस्सा यूं ही नहीं खदबदा रहा है.
गांवों की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा यकीनन अब शहरों पर निर्भर हो गया है इसलिए जीडीपी में रिकॉर्ड बढ़ोतरी (2017-18 की चौथी तिमाही) पर रीझने से बात नहीं बनेगी.
गांवों को अपनी खुशहाली वापस पाने के लिए शहरों की पटरी पर बैठकर लंबा इंतजार करना होगा. अब गांवों के अच्छे दिन शहरों से मंदी खत्म होने पर निर्भर हैं. शहर में धंधा-रोजगार बढ़ेगा तब गांव में बारात चढ़ेगी. तेल की महंगाई, ऊंची ब्याज दरों व कमजोर रुपए के बीच शहर के रोजगार घरों का ताला खुलने में लंबा वक्त लग सकता है
अगर अच्छी फसल, कर्ज माफी और सरकारी कोशिशों के बावजूद शहरी मंदी ने गांव को लपेट ही लिया है तो फिर दम साध कर बैठिए, क्योंकि यह उलटफेर सियासत की तासीर बदल सकता है.
*** |
कांथी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र''' भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है।
विधानसभा क्षेत्र
पश्चिम बंगाल में निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के संबंध में परिसीमन आयोग के आदेश के अनुसार 2006 में संसदीय निर्वाचन क्षेत्र संख्या 31 निम्नलिखित खण्डों से बना है:
चांदीपुर (विधानसभा क्षेत्र संख्या 211)
पलाशपुर (विधानसभा क्षेत्र संख्या 212)।
काथीं उत्तर (विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संख्या 213)
भगवानपुर (विधानसभा क्षेत्र संख्या 214)
खेजुरी (एससी) (विधानसभा क्षेत्र संख्या 215)।
काथीं दक्षिण (विधानसभा क्षेत्र संख्या- 216)
रामनगर (विधानसभा क्षेत्र संख्या 217)।
परिसीमन से पहले, काथीं लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र निम्नलिखित विधानसभा क्षेत्रों से बना था: भगवानपुर (विधानसभा क्षेत्र संख्या 208), खजुरी (एससी) (विधानसभा क्षेत्र) संख्या 209), कोंताई उत्तर (विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संख्या 210), कोंताई दक्षिण (विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संख्या 211), रामनगर (विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संख्या 212), एग्रा (विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संख्या 213) और मुगबेरिया (विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र) (विधानसभा क्षेत्र संख्या 214)
सांसद सदस्य
क्षेत्र, कांथी लोक सभा निर्वाचन |
यह लेख है: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में थाना नानौता के अन्तर्गत क्षेत्र में एक घुड़चढ़ी कार्यक्रम के दौरान एक युवक की सांप के काटने से मौत हो गई. दरअसल, युवक को नाचना उस समय भारी पड़ गया, जब उसने एक सांप को अपने गले में डाल लिया और सांप ने युवक को डस लिया, जिससे युवक की मौत हो गई. अपर पुलिस अधीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि सोमवार रात एक बजे थाना नानौता के ग्राम खुडाना मे सुधीर की घुड़चढ़ी शादी के कार्यक्रम मे उसके दोस्त और रिश्तेदार डीजे पर नाच रहे थे.टिप्पणियां
मौके पर मौजूद दुल्हे सुधीर के दोस्त संजीव (19) ने जैसे ही नाग को वहां देखा तो उसने तुरन्त ही नाग को गले में डालकर नाचना शुरू कर दिया. नाचते हुए एक बार यह नाग संजीव के गले से नीचे भी गिर गया, लेकिन संजीव ने उसे फिर से उठाकर अपने गले मे डाल लिया और नाचने लगा. सिंह ने बताया कि संजीव के गले में नाग को देखकर आसपास नाचने वाले लोग डरकर पीछे हट गए और उसी समय नाग ने संजीव को कई जगह काट लिया, जिससे कुछ देर बाद ही संजीव की मौत हो गई. इसके बाद आसपास के लोगों ने नाग को बाहर खेतों में खदेड़ दिया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मौके पर मौजूद दुल्हे सुधीर के दोस्त संजीव (19) ने जैसे ही नाग को वहां देखा तो उसने तुरन्त ही नाग को गले में डालकर नाचना शुरू कर दिया. नाचते हुए एक बार यह नाग संजीव के गले से नीचे भी गिर गया, लेकिन संजीव ने उसे फिर से उठाकर अपने गले मे डाल लिया और नाचने लगा. सिंह ने बताया कि संजीव के गले में नाग को देखकर आसपास नाचने वाले लोग डरकर पीछे हट गए और उसी समय नाग ने संजीव को कई जगह काट लिया, जिससे कुछ देर बाद ही संजीव की मौत हो गई. इसके बाद आसपास के लोगों ने नाग को बाहर खेतों में खदेड़ दिया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
भारतीय मूल के डॉक्टर श्रीनिवासन मधुसुदन को लंदन के रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन्स के 2011 के गुलस्टोनियन लेक्चरशिप सम्मान से नवाजा गया है। तमिलनाडु से एमबीबीएस करने वाले मधुसुदन स्कूल ऑफ मोलुक्यूलर मेडिकल साइंसेज के मेडिकल ओंकोलोजी के क्लिनिकल एसोसिएट प्रोफेसर हैं। गुलस्टोनियन लेक्चरशिप कॉलेज के सबसे प्रतिष्ठित लेकक्चरशिप में से एक है और यह अकादमिक उत्कृष्ठता के लिए किसी युवा फेलो के लिए उच्चतम सम्मान है। |
इंग्लैंड के इयोन मोर्गन और रवि बोपारा ने डब्लिन में आयरलैंड के खिलाफ पांचवें विकेट के लिये 226 रन की अटूट साझेदारी करके भारत के मोहम्मद अजहरुद्दीन और अजय जडेजा का 16 साल पुराना रिकार्ड तोड़ दिया.
मोर्गन और बोपारा की साझेदारी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पांचवें विकेट के लिये नया रिकार्ड है. मोर्गन ने नाबाद 124 और बोपारा ने नाबाद 101 रन बनाये जिससे इंग्लैंड इस एकमात्र वनडे मैच में 42 गेंद शेष रहते हुए छह विकेट से जीत दर्ज करने में सफल रहा. मोर्गन ने विजयी छक्का जड़कर इंग्लैंड को जीत दिलायी और इसके साथ ही पांचवें विकेट के लिये साझेदारी का नया रिकार्ड भी बन गया.
इससे पहले यह रिकार्ड अजहरुद्दीन और जडेजा के नाम पर था जिन्होंने 17 अगस्त 1997 को श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में पांचवें विकेट के लिये 223 रन जोड़े थे.
अजहर और जडेजा दोनों ने उस मैच में शतक जमाये थे लेकिन भारत दो रन के करीबी अंतर से मैच हार गया था. इसके बाद मोर्गन और बोपारा की साझेदारी से पहले केवल एक बार पांचवें विकेट के लिये 200 रन से अधिक की साझेदारी निभायी गई. माइकल क्लार्क और एंड्रयू साइमंड्स सात दिसंबर 2005 को न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन में अजहर और जडेजा का रिकार्ड तोड़ने के करीब पहुंच गये थे.
इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिये 220 रन जोड़े लेकिन साइमंड्स आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर आउट हो गये थे. अजहर और जडेजा ने आस्ट्रेलिया के माइकल बेवन और रिकी पोंटिंग का श्रीलंका के खिलाफ जनवरी 1996 में मेलबर्न में बनाया गया 159 रन का रिकार्ड तोड़ा था. |
डायरेक्टर एस एस राजमौली की बै बजट वाली फिल्म RRR के चर्चे हर तरफ हैं. इस फिल्म में साउथ के एक्टर राम चरण और जूनियर NTR साथ में नजर आने वाले हैं. इन दोनों के अलावा फिल्म में आलिया भट्ट, अजय देवगन, ओलिविआ मोरिस, रे स्टीवनसन एयर एलिसन डूडी अहम रोल्स में हैं.
इस फिल्म का शिड्यूल फिलहाल रामोजी राव फिल्म सिटी में चल रहा है. इसकी शूटिंग में राम चरण और जूनियर NTR जोर-शोर से लगे हुए हैं. अब खबर आ रही है कि इस फिल्म में आलिया भट्ट और राम चरण एक रोमांटिक गाने पर डांस करते नजर आएंगे.
खबर की माने तो आलिया भट्ट और राम चरण एक रोमांटिक गाने की जल्द शूटिंग करने वाले हैं. इस गाने को MM किरवानी ने कंपोज किया है. फिल्म के मेकर्स गाने की शूटिंग की तैयारियों में लगे हुए हैं. माना जा रहा है कि सेट्स का काम, डांस रिहर्सल और प्रॉप्स पर अभी काम किया जा रहा है. ये आलिया भट्ट की साउथ इंडस्ट्री में डेब्यू फिल्म है.
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Wish you a very happy birthday @ssrajamouli garu. May you continue pushing the bar higher and setting new benchmarks in Indian Cinema.
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Shine bright, be light ✨ Happy Diwali 💖 #sadak2 #sadak2diaries
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पहले खबर थीं कि आलिया भट्ट इस फिल्म में गेस्ट अपीयरेंस करने वाली हैं. हालांकि बाद में उन्होंने खुद बताया कि ऐसा नहीं है. आलिया ने कहा, 'जब से करण जौहर ने मुझे अपनी फिल्म से लॉन्च किया तब से मेरी लिस्ट में दो डायरेक्टर थे. संजय लीला भंसाली और एसएस राजमौली. मुझे फर्क नहीं पड़ता कि फिल्म RRR मेरा रोल कितना बड़ा या छोटा है. मेरे लिए सिर्फ राजमौली के साथ काम करना काफी है. मैंने इस फिल्म को करने के लिए तेलुगू भाषा सीख ली है. मैं ये नहीं कह सकती कि मैं अच्छे से इस खूबसूरत भाषा को बोल लेती हूं. लेकिन मैं पूरी कोशिश कर रही हूं.'
बता दें कि डायरेक्टर राजमौली की फिल्म RRR, 400 करोड़ के बजट में बनाई जा रही है. इस फिल्म को 10 से ज्यादा भाषाओं में रिलीज किया जाएगा. ये 30 जुलाई 2020 को रिलीज होगी. |
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को मोदी 2.0 का पहला बजट पेश करेंगी. केंद्र सरकार की तरह राज्य सरकारें भी हर साल अपना बजट पेश करती हैं. क्या आपको पता है कि राज्य और केंद्र का बजट कैसे अलग होता है. इनमें कहां क्लैश और किन बिंदुओं में समानता होती है.
केंद्र सरकार का वित्त मंत्रालय हर साल अपना बजट पेश करता है. वित्त मंत्रालय बजट के जरिए अगले एक साल तक देश में आय-व्यय का ब्योरा तैयार करता है. इसमें सरकार साल भर में कहां-कहां से राजस्व जुटाएगी और कहां कितना खर्च करेगी यह तय होता है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के अनुसार केंद्रीय बजट में सरकार की साल भर की अनुमानित आमदनी और खर्च का लेखाजोखा होता है.
देश का बजट होता है सबके लिए खास
देश के बजट में देश भर के तमाम स्रोतों से आने वाले पैसे और तरह-तरह के मदों में होने वाले खर्च की विस्तृत योजना होती है. साथ ही देश भर में टैक्स की दरें क्या रखेगी. इसे पूरा वित्त विभाग तैयार करता है और कई महीनों के मेहनत के बाद वो बजट तैयार होता है. बजट से पहले कई सेक्टर की अलग-अलग मांग रहती है. मसलन कोई चाहता है कि टैक्स कम हो जाएं तो किसी की खास वस्तुओं में सब्सिडी की मांग रहती है. इस बजट में केंद्र सरकार के तहत चलने वाली सभी सुविधाएं जैसे कि रेलवे, हवाई यात्रा से लेकर केंद्रीय अस्पताल, केंद्रीय यूनिवर्सिटी का भी बजट शामिल रहता है जो कि राज्य सरकार के बजट में नहीं होता.
अलग होता है राज्य सरकार का बजट
केंद्र की तरह राज्य सरकार भी अलग Budget हर साल राज्य की विधानसभा में पेश करती हैं. अगर समानता की बात करें तो राज्य सरकारें अपने बजट में सड़कों का निर्माण व रखरखाव से लेकर वो भी परिवहन को शामिल करती हैं. लेकिन ये राज्य बस परिवहन होता है.
ये हैं समानता और क्लैश के बिंदु
इसी तरह स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, भूमि विकास के अलावा राज्य की सिंचाई सुविधाएं आदि भी इस बजट में शामिल होती हैं. राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आने वाली सुविधाओं में बढ़ोत्तरी को सरकारें अपने बजट में शामिल करती हैं. इनमें कई बार सीमाक्षेत्र को लेकर क्लैश आते हैं. लेकिन लोगों की आमदनी पर लगने वाले आयकर इनकम टैक्स् का निर्धारण केंद्र सरकार ही करती है. जीएसटी के बाद राज्य सरकार इनडायरेक्ट टैक्स भी नहीं तय करती है. वहीं राज्य सरकारें अब आबकारी और निगम जैसे करों का निर्धारण करती हैं. |
MBBS और BDS में एडमिशन के लिए आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (NEET-2018) 6 मई (रविवार) को आयोजित की जाएगी. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उम्मीदवारों को राहत देते हुए कहा कि इस साल परीक्षा के लिए 43 नए सेंटर बनाए गए हैं. अब नीट की परीक्षा का आयोजन 107 शहरों की बजाय 150 शहरों में किया जाएगा.
प्रकाश जावड़ेकर ने इसकी सूचना ट्वीट के जरिए दी. उन्होंने लिखा ‘नीट 2018 की परीक्षा के लिए 43 नए केंद्रों को मंजूरी दी गई है. गौरतलब है कि 2017 में 107 शहरों में नीट परीक्षा आयोजित की गई थी. वहीं, अब पहली बार नीट की परीक्षा 150 शहरों में आयोजित की जाएगी.
43 new centres granted for
#NEET2018
exam. For the first time NEET exam would be conducted in 150 cities. In 2017 NEET exam was conducted in 107 cities.
#TransformingIndia
#IT4MHRD
#NewIndia
@CBSEINDIA
@ciet_ncert
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar)
February 27, 2018
नीट परीक्षा के नियमों में बदलाव, इन छात्रों को नहीं मिलेगा मौका
43 अधिक परीक्षा केंद्र बनाने की वजह बताते हुए जावड़ेकर ने कहा कि नीट की परीक्षा के लिए जिन शहरों से 4 हजार से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किए हैं और साल 2017 में वहां परीक्षा केंद्र नहीं थे. उन्हीं शहरों में इस साल नीट 2018 परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा.
इन राज्यों में बनेंगे नए परीक्षा केंद्र
आंध्र प्रदेश में 5 परीक्षा केंद्र
असम में 2 परीक्षा केंद्र
गुजरात में 3 परीक्षा केंद्र
महाराष्ट्र में 6 परीक्षा केंद्र
ओडिशा में 4 परीक्षा केंद्र
तमिलनाडु में 2 परीक्षा केंद्र
केरल में 5 परीक्षा केंद्र
तेलंगाना में 2 परीक्षा केंद्र
पश्चिम बंगाल में 3 परीक्षा केंद्र
उत्तर प्रदेश में 3 परीक्षा केंद्र
इसी के साथ छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, कर्नाटक और उत्तराखंड में एक-एक परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा.
NEET 2018: एंट्रेंस एग्जाम से पहले जरूर जान लें ये 12 जरूरी बातें
जानें कौन कर सकते हैं नीट 2018 परीक्षा के लिए आवेदन
सीबीएसई बोर्ड की ओर से जारी की गई आधिकारिक जानकारी के अनुसार ओपन स्कूल से 12वीं पास उम्मीदवार और निजी उम्मीदवार नीट की परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं. साथ ही जिन लोगों ने एडिशनल सब्जेक्ट के तौर पर बायोलॉजी/बायो टेक्नोलॉजी विषय से पढ़ाई की है, उन्हें भी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
NEET 2018: जानें- कब होगी परीक्षा और कौन कर सकता है अप्लाई
गौरतलब है कि बोर्ड के नए नियमों के अनुसार इस बार नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग या ओपन संस्थानों से 12वीं कक्षा पास कर चुके उम्मीदवार आवेदन नहीं कर सकते हैं. साथ ही निजी छात्र भी इस परीक्षा में भाग नहीं ले सकेंगे. इसके अलावा सभी मान्यता प्राप्त बोर्ड संस्थानों से 12वीं पास कर चुके नियमित छात्र परीक्षा के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
कब तक कर सकते हैं आवेदन
इस परीक्षा में भाग लेने के इच्छुक उम्मीदवार 9 मार्च रात 11.50 बजे तक अप्लाई कर सकते हैं. उसके बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे. बता दें, नीट 2018 के लिए उम्मीदवारों के पास आधार नंबर होना जरूरी है. लेकिन जम्मू-कश्मीर, असम और मेघालय के छात्रों को इससे छूट दी गई है यानी यह नियम उन पर लागू नहीं होगा. |
एसडीएम दुर्गाशक्ति नागपाल के निलंबन के मामले में सोनिया गांधी ने पीएम मनमोहन सिंह को चिट्ठी लिखी है। सोनिया गांधी ने निलंबन के तरीके पर चिन्ता जताते हुए पीएम से अपील की है कि सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी अधिकारी के साथ नाइंसाफी न हो।
अखबारों में आ रही रिपोर्ट के मुताबिक अपनी डूटी पर तैनात एक अफसर के जरिये कुछ लोगों ने अपना स्वार्थ साधने की कोशिश की है जिसे लेकर चिंता जताई जा रही है। हमें इस बात का भरोसा दिलाना होगा कि उस अफसर के साथ कोई अन्याय नहीं हो और अधिकारी बगैर किसी डर या पक्षपात के अपना काम कर सकें।
ये चिट्ठी सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ग्रेटर नोएडा की सस्पेंड हुई एसडीएम दुर्गा नागपाल को लेकर उठे बवाल को देखते हुए लिखा है, ताकि सियासी साजिश की शिकार हुई एक ईमानदार अफसर को राहत मिल सके।
लेकिन, इसके जवाब में यूपी की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी ने कोई कदम उठाने की बजाय उल्टे सोनिया पर ही हमला बोल दिया। समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि सोनिया गांधी को दो और चिट्ठी लिखनी चाहिए। एक हरियाणा सरकार को जहां उनके दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई करने पर आईएएस अशोक खेमका के राज्य सरकार ने कार्रवाई की। और दूसरी चिट्ठी राजस्थान सरकार को जिसने दो आईएएस अफसरों को भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने पर निलंबित किया। टिप्पणियां
इतना ही नहीं अभी तक दुर्गाशक्ति से सहानुभूति दिखा रही बीजेपी भी सोनिया की चिट्ठी को महज एक कागजी कार्रवाई मानती है और समाजवादी पार्टी से उसके रिश्तों पर सवाल उठा रही है। पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के बजाय मौखिक रूप से यह कहना चाहिए था।
ऐसे में सवाल है कि क्या इन सियासी बयानबाजियों के बीच एक अफसर को वक्त पर इंसाफ मिल पाएगा।
अखबारों में आ रही रिपोर्ट के मुताबिक अपनी डूटी पर तैनात एक अफसर के जरिये कुछ लोगों ने अपना स्वार्थ साधने की कोशिश की है जिसे लेकर चिंता जताई जा रही है। हमें इस बात का भरोसा दिलाना होगा कि उस अफसर के साथ कोई अन्याय नहीं हो और अधिकारी बगैर किसी डर या पक्षपात के अपना काम कर सकें।
ये चिट्ठी सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ग्रेटर नोएडा की सस्पेंड हुई एसडीएम दुर्गा नागपाल को लेकर उठे बवाल को देखते हुए लिखा है, ताकि सियासी साजिश की शिकार हुई एक ईमानदार अफसर को राहत मिल सके।
लेकिन, इसके जवाब में यूपी की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी ने कोई कदम उठाने की बजाय उल्टे सोनिया पर ही हमला बोल दिया। समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि सोनिया गांधी को दो और चिट्ठी लिखनी चाहिए। एक हरियाणा सरकार को जहां उनके दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई करने पर आईएएस अशोक खेमका के राज्य सरकार ने कार्रवाई की। और दूसरी चिट्ठी राजस्थान सरकार को जिसने दो आईएएस अफसरों को भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने पर निलंबित किया। टिप्पणियां
इतना ही नहीं अभी तक दुर्गाशक्ति से सहानुभूति दिखा रही बीजेपी भी सोनिया की चिट्ठी को महज एक कागजी कार्रवाई मानती है और समाजवादी पार्टी से उसके रिश्तों पर सवाल उठा रही है। पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के बजाय मौखिक रूप से यह कहना चाहिए था।
ऐसे में सवाल है कि क्या इन सियासी बयानबाजियों के बीच एक अफसर को वक्त पर इंसाफ मिल पाएगा।
ये चिट्ठी सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ग्रेटर नोएडा की सस्पेंड हुई एसडीएम दुर्गा नागपाल को लेकर उठे बवाल को देखते हुए लिखा है, ताकि सियासी साजिश की शिकार हुई एक ईमानदार अफसर को राहत मिल सके।
लेकिन, इसके जवाब में यूपी की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी ने कोई कदम उठाने की बजाय उल्टे सोनिया पर ही हमला बोल दिया। समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि सोनिया गांधी को दो और चिट्ठी लिखनी चाहिए। एक हरियाणा सरकार को जहां उनके दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई करने पर आईएएस अशोक खेमका के राज्य सरकार ने कार्रवाई की। और दूसरी चिट्ठी राजस्थान सरकार को जिसने दो आईएएस अफसरों को भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने पर निलंबित किया। टिप्पणियां
इतना ही नहीं अभी तक दुर्गाशक्ति से सहानुभूति दिखा रही बीजेपी भी सोनिया की चिट्ठी को महज एक कागजी कार्रवाई मानती है और समाजवादी पार्टी से उसके रिश्तों पर सवाल उठा रही है। पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के बजाय मौखिक रूप से यह कहना चाहिए था।
ऐसे में सवाल है कि क्या इन सियासी बयानबाजियों के बीच एक अफसर को वक्त पर इंसाफ मिल पाएगा।
लेकिन, इसके जवाब में यूपी की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी ने कोई कदम उठाने की बजाय उल्टे सोनिया पर ही हमला बोल दिया। समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि सोनिया गांधी को दो और चिट्ठी लिखनी चाहिए। एक हरियाणा सरकार को जहां उनके दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई करने पर आईएएस अशोक खेमका के राज्य सरकार ने कार्रवाई की। और दूसरी चिट्ठी राजस्थान सरकार को जिसने दो आईएएस अफसरों को भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने पर निलंबित किया। टिप्पणियां
इतना ही नहीं अभी तक दुर्गाशक्ति से सहानुभूति दिखा रही बीजेपी भी सोनिया की चिट्ठी को महज एक कागजी कार्रवाई मानती है और समाजवादी पार्टी से उसके रिश्तों पर सवाल उठा रही है। पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के बजाय मौखिक रूप से यह कहना चाहिए था।
ऐसे में सवाल है कि क्या इन सियासी बयानबाजियों के बीच एक अफसर को वक्त पर इंसाफ मिल पाएगा।
इतना ही नहीं अभी तक दुर्गाशक्ति से सहानुभूति दिखा रही बीजेपी भी सोनिया की चिट्ठी को महज एक कागजी कार्रवाई मानती है और समाजवादी पार्टी से उसके रिश्तों पर सवाल उठा रही है। पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के बजाय मौखिक रूप से यह कहना चाहिए था।
ऐसे में सवाल है कि क्या इन सियासी बयानबाजियों के बीच एक अफसर को वक्त पर इंसाफ मिल पाएगा।
ऐसे में सवाल है कि क्या इन सियासी बयानबाजियों के बीच एक अफसर को वक्त पर इंसाफ मिल पाएगा। |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: बीते साल की ही तरह इस बार भी मुख्य आयोजन वारसा के विशाल और सुंदर पार्क पोल मोक्तोव्स्की में हुआ। यहां दिनभर हजारों लोग योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास करते रहे। इस मौके पर कुछ भारतीय रेस्त्रां ने अपने स्टाल लगाकर पोलिश लोगों तक भारतीय व्यजनों का स्वाद भी पहुंचाया।टिप्पणियां
भारतीय राजदूत अजय बिसारिया ने वारसा में सुबह 10 बजे से योग दिवस कार्यक्रम की कमान संभाली। योग के छात्र बिसारिया के साथ कई अन्य देशों के राजनयिकों ने भी योगाभ्यास किया।
बिसारिया ने इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए योग को पोलैंड में लोगों से मिली स्वीकार्यता पर गहरी संतुष्टि का इजहार किया। उन्होंने कहा, 'योग को एक सार्वभौमिक परिघटना बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वाधिक बड़ी उपलब्धियों में से एक है।'
भारतीय राजदूत अजय बिसारिया ने वारसा में सुबह 10 बजे से योग दिवस कार्यक्रम की कमान संभाली। योग के छात्र बिसारिया के साथ कई अन्य देशों के राजनयिकों ने भी योगाभ्यास किया।
बिसारिया ने इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए योग को पोलैंड में लोगों से मिली स्वीकार्यता पर गहरी संतुष्टि का इजहार किया। उन्होंने कहा, 'योग को एक सार्वभौमिक परिघटना बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वाधिक बड़ी उपलब्धियों में से एक है।'
बिसारिया ने इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए योग को पोलैंड में लोगों से मिली स्वीकार्यता पर गहरी संतुष्टि का इजहार किया। उन्होंने कहा, 'योग को एक सार्वभौमिक परिघटना बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वाधिक बड़ी उपलब्धियों में से एक है।' |
नोटबंदी की समय सीमा खत्म होने के बाद जहां सरकार और बीजेपी इसकी सफलता का ढिंढोरा पीट रही है वहीं विपक्ष नोटबंदी को घोटाला करार देकर सरकार को घेरने में लगा है. इस बीच आम आदमी पार्टी ने भी नोटबंदी को आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है.
सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी सोमवार से देशभर में
नोटबंदी
के खिलाफ चौराहे पर चर्चा का आयोजन करेगी. दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में आप विधायक और बड़े नेता चौराहों पर जाकर नोटबंदी तो लेकर सरकार की विफलताएं गिनाएंगे. दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के लगभग उन सभी राज्यों में आम आदमी पार्टी चौराहे पर चर्चा करेगी जहां पार्टी का संगठन है.
आम आदमी पार्टी के मुखि़या और दिल्ली के मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल
भी देश के अलग-अलग राज्यों में नोटबंदी के खिलाफ जनसभाएं कर बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी का घेराव कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी नोटबंदी पर चौराहे पर चर्चा को आक्रामक तरीके से उन राज्यों में करेगी जहां चुनाव होने वाले हैं. सोमवार से शुरू होने वाली इस चौराहे पर चर्चा को अगले कई दिनों तक हर राज्यों में नुक्कड़ पर आयोजित किया जाएगा. |
अखिलेश यादव की
समाजवादी पार्टी
की कुल संपत्ति में 200% का इजाफा हुआ है. समाजवादी पार्टी बीते साल यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद सत्ता से बाहर हो गई थी. तमिलनाडु में सत्तारूढ़ AIADMK की संपत्ति में 155% की बढ़ोतरी हुई. ये तथ्य
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR)
की स्टडी से सामने आए हैं.
ADR ने इस स्टडी में 22 क्षेत्रीय पार्टियों की ओर से घोषित परिसंपत्तियों, देनदारी और पूंजी का अध्ययन किया. ये स्टडी वर्ष 2011-12 और वर्ष 2015-16 के लिए की गई.
वर्ष 2011-12 में 20 क्षेत्रीय पार्टियों की औसत कुल संपत्ति 24.11 करोड़ रुपये थी जो 2015-16 में बढ़कर 65.77 करोड़ हो गई. आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस का रजिस्ट्रेशन मार्च 2011 में हुआ था. वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) नवंबर 2012 में रजिस्टर्ड हुई. इन दोनों पार्टियों ने वर्ष 2012-13 में औसत संपत्ति 1.165 करोड़ रुपये घोषित की थीं जो 2015-16 में बढ़कर 3.765 करोड़ हो गई.
2011-12 में अखिलेश यादव की पार्टी एसपी ने 212.86 करोड़ की संपत्ति घोषित की थी जो 2015-16 में 198 फीसदी बढ़कर 634.96 करोड़ रुपये हो गई. समाजवादी पार्टी, AIADMK, शिवसेना मुख्य क्षेत्रीय पार्टियां हैं जिनकी वार्षिक घोषित संपत्तियों में तेज इजाफा हुआ.
AIADMK की बात की जाए तो 2011-12 से 2015-16 के बीच इसकी संपत्ति 88.21 करोड़ से बढ़कर 224.87 करोड़ हो गई. यानि 155 फीसदी का इजाफा हुआ. इसी दौरान शिवसेना की संपत्ति 20.59 करोड़ से बढ़कर 39.568 करोड़ हो गई यानि 92 फीसदी का इजाफा हुआ.
क्षेत्रीय दलों में 2015-16 में सबसे ज्यादा पूंजी 634.93 करोड़ रुपये थी. दूसरे नंबर पर DMK कुल 257.18 करोड़ की पूंजी के साथ थी. वहीं AIADMK का 224.84 करोड़ के साथ तीसरा नंबर था.
चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी ने 2011-12 में कुल पूंजी 11.538 करोड़ रुपये घोषित की थी, जो 2015-16 में बढ़ कर 46.09 करोड़ हो गई यानी 299 फीसदी का इजाफा हुआ. |
चेजडाउन किंग विराट कोहली (नाबाद 55) की नॉटआउट हाफसेंचुरी की बदौलत टीम इंडिया ने शनिवार को ईडन गार्डन्स में खेले गए वर्ल्ड टी-20 के मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को छह विकेट से हरा दिया. टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए भारत ने पाकिस्तान को निर्धारित 18 ओवरों में पांच विकेट पर 118 रनों पर रोकने के बाद, 15.5 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर जीत के लिए जरूरी रन बना लिए.
बारिश ने कम कराए मैच के ओवर
बारिश के कारण इस मैच को 18-18 ओवरों तक सीमित कर दिया गया था. भारत के लिए कोहली ने सबसे अधिक रन बनाए जबकि युवराज सिंह ने 24 रनों का योगदान दिया. रोहित शर्मा के बल्ले से 10 रन निकले जबकि शिखर धवन छह रन ही बना सके और सुरेश रैना का खाता नहीं खुला. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 13 रन बनाकर नाबाद लौटे.
फिर ढहा टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर
शुरुआती तीन विकेट जल्दी गंवाने के बाद भारत बेहद दबाव में था लेकिन इसके बाद मैन ऑफ द मैच चुने गए कोहली ने युवराज के साथ चौथे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी कर भारत की न सिर्फ मैच में वापसी कराई बल्कि उसे जीत तक भी ले गए. युवराज का विकेट 84 के कुल योग पर गिरा. युवराज ने 23 गेंदों का सामना कर एक चौका और एक छक्का लगाया. इसके बाद कोहली ने कप्तान धोनी के साथ 35 रनों की नाबाद साझेदारी के साथ भारत को जीत दिला दी.
कोहली ने बनाया रिकॉर्ड
कोहली ने इस मैच में अपना टी-20 का 14वां अर्धशतक लगाया. वह अब इस फॉरमेट में सबसे अधिक अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद समी ने दो विकेट लिए जबकि मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज को एक-एक विकेट मिला.
इसी के साथ स्कोर हुआ 11-0
यह आईसीसी वर्ल्ड कप के दोनों प्रारूपों (टी-20 और 50 ओवर) को मिलाकर भारत की पाकिस्तान पर 11वीं जीत है. इससे पहले, बारिश के बाद जबरदस्त तरीके से घूम रही पिच पर भारतीय स्पिनरों ने उम्दा प्रदर्शन किया और टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी कर रही पाकिस्तानी टीम को 18 ओवरों में पांच विकेट पर 118 रन ही बनाने दिए.
नहीं चले पाकिस्तानी बल्लेबाज
पाकिस्तान की ओर से शोएब मलिक ने सबसे अधिक 26 रन बनाए जबकि अहमद शहजाद ने 25 रनों का योगदान दिया. इसके अलावा उमर अकमल ने 22 और शरजील खान ने 17 रन जोड़े. पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी लेकिन धीमी रही. शरजील और शहजाद ने पहले विकेट के लिए 38 रन जोड़े. हालांकि इन दोनों ने इतने रन जोड़ने के लिए 46 गेंदें खेल डाली. शरजील का विकेट आठवें ओवर की चौथी गेंद पर गिरा, उन्हें सुरेश रैना ने पंड्या के हाथों कैच कराया.
थमा-थमा सा रहा अफरीदी का तूफान
शरजील की जगह लेने आए कप्तान शाहिद अफरीदी (8) भी खुलकर नहीं खेल सके. अफरीदी से पहले पाकिस्तान ने अच्छा खेल रहे शहजाद का विकेट गंवाया. वह 46 के कुल योग पर आउट हुए. इसके बाद अफरीदी को 46 के कुल योग पर पंड्या ने विराट कोहली के हाथों कैच कराया. उमर अकमल और मलिक ने चौथे विकेट के लिए 41 रन जोड़े, जो पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई. अकमल 101 तथा मलिक 105 के कुल योग पर आउट हुए. अकमल ने 16 गेंदों का सामना कर एक चौका और एक छक्का लगाया. मलिक ने 16 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और छक्का लगाया. अकमल को रविंद्र जडेजा और मलिक को आशीष नेहरा ने आउट किया. सरफराज अहमद आठ तथा मोहम्मद हफीज पांच रनों पर नाबाद लौटे.
भारत को मिली वर्ल्ड टी20 की पहली जीत
इस टूर्नामेंट में यह भारत की पहली जीत है. वह अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड के हाथों हार गया था. दूसरी तरफ यह पाकिस्तान की पहली हार है. उसने अपने पहले मैच में बांग्लादेश को हराया था. अब भारत को 23 मार्च को बंगलुरु में बांग्लादेश का सामना करना है. |
जब गेहूं के बीज को अच्छी उपजाऊ जमीन में बोया जाता है तो कुछ ही दिनों में वह अंकुरित होकर बढ़ने लगता है और उसमें पत्तियां निकलने लगती है। जब यह अंकुरण पांच-छह पत्तों का हो जाता है तो अंकुरित बीज का यह भाग गेहूं का ज्वारा कहलाता है। औषधीय विज्ञान में गेहूं का यह ज्वारा काफी उपयोगी सिद्ध हुआ है। गेहूं के ज्वारे का रस कैंसर जैसे कई रोगों से लड़ने की क्षमता रखता है।
उगाने का तरीका
गेहूं के ज्वारे के रस का सेवन करने के लिए इसे अपने ही हाथों उगाया जाना चाहिए। इसके लिए तस्तरीनुमा दस पात्र की व्यवस्था करें। पात्र में बीज उगने लायक नम दोमट मिट्टी भरें। एक पात्र में पहले दिन स्वस्थ गेहूं का बीज बो दे। उसे उगने तक उसकी देखभाल करें। पानी, धूप आदि की व्यवस्था करते रहें। दूसरे दिन दूसरे पात्र में, तीसरे दिन तीसरे पात्र में....इसी तरह दसवें दिन दसवें पात्र में बीज बोएं। दसवें दिन पहले पात्र में पांच-छह पत्तियों का ज्वारा निकल आएगा। इस ज्वारे को जड़ सहित उखाड़ लें। जड़ की मिट्टी धोकर साफ कर लें। फिर इसमें पांच पत्ती तुलसी, पांच पत्ती पुदीना, पांच दाना काली मिर्च डालकर पीस लें और कपड़े से छानकर रस निकालें। यह रस....हलाता है। इस हरित रक्त को सीधे पी जाएं। पहले दिन पहला पात्र खाली हुआ, उस में नया बीज बो दें। इसी तरह इसका कम से कम इक्कीस दिन उपयोग करें तो लाभ दिखेगा।
गेहूं के ज्वारे के रस की तुलनात्मक प्रकृति
गेहूं के ज्वार के रस की आण्विक संरचना रक्त के हिमोग्लोबीन से मिलती-जुलती है। दोनों की संचरना में मात्र इतना फर्क है कि रक्त के केंद्र में लौह तत्व यानि एफई रहता है, जबकि गेहूं के ज्वारे के रस के अणु में मैंगनीज यानि एमजी।
उपयोग
यह हरित रक्त शरीर में रक्त की कमी को पूरा करता है। कई चिकित्सा विशेषज्ञों ने पाया है कि यह ल्यूकेमिया जैसे रोग को नष्ट करने की क्षमता रखता रखता है। कैंसर जैसे घातक रोगों पर विजय पाने में इस रस ने काफी मदद की है। साथ ही यह शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है।
कृषि
वैकल्पिक चिकित्सा |
बावरा दिल ( "क्रेज़ी हार्ट") एक भारतीय हिंदी भाषा की टेलीविज़न ड्रामा सीरीज़ है जो कलर्स टीवी पर प्रसारित होती है। इसमें आदित्य रेडिज और किंजल धमेचा हैं, और यह मराठी टीवी सीरीज जीव जाला येदा पीसा का रीमेक है। इसका प्रीमियर 22 फरवरी 2021 को हुआ और 20 अगस्त 2021 को समाप्त हुआ; इसकी जगह थोडा सा बादल थोडा सा पानी ने ले ली।
टाइम स्लॉट : रात 10:30:00 बजे
शो की अदला-बदली पिंजरा ख़ूबसूरती का के साथ की गई और इसे 10:30PM स्लॉट दिया गया और बावरा दिल को 9:30PM स्लॉट में स्थानांतरित कर दिया गया।
बावरा दिल ने बिग बॉस के 14वें सीजन की जगह ले ली।
आधार
सांगली जिले में, शिव नाम के एक दयालु लेकिन अशिक्षित व्यक्ति और सिद्धि नाम की एक धर्मी, शिक्षित और सरल लड़की को एक स्थानीय राजनेता द्वारा शादी के लिए मजबूर किया जाता है।
कलाकार
मुख्य
शिव लश्करे के रूप में []आदित्य रेडिज]] : मंगला और यशवंत का बेटा, सोनल का भाई, सिद्धि का पति, ईश्वर और मालिनी का दामाद। वह स्थानीय राजनीतिज्ञ अक्का बाई के लिए काम करता है।
सिद्धि लश्करे / गोकर्ण के रूप में किंजल धमेचा: मालिनी और ईश्वर की बेटी, सागर की बहन, शिव की पत्नी, याहवंत और मंगल की बहू।
पुनरावर्ती
सुमुखी पेंडसे चंद्रकांत सरनाइक उर्फ अक्का बाई के रूप में- सरकार की मां, राजनीतिक दल की प्रमुख। वह एक चतुर महिला हैं जो राजनीति के क्षेत्र में मास्टरमाइंड हैं। शिव उसके अधीन काम करते हैं।
ईश्वर गोकर्ण के रूप में शरद पोंक्षे - मालिनी के पति, सिद्धि और सागर के पिता, शिव के ससुर (2021. वह एक शिक्षक हैं और रुद्रायत के सबसे शिक्षित और प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, जिनका हर कोई बेहद सम्मान करता है। उनका अपनी बेटी के साथ बहुत गहरा संबंध है,
संदर्भ
कलर्स चैनल के कार्यक्रम
भारतीय टेलीविजन धारावाहिक |
Sometimes when you don’t plan things - it all falls in place - Happy Birthday to my lovely Mr K ! #birthdaybumps
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A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Sep 8, 2018 at 8:29pm PDT
A post shared by Akshay Kumar (@akshaykumar) on Sep 8, 2018 at 3:37am PDT |
नाटकों के अन्त में भरत मुनि के सम्मान में गेय आशीर्वाद पद्य भरतवाक्य कहलाता है। (भरतानां वाक्यमिति भरतवाक्यम् । ) संस्कृत के नाटकों में यह प्रचलित है। नाटक के अन्त में नाटककार, नाट्यशास्त्र के प्रणेता भरत की स्मृति के रूप में आशीर्वादात्मक श्लोक वर्णित करता है। यह कभी कभी नाटकीय पात्रों की ओर से जनता के कल्याण के लिए आशीर्वाद के रूप में भी प्रयुक्त होता है। राघवभट्ट इसे 'नटवाक्य' की संज्ञा देते हैं।
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने अपने 'सत्य हरिश्चन्द्र' नाटक के अन्त में यह भरतवाक्य दिया है-
खलगनन सों सज्जन दुखी मत होइ, हरि पद रति रहै। उपधर्म छूटै सत्व निज भारत गहै, कर-दुःख बहै॥
बुध तजहिं मत्सर नारि-नर सम होंहिं, सब जग सुख लहै। तजि ग्राम कविता सुकवि जन की अमृत बानी सब कहैं॥
भारतीय साहित्य |
एंडटीवी के शो 'भाबी जी घर पर हैं' से शिल्पा शिंदे और हमारी प्यार अंगूरी भाभी भले ही चली गई हों लेकिन उनके चाहने वाले उन्हें वापस उनके रोल में देखना चाहते हैं. अंगूरी भाभी के किरदार से शिल्पा शिंदे ने दर्शकों के बीच के खास जगह बना ली है.
हाल ही में खबरें आ रही थीं कि
शिल्पा शिंदे
जल्द ही कपिल शर्मा के शो में नजर आने वाली हैं और उधर 'भाबी जी घर पर हैं' में भी उनकी जगह किसी दूसरी अदाकारा को साइन कर लिया गया है. इन सब खबरों के बाद एक बार फिर शिल्पा शिंदे वापस आ गई हैं लेकिन उनकी ये वापस किस सीरियल या शो के लिए है इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है.
सास, बहू और बेटियां ने पता लगाया कि शिल्पा अभी कर क्या रही हैं तो पता चला कि शिल्पा अपनी फोटोग्राफर के साथ एक हॉट फोटोशूट में व्यस्त हैं. शिल्पा ने सास, बहू और बेटियां की टीम को बताया कि वह इस फोटोशूट को बहुत एंजॉय कर रही हैं और जल्द ही वह कमबैक करने वाली हैं.
अंगूरी भाभी के किरदार से बिल्कुल अलग शिल्पा
का ये फोटोशूट बहुत ही ग्लैमरस है जिसमें वो तीन अलग तरह के लुक में नजर आएंगी. |
21 फ़रवरी 1966 को पेले ने रोज़मेरी डॉस रेइस चॉल्बी से विवाह किया। उनकी दो पुत्रियां - केली क्रिस्टीना (13 जनवरी 1967) और जेनिफर (1978) – और एक पुत्र एडसन ("एडिन्हो" – नन्हा एडसन, 27 अगस्त 1970) है। इस युगल ने 1978 में तलाक ले लिया। |
56 साल की रेवती कुलकर्णी रॉय एक ऐसी महिला है जिन्होंने अपनी पहचान ड्राइविंग की बदौलत बनाई है. बात 70 के दशक की है जब कारें कम थीं और महिला ड्राइवर तो और भी कम. लेकिन रेवती ने इसी रास्ते को चुना.
रेवती ने करीब 70 कार रैलियों में हिस्सा लिया है और उनमें से सिर्फ 5 में ही उन्होंने हार हासिल की. रेवती को 2016 में ही नीति आयोग से
वुमेन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड
भी दिया गया है. खास बात ये है कि रेवती आज भी कार चलाना पसंद करती हैं.
yourstory.com के मुताबिक, रेवती को कई लोग बॉर्न टु ड्राइव वुमन के रूप में भी संबोधित करते हैं. रेवती ने एंटरप्रेन्योर के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है. उन्होंने एशिया में पहली वुमेन टैक्सी सर्विस की भी 2007 में शुरुआत की. हाल में उन्होंने हेदीदी नाम से महिलाओं पर फोकस किया हुआ फुड डिलीवरी ऐप भी तैयार किया है.
इस ऐप सर्विस में महिलाओं को नौकरी देने से पहले उन्हें ड्राइविंग की
ट्रेनिंग भी दी गई थी. |
यह लेख है: भारत के उपराष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने शुक्रवार को कहा कि शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक उपायों के जरिए ही वैश्विक समस्याओं का समाधान संभव है. अंसारी पोलैंड के वारसॉ विश्वविद्यालय में 'भारतीय लोकतंत्र के सात दशक' विषय पर व्याख्यान दे रहे थे. इस अवसर पर वारसॉ विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रोफेसर मर्सिन पाल्सी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के लोग हमारे लोकतांत्रिक भविष्य की सर्वश्रेष्ठ गारंटी हैं. जब तक सामान्य भारतीय लोकतंत्र के मूल्यों और समरूपता की सांस्कृतिक प्रथाओं को सही मानते हैं, जब तक हमारे लोग अधिकारों के सामने रुकावट पैदा नहीं करते हैं और सांप्रदायिक विचारों से प्रभावित नहीं होते हैं, तब तक हमारी आशा है कि हमारा लोकतंत्र बना रहेगा और दूसरों को प्रेरित करता रहेगा.
अंसारी ने कहा, "करीब तीन दशक पहले एक मशहूर समाजशास्त्री ने भारतीय लोकतंत्र को 'आधुनिक विश्व का एक धर्मनिरपेक्ष चमत्कार और अन्य विकासशील देशों के लिए एक मॉडल' कहा था. स्वतंत्रता के सात दशक बाद भी भारतीय लोकतंत्र का चमत्कार उन लोगों के लिए प्रकाशस्तम्भ की तरह चमक रहा है जो स्वतंत्रता की नींव में बुनियादी मानवीय मूल्यों को रखते हैं." टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "समकालीन अर्थ में स्वतंत्र भारत की लोकतांत्रिक चेतना औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष की विरासत का प्रतिबिंब है. राष्ट्रीय आंदोलन से जो हमने हासिल किया, वह हमारे संविधान में दर्ज है और यह भारत में राजनीतिक और न्यायिक संवाद को जारी रखते हैं. हमारे लोगों ने इस विरासत का इस्तेमाल सरकारों, राजनीतिक पार्टियों व संस्थानों के प्रदर्शन को आंकने के औजार के रूप में किया है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के लोग हमारे लोकतांत्रिक भविष्य की सर्वश्रेष्ठ गारंटी हैं. जब तक सामान्य भारतीय लोकतंत्र के मूल्यों और समरूपता की सांस्कृतिक प्रथाओं को सही मानते हैं, जब तक हमारे लोग अधिकारों के सामने रुकावट पैदा नहीं करते हैं और सांप्रदायिक विचारों से प्रभावित नहीं होते हैं, तब तक हमारी आशा है कि हमारा लोकतंत्र बना रहेगा और दूसरों को प्रेरित करता रहेगा.
अंसारी ने कहा, "करीब तीन दशक पहले एक मशहूर समाजशास्त्री ने भारतीय लोकतंत्र को 'आधुनिक विश्व का एक धर्मनिरपेक्ष चमत्कार और अन्य विकासशील देशों के लिए एक मॉडल' कहा था. स्वतंत्रता के सात दशक बाद भी भारतीय लोकतंत्र का चमत्कार उन लोगों के लिए प्रकाशस्तम्भ की तरह चमक रहा है जो स्वतंत्रता की नींव में बुनियादी मानवीय मूल्यों को रखते हैं." टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "समकालीन अर्थ में स्वतंत्र भारत की लोकतांत्रिक चेतना औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष की विरासत का प्रतिबिंब है. राष्ट्रीय आंदोलन से जो हमने हासिल किया, वह हमारे संविधान में दर्ज है और यह भारत में राजनीतिक और न्यायिक संवाद को जारी रखते हैं. हमारे लोगों ने इस विरासत का इस्तेमाल सरकारों, राजनीतिक पार्टियों व संस्थानों के प्रदर्शन को आंकने के औजार के रूप में किया है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अंसारी ने कहा, "करीब तीन दशक पहले एक मशहूर समाजशास्त्री ने भारतीय लोकतंत्र को 'आधुनिक विश्व का एक धर्मनिरपेक्ष चमत्कार और अन्य विकासशील देशों के लिए एक मॉडल' कहा था. स्वतंत्रता के सात दशक बाद भी भारतीय लोकतंत्र का चमत्कार उन लोगों के लिए प्रकाशस्तम्भ की तरह चमक रहा है जो स्वतंत्रता की नींव में बुनियादी मानवीय मूल्यों को रखते हैं." टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "समकालीन अर्थ में स्वतंत्र भारत की लोकतांत्रिक चेतना औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष की विरासत का प्रतिबिंब है. राष्ट्रीय आंदोलन से जो हमने हासिल किया, वह हमारे संविधान में दर्ज है और यह भारत में राजनीतिक और न्यायिक संवाद को जारी रखते हैं. हमारे लोगों ने इस विरासत का इस्तेमाल सरकारों, राजनीतिक पार्टियों व संस्थानों के प्रदर्शन को आंकने के औजार के रूप में किया है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, "समकालीन अर्थ में स्वतंत्र भारत की लोकतांत्रिक चेतना औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष की विरासत का प्रतिबिंब है. राष्ट्रीय आंदोलन से जो हमने हासिल किया, वह हमारे संविधान में दर्ज है और यह भारत में राजनीतिक और न्यायिक संवाद को जारी रखते हैं. हमारे लोगों ने इस विरासत का इस्तेमाल सरकारों, राजनीतिक पार्टियों व संस्थानों के प्रदर्शन को आंकने के औजार के रूप में किया है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय स्मृति ईरानी से छीन कर प्रकाश
जावड़ेकर को दे दिया गया
. इसे जावड़ेकर का प्रमोशन माना जा रहा है. बुधवार को प्रकाश जावड़ेकर ने स्मृति ईरानी से मुलाकात की और उसके बाद बताया कि तमाम मुद्दों पर बातचीत हुई. उन्होंने इससे पहले 'आज तक' से हुई खास बातचीत में भी बताया कि नई भूमिका को लेकर उनके क्या प्लान हैं. पेश हैं उनसे हुई बातचीत के अंश.
सवाल- एनवायरनमेंट मिनिस्ट्री से एचआरडी मंत्रालय... क्या देखते हैं आगे बढ़ेंगे?
प्रकाश जावड़ेकर- प्रधानमंत्री जी जो भी काम देते हैं उसमें मन लगाकर 24 घंटे काम करना ही हमारा मकसद है. स्मृति ईरानी जी ने भी कई अच्छी पहल की. इसलिए उनसे सलाह लेकर काम करूंगा. और भी कई लोगों से चर्चा करूंगा क्योंकि शिक्षा विभाग ऐसा विभाग है जो हर किसी के मन को छूता है. हर गरीब मां अपने बेटे-बेटी की अच्छी पढ़ाई का सोचती है. अच्छी शिक्षा सबको कैसे मिले यह हमारा मकसद है.
सवाल - 92 साल की आप की मां है जो आप की पहली टीचर रही हैं?
प्रकाश जावड़ेकर- मेरी मां टीचर रही हैं. आज भी उनके साथ बैठता हूं तो आनंद आता है. बड़ी बात यह है कि
मैं जयप्रकाश नारायण
के आंदोलन में था उसका हिस्सा था. एबीवीपी में काम किया और उसके बाद 12 साल तक यूनिवर्सिटी सी नेट में था. शिक्षा के बारे में हमारा अनुभव है. मुरली मनोहर जोशी जी, जो हमारे शिक्षा मंत्री थे उनसे भी बात करूंगा फिर एक एजेंडा तय किया जाएगा.
सवाल- क्या-क्या चुनौतियां देखते हैं मानव संसाधन विकास मंत्रालय में?
प्रकाश जावड़ेकर- आखिर शिक्षा का मकसद क्या है? कि आदमी को रोजगार मिलना चाहिए, लेकिन संबल भी मिलना चाहिए जीने का. इसलिए क्वालिटी ऑफ एजुकेशन सरकार की हमेशा प्राथमिकता रही है.
सवाल- पहली प्राथमिकता क्या रहेगी?
प्रकाश जावड़ेकर- मैं अधिकारियों से बातचीत करूंगा. एक सप्ताह के बाद बात करूंगा. तभी मैं किसी पॉलिसी पर बयान दूंगा. यही कहूंगा कि जो प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया है निश्चित तौर पर उस पर खरे उतरेंगे. हमने 2 साल में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन में चेहरा बदल दिया. यही मोदी सरकार का काम है कि देश का बिजनेस जैसे चलता था, वैसा नहीं चलेगा. कुछ अच्छा होगा.
सवाल- स्मृति ईरानी से बात करेंगे. जहां उन्होंने छोड़ा, उसे आगे लेकर कैसे जाएंगे?
प्रकाश जावड़ेकर- रिव्यू लेने के बाद ही बताऊंगा. मंत्रालय का चार्ज तो गुरुवार को लूंगा. उसके बाद ही बताऊंगा.
सवाल- HRD दो साल विवादों का मंत्रालय भी रहा उससे कैसे निपटेंगे?
प्रकाश जावड़ेकर- मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करता. हर चीज कोई खबर की चीज नहीं होती है काम की चीज होती है वो हम करके दिखाएंगे.
सवाल- भगवाकरण का भी आरोप लगा कि एचआरडी मंत्रालय को संघ चला रहा है. इस सब से निपटना कितनी बड़ी चुनौती होगी?
प्रकाश जावड़ेकर- आप देखते रहिए. हम सबको साथ लेकर काम करेंगे.
इस बीच, प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को ही स्मृति ईरानी के घर जाकर मुलाकात की. मुलाकात के बाद जावड़ेकर ने कहा कि तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई.
I just met Smriti Irani ji and we had a discussion on many issues: Prakash Javadekar,HRD Minister
pic.twitter.com/C6GOAyMJls
— ANI (@ANI_news)
July 6, 2016 |
एओएल के वकील ने कहा कि इस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाएंगे. एओएल ने कहा कि हम फैसले से सहमत नहीं हैं और अधिकरण के फैसले से आर्ट आफ लिविंग निराश है. संगठन ने कहा कि हमारी दलीलों पर विचार नहीं किया गया. संगठन ने कहा कि उसे उम्मीद है कि उन्हें उच्चतम न्यायालय से न्याय मिलेगा. अधिकरण ने मनोज मिश्र की याचिका पर सुनवाई के बाद इस मामले में अपना आदेश 13 नवंबर को सुरक्षित रख लिया था. इस याचिका में दावा किया गया था कि इस अयोजन से नदी और उसके तट को भारी नुकसान हुआ है तथा उसे ठीक किया जाना चाहिए.
(इनपुट भाषा से भी) |
12वें आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप
(ICC Cricket World Cup)
की शुरुआत में अब कुछ ही घंटे बचे हैं. क्रिकेट के इस महाकुंभ का इंतजार खेल प्रेमी पिछले चार वर्षों से कर रहे हैं. इंग्लैंड और वेल्स में होने वाले इस आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों से लेकर फैंस तक में इसके जुनून को महसूस किया जा सकता है.
पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप का इतिहास 44 साल पुराना है. लेकिन असल में क्रिकेट वर्ल्ड कप की शुरुआत महिला क्रिकेट
(Women Cricket)
से हुई. 20 जून 1973 में पहला महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप
(Women Cricket World Cup)
खेला गया, जिसे इंग्लैंड की महिला टीम ने जीता. तब इस टूर्नामेंट में 7 टीमों ने हिस्सा लिया था. इसके लिए इंग्लैंड
(ENGLAND)
के कारोबारी जैक हेवर्ड ने 40 हजार पाउंड डोनेट किये थे.
यह टूर्नामेंट राउंड रॉबिन लीग नियम के तहत खेला गया था. छह मुकाबले जीतकर इंग्लैंड ने फाइनल में जगह बनाई और ऑस्ट्रेलिया को 92 रनों से हराकर बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में पहली ट्रॉफी उठाई. ठीक इसके दो साल बाद 7 जून 1975 में पहला पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड का आयोजन हुआ.
फुटबॉल, आइस हॉकी, टेबल टेनिस आदि के ग्लोबल चैम्पियनशिप 1939 से 1945 के द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान शुरू हुए. इसके बाद मोटरसाइक्लिंग, वॉटर स्कीइंग, बैडमिंटन, बॉस्केटबॉल, स्नो जम्पिंग और रग्बी लीग की शुरुआत हुई.
1971 तक रोइंग, बॉल्स, लैक्रोस और फील्ड हॉकी के चैम्पियनशिप की शुरुआत हो चुकी थी. लेकिन आईसीसी द्वारा आयोजित पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप वास्तव में महिलाओं से जुड़ा था. 1973 में पहली बार वुमंस क्रिकेट वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ. 28 जुलाई, 1973 को एजबेस्टन (Edgbaston) में एचआरएच प्रिंसेज एन्ने (HRH Princess Anne) ने इंग्लैंड को वुमंस ट्रॉफी सौंपी थी.
इसके तीन दिन बाद इंटरनेशनल क्रिकेट कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ, जिसमें टेस्ट और काउंटी क्रिकेट बोर्ड के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई कि 60 ओवरों का क्रिकेट वर्ल्ड कप आयोजित किया जाए. इसके लिए आयोजक भी मिल गया. 1972 से ही इंग्लैंड को सपोर्ट कर रही बीमा कंपनी प्रूडेंशियल एश्योरेंस
(Prudential Assurance)
ने 1 लाख पाउंड का चेक सौंपा. यह तय हुआ कि प्रॉफिट का 10 फीसदी हिस्सा आयोजक बोर्ड को और बाकी सात टीमों से प्रत्येक को 7.5 फीसदी हिस्सा मिलेगा. बाकी बचा 37.5 फीसदी हिस्स्सा एसोसिएट मेंबर्स और इंटरनेशनल कोचिंग फंड के लिए निर्धारित किया गया.
इस तरह पुरुषों के पहले वर्ल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन जून 1975 में इंग्लैंड में हुआ. इसके चार साल पहले ही वनडे की शुरुआत हुई थी. पहले तीन वर्ल्ड कप का आयोजन इंग्लैंड में ही हुआ. 1987 के टूर्नामेंट से वर्ल्ड कप का आयोजन अनधिकारिक रूप से तय एक रोटेशन सिस्टम से होता है. |
वैसे तो हम रोज अपने आस-पास के प्रदूषित वातावरण से रूबरू होते हैं लेकिन हवा में फैले जहर की ओर हमारा ध्यान तब ही जाता है जब अखबारों या टीवी चैनलों पर इससे जुड़ी सुर्खियां देखते हैं. दुख की बात ये कि जब भी हम इस मुद्दे पर बातें करते हैं तो उन पशु- पक्षियों को नजरअंदाज कर देते हैं जो हमारे साथ इसी वातावरण में जी रहे हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के लिए 13 साल की एक छात्रा त्विसा राज ने एक लेख लिखा है जो वायु प्रदूषण के मसले को पशु-पक्षियों और हमारे घरों में रह रहे पालतू जानवरों के संदर्भ में भी देखता है. लेख में छात्रा ने लिखा है कि जानवरों के प्रति उनका एक विशेष तरह का लगाव है जिसके चलते उन्होंने दो कोकाटियल पंछी अपने घर पर पाले थे. लेखिका बताती हैं कि पंछी जब बहुत छोटे थे वे तब ही उन्हें अपने घर ले आए थे और लंब वक्त से साथ रहने से उनका पंछियों के प्रति लगाव भी बहुत बढ़ गया था. लगाव इस कदर था कि पंछियों के लिए हवा साफ हो इसलिए उनके परिवार ने एक एयर प्योरिफायर भी खरीदा था, जिसे हमेशा चालू रखा जाता था.
हालांकि दीवाली के कुछ दिन पहले पंछियों में से एक पंछी बीमार रहने लगा था. पंछी इस कदर बीमार पड़ गया था कि वह ठीक से अपने पंख भी फड़फड़ा नहीं पा रहा था, पंछी बीमारी के चलते मुश्किल से कभी चहचहा पाता था और जब मुंह भी खोलता तो दर्द भरी आवाज ही निकलती थी. इसके बाद जब पंछी को चिकित्सक के पास ले जाया गया तो डॉक्टर ने बताया कि पंछी सांस लेने की बीमारी से गुजर रहा है. इसके बाद परिवार ने पूरी कोशिश करी कि वो अपने इस पालतू पंछी को दोबारा ठीक कर सकें लेकिन इस दिशा में उन्हें निराशा ही हाथ लगी. लेखिका बताती हैं कि उन्होंने देखा कि उनका पंछी किस तरह से प्रदूषण से लड़ रहा है. इसके बाद पंछी ने लेखिका के हाथों में दम तोड़ दिया क्योंकि पंछी के फेफड़े पूरी तरह से खराब हो चुके थे.
त्विसा ने लिखा है कि इस साल भी लोगों का ध्यान प्रदूषण की ओर तब गया जब दीवाली के बाद हवा की गुणवत्ता और भी गिर गई. अमूमन हमें ये लगता है कि दीवाली के बाद प्रदूषण बढ़ा है लेकिन हवा की हालत रोज ही खराब रहती है और हमारा ध्यान इस ओर नहीं जाता है. हमें इस प्रदूषण के मुद्दे की ओर दूरगामी दृष्टिकोण रखने की जरूरत है. लेखिका लिखती हैं कि हमें लगता है कि कोई बाहर से आकर हमारी समस्याओं का समाधान कर देगा कि जबकि प्रदूषण की समस्या का समाधान हर एक नागरिक की कोशिशों से होगा. इस बात को लेकर जागरुकता फैलाने की जरूरत है कि प्रदूषण से निपटने के लिए हर कोई निजी तौर पर भी योगदान दे सकता है. छात्रा ने लिखा है कि प्रदूषण के मुद्दे से निपटने के लिए बढ़ते उपभोक्तावाद को कम करने की जरूरत है क्योंकि इससे पर्यावरण को ही नुकसान पहुंचता है. इसके अलावा प्रदूषण के खिलाफ छोटे-छोटे कदम उठाने से भी बहुत कुछ हासिल हो सकता है. |
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए अब उससे लड़ने की कोशिशें भी तेज़ हो गई हैं. साउथ एमसीडी ने वान इंफ्रा नाम की कंपनी को दिल्ली में सर्वे करने की जिम्मेदारी दी जिसका काम होगा दिल्ली में आने वाले ऐसे ट्रकों की जानकारी जुटाना जिनका दिल्ली में कोई काम नहीं है. ये वह ट्रक हैं जो दूसरे राज्यों में जाने के लिए दिल्ली से होकर जाते हैं. ये सर्वे आधी रात को शुरु हुआ जिसकी एक्सक्लूसिव तस्वीरें 'आजतक' ने अपने कैमरे में कैद की हैं.
वान इंफ्रा की टीम रात 12 बजे गाजीपुर टोल बूथ पर अपनी टीम के साथ सर्वे शुरू किया. इस दौरान पूरे सर्वे की वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए तीन हाईटेक नाइट विज़न कैमरे भी लगाए गए, यह सर्वे 24 घंटे तक चलेगा. टीम के सदस्य ट्रक चालकों से उनकी बिल्टी जांचते हैं, जिससे पता चल सके कि ट्रक को सामान कहां उतारना है. इससे जानकारी मिल जाती है कि
ट्रक को दिल्ली में काम है
या दिल्ली के बाहर.
सर्वे के दौरान टीम के सदस्य सारी जानकारी एक फॉर्म में भरते जाते हैं. फॉर्म में जो जानकारी भरी जाती है उसमें ट्रक का नंबर, ट्रक में क्या माल है, माल का वज़न कितना है, ट्रक चालक ने ईसीसी का भुगतान किया है या नहीं, जैसी जानकारी जुटाई जाती है. लेकिन सबसे ज़्यादा ज़रूरी जानकारी होती है कि ट्रक कहां से माल लेकर आ रहा है और उसे
माल की डिलेवरी
कहां देनी है, इस सर्वे की जानकारी साउथ एमसीडी को भेजी जाएगी. इससे पता लगाने में आसानी होगी कि ऐसे कितने ट्रक हैं जिनका दिल्ली में काम हैं और ऐसे कितने ट्रक दिल्ली से होकर जा रहे हैं जिनका काम दिल्ली में ना होकर पड़ोसी राज्यों में है.
प्रदूषण की बड़ी वजह बने ट्रक
दिल्ली में प्रदूषण की एक बड़ी वजह है ऐसे ट्रकों का दिल्ली में दाखिल होना जिनका काम दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में है लेकिन कोई दूसरा रास्ता ना होने के कारण वो दिल्ली से होकर जाने को मजबूर हैं. पर्यावरण के लिए काम करने वाली तमाम संस्थाओं ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए इन ट्रकों को जिम्मेदार बताया है क्योंकि इनमें से ज़्यादातर ट्रक काफी पुराने होते हैं और प्रदूषण भी ज़्यादा फैलाते हैं. हालांकि ऐसे ट्रकों को दिल्ली में दाखिल होने से रोकने के लिए दिल्ली के बाहरी हिस्से में वेस्टर्न और ईस्टर्न पेरिफेरल हाइवे बनाने का काम चल तो रहा है लेकिन उसकी सुस्त रफ्तार का खामियाज़ा दिल्ली वालों को भुगतना पड़ रहा है. |
कैटरीना कैफ़ ब्रितानी भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं जो मुख्य रूप से हिंदी फिल्म जगत में काम करती हैं। 2003 में कैटरीना ने व्यावसायिक रूप से असफल फ़िल्म बूम में एक भूमिका के साथ अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। कैफ ने बाद में रोमांटिक कॉमेडी मैंने प्यार क्यूँ किया के साथ बॉलीवुड में व्यावसायिक सफलता अर्जित की। २००६ में कैटरीना की जोड़ी अक्षय कुमार के साथ हमको दीवाना कर गये में बनाई गई जो आगे जाकर काफ़ी सफल रही। २००७ कैटरीना के लिए काफ़ी अच्छा रहा, इस साल उनकी चार फ़िल्म आई जो सब बड़ी हिट हुई। कैटरीना द्वारा न्यू यॉर्क में निभाया गए किरदार ने उन्हें अभिनय स्तर पर पहचान दिलाई।
राजकुमार सन्तोषी की अजब प्रेम की ग़ज़ब कहानी उनकी अगली फ़िल्म थी जिसमें उनकी जोड़ी रणबीर कपूर के साथ बनाई गई थी। २०११ में वो ऋतिक रोशन, फरहान अख्तर, अभय देयोल और कल्की केकलां के साथ ज़ोया अख्तर की ज़िंदगी न मिलेगी दोबारा में दिखी। 2012 में उन्हें कबीर खान की जासूसी रोमांच फ़िल्म एक था टाइगर में देखा गया जो साल की सबसे बड़ी हिट रही। उसी वर्ष, कैटरीना ने यश चोपड़ा की रोमांस फिल्म जब तक है जान में अभिनय किया। 2013 में, कैटरीना विजय कृष्ण आचार्य द्वारा निर्देशित एक्शन रोमांच फिल्म धूम 3 में आमिर खान, अभिषेक बच्चन और उदय चोपड़ा के साथ एक सर्कस कलाकार की भूमिका में नज़र आईं।
फिल्मों की सूची
सन्दर्भ
भारतीय फ़िल्में |
दोलन (oscillation) एक लगातार दोहराता हुआ बदलाव होता है, जो किसी केन्द्रीय मानक स्थिति से बदलकर किसी दिशा में जाता है लेकिन सदैव लौटकर केन्द्रीय स्थिति में आता रहता है। अक्सर केन्द्रीय स्थिति से हटकर दो या दो से अधिक ध्रुवीय स्थितियाँ होती हैं और दोलती हुई वस्तु या माप इन ध्रुवों के बीच घूमता रहता है लेकिन किन्ही दो ध्रुवों के बीच की दूरी तय करते हुए केन्द्रीय स्थिति से अवश्य गुज़रता है। किसी भौतिक तंत्र में हो रहे दोलन को अक्सर कम्पन (vibration) कहा जाता है।
इन्हें भी देखें
कम्पन
भौतिक तंत्र
बाहरी कड़ियाँ
Vibrations – एक ऑनलाइन पाठ्यपुस्तक से अध्याय
सन्दर्भ |
‘परिणीता’ से लेकर ‘द दर्टी पिक्चर’ तक अभिनय के अलग अलग जौहर दिखा चुकीं विद्या बालन अब विवाहेत्तर संबंध जैसे दमदार विषय पर कुछ करना चाहती हैं.
विद्या ने कहा, ‘हमारा जीवन कई तरह के उतार चढ़ाव देखता है इसलिए मैं कुछ ऐसा करना चाहती हूं जिसमें कुछ ऐसी ही बात हो. चाहे वह ‘अर्थ’ या ‘सिलसिला’ जैसी फिल्म हो, जिसमें विवाहेत्तर संबंधों की बात हो क्योंकि हम जहां भी जाते हैं, वहां इसके बारे में सुनते ही हैं.’
वर्ष 1982 में महेश भट्ट के निर्देशन में बनी ‘अर्थ’ में शबाना आजमी, कुलभूषण खरबंदा, स्मिता पाटिल और राज किरण ने काम किया था. यह फिल्म विवाहेत्तर संबंधों पर थी. वर्ष 1981 में इसी विषय पर बनी यश चोपड़ा की ‘सिलसिला’ में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, संजीव कुमार और रेखा ने काम किया है.
विद्या ने दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर फिल्म बनने पर उसमें काम करने की इच्छा भी जताई है. उन्होंने कहा, ‘मैं इंदिरा गांधी पर बनने वाली फिल्म या वैसी किसी फिल्म में भी काम करना चाहूंगी.’ फिलहाल विद्या एक हास्य थ्रिलर ‘घनचक्कर’ में काम करने वाली हैं. इस फिल्म में उनके साथ इमरान हाशमी होंगे. उन्होंने कहा कि हास्य उन्हें पसंद है और वह इसमें कुछ नया करना चाहेंगी. |
नक्सलियों को हथियार डालने के लिए दी गई ममता बनर्जी की डेडलाइन आज खत्म हो रही है। नक्सलियों ने आज 24 घंटे का बंद बुलाया है। इसे देखते हुए जंगलमहल इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा बल के जवान पश्चिमी मिदनापुर, बांकुड़ा और पुरुलिया के जंगली इलाकों में भी मोटरसाइकिल से गश्त लगा रहे हैं। इधर, लालगढ़, पश्चिम मिदनापुर के बेलपहाड़ी में माओवादियों ने पोस्टर लगाकर तृणमूल कांग्रेस के बहिष्कार का आह्वान किया है। पोस्टर में तृणमूल कांग्रेस को जनता का विरोधी बताते हुए उसे हराने को कहा गया है। |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: तेलंगाना विधान परिषद के लिए आज हो रहे चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान कराने के लिए एक मनोनीत विधायक को कथित तौर पर रिश्वत देने की कोशिश करते हुए पकड़े गए तेलंगाना के तेदेपा विधायक रेवंत रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अदालत ने रेड्डी को इस बात की अनुमति दे दी कि वह चुनाव में अपना मत डाल सकते हैं।टिप्पणियां
दरअसल, एंटी करप्शन ब्यूरो ने टीडीपी विधायक को एक मनोनीत विधायक को रिश्वत की पेशकश करते हुए पकड़ा है। रेवंत रेड्डी पर आज होने वाले विधान परिषद चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के लिए विधायक को 50 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश का आरोप है।
एसीबी के एक अधिकारी के मुताबिक़, यह डील 5 करोड़ रुपये में होनी थी। वोटिंग के बाद बाकी के 4.5 करोड़ रुपये दिए जाने थे। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है, हालांकि टीडीपी विधायक इसे साज़िश बता रहे हैं।
अदालत ने रेड्डी को इस बात की अनुमति दे दी कि वह चुनाव में अपना मत डाल सकते हैं।टिप्पणियां
दरअसल, एंटी करप्शन ब्यूरो ने टीडीपी विधायक को एक मनोनीत विधायक को रिश्वत की पेशकश करते हुए पकड़ा है। रेवंत रेड्डी पर आज होने वाले विधान परिषद चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के लिए विधायक को 50 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश का आरोप है।
एसीबी के एक अधिकारी के मुताबिक़, यह डील 5 करोड़ रुपये में होनी थी। वोटिंग के बाद बाकी के 4.5 करोड़ रुपये दिए जाने थे। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है, हालांकि टीडीपी विधायक इसे साज़िश बता रहे हैं।
दरअसल, एंटी करप्शन ब्यूरो ने टीडीपी विधायक को एक मनोनीत विधायक को रिश्वत की पेशकश करते हुए पकड़ा है। रेवंत रेड्डी पर आज होने वाले विधान परिषद चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के लिए विधायक को 50 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश का आरोप है।
एसीबी के एक अधिकारी के मुताबिक़, यह डील 5 करोड़ रुपये में होनी थी। वोटिंग के बाद बाकी के 4.5 करोड़ रुपये दिए जाने थे। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है, हालांकि टीडीपी विधायक इसे साज़िश बता रहे हैं।
एसीबी के एक अधिकारी के मुताबिक़, यह डील 5 करोड़ रुपये में होनी थी। वोटिंग के बाद बाकी के 4.5 करोड़ रुपये दिए जाने थे। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है, हालांकि टीडीपी विधायक इसे साज़िश बता रहे हैं। |
दूरसंचार घोटाले में उठे नए विवाद के बाद कृषिमंत्री शरद पवार ने कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया के उस कथित दावे का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में फंसी कंपनी डीबी रियल्टी हो सकता है कि शरद पवार की ही हो। पवार मीडिया में आई उस रिपोर्ट पर बोल रहे थे, जिसके अनुसार राडिया ने सीबीआई को दिए गए बयान में बताया है कि डीबी रियल्टी को शायद शरद पवार नियंत्रित करते हैं और शायद उन्होंने स्वान टेलिकॉम के लिए स्पेक्ट्रम और लाइसेंस के मुद्दे को लेकर पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा पर दबाव डाला था। नीरा राडिया का यह बयान सीबीआई के आरोप पत्र का हिस्सा है, लेकिन इसमें उसने खुद इस बात को स्पष्ट करते हुये कहा है कि मुंबई के लोग इस बात को जानते हैं कि डीबी रियल्टी शरद पवार की कंपनी है, हालांकि इसे साबित करने के लिए उनके पास कोई प्रमाण नहीं हैं। पवार ने नीरा राडिया के दावे का खंडन करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से झूठ है और बेवकूफी भरा बयान है। इस कंपनी में मेरा कोई वित्तीय हित नहीं है। डीबी रियल्टी और उस टेलिकॉम कंपनी से मेरा कोई रिश्ता नहीं हैं। इस कंपनी में मेरा एक भी नया पैसा नहीं लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि वह डीबी रियल्टी के विनोद गोयनका को पिछले 35 सालों से जानते हैं और उन्होंने बारामती में 20 साल पहले दुग्ध प्रसंस्करण इकाई स्थापित की थी। पवार ने कहा, हम, सभी किसान अच्छी कोटि के दूध को प्राप्त करने में उनकी मदद कर रहे हैं। हमारा कोई रिश्ता नहीं है। उसे लेकर कोई दो विकल्प नहीं है, लेकिन दूरसंचार कंपनी के साथ हमारा कोई संबंध नहीं है। पवार ने राडिया के उस बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी स्पेक्ट्रम के लाइसेंस को लेकर कॉरपोरेट लॉबिस्ट या किसी के साथ कोई बातचीत नहीं हुई। गौरतलब है कि राडिया ने कहा था कि उनके इस दावे को साबित करने के लिए उनके पास कोई सबूत नहीं है। पवार ने कहा, मैं देश का कृषि मंत्री हूं, न कि दूरसंचार मंत्री। |
नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार ने पटना और बरौनी में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद की गंगा जल जांच के लिए दो प्रयोगशालाओं के सृदृढ़ीकरण को मंजूरी दी है. इसके लिए 10.91 करोड़ की स्वीकृति दी गई है.
इसके अलावा नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ ने वर्षों से अटकी कैमूर वन्य प्राणी आश्रयणी के अंतर्गत अकबरपुर से अधौरा (55 किमी) तथा भीमबांध वन्य प्राणी आश्रयणी के तहत कुण्डास्थान से भीम बांध (10 किमी) तक की सड़कों के सभी मौसमों के लिए निर्माण व कालीकरण की मंजूरी दे दी है. वन क्षेत्र में होने के कारण पहले इन सड़कों के कालीकरण की अनुमति नहीं थी. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय पर्यावरण व वन मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन का आभार जताया है.
बिहार
के वन एवं
पर्यावरण मंत्री मोदी
ने कहा कि गंगा व उसकी सहायक नदियों के पानी में प्रदूषण की जांच की अब तक कोई माकूल व्यवस्था नहीं थी. केंद्र सरकार ने पटना व बरौनी में दो जांच प्रयोगशालाओं के उपकरण, रसायन, संचालन व कर्मियों के मद में 10.91 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. अगले छह महीने में इन दोनों प्रयोगशालाओं को सुदृढ़ कर कार्यशील कर दिया जायेगा.
उन्होंने पटना में कहा कि कैमूर वन्य प्राणी आश्रयणी के अन्तर्गत अकबरपुर (रोहतास) से अधौरा (कैमूर पहाड़ी) तक सड़क की कुल लंबाई 55.15 किलोमीटर है जिसमें आश्रयणी के अंदर 39.48 किमी सड़क का कालीकरण होगा.
इससे दूरस्थ बसे 21 गांवों की 35 बस्तियों के आदिवासी व अन्य लोगों को जहां आवागमन की सुविधा मिलेगी वहीं प्रशासन को भी उग्रवाद को नियंत्रित करने में सहूलियत होगी. इसी प्रकार प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भीमबांध व कुण्डास्थान (तीन जिलों मुंगेर, जमुई और लखीसराय) के बीच वन क्षेत्र में 10 किमी सड़क के कालीकरण से इन क्षेत्रों में पर्यटन के विकास को गति मिलेगी. |
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 7 जून को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नागपुर मुख्यालय जाएंगे. वह संघ शिक्षा वर्ग के तृतीय वर्ष ओटीसी (ऑफिसर्स ट्रेनिंग कैंप) में शामिल हो रहे स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे.
आरएसएस के संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष के शिविर में शामिल होने के लिए मुखर्जी को आमंत्रण भेजा गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है. इस शिविर को ऑफिसर्स ट्रेनिंग कैम्प यानी ओटीसी भी कहते हैं.
सूत्रों के मुताबिक वह इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नागपुर जाएंगे. वह नागपुर में दो दिन रहेंगे और 8 जून को वापस लौटेंगे. संघ शिक्षा वर्ग के शिविर के समापन समारोह में मुखर्जी शामिल होंगे. वह इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे. इस शिविर में करीब 700 स्वयंसेवक शामिल हो रहे हैं.
संघ के जानकार राकेश सिन्हा ने कहा, 'पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आमंत्रित करना और उनके द्वारा यह आमंत्रण स्वीकार करना एक महान संदेश है. ऐसा करके प्रणब दा ने उन लोगों को जवाब दिया है, जो संघ के हिंदुत्व पर सवाल उठाते थे. प्रणब दा पिछले कई दशकों से राजनीति में रहे हैं.'
अपने पूरे राजनीतिक करियर में कांग्रेस से जुड़े रहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस की सरकारों के दौरान वित्त, रक्षा जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाले हैं, जबकि आरएसएस को भारतीय जनता पार्टी के मातृ संगठन के रूप में में जाना जाता है. बताया जाता है कि पिछले कुछ वर्षों में प्रणब मुखर्जी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बीच अच्छे रिश्ते बन गए हैं.
प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति बनने के बाद भागवत को कई बार राष्ट्रपति भवन आने का न्योता मिला था और दोनों के बीच भारत की संस्कृति, दर्शन जैसे कई मसलों पर चर्चा हुई थी.
गौरतलब है कि गर्मियों के दौरान आरएसएस पूरे देश में अपने
स्वयंसेवकों के लिए
प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता है. तृतीय वर्ष का अंतिम प्रशिक्षण शिविर संघ के मुख्यालय नागपुर में आयोजित किया जाता है. अक्सर तृतीय वर्ष प्रशिक्षण हासिल करने के बाद ही किसी स्वयंसेवक को आरएसएस का प्रचारक बनने के योग्य माना जाता है.
आरएसएस अपने शिविर में प्रख्यात लोगों को स्वयंसेवकों को संबोधित करने के लिए बुलाता है. इस साल पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी को आमंत्रण भेजा गया जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है. |
देश के पहले 'कारीगर विश्वविद्यालय' की योजना तैयार कर ली गई है, जिसमें कुम्हारी, बढ़ईगिरी और लुहारी की शिक्षा दी जाएगी. यह विश्वविद्यालय महात्मा गांधी की कर्मस्थली रह चके महाराष्ट्र के वर्धा में जल्द ही स्थापित किया जाएगा.
महाराष्ट्र सरकार और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार इस विश्वविद्यालय के गठन के लिए जल्द ही कदम उठाएगी. इससे प्रधानमंत्री के कौशल विकास मिशन को बढ़ावा मिलेगा.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, 'हालांकि यह आधुनिक शिक्षा के कौशल विकास की तरह नहीं होगा. यह सफेदपोश नौकरियों और कंप्यूटर से अलग एक ग्रामीण कुम्हार या पड़ोस के लुहार के कौशल को बढ़ानेवाला होगा. अब समय आ गया है कि इस तरह के काम करनेवालों को प्रोत्साहित किया जाए और उन्हें सम्मान दिया जाए.'
भाजपा नेताओं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस संबध में हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मुंबई में एक बैठक की थी.
एक सूत्र ने बताया, 'वास्तव में मुख्यमंत्री को एक विस्तृत परियोजना रपट सौंपी गई, जिसमें उन्होंने रुचि जाहिर की है. अब यह मामला राज्य सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से केंद्र सरकार के समक्ष रखा जाएगा.' इस प्रस्तावित विश्वविद्यालय में महत्वपूर्ण लेकिन लो प्रोफाइल वाले व्यवसायों को बढ़ावा दिया जाएगा, जिसके वर्धा के सेवाग्राम में बनाने की संभावना है.
यह परियोजना वर्धा और महात्मा गांधी से जुड़ी हुई है.
सेवाग्राम और वर्धा गांधी
जी के जीवन में काफी महत्वपूर्ण रहे हैं. महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर गांधी ने कई फैसले सेवाग्राम में ही लिए थे. अप्रैल 1936 में गांधी जी ने वर्धा के नजदीक एक गांव में अपना आवास बनाया था, जिसका नाम बदल कर सेवाग्राम कर दिया गया है. इसका मतलब है सेवा करनेवालों का गांव. इस साल सेवाग्राम की स्थापना का 80वां साल पूरा हो रहा है.
भाजपा नेता ने कहा, 'इस
विश्वविद्यालय
के बनाने का विचार इसलिए आया कि अकेले कृषि के बूते ग्रामीण इलाकों में रोजगार संभव नहीं है. दूसरे तरीकों से कमाई बढ़ाने के लिए लोगों में कौशल विकसित किया जाएगा. देश में व्हाईट कॉलर नौकरियों का बढ़ता क्रेज हमें कहीं नहीं ले जा रहा है.' कौशल विकास का केंद्रीय मंत्रालय योग्यता आधारित नौकरियों को कौशल आधारित बनाने की दिशा में काम कर रहा है. |
खरखड़ा रामलोथन भारत के राजस्थान के बारां जिले की अटरू तहसील में स्थित गाँव है जो ग्राम पंचायत भी है। इस गांव में कुल 209 परिवार रहते हैं।
लिंगानुपात
खरखड़ा रामलोथन में, 0-6 वर्ष की आयु के बच्चों का अनुपात कुल जनसंख्या का 11.09% हैं, जिनकी संख्या 118 है। गांव का औसत लिंगानुपात 945 है, जो राजस्थान के औसत लिंगानुपात (928) से अधिक है। हालांकि, खरखड़ा रामलोथन का बाल लिंगानुपात 735 है, जो राजस्थान के औसत बाल लिंगानुपात (888) से कम है
साक्षरता
खरखड़ा रामलोथन की साक्षरता दर राजस्थान के औसत साक्षरता दर की तुलना में अधिक है। 2011 की जनगणना के अनुसार, इस गाँव की साक्षरता दर 70.30% थी, जिसमें पुरुष साक्षरता 85.80% और महिला साक्षरता 54.39% थी।
जनसंख्या
जनसंख्या जनगणना 2011 के अनुसार, गांव की आबादी 1,064 है, जिसमें 547 पुरुष और 517 महिलाएं शामिल हैं।
संदर्भ |
जन आंदोलनों की अगुवाई करने वाले अण्णा हजारे ने मौजूदा चुनाव प्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि संविधान में चिन्ह के आधार पर चुनाव करवाने की व्यवस्था नहीं होने के बावजूद इस व्यवस्था से चुनाव हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से हमारी मांग है कि वो बैलेट पेपर से चुनाव चिन्ह हटाए।
अण्णा हजारे ने शनिवार को सीकर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि देश को संविधान के आधार पर चलाना है और संविधान में चिन्ह पर चुनाव करवाने की व्यवस्था नहीं है, फिर क्यों चिन्ह आधारित चुनाव करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में केवल उम्मीदवार का नाम और उसकी फोटो होनी चाहिए। हमारी लड़ाई सरकार से नहीं चुनाव आयोग से है।टिप्पणियां
हजारे ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए चरित्रवान उम्मीदवारों के पक्ष में मत देने की अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में ग्रेजुएट किया और बीजेपी पीएचडी करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी भ्रष्टाचार के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही हैं। भ्रष्टाचार को खत्म करने की चाबी मतदाताओं के हाथ में है।
अण्णा ने आरक्षण को देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि आजादी के समय इसकी जरूरत थी, लेकिन आज देश के लिए आरक्षण खतरा बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि नेताओं ने आरक्षण को वोट का हथियार बना लिया है। उन्होंने गोमांस मामले में नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 68 साल तक इनको गोमांस नजर क्यों नहीं आया, आज हर कोई एक-दूसरे पर आरोप लगा रहा है।
अण्णा हजारे ने शनिवार को सीकर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि देश को संविधान के आधार पर चलाना है और संविधान में चिन्ह पर चुनाव करवाने की व्यवस्था नहीं है, फिर क्यों चिन्ह आधारित चुनाव करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में केवल उम्मीदवार का नाम और उसकी फोटो होनी चाहिए। हमारी लड़ाई सरकार से नहीं चुनाव आयोग से है।टिप्पणियां
हजारे ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए चरित्रवान उम्मीदवारों के पक्ष में मत देने की अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में ग्रेजुएट किया और बीजेपी पीएचडी करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी भ्रष्टाचार के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही हैं। भ्रष्टाचार को खत्म करने की चाबी मतदाताओं के हाथ में है।
अण्णा ने आरक्षण को देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि आजादी के समय इसकी जरूरत थी, लेकिन आज देश के लिए आरक्षण खतरा बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि नेताओं ने आरक्षण को वोट का हथियार बना लिया है। उन्होंने गोमांस मामले में नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 68 साल तक इनको गोमांस नजर क्यों नहीं आया, आज हर कोई एक-दूसरे पर आरोप लगा रहा है।
हजारे ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए चरित्रवान उम्मीदवारों के पक्ष में मत देने की अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में ग्रेजुएट किया और बीजेपी पीएचडी करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी भ्रष्टाचार के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही हैं। भ्रष्टाचार को खत्म करने की चाबी मतदाताओं के हाथ में है।
अण्णा ने आरक्षण को देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि आजादी के समय इसकी जरूरत थी, लेकिन आज देश के लिए आरक्षण खतरा बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि नेताओं ने आरक्षण को वोट का हथियार बना लिया है। उन्होंने गोमांस मामले में नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 68 साल तक इनको गोमांस नजर क्यों नहीं आया, आज हर कोई एक-दूसरे पर आरोप लगा रहा है।
अण्णा ने आरक्षण को देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि आजादी के समय इसकी जरूरत थी, लेकिन आज देश के लिए आरक्षण खतरा बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि नेताओं ने आरक्षण को वोट का हथियार बना लिया है। उन्होंने गोमांस मामले में नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 68 साल तक इनको गोमांस नजर क्यों नहीं आया, आज हर कोई एक-दूसरे पर आरोप लगा रहा है। |
जम्मू-कश्मीर में आतंक की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अब आतंक की कमर तोड़ने का फैसला कर लिया है. इसके चलते गृह मंत्रालय ने एक नया टेरर मॉनिटरिंग ग्रुप बनाने का फैसला किया है.
आतंकी हमलों पर लगाम लगाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रलाय ने टेरर मॉनिटरिंग ग्रुप बनाया है. जम्मू-कश्मीर के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) CID इस ग्रुप की अध्यक्षता करेंगे. इसके अलावा IB, NIA, CBI, CBIC, CBDT और ED सदस्य भी इसके प्रतिनिधि होंगे.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक टेरर मॉनिटरिंग ग्रुप अब बहुत सक्रिय हो गया है और सभी एजेंसियों द्वारा की गई ठोस कार्रवाई अब घाटी में आतंक के फाइनेंसरों को बड़ा झटका देगी.
Sources: TMG is becoming very active now and the concerted action by all the agencies will now give a big blow to the financiers of Terror in the valley.
https://t.co/necaSpDfXo
— ANI (@ANI)
June 15, 2019
केंद्र में दोबारा सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी SCO समिट में शामिल हो गए थे. यहां भी प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा जमकर उठाया. यहां पीएम मोदी ने साफ कहा कि सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए साथ में आना होगा और इसका सफाया करना होगा. SCO समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए आतंकी हमले का भी जिक्र किया.
गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 46 जवान शहीद हो गए थे. वहीं अभी हाल में ही अनंतनाग में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे. ऐसे में आतंक पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार से कठोर कार्रवाई करने की मांग की जा रही थी. इस प्रकार की सभी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए गृह मंत्रालय ने ये कदम उठाया है. |
ब्रिटेन सरकार ने भारतीय छात्रों को करारा झटका दिया है. वहां की सरकार ने देश के विश्वविद्यालयों में वीजा आवेदन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए बनाई नई सूची से भारतीय विद्यार्थियों को बाहर कर दिया है. हालांकि इस सूची में चीन को शामिल किया गया है. ब्रिटेन सरकार के इस कदम की खासी आलोचना हो रही है.
इससे ब्रिटेन में समान पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करने वाले भारतीय विद्यार्थियों को कड़ी जांच और दस्तावेजी प्रक्रिया से गुजरना होगा. शुक्रवार को ब्रिटेन की आव्रजन नीति में बदलावों को संसद में पेश किया गया. ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने करीब 25 देशों के विद्यार्थियों के लिए टियर-4 वीजा कैटेगरी में ढील की घोषणा की.
इस सूची में अमेरिका, कनाडा और न्यूजीलैंड जैसे देश पहले से ही शामिल थे. अब चीन, बहरीन और सर्बिया जैसे देशों को इसमें शामिल किया गया है. इन देशों के विद्यार्थियों को
ब्रिटेन
के विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए शिक्षा, वित्त और अंग्रेजी भाषा जैसे मानकों पर आसान जांच से गुजरना होगा.
यह बदलाव छह जुलाई से प्रभावी होंगे और इनका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए ब्रिटेन में अध्ययन को आसान बनाना है. हालांकि नई विस्तारित सूची में
भारत
को शामिल नहीं किया गया है. इसका मतलब यह है कि समान पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करने वाले भारतीय विद्यार्थियों को कड़ी जांच और दस्तावेजी प्रक्रिया से गुजरना होगा.
यूके काउंसिल फोर इंटरनेशनल स्टूडेंट अफेयर्स (UKCISA) के अध्यक्ष लॉर्ड करण बिलमोरिया ने ब्रिटेन सरकार के इस कदम को भारत का अपमान बताया है. उन्होंने कहा कि यह अप्रवासियों को लेकर ब्रिटेन के आर्थिक निरक्षरता और प्रतिकूल रवैये का एक और उदाहरण है. |
बॉलीवुड एक्टर इमरान खान
'कट्टी बट्टी'
फिल्म में कंगना रनोट के साथ काम कर रहे हैं. वह कहते हैं कि खुद को निखारने के लिए प्रतिभाशाली लोगों के साथ काम करना जरूरी है.
इमरान ने एक इवेंट के दौरान कहा, 'मेरा मानना है कि आप और आपका काम तब ज्यादा सुधरता है, जब आप प्रतिभाशाली और मेहनती लोगों के साथ काम करते हैं.' 'कट्टी बट्टी' इमरान और
कंगना
की साथ में पहली फिल्म होगी. इमरान ने कहा, 'आपको टैलेंटिड और अपने काम में माहिर लोगों के साथ काम करना होगा, क्योंकि यह चीज आप में और ज्यादा मेहनत करने और अपना बेस्ट देने का आत्मविश्वास जगाती है.
इमरान
ने नेशनल अवॉर्ड विनर
कंगना
की खुले दिल से तारीफ करते हैं. उन्होंने कहा, 'वह कमाल की अदाकारा हैं. अपने किरदार और अभिनय पर बहुत मेहनत करती हैं, जिसका मैं अनादर नहीं कर सकता. उनके साथ काम करने के दौरान उनके प्रति मेरा नजरिया बहुत बदला है.'
निखिल आडवाणी निर्देशित 'कट्टी बट्टी' एक प्रेम कहानी है. यह फिल्म सितंबर में रिलीज होने जा रही है.
इनपुट:
IANS |
दिल्ली के त्रिलोकपुरी में हुई सांप्रदायिक हिंसा कथित रूप पांच शराबियों की शरारत की वजह से हुई. बताया जाता है कि दिवाली की रात उन्होंने नशे में पूजा स्थल के करीब गंदगी फैला दी थी. जिसके बाद दो समुदाय के कुछ
लोग एक-दूसरे को मारने को आमादा हो गए
. पुलिस ने इन पांचों की पहचान कर ली है और अब जी-जान से उनकी तलाश में जुट गई है.
त्रिलोकपुरी में पिछले तीन दिन से कर्फ्यू जैसी स्थिति बनी हुई है. लोगों को घरों से नहीं निकलने दिया जा रहा है. लोगों को जरूरत की चीजे नहीं मिल रहीं है.
खबर है कि स्थिति का फायदा उठाकर कुछ दुकानदार दूध भी 100 रुपये प्रति किलो बेच रहे हैं.
त्रिलोकपुरी की आबादी में ज्यादातर मजदूर और गरीब वर्ग की आबादी रहती है. ऐसे में रोजाना काम पर जाने और कमाने वाले लोगों के लिए स्थिति और मुश्किल हो गई है. पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर सुरक्षा बलों की नियुक्ति की गई है.
पुलिस उन पांच लोगों की तलाश तो कर ही रही है इसके अलावा दस टीमें घर घर जाकर यह तलाश कर रही है कि कहीं घरों में हथियार तो नहीं रखे गए हैं. हालांकि हिंसा प्रभावित इलाके में दो दिनों से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. इस पूरे मामले में पांच लोगों की पहचान की गई है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'वे स्थानीय बदमाश हैं और वे किसी भी धर्म का प्रतिनिधित्व नहीं करते. उन्होंने ही शराब पी थी और मांसाहारी जूठन धार्मिक ढांचे के पास फेंक दिया था जिससे हिंसा भड़की थी. उन्हें शीघ्र ही पकड़ लिया जाएगा.' जांचकर्ता आरोपियों को पकड़ने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं. हिंसा के सिलसिले में दर्ज पांच प्राथमिकियों के आधार पर अब तक 63 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. हिंसा में 56 पुलिसकर्मियों समेत 70 लोग घायल हुए हैं जिनमें सात को गोलियां लगी हैं. विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) दीपक मिश्रा ने कहा, पिछले 24 घंटे में किसी ताजा हिंसा की खबर नहीं है.
(इनपुट: भाषा) |
हर बार की तरह पूरे देश में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया, लेकिन इस बार यह कुछ ख़ास रहा। ख़ास इसलिए कि पहली बार कोई अमेरिकी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद था। ऐसे में स्वाभाविक है लोगों, नेताओं और मीडिया सभी में एक अलग तरह की उत्सुकता और दिलचस्पी देखने को मिल रही थी।
यूं तो भारत की संस्कृति 'अतिथि देवो भव:' की रही है, लेकिन सोचने वाली बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी पत्नी मिशेल संग राजपथ पर परंपरा के विपरीत सुरक्षा कारणों से भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ उनकी कार में न आकर अपनी गाड़ी 'द बीस्ट' में पहुंचे। क्या इसका मतलब यह लगाया जाए कि ओबामा को भारतीय सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा नहीं?
जिस घनिष्ठ दोस्ती (ओबामा-मोदी) का ज़िक्र पीएम मोदी ने हैदराबाद हाउस में ज्वाइंट स्टेटमेंट के दौरान किया और दावे के साथ कहा कि दो देशों के रिश्ते बहुत हद तक दो मुल्कों के लीडरों की आपसी केमेस्ट्री पर भी निर्भर करते हैं। पीएम मोदी ने जिस तरह कई दफ़ा 'बराक' कहकर अमेरिकी राष्ट्रपति का ज़िक्र किया और ये कहा कि उनकी ओबामा से फ़ोन पर गप होती रहती है उससे एक बार को लगा कि शायद यह मित्रता सच में बहुत घनिष्ठ है, लेकिन ये क्या, भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में हमारे राष्ट्रपति की गाड़ी में ओबामा साहब को मात्र 15 मिनट बैठने के लिए पीएम मना न सके।
ये कैसी दोस्ती जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अति उत्साहित होकर प्रोटोकॉल तोड़ते हुए खुद अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए पालम एयरपोर्ट पर बाहें फैलाए खड़ा करती है, लेकिन यहां भी ओबामा मुस्कुराहट बिखेर अपनी बीस्ट गाड़ी में पत्नी मिशेल संग चले जाते हैं और पूरा तंत्र ओबामा के आगे के कार्यक्रम अनुसार मुस्तैदी से तैयारियों में जुटा रहता है।
भारत ने अपना 66वां गणतंत्र दिवस मनाया, लेकिन इतने अति विशिष्ट अतिथि के स्वागत की तैयारियों में जुटे कहीं न कहीं हमारा ध्यान इस पर्व की असली महत्ता और उसे सही मायनों में याद करने से जी चुराता नज़र आया.. चलिए इन बातों को दरकिनार कर कि ओबामा-मोदी ने कितना बेतकल्लुफ हो चाय पर चर्चा की या मिशेल ने क्या पहना और राष्ट्रीय भोज में क्या पकवान परोसे गए....
थोड़ा इस बात पर भी गौर करना चाहिए कि हमारे संविधान निर्माताओं ने कितनी कड़ी मेहनत कर उसे बनाया और उसे लागू करवाया, जिसे पूरा देश एक राष्ट्रीय पर्व के तौर पर आज मना रहा है।
सवाल यह भी है कि जिस रूप में हम गणतंत्र दिवस समारोह मना रहे हैं, क्या वह एक प्रतीक मात्र बनकर तो नहीं रह गया है। जिस संविधान को बनाने में हमारे संविधान निर्माताओं ने दिन-रात एक कर दिया उसकी मूल भावनाओं को क्या हम समझ पा रहे हैं। सवाल यह भी है दुनिया के सबसे ताक़तवर मुल्क के प्रधान को अपना मुख्य अतिथि बनाकर गौरवान्वित महसूस कर लेना ही काफ़ी होगा? |
Nokia 2.3 के रियर में डुअल कैमरा है
इस स्मार्टफोन की बैटरी 4,000mAh की है
Nokia 2.3 को गुरुवार को Cairo में लॉन्च कर दिया गया. HMD ग्लोबल की ओर से ये लेटेस्ट बजट स्मार्टफोन है. कंपनी ने Nokia 2.3 को एक कैमरा और इंटरटेनमेंट फोकस्ड फोन बताया है. इसके रियर में डुअल रियर कैमरा दिया गया है और यहां डेडीकेटेड गूगल असिस्टेंट बटन भी मौजूद है.
HMD ग्लोबल ने Nokia 2.3 की कीमत EUR 109 (लगभग 8,600 रुपये) रखी है. नोकिया इंडिया की वेबसाइट में इस स्मार्टफोन को 5,999 रुपये में लिस्ट किया गया है. इसकी बिक्री मिड दिसंबर से शुरू होगी. फिलहाल भारत में इसकी उपलब्धता के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं मिली है. ग्राहकों को ये स्मार्टफोन चारकोल, सियान ग्रीन और सैंड कलर ऑप्शन में उपलब्ध होगा.
Nokia 2.3 के स्पेसिफिकेशन्स
डुअल-सिम (नैनो) सपोर्ट वाला ये स्मार्टफोन एंड्रॉयड 9 पाई पर चलता है. कंपनी ने ये भी जानकारी दी है कि इसमें एंड्रॉयड 10 का भी सपोर्ट मिलेगा. इस बजट स्मार्टफोन में 6.2-इंच HD+ (720x1520 पिक्सल) इन-सेल डिस्प्ले दिया गया है. इसमें 2GB रैम के साथ क्वॉड-कोर MediaTek Helio A22 प्रोसेसर मौजूद है.
फोटोग्राफी के लिए Nokia 2.3 के रियर में डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है. इस सेटअप में 13MP प्राइमरी कैमरा और 2MP डेप्थ सेंसर मौजूद है. रियर सेटअप में LED फ्लैश मॉड्यूल भी दिया गया है. फ्रंट में यहां सेल्फी के लिए 5MP कैमरा दिया गया है, जिसका अपर्चर f/2.4 है.
Nokia 3.2 की इंटरनल मेमोरी 32GB की है, जिसे कार्ड की मदद से 400GB तक बढ़ाया जा सकता है. कनेक्टिविटी के लिए यहां 4G LTE, Wi-Fi 802.11 b/g/n, ब्लूटूथ v5.0, GPS/ A-GPS, माइक्रो-USB (v2.0) और 3.5mm हेडफोन जैक का सपोर्ट दिया गया है. इसकी बैटरी 4,000mAh की है और यहां 5W का चार्जर मिलेगा. |
वीरेन्द्र विक्रम सिंह,भारत के उत्तर प्रदेश की प्रथम विधानसभा सभा में विधायक रहे। 1952 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तरप्रदेश प्रजा पार्टी के उम्मीदवार के रूप मैं उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के 268 - नानपारा ( पूर्व) विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश प्रजा पार्टी की ओर से चुनाव में भाग लिया।
सन्दर्भ
उत्तर प्रदेश की प्रथम विधान सभा के सदस्य
268 - नानपारा ( पूर्व) के विधायक
बहराइच के विधायक
उत्तर प्रदेश प्रजा पार्टी के विधायक |
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार रात को राज्य सड़क परिवहन निगम की एक बस के गहरी खाई में गिर जाने से 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 अन्य घायल हो गए। मृतक संभवत: अमरनाथ यात्री थे।
पुलिस अधीक्षक (रामवन) अनिल मगोत्रा ने बताया कि बस कश्मीर घाटी से जम्मू जा रही थी। रात करीब 11 बजकर 20 मिनट पर यह दिग्दोल नाले के पास सड़क किनारे गहरी खाई में गिर गई। उन्होंने बताया कि इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 अन्य घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर है।
राहत कार्य का नेतृत्व करने वाले मगोत्रा ने बताया कि यह अभियान रविवार सुबह पूरा हुआ और इस दौरान 14 शव बरामद किए गए। एक यात्री की जम्मू के जीएमसी अस्पताल में मौत हो गई। घायलों को रामवन के जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को जीएमसी अस्पताल भेज दिया गया है।
मगोत्रा ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि पीड़ित अमरनाथ यात्री थे। लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी देने के पहले रजिस्ट्रेशन दस्तावेजों की जांच किए जाने की जरूरत है। टिप्पणियां
एक अधिकारी ने बताया, संभवत: वे अमरनाथ यात्री थे। अगर पीड़ित अमरनाथ यात्री थे, तो हमें मुआवजा सुनिश्चित करने की प्रक्रिया का पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को यात्रियों की पहचान करने को कहा है।
इस बीच, एक अन्य दुर्घटना में उस समय छह वैष्णोदेवी यात्री घायल हो गए, जब शनिवार देर रात रिसाई जिले में एक कार और टाटा सूमो के बीच टक्कर हो गई। घायलों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक (रामवन) अनिल मगोत्रा ने बताया कि बस कश्मीर घाटी से जम्मू जा रही थी। रात करीब 11 बजकर 20 मिनट पर यह दिग्दोल नाले के पास सड़क किनारे गहरी खाई में गिर गई। उन्होंने बताया कि इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 अन्य घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर है।
राहत कार्य का नेतृत्व करने वाले मगोत्रा ने बताया कि यह अभियान रविवार सुबह पूरा हुआ और इस दौरान 14 शव बरामद किए गए। एक यात्री की जम्मू के जीएमसी अस्पताल में मौत हो गई। घायलों को रामवन के जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को जीएमसी अस्पताल भेज दिया गया है।
मगोत्रा ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि पीड़ित अमरनाथ यात्री थे। लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी देने के पहले रजिस्ट्रेशन दस्तावेजों की जांच किए जाने की जरूरत है। टिप्पणियां
एक अधिकारी ने बताया, संभवत: वे अमरनाथ यात्री थे। अगर पीड़ित अमरनाथ यात्री थे, तो हमें मुआवजा सुनिश्चित करने की प्रक्रिया का पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को यात्रियों की पहचान करने को कहा है।
इस बीच, एक अन्य दुर्घटना में उस समय छह वैष्णोदेवी यात्री घायल हो गए, जब शनिवार देर रात रिसाई जिले में एक कार और टाटा सूमो के बीच टक्कर हो गई। घायलों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है।
राहत कार्य का नेतृत्व करने वाले मगोत्रा ने बताया कि यह अभियान रविवार सुबह पूरा हुआ और इस दौरान 14 शव बरामद किए गए। एक यात्री की जम्मू के जीएमसी अस्पताल में मौत हो गई। घायलों को रामवन के जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को जीएमसी अस्पताल भेज दिया गया है।
मगोत्रा ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि पीड़ित अमरनाथ यात्री थे। लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी देने के पहले रजिस्ट्रेशन दस्तावेजों की जांच किए जाने की जरूरत है। टिप्पणियां
एक अधिकारी ने बताया, संभवत: वे अमरनाथ यात्री थे। अगर पीड़ित अमरनाथ यात्री थे, तो हमें मुआवजा सुनिश्चित करने की प्रक्रिया का पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को यात्रियों की पहचान करने को कहा है।
इस बीच, एक अन्य दुर्घटना में उस समय छह वैष्णोदेवी यात्री घायल हो गए, जब शनिवार देर रात रिसाई जिले में एक कार और टाटा सूमो के बीच टक्कर हो गई। घायलों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है।
मगोत्रा ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि पीड़ित अमरनाथ यात्री थे। लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी देने के पहले रजिस्ट्रेशन दस्तावेजों की जांच किए जाने की जरूरत है। टिप्पणियां
एक अधिकारी ने बताया, संभवत: वे अमरनाथ यात्री थे। अगर पीड़ित अमरनाथ यात्री थे, तो हमें मुआवजा सुनिश्चित करने की प्रक्रिया का पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को यात्रियों की पहचान करने को कहा है।
इस बीच, एक अन्य दुर्घटना में उस समय छह वैष्णोदेवी यात्री घायल हो गए, जब शनिवार देर रात रिसाई जिले में एक कार और टाटा सूमो के बीच टक्कर हो गई। घायलों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया, संभवत: वे अमरनाथ यात्री थे। अगर पीड़ित अमरनाथ यात्री थे, तो हमें मुआवजा सुनिश्चित करने की प्रक्रिया का पालन करना होगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को यात्रियों की पहचान करने को कहा है।
इस बीच, एक अन्य दुर्घटना में उस समय छह वैष्णोदेवी यात्री घायल हो गए, जब शनिवार देर रात रिसाई जिले में एक कार और टाटा सूमो के बीच टक्कर हो गई। घायलों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है।
इस बीच, एक अन्य दुर्घटना में उस समय छह वैष्णोदेवी यात्री घायल हो गए, जब शनिवार देर रात रिसाई जिले में एक कार और टाटा सूमो के बीच टक्कर हो गई। घायलों को अस्पताल में दाखिल करा दिया गया है। |
एग्जिट पोल में एक बार फिर बीजेपी-एनडीए की भारी जीत और मोदी सरकार बनाने का अनुमान लगाया गया है. इस पोल के बाद इस बात की पूरी संभावना थी कि शेयर बाजार में भारी उछाल आएगा. सोमवार को कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स में 750 अंकों से ज्यादा और निफ्टी में 200 अंकों से ज्यादा का उछाल देखा गया. पढ़ें सोमवार सुबह की 5 बड़ी खबरें.
1.
एग्जिट पोल के नतीजों को सेंसेक्स का भी सलाम, 750 से ज्यादा अंकों की उछाल
लगभग सभी एग्जिट पोल में एक बार फिर बीजेपी-एनडीए की भारी जीत का अनुमान लगाया गया है. इस पोल के बाद सोमवार को शेयर बाजार में भारी उछाल देखा गया. सेंसेक्स में 750 से ज्यादा अंक की बढ़त देखी गई.
2.
मेगा एग्जिट पोल में भी मोदी की सुनामी, जानें कहां मारी बाजी, कहां हाथ खाली
इंडिया टुडे-एक्सिस-माई-इंडिया पोल के मुताबिक UPA को इस चुनाव में 77 से 108 सीट मिलने का अनुमान है. क्षेत्रीय और अन्य दलों को 69 से 95 सीट मिल सकती हैं.
3.
EXIT POLL: UPA के लिए 5 साल और बढ़ा सत्ता का वनवास, बस एक अच्छी खबर
लोकसभा चुनाव के रविवार शाम आए ज्यादातर एग्जिट पोल के मुताबिक नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री के रूप में वापसी करने जा रहे हैं. यहां तक कि बीजेपी नीत एनडीए को बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों से कहीं अधिक 339-365 सीट मिलने का अनुमान व्यक्त किया है. वहीं कांग्रेस नीत यूपीए सत्ता विरोधी लहर पर सवार होने में विफल रही और उसे 77-108 सीटें मिलती दिख रही हैं.
4.
गैंग्स ऑफ दिल्लीः द्वारका में सरेआम भिड़ गए बदमाश, गैंगवॉर में 2 बदमाश ढेर
दिल्ली में रविवार शाम द्वारका का एक इलाका गोलियों की आवाज़ से गूंज उठा. एक सड़क पर ताबड़तोड़ गोलियां चल रही थी. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था. दरअसल, दो गैंग एक दूसरे से दुश्मनी निकाल रहे थे. एक दूसरे पर ताबड़तोड़ गोलियां चला रहे थे. इसी दौरान एक गुट के बदमाश की गोली ने दूसरे गैंग के बदमाश को मार डाला.
5.
Exit Poll से अलग है सट्टा बाजार का दावा, BJP को नहीं दे रहा बहुमत
मुंबई सट्टा बाजार का सुझाव है कि इस बार भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा. पार्टी अपने दम पर जादुई आकंड़ा नहीं छू पाएगी. उसे जादुई आकंड़े को पाने के लिए अपने गठबंधन के साथियों की आश्वयकता होगी. |
जोए रूट (नाबाद 178) की मैराथन पारी की बदौलत इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर जारी एशेज-2013 के दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार का खेल खत्म होने तक अपनी दूसरी पारी में पांच विकेट पर 333 रन बनाकर 566 रनों की विशाल बढ़त हासिल कर ली है। इस लक्ष्य को पार पाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को इतिहास कायम करने वाली बल्लेबाजी करनी होगी।
दूसरे दिन की समाप्ति तक 18 रनों पर नाबाद लौटने वाले रूट ने तीसरे दिन अपनी पारी में 160 रन और जोड़े। अपने करियर का दूसरा और अब तक की सबसे बड़ी पारी खेलने वाली रूट की 334 गेंदों की नाबाद पारी में 18 चौके और दो छक्के शामिल हैं। जॉनी बेयरस्टो 11 रनों पर नाबाद लौटे।
इंग्लैंड ने 282 रनों के कुल योग पर इयान बेल (74) के रूप में पांचवां विकेट गंवाया। बेल ने 103 गेंदों पर 11 चौके लगाए। बेल और रूट के बीच पांचवें विकेट के लिए 153 रनों की साझेदारी हुई।
रूट ने तीसरे दिन का खेल नाइट वॉचमैन टिम ब्रेस्नन के साथ शुरू की। ब्रेस्नन दूसरे दिन की समाप्ति तक खाता खोले बगैर नाबाद लौटे थे। ब्रेस्नन ने 38 रनों की बेहतरीन पारी खेली और खुद को प्रोमोट करने के कप्तान के फैसले को सही साबित किया। ब्रेस्नन का विकटे 129 रनों के कुल योग पर गिरा। उनकी 137 गेंदों की पारी में चार चौके शामिल हैं। इसके बाद इंग्लैंड ने अंतिम सत्र में ही बेल के रूप में एक और विकेट गंवाया।टिप्पणियां
इंग्लैंड ने दूसरे दिन की समाप्ति तक तीन विकेट पर 31 रन बनाए थे। उस दिन इंग्लैंड ने 30 रनों के कुल योग पर कप्तान एलिस्टर कुक (8), जोनाथन ट्राट (0) और केविन पीटरसन (5) के विकेट गंवा दिेए थे। इसके बाद रूट और ब्रेस्नन ने चौथे विकेट के लिए 99 रन जोड़े।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर समेट दिया था।
दूसरे दिन की समाप्ति तक 18 रनों पर नाबाद लौटने वाले रूट ने तीसरे दिन अपनी पारी में 160 रन और जोड़े। अपने करियर का दूसरा और अब तक की सबसे बड़ी पारी खेलने वाली रूट की 334 गेंदों की नाबाद पारी में 18 चौके और दो छक्के शामिल हैं। जॉनी बेयरस्टो 11 रनों पर नाबाद लौटे।
इंग्लैंड ने 282 रनों के कुल योग पर इयान बेल (74) के रूप में पांचवां विकेट गंवाया। बेल ने 103 गेंदों पर 11 चौके लगाए। बेल और रूट के बीच पांचवें विकेट के लिए 153 रनों की साझेदारी हुई।
रूट ने तीसरे दिन का खेल नाइट वॉचमैन टिम ब्रेस्नन के साथ शुरू की। ब्रेस्नन दूसरे दिन की समाप्ति तक खाता खोले बगैर नाबाद लौटे थे। ब्रेस्नन ने 38 रनों की बेहतरीन पारी खेली और खुद को प्रोमोट करने के कप्तान के फैसले को सही साबित किया। ब्रेस्नन का विकटे 129 रनों के कुल योग पर गिरा। उनकी 137 गेंदों की पारी में चार चौके शामिल हैं। इसके बाद इंग्लैंड ने अंतिम सत्र में ही बेल के रूप में एक और विकेट गंवाया।टिप्पणियां
इंग्लैंड ने दूसरे दिन की समाप्ति तक तीन विकेट पर 31 रन बनाए थे। उस दिन इंग्लैंड ने 30 रनों के कुल योग पर कप्तान एलिस्टर कुक (8), जोनाथन ट्राट (0) और केविन पीटरसन (5) के विकेट गंवा दिेए थे। इसके बाद रूट और ब्रेस्नन ने चौथे विकेट के लिए 99 रन जोड़े।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर समेट दिया था।
इंग्लैंड ने 282 रनों के कुल योग पर इयान बेल (74) के रूप में पांचवां विकेट गंवाया। बेल ने 103 गेंदों पर 11 चौके लगाए। बेल और रूट के बीच पांचवें विकेट के लिए 153 रनों की साझेदारी हुई।
रूट ने तीसरे दिन का खेल नाइट वॉचमैन टिम ब्रेस्नन के साथ शुरू की। ब्रेस्नन दूसरे दिन की समाप्ति तक खाता खोले बगैर नाबाद लौटे थे। ब्रेस्नन ने 38 रनों की बेहतरीन पारी खेली और खुद को प्रोमोट करने के कप्तान के फैसले को सही साबित किया। ब्रेस्नन का विकटे 129 रनों के कुल योग पर गिरा। उनकी 137 गेंदों की पारी में चार चौके शामिल हैं। इसके बाद इंग्लैंड ने अंतिम सत्र में ही बेल के रूप में एक और विकेट गंवाया।टिप्पणियां
इंग्लैंड ने दूसरे दिन की समाप्ति तक तीन विकेट पर 31 रन बनाए थे। उस दिन इंग्लैंड ने 30 रनों के कुल योग पर कप्तान एलिस्टर कुक (8), जोनाथन ट्राट (0) और केविन पीटरसन (5) के विकेट गंवा दिेए थे। इसके बाद रूट और ब्रेस्नन ने चौथे विकेट के लिए 99 रन जोड़े।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर समेट दिया था।
रूट ने तीसरे दिन का खेल नाइट वॉचमैन टिम ब्रेस्नन के साथ शुरू की। ब्रेस्नन दूसरे दिन की समाप्ति तक खाता खोले बगैर नाबाद लौटे थे। ब्रेस्नन ने 38 रनों की बेहतरीन पारी खेली और खुद को प्रोमोट करने के कप्तान के फैसले को सही साबित किया। ब्रेस्नन का विकटे 129 रनों के कुल योग पर गिरा। उनकी 137 गेंदों की पारी में चार चौके शामिल हैं। इसके बाद इंग्लैंड ने अंतिम सत्र में ही बेल के रूप में एक और विकेट गंवाया।टिप्पणियां
इंग्लैंड ने दूसरे दिन की समाप्ति तक तीन विकेट पर 31 रन बनाए थे। उस दिन इंग्लैंड ने 30 रनों के कुल योग पर कप्तान एलिस्टर कुक (8), जोनाथन ट्राट (0) और केविन पीटरसन (5) के विकेट गंवा दिेए थे। इसके बाद रूट और ब्रेस्नन ने चौथे विकेट के लिए 99 रन जोड़े।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर समेट दिया था।
इंग्लैंड ने दूसरे दिन की समाप्ति तक तीन विकेट पर 31 रन बनाए थे। उस दिन इंग्लैंड ने 30 रनों के कुल योग पर कप्तान एलिस्टर कुक (8), जोनाथन ट्राट (0) और केविन पीटरसन (5) के विकेट गंवा दिेए थे। इसके बाद रूट और ब्रेस्नन ने चौथे विकेट के लिए 99 रन जोड़े।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर समेट दिया था।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर समेट दिया था। |
संप्रग सरकार के छह महीने के कामकाज पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संतोष जताया है, लेकिन उन्होंने कहा है कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी पार्टी के लिये सबसे बड़ी चिंता की बात बनी हुई है. पार्टी के मुखपत्र ‘कांग्रेस संदेश’ में सोनिया ने कहा है कि ग्रामीण विकास, शिक्षा, मूलभूत ढांचा, कानूनी सुधार और पर्यावरण एवं वन के मुद्दे पर हाल में उठाये गये कदम खासतौर पर असाधारण हैं.
संयोग से ये सभी मंत्रालय कांग्रेस के पास हैं। हालांकि, सोनिया ने राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के प्रभार वाले खाद्य एवं कृषि मंत्रालय सहित सहयोगी पार्टियों के मंत्रालय के कामकाज के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की. गौरतलब है कि हाल में कांग्रेस ने कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर पवार की अप्रत्यक्ष रूप से आलोचना की थी.
सोनिया ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हमारे लिये सबसे अधिक चिंता का विषय है. कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत तौर पर बातचीत की है और उन्होंने हर संभव कदम उठाने का आश्वासन दिया है.
कांग्रेस की नियमित ब्रीफिंग के दौरान जब पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद से पूछा गया कि क्या कृषि विभाग की जिम्मेदारी कांग्रेस के किसी नेता को सौंपी जाना चाहिए, तो उन्होंने कहा कि यह सब प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है. |
11:03 PM वैशाली से लूट कर भागते हुए बदमाश का पुलिस ने किया पीछा, एक को पकड़ा
10:50 PM जाधव को नुकसान पहुंचाना 65, 71 और कारगिल से भी बुरा होगा: जावेद अख्तर
10:30 PM बैक-टू-बैक चुनावों के चलते MCD चुनाव में बाएं हाथ की रिंग फिंगर में लगेगी स्याही
10:20 PM पंजाब सरकार ने खारिज की जोरा सिंह कमीशन की रिपोर्ट
09:53 PM उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता कल 11 बजे दिल्ली में समीक्षा बैठक करेंगे
09:29 PM अनुपम खेर ने ट्वीट कर कहा- हमारे सैनिकों से पंगा ना लें
09:01 PM 15 अप्रैल को दिल्ली-धर्मशाला फ्लाइट की फ्रिक्वेंसी बढ़ाएगी Allaince Air
हिमाचल प्रदेश दिवस के मौके पर सुविधा दे रही है एयरलाइंस
08:33 PM बीजेपी विधायक संगीत सोम को एसआईटी ने दी क्लीन चिट
08:15 PM मोदी, अरविंद, राहुल, योगी सिर्फ 5, 10 या 25 साल के लिए हैं लेकिन देश 5000 साल के लिए: कुमार विश्वास
कुमार विश्वास ने श्रीनगर में जवानों पर हमले की घटना पर वीडियो जारी किया
08:07 PM जनता ने ये सत्ता हमें इसलिए सौपी है कि गुंडागर्दी खत्म हो: योगी आदित्यनाथ
07:52 PM नोटबंदी डॉ. भीमराव अंबेडकर की आर्थिक सोच से प्रेरित है: सीएम योगी
07:39 PM IPL-10: गुजरात ने टॉस जीता, पुणे की पहले बल्लेबाजी
07:33 PM IPL-10: मुंबई ने बैंगलोर को चार विकेट से हराया
07:31 PM आयकर विभाग की शिकायत पर तमिलनाडु के मंत्रियों के. राजू, यू राधाकृष्णन, आर कामराज पर केस
07:21 PM मुजफ्फरनगर: शराब की दुकान में आगजनी और तोड़फोड़ मामले में 69 पर गिरी गाज
कसौली गांव की घटना, पुलिस ने महिलाओं समेत 69 के खिलाफ मामला दर्ज किया
07:13 PM राम मंदिर जनता, संसद और प्रधानमंत्री की मदद से बनेगा: प्रवीण तोगड़िया
07:09 PM जम्मू-कश्मीर: महबूबा मुफ्ती ने वायरल वीडियोज पर पुलिस से मांगी रिपोर्ट
07:01 PM नीतीश कुमार की अपील- दहेज वाली शादियों का बहिष्कार करें लोग
06:51 PM जोहर कप हॉकी टूर्नामेंट: पाकिस्तान के चलते भारत इस बार भी में हिस्सा नहीं लेगा
भारत ने पिछले साल भी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया था
06:42 PM भारत को वीटो पावर के साथ सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता मिले: मोहन भागवत
06:36 PM श्रीनगर उपचुनाव में कम मतदान पर बोले राजनाथ- इस मामले में सरकार कोई न कोई कदम उठाएगी
06:22 PM यूपी में आज से उजाला योजना लागू हुई, 3 बजे तक 3.5 लाख बल्ब बिके: पीयूष गोयल
06:08 PM बडगाम: सीआरपीएफ जवानों को पीटने के आरोप में पांच लोग गिरफ्तार
06:03 PM ईवीएम मुद्दे पर दिल्ली चुनाव आयोग पहुंचे केजरीवाल, AAP के कुछ नेता पहले से वहां मौजूद
05:54 PM बिजली पर केंद्र और यूपी सरकार में समझौता, आज से शहरों में 24 घंटे बिजली का लक्ष्य
केंद्र और यूपी के बीच 'पावर फॉर ऑल' समझौता. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल मौजूद
05:46 PM सिंगापुर ओपन सुपर सीरीज क्वार्टर-फाइनल में कैरोलिना मैरीन से हार गईं पीवी सिंधू
05:38 PM कर्नाटक के हुबली में क्रिकेट पर सट्टा लगाने वाले गिरोह का भांडाफोड़, एक गिरफ्तार
05:29 PM नोटबंदी को लेकर सारी आशंकाओं पर विराम लगा, जीडीपी ग्रोथ रेट 7.9% हुई: राजनाथ सिंह
05:18 PM जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अर्द्धसैनिक बलों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
एक वीडियो में सुरक्षाबलों को पत्थर फेंकने वाले एक युवक के सिर में गोली मारते दिखाया गया है. 9 अप्रैल का यह वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल.
05:12 PM उधमसिंह नगर: घोटाले से जुड़ी फाइलें गायब करने का आरोपी क्लर्क गिरफ्तार
05:04 PM योगी आदित्यनाथ को आज से NSG की सुरक्षा दी गई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की सुरक्षा में रहेंगे 36 कमांडो
04:49 PM योगी सरकार ने अंबेडकर जयंती के मौके पर समरसता भोज का आयोजन किया
सीएम ने अपने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वो अपने क्षेत्र में जाकर समरसता भोज रखें और दलित समुदाय के लोगों के साथ मिलजुलकर भोजन ग्रहण करें.
04:31 PM सुशील मोदी ने तेज प्रताप यादव पर लगाए नए आरोप, मंत्री पद से हटाए जाने की मांग
बीजेपी नेता ने कहा कि तेज प्रताप ने औरंगाबाद में खरीदी करीब 15 करोड़ की जमीन लेकिन चुनावी हलफनामे या सीएम को नहीं दी जानकारी
04:15 PM भारत ने पाकिस्तान से कुलभूषण जाधव की सजा और चार्जशीट की प्रमाणित कॉपी मांगी
03:56 PM कुलभूषण जाधव मामले में पूरी पारदर्शिता बरती गई: सरताज अजीज
03:52 PM भारतीय उच्चायुक्त ने कुलभूषण जाधव से मिलने की इजाजत मांगी
03:50 PM भारत ने कहा कि वह कुलभूषण की सजा के खिलाफ अपील करेगा
03:48 PM भारतीय उच्चायुक्त ने पाकिस्तान के विदेश सचिव के सामने दो मुद्दे उठाए
03:35 PM कुलभूषण जाधव के पास दो पासपोर्ट मिले: सरताज अजीज
03:13 PM 16 अप्रैल से पहली बार संयुक्त सैन्य अभ्यास करेंगे चीन और नेपाल
03:09 PM इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश सचिव और भारतीय उच्चायुक्त की बैठक जारी
03:03 PM भोपाल में जाली नोट बनाने वाले गिरोह का भांडाफोड़, चार गिरफ्तार
02:56 PM अगर कुलभूषण के पास वैध भारतीय वीजा है तो वो जासूस कैसे है: वीके सिंह
02:45 PM सर्विस चार्ज खत्म करने के लिए रेस्टोरेंट्स को एडवायजरी जारी की गई है: पासवान
02:30 PM ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रतिनिधिमंडल ने विधि आयोग के चेयरमैन से की मुलाकात
02:20 PM पीएम मोदी ने भीम ऐप सिखाने पर इनाम की योजना का एलान किया
तीन लोगों को भीम ऐप सिखाने वालों को मिलेगा पैसा. 14 अप्रैल से 14 अक्टूबर तक चलेगी योजना
02:18 PM भीप ऐप पर शोध करने वाले बाहर से आएंगे: पीएम मोदी
02:16 PM भीप ऐप अर्थव्यवस्था में महारथी साबित होगा: पीएम मोदी
02:13 PM डिजिधन से कालेधन की सफाई हो रही है: पीएम मोदी
02:11 PM भुवनेश्वर में रोड शो कर रहे हैं अमित शाह, 15-16 अप्रैल को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी
02:06 PM कम कैश जीवन में भी महत्व रखता है: पीएम मोदी
02:01 PM देश के लिए मरने का नहीं, जीने का मौका मिला: पीएम मोदी
01:58 PM 2022 तक देश का कोई गरीब बेघर न रहे: पीएम मोदी
01:54 PM बाबा साहब ने जहर पीकर अमृत वर्षा की: पीएम मोदी
01:50 PM संतुलित जीवन हर किसी के लिए ताकत बन जाता है: पीएम मोदी
01:45 PM नागपुर से पीएम मोदी LIVE: दीक्षाभूमि में जाने का अवसर मिला
01:35 PM अमेरिकी बमबारी में किसी नागरिक की मौत नहीं: अफगानिस्तानी सेना
01:26 PM दिल्ली: कश्मीरी गेट से कांग्रेस पार्षद हर्ष शर्मा ने पार्टी छोड़ी, बीजेपी ज्वाइन करेंगे
01:19 PM पीएम मोदी ने लकी ग्राहक योजना के मेगा ड्रा विजेताओं को इनाम दिया
PM Shri
@narendramodi
presents awards to mega draw winners of
#DigiDhanVyaparYojna
. Watch LIVE at
https://t.co/jtwD1yPhm4
#PMInNagpur
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— BJP (@BJP4India)
April 14, 2017
01:14 PM दिल्ली: शास्त्री भवन में आग पर काबू, मौके पर दमकल की 3 गाड़ियां
04:11 PM महागठबंधन पर बोलीं मायावती- बीजेपी विरोधी दल अगर मेरे साथ आना चाहते हैं हमें भी कोई परहेज नहीं
01:04 PM गुजरात में गर्मी ने तोड़ा 10 साल का रिकार्ड, अप्रैल में अहमदाबाद में पारा 44 डिग्री
12:59 PM कांग्रेस की महिला नेता ने अजय माकन और शोभा ओझा के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश महिला मोर्चा में पदाधिकारी हैं रचना सचदेव. एमसीडी चुनाव टिकट बंटवारे में गड़बड़ी की शिकायत तुग़लक रोड पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई
12:52 PM कुलभूषण जाधव के मसले पर आज पाकिस्तान के विदेश सचिव से मिलेंगे भारतीय उच्चायुक्त
12:45 PM दिल्ली-एनसीआर में हफ्ते भर गर्म हवाएं चलने के आसार, 42 तक पहुंचेगा पारा: मौसम विभाग
12:37 PM उत्तर कोरिया को लेकर कभी भी संघर्ष छिड़ सकता है: चीन
12:29 PM जशोदा बेन ने तेलंगाना में की नाग देवता की पूजा
जशोदा बेन ने तेलंगाना के विकाराबाद में प्रसिद्ध नागदेवता मंदिर में पूजा अर्चना की और मंदिर परिसर में स्थापित डॉ. बी. आर. अंबेडकर प्रतिमा का भी उन्होंने अनावरण किया.
12:21 PM J&K: सेना की गाड़ी से एक शख्स के कथित तौर पर बांधे जाने के वीडियो की जांच कर रही है आर्मी
This young man was TIED to the front of an army jeep to make sure no stones were thrown at the jeep? This is just so shocking!!!!
#Kashmir
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— Omar Abdullah (@abdullah_omar)
April 14, 2017
12:16 PM बीजेपी ने यूपी में 250 सीटों पर ईवीएम में छेड़छाड़ की जहां वो कमजोर थी: मायावती
12:07 PM आज शाम होगी बीजेपी महासचिवों की बैठक, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह करेंगे बैठक की अगुवाई
12:02 PM लाहौर HC बार एसोसिएशन ने कुलभूषण जाधव के वकील की सदस्यता सस्पेंड करने का फैसला किया
11:55 AM नागपुर: पीएम मोदी ने कोराड़ी थर्मल पावर स्टेशन में नई यूनिट का उद्घाटन किया
11:53 AM महापुरुषों के नाम पर सरकारी छुट्टियां बंद होनी चाहिए: योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने लखनऊ में कहा- महान विभूतियों की जयंती के मौके पर स्कूलों में छुट्टी नहीं होनी चाहिए. इसके बदले बच्चों को इन विभूतियों के बारे में बताना चाहिए. सीएम ने भीमराव अंबेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन भी अर्पित भी किए.
11:48 AM दिल्ली चुनाव पर बोले केजरीवाल, जरनैल के पंजाब जाने से लोग नाराज थे
राजौरी गार्डन उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की हार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तोड़ी चुप्पी.
11:42 AM मुस्लिम पर्सनल बोर्ड, तलाक पीड़ित महिलाओं को न्याय नहीं दे पा रहा, SC जल्द ले फैसला: मायावती
11:39 AM मायावती ने कहा-गले में ग्लैंड्स के ऑपरेशन की वजह से पढ़कर और धीरे बोलती हूं
11:38 AM हिंदू महासभा की नेता डॉ. पूजा ने कहा-ट्रिपल तलाक से पीड़ित सभी महिलाएं हिंदू बन जाएं
11:35 AM मायावती के भाई आनंद कुमार होंगे बीएसपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
11:33 AM दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर में तैनात पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान जींस-टीशर्ट न पहनने का आदेश
11:31 AM अम्बेडकर जयंती के मौके पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया दिल्ली में एससी/एसटी कमिशन बनाने का ऐलान
11:28 AM AAP नेता संजय सिंह पार्टी के कई विधायकों के साथ आज दिल्ली चुनाव आयुक्त से मिलेंगे
11:14 AM अफगानिस्तान में अमेरिकी बमबारी से आइएस के 36 आतंकी मारे गए: एएफपी
11:12 AM पीएम मोदी ने नागपुर की दीक्षा भूमि में डॉ. अम्बेडकर को दी श्रद्धांजलि
11:05 AM डॉ. अम्बेडकर की 126वीं जयंती के अवसर पर नागपुर की दीक्षाभूमि पहुंचे पीएम मोदी
11:03 AM नागपुर में पीएम मोदी: 2200 पुलिसकर्मी तैनात, 3 बजे तक नो फ्लाई जोन बना शहर
11:00 AM मायावती ने कहा- मैं यूपी को कभी पाकिस्तान नहीं बनने दूंगी
10:56 AM सीआरपीएफ ने कश्मीर में अपने जवान पर हमले के वीडियो मामले में दर्ज कराया FIR
10:36 AM अमेरिकी बमबारी से मारे गए लोगों में केरल के 2-3 आइएसआइएस रिक्रूट हो सकते हैं: सूत्र
10:33 AM नोएडा आयकर विभाग ने दिल्ली के एक ब्लैक मनी एंट्री ऑपरेटर के यहां मारे छापे
10:29 AM दिल्ली के जंतर-मंतर पर तमिलनाडु के पुरुष किसानों ने आज साड़ी पहनकर किया प्रदर्शन
10:26 AM गैर बराबरी की वजह से पुराने वक्त में लोगों ने किया था धर्म परिवर्तन: मायावती
10:24 AM पाकिस्तान यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर सकता है भारत
10:22 AM नोटबंदी के बाद काला धन तलाशने के अभियान का दूसरा चरण, 60 हजार लोगों को भेजे जाएंगे नोटिस
10:19 AM खुफिया एजेंसियों को शक, अमेरिकी बमबारी से प्रभावित 22 लोग केरल के थे: सूत्र
10:16 AM लखनऊ में जनसभा को संबोधित कर रही हैं बीएसपी सुप्रीमाे मायावती
RFA - LUCKNOW -MAYAWATI ADDRESSING PUBLIC MEETING
09:24 AM अंबेडकर जयंती के मौके पर वडोदरा में दलित युवाओं और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई
08:45 AM गो हत्या पर रोक लगे, लेकिन दूसरे पशुओं के कटने पर नहीं : केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले
08:27 AM नासा ने किया स्वीकार- सौरमंडल में हो सकती है एलियन लाइफ
08:15 AM पीएम मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर जयंती पर उनको दी श्रद्धांजलि
Tributes to venerable Dr. Babasaheb Ambedkar on Ambedkar Jayanti. Jai Bhim. अम्बेडकर जयंती के पावन अवसर पर पूज्य बाबासाहेब को नमन।
#जयभीम
!
pic.twitter.com/XVC0TNtufV
— Narendra Modi (@narendramodi)
April 14, 2017
08:04 AM अफगानिस्तान पर बोले सुब्रमण्यम स्वामी- अब आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका-इजरायल-भारत बनाएं गठजोड़
07:45 AM पीएम मोदी आज नागपुर में कोरादी थर्मल पावर स्टेशन का करेंगे उद्घाटन
07:34 AM अखिलेश यादव: उम्मीदवारों से बात कर पता चला, झूठे वादे और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण से जीती बीजेपी
05:08 AM वेनुजुएला में राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान झड़प, आंसू गैस के गोले दागे
03:54AM अफगानिस्तान पर बम गिराने के बाद ट्रंप बोले-उत्तर कोरिया एक समस्या, इसको दूर करेंगे
03:51 AM अमेरिका ने ईरान के हाई प्रोफाइल सैन्य प्रमुख के भाई को प्रतिबंधित सूची में शामिल किया
03:45 AM मैक्सिको में पेट्रोल टैंकर और बस की टक्कर में 20 लोगों की मौत, 9 घायल
02:55 AM US ने जहां बम गिराया वहां 22 भारतीयों के होने की खबर
02:13 AM अफगानिस्तान में बम गिराए जाने के बाद भरभराया स्टॉक मार्केट
01:59 AM गाजियाबादः लड़की ने एक शख्स पर लगाया रेप का आरोप, आरोपी गिरफ्तार
01:45 AM मुंबईः लापता 20 वर्षीय युवक की जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियां
01:19 AM अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने US के गैर परमाणु बम गिराने की कड़ी आलोचना की
01:02 AM वायुसेना ने पहली बार एयर वारियर्स के लिए खास क्यूक रिएक्शन ट्रेनिंग स्कूल शुरू किया.
12:35 PM हमें अपनी सेना पर गर्व है, हमने उन्हें पूरी छूट दे रखी है: डोनाल्ड ट्रंप
12:20 AM केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ममता बनर्जी से तीन तलाक पर रुख साफ करने को कहा |
किरण बेदी को सीएम कैंडिडेट बनाया जाए या नहीं? देश की पहली महिला आईपीएस को पार्टी में शामिल करने के बाद
बीजेपी
इसी बात पर मंथन कर रही है. हालांकि, पहले तो बीजेपी
सीएम कैंडिडेट
के नाम घोषणा के सवालों को अटकलें बताकर टाल रही थी, लेकिन रविवार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बयान ने खबर को पुख्ता कर दिया है. उन्होंने कहा, 'अभी तक पार्टी ने इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया है. बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड में अंतिम निर्णय लिया जाएगा.'
अब इसमें कोई शक नहीं है कि किरण बेदी को सीएम कैंडिडेट बनाने पर बीजेपी मंथन कर रही है. सवाल बना हुआ तो यह कि क्या बीजेपी उन्हें सीएम कैंडिडेट बनाएगी या नहीं? सूत्रों की मानें तो इस बारे में रविवार को ही फैसला ले लिया जाएगा.
किरण बेदी को सीएम कैंडिडेट बनाने के सवाल पर राजनाथ ने कहा, 'कभी-कभी पार्टी सीएम कैंडिडेट के नाम की घोषणा करती है और कभी-कभी नहीं.' पार्लियामेंट्री बोर्ड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अरुण जेटली समेत कई 12 शीर्ष नेता शामिल हैं, जिन्हें यह फैसला करना है.
(किरण बेदी के आने से BJP को होंगे ये 5 नुकसान)
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब तीन हफ्ते से भी कम वक्त रह गया है. पहले रामलीला मैदान में नरेंद्र मोदी की मोदी की रैली फीकी रही और फिर शनिवार को पुष्प विहार में अमित शाह की रैली में भी उत्साह कम दिखा था. इसी बात को लेकर बीजेपी टेंशन में हैं. ऐसे में दिल्ली का दंगल जीतने के लिए नए सिरे विचार हो सकता है. किरण बेदी के अंदाज देखकर तो ऐसा ही लगता है कि पार्टी उन्हें सीएम कैंडिडेट बनाने का मन बना चुकी है.
वैसे किरण बेदी को सीएम कैंडिडेट बनाना इतना आसान भी नहीं है. सूत्रों का कहना है कि उन्होंने जिस प्रकार से पार्टी में आते बयानबाजी की है, उससे संघ नाराज है. |
गुलशन नन्दा (मृत्यु 16 नवम्बर 1985) हिन्दी के प्रसिद्ध उपन्यासकार तथा लेखक थे। जिनका जन्म सन 1929 ई. को गुजरांवाला (अब पाकिस्तान) में हुआ था। विभाजन से पूर्व ही उनका परिवार दिल्ली (भारत) में आ गया था। गुलशन नन्दा का आरम्भिक जीवन बड़े कष्टों में व्यतीत हुआ। वह दिल्ली के बल्लीमारान बाज़ार में एक चश्मे की दुकान पर मामूली वेतन पर काम करते थे। गुलशन नंदा की अद्भुत कल्पनाशीलता से प्रभावित पड़ोस के एक बुजुर्ग ने उन्हें उपन्यास लेखन की सलाह दी। जिसे गुलशन नंदा ने गम्भीरता से लिया और वे पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी से लेखन की तरफ अग्रसर हुए। उन्हें एन.डी. सहगल नामक प्रकाशक ने पहली बार छपने का मौक़ा दिया। उस वक़्त उन्हें एक उपन्यास के 100 से 200 रुपए मिला करते थे। फिर रफ़्ता-रफ़्ता उनकी कामयाबी बढ़ने लगी और मिलने वाली रकम भी। आगे चलकर एक वक़्त ऐसा आया कि वो जो भी रकम मांगते, उन्हें मिल जाती। बाद में उनकी कहानियों को आधार बनाकर 1960 तथा 1970 के दशकों में कई हिन्दी फ़िल्में बनाई गईं और ज़्यादातर यह फ़िल्में बॉक्स ऑफ़िस में सफल भी रहीं। उन्होंने अपने द्वारा लिखी गई कुछ कहानियों की फ़िल्मों में पटकथा भी लिखी।
गुलशन नंदा के उपन्यासों की विशेषता (Featuring Novels by Gulshan Nanda)
गुलशन नंदा के अधिकांश उपन्यासों में प्रेम, मिलन-विरह, धोखा-कपट, मज़बूरियाँ और इनसे उत्पन्न हुए मानवीय भावों-मूल्यों की अभिव्यक्ति ही प्रमुख थी। आंतरिक पारिवारिक रिश्ते, वर्गभेद का मायाजाल, न्याय-अन्याय का अन्तहीन द्वंद्व इनके उपन्यास के कथानक में सर्वत्र दृष्टिगोचर होता था। हिन्दी-उर्दू के शब्दों की चाश्नी में शायराना ढंग से रचे गए लंबे-लंबे संवाद इन उपन्यासों के प्राणबिन्दु हैं। संवादों में जो भावनात्मक अभियक्ति है, वो समस्त पाठकों की संवेदनशील आत्माओं को रुलाने व झकझोरने का माद्दा रखती थी। इन्हीं खूबियों के चलते गुलशन नन्दा जी ने लोकप्रियता के शिखर को छुआ। उन्होंने लेखन से वो रास्ता बनाया, जो फ़िल्मी दुनिया में उनके होने का मज़बूत आधार बना। उनकी कहानियों और उपन्यासों के अनेक भारतीय भाषाओं में अनुवाद भी हुए और दक्षिण भारतीय भाषाओं में भी फ़िल्में बनी—जैसे तमिल में "इंगेरिन्धो वंधल" (1970); "एयर होस्टेस" (1980) तथा मलयालम में "अमरुधा वाहिनी" (1976) आदि।
गुलशन नन्दा के प्रसिद्ध उपन्यासों में ‘नीलकंठ’, ‘लरज़ते आंसू’, ‘कलंकिनी’, ‘जलती चट्टान’, ‘घाट का पत्थर’, ‘गेलॉर्ड’ आदि उनकी प्रमुख कृतियां रहीं। हिंदी प्रकाशन के इतिहास में ‘झील के उस पार’ (उपन्यास) अद्भुत घटना थी। इस किताब का ‘न भूतो न भविष्यति’ प्रचार हुआ। भारतभर के अखबारों, पत्रिकाओं के साथ-साथ टी.वी., रेडियो, बिल बोर्ड्स का इस्तेमाल हुआ, इस उपन्यास के प्रमोशन में। चौक-चौराहों पर, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों पर बड़े-बड़े पोस्टर चिपकाए गए। इस बात पर ख़ास ज़ोर दिया गया कि पहली बार हिंदी किताब 'झील के उस पार' (Jheel ke us Paar) का प्रथम संस्करण (1st Edition) ही पांच लाख (Five Million) का है। ‘झील के उस पार’ (1973) उपन्यास के साथ ही, इसी नाम से एक फ़िल्म भी आई थी। फिल्मों में उनकी कलम ने और धमाल मचाया। कितनी ही हिट फिल्मों के क्रेडिट में बतौर कहानीकार उनका नाम दर्ज है। ‘काजल’(1965), सावन की घटा’ (1966), ‘पत्थर के सनम’ (1967), ‘नील कमल’ (1968), ‘खिलौना’ (1970), ‘कटी पतंग’ (1970), ‘शर्मीली’ (1970), ‘नया ज़माना’ (1971), ‘दाग़’ (1973), ‘झील के उस पार’ (1973), ‘जुगनू’ (1973), ‘जोशीला’ (1973), ‘अजनबी’ (1974), ‘भंवर’ (1976), ‘महबूबा’ (1976) वगैहरा-वगैहरा। इनमें से ज़्यादातर फ़िल्में बंपर हिट रहीं। नज़राना (1987) उनकी आख़िरी फ़िल्म थी, जो उनकी मौत के बाद रिलीज़ हुई और हिट रही। कुल मिलाके ये कह सकते हैं कि, गुलशन नंदा हिन्दी के वो कामयाब लेखक थे—जिनके दर पर प्रकाशकों की कतारें लगी रहती थी और जिनके आगे फ़िल्म इंडस्ट्री के दिग्गज हाथ जोड़े खड़े रहते थे।
चुनिन्दा उपन्यासों की सूची (List of Selected Novels)
काली घटा
तीन इक्के
गुनाह के फूल
शर्मीली
माधवी
डरपोक
एक नदी दो पाट
नीलकमल
पत्थर के होंठ
सूखे पेड़ सब्ज पत्ते
काँच की चुड़ियाँ
मैं अकेली
नीलकंठ
लरज़ते आंसू
कलंकिनी
जलती चट्टान
घाट का पत्थर
गेलॉर्ड
झील के उस पार
सोने की लंका
आवारा बादल
सगुन
अजनबी
चन्दन
वापसी
चुनिन्दा फ़िल्मोग्राफ़ी (Selected Filmography)
1963 पुनर्जन्म (कहानी)
1965 काजल (कहानी)
1966 सावन की घटा (पटकथा)/(कहानी)
1967 पत्थर के सनम (कहानी)
1968 नील कमल (कहानी)
1968 वासना (कहानी और पटकथा)
1970 खिलौना (पटकथा) / (कहानी)
1970 इंगेरिन्धो वंधल [लेखक: गुलशन नंदा (कहानी), ए. एल. नारायणन (पटकथा, संवाद) /तमिल फिल्म थी]
1970 कटी पतंग (कहानी और पटकथा)
1971 शर्मीली (कहानी)
1971 नया ज़माना (कहानी)
1973 दाग़: प्रेम की एक कविता (कहानी)
1973 झील के उस पार (उपन्यास)/(परिदृश्य) / (कहानी)
1973 जुगनू (कहानी)
1973 जोशीला (कहानी)
1974 अजनबी (पटकथा)/(कहानी)
1976 भंवर (कहानी)
1976 महबूबा (पटकथा)/(कहानी)
1976 अमरुधा वाहिनी [लेखक: गुलशन नंदा (कहानी); पप्पनमकोडु लक्ष्मणन (पटकथा, संवाद) मलयालम फ़िल्म थी। ]
1977 डार्लिंग डार्लिंग (कहानी)
1978 आज़ाद (कहानी)
1979 दिल का हीरा (कहानी)
1980 दो प्रेमी (कहानी)
1980 एयर होस्टेस [लेखक: गुलशन नंदा (कहानी), एस.एल. पुरम सदानंदन (पटकथा, संवाद) /तमिल फिल्म थी]
1983 बड़े दिल वाला (कहानी)
1983 मैं आवारा हूं [गुलशन नंदा (कहानी), राही मासूम रज़ा (संवाद)]
1984 बिंदिया चमकेगी (कहानी)
1985 बादल (स्क्रीनप्ले)
1985 सलमा (कहानी)
1987 नज़राना (कहानी)
1993 कलंकनी (गुलशन नंदा द्वारा उपन्यास पर आधारित)
सन्दर्भ
भारतीय उपन्यासकार |
रेस-3 के गाने हीरिए के बाद अब इसका दूसरा गाना 'सेल्फिश' भी रिलीज कर दिया गया है. हाल ही में इसका टीजर वीडियो रिलीज किया गया था, जिसके बाद आज फिल्म का नया गाना रिलीज किया गया है.
ये एक रोमांटिक सॉन्ग है जो कुछ समय के लिए सेल्फिश हो कर इंसान को खुद के बारे में सोचने और खुद से प्यार करने को कहता है. गाने के बोल खुद सलमान खान ने ही लिखे हैं. गाने के वीडियो में सलमान के अलावा जैकलीन फर्नांडिस और बॉबी देओल भी हैं.
पाकिस्तान में रिलीज नहीं हो पाएगी सलमान की रेस-3, ये है वजह
फिल्म किक के बाद इस गाने में सलमान और जैकलीन की केमेस्ट्री एक बार फिर कारगर नजर आ रही है. रेमो डिसूजा के निर्देशन में बनी रेस-3 में सलमान, जैकलीन और बॉबी के अलावा डेजी शाह और अनिल कपूर भी अहम किरदार निभाते नजर आएंगे. फिल्म की कहानी एक परिवार के बारे में है जो एक दूसरे की ही जान के दुश्मन बन बैठते हैं.
मुंबई पुलिस पर भी चढ़ा सलमान की रेस-3 का फीवर
फिल्म के इस गाने को मशहूर सिंगर आतिफ असलम ने गाया है. गाने का म्यूजिक विशाल मिश्रा ने दिया है. फिल्म 15 मई को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी.
यहां देखें फिल्म का नया गाना सेलफिश |
देश और दुनिया के इतिहास में 11 सितंबर के इतिहास में कई घटनाएं हुईं. जिसमें ये प्रमुख हैं.
1895:
दर्शनशास्त्री विनोबा भावे का जन्म हुआ था.
1962:
आज ही के दिन मशहूर इंग्लिश रॉक बैंड 'दि बीटल्स' ने अपने पहले एकल हिट एलबम 'लव मी डू' के गाने रिकार्ड किए थे.
2003:
आज ही के दिन स्वीडन की विदेश मंत्री एना लिंध की एक अस्पताल में मौत हुई थी.
2001:
न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की दोनों इमारतें हवाई हमले के बाद धाराशायी हो गई थीं. इसमें हजा़रों लोगों की मौत हुई थी. |
1-बांग्लादेश: विमान हाइजैक की कोशिश नाकाम, इमरजैंसी लैंडिंग के बाद बंदूकधारी गिरफ्तार
बांग्लादेश में एक विमान अपहरण की कोशिश की गई. जिसके चलते विमान को आपातकालीन स्थिति में ढाका के पास चिटगांव एअरपोर्ट पर उतारा गया. हाईजैकिंग की इस कोशिश के दौरान एक शख्स बंदूक के साथ विमान के कॉकपिट में घुसने की कोशिश भी की.
2-घर खरीदारों को बड़ा तोहफा, GST काउंसिल की बैठक में लिए गए ये 2 बड़े फैसले
केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले घर खरीदारों को गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) के जरिये बड़ा तोहफा दिया है. पिछले काफी दिनों से घर खरीदारों को राहत देने की उम्मीद की जा रही थी, सरकार ने भी संकेत दिया था कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में इसपर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
3-J-K: कुलगाम में जवानों ने 3 आतंकियों को उतारा मौत के घाट, ऑपरेशन में DSP शहीद
जम्मू कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो रही है. जानकारी के मुताबिक सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया है. इनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है. जबकि आतंकियों की गोली से एसओजी के डीएसपी अमन ठाकुर शहीद हो गए हैं.
4-नेहरू सेना को आगे बढ़ने से नहीं रोकते तो PoK आज हमारा होता: अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर करारा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि कश्मीर की समस्या के लिए गांधी परिवार जिम्मेदार है. अमित शाह ने कहा, 'राहुल गांधी कश्मीर के हालात पर सवाल करते हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अगर कश्मीर को लेकर सवाल उठ रहे हैं तो उसके जिम्मेदार आपके परदादा जवाहरलाल नेहरू हैं.'
5-प्रयागराज के कण-कण में तप का असर: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज पहुंच गए हैं. यहां चल रहे कुंभ मेले के दौरान उन्होंने संगम में डुबकी लगाई. पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हैं. संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद पीएम मोदी ने पवित्र संगम पर मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना भी की. साथ ही उन्होंने त्रिवेणी संगम में दुग्धाभिषेक किया. |
बीजेपी के बाद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को कांग्रेस से भी चुनाव में उतरने की पेशकश हुई है. पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने कांग्रेस आलाकमान का संदेश गांगुली तक पहुंचाया. इससे पहले बताया जाता है कि नरेंद्र मोदी ने गांगुली को डबल ऑफर दिया था. वो सांसद बनें और एनडीए सरकार बनने पर उन्हें खेल मंत्री बनाया जाएगा. बताया जाता है कि गांगुली ने फिर किसी प्रस्ताव में रुचि नहीं दिखाई है.
प्रदीप भट्टाचार्य ने हालांकि गांगुली से मुलाकात को महज औपचारिक बताया है और उसे राजनीतिक रंग दिए जाने की बात खारिज की है.
भट्टाचार्य ने कहा, 'मीडिया में जिस तरह की चीजें उछाली गई हैं, उसके विपरीत मुलाकात का कोई खास अर्थ नहीं है. वे क्या करेंगे यह उनका अपना फैसला होगा. मैंने राजनीति को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं रखा. यह निजी मुलाकात थी.'
राजनीतिक गलियारे में हालांकि इस बात की चर्चा चल रही है कि कांग्रेस ने गांगुली को राज्यसभा का टिकट देने अथवा वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनने का प्रस्ताव दिया है.
इस बीच गांगुली (41) ने कहा कि उन्हें बीजेपी की ओर से प्रस्ताव मिला है, लेकिन उन्होंने इस बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं किया है.
गांगुली ने कहा, 'हां मुझे प्रस्ताव मिला है, लेकिन अभी तक मैंने कोई फैसला नहीं किया है. यह एक बड़ा फैसला है, कोई आसान-सा मामला नहीं है. मुझे कई पहलुओं पर विचार करना होगा.'
संयोग से एक दिन पहले भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने जोर देकर कहा था कि उन्होंने बीजेपी की पेशकश ठुकरा दी है.
मुंबई में उन्होंने कहा था, 'मैंने इनकार कर दिया है. मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा.'
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने शनिवार को कहा था कि पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी महासचिव वरुण गांधी ने नई दिल्ली में एक मुलाकात के दौरान गांगुली को अपनी पसंद के क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ने की पेशकश की थी.
इस बीच बीजेपी-कांग्रेस की होड़ पर ताना कसते हुए राज्य में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि इससे क्रिकेटर की लोकप्रियता काफूर हो गई है.
राज्य के पंचायती राज मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा, 'कांग्रेस देश में अब चूकी हुई ताकत हो गई है. बंगाल में अकेली पड़ गई है. मेरा मानना है कि रविवार को हुई मुलाकात से गांगुली की लोकप्रियता कम हुई है.'
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता अशोक भट्टाचार्य ने गांगुली को लुभाने की बीजेपी और कांग्रेस की कोशिश को प्रचार का हथकंडा कहा है. |
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने बुधवार को छठे दिन सुनवाई की. इस दौरान रामलला विराजमान की ओर से ही विवादित स्थल के दावे पर दलीलें पेश की गईं. वरिष्ठ वकील सी एस वैद्यनाथन ने कहा कि सबसे पहले वह कोर्ट के समक्ष ऐतिहासिक साक्ष्य और उसके बाद पुरातत्व विभाग के साक्ष्य पेश करेंगे, जिससे यह साबित हो सकेगा कि जन्मस्थान पर मंदिर था.
वैद्यनाथन ने शुरुआत में पुराणों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अयोध्या में यह सदियों पुराना रिवाज है कि सरयू नदी में स्नान करने के बाद ही रामजन्मभूमि के दर्शन का पुण्य लाभ मिलता है. जस्टिस अशोक भूषण ने पूछा कि यह पुराण कब लिखे गए थे?
वैद्यनाथन ने जवाब दिया कि पुराण वेद व्यास द्वारा महाभारत काल में लिखे गए थे. ये बेहद पुराने हैं. कोई यह तक नहीं जानता कि यह कितने पुराने हैं. इस पर जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने पूछा आप जो कह रहे हैं, पुराणों में रामजन्मभूमि के दर्शन के बारे में तो कहा गया है लेकिन देवता के बारे में नहीं?
वैद्यनाथन ने कहा कि वह इसलिए क्योंकि जन्मस्थान खुद में ही एक देवता है. 16वीं सदी के ब्रिटिश विद्वान और ऐतिहासिक लेखक विलियम फिंच के यात्रा वृतांत में जिक्र किया गया है कि कैसे राम की नगरी अयोध्या को बर्बाद किया गया था. फिंच ने 1608 और 1611 के बीच में अयोध्या की यात्रा की थी.
वैद्यनाथन ने फिर ब्रिटिश विद्वान जोसफ टैफेन्थलर की लिखी पुस्तक (यात्रा वृतांत) का जिक्र किया. जोसफ ने लिखा है कि सरयू नदी के दक्षिणी तट पर उस दौर के रईसों और रजवाड़ों की ओर से भगवान राम को समर्पित आलीशान अट्टालिकाएं बनाई गई थीं. मान्यता है कि भगवान राम ने अपने अनुज के साथ यहीं से सरयू में जाकर देहत्याग किया था.
जोसफ ने तंबी अयोध्या में राम के एक भव्य मन्दिर का भी जिक्र किया है, जिसे औरंगजेब ने तोड़ा था. किताब में तो यहां तक लिखा है कि कुछ लोग इसे गिराने वाले का नाम बाबर बताते हैं तो कुछ औरंगजेब. जोसफ की किताब में ये भी लिखा है कि राम के जन्मस्थल वाले भवन को बाबर या औरंगजेब के आदेश पर गिराए जाने के बाद भी श्रद्धालु वहां पूजा और परिक्रमा करते हैं.
इस पर जस्टिस भूषण ने पूछा कि उन किताबों में इसका भी जिक्र है कि वहां पांच इंच ऊंचा एक चौकोर चबूतरा था, जिसे पालना कहते हैं. लेकिन यह कैसे तय हुआ कि वो बाहरी अहाता है या भीतरी? वैद्यनाथन ने इसका जवाब देते हुए कहा कि वह राम चबूतरा अलग है. पालने के तौर पर जाना जाने वाला चबूतरा तो आंतरिक अहाते में है.
जस्टिस बोबड़े ने भी सवाल उठाया कि इसे बाबरी मस्जिद कब से कहा जाने लगा? वैद्यनाथन ने जवाब में कहा कि 19वीं सदी से. उससे पहले कहीं किसी ग्रंथ, आलेख या दस्तावेज में बाबरी मस्जिद के नाम का जिक्र नहीं है.
जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि क्या इस बात के सबूत हैं कि बाबर ने मंदिर तोड़ कर वहीं मस्जिद बनाने का हुक्म दिया था? वैद्यनाथन ने जवाब में कहा कि मंदिर को किसने तोड़ा या तोड़ने का हुक्म दिया इस पर तो अलग अलग मत हैं पर यह साफ है कि 1786 से पहले ही मन्दिर को गिराया गया था. मस्जिद बनाने को लेकर कई तरह के अभिलेख मिलते हैं.
वैद्यनाथन ने बाबरनामा का भी दिया हवाला
जब वैद्यनाथन ने बाबर की रोजनामचा जैसी डायरी यानी बाबरनामा का हवाला दिया कि उसमें बाबर के अयोध्या भ्रमण का ज़िक्र नही है, तो मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने वैद्यनाथन की इस बात पर आपत्ति जताई कि बाबरनामा में बाबर के अयोध्या भ्रमण को लेकर कुछ नहीं लिखा गया है.
राजीव धवन ने कहा कि बाबरनामा में इस बात का जिक्र आया कि बाबर सरयू नदी पार कर अयोध्या में रुका था. इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि बाबरनामा में इसका जिक्र नहीं है. बाबर के अयोध्या भ्रमण को लेकर दो पेज गायब है.
ब्रिटिश नागरिक मार्टिन की किताब में बाबर के मस्जिद बनाने का जिक्र
वैद्यनाथन ने 19वीं सदी में ब्रिटिश सर्वेक्षक मोंट्गोमेरी मार्टिन की किताब का जिक्र भी किया. वैद्यनाथन ने कहा कि बाबर ने मस्जिद बनाई थी, इसका जिक्र पहली बार एम मार्टिन की किताब में हुआ.
वैद्यनाथन ने कहा कि विदेशी यात्रा वृत्तांत और अन्य किताबों का जिक्र किया जिसमें Joseph Tiefenthaler, Montgomery Martin आदि हैं. इस सभी ने अपने यात्रा वृत्तांत में भगवान राम और उनके जन्मस्थान और वहां के भवनों का जिक्र किया है. साथ ही यह भी कहा कि कैसे मंदिर को नष्ट किया गया.
वैद्यनाथन ने कहा कि विदेशी यात्रा वृत्तांत/यात्रा से संबंधित किताब से भी यह बात साबित होती है कि वहां भव्य मंदिर था जिसे नष्ट किया गया था. लेकिन इस स्थान को हमेशा से ही जन्मस्थान माना गया है, लोगों में जन्मस्थान को लेकर अतिप्राचीन काल से आस्था, श्रद्धा और विश्वास है इसलिए इसमें कोई विवाद ही नही.
चीनी यात्री फाह्यान का भी जिक्र
वैद्यनाथन ने चाइनीज विद्वान फाह्यान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भी अयोध्या की यात्रा की थी और अपने यात्रा वृत्तांत में अयोध्या रामजन्मभूमि का जिक्र किया था. वैद्यनाथन ने ए कनिंघम की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि कनिंघम ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि ईसा मसीह के जन्म से पहले राजा विक्रमादित्य ने अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण कराया था.
राजा विक्रमादित्य ने कराया था 368 मंदिरों का निर्माण
राजा विक्रमादित्य ने लगभग 368 मंदिरों का निर्माण कराया था, जिसमें भगवान राम का जन्मस्थान भी है. 1869 में ब्रिटिश सर्वेयर पी कार्नेगी ने फैजाबाद का दौरा किया था. अपने सर्वे में कार्नेगी ने लिखा था कि जिस तरह मुस्लिमों के लिए मक्का है, उसी तरह हिंदुओं के लिए अयोध्या की यह "राम जन्मभूमि" है.
गुप्त काल यानी ईसा पूर्व छठी सदी से लेकर उत्तर मध्य युग तक रामलला के वकील ने रामजन्मभूमि की सर्वकालिक महत्ता को बताया. कभी साकेत के नाम से मशहूर नगर ही अब अयोध्या है.
यहीं सदियों से लोग राम के प्रति श्रद्धा निवेदित करते रहे हैं. यहां तक कि बौद्ध, जैन और इस्लामिक काल में भी श्रद्धा के स्रोत का ये स्थान राम जन्मस्थान के रूप में ही लगातार प्रसिद्ध रहा. इस लोकश्रद्धा की वजह से ही सनातन हिन्दू धर्म पुनर्जागरण हुआ.
पूरा स्थान देवता, नहीं हो सकता बंटवारा
वैद्यनाथन ने कहा कि इसीलिए इस विवादित स्थान पर हमारे दावे का आधार भी यही है कि यह पूरा स्थान ही देवता हैं. लिहाजा इसका दो तीन हिस्सों में बंटवारा नहीं हो सकता. वैद्यनाथन ने कहा कि रही बात मस्जिद की, तो शरिया कानून और इस्लाम की मान्यता के मुताबिक किसी गैर की जमीन पर न तो मस्जिद वैध है न ही नमाज. जब ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की वैज्ञानिक पड़ताल और खुदाई में मिले सबूतों से यह साबित हो गया कि मंदिर तोड़ कर मस्जिद बनाई गई है तो वह इस्लामिक नियम के मुताबिक ही मस्जिद नहीं मानी जा सकती.
जस्टिस ने पूछा, शिया और सुन्नी में क्या विवाद?
जस्टिस बोबड़े ने मुस्लिम पक्ष के वक़ील राजीव धवन से पूछा विवादित स्थल को लेकर शिया और सुन्नी के बीच क्या विवाद है? इस पर राजीव धवन ने कहा जो विवाद है, उसे सूट पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इस बाबत राजीव धवन ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले का उदाहरण दिया.
रामलला की तरफ से सीएस वैद्यनाथन ने सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के सामने एक नक्शा पेश किया. 1950 में शिव शंकर लाल ने यह नक्शा तैयार कराया था. तब वो सूट नंबर 1 में बतौर कमिश्नर तैनात थे.
नक्शे में विवादित ढांचे का विवरण
इस नक्शे में विवादित ढांचे का पूरा और विस्तृत विवरण है. उसमें कसौटी पत्थर के बने नक्काशीदार 14 खंभे हैं. इसमें शंकर, रुद्र का तांडव, विष्णु और वराह आदि देवताओं की आकृति उकेरी गई है. इन स्तंभों पर भव्य मंदिर की छत थी. इन 14 खंभों में से 12 तो विवादित ढांचे में मौजूद थे लेकिन बर्बर तोड़फोड़ में दो स्तम्भ नष्ट हो गए थे.
ऐसे देवी देवताओं की आकृतियों वाले खंभों का मस्जिद में क्या काम. इस्लाम मे तो मस्जिद में किसी जीव की आकृति बनाना गैर इस्लामिक है. ऐसे खंभे मस्जिद का हिस्सा हो ही नहीं सकते. सीता रसोई में माता सीता के चरण चिन्ह संगमरमर पर उत्कीर्ण हैं.
यहां 1855 साल में लोहे की जाली लगवाई गई लेकिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. रामलला की तरफ से बहस शुक्रवार को भी जारी रहेगी. |
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री व द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से खुद को अलग के मुद्दे को लेकर बुधवार को कहा कि कुछ मीडिया संगठनों ने डीएमके के फैसले को लेकर दिए गए बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का साथ छोड़ने का प्रमुख कारण सरकार द्वारा अमेरिकी प्रस्ताव को समर्थन ना मिलना था.
डीएमके के अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने कहा कि उनकी पार्टी ने जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचसीआरसी) में श्रीलंका के खिलाफ लाए जाने वाले अमेरिकी प्रस्ताव को कमजोर करने में भारत की भूमिका के कारण केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से खुद को अलग कर लिया. करुणानिधि ने कुछ मीडिया संगठनों की भी आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने संप्रग सरकार से बाहर होने के
करुणानिधि ने कहा, 'पार्टी ने साफ तौर पर कहा है कि भारत सरकार ने श्रीलंका के खिलाफ लाए जाने वाले अमेरिकी प्रस्ताव को कमजोर करने में मदद दी. इसके अतिरिक्त अमेरिकी प्रस्ताव में संशोधन का जो सुझाव डीएमके ने दिया, केंद्र सरकार ने उस पर विचार नहीं किया. ऐसे में पार्टी ने संप्रग सरकार से अलग होने का निर्णय लिया.'
उन्होंने कहा कि डीएमके 47 सदस्यीय यूएनएचआरसी में लाए जाने वाले अमेरिकी प्रस्ताव में दो बदलाव कराना चाहती थी. पार्टी चाहती थी कि श्रीलंका में तमिल विद्रोहियों के खिलाफ वर्ष 2009 में की गई अंतिम एवं निर्णायक कार्रवाई के दौरान वहां की सेना ने तमिलों पर जो जुल्म ढाए, उसे 'नरसंहार' तथा 'युद्ध अपराध' कहा जाए. |
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए घोषित किए गए उम्मीदवार केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी का मुकाबला करने को लेकर भले ही बड़े-बड़े राजनीतिक दलों से लेकर दिग्गजों तक की सांस फूल रही हो, मगर मध्य प्रदेश के ग्वालियर के आनंद सिंह कुशवाहा ने ताल ठोंक दी है.
पेशे से चाय बेचने वाले आनंद का कहना है कि वह लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं. ग्वालियर के तारागंज इलाके में चाय बेचने वाले आनंद की पहचान चुनावी मैदान में काका धरती पकड़ जैसी बनती जा रही है. वह पार्षद से लेकर राष्ट्रपति पद तक का चुनाव लड़ चुके हैं.
पिछली दफा भी उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरा था. इस बार भी वह अपनी किस्मत आजमाने मैदान में उतरे हैं. उन्हें हार की चिंता नहीं है. आनंद कहते हैं कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार है. उन्हें भी चुनाव लड़ने का हक है, लिहाजा ऐसा क्यों न करें! वह साबित करना चाहते हैं कि आम आदमी कुछ भी कर सकता है.
दूसरों को चाय पिलाकर अपने परिवार का जीवन यापन करने वाले आनंद की राजनीति में गहरी दिलचस्पी है और वह आने वाले ग्राहकों से चाय की चुस्की के बीच देश और राजनीति के मुद्दों पर चर्चा करते नजर आ जाते हैं. आनंद ग्वालियर से लोकसभा व विधानसभा का भी चुनाव लड़ चुके हैं.
आनंद के पास महज कुछ हजार रुपये की सम्पत्ति है, जिसकी घोषणा उन्होंने 2009 में लोकसभा चुनाव के दौरान की थी. घोषणा के मुताबिक उनके पास पांच हजार रुपये नकद, पत्नी के पास मंगलसूत्र, एक साइकिल और खुद का मकान है. इसके अलावा उन पर 12 हजार रुपये का बैंक कर्ज और 60 हजार रुपये का दीगर कर्जा है.
उनके आश्रितों के नाम से कोई सम्पत्ति नहीं है. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में अभी तक जिन चार लोगों ने नामांकन भरे हैं, उनमें आनंद भी शामिल हैं. उनका कहना है कि कुछ सांसदों से उनकी बात हुई है और उन सांसदों ने भरोसा दिलाया है कि समय आने पर वे उनका साथ देंगे. |
एक पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक का कहना है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे जटिल क्षेत्र है और इस अशांत प्रांत के कई हिस्से ऐसे हैं, जिन पर सरकार का नियंत्रण नहीं है.
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने 'द अटलांटा' पत्रिका को दिए एक साक्षात्कार में कहा, 'बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे जटिल क्षेत्र है और दुर्भाग्यवश लोग वहां समस्याओं को सरल करने की कोशिश करते हैं. यह पाकिस्तानी सेना की गलतियों या सत्ता में मौजूद लोगों के भ्रष्टाचार या राष्ट्रवादियों या तालिबान की मौजूदगी के बारे में ही नहीं है. यह इन सभी चीजों के बारे में है.' हक्कानी ने कहा कि बलूचिस्तान के कई हिस्सों पर पाकिस्तान की केंद्र सरकार का नियंत्रण नहीं है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि मूलनिवासी बहुल बलूच हिस्सों में उन राष्ट्रवादियों के लिए बहुत सहानुभूति है जो एक स्वतंत्र या स्वायत्त बलूचिस्तान देखना चाहते हैं . हक्कानी ने कहा, 'सेना उन्हें दबाने की कोशिश करती है और वह कई बार धार्मिक अतिवादियों की मदद से ऐसा करती है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने 'द अटलांटा' पत्रिका को दिए एक साक्षात्कार में कहा, 'बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे जटिल क्षेत्र है और दुर्भाग्यवश लोग वहां समस्याओं को सरल करने की कोशिश करते हैं. यह पाकिस्तानी सेना की गलतियों या सत्ता में मौजूद लोगों के भ्रष्टाचार या राष्ट्रवादियों या तालिबान की मौजूदगी के बारे में ही नहीं है. यह इन सभी चीजों के बारे में है.' हक्कानी ने कहा कि बलूचिस्तान के कई हिस्सों पर पाकिस्तान की केंद्र सरकार का नियंत्रण नहीं है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि मूलनिवासी बहुल बलूच हिस्सों में उन राष्ट्रवादियों के लिए बहुत सहानुभूति है जो एक स्वतंत्र या स्वायत्त बलूचिस्तान देखना चाहते हैं . हक्कानी ने कहा, 'सेना उन्हें दबाने की कोशिश करती है और वह कई बार धार्मिक अतिवादियों की मदद से ऐसा करती है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि मूलनिवासी बहुल बलूच हिस्सों में उन राष्ट्रवादियों के लिए बहुत सहानुभूति है जो एक स्वतंत्र या स्वायत्त बलूचिस्तान देखना चाहते हैं . हक्कानी ने कहा, 'सेना उन्हें दबाने की कोशिश करती है और वह कई बार धार्मिक अतिवादियों की मदद से ऐसा करती है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
बिहार के रोहतास जिले में एक किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस वारदात को बदमाशों ने उस वक्त अंजाम दिया, जब वह होली दहन करने के बाद वापस अपने घर लौट रहा था. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. अभी तक हत्यारों का कोई सुराग नहीं लग पाया है.
हत्या की यह घटना जिले के दरिहट थाना इलाके की है. जहां बदमाशों ने आयरकोटा नहर के किनारे बीती रात इस वारदात को अंजाम दिया. डेहरी अनुमंडल के पुलिस अधिकारी अनवर जावेद अंसारी ने बताया कि मृतक
किसान
का नाम राजेश्वर पांडेय है. वह रोहतास के मुफस्सिल थाना अंतर्गत मोर गांव का निवासी था.
अंसारी ने बताया कि अपने गांव में होलिका दहन कर पांडेय बीती रात्रि मोटरसाइकिल से निकले थे. पांडेय जब देर रात तक अपने घर नहीं लौटे तो परिजनों की चिंता बढ गई. उन्होंने पूरी रात उन्हें तलाश किया. और सोमवार की सुबह पांडेय की लाश आयरकोठा नहर के किनारे पड़ी मिली.
पुलिस अधिकारी अंसारी ने बताया कि पांडेय की गर्दन के पास गोली का निशान है. उनकी
हत्या
के पीछे भूमि विवाद होने की आशंका है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सासाराम भेज दिया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. |
IPL-8 के एक बेहद रोमांचक मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सनराइजर्स हैदराबाद को 6 विकेट से हरा दिया.
क्रिस गेल और विराट कोहली ने अपने तूफानी तेवरों और चतुराई भरी बल्लेबाजी का अच्छा नमूना पेश करके बारिश से प्रभावित मैच में मोएजेस हेनरिक्स के करिश्माई प्रदर्शन पर पानी फेरा, जिससे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सनराइजर्स हैदराबाद को डकवर्थ लुईस नियम से छह विकेट से हराकर आईपीएल आठ में अपनी उम्मीदें बरकरार रखीं.
स्कोरकार्ड देखें
हेनरिक्स ने 22 गेंदों पर 57 रन बनाए, जिसमें पांच चौके और चार छक्के शामिल हैं. वॉर्नर ने उनके साथ सहयोगी की भूमिका निभाई. उन्होंने 32 गेंदों पर पांच चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 52 रन बनाए. इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए केवल 43 गेंदों पर 103 रन की साझेदारी की, जिससे पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाला सनराइजर्स निर्धारित 11 ओवरों तीन विकेट पर 135 रन बनाने में सफल रहा.
टॉस होने के तुरंत बाद बारिश आने के कारण लगभग दो घंटे 40 मिनट तक खेल नहीं हो पाया. इसके बाद ओवरों की संख्या घटाकर 11-11 कर दी गयी. सनराइजर्स की पारी का जब आखिरी ओवर चल रहा था, तभी बारिश आने लगी. अंपायरों ने आरसीबी के खिलाड़ियों की नाराजगी के बावजूद पारी पूरी करवाई.
आरसीबी को आखिर में छह ओवर में 81 रन का लक्ष्य मिला. गेल ने केवल दस गेंदों पर चार चौकों और तीन छक्कों की मदद से 35 रन ठोककर आरसीबी को तूफानी शुरुआत दिलायी, जबकि कप्तान विराट कोहली ने 19 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाये. आरसीबी ने 5-5 ओवर में चार विकेट पर 83 रन बनाकर जीत दर्ज की.
विराट कोहली ने विजयी छक्का जमाया. वॉर्नर ने इसे कैच कर दिया था, लेकिन उनका पांव सीमा रेखा को छू गया. कोहली ने तीन चौके और इतने ही छक्के लगाये. आरसीबी की यह 13 मैच में सातवीं जीत है, जिससे उसके 15 अंक हो गये हैं. सनराइजर्स के 13 मैच में 14 अंक हैं.
इस तरह से आरसीबी ने केवल दो ओवर में 41 रन ठोक दिये, जो आईपीएल में पहले दो ओवर में सर्वाधिक रन का नया रिकार्ड है. इससे पहले आरसीबी ने ही 2011 में केकेआर के खिलाफ बैंगलोर में 39 रन बनाये थे. लेकिन हेनरिक्स ने आते ही सबसे पहले गेल के तूफान को ठंडा किया और फिर एबी डिविलियर्स का तूफान उठने से ही पहले थाम दिया. गेल ने शॉर्ट पिच पर हवा में शॉट खेला, लेकिन वह डीप मिडविकेट पर कैच में बदल गया. अगली गेंद पर डिविलियर्स ने भी लांग आन पर कैच थमा दिया.
आरसीबी को तीन ओवर में 38 रन की दरकार थी. कोहली ने कर्ण शर्मा की गेंद पर मिले जीवनदान का फायदा उठाकर इसी ओवर में छक्का लगाया. उन्होंने प्रवीण कुमार की गेंद भी छह रन के लिये भेजी. इस तरह से आरसीबी को आखिरी ओवर में 14 रन बनाने की जरूरत थी. वार्नर ने भुवनेश्वर कुमार पर भरोसा दिखाया लेकिन कोहली ने उन पर लगातार चौका और फिर छक्का जड़कर सनराइजर्स की मैच जीतकर प्लेऑफ में जगह सुनिश्चित करने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. इससे पहले सनराइजर्स ने निर्धारित समय में हुए टॉस के समय बल्लेबाजी का फैसला कर लिया था, लेकिन उसकी शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही और शिखर धवन (8) जल्द ही पवेलियन लौट गये. उन्होंने वीज की गेंद पर लंबा शॉट खेलने के प्रयास में मिड ऑन पर कैच दे दिया.
हेनरिक्स ने लेग स्पिनर यजुवेंद्र चाहल पर छक्का और चौका जड़कर शुरुआत की और फिर अगले ओवर में अशोक डिंडा को भी यही सबक सिखाया. हर्षल पटेल की गेंद पर मिले पहले जीवनदान का फायदा उठाकर उन्होंने इस ओवर में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 21 रन बटोर दिये. अगली बार स्टार्क की गेंद पर उन्हें जीवनदान मिला. हेनरिक्स ने केवल 20 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया, जो इस सत्र में दूसरा सबसे तेज पचासा है. इस बीच सनराइजर्स की टीम केवल आठ ओवर में सैकड़े तक पहुंच गयी थी. वॉर्नर ने चाहल की गुगली पर स्विच हिट से जबर्दस्त छक्का जड़ा, जबकि हेनरिक्स ने भी इस ओवर की आखिरी गेंद को गगनचुंबी छक्के के लिये भेजा. वॉर्नर ने इसके बाद आईपीएल में अपना 23वां अर्धशतक पूरा किया, लेकिन वीज ने इस ओवर में हेनरिक्स को विकेट के पीछे कैच करवा दिया.
वीज आरसीबी के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने दो ओवर में 20 रन देकर दो विकेट लिये. स्टार्क ने तीन ओवर किये और 26 रन देकर इयोन मोर्गन (11) का विकेट लिया. |
महामति प्राणनाथ (1618-1694), मध्ययुगीन भारत के अन्तिम सन्त-कवि थे। इन्होने प्रणामी सम्प्रदाय की स्थापना की जिसमे सभी धर्मों के लोग सम्मिलित हुए। उनकी वाणी का सार 'तारतम सागर' नामक ग्रन्थ में संकलित है। अब यह प्रणामी संप्रदाय का प्रमुख और पवित्रतम ग्रंथ है।
गुजरात में जन्म लेनेवाले महामति प्राणनाथ का पूर्व नाम 'मेहराज ठाकुर' था । निजनामी सम्प्रदाय के आचार्य देवचन्द्र से दीक्षा पुराप्त मेहराज ने जामनगर राज्य मे वजीर का पद भी सँभाला लेकिन अपनी आन्तरिक प्रेरणा सामाजिक उत्तरदायित्व और जागनी जन-अभियान को दिशा देने के महत् संकल्प ने उन्हे एक विशिष्ट पहचान दी । उन्होने समय और समाज की आकांक्षाओं को प्रभावित और आन्दोलित किया। उनके जागनी अभियान को नयी पहचान मिली। व्यक्ति, समाज, धर्म और विश्व-मंच को जोडकर महामति ने न केवल जन-आन्दोलन आरम्भ किया बल्कि सामाजिक एवं जातीय आवश्यकताओं के अनुरूप समस्याओं का समाधान भी प्रस्तुत किया।
महामति प्राणनाथ ने अपनी मानवतावादी दृष्टि से प्रत्येक मानव में निहित आत्म-चेतना को परमात्म चेतना से जोड़ा। विभिन्न धर्मग्रन्थों एव शास्त्रग्रन्थों में निहित विश्वासों को महामति ने व्यावहारिक आधार प्रदान किया और उसे वैश्विक आस्था एवं आदर्श से अनुबन्धित करना चाहा। उनके समन्ययमूलक प्रयासों और उनकी वाणी का सम्यक मूल्यांकन सकीर्ण साम्प्रदायिक परिधि मे असम्भव है। उनके द्वारा प्रवर्तित प्रणामी पन्थ मे वे सभी सम्मिलित थे जो धर्म और सम्प्रदाय की संकीर्ण दीवारों से मुक्त एक व्यापक और बृहत्तर धर्म-समाज बनाने के आग्रही थे।
सन्दर्भ
सन्त कवि |
ओपी राजभर ने कहा, 'हिंदू-मुसलमानों के दंगों में एक भी बड़ा नेता मरा क्या? नेता क्यों नहीं मरता? जो नेता तुम्हें हिंदू-मुसलमान के नाम पर लड़ाने जाता है, दंगा कराने जाता है, ऐसे नेता को भी आग लगा दो, ताकि वो समझ जाए कि हम दूसरे को नहीं जलाने देंगे.' इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'ये हिंदू-मुसलमान में बांटते हैं. अरे बांटने वाले लोगों जरा सोचो भारत का संविधान कहता है कि जो भारत का वोटर हो गया वो भारत का नागरिक हो गया, आप उसको नहीं निकाल सकते.'
Suheldev Bahujan Samaj Party (SBSP) President OP Rajbhar: Ye Hindu-Musalman mein bant'te hain. Arey bantne wale logon, zara socho, Bharat ka samvidhan kehta hai jo Bharat ka voter ho gaya wo Bharat ka nagrik ho gaya, aap usko nahi nikal sakte. (13.01.2019) https://t.co/F7qDNNc219
उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें दिए गए समय के भीतर कोई जवाब नहीं मिलता है तो उनकी पार्टी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा, 'हम लोग भाजपा के साथ हैं. अगर भाजपा हमें साथ रखना चाहती है तो हम उनके साथ रहेंगे. अगर वे हाथ नहीं रखना चाहते तो हम उन्हें पहले ही 100 दिन दे चुके हैं. इनमें से 12 दिन बीत चुके हैं. 100 दिनों में जवाब नहीं मिला तो हम सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे.'
ओमप्रकाश राजभर ने तीन जनवरी को भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चेतावनी दी थी. उन्होंने दो टूक कहा था कि अगर प्रदेश में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण नहीं दिया गया तो उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हो जाएगी. |
यह एक लेख है: भूकंप विज्ञानियों ने आगाह किया है कि 7.8 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप के बाद जापान को 'एक और शक्तिशाली' भूकंप के लिए सतर्क रहना चाहिए। भूकंप संभावित देश के तटीय हिस्से में शनिवार को आए इस शक्तिशाली भूकंप में 12 लोग घायल हुए हैं।
जापान में बीती रात राजधानी से करीब 874 किलोमीटर दक्षिण में प्रशांत महासागर में एक सुदूर स्थान पर यह भूकंप आया। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि टोक्यो में करीब एक मिनट तक इमारतें हिलती रहीं।
यूएसजीएस और प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा कि भूकंप का केंद्र धरातल से 676 किलोमीटर की गहराई पर था, बहरहाल इसके शक्तिशाली होने के बावजूद सुनामी की कोई आशंका नहीं थी।
टोक्यो दमकल विभाग के एक अधिकारी और स्थानीय मीडिया ने बताया कि भूकंप के कारण 56 साल के एक व्यक्ति की पसलियां टूट गईं। भूकंप में कुल 12 लोग घायल हुए, हालांकि भूकंप में किसी की मौत नहीं हुई। वहीं टोक्यो टावर के एलिवेटर के एक घंटा से भी अधिक समय तक रुके रहने के कारण करीब 400 लोग उसमें फंसे रहे।
टोक्यो में हनेदा हवाईअड्डे का रनवे करीब 30 मिनट तक बाधित रहा, ट्रेनों का परिचालन भी अस्थाई तौर पर रोक दिया गया, वहीं शहर में हो रहे एक फुटबॉल मैच भी कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। क्षेत्र के किसी परमाणु ऊर्जा संयंत्र में किसी तरह की गड़बड़ी की खबर नहीं थी।
कुछ विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि हालिया ज्वालामुखी विस्फोट और इसके बाद शनिवार को आया शक्तिशाली भूकंप इस बात के संकेत हो सकते हैं कि यह देश 'भूपर्पटीय (क्रस्टल) बदलाव के एक सक्रिय चरण' में प्रवेश कर रहा है।
तोकाई विश्वविद्यालय के भूकंप पूर्वानुमान अनुसंधान केंद्र के प्रमुख तोशीयासू नागाऊ कहते हैं, 'मैं कह सकता हूं कि जापान एक सक्रिय चरण में है।'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'जापान की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हम हम यह कह सकते हैं कि मौजूदा गतिविधियों सामान्य नहीं हैं। हमें यह जानते हुए सर्तक रहना चाहिए कि भविष्य में किसी भी समय ऐसा बड़ा भूकंप आ सकता है, जो हमारे समाज को प्रभावित कर सकता है।'
वहीं टोक्यो यूनिवर्सिटी भूकंप अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर कज़ूकी कोकेत्सू कहते हैं कि हालिया झटके किसी बड़े भूकंप के संकेत जैसे नहीं लगते। वह कहते हैं, 'लेकिन इसे भविष्य में आने वालों भूकंप की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण तैयारी करने वाला अवसर माना जा सकता है।'
कुछ विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि हालिया ज्वालामुखी विस्फोट और इसके बाद शनिवार को आया शक्तिशाली भूकंप इस बात के संकेत हो सकते हैं कि यह देश 'भूपर्पटीय (क्रस्टल) बदलाव के एक सक्रिय चरण' में प्रवेश कर रहा है।
तोकाई विश्वविद्यालय के भूकंप पूर्वानुमान अनुसंधान केंद्र के प्रमुख तोशीयासू नागाऊ कहते हैं, 'मैं कह सकता हूं कि जापान एक सक्रिय चरण में है।'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'जापान की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हम हम यह कह सकते हैं कि मौजूदा गतिविधियों सामान्य नहीं हैं। हमें यह जानते हुए सर्तक रहना चाहिए कि भविष्य में किसी भी समय ऐसा बड़ा भूकंप आ सकता है, जो हमारे समाज को प्रभावित कर सकता है।'
वहीं टोक्यो यूनिवर्सिटी भूकंप अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर कज़ूकी कोकेत्सू कहते हैं कि हालिया झटके किसी बड़े भूकंप के संकेत जैसे नहीं लगते। वह कहते हैं, 'लेकिन इसे भविष्य में आने वालों भूकंप की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण तैयारी करने वाला अवसर माना जा सकता है।'
तोकाई विश्वविद्यालय के भूकंप पूर्वानुमान अनुसंधान केंद्र के प्रमुख तोशीयासू नागाऊ कहते हैं, 'मैं कह सकता हूं कि जापान एक सक्रिय चरण में है।'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'जापान की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हम हम यह कह सकते हैं कि मौजूदा गतिविधियों सामान्य नहीं हैं। हमें यह जानते हुए सर्तक रहना चाहिए कि भविष्य में किसी भी समय ऐसा बड़ा भूकंप आ सकता है, जो हमारे समाज को प्रभावित कर सकता है।'
वहीं टोक्यो यूनिवर्सिटी भूकंप अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर कज़ूकी कोकेत्सू कहते हैं कि हालिया झटके किसी बड़े भूकंप के संकेत जैसे नहीं लगते। वह कहते हैं, 'लेकिन इसे भविष्य में आने वालों भूकंप की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण तैयारी करने वाला अवसर माना जा सकता है।'
उन्होंने कहा, 'जापान की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हम हम यह कह सकते हैं कि मौजूदा गतिविधियों सामान्य नहीं हैं। हमें यह जानते हुए सर्तक रहना चाहिए कि भविष्य में किसी भी समय ऐसा बड़ा भूकंप आ सकता है, जो हमारे समाज को प्रभावित कर सकता है।'
वहीं टोक्यो यूनिवर्सिटी भूकंप अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर कज़ूकी कोकेत्सू कहते हैं कि हालिया झटके किसी बड़े भूकंप के संकेत जैसे नहीं लगते। वह कहते हैं, 'लेकिन इसे भविष्य में आने वालों भूकंप की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण तैयारी करने वाला अवसर माना जा सकता है।'
वहीं टोक्यो यूनिवर्सिटी भूकंप अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर कज़ूकी कोकेत्सू कहते हैं कि हालिया झटके किसी बड़े भूकंप के संकेत जैसे नहीं लगते। वह कहते हैं, 'लेकिन इसे भविष्य में आने वालों भूकंप की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण तैयारी करने वाला अवसर माना जा सकता है।' |
फिल्म रैप के जरिए जानिए फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में क्या रहा खास. होली के त्योहार पर क्या हैं अपडेट्स और कैसा है अमिताभ बच्चन का नया लुक.
होली 2019: त्यौहार से ठीक पहले यूट्यूब पर ट्रेंड कर रहे हैं ये गाने
रंगों के त्यौहार होली से ठीक पहले यूट्यूब पर होली से जुड़े कुछ गाने तेजी से वायरल हो रहे हैं. इन गानों में फिल्मों में पुराने सदाबहार गाने तो हैं ही टीवी सीरियल और भोजपुरी फिल्मों के भी गाने हैं. सीरियल राधा कृष्ण का गाना 'जहां जहां राधे वहां जाएंगे मुरारी' और 'द होली मैशअप', खेसारीलाल यादव का गाना 'कुकुरा चहेट देता' यूट्यूब की ट्रेंडिंग लिस्ट में टॉप 20 में रैंक कर रहे हैं.
RRR: बाहुबली फेम डायरेक्टर की फिल्म के टाइटल के लिए ट्विटर पर चलेगा पोल?
बाहुबली और बाहुबली कनक्ल्यूजन के बाद एसएस राजामौली एक बार फिर से बड़े धमाल के लिए तैयार हैं. उनकी फिल्म RRR की घोषणा हो गई है. ये फिल्म बड़े बजट में बन कर तैयार होगी. फिल्म की कास्टिंग हो चुकी है और रिलीज डेट भी आ गई है. सोशल मीडिया पर RRR को लेकर काफी बज है. मूवी के टाइटल को लेकर भी काफी चर्चाएं हैं. फिल्म को हैशटैग RRR के तहत रिलीज हो रही भाषाओं में नए टाइटिल मिलने शुरू हो गए हैं.
न्यूजीलैंड की मस्जिद में हमले के बाद सिनेमाघर से हटी 26/11 पर बनी देव पटेल की फिल्म
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में हुए आतंकी हमले का असर सिनेमा पर भी पड़ता नजर आ रहा है. हमले के बाद यहां के सिनेमाघरों से देव पटेल की फिल्म "मुंबई होटल" को हटा दिया गया है. 26/11, 2008 में मुंबई आतंकी हमले पर बनी फिल्म में देव पटेल के साथ ऑस्कर नॉमिनेटेड एक्टर आरमी हैमर और अनुपम खेर ने काम किया है.
टोक्यो में राणा दग्गुबाती का फैंडम, लगे भल्लालदेव जय हो... के नारे
ब्लॉकबस्टर मूवी बाहुबली में भल्लालदेव के रोल में दिखे राणा दग्गुबाती की टोक्यो में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है. इसका सबूत सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो है. जिसमें राणा दग्गुबाती के स्वागत में फैंस हूटिंग कर रहे हैं. ''भल्लालदेव जय हो...राणा दग्गुबाती जय हो'' के नारे लगा रहे हैं. दरअसल, राणा के फैंस के लिए 17 मार्च को जापान में बाहुबली की स्क्रीनिंग रखी गई थी.
सैय्यद अब्दुल रहीम की बायोपिक में अजय देवगन, इस साल जून से शूटिंग, 2020 में रिलीज
अजय देवगन की कॉमेडी फिल्म ''टोटल धमाल'' बॉक्स ऑफिस पर शानदार कलेक्शन कर रही है. एक्टर के कई और बेहतरीन प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में हैं. जल्द ही पर्दे पर वे फुटबॉल कोच सैय्यद अब्दुल रहीम की बायोपिक में लीड रोल निभाते नजर आएंगे. खबरों के मुताबिक, इस साल जून में फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी. एक इंटरव्यू में बोनी कपूर ने फिल्म की तमाम जानकारियां साझा की हैं.
अमिताभ बच्चन का नया अवतार, लंबी सफेद दाढ़ी-बालों में पहचानना मुश्किल
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन उम्र के इस पड़ाव में रिस्की और लीग से हटकर रोल कर रहे हैं. ठग्स ऑफ हिंदोस्तान में उम्र दराज एक्टर ने ऐसा किरदार निभाया, जिसमें एक्शन और स्टंट सीन करना था. फिल्म दर फिल्म उनके लुक में भी प्रयोग नजर आ रहे हैं. अब वे तेलुगू ऐतिहासिक ड्रामा मूवी Sye Raa Narasimha Reddy में कैमियो रोल करेंगे. |
इकबाल कासकर नागपाड़ा की डांबरवाला बिल्डिंग के सबसे ऊपर स्थित अपने चार कमरों वाले अपार्टमेंट से सात किमी दूर क्रॉफोर्ड बाजार में पुलिस मुख्यालय को देख सकता है. यह इस बात की लगातार याद दिलाता है कि कानून कितना करीब है. और कितना शक्तिहीन भी जो 46 वर्षीय इकबाल को गिरफ्तार नहीं कर सकता.
पुलिस ने दाऊद इब्राहिम के छोटे भाई को दुबई से 2003 में भारत भेजे जाने के बाद कम-से-कम दो बार गिरफ्तार करने की कोशिश की, लेकिन विफल रही. पहली बार उसे 2007 में क्रॉफोर्ड बाजार में स्थित सारा-सहारा (जिसका सहारा ग्रुप से कोई वास्ता नहीं है) शॉपिंग मॉल्स के मामले में गिरफ्तार करने की कोशिश की गई.
पुलिस का कहना है कि इकबाल ने पालिका स्कूल के लिए आरक्षित जमीन पर मॉल्स के निर्माण के लिए दाऊद और छोटा शकील के साथ मिलकर साजिश रची थी. उन्होंने बृहन्नमुंबई महानगरपालिका के अधिकारियों से भी साठगांठ कर ली थी.
सत्र अदालत ने जून, 2007 में सबूत के अभाव में इकबाल को बरी कर दिया. दूसरा मामला नवंबर, 2011 में आधी रात की आग का है जिसमें सारा-सहारा मॉल्स पूरी तरह जल गया और मनीष मार्केट के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचा. पुलिस को इसमें साजिश की बू आई. उसे आशंका थी कि 200 करोड़ रु. मूल्य की इस जमीन को खाली कराकर उसके पुनर्विकास के लिए आग लगाई गई. लेकिन प्रमुख संदिग्ध इकबाल कासकर पर शिकंजा कसने के लिए एक बार फिर कोई सबूत नहीं मिला.
बहरहाल, 12 मार्च, 1993 को मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के मुख्य षड्यंत्रकारी के रूप में दाऊद पर शिकंजा कसने के लिए ढेरों सबूत हैं. उन धमाकों में 260 से ज्यादा लोग मारे गए थे. पाकिस्तान इस बात का खंडन करता है कि दाऊद कराची में है. दाऊद कभी 'भाई' और 'मुच्छड़' के नाम से जाना जाता था. लेकिन पिछले पांच वर्षों से उसे बॉस कहा जाता है.
दाऊद के बॉस होने का अर्थ यह है कि अब वह वैध कारोबारी बन गया है. एक अनुमान के अनुसार, उसका कारोबार 75,000 करोड़ रु. का है और उसने जहाजरानी तथा एयरलाइंस सहित कई तरह के व्यवसाय में निवेश किया है. उसके कारोबारी हित एशिया, यूरोप और अफ्रीका तक फैले हुए हैं.
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं, ''नब्बे के दशक में अपराधजगत ने शहर में जबरन वसूली की और पिछले कुछ वर्षों से वे जमीन और शेयर बाजार में पैसा लगा रहे हैं.'' पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बिल्डिंग की परियोजनाओं में आ रहे फंड का संबंध अपराधजगत से जोड़ने में विफल रहा है.
दाऊद की विरासत मुंबई महानगर पर लगातार मंडरा रही है. लेकिन इसका साया जितना लंबा नागपाड़ा पर है, उतना और कहीं नहीं दिखता. यह शहरी बस्ती चार मंजली इमारतों से भरी हुई है. यही वह जगह है जहां रत्नागिरि जिले के एक पुलिस हेड कांस्टेबल के बेटे ने अपराधजगत में कदम रखा और 2003 में अमेरिका की नजरों में 'कुख्यात अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी' बन गया.
अमेरिकी कांग्रेस ने 2010 की अपनी रिपोर्ट में चेतावनी दी कि दाऊद और उसका गिरोह दक्षिण एशिया में अमेरिकी हितों के लिए प्रत्यक्ष खतरा बन गया है. कासकर परिवार कराची के पॉश क्लिफ्टन एनक्लेव में चाक-चौबंद सुरक्षा वाले बंगले में रहता है.
दाऊद का छोटा भाई इकबाल और बहन हसीना अपने उपनाम की बदनामी के साथ डॉन की नर्सरी नागपाड़ा में रहते हैं. पकमोडिया स्ट्रीट पर एक धूसर और पीले रंग की बिल्डिंग के ऊपर इकबाल का छोटा-सा किला है. पकमोडिया स्ट्रीट भीड़भाड़ वाली बाइलेन है जो व्यस्त मोहम्मद अली रोड पर टेढ़े-मेढ़े गुजरने वाले 2.4 किमी लंबे फ्लाइओवर के समानांतर जाती है.
बिल्डिंग के बाहर एक तोंदियल बॉडीगार्ड कुर्ता-पायजामा पहनकर लोहे की कुर्सी पर बैठा रहता है और वहां से गुजरने वालों पर बारीक नजर रखता है. संकरे जीने के ऊपर लगा एक सीसीटीवी कैमरा स्ट्रीट पर निगरानी रखता है. उस बस्ती में घुसने वाले अनजान व्यक्तियों पर लोगों की नजरें तुरंत जम जाती हैं. यहां कई फोटोग्राफर पीटे जा चुके हैं और अपने कैमरे गंवा बैठे हैं.
प्रतिद्वंद्वी छोटा राजन गिरोह के बंदूकधारियों ने 17 मई, 2011 को इस गढ़ में सेंध लगाकर इकबाल के ड्राइवर आरिफ सैयद अबू बूखा को गोली मार दी थी. इकबाल अब अपने घर में ही रहता है और हॉलीवुड की ऐक्शन फिल्में तथा रियलिटी टीवी शो देखता है. जब उसे कभी बाहर निकलना पड़ता है तो वह कुर्ता-पायजामा पहनकर पिछले दरवाजे से बाहर आता है और टैक्सी को इशारा करता है.
इकबाल ने बॉलीवुड से कासकर परिवार का प्रेम बरकरार रखा है. गैंगस्टर से फिल्म निर्माता बने एक व्यक्ति के जरिए उसके संबंध फिल्म जगत से हैं. बॉलीवुड के दो बड़े सितारे अब भी उसके संपर्क में रहते हैं और अपनी पहचान बताने के लिए 'सलीम' जैसे पहले से तय उपनामों का इस्तेमाल करते हैं. माना जाता है कि इकबाल ने मध्य मुंबई के इर्दगिर्द के इलाकों के अतिरिक्त मीरा रोड और भायंदर जैसे उपनगरों में भी रियल एस्टेट में निवेश किया है.
इकबाल के बहनोई 43 वर्षीय जंजेब खान उर्फ गुड्डू पठान के बारे में माना जाता है कि वह दाऊद के रियल एस्टेट कारोबार को संभालता है. पुलिस के एक मुखबिर का कहना है, ''दाऊद के पैसे को जंजेब अपने वैध रियल एस्टेट कारोबार में निवेश करता है. वह इकबाल को चर्चा में नहीं आने देता.'' दिवंगत करीम लाला के पोते जंजेब की साली रिजवाना इकबाल से ब्याही है.
नागपाड़ा थाने के एक इंस्पेक्टर पुष्टि करते हैं कि दाऊद ने मुंबई के अंधेरी और जोगेश्वरी इलाकों की स्लम पुनर्वास परियोजनाओं में मोटी रकम निवेश की है. वे कहते हैं, ''रकम के स्त्रोत का पता लगाना ईडी का काम है. हमारा काम अपने इलाके में कानून और व्यवस्था को देखना है.''
कासकर परिवार के ज्यादातर सदस्य 1993 के धमाकों के बाद हमेशा के लिए मुंबई से भाग गए. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सरकार ने 2003 में इकबाल को स्वदेश भेज दिया. उस पर सीमा शुल्क विभाग के एक मुखबिर रवींद्र बाबूलाल सिंह की 1998 में हुई हत्या का मामला था.
इकबाल और उसके बड़े भाई नूरा ने इस हत्या की कथित रूप से साजिश रची था. मुंबई पुलिस का कहना है कि वह इकबाल को वापस ले आई. दूसरी तरफ इकबाल का कहना है कि वह यूएई का वीजा खत्म होने के बाद खुद वापस आया. अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि उसकी वापसी इसलिए हुई कि दाऊद मुंबई में अपने कारोबार की जिम्मेदारी परिवार के किसी सदस्य को सौंपना चाहता था. इकबाल ने 2003 और 2007 के बीच चार साल का कारावास काटा और उसके बाद कारोबार संभाल लिया.
पुलिस का कहना है कि इकबाल की वापसी की एक वजह दाऊद के रियल एस्टेट कारोबार की देखभाल करना भी था. 250 करोड़ रु. का यह कारोबार हसीना की देखरेख में था (देखें बॉक्सः बेनामी प्रोपर्टी). पिछले दशक से बड़े पैमाने पर चले निर्माण के कारण अपराधजगत के गढ़ मध्य मुंबई की कायापलट हो गई है और यहां भद्र लोग आकर रहने लगे हैं.
पहले इसे घटिया इलाका माना जाता था. तीस मंजिला गगनचुंबी इमारतें बनाने के लिए चॉल और रेडलाइट इलाकों को तोड़ा जा रहा है. जमीन की कीमतें भी अब 60,000 रु. प्रति वर्गफुट से अधिक हो गई हैं. जाहिर है, कासकर परिवार की संपदा बढ़ती ही जा रही है.
कासकर परिवार का करीबी और नागपाड़ा का एक छोटा व्यवसायी कहता है, ''कासकर परिवार को काम करने की जरूरत नहीं है. उसके पास करोड़ों रु. की संपत्ति है.'' आयकर विभाग ने कई ऐसी प्रोपर्टी की सूची बनाई है जिन्हें वे बेनामी कहते हैं. 1992-93 के दंगों के बाद विभाग ने दाऊद की 11 कथित बेनामी प्रोपर्टी को जब्त कर लिया.
विभाग ने सितंबर, 2001 में कोलाबा में इन्हें नीलाम करने की घोषणा की थी, लेकिन कोई खरीदार नहीं आया. एक पुलिस अधिकारी कहते हैं, ''हमने संभावित खरीदारों को पुलिस संरक्षण मुहैया कराने का भरोसा दिया था. हमने दिनभर इंतजार किया लेकिन इक्के-दुक्के लोग ही आए.'' उनमें से एक खरीदार, दिल्ली के वकील अजय श्रीवास्तव थे जिन्होंने जयराज भाई लेन स्थित दाऊद की बिल्डिंग 2.5 लाख रु. में खरीदी. हालांकि हसीना ने 2003 में इसके खिलाफ स्थगन याचिका दायर की, लेकिन मार्च 2011 में अंतिम फैसला श्रीवास्तव के पक्ष में गया.
हसीना पकमोडिया स्ट्रीट से बमुश्किल एक किमी दूर एक आठ मंजिली इमारत गॉर्डन हॉल में रहती है. इमारत की पहली मंजिल पर स्थित अगल-बगल के दो फ्लैटों को मिलाकर एक बना दिया गया है और उसके चारों तरफ काले सीसे लगा दिए गए हैं. आगंतुकों का स्वागत सीसीटीवी कैमरा और लोहे की ग्रिल करती है.
इकबाल के लौटने तक दाऊद के साम्राज्य की देखरेख हसीना आपा करती थी. स्कूली पढ़ाई अधूरी छोड़ देने वाली हसीना का विवाह अपने भाई के सहयोगी इब्राहिम इस्माइल पारकर से हुआ था. पारकर उसी कोंकणी मुस्लिम समुदाय का लंबा, सुगठित शरीर वाला गैंस्टर था. यह शादी दोनों परिवारों की मर्जी से हुई थी.
एक दशक बाद हसीना के साथ हादसा हो गया. अरुण गवली के शूटर शैलेश हल्दांकर ने 1992 में जे.जे. अस्पताल के पास पारकर को गोली मार दी. गवली का गढ़ दगडी चॉल नागपाड़ा के पूरब में महज दो किमी दूर है. हल्दांकर और गिरोह के अन्य सदस्य अपने शिकार पर हमला करने के लिए नागपाड़ा में घुसे थे. बहनोई के मारे जाने पर डॉन ने बदला लेने की कसम खाई. सितंबर,1992 में 'डी कंपनी' के 24 गैंगस्टर अस्पताल में जबरदस्ती घुस गए और एके-47 से हल्दांकर को भून दिया. दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में दो पुलिस कांस्टेबल भी मारे गए.
यह सनसनीखेज शूटआउट 1990 के दशक में गिरोहों के बीच लड़ाई की शुरुआत थी. 1993 के धमाके के बाद की अल्पावधि को छोड़ दें तो 1990 के दशकभर लड़ाई जारी रही. गवली, अमर नाईक, अबू सलेम और छोटा राजन गिरोहों के सदस्यों के बीच ताकत, प्रभाव और तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट तथा फिल्म के कारोबार में हिस्सेदारी के लिए कई बार लड़ाई हुई.
बताया जाता है कि हसीना ने छोटे-छोटे विवादों को सुलटाने के जरिए अपराध जगत में प्रवेश किया. वह नागपाड़ा गॉर्डन हॉल की पहली मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट में दरबार लगाया करती थी. हसीना बिल्डरों और कारोबारियों के बीच मध्यस्थता करती थी और क्रिएटिव नामक लोन रिकवरी बिजनेस भी चलाती थी.
बताया जाता है कि दाऊद के पूर्व सहयोगी और अब दुश्मन राजन तथा उसकी पत्नी सुजाता निखलजे के साथ आज भी उसके मधुर संबंध हैं. दक्षिण-पूर्व एशिया में रहने वाला राजन अब भी हर साल उसे राखी भेजता है. लेकिन हसीना के ऊपर मौत का साया अब भी मंडराता है. इसलिए वह अपने पर्स में हमेशा एक छोटी ऑटोमैटिक पिस्तौल रखती है.
जेल से इकबाल के छूटने के बाद हसीना पुलिस के राडार पर आ गई. अप्रैल, 2007 में एक बिल्डर विनोद अवलानी ने पुलिस में शिकायत की कि जमीन का एक सौदा परवान न चढ़ने पर वह उसे धमकी दे रही है. पुलिस ने हसीना के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. मेट्रोपोलिटन कोर्ट ने अरेस्ट वारंट जारी किया. लेकिन हसीना अधिक चालाक निकली. वह मई, 2007 में अग्रिम जमानत मांगने के लिए बुर्काधारी महिलाओं के एक दल के साथ सत्र अदालत में नाटकीय तरीके से आ गई. उसे उस समय पहचाना जा सका जब उसने जज के सामने अग्रिम जमानत के आवेदन पर दस्तखत करने के लिए एक सेकंड से भी कम समय के लिए अपना बुर्का उठाया. उसे जमानत मिल गई. मामला सत्र अदालत में चल रहा है.
हसीना के वकील श्याम केसवानी का कहना है कि वह ''अल्लाह से डरने वाली महिला है जो अपने भाइयों के मामले में दखलंदाजी नहीं करती.'' वे कहते हैं, ''उसने जीवन में बहुत दुख सहा है. पति की मौत के बाद उसका बेटा दानिश 2006 में अली बाग के पास सड़क दुर्घटना में मारा गया. वह नागपाड़ा थाने के पास रहती है. पुलिस के पास उसका फोन नंबर और पता है. पुलिस को उसके खिलाफ अब तक क्या मिला है? कुछ नहीं.''
केसवानी इस बात का खंडन करते हैं कि हसीना दाऊद के रियल एस्टेट का कारोबार संभालती है. वे कहते हैं, ''उसने स्कूली पढ़ाई अधूरी छोड़ दी थी. वह दाऊद का कारोबार कैसे संभाल सकती है? पिछले कुछ वर्षों में उसके खिलाफ पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है. वह अपने किराएदारों से मिलने वाले पैसों पर गुजर-बसर करती है. यदि उसके पास ढेर सारे पैसे होते तो वह नागपाड़ा में क्यों रहती?'' केसवानी उसे 2007 के मामले से बरी कराना चाहते हैं.
जहां हसीना और इकबाल दाऊद परिवार के उपनाम का लाभ उठा रहे हैं, वहीं 34 वर्षीय जुबैर खान उसके साथ असहजता महसूस करते हैं. उन्होंने 2005 में हसीना की बेटी सना से शादी की. टीवी पत्रकार से फिल्म-निर्माता बने जुबैर की पहली फिल्म लकीर के फकीर रिलीज होने वाली है. यह नागपाड़ा के तीन छोटे बदमाशों के बारे में है. जुबैर पारिवारिक कामकाज में भाग नहीं लेते. उन्होंने शादी करने के बाद अपनी सास से बातचीत भी नहीं की है. वे इस परिवार की खून में डूबी विरासत के बारे में कहते हैं, ''मैंने सना से शादी की है, उसके खानदान से नहीं.''
दाऊद के सहयोगी छोटा शकील का साथी कहता है, ''मुंबई आज कुछ-कुछ 1970 के दशक जैसी है जब हाजी मस्तान, करीम लाला और वरदराजन मुदलियार ने अपने प्रभाव वाले इलाके बांट लिए थे. गिरोह अपने-अपने इलाके में रहते हैं. अब खून-खराबा नहीं होता क्योंकि हर कोई-राजनैतिक, बिल्डर, पुलिस और अपराधजगत-पैसे बनाता है.''
अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि कासकर परिवार के तार अब भी मुंबई पुलिस के लोगों से जुड़े हुए हैं. अपराध शाखा के मुठभेड़ विशेषज्ञ असलम मोमिन ने इकबाल को मुंबई आने के लिए प्रोत्साहित किया. पुलिस ने मोमिन और इकबाल के बीच होने वाली गैरकानूनी बातचीत रिकॉर्ड की जिसके बाद इस मुठभेड़ विशेषज्ञ को 2005 में निलंबित कर दिया गया.
केसवानी का दावा है कि भाई-बहन दोनों को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि पुलिस दाऊद को नहीं पकड़ सकती. वे कहते हैं, ''दाऊद बेदाग नहीं है लेकिन पुलिस को उसके खिलाफ सबूत क्यों नहीं मिले?'' अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि दाऊद का प्रत्यर्पण अब राजनैतिक मामला बन गया है जो मुंबई पुलिस के दायरे में नहीं आता. इकबाल के दोस्त और एक अन्य छोटे व्यवसायी का दावा है कि पुलिस आंखें मूंद लेती है. उसका कहना है, ''पुलिस ने हमसे कहाः कुछ भी करो, लेकिन शूटिंग नहीं होनी चाहिए. यदि गोली चलेगी तो हमें कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा.'' जहां मुंबई अपराध के सिरमौर कुनबे की तूती बोलती हो, यह बहुत मुश्किल काम है. |
वे देवताओं के संजाल को तोड़कर एक ऐसे मुक्त मनुष्य की कल्पना कर रहे थे जो धार्मिक तो हो लेकिन ग़ैर-बराबरी को जीवन मूल्य न माने। हिंदू धर्म के बंधनों को पूरी तरह पृथक किया जा सके इसलिए आम्बेडकर ने अपने बौद्ध अनुयायियों के लिए बाइस प्रतिज्ञाएँ स्वयं निर्धारित कीं जो बौद्ध धर्म के दर्शन का ही एक सार है। यह प्रतिज्ञाएं हिंदू धर्म की त्रिमूर्ति में अविश्वास, अवतारवाद के खंडन, श्राद्ध-तर्पण, पिंडदान के परित्याग, बुद्ध के सिद्धांतों और उपदेशों में विश्वास, ब्राह्मणों द्वारा निष्पादित होने वाले किसी भी समारोह न भाग लेने, मनुष्य की समानता में विश्वास, बुद्ध के आष्टांगिक मार्ग के अनुसरण, प्राणियों के प्रति दयालुता, चोरी न करने, झूठ न बोलने, शराब के सेवन न करने, असमानता पर आधारित हिंदू धर्म का त्याग करने और बौद्ध धर्म को अपनाने से संबंधित थीं। नवयान लेकर आम्बेडकर और उनके समर्थकों ने विषमतावादी हिन्दू धर्म और हिन्दू दर्शन की स्पष्ट निंदा की और उसे त्याग दिया। आम्बेडकर ने दुसरे दिन 15 अक्टूबर को फीर वहाँ अपने 2 से 3 लाख अनुयायियों को बौद्ध धम्म की दीक्षा दी, यह वह अनुयायि थे जो 14 अक्तुबर के समारोह में नहीं पहुच पाये थे या देर से पहुचे थे। आम्बेडकर ने नागपूर में करीब 8 लाख लोगों बौद्ध धर्म की दीक्षा दी, इसलिए यह भूमी दीक्षाभूमि नाम से प्रसिद्ध हुई। तिसरे दिन 16 अक्टूबर को आम्बेडकर चंद्रपुर गये और वहां भी उन्होंने करीब 3,00,000 समर्थकों को बौद्ध धम्म की दीक्षा दी। इस तरह केवल तीन दिन में आम्बेडकर ने स्वयं 11 लाख से अधिक लोगों को बौद्ध धर्म में परिवर्तित कर विश्व के बौद्धों की संख्या 11 लाख बढा दी और भारत में बौद्ध धर्म को पुनर्जिवीत किया। इस घटना से कई लोगों एवं बौद्ध देशों में से अभिनंदन प्राप्त हुए। इसके बाद वे नेपाल में चौथे विश्व बौद्ध सम्मेलन मे भाग लेने के लिए काठमांडू गये। |
मोहित सूरी की फिल्म एक विलेन के पहले गाने गलियां की कुछ तस्वीरें रिलीज की गई हैं. जिनमें सिद्धार्थ मल्होत्रा और श्रद्धा कपूर इश्क फरमाते नजर आ रहे हैं. इसे गोवा और मॉरिशस की हसीन वादियों में शूट किया गया है.
इस गाने को कंपोज और गाया है अंकित तिवारी ने. यह वही अंकित तिवारी है जो आशिकी-2 के गाने सुन रहा है न तू से सुर्खियों में आए थे.
एक विलेन में पांच गाने हैं और आशिकी-2 की टीम ने तैयार किए हैं. इस रोमांटिक सांग में सिद्धार्थ और श्रद्धा की कैमिस्ट्री देखने वाली है. इस रोमांटिक फिल्म में स्टुडेंट ऑफ द ईयर फेम सिद्धार्थ मल्होत्रा ऐक्शन अवतार में नजर आएंगे. |
लेख: हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल ने एक और मील का पत्थर हासिल किया. बेंगलुरु में एचएएल ने देश में बने लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर यानी एलयूएच का तकनीकी उड़ाऩ भरी. हेलीकॉप्टर ने करीब 15 मिनट तक उड़ान भरी. ये उड़ान पूरी तरह से सफल रही. ये उड़ान एलयूएच के प्रोटोटाइप के परीक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआत है.
एचएएल ने पहले एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव फिर लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर रुद्र बनाया और अब लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर बना रही है. एचएएल को उम्मीद है कि वायुसेना और थल सेना से जब पुराने पड़ चुके चीता और चेतक जैसे हेलीकॉप्टर हटाए जाएंगे तो उसकी जगह एलयूएच ले सकता है. इतना ही नहीं, एलयूएच न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़े बजार पर कब्जा कर सकता है.टिप्पणियां
तीनों सेनाओं में 600 के करीब चीता और चेतक हेलीकॉप्टर हैं. इनमें से ज्यादातर का जीवन समाप्त होने को है और किसी तरह उन्हें अपग्रेड कर काम चलाया जा रहा है. छह यात्रियों और दो पायलट के साथ एलयूएच 3150 किलोग्राम भार तक उड़ान भर सकता है.
इस हेलीकॉप्टर को इस तरह डिजाइऩ किया गया है कि इसका इस्तेमाल इस्तेमाल टोह लेने, परिवहन, माल ढ़ुलाई और बचाव कार्य जैसे कामों में किया जा सकता है. इस हेलीकॉप्टर में ऐसी क्षमता है कि वो हिमालय की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है. करीब आठ साल पहले इस हेलीकॉप्टर के निमार्ण का काम शुरू किया गया था लेकिन जमीनी परीक्षण होने में ही सात साल लग गए. अब कहा जा रहा है कि 2018 तक यह पूरी तरह से ऑपरेशनल हो पायेगा, उसके बाद ही सेना में शामिल हो पाएगा.
एचएएल ने पहले एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव फिर लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर रुद्र बनाया और अब लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर बना रही है. एचएएल को उम्मीद है कि वायुसेना और थल सेना से जब पुराने पड़ चुके चीता और चेतक जैसे हेलीकॉप्टर हटाए जाएंगे तो उसकी जगह एलयूएच ले सकता है. इतना ही नहीं, एलयूएच न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़े बजार पर कब्जा कर सकता है.टिप्पणियां
तीनों सेनाओं में 600 के करीब चीता और चेतक हेलीकॉप्टर हैं. इनमें से ज्यादातर का जीवन समाप्त होने को है और किसी तरह उन्हें अपग्रेड कर काम चलाया जा रहा है. छह यात्रियों और दो पायलट के साथ एलयूएच 3150 किलोग्राम भार तक उड़ान भर सकता है.
इस हेलीकॉप्टर को इस तरह डिजाइऩ किया गया है कि इसका इस्तेमाल इस्तेमाल टोह लेने, परिवहन, माल ढ़ुलाई और बचाव कार्य जैसे कामों में किया जा सकता है. इस हेलीकॉप्टर में ऐसी क्षमता है कि वो हिमालय की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है. करीब आठ साल पहले इस हेलीकॉप्टर के निमार्ण का काम शुरू किया गया था लेकिन जमीनी परीक्षण होने में ही सात साल लग गए. अब कहा जा रहा है कि 2018 तक यह पूरी तरह से ऑपरेशनल हो पायेगा, उसके बाद ही सेना में शामिल हो पाएगा.
तीनों सेनाओं में 600 के करीब चीता और चेतक हेलीकॉप्टर हैं. इनमें से ज्यादातर का जीवन समाप्त होने को है और किसी तरह उन्हें अपग्रेड कर काम चलाया जा रहा है. छह यात्रियों और दो पायलट के साथ एलयूएच 3150 किलोग्राम भार तक उड़ान भर सकता है.
इस हेलीकॉप्टर को इस तरह डिजाइऩ किया गया है कि इसका इस्तेमाल इस्तेमाल टोह लेने, परिवहन, माल ढ़ुलाई और बचाव कार्य जैसे कामों में किया जा सकता है. इस हेलीकॉप्टर में ऐसी क्षमता है कि वो हिमालय की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है. करीब आठ साल पहले इस हेलीकॉप्टर के निमार्ण का काम शुरू किया गया था लेकिन जमीनी परीक्षण होने में ही सात साल लग गए. अब कहा जा रहा है कि 2018 तक यह पूरी तरह से ऑपरेशनल हो पायेगा, उसके बाद ही सेना में शामिल हो पाएगा.
इस हेलीकॉप्टर को इस तरह डिजाइऩ किया गया है कि इसका इस्तेमाल इस्तेमाल टोह लेने, परिवहन, माल ढ़ुलाई और बचाव कार्य जैसे कामों में किया जा सकता है. इस हेलीकॉप्टर में ऐसी क्षमता है कि वो हिमालय की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है. करीब आठ साल पहले इस हेलीकॉप्टर के निमार्ण का काम शुरू किया गया था लेकिन जमीनी परीक्षण होने में ही सात साल लग गए. अब कहा जा रहा है कि 2018 तक यह पूरी तरह से ऑपरेशनल हो पायेगा, उसके बाद ही सेना में शामिल हो पाएगा. |
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान जेपी डुमिनी ने अपनी टीम के प्रयासों पर संतोष जताया. उन्होंने कहा, ‘टास के समय हम बात कर रहे थे कि यह सेमीफाइनल जैसा है. गेंदबाजी में हमने जिस तरह से शुरूआत की वह बेजोड़ थी. आखिरी पांच ओवरों में उन्होंने अच्छा खेल दिखाया लेकिन हमारे बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया. आखिर में यह आसान जीत रही.’ डुमिनी ने कहा कि वे डकवर्थ लुईस पद्वति को ध्यान में रखकर लक्ष्य का पीछा कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘हमने डीएलएस पद्वति को ध्यान में रखकर बल्लेबाजी की. आखिर में यह हमारे पक्ष में रहा क्योंकि इससे हम स्वच्छंद होकर खेल पाए. जब हम गेंदबाजी कर रहे थे तब भी हल्की बारिश हो रही थी. हमें पता था हमें शुरू में ही लय बनानी होगी.’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
यह एक लेख है: लूट के संदेह में पकड़े गए पांच युवकों की जसपुरा थाने में पिटाई के प्रकरण में थाना प्रभारी सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र ने बताया कि दो दिन पहले दो ट्रकों और एक डीसीएम टोयटा से लूट के मामले में जसपुरा थाना प्रभारी पंकज तिवारी, उपनिरीक्षक रमाशंकर और पांच सिपाही पिपरोदर गांव के पांच युवकों को पकड़कर थाने ले आए थे. थाने में युवकों की पिटाई की गई.टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि लूट का खुलासा नहीं होने पर युवकों को शांति भंग करने संबंधी धारा में चालान कर रिहा कर दिया गया. पीड़ित युवक सपा जिलाध्यक्ष शमीम बांदवी के साथ आये और अपना पक्ष रखा. प्रथम दृष्टया पाया गया कि युवकों की बर्बरता से पिटाई की गई है. इसके बाद कल थाना प्रभारी और उप-निरीक्षक सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र ने बताया कि दो दिन पहले दो ट्रकों और एक डीसीएम टोयटा से लूट के मामले में जसपुरा थाना प्रभारी पंकज तिवारी, उपनिरीक्षक रमाशंकर और पांच सिपाही पिपरोदर गांव के पांच युवकों को पकड़कर थाने ले आए थे. थाने में युवकों की पिटाई की गई.टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि लूट का खुलासा नहीं होने पर युवकों को शांति भंग करने संबंधी धारा में चालान कर रिहा कर दिया गया. पीड़ित युवक सपा जिलाध्यक्ष शमीम बांदवी के साथ आये और अपना पक्ष रखा. प्रथम दृष्टया पाया गया कि युवकों की बर्बरता से पिटाई की गई है. इसके बाद कल थाना प्रभारी और उप-निरीक्षक सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने बताया कि लूट का खुलासा नहीं होने पर युवकों को शांति भंग करने संबंधी धारा में चालान कर रिहा कर दिया गया. पीड़ित युवक सपा जिलाध्यक्ष शमीम बांदवी के साथ आये और अपना पक्ष रखा. प्रथम दृष्टया पाया गया कि युवकों की बर्बरता से पिटाई की गई है. इसके बाद कल थाना प्रभारी और उप-निरीक्षक सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
यह लेख है: ईरान ने 15 कंपनियों को अमेरिकी कंपनी बताते हुए उन पर आतंकवाद का समर्थन करने, दमन और फलस्तीन की जमीन पर इस्राइल के कब्जे का समर्थन करने के लिए रविवार को पाबंदी लगा दी. कंपनियों की इस सूची में एक अमेरिकी रियल इस्टेट कंपनी से लेकर एक प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी शामिल है. यह पाबंदी प्रतीकात्मक के अलावा और कुछ नहीं लगती क्योंकि कंपनियों के बारे में तत्काल ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि वे ईरान में कहीं व्यापार करती हैं.टिप्पणियां
ईरान की सरकारी संवाद समिति ने विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के हवाले से कहा कि पाबंदी कंपनियों को ईरानी कंपनियों के साथ कोई समझौता करने से रोकती है और पूर्व एवं वर्तमान निदेशक वीजा के लिए पात्र नहीं होंगे. इस सूची में शामिल कंपनियों की ओर से अभी कोई जवाब नहीं आया है. इन कंपनियों में आईटीटी कोर्प, मिसाइल निर्माता रेथियोन को. और युनाइटेड टेक्नोलॉजीज कोर्प. डेन्वर्स रीमैक्स होल्डिंग्स इंक शामिल हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ईरान की सरकारी संवाद समिति ने विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के हवाले से कहा कि पाबंदी कंपनियों को ईरानी कंपनियों के साथ कोई समझौता करने से रोकती है और पूर्व एवं वर्तमान निदेशक वीजा के लिए पात्र नहीं होंगे. इस सूची में शामिल कंपनियों की ओर से अभी कोई जवाब नहीं आया है. इन कंपनियों में आईटीटी कोर्प, मिसाइल निर्माता रेथियोन को. और युनाइटेड टेक्नोलॉजीज कोर्प. डेन्वर्स रीमैक्स होल्डिंग्स इंक शामिल हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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Gully Boy face CBFC: रणवीर सिंह- आलिया भट्ट की फिल्म गली बॉय 14 फरवरी को रिलीज हो रही है. फिल्म की रिलीज का इंतजार फैंस बेसब्री से कर रहे हैं. लेकिन दर्शकों के लिए एक बुरी खबर है. रिपोर्ट्स की मानें तो गली बॉय के कई सीन पर सेंसर ने कैंची चला दी है. सेंसर बोर्ड की पहली कैंची आलिया-रणवीर सिंह के बीच फिल्माए गए 13 सेकेंड के इंटीमेट सीन पर चली है.
बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के मुताबिक आलिया-रणवीर सिंह के बीच फिल्माए गए 13 सेकेंड के किसिंग सीन को हटाया गया है. फिल्म में कई जगह अपशब्द भाषा का यूज किया गया है, जिन्हें हटाया गया है. हालांकि ट्रेलर में आलिया और रणवीर के एक किसिंग सीन को दिखाया गया है. किसी फिल्म में सेंसर बोर्ड के कट लगाने का यह पहला मामला नहीं है. सेंसर बोर्ड की कैंची का बॉलीवुड की कई फिल्मों को सामना करना पड़ा है. सेंसर बोर्ड के इस रवैये पर कई बार डायरेक्टर्स ने अपनी आवाज भी उठाई है.
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Ranveer Singh
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Feb 11, 2019 at 3:32am PST
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Love Sandwich! ❤️❤️ Here I am Flanked by the finest in filmdom! 🎬🎥 @zoieakhtar @karanjohar
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Ranveer Singh
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Feb 6, 2019 at 3:20am PST
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Keep it 💯
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Ranveer Singh
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Feb 8, 2019 at 9:45am PST
गली बॉय के सीन में सेंसर का कट लगना फैंस के लिए निराशाजनक है. फिल्म को बीते दिनों बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया है. जहां फिल्म को जबरदस्त रिस्पांस मिला है. फिल्म के गाने और ट्रेलर सोशल मीडिया पर पहले ही वायरल हो चुके हैं.
फिल्म की कहानी स्ट्रगलिंग रैपर डिवाइन और नैजी की लाइफ से इंस्पायर है. फिल्म में रणवीर सिंह रैपर की भूमिका निभा रहे हैं. फिल्म में रणवीर सिंह पहली बार अपनी अदाकारी के साथ सिंगिंग के जलवे भी बिखेरते नजर आने वाले हैं. |
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