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Jeep इंडिया ने स्पेशल एडिशन Compass Bedrock SUV को भारत में लॉन्च कर दिया है. इस लिमिटेड एडिशन SUV की कीमत 17.53 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी गई है. ये बेडरॉक एडिशन स्पोर्ट ट्रिम पर बेस्ड है. हालांकि इसके इंटीरियर और एक्सटीरियर दोनों ही तरफ ज्यादा फीचर्स दिए गए हैं और कॉस्मेटिक बदलाव भी किया गया है. इस नए जीप कम्पास बेडरॉक एडिशन को SUV की 25,000 यूनिट्स बिकने की खुशी में लॉन्च किया गया है. जीप कम्पास बेडरॉक एडिशन ग्राहकों के लिए तीन कलर ऑप्शन- वोकल वाइट, मिनिमल ग्रे और एक्सोटिका रेड में उपलब्ध होगी. इस स्पेशल एडिशन SUV में ब्लैक कलर में 16-इंच अलॉय व्हील्स और रूफ रेल्स मौजूद हैं. इंटीरियर की बात करें तो इस SUV में बेडरॉक बैजिंग वाले सीट कव्हर्स, डायनैमिक गाइडेंस, 5-इंच इंफोटेनमेंट सिस्टम, रिवर्स कैमरा और नए फ्लोर मैट्स दिए गए हैं. दूसरे फीचर्स की बात करें तो इस स्पेशल एडिशन SUV में डुअल एयरबैग्स, EBD के साथ ABS , स्टेबिलिटी और ट्रैक्शन कंट्रोल, चारों व्हील्स पर डिस्क ब्रेक्स, इलेक्ट्रिक पार्किंग ब्रेक और फोल्डिंग ORVMs भी दिए गए हैं. इस लिमिटेड एडिशन कम्पास बेडरॉक एडिशन में 2.0-लीटर टर्बो डीजल इंजन दिया गया है जो 173Bhp का पावर जेनरेट करता है. ट्रांसमिशन के लिए इस इंजन को 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जोड़ा गया है.
परशुराम कल्पसूत्र एक शाक्त आगम है, जो कौल परंपरा से संबंधित श्री विद्या प्रथाओं पर एक हिंदू पाठ है। पाठ के रचयिता का श्रेय पारंपरिक रूप से श्री हरि विष्णु के छठे अवतार और दत्तात्रेय के शिष्य परशुराम को दिया जाता है।यह देवी ललिता के श्री विद्या उपासकों के लिए एक पवित्र पाठ है, जिन्हें देवी आदि पराशक्ति का स्वरूप माना जाता है। इस पाठ का उपयोग गणेश, बाला त्रिपुरसुंदरी, मातंगी और वाराही की पूजा में भी किया जाता है। इस पाठ की उत्पत्ति दत्तात्रेय संहिता में हुई है और इसे दत्तात्रेय के शिष्य सुमेधा ने संकलित किया था। सन्दर्भ शाक्त सम्प्रदाय हिन्दू ग्रन्थ हिन्दू दर्शन संस्कृत ग्रन्थ
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2जी स्पेक्ट्रम मामले में सोमवार को पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए. राजा और दो अन्य आरोपियों से भी पूछताछ की। सीबीआई की विशेष अदालत ने जांच एजेंसी को राजा, पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा और एक निजी दूरसंचार कम्पनी के अधिकारी गौतम दोषी से पटियाला हाउस अदालत परिसर के भीतर पूछताछ की अनुमति दी। अदालत ने कहा कि एजेंसी को दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे के बीच सभी से एक-एक घंटे पूछताछ की अनुमति होगी।
अभी तो बात दिल में ही थी. अभी तो मीठे स्वर कंठ से निकले ही थे. अभी तो वो सुर होठों पर आए ही थे. अभी तो जुगलबंदी बन ही रही थी. अभी तो उनके कदम बढ़े भी नहीं थे. अभी तो उन्होंने अपनी बात रखी भी नहीं थी. अभी तो चंद लम्हे हुए ही थे...कि अचानक तुर्की के दिल पर धमाके हुए. लगातार एक के बाद एक...वो आठ सेकेंड. उन आठ सेकेंडों में ही सबकुछ बदल गया. छह सेकेंड पहले तक लोग शांति का आह्वान कर रहे थे. उन कुर्दों से जो सरकार से विद्रोह कर रहे हैं. उस सरकार से जो उन विद्रोहियों से लड़ रही है. और जिस दौरान यह सब हो रहा था, कोई था जो इन लम्हों को कैमरे में कैद कर रहा था. ये लोग ओडब्ल्यूएस वीक नाम के ग्रुप के थे, जो दुनियाभर में आतंक और हैवानियत के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में हिस्सा लेता है. अमन के उन संदेशों को दुनियाभर में फैलाता है. इस ग्रुप ने अंकारा में हुए धमाकों को भी कैमरे में कैद कर लिया और आठ सेकेंड का यह वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया. Moment of explosion at Peace Rally in Ankara/Turkey https://t.co/2bmFNDWTMA http://t.co/8l92B6XD5s — OWSweek (@OWSweek) October 10, 2015
उत्तर प्रदेश के सैफई में मुलायम सिंह यादव के 80वें जन्मदिन पर शिवपाल सिंह ने अपने बेटे अंकुर के साथ मुलायम का लंबा इंतजार करने के बाद केक काटा. मुलायम को सैफई में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) द्वारा आयोजित जन्मदिन कार्यक्रम में आना था लेकिन वह नहींआए. शिवपाल ने कहा कि मुलायम चापलूसों ओर चुगलखोरों के चक्कर में हैं. उन्हें यहां आना चाहिए था. हमने निमंत्रण दिया था. शिवपाल ने बेटे अंकुर को केक खिलाया नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर विराट दंगल का आयोजन भी किया गया था जो कि नेता जी का पंसदीदा खेल माना जाता है लेकिन नेताजी के न आने से खिलाड़ियों और स्थानीय नेताओं में मायूसी भी देखने को मिली. इस अवसर पर नेताजी को देखने और सुनने के लिए काफी भीड़ भी आई हुई थी.शिवपाल सिंह यादव ने दंगल के खिलाड़ियों के बीच जाकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया. नेता जी का पार्टी में अपमान हुआ शिवपाल सिंह यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नेता जी को अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ना चाहिए क्योंकि नेता जी का पार्टी में अपमान हुआ है. नेता जी के साथ रहने की वजह से मेरा भी अपमान हुआ. मेरा तो कोई झगड़ा भी नहीं था. चापलूस ओर चुगलखोरों से दूर रहें शिवपाल यही नहीं रुके. उन्होंने नेता जी को सलाह दी कि चापलूस ओर चुगलखोरों से दूर रहें, वहीं, राम मंदिर मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि हमारी पार्टी चाहती है कि विवादित जगह पर मंदिर नहीं बने. वहीं, सपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह लोग कहते हैं कि हम बीजेपी कीबी टीम हैं लेकिन इन्होंने कभी खुद बीजेपी के खिलाफ कोई आंदोलन नहीं किया. केक काटकर नेताजी का जन्मदिन मनाया इटावा के सैफई में चंदगीराम स्टेडियम में शिवपाल सिंह यादव द्वारा अपने बड़े भाई और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के 80 वें जन्मदिन का आयोजन कराया गया. इस जन्मदिन के कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव को आना था लेकिन मुलायम नहीं पहुंचे. मंच पर शिवपाल और बेटे आदित्य उर्फ अंकुर लंबे समय तक इंतजार करते रहे लेकिन नेताजी को न आता देख शिवपाल सिंह ने अंकुर के साथ मिलकर केक काटकर नेताजी का जन्मदिन मनाया.
डोनबास में युद्ध यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में एक सशस्त्र संघर्ष है, जो व्यापक रूस-यूक्रेनी युद्ध का हिस्सा है। मार्च 2014 में, यूरोमैडन विरोध आंदोलन और बाद में क्रांति की क्रांति के तुरंत बाद, रूस समर्थक, सरकार विरोधी अलगाववादी समूहों द्वारा विरोध यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुहान्स्क ओब्लास्ट में हुआ, जिसे सामूहिक रूप से डोनबास कहा जाता है। ये प्रदर्शन उसी समय के आसपास शुरू हुए जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था, और दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन में व्यापक रूसी समर्थक विरोध का हिस्सा थे। डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (क्रमशः डीपीआर और एलपीआर) की घोषणा करते हुए, सशस्त्र रूसी समर्थित अलगाववादी समूहों ने डोनबास में सरकारी भवनों को जब्त कर लिया, जिससे यूक्रेनी सरकारी बलों के साथ सशस्त्र संघर्ष हुआ। सन्दर्भ रूस-यूक्रेन युद्ध डोनबास
बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस श्रीदेवी के निधन को डेढ़ साल हो चुके हैं. उनकी मौत से उनके परिवार और फिल्म इंडस्ट्री दोनों जगह एक खालीपन सा रह गया है. आज भी उनकी फिल्में और तस्वीरें लोगों में उनकी याद ताजा करती रहती है. हाल ही में श्रीदेवी की बेटी और बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने अपने मम्मी-पापा की एक थ्रोबैक फोटो शेयर की है. इस फोटो में श्रीदेवी अपने पति बोनी कपूर के गाल पर किस करती नजर आ रही हैं. तस्वीर में दोनों का प्यार साफ झलक रहा है. प्रोड्यूसर बोनी कपूर और श्रीदेवी का अफेयर बीटाउन में किसी से छिपा नहीं है. View this post on Instagram Gunjan Saxena - #TheKargilGirl releasing on the 13th of March 2020 @karanjohar @apoorva1972 #PankajTripathi @angadbedi @itsvineetsingh @manavvij @sharansharma @dharmamovies @zeestudiosofficial A post shared by Janhvi Kapoor (@janhvikapoor) on Aug 28, 2019 at 9:53pm PDT ऐसे हुआ प्यार और फिर शादी- इंडिया टुडे वुमेन समिट 2013 में बोनी ने श्रीदेवी के साथ अपनी लव स्टोरी को लेकर बात भी की थी. उन्होंने बताया था कि जब उन्होंने एक तमिल फिल्म में श्रीदेवी को देखा तो उन्हें उनसे (श्रीदेवी से) उसी वक्त प्यार हो गया था. फिल्म देखने के बाद वे खास तौर पर उनसे मिलने के लिए चेन्नई गए लेकिन उस वक्त श्रीदेवी सिंगापुर में शूटिंग कर रही थीं. बाद में मिस्टर इंडिया फिल्म की शूटिंग के दौरान श्रीदेवी और बोनी कपूर एक दूसरे के करीब आए थे. 1996 में दोनों ने शादी कर ली. View this post on Instagram Missing this hurrr 💇🏻‍♀️🥺 A post shared by Janhvi Kapoor (@janhvikapoor) on Aug 2, 2019 at 8:11am PDT क्या हैं जाह्नवी की अपकमिंग फिल्में? जाह्नवी कपूर की बात करें तो वह अक्सर मम्मी-पापा के साथ अपनी फोटोज इंस्टाग्राम पर शेयर करती रहती हैं. प्रोफेशनल फ्रंट पर जाह्नवी जल्द ही कारगिल गर्ल और रूही आफ्जा में नजर आएंगी. कारगिल गर्ल के पोस्टर्स पहले ही रिलीज हो चुके हैं. इनमें जाह्नवी का लुक काबिले तारीफ है.
बीजेपी ने डीडीसीए विवाद में केंद्रीय वित्तमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली पर लगातार हमलावर रहे बागी पार्टी सांसद कीर्ति आजाद को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. पार्टी ने साल के अंतिम दिन कीर्ति आजाद को यह नोटिस देकर पूछा है कि आखिर उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से बाहर क्यों न कर दिया जाए. इस नोटिस में पार्टी की ओर डीडीसीए मुद्दा या फिर क्रिकेट का कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर उनके द्वारा दिए गए विरोधी बयानों का जिक्र किया गया है. इस नोटिस में पार्टी ने लोकसभा में कीर्ति आजाद द्वारा कही गई बात को भी कार्रवाई का आधार माना गया है. उल्लेखनीय है कि पार्टी ने 23 दिसंबर को ही कीर्ति आजाद को पार्टी से निलंबित कर दिया था. बता दें कि पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद आजाद ने सवाल उठाया था कि उन्हें इस बात के सबूत दिए जाएं जब उन्होंने पार्टी विरोधी कोई काम किया हो. इस नोटिस में पार्टी ने तमाम कारणों को गिनाया है जिनकी वजहों से कीर्ति आजाद पर यह कार्रवाई की गई है. कीर्ति आजाद ने निलंबन के बाद पीएम से मिलने का भी वक्त मांगा था. इस बीच सूत्रों के अनुसार खबर है कि कीर्ति आजाद ने इस नोटिस का जवाब तैयार कर लिया है और शुक्रवार को वे पार्टी को अपना जवाब भेजेंगे.
ब्रिटिशकालीन भारत में सन १९२० में इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल तथा प्रान्तीय काउन्सिलों के लिए चुनाव हुए थे। भारत के आधुनिक युग के इतिहास में वह पहला चुनाव थे। सेन्ट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली, दिल्ली में था और इसमें १०४ स्थान थे। यह इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल का निचला सदल था। १०४ स्थानों में से ६६ पर चुनाव हुए, ८ पर यूरोपीय सदस्यों का चुनाव हुआ (चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स के माध्यम से)। राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव के साथ-साथ प्रान्तीय असेम्बलियों के ६३७ सीटों के लिए भी चुनाव हुए। महात्मा गांधी ने इस चुनाव के बहिष्कार का आह्वान किया था किन्तु उसका बहुत कम प्रभाव दिखा। सन्दर्भ भारत में चुनाव
बिजनेस स्टैंडर्ड भारत में प्रकाशित होने वाला अंग्रेजी भाषा का एक समाचार पत्र (अखबार) है। यह मुंबई, नई दिल्ली, कोलकाता, बंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद, हैदराबाद, चंडीगढ़, पुणे, लखनऊ, भुवनेश्वर व कोच्चि से प्रकाशित होता है। इन्हें भी देखें भारत में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों की सूची सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ NEWSPAPERS.co.in - A dedicated portal showcasing online newspapers from all over India Newspaper Index - Newspapers from India - Most important online newspapers in India ThePaperboy.com India - Comprehensive directory of more than 110 Indian online newspapers भारत में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रअंग्रेजी भाषा के समाचार पत्र
A post shared by Voompla (@voompla) on May 8, 2018 at 1:31am PDT
एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में नेपाल सरकार ने अनुपातिक प्रतिनिधित्व एवं निर्वाचनक्षेत्र परिसीमन से संबंधित मधेसियों की दो अहम मांगों का समाधान करने के लिए नए संविधान में संशोधन करने का फैसला किया है जिसका भारत द्वारा स्वागत किए जाने की संभावना है. आपातकाल बैठक में हुआ फैसला मंत्रिमंडल की रविवार रात यहां सिंहदरबार में हुई आपात बैठक में यह फैसला किया गया. बैठक में एक राजनीतिक प्रणाली पर भी सहमति बनी, जो अपने गठन के तीन महीने के अंदर प्रस्तावित प्रांतीय सीमाओं को लेकर विवाद के समाधान के लिए सुझाव देगा. बैठक में नए संविधान में संशोधन से संबंधित उस विधेयक के साथ आगे बढ़ने का निर्णय किया गया जो संसद में पहले ही पेश किया जा चुका है. आंदोलन के चलते नेपाल में जरूरी सामान की किल्लत मधेसियों के आंदोलनरत राजनीतिक दल नए संविधान में प्रस्तावित सात प्रांतीय मॉडल का चार महीने से विरोध करते आ रहे हैं क्योंकि इससे उनके पुरखों के होमलैंड का इस तरह विभाजन होगा कि वे अपने ही क्षेत्र में राजनीतिक रूप से हाशिये पर पहुंच जाएंगे. उन्होंने भारत के साथ लगती सीमा व्यापार मार्गों को बंद कर रखा है जिससे देश में जरूरी वस्तुओं और दवाइयों की भारी किल्लत पैदा हो गई है. कई लोगों की जा चुकी है जान अगस्त से जारी भारतीय मूल के मधेसियों के आंदोलन में कम से कम 50 लोगों की जान जा चुकी है. नेपाल की जनंसख्या में मधेसी 52 फीसदी हैं. मंत्रिमंडल की बैठक के बाद उद्योग मंत्री सोम प्रसाद पांडे ने संवाददाताओं से कहा, 'इस विधेयक से विभिन्न सरकारी संगठनों में अनुपातिक समग्र प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हुआ है जिसकी आंदोलनकारी दलों ने मांग की थी. उसमें जनसंख्या के आधार पर निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन का भी प्रस्ताव भी रखा गया है.' राजनीतिक प्रणाली पर उन्होंने कहा कि 'यह अपने गठन के तीन महीने के अंदर प्रस्तावित प्रांतीय सीमाओं को लेकर विवाद के समाधान का हल सुझाएगी.' नेपाल मंत्रिमंडल के इस फैसले का भारत द्वारा स्वागत किए जाने की संभावना है क्योंकि भारत नेपाल सरकार से अपनी राजनीतिक समस्याओं का हल करने तथा 20 सितंबर को अंगीकृत संविधान की व्यापक स्वीकार्यर्ता का आह्वान करता रहा है. तीन सूत्री प्रस्ताव पर चर्चा आंदोलनरत दलों के साथ विभिन्न दौर की वार्ता में तीन सूत्री प्रस्ताव पर चर्चा हुई. इन दलों ने कई आपत्तियां दर्ज की थीं तथा और स्पष्टीकरण मांगा था. इसी तरह इस बैठक में आंदोलनरत दलों से अपना आंदोलन बंद करने की अपील भी की गई है और कहा गया है कि उनकी मांग वार्ता के जरिए हल की जा सकती है . पांडे ने कहा, 'इन मुद्दों के अलावा, नागरिकता से जुड़ी मांग तथा अन्य मुद्दे भी वार्ता के जरिए हल किए जा सकते हैं. इसलिए हम प्रदर्शन तत्काल वापस लेने की अपील करते हैं.' प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के प्रेस सलाहकार प्रमोद दहल ने कहा, 'हम आशान्वित हैं कि इस फैसले का सकारात्मक नतीजा निकलेगा.' उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में आंदोलनरत मधेसी दलों के जवाब का इंतजार कर रही है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि यूरो मुद्रा वाले देशों को ऋण संकट को रोकने के लिए और कदम उठाने चाहिए क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी के असर से उबरने में क्षेत्र की स्थितियां और वित्तीय कमजोरी बाधा पैदा कर रही है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक वैश्विक आर्थिक सम्भावनाओं एवं नीति परिवर्तन पर तैयार एक आधार पत्र में आईएमएफ ने गुरुवार को कहा, "यूरो क्षेत्र के देशों को हाल के उपायों पर अवश्य आगे बढ़ना चाहिए और इस संकट का सफलतापूर्वक समाधान हासिल करने के लिए कई मोर्चो पर निर्णयात्मक ढंग से काम करना चाहिए।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि इस आधार पत्र को मेक्सिको शहर में पिछले सप्ताहांत संपन्न जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक के लिए तैयार किया गया था। पत्र के मुताबिक मांग में गिरावट से बचने के लिए राजकोषीय समेकन की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए और वैश्विक वित्तीय सहायता कार्यक्रम से लाभान्वित होने वाले यूरो देशों को समेकन प्रयासों पर बनी सहमति पर दृढ़ता से कायम रहना चाहिए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक वैश्विक आर्थिक सम्भावनाओं एवं नीति परिवर्तन पर तैयार एक आधार पत्र में आईएमएफ ने गुरुवार को कहा, "यूरो क्षेत्र के देशों को हाल के उपायों पर अवश्य आगे बढ़ना चाहिए और इस संकट का सफलतापूर्वक समाधान हासिल करने के लिए कई मोर्चो पर निर्णयात्मक ढंग से काम करना चाहिए।"टिप्पणियां ज्ञात हो कि इस आधार पत्र को मेक्सिको शहर में पिछले सप्ताहांत संपन्न जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक के लिए तैयार किया गया था। पत्र के मुताबिक मांग में गिरावट से बचने के लिए राजकोषीय समेकन की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए और वैश्विक वित्तीय सहायता कार्यक्रम से लाभान्वित होने वाले यूरो देशों को समेकन प्रयासों पर बनी सहमति पर दृढ़ता से कायम रहना चाहिए। ज्ञात हो कि इस आधार पत्र को मेक्सिको शहर में पिछले सप्ताहांत संपन्न जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक के लिए तैयार किया गया था। पत्र के मुताबिक मांग में गिरावट से बचने के लिए राजकोषीय समेकन की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए और वैश्विक वित्तीय सहायता कार्यक्रम से लाभान्वित होने वाले यूरो देशों को समेकन प्रयासों पर बनी सहमति पर दृढ़ता से कायम रहना चाहिए। पत्र के मुताबिक मांग में गिरावट से बचने के लिए राजकोषीय समेकन की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए और वैश्विक वित्तीय सहायता कार्यक्रम से लाभान्वित होने वाले यूरो देशों को समेकन प्रयासों पर बनी सहमति पर दृढ़ता से कायम रहना चाहिए।
भारत और जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीमों के बीच जारी तीन मैचों की टी-20 सीरीज का अंतिम मुकाबला आज हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर खेला जाएगा. दोनों टीमें यह मैच जीतकर सीरीज अपने नाम करना चाहेंगी. जिम्बाब्वे ने हरारे में ही खेला गया पहला मैच 2 रनों से अपने नाम किया था जबकि भारत ने सोमवार को जोरदार वापसी करते हुए दूसरा मुकाबला 10 विकेट से जीता था. बुधवार को महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली भारत की युवा टीम टी20 सीरीज भी अपने नाम कर दौरे का अच्छा अंत करना चाहेगी. दूसरे मैच में युवा तेज गेंदबाज बरिंदर सरन के अलावा भारत की सलामी जोड़ी लोकेश राहुल और मनदीप सिंह ने टीम को आसनी से जीत दिलाई थी. सरन ने इस मैच में चार विकेट अपने नाम किए थे. यह पर्दापण मैच में किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा किया गया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. जसप्रीत बुमराह ने भी सरन का अच्छा साथ दिया था और तीन विकेट झटके थे, जिसके कारण जिम्बाब्वे की टीम पूरे 20 ओवर में नौ विकेट पर 99 रन ही बना सकी थी. इसके बाद राहुल और मनदीप ने बिना कोई विकेट गंवाए भारत को 10 विकेट से जीत दिलाई थी. मनदीप ने इस मैच में अपना पहला अर्धशतक बनाया था. धोनी के पुराने इतिहास को देखते हुए उम्मीद है कि वह मैच जीताने वाली टीम में कोई बदलाव नहीं करेंगे. वहीं, दूसरी तरफ मेजबान भी इस सीरीज का सकारात्मक अंत चाहेंगे. पहला मैच जीतने के साथ ही उनके लिए यह यादगार सीरीज बन गई है और वह चाहेंगे की आखिरी मैच में एक बार और भारत को चौंकाते हुए वह जीत हासिल करें. पहले मैच में 26 गेंदों में 54 रनों की पारी खेल टीम को मजबूत लक्ष्य प्रदान करने वाले पूर्व कप्तान एल्टन चिगुम्बुरा के अलावा टीम के खिलाड़ी हर क्षेत्र में कमजोर ही दिखे हैं. आज के मैच में टीम के कप्तान ग्रीम क्रेमर चाहेंगे की चामु चिबाबा, हेमिल्टन मासाकाड्जा, सिकंदर रजा, चिगुम्बुरा और मैलक्म वालेर सभी बल्ले से अहम योगदान दें. टीमें (संभावित): भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, यजुवेंद्र चहल, रिषि धवन, फैज फजल, केदार जाधव, धवल कुलकर्णी, मंदीप सिंह, करुण नायर, मनीष पांडे, अक्षर पटेल, लोकेश राहुल, अंबाती रायडू, बरिंदर सरन, जयदेव उनादकत और जयंत यादव. जिम्बाब्वे: ग्रीम क्रेमर (कप्तान), सिकंदर रजा बट, ब्रियान चारी, टेंडाई चाटारा, चामुनओरवा चिबाबा, एल्टन चिगम्बुरा, नेविले माडजिवा, टिमयसेन मारुमा, हेम्लिटन मासाकाड्जा, वेलिंगटन मासाकाड्जा, पीटर जोसेफ मूर, तपिवा मुफुद्जा, तिनोतेंडा मुतोम्बोद्जी, रिचमोंड मुतुम्बामी, तौरइ मुजराबानी, वुसिमुजी सिबांडा, डोनाल्ड टिरिपानो और मैक्लम वालेर.
ललित मोदी की मदद मामले में विवादों में फंसी वसुंधरा राजे ने विपक्ष समेत बीजेपी को दो टूक शब्दों में जवाब दिया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को साफ शब्दों में कहा है कि वह इस्तीफा नहीं देंगी. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जहां एक ओर स्मार्ट सिटी समेत तीन बड़ी परियोजनाओं को लॉन्च किया. पढ़ें अब की बड़ी खबरें एक साथ: 1. ललित मोदी विवाद पर बीजेपी को CM वसुंधरा की दो टूक, कहा- नहीं दूंगी इस्तीफा ललित मोदी की मदद मामले में विवादों में फंसी वसुंधरा राजे ने विपक्ष समेत बीजेपी को दो टूक शब्दों में जवाब दिया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को साफ शब्दों में कहा है कि वह इस्तीफा नहीं देंगी. 2. PM मोदी बोले- 40 साल पहले देश को जेलखाना बनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जहां एक ओर स्मार्ट सिटी समेत तीन बड़ी परियोजनाओं को लॉन्च किया, वहीं कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में आपातकाल के दौर और तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार पर जमकर निशाना साधा. 3. कुमार विश्वास के खिलाफ शिकायत, धोखाधड़ी का आरोप AAP नेता और कवि कुमार विश्वास के खिलाफ धोखाधड़ी मामले में शिकायत दर्ज की गई है. उन पर धमकी देने का भी आरोप लगा है. 4. इन खूबियों से लैस होगी आपकी स्‍मार्ट सिटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विज्ञान भवन में तीन बड़ी योजनाएं लॉन्च की हैं. इन योजनाओं में प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी भी शामिल है. 100 शहरों में बनाई जाने वाली स्मार्ट सिटी में कई सुविधाएं हैं. 5. दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में हुई मानूसन की बारिश चुभती, तड़पती और असहाय करने वाली गर्मी को दूर करते हुए दिल्ली-एनसीआर में मानसून ने दस्तक दे दी है. बुधवार शाम से ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में मानसून की बारिश हो रही है. इसके साथ ही मानसून हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब और पूर्वी राजस्थान भी पहुंच गया है.
यह एक लेख है: बीजेपी नेता चिन्मयानंद (Chinmayanand) को लॉ की छात्रा से बलात्कार के आरोप में कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है. इसी मसले में यूपी की विशेष जांच दल (SIT) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चिन्मयानंद ने सारे आरोप कबूल कर लिए हैं. वायरल हुए वीडियो में खुद चिन्मयानंद हैं, यह उन्होंने स्वीकार किया. जिसपर बिना देरी के शुक्रवार को सुबह गिरफ्तार किया गया. वीडियो और ऑडियो की बारीकी से जांच की गई. SIT चीफ के मुताबिक चिन्मयानंद ने उनसे कहा कि मैं गलती पर शर्मिंदा हूं. बता दें कि उत्तर प्रदेश की विशेष जांच दल (SIT) की टीम ने चिन्मयानंद को उनके आश्रम से शुक्रवार की सुबह करीब 8 बजकर 50 मिनट पर गिरफ्तार किया. जिसके बाद चिन्मयानंद को कोर्ट में पेश किया गया. इस बीच राज्य यूपी के डीजीपी ने कहा कि चिन्मयानंद से फिरौती मांगने की कोशिश के आरोप में 3 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. बताते चले कि चिन्मयानंद (Chinmayanand) के खिलाफ लॉ छात्रा ने 12 पन्नों की शिकायत की और SIT को दिए बयान में कई चौंका देने वाली बातें सामने आई. पीड़िता का कहना है कि चिन्मयानंद ने ब्लैकमेल कर रेप किया है. पीड़िता का हॉस्टल के बाथरूम में नहाने का वीडियो बनाया गया और उस वीडियो को वॉयरल करने की धमकी देकर एक साल तक रेप करता रहा. साथ ही पीड़िता ने बताया कि चिन्मयानंद ने शारीरिक शोषण का वीडियो भी बनाया है.
जल्द अपनी आने वाली फिल्म 'Mohenjo Daro' को पर्दे पर उतारने के लिए तैयार जाने माने निर्देशक आशुतोष गोवारिकर के बारे में एक दिलचिस्प बात सामने आई. बॉलीवुड में हिट हिस्टोरिकल फिल्में देने वालें आशुतोष गोवारिकर स्कूल के दिनों में हिस्ट्री सब्जेक्ट में फेल हो जाते थे. हालांकि गोवारिकर अपने स्कूल के दिनों में भले ही हिस्ट्री में पास नहीं हुए हों, लेकिन बीते दिनों की अनकही कहानियां हमेशा से उन्हें आकर्षित करती रही हैं.  इतिहास के बैकग्राउंड पर बेस्ड अपनी आने वाली फिल्म मोहेन जोदारो के प्रमोशनल इवेंट में गोवारिकर ने संवाददाताओं को बताया, 'मुझे डेट्स कभी याद नहीं रहतीं. मैं हिस्ट्री के सब्जेक्ट में पास नहीं हुआ... मेरा ज्योग्रफी से भी कोई वास्ता नहीं. लेकिन, मुझे अनकही कहानियां लुभाती हैं. आशुतोष ने कहा, मोहेन जोदारो और सिंधु घाटी सभ्यता का जिक्र करते हुए जो भी शहर या समाज है जिसे मैं जानता नहीं था. इसने मुझे उस काल की कहानी बयां करने के लिए आकर्षित किया. अपनी पहली फिल्म 'लगान' से 52 साल के इस फिल्मकार ने हमेशा से ऐसे काल को दिखाना पसंद किया है जिनके बारे में इतिहास की किताबों में सिर्फ पढ़ा गया हो. 'जोधा अकबर' के बाद सिंधु घाटी सभ्यता के दौर को चित्रित करती मोहेन जोदारो के लीड एक्टर रितिक रोशन के साथ उनकी दूसरी फिल्म है. उन्होंने कहा, वहां क्या कुछ हुआ होगा, किस तरह के लोग होंगे और कैसे वो रहते होंगे, इस बात में मेरी दिलचस्पी रही है. मुझे खुशी है मैंने यह फिल्म बनाई और मुझे उम्मीद है कि मैंने फिल्म के साथ न्याय किया है.
माइकल शूमाकर (जन्म 3 जनवरी 1969) जर्मनी के पूर्व रेसिंग ड्राइवर हैं। शूमाकर सात बार के फ़ॉर्मूला-वन वर्ल्ड चैम्पियन हैं और व्यापक रूप से सर्वकालिक फ़ॉर्मूला वन के महान चालक के रूप में जाने जाते हैं। दिसम्बर २०१३ में स्कीईंग दुर्घटना में वे बुरी तरह घायल हुए व कोमा में चले गए। उसके बाद इलाज के दौरान कोमा से बाहर आने में उन्हें कई माह का समय लगा था। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ मर्सिडीज जीपी आधिकारिक वेबसाइट से - प्रोफाइल Kartcenter and Museum (कार्टसेन्टर और संग्राहलय) Kartteam Kaiser-Schumacher-Muchow (कार्टटीम कैसर शूमाकर मुचो) Formula1.com प्रोफाइल माइकल शूमाकर के करियर के आंकड़े माइकल शूमाकर के बारे में समाचार आँकड़े 1969 में जन्मे लोग जर्मनी के लोग फ़ॉर्मूला वन रेसर जर्मनी के खिलाड़ी
सड़क पर चलते हुए अक्सर लोग बड़ी गलतियां करते हैं जिसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है. कई बार लोग जल्दबाजी में अपनी जान भी गंवा देते हैं. भारत में सड़क पर होने वाले ज्यादातर हादसे लापरवाही और जल्दबाजी के चक्कर में ही होते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि ये सिर्फ भारत में ही होता है. चीन में भी एक ऐसा मामला सामने आया है. जहां एक शख्स सड़क पार करने के लिए बजाए सबवे के इस्तेमाल करने के वह सड़क के बीच में लगे डिवाइडर को पार करने की कोशिश करता है. लेकिन डिवाइडर में लगी सरिया का गैप काफी कम होता है जिसमें वह फंस जाता है. आप वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे तेज रफ्तार से गाड़ियां दौड़ रही हैं और उसका शरीर डिवाइडर के बीच में फंसा हुआ है. यह पूरा नजारा वहां लगाए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाता है. गनीमत यह रही है कि वहां ट्रैफिक पुलिस मौजूद थी जिससे उसको तुरंत बचा लिया गया.  अगर उसकी कोई मदद नहीं करता तो हो सकता था कि उसको कोई गाड़ी टक्कर मार देती. फिलहाल अब वह शख्स सुरक्षित है. पुलिस की ओर से उसको हिदायत दी गई है कि वह दोबारा ऐसा करने की गलती न करे. इस घटना से यह भी संदेश मिला है कि भले ही थोड़ी देर हो जाए या थोड़ा मेहनत करनी पड़ी सबको ट्रैफिक के नियमों का पालन करना चाहिए. वैसे एक सच्चाई यह भी है कि भारत में लोग ट्रैफिक के नियम तोड़ना शान भी समझते हैं. इस मानसिकता को भी बदलने की जरूरत है. पुलिस की ओर से उसको हिदायत दी गई है कि वह दोबारा ऐसा करने की गलती न करे. इस घटना से यह भी संदेश मिला है कि भले ही थोड़ी देर हो जाए या थोड़ा मेहनत करनी पड़ी सबको ट्रैफिक के नियमों का पालन करना चाहिए. वैसे एक सच्चाई यह भी है कि भारत में लोग ट्रैफिक के नियम तोड़ना शान भी समझते हैं. इस मानसिकता को भी बदलने की जरूरत है.
नेत्रावली वन्य अभयारण्य (Netravali Wildlife Sanctuary) भारत के गोवा राज्य के दक्षिण गोवा ज़िले के दक्षिणपूर्वी भाग में स्थित एक वन्य अभयारण्य है। यह नेत्रावली गाँव के समीप पश्चिमी घाट की ढलानों में 211 वर्ग किमी क्षेत्रफल पर विस्तारित है। यहाँ से नेत्रावली नदी आरम्भ होती है, जो ज़ुवारी नदी की एक उपनदी है। प्राणी यहाँ कई स्तनधारी जातियाँ निवास करती हैं, जिनमें गौर, भारतीय विशाल गिलहरी, चौसिंगा (हिरण), तेन्दुआ और स्लोथ रीछ शामिल हैं। इन्हें भी देखें नेत्रावली दक्षिण गोवा ज़िला सन्दर्भ गोवा के वन्य अभयारण्य दक्षिण गोवा ज़िले का भूगोल दक्षिण गोवा ज़िले में पर्यटन आकर्षण पश्चिमी घाट के वन्य अभयारण्य
यह कहानी नहीं बल्कि हकीकत है और आपको भी जानकर हैरानी होगी कि हिंदुस्तान में भी एक पाकिस्तान है. हम बात कर रहे हैं पूर्णिया के सिंघिया पंचायत में स्थित पाकिस्तान गांव की. इस गांव की करीब 250 की आबादी रहती है और यहां 100 से अधिक मतदाता हैं. हालांकि, इस गांव पर हुकूमत ने कभी नजरे इनायत नहीं की और यहां के लोग आज भी मुफलिसी और बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं. बुनियादी सुविधाओं से महरूम गरीबी में जीवन गुजार रहे लोगों का यह गांव आजादी के बाद आज तक सड़क पानी और बिजली की बुनियादी सुविधाओं से दूर तो है ही साथ ही योजनाओं का लाभ भी आज तक यहां नहीं पहुंच पाया है. जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर खड़े दल्लू मुर्मू बताते हैं कि इस गांव का नाम पाकिस्तान 1947 में बंटवारे के तुरंत बाद ही रख दिया गया था. इस पाकिस्तान में गरीबी और निरक्षरता है. 31.51 प्रतिशत साक्षरता वाले पूर्णिया जिले के इस गांव में शायद ही कोई साक्षर मिल जाए. गांव तक न तो सड़क है न ही कोई स्कूल या अस्पताल. बहरहाल इस गांव के बाशिंदे अपने वोट की कीमत बखूबी जानते हैं और इस लोकसभा चुनाव में अपने मत का प्रयोग भी करेंगे लेकिन इन्हें आजतक गांव की तस्वीर नहीं बदलने का मलाल भी है.
लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार रात यूपीए के मंत्रियों और पार्टी के दिग्गजों को दावत पर बुलाया और आगामी लोकसभा चुनावों में भी जीत का परचम लहराने को कहा. पार्टी सांसदों को डिनर पर बुलाकर सोनिया ने उन्हें आत्मविश्वास के साथ लोकसभा चुनावों में उतरने को कहा. सूत्रों ने बताया कि सोनिया के 10, जनपथ स्थित निवास पर हुए इस कार्यक्रम में कम से कम 100 सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष से बातचीत की. सांसदों को खाने में साउथ इंडियन और नॉर्थ इंडियन दोनों ही तरह के पकवान परोसे गए. तेलंगाना मुद्दे को लेकर व्यस्तता के कारण सोनिया पार्टी सांसदों के साथ चर्चा नहीं कर पाई थीं क्योंकि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संसदीय दल के लिए कोई विदाई रात्रिभोज बैठक आयोजित नहीं की गई थी. यह 15वीं लोकसभा का आखिरी सत्र था. इस तरह, सोमवार का रात्रिभोज लोकसभा सांसदों के साथ एक किस्म की विदाई बैठक थी. डिनर के दौरान सोनिया और राहुल गांधी सांसदों की खाने की मेज पर गए और उनसे बातचीत की. यहां पी चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे, जीके वासन और कमलनाथ समेत ज्यादातर केंद्रीय मंत्री मौजूद थे. पार्टी के एक सांसद ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, 'हमने शानदार भोजन का आनंद उठाया. इस दौरान कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई.' सुरेश कलमाड़ी, रेणुका चौधरी, संजय निरूपम जैसे पार्टी सांसद, वरिष्ठ नेता अजित जोगी और पार्टी के कई दूसरे पदाधिकारी भी यहां मौजूद थे. रेणुका चौधरी ने कहा कि सोनिया ने सभी सांसदों से अगले लोकसभा चुनावों के लिए तैयार रहने और आत्मविश्वास से उनका सामना करने को कहा. अनौपचारिक चर्चा के दौरान गांधी ने कुछ सांसदों से यह भी कहा कि वे निराश न हों. कांग्रेस पार्टी की अगुवाई वाली यूपीए सरकार दस सालों की सत्ता विरोधी लहर, महंगाई और धीमी पड़ी अर्थव्यवस्था की चुनौतियों का सामना कर रही है.
यह लेख है: टेनिस के मैदान में सेरेना विलियम्स की रैंकिंग नंबर वन है, लेकिन एक दूसरा मैदान है, जिसमें मारिया शारापोवा की बराबरी करना बहुत ही मुश्किल है। फोर्ब्स पत्रिका की माने तो कमाई के मामले में शारापोवा, सेरेना सहित कई दूसरे खिलाड़ियों से कहीं आगे हैं और यह सिलसिला बीते कई सालों से जारी है। फोर्ब्स ने साल 2015 की महिला एथलीटों की कमाई की सूची जारी की है, जिसमें मारिया शारापोवा ने सेरेना विलियम्स को एक बार फिर पीछे छोड़ दिया है। हालांकि यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है, शारापोवा लगातार 11वें साल कमाई के मामले में नंबर वन एथलीट बनी हुई हैं। फोर्ब्स के आकलन के मुताबिक साल 2014-2015 के दौरान मारिया शारापोवा की कुल कमाई 29.7 मिलियन डॉलर यानी करीब 190 करोड़ रुपये रही, जबकि सेरेना विलियम्स 24.6 मिलियन डॉलर यानी करीब 157 करोड़ रुपये की आमदनी के साथ दूसरे स्थान पर हैं।टिप्पणियां गौरतलब है कि टेनिस प्रतियोगिताओं के जीतने से मिली इनामी रकम के मामले में सेरेना, मारिया शारापोवा से आगे हैं। सेरेना ने बीते साल करीब 75 करोड़ रुपये टेनिस प्रतियोगिता जीतकर कमाए हैं, वहीं शारापोवा ने टेनिस प्रतियोगिताओं से 6करीब 42 करोड़ रुपये कमाए हैं। फिर मारिया शारापोवा किस तरह सेरेना विलियम्स से ज़्यादा पैसे कमा रही हैं? दरअसल इसकी वजह शारापोवा का कारोबारी साम्राज्य है। 2012 में शारापोवा ने सुगरपोवा नाम से अपना कैंडी ब्रांड लाँच किया  जिसका कारोबार 30 देशों में फैला हुआ है। इसके अलावा विज्ञापन और ब्रांड एन्डॉर्स्मेंट में भी शारापोवा कारोबारी जगत की पहली पसंद हैं। नाइकी और टैग ह्यूअर जैसी कंपनियों से शारापोवा का करार भी उन्हें कमाई में नंबर वन बनाता है। हालांकि यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है, शारापोवा लगातार 11वें साल कमाई के मामले में नंबर वन एथलीट बनी हुई हैं। फोर्ब्स के आकलन के मुताबिक साल 2014-2015 के दौरान मारिया शारापोवा की कुल कमाई 29.7 मिलियन डॉलर यानी करीब 190 करोड़ रुपये रही, जबकि सेरेना विलियम्स 24.6 मिलियन डॉलर यानी करीब 157 करोड़ रुपये की आमदनी के साथ दूसरे स्थान पर हैं।टिप्पणियां गौरतलब है कि टेनिस प्रतियोगिताओं के जीतने से मिली इनामी रकम के मामले में सेरेना, मारिया शारापोवा से आगे हैं। सेरेना ने बीते साल करीब 75 करोड़ रुपये टेनिस प्रतियोगिता जीतकर कमाए हैं, वहीं शारापोवा ने टेनिस प्रतियोगिताओं से 6करीब 42 करोड़ रुपये कमाए हैं। फिर मारिया शारापोवा किस तरह सेरेना विलियम्स से ज़्यादा पैसे कमा रही हैं? दरअसल इसकी वजह शारापोवा का कारोबारी साम्राज्य है। 2012 में शारापोवा ने सुगरपोवा नाम से अपना कैंडी ब्रांड लाँच किया  जिसका कारोबार 30 देशों में फैला हुआ है। इसके अलावा विज्ञापन और ब्रांड एन्डॉर्स्मेंट में भी शारापोवा कारोबारी जगत की पहली पसंद हैं। नाइकी और टैग ह्यूअर जैसी कंपनियों से शारापोवा का करार भी उन्हें कमाई में नंबर वन बनाता है। गौरतलब है कि टेनिस प्रतियोगिताओं के जीतने से मिली इनामी रकम के मामले में सेरेना, मारिया शारापोवा से आगे हैं। सेरेना ने बीते साल करीब 75 करोड़ रुपये टेनिस प्रतियोगिता जीतकर कमाए हैं, वहीं शारापोवा ने टेनिस प्रतियोगिताओं से 6करीब 42 करोड़ रुपये कमाए हैं। फिर मारिया शारापोवा किस तरह सेरेना विलियम्स से ज़्यादा पैसे कमा रही हैं? दरअसल इसकी वजह शारापोवा का कारोबारी साम्राज्य है। 2012 में शारापोवा ने सुगरपोवा नाम से अपना कैंडी ब्रांड लाँच किया  जिसका कारोबार 30 देशों में फैला हुआ है। इसके अलावा विज्ञापन और ब्रांड एन्डॉर्स्मेंट में भी शारापोवा कारोबारी जगत की पहली पसंद हैं। नाइकी और टैग ह्यूअर जैसी कंपनियों से शारापोवा का करार भी उन्हें कमाई में नंबर वन बनाता है। 2012 में शारापोवा ने सुगरपोवा नाम से अपना कैंडी ब्रांड लाँच किया  जिसका कारोबार 30 देशों में फैला हुआ है। इसके अलावा विज्ञापन और ब्रांड एन्डॉर्स्मेंट में भी शारापोवा कारोबारी जगत की पहली पसंद हैं। नाइकी और टैग ह्यूअर जैसी कंपनियों से शारापोवा का करार भी उन्हें कमाई में नंबर वन बनाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बुलेट ट्रेन की सौगात देना चाहते हैं. लेकिन इसके उलट सुविधा और साफ-सफाई के तमाम दावों के बीच देश की सबसे उम्दा रेल सुविधा मानी जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस के खाने में कॉकरोच मिलने की घटना सामने आई है. कोलकाता से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस के खाने में कॉकरोच मिलने के बाद यात्रियों ने जहां ट्रेन के परिचालन को लगभग एक घंटे तक बाधि‍त किया और जमकर हंगामा किया, वहीं इस घटना ने यकीनन बुलेट ट्रेन का सपना देखने वाले यात्रियों को नींद से जगाने का काम किया है. जानकारी के मुताबिक, 2305 अप कोलकाता राजधानी एक्सप्रेस में रविवार रात यात्रियों को खाना परोसा गया. परोसे गए खाने में एक यात्री को कॉकरोच मिला, जिसके बाद ट्रेन में हंगामा शुरू हो गया और यात्रियों ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को करीब एक घंटे तक रोककर रखा. बताया जाता है कि यात्रियों को खाना पटना में दिया गया था. मामले में अभी तक रेलवे या किसी अधिकारी की ओर से इस बारे में कोई बयान नहीं आया है. खाने में कॉक्रोच कहां से आया या कहां चूक हुई इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: न्यायिक व्यवस्था पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने मंगलवार को मेमो आयोग की रिपोर्ट को ‘‘राजनीतिक एवं एकपक्षीय’’ करार दिया। आयोग ने कहा कि गुप्त मेमो के पीछे हक्कानी का हाथ था जिसमें संभावित तख्तापलट से बचने के लिए अमेरिकी सहयोग मांगा गया था और आयोग ने कहा कि राजदूत के तौर पर काम करते हुए वह देश के प्रति ‘‘वफादार नहीं’’ थे।टिप्पणियां हक्कानी ने मंगलवार को वाशिंगटन में जारी बयान में कहा कि उनके वकील ‘‘आयोग की एकतरफा कार्यवाही का विरोध करेंगे जिसने मेरा पक्ष नहीं सुना।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेमो आयोग की रिपोर्ट का उपयोग अन्य लज्जाजनक मुद्दों से ध्यान हटाना है। इसके दावे राजनीतिक हैं न कि कानूनी।’’ हक्कानी ने ट्विट किया, आयोग ‘‘कोई अदालत नहीं’’ है और जो लोग यह दावा कर रहे हैं कि ‘‘इसने दोष या निर्दोष तय किया है तो वे गलत हैं।’’ ट्विटर पर उन्होंने लिखा, ‘‘देशभक्ति वे लोग तय नहीं कर सकते जो आरोप लगाने वाले विदेशियों पर निर्भर हैं और पाकिस्तानी नागरिक की बात नहीं सुनते। जिन लोगों ने सेना के तानाशाहों का समर्थन किया और उन्हें संविधान में संशोधन की अनुमति दी वे मेरी या किसी और की देशभक्ति का आकलन नहीं कर सकते।’’ आयोग ने कहा कि गुप्त मेमो के पीछे हक्कानी का हाथ था जिसमें संभावित तख्तापलट से बचने के लिए अमेरिकी सहयोग मांगा गया था और आयोग ने कहा कि राजदूत के तौर पर काम करते हुए वह देश के प्रति ‘‘वफादार नहीं’’ थे।टिप्पणियां हक्कानी ने मंगलवार को वाशिंगटन में जारी बयान में कहा कि उनके वकील ‘‘आयोग की एकतरफा कार्यवाही का विरोध करेंगे जिसने मेरा पक्ष नहीं सुना।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेमो आयोग की रिपोर्ट का उपयोग अन्य लज्जाजनक मुद्दों से ध्यान हटाना है। इसके दावे राजनीतिक हैं न कि कानूनी।’’ हक्कानी ने ट्विट किया, आयोग ‘‘कोई अदालत नहीं’’ है और जो लोग यह दावा कर रहे हैं कि ‘‘इसने दोष या निर्दोष तय किया है तो वे गलत हैं।’’ ट्विटर पर उन्होंने लिखा, ‘‘देशभक्ति वे लोग तय नहीं कर सकते जो आरोप लगाने वाले विदेशियों पर निर्भर हैं और पाकिस्तानी नागरिक की बात नहीं सुनते। जिन लोगों ने सेना के तानाशाहों का समर्थन किया और उन्हें संविधान में संशोधन की अनुमति दी वे मेरी या किसी और की देशभक्ति का आकलन नहीं कर सकते।’’ हक्कानी ने मंगलवार को वाशिंगटन में जारी बयान में कहा कि उनके वकील ‘‘आयोग की एकतरफा कार्यवाही का विरोध करेंगे जिसने मेरा पक्ष नहीं सुना।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेमो आयोग की रिपोर्ट का उपयोग अन्य लज्जाजनक मुद्दों से ध्यान हटाना है। इसके दावे राजनीतिक हैं न कि कानूनी।’’ हक्कानी ने ट्विट किया, आयोग ‘‘कोई अदालत नहीं’’ है और जो लोग यह दावा कर रहे हैं कि ‘‘इसने दोष या निर्दोष तय किया है तो वे गलत हैं।’’ ट्विटर पर उन्होंने लिखा, ‘‘देशभक्ति वे लोग तय नहीं कर सकते जो आरोप लगाने वाले विदेशियों पर निर्भर हैं और पाकिस्तानी नागरिक की बात नहीं सुनते। जिन लोगों ने सेना के तानाशाहों का समर्थन किया और उन्हें संविधान में संशोधन की अनुमति दी वे मेरी या किसी और की देशभक्ति का आकलन नहीं कर सकते।’’ हक्कानी ने ट्विट किया, आयोग ‘‘कोई अदालत नहीं’’ है और जो लोग यह दावा कर रहे हैं कि ‘‘इसने दोष या निर्दोष तय किया है तो वे गलत हैं।’’ ट्विटर पर उन्होंने लिखा, ‘‘देशभक्ति वे लोग तय नहीं कर सकते जो आरोप लगाने वाले विदेशियों पर निर्भर हैं और पाकिस्तानी नागरिक की बात नहीं सुनते। जिन लोगों ने सेना के तानाशाहों का समर्थन किया और उन्हें संविधान में संशोधन की अनुमति दी वे मेरी या किसी और की देशभक्ति का आकलन नहीं कर सकते।’’
पुलवामा में सीआरपीएफ पर  हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों की बाढ़ आ गई  है. सोशल मीडिया पर एक फोटो जमकर शेयर की जा रही है है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि ये जवानों के शहीद होने के कुछ ही घंटो पहले की फोटो है. एक बस के भीतर ली गई इस फोटो में जवान वर्दी में हैं जिनमें ज्यादातर लोग सोते हुए दिख रहे हैं. फोटो के साथ कैप्शन में लिखा गया है - "देश के वीर जवानों की पिक शहीद होने से नौ घंटे पहले. जय हिन्द जय भारत" हालांकि पोस्ट में सीधे तौर पर पुलवामा या सीआरपीएफ का ज़िक्र नहीं किया गया है, लेकिन तस्वीर को हमले के नौ  घंटे के पहले बताया गया है, जो ज़ाहिर  करता है कि पोस्ट को पुलवामा आतंकी हमले से जोड़ा गया है. यहां  पोस्ट का आर्काइव देखा जा सकता है. इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर में दिख रहे जवान ना तो सीआरपीएफ के हैं ना  ही इस तस्वीर का पुलवामा आतंकी हमले से कोई नाता है. इस  तस्वीर को "सारे जहां का दिल " नाम के एक फेसबुक पेज ने पोस्ट किया है जो की अब तक लगभग 2000 बार शेयर किया जा चुकी है. इस फेसबुक पेज के नौ लाख  से भी ज्यादा फॉलोवर है. जब हमने इस तस्वीर को  रिवर्स सर्च किया तो हमें  कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स पर यह तस्वीर बेहतर क़्वालिटी में मिली जहां पर इसे 27 जनवरी 2019 के आसपास शेयर किया गया था. इससे यह तो साबित हो गया कि यह तस्वीर पुलवामा हमले कम से कम दो हफ्ते पहले की है. कुछ जगह इन जवानों  को इंडियन पैराकमांडोस भी  बताया गया  है. इन-विड टूल की मदद से जब हमने  तस्वीर को ज़ूम करके देखा तो एक जवान की टोपी पर बने लोगो में  'ARMY' लिखा नज़र आया. लोगो देखने में  इंडियन आर्मी के टोपी पर बने लोगो से मेल खाता है. इससे यह कहा  जा सकता  है  कि यह जवान सीआरपीएफ के नहीं है. जानकारी को पुख्ता करने के लिए जब हमने  इंडियन आर्मी के पीआरओ से संपर्क किया तो उन्होंने इस  बात की पुष्टि कर दी की फोटो में दिख रहे जवान सीआरपीएफ के नहीं है. उन्होंने हमें बताया कि  जवानों  की यूनिफार्म देख के यह कहा जा सकता कि  शायद यह इंडियन आर्मी के जवानों की ट्रेनिंग के दौरान ली गई फोटो है. फोटो में भी एक जवान की यूनिफार्म पर सफ़ेद  कपड़े पर एक नंबर  (318 ) लिखा  देखा  जा सकता है.  ऐसा आमतौर पर जवानों की  ट्रेनिंग के दौरान ही देखने को मिलता है. यह तस्वीर कहां की है  ये हमें ठीक ठीक नहीं पता लेकिन इतना स्पष्ट है की इसका  पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों से कोई लेना देना नहीं.
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया के मानेसर संयंत्र में 13 दिनों से चली आ रही हड़ताल गुरुवार देर रात समाप्त हो गई. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच समझौता कराया जिसके बाद हड़ताल खत्म हो गई. समझौते के तहत एमएसआई सभी बर्खास्‍त 11 कर्मचारियों को दोबारा बहाल करेगी और हड़ताल के हर दिन के हिसाब से आठ दिन का वेतन काटने के नियम पर नर्म रुख रखेगी. दूसरी ओर कर्मचारी भी प्रबंधन की इस मांग के सामने झुक गए हैं कि कंपनी में दूसरी यूनियन नहीं बनेगी. हरियाणा के श्रम सचिव सरबन सिंह ने बताया कि समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं और कर्मचारियों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है. वे शुक्रवार से काम पर लौटेंगे. उन्होंने बताया कि कंपनी ने सभी 11 बर्खास्‍त कर्मचारियों को बहाल करने का फैसला किया है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक जांच शुरू की जाएगी. इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हुड्डा ने एमएसआई के प्रबंध निदेशक और सीईओ शिंजो कानिशी समेत कई आला अधिकारियों से बात की, जिसके बाद यह रास्ता निकला.कंपनी के अधिकारियों से इस बारे में टिप्पणी के लिए संपर्क नहीं हो सका. हड़ताल खत्म करने के लिए हुए समझौते के तहत प्रबंधन हड़ताल के दौरान ‘काम नहीं तो दाम नहीं’ के नियम को लचीला बनाते हुए इसे आठ दिन से कम करते हुए तीन दिन करने पर सहमत हो गया है. सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ महीने में कर्मचारियों के व्यवहार और उनकी उत्पादकता को देखते हुए इसे और कम करते हुए सिर्फ एक दिन किया जा सकता है. दूसरी ओर, कर्मचारी इस बात पर सहमत हुए हैं कि वे एक नई यूनियन को मान्यता देने के लिए प्रबंधन पर दबाव नहीं डालेंगे. पिछले 10 दिन में कई बार हुड्डा से मुलाकात करने वाले भाकपा और एआईटीयूसी के नेता गुरूदास दासगुप्ता ने कहा कि समझौते का संयंत्र में मजदूर यूनियनों की गतिविधियों को अनुमति न देने के प्रबंधन के फैसले से कोई संबंध नहीं है. संयंत्र के कर्मचारी चार जून को हड़ताल पर चले गए थे. कर्मचारी मांग कर रहे थे कि प्रबंधन मानेसर संयंत्र में काम कर रहे कर्मचारियों द्वारा बनाई गई एक नई यूनियन, मारुति सुजुकी एम्प्लाईज यूनियन :एमएसईयू: को मान्यता दे. वर्तमान में कंपनी में सिर्फ एक यूनियन ‘मारुति उद्योग कामगार यूनियन’ को मान्यता है, जिसमें गुड़गांव संयंत्र में काम करने वाले कर्मचारियों का दबदबा है. कंपनी ने पिछले सप्ताह 11 कर्मचारियों को बर्खास्‍त कर दिया था. उन पर आरोप था कि वे दूसरे कर्मचारियों को भी हड़ताल पर जाने के लिए कथित तौर पर उकसा रहे थे.
तैमूर अली खान इस समय बॉलीवुड के सबसे पॉपुलर स्टारकिड हैं. करीना कपूर खान और सैफ अली खान के बेटे ने दुनियाभर के लोगों का दिल लूट लिया है. पिछले कुछ दिनों से तैमूर अपने परिवार, प्रोड्यूसर करण जौहर और उनकी फैमिली संग गणेश उत्सव मनाने में लगे हुए हैं. इस सेलिब्रेशन की फोटोज और वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. हम सभी ने तैमूर को हाल में आए वीडियो में गणपति बाप्पा मोरेया का नारा लगाते देखा था. इसके बाद उनकी एक वीडियो सामने आई, जिसमें तैमूर अपने मामा अरमान जैन के साथ साइकिल चला रहे थे. ये दोनो वीडियोज मस्ती भरे थे. अब एक नया वीडियो सामने आया है, जो बहुत क्यूट है. इस वीडियो में नन्हें तैमूर भाग कर मामा अरमान को गले लगाने के लिए जा रहे हैं. अरमान ने उन्हें माथे पर किस किया और तैमूर खुश हो गए. देखिये ये क्यूट वीडियो - View this post on Instagram Timtim 😍 #happywednesday #taimuralikhan #taimur #armaanjain #kareenakapoorkhan #kareena #ganpatibappamorya #ganeshpuja #ganesha #ganpati #indianfestival #family A post shared by Filmy Chutzpah (@filmy_chutzpah) on Sep 11, 2019 at 5:51am PDT View this post on Instagram How much do you like #Taimur? . . #instadaily #ganpatidecoration #movies #bollywood #bollywoodstyle #cinema #instagood #films #bollywoodparty #birthdayboy #bollywoodactor #cool #wishes #celebrity #world #indianactress #instafilms #entertainment #movienight #fashion #glamour #film #industry #glamourous A post shared by Asli Bollywood Fan (@asli_bollywood_fan) on Sep 10, 2019 at 12:02pm PDT हाल ही में तैमूर अपनी मां करीना कपूर खान के साथ रियलिटी शो डांस इंडिया डांस 7 के सेट पर पहुंचे थे. सेट से आई इन दोनों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं. करीना के फिल्मी प्रोजेक्ट्स की बात करें तो उन्होंने फिल्म गुड न्यूज और अंग्रेजी मीडियम में काम किया है. दोनों ही फिल्में जल्द रिलीज होंगी.
17वीं लोकसभा चुनाव के तहत उत्तर प्रदेश की मेरठ-हापुड़ सीट से मेरठ से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र अग्रवाल ने गठबंधन उम्मीदवार बसपा के हाजी याकूब कुरैशी को 4729 मतों से पराजित किया है. इस सीट पर बीजेपी, बसपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला दिखा. कब  और  कितनी  हुई  वोटिंग मेरठ सीट  पर  वोटिंग  पहले चरण  में  11 अप्रैल  को  हुई  थी,  इस सीट पर 61.45 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार  का  इस्तेमाल  किया  था. इस सीट पर कुल मतदाता 1888376 मतदाता हैं, जिसमें से 1160462 वोटर्स ने अपने वोट डाले हैं. Lok Sabha Election Results 2019 LIVE: देखें पल-पल का अपडेट प्रमुख  उम्मीदवार सामान्य  वर्ग  वाली  इस  सीट  पर  सत्तारूढ़  भारतीय  जनता  पार्टी  के राजेंद्र अग्रवाल चुनाव  लड़ रहे  थे, जिनका मुख्य मुकाबला बसपा के हाजी याकूब कुरैशी और कांग्रेस के हरेंद्र अग्रवाल से था. इस सीट पर कुल 11 प्रत्याशी मैदान में थे. Uttar Pradesh Election Results Live: यूपी में बाजी किसके हाथ, BJP या गठबंधन? 2014 का चुनाव 2014 के लोकसभा चुनाव में मेरठ सीट पर 63.11 फीसदी वोटिंग हुई थी,  जिसमें बीजेपी के प्रत्याशी राजेंद्र अग्रवाल 47.86 फीसदी (5,32,981) वोट मिले थे और और उनके  निकटतम  प्रत्याशी  बसपा के शाहिद अखलाक को 27.00 फीसदी (3,00,655)  मिले थे. इसके अलावा सपा के शाहिद मंजूर को 19.01 फीसदी (2,11,759) वोट मिले थे. इस सीट पर बीजेपी के राजेंद्र अग्रवाल ने 2,32,326  मतों से जीत दर्ज की थी. मेरठ लोकसभा सीट का इतिहास 1857 में स्वाधीनता संग्राम की नींव रखने वाला शहर मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति का केंद्र माना जाता है. देश में हुए पहले लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस का परचम लहराया, लेकिन 1967 में सोशलिस्ट पार्टी ने कांग्रेस को मात दी. 1971 में एक बार फिर कांग्रेस ने बाजी मारी, लेकिन उसके अगले चुनाव में इमरजेंसी के खिलाफ चली लहर जनता पार्टी के हक में गई. हालांकि, 1980, 1984 में कांग्रेस की ओर से मोहसिना किदवई और 1989 में जनता पार्टी ने ये सीट जीती. 1990 के दौर में देश में चला राम मंदिर आंदोलन का मेरठ में सीधा असर दिखा और इसी के बाद ये सीट भारतीय जनता पार्टी का गढ़ बन गई.1991, 1996 और फिर 1998 में यहां से लगातार भारतीय जनता पार्टी के दबंग नेता अमरपाल सिंह ने जीत दर्ज की. उसके बाद 1999, 2004 में क्रमश कांग्रेस और बसपा ने यहां से बाजी मारी. हालांकि, 2009 और 2014 में फिर यहां भारतीय जनता पार्टी का परचम लहराया. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ. रेलवे क्रॉसिंग पर स्कूल वैन और ट्रेन की टक्कर में 13 स्कूली बच्चों की मौत हो गई. इस घटना में 7 बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं. हादसे पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. योगी आदित्यनाथ कुशीनगर भी पहुंचे. वे घटनास्थल जाकर जायजा लेना चाहते थे. घटनास्थल के पास तक गए. वहां सीएम योगी के सामने लोगों ने नारेबाजी की. सीएम योगी घायल बच्चों से मिलने अस्पताल भी पहुंचे. योगी ने कहा कि आज जो दुखद घटना घटित हुई है, 13 बच्चों की मौत हुई है. मैंने इस संबंध में रेलमंत्री से भी बात की है. जिस दौरान यूपी सीएम वहां पर पहुंचे तो लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. नारेबाजी से विचलित सीएम भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गाड़ी के बोनट पर चढ़ गए. उन्होंने हाथ में माइक लेकर कहा- 'ये एक दुखद घटना है. दुखद घटना में नारेबाजी बंद कर दें. अभी भी मैं बोल रहा हूं इस बात को नोट कर लो. ये नौटंकी बंद करो. दुखद घटना के समय समस्या के समाधान की बात करें तो अच्छा होगा. मैं घटनास्थल का निरीक्षण करने आया हूं. यहां से हट जाएं'. Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath at site of the accident in which 13 school students died after collision between a school van and train, in Kushinagar pic.twitter.com/LDi4gRWcgj — ANI UP (@ANINewsUP) April 26, 2018 #Kushinagar accident: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath visits injured students & victims' families. 13 students have died in the accident, when the vehicle carrying them collided with a train at an unmanned crossing. pic.twitter.com/RnAouz1wgx — ANI UP (@ANINewsUP) April 26, 2018 इधर शाम तक मुख्यमंत्री कार्यालय से बयान जारी कर दिया गया कि योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवारों के लिए नौटंकी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था. बयान के मुताबिक कुछ लोग सीएम के साथ फोटो खिंचवाने की कोशिश कर रहे थे. सीएम ने उन्हें ही कहा था कि बंद करो नौटंकी. अगर सीएम 13 बच्चों की मौत पर संवेदनशील नहीं होते तो वे इतने कम समय में घटनास्थल नहीं पहुंचते. आपको बता दें कि हादसे के बाद ही योगी आदित्यनाथ ने दुख जाहिर किया था. इसके अलावा उन्होंने प्रशासन को राहत और बचाव कार्य में तेजी से काम करने को कहा था. कुशीनगर जिले में हुए दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन दुर्घटना में स्कूली बच्चों की मृत्यु पर गहरा दुःख पंहुचा। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को संबल देने की प्रार्थना करता हूँ। दुर्घटना से प्रभावित लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था कराने व हर सम्भव मदद करने के निर्देश दिए हैं। — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 26, 2018 मुख्यमंत्री की ओर से मृतकों और घायल बच्चों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा देने की बात कही थी. इसके अलावा गोरखपुर के कमिश्नर को इस हादसे की जांच करने के आदेश दिए गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बच्चों की हादसे में मौत से मन बहुत दुखी है. बच्चों की हादसे में मौत से मन बहुत दुखी है. — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 26, 2018 आपको बता दें कि जो वैन हादसे का शिकार हुई है उसमें करीब 22 बच्‍चे सवार थे. फिलहाल मौके पर स्‍थानीय लोग और पुलिस बल पहुंच चुका है. मौके पर राहत व बचाव कार्य जारी है. दरअसल, कुशीनगर के डिवाइन मिशन स्‍कूल की वैन (टाटा मैजिक) आज सुबह 22 बच्‍चों को लेकर स्‍कूल जा रही थी. इसी बीच मानव रहित क्रॉसिंग पर थावे-बढ़नी पैसेंजर ट्रेन से वैन की टक्‍कर हो गई. बता दें, इस रूट पर ट्रेनों का ज्‍यादा संचालन नहीं होता है. गिनी चुनी ट्रेनें ही यहां से चलती हैं.
शहरी विकास मंत्रालय ने शुक्रवार को करीब 55 पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को 26 जून तक अपने सरकारी बंगलों को खाली करने के लिए नोटिस जारी किए ताकि नए मंत्री उनमें रहने के लिए आ सकें. सूत्रों ने बताया कि संपदा निदेशालय ने इन पूर्व मंत्रियों को 26 जून तक बंगलों को खाली करने के लिए नोटिस जारी किए हैं. यूपीए सरकार में 70 मंत्री थे, जिनमें से कुछ चुनाव जीत गए हैं लेकिन कई लोकसभा चुनाव हार गए हैं. जो चुनाव हार गए हैं उनसे 26 जून तक बंगलों को खाली करने को कहा जाएगा. नई दिल्ली के महत्वपूर्ण इलाकों में स्थित इन बंगलों के बारे में एक सूत्र ने बताया, ‘यहां करीब 55 टाइप 6, टाइप 7 और टाइप 8 के बंगले हैं जिन्हें नवनियुक्त मंत्रियों के लिए खाली करवाना होगा.’ संपदा निदेशालय ने नवनिर्वाचित सांसदों को राज्य भवनों और सरकारी अशोक होटल में अस्थायी आवास मुहैया कराए हैं. लोकसभा की आवास समिति का गठन होने के बाद समिति सांसदों को बंगलों का आवंटन शुरू करेगी. शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने पूर्व मंत्रियों से अपने आप सरकारी आवासों को खाली करने और एक अच्छा उदाहरण पेश करने की अपील की.
दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी इंडिया यामाहा मोटर ने वाहन की हेडलाइट में दिक्‍कत के चलते भारत में अपनी सुपरबाइक वाईजेडएफ.आर1 वापस मंगा रही है. कंपनी ने अपनी वेबसाइट में कहा है कि हमारी मूल कंपनी यामाहा मोटर कंपनी ने तय किया है कि वाईजेडएफ.आर1 की कुछ मोटरसाइकिलों की हेडलाइट में एक खामी है जिसे दूर करने के लिए इन्हें वापस मंगाया जाएगा. यह दिक्‍कत ओवरहीटिंग को लेकर है. कंपनी ने कहा कि यह समस्या दूर करने के लिए हेडलाइट की सब लीड बदली जाएगी और इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. कंपनी सूत्रों के मुताबिक कंपनी करीब 100 मोटरसाइकिलें वापस मंगा रही है.
इंटरनेट पर इन दिनों ये खबर वायरल है जिसमें दावा किया जा रहा है कि आइसलैंड ने सभी धर्मों को जनसंहार करने वाला हथियार घोषित कर दिया है. इंटरनेट यूजर्स इस फैसले के लिए आइसलैंड की संसद की खूब तारीफ भी कर रहे हैं. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA)  ने अपनी जांच में पाया कि ये दावा गलत है. ये लेख दरअसल एक व्यंग्य था जिसका सोशल मीडिया पर लोगों ने गलत अर्थ निकाल लिया. फेसबुक यूजर राजीव त्यागी ने ये लेख साझा किया जिसका शीर्षक है 'एक के बाद एक, कई देशों को ये रोशनी दिखेगी. और आखिर में ये रोशनी इस्लाम और हिन्दुत्व को मानने वाले जाहिल देखेंगे.' त्यागी खुद को वायुसेना का पूर्व पायलट बताते हैं और फेसबुक पर उनके 67,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. इस पोस्ट को दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर भी शेयर किया गया. The Parliament of Iceland has voted to declare all religions as WEAPONS OF MASS DESTRUCTION. Islam, Christianity, Judaism, Hinduism and Buddhism are now in the same category as nuclear weapons. Now I can seriously think of migrating. The madness here is exasperating. — Hygienus Nwagwu (@hymanprof) March 8, 2019 Should we declare religion as weapon of mass destruction in Nigeria too? https://t.co/vc1rXpue2l — Akufai Jonah (@AkufaiJonah) March 9, 2019 इन सभी ने वेबसाइट patheos.com के लेख को ही शेयर किया है. इस लेख के अनुसार, 'आइसलैंड की संसद ने सभी धर्मों को जनसंहार का हथियार घोषित कर दिया है. इस्लाम, ईसाई धर्म, यहूदी धर्म और बौद्ध धर्म सभी को परमाणु हथियारों और केमिकल हथियारों की श्रेणी में रखा गया है.' लेख के पहली ही लाइन में ‘voted’ हाइपर लिंक किया हुआ है. जब आप इसपर क्लिक करते हैं तो दूसरा पेज खुलता है जो साफतौर पर बताता है कि ये लेख एक व्यंग्य है. इसके अलावा तमाम तरह की जांच में हमे इस खबर का जिक्र कहीं और नहीं मिला.
यह एक लेख है: पंजाबी फिल्म 'मुंडे कमाल दे' में अभिनय कर चुकीं लुधियाना की सूफी गुलाटी जल्द ही बॉलीवुड फिल्म 'लव के फंडे' में दिखाई देंगी। उन्होंने कहा कि वह हिंदी सिनेमा में काम करने के लिए उत्साहित हैं।   उनकी कोशिश किसी के पीछे भागने के बजाए अपना अलग मुकाम बनाने की होगी। फैज अनवर और प्रेम प्रकाश गुप्ता द्वारा निर्मित 'लव के फंडे' के निर्देशक नवोदित फिल्मकार इंद्रवेश योगी हैं। यह फिल्म अगले महीने रिलीज होगी।   सूफी ने कहा कि वह हमेशा से फिल्म अभिनेत्री बनना चाहती थीं। सूफी ने 'लव के फंडे' के निर्देशक का धन्यवाद दिया जिन्होंने उन्हें फिल्म के निर्माता फैज अनवर से मिलाया था।   अपने किरदार के बारे में सूफी ने बताया, 'मैं रिया का किरदार निभा रही हूं, जो अमीर है लेकिन साधारण लड़की है। उस पर अपने व्यावसायिक साम्राज्य को संभालने की जिम्मेदारी है। रिया एक युवा लड़के के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में है। फिल्म में रिया के जीवन के उतार-चढ़ाव को दिखाया गया है।'   उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म निर्माता फैज ने उन्हें कैमरे का सामना करने और अच्छे से अच्छा शॉट देने के लिए प्रेरित करने में बड़ी भूमिका निभाई।   क्या वह टेलीविजन धारावाहिकों में भी अभिनय करना चाहेंगी, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक मैंने एक भी टेलीविजन धारावाहिक में अभिनय नहीं किया है। अगर कलाकार के रूप में मौका मिलता है तो टीवी शो का हिस्सा बनने के लिए किसी भी प्रस्ताव पर संकोच नहीं होगा।   उन्होंने कहा कि फिलहाल वह फिल्म उद्योग में नाम कमाने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म जगत में वह न तो किसी से आगे निकलना चाहती हैं और न ही पीछे। उनकी कोशिश अपनी एक खास पहचान बनाने की होगी।
विवादित इस्लामिक प्रचारक डॉक्टर ज़ाकिर नाईक की मुश्किलें अब बढ़ सकती हैं. मलेशिया पीएमओ में मंत्री एसके देवामनी ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि हमारे देश में अतिवाद के लिए जगह नहीं है, हम अपने देश में ऐसे किसी भी व्यक्ति को जगह नहीं देंगे जो हमें ये बताए कि हमें अपने धर्म का किस तरह पालन करना चाहिए. यहां नई दिल्ली में प्रवासी सांसद सम्मेलन में हिस्सा लेने आए मलेशियाई मंत्री ने कहा कि हम अभी उनकी नागरिकता पर स्पष्टता पाने की कोशिश कर रहे हैं, हम नहीं चाहते कि कोई व्यक्ति हमारे देश की इमेज पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जब हमारे प्रधानमंत्री आसियान बैठक में यहां आएंगे तो भारत को इस मुद्दे को उठाना चाहिए. गौरतलब है कि जाकिर नाईक की पिछले काफी समय से इंडोनेशिया या मलेशिया में होने की बात कही जाती है. गौरतलब है कि एनआईए ने 18 नवंबर 2016 को अपनी मुंबई शाखा में नाइक के खिलाफ यूएपीए कानून और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. बांग्लादेश में आतंकी हमले से जुड़े तार डॉक्टर नाईक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड विधान की धारा 20 (b), 153 (a), 295 (a), 298 and 505 (2) के तहत आरोप तय किए गए थे. बांग्लादेश में आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों ने जब जाकिर से प्रभावित होने की बात कबूली, तो वो 1 जुलाई, 2016 को भारत से भाग गया. इसके बाद नवंबर, 2016 में जाकिर के खिलाफ केस दर्ज किया गया और दिसंबर, 2016 में जाकिर के एनजीओ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बैन कर दिया. कई देशों में बैन है नाईक का पीस टीवी NIA ने जाकिर पर देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया था. आतंकी संगठन ISIS में शामिल होने के लिए देश छोड़ने वाले भारतीय युवकों ने भी भारतीय एजेंसियों को बताया था कि वे जाकिर के भाषण से प्रभावित थे. जाकिर नाईक के पीस टीवी को कई देशों में बैन किया गया है.
यह एक लेख है: मोदी सरकार द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार रात सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए निरंतर सतर्कता बरतने और तैयारी की आवश्यकता पर जोर दिया. राजभवन के प्रवक्ता के अनुसार, सरकार ने शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की और राज्य में मौजूदा सुरक्षा और कानून व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि राज्यपाल के सलाहकारों के विजय कुमार, के के शर्मा, के स्कंदन और फारूक खान और मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने बैठक में भाग लिया. आवश्यक सेवाओं का जायजा लेने के बाद जम्मू से श्रीनगर लौटे कुमार, स्कंदन और खान ने राज्यपाल को बिजली, पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं सहित लोगों को विभिन्न सार्वजनिक सेवाओं की आवश्यक आपूर्ति तथा वितरण के बारे में जानकारी दी.  प्रवक्ता ने कहा कि राज्यपाल ने आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और प्रशासन को मौजूदा परिदृश्य में लोगों की वास्तविक जरूरतों पर ध्यान देने की सलाह दी. सुब्रह्मण्यम ने राज्यपाल को सूचित किया कि कश्मीर घाटी में आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है और यह स्टॉक तीन महीने तक चलेगा. कानून-व्यवस्था की स्थिति और सरकारी तंत्र की तैयारियों की समीक्षा करते हुए, राज्यपाल मलिक ने विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच निरंतर सतर्कता, तत्परता और तालमेल की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि किसी भी स्थिति से समन्वित और प्रभावी तरीके से निपटा जा सके. राज्यपाल ने जमीनी स्थिति पर लगातार कड़ी नजर बनाए रखने की आवश्यकता दोहराई और लोगों के समग्र हित के लिए समाज में शांति और सद्भाव लाने के लिए निरंतर प्रयासों के महत्व को रेखांकित किया.  प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल मलिक ने विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक संगठनों के लोगों और नेताओं से अपील की है कि वे राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में सरकारी तंत्र का सहयोग करें. राज्यसभा ने सोमवार को अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को खत्म कर जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख को दो केन्द्रशासित क्षेत्र बनाने संबंधी सरकार के दो संकल्पों को मंजूरी दे दी. गृह मंत्री अमित शाह ने इस अनुच्छेद के कारण राज्य में विकास नहीं होने और आतंकवाद पनपने का दावा करते हुए आश्वासन दिया कि जम्मू कश्मीर को केन्द्रशासित क्षेत्र बनाने का कदम स्थायी नहीं है तथा स्थिति समान्य होने पर राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा.
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यह लेख है: राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने आर्ट ऑफ लिविंग को सांस्कृतिक महोत्सव के आयोजन की अनुमति देकर यमुना के डूब क्षेत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए सरकार और हरित पैनल पर आरोप लगाने वाले श्री श्री रविशंकर के खिलाफ अवमानना नोटिस जारी किया. एनजीटी प्रमुख न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने सुनवाई की अगली तारीख नौ मई से पहले रविशंकर से जवाब देने को कहा है.टिप्पणियां सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा द्वारा दायर याचिका में रविशंकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा गया है कि उनका बयान स्वतंत्र और निष्पक्ष न्याय में हस्तक्षेप है. एओएल की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार रविशंकर ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने के लिए सरकार और एओएल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनके फाउंडेशन ने एनजीटी समेत सभी जरूरी मंजूरी प्राप्त की थी और नदी अगर इतनी ही साफ थी तो कार्यक्रम को शुरआत में ही रोका जाना चाहिए था. मिश्रा ने अधिवक्ता रित्विक दत्ता और राहुल चौधरी के जरिये याचिका दायर की है. एनजीटी प्रमुख न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने सुनवाई की अगली तारीख नौ मई से पहले रविशंकर से जवाब देने को कहा है.टिप्पणियां सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा द्वारा दायर याचिका में रविशंकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा गया है कि उनका बयान स्वतंत्र और निष्पक्ष न्याय में हस्तक्षेप है. एओएल की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार रविशंकर ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने के लिए सरकार और एओएल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनके फाउंडेशन ने एनजीटी समेत सभी जरूरी मंजूरी प्राप्त की थी और नदी अगर इतनी ही साफ थी तो कार्यक्रम को शुरआत में ही रोका जाना चाहिए था. मिश्रा ने अधिवक्ता रित्विक दत्ता और राहुल चौधरी के जरिये याचिका दायर की है. सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा द्वारा दायर याचिका में रविशंकर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा गया है कि उनका बयान स्वतंत्र और निष्पक्ष न्याय में हस्तक्षेप है. एओएल की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार रविशंकर ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने के लिए सरकार और एओएल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनके फाउंडेशन ने एनजीटी समेत सभी जरूरी मंजूरी प्राप्त की थी और नदी अगर इतनी ही साफ थी तो कार्यक्रम को शुरआत में ही रोका जाना चाहिए था. मिश्रा ने अधिवक्ता रित्विक दत्ता और राहुल चौधरी के जरिये याचिका दायर की है. एओएल की वेबसाइट पर जारी एक बयान के अनुसार रविशंकर ने कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने के लिए सरकार और एओएल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि उनके फाउंडेशन ने एनजीटी समेत सभी जरूरी मंजूरी प्राप्त की थी और नदी अगर इतनी ही साफ थी तो कार्यक्रम को शुरआत में ही रोका जाना चाहिए था. मिश्रा ने अधिवक्ता रित्विक दत्ता और राहुल चौधरी के जरिये याचिका दायर की है.
संसद में लिब्रहान रिपोर्ट पर तीखी बहस के दौरान आरोप-प्रत्‍यारोप का सिलसिला चलता रहा. कांग्रेस पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह रामनाम का गलत इस्‍तेमाल कर रही है. दूसरी ओर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने लिब्रहान कमीशन की रिपोर्ट को गुमराह करने वाली रिपोर्ट करार दिया और कहा कि ये रिपोर्ट राजनीति से प्रेरित है. बाबरी मस्जिद गिराए जाने की परिस्थितियों की जांच करने वाले लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट को भाजपा ने राजनीतिक दस्तावेज़ बताते हुए आज संसद में कहा कि यह किसी पार्टी की शह पर उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी आदि के चरित्र हनन का प्रयास है. आयोग की रपट पर लोकसभा में आज शुरू हुई विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रिपोर्ट में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को छदम उदारवादी बताए जाने पर कड़ी आपत्ति करते हुए कहा कि ऐसा करने वाले को रूग्ण मानसिकता वाला व्यक्ति ही कहा जाएगा. उन्होंने कहा कि वाजपेयी से आयोग ने पूछताछ तक नहीं की और उन पर अनावश्यक टिप्पणियां करके गैर-कानूनी काम किया है. उन्होंने कहा कि पूरी रिपोर्ट राजनीति दस्तावेज़ और चरित्र हनन है. पहले से निष्कर्ष निकाल लिए गए और उसके लिए तथ्य और साक्ष्य तलाशे गए. पार्टी अध्यक्ष ने कहा जो आयोग 17 साल की जांच के दौरान एक बार भी अयोध्या नहीं गया हो वह विवादास्पद ढांचा गिराए जाने के बारे में फैसले कैसे सुना सकता है. उन्होंने व्यंग्य में कहा कि संजय आप किस धृतराष्ट्र को यह सब सुनाना चाहते हैं. रपट में वाजपेयी, आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को छोटे व्यक्ति, बड़े अहम के लोग बताए जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणियां करना आयोग का काम नहीं है. यह रपट स्वस्थ और निष्पक्ष नीयत से नहीं बल्कि दोषारोपण की नीयत से तैयार की गई है. वहीं कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता जगदंबिका पाल ने कहा कि बीजेपी इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रही है और वह मंदिर निर्माण के लिए गंभीर नहीं है. संसद में लिब्रहान कमीशन की रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान विपक्षी दल बीजेपी, लेफ्ट और समाजवादी पार्टी भी इस मसले पर कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर रहे हैं. पिछले महीने रिपोर्ट लीक होने पर भी संसद में ज़ोरदार हंगामा हुआ था. रिपोर्ट सरकार को सौंपे जाने से पहले ही लीक हो गई थी. गौरतलब है कि लिब्रहान कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में 68 लोगों को ढांचा ढहाए जाने का ज़िम्मेदार ठहराया है.
फिल्म का नाम: हेलीकॉप्टर ईला डायरेक्टर: प्रदीप सरकार स्टार कास्ट: काजोल, रिद्धि सेन, तोता रॉय चौधरी, नेहा धूपिया अवधि: 2 घंटा 9 मिनट सर्टिफिकेट: U रेटिंग:  3 स्टार डायरेक्टर प्रदीप सरकार ने एकलव्य, लगा चुनरी में दाग, लफंगे परिंदे और कुछ साल पहले बनी मर्दानी जैसी फ़िल्में डायरेक्ट की हैं. उनका फिल्म और विज्ञापन की इंडस्ट्री में बहुत बड़ा नाम है. इस बार प्रदीप ने आनंद गांधी के मशहूर गुलराती प्ले 'बेटा कागड़ो' पर आधारित हिंदी फिल्म 'हेलीकॉप्टर ईला' निर्देशित की है. ये पिल्म एक सिंगल मदर की कहानी है. इसे आनंद गांधी के साथ मितेश शाह ने लिखा है. पढ़िए फिल्‍म का रिव्‍यू. क्या है फिल्म की कहानी? यह फिल्म ईला (काजोल) की है, जो कि एक सिंगल मदर हैं. वो अपने बेटे विवान (रिद्धि सेन) का पालन-पोषण करके उसे बड़ा करती हैं. ईला अपने जमाने की मशहूर सिंगर हुआ करती थीं, लेकिन शादी के बाद ईला अपना करियर छोड़कर बच्चे पर ध्यान दिया. इस दौरान मम्मी को घर पर देखकर विवान, उन्हें आगे की पढ़ाई-लिखाई या जो मन में आए वह करने की सलाह देता है. ईला उसकी सलाह पर विवान का ही कॉलेज ज्वाइन कर लेती है. इस तरह से बार-बार मम्मी का खुद के पीछे पढ़ना विवान को अच्छा नहीं लगता और वह परेशान रहता है. फिर कहानी में बहुत सारे ट्विस्ट टर्न्स आने लगते हैं. मां बेटे के बीच लड़ाई भी होती है. साथ ही कई पहलुओं की तरफ ध्यान भी जाता है. क्यों देखें फिल्म? फिल्म की कहानी सामान्य है लेकिन दर्शाने का ढंग बढ़िया है. प्रदीप सरकार का पारिवारिक माहौल वाला फ्लेवर इस फिल्म में भी देखने को मिलता है. बचपन के कई सारे ऐसे पल हैं जो आपको अपने बचपन की याद दिला देंगे. खासतौर से 90 के दशक में होने वाली चीजें ऑटोमेटिक आपकी आंखों पर आ जाएंगी. उस दौर का ज्यादातर हिस्सा म्यूजिक के साथ दर्शाया गया है. रिद्धि सेन ने बेटे के रूप में बढ़िया काम किया है और उन्हें देखकर लगता ही नहीं कि यह उनकी पहली हिंदी फिल्म है. काजोल के साथ रिद्धि ने हर फ्रेम में अच्छा काम किया है. वहीं एक पत्नी और जिम्मेदार मां के रूप में काजोल ने दिलचस्प काम किया है, जिसे देख कर बहुत सारी मदर्स कनेक्ट कर पाएंगी. खासतौर से कामकाजी महिलाएं तो जरूर काजोल के इस किरदार को समझ पाएंगी. कोलकाता के मशहूर स्टार तोता रॉय चौधरी ने भी सहज अभिनय किया है. फिल्म का साउंड बहुत अच्छा है. जो कि प्रदीप सरकार की आदत भी है वह फिल्म बनाने से पहले उसका साउंड बना लेते हैं. फिल्म के कुछ गाने कहानी के संग-संग चलते हैं. फिल्म में अनु मलिक, अमिताभ बच्चन, शान, महेश भट्ट जैसे सितारों का कैमियो है. कमज़ोर कड़ियां फिल्म की कमजोर कड़ी इसकी लेंथ है. हालांकि फिल्म बहुत लंबी नहीं है लेकिन फिल्मांकन के दौरान काफी बड़ी दिखती है. साथ ही साथ फिल्म में प्रेजेंट डे और फ्लैशबैक कई लोगों को कंफ्यूज कर सकते हैं. फ्लैशबैक का हिस्सा काफी लंबा है, जिसे छोटा किया जाता तो फिल्म और भी क्रिस्प हो जाती. इसी के साथ फिल्म का क्लाइमैक्स भी काफी अलग है, जिसे और भी दुरुस्त किया जा सकता था. फिल्म में गाने भी कई बार रिपीट होते हैं जो कि देखते वक्त सटीक नहीं लगते. बॉक्स ऑफिस फिल्म का बजट लगभग 20 करोड़ है. पहले ये फिल्म 7 सितंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन किन्हीं कारणों से रिलीज डेट शिफ्ट की गई. इस फिल्म के साथ फ्राइडे, तुम्बाड, जलेबी रिलीज होने जा रही है. लेकिन काजोल की मौजूदगी इस फिल्म को अच्छी ओपनिंग दिलाने में सफल होगी.
अहमद मोहम्मद कथ्रादा (जन्म: 21 अगस्त 1929 - मौत: 28 मार्च 2017) भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी पूर्व राजकीय क़ैदी, राजनेता और रंगभेद-विरोधी सेनानी थे। वे नेल्सन मंडेला के साथ रिवोनिया ट्राइल में, ट्रैलिस्ट के तौर पर शामिल थे और इसके उपरांत वे रॉबर्न आइलैण्ड पर क़ैदी थे। उनकी रिहाई और रंगभेद सरकार के बाद वे 1994 से 1999 तक दक्षिण अफ़्रीक़ी पारलिमान के सदस्य चुने गए। 28 मार्च 2017 को उनकी मौत हो गई। सम्मान अफ़्रीकन नैशनल काँग्रेस से इसिट्वालाण्डवे इनाम 2004 में सर्वश्रेष्ठ दक्षिण अफ़्रीक़ीओं की सूची पर नामज़दगी 2005 में प्रवासी भारतीय सम्मान 1929 में जन्मे लोग २०१७ में निधन दक्षिण अफ़्रीका के मुसलमान रंगभेद-विरोधी कार्यकर्ता
अमेरिकी सैन्य मुख्यालय पेंटागन ने आज कहा कि यह बात 90 प्रतिशत सुनिश्चित हो चुकी है कि पाकिस्तान में तालिबान का नेता बैतुल्ला महसूद अब जिंदा नहीं है. पेंटागन अब यह मानकर काम कर रहा है कि तहरीक-ए-तालिबान का प्रमुख अब मर चुका है और क्षेत्र के लोगों को उसके खतरे से मुक्ति मिल गई है. पेंटागन के प्रवक्ता ज्योफ मोरेल ने कहा कि तालिबान हमारे नजरिये से अलग कोई सुबूत मुहैया कराने में सक्षम नहीं हुआ है. खुफिया जानकारियों के आधार पर विश्‍वास उन्होंने कहा कि हम यह मानकर चल रहे हैं और यह सिर्फ हमारा मानना ही नहीं है. बेशक, हमारे पास खुफिया जानकारियां हैं जो हमें यह भरोसा दिलाती हैं कि 90 प्रतिशत तय हो चुका है कि बैतुल्ला अब जिंदा नहीं है. मोरेल ने एक सवाल पर कहा कि सरकार में अन्य लोगों की तरह रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स भी यही मानकर चल रहे हैं. दरअसल पाकिस्तान के लोगों को अब उससे खतरा नहीं है. कुछ तालिबान नेताओं द्वारा बैतुल्ला के जिंदा होने की बातें कहे जाने पर मोरेल ने कहा कि अगर वे वाकई बैतुल्ला के जिंदा होने का विश्वास दिलाना चाहते हैं तो उन्हें इसका सुबूत देना होगा लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा कर सकेंगे.
इंडिया टुडे ग्रुप की ओर से आयोजित ‘कर्नाटक पंचायत’ के पहले सत्र में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने शिरकत की. दोनों नेताओं ने राज्य में कांग्रेस की जीत का दावा किया है. खड़गे से जब पूछा गया कि बीजेपी सिद्धारमैया सरकार को भ्रष्ट सरकार बताती आई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां रैली में भी यही बात कह चुके हैं. लेकिन आप कह रहे हैं कि सरकार ने जनता से किए वादों को पूरा किया है. इस सवाल के जवाब में खड़गे ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के पिछले बयान पर चुटकी ली. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अमित शाह पहले ही इसका जवाब दे चुके हैं, उन्होंने ही येदयुरप्पा को सबसे भ्रष्ट सीएम बताया था. दूसरी बार अमित शाह की रैली में ही प्रह्लाद जोशी ट्रांसलेट करके यह बयान दे चुके हैं कि मोदी समाज के पिछड़ों और जनजातीय समुदाय के लिए कुछ भी नहीं करने वाले हैं. . @MallikarjunINC takes a jibe at Amit Shah over Yeddyurappa gaffe. Listen in. #KarnatakaPanchayat LIVE: https://t.co/GXLPkiOmy0 pic.twitter.com/H2tRSvEeiT — India Today (@IndiaToday) March 31, 2018 खड़गे ने कहा कि अमित शाह की जुबान फिसली नहीं थी बल्कि बीजेपी येदयुरप्पा को सीएम बनाना ही नहीं चाहती है. उन्होंने येदयुरप्पा का सीएम बनना वैसे भी मुमकिन नहीं है क्योंकि हम सत्ता में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हमें 10 फीसद सरकार बताते हैं लेकिन पूछता हूं मैं कि नीरव मोदी मेहुल चोकसी की मदद करने वाला कौन है, जो देश के करोड़ों रुपये लेकर भाग चुके हैं. शाह की हुई थी किरकिरी अमित शाह के बयान का गलत अनुवाद करते हुए धारवाड़ से बीजेपी सांसद प्रह्लाद जोशी ने कन्नड़ में इसका उल्टा अर्थ कर दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब, दलित और पिछड़ों के लिए कुछ भी नहीं करेंगे. वो देश को बर्बाद कर देंगे. आप उन्हें वोट दीजिए. इससे पहले भी सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह की जुबान फिसल गई थी और उन्होंने येदयुरप्पा को कर्नाटक का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री बता दिया था. येदयुरप्पा बीजेपी के नेता हैं और कर्नाटक के सीएम रह चुके हैं.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में फीसवृद्धि का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार को भी प्रशासन और छात्रसंघ आमने सामने नजर आया. एक तरफ जेएनयू छात्रसंघ रविवार को सांसदों के साथ फीसवृद्धि को लेकर चर्चा आयोजित कर रहा है. वहीं टीचर्स के एक धड़े का कहना है कि स्टूडेंट हर चीज को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. कुलपति से हर छात्र डायरेक्टली नहीं मिल सकता. उन्हें प्रोटोकॉल मानना होगा. JNU administration on vandalism and defacement of Vivekananda statue in the campus: Condemn the vandalism done by students. Everything has been recorded. Chief Proctor Office will take stringent action possible against those who will be found guilty. pic.twitter.com/gjQPfCn4xx — ANI (@ANI) November 17, 2019 प्रशासन का कहना है कि हमने हॉस्टल प्रेसीडेंट को बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन वो नहीं आए. लेकिन दूसरी तरफ वो मीडिया के जरिये पूरी दुनिया को दिखा रहे हैं कि वीसी उनसे मिल नहीं रहे हैं. ये सभी प्रदर्शन पूरी तरफ निरर्थक प्रक्रिया हैं. प्रशासन ने स्वामी विवेकानंद की मूर्ति से छेड़छाड़ के मामले में कहा कि जो भी छात्र स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा से छेड़छाड़ मामले में आरोपी है, उनके साथ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हर चीज को रिकॉर्ड किया गया है. डीन ऑफ स्टूडेंट्स ने तारिक अनवर के बयान पर भी कहा कि राजनीतिक दल आते जाते रहते हैं, लेकिन जो स्वामी विवेकानंद का सम्मान नहीं करता, उनकी क्लास टू के बच्चे भी इज्जत नहीं करते. जेएनयू की ओर से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में प्रदर्शन के दौरान कथित अभद्रता व मारपीट का शिकार हुईं महिला प्रोफेसर भी अपनी राय रख रही हैं.
बीजिंग ओलंपिक की शानदार सफलता के दो साल बाद चीन ने शुक्रवार को 16वें एशियाई खेलों के बेमिसाल उदघाटन समारोह से दुनिया को दांतों तले उंगली दबाने के लिये मजबूर कर दिया. समारोह का मुख्य थीम पानी था और खिलाड़ियों ने पर्ल नदी पर नावों की परेड में भाग लिया. उदघाटन समारोह मुख्य रूप से चीन की तीसरी सबसे लंबी और चीन के दक्षिण भाग की जनसंख्या के लिये जीवनदायिनी माने जाने वाली पर्ल नदी पर स्थित द्वीप हाई झिन्सा में हुआ. लगभग साढ़े चार घंटे तक चले समारोह की शुरुआत ट्रेडमार्क आतिशाबाजी से हुई तथा जब शहर के सबसे पुराने कुंगफू स्कूल के 1320 कलाकारों ने अपना प्रदर्शन किया तो 37,000 दर्शकों ने खड़े होकर उसे सराहा. बेहतरीन तरीके से कोरियोग्राफ किये गये इस प्रदर्शन में कलाकारों ने जमीन से कई फुट उपर सांस थाम देने वाली एक्रोबेटिक्स से मन मोह दिया. लेड स्क्रीन पर यह ऐसा दिख रहा था मानो आसमान में कई बाज एक साथ उड़ रहे हों. यह समारोह कई मायनों में बेजोड़ रहा. इसे परंपरा से हटकर मुख्य स्टेडियम में आयोजित नहीं किया गया जैसे कि अन्य बड़ी प्रतियोगिताओं में किया जाता रहा है. एशियाई खेलों में भाग लेने के लिये 45 नावें थे जिसमें खिलाड़ी मुख्य स्थल तक पहुंचे. खिलाड़ियों और अधिकारियों का नावों का यह 75 मिनट का सफर व्हाइट स्वान बे से शुरू होकर हेनिक्सिया द्वीप पर समाप्त हुआ. भारतीय दल अपनी नाव पर ताइगुकांग डॉक पर सवार हुए. इस जगह से 13 अन्य देशों के दलों ने अपनी नावें पकड़ी. बाकी देशों की टीमें झोउटोउजुई डॉक और फांगकुन डॉक से सवार हुई. नावें झिदी और तियान्जी डॉक पर रुकी जहां पर ग्वांग्झू की संस्कृति पर अधारित कार्यक्रम पेश किया गया. इसके अलावा नावें तीन अन्य स्थानों पर रुकी. भारतीय दल का ध्वजवाहक कौन होगा इस पर काफी असमंजस के बाद स्टार निशानेबाज गगन नारंग ने 671 सदस्यीय भारतीय दल की अगुवाई की. भारतीय पुरुष खिलाड़ी पारंपरिक नीले ब्लेजर जबकि महिलाओं ने जामुनी रंग की साड़ी पहन रखी थी. खिलाड़ियों की नावों की यह परेड काफी रंगारंग रही क्योंकि इसके नदी के दोनों तरफ कलाकार अपनी कलाओं से मंत्रमुग्ध कर रहे थे. स्टेडियम तक पहुंचने के दौरान खिलाड़ियों ने नदी के किनारे पर फैशन शो और नृत्य प्रदर्शन का लुत्फ भी उठाया. चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ और एशियाई ओलंपिक परिषद के अध्यक्ष शेख अहमद अल फहद अल सबाह इसके बाद चीनी सेना के बैंड की ध्वनि के साथ मंच पर आये और फिर मेजबान देश का ध्वज फहराया गया. ग्वांग्झू टावर से हुई आतिशबाजी ने सभी को चकाचौंध कर दिया. पांव की हल्की हल्की थाप वाले नृत्य और संगीत के कार्यक्रम से पर्ल नदी का गुणगान किया गया जिसके बाद 500 ड्रम की ध्वनि से आकाश गूंजने लगा. थीम सांग के साथ खिलाड़ियों ने मुख्य स्थल पर प्रवेश करना शुरू किया. आयोजन समिति के अध्यक्ष लियु पेंग और ओसीए प्रमुख शेख अल सबाह ने भाषण दिये जिसके बाद प्रधानमंत्री ने खेलों के शुरुआत की घोषणा की. इसके साथ ही आसमान में रंगारंग आतिशबाजी ने सबका मन मोह दिया.
दिवाली के मौके पर सियाचिन में सेना के जवानों से मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब श्रीनगर पहुंचे. पीएम ने यहां बाढ़ पी‍ड़ि‍तों से मुलाकात की और राहत कार्यों का जायजा लिया. इससे पहले सियाचिन में मोदी ने ग्लेसियर के उत्तरी इलाकों में बने बेस कैंप में सेना के जवानों से मुलाकात की. मोदी वहां लगभग 45 मिनट रुके. प्रधानमंत्री ने सियाचिन से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से बात की और उन्हें दिवाली की बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह सवेरे ही सियाचिन के लिए रवाना हो गए. प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके कहा है कि जवानों से मिलना मेरे लिए फक्र की बात है. साथ ही उन्होने लिखा कि जवानों को भी पता होना चाहिए कि सारा देश उनके साथ है. मोदी का NDA के लिए दिवाली मिलन समारोह Friends, I am leaving for Siachen Glacier. Its my good fortune that I will be able to spend time with our brave soldiers on this special day — Narendra Modi (@narendramodi) October 23, 2014 सियचिन से लौटते वक्त बाढ़ से बर्बाद कश्मीर के पीड़ितों से भी मिलेंगे. उन्हें एहसास दिलाएंगे कि दुख की इस घड़ी में वो अकेले नहीं हैं. प्रधानमंत्री की कोशिश है कि वो सीधे उन लोगों तक पहुंच सकें जिन्हें बाढ़ ने तबाह कर दिया है. जिनका घर बार बर्बाद हो चुका है. जो अपनो को खो चुके हैं. जो बेघर होकर शिविरों में रहने को मजबूर हैं. दो दिन पहले प्रधानमंत्री ने खुद ट्वीट करके अपने इस कार्यक्रम की जानकारी दी थी. तबाही का भयानक मंजर देख चुके लोगों में प्रधानमंत्री की ये यात्रा उम्मीद की रोशनी लेकर आई है. लोगों को लगता है प्रधानमंत्री घाटी में आएंगे और उनके अच्छे दिन फिर से लौटे आएंगे. प्रधानमंत्री की यात्रा से उम्मीद राज्य सरकार में भी पैदा हुई है. मुख्यमंत्री को लगता है कि प्रधानमंत्री राहत का दिवाली गिफ्ट कश्मीर को जरूर देंगे. अभी कुछ दिन पहले की बात है. धरती के इस जन्नत पर पानी प्रलय बन कर टूटा था. अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर घाटी का चेहरा बिगाड़ दिया था. इस बाढ़ में करीब 1 लाख लोगों के घर तबाह हुए थे. करीब 1.5 लाख मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा था. करीब 1 लाख लोग टेंटों में रहने को मजबूर हुए थे और करीब 6 लाख लोग आज भी बेघर हैं. प्रधानमंत्री की यात्रा पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. पीडीपी का कहना है कि बेहतर होता कि मोदी ईद पर आंसू पोछने यहां आए होते. तो विपक्ष कहीं ना कहीं इसे जम्मू-कश्मीर में जल्दी ही होने वाले विधानसभा चुनाव से भी जोड़ कर देख रहा है. मसला चाहे जो भी हो, लेकिन दिवाली पर दर्द में डूबे देश के हिस्से में प्रधानमंत्री की ये यात्रा वहां के बहुत से लोगों को सकून भी पहुंचा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरे दिन देश के आर्थिक हालात पर वित्त मंत्रालय के साथ मंथन किया. इस समीक्षा बैठक के बाले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि सरकार वित्तीय घाट कम करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने ये भी कहा कि पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था के संबंध में संतुष्टि जाहिर की है. हालांकि, तेल कीमतों में हो रहे इजाफे के सवाल को जेटली टाल गए. वित्त मंत्री जेटली ने बताया, 'सरकार चालू वित्त वर्ष में 3.3 प्रतिशत के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य पर अडिग रहेगी. सरकार को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में उसका टैक्स राजस्व बेहतर रहेगा और वर्ष के लिए तय विनिवेश लक्ष्य को भी पार कर लिया जायेगा.' शुक्रवार के बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई अर्थव्यवस्था की समीक्षा बैठक के बाद जेटली ने कहा कि सरकार को 2018-19 के बजट में अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद की 7.2 से 7.5 प्रतिशत के वृद्धि को पार कर लेने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, 'हम राजकोषीय घाटे के लक्ष्य पर कायम रहेंगे.' इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पूंजी व्यय के लक्ष्य को भी हासिल किया जाएगा. जेटली ने कहा कि आधार बढ़ने से कर संग्रह बेहतर रहेगा और यह संग्रह बजट अनुमान से अधिक रहेगा. उन्होंने कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में चीजें दुरुस्त हो रही हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि विनिवेश से एक लाख करोड़ रुपये हासिल करने का लक्ष्य भी पार कर लिया जाएगा.
सुपरस्टार रजनीकांत की आने वाली फिल्म काला के मेकर्स ने इस फिल्म का दूसरा पोस्टर जारी किया है. जारी इस पोस्टर ने रजनीकांत के फैन्स के क्रेज और बढ़ा दिया है. पोस्टर में इस सुपरस्टार के साथ नाना पाटेकर भी नजर आ रहे हैं. जब रजनीकांत की सलामती के लिए श्रीदेवी ने रखा था 1 हफ्ते का व्रत जून के पहले हफ्ते रिलीज होने जा रही रजनीकांत की फिल्म काला की रिलीज का लंबे समय से देशभर में इंतजार है. 7 जून को रिलीज होने जा रही ये फिल्म ना सिर्फ तमिल बल्कि हिन्दी में भी रिलीज होने जा रही है. फिल्म में रजनीकांत मुंबई के एक डॉन के किरदार में नजर आएंगे जोकि‍ वहां रहने वाले तमिल लोगों के हितों के लिए लड़ता है. अब फिल्म में नाना पाटेकर का किरदार क्या होगा? अब ये सस्पेंस भी फिल्म के लिए दर्शकों की दिलचस्पी बढ़ा रहा है. It’s Rajinikanth versus Nana Patekar this June... Presenting the new poster of #Kaala #KingOfDharavi [Hindi]... 7 June 2018 release... Produced by Dhanush... Directed by Pa. Ranjith. pic.twitter.com/l26P7qAFJc — taran adarsh (@taran_adarsh) May 19, 2018 कुछ दिनों पहले ही काला का ऑडियो लॉन्च का आयोजन किया गया था इस मौके पर रजनीकांत फिल्म की पूरी स्टार कास्ट के साथ मौजूद थे. इस दौरान फिल्म के प्रोड्यूसर और रजनीकांत के दामाद धनुष भी नजर आए. फिल्म रिलीज से पहले ना सिर्फ काला के पोस्टर्स फैन्स के बीच छाए रहे थे. बल्कि  फिल्म के टीजर को भी करीब 2 करोड़ व्यूल मिले. रजनीकांत की 'काला' का म्‍यूजिक लॉन्‍च, 9 गाने काला में रजनीकांत के अलावा एक्ट्रेस हुमा कुरैशी और अंजली पाटिल भी अहम किरदार में नजर आ रही हैं. बता दें काला का निर्देशन पा रंजीत कर रहे हैं जो कि पहले रजनीकांत के साथ कबाली फिल्म कर चुके हैं.
महाराष्ट्र चुनाव के लिए हलचल तेज कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करेंगी उर्मिला पार्टी के दिए प्रस्ताव को ठुकराया लोकसभा चुनाव के बाद छोड़ी थी कांग्रेस महाराष्ट्र में चुनावी दंगल की शुरुआत हो गई है, दो हफ्ते बाद राज्य में मतदान भी होना है. भारतीय जनता पार्टी सत्ता में वापसी की कोशिशें कर रही हैं, तो वहीं कांग्रेस को राज्य में अंदरूनी कलह का सामना करना पड़ रहा है. चुनाव में प्रचार का सहारा लेने के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर से संपर्क किया गया, लेकिन उर्मिला ने प्रचार करने से इनकार कर दिया है. उर्मिला ने लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया था. दरअसल, मीडिया में इस बात की हलचल है कि कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए उर्मिला मातोंडकर से संपर्क किया था. मुंबई कांग्रेस के नेता एकनाथ गायकवाड़ की ओर से उर्मिला से संपर्क किया गया था और प्रचार में शामिल होने की बात कही गई थी. लेकिन अब सूत्रों की मानें तो उर्मिला मातोंडकर ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. लोकसभा चुनाव के बाद छोड़ी थी पार्टी बता दें कि उर्मिला मातोंडकर ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ज्वाइन की थी, मुंबई उत्तर सीट से उन्होंने चुनाव भी लड़ा लेकिन हार गईं. इसी के बाद उर्मिला ने लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी छोड़ने का फैसला लिया, इस दौरान उर्मिला ने पार्टी में अंदरूनी कलह होने का आरोप लगाया था. कांग्रेस छोड़ने के बाद क्या बोलीं उर्मिला? यहां क्लिक कर पढ़ें.. पार्टी छोड़ते वक्त उर्मिला ने कहा था कि मेरी राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाएं बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए हैं, लेकिन मुंबई कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति के कारण मैं ऐसा कर नहीं पा रही हूं. कांग्रेस के लिए मुश्किल है विधानसभा चुनाव? गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)  के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है, लेकिन मुंबई कांग्रेस में अंदरूनी लड़ाई भी चल रही है. संजय निरूपम ने आरोप लगाया है कि टिकट बंटवारे में उनकी बात नहीं सुनी गई और प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के खिलाफ ही उन्होंने मोर्चा खोल दिया. साथ ही मिलिंद देवड़ा भी चुनाव प्रचार में अभी कहीं नज़र नहीं आ रहे हैं.
अटल बि‍हारी वाजपेयी हि‍न्‍दी वि‍श्‍ववि‍द्यालय भोपाल में स्थित एक विश्वविद्यालय है। 6 जून 2013 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी ने इसकी की आधारशि‍ला रखी। यह विश्वविद्यालय तकनीकी, चिकित्सा, कला और वाणिज्य से जुड़े विषयों की शिक्षा प्रदान करेगा। मध्यप्रदेश और भारतवासियों के स्वभाषा और सुभाषा के माध्यम से ज्ञान की परम्परागत और आधुनिक विधाओं में शिक्षण-प्रशिक्षण की व्यवस्था और हिन्दी को गौरवपूर्ण स्थान दिलाने के लिये मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इसकी स्थापना 19 दिसम्बर 2011 को की गयी। भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रभाषा हिन्दी के प्रबल पक्षधर रहे हैं। इसीलिये इस विश्वविद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा गया। भोपाल चूँकि भारतवर्ष के केन्द्र में स्थित है अत: इस विश्वविद्यालय को वहाँ स्थापित किया गया। इस विश्वविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य हिन्दी भाषा को अध्यापन, प्रशिक्षण, ज्ञान की वृद्धि और प्रसार के लिये तथा विज्ञान, साहित्य, कला और अन्य विधाओं में उच्चस्तरीय गवेषणा हेतु शिक्षण का माध्यम बनाना है। यह विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश में हिन्दी माध्यम से ज्ञान के सभी अनुशासनों में अध्ययन, अध्यापन एवं शोध कराने वाला प्रथम विश्वविद्यालय है। यहाँ विद्यार्थियों के लिये प्रशिक्षण, प्रमाण‍-‍‍पत्र, पत्रोपाधि, स्नातक, स्नातकोत्तर,जैसे अनेक उपाधि कार्यक्रम संचालित हैं। 30 जून 2012 को प्रो॰ मोहनलाल छीपा इस विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति नियुक्त किये गये। इससे पूर्व वे महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर के कुलपति थे। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 6 जून 2013 को भोपाल के ग्राम मुगालिया कोट में विश्वविद्यालय भवन का शिलान्यास किया। विश्वविद्यालय का भवन 50 एकड़ में बनेगा। अगस्त 2013 से विश्वविद्यालय ने शिक्षण कार्य प्रारम्भ भी कर दिया है। वर्तमान में प्रो.रामदेव भारद्वाज इस विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति हैं दिनांक 8/03/2017 को अंतरराष्ट्रिय महिला दिवस के मौके पर विकिपीडिया की टीम के द्वारा कार्य शाला का आयोजन किया गया। प्रथम दीक्षान्त समारोह विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह दिनांक 18 अप्रैल 2017 ,विक्रम संवत 2074,वैशाख कृष्ण ,सप्तमी को सम्पन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता श्री ओम प्रकाश कोहली जी महामहीम राज्यपाल मध्यप्रदेश ने की।सारस्वत अतिथि श्री सीताशरण शर्मा जी,मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष थे। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान थे।श्री जयभान सिंह पवैया ,उच्च शिक्षा मंत्री मध्यप्रदेश ने दीक्षांत भाषण दिया। उद्देश्य एवं दृष्टि विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य हिन्दी भाषा को अध्ययन, प्रशिक्षण, ज्ञान की वृद्धि और प्रसार के लिये तथा विज्ञान साहित्य, कला व अन्य विधाओं में उच्चस्तरीय गवेषणा हेतु शिक्षण का माध्यम बनाना है। उपर्युक्त उद्देश्य की व्यापकता को प्रभावित किये बिना विश्वविद्यालय के निम्नलिखित उद्देश्य होंगे:- विज्ञान, साहित्य, संस्कृति, कला, दर्शन और अन्य विधाओं के अध्ययन और गवेषणा को प्रोन्नत करना, संकलित करना और संरक्षित करना। हिन्दी भाषा में शिक्षा और ज्ञान को प्रोन्नत करना और उसका प्रसार करना और इस प्रयोजन के लिए अन्य भाषाओं से अनुवाद करना, प्रकाशन, उद्देश्य , सूचना प्रौद्योगिकी और रोजगारकौशल का उपयोग संचालित करना। हिन्दी भाषा के ज्ञान को प्रोन्नत करने के लिए अभिभाषणों, सेमीनारों, परिसंवादों, अधिवेशनों का आयोजन करना। विभिन्न विधाओं में शिक्षण तथा प्रशिक्षण को प्रोन्नत करना, जैसा कि विश्वविद्यालय ठीक समझे और गवेषणा कार्य किए जाने का इंतजाम करना। सभी धर्मों और मुख्य प्राचीन सभ्यताओं और संस्कृतियों के अध्ययन तथा गवेषणा कार्य को प्रोत्साहित करना। परीक्षा संचालित करना और मानद उपाधियाँ और अन्य विशिष्टियाँ प्रदान करना। ऐसे समस्त कार्य करना, जो विश्वविद्यालय के समस्त या किन्हीं उद्देश्यों को प्राप्त करने में अनुषांगिक, आवश्यक या सहायक हों। विश्वविद्यालय का उद्देश्य ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण करना है जो समग्र व्यक्तित्व विकास के साथ रोजगार, कौशल व चारित्रिक दृष्टि से विश्वस्तरीय हो। विश्वविद्यालय ऐसी शैक्षिक व्यवस्था का सृजन करना चाहता है जो भारतीय ज्ञान परम्परा तथा आधुनिक ज्ञान में समन्वय करते हुए छात्रों, शिक्षकों एवं अभिभावकों में ऐसी सोच विकसित कर सके जो भारत केन्द्रित होकर सम्पूर्ण सृष्टि के कल्याण को प्राथमिकता दे। कार्य विधि भारत में उच्चशिक्षा के क्षेत्र में सकल नामांकन अनुपात 16 प्रतिशत के लगभग होने के कारण इस विश्वविद्यालय का ध्येय उच्च शिक्षा का लोकान्तरण एवं लोक का रूपान्तरण करना। विश्वविद्यालय में निजता, अनन्यता, कुशलता एवं धन्यता जैसे शिखा सूत्रों की स्थापना करना। विद्यार्थी के समग्र विकास की दृष्टि से उच्च शिक्षा में पंचकोशीय शिक्षा व्यवस्था के प्रारूप को विकसित करना। ऐसे पाठ्यक्रमों की रचना करना जो कि विद्यार्थियों को स्वरोजगार एवं मूल्य आधारित व्यावसायिकता की ओर प्रेरित कर सके। सभी प्रकार के पाठ्यक्रमों में भारतीय योगदान को रेखांकित करना। विभिन्न ज्ञान अनुशासनों से सम्बन्धित विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध श्रेष्ठ पाठ्यपुस्तकों का हिन्दी भाषा में अनुवाद एवं मौलिक लेखन को प्रोत्साहित करना। भारतीय ज्ञान परम्परा एवं आधुनिक ज्ञान में समन्वय स्थापित करने की दृष्टि से विभिन्न अध्ययन केन्द्रों की स्थापना करना। संकल्प विश्वविद्यालय ने अपने आपको एक ऐसे भारत राष्ट्र के लिए समर्पित किया हैं जो समय से पहले सोचते हुए पूर्ण आत्म-सम्मान के साथ विश्व के राष्ट्रों की बिरादरी में अपनी भूमिका का निर्वाह कर सके। सम्भावनाओं की तलाश और नवीन सम्भावनाओं के निर्माण का भागीरथ प्रयत्न करते हुए अपनी क्षमता से पूरा करने का विश्वास ही उसका सम्बल होगा। इसके अतिरिक्त एक ऐसे शिक्षातन्त्र की रचना भी की जायेगी जो जनता-जनार्दन की आवश्यकताओं के अनुकूल तकनीक का निर्माण करे न कि ऐसी पद्धति जो विश्व की महाशक्तियों के लिये केवल तकनीकी-कुली ही तैयार करे। नामकरण इस विश्वविद्यालय का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी पर रखा गया है। श्री वाजपेयी एक वरिष्ठ राष्ट्रीय राजनेता, उत्कृष्ट सांसद, प्रखर विद्वान तथा प्रभावशाली चिंतक थे। उन्होंने बहुत सी उत्कृष्ट तथा स्मरणीय कविताएं लिखी हैं। उनकी रचनाओं ने हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उल्लेखनीय है कि श्री वाजपेयी संयुक्त राष्ट्र में पहली बार हिन्दी में भाषण देकर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी को नई ऊंचाईयों पर स्थापित करने के लिए जाने जाते हैं। विभाग संगणक विज्ञान एवं अनुप्रयोग विभाग एक माह प्रशिक्षण प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम (१) संगणक हार्डवेयर एवं संजाल (10वीं उत्तीर्ण ) (२) कार्यालयीन संगणक अनुप्रयोग (10वीं उत्तीर्ण) छ माह प्रशिक्षण प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम (१) वेब डिज़ाइनिग (12वीं उत्तीर्ण) (२) 3डी एनिमेशन (12वीं उत्तीर्ण) (३) इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (12वीं उत्तीर्ण) (४) ग्राफिक्स डिज़ाइनिग (12वीं उत्तीर्ण) एक वर्षीय पत्रोपाधि पाठ्यक्रम (१) संगणक अनुप्रयोग में पत्रोपाधि (डी. सी. ए.) (12वीं उत्तीर्ण) (२) संगणक अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर पत्रोपाधि (पी. जी. डी. सी. ए.) (स्नातक, किसी भी विषय के साथ) उपाधि पाठ्यक्रम (१) संगणक अनुप्रयोग में स्नातक (बी. सी. ए.) (वाणिज्य/भौतिकी/गणित विषय के साथ 12वीं उत्तीर्ण ) (२) स्नातकोत्तर संगणक विज्ञान (एम एस सी (सी एस)) (संगणक में स्नातक) वाणिज्य एवं प्रबंधन वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग में निम्न पाठ्यक्रम संचालित हैं- स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम एम. काम. (वाणिज्य) एम. बी.ए. ( व्यावसायिक अर्थशास्त्र) एम. बी.ए. ( संभार तंत्र एवं आपूर्ती श्रंखला प्रबंधन) स्नातक पाठ्यक्रम बी काम बी बी ए अर्थशास्त्र अर्थशास्त्र विभाग में निम्न पाठ्यक्रम संचालित हैं। बी ए एम ए पुस्तकालय विज्ञान पुस्तकालय विज्ञान विभाग में संचालित पत्रोपाधि पुस्तकालय एवं सुचना विज्ञान पर एक वर्षीय पाठ्यक्रम है। इस पाठ्यक्रम में दो सेमेस्टर होंगे, प्रत्येक सेमेस्टर में चार (4) प्रश्नपत्र होंगे यानि दो सेमेस्टरमें छात्र को आठ (8) प्रश्नपत्र देने होंगे। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को पुस्तकालय विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों से और सूत्रों से अवगत कराना है। वर्तमान ज्ञान समाज में निरंतर बदलते हुए शैक्षणिक,आर्थिक,तकनिकी, और सामाजिक वातावरण के अनुरूप पुस्तकालय के कार्य और उद्धेश्यों को समझने में छात्रों को सक्षम करना है। छात्रों को पुस्तकालयोंके प्रबंधन तकनिकी और प्रौधोगिकी के उपयोग में दक्ष करना है। पत्रकारिता विभाग अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्‍वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में प्रिंट मीडिया, इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया, न्‍यू मीडिया के स्‍नातकोत्‍तर, स्‍नातक, स्‍नातक उपाधि के पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। हमारे कई छात्र न्‍यूज चैनल और अखबारों में कार्य कर रहे हैं। आगामी योजना सांध्‍य कालीन पाठ्यक्रम शुरु करने की है। पत्रकारिता एवं जनसंचार क्षेत्र की आवश्‍यकताओं को पूर्ण करने की दृष्टि से 01 जुलाई 2013 को इस विभाग की स्‍थापना की गई। सत्र 2014- 15 में छात्रों की संख्‍या 16 है। विभागीय पुस्‍तकालय में 08 पुस्‍तकें पत्रकारिता से संबंधित उपलब्‍ध हैै।इस विभाग की विभागाध्‍यक्ष डॉ. रेखा रॉय है। शिक्षा संकाय बी.एड. (दो बर्षीय पाठ्यक्रम ) सन्दर्भ इन्हें भी देखें अटल बिहारी वाजपेयी अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी पुस्तकालय, भोपाल महात्मा गान्धी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय बाहरी कड़ियाँ अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय का आधिकारिक जालघर मध्य प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय जो हिन्दी में इंजीनियरिंग की शिक्षा देगा (अगस्त २०१६) अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विवि का शिलान्यास (प्रभासाक्षी) मेडिकल की पढाई अब हिन्दी में भी (खास खबर) भारत के विश्वविद्यालय हिन्दी शिक्षा मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालय विशेषज्ञता विश्वविद्यालय हिन्दी विश्वविद्यालय अटल बिहारी वाजपेयी अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय परियोजना के अंतर्गत बनाए गए लेख
कुंवारियां या कुंवारियाँ राजस्थान के राजसमन्द जिले की एक तहसील है। यह कस्बा कुम्हार जाति की मृण कला के लिए प्रसिद्ध है 100 से अधिक कुम्हार परिवार निवास करतेे हैं इनकेें द्वारा मिट्टी के बर्तन कलात्मक मिट्टी के सिगार मटके बनाये जाते हैं कुवारिया कस्बें में एक प्राचीन किला जिसमें चमत्कारिक हिंगलाज माता का मंदिर है । कुवारिया कस्बें का वस्त्र बाजार पूरे राजसमन्द जिले में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है कुवारिया में नवरात्रि में जोहिडा भैरूजी के नाम पर विशाल पशुमेले का आयोजन होता है जिसमें अश्व गाय बैल भैस की बडी संख्या में खरीद फरोख्त होती है कस्बे में प्रसिद्ध प्राचीन छापर वाले हनुमान जी का मंदिर चमत्कारिक नवनिर्मित दर्शनीय स्थल है कुवारिया कस्बा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 758 पर स्थित है यहा पर रेल्वे स्टेशन भी है जो मावली मारवाड मीटर गैज लाईन से जुडा हुआ है यह लाईन भारत सरकार द्वारा ब्रॉडगैज में परिवर्तन हेतू स्वीकृत हो चुकी है । सन्दर्भ राजस्थान की तहसीलें
बीकानेर जिले के श्रीकोलायत थाना इलाके में एक शराबी पिता ने अपनी पांच महीने और तीन साल की बेटियों की पिटाई कर उनके हाथ, होंठ और नाक चबा गया। दोनों बच्चियों को गंभीर हालत में बीकानेर अस्पताल लाया गया है जहां से एक बेटी राधा को जयपुर भेजा गया है। श्रीकोलायत पुलिस थाने में जांच अधिकारी पूर्ण सिंह के अनुसार सियाणा गांव का आरोपी शिवदान सिंह राजपूत शराब के नशे में घर पहुंचा और पत्नी सरोज देवी की पिटाई की। आरोपी ने बाद में कमरे में सो रही पांच महीने की बेटी राधा और तीन साल की बेटी भंवरी की पिटाई करना शुरू कर दिया। सिंह के अनुसार आरोपी ने राधा के होंठ और नाक, गाल और बड़ी बेटी भंवरी का हाथ चबा गया। पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपी शिवदान सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 326, 341, 323 और 324 के तहत मामला दर्जकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घायल मां और बेटियों को श्रीकोलायत के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया।टिप्पणियां बीकानेर पीबीएम अस्पताल के शिशु रोग चिकित्सक गिरीश प्रभाकर ने बताया कि मां और दोनों बेटियों का उपचार शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पांच महीने की राधा के उपर के होंठ के ऊपरी हिस्सा और नाक का निचला हिस्सा भी नहीं था। डॉ. प्रभाकर के अनुसार बीकानेर अस्पताल में कोस्मेटिक सर्जरी नहीं होने के कारण राधा को जयपुर भेजा गया है। श्रीकोलायत पुलिस थाने में जांच अधिकारी पूर्ण सिंह के अनुसार सियाणा गांव का आरोपी शिवदान सिंह राजपूत शराब के नशे में घर पहुंचा और पत्नी सरोज देवी की पिटाई की। आरोपी ने बाद में कमरे में सो रही पांच महीने की बेटी राधा और तीन साल की बेटी भंवरी की पिटाई करना शुरू कर दिया। सिंह के अनुसार आरोपी ने राधा के होंठ और नाक, गाल और बड़ी बेटी भंवरी का हाथ चबा गया। पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपी शिवदान सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 326, 341, 323 और 324 के तहत मामला दर्जकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घायल मां और बेटियों को श्रीकोलायत के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया।टिप्पणियां बीकानेर पीबीएम अस्पताल के शिशु रोग चिकित्सक गिरीश प्रभाकर ने बताया कि मां और दोनों बेटियों का उपचार शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पांच महीने की राधा के उपर के होंठ के ऊपरी हिस्सा और नाक का निचला हिस्सा भी नहीं था। डॉ. प्रभाकर के अनुसार बीकानेर अस्पताल में कोस्मेटिक सर्जरी नहीं होने के कारण राधा को जयपुर भेजा गया है। सिंह के अनुसार आरोपी ने राधा के होंठ और नाक, गाल और बड़ी बेटी भंवरी का हाथ चबा गया। पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपी शिवदान सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 326, 341, 323 और 324 के तहत मामला दर्जकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने घायल मां और बेटियों को श्रीकोलायत के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया।टिप्पणियां बीकानेर पीबीएम अस्पताल के शिशु रोग चिकित्सक गिरीश प्रभाकर ने बताया कि मां और दोनों बेटियों का उपचार शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पांच महीने की राधा के उपर के होंठ के ऊपरी हिस्सा और नाक का निचला हिस्सा भी नहीं था। डॉ. प्रभाकर के अनुसार बीकानेर अस्पताल में कोस्मेटिक सर्जरी नहीं होने के कारण राधा को जयपुर भेजा गया है। बीकानेर पीबीएम अस्पताल के शिशु रोग चिकित्सक गिरीश प्रभाकर ने बताया कि मां और दोनों बेटियों का उपचार शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पांच महीने की राधा के उपर के होंठ के ऊपरी हिस्सा और नाक का निचला हिस्सा भी नहीं था। डॉ. प्रभाकर के अनुसार बीकानेर अस्पताल में कोस्मेटिक सर्जरी नहीं होने के कारण राधा को जयपुर भेजा गया है। डॉ. प्रभाकर के अनुसार बीकानेर अस्पताल में कोस्मेटिक सर्जरी नहीं होने के कारण राधा को जयपुर भेजा गया है।
शाओमी (Xiaomi), वीवो (Vivo) और ओप्पो (Oppo) जैसी चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों से मुकाबला करने के लिए सैमसंग (Samsung) ने इस साल अपने कई नए स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं। Samsung ने इस साल जनवरी में सबसे पहले भारत में अपने गैलेक्सी एम-सीरीज़ (Galaxy M Series) के स्मार्टफोन उतारे और फिर फरवरी में सैमसंग ने अपनी गैलेक्सी ए-सीरीज़ को उतारा था। मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच सैमसंग (Samsung) कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है। हाल ही में कंपनी ने अपने नए सैमसंग गैलेक्सी ए80 (Galaxy A80) स्मार्टफोन को लॉन्च कर दिया है। Galaxy A-सीरीज़ के अंतर्गत नए Samsung Galaxy A80 स्मार्टफोन को उतारा गया है। हमने सैमसंग के लेटेस्ट Galaxy A80 स्मार्टफोन के साथ कुछ समय बिताया है, आइए आपको सैमसंग गैलेक्सी ए80 (Samsung Galaxy A80) के बारे में कुछ अहम जानकारियां देते हैं। सैमसंग ने इस साल अपनी नई Galaxy A-सीरीज़ को विशेष डिजाइन के साथ मार्केट में उतारा था। लेकिन कंपनी का लेटेस्ट Samsung Galaxy A80 स्मार्टफोन इस सीरीज़ का पहला ऐसा फोन है जिसे स्लाइडर और रोटेटिंग ट्रिपल कैमरा सेटअप के साथ उतारा गया है। यह भी पढ़ें- Samsung Galaxy A80 हुआ लॉन्च, इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर और रोटेटिंग कैमरे से है लैस इसका मतलब फोटो और वीडियो लेने के लिए एक ही कैमरा सेटअप रियर के अलावा फ्रंट कैमरे का भी काम करता है वो भी सिर्फ एक फ्लिप से। सैमसंग का कहना है कि यह फोन मौजूदा यूसेज़ पैटर्न को देखते हुए डिजाइन किया गया है। जहां ज्यादा से ज्यादा यूज़र्स खुद को ऑनलाइन एक्सप्रेस करने के लिए अपने स्मार्टफोन का कैमरा इस्तेमाल करते हैं। ऐसे ही यूजर्स को ध्यान में रखते हुए Galaxy A80 को उतारा गया है। यह फोन रोटेटिंग ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप से लैस है जो सेल्फी, सेल्फी वीडियो (velfies?), रेगुलर फोटो और रेगुलर वीडियो रिकॉर्डिंग करने में काम आएगा। कैमरा सेटअप के अलावा Samsung Galaxy A80 में कई अन्य फीचर्स भी मौजूद हैं। Galaxy A80 ग्लास और मेटल से बना है। फोन प्रीमियम लुक देता है, साथ ही यह एक मजबूत स्मार्टफोन भी है। फोन का साइज़ काफी बड़ा है, इस वजह से सैमसंग गैलेक्सी ए80 को एक हाथ से इस्तेमाल करने में थोड़ी परेशानी हो सकती है। इसके अलावा ग्लास फ्रंट और बैक पैनल पर उंगलियों के निशाना भी आसानी से पड़ जाते हैं, इन्हें साफ करना भी आसान है। फोन की बिल्ड क्वालिटी भी अच्छी है। Samsung ने कहा कि कंपनी ने स्लाइडिंग और रोटेटिंग मैकेनिज्म को बखूबी टेस्ट किया है। स्मार्टफोन को इस्तेमाल करते समय यह समस्या नहीं करेंगे। Samsung Galaxy A80 स्मार्टफोन में 6.7 इंच का फुल-एचडी+ (1080x2400 पिक्सल) सुपर एमोलेड ‘न्यू इनफिनिटी डिस्प्ले' है। स्लाइडिंग और रोटेटिंग कैमरा सेटअप की वज़ह से फोन में नॉच को जगह नहीं मिली है। फोन में सिक्योरिटी के लिए इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है। फोन में ईयरपीस नहीं है, एलजी जी8 थिंक (LG G8 ThinQ) और हुवावे पी30 प्रो (Huawei P30 Pro) की तरह फोन की स्क्रीन से साउंड जेनरेट होगी। Galaxy A80 की सबसे बड़ी खूबी इसमें दिया ट्रिपल कैमरा सेटअप है। इसलिए Samsung ने रोटेटिंग कैमरा मॉड्यूल को स्लाइडिंग मैकेनिज्म में प्लेस किया है। यह आपको तब तक फोन का सामान्य हिस्सा लगेगा जब तक आप फोन को सेल्फी लेने के लिए इस्तेमाल नहीं करते। जैसे ही आप फ्रंट कैमरा आइकन पर क्लिक करेंगे स्लाइडिंग मैकेनिज्म काम करेगा और कैमरा सेटअप टॉप-अप होगा और कैमरा रोटेट हो जाएंगे। ट्रिपल कैमरा सेटअप में प्राइमरी सेंसर 48 मेगापिक्सल का है और इसका अपर्चर एफ/ 2.0 है। इसके साथ एफ/ 2.2 अपर्चर वाला अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस से लैस 8 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। फोन में एक 3डी डेप्थ कैमरा भी है। हम कैमरा सेटअप के बारे में विस्तार से आपको अपने Samsung Galaxy A80 के रिव्यू में जानकारी देंगे। Samsung Galaxy A80 में क्वालकॉम का नया स्नैपड्रैगन 730जी प्रोसेसर दिया गया है। फोन 8 जीबी रैम के साथ आएगा। ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 618 जीपीयू का भी इस्तेमाल हुआ है। क्वालकॉम के अनुसार, स्नैपड्रैगन 730जी चिपसेट मिड-रेंज़ गेमिंग स्मार्टफोन के लिए बना है। इनबिल्ट स्टोरेज 128 जीबी है। लेकिन माइक्रोएसडी कार्ड के लिए कोई सपोर्ट नहीं है। Samsung Galaxy A80 की बैटरी 3,700 एमएएच की है और यह फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ आती है। फोन में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट को भी जगह मिली है। फोन में 3.5 मिलीमीटर ऑडियो जैक को शामिल नहीं किया गया है। सैमसंग (Samsung) ने यह ज़रूर बताया कि फोन एंजल गोल्ड, घोस्ट व्हाइट और फैंटम ब्लैक रंग में उपलब्ध होगा, लेकिन सभी मार्केट में सभी कलर वेरिएंट नहीं उतारे जाएंगे।  सैमसंग गैलेक्सी ए80 एंड्रॉयड 9.0 पाई पर चलता है। इसके ऊपर कंपनी का वन यूआई है। फोन को इस्तेमाल करने के बाद हमने पाया कि कुल मिलाकर फोन की परफॉर्मेंस तेज है और फोन कहीं भी धीमा नहीं हुआ। हम Samsung Galaxy A80 के बारे में आपको विस्तर से अपने रिव्यू में बताएंगे। ज्ञात हो कि बैंकॉक ट्रिप के लिए हमारे संवाददाता के हवाई किराये और होटल का खर्चा सैमसंग ने उठाया है।
गुजरात एजुकेशन बोर्ड के 12वीं कक्षा के कॉमर्स स्टूडेंट उस लेटर को पढ़ रहे हैं, जो प्रकाश पादुकोण ने अपनी बेटी दीपिका और अनीषा पादुकोण को लिखा था. बोर्ड ने कॉमर्स की किताब में यूनिट चार में फैमिली बॉन्डिंग और ह्यूमन वैल्यूज का महत्व समझाया है. इसी के तहत पूर्व बैडमिंटन प्लेयर प्रकाश पादुकोण द्वारा बहुत पहले लिखा गया एक लेटर किताब में छापा गया है. VIRAL: मैगजीन के कवर पर छपी दीपिका पादुकोण की फेक NUDE PHOTO पढ़िए यह लेटर… प्यारी दीपिका और अनीषा, तुम दोनों उस मोड़ पर हो, जहां से जिंदगी शुरू होती है. मैं तुमसे वो सबक साझा करना चाहता हूं, जो जिंदगी ने मुझे सिखाए हैं. सालों पहले बेंगलुरू में एक छोटे बच्चे ने बैडमिंटन खेलना शुरू किया था, तब ना तो कोई स्टेडियम थे और ना ही कोई बैडमिंटन कोर्ट जहां ट्रेनिंग ली जा सके. मेरा बैडमिंटन कोर्ट तो घर के करीब केनरा यूनियन बैंक का एक शादी हॉल था. मैंने वहीं पर खेलना सीखा. हर रोज हम इंतजार करते कि हॉल में कोई फंक्शन तो नहीं है, अगर नहीं होता तो हम स्कूल से भागकर वहां पहुंच जाते ताकि अपने दिल की चाह पूरी कर सकें. इसके बावजूद मेरे बचपन और कच्ची उम्र की सबसे खास चीज थी कि मैंने जिंदगी में कभी किसी कमी की शिकायत नहीं की. मैं इसी बात से खुश रहा है कि हमें हफ्ते में कुछ दिन खेलने की सुविधा तो मिलती है. अपने करियर और जिंदगी दोनों से मैंने कभी कोई शिकवा नहीं किया और यही मैं तुम बच्चों को सिखाना चाहता हूं कि जुनून, कड़ी मेहनत, जिद और जज्बे की जगह कोई चीज नहीं ले सकती. 6000 लड़कियों को रिजेक्ट करने वाले 'बाहुबली' हैं दीपिका के दीवाने दीपिका जब तुमने 18 साल की उम्र में कहा था कि तुम्हें मुंबई जाना है, क्योंकि तुम मॉडलिंग करना चाहती हो तो हमें लगा था कि तुम एक बड़े शहर और एक बड़ी इंडस्ट्री के लिए बहुत छोटी हो और तुम्हें कोई तजुर्बा भी नहीं है, लेकिन आखिर में हमने तय किया कि तुम्हें तुम्हारे दिल की करने दिया जाए. क्योंकि हमें लगा कि तुम्हें वो सपना पूरा करने का मौका नहीं देना जिसके साथ तुम बड़ी हुई हो ये बहुत गलत है. तुम कामयाब हो जाती तो हमें गर्व होता और अगर नहीं होती तो तुम्हें कभी अफसोस नहीं होता क्योंकि तुमने कोशिश की थी. याद रखो कि मैंने तुम्हें हमेशा यही बताया है कि दुनिया में अपना रास्ता कैसे बनाना है. बिना अपने माता-पिता से उम्मीद किए कि वे उंगली पकड़कर तुम्हें वहां पहुंचाएंगे. मेरा मानना है कि बच्चों को अपने सपनों के लिए खुद मेहनत करनी चाहिए ना कि इस बात का इंतजार कि कोई कामयाबी उन्हें लाकर देगा. आज भी जब तुम घर आती हो तो तुम अपना बिस्तर खुद लगाती हो, खाने बाद मेज खुद साफ करती हो और जमीन पर सोती हो जब घर में मेहमान होते हैं. तुम कभी सोचती होगी कि हम तुम्हें एक स्टार समझने को क्यों तैयार नहीं हैं, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि तुम हमारे लिए बेटी पहले हो और एक फिल्म स्टार बाद में. तुम्हारा पिता.
ये एक-दो दिन या एक-दो बरस की बात नहीं है. हजारों सालों से मोहब्बत नफरत के निशाने पर है, लेकिन आज भी ये मोहब्बत दिलों में जिंदा है. वर्ना बनाने वालों ने तो इसे लव जेहाद तक बना डाला था. एक मुस्लिम लड़के को एक हिंदू लड़की से प्यार हो जाता है, पर लड़की की शादी कहीं और तय हो जाती है. लड़का जहर खा कर जान दे देता है. इसके बाद अगली सुबह उसी लड़के की कब्र पर वही लड़की जहर खा कर लेट जाती है. तीन साल पहले हुई थी दोनों की मुलाकात यूपी के मुजफ्फरनगर के पुरकाजी इलाके का रहने वाला 25 साल के नौजवान दानिश और बरखा की मुलाकात तीन साल पहले हुई थी. फिर देखते ही देखते दोनों में प्यार हो गया. वक्त बीतता गया, प्यार और परवान चढ़ता गया. फिर दोनों ने एक-दूसरे से शादी का वादा कर जिंदगी भर साथ रहने की कसम खाई. ये भूल कर कि जिस समाज में वो जी रहे हैं, वहां दो अलग-अलग धर्मों के बीच मोहब्बत का रिश्ता मंजूर नहीं है. कहीं और तय हो जाता है बरखा का रिश्ता सोमवार को अचानक दानिश को पता चलता है कि बरखा का रिश्ता कहीं और तय हो गया है. इस खबर को सुनते ही दानिश टूट जाता है. वो जहर खा लेता है, पर जहर खाने से पहले वो आखिरी बार बरखा को फोन करता है और उसे बताता है कि वो उसके बिना जी नहीं पाएगा. इसलिए मरने जा रहा है और फिर वो सचमुच मर जाता है. बरखा ने दानिश के जनाजे को पकड़ लिया दानिश की मौत के बाद शाम को ही घरवाले पुरकाजी के कब्रिस्तान में उसे दफना देते हैं. मगर दफनाने से पहले जब दानिश का जनाजा घर से कब्रिस्तान की तरफ जा रहा था, तभी एक लड़की बदहवास पागलों सी रोती-चीखती जनाजा का पकड़ लेती है और बेतहाशा रोती जाती है. दानिश की कब्र पर बेहोश मिली बरखा इसके बाद घर वाले दानिश को दफना कर लौट जाते हैं, मगर अगली सुबह अचानक कब्रिस्तान में कोहराम मच जाता है. सुबह-सुबह दानिश की कब्र पर एक लड़की नीम बेहोशी की हालत में पड़ी मिलती है. पास में ही कुछ जहर की कुछ शीशी पड़ी थी. बाद में पता चलता है कि ये वही बरखा है, जो सोमवार शाम को दानिश के जनाजे में रो रही थी. वक्त पर पहुंचने से बच गई बरखा की जान इसके बाद फौरन पुलिस को खबर दी जाती है. पुलिस लड़की को लेकर अस्पताल पहुंचती है. सब कुछ वक्त पर हो गया, इसलिए लड़की की जान बच गई. बाद में पता चला कि बरखा दानिश की मौत के बाद पूरी रात रोती रही और फिर सुबह-सुबह उसकी कब्र पर जाकर जहर खा लिया. बरखा को यकीन था कि मोहब्बत कभी अपना वादा तोड़ती नहीं है और इसी यकीन ने उसे दानिश की कब्र तक पहंचा दिया था.
टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह की टीम इंडिया में वापसी हो रही है. दो साल से ज्यादा समय के बाद भज्जी को टेस्ट टीम में शामिल किया गया है. भज्जी ने अपना अपना आखिरी टेस्ट मैच मार्च 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, इसके बाद से उन्हें टेस्ट टीम में शामिल नहीं किया गया. लेकिन भज्जी ने हिम्मत नहीं हारी और लड़ते रहे. उनकी लड़ाई आखिरकार रंग लाई है और उन्हें बांग्लादेश दौरे के लिए टेस्ट टीम में शामिल किया गया है. रवींद्र जडेजा की जगह भज्जी को टेस्ट टीम में जगह मिली है. 'दूसरा' के लिए मशहूर भज्जी ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया और सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी ओर खींचा. 2 मार्च से 5 मार्च के बीच हैदराबाद में खेले गए इस मैच में भज्जी ने 2 विकेट झटके थे और टीम इंडिया ने यह मैच एक पारी और 135 रनों से जीत लिया था. लेकिन इस टेस्ट के बाद से भज्जी को कोई इंटरनेशनल मैच खेलने का मौका नहीं मिला. भज्जी के लिए 'सिंह इज किंग' ऐसे नहीं कहा जाता, इस खिलाड़ी ने समय समय पर यह साबित भी किया है. टीम से बाहर होने के बावजूद भज्जी ने हार नहीं मानी और डोमेस्टिक क्रिकेट में अपनी फॉर्म पर काम करते रहे. मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल-8) में भी भज्जी ने बल्ले और गेंद दोनों से बढ़िया प्रदर्शन किया. भज्जी ने पिछले रणजी सीजन में महज तीन फर्स्ट क्लास मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 51 रन पर तीन विकेट के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के जरिए 6 विकेट झटके थे. आईपीएल में भज्जी ने 14 मैचों में 16 विकेट झटके हैं. भज्जी ऑफ स्पिनर हैं और बांग्लादेश में 6 बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं. इसके मद्देनजर टीम में एक और ऑफ स्पिनर की जरूरत बढ़ जाती है. भज्जी का टेस्ट रिकॉर्ड अभी तक शानदार रहा है. भज्जी ने 101 टेस्ट मैचों में 32.37 की औसत से 413 विकेट चटकाए हैं. 84 रन देकर 8 विकेट उनका बेस्ट प्रदर्शन रहा है. अब देखना ये होगा कि भज्जी इस मौके का किस तरह से फायदा उठाते हैं.
यह लेख है: भारतीय वायु सेना अपनी 'गोल्डन ऐरोज' 17 स्क्वाड्रन को फिर से गठित कर सकती है जो राफेल लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली इकाई होगी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वायु सेना प्रमुख बी एस धनोआ मंगलवार को अंबाला वायु सेना केंद्र पर एक समारोह में 17 स्क्वाड्रन को फिर से शुरू करेंगे. वायु सेना राफेल विमानों का स्वागत करने के लिए तैयार है. करगिल युद्ध के समय 1999 में धनोआ ने 'गोल्डन ऐरोज' 17 स्क्वाड्रन की कमान संभाली थी. बठिंडा वायु सेना केंद्र से संचालित स्क्वाड्रन को 2016 में बंद कर दिया गया था. तब वायु सेना ने रूस निर्मित मिग 21 विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाना शुरू किया था.  स्क्वाड्रन की स्थापना 1951 में की गयी थी और शुरू में इसने हैविलैंड वैंपायर एफ एमके 52 लड़ाकू विमानों की उड़ानों को संचालित किया था. भारत को पहला राफेल विमान इस महीने के अंत में मिल सकता है. वायु सेना ने राफेल का स्वागत करने के लिए जरूरी ढांचा तैयार करने और पायलटों के प्रशिक्षण समेत सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है.  सूत्रों ने कहा कि विमान के पहले दस्ते को अंबाला वायु सेना केंद्र में तैनात किया जाएगा जिसे वायु सेना के रणनीतिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण केंद्रों में गिना जाता है. यहां से भारत-पाक सीमा करीब 220 किलोमीटर है. राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन पश्चिम बंगाल के हासीमारा केंद्र में तैनात रहेगी.
खशेक, कुशक, कुशक पूर्वी एशिया, दक्षिण पश्चिम एशिया में स्थित एक जनजाति है। वे खिज्र और खज्जाज से अलग हैं। अज़रबैजान और सिंधी में सूखे को सूखा कहा जाता है। और पंजाब, मिस्र में इसे (काश), (काश) कहा जाता है। संदर्भ (1) इथियोपिया की किताब में सूखे का स्पष्ट संदर्भ निम्नानुसार दिया गया है: सूखे सफेद रूसी मध्य एशियाई हैं (प्राचीन सूडान / मिस्र के कुछ ईसाई और मुस्लिम) हमर जनजाति के समान हैं जो इथियोपिया में आए थे! इसके अलावा, जे। रोजर की पुस्तक "एंड रेस वॉल्यूम 1." उन्होंने कारखानों में काम करने वाले मूल काले सूखे उर्फ ​​कॉसैक्स (1930 के दशक) का उल्लेख किया है जो रूसी क्रांति और अन्य जातीय हत्याओं में नहीं मरे थे, और उनकी तस्वीरें भी दिखाते हैं। , ख़ुश्क "डार्क / डार्क" के अर्थ में अरमिक / हिब्रू ख़ुश्क (उन्हें) के समान हैं या कॉस्क्स को कॉस / कुस / कुश (एस / वीआईडी) के रूप में तोड़ा जा सकता है "प्राचीन मिस्र का मामला / क्यूस "डार्क स्काई" का अर्थ दोनों भाषाओं में एक ही है, सूडानी / इथियोपियाई अरबी / हिब्रू और आशुरक / सीरिया अरबी, और बोरियान इसाक के पुत्र हैं। अरबी में इसे खेजराज कहा जाता है। सूखा उनमें से एक है। खज्जाज, खिज्र की दो शाखाएँ हैं, एक सूखी और दूसरी अबखज़ है। अरबी और अरामी / हिब्रू और खज़ियान असीरियन / मध्य एशिया हैं "(जिसका अर्थ है" संवेदनशील, और आधार, जिसका अर्थ है "(खाजराज) एक सीरियाई अरबी शब्द है," रूस के मध्य एशिया में स्थानांतरित होने के बाद ") मुझे खिदर कहा जाने लगा, और अब मैं इन जातीय शाखाओं में से एक में रहता हूं, अबखाजियन या एफ्रो-अबखाजियन। (२) शुष्क जनजाति मूल गढ़ खोरासान रही है। शुष्क जनजाति पहले से ही पाकिस्तान में सोमरास और बलूच के साथ मौजूद थी। जिस प्रकार बलूच जनजाति को पश्तून जनजाति का हिस्सा कहा जाता है और कुर्दिश को पलुच का हिस्सा कहा जाता है, वैसे ही पाकिस्तान के सूखे बलूच भी हैं। ख़शान देश ने भी पाकिस्तान में शासन किया है, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई खास सबूत नहीं मिले हैं। . बलूच क्षेत्र बलूचिस्तान की सूखी जनजाति रिंड जनजाति के व्यापक प्रवास के कारण, इस जनजाति ने भी अपनी मातृभूमि को छोड़ दिया और पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में चले गए। लेकिन मोर्कहिन ने इसे चित्रित किया है। मीर मुहम्मद खान कुशक जनजाति के मूल प्रमुख थे। कुछ न्यायाधीशों के अनुसार, जनजाति का नाम कुश या कुशक था। बलदा, मकरान, बलूचिस्तान डिवीजन के छह गांवों में से एक और हॉट जनजाति की बेटी बलदी की संतान हैं। वह अक्सर व्यापार के लिए सिंध और दक्षिण पंजाब जाते थे। तारीख शुष्क जनजाति तालपुर परिवार की प्रबल समर्थक रही है और उसने सिंध में बलूच सरकार की शक्ति में भाग लिया है। तालपुर वंश के अंतिम काल में मीर शेर मुहम्मद खान तालपुर को इस्माइलियों के खिलाफ मीर मुहम्मद खान कुश का समर्थन मिला। 1843 में मीर मुहम्मद खान कुश ने 2,000 जनजातियों के साथ थाटा पर आक्रमण किया। और हैदराबाद के तालपुर के निर्देशन में इस्माइलियों से लड़े। सूखी जीत के बाद, मीर मुहम्मद खान ने मीर शेर मुहम्मद तालपुर के प्रमुख बल में शामिल होकर इस्माइलिस जिरगा के खिलाफ एक अभियान शुरू किया। तालपुर परिवार के पतन के बाद, जनजाति को बड़ी कठिनाइयों और दुख का सामना करना पड़ा। ब्रिटिश राज तालपुर की निष्ठा के कारण उन्हें कमजोर कर दिया। भाषा अरब देशों क्षेत्र में अरबी बोलते हैं। इसके अलावा, वे फ़ारसी, ऐज़री, सीरियाई, सीरियाई, कुर्दिश वगैरह बोलते हैं। बलूचिस्तान में बड़ी संख्या में सूखी जनजातियाँ बालोची बोलती हैं। जबकि सिंध और दक्षिण पंजाब में अधिकांश जनजातियाँ सिरैकी अपनी पहली भाषा बोलती हैं। सिंधी की एक छोटी संख्या भी क्षेत्रीय रूप से बोलती है खैबर पख्तूनख्वा खैबर पख्तूनख्वा में सूखा जनजाति, डेरा इस्माइल खान जिला, कोहाट जिला सिंध वे सिंध के अलग-अलग जिलों में बसे हुए हैं जैसे घोटकी, थट्टा, दादू, कंडियारो, शाहदकोट, कशमोर, गुड्डू, शिकारपुर, मटियारी, झाड़ो और हैदराबाद। पंजाब वे पंजाब के विभिन्न जिलों अर्थात् डीजी खान, रहीम यार खान, मुजफ्फरगढ़ और खानपुर में मौजूद हैं। बलूचिस्तान वे बलूचिस्तान में सिबी, तुर्बत, ओसा मुहम्मद, तुर्बत, नसीराबाद और मंड में पाए जाते हैं। इन्हें भी देखें बलोच लोग बलूचिस्तान (पाकिस्तान) थाली बोली अरब लोग
बॉलीवुड के भाई जान सलमान खान की हर अदा पर उनके फैन्स जान छिड़कते हैं. सलमान बॉक्स ऑफिस पर पैसा बरसाने की कला में भी सबसे आगे हैं. अपनी आने वाली फिल्म 'बजरंगी भाई जान' में सलमान अपने फैन्स को एक अनोखा तोहफा देने जा रहे हैं. खबरों की मानें तो सलमान इस फिल्म में एक कव्वाली गाते नजर आएंगे. गौरतलब है कि सलमान इससे पहले अपनी सुपरहिट फिल्म किक में भी एक गाना गा चुके हैं. सलमान का गाया गाना 'हैंगओवर' उनके फैन्स को बहुत पसंद आया था. सलमान की फिल्म के इस गाने की शूटिंग हाल ही में पूरी हुई है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कव्वाली के मुश्किल माने जाने वाले सुरों को सलमान कैसे साध पाते हैं. 'बजरंगी भाई जान' में सलमान खान के साथ करीना कपूर दिखाई देंगी. यह फिल्म अगले साल सिनेमाघरों में दस्तक देगी . अपनी बॉडी और खास अंदाज के लिए जाने जाने वाले सलमान एक्टिंग के अलावा भी चर्चा में रहने का हुनर बखूबी जानते हैं. एक्टर और सिंगर की अपनी प्रतिभा तो वो दिखा ही चुके हैं, इसके अलावा सलमान बहुत अच्छे पेंटर भी हैं. अपनी फिल्म 'जय हो' के पोस्टर सलमान ने खुद बनाई थी. इसके अलावा आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली की डेब्यू फिल्म 'हीरो' के पोस्टर बनाने का जिम्मा भी सलमान के ही पास है .
ट्विटर पर फिल्म 'पद्मावत' को लेकर एक अलग ही कैंपेन शुरू किया गया है. इस कैंपेन के तहत 'पद्मावत' पर अलग-अलग राज्यों में लगाए बैन को लेकर लोग सोशल मीडिया पर विरोध कर रहे है. ट्विटर पर #DontKillPadmavati हैशटैग ट्रेंड कर रहा है और कुछ अनजान लोग इसे चला रहे है. इस हैशटैग को जब हमने खंगाला और कोशिश की जानने की कि आखिर ये कैंपेन शुरू कहां से हुआ. जिस ट्वीट से ये कैंपेन शुरु हुआ वहां एक लिंक दिया हुआ है, जिसके तहत 'पद्मावत' के फैन्स से अपील किया जा रहा है कि इस लिंक के जरिए वो इस व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े और फिल्म को बैन होने से बचाएं. आधिकारिक तौर पर 'पद्मावती' बनी 'पद्मावत'? फेसबुक पर नाम बदला इस लिंक पर क्लिक करने के बाद अपने आप व्हाट्सएप ग्रुप पर जॉइन हो जाते हैं, जिसका नाम #DontKillPamavati है. शाम तक ये हैशटैग 13वें नम्बर पर ट्रेंड कर रहा था और अब ये 16वें नंबर पर है.
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने क्षेत्रीय शांति बढ़ाने तथा आतंकवाद की चुनौतियों के साथ ही अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए रक्षा सहयोग की दिशा में आगे बढ़ने के साथ ही मंगलवार को द्विपक्षीय 'सुरक्षा सहयोग तंत्र' की स्थापना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष टोनी एबट ने वार्ता की और एक ''सुरक्षा सहयोग तंत्र'' की स्थापना पर सहमति जताई जो दोनों देशों के बीच गहराते तथा विस्तार पाते सुरक्षा एवं रक्षा संबंधों का परिचायक है। दोनों देशों ने साझा हितों के क्षेत्रों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग और विचार-विमर्श की प्रक्रिया को गहरा करने के लिए इस तंत्र की स्थापना की है। प्रधानमंत्री मोदी ने एबट के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में एक बयान में कहा, ''मैं सुरक्षा सहयोग के लिए नए तंत्र का स्वागत करता हूं। क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बढ़ाने, आतंकवाद से मुकाबले तथा दोनों देशों से संबंधित अपराधों से निपटने में भारत और ऑस्ट्रेलिया की नई साझेदारी में सुरक्षा और सहयोग महत्वपूर्ण तथा विस्तार पाते क्षेत्र हैं।'' मोदी ने बाद में संसद को संबोधित करने के दौरान नौवहन सुरक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग का आह्वान किया। पिछले सप्ताह म्यामांर में ईस्ट एशिया और आसियान शिखर बैठक में नौवहन सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग के संबंध में किए गए अपने आह्वान को दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ''नौवहन सुरक्षा को बनाए रखने के लिए हमें अधिक सहयोग करना चाहिए। हमें समुद्र में एक दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग करना चाहिए। और हमें अंतरराष्ट्रीय कानूनों तथा वैश्विक नियमों के सार्वभौमिक सम्मान के लिए भी काम करना चाहिए।'' वार्ता के दौरान दोनों ही पक्षों ने एक समग्र आर्थिक साझेदारी के समझौतों को शीघ्र अंतिम रूप देने और असैन्य परमाणु करार को जल्द से जल्द पूरा करने की जरूरत बतायी। ऑस्ट्रेलियाई संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद एक बड़ा खतरा बन गया है। मोदी ने कहा, ''भारत में हमने तीन दशक तक इसका चेहरा बहुत करीब से देखा है। आतंकवाद अपना चरित्र बदल रहा है और अपनी पहुंच बढ़ा रहा है।'' उन्होंने कहा, ''इंटरनेट के जरिये भर्ती (आतंकियों की), हिंसा का आह्वान किया जाता है। धन शोधन, मादक पदार्थों एवं हथियारों की तस्करी भी इसके जरिये होती है। हमें अपना द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग बढ़ाना होगा। लेकिन हमें इस वैश्विक समस्या के लिए एक समग्र वैश्विक रणनीति की जरूरत है।'' सुरक्षा से जुड़ी नई चुनौतियों से निपटने के लिए मोदी ने मजबूत सुरक्षा, आतंकी समूहों के बीच या देशों के बीच कोई भेदभाव न बरतने की नीति, आतंकियों को शरणगाह उपलब्ध करवाने वाले देशों को अलग-थलग करने तथा उनसे लड़ने वाले देशों को सशक्त बनाने पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने उन देशों में चरमपंथ के खिलाफ एक सामाजिक आंदोलन खड़ा करने के लिए कहा, जहां इसकी मौजूदगी सबसे ज्यादा है। उन्होंने धर्म और आतंकवाद के बीच के संबंध को तोड़ने के प्रयासों पर भी जोर दिया।
नोएडा से चार दिन से लापता फैशन डिजाइनर शिप्रा मलिक का पता चल गया है. शिप्रा को पुलिस ने गुड़गांव से सही सलामत बरामद कर लिया है. दरअसल, पुलिस के मुताबिक अभी तक कोई अपहरण की बात सामने नहीं आई है. डीआईजी मेरठ ने बताया कि वह अपनी मर्जी से घर छोड़कर चली गई थी. अपनी मर्जी से गई थी शिप्रा मेरठ रेंज की डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने खुलासा किया है कि पारिवारिक विवाद के चलते फैशन डिजाइनर शिप्रा मलिक अपनी मर्जी से घर छोड़कर गई थी. अभी तक अपहरण की कोई बात सामने नहीं आई है. टीवी पर अपने परेशान बच्चे और परिवार को दुखी देखकर वो वापस आ गई. टीवी शो देखकर मिला था आइडिया डीआईजी ने खुलासा किया कि शिप्रा ने टीवी शो क्राइम पेट्रोल देखकर यह सारी साजिश रची थी. वहीं से उसके दीमाग में यह सारा प्लान आया था. मेडिकल जांच के दौरान उसे किसी प्रकार की कोई चोट भी सामने नहीं आई है. गुड़गांव आ जाने के बाद बीती रात एक और डेढ़ बजे के बीच उसने अपने पति को फोन किया था. और बताया था कि वह गुड़गांव में कहां है. अब पुलिस शिप्रा के बयान की जांच कर रही है. पहले अपहरण का शक था पहले ये बात सामने आई थी कि शिप्रा ने खुद अपहरण की साजिश रची थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक शिप्रा जयपुर के पास एक आश्रम में जाकर रुकी थी. वह अपनी दुकान के विवाद और लोन को लेकर परेशान चल रही थी. इस साजिश में उसके भाई के शामिल होने का शक भी जताया जा रहा है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सात सेकेंड की पीसीआर कॉल भी इसी साजिश का हिस्सा थी. ताकि किसी को शक न हो. उधर, शिप्रा के ससुराल वालों का कहना है कि उन्होंने आईजी मेरठ से बात की थी. आईजी ने उन्हें बताया कि शिप्रा पूरी तरह सुरक्षित है. और फिरौती के लिए कोई कॉल नहीं आई थी. पुलिस कर रही है पूछताछ पुलिस के मुताबिक शिप्रा को आखिरी बार एक बैंक में जाते हुए देखा गया. बैंक की सीसीटीवी फुटेज से यह खुलासा हुआ है. जानकारी मिली है कि पुलिस अब शिप्रा से पूछताछ कर रही है. पुलिस जानना चाहती है कि आखिर वो कहां थी. कैसे वो लापता हुई. और इस घटना के पीछे कौन है. इस संबंध में अब तक किडनैपिंग का मामला दर्ज नहीं होने पर पुलिस ने विभागीय जांच बैठा दी है. चांदनी चौक काम से गई थी शिप्रा घरवालों के मुताबिक, बुटीक चलाने वाली शिप्रा मलिक सोमवार को दिल्ली के चांदनी चौक किसी काम से निकली थी. वो सफेद रंग की अपनी स्विफ्ट कार से घर से निकली थी. लेकिन वापस नहीं लौटी. इसके बाद उसके परिवार वालों ने सेक्टर-20 थाने में शिप्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. तफ्तीश में निकली पुलिस को शिप्रा की कार सेक्टर-29 में विजया एंक्लेव के पास सड़क किनारे लावारिस हालत में मिली. ड्राइवर सीट के गेट की विंडो खुली हुई थी. गेट खोला तो चाबी ब्रेक के पास नीचे पड़ी हुई थी. पुलिस को शिप्रा के मोबाइल की आखिरी लोकेशन सोमवार दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर दिल्ली के लाजपत नगर फ्लाईओवर के पास की मिली थी. उसके गायब होने के बाद हालांकि फिरौती की कोई कॉल भी नहीं आई. लेकिन पुलिस अपहरण के एंगल से भी जांच में जुटी थी. शिप्रा जिन रास्तों से गुजरी वहां के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. पुलिस ने खंगाली सीसीटीवी फुटेज शिप्रा की गुमशुदगी ने उसके घरवालों से लेकर पुलिसवालों तक को उलझा दिया था. इसे लेकर सबके दिमाग में कई सवाल थे. लेकिन ऐसे ही दूसरे मामलों की तरह इसमें भी पुलिस का सारा जोर साइंटिफिक इनवेस्टिगेशन पर था. पुलिस शिप्रा के मोबाइल फोन की डिटेल से लेकर आस-पास के तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी, ताकि उसका कहीं कोई सुराग मिल सके. लेकिन इसी बीच कुछ ऐसा पता चला, जिसने मामले को और उलझाया. सुराग ने उलझाया पुलिस को एक ऐसी बात पता चली थी जिसने उसे एक सुराग तो दिया, लेकिन इससे मामला सुलझने की बजाय और थोड़ा उलझा दिया. पुलिस ने जब उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाली, तो पता चला कि दोपहर के दो बजकर 56 मिनट पर दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में एक कॉल की गई थी. ये कॉल फकत 7 सेकेंड की थी. तब इस फोन का लोकेशन दिल्ली का लाजपत नगर फ्लाइओवर था. इसके बाद फोन स्वीच्ड ऑफ हो गया था. सात सेकेंड की कॉल का राज नोएडा पुलिस ने दिल्ली पुलिस से सात सेकेंड की उस कॉल के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की. लेकिन वहां कॉल रिसीव होने के अलावा शिप्रा के बारे में कोई और जानकारी नहीं मिल सकी. मसलन, कॉल किसने किया था? क्यों किया था? उसने क्या कहा था? दरअसल, सिर्फ सात सेकेंड के इस कॉल में कोई बातचीत नहीं हुई थी. लेकिन नोएडा में लावारिस मिली शिप्रा की कार और इस कॉल से कुछ बातें तो साफ हो गईं. दुकान को लेकर विवाद शिप्रा मलिक या तो लाजपत नगर की तरफ गई या फिर ले जाई गई. इस दौरान उसके मोबाइल फोन से पुलिस को भी कॉल करने की कोशिश हुई. हालांकि, छानबीन में ये जरूर पता चला कि उसकी अपनी बूटीक शॉप को लेकर सेक्टर 29 के ही एक शख्स से साल 2011 से ही कानूनी लड़ाई चल रही थी, जिसकी दुकान में कभी शिप्रा की बूटीक शॉप चलाया करती थी. पुलिस इस मामले को भी ध्यान में रखकर जांच कर रही है. कॉमन फ्रेंड ने कराई थी चेतन से मुलाकात बताते चलें कि शिप्रा मलिक ने दिल्ली की पर्ल एकेडेमी से 2005 में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया था. एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पहली बार वह अपने पति चेतन मिली थी. चेतन के पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हैं. दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में तब्दील हो गई. इसके बाद दोनों ने शादी कर ली. दोनों को सवा साल का एक बेटा भी है, जो अपनी मां की गुमशुदगी के बाद से सदमे में है. परिवार की भी रो-रो कर बुरा हाल. शिप्रा का कुछ भी पता नहीं है.
Thank you to all 1 crore of you for making me #TwitterCrorepati .10 million thanks to all you wonderful people. Love . pic.twitter.com/fOkXtznsgK क्रिकेट के अलावा दूसरे ओलिंपिक खेलों में ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा के फ़ैन्स की संख्या 3 लाख 70 हज़ार है. पूर्व ओलिंपिक पदक विजेता शूटर गगन नारंग के फ़ैन्स की संख्या 56.4 हज़ार है. ट्विटर पर रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु के 1.25 मिलियन (10 लाख से ज़्यादा) फ़ैन्स हैं. ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक के 1 लाख 75000 फ़ैन्स हैं. पूर्व ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त के 9 लाख 64 हज़ार फ़ैन्स हैं जबकि इकलौते डबल ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार के ट्वीटर पर 86.4 हज़ार फ़ैन्स हैं.
विदेश मंत्रालय के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिसंबर में जो ट्विटर सेवा सेल की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर की थी. उस पर किस तरीके से काम चल रहा है उसकी समीक्षा के लिए गुरुवार को केंद्रीय गृह सचिव ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मीटिंग की. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ये कदम जन सेवाओं से संबंधित शिकायतों के प्रभावी ढंग से निस्तारण के लिए उठाया है. इसके पीछे गृह मंत्रालय उन तमाम आम लोगों से जुड़े ट्वीट को एक सिस्टम के तहत निकालेगी और उसको गृह मंत्रालय के संबंधित विभाग को भेजा जाएगा. वो विभाग संबंधित व्यक्ति या संस्था से जुड़ी समस्याओं का निस्तारण करके उसको ट्विटर पर बताएगा. ट्विटर सेवा के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत ट्रायल के तौर पर दिसंबर 2016 में की गई थी. जिसमें कुल 7758 ट्वीट आए. जिनमें से 246 ट्वीट गृह मंत्रालय के अलग-अलग विभागों में भेजे गए और उसके जरिए काम किया गया. यही नहीं इस साल जनवरी में कुल 12421 ट्वीट आए. जिसमें 77 ट्वीट को अलग-अलग विभाग को भेजकर काम का निस्तारण किया गया. ट्विटर सेवा सेल को सुचारू रूप से चलाने के निर्देश फरवरी में अब तक कुल 5602 ट्वीट आए जिसमें 15 ट्वीट गृह यंत्रालय के ट्विटर सेवा विभाग ने सेलेक्ट किए और उसको गृह मंत्रालय के अलग-अलग विभाग में भेजा गया. गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि ये प्लेटफॉर्म जन शिकायतों को दूर करने के लिए बनाया गया है. इसके तहत जो भी संदेश मिलेंगे, उनका रिकॉर्ड रखा जाएगा और उन्हें संबंधित विभाग के संयुक्त सचिव को भेजा जाएगा. वहां से मुद्दे का समाधान होने के बाद उसकी पूरी जानकारी ट्विटर पर भेजी जाएग.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: इराकी सुरक्षाबलों ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के गढ़ माने जाने वाले शहर मोसुल के दक्षिण में स्थित एक कस्बे को शनिवार को आईएस के कब्जे से मुक्त करा लिया. पहचान जाहिर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी सिन्हुआ से ऑपरेशंस कमांड ऑफ निन्वेह लिबरेश के एक सूत्र ने कहा कि आईएस के साथ शनिवार सुबह से ही जारी भीषण झड़प के बाद फेडरल पुलिस तथा पैरामिलिट्री हश्द शाबी यूनिट्स शौरा कस्बे को स्वतंत्र कराने में कामयाब रही और स्थानीय सरकार की इमारत पर इराकी झंडा लहरा दिया. सूत्र ने कहा कि इराकी व अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना के युद्धक विमानों ने सैनिकों का साथ दिया और कम से कम 10 वाहनों को नष्ट करने के साथ ही दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया.टिप्पणियां हश्द शाबी मीडिया कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, शनिवार को हश्द शाबी के पैरामिलिट्री यूनिट्स ने सुबह में व्यापक पैमाने पर अभियान शुरू किया और तीन मार्गों से ताल-अफार कस्बे की तरफ कूच किया, जो मोसुल से 70 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पहचान जाहिर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी सिन्हुआ से ऑपरेशंस कमांड ऑफ निन्वेह लिबरेश के एक सूत्र ने कहा कि आईएस के साथ शनिवार सुबह से ही जारी भीषण झड़प के बाद फेडरल पुलिस तथा पैरामिलिट्री हश्द शाबी यूनिट्स शौरा कस्बे को स्वतंत्र कराने में कामयाब रही और स्थानीय सरकार की इमारत पर इराकी झंडा लहरा दिया. सूत्र ने कहा कि इराकी व अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना के युद्धक विमानों ने सैनिकों का साथ दिया और कम से कम 10 वाहनों को नष्ट करने के साथ ही दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया.टिप्पणियां हश्द शाबी मीडिया कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, शनिवार को हश्द शाबी के पैरामिलिट्री यूनिट्स ने सुबह में व्यापक पैमाने पर अभियान शुरू किया और तीन मार्गों से ताल-अफार कस्बे की तरफ कूच किया, जो मोसुल से 70 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सूत्र ने कहा कि इराकी व अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना के युद्धक विमानों ने सैनिकों का साथ दिया और कम से कम 10 वाहनों को नष्ट करने के साथ ही दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया.टिप्पणियां हश्द शाबी मीडिया कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, शनिवार को हश्द शाबी के पैरामिलिट्री यूनिट्स ने सुबह में व्यापक पैमाने पर अभियान शुरू किया और तीन मार्गों से ताल-अफार कस्बे की तरफ कूच किया, जो मोसुल से 70 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हश्द शाबी मीडिया कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, शनिवार को हश्द शाबी के पैरामिलिट्री यूनिट्स ने सुबह में व्यापक पैमाने पर अभियान शुरू किया और तीन मार्गों से ताल-अफार कस्बे की तरफ कूच किया, जो मोसुल से 70 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
8 अप्रैल 1492 को लोरेंजो डी मेडिसी की मृत्यु ने माइकल एंजेलो की परिस्थितियों को उलट दिया। माइकल एंजेलो मेडिसी अदालत की सुरक्षा छोड़कर अपने पिता के घर लौट आए। अगले महीनों में उन्होंने सैंटो स्पिरिटो के फ्लोरेंटाइन चर्च के पूर्व के लिए एक उपहार के रूप में एक पॉलीक्रोम लकड़ी का क्रूसिफ़िक्स (1493) बनाया, जिसने उन्हें चर्च के अस्पताल से लाशों के कुछ शारीरिक अध्ययन करने की अनुमति दी थी। 1493 और 1494 के बीच उन्होंने संगमरमर का एक खंड खरीदा, और हरक्यूलिस की जीवन से भी बड़ी मूर्ति बनाई, जिसे फ्रांस भेजा गया और बाद में 18वीं शताब्दी में किसी समय गायब हो गया। 20 जनवरी 1494 को, भारी बर्फबारी के बाद, लोरेंजो के उत्तराधिकारी, पिएरो डी मेडिसी ने एक बर्फ की मूर्ति बनवाई, और माइकल एंजेलो ने फिर से मेडिसी के दरबार में प्रवेश किया। उसी वर्ष, सवोनारोला के उदय के परिणामस्वरूप मेडिसी को फ्लोरेंस से निष्कासित कर दिया गया था। . राजनीतिक उथल-पुथल की समाप्ति से पहले माइकल एंजेलो ने शहर छोड़ दिया, वेनिस चले गए और फिर बोलोग्ना चले गए। बोलोग्ना में, उन्हें उस संत को समर्पित चर्च में, सेंट डोमिनिक के तीर्थ के पूरा होने के लिए कई अंतिम छोटी आकृतियों को तराशने का काम सौंपा गया था। इस समय माइकल एंजेलो ने सेंट पेट्रोनियस के बेसिलिका के मुख्य पोर्टल के आसपास जैकोपो डेला क्वेरसिया द्वारा उकेरी गई मजबूत राहतों का अध्ययन किया, जिसमें द क्रिएशन ऑफ ईव का पैनल भी शामिल था, जिसकी रचना सिस्टिन चैपल की छत पर फिर से दिखाई देनी थी। 1494 के अंत तक, फ्लोरेंस में राजनीतिक स्थिति शांत हो गई थी। शहर, जो पहले फ्रांसीसियों से खतरे में था, अब खतरे में नहीं था क्योंकि चार्ल्स VIII को हार का सामना करना पड़ा था। माइकल एंजेलो फ्लोरेंस लौट आए लेकिन सवोनारोला के तहत नई शहर सरकार से उन्हें कोई कमीशन नहीं मिला। वह मेडिसी के रोजगार में लौट आए। फ्लोरेंस में बिताए आधे साल के दौरान, उन्होंने दो छोटी मूर्तियों पर काम किया, एक बच्चा सेंट जॉन द बैपटिस्ट और एक सोता हुआ क्यूपिड। कोंडिवी के अनुसार, लोरेंजो डि पियरफ्रांसेस्को डी' मेडिसी, जिनके लिए माइकल एंजेलो ने सेंट जॉन द बैपटिस्ट की मूर्ति बनाई थी, ने माइकल एंजेलो से कहा कि "इसे ठीक करें ताकि ऐसा लगे कि इसे दफनाया गया है" ताकि वह "इसे रोम भेज सकें ..." [इसे] एक प्राचीन कृति के रूप में पेश करें और... इसे बेहतर तरीके से बेचें।" लोरेंजो और माइकल एंजेलो दोनों को एक बिचौलिए द्वारा अनजाने में टुकड़े के वास्तविक मूल्य से धोखा दिया गया था। कार्डिनल राफेल रियारियो, जिन्हें लोरेंजो ने इसे बेचा था, ने पाया कि यह एक धोखाधड़ी थी, लेकिन मूर्तिकला की गुणवत्ता से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने कलाकार को रोम में आमंत्रित किया। विदेशों में अपनी मूर्तिकला बेचने में इस स्पष्ट सफलता के साथ-साथ रूढ़िवादी फ्लोरेंटाइन स्थिति ने माइकल एंजेलो को प्रीलेट के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित किया होगा।
पंजाब क्रिकेट संघ स्टेडियम में रविवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण के 61वें लीग मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब टीम ने डेक्कन चार्जर्स को चार विकेट से पराजित कर दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी किंग्स इलेवन निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 194 रन बना लिए। किंग्स इलेवन की ओर से डेविड हसी ने नाबाद 65 और गुरकीरत सिंह ने नाबाद 29 रन बनाए। हसी ने 35 गेंदों में चार चौके और पांच छक्के लगाए जबकि गुरकीरत ने 12 गेंदों में चार चौके और एक छक्का लगाया। किंग्स इलेवन का पहला विकेट तीसरे ओवर में नितिन सैनी के रूप में गिरा। सैनी ने तीन रन बनाए। शान मार्श पांचवें ओवर में 11 रन के निजी योग पर आउट हो गए। दोनों विकेट डेनियल क्रिस्टियन के खाते में गए। दोनों कैच कुमार संगकारा ने लपके। मनदीप सिंह आठवें ओवर में 20 गेंदों में पांच चौके की मदद से 28 रन बनाकर आउट हुए। मनप्रीत गोनी की गेंद पर क्रिस्टियन ने उनका कैच लपका। अजहर महमूद ने 20 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। वह अमित मिश्रा की गेंद पर स्टंपआउट हुए। सिद्धार्थ चिटनिस 11 और पीयूष चावला ने आठ रन बनाए। डेक्कन चार्जर्स की ओर से डेल स्टेन और सिद्धार्थ चिटनिस को दो-दो विकेट मिले जबकि मनप्रीत गोनी और अमित मिश्रा को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। डेक्कन की ओर से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 71 और कैमरन व्हाइट ने नाबाद 67 रन बनाए। व्हाइट ने 41 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाया। डेक्कन का पहला विकेट पार्थिव पटेल के रूप में छठे ओवर में गिरा। पटेल ने 16 गेंदों में दो चौके की मदद से 19 रन बनाए। अजहर महमूद की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने उनका कैच लपका। धवन और पटेल के बीच पहले विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी हुई। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी किंग्स इलेवन निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 194 रन बना लिए। किंग्स इलेवन की ओर से डेविड हसी ने नाबाद 65 और गुरकीरत सिंह ने नाबाद 29 रन बनाए। हसी ने 35 गेंदों में चार चौके और पांच छक्के लगाए जबकि गुरकीरत ने 12 गेंदों में चार चौके और एक छक्का लगाया। किंग्स इलेवन का पहला विकेट तीसरे ओवर में नितिन सैनी के रूप में गिरा। सैनी ने तीन रन बनाए। शान मार्श पांचवें ओवर में 11 रन के निजी योग पर आउट हो गए। दोनों विकेट डेनियल क्रिस्टियन के खाते में गए। दोनों कैच कुमार संगकारा ने लपके। मनदीप सिंह आठवें ओवर में 20 गेंदों में पांच चौके की मदद से 28 रन बनाकर आउट हुए। मनप्रीत गोनी की गेंद पर क्रिस्टियन ने उनका कैच लपका। अजहर महमूद ने 20 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। वह अमित मिश्रा की गेंद पर स्टंपआउट हुए। सिद्धार्थ चिटनिस 11 और पीयूष चावला ने आठ रन बनाए। डेक्कन चार्जर्स की ओर से डेल स्टेन और सिद्धार्थ चिटनिस को दो-दो विकेट मिले जबकि मनप्रीत गोनी और अमित मिश्रा को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। डेक्कन की ओर से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 71 और कैमरन व्हाइट ने नाबाद 67 रन बनाए। व्हाइट ने 41 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाया। डेक्कन का पहला विकेट पार्थिव पटेल के रूप में छठे ओवर में गिरा। पटेल ने 16 गेंदों में दो चौके की मदद से 19 रन बनाए। अजहर महमूद की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने उनका कैच लपका। धवन और पटेल के बीच पहले विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी हुई। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। किंग्स इलेवन की ओर से डेविड हसी ने नाबाद 65 और गुरकीरत सिंह ने नाबाद 29 रन बनाए। हसी ने 35 गेंदों में चार चौके और पांच छक्के लगाए जबकि गुरकीरत ने 12 गेंदों में चार चौके और एक छक्का लगाया। किंग्स इलेवन का पहला विकेट तीसरे ओवर में नितिन सैनी के रूप में गिरा। सैनी ने तीन रन बनाए। शान मार्श पांचवें ओवर में 11 रन के निजी योग पर आउट हो गए। दोनों विकेट डेनियल क्रिस्टियन के खाते में गए। दोनों कैच कुमार संगकारा ने लपके। मनदीप सिंह आठवें ओवर में 20 गेंदों में पांच चौके की मदद से 28 रन बनाकर आउट हुए। मनप्रीत गोनी की गेंद पर क्रिस्टियन ने उनका कैच लपका। अजहर महमूद ने 20 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। वह अमित मिश्रा की गेंद पर स्टंपआउट हुए। सिद्धार्थ चिटनिस 11 और पीयूष चावला ने आठ रन बनाए। डेक्कन चार्जर्स की ओर से डेल स्टेन और सिद्धार्थ चिटनिस को दो-दो विकेट मिले जबकि मनप्रीत गोनी और अमित मिश्रा को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। डेक्कन की ओर से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 71 और कैमरन व्हाइट ने नाबाद 67 रन बनाए। व्हाइट ने 41 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाया। डेक्कन का पहला विकेट पार्थिव पटेल के रूप में छठे ओवर में गिरा। पटेल ने 16 गेंदों में दो चौके की मदद से 19 रन बनाए। अजहर महमूद की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने उनका कैच लपका। धवन और पटेल के बीच पहले विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी हुई। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। किंग्स इलेवन का पहला विकेट तीसरे ओवर में नितिन सैनी के रूप में गिरा। सैनी ने तीन रन बनाए। शान मार्श पांचवें ओवर में 11 रन के निजी योग पर आउट हो गए। दोनों विकेट डेनियल क्रिस्टियन के खाते में गए। दोनों कैच कुमार संगकारा ने लपके। मनदीप सिंह आठवें ओवर में 20 गेंदों में पांच चौके की मदद से 28 रन बनाकर आउट हुए। मनप्रीत गोनी की गेंद पर क्रिस्टियन ने उनका कैच लपका। अजहर महमूद ने 20 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। वह अमित मिश्रा की गेंद पर स्टंपआउट हुए। सिद्धार्थ चिटनिस 11 और पीयूष चावला ने आठ रन बनाए। डेक्कन चार्जर्स की ओर से डेल स्टेन और सिद्धार्थ चिटनिस को दो-दो विकेट मिले जबकि मनप्रीत गोनी और अमित मिश्रा को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। डेक्कन की ओर से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 71 और कैमरन व्हाइट ने नाबाद 67 रन बनाए। व्हाइट ने 41 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाया। डेक्कन का पहला विकेट पार्थिव पटेल के रूप में छठे ओवर में गिरा। पटेल ने 16 गेंदों में दो चौके की मदद से 19 रन बनाए। अजहर महमूद की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने उनका कैच लपका। धवन और पटेल के बीच पहले विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी हुई। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। अजहर महमूद ने 20 गेंदों में दो चौके और एक छक्के की मदद से 31 रन बनाए। वह अमित मिश्रा की गेंद पर स्टंपआउट हुए। सिद्धार्थ चिटनिस 11 और पीयूष चावला ने आठ रन बनाए। डेक्कन चार्जर्स की ओर से डेल स्टेन और सिद्धार्थ चिटनिस को दो-दो विकेट मिले जबकि मनप्रीत गोनी और अमित मिश्रा को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। डेक्कन की ओर से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 71 और कैमरन व्हाइट ने नाबाद 67 रन बनाए। व्हाइट ने 41 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाया। डेक्कन का पहला विकेट पार्थिव पटेल के रूप में छठे ओवर में गिरा। पटेल ने 16 गेंदों में दो चौके की मदद से 19 रन बनाए। अजहर महमूद की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने उनका कैच लपका। धवन और पटेल के बीच पहले विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी हुई। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। डेक्कन चार्जर्स की ओर से डेल स्टेन और सिद्धार्थ चिटनिस को दो-दो विकेट मिले जबकि मनप्रीत गोनी और अमित मिश्रा को एक-एक सफलता मिली। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। डेक्कन की ओर से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 71 और कैमरन व्हाइट ने नाबाद 67 रन बनाए। व्हाइट ने 41 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाया। डेक्कन का पहला विकेट पार्थिव पटेल के रूप में छठे ओवर में गिरा। पटेल ने 16 गेंदों में दो चौके की मदद से 19 रन बनाए। अजहर महमूद की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने उनका कैच लपका। धवन और पटेल के बीच पहले विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी हुई। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए। डेक्कन की ओर से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 71 और कैमरन व्हाइट ने नाबाद 67 रन बनाए। व्हाइट ने 41 गेंदों में आठ चौके और एक छक्का लगाया। डेक्कन का पहला विकेट पार्थिव पटेल के रूप में छठे ओवर में गिरा। पटेल ने 16 गेंदों में दो चौके की मदद से 19 रन बनाए। अजहर महमूद की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने उनका कैच लपका। धवन और पटेल के बीच पहले विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी हुई। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। डेक्कन का पहला विकेट पार्थिव पटेल के रूप में छठे ओवर में गिरा। पटेल ने 16 गेंदों में दो चौके की मदद से 19 रन बनाए। अजहर महमूद की गेंद पर गुरकीरत सिंह ने उनका कैच लपका। धवन और पटेल के बीच पहले विकेट के लिए 47 रनों की साझेदारी हुई। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। कुमार संगकारा सातवें ओवर में महज एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए। परविंदर अवाना की गेंद पर अजहर महमूद ने उनका कैच लपका। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। शिखर धवन ने 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 71 रन बनाए। वह प्रवीण कुमार की गेंद पर अवाना के हाथों लपके गए। धवन 17वें ओवर में आउट हुए। उस समय टीम का कुल योग 145 रन था। 20वें  डेनियल क्रिस्टियन 24 रन के निजी योग पर अजहर महमूद की गेंद पर हैरिस के हाथों कैच आउट हुए। उन्होंने 10 गेंदों में एक चौका और दो छक्के लगाए। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। किंग्स इलेवन की ओर से अजहर महमूद ने दो विकेट झटके जबकि प्रवीण कुमार और परविंदर अवाना को एक-एक सफलता मिली।टिप्पणियां किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही प्ले ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी है। चार्जर्स ने 14 मैचों से पांच अंक जुटाए हैं और नौ टीमों की तालिका में वह सबसे निचले स्थान पर है। इस दौरान चार्जर्स ने दो मैच में जीत दर्ज की है। किंग्स इलेवन ने 13 मैचों से 14 अंक जुटाए हैं और वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर है। इस दौरान किंग्स इलेवन ने सात मैच जीते हैं जबकि छह मैच उसने गंवाए हैं। मौजूदा संस्करण में अब तक फिसड्डी रही चार्जर्स टीम पहले ही 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आचार्य जगदीश चंद्र बोस कॉलेज की स्थापना 1968 में हुई थी। आचार्य जगदीश चंद्र बोस कॉलेज कोलकाता, पश्चिम बंगाल में एक सार्वजनिक स्नातक डिग्री का कॉलेज है। कला (बीए), विज्ञान (बी. एससी), कॉमर्स (बी. कॉम), और शिक्षा की धाराएँ प्रदान करता है। इतिहास इसका नाम जगदीश चंद्र बोस के नाम पर रखा गया है और यह कलकत्ता विश्वविद्यालय से संबद्ध है। १ जुलाई १९८७ तक, कॉलेज को बिरला कॉलेज ऑफ साइंस एंड एजुकेशन[1] के नाम से जाना जाता था। विषय कला, मानविकी और सामाजिक विज्ञान • हिंदी • अंग्रेजी • बंगला कॉमर्स • कॉमर्स विज्ञान • गणित • भौतिक विज्ञान • रसायन विज्ञान यह भी देखें भारत में शिक्षा संदर्भ कॉलेज
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की जूनियर असोसिएट क्लर्क भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा में भाग लेने वाले उम्मीदवार अपने नतीजों का इंतजार कर रहे हैं, जो के जल्द ही खत्म होने वाला है. अगर आपने भी इस परीक्षा में भाग लिया है तो आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट देख सकते हैं. बताया जा रहा है कि परीक्षा के रिजल्ट जुलाई के तीसरे हफ्ते में जारी किए जा सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार परीक्षा के रिजल्ट 18 जुलाई के आस-पास जारी किए जा सकते हैं. हालांकि रिजल्ट को लेकर बैंक की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है और वेबसाइट पर भी कोई जानकारी नहीं है. बता दें कि एसबीआई जेए क्लर्क प्री परीक्षा का आयोजन 23,24 और जून को किया गया था. 8वीं,10वीं,12वीं और ग्रेजुएट के लिए निकली वैकेंसी, यहां करें अप्लाई प्री परीक्षा के बाद मेंस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्री परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार भाग लेंगे. वहीं मेंस परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड भी जुलाई के अंत तक जारी किए जा सकते हैं. गौरतलब है कि बैंक ने क्लर्क पदों पर 8301 उम्मीदवारों के चयन के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे और परीक्षा का आयोजन किया था, जिसका रिजल्ट जारी करने का समय आ गया है. 12वीं पास के लिए इन पदों पर निकली वैकेंसी, ऐसे करें आवेदन बताया जा रहा है कि 5 अगस्त को मेंस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. उसके बाद इंटरव्यू का आयोजन किया जाएगा और उसके प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा. अपना रिजल्ट देखने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और उसके बाद परीक्षा के रिजल्ट से जुड़े लिंक पर क्लिक करें और मांगी गई जानकारी भरें और अपना रिजल्ट चेक कर लें.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि ने बुधवार को अपना सरकारी गोपालपुरम आवास एक ट्रस्ट को दान कर दिया, ताकि इसे बाद में गरीबों के लिए अस्पताल में बदला जा सके. करुणानिधि ने पिछले साल की गयी अपनी घोषणा के अनुसार अपने आवास पर आयोजित एक सादे समारोह में अपनी मां अंजुगम के नाम वाले एक ट्रस्ट को संपत्ति दान कर दी. करुणानिधि ने अपने 87वें जन्मदिन के मौके पर दस्तावेजों पर दस्तखत किये थे और संपत्ति को ‘अन्नाई अंजुगम ट्रस्ट’ के नाम पर कर दिया, जो वहां ‘के करुणानिधि अस्पताल’ बनाएगा. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘यदि मैं भगवान में भरोसा करता होता तो मैं कहता कि इससे मेरी आत्मा को शांति मिलेगी. लेकिन चूंकि मैं नास्तिक हूं इसलिए कहूंगा कि मुझे महान संतोष मिला.’ करुणानिधि ने यह भी कहा कि बुधवार का आयोजन उनके घर में हुआ सर्वाधिक यादगार क्षण है. पार्टी की विज्ञप्ति के मुताबिक करुणानिधि ने 1955 में फिल्मों के लिए लिखी पटकथाओं से मिली आय से सर्वेश्वर अय्यर नामक शख्स से यह घर खरीदा था और बाद में 1968 में इसे अपने बेटों एम.के अलागिरी, एम.के. स्टालिन और एम.के. तामिझारासू के नाम कर दिया. हालांकि इस घोषणा के बाद तीनों बेटों ने उन्हें यह संपत्ति पिछले साल लौटा दी.
बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) किग्रा/मीटर वर्ग में ऊंचाई के सापेक्ष वजन है. इसका इस्तेमाल वयस्कों को कम वजन, सामान्य वजन, ज्यादा वजन या मोटापे की श्रेणी में वर्गीकृत करने के लिए होता है. हालांकि, बीएमअई वसा और मांसपेशी के वितरण व मात्रा के लिए जिम्मेदार नहीं है.टिप्पणियां बेली फैट यानी शरीर के बीच में एक्‍सट्रा फैट का जमा हो जाना है और यह एक्‍सट्रा फैट वितरण का परिचायक है.Video: मोटापा क्या है और इससे कैसे निजात पाएं? बेली फैट यानी शरीर के बीच में एक्‍सट्रा फैट का जमा हो जाना है और यह एक्‍सट्रा फैट वितरण का परिचायक है.Video: मोटापा क्या है और इससे कैसे निजात पाएं? Video: मोटापा क्या है और इससे कैसे निजात पाएं?
फिल्मी अभिनेत्री श्रीदेवी के अचानक हुए निधन से बॉलीवुड हस्तियों के अलावा, खेल जगह और राजनीति के दिग्गज भी स्तब्ध हैं. कई प्रसिद्ध लोगों ने श्रीदेवी की मौत पर दुख जाहिर किया है. राजनेता और राज्य सभा सांसद अमर सिंह तो श्रीदेवी को याद करके रो पड़े. अमर सिंह ने श्रीदेवी के निधन पर उन्हें याद किया और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े. उन्होंने कहा कि श्रीदेवी कभी नहीं मर सकती हैं. उन्होंने बताया, 'जिस शादी में वह दुबई गई थीं , मैं भी वहीं था. दूसरे दिन मुझे एक सम्मेलन में जाना था. मुझे दुख है कि मैंने ये फैसला किया, वरना उनके साथ समय बिताने का अवसर मिल जाता.' अमर सिंह ने इस बातचीत में कहा, 'मुझे यकीन ही नहीं हो रहा है कि श्रीदेवी चली गईं . अपनी कला और कामों के कारण मधुबाला, मीना कुमारी, नूतन और श्रीदेवी जैसी अदाकाराएं न कभी मरी हैं और न कभी मरेंगी.' अमर सिंह ने बताया कि श्रीदेवी को बॉलीवुड में दूसरी पारी के लिए कई प्रस्ताव मिले थे, लेकिन उनका अपने व्यक्तित्व पर अदभुत नियंत्रण था, उन्होंने सारे प्रस्ताव ठुकराए और मॉम फिल्म की. उन्होंने कहा, 'जब तक फिल्म उद्योग का इतिहास है, अतीत है, वर्तमान है, भविष्य है तब तक श्रीदेवी फनकारों, दर्शकों, फिल्म से संबंधित लोगों के लिए एक गहन विषय और कौतूहल बनी रहेंगी. मैं समझता हूं कि श्रीदेवी जैसे कलाकार रोज नहीं पैदा होते हैं.' इस बातचीत के दौरान अमर सिंह की आंखों से आंसू टपकते रहे. उन्होंने कहा, 'जाने वाले लोग चले जाते हैं, लेकिन  जाने वालों की याद सताती है. हम सब उनकी यादों के सताए हुए लोगों का एक समूह हैं. हम आज दुखी हैं, मैं बोनी कपूर के दुख में और बोनी कपूर हमारे दुख में साझेदार हैं. पति होने का दुख क्या है- यह मैं समझ सकता हूं और श्री के जाने का मुझे क्या दुख है, यह बोनी कपूर समझ सकते हैं.' उन्होंने कहा, ' यह बहुत पीड़ादायक है . अविश्वसनीय बात है, लगता ही नहीं है, मानने का मन नहीं करता, लेकिन सत्य से कौन भागेगा.'
बॉलीवुड के किंग यानी शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) आज अपना 54वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. शाहरुख खान (Shah Rukh Khan Birthday) के स्टारडम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके बर्थडे पर विश करने के लिए आधी रात को हजारों फैन्स उनके घर के बाहर पहुंचें. भारी संख्या में फैन्स केवल शाहरुख खान (SRK) की एक झलक पाने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान एक्टर ने भी अपने फैन्स को निराश नहीं किया और सबसे मिलने के लिए अपने घर 'मन्नत (Mannat)' की छत पर पहुंच गए. अब इस दौरान का एक वीडियो इंटरनेट पर  तेजी से वायरल हो रहा है. Live from MANNAT @iamsrk A post shared by (@shahrukh._.khan_) on Nov 1, 2019 at 12:20pm PDT #happybirthdaysrk #happybirthdayshahrukhkhan #happybirthday #happy54thbirthdaysrk Follow @iamsrk.fnc for more. #srk #shahrukhkhan #jummamubarak #salmankhan #aamirkhan #akshaykumar #ajaydevgan #Ranveersingh #srkfanclub #srkfans #baadshah #20yearsofbaadshah #hindishayari #hindishayri #katrinakaif #dilse #shayrilover #srkphoto #srkvideo #srkajol #srklovers #srkian #srkians #srkfan . @srkuniverse @srk_deewani1 @srk_z_junglly_billy @friendship_of_salman_srk @srksalmanforever @troll_shahrukh_khans_haters @rip.srk.haters @moviereviewsblog @boxofficestats @bollywoodranker @bollywoodgagz @bb_medias @ibollywood_news @bollywood @ibollywoodblog A post shared by Shah Rukh Khan (@iamsrk.fnc) on Nov 1, 2019 at 6:37pm PDT इस वीडियो में बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) अपने फैन्स से रू-ब-रू होते नजर आ रहे हैं. शाहरुख खान के इस वीडियो को उनके फैन क्लब ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर शेयर किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि शाहरुख को देखकर उनके फैन्स जोर-जोर से चिल्ला रहे हैं और जन्मदिन की बधाइयां दे रहे हैं. शाहरुख खान के इस वीडियो पर फैन्स भी खूब रिएक्ट कर रहे हैं. #happybirthdaysrk #happybirthdayshahrukhkhan #happybirthday #happy54thbirthdaysrk Follow @iamsrk.fnc for more. #srk #shahrukhkhan #jummamubarak #salmankhan #aamirkhan #akshaykumar #ajaydevgan #Ranveersingh #srkfanclub #srkfans #baadshah #20yearsofbaadshah #hindishayari #hindishayri #katrinakaif #dilse #shayrilover #srkphoto #srkvideo #srkajol #srklovers #srkian #srkians #srkfan . @srkuniverse @srk_deewani1 @srk_z_junglly_billy @friendship_of_salman_srk @srksalmanforever @troll_shahrukh_khans_haters @rip.srk.haters @moviereviewsblog @boxofficestats @bollywoodranker @bollywoodgagz @bb_medias @ibollywood_news @bollywood @ibollywoodblog A post shared by Shah Rukh Khan (@iamsrk.fnc) on Nov 1, 2019 at 6:37pm PDT बता दें, फिलहाल शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) इन दिनों एक्टिंग से दूर हैं, लेकिन दिवाली के मौके पर एक बार फिर किंग खान सुर्खियों में आ गए थे. दरअसल, बच्चन परिवार के यहां दिवाली पार्टी में तब अफरा- तफरी मच गई जब ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) की मैनेजर के कपड़ों में आग लग गई. लेकिन वहां अपनी सूझबूझ से शाहरुख (Shah Rukh Khan Birthday) ने मैनेजर की जान बचाई. इसके लिए शाहरुख खान की हर जगह खूब तारीफ हुई थी.  Mannat @iamsrk @iamsrk @SRKGlobalBase #SRKGlobalBase #iamsrk #SRK #ShahRukhKhan #ShahRukhKhan #ShahRukhKhan #shahrukhkhanfans #shahrukhkhanlovers #shahrukhkhanfanclub #shahrukhkhanclub #shahrukhkhan_fans #shahrukhkhanfan #shahrukhkhangallery #shahrukhkhan123 #kingshahrukhkhan #kingshahrukhkhan #shahrukhkhanfansclub #shahrukhkhanfanazerbaijan #srkthebiggeststarofalltime #srkfanclub #srklovers #BauuaSingh A post shared by Die-hard SRK Lover (@iamsrkfanclub555) on Nov 1, 2019 at 6:26pmPDT
यह लेख है: उधर वरिष्ठ कलाकार अनुपम खेर ने इस मुद्दे पर अलग राय रखते हुए एएनआई से कहा 'अगर सुधींद्र कुलकर्णी के परिवार के साथ कोई दुर्व्यवहार करता तो क्या वे उसे अपने घर चाय पर बुलाते। गुलाम अली की बात अलग है, कसूरी तो पाकिस्तान के विदेश सचिव रह चुके हैं।' गुलाम अली और कसूरी के मामले पर अपनी बात पूरी करते हुए खेर ने कहा 'मुझे भी कई बार पाकिस्तान में अपने नाटक करने की अनुमति नहीं मिल पाई है। कई बार आवेदन करने पर भी मुझे वीज़ा नहीं मिला लेकिन ठीक है, मैं समझ सकता हूं।' साहित्यकारों के सम्मान लौटाने की आलोचना करते हुए खेर कहते हैं  'यह सब कुछ राजनीतिक मंतव्य के साथ किया जा रहा है, वैसे भी ऐसा तो नहीं है कि देश में ऐसी हिंसक घटनाएं पहली दफे हो रही हैं।' साहित्यकारों की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए खेर ने कहा 'यह पीएम को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है, अगर यह लोग लौटाना ही चाहते हैं तो सब कुछ क्यों नहीं लौटा देते।' हालांकि खेर ने साफ नहीं किया कि सब कुछ से उनका क्या तात्पर्य है। अनुपम ने यह भी कहा कि 'क्योंकि मेरी पत्नी भाजपा में है इसलिए लोगों को लग रहा है कि मैं साहित्यकारों का विरोध कर रहा हूं लेकिन ऐसा नहीं है, यह मेरे निजी विचार हैं।' साहित्यकारों के सम्मान लौटाने की आलोचना करते हुए खेर कहते हैं  'यह सब कुछ राजनीतिक मंतव्य के साथ किया जा रहा है, वैसे भी ऐसा तो नहीं है कि देश में ऐसी हिंसक घटनाएं पहली दफे हो रही हैं।' साहित्यकारों की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए खेर ने कहा 'यह पीएम को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है, अगर यह लोग लौटाना ही चाहते हैं तो सब कुछ क्यों नहीं लौटा देते।' हालांकि खेर ने साफ नहीं किया कि सब कुछ से उनका क्या तात्पर्य है। अनुपम ने यह भी कहा कि 'क्योंकि मेरी पत्नी भाजपा में है इसलिए लोगों को लग रहा है कि मैं साहित्यकारों का विरोध कर रहा हूं लेकिन ऐसा नहीं है, यह मेरे निजी विचार हैं।'
निजी क्षेत्र की एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज ने संभवत: अपने 150 प्रशिक्षु तकनीशियनों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं हालांकि, कंपनी ने कहा है कि केवल 43 प्रशिक्षु तकनीशियन हटाए गए हैं. हटाए गए एक तकनीशियन ने कहा, ‘‘जेट एयरवेज ने देश भर में 150 प्रशिक्षु तकनीशियनों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं. अकेले मुंबई में ही 46 प्रशिक्षु तकनीशियनों को बाहर का रास्ता दिखाया है.’’ जेट के एक प्रवक्ता ने कहा कि 43 प्रशिक्षु तकनीशियनों को उनके करार की शर्तों और कानून के अनुसार हटाया गया है. समझा जाता है कि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेवा (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने यह मसला अपने हाथ में ले लिया है और वे जेट एयरवेज के प्रबंधकों के साथ बात कर रहे हैं. मनसे ने इन कर्मचारियों को काम पर वापस लेने की मांग की है. हटाए गए तकनीशियन ने कहा कि हमारा एक साल का प्रशिक्षण का कार्यक्रम पूरा हो गया था, लेकिन प्रबंधन ने अप्रैल, 2008 में यह कहते हुए हमारा प्रशिक्षण काल और बढ़ा दिया कि विमानन क्षेत्र इस समय मंदी से जूझ रहा है. यही वजह है कि हमें अभी तक 'कंफर्म्ड' नहीं किया गया था. तकनीशियन ने कहा हमने कंपनी का प्रस्ताव मान लिया था, लेकिन अब उन्होंने हमारी सेवाएं ही समाप्त कर दी हैं.
दिल्ली के रोहिणी में पुलिसकर्मी की पत्थरों से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई. यहां के शाहबाद डेरी इलाके में पत्थर से सिर कुचले एक युवक का मिला शव और शुक्रवार को पहचान करने पर पता चला कि शव ट्रैफिक पुलिसकर्मी दिनेश का था. मृतक दिनेश के परिवार ने किसी भी तरह की रंजिश से किया इनकार किया है हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है. गुरुवार सुबह रोहिणी सेक्टर 26 स्थित के खाली प्लाट में एक यूवक की खून से लथपथ लाश मिली. इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. मृतक के सिर पर ईंट या पत्थर से वार किया गया था. चूंकि मृतक के पास कोई पर्स या मोबाइल नहीं मिला था इसलिए गुरुवार को शव की पहचान नहीं हो पाई थी. शुक्रवार सुबह पुलिस ने मृतक की पहचान दिनेश के तौर पर की. जांच में मालूम हुआ कि मृतक दिनेश दिल्ली ट्रैफिक पुलिस में तैनात था. मृतक अपनी मां राजकुमारी देवी और बहन के साथ रोहिणी स्थित फ्लैट में रहते थे. दिनेश फिलहाल ट्रैफिक पुलिस के पार्लियामेंट सर्कल में तैनात थे. परिजनों के मुताबिक बुधवार को ड्यूटी से आने के बाद घर पर हाथ पैर मुहं धोकर वो दस मिनट में वापस आने के लिए बोलकर बाहर गया था. लेकिन लौटा ही नहीं, तीन दिन बाद परिवार को खबर आई कि उनके बेटे की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई है. दिनेश का शव जिस जगह मिला वह घर से सिर्फ डेढ़ किलो मीटर की दूरी पर है. दिनेश की लाश उपलों पर पड़ी हुई थी. पुलिस को शक है कि किसी ने दिनेश को घर से बुलाया था. परिवार ने पूछताछ में किसी भी तरीके की आपसी रंजिश से इनकार किया है इसलिए पुलिस झगड़ा, आपसी रंजिश और लूटपाट के तमाम पहलुओं से पूरे मामले की जांच कर रही है.
विश्वविद्यालय परिसर में एबीवीपी से जुड़े कुछ छात्रों के साथ कहासुनी होने के बाद नजीब 15 अक्तूबर 2016 को लापता हो गया था. इस मामले की जाच का जिम्मा दो माह पहले सीबीआई को सौंपा गया. (इनपुट भाषा से)
यह एक लेख है: इलाहाबाद में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम तट पर शुक्रवार को मकर संक्रांति के मौके पर पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाने के बाद पूजा-अर्चना करके दान-पुण्य कर रहे हैं। तड़के चार बजे से ही संगम पर श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का सिलसिला शुरू हो गया। देश के विभिन्न कोनों से श्रद्धालु संगम स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। हिन्दू मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति के दिन पवित्र संगम में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है, इसीलिए आज का दिन संगम स्नान की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग डुबकी लगाने के बाद संगम किनारे विभिन्न मंदिरों में भी पूजा-अर्चना और दान-पुण्य कर रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सुबह चार बजे ही विभिन्न घाटों पर लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं। दो दिनों तक चलने वाले मकर संक्रांति के पहले स्नान पर्व पर लगभग 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। इलाहाबाद परिक्षेत्र के पुलिस उप-महानिरीक्षक राम कुमार ने बताया कि मकर संक्रांति के दोनों स्नान पर्वों (14-15 जनवरी) के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी), आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस), त्वरित कार्य बल (आरएएफ) और बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) की तैनाती की गई है। संगम तट पर शुक्रवार से विश्व प्रसिद्ध माघ मेले की भी शुरुआत हो रही है। प्रदेश के दूसरे नगरों में भी मकर संक्रांति के अवसर पर लोग यमुना, गोमती, सई, रामगंगा सहित अन्य नदियों में डुबकी लगाकर मंदिरों में पूजा पाठ कर रहे हैं।
दाल में काला भारतीय हिन्दी हास्य धारावाहिक है, जिसका प्रसारण स्टार प्लस पर 1998 में शुरू हुआ। इसके निर्माता आशा पारेख और निर्देशक ज्ञान सहाय हैं। इसके लेखन का कार्य विपुल शाह और सम्पादन इक़्बाल अहमद ने किया है। सारांश राम सिन्हा, जिसके पास एक ढाबा है। वह औरतों से नफ़रत करता है, इस कारण वह किसी भी औरत को अपने ढाबे में आने नहीं देता और चाहता है कि उसके भाई लखन, भरत और शत्रुघन भी औरतों को उसके ढाबे में आने न दें। लेकिन उसके भाई इसके विपरीत सोच वाले होते हैं। वह राम के वहाँ नहीं होते समय अपनी मर्जी से कई तरह के कार्य करते हैं। जिससे कई बार कई तरह के आपदा भी आ जाती है। कलाकार नवीन निश्चल - राम सिन्हा धरमपाल - लखन सिन्हा दिलीप जोशी - भरत सिन्हा राकेश ठरेजा /रोनाक कोटेचा - शत्रुघन सिन्हा शरद संकला - चारदूत यालगाओंकार / चाय किशोर भानुशाली - कॉफी स्मिता जयकर - किरण स्मिता बंसल - जुली रेणुका शाहने - राजकुमारी शम्मी - मंडोना मौसी फरीदा जलाल (विशेष उपस्थिती) पैंतल - बहु किरदार सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ
''यह ऐतिहासिक विधिशास्त्र के बारे में नहीं है। ऐतिहासिक विधि (Historical method) उन तकनीकों और दिशानिर्देशों का समुच्चय है जिनका उपयोग इतिहासकार अतीत के इतिहास के अनुसन्धान तथा लेखन के लिए करते हैं। इसके लिए प्राथमिक स्रोतों और पुरातत्व सहित अन्य साक्ष्यों का उपयोग किया जाता है। इतिहास के दर्शन में, ज्ञानमीमांसा नामक उपक्षेत्र में एक उचित ऐतिहासिक विधि की सम्भावना एवं प्रकृति का प्रश्न उठाया जाता है। ऐतिहासिक पद्धति तथा इतिहास लेखन की विभिन्न विधियों के अध्ययन को इतिहासलेखन (historiography) कहते हैं। सन्दर्भ इन्हें भी देखें इतिहासलेखन इतिहासलेखन
भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रवासी निवेशकों को पंजीकृत शेयर बाजारों में एफडीआई योजना के तहत कुछ शर्तों के साथ भारतीय इकाइयों के शेयरों की खरीद की अनुमति दे दी है।टिप्पणियां अभी तक एफआईआई, क्यूएफआई तथा एनआरआई को फेमा नियमों के अनुपालन के तहत पंजीकृत शेयर बाजारों में शेयरों की खरीद की अनुमति है, लेकिन प्रवासी निवेशकों को एफडीआई योजना के तहत शेयरों की खरीद की अनुमति नहीं थी। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, यह फैसला किया गया है कि एनआरआई सहित प्रवासी सूचीबद्ध घरेलू कंपनी में पंजीकृत ब्रोकर के जरिये एफडीआई योजना के तहत शेयर खरीद सकेंगे। अभी तक एफआईआई, क्यूएफआई तथा एनआरआई को फेमा नियमों के अनुपालन के तहत पंजीकृत शेयर बाजारों में शेयरों की खरीद की अनुमति है, लेकिन प्रवासी निवेशकों को एफडीआई योजना के तहत शेयरों की खरीद की अनुमति नहीं थी। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, यह फैसला किया गया है कि एनआरआई सहित प्रवासी सूचीबद्ध घरेलू कंपनी में पंजीकृत ब्रोकर के जरिये एफडीआई योजना के तहत शेयर खरीद सकेंगे। रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है, यह फैसला किया गया है कि एनआरआई सहित प्रवासी सूचीबद्ध घरेलू कंपनी में पंजीकृत ब्रोकर के जरिये एफडीआई योजना के तहत शेयर खरीद सकेंगे।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल जवान को उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से जगदलपुर मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया गया. बस्तर रेंज के प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि बीजापुर जिले के मिरतुर थाने से सुबह छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स के जवान सड़क सुरक्षा के लिए निकले थे. वे पांच किलोमीटर का सफर तय कर जब चेरली गांव पहुंचे तो वहां जंगल में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया.टिप्पणियां लगभग एक घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी हुई, जिसमें 10वीं बटालियन का एक आरक्षक हेमंत कुमार घटनास्थल पर शहीद हो गया और सहायक आरक्षक सुब्बा राव गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल जवान को हेलीकॉप्टर से जगदलपुर मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है. उधर, सुरक्षा बलों ने चेरली के जंगल में तलाशी अभियान तेज कर दिया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बस्तर रेंज के प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि बीजापुर जिले के मिरतुर थाने से सुबह छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स के जवान सड़क सुरक्षा के लिए निकले थे. वे पांच किलोमीटर का सफर तय कर जब चेरली गांव पहुंचे तो वहां जंगल में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया.टिप्पणियां लगभग एक घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी हुई, जिसमें 10वीं बटालियन का एक आरक्षक हेमंत कुमार घटनास्थल पर शहीद हो गया और सहायक आरक्षक सुब्बा राव गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल जवान को हेलीकॉप्टर से जगदलपुर मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है. उधर, सुरक्षा बलों ने चेरली के जंगल में तलाशी अभियान तेज कर दिया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लगभग एक घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी हुई, जिसमें 10वीं बटालियन का एक आरक्षक हेमंत कुमार घटनास्थल पर शहीद हो गया और सहायक आरक्षक सुब्बा राव गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल जवान को हेलीकॉप्टर से जगदलपुर मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है. उधर, सुरक्षा बलों ने चेरली के जंगल में तलाशी अभियान तेज कर दिया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लेख: दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता दिन पर दिन खराब होती जा रही है. प्रदूषण मापने वाली एजेंसियों के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण की एक सबसे बड़ी वजह पंजाब और आसपास के राज्यों में जलाई जाने वाली पराली है. इन एजेंसियों का यह दावा अब नासा द्वारा लिए गए ताजा फोटो से साबित भी होता है. नासा ने दिल्ली से लगे कुछ राज्यों की सेटेलाइट फोटो जारी की. इन फोटो में 'रेड स्पॉट' खेतों में पड़े पराली में लगाई गई आग को दर्शाती है. नासा का कहना है कि बीते कुछ दिनों में पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतीर हुई है. और यही वजह है कि दिल्ली और आसपास के राज्यों में प्रदूषण का स्तर पहले से और खराब हो रहा है. इन सब के बीच दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को कम करने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा कि मैं पंजाब और हरियाणा की सरकार से हाथ जोड़कर प्राथना करता हूं कि वह दिल्ली को गैस चेंबर बनने से रोकने के लिए कोई सख्त कदम उठाएं. हम अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रहे हैं और यह प्रयास आगे भी जारी रहेंगे. दिल्ली सरकार ने नासा द्वारा जीरी फोटो का हवाला देते हुए कहा कि इन तस्वीरों में साफ तौर पर दिख रहा है कि पराली जलाने की घटनाएं पहले से कम होने की जगह दिन पर दिन बढ़ रही हैं.  वहीं, दीवाली की रात फोड़े गए पटाखों ने दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता को तेजी से खराब करने में जबरदस्त भूमिका निभाई है. सेंटर फॉर साइंस ऐंड इनवायरोन्मेंट (सीएसई) की एक रिपोर्ट में मंगलवार को यह दावा किया गया. दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के मद्देनजर शहर की सरकार ने अगले हफ्ते से यहां के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों में मुफ्त मास्क बांटने की घोषणा की है. साथ ही, सम-विषम योजना भी प्रभावी की जाएगी.  दीवाली की रात पटाखे फोड़े जाने के लिये रात आठ बजे से रात 10 बजे तक दो घंटे का समय उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्धारित किये जाने के बावजूद लोगों ने शाम से लेकर देर रात तक पटाखे जलाये. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 की तुलना में 2019 में दिवाली से पहले हवा काफी अधिक स्वच्छ थी जिससे जाहिर होता है कि दिवाली की रात प्रदूषण के स्तर में हुई वृद्धि में पटाखों ने जबरदस्त भूमिका निभाई. रिपोर्ट में कहा गया है कि दोपहर में बहुत स्वच्छ वातावरण था लेकिन रात (दिवाली की) 10 बजे के बाद प्रदूषण का स्तर गंभीर हो गया. पटाखों के कारण शाम पांच बजे से रात एक बजे के बीच पीएम (हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कण) 2.5 में 10 गुना वृद्धि हो गई. मंगलवार को दिल्ली के आसमान में धुंध की स्थिति रही. इस वजह से सूरज का प्रकाश भी कम मात्रा में धरती पर आया. दरअसल,वायु गुणवत्ता दिल्ली और इससे लगे शहरों में गिर कर गंभीर श्रेणी में चली गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक रात आठ बजे शहर की हवा की गुणवत्ता (वायु गुणवत्ता) 414 थी, जबकि सोमवार रात आठ बजे यह 397 थी. राष्ट्रीय राजधानी के 37 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों पर 26 में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई. आनंद विहार (464) सर्वाधिक प्रदूषित रहा. इसके बाद वजीरपुर (430)का स्थान रहा. एनसीआर के गाजियाबाद में 465, ग्रेटर नोएडा में 440 और नोएडा में यह 450 रहा. दिल्ली सरकार ने कहा है कि पंजाब और हरियाणा में पिछले 24 घंटों में खेतों में पराली या फसल अवशेष जलाये जाने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं और राष्ट्रीय राजधानी के वायु प्रदूषण में इसकी हिस्सेदारी इस साल के शीर्ष पर जा सकती है.
जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पत्रकारों को सही मायने में नारद बनना चाहिए. नारद मुनि विचारक थे और प्रचारक भी. पत्रकारों का भी यही काम है कि उन्हें विचार भी व्यक्त करने चाहिए और जो समाज कल्याण की बातें हैं उनका प्रचार भी करना चाहिए. स्वामी मंगलवार को कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में देवर्षि नारद जयंती के अवसर पर इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र की ओर से पत्रकार सम्मान दिवस समरोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश के लिए कार्य करने वालों की मंशा अच्छी होनी चाहिए और मंशा में आत्मसम्मान होना चाहिए. स्वामी ने कहा कि हिंदी में संस्कृत के शब्दों का अधिकाधिक प्रयोग होना चाहिए. इससे हिंदी का सम्पूर्ण भारत में विस्तार होगा, क्योंकि दक्षिण भारत की भाषाओं में संस्कृत के शब्द अधिक हैं. तमिल में 41 प्रतिशत शब्द संस्कृत के हैं, कन्नड़ में 65 प्रतिशत, मलयालम में 90 प्रतिशत और बांग्ला में 85 प्रतिशत संस्कृत के शब्द हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि नारद जी ब्रह्माण्ड के प्रथम पत्रकार थे इसलिए पत्रकारिता से संबंधित सभी व्यक्तियों को उनका जन्मदिन पत्रकार दिवस के रूप में मनाना चाहिए. हम मदर डे, फादर डे, वैलेन्टाईन जैसे आधारहीन दिवस मनाते हैं जिनकी कोई उपयोगिता नहीं है. समारोह में पत्रकारिता क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पीटीवी के श्रीपाल शक्तावत एवं 'कादम्बनी' के मुख्य कॉपी संपादक संत समीर को सम्मानित किया गया.
अगर आप मंगलयान के साथ 'सेल्फी' लेना चाहते हैं तो एक मोबाइल एप्लीकेशन आपकी मदद कर सकती है. हैदराबाद की कंपनी 'स्मार्टर डॉट कॉम' ने एक 3डी एप्लीकेशन लॉन्च की है जिसकी मदद से आप एंड्रॉयड और आईफोन पर भारतीय स्पेसशिप मंगलयान के साथ सेल्फी क्लिक कर सकेंगे. 'स्मार्टर एप' के जरिये यूजर्स को भारत इस ऐतिहासिक अंतरिक्ष अभियान से जुड़ने का मौका मिलेगा. याद रहे कि भारत का मंगलयान 24 सितंबर को मंगल पहुंचने वाला है. इस एप्लीकेशन को 3डी मॉडल के इस्तेमाल से बनाया गया है. दावा किया जा रहा है कि यह ऐप मंगलयान का वास्तविक सा लगने वाला अनुभव कराती है. इस एप्लीकेशन के इस्तेमाल से लोग तमाम तरह की क्रिएटिव तस्वीरें शेयर कर सकेंगे. जैसे मंगलयान उनके हाथ से लैंड कर रहा हो या उनकी कार से निकल रहा हो, या ऐसे ही किसी आइडिए के साथ तस्वीरें बनाई जा सकेंगी.
भारतीय सिनेमा प्रेमियों खासतौर पर दक्षिण के लोगों के सबसे पसंदीदा कलाकार रजनीकांत आज 61 साल के हो गये और चेन्नई में उनके प्रशंसकों ने मिठाई बांटकर, आतिशबाजी छोड़कर और प्रार्थनाएं करके उनका जन्मदिन मनाया. रजनीकांत ने पिछले कुछ महीनों में पेशेवर और निजी तौर पर काफी उंचाइयों को छुआ है. हिंदी में ‘रोबोट’ नाम से आई उनकी बड़े बजट की फिल्म ‘एंथिरन’ साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से रही. वहीं इसी साल उनकी बेटी सौंदर्या चेन्नई के उद्यमी अश्विन के साथ विवाह बंधन में बंध गयीं. सौंदर्या भी फिल्म निर्माण से जुड़ी हैं उनके जन्मदिन के मौके पर प्रशंसकों ने एक दूसरे को मिठाइयां बांटीं, चेन्नई समेत प्रदेश के अन्य शहरों की दीवारों पर रजनीकांत के बड़े बड़े पोस्टर लगाये गये. चहेतों ने उनके लिए मंदिरों में प्रार्थना भी की. शिवाजी राव गायकवाड़ मूल नाम वाले इस महाराष्ट्रियन मूल के कलाकार की उंचाइयां छूने की कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है. तीन दशक लंबे करियर में डेढ़ सौ से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके रजनीकांत इसका श्रेय जानेमाने निर्देशक के. बालचंद्र को देते हैं जिन्होंने पहली बार उन्हें ‘अपूर्व रगनगल’ में काम करने का मौका दिया. इसमें उनके साथ दक्षिण के एक और दिग्गज अभिनेता कमल हासन ने काम किया था. बेंगलूर में बस कंडक्टर के तौर पर काम कर चुके इस अभिनेता को फिल्म जगत में उसके प्रशंसक ‘रजनी’ नाम से ही पुकारते हैं. उनके सिगरेट के साथ खेलने के अंदाज, चश्मा पहनने और उतारने के अंदाज ने उन्हें खासतौर पर युवावर्ग में अच्छी खासी लोकप्रियता दिलाई है.
भारतीय सेना की कार्रवाई से पाकिस्तान की सेना बौखलाई PAK ने इस साल 2000 से ज्यादा बार किया सीजफार उल्लंघन आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई से पाकिस्तानी सेना बौखला गई है. इस बौखलाहट में पाकिस्तान ने सोमवार को कश्मीर के पुंछ जिले के कस्बा केरनी सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया. पाकिस्तान की ओर से मोर्टार दागे गए. भारतीय सेना इसका जवाब दे रही है. इस साल पाकिस्तान ने 2000 से अधिक बार सीजफायर तोड़ा. दरअसल, गोलाबारी के दौरान घुसपैठ कराने की कोशिश की जा रही है, जिसे भारतीय सेना नाकाम कर दे रही है. रविवार को भी पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा था. इसके बाद भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में कई आतंकी मारे गए थे. पाक की ओर से जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती में लगातार सीजफायरिंग की जा रही है. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत रविवार को जानकारी देते हुए पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में युद्ध विराम का उल्लंघन करने के बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में चार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया जिसमें कई आतंकियों को मार गिराया गया. कई आतंकी शिविर तबाह सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा था कि हमें सूचना मिली थी कि केरन, तंगधार और नौगाम सेक्टरों के सामने स्थित पीओके के इलाके में आतंकी शिविर चल रहे हैं. इन्हें निशाना बनाया गया. इस हमले में 6 से 10 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं. उन्होंने कहा कि इस संघर्ष में कई आतंकवादियों के मारे जाने की सूचना है, जिसके बारे में हम बाद में सूचित करेंगे. हमारे पास हमले में कम से कम तीन आतंकवादी शिविरों के तबाह किए जाने की पक्की सूचना है. इस हमले में चौथे शिविर को भी नुकसान पहुंचा है.
एक ऑनलाइन सेवा प्रदाता (ओएसपी), उदाहरण के लिए, एक इंटरनेट सेवा प्रदाता, एक ईमेल प्रदाता, एक समाचार प्रदाता (प्रेस), एक मनोरंजन प्रदाता (संगीत, फिल्में), एक खोज इंजन, एक ई-कॉमर्स साइट, एक ऑनलाइन हो सकता है। बैंकिंग साइट, एक स्वास्थ्य साइट, एक आधिकारिक सरकारी साइट, सोशल मीडिया, एक विकी, या एक यूज़नेट समाचार समूह। [स्पष्टीकरण की आवश्यकता] इसकी मूल अधिक सीमित परिभाषा में, यह केवल एक वाणिज्यिक कंप्यूटर संचार सेवा को संदर्भित करता है जिसमें भुगतान करने वाले सदस्य डायल कर सकते हैं एक कंप्यूटर सेवा के निजी कंप्यूटर नेटवर्क को मॉडम करता है और विभिन्न सेवाओं और सूचना संसाधनों जैसे बुलेटिन बोर्ड सिस्टम, डाउनलोड करने योग्य फाइलें और कार्यक्रम, समाचार लेख, चैट रूम और इलेक्ट्रॉनिक मेल सेवाओं तक पहुंचता है। इन डायल-अप सेवाओं के संदर्भ में "ऑनलाइन सेवा" शब्द का भी उपयोग किया गया था। पारंपरिक डायल-अप ऑनलाइन सेवा आधुनिक इंटरनेट सेवा प्रदाता से इस मायने में भिन्न थी कि उन्होंने बड़ी मात्रा में सामग्री प्रदान की जो केवल ऑनलाइन सेवा की सदस्यता लेने वालों के लिए सुलभ थी, जबकि आईएसपी ज्यादातर इंटरनेट तक पहुंच प्रदान करने के लिए कार्य करता है और आम तौर पर बहुत कम प्रदान करता है। यदि स्वयं की कोई विशेष सामग्री है। यू.एस. में, यू.एस. डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट के ऑनलाइन कॉपीराइट उल्लंघन देयता सीमा अधिनियम (ओसीआईएलए) हिस्से ने कानून के विभिन्न हिस्सों के लिए ऑनलाइन सेवा की कानूनी परिभाषा को दो अलग-अलग तरीकों से विस्तारित किया है। यह धारा 512(के)(1) में कहता है: (ए) जैसा कि उपधारा (ए) में इस्तेमाल किया गया है, शब्द "सेवा प्रदाता" का अर्थ है एक इकाई जो उपयोगकर्ता की पसंद की सामग्री के उपयोगकर्ता द्वारा निर्दिष्ट बिंदुओं के बीच या डिजिटल ऑनलाइन संचार के लिए कनेक्शन प्रदान करती है। , भेजी या प्राप्त की गई सामग्री की सामग्री में संशोधन किए बिना। (बी) जैसा कि इस खंड में उपयोग किया गया है, उपधारा (ए) के अलावा, "सेवा प्रदाता" शब्द का अर्थ है ऑनलाइन सेवाओं या नेटवर्क एक्सेस का प्रदाता, या सुविधाओं का ऑपरेटर, और इसमें उप-अनुच्छेद (ए) में वर्णित एक इकाई शामिल है। [1] ये व्यापक परिभाषाएँ अनेक वेब व्यवसायों के लिए OCILLA से लाभ प्राप्त करना संभव बनाती हैं। इतिहास पहली व्यावसायिक ऑनलाइन सेवाएं १९७९ में शुरू हुईं। कम्पूसर्व (१९८० और ९० के दशक में एच एंड आर ब्लॉक के स्वामित्व में) और द सोर्स (द रीडर्स डाइजेस्ट के स्वामित्व वाले समय के लिए) व्यक्तिगत कंप्यूटर उपयोगकर्ताओं के बाजार की सेवा के लिए बनाई गई पहली प्रमुख ऑनलाइन सेवाएं मानी जाती हैं। टेक्स्ट-आधारित इंटरफेस और मेनू का उपयोग करते हुए, इन सेवाओं ने मॉडेम और संचार सॉफ़्टवेयर वाले किसी को भी ईमेल, चैट, समाचार, वित्तीय और स्टॉक जानकारी, बुलेटिन बोर्ड, विशेष रुचि समूह (एसआईजी), फ़ोरम और सामान्य जानकारी का उपयोग करने की अनुमति दी। सदस्य केवल उसी सेवा के अन्य ग्राहकों के साथ ईमेल का आदान-प्रदान कर सकते हैं। (एक समय के लिए DASnet नामक एक सेवा ने कई ऑनलाइन सेवाओं, और CompuServe, MCI मेल, और अन्य सेवाओं के बीच ईमेल का आदान-प्रदान करने के लिए X.400 प्रोटोकॉल के साथ प्रयोग किया, जब तक कि इंटरनेट ने इन्हें पुराने तरीके से प्रस्तुत नहीं किया।) डेल्फी ऑनलाइन सेवा, जेनी और एमसीआई मेल जैसी अन्य टेक्स्ट-आधारित ऑनलाइन सेवाओं का अनुसरण किया गया। 1980 के दशक में स्वतंत्र कंप्यूटर बुलेटिन बोर्ड या बीबीएस का उदय भी हुआ। (कृपया ध्यान दें कि ऑनलाइन सेवाएं बीबीएस नहीं हैं। एक ऑनलाइन सेवा में एक इलेक्ट्रॉनिक बुलेटिन बोर्ड हो सकता है, लेकिन "बीबीएस" शब्द स्वतंत्र डायलअप, माइक्रो कंप्यूटर-आधारित सेवाओं के लिए आरक्षित है जो आमतौर पर एकल-उपयोगकर्ता सिस्टम हैं।) वाणिज्यिक सेवाओं ने पहले से मौजूद पैकेट-स्विच्ड (X.25) डेटा संचार नेटवर्क, या सेवाओं के अपने नेटवर्क (जैसे CompuServe के साथ) का उपयोग किया। किसी भी मामले में, उपयोगकर्ताओं ने स्थानीय पहुंच बिंदुओं में डायल किया और दूरस्थ कंप्यूटर केंद्रों से जुड़े थे जहां सूचना और सेवाएं स्थित थीं। टेलीफोन सेवा की तरह, ग्राहकों को दिन-समय और शाम/सप्ताहांत की अलग-अलग दरों के साथ मिनट के हिसाब से भुगतान किया जाता है। रंग और ग्राफिक्स का समर्थन करने वाले कंप्यूटरों के उपयोग के रूप में, जैसे अटारी ८००, कमोडोर ६४, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स टीआई-९९/४ए, एप्पल II श्रृंखला और प्रारंभिक [ [आईबीएम पीसी कम्पैटिबल्स]], बढ़ी हुई, ऑनलाइन सेवाएं धीरे-धीरे विकसित या आंशिक रूप से ग्राफिकल सूचना प्रदर्शित करती हैं। CompuServe जैसी प्रारंभिक सेवाओं ने अपनी जानकारी प्रस्तुत करने के लिए तेजी से परिष्कृत ग्राफिक्स-आधारित फ्रंट एंड सॉफ़्टवेयर जोड़ा, हालांकि वे उन लोगों के लिए टेक्स्ट-आधारित पहुंच प्रदान करना जारी रखते थे जिन्हें इसकी आवश्यकता थी या पसंद करते थे। १९८५ में व्यूट्रॉन, जो एक वीडियोटेक्स सेवा के रूप में शुरू हुआ, जिसके लिए एक समर्पित टर्मिनल की आवश्यकता होती है, होम कंप्यूटर मालिकों को एक्सेस करने की अनुमति देने वाला सॉफ़्टवेयर पेश किया। 1980 के दशक के मध्य में प्लेनेट, प्रोडिजी, एमएसएन, और क्वांटम लिंक] (उर्फ क्यू-लिंक) जैसी ग्राफिक्स आधारित ऑनलाइन सेवाएं शुरू हुईं। विकसित। क्वांटम लिंक, जो कमोडोर-ओनली प्लेनेट सॉफ्टवेयर पर आधारित था, ने बाद में ऐप्पललिंक पर्सनल एडिशन, पीसी-लिंक (टैंडी के डेस्कमेट पर आधारित), और प्रोमेनेड (आईबीएम के लिए) विकसित किया, जिनमें से सभी (क्यू-लिंक सहित) को बाद में [के रूप में जोड़ा गया। [एओएल|अमेरिका ऑनलाइन]]। इन ऑनलाइन सेवाओं ने वेब ब्राउज़र की शुरुआत की जो 10 साल बाद वैश्विक ऑनलाइन जीवन को बदल देगा। क्वांटम लिंक से पहले, Apple कंप्यूटर ने AppleLink नामक अपनी स्वयं की सेवा विकसित की थी, जो ज्यादातर Apple डीलरों और डेवलपर्स पर लक्षित एक समर्थन नेटवर्क था। बाद में, ऐप्पल ने मैक उपभोक्ताओं पर लक्षित और अमेरिका ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के मैक संस्करण के आधार पर अल्पकालिक ईवर्ल्ड की पेशकश की। १९९२ में इंटरनेट, जो पहले सरकारी, शैक्षणिक और कॉर्पोरेट अनुसंधान सेटिंग्स तक सीमित था, को व्यावसायिक संस्थाओं के लिए खोल दिया गया था। इंटरनेट एक्सेस की पेशकश करने वाली पहली ऑनलाइन सेवा DELPHI थी, जिसने इंटरनेट एक्सेस का मूल्यांकन करने वाले एक पर्यावरण समूह के संबंध में बहुत पहले टीसीपी/आईपी एक्सेस विकसित किया था। 1994 में वर्ल्ड वाइड वेब की लोकप्रियता के विस्फोट ने उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए सूचना और संचार संसाधन के रूप में इंटरनेट के विकास को गति दी। कम लागत वाली ईमेल की अचानक उपलब्धता और स्वतंत्र स्वतंत्र वेब साइट्स की उपस्थिति ने उस व्यवसाय मॉडल को तोड़ दिया जिसने प्रारंभिक ऑनलाइन सेवा उद्योग के उदय का समर्थन किया था। CompuServe, BIX, AOL, DELPHI, और Prodigy ने धीरे-धीरे इंटरनेट ई-मेल, यूज़नेट न्यूज़ग्रुप्स, ftp, और वेब साइटों तक पहुँच को जोड़ा। साथ ही, वे उपयोग-आधारित बिलिंग से मासिक सदस्यता में चले गए। इसी तरह, जिन कंपनियों ने AOL को अपनी जानकारी या शुरुआती ऑनलाइन स्टोर होस्ट करने के लिए भुगतान किया, उन्होंने अपनी स्वयं की वेब साइट विकसित करना शुरू कर दिया, जिससे ऑनलाइन उद्योग के अर्थशास्त्र पर और जोर दिया। केवल AOL जैसी सबसे बड़ी सेवाएं (जिसने बाद में CompuServe का अधिग्रहण किया, जैसे CompuServe ने The Source का अधिग्रहण किया) इंटरनेट-केंद्रित दुनिया में संक्रमण करने में सक्षम थीं। इंटरनेट, इंटरनेट सेवा प्रदाता या आईएसपी तक पहुंच प्रदान करने के लिए ऑनलाइन सेवा प्रदाता का एक नया वर्ग उभरा। केवल इंटरनेट सेवा प्रदाता जैसे यूयूएनईटी, पाइपलाइन, पैनिक्स, नेटकॉम, द वर्ल्ड, अर्थलिंक, और माइंडस्प्रिंग ने अपनी खुद की कोई सामग्री उपलब्ध नहीं कराई, गैर-तकनीकी उपयोगकर्ताओं के लिए उपभोक्ता के संचालन से पहले "ऑनलाइन होने" के लिए आवश्यक विभिन्न सॉफ़्टवेयर को स्थापित करना आसान बनाने के अपने प्रयासों को केंद्रित किया सिस्टम बॉक्स से बाहर इंटरनेट-सक्षम आया। ऑनलाइन सेवाओं की बहुस्तरीय प्रति मिनट या प्रति घंटे की दरों के विपरीत, कई आईएसपी ने फ्लैट-शुल्क, असीमित एक्सेस योजनाओं की पेशकश की। इन प्रदाताओं ने पहले टेलीफोन और मॉडेम के माध्यम से पहुंच की पेशकश की, जैसा कि शुरुआती ऑनलाइन सेवा प्रदाताओं ने किया था। आज इन स्वतंत्र आईएसपी को केबल और फोन कंपनियों के माध्यम से उच्च गति और ब्रॉडबैंड एक्सेस के साथ-साथ वायरलेस एक्सेस द्वारा काफी हद तक प्रतिस्थापित किया गया है। सूचना सुपर हाइवे के लिए "सड़क को पक्का करने" में ऑनलाइन सेवा उद्योग का महत्व महत्वपूर्ण था। 1994 में जब Mosaic और Netscape को रिलीज़ किया गया, तो उनके पास 10 मिलियन से अधिक लोगों के तैयार दर्शक थे, जो एक ऑनलाइन सेवा के माध्यम से अपना पहला वेब ब्राउज़र डाउनलोड करने में सक्षम थे। हालांकि आईएसपी ने जल्दी ही अपने ग्राहकों को सॉफ्टवेयर पैकेज की पेशकश शुरू कर दी, इस संक्षिप्त अवधि ने कई उपयोगकर्ताओं को अपना पहला ऑनलाइन अनुभव दिया। विशेष रूप से दो ऑनलाइन सेवाएं, प्रोडिजी और एओएल, अक्सर इंटरनेट, या इंटरनेट की उत्पत्ति के साथ भ्रमित होती हैं। प्रोडिजी के मुख्य तकनीकी अधिकारी ने १९९९ में कहा: "ग्यारह साल पहले, इंटरनेट केवल एक अमूर्त सपना था जिसे प्रोडिजी ने जीवन में लाया था। अब यह एक ताकत है जिसे माना जाना चाहिए।" उस कथन के बावजूद, न तो सेवा ने इंटरनेट के लिए रीढ़ की हड्डी प्रदान की, और न ही इंटरनेट शुरू किया। भारत में इंटरनेट के आगमन के साथ ही आम जनता के सरोकारों से जुड़ी सेवाओं को ऑनलाइन मोड में ट्रांसफर किया जा रहा है। अब भारत में तमाम तरह के प्रमाण पत्र, लाइसेंस तथा सरकारी योजनाओं में ऑनलाइन आवेदन घर बैठे ही कर सकते हैं। भारत में इसके लिये कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) व जनसेवा केंद्रों की स्‍थापना शहर दर शहर की जा रही है। इन सेंटर्स पर कंप्‍यूटर का ज्ञान न रखने वाले लोग भी विभिन्‍न सरकारी सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकते हैं। ऑनलाइन सेवा इंटरफेस पहली ऑनलाइन सेवा में एक साधारण टेक्स्ट-आधारित इंटरफ़ेस का उपयोग किया गया था जिसमें सामग्री मुख्य रूप से केवल टेक्स्ट थी और उपयोगकर्ता कमांड प्रॉम्प्ट के माध्यम से चुनाव करते थे। इसने मॉडेम और टर्मिनल संचार कार्यक्रम वाले किसी भी कंप्यूटर को इन टेक्स्ट-आधारित ऑनलाइन सेवाओं तक पहुंचने की क्षमता की अनुमति दी। बाद में Apple Macintosh और MS Windows-आधारित PC के आगमन के साथ, Compuserve उनकी सेवा के लिए एक GUI इंटरफ़ेस प्रोग्राम की पेशकश करेगा। इसने एक बहुत ही अल्पविकसित GUI इंटरफ़ेस प्रदान किया। Compuserve ने इसकी आवश्यकता वाले लोगों के लिए केवल टेक्स्ट एक्सेस की पेशकश जारी रखी। प्रोडिजी और एओएल जैसी ऑनलाइन सेवाओं ने एक जीयूआई के आसपास अपनी ऑनलाइन सेवा विकसित की और इस प्रकार कंप्यूसर्व के शुरुआती जीयूआई-आधारित सॉफ्टवेयर के विपरीत, इन ऑनलाइन सेवाओं ने एक अधिक मजबूत जीयूआई इंटरफेस प्रदान किया। प्रारंभिक जीयूआई-आधारित ऑनलाइन सेवा इंटरफेस विस्तृत ग्राफिक्स जैसे कि फोटोग्राफ या चित्रों के रूप में बहुत कम पेश करते हैं। मोटे तौर पर वे साधारण चिह्न और बटन और पाठ तक ही सीमित थे। जैसे-जैसे मॉडेम की गति बढ़ती गई, उपयोगकर्ताओं को छवियों और अन्य अधिक जटिल ग्राफिक्स की पेशकश करना अधिक संभव हो गया और इस प्रकार उनकी सेवाओं को एक अच्छा रूप प्रदान किया गया ऑनलाइन सेवाओं द्वारा उपलब्ध कराए गए सामान्य संसाधन = कुछ संसाधनों और सेवाओं की ऑनलाइन सेवाओं ने संदेश बोर्ड, चैट सेवाएं, इलेक्ट्रॉनिक मेल, फ़ाइल संग्रह, वर्तमान समाचार और मौसम, ऑनलाइन विश्वकोश, एयरलाइन आरक्षण और ऑनलाइन गेम शामिल करने के लिए पहुंच प्रदान की है। Compuserve जैसे प्रमुख ऑनलाइन सेवा प्रदाताओं ने ऑनलाइन सेवा प्रदाता के नेटवर्क के भीतर फ़ोरम और फ़ाइल डाउनलोड क्षेत्रों के माध्यम से अपने उत्पादों के लिए ऑनलाइन समर्थन प्रदान करने के लिए सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर निर्माताओं के लिए एक तरीका के रूप में कार्य किया। वेब के आगमन से पहले, इस तरह का समर्थन या तो एक ऑनलाइन सेवा या कंपनी द्वारा चलाए जा रहे एक निजी बुलेटिन बोर्ड सिस्टम के माध्यम से किया जाता था और एक सीधी फोन लाइन पर पहुँचा जाता था। जिम्मेदारी अधिकार क्षेत्र के आधार पर ओएसपी को उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रदान की गई सामग्री के लिए जिम्मेदारी से छूट देने वाले नियम हो सकते हैं, लेकिन जैसे ही यह देखा जाता है, अस्वीकार्य सामग्री को हटाने के लिए नोटिस और टेक डाउन (एनटीडी) दायित्व के साथ। यह भी देखें वीडियोटेक्स ऑनलाइन सेवा प्रदाता कानून टर्मिनल एमुलेटर : श्रेणी: प्री-वर्ल्ड वाइड वेब ऑनलाइन सेवाएं सेवा प्रदाता एनएसएफनेट संदर्भ बाहरी कड़ियाँ ऑनलाइन सेवाओं का इतिहास कंप्यूटर की मध्यस्थता से संचार नेटवर्क एक्सेस प्रदाता
लेख: सनराइजर्स से मिले 164 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए डेयरडेविल्स क्विंटन डी कॉक (50) और केदार जाधव (नाबाद 63) की बेहतरीन पारियों के बावजूद निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 157 रन ही बना सके। सनराइजर्स के लिए नाबाद 74 रनों की नायाब पारी खेलने वाले मोएसिस हेनरिक्स मैन ऑफ द मैच रहे। डेयरडेविल्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही और भुवनेश्वर कुमार ने तीसरे ओवर में श्रेयष अय्यर को खाता खोले बगैर पवेलियन की राह दिखा दी। इसके बाद हालांकि डी कॉक ने कप्तान ज्यां पॉल ड्यूमिनी (12) के साथ दूसरे विकेट के लिए तेजी से 47 रनों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटके से उबार लिया। सनराइजर्स के कप्तान डेविड वार्नर इस बीच लगातार गेंदबाजी आक्रमण में परिवर्तन करते रहे। वार्नर ने कर्ण शर्मा के रूप में नौवें ओवर में अपने छठे गेंदबाज को आजमाया। कर्ण शर्मा ने अर्धशतक लगाकर आक्रामक मूड में नजर आ रहे डी कॉक दूसरी ही गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट करवा सनराइजर्स को बड़ी सफलता दिला दी। डी कॉक ने 31 गेंदों की अपनी जबरदस्त पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया। इसके साथ ही सनराइजर्स ने मैच में यू टर्न लिया और अगले दो ओवरों में डेयरडेविल्स को दो अहम विकेट युवराज सिंह (2) और ड्यूमिनी के विकेट चटका डाले। युवराज, परवेज रसूल की गेंद पर कर्ण शर्मा को कैच थमा बैठे, जबकि ड्यूमिनी को कर्ण ने क्लीन बोल्ड कर दिया। ड्यूमिनी 66 के कुल योग पर पवेलियन लौटे तो सौरभ तिवारी अभी खाता भी नहीं खोल सके थे और उनका साथ देने आए केदार जाधव पर अगली 58 गेंदों में 98 रन बनाने की कठिन चुनौती थी। केदार ने लेकिन सौरभ (नाबाद 26) के साथ शानदार साझेदारी निभाई और आक्रामक अंदाज में खेलते हुए मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। सनराइजर्स के लिए नाबाद 74 रनों की नायाब पारी खेलने वाले मोएसिस हेनरिक्स मैन ऑफ द मैच रहे। डेयरडेविल्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही और भुवनेश्वर कुमार ने तीसरे ओवर में श्रेयष अय्यर को खाता खोले बगैर पवेलियन की राह दिखा दी। इसके बाद हालांकि डी कॉक ने कप्तान ज्यां पॉल ड्यूमिनी (12) के साथ दूसरे विकेट के लिए तेजी से 47 रनों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटके से उबार लिया। सनराइजर्स के कप्तान डेविड वार्नर इस बीच लगातार गेंदबाजी आक्रमण में परिवर्तन करते रहे। वार्नर ने कर्ण शर्मा के रूप में नौवें ओवर में अपने छठे गेंदबाज को आजमाया। कर्ण शर्मा ने अर्धशतक लगाकर आक्रामक मूड में नजर आ रहे डी कॉक दूसरी ही गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट करवा सनराइजर्स को बड़ी सफलता दिला दी। डी कॉक ने 31 गेंदों की अपनी जबरदस्त पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया। इसके साथ ही सनराइजर्स ने मैच में यू टर्न लिया और अगले दो ओवरों में डेयरडेविल्स को दो अहम विकेट युवराज सिंह (2) और ड्यूमिनी के विकेट चटका डाले। युवराज, परवेज रसूल की गेंद पर कर्ण शर्मा को कैच थमा बैठे, जबकि ड्यूमिनी को कर्ण ने क्लीन बोल्ड कर दिया। ड्यूमिनी 66 के कुल योग पर पवेलियन लौटे तो सौरभ तिवारी अभी खाता भी नहीं खोल सके थे और उनका साथ देने आए केदार जाधव पर अगली 58 गेंदों में 98 रन बनाने की कठिन चुनौती थी। केदार ने लेकिन सौरभ (नाबाद 26) के साथ शानदार साझेदारी निभाई और आक्रामक अंदाज में खेलते हुए मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। डेयरडेविल्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही और भुवनेश्वर कुमार ने तीसरे ओवर में श्रेयष अय्यर को खाता खोले बगैर पवेलियन की राह दिखा दी। इसके बाद हालांकि डी कॉक ने कप्तान ज्यां पॉल ड्यूमिनी (12) के साथ दूसरे विकेट के लिए तेजी से 47 रनों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटके से उबार लिया। सनराइजर्स के कप्तान डेविड वार्नर इस बीच लगातार गेंदबाजी आक्रमण में परिवर्तन करते रहे। वार्नर ने कर्ण शर्मा के रूप में नौवें ओवर में अपने छठे गेंदबाज को आजमाया। कर्ण शर्मा ने अर्धशतक लगाकर आक्रामक मूड में नजर आ रहे डी कॉक दूसरी ही गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट करवा सनराइजर्स को बड़ी सफलता दिला दी। डी कॉक ने 31 गेंदों की अपनी जबरदस्त पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया। इसके साथ ही सनराइजर्स ने मैच में यू टर्न लिया और अगले दो ओवरों में डेयरडेविल्स को दो अहम विकेट युवराज सिंह (2) और ड्यूमिनी के विकेट चटका डाले। युवराज, परवेज रसूल की गेंद पर कर्ण शर्मा को कैच थमा बैठे, जबकि ड्यूमिनी को कर्ण ने क्लीन बोल्ड कर दिया। ड्यूमिनी 66 के कुल योग पर पवेलियन लौटे तो सौरभ तिवारी अभी खाता भी नहीं खोल सके थे और उनका साथ देने आए केदार जाधव पर अगली 58 गेंदों में 98 रन बनाने की कठिन चुनौती थी। केदार ने लेकिन सौरभ (नाबाद 26) के साथ शानदार साझेदारी निभाई और आक्रामक अंदाज में खेलते हुए मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। इसके बाद हालांकि डी कॉक ने कप्तान ज्यां पॉल ड्यूमिनी (12) के साथ दूसरे विकेट के लिए तेजी से 47 रनों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटके से उबार लिया। सनराइजर्स के कप्तान डेविड वार्नर इस बीच लगातार गेंदबाजी आक्रमण में परिवर्तन करते रहे। वार्नर ने कर्ण शर्मा के रूप में नौवें ओवर में अपने छठे गेंदबाज को आजमाया। कर्ण शर्मा ने अर्धशतक लगाकर आक्रामक मूड में नजर आ रहे डी कॉक दूसरी ही गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट करवा सनराइजर्स को बड़ी सफलता दिला दी। डी कॉक ने 31 गेंदों की अपनी जबरदस्त पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया। इसके साथ ही सनराइजर्स ने मैच में यू टर्न लिया और अगले दो ओवरों में डेयरडेविल्स को दो अहम विकेट युवराज सिंह (2) और ड्यूमिनी के विकेट चटका डाले। युवराज, परवेज रसूल की गेंद पर कर्ण शर्मा को कैच थमा बैठे, जबकि ड्यूमिनी को कर्ण ने क्लीन बोल्ड कर दिया। ड्यूमिनी 66 के कुल योग पर पवेलियन लौटे तो सौरभ तिवारी अभी खाता भी नहीं खोल सके थे और उनका साथ देने आए केदार जाधव पर अगली 58 गेंदों में 98 रन बनाने की कठिन चुनौती थी। केदार ने लेकिन सौरभ (नाबाद 26) के साथ शानदार साझेदारी निभाई और आक्रामक अंदाज में खेलते हुए मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। सनराइजर्स के कप्तान डेविड वार्नर इस बीच लगातार गेंदबाजी आक्रमण में परिवर्तन करते रहे। वार्नर ने कर्ण शर्मा के रूप में नौवें ओवर में अपने छठे गेंदबाज को आजमाया। कर्ण शर्मा ने अर्धशतक लगाकर आक्रामक मूड में नजर आ रहे डी कॉक दूसरी ही गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट करवा सनराइजर्स को बड़ी सफलता दिला दी। डी कॉक ने 31 गेंदों की अपनी जबरदस्त पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया। इसके साथ ही सनराइजर्स ने मैच में यू टर्न लिया और अगले दो ओवरों में डेयरडेविल्स को दो अहम विकेट युवराज सिंह (2) और ड्यूमिनी के विकेट चटका डाले। युवराज, परवेज रसूल की गेंद पर कर्ण शर्मा को कैच थमा बैठे, जबकि ड्यूमिनी को कर्ण ने क्लीन बोल्ड कर दिया। ड्यूमिनी 66 के कुल योग पर पवेलियन लौटे तो सौरभ तिवारी अभी खाता भी नहीं खोल सके थे और उनका साथ देने आए केदार जाधव पर अगली 58 गेंदों में 98 रन बनाने की कठिन चुनौती थी। केदार ने लेकिन सौरभ (नाबाद 26) के साथ शानदार साझेदारी निभाई और आक्रामक अंदाज में खेलते हुए मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। कर्ण शर्मा ने अर्धशतक लगाकर आक्रामक मूड में नजर आ रहे डी कॉक दूसरी ही गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट करवा सनराइजर्स को बड़ी सफलता दिला दी। डी कॉक ने 31 गेंदों की अपनी जबरदस्त पारी में नौ चौके और एक छक्का लगाया। इसके साथ ही सनराइजर्स ने मैच में यू टर्न लिया और अगले दो ओवरों में डेयरडेविल्स को दो अहम विकेट युवराज सिंह (2) और ड्यूमिनी के विकेट चटका डाले। युवराज, परवेज रसूल की गेंद पर कर्ण शर्मा को कैच थमा बैठे, जबकि ड्यूमिनी को कर्ण ने क्लीन बोल्ड कर दिया। ड्यूमिनी 66 के कुल योग पर पवेलियन लौटे तो सौरभ तिवारी अभी खाता भी नहीं खोल सके थे और उनका साथ देने आए केदार जाधव पर अगली 58 गेंदों में 98 रन बनाने की कठिन चुनौती थी। केदार ने लेकिन सौरभ (नाबाद 26) के साथ शानदार साझेदारी निभाई और आक्रामक अंदाज में खेलते हुए मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। इसके साथ ही सनराइजर्स ने मैच में यू टर्न लिया और अगले दो ओवरों में डेयरडेविल्स को दो अहम विकेट युवराज सिंह (2) और ड्यूमिनी के विकेट चटका डाले। युवराज, परवेज रसूल की गेंद पर कर्ण शर्मा को कैच थमा बैठे, जबकि ड्यूमिनी को कर्ण ने क्लीन बोल्ड कर दिया। ड्यूमिनी 66 के कुल योग पर पवेलियन लौटे तो सौरभ तिवारी अभी खाता भी नहीं खोल सके थे और उनका साथ देने आए केदार जाधव पर अगली 58 गेंदों में 98 रन बनाने की कठिन चुनौती थी। केदार ने लेकिन सौरभ (नाबाद 26) के साथ शानदार साझेदारी निभाई और आक्रामक अंदाज में खेलते हुए मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। ड्यूमिनी 66 के कुल योग पर पवेलियन लौटे तो सौरभ तिवारी अभी खाता भी नहीं खोल सके थे और उनका साथ देने आए केदार जाधव पर अगली 58 गेंदों में 98 रन बनाने की कठिन चुनौती थी। केदार ने लेकिन सौरभ (नाबाद 26) के साथ शानदार साझेदारी निभाई और आक्रामक अंदाज में खेलते हुए मैच को रोमांचक मोड़ पर पहुंचा दिया। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। एक समय डेयरडेविल्स को आखिरी के तीन ओवरों में जीत के लिए मात्र 29 रनों की दरकार रह गई थी, लेकिन इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार ने 18वें और 19वें ओवर में क्रमश: सात और छह रन देकर एक बार फिर पलड़ा सनराइजर्स के पक्ष में झुका दिया। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। हालांकि केदार और सौरभ अभी भी क्रीज पर मौजूद थे और डेयरडेविल्स को आखिरी छह गेंदों में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी और आखिरी ओवर लेकर इशांत आक्रमण पर आए। इस ओवर में भी डेयरडेविल्स 9 रन ही जोड़ सके और लक्ष्य से छह रन पीछे रह गए। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। केदार ने सौरभ के साथ पांचवें विकेट के लिए 9.41 के औसत से 91 रनों की साझेदारी निभाई। केदार ने अपनी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी में 34 गेंदों का सामना कर आठ चौके और दो छक्के लगाए। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। सनराइजर्स के लिए कर्ण शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने तीन ओवरों के अपने स्पेल में 12 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि सनराइजर्स की जीत का श्रेय आखिरी के ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाजी करने वाले भुवनेश्वर और इशांत को जाता है। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। भुवनेश्वर ने चार ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट हासिल किया। परवेज रसूल ने भी भुवनेश्वर के आंकड़ों को दोहराते हुए चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। इससे पहले, सनराइजर्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनते हुए निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट खोकर 163 रन बनाए। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। शिखर धवन (13) ने कप्तान डेविड वार्नर (17) के साथ शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन वे उसे स्थायित्व नहीं दे सके। डेयरडेविल्स के अनुभवी गेंदबाज जहीर खान ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन को एल्बी मोर्कल के हाथों कैच करा हमेशा की तरह अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी। अगले ही ओवर में नाथन कोल्टर नील की गेंद पर वार्नर भी सौरभ तिवारी को कैच थमा बैठे। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। पिछले मैच के हीरो रहे इयान मोर्गन (22) ने इसके बाद मोएसिस हेनरिक्स (नाबाद 74) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रन जोड़ टीम क स्थिरता प्रदान करने की कोशिश की, हालांकि इस बीच वे रन गति नहीं बढ़ा सके। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। बदलाव के रूप में शामिल किए गए जयंत यादव ने अपने आखिरी ओवर में मोर्गन को कोल्टर नील के हाथों कैच करा इस साझेदारी को तोड़ा। जयंत ने इस बीच बेहद कसी हुई गेंदबाजी की और चार ओवरों में मात्र 19 रन दिए। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। हेनरिक्स ने संयत तरीके से बल्लेबाजी करते हुए इसके बाद कर्ण शर्मा (16)के साथ चौथे विकेट के लिए 34 और रवि बोपारा (नाबाद 17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में तेज गति से 64 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। अर्धशतक पूरा करने के बाद हेनरिक्स ने बल्ले का मुंह खोलते हुए आखिरी के दो ओवरों में 32 रन जोड़े। हेनरिक्स ने 46 गेंदों की अपनी आकर्षक पारी में एक चौका और पांच छक्के जड़े। बोपारा 11 गेंदों में एक बाउंड्री हासिल कर सके। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। डेयरडेविल्स के लिए कोल्टर नील ने दो जबकि जहीर ने एक विकेट हासिल किया। हालांकि प्रभावशाली गेंदबाजी जयंत की रही।टिप्पणियां सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। सनराइजर्स के 11 मैचों से 12 अंक हो गए, हालांकि इतने ही अंकों के साथ कम नेट रन रेट के कारण मुंबई इंडियंस उनसे एक स्थान नीच पांचवें पायदान पर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं। सनराइजर्स ने इस जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश करने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है, हालांकि उनकी राह का मुख्य रोड़ा अब मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर हैं।
पाकिस्तान में मृत्युदंड की सजा का सामना कर रहे भारतीय कैदी सरबजीत सिंह अन्य कैदियों के हमले में बुरी तरह जख्मी होकर कोमा की स्थिति में हैं। उन्हें लेकर उनके पारिवारिक सदस्य बेहद चिंतित हैं। परिजनों ने उनकी देखभाल के लिए तत्काल पाकिस्तान जाने की इच्छा जताई है। पंजाब में सरबजीत के परिवार वालों ने शनिवार को कहा कि वे सरबजीत की देखरेख के लिए तत्काल पाकिस्तान जाना चाहते हैं। सरबजीत की बहन दलबीर कौर, पत्नी और दो बेटियां पैतृक कस्बे भीखीविंड से शनिवार सुबह अमृतसर पहुंचीं। सरबजीत की रिहाई के अभियान की अगुवाई कर रहीं दलबीर कौर ने कहा, हम इस मुश्किल घड़ी में सरबजीत के पास होना चाहते हैं। हमें यह भी नहीं पता कि इस समय उनकी हालत कैसी है। हमें केवल मीडिया और उनके वकील के जरिये जानकारी मिल रही है। सरबजीत का परिवार शुक्रवार की शाम उनके बुरी तरह जख्मी होने की खबर सुनकर घबरा गया। गौरतलब है कि कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत पर कैदियों के एक समूह ने शुक्रवार को हमला कर दिया था, जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गए। सरबजीत को लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सरबजीत पर हमले का कारण अभी अज्ञात है। डॉक्टर उनकी जिंदगी बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। दलबीर कौर ने आरोप लगाया कि सरबजीत पर हुआ हमला पूरी तरह सुनियोजित है। उन्होंने कहा, कुछ कैदी उन्हें धमका रहे थे। यह एक षडयंत्र है, उन पर जानबूझकर हमला किया गया है। उन्हें सुरक्षा क्यों प्रदान नहीं की गई। मैं तत्काल पाकिस्तान जाना चाहती हूं। उन्होंने कहा, यदि हमारी सरकार ने आवश्यक कदम उठाए होते, तो यह हमला नहीं हुआ होता। मैंने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और विदेश राज्य मंत्री परिनीत कौर और अन्य को पत्र के जरिये अवगत कराया था कि सरबजीत पर हमला हो सकता है। लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया और सरबजीत पर हमले की घटना हुई है।टिप्पणियां पाकिस्तान के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और सरबजीत की रिहाई के लिए उच्चस्तर पर प्रयासरत अंसार बर्नी ने कहा कि हमला 'संदिग्ध' लगता है। बर्नी ने कराची में मीडिया को दिए बयान में कहा, हमला संदिग्ध प्रतीत होता है। कोई इस घटना के पीछे हो सकता है। सरबजीत को जहां रखा गया था वहां ईंट या अन्य सामान नहीं पहुंच सकता है। इसकी अवश्य ही पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। नई दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने सभी जरूरी चिकित्सा सेवा और अन्य सहयोग मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील की है। पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत को लाहौर और मुल्तान बम विस्फोटों का कसूरवार ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। लाहौर और मुल्तान में हुए विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे। वहीं सरबजीत के परिवार ने दावा किया कि वह गलती से 1990 में पाकिस्तान की सरहद में चला गया था और वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूरी तरह निर्दोष है। लेकिन पाकिस्तानी पुलिस ने दावा किया कि सरबजीत सिंह, जो कि पाकिस्तान में मंजीत सिह के तौर पर जाना जाता है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था। पंजाब में सरबजीत के परिवार वालों ने शनिवार को कहा कि वे सरबजीत की देखरेख के लिए तत्काल पाकिस्तान जाना चाहते हैं। सरबजीत की बहन दलबीर कौर, पत्नी और दो बेटियां पैतृक कस्बे भीखीविंड से शनिवार सुबह अमृतसर पहुंचीं। सरबजीत की रिहाई के अभियान की अगुवाई कर रहीं दलबीर कौर ने कहा, हम इस मुश्किल घड़ी में सरबजीत के पास होना चाहते हैं। हमें यह भी नहीं पता कि इस समय उनकी हालत कैसी है। हमें केवल मीडिया और उनके वकील के जरिये जानकारी मिल रही है। सरबजीत का परिवार शुक्रवार की शाम उनके बुरी तरह जख्मी होने की खबर सुनकर घबरा गया। गौरतलब है कि कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत पर कैदियों के एक समूह ने शुक्रवार को हमला कर दिया था, जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गए। सरबजीत को लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सरबजीत पर हमले का कारण अभी अज्ञात है। डॉक्टर उनकी जिंदगी बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। दलबीर कौर ने आरोप लगाया कि सरबजीत पर हुआ हमला पूरी तरह सुनियोजित है। उन्होंने कहा, कुछ कैदी उन्हें धमका रहे थे। यह एक षडयंत्र है, उन पर जानबूझकर हमला किया गया है। उन्हें सुरक्षा क्यों प्रदान नहीं की गई। मैं तत्काल पाकिस्तान जाना चाहती हूं। उन्होंने कहा, यदि हमारी सरकार ने आवश्यक कदम उठाए होते, तो यह हमला नहीं हुआ होता। मैंने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और विदेश राज्य मंत्री परिनीत कौर और अन्य को पत्र के जरिये अवगत कराया था कि सरबजीत पर हमला हो सकता है। लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया और सरबजीत पर हमले की घटना हुई है।टिप्पणियां पाकिस्तान के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और सरबजीत की रिहाई के लिए उच्चस्तर पर प्रयासरत अंसार बर्नी ने कहा कि हमला 'संदिग्ध' लगता है। बर्नी ने कराची में मीडिया को दिए बयान में कहा, हमला संदिग्ध प्रतीत होता है। कोई इस घटना के पीछे हो सकता है। सरबजीत को जहां रखा गया था वहां ईंट या अन्य सामान नहीं पहुंच सकता है। इसकी अवश्य ही पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। नई दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने सभी जरूरी चिकित्सा सेवा और अन्य सहयोग मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील की है। पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत को लाहौर और मुल्तान बम विस्फोटों का कसूरवार ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। लाहौर और मुल्तान में हुए विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे। वहीं सरबजीत के परिवार ने दावा किया कि वह गलती से 1990 में पाकिस्तान की सरहद में चला गया था और वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूरी तरह निर्दोष है। लेकिन पाकिस्तानी पुलिस ने दावा किया कि सरबजीत सिंह, जो कि पाकिस्तान में मंजीत सिह के तौर पर जाना जाता है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था। सरबजीत की रिहाई के अभियान की अगुवाई कर रहीं दलबीर कौर ने कहा, हम इस मुश्किल घड़ी में सरबजीत के पास होना चाहते हैं। हमें यह भी नहीं पता कि इस समय उनकी हालत कैसी है। हमें केवल मीडिया और उनके वकील के जरिये जानकारी मिल रही है। सरबजीत का परिवार शुक्रवार की शाम उनके बुरी तरह जख्मी होने की खबर सुनकर घबरा गया। गौरतलब है कि कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत पर कैदियों के एक समूह ने शुक्रवार को हमला कर दिया था, जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गए। सरबजीत को लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सरबजीत पर हमले का कारण अभी अज्ञात है। डॉक्टर उनकी जिंदगी बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। दलबीर कौर ने आरोप लगाया कि सरबजीत पर हुआ हमला पूरी तरह सुनियोजित है। उन्होंने कहा, कुछ कैदी उन्हें धमका रहे थे। यह एक षडयंत्र है, उन पर जानबूझकर हमला किया गया है। उन्हें सुरक्षा क्यों प्रदान नहीं की गई। मैं तत्काल पाकिस्तान जाना चाहती हूं। उन्होंने कहा, यदि हमारी सरकार ने आवश्यक कदम उठाए होते, तो यह हमला नहीं हुआ होता। मैंने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और विदेश राज्य मंत्री परिनीत कौर और अन्य को पत्र के जरिये अवगत कराया था कि सरबजीत पर हमला हो सकता है। लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया और सरबजीत पर हमले की घटना हुई है।टिप्पणियां पाकिस्तान के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और सरबजीत की रिहाई के लिए उच्चस्तर पर प्रयासरत अंसार बर्नी ने कहा कि हमला 'संदिग्ध' लगता है। बर्नी ने कराची में मीडिया को दिए बयान में कहा, हमला संदिग्ध प्रतीत होता है। कोई इस घटना के पीछे हो सकता है। सरबजीत को जहां रखा गया था वहां ईंट या अन्य सामान नहीं पहुंच सकता है। इसकी अवश्य ही पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। नई दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने सभी जरूरी चिकित्सा सेवा और अन्य सहयोग मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील की है। पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत को लाहौर और मुल्तान बम विस्फोटों का कसूरवार ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। लाहौर और मुल्तान में हुए विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे। वहीं सरबजीत के परिवार ने दावा किया कि वह गलती से 1990 में पाकिस्तान की सरहद में चला गया था और वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूरी तरह निर्दोष है। लेकिन पाकिस्तानी पुलिस ने दावा किया कि सरबजीत सिंह, जो कि पाकिस्तान में मंजीत सिह के तौर पर जाना जाता है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था। गौरतलब है कि कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत पर कैदियों के एक समूह ने शुक्रवार को हमला कर दिया था, जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गए। सरबजीत को लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सरबजीत पर हमले का कारण अभी अज्ञात है। डॉक्टर उनकी जिंदगी बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। दलबीर कौर ने आरोप लगाया कि सरबजीत पर हुआ हमला पूरी तरह सुनियोजित है। उन्होंने कहा, कुछ कैदी उन्हें धमका रहे थे। यह एक षडयंत्र है, उन पर जानबूझकर हमला किया गया है। उन्हें सुरक्षा क्यों प्रदान नहीं की गई। मैं तत्काल पाकिस्तान जाना चाहती हूं। उन्होंने कहा, यदि हमारी सरकार ने आवश्यक कदम उठाए होते, तो यह हमला नहीं हुआ होता। मैंने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और विदेश राज्य मंत्री परिनीत कौर और अन्य को पत्र के जरिये अवगत कराया था कि सरबजीत पर हमला हो सकता है। लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया और सरबजीत पर हमले की घटना हुई है।टिप्पणियां पाकिस्तान के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और सरबजीत की रिहाई के लिए उच्चस्तर पर प्रयासरत अंसार बर्नी ने कहा कि हमला 'संदिग्ध' लगता है। बर्नी ने कराची में मीडिया को दिए बयान में कहा, हमला संदिग्ध प्रतीत होता है। कोई इस घटना के पीछे हो सकता है। सरबजीत को जहां रखा गया था वहां ईंट या अन्य सामान नहीं पहुंच सकता है। इसकी अवश्य ही पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। नई दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने सभी जरूरी चिकित्सा सेवा और अन्य सहयोग मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील की है। पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत को लाहौर और मुल्तान बम विस्फोटों का कसूरवार ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। लाहौर और मुल्तान में हुए विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे। वहीं सरबजीत के परिवार ने दावा किया कि वह गलती से 1990 में पाकिस्तान की सरहद में चला गया था और वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूरी तरह निर्दोष है। लेकिन पाकिस्तानी पुलिस ने दावा किया कि सरबजीत सिंह, जो कि पाकिस्तान में मंजीत सिह के तौर पर जाना जाता है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था। दलबीर कौर ने आरोप लगाया कि सरबजीत पर हुआ हमला पूरी तरह सुनियोजित है। उन्होंने कहा, कुछ कैदी उन्हें धमका रहे थे। यह एक षडयंत्र है, उन पर जानबूझकर हमला किया गया है। उन्हें सुरक्षा क्यों प्रदान नहीं की गई। मैं तत्काल पाकिस्तान जाना चाहती हूं। उन्होंने कहा, यदि हमारी सरकार ने आवश्यक कदम उठाए होते, तो यह हमला नहीं हुआ होता। मैंने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और विदेश राज्य मंत्री परिनीत कौर और अन्य को पत्र के जरिये अवगत कराया था कि सरबजीत पर हमला हो सकता है। लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया और सरबजीत पर हमले की घटना हुई है।टिप्पणियां पाकिस्तान के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और सरबजीत की रिहाई के लिए उच्चस्तर पर प्रयासरत अंसार बर्नी ने कहा कि हमला 'संदिग्ध' लगता है। बर्नी ने कराची में मीडिया को दिए बयान में कहा, हमला संदिग्ध प्रतीत होता है। कोई इस घटना के पीछे हो सकता है। सरबजीत को जहां रखा गया था वहां ईंट या अन्य सामान नहीं पहुंच सकता है। इसकी अवश्य ही पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। नई दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने सभी जरूरी चिकित्सा सेवा और अन्य सहयोग मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील की है। पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत को लाहौर और मुल्तान बम विस्फोटों का कसूरवार ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। लाहौर और मुल्तान में हुए विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे। वहीं सरबजीत के परिवार ने दावा किया कि वह गलती से 1990 में पाकिस्तान की सरहद में चला गया था और वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूरी तरह निर्दोष है। लेकिन पाकिस्तानी पुलिस ने दावा किया कि सरबजीत सिंह, जो कि पाकिस्तान में मंजीत सिह के तौर पर जाना जाता है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था। उन्होंने कहा, यदि हमारी सरकार ने आवश्यक कदम उठाए होते, तो यह हमला नहीं हुआ होता। मैंने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और विदेश राज्य मंत्री परिनीत कौर और अन्य को पत्र के जरिये अवगत कराया था कि सरबजीत पर हमला हो सकता है। लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया और सरबजीत पर हमले की घटना हुई है।टिप्पणियां पाकिस्तान के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और सरबजीत की रिहाई के लिए उच्चस्तर पर प्रयासरत अंसार बर्नी ने कहा कि हमला 'संदिग्ध' लगता है। बर्नी ने कराची में मीडिया को दिए बयान में कहा, हमला संदिग्ध प्रतीत होता है। कोई इस घटना के पीछे हो सकता है। सरबजीत को जहां रखा गया था वहां ईंट या अन्य सामान नहीं पहुंच सकता है। इसकी अवश्य ही पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। नई दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने सभी जरूरी चिकित्सा सेवा और अन्य सहयोग मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील की है। पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत को लाहौर और मुल्तान बम विस्फोटों का कसूरवार ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। लाहौर और मुल्तान में हुए विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे। वहीं सरबजीत के परिवार ने दावा किया कि वह गलती से 1990 में पाकिस्तान की सरहद में चला गया था और वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूरी तरह निर्दोष है। लेकिन पाकिस्तानी पुलिस ने दावा किया कि सरबजीत सिंह, जो कि पाकिस्तान में मंजीत सिह के तौर पर जाना जाता है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था। पाकिस्तान के मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और सरबजीत की रिहाई के लिए उच्चस्तर पर प्रयासरत अंसार बर्नी ने कहा कि हमला 'संदिग्ध' लगता है। बर्नी ने कराची में मीडिया को दिए बयान में कहा, हमला संदिग्ध प्रतीत होता है। कोई इस घटना के पीछे हो सकता है। सरबजीत को जहां रखा गया था वहां ईंट या अन्य सामान नहीं पहुंच सकता है। इसकी अवश्य ही पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए। नई दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने सभी जरूरी चिकित्सा सेवा और अन्य सहयोग मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील की है। पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत को लाहौर और मुल्तान बम विस्फोटों का कसूरवार ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। लाहौर और मुल्तान में हुए विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे। वहीं सरबजीत के परिवार ने दावा किया कि वह गलती से 1990 में पाकिस्तान की सरहद में चला गया था और वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूरी तरह निर्दोष है। लेकिन पाकिस्तानी पुलिस ने दावा किया कि सरबजीत सिंह, जो कि पाकिस्तान में मंजीत सिह के तौर पर जाना जाता है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था। पाकिस्तानी अदालत ने सरबजीत को लाहौर और मुल्तान बम विस्फोटों का कसूरवार ठहराते हुए 1990 में फांसी की सजा सुनाई थी। लाहौर और मुल्तान में हुए विस्फोटों में 14 लोग मारे गए थे। वहीं सरबजीत के परिवार ने दावा किया कि वह गलती से 1990 में पाकिस्तान की सरहद में चला गया था और वहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह पूरी तरह निर्दोष है। लेकिन पाकिस्तानी पुलिस ने दावा किया कि सरबजीत सिंह, जो कि पाकिस्तान में मंजीत सिह के तौर पर जाना जाता है, आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त था।
प्रमोशन, पैसा और पब्लिसिटी...ये तीनों हासिल करने के लिए उत्तर प्रदेश के सारे नहीं, तो कुछ पुलिस अधिकारी शार्ट कट के तौर पर फर्जी मुठभेड़ों का रास्ता अपनाने के लिए भी तैयार लगते हैं. इंडिया टुडे की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अपनी जांच के दौरान पाया कि योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान मुठभेड़ों में मरने वालों का आंकड़ा 60 से ऊपर पहुंच गया है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2017 से अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से की गई करीब 1500 मुठभेड़ों में 400 के आसपास लोग घायल हुए हैं. इंडिया टुडे की स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम की जांच से सामने आया कि यूपी पुलिस के कुछ सदस्य झूठे मामलों में निर्दोष नागरिकों को फंसा रहे हैं और फिर उन्हें फर्जी मुठभेड़ों में शूट कर रहे हैं. ये सब तरक्की और दूसरों से पैसा लेकर किसी को ठिकाने लगाने के इरादे से किया जा रहा है. यूपी में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से सिर्फ आगरा ज़ोन में 241 मुठभेड़ हुई हैं. स्थानीय चित्राहाट पुलिस स्टेशन के एक सब इंस्पेक्टर ने एक निर्दोष नागरिक को मारने के लिए आठ लाख रुपये कीमत लगाई. इंडिया टुडे के अंडर कवर रिपोर्टर्स ने जांच के तहत खुद को कारोबारी बताते हुए अपने एक काल्पनिक प्रतिस्पर्धी को फर्जी मामले में फंसाने के लिए सब इंस्पेक्टर से संपर्क किया. सब इंस्पेक्टर सर्वेश कुमार ने अंडर कवर रिपोटर्स से कहा, ‘जिस तरह की तुम्हारी प्रॉब्लम है, उसे सॉल्व (हल) करने का एक ही तरीका है. बाईचांस मेरे पास दो तीन बैंक हैं...कहीं भी कोई भी वारदात हो जाती है...तो मैं उसे अपने आप इन्वॉल्व कर लूंगा.’ सर्वेश कुमार ने आगे कहा, ‘और इस इन्वॉल्व में हम काफी हद तक उसको कर सकते हैं...जैसे वो इंजर्ड (घायल) भी हो सकता है...जान भी खो सकता है वो...’ सब इंस्पेक्टर ने अपना प्लान भी बताया : ‘काल्पनिक व्यक्ति के खिलाफ बैंक डकैती का फर्जी सबूत जुटाया जाएगा, फिर उसे अज्ञात संदिग्धों में नामजद किया जाएगा. इसके बाद तथाकथित मुठभेड़ होगी. उसमें अब जान भी जा सकती है, इंजर्ड (घायल) भी हो सकता है.’ सर्वेश कुमार ने दावा किया- ‘लूट हो ही जाती हैं. ये मेरे क्षेत्र में हो गई, जैतपुर में हो गई या बाह में हो गई. मैं अपने बारे में बता रहा हूं. तीन थानों की जिम्मेदारी मेरी. मैं सेट कर सकता हूं.’ अंडर कवर रिपोर्टर- ‘अच्छा जो बैंक लूट होगी उसमें वो लड़का तो नहीं होगा.’ सर्वेश कुमार- ‘होगा तो नहीं लेकिन लाना पड़ेगा ना उसको...अज्ञात संदिग्धों में नामजद किया जाएगा. ये पुलिस का काम है...उसके पास कोई आईडी होगी...आईडी आ जाएगी. उस आईडी प्रूफ को हम घटनास्थल से बरामद करा देंगे.’ रिपोर्टर- अच्छा. सर्वेश कुमार ने आगे कहा,‘उसकी जान भी जा सकती है या घायल हो सकता है. मेरे यहां (थाना एरिया) की बात है तो कीमत 5-6 लाख रुपये होगी. दूसरे एरिया में दूसरों से भी बात करनी होगी. वहां दो लाख ऊपर हो सकता है. इससे ज्यादा नहीं.’ सर्वेश कुमार ने गारंटी के साथ कहा कि मुठभेड़ में टारगेट (काल्पनिक व्यक्ति) को उड़ा दिया जाएगा यानि बचने नहीं दिया जाएगा. सर्वेश कुमार ने कहा, ‘बचने का कोई चांस ही नहीं होता है. जो आदमी मैंने टारगेट में ले रखा है, उसमें बचने के चांस क्या है?’ सर्वेश कुमार ने दावा किया, ‘लिखा-पढ़ी में कोई चीज अरेस्टिंग (गिरफ्तारी) में नहीं होती है. अरेस्ट तो होता है, लेकिन लिखित में अरेस्ट नहीं होता है. जब खुले में शूटिंग होती है तो बचने का कोई चांस ही नहीं होता.’ इंडिया टुडे की जांच से जो सामने आया, उसका ये मतलब नहीं है कि योगी सरकार के तहत जितनी भी पुलिस मुठभेड़ें हो रही हैं वो सब फर्जी हैं. लेकिन सर्वेश कुमार ने जो कुछ भी कहा, उससे संकेत मिलता है कि कुछ मुठभेड़ों को हिरासत वाले संदिग्धों के खिलाफ फर्जी तरीके से अंजाम दिया गया हो सकता है. सर्वेश कुमार ने दावा किया,‘ये बात तो सही है कि वो (टारगेट) दूसरी जगह से लाए जाते हैं.’ अंडर कवर रिपोर्टर-  ‘यानि पक़ड़ कर मार दिया जाता है.’ सर्वेश कुमार- ‘चाहें हम अपने आप से लेकर आएं...चाहे किसी माध्यम से आएं. किसी (टारगेट) को लालच देकर मुलाकात के लिए तय स्थान पर बुलाया जाता है. हमारे आदमी वहां होते है...हो गया.’ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार ऐसे आरोपों को खारिज करते रहे हैं कि राज्य पुलिस निर्दोष लोगों को फंसा रही है. योगी आदित्यनाथ ने मई में इंडिया टुडे से कहा था,‘पुलिस या प्रशासन निर्दोष व्यक्ति को नहीं मारता. वे ऐसा नहीं कर सकते. लेकिन अगर कोई पुलिस पर गोली चलाएगा तो पुलिस आत्मरक्षा में गोली चला सकती है.’योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘मैं जो कह सकता हूं वो ये है कि मेरी सरकार किसी के साथ भी जाति, धर्म या लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं करेगी. हर नागरिक को सुरक्षा की गारंटी होगी और हर नागरिक को विकास के लिए अवसर प्रदान कराए जाएंगे.' लेकिन जो असलियत है वो कुछ मामलों में भयावह हो सकती है. आगरा जिले के पड़ोस में ही बसई जगनेर पुलिस स्टेशन के स्टेशन ऑफिसर जगदम्बा सिंह ने माना कि प्रमोशन (तरक्की) का लालच राज्य में पुलिस अधिकारियों से फर्जी मुठभेड़ तक करवा देता है. एसओ ने दावा किया, ‘एसओ का चार्ज लेने के लिए कोई कुछ भी करने के लिए तैयार रहता है. हत्या कर दे, पैसे से खऱीद ले, इस पद के लिए कुछ भी किया जा सकता है.’ जगदम्बा सिंह ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में एक्स्ट्रा ज्यूडिशियल हत्याएं और सत्ता का दुरुपयोग आम बात है. जगदम्बा सिंह ने कहा, ‘आज की डेट में मीडिया इतना हावी है तो भी एनकाउंटर हो रहे हैं. यूपी की पुलिस से ज्यादा ताकतवर भारत में और कोई पुलिस नहीं है.’ जगदम्बा सिंह ने शेखी बधारते कहा कि ‘काबुल के घोड़ों की तरह हम सबसे बढ़िया हैं. हमारे हाथ-पैर बंधे हैं. मुंह ढका है, फिर भी हम काट लेते हैं, लात मारते हैं, मार देते हैं. जो भी चाहते हैं कर देते हैं. हम भारत की सबसे ताकतवर पुलिस हैं.’ जगदम्बा सिंह ने अपने विभाग के ऐसे आधिकारिक दावों को खारिज किया कि हर एनकाउंटर मौके पर अचानक होता है. जगदम्बा सिंह के दावे के मुताबिक जिले के पुलिस प्रमुख यानी एसएसपी को कुछ मामलों में संभावित एनकाउंटर के बारे में जानकारी हो सकती है. जगदम्बा सिंह ने कहा, कौन एनकाउंटर में हिस्सा लेगा? कांस्टेबल, दारोगा, इंस्पेक्टर.. यहीं तो होते हैं ना. लेकिन बिना कप्तान (एसएसपी) की सहमति के कुछ नहीं होता.’ बसई जगनेर पुलिस स्टेशन में ही सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह से अंडर कवर रिपोर्टर ने बात की तो बलबीर की ओर से किसी आगरा सिटी में ट्रांसफर के लिए बेताबी दिखाई गई. बलबीर सिंह ने कहा, सिटी में चौकी मिले तो ठीक है वरना क्या फायदा है. मान लो थाने में पोस्टिंग हो गई. इंस्पेक्टर ने उठाकर किसी चौकी पर कर दिया. अब चौकी इंचार्ज दूसरा है. वही सारा पैसा (घूस) ले जाएगा. हर चीज के बारे में जो भी निर्णय लेगा, वही लेगा. बलबीर सिंह ने शहरी क्षेत्र में पोस्टिंग होने की स्थिति में फर्जी एनकाउंटर तक करने के लिए खुद को तैयार बताया. बलबीर सिंह ने कहा, ‘मैं शहर में आ जाऊंगा तो फिर देखता हूं एनकाउंटर. उसे (टारगेट) को शहर में पकड़ा जाएगा. इसकी व्यवस्था की जा सकती है.’ अंडर कवर रिपोर्टर- तो क्या उसे (टारगेट) पकड़ कर मारना ही है? बलबीर सिंह-  ‘हां, लेकिन पकड़ने के बाद ही तो योजना बनाई जाती है. गोपनीय रखा जाएगा. कोई जान भी नहीं पाएगा. ऐसे ही ये काम किए जाते हैं.’ बलबीर सिंह ने अंडरकवर रिपोर्टर्स को हत्याओं के लिए भाड़े के हत्यारों से संपर्क करने की भी सलाह दी. बलबीर सिंह ने कहा, ‘अगर ये (हत्या) कराना चाहते तो हो तो पेशेवर शूटर्स से मिल सकते हो. तमाम ऐसे शूटर्स उपलब्ध हैं.’
सोमवार को गिरावट के साथ खुले शेयर बाजार नकारात्मक अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से गिरे बाजार अंत में संभला बाजार, सेंसेक्स 155 अंक की गिरावट के साथ बंद नकारात्मक अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से सप्ताह के पहले दिन शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई. सुबह सेंसेक्स 88 अंक की गिरावट के साथ 38,734 खुला. हालां‍कि बाद में बाजार थोड़ा संभल गया और अंत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)का सेंसेक्स 155 अंक की गिरावट के साथ 38,667.33 पर बंद हुआ और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 35 अंक की गिरावट के साथ 11,477.25 पर बंद हुआ. क्यों गिरा बाजार असल में अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर में जो हाल में सकारात्मक संकेत बनते दिख रहे थे, उसमें फिर से कुछ चिंता के बिंदु उभरे हैं.  एक अक्टूबर यानी मंगलवार को ऑटो बिक्री के आंकड़े आने वाले हैं, इसको लेकर भी ट्रेडर्स ने कुछ सतर्कता दिखाई है. बैंकिंग सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई है. यह रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले बनी सतर्कता की वजह से है. यस बैंक द्वारा इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस को कर्ज देने की खबरों के बाद इसके शेयरों में 15 फीसदी तक की गिरावट आ गई. यह खबर भी आई कि इसे रिजर्व बैंक से पूंजी बढ़ाने की इजाजत मिल चुकी है, लेकिन इससे इसके शेयरों को सहारा नहीं मिल पाया. सुबह 9.45 बजे तक सेंसेक्स में करीब 300 अंकों की गिरावट आ चुकी थी. बाजार में कारोबार के दौरान दिन भर उतार-चढ़ाव रहा. करीब 777 शेयरों में तेजी और 1694 शेयरों में गिरावट देखी गई. गिरने वाले प्रमुख शेयरों में यस बैंक, इंडसइंड बैंक, एसबीआई, जी एंटरटेनमेंट, आईसीआईसीआई बैंक रहे, जबकि बढ़ने वाले शेयरों में भारती एयरटेल, यूपीएल, एचसीएल टेक, इन्फोसिस और आईटीसी शामिल हैं. आईटी, इन्फ्रा, एनर्जी सेक्टर में खरीदारी देखी गई, जबकि ऑटो, बैंक, फार्मा और मेटल सेक्टर में बिकवाली देखी गई. कारोबार की शुरुआत में 397 शेयरों में गिरावट और 442 शेयरों में बढ़त देखी गई थी. हालांकि, रुपये में मजबूती देखी गई और यह 14 पैसे मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 70.42 पर खुला. पिछले हफ्ते की बात करें तो शुक्रवार को कारोबार के अंत में सेंसेक्‍स 167 अंक लुढ़क कर 38,822 के स्‍तर पर बंद हुआ था तो वहीं निफ्टी को 59 अंक का नुकसान हुआ और यह 11,512 के स्‍तर पर रहा. क्या हो सकता है आगे आर्थिक मसलों पर केंद्र सरकार के हालिया फैसलों से बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की सकरात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली. मगर, इस सप्ताह बाजार की नजर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक के नतीजों और सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर होगी. इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों व प्रमुख आर्थिक आंकड़ों से प्रभावित विदेशी बाजारों के संकेतों का भी भारतीय बाजार पर असर बना रहेगा. वहीं, शेयर बाजार की चाल तय करने में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल के साथ-साथ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के निवेश के प्रति रुझान की अहम भूमिका होगी. किन चीजों पर रखें नजर सप्ताह के आरंभ में सोमवार को देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में उत्पादन के अगस्त महीने के आंकड़े जारी होंगे. इसके अगले दिन मंगलवार को सितंबर महीने के लिए मार्केट मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े जारी होंगे. इस सप्ताह बुधवार को गांधी जयंती (दो अक्टूबर) का अवकाश होने के कारण शेयर बाजार में कारोबार बंद रहेगा. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की इस सप्ताह शुक्रवार को संभावित द्विमासिक समीक्षा बैठक में लिए जाने वाले फैसलों पर बाजार की नजर बनी रहेगी. बीते अगस्त में एमपीसी ने प्रमुख ब्याज दर में 35 आधार अंकों की कटौती की थी, जिसके बाद आरबीआई की रेपो रेट 5.40 फीसदी हो गई है.
बेंगलूर रॉयल चैलेंजर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग मैच को लगातार बारिश के कारण एक भी गेंद फेंके बिना रद्द करना पड़ा। मैच रद्द होने से दोनों टीमों को एक-एक अंक मिला। इसके साथ ही राजस्थान रॉयल्स की टीम पांच मैचों में दो जीत, दो हार और एक बेनतीजा मैच के साथ पांच अंक जुटाकर आईपीएल तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम चार मैचों में तीन जीत से छह अंक जुटाकर शीर्ष पर चल रही है। दूसरी तरफ मैच रद्द होने का खामियाजा बेंगलुरू की टीम को भुगतान पड़ा जिसके लिए यह मैच जीतना काफी जरूरी थी। बेंगलुरू के अब पांच मैचों में सिर्फ एक जीत से तीन अंक हैं और यह टीम अंक तालिका में 10 टीमों के बीच नौवें स्थान पर चल रही है। मैच की शुरुआत से पहले ही बेंगलुरू में बारिश शुरू हो चुकी थी और काफी समय तक बारिश की आंख मिचौली चलती रही। मैदानी अंपायरों रूडी कर्स्टजन और बिली डाक्ट्रोव ने हालांकि लगभग तीन घंटे तक इंतजार किया और इस दौरान कई बार निरीक्षण करने के बाद अंतत: लगभग 10 बजकर 55 मिनट पर मैच रद्द करने का फैसला किया।
उत्तर प्रदेश में दबंगों के हौसले दिनोंदिन और बुलंद होते नजर आ रहे हैं. ताजा मामला हापुड़ का है, जहां कुछ लोगों ने मामूली-सी बात पर दलित बच्चे को पेड़ से बांधकर बुरी तरह यातनाएं दीं. 11 साल के मासूम का कसूर बस इतना ही था कि उसने ट्रक से कोल्ड ड्रिंक्स की बोतलें उतारने से इनकार कर दिया था. बच्चे को पहले पेड़ से कसकर बांधा गया, उसके कपड़े उतारे गए और फिर लगातार यातनाएं दी गईं. बच्चे के शरीर पर कई जगह सिगरेट से भी दागा गया. घटना 26 जून की है. सोनू नाम का लड़का दोहरी गांव में अपने घर के बाहर खेल रहा था. इसी बीच 4 लोग उसके पास आए और उससे कोल्ड ड्रिंक्स की बोलतें ट्रक से उतारने को कहा. वैसे और किसी दिन को वह खुशी-खुशी यह काम कर देता, क्योंकि उस काम के लिए उसे 20 रुपये भी मिलते और पीने के लिए कोल्ड ड्रिंक भी. पर तबीयत खराब होने से कारण सोनू ने बोलत उतारने से इनकार कर दिया, जिससे दबंग नाराज हो गए. बाद में किसी तरह लालच देकर उसे काम पर लगा दिया गया, लेकिन सोनू से सामान ज्यादा भारी होने की वजह से काम करना छोड़ दिया. इसके बाद ठाकुर बताए जा रहे लोगों ने सोनू पर जुल्म की इंतिहा कर दी. पुलिस ने सोनू को मेडिकल टेस्ट के लिए भेज दिया है. पुलिस इस मामले में केस दर्ज करने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.
यह एक लेख है: भारतीय ट्विटर उपभोक्ता शीघ्र ही अपने बिल का भुगतान इस माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट के माध्यम से कर पाएंगे। टेकक्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्विटर ने भारत स्थित स्टार्ट अप कंपनी 'लुकअप' के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की है। इसकी मदद से उपभोक्ता 'लुकअपलाइट' को संदेश भेजकर अपॉइंटमेंट ले सकते हैं, सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उद्यमों के साथ लेन-देन कर सकते हैं। लुकअप खुदरा विक्रेताओं और उपभोक्ताओं को एक-दूसरे के साथ सीधे चैट करने की सुविधा देता है। लुकअप के अब तक 12 लाख पंजीकृत उपभोक्ता हैं।टिप्पणियां वर्तमान में उपभोक्ता ट्विटर के 'बाय' बटन का प्रयोग करके सोशल नेटवर्क के अंतर्गत खरीदारी कर सकते हैं। नई सुविधा शुरू होने के बाद ट्विटर के जरिए खरीद ऑर्डर और भुगतान दोनों अलग-अलग और ऑफलाइन ही किए जा सकेंगे। उपभोक्ताओं को व्यापारियों के साथ जोड़ने के लिए लुकअप ट्विटर के एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस) और उसकी निगरानी क्षमताओं का भी इस्तेमाल करेगा। लुकअप उपभोक्ताओं को फोन नम्बरों की मदद से जोड़ने की जगह गूगल मैप्स के माध्यम से उपभोक्ताओं को उनके इलाके के खुदरा विक्रेताओं की जानकारी देता है। इसकी मदद से उपभोक्ता 'लुकअपलाइट' को संदेश भेजकर अपॉइंटमेंट ले सकते हैं, सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उद्यमों के साथ लेन-देन कर सकते हैं। लुकअप खुदरा विक्रेताओं और उपभोक्ताओं को एक-दूसरे के साथ सीधे चैट करने की सुविधा देता है। लुकअप के अब तक 12 लाख पंजीकृत उपभोक्ता हैं।टिप्पणियां वर्तमान में उपभोक्ता ट्विटर के 'बाय' बटन का प्रयोग करके सोशल नेटवर्क के अंतर्गत खरीदारी कर सकते हैं। नई सुविधा शुरू होने के बाद ट्विटर के जरिए खरीद ऑर्डर और भुगतान दोनों अलग-अलग और ऑफलाइन ही किए जा सकेंगे। उपभोक्ताओं को व्यापारियों के साथ जोड़ने के लिए लुकअप ट्विटर के एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस) और उसकी निगरानी क्षमताओं का भी इस्तेमाल करेगा। लुकअप उपभोक्ताओं को फोन नम्बरों की मदद से जोड़ने की जगह गूगल मैप्स के माध्यम से उपभोक्ताओं को उनके इलाके के खुदरा विक्रेताओं की जानकारी देता है। वर्तमान में उपभोक्ता ट्विटर के 'बाय' बटन का प्रयोग करके सोशल नेटवर्क के अंतर्गत खरीदारी कर सकते हैं। नई सुविधा शुरू होने के बाद ट्विटर के जरिए खरीद ऑर्डर और भुगतान दोनों अलग-अलग और ऑफलाइन ही किए जा सकेंगे। उपभोक्ताओं को व्यापारियों के साथ जोड़ने के लिए लुकअप ट्विटर के एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस) और उसकी निगरानी क्षमताओं का भी इस्तेमाल करेगा। लुकअप उपभोक्ताओं को फोन नम्बरों की मदद से जोड़ने की जगह गूगल मैप्स के माध्यम से उपभोक्ताओं को उनके इलाके के खुदरा विक्रेताओं की जानकारी देता है। उपभोक्ताओं को व्यापारियों के साथ जोड़ने के लिए लुकअप ट्विटर के एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस) और उसकी निगरानी क्षमताओं का भी इस्तेमाल करेगा। लुकअप उपभोक्ताओं को फोन नम्बरों की मदद से जोड़ने की जगह गूगल मैप्स के माध्यम से उपभोक्ताओं को उनके इलाके के खुदरा विक्रेताओं की जानकारी देता है।
देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी देखी गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 88.51 अंकों की तेजी के साथ 19,983.61 पर और निफ्टी 22.25 अंकों की तेजी के साथ 5,928.40 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 199.11 अंकों की तेजी के साथ 20,094.21 पर खुला और 88.51 अंकों या 0.44 फीसदी की तेजी के साथ 19,983.61 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 20,150.27 के ऊपरी और 19,936.72 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। टाटा पावर (2.87 फीसदी), भारती एयरटेल (2.77 फीसदी), एलएंडटी (2.38 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.26 फीसदी) और आईटीसी (2.24 फीसदी) सर्वाधिक तेजी वाले शेयर रहे। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (1.77 फीसदी), एसबीआई (1.29 फीसदी), टाटा स्टील (1.22 फीसदी), कोल इंडिया (1.18 फीसदी) और एसएसएलटी (1.11 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 68.85 अंकों की तेजी के साथ 5,975.00 पर खुला और 22.25 अंकों या 0.38 फीसदी की तेजी के साथ 5,928.40 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,981.70 के ऊपरी और 5,913.00 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 11.14 अंकों की तेजी के साथ 5,768.05 पर और स्मॉलकैप 29.55 अंकों की तेजी के साथ 5,621.34 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। रियल्टी (1.57 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (1.32 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.78 फीसदी), ऊर्जा (0.76 फीसदी) और बैंकिंग (0.67 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रहे धातु (0.80 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.06 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 199.11 अंकों की तेजी के साथ 20,094.21 पर खुला और 88.51 अंकों या 0.44 फीसदी की तेजी के साथ 19,983.61 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 20,150.27 के ऊपरी और 19,936.72 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। टाटा पावर (2.87 फीसदी), भारती एयरटेल (2.77 फीसदी), एलएंडटी (2.38 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.26 फीसदी) और आईटीसी (2.24 फीसदी) सर्वाधिक तेजी वाले शेयर रहे। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (1.77 फीसदी), एसबीआई (1.29 फीसदी), टाटा स्टील (1.22 फीसदी), कोल इंडिया (1.18 फीसदी) और एसएसएलटी (1.11 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 68.85 अंकों की तेजी के साथ 5,975.00 पर खुला और 22.25 अंकों या 0.38 फीसदी की तेजी के साथ 5,928.40 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,981.70 के ऊपरी और 5,913.00 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 11.14 अंकों की तेजी के साथ 5,768.05 पर और स्मॉलकैप 29.55 अंकों की तेजी के साथ 5,621.34 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। रियल्टी (1.57 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (1.32 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.78 फीसदी), ऊर्जा (0.76 फीसदी) और बैंकिंग (0.67 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रहे धातु (0.80 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.06 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। टाटा पावर (2.87 फीसदी), भारती एयरटेल (2.77 फीसदी), एलएंडटी (2.38 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.26 फीसदी) और आईटीसी (2.24 फीसदी) सर्वाधिक तेजी वाले शेयर रहे। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (1.77 फीसदी), एसबीआई (1.29 फीसदी), टाटा स्टील (1.22 फीसदी), कोल इंडिया (1.18 फीसदी) और एसएसएलटी (1.11 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 68.85 अंकों की तेजी के साथ 5,975.00 पर खुला और 22.25 अंकों या 0.38 फीसदी की तेजी के साथ 5,928.40 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,981.70 के ऊपरी और 5,913.00 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 11.14 अंकों की तेजी के साथ 5,768.05 पर और स्मॉलकैप 29.55 अंकों की तेजी के साथ 5,621.34 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। रियल्टी (1.57 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (1.32 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.78 फीसदी), ऊर्जा (0.76 फीसदी) और बैंकिंग (0.67 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रहे धातु (0.80 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.06 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (1.77 फीसदी), एसबीआई (1.29 फीसदी), टाटा स्टील (1.22 फीसदी), कोल इंडिया (1.18 फीसदी) और एसएसएलटी (1.11 फीसदी)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 68.85 अंकों की तेजी के साथ 5,975.00 पर खुला और 22.25 अंकों या 0.38 फीसदी की तेजी के साथ 5,928.40 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,981.70 के ऊपरी और 5,913.00 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 11.14 अंकों की तेजी के साथ 5,768.05 पर और स्मॉलकैप 29.55 अंकों की तेजी के साथ 5,621.34 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। रियल्टी (1.57 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (1.32 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.78 फीसदी), ऊर्जा (0.76 फीसदी) और बैंकिंग (0.67 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रहे धातु (0.80 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.06 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 68.85 अंकों की तेजी के साथ 5,975.00 पर खुला और 22.25 अंकों या 0.38 फीसदी की तेजी के साथ 5,928.40 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,981.70 के ऊपरी और 5,913.00 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 11.14 अंकों की तेजी के साथ 5,768.05 पर और स्मॉलकैप 29.55 अंकों की तेजी के साथ 5,621.34 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। रियल्टी (1.57 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (1.32 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.78 फीसदी), ऊर्जा (0.76 फीसदी) और बैंकिंग (0.67 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रहे धातु (0.80 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.06 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 11.14 अंकों की तेजी के साथ 5,768.05 पर और स्मॉलकैप 29.55 अंकों की तेजी के साथ 5,621.34 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। रियल्टी (1.57 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (1.32 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.78 फीसदी), ऊर्जा (0.76 फीसदी) और बैंकिंग (0.67 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रहे धातु (0.80 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.06 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। रियल्टी (1.57 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (1.32 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.78 फीसदी), ऊर्जा (0.76 फीसदी) और बैंकिंग (0.67 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रहे धातु (0.80 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.06 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में रहे धातु (0.80 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.06 फीसदी)। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,269 शेयरों में तेजी और 1,143 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 152 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
यह एक लेख है: जयपुर में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा की पीठ पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने आईएसआईएस के हवाले से लिखी इबारत में 26 जनवरी को तबाही मचाने की धमकी दी है।टिप्पणियां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कस्बे में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा पर गाढ़े लाल रंग के वार्निश से अज्ञात व्यक्ति ने लिखा है '26 जनवरी को तबाही होगी।' उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इधर पुलिस महानिरीक्षक डी.सी. जैन ने कहा कि यह किसी की शरारत हो सकती है, लेकिन इसके बावजूद सतर्कता बढ़ा दी गई है। अज्ञात व्यक्ति की तलाश की जा रही है, उन्होंने कहा कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कस्बे में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा पर गाढ़े लाल रंग के वार्निश से अज्ञात व्यक्ति ने लिखा है '26 जनवरी को तबाही होगी।' उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इधर पुलिस महानिरीक्षक डी.सी. जैन ने कहा कि यह किसी की शरारत हो सकती है, लेकिन इसके बावजूद सतर्कता बढ़ा दी गई है। अज्ञात व्यक्ति की तलाश की जा रही है, उन्होंने कहा कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। इधर पुलिस महानिरीक्षक डी.सी. जैन ने कहा कि यह किसी की शरारत हो सकती है, लेकिन इसके बावजूद सतर्कता बढ़ा दी गई है। अज्ञात व्यक्ति की तलाश की जा रही है, उन्होंने कहा कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
लेख: जम्मू क्षेत्र के सांबा जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की सीमा चौकियों पर गुरुवार को पाकिस्तान रेंजर्स ने अकारण ही गोलीबारी शुरू कर दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने सांबा जिले के चलारी और घुगवाल क्षेत्रों में मंगलवार तड़के 3.50 बजे बीएसएफ की नौ सीमा चौकियों पर हमला किया।टिप्पणियां अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ सीमा चौकियों पर हमला करने के लिए छोटे हथियारों और स्वचालित बंदूकों का इस्तेमाल किया गया। पाकिस्तान द्वारा जम्मू एवं कश्मीर में बीएसएफ की सीमा चौकियों पर हमला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के उस बयान के एक दिन बाद हुआ है, जिसमें उन्होंने कश्मीर में भारत के खिलाफ अलगाववादी आंदोलन को मदद जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता जताई थी। शरीफ ने दुख्तारन-ई-मिल्लत की अध्यक्ष आसिया अंद्राबी को लिखे पत्र में यह बात कही थी। अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ सीमा चौकियों पर हमला करने के लिए छोटे हथियारों और स्वचालित बंदूकों का इस्तेमाल किया गया। पाकिस्तान द्वारा जम्मू एवं कश्मीर में बीएसएफ की सीमा चौकियों पर हमला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के उस बयान के एक दिन बाद हुआ है, जिसमें उन्होंने कश्मीर में भारत के खिलाफ अलगाववादी आंदोलन को मदद जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता जताई थी। शरीफ ने दुख्तारन-ई-मिल्लत की अध्यक्ष आसिया अंद्राबी को लिखे पत्र में यह बात कही थी। पाकिस्तान द्वारा जम्मू एवं कश्मीर में बीएसएफ की सीमा चौकियों पर हमला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के उस बयान के एक दिन बाद हुआ है, जिसमें उन्होंने कश्मीर में भारत के खिलाफ अलगाववादी आंदोलन को मदद जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता जताई थी। शरीफ ने दुख्तारन-ई-मिल्लत की अध्यक्ष आसिया अंद्राबी को लिखे पत्र में यह बात कही थी।
चीनी स्मार्टफोन मेकर ऑनर ने Honor 8A Pro लॉन्च कर दिया है. यह बजट स्मार्टफोन है और इसमें MediaTek Helio P35 प्रॉसेसर दिया गया है. Honor 8A दो कलर वेरिएंट्स – ब्लैक और ब्लू में मिलेगा. फिलहाल इसे कंपनी ने रूस में लॉन्च किया है जहां इसकी कीमत RUB 13,990 (लगभग 14,700 रुपये) है. इस स्मार्टफोन को वहां सिर्फ Tmall पर बेचा जा रहा है. Honor 8A Pro के स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो इसमें 6.09 इंच की आईपीएस एचडी प्लस डिस्प्ले दी गई है. यह स्मार्टफोन MediaTek Helio P35 प्रॉसेसर पर चलता है. डिस्प्ले ऐस्पेक्ट रेश्यो 19.5.9 का है. Honor 8A Pro में 3GB रैम के साथ 64GB की इंटर्नल स्टोरेज दी गई है. माइक्रो एसडी कार्ड के जरिए इसे बढ़ा कर 512GB तक किया जा सकता है. फोटॉग्रफी के लिए Honor 8A Pro में कंपनी ने 13 मेगापिक्सल का रियर कैमरा दिया है जिसका अपर्चर f/1.8 है. इसके साथ एलईडी फ्लैश भी है.  सेल्फी के लिए Honor 8A Pro में 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है. इसकी बैटरी 3,020mAh की है और इसमें रियर फिंगरप्रिंट स्कैनर दिया गया है. कनेक्टिविटी के लिए इस स्मार्टफोन मे स्टैंडर्ड फीचर्स दिए गए हैं. इनमें 4G LTE सपोर्ट, माइक्रो यूएसबी 2.0 पोर्ट और जीपीएस दिए गए हैं. इस फोन में में Android 9 Pie बेस्ड कंपनी का कस्टम यूजर इंटरफेस दिया गया है. गौरतलब है कि ऑनर भारत में इन दिनों मिड रेंज सेग्मेंट में अपनी पकड़ तेजी से मजबूत करने की तैयारी में है. इसके तहत कंपनी ने कुछ स्मार्टफोन्स भी लॉन्च किए हैं जिसे यूजर्स की तरफ से अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है.
चावल, गेहूं, दाल, दूध और फलों की कीमतों में वृद्धि के चलते 29 मई को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति 0.19 फीसदी बढ़कर 16.74 फीसदी पर पहुंच गयी. यह लगातार दूसरा सप्ताह रहा जब खाद्यमुद्रास्फीति में बढ़त दर्ज की गई. विशेषज्ञों के अनुसार मुद्रास्फीति में वृद्धि के इस रुख को देखते हुये रिजर्व बैंक आने वाले दिनों में महंगाई पर अंकुश के लिये कदम उठा सकता है. केंद्रीय बैंक 27 जुलाई को पहली तिमाही समीक्षा पेश करेगा. एक साल पहले की तुलना में आलोच्य सप्ताह में दालों के भाव में जहां 31 फीसदी की तेजी आयी वहीं दूध में 21.1 फीसदी और फलों के दाम में 18.7 फीसदी की वृद्धि हुई. इसी प्रकार, चावल और गेहूं की कीमत में क्रमश: सात और तीन फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी. हालांकि, इस दौरान आलू की कीमत 30.87 फीसदी की कमी हुई वहीं प्याज 12.27 फीसदी सस्ता हुआ. क्रिसिल के प्रमुख अर्थशास्त्री डी के जोशी ने कहा कि रिजर्व बैंक अगले महीने अपनी तिमाही मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख दरों में वृद्धि कर सकता है. उन्होंने कहा, ‘खाद्य मुद्रास्फीति अगले फसल के बाजार में आने तक उच्च स्तर पर बनी रह सकती है. मानसून समान्य रहने पर अनाज के दाम में कमी आ सकती है. ऐसे में मुद्रास्फीति की दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में कम होने की उम्मीद है.’ साप्ताहिक आधार पर मांस (बीफ) की कीमत में 8 फीसदी, समुद्री मछली 3 फीसदी, तथा अरहर, मूंग और फल एवं सब्जी के दाम में एक फीसदी की वृद्धि हुई. हालांकि बाजरे के दाम में एक फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी. अप्रैल को समाप्त सप्ताह के दौरान सामान्य मुद्रास्फीति अप्रैल महीने में 9.59 फीसदी रही. रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति 5.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.