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बिहार में सत्ता का संघर्ष अब विधानसभा में जोर-आजमाइश की तरफ बढ़ता दिख रहा है. एक तरफ
नीतीश कुमार
सोमवार राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने की तैयारी कर रहे हैं और जेडीयू ने कांग्रेस और राजद के समर्थन वाला पत्र रविवार को राजभवन में सौंपकर 130 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. वहीं, मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने विधानसभा में शक्ति परीक्षण से पहले पद छोड़ने से साफ इंकार कर दिया है.
राजभवन के सूत्रों ने कहा कि
नीतीश राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से दोपहर डेढ़ बजे मुलाकात करेंगे.
इससे पहले जेडीयू ने राजद, कांग्रेस, सीपीआई और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन पत्र सौंपते हुए दावा किया कि 243 सदस्यीय सदन में उसे 130 विधायकों का समर्थन हासिल है.
बिहार के विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने भी रविवार को
नीतीश कुमार
को मांझी की जगह जेडीयू विधायक दल के नये नेता के रूप में मान्यता दे दी और पार्टी ने कहा कि मांझी के पद से इस्तीफा देने से इंकार करने के बाद उन्हें हटा दिया गया है.
इस बीच नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के लिये दिल्ली पहुंचे मांझी ने वहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की और कयास लगाए जा रहे हैं कि शक्ति परीक्षण में बीजेपी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. उधर, राज्यपाल ने नीतीश के समर्थक 20 कैबिनेट मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जिन्होंने शनिवार इस्तीफा दे दिया था.
राज्यपाल के जनसंपर्क अधिकारी एस. के. पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की सलाह पर राज्यपाल ने यह कदम उठाया.
243 सदस्यीय सदन में जेडीयू के 111 विधायक, बीजेपी के 87, आरजेडी के 24, कांग्रेस के पांच और पांच निर्दलीय विधायक हैं, जबकि दस सीटें खाली हैं. विधानसभा की वर्तमान में कुल क्षमता 233 को देखते हुए बहुमत का आंकड़ा 117 है.
'लोकतंत्र का गला घोंटने से बीजेपी को नुकसान होगा'
बिहार में जदयू विधायक दल के नए नेता
नीतीश कुमार
ने कहा कि अगर बीजेपी ‘लोकतंत्र का गला घोंटने’ का कोई प्रयास करती है, तो इससे उसका ही नुकसान होगा. कुमार बिहार में सरकार बनाने के लिए सोमवार को औपचारिक रूप से दावा करेंगे.
कुमार ने सोशल मीडिया एकाउंट पर कहा, ‘जिस दिन बीजेपी लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास करेगी, वह अपने ही पैरों पर कुल्हाडी मारेगी.’ बीजेपी नेताओं के बयानों को रेखांकित करते हुए कुमार ने बिहार विधानसभा को जल्दी भंग किए जाने की आशंका जताई और इसका तीखा विरोध किया.
उन्होंने कहा कि चुनाव बार बार नहीं होने चाहिए और सरकार को काम करना चाहिए और चुनाव समय पर होने चाहिए. उन्होंने कहा, ‘बहुमत हमारे साथ है.’ उनके समर्थन में रविवार को जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस और भाकपा के एक विधायक सहित 130 विधायकों ने राजभवन को पत्र सौंपा.
विधानसभा भंग करने के मांझी कैबिनेट के फैसले की आलोचना करते हुए कुमार ने कहा, ‘मुझे राष्ट्रीय स्तर पर कैबिनेट का हिस्सा बनने का अनुभव है और मैंने बिहार में कैबिनेट की बैठकों की अध्यक्षता की है. कोई भी प्रस्ताव जबरन नहीं मंजूर कराया जा सकता. अगर कोई विरोध होता है, तो कैबिनेट नोट वापस ले लिया जाता है.'
- इनपुट भाषा |
नेपाल में रविवार को आए 6.8 तीव्रता वाले भूकंप के कारण कम से कम पांच लोगों की मौत हो गयी.
भूकंप के कारण ब्रिटिश दूतावास परिसर की एक दीवार गिर जाने के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी. पुलिस के अनुसार दीवार गिरने से एक व्यक्ति और उसकी पुत्री सहित तीन लोगों की मौत हो गयी. इस घटना में एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अधिकारियों के अनुसार पूर्वी नेपाल के दसारन में भूकंप के कारण दो लोगों की मौत हो गयी जबकि राजधानी में कम से कम 27 लोग घायल हो गए.
भारतीय दूतावास ब्रिटिश दूतावास से लगा हुआ है और अधिकारियों के अनुसार भारतीय दूतावास परिसर को कोई नुकसान नहीं हुआ है. भूकंप के दौरान राजधानी में बारिश हो रही थी. |
भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी विश्व कप के फाइनल में शनिवार को यहां जब श्रीलंका का सामना करेगा तो उसका लक्ष्य सिर्फ 28 बरस बाद ट्राफी जीतना ही नहीं होगा। टीम इंडिया की नजरें ईडन गार्डन्स पर 1996 प्रतियोगिता की बुरी यादें मिटाने पर भी टिकी होगी जब भारतीय टीम विश्व कप सेमीफाइनल मैच गंवाने वाली दुनिया की एकमात्र टीम बनी थी। भारत ने यह मैच श्रीलंका के खिलाफ ही गंवाया था। इस सेमीफाइनल मैच के बारे में सोचने पर अब भी नाराज प्रशंसकों और आंसुओं से भरे विनोद कांबली के चेहरे की याद जेहन में ताजा हो जाती है। भारतीय बल्लेबाजी के ढहने के बाद दर्शक अनियंत्रित हो गये और उनके बुरे बर्ताव के कारण मैच पूरा नहीं हो सका तथा इसे श्रीलंका के नाम कर दिया गया। भारतीय टीम 252 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय 98 रन पर एक विकेट गंवाकर अच्छी स्थिति में लेकिन सचिन तेंदुलकर के आउट होने के बाद टीम का बल्लेबाजी क्रम ढह गया और उसका स्कोर आठ विकेट पर 120 रन हो गया। दर्शकों ने इसके बाद मैदान पर बोतलें फेंकनी शुरू कर दी और स्टेडियम के एक हिस्से में बैठने के स्थान पर आग लगा दी थी जिसके बाद मैच रैफरी क्लाइव लाइड ने श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया। |
दक्षिण मुंबई. यह ऐसा इलाका है जहां रहने के लिए लोग घर खोजते हैं और ऊंची से ऊंची कीमत देने के लिए तैयार रहते हैं. लेकिन यहां के ताड़देव इलाके की स्लीटर रोड पर एक 800 वर्ग फीट का फ्लैट ऐसा भी है जिसका किराया केवल 64 रुपये है और यह एक शर्त के कारण 11 साल से खाली पड़ा है.
दरअसल, यह फ्लैट धुनजीबॉय बिल्डिंग में 1940 में मुंबई पुलिस के पारसी अफसरों के रहने के लिए पारसी समुदाय द्वारा अलॉट किया गया था. इस भवन का स्वामित्व पारसी ट्रस्ट आर डी महालक्ष्मीवाला चैरिटी बिल्डिंग ट्रस्ट के पास है.
इस ट्रस्ट का मुंबई पुलिस से समझौता हुआ था कि यह अपार्टमेंट केवल एक पारसी पुलिस अधिकारी को रहने के लिए दिया जा सकता है. लेकिन बीते 11 साल से यह फ्लैट खाली है. यहां आखिरी बार एक सहायक पुलिस आयुक्त फिरोज गंजिया रहे थे. लेकिन 2008 में वो इसे छोड़कर चले गए. तब से फ्लैट खाली पड़ा है.
मुंबई पुलिस में अभी केवल हैं दो पारसी पुलिस अफसर...
ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस संतोष रस्तोगी ने बताया कि मुंबई पुलिस में अभी सिर्फ दो पारसी अधिकारी हैं. उनमें से एक अफसर मुंबई के बाहर पोस्टेड है तो दूसरे पारसी अफसर के पास अपना खुद का फ्लैट है. जो इस फ्लैट में शिफ्ट होने से इनकार कर चुके हैं. इसलिए अब हम इस फ्लैट को ट्रस्ट को सौंपने का फैसला किया है.
मुंबई पुलिस के कई कर्मचारी कर चुके हैं अप्लाई...
बताया जा रहा है कि इस फ्लैट के लिए मुंबई पुलिस के कई कर्मचारी अप्लाई कर चुके हैं, लेकिन पारसी ट्रस्ट की शर्त के कारण अब तक किसी को भी यह फ़्लैट नहीं दिया गया है. |
हरियाणा के हिसार की गुरु जंबेश्वर विश्वविद्यालय में एक छात्र ने उसी के साथ पढ़ने वाली छात्रा की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी है। आरोपी छात्र प्रदीप बीटेक फाइनल ईयर में पढ़ाई कर रहा है। माना जा रहा है कि यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है।
उधर, स्थानीय छात्रों का कहना है कि छात्रा और आरोपी प्रदीप के बीच किसी बात पर कहासुनी हो रही थी और इसी दौरान प्रदीप ने छात्रा पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने प्रदीप को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। हत्या के बाद से विश्वविद्यालय के बाकी छात्र काफी डरे हुए हैं, वे कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
उधर, स्थानीय छात्रों का कहना है कि छात्रा और आरोपी प्रदीप के बीच किसी बात पर कहासुनी हो रही थी और इसी दौरान प्रदीप ने छात्रा पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने प्रदीप को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। हत्या के बाद से विश्वविद्यालय के बाकी छात्र काफी डरे हुए हैं, वे कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। |
दिल्ली से सटे नोएडा के थाना सूरजपुर क्षेत्र में एक बैंक में ड्यूटी पर तैनात एक महिला कांस्टेबल के साथ एक व्यक्ति ने बदसलूकी करते हुए उसकी वर्दी फाड़ दी. महिला कांस्टेबल की शिकायत पर थाने में केस दर्ज करके पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस उपाधीक्षक ग्रेटर नोएडा अरूण कुमार सिंह ने बताया कि कस्बा सूरजपुर स्थित बैंक ऑफ इंडिया में कल एक महिला कांस्टेबल ड्यूटी पर तैनात थी. बैंक में लोगों ने नकदी निकालने के लिए लाइन लगा रखी थी. धर्मेन्द्र नामक व्यक्ति बार-बार लाइन तोड़ रहा था जिसका लोग विरोध कर रहे थे.
आरोपी को किया गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि महिला कांस्टेबल ने जब उसे समझाना चाहा तो वह उसके साथ बदसलूकी करने लगा. उसने महिला कांस्टेबल के साथ बदसलूकी की और उसकी वर्दी फाड़ दी. इस घटना के बाद पीड़िता ने थाने को सूचित किया. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है.
महिला ने की आत्महत्या
नोएडा फेस-2 क्षेत्र के अंतर्गत सेक्टर-110 में स्थित श्रमिक कुंज में रहने वाली एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. थाना प्रभारी अनिल प्रताप सिंह ने बताया कि सेक्टर-110 में स्थित श्रमिक कुंज में रहने वाली सपना नामक महिला ने मानसिक तनाव के चलते पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. |
निमतपुर उपजिला, बांग्लादेश का एक उपज़िला है, जोकी बांग्लादेश में तृतीय स्तर का प्रशासनिक अंचल होता है (ज़िले की अधीन)। यह राजशाही विभाग के नओगाँ ज़िले का एक उपजिला है, जिसमें, ज़िला सदर समेत, कुल 11 उपज़िले हैं, और मुख्यालय नओगाँ सदर उपज़िला है। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से पूर्व की दिशा में अवस्थित है। यह मुख्यतः एक ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है।
जनसांख्यिकी
यहाँ की आधिकारिक स्तर की भाषाएँ बांग्ला और अंग्रेज़ी है। तथा बांग्लादेश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही, यहाँ की भी प्रमुख मौखिक भाषा और मातृभाषा बांग्ला है। बंगाली के अलावा अंग्रेज़ी भाषा भी कई लोगों द्वारा जानी और समझी जाती है, जबकि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक निकटता तथा भाषाई समानता के कारण, कई लोग सीमित मात्रा में हिंदुस्तानी(हिंदी/उर्दू) भी समझने में सक्षम हैं। यहाँ का बहुसंख्यक धर्म, इस्लाम है, जबकि प्रमुख अल्पसंख्यक धर्म, हिन्दू धर्म है। राजशाही विभाग में, जनसांख्यिकीक रूप से, इस्लाम के अनुयाई, आबादी के औसतन ८८.४२% है, जबकि शेष जनसंख्या प्रमुखतः हिन्दू धर्म की अनुयाई है। यह मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है।
अवस्थिती
निमतपुर उपजिला बांग्लादेश के पूर्वी भाग में, राजशाही विभाग के नओगाँ जिले में स्थित है।
इन्हें भी देखें
बांग्लादेश के उपजिले
बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल
राजशाही विभाग
उपज़िला निर्वाहि अधिकारी
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
उपज़िलों की सूची (पीडीएफ) (अंग्रेज़ी)
जिलानुसार उपज़िलों की सूचि-लोकल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, बांग्लादेश
http://hrcbmdfw.org/CS20/Web/files/489/download.aspx (पीडीएफ)
श्रेणी:राजशाही विभाग के उपजिले
बांग्लादेश के उपजिले |
टीम इंडिया के स्टार बैट्समैन विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड टी20 मैच में मिली छह विकेट की जीत के दौरान खेल के इस फॉर्मेट में सबसे तेज 1500 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. कोहली ने अपनी 39वीं पारी के दौरान यह रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा जिन्होंने इस आंकड़े को छूने के लिए 45 पारी खेली. दोनों आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलते हैं और वर्ल्ड टी20 के सेमीफाइनल मुकाबले में 31 मार्च को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आमने सामने भी होंगे.
विराट कोहली
के 51 गेंद में बनाए गए नाबाद 82 रन टी20 में भारत में उनका सर्वश्रेष्ठ जबकि ओवरऑल दूसरा सर्वोच्च स्कोर है, उन्होंने इस साल 26 जनवरी को एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही नाबाद 90 रन बनाए थे. इस तरह विराट टी20 में सबसे तेज 1500 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं, जिसके लिए उन्होंने सिर्फ 39 पारियां खेलीं.
इतना ही नहीं, 1500 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में
कोहली
का औसत भी सर्वश्रेष्ठ है. वो 55.42 की औसत से खेल रहे हैं.
कोहली
इस दौरान छोटे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा 50 से ज्यादा रन की रिकॉर्ड पारियां खेलने वाले क्रिस गेल और ब्रेंडन मैकलम के साथ भी जुड़ गए. गेल ने टी20 में दो शतक और 13 अर्धशतक तथा मैकुलम ने दो शतक और 13 अर्धशतक बनाए हैं.
टी20 में लक्ष्य का पीछा करने से टीम को मिली जीत में कोहली का औसत 122.83 रहा है जिसमें उन्होंने 15 पारियों में आठ अर्धशतक से 737 रन बनाए हैं जो (दोनों) टी20 में रिकॉर्ड है.
कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 में लगातार पारियों में चार अर्धशतक बना लिए. |
यह एक लेख है: शीर्ष वरीयता प्राप्त सेरेना विलियम्स को चाइना ओपन टेनिस टूर्नामेंट के तीसरे दौर में जगह बनाने के लिए थोड़ा पसीना बहाना पड़ा लेकिन पुरुष वर्ग में खिताब के दावेदार नोवाक जोकोविच और राफेल नडाल ने अपने शुरुआती मैच आसानी से जीते।
सेरेना ने इटली की फ्रांसेस्का स्कीवाने को 6-4, 7-5 से हराया लेकिन इस बीच वह अपने खेल से संतुष्ट नहीं दिखी। इस अमेरिकी खिलाड़ी ने अंक गंवाने पर अपनी झल्लाहट दिखाई। वह अपने पावरप्ले की कुछ अवसरों पर झलक दिखा पाई।टिप्पणियां
इस बीच, सेरेना की बहन वीनस विंबलडन की फाइनलिस्ट सैबाइन लिस्की से 6-1, 6-2 से हार गई। 12वीं वरीय कार्ला सुआरेज नवारो ने अमेरिका की लारेन डेविस को 6-4, 6-2 से हराकर तीसरे दौर में जगह बनाई। पुरुष वर्ग में जोकोविच ने लुकास रोसोल को आसानी से 6-0, 6-3 से हराया। सर्बिया के दुनिया में नंबर एक और शीर्ष वरीयता प्राप्त जोकोविच ने चेक गणराज्य के खिलाड़ी को केवल 53 मिनट में हराया।
नडाल ने हालांकि सैंटियागो गिराल्डो को 6-2, 6-4 से हराने के लिए 90 मिनट का समय लिया। इस दूसरी वरीय खिलाड़ी का अगला मुकाबला जर्मन फिलिप कोलश्राइबर से होगा। जोकोविच दूसरे दौर में स्पेन के फर्नांडो वर्डास्को से भिड़ेंगे।
सेरेना ने इटली की फ्रांसेस्का स्कीवाने को 6-4, 7-5 से हराया लेकिन इस बीच वह अपने खेल से संतुष्ट नहीं दिखी। इस अमेरिकी खिलाड़ी ने अंक गंवाने पर अपनी झल्लाहट दिखाई। वह अपने पावरप्ले की कुछ अवसरों पर झलक दिखा पाई।टिप्पणियां
इस बीच, सेरेना की बहन वीनस विंबलडन की फाइनलिस्ट सैबाइन लिस्की से 6-1, 6-2 से हार गई। 12वीं वरीय कार्ला सुआरेज नवारो ने अमेरिका की लारेन डेविस को 6-4, 6-2 से हराकर तीसरे दौर में जगह बनाई। पुरुष वर्ग में जोकोविच ने लुकास रोसोल को आसानी से 6-0, 6-3 से हराया। सर्बिया के दुनिया में नंबर एक और शीर्ष वरीयता प्राप्त जोकोविच ने चेक गणराज्य के खिलाड़ी को केवल 53 मिनट में हराया।
नडाल ने हालांकि सैंटियागो गिराल्डो को 6-2, 6-4 से हराने के लिए 90 मिनट का समय लिया। इस दूसरी वरीय खिलाड़ी का अगला मुकाबला जर्मन फिलिप कोलश्राइबर से होगा। जोकोविच दूसरे दौर में स्पेन के फर्नांडो वर्डास्को से भिड़ेंगे।
इस बीच, सेरेना की बहन वीनस विंबलडन की फाइनलिस्ट सैबाइन लिस्की से 6-1, 6-2 से हार गई। 12वीं वरीय कार्ला सुआरेज नवारो ने अमेरिका की लारेन डेविस को 6-4, 6-2 से हराकर तीसरे दौर में जगह बनाई। पुरुष वर्ग में जोकोविच ने लुकास रोसोल को आसानी से 6-0, 6-3 से हराया। सर्बिया के दुनिया में नंबर एक और शीर्ष वरीयता प्राप्त जोकोविच ने चेक गणराज्य के खिलाड़ी को केवल 53 मिनट में हराया।
नडाल ने हालांकि सैंटियागो गिराल्डो को 6-2, 6-4 से हराने के लिए 90 मिनट का समय लिया। इस दूसरी वरीय खिलाड़ी का अगला मुकाबला जर्मन फिलिप कोलश्राइबर से होगा। जोकोविच दूसरे दौर में स्पेन के फर्नांडो वर्डास्को से भिड़ेंगे।
नडाल ने हालांकि सैंटियागो गिराल्डो को 6-2, 6-4 से हराने के लिए 90 मिनट का समय लिया। इस दूसरी वरीय खिलाड़ी का अगला मुकाबला जर्मन फिलिप कोलश्राइबर से होगा। जोकोविच दूसरे दौर में स्पेन के फर्नांडो वर्डास्को से भिड़ेंगे। |
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्र संगठन एनएसयूआई की जेएनयू यूनिट द्वारा दशहरा पर रावण की जगह प्रधानमंत्री का पुतला जलाने को लेकर एनएसयूआई ने कड़ा रुख इख्तियार किया है. छात्र संगठन ने जेएनयू विंग को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला लिया है. जेएनयू में पीएम का पुतला जलाए जाने को एनएसयूआई ने छात्र संगठन द्वारा नैतिक संहिता का उल्लंघन बताया है.
एनएसयूआई के अध्यक्ष का कहना है कि हम किसी के भी पुतले को जलाए जाने के खिलाफ हैं. हालांकि छात्रों की ये हरकत देश के युवाओं के बीच अशांति को दर्शाती है.
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कांग्रेस समर्थित छात्र संगठन एनएसयूआई के कुछ छात्रों ने मंगलवार की रात दशहरा पर रावण की जगह कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और योग गुरु बाबा रामदेव समेत उनके तमाम सहयोगियों का पुतला फूंका. इतना ही नहीं इस घटना का वीडियो बना इसे फेसबुक पर भी पोस्ट कर दिया गया है.
जेएनयू में एनसयूआई के एक छात्रनेता ने बताया कि, 'हां, जेएनयू की एनएसयूआई यूनिट ने
रावण
की जगह मोदी, अमित शाह और रामदेव समेत कई बीजेपी नेताओं का पुतला जलाया है.'
छात्रों ने कहा, 'हमारा यह विरोध प्रदर्शन वर्तमान सरकार से हमारे गहरे असंतोष को दर्शाने का जरिया है.' रावण की तरह पीएम मोदी का
पुतला फूंकते
हुए छात्रों ने कार्ड पर नारा लिखा था, 'बुराई पर सत्य की जीत होकर रहेगी.'
बीजेपी, RSS के नेताओं का पुतला भी जला
रावण के 10 सिरों में से एक पर पीएम मोदी का और अन्य सिरों पर
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह
, नाथूराम गोडसे, योग गुरु बाबा रामदेव, साध्वी प्रज्ञा, आसाराम बापू और जेएनयू के वीसी एम जगदीश समेत अन्य बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं के चेहरे लगाए गए थे.
गोरक्षा के मुद्दे को लेकर जताया गया विरोध
जेएनयू की एनएसयूआई के अध्यक्ष सनी धीमान का कहना है कि हमारा ये विरोध प्रदर्शन गौरक्षा के नाम पर यूथ फोरम फॉर डिस्कशंस एंड वेलफेयर एक्टिविटीज (YFDA) को निशाना बनाने के खिलाफ है. यह प्रदर्शन गौ रक्षा के नाम पर मुस्लिमों और दलितों पर अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे YFDA के सदस्यों को नोटिस जारी करने के जेएनयू प्रशासन के फैसले के खिलाफ था.
जेएनयू का फैशन है ऐसा करना
माइनॉरिटी अफेयर्स मिनिस्टर मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि जेएनयू में इस तरीके की गतिविधियां करने का एक फैशन सा बन गया है जब पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट है. वहीं जेएनयू के कुछ छात्र ऐसे लोगों का पुतला फूंक रहे हैं जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. |
एक ओर देश के कई शहरों में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए आंदोलन चलाए जा रहे हैं. दूसरी ओर जयपुर के एक नामी अस्पताल में एक लड़की से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है.
मामला जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल का है, जहां पीडि़त लड़की के पिता आईसीयू में भर्ती हैं. अस्पताल के ही एक वार्ड ब्वॉय पर छेड़छाड़ का आरोप लगा है. मामला सामने आने पर पुलिस ने वार्ड ब्वॉय को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की तफ्तीश जारी है. |
बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2018 में शिरकत की. अभिषेक ने अपनी पहली
कोलकाता
यात्रा पर्सनल लाइफ, ट्रोल, स्पोर्ट्स और
अमिताभ
की फिल्मों को लेकर बात की.
'द सीक्वल- लर्निंग एट द मूवीज' सेशन के दौरान अभिषेक ने अपनी पहली कोलकाता यात्रा का जिक्र किया. अभिषेक ने कहा कि उनके पिता अमिताभ उन्हें कोलकाता लेकर गए थे. ये 80 के दशक की बात है. इस दौरान जब वे
सत्यजीत रे
के घर गए तो उन्होंने देखा कि वे शतरंज खेल रहे हैं. आसपास किताबें और फिल्मों के पोस्टर बिखरे हुए हैं. जब उन्होंने अभिषेक से शतरंज पर बात की तो उन्होंने पापा अमिताभ से पूछा कि ये कौन है. इसके बाद अभिषेक को पता चला कि ये महान फिल्मकार सत्यजीत रे हैं. इस दौरान अभिषेक ने विक्टोरिया पैलेस की भी सैर की.
जब अभिषेक से अमिताभ की बेस्ट फिल्म के बारे में पूछा गया तो उन्होंने रामगोपाल वर्मा की निशब्द का नाम लिया. उन्होंने कहा कि ये फिल्म हो सकता है सबको पसंद न हो, लेकिन मुझे बहुत पसंद है. इसमें जिस तरह का अमिताभ को रोल है, वह बहुत चैलेंजिंग है. अभिषेक ने बताया कि वे अमिताभ का कोई रोल नहीं करना चाहते.
अभिषेक से जब पूछा गया कि कंगना और करीना में कौन बेस्ट तो अभिषेक दुविधा में पड़ गए. अभिषेक ने कहा कि उन्होंने करीना के साथ अपनी पहली फिल्म रिफ्यूजी की है. वे कमाल की एक्ट्रेस हैं. अभिषेक बोले इसका मतलब ये नहीं कि मैं करीना को चुन रहा हूं. उन्होंने कंगना की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि उन्हें कंगना की फिल्म मणिकर्णिका का इंतजार है. |
कपिल मिश्रा ने दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल को एक पत्र लिखा. दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन हंगामे और स्पीकर की ओर से आम आदमी पार्टी के दो नेताओं को तीस दिन के लिए जेल भेजने का आदेश देने के बाद उनका यह पत्र सामने आया है. पढ़िए पूरा पत्र...
श्री रामनिवास गोयल जी
अध्यक्ष,
दिल्ली विधानसभा
विषय-
1. कुछ विधायको व बाहरी तत्वों द्वारा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की विधानसभा के अंदर हत्या का प्रयास करने पर मामला दर्ज करने हेतु
2. बिना सुनवाई व बात किये अन्याय पूर्ण तरीके से दो आंदोलनकारियों को तथाकथित अपराध से हजारों गुना ज्यादा सजा सुनाए जाने के निर्णय पर पुनर्विचार हेतु
3. सदन परिसर में, कुछ विधायकों व बाहरी लोगों द्वारा एक महिला के साथ अमर्यादित व्यवहार की सारी सीमाओं का उल्लंघन की जांच हेतु
आदरणीय अध्यक्ष महोदय
कल
विधानसभा
में जो कुछ हुआ, वो लोकतंत्र के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में लिखा जाएगा. दो आंदोलनकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ दर्शक दीर्घा से आवाज उठाते है. कुछ पर्चे फेंकते है, जिन पर स्पष्ट लिखा होता है कि ये अहिंसात्मक प्रयास है. किसी को नुकसान नहीं पहुंचना चाहते और मुख्यमंत्री व मंत्री के भ्रष्टाचार से नाराज है. इन दोनों को मार्शल पकड़ कर सदन से बाहर ले जाते हैं. इसके बाद जो कुछ हुआ, वो दुनिया में कभी नहीं हुआ.
सदन से कुछ विधायक बाहर निकलते हैं. मार्शलों के बीच से उन्हें खींचते हैं. बाहर से लोगो को विधानसभा की बिल्डिंग में बुलाया जाता है. बाहर से आये बीस आदमियों के साथ मिलकर इन दोनों को मारते हैं. एक कमरे में ले जाकर बन्द करते है और उन्हें लगभग आधे घंटे तक मारते रहते हैं. हालात इतने गंभीर हो जाते है कि मुझे 100 नम्बर पर कॉल करके पुलिस को बुलाना पड़ता है. इसी बीच एक महिला को मारा पीटा जाता है. उसके साथ छेड़छाड़ व बदतमीजी की जाती हैं. मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दी जाती हैं. केवल इसलिए कि इन विधायकों को शक होता है कि ये महिला शायद आंदोलनकारियों के साथ है.
अत्याचार व अन्याय का अंत यहीं नहीं होता, इसके बाद सदन में एक प्रस्ताव आता है कि इन दोनों आंदोलनकारियों को 30 दिन को जेल भेज दिया जाएं. प्रस्ताव में वोटिंग व्हिप की बाध्यता में कराई जाती है, जिसके कारण कोई विधायक विरोध भी न कर सके. सदन में हत्या का प्रयास और फिर 30 दिन की जेल. ऐसा कौन-सा अपराध किया है इन दोनों ने. ना इनकी सुनवाई हुई, न इन्हें अपनी बात कहने का मौका दिया गया. ऐसा तो कानून में आतंकवादियों के साथ भी नहीं होता.
मामले की सुनवाई के बिना सजा कैसी? जब भगत सिंह ने संसद में बम फेंका था, तब भी उन्हें संसद में तो नहीं मारा गया था. संसद में, विधानसभाओं में जनता द्वारा आवाज उठाना पहले भी कई बार हुआ है. इसी दिल्ली विधानसभा में शीला सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ मैंने खुद दर्शक दीर्घा से नारे लगाए थे. तब भी न विधायकों ने हमला किया था, ना ऐसी कोई अन्यायपूर्ण सजा दी गई थी. आज एक विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर इतिहास आपको भी परख रहा है.
आपसे अनुरोध है कि इनको दी गई सजा पर पुनर्विचार किया जाए. सदन में दोनों को बुलाकर सारे सदन के सामने सुनवाई की जाएं. भरी विधानसभा
में सुनवाई की जाएं. उनकी बात भी सजा देने से पहले सुनी जाएं. जिस महिला के साथ बदतमीजी व अमर्यादित व्यवहार हुआ है, उसको भी न्याय देने की जिम्मेदारी हमारी विधानसभा की है. कल की सारी CCTV फुटेज सदन के सदन के अंदर और बाहर की तुरंत सीज की जानी चाहिए अन्यथा हत्या के प्रयास व महिला से दुर्व्यवहार के महत्वपूर्ण सबूत नष्ट हो जाएंगे. ये सबूत नष्ट न हो ये जिम्मेदारी स्वयं सभापति महोदय की है. अतः आपसे अनुरोध है कि स्वस्थ व निष्पक्ष लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन व निर्वहन करते हुए मेरे तीनों अनुरोधों को स्वीकार किया जाये.
आपका
कपिल मिश्रा
विधायक |
राजस्थान के सवाई माधोपुर में शराब पीकर ट्रैक्टर चला रहे ड्राइवर ने छह मासूमों को मौत के घाट उतार दिया. एक शादी समारोह में जा रहे 12 साल से कम 6 बच्चों की मौत सड़क हादसे में हो गई, जबकि दूल्हा समेत 21 लोग घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मातम में बदली शादी की खुशी
सवाई माधोपुर के दौलतपुरा गांव से परिवार के लोग शादी में आये थे. खानपुर में हाने वाले सामूहिक
विवाह सम्मेलन
में फेरे हाने वाले थे. सभी लोग ट्रैक्टर में बैठ शादी समारोह में हिस्सा लेने के लिए रवाना हुए थे. महिलाएं मांगलिक गीत गा रही थीं, किसी ने सोचा भी नहीं था कि शादी की खुशी विवाह स्थल पर पहुंचने से पहले ही मातम में बदल जाएगी.
दूल्हा समेत 21 लोग घायल
सवाई माधोपुर खण्डार रोड के लहसोडा मोड़ पर बरातियों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से दर्दनाक हादसा हो गया जिसमें छह बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई. इस हादसे में दूल्हा लोकेश सहित 21 लोग घायल हो गए हैं. पुलिस ने सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. इनमें से दो लोगों की हालत गंभीर होने की वजह से चिकित्सकों ने उन्हें जयपुर रेफर कर दिया है.
अनियंत्रित होकर पलटा वाहन
सूचना पर खुद
पुलिस अधीक्षक
सत्येंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और घायलों के इलाज में तत्परता दिखाई. जानकारी के मुताबिक खानपुर में बैरवा समाज के शादी सम्मेलन का आयोजन किया गया था. सम्मेलन शामिल होने के लिए दौलतपुरा से बारात लेकर जा रही ट्रैक्टर ट्रॉली लहसोडा मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गई.
ड्राइवर ने पी रखी थी शराब
ट्रॉली में घायलों एवं पुलिस से मिली जानकारी अनुसार ड्राइवर ने शराब पी रखी थी और तेज गति से ट्रैक्टर चला रहा था, जिससे मोड़ पर ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई. पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. मौके पर ही भीड़ ने उसे पकड़ लिया था और पाया था कि उसके मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी. |
लेख: भारत और कजाकिस्तान ने बुधवार को पांच महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए रक्षा समझौता और यूरेनियम की आपूर्ति का अनुबंध शामिल है। दोनों देशों के बीच ये समझौते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कजाख राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव के बीच समग्र वार्ता के बाद हुए, जिसमें इन्होंने आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई में सक्रियता से सहयोग कारने का निर्णय किया।टिप्पणियां
मोदी ने नजरबायेव के साथ सीमित लोगों की वार्ता के साथ शिष्टमंडल स्तरीय चर्चा भी की। मोदी ने कहा कि दोनों ने भारत और हाइड्रोकार्बन की प्रचुरता वाले कजाकिस्तान के बीच ढांचागत अवरोधों को द्विपक्षीय व्यापार के विस्तार से दूर करने की दिशा में करीबी सहयोग पर भी सहमति व्यक्त की।
नजरबायेव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसमें क्षेत्रीय शांति, कनेक्टिविटी, समन्वय, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई शामिल है।
मोदी ने नजरबायेव के साथ सीमित लोगों की वार्ता के साथ शिष्टमंडल स्तरीय चर्चा भी की। मोदी ने कहा कि दोनों ने भारत और हाइड्रोकार्बन की प्रचुरता वाले कजाकिस्तान के बीच ढांचागत अवरोधों को द्विपक्षीय व्यापार के विस्तार से दूर करने की दिशा में करीबी सहयोग पर भी सहमति व्यक्त की।
नजरबायेव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसमें क्षेत्रीय शांति, कनेक्टिविटी, समन्वय, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई शामिल है।
नजरबायेव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसमें क्षेत्रीय शांति, कनेक्टिविटी, समन्वय, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई शामिल है। |
अरेफे मंसूरी (जन्म 8 नवंबर, 1980) एक ईरानी फैशन और कॉस्ट्यूम डिजाइनर हैं । उनका काम वोग, एले, डब्ल्यूडब्ल्यूडी, मैरी क्लेयर, इनस्टाइल जैसी पत्रिकाओं में छपा है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
मंसूरी का जन्म 8 नवंबर 1980 को ईरान के तेहरान में हुआ था और 16 साल की उम्र में कनाडा में आकर बस गए थे। अपने प्रारंभिक वर्षों के दौरान, मंसूरी ने चित्रकला में बहुत रुचि और योग्यता प्रदर्शित की। उन्होंने चिकित्सा में अपना करियर बनाने के इरादे से कॉनकॉर्डिया विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान में एक प्रमुख के साथ अपनी स्नातक शिक्षा शुरू की। उन्होंने मॉन्ट्रियल के लासेल कॉलेज में फैशन की पढ़ाई शुरू की। २०१६ में मंसूरी ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय, जॉन एफ कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट से "कार्यकारी शिक्षा" प्राप्त की।
आजीविका
मंसूरी ने एक महिला प्रेट-ए-पोर्टर लाइन शुरू की, जब तक कि उसे मिलान, इटली में एक इतालवी कपड़ों की फर्म के प्रमुख डिजाइनर के रूप में एक पद की पेशकश नहीं की गई। 2007 में उन्होंने कॉउचर वेडिंग और इवनिंग वियर पर विशेष ध्यान देने के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी लाइन को फिर से लॉन्च किया। इसके अलावा, उसने कॉस्ट्यूम डिज़ाइन के अपने जुनून का पीछा करना शुरू कर दिया और हॉलीवुड की प्रस्तुतियों में उसके टुकड़े किए गए। मंसूरी एक कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर के रूप में द एकेडमी ऑफ़ टेलीविज़न आर्ट्स एंड साइंसेज और कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर्स गिल्ड के सदस्य हैं। 2009 में मंसूरी को एमी अवार्ड्स प्री-पार्टी के लिए टोट बैग डिजाइन करने के लिए एंटरटेनमेंट वीकली और वीमेन इन फिल्म के साथ सहयोग करने के लिए कहा गया था।
2011 में मंसूरी ने कारेल अपेल की स्कल्पचर द ट्यूलिप पर आधारित एक ड्रेस बनाई। 2012 में मंसूरी ने जुआन पोंट लेज़िका के साथ सर फ्रेड्रिक लीटन की पेंटिंग द फ्लेमिंग जून की एक तस्वीर को फिर से बनाने के लिए सहयोग किया। तस्वीर को नैशविले के कला संग्रहालय द पार्थेनन में प्रदर्शित किया गया था।
2013 में, मंसूरी ने फ्लोरिडा के पाम बीच में 150 वर्थ एवेन्यू में अपना सिग्नेचर स्टोर, "अरेफेह" स्थापित किया। 2016 में उसने अपने स्टोर को मियामी के कोरल गैबल्स, फ्लोरिडा में स्थानांतरित कर दिया।
2014 में, मंसूरी को वीमेन्स वियर डेली और मैजिक द्वारा लास वेगास में WWDMAGIC में तीन दिवसीय व्यापार शो में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था, ताकि वह अपना नवीनतम संग्रह प्रदर्शित कर सके।
2015 में मंसूरी को बेस्टसेलर ज्वेल्स ऑफ अल्लाह द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ वीमेन इन ईरान में शामिल किया गया था, नीना अंसारी द्वारा लिखित। 2016 में, मंसूरी को कूपर-हेविट, राष्ट्रीय डिजाइन संग्रहालय द्वारा राष्ट्रीय डिजाइन पुरस्कारों के लिए नामित किया गया था।
2017 में मंसूरी को इंटरनेशनल डिज़ाइन अवार्ड्स में कॉउचर और अवंत गार्डे वेडिंग अपैरल प्रोजेक्ट के लिए परिधान श्रेणी प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
फ्लैट प्लेट
मंसूरी महिलाओं के जूतों के क्षेत्र में अमेरिकी पेटेंट प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के आविष्कारकों में से एक हैं। "फ्लैट प्लैट" एक फ्लैट जूता है जो एक मालिकाना आउटसोल का उपयोग करता है जिसे अधिकतम आराम और समर्थन के लिए इंजीनियर किया जाता है। 5 मई, 2015 को मंसूरी को उनके आविष्कार के लिए अमेरिकी पेटेंट से सम्मानित किया गया था।
फिल्मोग्राफी
यूटोपिया (2015) कॉस्टयूम डिजाइनर
ड्रंक वेडिंग (2015) कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर
टाइम आउट ऑफ माइंड (2014) सेट ड्रेसिंग
सॉन्ग वन (2014) सेट ड्रेसिंग
सो अंडरकवर (2012) कॉस्ट्यूम्स
पीतल चायदानी (2012) पोशाक
आपका नंबर क्या है? (2011) पोशाक
द ब्लिंग रिंग (2011) अलमारी
सौंदर्य और ब्रीफ़केस (2010) वेशभूषा
संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर गिल्ड पर कॉस्टयूम डिज़ाइनर Arefeh मंसूरी
जीवित लोग
1980 में जन्मे लोग
फ़ैशन डिज़ाइनर |
तुर्की में इस्तांबुल के एक ऐतिहासिक केंद्र के पास पुलिस की बस को निशाना बनाकर किए गए एक कार बम विस्फोट में सात अधिकारियों और चार नागरिकों की मौत हो गई. देश के सबसे बड़े शहर में यह ताजा हमला है.
इस्तांबुल के गवर्नर वासिप शाहीन ने तुर्किश टेलीविजन को बताया कि दंगा रोधी पुलिस बल को ले जा रही बस को निशाना बनाकर उस वक्त
विस्फोट
किया गया, जब वह इस्तांबुल के बेयाजित जिले से गुजर रही थी.
उन्होंने बताया कि विस्फोट में 36 लोग घायल हुए हैं और इनमें तीन की हालत गंभीर है. हमले की अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन राष्ट्रपति रिसेप तायिप एर्दोगन ने संकेत दिया कि हमले में प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) का हाथ हो सकता है.
राष्ट्रपति ने अस्पताल में घायलों को देखने के बाद कहा कि पीकेके के लिए इस्तांबुल जैसे बड़े शहरों को निशाना बनाना नयी बात नहीं है. एर्दोगन ने कहा कि वे अंत तक आतंकवादियों से लड़ेंगे. बाद में उनके कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि एर्दोगन ने संकल्प लिया कि दोषियों को रक्तपात की कीमत चुकानी होगी.
कुर्द उग्रवादी तुर्की के सुरक्षाबलों को बार- बार निशाना बनाते रहे हैं. इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी भी पिछले साल तुर्की के शहरों में कई
हमले
कर चुके हैं. खबरों में कहा गया है कि विस्फोट वेजनेसिलर मेट्रो स्टेशन के निकट हुआ. यह स्थान कुछ महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों से चंद कदम की दूरी पर है, जिनमें सुलेमानिया मस्जिद भी शामिल है.
सुरक्षा संबंधी सावधानी बरतते हुए मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है. विस्फोट से पुलिस बस के परखचे उड़ गए और निकट की दुकानों की खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं. खबरों में कहा गया कि इसके बाद गोलीबारी की आवाज भी सुनी गई. सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन बनाने के बारे में जो भी निर्णय होगा वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का होगा और इस संबंध में उन्हें जो भी सुझाव देना होगा, वह पार्टी फोरम पर देंगे.
अखिलेश ने कहा, ''मुझे जो भी सुझाव देना होगा पार्टी फोरम पर दूंगा. चुनाव नजदीक है, (गठबंधन से) किसे फायदा होगा, किसे नुकसान, इसका ध्यान रखना पड़ेगा. निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेना है. ’’ अखिलेश उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी गायत्री प्रसाद प्रजापति के पिता के निधन पर सांत्वना देने उनके घर गए थे, जहां पत्रकारों ने उनसे संभावित महागठबंधन के बारे में सवाल पूछे.
कांग्रेस के साथ सपा के गठबंधन के बारे में सीधे सवाल होने पर अखिलेश ने उत्तर टालते हुए कहा, ''यदि सपा और कांग्रेस गठबंधन चाहेंगे, तो क्या आप (मीडिया) रोक लेंगे. ’’ उन्होंने बहरहाल कल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ हुई लम्बी बातचीत और उसके पहले पार्टी के रजत जयंती समारोह में समाजवादी विचारधारा से जुड़े विभिन्न दलों के नेताओं के जमावड़े के बाद महागठबंधन की चर्चाओं के बारे में कोई बात नहीं की.
गौरतलब है कि सपा के रजत जयंती समारोह में जनता परिवार से अलग होकर वजूद में आए राजद, रालोद, जदयू के नेताओं के एक मंच पर आने और विगत छह दिन के भीतर पीके की सपा मुखिया से तीन दौर की लम्बी बातचीत के बाद उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बिहार जैसा महागठबंधन बनाने की संभावनाओं को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई.
पीके की सपा मुखिया से पहली मुलाकात एक नवम्बर को दिल्ली में हुई थी, जबकि कल लखनऊ में भी दोनों के बीच लम्बी बातचीत के बाद अटकलें और तेज हो गई हैं.
हालांकि सपा अभी इस मुद्दे पर अपने पत्ते नहीं खोल रही है. पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कल पार्टी राज्य मुख्यालय पर एक बैठक के बाद संवाददाताओं द्वारा महागठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जब गठजोड़ हो जाएगा, तभी इस बारे में कोई बात की जाएगी.
मालूम हो कि बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा उस समय बने महागठबंधन का अहम घटक था और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को उसका नेतृत्व सौंपा गया था, लेकिन चुनाव से ऐन पहले सपा ने अपेक्षित संख्या में सीटें न मिलने का हवाला देते हुए गठबंधन से हाथ खींच लिया था.टिप्पणियां
हालांकि चुनाव में राजद, जदयू और कांग्रेस के महागठबंधन ने भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को शिकस्त देकर सरकार बनाई थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अखिलेश ने कहा, ''मुझे जो भी सुझाव देना होगा पार्टी फोरम पर दूंगा. चुनाव नजदीक है, (गठबंधन से) किसे फायदा होगा, किसे नुकसान, इसका ध्यान रखना पड़ेगा. निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेना है. ’’ अखिलेश उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी गायत्री प्रसाद प्रजापति के पिता के निधन पर सांत्वना देने उनके घर गए थे, जहां पत्रकारों ने उनसे संभावित महागठबंधन के बारे में सवाल पूछे.
कांग्रेस के साथ सपा के गठबंधन के बारे में सीधे सवाल होने पर अखिलेश ने उत्तर टालते हुए कहा, ''यदि सपा और कांग्रेस गठबंधन चाहेंगे, तो क्या आप (मीडिया) रोक लेंगे. ’’ उन्होंने बहरहाल कल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ हुई लम्बी बातचीत और उसके पहले पार्टी के रजत जयंती समारोह में समाजवादी विचारधारा से जुड़े विभिन्न दलों के नेताओं के जमावड़े के बाद महागठबंधन की चर्चाओं के बारे में कोई बात नहीं की.
गौरतलब है कि सपा के रजत जयंती समारोह में जनता परिवार से अलग होकर वजूद में आए राजद, रालोद, जदयू के नेताओं के एक मंच पर आने और विगत छह दिन के भीतर पीके की सपा मुखिया से तीन दौर की लम्बी बातचीत के बाद उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बिहार जैसा महागठबंधन बनाने की संभावनाओं को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई.
पीके की सपा मुखिया से पहली मुलाकात एक नवम्बर को दिल्ली में हुई थी, जबकि कल लखनऊ में भी दोनों के बीच लम्बी बातचीत के बाद अटकलें और तेज हो गई हैं.
हालांकि सपा अभी इस मुद्दे पर अपने पत्ते नहीं खोल रही है. पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कल पार्टी राज्य मुख्यालय पर एक बैठक के बाद संवाददाताओं द्वारा महागठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जब गठजोड़ हो जाएगा, तभी इस बारे में कोई बात की जाएगी.
मालूम हो कि बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा उस समय बने महागठबंधन का अहम घटक था और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को उसका नेतृत्व सौंपा गया था, लेकिन चुनाव से ऐन पहले सपा ने अपेक्षित संख्या में सीटें न मिलने का हवाला देते हुए गठबंधन से हाथ खींच लिया था.टिप्पणियां
हालांकि चुनाव में राजद, जदयू और कांग्रेस के महागठबंधन ने भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को शिकस्त देकर सरकार बनाई थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कांग्रेस के साथ सपा के गठबंधन के बारे में सीधे सवाल होने पर अखिलेश ने उत्तर टालते हुए कहा, ''यदि सपा और कांग्रेस गठबंधन चाहेंगे, तो क्या आप (मीडिया) रोक लेंगे. ’’ उन्होंने बहरहाल कल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ हुई लम्बी बातचीत और उसके पहले पार्टी के रजत जयंती समारोह में समाजवादी विचारधारा से जुड़े विभिन्न दलों के नेताओं के जमावड़े के बाद महागठबंधन की चर्चाओं के बारे में कोई बात नहीं की.
गौरतलब है कि सपा के रजत जयंती समारोह में जनता परिवार से अलग होकर वजूद में आए राजद, रालोद, जदयू के नेताओं के एक मंच पर आने और विगत छह दिन के भीतर पीके की सपा मुखिया से तीन दौर की लम्बी बातचीत के बाद उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बिहार जैसा महागठबंधन बनाने की संभावनाओं को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई.
पीके की सपा मुखिया से पहली मुलाकात एक नवम्बर को दिल्ली में हुई थी, जबकि कल लखनऊ में भी दोनों के बीच लम्बी बातचीत के बाद अटकलें और तेज हो गई हैं.
हालांकि सपा अभी इस मुद्दे पर अपने पत्ते नहीं खोल रही है. पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कल पार्टी राज्य मुख्यालय पर एक बैठक के बाद संवाददाताओं द्वारा महागठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जब गठजोड़ हो जाएगा, तभी इस बारे में कोई बात की जाएगी.
मालूम हो कि बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा उस समय बने महागठबंधन का अहम घटक था और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को उसका नेतृत्व सौंपा गया था, लेकिन चुनाव से ऐन पहले सपा ने अपेक्षित संख्या में सीटें न मिलने का हवाला देते हुए गठबंधन से हाथ खींच लिया था.टिप्पणियां
हालांकि चुनाव में राजद, जदयू और कांग्रेस के महागठबंधन ने भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को शिकस्त देकर सरकार बनाई थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गौरतलब है कि सपा के रजत जयंती समारोह में जनता परिवार से अलग होकर वजूद में आए राजद, रालोद, जदयू के नेताओं के एक मंच पर आने और विगत छह दिन के भीतर पीके की सपा मुखिया से तीन दौर की लम्बी बातचीत के बाद उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बिहार जैसा महागठबंधन बनाने की संभावनाओं को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई.
पीके की सपा मुखिया से पहली मुलाकात एक नवम्बर को दिल्ली में हुई थी, जबकि कल लखनऊ में भी दोनों के बीच लम्बी बातचीत के बाद अटकलें और तेज हो गई हैं.
हालांकि सपा अभी इस मुद्दे पर अपने पत्ते नहीं खोल रही है. पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कल पार्टी राज्य मुख्यालय पर एक बैठक के बाद संवाददाताओं द्वारा महागठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जब गठजोड़ हो जाएगा, तभी इस बारे में कोई बात की जाएगी.
मालूम हो कि बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा उस समय बने महागठबंधन का अहम घटक था और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को उसका नेतृत्व सौंपा गया था, लेकिन चुनाव से ऐन पहले सपा ने अपेक्षित संख्या में सीटें न मिलने का हवाला देते हुए गठबंधन से हाथ खींच लिया था.टिप्पणियां
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पीके की सपा मुखिया से पहली मुलाकात एक नवम्बर को दिल्ली में हुई थी, जबकि कल लखनऊ में भी दोनों के बीच लम्बी बातचीत के बाद अटकलें और तेज हो गई हैं.
हालांकि सपा अभी इस मुद्दे पर अपने पत्ते नहीं खोल रही है. पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कल पार्टी राज्य मुख्यालय पर एक बैठक के बाद संवाददाताओं द्वारा महागठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जब गठजोड़ हो जाएगा, तभी इस बारे में कोई बात की जाएगी.
मालूम हो कि बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा उस समय बने महागठबंधन का अहम घटक था और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को उसका नेतृत्व सौंपा गया था, लेकिन चुनाव से ऐन पहले सपा ने अपेक्षित संख्या में सीटें न मिलने का हवाला देते हुए गठबंधन से हाथ खींच लिया था.टिप्पणियां
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हालांकि सपा अभी इस मुद्दे पर अपने पत्ते नहीं खोल रही है. पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कल पार्टी राज्य मुख्यालय पर एक बैठक के बाद संवाददाताओं द्वारा महागठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जब गठजोड़ हो जाएगा, तभी इस बारे में कोई बात की जाएगी.
मालूम हो कि बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा उस समय बने महागठबंधन का अहम घटक था और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को उसका नेतृत्व सौंपा गया था, लेकिन चुनाव से ऐन पहले सपा ने अपेक्षित संख्या में सीटें न मिलने का हवाला देते हुए गठबंधन से हाथ खींच लिया था.टिप्पणियां
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मालूम हो कि बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा उस समय बने महागठबंधन का अहम घटक था और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को उसका नेतृत्व सौंपा गया था, लेकिन चुनाव से ऐन पहले सपा ने अपेक्षित संख्या में सीटें न मिलने का हवाला देते हुए गठबंधन से हाथ खींच लिया था.टिप्पणियां
हालांकि चुनाव में राजद, जदयू और कांग्रेस के महागठबंधन ने भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को शिकस्त देकर सरकार बनाई थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हालांकि चुनाव में राजद, जदयू और कांग्रेस के महागठबंधन ने भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को शिकस्त देकर सरकार बनाई थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
गर्मियों का मतलब जहां युवाओं व बुजुर्गो के लिए तेज धूप, धूल भरी गर्म हवाओं, उमस, संक्रमण और कई तरह की बीमारियों से जुड़ा है, वहीं बच्चों के लिए गर्मियां स्कूल, पढ़ाई, टीचर्स, होमवर्क इन सभी से आजादी से जुड़ी है.
गर्मी की छुट्टियों में बच्चे खेल-कूद, मनोरंजन और खाने-पीने में ज्यादा समय बिताते हैं, जिससे उनके परिजनों को उनपर ध्यान रखना थोड़ा ज्यादा मुश्किल हो जाता है. बच्चों की इन्हीं बेफेक्री को ध्यान में रखते हुए इन्द्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी के कन्सलटेन्ट डॉ. विद्युत भाटिया ने कुछ आसान से सुझाव दिए हैं, जिससे आप अपने बच्चों का बेहतर तरीके से ध्यान रख सकते हैं.
-
गर्मी से बचें :
ध्यान रखें कि आपका बच्चा दिनभर हाइड्रेटेड रहे, खेलकूद और आउटडोर गतिविधियों में व्यस्त रहने के दौरान बच्चे अक्सर पानी पीना भूल जाते हैं और घण्टों प्यासे रहते हैं. इसके लिए बच्चों के ऐसे विकल्प दें, जिससे उनके शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बना रहे. हालांकि पानी का कोई विकल्प नहीं है, लेकिन इस मौकस में नारियल पानी, फलों के रस, स्रिटस फल, लस्सी, छाछ और फलों की स्मूदीज अच्छा विकल्प हो सकते हैं.
- बच्चे को काबोर्नेटेड पेय पदार्थों से दूर रखें, इनसे शरीर सिर्फ डीहाइड्रेट होता है, और शरीर में शुगर (चीनी) का स्तर बढ़ जाता है.
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सही अहार पर ध्यान दें :
गर्मियों में सही आहार बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस सीजन में शरीर को अतिरिक्त उर्जा की जरूरत होती है, क्योंकि तापमान बढ़ने के साथ शरीर में मैटाबोलिक बदलाव आते हैं. इसलिए सलाह दी जाती है कि तेल और वसा से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें. मौसमी फलों, सब्जियों और प्र्याप्त मात्रा में
तरल पदार्थों का सेवन
करना चाहिए. इससे बच्चे दिन भर सक्रिय रह सकते हैं. गर्मियों के मौसम में आम, लीची, केला, तरबूज, खरबूजा, प्लम और चैरी जैसे ढेरों विकल्प उपलब्ध होते हैं.
-
अपने आप को ढककर रखें :
धूप सेहत के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन गर्मियों में धूप बहुत तेज होती है जो हमें बीमार कर सकती है. बच्चे थोड़ी देर तेज धूप में रहने पर भी डिहाइड्रेशन और सनस्ट्रोक का शिकार हो सकते हैं. इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि दिन भर घर में ही रहें, सुबह जल्दी और शाम को ही बाहर जाएं.
- अगर बाहर जाना जरूरी हो तो
अपने आप को कवर कर लें
, खासतौर पर बच्चों का ज्यादा ध्यान रखें. इस मौसम में कपड़े भी आरामदायक और हवादार होने चाहिए, जो बच्चों को धूप से सुरक्षित रख सकें. गर्मियों में सिर ढकने के लिए टोपी का इस्तेमाल करें. धूप के चश्मे से आप अपनी आंखों को धूल, मिट्टी और गर्मी से बचा सकते हैं.
- बच्चे को कभी भी कार में बंद न करें :
ऐसे बहुत से उदाहरण देखे गए हैं जब बच्चों की बंद कार में मौत हो जाती है. माता-पिता उन्हें धूप से बचाने के लिए कार में कुछ देर बंद कर के चले जाते हैं. यह समझना जरूरी है कि बंद जगह पर तापमान जल्दी बढ़ता है. कार में तो ऐसा और भी तेजी से होता है, क्योंकि कार की बॉडी मैटल से बनी होती है. थोड़ी ही देर में कार ओवन की तरह तपने लगती है. बच्चे के लिए सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है. ऐसे में बच्चों के साथ बड़ों को भी यह सावधानी बरतनी चाहिए.
- घर के भीतर भी बच्चों का पूरा ध्यान रखें :
घर के भीतर भी बच्चों का पूरा ध्यान रखना जरूरी है. उन्हें बीच बीच में पानी और तरल पदार्थ देते रहें. डिहाइड्रेशन कहीं भी हो सकता है, घर के भीतर भी तापमान अचानक बढ़ जाता है.
- एलर्जी और मौसमी बदलाव का ध्यान रखें :
गर्मियों में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है. इसी तरह पीलिया, त्वचा रोगों और डायरिया की संभावना भी बढ़ जाती है. ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को मच्छरों से सुरक्षित रखा जाए. मॉस्क्यूटो रेपेलेंट का इस्तेमाल करें, बच्चों को पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं और एंटी मॉस्क्यूटो पैच या जैल इस्तेमाल करें.
- गर्मियों में खेलों के दौरान सावधानी बरतें :
तैराकी हो या अन्य खेल जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटर आदि. खेल के दौरान अपने आप को धूप से सुरक्षित रखना और खूब पानी पीना जरूरी है.
- समर केयर किट :
समर केयर किट तैयार कर लें, बच्चे को घर के अंदर गतिविधियों में व्यस्त रखें. इस किट में ग्लूकोज, ओआरएस, पानी की बोतल, टोपी, धूप का चश्मा, नोट बुक और गर्मियों के लिए विशेष निर्देश होने चहिए. साथ ही 'क्या करें' और 'क्या न करें' और 'आपातकालीन स्थिति के लिए कॉन्टेक्ट नम्बर' जैसी सभी चीजें भी होनी चाहिए. |
फिल्म इंडस्ट्री में त्योहारों में फिल्मों का रिलीज होना जितना खास होता है, उतना ही खास होता है फिल्मों में त्योहारों का होना. बॉलीवुड में तमाम ऐसी फिल्में बनी हैं जिसमें त्योहारों का जिक्र कहीं ना कहीं जरूर होता है. चाहें वो दिवाली हो या होली या फिर ईद. कई सारी बॉलीवुड फिल्में ऐसी हैं जिनमें ईद का जिक्र मिलता है. हम बता रहे हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में.
1- पाकीजा-
बॉलीवुड इंडस्ट्री में पाकीजा फिल्म एक खास जगह रखती है. फिल्म में मीना कुमारी ने नरगिस का रोल प्ले किया था जो एक तवायफ रहती है. फिल्म में ये दिखाने की कोशिश की गई थी कि एक तवायफ की नजरों से चीजें कैसी होती हैं. उसके लिए समाज के क्या मायने हैं त्योहारों के क्या मायने हैं, प्यार के क्या मायने हैं. वो समाज में किस तरह से रहती हैं और मोहब्बत की राहों में कांटों भरे रस्तों पर चलती है.
2- मकबूल-
मकबूल फिल्म में पंकज कपूर, ओम पुरी, नसीरुद्दीन शाह, इरफान खान, पीयूष मिश्रा और तबू जैसे कलाकार शामिल थे. फिल्म में ईद का त्योहार मनाया जाता है और एक माफिया परिवार में भी कितने प्यार से त्योहार मनाने का रिवाज है. किस तरह से पंडित और मुल्ला दोनों ही इंसानियत की गरिमा बनाए रखते हैं और त्योहार का लुफ्त साथ में उठाते हैं.
3- कभी खुशी कभी गम-
फिल्म में शाहरुख खान एक बड़े खानदान से होते हैं. उन्हें कस्बे में रहने वाली एक मुसलमान परिवार की लड़की से प्यार हो जाता है. ये प्वाइंट फिल्म का केंद्रबिंदू रहता है और इस पर फिल्म का ताना बाना बुना जाता है. फिल्म में बधाइयों का सिलसिला दिखाय़ा गया है और ईद का सेलिब्रेशन भी, जिससे अपने आप ही चहरे पर मुस्कान आ जाती है.
4- गुलाम-ए-मुस्तफा-
इस फिल्म में नाना पाटेकर ने एक बेहद सच्चे मुसलमान का रोल प्ले किया था. फिल्म में उनके अभिनय की खूब सराहना हुई थी. किस तरह से वे दूसरी कौम के होने के बावजूद भी एक गरीब मराठी परिवार की रक्षा करते हैं. ये अपने आप में ही इंसानी तौर पर एक बहुत ही गहरी बात है. फिल्म में नमाज पढ़ने वाले सच्चे मुसलमान के रूप में नाना का किरदार देखते ही बनता था.
5- सनम बेवफा-
सलमान खान की ये फिल्म एक लव स्टोरी थी. इसमें दो परिवार के आपसी अनबन और दो दिलों के सच्चे प्यार की कहानी थी. लड़ाई झगड़ों के बगैर प्यार की भाषा समाज में एक खास कीमत रखती है. परिवार से लड़कर कैसे दो प्यार करने वालों की जीत होती है ये फिल्म में देखने लायक है. |
अक्षय कुमार की पैडमैन रिलीज होने वाली है और उससे पहले ही उनकी दूसरी फिल्म केसरी का फर्स्ट लुक भी रिलीज कर दिया गया है. अक्षय का पगड़ी लुक सामने आने के बाद से ही मूवी की एक्ट्रेस को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी. करण जौहर ने इस राज से पर्दा उठाते हुए यह बता दिया है कि इस फिल्म में परिणीति चोपड़ा लीड एक्ट्रेस होंगी.
The lead actress in
#KESARI
is ........PARINEETI CHOPRA!
@ParineetiChopra
pic.twitter.com/kP2VV1fqp9
— Karan Johar (@karanjohar)
January 10, 2018
हाल ही में परिणीति की गोलमाल फिल्म ने कमाई के नए रिकॉर्ड बनाए हैं. ऐसे में उनके हाथ अक्षय के साथ मूवी का होना किसी जैकपॉट जैसा है. अक्षय कुमार की फिल्में बैक टू बैक हिट होने के साथ कमाई भी अच्छी कर रहीं हैं.
केसरी लुक हुआ इंटरनेट पर वायरल
अक्षय ने ट्विटर हैंडल पर इस लुक को शेयर किया है. उन्होंने लिखा, मुझे इस फोटो को शेयर करते हुए बहुत गर्व हो रहा है. मैं अपने साल की शुरुआत केसरी के साथ कर रहा हूं. यह मेरा सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है. आप सबकी शुभकामनाएं चाहिए.
बता दें कि अक्षय, शुक्रवार से करण जौहर के प्रोडक्शन की फिल्म 'केसरी' की शूटिंग शुरू कर चुके हैं. अक्षय की इस फिल्म की घोषणा साल 2017 की शुरुआत में हुई थी और उस समय यह फिल्म अक्षय, करण और सलमान मिलकर बनाने वाले थे. यह फिल्म बैटल ऑफ सारागढ़ी पर आधारित है. इस फिल्म में अक्षय लीड रोल में हैं. वहीं सलमान और करण इसे प्रोड्यूस करने वाले थे. लेकिन साल के आखिर में सलमान ने इस फिल्म से अपना हाथ खींच लिया.
बता दें कि बैटल ऑफ सारागढ़ी पर इस समय बॉलीवुड में तीन फिल्में बन रही हैं. एक फिल्म में रणदीप हुड्डा लीड रोल में तो दूसरी में अक्षय कुमार मुख्य किरदार में नजर आएंगे. इन दोनों के अलावा तीसरी फिल्म में अजय देवगन सारागढ़ी की लड़ाई लड़ते नजर आएंगे.
क्या है सारागढ़ी की कहानी
सारागढ़ी युद्ध 12 सिंतबर 1897 में हुआ था. ब्रिटिश इंडियन आर्मी की अफगान ओराकजई के योद्धाओं के साथ जंग हुई थी. ये जंग इसलिए भी बहुत मशहूर है क्योंकि 21 सिक्खों ने अपनी पोस्ट बचाने के लिए 10,000 अफगानियों से युद्ध किया. |
धर्मेंद्र प्रधान पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं और उनके लिए पिछले दो साल अत्यंत अनुभवपूर्ण रहे हैं. जो व्यक्ति अपने शुरुआती दिनों में प्रेजेंटेशन के दौरान बहुत ऊर्जा न दिखा पाता हो और संकोची रहा हो, उसने आज अपने उस मंत्रालय का पूरी तरह कायापलट कर दिया है. वह मंत्रालय जो पहले कई विवादों में फंसा हुआ था और जिसे अक्सर कॉर्पोरेट हितों के लिए जाना जाता रहा है. आज प्रधान दृढ़ता से कहते हैं, ''हम जनता के हितों के लिए नीतियां बनाते हैं, न कि शेयरधारकों के लिए...जिस मंत्रालय को कभी कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की एक शाखा कहा जाता था, आज वह गरीबों के लिए काम कर रहा है.''
प्रधान जब चमकदार गुलाबी रंग का कुर्ता—भारत में पुरुषों के लिए आमतौर पर यह सामान्य रंग नहीं है—पहनते हैं तो कुछ भी अजीब नहीं लगता है क्योंकि वे दो साल पुरानी एनडीए सरकार के कुछ विलक्षण मंत्रियों में से एक हैं.
मंत्रालय का जिम्मा संभालने के वक्त मात्र 44 साल के प्रधान को विरासत में कई बड़ी समस्याएं मिली थीं. कॉर्पोरेट का काम लटका पड़ा था, सख्त संसदीय जांच थी और सूचनाएं लीक हो रही थीं. ऐसे में साख और पारदर्शिता को फिर से स्थापित करना उनकी पहली प्राथमिकता थी. वे कहते हैं कि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से उनके मंत्रालय की कड़ी निगरानी से उन्हें काफी मदद मिली. वे कहते हैं, ''मुझे जब भी सलाह की जरूरत होती है, प्रधानमंत्री या पीएमओ हमेशा उपलब्ध होते हैं. मोदी ने ही लोगों से अपनी एलपीजी सब्सिडी छोडऩे की अपील की थी. मुझे इसे लेकर शक था, मैंने कल्पना भी नहीं की थी कि एक करोड़ लोग
अपनी सब्सिडी छोड़ देंगे. लेकिन लोगों ने ऐसा किया.'' श्गिव इट अप्य अभियान ने सरकार के करीब 10,000 करोड़ रु. बचाए.
अरुण जेटली के 'खेमे' के आदमी माने जाने वाले प्रधान रणनीति के तहत खुद को प्रचार-प्रसार से दूर रखते हैं. ऐसे कई अवसर रहे हैं, जब उनके मंत्रालय से संबंधित लक्ष्यों और कार्यक्रमों को खुद मोदी ने घोषित किया है और प्रधान को उन्हें अमल में लाने के लिए उपाय खोजने पड़े हैं. लेकिन इस बात का पूरा श्रेय इस चीज को जाता है कि उन्होंने एलपीजी के लिए सबसे बड़ा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सिस्टम तैयार किया, जिसके तहत सरकार देश में 16.5 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से 15 करोड़ को एलपीजी सब्सिडी दे रही है.
उनके मंत्रालय ने हाल ही में 8,000 करोड़ रु. की उज्जवला योजना शुरू की है, जिसके तहत गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवारों को कुकिंग गैस का कनेक्शन दिया जाता है. प्रधान ने कतर के साथ भारत के एलएनजी समझौते पर फिर से बातचीत शुरू की है ताकि छह महीने की बातचीत के बाद प्राकृतिक गैस के आयात की लागत 12 डॉलर प्रति यूनिट से कम करके 5 डॉलर की जा सके. अन्स्र्ट ऐंड यंग इंडिया के दिलीप खन्ना कहते हैं, ''लंबी अवधि के ऊर्जा समझौते पर फिर से बात करना आसान नहीं है. इस क्षेत्र से जुड़े लोग इस बात से चकित हैं कि भारत ने यह काम कैसे संभव कर दिखाया.''
मंत्रालय ने हाल ही में कुछ नई नीतियां शुरू की हैं ताकि इस क्षेत्र की बाधाओं को दूर किया जा सके और तेल तथा गैस की खोज में कॉर्पोरेट निवेशकों की दिलचस्पी को जिंदा किया जा सके. लेकिन प्रधान अब भी यह बताने के लिए तैयार नहीं हैं कि तेल ब्लॉकों की बोली कब लगाई जाएगी.
बहरहाल कुछ विशेषज्ञ इन प्रयासों की सराहना तो करते हैं, लेकिन कहते हैं कि भारत में अब भी ऊर्जा की कोई एकीकृत योजना नहीं है और सरकार ने अभी तक कंपनियों के लिए इस क्षेत्र में भयमुक्त होकर काम करने का माहौल नहीं बनाया है.
रात में छह घंटे से ज्यादा न सोने और गृह राज्य ओडिशा की खबरें पढऩे-सुनने के साथ दिन का कामकाज शुरू करने वाले प्रधान कहते हैं कि वे इस सेक्टर में निवेश की धीमी रफ्तार को लेकर जरा भी चिंतित नहीं हैं. उनके शब्दों में, ''यह जरूर होगा.''
उनके बारे में लोगों को पूरा विश्वास है. यह शायद इस बात का एहसास है कि वे—शासन के मामले में नौसिखुआ—बहुत कम समय में कैबिनेट के ऊंचे पायदान तक पहुंच गए हैं. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: मई में हुए सत्र में राज्य जीएसटी विधेयक को ध्वनिमत से पारित किया गया था. सरकार की ओर से 2017-18 के बजट में फसली ऋण माफ करने के मद में 36,000 करोड़ रुपये और सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए 34,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त संसाधन जुटाने का प्रस्ताव होने की उम्मीद की जा रही है. चुनावी घोषणापत्र में किए गए कुछ अन्य वायदों को भी इसमें समाहित किया जा सकता है.
ऐसा पहली बार है कि राज्य सरकर को किसी वित्त वर्ष में इतनी बड़ी राशि की अतिरिक्त फंड के रूप में आवश्यकता होगी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2012-13 में राज्य का कुल ऋण 2, 25,123.59 करोड़ रुपये था जो इस साल 31 मार्च तक बढ़कर 3, 75,049.45 करोड़ रुपये हो गया.
आज के सत्र में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार 2017-18 के लिए वार्षिक बजट पेश करेगी और विपक्षी दल कानून व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरने की कोशिश करेंगे.
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित पहले ही बता चुके हैं कि मंजूर कार्यक्रम के मुताबिक 28 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल 14 बैठकें होंगी. पूर्व की अखिलेश यादव सरकार ने पिछले साल दिसंबर में इस साल 31 जुलाई तक की अवधि के लिए लेखानुदान पेश किया था.
पारित किये जाने से पहले बजट और विभिन्न विभागों के बजटीय प्रावधानों पर चर्चा के लिए पृथक दिन तय किए गए हैं. बजट के अलावा सदन में कुछ विधायी कार्य भी होगा. सपा, बसपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दल कानून व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं.टिप्पणियां
कुल 403 सदस्यीय सदन में भाजपा और सहयोगी दलों के पास 325 सदस्य हैं जबकि विपक्ष के पास केवल 74 विधायक हैं.
भाजपा के मार्च में सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले सत्र में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में काफी हंगामा किया था. सदन में विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की, सीटियां बजायीं और राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के दौरान उनकी ओर कागज के गोले बनाकर फेंके.
ऐसा पहली बार है कि राज्य सरकर को किसी वित्त वर्ष में इतनी बड़ी राशि की अतिरिक्त फंड के रूप में आवश्यकता होगी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2012-13 में राज्य का कुल ऋण 2, 25,123.59 करोड़ रुपये था जो इस साल 31 मार्च तक बढ़कर 3, 75,049.45 करोड़ रुपये हो गया.
आज के सत्र में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार 2017-18 के लिए वार्षिक बजट पेश करेगी और विपक्षी दल कानून व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरने की कोशिश करेंगे.
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित पहले ही बता चुके हैं कि मंजूर कार्यक्रम के मुताबिक 28 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल 14 बैठकें होंगी. पूर्व की अखिलेश यादव सरकार ने पिछले साल दिसंबर में इस साल 31 जुलाई तक की अवधि के लिए लेखानुदान पेश किया था.
पारित किये जाने से पहले बजट और विभिन्न विभागों के बजटीय प्रावधानों पर चर्चा के लिए पृथक दिन तय किए गए हैं. बजट के अलावा सदन में कुछ विधायी कार्य भी होगा. सपा, बसपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दल कानून व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं.टिप्पणियां
कुल 403 सदस्यीय सदन में भाजपा और सहयोगी दलों के पास 325 सदस्य हैं जबकि विपक्ष के पास केवल 74 विधायक हैं.
भाजपा के मार्च में सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले सत्र में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में काफी हंगामा किया था. सदन में विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की, सीटियां बजायीं और राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के दौरान उनकी ओर कागज के गोले बनाकर फेंके.
आज के सत्र में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार 2017-18 के लिए वार्षिक बजट पेश करेगी और विपक्षी दल कानून व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरने की कोशिश करेंगे.
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित पहले ही बता चुके हैं कि मंजूर कार्यक्रम के मुताबिक 28 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल 14 बैठकें होंगी. पूर्व की अखिलेश यादव सरकार ने पिछले साल दिसंबर में इस साल 31 जुलाई तक की अवधि के लिए लेखानुदान पेश किया था.
पारित किये जाने से पहले बजट और विभिन्न विभागों के बजटीय प्रावधानों पर चर्चा के लिए पृथक दिन तय किए गए हैं. बजट के अलावा सदन में कुछ विधायी कार्य भी होगा. सपा, बसपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दल कानून व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं.टिप्पणियां
कुल 403 सदस्यीय सदन में भाजपा और सहयोगी दलों के पास 325 सदस्य हैं जबकि विपक्ष के पास केवल 74 विधायक हैं.
भाजपा के मार्च में सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले सत्र में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में काफी हंगामा किया था. सदन में विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की, सीटियां बजायीं और राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के दौरान उनकी ओर कागज के गोले बनाकर फेंके.
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित पहले ही बता चुके हैं कि मंजूर कार्यक्रम के मुताबिक 28 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल 14 बैठकें होंगी. पूर्व की अखिलेश यादव सरकार ने पिछले साल दिसंबर में इस साल 31 जुलाई तक की अवधि के लिए लेखानुदान पेश किया था.
पारित किये जाने से पहले बजट और विभिन्न विभागों के बजटीय प्रावधानों पर चर्चा के लिए पृथक दिन तय किए गए हैं. बजट के अलावा सदन में कुछ विधायी कार्य भी होगा. सपा, बसपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दल कानून व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं.टिप्पणियां
कुल 403 सदस्यीय सदन में भाजपा और सहयोगी दलों के पास 325 सदस्य हैं जबकि विपक्ष के पास केवल 74 विधायक हैं.
भाजपा के मार्च में सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले सत्र में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में काफी हंगामा किया था. सदन में विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की, सीटियां बजायीं और राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के दौरान उनकी ओर कागज के गोले बनाकर फेंके.
पारित किये जाने से पहले बजट और विभिन्न विभागों के बजटीय प्रावधानों पर चर्चा के लिए पृथक दिन तय किए गए हैं. बजट के अलावा सदन में कुछ विधायी कार्य भी होगा. सपा, बसपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दल कानून व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं.टिप्पणियां
कुल 403 सदस्यीय सदन में भाजपा और सहयोगी दलों के पास 325 सदस्य हैं जबकि विपक्ष के पास केवल 74 विधायक हैं.
भाजपा के मार्च में सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले सत्र में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में काफी हंगामा किया था. सदन में विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की, सीटियां बजायीं और राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के दौरान उनकी ओर कागज के गोले बनाकर फेंके.
कुल 403 सदस्यीय सदन में भाजपा और सहयोगी दलों के पास 325 सदस्य हैं जबकि विपक्ष के पास केवल 74 विधायक हैं.
भाजपा के मार्च में सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले सत्र में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में काफी हंगामा किया था. सदन में विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की, सीटियां बजायीं और राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के दौरान उनकी ओर कागज के गोले बनाकर फेंके.
भाजपा के मार्च में सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा के पहले सत्र में विपक्षी दलों ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में काफी हंगामा किया था. सदन में विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की, सीटियां बजायीं और राज्यपाल राम नाईक के संबोधन के दौरान उनकी ओर कागज के गोले बनाकर फेंके. |
Bhojpuri Cinema: भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) और काजल राघवानी (Kajal Raghwani) का 'दिल बदतमीज हो गईल' (Dil Badtameez Ho Gayil) खूब वायरल हो रहा है. इस गाने को अभी तक 1 करोड़ से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. खेसारी लाल यादव और काजल राघवानी की जोड़ी वाले इस भोजपुरी सॉन्ग (Bhojpuri Song) का यूट्यूब पर जबरदस्त जलवा देखने को मिल रहा है. इस गाने में खेसारी लाल यादव ने अपने डांस और काजल राघवानी अपनी अदाओं से लोगों को घायल कर रही हैं. यूट्यूब पर यह वीडियो जमकर धमाल मचा रहा है.
'दिल बदतमीज हो गईल' (Dil Badtameez Ho Gayil) खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) की भोजपुरी फिल्म 'संघर्ष (Sangharsh)' का गाना है. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर झंडे गाड़े थे. इस गाने में काजल राघवानी (Kajal Raghwani) के खेसारी लाल यादव की जोड़ी को खूब पसंद किया गया है. भोजपुरी फिल्म 'संघर्ष' की कहानी को पसंद किया गया तो उसके सॉन्ग भी उतने ही लोकप्रिय रहे. 'संघर्ष' में खेसारी लाल यादव ने उम्र के दो पड़ाव दिखाए थे जिसमें वे जवान और बूढ़े बने थे. अब खेसारी लाल यादव और काजल राघवानी की 'संघर्ष' के गाने यूट्यूब पर आने शुरू हो गए हैं और ये खूब धूम मचा रहे हैं.
खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) भारत के प्रसिद्ध भोजपुरी गायक और अभिनेता हैं. खेसारी को पहली सफलता अपने भोजपुरी एल्बम 'माल भेटाई मेला' से मिली थी. 2012 में आई अपनी पहली फिल्म 'साजन चले ससुराल' से वो रातो रात भोजपुरी फिल्म जगत के सितारे बन गए. अपनी गायकी में वे अपनी ठेठ देहाती भाषा का उपयोग करते हैं. शुरू से ही खेसारी लाल लोक गायक और साथ ही वो एक अच्छे नृतक भी हैं. शुरुआत ने उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा भोजपुरी गायक बनने के लिए पैसो का होना बहुत जरुरी था. पैसों को इकट्ठा करने के लिए उन्हें लिट्टी चोखा बेचना पड़ा इसके लिए उन्होंने अपनी फ़ोर्स की बड़ी नौकरी छोड़ दी. कुछ सालों बाद उन्होंने भोजपुरी एल्बम में गाना शुरू किया. जिससे उन्हें उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखण्ड और जहां भोजपुरी बोली जाती है, वहां उनके गीतों को बेशुमार प्यार मिला. |
टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4-1 से सीरीज पर कब्जा करने के बाद टी-20 सीरीज के लिए तैयार है. यह सीरीज 7 अक्टूबर से शुरू होगी. इस बीच खिलाड़ी अपने-अपने घर पर आराम कर रहे हैं. लेकिन इस दौरान
बीसीसीआई
ने अपने ट्विटर हैंडल पर 4.46 मिनट का वीडियो लिंक शेयर किया है. वीडियो में टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा दोनों स्पिन गेंदबाजों यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का इंटरव्यू करते दिखते हैं. जानिए इस रोमांचक इंटरव्यू में रोहित ने इन युवा फिरकीबाजों से क्या-क्या सवाल किए.
LAUGH RIOT ALERT:
@ImRo45
,
@yuzi_chahal
and
@imkuldeep18
hit it off the field - by
@Moulinparikh
https://t.co/iRyYV9FSGE
pic.twitter.com/u077Lm5sck
— BCCI (@BCCI)
October 3, 2017
यहां क्लिक कर वीडियो पर जाएं-
रोहित
: मेरे साथ दो युवा खिलाड़ी मौजूद हैं. कुलदीप और चहल. उनसे पूछते हैं क्रिकेट के बाहर ये क्या करते हैं. मैने देखा है आपकी फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा है, तो आप इसे कैसे हैंडल करते हो. स्पेशली फीमेल फैन फॉलोइंग को.
चहल:
नहीं कुछ नहीं, क्योंकि वैसे तो ज्यादा बोलता हूं, पर लड़की सामने होती है, तो मेरी आवाज नहीं निकलती है. ऐसा तीन-चार बार हुआ है. (लेकिन इसके बाद चहल झेंप जाते हैं. इस पर रोहित उनका हौसला बढ़ाते हैं)
रोहित:
कोई शर्माने की बात नहीं है चहल, क्योंकि आप यंग बंदे हो.
चहल:
नहीं.. वो हो जाता है, क्योंकि लिटरली मेरी लड़कियों के सामने इतनी ज्यादा आवाज नहीं निकलती है. या तो अगर उन्हें 5-6 साल से जानता हूं, तब तो मैं बोल सकता हूं. पर ऐसे कोई फर्स्ट टाइम सामने आता है, तो चुपचाप एक स्माइल करके निकल जाता हूं.
रोहित:
तो आप बताना चाह रहे हो कि आप बड़े शाय टाइप के (शर्मीले) बंदे हो.
चहल
: हां. लड़कियों के सामने थोड़ा शर्मीला हूं. अच्छा जी! सरप्राइजिंग
अब कुलदीप से पूछते हैं-
कुलदीप
: मेरे लिए काफी इजी है. क्योंकि मैं ज्यादा बात भी नहीं करता. किसी को जानता हूं पर्सनली तो हाय, हैलो हो जाती है. काफी शाय टाइप का मैं भी हूं. बचपन से ही रहा हूं. उतना लड़कियों के बीच में रहा नहीं हूं. स्कूल के डेज में भी प्रैक्टिस पर फोकस रहता था... हां ठीक-ठाक हैंडल कर लेता हूं. इतना टफ नहीं है. बात करने में थोड़ा शाय फील करता हूं.
रोहित:
दोनों बस बता रहे हैं कि शाय... बट मुझे किसी एंगल से नहीं लगता कि ये शाय हैं. एनिवे... इनसे और कुछ सवाल करते हैं.
रोहित:
जैसा कि हमने देखा कि क्रिकेट के बाहर भी लाइफ है. कुछ तरीके का ट्रेंड सेट करना चाहते हो क्रिकेट के बाहर?
चहल:
नहीं.. मेरा जो रुटीन रहता है.. मोस्टली.. मेरे को बाहर जाना काफी अच्छा लगता है. रूम में ज्यादा देर मुझे पकता है. अगर कहीं पार्टी में भी नहीं जा रहा हूं, तो मुझे लगता है कि बाहर जाऊं, पार्टी करूं. और तीन-चार घंटे बाहर रहूं. मुझे लाउड म्यूजिक काफी पसंद हैं. तो इसलिए वैसी जगहों पर मैं जाता हूं जहां पे लाउड म्यूजिक हो.
रोहित
: कुलदीप आप कुछ खास?
कुलदीप:
मेरे लिए कुछ खास नहीं. ज्यादातर मैं रूम पे ही प्रेफर करता हूं रहना. इतना पसंद नहीं है.. हां अगर डिनर के लिए बाहर या कुछ फ्रेंड्स के साथ बाहर गया, तो ठीक है. बाकी..मुझे शॉकर बहुत पसंद है. मैं उतना अच्छा खेलता नहीं हूं. पर.. क्योंकि बचपन में मुझे बहुत इंजुरी हुई है फुटबॉल की वजह से. तो मुझे डर-सा लगने लगा है. तो अब मैं ज्यादातर सॉकर ही फॉलो करता हूं. ऑलमोस्ट एवरिडे गेम आते ही रहते हैं. तो मैं कोशिश करता हूं..वहीं देखूं, बस सिंपल सी लाइफ है...जो है यही है.
रोहित:
चलिए इनसे कुछ रैपिड फायर राउंड खेलते हैं. पूछते हैं कि इनकी पसंदीदा चीजें क्या-क्या हैं.
योर फवरेट एक्ट्रेस
चहल:
कटरीन कैफ
कुलदीप
: जैकलीन
रोहित...
फर्नांडीस..पूरा नाम तो लो यार..
एक गाड़ी जो आप खरीदना पसंद करोगे?
चहल:
पोशे
रोहित
: कौन सा मॉडल?
चहल
: कोई भी चलेगा...बस पोशे लिखा हुआ होना चाहिए
रोहित
: सेकंड हैंड भी चलेगा?
चहल
: चलेगा, खुद का खरीदी हुआ चाहिए.
कुलदीप
: मस्टैंग 1990 मॉडल
रोहित
: अरे वाह.. गुड चॉइस
एक ऐसी जगह..जहां पर आप जाना पसंद करोगे डेट पे और किसके साथ?
चहल:
मैं एक बार 2003 में चेस वर्ल्ड कप खेलने ग्रीस गया था- हल्कीडिकी. मेरे को वह जगह काफी पसंद आई थी. या तो मैं वहां जाना चाहूंगा या मैं बोरा बोरा जाना चाहूंगा.
रोहित:
एक जगह...?
चहल:
बोरा बोरा
रोहित
: किसके साथ?
चहल:
मेरी फ्यूचर वाइफ हो, जो मेरी गर्लफ्रेंड हो
रोहित
: ओके.. ओके
रोहित
: कुलदीपजी आप बताइए?
कुलदीप :
मुझे पेरिस बहुत पसंद है. होपफुली फ्यूचर में कभी जाने का मौका मिला, तो जाहिर तौर पर वो होने वाली वाइफ होगी... के साथ जाना पसंद करूंगा.
ऐसा कौन सा नंबर आप अपने फोन में अपने कॉन्टैक्ट में रखना चाहोगे... या फिर पाना चाहोगे, जिससे आप बात करो या वीडियो कॉलिंग करो, या कुछ भी?
चहल
: रेस्टोरेंट...द रॉक, क्योंकि मैंने देखा था कि आप भी थोड़े उनके फैन हैं
रोहित
: कौन-कौन ?
चहल:
द रॉक
रोहित
: ये कॉन है भाई?
चहल:
डी..न.. थॉमसन...
रोहित
: द रॉक.. द रॉक (यह सुनकर हंसते-हंसते सभी लोटपोट हो जाते हैं)
रोहित
: ओके ओके.. कुलदीप जी आप बताइए
कुलदीप
: डेफनेटली नेमार जूनियर..क्योंकि मेर वो बड़े फवरेट हैं. मैं हमेशा उनको फॉलो करता हूं..तो मैं उनसे बात करना चाहूंगा.फ्यूचर में कभी हुआ तो मिलना भी चाहूंगा. |
अर्जेंटीना की राष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडीज द्वारा नये कानून पर हस्ताक्षर करने के बाद यह पहला लैटिन अमेरिकी देश हो गया है जिसने समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता प्रदान कर दी है. देश भर में अब समलैंगिक जोड़ों से विवाह के आवेदन की सूची पर पंजीकरण का काम शुरू हो जाएगा.
ब्यूनस आयर्स में पहला ऐसा समारोह 13 अगस्त को आयोजित होने वाला है.फर्नांडिस ने बुधवार को हस्ताक्षर कार्यक्रम में कहा कि पिछले सप्ताह की तुलना में आज हम लोग ज्यादा समानतावादी समाज में हैं. इस अवसर पर समलैंगिक समुदाय के प्रतिनिधियों ने खुशी प्रगट की और ‘समानता, समानता’ के नारे लगाये. |
फिल्मी गानों के बोल एक बार फिर बवाल की वजह बन गए. मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में फिल्म 'बुलेट राजा' के गाने 'तमंचे पे डिस्को' पर डांस के दौरान फायरिंग हो गई.
यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट में फ्रेशर्स पार्टी चल रही थी. छात्र डीजे पर डांस करने में मशगूल थे. तभी कुछ और छात्र वहां आए और 'तमंचे पे डिस्को' गाने पर डांस करने लगे. जूनियर छात्रों पर रौब झाड़ने के लिए उन्होंने रिवाल्वर भी निकाल लिया और फायरिंग कर दी. जूनियर छात्रों ने विरोध किया तो दो की पिटाई भी कर दी.
जब यह गाना चल रहा था तो एक छात्र चुपके से अपने मोबाइल से वीडियो बना रहा था. उसने यह क्लिप पुलिस को दे दी और पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी पांच छात्रों को गिरफ्तार कर लिया. बाकी की तलाश की जा रही है.
पुलिस अधिकारियों की मानें तो छात्रों ने फ्रेशर्स पार्टी की सूचना पुलिस को नहीं दी और न ही पुलिस की मदद ली. जब पुलिस को सूचना मिली तो यूनिवर्सिटी प्रशासन की मदद से कार्रवाई की गई. |
कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीजेपी
सांसद साक्षी महाराज के बयान
, 'हर हिंदू महिला को धर्म बचाने के लिए चार बच्चे पैदा करने चाहिए' को लेकर घेरा है. हालांकि पार्टी ने साक्षी महाराज के इस बयान से किनारा करते हुए कहा कि वह उनकी निजी राय है. उधर, बढ़ते बवाल पर साक्षी महाराज ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि रात गई, बात गई.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'क्या बीजेपी ने बिना किसी को बताए भारत की जनसंख्या पॉलिसी को बदल दिया है? या फिर बदलती अर्थव्यवस्था को 'अब की बार, बच्चे चार' का नया चुनावी नारा मिला है.' सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री का नया नारा 'अबकी बार, बच्चे चार' है या फिर 'मेक इन इंडिया प्लस 4' है, मोदी इस बात को स्पष्ट करें.
सिंघवी ने कहा, 'यूं तो प्रधानमंत्री मोदी हर बड़े से बड़े और छोटे से छोटे मुद्दों पर बात करते हैं. वह न्यूयॉर्क से लेकर ऑस्ट्रेलिया और लाल किले से छत्तीसगढ़ तक हर मुद्दे पर बात करते हैं. अपने सांसद के इस बयान कर भी उन्हें कुछ बोलना चाहिए और नहीं तो कम से कम कोई ट्वीट ही करें.'
सिंघवी ने बीजेपी के सभी कद्दावर नेताओं को घेरते हुए कहा, 'साक्षी महाराज ने अपनी बुद्धिमता का परिचय इससे पहले अपने बयान में दिया, तब प्रधानमंत्री चुप रहे. फिर उन्होंने अपनी बुद्धिमता का परिचय दिया और हिंदू महिलाओं को चार बच्चे पैदा करने की सलाह दे डाली और अब भी प्रधानमंत्री चुप हैं. सिर्फ प्रधानमंत्री ही नहीं, गृहमंत्री, वित्त मंत्री, यहां तक कि बीजेपी अध्यक्ष तक सभी चुप बैठे हैं, इस खामोशी का मतलब क्या है?'
सिंघवी ने कहा कि साक्षी का बयान दर्शाता है कि महिलाओं को लेकर बीजेपी का दृष्टिकोण क्या है. कांग्रेस ने कहा, 'महिलाओं को बच्चे पैदा करने वाली मशीन समझने की सोच शक्ति, क्षमता और हमारी 50 प्रतिशत जनसंख्या का अपमानर है. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा का कहना है कि बीजेपी ने यह सब फूट डलवाने के लिए करवाया है, इस हरकत का मकसद असली मुद्दों से ध्यान भटकाना है.
वहीं बीजेपी ने इस पूरे विवाद से अपना पल्ला झांड़ लिया है और कहा कि यह साक्षी महाराज की अपनी राय है, इससे पार्टी का कोई मतलब नहीं है. इस विवाद के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने पार्टी सदस्यों के लिए एक बयान जारी किया और कहा कि सभी सदस्य विकास पर ध्यान दें न कि गैरजरूरी बयानों से बचें.'
उत्तर प्रदेश के उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा है कि हिंदू महिलाओं को कम से कम चार बच्चों को जन्म देना चाहिए. मेरठ में एक संत समागम समारोह को संबोधित करते हुए साक्षी महाराज ने यह विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि चार पत्नी और चालीस बच्चों का कॉन्सेप्ट अब भारत में नहीं चलने वाला. उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अब हिंदू महिलाओं को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए. |
एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने बताया कि फिल्म 'जय गंगाजल' की शूटिंग के दौरान उन्हें निर्देशक प्रकाश झा की टांग खिंचाई का मौका मिला.
फिल्म
केवल झा द्वारा निर्देशित ही नहीं, बल्कि अभिनीत भी है. जी हां फिल्म में उन्होंने पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई है, वहीं अभिनय में वरिष्ठ होने के कारण प्रियंका ने उनका मजाक उड़ाया. फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान जब
प्रियंका
से पूछा गया कि वह प्रकाश झा को एक्टर या डायरेक्टर के रूप में किसके लिए प्राथमिकता देंगी. इस पर उन्होंने कहा, 'मैं उन्हें निर्देशक के रूप में बहुत पसंद करती हूं. को स्टार के रूप में मैं उनकी टांग खिंचाई कर सकती हूं.'
प्रकाश झा
ने कहा, 'हमारे बीच शुरू में ही एक करार हो गया था कि हर सुबह सेट पर पहुंचने के बाद मैं उनके चरण स्पर्श करूंगा. वह मुझे आशीर्वाद देंगी और तभी मैं उनके साथ काम कर सकता हूं. अब अगर वह मेरी सीनियर हैं तो मैं क्या कर सकता हूं. मैं उन्हें सीनियर ही मानूंगा ना.'
'जय गंगाजल'
में प्रियंका को 'मैडम सर' बोलते झा को देखा जाएगा. इसमें दोनों के बीच कुछ तीखे संवाद और कुछ एक्शन सीन भी हैं.
प्रियंका से पूछा गया कि क्या उन्होंने शूटिंग के दौरान प्रकाश झा को धमकाने की कोशिश की तो इस पर प्रियंका ने कहा, 'मुझे अपनी सीमा पता है. मैं अपनी सीमाएं कभी पार नहीं करती.'
देखें फिल्म 'जय गंगाजल' का ट्रेलर:
इनपुट:
IANS |
लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के प्रचंड लहर में सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव अपनी पार्टी की करारी हार नहीं रोक सके. इस हार के बाद सपा में मंथन का दौर शुरू हो गया है. सोमवार को पूरे दिन अखिलेश यादव और मुलायम सिंह ने सपा नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद माना जा रहा है कि संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव किया जा सकता है. साथ ही इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि अखिलेश यादव दोबारा से पार्टी को मजूबती प्रदान करने के लिए अपने पिता मुलायम सिंह के राजनीतिक फॉर्मूले पर वापस लौट सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में 90 के दशक में मुलायम सिंह यादव ने सपा की नींव रखी थी. सूबे में सियासी जमीन तैयार करने के लिए मुलायम सिंह ने जमीन से जुड़े नेताओं को तवज्जो देने के साथ-साथ जातीय समीकरण का विशेष ख्याल रखा. मुलायम सिंह ने यादव समुदाय के साथ-साथ मुस्लिम, ओबीसी, दलित, राजपूत और ब्राह्मण समुदाय का समीकरण बनाया था.
दिलचस्प बात यह है कि मुलायम सिंह ने इन जातियों के सिर्फ वोट पर ही ध्यान नहीं दिया बल्कि इन जातियों के नेताओं को भी पार्टी में खास महत्व देते थे. इनमें कुर्मी समुदाय के बेनी प्रसाद वर्मा, गुर्जर समुदाय से रामशरण दास, क्षत्रिय समुदाय से मोहन सिंह, ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जनेश्वर मिश्रा, मुस्लिम समुदाय के आजम खान, भूमिहार समुदाय से कुंवर रेवती रमण सिंह, यादव समुदाय से अंबिका चौधरी-पारसनाथ यादव-बलराम यादव, कुशवाहा समुदाय से हरिकेवल प्रसाद, शाक्य समुदाय के रघुराज शाक्य और पासी चेहरे के तौर राम सागर रावत प्रमुख नेता थे. इसी का नतीजा था कि मुलायम सिंह यादव पार्टी गठन के बाद हुए पहले ही चुनाव में सत्ता के सिंहासन तक पहुंच गए.
मौजूदा समय में सपा की कमान अखिलेश यादव के हाथों में है, लेकिन मुलायम की तरह से उनके पास जमीनी नेता नहीं है और जो हैं भी उन्हें अखिलेश ने आगे नहीं बढ़ाया है. मुलायम और अखिलेश की सपा में यह बुनियादी फर्क नजर आ रहा है. मुलायम जिस फॉर्मूले के जरिए सूबे से लेकर देश में अपनी पहचान बनाई, अखिलेश यादव ने उससे दूरी बना ली और बीजेपी ने सूबे में अपनी जगह बनाने के लिए इसी समीकरण को अपना लिया.
मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक विरासत संभाल रहे अखिलेश यादव को लगातार तीसरे चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है. पहले सत्ता में रहते हुए 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा को 5 सीटें मिली. ये सभी पांच सीटें मुलायम परिवार के सदस्य जीते थे. इसके बाद 2017 में अखिलेश यादव अपनी सत्ता को बरकरार रखने के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाया, लेकिन सपा के राजनीतिक इतिहास में सबसे कम 47 विधायक ही जीत सके औैर साथ ही सत्ता भी गंवानी पड़ी.
इसके बाद 2019 में नरेंद्र मोदी के विजय रथ को उत्तर प्रदेश में रोकने के लिए अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ गठबंधन किया, लेकिन इसमें भी वह पूरी तरह से फेल रहे. बसपा से गठबंधन होने के बाद भी सपा अपनी परंपरागत सीट कन्नौज, बदायूं और फिरोजाबाद सीट गंवा बैठी. हालांकि सपा को इस बार भी पांच सीटें ही मिली हैं, लेकिन यह सीटें मैनपुरी, आजमगढ़, रामपुर, मुरादाबाद और संभल है. जबकि बसपा जीरो से 10 के आंकड़े पर पहुंच गई है.
अब माना जा रहा है कि अखिलेश यादव पार्टी की करारी हार के बाद संगठन में कई बदलाव कर सकते हैं, इसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर कई और नेताओं की छुट्टी हो सकती है. अखिलेश यादव साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर संगठन में जमीन से जुड़े नेताओं को तवज्जो देने की दिशा में मंथन कर सकते हैं. संगठन में होने वाले बदलाव में गैर-यादव पिछड़ी जातियों को तरजीह दी जाएगी. अखिलेश यादव ने सपा के चारों फ्रंटल संगठन लोहिया वाहिनी, समाजवादी युवजन सभा, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड और समाजवादी छात्रसभा को भंग करने का मन बना चुके हैं.
मुलायम सिंह यादव के दौर में जिस प्रकार प्रदेश अध्यक्ष की कमान गुर्जर समुदाय के रामशरण दास के हाथों में थी. इसी तरह अब अखिलेश यादव भी सूबे में पार्टी की कमान अब गैर यादव को दे सकते हैं. इस कार्ड के जरिए अखिलेश यादव गैर-यादव पिछड़ी जातियों को अपने साथ लाने की कवायद कर सपा की खोई हुई सियासी जमीन लाने की कोशिश करेंगे. |
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: व्यापारियों के निकाय कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का आरोप है कि अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील सरीखी ई-कॉमर्स फर्में आगामी त्योहारी सीजन की बिक्री का आयोजन कर एफडीआई नियमों का उल्लंघन कर रही हैं और उसने इसकी शिकायत वाणिज्य मंत्रालय से की है।टिप्पणियां
कैट ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा, 'ये कंपनियां प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया में बड़े-बड़े विज्ञापन अभियानों के जरिए आम जनता को अपनी बिक्री पेशकशों की ओर आकर्षित कर रही हैं। आम जनता के लिए ये विज्ञापन सामान्य रूप से खुदरा व्यापार के लिए हैं।'
'ये कंपनियां एक बाजार स्थल होने का दावा करती हैं और वे ऐसे विक्रेताओं के लिए केवल एक प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा सकती हैं जो उनके यहां पंजीकृत हैं। चूंकि बिक्री योग्य वस्तुओं का स्वामित्व इन कंपनियों के पास नहीं है, वे 'बिक्री' या 'छूट' की पेशकश नहीं कर सकतीं।'
कैट ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा, 'ये कंपनियां प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया में बड़े-बड़े विज्ञापन अभियानों के जरिए आम जनता को अपनी बिक्री पेशकशों की ओर आकर्षित कर रही हैं। आम जनता के लिए ये विज्ञापन सामान्य रूप से खुदरा व्यापार के लिए हैं।'
'ये कंपनियां एक बाजार स्थल होने का दावा करती हैं और वे ऐसे विक्रेताओं के लिए केवल एक प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा सकती हैं जो उनके यहां पंजीकृत हैं। चूंकि बिक्री योग्य वस्तुओं का स्वामित्व इन कंपनियों के पास नहीं है, वे 'बिक्री' या 'छूट' की पेशकश नहीं कर सकतीं।'
'ये कंपनियां एक बाजार स्थल होने का दावा करती हैं और वे ऐसे विक्रेताओं के लिए केवल एक प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा सकती हैं जो उनके यहां पंजीकृत हैं। चूंकि बिक्री योग्य वस्तुओं का स्वामित्व इन कंपनियों के पास नहीं है, वे 'बिक्री' या 'छूट' की पेशकश नहीं कर सकतीं।' |
ANI accesses the then Defence Minister Manohar Parrikar's reply to MoD dissent note on #Rafale negotiations."It appears PMO and French President office are monitoring the progress of the issue which was an outcome of the summit meeting. Para 5 appears to be an over reaction" pic.twitter.com/3dbGB9xF4Z
इस हंगामे पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने अखबार पर सवाल उठाते हुए कहा, "एक समाचारपत्र ने रक्षा सचिव की नोटिंग को प्रकाशित किया. अगर कोई समाचारपत्र एक नोटिंग को छापता है, तो पत्रकारिता की नैतिकता की मांग है कि तत्कालीन रक्षामंत्री का जवाब भी प्रकाशित किया जाए."दूसरी ओर समाचार एजेंसी ANI की पहुंच उस दस्तावेज़ तक बनी है, जिसमें तत्कालीन रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने रक्षा मंत्रालय के राफेल सौदे से जुड़े असंतुष्टि नोट पर जवाब दिया था - "रक्षा सचिव (जी मोहन) को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव से सलाह-मशविरा कर इस मुद्दे को हल करना चाहिए." पूर्व रक्षा सचिव जी. मोहन कुमार ने भी बयान दिया है कि राफेल की कीमत को लेकर रक्षा मंत्रालय ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी.
ANI accesses the then Defence Minister Manohar Parrikar's reply to MoD dissent note on #Rafale negotiations. "Defence Secretary (G Mohan) may resolve the matter in consultation with Principal Secretary to PM" pic.twitter.com/yXGQJNiDvB
इसी तरह के एक जवाब में मनोहर पर्रिकर ने कहा, ऐसा लगता है कि बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय और फ्रांस के राष्ट्रपति का ऑफिस सीधे इस मामले में नजर रख रहा है. 5वें अनुच्छेद में लिखी गई जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया है.
राफेल डील पर आपको किसकी बात पर सबसे ज्यादा भरोसा है? |
इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के बाद अब भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) भी विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद के लिए सिरदर्द बनने जा रही है। किसानों का यह संगठन इस माह के अंत में खुर्शीद के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र फर्रुखाबाद में एक महापंचायत करके उन्हें अपनी तरह से घेरेगा।
खुर्शीद और उनकी पत्नी लुइस द्वारा संचालित डॉक्टर जाकिर हुसैन ट्रस्ट के जरिये विकलांगों का कथित रूप से हक मारने के विरोध में आईएसी नेता अरविंद केजरीवाल की रैली से उठे गुबार के बीच भाकियू भी मैदान में कूद पड़ी है।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के मुताबिक संगठन के कुछ कार्यकर्ता केजरीवाल की जनसभा के दौरान उनकी सुरक्षा में लगे यूनियन के लाठीबंद कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस कारकुनों के ‘हमले’ तथा संगठन के जिलाध्यक्ष की कार पर पत्थरबाजी का मुद्दा लेकर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के पास गए थे।टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि टिकैत ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इस माह के अंत में एक महांपचायत बुलाने का ऐलान किया और कहा कि इस महापंचायत में संस्था के सभी राष्ट्रीय नेता फर्रुखाबाद पहुंचकर विदेशमंत्री खुर्शीद के ट्रस्ट द्वारा किए गए ‘घोटाले’ तथा केजरीवाल की रैली के दौरान यूनियन कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस कारकुनों द्वारा किए गए अत्याचार के खिलाफ बिगुल फूंकेंगे।
सूत्रों ने बताया कि टिकैत का भी मानना है कि खुर्शीद के ट्रस्ट ने विकलांगों के कल्याण की योजनाओं का धन हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों के फर्जी दस्तखत और मोहरों का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी की है और वह आईएसी द्वारा शुरू की गई लड़ाई को अपने संगठन के स्तर से भी लड़ना चाहते हैं।
खुर्शीद और उनकी पत्नी लुइस द्वारा संचालित डॉक्टर जाकिर हुसैन ट्रस्ट के जरिये विकलांगों का कथित रूप से हक मारने के विरोध में आईएसी नेता अरविंद केजरीवाल की रैली से उठे गुबार के बीच भाकियू भी मैदान में कूद पड़ी है।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के मुताबिक संगठन के कुछ कार्यकर्ता केजरीवाल की जनसभा के दौरान उनकी सुरक्षा में लगे यूनियन के लाठीबंद कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस कारकुनों के ‘हमले’ तथा संगठन के जिलाध्यक्ष की कार पर पत्थरबाजी का मुद्दा लेकर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के पास गए थे।टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि टिकैत ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इस माह के अंत में एक महांपचायत बुलाने का ऐलान किया और कहा कि इस महापंचायत में संस्था के सभी राष्ट्रीय नेता फर्रुखाबाद पहुंचकर विदेशमंत्री खुर्शीद के ट्रस्ट द्वारा किए गए ‘घोटाले’ तथा केजरीवाल की रैली के दौरान यूनियन कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस कारकुनों द्वारा किए गए अत्याचार के खिलाफ बिगुल फूंकेंगे।
सूत्रों ने बताया कि टिकैत का भी मानना है कि खुर्शीद के ट्रस्ट ने विकलांगों के कल्याण की योजनाओं का धन हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों के फर्जी दस्तखत और मोहरों का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी की है और वह आईएसी द्वारा शुरू की गई लड़ाई को अपने संगठन के स्तर से भी लड़ना चाहते हैं।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के मुताबिक संगठन के कुछ कार्यकर्ता केजरीवाल की जनसभा के दौरान उनकी सुरक्षा में लगे यूनियन के लाठीबंद कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस कारकुनों के ‘हमले’ तथा संगठन के जिलाध्यक्ष की कार पर पत्थरबाजी का मुद्दा लेकर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के पास गए थे।टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि टिकैत ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इस माह के अंत में एक महांपचायत बुलाने का ऐलान किया और कहा कि इस महापंचायत में संस्था के सभी राष्ट्रीय नेता फर्रुखाबाद पहुंचकर विदेशमंत्री खुर्शीद के ट्रस्ट द्वारा किए गए ‘घोटाले’ तथा केजरीवाल की रैली के दौरान यूनियन कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस कारकुनों द्वारा किए गए अत्याचार के खिलाफ बिगुल फूंकेंगे।
सूत्रों ने बताया कि टिकैत का भी मानना है कि खुर्शीद के ट्रस्ट ने विकलांगों के कल्याण की योजनाओं का धन हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों के फर्जी दस्तखत और मोहरों का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी की है और वह आईएसी द्वारा शुरू की गई लड़ाई को अपने संगठन के स्तर से भी लड़ना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि टिकैत ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इस माह के अंत में एक महांपचायत बुलाने का ऐलान किया और कहा कि इस महापंचायत में संस्था के सभी राष्ट्रीय नेता फर्रुखाबाद पहुंचकर विदेशमंत्री खुर्शीद के ट्रस्ट द्वारा किए गए ‘घोटाले’ तथा केजरीवाल की रैली के दौरान यूनियन कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस कारकुनों द्वारा किए गए अत्याचार के खिलाफ बिगुल फूंकेंगे।
सूत्रों ने बताया कि टिकैत का भी मानना है कि खुर्शीद के ट्रस्ट ने विकलांगों के कल्याण की योजनाओं का धन हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों के फर्जी दस्तखत और मोहरों का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी की है और वह आईएसी द्वारा शुरू की गई लड़ाई को अपने संगठन के स्तर से भी लड़ना चाहते हैं।
सूत्रों ने बताया कि टिकैत का भी मानना है कि खुर्शीद के ट्रस्ट ने विकलांगों के कल्याण की योजनाओं का धन हासिल करने के लिए सरकारी अधिकारियों के फर्जी दस्तखत और मोहरों का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी की है और वह आईएसी द्वारा शुरू की गई लड़ाई को अपने संगठन के स्तर से भी लड़ना चाहते हैं। |
रेशम (Silk) प्राकृतिक प्रोटीन से बना रेशा है। रेशम के कुछ प्रकार के रेशों से वस्त्र बनाए जा सकते हैं। ये प्रोटीन रेशों में मुख्यतः फिब्रोइन (fibroin) होता है। ये रेशे कुछ कीड़ों के लार्वा द्वारा बनाया जाता है।
सबसे उत्तम रेशम शहतूत के पत्तों पर पलने वाले कीड़ों के लार्वा द्वारा बनाया जाता है।
परिचय
रेशम एक प्रकार का महीन चमकीला और दृढ़ तंतु या रेशा जिससे कपड़े बुने जाते हैं। यह तंतु कोश में रहनेवाले एक प्रकार के कीड़े तैयार करते हैं। रेशम के कीड़े 'पिल्लू' कहलाते हैं और बहुत तरह के होते हैं। जैसे,—विलायती, मदरासी या कनारी, चीनी, अराकानी, आसामी, इत्यादि। चीनी, बूलू और बड़े पिल्लू का रेशम सबसे अच्छा होता है। ये कीड़े तितली की जाति के हैं। इनके कई कार्याकल्प होते हैं। अंडा फूटने पर ये बड़े पिल्लू के आकार में होते हैं और रेंगते हैं। इस अवस्था में ये पंत्तियाँ बहुत खाते हैं। शहतूत की पत्ती इनका सबसे अच्छा भोजन है। ये पिल्लू बढ़कर एक कोश बनाकर उसके भीतर हो जाते हैं। उस समय इन्हें 'कोया' कहते हैं। कोश के भीतर ही यह कीड़ा वह तंतु निकालता है, जिसे रेशम कहते हैं। कोश के भीतर रहने की अवधि जब पूरी हो जाती है, तब कीड़ा रेशम को काटता हुआ निकलकर उड़ जाता है। इससे कीड़े पालनेवाले निकलने के पहले ही कोयों को गरम पानी में डालकर कीड़ों को मार डालते हैं और तब ऊपर का रेशम निकालते हैं।
इन्हें भी देखें
रेशम कीट
रेशमकीट पालन
रेशम का इतिहास
भारतीय उपमहाद्वीप में रेशम
बाहरी कड़ियाँ
केन्द्रीय रेशम बोर्ड
रेशम उत्पादन
रेशम प्राप्त करने की अहिंसक विधि
प्राणी ग्रन्थि उत्पाद
जैवसामग्री
कीट उत्पाद |
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हार के बाद अपना पद छोड़ने पर अड़े हैं और कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी चुनी जा चुकीं हैं. ऐसे में अब सबकी नजर लोकसभा में कांग्रेस के नेता पद पर है. जरूरी आंकड़ा नहीं होने के कारण कांग्रेस को नेता विपक्ष का पद तो नहीं मिल सकता.
सूत्रों की मानें तो इसके लिए तीन नाम सामने आए, जिसमें मनीष तिवारी, शशि थरूर और अधीर रंजन चौधरी हैं. ये तीनों ही नेता हिंदी अंग्रेज़ी में अपनी बात रख सकते हैं. इनमें पहला नाम मनीष तिवारी का है, जो यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के अध्यक्ष रहे हैं. मनीष केंद्र में मंत्री रहे और दूसरी बार सांसद बने हैं. वहीं शशि थरूर तीसरी बार सांसद बने हैं, केंद्र में मंत्री रहे हैं. लेकिन उनके कई बयान विवादों में भी रहे और अपनी पत्नी की हत्या का आरोप का मामला उन पर अभी तक चल रहा है.
इसके अलावा तीसरा नाम बंगाल के बहरामपुर से 5वीं बार सांसद बने अधीर रंजन चौधरी का है, जो दो बार विधायक भी रह चुके हैं और केंद्र सरकार में मंत्री भी. अधीर रंजन चौधरी को लड़ाका और जुझारू नेता माना जाता है. ममता के खिलाफ अधीर की सियासी लड़ाई किसी से छिपी नहीं है. हालांकि, ममता विरोध के चलते लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अधीर को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था.
लेकिन अब कांग्रेस संदेश देना चाहती है कि वो जमीन से जुड़े और सियासी लड़ाई खुलकर लड़ने वाले नेता के साथ हैं. इससे ये संदेह होता है कि बुरी हार के बाद अब वो गठबंधन की चिंता नहीं कर रही. आने वाले दिनों में बंगाल में विधानसभा के चुनाव भी होने वाले हैं. साथ ही वरिष्ठता की बात करें तो भी लोकसभा में अधीर के अलावा सिर्फ सोनिया गांधी 5 बार और केरल के सुरेश 6 बार के सांसद हैं. लेकिन सुरेश की हिंदी में कमजोरी उत्तर भारत में पार्टी के लिए दिक्कत भरी बात होगी. ऐसे में वरिष्ठता के लिहाज से अधीर कहीं आगे हैं. साथ ही अधीर को आलाकमान का विश्वत भी माना जाता है।
कांग्रेस के नेता की दौड़ में अधीर रंजन चौधरी सबसे आगे
ऐसे में दो बार के विधायक, बंगाल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और 5वीं बार सांसद बने अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में नेता पद के लिए मनीष तिवारी और शशि थरूर से अब आगे नज़र आ रहे हैं. दरअसल, पहले मनीष तिवारी का पलड़ा भारी था, क्योंकि संसद में ममता की पार्टी से सामंजस्य की बात के चलते अधीर दौड़ में पिछड़ रहे थे.
लेकिन रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने लोकसभा सांसदों में से अधीर रंजन को भेजकर संकेत भी दे दिया है. वैसे भी अधीर बार-बार ममता के तमाम विरोध के बाद जीतते आए हैं. सूत्रों के मुताबिक, अधीर की इसी जुझारू छवि के चलते ही सर्वदलीय बैठक के खत्म होते-होते पीएम ने तारीफ करते हुए कहा कि अधीर बड़ा योद्धा है. जिस पर वहां मौजूद कांग्रेस नेता आनन्द शर्मा बोले-बेशक.
लेकिन कांग्रेस अब लड़ती नज़र आना चाहती है और ममता से लड़ते-लड़ते अधीर हारे नहीं, अंग्रेज़ी भी जानते हैं और बंगाली अंदाज़ में हिंदी भी. वहीं, माना जाता है कि अधीर समझौता करने वालों में से नहीं हैं. साथ ही कांग्रेस मानती है कि अब गठजोड़ की सोचने के बजाय पार्टी को खड़ा करने का वक़्त है. साथ ही उत्तर भारत में भी वो पार्टी की बात पहुंचा सकते हैं. इसलिए सम्भव है कि जल्दी ही अधीर रंजन के नाम का ऐलान पार्टी कर दे. साथ ही 6 बार के केरल से आने वाले सांसद सुरेश को लोकसभा में पार्टी के उपनेता का पद दिया जा सकता है. |
'कुंडली भाग्य' (Kundali Bhagya) के आज के एपिसोड में देखने को मिलेगा की प्रीता, सृष्टि और सरला किडनैपर को रस्सी से बांध देते हैं. थोड़ी देर में किडनैपर को होश आ जाता है और वो प्रीता को उकसाता है. किडनैपर प्रीता को ये कहकर उकसाता है कि अगर वो लोग उसके हाथों को खोल देंगे तो वो घर की सभी औरतों को अकेले ही पीट देगा. किडनैपर के ऐसा कहने पर प्रीता को बहुत गुस्सा आता है. जिस पर वो सृष्टि को किडनैपर के हाथ खोलने के लिए कहती है.
'कुंडली भाग्य' (Kundali Bhagya) में चल रहे इस घमासान के बीच प्रीता किडनैपर को सबक सिखाने का फैसला करती है. वो किडनैपर को दिखाना चाहती है कि औरतों किडनैपर को आसानी से पीट भी सकती हैं और उसे सबक भी सिखा सकती हैं. प्रीता के इस फैसले पर जहां सृष्टि डर जाती है, वहीं सरला प्रीता को सपोर्ट करती दिखाई देगी. अब ये देखना होगा कि क्या प्रीता और उसका परिवार किडनैपर को सबक सिखाने में सफल हो पाएगा या नहीं ? |
यूरोप में भारी हिमपात के कारण विमान सेवाएं लगभग ठप हैं और हर जगह बर्फ की मोटी चादर बिछी होने के कारण क्रिसमस के इस व्यस्त मौसम में सैकड़ों यात्री हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं.
क्रिसमस की छुट्टियां मनाने के मकसद से यात्रा करने वाले सैकड़ों यात्री हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं. उन्हें उड़ान रद्द होने के कारण हवाई अड्डों के टर्मिनल पर अपनी रात गुजारने पर मजबूर होना पड़ रहा है. ब्रिटेन के व्यस्ततम हवाई अड्डे पर सभी घरेलू उड़ानों को पूरे दिन के लिए रद्द कर दिया गया है.
उत्तरी आयरलैंड में तापमान शून्य से 18 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया. ब्रिटेन के चेशम, बकिंगमशायर में रात के समय तापमान शून्य से 19.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
भारी बर्फबारी के कारण जर्मनी के फ्रेंकफ्र्ट हवाई अड्डे पर रविवार शाम भी 700 से अधिक विमान उड़ान नहीं भर सके.
आधिकारियों का कहना है कि रात भर जारी बर्फबारी के कारण आज भी स्थिति में सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है. मौसम विभाग द्वारा कुछ जगहों पर 20 सेंटीमीटर की बर्फबारी के कारण समस्याओं के बढ़ने की आशंका के बाद हवाई अड्डे पर यात्रियों के और समय तक रुकने की तैयारी की जा रही है.
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि बर्फ साफ करने के दल द्वारा रनवे और वायुयान से बर्फ हटाने की कोशिशों के बावजूद अन्य यूरोपीय हवाई अड्डों पर उड़ानों में देरी और उन्हें रद्द करने के कारण इसका असर फ्रेंकफर्ट के हवाई अड्डे पर भी पड़ रहा है. शुक्रवार से विमान सेवाएं बाधित होने के कारण लगभग 3000 से अधिक यात्री फ्रेकफर्ट हवाई अड्डे पर फंसे हुए हैं. उनमें कई होटलों में रुके हुए हैं.
पेरिस के चार्ल्स डि गॉल और ओरले हवाई अड्डों पर 40 प्रतिशत से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया गया है.
अधिकारियों का कहना है कि यदि मंगलवार तक हवाई अड्डे पर स्थिति सामान्य हो भी जाती है तो भी पिछले कुछ दिनों में इकट्ठा हुए यात्रियों को जाने में कई दिन लगेंगे.
जर्मन एयरलांइस लुफ्तांसा ने घरेलू और यूरोपीय उड़ानों की आकस्मिक योजना शुरु की है. बर्फबारी के कारण यूरोप की तेज गति से चलने वाली रेल सेवाओं पर भी प्रभाव पड़ा है.
यूरोस्टार रेलवे सेवाओं की ब्रिटेन और फ्रांस के बीच चलने वाली कुछ ट्रेनों के रद्द होने की घोषणा की गई है और कुछ की गति पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.
जर्मन रेलवे के अनुसार लंबी दूरी की ट्रेन सेवाएं जारी हैं लेकिन उनमें से कुछ में देरी हो रही है. |
यह प्रांत थाईलैंड के उत्तरपूर्वी कोने में है। इसकी सीमा दक्षिण से दक्षिणावर्त, नाखोन फ़ानोम, साकोन नाखोन और नोंग खाई प्रांत से लगती है। उत्तर और पूर्व में इसकी सीमा लाओस के बोलिकमसाई प्रांत से लगती है, जिसकी सीमा मेकांग नदी बनाती है। |
कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके परिवार का नाम गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवारों की सूची में है। यह खुलासा केंद्र सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को गैस सिलेंडर दिए जाने के लिए भेजी गई सर्वेक्षण सूची से हुआ है। यह सूची संबंधित गैस वितरक को भेजी गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने हालांकि इसे साजिश करार दिया है।
दिग्विजय का परिवार गुना जिले के राघौगढ़ का निवासी है। यहां के गैस संचालक को गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की जो सूची भेजी गई है, उसमें दिग्विजय और उनके परिवार के सदस्यों के नाम हैं। इसमें उनके बेटे विधायक जयवर्धन सिंह का नाम भी शामिल है।
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को ट्वीट और एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने गरीबों को गैस कनेक्शन देने के लिए भारत सरकार की उज्ज्वला योजना में अपना और अपने परिवार का नाम शामिल किए जाने पर आपत्ति की है। सिंह ने इसे एक साजिश बताते हुए कहा कि सरकार उन्हें कभी झूठे मुकदमे में फंसा रही है, तो कभी अलग-अलग तरीके से बदनाम करने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की सूची में नाम उनका नाम जोड़ना भी इसी साजिश का हिस्सा है। टिप्पणियां
दिग्विजय ने आगे कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य आयकरदाता हैं। उन्होंने न तो कभी बीपीएल सूची में नाम जोड़ने के लिए कोई अर्जी दी है और न ही बीपीएल परिवारों के लिए चल रही योजनाओं का कभी कोई लाभ लिया है। उन्होंने कहा, 'मेरे खिलाफ इस तरह की साजिश के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मुझसे माफी मांगना चाहिए।'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिग्विजय का परिवार गुना जिले के राघौगढ़ का निवासी है। यहां के गैस संचालक को गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की जो सूची भेजी गई है, उसमें दिग्विजय और उनके परिवार के सदस्यों के नाम हैं। इसमें उनके बेटे विधायक जयवर्धन सिंह का नाम भी शामिल है।
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को ट्वीट और एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने गरीबों को गैस कनेक्शन देने के लिए भारत सरकार की उज्ज्वला योजना में अपना और अपने परिवार का नाम शामिल किए जाने पर आपत्ति की है। सिंह ने इसे एक साजिश बताते हुए कहा कि सरकार उन्हें कभी झूठे मुकदमे में फंसा रही है, तो कभी अलग-अलग तरीके से बदनाम करने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की सूची में नाम उनका नाम जोड़ना भी इसी साजिश का हिस्सा है। टिप्पणियां
दिग्विजय ने आगे कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य आयकरदाता हैं। उन्होंने न तो कभी बीपीएल सूची में नाम जोड़ने के लिए कोई अर्जी दी है और न ही बीपीएल परिवारों के लिए चल रही योजनाओं का कभी कोई लाभ लिया है। उन्होंने कहा, 'मेरे खिलाफ इस तरह की साजिश के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मुझसे माफी मांगना चाहिए।'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को ट्वीट और एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने गरीबों को गैस कनेक्शन देने के लिए भारत सरकार की उज्ज्वला योजना में अपना और अपने परिवार का नाम शामिल किए जाने पर आपत्ति की है। सिंह ने इसे एक साजिश बताते हुए कहा कि सरकार उन्हें कभी झूठे मुकदमे में फंसा रही है, तो कभी अलग-अलग तरीके से बदनाम करने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की सूची में नाम उनका नाम जोड़ना भी इसी साजिश का हिस्सा है। टिप्पणियां
दिग्विजय ने आगे कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य आयकरदाता हैं। उन्होंने न तो कभी बीपीएल सूची में नाम जोड़ने के लिए कोई अर्जी दी है और न ही बीपीएल परिवारों के लिए चल रही योजनाओं का कभी कोई लाभ लिया है। उन्होंने कहा, 'मेरे खिलाफ इस तरह की साजिश के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मुझसे माफी मांगना चाहिए।'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिग्विजय ने आगे कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य आयकरदाता हैं। उन्होंने न तो कभी बीपीएल सूची में नाम जोड़ने के लिए कोई अर्जी दी है और न ही बीपीएल परिवारों के लिए चल रही योजनाओं का कभी कोई लाभ लिया है। उन्होंने कहा, 'मेरे खिलाफ इस तरह की साजिश के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मुझसे माफी मांगना चाहिए।'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
युद्धविराम या अवहार या जंगबंदी (ceasefire या truce) किसी युद्ध में जूझ रहे पक्षों में आपसी समझौते से लड़ाई रोक देने को कहते हैं। जंग की यह रुकावट स्थाई या अस्थाई रूप से की गई हो सकती है। अक्सर युद्धविराम पक्षों में किसी औपचारिक संधि का हिस्सा होते है लेकिन यह अनौपचारिक रूप से बिना किसी समझौते पर हस्ताक्षर करे भी हो सकते हैं।
युद्धविराम रेखाएँ
अक्सर दो पक्षों में कुछ देर युद्ध चलने के बाद दोनों इस स्थिति में पहुँच जाते हैं जिसमें किसी की भी पूर्ण विजय होना असंभव लगता है लेकिन वे पूर्ण रूप से आपसी समझौता करने को तैयार भी नहीं होते। ऐसे में दोनों में अक्सर युद्धविराम हो जाता है और उनकी सेनाएँ जहाँ भिड़ रही होती हैं वही उनकी वास्तविक आपसी सरहद बन जाती है, हालांकि इसे एक या दोनों पक्ष मान्य सीमा मानने को राज़ी नहीं होते। ऐसी सीमाओं को 'युद्धविराम रेखा' (ceasefire line, सीज़फ़ायर लाइन) कहा जाता है। मसलन उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया का युद्ध औपचारिक रूप से कभी ख़त्म नहीं हुआ है लेकिन १९५३ में उनके बीच एक युद्धविराम रेखा बन गई और वही उनकी आपसी सरहद के रूप में अस्तित्व में है। १९६५ के युद्ध के बाद भारत और पाकिस्तान की कश्मीर क्षेत्र की सरहद को भी युद्धविराम रेखा कहा जाता था लेकिन १९७१ के युद्ध के बाद हुए शिमला समझौते के बाद उसे नियंत्रण रेखा कहा जाने लगा।
सन्दर्भ
युद्ध
अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध
सैन्य राजनय
सैन्य रणनीति |
दुर्गापुर सीट के गठन के बाद पहले चुनाव में ही सीपीएम ने अपना झंडा बुलंद कर दिया लेकिन इसके बाद तृणमूल ने 2014 में यह सीट छीन ली. बीजेपी यहां जिस तरह से आगे बढ़ रही है उससे इस बार त्रिकोणीय मुकाबले के आसार जताए जा रहे हैं.
बर्धमान दुर्गापुर नया संसदीय क्षेत्र है जिसका गठन 2009 में हुआ था. बर्धमान दुर्गापुर बर्धवान जिले के अंदर आता है जो बर्धमान का मुख्यालय भी है. यह शहर कोलकाता से 100 किलोमीटर दूर है. यह एक महत्वपूर्ण शहर है जो सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियों का केंद्र है. यहां का की साक्षरता दर 89 फीसदी है.
यहां की कुल आबादी में 84 फीसदी हिस्सा हिंदुओं का है. यह शहर हिंदू देवता कनकेश्वरी कली के नाम से प्रसिद्ध है. यहां पर बहुत से स्कूल और कॉलेज हैं जिनका पूरे देश में नाम है. यहां का प्रसिद्ध सेंट जेवियर स्कूल अपनी शिक्षा के लिए पूरे देश में जाना जाता है. इस जिले की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है. बहुत से लोग चावल की खेती करते हैं. इस जिले को धान के कटोरा के रूप में भी जाना जाता है. बर्द्धमान दुर्गापुर से एनएच 2 निकलता है जो पूरे देश को इस शहर से जोड़ता है.
सामाजिक ताना-बाना
बर्धमान दुर्गापुर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है. यह बर्धमान जिले में स्थित है. 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की आबादी 2121614 है. इसमें से 85.52 फीसदी आबादी ग्रामीण और 14.48 फीसदी शहरी आबादी है. यहां अनुसूचित जाति और जनजाति का रेश्यो 31.39 फीसदी और 8.09 फीसदी है. 2017 की मतदाता सूची के मुताबिक यहां मतदाताओं की संख्या 1628054 है.
बर्धमान दुर्गापुर में 7 विधानसभा सीटें आती हैं, इनमें से 5 पर तृणमूल के, एक पर सीपीएम का और एक पर कांग्रेस का विधायक है.
1-बर्धमान दक्षिण से AITC के रबिरंजन भट्टाचार्य विजयी हुए हैं.
2-मोंटेश्वर AITC के सजल पंजा जीते हैं.
3- बर्धवान उत्तर (एससी) AITC के नीतीश कुमार मलिक विधायक हैं.
4-भातर AITC के सुभाष मंडल जीते हैं.
5-गलसी (एससी) AITC के आलोक कुमार माझी विधायक हैं.
6-दुर्गापुर पूर्बा CPM के संतोष देबरे जीते हैं.
7-दुर्गापुर पश्चिम कांग्रेस केविश्नंताह पारियल विधायक हैं
कैसा रहा 2014 का चुनाव
इस संसदीय सीट का गठन 2009 में हुआ था. पहले चुनाव में बर्धमान दुर्गापुर से सीपीएम के प्रोफेसर एस. के सैदुल हक को विजय मिली उन्होंने कांग्रेस की नरगिस बेगम को हराया था. 2014 के चुनाव में फिजां बदल चुकी थी और ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की डॉक्टर ममताज संघमिता ने सीपीएम के एस के सैदुल हक को हरा दिया और यहां की सांसद चुनी गईं.
2014 के चुनाव में यहां 86.22 फीसदी वोटिंग हुई थी वहीं पर 2009 में 87.21 फीसदी. 2014 में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस को यहां 43.5 फीसदी, सीपीएम को 34.84 फीसदी , बीजेपी को 12.93 फीसदी और कांग्रेस को 5.22 फीसदी वोट मिले थे.
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
डॉक्टर ममताज संघमिता ने कुल 58 डिबेट में हिस्सा लिया. एक प्राइवेट मेंबर बिल लेकर आईं और कुल 28 सवाल पूछे. संसद में इनकी हाजिरी 72.44 फीसदी रही. सांसद निधि के तौर पर इन्हें 25 करोड़ रुपये मिले थे जिसमें से विकास कार्यों पर इन्होंने 15.39 करोड़ खर्च किए. यानी इन्होंने 61.56 फीसदी राशि ही खर्च कर पाईं.
जरा हटके
डॉक्टर ममताज संघमिता एक जानी मानी डॉक्टर हैं और कई संस्थाओं की सदस्य हैं. ममता बनर्जी ने एक नया विकल्प पेश करने के तहत साफ सुथरी छवि वाले लोगों को टिकट देने का फैसला किया था. इसके तहत ही डॉक्टर ममताज को टिकट दिया था.
उन्होंने कई किताबें लिखी हैं जिसमें डोमेस्टिक वॉयलेंस इन वूमेन? मेडिको लीगल बुक एसपेक्ट इन ऑबस्ट्रेटिक्स एंड गायनोकलॉजी बाई FOGSI.उन्होंने मेडिकल की कुछ किताबों में भी योगदान किया है. जैसे मेटॉबॉलिज्म इन प्रेगनेन्सीज इन वेट चेंज ?
सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियां- वह रजिस्टर्ड थियेटर ग्रुप कोलकाता के मटिया नत्यम की फाउंडर मेंबर हैं. वह कोलकाता क्रियेटिव आर्ट परफॉर्मर्स की प्रेसिडेंट हैं. |
दुनियाभर में 21 जून को योग दिवस मनाया गया. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है जिस पर विवाद शुरू हो गया है. वहीं, भारतीय वायुसेना ने बालाकोट ऑपरेशन को 'ऑपरेशन बंदर' कोडनेम दिया था. इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई सरकार बनने के बाद अपनी पहली जीएसटी काउंसिल की बैठक की. पढ़ें शुक्रवार शाम की बड़ी खबरें.
राहुल गांधी ने ट्वीट से योग दिवस पर साधा निशाना, सेना को लेकर हमलावर हुई भाजपा
दुनियाभर में 21 जून को योग दिवस मनाया गया. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है जिस पर विवाद शुरू हो गया है. राहुल गांधी ने सेना के जवानों और कुत्तों के जरिए योग करते हुए तस्वीरें ट्वीट की हैं. इस पर भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है. राहुल गांधी के जरिए किए गए ट्वीट में दो फोटो हैं.
एक्सक्लूसिव: बालाकोट एयर स्ट्राइक का नाम था 'ऑपरेशन बंदर', जानें क्या है हनुमान कनेक्शन
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी. भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया था और इस ऑपरेशन का कोडनेम दिया था- ऑपरेशन बंदर.
G-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए जापान जाएंगे मोदी, 3 दिन चलेगा सम्मेलन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए जापान के ओसाका जाएंगे. जी-20 समिट 27 से 29 जून तक चलेगा. पीएम मोदी के समिट में हिस्सा लेने की जानकारी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को दी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि यह छठी बार होगा जब पीएम मोदी 27-29 जून को होने वाले जी-20 समिट में हिस्सा लेंगे.
कारोबारियों को राहत, आधार से हो सकेगा GST के लिए रजिस्ट्रेशन
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई सरकार बनने के बाद अपनी पहली जीएसटी काउंसिल की बैठक की. इस बैठक के जरिए कारोबारियों को थोड़ी राहत देने की कोशिश की गई है. कारोबारियों को अब जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कागजी कार्यवाही से राहत देते हुए राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे ने बताया, 'मुख्य बदलावों में से एक हमने जीएसटी पंजीकरण को आसान बनाया है.
मोहाली में सिद्धू के खिलाफ लगे पोस्टर, लिखा- कब छोड़ रहे हो राजनीति
पंजाब के मोहाली में कांग्रेस नेता और राज्य सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर्स में लिखा गया है कि आप राजनीति कब छोड़ रहे हैं. इस्तीफे का इंतजार किया जा रहा है. मोहाली में लगे ये पोस्टर इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं. इन पोस्टर में नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधने की कोशिश की गई है. |
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटा दी गई है. इसके बाद से ही राज्य के कई इलाकों में धारा 144 लागू है. केंद्र सरकार ने धारा 370 हटाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में बांटते हुए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया है. दोनों नए केंद्र शासित प्रदेश 31 अक्टूबर से अस्तित्व में आ जाएंगे. जम्मू-कश्मीर के मामले पर कई विपक्षी दल सरकार के पक्ष में खड़े दिखे, तो सहयोगी जदयू ने साथ नहीं दिया. इस पर पार्टी की तरफ से अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है. हालांकि 370 पर सवाल पूछे जाने पर इन दिनों जनता दल यूनाइटेड के नेता भड़क जाते हैं. ऐसा ही एक वाकया शनिवार को पार्टी दफ़्तर में पार्टी में सामने आया. दरअसल, पार्टी के महासचिव आरसीपी सिंह से जब एक पत्रकार ने जम्मू-कश्मीर को लेकर सवाल पूछा तो वे 'तू-तड़ाक' पर उतर आए.
अब देखिए , नीतीश कुमार के क़रीबी आरसीपी सिंह को जो ट्रिपल तलाक़ और धारा 370 पर पूछे जाने पर सवाल पूछने वाले से कैसे तुम तराम पर उतर गये । pic.twitter.com/UPGnTqZlBb
पत्रकार ने जब आरसीपी सिंह से जम्मू-कश्मीर पर पार्टी का स्टैंड जानना चाहा और कहा कि आप हमेशा यू-टर्न ले लेते हैं, तो वे बिफर गए. आरसीपी सिंह ने कहा, 'तुमको यू पता है...कितने नंबर पर यू आता है...कुछ नहीं पता है...पहले समझो...कुछ पढ़ा-लिखा करो.' आपको बता दें कि पिछले दिनों संसद ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने संबंधी अनुच्छेद 370 के कई प्रावधानों को समाप्त करने के प्रस्ताव वाले संकल्प और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित करने वाले विधेयक को मंजूरी दे दी. उधर, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने वाले प्रस्ताव को बुधवार को स्वीकृति प्रदान की. |
जयललिता ने सोमवार को तमिलनाडु के सीएम पद की शपथ ली. सीएम के रूप में ये उनका लगातार दूसरा कार्यकाल है. उन्होंने 6वीं बार इस पद की शपथ ली. जयललिता के कैबिनेट में 28 मंत्री होंगे. जिसमें 13 नए चेहरे हैं. 1984 के बाद तमिलनाडु में इस बार यह रिकॉर्ड बना है जब किसी पार्टी की लगातार दूसरी बार सरकार बनी है.
जानें 'अम्मा' के मंत्रिमंडल की खास बातें
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1) मंत्रिमंडल में सीएम समेत 4 महिलाएं
2) मंत्रिमंडल में 13 नए चेहरे शामिल
3) मंत्रिमंडल
में 3 डॉक्टर और 3 वकील भी
4) कुल 15 मंत्री हैं ग्रेजुएट
5) 15 में से 12 मौजूदा कैबिनेट से लिए गए
6) 12 में से 7 को सौंपे गए वही मंत्रालय |
यह एक लेख है: स्टाफ सेलेक्शन कमिशन (SSC) ने कम्बाइंड हाईयर सेकेंड्री लेवल (CHSL) पेपर-1, 2015 के नतीजे घोषित कर दिए हैं। इन नतीजों का करीब 20 लाख उम्मीदवारों को बेसब्री से इंतजार था। IBPS ने बैंक पीओ और मैनेजमेंट ट्रेनी की भर्ती के लिए जारी किया नोटिफिकेशन
उम्मीदवार अपना रिजल्ट ssc.nic.in पर जाकर देख सकते हैं। आपको बता दें कि एसएससी ने 2,049 लोवर डिविजन क्लर्क (LDC), 1,006 डेटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) और 3,523 पोस्टल एसिस्टेंट एंड सॉरटिंग एसिस्टेंट (PA/SA) के पदों पर भर्तियों के लिए ये एग्जाम कंडक्ट कराया था।टिप्पणियांIIFT से करें MBA (IB), ये है एंट्रेंस एग्जाम और अप्लाई करने की लास्ट डेट
उम्मीदवारों को रिटेन टेस्ट पास करने के बाद स्किल टेस्ट/टाइपिंग टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा।
IBPS ने बैंक पीओ और मैनेजमेंट ट्रेनी की भर्ती के लिए जारी किया नोटिफिकेशन
उम्मीदवार अपना रिजल्ट ssc.nic.in पर जाकर देख सकते हैं। आपको बता दें कि एसएससी ने 2,049 लोवर डिविजन क्लर्क (LDC), 1,006 डेटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) और 3,523 पोस्टल एसिस्टेंट एंड सॉरटिंग एसिस्टेंट (PA/SA) के पदों पर भर्तियों के लिए ये एग्जाम कंडक्ट कराया था।टिप्पणियांIIFT से करें MBA (IB), ये है एंट्रेंस एग्जाम और अप्लाई करने की लास्ट डेट
उम्मीदवारों को रिटेन टेस्ट पास करने के बाद स्किल टेस्ट/टाइपिंग टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा।
उम्मीदवार अपना रिजल्ट ssc.nic.in पर जाकर देख सकते हैं। आपको बता दें कि एसएससी ने 2,049 लोवर डिविजन क्लर्क (LDC), 1,006 डेटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) और 3,523 पोस्टल एसिस्टेंट एंड सॉरटिंग एसिस्टेंट (PA/SA) के पदों पर भर्तियों के लिए ये एग्जाम कंडक्ट कराया था।टिप्पणियांIIFT से करें MBA (IB), ये है एंट्रेंस एग्जाम और अप्लाई करने की लास्ट डेट
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IIFT से करें MBA (IB), ये है एंट्रेंस एग्जाम और अप्लाई करने की लास्ट डेट
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उम्मीदवारों को रिटेन टेस्ट पास करने के बाद स्किल टेस्ट/टाइपिंग टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा। |
बिहार की राजधानी पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र के एक नाले से पुलिस ने सोमवार को दो महिलाओं के शव बरामद किए. दोनों महिलाओं के शव अर्धनग्न अवस्था में थे.
आलमगंज थाना प्रभारी अकील अहमद ने बताया कि अरफाबाद स्थित नाले से सोमवार को दो महिलाओं के शव बरामद किए गए. फिलहाल दोनों शवों की पहचान नहीं हो पाई है.
आशंका जताई जा रही है कि दोनों महिलाओं के साथ दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या कर शवों को नाले में फेंक दिया गया. दोनों शव बोरे में बंद थे. आलमगंज पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
मामले की जांच की जा रही है. पुलिस शवों की पहचान की कोशिश में जुटी हुई है. |
बिग बॉस (Bigg Boss 13) में इन दिनों सिद्धार्थ शुक्ला नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि वह अस्पताल में है और अपना इलाज करवा रहे हैं. सिद्धार्थ शुक्ला (Sidharth Shukla ) को अभी कुछ और दिन तक अस्पताल में रहना है और वह इस हफ्ते नॉमिनेट थे. इसलिए सलमान खान (Salman Khan) ने सिद्धार्थ शुक्ला का हालचाल जानने और उन्हें एविक्शन का रिजल्ट बताने के लिए कॉल किया था. सलमान खान ने कॉल करके सलमान खान से बात को ही साथ ही घल का हालचाल भी बताया. लेकिन सबसे मजेदार रही सलमान खान और सिद्धार्थ शुक्ला (Sidharth Shukla) की बातचीत.
सलमान खान (Salman Khan) ने सिद्धार्थ शुक्ला (Sidharth Shukla) को कॉल किया और कहा कि बिग बॉस 13 (Bigg Boss 13) में आपको जनता ने सेव कर लिया है, और इस हफ्ते एविक्शन से बाहर आ गए हैं. लेकिन सलमान खान ने मजाक-मजाक में ही कहा कि फैन्स ने सेव कर लिया है लेकिन भगवान सेव करते हैं या नहीं. इस तरह सलमान खान ने मजाक किया और बोले कि बिग बॉस में अभी तक लोग कई तरह के काम होते रहे हैं. कभी शादी है लेकिन अगर कुछ होता है तो यह पहला मौका होगा जब कोई शो से भगवान को प्यारा होगा.
इस तरह सलमान खान (Salman Khan) ने सिद्धार्थ शुक्ला (Sidharth Shukla) से जमकर मजाक किया. यही नहीं, सलमान खान ने सिद्धार्थ शुक्ला को उनके फैन्स के वीडियो भी दिखाए और फैन्स ने उन्हें बर्थडे विश तो किया ही साथ ही उनके जल्दी लौटने की बात भी कही. अगर सूत्रों पर यकीन किया जाए तो सिद्धार्थ शुक्ला सोमवार तक बिग बॉस 13 (Bigg Boss 13) में लौट सकते हैं. |
जयपुर से मुंबई जाने वाली गणगौर सुपर फास्ट ट्रेन की थर्ड एसी के एक कोच का दरवाजा जयपुर स्टेशन पर नहीं खुला, इस सिलसिले में एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.जयपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों में खूनी झड़प, फायरिंग में एक शख्स की मौत, कुछ इलाकों में कर्फ्यू
उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता तरूण जैन ने बताया कि ट्रेन तय समय से देरी से प्लेटफॉर्म पर पहुंची थी. यहां थर्ड एसी के एक कोच के एक ओर के दरवाजे नहीं खुले. इसी बीच ट्रेन वहां से रवाना हो गयी जिसके कारण कई यात्री उसमें चढ़ नहीं सके.टिप्पणियां
जैन ने कहा, हालांकि टिकट निरीक्षक ने तुरंत मामले को भांप कर चेन खींचा और ट्रेन रुकवायी. उसके बाद ट्रेन सभी यात्रियों को लेकर ही रवाना हुई. उन्होंने कहा कि किसी यात्री को चोट नहीं आयी है.
जैन ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस संबंध में एक अधिकारी को निलंबित किया गया है.
जयपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों में खूनी झड़प, फायरिंग में एक शख्स की मौत, कुछ इलाकों में कर्फ्यू
उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता तरूण जैन ने बताया कि ट्रेन तय समय से देरी से प्लेटफॉर्म पर पहुंची थी. यहां थर्ड एसी के एक कोच के एक ओर के दरवाजे नहीं खुले. इसी बीच ट्रेन वहां से रवाना हो गयी जिसके कारण कई यात्री उसमें चढ़ नहीं सके.टिप्पणियां
जैन ने कहा, हालांकि टिकट निरीक्षक ने तुरंत मामले को भांप कर चेन खींचा और ट्रेन रुकवायी. उसके बाद ट्रेन सभी यात्रियों को लेकर ही रवाना हुई. उन्होंने कहा कि किसी यात्री को चोट नहीं आयी है.
जैन ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस संबंध में एक अधिकारी को निलंबित किया गया है.
उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता तरूण जैन ने बताया कि ट्रेन तय समय से देरी से प्लेटफॉर्म पर पहुंची थी. यहां थर्ड एसी के एक कोच के एक ओर के दरवाजे नहीं खुले. इसी बीच ट्रेन वहां से रवाना हो गयी जिसके कारण कई यात्री उसमें चढ़ नहीं सके.टिप्पणियां
जैन ने कहा, हालांकि टिकट निरीक्षक ने तुरंत मामले को भांप कर चेन खींचा और ट्रेन रुकवायी. उसके बाद ट्रेन सभी यात्रियों को लेकर ही रवाना हुई. उन्होंने कहा कि किसी यात्री को चोट नहीं आयी है.
जैन ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस संबंध में एक अधिकारी को निलंबित किया गया है.
जैन ने कहा, हालांकि टिकट निरीक्षक ने तुरंत मामले को भांप कर चेन खींचा और ट्रेन रुकवायी. उसके बाद ट्रेन सभी यात्रियों को लेकर ही रवाना हुई. उन्होंने कहा कि किसी यात्री को चोट नहीं आयी है.
जैन ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस संबंध में एक अधिकारी को निलंबित किया गया है.
जैन ने कहा कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस संबंध में एक अधिकारी को निलंबित किया गया है. |
पुणे वॉरियर्स के हाथों मंगलवार को चेन्नई में इंडियन प्रीमियर लीग मैच में उलटफेर का सामना करने वाली चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने स्वीकार किया कि डेथ ओवरों की गेंदबाजी उनके लिए हमेशा ही चिंता का विषय रही है।
पुणे वॉरियर्स ने आरोन फिंच की 67 और स्टीवन स्मिथ की 39 रन की आक्रामक पारी से पांच विकेट पर 159 रन बनाए। इसके जवाब में चेन्नई सुपरकिंग्स आठ विकेट पर 135 रन ही बना सकी और 24 रन से हार गई।
भारतीय टीम के कप्तान धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘‘हमने पहले कुछ ओवरों में काफी रन गंवा दिए और डेथ ओवरों की गेंदबाजी हमारे लिए हमेशा चिंता का विषय रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बल्लेबाजी में पहले छह ओवरों में फायदा नहीं उठा सके। ऐसी पिच पर इसका लाभ उठाना महत्वपूर्ण होता है, जहां सात आठ ओवरों के बाद यह धीमी हो जाती है।’’ गेंदबाजी के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यार्कर सबसे अच्छी चीज है, अगर आप तीन से चार यार्कर डाल लेते हो तो इन्हें हिट करना मुश्किल होता है।’’
पुणे वॉरियर्स के कार्यवाहक कप्तान रास टेलर ने फिंच और ‘मैन ऑफ द मैच’ स्मिथ की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि इन्होंने मैच की लय तय कर दी।
टेलर नियमित कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की जगह टीम की अगुवाई कर रहे हैं क्योंकि तमिलनाडु सरकार ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को चेन्नई में खेलने की अनुमति नहीं दी है। टेलर ने कहा, ‘‘फिंच ने शुरू में बल्लेबाजी कर मैच की लय तय कर दी, इसके बाद स्मिथ ने डेथ ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी की। 160 रन का स्कोर प्रतिस्पर्धी होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण भी किया।’’ भुवनेश्वर ने चार ओवर में एक मेडन से 12 रन देकर शुरुआती दो विकेट अपनी झोली में डाले।टिप्पणियां
आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे स्मिथ को 16 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के जड़ित पारी के बाद अच्छा क्षेत्ररक्षण करने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने तीन कैच लपके।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’
पुणे वॉरियर्स ने आरोन फिंच की 67 और स्टीवन स्मिथ की 39 रन की आक्रामक पारी से पांच विकेट पर 159 रन बनाए। इसके जवाब में चेन्नई सुपरकिंग्स आठ विकेट पर 135 रन ही बना सकी और 24 रन से हार गई।
भारतीय टीम के कप्तान धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘‘हमने पहले कुछ ओवरों में काफी रन गंवा दिए और डेथ ओवरों की गेंदबाजी हमारे लिए हमेशा चिंता का विषय रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बल्लेबाजी में पहले छह ओवरों में फायदा नहीं उठा सके। ऐसी पिच पर इसका लाभ उठाना महत्वपूर्ण होता है, जहां सात आठ ओवरों के बाद यह धीमी हो जाती है।’’ गेंदबाजी के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यार्कर सबसे अच्छी चीज है, अगर आप तीन से चार यार्कर डाल लेते हो तो इन्हें हिट करना मुश्किल होता है।’’
पुणे वॉरियर्स के कार्यवाहक कप्तान रास टेलर ने फिंच और ‘मैन ऑफ द मैच’ स्मिथ की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि इन्होंने मैच की लय तय कर दी।
टेलर नियमित कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की जगह टीम की अगुवाई कर रहे हैं क्योंकि तमिलनाडु सरकार ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को चेन्नई में खेलने की अनुमति नहीं दी है। टेलर ने कहा, ‘‘फिंच ने शुरू में बल्लेबाजी कर मैच की लय तय कर दी, इसके बाद स्मिथ ने डेथ ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी की। 160 रन का स्कोर प्रतिस्पर्धी होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण भी किया।’’ भुवनेश्वर ने चार ओवर में एक मेडन से 12 रन देकर शुरुआती दो विकेट अपनी झोली में डाले।टिप्पणियां
आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे स्मिथ को 16 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के जड़ित पारी के बाद अच्छा क्षेत्ररक्षण करने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने तीन कैच लपके।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’
भारतीय टीम के कप्तान धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘‘हमने पहले कुछ ओवरों में काफी रन गंवा दिए और डेथ ओवरों की गेंदबाजी हमारे लिए हमेशा चिंता का विषय रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बल्लेबाजी में पहले छह ओवरों में फायदा नहीं उठा सके। ऐसी पिच पर इसका लाभ उठाना महत्वपूर्ण होता है, जहां सात आठ ओवरों के बाद यह धीमी हो जाती है।’’ गेंदबाजी के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यार्कर सबसे अच्छी चीज है, अगर आप तीन से चार यार्कर डाल लेते हो तो इन्हें हिट करना मुश्किल होता है।’’
पुणे वॉरियर्स के कार्यवाहक कप्तान रास टेलर ने फिंच और ‘मैन ऑफ द मैच’ स्मिथ की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि इन्होंने मैच की लय तय कर दी।
टेलर नियमित कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की जगह टीम की अगुवाई कर रहे हैं क्योंकि तमिलनाडु सरकार ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को चेन्नई में खेलने की अनुमति नहीं दी है। टेलर ने कहा, ‘‘फिंच ने शुरू में बल्लेबाजी कर मैच की लय तय कर दी, इसके बाद स्मिथ ने डेथ ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी की। 160 रन का स्कोर प्रतिस्पर्धी होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण भी किया।’’ भुवनेश्वर ने चार ओवर में एक मेडन से 12 रन देकर शुरुआती दो विकेट अपनी झोली में डाले।टिप्पणियां
आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे स्मिथ को 16 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के जड़ित पारी के बाद अच्छा क्षेत्ररक्षण करने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने तीन कैच लपके।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बल्लेबाजी में पहले छह ओवरों में फायदा नहीं उठा सके। ऐसी पिच पर इसका लाभ उठाना महत्वपूर्ण होता है, जहां सात आठ ओवरों के बाद यह धीमी हो जाती है।’’ गेंदबाजी के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यार्कर सबसे अच्छी चीज है, अगर आप तीन से चार यार्कर डाल लेते हो तो इन्हें हिट करना मुश्किल होता है।’’
पुणे वॉरियर्स के कार्यवाहक कप्तान रास टेलर ने फिंच और ‘मैन ऑफ द मैच’ स्मिथ की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि इन्होंने मैच की लय तय कर दी।
टेलर नियमित कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की जगह टीम की अगुवाई कर रहे हैं क्योंकि तमिलनाडु सरकार ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को चेन्नई में खेलने की अनुमति नहीं दी है। टेलर ने कहा, ‘‘फिंच ने शुरू में बल्लेबाजी कर मैच की लय तय कर दी, इसके बाद स्मिथ ने डेथ ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी की। 160 रन का स्कोर प्रतिस्पर्धी होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण भी किया।’’ भुवनेश्वर ने चार ओवर में एक मेडन से 12 रन देकर शुरुआती दो विकेट अपनी झोली में डाले।टिप्पणियां
आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे स्मिथ को 16 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के जड़ित पारी के बाद अच्छा क्षेत्ररक्षण करने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने तीन कैच लपके।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’
पुणे वॉरियर्स के कार्यवाहक कप्तान रास टेलर ने फिंच और ‘मैन ऑफ द मैच’ स्मिथ की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि इन्होंने मैच की लय तय कर दी।
टेलर नियमित कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की जगह टीम की अगुवाई कर रहे हैं क्योंकि तमिलनाडु सरकार ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को चेन्नई में खेलने की अनुमति नहीं दी है। टेलर ने कहा, ‘‘फिंच ने शुरू में बल्लेबाजी कर मैच की लय तय कर दी, इसके बाद स्मिथ ने डेथ ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी की। 160 रन का स्कोर प्रतिस्पर्धी होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण भी किया।’’ भुवनेश्वर ने चार ओवर में एक मेडन से 12 रन देकर शुरुआती दो विकेट अपनी झोली में डाले।टिप्पणियां
आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे स्मिथ को 16 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के जड़ित पारी के बाद अच्छा क्षेत्ररक्षण करने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने तीन कैच लपके।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’
टेलर नियमित कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की जगह टीम की अगुवाई कर रहे हैं क्योंकि तमिलनाडु सरकार ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को चेन्नई में खेलने की अनुमति नहीं दी है। टेलर ने कहा, ‘‘फिंच ने शुरू में बल्लेबाजी कर मैच की लय तय कर दी, इसके बाद स्मिथ ने डेथ ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी की। 160 रन का स्कोर प्रतिस्पर्धी होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण भी किया।’’ भुवनेश्वर ने चार ओवर में एक मेडन से 12 रन देकर शुरुआती दो विकेट अपनी झोली में डाले।टिप्पणियां
आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे स्मिथ को 16 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के जड़ित पारी के बाद अच्छा क्षेत्ररक्षण करने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने तीन कैच लपके।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की। हमने अच्छा क्षेत्ररक्षण भी किया।’’ भुवनेश्वर ने चार ओवर में एक मेडन से 12 रन देकर शुरुआती दो विकेट अपनी झोली में डाले।टिप्पणियां
आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे स्मिथ को 16 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के जड़ित पारी के बाद अच्छा क्षेत्ररक्षण करने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने तीन कैच लपके।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’
आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे स्मिथ को 16 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के जड़ित पारी के बाद अच्छा क्षेत्ररक्षण करने के लिये मैन ऑफ द मैच चुना गया जिन्होंने तीन कैच लपके।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्मिथ ने कहा, ‘‘मैं मैच के लिए खेलने के लिए तैयार था। मैथ्यूज के इस मैच में नहीं खेलने के कारण मुझे मौका मिला। मैं नहीं जानता कि मैं क्या सोच रहा था, लेकिन कभी कभार रिवर्स स्विप से छक्का लग जाता है। हमने अगर कुछ विकेट नहीं गंवाए होते तो 10 रन और जोड़ सकते थे।’’ |
पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में जहरीली शराब पीने से 20 लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज्यादा लोग अस्पपताल में भर्ती है. इनमें से 15 की हालत गंभीर बताई है.
15 लोग जिनकी हालत नाजुक बनी हुई है उन्हें कोलकाता के अस्पताल में भेजा गया है. ये घटना पूर्वी मिदनापुर के तामलुक की है. बाद में गुस्साए लोगों ने शराब बनाने वाली जगह पर जमकर तोड़फोड़ की. |
बिहार के चुनावी महासंग्राम में गुरुवार को जहां पांचवें और आखिरी चरण के लिए वोट डाले जा रहे हैं, वहीं हर दल और हर नेता के अपनी और पार्टी की जीत को लेकर अपने दावे हैं. राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने इसी कड़ी में ट्विटर पर लिखा है कि लक्ष्मी पूजन से पहले नरक चतुर्दशी मनाई जाती है और इस बार की दिवाली ऐतिहासिक होने वाली है.
बीजेपी के कद्दावर नेता सुशील मोदी ने ट्वीट किया है-
लक्ष्मीपूजन से पहले नरक चतुर्दशी मनायी जाती है। जंगल-झाड़ और कूड़े-कबाड़ पर अंतिम झाड़ू लगती है। 1/n...
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi)
November 5, 2015
2/1... आज अंतिम चरण में भारी मतदान कर गरीबी-कुशासन का सूपड़ा साफ करें। इस बार दीवाली ऐतिहासिक होगी।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi)
November 5, 2015
बीजेपी नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि बीजेपी को बीते चार चरणों में चुनाव में भारी मत प्राप्त हुए हैं और पांचवें चरण में भी पार्टी को बहुमत मिलेगा.
पीएम की रैलियों से हमें फायदा मिला: शरद यादव
जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने मधेपुरा में मतदान करने के बाद कहा कि महागठबंधन को दो-तिहाई बहुमत मिल रहा है. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ने जितनी रैलियां कीं, उतना ही फायदा हमें मिला. देश में बेचैनी है. साहित्याकार और बुद्धिजिवी परेशान हैं. हम देशभर में पार्टियों को गोलबंद करेंगे. सिर्फ बिहार में नहीं सभी जगह एक रहेंगे.'
बदलाव के लिए वोट कर रहे हैं लोग: शाहनवाज
बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने भी गुरुवार को सुपौल में वोट डाला. वोटिंग के बाद उन्होंने दावा किया कि आठ नवंबर को वोटों की गिनती में बीजेपी दो-तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग बदलाव के लिए और नरेंद्र मोदी के लिए वोट कर रहे हैं.
People are voting for change and for Modi ji. We will win by 2/3rd majority-Shahnawaz Hussain,BJP
#BiharPolls
pic.twitter.com/7RWxh2FYrl
— ANI (@ANI_news)
November 5, 2015
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में आशा और निराशा के बीच चुनाव है. लोग बदलाव चाहते हैं और हम जरूर जीतेंगे.
#BiharPolls
is between hope and disappointment. People want change, we'll win convincingly: Ravi Shankar Prasad
pic.twitter.com/Boj8qdeFOY
— ANI (@ANI_news)
November 5, 2015
राज्य में बनेगी दलितों की सरकार: मनोज झा
दूसरी ओर, आरजेडी के मनोज झा कहना है कि 5वें चरण में पिछले 4 चरणों से अधिक संख्या में वोटिंग का अनुमान है और जाहिर है कि बिहार में दलितों के लिए सरकार बनेगी. उन्होंने कहा, 'बीजेपी की हाथों में संविधान सुरक्षित नहीं है. बीजेपी ने चुनाव आयोग की कई नियमों का उल्लंघन किया है. अगर वो ऐसा ही करते रहे तो लोग पांच वर्षों का इंतजार नहीं करेंगे.' झा ने कहा कि सरकार बहुमत से नहीं, विश्वसनीयता से चलती है.
बिहार को बांटना चाहती है बीजेपी: केसी त्यागी
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने बीजेपी पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा, 'देश में बढ़ती असहिष्णुता के कारण सभी विकास कार्य ठप पड़ गए हैं. समाज असहिष्णु हो गया है. वो बिहार को भी बांट देना चाहते हैं, लेकिन बिहार की जनता जागरूक है. बीजेपी ने सांप्रदायिकता के बल पर वोट बैंक मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.'
हम कंफर्ट जोन में हैं: कांग्रेस
कांग्रेस नेता प्रेम चंद्र मिश्रा का कहना है कि महागठबंधन कंफर्ट जोन में है और राज्य में बीजेपी की हार के प्रबल संकेत हैं. उन्होंने कहा, 'राज्य में महागठबंधन की ही सरकार बनेगी.' मिश्रा ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव के दौरान कई नियमों का उल्लंघन किया है, लेकिन जाने क्यों चुनाव आयोग इस ओर चुप है. |
राजस्थान की राजपूत करणी सेना ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर एक बार फिर उग्र प्रदर्शन किया है. जयपुर में फिल्म के पोस्टर जलाए गए. यह भी धमकी दी, राजपूत समाज फिल्म देखे बिना रिलीज नहीं होने देगा. शनिवार को दोपहर 2 बजे के करीब जयपुर के राजमंदिर सिनेमा हॉल के बाहर जुटे सेना कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी भी की.
करणी सेना के जिलाध्यक्ष नारायण सिंह ने Aajtak.in से कहा, 'राजपूत समाज को दिखाए बिना फिल्म रिलीज नहीं हो सकती. शूटिंग के वक्त जब विवाद शुरू हुआ था, मेकर्स की ओर से रिलीज से पहले
राजपूत समाज के लिए
फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग का आश्वासन दिया गया था. अगर ऐसा नहीं किया गया, तो देश भर में राजपूत समाज से जुड़े संगठन इसे रिलीज नहीं होने देंगे.'
बता दें कि इससे पहले भी आशुतोष गोवारिकर की जोधा-अकबर के कंटेंट को लेकर राजस्थान में काफी बवाल हुआ था. राजपूत संगठनों के विरोध की वजह से फिल्म रिलीज नहीं हो पाई थी. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में भी राजपूत सामाज ने जोधा-अकबर के कंटेंट पर आपत्ति थी.
सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है कैंपेन
इससे पहले 21 सितंबर को ट्विटर पर रणवीर के एक स्टेटस को री-ट्वीट कर धमकी दी गई थी. जिस हैंडल से रीट्वीट हुआ वह करणी सेना के नाम पर बना है. फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभा रहे
रणवीर सिंह
ने ट्विटर पर लिखा था, 'रानी पद्मावती पधार रही हैं...सूर्योदय के साथ.' इस ट्वीट का जवाब देते हुए राजपूत करणी सेना ने लिखा, 'रानी पद्मावती अगर रानी पद्मावती बनकर पधार रही हैं तो स्वागत हैं, वरना रुकावट के लिए खेद होगा.' सोशल मीडिया पर कुछ राजपूत संगठनों की ओर से पद्मावती को लेकर कैम्पेन भी चलाया जा रहा है.
रानी पद्मावती अगर रानी पद्मावती बनकर पधार रही हैं तो स्वागत है, वरना रुकावट के लिए खेद होगा।🙏
#RaniPadmavatiArrivesTomorrow
pic.twitter.com/n3AmzQatXO
— राजपूत Karni Sena (@Karni_Sena)
September 20, 2017
भंसाली के साथ हुई थी हाथापाई
बता दें कि राजपूत करणी सेना का 'पद्मावती' फिल्म की शूटिंग के वक्त से ही फिल्ममेकर्स पर तथ्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगा रही है.इसे लेकर जयपुर के जयगढ़ किले में चल रही फिल्म की शूटिंग के दौरान भी काफी तोड़फोड़ की गई थी. सिर्फ इतना ही नहीं उस दौरान फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ हाथापाई भी हुई थी. करणी सेना फिल्म में अलाउद्दीन और पद्मावती के कथित प्रणय दृश्यों की शूटिंग से नाराज था. बाद में भंसाली ने फिल्म की शूटिंग रोक दी थी. इस फिल्म में दीपिका पादुकोण पद्मावती, रणवीर अलाउद्दीन, और शाहिद कपूर रानी पद्मावती के पति का रोल कर रहे हैं. ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होगी. |
ऐसा माना जाता है कि कुत्ता सबसे वफादार होता है. यह शायद वफादारी का ही इनाम होगा कि एक कुत्ता अब 6 लाख रुपये का मालिक बन गया है. मशहूर फिल्म एक्ट्रेस लॉरेन बैकॉल अपनी वसीयत में अपने कुत्ते के लिए 10 हजार डॉलर यानी 6 लाख रुपये से ज्यादा की जायदाद छोड़ गई हैं.
लॉरेन की इस महीने मौत हो गई थी. वेबसाइट 'contactmusic.com' के मुताबिक, लॉरेन (89) अपने पीछे 2.66 करोड़ डॉलर की संपत्ति छोड़ गई हैं. जिसमें से डेढ़ करोड़ रुपये उनके पोतों को, लंबे वक्त से साथ रह रहे उनके कर्मचारियों को 21 लाख रुपये और उनके कुत्ते पैपीलन सोफी की देखरेख के लिए भी 6 लाख रुपये दिए जाएंगे.
वसीयत के कागजात शुक्रवार को मैनहटन सरोगेट की अदालत में दाखिल किए गए हैं. डकोटा इमारत स्थित उनके अपार्टमेंट सहित उनकी बाकी संपत्ति और उसके अंदर रखा सारा सामान उनके तीन बच्चों लेसिल बोगार्ट, स्टीफेन हमफ्रे बोगार्ट और सैम रोबार्ड्स में बंटेगा. |
भारतीय डेविस कप खिलाड़ी युकी भांबरी ने बुधवार को लिएंडर पेस के निचली रैंकिंग वाले खिलाड़ी के साथ खेलने के इंकार करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि तब वह खुद भी उदीयमान खिलाड़ी थे जब रमेश कृष्णन ने 1992 बार्सिलोना ओलिंपिक के दौरान उन्हें मौका दिया था।
उन्नीस वर्षीय युकी ने कहा, ‘‘लिएंडर को याद रखना चाहिए कि 1992 में रमेश कृष्णन ने उन्हें मौका दिया था। लिएंडर 38.39 के हो गये हैं और अब समय है कि उन्हें टेनिस को यही चीज वापस करनी चाहिए।’’ पेस ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) को कहा है कि वह देश के शीर्ष रैंकिंग के खिलाड़ी हैं इसलिये वह महेश भूपति और रोहन बोपन्ना के उनके साथ जोड़ी बनाने से इंकार के बाद निचली रैंकिंग के खिलाड़ी से जोड़ी बनाने को तैयार नहीं है।टिप्पणियां
एआईटीए को लिखे इस पत्र में उन्होंने निचली रैंकिंग के खिलाड़ी विष्णु वर्धन (207वीं रैंकिंग) और युवा युकी (306वीं रैंकिंग) का जिक्र किया है। लेकिन युकी ने कहा कि वह लंबे समय से सर्किट पर खेल रहे हैं और किसी भी तरह से अनुभवहीन नहीं हैं।
युकी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा विवाद हो गया है जिसे सचमुच कोई नहीं चाहता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार हमें ओलिंपिक में दो युगल टीम भेजने का मौका मिला है और यह मेरे जैसे खिलाड़ी के लिये शानदार मौका है।’’ युकी ने कहा, ‘‘पेस ने अनुभवहीनता का हवाला दिया है। लेकिन मैं कुछ घंटे पहले ही विम्बलडन में ग्रास कोर्ट पर खेलकर आया हूं। मेरे पास काफी अनुभव है। मैं चेन्नई ओपन में कालरेस मोया के साथ खेल चुका हूं इसलिये अनुभवहीनता का कोई सवाल नहीं है।’’ युकी ने कहा कि टेनिस संघ और टेनिस जगत को युवाओं पर भरोसा दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पता नहीं क्यों खिलाड़ी किस चीज से डर रहे हैं। मैंने डेविस कप में दुनिया के 43वें नंबर के खिलाड़ी को हराया है और लिएंडर वहां पर मौजूद थे।’’ युकी ने पिछले महीने उज्बेकिस्तान में 35,000 डॉलर ईनामी राशि का एटीपी चैलेंजर खिताब जीता था आर यह उनकी पहली चैलेंजर ट्राफी थी।
उन्नीस वर्षीय युकी ने कहा, ‘‘लिएंडर को याद रखना चाहिए कि 1992 में रमेश कृष्णन ने उन्हें मौका दिया था। लिएंडर 38.39 के हो गये हैं और अब समय है कि उन्हें टेनिस को यही चीज वापस करनी चाहिए।’’ पेस ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) को कहा है कि वह देश के शीर्ष रैंकिंग के खिलाड़ी हैं इसलिये वह महेश भूपति और रोहन बोपन्ना के उनके साथ जोड़ी बनाने से इंकार के बाद निचली रैंकिंग के खिलाड़ी से जोड़ी बनाने को तैयार नहीं है।टिप्पणियां
एआईटीए को लिखे इस पत्र में उन्होंने निचली रैंकिंग के खिलाड़ी विष्णु वर्धन (207वीं रैंकिंग) और युवा युकी (306वीं रैंकिंग) का जिक्र किया है। लेकिन युकी ने कहा कि वह लंबे समय से सर्किट पर खेल रहे हैं और किसी भी तरह से अनुभवहीन नहीं हैं।
युकी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा विवाद हो गया है जिसे सचमुच कोई नहीं चाहता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार हमें ओलिंपिक में दो युगल टीम भेजने का मौका मिला है और यह मेरे जैसे खिलाड़ी के लिये शानदार मौका है।’’ युकी ने कहा, ‘‘पेस ने अनुभवहीनता का हवाला दिया है। लेकिन मैं कुछ घंटे पहले ही विम्बलडन में ग्रास कोर्ट पर खेलकर आया हूं। मेरे पास काफी अनुभव है। मैं चेन्नई ओपन में कालरेस मोया के साथ खेल चुका हूं इसलिये अनुभवहीनता का कोई सवाल नहीं है।’’ युकी ने कहा कि टेनिस संघ और टेनिस जगत को युवाओं पर भरोसा दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पता नहीं क्यों खिलाड़ी किस चीज से डर रहे हैं। मैंने डेविस कप में दुनिया के 43वें नंबर के खिलाड़ी को हराया है और लिएंडर वहां पर मौजूद थे।’’ युकी ने पिछले महीने उज्बेकिस्तान में 35,000 डॉलर ईनामी राशि का एटीपी चैलेंजर खिताब जीता था आर यह उनकी पहली चैलेंजर ट्राफी थी।
एआईटीए को लिखे इस पत्र में उन्होंने निचली रैंकिंग के खिलाड़ी विष्णु वर्धन (207वीं रैंकिंग) और युवा युकी (306वीं रैंकिंग) का जिक्र किया है। लेकिन युकी ने कहा कि वह लंबे समय से सर्किट पर खेल रहे हैं और किसी भी तरह से अनुभवहीन नहीं हैं।
युकी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा विवाद हो गया है जिसे सचमुच कोई नहीं चाहता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार हमें ओलिंपिक में दो युगल टीम भेजने का मौका मिला है और यह मेरे जैसे खिलाड़ी के लिये शानदार मौका है।’’ युकी ने कहा, ‘‘पेस ने अनुभवहीनता का हवाला दिया है। लेकिन मैं कुछ घंटे पहले ही विम्बलडन में ग्रास कोर्ट पर खेलकर आया हूं। मेरे पास काफी अनुभव है। मैं चेन्नई ओपन में कालरेस मोया के साथ खेल चुका हूं इसलिये अनुभवहीनता का कोई सवाल नहीं है।’’ युकी ने कहा कि टेनिस संघ और टेनिस जगत को युवाओं पर भरोसा दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पता नहीं क्यों खिलाड़ी किस चीज से डर रहे हैं। मैंने डेविस कप में दुनिया के 43वें नंबर के खिलाड़ी को हराया है और लिएंडर वहां पर मौजूद थे।’’ युकी ने पिछले महीने उज्बेकिस्तान में 35,000 डॉलर ईनामी राशि का एटीपी चैलेंजर खिताब जीता था आर यह उनकी पहली चैलेंजर ट्राफी थी।
युकी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा विवाद हो गया है जिसे सचमुच कोई नहीं चाहता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार हमें ओलिंपिक में दो युगल टीम भेजने का मौका मिला है और यह मेरे जैसे खिलाड़ी के लिये शानदार मौका है।’’ युकी ने कहा, ‘‘पेस ने अनुभवहीनता का हवाला दिया है। लेकिन मैं कुछ घंटे पहले ही विम्बलडन में ग्रास कोर्ट पर खेलकर आया हूं। मेरे पास काफी अनुभव है। मैं चेन्नई ओपन में कालरेस मोया के साथ खेल चुका हूं इसलिये अनुभवहीनता का कोई सवाल नहीं है।’’ युकी ने कहा कि टेनिस संघ और टेनिस जगत को युवाओं पर भरोसा दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘पता नहीं क्यों खिलाड़ी किस चीज से डर रहे हैं। मैंने डेविस कप में दुनिया के 43वें नंबर के खिलाड़ी को हराया है और लिएंडर वहां पर मौजूद थे।’’ युकी ने पिछले महीने उज्बेकिस्तान में 35,000 डॉलर ईनामी राशि का एटीपी चैलेंजर खिताब जीता था आर यह उनकी पहली चैलेंजर ट्राफी थी। |
हबीबगंज-इंदौर-हबीबगंज व भोपाल-इंदौर-भोपाल डबल डेकर वातानुकूलित एक्सप्रेस ट्रेन की सेवा आगामी 13 अगस्त से बंद हो जाएगी.
पश्चिम-मध्य रेलवे ने एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘रेल मंत्रालय ने 22183 व 22184 हबीबगंज-इंदौर-हबीबगंज तथा 22185 व 22186 भोपाल-इंदौर-भोपाल डबल डेकर वातानुकूलित एक्सप्रेस ट्रेन की सेवा आगामी 13 अगस्त से बंद किए जाने का निर्णय लिया है.’
इस बारे में रेल मंत्रालय का आदेश भोपाल रेलवे डिविजन को मिल चुका है. इस ट्रेन को चलाने के लिए रेलवे को प्रतिदिन लगभग 40 हजार रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है, जिसके कारण इसे बंद करने का फैसला किया गया है. रेल मंत्रालय के आदेश के अनुसार, अब यह ट्रेन 12 अगस्त को अंतिम बार चलेगी.
यह डबल डेकर ट्रेन भोपाल और इंदौर शहरों के बीच एक दिन में दो चक्कर चलती है और इसे पिछले साल 27 सितंबर को तत्कालीन केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री अधीर रंजन चौधरी द्वारा काफी जोर-शोर के साथ चालू किया गया था, लेकिन पहले ही दिन से इसमें यात्रियों की कमी रही. |
कुछ दिन पहले ही पूर्व सॉलिसिटर जनरल गोपाल सुब्रह्मण्यम ने सुप्रीम कोर्ट का जज बनने से इनकार करते हुए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी. अब खबर है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक अन्य वरिष्ठ वकील उदय ललित को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने का निर्णय लिया है.
खबरों के अनुसार, 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में स्पेशल प्रोसिक्यूटर रहे उदय ललित को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया जाएगा. ललित इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के लिए भी वकालत कर चुके हैं. ललित ने दो हाई प्रोफाइल आपराधिक मामलों में अमित शाह की ओर से केस लड़ा है.
मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने तीन हाई कोर्ट के जजों के साथ ही ललित का नाम भी सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किए जाने के लिए सुझाया है. ललित ने सोहराबुद्दीन शेख और तुलसीराम प्रजापति फर्जी एनकाउंटर मामले में अमित शाह की पैरवी की थी. इन दोनों मामलों में अमित शाह पर हत्या और हत्या की साजिश रचने का आरोप था.
कुछ ही दिन पहले पूर्व सालिसिटर जनरल गोपाल सुब्रह्मण्यम ने सुप्रीम कोर्ट का जज बनने से मना कर दिया था, जिससे अच्छा-खासा विवाद हो गया था. सुब्रह्मण्यम ने बीजेपी सरकार से समर्थन नहीं मिलने के कारण सुप्रीम कोर्ट का जज बनने की अपनी उम्मीदवारी को वापस ले लिया था. इस विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट के जज के मामले में यह नया डेवलपमेंट है.
पिछली यूपीए सरकार के कार्यकाल में 56 साल के सुब्रह्मण्यम सॉलिसिटर जनरल थे. उन्होंने मौजूदा एनडीए सरकार के उस फैसले पर ‘निराशा’ जताई थी, जिसमें कॉलेजियम से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के तौर पर उनके नाम पर पुनर्विचार करने को कहा गया, जबकि तीन और लोगों की उम्मीदवारी के प्रस्ताव मंजूर कर लिए गए हैं.
कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण मिश्रा, उड़ीसा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आदर्श कुमार गोयल और वरिष्ठ वकील रोहिंटन नरिमन के नाम पर पहले ही मुहर लग चुकी है. वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट का जज बनने वाले जस्टिस एन संतोष हेगड़े अंतिम जज थे. उन्हें 1999 में सीधे सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था. |
देश में देहज उत्पीड़ने के मामलों पर सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए बीते दिनों कहा था कि उत्पीड़ने के मामलों में तुरंत गिरफ्तारी जरूरी नहीं है. अब कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा है कि कोर्ट के उस फैसले का दहेज प्रताड़ना के मामलों पर क्या प्रभाव पड़ा है. इस बाबत केंद्र सरकार डेढ़ महीने में एक विस्तृत रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेगी.
सुप्रीम कोर्ट ने इस साल जुलाई में दिए अपने फैसले में कहा था कि दहेज उत्पीड़न को लेकर परिवार के सभी सदस्यों की तत्काल गिरफ्तारी ना हो. इसके बाद एक NGO मानव अधिकार मंच ने उस फैसले की समीक्षा की याचिका इस दलील के साथ लगाई कि इससे दहेज उन्मूलन कानून कमज़ोर होगा. इस याचिका की सुनवाई के दौरान जारी नोटिस के जवाब में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि वो कोर्ट के फैसले का अध्ययन कर रही है.
केंद्र सरकार ने कोर्ट को बताया कि वह विचार कर रही है कि इस फैसले को सम्यक ढंग से लागू कैसे किया जाए ताकि कानून पर अमल भी कारगर हो और निर्दोष लोगों को सताया भी न जा सके.
मानव अधिकार मंच ने मांग की है कि इसस संबंध में दूसरी गाइड लाइन बनाने की जरूरत है. क्योंकि कोर्ट के फैसले के बाद दहेज उत्पीड़न का कानून कमजोर हुआ है. याचिका में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट का हवाला भी दिया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2012 से 2015 के बीच 32,000 महिलाओं की मौत की वजह दहेज उत्पीड़न ही था.
इस साल जुलाई में आये फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आईपीसी की धारा-498 ए यानी दहेज प्रताड़ना मामले में सीधे गिरफ्तारी नहीं होगी. दहेज प्रताड़ना के मामलों को देखने के लिए हर जिले में एक परिवार कल्याण समिति बनाई जाए. गिरफ्तारी का आधार समिति की रिपोर्ट हो, यानी रिपोर्ट आने के बाद ही गिरफ्तारी होनी चाहिए उससे पहले नहीं.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में भी और सुनवाई के दौरान भी दहेज प्रताड़ना मामले में कानून के दुरुपयोग पर चिंता जताते हुए लीगल सर्विस अथॉरिटी से कहा है कि सभी जिले में परिवार कल्याण समिति बनाई जाए. इन समितियों में समाज के प्रभावशाली गणमान्य लोग भी शामिल किए जाएं ताकि पूरे मामले को निष्पक्ष रूप से समझा जाए. तब समिति की रिपोर्ट विश्वसनीय होगी और उस पर समुचित कानूनी कार्रवाई भी न्याय दिलाने में कारगर होगी. |
लोक लेखा समिति के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने आज इस बात से इनकार किया कि सेना में कैंटीन भंडार आपूर्ति में अनियमितताएं होने संबंधी कैग की रिपोर्ट पर चर्चा के लिये पीएसी के समक्ष विचार रखने को लेकर समिति और सैन्य प्रमुखों के बीच किसी तरह का कोई गतिरोध था.
जोशी ने यहां पीएसी की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘यह कहना गलत है कि समिति और सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के बीच किसी तरह का कोई गतिरोध था या सैन्य प्रमुखों को कोई हिचकिचाहट थी. अगर ऐसा होता तो तीनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारी आज समिति की बैठक में शामिल नहीं होते.’
उन्होंने कहा, ‘सैन्य प्रमुख इस बात को समझते हैं कि यह जानने के लिये कि जनता के धन का उचित उपयोग हुआ है या नहीं, पीएसी किसी भी अफसर को बुला सकती है या कोई दस्तावेज मांग सकती है. उन्हें (सैन्य प्रमुखों को) समिति के समक्ष अपने विचार जाहिर करने में कोई दिक्कत नहीं थी. यह बैठक सकारात्मक रही.’ बुधवार सुबह करीब 11 बजे थलसेना अध्यक्ष जनरल वी. के. सिंह सैनिकों के लिये सूखे राशन की खरीद के संबंध में आयी कैग की रिपोर्ट पर अपने विचार व्यक्त करने समिति के समक्ष उपस्थित हुए.
इसके बाद दोपहर को सेना में कैंटीन भंडार आपूर्ति में अनियमितताएं होने संबंधी कैग की रिपोर्ट पर चर्चा के लिये जनरल सिंह सहित वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल पी वी नाईक और नौसेना के उपप्रमुख डीके दीवान पीएसी के समक्ष उपस्थित हुए.
जोशी ने कहा, ‘समिति ने सैन्य प्रमुखों से कुछ मुद्दों पर स्पष्टीकरण देने को कहा. इस पर तीनों अधिकारियों ने कहा कि वे अपनी-अपनी सेना में विचार-विमर्श के बाद समिति को अपने विचारों से अवगत करायेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘सैन्य प्रमुखों के साथ हमारी बैठक सकारात्मक रही. इसमें व्यवस्था में सुधार लाने के संबंध में महत्वपूर्ण चर्चा हुई.’
सैन्य प्रमुखों को बुलाये जाने की जरूरत के बारे में पूछे जाने पर जोशी ने कहा, ‘तीनों सेनाओं में नियमों का निर्धारण उनके प्रमुख ही करते हैं. लिहाजा, जो नियम बनाते हैं उन्हें बुलाना जरूरी होता है ताकि यह जाना जा सके कि नियमों का अनुपालन किस तरह किया जा रहा है.’ उन्होंने साफ किया कि पीएसी ने सैन्य प्रमुखों से कुछ मुद्दों पर स्पष्टीकरण देने का ‘आग्रह’ किया था. उन्हें तलब नहीं किया गया था. सैन्य प्रमुखों ने समिति के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया और बताया कि किस तरह से राशन का प्रबंध किया जाता है.
सेना के वरिष्ठतम अधिकारियों को पीएसी के समक्ष बुलाये जाने का क्या यह अपनी तरह का पहला मामला है, इस पर जोशी ने कहा कि इससे पहले नौसेना के एक उच्च अधिकारी और मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी जैसे आला अफसर भी पीएसी की बैठक में शामिल हो चुके हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या सैन्य प्रमुखों को दोबारा बुलाये जाने की कोई संभावना है, जोशी ने कहा, ‘हमने कुछ मुद्दों पर सैन्य प्रमुखों से उनके विचार बताने को कहा है. अगर समिति जरूरत समझती है तो सैन्य प्रमुखों को दोबारा बुलाये जाने पर विचार किया जायेगा.’
बैठक के बाद थलसेनाअध्यक्ष जनरल सिंह ने कहा कि पीएसी के सदस्यों के सुझावों पर गौर किया जाएगा और छह महीने के अंदर समिति को एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘बैठक काफी बढ़िया रही. सांसदों ने कुछ अच्छे सुझाव पेश किए जिन पर हम गौर करेंगे.’ |
लेख: आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को कहा है कि मीडिया सरकार द्वारा किया गया स्टिंग ऑपरेशन शरारतपूर्ण, राजनैतिक साजिश का हिस्सा, पत्रकारिता के मूल्यों और मर्यादा के खिलाफ है। पार्टी इसके लिए मीडिया सरकार और स्टिंग को प्रायोजित करने वाले चैनल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करेगी।
आप के नेता योगेंद्र यादव ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीडी के आरोपों और उसके प्रमाणों में कोई तालमेल नहीं है। पूरी बातचीत को संदर्भ से काटकर दिखाया गया है। इस सीडी के आधार पर किसी उम्मीदवार के खिलाफ आप कोई भी कार्रवाई नहीं कर सकती है।
यादव ने कहा कि इस मामले में प्रेस परिषद और न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एसोसिएशन से शिकायत की जाएगी। प्रशांत भूषण इस संदर्भ में शीघ्र ही आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
इस बीच खबर है कि मीडिया संगठन, मीडिया सरकार ने पूरी असंपादित सीडी निर्वाचन आयोग को सौंप दी है।
यादव ने कहा कि यदि आयोग को पूरी असंपादित सीडी सौंप दी गई है तो वह आयोग से पूरे मामले की जांच कम से कम समय में करने की अपील करेंगे। वह आग्रह करेंगे कि आयोग मामले की जांच 48 घंटे में कर सके तो सबसे बेहतर होगा। यदि इस जांच में आप का कोई उम्मीदवार दोषी पाया गया तो पार्टी उसकी उम्मीदवारी वहीं खत्म कर देगी और इसके लिए सार्वजनिक घोषणा करेगी। |
अगर आपको डेटा बैक अप की चिंता सताती है तो यह खबर आपके लिए है. मेमोरी कार्ड बनाने वाली कंपनी सैनडिस्क ने 512 जीबी स्टोरेज क्षमता का एसडी कार्ड लॉन्च किया है. यह अब तक का सबसे बड़ा मेमोरी स्टोरेज कार्ड है.
इस कार्ड को सैनडिस्क Extreme PRO SDXC UHS-I नाम दिया गया है. यह कार्ड आकार में डाक टिकट जितना है और इसकी कीमत 800 डॉलर यानी करीब 51 हजार रुपए है. कंपनी का दावा है कि इस कार्ड पर तापमान, पानी, शॉक और एक्स-रे का असर नहीं होगा.
सैनडिस्क ने 10 साल पहले सबसे पहला एसडी कार्ड बनाया था, जिसकी क्षमता 512 एमबी थी. इस लिहाज से देखा जाए तो नए मेमोरी कार्ड की स्टोरेज क्षमता सबसे पहले लॉन्च हुए मेमोरी कार्ड से 1000 गुना ज्यादा होगी.
नए कार्ड को हाई क्वालिटी के 4K फॉर्मेट में शूटिंग करने वाले फिल्ममेकर्स को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. क्योंकि एचडी रिजॉल्यूशन से चार गुना बेहतर 4K फॉर्मेट के लिए बडी फाइल की स्टोरेज चाहिए. औसतन एक मिनट की 4K शूटिंग 5 जीबी जगह लेती है. |
A post shared by Saumya Tandon (@saumyas_world_) on Mar 7, 2018 at 8:20pm PST
A post shared by Saumya Tandon (@saumyas_world_) on Mar 5, 2018 at 9:16am PST |
रॉबर्ट श्लागिंटवाईट (Robert Schlagintweit, जन्म: २४ अक्टूबर १८३३, देहांत: ६ जून १८८५) एक जर्मन खोजयात्री था जिसने १९वीं सदी में ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी के लिए मध्य एशिया में कई यात्राएँ करीं और अपने संयुक्त राज्य अमेरिका के दौरों के बारे में भी लिखा।
जीवनी
रॉबर्ट श्लागिंटवाईट जर्मनी के म्यूनिख़ शहर के श्लागिंटवाईट परिवार के पाँच भाइयों में से चौथा भाई था। उसने छोटी उम्र में ही अपने दो बड़े भाइयों - हर्मन (Hermann) और एडोल्फ़ (Adolf) के साथ ऐल्प्स पहाड़ों का भ्रमण करना और उसपर लिखना शुरू कर दिया। इन तीनों ने मिलकर १८५४ में अपनी छानबीन का ब्यौरा 'ऐल्प्स के भौतिक भूगोल और भूविज्ञान पर नए अध्ययन' (Neue Untersuchungen über die physikalische Geographie und Geologie der Alpen) नामक कृति में प्रकाशित किया।
१८५४ में अलेक्जेण्डर वॉन हम्बोल्ट की सिफ़ारिश पर ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने हर्मन, एडोल्फ़ और रॉबर्ट को भारतीय उपमहाद्वीप में अपने क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों पर विज्ञानिक अनुसन्धान करने के लिए नौकरी पर रख लिया और विशेषकर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र पर छानबीन करने का ज़िम्मा दिया। उन्होंने अगले तीन सालों में दक्षिण भारत के दक्खन पठार और फिर हिमालय, काराकोरम और कुनलुन पर्वतों का दौरा किया। हर्मन और रॉबर्ट कुनलुन शृंखला पार करने वाले पहले यूरोपीय लोग थे।
इसके बाद रॉबर्ट यूरोप वापस चला गया और १८६३ में जर्मनी के गीसन विश्वविद्यालय (Gießen University) में भूगोल का प्रोफ़ेसर बन गया। १८६७ से १८७० तक उसने संयुक्त राज्य अमेरिका के कई दौरे किये। पहले उसने बोस्टन के लॉवेल संसथान (Lowell Institute) में 'पर्वतीय एशिया की पहाड़ियाँ और भौतिक भूगोल' पर १२ भाषण दिए और फिर पूरे देश का भ्रमण किया, जिसमें प्रशांत महासागर के तटवर्ती क्षेत्रों का दौरा भी सम्मिलित था। बाद में उसने जर्मन भाषा में अमेरिका पर कई किताबें लिखी जिनमें 'अमेरिका के प्रशांत रेलमार्ग', 'कैलिफ़ोर्निया', 'मोरमोन' और 'पश्चिमी अमेरिका की प्रेरी' शामिल हैं।
इन्हें भी देखें
सुम्गल
हिन्दूताश दर्रा
सन्दर्भ
अन्वेषक |
फिलीपींस में धर्म को अधिकांश लोगों द्वारा ईसाई धर्म के अनुयायी माना जाता है। आबादी का कम से कम 9 2% ईसाई है; लगभग 81% रोमन कैथोलिक चर्च से संबंधित हैं, जबकि लगभग 11% प्रोटेस्टेंट, पुनर्स्थापक और स्वतंत्र कैथोलिक संप्रदायों से संबंधित हैं, जैसे इग्लेसिया फिलिपिना इंडिपेंडेंट, इग्लेसिया एन क्रिस्टो, सातवें दिन एडवेंटिस्ट चर्च, फिलीपींस और ईवाजेलिकल में यूनाइटेड क्राइस्ट ऑफ क्राइस्ट। आधिकारिक तौर पर, फिलीपींस एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, संविधान के साथ चर्च और राज्य को अलग करने की गारंटी है, और सरकार को सभी धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करने की आवश्यकता है।
जनसांख्यिकी
अक्टूबर 2015 में फिलीपीन सांख्यिकी प्राधिकरण ने बताया कि कुल फिलिपिनो आबादी का 80.58% रोमन कैथोलिक थे, 10.8% प्रोटेस्टेंट थे और 5.57% मुसलमान थे।
प्राचीन स्वदेशी
पूर्व औपनिवेशिक काल के दौरान, फिलीपींस में एनिमिस का एक रूप व्यापक रूप से प्रचलित था। द्वीपसमूह में प्रत्येक जातीय-भाषाई जनजाति एक अलग स्वदेशी धर्म का अभ्यास करती है। आज, फिलीपींस ज्यादातर कैथोलिक और ईसाई धर्म के अन्य रूप हैं, और केवल कुछ हद तक स्वदेशी जनजातियों ने पुरानी परंपराओं का अभ्यास जारी रखा है। ये विश्वासों और सांस्कृतिक मोरों का एक संग्रह है जो इस विचार में कम या ज्यादा लुप्तप्राय है कि दुनिया आत्माओं और अलौकिक संस्थाओं द्वारा निवास करती है, दोनों अच्छे और बुरे हैं, और यह सम्मान प्रकृति पूजा के माध्यम से उन्हें दिया जाता है। प्रकृति के चारों ओर इन आत्माओं को "दिवाटा" के रूप में जाना जाता है, जो हिंदू धर्म (देवता) के साथ सांस्कृतिक संबंध दिखाते हैं। वर्तमान में, फिलीपींस में कमिशन एनजी विकांग फिलिपिनो के अनुसार 135 जातीय-भाषाई जनजातियां हैं। जिनमें से आधे से भी कम स्वदेशी धर्मों का अभ्यास करते हैं जिनका प्रयोग स्पेनिश उपनिवेशवाद से पहले किया गया है।
रोमन कैथोलिक धर्म
फिलीपींस में इस विश्वास से संबंधित लगभग 80.6% आबादी के अनुमान के साथ रोमन कैथोलिक धर्म मुख्य धर्म और सबसे बड़ा ईसाई संप्रदाय है। देश में एक महत्वपूर्ण स्पेनिश कैथोलिक परंपरा है, और स्पेनिश शैली कैथोलिक धर्म संस्कृति में एम्बेडेड है, जिसे पुजारी या फ्रायर्स से अधिग्रहित किया गया था।
जीसस चमत्कार क्रूसेड
जीसस चमत्कार क्रूसेड अंतर्राष्ट्रीय मंत्रालय (जेएमसीआईएम) फिलीपींस से एक प्रेषित पेंटेकोस्टल धार्मिक समूह है जो यीशु मसीह के सुसमाचार में विश्वास, चमत्कार, चमत्कार और उपचार के लिए भगवान में विश्वास के साथ विश्वास करता है। जेएमसीआईएम की स्थापना 14 फरवरी, 1975 को ईसाई प्रचारक वाइल्ड ई। अल्मेडा ने की थी।
प्रोटेस्टेंट
प्रोटेस्टेंटिज्म 20 वीं शताब्दी के अंत में अमेरिकियों द्वारा द्वीपों के अधिग्रहण के साथ फिलीपींस में पहुंचा। आजकल, वे 1910 के बाद से 10% की वार्षिक वृद्धि दर के साथ लगभग 10% -15% आबादी शामिल हैं| और रोमन कैथोलिक धर्म के बाद सबसे बड़ा ईसाई समूह बनाते हैं। 1898 में, स्पेन ने फिलीपींस को संयुक्त राज्य अमेरिका में खो दिया। अपने नए कब्जे के खिलाफ आजादी के लिए कड़वी लड़ाई के बाद, फिलिपिनो ने आत्मसमर्पण कर दिया और फिर से उपनिवेश किया गया।
हिंदू धर्म
मलेशिया और इंडोनेशिया में श्रीविजय साम्राज्य और माजापाइट साम्राज्य ने हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म को द्वीपों में पेश किया। फिलीपींस में वर्तमान में 600 से 1600 साल तक हिंदू-बौद्ध देवताओं की प्राचीन मूर्तियां मिली हैं|
संदर्भ
देश अनुसार धर्म
फिलीपींस |
यह एक लेख है: संविधान दिवस (Constitution Day) हर साल 26 नवंबर (November 26) को मनाया जाता है. 1949 में 26 नवंबर यानी आज ही के दिन भारत का संविधान (Constitution Of India) बनकर तैयार हुआ था. डॉ. भीमराव अंबेडकर (B. R. Ambedkar) ने संविधान को दो साल, 11 महीने और 18 दिनों में तैयार कर राष्ट्र को समर्पित किया था. हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है. भारत का संविधान (Indian Constitution) 26 जनवरी 1950 से लागू किया गया था. भारत सरकार द्वारा पहली बार 2015 में "संविधान दिवस" मनाया गया. डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद करने और संविधान के महत्व का प्रसार करने के लिए "संविधान दिवस" (Constitution Day of India) मनाया जाता है. बता दें कि संविधान सभा के सदस्य भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुने गए थे. जवाहरलाल नेहरू, डॉ भीमराव अम्बेडकर, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे. संविधान का मसौदा तैयार करने में किसी भी तरह की टाइपिंग या प्रिंटिंग का इस्तेमाल नहीं किया गया था. आज संविधान दिवस के मौके पर हम आपको भारत के संविधान से जुड़ी 5 बातें बताने जा रहे हैं. |
चार्ल्स फ्रीअर एंड्रयूज (12 फरवरी 1871 - 5 अप्रैल 1940) एक एंग्लिकन पुजारी और ईसाई मिशनरी, शिक्षक और समाज सुधारक तथा भारतीय स्वतंत्रता के एक सेनानी थे। वे रवींद्रनाथ ठाकुर और महात्मा गांधी के निकट सहयोगी बन गए थे और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ जुड़े रहे। उन्होंने गांधी को दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने के लिए मनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
गांधी जी प्यार से उन्हें "क्राइस्ट्स फेथफुल एपोस्टल" कहते थे। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान के लिए, सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली के उनके छात्रों एवं गांधीजी ने उन्हें दीनबंधु की उपाधि दी थी।
प्रारंभिक जीवन
चार्ल्स फ्रीर एंड्रयूज का जन्म 12 फरवरी 1871 को यूनाइटेड किंगडम में 14 ब्रुनेल टेरेस, न्यूकैसल अपॉन टाइन, नॉर्थम्बरलैंड में हुआ था। उनके पिता बर्मिंघम में कैथोलिक अपोस्टोलिक चर्च के "एंजेल" ( बिशप ) थे। एक दोस्त के दोमुंहेपन के कारण परिवार को आर्थिक बदहाली का सामना करना पड़ा था, और गुजारा चलाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी। एंड्रयूज की स्कूली शिक्षा बर्मिंघम के किंग एडवर्ड स्कूल में हुई। इसके बाद वे पेम्ब्रोक कॉलेज, कैम्ब्रिज में क्लासिक्स पढ़ने गये। इसी काल में वे अपने परिवार के चर्च को छोड़कर इंग्लैंड के चर्च में चले गये।
१८९६ में एंड्रयूज एक डीकोन बन गए, और दक्षिण लंदन में पेमब्रोक कॉलेज मिशन को संभाल लिया। एक साल बाद उन्हें पुजारी बना दिया गया, और कैम्ब्रिज में वेस्टकॉट हाउस थियोलॉजिकल कॉलेज के वाइस-प्रिंसिपल बन गए।
भारत में
विश्वविद्यालयी शिक्षा के बाद से एंड्रयूज क्रिश्चियन सोशल यूनियन में शामिल हो गये थे। वे गॉस्पेल के प्रति प्रतिबद्धता और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता के बीच संबंधों की खोज करने लग गये थे। इसी सन्दर्भ में पूरे ब्रिटिश साम्राज्य में, विशेष रूप से भारत में, न्याय के लिए संघर्ष के प्रति आकृष्ट हुए।
गांधीवादी
१९४० में निधन
1871 में जन्मे लोग |
देश में संस्कृति औऱ राष्ट्रीयता के नाम पर जो तोड़फोड़ औऱ हिंसा की तस्वीरें दिखती है उनका सच कुछ औऱ भी हो सकता है. संस्कृति के पहरेदार बनने का दावा करनेवालों का चेहरा कुछ और भी हो सकता है. ये कुछ और कितना भयानक और शर्मनाक हो सकता है इसका पूरा सच आजतक ने तहलका के साथ मिलकर उजागर किया है. जो लोग समाज में मर्यादा को बचाये रखने के लिये मरने मारने का दम भरते हैं उनका असली धंधा क्या है!
मैंगलोर के पब से लड़कियों को बाहर निकाल कर उनके साथ बदसलूकी करने की तस्वीरें आपके दिमाग में आज भी जिंदा होंगी और लड़कियों के साथ ऐसा सलूक करनेवाले संगठन श्रीराम सेना के मुखिया प्रमोद मुतालिक को भी आप नहीं भूले होंगे. मुतालिक की याद हम आपको इसलिये दिला रहे हैं क्योंकि हम उसी मुतालिक के असली चेहरे से रूबरू कराने जा रहे हैं.
धर्म और संस्कृति की रक्षा की आड़ में मुतालिक और उसके गुर्गों का असली चेहरा छिपा है. आजतक और तहलका की टीम ने अपने कैमरे में वो सच कैद किया है जो बताएगा कि मुतालिक राष्ट्रीयता, परंपरा और संस्कृति का पहरादार बनने का जो दावा करता है दरअसल वो एक फरेब है. सच ये है कि धर्म की आड़ में मुतालिक धंधा करता है.
एक खास धर्म की रक्षा करने की आड़ में भाड़े के गुंडो को भेजकर तोड़फोड़ कराने का धंधा करने वाले प्रमोद मुत्तालिक ने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रसाद अत्तावर से बात करने की बात कही तो तहलका-आजतक की टीम अत्तावर से मिलने निकल पड़ी.
काफी मशक्कत के बाद जब हम अत्तावर से मिले और हमने उसका सच जाना तो पैरों तले जमीन खिसक गयी और हमारा दावा है कि आप भी हैरत में पड़ जायेगे. आइये हम आपको बताते हैं श्रीराम सेना के मुखिया मुतालिक का एक और सच.
श्रीराम सेना के मुखिया प्रमोद मुतालिक का खासमखास (यानी दायां हाथ) प्रसाद अत्तावर है. अत्तावर के बारे में बाकी कुछ बताने से पहले हम आपको बताते हैं जीतेश के बारे में जो यह दावा करता है कि श्रीराम सेना के मुखिया प्रमोद मुतालिक की एक आवाज पर वो कुछ भी कर सकता है. मैंगलोर में कई दिनों की खास छानने के बाद आजतक तहलका के रिपोर्टरों से जब जीतेश टकराया तो वो हमें प्रसाद अत्तावर के पास ले गया.
जी हां प्रसाद अत्तावर, जिसका जिक्र हम आपसे पहले भी कर चुके हैं और ये भी बता चुके हैं कि ये प्रमोद मुतालिक का दायां हाथ है. इस शख्स के बारे में आजतक तहलका ने जब छानबीन शुरु की तो पता चला कि अत्तावर अंडरवर्ल्ड डान रवि पुजारी के लिये कारोबारियों से उगाही करने के लिये जेल जा चुका है. लिहाजा हमने इसका सच टटोलना शुरु किया और फिर इसने खुद ही अपना असली चेहरा हमारे सामने रख दिया.
अत्तावर ने बातचीत में हमसे कहा कि पैसा दो तो कर्नाटक ही क्यों महाराष्ट्र पश्चिम बंगाल औऱ उड़ीसा में किसी भी प्रदर्शनी में तोड़फोड़ हो जायेगी. इसपर हमने अत्तावर से प्रदर्शनी को लेकर अंडरवर्ल्ड की धमकी की बात रखी.
आजतक-तहलका और अत्तावर के बीच हुई बातचीत के कुछ अंशः
तहलका-आजतक: ऐसा हो सकता है हमारी प्रदर्शनी के अंदर...रवि पुजारी कोई कमेंट कर दे मीडिया के अंदर
अत्तावर: क्यों?
तहलका-आजतक: उससे हमे और पब्लिसिटी मिल जाएगी
अत्तावर: वो कैसे?
तहलका-आजतक: मिल जाएगी
अत्तावर: कैसे?
तहलका-आजतक: किसी भी नजरिए से...वो तो सोचना पड़ेगा. मान लो उसका जो विरोधी गैंग है उसकी कोई तस्वीर प्रदर्शनी में लगा देंगे और वो धमकी दे कि हमने ऐसा क्यों किया...ऐसा ही कुछ कर दें तो.
अत्तावर: तस्वीर...तस्वीर
तहलका-आजतक: वो जबरदस्त हो जाएगा
अत्तावर: वो छोड़ो..वो करेगा ना...वो भी करेगा
अत्तावर की बात का मतलब समझें तो प्रदर्शनी को सुर्खियों में लाने के लिये ये शख्स अत्तावर, अंडरवर्ल्ड की धमकी का इंतजाम भी करा सकता है. दंगे के धंधे का सच इतना ही नहीं है. हम अत्तावर का पूरा चेहरा देखना चाहते थे इसलिये बात का सिलसिला जारी रखा औऱ फिर थोड़ी ही देर में उसने पुलिस के साथ सेटिंग का सच भी उगल दिया.
अत्तावर ने कहा कि पुलिस को विश्वास में लेकर काम करना होगा. पुलिस को पैसे देकर ‘सेट’ करना होगा. इससे हिंसा के बाद की गिरफ्तारियों को सामान्य गिरफ्तारी साबित करेगी पुलिस. हिंसा करने वाले लड़कों पर मामूली धाराएं लगवानी होंगी. अत्तावर ने कहा कि हिंसा फैलाने वाले लड़के मैंगलोर के बाहर से होंगे.
इस पूरी बात चीत से कुछ बातें शीशे की तरह साफ हैं कि औऱ वो ये कि प्रमोद मुथालिक के लोगों के अंडरवर्ल्ड से भी रिश्ते हैं. प्रमोद मुथालिक के गुर्गे फायदे के लिए अंडरवर्ल्ड का इस्तेमाल करते हैं. संस्कृति की दुहाई देकर दंगे का धंधा किया जाता है. पंगा, पैसा लेकर आसानी से हो जाये इसके लिये मुतालिक के लोगों की पुलिस के साथ सेटिंग भी है और हिंसा की दुकानदारी करने वाले ये लोग मासूमों को गुमराह करते हैं.
लेकिन इसी दौरान प्रसाद अत्तावर को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है और हमारी डील की बात रुक जाती है. प्रसाद अत्तावर को कर्नाटक की सबसे सुरक्षित जेल बेल्लारी में रखा गया. पर प्रसाद अत्तावर कितना ताकतवर है और आसानी से पुलिस-प्रशासन को अपने हक में कर लेता है.
प्रसाद अत्तावर अंडरवर्ल्ड के इशारे पर उगाही के आरोप में पहुंच गया कर्नाटक की बेल्लारी जेल पर आजतक-तहलका की उसे बेनकाब करने की मुहिम यहीं नहीं रुकी. हमारे संवाददाता पहुंचे बेल्लारी जेल और वहां पर अत्तावर का खूंखार चेहरा हो गया बेनकाब कि कैसे पैसे के लिए श्रीराम सेना का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अपना ईमान बेचता है.
जेल में कैद प्रसाद अत्तावर ने ऐसे खुलासे किए जिनसे हड़कंप मच जाएगा. जेल में बंद होने के बावजूद अत्तावर डंके की चोट पर भाड़े में फसाद करवाने की पूरी गारंटी ले रहा था. इस गारंटी की बातचीत में अत्तावर से जो बात हुई उसके कुछ अंशः
तहलका-आजतक: पचास लड़का होगा जो तोड़फोड़...दंगा..टाइप करेगा
अत्तावर: हां...बिल्कुल...वो ये...सब किया न...पब का...ठीक वैसा ही
तहलका-आजतक: ठीक वैसा ही जैसा पब में किया था वैसी ही तोड़ फोड़...दंगा
अत्तावर: हां
तहलका-आजतक: जैसा पब में किया उससे अच्छा
अत्तावर: ये पब का कैसा हुआ...उससे बढ़िया...
तहलका-आजतक: हां
अत्तावर: ये वादा है...आपको पूरे नेशनल मीडिया में...
तहलका-आजतक: कवरेज मिल जाएगा...?
अत्तावर: हां कवरेज मिल जाएगा...नेशनल मीडिया में सब सेटिंग मैं करता हूं...
अत्तावर ये कह रहा है कि वो पब वाली तोड़फोड़ से बड़ी तोड़ करवायेगा और मीडिया में कवरेज भी दिलवायेगा. मैंगलोर जेल में अत्तावर से जब हमारी दूसरी मुलाकात हुई तो उसने इस बार हमें पैसे पर फसाद करने का अर्थशास्त्र बताया. अंडरवर्ल्ड से रिश्तों की पूरी कहानी अत्तावर ने खोलकर रख दी. साथ ही यह भी खुलासा कर दिया कि कैसे भाड़े में अंडरवर्ल्ड की धमकी भी बिकती है.
अत्तावर: नहीं..नहीं...मैंगलोर या
तहलका-आजतक: मैसूर
अत्तावर: मैसूर? दोनो जगह पर मैं सेटिंग करेगा
तहलका-आजतक: पैसा कितना लगेगा?
अत्तावर-नहीं...इधर बात करना ठीक नहीं है.
अत्तावर- मैंगलोर में...
तहलका-आजतक: हां प्रदर्शनी में 200 कार्यकर्ता होने चाहिए
अत्तावर-हां
तहलका-आजतक: पब की तरह ही तोड़-फोड़ होनी चाहिए
अत्तावर-वो मैं क्या बोलता हूं... वो सब मैं करेगा...आप रवि पुजारी को जानते हैं न...
तहलका-आजतक: जी
अत्तावर- रवि पुजारी को अपने साथ में लेगा...मैं पहले बोला था आपसे?
श्रीराम सेना के मुखिया प्रमोद मुतालिक का खासमखास प्रसाद अत्तावर ने तोड़फोड़ करने से लेकर अंडरवर्ल्ड डॉन तक का इंतजाम करने की गारंटी ली. इस बातचीत के बाद अत्तावर को मैंगलोर जेल से बेल्लारी जेल भेज दिया गया. लिहाजा तहलका-आजतक की टीम अत्तावर से मिलने बेल्लारी जेल पहुंची. यहां भी अत्तावर का असर दिख रहा था. अंदर एक अलग कमरे में हमारी मुलाकात अत्तावर से करायी गई.
अत्तावर: पेमेंट के बारे में...?
तहलका-आजतक: हां कुल कितना?
अत्तावर: अभी मैं क्या बोलता हूं...एक जगह पर होना है?
तहलका-आजतक: दो जगह, मैसूर और मैंगलोर
अत्तावर: पैसे के बारे में कैसे बात करूं
तहलका-आजतक: पुलिस की सेटिंग का है. संगठन का है. लड़का लोगों का है और आपका है. कितना कितना देना है. कुल कितना देना है. सारी सेटिंग आपको करनी है और रवि पुजारी का क्या है.
अत्तावर: वो भी मैं ही करेगा...अभी आपका दिल्ली में ये चल रहा है न...आप एक काम कीजिए कि आप मुझे अपना फोन नंबर दीजिए.
तहलका-आजतक: आप काम करोगे न
अत्तावर: हां
तहलका-आजतक: 50 लड़का मेरी पेटिंग को तोड़-फोड़ देगा
अत्तावर: हां
तहलका-आजतक: शहर के भीतर भी दंगा टाइप हो जाएगा
अत्तावर: वो सब भी कर देगा...देखेंगे आप कैसा?
श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने जब ठेके पर हिंसा फैलाने की हामी भरी, तब उसने ये भी बताया कि बैंगलोर में भी ये काम हो सकता है. खुद मुतालिक ने तहलका-आजतक के रिपोर्टर को बैंगलोर में अपने खास आदमी वसंत कुमार भवानी से मिलने को कहा. ये भवानी वही शख्स है, जो मैंगलोर में पब पर हमले के बाद श्रीराम सेना का प्रवक्ता बनकर मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा था.
प्रदर्शनी में बेवजह हिंसा फैलाने के लिए प्रमोद मुथालिक से बात पक्की होने के बाद हमारी मंज़िल था बैंगलोर शहर, जहां प्रमोद मुथालिक का सबसे खुराफाती साथी और श्रीराम सेना का बैंगलोर सिटी प्रमुख वसंत कुमार भवानी रहता है.
वसंत कुमार भवानी वही शख्स है, जो मैंगलोर के पब में हमले के बाद श्रीराम सेना का प्रवक्ता बना फिर रहा था. वैलेंटाइन डे के दिन जब कुछ लोगों ने प्रमोद मुथालिक के चेहरे पर कालिख पोती थी, तब श्रीराम सेना की ओर से जवाबी हमला बोलने वाला भी भवानी ही था. भवानी ठीक-ठाक पैसे वाला है और प्रमोद मुथालिक का सबसे खास साथी भवानी ही है. भवानी के बारे में खुद मुथालिक ने बताया था कि हिंसा फैलाने जैसे काम में भवानी बहुत माहिर है.
प्रमोद मुथालिक- मैं क्या बता रहा हूं..वहां के हमारे प्रेसिडेंट हैं.
रिपोर्टर- बैंगलोर के..?
प्रमोद मुथालिक- बैंगलोर के...वो भी बहुत स्ट्रांग हैं..आपसे परिचय हो गया?
अब आप जान गए होंगे कि मुथालिक और श्रीराम सेना के लिए कितनी अहमियत रखता है भवानी. बैंगलोर के जयनगर इलाके में एक छोटे से कैफे में भवानी से मुलाकात हुई. भवानी ने बातचीत के दौरान अपना पूरा प्लान समझाना शुरू किया कि बैंगलोर के किस इलाके में प्रदर्शनी लगाना और प्रदर्शनी में हिंसा फैलाना बेहतर होगा. भवानी- ये रवींद्र कलाक्षेत्र मालूम है ना आपको...?
रिपोर्टर- हां..हां..
भवानी- उसके पीछे एक खुला स्टेज है..
रिपोर्टर- कितना क्राउड आ सकता है उसमें...?
भवानी- दो हज़ार...
रिपोर्टर- दो हज़ार..लेकिन वो सांप्रदायिक तौर पर तो संवेदनशील है ना?
भवानी- कम्युनलवाइज़ भी सेंसिटिव है..बोले तो उधर से मार्केट बहुत नजदीक है...
रिपोर्टर- सिटी मार्केट?
भवानी- सिटी मार्केट...
रिपोर्टर- हां फिर तो उधर मुस्लिम एरिया है..
भवानी- इसलिए वो जगह बहुत अच्छा है आपके लिए..शिवाजी नगर से वहां बहुत अच्छा स्कोप है, क्योंकि वहां बगल में मुस्लिम पॉपुलेशन भी बहुत ज़्यादा है...
भवानी अच्छी तरह जानता है कि किस इलाके में हिंसा फैलाना आसान है. कला प्रदर्शनी के नाम पर हिंसा फैलाने की बात हो रही थी और वसंत कुमार नाम का ये शातिर अब हमें ये समझा रहा था कि जिस इलाके में वो हिंसा फैलाना चाहता है, उस जगह का फायदा क्या है..?
रिपोर्टर- हां सिटी मार्केट में तो है..लेकिन उधर कॉमर्शियल एरिया ज़्यादा पड़ जाता है उधर...
भवानी- आपका जो थिंकिंग है ना, उसके लिए सूट हो जाता है उधर...
रिपोर्टर- हमारी जो प्रोफाइल है उसको सूट करता है..?
भवानी- उसको सूट करता है..शिवाजीनगर से ज़्यादा सूट है..शिवाजी नगर एक रिमोट एरिया हो गया, ये फ्लोटिंग ज़्यादा है...
रिपोर्टर- शिवाजी नगर किया तो वहां पर ये लगेगा...वहां पर एजूकेटेड क्लास नहीं है तो वहां क्यों कर रहा है...सिटी मार्केट किया तो..
भवानी- आपको आइडिया के लिए और इस कॉन्सेप्ट के लिए ये मैच हो रहा है..क्योंकि इलिटरेट आके आपका गैलरी तो देखने वाला नहीं है..देखेगा तो ये आपका..अपर क्लास..मिडिल क्लास...
रिपोर्टर- एलिट क्लास..
भवानी को पता है कि जहां अपर क्लास के लोगों की भीड़ होगी, वहां तोड़-फोड़ करने से ज़्यादा सुर्खियां मिलेंगी. भवानी जिस जगह पर हिंसा फैलाने की बात कर रहा था, उसका एक और फायदा था. भवानी जानता था कि ऐसी जगह पर पूरी तैयारी के साथ हिंसा फैलाने के बाद भी किसी को शक नहीं होगा कि सब कुछ पहले से तय था.
भवानी- अपर क्लास ही ज़्यादा देखेगा.. तो अपर क्लास... आप शिवाजी नगर में रखेंगे तो कौन आएगा.. ये प्री-प्लान्ड लगेगा सबको...
रिपोर्टर- हम्मम..
भवानी- अगर शिवाजी नगर किया तो... हां ये अगर एक डायरेक्शन से सोचेंगे तो सही बात है लेकिन उसको ज़्यादा हवा नहीं मिलेगा...
रिपोर्टर- हां..लोगों को कहीं लग सकता है...कहीं अंडर टेबल अलायंस है..
भवानी- लग सकती है...
वसंत कुमार भवानी बैंगलोर में प्रदर्शनी के दौरान हिंसा फैलाने के लिए राज़ी था. वो एक-एक पहलू पर गौर करने के बाद पूरा प्लान तैयार कर चुका था और अपनी डायरी देखने के बाद उसने प्रदर्शनी में हिंसा फैलाने के लिए सबसे अच्छा दिन भी बताया. वो जानता था कि वीकेंड में प्रदर्शनी देखने के लिए ज़्यादा लोग जुटेंगे..इसलिए उसने वीकेंड का दिन चुना हिंसा फैलाने के लिए.
भवानी- वीकेंड दंगों के लिए ठीक रहता है. वीकेंड में ज़्यादा भीड़ होगी और बड़ा सीन क्रिएट होगा. पुलिस के साथ सेटिंग का जुगाड़ हम कर लेंगे. लेकिन पहले हम पैसों की बात तय कर लें.
बसंत कुमार भवानी की बातों से आप समझ सकते हैं कि बैंगलोर में दंगा भड़काना उसके लिए मामूली सी बात है. वो गारंटी दे रहा था काम की. बशर्ते कि उसे मनचाहा दाम मिले.
वसंत कुमार भवानी. श्रीराम सेना का बैंगलोर सिटी का प्रमुख ये शख्स हमारी-आपकी सोच से भी ज़्यादा शातिर है. उसने ना सिर्फ पैसे लेकर हिंसा फैलाने के लिए जगह सुझाई, बल्कि ये भी बताया कि किसे चीफ गेस्ट बनाने से हिंसा फैलाने का काम आसान होगा और जब बात पैसों की आई, तो भवानी ने एक-एक काम का रेट लिस्ट पेश कर दिया.
बैंगलोर में प्रमोद मुथालिक के राइट हैंड वसंत कुमार भवानी ने हिंसा फैलाने के लिए सिटी मार्केट की जगह क्यों चुनी, ये तो आप सुन ही चुके हैं. ये उसके प्लान का पहला हिस्सा था. ये भी इसी शातिर का आइडिया था कि अगर प्रदर्शनी में किसी मुस्लिम नेता को चीफ गेस्ट बनाया जाए, तो श्रीराम सेना का काम और भी आराम से होगा. चीफ गेस्ट बनने लायक नेताओं का नाम भी भवानी ने ही सुझाया.
भवानी- मुमताज अली को ही बुलाइए ना...
रिपोर्टर- किसको..?
भवानी- मुमताज अली को..
रिपोर्टर- ये कौन है...?
भवानी- वक्फ बोर्ड का मिनिस्टर है ना... अभी...
रिपोर्टर- कर्नाटक से..?
भवानी- हां...
रिपोर्टर- आ जाएगा वो तो..कितना एज होगा मुमताज अली का..?
भवानी- फिफ्टी के ऊपर है...
चीफ गेस्ट का नाम सुझाने के बाद भवानी ने ये बताना शुरू किया कि हिंसा फैलाने से पहले क्या-क्या तैयारी करनी है. उसने बताया कि मौके पर एंबुलेंस भी चाहिए. क्योंकि पहले से तय हिंसा में कितना खून-खराबा होगा, ये तो भवानी भी नहीं जानता.
भवानी- मैं इसका एश्योरेंस नहीं दे सकता... आपका डैमेज कितना होगा..डैमेज तो होगा.. लेकिन कितना होगा, ये गारंटी नहीं दे सकता...क्योंकि हमारे लड़के बहुत फेरोसियस (उग्र) लड़के हैं...वो आगे-पीछे नहीं देखते..
रिपोर्टर- एक बार किया तो किया...
भवानी- किया...मैं उनको अवॉयड भी नहीं कर सकता, क्योंकि मेरे ऊपर भड़क जाएंगे...जब नेता ही फेरोसियस है तो उनके फॉलोअर भी फेरोसियस होंगे...इतना मैं आपको बोलना चाहता हूं...डैमेज तो होगा लेकिन कितना होगा.. ये बोल नहीं सकता हूं..
भवानी की बातों से साफ है कि उसके गिरोह में भाड़े पर मार-पीट करने...तोड़-फोड़ करने वालों की पूरी फौज है. वो हमें बता रहा था कि एक बार उसके लड़के बेकाबू हो गए, तो उन्हें कंट्रोल करना मुश्किल होगा. इसीलिए भवानी बता रहा था कि एंबुलेंस तैयार रखना पड़ेगा.
रिपोर्टर- पब्लिक बीटिंग हो सकती है...?
भवानी- हो सकती है...उधर आके जो भी आके उनको...क्योंकि ये सब भी कर देते हैं हमारे लड़के...
पोर्टर- भीड़ वगैरह आई तो फिर कंट्रोल नहीं होता..
भवानी- कंट्रोल नहीं होता है..
रिपोर्टर- एंबुलेंस तैयार रखना पड़ेगा..?
भवानी- बिल्कुल...वो भी हो सकता है.. वो फिर मेरे लोग हैं..जब लेते हैं ना कुछ...तो फिर उनको समझाना पड़ता है...बोलना पड़ता है...केस ज़्यादा हो जाएगा..पहले से ज़्यादा केस है...कंट्रोल करो...सिर्फ जो ये डिस्प्ले है उसको थोड़ा...ये...
रिपोर्टर- डैमेज करो...
भवानी- डैमेज करो...लोगों को टच मत करो...
रिपोर्टर- ये सुनते नहीं हैं लेकिन..
भवानी- इतना तो मैं समझा दूंगा लेकिन...बोल नहीं सकते ना.. एक-आध तो रहता है जो लेके मिला उसको तोड़ दो, फोड़ दो.. ऐसे सिरफिरे लोग हैं..
प्रदर्शनी के दौरान हिंसा फैलाने का एक-एक प्लान बताने के बाद भवानी मुद्दे की बात पर आया. यानी कि दंगा फैलाने के एवज में दाम कितना मिलेगा?
रिपोर्टर- उन्होंने मुझे दो लाइन बोला था..संगठन के लिए अलग..कार्यकर्ता के लिए अलग...तो मैंने संगठन के लिए 5 लाख का..तो बोले देखेंगे..कार्यकर्ताओं के लेवल पर ये हो जाएगा कि केस वगैरह पड़ गया तो ठीक है..कार्यकर्ताओं के लिए 50 हज़ार पर...कुछ उसको मिल जाएगा..कुछ उसके केस में यूज़ हो जाएगा...दस लड़का आ गया तो 5 लाख..उन्होंने मुझे बोला यूं..संगठन का आप क्या करते हो वो मुथालिक जी के साथ है और लड़का... वो मैं आपको खुद दूंगा..पुलिस का जो सेटिंग है..वो भी करके दूंगा..कि वो भी करना पड़ेगा...
भवानी- पुलिस का सेटिंग भी करना पड़ेगा...बिना उसका नहीं होगा...
भवानी की ये बात बेहद हैरान करने वाली है. वो हिंसा फैलाने का ठेका ले रहा है और हिंसा फैलाने से पहले ही पुलिस के साथ सेटिंग करने की बात भी कह रहा है. इसके लिए वो सौदे में अलग से रकम तय करने में जुटा रहा.
रिपोर्टर- नहीं...होगा.. तो वहां पर 3 फेज़ में जा रहा है...3 डाइमेंशनल...संगठन का अलग..कार्यकर्ताओं का अलग और पुलिस का अलग...
भवानी- पुलिस का अलग...
भवानी हिंसा फैलाने के सौदे में भी पूरी सावधानी बरत रहा था. उसने बैंगलोर में हिंसा फैलाने के एवज में पहले हमसे हमारे बज़ट के बारे में पूछा और फिर ये पूछने लगा कि मैंगलोर में इस काम के लिए श्रीराम सेना के उपाध्यक्ष प्रसाद अतावर ने कितने पैसों में हामी भरी है...? भवानी की बातों से ये साफ इशारा मिल रहा था कि दंगे के धंधे में उसके और अतावर के बीच होड़ चल रही है कि संगठन के लिए कौन, कितना पैसा कमा सकता है.
गुंडागर्दी और दंगे-फसाद का जाल खुफिया कैमरे में कैद हो चुका था. सारी बातें हो चुकी थीं. तय हो चुका था कि कैसे-कैसे दिया जाएगा तोड़-फोड़ को अंजाम. पैसों की बातचीत भी मुथालिक के एक आदमी से हो चुकी थी. अब बस मुथालिक की मुहर लगनी बाकी थी. हमारी टीम फिर पहुंची मुथालिक के पास.
इस बार मुथालिक की जुबान जरा बदली हुई सी थी. पता नहीं क्या बात थी कि पिछली मुलाकात में जो सीना चौड़ा कर अपने गुंड़ों और गुंडागर्दी की बात कर रहे थे, वो इस बार आत्मा की आवाज सुन रहे थे.
हालांकि, मुथालिक की ये बातें बस अपनी छवि को बचाए रखने के लिए थीं. अगर उनकी छवि पर दाग ना लगे, तो वो कुछ भी करने को तैयार हैं. हम ये इसलिये भी कह रहे हैं क्योंकि थोड़ी देर में ही मुथालिक अपनी पुरानी बातों पर लौट आए. वो तैयार थे कि उनके लोग फसाद करेंगे. तैयार थे कि पैसा लेकर उनके गुंडे तय जगह पर तोड़फोड़ करने पहुंच जाएंगे.
बात साफ है और वो ये कि मुथालिक खुद सीधे-सीधे पैसों का लेन-देन नहीं करते. लेकिन उन्हें पता होता है कि पैसे कहां और कैसे पहुंच रहे हैं. आजतक-तहलका के खुलासे में ये बात साफ है कि परंपरा और संस्कृति के नाम पर गुंडागर्दी की जो दुकान प्रमोद मुथालिक ने अपने साथियों के साथ मिलकर खोली है, वो खूब चल रही है.
तफ्सील से बताते हैं आपको कि दंगे के धंधे की कंपनी कैसे काम करती है मुथालिक के इशारे पर. कैसे पैसे के लिए धर्म की दुकानदारी चलाता है श्रीरामसेना का मुखिया प्रमोद मुथालिक. कैसे हिन्दू संस्कृति के नाम पर दंगे करती है मुथालिक की कंपनी. श्रीराम सेना का मुखिया प्रमोद मुतालिक दंगे की सुपारी लेता है. वो पैसे रुपए की बात नहीं करता और सुपारी अपने कारिंदे प्रसाद अत्तावर को दे देता है.
प्रसाद अत्तावर पैसे के दम पर हिंसा कर सुर्खियां बटोरने वाले से पूरी डील करता है. पैसे की बात करता है और फिर अपने साथी बसंत कुमार भवानी को ठेका दे देता है. बसंत पूरी रणनीति बनाता है कि कितने पैसे पर कितने लोग किस तरह से किस मुद्दे पर विरोध की हिंसा करेंगे और किन धाराओं पर पुलिस गिरफ्तारी करेगी और किन धाराओं पर मुकदमा कायम होगा.
किस शहर में दंगा करने के लिए किस शहर से आदमी पहुंचेंगें और फिर जब पैसे रुपए और पूरी रणनीति का ब्योरा तैयार हो जाता है तो प्रमोद मुतालिक-डील फाइनल करता है. फिर बसंत और अत्तावर अपने कारिंदे पुजारी,जीतेश और कुमार को सौंप देते हैं दंगे के धंधे की डील. ये तीनों दंगाइयों का इंतजाम करते हैं. उन्हें बताते हैं कि किस चीज को तोड़ना है और किसे छोड़ना है.
वो तय करते हैं कि किसे पीटना है और किसके मुंह पर कालिख पोतनी है और वही तय करते हैं कि हिंसा को किस अंजाम तक पहुंचाना है. इस तरह से मुतालिक की कंपनी काम करती है.
दुनिया सोचती है कि उग्र हिन्दूवादी संगठन संस्कृति की रक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं पर हकीकत ये है कि वो तो बस पैसा कमाने के लिए लोगों का इस्तेमाल कर रहे हैं और कुछ लोग पैसे के दम पर हिंसा का ठेका दे सुर्खियां बटोर रहे होते हैं. |
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ ने कहा कि उनका देश शत्रुओं के ‘नापाक मंसूबों’ से अवगत है और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाएगा.
गिलगित बाल्टिस्तान में एक सम्मेलन में जनरल राहिल ने कहा कि पाकिस्तान शत्रुओं के ‘नापाक मंसूबों’ से अवगत है और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाएगा.
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में यह सम्मेलन 46 अरब डॉलर की लागत से बन रही चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना की प्रगति पर चर्चा के लिए आयोजित किया गया था.
डॉन न्यूज की खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की खुफिया एजेंसी ‘‘रिसर्च एंड एनालिसिस विंग’’ (रॉ) का खासतौर पर जिक्र करते हुए जनरल राहिल ने देश को आश्वासन दिया कि उसकी सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं. बहरहाल, सेना ने इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया है.
जनरल राहिल ने कहा कि सीपीईसी को पूरा किया जाएगा और इससे गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों को बहुत फायदा होगा. टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उग्रवाद के सफाये के लिए प्रतिबद्ध है. ‘‘हम दुनिया के कहने की परवाह नहीं करते लेकिन हम अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं और जिस तरह सेना आतंकवाद के खात्मे के लिए काम कर रही है उस तरह और कोई सेना नहीं कर सकती.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गिलगित बाल्टिस्तान में एक सम्मेलन में जनरल राहिल ने कहा कि पाकिस्तान शत्रुओं के ‘नापाक मंसूबों’ से अवगत है और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाएगा.
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में यह सम्मेलन 46 अरब डॉलर की लागत से बन रही चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना की प्रगति पर चर्चा के लिए आयोजित किया गया था.
डॉन न्यूज की खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की खुफिया एजेंसी ‘‘रिसर्च एंड एनालिसिस विंग’’ (रॉ) का खासतौर पर जिक्र करते हुए जनरल राहिल ने देश को आश्वासन दिया कि उसकी सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं. बहरहाल, सेना ने इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया है.
जनरल राहिल ने कहा कि सीपीईसी को पूरा किया जाएगा और इससे गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों को बहुत फायदा होगा. टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उग्रवाद के सफाये के लिए प्रतिबद्ध है. ‘‘हम दुनिया के कहने की परवाह नहीं करते लेकिन हम अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं और जिस तरह सेना आतंकवाद के खात्मे के लिए काम कर रही है उस तरह और कोई सेना नहीं कर सकती.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में यह सम्मेलन 46 अरब डॉलर की लागत से बन रही चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना की प्रगति पर चर्चा के लिए आयोजित किया गया था.
डॉन न्यूज की खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की खुफिया एजेंसी ‘‘रिसर्च एंड एनालिसिस विंग’’ (रॉ) का खासतौर पर जिक्र करते हुए जनरल राहिल ने देश को आश्वासन दिया कि उसकी सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं. बहरहाल, सेना ने इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया है.
जनरल राहिल ने कहा कि सीपीईसी को पूरा किया जाएगा और इससे गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों को बहुत फायदा होगा. टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उग्रवाद के सफाये के लिए प्रतिबद्ध है. ‘‘हम दुनिया के कहने की परवाह नहीं करते लेकिन हम अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं और जिस तरह सेना आतंकवाद के खात्मे के लिए काम कर रही है उस तरह और कोई सेना नहीं कर सकती.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
डॉन न्यूज की खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की खुफिया एजेंसी ‘‘रिसर्च एंड एनालिसिस विंग’’ (रॉ) का खासतौर पर जिक्र करते हुए जनरल राहिल ने देश को आश्वासन दिया कि उसकी सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं. बहरहाल, सेना ने इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया है.
जनरल राहिल ने कहा कि सीपीईसी को पूरा किया जाएगा और इससे गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों को बहुत फायदा होगा. टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उग्रवाद के सफाये के लिए प्रतिबद्ध है. ‘‘हम दुनिया के कहने की परवाह नहीं करते लेकिन हम अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं और जिस तरह सेना आतंकवाद के खात्मे के लिए काम कर रही है उस तरह और कोई सेना नहीं कर सकती.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उग्रवाद के सफाये के लिए प्रतिबद्ध है. ‘‘हम दुनिया के कहने की परवाह नहीं करते लेकिन हम अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं और जिस तरह सेना आतंकवाद के खात्मे के लिए काम कर रही है उस तरह और कोई सेना नहीं कर सकती.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उग्रवाद के सफाये के लिए प्रतिबद्ध है. ‘‘हम दुनिया के कहने की परवाह नहीं करते लेकिन हम अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं और जिस तरह सेना आतंकवाद के खात्मे के लिए काम कर रही है उस तरह और कोई सेना नहीं कर सकती.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
गलतुंडिका (tonsils) मानव के गले के पिछले हिस्से में स्थित एक अंग है। यह एक प्रकार का ऊतक हैं जो बाहरी रोगाणुओं से आक्रमण के विरुद्ध पहली रक्षा-पंक्ति की तरह काम करता है।
परिचय
गला हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसका महत्व इसी बात से स्पष्ट है कि शरीर के भीतर पहुंचने वाले खाद्य−पदार्थ तथा हवा−पानी के प्रवेश का दायित्व इसी पर है। इसी महत्वपूर्ण कार्य को निभाने के कारण यही हिस्सा हमारे द्वारा ग्रहण किये जाने वाले भोजन, जल तथा वायु में उपस्थित किसी भी जहरीले तत्व से सबसे पहले प्रभावित होता है। नाक और कान भी इससे अछूते नहीं रहते। हालांकि बाहरी रूप से देखने से हमारे नाक, गला व कान अलग−अलग दिखाई देते हैं परन्तु गले के भीतर जाकर इन तीनों अंगों की कोशिकाएं आपस में मिल जाती हैं। इस कारण इन तीनों अंगों में से किसी एक भी अंग में किसी प्रकार का संक्रमण हो जाता है तो उसका प्रभाव तीनों अंगों पर पड़ता है। इस कारण जरूरी है कि कोई भी संक्रमण होते ही जल्दी से उसका उपचार किया जाए।
बाहरी वातावरण में उपस्थित किसी भी जहरीले तत्व के संक्रमण से इन अंगों को बचाने के लिए प्रकृति ने मुख तथा गले की संरचना इस प्रकार की है कि उन जहरीले तत्वों को हमारे मुंह के अंदरूनी तंत्र पर कोई प्रभाव न पड़े। बाहरी रूप में देखने पर नाक व मुख एक सम्पूर्ण अंग के रूप में ही दिखाई देते हैं, उनके अलग−अलग हिस्से दिखाई नहीं देते। परन्तु वास्तव में यह अंग कई हिस्सों में बंटे होते हैं। हालांकि निटलकैविटी मारेटेज और नेटलचेप्टर देखने में तो अलग−अलग दिखाई देते हैं परन्तु पीछे जाकर गले की अंदर आपस में एक कैविटी में मिल जाते हैं जिसे 'ओरोफेरिंगल्स' कहते हैं। ओरोफेरिगल्स के ऊपर नाक के पीछे के भाग को 'लेजोफेरिंग्ल्स' कहते हैं।
गलतुंडिका के रोग
टांसिल की समस्या का कारण किसी भी प्रकार का संक्रमण या इन्फेक्शन हो सकता है जो हमारे शरीर में मुख व नाक से प्रवेश कर रहा हो। ये प्रदूषण या इन्फेक्शन वायरल या बैक्टीरियल किसी भी प्रकार के प्रदूषक से दूषित हवा सांस के माध्यम से जब शरीर में प्रवेश कर जाती है तो यह तुरंत समस्या पैदा कर सकती है। ऐसे स्थान जहां के वातावरण में बदबू, सीलन तथा अन्य किसी रासायनिक तत्व का समावेश हो ऐसे स्थानों में वायु के द्वारा निरन्तर जहरीले तत्वों के सम्पर्क में आने के कारण टांसिल रोग की समस्या खड़ी हो सकती है।
बच्चों में इस रोग के ज्यादा मामले दृष्टिगत होते हैं क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। ऐसा नहीं कि बड़ी उम्र के लोग इससे ग्रसित नहीं हो सकते उनमें भी यह समस्या देखी जा सकती है। टांसिलाइटिस इस रोग की एक खतरनाक अवस्था होती है क्योंकि शरीर में एन्टीबाडीज होने के कारण प्रतिक्रिया होती रहती है। इस अवस्था में जैसे ही एंटीजन हमारे शरीर में प्रवेश करता है वैसे ही टांसिल टिश्यू उससे लड़ना शुरू कर देते हैं इससे जो एंटीजन बनता है वह शरीर के अन्य भागों में उपस्थित प्रोटीन के साथ प्रतिक्रिया करके वहां भी इसी प्रकार के एंटीबाडीज बना देता है। इन एंटीबाडीज का दिल के वॉल्व पर सीधा प्रभाव पड़ता है तथा दिल के वॉल्व खराब होने का खतरा पैदा हो जाता है। टांसिल तो ज्यादातर बच्चों को होता है परन्तु इसका दिल पर पड़ने वाला दुष्प्रभाव किसी भी उम्र में पड़ सकता है। बचपन में गले के संक्रमण का उचित उपचार न होना भी हमारे देश में दिल की बीमारियों का एक कारण है। इसके अतिरिक्त टांसिल से बैराफेंगिल्स एपशिश, न्यूट्राफरिंग्ल्स एपाशीश जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं।
लक्षण एवं उपचार
शरीर की यांत्रिक संरचना में विषैले तत्वों को गड़बड़ी के कारण पैदा होने वाली इस समस्या की पहचान कुछ प्रारंभिक लक्षण देखकर की जा सकती है जैसे− बार-बार गला खराब होना, गले में सूजन होना, दर्द होना, बार−बार बुखार आना आदि। यदि ऐसे ही लक्षण रोगी को बार−बार हो रहे हों। जैसे एक वर्ष में पांच या छह बार तो उसे टांसिल का आपरेशन करवा लेना चाहिए। लेजर आपरेशन में दो से तीन घंटे का समय लगता है और बिल्कुल चीर−फाड़ नहीं होती। टांसिल से बचाव के लिए जरूरी है कि बच्चों को संतुलित भोजन दिया जाए ताकि उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो। सबसे जरूरी तो यह है कि टांसिल के लक्षण दिखते ही तुरंत डाक्टर से सम्पर्क करें। डाक्टर द्वारा दिए गए दवाई के कोर्स को पूरा करना चाहिए। अक्सर लोग थोड़ा सा आराम मिलते ही दवाई बंद कर देते हैं परंतु ऐसा करना रोग को और अधिक उग्र बना देता है। इस रोग के दौरान रोगी को खाना−पानी निगलने में तकलीफ होती है। ऐसे में बहुत से लोग कम खाते हैं, यह ठीक नहीं है। रोगी के शरीर की आवश्यकताओं की पूर्ति नरम या तरल खाद्य पदार्थ देकर की जारी चाहिए। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है।
इन्हें भी देखें
गलतुंडिकाशोथ
बाहरी कड़ियाँ
मानव गला |
आगरा के दशहरा घाट से यमुना नदी में सफाई अभियान के साथ प्रियंका चोपड़ा ने इस वर्ष का ग्रीनाथॉन मुहिम का शुभारंभ किया है। प्रियंका चोपड़ा इस मुहिम की कैंपेन अम्बेसेडर भी हैं। प्रियंका के साथ कार्यक्रम के होस्ट एनडीटीवी के ग्रुप सीईओ विक्रम चंद्रा भी मौजूद थे।
दुनिया में सुप्रसिद्ध ताजमहल के समीप यमुना में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस बार मुहिम के केंद्र में पर्यावरण को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान पर रखा गया है। नदी में भी प्लास्टिक से हो रहे प्रदूषण को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
एनडीटीवी और टोयोटा के इस साझे कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के अलावा कुछ गैर-सरकारी संगठन में शामिल हो रहे हैं। आईसीपीई नाम की संस्था एकत्र प्लास्टिक को रिसाइकिल करेगी। जल प्रदूषण से आगरावासी परेशान हैं। इसी परेशानी को दूर करने का भी यह एक प्रयास है।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि 20 मई को लगातार 12 घंटे का विशेष टीवी कार्यक्रम रखा गया है। पिछले वर्ष आयोजित ग्रीनाथॉन-3 में 11 करोड़ रुपये जुटाए गए थे जिन्हें सैकड़ों गांवों को रोशन करने में इस्तेमाल किया गया था। वहीं ग्रीनाथॉन एक और दो से अब तक 200 गांवों तक सौर ऊर्जा के जरिए रोशनी की जा चुकी है।
इस मौके पर विक्रम चंद्रा, प्रियंका चोपड़ा के अलावा, अभिनेता और मॉडल मिलिंद सोमण, संस्थापक और अध्यक्ष 'स्वेच्छा' विमलेंदु झा, डायरेक्टर जनरल सीएसई सुनीता नारायन, आरजे रेडियो मिर्ची रोहित वर्गीस भी उपस्थित थे।
दुनिया में सुप्रसिद्ध ताजमहल के समीप यमुना में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस बार मुहिम के केंद्र में पर्यावरण को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान पर रखा गया है। नदी में भी प्लास्टिक से हो रहे प्रदूषण को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
एनडीटीवी और टोयोटा के इस साझे कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के अलावा कुछ गैर-सरकारी संगठन में शामिल हो रहे हैं। आईसीपीई नाम की संस्था एकत्र प्लास्टिक को रिसाइकिल करेगी। जल प्रदूषण से आगरावासी परेशान हैं। इसी परेशानी को दूर करने का भी यह एक प्रयास है।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि 20 मई को लगातार 12 घंटे का विशेष टीवी कार्यक्रम रखा गया है। पिछले वर्ष आयोजित ग्रीनाथॉन-3 में 11 करोड़ रुपये जुटाए गए थे जिन्हें सैकड़ों गांवों को रोशन करने में इस्तेमाल किया गया था। वहीं ग्रीनाथॉन एक और दो से अब तक 200 गांवों तक सौर ऊर्जा के जरिए रोशनी की जा चुकी है।
इस मौके पर विक्रम चंद्रा, प्रियंका चोपड़ा के अलावा, अभिनेता और मॉडल मिलिंद सोमण, संस्थापक और अध्यक्ष 'स्वेच्छा' विमलेंदु झा, डायरेक्टर जनरल सीएसई सुनीता नारायन, आरजे रेडियो मिर्ची रोहित वर्गीस भी उपस्थित थे।
एनडीटीवी और टोयोटा के इस साझे कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के अलावा कुछ गैर-सरकारी संगठन में शामिल हो रहे हैं। आईसीपीई नाम की संस्था एकत्र प्लास्टिक को रिसाइकिल करेगी। जल प्रदूषण से आगरावासी परेशान हैं। इसी परेशानी को दूर करने का भी यह एक प्रयास है।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि 20 मई को लगातार 12 घंटे का विशेष टीवी कार्यक्रम रखा गया है। पिछले वर्ष आयोजित ग्रीनाथॉन-3 में 11 करोड़ रुपये जुटाए गए थे जिन्हें सैकड़ों गांवों को रोशन करने में इस्तेमाल किया गया था। वहीं ग्रीनाथॉन एक और दो से अब तक 200 गांवों तक सौर ऊर्जा के जरिए रोशनी की जा चुकी है।
इस मौके पर विक्रम चंद्रा, प्रियंका चोपड़ा के अलावा, अभिनेता और मॉडल मिलिंद सोमण, संस्थापक और अध्यक्ष 'स्वेच्छा' विमलेंदु झा, डायरेक्टर जनरल सीएसई सुनीता नारायन, आरजे रेडियो मिर्ची रोहित वर्गीस भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि 20 मई को लगातार 12 घंटे का विशेष टीवी कार्यक्रम रखा गया है। पिछले वर्ष आयोजित ग्रीनाथॉन-3 में 11 करोड़ रुपये जुटाए गए थे जिन्हें सैकड़ों गांवों को रोशन करने में इस्तेमाल किया गया था। वहीं ग्रीनाथॉन एक और दो से अब तक 200 गांवों तक सौर ऊर्जा के जरिए रोशनी की जा चुकी है।
इस मौके पर विक्रम चंद्रा, प्रियंका चोपड़ा के अलावा, अभिनेता और मॉडल मिलिंद सोमण, संस्थापक और अध्यक्ष 'स्वेच्छा' विमलेंदु झा, डायरेक्टर जनरल सीएसई सुनीता नारायन, आरजे रेडियो मिर्ची रोहित वर्गीस भी उपस्थित थे।
इस मौके पर विक्रम चंद्रा, प्रियंका चोपड़ा के अलावा, अभिनेता और मॉडल मिलिंद सोमण, संस्थापक और अध्यक्ष 'स्वेच्छा' विमलेंदु झा, डायरेक्टर जनरल सीएसई सुनीता नारायन, आरजे रेडियो मिर्ची रोहित वर्गीस भी उपस्थित थे। |
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली बार द्विपक्षीय सीरीज जीतकर भारत ने न केवल नया इतिहास रचा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) वनडे टीमों की रैंकिंग में पहला स्थान भी बरकरार रखा है.
छह वनडे मैचों की सीरीज में चार मैच जीतने के साथ ही भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 4-1 से सीरीज अपने नाम कर ली है. मंगलवार को पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए पांचवें मैच में भारत ने 73 रनों से जीत हासिल की थी.
भारत ने वनडे टीमों की रैंकिंग में 122 अंकों के साथ पहला स्थान बरकरार रखा है, वहीं साउथ अफ्रीका 118 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है. इंग्लैंड 116 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर काबिज है.
भारत की सीरीज जीत का साफ मतलब यह है कि इंग्लैंड वनडे सीरीज में न्यूजीलैंड को 5-0 से मात दे देता है, तो वह साउथ अफ्रीका को पछाड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लेगा.
टीम इंडिया ने रचा इतिहास
पोर्ट एलिजाबेथ वनडे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 73 रनों से जीत दर्ज कर टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है. विराट ब्रिगेड ने छह मैचों की वनडे सीरीज में 4-1 से अजेय बढ़त बनाते हुए सीरीज अपने नाम कर ली है.
भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर 26 साल में पहली बार कोई द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया है. अफ्रीका में इससे पहले भारतीय टीम मेजबान के खिलाफ कभी द्विपक्षीय वनडे सीरीज नहीं जीत पाई थी.
ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ा
इसके अलावा टीम इंडिया ने लगातार 9वीं बाइलैटरल (द्विपक्षीय) वनडे सीरीज जीतकर ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ दिया है. लगातार सबसे अधिक द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतने की बात करें, तो यह वर्ल्ड रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है. जिसने मई 1980 से मार्च 1988 के दौरान लगातार 15 सीरीज पर कब्जा किया. अब टीम इंडिया लगातार 9 सीरीज जीतकर दूसरे स्थान पर आ गई है, जबकि ऑस्ट्रेलिया (8) तीसरे स्थान पर है. |
सीनेट के चुनाव सम-संख्या वाले वर्षों में नवंबर के पहले सोमवार के बाद पहले मंगलवार को होते हैं, चुनाव दिवस, और प्रतिनिधि सभा के चुनाव के साथ मेल खाते हैं। सीनेटरों का चुनाव उनके राज्य द्वारा समग्र रूप से किया जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान का चुनाव खंड प्रत्येक राज्य (और कांग्रेस, यदि वह एक समान कानून लागू करना चाहता है) को एक ऐसी विधि बनाने की शक्ति देता है जिसके द्वारा सीनेटर चुने जाते हैं। स्वतंत्र और छोटी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मतपत्र पहुंच नियम भी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होते हैं। |
बिग बॉस 13 में कंटेस्टेंट्स के बीच चल रहा हाईवोल्टेज ड्रामा वक्त के साथ और ज्यादा बढ़ता चला जा रहा है. शहनाज जहां अपने चुलबुले और स्वीट अंदाज में फैन्स का दिल जीत रही हैं वहीं बाकी के कंटेस्टेंट्स भी अपने-अपने तरीकों से जीतने की अपनी संभावनाएं ज्यादा से ज्यादा बढ़ा रहे हैं. हिमांशी और शहनाज के बीच शुरू में जो चीजें बिगड़ती नजर आ रही थीं वो अब बेहतर होती दिख रही हैं.
बिग बॉस हाउस में वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट के तौर पर आईं
हिमांशी
खुराना और
शहनाज
गिल के बीच पहले तो चीजें बिगड़ती हुई सी दिखाई दीं, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि झगड़े और गलतफहमियों के बादल छंट रहे हैं. हिमांशी, आरती सिंह को अपने और शहनाज के बीच हुए झगड़े के बारे में बताती हुई नजर आईं. पिछले एपिसोड में पारस छाबड़ा डिनर टेबल पर हिमांशी को ये समझाते दिखे कि वह शहनाज की अपॉलजी को एक्सेप्ट कर ले.
पारस, शहनाज को बुलाता है और उससे कहता है कि वह सभी के सामने हिमांशी की मां से माफी मांगे. इसके बाद शहनाज कहती हैं कि वह गलत थीं और उन्होंने उस दौरान उन्हें बहुत सारी गलत बातें कहीं अब वह इसके लिए माफी मांगती हैं. शहनाज कहती हैं कि "मैं छित्तर वी खाऊंगी." इसके बाद पारस, हिमांशी से कहते हैं कि अब तो ठीक है? हिमांशी भी ठीक है कह कर बात खत्म करती हैं.
हिमांशी और शहनाज में किसकी होगी जीत?
हिमांशी और शहनाज के बीच चल रही तनातनी में कुछ लोग ऐसे हैं जो हिमांशी को सपोर्ट कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो शहनाज को सपोर्ट कर रहे हैं. कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें लगता है कि हिमांशी और शहनाज को एक नई और फ्रेश शुरुआत करनी चाहिए. फिलहाल ये कहा जा सकता है कि शहनाज का गेम काफी अच्छा चल रहा है और लगता है कि वह काफी आगे तक जाएंगी. |
समाजवादी पार्टी के कुनबे में कलह खत्म होने का एलान बेशक मुलायम सिंह यादव कर चुके हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है. समाजवादी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद शिवपाल यादव ने पहला काम एमएलसी अरविंद प्रताप यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा कर किया. बता दें कि अरविंद प्रोफेसर रामगोपाल यादव के भांजे हैं. इस मुद्दे पर रामगोपाल यादव ने बेशक चुप्पी साध रखी है लेकिन उनके सांसद बेटे अक्षय यादव ने बगावती तेवर दिखाए हैं.
अक्षय ने अरविंद के खिलाफ की गई कार्रवाई को सीधे अपने पिता
रामगोपाल यादव
का 'अपमान' बताया है. अक्षय ने कहा, 'मेरे पिता का बार-बार अपमान किया जा रहा है. पहले उनके खिलाफ मंत्री जी (शिवपाल यादव) के घर के बाहर नारेबाजी हुई, अब अरविंद को निकाल दिया, बिना किसी कारण के, बिना पूछताछ के वो बाहरी लोग ये सब करा रहे हैं, जो नहीं चाहते कि समाजवादी पार्टी की सरकार फिर बने.'
अखिलेश बनाए जाएं प्रदेश अध्यक्ष
अक्षय ने कहा कि वो बाहरी लोग कौन हैं, सब जानते हैं, हमने नेताजी (मुलायम सिंह) को पहले ही बता दिया था कि ये सब होगा. अरविंद परिवार के सदस्य हैं और वो
नेताजी
के खिलाफ बोलने की सोच भी नहीं सकते.' अक्षय ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष दोबारा दिए जाने की मांग भी की. अक्षय ने कहा, जब मंत्री जी (शिवपाल) के विभाग वापस हो गए तो अब मुख्यमंत्री जी का प्रदेश अध्यक्ष का पद भी वापस हो.'
'नेताजी सब ठीक कर देंगे'
अक्षय ने कहा, 'जो लोग मुख्यमंत्री के पक्ष में बात कर रहे हैं, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. ये असमंजस की स्थिति है. जिन लोगों ने बीएसपी सरकार के वक्त लाठियां खाईं, उन्हीं के खिलाफ एक्शन हो रहा है. पूरी पड़ताल होनी चाहिए, जो गलत कर रहे हैं उन पर एक्शन होना चाहिए.' अक्षय ने साथ ही
मुलायम सिंह यादव
पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें हर बात की जानकारी है और वो सब ठीक कर देंगे. अक्षय ने साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से धैर्य रखने और नाराजगी में कोई कदम नहीं उठाने की अपील भी की. |
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करने और उनकी तारीफ करने के लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साले अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव के खिलाफ कांग्रेस की ओर से अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यादव के खिलाफ कार्रवाई जल्द होगी लेकिन पार्टी इस मामले को बहुत ज्यादा तूल देना नही चाहेगी।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि उनके खिलाफ अगर कोई कार्रवाई होगी तो यह जिला या राज्य स्तर पर की जाएगी।
कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा चुनाव लड़ने वाले साधु यादव ने शुक्रवार को मोदी से मुलाकात के बाद कहा था कि राहुल के मुकाबले मोदी में प्रधानमंत्री बनने के ज्यादा गुण हैं। गुजरात के गांधीनगर में मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई इस मुलाकात में साधु यादव के साथ बिहार कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता दशई चौधरी भी थे।टिप्पणियां
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, ‘मुझे पक्का पता नहीं है कि वह अभी भी कांग्रेस में हैं या नहीं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उसके बाद हमने उन्हें पार्टी मामलों में सक्रिय नहीं देखा।’ राज्यसभा के पूर्व सदस्य साधु यादव ने 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले राजद से त्यागपत्र देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे और बेतिया से लोकसभा का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था।
इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से होनी वाली संभावित कार्रवाई के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने बगावत के मूड में दिखे यादव ने कहा कि वह इस मामले में किसी कार्रवाई से नहीं डरते।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि यादव के खिलाफ कार्रवाई जल्द होगी लेकिन पार्टी इस मामले को बहुत ज्यादा तूल देना नही चाहेगी।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि उनके खिलाफ अगर कोई कार्रवाई होगी तो यह जिला या राज्य स्तर पर की जाएगी।
कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा चुनाव लड़ने वाले साधु यादव ने शुक्रवार को मोदी से मुलाकात के बाद कहा था कि राहुल के मुकाबले मोदी में प्रधानमंत्री बनने के ज्यादा गुण हैं। गुजरात के गांधीनगर में मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई इस मुलाकात में साधु यादव के साथ बिहार कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता दशई चौधरी भी थे।टिप्पणियां
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, ‘मुझे पक्का पता नहीं है कि वह अभी भी कांग्रेस में हैं या नहीं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उसके बाद हमने उन्हें पार्टी मामलों में सक्रिय नहीं देखा।’ राज्यसभा के पूर्व सदस्य साधु यादव ने 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले राजद से त्यागपत्र देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे और बेतिया से लोकसभा का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था।
इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से होनी वाली संभावित कार्रवाई के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने बगावत के मूड में दिखे यादव ने कहा कि वह इस मामले में किसी कार्रवाई से नहीं डरते।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि उनके खिलाफ अगर कोई कार्रवाई होगी तो यह जिला या राज्य स्तर पर की जाएगी।
कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा चुनाव लड़ने वाले साधु यादव ने शुक्रवार को मोदी से मुलाकात के बाद कहा था कि राहुल के मुकाबले मोदी में प्रधानमंत्री बनने के ज्यादा गुण हैं। गुजरात के गांधीनगर में मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई इस मुलाकात में साधु यादव के साथ बिहार कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता दशई चौधरी भी थे।टिप्पणियां
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, ‘मुझे पक्का पता नहीं है कि वह अभी भी कांग्रेस में हैं या नहीं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उसके बाद हमने उन्हें पार्टी मामलों में सक्रिय नहीं देखा।’ राज्यसभा के पूर्व सदस्य साधु यादव ने 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले राजद से त्यागपत्र देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे और बेतिया से लोकसभा का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था।
इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से होनी वाली संभावित कार्रवाई के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने बगावत के मूड में दिखे यादव ने कहा कि वह इस मामले में किसी कार्रवाई से नहीं डरते।
कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा चुनाव लड़ने वाले साधु यादव ने शुक्रवार को मोदी से मुलाकात के बाद कहा था कि राहुल के मुकाबले मोदी में प्रधानमंत्री बनने के ज्यादा गुण हैं। गुजरात के गांधीनगर में मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई इस मुलाकात में साधु यादव के साथ बिहार कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता दशई चौधरी भी थे।टिप्पणियां
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, ‘मुझे पक्का पता नहीं है कि वह अभी भी कांग्रेस में हैं या नहीं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उसके बाद हमने उन्हें पार्टी मामलों में सक्रिय नहीं देखा।’ राज्यसभा के पूर्व सदस्य साधु यादव ने 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले राजद से त्यागपत्र देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे और बेतिया से लोकसभा का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था।
इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से होनी वाली संभावित कार्रवाई के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने बगावत के मूड में दिखे यादव ने कहा कि वह इस मामले में किसी कार्रवाई से नहीं डरते।
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, ‘मुझे पक्का पता नहीं है कि वह अभी भी कांग्रेस में हैं या नहीं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पिछला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उसके बाद हमने उन्हें पार्टी मामलों में सक्रिय नहीं देखा।’ राज्यसभा के पूर्व सदस्य साधु यादव ने 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले राजद से त्यागपत्र देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे और बेतिया से लोकसभा का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था।
इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से होनी वाली संभावित कार्रवाई के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने बगावत के मूड में दिखे यादव ने कहा कि वह इस मामले में किसी कार्रवाई से नहीं डरते।
इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से होनी वाली संभावित कार्रवाई के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने बगावत के मूड में दिखे यादव ने कहा कि वह इस मामले में किसी कार्रवाई से नहीं डरते। |
उच्चतम न्यायालय के 2जी सेवाओं के 122 लाइसेंस रद्द करने के आदेश से सबसे अधिक प्रभावित नॉर्वे की टेलीनॉर एएसए ने कहा है कि वह भविष्य में भारत में निवेश से पहले सभी विकल्पों पर विचार करेगी।
एक अन्य विदेशी कंपनी बहरीन टेलीकम्युनिकेशंस (बाटेल्को) ने तो एक और कदम आगे बढ़ते हुए भारत से बाहर निकलने का फैसला किया है। बाटेल्को का कहना है कि वह भारत में काफी ‘परेशानी’ महसूस कर रही थी। एक अन्य प्रभावित कंपनी रूस के सिस्तेमा समूह ने कहा है कि वह इस फैसले के खिलाफ पुनरीक्षा याचिका दायर करेगी।टिप्पणियां
वहीं फैसले से प्रभावित चौथी कंपनी संयुक्त अरब अमीरात की एतिसलात ने अभी इस मसले पर चुप्पी साधी हुई है। इन सभी चारों विदेशी कंपनियों की विभिन्न भारतीय दूरसंचार इकाइयों में अच्छी खासी हिस्सेदारी है। इन्हें 2008 में मोबाइल लाइसेंस आवंटित किया गया था। उच्चतम न्यायालय ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं।
टेलीनॉर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन फ्रेडरिक बकसास ने बुधवार को कहा कि हम भारत में अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए सभी संभव कदम उठा रहे हैं। ‘भविष्य में किसी भी निवेश से पहले हम सभी विकल्पों पर विचार करेंगे।’’ वहीं बहरीन की बाटेल्को ने भारत में अपनी सहयोगी एस-टेल में अपनी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की है। उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भारत छोड़ने वाली बाटेल्को पहली कंपनी है।
एक अन्य विदेशी कंपनी बहरीन टेलीकम्युनिकेशंस (बाटेल्को) ने तो एक और कदम आगे बढ़ते हुए भारत से बाहर निकलने का फैसला किया है। बाटेल्को का कहना है कि वह भारत में काफी ‘परेशानी’ महसूस कर रही थी। एक अन्य प्रभावित कंपनी रूस के सिस्तेमा समूह ने कहा है कि वह इस फैसले के खिलाफ पुनरीक्षा याचिका दायर करेगी।टिप्पणियां
वहीं फैसले से प्रभावित चौथी कंपनी संयुक्त अरब अमीरात की एतिसलात ने अभी इस मसले पर चुप्पी साधी हुई है। इन सभी चारों विदेशी कंपनियों की विभिन्न भारतीय दूरसंचार इकाइयों में अच्छी खासी हिस्सेदारी है। इन्हें 2008 में मोबाइल लाइसेंस आवंटित किया गया था। उच्चतम न्यायालय ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं।
टेलीनॉर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन फ्रेडरिक बकसास ने बुधवार को कहा कि हम भारत में अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए सभी संभव कदम उठा रहे हैं। ‘भविष्य में किसी भी निवेश से पहले हम सभी विकल्पों पर विचार करेंगे।’’ वहीं बहरीन की बाटेल्को ने भारत में अपनी सहयोगी एस-टेल में अपनी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की है। उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भारत छोड़ने वाली बाटेल्को पहली कंपनी है।
वहीं फैसले से प्रभावित चौथी कंपनी संयुक्त अरब अमीरात की एतिसलात ने अभी इस मसले पर चुप्पी साधी हुई है। इन सभी चारों विदेशी कंपनियों की विभिन्न भारतीय दूरसंचार इकाइयों में अच्छी खासी हिस्सेदारी है। इन्हें 2008 में मोबाइल लाइसेंस आवंटित किया गया था। उच्चतम न्यायालय ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं।
टेलीनॉर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन फ्रेडरिक बकसास ने बुधवार को कहा कि हम भारत में अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए सभी संभव कदम उठा रहे हैं। ‘भविष्य में किसी भी निवेश से पहले हम सभी विकल्पों पर विचार करेंगे।’’ वहीं बहरीन की बाटेल्को ने भारत में अपनी सहयोगी एस-टेल में अपनी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की है। उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भारत छोड़ने वाली बाटेल्को पहली कंपनी है।
टेलीनॉर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन फ्रेडरिक बकसास ने बुधवार को कहा कि हम भारत में अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए सभी संभव कदम उठा रहे हैं। ‘भविष्य में किसी भी निवेश से पहले हम सभी विकल्पों पर विचार करेंगे।’’ वहीं बहरीन की बाटेल्को ने भारत में अपनी सहयोगी एस-टेल में अपनी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की है। उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भारत छोड़ने वाली बाटेल्को पहली कंपनी है। |
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य विधान परिषद को सूबे के शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं में हो रही कथित धांधलियों की जांच कराने का आश्वासन दिया.
शून्य प्रहर के दौरान शिक्षक दल ने राज्य में शिक्षा विभाग में हो रही कथित वित्तीय अनियमितताओं का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि विभाग में कोई भी काम भ्रष्टाचार के बिना आगे नहीं बढ़ रहा है. ऐसा लगता है कि राज्य में सर्वशिक्षा अभियान का घोटाला राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान :एनआरएचएम: में हुए घपले से भी ज्यादा बड़ा है.
शिक्षक दल के सदस्यों ने मथुरा में एक अधिकारी द्वारा प्राथमिक तथा जूनियर हाईस्कूलों की चहारदीवारी बनाने के नाम पर 56 करोड़ रुपए हड़पे जाने का आरोप लगाया. |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को काठमांडू स्थित नेपाली संसद को संबोधित किया. दो दिवसीय दौरे पर पड़ोसी देश पहुंचे मोदी ने नेपाल को 10 हजार करोड़ नेपाली रुपये के रियायती कर्ज का ऐलान किया. मोदी ने पड़ोसी देश की जमकर तारीफ की और दोनों देशों के बीच रिश्ते को गंगा और हिमालय जितना पुराना बताया. उन्होंने नेपाल में संविधान-निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने पर खुशी जताई और कहा कि युद्ध से बुद्ध की तरफ जाने की इस प्रक्रिया को वह नमन करते हैं और इससे दुनिया भर में हिंसा को जरिया बनाने वाले लोगों को पुनर्विचार करने का संदेश मिलेगा.
पढ़िए नरेंद्र मोदी का पूरा भाषण
काशी से अपनी यात्रा आरंभ की और पशुपतिनाथ के चरणों में आकर खड़ा हुआ हूं. ये भूमि है जिसने विश्व को अचंभित करने वाले भगवान बुद्ध को जन्म दिया है. ऐसी सांस्कृतिक विरासत की धनी है. काशी में एक मंदिर है जहां का पुजारी नेपाल का होता है और नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर है जहां का पुजारी भारत का होता है. हिंदुस्तान ने आज तक कोई लड़ाई नहीं जीती है, जिसमें किसी नेपाली का रक्त न बहा हो. नेपाल का बहादुर कभी मरने मिटने के लिए पीछे नहीं रहा. भारत के लिए मरने मिटने वाले इन बहादुर नेपालियों को मैं आज नमन करना चाहता हूं.
PM
@narendramodi
meets PM Koirala of Nepal
pic.twitter.com/3RVWSA7wz0
— PMO India (@PMOIndia)
August 3, 2014
भारतीय सेना के एक फील्ड मार्शल कहते थे कि अगर वह मरने मारने को तैयार है तो या तो वह झूठ बोल रहा है या वह गोरखा है. लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला पूरा विश्व आज आप सबकी तरफ देख रहा है. संविधान के निर्माण के लिए ऋषि मन का होना जरूरी होता है. कितना पवित्र, उम्दा, व्यापक, विशाल काम आपके पास है और कितने भाग्यशाली हैं कि आपके पास अब संविधान निर्माण का काम है, इसलिए मैं आपको नमन करने आया हूं.
आपका संविधान जो बनेगा, वह नेपाल के लिए ही नहीं, विश्व के लिए एक स्वर्णिम पृष्ठ बनने वाला है. बुलेट का रास्ता छोड़कर, बैलेट के रास्ते जाने का संकल्प किया. मैं उन सबको प्रणाम करता हूं जिन्होंने युद्ध से बुद्ध की तरफ जाने का फैसला किया.
आपको आपकी मंजिल पर ले जाने का काम हमारा नहीं है.नेपाल एक सार्वभौम राष्ट्र है. हमारी इच्छा यह है कि यह देश हिमालय जैसी ऊंचाइयां हासिल करे. लोकतंत्र के अनुभवी होने के नाते हमारी इच्छा बस इतनी है कि संविधान जब बनकर आए तो वह ऐसा गुलदस्ता हो कि हर किसी को लगे कि मेरे हिस्से का फूल भी इसमें है. संविधान 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय' हो. संविधान जोड़ता है, संविधान कभी तोड़ता नहीं है. संविधान विवादों को संवाद की तरफ ले जाने का एक माध्यम होता है. भारत आपके संघीय लोकतांत्रिक गणतंत्र की परिकल्पना का आदर करता है, बस इंतजार है कि जल्दी से जल्दी हो.
नेपाल इतना धनी है कि बिजली की कमी को पूरा कर सकता है. और हम आपका पानी ऐसे नहीं लेना चाहते, खरीदना चाहते हैं. हम पानी भी आपका ऐसे नहीं लेना चाहते. वैसे भी कहावत है कि पानी और जवानी कभी पहाड़ के काम नहीं आते. पानी पहाड़ पर रुकता नहीं और जवान होने पर पहाड़ के लोग रोजगार की तलाश में निकल आते हैं.सिर्फ हिंदुस्तान को बिजली बेचकर भी नेपाल समृद्ध देशों में अपनी जगह बना सकता है. हम आपके साथ हैं. समझ लीजिए आज ही घोषणा कर दी. जब लक्ष्मण मूर्छित हो गए तो हनुमान संजीवनी लेने यहां आए. तमाम जड़ी-बूटियां हिमालय के गर्भ में पड़ी हैं.
रिक्शा वाला भी कमाता है, पान वाला भी कमाता है, चाय वाला भी कमाता है. जब चाय वाले का नाम आता है तो मुझे आनंद मिलता है. एडवेंचर के मिजाज वाले पूरे विश्व के युवाओं को आप ललकार सकते हैं कि आइए कितना बड़ा अवसर है. नेपाल को लेकर मेरे तीन प्रमुख बिंदु हैं. हाईवेज, आईवेज (इंफोर्मेशन वेज) और ट्रांसवेज (ट्रांसमिशन). ये तीनों हम नेपाल को जल्दी से जल्दी मुहैया कराएंगे.
हम जितनी बिजली नेपाल को दे रहे हैं उसे बढ़ाएंगे. अभी नेपाल का अंधेरा हम दूर करेंगे और एक दशक के बाद नेपाल हमारा अंधेरा दूर करेगा. हमें लगता है कि जितना जल्दी हम नेपाल को अपने पास ला सकें, लेकर आएंगे. जमीन को खिसकाने का तो कोई विज्ञान अभी आया नहीं है. लेकिन अगर महाकाली नदी पर ब्रिज बन जाए तो हमारे और आपके बीच की दूरियां घट जाएंगी. इसी तरह बॉर्डर भी हमारे लिए बैरियर नहीं हो सकती, बॉर्डर ब्रिज बनना चाहिए. |
सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून में संशोधन के खिलाफ एक तरफ देशभर में आरटीआई एक्टिविस्ट मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर आवाज बुलंद कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) आरटीआई कानून में संशोधन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रही है. बता दें कि गुरुवार को आरटीआई कानून में (संशोधन) विधेयक राज्य सभा से पास हो गया.
सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि आरटीआई कानून में संशोधन के खिलाफ देश के अलग-अलग एक्टिविस्ट और कानूनी जानकार अदालत जाने की तैयारी कर रहे हैं और उनकी पार्टी भी इस पर कानूनी परामर्श ले रही है. येचुरी ने दावा किया कि सूचना के अधिकार कानून में किए गए बदलाव के बाद जनता को सूचना मिलने का अधिकार खत्म हो जाएगा.
सीताराम येचुरी का कहना है कि इस कानून में बदलाव से सरकार में पारदर्शिता का अंत हो जाएगा. उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से गुहार लगाई है कि वह जनता के अधिकारों का ख्याल रखते हुए इस कानून पर दस्तखत न करें और इसे मंजूरी न दें. साथ ही उन्होंने राज्यसभा में इस मसले पर मोदी सरकार का साथ देने के लिए वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और बीजू जनता दल (बीजेडी) की आलोचना की.
बता दें कि संसद में सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून में संशोधन संबंधी विधेयक पारित होने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी मोदी सरकार पर निशाना साध चुके हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि भ्रष्टाचारियों की मदद करने के लिए सरकार आरटीआई को कमजोर कर रही है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘सरकार भ्रष्ट और चोरी करके भारत से भागने वालों की मदद के लिए आरटीआई को कमजोर कर रही है. यह भी अजीब बात है कि भ्रष्टाचार पर हल्ला मचाने वाली भीड़ अचानक गायब हो गई है.’ |
गोवा के एक पांच सितारा होटल के प्रबंधक को होटल की एक महिलाकर्मी के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कालांगूट पुलिस ने बताया कि 18-वर्षीय एक लड़की ने गोवा में कांडोलिम के एक पांच सितारा होटल में काम करने वाले विकास शर्मा (55) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उसने बेहोशी की हालत में उसके साथ बलात्कार किया।टिप्पणियां
पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी ने गुरुवार रात को उसे और होटल में काम करने वाली एक अन्य महिलाकर्मी को अपनी गाड़ी से घर छोड़ने का प्रस्ताव रखा। आरोपी ने रास्ते में दोनों लड़कियों को कथित रूप से शीतल पेय दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पेय पदार्थ पीने के बाद पीड़िता पर बेहोशी छाने लगी, लेकिन आरोपी ने वाहन में सवार दूसरी लड़की को भरोसा दिया कि वह उसे सुरक्षित उसके घर तक पहुंचा देगा। पीड़िता की शिकायत के अनुसार जब वह होश में आई, तो उसे अपने साथ बलात्कार होने का पता चला।
कालांगूट पुलिस ने बताया कि 18-वर्षीय एक लड़की ने गोवा में कांडोलिम के एक पांच सितारा होटल में काम करने वाले विकास शर्मा (55) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उसने बेहोशी की हालत में उसके साथ बलात्कार किया।टिप्पणियां
पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी ने गुरुवार रात को उसे और होटल में काम करने वाली एक अन्य महिलाकर्मी को अपनी गाड़ी से घर छोड़ने का प्रस्ताव रखा। आरोपी ने रास्ते में दोनों लड़कियों को कथित रूप से शीतल पेय दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पेय पदार्थ पीने के बाद पीड़िता पर बेहोशी छाने लगी, लेकिन आरोपी ने वाहन में सवार दूसरी लड़की को भरोसा दिया कि वह उसे सुरक्षित उसके घर तक पहुंचा देगा। पीड़िता की शिकायत के अनुसार जब वह होश में आई, तो उसे अपने साथ बलात्कार होने का पता चला।
पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी ने गुरुवार रात को उसे और होटल में काम करने वाली एक अन्य महिलाकर्मी को अपनी गाड़ी से घर छोड़ने का प्रस्ताव रखा। आरोपी ने रास्ते में दोनों लड़कियों को कथित रूप से शीतल पेय दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पेय पदार्थ पीने के बाद पीड़िता पर बेहोशी छाने लगी, लेकिन आरोपी ने वाहन में सवार दूसरी लड़की को भरोसा दिया कि वह उसे सुरक्षित उसके घर तक पहुंचा देगा। पीड़िता की शिकायत के अनुसार जब वह होश में आई, तो उसे अपने साथ बलात्कार होने का पता चला।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पेय पदार्थ पीने के बाद पीड़िता पर बेहोशी छाने लगी, लेकिन आरोपी ने वाहन में सवार दूसरी लड़की को भरोसा दिया कि वह उसे सुरक्षित उसके घर तक पहुंचा देगा। पीड़िता की शिकायत के अनुसार जब वह होश में आई, तो उसे अपने साथ बलात्कार होने का पता चला। |
लड़ाकू विमान राफेल की खरीदारी में घोटाले का आरोप लगाकर केंद्र सरकार को घेर रहे कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल गांधी
ने अब प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी
पर एक और इल्जाम लगाया है. राहुल ने अब पीएम मोदी की घेराबंदी के लिए उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान के एक प्रोजेक्ट का जिक्र किया है और उसमें जालसाजी का आरोप लगाया है. राहुल ने पीएम मोदी पर यह नया आरोप भी एकदम फिल्मी अंदाज में लगाया है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया है कि इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (IL&FS) कंपनी को साल 2007 में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री) ने 70 हजार करोड़ का गिफ्ट सिटी नाम का प्रोजेक्ट दिया. लेकिन इस प्रोजेक्ट के तहत कोई काम नहीं हुआ, बल्कि इसमें जालसाजियां सामने आईं.
लाइटस, कैमरा, स्कैम
सीन 1: 2007, CM मोदी IL&FS कंपनी को 70,000 करोड़ का प्रोजेक्ट GIFT CITY देते हैं। आजतक कुछ काम नहीं। जालसाजियाँ आईं सामने।
सीन 2: 2018, PM मोदी LIC-SBI में लगे जनता के पैसे से 91000 करोड़ की कर्जदार IL&FS को बेलआउट दे रहे हैं।
“चौकीदार की दाढ़ी में तिनका”
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi)
September 30, 2018
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में तुलनात्मक तरीके से फिल्म शूट की तरह आरोप लिखा. राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा-
'लाइटस, कैमरा, स्कैम
सीन 1: 2007, CM मोदी IL&FS कंपनी को 70,000 करोड़ का प्रोजेक्ट GIFT CITY देते हैं. आजतक कुछ काम नहीं. जालसाजियां आईं सामने.
सीन 2: वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री मोदी LIC-SBI में लगे जनता के 91 हजार करोड़ की कर्जदार IL&FS कंपनी को बेलआउट दे रहे हैं. चौकीदार की दाढ़ी में तिनका है.
बता दें कि आईएलएंडएफएस में 40 फीसदी हिस्सा एलआईसी,
एसबीआई
और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जैसी सरकारी संस्थाओं का है. जिसे लेकर कांग्रेस ने ये सवाल उठाए कि जिस कंपनी में 40 फीसदी हिस्सा सरकारी कंपनियों का है, उस पर 91 हजार करोड़ का कर्ज कैसे चढ़ गया? कांग्रेस ने यह भी बताया कि 91 हजार करोड़ में से 67 करोड़ एनपीए हो चुका है.
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री कार्यालय और वित्त मंत्रालय रिजर्व बैंक, स्टेट बैंक,
एलआईसी और एनएचएआई
पर दबाव डाल रहे हैं ताकि वो इस कंपनी को बेलआउट कर सकें. कंपनी का 35 फीसदी हिस्सा विदेशी कंपनियों का है, इसलिए इसे बेलआउट करने की कोशिश की जा रही है ताकि विदेशी कंपनियों का पैसा ना डूबे. भारतीय करदाताओं के पैसे से विदेशी कंपनियों की मदद की कोशिश की जा रही है.
तीन कंपनियों ने किया IL&FS के राइट्स इश्यू का ऐलान
बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्त-पोषण कारोबार में लगी आईएल एंड एफएस (IL&FS) को अपने मौजूदा शेयरधारकों एलआईसी, ओरिक्स कॉर्प और एसबीआई की ओर से बड़ी राहत मिली है. तीन कंपनियों ने शनिवार को आईएलएंडएफएस के प्रस्तावित 4,500 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को खरीदने का ऐलान किया है.
मार्च 2018 तक इस कंपनी में
एलआईसी
की 25.34%, ओरिक्स कॉर्पोरेशन की 23.54%, अबू धाबी इंवेस्टमेंट अथॉरिटी की 12.56%, एचडीएफसी बैंक की 9.02%, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की 7.67% और एसबीआई की 6.42% हिस्सेदारी है. |
आपने कई चायवालों को ऊंचे पद पर काम करने की कहानी बहुत सुनी होगी, लेकिन आज हम एक ऐसे शख्स के बारे में बता रहे हैं, जो पहले इसरो में काम करता था और अब चाय बेच रहा है. ये कहानी है आईआईएम अहमदाबाद में चाय बेचने वाले रामभाई कोरी की, जो काफी लंबे समय से यहां चाय बेच रहे है.
खास बात ये ही कि रामभाई पर आईआईएम के बच्चों ने स्टडी भी की है और उसे अपने प्रोजेक्ट में शामिल किया है. दिलचस्प बात ये है कि रामभाई के दिमाग में चाय की दुकान का आइडिया उस वक्त आया जब वो बीड़ी की तलाश में थे और उन्हें कोई दुकान नहीं मिली. उसके बाद उन्होंने ये दुकान खोली, जहां आज उनका आईआईएम के बच्चों से लेकर फैकल्टी तक से अच्चा रिश्ता है.
पढ़ाई के लिए नहीं थे पैसे, फिर ये काम शुरू कर कमाने लगा लाखों
वेबसाइट लॉजिकल इंडियन के अनुसार वो 1962 में अहमदाबाद आए थे और उन्होंने पढ़ाई के बाद टेक्निकल डिप्लोमा का कोर्स किया था. उसके बाद उन्होंने इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्जेनाइजेशन (इसरो) में काम किया, लेकिन बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी. उसके बाद उन्होंने अपना बिजनेस खोलने की सोची और वो कामयाब नहीं हो सके.
रोहन मोरे हैं पहले एशियाई, जिन्होंने ये चैलेंज पूरा कर रचा इतिहास
आईआईएम के बच्चों ने उन पर स्टडी की और उन्हें प्रोफेसर की कुर्सी पर भी बैठाया था. साथ ही बच्चों और अधिकारियों ने उनके लिए चाय की दुकान व्यवस्था भी की है. बच्चों ने उनके नाम पर एक वेबसाइट भी बनाई थी और वो लगातार उनकी मदद करते रहते हैं. |
दिल्ली में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब सरेआम लूट की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. नरेला में बैंक से पैसा निकालकर जा रहे व्यापारी को गोली मार दी और 18 लाख रुपये लूट लिए. मंगलवार को हुई इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. व्यापारी के पांव में गोली लगी है.
मनीराम नाम के व्यापारी एचडीएफसी बैंक से कैश निकालकर नरेला मंडी में अपनी दुकान के लिए जा रहे थे. व्यापारी मोटरसाइकिल पर सवार थे तभी बदमाश भी एक मोटरसाइकिल पर आए, जिन्होंने अपना चेहरा ढक रखा था. बदमाशों ने व्यापारी को गोली मारकर बैग छीन लिया. जब तक आसपास के लोग कुछ समझ पाते हमलावर पैसा लूटकर मौके से फरार हो गए.
बता दें कि बीते कुछ दिनों में दिल्ली में अपराध की कई घटनाएं हुई हैं. हाल ही में राजधानी में 24 घंटे के अंदर 9 हत्याएं हुई थीं. जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली पुलिस ट्विटर पर भिड़ गए थे.
एक ओर जहां दिल्ली में अपराध की कई घटनाएं हो चुकी हैं तो वहीं दिल्ली पुलिस दावा कर रही है कि साल 2018 की तुलना में अपराधों में कमी आई है. दिल्ली पुलिस के जन संपर्क अधिकारी मधुर वर्मा ने कहा कि दिल्ली में साल 2018 की तुलना में अपराधों में कमी आई है. पीआरओ वर्मा ने बताया कि दिल्ली में जघन्य, महिलाओं और बुजुर्गों के साथ होने वाले अपराधों में कमी आई है. दिल्ली में अपराध रोकने के लिए पुलिस हर संभव कोशिश कर रही है. |
विधानसभा में पिछले माह छह विधायकों के इस्तीफा देने से पूर्व कांग्रेस के 57 विधायक थे. आठ अगस्त को कांग्रेस के कई विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया था जिसके बाद नौ अगस्त को उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
चुनाव अधिकारियों ने पाया कि बॉलीवुड अभिनेता (Bollywood Actor) और बीजेपी (BJP) के उम्मीदवार सनी देओल (Sunny Deol) की जनसभा में लाउड स्पीकर इस्तेमाल किया गया. इसके साथ ही वहां करीब 200 लोग भी मौजूद रहे. चुनाव आयोग द्वारा जारी नोटिस में लिखा है कि सनी देओल (Sunny Deol) ने प्रचार बंद होने के बाद भी जनसभा की और आदर्श आचार संहिता (Code of Conduct) का उल्लंघन किया. आपको बता दें कि रविवार को भारत में 8 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें पंजाब की 13 सीटें भी शामिल हैं. चुनाव प्रक्रिया के 48 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार पूरी तरह रोक दिया जाता है. लेकिन, चुनाव आयोग ने सनी देओल (Sunny Deol) को प्रचार बंद होने के बाद भी जनसभा करते हुए पाया.
बता दें कि सनी देओल (Sunny Deol) पंजाब की गुरदासपुर संसदीय सीट से बीजेपी (BJP) की तरफ से चुनाव मैदान में उतरे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस (Congress) के सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) से होगा. जहां बॉलीवुड एक्टर सनी देओल (Sunny Deol) अपनी स्टार छवि से लोगों में काफी प्रसिद्ध हैं तो वहीं सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने अपने काम के सहारे जनता के बीच अपनी जगह बनाई है. सुनील जाखड़ पहले भी इस सीट से सांसद रह चुके हैं. इससे पहले यह सीट बॉलीवुड एक्टर विनोद खन्ना के पास थी. लेकिन उनके निधन के बाद इस सीट पर सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने जीत दर्ज की. |
देशद्रोह के आरोप में जमानत पर फिलहाल बाहर जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार एक पुराने मामले की वजह से फिर से विवादों में हैं. जून 2015 में उन पर तीन हजार का जुर्माना लगा था. जेएनयू की पूर्व छात्रा से बदसलूकी करने का दोषी पाए जाने पर यह जुर्माना लगाया गया था.
छात्रा को कहे थे अपशब्द
दरअसल सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करते हुए देखने पर छात्रा ने
कन्हैया
को टोका था. जिसके बाद कन्हैया ने छात्रा को अपशब्द कहे थे. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार जेएनयू की पूर्व छात्रा का कहना है, '10 जून 2015 को मैं पूर्वांचल हॉस्टल के पास थी. मैंने वहां एक शख्स को पेशाब करते देखा तो उन्हें टोका. इसके जवाब में उन्होंने मुझे कहा तू मेंटल है, साइको है, अपना इलाज करवाओ. मैंने कहा कि आप अपना इलाज करवाएं मैं आपकी शिकायत कर दूंगी. फिर उन्होंने कहा कि मेरा नाम कन्हैया कुमार है और ये मेरा हॉस्टल है जो चाहे करूंगा.' छात्रा का कहना है कि कन्हैया यहां पर नहीं रुके. उन्होंने मुझसे कहा, '
जेएनयू
में न हुक्का पीने दोगे, न मूतने दोगे.'
कन्हैया पर लगा था जुर्माना
कमलेश ने बाताया कि बदतमीजी करने के बाद कन्हैया कुमार वहां से कार में बैठकर चले गए. मैंने गाड़ी की फोटो खींचकर मेन गेट के गार्ड को भेजी और फिर उन्हें रोका गया. इसके बाद उन पर जुर्माना लगाया गया था. छात्रा से बदसलूकी के आरोप में जुर्माना लगाने की पुष्टि जेएनयू प्रशासन ने की है.
सेना पर बयान दिया था कन्हैया
तत्कालीन प्रॉक्टर कृष्ण कुमार के हस्ताक्षर वाले नोटिस को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. गौरतलब है कि
महिला दिवस पर दिए अपने भाषण
में कन्हैया ने कहा था कि
भारतीय सेना के जवान कश्मीर में
महिलाओं से बलात्कार करते हैं. इस बयान की सोशल मीडिया में काफी आलोचना हो रही है.
छात्रा ने की थी शिकायत
घटना जेएनयू परिसर में 10 जून 2015 को हुई थी. छात्रा ने
कन्हैया की बदसलूकी
और धमकाने की घटना की शिकायत जेएनयू प्रशासन से की थी. इसके बाद 16 अक्टूबर को जेएनयू प्रशासन ने कन्हैया पर जुर्माना लगाया था. कन्हैया को तीन हजार रुपए का जुर्माना लगाते हुए प्रशासन ने भविष्य में उसे ऐसा नहीं करने की चेतावनी भी दी थी. |
बिहार में 170 से अधिक बच्चों की मौत के बाद विधानसभा के अंदर और बाहर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से इस्तीफे की मांग की जा रही है. लेकिन उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, जो विपक्ष में रहते हुए छोटी-छोटी बातों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगते थे, अब मानते हैं कि मंगल पांडेय को इस्तीफा नहीं देना चाहिए.
सुशील मोदी ने इस्तीफे की मांग को खारिज करते हुए ट्वीट के माध्यम से कहा 'उत्तर बिहार में चमकी बुखार से जो 720 बच्चे बीमार हुए, उनमें से अधिकतर (566) को बचाने में जिन डॉक्टरों-स्वास्थ्य कर्मियों ने कड़ी मेहनत की, उनके प्रति आभार प्रकट करना केवल इसलिए अनावश्यक नहीं होगा कि वे 156 बच्चों को नहीं बचा पाए.' सुशील मोदी ने फिर कहा कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकार किया कि इतने बच्चों की मृत्यु 70 साल में सरकार और समाज के स्तर पर हमारी विफलता है, लेकिन क्या लालू प्रसाद और राबड़ी देवी अपने 15 साल के हिस्से की नाकामी स्वीकार करने को तैयार हैं?'
इसके बाद लालू रबड़ी राज की दुहाई देते हुए सुशील मोदी ने तर्क दिया कि जिन लोगों ने गरीबों का वोट लेने के बाद उनके बच्चों की पढ़ाई-दवाई और सुपोषण की चिंता करने की बजाय लाठी में तेल पिलाने वाली भीड़ जुटाने पर ध्यान दिया, वे आज भी केवल बयानबाजी कर रहे हैं.
मोदी के अनुसार नरसंहारों, घोटालों और बेनामी सम्पत्ति बनाने के दस्तावेजी सबूतों के बावजूद जिस पार्टी के लोगों ने नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की कोई मिसाल नहीं पेश की, वे दूसरों से इस्तीफा क्यों मांग रहे हैं? |
औच्च्य या उच्चता ऊर्ध्वाधर दूरी का माप है, या तो ऊर्ध्वाधर सीमा (कोई वस्तु या कोई व्यक्ति कितना "लम्बा" है) या ऊर्ध्वाधर स्थिति (कोई बिन्दु कितना "उच्च" है)।
जब शब्द का प्रयोग समुद्र तल से ऊर्ध्वाधर स्थिति (उदाहरणार्थ, एक विमान) का वर्णन करने हेतु किया जाता है, तो औच्च्य को अक्सर शीर्षलम्ब कहा जाता है। इसके अतिरिक्त, यदि बिन्दु पृथ्वी से जुड़ा हुआ है (जैसे, एक पर्वत शिखर), तो शीर्षलंब (समुद्र तल से औच्च्य) को ऊँचाई कहा जाता है।
एक द्वि-विमा कार्तीय निर्देशांक पद्धति में, औच्च्य को एक विशिष्ट बिन्दु और दूसरे के बीच ऊर्ध्वाधर अक्ष ( y ) के साथ मापा जाता है जिसमें समान y- मान नहीं होता है। यदि दोनों बिन्द्वों का समान y -मान होता है, तो उनकी सापेक्ष औच्च्य शून्य होती है। त्रिविम समष्टि के मामले में, औच्च्य को ऊर्ध्वाधर z अक्ष के साथ मापा जाता है, जो xy सतह से (या "ऊपर") की दूरी का वर्णन करता है।
सन्दर्भ |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अन्य नियमों में सरकार ने शादियों के जारी मौसम को देखते हुए दूल्हा, दुल्हन या उनके माता-पिता को बैंक खाते से ढाई लाख रुपये तक नकदी निकासी की अनुमति दी है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा कृषि उत्पादन विपणन समितियों में पंजीकृत व्यापारी सामान्य उपज प्रक्रिया के लिए 50,000 रुपये प्रति सप्ताह तक की धनराशि बैंक खातों से निकाल सकते हैं. दास ने कहा, "कृषि एक महत्वपूर्ण घटक है. अभी रबी फसल का सीजन शुरू हुआ है. हम किसानों के लिए उर्वरकों और अन्य सामानों की सहज आपूर्ति सुनिश्चित करना चाहते हैं." टिप्पणियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की मध्यरात्रि से 500 और 1000 रपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर किए जाने की घोषणा की थी. इसे उन्होंने कालेधन, आतंकवाद को वित्तपोषण और नकली नोटों के खिलाफ जंग बताया था. तब से अब तक प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को कई प्रतिनिधियों से शादी इत्यादि के लिए नकदी निकासी के नियमों को आसान बनाने की मनुहार की गई है. दास ने कहा कि इसलिए शादियों के लिए नकदी निकासी सीमा को आसान बनाया गया है, जिस बैंक खाते से उन्हें नकदी का आहरण करना है उसकी केवाईसी नियमों की प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ढाई लाख रुपये केवल एक खाते से निकाले जा सकते हैं.
नए नियमों के मुताबिक, अब सब्जियों के थोक व्यापारी 50 हजार रुपये प्रति हफ्ता तक निकाल सकते हैं. जिन किसानों को माल की कीमत चेक या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिली है, वे उस पेमेंट से हफ्ते में 25 हजार रुपये निकाल सकते हैं. फसल बीमा की किश्त जमा कराने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी गई है. सरकार कर्मचारी (ग्रुप सी) दस हजार रुपये तक की सैलरी एडवांस निकाल सकते हैं. यह अगले महीने उनके खातों में मैनेज कर दी जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की मध्यरात्रि से 500 और 1000 रपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर किए जाने की घोषणा की थी. इसे उन्होंने कालेधन, आतंकवाद को वित्तपोषण और नकली नोटों के खिलाफ जंग बताया था. तब से अब तक प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को कई प्रतिनिधियों से शादी इत्यादि के लिए नकदी निकासी के नियमों को आसान बनाने की मनुहार की गई है. दास ने कहा कि इसलिए शादियों के लिए नकदी निकासी सीमा को आसान बनाया गया है, जिस बैंक खाते से उन्हें नकदी का आहरण करना है उसकी केवाईसी नियमों की प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ढाई लाख रुपये केवल एक खाते से निकाले जा सकते हैं.
नए नियमों के मुताबिक, अब सब्जियों के थोक व्यापारी 50 हजार रुपये प्रति हफ्ता तक निकाल सकते हैं. जिन किसानों को माल की कीमत चेक या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिली है, वे उस पेमेंट से हफ्ते में 25 हजार रुपये निकाल सकते हैं. फसल बीमा की किश्त जमा कराने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी गई है. सरकार कर्मचारी (ग्रुप सी) दस हजार रुपये तक की सैलरी एडवांस निकाल सकते हैं. यह अगले महीने उनके खातों में मैनेज कर दी जाएगी.
नए नियमों के मुताबिक, अब सब्जियों के थोक व्यापारी 50 हजार रुपये प्रति हफ्ता तक निकाल सकते हैं. जिन किसानों को माल की कीमत चेक या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिली है, वे उस पेमेंट से हफ्ते में 25 हजार रुपये निकाल सकते हैं. फसल बीमा की किश्त जमा कराने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी गई है. सरकार कर्मचारी (ग्रुप सी) दस हजार रुपये तक की सैलरी एडवांस निकाल सकते हैं. यह अगले महीने उनके खातों में मैनेज कर दी जाएगी. |
यह एक लेख है: क्या आपने सोचा है जिन विशालकाय जानवरों को आप हॉलीवुड मूवीज में देखते हैं, वे आकर आपके दरवाजे पर खड़े हो जाएंगे। नहीं ना! लेकिन ऐसा हुआ है। दरअसल, थाईलैंड में एक शख्स के घर की चौखट पर बहुत बड़े आकार की छिपकली ने दस्तक दी। इस शख्स ने बिन बुलाए इस मेहमान की तस्वीरें कैमरे में कैद कीं फिर फेसबुक पर शेयर कर दीं
जी हां। ये छिपकली एक सामान्य दरवाजे के आकार की थी और उसमें से अंदर जाने की कोशिश कर रही थी। चूकिं तस्वीरों से छिपकली के आकार का ठीक अंदाजा नहीं हो पा रहा था, थाईयुआनवांग ने तस्वीरें डालने के दो घंटे बाद उसका वीडियो भी शेयर कर दिया।
वीडियो में दिख रहा है कि कैसे ये छिपकली कांच के दरवाजे पर अपनी मोटी पूंछ बार बार मार रही है जब उसे फंदा डाल कर पकड़ने की कोशिश की गई। और हमें लगता है कि बिल्ली कभी घंटी बजा भी पाएगी या नहीं ..। आवाज के साथ वीडियो और भी डरावना हो जाता है जिसमें लोग डर के मारे चिल्ला रहे हैं और घर के कुत्ते भौंक रहे हैं जब भी ये छिपकली थोड़ी सी भी हिलती है। लेकिन एक बात तो तय है। ये ड्रामा आपको कुर्सी से हिलने नहीं देगा।
इस वेबसाइट के मुताबिक ये छिपकली इस घर की नियमित मेहमान लगती है और इसे नाम सलीना दिया गया है। हालांकि अंततः उसे पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया गया।
इस वेबसाइट के मुताबिक ये छिपकली इस घर की नियमित मेहमान लगती है और इसे नाम सलीना दिया गया है। हालांकि अंततः उसे पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया गया। |
यह लेख है: उच्चतम न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि सड़क दुर्घटना में मारे गये व्यक्ति के आश्रितों को मुआवजे का आदेश देते समय मृतक की ‘भावी संभावनाओं’ पर विचार किया जायेगा. न्यायालय ने ऐसे दावों में मुआवजे के निर्धारण के लिये मानक आधार प्रतिपादित किये हैं. सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ ने अपने फैसले में कहा, सड़क दुर्घटनाओं में मारे या घायल होने वाले खुद का कारोबार करने वाले या जिनकी तय आमदनी हो, उन्हें मुआवजे देते वक्त उसकी आमदनी के साथ-साथ भविष्य की संभावनाओं पर भी विचार किया जाएगा.' सुप्रीम कोर्ट ने मुआवजे के इस सिद्धांत को हरी झंडी दी. चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने कहा है कि वैसे तो मौत का विकल्प पैसा नहीं हो सकता लेकिन मुआवजे में एक समानता तो होनी ही चाहिए. बेंच ने कहा है कि इन दोनों के बीच संतुलन होना जरूरी है. सड़क दुर्घटना पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजे में एकसमानता होनी ही चाहिए.
संविधान पीठ ने कहा है कि मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत पीड़ित परिवारों को दी जाने वाली मुआवजे की राशि तय करने से पहले यह ध्यान रखना जरूरी है कि वह तार्किक और समानता के सिद्धांत के अनुरूप हो. पीठ ने कहा है कि दुर्घटना में मारे गए व्यक्ति की आयु 40 साल से कम हो तो मृतक के वेतन का 50 फीसदी भविष्य की कमाई की संभावनाओं के तौर पर मिलना चाहिए. वहीं 40 से 50 वर्ष के बीच के मृतकों के लिए यह 30 फीसदी जबकि 50 से 60 वर्ष के बीच की आयु के मृतक के लिए यह 15 फीसदी होनी चाहिए. टिप्पणियां
संविधान पीठ ने कहा है कि अगर मृतक का खुद का कारोबार हो या जिसकी निर्धारित आमदनी (टैक्स को छोड़कर) हो और उसकी उम्र 40 वर्ष से कम हो तो उस वक्त जो वह कमा रहा था कि उसका 40 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा मिलेगा. वहीं 40 से 50 वर्ष के बीच वाले लोगों के लिए यह 25 फीसदी और 50 से 60 वर्ष के बीच वाले मृतकों के लिए यह 10फीसदी होगा.
संविधान पीठ ने यह फैसला यह देखते हुए दिया है कि पुराने कई आदेशों में सड़क दुर्घटना पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजों में 'जोड़-घटा अलग-अलग रहा है. साथ ही पीठ ने संपदा के नुकसान पर 15 हजार रुपये, कंपनी के नुकसान के मद में 40 हजार रुपये और अंतिम संस्कार के लिए 15 हजार रुपये देने के लिए कहा है. हर तीन साल इन राशियों में 10 फीसदी का इजाफा होगा. पीठ ने कहा कि अदालत और ट्रिब्यूनल को मुआवजे की रकम तय करते वक्त व्यावहारिक रवैया अपनाना चाहिए जो वास्तविकता के करीब हो.
संविधान पीठ ने कहा है कि मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत पीड़ित परिवारों को दी जाने वाली मुआवजे की राशि तय करने से पहले यह ध्यान रखना जरूरी है कि वह तार्किक और समानता के सिद्धांत के अनुरूप हो. पीठ ने कहा है कि दुर्घटना में मारे गए व्यक्ति की आयु 40 साल से कम हो तो मृतक के वेतन का 50 फीसदी भविष्य की कमाई की संभावनाओं के तौर पर मिलना चाहिए. वहीं 40 से 50 वर्ष के बीच के मृतकों के लिए यह 30 फीसदी जबकि 50 से 60 वर्ष के बीच की आयु के मृतक के लिए यह 15 फीसदी होनी चाहिए. टिप्पणियां
संविधान पीठ ने कहा है कि अगर मृतक का खुद का कारोबार हो या जिसकी निर्धारित आमदनी (टैक्स को छोड़कर) हो और उसकी उम्र 40 वर्ष से कम हो तो उस वक्त जो वह कमा रहा था कि उसका 40 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा मिलेगा. वहीं 40 से 50 वर्ष के बीच वाले लोगों के लिए यह 25 फीसदी और 50 से 60 वर्ष के बीच वाले मृतकों के लिए यह 10फीसदी होगा.
संविधान पीठ ने यह फैसला यह देखते हुए दिया है कि पुराने कई आदेशों में सड़क दुर्घटना पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजों में 'जोड़-घटा अलग-अलग रहा है. साथ ही पीठ ने संपदा के नुकसान पर 15 हजार रुपये, कंपनी के नुकसान के मद में 40 हजार रुपये और अंतिम संस्कार के लिए 15 हजार रुपये देने के लिए कहा है. हर तीन साल इन राशियों में 10 फीसदी का इजाफा होगा. पीठ ने कहा कि अदालत और ट्रिब्यूनल को मुआवजे की रकम तय करते वक्त व्यावहारिक रवैया अपनाना चाहिए जो वास्तविकता के करीब हो.
संविधान पीठ ने कहा है कि अगर मृतक का खुद का कारोबार हो या जिसकी निर्धारित आमदनी (टैक्स को छोड़कर) हो और उसकी उम्र 40 वर्ष से कम हो तो उस वक्त जो वह कमा रहा था कि उसका 40 फीसदी अतिरिक्त मुआवजा मिलेगा. वहीं 40 से 50 वर्ष के बीच वाले लोगों के लिए यह 25 फीसदी और 50 से 60 वर्ष के बीच वाले मृतकों के लिए यह 10फीसदी होगा.
संविधान पीठ ने यह फैसला यह देखते हुए दिया है कि पुराने कई आदेशों में सड़क दुर्घटना पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजों में 'जोड़-घटा अलग-अलग रहा है. साथ ही पीठ ने संपदा के नुकसान पर 15 हजार रुपये, कंपनी के नुकसान के मद में 40 हजार रुपये और अंतिम संस्कार के लिए 15 हजार रुपये देने के लिए कहा है. हर तीन साल इन राशियों में 10 फीसदी का इजाफा होगा. पीठ ने कहा कि अदालत और ट्रिब्यूनल को मुआवजे की रकम तय करते वक्त व्यावहारिक रवैया अपनाना चाहिए जो वास्तविकता के करीब हो.
संविधान पीठ ने यह फैसला यह देखते हुए दिया है कि पुराने कई आदेशों में सड़क दुर्घटना पीड़ितों को मिलने वाले मुआवजों में 'जोड़-घटा अलग-अलग रहा है. साथ ही पीठ ने संपदा के नुकसान पर 15 हजार रुपये, कंपनी के नुकसान के मद में 40 हजार रुपये और अंतिम संस्कार के लिए 15 हजार रुपये देने के लिए कहा है. हर तीन साल इन राशियों में 10 फीसदी का इजाफा होगा. पीठ ने कहा कि अदालत और ट्रिब्यूनल को मुआवजे की रकम तय करते वक्त व्यावहारिक रवैया अपनाना चाहिए जो वास्तविकता के करीब हो. |
लेख: केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदम्बरम ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार मंगलवार से 20 जिलों में लाभार्थियों को सीधे उसके बैंक खाते में सब्सिडी के भुगतान की योजना शुरू करेगी।
नकद सब्सिडी भुगतान योजना के दायरे में कुल 26 योजनाओं को शामिल किया जाना है। 1 जनवरी से सात योजनाओं में इसे लागू किया जाएगा।
विभिन्न योजनाओं में भुगतान करने की तिथि के अनुसार नकद सब्सिडी भुगतान योजना को लागू किया जाएगा।
चिदम्बरम ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि सरकार मार्च की शुरुआत तक 43 जिलों में इसे लागू करेगी।
उन्होंने कहा, "1 फरवरी को योजना 11 और जिलों में लागू की जाएगी जबकि 1 मार्च को यह 12 अन्य जिलों में शुरू होगी।" उन्होंने साथ ही कहा कि 2013 के आखिर तक इसे देश के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा।टिप्पणियां
चिदम्बरम ने कहा कि सरकार का भोजन, उर्वरक और पेट्रोलियम उत्पाद के लिए नकद सब्सिडी देने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा, "इस चरण में भोजन, उर्वरक, डीजल और मिट्टी के तेल पर नकद सब्सिडी देने की कोई योजना नहीं है। इनमें मौजूदा व्यवस्था लागू रहेगी।"
नकद सब्सिडी भुगतान योजना के दायरे में कुल 26 योजनाओं को शामिल किया जाना है। 1 जनवरी से सात योजनाओं में इसे लागू किया जाएगा।
विभिन्न योजनाओं में भुगतान करने की तिथि के अनुसार नकद सब्सिडी भुगतान योजना को लागू किया जाएगा।
चिदम्बरम ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि सरकार मार्च की शुरुआत तक 43 जिलों में इसे लागू करेगी।
उन्होंने कहा, "1 फरवरी को योजना 11 और जिलों में लागू की जाएगी जबकि 1 मार्च को यह 12 अन्य जिलों में शुरू होगी।" उन्होंने साथ ही कहा कि 2013 के आखिर तक इसे देश के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा।टिप्पणियां
चिदम्बरम ने कहा कि सरकार का भोजन, उर्वरक और पेट्रोलियम उत्पाद के लिए नकद सब्सिडी देने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा, "इस चरण में भोजन, उर्वरक, डीजल और मिट्टी के तेल पर नकद सब्सिडी देने की कोई योजना नहीं है। इनमें मौजूदा व्यवस्था लागू रहेगी।"
विभिन्न योजनाओं में भुगतान करने की तिथि के अनुसार नकद सब्सिडी भुगतान योजना को लागू किया जाएगा।
चिदम्बरम ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि सरकार मार्च की शुरुआत तक 43 जिलों में इसे लागू करेगी।
उन्होंने कहा, "1 फरवरी को योजना 11 और जिलों में लागू की जाएगी जबकि 1 मार्च को यह 12 अन्य जिलों में शुरू होगी।" उन्होंने साथ ही कहा कि 2013 के आखिर तक इसे देश के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा।टिप्पणियां
चिदम्बरम ने कहा कि सरकार का भोजन, उर्वरक और पेट्रोलियम उत्पाद के लिए नकद सब्सिडी देने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा, "इस चरण में भोजन, उर्वरक, डीजल और मिट्टी के तेल पर नकद सब्सिडी देने की कोई योजना नहीं है। इनमें मौजूदा व्यवस्था लागू रहेगी।"
चिदम्बरम ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि सरकार मार्च की शुरुआत तक 43 जिलों में इसे लागू करेगी।
उन्होंने कहा, "1 फरवरी को योजना 11 और जिलों में लागू की जाएगी जबकि 1 मार्च को यह 12 अन्य जिलों में शुरू होगी।" उन्होंने साथ ही कहा कि 2013 के आखिर तक इसे देश के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा।टिप्पणियां
चिदम्बरम ने कहा कि सरकार का भोजन, उर्वरक और पेट्रोलियम उत्पाद के लिए नकद सब्सिडी देने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा, "इस चरण में भोजन, उर्वरक, डीजल और मिट्टी के तेल पर नकद सब्सिडी देने की कोई योजना नहीं है। इनमें मौजूदा व्यवस्था लागू रहेगी।"
उन्होंने कहा, "1 फरवरी को योजना 11 और जिलों में लागू की जाएगी जबकि 1 मार्च को यह 12 अन्य जिलों में शुरू होगी।" उन्होंने साथ ही कहा कि 2013 के आखिर तक इसे देश के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा।टिप्पणियां
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चिदम्बरम ने कहा कि सरकार का भोजन, उर्वरक और पेट्रोलियम उत्पाद के लिए नकद सब्सिडी देने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा, "इस चरण में भोजन, उर्वरक, डीजल और मिट्टी के तेल पर नकद सब्सिडी देने की कोई योजना नहीं है। इनमें मौजूदा व्यवस्था लागू रहेगी।"
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सहारनपुर में पिछले दिनों दो समुदायों के बीच हिंसक संघर्ष के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को वहां पहुंचे. जिले की सीमा पर पहुंचने के बाद पुलिस ने उनको रोक दिया. इस पर उन्होंने कहा, ''मैं सहारनपुर जाना चाहता था. मुझे वहां जाने से रोका गया...मैं प्रशासन के आग्रह पर वापस लौट रहा हूं.'' वह सड़क मार्ग से दिल्ली से सहारनपुर गए. उनके साथ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और राज बब्बर समेत कांग्रेस के कई नेता थे. वह हरियाणा होते हुए वहां पहुंचे थे. संभवतया उन्होंने यह मार्ग इसलिए चुना क्योंकि इससे पहले शुक्रवार को उनको राज्य सरकार की तरफ से वहां जाने की अनुमति नहीं दी गई थी. इस संबंध में उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून-व्यवस्था) आदित्य मिश्रा ने कहा था कि अगर राहुल गांधी ने सहारनपुर में प्रवेश करने का प्रयास किया तो उनको जिले की सीमा पर ही रोक दिया जाएगा.टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को सहारनपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बबलू कुमार ने बताया कि राहुल को सहारनपुर आने की अनुमति नहीं दी गई है. बसपा सुप्रीमो मायावती 23 मई को सहारनपुर हो आई हैं. उन्होंने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर कानून व्यवस्था बनाये रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है.
सहारनपुर में इस महीने कई बार जातीय संघर्ष देखने को मिला. करीब 40 दिन पहले अंबेडकर जयंती पर जुलूस के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. पांच मई को दो समुदायों के बीच संघर्ष में एक व्यक्ति मारा गया और 15 अन्य घायल हो गये. नौ मई को करीब दर्जन भर पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और 12 पुलिसकर्मी घायल हो गये जबकि 23 मई को एक अन्य व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि दो अन्य को घायल कर दिया गया. उसके बाद सरकार ने एसएसपी और जिलाधिकारी को निलंबित कर दिया जबकि मंडलायुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक के तबादले कर दिये.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को सहारनपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बबलू कुमार ने बताया कि राहुल को सहारनपुर आने की अनुमति नहीं दी गई है. बसपा सुप्रीमो मायावती 23 मई को सहारनपुर हो आई हैं. उन्होंने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर कानून व्यवस्था बनाये रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है.
सहारनपुर में इस महीने कई बार जातीय संघर्ष देखने को मिला. करीब 40 दिन पहले अंबेडकर जयंती पर जुलूस के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. पांच मई को दो समुदायों के बीच संघर्ष में एक व्यक्ति मारा गया और 15 अन्य घायल हो गये. नौ मई को करीब दर्जन भर पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और 12 पुलिसकर्मी घायल हो गये जबकि 23 मई को एक अन्य व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि दो अन्य को घायल कर दिया गया. उसके बाद सरकार ने एसएसपी और जिलाधिकारी को निलंबित कर दिया जबकि मंडलायुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक के तबादले कर दिये.
सहारनपुर में इस महीने कई बार जातीय संघर्ष देखने को मिला. करीब 40 दिन पहले अंबेडकर जयंती पर जुलूस के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. पांच मई को दो समुदायों के बीच संघर्ष में एक व्यक्ति मारा गया और 15 अन्य घायल हो गये. नौ मई को करीब दर्जन भर पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और 12 पुलिसकर्मी घायल हो गये जबकि 23 मई को एक अन्य व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि दो अन्य को घायल कर दिया गया. उसके बाद सरकार ने एसएसपी और जिलाधिकारी को निलंबित कर दिया जबकि मंडलायुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक के तबादले कर दिये. |
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि चोटों से जूझ रहे
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी
को वर्ल्ड टी20 के लिए भारतीय टीम में शामिल करना थोड़ा जोखिम भरा है लेकिन उन्होंने कहा कि शुक्रवार को घोषित टीम में ‘गजब का संतुलन’ है.
शमी को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने वाली टीम में शामिल किया गया था लेकिन चोट के कारण उन्हें एक भी गेंद फेंके बिना दौरे से वापस लौटना पड़ा. 8 मार्च से 3 अप्रैल तक होने वाली वर्ल्ड टी20 चैम्पियनशिप के लिए भी उनका चयन फिटनेस पर निर्भर करेगा.
एशिया कप में मिलेगा काफी मौका
वर्ल्ड कप 2015 के बाद से भारत के लिए नहीं खेलने वाले शमी के संदर्भ में गावस्कर ने कहा, ‘इसमें (शमी को शामिल करने में)
थोड़ा जोखिम
है. हालांकि यह प्रारूप छोटा है (वह चार ओवर फेंक सकता है). वर्ल्ड टी20 के लिए एक महीने से अधिक का समय बचा है और एशिया कप में भी उसके गेंदबाजी का काफी मौका मिलेगा.’
गावस्कर ने कहा कि कुल मिलाकर शमी और बाएं हाथ के स्पिनर पवन नेगी को शामिल करने से टीम मजबूत होगी लेकिन वह लेग स्पिनर भी चाहते थे. ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा टीम के लिए मुख्य स्पिन जोड़ी होगी.
गावस्कर ने कहा, ‘यह अच्छी टीम है, मेरा मानना है कि लेग स्पिनर अधिक विकल्प देता लेकिन चयनकर्ताओं ने टीम को बरकरार रखा. ऑस्ट्रेलिया में टीम का संतुलन शानदार था और यह संतुलन बदला नहीं है. नेगी और शमी के शामिल होने से टीम मजबूत हुई है.’
खिलाड़ियों को जारी रखने चाहिए प्रयास
मनीष पांडे को टीम में शामिल नहीं किया गया है जिसके संदर्भ में
गावस्कर
ने कहा, ‘मनीष पांडे को मेरी सलाह है कि वह अधिक धैर्य रखे. उसे श्रीलंका सीरीज (नौ फरवरी) में अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए और स्थाई चयन का दावा पेश करना चाहिए. कुछ खिलाड़ियों मौका नहीं मिल जाता. खिलाड़ियों को प्रयास जारी रखने चाहिए.’
महेंद्र सिंह धोनी
को काफी पहले की कप्तान घोषित किए जाने पर गावस्कर ने कहा, ‘चयन समिति ने धोनी पर भरेासा जताया जिससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा.’ |
लेख: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी की तल्ख़ी के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज पश्चिम बंगाल जा रहे हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ पुरुलिया में एक रैली को संबोधित करेंगे. बंगाल में सीएम योगी के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग की अनुमति नहीं मिलने की सूरत में बीजेपी ने नया प्लान बनाया है. बीजेपी की नई योजना के तहत पुरुलिया में रैली को संबोधित करने के लिए सीएम योगी पहले विमान से रांची जाएंगे, वहां से हेलीकॉप्टर से बोकारो और फिर सड़क के रास्ते पुरुलिया पहुंचेंगे.
पिछले रविवार को बालूरघाट में योगी के हेलीकॉप्टर को उतरने की इजाज़त नहीं मिली थी, जिसके बाद उन्होंने टेलीफ़ोन के ज़रिए रैली को संबोधित किया था. इसी वजह से योगी ने इस बार सड़क के रास्ते पश्चिम बंगाल जाने का फ़ैसला किया है. वहीं हेलीकॉप्टर उतरने की इजाज़त न मिलने की वजह से उनकी बांकुड़ा की प्रस्तावित रैली रद्द हो गई है.
सीएम योगी आदित्यनाथ की आज पुरुलिया में रैली करीब दोपहर तीन बजे होनी है. बंगाल की ममता सरकार ने उनके हेलीकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं दी है. यही वजह है कि अब उनका हेलीकॉप्टर झारखंड के बोकारो में लैंड करेगा और वह यहीं से सड़क मार्ग से पुरुलिया के लिए निकलेंगे. बता दें कि बोकारो से पुरुलिया की दूरी करीब 50 से 55 किलोमीटर है.
पश्चिम बंगाल भाजपा ने बांकुरा में मंगलवार को निर्धारित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा सोमवार को यह दावा करते हुए रद्द कर दी कि जिला प्रशासन उनके हेलीकॉप्टर को उतरने के लिए अनुमति देने में टाल-मटोल कर रहा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘हमने आज की योगी आदित्यनाथ की बांकुरा रैली रद्द करने का निर्णय लिया है क्योंकि जिला प्रशासन उनके हेलीकॉप्टर को उतरने की अनुमति देने में टाल-मटोल कर रहा है। हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, इसलिए हमने रद्द कर दिया है.' घोष ने कहा कि लेकिन मंगलवार की आदित्यनाथ की पुरुलिया रैली फिलहाल निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होगी.
तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच रविवार को संघर्ष तब और तेज हो गया जब पश्चिम बंगाल सरकार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को उतरने और उत्तरी बंगाल में दो जनसभाएं करने की अनुमति नहीं दी. आदित्यनाथ को टेलीफोन के माध्यम से रायगंज और बालुरघाटी की रैलियों को संबोधित करना पड़ा था. उन्होंने राज्य की तृणमूल सरकार को जनविरोधी करार दिया था और कहा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिन गिनती के रह गये हैं. |
राष्ट्रीय टीम से बाहर रहते हुए हरभजन सिंह को औसत घरेलू क्रिकेटरों की स्थिति के बारे में जानने का मौका मिला जिसके बाद उन्होंने मुख्य राष्ट्रीय कोच अनिल कुंबले से अनुरोध किया है कि वे कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स (सीओए) के सामने उनकी मैच फीस बढ़ाने का मसला रखें. कुंबले 21 मई को प्रशासकों की समिति के सामने प्रजेंटेशन देंगे जिसमें अनुबंधित भारतीय क्रिकेटरों के लिये संशोधित भुगतान ढांचे का खाका पेश करेंगे. ये ग्रेड दो करोड़, एक करोड़ और 50 लाख रुपये हैं.
भारत के शीर्ष क्रिकेटर और आईपीएल अनुबंध पाने वाले कुछ प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों के अलावा औसत घरेलू क्रिकेटरों को एक प्रथम श्रेणी मैच (रणजी या दलीप ट्रॉफी) खेलने पर डेढ़ लाख रुपये मिलते हैं, वहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को एक टेस्ट मैच खेलने के 15 लाख रुपये दिये जाते हैं. भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक हरभजन ने कुंबले को हाल ही में घरेलू क्रिकेटरों की वित्तीय असुरक्षा के बारे में लिखा.हरभजन ने पत्र में लिखा,‘पिछले दो तीन साल से मैं रणजी ट्रॉफी खेल रहा हूं. मैंने प्रथम श्रेणी साथी क्रिकेटरों को वित्तीय स्थिति को लेकर संघर्ष करते देखा. रणजी ट्रॉफी की मेजबानी दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड करता है. मैं एक खिलाड़ी के तौर पर आपसे अपील करता हूं चूंकि आप सभी रणजी खिलाड़ियों के लिये प्रेरणास्रोत और रोलमॉडल हैं. ’टिप्पणियां
हरभजन ने लिखा,‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि बोर्ड के आला अधिकारियों और सचिन, राहुल, लक्ष्मण और वीरू जैसे खिलाड़ियों से बात करके भुगतान की रकम में बदलाव सुनिश्चित करें.’उन्होंने यह भी कहा कि यह बात समझ से परे है कि लंबे समय से रणजी ट्रॉफी में भुगतान के ढांचे में बदलाव नहीं हुआ है. उन्होंने कहा,‘मैं बदलाव लाने में मदद करने के लिये तैयार हूं. यह हैरानी की बात है कि 2004 से भुगतान व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं हुआ है. उस समय 100 रुपये की कीमत क्या थी और अब क्या है.’ हरभजन ने कहा,‘आज के दौर में आप खुद को पेशेवर कैसे कह सकते हैं जब आपकी नौकरी आपको यह भी नहीं बताती कि सालाना आपको कितना पैसा मिलेगा. आपकी सालाना कमाई भी तय नहीं है और वह भी तब जब साल भर का काम पूरा होने पर आपको पैसा मिलता है.’ उन्होंने कहा,‘ये खिलाड़ी अपना भविष्य तय नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें पता ही नहीं है कि उन्हें इस साल एक लाख रुपये मिलेंगे या दस लाख रुपये. इससे उनकी निजी जिंदगी में कई समस्यायें पैदा हो जाती है.’ पत्र के बारे में पूछने पर हरभजन ने कहा,‘यदि मैने पिछले चार पांच साल घरेलू क्रिकेट नहीं खेली होती तो मुझे औसत घरेलू क्रिकेटरों के हालात पता ही नहीं चलते. हर किसी के पास काम नहीं है. आईपीएल करार मिलने पर उनकी आजीविका बेहतर होती है लेकिन सभी को तो यह करार नहीं मिलता..’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारत के शीर्ष क्रिकेटर और आईपीएल अनुबंध पाने वाले कुछ प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों के अलावा औसत घरेलू क्रिकेटरों को एक प्रथम श्रेणी मैच (रणजी या दलीप ट्रॉफी) खेलने पर डेढ़ लाख रुपये मिलते हैं, वहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को एक टेस्ट मैच खेलने के 15 लाख रुपये दिये जाते हैं. भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक हरभजन ने कुंबले को हाल ही में घरेलू क्रिकेटरों की वित्तीय असुरक्षा के बारे में लिखा.हरभजन ने पत्र में लिखा,‘पिछले दो तीन साल से मैं रणजी ट्रॉफी खेल रहा हूं. मैंने प्रथम श्रेणी साथी क्रिकेटरों को वित्तीय स्थिति को लेकर संघर्ष करते देखा. रणजी ट्रॉफी की मेजबानी दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड करता है. मैं एक खिलाड़ी के तौर पर आपसे अपील करता हूं चूंकि आप सभी रणजी खिलाड़ियों के लिये प्रेरणास्रोत और रोलमॉडल हैं. ’टिप्पणियां
हरभजन ने लिखा,‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि बोर्ड के आला अधिकारियों और सचिन, राहुल, लक्ष्मण और वीरू जैसे खिलाड़ियों से बात करके भुगतान की रकम में बदलाव सुनिश्चित करें.’उन्होंने यह भी कहा कि यह बात समझ से परे है कि लंबे समय से रणजी ट्रॉफी में भुगतान के ढांचे में बदलाव नहीं हुआ है. उन्होंने कहा,‘मैं बदलाव लाने में मदद करने के लिये तैयार हूं. यह हैरानी की बात है कि 2004 से भुगतान व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं हुआ है. उस समय 100 रुपये की कीमत क्या थी और अब क्या है.’ हरभजन ने कहा,‘आज के दौर में आप खुद को पेशेवर कैसे कह सकते हैं जब आपकी नौकरी आपको यह भी नहीं बताती कि सालाना आपको कितना पैसा मिलेगा. आपकी सालाना कमाई भी तय नहीं है और वह भी तब जब साल भर का काम पूरा होने पर आपको पैसा मिलता है.’ उन्होंने कहा,‘ये खिलाड़ी अपना भविष्य तय नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें पता ही नहीं है कि उन्हें इस साल एक लाख रुपये मिलेंगे या दस लाख रुपये. इससे उनकी निजी जिंदगी में कई समस्यायें पैदा हो जाती है.’ पत्र के बारे में पूछने पर हरभजन ने कहा,‘यदि मैने पिछले चार पांच साल घरेलू क्रिकेट नहीं खेली होती तो मुझे औसत घरेलू क्रिकेटरों के हालात पता ही नहीं चलते. हर किसी के पास काम नहीं है. आईपीएल करार मिलने पर उनकी आजीविका बेहतर होती है लेकिन सभी को तो यह करार नहीं मिलता..’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हरभजन ने लिखा,‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि बोर्ड के आला अधिकारियों और सचिन, राहुल, लक्ष्मण और वीरू जैसे खिलाड़ियों से बात करके भुगतान की रकम में बदलाव सुनिश्चित करें.’उन्होंने यह भी कहा कि यह बात समझ से परे है कि लंबे समय से रणजी ट्रॉफी में भुगतान के ढांचे में बदलाव नहीं हुआ है. उन्होंने कहा,‘मैं बदलाव लाने में मदद करने के लिये तैयार हूं. यह हैरानी की बात है कि 2004 से भुगतान व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं हुआ है. उस समय 100 रुपये की कीमत क्या थी और अब क्या है.’ हरभजन ने कहा,‘आज के दौर में आप खुद को पेशेवर कैसे कह सकते हैं जब आपकी नौकरी आपको यह भी नहीं बताती कि सालाना आपको कितना पैसा मिलेगा. आपकी सालाना कमाई भी तय नहीं है और वह भी तब जब साल भर का काम पूरा होने पर आपको पैसा मिलता है.’ उन्होंने कहा,‘ये खिलाड़ी अपना भविष्य तय नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें पता ही नहीं है कि उन्हें इस साल एक लाख रुपये मिलेंगे या दस लाख रुपये. इससे उनकी निजी जिंदगी में कई समस्यायें पैदा हो जाती है.’ पत्र के बारे में पूछने पर हरभजन ने कहा,‘यदि मैने पिछले चार पांच साल घरेलू क्रिकेट नहीं खेली होती तो मुझे औसत घरेलू क्रिकेटरों के हालात पता ही नहीं चलते. हर किसी के पास काम नहीं है. आईपीएल करार मिलने पर उनकी आजीविका बेहतर होती है लेकिन सभी को तो यह करार नहीं मिलता..’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में चुनाव के बाद कोई राजनीतिक हिंसा नहीं हो रही है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अवैध हथियारों को जब्त करने का पुलिस का अभियान जारी रहेगा.
ममता ने संवाददाताओं से कहा, ‘राज्य में कोई राजनीतिक हिंसा नहीं हो रही है. छोटी मोटी घटनाएं हो रही हैं लेकिन वे राजनीतिक हिंसा नहीं हैं. इनमें अन्य राजनीतिक दल शामिल हैं.’ उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पिछले दो वर्षों से अवैध हथियारों को जब्त किए जाने की मांग कर रही थी लेकिन तत्कालीन राज्य सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.
ममता ने कहा, ‘हमने अब पुलिस से अवैध हथियार बरामद करने को कहा है और पुलिस ऐसा कर रही है. पुलिस को निष्पक्ष रूप से काम करने को कहा गया है. हमारी प्राथमिकता राजनीतिक निष्ठा देखे बगैर कानून व्यवस्था बहाल करने की है.’ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से अपील की कि अगर उन्हें अवैध हथियारों के बारे में कोई सूचना है तो वे इससे पुलिस को अवगत कराएं. उन्हें कानून अपने हाथों में नहीं लेना चाहिए और पुलिस के संपर्क में रहना चाहिए.
यह पूछे जाने पर कि क्या इनायतपुर में माकपा कार्यालय के पास हथियार बरामद होने के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं, ममता ने कोई सीधा जवाब देने से परहेज किया. उन्होंने कहा, ‘इस मामले में जो भी जरूरी है, पुलिस कर रही है. उन्होंने जांच शुरू कर दी है. पुलिस को अपना काम करने देना चाहिए. अगर मुझे कुछ कहना होगा तो मैं उससे आपको अवगत करा दूंगी. |
उत्तरी फिलीपींस में आए एक तूफान से हुई भारी बारिश और जमीन खिसकने से 24 लोगों की मौत हो गई है.
करीब 120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवाओं के कारण फिलीपींस की राजधानी मनीला के उत्तरी इलाके में कई जगह जमीन खिसक गई. इसमें नौ लोगों की मौत हो गई. तूफान के कारण कई जगह बाढ़ भी आ गई जिसके कारण लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है.
तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित पैंगेशियन हुआ है जहां 12 लोगों की मौत हुई है. मरने वालों में 10 से 15 साल के बच्चे भी शामिल है. पिछले हफ्ते भी फिलीपींस में आए चक्रवातीय तूफान में 27 लोगों की मौत हो गई थी. |
यह लेख है: टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा ने बुधवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया कि कंपनी ने 2जी स्पेक्ट्रम पाने के लिए पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा को रिश्वत दी थी। उन्होंने कहा कि अदालत में इस तरह के जो आरोप लगाए गए हैं, उसका मकसद मामले को भटकाना है। टाटा स्टील की सालाना आम बैठक के दौरान एक शेयरधारक द्वारा इस बारे में पूछे जाने पर टाटा ने कहा, दुर्भाग्य से देश में मानहानि कानून नहीं है, कोई भी अदालत में कुछ कह सकता है और बच सकता है। टाटा ने कहा, श्री राजा को एक पैसा भी नहीं दिया गया। यह पैसा अस्पताल और चिकित्सा उपकरणों के लिए था, जो लोगों के लिए बनना था। चूंकि कोई अस्पताल नहीं बना और कोई उपकरण नहीं खरीदा गया, कोई पैसा भी नहीं दिया गया। इस तरह की खबरें आई थीं कि टाटा ने राजा के लोकसभा क्षेत्र में एक अस्पताल को 20 करोड़ रुपये दिए थे। हम अग्रिम में भुगतान नहीं करते। यह मामले को भटकाने का प्रयास है। 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में जेल में बंद स्वान टेलीकाम के प्रवर्तक शाहिद उस्मान बलवा ने कल अदालत में कहा था कि टाटा ने तमिलनाडु के एक अस्पताल को 20 करोड़ रुपये दान दिया था। टाटा ने टाटा स्टील की 104वीं एजीएम के मौके पर कहा, हमने ए राजा को 20 करोड़ रुपये नहीं दिए। यह बात अदालत में मामले को भटकाने के मकसद से कही गई है। उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है जब धूल छंटेगी, तब सब कुछ साफ हो जाएगा। |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अमेरिका में क्रिकेट भले ही लोकप्रिय खेल नहीं हो, लेकिन अमेरिका में भी भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अनूठे फैंस की कमी नहीं है। रिति स्पोर्ट्स की विनिंग वेज़ चैरिटी के लिए एरिज़ोना गए धोनी की वहां के गवर्नर डग डूसी (Doug Ducey) ने जमकर प्रशंसा की है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि धोनी एक अमेरिकी जांबाज पैट टिलमैन जैसे लगते हैं। पूर्व अमेरिकी फुटबॉलर पैट टिलमैन ने इराक और अफगानिस्तान के अभियानों में हिस्सा लिया और अपनी जान गंवा दी। अमेरिका से लौटकर धोनी आठ साल बाद अपने पहले घरेलू मैच के लिए तैयार हो गए हैं।
धोनी अलुर (कर्नाटक) में होने वाली विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के इस मैच में कप्तान वरुण एरॉन की अगुआई में खेलने को तैयार हैं। 34 साल के क्रिकेट के सुपरस्टार धोनी ने इससे 8 साल पहले 2007 में मुश्ताक अली ट्राफी में हिस्सा लिया था। यह न केवल झारखंड के क्रिकेटरों के लिए बल्कि जम्मू-कश्मीर के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए भी बड़ा मौका साबित हो सकता है। दोनों ही टीमों के खिलाड़ी एमएसडी से सीखने का ये मौक़ा नहीं गंवाना चाहेंगे।
उन्होंने कहा कि धोनी एक अमेरिकी जांबाज पैट टिलमैन जैसे लगते हैं। पूर्व अमेरिकी फुटबॉलर पैट टिलमैन ने इराक और अफगानिस्तान के अभियानों में हिस्सा लिया और अपनी जान गंवा दी। अमेरिका से लौटकर धोनी आठ साल बाद अपने पहले घरेलू मैच के लिए तैयार हो गए हैं।
धोनी अलुर (कर्नाटक) में होने वाली विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के इस मैच में कप्तान वरुण एरॉन की अगुआई में खेलने को तैयार हैं। 34 साल के क्रिकेट के सुपरस्टार धोनी ने इससे 8 साल पहले 2007 में मुश्ताक अली ट्राफी में हिस्सा लिया था। यह न केवल झारखंड के क्रिकेटरों के लिए बल्कि जम्मू-कश्मीर के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए भी बड़ा मौका साबित हो सकता है। दोनों ही टीमों के खिलाड़ी एमएसडी से सीखने का ये मौक़ा नहीं गंवाना चाहेंगे।
धोनी अलुर (कर्नाटक) में होने वाली विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के इस मैच में कप्तान वरुण एरॉन की अगुआई में खेलने को तैयार हैं। 34 साल के क्रिकेट के सुपरस्टार धोनी ने इससे 8 साल पहले 2007 में मुश्ताक अली ट्राफी में हिस्सा लिया था। यह न केवल झारखंड के क्रिकेटरों के लिए बल्कि जम्मू-कश्मीर के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए भी बड़ा मौका साबित हो सकता है। दोनों ही टीमों के खिलाड़ी एमएसडी से सीखने का ये मौक़ा नहीं गंवाना चाहेंगे। |
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