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सरकारी बिजली उत्पादन कम्पनी एनटीपीसी का शुद्ध लाभ पिछले कारोबारी साल की चौथी तिमाही में साल-दर-साल आधार पर 69 फीसदी अधिक 4,381 करोड़ रुपये रहा. आलोच्य तिमाही में कम्पनी की बिक्री लगभग एक फीसदी अधिक 16,461 करोड़ रुपये रही. पिछले सम्पूर्ण कारोबारी वर्ष में 12,619 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया, जो एक साल पहले 9,223 करोड़ रुपये था. आलोच्य वर्ष में कम्पनी ने 68,775 करोड़ रुपये की आय अर्जित की, जो एक साल पहले 64,841 करोड़ रुपये थी. अन्य आय भी 30 फीसदी अधिक 884 करोड़ रुपये रही, जबकि ईंधन खर्च मामूली गिरावट के साथ 1,039 करोड़ रुपये रहा. एनटीपीसी ने कहा कि उसके बोर्ड ने प्रति शेयर 2.00 रुपये का अंतिम लाभांश देने का फैसला है, जो मार्च 2013 में दिए गए 3.75 रुपये प्रति शेयर अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है.
AIMA, मिनी रत्न PSU में  एमबीए ग्रेजुएट्स के लिए वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार 13 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं. पदों के नाम मैनेजमेंट ट्रेनी (जनरल) मैनेजमेंट ट्रेनी (एकाउंट्स) योग्यता: फर्स्ट क्लास एमबीए डिग्री उम्र: 28 साल चयन लिखित परीक्षा और इंयरव्यू के आधार पर होगा. ज्यादा जानकारी के लिए देखें... https://jobapply.in/mrpsujob2014
तमिलनाडु की 'आयरन लेडी' कही जाने वाली जे. जयललिता ने शनिवार को पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. लगभग सात महीने के इंतजार के बाद कर्नाटक उच्च न्यायालय ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनको बरी कर दिया. उनकी वापसी पर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) पार्टी में जश्न का माहौल है. जयललिता राधाकृष्णन नगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर विधानसभा में आ सकती हैं. युनिवर्सिटी ऑफ मद्रास में प्रोफेसर रामू मणिवानन ने बताया, '67 वर्षीय जयललिता के सामने कुछ चुनौतियां हैं. पहली चुनौती सरकार और शासन को वापस पटरी पर लाना है, जो 27 सितंबर, 2014 के बाद से मंत्रियों के शासन को लेकर उदासीन रवैए के कारण बेपटरी हो गई है.' 'अम्मा ब्रांड' शुरू होने की उम्मीद उन्होंने बताया कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में जयललिता को बरी किया जाना फायदेमंद है, लेकिन सिर्फ इसी आधार पर वह अगला चुनाव नहीं जीत सकती हैं. पन्नीरसेल्वम की सरकार उनके नाम पर कल्याणकारी योजनाओं से सकारात्मक माहौल को बरकरार रख सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब उम्मीद है कि 'अम्मा ब्रांड' के तहत फिर से कल्याणकारी योजनाएं शुरू होंगी. ऐसे बदला जयललिता का वक्त बताते चलें कि 27 सितंबर, 2014 तक जयललिता के लिए सबकुछ ठीकठाक था. उन्होंने 2011 में राज्य विधानसभा चुनाव में 234 में से 217 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया था. इसके साथ तीसरी बार मुख्यमंत्री बनी थीं. यही नहीं, मुल्लापेरियार बांध के जलस्तर के मुद्दे को लेकर केरल के खिलाफ भी तमिलनाडु सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में मुकदमा जीता था. 2014 के संसदीय चुनाव में जयललिता की पार्टी ने 39 में से 37 सीटें जीत कर विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया था. सितंबर 2014 में बेंगलुरू की एक निचली अदालत द्वारा आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में दोषी ठहराए जाने तथा सजा सुनाए जाने के बाद उनको मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद ओ. पन्नीरसेल्वम की सरकार बनी. अभिनेत्री से ऐसे राजनेता बनीं जयललिता कर्नाटक के अयंगर परिवार में दो फरवरी, 1948 को जन्मी जे. जयललिता अपनी अभिनेत्री मां के साथ चेन्नई में बस गई थीं. उनकी शिक्षा-दीक्षा बेंगलुरू और चेन्नई के कांवेंट स्कूलों में हुई. मां के नक्शेकदम पर चलते हुए 16 साल की उम्र में जयललिता ने भी अभिनय की दुनिया में कदम रखा और सबसे पहले तमिल फिल्म 'वेन्निरा' में पर्दे पर नजर आईं. फिल्म-दर-फिल्म कामयाबी के पायदान चढ़ते हुए वह तमिल फिल्मों की अग्रणी अभिनेत्रियों में भी शुमार हुईं. उन्होंने 100 से ज्यादा तमिल, तेलुगू और कन्नड़ फिल्मों में काम किया. राजनीति में कदम रखने के बाद यहां भी उनके करियर का ग्राफ हमेशा ऊपर की ओर रहा. एआईएडीएम के संस्थापक एम. जी. रामचंद्रन ने 1980 में जयललिता को पार्टी का प्रचार सचिव नियुक्त किया था. 1984 में वह पहली बार राज्यसभा सांसद बनी थीं. वर्ष 1989 में पहली बार उन्होंने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव जीता. इसके दो साल बाद 1991 के विधानसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों का सूपड़ा साफ कर वह पहली बार राज्य की मुख्यमंत्री बनीं. इनपुट- IANS
यह लेख है: ग्रेटर नोएडा के एक कॉलोनी के निवासियों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखकर अपने कॉलोनी का नाम बदलने की गुहार लगाई है. दरअसल, ग्रेटर नोएडा में इस कॉलोनी का नाम 'पाकिस्तान वाली गली' है. लोगों ने इसी नाम को बदलने की गुहार लगाई है. इस कॉलोनी के लोगों का कहना है कि इस नाम की वजह से उन्हें सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित होना पड़ता है. बंटवारे के दौरान इस कॉलोनी में पाकिस्तान से कुछ लोग आकर बस गए थे, जिसके बाद इस कॉलोनी का नाम 'पाकिस्तान वाली गली' पड़ गई थी. यहां के निवासियों का कहना है कि उनके पूर्वज पाकिस्तान से आकर बस गए थे इसमें उनकी कोई गलती नहीं है. लोगों ने कहा, "हम भारतीय हैं. बहुत पहले हमारे पूर्वजों में से सिर्फ 4 लोग ही पाकिस्तान से आकर यहां बसे थे. लेकिन फिर भी हमारे आधार कार्ड पर 'पाकिस्तान वाली गली' लिखा गया है. हम इस देश का हिस्सा हैं फिर क्यों हमें पाकिस्तान के नाम पर अलग किया जा रहा है." यहां के निवासियों का कहना है कि हम रोजगार चाहते हैं जिससे अपने बच्चों को शिक्षा दिला सकें. यहां रहने वाले भूपेश कुमार ने कहा, "आधार कार्ड दिखाने के बाद हमें नौकरी नहीं मिलती. हमने अपने बच्चों की शिक्षा पर बहुत पैसे खर्च किए हैं, लेकिन फिर भी उनको नौकरी नहीं मिलती. इस कारण से हम काफी परेशान हैं. हम पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस कॉलोनी का नाम बदलने और रोजगार की मांग कर रहे हैं. दूसरे निवासी ने कहा, "लोग हमसे बहुत बुरा व्यवहार करते हैं जैसे कि हम दूसरे देश के हों. यह सब 'पाकिस्तान वाली गली' के नाम के कारण हो रहा है. हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी तक हमारी गुहार पहुंची तो वो इस मामले पर एक्शन जरूर लेंगे. इस कॉलोनी में 60-70 घर ऐसे हैं जो चाहते हैं कि सरकार इस कॉलोनी का नाम में बदलाव करें.
दिल्ली की स्थानीय अदालत ने शराब व्यवसायी पॉन्‍टी चड्ढा एवं उसके भाई हरदीप चड्ढा हत्याकांड के आरोपी सुखदेव सिंह नामधारी की पुलिस हिरासत अवधि पांच दिसम्बर तक के लिए बढ़ा दी है. छतरपुर स्थित फार्महाउस पर 17 नवम्बर को कथित तौर सम्पत्ति विवाद को लेकर आपसी गोलीबारी में चड्ढा बंधुओं की मौत हो गई थी और इस मामले में नामधारी गवाह था लेकिन बाद में पुलिस ने नामधारी को हत्या का आरोपी बना दिया. मजिस्ट्रेट सुनील बेनीवाल ने रविवार को नामधारी की पुलिस हिरासत अवधि तीन दिन और बढ़ाकर पांच दिसम्बर कर दी. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन की बरामदगी एवं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए नामधारी की हिरासत बढ़ाने की मांग की थी. हत्याकांड में नाम आने के बाद उत्तराखंड सरकार ने नामधारी को राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के पद से बर्खास्त कर दिया था. दिल्ली पुलिस ने नामधारी को 23 नवम्बर को गिरफ्तार किया था.
एक्ट्रेस करीना कपूर पॉपुलर रियलिटी शो डांस इंडिया डांस को जज कर रही हैं. हालांकि वह अपने दूसरे कमिटमेंट्स की वजह से शो के लिए शूट नहीं कर रही हैं. ऐसे में बहन करिश्मा कपूर उनकी जगह शो को जज करने का काम कर रही हैं. इस बार शो का आने वाला एपिसोड धमाकेदार होने वाला है, क्योंकि स्टेज पर करिश्मा और शक्ति कपूर बेहतरीन डांस परफॉर्म करने वाले हैं. चैनल के ऑफिशियल इंस्टाग्राम पेज पर एक प्रोमो वीडियो जारी किया गया है. वीडियो में करिश्मा कपूर सोना कितना सोना है सॉन्ग पर डांस करती नजर आ रही हैं. यह गाना करिश्मा और गोविंदा की फिल्म हीरो नंबर 1 का है. शो के दौरान करिश्मा ने अपनी कई फिल्मों के गाने पर डांस कर सभी का दिल जीत लिया. View this post on Instagram Saare champions dikhayenge 'Andaz Apna Apna' kyunki #DanceIndiaDance par aa rahe hai Crime Master Gogo aur Karisma! 😍😍 Tune in to #ZeeTV this Sat-Sun at 8 pm to watch the #AndazApnaApna special of India's biggest dance battle. #DanceKaJungistaan #KarismaKapoor #Bosco #Raftaar #KaranWahi #ShaktiKapoor @raftaarmusic @boscomartis @therealkarismakapoor @shaktikapoor @karanwahi @zeetvdid A post shared by ZEE TV (@zeetv) on Aug 22, 2019 at 6:51am PDT View this post on Instagram This weekend, Karan & Karisma will recreate the magic of this iconic song from our favorite movie EVER! Tell us in the comments section, how many time have you seen 'Andaz Apna Apna'? Don't miss the 'Andaz Apna Apna' special episode of #DanceIndiaDance this Sat-Sun at 8pm only on #ZeeTv. @raftaarmusic @karanwahi @boscomartis @raftaarmusic @boscomartis @therealkarismakapoor @zeetvdid @shaktikapoor @karanwahi #DanceKaJungistaan #Raftaar #Bosco #KarismaKapoor #KaranWahi #BattleOfTheChampions #ShaktiKapoor#AndazApnaApna A post shared by ZEE TV (@zeetv) on Aug 22, 2019 at 9:00am PDT View this post on Instagram 😎😎😎😎😎😎 . That's all we can say about this performance! . Tune in to #ZeeTV on Sat-Sun at 8 pm to watch the #AndazApnaApna Special of India's biggest dance battle. #DanceKaJungistaan #DanceIndiaDance #BattleOfTheChampions #NorthKeNawabs #KarismaKapoor #ShaktiKapoor #Raftaar #Bosco #KaranWahi @raftaarmusic @boscomartis @therealkarismakapoor @karanwahi @shaktikapoor @zeetvdid @unreal.crew @bhawnakhanduja @northkenawabs A post shared by ZEE TV (@zeetv) on Aug 23, 2019 at 3:34am PDT इसके अलावा एक और वीडियो साझा किया गया है जिसमें करिश्मा, शक्ति कपूर के साथ 'मेरा दिल न तोड़ो' गाने पर डांस करते नजर आ रहे हैं. यह गाना राजा बाबू फिल्म का है. इस फिल्म में करिश्मा और शक्ति कपूर ने साथ काम किया था. वीडियो के साथ लिखा है, ''सारे चैंपियन दिखाएंगे अंदाज अपना अपना क्योंकि डांस इंडिया डांस पर आ रहे हैं क्राइम मास्टर गोगो और करिश्मा.'' करिश्मा कपूर ने अंदाज अपना-अपना फिल्म का गाना 'ये रात और ये दूरी' पर भी परफॉर्म किया. गौरतलब है कि करिश्मा कपूर काफी समय से बड़़े परदे से दूर चल रही हैं. वह आखिरी बार डेंजरस इश्क फिल्म में नजर आई थीं. इसका निर्देशन विक्रम भट्ट किया था. फिल्म में करिश्मा कपूर के अलावा रजनीश दुग्गल, रवि किशन, आर्य बब्बर और जिमी शेरगिल जैसे सितारों ने काम किया था.
हैमिल्टन एक गाया-और-रैप-थ्रू संगीत है जिसमें संगीत, गीत और लिन-मैनुअल मिरांडा की एक किताब है, जो रॉन चेरनो की 2004 की किताब अलेक्जेंडर हैमिल्टन पर आधारित है। संगीत अमेरिकी संस्थापक पिता अलेक्जेंडर हैमिल्टन की कहानी बताता है। 2008 से 2015 तक सात साल की अवधि में रचित, मिरांडा का कहना है कि हैमिल्टन मूल रूप से उनके दिमाग में एक हिप हॉप अवधारणा एल्बम था। यह शो हिप हॉप के साथ-साथ आर एंड बी, पॉप, सोल और पारंपरिक शैली के शो धुनों पर आधारित है। यह गैर-श्वेत अभिनेताओं को संयुक्त राज्य अमेरिका के संस्थापक पिता और अन्य ऐतिहासिक शख्सियतों के रूप में प्रस्तुत करता है। मिरांडा ने हैमिल्टन का वर्णन "उस समय के अमेरिका के बारे में, जैसा कि अब अमेरिका द्वारा बताया गया है" के रूप में किया है।
पीएम मोदी के आदमकद कार्डबोर्ड कटआउट्स लिए थे प्रदर्शनकारी कश्मीरी अलगाववादियों के झंडे लेकर एयरपोर्ट पर किया प्रदर्शन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टेक्सास राज्य के ह्यूस्टन में आयोजित हाउडी मोदी कार्यक्रम में शिरकत की. हाउडी मोदी के मंच से दोनों ही नेताओं ने आतंकवाद को लेकर कड़ा रुख दिखाया और एक-दूसरे का साथ देने की प्रतिबद्धता दोहराई. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जम्मू कश्मीर का भी जिक्र किया. लेकिन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाते समय ट्रंप को विरोध-प्रदर्शन का भी सामना करना पड़ा. हुआ यह कि अमेरिकी राष्ट्रपति हाउडी मोदी कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए जा रहे थे. इसी बीच रास्ते में भारत विरोधी प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने ट्रंप के काफिले को प्रोटेस्ट फ्लैग दिखाए. ट्रंप जब हाउडी मोदी कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौट रहे थे, तब भी एयरपोर्ट पर उनका सामना प्रदर्शनकारियों से हुआ. प्रदर्शनकारी हाथों में कश्मीरी अलगाववादियों के झंडे लिए हुए थे. एनआरजी स्टेडियम के बाहर भी प्रदर्शनकारियों ने निकाली रैली हाउडी मोदी कार्यक्रम का आयोजन जिस एनआरजी स्टेडियम में किया गया था, उस स्टेडियम के बाहर भी प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली. हालांकि वह जल्द ही तितर-बितर हो गए. प्रदर्शनकारियों ने हाथों में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदमकद कार्डबोर्ड कटआउट्स ले रखे थे. गौरतलब है कि कश्मीर के मुद्दे को वैश्विक रंग देने की कोशिशों को झटका लगने के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने हाउडी मोदी कार्यक्रम में अड़ंगा लगाने की पुरजोर कोशिश की. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर कई मैसेज और आह्वान शेयर किए जा रहे थे. ऐसे संदेश शेयर करने वालों में कई पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) से जुड़े लोग थे.
टर्मिनेटर: सारा कॉनर क्रॉनिकल्स (कभी-कभी टर्मिनेटर के रूप में संक्षिप्त: टीएससीसी या बस टीएससीसी) एक अमेरिकी विज्ञान कथा टेलीविजन श्रृंखला है जो जनवरी 2008 से अप्रैल 2009 तक फॉक्स पर प्रसारित हुई थी। शो का निर्माण वार्नर ब्रदर्स टेलीविजन और सी2 पिक्चर्स (सी2) द्वारा किया गया था। सीज़न दो में पिक्चर्स को द हैल्सियॉन कंपनी द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था)। यह टर्मिनेटर श्रृंखला की फिल्मों का स्पिन-ऑफ है। यह टर्मिनेटर 2: जजमेंट डे की घटनाओं के बाद, और 2003 के सीक्वल टर्मिनेटर 3: राइज़ ऑफ़ द मशीन्स और निम्नलिखित किश्तों की घटनाओं को नज़रअंदाज़ करते हुए, काल्पनिक पात्रों सारा और जॉन कॉनर के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है। श्रृंखला का प्रीमियर रविवार, 13 जनवरी 2008 को अमेरिकी टेलीविजन नेटवर्क फॉक्स पर हुआ। श्रृंखला के लिए उत्पादन जजमेंट डे एंड राइज़ ऑफ़ द मशीन्स निर्माताओं और सी2 पिक्चर्स, सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट (इंटरनेशनल) के सह-अध्यक्ष मारियो कसार और एंड्रयू जी. वाजना, सी2 के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जेम्स मिडलटन, डेविड नट्टर और जोश फ्रीडमैन द्वारा प्रदान किया गया था। जिन्होंने न केवल कार्यकारी निर्माता के रूप में काम किया बल्कि पहले दो एपिसोड की पटकथा भी लिखी।
लेख: जलालाबाद में एक प्रमुख राजनेता के घर पर जुटे कबायली नेताओं को निशाना बनाकर रविवार को किए गए आत्मघाती हमले में 14 लोग मारे गए। एक सप्ताह से भी कम समय में पूर्वी अफगान शहर में यह दूसरा भीषण हमला है। तालिबान के साथ शांति वार्ता शुरू करने के लिए चार देशों के बीच होने वाली दूसरे दौर की वार्ता की पूर्व संध्या पर किए गए इस हमले में 13 लोग घायल भी हुए हैं। तालिबान ने इसमें अपना हाथ होने से इंकार किया है।टिप्पणियां औबेदुल्लाह शिनवारी के घर पर आयोजित कबायली नेताआें की बैठक के दौरान यह हमला किया गया। इस हमले में उन्हें किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कड़े शब्दों में हमले की निंदा की है। तालिबान के साथ शांति वार्ता शुरू करने के लिए चार देशों के बीच होने वाली दूसरे दौर की वार्ता की पूर्व संध्या पर किए गए इस हमले में 13 लोग घायल भी हुए हैं। तालिबान ने इसमें अपना हाथ होने से इंकार किया है।टिप्पणियां औबेदुल्लाह शिनवारी के घर पर आयोजित कबायली नेताआें की बैठक के दौरान यह हमला किया गया। इस हमले में उन्हें किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कड़े शब्दों में हमले की निंदा की है। औबेदुल्लाह शिनवारी के घर पर आयोजित कबायली नेताआें की बैठक के दौरान यह हमला किया गया। इस हमले में उन्हें किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कड़े शब्दों में हमले की निंदा की है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कड़े शब्दों में हमले की निंदा की है।
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बीते 18 महीनों में 700 से ज्यादा लैपटॉप और कंप्यूटर खो दिए. प्रेस एसोसिएशन द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक मई 2015 से अक्तूबर 2016 के बीच कुल 759 लैपटॉप और कंप्यूटर खो गए जबकि अतिरिक्त 32 चोरी चले गए. ब्रिटेन के फ्रीडम ऑफ इन्फर्मेशन एक्ट के तहत मांगी गई जानकारी के मुताबिक इस अवधि में रक्षा मंत्रालय ने 328 सीडी, डीवीडी और यूएसबी खोई हैं. रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सूचना की सुरक्षा ‘‘सर्वप्रथम प्राथमिकता’’ है और उपकरण लापता होने की घटनाओं की ‘‘गहन जांच’’ की जाएगी.टिप्पणियां एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘रक्षा मंत्रालय ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देता है जहां सुरक्षा सभी कर्मचारियों की जिम्मेदारी होती है और उन्हें सुरक्षा संबंधी हर घटना की जानकारी देना होती है. मई 2015 के बाद से विभिन्न सरकारी विभागों से कुल 1,000 लैपटॉप, कंप्यूटर और यूएसबी खोए हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ब्रिटेन के फ्रीडम ऑफ इन्फर्मेशन एक्ट के तहत मांगी गई जानकारी के मुताबिक इस अवधि में रक्षा मंत्रालय ने 328 सीडी, डीवीडी और यूएसबी खोई हैं. रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सूचना की सुरक्षा ‘‘सर्वप्रथम प्राथमिकता’’ है और उपकरण लापता होने की घटनाओं की ‘‘गहन जांच’’ की जाएगी.टिप्पणियां एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘रक्षा मंत्रालय ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देता है जहां सुरक्षा सभी कर्मचारियों की जिम्मेदारी होती है और उन्हें सुरक्षा संबंधी हर घटना की जानकारी देना होती है. मई 2015 के बाद से विभिन्न सरकारी विभागों से कुल 1,000 लैपटॉप, कंप्यूटर और यूएसबी खोए हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘रक्षा मंत्रालय ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देता है जहां सुरक्षा सभी कर्मचारियों की जिम्मेदारी होती है और उन्हें सुरक्षा संबंधी हर घटना की जानकारी देना होती है. मई 2015 के बाद से विभिन्न सरकारी विभागों से कुल 1,000 लैपटॉप, कंप्यूटर और यूएसबी खोए हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
2019 की जुलाई-सितंबर में भारत की जीडीपी के आंकड़े होंगे जारी पहली तिमाही के दौरान 5% की दर से बढ़ी थी देश की विकास दर बीते कुछ महीनों के आंकड़े बताते हैं कि आर्थिक मोर्चे पर देश की स्थिति ठीक नहीं है. वहीं सरकार भी अब इस तथ्‍य को स्‍वीकार करने लगी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कहा कि विकास दर में थोड़ी कमी आई है. अब मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) केवी सुब्रमण्यम ने कहा है कि पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान विकास चक्र वैसा नहीं रहा है, जैसा कि पहले था. हालांकि सुब्रमण्यम ने सरकार के फैसलों की सराहना की. उन्‍होंने बताया कि सरकार ने निवेश बढ़ाने के लिए कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की है. सुब्रमण्यम के मुताबिक कॉरपोरेट टैक्स की दर निवेश के लिए महत्वपूर्ण है. Chief Economic Advisor to Government of India, KV Subramanian, in Delhi: The cut in corporate tax rate is important for investments. pic.twitter.com/4yfrxf1sCw — ANI (@ANI) November 29, 2019 आज आएंगे जीडीपी के आंकड़े! चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के जीडीपी के आंकड़े आज यानी शुक्रवार को आने की उम्‍मीद है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की ओर से अर्थशास्त्रियों के बीच कराए गए पोल में बताया जा रहा है कि 2019 के जुलाई-सितंबर में भारत की विकास दर 26 तिमाहियों के निचले स्तर पर आ सकती है. यहां बता दें कि भारत की अर्थव्यवस्था 2019-20 की पहली तिमाही के दौरान पांच प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो पिछले छह वर्षों में सबसे कम है. सरकार ने लिए हैं कई बड़े फैसले देश को आर्थिक सुस्‍ती से निकालने के लिए सरकार ने बीते कुछ महीनों में कई फैसले लिए हैं. सरकार ने सितंबर में कॉरपोरेट टैक्स को 30 प्रतिशत से घटाकर 22 प्रतिशत करने की घोषणा की थी.  इसके अलावा नई कंपनियों के लिए टैक्‍स की दर भी घटाकर 15 प्रतिशत कर दी गई, ताकि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया जा सके. इसी तरह हाउसिंग सेक्‍टर, बैंकिंग सेक्‍टर, ऑटो सेक्‍टर की आर्थिक सुस्‍ती को दूर करने के लिए भी सरकार की ओर से कई बड़े ऐलान किए गए.
भारतीय क्रिकेट टीम ब्रिटेन के लंबे दौरे की शुरुआत बुधवार को आयरलैंड के खिलाफ दो टी- 20 मैचों की सीरीज के पहले मैच में जीत के साथ करने उतरेगी. मैच भारतीय समयानुसार रात 8.30 बजे शुरू होगा. इस मैच से टीम इंग्लैंड दौरे की तैयारी भी करेगी, जो इस संक्षिप्त सीरीज के बाद शुरू होगा. शानदार फॉर्म में चल ही इंग्लैंड की टीम ने वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का 5-0 से सूपड़ा साफ किया है और उसके ज्यादातर खिलाड़ी लय में हैं. इंग्लैंड की कड़ी चुनौती को देखते हुए भारतीय टीम आयरलैंड के खिलाफ मैच की तैयारियों और अभ्यास के लिए लंदन में ही रुकी रही. टीम ने शनिवार को यहां पहुंचने के बाद मर्चेंट टेलर्स स्कूल क्रिकेट ग्राउंड में पहले अभ्यास सत्र में भाग लिया. Training ✅ An intense training session for #TeamIndia ahead of the two T20Is against Ireland. #IREvIND pic.twitter.com/sRqE0F1P26 — BCCI (@BCCI) June 26, 2018 टीम इंडिया ने ऐसे किया अभ्यास टीम सूत्रों के मुताबिक अभ्यास सत्र के लिए खिलाड़ियों को तीन समूहों में बांटा गया. उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार के साथ हरफनमौला हार्दिक पंड्या ने तेज गेंदबाजों का नेतृत्व किया, जबकि कुछ अन्य ने क्षेत्ररक्षण अभ्यास किया. बल्लेबाजों में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन ने पहले अभ्यास किया. कप्तान विराट कोहली और फॉर्म में चल रहे केएल राहुल ने अगल-बगल के नेट पर स्पिन और तेज गेंदबाजों खिलाफ एक साथ बल्लेबाजी की. राहुल टी-20 टीम के नियमित सदस्य हैं. वनडे टीम में अजिंक्य रहाणे के न होने से 12 जुलाई से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के दावेदार होंगे. दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद पहली बार भारत की सबसे मजबूत टीम मैदान पर दिखेगी. मार्च में श्रीलंका के खिलाफ हुई टी 20 सीरीज में कोहली, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और महेंद्र सिंह धोनी को विश्राम दिया गया था. Off to Ireland with someone photobombing behind us! 😂👍 pic.twitter.com/W7z729cq2d — Virat Kohli (@imVkohli) June 26, 2018 प्लेइंग इलेवन में कौन- रैना, कार्तिक या पांडे ? अंतिम एकादश में राहुल का चयन लगभग पक्का माना जा रहा, जिससे मध्यक्रम में सुरेश रैना, दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे के बीच जद्दोजहद होगी. रैना का इस्तेमाल टीम के छठे गेंदबाज के तौर पर भी कर सकती है. दक्षिण अफ्रीका में टीम ने तीसरे नंबर पर पिंच हिटर के रूप में उनका इस्तेमाल किया था. टीम शानदार फॉर्म में चल रहे कार्तिक को भी बाहर नहीं रखना चाहेगी. पिछले आठ टी-20 मैचों में 85 की औसत से 255 रन बनाने के बावजूद पांडे बाहर बैठ सकते हैं. बुमराह- भुवनेश्वर पर ज्यादा जिम्मेदारी गेंदबाजी विभाग में कोहली कलाई के दोनों स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को यहां की स्थिति से सामंजस्य बिठाने का मौका दे सकते हैं. तेज गेंदबाजी में टीम के लिए थोड़ी चिंता का सबब है. बुमराह और भुवनेश्वर पर ज्यादा जिम्मेदारी होगी, क्योंकि यादव ने लंबे समय के बाद टी-20 टीम में वापसी की है और सिद्धार्थ कौल ने इस प्रारूप में पदार्पण नहीं किया है. पजाब में जन्मे सिमरनजीत आयरिश टीम में भारत ने आयरलैंड के खिलाफ ज्यादा मैच नहीं खेले हैं. दोनों टीमों के बीच तीन वनडे और एक टी-20 मैच खेले गए हैं. आयरलैंड के लिए कप्तान गैरी विल्सन, पूर्व कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड और ऑलराउंडर केविन ओब्रायन को भारतीय टीम के खिलाफ टी -20 खेलने का अनुभव है. पंजाब में जन्मे आयरलैंड के 31 वर्षीय ऑफ स्पिनर सिमरनजीत सिंह पर भी सबकी नजरें होंगी.
गणित में, प्राकृतिक संख्याएँ वे होती हैं जिनका उपयोग गिनने के लिए किया जाता है (जैसे कि "मेज पर छह सिक्के हैं") और क्रमबद्ध करना (जैसे कि "यह देश का तीसरा सबसे बड़ा शहर है")। सामान्य गणितीय शब्दावली में, गिनती के लिए बोलचाल की भाषा में उपयोग किए जाने वाले शब्द "कार्डिनल नंबर" होते हैं और क्रम से जुड़े शब्द "क्रमिक संख्या" का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्राकृतिक संख्याएँ, कभी-कभी, कोड के सुविधाजनक सेट (लेबल या "नाम") के रूप में प्रकट हो सकती हैं; अर्थात्, जिसे भाषाविद् नाममात्र संख्याएँ कहते हैं, वह गणितीय अर्थ में एक संख्या होने के कई या सभी गुणों को छोड़ देती है।
यह सूची कर्नाटक के जिलों की है:- विजयनगर जिला उडुपी जिला उत्तर कन्नड़ जिला कोडगु जिला कोप्पल जिला कोलार जिला गदग जिला गुलबर्ग जिला चामराजनगर ज़िला चिकबलापुरा जिला चिकमगलूर जिला चित्रदुर्ग जिला तुमकूर जिला दक्षिण कन्नड़ जिला दावणगेरे जिला धारवाड़ जिला बंगलोर ग्रामीण जिला बंगलोर शहरी जिला बागलकोट जिला बीजापुर जिला बीदर जिला बेलगाम जिला बेल्लारी जिला मांडया जिला मैसूर जिला यादगीर जिला रामनगर जिला रायचूर जिला शिमोगा जिला हावेरी जिला हासन जिला इन्हें भी देखें कर्नाटक जिले
निम्नलिखित घटनाओं का वर्णन मकान मालकिन श्रीमती ब्रूक्स के दृष्टिकोण से किया गया है। बाद वाला कीहोल में सुनने की कोशिश करता है, लेकिन जब टेस और एलेक के बीच बहस गर्म हो जाती है तो वह जल्दी से पीछे हट जाता है। बाद में वह टेस को घर से निकलते हुए देखती है, फिर छत पर एक फैलता हुआ लाल धब्बा - एक खून का धब्बा - देखती है। वह मदद के लिए बुलाती है, और एलेक को उसके बिस्तर पर चाकू मारकर हत्या कर दी जाती है।
समाजवादी पार्टी के 25 साल पूरे होने पर शनिवार को लखनऊ में रजत जयंती समारोह शुरू हो गया है. समारोह में लालू प्रसाद यादव, शरद यादव और एचडी देवेगौड़ा मौजूद हैं. इनकी मौजूदगी से पिछले कुछ दिनों से चल रही महागठबंधन की सुगबुगाहट एक बार फिर तेज हो गई है. अखिलेश ने होटल जाकर लालू, शरद और देवेगौड़ा से मुलाकात की. इसके साथ ही कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर से भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की बात हुई. समारोह में पहुंचे लालू यादव ने कहा कि जैसे बिहार से बीजेपी को खदेड़ा था, वैसे ही यहां से भी खदेड़ेंगे. वहीं शरद यादव ने कहा कि महागठबंधन को लेकर कोई बात नहीं हुई है, आगे क्या होता है, देखते हैं. पूर्व पीएम देवेगौड़ा ने भी अभी महागठबंधन की बात से इनकार किया. सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव भी मंच पर पहुंचे और सभी नेताओं के साथ हाथ ऊपर उठाया. वहीं लालू यादव ने अखिलेश और शिवपाल यादव के हाथ पकड़कर हवा में उठाए, इस दौरान अखिलेश ने चाचा शिवपाल के पैर भी छुए. रजत जयंती समारोह लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में हो रहा है. समारोह शुरू होने से पहले खुद शिवपाल यादव ने मौके पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने आयोजन को यादगार बनाने की बात कही. समारोह में हिस्सा लेने लखनऊ पहुंचे लालू यादव ने कहा कि यूपी में फिर से एसपी की ही सरकार बनेगी. #WATCH : Samajwadi Party Rajat Jayanti program underway in Lucknow, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/Jp5drdrRYj — ANI UP (@ANINewsUP) November 5, 2016 'चुनाव भारत का भविष्य तय करेगा' अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में सपा की सरकार लौटेकर आएगी. साढ़े चार साल में हमने देश में उदाहरण पेश किया. चुनाव भारत का भविष्य तय करेगा. बीजेपी ने लोगों में दूरियां पैदा की. समाजवादी कम्प्यूर और अंग्रेजी के खिलाफ नहीं. हम भाषा के खिलाफ नहीं है.हमारे बारे में कहा जाता था कि हम अंग्रेजी और कंप्यूटर के खिलाफ है, लेकिन हमने लोगों को लैपटॉप बांटे. 'तलवार दोगे तो चलाएंगे' अखिलेश ने कहा कि कुछ लोग सुनेंगे लेकिन सपा के बिगड़ने के बाद. अपनी सरकार में मंत्री और शिवपाल के करीबी प्रजापति पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि पहले हमें तलवार देते हो और फिर कहते हो कि तलवार ना चलाओ. तलवार दोगे तो चलाएंगे ही. हमारे जितनी चाहे परीक्षा ले लो. हम सब लोगों ने मेहनत की है तब समाजवादी पार्टी की सरकार बनी है. 17 में तो सरकार बनेगी ही, हम चाहते हैं कि 2019 में भी यूपी से ऐतिहासिक फैसला हो. 'सर्जिकल ऑपरेशन तो मुलायम सिंह के समय में हुआ' लालू ने कहा कि सपा में कोई झगड़ा नहीं है. पीएम मोदी पर हमला करते हुए लालू ने कहा कि यह देश तानाशाही और इमरजेंसी की तरफ जा रहा है. 56 इंच का सीना वाला और 15 लाख रुपया लाने वाला कहां गया? जब हमने पूछा कि 15 लाख रुपया कहां है तो कहा यह तो जुमला था. लालू ने कहा कि हम लोग यूपी में चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि देखेंगे कि एक भी वोट कटे नहीं. सर्जिकल स्ट्राइक पर उन्होंने कहा कि सर्जिकल ऑपरेशन तो मुलायम सिंह के समय में हुआ था. कश्मीर में क्या हो रहा है. तुम घर की समस्या को ठीक नहीं कर सके तो क्या 56 इंच का सीना लेकर घूमते हो. सांप्रदायिक ताकतों को रोकेंगे मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हम सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं हैं. हम महिलाओं, गरीबों और किसानों के लिए हैं. हम सांप्रदायिक ताकतों को बाहर रखने के लिए एक. मुलायम ने कहा कि ये ठीक है कि सरकार ने अच्छा काम किया है, लेकिन कई काम करने हैं. देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है. हमारी सरकार को तय करना होगा कि ऐसा ना हो. समाजवादी आंदोलन भेदभाव मिटाने के लिए है. हमारा सभी वर्ग ने साथ दिया है. छलका शिवपाल का दर्द इस मौके पर शिवपाल यादव ने कहा कि जिन्होंने कुर्बानी दी, उन्हें कुछ नहीं मिला. अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को विरासत में मिल जाता है और कुछ लोग जिंदगीभर मेहनत करते रह जाते हैं, कुछ नहीं मिलता. कुछ लोगों को जरा सी चापलूसी करने पर सत्ता का मजा मिल जाता है. कुछ लोग जीवनभर संघर्ष करते रहते हैं कुछ नहीं मिलता. शिवपाल ने निकाला दर्द शिवपाल ने कहा, 'मैं उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का स्वागत करता हूं. अखिलेश यादव ने अच्छा काम किया है. उनकी सरकार ने अच्छा काम किया है. लेकिन 4 सालों में मैंने भी बहुत सहयोग किया है. मेरे से जितना कहो त्याग करने को तैयार हूं. कहो तो खून देने को तैयार हूं. मेरा चाहे जितना अपमान कर लो जितनी बार चाहे मुझे बर्खास्त कर लो. मैं बार-बार कह देना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता हूं. हमारे बीच कुछ घुसपैठिए घुस आए हैं, उनसे सावधान रहने की जरुरत है. मेरा अपमान मैं बर्दाश्त कर सकता हूं, लेकिन उत्तर प्रदेश के लोग नेता जी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. फिर एक साथ आना होना अजित सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार सांप्रदायिक ताकतों के दम पर यूपी का बंटवारा करना चाहती है. राज्य को बचाने के लिए हमें साथ आना होगा. चुनाव देश का भविष्य तय करेगा. अजित सिंह ने कहा कि हमें मनमुटावों को भुलकर एक होना होगा. समाज में एकता के बिना विकास संभव नहीं है. राम जेठमलानी ने कहा कि बीजेपी में कोई वादा नहीं निभाता है. इसी वजह से मैं तंग आ गया. कांग्रेस या बीजेपी में किसी ने भी जर्मनी से 1400 लोगों के नाम नहीं मांगे, क्योंकि उन्हें पता है कि सरकार में इन्हीं में से कई लोग बैठे हैं. मोदी साहब ने कहा था कि वह काला धन वापस लाएंगे, लेकिन एक भी पैसा वापस नहीं आया. भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी शिवपाल पर पार्टी की 25वीं सालगिरह को यादगार और शानदार बनाने के लिए मुलायम सिंह यादव ने अपनी पूरी ताकत लगाई है. लखनऊ के जिस जनेश्वर मिश्र पार्क में पार्टी का रजत जयंती समारोह शनिवार को हो रहा है उसे एशिया के सबसे बड़े पार्क में से एक कहा जाता है. अखिलेश यादव को अपने जिन कामों पर फख्र है उसने यह पार्क बनवाना में शामिल है. लेकिन 5 नवंबर को इस पार्क में लाखों की भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी है उनके चाचा शिवपाल यादव उठा रहे हैं जिनसे आज कल उनकी ठनी हुई है. मंच पर दिखेगा परिवार का घमासान रजत जयंती समारोह ऐसे मौके पर हो रहा है जब पार्टी से लेकर परिवार में घमासान मचा हुआ है और कहा जा रहा है कि शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच शक्ति प्रदर्शन की होड़ है. मुलायम सिंह यादव 25वीं सालगिरह किन परिस्थितियों में मना रहे हैं इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि समारोह की पूरी जिम्मेदारी उसी गायत्री प्रजापति को दी गई है जिसे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बिल्कुल पसंद नहीं करते और अपने मंत्रिमंडल से बाहर निकाल चुके थे. पार्टी के जिन युवा नेताओं ने अखिलेश यादव की रथयात्रा के पीछे अपनी पूरी ताकत लगाई वह सब पार्टी के बाहर हैं और पार्टी के रजत जयंती समारोह में उनको नहीं बुलाया गया है. लेकिन कह रहे हैं कि वो इस समारोह में जाकर ही रहेंगे.
'उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक (Uri: The Surgical Strike)' ने इतिहास रच दिया है. विक्की कौशल (Vicky Kaushal) की देशभक्ति के जज्बे से लबरेज फिल्म ने कमाई के मामले में 'बाहुबली 2 (Baahubali 2)' को पछाड़ दिया है. विकी कौशल और यामी गौतम की  'उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक (Uri: The Surgical Strike)' 11 जनवरी को रिलीज हुई थी, और फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर सफर अब भी जारी है. फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट तरण आदर्श ने इस बात का खुलासा किया है कि फिल्म 23 और 24 दिन की कमाई के मामले में 'बाहुबली 2 (Baahubali 2)' से भी आगे निकल गई है. इस तरह विक्की कौशल (Vicky Kaushal) ने अपने करियर की सबसे बड़ी सोलो हिट दे दी है.   #UriTheSurgicalStrike creates HISTORY... Smashes Day 23 and Day 24 records held by #Baahubali2... Day 23: #Baahubali2 ₹ 6.35 cr... #Uri ₹ 6.53 cr Day 24: #Baahubali2 ₹ 7.80 cr... #Uri ₹ 8.71 cr Now #Uri holds the record of highest Day 23 and Day 24. MONSTROUS HIT! pic.twitter.com/mh21dFLq0z   'उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक (Uri: The Surgical Strike)' और 'बाहुबली 2 (Baahubali 2)' के बीच तुलना करते हुए तरण आदर्श (Taran Adarsh) ने ट्वीट किया हैः 'उरी द सर्जिकल स्ट्राइक' ने इतिहास रच दिया है....बाहुबली 2 के 23वें और 24वें दिन के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है. 23वें दिन बाहुबली 2 ने 6.35 करोड़ रु. कमाए थे जबकि उरी ने 6.53 करोड़ रु. की कमाई की है. 24वें दिन बाहुबली 2 ने 7.80 करोड़ रु. कमाए थे जबकि उरी ने 8.71 करोड़ रु. कमाए हैं. इस तरह 23वें और 24वें दिन सबसे ज्यादा कमाई करने का रिकॉर्ड उरी के नाम दर्ज हो गया है. इस तरह फिल्म ने 189.76 करोड़ रु. की कमाई कर ली है.    #UriTheSurgicalStrike is winning hearts, setting new benchmarks and rewriting the record books... Inches closer to ₹ 200 cr... [Week 4] Fri 3.43 cr, Sat 6.53 cr, Sun 8.71 cr. Total: ₹ 189.76 cr. India biz. #Uri#HowsTheJosh   विक्की कौशल (Vicky Kaushal) की 'उरी: द सर्जीकल स्ट्राइक' (Uri: The Surgical Strike)'  को लेकर अच्छे रिव्यू आए थे, जिसके बाद बॉक्स ऑफिस (Uri: The Surgical Strikes Box Office Collection) पर अच्छे नतीजे देखने को मिले. 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' को अच्छे पब्लिक रिव्यू भी मिले. विक्की कौशल (Vicky Kaushal) और  यामी गौतम (Yami Gautam) की 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' (URI The Surgical Strikes) 25 करोड़ के बजट में बनी है और इसे लगभग 800 स्क्रीन पर रिलीज किया गया था.
लेख: एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नाराज कांग्रेस ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट को मोदी सरकार कमजोर कर रही है. साथ ही कांग्रेस ने सवाल उठाया कि आखिर इस एक्ट पर पीएम मोदी चुप क्यों हैं. इतना ही नहीं, कांग्रेस ने इस एक्ट को कमजोर करने के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया.  बीजेपी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा गरीब और दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है. कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार के चलते देश में सबसे ज्यादा दलितों पर अत्याचार हो रहा है. कांग्रेस इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी.  कांग्रेस ने कहा कि हर 12 मिनट में एक दलित पर अत्याचार हो रहा है. 40 हजार आठ सौ मुकदमें हुए हैं. सरकार के आंकड़े कहते हैं कि इस मामले में महज 25 फीसदी केस में ही सजा मिलती है. मोदी सरकार ने एसएसटी सबप्लान को खत्म कर दिया.   कांग्रेस ने कहा बीजेपी इस कानून को कमजोर करने की कोशिश कर रही है और इस पर फिर से विचार करने की जरूरत. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार के समर्थन से शोषण हो रहा है. ​कांग्रेस ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट पर फैसला काफी अफसोसजनक है.  कांग्रेस ने योगी के साबुन वाली घटना और येदुयेरप्पा पर भी हमला बोला और कहा कि ये लोग दलित के घर जाते हैं और फाइव स्टार होटल से खाना मंगवा कर खाते हैं. वहीं योगी लोगों से मिलने के बाद साबुन से हाथ धोते हैं. बता दें कि मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने दिए दिशा निर्देश दिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामलों में अब कोई ऑटोमैटिक गिरफ्तारी नहीं होगी. इतना ही नहीं गिरफ्तारी से पहले आरोपों की जांच जरूरी है. गिरफ्तारी से पहले जमानत दी जा सकती है. टिप्पणियां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि कोई आरोपी व्यक्ति सार्वजनिक कर्मचारी है, तो नियुक्ति प्राधिकारी की लिखित अनुमति के बिना, यदि व्यक्ति एक सार्वजनिक कर्मचारी नहीं है तो जिला के वरिष्ठ अधीक्षक की लिखित अनुमति के बिना गिरफ्तारी नहीं होगी. कोर्ट ने कहा कि ऐसी अनुमतियों के लिए कारण दर्ज किए जाएंगे और गिरफ्तार व्यक्ति व संबंधित अदालत में पेश किया जाना चाहिए. मजिस्ट्रेट को दर्ज कारणों पर अपना दिमाग लगाना चाहिए और आगे आरोपी को तभी हिरासत में रखा जाना चाहिए जब गिरफ्तारी के कारण वाजिब हो. यदि इन निर्देशों का उल्लंघन किया गया तो ये अनुशासानात्मक कार्रवाई के साथ साथ अवमानना कार्रवाई के तहत होगी. कोर्ट ने कहा कि संसद ने कानून बनाते वक्त ये नहीं सोचा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा.   बीजेपी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा गरीब और दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है. कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार के चलते देश में सबसे ज्यादा दलितों पर अत्याचार हो रहा है. कांग्रेस इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी.  कांग्रेस ने कहा कि हर 12 मिनट में एक दलित पर अत्याचार हो रहा है. 40 हजार आठ सौ मुकदमें हुए हैं. सरकार के आंकड़े कहते हैं कि इस मामले में महज 25 फीसदी केस में ही सजा मिलती है. मोदी सरकार ने एसएसटी सबप्लान को खत्म कर दिया.   कांग्रेस ने कहा बीजेपी इस कानून को कमजोर करने की कोशिश कर रही है और इस पर फिर से विचार करने की जरूरत. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार के समर्थन से शोषण हो रहा है. ​कांग्रेस ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट पर फैसला काफी अफसोसजनक है.  कांग्रेस ने योगी के साबुन वाली घटना और येदुयेरप्पा पर भी हमला बोला और कहा कि ये लोग दलित के घर जाते हैं और फाइव स्टार होटल से खाना मंगवा कर खाते हैं. वहीं योगी लोगों से मिलने के बाद साबुन से हाथ धोते हैं. बता दें कि मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने दिए दिशा निर्देश दिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामलों में अब कोई ऑटोमैटिक गिरफ्तारी नहीं होगी. इतना ही नहीं गिरफ्तारी से पहले आरोपों की जांच जरूरी है. गिरफ्तारी से पहले जमानत दी जा सकती है. टिप्पणियां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि कोई आरोपी व्यक्ति सार्वजनिक कर्मचारी है, तो नियुक्ति प्राधिकारी की लिखित अनुमति के बिना, यदि व्यक्ति एक सार्वजनिक कर्मचारी नहीं है तो जिला के वरिष्ठ अधीक्षक की लिखित अनुमति के बिना गिरफ्तारी नहीं होगी. कोर्ट ने कहा कि ऐसी अनुमतियों के लिए कारण दर्ज किए जाएंगे और गिरफ्तार व्यक्ति व संबंधित अदालत में पेश किया जाना चाहिए. मजिस्ट्रेट को दर्ज कारणों पर अपना दिमाग लगाना चाहिए और आगे आरोपी को तभी हिरासत में रखा जाना चाहिए जब गिरफ्तारी के कारण वाजिब हो. यदि इन निर्देशों का उल्लंघन किया गया तो ये अनुशासानात्मक कार्रवाई के साथ साथ अवमानना कार्रवाई के तहत होगी. कोर्ट ने कहा कि संसद ने कानून बनाते वक्त ये नहीं सोचा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा.   कांग्रेस ने कहा कि हर 12 मिनट में एक दलित पर अत्याचार हो रहा है. 40 हजार आठ सौ मुकदमें हुए हैं. सरकार के आंकड़े कहते हैं कि इस मामले में महज 25 फीसदी केस में ही सजा मिलती है. मोदी सरकार ने एसएसटी सबप्लान को खत्म कर दिया.   कांग्रेस ने कहा बीजेपी इस कानून को कमजोर करने की कोशिश कर रही है और इस पर फिर से विचार करने की जरूरत. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार के समर्थन से शोषण हो रहा है. ​कांग्रेस ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट पर फैसला काफी अफसोसजनक है.  कांग्रेस ने योगी के साबुन वाली घटना और येदुयेरप्पा पर भी हमला बोला और कहा कि ये लोग दलित के घर जाते हैं और फाइव स्टार होटल से खाना मंगवा कर खाते हैं. वहीं योगी लोगों से मिलने के बाद साबुन से हाथ धोते हैं. बता दें कि मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने दिए दिशा निर्देश दिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामलों में अब कोई ऑटोमैटिक गिरफ्तारी नहीं होगी. इतना ही नहीं गिरफ्तारी से पहले आरोपों की जांच जरूरी है. गिरफ्तारी से पहले जमानत दी जा सकती है. टिप्पणियां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि कोई आरोपी व्यक्ति सार्वजनिक कर्मचारी है, तो नियुक्ति प्राधिकारी की लिखित अनुमति के बिना, यदि व्यक्ति एक सार्वजनिक कर्मचारी नहीं है तो जिला के वरिष्ठ अधीक्षक की लिखित अनुमति के बिना गिरफ्तारी नहीं होगी. कोर्ट ने कहा कि ऐसी अनुमतियों के लिए कारण दर्ज किए जाएंगे और गिरफ्तार व्यक्ति व संबंधित अदालत में पेश किया जाना चाहिए. मजिस्ट्रेट को दर्ज कारणों पर अपना दिमाग लगाना चाहिए और आगे आरोपी को तभी हिरासत में रखा जाना चाहिए जब गिरफ्तारी के कारण वाजिब हो. यदि इन निर्देशों का उल्लंघन किया गया तो ये अनुशासानात्मक कार्रवाई के साथ साथ अवमानना कार्रवाई के तहत होगी. कोर्ट ने कहा कि संसद ने कानून बनाते वक्त ये नहीं सोचा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा.   कांग्रेस ने कहा बीजेपी इस कानून को कमजोर करने की कोशिश कर रही है और इस पर फिर से विचार करने की जरूरत. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार के समर्थन से शोषण हो रहा है. ​कांग्रेस ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट पर फैसला काफी अफसोसजनक है.  कांग्रेस ने योगी के साबुन वाली घटना और येदुयेरप्पा पर भी हमला बोला और कहा कि ये लोग दलित के घर जाते हैं और फाइव स्टार होटल से खाना मंगवा कर खाते हैं. वहीं योगी लोगों से मिलने के बाद साबुन से हाथ धोते हैं. बता दें कि मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने दिए दिशा निर्देश दिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामलों में अब कोई ऑटोमैटिक गिरफ्तारी नहीं होगी. इतना ही नहीं गिरफ्तारी से पहले आरोपों की जांच जरूरी है. गिरफ्तारी से पहले जमानत दी जा सकती है. टिप्पणियां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि कोई आरोपी व्यक्ति सार्वजनिक कर्मचारी है, तो नियुक्ति प्राधिकारी की लिखित अनुमति के बिना, यदि व्यक्ति एक सार्वजनिक कर्मचारी नहीं है तो जिला के वरिष्ठ अधीक्षक की लिखित अनुमति के बिना गिरफ्तारी नहीं होगी. कोर्ट ने कहा कि ऐसी अनुमतियों के लिए कारण दर्ज किए जाएंगे और गिरफ्तार व्यक्ति व संबंधित अदालत में पेश किया जाना चाहिए. मजिस्ट्रेट को दर्ज कारणों पर अपना दिमाग लगाना चाहिए और आगे आरोपी को तभी हिरासत में रखा जाना चाहिए जब गिरफ्तारी के कारण वाजिब हो. यदि इन निर्देशों का उल्लंघन किया गया तो ये अनुशासानात्मक कार्रवाई के साथ साथ अवमानना कार्रवाई के तहत होगी. कोर्ट ने कहा कि संसद ने कानून बनाते वक्त ये नहीं सोचा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा.   कांग्रेस ने योगी के साबुन वाली घटना और येदुयेरप्पा पर भी हमला बोला और कहा कि ये लोग दलित के घर जाते हैं और फाइव स्टार होटल से खाना मंगवा कर खाते हैं. वहीं योगी लोगों से मिलने के बाद साबुन से हाथ धोते हैं. बता दें कि मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने दिए दिशा निर्देश दिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामलों में अब कोई ऑटोमैटिक गिरफ्तारी नहीं होगी. इतना ही नहीं गिरफ्तारी से पहले आरोपों की जांच जरूरी है. गिरफ्तारी से पहले जमानत दी जा सकती है. टिप्पणियां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि कोई आरोपी व्यक्ति सार्वजनिक कर्मचारी है, तो नियुक्ति प्राधिकारी की लिखित अनुमति के बिना, यदि व्यक्ति एक सार्वजनिक कर्मचारी नहीं है तो जिला के वरिष्ठ अधीक्षक की लिखित अनुमति के बिना गिरफ्तारी नहीं होगी. कोर्ट ने कहा कि ऐसी अनुमतियों के लिए कारण दर्ज किए जाएंगे और गिरफ्तार व्यक्ति व संबंधित अदालत में पेश किया जाना चाहिए. मजिस्ट्रेट को दर्ज कारणों पर अपना दिमाग लगाना चाहिए और आगे आरोपी को तभी हिरासत में रखा जाना चाहिए जब गिरफ्तारी के कारण वाजिब हो. यदि इन निर्देशों का उल्लंघन किया गया तो ये अनुशासानात्मक कार्रवाई के साथ साथ अवमानना कार्रवाई के तहत होगी. कोर्ट ने कहा कि संसद ने कानून बनाते वक्त ये नहीं सोचा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा.   बता दें कि मंगलवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने दिए दिशा निर्देश दिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामलों में अब कोई ऑटोमैटिक गिरफ्तारी नहीं होगी. इतना ही नहीं गिरफ्तारी से पहले आरोपों की जांच जरूरी है. गिरफ्तारी से पहले जमानत दी जा सकती है. टिप्पणियां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि कोई आरोपी व्यक्ति सार्वजनिक कर्मचारी है, तो नियुक्ति प्राधिकारी की लिखित अनुमति के बिना, यदि व्यक्ति एक सार्वजनिक कर्मचारी नहीं है तो जिला के वरिष्ठ अधीक्षक की लिखित अनुमति के बिना गिरफ्तारी नहीं होगी. कोर्ट ने कहा कि ऐसी अनुमतियों के लिए कारण दर्ज किए जाएंगे और गिरफ्तार व्यक्ति व संबंधित अदालत में पेश किया जाना चाहिए. मजिस्ट्रेट को दर्ज कारणों पर अपना दिमाग लगाना चाहिए और आगे आरोपी को तभी हिरासत में रखा जाना चाहिए जब गिरफ्तारी के कारण वाजिब हो. यदि इन निर्देशों का उल्लंघन किया गया तो ये अनुशासानात्मक कार्रवाई के साथ साथ अवमानना कार्रवाई के तहत होगी. कोर्ट ने कहा कि संसद ने कानून बनाते वक्त ये नहीं सोचा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा.   सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि कोई आरोपी व्यक्ति सार्वजनिक कर्मचारी है, तो नियुक्ति प्राधिकारी की लिखित अनुमति के बिना, यदि व्यक्ति एक सार्वजनिक कर्मचारी नहीं है तो जिला के वरिष्ठ अधीक्षक की लिखित अनुमति के बिना गिरफ्तारी नहीं होगी. कोर्ट ने कहा कि ऐसी अनुमतियों के लिए कारण दर्ज किए जाएंगे और गिरफ्तार व्यक्ति व संबंधित अदालत में पेश किया जाना चाहिए. मजिस्ट्रेट को दर्ज कारणों पर अपना दिमाग लगाना चाहिए और आगे आरोपी को तभी हिरासत में रखा जाना चाहिए जब गिरफ्तारी के कारण वाजिब हो. यदि इन निर्देशों का उल्लंघन किया गया तो ये अनुशासानात्मक कार्रवाई के साथ साथ अवमानना कार्रवाई के तहत होगी. कोर्ट ने कहा कि संसद ने कानून बनाते वक्त ये नहीं सोचा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा.
यह एक लेख है: दिल्ली के पॉश इलाके कैलाश कॉलोनी में रहने वाली एक चीन की छात्रा के साथ कथित रूप से एक माली ने छेड़छाड़ की. उसकी शिकायत पर माली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. छात्रा दिल्ली के नामी कॉलेज से पढ़ रही है और वह भारत-चीन एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत यहां आई है.  टिप्पणियां बताया जाता है कि यह मामला फरवरी का है. आरोप है कि चीन की छात्रा ने अवनीश उर्फ महावीर नाम के माली से दो फ्लॉवर पॉट खरीदे थे. इसके बाद वह आए दिन इस इलाके में आने लगा. उसने 27 फरवरी को छात्रा के साथ छेड़खानी की. इसके बाद पीड़ित छात्रा ने पुलिस में शिकायत की. इसके बाद आरोपी इस इलाके से गायब हो गया. पीड़ित ने आरोपी का स्कैच बनवाया, जिसके बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. करीब 250 लोगों से पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया. फिलहाल पुलिस ने आईपीसी की धारा 354 का मामला दर्ज कर आरोपी माली को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अवनीश का कहना है कि उस पर झूठे आरोप लगाए गए हैं. वह रोजीरोटी कमाने के लिए गली-गली जाकर फूल-पौधे बेचने का काम करता है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. बताया जाता है कि यह मामला फरवरी का है. आरोप है कि चीन की छात्रा ने अवनीश उर्फ महावीर नाम के माली से दो फ्लॉवर पॉट खरीदे थे. इसके बाद वह आए दिन इस इलाके में आने लगा. उसने 27 फरवरी को छात्रा के साथ छेड़खानी की. इसके बाद पीड़ित छात्रा ने पुलिस में शिकायत की. इसके बाद आरोपी इस इलाके से गायब हो गया. पीड़ित ने आरोपी का स्कैच बनवाया, जिसके बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. करीब 250 लोगों से पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया. फिलहाल पुलिस ने आईपीसी की धारा 354 का मामला दर्ज कर आरोपी माली को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अवनीश का कहना है कि उस पर झूठे आरोप लगाए गए हैं. वह रोजीरोटी कमाने के लिए गली-गली जाकर फूल-पौधे बेचने का काम करता है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. फिलहाल पुलिस ने आईपीसी की धारा 354 का मामला दर्ज कर आरोपी माली को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अवनीश का कहना है कि उस पर झूठे आरोप लगाए गए हैं. वह रोजीरोटी कमाने के लिए गली-गली जाकर फूल-पौधे बेचने का काम करता है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
भारत में हर चार में से तीन उद्योगपतियों का मानना है कि बड़ी कंपनियों में शीर्ष कार्यकारियों को जितना दिया जाना चाहिए उससे ‘कहीं अधिक’ वेतन दिया जाता है। ग्रांट थार्नटन इंटरनेशनल बिजनेस रिपोर्ट के मुताबिक, उद्योगपतियों ने सीईओ का वेतन तय करने के निर्णय में शेयरधारकों की भूमिका बढ़ाने का समर्थन किया है ताकि प्रक्रिया पारदर्शी हो सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 70 प्रतिशत भारतीय उद्योगपतियों का मानना है कि बड़ी सार्वजनिक कंपनियों में वरिष्ठ कार्यकारियों के लिए पारिश्रमिक नीति में शेयरधारकों की अधिक भागीदारी होनी चाहिए। वैश्विक स्तर पर ऐसे उद्यमियों का अनुपात 67 प्रतिशत है।टिप्पणियां रिपोर्ट के मुताबिक, ‘करीब 78 प्रतिशत उद्योगपतियों का मानना है कि वरिष्ठ कार्यकारियों को ‘जरूरत से कहीं अधिक’ तनख्वाह दी जाती है। ग्रांट थार्नटन इंडिया के साझीदार विनम्र शास्त्री ने कहा, ‘वरिष्ठ कार्यकारियों को स्पष्ट तौर पर निष्पादन की कसौटी पर खरा उतरना होगा क्योंकि यह ज्यादातर शेयरधारकों के लिए सबसे अधिक मायने रखता है।’ ग्रांट थार्नटन इंटरनेशनल बिजनेस रिपोर्ट के मुताबिक, उद्योगपतियों ने सीईओ का वेतन तय करने के निर्णय में शेयरधारकों की भूमिका बढ़ाने का समर्थन किया है ताकि प्रक्रिया पारदर्शी हो सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 70 प्रतिशत भारतीय उद्योगपतियों का मानना है कि बड़ी सार्वजनिक कंपनियों में वरिष्ठ कार्यकारियों के लिए पारिश्रमिक नीति में शेयरधारकों की अधिक भागीदारी होनी चाहिए। वैश्विक स्तर पर ऐसे उद्यमियों का अनुपात 67 प्रतिशत है।टिप्पणियां रिपोर्ट के मुताबिक, ‘करीब 78 प्रतिशत उद्योगपतियों का मानना है कि वरिष्ठ कार्यकारियों को ‘जरूरत से कहीं अधिक’ तनख्वाह दी जाती है। ग्रांट थार्नटन इंडिया के साझीदार विनम्र शास्त्री ने कहा, ‘वरिष्ठ कार्यकारियों को स्पष्ट तौर पर निष्पादन की कसौटी पर खरा उतरना होगा क्योंकि यह ज्यादातर शेयरधारकों के लिए सबसे अधिक मायने रखता है।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 70 प्रतिशत भारतीय उद्योगपतियों का मानना है कि बड़ी सार्वजनिक कंपनियों में वरिष्ठ कार्यकारियों के लिए पारिश्रमिक नीति में शेयरधारकों की अधिक भागीदारी होनी चाहिए। वैश्विक स्तर पर ऐसे उद्यमियों का अनुपात 67 प्रतिशत है।टिप्पणियां रिपोर्ट के मुताबिक, ‘करीब 78 प्रतिशत उद्योगपतियों का मानना है कि वरिष्ठ कार्यकारियों को ‘जरूरत से कहीं अधिक’ तनख्वाह दी जाती है। ग्रांट थार्नटन इंडिया के साझीदार विनम्र शास्त्री ने कहा, ‘वरिष्ठ कार्यकारियों को स्पष्ट तौर पर निष्पादन की कसौटी पर खरा उतरना होगा क्योंकि यह ज्यादातर शेयरधारकों के लिए सबसे अधिक मायने रखता है।’ रिपोर्ट के मुताबिक, ‘करीब 78 प्रतिशत उद्योगपतियों का मानना है कि वरिष्ठ कार्यकारियों को ‘जरूरत से कहीं अधिक’ तनख्वाह दी जाती है। ग्रांट थार्नटन इंडिया के साझीदार विनम्र शास्त्री ने कहा, ‘वरिष्ठ कार्यकारियों को स्पष्ट तौर पर निष्पादन की कसौटी पर खरा उतरना होगा क्योंकि यह ज्यादातर शेयरधारकों के लिए सबसे अधिक मायने रखता है।’ ग्रांट थार्नटन इंडिया के साझीदार विनम्र शास्त्री ने कहा, ‘वरिष्ठ कार्यकारियों को स्पष्ट तौर पर निष्पादन की कसौटी पर खरा उतरना होगा क्योंकि यह ज्यादातर शेयरधारकों के लिए सबसे अधिक मायने रखता है।’
यह एक लेख है: महाराष्ट्र के भिवंडी में राहुल गांधी को 8 मई को स्थानीय कोर्ट में हाज़िर होना होगा। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की छुट्टी पर भले ही विपक्ष चुटकी ले रहा हो, देशभर में ये बात सुर्खियों में हो लेकिन अब उनकी हाज़िरी ज़रूरी हो गई है। उनके वकीलों ने भिवंडी की स्थानीय अदालत में संसद से भी उनके अवकाश की दलील देते हुए 8 मई तक उनकी व्यक्तिगत पेशी के लिए अदालत से राहत ले ली, लेकिन साथ ही ये लिखित आश्वासन भी दिया कि जब भी ज़रूरत होगी, राहुल अदालत में पेश हो जाएंगे। मामला 2014 आम चुनावों के दौरान राहुल गांधी के भाषण का है, जिसमें उनकी राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के ख़िलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के ख़िलाफ संघ के कार्यकर्ता राजेश कुंते ने मुकदमा दायर किया है। सुनवाई के दौरान राहुल गांधी के वकील ने व्यक्तिगत पेशी से उन्हें छूट दिए जाने की अपील की, लेकिन अभियोजन पक्ष ने इसका विरोध किया। थोड़ी देर चली जिरह के बाद अदालत में ये बताया गया कि राहुल गांधी 8 मई को कोर्ट में पेश हो जाएंगे। पिछले साल भिवंडी में एक चुनावी सभा के दौरान अपने भाषण में राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए आरएसएस को ज़िम्मेदार ठहराया था, ये आरोप लगाते हुए राजेश कुंते ने उनके ख़िलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। भिवंडी की अदालत में चल रहे मामले में खारिज करने वाली राहुल गांधी की याचिका को बॉम्बे हाईकोर्ट पहले ही निरस्त कर चुका है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने एसोसिएट बैंक पीओ का परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. जिन कैंडिडेट्स ने यह एग्जाम दिया था वो बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट देख सकते हैं. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 2886 पीओ के पदों के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन नवंबर 2014 में किया था. जिन उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा पास कर लिया है, उन्हें 16 फरवरी को ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था. लिखित परीक्षा 250 कुल मार्क्स और ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू क्रमश: 50 और 25 मार्क्स के थे. SBI भर्ती 2015 ये भर्ती एसबीआई की एसोसिएट बैंकों स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफबीकानेर एंड जयपुर के लिए की गई थी.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: किसानों को संतरा के भाव पांच रुपये किलो भी नहीं मिल रहे हैं. जो आम तौर पर 25-30 रुपये किलो होता है जबकि बड़े शहरों मे यहीं 70-100 किलो बैठता है. खरीदार व्यापारी किसानों के बगीचे नहीं खरीद रहे और संतरा पूरी तरह से पक चुका है. अगर एक सप्ताह में संतरा नहीं बिका तो पूरी फसल जमीन पर गिरकर बर्बाद हो जाएगी. 30 साल पहले इलाके में संतरा खेती की शुरुवात हुई जिसका पौधा नागपुर महाराष्ट्र से लाया गया था. इस क्षेत्र की मिट्टी और पर्यावरण संतरा खेती के लिए उपयुक्त है जिसकी वजह से इसका उत्पादन इतना अधिक होता है. अभी तक सरकार ने ऐसा की क़दम नही उठाया जिससे संतरा किसानों को फायदा मिल सके. यह लगातार तीसरा साल है जिसमे संतरा किसान भारी नुकसान उठा रहे हैं. साल 2015 में किसानों को संतरा सड़क पर फैंकना पड़ा था तब भाव पचास पैसे किलो भी नही मिल पाया था. 2016 में ओला वृष्टि से फसल नष्ट हो गई थी और इस साल वापस भाव जमीन पर है.टिप्पणियां सामान्यता बड़ा किसान ही संतरा खेती करता है क्योंकि इसका खर्च बहुत महंगा है. उत्तर प्रदेश , महारष्ट्र , दिल्ली , आंध्र प्रदेश , पश्चिम बंगाल के अलावा बांग्लादेश में यहां के संतरे की भारी मांग रहती है और आपूर्ति होता है. नोटबंदी का सीधा असर इस पर हुआ है क्योंकि यह पूरी तरह से नगद में बिकने वाली फसल है. साल में दो बार आने वाली फसल है. एक फसल नवम्बर-दिसम्बर में और दूसरी फरवरी-मार्च में. फरवरी-मार्च में आने वाली फसल में अगस्त महीने से ही फूल आना शुरू हो जाते हैं और उसके सौदे नवम्बर-दिसम्बर में. संतरा के बगीचे फ्लोवरिंग देखकर एडवांस नगदी देकर व्यापारी खरीद लेता है लेकिन इस बार नवम्बर में नोटबंदी की वजह से एडवांस सौदे नही हुए. किसानों के बगीचे नही बिके जिसका सीधा असर अब देखने को मिल रहा है.   30 साल पहले इलाके में संतरा खेती की शुरुवात हुई जिसका पौधा नागपुर महाराष्ट्र से लाया गया था. इस क्षेत्र की मिट्टी और पर्यावरण संतरा खेती के लिए उपयुक्त है जिसकी वजह से इसका उत्पादन इतना अधिक होता है. अभी तक सरकार ने ऐसा की क़दम नही उठाया जिससे संतरा किसानों को फायदा मिल सके. यह लगातार तीसरा साल है जिसमे संतरा किसान भारी नुकसान उठा रहे हैं. साल 2015 में किसानों को संतरा सड़क पर फैंकना पड़ा था तब भाव पचास पैसे किलो भी नही मिल पाया था. 2016 में ओला वृष्टि से फसल नष्ट हो गई थी और इस साल वापस भाव जमीन पर है.टिप्पणियां सामान्यता बड़ा किसान ही संतरा खेती करता है क्योंकि इसका खर्च बहुत महंगा है. उत्तर प्रदेश , महारष्ट्र , दिल्ली , आंध्र प्रदेश , पश्चिम बंगाल के अलावा बांग्लादेश में यहां के संतरे की भारी मांग रहती है और आपूर्ति होता है. नोटबंदी का सीधा असर इस पर हुआ है क्योंकि यह पूरी तरह से नगद में बिकने वाली फसल है. साल में दो बार आने वाली फसल है. एक फसल नवम्बर-दिसम्बर में और दूसरी फरवरी-मार्च में. फरवरी-मार्च में आने वाली फसल में अगस्त महीने से ही फूल आना शुरू हो जाते हैं और उसके सौदे नवम्बर-दिसम्बर में. संतरा के बगीचे फ्लोवरिंग देखकर एडवांस नगदी देकर व्यापारी खरीद लेता है लेकिन इस बार नवम्बर में नोटबंदी की वजह से एडवांस सौदे नही हुए. किसानों के बगीचे नही बिके जिसका सीधा असर अब देखने को मिल रहा है.   सामान्यता बड़ा किसान ही संतरा खेती करता है क्योंकि इसका खर्च बहुत महंगा है. उत्तर प्रदेश , महारष्ट्र , दिल्ली , आंध्र प्रदेश , पश्चिम बंगाल के अलावा बांग्लादेश में यहां के संतरे की भारी मांग रहती है और आपूर्ति होता है. नोटबंदी का सीधा असर इस पर हुआ है क्योंकि यह पूरी तरह से नगद में बिकने वाली फसल है. साल में दो बार आने वाली फसल है. एक फसल नवम्बर-दिसम्बर में और दूसरी फरवरी-मार्च में. फरवरी-मार्च में आने वाली फसल में अगस्त महीने से ही फूल आना शुरू हो जाते हैं और उसके सौदे नवम्बर-दिसम्बर में. संतरा के बगीचे फ्लोवरिंग देखकर एडवांस नगदी देकर व्यापारी खरीद लेता है लेकिन इस बार नवम्बर में नोटबंदी की वजह से एडवांस सौदे नही हुए. किसानों के बगीचे नही बिके जिसका सीधा असर अब देखने को मिल रहा है.
पाकिस्तान-अफगानिस्तान क्षेत्र के लिये नियुक्त किये गये विशेष अमेरिकी दूत रिचर्ड हालब्रुक के नेतृत्व में अमेरिकी अधिकारियों का एक दल स्वात और पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत के आस पास के इलाकों का दौरा कर तालिबान के खिलाफ जारी सैन्य कार्रवाई से विस्थापित हुए लाखों लोगों के शिविरों का जायजा लेगा. विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता राबर्ट वुड ने अपने नियमित प्रेस बयान में बताया हालब्रुक यह जानना चाहते हैं कि वहां की जमीनी हकीकत क्या है और विस्थापित लोगों के लिये हम अपनी सहायता को किस तरह से और बेहतर कर सकते है तथा स्वात में जारी कार्रवाई से इन पर क्या प्रभाव पड़ रहा है. वुड ने बताया कि हालब्रुक तीन से से पांच जून के बीच पाकिस्तान का दौरा करेंगे. वह एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी करेंगे जिसमें विदेश मंत्रालय अमेरिकी सहायता विभाग और रक्षा मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे. उन्होंने बताया वह देश के राष्ट्रपति बराक ओबामा और विदेश मंत्री हिलेरी क्लटंन के अनुरोध पर वहां जा रहे हैं.
लेख: एक कन्नड़ फिल्म की शूटिंग के दौरान डूबे दूसरे स्टंट कलाकार का शव तीन दिन की गहन तलाशी के बाद आज यहां पास के टिप्पागोंडानाहल्ली झील के गहरे पानी से निकाला गया. पुलिस के मुताबिक फिल्म ‘मास्तीगुडी’ के क्लाइमेक्स एक्शन दृश्य के दौरान सोमवार को हेलीकॉप्टर से पानी में छलांग लगाने वाले अनिल के शव को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के तलाशी दल ने आज तड़के बाहर निकाला. पोस्ट-मॉर्टम के बाद शव परिवार के सदस्यों के सुपुर्द कर दिया गया और उनके घर लाया गया जहां दुनिया विजय और पुनीत राजकुमार समेत बड़ी संख्या में कन्नड़ अभिनेताओं ने और बड़ी संख्या में उनके प्रशंसकों ने श्रद्धांजलि दी. अनिल के साथ डूबे एक अन्य स्टंटमैन उदय के शव को कल झील के गहरे पानी से निकाला गया था. उदय का अंतिम संस्कार आज किया गया.टिप्पणियां कैमरे में रोमांचकारी दृश्य को कैद करने के दौरान दोनों स्टंटमैन के साथ हेलीकॉप्टर से कूदे दुनिया विजय बाल बाल बच गए जिन्हें एक मछुआरे ने बचाया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस के मुताबिक फिल्म ‘मास्तीगुडी’ के क्लाइमेक्स एक्शन दृश्य के दौरान सोमवार को हेलीकॉप्टर से पानी में छलांग लगाने वाले अनिल के शव को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के तलाशी दल ने आज तड़के बाहर निकाला. पोस्ट-मॉर्टम के बाद शव परिवार के सदस्यों के सुपुर्द कर दिया गया और उनके घर लाया गया जहां दुनिया विजय और पुनीत राजकुमार समेत बड़ी संख्या में कन्नड़ अभिनेताओं ने और बड़ी संख्या में उनके प्रशंसकों ने श्रद्धांजलि दी. अनिल के साथ डूबे एक अन्य स्टंटमैन उदय के शव को कल झील के गहरे पानी से निकाला गया था. उदय का अंतिम संस्कार आज किया गया.टिप्पणियां कैमरे में रोमांचकारी दृश्य को कैद करने के दौरान दोनों स्टंटमैन के साथ हेलीकॉप्टर से कूदे दुनिया विजय बाल बाल बच गए जिन्हें एक मछुआरे ने बचाया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पोस्ट-मॉर्टम के बाद शव परिवार के सदस्यों के सुपुर्द कर दिया गया और उनके घर लाया गया जहां दुनिया विजय और पुनीत राजकुमार समेत बड़ी संख्या में कन्नड़ अभिनेताओं ने और बड़ी संख्या में उनके प्रशंसकों ने श्रद्धांजलि दी. अनिल के साथ डूबे एक अन्य स्टंटमैन उदय के शव को कल झील के गहरे पानी से निकाला गया था. उदय का अंतिम संस्कार आज किया गया.टिप्पणियां कैमरे में रोमांचकारी दृश्य को कैद करने के दौरान दोनों स्टंटमैन के साथ हेलीकॉप्टर से कूदे दुनिया विजय बाल बाल बच गए जिन्हें एक मछुआरे ने बचाया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अनिल के साथ डूबे एक अन्य स्टंटमैन उदय के शव को कल झील के गहरे पानी से निकाला गया था. उदय का अंतिम संस्कार आज किया गया.टिप्पणियां कैमरे में रोमांचकारी दृश्य को कैद करने के दौरान दोनों स्टंटमैन के साथ हेलीकॉप्टर से कूदे दुनिया विजय बाल बाल बच गए जिन्हें एक मछुआरे ने बचाया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कैमरे में रोमांचकारी दृश्य को कैद करने के दौरान दोनों स्टंटमैन के साथ हेलीकॉप्टर से कूदे दुनिया विजय बाल बाल बच गए जिन्हें एक मछुआरे ने बचाया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नोमैटर मुतासा (जन्म 28 अक्टूबर 1995) जिम्बाब्वे के एक क्रिकेटर हैं। वह फरवरी 2017 में 2017 महिला क्रिकेट विश्व कप क्वालीफायर में जिम्बाब्वे महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेली। टूर्नामेंट में, वह 6 आउट के साथ जिम्बाब्वे के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज थी। उन्होंने 5 जनवरी 2019 को नामीबिया की महिलाओं के खिलाफ जिम्बाब्वे के लिए महिला ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय (मटी20आई) की शुरुआत की। नवंबर 2021 में, उन्हें जिम्बाब्वे में 2021 महिला क्रिकेट विश्व कप क्वालीफायर टूर्नामेंट के लिए जिम्बाब्वे की टीम में नामित किया गया था। वह थाईलैंड के खिलाफ जिम्बाब्वे के टूर्नामेंट के पहले मैच में खेली थी। सन्दर्भ क्रिकेट खिलाड़ी
द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर अब हिंदू पवित्र ग्रंथों का डिजिटलाइजेशन करने का फैसला किया है. आईआईटी कानपुर एक पहला इंजीनियरिंग कॉलेज है, जो हिंदू धार्मिक किताबों के टेक्स्ट और ऑडियो सर्विस करने जा रहा है. इस सर्विस के माध्यम से एक प्लेटफॉर्म पर ग्रंथों से जुड़ी जानकारी टेक्स्ट और ऑडियो फॉर्म में अपलोड की जाएगी. यह सभी जानकारी वेबसाइट www.gitasupersite.iitk.ac.in पर जारी की जाएगी. इसके तहत श्रीमद्भगवतगीता, रामचरितमानस, ब्रह्मसूत्र, योगसूत्र, श्री राम मंगलदासजी, नारद भक्ति सूत्र को अपलोड किया गया है. इसके साथ ही वाल्मीकि रामायण के सुंदरकांड और बालककांड के संस्कृत अनुवाद को भी यहां अपलोड किया गया है. प्रनीत ने पहले पास की IIT, अब CAT में हासिल किए 100 पर्सेंटाइल बता दें कि टेक्स्ट सिर्फ हिंदी में ही नहीं, बल्कि आसामी, बंगाली, देवनागरी, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, उड़िया, पंजाबी,  रोमन तमिल में मौजूद होगा. वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार इससे पहले भी इस तरह की वेबसाइट बनाई गई है. IIT दिल्ली में नौकरियों की बहार, प्लेसमेंट में 10 फीसदी की बढ़ोतरी भगवद्गीता का अंग्रेजी में ऑडियो ट्रांसलेशन करने का काम बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र के विशेषज्ञों तथा संस्कृत अनुवाद स्वामी ब्रह्मानंद ने किया है. इसी तरह अवधी में लिखे रामचरितमानस के अनुवाद के लिए आईआईटी गुवाहाटी के फैकल्टी मेंबर देव आनंद पाठक को चुना गया है.
किसी रिश्ते का टूट जाना कितना दुख देता है,ये शायद हम बता न सकें. लेकिन एक बात जरूर कहना चाहेंगे कि हमारे देश में ज्यादातर यंगस्टर्स रिलेशनशिप के टूट जाने पर डिप्रेशन में चले जाते हैं और ना चाहते हुए भी गलत कदम उठा लेते हैं.हम यहां Breakup को लेकर दिलासा नहीं दे रहे, बल्कि बता रहे हैं कि कैसे आप Breakup का जबरदस्त फायदा उठा सकते हैं. सोशल मीडिया: वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा लगोगे और भी फिट सामान्य दिनों में शायद आप योगा, एक्‍सरसाइज से भले ही अपना पल्ला झाड़ते रहे हों. पर अब जरा एक्‍सरसाइज और वर्कआउट पर फोकस करें. अगर घर पर खाली बैठे तो उनकी याद आएगी और फिर वही रोना-धोना शुरू. इससे बेहतर है अपना सारा गुस्सा एक्‍सरसाइज में लगा दें. मिशेल नहीं हैं बराक ओबामा का पहला प्यार, शादी से पहले किसी और से भी हुआ था इश्क नाचे- गाएं देखिए Breakup से निकलने का मूल मंत्र है खुद को जरा सा भी खाली नहीं रखना. जहां दोस्तों के साथ मौका मिले वहां रॉक म्यूजिक पर डांस करें. ऐसा करने से आपका वजन भी कम होगा और आप खुश भी हो जाएंगे. चॉकलेट खाओ जितना खाना खा सकते हैं खाओ. मान लिया Breakup के बाद खाने-पीने में मन नहीं लगता, पर चॉकलेट को कौन मना करता है... जो हॉबी पसंद है उसमें पार्टिसिपेट करो म्यूजिक, थियेटर, डांस, राइंटिंग, स्पोर्ट्स जिसमें भी आपका मन है, वहां पार्टिसिपेट करें. आप नई एनर्जी फील करेंगे. सोशल मीडिया पर हैं 18 साल की इस राजकुमारी के चर्चे ड्रेसिंग पर खास ध्यान आप ये समझ लें कि ये एक नई शुरुआत हुई है. भले ही अंदर दिल के हजार टुकड़े हुए हो फिर भी खुद को पेम्पर करें. जब भी बाहर निकलें अच्छे से ड्रेसअप होकर निकलें. अब और बेहतर होगी प्रोफेशनल लाइफ उनकी यादों से बचना है तो खुद को काम में झोंक दें. ऐसा करने से आपके काम में ग्रोथ तो बढ़गी ही साथ ही आपका Boss भी खुश हो जाएगा. कॉल लिस्ट खंगालें अब यही मौका है अपने उन दोस्तों से बात करने का जिन्हें आप लंबे समय से नहीं मिले. तो उन्हें कॉल मिलाओ और मिलने की मी़टिंग फिक्स करो. कम खाने वालों की सेक्स लाइफ होती है ज्‍यादा बेहतर: स्‍टडी अब खुद से ही करें प्यार 'मेरे बाबू ने खाना खाया' ये पूछने वाला जा चुका/ चुकी है. इसलिए अब खुद ही को पेम्पर करें. आपको करीना का डायलॉग याद है ना 'मैं अपनी फेवरेट हूं' कर सकते हो हेल्दी फ्लर्ट 'तुम सिर्फ मेरी/मेरे हो' ऐसा कहने वाला अब आपको छोड़ कर जा चुका/चुकी है. तो उनकी यादों में तड़पने से अच्छा है आप अपने फ्रेंड सर्कल में हेल्दी फ्लर्ट कर खुद को खुश करें. ट्रिप पर निकलें वो ब्रेकअप ही क्या जिसके बाद एक Breakup Trip प्लान न की हो. ब्रेकअप से निकलने का सबसे बढ़‍िया तरीका एक ट्रिप प्लान कर लें. तो इसलिए खुद से बड़ी उम्र की लड़कियों के दीवाने हो जाते हैं लड़के... लुक बदलें जितना रोना था रो लिया अब समय है लुक बदलने का. पुराने लुक को बदलकर एक नई शुरुआत करें. टिप्स पर जरूर गौर फरमाएं मालूम है Breakup situation आसान नहीं है पर हमारे दिए हुए टिप्स से यूं उठा लें ब्रेकअप का जबरदस्त फायदा. .
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के कासना थाना क्षेत्र के बीटा-1 क्षेत्र में रहने वाली एक युवती का ई-मेल हैक कर किसी अज्ञात शख्स ने उसका फोटो चुरा लिया. इसके बाद युवती के फोटो का अश्लील वीडियो बनाया और उसे फेसबुक पर अपलोड कर दिया. पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. पुलिस उपाधीक्षक अरूण कुमार सिंह ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के बीटा-1 में रहने वाली युवती ने कासना थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि अज्ञात व्यक्ति ने उसका ई-मेल हैक करके उससे उसका निजी फोटो चुरा लिया. उस फोटो के माध्यम से उसने उसका अश्लील वीडियो बनाया और उस वीडियो को फेसबुक पर अपलोड कर दिया. पुलिस ने बताया कि इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच को साइबर सेल को भेज दी गई है. ऐसा शक जताया जा रहा है कि युवती के किसी परिचित ने ही उसकी मेल हैक कर उसका अश्लील वीडियो बनाया है. साइबर सेल फेसबुक अथॉरिटी से इनपुट लेने की तैयारी कर रही है कि इसे कहां और किस आईडी से अपलोड किया गया. Ex गर्लफ्रेंड की तस्वीर का गलत इस्तेमाल वहीं, उत्तर कश्मीर के बारामुला जिले में पुलिस ने पूर्व-प्रेमिका की फोटो में छेड़छाड़ कर उसे सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर पोस्ट करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. युवक ने तस्वीर पोस्ट करते हुए लड़की को सुरक्षा बलों का मुखबिर बताया था. सात फरवरी को लड़की ने इस बाबत थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. दोस्ती टूटी तो दोस्त ने दे दिया ऐसा दर्द इसके बाद पुलिस ने अबरार अहमद मंटू को लड़की को फर्जी तरीके से सुरक्षा बलों का मुखबिर बताने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. लड़की ने आरोप लगाया था कि उसके एक मित्र के पास उसकी कुछ तस्वीरें थी. कुछ कारणों से अलग होने के बाद लड़के ने तस्वीरों का गलत इस्तेमाल करते हुए उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया.
2-जी लाइसेंस के आवंटन और उनकी कीमत के बारे में पी चिदंबरम को पूरी जानकारी थी। ये कहना है राजा के वकील सुशील कुमार का। पटियाला हाउस कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान राजा के वकील ने कहा कि चिदंबरम को पूरी जानकारी थी। और सभी फैसले चिदंबरम की रजामंदी से लिए गए। राजा के वकील ने कहा कि वो चिदंबरम को आरोपी नहीं कह रहे हैं लेकिन इस मामले में उनकी गवाही ली जानी चाहिए।
जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक पर 25 जनवरी 1990 में भारतीय वायुसेना कर्मियों पर आतंकी हमले में शामिल होने का आरोप है. इसमें वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना सहित चार वायुसेना कर्मियों की मौत हो गई थी, जबकि 10 वायुसेना कर्मी जख्मी हो गए थे. हालांकि इस मामले में यासीन मलिक को अभी तक सजा नहीं मिली है. इस घटना के वक्त यासीन मलिक चरमपंथी संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) का एरिया कमांडर था, जो चीफ कमांडर अशफाक वानी के अंडर में काम करता था. साल 1994 में सेना ने मुठभेड़ में अशफाक वानी को मार गिराया था. 25 जनवरी 1990 को सुबह जम्मू एवं कश्मीर के रावलपुरा बस स्टैंड के समीप स्वाड्रन लीडर रवि खन्ना वर्दी में अपने सहकर्मियों के साथ वायुसेना की बस का इंतजार कर रहे थे. वे यहां से एयरपोर्ट जाने वाले थे, लेकिन करीब सुबह 07:30 बजे मारुति जिप्सी और मोटरसाइकिल में सवार होकर आए JKLF के चार-पांच आतंकियों ने AK-47 से उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. आतंकियों ने निर्दोष वायुसेना कर्मियों पर बरसाईं थी गोलियां आतंकियों ने इन निहत्थे और निर्दोष वायुसेना कर्मियों पर बेरहमी से गोलियां बरसाईं. गोली लगने के बाद स्क्वाड्रन लीडर खन्ना समेत चार वायुसेना कर्मियों की मौत हो गई, जबकि 10 लोग जख्मी हो गए. हैरानी वाली बात यह है कि घटना से कुछ कदम की दूरी पर जम्मू एवं कश्मीर पुलिस पिकेट तैनात था, जिसमें एक हेड कंस्टेबल और उसके सात सहयोगी शामिल थे. इनके पास आठ राइफलें भी थीं, लेकिन इन्होंने आतंकियों पर गोलियां नहीं चलाई और आतंकी वारदात को अंजाम देकर घटनास्थल से फरार हो गए. यासीन मलिक ने आतंकियों का किया था समर्थन वायुसेना कर्मियों पर हमले के बाद JKLF के एरिया कमांडर यासीन मलिक ने हत्यारों का बचाव किया. यासीन ने कहा था कि वायुसेना कर्मी निर्दोष नहीं थे. वे दुश्मन के एजेंट थे. यासीन मलिक ने एक इंटरव्यू में यह भी स्वीकार किया था कि भारतीय वायुसेना के कर्मी बस स्टैंड के पास बस का इंतजार कर रहे थे. उनके पास हथियार नहीं थे. मामले में जेल जा चुका है यासीन मलिक मामले में यासीन मलिक को गिरफ्तार किया गया था और हिरासत में लिया गया था. उसको कई जेलों में भी रखा गया, लेकिन मेडिकल आधार पर उसको जमानत मिल गई. खास बात यह है कि इतने संगीन आरोप लगने के बावजूद यासीन मलिक को पासपोर्ट जारी किया गया, जबकि पासपोर्ट एक्ट के तहत किसी भी अपराध में शामिल शख्स को पासपोर्ट नहीं जारी किया जा सकता है. गैर कानूनी तरीके से हासिल किया पासपोर्ट मामले की सुनवाई के दौरान यासीन मलिक ने गैर कानूनी तरीके से पासपोर्ट हासिल किया और कई देशों की यात्रा की. 'रूट्स इन कश्मीर' ने कश्मीरी पंडितों की हत्याओं सुप्रीम कोर्ट में PIL दाखिल करके यासीन मलिक और बिट्टा कराटे समेत अन्य आतंकियों की जांच करने, केस चलाने और इनके मुकदमों को सूबे से बाहर हस्तांतरित करने की अपील की है. मामले की जांच के लिए SIT गठित करने की भी मांग गई.
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मास्क की प्रभावशीलता पर पर्याप्त आंकड़े नहीं हैं और पर्यावरण संरक्षण के लिए आंदोलन शुरू करने की जरूरत है.
आर्थर कॉनन डॉयल का जन्म 22 मई 1859 को स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में हुआ था; अपने दस भाइयों-बहनों में वे तीसरे नंबर पर थे। उनके पिता चार्ल्स अल्टामोंट डॉयल का जन्म इंग्लैंड में आयरिश वंश में हुआ था और उनकी माँ, जन्म नाम मेरी फोली, भी आयरिश थीं। डॉयल के पिता की मृत्यु कई वर्षों तक मनोरोग से पीड़ित रहने के बाद 1893 में क्रिकटन रॉयल, डम्फ़्राइज में हुई थी। उनके माता-पिता की शादी 1855 में हुई थी।हालांकि अब उन्हें "कॉनन डॉयल" के रूप में संदर्भित किया जाता है लेकिन इस संयुक्त उपनाम (अगर इसी रूप में वे इसे समझाना चाहते थे) का मूल अनिश्चित है। वह प्रविष्टि जिसमें उनका नामकरण एडिनबर्ग में सैंट मैरी कैथेड्रल की पंजी में दर्ज है, उनके ईसाई नाम के रूप में "आर्थर इग्नाशियस कॉनन" और उनके उपनाम के रूप में सिर्फ "डॉयल" ही लिखा गया है। यहां उनके धर्मपिता के रूप में माइकल कॉनन का नाम भी दर्ज है।कॉनन डॉयल को नौ वर्ष की उम्र में रोमन कैथोलिक जेसुइट प्रारंभिक स्कूल होडर प्लेस, स्टोनीहर्स्ट में भेजा गया था। उसके बाद वे 1875 तक स्टोनीहर्स्ट कॉलेज में गए।
फिल्म का दूसरा सेविंग ग्रेस है इसके गाने और प्रीतम का संगीत... गाने बहुत अच्छे हैं, लेकिन काश, उन्हे कहानी में ढंग से पिरोया गया होता... मसलन, 'बलम पिचकारी...' अचानक शुरू हो जाता है... 'माधुरी का घाघरा...' पहले ही लोगों को पसंद आ चुका है, लेकिन यह भी ज़बरदस्ती ठूंसा हुआ लगता है... वैसे सभी गानों के बोल अच्छे हैं, और सिनेमाटोग्राफी भी... कुल मिलाकर कहूंगा कि अगर फिल्म में दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर न होते तो इसका भविष्य डांवाडोल हो सकता था... खैर, आप लोग जाइए और फिल्म देखिए... इसमें भले ही आपको कहानी न मिले, लेकिन मनोरंजन ज़रूर मिलेगा... मेरी तरफ से इस फिल्म को 2.5 स्टार... कुल मिलाकर कहूंगा कि अगर फिल्म में दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर न होते तो इसका भविष्य डांवाडोल हो सकता था... खैर, आप लोग जाइए और फिल्म देखिए... इसमें भले ही आपको कहानी न मिले, लेकिन मनोरंजन ज़रूर मिलेगा... मेरी तरफ से इस फिल्म को 2.5 स्टार...
#Chhichhore ho gaye hum Proud to be a part of this amazing cast & under the guidance of the Dangal director, @niteshtiwari22 Releasing on 30th August 2019. Presented by @foxstarhindi, a @ngemovies production. #SajidNadiadwala@[email protected]/GSQvTfbG73
अर्जुन कपूर इन द‍िनों नेपाल में अपनी फिल्म 'इंड‍ियाज मोस्ट वांटेड' की शूट‍िंग कर रहे हैं. लेकिन उन्हें अचानक शूट‍िंग बीच में छोड़कर नेपाल से मुंबई लौटना पड़ा. अर्जुन के मुंबई लौटने की वजह थीं उनकी बहन अंशुला कपूर. दरअसल, अंशुला को माइग्रेन अटैक की वजह से अस्पताल में एडमिट कराया गया था. बहन के तबियत की बुरी खबर मिलते ही अर्जुन फौरन अपनी शूट‍िंग से छोड़कर भागे-भागे मुंबई पहुंच गए. बहन की वजह से नेपाल में अपनी टीम को छोड़कर आना भी अर्जुन के के लिए आसान नहीं था. रिपोर्ट्स के मुताबिक अर्जुन ने निर्देशक से ये वादा किया कि वो जल्दी वापस लौटकर डबल श‍िफ्ट में काम पूरा करेंगे. मुंबई मिरर को द‍िए इंटरव्यू में अर्जुन ने बताया, "अंशुला की तबियत अब पहले से बेहतर है. इस वक्त उसे आराम की सबसे ज्यादा जरूरत है." अंशुला की तब‍ियत खराब होने के बाद से प‍िता बोनी कपूर के साथ पूरा कपूर पर‍िवार उनका ख्याल रख रहा है. अर्जुन अपने पर‍िवार में सबसे ज्यादा करीब अपनी बहन के हैं.श्रीदेवी के निधन के बाद जाह्नवी और खुशी कपूर के लिए भी अर्जुन बहुत केयरिंग हो गए हैं. बहनों के लिए कई बार उनकी केयरिंग लोगों ने नोटिस भी की है. बता दें कि अर्जुन कपूर नेपाल में शूट‍िंग खत्म करने के बाद मुंबई में अपनी फ‍िल्म "नमस्ते इंग्लैंड" के प्रमोशन में व्यस्त हो जाएंगे. इसके बाद उन्हें एक्टर आशुतोष गोवारिकर की फ‍िल्म "पानीपत" की शूट‍िंग भी शुरू करनी है.
क्‍या है पैनिक अटैक का कारण? जानिए इसके बारे में सबकुछ बार-बार होती है घबराहट, तो ये आसान उपाय आएंगे काम... मनोविज्ञानी डॉ. समीर पारिख ऐसे असफल विद्यार्थियों को जिंदगी की किसी एक असफलता को अस्वीकारने और उसे सकारात्मक रूप में लेने का सुझाव देते हैं. डॉ. पारिख ने कहा, "परीक्षा में फेल विद्यार्थियों को हताश नहीं होना चाहिए. परीक्षा को एक अनुभव के रूप में लेना चाहिए, यह कि आपने जो पढ़ा, उससे क्या सीखा, उसमें कहां कमी रह गई, किन बदलावों की जरूरत है. सीनियर्स से बात करें, शिक्षकों से बात करें, और पढ़ाई के तरीके में बदलाव लाएं और अगली बार की तैयारी शुरू कर दें." Stress management: तो स्ट्रेस से बचने के लिए क्या करती हैं बॉलीवुड अदाकारा दिशा पटानी मनोचिकित्सक का कहना है कि "रोजमर्रा की तरह जीएं. ज्यादा परेशानी हो तो किसी काउंसलर से बात करें, चुप न बैठें, अकेले ना बैठे, यह जिंदगी का हिस्सा है, जिसे हम सफलता में बदल सकते हैं." देश-दुनिया में कई ऐसी हस्तियां हुई हैं, जो स्कूली शिक्षा में फेल हुई हैं, लेकिन उन्होंने दुनिया के इतिहास और भूगोल को बदलने का करिश्मा कर दिखाया है. महात्मा गांधी और अलबर्ट आइंस्टीन ऐसे ही दो नाम हैं. महात्मा गांधी को हाईस्कूल की परीक्षा में 40 प्रतिशत अंक मिले थे. इसी तरह आइंस्टीन भी स्कूली शिक्षा के दौरान कई विषयों में फेल हो गए थे. लेकिन इन दोनों हस्तियों ने क्या कुछ कर दिखाया, इसका जिक्र यहां करने की जरूरत नहीं है. आज के जमाने में भी कई ऐसे लोग हैं, जो किसी परीक्षा में फेल हुए हैं, लेकिन उन्होंने उस विफलता से सीखा और जिंदगी को एक नई दिशा दे डाली. राष्ट्रीय राजधानी में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत एक युवती के साथ ऐसा ही हुआ है. उन्होंने अपना नाम न जाहिर न करने के अनुरोध के साथ कहा, "परीक्षा में पास-फेल होना मायने नहीं रखता. कभी-कभी गलत विषय चुनने से भी ऐसा होता है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि विद्यार्थी नाकाबिल है. मैंने भी 10वीं में गलत विषय चुन लिया था, फेल हो गई. लेकिन आज मैं जिंदगी में पास हूं." उन्होंने कहा, "मुझे पता ही नहीं था कि मेरी रुचि किस विषय में है और मैं क्या कर सकती हूं. परिजनों के कहने पर विज्ञान ले लिया, मेरी समझ से बाहर था. अगले वर्ष बिना स्कूल गए मैंने आर्ट्स विषय में परीक्षा दी और 78 प्रतिशत अंक हासिल किए. विफलता खुद को सुधारने का मौका देती है." कुछ बच्चे परीक्षा में अच्छे अंक न लाने के चलते या फेल होने के कारण खुद को ही खत्म कर देते हैं. उन्हें लगता है कि यदि वे जीवन में यह नहीं कर पाए तो उनका जीवन खत्म है. ऐसा करना सही नहीं है. जीवन अनुभवों से बना है. इसमें अनुभवों को आने दें. 12वीं की परीक्षा में फेल होने पर नवी मुंबई के एक विद्यार्थी ने रविवार को फांसी लगा ली. पृथ्वी वावहाल (18) सानपाड़ा स्थित रायन इंटरनेशन स्कूल का विद्यार्थी था, और रविवार को परीक्षा में फेल होने के बाद उसने अपराह्न् दो बजे घर में फांसी लगा ली. पृथ्वी की मां स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, जबकि उसके पिता कारोबारी हैं. यही नहीं, इसके पहले मध्यप्रदेश बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में फेल होने पर 12 विद्यार्थियों ने 13 मई को आत्महत्या कर ली थी. जीवन में 70-80 साल की उम्र तक एक व्यक्ति को तमाम परीक्षाएं देनी पड़ती हैं. इसलिए सिर्फ एक परीक्षा का अपने ऊपर इतना असर नहीं होने देना चााहिए, जो कि जीवन के लिए घातक बन जाए. डॉ. पारिख ने कहा, "कई लोगों के जीवन में अलग-अलग किस्म के कई ऐसे परिणाम आए हैं, जिनकी उन्हें उम्मीद नहीं रही है. चाहे कॉलेज के परिणाम हों, वेतन वृद्धि का मामला हो, किसी स्टोरी में गलती का मुद्दा हो, या अपने साथ कोई बुरी घटना. कोई भी शख्स जीवन भर ये सारी परीक्षाएं पास नहीं कर सकता." अंक ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं होते. फेल होने के मामले में कहीं न कहीं माता-पिता की भी जिम्मेदारी है. फेल का मतलब असफल होना नहीं होता, यह टैग तो हम लगा देते हैं. विफलता खुद को सुधारने का अवसर देती. परिणाम से बहुत बच्चे तनाव में चले जाते हैं और कई परिजनों का दवाब होता है कि मेरे बच्चे को 90 प्रतिशत ही लाना है. यह ठीक नहीं है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इरावती ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर लिखित जयशंकर प्रसाद का तीसरा और अपूर्ण उपन्यास है, जिसका प्रकाशन सन् १९३८ ई॰ में भारती भंडार, इलाहाबाद से हुआ था। परिचय 'इरावती' 'कामायनी' के बाद की कृति है। इस अपूर्ण उपन्यास का प्रकाशन प्रसाद जी के निधन के बाद हुआ। पुष्यमित्र शुंग के काल की कथावस्तु को आधार बनाकर प्रसाद जी ने इस उपन्यास में पाप-पुण्य के बजाय अच्छे और बुरे का विचार करते हुए 'कंकाल' की ही तरह इसमें भी प्रयोग करने वाले व्यक्ति की दृष्टि को निर्णायक माना है। जिस ऐतिहासिक पद्धति पर प्रसाद जी ने नाटकों की रचना की थी उसी पद्धति पर उपन्यास के रूप में 'इरावती' की रचना का आरम्भ किया गया था। आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के शब्दों में "इसी पद्धति पर उपन्यास लिखने का अनुरोध हमने उनसे कई बार किया था जिसके अनुसार शुंगकाल (पुष्यमित्र, अग्निमित्र का समय) का चित्र उपस्थित करने वाला एक बड़ा मनोहर उपन्यास लिखने में उन्होंने हाथ भी लगाया था, पर साहित्य के दुर्भाग्य से उसे अधूरा छोड़कर ही चल बसे।" इस उपन्यास के सन्दर्भ में डॉ॰ सत्यप्रकाश मिश्र ने लिखा है : इन्हें भी देखें जयशंकर प्रसाद कंकाल (उपन्यास) तितली (उपन्यास) सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ पुस्तकें उपन्यास हिन्दी साहित्य जयशंकर प्रसाद जयशंकर प्रसाद के उपन्यास
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के मन की चली तो साइना नेहवाल लोकसभा में नजर आ सकती है। मुलायम ने बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल को समाजवादी पार्टी में शामिल होने की पेशकश की है। मंगलायतन यूनिवर्सिटी में आयोजित एक दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे जहां ओलिंपिक पदक विजेताओं को डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा जा रहा था। इस मौके पर मुलायम ने उन दिनों को याद किया कि जब उन्होंने अपना करियर एक पहलवान के रूप में शुरू किया था। मंगलायतन यूनिवर्सिटी में आयोजित एक दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे जहां ओलिंपिक पदक विजेताओं को डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा जा रहा था। इस मौके पर मुलायम ने उन दिनों को याद किया कि जब उन्होंने अपना करियर एक पहलवान के रूप में शुरू किया था।
राजस्थान रॉयल्स (RR) ने सनराइजर्स हैदराबाद को 7 विकेट से हराकर अपने घरेलू अभियान का अंत जीत के साथ किया और आईपीएल प्लेऑफ में जगह बनाने की उम्मीदें भी कायम रखीं. 'करो या मरो' के इस मैच में जीत के लिए 161 रनों का लक्ष्य रॉयल्स ने 19.1 ओवर में हासिल कर लिया. इस जीत के बाद राजस्थान अब 12 मैचों में 10 अंक लेकर छठे स्थान पर है. प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए उसे 30 अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और 4 मई को दिल्ली कैपिटल्स (DC) को हराना होगा. दूसरी ओर हार के बावजूद सनराइजर्स की टीम 11 मैचों में 10 अंक लेकर चौथे स्थान पर है. मनीष पांडे के आक्रामक अर्धशतक के बावजूद मध्यक्रम के बिखरने की वजह से सनराइजर्स हैदराबाद आठ विकेट पर 160 रन ही बना सके. पहले बल्लेबाजी के लिए भेजी गई सनराइजर्स टीम की शुरुआत अच्छी रही. हालांकि कप्तान केन विलियमसन (13) जल्दी आउट हो गए, लेकिन डेविड वॉर्नर और मनीष पांडे ने दूसरे विकेट के लिए 50 गेंदों में 75 रन जोड़े. इसके बाद कोई बड़ी साझेदारी नहीं बन सकी. वॉर्नर और पांडे ने आक्रामक खेल दिखाया. पांडे ने सिर्फ 27 गेंदों में पचास रन बनाए. जब यह साझेदारी खतरनाक होती दिखने लगी, तभी राजस्थान के कप्तान स्टीव स्मिथ ने बेहतरीन कैच लपककर वॉर्नर का खेल खत्म किया. दरअसल, पारी का 13वां ओवर फेंक रहे ओशाने थॉमस की पहली गेंद को वॉर्नर ने एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से खेलना चाहा. लेकिन उनकी टाइमिंग सही नहीं रही और मिड ऑफ पर स्मिथ ने भागते हुए डाइव लगाकर हैरतअंगेज कैच लपक लिया. वॉर्नर ने 32 गेंदों में 37 रन बनाए, जिसमें एक भी चौका या छक्का शामिल नहीं था. Steven Smith's brilliant running catch https://t.co/k6uClhJ4hB via @ipl — bishwa mohan mishra (@mohanbishwa) April 28, 2019 इसके साथ ही वॉर्नर मौजूदा आईपीएल में लगातार छठा अर्धशतक लगाने से चूक गए. वॉर्नर 70*, 51, 50, 67, 57 के बाद 37 रन बनाकर आउट हुए. वॉर्नर अगर अर्धशतक लगाने में कामयाब हो जाते, तो टी-20 में लगातार छह फिफ्टी लगाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड उनके नाम होता. टी-20 में वॉर्नर के अलावा जोस बटलर, कामरान अकमल, हैमिल्टन मसाकाद्जा और वीरेंद्र सहवाग टी-20 में लगातार 5-5 अर्धशतक जड़ चुके हैं. ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर आईपीएल के इस 12वें सीजन में  67.88 की औसत से 611 रन बनाकर शीर्ष पर हैं. उन्होंने एक शतक के अलावा 7 अर्धशतक जमाए हैं.
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लेख: फ़िल्म में अज़हरुद्दीन की पहली पत्नी नौरीन की भूमिका में होंगी एक्ट्रेस प्राची देसाई। अज़हरुद्दीन की दूसरी पत्नी संगीता बिजलानी के रोल के लिए नर्गिस फाखरी तय मानी जा रही हैं। नर्गिस से पहले ये रोल करीना कपूर, कृति सनन, जैकलीन फ़र्नांडिस तक को ऑफ़र किया गया था।टिप्पणियां इस फ़िल्म के लिए इमरान पूर्व क्रिकेटर और कप्तान अज़हरुद्दीन से क्रिकेट की ट्रेनिंग भी ले चुके हैं। 'अज़हर' में खुद क्रिकेटर मोहम्मद अहज़हरुद्दीन ने फ़िल्म से जुड़ी तकनीक में मदद की है। फ़िल्म में अज़हरुद्दीन की जिंदगी से जुड़ी कई पहलुओं को बयां किया जाएगा। इस फ़िल्म को एकता कपूर प्रोड्यूस कर रही हैं और इसके निर्देशक टोनी डिसूज़ा हैं। इसे लिखा है रजत अरोड़ा ने। यह फिल्म अगले साल 13 मई को रिलीज़ होगी। इस फ़िल्म के लिए इमरान पूर्व क्रिकेटर और कप्तान अज़हरुद्दीन से क्रिकेट की ट्रेनिंग भी ले चुके हैं। 'अज़हर' में खुद क्रिकेटर मोहम्मद अहज़हरुद्दीन ने फ़िल्म से जुड़ी तकनीक में मदद की है। फ़िल्म में अज़हरुद्दीन की जिंदगी से जुड़ी कई पहलुओं को बयां किया जाएगा। इस फ़िल्म को एकता कपूर प्रोड्यूस कर रही हैं और इसके निर्देशक टोनी डिसूज़ा हैं। इसे लिखा है रजत अरोड़ा ने। यह फिल्म अगले साल 13 मई को रिलीज़ होगी। फ़िल्म में अज़हरुद्दीन की जिंदगी से जुड़ी कई पहलुओं को बयां किया जाएगा। इस फ़िल्म को एकता कपूर प्रोड्यूस कर रही हैं और इसके निर्देशक टोनी डिसूज़ा हैं। इसे लिखा है रजत अरोड़ा ने। यह फिल्म अगले साल 13 मई को रिलीज़ होगी।
लेख: पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) से मुख्यमंत्री पेमा खांडू और छह अन्य विधायकों को निलंबित किए जाने के बाद अरुणाचल प्रदेश की सियासत में नया सियासी नाटक सामने आया है. खांडू की सरकार ने शुक्रवार को 49 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया. भाजपा ने भी खांडू को समर्थन देने की बात कही है. भाजपा का यह भी कहना है कि किसी अन्य मुख्यमंत्री का 'कभी भी' समर्थन नहीं करेगी. दूसरी ओर, पीपीए ने कहा कि नेतृत्व में बदलाव होगा. पीएचईडी मंत्री टाकम पारियो अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं. पेमा खांडू की सरकार ने पीपीए के 35 विधायकों सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया. अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 60 विधायक हैं . खांडू को कल उन्हीं की पार्टी पीपीए ने निलंबित कर दिया था. उधर, राज्य सरकार के प्रवक्ता बामांग फेलिक्स ने दावा किया कि पीपीए के 43 में से 35 विधायकों ने खांडू के नेतृत्व के प्रति यकीन और वफादारी जाहिर की है. फेलिक्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पीपीए के 35, भाजपा के 12, भाजपा से संबद्ध एक सदस्य और एक निर्दलीय सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन हमें प्राप्त है." सवालों के जवाब में फेलिक्स ने कहा, "हर चीज पहले की तरह सामान्य चल रही है और मुख्यमंत्री को अब भी पीपीए, भाजपा एवं निर्दलीय विधायकों से स्पष्ट बहुमत प्राप्त है." 43 विधायकों वाली पीपीए ने कल आधी रात को मुख्यमंत्री खांडू, उप-मुख्यमंत्री चोवना मेन और पांच अन्य विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया था. फेलिक्स ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा, "हम खांडू सहित सात विधायकों के निलंबन के कानूनी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा, "पीपीए किसी एक आदमी की पार्टी नहीं है. पार्टी के अध्यक्ष काहफा बेंजिया ने जो भी फैसला किया, वह उनका अपना निर्णय था."टिप्पणियां प्रवक्ता ने कहा, "हम पार्टी विधायकों के बीच के मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं." पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने की तैयारियों के भाजपा के दावे पर फेलिक्स ने कहा कि चूंकि पीपीए भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) सरकार में साझेदार है, लिहाजा "ऐसा कोई सवाल पैदा नहीं होता." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दूसरी ओर, पीपीए ने कहा कि नेतृत्व में बदलाव होगा. पीएचईडी मंत्री टाकम पारियो अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं. पेमा खांडू की सरकार ने पीपीए के 35 विधायकों सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया. अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 60 विधायक हैं . खांडू को कल उन्हीं की पार्टी पीपीए ने निलंबित कर दिया था. उधर, राज्य सरकार के प्रवक्ता बामांग फेलिक्स ने दावा किया कि पीपीए के 43 में से 35 विधायकों ने खांडू के नेतृत्व के प्रति यकीन और वफादारी जाहिर की है. फेलिक्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पीपीए के 35, भाजपा के 12, भाजपा से संबद्ध एक सदस्य और एक निर्दलीय सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन हमें प्राप्त है." सवालों के जवाब में फेलिक्स ने कहा, "हर चीज पहले की तरह सामान्य चल रही है और मुख्यमंत्री को अब भी पीपीए, भाजपा एवं निर्दलीय विधायकों से स्पष्ट बहुमत प्राप्त है." 43 विधायकों वाली पीपीए ने कल आधी रात को मुख्यमंत्री खांडू, उप-मुख्यमंत्री चोवना मेन और पांच अन्य विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया था. फेलिक्स ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा, "हम खांडू सहित सात विधायकों के निलंबन के कानूनी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा, "पीपीए किसी एक आदमी की पार्टी नहीं है. पार्टी के अध्यक्ष काहफा बेंजिया ने जो भी फैसला किया, वह उनका अपना निर्णय था."टिप्पणियां प्रवक्ता ने कहा, "हम पार्टी विधायकों के बीच के मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं." पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने की तैयारियों के भाजपा के दावे पर फेलिक्स ने कहा कि चूंकि पीपीए भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) सरकार में साझेदार है, लिहाजा "ऐसा कोई सवाल पैदा नहीं होता." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उधर, राज्य सरकार के प्रवक्ता बामांग फेलिक्स ने दावा किया कि पीपीए के 43 में से 35 विधायकों ने खांडू के नेतृत्व के प्रति यकीन और वफादारी जाहिर की है. फेलिक्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पीपीए के 35, भाजपा के 12, भाजपा से संबद्ध एक सदस्य और एक निर्दलीय सहित कुल 49 विधायकों का समर्थन हमें प्राप्त है." सवालों के जवाब में फेलिक्स ने कहा, "हर चीज पहले की तरह सामान्य चल रही है और मुख्यमंत्री को अब भी पीपीए, भाजपा एवं निर्दलीय विधायकों से स्पष्ट बहुमत प्राप्त है." 43 विधायकों वाली पीपीए ने कल आधी रात को मुख्यमंत्री खांडू, उप-मुख्यमंत्री चोवना मेन और पांच अन्य विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया था. फेलिक्स ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा, "हम खांडू सहित सात विधायकों के निलंबन के कानूनी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा, "पीपीए किसी एक आदमी की पार्टी नहीं है. पार्टी के अध्यक्ष काहफा बेंजिया ने जो भी फैसला किया, वह उनका अपना निर्णय था."टिप्पणियां प्रवक्ता ने कहा, "हम पार्टी विधायकों के बीच के मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं." पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने की तैयारियों के भाजपा के दावे पर फेलिक्स ने कहा कि चूंकि पीपीए भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) सरकार में साझेदार है, लिहाजा "ऐसा कोई सवाल पैदा नहीं होता." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सवालों के जवाब में फेलिक्स ने कहा, "हर चीज पहले की तरह सामान्य चल रही है और मुख्यमंत्री को अब भी पीपीए, भाजपा एवं निर्दलीय विधायकों से स्पष्ट बहुमत प्राप्त है." 43 विधायकों वाली पीपीए ने कल आधी रात को मुख्यमंत्री खांडू, उप-मुख्यमंत्री चोवना मेन और पांच अन्य विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया था. फेलिक्स ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा, "हम खांडू सहित सात विधायकों के निलंबन के कानूनी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा, "पीपीए किसी एक आदमी की पार्टी नहीं है. पार्टी के अध्यक्ष काहफा बेंजिया ने जो भी फैसला किया, वह उनका अपना निर्णय था."टिप्पणियां प्रवक्ता ने कहा, "हम पार्टी विधायकों के बीच के मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं." पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने की तैयारियों के भाजपा के दावे पर फेलिक्स ने कहा कि चूंकि पीपीए भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) सरकार में साझेदार है, लिहाजा "ऐसा कोई सवाल पैदा नहीं होता." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फेलिक्स ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा, "हम खांडू सहित सात विधायकों के निलंबन के कानूनी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं." उन्होंने यह भी कहा, "पीपीए किसी एक आदमी की पार्टी नहीं है. पार्टी के अध्यक्ष काहफा बेंजिया ने जो भी फैसला किया, वह उनका अपना निर्णय था."टिप्पणियां प्रवक्ता ने कहा, "हम पार्टी विधायकों के बीच के मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं." पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने की तैयारियों के भाजपा के दावे पर फेलिक्स ने कहा कि चूंकि पीपीए भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) सरकार में साझेदार है, लिहाजा "ऐसा कोई सवाल पैदा नहीं होता." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रवक्ता ने कहा, "हम पार्टी विधायकों के बीच के मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले हैं." पीपीए विधायकों के भाजपा में शामिल होने की तैयारियों के भाजपा के दावे पर फेलिक्स ने कहा कि चूंकि पीपीए भाजपा की अगुवाई वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) सरकार में साझेदार है, लिहाजा "ऐसा कोई सवाल पैदा नहीं होता." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र की विकास नगर कालोनी में 11 साल के एक लड़के से दो युवकों ने कथित रूप से अप्राकृतिक यौनाचार किया. पुलिस उपाधीक्षक अरविंद यादव ने बताया कि 26 अक्टूबर की देर शाम यह लड़का अपने घर के बाहर खेल रहा था. उसी दौरान कालोनी के अमित और शेखर उसे फुसला कर एक सुनसान जगह पर ले गए और उसके साथ कुकर्म किया. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. (इनपुट: भाषा)
अभिनेत्री अदिति राव हैदरी 'आइटम सॉन्ग' शब्द के पूरी तरह खिलाफ हैं। वह कहती हैं कि उन्हें 'डांस नंबर' का हिस्सा बनने में कोई ऐतराज नहीं हैं, लेकिन यह शिष्ट होना चाहिए। अदिति ने कहा, मुझे आइटम सॉन्ग शब्द से नफरत है। मेरे लिए, आइटम गाना वह होता है, जिसमें लड़की छोटे कपड़े पहनती है और सेक्सी दिखती हो। मैं घटिया नहीं दिखना चाहती हूं। मेरे लिए शिष्टता महत्वपूर्ण है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि मैं आइटम गाना करूंगी। लेकिन हां, अगर यह एक नृत्य गीत हुआ तो मैं इसे करना पसंद करूंगी।टिप्पणियां इन दिनों अदिति अपनी आगामी फिल्म 'बॉस' के प्रचार में व्यस्त है। इसमें उन्होंने बिकिनी भी पहनी है। अक्षय कुमार की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में अपने बोल्ड रूप पर मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया से अदिति खुश हैं। पूर्व में 'रॉकस्टार', 'लंदन 'पेरिस और 'न्यूयार्क' फिल्मों में अभिनय कर चुकीं अदिति ने कहा, मुझे फिल्म के लिए वजन न घटाने के लिए कहा गया था। लेकिन मैंने अपने शरीर में कसाव के लिए कड़ी मेहनत की। मैं एक स्वाभाविक महिला शरीर चाह रही थी। मैंने कड़ा शारीरिक परिश्रम किया, जिसके लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। एंथनी डिसूजा निर्देशित 'बॉस' 16 अक्टूबर को प्रदर्शित होनी है। अदिति ने कहा, मुझे आइटम सॉन्ग शब्द से नफरत है। मेरे लिए, आइटम गाना वह होता है, जिसमें लड़की छोटे कपड़े पहनती है और सेक्सी दिखती हो। मैं घटिया नहीं दिखना चाहती हूं। मेरे लिए शिष्टता महत्वपूर्ण है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि मैं आइटम गाना करूंगी। लेकिन हां, अगर यह एक नृत्य गीत हुआ तो मैं इसे करना पसंद करूंगी।टिप्पणियां इन दिनों अदिति अपनी आगामी फिल्म 'बॉस' के प्रचार में व्यस्त है। इसमें उन्होंने बिकिनी भी पहनी है। अक्षय कुमार की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में अपने बोल्ड रूप पर मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया से अदिति खुश हैं। पूर्व में 'रॉकस्टार', 'लंदन 'पेरिस और 'न्यूयार्क' फिल्मों में अभिनय कर चुकीं अदिति ने कहा, मुझे फिल्म के लिए वजन न घटाने के लिए कहा गया था। लेकिन मैंने अपने शरीर में कसाव के लिए कड़ी मेहनत की। मैं एक स्वाभाविक महिला शरीर चाह रही थी। मैंने कड़ा शारीरिक परिश्रम किया, जिसके लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। एंथनी डिसूजा निर्देशित 'बॉस' 16 अक्टूबर को प्रदर्शित होनी है। इन दिनों अदिति अपनी आगामी फिल्म 'बॉस' के प्रचार में व्यस्त है। इसमें उन्होंने बिकिनी भी पहनी है। अक्षय कुमार की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में अपने बोल्ड रूप पर मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया से अदिति खुश हैं। पूर्व में 'रॉकस्टार', 'लंदन 'पेरिस और 'न्यूयार्क' फिल्मों में अभिनय कर चुकीं अदिति ने कहा, मुझे फिल्म के लिए वजन न घटाने के लिए कहा गया था। लेकिन मैंने अपने शरीर में कसाव के लिए कड़ी मेहनत की। मैं एक स्वाभाविक महिला शरीर चाह रही थी। मैंने कड़ा शारीरिक परिश्रम किया, जिसके लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। एंथनी डिसूजा निर्देशित 'बॉस' 16 अक्टूबर को प्रदर्शित होनी है। पूर्व में 'रॉकस्टार', 'लंदन 'पेरिस और 'न्यूयार्क' फिल्मों में अभिनय कर चुकीं अदिति ने कहा, मुझे फिल्म के लिए वजन न घटाने के लिए कहा गया था। लेकिन मैंने अपने शरीर में कसाव के लिए कड़ी मेहनत की। मैं एक स्वाभाविक महिला शरीर चाह रही थी। मैंने कड़ा शारीरिक परिश्रम किया, जिसके लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। एंथनी डिसूजा निर्देशित 'बॉस' 16 अक्टूबर को प्रदर्शित होनी है।
कोलकाता में लगभग 7  साल से निर्माणाधीन पुल गिर गया. मलबे के नीचे 150 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका है. हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. हैरानी की बात यह है कि 7 साल से बन रहे पुल का 25 फीसदी काम भी पूरा नहीं हो सका था. आइए बताते हैं आपको कोलकाता ब्रिज हादसे से जुड़ी दस बड़ी बातें. 1 . उत्‍तरी कोलकाता में गणेश सिनेमा के पास निर्माणाधीन पुल सवा बारह बजे करीब गिरा. 2 . लंबे समय से चल रहा था पुल का निर्माण. जरूर देखें: कोलकाता हादसाः पलक झपकते ही मलबे के नीचे दब गईं जिंदगियां 3 . पुल में कल शाम से चल रही थी ढलाई. 4 . जहां निर्माणाधीन पु‍ल गिरा है, वहां है घनी आबादी. ये भी पढ़ें: कोलकाता: निर्माणाधीन पुल गिरने से 10 की मौत 5 . अगर ये बन जाता तो होता कोलकाता का सबसे लंबा पुल 6 . एक्‍सपर्ट्स के मुताबिक पुल गिरने की वजह घटिया सामान का इस्‍तेमाल भी होना है. 7 . पुल गिरने से उत्‍तरी कोलकाता में जबरदस्‍त ट्रैफिक जाम. 8 . एक्‍सपर्ट्स के मुताबिक यदि जल्‍दी हो जाता काम तो कम होती हादसे की आशंका. 9 . सीपीएम नेता मोहम्‍मद सलीम ने कहा कि करप्‍शन की वजह से ही ये घटना घटी. गुटबाजी से हो रही थी काम में देरी. 10 . बीजेपी नेता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि भ्रष्‍टाचार की वजह से हुआ ये हादसा.
मेजबान न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ शृंखला के पांचवें और अंतिम वन-डे मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8,000 रन पूरे कर लिए हैं, और वह यह कारनामा करने वाले चौथे सबसे तेज बल्लेबाज बन गए हैं। वैसे, यह कारनामा कर दिखाने वालों में महेंद्र सिंह धोनी का औसत सर्वश्रेष्ठ है। 32-वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय पारी के 26वें ओवर में मैट हेनरी की गेंद पर एक रन लेने के साथ यह उपलब्धि हासिल की, और उनकी यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए उतरते हैं। महेंद्र सिंह धोनी वन-डे इंटरनेशनल क्रिकेट में 8,000 रन का आंकड़ा छूने वाले भारत के सातवें और विश्व के 26वें बल्लेबाज हैं, लेकिन सबसे कम पारियों में यह कारनामा कर दिखाने वालों की सूची में वह चौथे स्थान पर हैं। इस सूची में उनसे ऊपर तीन बल्लेबाज हमवतन सौरव गांगुली (200 पारियां) और सचिन तेंदुलकर (210 पारियां) तथा वेस्ट इंडीज़ के महान खिलाड़ी ब्रायन लारा (211 पारियां) हैं। उल्लेखनीय है कि ये तीनों बल्लेबाजी शीर्ष क्रम में खेलने के लिए उतरते रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी भारत के पांचवें ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 8,000 या उससे अधिक रन बनाए हैं। धोनी ने अपने करियर के 243वें मैच की 214वीं पारी में 53.35 के औसत से 8,000 का आंकड़ा पार किया। यह उपलब्धि हासिल करने वालों की सूची में धोनी का औसत बेहतरीन है। इस सूची में अब शामिल 26 बल्लेबाजों में धोनी पहले ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 8,000 रन 50 से अधिक की औसत से बनाए हैं। वैसे, सबसे अधिक एक-दिवसीय रनों का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर (18,426) के नाम दर्ज है। महेंद्र सिंह धोनी ने अब तक अपने करियर में नौ शतक और 54 अर्धशतक लगाए हैं, हालांकि वह सात बार शून्य पर भी आउट हुए हैं, लेकिन वह अपने करियर के दौरान 64 बार नाबाद भी रहे हैं। उल्लेखनीय है कि एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब तक कुल 10 बल्लेबाजों ने 10,000 से अधिक रन बनाए हैं, जिनमें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली (11,363), और राहुल द्रविड़ (10,889) के रूप में तीन भारतीय शामिल हैं।
यह लेख है: वहीं, आयकर अधिकारी दो प्रमुख व्यावसायियों शेखर रेड्डी और श्रीनिवास रेड्डी (दोनों रेत खदान के कारोबार से जुड़े हैं) से पूछताछ कर रहे हैं. लेकिन इस पूरे मामले में एक अन्य शख्स का नाम भी सामने आ रहा है जिसकी पहचान प्रेम के रूप में हुई है जो इन दोनों कारोबारियों की फर्म के लिए एजेंट के तौर पर काम करता था. इतन ही नहीं शेखर रेड्डी दक्षिण भारत के धनी मंदिरों में शुमार तिरुपति मंदिर के ट्रस्ट का सदस्य है. यही वजह है कि उसकी पहुंच सरकार के शीर्ष स्तर के नेताओं तक थी. पिछले महीने जब जयललिता अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं तो रेड्डी उनसे मिलने अस्पताल गया था. वह अपने साथ तिरुपति मंदिर का प्रसाद लेकर गया था. जयललिता के निधन के बाद उनके विश्वासपात्र ओ पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनाया गया है.टिप्पणियां शेखर रेड्डी के ओ. पन्नीरसेल्वम से भी करीबी रिश्ते होने की बात सामने आ रही है. पिछले वर्ष जब ओ. पन्नीरसेल्वम ने तिरुपति मंदिर का दौरा किया था तो शेखर रेड्डी उनके साथ मौजूद था. उस दौरे के कुछ फोटोग्राफ भी सामने आए हैं जिसमें शेखर रेड्डी, पन्नीरसेल्वम के साथ नजर आ रहे हैं. एआईएडीएमके से जुड़े एक सूत्र ने इस संबंध मे कहा, "शेखर वहां केवल मंदिर के सदस्य के रूप में मंत्री की अगवानी करने के लिए आए थे. इससे ज्यादा कुछ नहीं है."   इतन ही नहीं शेखर रेड्डी दक्षिण भारत के धनी मंदिरों में शुमार तिरुपति मंदिर के ट्रस्ट का सदस्य है. यही वजह है कि उसकी पहुंच सरकार के शीर्ष स्तर के नेताओं तक थी. पिछले महीने जब जयललिता अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं तो रेड्डी उनसे मिलने अस्पताल गया था. वह अपने साथ तिरुपति मंदिर का प्रसाद लेकर गया था. जयललिता के निधन के बाद उनके विश्वासपात्र ओ पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनाया गया है.टिप्पणियां शेखर रेड्डी के ओ. पन्नीरसेल्वम से भी करीबी रिश्ते होने की बात सामने आ रही है. पिछले वर्ष जब ओ. पन्नीरसेल्वम ने तिरुपति मंदिर का दौरा किया था तो शेखर रेड्डी उनके साथ मौजूद था. उस दौरे के कुछ फोटोग्राफ भी सामने आए हैं जिसमें शेखर रेड्डी, पन्नीरसेल्वम के साथ नजर आ रहे हैं. एआईएडीएमके से जुड़े एक सूत्र ने इस संबंध मे कहा, "शेखर वहां केवल मंदिर के सदस्य के रूप में मंत्री की अगवानी करने के लिए आए थे. इससे ज्यादा कुछ नहीं है."   शेखर रेड्डी के ओ. पन्नीरसेल्वम से भी करीबी रिश्ते होने की बात सामने आ रही है. पिछले वर्ष जब ओ. पन्नीरसेल्वम ने तिरुपति मंदिर का दौरा किया था तो शेखर रेड्डी उनके साथ मौजूद था. उस दौरे के कुछ फोटोग्राफ भी सामने आए हैं जिसमें शेखर रेड्डी, पन्नीरसेल्वम के साथ नजर आ रहे हैं. एआईएडीएमके से जुड़े एक सूत्र ने इस संबंध मे कहा, "शेखर वहां केवल मंदिर के सदस्य के रूप में मंत्री की अगवानी करने के लिए आए थे. इससे ज्यादा कुछ नहीं है."
पंजाब और गोवा में किस्मत आजमाने के बाद अब आम आदमी पार्टी बाकी राज्यों में विस्तार की तैयारी कर रही है. पार्टी के नेता बीजेपी के गढ़ गुजरात में पकड़ मजबूत करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. लेकिन गुजरात के साथ हिमाचल प्रदेश में इसी साल होने वाले चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी असमंजस में है. कठिन भौगोलिक परिस्थितियां बड़ी बाधा हाल ही में आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की कमेटी (PAC) की बैठक में इस मसले पर चर्चा हुई. PAC पार्टी की फैसला लेने वाली सबसे बड़ी इकाई है. बैठक में हिमाचल प्रदेश में चुनाव लड़ने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. सूत्रों की मानें तो हिमाचल प्रदेश की कम आबादी और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए केजरीवाल की पार्टी यहां चुनावी ताल ठोकने से परहेज कर सकती है. मजबूत नहीं संगठन पार्टी नेताओं का ये भी मानना है कि हिमाचल में चुनाव लड़ने लायक संगठन अभी AAP के पास नहीं है. गुजरात की सियासी अहमियत को देखते हुए पार्टी फिलहाल पूरा जोर इसी राज्य पर लगाना चाहती है. ऐसे में कम सीटों वाले हिमाचल के चुनाव में उतरने से पार्टी बच सकती है. हालांकि इस बारे में औपचारिक घोषणा मार्च में होने की उम्मीद है. आम आदमी पार्टी का हिमाचल में चुनाव से किनारा कांग्रेस के लिए राहत भरी खबर हो सकती है.
अशोक कुमार ( ; १३ अक्टूबर १९११, भागलपुर, कुमुद कुमार गांगुली - १० दिसम्बर २००१, मुंबई) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे। सन् १९९९ में भारत सरकार ने उन्हें कला के क्षेत्र में उनके योगदानों के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया। ये महाराष्ट्र राज्य से थे। व्यक्तिगत जीवन हिन्दी फ़िल्म इंडस्ट्री में दादा मुनि के नाम से मशहूर कुमार का जन्म एक मध्यम वर्गीय बंगाली परिवार में हुआ था। इनके पिता कुंजलाल गांगुली पेशे से वकील थे। अशोक कुमार ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मध्यप्रदेश के खंडवा शहर में प्राप्त की। बाद में उन्होंने अपनी स्नातक की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की। इस दौरान उनकी दोस्ती शशधर मुखर्जी से हुई। भाई बहनो में सबसे बड़े अशोक कुमार की बचपन से ही फ़िल्मों में काम करके शोहरत की बुंलदियो पर पहुंचने की चाहत थी, लेकिन वह अभिनेता नहीं बल्कि निर्देशक बनना चाहते थे। अपनी दोस्ती को रिश्ते में बदलते हुए अशोक कुमार ने अपनी इकलौती बहन की शादी शशधर से कर दी। सन 1934 में न्यू थिएटर में बतौर लेबोरेट्री असिस्टेंट काम कर रहे अशोक कुमार को उनके बहनोई शशधर मुखर्जी ने बाम्बे टॉकीज में अपने पास बुला लिया। फिल्मी सफर 1936 में बांबे टॉकीज की फ़िल्म (जीवन नैया) के निर्माण के दौरान फ़िल्म के अभिनेता नजम उल हसन ने किसी कारणवश फ़िल्म में काम करने से मना कर दिया। इस विकट परिस्थिति में बांबे टॉकीज के मालिक हिमांशु राय का ध्यान अशोक कुमार पर गया और उन्होंने उनसे फ़िल्म में बतौर अभिनेता काम करने की पेशकश की। इसके साथ ही 'जीवन नैया' से अशोक कुमार का बतौर अभिनेता फ़िल्मी सफर शुरू हो गया। 1937 में अशोक कुमार को बांबे टॉकीज के बैनर तले प्रदर्शित फ़िल्म 'अछूत कन्या' में काम करने का मौका मिला। इस फ़िल्म में जीवन नैया के बाद 'देविका रानी' फिर से उनकी नायिका बनी। फ़िल्म में अशोक कुमार एक ब्राह्मण युवक के किरदार में थे, जिन्हें एक अछूत लड़की से प्यार हो जाता है। सामाजिक पृष्ठभूमि पर बनी यह फ़िल्म काफी पसंद की गई और इसके साथ ही अशोक कुमार बतौर अभिनेता फ़िल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गए। इसके बाद देविका रानी के साथ अशोक कुमार ने कई फ़िल्मों में काम किया। इन फ़िल्मों में 1937 में प्रदर्शित फ़िल्म इज्जत के अलावा फ़िल्म सावित्री (1938) और निर्मला (1938) जैसी फ़िल्में शामिल हैं। इन फ़िल्मों को दर्शको ने पसंद तो किया, लेकिन कामयाबी का श्रेय बजाए अशोक कुमार के फ़िल्म की अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया। इसके बाद उन्होंने 1939 में प्रदर्शित फ़िल्म कंगन, बंधन 1940 और झूला 1941 में अभिनेत्री लीला चिटनिश के साथ काम किया। इन फ़िल्मों में उनके अभिनय को दर्शको द्वारा काफी सराहा गया, जिसके बाद अशोक कुमार बतौर अभिनेता फ़िल्म इंडस्ट्री में स्थापित हो गए। अशोक कुमार को 1943 में बांबे टाकीज की एक अन्य फ़िल्म किस्मत में काम करने का मौका मिला। इस फ़िल्म में अशोक कुमार ने फ़िल्म इंडस्ट्री के अभिनेता की पांरपरिक छवि से बाहर निकल कर अपनी एक अलग छवि बनाई। इस फ़िल्म में उन्होंने पहली बार एंटी हीरो की भूमिका की और अपनी इस भूमिका के जरिए भी वह दर्शको का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहे। किस्मत ने बॉक्स आफिस के सारे रिकार्ड तोड़ते हुए कोलकाता के चित्रा सिनेमा हॉल में लगभग चार वर्ष तक लगातार चलने का रिकार्ड बनाया। बांबे टॉकीज के मालिक हिमांशु राय की मौत के बाद 1943 में अशोक कुमार बॉम्बे टाकीज को छोड़ फ़िल्मिस्तान स्टूडियों चले गए। वर्ष 1947 में देविका रानी के बाम्बे टॉकीज छोड़ देने के बाद अशोक कुमार ने बतौर प्रोडक्शन चीफ बाम्बे टाकीज के बैनर तले मशाल जिद्दी और मजबूर जैसी कई फ़िल्मों का निर्माण किया। इसी दौरान बॉम्बे टॉकीज के बैनर तले उन्होंने 1949 में प्रदर्शित सुपरहिट फ़िल्म महल का निर्माण किया। उस फ़िल्म की सफलता ने अभिनेत्री मधुबाला के साथ-साथ पार्श्वगायिका लतामंगेश्कर को भी शोहरत की बुंलदियों पर पहुंचा दिया था। फिल्म निर्माण पचास के दशक में बाम्बे टॉकीज से अलग होने के बाद उन्होंने अपनी खुद की कंपनी शुरू की और जूपिटर थिएटर को भी खरीद लिया। अशोक कुमार प्रोडक्शन के बैनर तले उन्होंने सबसे पहली फ़िल्म समाज का निर्माण किया, लेकिन यह फ़िल्म बॉक्स आफिस पर बुरी तरह असफल रही। इसके बाद उन्होनें अपने बैनर तले फ़िल्म परिणीता भी बनाई। लगभग तीन वर्ष के बाद फ़िल्म निर्माण क्षेत्र में घाटा होने के कारण उन्होन अपनी प्रोडक्शन कंपनी बंद कर दी। 1953 में प्रदर्शित फ़िल्म परिणीता के निर्माण के दौरान फ़िल्म के निर्देशक बिमल राय के साथ उनकी अनबन हो गई थी। जिसके कारण उन्होंने बिमल राय के साथ काम करना बंद कर दिया, लेकिन अभिनेत्री नूतन के कहने पर अशोक कुमार ने एक बार फिर से बिमल रॉय के साथ 1963 में प्रदर्शित फ़िल्म बंदिनी में काम किया यह फ़िल्म हिन्दी फ़िल्म के इतिहास में आज भी क्लासिक फ़िल्मों में शुमार की जाती है। 1967 में प्रदर्शित फ़िल्म .ज्वैलथीफ. में अशोक कुमार के अभिनय का नया रूप दर्शको को देखने को मिला। इस फ़िल्म में वह अपने सिने कैरियर में पहली बार खलनायक की भूमिका में दिखाई दिए। इस फ़िल्म के जरिए भी उन्होंने दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया। अभिनय में आई एकरुपता से बचने और स्वंय को चरित्र अभिनेता के रूप में भी स्थापित करने के लिए अशोक कुमार ने खुद को विभिन्न भूमिकाओं में पेश किया। इनमें 1968 में प्रदर्शित फ़िल्म आशीर्वाद खास तौर पर उल्लेखनीय है। फ़िल्म में बेमिसाल अभिनय के लिए उनको सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस फ़िल्म में उनका गाया गाना रेल गाड़ी-रेल गाड़ी बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। दादामुनि और दूरदर्शन 1984 में दूरदर्शन के इतिहास के पहले शोप ओपेरा हमलोग में वह सीरियल के सूत्रधार की भूमिका में दिखाई दिए और छोटे पर्दे पर भी उन्होंने दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया। दूरदर्शन के लिए ही दादामुनि ने भीमभवानी बहादुर शाह जफर और उजाले की ओर जैसे सीरियल में भी अपने अभिनय का जौहर दिखाया। पुरस्कार व सम्मान अशोक कुमार को दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फ़िल्म फेयर पुरस्कार से भी नवाजा गया। पहली बार राखी 1962 और दूसरी बार आशीर्वाद 1968। इसके अलावा 1966 में प्रदर्शित फ़िल्म अफसाना के लिए वह सहायक अभिनेता के फ़िल्म फेयर अवार्ड से भी नवाजे गए। दादामुनि को हिन्दी सिनेमा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ठ सहयोग के लिए 1988 में हिन्दी सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित अशोक कुमार भारतीय सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता रहे हैं। प्रसिद्ध गायक किशोर कुमार भी इनके ही सगे भाई थे। लगभग छह दशक तक अपने बेमिसाल अभिनय से दर्शकों के दिल पर राज करने वाले अशोक कुमार का निधन १० दिसम्बर २००१ को हुआ। प्रमुख फिल्में बतौर निर्माता अनपढ़ १९७१ |} आठ दिन 1945 नामांकन और पुरस्कार 1970 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - आशीर्वाद 1967 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार - अफ़साना 1963 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार - राखी 1988 - दादासाहब फालके पुरस्कार 1999 - पद्म भूषण 2001 - उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अवध सम्मान सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ 1911 में जन्मे लोग २००१ में निधन कुमार, अशोक कुमार, अशोक कुमार, अशोक दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता श्रेष्ठ अभिनेता के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार विजेता
रंगभेद का जोरदार विरोध करने वाले दक्षिण अफ्रीकी नेता नेल्सन मंडेला की सेहत और ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें देश के एक अस्पताल में जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है, जहां करीब तीन सप्ताह पहले फेफड़े में संक्रमण के बाद इस 94 वर्षीय नेता को भर्ती कराया गया था। ‘द सिटिजन’ समाचार पत्र की खबर में कहा गया है, पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को प्रिटोरिया हार्ट क्लिनिक में जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है, जहां वह गत 8 जून से फेफड़े के संक्रमण से जूझ रहे हैं। पत्र के मुताबिक, परिवार से जुड़े पांच उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा है कि इस महान नेता का स्वास्थ्य इस हद तक खराब हो गया है कि वे जीवनरक्षक वेंटिलेटर के जरिये सांस ले रहे हैं। इन सूत्रों में से दो हाल ही में अस्पताल गए थे।टिप्पणियां समाचार पत्र द टाइम्स ने कहा है कि यह खुलासा ऐसे समय पर हुआ है जब अबा थेमबू जाति के बुजुर्ग आज अस्पताल की यात्रा के दौरान मंडेला की स्थिति का आकलन करेंगे और आगे की कार्रवाई पर फैसला करेंगे। मंडेला इसी जाति से ताल्लुक रखते हैं। एक अन्य सूत्र ने समाचारपत्र को बताया कि मंडेला के गुर्दे काम नहीं कर रहे हैं और हर दूसरे दिन तीन घंटे तक उनका डायलसिस किया जा रहा है। ‘द सिटिजन’ समाचार पत्र की खबर में कहा गया है, पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को प्रिटोरिया हार्ट क्लिनिक में जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है, जहां वह गत 8 जून से फेफड़े के संक्रमण से जूझ रहे हैं। पत्र के मुताबिक, परिवार से जुड़े पांच उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा है कि इस महान नेता का स्वास्थ्य इस हद तक खराब हो गया है कि वे जीवनरक्षक वेंटिलेटर के जरिये सांस ले रहे हैं। इन सूत्रों में से दो हाल ही में अस्पताल गए थे।टिप्पणियां समाचार पत्र द टाइम्स ने कहा है कि यह खुलासा ऐसे समय पर हुआ है जब अबा थेमबू जाति के बुजुर्ग आज अस्पताल की यात्रा के दौरान मंडेला की स्थिति का आकलन करेंगे और आगे की कार्रवाई पर फैसला करेंगे। मंडेला इसी जाति से ताल्लुक रखते हैं। एक अन्य सूत्र ने समाचारपत्र को बताया कि मंडेला के गुर्दे काम नहीं कर रहे हैं और हर दूसरे दिन तीन घंटे तक उनका डायलसिस किया जा रहा है। समाचार पत्र द टाइम्स ने कहा है कि यह खुलासा ऐसे समय पर हुआ है जब अबा थेमबू जाति के बुजुर्ग आज अस्पताल की यात्रा के दौरान मंडेला की स्थिति का आकलन करेंगे और आगे की कार्रवाई पर फैसला करेंगे। मंडेला इसी जाति से ताल्लुक रखते हैं। एक अन्य सूत्र ने समाचारपत्र को बताया कि मंडेला के गुर्दे काम नहीं कर रहे हैं और हर दूसरे दिन तीन घंटे तक उनका डायलसिस किया जा रहा है। एक अन्य सूत्र ने समाचारपत्र को बताया कि मंडेला के गुर्दे काम नहीं कर रहे हैं और हर दूसरे दिन तीन घंटे तक उनका डायलसिस किया जा रहा है।
महानता की हदें पार कर चुके सचिन तेंदुलकर अपने करियर की अंतिम पेशेवर पारी में सिर्फ 15 रन बना सके। फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में जारी चैम्पियंस लीग के फाइनल मैच में रविवार को सचिन को राजस्थान रॉयल्स के हरफनमौला खिलाड़ी शेन वॉटसन ने बोल्ड किया। इस लीग में सचिन कुल मिलाकर निराश किया है। वह पांच अक्टूबर को दिल्ली में ही 35 रन बनाकर आउट हुए थे, जो लीग के इस संस्करण में उनकी सबसे बड़ी पारी रही। सचिन ने शनिवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो के खिलाफ खेलते हुए अपने करियर में 50 हजार रनों का आंकड़ा पार किया था। चैम्पियंस लीग के इस संस्करण में सचिन ने 15, 5, 0, 35 और 15 रन बनाए। वह बीती 11 ट्वेंटी-20 पारियों में अर्द्धशतक नहीं लगा सके हैं।टिप्पणियां सचिन पारी की शुरुआत करने आए तो लगा कि वह आज कुछ धूम-धड़ाका करेंगे। सचिन ने ड्वेन स्मिथ के साथ शनिवार को 90 रनों की साझेदारी की थी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सचिन, वॉटसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। सचिन का विकेट गिरने के साथ ही मैदान में सन्नाटा छा गया। मुम्बई के प्रशंसकों के साथ-साथ मैदान में मौजूद रॉयल चैलेंजर्स के प्रशंसकों के अलावा तमाम क्रिकेट प्रेमी निराश देखे गए। फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में जारी चैम्पियंस लीग के फाइनल मैच में रविवार को सचिन को राजस्थान रॉयल्स के हरफनमौला खिलाड़ी शेन वॉटसन ने बोल्ड किया। इस लीग में सचिन कुल मिलाकर निराश किया है। वह पांच अक्टूबर को दिल्ली में ही 35 रन बनाकर आउट हुए थे, जो लीग के इस संस्करण में उनकी सबसे बड़ी पारी रही। सचिन ने शनिवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो के खिलाफ खेलते हुए अपने करियर में 50 हजार रनों का आंकड़ा पार किया था। चैम्पियंस लीग के इस संस्करण में सचिन ने 15, 5, 0, 35 और 15 रन बनाए। वह बीती 11 ट्वेंटी-20 पारियों में अर्द्धशतक नहीं लगा सके हैं।टिप्पणियां सचिन पारी की शुरुआत करने आए तो लगा कि वह आज कुछ धूम-धड़ाका करेंगे। सचिन ने ड्वेन स्मिथ के साथ शनिवार को 90 रनों की साझेदारी की थी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सचिन, वॉटसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। सचिन का विकेट गिरने के साथ ही मैदान में सन्नाटा छा गया। मुम्बई के प्रशंसकों के साथ-साथ मैदान में मौजूद रॉयल चैलेंजर्स के प्रशंसकों के अलावा तमाम क्रिकेट प्रेमी निराश देखे गए। इस लीग में सचिन कुल मिलाकर निराश किया है। वह पांच अक्टूबर को दिल्ली में ही 35 रन बनाकर आउट हुए थे, जो लीग के इस संस्करण में उनकी सबसे बड़ी पारी रही। सचिन ने शनिवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो के खिलाफ खेलते हुए अपने करियर में 50 हजार रनों का आंकड़ा पार किया था। चैम्पियंस लीग के इस संस्करण में सचिन ने 15, 5, 0, 35 और 15 रन बनाए। वह बीती 11 ट्वेंटी-20 पारियों में अर्द्धशतक नहीं लगा सके हैं।टिप्पणियां सचिन पारी की शुरुआत करने आए तो लगा कि वह आज कुछ धूम-धड़ाका करेंगे। सचिन ने ड्वेन स्मिथ के साथ शनिवार को 90 रनों की साझेदारी की थी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सचिन, वॉटसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। सचिन का विकेट गिरने के साथ ही मैदान में सन्नाटा छा गया। मुम्बई के प्रशंसकों के साथ-साथ मैदान में मौजूद रॉयल चैलेंजर्स के प्रशंसकों के अलावा तमाम क्रिकेट प्रेमी निराश देखे गए। सचिन ने शनिवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो के खिलाफ खेलते हुए अपने करियर में 50 हजार रनों का आंकड़ा पार किया था। चैम्पियंस लीग के इस संस्करण में सचिन ने 15, 5, 0, 35 और 15 रन बनाए। वह बीती 11 ट्वेंटी-20 पारियों में अर्द्धशतक नहीं लगा सके हैं।टिप्पणियां सचिन पारी की शुरुआत करने आए तो लगा कि वह आज कुछ धूम-धड़ाका करेंगे। सचिन ने ड्वेन स्मिथ के साथ शनिवार को 90 रनों की साझेदारी की थी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सचिन, वॉटसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। सचिन का विकेट गिरने के साथ ही मैदान में सन्नाटा छा गया। मुम्बई के प्रशंसकों के साथ-साथ मैदान में मौजूद रॉयल चैलेंजर्स के प्रशंसकों के अलावा तमाम क्रिकेट प्रेमी निराश देखे गए। चैम्पियंस लीग के इस संस्करण में सचिन ने 15, 5, 0, 35 और 15 रन बनाए। वह बीती 11 ट्वेंटी-20 पारियों में अर्द्धशतक नहीं लगा सके हैं।टिप्पणियां सचिन पारी की शुरुआत करने आए तो लगा कि वह आज कुछ धूम-धड़ाका करेंगे। सचिन ने ड्वेन स्मिथ के साथ शनिवार को 90 रनों की साझेदारी की थी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सचिन, वॉटसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। सचिन का विकेट गिरने के साथ ही मैदान में सन्नाटा छा गया। मुम्बई के प्रशंसकों के साथ-साथ मैदान में मौजूद रॉयल चैलेंजर्स के प्रशंसकों के अलावा तमाम क्रिकेट प्रेमी निराश देखे गए। सचिन पारी की शुरुआत करने आए तो लगा कि वह आज कुछ धूम-धड़ाका करेंगे। सचिन ने ड्वेन स्मिथ के साथ शनिवार को 90 रनों की साझेदारी की थी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सचिन, वॉटसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। सचिन का विकेट गिरने के साथ ही मैदान में सन्नाटा छा गया। मुम्बई के प्रशंसकों के साथ-साथ मैदान में मौजूद रॉयल चैलेंजर्स के प्रशंसकों के अलावा तमाम क्रिकेट प्रेमी निराश देखे गए। मुम्बई के प्रशंसकों के साथ-साथ मैदान में मौजूद रॉयल चैलेंजर्स के प्रशंसकों के अलावा तमाम क्रिकेट प्रेमी निराश देखे गए।
दारुल उलूम देवबंद ने मुस्लिम महिलाओं से जुड़ा एक फतवा जारी किया है. फतवे में मुस्लिम महिलाओं का बाजारों में जाकर या कहीं भी गैर-महरम मर्दों से चूड़ियां पहनने को गलत करार दिया है. दरअसल, देवबंद के ही एक व्यक्ति ने दारुल उलूम के इफ्ता विभाग से लिखित सवाल में पूछा था कि हमारे यहां आम तौर पर चूड़ियां बेचने और पहनाने का काम मर्द करते हैं. औरतों को चूड़ियां पहनने के लिए घर से निकलना पड़ता है और अपने हाथ गैर मर्दों के हाथों में देने पड़ते हैं. क्या इस तरह घर से निकलकर या घर में रहकर औरतों का गैर-मर्दों से चूड़ी पहनना जायज है? इस सवाल के जवाब में दारुल उलूम देवबंद के मुफ्तियों ने कहा कि गैर-महरम मर्द का अजनबी औरतों का चूड़ी पहनाना नाजायज और गुनाह है, जिनसे खून का रिश्ता न हो, ऐसे मर्दों के हाथों से चूड़ी पहनने के लिए औरतों का बाहर निकलना भी मना है. फतवे में इसे गुनाह बताया गया है. दरअसल, इस्लामी शरीयत के मुताबिक, किसी मुस्लिम महिला को हर उस मर्द से पर्दा करना होता है, जिससे उसका खून का रिश्ता न हो. इसी दलील के आधार पर फतवा देने वाली बॉडी दारुल इफ्ता ने ये जवाब जारी किया है. इस फतवे में ये भी साफ किया गया है कि चूड़ियां पहनना गलत नहीं है. लेकिन वो किसी गैर मर्द के हाथों से न पहनी जाए. मुस्लिम महिलाएं बाजार से चूड़ियां मंगाएं और खुद उन्हें पहनें. .
झारखंड के विद्यार्थी जल्द ही अपने पाठ्यक्रम में राज्य की खेल हस्तियों क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, निशानेबाज दीपिका कुमारी और पूर्व हॉकी कप्तान जयपाल सिंह मुंडा के बारे में पढ़ेंगे. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. कक्षा दो से लेकर आठ तक के बच्चों के पाठ्यक्रम में इन हस्तियों को शामिल किया गया है. इसे नए शैक्षिक सत्र से शुरू किया जाएगा.जयपाल सिंह मुंडा 1928 में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हॉकी टीम के कप्तान थे. बाद में उन्होंने आदिवासी महासभा बनाई थी. नई पाठ्यपुस्तकों में बछेंद्री पाल और प्रेमलता अग्रवाल पर भी अध्याय होंगे. जमशेदपुर निवासी प्रेमलता पहली ऐसी भारतीय महिला हैं जिन्होंने सातों महाद्वीपों में सर्वोच्च पर्वत शिखरों पर चढ़ाई की है. इनमें माउंट एवरेस्ट भी शामिल है. प्रेमलता ने 2011 में 48 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी. प्रेमलता ने कहा, ‘आधिकारिक रूप से हमें कोई सूचना नहीं मिली है. अगर यह सच है तो यह मेरे लिए बेहद खुशी की बात है कि हमारे राज्य के छात्र मेरे बारे में पढ़ेंगे.’ पाठ्यपुस्तकों में स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा , सिड्डो कान्हू और अन्य नायकों के बारे में भी अध्याय होंगे. झारखंड की स्थापना 15 नवंबर, 2000 को बिरसा मुंडा की जयंती पर हुई थी. किताबों में राज्य की नदियों, झरनों और देवघर के शिव मंदिर जैसे धार्मिक स्थानों का भी जिक्र होगा. देवघर का शिव मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिगों में से एक है. पाठ्यक्रम को बनाने में शामिल एक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी ने कहा, ‘खिलाड़ियों, पवर्तारोहियों, स्वतंत्रता सेनानियों, धार्मिक स्थानों, नदियों, झरनों की जानकारी विद्यार्थियों को देने का मकसद उन्हें राज्य के इतिहास और भूगोल से परिचित कराना है.’ उन्होंने कहा, ‘अतीत में खिलाड़ियों के योगदान को उचित स्थान नहीं दिया गया. मकसद केवल हस्तियों या जगहों के बारे में जागरूकता फैलाना ही नहीं है, बल्कि झारखंड के विद्यार्थियों में गर्व की भावना भी पैदा करना है.’
बंबई शेयर बाजार में घरेलू संस्थागत निवेशकों और कारोबारियों की खरीदारी जारी रहने से आज भी तेजी रही और शुरुआती कारोबार में संवेदी सूचकांक 116 अंक बढ़कर 26,769.32 अंक पर पहुंच गया. शेयर ब्रोकरों के अनुसार सकल घरेलू उत्पाद में दूसरी तिमाही के दौरान 7.3 प्रतिशत वृद्धि और एशियाई बाजारों से सकारात्मक संकेत मिलने से कारोबारी धारणा बेहतर रही. बंबई शेयर बाजार का 30-शेयरों पर आधारित सेंसेक्स आज 116.51 अंक यानी 0.43 प्रतिशत ऊंचा रहकर 26,769.32 अंक रहा. तेल एवं गैस, रीयल्टी, टिकाऊ उपभोक्ता सामान, सार्वजनिक उपक्रम, बैंकिंग और पूंजीगत सामानों के वर्ग में मजबूती का रख रहा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 20.50 अंक बढ़कर 8,245 अंक पर पहुंच गया.टिप्पणियां दूसरी तिमाही के कल जारी जीडीपी आंकड़ों के मुताबिक भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है. जुलाई से सितंबर 2016 की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि 7.3 प्रतिशत रही. इसमें कृषि क्षेत्र की वृद्धि का अहम योगदान रहा. ओपेक सदस्यों की बैठक में कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती पर सहमति बनने से एशियाई बाजारों में मजबूती का रख रहा. कल कच्चे तेल के दाम में 10 प्रतिशत की तेजी आ गई. वैश्विक बाजारों में अमेरिका में कच्चे तेल का दाम 4.21 डालर बढ़कर 49.44 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया. अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे नीचे खुलने के बाद जल्द ही संभल गया और दो पैसे नीचे रहकर 68.40 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बोला गया. बंबई शेयर बाजार का 30-शेयरों पर आधारित सेंसेक्स आज 116.51 अंक यानी 0.43 प्रतिशत ऊंचा रहकर 26,769.32 अंक रहा. तेल एवं गैस, रीयल्टी, टिकाऊ उपभोक्ता सामान, सार्वजनिक उपक्रम, बैंकिंग और पूंजीगत सामानों के वर्ग में मजबूती का रख रहा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 20.50 अंक बढ़कर 8,245 अंक पर पहुंच गया.टिप्पणियां दूसरी तिमाही के कल जारी जीडीपी आंकड़ों के मुताबिक भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है. जुलाई से सितंबर 2016 की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि 7.3 प्रतिशत रही. इसमें कृषि क्षेत्र की वृद्धि का अहम योगदान रहा. ओपेक सदस्यों की बैठक में कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती पर सहमति बनने से एशियाई बाजारों में मजबूती का रख रहा. कल कच्चे तेल के दाम में 10 प्रतिशत की तेजी आ गई. वैश्विक बाजारों में अमेरिका में कच्चे तेल का दाम 4.21 डालर बढ़कर 49.44 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया. अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे नीचे खुलने के बाद जल्द ही संभल गया और दो पैसे नीचे रहकर 68.40 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बोला गया. दूसरी तिमाही के कल जारी जीडीपी आंकड़ों के मुताबिक भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है. जुलाई से सितंबर 2016 की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि 7.3 प्रतिशत रही. इसमें कृषि क्षेत्र की वृद्धि का अहम योगदान रहा. ओपेक सदस्यों की बैठक में कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती पर सहमति बनने से एशियाई बाजारों में मजबूती का रख रहा. कल कच्चे तेल के दाम में 10 प्रतिशत की तेजी आ गई. वैश्विक बाजारों में अमेरिका में कच्चे तेल का दाम 4.21 डालर बढ़कर 49.44 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया. अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे नीचे खुलने के बाद जल्द ही संभल गया और दो पैसे नीचे रहकर 68.40 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बोला गया. अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे नीचे खुलने के बाद जल्द ही संभल गया और दो पैसे नीचे रहकर 68.40 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बोला गया.
टिप्पणियां यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. गौरतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के ग्रुप मैच में भारतीय टीम ने प्रबल प्रतिद्वंद्वी पाकिस्‍तान को बेहद आसानी से हराया था. इस मैच में शिखर धवन, रोहित शर्मा, युवराज सिंह और कप्‍तान विराट कोहली ने अर्धशतक जमाए थी. इस मैच के परिणाम के लिहाज से हर कोई टीम इंडिया को फाइनल मैच में भी जीत का दावेदार मान रहा है. हालांकि भारत-पाक के मुकाबलों में तनाव और रोमांच इस कदर होता है कि मैदान पर अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन करने में कामयाब होगा,  वर्ष 2013 में इंग्‍लैंड में ही हुए चैंपियंस ट्रॉफी में मेजबान टीम को ही हराकर टीम इंडिया चैंपियन बनी थी. उस समय टीम के कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी थे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. गौरतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के ग्रुप मैच में भारतीय टीम ने प्रबल प्रतिद्वंद्वी पाकिस्‍तान को बेहद आसानी से हराया था. इस मैच में शिखर धवन, रोहित शर्मा, युवराज सिंह और कप्‍तान विराट कोहली ने अर्धशतक जमाए थी. इस मैच के परिणाम के लिहाज से हर कोई टीम इंडिया को फाइनल मैच में भी जीत का दावेदार मान रहा है. हालांकि भारत-पाक के मुकाबलों में तनाव और रोमांच इस कदर होता है कि मैदान पर अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन करने में कामयाब होगा,  वर्ष 2013 में इंग्‍लैंड में ही हुए चैंपियंस ट्रॉफी में मेजबान टीम को ही हराकर टीम इंडिया चैंपियन बनी थी. उस समय टीम के कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी थे. हालांकि भारत-पाक के मुकाबलों में तनाव और रोमांच इस कदर होता है कि मैदान पर अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन करने में कामयाब होगा,  वर्ष 2013 में इंग्‍लैंड में ही हुए चैंपियंस ट्रॉफी में मेजबान टीम को ही हराकर टीम इंडिया चैंपियन बनी थी. उस समय टीम के कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी थे.
दिल्ली सरकार के पशुपालन मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में आज तक जानवरों के लिए कोई पालिसी नहीं बनी. कुत्तों और बंदरों को लेकर संघर्ष चलता है लेकिन कोई पालिसी नहीं बनी. अगर दिल्ली में कोई जानवर किसी तकलीफ में आये तो उसके लिए भी कोई पालिसी नहीं बनी. इसलिए आज हमने पशु स्वास्थ्य और कल्याण पालिसी का ड्राफ्ट तैयार किया है. राय ने कहा कि पशुपालन विभाग का नाम अब पशु स्वास्थ्य और कल्याण विभाग रखने पर सरकार काम करेगी. दिल्ली में पशुओं के लिए अस्पताल नहीं है, लेकिन अब 24 ×7 अस्पताल जानवर/पशु पक्षी के लिए बनाया जाएगा. 16 जनवरी को पायलट बेसिस पर एक अस्पताल शुरू करेंगे. उन्होंने बताया कि हमारे पास पांच गौशालाएं हैं. घुम्मनहेड़ा की गौशाला की शिकायत आई तो उसको रद्द किया था. लेकिन अब सरकार देश की सबसे आधुनिक गौशाला बनाएगी. यह वृद्धावस्था और गौशाला का मिक्सचर होगा. यानी बूढ़े लोग और बूढ़ी गाय साथ रहेंगे. दिल्ली में सभी 272 वार्डों में पशुओं के अस्पताल बनाए जाएंगे. दिल्ली को रेबीज मुक्त बनाने के लिए काम करेंगे. गाय में चिप लगाई जाएगी जिससे अगर कोई सड़कों/गलियों में छोड़े तो पता चले किसने छोड़ी.
पुर्तगाल राष्ट्रीय फुटबॉल टीम (, ), 1921 से अंतर्राष्ट्रीय पुरुषों एसोसिएशन फुटबॉल प्रतियोगिता में पुर्तगाल का प्रतिनिधित्व करती है। इसे पुर्तगाली फुटबॉल फेडरेशन द्वारा नियंत्रित किया जाता है। टीम का घरेलू स्टेडियम ओइरास में एस्टाडियो नसीओनल है, हालांकि उनके अधिकांश घरेलू खेलों को अक्सर देश भर के अन्य स्टेडियमों में भी खेला जाता है। वर्तमान मुख्य कोच फर्नांडो सैंटोस है और कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो है, जिन्होने टीम के लिये अधिकांश कैप्स और अधिकांश गोल करने का रिकॉर्ड बनाया है। सन्दर्भ पुर्तगाल के फुटबॉल क्लब पुर्तगाल राष्ट्रीय फुटबॉल टीम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 7 रेसकोर्स रोड स्थित घर पर वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक जारी है. हाल ही में विदेश दौरे से लौटे प्रधानमंत्री ने यह बैठक एनडीए सरकार के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में बुलाई है. हालांकि इसमें मौजूदा सियासी हालात और कई सामयिक मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है. बैठक में सरकार की अब तक की उपलब्धियों पर भी चर्चा की जा सकती है.
केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा बुलाई गई दो दिवसीय हड़ताल का पश्चिम बंगाल में कम असर दिखाई दिया और राज्य में हालात सामान्य तथा शांतिपूर्ण दिखाई दिए। कोलकाता में अधिकांश बाजार और दुकानें खुले दिखाई दिए। निजी बसों और टैक्सियों की संख्या कम थी, लेकिन राज्य परिहवन की बसें सड़कों पर बड़ी संख्या में चल रहीं थीं। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूर्वी रेलवे के हासनाबाद और डायमंड सेक्शन में कुछ अड़चनों को छोड़कर हावड़ा तथा सियालदेह मंडलों में ट्रेन सेवाएं सामान्य हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों की आवाजाही भी सामान्य है। कोलकाता पुलिस आयुक्त सुरजीत करपुरकायस्थ ने सुबह सड़कों पर सुरक्षा का जायजा लिया और हालात को पूरी तरह सामान्य बताया। पश्चिम बंगाल सरकार ने कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि हड़ताल के दौरान गैर-मौजूद नहीं रहें। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनका प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे और राज्य में किसी तरह का बंद नहीं हो।टिप्पणियां श्रमिक संगठनों की दो दिन की हड़ताल को जबरन प्रभावी बनाने पर सख्त चेतावनी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में दो दिन दुकानों के बंद रहने पर कदम उठाए जाएंगे। पश्चिम बंगाल फोरम ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशंस के महासचिव रवींद्रनाथ कोलय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा गठित कार्यबल की बैठक में कहा कि अगर अगले दो दिन में दुकानें बंद रहीं, तो प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे। कोलय बैठक में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि हड़ताल के दौरान पुलिस सभी बाजारों में गश्त करेगी, ताकि स्थिति सामान्य बनी रहे। ममता ने कहा कि हड़ताल समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने या दुकानों को निशाना बनाए जाने पर उनकी सरकार मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में कोई बंद नहीं होगा और प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे। निजी बसों और टैक्सियों की संख्या कम थी, लेकिन राज्य परिहवन की बसें सड़कों पर बड़ी संख्या में चल रहीं थीं। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूर्वी रेलवे के हासनाबाद और डायमंड सेक्शन में कुछ अड़चनों को छोड़कर हावड़ा तथा सियालदेह मंडलों में ट्रेन सेवाएं सामान्य हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों की आवाजाही भी सामान्य है। कोलकाता पुलिस आयुक्त सुरजीत करपुरकायस्थ ने सुबह सड़कों पर सुरक्षा का जायजा लिया और हालात को पूरी तरह सामान्य बताया। पश्चिम बंगाल सरकार ने कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि हड़ताल के दौरान गैर-मौजूद नहीं रहें। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनका प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे और राज्य में किसी तरह का बंद नहीं हो।टिप्पणियां श्रमिक संगठनों की दो दिन की हड़ताल को जबरन प्रभावी बनाने पर सख्त चेतावनी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में दो दिन दुकानों के बंद रहने पर कदम उठाए जाएंगे। पश्चिम बंगाल फोरम ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशंस के महासचिव रवींद्रनाथ कोलय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा गठित कार्यबल की बैठक में कहा कि अगर अगले दो दिन में दुकानें बंद रहीं, तो प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे। कोलय बैठक में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि हड़ताल के दौरान पुलिस सभी बाजारों में गश्त करेगी, ताकि स्थिति सामान्य बनी रहे। ममता ने कहा कि हड़ताल समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने या दुकानों को निशाना बनाए जाने पर उनकी सरकार मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में कोई बंद नहीं होगा और प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे। कोलकाता पुलिस आयुक्त सुरजीत करपुरकायस्थ ने सुबह सड़कों पर सुरक्षा का जायजा लिया और हालात को पूरी तरह सामान्य बताया। पश्चिम बंगाल सरकार ने कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि हड़ताल के दौरान गैर-मौजूद नहीं रहें। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनका प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे और राज्य में किसी तरह का बंद नहीं हो।टिप्पणियां श्रमिक संगठनों की दो दिन की हड़ताल को जबरन प्रभावी बनाने पर सख्त चेतावनी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में दो दिन दुकानों के बंद रहने पर कदम उठाए जाएंगे। पश्चिम बंगाल फोरम ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशंस के महासचिव रवींद्रनाथ कोलय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा गठित कार्यबल की बैठक में कहा कि अगर अगले दो दिन में दुकानें बंद रहीं, तो प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे। कोलय बैठक में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि हड़ताल के दौरान पुलिस सभी बाजारों में गश्त करेगी, ताकि स्थिति सामान्य बनी रहे। ममता ने कहा कि हड़ताल समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने या दुकानों को निशाना बनाए जाने पर उनकी सरकार मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में कोई बंद नहीं होगा और प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे। श्रमिक संगठनों की दो दिन की हड़ताल को जबरन प्रभावी बनाने पर सख्त चेतावनी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में दो दिन दुकानों के बंद रहने पर कदम उठाए जाएंगे। पश्चिम बंगाल फोरम ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशंस के महासचिव रवींद्रनाथ कोलय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा गठित कार्यबल की बैठक में कहा कि अगर अगले दो दिन में दुकानें बंद रहीं, तो प्रशासनिक कदम उठाए जाएंगे। कोलय बैठक में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि हड़ताल के दौरान पुलिस सभी बाजारों में गश्त करेगी, ताकि स्थिति सामान्य बनी रहे। ममता ने कहा कि हड़ताल समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने या दुकानों को निशाना बनाए जाने पर उनकी सरकार मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में कोई बंद नहीं होगा और प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे। ममता ने कहा कि हड़ताल समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने या दुकानों को निशाना बनाए जाने पर उनकी सरकार मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में कोई बंद नहीं होगा और प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे।
एक आदिवासी नाबालिग लड़की ने शादी से इनकार किया तो आरोपी युवक ने अपने परिवार के छह अन्य सदस्यों के साथ मिलकर पहले तो उसको अगवा किया और फिर उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. किदरई पुलिस थाना प्रभारी आर एस उइके ने जानकारी देते हुए बताया कि मंडला जिले की सीमा पर बसे गांव भुमका में एक आदिवासी नाबालिग युवती का अपहरण कर उसे पड़ोसी जिला मंडला के गांव पौड़ी ले जाया गया और वहां आरोपी ने उसका रेप किया. पुलिस ने आरोपी युवक सहित उसके परिवार के कुल सात सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. उन्होंने बताया कि बीते 24 दिसंबर को जंगल में भैंस चराने गई भुमका निवासी एक आदिवासी नाबालिग लड़की के पास गांव का ही एक युवक दयाराम विश्वकर्मा अपने पिता रमेश और बड़े पिता मुन्नालाल के साथ पहुंचा, जहां युवती ने दयाराम के साथ शादी से इनकार करते हुए उसके प्रस्ताव को ठुकरा दिया. आरोपी युवती का अपहरण कर उसे दयाराम की नानी सीता बाई के घर ले आए, जहां दयाराम ने 24 और 25 दिसंबर की रात उसका रेप किया. इसके बाद युवती को फिर से भुमका लाया गया, जहां उस पर दयाराम के साथ विवाह करने का एक बार फिर दबाव डाला गया, जिसकी जानकारी पीड़ित लड़की के परिवार को मिलते ही उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवती को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया और रेप के आरोपी दयाराम व उसके अपहरण-रेप में सहयोग करने के आरोप में अन्य छह आरोपियों मुन्नालाल उर्फ सुंदर, रमेश विश्वकर्मा, कलावती बाई, चरणलाल, बसंत उर्फ बंटी विश्वकर्मा और सीताबाई को गिरफ्तार कर लिया है.
9th Feb 2018. #Paripic.twitter.com/1e6w7EvMmP
टोटेनहम हॉटस्पर फुटबॉल क्लब, जिसे आमतौर पर टोटेनहम (/ˈtɒtənəm/) या स्पर्स के रूप में जाना जाता है, टोटेनहम, लंदन, इंग्लैंड में स्थित एक पेशेवर फुटबॉल क्लब है। यह इंग्लिश फुटबॉल की शीर्ष लीग, प्रीमियर लीग में प्रतिस्पर्धा करता है। टीम ने अप्रैल 2019 से अपने घरेलू मैच 62,850 क्षमता वाले टोटेनहम हॉटस्पर स्टेडियम में खेले हैं, जो कि उनके पूर्व घर व्हाइट हार्ट लेन की जगह है, जिसे उसी साइट पर नए स्टेडियम के लिए रास्ता बनाने के लिए ध्वस्त कर दिया गया था। 1882 में स्थापित, टोटेनहम का प्रतीक फुटबॉल पर खड़ा एक कॉकरेल है, जिसका लैटिन आदर्श वाक्य ऑडेरे इस्ट फेसेरे ("हिम्मत करना ही करना है") है। क्लब ने 1898-99 सीज़न से पारंपरिक रूप से अपने घरेलू किट के रूप में सफेद शर्ट और नेवी ब्लू शॉर्ट्स पहने हैं। उनका प्रशिक्षण मैदान बुल्स क्रॉस, एनफील्ड में हॉटस्पर वे पर है। अपनी स्थापना के बाद, टोटेनहम ने 1901 में पहली बार एफए कप जीता, जो 1888 में फुटबॉल लीग के गठन के बाद ऐसा करने वाला एकमात्र गैर-लीग क्लब था। टोटेनहम 20वीं शताब्दी में लीग और एफए हासिल करने वाला पहला क्लब था। कप डबल, 1960-61 सीज़न में दोनों प्रतियोगिताएं जीतना। 1962 में एफए कप का सफलतापूर्वक बचाव करने के बाद, 1963 में वे यूईएफए क्लब प्रतियोगिता - यूरोपीय कप विजेता कप जीतने वाले पहले ब्रिटिश क्लब बन गए। वे 1972 में यूईएफए कप के उद्घाटन विजेता भी थे, जो दो अलग-अलग प्रमुख यूरोपीय ट्राफियां जीतने वाला पहला ब्रिटिश क्लब बन गया। उन्होंने 1950 से 2000 के दशक तक प्रत्येक छह दशकों में कम से कम एक बड़ी ट्रॉफी हासिल की, यह उपलब्धि केवल मैनचेस्टर यूनाइटेड के बराबर है।
लेख: न्यूयॉर्क स्थित जेकेएफ हवाई अड्डे पर एक 85 वर्षीय महिला की अधिकारियों ने कपड़े उतार कर तलाशी ली। इस महिला का कहना है कि वह अपने अपमान और तलाशी के दौरान लगी चोट के लिए जांच एजेंसी पर मुकदमा दायर करने की योजना बना रही है। लॉन्ग आईलैंड निवासी लेनोरे जिम्मेरमैन को फोर्ट लाउडेरडाले जाना था, लेकिन तलाशी के दौरान चोट लगने की वजह से उसे देर हो गई और वह विमान में सवार नहीं हो पाई। न्यूयॉर्क डेली न्यूज की खबर के अनुसार, व्यंग्यात्मक लहजे में लेनोरे ने कहा, मैं वाकर की मदद से चलती हूं...सचमुच मैं आतंकवादी जैसी दिखती हूं...। मेरा वजन 110 पाउंड (50 किलोग्राम) और कपड़ों के बिना 107 पाउंड है। मेरी कपड़े उतार कर तलाशी ली गई। हवाई अड्डे पर अपने सामान की जांच कराने के बाद लेनोरे एक व्हीलचेयर का इंतजार कर रही थी। तभी इस सेवानिवृत्त रिसेप्शनिस्ट से पूछा गया कि क्या वह अत्याधुनिक इमेज टेक्नोलॉजी स्क्रीनिंग उपकरण से गुजरने के बजाय हाथों से जांच कराना चाहेगी। उसे डर था कि उपकरण की वजह से उसके शरीर में लगे कृत्रिम अंग में समस्या हो सकती है। परिवहन सुरक्षा प्रशासन के अधिकारी लेनोरे को तलाशी के लिए एक निजी कक्ष में ले गए और उसके कपड़े उतारे गए। इसी दौरान लेनोरे को उसके वाकर की धातु की छड़ों से पैर में चोट लग गई और खून बहने लगा। उसका कहना है कि टीएसए एजेंटों ने कोई सहानुभूति नहीं दिखाई और उसके कपड़े उतार कर हाथ ऊपर करने को कहा गया। उसने एजेंटों से पूछा, आप ऐसा क्यों कर रहे हैं। लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला। उसे लगी चोट का इलाज किया गया, लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में इतनी देर हो गई कि उसका विमान रवाना हो गया और वह उसमें सवार नहीं हो पाई। उसे बाद में दूसरे विमान से जाना पड़ा। लेनोरे के पुत्र ने कहा कि उसे अपनी मां के साथ किए गए ऐसे सलूक का कारण समझ में नहीं आया। टीएसए की प्रवक्ता लीजा फार्बस्टीन ने कहा कि हवाई अड्डे पर क्लोज टीवी सर्किट के फुटेज से पता चलता है कि समुचित प्रक्रिया का पालन किया गया और उसमें चोट का कोई चिह्न नजर नहीं आता।
तीन तलाक विरोधी बिल पिछले दो दिन से राज्यसभा में लटका हुआ है. आज शीतकालीन सत्र केे आखिरी दिन बिल पास नहीं हो सका. कांग्रेस तीन तलाक विरोधी बिल पर अड़ियल रुख अख्तियार किए हुए है. संसद अनिश्चितकालीन के लिए सत्र के लिए स्थगित हो गई है. कांग्रेस विधेयक को सेलेक्ट कमेटी को भेजने की बात कर रही है, लेकिन सरकार इस बात पर अड़ी है कि राज्यसभा में बहस कीजिए. लेकिन देखा जाए तो कांग्रेस की महज एक ही मांग है, जिस पर मोदी सरकार राजी नहीं हुई. इसके चलते तीन तलाक विरोधी बिल इस सत्र में पास नहीं हो सका. बता दें कि मोदी सरकार ने पिछले सप्ताह तीन तलाक विरोधी बिल ‘द मुस्लिम वीमेन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स इन मैरिज एक्ट' को लोकसभा में पेश किया था. कुछ विपक्षी दलों के विरोध के बावजूद ये बिल बिना किसी संशोधन के पास हो गया था. कांग्रेस ने लोकसभा में विधेयक पर चर्चा के दौरान विरोध तो किया लेकिन समर्थन करके पास कराया था. तीन तलाक के प्रस्तावित कानून में तीन तलाक को संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध माना गया है. इसके तहत तीन तलाक देने पर तीन साल की सजा और पत्नी को जुर्माना देने का प्रावधान है. इसके अलावा मजिस्ट्रेट के जरिए पत्नी को बच्चे को लेने का अधिकार भी निर्धारित किया गया है. कांग्रेस चाहती है जुर्माने का जो प्रावधान है, उसके लिए सरकार जिम्मा उठाए और फंड की व्यवस्था करे. क्योंकि कोई पति अगर अपनी पत्नी को तीन तलाक देता है तो वो जेल चला जाएगा. ऐसे में पत्नी को जुर्माना कौन देगा और कैसे देगा. ऐसे में सरकार इसके लिए व्यवस्था करे. बता दें कि मोदी सरकार के मंत्री राज्यसभा में कांग्रेस के सहयोग के लिए संपर्क साधा, लेकिन बात नहीं बन सकी. पिछले तीन दिनों में पहले कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री विजय गोयल ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के साथ मुलाकात की थी. सूत्रों की माने तो इस दौरान गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के सभी नेता तीन तलाक के विरोध में हैं, लेकिन विधेयक के प्रावधान के मुताबिक तीन तलाक देने वाला व्यक्ति जेल चला जाएगा. ऐसे में वो पत्नी को जुर्माना कैसे देगा. इस तरह पीड़िता और उसके बच्चे के साथ अन्याय होगा. गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार को सदन में अपने सुझाव को दोहराया और कहा कि जब तक एक महिला का पति जेल में है, जो परिवार के रखरखाव का भुगतान करने वाला है? सरकार को एक प्रावधान करना चाहिए, जिसके तहत पीड़ित महिला को भत्ते का भुगतान हो. बता दें कि कांग्रेस की ओर से लोकसभा में विधेयक पर चर्चा के दौरान सुष्मिता देव ने इसी बात का जिक्र किया था. इसके अलावा कई विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस बात पर कड़ा एतराज जताया थे. विपक्षी नेता राज्यसभा में भी इसी बात को लेकर अड़े हुए हैं. मोदी सरकार अगर विधेयक के इस प्रावधान को लेकर विपक्ष की समस्या को हल करती है. जिसमें पति के जेल जाने के बाद सरकार तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं को आर्थिक सहायता देने की जिम्मेदारी लेती है, तो कांग्रेस इस विधेयक को राज्यसभा में समर्थन देने के लिए तैयार हो जाएगी. लेकिन बात नहीं बन सकी और सत्र अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित हो गई.
दिल्ली में भीख मांगना अब जुर्म नहीं है. लेकिन ये जानकर आप हैरान हो जाएंगे कि हाईकोर्ट के आदेश के महीनेभर बाद भी करीब 500 भिखारी अवैध तरीके से दिल्ली सरकार की जेल में बंद हैं. 8 अगस्त को दिल्ली हाईकोर्ट ने भिखारियों को राहत देते हुए भिक्षावृत्ति को अपराध की श्रेणी से हटा दिया था . कोर्ट के इस आदेश भी दिल्ली सरकार की ताहिरपुर स्थित भिखारियों की जेल में करीब 478 सजायाफ्ता कैदी अवैध रूप से बंद हैं. आधे से ज्यादा कैदी लेप्रोसी और टीबी की भयंकर बीमारियों से ग्रसित हैं. कुछ की सज़ा 6 महीने में पूरी हो रही है तो कुछ की 8 महीने में. लिहाज़ा सजा पूरी होते ही उन्हें छोड़ा जाएगा लेकिन, वो कहां जाएंगे, क्या करेंगे अभी तक पॉलिसी के स्तर पर सरकार ने कोई कोई प्लान नहीं बनाया. भयंकर बीमारियों की वजह से समाज ने उन्हें नहीं अपनाया. अब बेगर एक्ट खत्म होने के बाद कानूनन उन्हें एक दिन भी जेल में नहीं रखा जा सकता. लेकिन बेगर एक्ट खत्म होने के बाद भी किस कानून के तहत उन्हें जेल में रखा गया है इसका दिल्ली सरकार के पास कोई जवाब नहीं है. कानून कहता है कि सजा पूरी होने पर उन्हें छोड़ना ही होगा. समाज क्ल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की दलील है कि भिखारी गृह को छोड़कर जाने को तैयार नहीं हैं. ये हाईकोर्ट के आदेश के पहले से यहां रखे गए हैं. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट का दिल्ली में भीख मांगने वाले एक्ट को खत्म करना सिर्फ मजबूरी में भीख मांगने वाले लोगों को बचाने के लिए है, जबकि गैंग आज भी हाथ-पैर काटकर भीख मांगने पर मजबूर कर रहे हैं और इसके लिए कानून में सज़ा का प्रावधान भी है. लेकिन एक कैबिनेट बिल लाने पर विचार हो रहा है जिससे उनको लाभ मिलेगा जो मजबूरी में भीख मांग रहे हैं. सरकार उनके लिए स्किल डेवलेपमेंट ट्रेनिंग देने पर विचार कर रही है. साथ ही ऐसे लोगों को 250 रुपये प्रतिदिन देने पर विचार किया जा रहा है. बंद होने की कगार पर गृह बेगर एक्ट के खत्म होते ही दिल्ली का सबसे बड़ा और एक मात्र फंक्शनल होम (जहां स़जायाफ्ता भिखारी रखे जाते हैं) बंद होने की कगार पर है. दिल्ली में भिखारियों के लिए 11 गृह हैं जहां पर उन्हें रखा जाता है. इसमें भिखारियों का रहना, खाना, और काउंसिलिंग की जाती है. इनमें 2180 कैदियों के रखे जाने की क्षमता है. चूंकि अब भीख मांगना जुर्म नहीं है तो ऐसे में अब ये गृह वीरान पड़े हैं. कुल 10 गृह को फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है. केवल ताहिरपुर स्थित 1 ही गृह में 478 सजायाफ्ता कैदी रखे गए हैं. हर गृह का बजट अलग-अलग होता है. बता दें कि ताहिरपुर के गृह की देख-रेख के लिए करीब 5 करोड़ रुपये का सालाना खर्च आता है. दिल्ली सरकार इन गृह पर हर साल 2959.1 लाख (करीब 30 करोड़ का बजट) एलॉट करती है. कुल 337 कर्मचारी इन बेगर होम की देख-रेख कि लिए नियुक्त किए गए हैं. अब सवाल ये भी है कि सरकार उनसे कौन सा काम लेगी? आपको बता दें कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 4,13,670 भिखारी हैं, जिसमें 2,21,673 पुरुष और 1,91,997 महिलाएं शामिल हैं. क्या कहता है हाईकोर्ट दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि भिखारियों को किसी भी प्रकार की सज़ा देना मूलभूत अधिकारों के खिलाफ है, इसलिए उनके खिलाफ किसी भी तरह का आपराधिक मामले में सजा नहीं दी जा सकती. कोर्ट ने कहा कि किसी भी भूखे व्यक्ति को राइट टू स्पीच के तहत रोटी मांगने का अधिकार है. दरअसल भीख मांगते हुए अगर कोई भी व्यक्ति पकड़ा जाता था तो उसे 1 से 3 साल की सजा का प्रावधान था, जो अब खत्म हो गया है. भिखारी के दूसरी बार पकड़े जाने पर उसको 10 साल तक की सजा का प्रावधान था, लेकिन अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद उसे खत्म कर दिया गया है. मुंबई प्रिवेंशन ऑफ बैगर एक्ट 1959 को दिल्ली में 2 जून 1960 को लागू कर दिया गया था. भिक्षावृत्ति को अपराध की श्रेणी से हटा दिया गया है, इसलिए जैसे भिखारियों के पहले पकड़े जाने पर उनके फिंगरप्रिंट्स लिए जाते थे अब ऐसा नहीं किया जा सकता.
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत विरोध के बीच सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. लेकिन करणी सेना और राजपूत संगठनों का उग्र प्रदर्शन जारी है. ताजा अपडेट यह है कि सुप्रीम कोर्ट में पद्मावत विवाद को लेकर 2 याचिकाएं डाली गई हैं. जिनपर कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा. ये मामले अवमानना के हैं. इसमें मांग की गई है कि कोर्ट के आदेश के बावजूद कई राज्यों में पद्मावत रिलीज नहीं हो पाई साथ में करणी सेना के 3 नेताओं के खिलाफ भी याचिका दी गई है. कोर्ट की सख्त टिप्पणी इन याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा लेकिन अदालत ने सख्त टिप्पणी की. अदालत ने कहा कि जिन्हें फिल्म पसंद न हो वे न देखें. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कोई रोक नहीं है. पहली याचिका करणी सेना के खिलाफ न्यायालय के आदेश की अवमानना को लेकर दायर की गई है. याचिकाकर्ता विनीत ढांडा ने फिल्म के विरोध में हो रही हिंसा को लेकर श्री राजपूत करणी सेना के तीन नेताओं, सूरजपाल अम्मू, कर्ण सिंह और लोकेंद्र सिंह कालवी के खिलाफ अदालत के आदेशों की अवमानना की याचिका दायर की. LIVE: पर्दे पर 'पद्मावत', सड़कों पर करणी सेना का उपद्रव-आगजनी, कई जगह स्कूल बंद दूसरी याचिका राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश के खिलाफ दर्ज की गई है. चारों राज्यों पर कोर्ट की अवमानना के मामले में याचिका दायर की गई है. बता दें कि 'पद्मावत' हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषा के साथ ये फिल्म 6 से 7 हजार स्क्रीन्स पर रिलीज की जा रही है. फिल्म का विरोध कर रही करणी सेना ने आज देशव्यापी बंद का ऐलान किया है. विरोध के चलते गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गोवा में सिनेमाघर मालिकों ने फिल्म नहीं दिखाने का फैसला किया है. बिहार में पटना को छोड़कर राज्य के बाकी हिस्सों में फिल्म रिलीज हुई. करणी सेना और राजपूत संगठनों से जुड़े लोगों का रिलीज के दिन भी प्रदर्शन जारी है. फिल्म रिलीज करने से बवाल बिहार के आरा में करणी सेना समर्थकों ने सड़क पर टायरों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. भोजपुर में भी सड़क पर आगजनी और तोड़फोड़ की गई. सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह आगजनी कर तोड़फोड़ मचाया. घटना में कई लोग जख्मी हो गए. लाचार पुलिस बेबस तमाशा देखती रही. बड़े सितारों से कमजोर नहीं है पद्मावत में इन कलाकारों का रोल विरोध से डरे सिनेमाघरों के मालिक पद्मावत की रिलीज के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन से सिनेमाघरों के मालिक भी डरे हुए हैं. जिसका उदाहरण मुंबई के स्टर्लिंग सिनेमा में देखने को मिला. जहां फर्स्ट शो के लिए सिर्फ 10% ही टिकटों की बुकिंग हुई है. जम्मू के 6 में से 1 सिनेमाघर में पद्मावत रिलीज हुई है. बुधवार को कुछ उपद्रवी युवकों ने इंदिरा थियेटर का कैश काउंटर में आग लगाई और शीशे तोडे.
एक अध्ययन के अनुसार त्रासदी के दो साल बाद भी प्राकृतिक आपदा से बचे लोगों में नींद की गड़बड़ी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी है. स्लीप पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में लगभग 31 वर्षों की औसत आयु वाले 165 प्रतिभागी (52 प्रतिशत पुरुष) शामिल थे. प्रतिभागी 2010 के भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में से एक पोर्ट-ए-प्रिंस हैती में रह रहे थे. सर्वेक्षण के अनुसार, यह देश के इतिहास में सबसे विनाशकारी भूकंप था. आपदा ने लगभग दो लाख लोगों को मार डाला और 10 लाख से अधिक निवासियों को विस्थापित होने पर मजबूर होना पड़ा. न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से अध्ययन के प्रमुख लेखक जूडिट ब्लैंक ने कहा, "2010 के हैती भूकंप के बचे लोगों में नींद की गड़बड़ी की व्यापकता की जांच करने वाला यह पहला महामारी विज्ञान का अध्ययन है." ब्लैंक ने कहा, "हमारे अध्ययन में सामान्य आघात से संबंधित विकारों और जीवित बचे लोगों के समूह के मध्य कोमोरिड नींद की स्थिति के बीच मजबूत संबंध को रेखांकित किया गया है." शोधकर्ताओं ने भूकंप के बाद दो साल तक जीवित रहने वालों का सर्वेक्षण किया और पाया कि 94 प्रतिशत प्रतिभागियों ने अनिद्रा के लक्षणों और आपदा के बाद के जोखिम का अनुभव किया. दो साल बाद 42 प्रतिशत में पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी) का महत्वपूर्ण स्तर दिखा. लगभग 22 प्रतिशत में अवसाद के लक्षण थे.
यही नहीं बीते दिनों हैदराबाद में एक युवक ने पीछे से गुजर रही एक रेलगाड़ी के साथ सेल्फी वीडियो बनाने की कोशिश की थी और इस चक्कर में उसकी जान पर बन आई. वीडियो बनाने के दौरान रेलगाड़ी ने उसे टक्कर मार दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
मोदी सरकार सांसदों और उनके परिवार के लोगों के लिए खास योग शिविर लगाने जा रही है. दिल्ली के अशोक रोड स्थित मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान में हर शाम 6 बजे से लेकर रात 8:30 बजे तक सांसदों और उनके परिवारों के लिए 'समर्पण ध्यानयोग शिविर' का आयोजन किया जा रहा है. 'योग शिविर' का आयोजन आयुष मंत्रालय , मुंबई स्थित योग प्रभा भारती (सेवा संस्था) ट्रस्ट के सहयोग से कर रहा है. आयुष मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद येसो नाइक ने गुरुवार को इसकी घोषणा की. मंत्री ने बताया कि पहले चरण में सांसदों के लिए शिविर का आयोजन इसलिए किया जा रहा है क्योंकि उनकी जिन्दगी काफी तनावपूर्ण रहती है और उन्हें समाज की जरूरतों को पूरा करने की अहम जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं. जब वे खुद 'योग' एवं 'ध्यान' की अहमियत को समझने लगेंगे तो वे आम जनता को भी इससे रूबरू करा सकेंगे. उन्होंने सभी से योग शुरू करने और 21 जून 2015 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के समारोह में योगदान करने की अपील भी की. - इनपुट IANS
केरल की चलाकुडी सीट से निर्दलीय और मलयालम फिल्मों के लोकप्रि‍य अभिनेता इनोसेंट सांसद हैं. यह संसदीय क्षेत्र साल 2008 में हुए परसीमन के बाद अस्तित्व में आया है. 2009 में यहां से कांग्रेस कैंडिडेट के.पी. धनपलन जीतकर सांसद बने थे, लेकिन 2014 में निर्दलीय उम्मीदवार इनोसेंट जीतकर सांसद बने. हालांकि उन्हें लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट का समर्थन मिला था. पी.सी. चाको को हराया इनोसेंट को साल 2014 में मिली जीत इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता पी.सी. चाको को हराया था.  पी.सी. चाको कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और वे 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच करने वाली संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष रहे हैं.इसके तहत सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं- काइपमंगलम, चलाकुडी, कोडुंगलूर, पेरुम्बवूर, अंगामली, अलुवा और कुन्नाथुनाड. तीन विधानसभा क्षेत्र- काइपमंगलम, चलाकुडी और कोडुंगलूर राज्य के त्रिश्शूर जिले के तहत आते हैं, जबकि पेरुम्बवूर,  अंगामली, अलुवा और कुन्नाथुनाड राज्य के एर्नाकुलम जिले के तहत आते हैं. चालकुडी में साल 2014 के चुनाव में कुल 11,50,491 मतदाता थे, जिनमें पुरुष मतदाता 5,65,081 और महिला मतदाता 5,85,410 थे. इस चुनाव में निर्दलीय इनोसेंट को 3,58,440 वोट, कांग्रेस के पी.सी. चाको को 3,44,556 वोट, बीजेपी के बी. गोपालकृष्णन को 92,848 वोट, आम आदमी पार्टी के के.एम. नूरुद्दीन को 35,189 वोट, तृणमूल कांग्रेस के अनम्मा जाॅय को 862 वोट और नोटा (NOTA) को 10,552 वोट हासिल हुए थे. बहुजन समाज पार्टी के एम.जी. पुरुषोत्तमन को 1942 वोट और राष्ट्रीय जनता दल के अब्दुल करीम को 1,376 वोट मिले. बीजेपी की जोर-आजमाइश यह संसदीय क्षेत्र उन इलाकों में आता है, जहां सबरीमाला का असर है. इसलिए बीजेपी भी यहां अपना बेस बढ़ाने के लिए पूरा जोर लगा रही है. पीएम मोदी ने जनवरी में त्रिश्शूर जिले में एक जनसभा को संबोधित किया, वहीं अमित शाह ने 31 दिसंबर को छह संसदीय क्षेत्रों में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, जिनमें चलाकुडी संसदीय क्षेत्र भी था. इलाके में क्रिश्चियन-एससी वर्ग की बड़ी संख्या त्रिश्शूर जिले की बात करें तो यह मध्य केरल का जिला है. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या 31,21,200 थी जिसमें से 14,80,763 पुरुष और 16,40,437 महिलाएं थीं. यानी इस जिले में महिलाएं ज्यादा हैं. सेक्स रेशियो की बात करें तो प्रति हजार पुरुषों पर 1108 महिलाएं हैं. इस जिले में 58.42 फीसदी हिंदू और 24.27 फीसदी क्रिश्चियन हैं. साक्षरता दर 95.08 फीसदी है. जिले के लोगों की आमदनी का मुख्य स्रोत खेती ही है. दूसरी तरफ, एर्नाकुलम भी मध्य केरल का एक जिला है. साल 2011 की जनगणना के मुताबिक इस जिले की जनसंख्या 32,82,388 थी जिसमें से 16,19,557 पुरुष और 16,62,831 महिलाएं थीं. सेक्स रेशियो की बात करें तो यहां प्रति 1000 पुरुषों पर 1027 महिलाएं हैं. जिले की जनसंख्या में 45.99 फीसदी हिंदू और 38.03 फीसदी क्रिश्चियन हैं. जिले की साक्षरता दर 95.89 फीसदी है. त्रिसूर जिले में अनुसूचित जाति की संख्या 3,24,350 तो अनुसूचित जनजाति की संख्या 9,430 थी. दूसरी तरफ, एर्नाकुलम में अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या 1,66,008 और अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या 8,235 थी. औसत रहा सांसद का प्रदर्शन 70 वर्षीय निर्दलीय सांसद इनोसेंट मलयालम फिल्मों के प्रख्यात अभिनेता रहे हैं. उनके परिवार में पत्नी और एक बेटा है. वह औपचारिक शिक्षा ज्यादा हासिल नहीं कर पाए, लेकिन कला-साहित्य के क्षेत्र में खूब नाम कमाया. उन्होंने मलयालम, हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ भाषा की 750 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. उन्होंने मलयालम और अंग्रेजी में कई किताबें लिखी हैं. इनोसेंट का संसदीय प्रदर्शन औसत ही रहा है. संसद में उनकी उपस्थिति करीब 70 फीसदी रही है. उन्होंने 217 सवाल पूछे हैं और 39 बार बहस और अन्य विधायी कार्यों में हिस्सा लिया है. सांसद विकास निधि के तहत उन्हें ब्याज सहित 20.48 करोड़ रुपये की रकम रिलीज की गई थी, जिसमें से वह सिर्फ 16.98 करोड़ रुपये खर्च कर पाए.
ऑन लाइन ट्रेडिंग सुविधा प्रदाता कंपनी ईबे को दिसंबर 2010 में समाप्त चौथी तिमाही में 55.92 करोड़ डॉलर का शुद्ध लाभ हुआ है, जो इससे पिछले साल की इसी तिमाही से 59 फीसद कम है। कंपनी ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। इससे पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 1.35 अरब डालर का शुद्ध लाभ हुआ था। आलोच्य तिमाही में कंपनी की कुल आय पांच फीसद की बढ़ोतरी के साथ 2.5 अरब डॉलर पर पहुंच गई।
कमजोर लोकपाल विधेयक के विरोध में टीम अन्ना का रामलीला मैदान में आंदोलन हल्के अंदाज में शुरू हुआ। सर्दी की वजह से ज्यादा लोग आंदोलन स्थल तक नहीं पहुंचे और अन्ना हजारे की गैर-मौजूदगी के कारण भी लोग रामलीला मैदान पहुंचने को उतावले नजर नहीं आए। मुंबई में हजारे के आंदोलन के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए टीम अन्ना के सदस्यों ने राजधानी के रामलीला मैदान में आंदोलन करने का ऐलान किया था, लेकिन सर्दी की बेरहमी और पारा सामान्य से कम रहने के कारण शहर पर कोहरे की चादर तनी रही, जिसकी वजह से ज्यादा लोग नहीं पहुंचे और आंदोलन समय पर शुरू नहीं हो पाया। रामलीला मैदान में आंदोलन और क्रमिक अनशन सुबह 10 बजे शुरू होना था, लेकिन यह 90 मिनट देर से शुरू हो पाया। पिछले आंदोलन के समय मंच पर अन्ना की मौजूदगी ने बहुत से लोगों को रामलीला मैदान की राह पकड़ने की प्रेरणा दी थी। दिल्ली के आंदोलन की अगुवाई कर रहे शांतिभूषण खुद ही साढ़े 10 बजे मंच पर नमूदार हुए। हालांकि टीम अन्ना के अन्य सदस्य और शांतिभूषण के पुत्र प्रशांत भूषण आंदोलनस्थल पर मौजूद थे और मीडिया को आंदोलन के बारे में और इसके देर से शुरू होने के बारे में जानकारी दे रहे थे। शांतिभूषण तकरीबन एक घंटे तक मंच पर तन्हा बैठे रहे और नेपथ्य में संगीत बजता रहा। प्रशांत और टीम अन्ना के बाकी सदस्य बाद में उनके पास पहुंचे।
कथित घृणा भाषण के लिए कई मामलों का सामना कर रहे मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलिमीन के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को 14 दिन के लिए न्‍यायिक हिरासत में भेजा गया है. पुलिस ने ओवैसी से रात 1 बजे तक पूछताछ की है. इसके बाद ओवैसी को अदिलाबाद जेल भेज दिया गया है. हालांकि उनके वकील बलराज ने कहा कि उन्‍हें शरीर में दर्द है और इससे उनकी जान को भी खतरा हो सकता है. उन्‍होंने बताया कि वह ठोस भोजन नहीं खा सकते और उन्‍हें तत्‍काल उपचार की जरूरत है, जो कि जेल में मिल पाना संभव नहीं है. इस दलील पर जज ने कहा कि जेल में डॉक्‍टर होते हैं. जिसके बाद वकील ने संवाददाताओं को बताया कि सीआरपीसी की धारा 54 के तहत उन्‍होंने याचिका डाली है जिसमें हमने कोर्ट से दरख्‍वास्‍त की है कि ओवैसी को चंचलगुडा जेल में शिफ्ट किया जाए, जहां उपचार के बेहतर सुविधाएं हैं. साथ ही हमने ए कैटेगरी की सुविधा की मांग की है. इससे पहले ओवैसी को एक सरकारी अस्पताल में जांच के बाद मंगलवार रात ही गिरफ्तार कर लिया गया था. चिकित्सा जांच के लिए हैदराबाद के गांधी अस्पताल ले जाए गए ओवैसी को कड़ी सुरक्षा के बीच कारों के काफिले में यहां से 200 किलोमीटर से अधिक दूर आदिलाबाद जिले के निर्मल नगर ले जाया गया. राज्य के तेलंगाना क्षेत्र स्थित निर्मल नगर जाने वाले मार्ग पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध थे. आंध्र प्रदेश विधानसभा में अपनी पार्टी के नेता सदन 42 वर्षीय ओवैसी को निर्मल नगर की एक अदालत के समक्ष पेश किए जाने की उम्मीद है, जहां उन पर चारमीनार क्षेत्र में भाग्यलक्ष्मी मंदिर के संबंध में कथित भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज है.
अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने रविवार को सुपरस्टार रजनीकांत से चेन्नई में मुलाकात की. दोनों की मुलाकात के बाद सियासी महकमें में इस बात को लेकर कयास लगने शुरू हो गए कि अभिनेता से नेता बने दोनों शख्स हाथ मिलाएंगे या नहीं. हालांकि, कमल हासन ने इस मुलाकात को मजह एक शिष्टाचार भेंट बताया. उन्होंने कहा, 'यह राजनीतिक बैठक नहीं बल्कि एक शिष्टाचार भेंट थी, मैं अपने राजनीतिक दौरे के बारे में उन्हें बताने गया था और उन्होंने मुझे शुभकामनाएं दीं.' यह पूछे जाने पर कि क्या कमल हासन और रजनीकांत का गठबंधन होगा, हसन ने कहा, 'यह समय बताए कि हम हाथ मिलाएंगे या नहीं. यह अवसर भविष्य में राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात के बाद आ सकता है.' मुलाकात के बाद रजनीकांत ने मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि कमल तमिलनाडु के लोगों की सेवा करना चाहता है. मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि वह अपने काम में सफलता हासिल करे. कमल हासन के साथ राजनीतिक गठबंधन के सवाल पर रजनीकांत ने कहा कि उकी शैली अलग है और मेरी शैली अलग. यहां तक की कमल की फिल्मों में भी मुझसे अलग शैली है. रजनीकांत ने यह भी कहा कि कमल हासन ने प्रसिद्धि या पैसे के लिए राजनीति में प्रवेश नहीं किया है, उसका राजनीति में आना राज्य के लोगों की सेवा के लिए है.
आषाढ कृष्ण दशमी भारतीय पंचांग के अनुसार चतुर्थ माह की पच्चीसवी तिथि है, वर्षान्त में अभी २४५ तिथियाँ अवशिष्ट हैं। पर्व एवं उत्सव प्रमुख घटनाएँ जन्म निधन इन्हें भी देखें हिन्दू काल गणना तिथियाँ हिन्दू पंचांग विक्रम संवत बाह्य कड़ीयाँ हिन्दू पंचांग १००० वर्षों के लिए (सन १५८३ से २५८२ तक) आनलाइन पंचाग विश्व के सभी नगरों के लिये मायपंचांग डोट कोम विष्णु पुराण भाग एक, अध्याय तॄतीय का काल-गणना अनुभाग सॄष्टिकर्ता ब्रह्मा का एक ब्रह्माण्डीय दिवस महायुग सन्दर्भ दशमी आषाढ
पद्मा सेतु, पद्मा नदी पर निर्मित बांग्लादेश का एक बहूद्देशीय सेतु है जिस पर सड़क और रेलमार्ग दोनों हैं। यह सेतु शरियतपुर और मदारीपुर को जोड़ता है जिससे बांग्लादेश का दक्षिणी-पश्चिमी भाग उसके उत्तरी और पूर्वी भागों से जुड़ता है। इस सेतु का उद्घाटन २५ जून २०२२ को हुआ। यह सेतु बांग्लादेश की सकल घरेलू उत्पाद को १.२ प्रतिशत तक बढ़ाने में सहायक होगा, ऐसी आशा है। इतिहास इस सेतु का इतिहास निम्नलिखित है- 1997: जापान की यात्रा के दौरान प्रधान मंत्री शेख हसीना ने पद्मा और रूपशा पुलों के निर्माण का प्रस्ताव रखा। 1998 - 1999 : सरकारी फंडिंग से पद्मा पुल के निर्माण के लिए एक अध्ययन किया गया। 2007: सैन्य समर्थित कार्यवाहक सरकार के दौरान ईसीएनईसी की बैठक में पद्मा सेतु परियोजना को स्वीकृति मिली। 7 अगस्त 2007: ECNEC ने 1016 लाख टका के अनुमान के साथ पद्मा सेतु परियोजना को मंजूरी दी। 2008: अवामी लीग सरकार सत्ता में आई और पद्मा सेतु परियोजना को लागू करने की पहल की। 19 जून 2009 : कैबिनेट ने पुल के डिजाइन के प्रस्ताव को मंजूरी दी। 11 जनवरी 2011 : ईसीएनईसी ने 20,507 करोड़ टका की अनुमानित लागत के साथ रिवाइज प्लान को मंजूरी दी। 28 अप्रैल, 2011: विश्व बैंक बोर्ड ने 120 करोड़ रुपये की सहायता को मंजूरी दी। 29 जून 2012: भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विश्व बैंक ने पद्मा ब्रिज प्रोजेक्ट की फंडिंग पर रोक लगा दी। 23 जुलाई 2013: संचार मंत्री सैयद अबुल हुसैन ने इस्तीफा दिया। सितंबर 2012: कई शर्तों के साथ विश्व बैंक इस प्रोजेक्ट से फिर जुड़ा। 2013: बांग्लादेश ने पद्मा ब्रिज परियोजना के लिए विश्व बैंक से कर्ज के लिए अपना प्रस्ताव वापस ले लिया। जून 17, 2014: चीन मेजर ब्रिज इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड को पुल बनाने के लिए चुना गया। दिसंबर 12, 2015: प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पुल के निर्माण कार्यों का उद्घाटन किया। फरवरी 10, 2017: कनाडा की एक अदालत ने पद्मा सेतु परियोजना से भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज कर दिया। 30 सितंबर, 2017: पद्मा ब्रिज की पहला स्पैन (span) रखा गया।। 14 सितंबर 2018 : ब्रिज स्पैन पर रेलवे स्लैब का इंस्टालेशन शुरू। मार्च 19, 2019: रोड स्लैब डालने का काम शुरू हुआ। 25 नवंबर, 2021: लैम्पपोस्ट लगाने का काम शुरू। 17 मई 2021 : पद्मा सेतु पर टोल की दर तय करने की अधिसूचना जारी हुई। 23 मई 2021: कनेक्टिंग रोड समेत पूरे बैकवाटर पर काम पूरा हुआ। 10 दिसंबर 2020: अंतिम स्पैन स्थापित। 20 जून, 2020 : कुल 21 रेलवे स्लैब लगाए गए। 23 अगस्त 2021: पद्मा ब्रिज के सभी 2,917 रोडवे स्लैब स्थापित किए गए। 10 नवंबर, 2021: पुल पर पिच की कास्टिंग शुरू हो गई है। 25 नवंबर, 2021: ड्रीम ब्रिज पर पहला लैम्पपोस्ट लगाने का काम शुरू। 17 मई 2022: सरकार ने वाहनों के लिए टोल दरों की घोषणा की। 29 मई 2022: पद्मा सेतु के नाम से गजट प्रकाशित की गयी। 14 जून 2022 : पहली बार पद्मा सेतु जगमगा उठा। 25 जून 2022 : सेतु का उद्घाटन किया गया। सन्दर्भ बांग्लादेश के सेतु
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: गुजरे जमाने के बॉलीवुड अभिनेता राजकुमार के संवाद बोलने की शैली कितनी अलग और बेहतरीन होती थी, ये हम सभी जानते हैं। मगर वो ख़ुद कितने रोचक इंसान थे ये हमने देखा नहीं है, केवल सुना है या फिर उन लोगों ने देखा है, जो उस वक्त उनके साथ काम किया करते थे। राजकुमार के अभिनय और संवाद अदायगी का अंदाज़ जितना अलग था, वो ख़ुद भी उतने ही अलग किस्म के इंसान थे। उनके बात करने का स्टाइल, उनका रहन-सहन भी औरों से मुख़्तलिफ़ था। यही वजह है कि जब भी हम उनके किस्से सुनते हैं, बेहद मज़ेदार लगते हैं। आज राजकुमार की 19वीं पुण्यतिथि है, इसलिए उनके कुछ ख़ास किस्से का यहां जिक्र किया जा रहा है। सुना है कि राजकुमार ने एक बार धर्मेंद्र और जीतेंद्र को बंदर कह दिया था। दरअसल राजकुमार अक्सर साथी कलाकारों को गलत नाम से बुलाया करते थे और धर्मेंद्र को जीतेंद्र और जीतेंद्र को धर्मेंद्र पुकारते थे। एक दिन धर्मेंद्र को गुस्सा आ गया, तो राजकुमार ने कहा, "क्या फ़र्क़ पड़ता है, राजेंद्र हो या धर्मेंद्र, जीतेंद्र या बंदर, जानी राजकुमार के लिए सब बराबर हैं।" बप्पी लाहिड़ी से भी एक दिलचस्प किस्सा जुड़ा है, जब राजकुमार ने बप्पी को मंगलसूत्र पहनने की सलाह दी थी। एक बार एक पार्टी में राजकुमार ने बप्पी लाहिड़ी को देखा। पहले गौर से ऊपर से नीचे तक निहारा और बप्पी से कहा, "जानी बहुत अच्छे लग रहे हो। वाह शानदार। एक से बढ़कर एक गहने पहने हो। सिर्फ मंगलसूत्र की कमी रह गई है। वो भी पहन लेते।" टिप्पणियां कहा जाता है कि राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट को फाड़कर रुमाल बना दिया था। फ़िल्म 'जंगबाज़' की शूटिंग के दौरान एक दिन राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट की ताऱीफ कर दी। गोविंदा ने राजकुमार से कहा कि सर अगर आपको पसंद है तो आप ले लीजिये और राजकुमार ने वो शर्ट ले ली। गोविंदा तब नए थे, इसलिए बेहद ख़ुश थे कि इतने बड़े स्टार ने उनकी शर्ट ली है और वो इसे पहनेंगे। मगर दो दिन बाद गोविंदा हैरान हो गए, जब देखा कि राजकुमार ने उस शर्ट को फाड़कर रुमाल बना लिया है और अपनी जेब में रखे हैं। राजकुमार के अभिनय और संवाद अदायगी का अंदाज़ जितना अलग था, वो ख़ुद भी उतने ही अलग किस्म के इंसान थे। उनके बात करने का स्टाइल, उनका रहन-सहन भी औरों से मुख़्तलिफ़ था। यही वजह है कि जब भी हम उनके किस्से सुनते हैं, बेहद मज़ेदार लगते हैं। आज राजकुमार की 19वीं पुण्यतिथि है, इसलिए उनके कुछ ख़ास किस्से का यहां जिक्र किया जा रहा है। सुना है कि राजकुमार ने एक बार धर्मेंद्र और जीतेंद्र को बंदर कह दिया था। दरअसल राजकुमार अक्सर साथी कलाकारों को गलत नाम से बुलाया करते थे और धर्मेंद्र को जीतेंद्र और जीतेंद्र को धर्मेंद्र पुकारते थे। एक दिन धर्मेंद्र को गुस्सा आ गया, तो राजकुमार ने कहा, "क्या फ़र्क़ पड़ता है, राजेंद्र हो या धर्मेंद्र, जीतेंद्र या बंदर, जानी राजकुमार के लिए सब बराबर हैं।" बप्पी लाहिड़ी से भी एक दिलचस्प किस्सा जुड़ा है, जब राजकुमार ने बप्पी को मंगलसूत्र पहनने की सलाह दी थी। एक बार एक पार्टी में राजकुमार ने बप्पी लाहिड़ी को देखा। पहले गौर से ऊपर से नीचे तक निहारा और बप्पी से कहा, "जानी बहुत अच्छे लग रहे हो। वाह शानदार। एक से बढ़कर एक गहने पहने हो। सिर्फ मंगलसूत्र की कमी रह गई है। वो भी पहन लेते।" टिप्पणियां कहा जाता है कि राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट को फाड़कर रुमाल बना दिया था। फ़िल्म 'जंगबाज़' की शूटिंग के दौरान एक दिन राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट की ताऱीफ कर दी। गोविंदा ने राजकुमार से कहा कि सर अगर आपको पसंद है तो आप ले लीजिये और राजकुमार ने वो शर्ट ले ली। गोविंदा तब नए थे, इसलिए बेहद ख़ुश थे कि इतने बड़े स्टार ने उनकी शर्ट ली है और वो इसे पहनेंगे। मगर दो दिन बाद गोविंदा हैरान हो गए, जब देखा कि राजकुमार ने उस शर्ट को फाड़कर रुमाल बना लिया है और अपनी जेब में रखे हैं। आज राजकुमार की 19वीं पुण्यतिथि है, इसलिए उनके कुछ ख़ास किस्से का यहां जिक्र किया जा रहा है। सुना है कि राजकुमार ने एक बार धर्मेंद्र और जीतेंद्र को बंदर कह दिया था। दरअसल राजकुमार अक्सर साथी कलाकारों को गलत नाम से बुलाया करते थे और धर्मेंद्र को जीतेंद्र और जीतेंद्र को धर्मेंद्र पुकारते थे। एक दिन धर्मेंद्र को गुस्सा आ गया, तो राजकुमार ने कहा, "क्या फ़र्क़ पड़ता है, राजेंद्र हो या धर्मेंद्र, जीतेंद्र या बंदर, जानी राजकुमार के लिए सब बराबर हैं।" बप्पी लाहिड़ी से भी एक दिलचस्प किस्सा जुड़ा है, जब राजकुमार ने बप्पी को मंगलसूत्र पहनने की सलाह दी थी। एक बार एक पार्टी में राजकुमार ने बप्पी लाहिड़ी को देखा। पहले गौर से ऊपर से नीचे तक निहारा और बप्पी से कहा, "जानी बहुत अच्छे लग रहे हो। वाह शानदार। एक से बढ़कर एक गहने पहने हो। सिर्फ मंगलसूत्र की कमी रह गई है। वो भी पहन लेते।" टिप्पणियां कहा जाता है कि राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट को फाड़कर रुमाल बना दिया था। फ़िल्म 'जंगबाज़' की शूटिंग के दौरान एक दिन राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट की ताऱीफ कर दी। गोविंदा ने राजकुमार से कहा कि सर अगर आपको पसंद है तो आप ले लीजिये और राजकुमार ने वो शर्ट ले ली। गोविंदा तब नए थे, इसलिए बेहद ख़ुश थे कि इतने बड़े स्टार ने उनकी शर्ट ली है और वो इसे पहनेंगे। मगर दो दिन बाद गोविंदा हैरान हो गए, जब देखा कि राजकुमार ने उस शर्ट को फाड़कर रुमाल बना लिया है और अपनी जेब में रखे हैं। बप्पी लाहिड़ी से भी एक दिलचस्प किस्सा जुड़ा है, जब राजकुमार ने बप्पी को मंगलसूत्र पहनने की सलाह दी थी। एक बार एक पार्टी में राजकुमार ने बप्पी लाहिड़ी को देखा। पहले गौर से ऊपर से नीचे तक निहारा और बप्पी से कहा, "जानी बहुत अच्छे लग रहे हो। वाह शानदार। एक से बढ़कर एक गहने पहने हो। सिर्फ मंगलसूत्र की कमी रह गई है। वो भी पहन लेते।" टिप्पणियां कहा जाता है कि राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट को फाड़कर रुमाल बना दिया था। फ़िल्म 'जंगबाज़' की शूटिंग के दौरान एक दिन राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट की ताऱीफ कर दी। गोविंदा ने राजकुमार से कहा कि सर अगर आपको पसंद है तो आप ले लीजिये और राजकुमार ने वो शर्ट ले ली। गोविंदा तब नए थे, इसलिए बेहद ख़ुश थे कि इतने बड़े स्टार ने उनकी शर्ट ली है और वो इसे पहनेंगे। मगर दो दिन बाद गोविंदा हैरान हो गए, जब देखा कि राजकुमार ने उस शर्ट को फाड़कर रुमाल बना लिया है और अपनी जेब में रखे हैं। कहा जाता है कि राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट को फाड़कर रुमाल बना दिया था। फ़िल्म 'जंगबाज़' की शूटिंग के दौरान एक दिन राजकुमार ने गोविंदा की शर्ट की ताऱीफ कर दी। गोविंदा ने राजकुमार से कहा कि सर अगर आपको पसंद है तो आप ले लीजिये और राजकुमार ने वो शर्ट ले ली। गोविंदा तब नए थे, इसलिए बेहद ख़ुश थे कि इतने बड़े स्टार ने उनकी शर्ट ली है और वो इसे पहनेंगे। मगर दो दिन बाद गोविंदा हैरान हो गए, जब देखा कि राजकुमार ने उस शर्ट को फाड़कर रुमाल बना लिया है और अपनी जेब में रखे हैं। गोविंदा तब नए थे, इसलिए बेहद ख़ुश थे कि इतने बड़े स्टार ने उनकी शर्ट ली है और वो इसे पहनेंगे। मगर दो दिन बाद गोविंदा हैरान हो गए, जब देखा कि राजकुमार ने उस शर्ट को फाड़कर रुमाल बना लिया है और अपनी जेब में रखे हैं।
सुनंदा पुष्कर केस में दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस नेता शशि थरूर को संदिग्ध आरोपी माना है. सोमवार को पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में 3000 पेज की चार्जशीट पेश की है. इसमें आईपीसी की धारा 306 और 498A के तहत शशि थरूर को आरोपी बनाया गया है. यदि थरूर दोषी साबित हुए, तो उनको अधिकतम 10 साल की सजा हो सकती है. जानकारी के मुताबिक, आईपीसी की धारा 498A के तहत पति द्वारा महिला के साथ क्रूरता बरतना और धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज होता है. यदि आरोपी का दोष साबित हो जाता है, तो धारा 306 के तहत अधिकतम 10 और 498 ए के तहत अधिकतम 3 साल तक की जेल हो सकती है. हालांकि, अभी इस केस की सुनवाई शुरू होनी है. आरोपी बनाए जाने पर शशि थरूर ने कहा, 'आरोप गलत हैं. मैं इसके खिलाफ लड़ूंगा. जो सुनंदा को जानते थे, उन्हें पता है कि मेरे उकसाने से वह आत्महत्या नहीं कर सकती थीं. पुलिस की मंशा पर सवाल उठते हैं. हाईकोर्ट में जांच अधिकारी ने कहा था कि उन्हें किसी के खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं. अब 6 महीने बाद वह कह रहे हैं कि मैंने खुदकुशी के लिए उकसाया.' पुलिस चार्जशीट पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, 'इस केस से जुड़े सभी गवाहों और दस्तावेजों को यूपीए सरकार और भ्रष्ट पुलिस ने नष्ट कर दिया था. वर्तमान साक्ष्य के आधार पर यह चार्जशीट दाखिल हुई है. ट्रायल के दौरान अधिक सूचनाएं सामने आएंगी. थरूर पर आरोप हैं कि उन्होंने अपनी पत्नी को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया था.' बताते चलें कि 17 जनवरी, 2014 की रात दिल्ली के एक 5 स्टार होटल के कमरे में कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर (51) मृत मिली थीं. कथित तौर पर इससे एक दिन पहले सुनंदा और पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के बीच ट्विटर पर बहस हुई थी. यह बहस शशि थरूर के साथ मेहर के कथित ‘अफेयर’ को लेकर हुई थी. सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में शशि थरूर सहित कई व्यक्तियों से पूछताछ की जा चुकी है. दिल्ली पुलिस थरूर के घरेलू सहायक नारायण सिंह, चालक बजरंगी और दोस्त संजय दीवान का पॉलीग्राफ टेस्ट भी करवा चुकी है. यहां तक की विसरा को दोबारा जांच के लिए एफबीआइ लैब भेजा गया, फिर भी कुछ पता नहीं लग पाया था. 29 सितंबर 2014 को एम्स के मेडिकल बोर्ड ने सुनंदा के शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंपा था. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि सुनंदा की मौत जहर से हुई है. बोर्ड ने कहा था कि कई ऐसे रसायन हैं जो पेट में जाने या खून में मिलने के बाद जहर बन जाते हैं. लिहाजा, उनके वास्तविक रूप के बारे में पता लगाना बहुत मुश्किल होता है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद 1 जनवरी 2015 को सरोजनी नगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. इसके बाद सुनंदा के विसरा को जांच के लिए एफबीआइ लैब अमेरिका भेज दिया गया था. वहां की लैब में भी जहर के बारे में पता नहीं लग सका था. पुलिस ने फोरेंसिक साइकोलॉजी एनालिसिस टेस्ट भी कराया था.
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के पहले चरण के मतदान आज हो रहे हैं और 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों के लिए वोट पड़ रहे हैं. पहले चरण के मतदान में 14 करोड़ मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे. लेकिन ट्विटर पर ट्रोलर्स और सेलेब्रिटीज की जंग जारी है और नामचीन हस्तियां गलत प्रचार करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं. Twitter पर अपनी बेबाकी के लिए खास पहचान रखने वाली फराह खान अली (Farah Khan Ali) ने हरे झंडे को लेकर दो टूक बात कही है.  बॉलीवुड के एक्टर-डायरेक्टर-प्रोड्यूसर संजय खान की बिटिया फराह खान अली (Farah Khan Ali) ने ट्वीट किया है और हरे झंडे तथा पाकिस्तानी झंडे के अंतर को समझाया है. The Green flag of islam is a religious flag and nothing to do with Pakistan's flag. Both flags are distinctly different yet many “want” to believe otherwise bec it suits their bigotry. https://t.co/K7TyRoc5Zl फराह खान अली (Farah Khan Ali) जानी-मानी जेमोलॉजिस्ट और जूलरी डिजाइनर हैं और सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. फराह खान अली (Farah Khan Ali) बेबाकी से अपनी राय रखती हैं और इसे लेकर कई मौकों पर वे ट्रोल भी हो चुकी हैं. फराह खान ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा हैः हरा झंडा इस्लाम का धार्मिक झंडा है और इसका पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है. दोनों ही झंडे पूरी तरह से अलग हैं फिर भी कुछ ऐसा मानना चाहते हैं क्योंकि उनकी धर्मांधता को यही रास आता है.' We all have the power to be the change we wish to see. Vote wisely. This isn't only about you or us.. Its about ALL of India, ALL people, ALL religions, ALL castes, ALL socio economic strata's of society not just the privelaged few. Vote 2 bring Change. Vote to bring PEACE within इस तरह फराह खान अली (Farah Khan Ali) ने करारा जवाब दिया है. फराह खान ने वोटरों से सोच-समझकर वोट देने की भी अपील की है. फराह खान अली अकसर ट्विटर पर तंग करने वालों को माकूल जवाब देती हैं और उन्होंने ऐसा एक बार फिर किया है. फराह खान ने 1999 में डीजे अकील से शादी की थी और उनके एक बेटा अजान और बिटिया फिजा है. फराह खान देश की मशहूर जेमोलॉजिस्ट में से हैं. फराह खान अली (Farah Khan Ali) हिट-एंड-रन केस के दौरान बॉलीवुड एक्टर सलमान खान पर ट्वीट करने की वजह से भी विवादों में आ गई थीं.
टीवी के सबसे कंट्रोवर्श‍ियल शो बिग बॉस 13 का टीजर रिलीज कर दिया गया है. टीजर में सलमान खान स्टेशन मास्टर के रोल में नजर आ रहे हैं. इसके पहले कलर्स ने ट्विटर पर बिग बॉस 13 का एक फोटो शेयर किया था. अब सोशल मीडिया पर शो का टीजर जारी कर दिया गया है. शो कब शुरू होगा इस बात की जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन टीजर में सलमान खान ने शो से जुड़े दो अहम राज खोले हैं. सलमान खान टीजर में तेज रफ्तार से चलती हुई ट्रेन में बैठे हुए नजर आ रहे हैं. ट्रेन की रफ्तार ये बता रही है कि शो इस बार जबरदस्त ट्व‍िस्ट से भरा होगा. सलमान वीडियो में कहते हैं, 'कृपया ध्यान दें इस बार बिग बॉस की गाड़ी होगी सितारा स्पेशल. चार हफ्तों में पहुंचाएगी फिनाले में तत्काल. उसके बाद भी सेलेब्र‍िटीज कुर्ता फाड़ के बनाएंगे रुमाल. जल्दी आइए वरना पछताइए. रोको-रोको, बोलो-बोलो. कम सून यार.' Get ready to hop on to the #BB13 entertainment express along with @Vivo_India ek dum fatafat! 😍 #BiggBoss13 Coming soon! @BeingSalmanKhan pic.twitter.com/7wgmsxqKgt — COLORS (@ColorsTV) August 24, 2019 क्या होगा शो में खास ब‍िग बॉस 13 के टीजर में इस बात को कंफर्म कर दिया गया है कि शो में स‍िर्फ सितारों की एंट्री होगी. शो में सबसे बड़ा ट्व‍िस्ट है सितारों का चार हफ्ते में फाइनल तक पहुंचना, लेकिन उसके बाद भी शो में सेलेब्स के बीच जंग जारी रहेगी. सलमान खान का ट्रेन में बैठकर स्टेशन मास्टर के गेटअप में नजर आना भी ये इशारा कर रहा है कि इस बार ब‍िग बॉस के घर की थीम इससे जुड़ी हो सकती है. हर बार घर का इंटीरियर बेहद खास और स्पेशल थीम पर बेस्ड होगा. कब शुरू होगा शो बिग बॉस 13 के टीजर में सलमान खान ने शो के शुरू होने की तारीख का खुलासा तो नहीं किया है. लेकिन सोशल मीडिया पर 29 सितंबर की तारीख चर्चा में है, रिपोर्ट के मुताबिक शो इसी दिन शुरू हो सकता है. शो में आने वाले सेलेब्स शो में शामिल होने वाले सेलेब्र‍िटी कंटेस्टेंट की लिस्ट अब तक सामने नहीं आई है. लेकिन कई सितारों का नाम चर्चा में बना हुआ है, इनमें चंकी पांडे, राजपाल यादव, करण पटेल, शिविन नारंग, करण वोहरा, टीना दत्ता, देबलीना, अंकिता लोखंडे का नाम शामिल है. कहां बना है शो का सेट इस बार बिग बॉस 13 का सेट मुंबई के फिल्म सिटी में ही बनाया गया है. हर बार शो लोनावाला में शूट होता रहा है. बता दें शो को टीआरपी चार्ट में टॉप पर लाने के लिए मेकर्स ने नए प्लान बनाए हैं. रिपोर्ट के मुताब‍िक शो में इस बार सबसे मजेदार ट्व‍िस्ट देखने को मिलेंगे.
एक अखबार के मुंबई स्थित कार्यालय परिसर पर हुये हमले को ‘अस्वीकार्य’ करार देते हुए प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को पत्र लिखकर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लिखे में पत्र में काटजू ने कहा, ‘‘मुझे कई सूत्रों के जरिये एक अखबार के मुंबई स्थित कार्यालय पर हमले और वहां तोड़फोड़ करने के बारे में पता चला है। लोकतंत्र में यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।’’ काटजू ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 :1: :अ: के तहत मीडिया को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और भारतीय प्रेस परिषद अधिनियम की धारा 13 के तहत मीडिया की स्वतंत्रता बनाये रखना प्रेस परिषद का कर्तव्य है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लिखे में पत्र में काटजू ने कहा, ‘‘मुझे कई सूत्रों के जरिये एक अखबार के मुंबई स्थित कार्यालय पर हमले और वहां तोड़फोड़ करने के बारे में पता चला है। लोकतंत्र में यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।’’ काटजू ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 :1: :अ: के तहत मीडिया को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और भारतीय प्रेस परिषद अधिनियम की धारा 13 के तहत मीडिया की स्वतंत्रता बनाये रखना प्रेस परिषद का कर्तव्य है।
यह एक लेख है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत अपने आसपास के देशों के बीच क्षेत्रीय संपर्क सुविधाओं के विस्तार व आतंकवाद और मादक द्रव्यों की तस्करी को रोकने के लिए बिम्सटेक क्षेत्रीय समूह के सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है. यहां चौथे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को यहां संबोधित करते हुए मोदी ने मानवीय सहायता व आपदा राहत कार्यों में ‘सहयोग और समन्वय’ का भी आह्वान किया. नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने कहा कि क्षेत्र में कोई ऐसा देश नहीं है जो आतंकवाद तथा सीमापारीय-राष्ट्रीय अपराध का शिकार नहीं बना हो. आतंकवाद के नेटवर्क से मादक द्रव्य की तस्करी जैसे अपराध भी जुड़े हैं.टिप्पणियां प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बिम्सटेक की रूपरेखा के तहत मादक द्रव्य जैसे विषयों पर सम्मेलन की मेजबानी करने को तैयार है. बिम्सटेक भारत, बांग्लादेश, म्यामां, श्रीलंका, थाइलैंड, भूटान और नेपाल जैसे देशों का क्षेत्रीय समूह है. वैश्विक आबादी में इस समूह का हिस्सा 22 प्रतिशत है. समूह का सामूहिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 2,800 अरब डॉलर है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे न केवल सभी बिम्सटेक देशों के साथ राजनयिक संबंध हैं, बल्कि हम सभ्यता, इतिहास, कला, भाषा, व्यंजन और साझा संस्कृति के जरिये एक दूसरे से मजबूती से जुड़े हैं. मोदी ने कहा कि भारत डिजिटल संपर्क के क्षेत्र में श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के साथ राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क का विस्तार करने को प्रतिबद्ध है. शिखर सम्मेलन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना तथा थाइलैंड, भूटान तथा म्यामां के नेताओं ने भी भाग लिया. (इनपुट भाषा से)  प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बिम्सटेक की रूपरेखा के तहत मादक द्रव्य जैसे विषयों पर सम्मेलन की मेजबानी करने को तैयार है. बिम्सटेक भारत, बांग्लादेश, म्यामां, श्रीलंका, थाइलैंड, भूटान और नेपाल जैसे देशों का क्षेत्रीय समूह है. वैश्विक आबादी में इस समूह का हिस्सा 22 प्रतिशत है. समूह का सामूहिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 2,800 अरब डॉलर है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे न केवल सभी बिम्सटेक देशों के साथ राजनयिक संबंध हैं, बल्कि हम सभ्यता, इतिहास, कला, भाषा, व्यंजन और साझा संस्कृति के जरिये एक दूसरे से मजबूती से जुड़े हैं. मोदी ने कहा कि भारत डिजिटल संपर्क के क्षेत्र में श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के साथ राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क का विस्तार करने को प्रतिबद्ध है. शिखर सम्मेलन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना तथा थाइलैंड, भूटान तथा म्यामां के नेताओं ने भी भाग लिया. (इनपुट भाषा से)  मोदी ने कहा कि भारत डिजिटल संपर्क के क्षेत्र में श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के साथ राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क का विस्तार करने को प्रतिबद्ध है. शिखर सम्मेलन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना तथा थाइलैंड, भूटान तथा म्यामां के नेताओं ने भी भाग लिया. (इनपुट भाषा से)
राजस्थान की वसुंधरा सरकार स्वतंत्रा दिवस से एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को 'शहादत को सलाम' नाम के प्रोग्राम के जरिए मानव श्रृंखला बनाने का रिकॉर्ड बनाने जा रही है. पाकिस्तान बॉर्डर से जुड़े इलाकों में एक साथ 5 लाख लोग 700 किलोमीटर के इलाके में मानव श्रृंखला बनाएंगे. 4 जिलों जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर, श्री गंगानगर में 14 अगस्त को सुबह 11:00 बजे से 1:00 बजे तक मानव श्रृंखला बनाने का कार्यक्रम चलेगा. राज्य सरकार का कहना है कि लोगों में राष्ट्र भक्ति की भावना जगाने और सेना के जवानों को याद करने के लिए 15 अगस्त से पहले यह कार्यक्रम किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के जरिए सीमा पर शहादत देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. राज्य सरकार के साथ इस प्रोग्राम में बीएसएफ और सेना भी सहयोग कर रही है. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हवाई रास्ते से इसका अवलोकन करेगी और इस पूरे कार्यक्रम को देखेंगी. वसुंधरा खुद मानव श्रृंखला में जैसलमेर में शामिल होंगी. इस कार्यक्रम के लिए लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसका पूरा ध्यान रखा गया है. राज्यभर से लोगों को लाने के लिए 6000 बसों का इंतजाम किया गया है. साथ ही हर 3 किलोमीटर पर खाने पीने की व्यवस्था की गई है और डॉक्टर भी तैनात किए गए हैं. बता दें कि 4 अगस्त को वसुंधरा राजे ने 'राजस्थान गौरव यात्रा' की शुरुआत की. इस यात्रा के तहत राजे 6 हजार किलोमीटर से ज्यादा का रास्ता तय करेंगी. इस दौरान वह 135 जनसभाओं को संबोधित करेंगी. साथ ही तीन सौ से ज्यादा जगह उनका स्वागत सम्मान किया जाएगा. इससे पहले राजे दो बार ऐसी यात्राएं कर चुकी हैं. इससे पहले उन्होंने परिवर्तन यात्रा और सुराज संकल्प यात्रा निकाली थी.
शाओमी 31.1 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ भारतीय स्मार्टफोन बाजार में सबसे आगे है. जबकि रिलायंस जियो ने 2018 की पहली तिमाही में 35.8 फीसदी हिस्सेदारी के साथ फीचर फोन बाजार में टॉप पोजिशन हासिल किया है. एक नई रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है. साल 2017 की चौथी तिमाही में 25 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ शाओमी बाजार में शीर्ष पर रही. काउंटरप्वाइंट की 'मार्केट मॉनिटर' सेवा के मुताबिक, स्मार्टफोन सेगमेंट में सैमसंग 26.2 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर, जबकि वीवो 5.8 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर है. फीचर फोन सेक्शन में रिलायंस जियो फोन की बिक्री दोगुनी बढ़ी और देश में मोबाइल फोन की बिक्री (स्मार्टफोन और फीचर फोन दोनों) में साल 2018 की पहली तिमाही में 48 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई. टॉप 5 स्मार्टफोन ब्रांड में ऑनर (हुआवे) पहली बार शामिल हुए. ऑनर (146 फीसदी), शाओमी (134 फीसदी) और वनप्लस (112 फीसदी) सबसे तेजी से बढ़ते स्मार्टफोन्स ब्रांड रहे. शोध विश्लेषक कर्ण चौहान ने एक बयान में कहा, '2018 की पहली तिमाही की शुरुआत में त्योहारी अवधि के बाद बिक्री में उतनी तेजी नहीं रही, जोकि समूची तिमाही में जारी रही. हालांकि हमें उम्मीद है कि 2018 की दूसरी तिमाही की शुरुआत से बिक्री में तेजी आएगी. क्योंकि ग्राहक अपने 2G और 3G स्मार्टफोन को तेजी से 4G में अपग्रेड कर रहे हैं.' यह पहली बार है कि किसी एक तिमाही में स्मार्टफोन बाजार की 70 फीसदी हिस्सेदारी शीर्ष पांच स्मार्टफोन ब्रांड्स की है. शोध विश्लेषक अंशिका जैन ने कहा, 'शाओमी और सैमसंग के अकेले कुल स्मार्टफोन बाजार का 58 फीसदी हिस्सा है. शाओमी का Redmi Note 5 और 5 Pro चीनी ब्रांड के सबसे पॉपुलर मॉडल हैं, जबकि सैमसंग का Galaxy J7 NXT और J2 (2017 मॉडल) कोरियाई ब्रांड के सबसे ज्यादा बिकनेवाले स्मार्टफोन हैं.' (इनपुट-आईएएनएस)
यह लेख है: नौसेना का रिमोट से चलने वाला व्‍हीकल (आरपीवी) कोच्चि से नौ मील दूर समुद्र में गिर गया। ये घटना बुधवार शाम साढ़े सात बजे की है। आरपीवी को सामान्‍य जुबान में यूएवी भी कहा जा सकता है।टिप्पणियां इजरायल में बने इस ड्रोन का इस्तेमाल जासूसी और निगरानी के लिये होता है। ये चार घंटे उड़ान भरने में सक्षम है और करीब हजार किलोमीटर इलाके पर नजर रख सकता है। ये एक रुटीन मिशन पर था। नौसेना ने हादसे की जांच के लिये बोर्ड ऑफ इंक्‍वायरी गठित कर दी है। फिलहाल विमान को निकालने की पूरी कोशिश जारी है। इसके लिये नौसेना और कोस्टगार्ड के युद्धपोत और निगरानी विमान डोर्नियर, एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर  को उस इलाके में रवाना कर दिया गया है। उनके साथ समुद्र के अंदर जाकर खोज करने वाले गोताखोर विशेष तरह के उपकरण लेकर गए है। इजरायल में बने इस ड्रोन का इस्तेमाल जासूसी और निगरानी के लिये होता है। ये चार घंटे उड़ान भरने में सक्षम है और करीब हजार किलोमीटर इलाके पर नजर रख सकता है। ये एक रुटीन मिशन पर था। नौसेना ने हादसे की जांच के लिये बोर्ड ऑफ इंक्‍वायरी गठित कर दी है। फिलहाल विमान को निकालने की पूरी कोशिश जारी है। इसके लिये नौसेना और कोस्टगार्ड के युद्धपोत और निगरानी विमान डोर्नियर, एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर  को उस इलाके में रवाना कर दिया गया है। उनके साथ समुद्र के अंदर जाकर खोज करने वाले गोताखोर विशेष तरह के उपकरण लेकर गए है। नौसेना ने हादसे की जांच के लिये बोर्ड ऑफ इंक्‍वायरी गठित कर दी है। फिलहाल विमान को निकालने की पूरी कोशिश जारी है। इसके लिये नौसेना और कोस्टगार्ड के युद्धपोत और निगरानी विमान डोर्नियर, एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर  को उस इलाके में रवाना कर दिया गया है। उनके साथ समुद्र के अंदर जाकर खोज करने वाले गोताखोर विशेष तरह के उपकरण लेकर गए है।
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) बिल के विरोध में देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर हैं. इस बीच दिल्ली में डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल आज यानी शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मिला. इस मुलाकात के बाद डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि मैंने डॉक्टरों से मुलाकात की और बिल के कुछ प्रावधानों के बारे में उनकी गलतफहमी को दूर किया. मैंने देश और मरीज हित में डॉक्टरों से हड़ताल वापस लेने की अपील की है. नेशनल मेडिकल कमिशन बिल के खिलाफ डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है. दिल्ली में एम्स के डॉक्टर तीसरे दिन भी हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों के विरोध के बीच गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्यसभा में एनएमसी बिल को पास करा दिया, जबकि 29 जुलाई को लोकसभा में यह बिल पास हो गया था. पूरे देश के डॉक्टर इस बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. डॉक्टरों के हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से बंद पड़ी हैं. इसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है. हड़ताल की वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दूर-दराज इलाकों से आए मरीजों को डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नेशनल मेडिकल कमिशन विधेयक (NMC) के विरोध में देशभर में डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने डॉक्टरों से हड़ताल पर न जाने की अपील की थी. उन्होंने भी इस बिल को डॉक्टरों के हित में बताया था.
एंटरटेनमेंट की दुनिया में सुर्खि‍यों में टॉप पर रहने वालीं टीवी एक्ट्रेस किम कार्दाशि‍यां इंडियन रियलिटी टीवी शो 'बिग बॉस' में वाइल्ड कार्ड एंट्री के जरिए हिस्सा ले सकती हैं. इससे पहले भी हॉलीवुड की कई जानी मानी हस्तियां 'बिग बॉस' का हिस्सा रह चुकी हैं. इन हस्तियों में पोर्न स्टार पामेला एंडरसन और सनी लियोन भी शामिल थीं. अब देखना यह होगा कि किम की 'बिग बॉस' में एंट्री की इस खबर में कितनी सच्चाई है. 'बिग बॉस' की और से इस बारे अभी तक कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है.
असम राज्य के गौरीपुर इलाके में एक बहुत बड़ा हादसा होने से बचा है. धुबरी जिले के गौरीपुर इलाके में रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को एक बम मिला जिसे पुलिस ने निष्क्रिय कर दिया है. बम को उस वक्त देखा गया जब पुलिस स्टेशन के पास सामान्य जांच कर रही थी. बम को स्क्वाड करने के लिए ले जाया गया. पिछले 3 दिनों में धुबरी में बम मिलने का यह दूसरा मामला है. पांच किलो बारूद और अन्य हथियार लेकर जा रहे तीन लोगों को पुलिस ने 27 जून को हिरासत में लिया था. इससे पहले इस महीने में एक बम धुबरी के पगलाहाट में पाया गया था. सूत्रों का कहना है जो बम बरामद किया गया था उसपर बांग्ला में लिखा हुआ था. इस मामले में सुरक्षा ऐजंसियां बंग्लादेश के आतंकी संगठनों का लिंक तलाश रही हैं. बम मिलने की इस घटना ने पुलिस और प्रशासन को सकते में डाल दिया है. बम मिलने की घटना को उनकी प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है.
यह लेख है: भुवनेश्वर में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय फर्राटा धाविका दुती चंद के हिस्सा लेने से सिर्फ एक दिन पहले अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स संघ (आईएएएफ) ने उनके खिलाफ 'लिंग मामले' को लेकर फिर खेल पंचाट (कैस) जाने का फैसला किया है. फेडरेशन इस बार अपनी विवादास्पद हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति के समर्थन में और साक्ष्य मुहैया कराएगा. खेल पंचाट ने 27 जुलाई 2015 को दुती और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ तथा अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स संघ (आईएएएफ) के बीच मामले की सुनवाई के दौरान अंतरिम फैसला करते हुए वैश्विक सस्था के हाइपरएंड्रोजेनिज्म नियमों को दो साल के लिए निलंबित कर दिया था. ऐसा इसलिए किया गया था कि आईएएएफ को अतिरिक्त साक्ष्य मुहैया कराने का मौका मिलेगा कि हाइपरएंड्रोजेनिक महिला खिलाड़ी को सामान्य टेस्टोस्टेरोन (पुरुष हारमोन का स्तर) स्तर की खिलाड़ी पर प्रदर्शन के आधार पर कितना फायदा मिलता है. कैस ने दो साल पहले अंतरिम आदेश में दुती की अपील को आंशिक रूप से स्वीकार किया था और उन्हें अंतिम फैसले तक प्रतिस्पर्धा की छूट दी गई थी. आईएएएफ ने एक बार फिर मामले को आगे बढ़ाने का फैसला किया है और वैश्विक संस्था की हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति के खिलाफ दुती की अपील फिर सुर्खियों में आ गई है. भारत और विदेश में कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इसे 'लिंगभेद' का मामला करार दिया है. आईएएएफ ने हालांकि स्पष्ट कर दिया है कि उसके हाइपरएंड्रोजेनिज्म नियम कैस में मामला खत्म नहीं होने तक निलंबित रहेंगे और विश्व खेलों की शीर्ष अदालत में लौटने के उसके फैसले का अगस्त में लंदन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप पर कोई असर नहीं पड़ेगा. आईएएएफ ने आज प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि फिलहाल निलंबित हाइपरएंड्रोजेनिज्म नियमों को लेकर उसकी आर्थिक सहायता से तैयार अध्ययन रिपोर्ट प्रकाशित हो चुकी है और वह 27 जुलाई को खत्म हो रही दो साल की समय सीमा से पहले कैस लौट रहा है. इस अध्ययन में पता चला है कि उच्च टेस्टोस्टेरोन स्तर वाली महिला खिलाड़ी को कम टेस्टोस्टेरोन स्तर वाली खिलाड़ी पर 1 . 8 प्रतिशत से 4 . 5 प्रतिशत तक फायदा होता है.टिप्पणियां एएफआई ने आईएएएफ की हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति के तहत 2014 में 21 साल की दुती को डिस्क्वालीफाई कर दिया था क्योंकि उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर स्वीकार्य स्तर से अधिक था. दुती ने इन नियमों और उन्हें निलंबित करने के एएफआई के फैसले को सितंबर 2014 में कैस चुनौती दी थी. कैस में अपील और सुनवाई के लिए खेल मंत्रालय ने दुती को वित्तीय मदद दी थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आईएएएफ ने एक बार फिर मामले को आगे बढ़ाने का फैसला किया है और वैश्विक संस्था की हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति के खिलाफ दुती की अपील फिर सुर्खियों में आ गई है. भारत और विदेश में कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इसे 'लिंगभेद' का मामला करार दिया है. आईएएएफ ने हालांकि स्पष्ट कर दिया है कि उसके हाइपरएंड्रोजेनिज्म नियम कैस में मामला खत्म नहीं होने तक निलंबित रहेंगे और विश्व खेलों की शीर्ष अदालत में लौटने के उसके फैसले का अगस्त में लंदन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप पर कोई असर नहीं पड़ेगा. आईएएएफ ने आज प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि फिलहाल निलंबित हाइपरएंड्रोजेनिज्म नियमों को लेकर उसकी आर्थिक सहायता से तैयार अध्ययन रिपोर्ट प्रकाशित हो चुकी है और वह 27 जुलाई को खत्म हो रही दो साल की समय सीमा से पहले कैस लौट रहा है. इस अध्ययन में पता चला है कि उच्च टेस्टोस्टेरोन स्तर वाली महिला खिलाड़ी को कम टेस्टोस्टेरोन स्तर वाली खिलाड़ी पर 1 . 8 प्रतिशत से 4 . 5 प्रतिशत तक फायदा होता है.टिप्पणियां एएफआई ने आईएएएफ की हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति के तहत 2014 में 21 साल की दुती को डिस्क्वालीफाई कर दिया था क्योंकि उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर स्वीकार्य स्तर से अधिक था. दुती ने इन नियमों और उन्हें निलंबित करने के एएफआई के फैसले को सितंबर 2014 में कैस चुनौती दी थी. कैस में अपील और सुनवाई के लिए खेल मंत्रालय ने दुती को वित्तीय मदद दी थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आईएएएफ ने आज प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि फिलहाल निलंबित हाइपरएंड्रोजेनिज्म नियमों को लेकर उसकी आर्थिक सहायता से तैयार अध्ययन रिपोर्ट प्रकाशित हो चुकी है और वह 27 जुलाई को खत्म हो रही दो साल की समय सीमा से पहले कैस लौट रहा है. इस अध्ययन में पता चला है कि उच्च टेस्टोस्टेरोन स्तर वाली महिला खिलाड़ी को कम टेस्टोस्टेरोन स्तर वाली खिलाड़ी पर 1 . 8 प्रतिशत से 4 . 5 प्रतिशत तक फायदा होता है.टिप्पणियां एएफआई ने आईएएएफ की हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति के तहत 2014 में 21 साल की दुती को डिस्क्वालीफाई कर दिया था क्योंकि उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर स्वीकार्य स्तर से अधिक था. दुती ने इन नियमों और उन्हें निलंबित करने के एएफआई के फैसले को सितंबर 2014 में कैस चुनौती दी थी. कैस में अपील और सुनवाई के लिए खेल मंत्रालय ने दुती को वित्तीय मदद दी थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एएफआई ने आईएएएफ की हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति के तहत 2014 में 21 साल की दुती को डिस्क्वालीफाई कर दिया था क्योंकि उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर स्वीकार्य स्तर से अधिक था. दुती ने इन नियमों और उन्हें निलंबित करने के एएफआई के फैसले को सितंबर 2014 में कैस चुनौती दी थी. कैस में अपील और सुनवाई के लिए खेल मंत्रालय ने दुती को वित्तीय मदद दी थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
थॉमस शेफ़ (जन्म 30 अप्रैल 1961) एक जर्मन सेवानिवृत्त फुटबॉलर हैं जो एक डिफेंडर और एक वर्तमान प्रबंधक के रूप में खेलते थे।
समाजवादी पार्टी के विधायक अबु आजमी के कार्यालय से 22 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया जिसपर आजमी के पुत्र फरहान से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप है। पुलिस को संदेह है कि खालिद अंसारी नाम का आरोपी भिवांदी का रहने वाला है और कुख्यात रवि पुजारी गैंग का है। उन्होंने बताया कि आरोपी बुधवार को कोलाबा स्थित अबु आजमी के कार्यालय में पहुंचा। इससे पहले फरहान ने रवि पुजारी से फिरौती की मांग किए जाने की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी। कार्यालय के कर्मचारी उस समय सन्न रह गए जब अंसारी ने फरहान के बारे में पूछताछ करने के बाद फिरौती की मांग की जबकि उसे बताया गया कि फरहान कार्यालय में नहीं हैं। कोलाबा थाने के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद सावंत ने बताया, अंसारी ने दावा किया कि उसे अब्दुल्ला ने रकम उगाही के लिए भेजा था। बिना हथियार पहुंचे आरोपी के पास एक बड़ा बैग था और उसने रकम की मांग की। अंसारी के सीधा कार्यालय जाकर रकम मांगने पर पुलिस चकित है। एक अन्य अधिकारी ने कहा, वह शातिर अपराधी नहीं मालूम पड़ता। आरोपी को 21 मार्च तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता डा. हषर्वर्धन ने गुरुवार को अप्रत्याशित रूप से मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के तारीफों के पुल बांध दिए. हषर्वर्धन ने दीक्षित को राष्ट्रीय राजधानी के बेहतरीन नेताओं में से एक बताया. भाजपा नेता ने कहा कि वह दीक्षित के जबर्दस्त प्रशंसक हैं. उन्होंने कहा कि दीक्षित जबर्दस्त शख्सियत की धनी हैं और उन्होंने लगातार तीन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को जीत दिलाई. हषर्वर्धन ने यहां एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कहा, ‘मैं शीला दीक्षितजी का जबर्दस्त प्रशंसक हूं. मेरे मन में उनके प्रति अगाध सम्मान है और उनकी शख्सियत को लेकर जबर्दस्त लगाव है. उनका प्यारा चेहरा, उनकी हाजिरजवाबी, मनोवैज्ञानिक परख, किसी फैसले के भारी पड़ सकने के बावजूद फैसला करने का उनका माद्दा मुझे वाकई प्रभावित करता है.’ हषर्वर्धन ने कहा, ‘मैं शुभकामना देता हूं कि आप और उच्च पद को सुशोभित करें. हम चाहते हैं कि आप शीर्ष स्तर तक पहुंचें. हमें यह कहने में गर्व होता है कि वह हमारी मुख्यमंत्री हैं.’ हालांकि, हषर्वर्धन ने 12 साल के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल में नगरवासियों को पर्याप्त पानी और निर्बाध बिजली की आपूर्ति उपलब्ध कराने में उनकी विफलता का भी उल्लेख किया. उन्होंने दीक्षित शहर की चरमराई परिवहन व्यवस्था में भी सुधार करने और यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने का भी अनुरोध किया. इससे पहले दीक्षित ने साल 1998 से लेकर 2009 के बीच राष्ट्रीय राजधानी के इतिहास पर आधारित पुस्तक ‘कैपिटल फिनामनन’ नाम की पुस्तक का विमोचन किया. यह पुस्तक पत्रकार सिद्धार्थ मिश्रा ने लिखी है. इस अवसर पर दीक्षित ने तारीफ के लिए हषर्वर्धन का शुक्रिया अदा किया और कहा कि वह दिल्ली को रहने के लिए बेहतर शहर बनाने के लिए कठोर प्रयास करेंगी.
यह एक लेख है: दिल्ली की एक स्थानीय अदालत ने 16 दिसंबर की रात हुए गैंगरेप मामले में बंद कमरे में सुनवाई करने और मीडिया को इसकी रिपोर्टिंग से रोकने के मजिस्ट्रेट के आदेश को बरकरार रखा है।टिप्पणियां दरअसल, मामले की सुनवाई सोमवार को शुरू हो गई थी, लेकिन अदालत कक्ष में भारी भीड़ जुटने के कारण अफरा-तफरी मच गई और आरोपियों को पेश नहीं किया जा सका। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने बंद कमरे में सुनवाई का आदेश दिया था और मीडिया से कहा था कि वह अनुमति के बगैर मामले से संबंधित कोई खबर प्रकाशित न करे। महानगर दंडाधिकारी नम्रता अग्रवाल द्वारा दिए गए इस आदेश को वकीलों के एक समूह ने चुनौती दी थी, जो आज रद्द हो गई है। दरअसल, मामले की सुनवाई सोमवार को शुरू हो गई थी, लेकिन अदालत कक्ष में भारी भीड़ जुटने के कारण अफरा-तफरी मच गई और आरोपियों को पेश नहीं किया जा सका। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने बंद कमरे में सुनवाई का आदेश दिया था और मीडिया से कहा था कि वह अनुमति के बगैर मामले से संबंधित कोई खबर प्रकाशित न करे। महानगर दंडाधिकारी नम्रता अग्रवाल द्वारा दिए गए इस आदेश को वकीलों के एक समूह ने चुनौती दी थी, जो आज रद्द हो गई है। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने बंद कमरे में सुनवाई का आदेश दिया था और मीडिया से कहा था कि वह अनुमति के बगैर मामले से संबंधित कोई खबर प्रकाशित न करे। महानगर दंडाधिकारी नम्रता अग्रवाल द्वारा दिए गए इस आदेश को वकीलों के एक समूह ने चुनौती दी थी, जो आज रद्द हो गई है।
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहित शर्मा भी विवाह बंधन में बंध गए हैं. उन्होंने कोलकाता की रहने वाली अपनी गर्लफ्रेंड श्वेता के साथ शादी कर ली है. 27 वर्षीय मोहित फरीदाबाद के रहने वाले हैं. उनका श्वेता के साथ पिछले तीन साल से अफेयर चल रहा था. दो महीने पहले ही मोहित-श्‍वेता की सगाई हुई थी. श्वेता कोलकाता में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रही हैं. मोहित और श्वेता का विवाह मंगलवार को दिल्ली के एक होटल में हुआ. इस मौके पर दोनों के रिश्तेदारों के अलावा भारतीय क्रिकेट टीम के कई खिलाड़ियों के साथ ही विदेशी खिलाड़ी भी शामिल हुए.
लेख: मोबाइल वालेट कंपनी पेटीएम ने नोटबंदी के बाद शुरू की गई अपनी ‘एप पीओएस’ का परिचालन निलंबित कर दिया है. इससे छोटे दुकानदार कार्ड के माध्यम से भुगतान स्वीकार कर सकते हैं. कंपनी ने ऐसा ग्राहक की डेटा सुरक्षा एवं निजता संबंधी चिंताओं के चलते किया है. कंपनी ने यह नई सुविधा बिक्री के स्थान (पाइंट ऑफ सेल) पर वास्तविक पीओएस मशीन या कार्ड स्वाइप मशीन की जरूरत को हटाने के लिए शुरू की थी. इससे छोटे दुकानदारों को अपने स्मार्टफोन के माध्यम से लेन-देन करने में मदद मिलती है. हालांकि, यह सुविधा इस सप्ताह ही शुरू की गई थी. इस सेवा को पेटीएम ने वापस ले लिया है क्योंकि उद्योग जगत द्वारा इससे ग्राहक के कार्ड की जानकारियों की सुरक्षा संबंधी चिंताएं व्यक्त की गई थीं.टिप्पणियां कंपनी ने अपने ब्लॉग पर लिखा, ‘‘उद्योग जगत की ओर से मिले कुछ सुझावों के आधार पर हमने इस सुविधा (एप पीओएस) को दुकानदारों को उपलब्ध कराने से पहले अतिरिक्त प्रमाणीकरण करने का निर्णय लिया है. हम इस सेवा को जल्द और अद्यतन के साथ शुरू करेंगे.’’ इसमें कहा गया है कि ग्राहकों के डेटा और निजता की सुरक्षा से ज्यादा उनके लिए कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कंपनी ने यह नई सुविधा बिक्री के स्थान (पाइंट ऑफ सेल) पर वास्तविक पीओएस मशीन या कार्ड स्वाइप मशीन की जरूरत को हटाने के लिए शुरू की थी. इससे छोटे दुकानदारों को अपने स्मार्टफोन के माध्यम से लेन-देन करने में मदद मिलती है. हालांकि, यह सुविधा इस सप्ताह ही शुरू की गई थी. इस सेवा को पेटीएम ने वापस ले लिया है क्योंकि उद्योग जगत द्वारा इससे ग्राहक के कार्ड की जानकारियों की सुरक्षा संबंधी चिंताएं व्यक्त की गई थीं.टिप्पणियां कंपनी ने अपने ब्लॉग पर लिखा, ‘‘उद्योग जगत की ओर से मिले कुछ सुझावों के आधार पर हमने इस सुविधा (एप पीओएस) को दुकानदारों को उपलब्ध कराने से पहले अतिरिक्त प्रमाणीकरण करने का निर्णय लिया है. हम इस सेवा को जल्द और अद्यतन के साथ शुरू करेंगे.’’ इसमें कहा गया है कि ग्राहकों के डेटा और निजता की सुरक्षा से ज्यादा उनके लिए कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हालांकि, यह सुविधा इस सप्ताह ही शुरू की गई थी. इस सेवा को पेटीएम ने वापस ले लिया है क्योंकि उद्योग जगत द्वारा इससे ग्राहक के कार्ड की जानकारियों की सुरक्षा संबंधी चिंताएं व्यक्त की गई थीं.टिप्पणियां कंपनी ने अपने ब्लॉग पर लिखा, ‘‘उद्योग जगत की ओर से मिले कुछ सुझावों के आधार पर हमने इस सुविधा (एप पीओएस) को दुकानदारों को उपलब्ध कराने से पहले अतिरिक्त प्रमाणीकरण करने का निर्णय लिया है. हम इस सेवा को जल्द और अद्यतन के साथ शुरू करेंगे.’’ इसमें कहा गया है कि ग्राहकों के डेटा और निजता की सुरक्षा से ज्यादा उनके लिए कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कंपनी ने अपने ब्लॉग पर लिखा, ‘‘उद्योग जगत की ओर से मिले कुछ सुझावों के आधार पर हमने इस सुविधा (एप पीओएस) को दुकानदारों को उपलब्ध कराने से पहले अतिरिक्त प्रमाणीकरण करने का निर्णय लिया है. हम इस सेवा को जल्द और अद्यतन के साथ शुरू करेंगे.’’ इसमें कहा गया है कि ग्राहकों के डेटा और निजता की सुरक्षा से ज्यादा उनके लिए कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
खेल के बड़े पुरस्कारों में से एक द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए पैनल की तरफ से कई कोच नामित किए गए हैं, लेकिन जसपाल राणा को इसके लिए नहीं चुना गया है. जिसके बाद खेल की दुनिया में कई तरह की आवाज़ें उठ रही हैं, भारत के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले अभिनव बिंद्रा ने भी जसपाल राणा को द्रोणाचार्य अवॉर्ड न मिलने पर हैरानी जताई है और पैनल पर बुरी तरह भड़के हैं. दरअसल, इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए विमल कुमार (बैडमिंटन), संदीप गुप्ता (टेबल टेनिस), मोहिंदर सिंह ढिल्लों (एथलेटिक्स) को नामित किया गया है. इसके अलावा लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए मर्जबान पटेल (हॉकी), रामबीर सिंह खोखर (कबड्डी) और संजय भारद्वाज (क्रिकेट) को नॉमिनेट किया गया है. इसके बाद ही अभिनव बिंद्रा की तरफ से ट्वीट किया गया और इस चयन पर सवाल खड़े किए गए. अभिनव ने रविवार शाम को ट्वीट किया कि मैं हमेशा अपने शानदार प्रदर्शन का श्रेय बेहतरीन कोच को देता रहा. जसपाल राणा के लिए भी मेरी नजरों में काफी सम्मान है. लेकिन द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए उनका नहीं चुना जाना निराशाजनक है. उन्होंने लिखा कि उम्मीद करते हैं कि इससे उनका मनोबल नहीं टूटेगा और वह आगे और वह लोगों को अच्छे तरीके से तैयार करेंगे. I can attribute much of my success to having wonderful coaches. @jaspalrana2806 has earned my respect as one of the best & it is disappointing to see him overlooked for the Dronacharya.Hope this gives his wards the impetus to train harder &prove the committee wrong at Tokyo2020 — Abhinav Bindra OLY (@Abhinav_Bindra) August 17, 2019 समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के अनुसार, जसपाल राणा ने जिन बड़े प्लेयरों को तैयार किया उन्होंने ही उन्हें अपना मेंटर नहीं माना. मनु भाकर, सौरभ चौधरी ने आधिकारिक कागजातों में जसपाल राणा को अपना मेंटर ही नहीं माना. यही कारण रहा कि 12 सदस्यों के पैनल ने द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए उन्हें नामित नहीं किया गया. अभिनव बिंद्रा के ट्वीट के बाद जसपाल राणा ने भी उनका धन्यवाद किया. उन्होंने लिखा कि समर्थन के लिए शुक्रिया, अभिनव बिंद्रा. आपके शब्द मेरे लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं. लेकिन मैं किसी के सामने खुद को साबित करने की कोशिश नहीं कर रहा हूं. न सिर्फ अभिनव बिंद्रा, बल्कि कई अन्य सितारों ने भी जसपाल राणा के समर्थन में ट्वीट किया है, जिनमें अदनान सामी भी शामिल हैं. आपको बता दें कि पिछले कुछ साल में भारत को निशानेबाजी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता मिली है. यही कारण है कि मनु भाकर, सौरभ चौधरी जैसे युवा खिलाड़ियों को इतनी ज्यादा सफतला मिली है. जसपाल राणा भारत के जूनियर निशानेबाजी कोच हैं, ऐसे में उन्हें इस सफलता का क्रेडिट किया जाता है. वह वर्ल्ड निशानेबाजी चैम्पियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल भी जीत चुके हैं.
दो साल पहले जिस आम आदमी पार्टी को दिल्ली में ऐसा प्रचंड बहुमत मिला, जिसकी कल्पना तक नहीं की जा रही थी, आज वही आम आदमी पार्टी घरेलू मोर्चे से लेकर ईमानदारी की चौखट तक बेनकाब हो रही है. दो साल पहले केजरीवाल दिल्ली का मुख्यमंत्री बन गए. लेकिन उनकी महत्वाकांक्षा दिल्ली में ही नहीं समा रही थी. इसलिए पंजाब से गोवा तक चले गए. उन राज्यों में मिली हार ने केजरीवाल की तमन्नाओं को ठिकाने लगा दिया, और रही सही कसर दिल्ली में एमसीडी की हार ने पूरी कर दी. जब जुबान की कद्र नहीं होती तो सफलता भरी उम्मीदों का ज्वार महज दो साल में ही नाकामियों का भाटा बनकर उतरने लगता है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ यही हुआ, कहां तो मुख्यमंत्री बनने के बाद वो दिल्ली को जन्नत बनाने के लिए जी जान से जुटने वाले थे और कहां दिल्ली छोड़ अलग-अलग सूबों को जीतने के लिए निकल पड़े. लेकिन पंजाब से गोवा तक नतीजा आया तो सब नील बने सन्नाटा. 2015 की वो गुलाबी शाम थी, जब दिल्ली में प्रचंड बहुमत के गुलाब केजरीवाल पर बरस रहे थे. पूरी की पूरी दिल्ली केजरीवाल ने नाम हो गई. लेकिन दो साल में भरोसा ऐसा टूटा कि जिस राजौरी गार्डन सीट पर आम आदमी पार्टी ने प्रचंड बहुमत पाया था, वहां अपनी इज्जत की जमानत तक नहीं बचा पाई. माना कि एक सीट की हार जीत से बहुमत वाली सरकार की सेहत पर असर नहीं पड़ता. लेकिन जब राजनीति की सारी कायनात एक सीट पर सिमट जाए तो उसकी गूंज दूरतलक जाती है और इस मुश्किल से निकल पाते कि एमसीडी में पार्टी की सारी उम्मीदें धराशायी हो गईं. ईवीएम पर सवाल उठाने वाले केजरीवाल के सामने अब दिल्ली के वोटरों के सवाल इन चुनाव नतीजों से उछल रहे हैं. ये ठीक है कि आम आदमी पार्टी आगे डटकर लड़ने की दुहाई दे रही है लेकिन अभी का नतीजा तो केजरीवाल के लिए दिल्ली के लोगों का कठोर पैगाम है. पैगाम ये कि नहीं संभले तो बर्बादियों का मंजर इंतजार कर रहा है, इसलिए दो साल पुरानी जीत के हैंगओवर में जीने वाले नेताओं की जुबान भी नरम पड़ गई. बेईमान से लड़ने का दावा और विकास की नई ऊंचाइयों को छूने का वादा. गोवा-पंजाब से होते हुए एमसीडी के चुनावों में हार ने केजरीवाल के इस दावे पर भी सवाल खड़ा कर दिया है, जो उन्होंने शपथ लेते हुए किया था. कहां तो 24 घंटे परिश्रम का वादा था और कहां विवादों और बवालों में सरकार घिरती चली गई. - केजरीवाल सरकार पर आरोप लगा कि इसने 12 हजार रुपये प्रति थाली के हिसाब से ताजमहल होटल से खाना मंगाया. - केजरीवाल सरकार पर ये भी आरोप लगा कि इसने विज्ञापनों पर 97 करोड़ रुपये खर्च कर दिए. - केजरीवाल के 21 विधायकों को संसदीय सचिव बनाना भी उनके लिए मुसीबतों का सबब बन गया. - और वित्त मंत्री अरुण जेटली से मानहानि का मुकदमा लड़ने के चक्कर में राम जेठमलानी की तीन करोड़ 86 लाख की फीस भी गले की फांस बन गई. इन सबके बीच खुद केजरीवाल दिल्ली का मुख्यमंत्री होकर भी दिल्ली से दूर-दूर खड़े रहे. विरोधी पार्टियां इस बात को भुनाने में कामयाब रहीं. केजरीवाल की छवि पर सबसे बड़ा सवालिया निशान तो शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट से लगी, जिनमें सरकार के खिलाफ 7 मामलों की जांच सीबीआई को सौंप दी गई. - शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिक के सलाहकार पद पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन की नियुक्ति नियमों की धज्जियां उड़ाकर हुई. - दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को घर मुहैया कराए जाने को भी गलत बताया. - AAP विधायक अखिलेश त्रिपाठी को अनुचित तरीके से टाइप 5 बंगला दिया गया. - केजरीवाल के रिश्तेदार निकुंज अग्रवाल को स्वास्थ्य मंत्री का ओएसडी बनाने पर भी सवाल उठाया गया है. - उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत मंत्रियों की विदेश यात्रा के लिए उप-राज्यपाल से इजाजत नहीं लेने को भी गलत बताया है. - रिपोर्ट में आप के दफ्तर के लिए 206 राउज एवेन्यू का बंगला आवंटित करने को भी अनुचित ठहराया गया है. केजरीवाल पर जब भी उंगली उठी, इसे वो दूसरे राजनीतिक दलों की सियासी चाल बताकर पल्ला झाड़ लेते थे. इस बीच अपने पुराने वादों को भुलाकर वो पंजाब और गोवा में किस्मत आजमाने चले गए. पंजाब में जीत के मनसूबों पर कैप्टन अमरिंदर ने पानी फेर दिया तो गोवा कहीं की नहीं रही. अब एमसीडी की हार के बाद पार्टी में मचा हाहाकार केजरीवाल को जरूर डरा रहा होगा.
यह एक लेख है: फ्रांस में नीस हमले की जांच में यह बात पता चली है कि हमलावर ट्रक चालक हमले से दो दिन पहले समुद्र तट आया था। यह बात नरसंहार के जांचकर्ताओं द्वारा सूचनाओं की कड़ी मिलाने और संभावित साथियों से पूछताछ में सामने आई है। इस हमले की जिम्‍मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। जांच के जुड़े एक सूत्र ने बताया कि ट्यूनीशियाई मूल के 31 वर्षीय मोहम्मद लाओयूइज बोउहलेल ने हमले से ठीक पहले एक संदेश भेजा था जिसमें 7.65 एमएम की पिस्तौल हासिल करने पर संतुष्टि जताई गई थी और अन्य हथियारों की आपूर्ति पर चर्चा की गई। उसने वारदात के एक दिन पहले ट्रक पर खुद की तस्वीर भी ली थी जिससे उसने लोगों को रौंद दिया था जो फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर आतिशबाजी का आनंद ले रहे थे। इस वारदात में 84 लोग मारे गए थे और करीब 300 लोग जख्मी हुए थे। पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों ने डिलीवरी चालक को ऐसा व्यक्ति बताया है जो बहुत ज्यादा शराब पीता था और कभी भी स्थानीय मस्जिद नहीं जाता था, जबकि अन्य ने जांचकर्ताओं को बताया कि हाल ही में कट्टर इस्लाम की ओर उसका रुख हो गया था। टिप्पणियां लेकिन इस्लामिक स्टेट से उसका संबंध साबित होता हो ऐसा अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। आईएस ने शनिवार को हमले की जिम्मेदारी ली थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जांच के जुड़े एक सूत्र ने बताया कि ट्यूनीशियाई मूल के 31 वर्षीय मोहम्मद लाओयूइज बोउहलेल ने हमले से ठीक पहले एक संदेश भेजा था जिसमें 7.65 एमएम की पिस्तौल हासिल करने पर संतुष्टि जताई गई थी और अन्य हथियारों की आपूर्ति पर चर्चा की गई। उसने वारदात के एक दिन पहले ट्रक पर खुद की तस्वीर भी ली थी जिससे उसने लोगों को रौंद दिया था जो फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर आतिशबाजी का आनंद ले रहे थे। इस वारदात में 84 लोग मारे गए थे और करीब 300 लोग जख्मी हुए थे। पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों ने डिलीवरी चालक को ऐसा व्यक्ति बताया है जो बहुत ज्यादा शराब पीता था और कभी भी स्थानीय मस्जिद नहीं जाता था, जबकि अन्य ने जांचकर्ताओं को बताया कि हाल ही में कट्टर इस्लाम की ओर उसका रुख हो गया था। टिप्पणियां लेकिन इस्लामिक स्टेट से उसका संबंध साबित होता हो ऐसा अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। आईएस ने शनिवार को हमले की जिम्मेदारी ली थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उसने वारदात के एक दिन पहले ट्रक पर खुद की तस्वीर भी ली थी जिससे उसने लोगों को रौंद दिया था जो फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर आतिशबाजी का आनंद ले रहे थे। इस वारदात में 84 लोग मारे गए थे और करीब 300 लोग जख्मी हुए थे। पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों ने डिलीवरी चालक को ऐसा व्यक्ति बताया है जो बहुत ज्यादा शराब पीता था और कभी भी स्थानीय मस्जिद नहीं जाता था, जबकि अन्य ने जांचकर्ताओं को बताया कि हाल ही में कट्टर इस्लाम की ओर उसका रुख हो गया था। टिप्पणियां लेकिन इस्लामिक स्टेट से उसका संबंध साबित होता हो ऐसा अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। आईएस ने शनिवार को हमले की जिम्मेदारी ली थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों ने डिलीवरी चालक को ऐसा व्यक्ति बताया है जो बहुत ज्यादा शराब पीता था और कभी भी स्थानीय मस्जिद नहीं जाता था, जबकि अन्य ने जांचकर्ताओं को बताया कि हाल ही में कट्टर इस्लाम की ओर उसका रुख हो गया था। टिप्पणियां लेकिन इस्लामिक स्टेट से उसका संबंध साबित होता हो ऐसा अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। आईएस ने शनिवार को हमले की जिम्मेदारी ली थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लेकिन इस्लामिक स्टेट से उसका संबंध साबित होता हो ऐसा अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। आईएस ने शनिवार को हमले की जिम्मेदारी ली थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)