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मध्यप्रदेश का होने के बावजूद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने संबंधी कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए तेज तर्रार साध्वी नेता ने आज कहा कि इस युवा नेता को याद रखना चाहिए कि उनकी मां के इटली की होने के बावजूद भारत ने उन्हें स्वीकार किया है. भाजपा का उम्मीदवार घोषित किए जाने के दूसरे दिन उमा भारती ने आज ललकार लगाई कि जिस तरह उन्होंने मध्यप्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को धूल चटाई थी उसी तरह वह अब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के ‘गुरू चेला’ :दिग्विजय और राहुल: को पटकनी देंगी. राहुल की टिप्पणी पर उन्होंने कहा, ‘..मैं राहुल को सिर्फ यह याद दिलाना चाहती हूं कि उनकी मां इटली से हैं और भारत में उन्हें स्वीकार किया गया. मैं भारतीय हूं और कहीं से भी चुनाव लड़ सकती हूं. उन्हें अपनी मां पर टिप्पणी करनी चाहिए अपनी बुआ पर नहीं. उन्हें इतने नीचे स्तर पर नहीं आना चाहिए. वह सकारात्मक राजनीति करें. ’ राहुल ने बुंदेलखंड में गुरुवार को एक चुनावी सभा में कहा था कि भाजपा मध्यप्रदेश से एक नेता लाई है. लेकिन जब बुंदेलखंड दिक्कतों में था उस समय वह कहां थीं. बुंदेलखंड के चरखारी चुनाव क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बनाई गई उमा ने कहा कि वह राहुल के ‘गुरू दिग्विजय को मध्यप्रदेश में धूल चटा चुकी हैं. अब ये गुरू चेला उत्तर प्रदेश में हैं, मैंने जो मध्यप्रदेश में कर दिखाया था वही अब मैं उत्तरप्रदेश में दोहराउंगी. ’ ओबीसी आरक्षण के 27 प्रतिशत कोटा में से अल्पसंख्यकों को साढ़े चार प्रतिशत कोटा दिए जाने के केन्द्र के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘ इस विभाजनकारी नीति की कांग्रेस को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. अल्पसंख्यकों को शिक्षा और रोजगार मिलना चाहिए, लेकिन ऐसा ओबीसी की कीमत पर नहीं होना चाहिए ’.
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की नई फिल्म 'पटियाला हाउस' प्रदर्शित होने वाली है लेकिन उनका कहना है कि उन्होंने इस फिल्म में काम करने का प्रस्ताव इसलिए स्वीकार किया क्योंकि यह फिल्म उनकी वास्तविक जिंदगी से बिल्कुल अलग है और वह अपनी हास्यप्रधान छवि को बदलना चाहते हैं। अक्षय कुमार ने कहा, "यह एक गंभीर भूमिका निभाने के लिए सही फैसला था क्योंकि लगभग तीन वर्षों से मैंने ऐसी भूमिका नहीं की थी।" अक्षय ने कहा, "पिछली बार मैं 'नमस्ते लंदन' में गंभीर भूमिका में दिखा था। इसके बाद मैंने हास्यप्रधान फिल्मों पर ध्यान केंद्रित कर लिया था। इसलिए मैंने सोचा कि अब गंभीर भूमिकाओं की तरफ ध्यान केंद्रित करने का समय आ गया है।" अक्षय कहते हैं, "इस किरदार को निभाते समय मैंने महसूस किया कि मैं उस तरह का किरदार निभा रहा हूं जिस तरह की परिस्थतियों का सामना लोग अपनी निजी जिंदगी में करते हैं।" पटियाला हाउस से पहले अक्षय कुमार ने कुछ बेहतरीन हास्य प्रधान फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने हेरा फेरी, एक्शन रिप्ले और तीस मार खां जैसी फिल्मों में काम किया। फिल्म पटियाला हाउस का निर्देशन निखिल आडवाणी ने किया है जबकि इस फिल्म के सह-निर्माताओं में भूषण कुमार, मुकेश तलरेजा, कृष्ण कुमार और अक्षय कुमार तथा उनकी पत्नी ट्विंकल खन्ना भी शामिल हैं। फिल्म में अक्षय कुमार के अलावा बॉलीवुड में तीन सफल फिल्में दे चुकीं अनुष्का शर्मा और वरिष्ठ अभिनेता ऋषि कपूर भी हैं। इसमें अक्षय कुमार की सास और वरिष्ठ अभिनेत्री डिम्पल कपाड़िया भी अभिनय कर रही हैं।
त्रिफला (संस्कृत: त्रिफला [t̪ripʰəl̪aː], "तीन फल") एक आयुर्वेदिक हर्बल रसायन फार्मूला है जिसमें बीज के बिना ली गई तीन हरड़ के बराबर भाग शामिल हैं: अमलकी (एम्ब्लिका ऑफिसिनालिस), बिभीतकी (टर्मिनलिया बेलिरिका), और हरीतकी (टर्मिनलिया चेबुला) .
निष्क्रिय पड़ी सहकारी आवासीय समितियों को जालसाजी से भूमि आवंटन करने के 4,000 करोड़ रूपये के घोटाले में कथित तौर पर लिप्त शहर के दो अधिकारियों को दिल्ली की एक अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया. चेहरा पहचानें, जीतें ईनाम. भाग लेने के लिए क्लिक करें अदालत ने इस मामले के आठ अन्य सहआरोपियों के खिलाफ आगे की सुनवाई के लिए मामला एक मजिस्ट्रेटी अदालत में यह कहते हुए स्थानांतरित भी कर दिया कि दो सरकारी अधिकारियों को बरी करने के साथ ही वह इस पर अपना न्याय क्षेत्र खत्म करती है. विशेष न्यायाधीश आर पी पांडे ने सहकारी समितियों के पंजीयक कार्यालय के अधिकारियों एस डी शर्मा और देवजीत दत्ता को सबूतों के अभाव में ऐसे समय पर बरी किया है जब आरोपियों पर आरोप तय किए जा रहे हैं. आजतक LIVE TV देखने के लिए यहां क्लिक करें अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने कहा कि मैंने पाया कि भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत आरोप तय करने के लिए आरोपियों एस डी शर्मा और देवजीत दत्ता के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं. इसलिए दोनों को बरी किया जाता है. अदालत ने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत नौकरशाहों के खिलाफ सुनवाई खत्म होने के बाद अन्य आरोपियों के संदर्भ में अदालत अपना न्यायक्षेत्र समाप्त करती है और यह मामला मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के पास भेजती है.
भारतीय महिला हॉकी टीम की के लिए दीवाली थोड़ी देर से आई, लेकिन जश्न में कोई कमी नहीं थी. सिंगापुर में खेली गई महिला एशियन चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनलमें भारतीय टीम शुरू से ही आक्रामक रही. 13वें मिनट में दीप ग्रेस एक्का ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर दिया. चीन ने 44वें मिनट में बराबरी कर ली. 60वें मिनट में दीपिका के रिबाउंड से पेनल्टी कॉर्नर गोल में बदला. यह मैच का आखिरी और निर्णायक गोल साबित हुआ. वर्ल्ड नंबर-12 टीम भारत के लिए जीत इसलिए भी अहम रही, क्योंकि कप्तान सुशीला चानू और पेनल्टी कॉर्नर एक्सपर्ट नमिता टोप्पो अनफिट होने के कारण यहां खेल नहीं पाईं. पिछले साल महिला टीम इस टूर्नामेंट की उपविजेता रही थी. इससे पहले 36 साल बाद भारतीय हॉकी टीम ने ओलिंपिक में हिस्सा लिया था. इन सभी उलब्धियों के देखने के बाद लग रहा है कि भारतीय हॉकी के दिन फिर रहे हैं और अच्छे दिनों की शुरुआत हो गई है... इन सभी उलब्धियों के देखने के बाद लग रहा है कि भारतीय हॉकी के दिन फिर रहे हैं और अच्छे दिनों की शुरुआत हो गई है...
टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले के इस्तीफा देने की खबरें आ रही हैं. बताया जा रहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी खत्म होने के बाद ही उन्होंने बीसीसीआई को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इससे पहले कुंबले के बिना ही टीम इंडिया वेस्टइंडीज दौरे के लिए रवाना हो चुकी है. बता दें कि कुछ दिनों से बोर्ड कोच की तलाश कर रहा है. कुंबले का कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेद की बात भी सामने आई थी. सामने आया विराट-कुंबले का विवाद? जानकारी के मुताबिक, विराट कोहली अनिल कुंबले को हटाने की बात कर रहे हैं. कुंबले को पिछले साल नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल इस साल जून तक ही था. टीम के साथ वेस्ट इंडीज नहीं गए मंगलवार को खबर आई थी कि वह टीम के साथ लंदन से वेस्ट डीज नहीं गए. उनके बिना ही टीम इंडिया के खिलाड़ी इंडीज दौरे के लिए रवाना हो गए. पहले कहा जा रहा था कि आईसीसी कमेटी में होने के कारण लंदन में परिषद की मीटिंग के कारण वह नहीं गए. पर बाद में ये बात सामने आई कि उन्होंने बोर्ड को अपना इस्तीफा दे दिया है. कैसा रहा कुंबले का प्रदर्शन? अनिल कुंबले के कोच रहते टीम इंडिया ने लगातार 5 टेस्ट सीरीज जीती हैं और वह नंबर-1 टीम का रुतबा हासिल कर चुकी थी. कुंबले के कोच रहते भारत ने घरेलू सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 13 में से 10 टेस्ट जीते, दो ड्रॉ खेले और सिर्फ एक गंवाया. इसके अलावा वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज भी जीती. कुंबले के नाम 619 टेस्ट और 337 वनडे विकेट दर्ज हैं. कोच के तौर पर शास्त्री ही विराट की पहली पसंद वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कोच के तौर पर विराट कोहली की पहली पसंद रवि शास्त्री हैं. वह कुंबले से पहले बतौर डायरेक्टर और कोच टीम इंडिया से जुड़े थे. कोच चुनने की जिम्मेदारी सीएसी की है और इसमें शामिल तीनों सीनियर खिलाड़ी लंबे समय तक कुंबले के साथ ड्रेसिंग रूम साझा कर चुके हैं. इस पूर्व लेग स्पिनर के शानदार रिकॉर्ड को देखते हुए कोच के तौर हटाना बहुत मुश्किल है.
बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप केस में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले से संबंधित सभी दस्तावेज स्थानीय पुलिस से अपने कब्जे में ले लिए हैं. वहीं इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस नें बिहार के भागलपुर मे बालगृह के पूर्व अधीक्षक प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में सीबीआई जांच टीम को रेप कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर कॉल की डिटेल्स भी मिल गई हैं, जिसके आधार पर आगे की पूछताछ की जाएगी. सीबीआई की टीम संस्था का सोशल ऑडिट करने वाली टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेस के भी संपर्क में है. कॉल डिटेल्स और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर सीबीआई ठाकुर से पूछताछ करेगी. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को ब्रजेश ठाकुर के तीन मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स मिली हैं. बड़ी बात ये है कि तीनों मोबाइल में तमाम कॉल्स ऐसी हैं जो साफ करती हैं कि ठाकुर मुजफ्फरपुर से लेकर पटना तक कई सफेदपोश लोगों के संपर्क में रहता था. बालिका गृह के संरक्षक ब्रजेश ठाकुर से सीबीआई अब इन कॉल्स के आधार पर बातचीत का ब्योरा मांगेगी. इसके अलावा सीबीआई को कुछ और अहम सबूत भी मिले हैं. जांच टीम ने समाज कल्याण विभाग से ठाकुर के एनजीओ से जुड़े पांच साल के दस्तावेज मांगे थे, जो उसे मिल गए हैं. फंड के लिए नियमों का उल्लंघन सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, दस्तावेजों से साफ पता चलता है कि ब्रजेश ठाकुर के तमाम एनजीओ को फंड देने के लिए नियमों को ताक पर रखा गया. अहम सबूत मिलने के बाद सीबीआई ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से पूछताछ के लिए संपर्क किया है. सूत्रों के मुताबिक एक-दो दिन में सभी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी. माना जा रहा है कि कॉल डिटेल्स और फंड में नियमों के उल्लंघन की बात सामने आने के बाद ब्रजेश ठाकुर की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. साथ ही विपक्ष ब्रजेश ठाकुर पर सत्ता से सांठ-गांठ के जो आरोप लगा रहा है, उसे भी बल मिल सकता है. बता दें कि बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों में से 34 के साथ रेप की पुष्टि हुई है. जिसके बाद बालिका गृह के संरक्षक ब्रजेश ठाकुर समेत दूसरे आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी लगातार नीतीश सरकार पर ब्रजेश ठाकुर को बचाने का आरोप लगा रहे हैं. साथ ही वो ब्रजेश ठाकुर को नीतीश कुमार की पार्टी के नेताओं से संरक्षण मिलने का आरोप भी लगा रहे हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोषियों को सजा दिए जाने की बात कही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास व्हाइट हाउस से शनिवार को एक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी जिसके बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक ये आवाज व्हाइट हाउस के साउथ लॉन की तरफ से आई है. तेज आवाज सुनाई देने के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं और पूरे इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक राष्ट्रपति ओबामा अपने परिवार के साथ हेलिकॉप्टर से उड़ान भरने वाले थे लेकिन इससे पहले ही धमाके की ये आवाज सुनाई दी. फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुट गईं है. सुरक्षा के मद्देनजर व्हाइट हाउस में मौजूद पत्रकारों को भी ब्रीफिंग रूम में लॉक कर दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियों ने ये साफ किया है कि धमाके के वक्त राष्ट्रपति का परिवार साउथ लॉन की तरफ नहीं था.
यह एक लेख है: पाकिस्तान में हर नौ महिलाओं में से एक स्तन कैंसर से पीड़ित है, और इस बीमारी से मौत की दर दुनिया के किसी भी अन्य हिस्से के मुकाबले पाकिस्तान में सबसे अधिक मौतें होती हैं. इन मौतों के पीछे प्रमुख कारण हैं इस बीमारी के प्रति जागरूकता, जांच और इलाज के लिए सुविधाओं की भारी कमी। यह खुलासा पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में फेडरल ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग की प्रभारी आयशा इसानी मजीद ने किया है. अलामा इकबाल ऑपन यूनिवर्सिटी (एआईओयू) द्वारा आयोजित एक सेमिनार में अपना वक्तव्य देने के दौरान उन्होंने ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने पर जोर देते हुए इसका खुलासा किया. आयशा ने कहा कि स्तन कैंसर की प्रमुख वजहों में मोटापा, शराब पीना, कसरत न करना, देर से गर्भधारण करना, मां न बनना, हार्मोन में बदलाव, आयनित रेडिएशन जैसी कई वजहें शामिल हैं. उन्होंने कहा, "शुरुआत में ही इसकी जानकारी मिलने और इसका सही इलाज मिलने पर जिंदगी बच सकती है. हर महिला को खुद ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही समय रहते बीमारी का पता चलने पर मरीज के ठीक होने के 90- 95 प्रतिशत संभावना होती है." वहीं डिपार्टमेंट ऑफ इन्वायरोमेंटल डिजाइन हेल्थ एंड न्यूट्रीशनल साइंसेज की चेयरपर्सन डॉ. हाजरा अहमद ने स्तन कैंसर संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों पर प्रकाश डालते हुए इसे लेकर जागरूकता फैलाने की बात कही. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ)के एक आंकड़े के अनुसार, अनुमानत: 627,000 महिलाओं की मौत स्तन कैंसर से होती है.
यह लेख है: राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवारी के दावेदार बॉबी जिंदल ने अमेरिका में अवैध प्रवासियों से जन्मे बच्चों के लिए जन्म आधारित नागरिकता खत्म करने के रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रम्प के आह्वान का समर्थन किया है। अवैध प्रवासियों के नकारात्मक आर्थिक परिणाम बताते हुए रियल-एस्टेट उद्यमी और राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवारी के अग्रणी दावेदार ट्रम्प ने इससे निपटने के लिए कठोर योजना का खुलासा किया जिसके एक दिन बाद जिंदल ने ट्वीट किया, ‘अवैध प्रवासियों के लिए जन्म आधारित नागरिकता खत्म करने की जरूरत है।’ चुनाव पूर्व की जाने वाली अधिकतर रायशुमारी में जिंदल निचले पायदान पर हैं और सीएनएन के हालिया सर्वेक्षण में उन्हें एक प्रतिशत से भी कम समर्थन मिला। दिलचस्प है कि स्वयं जिंदल का जन्म उनकी गर्भवती मां के भारत से अमेरिका आने के तीन महीनों बाद हुआ था।टिप्पणियां बहरहाल, लुईसियाना के 44 वर्षीय गवर्नर ने इस बात को स्पष्ट किया कि उनके माता पिता ‘देश में वैध रूप से’ आए थे। शुक्रवार को ओहायो के कोलंबस में ‘कंजर्वेटिव अमेरिकंस फॉर प्रॉसपरिटी’ की ओर से आयोजित एक समारोह में बोलते हुए जिंदल ने कहा, ‘संस्कृति आत्मसात किए बिना आप्रवास हमले के समान है’ और उन्होंने दावा किया कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनने पर वह छह सप्ताह के अंदर मेक्सिको से सटी दक्षिणी सीमा को सुरक्षित कर सकते हैं। अवैध प्रवासियों के नकारात्मक आर्थिक परिणाम बताते हुए रियल-एस्टेट उद्यमी और राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवारी के अग्रणी दावेदार ट्रम्प ने इससे निपटने के लिए कठोर योजना का खुलासा किया जिसके एक दिन बाद जिंदल ने ट्वीट किया, ‘अवैध प्रवासियों के लिए जन्म आधारित नागरिकता खत्म करने की जरूरत है।’ चुनाव पूर्व की जाने वाली अधिकतर रायशुमारी में जिंदल निचले पायदान पर हैं और सीएनएन के हालिया सर्वेक्षण में उन्हें एक प्रतिशत से भी कम समर्थन मिला। दिलचस्प है कि स्वयं जिंदल का जन्म उनकी गर्भवती मां के भारत से अमेरिका आने के तीन महीनों बाद हुआ था।टिप्पणियां बहरहाल, लुईसियाना के 44 वर्षीय गवर्नर ने इस बात को स्पष्ट किया कि उनके माता पिता ‘देश में वैध रूप से’ आए थे। शुक्रवार को ओहायो के कोलंबस में ‘कंजर्वेटिव अमेरिकंस फॉर प्रॉसपरिटी’ की ओर से आयोजित एक समारोह में बोलते हुए जिंदल ने कहा, ‘संस्कृति आत्मसात किए बिना आप्रवास हमले के समान है’ और उन्होंने दावा किया कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनने पर वह छह सप्ताह के अंदर मेक्सिको से सटी दक्षिणी सीमा को सुरक्षित कर सकते हैं। चुनाव पूर्व की जाने वाली अधिकतर रायशुमारी में जिंदल निचले पायदान पर हैं और सीएनएन के हालिया सर्वेक्षण में उन्हें एक प्रतिशत से भी कम समर्थन मिला। दिलचस्प है कि स्वयं जिंदल का जन्म उनकी गर्भवती मां के भारत से अमेरिका आने के तीन महीनों बाद हुआ था।टिप्पणियां बहरहाल, लुईसियाना के 44 वर्षीय गवर्नर ने इस बात को स्पष्ट किया कि उनके माता पिता ‘देश में वैध रूप से’ आए थे। शुक्रवार को ओहायो के कोलंबस में ‘कंजर्वेटिव अमेरिकंस फॉर प्रॉसपरिटी’ की ओर से आयोजित एक समारोह में बोलते हुए जिंदल ने कहा, ‘संस्कृति आत्मसात किए बिना आप्रवास हमले के समान है’ और उन्होंने दावा किया कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनने पर वह छह सप्ताह के अंदर मेक्सिको से सटी दक्षिणी सीमा को सुरक्षित कर सकते हैं। बहरहाल, लुईसियाना के 44 वर्षीय गवर्नर ने इस बात को स्पष्ट किया कि उनके माता पिता ‘देश में वैध रूप से’ आए थे। शुक्रवार को ओहायो के कोलंबस में ‘कंजर्वेटिव अमेरिकंस फॉर प्रॉसपरिटी’ की ओर से आयोजित एक समारोह में बोलते हुए जिंदल ने कहा, ‘संस्कृति आत्मसात किए बिना आप्रवास हमले के समान है’ और उन्होंने दावा किया कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनने पर वह छह सप्ताह के अंदर मेक्सिको से सटी दक्षिणी सीमा को सुरक्षित कर सकते हैं। शुक्रवार को ओहायो के कोलंबस में ‘कंजर्वेटिव अमेरिकंस फॉर प्रॉसपरिटी’ की ओर से आयोजित एक समारोह में बोलते हुए जिंदल ने कहा, ‘संस्कृति आत्मसात किए बिना आप्रवास हमले के समान है’ और उन्होंने दावा किया कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनने पर वह छह सप्ताह के अंदर मेक्सिको से सटी दक्षिणी सीमा को सुरक्षित कर सकते हैं।
रूपविज्ञान के सन्दर्भ में, किसी वाक्य, मुहावरा या वाक्यांश में संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया के साथ उनके सम्बन्ध के अनुसार रूप बदलना कारक कहलाता है। अर्थात् व्याकरण में संज्ञा या सर्वनाम शब्द की वह अवस्था जिसके द्वारा वाक्य में उसका क्रिया के साथ संबंध प्रकट होता है उसे कारक कहते हैं। संज्ञा या सर्वनाम का क्रिया से सम्बन्ध जिस रूप से जाना जाता है, उसे कारक कहते हैं। कारक यह इंगित करता है कि वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम का काम क्या है। कारक कई रूपों में देखने को मिलता है विभिन्न भाषाओं में कारकों की संख्या तथा कारक के अनुसार शब्द का रूप-परिवर्तन भिन्न-भिन्न होता है। संस्कृत तथा अन्य प्राचीन भारतीय भाषाओं में आठ कारक होते हैं। जर्मन भाषा में चार कारक हैं। कारक विभक्ति - संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों के कारक अनुसार रूप-परिवर्तन को कहते हैं। कारक के भेद कारक के निम्नलिखित आठ भेद होते हैं: 1.कर्ता— कार्य को करनेवाला 2. कर्म— जिस पर कार्य का प्रभाव पड़े 3. करण— जिसके द्वारा कर्ता कार्य करता है 4. संप्रदान— जिसके लिए कार्य किया जाए 5. अपादान— जिससे अलगाव हो 6. सम्बन्ध— अन्य पदों से संबंध 7. अधिकरण— कार्य का आधार 8. संबोधन— किसी को संबोधित करना हिन्दी में इनके अर्थ स्मरण करने के लिए इस पद की रचना की गई हैं: कर्ता ने अरु कर्म को, करण रीति से जान। संप्रदान को, के लिए, अपादान से मान।। का, के, की, संबंध हैं, अधिकरणादिक में मान। रे ! हे ! हो ! संबोधन, मित्र धरहु यह ध्यान।। विशेष - कर्ता से अधिकरण तक विभक्ति चिह्न (परसर्ग) शब्दों के अंत में लगाए जाते हैं, किन्तु संबोधन कारक के चिह्न-हे, रे, आदि प्रायः शब्द से पूर्व लगाए जाते हैं। 1.कर्ता कारक संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से क्रिया (कार्य) के करने वाले का बोध होता है वह ‘कर्ता’ कारक कहलाता है। इसका हिन्दी पर्याय ‘ने’ है। इस ‘ने’ चिह्न का वर्तमानकाल और भविष्यकाल में प्रयोग नहीं होता है। इसका सकर्मक धातुओं के साथ भूतकाल में प्रयोग होता है। जैसे- 1.राम ने रावण को मारा। 2.लड़की स्कूल जाती है। काम करने वाले को कर्त्ता कहते हैं। जैसे – अध्यापक ने विद्यार्थियों को पढ़ाया। इस वाक्य में ‘अध्यापक’ कर्ता है, क्योंकि काम करने वाला अध्यापक है| पहले वाक्य में क्रिया का कर्ता राम है। इसमें ‘ने’ कर्ता जताता है। इस वाक्य में ‘मारा’ भूतकाल की क्रिया है। ‘ने’ का प्रयोग प्रायः भूतकाल में होता है। दूसरे वाक्य में वर्तमानकाल की क्रिया का कर्ता लड़की है। इसमें ‘ने’ का प्रयोग नहीं हुआ है। विशेष- (1) भूतकाल में अकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ भी ने परसर्ग नहीं लगता है। जैसे-वह हँसा। (2) वर्तमानकाल व भविष्यतकाल की सकर्मक क्रिया के कर्ता के साथ ने परसर्ग का प्रयोग नहीं होता है। जैसे-वह फल खाता है। वह फल खाएगा। (3) कभी-कभी कर्ता के साथ ‘को’ तथा ‘से’ का प्रयोग भी किया जाता है। जैसे- (अ) बालक को सो जाना चाहिए। (आ) सीता से पुस्तक पढ़ी गई। (इ) रोगी से चला भी नहीं जाता। (ई) उससे शब्द लिखा नहीं गया। 2.कर्म कारक कार्य जिस पर हो रहा होता है, वह कर्म कहलाता है। इसका हिन्दी पर्याय ‘को’ है। यह चिह्न भी बहुत-से स्थानों पर नहीं लगता। कार्य का फल अर्थात प्रभाव जिस पर पड़ता है, उसे कर्म कारक कहते हैं;जैसे – राम ने आम को खाया। इस वाक्य में ‘आम’ कर्म है, जैसे- 1. मोहन ने साँप को मारा। 2. लड़की ने पत्र लिखा। पहले वाक्य में ‘मारने’ की क्रिया का फल साँप पर पड़ा है। अतः साँप, कर्म कारक है। इसके साथ परसर्ग ‘को’ लगा है। दूसरे वाक्य में ‘लिखने’ की क्रिया का फल पत्र पर पड़ा। अतः पत्र, कर्म है। इसमें कर्म कारक का हिंदी पर्याय ‘को’ नहीं लगा। 3.करण कारक संज्ञा आदि शब्दों के जिस रूप से क्रिया के करने के साधन का बोध हो अर्थात् जिसकी सहायता से कार्य संपन्न हो वह करण कारक कहलाता है। इसके हिन्दी पर्याय ‘से’ के ‘द्वारा’ है। जिसकी सहायता से कोई कार्य किया जाए, उसे करण कारक कहते हैं। जैसे – वह कलम से लिखता है। इस वाक्य में ‘कलम’ करण है, क्योंकि लिखने का काम कलम से किया गया है। जैसे- 1.अर्जुन ने जयद्रथ को बाण से मारा। 2.बालक गेंद से खेल रहे है। पहले वाक्य में कर्ता अर्जुन ने मारने का कार्य ‘बाण’ से किया। अतः ‘बाण से’ करण पद है। दूसरे वाक्य में कर्ता बालक खेलने का कार्य ‘गेंद से’ कर रहे हैं। अतः ‘गेंद से’ करण पद है। 4.संप्रदान कारक संप्रदान का अर्थ है-देना। अर्थात कर्ता जिसके लिए कुछ कार्य करता है, अथवा जिसे कुछ देता है उसे व्यक्त करने वाले रूप को संप्रदान कारक कहते हैं। इसका हिन्दी पर्याय ‘के लिए’ है। जिसके लिए कोई कार्य किया जाए, उसे संप्रदान कारक कहते हैं। जैसे – मैं दिनेश के लिए चाय बना रहा हूँ। इस वाक्य में ‘दिनेश’ संप्रदान अवस्था में है, क्योंकि चाय बनाने का काम दिनेश के लिए किया जा रहा। 1.स्वास्थ्य के लिए सूर्य को नमस्कार करो। इन दो वाक्यों में ‘स्वास्थ्य के लिए’ और ‘गुरुजी को’ संप्रदान अवस्था में हैं। 5.अपादान कारक संज्ञा के जिस रूप से एक वस्तु का दूसरी से अलग होना पाया जाए वह अपादान कारक कहलाता है। इसका हिन्दी पर्याय ‘से’ है। कर्त्ता अपनी क्रिया द्वारा जिससे अलग होता है, उसे अपादान कारक कहते हैं। जैसे – पेड़ से आम गिरा। इस वाक्य में ‘पेड़’ अपादान अवस्था में है, क्योंकि आम पेड़ से गिरा अर्थात अलग हुआ है। जैसे- 1.बच्चा छत से गिर पड़ा। 2.संगीता घर से चल पड़ी। इन दोनों वाक्यों में ‘छत से’ और घर ‘से’ गिरने में अलग होना प्रकट होता है। अतः घर से और छत से अपादान अवस्था में हैं। 6.संबंध कारक शब्द के जिस रूप से किसी एक वस्तु का दूसरी वस्तु से संबंध प्रकट हो वह संबंध कारक कहलाता है। इसका हिन्दी पर्याय ‘का’, ‘के’, ‘की’, ‘रा’, ‘रे’, ‘री’ है। ये हिन्दी सर्वनामों में अभी भी भिन्न कारक रूप में दिखाई देता है, जसे- मैं>मेरा। उदाहरण- 1.यह राधेश्याम का बेटा है। 2.यह कमला की गाय है। इन दोनों वाक्यों में ‘राधेश्याम का बेटे’ से और ‘कमला का’ गाय से संबंध प्रकट हो रहा है। अतः यहाँ संबंध अवस्था में हैं। शब्द के जिस रूप से एक का दूसरे से संबंध पता चले, उसे संबंध कारक कहते हैं। जैसे – यह राहुल की किताब है। इस वाक्य में ‘राहुल की’ संबंध अवस्था में है, क्योंकि यह राहुल का किताब से संबंध बता रहा है। 7.अधिकरण कारक जिस शब्द से क्रिया के आधार का बोध हो, उसे अधिकरण कारक कहते हैं। जैसे – पानी में मछली रहती है। इस वाक्य में ‘पानी में’ अधिकरण है, क्योंकि यह मछली के आधार पानी का बोध करा रहा है। शब्द के जिस रूप से क्रिया के आधार का बोध होता है उसे अधिकरण कहते हैं। इसके हिन्दी पर्याय ‘में’, ‘पर’ हैं। जैसे- 1.भँवरा फूलों पर मँडरा रहा है। 2.कमरे में टी.वी. रखा है। इन दोनों वाक्यों में ‘फूलों पर’ और ‘कमरे में’ अधिकरण है। 8.संबोधन कारक जिससे किसी को बुलाने अथवा पुकारने का भाव प्रकट हो उसे संबोधन कारक कहते है और संबोधन चिह्न (!) लगाया जाता है। जैसे- 1.अरे भैया ! क्यों रो रहे हो ? 2.हे गोपाल ! यहाँ आओ। इन वाक्यों में ‘अरे भैया’ और ‘हे गोपाल’ ! संबोधन कारक है। जिस शब्द से किसी को पुकारा या बुलाया जाए उसे सम्बोधन कारक कहते हैं। जैसे – हे राम ! यह क्या हो गया। इस वाक्य में ‘हे राम!’ सम्बोधन कारक है, क्योंकि यह सम्बोधन है। यह हिन्दी संज्ञाओं में अभी भी जीवित है। हिन्दी में कारक संज्ञा हिन्दी में संज्ञाओं के तीन कारक होते हैं- 1. अविकारी, 2. इतर, 3. संबोधन। इतर कारक परसर्गों से पहले आता है। लड़का शब्द की विभक्ति- लड़की शब्द की विभक्ति- आदमी शब्द की विभक्ति- औरत शब्द की विभक्ति- सर्वनाम सर्वनाम पाँच कारक रूप में दिखाई देते हैं: 1. कर्ता, 2. कर्म, 3. संबंध, 4. कर्ता (भूतकाल सकर्मक), 5. इतर विभिन्न भाषाओं में कारकों की संख्या इन्हें भी देखें विभक्ति वचन व्याकरण
34 साल पहले 1984 में पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में हुए दंगों के सिलसिले में सभी 88 दोषियों की अपील पर दिल्ली हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए सजा बरकरार रखा है. कड़कड़डूमा कोर्ट ने साल 1996 में दंगा भड़काने, घरों को जलाने और धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में 107 लोगों को 5 साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद 88 लोगों ने दिल्ली हाईकोर्ट में सजा के खिलाफ अपील दायर की थी. इन पर 2 नवंबर 1984 को कर्फ्यू का उल्लंघन कर हिंसा करने का आरोप था. उस हिंसा में त्रिलोकपुरी में करीब 95 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था और करीब सौ घरों को जला दिया गया था. इस मामले में 95 शव बरामद होने के बाद भी किसी भी दोषी पर हत्या की धाराओं में आरोप तय नहीं हुए थे. 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में दोषी पाए गए करीब 80 से ज्यादा लोगों की अपील पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने सितंबर में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. जस्टिस आरके गौड़ा ने इस मामले पर सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. ट्रायल कोर्ट के फैसले के खिलाफ इन लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. सभी 88 दोषियों पर निचली अदालत में ये आरोप साबित हो गए थे कि इन्होंने ही 2 नवंबर 1984 को कर्फ्यू का उल्लंघन कर हिंसा की थी. इस हिंसा के दौरान करीब 100 घरों को जलाया गया था, जिसमें 95 लोगों की मौत हो गई थी.
बेटस का जन्म ऑक्सफोर्ड में हुआ। उसकी माँ फ्रेंच पढ़ाती थी और पिता एक चिकित्सक थे, और वह हैकनी और तौन्त्न में पली, और उनकी एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। उसके माता पिता ने तलाक कर लिया जब बेट्स अपने बीसवां में थी। वह सेंट जॉन्स कॉलेज, कैम्ब्रिज से अंग्रेजी साहित्य पढ़ी और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से 2007 में ग्रेजुएशन की। बेट्स कैम्ब्रिज में ढाई साल रही और वह मनोवैज्ञानिक सुसान कुइलीअम के लिए शोधकर्ता के रूप में काम करती रही। वहजोय आफ़सेक्स के सोधे हूए संस्करण के लिए काम कर रहा था।
लेख: Pakistan vs Sri Lanka: श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज (Pakistan vs Sri Lanka, T20I Series) में  पाकिस्तान क्रिकेट टीम की खराब शुरुआत हुई है. लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेले गए सीरीज के पहले मैच में पाकिस्तानी टीम ((Pakistan Team)को 64 रन की करारी हार का सामना करना पड़ा. मैच में पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंका टीम ने 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 165 रन का बड़ा स्कोर बनाया और फिर पाकिस्तानी टीम को महज 101 रन पर ढेर कर दिया. मेजबान टीम के इस खराब प्रदर्शन के बाद कप्तान सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmed) फिर आलोचकों के निशाने पर हैं. पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar)ने सरफराज को भ्रमित कप्तान बताया है. रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से लोकप्रिय रहे शोएब की राय है कि सरफराज की रणनीति में भी धार नहीं है और उन्हें खुद को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर लाना चाहिए. रोहित शर्मा बोले, 'सभी जानते हैं मो. शमी थोड़ी बिरयानी मिलने पर क्या कर सकता है..' शोएब (Shoaib Akhtar) ने अपने यू-ट्यूब वीडियो में कहा-कप्तान के तौर पर सरफराज कन्फ्यूज है. मैं पिछले दो साल से उन्हें बल्लेबाजी में अपने को ऊपर लाने की बात कह रहा हूं. सरफराज (Sarfaraz Ahmed) के फॉर्म में आई गिरावट का कारण यह है कि उन्होंने पिछले दो साल से ज्यादा बैटिंग नहीं की है. अब वे ऐसा इसकी कोशिश कर रहे हैं लेकिन रन नहीं बना पा रहे हैं. शोएब ने कहा-पाकिस्तान को बल्लेबाज के तौर पर उनकी कप्तान से ज्यादा जरूरत है. यदि सरफराज के बल्ले से रन निकलते हैं तो यह उनके और टीम के लिए फायदेमंद साबित होगा. पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज का दावा, 'मैंने खत्म किया गौतम गंभीर का क्रिकेट करियर' श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए पाकिस्तान टीम में अहमद शहजाद (Ahmed Shehzad) और उमर अकमल (Umar Akmal) की भी वापसी हुई है. पहले टी20 मैच में ये दोनों बल्लेबाज फ्लॉप रहे. जहां शहजाद ने 9 गेंदों पर केवल 4 रन बनाए, वहीं उमर अकमल तो पहली ही गेंद पर आउट हो गए. मैच में मिली नाकामी के बाद ये दोनों बल्लेबाज, आलोचकों के निशाने पर हैं. ऐसे में कोच मिस्बाह उल हक ने फैंस से संयम रखने की अपील की है.
पंजाब के मोहाली में वरिष्ठ पत्रकार के.जे. सिंह और उनकी मां के कत्ल का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस के मुताबिक उनकी हत्या एक थप्पड़ का बदला लेने के लिए की गई थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पंजाब के वरिष्ठ पत्रकार के.जे. सिंह और उनकी मां गुरुचरन कौर मोहाली स्थित उनके आवास फेज-3, बी-2 में बीती 23 सितंबर को संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए थे. तभी से पुलिस मामले की छानबीन कर रही थी. इसी दौरान पुलिस की जांच यूपी के बुलंदशहर तक जा पहुंची. इसके बाद पुलिस ने बुलंदशहर निवासी गौरव कुमार नामक एक युवक को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके पास से के.जे. सिंह का फोन, एटीएम कार्ड और कार भी बरामद कर ली. आरोपी ने कार पर फेक नंबर प्लेट लगा रखी थी. पुलिस ने इस सनसनीखेज डबल मर्डर का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 22 सितंबर को आरोपी गौरव कुमार मोहाली में के.जे. सिंह के घर के पास एक पार्क में लेटा हुआ था. वह काफी देर तक वहां लेटा रहा. तभी के.जे. सिंह वहां आए और उसे जाने के लिए कहा. लेकिन गौरव ने के.जे. सिंह की बात नहीं मानी और वह वहीं लेटा रहा. इस बात से नाराज होकर के.जे. सिंह ने गौरव को दो थप्पड़ जड़ दिए. जिसके चलते उसी रात आरोपी गौरव ने एक तेजधार चाकू के साथ के.जे. सिंह और उनकी बुजुर्ग मां गुरुचरन कौर को बेरहमी से कत्ल कर दिया. मोहाली के डीएसपी आलम विजय सिंह ने बताया कि आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. बताते चलें कि केजी सिंह इंडियन एक्सप्रेस समाचार पत्र के न्यूज एडिटर रहे थे. साथ ही उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया और द ट्र‍िब्यून में भी काम किया था.
लेख: पटना धमाकों की जांच में लगी एनआईए की टीम और रांची पुलिस ने छापेमारी कर शहर के एक लॉज से 27 जिंदा बम बरामद किए हैं। कहा जा रहा है कि पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में भी लिया है। बमों को जांच दस्ते को सौंप दिया गया है। बताया जा रहा है कि रांची के हिंदपीड़ी इलाके में स्थित इस लॉज में बम बनाने का काम होता था। झारखंड के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने बताया कि पटना में नरेन्द्र मोदी की रैली के दौरान हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की जांच के दौरान गिरफ्तार रांची के कुछ संदिग्ध आतंकवादियों से पूछताछ और आगे की गई जांच के आधार पर मिली सूचना के आधार पर रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में छापेमारी कर ये 27 बम बरामद किए गए, जो तीन-तीन के नौ बंडलों के रूप में मिले। गौरतलब है कि बिहार की राजधानी पटना में भाजपा नेता नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान कई धमाकों के अंजाम दिया गया था। इन धमाकों में कुल छह लोगों की मौत हो गई थी और करीब 80 घायल हो गए थे।
लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण के तहत उत्तर प्रदेश की मछलीशहर लोकसभा सीट पर रविवार (12 मई) को वोट डाले गए. छठे चरण में प्रदेश की 80 सीटों में से 14 संसदीय सीटों पर औसतन 54.74 फीसदी मतदान हुआ जबकि मछलीशहर लोकसभा सीट पर 54.54 फीसदी वोट पड़े. हालांकि 2014 के चुनाव की तुलना में इस बार कम वोटिंग हुई, पिछले चुनाव में यहां पर 52.73 फीसदी मतदान हुआ था. 2014 के चुनाव के आधार पर देखा जाए तो इन 14 सीटों में से एनडीए ने 13 और समाजवादी पार्टी (सपा) ने 1 सीट जीती थी. हालांकि इसमें फूलपुर लोकसभा सीट पर पिछले साल हुए उपचुनाव में सपा ने बीजेपी से यह सीट छीनते हुए अपने नाम कर लिया था. मछलीशहर लोकसभा सीट पर सुबह 9 बजे तक 7.70 फीसदी, दोपहर 1 बजे तक 35.58 फीसदी, 3 बजे तक 47.46 फीसदी और शाम 6 बजे तक 52.31 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई. दूसरी ओर, इन 14 लोकसभा सीटों पर सुबह 9 बजे तक औसत मतदान 9.28 प्रतिशत, 11 बजे तक 21.56 प्रतिशत, दोपहर 1 बजे तक 34.30% और 3 बजे तक 43% और शाम 6 बजे तक 50.82 फीसदी दर्ज किया गया. परिणाम 23 मई को आएगा. Lok Sabha Election 2019 Live: वोट डालकर बोलीं प्रियंका गांधी- ये देश को बचाने का चुनाव बीजेपी ने यहां से भोलानाथ को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीएसपी से त्रिभुवन राम मैदान में हैं. इस बार सीट से कुल 15 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. 2014 के परिणाम इस सुरक्षित सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के रामचरित्र निषाद जीते थे. रामचरित्र निषाद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के भोलानाथ को 1,72,155 मतों के अंतर से हराया था. रामचरित्र को 43.91 फीसदी जबकि भोलानाथ को 26.66 फीसदी वोट मिले थे. 2009 के चुनाव में सपा के तूफानी सरोज ने जीत हासिल की थी जो 2014 के चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे. 1962 से लेकर अब तक हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यहां से 4 बार जीत चुकी है, उसे आखिरी बार यहां से 1984 में जीत मिली थी. तब से लेकर उसे यहां पर पहली जीत का इंतजार है. 1990 के बाद राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी ने अपना परचम लहराया और पहली बार मछलीशहर में 1996 में जीत मिली तब उसके प्रत्याशी रामविलास वेदांती विजयी रहे थे. प्रदेश में सपा-बसपा के बीच गठबंधन होने के बाद यहां से उनका संयुक्त उम्मीदवार का उतरना तय है. लेकिन दोनों इससे पहले 3 बार (2 सपा और 1 बसपा) जीत हासिल कर चुके हैं. ये भी पढ़ें- मछलीशहरः लोकसभा में सक्रिय रहे निषाद का क्या जादू चलेगा? सामाजिक ताना-बाना पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में शामिल मछलीशहर को तहसील का दर्जा प्राप्त है. पश्चिम में प्रतापगढ़, रायबरेली और लखनऊ को मछलीशहर से जोड़ता है जबकि मछलीशहर पूर्वी तरफ से जौनपुर और वाराणसी से जुड़ा हुआ है. 2011 की जनगणना के आधार पर मछलीशहर तहसील की आबादी 7 लाख से ज्यादा (7,36,209) है, जिसमें महिलाओं (3,75,252) की संख्या पुरुषों (7,36,209) से ज्यादा है. इस संसदीय क्षेत्र का लिंगानुपात प्रदेश के उन चंद संसदीय क्षेत्रों में शामिल है जहां महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है. एक हजार पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या 1,040 है. यहां की साक्षरता दर 70.81% है. SC की आबादी 22 फीसदी जातिगत आधार पर यहां की आबादी पर नजर डाली जाए तो मछलीशहर संसदीय क्षेत्र में 22.7% आबादी (166,766) अनुसूचित जाति की है, जबकि अनुसूचित जनजाति यहां की कुल आबादी का 0.1 फीसदी (625) ही है. धार्मिक आधार पर 90.61 फीसदी आबादी हिंदुओं की है, जबकि मुस्लिम समाज के 8.9% लोग ही यहां रहते हैं. मछलीशहर रिजर्व लोकसभा सीट है जिसके तहत पांच विधानसभा क्षेत्र मछलीशहर, मरियाहू, जाफराबाद, केराकत और पिंडरा आते हैं जिसमें 2 सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है. संसदीय क्षेत्र के साथ-साथ मछलीशहर विधानसभा क्षेत्र भी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और यहां से समाजवादी पार्टी का कब्जा है. संसद में उपस्थिति शानदार मछलीशहर के सांसद रामचरित्र निषाद ने 12वीं तक की शिक्षा हासिल की है और वह 2014 में पहली बार संसद सदस्य बने. वह लोकसभा में ट्रांसपोर्ट, कल्चर एंड टूरिज्म की स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य भी है. बतौर सांसद 8 जनवरी, 2019 तक लोकसभा में उनकी उपस्थिति बेहद शानदार है. उनकी उपस्थिति 97 फीसदी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 80 फीसदी है. लोकसभा कार्यवाही के दौरान वह 22 बहस में हिस्सा ले चुके हैं. सवाल पूछने के नाम पर उन्होंने बाकी सांसदों को काफी पीछे छोड़ दिया है. सवाल पूछने के नाम पर राष्ट्रीय औसत 285 है जबकि उन्होंने 549 सवाल पूछे हैं. लोकसभा के अब तक 16 सत्रों में 9 बार उनकी उपस्थिति 100 फीसदी रही है. प्रदेश में बने नए चुनावी समीकरण में मछलीशहर पर सभी की नजर रहेगी कि क्या रामचरित्र निषाद इस बार अपनी सीट बचा पाएंगे या फिर सपा-बसपा गठबंधन के आगे उन्हें मात खानी पड़ेगी. वाराणसी के करीब होने के नाते इस सीट का भी उतना ही महत्व है जितना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीट का है. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर
टीम इंडिया से बाहर चल रहे स्टार बल्लेबाज युवराज सिंह ने अपनी वाइफ हेजल कीच को उनके जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर एक खास अंदाज में बधाई दी है. युवराज ने हेजल के साथ अपना एक फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. इस फोटो के कैप्शन में युवी ने लिखा, 'हाय हेजी, आज तुम्हारा जन्मदिन है. जन्मदिन मुबारक हो, खूब सारा प्यार और तुम्हें हर खुशी मिले. इस खूबसूरत मौसम में मेरे साथ सैर के लिए शुक्रिया.' Hey hazzy it’s your bday !😍🎂💓 happy bday my lovely wish lots of love and happiness love you always 😘😘😘❄️❄️❄️ and thanks for making me walk in this lovey weather 🤒😬🤕 @hazelkeechofficial A post shared by Yuvraj Singh (@yuvisofficial) on Feb 28, 2018 at 8:52am PST हेजल अब 31 साल की हो गई हैं और इस खास मौके को उन्‍होंने अपने पति के साथ मस्‍तीभरे अंदाज में मनाया. गौरतलब है कि युवराज सिंह की शादी हेजल कीच के साथ 30 नवंबर 2016 को हुई थी. शादी के बाद हेजल ने अपना नाम गुरबसंत कौर कर लिया था. युवराज सिंह ने हाल ही में क्रिकेट करियर से संन्यास लेने की बात पर मीडिया से बातचीत में कहा कि 2019 के बाद फैसला करूंगा. युवराज सिंह ने कहा था कि वह 2019 तक क्रिकेट खेलते रहेंगे और उसके बाद संन्यास पर फैसला लेंगे. युवराज ने भारत के लिए आखिरी वनडे जून 2017 में खेला था. उन्होंने कहा कि आईपीएल का आगामी सीजन उनके लिए काफी अहम है, क्योंकि इसमें अच्छे प्रदर्शन से वर्ल्ड कप 2019 खेलने का उनका दावा पुख्ता होगा.
यह लेख है: जापान में गुरुवार को फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को ठंडा रखने के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों ने उस पर टनों पानी छिड़का जबकि 11 मार्च के विनाशकारी भूकम्प और उसके बाद उठी सुनामी में मरने वालों की संख्या पांच हजार का आंकड़ा पार कर गई है। कुदरत के इस कहर से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,178 हो गई है। जापान की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी ने इस बात की पुष्टि की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक पुलिस एजेंसी ने अपने बयान में कहा कि गुरुवार को स्थानीय समय सुबह 10 बजे तक कुल 8,606 लोग लापता हैं।सबसे ज्यादा प्रभावित मियागी, फुकुशिमा और आईवेट प्रशासकीय क्षेत्रों के करीब 3,80,000 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। आपदा प्रबंधन एजेंसी और अग्निशमन विभाग का कहना है कि इस त्रासदी से एक लाख से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। बीबीसी के अनुसार सेना के सीएच-47 चिनूक हेलीकॉप्टरों ने गुरुवार सुबह 9.48 बजे फुकुशिमा के तीसरे और चौथे रिएक्टर पर टनों पानी का छिड़काव किया। इस काम में लगाए गए सेना के हेलीकॉप्टर एक बार में 7.5 टन पानी ले जा सकते हैं। इससे पहले रेडियोधर्मी विकिरण बढ़ने के कारण यह काम रोक दिया गया था। उम्मीद की जा रही है कि संयंत्र में बिजली आपूर्ति जल्द ही शुरू हो जाएगी।  वेबसाइट 'बीबीसी डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक  टोक्यो पुलिस भी पानी के टैंकरों के जरिए इस काम में मदद कर रही है। इस काम को मूल रूप से काफी खतरनाक माना गया था लेकिन संयंत्र में लगातार गर्मी बढ़ने से सरकार ने ऐसा करने का फैसला किया। भूकम्प से बिजली आपूर्ति व्यवस्था भंग होने के कारण संयंत्र में प्रशीतक तंत्र (कूलिंग सिस्टम) ने काम करना बंद कर दिया था जिससे अत्यधिक गर्मी और दबाव के कारण संयंत्र के पिघलने का खतरा पैदा हो गया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख युकिओ अमानो अधिक जानकारी जुटाने के लिए जापान का दौरा कर रहे हैं। ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस ने अपने देश के नागरिकों से टोक्यो छोड़ने पर विचार करने को कहा है। सुनामी की चपेट में आए इलाकों में अब कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जिसकी वजह से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। फुकुशिमा के अधिकारियों ने बताया कि राहत शिविरों में भोजन और जरूरी वस्तुओं की कमी है।
हरियाणा के गुरुग्राम में जबरन एक मुस्लिम युवक की दाढ़ी काटने और उसके साथ मारपीट करने का शर्मनाक मामला सामने आया है. पीड़ित जब शिकायत लेकर संबंधित थाने पहुंचा तो पहले पुलिस आनाकानी करती रही लेकिन मामला सुर्खियों में आ जाने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया. इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. घटना गुरुग्राम के सेक्टर 37 की है. जहां कुछ असामाजिक तत्वों ने जफरुद्दीन नामक युवक को पकड़ लिया और उसके साथ बदसलूकी करने लगे. उसकी दाढ़ी देखकर कर उस पर टिप्पणी करने लगे. इसके बाद वे बदमाश युवक को एक नाई की दुकान में ले गए और उसे जफरुद्दीन की दाढ़ी काटने के लिए कहा. नाई ने उसकी दाढ़ी काटने से मना कर दिया. इसके बाद उन असामाजिक तत्वों ने नाई और उस युवक की बुरी तरह से पिटाई कर दी. उन गुंडों ने जफरुद्दीन को दुकान में रखी सीट से बांध दिया. और फिर नाई से जबरदस्ती उसकी दाढ़ी कटवा दी. वारदात को अंजाम देकर आरोपी वहां से फरार हो गए. जफरूद्दीन गुरूग्राम सेक्टर 29 में होटल चलाता है. 31 जुलाई की शाम 6 बजे वह अपने दोस्त इब्राहिम के साथ गुरूग्राम खांडसा मंडी में सब्जी लेने गया था. उसी दौरान ये घटना हुई. पीड़ित युवक जफरुद्दीन मेवात के गांव बादली का रहने वाला है. घटना के बाद जफरुद्दीन गुरूग्राम में सेक्टर 37 में स्थित पुलिस स्टेशन पहुंचा और वहां उसके साथ हुई घटना की शिकायत दी. पहले पुलिस इस मामले में आनाकानी करती रही लेकिन बाद में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी. इस घटना को लेकर पीड़ित और उसके परिवार वाले काफी निराश हैं. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. शक के घेरे में गुरुग्राम पुलिस जफरूद्दीन की दाढ़ी काटने के मामले में पुलिस पहले मामला दर्ज नहीं कर रही थी. ख़बर चलने के बाद मामला दर्ज किया. फिर गौरव और नितिन नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. लेकिन साथ में नाई को भी गिरफ्तार कर लिया. जबकि पीड़ित का आरोप है की नाई से मारपीट की गई थी और तब उसने दाढ़ी काटी. डीसीपी का कहना है कि बैठने को लेकर झगड़ा हुआ था, जबकि पीड़ित का कहना है की बैठने को लेकर या किसी तरह का कोई झगड़ा नहीं हुआ था.
मनोज बाजपेयी अपनी दमदार अदाकारी से बॉलीवुड में एक्टिंग का लोहा मनवा चुके हैं. सत्या से लेकर अलीगढ़ तक कई फिल्में में उनके काम की जमकर तारीफ़ हुई. अब उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड देने की घोषणा हुई है. 70वें गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर सरकार ने घोषणा की थी. अवॉर्ड मिलने पर एक्टर ने अपनी खुशी जाहिर की. एक्टर ने बताया कि वो बहुत खुश हैं कि अवॉर्ड मिलने की घोषणा के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्हें किसी ने गाली नहीं दी. किसी ने मेरी आलोचना नहीं की. एक इंटरव्यू में मनोज ने कहा, "हाल के दिनों में कुछ ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जब लोगों ने सोशल मीडिया पर सरकार की पसंद की आलोचना की है. उन्हें लगता है कि वो इसमें एक अपवाद हैं." मनोज बाजपेयी के अलावा दिवंगत एक्टर कादर खान, डांसर-फिल्म मेकर प्रभुदेवा और सिंगर-म्यूजिशियन शंकर महादेवन को भी यह सम्मान दिया जाएगा. View this post on Instagram A picture in a picture.#blueumbrella #bluesuit #hotsun A post shared by Manoj Bajpayee (@bajpayee.manoj) on Nov 6, 2018 at 7:42am PST View this post on Instagram Kar rahe hai yeh बाग़ी साजिश लूटने ki, thoda इंतज़ार कीजिये, yeh डकैती shuru hogi 1st March से. #Sonchiriya @sushantsinghrajput @bhumipednekar @ranvirshorey #AshutoshRana #AbhishekChaubey #RonnieScrewvala @zeemusiccompany @rsvpmovies #Sonchiriya A post shared by Manoj Bajpayee (@bajpayee.manoj) on Jan 22, 2019 at 12:43am PST View this post on Instagram Rainbow in the background in black and white.#beautifulladdakh #thefamilyman #amazonprime A post shared by Manoj Bajpayee (@bajpayee.manoj) on Sep 8, 2018 at 5:58am PDT View this post on Instagram Narcissism in black and white. #shadedself #anorexia #spritiualtrip A post shared by Manoj Bajpayee (@bajpayee.manoj) on Nov 14, 2018 at 12:59am PST बाजपेयी ने कहा, "मेरे दोस्त, रिश्तेदार और फॉलोअर इससे बहुत खुश हैं. मैंने नोटिस किया कि मेरे नाम की घोषणा होने के बाद से अब तक सोशल मीडिया पर किसी ने गाली नहीं दी. कोई कॉन्ट्रोवर्सी क्रिएट नहीं की गई. तो मुझे लगता है कि ये अच्छा है कि जब आपको सम्मान मिले और कोई उसके खिलाफ आवाज नहीं उठाए." "मुझे नहीं पता कि इस न्यूज पर (अवॉर्ड मिलने की खबर पर) कैसे रिएक्ट करूं. मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी." इससे पहले उन्होंने कहा था, "ये पुरस्कार उन लोगों के लिए हैं जिन्होंने मेरी सिनेमाई यात्रा में मेरे टैलेंट पर भरोसा जताया. सरकार की तरफ से पहचान मिलना एक अच्छा एहसास है." मनोज बाजपेयी जल्द ही अभिषेक चौबे की फिल्म "सोनचिड़िया" में नज़र आने वाले हैं. फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत और भूमि पेडनेकर मुख्य भूमिकाओं में हैं. फिल्म 1 मार्च को रिलीज होगी. इसके अलावा मनोज नेटफ्लिक्स की फिल्म ढाका में भी काम कर रहे हैं. पिछला साल मनोज बाजपेयी के लिए एक एक्टर के तौर पर काफी बड़ा रहा. उन्होंने कई फ़िल्में कीं जिनमें उनके काम की तारीफ़ हुई.
यूपी के मेरठ जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक महिला दरोगा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. दरोगा पर आरोप है कि वह एक दहेज उत्पीड़न के मामले में आरोपी पक्ष को राहत देने के नाम पर रिश्वत ले रही थी. आरोपी सब इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है. दरअसल, गाजियाबाद जिले के मोदीनगर निवासी समीर की पत्नी ने कोर्ट के जरिए दहेज़ उत्पीड़न, रेप, सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें कोतवाली थाने में तैनात महिला दरोगा अमृता यादव को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था. विवेचना के दौरान महिला दरोगा अमृता यादव ने समीर को फोन कर अपने पास बुलाया. आरोप है कि मुदकमे में लिखी गई धाराओं में से दो धाराएं कम करने के नाम पर उसने समीर से एक लाख रूपये की मांग की. इसके बाद समीर ने महिला दरोगा की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम से कर दी. शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की छह सदस्यों की टीम ने समीर के साथ दो लोगों को पैसे लेकर महिला दरोगा के पास भेज दिया. महिला दरोगा ने मंगलवार के दिन समीर और उसके परिजनों को बीस हजार रुपयों के साथ बुलाया था. समीर पैसों के संग महिला दरोगा अमृता से मिलने के लिए बुढ़ाना गेट पुलिस चौकी पहुंच गया. वहां उसने एसआई को 20 हजार रुपये की रिश्वत दी. ठीक उसी वक्त एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने महिला दरोगा को रंगे हाथों धर दबोचा. अब इस मामले में कार्रवाई की जा रही है.
महादेव सिमरिया (Mahadeo Simaria) भारत के बिहार राज्य के जमुई ज़िले में स्थित एक गाँव है। धनेश्वर नाथ (महादेव सिमरिया) जिला मुख्यालय के सिकन्दरा-जमुई मुख्य मार्ग पथ पर बसे महादेव सिमरिया ग्राम में बाबा धनेश्वर नाथ मंदिर स्थित है। बाबा धनेश्वर नाथ शिव मंदिर स्वयंभू शिवलिंग है। इसे बाबा वैद्यनाथ के उपलिंग के रूप में जाना जाता है। प्राचीन मान्यता के अनुसार यह शिव मंदिर 400 दशक से भी अधिक पुराना है। जहां बिहार ही नहीं बरन दूसरे राज्य जैसे झारखंड, पश्चिम बंगाल आदि से श्रद्धालु नर-नारी पहुंचते हैं। पूरे वर्ष इस मंदिर में पूजन दर्शन, उपनयन, मुंडन आदि अनुष्ठान करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। विशेषताएं-इस मंदिर के चारों और शिवगंगा बनी हुई है। मंदिर का मुख्य द्वार पूरब दिशा की ओर है। मंदिर परिसर में सात मंदिर है जिसमें भगवान शंकर का मंदिर गर्भगृह में अवस्थित है। ऐसी मान्यता है कि गिद्धौर वंश के तत्कालीन महाराजा पूरनमल सिंह को स्वप्न आया कि महादेव सिमरिया स्थित शिवडीह में शिवलिंग प्रकट हुआ है। जिसकी चर्चा दूर-दूर तक फैल रही है। तब महाराजा ने अपने दल-बल के साथ उक्त स्थान पर आकर विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना कर शिवलिंग की प्राण-प्रतिष्ठा की। उस के बाद से यह शिवमंदिर बाबा धनेश्वर नाथ के नाम से जाना जाने लगा और पुजारियों के आजीविका के लिए महाराजा द्वारा जमीन उपलब्ध कराए गए। इन्हें भी देखें जमुई ज़िला सन्दर्भ जमुई जिला बिहार के गाँव जमुई ज़िले के गाँव
यूक्रेन सरकार ने भारत से हुए एक रक्षा विमान सौदे में घूसखोरी की जांच शुरू की है. यूक्रेन के एंटी करप्शन ब्यूरो ने आरोप लगाया है कि एएन-32 विमानों के स्पेयर्स की खरीद में भारत के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को 17.55 करोड़ रुपये का घूस दिया गया. जांच में भारत से मांगा सहयोग इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इस साल 13 फरवरी को ही यूक्रेन के नेशनल एंटी करप्शन ब्यूरो (NAB) ने यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थ‍ित भारतीय दूतावास के माध्यम से भारत के गृह मंत्रालय से 'कानूनी सहयोग' देने का अनुरोध किया. इसमें उन अधिकारियों की पहचान बताने की मांग की गई है जो रक्षा सौदे के लिए बातचीत, उस पर दस्तखत करने और उसे लागू करने में शामिल रहे. गौरतलब है कि यूक्रेन की सरकारी कंपनी स्पेट्सटेक्नो एक्सपोर्ट ने भारत के रक्षा मंत्रालय के साथ 26 नवंबर, 2014 को एक समझौता किया था, जिसके तहत हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को स्पेयर्स की आपूर्ति की जानी थी. इसके बाद स्पेट्सटेक्नो एक्सपोर्ट ने एक गुमनाम-सी कंपनी ग्लोबल मार्केटिंग एसपी लिमिटेड के साथ इस सौदे को लागू करने के लिए समझौता किया. इसकी वजह से ही यूक्रेन की एनएबी को इस सौदे पर संदेह हुआ. यूक्रेन के एनएबी को संदेह है कि भारतीय अधिकारियों को इस बात की जानकारी थी कि 13 अगस्त, 2015 को ग्लोबल मार्केटिंग के साथ दूसरे समझौते पर दस्तखत क्यों किए गए. एनएबी के जांच प्रमुख ने लिखा है, 'यूक्रेन का आरोप है कि भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को 17.5 करोड़ रुपये का घूस दिया और इसके लिए भारत से मदद मांगी गई, लेकिन समझौते की शर्तों का पालन नहीं किया गया. स्पेट्सटेक्नो एक्सपोर्ट ने 26 लाख डॉलर (करीब 17.5 करोड़ रुपये) का बजट फंड यूएई के नूर बैंक में खोले गए ग्लोबल मार्केटिंग के खाते में ट्रांसफर कर दिया.' यूक्रेन का आरोप है कि रक्षा सौदा हासिल करने में मदद के लिए भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को 17.5 करोड़ रुपये का घूस दिया गया. एनएबी ने इस सौदे में ग्लोबल मार्केटिंग की भूमिका के बारे में जानकारी मांगी है. एनएबी ने दुबई के नूर इस्लामिक बैंक से भी लेनदेन की जानकारी मांगी है. गौरतलब है कि सोवियत संघ में बने एएन-32 विमान भारतीय वायु सेना के मुख्य मालवाहक विमान हैं.
सेठ एम आर जयपुरिया विद्यालय, लखनऊ स्थित एक प्रसिद्ध विद्यालय है। यह साधारनतः 'जयपुरिया स्कूल लखनऊ' के नाम से जाना जाता है। इस विद्यालय का शिक्षा माध्यम अंग्रेजी है। इस विद्यालय को 2007 में भारत में "सबसे सम्मानित माध्यमिक विद्यालयों" में 9 वां स्थान दिया गया था। शाखाएँ सेठ एम आर जयपुरिया स्कूल की एक नई शाखा सीतापुर रोड, लखनऊ पर नई शाखा 2014 से शुरू कर रहा है। जयपुरिया स्कूल पहले गोमती नगर में ही था। ग्रुप के उपाध्यक्ष श्रीवत्स जयुपरिया ने कहा कि अगले तीन -चार वर्षों में हमारे 50 स्कूल खोलने की योजना है जिसके लिए हम उत्तर व मध्य भारत को केंद्रित कर रहे हैं। यहाँ पर टियर 2 और टियर 3 शहरों में विकास की काफ़ी संभावनाएं है। असल में इन इलाकों में उच्च गुणवत्ता वाले स्कूलों की संख्या काफ़ी कम है। अगले साल से आगरा, फ़ैज़ाबाद, हरिद्वार और अन्य स्थानों पर जयपुरिया ग्रुप के स्कूल खोले जाएंगे। सन्दर्भ लखनऊ के विद्यालय
डायन बता कर महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बिहार मे कम होने का नाम नही ले रहीं. ऐसी ही एक घटनाक्रम में,बिहार के औरंगाबाद जिले के सलैया थाना क्षेत्र में एक महिला को डायन बताकर उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. सलैया के थाना प्रभारी सुबोध प्रसाद ने शनिवार को बताया कि मदनपुर के भुइया बिगहा में गांव के ही कुछ लोगों ने देवंती देवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी. देवंती के पति जनार्दन का आरोप है कि देवंती सुबह खेत में काम करने गई थी, तभी गांव के महेश यादव, उसकी पत्नी और मोहन यादव तथा उसका परिवार वहां पहुंचे और देवंती की पीट-पीटकर हत्या कर दी. मृत महिला के पति ने आरोप लगाया कि महेश और उसकी पत्नी देवंती को डायन कहकर पहले भी प्रताड़ित किया करते थे. महेश की आठ वर्षीय बेटी ममता बीमार रहती है. उसके अंधविश्वासी परिजनों का कहना है कि देवंती डायन है, उसी ने ममता पर तंत्र-मंत्र चलाया है. थाना प्रभारी ने बताया कि महिला के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
डायरेक्‍टर एस राजामौली की फिल्‍म 'बाहुबली' में कटप्पा का किरदार निभाने वाले एक्टर सत्यराज ने 9 साल पहले 'कावेरी जल विवाद' पर दिए अपने विवादित बयान पर आखिरकार माफी मांग ली है. शुक्रवार को सत्‍यराज ने चेन्‍नई में कहा, 'मैं कन्‍नड़ों के खिलाफ नहीं हूं. मैं माफी मांगना चाहता हूं अगर मेरे शब्‍दों से कोई आहत हुआ तो मैं माफी मांगना चाहता हूं. मैं 'बाहुबली' में एक छोटा किरदार हूं और मेरी वजह से पूरी फिल्‍म को नुकसान नहीं होना चाहिए.' पिछले कुछ दिनों से उनके इस पुराने बयान पर कर्नाटक में बड़ा विवाद खड़ा हो गया था और यहां फिल्‍म कुछ कन्‍नड़ समूहों ने 'बाहुबली 2' को कर्नाटक में रिलीज न किए जाने की मांग शुरू कर दी थी. इन कन्‍नड़ समूहों की मांग थी कि यह मामला सत्‍यराज के कावेरी विवाद मामले पर दिए अपने बयान पर माफी मांगने के बाद ही निपट सकता है और तभी फिल्‍म रिलीज होने दी जाएगी.टिप्पणियां साल 2015 में आई 'बाहुबली' के क्‍लाइमेक्‍स ने सभी के दिल में एक ही सवाल छोड़ा था कि 'कटप्‍पा ने बाहुबली को क्‍यों मारा?' 29 अप्रैल को रिलीज हो रही इस फिल्‍म के दूसरे भाग में इसी सवाल का जवाब मिलने वाला है. लेकिन कटप्‍पा का किरदार निभाने वाले एक्‍टर सत्यराज के साथ इस विवाद के जुड़ने से फिल्‍म के भविष्‍य पर कर्नाटक में खतरा मंडराने लगा था.   दरअसल तमिलनाडु के सत्यराज ने 9 साल पहले सन 2008 में तमिल किसानों की एक मीटिंग में शामिल होकर कर्नाटक से पानी की मांग किए जाने का समर्थन किया था. उन्होंने किसानों से उनके हक के लिए खड़े होने का आवाह्न करते हुए कहा कर्नाटक के लोगों के खिलाफ 'आपत्तिजनक' टिप्‍पणी की थी. एक दिन पहले ही अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर फिल्‍म बाहुबली के निर्देशक एस एस राजामौली ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'निर्माता और मैं मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहते हैं. टिप्पणी ने आपमें से कुछ लोगों को आहत किया होगा, लेकिन हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है. वह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है और करीब नौ साल पहले की गयी थी.' राजामौली का कहना है कि सोशल मीडिया में आया वीडियो देखने से पहले तक टीम को अभिनेता की टिप्पणी की जानकारी नहीं थी. साल 2015 में आई 'बाहुबली' के क्‍लाइमेक्‍स ने सभी के दिल में एक ही सवाल छोड़ा था कि 'कटप्‍पा ने बाहुबली को क्‍यों मारा?' 29 अप्रैल को रिलीज हो रही इस फिल्‍म के दूसरे भाग में इसी सवाल का जवाब मिलने वाला है. लेकिन कटप्‍पा का किरदार निभाने वाले एक्‍टर सत्यराज के साथ इस विवाद के जुड़ने से फिल्‍म के भविष्‍य पर कर्नाटक में खतरा मंडराने लगा था.   दरअसल तमिलनाडु के सत्यराज ने 9 साल पहले सन 2008 में तमिल किसानों की एक मीटिंग में शामिल होकर कर्नाटक से पानी की मांग किए जाने का समर्थन किया था. उन्होंने किसानों से उनके हक के लिए खड़े होने का आवाह्न करते हुए कहा कर्नाटक के लोगों के खिलाफ 'आपत्तिजनक' टिप्‍पणी की थी. एक दिन पहले ही अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर फिल्‍म बाहुबली के निर्देशक एस एस राजामौली ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'निर्माता और मैं मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहते हैं. टिप्पणी ने आपमें से कुछ लोगों को आहत किया होगा, लेकिन हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है. वह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है और करीब नौ साल पहले की गयी थी.' राजामौली का कहना है कि सोशल मीडिया में आया वीडियो देखने से पहले तक टीम को अभिनेता की टिप्पणी की जानकारी नहीं थी. एक दिन पहले ही अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर फिल्‍म बाहुबली के निर्देशक एस एस राजामौली ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'निर्माता और मैं मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहते हैं. टिप्पणी ने आपमें से कुछ लोगों को आहत किया होगा, लेकिन हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है. वह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है और करीब नौ साल पहले की गयी थी.' राजामौली का कहना है कि सोशल मीडिया में आया वीडियो देखने से पहले तक टीम को अभिनेता की टिप्पणी की जानकारी नहीं थी.
परमेश्वर का शाब्दिक अर्थ 'परम ईश्वर' है। इसके अन्य पर्याय है ईश्वर, भगवान, खुदा, परमात्मा आदि! संसार में जितने भी आस्तिक व्यक्ति हैं उनकी मान्यता है कि संपूर्ण ब्रह्मांड की उत्पत्ति का मूल कारण परमेश्वर अर्थात ईश्वर है! ईश्वर की भिन्न-भिन्न मान्यताओं को लेकर विश्व में अनेक धर्म और संप्रदाय हैं! फिर भी ईश्वर को लेकर कुछ बातों में सारे संप्रदाय एकमत है और वो ये है, कि ईश्वर स्रष्टा( संसार का रचयिता), सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, अमर और दयालु है! ईश्वर को लेकर बाकी अन्य मान्यताएं, जैसे उसके रूप और अन्य गुण सभी धर्म और संप्रदाय में भिन्न-भिन्न है! जहां एक तरफ नास्तिक व्यक्ति इसे एक कल्पना मात्र मानते हैं तो वही आस्तिक व्यक्ति, ईश्वर पर आस्था और भरोसा रखते हैं! अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण एवं ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए आस्तिक व्यक्ति ईश्वर-भक्ति करते हैं और भिन्न-भिन्न स्थानों की तीर्थ यात्रा करते हैं! शैव सिद्धांत शैव सम्प्रदाय, हिंदू धर्म के 4 मुख्य सम्प्रदाय में से एक है। हिंदू धर्म की अन्य मुख्य सम्प्रदाय: वैष्णव सम्प्रदाय, स्मार्त सम्प्रदाय व शाक्त सम्प्रदाय हैं। शैव सम्प्रदाय में भगवान शिव को सर्वोच्च इश्वर माना जाता है। शैव सिद्धांत, शैव सम्प्रदाय के 6 मुख्य विचारधारा विद्यालयों में से एक है। शैव सिद्धांत के अनुसार भगवान शिव की 3 परिपूर्णता या पहलु हैं। यह तीन परिपूर्णता:- परशिव, पराशक्ति एवं परमेश्वर हैं। परमेश्वर व पराशक्ति की परिपूर्णता में भगवान शिव का आकार होता है परन्तु परशिव की परिपूर्णता में भगवान शिव निराकार हैं। परमेश्वर की परिपूर्णता में वह मनुष्य के शरीर जैसा आकार लेते हैं जिसमें उनके हाथ में त्रिशूल, गले में सांप और हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में होता है। परमेश्वर की परिपूर्णता में शिव में यह पाँच रूप या शक्तियाँ होती हैं: ब्रह्मा, निर्माता विष्णु, पालक रुद्र, विनाशक महेश्वर, गोपन करने के इश्वर सदाशिव, प्रकट करने के इश्वर परमेश्वर को शैव सिद्धांत में 'मूल आत्मा' भी कहा जाता है क्यों कि इस परिपूर्णता में भगवान शिव अपनी छवि और समानता में आत्माओं की रचना करते हैं और यह समस्त आत्माओं का प्रोटोटाइप है। इन्हें भी देखें ईश्वर परशिव पराशक्ति संदर्भ ईश्वर
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा को एक पुलिस अधिकारी ने कथित तौर पर जान से मारने की धमकी दी है। वाशिंगटन डीसी पुलिस, मेट्रो पुलिस के इस अधिकारी की कथित टिप्पणियों की जांच कर रही है। डीसी मेट्रो पुलिस विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया, हमें अनुचित टिप्पणी किए जाने की शिकायत मिली। हम फिलहाल उन टिप्पणियों की प्रकृति की जांच कर रहे हैं। 'वाशिंगटन पोस्ट' के अनुसार अधिकारी एजेंसी के मोटरसाइकिल रक्षा दल में काम करता है, लेकिन मामला सामने आने के बाद से उसे प्रशासनिक ड्यूटी पर भेज दिया गया है। अधिकारी ने कथित तौर पर उस समय टिप्पणी की जब बुधवार को अनेक अधिकारी और विशेष अभियान विभाग राष्ट्रपति बराक ओबामा को खतरे के संदर्भ में चर्चा कर रहे थे। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कथित चर्चा कब हुई और इसमें कितने अधिकारियों ने भाग लिया। अधिकारियों ने कहा कि इस चर्चा के दौरान आरोपी अधिकारी ने कहा कि वह प्रथम महिला मिशेल ओबामा को गोली मार देगा। टिप्पणियां उसने अपने मोबाइल पर एक आग्नेयास्त्र की तस्वीर दिखाई और कहा कि वह इसका इस्तेमाल करेगा। तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दिखाया गया आग्नेयास्त्र किस तरह का है। पुलिस अधिकारियों ने अपनी पहचान उजागर करने से इनकार किया। यूएस अटॉर्नी कार्यालय के अधिकारियों ने मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। पुलिस यूनियन के प्रमुख क्रिस्टोफर बॉमैन ने कहा कि उनके पास मामले से संबंधित ब्यौरा नहीं है। खुफिया सेवा के एक प्रवक्ता ने ब्यौरा उपलब्ध कराने से इनकार किया और ई-मेल में कहा कि एजेंसी घटना से अवगत है और उचित कार्रवाई करेगी। डीसी मेट्रो पुलिस विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया, हमें अनुचित टिप्पणी किए जाने की शिकायत मिली। हम फिलहाल उन टिप्पणियों की प्रकृति की जांच कर रहे हैं। 'वाशिंगटन पोस्ट' के अनुसार अधिकारी एजेंसी के मोटरसाइकिल रक्षा दल में काम करता है, लेकिन मामला सामने आने के बाद से उसे प्रशासनिक ड्यूटी पर भेज दिया गया है। अधिकारी ने कथित तौर पर उस समय टिप्पणी की जब बुधवार को अनेक अधिकारी और विशेष अभियान विभाग राष्ट्रपति बराक ओबामा को खतरे के संदर्भ में चर्चा कर रहे थे। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कथित चर्चा कब हुई और इसमें कितने अधिकारियों ने भाग लिया। अधिकारियों ने कहा कि इस चर्चा के दौरान आरोपी अधिकारी ने कहा कि वह प्रथम महिला मिशेल ओबामा को गोली मार देगा। टिप्पणियां उसने अपने मोबाइल पर एक आग्नेयास्त्र की तस्वीर दिखाई और कहा कि वह इसका इस्तेमाल करेगा। तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दिखाया गया आग्नेयास्त्र किस तरह का है। पुलिस अधिकारियों ने अपनी पहचान उजागर करने से इनकार किया। यूएस अटॉर्नी कार्यालय के अधिकारियों ने मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। पुलिस यूनियन के प्रमुख क्रिस्टोफर बॉमैन ने कहा कि उनके पास मामले से संबंधित ब्यौरा नहीं है। खुफिया सेवा के एक प्रवक्ता ने ब्यौरा उपलब्ध कराने से इनकार किया और ई-मेल में कहा कि एजेंसी घटना से अवगत है और उचित कार्रवाई करेगी। 'वाशिंगटन पोस्ट' के अनुसार अधिकारी एजेंसी के मोटरसाइकिल रक्षा दल में काम करता है, लेकिन मामला सामने आने के बाद से उसे प्रशासनिक ड्यूटी पर भेज दिया गया है। अधिकारी ने कथित तौर पर उस समय टिप्पणी की जब बुधवार को अनेक अधिकारी और विशेष अभियान विभाग राष्ट्रपति बराक ओबामा को खतरे के संदर्भ में चर्चा कर रहे थे। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कथित चर्चा कब हुई और इसमें कितने अधिकारियों ने भाग लिया। अधिकारियों ने कहा कि इस चर्चा के दौरान आरोपी अधिकारी ने कहा कि वह प्रथम महिला मिशेल ओबामा को गोली मार देगा। टिप्पणियां उसने अपने मोबाइल पर एक आग्नेयास्त्र की तस्वीर दिखाई और कहा कि वह इसका इस्तेमाल करेगा। तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दिखाया गया आग्नेयास्त्र किस तरह का है। पुलिस अधिकारियों ने अपनी पहचान उजागर करने से इनकार किया। यूएस अटॉर्नी कार्यालय के अधिकारियों ने मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। पुलिस यूनियन के प्रमुख क्रिस्टोफर बॉमैन ने कहा कि उनके पास मामले से संबंधित ब्यौरा नहीं है। खुफिया सेवा के एक प्रवक्ता ने ब्यौरा उपलब्ध कराने से इनकार किया और ई-मेल में कहा कि एजेंसी घटना से अवगत है और उचित कार्रवाई करेगी। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कथित चर्चा कब हुई और इसमें कितने अधिकारियों ने भाग लिया। अधिकारियों ने कहा कि इस चर्चा के दौरान आरोपी अधिकारी ने कहा कि वह प्रथम महिला मिशेल ओबामा को गोली मार देगा। टिप्पणियां उसने अपने मोबाइल पर एक आग्नेयास्त्र की तस्वीर दिखाई और कहा कि वह इसका इस्तेमाल करेगा। तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दिखाया गया आग्नेयास्त्र किस तरह का है। पुलिस अधिकारियों ने अपनी पहचान उजागर करने से इनकार किया। यूएस अटॉर्नी कार्यालय के अधिकारियों ने मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। पुलिस यूनियन के प्रमुख क्रिस्टोफर बॉमैन ने कहा कि उनके पास मामले से संबंधित ब्यौरा नहीं है। खुफिया सेवा के एक प्रवक्ता ने ब्यौरा उपलब्ध कराने से इनकार किया और ई-मेल में कहा कि एजेंसी घटना से अवगत है और उचित कार्रवाई करेगी। उसने अपने मोबाइल पर एक आग्नेयास्त्र की तस्वीर दिखाई और कहा कि वह इसका इस्तेमाल करेगा। तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दिखाया गया आग्नेयास्त्र किस तरह का है। पुलिस अधिकारियों ने अपनी पहचान उजागर करने से इनकार किया। यूएस अटॉर्नी कार्यालय के अधिकारियों ने मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। पुलिस यूनियन के प्रमुख क्रिस्टोफर बॉमैन ने कहा कि उनके पास मामले से संबंधित ब्यौरा नहीं है। खुफिया सेवा के एक प्रवक्ता ने ब्यौरा उपलब्ध कराने से इनकार किया और ई-मेल में कहा कि एजेंसी घटना से अवगत है और उचित कार्रवाई करेगी। यूएस अटॉर्नी कार्यालय के अधिकारियों ने मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। पुलिस यूनियन के प्रमुख क्रिस्टोफर बॉमैन ने कहा कि उनके पास मामले से संबंधित ब्यौरा नहीं है। खुफिया सेवा के एक प्रवक्ता ने ब्यौरा उपलब्ध कराने से इनकार किया और ई-मेल में कहा कि एजेंसी घटना से अवगत है और उचित कार्रवाई करेगी।
फिल्म 'जन्नत 2' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली अभिनेत्री ईशा गुप्ता अपनी अगली फिल्म 'राज 3' के प्रदर्शन का इंतजार कर रही हैं। वह इस फिल्म में अभिनेत्री बिपाशा बसु की उपस्थिति को लेकर बिल्कुल परेशान नहीं हैं और वह अपने स्थान को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। ईशा ने कहा, मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं और मुझे पता है कि मैं आज कहां हूं। मैं अपनी तुलना बिपाशा से नहीं करना चाहती। बावजूद इसके कि हम साथ काम कर रहे हैं। मैं आश्वस्त कर दूं कि मैं उनसे कहीं भी नहीं पिछड़ी। विक्रम भट्ट निर्देशित इस फिल्म में अभिनेता इमरान हाशमी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। ईशा यह स्वीकारती हैं कि इमरान और बिपाशा के इस फिल्म में होने से उनपर दबाव बढ़ गया।टिप्पणियां उन्होंने कहा, बिपाशा और इमरान के होने से मेरे ऊपर एक दबाव था लेकिन इसके अलावा मैं ज्यादा परवाह नहीं करती क्योंकि बिपाशा बिपाशा हैं और पूरा देश उन्हें पहचानता है। मैं अभी तक अचम्भे में हूं कि लोगों ने मुझे पहचानना शुरू कर दिया है। इसके अलावा ईशा का कहना है कि वह फिल्मों में अलग-अलग भूमिका करने जा रही हैं। चाहे वह छोटी हो या बड़ी। ईशा ने कहा, मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं और मुझे पता है कि मैं आज कहां हूं। मैं अपनी तुलना बिपाशा से नहीं करना चाहती। बावजूद इसके कि हम साथ काम कर रहे हैं। मैं आश्वस्त कर दूं कि मैं उनसे कहीं भी नहीं पिछड़ी। विक्रम भट्ट निर्देशित इस फिल्म में अभिनेता इमरान हाशमी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। ईशा यह स्वीकारती हैं कि इमरान और बिपाशा के इस फिल्म में होने से उनपर दबाव बढ़ गया।टिप्पणियां उन्होंने कहा, बिपाशा और इमरान के होने से मेरे ऊपर एक दबाव था लेकिन इसके अलावा मैं ज्यादा परवाह नहीं करती क्योंकि बिपाशा बिपाशा हैं और पूरा देश उन्हें पहचानता है। मैं अभी तक अचम्भे में हूं कि लोगों ने मुझे पहचानना शुरू कर दिया है। इसके अलावा ईशा का कहना है कि वह फिल्मों में अलग-अलग भूमिका करने जा रही हैं। चाहे वह छोटी हो या बड़ी। विक्रम भट्ट निर्देशित इस फिल्म में अभिनेता इमरान हाशमी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। ईशा यह स्वीकारती हैं कि इमरान और बिपाशा के इस फिल्म में होने से उनपर दबाव बढ़ गया।टिप्पणियां उन्होंने कहा, बिपाशा और इमरान के होने से मेरे ऊपर एक दबाव था लेकिन इसके अलावा मैं ज्यादा परवाह नहीं करती क्योंकि बिपाशा बिपाशा हैं और पूरा देश उन्हें पहचानता है। मैं अभी तक अचम्भे में हूं कि लोगों ने मुझे पहचानना शुरू कर दिया है। इसके अलावा ईशा का कहना है कि वह फिल्मों में अलग-अलग भूमिका करने जा रही हैं। चाहे वह छोटी हो या बड़ी। उन्होंने कहा, बिपाशा और इमरान के होने से मेरे ऊपर एक दबाव था लेकिन इसके अलावा मैं ज्यादा परवाह नहीं करती क्योंकि बिपाशा बिपाशा हैं और पूरा देश उन्हें पहचानता है। मैं अभी तक अचम्भे में हूं कि लोगों ने मुझे पहचानना शुरू कर दिया है। इसके अलावा ईशा का कहना है कि वह फिल्मों में अलग-अलग भूमिका करने जा रही हैं। चाहे वह छोटी हो या बड़ी। इसके अलावा ईशा का कहना है कि वह फिल्मों में अलग-अलग भूमिका करने जा रही हैं। चाहे वह छोटी हो या बड़ी।
मुकदमे में फंसे योगगुरु बाबा रामदेव फिलहाल दिल्ली में बीजेपी नेताओं को योग सिखा रहे हैं. पालम इलाके में लगे योग शिविर में बिजवासन से बीजेपी विधायक सत प्रकाश राणा ने शीर्षासन किया. पालम से बीजेपी विधायक धर्मदेव सोलंकी भी सत प्रकाश राणा से पीछे नहीं रहे. उन्होंने भी रामदेव के योग शिविर में खूब हाथ पैर चलाए. इस मौके पर रामदेव ने AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल को भी नसीहत दी. उन्होंने कहा कि केजरीवाल को अपनी पार्टी में भी झाड़ू मारना चाहिए. मोदी के समर्थक हैं रामदेव बाबा रामदेव बीजेपी के पीएम उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं. मोदी की उन्हें भारी भी पड़ी है. उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार ने उनके खिलाफ मुकदमों की लाइन लगा दी. रामदेव के ट्रस्ट के ऊपर फर्जी तरीके से जमीन की खरीद-फरोख्त को लेकर हरिद्वार के जिलाधिकारी निधि मणि त्रिपाठी की तरफ से 81 मुकदमे दर्ज किए गए हैं.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पाकिस्तान ने सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 'गजनवी' का सफलतापूर्वक 'रात्रि प्रशिक्षण' परीक्षण किया है. पाकिस्तानी सेना के मीडिया प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्विटर पर लिखा कि यह मिसाइल 290 किलोमीटर तक अनेक प्रकार के आयुध ले जाने में सक्षम है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने मिसाइल परीक्षण से जुड़ी टीम की सराहना की और देश को बधाई दी. पाकिस्तान में महामारी की तरह फैल रहा है HIV/AIDS, रिपोर्ट में सामने आई वजह इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक गफूर ने अपने ट्वीट के साथ मिसाइल के परीक्षण का वीडियो भी साझा किया. यह गजनवी मिसाइल बलास्टिक मिसाइल का एडवांस है, जो हाई एक्सप्लोसिव और न्यूक्लियर के काम आएगी.  क्या पाकिस्तान भारत के लिए हवाईक्षेत्र कर देगा बंद? विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दिया ये जवाब बता दें, इससे पहले मई में पाकिस्तान ने सफलतापूर्वक शाहीन-II को लॉन्च किया था, जो जमीन पर जंग के काम आएगी. वहीं, जनवरी में भी पाकिस्तान ने टैक्टिकल बलास्टिक मिसाल नार्स को लॉन्च किया था.
ऑस्ट्रेलिया को उसी की जमीं पर क्लीन स्वीप का स्वाद चखाने में अहम भूमिका निभाने वाले विराट कोहली टी20 की रैंकिंग में नंबर वन बल्लेबाज बन गए हैं. कोहली ने नंबर-1 का स्थान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एरोन फिंच को हटाकर हासिल किया है. आईसीसी की ताजा रैंकिंग के मुताबिक कोहली को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में नाबाद 90, नाबाद 59 और 50 रनों की पारियों की बदौलत 47 रेटिंग प्वाइंट का फायदा मिला. जिससे विराट कोहली इस समय 892 अंकों के साथ पहले स्थान पर पहुंच गए हैं. जबकि एरोन फिंच 868 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं. टी20 श्रृंखला में मैन आफ द सीरीज चुना गया ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने के बाद भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने में वह न सिर्फ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं. कोहली को टी20 श्रृंखला में मैन आफ द सीरीज चुना गया. भारत ने इस श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया. कोहली ने तीसरे मैच में भारत की सात विकेट से जीत के बाद कहा, ‘मुझे इस देश का दौरा करना पसंद है, यहां आकर वास्तव में सकारात्मक उर्जा मिलती है. सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मैं यहां सहज महसूस करता हूं. मैं सड़कों पर चल सकता हूं. मुझे उतार चढावों की जिंदगी जीने के बजाय खुद को समझने के लिये ऐसा करना वास्तव में पसंद है.
पश्चिम बंगाल में हालात बिगड़ते हुए नजर आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में होने वाले 9 सीटों पर मतदान को बीजेपी और टीएमसी ने साख की लड़ाई बना ली है. मंगलवार को अमित शाह के रोड शो में बवाल हुआ तो देर शाम तक कोलकाता में ही कई बीजेपी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. कोलकाता रोड शो में हुए बवाल के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख अमित शाह के खिलाफ भी कोलकाता में शिकायत दर्ज हो गई है. वहीं, बीजेपी नेता अमित मालवीय ने आरोप लगाया है कि तेजिंदर पाल सिंह बग्गा समेत कई नेता इस समय हिरासत में हैं. BJP IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने बुधवार सुबह ट्वीट कर आरोप लगाया है. उन्होंने लिखा कि ममता बनर्जी ने देर रात बीजेपी नेताओं की धरपकड़ के आदेश दिया, कोलकाता में कई नेताओं को रात को ही उठा लिया गया. इनमें तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के अलावा कई ऐसे नेता हैं जो अभी टीएमसी की गैरकानूनी हिरासत में हैं. Mamata Banerjee ordered a midnight crack down on several BJP leaders in Kolkata, who were picked up in the middle of night, without due process of law being followed. Tajinder Bagga and several others are now in TMC’s illegal detention. #SaveBengalSaveDemocracy #FreeTajinderBagga — Chowkidar Amit Malviya (@amitmalviya) May 15, 2019 आपको बता दें कि मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कोलकाता में रोड शो किया था. इस रोड शो में भारी भीड़ तो जुटी लेकिन अंत होते-होते बवाल हो गया. रोड शो में आगजनी की गई, हिंसा हुई और टीएमसी-बीजेपी समर्थकों में हाथापाई भी हुई. बीजेपी इस मुद्दे पर हमलावर है और दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन कर सकती है, तो वहीं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी प्रेस कॉन्फ्रेंस टीएमसी पर हमला बोल सकते हैं. उधर ममता बनर्जी भी इस लड़ाई में हार मानने के मूड में नहीं हैं, ममता ने आज कोलकाता में पदयात्रा निकालने का ऐलान कर दिया है. Kolkata police has arrested @TajinderBagga at 3:00 am His fault? Tried to save democracy in Bengal #FreeTajinderBagga pic.twitter.com/3HUdh9nAGY — Chowkidar Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 15, 2019 ममता बनर्जी ने बीजेपी को खुली चेतावनी देते हुए कह भी दिया है कि अगर ऐसा ही जारी रहा तो वह एक मिनट  में बीजेपी दफ्तरों पर कब्जा भी कर सकती हैं. टीएमसी का आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ईश्वरचंद विद्यासागर की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ कर दी है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में कुल 9 सीटों पर मतदान होना है, इसमें कोलकाता शहर की सीटें भी शामिल हैं. बंगाल में कुल 42 सीटें हैं और बीते 6 चरणों में हर बार यहां हिंसा हुई है. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर
एडिसन की कंपनी छोड़ने के बाद टेस्ला ने दो व्यापारियों रॉबर्ट लेन और बेंजामिन वेल के साथ 1886, भागीदारी की, जो टेस्ला के नाम पर एक इलेक्ट्रिक लाइटिंग कंपनी टेस्ला इलेक्ट्रिक लाइट एंड मैन्युफैक्चरिंग को फाइनेंस करने के लिए सहमत हुए। कंपनी ने टेस्ला द्वारा डिज़ाइन किए गए इलेक्ट्रिकल आर्क लाइट आधारित रोशनी प्रणाली इनस्टॉल किए और उनके पास डायनामो इलेक्ट्रिक मशीन कम्यूटेटर के लिए डिजाइन भी थे, अमेरिका में टेस्ला को दिया गया पहला पेटेंट था।
बैंकों को कर्ज नहीं चुकाने के मामले में भगोड़ा घोषित कारोबारी विजय माल्या पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. ईडी और सीबीआई के बाद अब सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट ने माल्या के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट ने माल्या से 535 करोड़ रुपये बकाये वसूलने के लिए उनकी जब्त आलीशान सवारी रहे एयरबस 319 सीजे प्राइवेट जेट की ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया बुधवार की रात से शुरू करने जा रहा है. ये प्रक्रिया 29 जून की मध्यरात्रि शुरू होकर 30 जून की आधी रात तक जारी रहेगी. ई-ऑक्शन की जिम्मेदारी मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन (एमएसटीसी) को दिया गया है. 150 करोड़ तक बोली लगने की उम्मीद सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट को उम्मीद है कि माल्या की जेट की नीलामी के दौरान 150 करोड़ रुपये तक बोली लग सकती है. हालांकि नीलामी की बोली कितनी रकम से शुरू होगी इसका अभी तक खुलासा नहीं किया गया है. साथ ही अभी तक एमएसटीसी की ओर से ये भी नहीं बताया गया है कि नीलामी की बोली लगाने की दौड़ में कौन-कौन शामिल हैं. आधुनिक सुविधाओं से लैस है जेट माल्या की जब्त इस जेट में सीएफएम 56-5 इंजन लगा है, 266 करोड़ के माल्या के लग्‍जरी जेट में घर जैसी कई सुविधाएं हैं. एक बार ईंधन भरने पर यह मुंबई से अमेरिका जा सकता है. माल्या इसे घर और ऑफिस दोनों की तरह इस्तेमाल करते थे. इस जेट में कॉन्फ्रेंस हॉल और मीटिंग रूम हैं. माल्या ने इस प्लेन को कस्टमाइज करवाने पर 4 करोड़ डॉलर खर्च किए थे. खुद विजय माल्या का नाम शॉर्ट फॉर्म में 'VJM' जेट के खिड़की, दरवाजे और सोफे पर लिखा है. अमेरिका कंपनी द्वारा निर्मित माल्या के इस प्राइवेट जेट में सोफा, बिस्तर, बार, शावर और यहां तक बाथरॉब भी है. 25 सीटों के इस विमान को माल्या निजी इस्तेमाल में लाते थे. वहीं इस बीच मुंबई की एक विशेष अदालत ने माल्या को धन की हेराफेरी से संबंधित एक मामले में 29 जुलाई को पेश होने का आदेश बुधवार को जारी किया. माल्या फिलहाल ब्रिटेन में हैं. विजय माल्या के पास स्टेट बैंक ऑफ इंडिया समेत 17 बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये बकाया है. प्रवर्तन निदेशालय भारत-ब्रिटेन पारस्परिक विधिक सहायता संधि (एमएलएटी) के जरिए माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिशों में जुटा है.
उत्तरी अंगामी-द्वितीय नागालैंड के 60 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। उत्तरी अंगामा नागालैंड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। इस विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित सभी विधायकों की सूचि निम्न है: विधायकगण की सूचि १९६४: ल्हुसुहिए, निर्दलीय १९६६ (पोल द्वारा): के॰ विटसोर केडित्सु, निर्दलीय १९६९: के॰ विटसोर केडित्सु, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट १९७४: के॰ विटसोर केडित्सु, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट १९७७: चुपफूओ, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट १९८२: चुपफूओ, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट १९८७: के॰ विटसोर केडित्सु, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस १९८९: नेफियू रियो, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस १९३३: नेफियू रियो, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस १९९८: नेफियू रियो, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस २००३: नेफियू रियो, नागा पीपल्स फ्रंट २००८: नेफियू रियो, नागा पीपल्स फ्रंट २०१३: नेफियू रियो, नागा पीपल्स फ्रंट २०१८: नेफियू रियो, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी इन्हें भी देखें कोहिमा अंगामी नागालैंड सन्दर्भ नागालैंड की सरकार नागालैंड की राजनीती
लोकसभा के 2014 के चुनावों में देश के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार धर्मनिरपेक्ष छवि का होने संबंधी अपनी बात पर एक प्रकार से कायम रहते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि स्वर्णिम शब्द दोहराए नहीं जाते. उन्होंने कहा, ‘गोल्डेन वर्डस आर नाट रिपीटेड.’ एक अंग्रेजी अखबार के साथ साक्षात्कार में दिए बयान पर एक प्रकार से कायम रहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जो कहा जा चुका है सो बात निकल गयी है. अब एक बात समझ लें गोल्डन वर्डस आर नाट रिपिटेड.’ कैबिनेट की बैठक के बाद संवाददाताओं के प्रश्नों के जवाब में उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए जो योग्यता की बात कही थी वह एक इंटरव्यू में कही बात थी. यहां दुबारा इंटरव्यू देने की दरकार नहीं है. गोल्डेन वर्डस आर नाट रिपिटेड.’ अखबार में मुख्यमंत्री के साक्षात्कार के प्रकाशन के बाद बिहार में सत्तारूढ राजग में घमासान मचा हुआ है. नीतीश ने अपनी मांग को महत्वपूर्ण बात बताकर संकेत दिये हैं कि वह साक्षात्कार में कही गयी बातों पर कायम हैं.
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रविवार की सुबह-सुबह तब सनसनी फैल गई, जब एक ही घर से 11 लोगों के शव रस्सी से लटके मिले. सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य बताए जा रहे हैं. मृतकों में सात महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं. इनकी मौत कैसे हुई इसके बारे में अभी साफ-साफ कुछ पता नहीं चल पाया है और पुलिस के सामने भी अब सबसे बड़ी गुत्थी यही है कि यह मामला आत्महत्या का है या हत्या का. आत्महत्या की ओर इशारा कर रही हैं ये बातें * पुलिस ने अब तक घर के अंदर संघर्ष के किसी तरह के निशान की बात नहीं बताई है. निश्चित तौर पर 11 सदस्यों की हत्या की जाती है तो संघर्ष की स्थिति जरूर बनेगी. * पुलिस ने अब तक किसी शव पर हमले या जख्म के निशान की बात भी नहीं बताई है. * पड़ोसियों के मुताबिक, पूरा परिवार काफी धार्मिक था और उनकी मोहल्ले में किसी से कोई झगड़ा नहीं था. * इतना ही नहीं, पड़ोसियों ने बताया कि परिवार के सदस्यों के बीच भी कभी तकरार सुनने को नहीं मिली. जानकारी के मुताबिक, मूलतः राजस्थान का रहने वाला यह परिवार बुराड़ी के संत नगर में गुरुगोविंद सिंह हॉस्पिटल के सामने गली नंबर 2 में अपने मकान में पिछले 22-23 साल से रह रहा था. पुलिस ने बताया कि दिल्ली स्थित इस घर में एक बुजुर्ग महिला और उसके दो बेटे अपने परिवार सहित रहते थे. सभी सदस्यों के शव दो मंजिला घर की पहली मंजिल पर मिले. हत्या की ओर इशारा कर रही हैं ये बातें * घर की सबसे बुजुर्ग महिला की गला दबाकर हत्या किया गया बताया जा रहा है. * पड़ोसियों ने बताया कि घर का दरवाजा खुला हुआ था. ऐसे में शंका उठती है कि आत्महत्या करने से पहले परिवार निश्चित तौर पर दरवाजा अंदर से बंद लेता, ताकि उन्हें ऐसा करने से कोई रोक न पाए. * बीती रात परिवार आम दिनचर्या में ही व्यस्त रहा और रात करीब 11.45 बजे दुकान बंद हुआ. * बुजुर्ग महिला के अलावा सभी लाशें रेलिंग से एक ही जाली की रस्सी से लटकती मिली हैं. * रेलिंग से लटके मिले सभी 10 शवों की आंख पर पट्टी बंधी मिली. ऐसे में शंका पैदा होता है कि अगर पूरा परिवार सहमति से आत्महत्या कर रहा था तो आंख पर पट्टी बांधने की क्या जरूरत है. * कुछ शवों के हाथ-पैर भी बंधे मिले हैं. * कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है. सभी मृतकों की पहचान हुई परिवार के सभी सदस्यों की पहचान कर ली गई है. मृतकों में परिवार सबसे बुजुर्ग सदस्य 75 वर्षीय महिला नारायण की गला दबाकर हत्या की गई है. अन्य मृतकों में मां नारायण की सबसे बड़ी 60 साल की विधवा बेटी प्रतिभा, प्रतिभा की 30 साल की बेटी प्रियंका, मां नारायण का बड़ा बेटा 46 वर्षीय भूपि, भूपि की पत्नी 42 वर्षीय सविता, भूपि की 24 वर्षीय बेटी नीतू, भूपि की छोटी बेटी 22 वर्षीय मीनू, भूपि का सबसे छोटा बेटा 12 वर्षीय धीरू, मां नारायण का छोटा बेटा 42 वर्षीय ललित, ललित की पत्नी 38 वर्षीय टीना, ललित का 12 साल का एक बेटा शामिल है. पड़ोसियों ने बताया कि बुजुर्ग महिला की तीसरा बेटा दिनेश राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में रहता है. वह सिविल कॉन्ट्रैक्टर है और घटना के वक्त भी वह चित्तौड़गढ़ में ही है. क्या है पुलिस का कहना पुलिस का कहना है कि वह हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. हालांकि पुलिस अभी कुछ भी खुलकर बताने में हिचक रही है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने कुछ खास पैटर्न को चिह्नित किया है, जिसके आधार पर आगे की जांच की जाएगी. पारिवारिक रंजिश में हत्या के एंगल से भी जांच की जा रही है. हालांकि अब तक कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता.
पंजाब पुलिस ने डेराबस्सी की रहने वाली एक नव विवाहिता को अरेस्ट किया है. यह महिला शादी के 6 दिन बाद पति को नशीला नींबू पानी पिलाकर प्रेमी संग भाग गई थी. उसकी गिरफ्तारी पुलिस ने करीब 6 माह बाद की है. बताया जा रहा है कि प्रेमी के साथ भागने के बाद आरोपी रंजीता ने सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाईं थी. जिसे कोर्ट ने रद्द कर दिया. जिसके बाद वह स्थानीय कोर्ट में सरेंडर करने आई थी. जानकारी के मुताबिक, रंजीता पर आरोप है कि उसने शादी के बाद पति और ससुराल वालों को नशीला नींबू पानी पिलाकर बेहोश किया और गहने और नकदी लेकर भाग गई थी. जिसके बाद से पति दीपक की शिकायत पर रंजीता और उसके अंजान साथियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज है. वहीं, रंजीता का कहना है कि उसकी शादी मर्जी के खिलाफ हुई थी. उसे दहेज़ के लिए प्रताड़ित किया जाता था और उसके साथ मारपीट भी की गई. पुलिस उसे फिलहाल अरेस्ट कर पूछताछ कर रही है.
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर अब भी घमासान मचा हुआ है, और ट्विटर पर इसे लेकर रिएक्शन आने जारी हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस और मशहूर टॉक शो होस्ट सिमी ग्रेवाल (Simi Garewal) ने भी मौजूदा राजनैतिक हालात को लेकर ट्वीट किया है, और उन्होंने राजनीति को लेकर तंज भी कसा है. 'कर्ज', 'मेरा नाम जोकर', 'दो बदन' और 'साथी' जैसी फिल्मों में नजर आ चुकीं सिमी ग्रेवाल ने विधायकों की खरीद फरोख्त को लेकर ट्वीट किया है. सिमी ग्रेवाल (Simi Garewal) ने लिखा है कि उन्होंने इन पूरे राजनैतिक हालात से यही सीखा है कि उन्हें भी विधायक होना चाहिए था. सिमी ग्रेवाल का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब पढ़ा जा रहा है. What have I learned from recent Indian politics?... I should have been an MLA!!!!..Showered with hundreds of crores..acres of land..villas. It's a dream life.. सिमी ग्रेवाल (Simi Garewal) ने राजनैतिक परिदृश्य को लेकर ट्वीट किया हैः 'मौजूदा भारतीय राजनीति से मैंने क्या सीखा? मुझे भी विधायक होना चाहिए था!!! करोड़ों रुपये की बौछार होती...कई एकड़ जमीन मिलती...विला मिलते. ऐसी जिंदगी मिलती तो सपनों में ही संभव है.' इस तरह सिमी ग्रेवाल ने विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर तीखा व्यंग्य किया है क्योंकि विधायकों को मोटी रकम देकर खरीदने की खबरें जो आ रही हैं.  बता दें कि सिमी ग्रेवाल (Simi Garewal) अपनी एक्टिंग के लिए दो बार फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीत चुकी हैं. सिमी ग्रेवाल हिंदी फिल्मों के अलावा पंजाबी और बंगाली फिल्मों में भी एक्टिंग में हाथ आजमा चुकी हैं. उनकी लोकप्रिय फिल्मों में 'दो बदन', 'साथी', 'मेरा नाम जोकर', 'सिद्धार्थ', 'कर्ज' और 'उडीकां (पंजाबी)' शामिल हैं. उन्होंने सत्यजीत रे के साथ भी काम किया है, और राज कपूर तथा राजीव गांधी पर डॉक्युमेंट्री भी बना चुकी हैं. यही नहीं उनका टॉक शो 'रान्दिवू विद सिमी ग्रेवाल' काफी पॉपुलर हुआ था.
बीसीसीआई ने आईपीएल से पुणे वारियर्स का अनुबंध रद्द कर दिया क्योंकि सहारा के स्वामित्व वाली यह फ्रेंचाइजी भुगतान करने में नाकाम रही और उसने अगले सत्र के लिए बैंक गारंटी देने से भी इनकार कर दिया. बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि यह फैसला यहां क्रिकेट बोर्ड की शक्तिशाली कार्य समिति की बैठक के दौरान किया गया. पुणे वारियर्स और बीसीसीआई के बीच टकराव की स्थिति थी क्योंकि बोर्ड ने फ्रेंचाइजी फीस का भुगतान नहीं करने पर बैंक गारंटी भुना ली थी. सहारा समूह ने इसके बाद आईपीएल से हटने की घोषणा की थी. उसने हालांकि बीसीसीआई का आधिकारिक रूप से जानकारी नहीं दी. बीसीसीआई ने इसके बाद अगले साल लीग का हिस्सा बने रहने के लिए सहारा से 170.2 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी मांगी थी. बीसीसीआई ने इसके बाद भुगतान के लिए कई बार सहारा को याद दिलाया और फिर अंतत: उसका आईपीएल अनुबंध रद्द कर दिया. रविवार की बैठक में आईपीएल संचालन परिषद के सदस्य भी मौजूद थे जहां बोर्ड ने पुणे वारियर्स को 30 दिन का अनुबंध रद्द करने का नोटिस जारी किया. सहारा ने फ्रेंचाइजी फीस से संबंधी मध्यस्थता प्रक्रिया को पूरी करने की मांग की थी. सहारा का मानना था कि फ्रेंचाइजी फीस कम होनी चाहिए क्योंकि बीसीसीआई ने टीम को उतने आईपीएल मैच मुहैया नहीं कराए जितने मैचों का उसने वादा किया था. बीसीसीआई और सहारा के बीच न्यायधीशों की नियुक्ति को लेकर मतभेद के कारण अब तक मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है. सहारा ने पुणे टीम को 2010 में लगभग 37 करोड़ डॉलर (लगभग 1702 करोड़ रुपये) में खरीदा था. यह आईपीएल की सबसे महंगी फ्रेंचाइजी थी और इसका अनुबंध रद्द होने से बीसीसीआई को भारी भरकम नुकसान होगा.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: वर्ष 1984 के सिख-विरोधी दंगों के संदर्भ में राहुल गांधी के हालिया बयान के विरोध में सिख समुदाय के लोगों ने नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। ये लोग हाथों में बैनर, तख्तियां और काले झंडे लिए हुए कांग्रेस के खिलाफ नारे लगा रहे थे और इंसाफ की मांग कर रहे थे। अकाली दल की अगुवाई में पहुंचे प्रदर्शनकारी राहुल गांधी के उस बयान से नाराज थे, जिसमें उन्होंने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि 1984 के दंगों में कुछ कांग्रेसी शायद शामिल थे, लेकिन उन्हें सजा मिल चुकी है। राहुल ने यह भी दावा किया था कि सिखों के कत्लेआम में तब की सरकार शामिल नहीं थी। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि राहुल गांधी दंगों में शामिल कांग्रेसियों के नाम सामने लाएं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, सीबीआई को राहुल गांधी से पूछना चाहिए कि वह किन लोगों की बात कर रहे थे। कांग्रेस मुख्यालय के बाहर चार स्तरों पर बैरिकेडिंग की गई थी, ताकि प्रदर्शनकारी कांग्रेस मुख्यालय के भीतर प्रवेश न कर सकें। हालांकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और बसों में भरकर वहां से हटा दिया।
राजधानी दिल्ली में एक महिला ने अपनी ही कार चुरा ली. उसने चोरी भी की ऐसी-वैसी जगह से नहीं, बल्कि पुलिस की नाक से नीचे से. सुनने में भले ही यह बात हैरान करने वाली हो, पर यह सच है. दरअसल, बिजनेस करने वाली 29 साल की एक महिला ने दिल्ली के चांदनी चौक जैसे भीड़भाड़ वाले इलाके में 'नो पार्किंग जोन' में अपनी कार खड़ी कर दी. ट्रैफिक के नियम का खुलेआम उल्लंघन करने पर उसकी कार को ट्रैफिक पुलिस अपने साथ ले गई. बाद में ट्रैफिक पुलिस ने कार को दिल्ली पुलिस के पास जमा करवा दिया. गलत जगह खड़ी की कार महिला ने 'दिलेरी' दिखाते हुए अपनी जब्त हो चुकी कार को चुरा लिया. जब्त की गई कार प्रक्रिया पूरी होने तक पुलिस की संपत्ति मानी जाती है. घटना 12 जुलाई की है. दिल्ली पुलिस के अध‍िकारी ने बताया कि महिला ने अपनी कार को चांदनी चौक के टाउन हॉल के बाहर खड़ी की थी. वहां से कार क्रेन से खींचकर ओल्ड पुलिस लाइन ले जाई गई. उसी जगह पर सभी जब्त गाडि़यों को रखा जाता है. कार को क्रेन से खींचकर ले जाया गया पुलिस ने मुताबिक, कार लाए जाने के करीब 20 मिनट बाद ही वह महिला वहां पहुंची और अपनी गाड़ी के बारे में पूछताछ करने लगी. कुछ ही देर में उसने अपनी गाड़ी खोज ली. महिला बड़े आराम से अपनी कार की ड्राइविंग सीट पर बैठकर उसे स्टार्ट करने लगी. जब वहां मौजूद कॉन्स्टेबल ने उससे कहा कि वह इस तरह बिना फाइन जमा कराए कार नहीं ले सकती, तो वह गाली-गलौच करने लगी. इसके बाद वह गाड़ी लेकर मौके से चंपत हो गई. इस दौरान अन्य पुलिसवाले भी वहां मौजूद थे. एक कॉन्स्टेबल ने तो छलांग लगाकर गाड़ी को पकड़ने की कोश‍िश भी की, पर वह इसमें कामयाब नहीं हो सका. पुलिस को धता बताकर निकल गई कार बहरहाल, महिला के ख‍िलाफ धारा- 379, 186, 332 के तहत मामला दर्ज किया गया है. कार किसी कजरी गुप्ता के नाम से रजिस्टर्ड है. पुलिस को पता चला कि बिजनेस करने वाली वह महिला एक डॉक्टर के घर किराए पर रहती है. जानकारी के मुता‍बिक, महिला ने डॉक्टर को कभी रेंट नहीं चुकाया है. कोर्ट ने उसे घर खाली करने का आदेश दिया है. बहरहाल, पुलिस ने कहा कि महिला फरार हो चुकी है, जिसकी खोज की जा रही है. पुलिस को उम्मीद है कि वह जल्द की पकड़ में आ जाएगी.
चित्राल (उर्दू: , अंग्रेज़ी: Chitral) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के सबसे उत्तरी भाग में स्थित एक ज़िला है। यह उस प्रान्त का सबसे बड़ा ज़िला है। इसका क्षेत्रफल १४,८५० वर्ग किमी है और १९९८ की जनगणना में इसकी आबादी ३,१८,६८९ थी। ७,७०८ मीटर ऊँचा तिरिच मीर, जो दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ों में से है, इस ज़िले में स्थित है। चित्राल ज़िले की राजधानी चित्राल शहर है। विवरण चित्राल ज़िला पाकिस्तान और ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त दोनों का सबसे उत्तर का ज़िला है। इसके पश्चिम और उत्तर में अफ़ग़ानिस्तान है। उत्तर में अफ़ग़ानिस्तान का वाख़ान गलियारा आता है जो कुछ स्थानों पर सिर्फ १६ किमी चौड़ा है जिसके पार ताजिकिस्तान स्थित है। चित्राल ज़िले के पूर्व में गिलगित-बलतिस्तान (पाक-अधिकृत कश्मीर का हिस्सा) है और दक्षिण में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ही ऊपरी दीर और स्वात ज़िले स्थित हैं। चित्राल ज़िले के कुछ भाग में पामीर पर्वत आते हैं इसलिए यह ज़िला बहुत ही पहाड़ी क्षेत्र है। चित्राल ज़िला पाकिस्तान और गिलगित-बलतिस्तान से सिर्फ़ दो सड़कों से जुड़ा हुआ है। एक तो लोवारी दर्रे से होती हुई दीर जाती है और दूसरी शन्दूर टॉप से होती हुई ग़िज़र ज़िले के रास्ते से गिलगित जाती है। दोनों ही रास्ते सर्दियों में बर्फ़बारी के कारण बंद हो जाते हैं। पाकिस्तानी सरकार लोवारी दर्रे के नीचे एक सुरंग बनवा रही है। चित्राल के इर्द-गिर्द और भी पहाड़ी दर्रे हैं जिनसे पैदल लोग ज़िले से बाहर आ-जा सकते हैं। लोग चित्राल में अधिकतर खो लोग रहते हैं जिन्हें चित्राली लोग भी कहा जाता है, जो खोवार भाषा नाम की एक दार्दी भाषा बोलते हैं। इस ज़िले की बुमबूरेत वादी में कलश लोग रहते हैं। इन्हें भी देखें ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा पश्तो चित्राल सन्दर्भ चित्राल ज़िला ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले पाकिस्तान के ज़िले भारतीय उपमहाद्वीप के ज़िले
महाराष्ट्र उपचुनाव में शिवसेना की तृप्ति सावंत ने कांग्रेस के नारायण राणे को हरा दिया है. उधर जनता परिवार के विलय की प्रक्रिया भी तेज हो गई है. पढ़िए बुधवार, दोपहर 2 बजे तक की बड़ी खबरें.. 1. शिवसेना के गढ़ सेंध नहीं लगा पाई कांग्रेस, नारायण राणे हारे कांग्रेस के दिग्गज नेता नारायण राणे को एक बार फिर हार का मुंह देखना पड़ा. बांद्रा ईस्ट सीट से शिवसेना की तृप्ति सावंत ने राणे को करीब 33 हजार वोटों से हरा दिया है. . 2. सशक्त विपक्ष बनकर उभरेगा जनता परिवारः नीतीश जनता परिवार के विलय पर बैठक जारी है. आरजेडी सप्रीमो लालू यादव सपा प्रमुख मुलायम सिंह के घर पहुंच गए हैं. उधर, नीतीश कुमार ने कहा है कि जनता परिवार के विलय में फायदे नुकसान की बात नहीं है. 3. प्रज्ञा और पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से राहत 2008 के मालेगांव बम धमाकों के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और श्रीकांत पुरोहित को राहत दी है. कोर्ट ने कहा है कि मकोका के तहत दोनों के खिलाफ कोई सबूत नहीं पाए गए. 4. ए राजा ने किया था मनमोहन को गुमराह! सीबीआई ने बुधवार को स्पेशल कोर्ट के समक्ष दलील दी कि पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने टू जी स्पेक्ट्रम आवंटन से जुड़े नीतिगत मामलों पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ‘गुमराह’ किया. 5. अमेरिकाः भारतीय पुजारी को 27 साल की जेल जॉर्जिया के एक मंदिर में पुजारी रहे एक भारतीय को बैंक और टैक्स मामलों में धोखाधड़ी करने, मनी लॉन्डरिंग और मंदिर की कमाई का निजी इस्तेमाल करने के मामले में 27 साल जेल की सजा सुनाई गई है. 6. हरिद्वार घाट पर बैन की जाए गैर हिंदुओं की एंट्री: योगी गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने हरिद्वार के मशहूर घाट 'हर की पौड़ी' पर गैर हिंदुओं के प्रवेश को बैन करने की कथित रूप से मांग की है. 7. 'आप' PAC की बैठक, पार्टी तोड़ने वालों पर कार्रवाई संभव स्वराज संवाद बैठक के ठीक दूसरे दिन आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी की संसदीय मामलों की समिति की बैठक बुलाई है. मंगलवार शाम 7 बजे केजरीवाल के घर पर यह मीटिंग होगी. 8. ईरान परमाणु समझौते से जुड़ा विधेयक पारित अमेरिकी सीनेट की समिति ने उस विधेयक को पारित कर दिया है जिसमें ईरान के साथ ओबामा प्रशासन द्वारा जून के अंत तक किए जाने वाले किसी भी तरह के परमाणु समझौते पर कांग्रेस की समीक्षा की मांग की गई है.
पिछले सप्ताह डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने के बाद सोमवार को रुपये में कुछ सुधार हुआ। आज सुबह बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 60.80 पर कारोबार कर रहा था, जबकि पिछले शुक्रवार को रुपया 61.11 तक लुढ़क गया था। बताया जा रहा है कि अमेरिका में रोजगार के नए आंकड़ों के आने के बाद अमेरिका के केंद्रीय ने बैंक ने आर्थिक सुधारों के लिए दी जा रही छूट में सावधानी से कमी करने का मन बनाया है।टिप्पणियां पिछले हफ्ते रुपये में रिकॉर्ड गिरावट देखी गई जो करीब 22 महीने की सबसे बड़ी गिरावट थी। मात्र पिछले सप्ताह में 3.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। रुपये का इस तरह कमजोर होना लगातार जारी है वह भी तब जब आरबीआई लगातार रुपये की गिरती साख को बचाने के प्रयास में लगा है। आरबीआई के भी उम्मीद है कि रुपये की मजबूती के लिए देश में विदेशी निवेश की आवक बढ़नी चाहिए, वहीं सरकार ने कदम के सामने विपक्षी दलों की मांग एक रोड़ा के रूप में काम कर रही है। बताया जा रहा है कि अमेरिका में रोजगार के नए आंकड़ों के आने के बाद अमेरिका के केंद्रीय ने बैंक ने आर्थिक सुधारों के लिए दी जा रही छूट में सावधानी से कमी करने का मन बनाया है।टिप्पणियां पिछले हफ्ते रुपये में रिकॉर्ड गिरावट देखी गई जो करीब 22 महीने की सबसे बड़ी गिरावट थी। मात्र पिछले सप्ताह में 3.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। रुपये का इस तरह कमजोर होना लगातार जारी है वह भी तब जब आरबीआई लगातार रुपये की गिरती साख को बचाने के प्रयास में लगा है। आरबीआई के भी उम्मीद है कि रुपये की मजबूती के लिए देश में विदेशी निवेश की आवक बढ़नी चाहिए, वहीं सरकार ने कदम के सामने विपक्षी दलों की मांग एक रोड़ा के रूप में काम कर रही है। पिछले हफ्ते रुपये में रिकॉर्ड गिरावट देखी गई जो करीब 22 महीने की सबसे बड़ी गिरावट थी। मात्र पिछले सप्ताह में 3.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। रुपये का इस तरह कमजोर होना लगातार जारी है वह भी तब जब आरबीआई लगातार रुपये की गिरती साख को बचाने के प्रयास में लगा है। आरबीआई के भी उम्मीद है कि रुपये की मजबूती के लिए देश में विदेशी निवेश की आवक बढ़नी चाहिए, वहीं सरकार ने कदम के सामने विपक्षी दलों की मांग एक रोड़ा के रूप में काम कर रही है। आरबीआई के भी उम्मीद है कि रुपये की मजबूती के लिए देश में विदेशी निवेश की आवक बढ़नी चाहिए, वहीं सरकार ने कदम के सामने विपक्षी दलों की मांग एक रोड़ा के रूप में काम कर रही है।
वर्गीकरण - पूर्वनिर्धारित समूहों में डाटा को व्यवस्थित करता है। उदाहरण के लिए, एक ईमेल प्रोग्राम एक ईमेल को वैध या स्पैम के रूप में वर्गीकृत करने का प्रयास कर सकता है। आम एल्गोरिदम में शामिल हैं डिसीज़न ट्री लर्निंग, निअरेस्ट नेबर, नाइव बाएसियन वर्गीकरण और न्यूरल नेटवर्क .
भारत के पड़ोसी मुल्‍क पाकिस्‍तान के शेयर बाजार की हालत सोमवार को एक बार फिर खराब स्थिति में पहुंच गई. सप्‍ताह के पहले कारोबारी दिन पाकिस्‍तान शेयर बाजार के बेंचमार्क कराची स्‍टॉक एक्‍सचेंज (KSE100) में कारोबार के दौरान 800 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक, पाकिस्‍तान का बाजार 155 अंक लुढ़क कर  33,250 पर बंद हुआ. इससे पहले शुक्रवार को भी पाकिस्‍तान के शेयर बाजार में करीब 800 अंकों की फिसलन दर्ज की गई. इस बीच पाकिस्तानी रुपये में भी कमजोरी बरकरार है. ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तानी रुपया 149.25 प्रति डॉलर पर है. यह एशिया की 13 प्रमुख करेंसी में सबसे कमजोर बन गई है. क्‍या है गिरावट की वजह बीते दिनों पाकिस्तान सरकार की अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के साथ 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज पर शुरुआती सहमति बनी है.इसके बाद स्‍थानीय मीडिया में आईएमएफ की शर्तें को लेकर अटकलें लगाई जा रही है. यही वजह है कि निवेशकों में एक डर का माहौल बना हुआ है. इस बीच यह भी खबर आ रही है कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ब्याज दरों में 2 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकता है. इस फैसले से महंगाई पर कंट्रोल तो हो सकता है लेकिन इंडस्‍ट्री  के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा. ऐसे में कंपनियों पर इसका निगेटिव असर होगा. फिलहाल पाकिस्‍तान के हालात को देखते हुए 2008 के आर्थिक मंदी से तुलना हो रही है. भारतीय बाजार का क्‍या हाल भारतीय शेयर की बात करें तो सोमवार को सेंसेक्स 1,421.90 अंक की छलांग के साथ 39,352.67 अंक पर जबकि निफ्टी 421.10 अंक चढ़कर 11,828.25 अंक पर बंद हुआ. एग्जिट पोल के नतीजों में मोदी सरकार की वापसी के संकेत मिलने की वजह से शेयर बाजार में उत्‍साह का माहौल रहा.
Articles with hCards सर विलियम हगिंस ओएम केसीबी पीआरएस (7 फरवरी 1824 - 12 मई 1910) एक अंग्रेज़ खगोलशास्त्री थे, जिन्हें अपनी पत्नी मार्गरेट के साथ खगोलीय स्पेक्ट्रोस्कोपी में अग्रणी कार्य के लिए जाना जाता था। जीवनी विलियम हगिंस का जन्म 1824 में कॉर्नहिल, मिडलसेक्स में हुआ था। 1875 में, उन्होंने डबलिन के जॉन मरे की बेटी मार्गरेट लिंडसे से शादी की, जिनकी खगोल विज्ञान और वैज्ञानिक अनुसंधान में भी रुचि थी। 29 अगस्त 1864 को, जब उन्होंने एनजीसी 6543 का विश्लेषण किया, तो हगिंस किसी ग्रहीय नीहारिका का वर्णक्रम (स्पेक्ट्रम) लेने वाले पहले व्यक्ति बन गए। हगिंस को उनके पड़ोसी, रसायनज्ञ विलियम एलन मिलर द्वारा स्पेक्ट्रा के विश्लेषण में सहायता मिली थी। हगिंस भी खगोलीय पिंडों के चित्रण (इमेज़िंग) में ड्राई प्लेट फोटोग्राफी को अपनाने वाले पहले व्यक्ति थे। 1868 में सीरियस के रेडशिफ्ट दिखाने के अवलोकन के साथ, हगिंस ने अनुमान लगाया कि तारे के रेडियल वेग की गणना की जा सकती है। हगिंस ने 1867 में विलियम एलन मिलर के साथ संयुक्त रूप से रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी का स्वर्ण पदक जीता। बाद में उन्होंने 1876-78 तक रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, और 1885 में फिर से (इस बार अकेले) स्वर्ण पदक प्राप्त किया। उन्होंने रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के एक अधिकारी के रूप में कुल 37 वर्षों तक सेवा की, जो किसी भी अन्य व्यक्ति से अधिक है। जून 1865 में हगिंस को रॉयल सोसाइटी का फेलो चुना गया, उन्हें उनके रॉयल मेडल (1866), रमफोर्ड मेडल (1880) और कोपले मेडल (1898) से सम्मानित किया गया और 1885 में अपना बेकरियन व्याख्यान दिया। इसके बाद उन्होंने 1900 से 1905 तक रॉयल सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उदाहरण के लिए, 1904 में उनके अध्यक्षीय भाषण ने गिरे हुए अध्येताओं की प्रशंसा की और उस वर्ष के पुरस्कार वितरित किए। 1910 में एक हर्निया के ऑपरेशन के बाद लंदन के तुलसे हिल में उनके घर पर उनकी मृत्यु हो गई और उन्हें गोल्डर्स ग्रीन श्मशान में दफनाया गया। दूरदर्शी सम्मान और पुरस्कार सम्मान नाइट कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द बाथ (केसीबी) ने 22 जून 1897 को 1897 की डायमंड जुबली ऑनर्स सूची में शामिल किया। 1902 कोरोनेशन सम्मान सूची जो 26 जून 1902 में प्रकाशित हुई में हगिंस ऑर्डर ऑफ़ मेरिट (ओम) के मूल प्राप्तकर्ताओं में से एक थे, और यह पुरस्कार राजा एडवर्ड सप्तम से बकिंघम पैलेस में 8 अगस्त 1902 को प्राप्त किया। पुरस्कार रॉयल मेडल (1866) लालंडे पुरस्कार (1870) रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी का स्वर्ण पदक (संयुक्त रूप से 1867 में विलियम एलन मिलर के साथ, 1885 में एकल) रमफोर्ड मेडल (1880) वाल्ज़ पुरस्कार (1882) रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के सदस्य (1883) जानसेन मेडल (1888) कोपले मेडल (1898) नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज से हेनरी ड्रेपर मेडल (1901) ब्रूस मेडल (1904) उनके नाम पर नामकरण किया गया हगिंस (चंद्र क्रेटर) हगिंस (मार्टियन क्रेटर) क्षुद्रग्रह 2635 हगिन्स प्रकाशनों में 1870: आकाशीय पिंडों में इसके अनुप्रयोग में स्पेक्ट्रम विश्लेषण । मैनचेस्टर, (कार्य के लिए विज्ञान व्याख्यान पीपल; श्रृंखला 2, क्रम 3) 1872: (संपादक) एच। शेलेन द्वारा स्थलीय पदार्थों और स्वर्गीय निकायों के भौतिक संविधान के लिए इसके आवेदन में स्पेक्ट्रम विश्लेषण, जेन और कैरोलिन लासेल द्वारा अनुवादित, हाथी ट्रस्ट से लिंक। 1899: (लेडी हगिंस के साथ): एन एटलस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव स्टेलर स्पेक्ट्रा फ्रॉम 4870 से 3300, एक साथ सितारों के विकास क्रम और उनके स्पेक्ट्रा की व्याख्या की चर्चा के साथ; वेधशाला के एक संक्षिप्त इतिहास से पहले । लंदन, (सर विलियम हगिन्स ऑब्जर्वेटरी का प्रकाशन; वी. 1) 1906: द रॉयल सोसाइटी, या, राज्य और स्कूलों में विज्ञान । लंडन। 1909: सर विलियम हगिंस के वैज्ञानिक पत्र ; सर विलियम और लेडी हगिंस द्वारा संपादित। लंदन, (सर विलियम हगिन्स ऑब्जर्वेटरी का प्रकाशन; वी. 2) यह सभी देखें ग्रह नीहारिका#अवलोकन इंटरस्टेलर और इंटरगैलेक्टिक माध्यम के बारे में ज्ञान की समयरेखा संदर्भ बाहरी संबंध हगिंस, सर विलियम (1824-1910) बारबरा जे बेकर, ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ऑफ नेशनल बायोग्राफी, 2004 (सदस्यता आवश्यक) हगिंस के काम का ऑडियो विवरण उदारवाद, अवसरवाद, और एक नए अनुसंधान एजेंडा का विकास: विलियम और मार्गरेट हगिन्स और खगोल भौतिकी के मूल बारबरा जे बेकर विलियम वालेस कैंपबेल सर विलियम हगिन्स, केसीबी, ओएम, एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ द पैसिफिक लिंक इंटरनेट आर्काइव से । पेशेवर और अकादमिक जुडाव जोसेफ़ लिस्टर १९१० में निधन 1824 में जन्मे लोग अंग्रेज खगोलशास्त्री विकिपरियोजना खगोलशास्त्र लेख रोयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के स्वर्ण पदक विजेता
सलमान खान की कथित गर्लफ्रेंड यूलिया वंतूर बॉलीवुड फिल्म 'राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला' से डेब्यू करने जा रही हैं. खबरों के मुताबिक इसी फिल्म में सुपरस्टार सलमान खान भी एक कैमियो रोल करते नजर आ सकते हैं. सलमान और यूलिया का नाम काफी वक्त पहले से चर्चा में रहा है. कहा जाता रहा है कि सलमान और यूलिया दोनों एक दूसरे को पसंद करते हैं. डेक्कन क्रॉनिकल ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा, "सलमान सिर्फ यूलिया के करीब नहीं है, वह इस फिल्म का निर्देशन कर रहे डायरेक्टर प्रेम सोनी के भी चहेते हैं." बता दें कि सोनी ने सलमान फिल्म मिस्टर एंड मिसेज खन्ना डायरेक्ट की थी. कुछ दिन पहले जब प्रेम बीमार पड़ गए थे तब सलमान ने उन्हें मदद ऑफर की थी. बता दें कि हाल ही में मेकर्स ने फिल्म का पोस्टर रिलीज किया था. इस पोस्टर को खुद सलमान खान ने अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया, जिसके बाद यूलिया ने इसे रीट्वीट किया. पोस्टर में यूलिया साध्वी लुक में नजर आ रही हैं. उन्होंने हाथों में खड़ताल लिए हुए हैं और गले में फूलों की माला पहनी हुई है. इस फिल्म के लिए पीत वस्त्र धारण किए यूलिया बिलकुल देसी हो गई हैं. पोस्टर के बैकग्राउंड को ब्लैक एंड व्हाइट रखा गया है. पीछे मंदिर और कुछ लोग नजर आ रहे हैं जो काफी एग्रेसिव दिख रहे हैं. पोस्टर के बैकग्राउंड में गीता के सार को भी लिखा गया है जिसकी कुछ लाइन्स पढ़ने में आती हैं.
टीवी सीरियल 'मेरी आशि‍की तुमसे ही' से टीवी इंडस्ट्री में छाने वाली एक्ट्रेस राधिका मदान की अब बॉलीवुड में एंट्री करने की खबरे हैं. खबरों की मानें तो राधिका जल्द बॉलीवुड एक्ट्रेस भाग्यश्री के बेटे अभिमन्यु दसानी के साथ बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं. Box Office India की रिपोर्ट के मुताबिक, राधि‍का मदान की फिल्म का नाम अभी फाइनल नहीं हुआ है लेकिन इस बात की जानकारी है कि फिल्म को फैंटम फिल्म्स प्रोड्यूस करेगा. राधि‍का के फैन्स अपनी फेवरेट एक्ट्रेस को बड़े पर्दे पर देखने के इंतजार में है. और राधिका ने भी बॉलीवुड इंडस्ट्री की ओर कदम बढ़ाने का इशारा कुछ बॉलीवुड सितारों संग क्लिक की गई तस्वीरों के जरिए दे ही दिया था. इसके अलावा ABP Live के मुताबिक, राधि‍का मदान बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह भी जल्द नजर आने वाली हैं. लेकिन राधिका और रणवीर किसी फिल्म के लिए नहीं बल्कि एक एड कमर्श‍ियल में साथ नजर आने वाले हैं. राधि‍का 'मेरी आशि‍की तुमसे ही' सीरियल के खत्म होने के बाद रियलिटी शो 'खतरों के खि‍लाड़ी 7' में नजर आईं थीं.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: उत्तर प्रदेश के बागपत में 36 बिरादरियों की खाप पंचायत के तुगलगी फरमान पर देशभर में लोगों की रोष है। वहीं इस फैसले के एक हफ्ते बाद बागपत के आसपास के गांववाले बुरी तरह डरे हुए हैं। ज्यादा डर उन लोगों में है जिन्होंने प्रेम विवाह किया है। प्रेम विवाह करने वालों को गांव छोड़ने की धमकी मिल रही है। पंचायत ने कुछ दिन पहले फैसला सुनाया था कि प्रेम विवाह करने वाले को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा पंचायत में 40 साल से कम उम्र की महिलाएं बाजार में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगी। साथ ही 40 साल से कम उम्र की महिलाएं अकेले बाजार नहीं जाने के साथ महिलओें का सिर हमेशा ढंके रहने का फरमान भी दिया गया है। प्रेम विवाह करने वालों को गांव छोड़ने की धमकी मिल रही है। पंचायत ने कुछ दिन पहले फैसला सुनाया था कि प्रेम विवाह करने वाले को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा पंचायत में 40 साल से कम उम्र की महिलाएं बाजार में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगी। साथ ही 40 साल से कम उम्र की महिलाएं अकेले बाजार नहीं जाने के साथ महिलओें का सिर हमेशा ढंके रहने का फरमान भी दिया गया है।
लेख: आम आदमी पार्टी (आप) गुरुवार को गोवा के लोक निर्माण मंत्री सुदीन धावलीकर के खिलाफ फर्जी डिग्री और अपने चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में गोवा की आप इकाई ने मंत्री पर कई आरोप लगाए हैं और दावा किया है कि मंत्री ने हलफनामे में किए गए दावे के विपरीत 1979 में बीएससी की शिक्षा पूरी नहीं की है और निर्वाचन आयोग को दिए गए हलफनामे में गलत जानकारी दी है। भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में शामिल महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के विधायक धावलीकर ने किसी तरह के फर्जीवाड़े से इनकार किया है और कहा है कि उनकी डिग्री पूरी तरह वैधानिक है। आप सदस्य प्रदीप अमोनकर ने पुलिस में दर्ज शिकायत में धावलीकर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की मांग की है। पोंटा पुलिस थाने के प्रभारी सुदेश नाइक ने भाजपा विधायक के खिलाफ गुरुवार को आप नेता द्वारा शिकायत मिलने की पुष्टि की है।टिप्पणियां शिकायत में कहा गया है कि धावलीकर ने निर्वाचन आयोग को दिए हलफनामे में 1975 में एसएससी और 1979 में स्नातक की शिक्षा पूरी करने की जानकारी दी है। धावलीकर ने हालांकि इसी सप्ताह इससे पहले कुछ दस्तावेज जारी कर कहा कि उन्होंने 1978 में स्नातक की शिक्षा पूरी की थी। शिकायत में गोवा की आप इकाई ने मंत्री पर कई आरोप लगाए हैं और दावा किया है कि मंत्री ने हलफनामे में किए गए दावे के विपरीत 1979 में बीएससी की शिक्षा पूरी नहीं की है और निर्वाचन आयोग को दिए गए हलफनामे में गलत जानकारी दी है। भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में शामिल महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के विधायक धावलीकर ने किसी तरह के फर्जीवाड़े से इनकार किया है और कहा है कि उनकी डिग्री पूरी तरह वैधानिक है। आप सदस्य प्रदीप अमोनकर ने पुलिस में दर्ज शिकायत में धावलीकर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की मांग की है। पोंटा पुलिस थाने के प्रभारी सुदेश नाइक ने भाजपा विधायक के खिलाफ गुरुवार को आप नेता द्वारा शिकायत मिलने की पुष्टि की है।टिप्पणियां शिकायत में कहा गया है कि धावलीकर ने निर्वाचन आयोग को दिए हलफनामे में 1975 में एसएससी और 1979 में स्नातक की शिक्षा पूरी करने की जानकारी दी है। धावलीकर ने हालांकि इसी सप्ताह इससे पहले कुछ दस्तावेज जारी कर कहा कि उन्होंने 1978 में स्नातक की शिक्षा पूरी की थी। भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में शामिल महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के विधायक धावलीकर ने किसी तरह के फर्जीवाड़े से इनकार किया है और कहा है कि उनकी डिग्री पूरी तरह वैधानिक है। आप सदस्य प्रदीप अमोनकर ने पुलिस में दर्ज शिकायत में धावलीकर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की मांग की है। पोंटा पुलिस थाने के प्रभारी सुदेश नाइक ने भाजपा विधायक के खिलाफ गुरुवार को आप नेता द्वारा शिकायत मिलने की पुष्टि की है।टिप्पणियां शिकायत में कहा गया है कि धावलीकर ने निर्वाचन आयोग को दिए हलफनामे में 1975 में एसएससी और 1979 में स्नातक की शिक्षा पूरी करने की जानकारी दी है। धावलीकर ने हालांकि इसी सप्ताह इससे पहले कुछ दस्तावेज जारी कर कहा कि उन्होंने 1978 में स्नातक की शिक्षा पूरी की थी। आप सदस्य प्रदीप अमोनकर ने पुलिस में दर्ज शिकायत में धावलीकर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने की मांग की है। पोंटा पुलिस थाने के प्रभारी सुदेश नाइक ने भाजपा विधायक के खिलाफ गुरुवार को आप नेता द्वारा शिकायत मिलने की पुष्टि की है।टिप्पणियां शिकायत में कहा गया है कि धावलीकर ने निर्वाचन आयोग को दिए हलफनामे में 1975 में एसएससी और 1979 में स्नातक की शिक्षा पूरी करने की जानकारी दी है। धावलीकर ने हालांकि इसी सप्ताह इससे पहले कुछ दस्तावेज जारी कर कहा कि उन्होंने 1978 में स्नातक की शिक्षा पूरी की थी। पोंटा पुलिस थाने के प्रभारी सुदेश नाइक ने भाजपा विधायक के खिलाफ गुरुवार को आप नेता द्वारा शिकायत मिलने की पुष्टि की है।टिप्पणियां शिकायत में कहा गया है कि धावलीकर ने निर्वाचन आयोग को दिए हलफनामे में 1975 में एसएससी और 1979 में स्नातक की शिक्षा पूरी करने की जानकारी दी है। धावलीकर ने हालांकि इसी सप्ताह इससे पहले कुछ दस्तावेज जारी कर कहा कि उन्होंने 1978 में स्नातक की शिक्षा पूरी की थी। शिकायत में कहा गया है कि धावलीकर ने निर्वाचन आयोग को दिए हलफनामे में 1975 में एसएससी और 1979 में स्नातक की शिक्षा पूरी करने की जानकारी दी है। धावलीकर ने हालांकि इसी सप्ताह इससे पहले कुछ दस्तावेज जारी कर कहा कि उन्होंने 1978 में स्नातक की शिक्षा पूरी की थी। धावलीकर ने हालांकि इसी सप्ताह इससे पहले कुछ दस्तावेज जारी कर कहा कि उन्होंने 1978 में स्नातक की शिक्षा पूरी की थी।
इस बारे में बीएसएफ ने अपनी सफाई में कहा कि कॉन्‍स्‍टेबल तेज बहादुर के बारे में पहले भी कई शिकायतें आ चुकी है. अपने करियर के शुरुआती दिनों से ही उसको नियमित काउंसलिंग की जरुरत रही है. तेज बहादुर आदतन बिना कहे ड्यूटी से अनुपस्थित रहने, बेहद पियक्कड़, वरिष्ठों के साथ दुर्व्यवहार करने वाला और अनुशासनहीन प्रवृत्ति का आदमी रहा है. इसी वजह से तेज बहादुर को हमेशा हेडक्वार्टर में किसी न किसी अधिकारी की देखरेख में रखा गया. उसके ऐसी प्रवृत्ति का होने के बावजूद सुधार करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाता है. तेज बहादुर को दिए गए परामर्श का असर देखने के लिए ही उसको इस हाई ऐल्टीट्यूड वाले स्थान पर केवल 10 दिन पहले ही भेजा गया था, जहां उसने यह वीडियो शूट किया है. इस जगह पर तेज बहादुर के साथ तैनात तकरीबन 20 जवानों के पास डीआईजी और कमांडिंग ऑफिसर को पिछले हफ़्ते भेजा गया था और किसी को कोई शिकायत नहीं थी. इतना ही नहीं तेज बहादुर के खिलाफ चार बार अनुशासनहीनता की कार्रवाई की गई है. हालांकि अब तेज बहादुर के परिवारवाले खुलकर उसके पक्ष में सामने आ चुके हैं. वे बीएसएफ के अफसरों द्वारा जवानों के प्रति गुलामों जैसा व्यवहार करने का आरोप लगा रहे है. सच्चाई जो भी निकल कर सामने आए, लेकिन बीएसएफ पर सवालिया निशान तो लग ही गया है? हालांकि अब तेज बहादुर के परिवारवाले खुलकर उसके पक्ष में सामने आ चुके हैं. वे बीएसएफ के अफसरों द्वारा जवानों के प्रति गुलामों जैसा व्यवहार करने का आरोप लगा रहे है. सच्चाई जो भी निकल कर सामने आए, लेकिन बीएसएफ पर सवालिया निशान तो लग ही गया है?
चीन की टेक्नॉलोजी दिग्गज शाओमी सिर्फ स्मार्टफोन से ही नहीं, बल्कि नए एक्सेसरीज के जरिए लोगों में पैठ बनाना चाहती है. कंपनी ने Mijia प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के तहत भारत में मच्छर भगाने वाला स्मार्ट होम अप्लाइंस लॉन्च किया है. इसकी कीमत 29 युआन (लगभग 290 रुपये) है. यह इलेक्ट्रिक मॉस्क्यूटो रेपेलेंट काफी हैंडी है और सस्ता भी, जिसे आप जहां चाहे आसानी से ले जा सकते हैं. देखने में यह पोर्टेबल स्पीकर जैसा लगता है, लेकिन साइज में उससे छोटा है. इसमें मच्छर भगाने के लिए 90 डिग्री का मैट लगाया गया है. यूजर्स इसे माइक्रो यूएसबी के जरिए इसे पावर बैंक में लगा कर मच्छर भगा सकते हैं. कंपनी का दावा है कि इसे शाओमी के 10,000mAh के पावर बैंक से कनेक्ट करके लगातार 15.7 घंटों तक मच्छर भगाया जा सकता है. 20,000mAh के पावर बैंक से इसे 28.2 घंटे तक चलाया जा सकता है. इसका वजन सिर्फ 25 ग्राम है और इसका डायमेंशन 46.8mm X 20.5mm है . फिलहाल इसे सिर्फ चीन में ही खरीदा जा सकता है और भारत में इसे कब लाया जाएगा इसकी जानाकारी नहीं दी गई है.
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के पहलवान नरसिंह यादव को डोपिंग के आरोपों से मुक्त करने के एक दिन बाद विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने कहा है कि वे इस मामले की समीक्षा करेंगे. वाडा की कम्यूनिकेशन कोआर्डिनेटर मैगी डूरंड ने कहा कि उन्होंने नाडा से इस मामले की फाइल भेजने को कहा है जिससे कि वे इसकी समीक्षा कर सकें. जब यह पूछा गया कि क्या नाडा के डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल के फैसले के खिलाफ वाडा रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष अपील करेगा, तो मैगी ने कहा, 'इस फैसले के बाद हमने मामले की फाइल मांगी है और हम मामले की समीक्षा करेंगे. फिलहाल हम और कोई टिप्पणी नहीं कर सकते.' वाडा अपने किसी भी सदस्य देश के डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल या अपीली पैनल के फैसले के खिलाफ खेल पंचाट में अपील कर सकता है. अगर वाडा अनुशासन पैनल के फैसले के खिलाफ ओलिंपिक के दौरान तुरंत फैसलों के लिए बनाई गई खेल पंचाट की तदर्थ इकाई में अपील करता है तो नरसिंह को रियो खेलों में अपने प्रतिनिधित्व पर फैसले को लेकर और इंतजार करना होगा.टिप्पणियां रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष पहले ही 11 मामले लाए जा चुके हैं जिसमें तुरंत फैसला हुआ है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वाडा की कम्यूनिकेशन कोआर्डिनेटर मैगी डूरंड ने कहा कि उन्होंने नाडा से इस मामले की फाइल भेजने को कहा है जिससे कि वे इसकी समीक्षा कर सकें. जब यह पूछा गया कि क्या नाडा के डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल के फैसले के खिलाफ वाडा रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष अपील करेगा, तो मैगी ने कहा, 'इस फैसले के बाद हमने मामले की फाइल मांगी है और हम मामले की समीक्षा करेंगे. फिलहाल हम और कोई टिप्पणी नहीं कर सकते.' वाडा अपने किसी भी सदस्य देश के डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल या अपीली पैनल के फैसले के खिलाफ खेल पंचाट में अपील कर सकता है. अगर वाडा अनुशासन पैनल के फैसले के खिलाफ ओलिंपिक के दौरान तुरंत फैसलों के लिए बनाई गई खेल पंचाट की तदर्थ इकाई में अपील करता है तो नरसिंह को रियो खेलों में अपने प्रतिनिधित्व पर फैसले को लेकर और इंतजार करना होगा.टिप्पणियां रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष पहले ही 11 मामले लाए जा चुके हैं जिसमें तुरंत फैसला हुआ है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जब यह पूछा गया कि क्या नाडा के डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल के फैसले के खिलाफ वाडा रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष अपील करेगा, तो मैगी ने कहा, 'इस फैसले के बाद हमने मामले की फाइल मांगी है और हम मामले की समीक्षा करेंगे. फिलहाल हम और कोई टिप्पणी नहीं कर सकते.' वाडा अपने किसी भी सदस्य देश के डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल या अपीली पैनल के फैसले के खिलाफ खेल पंचाट में अपील कर सकता है. अगर वाडा अनुशासन पैनल के फैसले के खिलाफ ओलिंपिक के दौरान तुरंत फैसलों के लिए बनाई गई खेल पंचाट की तदर्थ इकाई में अपील करता है तो नरसिंह को रियो खेलों में अपने प्रतिनिधित्व पर फैसले को लेकर और इंतजार करना होगा.टिप्पणियां रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष पहले ही 11 मामले लाए जा चुके हैं जिसमें तुरंत फैसला हुआ है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वाडा अपने किसी भी सदस्य देश के डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल या अपीली पैनल के फैसले के खिलाफ खेल पंचाट में अपील कर सकता है. अगर वाडा अनुशासन पैनल के फैसले के खिलाफ ओलिंपिक के दौरान तुरंत फैसलों के लिए बनाई गई खेल पंचाट की तदर्थ इकाई में अपील करता है तो नरसिंह को रियो खेलों में अपने प्रतिनिधित्व पर फैसले को लेकर और इंतजार करना होगा.टिप्पणियां रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष पहले ही 11 मामले लाए जा चुके हैं जिसमें तुरंत फैसला हुआ है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अगर वाडा अनुशासन पैनल के फैसले के खिलाफ ओलिंपिक के दौरान तुरंत फैसलों के लिए बनाई गई खेल पंचाट की तदर्थ इकाई में अपील करता है तो नरसिंह को रियो खेलों में अपने प्रतिनिधित्व पर फैसले को लेकर और इंतजार करना होगा.टिप्पणियां रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष पहले ही 11 मामले लाए जा चुके हैं जिसमें तुरंत फैसला हुआ है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रियो डि जनेरियो में खेल पंचाट की तदर्थ इकाई के समक्ष पहले ही 11 मामले लाए जा चुके हैं जिसमें तुरंत फैसला हुआ है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ब्रिक्स (BRICS) उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं के एक संघ का शीर्षक है। इसके घटक राष्ट्र ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं। इन्हीं देशों के अंग्रेज़ी में नाम के प्रथमाक्षरों B, R, I, C व S से मिलकर इस समूह का यह नामकरण हुआ है। इसकी स्थापना 2009 में हुई,और इसके ५ सदस्य देश है। मूलतः, 2010 में दक्षिण अफ्रीका के शामिल किए जाने से पहले इसे "ब्रिक" के नाम से जाना जाता था। रूस को छोडकर, ब्रिक्स के सभी सदस्य विकासशील या नव औद्योगीकृत देश हैं जिनकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। ये राष्ट्र क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। वर्ष २०१९ तक, पाँचों ब्रिक्स राष्ट्र दुनिया की लगभग ४२% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं और एक अनुमान के अनुसार ये राष्ट्र संयुक्त विदेशी मुद्रा भंडार में ४ खरब अमेरिकी डॉलर का योगदान करते हैं। इन राष्ट्रों का संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद १५ खरब अमेरिकी डॉलर का है। ब्रिक्स देशों का वैश्विक जीडीपी में 23% का योगदान करता है तथा विश्व व्यापार के लगभग 18% हिस्से में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे R-5 के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इन पांचों देशों की मुद्रा का नाम 'R' से शुरू होता है। वर्तमान में, चीन ब्रिक्स का14th समूह की अध्यक्षता करता है। ब्रिक्स का 13th शिखर सम्मेलन भारत में हुआ। ब्रिक्स सम्मेलन प्रारंभिक चार ब्रिक राष्ट्रॊ (ब्राजील, रूस, भारत और चीन) के विदेश मंत्री सितंबर 2006 में न्यूयॉर्क शहर में मिले और उच्च स्तरीय बैठकों की एक श्रृंखला की शुरुआत की। १६ जून २००८ को एक पूर्ण पैमाने की राजनयिक बैठक को येकतेरिनबर्ग, रूस में आयोजित किया गया था। दक्षिण अफ्रीका का प्रवेश 2010 में, दक्षिण अफ्रीका ने ब्रिक ग्रुप में शामिल होने के प्रयास शुरू किए, और इसके औपचारिक प्रवेश की प्रक्रिया इसी वर्ष अगस्त में शुरू हुई।. समूह में शामिल होने के लिए ब्रिक देशों द्वारा औपचारिक रूप से आमंत्रित किए जाने के बाद, 24 दिसंबर 2010 को दक्षिण अफ्रीका आधिकारिक तौर पर ब्रिक ग्रुप का एक सदस्य राष्ट्र बन गया। समूह का नाम बदलकर ब्रिक्स कर दिया गया, जिसमें "एस" दक्षिण अफ्रीका को प्रतिबिम्बित करता है। अप्रैल 2011 में, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति, जैकब ज़ुमा, 2011 में सान्या, चीन में हुये ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में एक पूर्ण सदस्य के रूप में हिस्सा लिया था। पहला ब्रिक शिखर सम्मेलन 2009 ब्रिक समूह का पहला औपचारिक शिखर सम्मेलन, येकतेरिनबर्ग, रुस में १६ जून २००९ लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा (ब्राजील), दिमित्री मेदवेदेव(रूस), मनमोहन सिंह (भारत) और हू जिन्ताओ (चीन) की अध्यक्षता में हुआ। शिखर सम्मेलन का मुख्य मुद्दा वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार और वित्तीय संस्थानों में सुधार का था। दूसरा ब्रिक शिखर सम्मेलन, 2010 द्वितीय सम्मेलन-ब्राज़ील तीसरा ब्रिक(ब्रिक्स) शिखर सम्मेलन, 2011 तृतीय सम्मेलन- चीन चौथा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2012 चौथा सम्मेलन- नई दिल्ली,भारत पाँचवाँ ब्रिक(ब्रिक्स) शिखर सम्मेलन, 2013 पाँचवाँ - दक्षिण आफ्रिका छठा ब्रिक(ब्रिक्स) शिखर सम्मेलन, 2014 छठा- ब्राज़ील सातवाँ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2015 सातवाँ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2015 में रूस के संघीय क्षेत्र बाश्कोर्तोस्तान के ऊफा में सम्पन्न हुआ। इस सम्मेलन का मुख्य विषय ब्रिक्स साझेदारी वैश्विक विकास का एक शक्तिशाली कारक था। 8वाँ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2016 2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों का आठवाँ वार्षिक शिखर सम्मेलन है। इसका आयोजन भारत के गोवा शहर में 15 से 16 अक्टूबर 2016 को किया गया था। 9वाँ ब्रिक्स सम्मेलन, 2017 2017 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन वर्तमान में ब्रिक्स का नौवां वार्षिक शिखर सम्मेलन है। इसका आयोजन चीन के शियामेन शहर में 3–5 सितबंर 2017 को किया गया था। 10वाँ ब्रिक्स सम्मेलन, 2018 2018 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों की दसवीं वार्षिक शिखर सम्मेलन है, इसका आयोजन दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 25–27 जुलाई 2018 को किया गया था। 11वाँ ब्रिक्स सम्मेलन, 2019 2019 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों की ग्यारहवीं वार्षिक शिखर सम्मेलन है, इसका आयोजन[ब्राज़ील ]की राजधानी [ब्रसिलिया] में 13–14 नवम्बर 2019 को किया गया था।इसका थीम economic growth for an innovative future था। ब्रिक्स क्या है स्थापना और इसका उद्देश्य ब्रिक्स स्थापना और इसका उद्देश्य सन्दर्भ
यह लेख है: प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में बुधवार को एक विशेष समारोह में संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘‘चैंपियंस ऑफ अर्थ अवार्ड’’ ग्रहण करेंगे.टिप्पणियां मोदी एवं फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों को स्थायी विकास एवं जलवायु बदलाव के क्षेत्र में अनुकरणीय नेतृत्व और सकारात्मक कदम उठाने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. एक सरकारी बयान के अनुसार इस पुरस्कार की घोषणा न्यूयार्क में 26 सितंबर को 73वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर की गई थी. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटारेस यह पुरस्कार प्रदान करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पैरवी के लिए अग्रणी कार्यों तथा 2022 तक एकल उपयोग वाली सभी तरह की प्लास्टिक को भारत से हटाने के संकल्प के कारण नेतृत्व श्रेणी में चुना गया है. वार्षिक ‘‘चैम्पियंस आफ अर्थ’’ पुरस्कार सरकार, सिविल सोसाइटी एवं निजी क्षेत्र में ऐसे असाधारण नेताओं को दिया जाता है जिनके कदमों से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. (इनपुट भाषा से) मोदी एवं फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों को स्थायी विकास एवं जलवायु बदलाव के क्षेत्र में अनुकरणीय नेतृत्व और सकारात्मक कदम उठाने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. एक सरकारी बयान के अनुसार इस पुरस्कार की घोषणा न्यूयार्क में 26 सितंबर को 73वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर की गई थी. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटारेस यह पुरस्कार प्रदान करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पैरवी के लिए अग्रणी कार्यों तथा 2022 तक एकल उपयोग वाली सभी तरह की प्लास्टिक को भारत से हटाने के संकल्प के कारण नेतृत्व श्रेणी में चुना गया है. वार्षिक ‘‘चैम्पियंस आफ अर्थ’’ पुरस्कार सरकार, सिविल सोसाइटी एवं निजी क्षेत्र में ऐसे असाधारण नेताओं को दिया जाता है जिनके कदमों से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. (इनपुट भाषा से) प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पैरवी के लिए अग्रणी कार्यों तथा 2022 तक एकल उपयोग वाली सभी तरह की प्लास्टिक को भारत से हटाने के संकल्प के कारण नेतृत्व श्रेणी में चुना गया है. वार्षिक ‘‘चैम्पियंस आफ अर्थ’’ पुरस्कार सरकार, सिविल सोसाइटी एवं निजी क्षेत्र में ऐसे असाधारण नेताओं को दिया जाता है जिनके कदमों से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. (इनपुट भाषा से)
यह लेख है: वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख को देखते हुए स्टाकिस्टों की सतत बिकवाली से बीते सप्ताह सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें 28,000 रुपये के स्तर के नीचे 11 माह के निम्न स्तर 27,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक लुढ़क गया। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं के कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत में भी गिरावट आई। बाजार सूत्रों ने कहा कि यूक्रेन में तनाव कम होने और सकारात्मक अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों ने फेडरल रिजर्व के लिए मौद्रिक प्रोत्साहन कम करने की स्थिति बना दी, जिससे सुरक्षित निवेश के रूप में बहुमूल्य धातु की मांग घट गई, जिससे विदेशों में कमजोरी का रुख दिखाई दिया। इस कमजोरी के रुख के अनुरूप सोने की कीमतों में निरंतर गिरावट आई। घरेलू मोर्चे पर कीमतों का रुख तय करने वाले बाजार न्यूयॉर्क में सोना 3.6 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,246 डॉलर प्रति औंस रह गया, जो 13 सितंबर के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। चांदी की कीमत भी 3.8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18.68 डॉलर प्रति औंस रह गई, जो 21 मार्च के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे पर आभूषण निर्माताओं की सुस्त मांग तथा चीन में मांग धीमी पड़ने से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।
भारत में चल रहे लोकसभा चुनावों को लेकर अमेरिका में बसे भारतीयों का क्या रुख है? क्या वे इसे उम्मीदों का चुनाव मानते हैं या इसे लेकर नीरस हैं? वह किसी का समर्थन कर रहे हैं तो क्यों कर रहे हैं और उनके विरोध की दलीलें क्या हैं? आने वाले समय में भारत को वह किस दिशा में बढ़ते देखना चाहते हैं? अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान हमारे वरिष्ठ साथी आलोक श्रीवास्तव इन्हीं मुद्दों की पड़ताल कर रहे हैं. इस सीरीज में वह अमेरिका के अलग-अलग शहरों से ग्राउंड रिपोर्ट भेजेंगे. पेश है पहली कड़ी, व्हाइट हाउस के शहर वाशिंगटन से. सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए. ये दुष्यंत कुमार के शब्द हैं. जो इन दिनों दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की ज़िद बने हुए हैं. हिंदुस्तान में आम चुनाव चल रहे हैं. राजनीतिक-हलचल है. बदलाव की सुगबुगाहट है. जोड़-तोड़ का ज़ोर है. हज़ारों मील दूर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में भी सबकी आंखें भारत पर टिकी हैं. यहां भी मोदी ही मुद्दा हैं. राहुल का भी राग है. और केजरीवाल का करिश्मा चर्चा में है. AAP ने भारत को मुखर बनाया है? वॉशिंगटन का मौसम सर्द है. हवा में ठंडक है. तापमान नर्म है, लेकिन यहां बसे हिंदुस्तानियों के दिलों में भारतीय-सियासत की तपिश है. जिससे माहौल में गर्मी है. अप्रवासियों में आने वाले चुनाव परिणामों की जिज्ञासा है. साथ में शामिल है अपने मन-माफिक परिणामों की अभिलाषा. साठ के दशक में अमेरिका आए सतीश मिश्र फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट में एक्सपर्ट साइंटिस्ट हैं. केजरीवाल और ‘आप’ के लिए कहते हैं, 'भारत इतना मुखर नहीं था, जितना अब है. ये मुखरता, मीडिया के जरिए केजरीवाल और ‘आप' पार्टी की देन है. मुखरता बुरी बात नहीं, लेकिन ‘न्यूसेंस‘ की हद तक जाने वाली मुखरता, मूर्खता है. इससे बचना होगा. भारत को संयमित और भ्रष्टाचार मुक्त सत्ता की ज़रूरत है. ‘आप’ वो दे सकती है, बशर्ते वो संयमित हो.' 'काश मोदी बेदाग होते!' दीपन पटेल आईटी फील्ड में हैं. दिल्ली से वॉशिंगटन की फ़्लाइट में मिले. गुजरात से हैं. साल 2000 में पढ़ाई के बाद यूएस आए थे. काम का अनुभव लेने. लेकिन यहां का लिया अनुभव, अपने देश नहीं ले गए. यहीं बस गए. चालीस हज़ार फ़ीट की ऊंचाई पर उन्होंने स्वीकारा कि वो मोदी के फ़ैन हैं. पहले नहीं थे. अब हैं. कहते हैं, 'उस वक़्त अगर मोदी विकास पुरुष के रूप में उभर गए होते तो शायद लौट जाता. मौक़ा मुश्किल से मिलता है. यहां मिल गया तो लपक लिया. लेकिन अब गुजरात में सब कुछ पहले जैसा नहीं है. गुजरात बदला है, देश भी बदलेगा. मोदी को आना चाहिए.' लेकिन सुलझे हुए प्रोग्रेसिव लोगों की तरह वो भी अपनी बात इसी जुमले से ख़त्म करते हैं कि, 'काश मोदी बेदाग़ होते !' बदलाव की बयार की उम्मीद रजनीश श्रीवास्तव पिछले दस बरस से वॉशिंगटन में हैं. वे यहां एक फाइनेंशियल फ़र्म में सीनियर एसोसिएट हैं. आम-चुनाव और उसके परिणामों पर पूछे जाने पर रजनीश एक गहरी सांस लेते हैं. और कहते हैं, 'पड़ोसी मुल्कों से रिश्ते सुधरने चाहिए. दूसरे मुल्कों से कारोबार और रोज़गार में आसानियां होनी चाहिए. राहुल गांधी युवा-सोच और जोश से भरे हैं इस दिशा में वही अच्छा सोच और कर सकते हैं. फिर कांग्रेस का अपना अनुभव है. उनका सत्ता में आना कांग्रेस के लिए जीर्णोद्धार से कम नहीं होगा.' बदलाव की बयार को महसूस कर रहे भारतीय यहां भी तीन हिस्सों में बंटे नज़र आते हैं. एक वो जो राष्ट्रवाद का झंडा उठाए मोदी के साथ चलना चाहते हैं. दूसरे वो जिन्हें सिर्फ़ राहुल में ही प्रगतिशील सोच का राजनेता दिखाई दे रहा है. और तीसरे वो जो व्यवस्था की ज़मीन से भ्रष्टाचार की धूल साफ करने के लिए केजरीवाल के हाथ में झाड़ू थमाना चाहते हैं.
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने नक्सलियों के खिलाफ किसी तरह की सशस्त्र कार्रवाई शुरू करने के कदम का कड़ाई से विरोध किया और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए बातचीत का पक्ष लिया. हिंसा से नहीं होगा समाधान झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले राजद के उम्मीदवारों के पक्ष में यहां गांधी मैदान में एक चुनावी सभा को में कहा, ‘‘बम और गोलियों से नक्सली समस्या से निपटने का मकसद नहीं हल होगा, बल्कि हमें उन्हें बातचीत के लिए तैयार करने की जरूरत है.’’ पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि नक्सलियों को हिंसा छोड़ने के लिए मनाने और निर्दोष लोगों की जान लेने के बजाय समर्पण करने के लिहाज से प्रयास होने चाहिए. बढ़ती महंगाई पर चिंता जताई बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू ने कहा, ‘‘मुझे सलाह दी गयी थी कि मुझे झारखंड में चुनाव प्रचार के लिए नहीं जाना चाहिए, जहां नक्सलियों का राज है.’’ महंगाई के लिए कांग्रेस और भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए लालू ने कहा कि रोजमर्रा की चीजों के दाम बढ़ने से आम आदमी त्रस्त है, लेकिन इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाये जा रहे. कांग्रेस को आड़े हाथों लिया कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमने पिछले चुनाव में सरकार बनाने में उन्हें मदद की थी, लेकिन मई में आम चुनाव में हार के बाद उन्होंने हमें पहचाना तक नहीं.
पति-पत्नी के झगड़े में गई पत्नी की जान सिर में गंभीर चोट लगने की वजह से हुई मौत पति गिरफ्तार, पुलिस ने जांच शुरू की गुरुग्राम में पति-पत्नी के बीच झगड़ा इस हद तक बढ़ गया कि इसमें पत्नी की जान चली गई. दौलताबाद कुंदी गांव में 26 साल की सरोज की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मंगलवार शाम को पुलिस को सरोज की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की जानकारी मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच में पाया कि सरोज के सिर में गंभीर चोट के निशान थे. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं सरोज के परिजनों ने इस मामले में ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सरोज के परिवार वालों ने मामले में दहेज हत्या को लेकर पुलिस को शिकायत दी है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि सरोज को दूसरी बेटी हुई थी और इसी के चलते अक्सर घर में तनाव और झगड़े होने लगे थे. मामले में गुरुग्राम पुलिस ने सरोज के पति सुनील को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी निजी कंपनी में काम करता है और देर शाम किसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ. विवाद इतना बढ़ गया कि नौबत हाथापाई तक आ गई जिसके बाद सरोज की संदिग्ध मौत हो गई. वहीं सूत्रों की माने तो पोस्टमॉर्टम में मृतका के सिर में किसी भारी चीज के लगने से और गला दबाने से मौत की वजह सामने आई है. जल्द ही पुलिस इस मामले में 304 B यानी इस हत्या की धारा को जोड़कर मामले का खुलासा कर सकती है. बहरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. पुलिस भी झगड़े के बाद हुई संदिग्ध मौत की मुख्य वजह तलाशने में जुटी है. परिजनों का आरोप है कि सरोज को दूसरी बेटी होने के बाद से घर में लगातार तनाव और झगड़े बढ़ रहे थे. पुलिस सुनील और उसके परिवार से पूछताछ करने में लगी है और जल्द ही मामले के खुलासे का दावा कर रही है.
रोहित शर्मा की रिकॉर्ड 264 रनों की पारी के बूते कोलकाता वनडे मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 153 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया. भारत के 404 रन के जवाब में श्रीलंकाई टीम 43.1 ओवर में 251 रन पर ढेर हो गई. पूरी श्रीलंका टीम का स्कोर रोहित शर्मा के निजी रनों के पार नहीं जा सका. इसके साथ भारत ने वनडे सीरीज में 4-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. रोहित शर्मा के 'डबल धमाल' की खास बातें बड़े स्कोर की पीछा करते हुए श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही और 50 रन जोड़ने में उसके शुरुआत चार बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (75) ने लहीरू थिरिमाने (59) के साथ पांचवें विकेट की साझेदारी में 118 रन जोड़कर टीम को स्थिरता प्रदान की. मैथ्यूज और थिरिमाने ने तेज साझेदारी निभाई, लेकिन 29वें ओवर की पांचवीं गेंद पर मैथ्यूज जब अक्षर पटेल का शिकार हुए तब भी श्रीलंका के सामने 11 से अधिक के औसत से रन बनाने का लक्ष्य था. थिरिमाने ने छठे विकेट के लिए एक बार फिर तिशारा परेरा (29) के साथ तेजी से 52 रन जोड़े, लेकिन वे रन गति को अपेक्षित नहीं रख सके और श्रीलंका के लिए लक्ष्य रन गति लगातार बढ़ती रही. श्रीलंका जीत नहीं तो एक अच्छे चेज की ओर जरूर बढ़ रहा था तभी धवल कुलकर्णी ने लगातार दो ओवरों में दो-दो विकेट चटकाकर रही सही कसर भी पूरी कर दी. कुलकर्णी ने चार जबकि उमेश यादव, स्टुअर्ट बिन्नी और अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट चटकाए. इससे पहले, रोहित शर्मा के दोहरे शतक के बूते भारत ने कोलकाता वनडे मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट पर 404 रन बनाए. ओपनिंग बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 173 गेंदों में 33 चौके और 9 छक्के की मदद से 264 रनों की रिकॉर्ड तोड़ पारी खेली. मैच का स्कोरकार्ड देखने के लिए क्लिक करें... इसके साथ ही रोहित पहले ऐसे बल्लेबाज भी बन गए जिन्होंने दो बार एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया है. साथ ही उन्होंने एकदिवसीय पारी में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत रन बनाने के विरेंद्र सहवाग (219) के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत की शुरुआत कुछ खास नहीं रही. टीम ने मात्र 60 रन के अंदर अजिंक्य रहाणे और अंबाती रायडू के विकेट खो दिए. इसके बाद ओपनिंग करने आए रोहित शर्मा ने विराट कोहली के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 202 रनों की साझेदारी की. यह पार्टनरशिप विराट कोहली (66) के रन आउट होने पर टूट गया. इस दौरान रोहित शर्मा ने अपने करियर का पांचवां शतक जड़ा. कोहली के आउट होने के बाद शर्मा रुके नहीं, वे तूफानी बल्लेबाजी करते रहे. रोहित की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के सामने पूरी तरह असहाय दिख रहे श्रीलंकाई गेंदबाजों ने आखिरी 10 ओवरों में 129 रन लुटाए. रोहित के प्रचंड फॉर्म को इस बात से भी समझा जा सकता है कि रॉबिन उथप्पा (16 नाबाद) के साथ पांचवें विकेट की साझेदारी में जुटाए 128 रनों में उन्होंने 109 रनों का योगदान दिया. रोहित ने इससे पहले कप्तान विराट कोहली (66) के साथ तीसरे विकेट के लिए 155 गेंदों पर 202 रनों की साझेदारी की. दोनों खिलाड़ियों ने न केवल भारत को शुरुआती झटके से उबारा बल्कि तेजी से रन भी बटोरे. कोहली ने भी रन आउट होने से पहले 64 गेंदों की पारी में छह चौके लगाए. इससे पहले शिखर धवन की जगह टीम में शामिल किए रोहित ने अंजिक्य रहाणे (28) के साथ पारी की शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 40 रन जोड़ने में कामयाब रहे. रहाणे को हालांकि आठवें ओवर में एंजेलो मैथ्यूज ने चलता कर श्रीलंका को पहली सफलता दिलाई. इसके बाद बल्लेबाजी करने आए अंबाती रायडू (8) भी कुछ देर बाद शामिंडा इरांगा की गेंद पर क्लीन बोल्ड होकर पवेलियन लौट गए। सुरेश रैना 11 रन बनाकर आउट हुए. श्रीलंका की ओर से मैथ्यूज ने दो जबकि इरांगा ने एक विकेट हासिल किया.
म्यांमार सरकार ने नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू ची की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) को राजनीतिक दल के रूप में मान्यता दे दी है। यह जानकारी प्रशासन ने मंगलवार को दी। इसके पहले मुख्य विपक्षी दल, एनएलडी ने स्पष्ट किया था कि कानूनी दर्जा प्राप्त हो जाने के बाद आगामी उपचुनावों में सभी सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उपचुनाव की तारीख अभी घोषित नहीं हुई है। उपचुनाव में 48 संसदीय सीटों के लिए मतदान होने हैं। ये सीटें सात नवम्बर, 2010 को हुए पिछले आम चुनाव में विजयी सांसदों के मंत्रिमंडल में शामिल हो जाने के बाद रिक्त हो गई थीं।  एनएलडी ने अभी यह घोषणा नहीं की है कि पार्टी महासचिव सू ची उपचुनाव में मैदान में उतरेंगी या नहीं।
कश्मीर में शांति बहाली की कोशिशों में अड़ंगा लगाने वाले अलगाववादियों के खिलाफ मोदी सरकार सख्त होती दिख रही है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की सभी सुविधाएं वापस लिए जाने के मुद्दे पर कहा है कि आतंकियों और अलगाववादियों को एक ही चश्मे से देखने की जरूरत है. उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. हंसराज अहीर ने आज तक के साथ खास बातचीत में कहा कि हमारी ऑल पार्टी डेलीगेशन के कुछ नेताओं के साथ अलगाववादियों ने जैसा व्यवहार किया है उससे हमे काफी दुख पहुंचा है. उनका व्यवहार ठीक नहीं था. उनको जो सुविधाएं दी जा रही हैं जैसे हवाई जहाज, होटल, सुरक्षा सब वापस होनी चाहिए. केंद्र की मोदी सरकार इस पर जल्दी फैसला लेगी और 125 करोड़ देशवासी भी अलगाववादी नेताओं के खिलाफ हैं. अलगाववादियों के खिलाफ होगी कार्रवाई मोदी के मंत्री इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने अलगाववादियों के साथ आतंकवादियों जैसा सलूक किए जाने की भी पैरवी की. उन्होंने पूर्व गृह सचिव आरके सिंह की मांग को भी सही ठहराया. सिंह ने अलगाववादियों को जेल में डाले जाने की मांग की थी. अहीर ने कहा संविधान के दायरे में सरकार अलगाववादियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. सुविधाएं वापस लिए जाने की मांग हुई तेज गौरतलब हो कि अलगाववादियों को सरकार की ओर से मिल रही सुविधाएं बंद किए जाने की लगातार मांग उठ रही है और अब केंद्र सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर सकती है. अलगाववादियों को मिलने वाली हवाई टिकट, कश्मीर से बाहर जाने पर होटल और गाड़ियों जैसी सुविधाएं वापस ली जा सकती है. अलगाववादियों की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को भी वापस लिए जाने की मांग उठी है, लेकिन इस पर फैसला जम्मू-कश्मीर सरकार को लेना है.
देश की राजनीति की दिशा तय करने वाले उत्तर प्रदेश के इस बारे के विधानसभा चुनाव में दलबदलू नेता सबसे मौज में हैं. सत्ता पाने की लालच में लगभग सभी राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं और संगठन की उपेक्षा कर दलबदलुओं पर दांव लगा रहे हैं. दूसरी पार्टी से आए नेताओं के जरिए मैदान मारकर सरकार बनाने की कोशिश में राष्ट्रीय दल सबसे आगे दिख रहे हैं. अब तक घोषित उम्मीदवारों की बात की जाए तो कांग्रेस दलबदलुओं को टिकट देने में सबसे आगे है. 2009 के लोकसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित सफलता के बाद लगातार पार्टी संगठन को तरजीह देने की बात कहने वाले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने अपने मिशन-2012 की सफलता के लिए दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को गले लगाने में कोई हिचक नहीं दिखाई. इस विधानसभा चुनाव में पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से आए फाखिर सिद्दीकी, समाजवादी पार्टी (सपा) के अरविंद गिरि, सय्यूब अली, दिलीप वर्मा, अरुण कुमार सिंह, आशिक अली और हरिशंकर यादव जैसे 160 दलबदलुओं को टिकट दिया है. कांग्रेस के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दलबदलुओं को टिकट देने में दूसरे स्थान पर है. लंबे अरसे से सत्ता सुख के लिए तरस रही भाजपा ने 68 दलबदलुओं को टिकट दिया है, जिसमें बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार के मंत्री रहे अवधेश वर्मा, बादशाह सिंह, दद्दन मिश्रा के अलावा राज लक्ष्मी वर्मा, रमेश मौर्या और दल बहादुर कोरी जैसे नाम शामिल हैं. विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रही समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक दर्जन दलबदलुओं को टिकट दिया है, जिसमें गुड्डू पंडित, राजपाल त्यागी, फरीद महमूद किदवई, नितिन अग्रवाल और सुखसागर मिश्रा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वर्तमान विधायकों के साथ मुकेश शर्मा जैसे नेता हैं. कांग्रेस छोड़कर आए चौधरी यशपाल सिंह और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) छोड़कर सपा में आई अनुराधा चौधरी को पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और महासिचव नियुक्त किया है. इनके अलावा राशिद मसूद ने भी सपा का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा और उन्हें राष्ट्रीय कार्यसमिति का सदस्य नियुक्त कर दिया. सत्तारूढ़ बसपा ने बाकी दलों की तुलना में अपने संगठन और कार्यकर्ताओं पर ज्यादा भरोसा दिखाया है. बसपा में केवल आधा दर्जन बाहरी उम्मीदवार हैं. इनमें सपा विधायक संदीप अग्रवाल, सुल्तान अहमद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नीरज गंगवार जैसे नेता शामिल हैं. राजनीतिक विश्लेषक एवं लखनऊ विश्वविद्यालय में राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर रमेश दीक्षित लोकतंत्र की सेहत के लिए इस परम्परा को उचित नहीं मानते. उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र तभी फायदे में रहेगा जब राजनीति विचारधारा और सिद्धांतों के आधार पर होगी, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केवल चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दल सिद्धांतों की तिलांजलि देकर दलबदलुओं को टिकट दे रहे हैं.'
अभिनेता जिम्मी शेरगिल अपनी आने वाली फिल्म 'डेंजरस इश्क' में करिश्मा कपूर के साथ नजर आएंगे. उनका कहना है कि करिश्मा बहुत अनुशासित और काम पर ध्यान देने वाली अभिनेत्री हैं. फिल्म में पुलिस अफसर की भूमिका निभाने वाले जिम्मी ने बताया, 'करिश्मा एक बेहतरीन अभिनेत्री हैं. वह बहुत अनुशासित और काम में ध्यान लगाने वाली अभिनेत्री हैं. फिल्म में उनका किरदार 500 वर्षों की अवधि से होकर गुजरता है और उन्होंने अपने हर किरदार को बड़ी खूबसूरती से निभाया है. वे अलग-अलग रूपों में नजर आएंगी.' उन्होंने कहा, 'यह करिश्मा के लिए सबसे अद्भुत वापसी है.' 41 वर्षीय जिम्मी ने बताया, 'फिल्म 'डेंजरस इश्क' को 3डी फार्मेट में फिल्माया जा रहा है और विक्रम भट्ट ने फिल्म के लिए उत्तरी अमेरिका से विशेषज्ञों को बुलाया है. यह बहुत प्रभावशाली ढंग से 3डी में फिल्माई जा रही है.' अभिनेता ने कहा कि आपको वक्त के साथ खुद को तैयार करने की जरूरत है. जहां तक प्रौद्योगिकी का सम्बंध है, हमें प्रयोग करने शुरू कर देने चाहिए. वैसे जिम्मी के पास फिल्मों की कोई कमी नहीं है. वह फिल्म 'स्पेशल चाबिज', 'साहब बिवी और गैंगस्टर 2' और 'तनु वेड्स मनु 2' में भी नजर आएंगे.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: विराट कोहली ने बुधवार को जयपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केवल 52 गेंद पर शतक ठोककर भारत की तरफ से एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज सैकड़ा ठोकने का नया रिकॉर्ड बनाया। कोहली ने 52 गेंद पर आठ चौकों और सात छक्कों की मदद से नाबाद 100 रन बनाए। इस तरह से उन्होंने वीरेंद्र सहवाग के 2009 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैमिल्टन में बनाए गए 60 गेंदों में शतक के रिकॉर्ड को तोड़ा। भारत ने अन्य बल्लेबाजों में मोहम्मद अजहरूद्दीन ने 62 और युवराज सिंह ने 64 गेंद पर शतक बनाया है। वन-डे में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड शाहिद अफरीदी (37 गेंद) के नाम पर है। कोहली का शतक ओवरआल रिकॉर्ड में सातवें नंबर पर है। भारत ने केवल 43.3 ओवर में एक विकेट पर 362 रन बनाकर जीत दर्ज की। इस तरह से उसने सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने के रिकॉर्ड में दूसरा स्थान हासिल कर लिया। दक्षिण अफ्रीका ने 2006 में जोहानिसबर्ग में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही नौ विकेट पर 438 रन बनाकर जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह पहला अवसर है जबकि भारत ने 300 रन से अधिक के लक्ष्य को हासिल किया। भारत ने केवल एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया। यह पहला अवसर है जबकि किसी टीम ने केवल एक विकेट खोकर 300 से अधिक रन का लक्ष्य हासिल किया। भारत का स्कोर एक विकेट खोकर बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर भी है। श्रीलंका ने हाल में भारत के खिलाफ किंग्सटन में एक विकेट पर 348 रन बनाए थे।
राज्यसभा में आज मोदी सरकार संशोधित तीन तलाक बिल को पेश करेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि संशोधन के बाद ये बिल पास हो जाएगा. लेकिन इससे पहले कांग्रेस नेता के एक बयान पर विवाद छिड़ गया है. राज्यसभा में कांग्रेस सांसद हुसैन दलवई ने कहा कि सिर्फ मुस्लिम नहीं बल्कि महिलाओं के साथ हर समाज में गलत तरीके से व्यवहार होता है. उन्होंने कहा कि हिंदू, सिख, ईसाई धर्म में भी पुरुषों का ही वर्चस्व है. श्री राम चंद्र ने भी शक के आधार पर सीता जी को छोड़ दिया था. हमें पूरी प्रणाली को बदलना होगा.  हालांकि, इस बयान पर विवाद होने के बाद उन्होंने माफी भी मांग ली. उन्होंने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से लिया गया. Women treated unfairly in all communities, not just Muslims, even Hindus, Christians, Sikhs etc. In every society, there is male domination. Even Shree Ram Chandra ji once left Sita ji after doubting her. So we need to change as a whole: Hussain Dalwai, Congress #TripleTalaqBill pic.twitter.com/dpuh0c3Jyu — ANI (@ANI) August 10, 2018 बता दें कि शुक्रवार को राज्यसभा में तीन तलाक बिल पेश होगा. आज ही संसद के मॉनसून सत्र का आखिरी दिन है. बता दें कि नए बिल में तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) के मामले को गैर जमानती अपराध तो माना गया है लेकिन संशोधन के हिसाब से अब मजिस्ट्रेट को जमानत देने का अधिकार होगा. साथ ही विधेयक में एक और संशोधन किया गया है जिसमें पीड़ित के रिश्तेदार जिससे उसका खून का रिश्ता हो भी शिकायत दर्ज कर सकता है. बता दें कि पिछले सत्र में राज्यसभा में इस विधेयक पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोक-झोंक देखने को मिली थी. जब विपक्ष की तरफ से विधेयक को त्रुटिपूर्ण बताते हुए प्रवर समिति में भेजने की मांग की गई थी.
दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए डीटीसी बसों में लगाए गए होमगार्डों ने हड़ताल शुरू कर दी है. राजधानी के राजौरी गार्डन इलाके में एकजुट हुए होमगार्ड सरकार सैलरी समेत कई मांगें कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे होमगार्डों की मांग है कि दिल्ली सरकार उनका पिछले दो महीने का वेतन दे. साथ ही शिफ्ट का समय भी सही से तय करे. होमगार्ड का कहना है कि उन्हें 8 घंटे की शिफ्ट के लिए कहा गया था जबकि शिफ्ट में 12 घंटे हो जाते हैं. होमगार्ड्स को तैनाती के साथ सिर्फ एक डंडा दिया जाता है जबकि होमगार्ड हथियार की मांग कर रहे हैं. इस मामले की शिकायत होमगार्ड ने परिवहन मंत्री से चिट्ठी लिखकर की है.
लखनऊ में हुए विवेक तिवारी हत्याकांड में आज उनकी सहयोगी सना खान मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करवाएंगी. साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाहियों ने आरोपी सिपाही के समर्थन में मुहिम चलाने का फैसला किया है. जिसका विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने विरोध किया है. आजतक से बात करते हुए इस मुहिम पर कल्पना तिवारी का कहना है कि आरोपी को समर्थन देने से पहले सिपाहियों को दिल पर हाथ रख सोचना चाहिए कि पीड़ित कौन है. उन्होंने कहा कि ये देखें कि अन्याय किसके साथ हुआ है और बेसहारा कौन है. गौरतलब है कि आरोपी सिपाही के समर्थन में सोशल मीडिया पर भी कैंपेन चलाया जा रहा है. कल्पना तिवारी ने कहा कि इस तरह की मुहिम को तुरंत रोकना चाहिए. कल्पना तिवारी ने विवेक तिवारी की सहकर्मी सना खान के सुर से सुर मिलाते हुए कहा कि सना ने पुलिसवालों को वही बताया था जो उसने पहले दिन मुझे बताया. उनकी बातों में कोई अंतर नहीं था, सना भी मेरी तरह विवेक तिवारी के लिए न्याय चाहती हैं इसलिए हम दोनों की न्याय की लड़ाई को लेकर एक राय है. बता दें कि यूपी पुलिस राज्य कर्मचारी विभाग के महासचिव अविनाश पाठक ने कहा कि 5 तारीख से पुलिसकर्मी काला बिल्ला या काली पट्टी लगाएंगे, 6 तारीख को इलाहाबाद में मीटिंग बुलाई गई है और उसके बाद आंदोलन का फैसला लिया जाएगा.उनका कहना है कि सभी सिपाही आरोपी सिपाही की बिना जांच के बर्खास्तगी और जेल भेजे जाने के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं. गौरतलब है कि 5 अक्टूबर को यूपी पुलिस के कई सिपाही काला दिवस मना रहे हैं. इसको लेकर सोशल मीडिया पर काफी तरह के वीडियो और पोस्टर वायरल हो रहे हैं. हालांकि, इनकी पुष्टि नहीं की गई है.
छात्र के दावे को खारिज करते हुए घोष ने कहा, ‘‘इसका ब्लू व्हेल गेम से कोई लेना देना नहीं है. लड़का अच्छा छात्र है और उसने यह स्वीकार किया है कि उसने अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए ऐसा किया. उसने यह भी कहा कि वह परेशान था और उसने लोगों को यह दिखाने की कोशिश की कि कैसे एक अच्छा लड़का बुरा बन सकता है.’’ एसपी ने कहा, ‘‘अफवाहें फैलाने वाले व्यक्ति पर संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.’’ (इनपुट भाषा से )
अपनी पत्नी का अवैध संबंध होने के शक में सेना के एक जवान ने पुंछ जिले में पत्नी के कथित प्रेमी की मां समेत दो महिलाओं को गोली मार दी और उनके घर में आग लगा दी। एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स के साथ काम कर रहे सेना के 168 बटालियन के जवान तारिक अहमद ने अपनी सर्विस राइफल से गोलियां चलाईं।टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी में दो महिलाएं मारी गईं और दो घायल हो गईं। अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को रात घर पहुंचने पर अपनी पत्नी को घर में ना पाकर जवान आक्रोषित हो उठा। उसने सोचा की उसकी पत्नी का किसी के साथ अवैध रिश्ता है। पीड़ितों की पहचान शहारा बेगम और यासमीन के तौर पर हुई है। एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स के साथ काम कर रहे सेना के 168 बटालियन के जवान तारिक अहमद ने अपनी सर्विस राइफल से गोलियां चलाईं।टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी में दो महिलाएं मारी गईं और दो घायल हो गईं। अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को रात घर पहुंचने पर अपनी पत्नी को घर में ना पाकर जवान आक्रोषित हो उठा। उसने सोचा की उसकी पत्नी का किसी के साथ अवैध रिश्ता है। पीड़ितों की पहचान शहारा बेगम और यासमीन के तौर पर हुई है। अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी में दो महिलाएं मारी गईं और दो घायल हो गईं। अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को रात घर पहुंचने पर अपनी पत्नी को घर में ना पाकर जवान आक्रोषित हो उठा। उसने सोचा की उसकी पत्नी का किसी के साथ अवैध रिश्ता है। पीड़ितों की पहचान शहारा बेगम और यासमीन के तौर पर हुई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को रात घर पहुंचने पर अपनी पत्नी को घर में ना पाकर जवान आक्रोषित हो उठा। उसने सोचा की उसकी पत्नी का किसी के साथ अवैध रिश्ता है। पीड़ितों की पहचान शहारा बेगम और यासमीन के तौर पर हुई है।
दक्षिण भारत के संतों की अयोध्या पंचकोसी परिक्रमा 22 सितंबर (आश्विन कृष्ण तृतीया) से शुरू होने जा रही है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने शनिवार को बताया कि इसमें लगभग सौ रामभक्त भाग लेंगे। राय ने बताया कि दक्षिण भारत के चार राज्यों केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक तथा आंध्र प्रदेश के लगभग एक दर्जन संत तथा उनके लगभग सौ रामभक्त 20 दिन तक चलने वाली अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा में भाग लेंगे। आंध्र के संत दस दिन, कर्नाटक के छह दिन तथा तमिलनाडु और केरल के संत दो-दो दिन परिक्रमा करेंगे। उन्होंने बताया कि अलग-अलग टोलियों में आने वाले संत यह परिक्रमा अगले माह विजया दशमी (13 अक्टूबर) को पूरी करेंगे।टिप्पणियां परिक्रमा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार को राम का नाम लेकर पंचकोसी परिक्रमा का शुभारंभ किया जाएगा। राय ने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम में विहिप के कार्यकर्ता सेवक की भूमिका में रहेंगे। राय ने बताया कि दक्षिण भारत के चार राज्यों केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक तथा आंध्र प्रदेश के लगभग एक दर्जन संत तथा उनके लगभग सौ रामभक्त 20 दिन तक चलने वाली अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा में भाग लेंगे। आंध्र के संत दस दिन, कर्नाटक के छह दिन तथा तमिलनाडु और केरल के संत दो-दो दिन परिक्रमा करेंगे। उन्होंने बताया कि अलग-अलग टोलियों में आने वाले संत यह परिक्रमा अगले माह विजया दशमी (13 अक्टूबर) को पूरी करेंगे।टिप्पणियां परिक्रमा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार को राम का नाम लेकर पंचकोसी परिक्रमा का शुभारंभ किया जाएगा। राय ने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम में विहिप के कार्यकर्ता सेवक की भूमिका में रहेंगे। परिक्रमा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार को राम का नाम लेकर पंचकोसी परिक्रमा का शुभारंभ किया जाएगा। राय ने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम में विहिप के कार्यकर्ता सेवक की भूमिका में रहेंगे। राय ने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम में विहिप के कार्यकर्ता सेवक की भूमिका में रहेंगे।
मंत्री समूह में केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक, छत्तीसगढ़ के वाणिज्यिक कर मंत्री अमर अग्रवाल, कर्नाटक के कृषि मंत्री कृष्ण बी गौड़ा और तेलंगाना के वित्त मंत्री ई राजेन्द्र शामिल हैं. इसके अलावा राजस्व सचिव हसमुख अधिया, जीएसटीएन चेयरमैन अजय भूषण पांडे और जीएसटीएन सीईओ प्रकाश कुमार भी बैठक में शामिल होंगे. (इनपुट भाषा से)
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी का सिलस‍िला छठे दिन भी जारी है. मंगलवार को ईंधन की कीमतों में बढ़ोत्तरी होने के बाद तीन मेट्रो शहरों में पेट्रोल की कीमत 80 का आंकड़ा पार कर चुकी है. डीजल भी 72 के पार बना हुआ है. कोलकाता , मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल 80 के पार बना हुआ है. सबसे महंगा पेट्रोल मुंबई में 84.50 रुपये का मिल रहा है. दिल्ली में पेट्रोल 77.06 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. कोलकाता में इसकी कीमत 80 का आंकड़ा छू चुकी है. चेन्नई में यह 80.05 का एक लीटर मिल रहा है. डीजल की बात करें तो दिल्ली में यह 68.50 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 71.31 रुपये, मुंबई में 72.72 और चेन्नई में यह 72.35 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा छू चुका है. कच्चे तेल की कीमतों में उथल-पुथल जारी है. हालांकि मंगलवार को इसकी कीमतों में हल्की राहत देखने को मिल रही है. मंगलवार को ब्रेंट क्रूड 73.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. यह सोमवार के मुकाबले 1 सेंट सस्ता हुआ है. यूएस डब्लूटीआई क्रूड 8 सेंट घटकर 68.93 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है.
लेख: आईसीसी क्रिकेट विश्वकप-2011 के आधिकारिक शुभंकर 'स्टम्पी' को दुनिया के सामने लाया जा चुका है। 'स्टम्पी' काफी हद तक 1982 एशियाई खेलों के शुभंकर 'अप्पू' जैसा ही है, लेकिन देखने की बात यह होगी कि स्टम्पी को अप्पू जैसी लोकप्रियता मिल पाती है या नहीं। अप्पू देशवासियों की जुबान पर चढ़ गया था। उसके नाम पर दिल्ली में प्रगति मैदान परिसर में अप्पू-घर का निर्माण किया गया था, जहां बच्चे अपने माता-पिता के साथ आकर मौज-मस्ती किया करते थे। अप्पू-घर अब नहीं है। उसे उच्चतम न्यायालय के वकीलों के केबिन बनाने के लिए तोड़ा जा चुका है। अप्पू का भी इंतकाल हो चुका है, लेकिन देशवासी अब तक न तो अप्पू को भूले हैं और न ही अप्पू-घर को। स्टम्पी के सामने अप्पू जैसा लोकप्रिय बनने की चुनौती है। क्रिकेट की लोकप्रियता की आंधी में इस शुभंकर को लोकप्रियता मिल सकती है, लेकिन क्रिकेट मुकाबले जिस तेजी से खेले जा रहे हैं, उन्हें देखते हुए स्टम्पी कुछ वर्षों बाद किताबों में खोकर रह सकता है। ऐसा हो सकता है कि उसे क्रिकेट के जुनूनी भारतीय लोगों के दिलों पर राज करने का मौका न मिल सके। राष्ट्रमंडल खेलों के शुभंकर शेरा को लोगों ने 11 दिनों तक खूब याद किया, लेकिन उसके बाद खेलों से जुड़ी भ्रष्टाचार की खबरों के बीच शेरा कहीं गुम हो गया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भ्रष्टाचार के लिए फिलहाल कोई जगह नहीं और इस कारण स्टम्पी का हश्र शेरा जैसा होने की आशंका नहीं दिखती, लेकिन वह अप्पू जैसी लोकप्रियता हासिल कर सकेगा, इस पर प्रश्नचिह्न है। स्टम्पी के रूप में आईसीसी ने एक 10 वर्ष के काल्पनिक हाथी को दुनिया के सामने पेश किया है। यह बहुत युवा, दृढ़निश्चयी और उत्साह से भरा है। इसकी जो आधिकारिक तस्वीर जारी की गई है, उसमें इसे क्रिकेट गेंद के साथ दिखाया गया है। इसका अनावरण 2 अप्रैल, 2010 को श्रीलंका में किया गया था। उस समय इसका नामकरण नहीं किया गया था। स्टम्पी नाम, आईसीसी द्वारा दुनिया भर में कराए गए ऑनलाइन सर्वेक्षण के माध्यम से सामने आया था। आईसीसी ने जुलाई, 2010 में एक ऑनलाइन प्रतियोगिता कराई थी, जिसके माध्यम से प्रशंसकों को अपने शुभंकर का नाम सुझाने को कहा गया था। इसके लिए प्रशंसकों को एक महीने का वक्त दिया गया था। इसके बाद 2 अगस्त, 2010 को आईसीसी न अपने शुभंकर का नाम स्टम्पी रखे जाने की घोषणा की। आईसीसी का मानना है कि स्टम्पी क्रिकेट को दुनिया का सबसे अच्छा खेल मानता है और हमेशा इसी के बारे में सोचता रहता है। इसे गलियों और चौराहों पर क्रिकेट खेलना ज्यादा पसंद है। कोई इसे इजाजत दे तो यह चौबीसों घंटे क्रिकेट में डूबा रह सकता है। यह क्रिकेटरों का बहुत सम्मान करता है। इसके लिए क्रिकेटर हीरो होते हैं और यह उनकी तकनीक और क्षमताओं की बहुत कद्र करता है। महज 10 वर्ष का होने के कारण यह देश और दुनिया के दूसरे बच्चों की तरह एक दिन क्रिकेट विश्व कप में खेलने का सपना संजोता है। कुल मिलाकर यह उन बच्चों का प्रतिनिधित्व करता है, जिनके बूते आज के खिलाड़ियों की लोकप्रियता कायम है और जो एक दिन खुद क्रिकेटर बनकर इस खेल को आगे बढ़ाना चाहते हैं। आईसीसी क्रिकेट विश्व कप की आयोजन समिति ने स्टम्पी को लोकप्रिय बनाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। रिटेल स्टोर बिग-बाजार और अपनी एक खास वेबसाइट के माध्यम से आयोजन समिति ने स्टम्पी सहित विश्व कप से जुड़ी तमाम तरह की मर्चेटाइजिंग की मार्केटिंग शुरू कर दी है। इन स्टोरों और वेबसाइट के माध्यम से अलग-अलग देशों की जर्सियां खरीदने के अलावा प्रशंसक स्टम्पी को भी हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा आयोजन समिति ने विश्व कप के सभी आयोजन स्थलों के हवाई अड्डों पर स्टम्पी की मौजूदगी सुनिश्चित करने का फैसला किया है, जो दुनिया भर से आने वाले क्रिकेट प्रशंसकों का स्वागत करेगा। विश्व कप का आयोजन 19 फरवरी से भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में होना है और स्टम्पी इन तीनों देशों में मौजूद रहकर क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने का काम करेगा।
अगले सप्ताह भारत की ऐतिहासिक यात्रा पर आ रहे अमेरिका के 44 वें राष्ट्रपति बराक ओबामा माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर लोकप्रियता के नित नये मुकाम हासिल कर रहे हैं और उनके चाहने वालों की संख्या 57 लाख को पार कर गई है. ट्विटर की दुनिया में कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर, सान जोसे की खदान में फंसे मजूदरों को सकुशल बाहर निकलवाकर सुखिर्यों में आये चिली के राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनेरा, नोबेल पुरस्कार विजेता अल गोर और ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री डेविड मिलीबैंड समेत कई नामचीन राजनेताओं के सक्रिय होने के बावजूद बराक ओबामा करीब 5,764,744 फालोवरों के साथ शिखर पर बने हुए हैं. राष्ट्रपति चुनावों के दौरान अपने प्रशंसकों से जुड़ने के लिये ट्विटर का जमकर इस्तेमाल करने वाले ओबामा व्हाइट जाने के बाद भी अपने चाहने वालों को नहीं भूले हैं और करीब 711,186 लोगों को फालो करते हैं. ओबामा के बाद उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी के ही नेता और पूर्व उप राष्ट्रपति अल गोर का नंबर आता है । पर्यावरण संरक्षण के लिये संघर्ष कर रहे अल गोर करीब 2186,530 के साथ दूसरे नंबर पर हैं. ‘टर्मिनेटर’ जैसी सुपरहिट एक्शन फिल्म में अपने अभिनय के झंडे गाड़ने वाले हालीवुड अभिनेता तथा अमेरिकी प्रांत कैलिफोर्निया के गवर्नर अर्नाल्ड श्वार्जनेगर 1,834,814 प्रशंसकों के साथ तीसरे स्थान पर हैं. बेइंतहा खूबसूरती की मलिका और अपने सहज व्यवहार के लिये दुनियाभर में चर्चित जार्डन की महारानी रानिया अल अब्दुल्लाह के 1,377,605 फालोवर हैं और वह चौथे नंबर पर बनी हुई हैं. हालांकि महिला राजनेताओं में वह सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं. ओबामा के धुर विरोधी और वेनेजुएला के राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज 996,854 फालोवरों के साथ पांचवे स्थान पर हैं. जबकि आस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रड पद से हटने के बावजूद अभी लोगों में काफी लोकप्रिय हैं और करीब 945,247 फालोवरों के साथ वह छठें स्थान पर हैं. फालोवरों की इस दौड़ में भारतीय भी ज्यादा पीछे नहीं हैं और करीब 888,008 प्रशंसकों के साथ पूर्व विदेश राज्यमंत्री तथा ‘ट्विटर मिनिस्टर’ के नाम से मशहूर शशि थरूर सातवें पायदान पर हैं. गौरतलब है कि ओबामा छह नंवबर को भारत की यात्रा पर आयेंगे. उनकी यात्रा की शुरूआत भारत की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शहर मुंबई से होगी. मुंबई में ओबामा आतंकवादी हमले का शिकार रहे ताजमहल होटल में रूकेंगे. ओबामा नौ नवंबर को भारत से लौट जायेंगे.
बिस्के की खाड़ी या बिस्काई खाड़ी पूर्वोत्तरी अन्ध महासागर की एक खाड़ी है जो केल्टिक सागर से दक्षिण में स्थित है। यह फ़्रान्स और स्पेन के पश्चिमी छोर के कुछ भाग के साथ सटी हुई है। इसका नाम शायद स्पेन के बास्क प्रदेश व पड़ोस के फ़्रान्स के क्षेत्रों में बोली जाने वाली बास्क भाषा से लिया गया है और 'दो बंदरगाहों वाली खाड़ी' का अर्थ रखता है। इन्हें भी देखें बास्क प्रदेश सन्दर्भ खाड़ियाँ अटलांटिक महासागर की खाड़ियाँ
जम्‍मू-कश्‍मीर और लद्दाख (Jammu-Kashmir and Ladakh) में सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की सिफारिशें लागू कर दी गई हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी (G. Kishan Reddy) ने लोकसभा में नए केंद्र प्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास के संबंध में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि सातवें वेतन आयोग के तहत दिए जाने वाले भत्ते जैसे चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंस, होस्टल अलाउंस, ट्रांस्पोर्ट अलाउंस, एलटीसी, फिक्सड मेडिकल अलाउंस दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के 4.5 लाख सरकारी कर्मचारियों को दिए जाएंगे. इन भत्तों के लिए केंद्र द्वारा 4800 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है. ये भत्ते उन सभी कर्मियों को मिलेंगे जो कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने यानी 31 अक्टूबर 2019 से कार्यरत हैं. बता दें कि दोनों केंद्रशासित प्रदेशों के सरकारी कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के तहत भुगतान और भत्ते दोनों हासिल होंगे. यह भी पढ़ें- अमित शाह बोले- कांग्रेस ने फारुक अब्दुल्ला के पिता को 11 साल जेल में रखा, हम उन्हें फॉलो नहीं करना चाहते, उन्हें... मंत्री रेड्डी ने ये भी बताया कि नए केंद्र शासित प्रदेशों के गठन के बाद दोनों ही प्रदेशों को 14वें वित्त आयोग के अनुदान स्वरूप 14,559.25 करोड़ रुपये की राशि दी गई है. जिसमें से 2,977.31 करोड़ रुपये की राशि जम्मू-कश्मीर को तो वहीं 1,275.99 करोड़ रुपये की राशि लद्दाख को जारी की जा चुकी है. केंद्र सरकार की योजना के हिसाब से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र में 8 मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे. जम्मू-कश्मीर में जहां डोडा, कठुआ, बारामूला, अनंतनाग, राजौरी, उधमपुर, हंद्वारा(कुपवाड़ा) में तो वहीं लद्दाख के लेह में मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे. मंत्री ने बताया कि दो एम्स जैसे संस्थान जम्मू और श्रीनगर में बनाए जाएंगे.
मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल भगवान श्रीराम का मंदिर बनाने के समर्थन में हैं. उन्होंने विवादित ढांचे पर मस्जिद बनाए जाने या कोई बीच का रास्ता निकाले जाने की बजाए सीधे तौर पर मंदिर बनाए जाने की इच्छा जाहिर की है. बुधवार को अनुराधा अयोध्या पहुंची थीं जहां उन्होंने संतों का आशीर्वाद लिया और मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं प्रबल इच्छा के साथ अयोध्या आई हूं और यहां जल्द प्रभु राम का भव्य मंदिर बनना शुरू हो. अनुराधा ने कहा कि भगवान राम मामूली नहीं हैं, वो हमारे देश के आदर्श हैं. राम का आदर सारा देश करता है. उन्होंने पुराना वक्त याद करते हुए कहा कि हमें याद है, जब रामायण टीवी सीरियल प्रसारित होता था तो बाजार और सड़कें सूनी हो जाती थीं. सब अपने घरों मे रामायण देखने बैठ जाते थे. उन्होंने कहा कि प्रभु राम के प्रति सारा देश श्रद्धा व आदर का भाव रखता है. बता दें कि अयोध्या विवाद की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है. इस मामले में महीने भर से ज्यादा की सुनवाई हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट हिन्दू और मुस्लिम पक्षकारों की दलील सुन चुका है. उधर राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने हाल ही में बयान दिया कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के एक बड़े वर्ग को भी इसकी अनुभूति हो गई है. View this post on Instagram An absolute pleasure meeting the Hon'ble Chief Minister of Uttar Pradesh, Yogi Adityanath Ji. Had an enlightening chat with him.🙏🙏 A post shared by Anuradha Paudwal (@anuradhapaudwalonline) on Oct 15, 2018 at 8:38pm PDT View this post on Instagram Had the utmost pleasure of being in the presence of Morari Bapuji at Simariya Ghat. Being in such close proximity with him is an experience which words fail to explain. A wonderful time spent full of spirituality and fellowship. A post shared by Anuradha Paudwal (@anuradhapaudwalonline) on Dec 9, 2018 at 7:07pm PST उन्होंने कहा है कि मुस्लिम समुदाय के लिए अच्छा होता कि कोर्ट से मामले पर हार जीत का फैसला आने से पहले अयोध्या के महत्व और सांस्कृतिक विरासत को समझते हुए वे इस स्थान से अपने दावे को छोड़ देते.
रघुनाथ सहाय यादव,भारत के उत्तर प्रदेश की दूसरी विधानसभा सभा में विधायक रहे। 1957 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के 168 - किशनपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस की ओर से चुनाव में भाग लिया। मूल निवासी ये हथगांव के थे। जो अब हुसैनगंज निर्वाचन छेत्र में आता है। इनका इक कॉलेज भी है चौधरी रघुनाथ सहाय के नाम से है जो हथगाव में उपस्थित है। ये प्रतिष्ठित जमींदार थे। इन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भी भाग लिया था।जिसमें इनको जेल में भी रहना पड़ा। इनका जीवन बहुत भव्य राजा वाला था इनकी लोग चेयरमैन साहब के नाम से जानते थे । 1940 से 1952 तक ये 30 गांवो के जमींदार थे। इनकी शिक्षा बनारस विश्व विद्यालय में हुई थी। हार्ट फेल के कारण इनकी मृत्यु 1964 में हो गई। इनके दो पुत्र है। बड़े बेटे का नाम सिकंदर बाबू जी और छोटे बेटे को पुरंदर नाथ सिंह या छोटे बाबू जी के नाम से जानते है। ये परिवार जाना माना जमींदार घराना रहा है हमेशा से । ये यादव परिवार बहुत ही प्रभावशाली रहा है । इनके छोटे बेटे पुरंदर नाथ सिंह ने सन 1997 में समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर लिया। और फिर इनका प्रभाव बढ़ता ही गया । इस परिवार की नयी पीढ़ी भी बहुत सोशल वर्क करते रहते है । राज यादव, पंकज यादव इनकी अगली जेनरेशन को लेकर जाएंगे। सन्दर्भ उत्तर प्रदेश की दूसरी विधान सभा के सदस्य 168 - किशनपुर के विधायक फतेहपुर के विधायक कांग्रेस के विधायक
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को उच्च न्यायालय ने भूमि घोटाले के एक मामले में सशर्त जमानत दे दी, जिससे उनके जेल से रिहा होने का रास्ता साफ हो गया. न्यायमूर्ति बी वी पिंटो ने येदियुरप्पा की जमानत की अर्जी को इस शर्त पर मंजूर किया कि वह पांच लाख रुपये का मुचलका भरें और साक्ष्यों से छेड़छाड़ की कोशिश न करें. येदियुरप्पा को 15 अक्तूबर को गिरफ्तार किया गया था. येदियुरप्पा को अपने परिवार के सदस्यों के लिए सरकारी जमीन को गैर अधिसूचित करने में कथित अनियमितता के लिए उनके खिलाफ दाखिल तीसरी निजी शिकायत पर जमानत दी गई. उन्हें पांच दिन पहले इसी तरह के आरोपों में दूसरी शिकायत पर भी जमानत मिल गई थी. न्यायाधीश ने पूर्व मंत्री एस एन कृष्णया शेट्टी को भी जमानत दे दी. वह सिराजिन बाशा और के एन बलराज अधिवक्ताओं द्वारा लोकायुक्त अदालत में दाखिल की गई तीसरी निजी शिकायत में येदियुरप्पा के साथ आरोपी थे. लोकायुक्त की विशेष अदालत ने 15 अक्तूबर को येदियुरप्पा और शेट्टी की जमानत अर्जियां नामंजूर कर दी थीं और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. येदियुरप्पा और शेट्टी की जमानत याचिकाओं पर फैसला सुनाते हुए न्यायमूर्ति पिंटो ने कहा कि निचली अदालत ने इस बात पर विचार नहीं किया कि शिकायतकर्ताओं द्वारा दाखिल किए गए दस्तावेज वैध हैं या नहीं, इसलिए उनकी जांच की जानी चाहिए. न्यायाधीश ने कहा कि शिकायतकर्ता ने निचली अदालत के सामने दर्ज किए गए अपने सात पन्ने के बयान में यह नहीं कहा कि उन्होंने जो दस्तावेज दाखिल किए हैं वह ‘सच्चे’ हैं. इन हालात में दस्तावेज पर विचार नहीं किया जाना चाहिए था. न्यायाधीश ने जमानत याचिकाओं को मंजूर करते हुए कहा, ‘इसलिए आरोपियों को जमानत देने में कोई हर्ज नहीं है.’
फिल्मों के सन्दर्भ में स्पैरो सेवन सीज के पाइरेट लॉर्ड्स, ब्रेदर्न कोर्ट में से एक है। वह विश्वासघाती हो सकता है, लेकिन हथियार या सेना के बजाय ज्यादातर बुद्धि और बातचीत का उपयोग करके बचता रहता है, वह अत्यंत खतरनाक परिस्थितियों में बचकर भाग निकलना पसंद करता है और जब आवश्यक हो तभी लड़ाई लड़ता है। स्पैरो को उसके जहाज, ब्लैक पर्ल को उसके पहले विद्रोही साथी हेक्टर बारबोसा से वापस पाने की कोशिश करते हुए पेश किया गया है और वह ईस्ट इंडिया ट्रेडिंग कंपनी से लड़ते हुए महानतम डेवी जोन्स के खून का कर्ज चुकाने से बचने की कोशिश करता है।
राजधानी दिल्ली में भी सुबह से बारिश हो रही है और मध्य प्रदेश में बारिश और ओले पड़ने की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं बीजेपी ने गुलाम नबी आजाद के उस बयान की तीखी आलोचना की है, जिसमें उन्होंने RSS की तुलना आतंकी संगठन IS से की थी. पढ़िए सुबह की बड़ी खबरें एक नजर में.. 1. छिंदवाड़ा में ओले गिरने से 3 लोगों की मौत, शिमला में बर्फबारी होने से तापमान गिरा बेमौसम बारिश और ओले गिरने से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 3 लोगों की मौत हो गई. राजधानी दिल्ली में भी सुबह से बारिश हो रही है और शिमला में बर्फबारी शुरू हो गई है. 2. कपलिंग टूटने से इंजन से अलग हुईं कानपुर-दिल्ली शताब्दी की दो बोगियां कानपुर-दिल्ली शताब्दी (ट्रेन नंबर 12033) के कपलिंग टूटने से रेल के दो डिब्बे इंजन से अलग हो गए. कपलिंग के जरिए ही दो डिब्बों को आपस में जोड़ा जाता है. 3. IS से RSS की तुलना करने पर कांग्रेस से बदला लेगी बीजेपी, संसद में संग्राम की रणनीति बीजेपी ने गुलाम नबी आजाद के उस बयान की तीखी आलोचना की है, जिसमें उन्होंने RSS की तुलना आतंकी संगठन IS से की थी. सोमवार को अब इसकी गूंज संसद में भी सुनाई देगी, क्योंकि केंद्र सरकार इसको लेकर कांग्रेस को सदन में घेरने की तैयारी में है. 4. सेंट्रल अंकारा में बम धमाके, कम से कम 34 की मौत, 125 घायल तुर्की की राजधानी अंकारा में रविवार को हुए भीषण कार बम विस्फोट में कम से कम 34 लोगों के मरने की खबर मिली है. इस विस्फोट में 125 लोग घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है. 5. भारत-PAK मैच का मैंने नहीं किया विरोध: वीरभद्र हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व टी 20 मुकाबला धर्मशाला से कोलकाता स्थानांतरित होने के लिए उन्हें ‘जिम्मेदार’ ठहराने पर बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बीजेपी के सांसद के प्रति जवाबदेह नहीं हैं.
3250 करोड़ रुपये के लोन मामले में आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ और प्रबंध निदेशक चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की परेशानी बढ़ती नजर आ रही हैं. आयकर विभाग (IT) ने आईसीआईसीआई लोन मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है. आयकर विभाग के सूत्रों ने आजतक को बताया कि एजेंसी ने दीपक कोचर की नूपॉवर रिन्यूएबल को आईटी अधिनियम की धारा 131 के प्रावधानों के तहत नोटिस जारी किया गया है. दीपक कोचर नूपॉवर रिन्यूएबल लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ हैं. सूत्र के मुताबिक दीपक कोचर और फर्म के कुछ अन्य लोगों को आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है. इन सभी को कंपनी के फाइनेन्स से जुड़े दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. एक हफ्ते तक जांच पड़ताल करने के बाद विभाग की ओर से आईटी एक्ट के यू/एस 131 के तहत यह नोटिस जारी किया गया है. आईसीआईसीआई बैंक को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाली बैंक की सीईओ चंदा भी इस बार सवालों के घेरे में हैं. उन पर वीडियोकॉन समूह को करीब 4 हजार करोड़ रुपये का लोन देने के मामले में अन‍ियमितता बरतने का आरोप लगा है. इस संबंध में सीबीआई जल्द ही आईसीआईसीआई बैंक की प्रमुख चंदा कोचर से पूछताछ करेगी. सीबीआई जल्द ही उनका बयान दर्ज कर सकती है. चंदा से उनके पति दीपक कोचर से पूछताछ हो सकती है. फिलहाल उसने दीपक कोचर के खिलाफ जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है. अरविंद ने लगाए थे आरोप पिछले दिनों आईसीआईसीआई  बैंक और वीडियोकॉन ग्रुप के निवेशक अरविंद गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर बैंक के ऋण देने के तौर तरीकों पर सवाल उठाया. उन्होंने चंदा कोचर पर वेणुगोपाल धूत के वीडियोकॉन कारोबारी समूह को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया. गुप्ता ने प्रधानमंत्री को 15 मार्च 2016 को ये चिट्ठी लिखी थी. उनका आरोप है कि चंदा ने वीडियोकॉन को करीब 4000 करोड़ रुपये के दो ऋण मंजूर करने के बदले में गलत तरीके से निजी लाभ लिया. गुप्ता ने चंदा पर मॉरिशस और केमेन आइलैंड जैसे टैक्स हैवेन देशों में स्थित कंपनियों के जरिये वीडियोकॉन को लोन देने का आरोप लगाया है. हालांकि आईसीआईसीआई ने अपने सीईओ चंदा का बचाव किया है. उसकी ओर से कहा गया है कि बैंक का कोई भी व्यक्ति अपने पद पर इतना सक्षम नहीं है कि बैंक के क्रेडिट से जुड़े फैसलों को प्रभावित कर सके. अरविंद गुप्ता ने दावा किया था कि 2008 में वीडियोकॉन के चीफ वेणुगोपाल धूत ने चंदा के पति दीपक कोचर और उनके 2 अन्य रिश्तेदारों के साथ 50:50 की साझेदारी में नूपावर रिन्यूवेबल्स प्राइवेट लिमिटेड (NRPL)बनाई थी.  एक साल बाद ही जनवरी 2009 में धूत ने यह कंपनी छोड़ दी. उन्होंने सवाल उठाए और कहा कि हमें जानने की जरूरत है कि क्यों दीपक कोचर और धूत ने साझा उपक्रम बनाया और फिर धूत ने उसे छोड़ दिया. धूत ने NRPL के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया और अपने करीब 25,000 शेयर दीपक कोचर को हस्तांतरित कर दिए. इसके अलावा मार्च 2010 में धूत के स्वामित्व वाली एक कंपनी सुप्रीम एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड ने NRPL को 64 करोड़ रुपये का सेक्योर्ड लोन दिया, लेकिन मार्च 2010 तक सुप्रीम एनर्जी ने NRPL का बहुल स्वामित्व अपने हाथ में ले लिया और दीपक के पास महज 5 फीसदी स्वामित्व ही बचा. 2012 में दिए गए लोन इसके करीब 8 महीने बाद धूत ने सुप्रीम एनर्जी की अपनी पूरी हिस्सेदारी अपने एक सहयोगी महेश चंद्र पंगलिया को ट्रांसफर कर दी. फिर इसके करीब दो साल बाद पंगलिया ने कंपनी की अपनी पूरी हिस्सेदारी सिर्फ 9 लाख रुपये में दीपक कोचर की कंपनी पिनाकल एनर्जी को ट्रांसफर कर दी. हालांकि पिछले हफ्ते आईसीआईसीआई ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि नूपावर रिन्यूएबल्स एनर्जी का कोई भी इन्वेस्टर आईसीआईसीआई बैंक का कर्जदार नहीं है. अप्रैल, 2012 में आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन ग्रुप की 5 कंपनियों को 3,250 करोड़ रुपये दिए. इसके बाद तुरंत बाद 660 करोड़ रुपये केमन आइलैंड की एक शेल कंपनी को दिए गए. आईसीआईसीआई की तरफ से दी गई 3,250 करोड़ रुपये की रकम अब बैड लोन बन चुकी है.
रुपेश शाह दो बार विश्व खिताब जीतने वाले पांचवें भारतीय बने जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू बोल्टन को विश्व बिलियर्ड्स (अंक प्रारूप) के फाइनल में 6-2 से हराया। रुपेश ने पहला गेम आसानी से जीत लिया लेकिन बोल्टन ने दूसरा गेम जीतकर 1-1 से बराबरी कर ली। पांचवां गेम टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ जब बोल्टन ने मौका गंवा दिया और रुपेश ने 3-2 की बढ़त हासिल कर ली। रुपेश ने इसके बाद ‘अनफिनिश्ड’ ब्रेक बनाकर अपनी बढ़त को पुख्ता किया। भारतीय खिलाड़ी ने भी कुछ मौके गंवाए लेकिन इसके बावजूद जीत दर्ज करने में सफल रहा।टिप्पणियां इससे पहले रुपेश ने क्वार्टर फाइनल में माइक रसेल जबकि सेमी-फाइनल में पीटर गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को हराया था। इस बीच पूर्व विश्व चैम्पियन पंकज आडवाणी ने हमवतन ध्रुव सितवाला को हराते हुए विश्व बिलियर्ड्स (समय प्रारूप) के फाइनल में जगह बना ली है जहां उनका सामना गत चैम्पियन माइक रसेल से होगा। रुपेश ने पहला गेम आसानी से जीत लिया लेकिन बोल्टन ने दूसरा गेम जीतकर 1-1 से बराबरी कर ली। पांचवां गेम टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ जब बोल्टन ने मौका गंवा दिया और रुपेश ने 3-2 की बढ़त हासिल कर ली। रुपेश ने इसके बाद ‘अनफिनिश्ड’ ब्रेक बनाकर अपनी बढ़त को पुख्ता किया। भारतीय खिलाड़ी ने भी कुछ मौके गंवाए लेकिन इसके बावजूद जीत दर्ज करने में सफल रहा।टिप्पणियां इससे पहले रुपेश ने क्वार्टर फाइनल में माइक रसेल जबकि सेमी-फाइनल में पीटर गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को हराया था। इस बीच पूर्व विश्व चैम्पियन पंकज आडवाणी ने हमवतन ध्रुव सितवाला को हराते हुए विश्व बिलियर्ड्स (समय प्रारूप) के फाइनल में जगह बना ली है जहां उनका सामना गत चैम्पियन माइक रसेल से होगा। पांचवां गेम टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ जब बोल्टन ने मौका गंवा दिया और रुपेश ने 3-2 की बढ़त हासिल कर ली। रुपेश ने इसके बाद ‘अनफिनिश्ड’ ब्रेक बनाकर अपनी बढ़त को पुख्ता किया। भारतीय खिलाड़ी ने भी कुछ मौके गंवाए लेकिन इसके बावजूद जीत दर्ज करने में सफल रहा।टिप्पणियां इससे पहले रुपेश ने क्वार्टर फाइनल में माइक रसेल जबकि सेमी-फाइनल में पीटर गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को हराया था। इस बीच पूर्व विश्व चैम्पियन पंकज आडवाणी ने हमवतन ध्रुव सितवाला को हराते हुए विश्व बिलियर्ड्स (समय प्रारूप) के फाइनल में जगह बना ली है जहां उनका सामना गत चैम्पियन माइक रसेल से होगा। रुपेश ने इसके बाद ‘अनफिनिश्ड’ ब्रेक बनाकर अपनी बढ़त को पुख्ता किया। भारतीय खिलाड़ी ने भी कुछ मौके गंवाए लेकिन इसके बावजूद जीत दर्ज करने में सफल रहा।टिप्पणियां इससे पहले रुपेश ने क्वार्टर फाइनल में माइक रसेल जबकि सेमी-फाइनल में पीटर गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को हराया था। इस बीच पूर्व विश्व चैम्पियन पंकज आडवाणी ने हमवतन ध्रुव सितवाला को हराते हुए विश्व बिलियर्ड्स (समय प्रारूप) के फाइनल में जगह बना ली है जहां उनका सामना गत चैम्पियन माइक रसेल से होगा। इससे पहले रुपेश ने क्वार्टर फाइनल में माइक रसेल जबकि सेमी-फाइनल में पीटर गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को हराया था। इस बीच पूर्व विश्व चैम्पियन पंकज आडवाणी ने हमवतन ध्रुव सितवाला को हराते हुए विश्व बिलियर्ड्स (समय प्रारूप) के फाइनल में जगह बना ली है जहां उनका सामना गत चैम्पियन माइक रसेल से होगा। इस बीच पूर्व विश्व चैम्पियन पंकज आडवाणी ने हमवतन ध्रुव सितवाला को हराते हुए विश्व बिलियर्ड्स (समय प्रारूप) के फाइनल में जगह बना ली है जहां उनका सामना गत चैम्पियन माइक रसेल से होगा।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गुजरात में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार तीसरी जीत पर साधी गयी चुप्पी के पीछे कई प्रकार की अटकलें लगाई जा रही हैं और इस रुख को 2010 के बिहार विधानसभा चुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री ने उस समय नीतीश कुमार की जीत पर कोई बधाई नहीं दी थी. मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि 2010 में बिहार विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार को भारी जीत मिली थी लेकिन इसके लिए नरेंद्र मोदी ने कोई बधाई नहीं दी थी. संभवत: नीतीश कुमार का रुख भी सोची समझी रणनीति के तहत उसके जवाब में है. उन्होंने कहा कि मोदी की लगातार तीसरी बार जीत हालांकि कोई छोटी मोटी जीत नहीं है लेकिन 2010 में बिहार में विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार के नेतृत्व में उम्मीदवारों की जीत का प्रतिशत 85 था. सूत्रों ने कहा, ‘तब भी नरेंद्र मोदी ने प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर नीतीश कुमार को बधाई नहीं दी थी.’ बीजेपी और जदयू गठबंधन ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, कांग्रेस और लोजपा को धूल चटाते हुए 2010 के विधानसभा चुनाव में 243 सीटों में से 206 में जीत हासिल की थी. नीतीश कुमार की चुप्पी से अब कई प्रकार के कयास लगाये जा रहे हैं. यह अटकलें लगायी जा रही हैं कि यह मौन सोची समझी रणनीति के तहत धारण किया गया है या राजग के दोनों दिग्गजों के बीच टकराव का एक और प्रकरण है. एक आधिकारिक कार्यक्रम के बाद शुक्रवार को जब नरेंद्र मोदी की गुजरात में ऐतिहासिक जीत पर प्रतिक्रिया मांगी गयी तो वह नीतीश बिना कुछ कहे एक अन्य बैठक के लिए रवाना हो गये. गुरुवार को भी मुख्यमंत्री ने गुजरात के संबंध में कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया था. नीतीश कुमार की रहस्यमय चुप्पी को जदयू के सहयोगी दल बीजेपी के नेताओं ने पसंद नहीं किया. कई नेता इस पर आश्चर्य जता रहे हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी ठाकुर ने नीतीश के मौन धारण पर कहा कि उन्हें आश्चर्य हो रहा है कि मुख्यमंत्री क्यों चुप हैं? यह एक सामान्य बात है कि जीत पर एक दूसरे को बधाई दी जाती है. नरेंद्र मोदी के कट्टर समर्थक और नीतीश सरकार में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ‘बधाई देना एक सामान्य प्रक्रिया है. एक हारा हुआ प्रत्याशी भी जीत हासिल करने वाले को बधाई देता है.’ गुजरात में 2002 के दंगों के बाद नीतीश कुमार की नापसंदगी जग जाहिर है. हाल में एक राष्ट्रीय दैनिक को दिये गये साक्षात्कार में नीतीश कुमार ने राजग के 2014 के लोकसभा चुनावों को लेकर उम्मीदवार के रूप में नरेंद्र मोदी की धर्मनिरपेक्ष छवि पर सवाल उठाया था. इसे मोदी की उम्मीदवारी के विरोध के तौर पर देखा जा रहा था. नरेंद्र मोदी बीजेपी के स्टार प्रचारकों में शुमार हैं लेकिन नीतीश के दबाव के कारण बीजेपी ने 2009 में लोकसभा और 2010 में विधानसभा चुनावों में बिहार में मोदी को चुनाव प्रचार के कार्यक्रम से बाहर रखा था. वर्ष 2010 में बीजेपी की पटना में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी घमासान हुआ था. कोसी बाढ़ के पीड़ितों की मदद को लेकर अखबारों में मोदी की तस्वीर के साथ प्रकाशित एक विज्ञापन से नाराज नीतीश कुमार ने तब बीजेपी नेताओं के साथ रात्रिभोज को रद्द कर दिया था.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: महाराष्ट्र में सरकार गठन की कवायद ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. बीजेपी की बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस राजभवन पहुंचे, जहां बीजेपी ने राज्यपाल को सरकार बनाने के बारे में असमर्थता के बारे में सूचित किया. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने प्रेस कांफ्रेस कर शिवसेना पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने शिवसेना व अन्य दलों के साथ मिलकर महायुति बनाई थी. जनता ने महायुति को जनादेश देकर सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी लेकिन शिवसेना ने जनादेश का अनादर किया है. लिहाजा हम राज्यपाल को जानकारी देने के लिए आए हैं कि हम सरकार नहीं बनाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने हमे सरकार बनाने का आमंत्रण भेजा था लेकिन बहुमत की संख्या नहीं होने की वजह से हम सरकार नहीं बनाएंगे.  आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 105 सीटों पर जीत मिली थी वहीं शिवसेना 56 सीटें जीतकर दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी. महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला था लेकिन किन्हीं कारणों से दोनों दलों के मनमुटाव सामने आ गए, जिस कारण राज्य सरकार के गठन का मामला अधर में लटक गया. राज्यपाल की तरफ से सबसे बड़े दल को सरकार बनाने का न्योता दिया गया था, जिसके जवाब में बीजेपी ने सरकार बनाने पर अपनी असमर्थता जता दी है. लिहाजा अब राज्यपाल दूसरे सबसे बड़े दल को सरकार बनाने का आमंत्रण देंगे.
देश के विकास की रफ्तार में आई गिरावट के लिए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने दुनिया भर में जारी आर्थिक मंदी को जिम्मेदार ठहाराया है. अरुण जेटली ने कहा है कि देश की जीडीपी ग्रोथ पर वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों का असर पड़ा है और वैश्विक परिदृश्य के मद्देनजर देश की जीडीपी वृद्धि दर बहुत अच्छी है. वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही जनवरी से मार्च के दौरान जीडीपी ग्रोथ महज 6.1 फीसदी पर अटक गई. अरुण जेटली ने एक संवाददाता सम्मेलन में नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल के कामकाज का लेखा-जोखा पेश करते हुए कहा, हमें विरासत में खराब अर्थव्यस्था मिली, जहां भ्रष्टाचार व्याप्त था. तीन साल पहले तक देश की अर्थव्यवस्था पर निवेशकों को भरोसा नहीं था, लेकिन एनडीए सरकार ने तीन सालों में अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता दोबारा बहाल करने में सफलता हासिल की. अब विदेशी निवेशक दोबारा भारत की ओर रुख कर रहे हैं' पढ़ें- GDP, रोजगार हर मुद्दे पर फेल मोदी: राहुल गांधी उन्होंने कहा, इन तीन वर्षों में हमने सख्त निर्णय लिए, भ्रष्टाचार रोकने के प्रयास किए और इसमें नोटबंदी एक बड़ा कदम था. हमने विदेशी निवेश बढ़ाने का काम किया और देश की छवि बदलने से इसमें फायदा मिला. वित्त मंत्री ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि इससे तीन फायदे हुए हैं. जेटली ने कहा, 'नोटबंदी की वजह से लोग कैश ट्रांजैक्शन से परहेज करने लगे हैं और डिजिटाइजेशन में इजाफा हुआ है. दूसरा, टैक्स देने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है और तीसरा, काले धन की सामानांतर अर्थव्यवस्था खत्म हुई है.' वहीं GST लागू किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि GST से टैक्स कम होंगे और खपत बढ़ेगी. इससे GST से अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की किसी तरह की आशंका निराधार है. बता दें कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की रफ्तार पिछले वित्त वर्ष में 7.1 फीसदी रही थी. वहीं, पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में यह 6.1 फीसदी रही और इस वजह से भारत का सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था का तमगा भी छिन गया है. चौथी तिमाही में ग्रोथ का आंकड़ा इतना कम रहने की बड़ी वजह नोटबंदी को माना जा रहा है.
फिल्म 'तेरी मेरी कहानी' तीन अलग-अलग ज़माने में प्रेमियों के मिलने और बिछुड़ने पर आधारित है... तीनों दौर के प्रेमी शाहिद कपूर और प्रियंका चोपड़ा ही हैं, लेकिन फिर भी यह पूर्वजन्म की कहानी नहीं है... वर्ष 2012 में कृष और राधा इंग्लैण्ड में मिलते हैं, लेकिन इससे पहले कि इनका प्यार परवान चढ़े, कृष की गर्लफ्रेन्ड इनकी लव स्टोरी पर पानी फेर देती है... '60 के दौर में फिल्म हीरोइन रुखसार को संगीतकार गोविन्द से प्यार हो जाता है, लेकिन एक गलतफहमी इन्हें अलग कर देती है... वर्ष 1910 में में दिलफेंक जावेद, एक क्रांतिकारी की बेटी आराधना को चाहने लगता है, लेकिन आराधना की शादी कहीं और हो जाती है... आखिरकार, जैसा बॉलीवुड फिल्मों में आमतौर पर होता है, तीनों दौर के प्रेमी अंत में एक-दूसरे से मिल जाते हैं...टिप्पणियां प्रियंका ने एक्टिंग अच्छी की है, लेकिन अगर स्क्रिप्ट उठने को तैयार ही न हो, तो फिल्म को गोता लगाने से कोई नहीं रोक सकता... कुछ ही लम्हे दिल को छूते हैं और कुछ ही मुस्कुराने का मौका देते हैं... लेकिन बेशक साज़िद-वाज़िद का म्यूज़िक बहुत अच्छा है... समझ में नही आता कि 'फना' और 'हम तुम' जैसी फिल्में बना चुके राइटर-डायरेक्टर कुणाल कोहली इस फिल्म में कहना क्या चाहते हैं... उनकी इस फिल्म की स्टोरी में आखिर तीन दौर ही तो बदले हैं, वर्ना नया क्या है... फिल्म के लिए हमारी रेटिंग है 2 स्टार... वर्ष 2012 में कृष और राधा इंग्लैण्ड में मिलते हैं, लेकिन इससे पहले कि इनका प्यार परवान चढ़े, कृष की गर्लफ्रेन्ड इनकी लव स्टोरी पर पानी फेर देती है... '60 के दौर में फिल्म हीरोइन रुखसार को संगीतकार गोविन्द से प्यार हो जाता है, लेकिन एक गलतफहमी इन्हें अलग कर देती है... वर्ष 1910 में में दिलफेंक जावेद, एक क्रांतिकारी की बेटी आराधना को चाहने लगता है, लेकिन आराधना की शादी कहीं और हो जाती है... आखिरकार, जैसा बॉलीवुड फिल्मों में आमतौर पर होता है, तीनों दौर के प्रेमी अंत में एक-दूसरे से मिल जाते हैं...टिप्पणियां प्रियंका ने एक्टिंग अच्छी की है, लेकिन अगर स्क्रिप्ट उठने को तैयार ही न हो, तो फिल्म को गोता लगाने से कोई नहीं रोक सकता... कुछ ही लम्हे दिल को छूते हैं और कुछ ही मुस्कुराने का मौका देते हैं... लेकिन बेशक साज़िद-वाज़िद का म्यूज़िक बहुत अच्छा है... समझ में नही आता कि 'फना' और 'हम तुम' जैसी फिल्में बना चुके राइटर-डायरेक्टर कुणाल कोहली इस फिल्म में कहना क्या चाहते हैं... उनकी इस फिल्म की स्टोरी में आखिर तीन दौर ही तो बदले हैं, वर्ना नया क्या है... फिल्म के लिए हमारी रेटिंग है 2 स्टार... प्रियंका ने एक्टिंग अच्छी की है, लेकिन अगर स्क्रिप्ट उठने को तैयार ही न हो, तो फिल्म को गोता लगाने से कोई नहीं रोक सकता... कुछ ही लम्हे दिल को छूते हैं और कुछ ही मुस्कुराने का मौका देते हैं... लेकिन बेशक साज़िद-वाज़िद का म्यूज़िक बहुत अच्छा है... समझ में नही आता कि 'फना' और 'हम तुम' जैसी फिल्में बना चुके राइटर-डायरेक्टर कुणाल कोहली इस फिल्म में कहना क्या चाहते हैं... उनकी इस फिल्म की स्टोरी में आखिर तीन दौर ही तो बदले हैं, वर्ना नया क्या है... फिल्म के लिए हमारी रेटिंग है 2 स्टार... समझ में नही आता कि 'फना' और 'हम तुम' जैसी फिल्में बना चुके राइटर-डायरेक्टर कुणाल कोहली इस फिल्म में कहना क्या चाहते हैं... उनकी इस फिल्म की स्टोरी में आखिर तीन दौर ही तो बदले हैं, वर्ना नया क्या है... फिल्म के लिए हमारी रेटिंग है 2 स्टार...
नाबालिग बच्चियों से रेप पर केंद्र सरकार ने फांसी की सजा मुकर्रर कर दी है, इसके बावजूद देश में नाबालिगों के साथ अत्याचार की घटनाएं रुकने का नाम ही नहीं ले रहीं. अब महाराष्ट्र के वाशिम जिले से एक 17 साल की दिव्यांग लड़की से रेप का मामला सामने आया है. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है. आरोपी 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि घटना मंगरुलपीर तहसील के चिखलागड गांव की है. नेत्रहीन लड़की से रेप पीड़िता के पिता ने 21 अप्रैल की शाम आसेगांव पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई कि उनकी 17 साल की दिव्यांग बेटी के साथ 18 अप्रैल की देर शाम पड़ोस में ही रहने वाले युवक ने रेप किया. बेटी बोलने और सुनने में असमर्थ है. 18 अप्रैल को देर शाम करीब 8.30 बजे के आस-पास यह घटना घटी. उस वक्त पीड़िता की मां गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने गई हुई थीं, जबकि पिता कुछ काम से गांव से बाहर थे. पीड़िता घर में अकेली थी और सोई हुई थी. तभी आरोपी युवक घर में घुस आया और लड़की को जबरन उठाकर ले गया. अंधेरा होने के चलते उसे ऐसा करते हुए किसी ने नहीं देखा. पड़ोस में ले जाकर आरोपी ने पीड़िता का रेप किया और वापस उसके घर छोड़ दिया. पीड़िता की मां जब घर लौटी तो देखा कि उनकी बेटी बेहद घबराई हुई है. मां ने जब पूछा कि क्या हुआ तो पीड़िता ने इशारों में अपने साथ रेप की बात बताई. पुलिस ने बताया कि पीड़िता के जिस्म पर खरोंच के निशान भी पाए गए.
CAG Report 2018: सीएजी (CAG report) ने नरेंद्र मोदी सरकार(Narendra Modi Government) के वित्तीय प्रबंधन पर बड़ा खुलासा किया है. कैग की रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार ने चार लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च और कर्ज यानी उधारी छिपाने का काम किया है. इस धनराशि का जिक्र बजट के दस्तावेजों में नहीं है. माना जा रहा है कि राजकोषी घाटे के संकेतकों और आंकड़ों को दुरुस्त रखने के लिए सरकार ने ऑफ बजट फाइनेंसिंग (Off-budget financing) की तरकीब का इस्तेमाल किया. खाद्यान्य और उर्वरकों पर सब्सिडी, सिंचाई, ऊर्जा परियोजनाओं सहित अन्य तमाम पूंजीगत खर्चों को पूरा करने के लिए सरकार ने बजट से बाहर जाकर दूसरे सोर्स से पैसे की व्यवस्था की. ताकि बजट के लेखे-जखे में उधारी न दिखे, इसके लिए उपभोक्ता , रेल और ऊर्जा मंत्रालय में खासतौर से ऑफ बजट फाइनेंसिंग सिस्टम अपनाया गया. सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में इसको  लेकर मोदी सरकार की जबर्दस्त खिंचाई की है. कैग (CAG)  ने कहा है कि ऐसे खर्चों और उधारियों का जिक्र कायदे से बजट में होना चाहिए. क्योंकि ऑफ बजट फाइनेंसिंग (Off-budget financing) से जुड़े खर्च संसद के नियंत्रण के बाहर होते हैं. जिस पर चर्चा और समीक्षा नहीं होती. वहीं बकाए के हर साल बढ़ने के चलते सरकार को अधिक ब्याज के रूप में सब्सिडी पर ज्यादा खर्च झेलना पड़ता है. यह तरकीब वित्तीय लिहाज से काफी जोखिमपूर्ण होती है. जब सार्वजनिक उपक्रम लोन चुकता करने में विफल होते हैं तो आखिर में देनदारी सरकार के सिर पर ही आती है. कैग ने कहा है कि डिस्क्लोजर स्टेटमेंट के जरिए ऑफ बजट फाइनेंसिंग की धनराशियों का खुलासा होना चाहिए. इसकी बड़े पैमाने पर समीक्षा की जरूरत है. इस बारे में जवाब तलब करने पर संबंधित मंत्रालयों ने  जुलाई, 2018 में बताया कि केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों को स्वायत्ता है. उनकी उधारी स्वतंत्र व्यापार उपक्रमों के लिए होती है. जहां सरकारी समर्थन सिर्फ एक बेहतर ब्याज दर प्राप्त करने में मदद करता है. ऑफ बजट वित्तीय व्यवस्था एफसीआई की कार्यशील पूंजी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए है, जो बैकिंग स्त्रोतों से स्वतंत्र रूप से मिल रहा है.  कैग ने ऑफ बजट फाइनेंसिंग पर सवाल खड़े करते हुए सरकार को दिए ये सुझाव. अब यहां गौर करिए.  एफसीआई ने बकाए के चलते अपनी  वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार की गारंटी के आधार पर लोन लेना शुरू किया. एफसीआई ने विभिन्न वर्षों में 13000 करोड़ के बॉन्ड,  40 हजार करोड़ के शॉर्ट टर्म लोन, करीब 70 हजार करोड़ के राष्ट्रीय लघु बचत बैंक(एनएसएसएफ) लोन का इस्तेमाल किया. ये लोन एफसीआई को सरकार से मिली गारंटी के आधार पर ही मिले. इसके अलावा एफसीआई के पास सरकार द्वारा गारंटीकृति कैश क्रेडिट लिमिट की 54,495 करोड़ रुपये की सुविधा भी रही. सरकार समय-समय पर नियमित इस गारंटी का विस्तार करती रही. यानी सरकार एफसीआई का भुगतान  नहीं कर पाई तो एफसीआई खर्च उठाने के लिए लोन का सहारा लेती रही. चूंकि हर साल के लिए बकाया टलता रहा तो ब्याज के रूप में अधिक धनराशि भी चुकानी पड़ी.  CAG ने राजकोषीय उत्तरदायित्व से जुड़ी रिपोर्ट में सरकार की Off-budget financing पर उठाए गए सवाल. एक उदाहरण से इसे समझिए- किसी सड़क के निर्माण के लिए सरकार को पांच हजार करोड़ रुपये चाहिए.  सरकार अगर सीधे किसी स्तर से इतना पैसा उधार लेगी तो उसे बजट में दिखाना होगा. ऐसे में सरकार स्पेशल पर्पज व्हीकल(एसपीवी) बनाती है. यह एसपीवी सरकार की गारंटी पर पर सड़क निर्माण के लिए पैसा उधार देगा. फिर एसपीवी टोल टैक्स वसूल कर उस उधार को चुकता करेगा. अगर टोल टैक्स से वसूली नहीं हो पाती तो  सरकार को मदद करनी पड़ती है. इस प्रकार देखते हैं कि ऐसे खर्च भले बजट से बाहर रखें जाएं, मगर उसका असर सरकार और अर्थव्यवस्था पर पड़ता है.
आर्द्र अर्ध-कटिबन्धीय जलवायु (अंग्रेज़ी:Humid subtropical climate) (कोप्पन जलवायु वर्गीकरण Cwa के अनुसार) पृथ्वी पर एक जलवायु क्षेत्र होता है, जिसमें उष्ण, आर्द्र ग्रीष्म काल एवं ठंडे शीतकाळ होते हैं। इस प्रकार के जलवायु में मौसम की विस्तृत श्रेणी आती है और शब्द- अर्ध-कटिबंधीय शीतकालीन जलवायु के लिये एक मिथ्या नाम हो सकता है। इस क्षेत्र के अधिकांश स्थानों सभी ऋतुओं में अच्छी मात्रा में वर्षा (और क्भी हिमपात भी) हो सकती है। इसके साथ पछवा हवाएं अच्छे आंधी-तूफान भी पश्चिम से पूर्व की ओर ला सकती हैं। अधिकांश ग्रीष्मकालीन वर्षाएं दामिनी कड़कने के संग आंधियां और कई बार कटिबन्धीय तूफान या चक्रवात आदि भी लाती हैं। चुने हुए आर्द्र अर्ध-कटिबन्धीय जलवायु शहरों की सारणियां उत्तरी गोलार्ध दक्षिणी गोलार्ध सन्दर्भ आर्द्र अर्धकटिबन्धीय जलवायु
मेज नदी भीलवाडा की माण्डलगढ़ तहसील से निकलकर बूँदी जिले में बहती हुई कोटा के पास भैंस खाना के पास बूँदी की सीमा पर चम्बल में मिल जाती है। बाजन, कुरान व मांगली इसकी सहायक नदियां है। घोडा पछाड़ नदी मांगली की सहायक नदी है। जो बिजौलिया की झील से निकलकर मांगली नदी में मिलती है। यह नदी बारहमासी है।‌‌ खटकड़ तथा झालीजी‌ का बराना के पास से होकर गुजरती हैं। मांगली नदी पर ही बूंदी जिले में भीमलत जलप्रपात बना हुआ़ है। इस नदी पर बुंदी में गुड्डा बांध बना हुआ हैं। इस नदी के किनारे सर्वादिक गुर्जर जाति निवास करती है । इस नदी के किनारे देव नारायण मंदिर भी बना हुआ है । यह नदी चावड़िया से होकर गुजरती है जहा गुर्जर { लावड़ा } निवास करते है. ऐतिहासिक गांव नेहड़ी के देवनारायण मंदिर जी का मंदिर मेज नदी के किनारे पर स्थित है। इसी नदी पर गुढ़ा बांध बना हुआ है जो नहरों के माध्यम से हिंडोली में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाता है। चम्बल नदी राजस्थान की नदियाँ
ये तो हम सभी जानते हैं कि प्रीमैच्योर बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता सामान्य बच्चों की तुलना में कम विकसित होती है. पर हाल में हुए एक शोध में कहा गया है कि ऐसे बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते हैं और उनकी मैथ्स भी अच्छी नहीं होती. शोधकर्ताओं का कहना है कि प्रीमैच्योर बच्चों में ये लक्षण भविष्य में भी प्रभावी रहते हैं और वे सामान्य बच्चों की तरह गणनाएं नहीं कर पाते हैं. आमतौर पर गर्भकाल 36 सप्ताह का होता है लेकिन ऐसे बच्चे जो 34वें हफ्ते में या फिर उससे भी पहले पैदा होते हैं वे 42 साल की उम्र में, दूसरे बच्चों की तुलना में कम कमाते हैं. ऐसे बच्चे कोई विशेष या बहुत अच्छी नौकरी नहीं कर पाते और वो अपना घर बना पाएंगे, इस बात की उम्मीद भी बहुत कम होती है. कई बार ऐसा होता है कि मां-बाप प्रीमैच्योर बच्चों को देर से स्कूल भेजते हैं. उन्हें लगता है कि बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए, तब उसे स्कूल भेजा जाएगा लेकिन ये कोई समाधान नहीं है. शोधकर्ताओं का कहना है कि ऐसे बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह सही उम्र में ही स्कूल भेजना चाहिए लेकिन उन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. दुनिया में प्रीमैच्योर बच्चों के जन्म का औसत 11 फीसदी है. शोधकर्ता मानते हैं कि पिछले तीन दशकों में प्रीमैच्योर बर्थ-रेट काफी बढ़ा है. पर साथ ही इन बच्चों के सर्वाइव करने की प्रतिशतता भी बढ़ी है. यहां तक की अब तो 17 हफ्ते में जन्मे बच्चे भी जीवित रहते हैं. ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी ऑफ वॉरविक के प्रोफेसर डाइटर वोल्क के अनुसार, प्रीमैच्योर बच्चों का दिमाग पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो पाता है. ऐसे बच्चों का आईक्यू सामान्य बच्चों की तुलना में कम होता है, साथ ही ऐसे बच्चे मैथ्स में भी कमजोर होते हैं. इन कमियों के चलते ऐसे बच्चों को रोजगार मिलने में भी परेशानी होती है. ऐसे में उन्हें आर्थिक समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है.
जापान के पूर्वोत्तर इलाके में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया है. भूकंप के बाद मंगलवार को फुफुशिमा परमाणु संयंत्र के पास के तट पर सुनामी की एक मीटर उंची लहर उठी. तोक्यो इलेक्ट्रिक पावर के ऑपरेटर ने यह जानकारी दी. सुनामी से कोई नुकसान नहीं इलाके में 6.9 तीव्रता का भूकंप आने के बाद टेलीविजन पर प्रसारित एक संवाददाता सम्मेलन में टीईपीसीओ के एक अधिकारी ने कहा कि सुनामी (स्थानीय समयानुसार) सुबह छह बजकर 38 मिनट पर आई. टीईपीसीओ के प्रवक्ता ने एएफपी को बताया कि इस लहर के कारण किसी प्रकार की समस्या पैदा होने की कोई सूचना नहीं मिली है. भूकंप के झटके फुकुशिमा प्रांत में लगे हैं. भूकंप के झटके टोक्‍यो में भी महसूस किए गए, जहां कई इमारतें हिल गईं. शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 7.3 आंकी गई, लेकिन बाद में इसे 6.9 किया गया. फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के तीसरे रिएक्टर के कुलिंग सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया है. हालांकि प्‍लांट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. मार्च 2011 के भूकंप और सुनामी में फुकुशिमा स्थित तेपको दाइचि न्यूक्लियर प्लांट तबाह हो गया था. भूकंप स्थानीय समय अनुसार मंगलवार सुबह 6 बजे आया. 2011 को जापान में 9 की तीव्रता का भूकंप आया था. भूकंप के बाद आई सुनामी लहरों के कारण फुकुशिमा में परमाणु संयंत्र को भारी नुकसान हुआ था. चेतावनी दी गई है कि सागर में 10 फीट लहरें उठ सकती हैं. 2011 में फुकुशिमा में भूकंप के बाद सुनामी में 18 हजार से ज्यादा लोगों की या तो मौत हो गई थी या फिर वे लापता हैं.
बंबई शेयर बाजार (बीएसई) ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए सेंसेक्स में जबर्दस्त उतार-चढ़ाव के मामले में 3,475 अंक का खटका तय किया है।टिप्पणियां इसका मतलब, अगर इस दौरान कारोबार में भारी अस्थिरता के चलते सेंसेक्स किसी दिन 20 प्रतिशत या 3,475 अंक ऊपर या नीचे चला जाता है तो कारोबार दिनभर के लिए रोक दिया जाएगा। बीएसई द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, संवेदी सूचकांक में 10 प्रतिशत, 15 प्रतिशत और 20 प्रतिशत के उतार-चढ़ाव की स्थित में सर्किट ब्रेकर लागू होंगे जिनमें कारोबार कुछ समय के लिए रोका जाता है। इसका मतलब, अगर इस दौरान कारोबार में भारी अस्थिरता के चलते सेंसेक्स किसी दिन 20 प्रतिशत या 3,475 अंक ऊपर या नीचे चला जाता है तो कारोबार दिनभर के लिए रोक दिया जाएगा। बीएसई द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, संवेदी सूचकांक में 10 प्रतिशत, 15 प्रतिशत और 20 प्रतिशत के उतार-चढ़ाव की स्थित में सर्किट ब्रेकर लागू होंगे जिनमें कारोबार कुछ समय के लिए रोका जाता है। बीएसई द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, संवेदी सूचकांक में 10 प्रतिशत, 15 प्रतिशत और 20 प्रतिशत के उतार-चढ़ाव की स्थित में सर्किट ब्रेकर लागू होंगे जिनमें कारोबार कुछ समय के लिए रोका जाता है।
पाकिस्तान मूल के अमेरिकी आतंकी डेविड हेडली ने दावा किया है कि सह आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा भी साजिश में शामिल था. हेडली ने मुंबई आतंकी हमलों की योजना बनाने के आरोपों में दोष स्वीकार किया है. साजिश के बारे में अवगत नहीं होने के राणा के दावों के विपरीत हेडली ने अपनी स्वीकारोक्ति में कहा कि उसने राणा को न सिर्फ उसके लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य होने के बारे में बल्कि भीषण हमले के ब्यौरों से भी अवगत कराया था. हेडली और अमेरिकी सरकार के बीच हुए प्ली एग्रीमेंट के अनुसार जून 2006 के आसपास हेडली ने शिकागो की यात्रा की तथा सह प्रतिवादी राणा से मुलाकात की. प्रतिवादी ने सह प्रतिवादी राणा को भारत में उसके कार्य के बारे में परामर्श दिया और उसे बताया कि फ‌र्स्ट व‌र्ल्ड इमिग्रेशन (राणा द्वारा परिचालित एक कंपनी) का कार्यालय खोलने से उसकी गतिविधियों को छिपाया जा सकेगा. इसके अनुसार प्रतिवादी के समझाने के बाद राणा ने मुंबई में एक आव्रजन कार्यालय खोलने तथा प्रतिवादी की गतिविधियों को सहयोग देने पर राजी हो गया. राणा ने प्रतिवादी को यह भी सलाह दी कि भारत यात्रा के लिए वीजा कैसे हासिल किया जाए. प्ली एग्रीमेंट के अनुसार राणा की मंजूरी मिलने के बाद हेडली वापस पाकिस्तान गया तथा उसने विभिन्न अवसरों पर अन्य लोगों के साथ साथ लश्कर के नेता 'ए' और 'डी' से मुलाकात की. प्ली एग्रीमेंट में कहा गया कि हेडली ने उन्हें (लश्कर के नेताओं) वह वीजा दिखाया जो राणा की मदद से मिला था. इसमें कहा गया कि हेडली राणा से इस बीच में मिलता रहा तथा ताजमहल सहित संभावित आतंकी हमलों तथा आतंकियों के पहुंचने की जगह का उसके द्वारा किए गए मुआयने की जानकारी देता रहा. उसने राणा को पाकिस्तानी आकाओं की प्रतिक्रिया से अवगत कराया. मई, 2008 के अंत में हेडली और राणा की शिकागो में मुलाकात हुई. हेडली ने राणा को बताया कि उसने मुंबई में व्यापक मुआयना किया तथा साजिश रचने वाले विभिन्न लोगों से मुलाकात की. हेडली ने राणा को मुंबई के आसपास अपनी नौका यात्रा और जीपीएस उपकरण के इस्तेमाल की भी जानकारी दी. हेडली ने राणा को यह भी बताया कि समुद्र शांत होने की प्रतीक्षा के कारण हमले की योजना में विलंब हो रहा है. हेडली ने राणा को यह भी बताया कि उसने भारत के अन्य स्थलों का भी मुआयना किया है. उसने राणा को दिल्ली में एक कार्यालय खोलने के लिए कहा ताकि टोह लेने की और गतिविधियां चलाई जा सकें.