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अगले महीने होने वाले ओलिंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट के लिए भारत की 15 सदस्यीय पुरुष टीम की घोषणा कर दी गई जिसमें कोथाजीत सिंह और एसके उथप्पा को जगह दी गई है जबकि पूर्व कप्तान राजपाल सिंह बाहर हैं।
मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर 18 से 26 फरवरी तक होने वाले क्वालीफायर टूर्नामेंट में भारत के अलावा कनाडा, फ्रांस, इटली, पोलैंड और सिंगापुर भाग लेंगे।
भारतीय टीम की कमान गोलकीपर भरत छेत्री के हाथ में है जबकि सरदार सिंह को उपकप्तान बनाया गया है।
भारतीय टीम का चयन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में हुई पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के आधार पर चयनकर्ता कर्नल बलबीर सिंह, बीपी गोविंदा, सैयद अली और सरकारी पर्यवेक्षक हरबिंदर सिंह तथा दिलीप टिर्की ने किया।
टीम में पूर्व कप्तान और अनुभवी मिडफील्डर राजपाल सिंह को जगह नहीं मिली है। अपेंडिक्स से उबरने के बाद राजपाल ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मैच खेला था। वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय हॉकी में पदार्पण करके उम्दा प्रदर्शन करने वाले फारवर्ड एसके उथप्पा और मिडफील्डर कोथाजीत सिंह टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। टिप्पणियां
कूल्हे की चोट से उबरने के बाद डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह ने भी वापसी की है जबकि पांच मैचों के निलंबन की सजा पूरी कर चुके फारवर्ड गुरविंदर सिंह चांडी भी टीम में हैं।
अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हलप्पा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के जरिये वापसी करने वाले वीएस विनय को स्टैंडबाय में रखा गया है। इसमें युवा चिंगलेनसाना सिंह भी शामिल हैं।
मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर 18 से 26 फरवरी तक होने वाले क्वालीफायर टूर्नामेंट में भारत के अलावा कनाडा, फ्रांस, इटली, पोलैंड और सिंगापुर भाग लेंगे।
भारतीय टीम की कमान गोलकीपर भरत छेत्री के हाथ में है जबकि सरदार सिंह को उपकप्तान बनाया गया है।
भारतीय टीम का चयन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में हुई पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के आधार पर चयनकर्ता कर्नल बलबीर सिंह, बीपी गोविंदा, सैयद अली और सरकारी पर्यवेक्षक हरबिंदर सिंह तथा दिलीप टिर्की ने किया।
टीम में पूर्व कप्तान और अनुभवी मिडफील्डर राजपाल सिंह को जगह नहीं मिली है। अपेंडिक्स से उबरने के बाद राजपाल ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मैच खेला था। वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय हॉकी में पदार्पण करके उम्दा प्रदर्शन करने वाले फारवर्ड एसके उथप्पा और मिडफील्डर कोथाजीत सिंह टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। टिप्पणियां
कूल्हे की चोट से उबरने के बाद डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह ने भी वापसी की है जबकि पांच मैचों के निलंबन की सजा पूरी कर चुके फारवर्ड गुरविंदर सिंह चांडी भी टीम में हैं।
अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हलप्पा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के जरिये वापसी करने वाले वीएस विनय को स्टैंडबाय में रखा गया है। इसमें युवा चिंगलेनसाना सिंह भी शामिल हैं।
भारतीय टीम की कमान गोलकीपर भरत छेत्री के हाथ में है जबकि सरदार सिंह को उपकप्तान बनाया गया है।
भारतीय टीम का चयन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में हुई पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के आधार पर चयनकर्ता कर्नल बलबीर सिंह, बीपी गोविंदा, सैयद अली और सरकारी पर्यवेक्षक हरबिंदर सिंह तथा दिलीप टिर्की ने किया।
टीम में पूर्व कप्तान और अनुभवी मिडफील्डर राजपाल सिंह को जगह नहीं मिली है। अपेंडिक्स से उबरने के बाद राजपाल ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मैच खेला था। वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय हॉकी में पदार्पण करके उम्दा प्रदर्शन करने वाले फारवर्ड एसके उथप्पा और मिडफील्डर कोथाजीत सिंह टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। टिप्पणियां
कूल्हे की चोट से उबरने के बाद डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह ने भी वापसी की है जबकि पांच मैचों के निलंबन की सजा पूरी कर चुके फारवर्ड गुरविंदर सिंह चांडी भी टीम में हैं।
अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हलप्पा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के जरिये वापसी करने वाले वीएस विनय को स्टैंडबाय में रखा गया है। इसमें युवा चिंगलेनसाना सिंह भी शामिल हैं।
भारतीय टीम का चयन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में हुई पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के आधार पर चयनकर्ता कर्नल बलबीर सिंह, बीपी गोविंदा, सैयद अली और सरकारी पर्यवेक्षक हरबिंदर सिंह तथा दिलीप टिर्की ने किया।
टीम में पूर्व कप्तान और अनुभवी मिडफील्डर राजपाल सिंह को जगह नहीं मिली है। अपेंडिक्स से उबरने के बाद राजपाल ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मैच खेला था। वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय हॉकी में पदार्पण करके उम्दा प्रदर्शन करने वाले फारवर्ड एसके उथप्पा और मिडफील्डर कोथाजीत सिंह टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। टिप्पणियां
कूल्हे की चोट से उबरने के बाद डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह ने भी वापसी की है जबकि पांच मैचों के निलंबन की सजा पूरी कर चुके फारवर्ड गुरविंदर सिंह चांडी भी टीम में हैं।
अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हलप्पा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के जरिये वापसी करने वाले वीएस विनय को स्टैंडबाय में रखा गया है। इसमें युवा चिंगलेनसाना सिंह भी शामिल हैं।
टीम में पूर्व कप्तान और अनुभवी मिडफील्डर राजपाल सिंह को जगह नहीं मिली है। अपेंडिक्स से उबरने के बाद राजपाल ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मैच खेला था। वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय हॉकी में पदार्पण करके उम्दा प्रदर्शन करने वाले फारवर्ड एसके उथप्पा और मिडफील्डर कोथाजीत सिंह टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। टिप्पणियां
कूल्हे की चोट से उबरने के बाद डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह ने भी वापसी की है जबकि पांच मैचों के निलंबन की सजा पूरी कर चुके फारवर्ड गुरविंदर सिंह चांडी भी टीम में हैं।
अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हलप्पा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के जरिये वापसी करने वाले वीएस विनय को स्टैंडबाय में रखा गया है। इसमें युवा चिंगलेनसाना सिंह भी शामिल हैं।
कूल्हे की चोट से उबरने के बाद डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह ने भी वापसी की है जबकि पांच मैचों के निलंबन की सजा पूरी कर चुके फारवर्ड गुरविंदर सिंह चांडी भी टीम में हैं।
अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हलप्पा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के जरिये वापसी करने वाले वीएस विनय को स्टैंडबाय में रखा गया है। इसमें युवा चिंगलेनसाना सिंह भी शामिल हैं।
अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हलप्पा और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के जरिये वापसी करने वाले वीएस विनय को स्टैंडबाय में रखा गया है। इसमें युवा चिंगलेनसाना सिंह भी शामिल हैं।
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पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के एक गांव में पांच व्यक्तियों ने कथित तौर पर एक युवती की भौंह और सिर के बाल काटकर उसे सड़कों पर घुमाया।
पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, साबिर हुसैन की 25 साल की पत्नी परवीन बीवी का अपनी महिला रिश्तेदारों से झगड़ा हो गया।टिप्पणियां
उसके रिश्तेदार मुहम्मद परवेज और मुहम्मद जाफर और तीन अन्य व्यक्तियों ने सोमवार को उसकी भौंह और सिर के बाल काटकर उसके चेहरे पर कालिख पोती और उसे गांव की सड़कों पर घुमाया ।
पुलिस ने परवीन की महिला संबंधियों और मुहम्मद नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपी अभी भी फरार हैं। महिला के एक संबंधी शफीक ने पुलिस को बताया कि परवीन का अपनी पड़ोस के एक व्यक्ति के साथ ‘अवैध’ संबंध था। उसने कहा, हमने उसे व्यक्ति से मिलने से मना किया, लेकिन उसने मिलना जारी रखा।
पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, साबिर हुसैन की 25 साल की पत्नी परवीन बीवी का अपनी महिला रिश्तेदारों से झगड़ा हो गया।टिप्पणियां
उसके रिश्तेदार मुहम्मद परवेज और मुहम्मद जाफर और तीन अन्य व्यक्तियों ने सोमवार को उसकी भौंह और सिर के बाल काटकर उसके चेहरे पर कालिख पोती और उसे गांव की सड़कों पर घुमाया ।
पुलिस ने परवीन की महिला संबंधियों और मुहम्मद नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपी अभी भी फरार हैं। महिला के एक संबंधी शफीक ने पुलिस को बताया कि परवीन का अपनी पड़ोस के एक व्यक्ति के साथ ‘अवैध’ संबंध था। उसने कहा, हमने उसे व्यक्ति से मिलने से मना किया, लेकिन उसने मिलना जारी रखा।
उसके रिश्तेदार मुहम्मद परवेज और मुहम्मद जाफर और तीन अन्य व्यक्तियों ने सोमवार को उसकी भौंह और सिर के बाल काटकर उसके चेहरे पर कालिख पोती और उसे गांव की सड़कों पर घुमाया ।
पुलिस ने परवीन की महिला संबंधियों और मुहम्मद नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपी अभी भी फरार हैं। महिला के एक संबंधी शफीक ने पुलिस को बताया कि परवीन का अपनी पड़ोस के एक व्यक्ति के साथ ‘अवैध’ संबंध था। उसने कहा, हमने उसे व्यक्ति से मिलने से मना किया, लेकिन उसने मिलना जारी रखा।
पुलिस ने परवीन की महिला संबंधियों और मुहम्मद नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपी अभी भी फरार हैं। महिला के एक संबंधी शफीक ने पुलिस को बताया कि परवीन का अपनी पड़ोस के एक व्यक्ति के साथ ‘अवैध’ संबंध था। उसने कहा, हमने उसे व्यक्ति से मिलने से मना किया, लेकिन उसने मिलना जारी रखा।
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समाजवादी लोहिया ट्रस्ट से अपने चार करीबी सदस्यों को हटाए जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा, ‘‘इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. हम पर औरंगजेब होने का आरोप भी लगाता रहा है. सावधान रहें मुझसे.’’
(इनपुट एजेंसियों से)(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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कोलकाता में
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी
बदले-बदले नजर आए. आम तौर पर
खुद को पीएम पद का दावेदार
जताने से परहेज न करने वाले मोदी ने एक सवाल के जबाव में ये जताने की कोशिश की कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश नहीं.
अब सवाल ये है कि पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर बीजेपी में जिस तरह से मोदी के लिए मुश्किलें खड़ी हो रही है, क्या उससे मोदी को लगने लगा है कि दिल्ली अभी दूर है.
सियासत की सारी कला में माहिर नरेंद्र मोदी के बोल बंगाल में बदल गए. गुजरात के बाद देश का कर्ज चुकाने की चाहत का इजहार कर ऐलानिया तौर पर खुद को दिल्ली के तख्त का दावेदार बताने को लेकर ताल ठोंकने वाले मोदी पीएम को लेकर हुए सवाल को चालाकी से टाल गए.
देशभर में गुजरात के सुशासन और विकास का ढ़ोल पीट कर देश का कर्ज उतारने की बात को बेहिचक कहने वाले मोदी आखिरकार खुल कर क्यों नहीं बोल रहे? सात रेसकोर्स की रेस में अकेले दौड़ रहे मोदी के लिए मुश्किल की आहट बीजेपी की तरफ से भी आई, तो संघ की तरफ से भी.
अहमदाबाद से लेकर दिल्ली तक. दिल्ली से लेकर कोलकाता तक. मोदी ने अपने भाषण में जिस तरह से खुद को इशारों-इशारों में भावी प्रधानमंत्री के तौर पर पेश किया, उससे भी बीजेपी के रणनीतिकारों की मुश्किलें बढ़ गई.
सूत्रों की माने तो रविवार पार्टी के चुनाव समिति की बैठक वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने चिंता जताई कि नमो नमो के ज्यादा जाप से कहीं अल्पसंख्यक वोटों का ध्रुवीकरण न हो जाए और कांग्रेस को इसका फायदा न मिल जाए, हालांकि कैमरे के सामने जेटली इसे मीडिया की करतूत करार देकर बच निकले लेकिन संकेत जरूर दे गए बिना आग के धुंआ नहीं उठता.
गुजरात की चमक दमक के दम पर मोदी खुद को विकास पुरुष के तौर पर पेश करने में परहेज नहीं कर रहे. विकास के मोर्चे पर देश का कायाकल्प कर देने वाले करिश्माई नेता की जिस छवि को बनाने की कोशिश में मोदी लगे हैं, उस पर बीजेपी के भीतर ही सवाल खड़े होने लगे हैं.
मिशन दिल्ली पर निकले मोदी का रास्ता काटने की तमाम कोशिश कर चुके जेडीयू ने भी मौका देख कर वार करने से परहेज नहीं किया. मोदी के बहाने बीजेपी पर चुटकी ली और सरकार बनाने के लिए एनडीए की अहमियत को जता दिया.
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यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए एक जबरदस्त दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई हैं, जबकि एक शख्स घायल हो गया. घायल व्यक्ति की हालत नाजुक बनी हुई है. ये सभी लोग गाज़ियाबाद पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी थे. सभी लोग लखनऊ से आ रहे थे.
हादसा तब हुआ जब तेज रफ्तार गाड़ी का टायर अचानक फट गया और गाड़ी पलट गई.
यमुना एक्सप्रेस-वे पर ये कोई पहला हादसा नहीं है. जब से ये एक्सप्रेस-वे खुला है, लगातार हादसे हो रहे हैं. 15 अगस्त को एक्सप्रेस-वे की शुरुआत के बाद सिर्फ 14 दिनों में ही सात लोगों की मौत हो गई थी.
दरअसल एक्सप्रेस-वे का एक बड़ा हिस्सा सीमेंट से बना है, जिस पर टायर ज्यादा गर्म होते हैं. रफ्तार के दीवाने यहां अपनी स्पीड पर काबू नहीं रख पाते, जिससे गाड़ियों के टायर फट जाते हैं.
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सब्सिडी में कटौती की बात को गरीब विरोधी बताकर इसकी आलोचना अक्सर सुनाई देती है पर एक ताजा जानकारी के अनुसार देश के अति विशिष्ट व्यक्ति (वीवीआईपी) सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की सबसे ज्यादा खपत करते हैं।
यह जानकारी पेट्रोलियम उत्पादों की खुदरा बिक्री करने वाली सरकारी कंपनियों द्वारा सिलेंडर आपूर्ति को पारदर्शी बनाने की पहल के तहत शुरू किए गए एक इंटरनेट पोर्टल से सामने आई है। इसका उद्घाटन पेट्रोलियम मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने किया। इस पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के आधिकारिक निवास पर 31 मई तक एक साल की अवधि में 171 एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल हुआ। वहीं विदेश राज्यमंत्री प्रणीत कौर के निवास पर इस दौरान 161 सिलेंडरों की खपत हुई।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के मथुरा लाइन निवास पर 14.2 किलोग्राम के 83 गैस सिलेंडरों की खपत हुई, जबकि भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने एक साल में 80 तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री एमएस गिल ने 79 सिलेंडरों का इस्तेमाल किया।
पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, उद्योगपति नवीन जिंदल के 6 पृथ्वीराज रोड निवास पर प्रतिदिन एक से ज्यादा रसोई गैस सिलेंडरों की खपत हुई। जिंदल के पास दो कनेक्शन हैं। एक उनके स्वर्गीय पिता ओपी जिंदल तथा दूसरा राधा देवी रावत के नाम पर है। जिंदल के निवास पर साल के दौरान 369 गैस सिलेंडर भेजे गए।टिप्पणियां
पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने शुक्रवार को इस पोर्टल को शुरू किया। इसका मकसद ग्राहकों को अपनी बुकिंग की स्थिति की जानकारी देना और साथ ही यह देखना भी है कि किसी को अपनी पारी से पहले सिलेंडर तो नहीं मिल रहा है। रेड्डी के निवास पर महीने में दो से अधिक यानी साल के दौरान कुल 26 सिलेंडरों की खपत हुई।
नियमानुसार आम जनता को 21 दिन से पहले गैस सिलेंडर बुक कराने की अनुमति नहीं है। रेड्डी ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘इन आंकड़ों से पता चलता है कि मैं लोकप्रिय नेता हूं। मेरे यहां रोजाना काफी लोग आते हैं। कई बार तो 200 से 300 तक। निश्चित रूप से खपत अधिक होगी।’
यह जानकारी पेट्रोलियम उत्पादों की खुदरा बिक्री करने वाली सरकारी कंपनियों द्वारा सिलेंडर आपूर्ति को पारदर्शी बनाने की पहल के तहत शुरू किए गए एक इंटरनेट पोर्टल से सामने आई है। इसका उद्घाटन पेट्रोलियम मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने किया। इस पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के आधिकारिक निवास पर 31 मई तक एक साल की अवधि में 171 एलपीजी सिलेंडरों का इस्तेमाल हुआ। वहीं विदेश राज्यमंत्री प्रणीत कौर के निवास पर इस दौरान 161 सिलेंडरों की खपत हुई।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के मथुरा लाइन निवास पर 14.2 किलोग्राम के 83 गैस सिलेंडरों की खपत हुई, जबकि भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने एक साल में 80 तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री एमएस गिल ने 79 सिलेंडरों का इस्तेमाल किया।
पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, उद्योगपति नवीन जिंदल के 6 पृथ्वीराज रोड निवास पर प्रतिदिन एक से ज्यादा रसोई गैस सिलेंडरों की खपत हुई। जिंदल के पास दो कनेक्शन हैं। एक उनके स्वर्गीय पिता ओपी जिंदल तथा दूसरा राधा देवी रावत के नाम पर है। जिंदल के निवास पर साल के दौरान 369 गैस सिलेंडर भेजे गए।टिप्पणियां
पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने शुक्रवार को इस पोर्टल को शुरू किया। इसका मकसद ग्राहकों को अपनी बुकिंग की स्थिति की जानकारी देना और साथ ही यह देखना भी है कि किसी को अपनी पारी से पहले सिलेंडर तो नहीं मिल रहा है। रेड्डी के निवास पर महीने में दो से अधिक यानी साल के दौरान कुल 26 सिलेंडरों की खपत हुई।
नियमानुसार आम जनता को 21 दिन से पहले गैस सिलेंडर बुक कराने की अनुमति नहीं है। रेड्डी ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘इन आंकड़ों से पता चलता है कि मैं लोकप्रिय नेता हूं। मेरे यहां रोजाना काफी लोग आते हैं। कई बार तो 200 से 300 तक। निश्चित रूप से खपत अधिक होगी।’
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के मथुरा लाइन निवास पर 14.2 किलोग्राम के 83 गैस सिलेंडरों की खपत हुई, जबकि भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने एक साल में 80 तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री एमएस गिल ने 79 सिलेंडरों का इस्तेमाल किया।
पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, उद्योगपति नवीन जिंदल के 6 पृथ्वीराज रोड निवास पर प्रतिदिन एक से ज्यादा रसोई गैस सिलेंडरों की खपत हुई। जिंदल के पास दो कनेक्शन हैं। एक उनके स्वर्गीय पिता ओपी जिंदल तथा दूसरा राधा देवी रावत के नाम पर है। जिंदल के निवास पर साल के दौरान 369 गैस सिलेंडर भेजे गए।टिप्पणियां
पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने शुक्रवार को इस पोर्टल को शुरू किया। इसका मकसद ग्राहकों को अपनी बुकिंग की स्थिति की जानकारी देना और साथ ही यह देखना भी है कि किसी को अपनी पारी से पहले सिलेंडर तो नहीं मिल रहा है। रेड्डी के निवास पर महीने में दो से अधिक यानी साल के दौरान कुल 26 सिलेंडरों की खपत हुई।
नियमानुसार आम जनता को 21 दिन से पहले गैस सिलेंडर बुक कराने की अनुमति नहीं है। रेड्डी ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘इन आंकड़ों से पता चलता है कि मैं लोकप्रिय नेता हूं। मेरे यहां रोजाना काफी लोग आते हैं। कई बार तो 200 से 300 तक। निश्चित रूप से खपत अधिक होगी।’
पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, उद्योगपति नवीन जिंदल के 6 पृथ्वीराज रोड निवास पर प्रतिदिन एक से ज्यादा रसोई गैस सिलेंडरों की खपत हुई। जिंदल के पास दो कनेक्शन हैं। एक उनके स्वर्गीय पिता ओपी जिंदल तथा दूसरा राधा देवी रावत के नाम पर है। जिंदल के निवास पर साल के दौरान 369 गैस सिलेंडर भेजे गए।टिप्पणियां
पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने शुक्रवार को इस पोर्टल को शुरू किया। इसका मकसद ग्राहकों को अपनी बुकिंग की स्थिति की जानकारी देना और साथ ही यह देखना भी है कि किसी को अपनी पारी से पहले सिलेंडर तो नहीं मिल रहा है। रेड्डी के निवास पर महीने में दो से अधिक यानी साल के दौरान कुल 26 सिलेंडरों की खपत हुई।
नियमानुसार आम जनता को 21 दिन से पहले गैस सिलेंडर बुक कराने की अनुमति नहीं है। रेड्डी ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘इन आंकड़ों से पता चलता है कि मैं लोकप्रिय नेता हूं। मेरे यहां रोजाना काफी लोग आते हैं। कई बार तो 200 से 300 तक। निश्चित रूप से खपत अधिक होगी।’
पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने शुक्रवार को इस पोर्टल को शुरू किया। इसका मकसद ग्राहकों को अपनी बुकिंग की स्थिति की जानकारी देना और साथ ही यह देखना भी है कि किसी को अपनी पारी से पहले सिलेंडर तो नहीं मिल रहा है। रेड्डी के निवास पर महीने में दो से अधिक यानी साल के दौरान कुल 26 सिलेंडरों की खपत हुई।
नियमानुसार आम जनता को 21 दिन से पहले गैस सिलेंडर बुक कराने की अनुमति नहीं है। रेड्डी ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘इन आंकड़ों से पता चलता है कि मैं लोकप्रिय नेता हूं। मेरे यहां रोजाना काफी लोग आते हैं। कई बार तो 200 से 300 तक। निश्चित रूप से खपत अधिक होगी।’
नियमानुसार आम जनता को 21 दिन से पहले गैस सिलेंडर बुक कराने की अनुमति नहीं है। रेड्डी ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘इन आंकड़ों से पता चलता है कि मैं लोकप्रिय नेता हूं। मेरे यहां रोजाना काफी लोग आते हैं। कई बार तो 200 से 300 तक। निश्चित रूप से खपत अधिक होगी।’
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लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल में चैनल्स के मुताबिक केंद्र में बीजेपी की सरकार वापस आ सकती है. मतगणना से पहले आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री व टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू पिछले दो-तीन दिनों से विपक्ष नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इस पर तंज कसते हुए बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाली महाराष्ट्र की शिवसेना पार्टी ने चंद्रबाबू पर निशाना साधा है. शिवसेना का मुखपत्र 'सामना' अखबार में 'चंद्रबाबू को शुभकामनाएं यह उत्साह बना रहे!' संपादकीय लेख प्रकाशित किया गया है.
सामना अखबार के संपादकीय में लिखा गया है कि ''मानसून के अंडमान में दाखिल होने की खबर आनंददायी है और चंद्रबाबू नायडू द्वारा सरकार स्थापना के लिए की जा रही जोड़-तोड़ के लिए दिल्ली में दाखिल होने की खबर भी मनोरंजक है. यह सच है कि महाराष्ट्र सहित पूरा देश सूखे से जूझ रहा है और मानसून की प्रतिक्षा कर रहा है, पर 23 तारीख को दिल्ली की हवा बदलेगी, क्या इस पर शर्त लगाई जा रही है'' संपादकीय के आखिर में चंद्रबाबू नायडू पर तंज कसते हुए खत्म किया गया है.
इसमें लिखा गया कि ''अमित शाह का आत्मविश्वास कह रहा है कि भाजपा अपने बलबूते 300 सीटें जीतेगी और वह चरण उसने चुनाव के पांचवें चरण में ही पार कर लिया है. अब योगी आदित्यनाथ ने 'अबकी बार 400 पार' का विश्वास जताया है. इस लिए चंद्रबाबू बेवजह स्वयं को क्यों थका रहे हैं? चंद्रबाबू का मौजूदा उत्साह गुरुवार की शाम तक टिका रहे! ऐसी ही हम उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं.''
बता दें, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू ने रविवार को संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार और माकपा महासचिव सीताराम युचेरी से मुलाकात की. नायडू ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव से जबकि लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती से भी मुलाकात की थी.
नायडू यह प्रयास इसलिये कर रहे हैं ताकि राजग के बहुमत के आकंड़े तक नहीं पहुंचने की सूरत में गैर राजग दलों को एक मंच पर लाकर अगली सरकार के गठन का दावा पेश किया जा सके. तेदेपा प्रमुख नायडू इससे पहले भी विपक्ष के विभिन्न नेताओं के साथ कई दौर की बातचीत कर चुके हैं. इनमें तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी शामिल हैं.
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पूर्व क्रिकेटर प्रवीण आमरे ने टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच के लिए अपनी दावेदारी पेश की है. भारतीय ड्रेसिंग रूम से जिस तरह की कहानियां छन कर आ रही हैं, उनके हिसाब से मौजूदा बैटिंग कोच संजय बांगड़ को लेकर कहा जा रहा है कि उनसे जैसी उम्मीद थी, वैसे नतीजे सामने नहीं आ सके हैं.
बता दें कि 46 साल के संजय बांगड़ बीते 5 साल से टीम इंडिया की बैटिंग यूनिट के साथ काम कर रहे हैं. बांगड़ ने रवि शास्त्री और अनिल कुंबले दोनों के साथ काम किया है. वो टीम के असिस्टेंट कोच भी थे.
वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर की नाकामी को बांगड़ से जोड़ कर देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि बांगड़ अधिक बैटिंग विकल्प विकसित नहीं कर सके. लेकिन साथ ही ऐसा मानने वाले भी हैं कि बांगड़ का आकलन उनके रणनीतिक और तकनीकी अनुभव की कसौटी पर किया जाना चाहिए. और ये चयनकर्ताओं और कैप्टन-कोच को कमजोर मिडिल ऑर्डर के लिए दोष दिया जाना चाहिए.
बांगड़ की तरह आमरे का भी खिलाड़ी के नाते इंटरनेशनल रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है, लेकिन इनका कोचिंग का अनुभव प्रभावशाली है. आमरे आईपीएल कोचिंग सर्किट में लगातार सक्रिय हैं. आईपीएल के आखिरी सीजन में आमरे ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए स्काउटिंग हेड के तौर पर रिकी पोंटिंग और सौरव गांगुली के साथ मिल कर काम किया.
रमाकांत आचरेकर स्कूल ऑफ क्रिकेट की पृष्ठभूमि वाले आमरे भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के लिए भी ‘वन टू वन’ बेसिस पर काम करते रहे हैं.
आमरे से बैटिंग कोचिंग के सबक लेने वालों में सुरेश रैना, श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक और रॉबिन उथप्पा भी शामिल रहे हैं. फिलहाल आमरे यूएसए क्रिकेट के लिए बैटिंग सलाहकार के लिए काम कर रहे हैं. उन्हें टीम इंडिया का बैटिंग कोच बनने की स्थिति में ये शपथपत्र देना पड़ सकता है कि वो कहीं और जॉब नहीं करेंगे.
हेड कोच और सपोर्ट स्टाफ बनने के इच्छुकों से 30 जुलाई तक आवेदन मांगे गए हैं. BCCI COA की ओर से साफ किया जा चुका है कि सपोर्ट स्टाफ की नियुक्तियां चयन समिति की ओर से की जाएंगी.
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दिल्ली की केजरीवाल सरकार के लिए राहत की खबर है. दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस की जॉइंट कमेटी ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया समेत तमाम नेताओं के खिलाफ धरने के दौरान दर्ज किए गए मामले वापस लेने की सिफारिश की है. यानी अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के खिलाफ ऐसे करीब 35 मामले वापस लिए जाएंगे.
वापस होगा
49 दिन की सरकार का भी केस
49 दिन की
केजरीवाल सरकार
ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए सीधे रेल भवन पर धरना दिया था. तब पहली बार सीएम बने केजरीवाल खुद भी धरने पर बैठे थे. मामला ऐसी जगह धरने पर बैठने का था जहां उन्हें प्रदर्शन की अनुमति नहीं थी. इसलिए पुलिस ने मामला दर्ज किया था.
ज्यादातर मामले इंडिया अगेंस्ट करप्शन के दौर के
जो केस वापस लिए जाएंगे उनमें ज्यादातर केजरीवाल और उनके सहयोगियों के खिलाफ तब दर्ज हुए थे, जब वे इंडिया अगेंस्ट करप्शन के झंडे तले प्रदर्शन करते थे.
इन नेताओं को मिली राहत
जिन नेताओं को राहत मिली है उनमें केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के अलावा मंत्री कपिल मिश्रा, पूर्व मंत्री राखी बिड़लान, विधानसभा में विपक्ष के नेता बिजेन्द्र गुप्ता, BJP सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और विजय गोयल और कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा का नाम शामिल है.
इसलिए वापस लिए गए केस
इन सबको राहत इसलिए मिली है क्योंकि पिछले साल ऐसे ही एक मामले में BJP नेता डॉ. हर्षवर्धन के खिलाफ तब मामला वापस लिया गया जब दिल्ली में राष्ट्रपति शासन था। इसी केस को आधार बनाकर अब केजरीवाल और बाकी नेताओं को राहत मिली है.
15 मामलों पर विचार ही नहीं किया
अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के खिलाफ दिल्ली में करीब 50 केस दर्ज हैं, जिन्हें नेता राजनैतिक मामले बताते हैं. सरकार और पुलिस की कमेटी जब साथ बैठी तो इनमें से 15 पर तो विचार भी करना उचित नहीं समझा, क्योंकि उन्हें वापस लेना मुमकिन नहीं था. बाकी 35 मामले कमेटी ने वापस लेने का फैसला किया.
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आर्थिक मंदी का असर केरल के टूरिज्म सेक्टर पर
जीएसटी और बाढ़ की वजह से भी टूरिज्म हुआ प्रभावित
केरल में ओणम के त्योहार से जुड़े जश्न हाल में संपन्न हुए. ओणम सीजन में केरल में जहां स्कूलों में दस दिनों की छुट्टी रहती है, वहीं नौका दौड़ जैसे आयोजन भी पूरे उत्साह और परंपरा के साथ मनाए जाते हैं. इन दिनों में देश-विदेश से सैलानी भी बड़ी संख्या में केरल आते हैं. लेकिन इस बार केरल में कुछ और ही देखने को मिला. इस बार हाउस-बोट्स पानी में तैरती नहीं बल्कि किनारों पर लंगर डाले दिखाई दीं. किसी भी हाउस-बोट मालिक से बात करो, उसके पास सुनाने के लिए एक ही कहानी है- ‘धंधा बहुत मंदा है, मुनाफा गिर गया है और हर कोई कर्ज में डूबा है.’
31 वर्षीय सुबिन इस पेशे में 8 साल से हैं. सुबिन ने जब हाउस-बोट खरीदी थी तो 25 लाख रुपये का उस पर निवेश किया. सुबिन एक घंटे के लिए बोट का 700 रुपये किराया चार्ज करते थे. लेकिन अब वो 400 रुपये में भी इसे देने के लिए तैयार हो जाते हैं. सुबिन को अपने स्टाफ में भी कटौती करनी पड़ी है. सुबिन कहते हैं, ‘बाढ़ ने पिछले दो साल में हमें बुरी तरह प्रभावित किया. हमें तीन महीने दोबारा पटरी पर आने में लगे, फिर जीएसटी आ गया. बोट को बनाने का खर्च बढ़ गया है. नई बोट लाने के लिए किसी के पास पैसा नहीं है. बाढ़ की वजह से सैलानी नहीं आ रहे हैं, इससे हम सब को भुगतना पड़ रहा है.’
जीएसटी भी बड़ी वजह
2018 और 2019 में बाढ़ ने केरल में टूरिज्म सेक्टर को ओणम सीजन में बैकफुट पर धकेल दिया. जीएसटी एक और बड़ी वजह है जिसे बोट मालिक खुद के कर्ज में डूबने के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. सुबिन ने कहा, ‘खरीदी जाने वाली सामग्री पर टैक्स की वजह से लागत दोगुनी हो गई है. 5 साल पहले जो बोट 10 लाख रुपये में बन जाती थी अब उस पर 20 लाख लग रहे हैं. मैंने अपना घर और जमीन गिरवी रख कर कर्ज लिया. ब्याज बकाया है. मैं क्या करूं?’
स्टाफ को नहीं रख पा रहे मालिक
हाउस-बोट मालिक अब महीने के आधार पर स्टाफ को नहीं रख पा रहे हैं. अनीष बीते 10 साल से हाउस-बोट पर काम कर रहा था. जब टूरिज्म सेक्टर फल-फूल रहा था तो अनीष हर महीने 20,000 रुपये वेतन पाता था. अब उसे 700 रुपये दिहाड़ी पर काम करना पड रहा है. पहले जहां हाउस-बोट महीने में 22 चक्कर लगाती थी. अब ये महीने में सिर्फ 3 या 4 चक्कर ही लगा पाती है.
अनीष ने बताया, ‘पांच दिन से कोई काम नहीं है. मैं ऐसी स्थिति में नहीं हूं कि अपना घर छोड़कर बाहर काम ढूंढने के लिए जाऊं. मेरे ऊपर कर्ज है और मैं अपनी पत्नी का सोना भी बेच चुका हूं. अब मुझे नया काम ढूंढना पड़ेगा. मैंने अपने बच्ची का इंग्लिश मीडियम स्कूल में दाखिला कराया था लेकिन अभी तक फीस नहीं दे पाया हूं. अब उसे सरकारी स्कूल में दाखिला दिलाना होगा.’
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Imad Wasim is stable and as per protocol under observation for next 24hrs. He had a mild concussion and his vitals are fine.
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दिल्ली सहित एनसीआर में इन दिनों, घर से बाहर निकलिए तो लगता है मानो अंगारे बरस रहे हों. सूरज के तीखे तेवर से लोगों की हालत खराब हो जा रही. मौसम विभाग की मानें तो पिछले कुछ समय से चढ़ा पारा उतर सकता है. दरअसल एनसीआर में बारिश के आसार हैं. राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार से गुरुवार के बीच हल्की बारिश होने पर गर्मी से आंशिक राहत मिल सकती है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, राजस्थान में एक चक्रवात व अरब सागर से आने वाली नमी वाली हवाओं के कारण हल्की बारिश होने की उम्मीद है. जिससे तापमान कम होने की उम्मीद है. जबकि पिछले कुछ दिनों से एनसीआर में तापमान करीब 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है. दिल्ली में सोमवार की गर्मी ने जून के अन्य दिनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था.
आईएमडी के एक अधिकारी के मुताबिक, "दिनभर आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. रात में धूल भरी आंधी व गरज के साथ छीटें पड़ने की संभावना है." स्काईमेट के मुताबिक, बुधवार से गुरुवार तक बारिश हो सकती है. इससे तापमान 40 से 43 डिग्री सेल्सियस के नीचे आएगा. इसके बाद उत्तरी क्षेत्र में पश्चिम की शुष्क हवाएं बंद हो जाएंगी व पूर्व की नमी से भरी हवाएं आएंगी और मानसून के आगमन से लू की स्थिति नहीं रहेगी.
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गुलाबी नगरी में कांग्रेस के अति महत्वपूर्ण तीन दिवसीय आयोजन का रुख तय सा करते हुए पार्टी के एक महत्वपूर्ण नेता ने कहा कि इस दल की भावना राहुल गांधी को एक बड़ी और प्रभावी भूमिका देने की है, लेकिन इसके लिए राहुल पर बेवजह का दबाव नहीं बनाया जाए और उन्हें खुद तय करने दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के दो दिवसीय चिंतन शिविर और उसके बाद रविवार को होने वाली कांग्रेस महासमिति की बैठक से पहले कहा, कांग्रेस सदस्यों की भावना है कि राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ी और प्रभावी भूमिका को स्वीकार कर लें। हालांकि उन्होंने कहा, राहुल को उनके अनुसार काम करने दें। उन्हें अपनी भूमिका स्वयं तय करने दें। इस बारे में उन पर किसी तरह का दबाव डालना जायज नहीं है। दिग्विजय ने कहा कि राहुल को तय करने दिया जाए कि वह क्या भूमिका निभाएंगे और उसे कैसे अदा करना चाहेंगे।
कांग्रेस की तीन दिवसीय बैठक से पहले दिग्विजय सिंह के इस बयान को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बैठक के स्वरूप में पहले से ही पार्टी में पीढ़ीगत नेतृत्व परिवर्तन के संकेत दिए गए हैं।
राहुल पहले ही 2014 में होने वाले आम चुनाव की अगुवाई करने की जिम्मेदारी स्वीकार कर चुके हैं। इसके साथ ही वह युवा कांग्रेस और एनएसयूआई का कार्यभार भी देख रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संदर्भ में दिग्विजय ने कहा कि वह पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं और रहेंगी।टिप्पणियां
यह पहला अवसर है, जब चिंतन शिविर में आए 350 प्रतिनिधियों में से 160 एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के है। इससे पहले इन संगठनों के प्रतिनिधियों की संख्या 5-10 से ज्यादा नहीं होती थी। दिग्विजय सिंह पार्टी की सामाजिक, आर्थिक चुनौतियों संबंधी उपसमिति के प्रमुख हैं। चिंतन शिविर में वह इस बारे में एक दस्तावेज भी पेश करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की आबादी के स्वरूप में पिछले कुछ सालों में बहुत बड़ा बदलाव आया है।
उन्होंने कहा, इससे पहले पूरा ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों पर होता था, लेकिन अब बड़े पैमाने पर शहरी क्षेत्रों के विस्तार और शहरी मतदाता और मध्यवर्ग की बढ़ोतरी होने से युवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दिग्विजय ने कहा, इस समय देश में युवा बहुमत में हैं। 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों की आबादी सर्वाधिक है। देश का स्वरूप युवाओं का है। इसलिए आगे आने वाला जमाना और नेतृत्व भी युवाओं का है। इस सवाल पर कि 2014 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नए मित्र दलों और सहयोगियों में कौन-कौन शामिल होंगे, उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि इसे देखने के लिए उपसमिति पहले ही गठित की जा चुकी है, जिसका नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के दो दिवसीय चिंतन शिविर और उसके बाद रविवार को होने वाली कांग्रेस महासमिति की बैठक से पहले कहा, कांग्रेस सदस्यों की भावना है कि राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ी और प्रभावी भूमिका को स्वीकार कर लें। हालांकि उन्होंने कहा, राहुल को उनके अनुसार काम करने दें। उन्हें अपनी भूमिका स्वयं तय करने दें। इस बारे में उन पर किसी तरह का दबाव डालना जायज नहीं है। दिग्विजय ने कहा कि राहुल को तय करने दिया जाए कि वह क्या भूमिका निभाएंगे और उसे कैसे अदा करना चाहेंगे।
कांग्रेस की तीन दिवसीय बैठक से पहले दिग्विजय सिंह के इस बयान को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बैठक के स्वरूप में पहले से ही पार्टी में पीढ़ीगत नेतृत्व परिवर्तन के संकेत दिए गए हैं।
राहुल पहले ही 2014 में होने वाले आम चुनाव की अगुवाई करने की जिम्मेदारी स्वीकार कर चुके हैं। इसके साथ ही वह युवा कांग्रेस और एनएसयूआई का कार्यभार भी देख रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संदर्भ में दिग्विजय ने कहा कि वह पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं और रहेंगी।टिप्पणियां
यह पहला अवसर है, जब चिंतन शिविर में आए 350 प्रतिनिधियों में से 160 एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के है। इससे पहले इन संगठनों के प्रतिनिधियों की संख्या 5-10 से ज्यादा नहीं होती थी। दिग्विजय सिंह पार्टी की सामाजिक, आर्थिक चुनौतियों संबंधी उपसमिति के प्रमुख हैं। चिंतन शिविर में वह इस बारे में एक दस्तावेज भी पेश करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की आबादी के स्वरूप में पिछले कुछ सालों में बहुत बड़ा बदलाव आया है।
उन्होंने कहा, इससे पहले पूरा ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों पर होता था, लेकिन अब बड़े पैमाने पर शहरी क्षेत्रों के विस्तार और शहरी मतदाता और मध्यवर्ग की बढ़ोतरी होने से युवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दिग्विजय ने कहा, इस समय देश में युवा बहुमत में हैं। 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों की आबादी सर्वाधिक है। देश का स्वरूप युवाओं का है। इसलिए आगे आने वाला जमाना और नेतृत्व भी युवाओं का है। इस सवाल पर कि 2014 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नए मित्र दलों और सहयोगियों में कौन-कौन शामिल होंगे, उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि इसे देखने के लिए उपसमिति पहले ही गठित की जा चुकी है, जिसका नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी कर रहे हैं।
कांग्रेस की तीन दिवसीय बैठक से पहले दिग्विजय सिंह के इस बयान को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बैठक के स्वरूप में पहले से ही पार्टी में पीढ़ीगत नेतृत्व परिवर्तन के संकेत दिए गए हैं।
राहुल पहले ही 2014 में होने वाले आम चुनाव की अगुवाई करने की जिम्मेदारी स्वीकार कर चुके हैं। इसके साथ ही वह युवा कांग्रेस और एनएसयूआई का कार्यभार भी देख रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संदर्भ में दिग्विजय ने कहा कि वह पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं और रहेंगी।टिप्पणियां
यह पहला अवसर है, जब चिंतन शिविर में आए 350 प्रतिनिधियों में से 160 एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के है। इससे पहले इन संगठनों के प्रतिनिधियों की संख्या 5-10 से ज्यादा नहीं होती थी। दिग्विजय सिंह पार्टी की सामाजिक, आर्थिक चुनौतियों संबंधी उपसमिति के प्रमुख हैं। चिंतन शिविर में वह इस बारे में एक दस्तावेज भी पेश करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की आबादी के स्वरूप में पिछले कुछ सालों में बहुत बड़ा बदलाव आया है।
उन्होंने कहा, इससे पहले पूरा ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों पर होता था, लेकिन अब बड़े पैमाने पर शहरी क्षेत्रों के विस्तार और शहरी मतदाता और मध्यवर्ग की बढ़ोतरी होने से युवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दिग्विजय ने कहा, इस समय देश में युवा बहुमत में हैं। 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों की आबादी सर्वाधिक है। देश का स्वरूप युवाओं का है। इसलिए आगे आने वाला जमाना और नेतृत्व भी युवाओं का है। इस सवाल पर कि 2014 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नए मित्र दलों और सहयोगियों में कौन-कौन शामिल होंगे, उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि इसे देखने के लिए उपसमिति पहले ही गठित की जा चुकी है, जिसका नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी कर रहे हैं।
राहुल पहले ही 2014 में होने वाले आम चुनाव की अगुवाई करने की जिम्मेदारी स्वीकार कर चुके हैं। इसके साथ ही वह युवा कांग्रेस और एनएसयूआई का कार्यभार भी देख रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संदर्भ में दिग्विजय ने कहा कि वह पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं और रहेंगी।टिप्पणियां
यह पहला अवसर है, जब चिंतन शिविर में आए 350 प्रतिनिधियों में से 160 एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के है। इससे पहले इन संगठनों के प्रतिनिधियों की संख्या 5-10 से ज्यादा नहीं होती थी। दिग्विजय सिंह पार्टी की सामाजिक, आर्थिक चुनौतियों संबंधी उपसमिति के प्रमुख हैं। चिंतन शिविर में वह इस बारे में एक दस्तावेज भी पेश करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की आबादी के स्वरूप में पिछले कुछ सालों में बहुत बड़ा बदलाव आया है।
उन्होंने कहा, इससे पहले पूरा ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों पर होता था, लेकिन अब बड़े पैमाने पर शहरी क्षेत्रों के विस्तार और शहरी मतदाता और मध्यवर्ग की बढ़ोतरी होने से युवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दिग्विजय ने कहा, इस समय देश में युवा बहुमत में हैं। 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों की आबादी सर्वाधिक है। देश का स्वरूप युवाओं का है। इसलिए आगे आने वाला जमाना और नेतृत्व भी युवाओं का है। इस सवाल पर कि 2014 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नए मित्र दलों और सहयोगियों में कौन-कौन शामिल होंगे, उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि इसे देखने के लिए उपसमिति पहले ही गठित की जा चुकी है, जिसका नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी कर रहे हैं।
यह पहला अवसर है, जब चिंतन शिविर में आए 350 प्रतिनिधियों में से 160 एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के है। इससे पहले इन संगठनों के प्रतिनिधियों की संख्या 5-10 से ज्यादा नहीं होती थी। दिग्विजय सिंह पार्टी की सामाजिक, आर्थिक चुनौतियों संबंधी उपसमिति के प्रमुख हैं। चिंतन शिविर में वह इस बारे में एक दस्तावेज भी पेश करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की आबादी के स्वरूप में पिछले कुछ सालों में बहुत बड़ा बदलाव आया है।
उन्होंने कहा, इससे पहले पूरा ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों पर होता था, लेकिन अब बड़े पैमाने पर शहरी क्षेत्रों के विस्तार और शहरी मतदाता और मध्यवर्ग की बढ़ोतरी होने से युवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दिग्विजय ने कहा, इस समय देश में युवा बहुमत में हैं। 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों की आबादी सर्वाधिक है। देश का स्वरूप युवाओं का है। इसलिए आगे आने वाला जमाना और नेतृत्व भी युवाओं का है। इस सवाल पर कि 2014 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नए मित्र दलों और सहयोगियों में कौन-कौन शामिल होंगे, उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि इसे देखने के लिए उपसमिति पहले ही गठित की जा चुकी है, जिसका नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, इससे पहले पूरा ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों पर होता था, लेकिन अब बड़े पैमाने पर शहरी क्षेत्रों के विस्तार और शहरी मतदाता और मध्यवर्ग की बढ़ोतरी होने से युवाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दिग्विजय ने कहा, इस समय देश में युवा बहुमत में हैं। 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों की आबादी सर्वाधिक है। देश का स्वरूप युवाओं का है। इसलिए आगे आने वाला जमाना और नेतृत्व भी युवाओं का है। इस सवाल पर कि 2014 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नए मित्र दलों और सहयोगियों में कौन-कौन शामिल होंगे, उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि इसे देखने के लिए उपसमिति पहले ही गठित की जा चुकी है, जिसका नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी कर रहे हैं।
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भारत एक पखवाड़े के भीतर
अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र (आईसीबीएम) अग्नि-5
का परीक्षण करेगा. अग्नि-5 की मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर है.
रक्षा एक्सपो में एक संवाददाता सम्मेलन में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के प्रमुख वी.के. सारस्वत ने कहा कि अग्नि-5 का परक्षीण अप्रैल के मध्य में किया जाएगा. अभी तिथि निर्धारित नहीं की गई है.
सारस्वत ने कहा कि अग्नि-5 अमेरिकी अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र से मिलता-जुलता होगा.
भारत ने पिछले साल नवम्बर में 3,500 दूरी तक मार करने की क्षमता वाले अग्नि-4 प्रक्षेपास्त्र का परीक्षण किया था.
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मध्य प्रदेश में
विधानसभा चुनाव
को लेकर सियासी दलों की सक्रियता बढ़ी हुई है. मुख्यमंत्री शिवराज चौहान जनआशीर्वाद यात्रा कर रहे हैं जबकि
कांग्रेस
की तरफ से दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया जन संपर्क अभियान में जुटे हुए हैं. लेकिन इन सबके बावजूद विभिन्न दलों के केंद्रीय नेता भी बीच-बीच में राज्य का दौरा कर चुनावी माहौल को गरम कर रहे हैं.
नीमच जिले की तस्वीर
मध्य प्रदेश में नीमच जिले में 3 विधानसभा सीटें हैं. इनमें मनासा, नीमच और जावद विधानसभा सीटें शामिल हैं. इन तीनों सीटों पर अभी
भाजपा
कायम है. मनासा से कैलाश चावला, नीमच से दिलीप सिंह परिहार और जावड़ा से ओम प्रकाश सकलेचा विधायक हैं.
नीमच जिले की तीन विधानसभा सीटों मनासा, नीमच और जावड़ा पर 5,26,403 मतदाता हैं जिनमें से 2013 के चुनावों में 4,02,525 यानी 76.5 फीसदी मतदाताओं ने वोटिंग किया था. आंकड़े बताते हैं कि तीनों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 1,85,326 (46.0%), कांग्रेस को 1,12,693 (28.0%), निर्दलीय उम्मीदवारों को 94,508 (23.5%), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) को 3,380 (0.8%) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 3,253 (0.8%) वोट मिले थे.
नीमच सीट का समीकरण
नीमच विधानसभा सीट पर अभी भाजपा का कब्जा है. इस सीट पर 25 नवंबर 2013 को मतदान और 8 दिसंबर 2013 को मतगणना हुई थी, जहां भाजपा के दिलीप सिंह परिहार ने जीत हासिल की थी. 2008 और 2003 के चुनावों में इस सीट पर भाजपा का ही कब्जा रहा. वैसे यहां चुनावी राजनीति का इतिहास खंगाला जाए तो यह सीट ज्यादतर समय भगवा पार्टी के ही कब्जे में रही है. ऐसे में
मध्य प्रदेश
की सत्ता पर काबिज होने की चाहत रखने वाली कांग्रेस भाजपा को चौका लगाने से रोकना चाहेगी.
विधानसभा चुनाव-2013
भाजपा-दिलीप सिंह परिहार- 73,320 (50.1%)
कांग्रेस-नंदकिशोर पटेल- 51,653 (35.3%)
विधानसभा चुनाव-2008
भाजपा-खुमान सिंह शिवाजी- 43,580 (37.4%)
कांग्रेस-रघुराज सिंह चौरदिया- 29,737 (25.5%)
विधानसभा की तस्वीर
मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए इसी साल नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं. 230 में से 35 अनुसूचित जाति जबकि 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 148 गैर-आरक्षित सीटें हैं. 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी 165 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी जबकि कांग्रेस को 58 सीटों से संतोष करना पड़ा था. वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 4 जबकि 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी.
निर्वाचन आयोग के मुताबिक 2013 में मध्य प्रदेश में कुल 4,66,36,788 मतदाता थे जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या 22064402 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 24571298 और अन्य वोटर्स 1088 थे. 2013 में 72.07 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
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कपिल शर्मा और और सुनील ग्रोवर के बीच चल रहा है दंगल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में सुनील ग्रोवर को मनाने की कोशिश की है कॉमेडियन सुनील पाल ने. कॉमेडी शो 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' के पहले सीजन के विजेता रहे सुनील पाल ने सुनील ग्रोवर से विनती की है कि वह इस शो में वापस आ जाएं. सुनील पाल ने सुनील ग्रोवर को समझाया है कि कपिल शर्मा और तुमने मिलकर इस शो को बनाया है और अकेले होकर आप दोनों ही उतने सफल नहीं हो सकते जितने आप दोनों मिलकर हैं.
सुनील पाल ने फेसबुक पर अपना एक वीडियो संदेश पोस्ट किय है जिसमें वह सुनील ग्रोवर से काफी भावनात्मक शब्दों में अपील करते नजर आ रहे हैं. सुनील ने कहा, ' डीयर सुनील ग्रोवर, मैं सुनील पाल आपसे हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि आप कपिल के शो में वापिस आ जाओं क्योंकि आप एक बहुत बड़े कलाकार हो और आज हर कोई आपकी कला का लोहा मानती है. लेकिन यह मत भूलो कि बड़े कलाकार को एक बड़ा मंच ही बनाता है. मैं बहुत काम किया है लेकिन लाफ्टर चैलेंज के अलावा मुझे कोई बड़ा मंच नहीं मिला है. लोग मुझसे पूछते हैं कि कहां हो दिखाई नहीं देते. मैं बहुत काम करता हूं लेकिन वह काम वहां तक नहीं पहुंचता जहां आपका काम पहुंचता है.'
सुनील ने अपने इस 5 मिनट 17 सैकंड के वीडियो में कहा, ' आप कपिल से प्लीज नाराज मत रहिए. आप दोनों ने मिलकर इस शो को इतना बड़ा बनाया है और आप दोनों इस शो की खूबसूरती हो. मुझे डर है कि अकेले हो कर आप दोनों ही कुछ नहीं कर पाओगे. आप पहले भी शो छोड़ चुके हो और देख चुके हो कि उससे कोई फायदा नहीं हुआ था.' सुनील पाल ने इस वीडियो में कपिल की तारीफ करते हुए कहा, ' मैं मानता हूं कि कपिल से गलती हुई है. उसे माफ कर दो क्योंकि आप सब एक परिवार की तरह हो. कपिल शर्मा ने कॉमेडियन्स को एक इज्जत दिलायी है. इससे पहले फिल्म इंडस्ट्री के लोग हमारी इज्जत नहीं करते थे और हमारे सीन्स काट दिया करते थे. कपिल ने हम कॉमेडियन्स को एक बड़ा नाम दिलाया है. जब लोग मुझसे पूछते हैं कि आप क्या करते हो तो मैं उन्हें बताता हूं कि मैं कपिल की तरह काम करता हूं.'
सुनील ने कहा, 'पहले हम कॉमेडियन्स को हजार रुपये मिलते थे लेकिन अब वह डेढ़ करोड़ रुपये लेता है. उसकी मेहनत को देखो. उसने अपने कई दोस्तों को बुला-बुलाकर शो में काम दिया है और अच्छा पैसा दिया है. आज इस शो की वजह से लगभग 500 लोगों को घर चल रहा है. शो बंद हो जाएगा, किसका फायदा होगा.' सुनील पाल ने अपने संदेश में यह भी कहा कि जो लोग आपका कान भर रहे हैं वह सिर्फ आप दोनों को तोड़ना चाहते हैं.
सुनील पाल ने यह भी साफ कर दिया कि उन्होंने यह वीडियो किसी के कहने या किसी छिपे हित की वजह से नहीं पोस्ट किया है. उन्होंने कहा, ' लोग कहते हैं कि मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूं जिससे कपिल मुझे अपने शो में रोल देगा. लेकिन आप कपिल से पूछना वह मुझे खुद अपने शो में कई बार बुला चुका है, लेकिन मैं उसे मना करता हूं कि मैं इतना हुनरमंद नहीं हो कि जो आप लोग कर रहे हो वो कर पायूं. मैं सिर्फ स्टैंडप कॉमेडियन हूं, मैं गैग वगैरह नहीं कर सकता.' टिप्पणियां
सुनील ने कहा, ' आप दोनों हमारे आइकन हो. प्लीज आप दोनों मिल जाइए और एक दूसरे की ताकत बनिए, कमजोरी नहीं.' सुनील ग्रोवर और कपिल शर्मा के झगड़े के बाद सुनील पाल, राजू श्रीवास्तव और एहसान कुरैशी कपिल के शो में गेस्ट बन कर आ चुके हैं.
सुनील ने कहा, 'पहले हम कॉमेडियन्स को हजार रुपये मिलते थे लेकिन अब वह डेढ़ करोड़ रुपये लेता है. उसकी मेहनत को देखो. उसने अपने कई दोस्तों को बुला-बुलाकर शो में काम दिया है और अच्छा पैसा दिया है. आज इस शो की वजह से लगभग 500 लोगों को घर चल रहा है. शो बंद हो जाएगा, किसका फायदा होगा.' सुनील पाल ने अपने संदेश में यह भी कहा कि जो लोग आपका कान भर रहे हैं वह सिर्फ आप दोनों को तोड़ना चाहते हैं.
सुनील पाल ने यह भी साफ कर दिया कि उन्होंने यह वीडियो किसी के कहने या किसी छिपे हित की वजह से नहीं पोस्ट किया है. उन्होंने कहा, ' लोग कहते हैं कि मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूं जिससे कपिल मुझे अपने शो में रोल देगा. लेकिन आप कपिल से पूछना वह मुझे खुद अपने शो में कई बार बुला चुका है, लेकिन मैं उसे मना करता हूं कि मैं इतना हुनरमंद नहीं हो कि जो आप लोग कर रहे हो वो कर पायूं. मैं सिर्फ स्टैंडप कॉमेडियन हूं, मैं गैग वगैरह नहीं कर सकता.' टिप्पणियां
सुनील ने कहा, ' आप दोनों हमारे आइकन हो. प्लीज आप दोनों मिल जाइए और एक दूसरे की ताकत बनिए, कमजोरी नहीं.' सुनील ग्रोवर और कपिल शर्मा के झगड़े के बाद सुनील पाल, राजू श्रीवास्तव और एहसान कुरैशी कपिल के शो में गेस्ट बन कर आ चुके हैं.
सुनील ने कहा, ' आप दोनों हमारे आइकन हो. प्लीज आप दोनों मिल जाइए और एक दूसरे की ताकत बनिए, कमजोरी नहीं.' सुनील ग्रोवर और कपिल शर्मा के झगड़े के बाद सुनील पाल, राजू श्रीवास्तव और एहसान कुरैशी कपिल के शो में गेस्ट बन कर आ चुके हैं.
सुनील ने कहा, ' आप दोनों हमारे आइकन हो. प्लीज आप दोनों मिल जाइए और एक दूसरे की ताकत बनिए, कमजोरी नहीं.' सुनील ग्रोवर और कपिल शर्मा के झगड़े के बाद सुनील पाल, राजू श्रीवास्तव और एहसान कुरैशी कपिल के शो में गेस्ट बन कर आ चुके हैं.
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लेख: बिहार के गया में एक प्रेमी जोड़े को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इन दोनों की पहले बुरी तरह से पिटाई की गई, बाद में पंचायत ने इनकी मौत का फरमान सुनाया, जिसके बाद दोनों को गांववालों ने ज़िंदा जला दिया।टिप्पणियां
बताया जा रहा है कि लड़की की उम्र 16 साल थी, जबकि लड़का 36 साल का था। लड़का पहले से शादीशुदा था और उसके तीन बच्चे भी हैं। गया पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें लड़की का पिता भी शामिल है।
कहा जा रहा है कि पहले दोनों की लाठियों-डंडों से पिटाई की गई और जब दोनों बेसुध हो गए तो दोनों को चिता पर लेटाकर आग लगा दी गई। जब पुलिस पहुंची तब तक चिता की आग ठंडी हो चुकी थी। दोनों तीन दिन पहले भाग गए थे, लेकिन गांव वालों ने उनका पता लगा लिया और उन्हें पकड़कर जिंदा जला दिया।
बताया जा रहा है कि लड़की की उम्र 16 साल थी, जबकि लड़का 36 साल का था। लड़का पहले से शादीशुदा था और उसके तीन बच्चे भी हैं। गया पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें लड़की का पिता भी शामिल है।
कहा जा रहा है कि पहले दोनों की लाठियों-डंडों से पिटाई की गई और जब दोनों बेसुध हो गए तो दोनों को चिता पर लेटाकर आग लगा दी गई। जब पुलिस पहुंची तब तक चिता की आग ठंडी हो चुकी थी। दोनों तीन दिन पहले भाग गए थे, लेकिन गांव वालों ने उनका पता लगा लिया और उन्हें पकड़कर जिंदा जला दिया।
कहा जा रहा है कि पहले दोनों की लाठियों-डंडों से पिटाई की गई और जब दोनों बेसुध हो गए तो दोनों को चिता पर लेटाकर आग लगा दी गई। जब पुलिस पहुंची तब तक चिता की आग ठंडी हो चुकी थी। दोनों तीन दिन पहले भाग गए थे, लेकिन गांव वालों ने उनका पता लगा लिया और उन्हें पकड़कर जिंदा जला दिया।
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केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मेनका गांधी के उस बयान का खंडन किया है जिसमें कहा गया था कि कुपोषण की समस्या को दूर करने वाले बजट में सरकार द्वारा कटौती की वजह से विकास में बाधा आ रही है.
मंत्रालय की ओर से जारी किए गए स्पष्टीकरण में कहा गया है कि जिस इंटरव्यू के हवाले से
केंद्रीय मंत्री
के बयान का दावा किया जा रहा है वह गलत है.
हर साल हो रही है 15 लाख बच्चों की मौत
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री ने इंटरव्यू के दौरान बाल विकास के मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा था कि बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करने वाले कार्यक्रम के
बजट में कटौती
की वजह से लाखों स्वास्थ्यकर्मियों को वेतन देने में समस्या आ रही है, साथ ही इससे अभियान प्रभावित हो रहा है. दुनिया के 10 कमजोर बच्चों में से 4 भारत से हैं और पांच साल की उम्र से पहले ही करीब 15 लाख बच्चे हर साल मौत का शिकार भी हो रहे हैं.
सरकार ने की थी बजट में कटौती
एजेंसी ने मुताबिक,
केंद्रीय मंत्री ने कहा
था मौजूदा बजट बस इतना ही है कि जनवरी तक 27 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को ही वेतन दिया जा सकता है.
बता दें कि मोदी सरकार ने फरवरी में अर्थव्यवस्था में सुधार और विकास की रफ्तार तेज करने के नाम पर सामाजिक क्षेत्र के बजट में कटौती की ताकि बुनियादी ढांचे पर खर्च को बढ़ाया जाए.
'गलत ढंग से पेश किया गया बयान'
मीडिया में केंद्रीय मंत्री का बयान सामने आने के बाद इसे
मोदी सरकार
की किरकिरी माना गया. जिसके बाद मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा कि एजेंसी की ओर से जो भी दावा किया गया है वह गलत है. मंत्रालय के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री के बयान को गलत ढंग से पेश किया गया है.
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योजना आयोग जहां गांव में रहने वालों के लिए 22 रुपये जीवन यापन के लिए पर्याप्त मानता है, वहीं वह अपने यहां नाश्ते पर जितना खर्च करता है, वह औसतन प्रति कर्मचारी प्रतिदिन करीब 17 रुपये है।
सूचना के अधिकार के तहत हाल में मिली जानकारी के अनुसार, योजना आयोग ने 426 दिनों में सिर्फ जलपान पर 84,18,573 रुपये खर्च कर दिया। संसद में 25 अगस्त, 2011 को पूछे गए अ-तारांकित प्रश्न संख्या 2533 के मुताबिक, आयोग में कर्मचारियों की कुल संख्या 1160 थी। इस तरह से प्रति कर्मचारी प्रतिदिन खर्च औसतन 17.04 रुपये आता है।
इससे पहले भी आयोग का अपने मुख्यालय में दो शौचालयों की मरम्मत पर 35 लाख रुपये खर्च किया जाना खासा चर्चा में रहा और उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। दूसरी ओर, 22 रुपये प्रतिदिन जीवन यापन खर्च के आंकड़े पर हंगामा होने पर सरकार ने इसकी समीक्षा करने की बात कही है।टिप्पणियां
जिस तरह से जीवन यापन के दौरान प्रति व्यक्ति खर्च में मेहमान नवाजी का खर्च भी आता है, उसी प्रकार से योजना आयोग ने यह राशि केवल अपने कर्मचारियों को नाश्ता कराने पर खर्च नहीं किया, बल्कि इसमें देश की योजनाओं एवं नीति निर्धारण की प्रक्रिया में उच्च स्तरीय मंत्रणाओं का संचालन भी इसमें शामिल है। इसमें प्रधानमंत्री के साथ देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भागीदारी होती है।
बहरहाल, आयोग से यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत हिसार स्थित आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा के सवाल के जवाब में आई है। वर्मा ने योजना आयोग एवं अन्य मंत्रालयों से पूछा था कि 1 अप्रैल, 2011 से 30 मई, 2012 के दौरान बैठकों में चाय, स्नैक्स, बोतलबंद पानी एवं अन्य खाद्य पदार्थों पर कितना खर्च आया। जलपान पर गृह मंत्रालय ने योजना आयोग से भी अधिक खर्च किया है। गृह मंत्रालय ने 14 महीने में 426 दिनों में बैठकों के दौरान चाय नाश्ते पर 88 लाख 83 हजार 172 रुपये खर्च किया।
सूचना के अधिकार के तहत हाल में मिली जानकारी के अनुसार, योजना आयोग ने 426 दिनों में सिर्फ जलपान पर 84,18,573 रुपये खर्च कर दिया। संसद में 25 अगस्त, 2011 को पूछे गए अ-तारांकित प्रश्न संख्या 2533 के मुताबिक, आयोग में कर्मचारियों की कुल संख्या 1160 थी। इस तरह से प्रति कर्मचारी प्रतिदिन खर्च औसतन 17.04 रुपये आता है।
इससे पहले भी आयोग का अपने मुख्यालय में दो शौचालयों की मरम्मत पर 35 लाख रुपये खर्च किया जाना खासा चर्चा में रहा और उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। दूसरी ओर, 22 रुपये प्रतिदिन जीवन यापन खर्च के आंकड़े पर हंगामा होने पर सरकार ने इसकी समीक्षा करने की बात कही है।टिप्पणियां
जिस तरह से जीवन यापन के दौरान प्रति व्यक्ति खर्च में मेहमान नवाजी का खर्च भी आता है, उसी प्रकार से योजना आयोग ने यह राशि केवल अपने कर्मचारियों को नाश्ता कराने पर खर्च नहीं किया, बल्कि इसमें देश की योजनाओं एवं नीति निर्धारण की प्रक्रिया में उच्च स्तरीय मंत्रणाओं का संचालन भी इसमें शामिल है। इसमें प्रधानमंत्री के साथ देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भागीदारी होती है।
बहरहाल, आयोग से यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत हिसार स्थित आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा के सवाल के जवाब में आई है। वर्मा ने योजना आयोग एवं अन्य मंत्रालयों से पूछा था कि 1 अप्रैल, 2011 से 30 मई, 2012 के दौरान बैठकों में चाय, स्नैक्स, बोतलबंद पानी एवं अन्य खाद्य पदार्थों पर कितना खर्च आया। जलपान पर गृह मंत्रालय ने योजना आयोग से भी अधिक खर्च किया है। गृह मंत्रालय ने 14 महीने में 426 दिनों में बैठकों के दौरान चाय नाश्ते पर 88 लाख 83 हजार 172 रुपये खर्च किया।
इससे पहले भी आयोग का अपने मुख्यालय में दो शौचालयों की मरम्मत पर 35 लाख रुपये खर्च किया जाना खासा चर्चा में रहा और उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। दूसरी ओर, 22 रुपये प्रतिदिन जीवन यापन खर्च के आंकड़े पर हंगामा होने पर सरकार ने इसकी समीक्षा करने की बात कही है।टिप्पणियां
जिस तरह से जीवन यापन के दौरान प्रति व्यक्ति खर्च में मेहमान नवाजी का खर्च भी आता है, उसी प्रकार से योजना आयोग ने यह राशि केवल अपने कर्मचारियों को नाश्ता कराने पर खर्च नहीं किया, बल्कि इसमें देश की योजनाओं एवं नीति निर्धारण की प्रक्रिया में उच्च स्तरीय मंत्रणाओं का संचालन भी इसमें शामिल है। इसमें प्रधानमंत्री के साथ देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भागीदारी होती है।
बहरहाल, आयोग से यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत हिसार स्थित आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा के सवाल के जवाब में आई है। वर्मा ने योजना आयोग एवं अन्य मंत्रालयों से पूछा था कि 1 अप्रैल, 2011 से 30 मई, 2012 के दौरान बैठकों में चाय, स्नैक्स, बोतलबंद पानी एवं अन्य खाद्य पदार्थों पर कितना खर्च आया। जलपान पर गृह मंत्रालय ने योजना आयोग से भी अधिक खर्च किया है। गृह मंत्रालय ने 14 महीने में 426 दिनों में बैठकों के दौरान चाय नाश्ते पर 88 लाख 83 हजार 172 रुपये खर्च किया।
जिस तरह से जीवन यापन के दौरान प्रति व्यक्ति खर्च में मेहमान नवाजी का खर्च भी आता है, उसी प्रकार से योजना आयोग ने यह राशि केवल अपने कर्मचारियों को नाश्ता कराने पर खर्च नहीं किया, बल्कि इसमें देश की योजनाओं एवं नीति निर्धारण की प्रक्रिया में उच्च स्तरीय मंत्रणाओं का संचालन भी इसमें शामिल है। इसमें प्रधानमंत्री के साथ देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भागीदारी होती है।
बहरहाल, आयोग से यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत हिसार स्थित आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा के सवाल के जवाब में आई है। वर्मा ने योजना आयोग एवं अन्य मंत्रालयों से पूछा था कि 1 अप्रैल, 2011 से 30 मई, 2012 के दौरान बैठकों में चाय, स्नैक्स, बोतलबंद पानी एवं अन्य खाद्य पदार्थों पर कितना खर्च आया। जलपान पर गृह मंत्रालय ने योजना आयोग से भी अधिक खर्च किया है। गृह मंत्रालय ने 14 महीने में 426 दिनों में बैठकों के दौरान चाय नाश्ते पर 88 लाख 83 हजार 172 रुपये खर्च किया।
बहरहाल, आयोग से यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत हिसार स्थित आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा के सवाल के जवाब में आई है। वर्मा ने योजना आयोग एवं अन्य मंत्रालयों से पूछा था कि 1 अप्रैल, 2011 से 30 मई, 2012 के दौरान बैठकों में चाय, स्नैक्स, बोतलबंद पानी एवं अन्य खाद्य पदार्थों पर कितना खर्च आया। जलपान पर गृह मंत्रालय ने योजना आयोग से भी अधिक खर्च किया है। गृह मंत्रालय ने 14 महीने में 426 दिनों में बैठकों के दौरान चाय नाश्ते पर 88 लाख 83 हजार 172 रुपये खर्च किया।
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शौकिया तौर पर या मनोरंजन के लिए अथवा खेल के उद्देश्य से नाव चलाने या अन्य प्रकार के जलयानों के उपयोग को नौकायन कहा जाता है। नौकायन खेल ओलंपिक का हिस्सा है
प्रतिस्पर्धी नौकायन
नौकायन एक खेल है। नौकायन का इस्तेमाल काफी प्राचीन काल से किया जा रहा है और ऐसा माना जाता है कि नावों की दौड़ की शुरूआत 17वीं सदी में नीदरलैंड में हुई थी। जल्द ही इंग्लैंड में विशेष तौर पर निर्मित "पाल नौकाएं" सामने आने लगीं. 1851 में, न्यूयॉर्क में एक अमेरिकी नौका रेसिंग क्लब को दी गयी एक चुनौती के परिणामस्वरूप अमेरिका कप की शुरुआत हुई; इस प्रतिस्पर्धा को न्यूयॉर्क यॉट क्लब लगातार जीतता रहा, लेकिन अंततः 1983 में उसे रॉयल पर्थ यॉट क्लब ऑफ ऑस्ट्रेलिया द्वारा हार का सामना करना पड़ा, जिसने ऑस्ट्रेलिया II को इस प्रतियोगिता में भेजा था। इस बीच, छोटी डोंगियों से बड़ी मैक्सी नौकाओं तक रेसिंग नौकाओं के मान्यता प्राप्त वर्गों के विकास के साथ नौका दौड़ का लगातार विकास होता रहा।
यद्यपि रेसिंग नौकाओं के विभिन्न प्रकार हैं, इन्हें सामान्यतः बड़ी नावों, जो बड़ी होती और जिनमें लंबी दूरी की यात्राओं के लिए सुविधाएं होती हैं; और छोटी बंदरगाह रेसिंग क्राफ्ट जैसे डोंगियां और छोटी नावों (स्किफ) में विभाजित किया जा सकता है। छोटी नावों को आम तौर पर पाल-नौकाओं (यॉट) के रूप में संदर्भित नहीं किया जाता है, यद्यपि सभी मनोरंजक नौकाएं (वाणिज्यिक या सैन्य जहाजों के विपरीत) यॉट होती हैं। इन दिनों, नौका रेसिंग और डोंगी रोसिंग विकसित दुनिया में एक सामान्य प्रतियोगी खेल है, विशेष रूप से जहां हवा की स्थिति अनुकूल है और पानी के यथोचित आकारों तक पहुँच उपलब्ध है। अधिकतर नौकायन का आयोजन समुद्र में किया जाता है, लेकिन छोटे क्राफ्ट से झीलों और यहां तक कि बड़ी नदियों में भी रेसिंग की जा सकती है और ऐसा किया भी जा रहा है।
डोंगी दौड़ का आयोजन सुरक्षित जल क्षेत्रों में छोटी नावों पर किया जाता है जिनमें दो या तीन लोग सवार होते हैं। रेसिंग नौकाओं के लिए सामान्य व्यवस्था स्लूप (छोटी नाव) है, यह एक खंभे वाली नाव होती है। कुछ डोंगियों में केवल एक त्रिकोणीय पाल होता है, लेकिन अधिकतर में दो को स्लूप के रूप में निर्मित किया जाता है, कुछ डोंगियां और लगभग सभी बड़ी रेसिंग नावों में एक बड़ा पाल लगा होता है जिसे हवा के साथ नाव चलाने के हिसाब से बनाया जाता है। अधिकतर दौड़ें समान डिजाइन के जलयानों के बीच आयोजित की जाती हैं ("वन डिजाइन" रेसिंग). इन दौड़ों में, समान उपकरणों के साथ परिवेश की स्थिति का सबसे अच्छा उपयोग करने में सक्षम नाविक की विजय होती है।
डोंगियों के डिजाइन में काफी भिन्नता पाई जाती है जिसमें नौसिखिए नाविकों के लिए छोटी, स्थिर और धीमी गति की नाव से लेकर अनुभवी नविकों के लिए हल्की और तेज गति की नावें शामिल हैं; तेज गति की नावों को सुरक्षित तथा प्रभावी रूप से चलाना अनुभवी दल के लिए भी मुश्किल हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया की 18 फुट स्किफ क्लास सबसे तेज मोनोहल डोंगी है, यह अपेक्षाकृत कम हवा में भी 40 किमी प्रति घंटा (25 मील प्रति घंटा) की रफ्तार पकड़ लेती है। नौकायन, एक ऊबाउ खेल के रूप में प्रसिद्ध है, लेकिन स्किफ रेसिंग बहुत रोमांचक हो सकती है, विशेष रूप से अप्रत्याशित परिस्थितियों में जहां दल को अपनी नाव को सीधा रखने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। विभिन्न मल्टी-हल रेसिंग श्रेणियाँ और भी अधिक तेज होती हैं। ग्रीष्मकालीन ओलिंपिक खेलों में विभिन्न वन-डिजाइन डोंगी वर्गों की दौड़ों का आयोजन किया जाता है।
बड़ी नौकाओं की दौड़ बंदरगाह पर भी होती है, लेकिन सबसे प्रतिष्ठित नौका दौड़ें पॉइंट-टू-पॉइंट लंबी दूरी की दौड़ होती हैं जिन्हें खुले समुद्र में आयोजित किया जाता है। खराब मौसम ऐसी दौड़ों में उपकरण और इच्छा शक्ति की कड़ी परीक्षा लेता है और समय समय पर नौकाएं और नाविक समुद्र में खो जाते हैं। ऐसा सबसे लंबा आयोजन "राउंड दी वर्ल्ड" होता है जिसे पूरा होने में महीनों का समय लग जाता है, लेकिन जो आयोजन प्रसिद्ध हैं उनमें यूनाइटेड किंगडम की फास्टनेट दौड़ और ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी किनारे पर सिडनी से होबार्ट तक की नौका दौड़ शामिल है। बड़ी दौड़ें आमतौर पर एक "फर्स्ट पास्ट दी पोस्ट ट्रॉफी" (इसे "लाइन ऑनर्स" कहा जाता है) तथा एक बाधा प्रणाली के तहत आयोजित की जाती हैं जो नौकाओं के डिजाइन की सापेक्ष गति के अनुसार समाप्ति समय को एडजस्ट करती है, इससे सिद्धांततः प्रत्येक खिलाड़ी को बराबर का मौका मिलता है।
अन्य नौकायन कार्यक्रम
यद्यपि नौकायन समूह सबसे अधिक सक्रिय और प्रसिद्ध नौकायन प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं, इसके अलावा भी दुनिया भर में अन्य नौकायन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है: स्पीड मोटर बोट रेसिंग, प्रतिस्पर्धी कैनोइंग, डोंगी प्रतियोगिताएं और नौका खेने की प्रतियोगिता; और नौवहन प्रतियोगिता (आम तौर पर आकाशीय और लैंडमार्क आधारित नौवहन कौशल की परीक्षा जहां जीपीएस और अन्य विद्युत नौवहन उपकरणों की अनुमति नहीं होती) उन प्रतियोगिताओं में से हैं जिनका आयोजन दुनिया भर में किया जाता है। विशेष नौकाएं, जैसे हाइड्रोफॉइल्स, होवरक्राफ्ट्स, या व्यक्तिगत वाटरक्राप्ट भी ऐसी प्रतियोगिताओं में शामिल होती हैं जिनमें उपकरणों और कौशल (आमतौर पर, सुरक्षा की युक्ति निकलाने का कौशल) की परीक्षा शामिल होती है। इस तरह के सभी आयोजन, मनोरंजन या खेल के उद्देश्य से आयोजित किए जाने पर नौकायन की बड़ी दुनिया का एक हिस्सा बन जाते हैं।
नौकायन के अलावा नावों के उपयोग
नावों के आम वाणिज्यिक उपयोग जिन्हें नौकायन के रूप में नहीं लिया जाता है, उनमे शामिल हैं वाणिज्यिक रूप से मछली पकड़ना, शिपिंग, जल परिवहन संबंधी कार्य और सैन्य अनुप्रयोग. इन मामलों में, बड़े जलयानों को जहाज तथा छोटी नावों को जहाज या नौकाओं के रूप में निर्दिष्ट किया जाता है, हालांकि नाव एक सामान्य शब्द है जिसे मनोरंजक नौकाओं या छोटे आकार के वाणिज्यिक अथवा सैन्य जहाजों के लिए लागू किया जा सकता है।
क्रूज़िंग (समुद्री पर्यटन) तथा नौकायन - एक जीवन शैली के रूप में
क्रूज़िंग में नाव पर यात्रा करना शामिल होता है, चाहे वह महान झीलों की खाड़ियों (अमेरिका में) में हो या फिर दक्षिणी प्रशांत क्षेत्र में एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक. लंबी दूरी की क्रूज़िंग के लिए नाव को संभालने के अतिरिक्त, आत्म निर्भरता तथा प्रचुर मात्रा में कौशल एवं दक्षता की आवश्यकता होती है। नौवहन, मौसम विज्ञान, यांत्रिक और विद्युत प्रणालियों, रेडियो, प्राथमिक उपचार, समुद्र में जीवित रहने की कला, पोषण आदि जैसे विषयों की जानकारी आवश्यक है और दूर-दराज के तटों की यात्रा के दौरान जीवनरक्षक साबित हो सकती है। अमेरिका में, युनाइटेड स्टेट्स सेल एंड पॉवर स्क्वाड्रन इन कौशलों में पाठ्यक्रम और प्रमाणपत्र प्रदान करते हैं। ब्रिटेन में, रॉयल नौकायन संगठन द्वारा एक प्रमाणन प्रणाली चलायी जाती है। अन्य देशों में भी संगठनों द्वारा इसी तरह की प्रणालियों की पेशकश की जाती है और आमतौर पर इसमें सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों तरह के पाठ्यक्रम शामिल होते हैं।
इन्हें भी देखें
नौका
यॉट क्लब
नौका विहार
नौका दौड़
क्रूज़िंग
सन्दर्भ
नौकायन
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सेना में 'वन रैंक, वन पेंशन' (OROP) लागू करने के लिए केंद्र सरकार ने कुछ और वक्त मांगा है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सरकार OROP को मंजूर कर चुकी है, लेकिन इसे व्यवहार में लाने के लिए अभी और वक्त चाहिए.
75 दिनों से धरना जारी
सेना से रिटायर हो चुके सैनिक OROP की मांग को लेकर पिछले 75 दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हुए हैं. पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार शुक्रवार को OROP का ऐलान कर सकती है,
पर ऐसा हो न सका
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1965 की जीत: पूर्व सैनिक करेंगे कार्यक्रम का बहिष्कार
1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए पूर्व सैनिक शुक्रवार को जंतर-मंतर पर जुटे हैं, लेकिन ये सभी सरकारी कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे. पूर्व सैनिकों ने OROP मांग पेंडिंग होने की वजह से सरकार द्वारा 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की याद में रखे गए कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
आयोजकों ने 1965 की जंग के पूर्व नायकों और उसमें शहीद हुए सैनिकों के परिवारों को शुक्रवार दिन में जंतर-मंतर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.
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केंद्र सरकार ने सरकार ने केंद्रीय स्तर पर वैदिक विश्वविद्यालय की स्थापना को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है. बताया जा रहा है कि इस यूनिवर्सिटी का संचालन योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि की ओर से किया जाएगा. बता दें कि पिछले हफ्ते केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया था कि मंत्रालय वैदिक बोर्ड ऑफ एजुकेशन बनाने की तैयारी कर रहा है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि इस मुद्दे पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और बाबा रामदेव के प्रतिनिधियों के बीच पिछले हफ्ते चर्चा हुई थी. इस मुद्दे पर पतंजलि के प्रतिनिधियों और मंत्री के बीच बैठक में बात हुई थी. बाबा रामदेव ने विश्वविद्यालय का चेयरपर्सन बनने, इसके खर्च को वहन करने के इरादे का इजहार किया.
गौरतलब है कि साल 2015 में योग गुरु रामदेव ने सरकार को वैदिक शिक्षा के लिए एक स्कूल बोर्ड स्थापित करने के लिए प्रेरित किया था, लेकिन मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसके लिए मना कर दिया था. उसके बाद 2016 में स्मृति ईरानी ने वेद विद्या के इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया था.
बनेगा वैदिक एजुकेशन बोर्ड
एक स्कूल कार्यक्रम के दौरान प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि वैदिक शिक्षा के प्रसार के लिए यह 'बहुत आवश्यक' है और सरकार एक ऐसा बोर्ड बनाने के लिए काम कर रही है, जो "वेदों और आधुनिक शिक्षा के ज्ञान के मिश्रण के साथ शिक्षा प्रदान कर सके'.
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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के केंद्रीय नेतृत्व की निगाहें अब उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई हैं। पिछले दिनों लखनऊ में हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के दौरान संघ के नेताओं का मन टटोलने के बाद अमित शाह अब उत्तर प्रदेश की नई टीम तैयार करने में जुट गए हैं।
उत्तर प्रदेश में वैसे तो बीजेपी नेताओं की एक लम्बी कतार है, लेकिन अब पुराने नेताओं के बजाय अमित शाह नई पीढ़ी के नेताओं को तैयार कर यूपी के रण में उतरने का मन बना चुके हैं।
शाह ने यूपी से जुड़े उन्हीं नेताओं को अन्य राज्यों का प्रभार थमाया है, जो उनकी नई टीम का हिस्सा हैं। सूत्रों के अनुसार यही टीम 2017 में अमित शाह के लिए काम करेगी। अमित शाह ने लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा को पहले तो राष्ट्रीय महासचिव बनाया और फिर उसके बाद गुजरात जैसे अहम राज्य का प्रभार सौंप दिया।
इसके अतिरिक्त रमाशंकर कठेरिया को छत्तीसगढ़, सिद्धार्थनाथ सिंह को पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी दी गई है। शाह ने मथुरा के श्रीकांत शर्मा को जहां हिमाचल प्रदेश का जिम्मा सौंपा है, वहीं मथुरा के ही अरुण सिंह को ओडिशा की जिम्मेदारी देकर उनकी क्षमता परखने का प्रयास किया है।
बीजेपी सूत्रों ने बताया कि शाह ने उन्हीं लोगों को अपनी नई टीम में शामिल किया है, जिनको वह लोकसभा चुनाव के दौरान परख चुके हैं। आम चुनाव के दौरान इन सभी लोगों के साथ शाह ने काम किया है और इन्हीं लोगों को वह अन्य राज्यों का प्रभार देकर संगठन की बारीकियों से रू-ब-रू कराना चाहते हैं, ताकि वर्ष 2017 में इनका सही इस्तेमाल किया जा सके।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि यह बात सही है कि यूपी में प्रभारी के तौर पर अमित शाह कार्यकर्ताओं के साथ जुड़े थे। इस दौरान उन्होंने लोगों की सांगठनिक क्षमता पहचान कर बड़े स्तर पर दायित्व सौंपा है।
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इंजीनियर राहुल सिंह की हत्या के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर हजारों लोग इकट्ठा हुए और सभी हजारों लोगों ने राहुल सिंह की निर्मम हत्या के विरोध में सीबीआई जांच की मांग की. ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले इंजीनियर राहुल सिंह की चलती हुई रेल से फेंक कर हत्या कर दी गई थी. मामले में आरोप ये है कि राहुल सिंह घूस लेते हुए पुलिस वालों का वीडियो बना रहे थे, अचानक तभी पुलिस वालों की नजर राहुल पर पड़ी और उन्होंने राहुल को बुरी तरह से पीटा, फिर पीटने के बाद राहुल को चलती हुई ट्रेन से फेंक दिया.
सुरेश प्रभु के निर्देश पर दर्ज की गई FIR
जंतर-मंतर
पर राहुल सिंह के लिए न्याय मांगने आए मुकेश बताते हैं कि 24 अगस्त को राहुल चंबल एक्सप्रेस में सफर कर रहे थे कि तभी कुछ पुलिस वाले यात्रियों से अवैध वसूली करने लगे. इस पर राहुल ने उनका वीडियो बनाया और ये पता चलने पर पुलिस वालों ने राहुल को बुरी तरह पीटा और पर्स, मोबाइल छीनने के बाद रेल से फेंक दिया. रेल में ही सफर कर रहे कुलदीप शर्मा ने राहुल को बचाने की कोशिश की, मगर कुलदीप को धमका दिया गया. बाद में कुलदीप ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट किया और सुरेश प्रभु के निर्देश पर इस मामले में FIR दर्ज की गई. मगर FIR दर्ज होने के इतने दिन बाद भी अब तक कोई
गिरफ्तारी
नहीं हुई है और ना ही किसी पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया गया है.
न्याय के लिए ऑनलाइन पेटिशन मुहिम
राहुल सिंह को न्याय दिलाने के लिए ऑनलाइन पेटिशन मुहिम भी चलाई जा रही है. https://www.change.org/p/prime-minister-narendra-modi-stand-against-brutal-killing-of-rahul-singh-by-railway-officials इस मुहिम से जुड़कर अबतक 75 हजार से ज्यादा लोग पेटिशन पर दस्तखत कर चुके हैं. राहुल सिंह के परिजनों की मांग है कि दोषी कर्मियों को गिरफ्तार कर फौरन उन्हें सस्पेंड किया जाए. इस बाबत रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा से मिलकर गुजारिश भी की गई है. मनोज सिन्हा ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया, मगर अब तक कुछ नहीं हुआ है.
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यह लेख है: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय में 2जी स्पेक्ट्रम मामले की आरोपी एवं द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सांसद कनिमोई तथा कलैगनार टीवी के प्रबंध निदेशक शरद कुमार की जमानत याचिका का विरोध किया। सीबीआई की ओर से दाखिल किये गए हलफनामे में वही कारण बताए गए हैं जो दिल्ली उच्च न्यायालय और सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा आरोपियों की जमानत याचिकाओं को खारिज करते हुए गिनाए गए थे। दिल्ली उच्च न्यायालय ने उनकी जमानत याचिकाएं खारिज करते हुए गत आठ जून को कहा था कि दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रथम दृष्ट्या मामला बनता है और उनके राजनीतिक सम्पर्क भी हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा था, "याचिकाकर्ताओं की वित्तीय और राजनीतिक हैसियत पर विचार करते हुए इस सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि यदि उन्हें इस समय रिहा किया गया तो वे जांच में दखल दे सकते हैं या गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं।" कनिमोई डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की बेटी हैं। सीबीआई ने न्यायमूर्ति बीएस चौहान और न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की पीठ द्वारा पूछे गए तीनों प्रश्नों का कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। न्यायालय ने सीबीआई से यह जानना चाहा था कि कलैगनार टीवी को दी गई 200 करोड़ रुपये की रकम का क्या हुआ, 13 एकीकृत सेवा लाइसेंस देने से सरकार को हुए नुकसान और सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष 2जी मुकदमे की स्थिति क्या है।
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भगवान ने राजा की सेवा इतनी श्रद्धा के साथ की कि राजा प्रसन्न हो गया और उसने अपने गले का हार उनके गले में डाल दिया. अपनी माया शक्ति से भगवान ने वो हार सैन जी के गले में डाल दिया और उन्हें पता तक नहीं चला. बाद में जब सैन जी को होश आया तो वो डरते-डरते महल में गए. उन्हें लग रहा था कि समय पर न पहुंचने की वजह से राजा उन्हें बहुत डांटेगा. सैन जी को देखकर राजा ने कहा, 'अब आप फिर क्यों आए हैं? हम आपकी सेवा से बहुत खुश हुए. क्या कुछ और चाहिए?'
राजा की बात सुनकर सैन जी बोले, 'मुझे क्षमा कर दीजिए. पूरी रात कीर्तन होता रहा इसलिए मैं समय से नहीं आ सका.' इस बात को सुनकर राजा को बड़ी हैरानी हुई. राजा ने कहा, 'अरे आप तो आए थे. आपकी सेवा से प्रसन्न होकर मैंने आपको हार दिया था और वो अभी आपके गले में भी है.' टिप्पणियां
सैन हार देखकर चौंक गए. उन्हें एहसास हो गया कि भगवान उनका रूप धारण करके आए थे. उन्होंने राजा से कहा, 'महाराज, यह सच है कि मैं नहीं आया था. मेरी जगह भगवान आए थे. आपने ये माला भगवान को दी थी और उन्होंने उसे मेरे गले में डाल दिया.'
सैन जी की बातें सुनकर राजा उनके चरणों में नतमस्तक हो गया और कहने लगा कि अब आप को कुछ करने की जरूरत नहीं है. अब आप सिर्फ भगवत् भक्ति में लीन रहिए.
राजा की बात सुनकर सैन जी बोले, 'मुझे क्षमा कर दीजिए. पूरी रात कीर्तन होता रहा इसलिए मैं समय से नहीं आ सका.' इस बात को सुनकर राजा को बड़ी हैरानी हुई. राजा ने कहा, 'अरे आप तो आए थे. आपकी सेवा से प्रसन्न होकर मैंने आपको हार दिया था और वो अभी आपके गले में भी है.' टिप्पणियां
सैन हार देखकर चौंक गए. उन्हें एहसास हो गया कि भगवान उनका रूप धारण करके आए थे. उन्होंने राजा से कहा, 'महाराज, यह सच है कि मैं नहीं आया था. मेरी जगह भगवान आए थे. आपने ये माला भगवान को दी थी और उन्होंने उसे मेरे गले में डाल दिया.'
सैन जी की बातें सुनकर राजा उनके चरणों में नतमस्तक हो गया और कहने लगा कि अब आप को कुछ करने की जरूरत नहीं है. अब आप सिर्फ भगवत् भक्ति में लीन रहिए.
सैन हार देखकर चौंक गए. उन्हें एहसास हो गया कि भगवान उनका रूप धारण करके आए थे. उन्होंने राजा से कहा, 'महाराज, यह सच है कि मैं नहीं आया था. मेरी जगह भगवान आए थे. आपने ये माला भगवान को दी थी और उन्होंने उसे मेरे गले में डाल दिया.'
सैन जी की बातें सुनकर राजा उनके चरणों में नतमस्तक हो गया और कहने लगा कि अब आप को कुछ करने की जरूरत नहीं है. अब आप सिर्फ भगवत् भक्ति में लीन रहिए.
सैन जी की बातें सुनकर राजा उनके चरणों में नतमस्तक हो गया और कहने लगा कि अब आप को कुछ करने की जरूरत नहीं है. अब आप सिर्फ भगवत् भक्ति में लीन रहिए.
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यह एक लेख है: शेयर बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक आगामी सप्ताह के दौरान अनुसार मुद्रास्फीति के आंकड़े तथा टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और विप्रो जैसी प्रमुख ब्लूचिप कंपनियों के परिणाम बाजार का रुख तय करेंगे।
पिछले सप्ताह विदेश व्यापार के निराशाजनक आंकड़ों के बाद शेयर बाजार में बिकवाली दबाव कुछ बढ़ सकता है और बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बाजार सूत्रों कहा कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) और निर्यात में गिरावट के आंकड़े के बाद बाजार की निगाह अब मुद्रास्फीति आंकड़ों पर टिक गई है।
नवंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 0.1 प्रतिशत की गिरावट ने शुक्रवार को बाजार में बिकवाली दबाव बढ़ा दिया। कोटक सिक्योरिटीज ने कहा, नवंबर के लिए आईआईपी आंकड़ा आर्थिक गतिविधियों में कमजोरी के रुख को प्रदर्शित करता है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि सोमवार को दिसंबर का मुद्रास्फीति आंकड़ा, 29 जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक से पहले का प्रमुख संकेतक का काम करेगा।
दिसंबर में देश का निर्यात 1.9 प्रतिशत सिकुड़ गया। इसकारण व्यापार घाटा बढ़कर 17.6 अरब डॉलर हो गया। इंवेन्चर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा कि पूरे सप्ताह शेयर सूचकांकों की गिरावट निराशाजनक थी, जिससे आने वाले सप्ताह में कुछ और बिकवाली दबाव देखने को मिल सकता है। पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगभग 120 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.64 अंक पर बंद हुआ। टिप्पणियां
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
पिछले सप्ताह विदेश व्यापार के निराशाजनक आंकड़ों के बाद शेयर बाजार में बिकवाली दबाव कुछ बढ़ सकता है और बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बाजार सूत्रों कहा कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) और निर्यात में गिरावट के आंकड़े के बाद बाजार की निगाह अब मुद्रास्फीति आंकड़ों पर टिक गई है।
नवंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 0.1 प्रतिशत की गिरावट ने शुक्रवार को बाजार में बिकवाली दबाव बढ़ा दिया। कोटक सिक्योरिटीज ने कहा, नवंबर के लिए आईआईपी आंकड़ा आर्थिक गतिविधियों में कमजोरी के रुख को प्रदर्शित करता है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि सोमवार को दिसंबर का मुद्रास्फीति आंकड़ा, 29 जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक से पहले का प्रमुख संकेतक का काम करेगा।
दिसंबर में देश का निर्यात 1.9 प्रतिशत सिकुड़ गया। इसकारण व्यापार घाटा बढ़कर 17.6 अरब डॉलर हो गया। इंवेन्चर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा कि पूरे सप्ताह शेयर सूचकांकों की गिरावट निराशाजनक थी, जिससे आने वाले सप्ताह में कुछ और बिकवाली दबाव देखने को मिल सकता है। पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगभग 120 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.64 अंक पर बंद हुआ। टिप्पणियां
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
नवंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 0.1 प्रतिशत की गिरावट ने शुक्रवार को बाजार में बिकवाली दबाव बढ़ा दिया। कोटक सिक्योरिटीज ने कहा, नवंबर के लिए आईआईपी आंकड़ा आर्थिक गतिविधियों में कमजोरी के रुख को प्रदर्शित करता है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि सोमवार को दिसंबर का मुद्रास्फीति आंकड़ा, 29 जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक से पहले का प्रमुख संकेतक का काम करेगा।
दिसंबर में देश का निर्यात 1.9 प्रतिशत सिकुड़ गया। इसकारण व्यापार घाटा बढ़कर 17.6 अरब डॉलर हो गया। इंवेन्चर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा कि पूरे सप्ताह शेयर सूचकांकों की गिरावट निराशाजनक थी, जिससे आने वाले सप्ताह में कुछ और बिकवाली दबाव देखने को मिल सकता है। पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगभग 120 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.64 अंक पर बंद हुआ। टिप्पणियां
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
दिसंबर में देश का निर्यात 1.9 प्रतिशत सिकुड़ गया। इसकारण व्यापार घाटा बढ़कर 17.6 अरब डॉलर हो गया। इंवेन्चर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा कि पूरे सप्ताह शेयर सूचकांकों की गिरावट निराशाजनक थी, जिससे आने वाले सप्ताह में कुछ और बिकवाली दबाव देखने को मिल सकता है। पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगभग 120 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.64 अंक पर बंद हुआ। टिप्पणियां
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
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बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
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माक्सर्वादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई-एम) के महासचिव प्रकाश करात ने कहा है कि बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए इंडिया फर्स्ट का मतलब कॉरपोरेट फर्स्ट है. पटना में वाम दलों के राजनैतिक कन्वेंशन में करात बोले कि हमने देखा है कि गुजरात में इंडिया फर्स्ट का मतलब अंबानी फर्स्ट, अडानी फर्स्ट, टाटा फर्स्ट, बिडला फर्स्ट होता है.करात के मुताबिक मोदी के विकास का मतलब बड़ी कॉरपोरेट कंपनियों को खूब सारी सब्सिडी देना है.
कॉरपोरेट कंपनियां प्रोजेक्ट कर रहीं मोदी को
प्रकाश करात ने बीजेपी के उम्मीदवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश की सभी बड़ी कॉरपोरेट कंपनियों में ये समझदारी और सहमति बन गई है कि नरेंद्र मोदी को पीएम बनवाया जाए क्योंकि मोदी ही उनके काम करवा सकते हैं.करात ने कहा कि इन कॉरोपेरेट कंपनियों को लाखों एकड़ जमीन सस्ते दामों पर दे दी जाती है, मुफ्त में बिजली और पानी दिया जाता है.यही है नरेंद्र मोदी का गुजरात मॉडल, जिसे वह पूरे देश में लागू करना चाहते हैं.
लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी और संघ करवा रहे दंगे
सीपीएम के महासचिव ने देश के कुछ हिस्सों में हालिया वक्त में भड़के दंगों के लिए बीजेपी और संघ परिवार को दोषी ठहराते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों को नजर में रखकर यह सब करवाया जा रहा है.इससे निपटने के लिए करात ने एक गैरकांग्रेसी, गैरभाजपाई सेकुलर फ्रंट बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि नीति के स्तर पर विकल्प मुहैया कराने की जिम्मेदारी वामदलों की है. करात ने कहा कि आर्थिक नीतियों पर कांग्रेस और बीजेपी एक से हैं.
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कांग्रेस महासचिव और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोमवार को एक ट्वीट कर बोधगया मंदिर में हुए धमाकों को नरेंद्र मोदी के भाषण से जोड़ दिया. दिग्गी ने लिखा कि एक दिन मोदी के सिपहसालार अमित शाह अयोध्या में भव्य मंदिर की बात करते हैं. फिर उसके बाद नरेंद्र मोदी बिहार बीजेपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हैं और उन्हें संदेश देते हैं कि नीतीश कुमार को सबक सिखाओ. और फिर अगले दिन बोध गया के महाबोधि मंदिर में बम फट जाते हैं. क्या इन सबके बीच कोई रिश्ता है?
इस सवालिया निशान के बाद दिग्गी लिखते हैं, कि मुझे नहीं पता कि कोई संबंध है या नहीं. इसके लिए हमें एनआईए की जांच पूरी होने का इंतजार करना होगा.
इससे पहले के तीन ट्वीट्स में दिग्गी ने बीजेपी पर ब्लास्ट की राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बिहार बीजेपी के नेता राजीव प्रताप रूडी गठबंधन टूटने के दो हफ्ते के भीतर कहने लगे कि राज्य में कानून की हालत खराब है. और रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली पुलिस का हवाला देते हुए यह भी बता दिया कि पुणे में हुए धमाकों के आरोपी ने गया में भी धमाकों की गुंजाइश के लिए रेकी की थी. दिग्गी के मुताबिक इस ब्लास्ट को मुस्लिमों से जोड़ने के लिए कभी आईबी के हवाले से, तो कभी मीडिया के अंदाजे से तार जोड़े जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि म्यांमार में मुस्लिमों के साथ हुई हिंसा का नतीजा है यह. क्या यह सब दुर्घटना के ऊपर की जा रही राजनीति नहीं है.
दिग्गी के इस बयान पर आपका क्या है कहना. क्या बीजेपी धार्मिक उन्माद भड़का रही है. या फिर कांग्रेसी प्रवक्ता कुछ भी बोलकर सुर्खियां बटोरने में लगे हैं.
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वाराणसी में सोमवार को मतदान होने के साथ ही करीब 2500 नरेंद्र और 3600 अरविंद अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, लेकिन इन वोटरों की संख्या ऐसे मतदाताओं से काफी कम होगी, जिनके नाम कांग्रेस, बसपा, माकपा एवं सपा जैसी पार्टियों के उम्मीदवारों के नाम से मिलते हैं।
भाजपा ने अपने प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को वाराणसी लोकसभा सीट से उतारा है। इस संसदीय क्षेत्र से आप के अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस के अजय राय, समाजवादी पार्टी के कैलाश नाथ चौरसिया, बसपा के विजय प्रकाश जायसवाल और माकपा के हीरालाल यादव भी अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं।
वाराणसी से तृणमूल कांग्रेस की इंदिरा तिवारी तथा छोटे दलों के 16 उम्मीदवार एवं 20 निर्दलीय भी खड़े हुए हैं। इन्हें मिलाकर इस संसदीय क्षेत्र में रिकॉर्ड 42 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस सीट पर करीब 16 लाख उम्मीदवार हैं।
वाराणसी लोकसभा मतदाता सूची का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि हजारों मतदाताओं का नाम इस संसदीय क्षेत्र से खड़े विभिन्न प्रत्याशियों के नाम से मिलते हैं।
मतदाताओं ही नहीं नरेंद्र नाम के तीन उम्मीदवार भी खड़े हुए हैं। भाजपा के नरेंद्र मोदी, जनशक्ति एकता पार्टी के नरेंद्र नाथ दुबे अड़िग एवं निर्दलीय नरेंद्र बहादुर सिंह चुनाव मैदान में हैं।
बहरहाल ऐसा कोई मतदाता नहीं है, जिसका नाम नरेंद्र मोदी या अरविंद केजरीवाल हो। दिलचस्प है कि न तो भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी न ही आप के राष्ट्रीय संयोजक यहां के मतदाता हैं।
कांग्रेस उम्मीदवार 'अजय राय' के नाम वाले करीब 15 वोटर हैं, जबकि 16 हजार मतदाताओं का नाम अजय है। तीन वोटरों का नाम कैलाश नाथ चौरसिया है, जबकि सपा उम्मीदवार के नाम वाले मतदाताओं की संख्या 6600 है।
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टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. आईसीसी की जारी ताजा टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में विराट पांचवें से दूसरे स्थान पर आ गए हैं और अब वह टेस्ट के नंबर-1 बल्लेबाज स्टीव स्मिथ से सिर्फ 45 रेटिंग अंक ही पीछे हैं. ऐसे में विराट कोहली के पास आने वाले टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर नंबर-1 बल्लेबाज बनने का मौका होगा.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अगर ऐसा करने में कामयाब रहते हैं, तो वह आईसीसी रैंकिंग में एक ही समय में क्रिकेट के तीनों फॉर्मट्स के नंबर-1 बल्लेबाज होने का गौरव हासिल कर लेंगे. बता दें कि भारतीय कप्तान इस समय वनडे और टी-20 रैंकिंग में नंबर 1 और टेस्ट में नंबर 2 बल्लेबाज हैं.
टेस्ट रैंकिंग में कोहली की ऊंची छलांग, बस अब स्मिथ को पीछे छोड़ना बाकी
इससे पहले आईसीसी रैंकिंग में एक ही समय में क्रिकेट के तीनों फॉर्मट्स के नंबर-1 बल्लेबाज बनने की उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग हासिल कर चुके हैं. पोंटिंग दिसंबर-जनवरी 2005-06 में यह कारनामा किया था, वहीं उनके हमवतन मैथ्यू हेडन ऐसे बल्लेबाज हैं, जो अलग-अलग समय तीनों प्रारुप में पहले स्थान पर रहे हैं.
कोहली ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ खत्म हुई टेस्ट सीरीज में 615 रन किए थे. इस सीरीज में उन्होंने लगातार दो दोहरे शतक लगाए थे. कोहली ने दिल्ली में खेल गए तीसरे टेस्ट मैच में 243 रनों की पारी खेली थी, इसके बाद मैच की दूसरी पारी में 50 रनों का आंकड़ा छुआ था.
इसी कारण वह दूसरे स्थान पर पहुंचने में सफल रहे हैं. वह हालांकि पहले स्थान पर काबिज स्टीवन स्मिथ से 45 अंक पीछे हैं. कोहली के पास अगले साल दक्षिण अफ्रीका दौरे पर खेली जाने वाली तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में स्मिथ को पछाड़ने का बेहतरीन मौका है. स्मिथ के इस समय 938 अंक हैं, जबकि कोहली के 893 अंक हैं.
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एक पूर्व ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी है जो अपने खेल जीवन में मुख्य रूप से विकेट-कीपर के लिए और बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। इनका जन्म एलबरी, एलबरी, न्यू साउथ वेल्स ,ऑस्ट्रेलिया में २५ फरवरी १९५४ में हुआ था इन्होंने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के लिए १३ टेस्ट और ०६ वनडे मैच खेले थे। इन्होंने अपने एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत १९७८ को की थी जबकि टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत १९७७ में की थी।
कैरियर
एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कैरियर
ऑस्ट्रेलिया के इस दिग्गज खिलाड़ी ने अपने एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कैरियर की शुरुआत २२ फरवरी १९७८ को वेस्टइंडीज टीम के खिलाफ की थी और इन्होंने अपना अंतिम वनडे मैच २९ मार्च १९८४ को भारतीय टीम के खिलाफ खेला था। इन्होंने अपने वनडे कैरियर में कुल ४० रन बनाए थे जबकि विकेट कीपिंग करते हुए ९ कैच और २ स्टम्प किये थे।
टेस्ट कैरियर
ने अपने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत वनडे क्रिकेट से पूर्व २ दिसम्बर १९७७ को भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ की थी। इन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट कैरियर में कुल १३ मैच खेले थे जिसमें इन्होंने ३६४ रन बनाए थे और अपने विकेट कीपिंग करते हुए ४२ कैच और ४ स्टम्पिंग किये थे। रिक्सन ने अपना अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच ३० दिसम्बर १९८४ को वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था।
सन्दर्भ
1954 में जन्मे लोग
जीवित लोग
न्यू साउथ वेल्स के लोग
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलियाई वनडे क्रिकेट खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर
दाहिने हाथ के बल्लेबाज़
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मधुमेह मेलेिटस टाइप 1 (जिसे टाइप 1 डायबिटीज़ भी कहा जाता है) मधुमेह के एक प्रकार का रोग है जिसमें पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं होता है। इंसुलिन की कमी का परिणाम उच्च रक्त शर्करा स्तर है। शास्त्रीय लक्षण अक्सर पेशाब आना, प्यास में वृद्धि, भूख बढ़ना, और वजन घटाना हैं।
अतिरिक्त लक्षणों में धुंधली दृष्टि, थकान महसूस होना, और खराब उपचार शामिल हो सकते हैं। लक्षण आमतौर पर थोड़े समय में विकसित होते हैं।
संकेत और लक्षण
कारण
आनुवंशिक विज्ञान
परिवेष्टक
वायरस
रसायनों और दवाओं
लस
पैथोफिजियोलॉजी
टाइप १ मधुमेह दोनों आनुवंशिक संवेदनशीलता और पर्यावरणीय कारक की परस्पर क्रिया से होता है -
१. आनुवंशिक संवेदनशीलता
-सामान्य व्यक्तियों की तुलना में टाइप 1 मधुमेह की घटना प्रभावित व्यक्तियों के जुड़वा में अधिक होती है।
-टाइप 1 मधुमेह वाले लगभग 95% रोगियों में ह्यूमन ल्यूकोसाइट एंटीजन (HLA) DR-3 या HLA-DR4 या दोनों होते हैं।
-नॉन HLA जीन्स : इसमें निम्न जीन बहुरूपता शामिल है
1- इंसुलिन बनाने वाला जीन
2- CTLA4 और PTPN22 जीन
3- सीडी 25
२. पर्यावरणीय कारक-
-विषाणुजनित संक्रमण: वायरस आइलेट कोशिका विनाश को प्रेरित कर सकता है। mumps, rubella, Coxsackie B, और cytomegalovirus के संक्रमण और टाइप १ मधुमेह के बीच में सम्बन्ध देखा गया है।
तीन अलग-अलग तंत्र जिसके माध्यम से वायरस ऑटोइम्यूनिटी को प्रेरित करता है।
१-वायरस बीटा कोशिका को नुकसान पहुंचा सकता है और छिपे हुए बीटा कोशिका एंटीजन को रक्त में छोड़ सकता है और ऑटोरिएक्टिव टी कोशिकाओं को सक्रिय कर सकता है
२-वायरस उन प्रोटीनों का उत्पादन कर सकता है जो बीटा सेल एंटीजन की नकल करते हैं। वायरल प्रोटीन के खिलाफ उत्पादित प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया स्व ऊतक के साथ प्रतिक्रिया कर सकती है।
३-पहला विषाणुजनित संक्रमण एक predisposing वायरस द्वारा, जीवन के शुरुआती दिनों में बीटा सेल के अंदर बना रह सकता है। Precipitating वायरस के रूप में जाना जाने वाला संबंधित वायरस ,जो prediposing वायरस से एंटीजनिक एपिटोप को साझा करता है, अगर बाद में दोबारा संक्रमण करता है तो वो बीटा सेल के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का कारण बन सकता है.
निदान
ऑटोएंटीबॉडीज
रोकथाम
इम्यूनोसप्रेसिव दवाईयाँ
आहार
प्रबंधन
जीवन शैली
इंसुलिन
अग्न्याशय प्रत्यारोपण
आइलेट कोशिका प्रत्यारोपण
जटिलतायें
मूत्र पथ के संक्रमण
यौन रोग
मधुमेह रोगों में यौन रोग अक्सर शारीरिक कारकों का परिणाम है जैसे तंत्रिका क्षति और / या खराब परिसंचरण, और मनोवैज्ञानिक कारकों जैसे कि तनाव और / या रोग की मांगों के कारण अवसाद है।
पुस्र्शों
महिलाओं
= जानपदिक रोग विज्ञान
=
इतिहास
समाज और संस्कृति
अनुसंधान
उपचार
प्रकार 1 के लिए उपचार प्रदान करने के लिए कई तरीकों का पता लगाया गया है।
स्टेम कोशिकायें
टीका
आहार
जानवरों के मॉडल में आयोजित किए गए प्रयोगों के सबूत हैं जो आहार से लस को हटाने से शुरुआती प्रकार 1 मधुमेह को रोका जा सकता है लेकिन मनुष्य में विवादित अनुसंधान किया गया है।
अस्थिर मधुमेह
सन्दर्भ
मधुमेह
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यह लेख है: डेबिट कार्ड सेंध का सबसे बड़ा मामला सामने आने से चिंतित संसदीय समिति बैंकिंग क्षेत्र में भुगतान से संबंधित विभिन्न सुरक्षा मुद्दों की जांच करेगी. समिति ने सरकारी अधिकारियों तथा कुछ बैंकों के प्रतिनिधियों से उसके समक्ष पेश होने को कहा है.टिप्पणियां
कुल मिलाकर इस डेबिट कार्ड सेंध मामले में 32.14 लाख कार्ड प्रभावित हुए. चोरी के डेबिट कार्ड डाटा के आधार पर 19 बैंकों के 641 ग्राहकों को इससे 1.3 करोड़ रुपये का चूना लगा. वित्त पर संसद की स्थायी समिति की बैठक इसी सप्ताह होने वाली है. समिति ने वित्त मंत्रालय, कारपोरेट मामलों के मंत्रालय तथा विभिन्न बैंकों के अधिकारियों से उसके समक्ष पेश होने को कहा है. इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोइली हैं.
लोकसभा सचिवालय के नोटिस के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक तथा यस बैंक के प्रतिनिधियों से बैंकिंग क्षेत्र में भुगतान से संबंधित सुरक्षा मुद्दों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है. नोटिस में कहा गया है कि समिति को वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग तथा कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के अधिकारी भी इस बारे में ब्योरा देंगे.
कुल मिलाकर इस डेबिट कार्ड सेंध मामले में 32.14 लाख कार्ड प्रभावित हुए. चोरी के डेबिट कार्ड डाटा के आधार पर 19 बैंकों के 641 ग्राहकों को इससे 1.3 करोड़ रुपये का चूना लगा. वित्त पर संसद की स्थायी समिति की बैठक इसी सप्ताह होने वाली है. समिति ने वित्त मंत्रालय, कारपोरेट मामलों के मंत्रालय तथा विभिन्न बैंकों के अधिकारियों से उसके समक्ष पेश होने को कहा है. इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोइली हैं.
लोकसभा सचिवालय के नोटिस के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक तथा यस बैंक के प्रतिनिधियों से बैंकिंग क्षेत्र में भुगतान से संबंधित सुरक्षा मुद्दों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है. नोटिस में कहा गया है कि समिति को वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग तथा कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के अधिकारी भी इस बारे में ब्योरा देंगे.
लोकसभा सचिवालय के नोटिस के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक तथा यस बैंक के प्रतिनिधियों से बैंकिंग क्षेत्र में भुगतान से संबंधित सुरक्षा मुद्दों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है. नोटिस में कहा गया है कि समिति को वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग तथा कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के अधिकारी भी इस बारे में ब्योरा देंगे.
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दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली महिला आयोग के स्टाफ को 25 फीसदी वेतन तुरंत देने के आदेश दिए हैं. कोर्ट ने कहा कि स्टाफ की वैध या अवैध नियुक्ति अलग विषय है. लेकिन अगर वे नौकरी पर हैं और अब तक काम कर रहे है तो उन्हें काम का पैसा मिलना ही चाहिए. स्वाति मालीवाल की तरफ से आज कोर्ट को बताया गया कि महिला आयोग के स्टाफ में किसी की शादी है. किसी के पिता अस्पताल में है. किसी को बच्चे की फीस भरनी है. सैलरी न मिलने की वजह से वे आगे अपने काम को नही करवा पा रहे हैं.
इसके अलावा स्वाति मालीवाल कोर्ट को बताती हैं कि आयोग ने तय नियमों का पालन करते हुए एसिड पीड़ितों सहित कई अन्य पीड़ितों की नियुक्ति की है. ये लोग रेप पीड़ित सेल, पुनर्वास सेल, महिला पंचायत, मोबाइल हेल्प लाइन इत्यादि सेल में काम कर रहे हैं. यदि इन्हें हटाया गया तो आयोग का काम ही ठप पड़ जाएगा.
पिछले साल ही रोक दिया गया वेतन
दिल्ली महिला आयोग के स्टाफ का वेतन पिछले साल रोक दिया गया था. क्योंकि कर्मचारियों की नियुक्ति में अनियिमितताएं पाई गईं. वहीं नियुक्ति से पहले एलजी की मंजूरी नही लिए जाने की भी बात कही गई. सैलरी रोकने के फैसले के खिलाफ दिल्ली महिला आयोग हाईकोर्ट आ गया. जिसके बाद 50 फीसदी
तनख्वाह
देने का आदेश कोर्ट ने दिसबर में दिया था. हाई कोर्ट ने कहा कि यदि
कर्मचारियों की नियुक्ति
में अनियिमितताएं बरती गई हैं और नियुक्तियां गैरकानूनी हैं तो उसे रद्द किया जाए. न कि कर्मचारियों के वेतन को रोका जाए.
हाई कोर्ट ने 22 दिसंबर के अपने आदेश में आयोग को इन सभी 62 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से दो माह का वेतन देने का निर्देश दिया था. हाई कोर्ट ने चार माह के वेतन की 50 प्रतिशत राशि देने का निर्देश जारी कर दिया था. कोर्ट ने कहा कि इस तरह मात्र दो माह का ही वेतन बनता है. कोर्ट ने आयोग को दो दिनों में यह वेतन जारी करने का निर्देश दिया है.
अदालत ने कहा कि कर्मचारी लंबे अरसे से काम कर रहे हैं. अब तक उन्हें वेतन भी दिया जा रहा था और अब अचानक उनका वेतन कैसे रोका जा सकता है. कोर्ट के पूछने पर दिल्ली सरकार के वकील ने कहा कि सरकार का मानना है कि इस तरह वेतन नहीं रोका जाना चाहिए. कुछ शर्तों के साथ वेतन जारी किया जाए. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को सितंबर से अब तक वेतन नहीं मिला. उन्होंने कहा यह कोई करोड़ों का मामला नहीं है. ऐसे में कर्मचारियों को सितंबर से दिसंबर माह यानि चार माह का वेतन दे दिया जाना चाहिए. कोर्ट अब इस मामले की सुनवाई 31 मार्च को करेगा.
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छत्तीसगढ़ की राजधानी से महज 40 किलोमीटर दूर स्थित राजिम में शादी के 9 दिनों के बाद पति-पत्नी के बीच हुआ मामूली विवाद हत्या में बदल गया. नई नवेली पत्नी ने पति को मार अपनी मांग सूनी कर ली.
क्या है पूरा मामला...
बुधवार की रात पति-पत्नी के बीच बहस के दौरान पत्नी के धक्के से पति का सिर चोटिल हो गया और उसके चीख-पुकार से घरवाले जाग न जाएं, यह सोचकर पत्नी ने उसके चेहरे को तकिए से दबा दिया. इससे पति का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई. पुलिस ने नवविवाहिता को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है.
... इसलिए शुरू हुआ था झगड़ा
बताया जाता है की मासिक धर्म में चल रही पत्नी से पति ने शारीरिक संबंध बनाना चाहा, जिसके लिए पत्नी तैयार नहीं हुई. इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ. राजिम थाना प्रभारी पी.पी. सिंह ने बताया की नवविवाहिता आरती सोनकर ने घटना को अंजाम देना कबूल किया है. धारा 302 के तहत उसकी गिरफ्तारी की गई है.
21 अप्रैल को हुई थी दोनों की शादी..
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राजिम शहर से लगे ग्राम चौबेबांध निवासी श्यामाचरण सोनकर(22वर्ष) का विवाह 21 अप्रैल को धमतरी सारंगपुरी निवासी आरती सोनकर(19) के साथ हुआ था. 30 अप्रैल की रात को श्यामचरण और आरती के बीच किसी बात को लेकर मामूली विवाद हो गया. बहस के बीच आरती ने श्यामाचरण को धक्का देने के साथ लात मार दी.
रात भर पति के शव के साथ बैठी रही पत्नी...
इससे उसका सिर पलंग की पाटी से टकरा गया और उससे खून निकलने लगा. पति चिल्लाए न और परिजन जान न जाएं, यह सोचकर आरती ने उसके मुंह को तकिए से दबा दिया. इससे कुछ ही देर में दम घुटने से पति की मौत हो गई. पति की मौत से बुरी तरह घबराई आरती ने पूरी रात इस बात की जानकारी घर के किसी सदस्य को नहीं दी.
आरती रातभर अपने पति के शव के साथ पलंग के पास बैठी रही. सुबह श्यामाचरण के पिता दुखूराम ने बहू से बेटे को उठाने को कहा. इस पर भी आरती चुप रही. फिर जेठानी प्रभाबाई ने कमरे में जाकर जब श्यामाचरण का शव देखा, तो परिजनों को इस वारदात की जानकारी हुई.अपराध की सूचना पर राजिम थाने की टीम मौके पर पहुंची. पूछताछ के दौरान आरती ने पुलिस के सामने पूरी घटना सिलसिलेवार बताकर अपना गुनाह स्वीकार कर लिया.
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कानपुर पुलिस को फेसबुक से जोड़ कर आम जनता से सीधे संवाद स्थापित करने के अभियान के तहत शहर के सभी पुलिस स्टेशनों को बारी बारी से फेसबुक से जोड़ा जा रहा है. इसी कड़ी के तहत शहर के तीन पुलिस स्टेशन कोहना, काकादेव और नौबस्ता अब फेस बुक से जुड़ चुके हैं.
कानपुर पुलिस के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मुथा अशोक जैन ने बताया कि जनता से सीधे संवाद करने और उनकी समस्याओं के त्वरित समाधान को लेकर 15 दिन पूर्व ही कानपुर पुलिस फेसबुक से जुड़ गयी थी और उसकी योजना शहर के सभी 44 पुलिस थानों को फेसबुक से जोड़ने की है. उन्होंने बताया कि इसकी शुरूआत हो चुकी है तथा इसके तहत एक-एक पुलिस स्टेशन को फेस बुक से जोड़ा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि शहर के तीन पुलिस थाने नौबस्ता, कोहना और काकादेव फेसबुक से जुड़ गये है धीरे-धीरे शहर के शेष 41 पुलिस थानों को भी फेस बुक से जोड़ दिया जाएगा.
कई थानों में कंप्यूटर की सुविधा नहीं हाने के बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि शहर के अधिकतर पुलिस स्टेशन कंप्यूटर और इंटरनेट जैसी सुविधाओं से लैस है और जिन पुलिस थानों में कंप्यूटर और इंटरनेट की सुविधा नहीं है उन्हें इस सुविधा से शीघ्र ही जोड़ दिया जायेगा.
पुलिस उपमहानिरीक्षक जैन ने जनता से कहा है कि अगर उनकी समस्यायें नहीं सुनी जा रही हो तो पहले तो वह अपने थाने के फेसबुक प्रोफाइल पर अपनी समस्या डाले और अगर वहां भी सुनवाई नहीं हो रही हो तो लोग सीधे कानपुर पुलिस की प्रोफाइल के माध्यम से अपनी शिकायत उन तक पहुंचा सकते हैं.
कानपुर पुलिस की आगे की योजना में वांछित अपराधियों और इनामी बदमाशों की तस्वीरें भी फेस बुक पर डालने की योजना है ताकि जनता इन अपराधियों से जुड़ी जानकारी गुप्त रूप से पुलिस को दे सके.
जैन ने बताया कि जनता की समस्याओं के बारे में ज्यादा से ज्यादा फीडबैक पाने और शहर की पुलिस व्यवस्था में सुधार लाने के लिये ही कानपुर पुलिस की प्रोफाइल फेस बुक पर डाली गयी है. इस प्रोफाइल को रोज वह स्वंय देखेंगे कि उसमें जनता ने शहर की किन किन समस्याओं की ओर पुलिस का ध्यान आकर्षित कराया है और फिर उन समस्याओं पर वह सीधी कार्रवाई का जाएगी.
इसी तरह शहर के पुलिस थानों के प्रोफाइल पर आई शिकायतों की भी वह प्रतिदिन जांच करेंगे और उक्त शिकायत पर पुलिस ने क्या कार्रवाई की, इस बाबत भी नजर रखी जाएगी.
जैन ने बताया कि अगर जनता से पुलिस किसी काम के लिये कथित रिश्वत की मांग करती है तो जनता फेसबुक के मैसेज बाक्स में जाकर उस पुलिसकर्मी की शिकायत भी कर सकती है, शिकायतकर्ता का नाम गुप्त रखा जाएगा और रिश्वत मांगने वाले पुलिस कर्मी के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई भी की जाएगी.
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लालबहादुर शास्त्री अस्पताल के पास जांच चौकी पर चुनाव अधिकारियों ने शुक्रवार को एक व्यक्ति के पास से 30 लाख रुपये जब्त किए. पूर्वी जिला चुनाव कार्यालय की ओर से जांच चौकी पर तैनात टीम ने यह रुपये जब्त किए.
चुनाव आयोग ने बताया कि जांच चौकी पर तैनात टीम ने उत्तर प्रदेश में रजिस्टर्ड नंबर वाली स्विफ्ट डिजायर कार में सवार जाकिर हुसैन नामक व्यक्ति से 30 लाख रुपये जब्त किए. अधिकारी ने कहा, 'रुपये आयकर विभाग को सौंप दिया गया है और जांच की जा रही है.' उन्होंने बताया कि जाकिर के अनुसार वह जमीन सौदे का एडवांस देने के लिए रुपये लेकर जा रहा था, लेकिन वह इससे संबंधित सबूत देने में नाकाम रहा.
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लेख: चैत्र नवरात्रि का आज है पांचवा दिन. आज स्कंदमाता का पूजन किया जाता है. नौ दिनों तक चलने वाले इस नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. स्कंद कार्तिकेय का एक नाम है. मान्यता है कि स्कंदमाता के दर्शन और पूजन करने से सभी दुखों से छुटकारा मिल जाता है. बता दें, इस बार नवरात्रि 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक चलेंगे. इन पूरे नौ दिनों में हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा होगी. माता की पूजा के अलावा चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन को राम जी के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है. इसे राम नवमी (Ram Navami) भी बोलते हैं. चैत्र नवरात्रि को राम नवरात्रि (Ram Navratri) के नाम से भी जाना जाता है. यहां जानिए मां स्कंदमाता के बारे में कुछ खास बातें.
बता दें, नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे दिन कूष्माण्डा, पांचवे दिन स्कंदमाता, छठवें दिन कात्यायनी, सातवें दिन कालरात्रि, आठवें दिन महागौरी और नौवें दिन सिद्धिदात्री को पूजा जाता है. इसी के साथ नौवें दिन राम जी की पूजा भी करते हैं.
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विश्वेश्वरैय्या राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, नागपुर, महाराष्ट्र की स्थापना १९६० में की गई थी तथा इसे २६ जून २००२ को विश्वेश्वरैय्या राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर के रूप में स्तरोन्नत कर दिया गया था। संस्थान में १३ विभाग हैं। संस्थान सिविल इंजीनियरिंग, कैमिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रानिक इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरिंग, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग जैसे विषयों में बी.टेक. पाठयक्रम संचालित करता है तथा पाँच वर्षीय बी. आर्क. पाठयक्रम संचालित करता है। संस्थान अंशकालिक तथा नियमित पध्दति वाले १७ एम.टेक. पाठयक्रम संचालित करता है। संस्थान औद्योगिक प्रबंधन में एक वर्षीय डिप्लोमा भी संचालित करता है। यहां पर लड़कों के लिए ७ तथा लड़कियों के लिए एक छात्रावास है। संस्थान का उद्योग संस्थान इंटर एक्शन प्रकोष्ठ उद्योग क्षेत्र के साथ गहन तालमेल को प्रोत्साहित करता है तथा इसके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सन्दर्भ
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यह एक लेख है: सिडनी क्रिकेट मैदान पर शुक्रवार को खेले गए पांच एक-दिवसीय मैचों की सीरीज के चौथे मैच में भी अपने लचर प्रदर्शन के चलते वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को पांच विकेट से हार का मुंह देखना पड़ा। वेस्टइंडीज के केरन पोलार्ड (नाबाद 109) को उनकी साहसिक पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने अपनी पारी में 11 चौके और दो छक्के लगाए।
पहले मिशेल जॉनसन (3/36)और बेन कटिंग (3/45) ने अपनी घातक गेंदबाजी से वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी और बाद में शेन वाटसन (76) वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के सामने दीवार बनकर खड़े हो गए।
आरोन फिंच (25) और शेन वाटसन की सलामी जोड़ी ने टीम को सधी हुई शुरुआत दी। 53 के कुल योग पर फिंच स्पिन गेंदबाज सुनील नरेन की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके लगाए।
तीसरे नम्बर पर बल्लेबाजी करने आए फिलिप ह्यूजेस 23 रन बनाकर नरेन का दूसरा शिकार बने। ह्यूजेस और वाटसन के बीच 62 रनों की साझेदारी हुई। 29वें ओवर में 145 के कुल योग पर वाटसन भी टिनो बेस्ट की गेंद पर डेवोन थॉमस को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। वाटसन ने 84 गेंदों पर नौ चौके लगाए।
कप्तान माइकल क्लार्क 37 और एडम वोग्स 28 रन बनाकर आउट हुए, वहीं मैथ्यू वेड 13 और ग्लेन मैक्सवेल एक रन बनाकर नाबाद लौटे। वेस्टइंडीज की ओर से बेस्ट और नरेन को दो-दो सफलता मिली, जबकि आंद्रे रसेल ने भी एक विकेट चटकाया।
इससे पहले, वेस्टइंडीज टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसका पहला विकेट जॉनसन चार्ल्स के रूप में गिरा। वह खाता खोले बिना ही जॉनसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। उनके बाद 17 के कुल योग पर दूसरे सलामी बल्लेबाजी केरन पॉवेल (9) भी पवेलियन लौट गए। वह भी जॉनसन की गेंद पर मैक्सवेल को कैच थमा बैठे।
इसके बाद तो बल्लेबाजों का आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते डेरेन ब्रावो (4), ड्वेन ब्रावो (3), नरसिंह देवनारायण (10), थॉमस (7) अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौट गए।टिप्पणियां
डेरेन ब्रावो तेज गेंदबाज जॉनसन की गेंद पर डेरेन ब्रावो को कैच थमा बैठे, जबकि ड्वेन ब्रावो को मैक्सवेल ने पगबाधा आउट किया। अन्य बल्लेबाजों में डेरेन सैमी (25), रसेल (18), नरेन (23) और टिनो बेस्ट एक रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
पहले मिशेल जॉनसन (3/36)और बेन कटिंग (3/45) ने अपनी घातक गेंदबाजी से वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी और बाद में शेन वाटसन (76) वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के सामने दीवार बनकर खड़े हो गए।
आरोन फिंच (25) और शेन वाटसन की सलामी जोड़ी ने टीम को सधी हुई शुरुआत दी। 53 के कुल योग पर फिंच स्पिन गेंदबाज सुनील नरेन की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके लगाए।
तीसरे नम्बर पर बल्लेबाजी करने आए फिलिप ह्यूजेस 23 रन बनाकर नरेन का दूसरा शिकार बने। ह्यूजेस और वाटसन के बीच 62 रनों की साझेदारी हुई। 29वें ओवर में 145 के कुल योग पर वाटसन भी टिनो बेस्ट की गेंद पर डेवोन थॉमस को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। वाटसन ने 84 गेंदों पर नौ चौके लगाए।
कप्तान माइकल क्लार्क 37 और एडम वोग्स 28 रन बनाकर आउट हुए, वहीं मैथ्यू वेड 13 और ग्लेन मैक्सवेल एक रन बनाकर नाबाद लौटे। वेस्टइंडीज की ओर से बेस्ट और नरेन को दो-दो सफलता मिली, जबकि आंद्रे रसेल ने भी एक विकेट चटकाया।
इससे पहले, वेस्टइंडीज टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसका पहला विकेट जॉनसन चार्ल्स के रूप में गिरा। वह खाता खोले बिना ही जॉनसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। उनके बाद 17 के कुल योग पर दूसरे सलामी बल्लेबाजी केरन पॉवेल (9) भी पवेलियन लौट गए। वह भी जॉनसन की गेंद पर मैक्सवेल को कैच थमा बैठे।
इसके बाद तो बल्लेबाजों का आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते डेरेन ब्रावो (4), ड्वेन ब्रावो (3), नरसिंह देवनारायण (10), थॉमस (7) अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौट गए।टिप्पणियां
डेरेन ब्रावो तेज गेंदबाज जॉनसन की गेंद पर डेरेन ब्रावो को कैच थमा बैठे, जबकि ड्वेन ब्रावो को मैक्सवेल ने पगबाधा आउट किया। अन्य बल्लेबाजों में डेरेन सैमी (25), रसेल (18), नरेन (23) और टिनो बेस्ट एक रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
आरोन फिंच (25) और शेन वाटसन की सलामी जोड़ी ने टीम को सधी हुई शुरुआत दी। 53 के कुल योग पर फिंच स्पिन गेंदबाज सुनील नरेन की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके लगाए।
तीसरे नम्बर पर बल्लेबाजी करने आए फिलिप ह्यूजेस 23 रन बनाकर नरेन का दूसरा शिकार बने। ह्यूजेस और वाटसन के बीच 62 रनों की साझेदारी हुई। 29वें ओवर में 145 के कुल योग पर वाटसन भी टिनो बेस्ट की गेंद पर डेवोन थॉमस को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। वाटसन ने 84 गेंदों पर नौ चौके लगाए।
कप्तान माइकल क्लार्क 37 और एडम वोग्स 28 रन बनाकर आउट हुए, वहीं मैथ्यू वेड 13 और ग्लेन मैक्सवेल एक रन बनाकर नाबाद लौटे। वेस्टइंडीज की ओर से बेस्ट और नरेन को दो-दो सफलता मिली, जबकि आंद्रे रसेल ने भी एक विकेट चटकाया।
इससे पहले, वेस्टइंडीज टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसका पहला विकेट जॉनसन चार्ल्स के रूप में गिरा। वह खाता खोले बिना ही जॉनसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। उनके बाद 17 के कुल योग पर दूसरे सलामी बल्लेबाजी केरन पॉवेल (9) भी पवेलियन लौट गए। वह भी जॉनसन की गेंद पर मैक्सवेल को कैच थमा बैठे।
इसके बाद तो बल्लेबाजों का आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते डेरेन ब्रावो (4), ड्वेन ब्रावो (3), नरसिंह देवनारायण (10), थॉमस (7) अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौट गए।टिप्पणियां
डेरेन ब्रावो तेज गेंदबाज जॉनसन की गेंद पर डेरेन ब्रावो को कैच थमा बैठे, जबकि ड्वेन ब्रावो को मैक्सवेल ने पगबाधा आउट किया। अन्य बल्लेबाजों में डेरेन सैमी (25), रसेल (18), नरेन (23) और टिनो बेस्ट एक रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
तीसरे नम्बर पर बल्लेबाजी करने आए फिलिप ह्यूजेस 23 रन बनाकर नरेन का दूसरा शिकार बने। ह्यूजेस और वाटसन के बीच 62 रनों की साझेदारी हुई। 29वें ओवर में 145 के कुल योग पर वाटसन भी टिनो बेस्ट की गेंद पर डेवोन थॉमस को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। वाटसन ने 84 गेंदों पर नौ चौके लगाए।
कप्तान माइकल क्लार्क 37 और एडम वोग्स 28 रन बनाकर आउट हुए, वहीं मैथ्यू वेड 13 और ग्लेन मैक्सवेल एक रन बनाकर नाबाद लौटे। वेस्टइंडीज की ओर से बेस्ट और नरेन को दो-दो सफलता मिली, जबकि आंद्रे रसेल ने भी एक विकेट चटकाया।
इससे पहले, वेस्टइंडीज टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसका पहला विकेट जॉनसन चार्ल्स के रूप में गिरा। वह खाता खोले बिना ही जॉनसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। उनके बाद 17 के कुल योग पर दूसरे सलामी बल्लेबाजी केरन पॉवेल (9) भी पवेलियन लौट गए। वह भी जॉनसन की गेंद पर मैक्सवेल को कैच थमा बैठे।
इसके बाद तो बल्लेबाजों का आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते डेरेन ब्रावो (4), ड्वेन ब्रावो (3), नरसिंह देवनारायण (10), थॉमस (7) अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौट गए।टिप्पणियां
डेरेन ब्रावो तेज गेंदबाज जॉनसन की गेंद पर डेरेन ब्रावो को कैच थमा बैठे, जबकि ड्वेन ब्रावो को मैक्सवेल ने पगबाधा आउट किया। अन्य बल्लेबाजों में डेरेन सैमी (25), रसेल (18), नरेन (23) और टिनो बेस्ट एक रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
कप्तान माइकल क्लार्क 37 और एडम वोग्स 28 रन बनाकर आउट हुए, वहीं मैथ्यू वेड 13 और ग्लेन मैक्सवेल एक रन बनाकर नाबाद लौटे। वेस्टइंडीज की ओर से बेस्ट और नरेन को दो-दो सफलता मिली, जबकि आंद्रे रसेल ने भी एक विकेट चटकाया।
इससे पहले, वेस्टइंडीज टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसका पहला विकेट जॉनसन चार्ल्स के रूप में गिरा। वह खाता खोले बिना ही जॉनसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। उनके बाद 17 के कुल योग पर दूसरे सलामी बल्लेबाजी केरन पॉवेल (9) भी पवेलियन लौट गए। वह भी जॉनसन की गेंद पर मैक्सवेल को कैच थमा बैठे।
इसके बाद तो बल्लेबाजों का आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते डेरेन ब्रावो (4), ड्वेन ब्रावो (3), नरसिंह देवनारायण (10), थॉमस (7) अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौट गए।टिप्पणियां
डेरेन ब्रावो तेज गेंदबाज जॉनसन की गेंद पर डेरेन ब्रावो को कैच थमा बैठे, जबकि ड्वेन ब्रावो को मैक्सवेल ने पगबाधा आउट किया। अन्य बल्लेबाजों में डेरेन सैमी (25), रसेल (18), नरेन (23) और टिनो बेस्ट एक रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
इससे पहले, वेस्टइंडीज टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसका पहला विकेट जॉनसन चार्ल्स के रूप में गिरा। वह खाता खोले बिना ही जॉनसन की गेंद पर बोल्ड हो गए। उनके बाद 17 के कुल योग पर दूसरे सलामी बल्लेबाजी केरन पॉवेल (9) भी पवेलियन लौट गए। वह भी जॉनसन की गेंद पर मैक्सवेल को कैच थमा बैठे।
इसके बाद तो बल्लेबाजों का आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते डेरेन ब्रावो (4), ड्वेन ब्रावो (3), नरसिंह देवनारायण (10), थॉमस (7) अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौट गए।टिप्पणियां
डेरेन ब्रावो तेज गेंदबाज जॉनसन की गेंद पर डेरेन ब्रावो को कैच थमा बैठे, जबकि ड्वेन ब्रावो को मैक्सवेल ने पगबाधा आउट किया। अन्य बल्लेबाजों में डेरेन सैमी (25), रसेल (18), नरेन (23) और टिनो बेस्ट एक रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
इसके बाद तो बल्लेबाजों का आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते डेरेन ब्रावो (4), ड्वेन ब्रावो (3), नरसिंह देवनारायण (10), थॉमस (7) अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौट गए।टिप्पणियां
डेरेन ब्रावो तेज गेंदबाज जॉनसन की गेंद पर डेरेन ब्रावो को कैच थमा बैठे, जबकि ड्वेन ब्रावो को मैक्सवेल ने पगबाधा आउट किया। अन्य बल्लेबाजों में डेरेन सैमी (25), रसेल (18), नरेन (23) और टिनो बेस्ट एक रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
डेरेन ब्रावो तेज गेंदबाज जॉनसन की गेंद पर डेरेन ब्रावो को कैच थमा बैठे, जबकि ड्वेन ब्रावो को मैक्सवेल ने पगबाधा आउट किया। अन्य बल्लेबाजों में डेरेन सैमी (25), रसेल (18), नरेन (23) और टिनो बेस्ट एक रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्लिंट मैके, मैक्सवेल और जेम्स फॉल्कनर ने भी एक-एक विकेट चटकाया। फॉल्कनर ने अपने 9.4 ओवरों में 62 रन लुटाए।
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श्री गंगानगर के अनूपगढ़ कस्बे के चक एक एनएसएम गांव में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. प्रेमिका के परिजनों ने
प्रेमी युवक
की दर्दनाक हत्या कर दी.
पहले तो युवक की आंखें फोड़ीं, जुबान काटी और फिर हत्या कर दी. मृतक शंकरलाल के पिता मनीराम ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा 27 मार्च की रात को बाइक से नाहरांवाली जा रहा था. रास्ते में बैठे लड़की के परिजनों रामस्वरूप, साहबराम, सुरेंद्र, राजकुमार, राकेश, विजयपाल और अन्य 5-6 लोगों ने उसे पकड़ कर उसके साथ मारपीट की और उसे साथ ले गए.
रात 3 बजे जब मनीराम को इसका पता लगा तो वह आरोपी रामस्वरूप के घर गया. आरोपियों ने उसे यह कहकर लौटा दिया कि उसका बेटा दो दिन बाद मिल जाएगा. सोमवार को शंकरलाल का शव खेत में बने एक तालाब में मिला. शव से पता लगा कि उसकी आंखें फोड़ दी गई थीं, जुबान कटी हुई थी. इसके अलावा शरीर पर किसी भारी चीज से चोट मारने के निशान थे.
घटना की सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजनों ने 9 घंटे तक शव नहीं हटाने दिया और धरने पर बैठ गए. बाद में अधिकारियों के आश्वासन देने पर धरना खत्म किया गया. मामले में पुलिस दो लोगों को घेरने की बात कह रही है जबकि परिजनों का आरोप है कि आरोपी अभी भी फरार है.
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इस कारोबारी हफ्ते
के लगातार दो दिन गिरावट के साथ शुरुआत करने के बाद गुरुवार को बाजार ने बढ़त के साथ शुरुआत की. गुरुवार को निफ्टी 61 अंक की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है.
सेंसेक्स में 189 अंकों की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मौजूदा समय में निफ्टी 10,364.90 के स्तर पर है. सेंसेक्स 33,402.19 के स्तर पर कारोबार कर रहा है.
एसबीआई टॉप गेनर में शामिल
इस कारोबारी हफ्ते के चौथे दिन
एसबीआई टॉप गेनर
में शामिल हुआ है. शुरुआती कारोबार में एसबीआई के अलावा टाटा मोटर्स और हिंदयूनीलिवर समेत रिलायंस भी हरे निशान के ऊपर कारोबार कर रहे हैं.
बुधवार को रही हल्की बढ़त
बुधवार को
नोटबंदी की पहली सालगिरह
पर बाजार की शुरुआत हल्की बढ़त के साथ हुई. बुधवार को निफ्टी जहां 22 अंकों की बढ़त के साथ 10380 के स्तर पर खुला. वहीं, सेंसेक्स 102 अंकों की बढ़त के साथ 33473 के स्तर पर कारोबार कर रहा है.
गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार
इस कारोबारी हफ्ते के तीसरे दिन
शेयर बाजार गिरावट
के साथ बंद हुए. सेंसेक्स जहां 152 अंक टूटा. वहीं, निफ्टी में 47 अंकों की गिरावट दर्ज की गई. बुधवार को सेंसेक्स 151.92 अंकों की गिरावट के साथ 33218.81 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी भी 47 अंकों की गिरावट के चलते 10303.15 के स्तर पर बंद हुआ.
थम गया रिकॉर्ड प्रदर्शन का दौर
घरेलू शेयर बाजार पिछले कुछ दिनों से रिकॉर्ड स्तर पर अपनी शुरुआत कर रहा था. सोमवार को भी शेयर बाजार ने रिकॉर्ड स्तर पर प्रदर्शन किया, लेकिन मंगलवार से मार्केट में गिरावट का दौर शुरू होता नजर आ रहा है.
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झारखंड में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस और जेएमएम के बीच गठबंधन पर सहमति बन चुकी है और दोनों दलों के नेताओं ने राज्य में सरकार बनाने के पहलुओं पर चर्चा की. गठबंधन की घोषणा संयुक्त बयान के जरिये जल्दी ही की जा सकती है. गौरतलब है कि झारखंड में 18 जनवरी से राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है.
जेएमएम द्वारा 8 जनवरी को मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लिये जाने के बाद वहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया. प्रदेश में सरकार बनाने या राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाने के बारे में फैसला 18 जुलाई से पहले लेना होगा.
अगले मुख्यमंत्री के तौर पर जेएमएम नेता शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन की संभावना प्रबल मानी जा रही है. वह गुरुवार सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे जहां कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश मामलों के प्रभारी बी के हरिप्रसाद से उनकी लंबी बातचीत हुई.
पिछले कुछ दिनों से हेमंत की सोनिया गांधी से मुलाकात की खबरें हैं लेकिन अभी तक उन्हें सोनिया की ओर से समय नहीं मिला है.
बताया जाता है कि जब वह हरिप्रसाद से मिलने आये तब भी उन्हें कांग्रेस मुख्यालय में करीब एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा जिसके बाद गठबंधन को लेकर गड़बड़ी की अटकलें शुरू हो गयीं.
हालांकि दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने इस तरह की धारणाओं को खारिज करते हुए कहा कि गठजोड़ की प्रबल संभावना है.
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस इस बारे में जेएमएम से स्पष्ट आश्वासन चाहती है कि नई सरकार को छह निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त होगा. कांग्रेस विधायक दल के नेता राजिंदर प्रसाद सिंह को उप मुख्यमंत्री बनाये जाने की भी चर्चाएं जोरों पर हैं लेकिन कांग्रेस की ओर से इस तरह का फिलहाल कोई संकेत नहीं दिया गया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड से लोकसभा में कांग्रेस के एक मात्र सदस्य सुबोध कांत सहाय ने भी हरिप्रसाद से मुलाकात की. सहाय ने कहा कि कांग्रेस के लिए सरकार बनाने से ज्यादा अगले लोकसभा चुनावों के लिहाज से गठबंधन जरूरी है.
जेएमएम के सूत्रों ने कहा कि पार्टी 14 लोकसभा सीटों में से 10 सीटें कांग्रेस को देने के लिए तैयार हो गयी है जिसमें कांग्रेस को आरजेडी को भी संतुष्ट करना होगा.
हेमंत सोरेन ने कांग्रेस नेताओं से अपनी पिछली मुलाकातों के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन तब तक नहीं बन सकता, जब तक राज्य में कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन की सरकार नहीं बनाई जाए. सूत्रों ने कहा कि दोनों दल एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर भी काम करेंगे.
पिछले लोकसभा चुनाव दोनों दलों ने अलग-अलग लड़े थे. जिसमें कांग्रेस को एक और झामुमो को दो सीटों से संतोष करना पड़ा था. इससे पहले 2004 के लोकसभा चुनावों में दोनों दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा था और कांग्रेस को छह वहीं झामुमो को चार सीटों पर सफलता मिली थी. तब आरजेडी और भाकपा ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था और क्रमश: दो और एक सीटें जीती थीं. इस तरह तब यूपीए के खाते में प्रदेश से 12 लोकसभा सदस्य रहे.
81 सदस्यीय विधानसभा में जेएमएम के 18 और कांग्रेस के 13 सदस्य हैं. उन्हें 11 और विधायकों का समर्थन चाहिए होगा. राज्य में आरजेडी के पांच विधायक हैं. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने जेएमएम और कांग्रेस दोनों को नई सरकार को समर्थन देने का भरोसा दिलाया है.
भाकपा-एमएल (एल), मार्क्सिस्ट कार्डिनेशन पार्टी, झारखंड पार्टी (इक्का), झारखंड जनाधार मंच और जय भारत समता पार्टी के विधानसभा में एक-एक सदस्य हैं और एक निर्दलीय विधायक भी है.
राज्य में उस समय राजनीतिक अस्थिरता आ गई थी जब आठ जनवरी को बीजेपी के गठबंधन सहयोगी जेएमएम ने राज्यपाल को पत्र लिखकर औपचारिक रूप से समर्थन वापसी का ऐलान किया था जिसके बाद बीजेपी नीत सरकार अल्पमत में आ गई थी.
साल 2000 में बिहार से अलग प्रदेश बनाये जाने के बाद से झारखंड अस्थिरता के दौर से गुजरता रहा है और यहां 2009 और 2010 में भी राष्ट्रपति शासन लग चुका है.
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यह एक लेख है: हिसार रेलवे स्टेशन से बचाई गई बठिंडा की 17 वर्षीय लड़की ने आरोप लगाया है कि हरियाणा और राजिस्थान में कई स्थानों पर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. लड़की ने रेलवे पुलिस को बताया था कि वह अपने घर से भाग आई थी.
हिसार रेलवे पुलिस थाने के प्रभारी राजेंद्र प्रसाद ने कहा, 'लड़की ने बताया कि राजस्थान में कुछ लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया था. फिर उसने हमें बताया कि हिसार में भी छह से सात लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया था.'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'उसकी शिकायत के आधार पर हमने कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. हम राजस्थान और हिसार के उन स्थानों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जहां उसने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार होने का आरोप लगाया है.' पुलिस ने बताया कि वह बठिंडा में उसके परिवार का पता लगाने की भी कोशिश कर रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हिसार रेलवे पुलिस थाने के प्रभारी राजेंद्र प्रसाद ने कहा, 'लड़की ने बताया कि राजस्थान में कुछ लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया था. फिर उसने हमें बताया कि हिसार में भी छह से सात लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया था.'टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'उसकी शिकायत के आधार पर हमने कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. हम राजस्थान और हिसार के उन स्थानों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जहां उसने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार होने का आरोप लगाया है.' पुलिस ने बताया कि वह बठिंडा में उसके परिवार का पता लगाने की भी कोशिश कर रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, 'उसकी शिकायत के आधार पर हमने कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. हम राजस्थान और हिसार के उन स्थानों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जहां उसने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार होने का आरोप लगाया है.' पुलिस ने बताया कि वह बठिंडा में उसके परिवार का पता लगाने की भी कोशिश कर रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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एक स्थानीय अदालत में कथित धोखाधड़ी के संबंध में बालीवुड अभिनेता सलमान खान, अभिनेत्री अनुष्का शर्मा, फिल्म निर्देशक अली जफर अब्बास और अन्य के खिलाफ एक शिकायत मामला सुना गया।
मुजफ्फरपुर के निवासी मोहम्मद साबिर अंसारी उर्फ साबिर बाबा ने 8 जुलाई को यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में एक शिकायत मामला दायर कराया था और कहा था कि पिछले हफ्ते रिलीज 'सुल्तान' के कलाकार सलमान ने उन्हें उनकी जिंदगी पर आधारित फिल्म बनाने के लिए रॉयल्टी के रूप में 20 करोड़ रुपये देने का वादा किया था। उनके वकील सुधीर कुमार ओझा ने कहा कि साबिर ने वर्ष 2010 में मुंबई में सलमान को अपनी कहानी सुनाई थी और अभिनेता ने वादा किया था कि अगर इस पर फिल्म बनाई गई तो वह इसके बदले उन्हें पैसे देंगे।टिप्पणियां
सीजेएम, मुजफ्फरपुर राम चंद्र प्रसाद के सामने मंगलवार को यह मामला सुनवाई के लिए आया, जिन्होंने इसे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी एसके त्रिपाठी की अदालत में स्थानान्तरित किया और अगली सुनवाई के लिए 26 जुलाई 2016 की तारीख तय की। मामला आईपीसी की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात की सजा), 504 (शांति भंग करने के लिए उकसावे की मंशा से अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी की सजा) के तहत दर्ज कराया गया है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुजफ्फरपुर के निवासी मोहम्मद साबिर अंसारी उर्फ साबिर बाबा ने 8 जुलाई को यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में एक शिकायत मामला दायर कराया था और कहा था कि पिछले हफ्ते रिलीज 'सुल्तान' के कलाकार सलमान ने उन्हें उनकी जिंदगी पर आधारित फिल्म बनाने के लिए रॉयल्टी के रूप में 20 करोड़ रुपये देने का वादा किया था। उनके वकील सुधीर कुमार ओझा ने कहा कि साबिर ने वर्ष 2010 में मुंबई में सलमान को अपनी कहानी सुनाई थी और अभिनेता ने वादा किया था कि अगर इस पर फिल्म बनाई गई तो वह इसके बदले उन्हें पैसे देंगे।टिप्पणियां
सीजेएम, मुजफ्फरपुर राम चंद्र प्रसाद के सामने मंगलवार को यह मामला सुनवाई के लिए आया, जिन्होंने इसे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी एसके त्रिपाठी की अदालत में स्थानान्तरित किया और अगली सुनवाई के लिए 26 जुलाई 2016 की तारीख तय की। मामला आईपीसी की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात की सजा), 504 (शांति भंग करने के लिए उकसावे की मंशा से अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी की सजा) के तहत दर्ज कराया गया है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सीजेएम, मुजफ्फरपुर राम चंद्र प्रसाद के सामने मंगलवार को यह मामला सुनवाई के लिए आया, जिन्होंने इसे न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी एसके त्रिपाठी की अदालत में स्थानान्तरित किया और अगली सुनवाई के लिए 26 जुलाई 2016 की तारीख तय की। मामला आईपीसी की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात की सजा), 504 (शांति भंग करने के लिए उकसावे की मंशा से अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी की सजा) के तहत दर्ज कराया गया है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पाकिस्तानी अम्पायर असद रऊफ को दुर्व्यवहार और भ्रष्टाचार के आरोप में पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। आईपीएल 2013 में स्पॉट फिक्सिंग में कथित तौर पर शामिल होने के मामले में बीसीसीआई ने यह कदम उठाया है।टिप्पणियां
बीसीसीआई ने शुक्रवार को विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी कि रऊफ पांच वर्ष की अवधि के लिए भारत में खेलने, अंपायरिंग करने या किसी भी पद या अधिकारी के रूप में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के मामले में प्रतिबंधित किए जाते हैं। बीसीसीआई की अनुशासन समिति की शुक्रवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। असद रऊफ इस समिति के सामने सुनवाई के लिए मौजूद नहीं हुए। रऊफ ने अपना लिखित जवाब समिति को 8 फरवरी को भेज दिया था।
समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट और रऊफ के बयान पर लंबे विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया। उन्हें दुर्व्यवहार और कथित भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया। गौरतलब है कि असद रऊफ का नाम आईपीएल के दौरान सुर्खियों में आया था। उन पर सट्टेबाजों से महंगे तोहफे स्वीकारने का आरोप था। इसके अलावा उन पर 2013 के आईपीएल मैचों पर दांव लगाने का भी आरोप लगा था।
बीसीसीआई ने शुक्रवार को विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी कि रऊफ पांच वर्ष की अवधि के लिए भारत में खेलने, अंपायरिंग करने या किसी भी पद या अधिकारी के रूप में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के मामले में प्रतिबंधित किए जाते हैं। बीसीसीआई की अनुशासन समिति की शुक्रवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। असद रऊफ इस समिति के सामने सुनवाई के लिए मौजूद नहीं हुए। रऊफ ने अपना लिखित जवाब समिति को 8 फरवरी को भेज दिया था।
समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट और रऊफ के बयान पर लंबे विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया। उन्हें दुर्व्यवहार और कथित भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया। गौरतलब है कि असद रऊफ का नाम आईपीएल के दौरान सुर्खियों में आया था। उन पर सट्टेबाजों से महंगे तोहफे स्वीकारने का आरोप था। इसके अलावा उन पर 2013 के आईपीएल मैचों पर दांव लगाने का भी आरोप लगा था।
समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट और रऊफ के बयान पर लंबे विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया। उन्हें दुर्व्यवहार और कथित भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया। गौरतलब है कि असद रऊफ का नाम आईपीएल के दौरान सुर्खियों में आया था। उन पर सट्टेबाजों से महंगे तोहफे स्वीकारने का आरोप था। इसके अलावा उन पर 2013 के आईपीएल मैचों पर दांव लगाने का भी आरोप लगा था।
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वेस्टइंडीज की टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली सीरीज में शीर्ष खिलाड़ियों के बिना भी उनकी टीम मजबूत साबित होगी.
वेस्टइंडीज को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ तीन टेस्ट, तीन टी-20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलनी है. समाचार एजेंसी सीएमसी के मुताबिक, वेस्टइंडीज को टी-20 और वनडे सीरीज में अपनी टीम के दो धुरंधर खिलाड़ियों क्रिस गेल और हरफनमौला खिलाड़ी आंद्रे रसेल के बिना उतरना है.
अमेरिकी धरती पर हाल ही में भारत के खिलाफ हुई दो मैचों की टी-20 सीरीज में शतक लगाने वाले एविन लुइस को आखिरी क्षणों में गेल की जगह शामिल किया गया. वहीं रसैल की जगह केसरिक विलियम्स को टीम में जगह दी गई है. होल्डर ने कहा, "जाहिर सी बात है यह हमारे लिए बड़ा नुकसान है. लेकिन हमारे पास उनकी जगह लेने के लिए कई स्तरीय खिलाड़ी मौजूद हैं."टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "हमने आक्रामक क्रिकेट खेली है, खासकर सीमित ओवरों में. टीम में शामिल नए खिलाड़ियों में भी ऐसा करने की क्षमता है." वेस्टइंडीज टीम अमीरात क्रिकेट बोर्ड एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच से अपने दौरे का आगाज करेगी. होल्डर ने कहा, "हमारा ध्यान सीरीज की अच्छी शुरुआत करने पर है. यह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है." उन्होंने कहा, "हम यहां भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज जीतकर आ रहे हैं. हमारे पास आत्मविश्वास है और उम्मीद है कि हम दुबई में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगे." (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वेस्टइंडीज को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ तीन टेस्ट, तीन टी-20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलनी है. समाचार एजेंसी सीएमसी के मुताबिक, वेस्टइंडीज को टी-20 और वनडे सीरीज में अपनी टीम के दो धुरंधर खिलाड़ियों क्रिस गेल और हरफनमौला खिलाड़ी आंद्रे रसेल के बिना उतरना है.
अमेरिकी धरती पर हाल ही में भारत के खिलाफ हुई दो मैचों की टी-20 सीरीज में शतक लगाने वाले एविन लुइस को आखिरी क्षणों में गेल की जगह शामिल किया गया. वहीं रसैल की जगह केसरिक विलियम्स को टीम में जगह दी गई है. होल्डर ने कहा, "जाहिर सी बात है यह हमारे लिए बड़ा नुकसान है. लेकिन हमारे पास उनकी जगह लेने के लिए कई स्तरीय खिलाड़ी मौजूद हैं."टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "हमने आक्रामक क्रिकेट खेली है, खासकर सीमित ओवरों में. टीम में शामिल नए खिलाड़ियों में भी ऐसा करने की क्षमता है." वेस्टइंडीज टीम अमीरात क्रिकेट बोर्ड एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच से अपने दौरे का आगाज करेगी. होल्डर ने कहा, "हमारा ध्यान सीरीज की अच्छी शुरुआत करने पर है. यह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है." उन्होंने कहा, "हम यहां भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज जीतकर आ रहे हैं. हमारे पास आत्मविश्वास है और उम्मीद है कि हम दुबई में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगे." (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिकी धरती पर हाल ही में भारत के खिलाफ हुई दो मैचों की टी-20 सीरीज में शतक लगाने वाले एविन लुइस को आखिरी क्षणों में गेल की जगह शामिल किया गया. वहीं रसैल की जगह केसरिक विलियम्स को टीम में जगह दी गई है. होल्डर ने कहा, "जाहिर सी बात है यह हमारे लिए बड़ा नुकसान है. लेकिन हमारे पास उनकी जगह लेने के लिए कई स्तरीय खिलाड़ी मौजूद हैं."टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "हमने आक्रामक क्रिकेट खेली है, खासकर सीमित ओवरों में. टीम में शामिल नए खिलाड़ियों में भी ऐसा करने की क्षमता है." वेस्टइंडीज टीम अमीरात क्रिकेट बोर्ड एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच से अपने दौरे का आगाज करेगी. होल्डर ने कहा, "हमारा ध्यान सीरीज की अच्छी शुरुआत करने पर है. यह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है." उन्होंने कहा, "हम यहां भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज जीतकर आ रहे हैं. हमारे पास आत्मविश्वास है और उम्मीद है कि हम दुबई में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगे." (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, "हमने आक्रामक क्रिकेट खेली है, खासकर सीमित ओवरों में. टीम में शामिल नए खिलाड़ियों में भी ऐसा करने की क्षमता है." वेस्टइंडीज टीम अमीरात क्रिकेट बोर्ड एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच से अपने दौरे का आगाज करेगी. होल्डर ने कहा, "हमारा ध्यान सीरीज की अच्छी शुरुआत करने पर है. यह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है." उन्होंने कहा, "हम यहां भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज जीतकर आ रहे हैं. हमारे पास आत्मविश्वास है और उम्मीद है कि हम दुबई में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगे." (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को डेनमार्क से कहा कि वह पुरूलिया हथियार कांड में भारत की 'संवेदनशीलताओं' को ध्यान में रखकर मामले के आरोपी किम डेवी के प्रत्यर्पण में पूरा समर्थन करे.
मोदी ने यह मामला उस वक्त उठाया, जब डेनमार्क के ऊर्जा एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री लार्स क्रिश्चियन ने उनसे मुलाकात की. क्रिश्चियन यहां 'वाइब्रेंट गुजरात' शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आए हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया, 'प्रधानमंत्री ने किम डेवी के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया और उम्मीद जताई कि डेनमार्क भारत की संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखेगा और पूरा सहयोग करेगा. डेनिश मंत्री ने आश्वस्त किया कि डेनमार्क को मामले की जानकारी है'.
पिछले महीने भारत ने डेनमार्क से ताजा अनुरोध कर नील्स हॉक उर्फ किम डेवी के प्रत्यर्पण की मांग की थी. डेवी 21 साल पुराने पुरूलिया हथियार कांड का आरोपी है. भारत ने ताजा अनुरोध तब किया जब उसे भारत लाकर उस पर मुकदमा चलाने की पिछली कोशिशें नाकाम हो गईं, क्योंकि डेनमार्क की अदालतों ने प्रत्यर्पण के अनुरोध को खारिज कर दिया.
मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करने को लेकर डेनमार्क के प्रति आभार व्यक्त किया.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापारिक सहयोग पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और डेनमार्क के बीच 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार और भारत में डेनमार्क की ओर से छह अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश दिखाता है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक एवं निवेश संबंध कितने मजबूत हैं.India21234टिप्पणियां
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मोदी ने यह मामला उस वक्त उठाया, जब डेनमार्क के ऊर्जा एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री लार्स क्रिश्चियन ने उनसे मुलाकात की. क्रिश्चियन यहां 'वाइब्रेंट गुजरात' शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आए हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया, 'प्रधानमंत्री ने किम डेवी के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया और उम्मीद जताई कि डेनमार्क भारत की संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखेगा और पूरा सहयोग करेगा. डेनिश मंत्री ने आश्वस्त किया कि डेनमार्क को मामले की जानकारी है'.
पिछले महीने भारत ने डेनमार्क से ताजा अनुरोध कर नील्स हॉक उर्फ किम डेवी के प्रत्यर्पण की मांग की थी. डेवी 21 साल पुराने पुरूलिया हथियार कांड का आरोपी है. भारत ने ताजा अनुरोध तब किया जब उसे भारत लाकर उस पर मुकदमा चलाने की पिछली कोशिशें नाकाम हो गईं, क्योंकि डेनमार्क की अदालतों ने प्रत्यर्पण के अनुरोध को खारिज कर दिया.
मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करने को लेकर डेनमार्क के प्रति आभार व्यक्त किया.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापारिक सहयोग पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और डेनमार्क के बीच 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार और भारत में डेनमार्क की ओर से छह अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश दिखाता है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक एवं निवेश संबंध कितने मजबूत हैं.India21234टिप्पणियां
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया, 'प्रधानमंत्री ने किम डेवी के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया और उम्मीद जताई कि डेनमार्क भारत की संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखेगा और पूरा सहयोग करेगा. डेनिश मंत्री ने आश्वस्त किया कि डेनमार्क को मामले की जानकारी है'.
पिछले महीने भारत ने डेनमार्क से ताजा अनुरोध कर नील्स हॉक उर्फ किम डेवी के प्रत्यर्पण की मांग की थी. डेवी 21 साल पुराने पुरूलिया हथियार कांड का आरोपी है. भारत ने ताजा अनुरोध तब किया जब उसे भारत लाकर उस पर मुकदमा चलाने की पिछली कोशिशें नाकाम हो गईं, क्योंकि डेनमार्क की अदालतों ने प्रत्यर्पण के अनुरोध को खारिज कर दिया.
मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करने को लेकर डेनमार्क के प्रति आभार व्यक्त किया.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापारिक सहयोग पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और डेनमार्क के बीच 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार और भारत में डेनमार्क की ओर से छह अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश दिखाता है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक एवं निवेश संबंध कितने मजबूत हैं.India21234टिप्पणियां
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पिछले महीने भारत ने डेनमार्क से ताजा अनुरोध कर नील्स हॉक उर्फ किम डेवी के प्रत्यर्पण की मांग की थी. डेवी 21 साल पुराने पुरूलिया हथियार कांड का आरोपी है. भारत ने ताजा अनुरोध तब किया जब उसे भारत लाकर उस पर मुकदमा चलाने की पिछली कोशिशें नाकाम हो गईं, क्योंकि डेनमार्क की अदालतों ने प्रत्यर्पण के अनुरोध को खारिज कर दिया.
मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करने को लेकर डेनमार्क के प्रति आभार व्यक्त किया.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापारिक सहयोग पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और डेनमार्क के बीच 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार और भारत में डेनमार्क की ओर से छह अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश दिखाता है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक एवं निवेश संबंध कितने मजबूत हैं.India21234टिप्पणियां
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मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करने को लेकर डेनमार्क के प्रति आभार व्यक्त किया.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापारिक सहयोग पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और डेनमार्क के बीच 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार और भारत में डेनमार्क की ओर से छह अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश दिखाता है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक एवं निवेश संबंध कितने मजबूत हैं.India21234टिप्पणियां
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दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापारिक सहयोग पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और डेनमार्क के बीच 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार और भारत में डेनमार्क की ओर से छह अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश दिखाता है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक एवं निवेश संबंध कितने मजबूत हैं.India21234टिप्पणियां
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पाटीदारों को आरक्षण, किसानों की कर्ज माफी के मुद्दे पर पिछले 19 दिनों से अनशन पर बैठे पाटीदार नेता
हार्दिक पटेल
ने बुधवार को अनशन खत्म किया. बुधवार दोपहर करीब 3 बजे खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल, उमाधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने नारियल पानी पिलाकर हार्दिक का अनशन खत्म करवाया. हार्दिक पटेल 25 अगस्त से अनशन पर बैठे थे.
Ahmedabad: PAAS leader Hardik Patel breaks his indefinite hunger strike after 19 days. He was demanding reservations for Patidar community and loan waiver for farmers.
#Gujarat
pic.twitter.com/6qjSiCfjEz
— ANI (@ANI)
September 12, 2018
अनशन तोड़ने से पहले हार्दिक पटेल ने ट्वीट भी किया था. हार्दिक ने लिखा था कि उन्हें समझाया गया है कि उन्हें ज़िंदा रहकर अपनी लड़ाई जारी रखनी है.
किसानों एवं समाज की कुलदेवी श्री उमिया माताजी मंदिर-उंझा और श्री खोड़ल माताजी मंदिर-क़ागवड के प्रमुख लोगों ने मुझे कहा कि तुम्हें ज़िंदा रहकर लड़ाई लड़नी हैं।सब का सम्मान करते हुए अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के आज उन्नीसवें दिन दोपहर तीन बजे उपवास आंदोलन ख़त्म करूँगा
— Hardik Patel (@HardikPatel_)
September 12, 2018
बता दें कि हार्दिक की तबीयत बीते कुछ दिनों में लगातार बिगड़ी थी, उन्हें अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था. गौरतलब है कि बीते 25 अगस्त को पाटीदार नेता ने अपनी इस हड़ताल को शुरू किया था. हड़ताल के 14वें दिन उन्हें अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था, जहां पर दो दिन रहने के बाद वे बाहर आए.
हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने अपना अनशन नहीं तोड़ा था.हार्दिक पटेल को अपने अनशन के दौरान कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिला. अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, अरविंद केजरीवाल जैसे बड़े नेताओं ने भी उनके समर्थन का ऐलान किया था. इसके अलावा बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने भी हार्दिक से मुलाकात की थी.
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यह लेख है: ओलिंपिक में जगह पक्की कर चुकी भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कहा कि वह लंदन खेलों से पहले चीनी खिलाड़ियों को हराने की कोशिश करेंगी जिससे कि खेलों के महाकुंभ से पहले वह मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल कर सकें।टिप्पणियां
ओलिंपिक में अब जब तीन महीने का समय बचा है तब दुनिया की पांचवें नंबर की भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि उसके पास इस बार पदक जीतने का बेहतर मौका है।
मार्च में स्विस ओपन ग्रां प्री खिताब की रक्षा करने वाली साइना ने कहा, ‘‘मैं स्विस ओपन में अच्छा खेली और इस बार अच्छी फार्म में हूं। लेकिन शीर्ष स्तर पर चीन की खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना आसान नहीं होता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ओलिंपिक से पहले मैं चीन की खिलाड़ियों के खिलाफ काफी मैच खेलना चाहती हूं। यह एक के खिलाफ सात चीनी खिलाड़ियों जैसे है और मैं उन्हें हराकर उन पर दबाव बनाना चाहती हूं जिससे कि ओलिंपिक से पहले वे भी थोड़े तनाव में रहें।’’ साइना ने कहा कि ओलंपिक में चुनौती शारीरिक से अधिक मानसिक है। उन्होंने कहा, ‘‘यह शारीरिक से अधिक मानसिक चुनौती है। मुझे अधिक धर्यवान बनना होगा और ओलिंपिक के दौरान अपने दिमाग का नियंत्रित रखना होगा। मुझसे काफी उम्मीदे हैं।’’
ओलिंपिक में अब जब तीन महीने का समय बचा है तब दुनिया की पांचवें नंबर की भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि उसके पास इस बार पदक जीतने का बेहतर मौका है।
मार्च में स्विस ओपन ग्रां प्री खिताब की रक्षा करने वाली साइना ने कहा, ‘‘मैं स्विस ओपन में अच्छा खेली और इस बार अच्छी फार्म में हूं। लेकिन शीर्ष स्तर पर चीन की खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना आसान नहीं होता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ओलिंपिक से पहले मैं चीन की खिलाड़ियों के खिलाफ काफी मैच खेलना चाहती हूं। यह एक के खिलाफ सात चीनी खिलाड़ियों जैसे है और मैं उन्हें हराकर उन पर दबाव बनाना चाहती हूं जिससे कि ओलिंपिक से पहले वे भी थोड़े तनाव में रहें।’’ साइना ने कहा कि ओलंपिक में चुनौती शारीरिक से अधिक मानसिक है। उन्होंने कहा, ‘‘यह शारीरिक से अधिक मानसिक चुनौती है। मुझे अधिक धर्यवान बनना होगा और ओलिंपिक के दौरान अपने दिमाग का नियंत्रित रखना होगा। मुझसे काफी उम्मीदे हैं।’’
मार्च में स्विस ओपन ग्रां प्री खिताब की रक्षा करने वाली साइना ने कहा, ‘‘मैं स्विस ओपन में अच्छा खेली और इस बार अच्छी फार्म में हूं। लेकिन शीर्ष स्तर पर चीन की खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना आसान नहीं होता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ओलिंपिक से पहले मैं चीन की खिलाड़ियों के खिलाफ काफी मैच खेलना चाहती हूं। यह एक के खिलाफ सात चीनी खिलाड़ियों जैसे है और मैं उन्हें हराकर उन पर दबाव बनाना चाहती हूं जिससे कि ओलिंपिक से पहले वे भी थोड़े तनाव में रहें।’’ साइना ने कहा कि ओलंपिक में चुनौती शारीरिक से अधिक मानसिक है। उन्होंने कहा, ‘‘यह शारीरिक से अधिक मानसिक चुनौती है। मुझे अधिक धर्यवान बनना होगा और ओलिंपिक के दौरान अपने दिमाग का नियंत्रित रखना होगा। मुझसे काफी उम्मीदे हैं।’’
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धर्मपुत्र 1961 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है।
संक्षेप
ये फिल्म आचार्य चतुरसेन द्वारा लिखे उपन्यास पर १९६१ में यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित की गयी थी। यह फिल्म ब्रिटिश राज के दौरान भारत के विभाजन से पैदा हुए साम्प्रदायिक घटनाओ पर आधारित है। इस फिल्म में शशि कपूर ने वयस्क होकर पहली बार काम किया था। जिसमे उन्होंने एक हिन्दू कट्टरतावादी की भूमिका निभाई थी। फिल्म नवाब बदरुद्दीन, गुलशन राय और हुस्न बानो की भूमिकाओ के साथ अभिनित है।
मुख्य कलाकार
अशोक कुमार
माला सिन्हा
शशि कपूर - दिलीप राय
रहमान - जावेद
मनमोहन कृष्णा
इन्द्रानी मुखर्जी - मीना
तबस्सुम
देवेन वर्मा
रोहित
बबलू
जगदीश राज
बलम
रविकांत
बाहरी कड़ियाँ
1961 में बनी हिन्दी फ़िल्म
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उन्नाव रेप केस की पीड़िता के सपोर्ट में कई बॉलीवुड सेलेब्स ने ट्वीट कर न्याय की मांग की है. इस कड़ी में ट्विंकल खन्ना ने भी ट्वीट कर पीड़िता के लिए जस्टिस मांगा. मगर उन्नाव केस पर एक्टर अक्षय कुमार की कथित चुप्पी ने एक्ट्रेस को सवालों के घेरे में ला दिया है. इस घटना पर अभी तक एक्टर ने किसी तरह से रिएक्ट नहीं किया है. बस यही बात यूजर्स को खटक रही है.
ट्विंकल खन्ना के ट्वीट के बाद लोगों को अक्षय कुमार की चुप्पी चुभ रही है. मालूम हो अक्षय कुमार अक्सर संवेदनशील मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं. ऐसे में पूरे देशभर में जब उन्नाव की पीड़िता का मामला छाया हुआ है, उस समय खिलाड़ी कुमार की चुप्पी ने ट्रोलर्स को उनपर हमला करने का मौका दे दिया है.
I pray that this poor girl gets the justice she deserves. This is horrific and clearly with the truck’s blackened number plate seems far from a coincidence
#Unnao
#justicemissinginaction
https://t.co/FvpdNeyJ9h
— Twinkle Khanna (@mrsfunnybones)
July 29, 2019
कनाडियन कुमार कहा है जीजी।
— KARAN THAPAR DESI (@DesiStupides)
July 29, 2019
Heard Akshay Kumar has expressed his Desire to play the title role in the biopic of
#KuldeepSengar
titled
Veer Sengar ? Is that true ?
— Vinay Kumar Dokania (@VinayDokania)
July 29, 2019
I will appreciate if Mr. Akshay also tweet in support of victim. In last one year he has degraded himself substantially. I used to like him. Not any more.
— VINAY SINGH TANWAR (@tanwarvs)
July 29, 2019
एक यूजर ने ट्विंकल खन्ना के ट्वीट पर कमेंट किया- आप अपने पति को कहें कि इस घटना पर पीएम मोदी का इंटरव्यू लें. दूसरे शख्स ने लिखा- मुझे खुशी होगी अगर अक्षय कुमार भी पीड़िता के सपोर्ट में ट्वीट करें. पिछले एक साल में अक्षय ने खुद की छवि का काफी नुकसान पहुंचाया है. मैं उन्हें पसंद करता था, लेकिन अब और नहीं.
Call your Husband to take PM interview on this incident
@mrsfunnybones
.
— Akshat Goyal అక్షత్ గోయల్ (@Aksh_Bharat)
July 29, 2019
एक शख्स ने अक्षय कुमार पर हमला करते हुए लिखा- जरा अपने आम हसबैंड को भी समझाओ जिस पार्टी को वो इतना चाहते हैं ये उसी पार्टी का कांड है. यूजर ने लिखा- कनाडियन कुमार कहां है जीजी. एक शख्स ने लिखा- मैंने सुना अक्षय कुमार ने कुलदीप सेंगर नाम की बायोपिक में लीड रोल करने की इच्छा जताई है. क्या ये सच है?
Yea About time your husband realised that there are more serious things in this country than how mangoes are eaten
— Manan Sheel Bhasin (@ManansheelB)
July 30, 2019
wish Mr AK should tweet about this too :(
— Rehan akki (@discoverrehan)
July 29, 2019
At least you spoke and showed more guts than many who can speak and their speeches matters
— vaibhav (@vaibhav17sharma)
July 29, 2019
Ur Canadian husband is with them. He’s not saying a single word
— Khan javed akhtar (@JavedKhjaak)
July 29, 2019
बता दें कि अक्षय कुमार को बीजेपी का सपोर्टर माना जाता है. उनके पीएम नरेंद्र मोदी से अच्छे संबंध हैं, इसका सबूत कई बार देखने को मिला है. पिछले दिनों लोकसभा चुनाव से पहले अक्षय कुमार ने पीएम मोदी का नॉन पॉलिटिकल इंटरव्यू लिया था. कई यूजर्स का कहना है कि एक्टर बीजेपी के समर्थक हैं इसलिए वे तमाम मुद्दों पर चुप्पी साध जाते हैं.
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत वोटिंग से तीन दिन पहले आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद देश के तीन शहरों में राम मंदिर को लेकर जनाग्रह रैली का आयोजन करने जा रहे हैं. संघ-वीएचपी की रैली में कांग्रेस को वोटों के ध्रुवीकरण करने की साजिश नजर आ रही है.
राम मंदिर को लेकर आरएसएस और वीएचपी 25 नवंबर को अयोध्या, नागपुर और बेंगलुरू में जनाग्रह रैली का आयोजन करेगा. देश के हजारों साधु-संतों के संघ-वीएचपी के इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने की संभावना है. ऐसे में इसके सियासी मायने भी निकाले जाने लगे हैं.
संघ के इस अयोजन को लेकर कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि संघ की अयोध्या में 25 नवंबर को रैली कर रही है. जबकि 28 नवंबर को मध्य प्रदेश में मतदान है. ऐसे में सभी न्यूज चैनल संघ-वीएचपी की इस रैली को 24 घंटे तक चलाएंगे.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मतदान से तीन दिन पहले राम मंदिर मुद्दे को लोगों के सामने लाने की कोशिश है. इसके जरिए ध्रुवीकरण करने की मंशा है.
दिलचस्प बात ये है कि राम मंदिर मुद्दे को लेकर सियासत तेज हो गई है. अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कब से होगी इस पर अभी तस्वीर साफ नहीं है. इसे लेकर साधु-संतों के तेवर सख्त हैं. इन सबके बीच संघ और वीएचपी जहां जनाग्रह रैली करने जा रहा है. वहीं, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी 25 नवंबर को अयोध्या पहुंच रहे हैं.
शिवसेना के मुख्यपत्र सामना के संपादकीय में लिखा गया है, 'सबसे अहम ये है कि आरएसएस की जनाग्रह रैली के लिए तारीखें किसने तय की. जिसने आरएसएस से कहा है 25 नवंबर को जनाग्रह रैली का आयोजन किया जाए, उसके नाम का खुलासा किया जाना चाहिए.'
शिवसेना ने अयोध्या में 25 नवंबर को अपने कार्यक्रम का फैसला बहुत पहले दशहरा रैली में ही ले लिया था. आरएसएस ने उसी दिन जनाग्रह रैली रखने का फैसला क्यों किया? आरएसएस ने इसके बारे में पहले क्यों नहीं सोचा?’
शिवसेना पहले भी कह चुकी है कि बीजेपी सरकार बहुत पहले ही राम मंदिर का निर्माण करा सकती थी, लेकिन वो सिर्फ चुनाव में ही इस मुद्दे का नाम लेते हैं. वो भी सिर्फ नाम के लिए. शिवसेना के मुताबिक बीजेपी राम मंदिर निर्माण के लिए गंभीर नहीं है.
दरअसल, आरएसएस और वीएचपी का उसी दिन अयोध्या में रैली करना जिस दिन शिवसेना का भी वहां कार्यक्रम है तो ऐसे में शिवसेना के कार्यक्रम को अधिक तवज्जो नहीं मिलेगी.
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जामिया मिल्लिया इस्लामिया (अनुवाद : राष्ट्रीय इस्लामी विश्वविद्यालय) दिल्ली में स्थित भारत का एक प्रमुख सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। इसे केन्द्रीय विश्वविद्यालय का स्तर हासिल है। यह नई दिल्ली के दक्षिणी क्षेत्र कें ओखला में यमुना के किनारे स्थित हैं| यह 1920 में ब्रिटिश शासन के दौरान स्थापित किया गया था। यह 1988 में भारतीय संसद के एक अधिनियम द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाया गया। दिल्ली के सर सरवर जंग ने विश्वविद्यालय का डिजाइन किया। इसके नजदीकी मेट्रो स्टेशन का नाम जामिया मिल्लिया इस्लामिया है जो दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर स्थित है ।
इतिहास
भारतीय स्वतंत्रता से पहले, 1920 में मुस्लिम नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी। संस्थापक नेताओं में से मुख्य, अली ब्रदर्स के नाम से मशहूर मुहम्मद अली जौहर और शौकत अली थे ।
इंडियन नेशनल कांग्रेस के राष्ट्रवादी नेता अबुल कलाम आज़ाद अपने मुख्य प्रारंभिक संरक्षकों में से एक थे।
मोहम्मद अली जौहर जामिया के पहले कुलगुरू बने।
डाक्टर ज़ाकिर हुसैन ने 1927 में अपने अशांत समय में विश्वविद्यालय को संभाला और सभी कठिनाइयों के माध्यम से इसे निर्देशित किया। उनकी मृत्यु के बाद, उन्हें विश्वविद्यालय के परिसर में दफनाया गया जहां उनका मकबरा जनता के लिए खुला है।
बाद में मुख्तार अहमद अंसारी कुलपति बन गए। विश्वविद्यालय के मुख्य सभागार और स्वास्थ्य केंद्र का नाम उनके नाम पर रखा गया है।
महमूद अल-हसन
अब्दुल मजीद ख्वाजा
आबिद हुसैन
हकीम अजमल ख़ान
मोहम्मद मुजीब , जिनके नेतृत्व में जामिया एक डीम्ड विश्वविद्यालय बन गया
दिसंबर 1988 में जामिया को जामिया मिलिया इस्लामिया अधिनियम 1988 (1988 का संख्या 59) के तहत संसद द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थिति दी गई थी।
2006 में सऊदी अरब के सुल्तान अब्दुल्ला बिन अल सऊद ने विश्वविद्यालय की यात्रा की और पुस्तकालय के निर्माण के लिए 30 मिलियन डॉलर का दान दिया। अब, वह पुस्तकालय डॉ। जाकिर हुसैन लाइब्रेरी (सेंट्रल लाइब्रेरी) के रूप में जाना जाता है।
कैंपस
परिसर एक बड़े क्षेत्र में वितरित किया गया है। इसकी कई इमारतों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। हरियाली और वनों का समर्थन किया जाता है।
विश्वविद्यालय के सुंदर क्रिकेट मैदान (जिसे भोपाल ग्राउंड के नाम से जाना जाता है) ने रंजी ट्रॉफी मैचों और महिलाओं के क्रिकेट टेस्ट मैच की मेजबानी की है। अपने सात फैकल्टीज के अलावा, जामिया में अनवर जमाल किदवाई मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर (एमसीआरसी), इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी फैकल्टी, ललित कला फैकल्टी, सैद्धांतिक भौतिकी केंद्र और मौलाना मोहम्मद अली जौहर अकादमी जैसे सीखने और शोध के केंद्र हैं। थर्ड वर्ल्ड स्टडीज (एटीडब्ल्यूएस) भी है। जामिया स्नातक और स्नातकोत्तर सूचना और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
फैकल्टी
जामिया मिलिया इस्लामिया में नौ संकाय हैं जिसके तहत यह अकादमिक और विस्तार कार्यक्रम प्रदान करता है:
कानून फैकल्टी
यह संकाय निम्नलिखित कार्यक्रमों के माध्यम से उभरते वकीलों को गुणवत्ता प्रशिक्षण और शिक्षा में माहिर हैं:
बी ए । एलएलबी (ऑनर्स)
सीनियर सेकेंडरी।एलएलएम (डिग्री)
इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय
यह संकाय 1985 में सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभागों के साथ स्थापित किया गया था। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग, एप्लाइड साइंस एंड ह्यूमैनिटीज विभाग (1996) के विभागों को जोड़ा है और इसमें छह इंजीनियरिंग विभाग हैं: एप्लाइड साइंसेज एंड ह्यूमैनिटीज, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग और एक विश्वविद्यालय पॉलिटेक्निक। ये विभाग एजेंसियों द्वारा प्रायोजित कई परियोजनाओं का संचालन करते हैं। संकाय नियमित पाठ्यक्रम और सतत कार्यक्रम प्रदान करता है।
इस फैकल्टी के सात विभाग हैं
इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
कंप्यूटर इंजीनियरिंग
असैनिक अभियंत्रण
एप्लाइड साइंसेज और हयूमैनिटिज़
वास्तुकला और एकता के संकाय
इस संकाय में वास्तुकला विभाग है और यह निम्नलिखित कार्यक्रम प्रदान करता है:
बी आर्क (नियमित और आत्म-वित्तपोषण)
एम आर्क
एम। एकीस्टिक्स
हुमनिटीज़ और भाषाओं के फैकल्टी
इस फैकल्टी में नौ विभाग हैं जो पीएचडी, एम फिल (प्री-पीएचडी), स्नातकोत्तर, स्नातक, डिप्लोमा और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम में कार्यक्रम पेश करते हैं।
अरबी
अंग्रेजी और आधुनिक यूरोपीय भाषाएं
पर्यटन और आतिथ्य
हिंदी
इतिहास और संस्कृति
1920 में अलीगढ़ में अपनी स्थापना के बाद इस्लामी अध्ययन जामिया के पाठ्यक्रम का हिस्सा रहा है। इस्लाम के प्रमुख विद्वानों ने जामिया में इस्लामिक स्टडीज को वैकल्पिक और एक अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया है, कुछ नाम: मौलाना मोहम्मद अली जोहर, मौलाना असलम जयराजपुरी, मौलाना मोहम्मद अब्दुस सलाम किडवाई नादवी, मौलाना काजी जैनुल अबदीन सजद मेरुति, मोहम्मद मुजीब, एस अबीद हुसैन, ज़ियाल हसन फारुकी, मुशिरुल हक, मजीद अली खान और आईएच आज़ाद फरुकी। 1975 में इस्लामिक और अरब-ईरानी अध्ययनों का एक अलग बहु अनुशासनात्मक विभाग स्थापित किया गया था। एक ट्राइफुरेशन के बाद, 1988 में इस्लामिक स्टडीज का एक पूर्ण विभाग स्थापित किया गया। विभाग सालाना पत्रिका, "सदा ए जौहर" प्रकाशित करता है।
फ़ारसी
उर्दू
तुर्की भाषा और साहित्य
फ्रेंच भाषा और साहित्य
संस्कृत
ललित कला संकाय
इस संकाय में छः विभाग हैं जो पीएचडी, ललित कला के मास्टर (एमएफए), बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए), डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स में कार्यक्रम पेश करते हैं।
चित्र
मूर्ति
एप्लाइड आर्ट्स
कला शिक्षा
ग्राफ़िक कला
कला इतिहास और कला प्रशंसा
कैंपस में भारतीय चित्रकार एमएफ हुसैन के नाम पर एक कला गैलरी है।
सामाजिक विज्ञान के फैकल्टी
इस संकाय में सात विभाग हैं
मनोविज्ञान
अर्थशास्त्र
वयस्क और निरंतर शिक्षा
राजनीति विज्ञान
नागरिक सास्त्र
सामाजिक कार्य
वाणिज्य और व्यापार अध्ययन
सोशल साइंस का संकाय गुलिस्तान-ए-गालिब के आसपास स्थित है और इसे आमतौर पर मुख्य परिसर के रूप में जाना जाता है।
प्राकृतिक विज्ञान के संकाय
इस फैकल्टी में आठ विभाग हैं:
भौतिक विज्ञान
रसायन विज्ञान
अंक शास्त्र
भूगोल
जीव शस्त्र
कंप्यूटर विज्ञान
जैव सूचना विज्ञान
जैव प्रौद्योगिकी
यूनानी फार्मेसी में डिप्लोमा
शिक्षा संकाय
यह संकाय दो विभागों के माध्यम से उभरते शिक्षकों को गुणवत्ता प्रशिक्षण और शिक्षा में माहिर हैं:
शैक्षणिक अध्ययन
शिक्षा में उन्नत अध्ययन संस्थान (पूर्व में शिक्षक प्रशिक्षण विभाग और गैर औपचारिक शिक्षा)
दंत चिकित्सा के संकाय
यह संकाय पांच साल के बीडीएस कार्यक्रम के माध्यम से उभरते दंत चिकित्सकों को गुणवत्ता प्रशिक्षण और शिक्षा में माहिर हैं।
केंद्र
ए जे के मॉस कम्युनिकेशन सेंटर
मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर की स्थापना 1982 में जामिया मिलिया इस्लामिया के तत्कालीन कुलगुरू (बाद के चांसलर) अनवर जमाल किडवाई ने की थी। जामिया आज मुख्य रूप से इन जन संचार पाठ्यक्रमों के लिए अपनी साइट के अनुसार जाना जाता है।
सेंटर फॉर नैनोसाइंस एंड नैनोटेक्नोलॉजी (सीएनएन)
इस केंद्र का मिशन राष्ट्रीय रणनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए संभावित अनुप्रयोगों के साथ, नैनोसाइंस और नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी बुनियादी और व्यावहारिक अनुसंधान को बढ़ावा देना है। केंद्र के मुख्य शोध फोकस में नैनो-फैब्रिकेशन और नैनो-डिवाइस, नैनो-सामग्री और नैनो-स्ट्रक्चर, नैनो-जैव प्रौद्योगिकी और नैनो-दवा, नैनो-संरचना विशेषता और माप शामिल हैं।
प्रबंधन अध्ययन केंद्र
प्रबंधन अध्ययन केंद्र वर्तमान में तीन कार्यक्रम प्रदान करता है: पीएच.डी. प्रबंधन में, एमबीए (पूर्णकालिक) कार्यक्रम और एमबीए (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार) कार्यक्रम।
पीएच.डी. कार्यक्रम
एमबीए (पूर्णकालिक) कार्यक्रम
एमबीए (इंटरनेशनल बिजनेस) प्रोग्राम
इन संकायों के अलावा, सीखने और शोध के 20 केंद्र हैं। इनमें से उल्लेखनीय है एजेके मास कम्युनिकेशन एंड रिसर्च सेंटर द्वारा पेश मास कम्युनिकेशन में एमए:
सूचना प्रौद्योगिकी के लिए एफटीके-केंद्र संकाय सदस्यों, कर्मचारियों, शोध विद्वानों और छात्रों के लिए एक इंटरनेट सुविधा उपलब्ध है।
डॉ। जाकिर हुसैन इंस्टीट्यूट ऑफ इस्लामिक स्टडीज़
मौलाना मोहम्मद अली जौहर अकादमी ऑफ थर्ड वर्ल्ड स्टडीज़
अर्जुन सिंह सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग
नेल्सन मंडेला सेंटर फॉर पीस एंड कॉन्फ्लिक्ट रेज़ोल्यूशन
जवाहर लाल नेहरू अध्ययन केंद्र
तुलनात्मक धर्मों और सभ्यताओं के अध्ययन के लिए केंद्र
पश्चिम एशियाई अध्ययन केंद्र
दलित और अल्पसंख्यक अध्ययन के लिए डॉ केआर नारायणन सेंटर
स्पेनिश और लैटिन अमेरिकी अध्ययन केंद्र
फिजियोथेरेपी और पुनर्वास विज्ञान केंद्र
उर्दू माध्यम शिक्षकों के व्यावसायिक विकास अकादमी
अकादमिक स्टाफ कॉलेज
बरकत अली फिराक राज्य संसाधन केंद्र
कोचिंग और करियर योजना केंद्र
संस्कृति मीडिया और शासन केंद्र
गांधीवादी अध्ययन केंद्र
बेसिक साइंसेज में अंतःविषय अनुसंधान केंद्र
सैद्धांतिक भौतिकी के लिए केंद्र
बाल मार्गदर्शन केंद्र
भारत - अरब सांस्कृतिक केंद्र
जामिया के प्रेमचंद अभिलेखागार और साहित्यिक केंद्र
महिला अध्ययन के लिए सरोजिनी नायड सेंटर
विश्वविद्यालय परामर्श और मार्गदर्शन केंद्र
प्रारंभिक बचपन के विकास और अनुसंधान केंद्र
स्कूल
जामिया मिलिया इस्लामिया भी नर्सरी से वरिष्ठ माध्यमिक स्तर तक शिक्षा प्रदान करता है।
बालक माता केंद्र
गेरडा फिलिप्सबोर्न डे केयर सेंटर
मुशिर फात्मा जामिया नर्सरी स्कूल
जामिया मिडिल स्कूल
जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल
सय्यद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल
जामिया गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल
लाइब्रेरी
डॉ। जाकिर हुसैन लाइब्रेरी
विश्वविद्यालय की मुख्य केंद्रीय पुस्तकालय डॉ। जाकिर हुसैन लाइब्रेरी के रूप में जाना जाता है, जिसमें 400,000 कलाकृतियों के संग्रह के साथ-साथ किताबें, माइक्रोफिल्म्स, आवधिक खंड, पांडुलिपियों और दुर्लभ किताबें शामिल हैं। कुछ हॉल उन्हें समर्पित हैं। पुस्तकालय जामिया के सभी सशक्त छात्रों के लिए खुला है। इसके अलावा, कुछ संकाय और केंद्रों के पुस्तकालयों में विषय संग्रह हैं।
रैंकिंग
THE_W_2018 = 801-1000
THES_A_2018 = 201-250
NIRF_O_2022 = 13
NIRF_U_2022 = 3
NIRF_E_2018 = 32
NIRF_B_2018 = 34
OUTLOOK_L_2017 = 6
WEEK_L_2017 = 20
QS_A_2018 = 200
2018 वर्ष में एशिया में 201-250 और दुनिया में 801-1000 रैंकिंग टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग द्वारा स्थान दिया गया है। 2018 की क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग ने इसे एशिया में 200 स्थान दिया। 2018 में राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा भारत में 19 स्थान पर था, 12 विश्वविद्यालयों में, इंजीनियरिंग रैंकिंग में 32 और प्रबंधन रैंकिंग में 34।
कानून के संकाय को आउटलुक इंडिया के "2017 में शीर्ष 25 कानून कॉलेजों" और भारत में 20 वें सप्ताह के "शीर्ष कानून कॉलेज 2017" द्वारा भारत में छठा स्थान दिया गया था।
पूर्व चांसलर
हाकिम अजमल खान (1920 - 1927)
मुख्तार अहमद अंसारी (1928 - 1936)
अब्दुल मजीद ख्वाजा (1936 - 1962)
जाकिर हुसैन (1963 - 1969)
मोहम्मद हिदातुल्लाह (1969 - 1985)
खुर्शेद आलम खान (1985 - 1990)
एसएमएच बर्नी (1990 - 1995)
खुर्शेद आलम खान (1995 -2001)
फखरुद्दीन टी खोराकीवाला (2002 - 2011)
लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अहमद जाकी (2012 - 2017)
नज्मा हेपतुल्ला (2017 -2022)
डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन (2023- आज तक)
पूर्व कुलगुरू
मोहम्मद अली जौहर जौहर (1920 - 1923)
अब्दुल मजीद ख्वाजा (1923 - 1925)
डॉ. ज़ाकिर हुसैन (1926 - 1948)
मुहम्मद मुजीब (1948 - 1973)
मसूद हुसैन खा़न (1973 - 1978)
अनवर जमाल किदवाई (1978 - 1983)
अली अशरफ (1983 - 1989)
सय्यद ज़हूर क़ासिम (1989 - 1991)
बशीरुद्दीन अहमद (1991 - 1996)
लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अहमद ज़की (1997 -2000)
सैयद शाहिद महदी , सेवानिवृत्त आईएएस (2000 - 2004)
मुशिरुल हसन (2004 - 2009)
नजीब जंग, आईएएस (2009 -2014)
तलत अहमद, एफएनए (2014 - 2019)
यह भी देखें
भारत में विश्वविद्यालयों की सूची
भारत में शिक्षा
संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
जामिया मिलिया इस्लामिया का आधिकारिक जालक्षेत्र
जामिया मिलिया इस्लामिया: एक परिचय (भाग 1) Youtube.com पर
जामिया मिलिया इस्लामिया: एक परिचय (भाग 2) Youtube.com पर
दिल्ली
दिल्ली के विश्वविद्यालय
केन्द्रीय विश्वविद्यालय
नई दिल्ली
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ऐसा इलाका जहां के लोगों ने बिजली का बल्ब नहीं देखा था, आजतक लालटेन की रोशनी में जीने वाले लोगों को अचानक बिजली की रौशनी मिलने लगे, तो उनकी खुशी का अंदाजा लगाया जा सकता है. ये दुर्गम इलाका है बिहार के कैमूर जिले का अधौरा पहाड़, जहां आजादी के 70 वर्षों के बाद गांव में बिजली पहुंची है.
दुर्गम गांवों में सोलर बिजली की व्यवस्था
कैमूर का अधौरा पहाड़ी नक्सल इलाके के लिए कुख्यात रहा है. अधौरा पहाड़ी में बसे गांवों में विकास की किरण अभी तक नहीं पहुंची थी, लेकिन बिहार के घर-घर बिजली कार्यक्रम के तहत दिसबंर 2018 तक सभी घरों में बिजली पहुंचाने की मुहिम के तहत इन दुर्गम गांवों में सोलर बिजली पहुंचाई जा रही है. इन इलाकों में जाने के लिए अभी तक सड़क नहीं है. इतना दुर्गम इलाका है, जहां बिजली के उपकरण पहुंचाने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ी. 18 फीट पर बसे इन गांवों में
बिजली पहुंचने में
विभाग को काफी मेहनत करनी पड़ी. बिजली कंपनी के सीएमडी प्रत्यय अमृत का कहना है कि इन इलाकों में खंभों से ग्रीड का बिजली पहुंचाना संभव ही नहीं है, इसलिए यहां सोलर बिजली पहुंचाई जा रही है.
दुर्गम क्षेत्र में बसे 212 गांव
बिहार
में ऐसे 212 गांव हैं, जो बेहद दुर्गम क्षेत्र में बसे हुए हैं. इनमें से कुछ इलाके रोहतास और कैमूर जिले में हैं, तो कुछ पश्चिम चंपारण में हैं. इस काम के पहले चरण में अधौरा पहाड़ी के 12 गांवों में पहली बार बिजली की रौशनी देखी गई है. ये इस इलाके में बसे करीब दो हजार लोगों के लिए वरदान है.
बिजली पहुंचाने की दो खास व्यवस्था
अघौरा पहाड़ी जिला मुख्यालय भभुआ से 53 किलोमीटर की दूरी पर है, इन दुर्गम इलाकों में बिजली पहुंचाने के लिए दो तरह की व्यवस्था की गई है. एक व्यवस्था स्टैंड एलोन है यानी हर घर के बाहर स्टैंड और प्लेट लगाकर बिजली दी गई है. दूसरी व्यवस्था सौर ऊर्जा का मिनी ग्रीड स्थापित कर किया गया है. बिजली कंपनी सौर ऊर्जा से चलने वाला खास पंखा भी कनेक्शन के साथ दे रही है.
दिसबंर 2018 तक हर घर बिजली की योजना
212 दुर्गम गांवों के लिए 330 करोड़ के बजट का प्रावधान है. 80 गांवों में तेजी से काम चल रहा है और इन सभी गांवों में दिसबंर 2018 तक बिजली पहुंचा दी जायेगी. बिजली कंपनी के सीएमडी प्रत्यय अमृत ने बताया कि 10 और 11 नवंबर को देशभर के ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन बिहार के राजगीर में आयोजित किया गया है. इनमें केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राजकुमार सिंह भी शामिल होंगे. इन अतिथियों को अघौरा के उन गांवों का भ्रमण कराया जायेगा, जहां सौर ऊर्जा से दुर्गम इलाके में बिजली पहुंचाई गई है. केंद्र सरकार ने भी दिसबंर 2018 तक घर-घर बिजली देने का ऐलान किया है. ऐसे में देश के अन्य दुर्गम इलाकों में भी इस पैटर्न के तहत बिजली पहुंचने का काम हो सकता है. यानी बिहार के इस मेथड का इस्तेमाल देश के अन्य इलाकों में भी हो सकता है.
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: देश के शेयर बाजारों में गुरुवार की सुबह नरमी का रुख दिखाई दिया. करीब 9.20 बजे सेंसेक्स 74 अंक नीचे 35101 पर जबकि निफ्टी 29 अंक नीचे 10688 पर कारोबार कर रहा था. केवल मीडिया के शेयरों को छोड़कर बाकी सभी शेयर लाल में ही कारोबार कर रहे हैं. देश के शेयर बाजार गुरुवार को बढ़त के साथ खुले. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.37 बजे 58.64 अंकों की कमजोरी के साथ 35,117.78 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 33.80 अंकों की गिरावट के साथ 10,684.25 पर कारोबार करते देखे गए.
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 80.89 अंकों की मजबूती के साथ 35257.31 पर, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.1 अंकों की बढ़त के साथ 10,720.15पर खुला.
स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को उतार-चढ़ाव वाले कारोबार के बीच शुरुआती तेजी कायम नहीं रह सकी हालांकि बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स लगभग 16 अंक की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ था. कारोबारियों का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से पहले अन्य एशियाई देशों से कमजोर रुख ने बाजार धारणा को प्रभावित किया. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21 अंक से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ था.
बाजार सूत्रों के अनुसार टाटा स्टील, एचयूएल व एसबीआई के शेयरों में गिरावट की भरपाई कोटक महिंद्रा बैंक, आईटीसी, एचडीएफसी व रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में तेजी ने कर दी थी.
उनके अनुसार अब तक कंपनियों के बेहतर परिणामों व वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री के समाचारों से निवेशकों में सकारात्मकता आई लेकिन रुपये में कमजोरी तथा तेल कीमतों में तेजी ने उन्हें सतर्क कर दिया था.
वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री व अप्रैल में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रहण जैसे सकारात्मक कारकों के चलते बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 197 अंक चढ़कर 35,357.15 अंक पर पहुंच गया था. हालांकि मुनाफा बिकवाली के चलते बाद में यह 35,072.42 अंक तक लुढ़का. यह अंतत: 35,176.42 अंक पर बंद हुआ जिसने 16.06 अंक की बढोतरी दिखाई.
कंपनियों के बेहतर परिणामों से सुधरे माहौल में बीते तीन सत्रों में सेंसेक्स 659.09 अंक चढ़ा है.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21.30 अंक टूटकर 10,718.05 अंक पर बंद हुआ. यह कारोबार के दौरान 10,784.65 और 10,689.80 अंक के दायरे में रहा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 80.89 अंकों की मजबूती के साथ 35257.31 पर, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.1 अंकों की बढ़त के साथ 10,720.15पर खुला.
स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को उतार-चढ़ाव वाले कारोबार के बीच शुरुआती तेजी कायम नहीं रह सकी हालांकि बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स लगभग 16 अंक की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ था. कारोबारियों का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से पहले अन्य एशियाई देशों से कमजोर रुख ने बाजार धारणा को प्रभावित किया. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21 अंक से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ था.
बाजार सूत्रों के अनुसार टाटा स्टील, एचयूएल व एसबीआई के शेयरों में गिरावट की भरपाई कोटक महिंद्रा बैंक, आईटीसी, एचडीएफसी व रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में तेजी ने कर दी थी.
उनके अनुसार अब तक कंपनियों के बेहतर परिणामों व वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री के समाचारों से निवेशकों में सकारात्मकता आई लेकिन रुपये में कमजोरी तथा तेल कीमतों में तेजी ने उन्हें सतर्क कर दिया था.
वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री व अप्रैल में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रहण जैसे सकारात्मक कारकों के चलते बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 197 अंक चढ़कर 35,357.15 अंक पर पहुंच गया था. हालांकि मुनाफा बिकवाली के चलते बाद में यह 35,072.42 अंक तक लुढ़का. यह अंतत: 35,176.42 अंक पर बंद हुआ जिसने 16.06 अंक की बढोतरी दिखाई.
कंपनियों के बेहतर परिणामों से सुधरे माहौल में बीते तीन सत्रों में सेंसेक्स 659.09 अंक चढ़ा है.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21.30 अंक टूटकर 10,718.05 अंक पर बंद हुआ. यह कारोबार के दौरान 10,784.65 और 10,689.80 अंक के दायरे में रहा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को उतार-चढ़ाव वाले कारोबार के बीच शुरुआती तेजी कायम नहीं रह सकी हालांकि बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स लगभग 16 अंक की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ था. कारोबारियों का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से पहले अन्य एशियाई देशों से कमजोर रुख ने बाजार धारणा को प्रभावित किया. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21 अंक से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ था.
बाजार सूत्रों के अनुसार टाटा स्टील, एचयूएल व एसबीआई के शेयरों में गिरावट की भरपाई कोटक महिंद्रा बैंक, आईटीसी, एचडीएफसी व रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में तेजी ने कर दी थी.
उनके अनुसार अब तक कंपनियों के बेहतर परिणामों व वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री के समाचारों से निवेशकों में सकारात्मकता आई लेकिन रुपये में कमजोरी तथा तेल कीमतों में तेजी ने उन्हें सतर्क कर दिया था.
वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री व अप्रैल में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रहण जैसे सकारात्मक कारकों के चलते बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 197 अंक चढ़कर 35,357.15 अंक पर पहुंच गया था. हालांकि मुनाफा बिकवाली के चलते बाद में यह 35,072.42 अंक तक लुढ़का. यह अंतत: 35,176.42 अंक पर बंद हुआ जिसने 16.06 अंक की बढोतरी दिखाई.
कंपनियों के बेहतर परिणामों से सुधरे माहौल में बीते तीन सत्रों में सेंसेक्स 659.09 अंक चढ़ा है.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21.30 अंक टूटकर 10,718.05 अंक पर बंद हुआ. यह कारोबार के दौरान 10,784.65 और 10,689.80 अंक के दायरे में रहा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
बाजार सूत्रों के अनुसार टाटा स्टील, एचयूएल व एसबीआई के शेयरों में गिरावट की भरपाई कोटक महिंद्रा बैंक, आईटीसी, एचडीएफसी व रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में तेजी ने कर दी थी.
उनके अनुसार अब तक कंपनियों के बेहतर परिणामों व वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री के समाचारों से निवेशकों में सकारात्मकता आई लेकिन रुपये में कमजोरी तथा तेल कीमतों में तेजी ने उन्हें सतर्क कर दिया था.
वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री व अप्रैल में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रहण जैसे सकारात्मक कारकों के चलते बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 197 अंक चढ़कर 35,357.15 अंक पर पहुंच गया था. हालांकि मुनाफा बिकवाली के चलते बाद में यह 35,072.42 अंक तक लुढ़का. यह अंतत: 35,176.42 अंक पर बंद हुआ जिसने 16.06 अंक की बढोतरी दिखाई.
कंपनियों के बेहतर परिणामों से सुधरे माहौल में बीते तीन सत्रों में सेंसेक्स 659.09 अंक चढ़ा है.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21.30 अंक टूटकर 10,718.05 अंक पर बंद हुआ. यह कारोबार के दौरान 10,784.65 और 10,689.80 अंक के दायरे में रहा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
उनके अनुसार अब तक कंपनियों के बेहतर परिणामों व वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री के समाचारों से निवेशकों में सकारात्मकता आई लेकिन रुपये में कमजोरी तथा तेल कीमतों में तेजी ने उन्हें सतर्क कर दिया था.
वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री व अप्रैल में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रहण जैसे सकारात्मक कारकों के चलते बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 197 अंक चढ़कर 35,357.15 अंक पर पहुंच गया था. हालांकि मुनाफा बिकवाली के चलते बाद में यह 35,072.42 अंक तक लुढ़का. यह अंतत: 35,176.42 अंक पर बंद हुआ जिसने 16.06 अंक की बढोतरी दिखाई.
कंपनियों के बेहतर परिणामों से सुधरे माहौल में बीते तीन सत्रों में सेंसेक्स 659.09 अंक चढ़ा है.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21.30 अंक टूटकर 10,718.05 अंक पर बंद हुआ. यह कारोबार के दौरान 10,784.65 और 10,689.80 अंक के दायरे में रहा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
वाहन कंपनियों की अच्छी बिक्री व अप्रैल में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रहण जैसे सकारात्मक कारकों के चलते बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 197 अंक चढ़कर 35,357.15 अंक पर पहुंच गया था. हालांकि मुनाफा बिकवाली के चलते बाद में यह 35,072.42 अंक तक लुढ़का. यह अंतत: 35,176.42 अंक पर बंद हुआ जिसने 16.06 अंक की बढोतरी दिखाई.
कंपनियों के बेहतर परिणामों से सुधरे माहौल में बीते तीन सत्रों में सेंसेक्स 659.09 अंक चढ़ा है.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21.30 अंक टूटकर 10,718.05 अंक पर बंद हुआ. यह कारोबार के दौरान 10,784.65 और 10,689.80 अंक के दायरे में रहा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
कंपनियों के बेहतर परिणामों से सुधरे माहौल में बीते तीन सत्रों में सेंसेक्स 659.09 अंक चढ़ा है.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21.30 अंक टूटकर 10,718.05 अंक पर बंद हुआ. यह कारोबार के दौरान 10,784.65 और 10,689.80 अंक के दायरे में रहा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 21.30 अंक टूटकर 10,718.05 अंक पर बंद हुआ. यह कारोबार के दौरान 10,784.65 और 10,689.80 अंक के दायरे में रहा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
जियोजित फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा,‘ पीएसयू व धातु खंड के शेयरों में मुनाफा बिकवाली देखने को मिली, विशेषकर ऐसे समय में जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसले से पहले वैश्विक बाजारों में हलचल रही.’
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
नये कारोबारी आर्डर में तेजी के बीच अप्रैल में देश के विनिर्माण क्षेत्र में सुधार को देखने को मिला.टिप्पणियां
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
लिवाली समर्थन के चलते कोटक बैंक का शेयर 3.87 प्रतिशत चढ़कर 1,257.25 रुपये जबकि आईटीसी लिमिटेड का शेयर 2.03 प्रतिशत चढ़कर 287.15 रुपये प्रति शेयर रहा. इसी तरह एशियन पेंट्स, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आरआईएल, डा रेड्डीज व बजाज आटो का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
वहीं बिकवाली दबाव से मारुति सुजुकी का शेयर 0.79 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प का शेयर 1.91 प्रतिशत, टाटा मोटर्स का शेयर 1.23 प्रतिशत, टाटा स्टील का शेयर 3.30 प्रतिशत व आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 2.58 प्रतिशत टूटा.
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आयरलैंड
को अंतिम लीग मैच में हराकर
क्वार्टर फाइनल
में जगह पक्की करने वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मिसबाह उल हक को भरोसा है कि उनकी टीम दूसरी बार वर्ल्ड कप खिताब जीतने में सफल रहेगी.
पूल ‘बी’ मैच में रविवार को
आयरलैंड पर सात विकेट की जीत
के बाद मिसबाह ने कहा, ‘बेशक, हम वर्ल्ड कप जीत सकते हैं. हम लय में हैं. गेंदबाज काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. बल्लेबाजों ने भी अपनी भूमिका निभाना शुरू कर दिया है.’ भारत और वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैच गंवाने के बाद पाकिस्तान ने लगातार चार मैच जीते हैं और वह क्वार्टर फाइनल में शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा.
मिसबाह ने कहा कि वह अपने दिन सहमेजबान ऑस्ट्रेलिया को हरा सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘किसी भी दिन कुछ भी हो सकता है. हमारे पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण है जो किसी को भी हैरान कर सकता है.’
इनपुटः भाषा
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यह लेख है: पत्र में सभी मदरसा संचालकों को कार्यक्रम के वीडियो और फोटोग्राफी कराने के भी निर्देश दिए गए हैं. इसकी वजह ये बताई गई है कि इस कार्यक्रम के फोटोग्राफ और वीडियो से आने वाले समय में भी ऐसे ही कार्यक्रम कराए जा सकेंगे.
यह पत्र उत्तर प्रदेश मदरसा परिषद के रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता की ओर से जारी किया गया है. पत्र जारी करने वाले गुप्ता ने बताया, "यह आदेश सही है. इस तरह का लेटर पहली बार जारी नहीं किया गया है. समय-समय पर इसे जारी किया जाता है. मैं मदरसा शिक्षा परिषद का रजिस्ट्रार हूं तो लेटर जारी करना मेरी जिम्मेदारी है. इसे राजनीति से जोड़कर देखना सही नहीं है."
यह पत्र उत्तर प्रदेश मदरसा परिषद के रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता की ओर से जारी किया गया है. पत्र जारी करने वाले गुप्ता ने बताया, "यह आदेश सही है. इस तरह का लेटर पहली बार जारी नहीं किया गया है. समय-समय पर इसे जारी किया जाता है. मैं मदरसा शिक्षा परिषद का रजिस्ट्रार हूं तो लेटर जारी करना मेरी जिम्मेदारी है. इसे राजनीति से जोड़कर देखना सही नहीं है."
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इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण में अब तक के खेल को देखते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की खिताबी दावेदारी सबसे मजबूत दिख रही है। चेन्नई एक तरफ तो प्लेऑफ के प्रति निश्चिंत भी होगी, लेकिन पिछले मैचों में मिली हार के बाद अब जीत दर्ज करके वह अपना मनोबल भी बढ़ाना चाहेगी।
आईपीएल-6 के 64वें मुकाबले में सुपर किंग्स आज जब एमए चिदम्बरम स्टेडियम में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ उतरेगी तो वह उसे हर कीमत पर हराकर शीर्ष पर अपनी स्थिति और मजबूत करना चाहेगी।
दूसरी तरफ डेयरडेविल्स के पास अब सुपर किंग्स की राह में रोड़े खड़ा करने का अवसर तो नहीं है, लेकिन वह यह मैच जीतकर अपना सम्मान जरूर बचाना चाहेगी। डेयरडेविल्स के पास प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी भी नहीं है और जब खोने के लिए कुछ न हो तो क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है।
पिछले तीन मुकाबलों में सुपर किंग्स को दो में हार मिली है, बावजूद इसके वे अभी भी नौ टीमों की अंकतालिका में शीर्ष पर कायम हैं। सुपर किंग्स ने अब तक 14 मैचों में 10 में जीत दर्ज की है और 20 अंकों के साथ शीर्ष टीम बनी हुई है। हालांकि राजस्थान रॉयल्स के भी इतने ही अंक हैं लेकिन नेट रन रेट कम होने की वजह से वह दूसरे स्थान पर है।
दूसरी तरफ दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल के इस सत्र में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है तथा 13 मैचों में वे मात्र तीन में जीत दर्ज करने में सफल हो सके हैं, जबकि 10 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। डेयरडेविल्स छह अंकों के साथ नौ टीमों की अंकतालिका में आठवें स्थान पर है।
अब तक के प्रदर्शन के आधार पर सुपर किंग्स और डेयरडेविल्स की कोई तुलना नहीं है, लेकिन डेयरडेविल्स इस मायने में खतरनाक हो सकते हैं क्योंकि अब उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। डेयरडेविल्स के लिए यह मैच सम्मान बचाने वाला मैच होगा।
चेन्नई में होने वाले इस मैच में डेयरडेविल्स के लिए हालांकि कप्तान माहेला जयवर्धने नहीं खेल सकेंगे, क्योंकि राज्य में श्रीलंकाई खिलाड़ियों का विरोध चल रहा है। इसलिए इस मैच में भी डेयरडेविल्स का नेतृत्व डेविड वार्नर ही करेंगे।
डेयरडेविल्स ने अपना पिछला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों चार रन के मामूली अंतर से गंवाया। हालांकि डेयरडेविल्स में बेहतरीन बल्लेबाजों की कमी नहीं है तथा मोर्ने मोर्केल और इरफान पठान जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन यह टीम अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही है।टिप्पणियां
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
आईपीएल-6 के 64वें मुकाबले में सुपर किंग्स आज जब एमए चिदम्बरम स्टेडियम में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ उतरेगी तो वह उसे हर कीमत पर हराकर शीर्ष पर अपनी स्थिति और मजबूत करना चाहेगी।
दूसरी तरफ डेयरडेविल्स के पास अब सुपर किंग्स की राह में रोड़े खड़ा करने का अवसर तो नहीं है, लेकिन वह यह मैच जीतकर अपना सम्मान जरूर बचाना चाहेगी। डेयरडेविल्स के पास प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी भी नहीं है और जब खोने के लिए कुछ न हो तो क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है।
पिछले तीन मुकाबलों में सुपर किंग्स को दो में हार मिली है, बावजूद इसके वे अभी भी नौ टीमों की अंकतालिका में शीर्ष पर कायम हैं। सुपर किंग्स ने अब तक 14 मैचों में 10 में जीत दर्ज की है और 20 अंकों के साथ शीर्ष टीम बनी हुई है। हालांकि राजस्थान रॉयल्स के भी इतने ही अंक हैं लेकिन नेट रन रेट कम होने की वजह से वह दूसरे स्थान पर है।
दूसरी तरफ दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल के इस सत्र में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है तथा 13 मैचों में वे मात्र तीन में जीत दर्ज करने में सफल हो सके हैं, जबकि 10 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। डेयरडेविल्स छह अंकों के साथ नौ टीमों की अंकतालिका में आठवें स्थान पर है।
अब तक के प्रदर्शन के आधार पर सुपर किंग्स और डेयरडेविल्स की कोई तुलना नहीं है, लेकिन डेयरडेविल्स इस मायने में खतरनाक हो सकते हैं क्योंकि अब उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। डेयरडेविल्स के लिए यह मैच सम्मान बचाने वाला मैच होगा।
चेन्नई में होने वाले इस मैच में डेयरडेविल्स के लिए हालांकि कप्तान माहेला जयवर्धने नहीं खेल सकेंगे, क्योंकि राज्य में श्रीलंकाई खिलाड़ियों का विरोध चल रहा है। इसलिए इस मैच में भी डेयरडेविल्स का नेतृत्व डेविड वार्नर ही करेंगे।
डेयरडेविल्स ने अपना पिछला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों चार रन के मामूली अंतर से गंवाया। हालांकि डेयरडेविल्स में बेहतरीन बल्लेबाजों की कमी नहीं है तथा मोर्ने मोर्केल और इरफान पठान जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन यह टीम अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही है।टिप्पणियां
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
दूसरी तरफ डेयरडेविल्स के पास अब सुपर किंग्स की राह में रोड़े खड़ा करने का अवसर तो नहीं है, लेकिन वह यह मैच जीतकर अपना सम्मान जरूर बचाना चाहेगी। डेयरडेविल्स के पास प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी भी नहीं है और जब खोने के लिए कुछ न हो तो क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है।
पिछले तीन मुकाबलों में सुपर किंग्स को दो में हार मिली है, बावजूद इसके वे अभी भी नौ टीमों की अंकतालिका में शीर्ष पर कायम हैं। सुपर किंग्स ने अब तक 14 मैचों में 10 में जीत दर्ज की है और 20 अंकों के साथ शीर्ष टीम बनी हुई है। हालांकि राजस्थान रॉयल्स के भी इतने ही अंक हैं लेकिन नेट रन रेट कम होने की वजह से वह दूसरे स्थान पर है।
दूसरी तरफ दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल के इस सत्र में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है तथा 13 मैचों में वे मात्र तीन में जीत दर्ज करने में सफल हो सके हैं, जबकि 10 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। डेयरडेविल्स छह अंकों के साथ नौ टीमों की अंकतालिका में आठवें स्थान पर है।
अब तक के प्रदर्शन के आधार पर सुपर किंग्स और डेयरडेविल्स की कोई तुलना नहीं है, लेकिन डेयरडेविल्स इस मायने में खतरनाक हो सकते हैं क्योंकि अब उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। डेयरडेविल्स के लिए यह मैच सम्मान बचाने वाला मैच होगा।
चेन्नई में होने वाले इस मैच में डेयरडेविल्स के लिए हालांकि कप्तान माहेला जयवर्धने नहीं खेल सकेंगे, क्योंकि राज्य में श्रीलंकाई खिलाड़ियों का विरोध चल रहा है। इसलिए इस मैच में भी डेयरडेविल्स का नेतृत्व डेविड वार्नर ही करेंगे।
डेयरडेविल्स ने अपना पिछला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों चार रन के मामूली अंतर से गंवाया। हालांकि डेयरडेविल्स में बेहतरीन बल्लेबाजों की कमी नहीं है तथा मोर्ने मोर्केल और इरफान पठान जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन यह टीम अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही है।टिप्पणियां
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
पिछले तीन मुकाबलों में सुपर किंग्स को दो में हार मिली है, बावजूद इसके वे अभी भी नौ टीमों की अंकतालिका में शीर्ष पर कायम हैं। सुपर किंग्स ने अब तक 14 मैचों में 10 में जीत दर्ज की है और 20 अंकों के साथ शीर्ष टीम बनी हुई है। हालांकि राजस्थान रॉयल्स के भी इतने ही अंक हैं लेकिन नेट रन रेट कम होने की वजह से वह दूसरे स्थान पर है।
दूसरी तरफ दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल के इस सत्र में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है तथा 13 मैचों में वे मात्र तीन में जीत दर्ज करने में सफल हो सके हैं, जबकि 10 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। डेयरडेविल्स छह अंकों के साथ नौ टीमों की अंकतालिका में आठवें स्थान पर है।
अब तक के प्रदर्शन के आधार पर सुपर किंग्स और डेयरडेविल्स की कोई तुलना नहीं है, लेकिन डेयरडेविल्स इस मायने में खतरनाक हो सकते हैं क्योंकि अब उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। डेयरडेविल्स के लिए यह मैच सम्मान बचाने वाला मैच होगा।
चेन्नई में होने वाले इस मैच में डेयरडेविल्स के लिए हालांकि कप्तान माहेला जयवर्धने नहीं खेल सकेंगे, क्योंकि राज्य में श्रीलंकाई खिलाड़ियों का विरोध चल रहा है। इसलिए इस मैच में भी डेयरडेविल्स का नेतृत्व डेविड वार्नर ही करेंगे।
डेयरडेविल्स ने अपना पिछला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों चार रन के मामूली अंतर से गंवाया। हालांकि डेयरडेविल्स में बेहतरीन बल्लेबाजों की कमी नहीं है तथा मोर्ने मोर्केल और इरफान पठान जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन यह टीम अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही है।टिप्पणियां
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
दूसरी तरफ दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल के इस सत्र में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है तथा 13 मैचों में वे मात्र तीन में जीत दर्ज करने में सफल हो सके हैं, जबकि 10 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। डेयरडेविल्स छह अंकों के साथ नौ टीमों की अंकतालिका में आठवें स्थान पर है।
अब तक के प्रदर्शन के आधार पर सुपर किंग्स और डेयरडेविल्स की कोई तुलना नहीं है, लेकिन डेयरडेविल्स इस मायने में खतरनाक हो सकते हैं क्योंकि अब उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। डेयरडेविल्स के लिए यह मैच सम्मान बचाने वाला मैच होगा।
चेन्नई में होने वाले इस मैच में डेयरडेविल्स के लिए हालांकि कप्तान माहेला जयवर्धने नहीं खेल सकेंगे, क्योंकि राज्य में श्रीलंकाई खिलाड़ियों का विरोध चल रहा है। इसलिए इस मैच में भी डेयरडेविल्स का नेतृत्व डेविड वार्नर ही करेंगे।
डेयरडेविल्स ने अपना पिछला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों चार रन के मामूली अंतर से गंवाया। हालांकि डेयरडेविल्स में बेहतरीन बल्लेबाजों की कमी नहीं है तथा मोर्ने मोर्केल और इरफान पठान जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन यह टीम अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही है।टिप्पणियां
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
अब तक के प्रदर्शन के आधार पर सुपर किंग्स और डेयरडेविल्स की कोई तुलना नहीं है, लेकिन डेयरडेविल्स इस मायने में खतरनाक हो सकते हैं क्योंकि अब उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। डेयरडेविल्स के लिए यह मैच सम्मान बचाने वाला मैच होगा।
चेन्नई में होने वाले इस मैच में डेयरडेविल्स के लिए हालांकि कप्तान माहेला जयवर्धने नहीं खेल सकेंगे, क्योंकि राज्य में श्रीलंकाई खिलाड़ियों का विरोध चल रहा है। इसलिए इस मैच में भी डेयरडेविल्स का नेतृत्व डेविड वार्नर ही करेंगे।
डेयरडेविल्स ने अपना पिछला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों चार रन के मामूली अंतर से गंवाया। हालांकि डेयरडेविल्स में बेहतरीन बल्लेबाजों की कमी नहीं है तथा मोर्ने मोर्केल और इरफान पठान जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन यह टीम अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही है।टिप्पणियां
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
चेन्नई में होने वाले इस मैच में डेयरडेविल्स के लिए हालांकि कप्तान माहेला जयवर्धने नहीं खेल सकेंगे, क्योंकि राज्य में श्रीलंकाई खिलाड़ियों का विरोध चल रहा है। इसलिए इस मैच में भी डेयरडेविल्स का नेतृत्व डेविड वार्नर ही करेंगे।
डेयरडेविल्स ने अपना पिछला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों चार रन के मामूली अंतर से गंवाया। हालांकि डेयरडेविल्स में बेहतरीन बल्लेबाजों की कमी नहीं है तथा मोर्ने मोर्केल और इरफान पठान जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन यह टीम अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही है।टिप्पणियां
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
डेयरडेविल्स ने अपना पिछला मैच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों चार रन के मामूली अंतर से गंवाया। हालांकि डेयरडेविल्स में बेहतरीन बल्लेबाजों की कमी नहीं है तथा मोर्ने मोर्केल और इरफान पठान जैसे बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, लेकिन यह टीम अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही है।टिप्पणियां
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
दूसरी तरफ लगभग पिछले तीन सप्ताह से शीर्ष पर काबिज सुपर किंग्स की अंकतालिका में शीर्ष स्थिति रविवार को राजस्थान रॉयल्स के हाथों हारकर डावांडोल नजर आने लगी है।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
सुपर किंग्स तथा राजस्थान दोनों ही टीमों के 14 मैचों में 20 अंक हैं। राजस्थान का नेट रन रेट सुपर किंग्स से मामूली कम है तथा लीग के ग्रुप चरण में अब सुपर किंग्स के शेष दौ मैचों के नतीजे अंकतालिका में उसका भविष्य तय करेंगे।
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सैमसंग ने हाई एंड स्मार्टफोन्स के लिए 256 जीबी की यूनिवर्सल फ्लैश स्टोरेज (UFS) 2.0 पेश की है. बार्सिलोना में चल रहे मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में कंपनी ने बताया कि इंडस्ट्री में पहली बार ऐसी पेशकश की जा रही है.
इसकी रीडींग स्पीड 850Mbps है जबकि इसमें
260Mbps की स्पीड से डेटा
लोड होगा. यह स्पीड SSD के मुकाबले दो गुना ज्यादा और माइक्रो एसडी कार्ड से तीन गुना ज्यादा है. यानी कंपनी अगले हाई एंड डिवाइस में इसे यूज करके 256जीबी इंटरनल स्टोरेज वाला स्मार्टफोन या टैब लॉन्च कर सकती है.
सैमसंग के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह चिप नेक्स्ट जेनरेशन प्रीमियम स्मार्टफोन में दिया जाएगा. इसे सैमसंग के 3D V-NAND फ्लैश और अल्ट्रा
स्मॉल कंट्रोलर के जरिए
बनाया गया है. कंपनी के मुताबिक जिन स्मार्टफोन में USB 3.0 सपोर्ट होगा, उनमें डेटा प्रोसेसिंग टाइम 10 गुना तेज होगा और इससे 5जीबी के फुल एचडी वीडियो महज 12 सेकंड्स में ट्रांसफर हो जाएंगे.
वहीं, कंपनी ने अपना फ्लैगशिप Galaxy S7 लॉन्च किया है जिसमें माइक्रो एसडी कार्ड का सपोर्ट दिया गया है. पह हैरानी की बात यह है कि इसमें मार्शमैलो का Adoptable Storage फीचर नहीं दिया गया है. इससे Galaxy S7 यूजर्स कोई एप माइक्रो एसडी कार्ड में इंस्टॉल नहीं कर सकेंगे.
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2001 की भारत की जनगणना के अनुसार, किरानीपुरा की जनसंख्या 4941 थी। पुरुष जनसंख्या का 51% और महिलाएँ 49% थीं। किरानीपुरा की औसत साक्षरता दर 74% थी, जो राष्ट्रीय औसत 59.5% से अधिक है: पुरुष साक्षरता 82% है, और महिला साक्षरता 66% है। किरानीपुरा में, 12% आबादी 6 साल से कम उम्र की थी।
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A post shared by Taimur Ali Khan Pataudi (@taimuralikhanpataudi_) on Mar 18, 2017 at 2:23am PDT googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });A post shared by Taimur Ali Khan Pataudi (@taimuralikhanpataudi_) on Feb 12, 2017 at 9:29am PSTA post shared by Kareena Kapoor Khan (@therealkareenakapoor) on Dec 21, 2016 at 9:46pm PSTटिप्पणियांA post shared by Kareena Kapoor Khan (@therealkareenakapoor) on Dec 20, 2016 at 10:34pm PST
कई सालों तक डेटिंग के बाद करीना और सैफ की शादी साल 2012 में हुई थी और यह दोनों कई फिल्मों जैसे, 'ओमकारा', 'एजेंट विनोद', 'टशन' और 'कुर्बान' में साथ नजर आ चुके हैं. करीना आखिरी बार पिछले साल आई फिल्म 'उड़ता पंजाब' में अहम किरदार निभाती दिखी हैं. वह जल्द ही शशांक घोष की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' में एक्ट्रेस सोनम कपूर और स्वरा भास्कर के साथ नजर आने वाली हैं.
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कई सालों तक डेटिंग के बाद करीना और सैफ की शादी साल 2012 में हुई थी और यह दोनों कई फिल्मों जैसे, 'ओमकारा', 'एजेंट विनोद', 'टशन' और 'कुर्बान' में साथ नजर आ चुके हैं. करीना आखिरी बार पिछले साल आई फिल्म 'उड़ता पंजाब' में अहम किरदार निभाती दिखी हैं. वह जल्द ही शशांक घोष की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' में एक्ट्रेस सोनम कपूर और स्वरा भास्कर के साथ नजर आने वाली हैं.
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कई सालों तक डेटिंग के बाद करीना और सैफ की शादी साल 2012 में हुई थी और यह दोनों कई फिल्मों जैसे, 'ओमकारा', 'एजेंट विनोद', 'टशन' और 'कुर्बान' में साथ नजर आ चुके हैं. करीना आखिरी बार पिछले साल आई फिल्म 'उड़ता पंजाब' में अहम किरदार निभाती दिखी हैं. वह जल्द ही शशांक घोष की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' में एक्ट्रेस सोनम कपूर और स्वरा भास्कर के साथ नजर आने वाली हैं.
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कई सालों तक डेटिंग के बाद करीना और सैफ की शादी साल 2012 में हुई थी और यह दोनों कई फिल्मों जैसे, 'ओमकारा', 'एजेंट विनोद', 'टशन' और 'कुर्बान' में साथ नजर आ चुके हैं. करीना आखिरी बार पिछले साल आई फिल्म 'उड़ता पंजाब' में अहम किरदार निभाती दिखी हैं. वह जल्द ही शशांक घोष की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' में एक्ट्रेस सोनम कपूर और स्वरा भास्कर के साथ नजर आने वाली हैं.
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कई सालों तक डेटिंग के बाद करीना और सैफ की शादी साल 2012 में हुई थी और यह दोनों कई फिल्मों जैसे, 'ओमकारा', 'एजेंट विनोद', 'टशन' और 'कुर्बान' में साथ नजर आ चुके हैं. करीना आखिरी बार पिछले साल आई फिल्म 'उड़ता पंजाब' में अहम किरदार निभाती दिखी हैं. वह जल्द ही शशांक घोष की फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' में एक्ट्रेस सोनम कपूर और स्वरा भास्कर के साथ नजर आने वाली हैं.
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लेख: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनका संगठन काफी प्रसिद्ध हो रहा है. बड़ी संख्या में लोग हिंदू युवा वाहिनी के सदस्य बनना चाहते हैं. संगठन को नए लोगों को सदस्य बनाने के लिए कई नए नियम भी बनाने पड़े हैं. हिंदू युवा वाहिनी का सदस्य बनने की चाहत रखने वालों में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है. कथित तौर पर प्रत्येक दिन लगभग पांच हजार लोग वाहिनी से जुड़ने के लिए आवेदन कर रहे हैं.
गौरतलब है कि हिंदुत्ववादी संगठन हिंदू युवा वाहिनी को योगी आदित्यनाथ ने साल 2002 में बनाया था. हिंदू युवा वाहिनी के गोरखपुर मुख्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक, हर दिन हजारों की संख्या में आवेदन आ रहे हैं. संगठन के मुताबिक करीब पांच हजार लोग हर दिन सदस्य बनने के लिए आवेदन कर रहे हैं. जबकि इससे पहले हर महीने मात्र 500 से 1000 आवेदन ही आया करते थे.टिप्पणियां
संगठन के राज्य प्रभारी पी.के. माल ने कहा, "वाहिनी का सदस्य बनने के लिए नए नियम लागू कर दिए गए हैं. बड़ी संख्या में लोग संगठन में शामिल होकर इसकी छवि भी खराब कर सकते हैं. सदस्य बनाने से पहले आवेदक की पृष्ठभूमि भी जांची जाएगी. किसी राजनैतिक पार्टी से उसके झुकाव के बारे में जानकारी लेनी होगी. इसके बाद एक साल तक संगठन की जांच समिति के नियमों से गुजरना होगा." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गौरतलब है कि हिंदुत्ववादी संगठन हिंदू युवा वाहिनी को योगी आदित्यनाथ ने साल 2002 में बनाया था. हिंदू युवा वाहिनी के गोरखपुर मुख्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक, हर दिन हजारों की संख्या में आवेदन आ रहे हैं. संगठन के मुताबिक करीब पांच हजार लोग हर दिन सदस्य बनने के लिए आवेदन कर रहे हैं. जबकि इससे पहले हर महीने मात्र 500 से 1000 आवेदन ही आया करते थे.टिप्पणियां
संगठन के राज्य प्रभारी पी.के. माल ने कहा, "वाहिनी का सदस्य बनने के लिए नए नियम लागू कर दिए गए हैं. बड़ी संख्या में लोग संगठन में शामिल होकर इसकी छवि भी खराब कर सकते हैं. सदस्य बनाने से पहले आवेदक की पृष्ठभूमि भी जांची जाएगी. किसी राजनैतिक पार्टी से उसके झुकाव के बारे में जानकारी लेनी होगी. इसके बाद एक साल तक संगठन की जांच समिति के नियमों से गुजरना होगा." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संगठन के राज्य प्रभारी पी.के. माल ने कहा, "वाहिनी का सदस्य बनने के लिए नए नियम लागू कर दिए गए हैं. बड़ी संख्या में लोग संगठन में शामिल होकर इसकी छवि भी खराब कर सकते हैं. सदस्य बनाने से पहले आवेदक की पृष्ठभूमि भी जांची जाएगी. किसी राजनैतिक पार्टी से उसके झुकाव के बारे में जानकारी लेनी होगी. इसके बाद एक साल तक संगठन की जांच समिति के नियमों से गुजरना होगा." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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बिहार की बेगूसराय सीट का मुकाबला दिलचस्प हो गया है. वहां आरजेडी-कांग्रेस के गठबंधन में सीट न मिलने के बावजूद कन्हैया कुमार सीपीआई के उम्मीदवार हैं जिन्हें कई संगठनों का समर्थन मिल रहा है. दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह दुखी हैं कि बीजेपी ने उन्हें उनकी सीट से हटाकर चुनाव लड़ने यहां भेज दिया है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह नाराज़ हैं. उन्हें पार्टी ने उनकी मर्ज़ी के बिना नवादा से हटाकर चुनाव लड़ने बेगूसराय भेज दिया है. बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व अगर मुझे कॉन्फिडेंस में ले लेता तो मुझे कोई नाराजगी नहीं होती. मेरे स्वाभिवान को टच किया है.
इस नाराज़गी पर युवा नेता कन्हैया कुमार चुटकी ले रहे हैं. उनका ट्वीट है, "बताइए, लोगों को ज़बरदस्ती पाकिस्तान भेजने वाले ‘पाकिस्तान टूर एंड ट्रेवल्स विभाग' के वीज़ा-मंत्री जी नवादा से बेगूसराय भेजे जाने पर हर्ट हो गए. मंत्री जी ने तो कह दिया “बेगूसराय को वणक्कम”
दिलचस्प ये है कि जेडीयू भी कन्हैया कुमार की तारीफ कर रही है. एनडीटीवी से बात करते हुए पार्टी के प्रधान महासचिव ने कन्हैया के बहाने लालू यादव पर तंज कसा. जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि कन्हैया कुमार की पॉलिटिकल आइडियोलॉजी से हम डिसएग्री हैं. लेकिन जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट होने के नाते उन्होंने देश में एक नाम किया है. लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी को लेकर इतने पॉलिटिकल इनसिक्योरिटी में हैं कि उसके आसपास कोई युवा नेता खड़ा नहीं होने देना चाहते. लालू भूमिहारों से नफरत करते हैं.
इसमें शक नहीं कि कन्हैया की उम्मीदवारी और गिरिराज की मायूसी ने बेगूसराय के चुनाव को दिलचस्प बना दिया है. वैसे इस चुनाव का तीसरा कोण आरजेडी उम्मीदवार तहसीन हसन बना रहे हैं जिनको बनाए रखने के लिए आरजेडी कन्हैया को टिकट देने को तैयार नहीं हुई.
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यह एक लेख है: शिक्षक दिवस के मौके पर स्कूली बच्चों से मुखातिब हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से छात्र-छात्राओं ने तरह-तरह के सवाल पूछे। नरेंद्र मोदी से बच्चों का पहला सवाल था, आपको प्रधानमंत्री बनकर कैसा लगता है? जवाब में मोदी ने कहा, मुख्यमंत्री के रूप में मिला अनुभव काम आ रहा है। पीएम से बच्चों का दूसरा सवाल था, आपके जीवन में शिक्षकों का ज़्यादा योगदान रहा, या अनुभवों का? प्रधानमंत्री ने जवाब दिया कि मेरे लिए दोनों बेहद महत्वपूर्ण हैं।
नरेंद्र मोदी से बच्चों का तीसरा सवाल रहा, क्या आपने बचपन में सोचा था, प्रधानमंत्री बनेंगे, विश्वप्रसिद्ध होंगे... प्रधानमंत्री ने जवाब दिया, कभी नहीं सोचा था कि पीएम बनूंगा, मैं तो क्लास में कभी मॉनिटर भी नहीं बन पाया। हमें जीवन में कुछ बनने के नहीं, कुछ करने के सपने देखने चाहिए, क्योंकि करते-करते कुछ बन गए तो बन गए, नहीं बने तो कोई बात नहीं। कुछ करने का आनंद अपने आप में बहुत सुख देता है।
नरेंद्र मोदी से बच्चों का चौथा सवाल, हम जैसे बच्चों से बातचीत कर आपको क्या लाभ मिलता है? प्रधानमंत्री का जवाब, बहुत सारे काम होते हैं, जो लाभ के लिए नहीं किए जाते और इसका अलग आनंद होता है। मैं मीडिया वालों का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने बच्चों की इच्छाएं पूछीं।
पीएम से बच्चों का अगला सवाल था कि जापान और भारत की शिक्षा प्रणाली में क्या अंतर पाया? प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान में शिक्षण न के बराबर, लेकिन सीखना शत-प्रतिशत होता है, वहां गज़ब का अनुशासन है। बच्चों ने मोदी से आठवां सवाल किया कि आलसी, लेकिन होशियार बच्चे और मेहनती मंदबुद्धि बच्चे में आप किस पर ध्यान देंगे? प्रधानमंत्री ने जवाब दिया कि मैं टीचर होता, तो किसी बच्चे से भेदभाव नहीं करता। कोई भी टीचर बच्चों से भेदभाव नहीं करता।
नरेंद्र मोदी से बच्चों का नौवां सवाल था, क्या आपको अपने विद्यार्थी काल में की गई शरारतें याद हैं? प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना शरारत के बच्चों का विकास रुक जाता है। उन्होंने कहा कि बचपन में वह खुद भी बहुत शरारती थे और दोस्तों के साथ शहनाई बजाने वालों को इमली दिखाते थे, ताकि उसके मुंह में पानी आ जाए और उसे शहनाई बजाने में दिक्कत हो। यही नहीं पीएम ने यह भी बताया कि बचपन में वह शादी में आए महिला-पुरुष मेहमानों की पोशाकें स्टेपल कर दिया करते थे।
नरेंद्र मोदी से बच्चों ने सवाल किया कि जनजातीय इलाकों में लड़कियों की शिक्षा पर वह क्या कहेंगे? प्रधानमंत्री ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। मेरा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि लड़कियां स्कूली पढ़ाई बीच में न छोड़ें, सभी स्कूलों में शौचालय की पहल इसी प्रयास का हिस्सा है।
नरेंद्र मोदी से बच्चों का ग्यारहवां सवाल था कि हम बच्चे देश के विकास में आपकी क्या मदद कर सकते हैं? प्रधानमंत्री ने इसके जवाब में कहा कि देश की सेवा करने के लिए जान देना या राजनेता बनना ही जरूरी नहीं है, बिजली बचाकर और एक पौधा लगाकर भी देश की सेवा की जा सकती है। अगर आप लोग सफाई और अनुशासन सीखेंगे, तो यह भी देशसेवा होगी।
जलवायु परिवर्तन से जुड़े बच्चों के सवाल पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रकृति के प्रति लगाव हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है, लेकिन बदलाव आया है। प्रकृति से प्यार करो, अपनी आदतें बदलो, सब ठीक हो सकता है।
बच्चों ने पीएम से पूछा, क्या आपकी नजर में राजनीति मुश्किल पेशा है? प्रधानमंत्री ने कहा, राजनीति पेशा नहीं, सेवा है...मुझे सभी सवा सौ करोड़ भारतीय परिवार लगते हैं, इसलिए सेवा करने से थकान नहीं होती। नरेंद्र मोदी से बच्चों का चौदहवां सवाल था कि क्या वह सारे भारत को पढ़ाने का कोई कार्यक्रम लाएंगे? पीएम ने कहा कि डिजिटल इंडिया और सभी भाषाओं में आधुनिक तकनीक उपलब्ध करवाना उनका सपना है। उन्होंने बच्चों से कहा कि चाहे कॉमिक्स पढ़ें, लेकिन पढ़ने की आदत डालें, पढ़ना सर्वश्रेष्ठ आदत है।
बच्चों ने पीएम से पूछा कि बिजली बचाने में बच्चे कैसे मदद कर सकते हैं? प्रधानमंत्री ने कहा कि बिजली का संकट विश्वव्यापी है, इसलिए सबको मिलकर सो, बिजली बचानी ही होगी। बच्चे भी जिम्मेदारी लेना सीखें और जब घर से निकलें, याद से पंखा-बत्ती बंद करें। इसी तरह स्कूल से निकलते वक्त भी रोज एक बच्चा यह जिम्मेदारी ले कि वह सभी बत्तियां, पंखे बंद करके आखिर में निकलेगा।
इसके बाद बच्चों ने सवाल किया कि क्या उनकी सरकार रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने को सोच रही है, जिस पर मोदी ने कहा कि सारी दुनिया कौशल विकास पर ध्यान दे रही है और डिग्री के साथ-साथ कोई न कोई हुनर होना बेहद जरूरी है, इसलिए स्किल डेवलपमेंट के उद्देश्य से हमारी सरकार ने अलग विभाग भी बनाया है।
अंत में प्रधानमंत्री ने सभी बच्चों से आग्रह किया कि वे हमेशा मुस्कुराते रहें, खेलते-कूदते रहें और अपने भीतर के बच्चे को हमेशा ज़िन्दा रखें।
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चाहे गुवाहाटी हो या गाजियाबाद हमारे देश में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। गाजियाबाद के राजनगर इलाके के एक शॉपिंग मॉल के वॉशरूम में यहीं की एक महिला गार्ड के साथ रेप की कोशिश का मामला सामने आया है।
पीड़ित महिला गार्ड ने आरोपी की पिटाई कर खुद को बचाया और फिर पुलिस को खबर दी। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि पुलिस खुद वहां नहीं गई और पीड़ित को थाने आने पर मजबूर किया।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी गुलफाम को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार गुलफाम एक ड्राइवर है और एक वकील के यहां नौकरी करता है। उस वकील का ऑफिस मॉल में ही है। गुलफाम ने महिला को बाथरूम में अकेला पाकर इसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की।टिप्पणियां
पीड़ित के मुताबिक आरोपी गुलफाम ने रेप की कोशिश में नाकाम रहने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी, लेकिन वह किसी तरह वहां से जान बचाकर भागने में कामयाब हो गई।
घटना की सूचना देने के बावजूद पुलिस शॉपिंग मॉल में नहीं पहुंची और महिला को ही जोखिम उठाते हुए पुलिस थाने जाना पड़ा। जाहिर है पुलिस की लापवाही से लड़की की जान तक जा सकती थी, क्योंकि ऐसे केस में अक्सर आरोपी कत्ल तक पर आमादा हो जाते हैं। बहरहाल मॉल में हुई इस वारदात के बाद मॉल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
पीड़ित महिला गार्ड ने आरोपी की पिटाई कर खुद को बचाया और फिर पुलिस को खबर दी। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि पुलिस खुद वहां नहीं गई और पीड़ित को थाने आने पर मजबूर किया।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी गुलफाम को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार गुलफाम एक ड्राइवर है और एक वकील के यहां नौकरी करता है। उस वकील का ऑफिस मॉल में ही है। गुलफाम ने महिला को बाथरूम में अकेला पाकर इसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की।टिप्पणियां
पीड़ित के मुताबिक आरोपी गुलफाम ने रेप की कोशिश में नाकाम रहने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी, लेकिन वह किसी तरह वहां से जान बचाकर भागने में कामयाब हो गई।
घटना की सूचना देने के बावजूद पुलिस शॉपिंग मॉल में नहीं पहुंची और महिला को ही जोखिम उठाते हुए पुलिस थाने जाना पड़ा। जाहिर है पुलिस की लापवाही से लड़की की जान तक जा सकती थी, क्योंकि ऐसे केस में अक्सर आरोपी कत्ल तक पर आमादा हो जाते हैं। बहरहाल मॉल में हुई इस वारदात के बाद मॉल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी गुलफाम को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार गुलफाम एक ड्राइवर है और एक वकील के यहां नौकरी करता है। उस वकील का ऑफिस मॉल में ही है। गुलफाम ने महिला को बाथरूम में अकेला पाकर इसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की।टिप्पणियां
पीड़ित के मुताबिक आरोपी गुलफाम ने रेप की कोशिश में नाकाम रहने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी, लेकिन वह किसी तरह वहां से जान बचाकर भागने में कामयाब हो गई।
घटना की सूचना देने के बावजूद पुलिस शॉपिंग मॉल में नहीं पहुंची और महिला को ही जोखिम उठाते हुए पुलिस थाने जाना पड़ा। जाहिर है पुलिस की लापवाही से लड़की की जान तक जा सकती थी, क्योंकि ऐसे केस में अक्सर आरोपी कत्ल तक पर आमादा हो जाते हैं। बहरहाल मॉल में हुई इस वारदात के बाद मॉल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
पीड़ित के मुताबिक आरोपी गुलफाम ने रेप की कोशिश में नाकाम रहने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी, लेकिन वह किसी तरह वहां से जान बचाकर भागने में कामयाब हो गई।
घटना की सूचना देने के बावजूद पुलिस शॉपिंग मॉल में नहीं पहुंची और महिला को ही जोखिम उठाते हुए पुलिस थाने जाना पड़ा। जाहिर है पुलिस की लापवाही से लड़की की जान तक जा सकती थी, क्योंकि ऐसे केस में अक्सर आरोपी कत्ल तक पर आमादा हो जाते हैं। बहरहाल मॉल में हुई इस वारदात के बाद मॉल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
घटना की सूचना देने के बावजूद पुलिस शॉपिंग मॉल में नहीं पहुंची और महिला को ही जोखिम उठाते हुए पुलिस थाने जाना पड़ा। जाहिर है पुलिस की लापवाही से लड़की की जान तक जा सकती थी, क्योंकि ऐसे केस में अक्सर आरोपी कत्ल तक पर आमादा हो जाते हैं। बहरहाल मॉल में हुई इस वारदात के बाद मॉल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
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पर्यटन प्रेमियों को देश की धरोहरों से जोड़ने और उनका दीदार कराने के लिए भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) ने एक सेमी लग्जरी ट्रेन का उद्घाटन किया. द हेरिटेज ट्रेन नई दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से वाराणसी के लिए
रवाना हो चुकी है.
इसके पड़ाव वाराणसी, खजुराहो और आगरा जैसे स्थल होंगे. यह पांच दिवसीय यात्रा के दौरान विभिन्न तरह की शानदार सुविधाएं उपलब्ध कराएगी.
आईआरसीटीसी के एक अधिकारी
ने कहा कि पैकेज में अंतरशहरी परिवहन, तीन सितारा होटलों में ठहरने की व्यवस्था, नाश्ता, दोहपर भोज, रात्रिभोज, स्थल दिखाने, एसी डीलक्स वाहनों से स्थानीय परिवहन, यादगार स्थलों पर प्रवेश, अंग्रेजी-हिन्दी भाषी गाइड, यात्रा बीमा, 24 घंटे सातों दिन सुरक्षा और सीसीटीवी निगरानी जैसी सुविधाएं होंगी.
हेरिटेज सर्किट का पहला पड़ाव वाराणसी से 13 किलोमीटर उत्तर पूर्व में सारनाथ में होगा. यात्री तब गंगा आरती देखने के लिए नौका विहार का लुत्फ उठाएंगे. इसमें खजुराहो की यात्रा भी शामिल होगी. इसका अंतिम पड़ाव आगरा होगा जिसमें
ताजमहल, फतेहपुर सीकरी और आगरा
किले की यात्रा शामिल है.
सर्किट के लिए रेट 35900 रुपये, 32900 रुपये और 31900 रुपये क्रमशः फर्स्ट एसी सिंगल, डबल और ट्रिपल ऑक्यूपेंसी हैं. 26200 रुपये, 23200 रुपये और 22700 रुपये सेकेंड एसी के लिए हैं तथा थर्ड एसी के लिए रेट 21790, 18790 और 18290 रुपये हैं.यह पूछे जाने पर कि सर्किट के लिए इन खास स्थलों को ही क्यों चुना गया, अधिकारी ने कहा कि हमारे पास सुपर लग्जरी महाराजा एक्सप्रेस का एक खंड है और दूसरा भारत दर्शन है.
Enjoy Desert & Heritage Circuit Semi Luxury Tourist Train Packages. To book
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— IRCTC Ltd. (@IRCTC_Ltd)
November 16, 2015
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अमेरिका में अप्रवासी भारतीयों को महत्वपूर्ण पद मिलते जा रहे हैं क्योंकि वहां के प्रशासन और कंपनियों का उन पर भरोसा बढ़ता जा रहा है. बड़े-बड़े संगठनों में भारतीय मूल के लोग ऊंची जगहों पर बैठ गए हैं. लेकिन अब एक बहुत ही महत्वपूर्ण पद भारतीय मूल के व्यक्ति को दिया गया है. उसे एटमी मिसाइलों को फायर करने का अधिकार है.
राष्ट्रपति बराक ओबामा अगर एटम बम छोड़ने का आदेश देते हैं तो वह भारतीय ही उसका बटन दबाएगा. यह खबर एक अंग्रेजी अखबार ने दी है. अखबार के मुताबिक अमेरिकी एयरफोर्स के 90 मिसाइल विंग के लेफ्टिनेंट राज बंसल की ड्यूटी मिनटमैन III के इनचार्ज के रूप में है. जब अमेरिकी राष्ट्रपति एटमी मिसाइल छोड़ने का आदेश देंगे तो यह बंसल की ही ड्यूटी होगी कि वह मिसाइल दागे.
वह अपने पार्टनर जोसेफ शैनॉन के साथ अंडरग्राउंड बंकरों में गोपनीय जगह पर रहते हैं. वे दोनों 24 घंटे की ड्यूटी बांट-बांट कर करते हैं और इस दौरान राष्ट्रपति के आदेश का इंतजार करते हैं. जब आदेश मिलेगा तो वह एक कोड लिखेंगे और मिसाइल फायर हो जाएगा.
लेफ्टिनेंट बंसल की यह कहानी हाल ही में उजागर हुई. अमेरिकी एयरफोर्स ने मीडिया को अपने एटमी प्रतिष्ठान पहली बार देखने की इजाजत दी थी. मीडिया को यह मौका इसलिए दिया गया क्योंकि पता चला कि वहां की ड्यूटी करने के लिए खूब चीटिंग हुई. इस पर अमेरिकी एयरफोर्स के नौ अफसरों को निकाल दिया गया. लेकिन बंसल उनमें से नहीं थे.
मीडिया के दौरे के बाद लोगों को लेफ्टिनेंट बंसल का पता चला. बंसल की ड्यूटी जिस मिसाइल के साथ है वह इंटर कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल है जो 6,000 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकता है. अमेरिका के पास ऐसे 450 मिसाइल हैं. इनमें तीन-तीन एटमी हथियार लगे हुए हैं और ये हिरोशिमा पर गिराए गए एटम बम से 15 से 25 गुना ज्यादा ताकतवर हैं.
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अभिनेता सैफ अली खान की अभिनेत्री पत्नी करीना कपूर खान ने पिछले साल दिसंबर में एक बेटे को जन्म दिया. सैफ ने पिछले साल जुलाई में करीना की प्रेग्नेंसी की खबर साझा की थी और तब से ही यह बच्चा सुर्खियों में बना हुआ था. सैफ और करीना ने बच्चे का नाम तैमूर रखा, लेकिन शायद उन्हें अंदाजा नहीं था कि बच्चे के नाम के लिए उन्हें लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ेगा. सोशल मीडिया पर बच्चे के नाम को लेकर काफी बहस हुई. सैफ सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं रहते, कॉन्ट्रोवर्सीज पर भी ज्यादातर चुप ही रहते हैं लेकिन तैमूर अली खान पटौदी के नाम पर हुई कॉन्ट्रोवर्सी पर सैफ ने अंततः अपनी चुप्पी तोड़ दी है.टिप्पणियां
सैफ ने मुंबई मिरर से कहा, "जहां तक मेरा मानना है सितारों को काफी प्रिविलेज मिलता है और हमारा देश विचारधारा के मामले में काफी बैलेंस्ड है. लोग फासिस्ट और राइट विंग होने की बात करते हैं और हम सबको इस बात का डर है. लेकिन सच यह है कि तैमूर को लेकर अनावश्यक ड्रामा खड़ा किया गया. मुझे इस मामले में कुछ भी कहने की जरूरत महसूस नहीं हुई क्योंकि कई लोगों ने इस मुद्दे पर समझदारी से अपनी बात रखी थी. कई लोग थे जिन्होंने मेरे फैसले का साथ दिया और मुझे महसूस कराया कि अपने बेटे का नाम अपनी मर्जी से रखने में कोई बुराई नहीं है."
बेटे का नाम तैमूर रखने के पीछे सैफ की मंशा किसी को तकलीफ पहुंचाने की बिल्कुल नहीं थी. उन्होंने मुंबई मिरर को बताया, 'मुझे और मेरी पत्नी यह नाम और इसका मतलब काफी पसंद आया, मैं तुर्किश आक्रमणकारी तैमूर के बारे में अच्छे से जानता हूं. मेरे बेटे का नाम तैमूर है, जो एक ऐतिहासिक पर्सियन शब्द है जिसका अर्थ लोहा होता है.' हालांकि उन्होंने मजाकिया लहजे में यह भी कहा कि शायद बेटे के नाम के साथ उन्हें एक डिस्क्लेमर भी दे देना था जैसे फिल्मों में देते हैं, 'इसका किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से मेल खाना मात्रा एक संयोग माना जाएगा.'
सैफ ने मुंबई मिरर से कहा, "जहां तक मेरा मानना है सितारों को काफी प्रिविलेज मिलता है और हमारा देश विचारधारा के मामले में काफी बैलेंस्ड है. लोग फासिस्ट और राइट विंग होने की बात करते हैं और हम सबको इस बात का डर है. लेकिन सच यह है कि तैमूर को लेकर अनावश्यक ड्रामा खड़ा किया गया. मुझे इस मामले में कुछ भी कहने की जरूरत महसूस नहीं हुई क्योंकि कई लोगों ने इस मुद्दे पर समझदारी से अपनी बात रखी थी. कई लोग थे जिन्होंने मेरे फैसले का साथ दिया और मुझे महसूस कराया कि अपने बेटे का नाम अपनी मर्जी से रखने में कोई बुराई नहीं है."
बेटे का नाम तैमूर रखने के पीछे सैफ की मंशा किसी को तकलीफ पहुंचाने की बिल्कुल नहीं थी. उन्होंने मुंबई मिरर को बताया, 'मुझे और मेरी पत्नी यह नाम और इसका मतलब काफी पसंद आया, मैं तुर्किश आक्रमणकारी तैमूर के बारे में अच्छे से जानता हूं. मेरे बेटे का नाम तैमूर है, जो एक ऐतिहासिक पर्सियन शब्द है जिसका अर्थ लोहा होता है.' हालांकि उन्होंने मजाकिया लहजे में यह भी कहा कि शायद बेटे के नाम के साथ उन्हें एक डिस्क्लेमर भी दे देना था जैसे फिल्मों में देते हैं, 'इसका किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से मेल खाना मात्रा एक संयोग माना जाएगा.'
बेटे का नाम तैमूर रखने के पीछे सैफ की मंशा किसी को तकलीफ पहुंचाने की बिल्कुल नहीं थी. उन्होंने मुंबई मिरर को बताया, 'मुझे और मेरी पत्नी यह नाम और इसका मतलब काफी पसंद आया, मैं तुर्किश आक्रमणकारी तैमूर के बारे में अच्छे से जानता हूं. मेरे बेटे का नाम तैमूर है, जो एक ऐतिहासिक पर्सियन शब्द है जिसका अर्थ लोहा होता है.' हालांकि उन्होंने मजाकिया लहजे में यह भी कहा कि शायद बेटे के नाम के साथ उन्हें एक डिस्क्लेमर भी दे देना था जैसे फिल्मों में देते हैं, 'इसका किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से मेल खाना मात्रा एक संयोग माना जाएगा.'
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'साहित्य आजतक 2019' का शनिवार को दूसरा दिन
रागगीरी के लेखक गिरिजेश और शिवेंद्र हुए शामिल
'साहित्य आजतक 2019' के दूसरे दिन संगीत के रागों की भी महफिल सजी. इस दौरान पत्रकार और लेखक गिरिजेश कुमार ने फिल्मी गानों में
शास्त्रीय संगीत की बारिकियों
को समझाया. गिरिजेश कुमार ने फिल्मी गानों में इस्तेमाल रागों के बारे में बताया.
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'संगीत में रागगीरी' विषय पर आधारित इस कार्यक्रम में गिरिजेश कुमार ने मन्ना डे का गाया हुआ 'हटो काहे को झूठी बनाओ बतियां...' गया. इस दौरान कार्यक्रम में शामिल पत्रकार और लेखक शिवेंद्र कुमार सिंह भी शामिल रहे. जिन्होंने बताया कि ये गाना भैरवी राग में गाया गया है. इसके अलावा गिरिजेश ने केदार और झिंझोटी राग का भी फिल्मी गाना गाया.
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गिरिजेश कुमार और शिवेंद्र कुमार सिंह दोनों ने मिलकर 'रागगीरी' नाम की एक किताब भी लिखी है. जिसमें लिखे कंटेंट के बारे में शिवेंद्र ने बताया कि उन्होंने ऐसे फिल्मी गानों को चुना है जो किसी राग पर बने हों. इसके बाद उस गाने के बनने के पीछे की कहानी का पता लगाया गया और फिर इस किताब के माध्यम से रागों के बारे में बताया गया है.
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शिवेंद्र ने बताया कि इस किताब में रागों के बारे में बताते हुए शास्त्रीय व्याकरण, रागों के आरोह और अवरोह, वादी, संवादी, राग की पकड़ आदि का पूरा ध्यान रखा गया है. रागगीरी किताब में 66 रागों के ऊपर बने फिल्मी गानों को पेश किया गया है.
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यह एक लेख है: एक भारतीय छात्र को गर्भवती गर्लफ्रेंड की चाकू मारकर हत्या करने के मामले में मंगलवार को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. दरअसल ये वाकया तब हुआ जब गर्लफ्रेंड ने छात्र को बताया कि बेबी उसका नहीं है तो गुस्से में आकर उसने इस वारदात को अंजाम दिया.
सजा सुनाते हुए ऑकलैंड हाई कोर्ट के जज मैथ्यू पाल्मर ने कहा कि आरोपी आकाश (24) ने 22 वर्षीया गुरप्रीत कौर की हत्या कर बेहद ''क्रूरता, बर्बरता और खौफनाक'' शख्सियत का परिचय दिया.
जज के मुताबिक ये जोड़ा पिछले एक साल से गुप्त तरीके से डेटिंग कर रहा था लेकिन इस साल सात अप्रैल को जब गुरप्रीत ने बताया कि पेट में पल रहा बेबी उसका नहीं है और वह इस संबंध को समाप्त करना चाहती है तो गुस्से में आकाश ने उस पर हमला कर दिया. आकाश ने मेथामफीटामाईन ड्रग के नशे में गुरप्रीत पर चाकू से 29 बार हमला कर हत्या कर दिया और बॉडी को ऑकलैंड के दक्षिण में सड़क के किनारे झाडि़यों में डाल दिया.
पकड़े जाने पर शुरू में तो उसने खुद को निर्दोष बताया लेकिन चार महीने बाद अगस्त में अपने गुनाह को कबूला. पाल्मर के मुताबिक यह एक तथ्य है कि गुरप्रती उस वक्त 7-10 हफ्ते की गर्भवती थी और इस वजह से यह जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है क्योंकि इस वजह से मौत उसके परिजनों के लिए अधिक पीड़ादायक है. टिप्पणियां
जज ने सजा सुनाते हुए कहा, ''आपने केवल गुरप्रीत की हत्या कर परिजनों को उसके अस्तित्व से ही मरहूम नहीं किया बल्कि आपने उसे और परिजनों को एक अन्य संभावित जीवन से ही मरहूम करने का अपराध किया.'' लिहाजा इस अपराध के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और उसे कम से कम 17 साल जेल की सलाखों के पीछे गुजारने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सजा सुनाते हुए ऑकलैंड हाई कोर्ट के जज मैथ्यू पाल्मर ने कहा कि आरोपी आकाश (24) ने 22 वर्षीया गुरप्रीत कौर की हत्या कर बेहद ''क्रूरता, बर्बरता और खौफनाक'' शख्सियत का परिचय दिया.
जज के मुताबिक ये जोड़ा पिछले एक साल से गुप्त तरीके से डेटिंग कर रहा था लेकिन इस साल सात अप्रैल को जब गुरप्रीत ने बताया कि पेट में पल रहा बेबी उसका नहीं है और वह इस संबंध को समाप्त करना चाहती है तो गुस्से में आकाश ने उस पर हमला कर दिया. आकाश ने मेथामफीटामाईन ड्रग के नशे में गुरप्रीत पर चाकू से 29 बार हमला कर हत्या कर दिया और बॉडी को ऑकलैंड के दक्षिण में सड़क के किनारे झाडि़यों में डाल दिया.
पकड़े जाने पर शुरू में तो उसने खुद को निर्दोष बताया लेकिन चार महीने बाद अगस्त में अपने गुनाह को कबूला. पाल्मर के मुताबिक यह एक तथ्य है कि गुरप्रती उस वक्त 7-10 हफ्ते की गर्भवती थी और इस वजह से यह जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है क्योंकि इस वजह से मौत उसके परिजनों के लिए अधिक पीड़ादायक है. टिप्पणियां
जज ने सजा सुनाते हुए कहा, ''आपने केवल गुरप्रीत की हत्या कर परिजनों को उसके अस्तित्व से ही मरहूम नहीं किया बल्कि आपने उसे और परिजनों को एक अन्य संभावित जीवन से ही मरहूम करने का अपराध किया.'' लिहाजा इस अपराध के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और उसे कम से कम 17 साल जेल की सलाखों के पीछे गुजारने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जज के मुताबिक ये जोड़ा पिछले एक साल से गुप्त तरीके से डेटिंग कर रहा था लेकिन इस साल सात अप्रैल को जब गुरप्रीत ने बताया कि पेट में पल रहा बेबी उसका नहीं है और वह इस संबंध को समाप्त करना चाहती है तो गुस्से में आकाश ने उस पर हमला कर दिया. आकाश ने मेथामफीटामाईन ड्रग के नशे में गुरप्रीत पर चाकू से 29 बार हमला कर हत्या कर दिया और बॉडी को ऑकलैंड के दक्षिण में सड़क के किनारे झाडि़यों में डाल दिया.
पकड़े जाने पर शुरू में तो उसने खुद को निर्दोष बताया लेकिन चार महीने बाद अगस्त में अपने गुनाह को कबूला. पाल्मर के मुताबिक यह एक तथ्य है कि गुरप्रती उस वक्त 7-10 हफ्ते की गर्भवती थी और इस वजह से यह जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है क्योंकि इस वजह से मौत उसके परिजनों के लिए अधिक पीड़ादायक है. टिप्पणियां
जज ने सजा सुनाते हुए कहा, ''आपने केवल गुरप्रीत की हत्या कर परिजनों को उसके अस्तित्व से ही मरहूम नहीं किया बल्कि आपने उसे और परिजनों को एक अन्य संभावित जीवन से ही मरहूम करने का अपराध किया.'' लिहाजा इस अपराध के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और उसे कम से कम 17 साल जेल की सलाखों के पीछे गुजारने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पकड़े जाने पर शुरू में तो उसने खुद को निर्दोष बताया लेकिन चार महीने बाद अगस्त में अपने गुनाह को कबूला. पाल्मर के मुताबिक यह एक तथ्य है कि गुरप्रती उस वक्त 7-10 हफ्ते की गर्भवती थी और इस वजह से यह जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है क्योंकि इस वजह से मौत उसके परिजनों के लिए अधिक पीड़ादायक है. टिप्पणियां
जज ने सजा सुनाते हुए कहा, ''आपने केवल गुरप्रीत की हत्या कर परिजनों को उसके अस्तित्व से ही मरहूम नहीं किया बल्कि आपने उसे और परिजनों को एक अन्य संभावित जीवन से ही मरहूम करने का अपराध किया.'' लिहाजा इस अपराध के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और उसे कम से कम 17 साल जेल की सलाखों के पीछे गुजारने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जज ने सजा सुनाते हुए कहा, ''आपने केवल गुरप्रीत की हत्या कर परिजनों को उसके अस्तित्व से ही मरहूम नहीं किया बल्कि आपने उसे और परिजनों को एक अन्य संभावित जीवन से ही मरहूम करने का अपराध किया.'' लिहाजा इस अपराध के लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और उसे कम से कम 17 साल जेल की सलाखों के पीछे गुजारने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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यह लेख है: अरुणाचल प्रदेश पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से उत्साहित विपक्ष, एनएसजी सदस्यता पाने में भारत की नाकामी सहित कई मुद्दों पर सत्ता पक्ष को घेरने की विरोधी दलों की मांग को देखते हुए सोमवार से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश में राजनीतिक घटनाक्रम में राज्य में कांग्रेस की नई सरकार के गठन, समान नागरिक संहिता लागू करने के प्रस्ताव पर विधि आयोग से रिपोर्ट की मांग संबंधी मोदी सरकार के फैसले जैसे मुद्दों से सत्र के दौरान माहौल गर्म रहने की संभावना है।
दूसरी ओर, वरिष्ठ मंत्रियों एवं कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ हालिया बैठक के बाद सरकार अहम जीएसटी विधेयक के रास्ते में आ रही बाधा खत्म होने की उम्मीद कर रही है, जिसे वह पिछले सत्र के दौरान ही पारित कराना चाहती थी। सत्र के दौरान दोनों पक्षों के फिर से बैठक करने की संभावना है।टिप्पणियां
जीएसटी विधेयक पर मतभेदों के समाधान के लिए शुक्रवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा से मुलाकात की। विवादास्पद संविधान (122वां संशोधन) विधेयक जिसे जीएसटी विधेयक के रूप में जाना जाता है, के लोकसभा में पारित होने के बाद पिछले साल अगस्त में इसे ऊपरी सदन भेजा गया था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश में राजनीतिक घटनाक्रम में राज्य में कांग्रेस की नई सरकार के गठन, समान नागरिक संहिता लागू करने के प्रस्ताव पर विधि आयोग से रिपोर्ट की मांग संबंधी मोदी सरकार के फैसले जैसे मुद्दों से सत्र के दौरान माहौल गर्म रहने की संभावना है।
दूसरी ओर, वरिष्ठ मंत्रियों एवं कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ हालिया बैठक के बाद सरकार अहम जीएसटी विधेयक के रास्ते में आ रही बाधा खत्म होने की उम्मीद कर रही है, जिसे वह पिछले सत्र के दौरान ही पारित कराना चाहती थी। सत्र के दौरान दोनों पक्षों के फिर से बैठक करने की संभावना है।टिप्पणियां
जीएसटी विधेयक पर मतभेदों के समाधान के लिए शुक्रवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा से मुलाकात की। विवादास्पद संविधान (122वां संशोधन) विधेयक जिसे जीएसटी विधेयक के रूप में जाना जाता है, के लोकसभा में पारित होने के बाद पिछले साल अगस्त में इसे ऊपरी सदन भेजा गया था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दूसरी ओर, वरिष्ठ मंत्रियों एवं कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ हालिया बैठक के बाद सरकार अहम जीएसटी विधेयक के रास्ते में आ रही बाधा खत्म होने की उम्मीद कर रही है, जिसे वह पिछले सत्र के दौरान ही पारित कराना चाहती थी। सत्र के दौरान दोनों पक्षों के फिर से बैठक करने की संभावना है।टिप्पणियां
जीएसटी विधेयक पर मतभेदों के समाधान के लिए शुक्रवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा से मुलाकात की। विवादास्पद संविधान (122वां संशोधन) विधेयक जिसे जीएसटी विधेयक के रूप में जाना जाता है, के लोकसभा में पारित होने के बाद पिछले साल अगस्त में इसे ऊपरी सदन भेजा गया था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जीएसटी विधेयक पर मतभेदों के समाधान के लिए शुक्रवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा से मुलाकात की। विवादास्पद संविधान (122वां संशोधन) विधेयक जिसे जीएसटी विधेयक के रूप में जाना जाता है, के लोकसभा में पारित होने के बाद पिछले साल अगस्त में इसे ऊपरी सदन भेजा गया था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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मध्यप्रदेश पुलिस डॉग स्वार्ड (Madhya Pradesh Police Dog Squad) में बेल्जियन मालिनोइज (Belgian Malinois) कुत्तों को शामिल किया गया है. यही कुत्ते अमेरिकी राष्ट्रपति के घर वाइट हाउज (White House) की सुरक्षा करते हैं. ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden) को पकड़वाने और मार गिराने के पीछे भी इसी कुत्ते का हाथ था. जिस कुत्ते ने लादेन (Osama Bin Laden) को पकड़वाया था. वही कुत्ते मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में रहेगा. मध्यप्रदेश पुलिस डॉग स्वार्ड में इसे शामिल किया गया है.
मध्यप्रदेश के पुलिस अधिकारी एपी सिंह बघेल ने बताया- 12 जर्मन शेफर्ड, 12 डोबरमैन और 2 बेल्जियन मालिनोइज को हैदराबाद से लाया गया है. ये कुत्ते पुलिस के लिए काफी काम के हैं. इनके सूंघने और काम करने की ताकत अच्छी है. बेल्जियन मालिनोइज बहुत शानदार होते हैं. पहली बार मध्यप्रदेश पुलिस में इन्हें शामिल किया गया है.
(Belgian Malinois को मध्यप्रदेश पुलिस में शामिल किया गया है.)
उन्होंने ANI को बताया- 'अन्य देशों के पुलिस बलों के पास ये कुत्ते हैं. हमारे देश में, बीएसएफ और अन्य केंद्रीय बलों ने लेने की बात की थी. उनके लिए नौ महीने के ट्रेनिंग कोर्स की योजना बनाई जा रही है. नौ महीने की ट्रेनिंग की लागत लगभग 1 लाख प्रति कुत्ते की है. आहार और अन्य चीजें भी इसमें शामिल है. जब वे औपचारिक रूप से पुलिस में सेवा शुरू करेंगे, तो उनका खर्च लगभग 8,000 रुपये प्रति माह होगा.'
अब तक, मध्य प्रदेश में कान्हा और पेंच टाइगर रिजर्वों में वन्यजीव संरक्षण और अवैध शिकार विरोधी अभियानों के लिए बेल्जियन मालिनोइज का उपयोग किया जा रहा था. डॉग स्वार्ड के हेड कॉन्सटेबल महेंद्र सिंह ने कहा- 'बेल्जियन मालिनोइज कुत्ते एक सर्व-उद्देश्यीय कुत्ते हैं और सेना ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया है. उनकी सीखने की शक्ति बेहतर है. वे सक्रिय हैं, सूंघने की शक्ति अच्छी है और उन्हें आसानी से ट्रेन किया जा सकता है.'
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लेख: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) से दिल्ली में उनके आवास पर उनसे जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम को लेकर टैक्सैब (TAXAB) प्रतिनिधि मंडल ने मुलाक़ात की. इस भेंट वार्ता के दौरान डॉ. निशंक ने अधिक जनसंख्या को चिंताजनक बताते हुए इस ओर उचित कदम उठाने हेतु प्रयास करने का आश्वासन दिया. साथ ही टैक्सैब के द्वारा आयोजित की जा रही प्रतियोगिता के लिए भी अपने मंत्रालय द्वारा यथोचित सहयोग की पेशकश की. उन्होंने कहा कि 16 वीं लोकसभा के सदस्य रहते हुए खुद उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के संबंध में संसद में निजी विधेयक पेश किया था. अधिकता हर चीज की बुरी होती है चाहे वह मानव संसाधन की ही क्यों न हो.
टैक्सैब के अध्यक्ष मनु गौड़ ने एनडीटीवी को बताया कि निशंक से लंबी वार्ता में कहा गया कि विश्व के पहले दो विश्वविद्यालय भारत में प्रारंभ हुए थे तक्षशिला और नालंदा लेकिन आज दुनिया के उच्च 250 विश्वविद्यालयों में हमारे देश का कोई विश्वविद्यालय नहीं है. यहां तक कि जिस देश में अर्थशास्त्र लिखा गया उसे पढ़ने के लिए छात्र लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और हार्वर्ड जाते हैं. उन्होंने कहा है कि अधिक जनसंख्या के दबाव के कारण शिक्षा की गुणवत्ता में भी कमी आई है. इसीलिए अच्छी शिक्षा के लिए आवश्यक है कि माता पिता अपने बच्चों को अच्छा जीवन स्तर देने के लिए दो से अधिक बच्चे पैदा न करने की जिम्मदारी लें. भारतीय शिक्षा व्यवस्था में अधिक जनसंख्या के दुष्प्रभावों के बारे में पढ़ाना आवश्यक है.
मनु ने बताया कि इसी जागरूकता के लिए ही टैक्सैब के द्वारा देश के सभी शिक्षण संस्थानों में 'मैं भारत बोल रहा हूं' शीर्षक के अन्तर्गत अधिक जनसंख्या के दुष्प्रभाव पर एक प्रतियोगिता कराई जा रही है जिसमें प्रतिभागी फोटो, वीडियो, ब्लॉग, पोस्टर और कविता के माध्यम के उन दुष्प्रभावों का चित्रण कर सकते हैं. मनु गौड़ के द्वारा डॉ निशंक को जिम्मेदार अभिभावक अधिनियम के साथ पुस्तक ओवर पॉपुलेशन - बर्डेन ऑन टैक्सपेयर्स भी दी गई.
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कर्नाटक उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी करते हुए राज्य के अवैध खनन मामले में विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा के खिलाफ उनकी भूमिका की जांच करने की अनुमति दे दी.
कृष्णा पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 1999 से 2004 तक राज्य का मुख्यमंत्री रहते हुए खनन के लिए वन क्षेत्र के एक बड़े भूभाग को गैरआरक्षित किया. न्यायालय के इस आदेश के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कृष्णा से इस्तीफे की मांग की है.
न्यायालय ने कृष्णा के अलावा एक कम्पनी को खनन लाइसेंस देने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की भूमिका की जांच की मंजूरी दी. यही नहीं अवैध खनन में आरोपी कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री एन. धरम सिंह की भूमिका की भी जांच की जाएगी.
न्यायाधीश एन. आनंद ने कृष्णा और कुमारस्वामी द्वारा अलग-अलग दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया. अवैध खनन मामले में लगे आरोपों की जांच शुरू करने के लिए पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी को कृष्णा और कुमारस्वामी ने चुनौती दी थी. धरम सिंह ने भी प्राथमिकी को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी लेकिन इस सप्ताह की शुरुआत में उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया.
लोकायुक्त न्यायालय के विशेष न्यायाधीश एन.के. सुधींद्र राव के आदेश पर पुलिस ने आठ दिसम्बर को कृष्णा के खिलाफ मामला दर्ज किया था जबकि प्राथमिकी निरस्त करने के लिए कृष्णा नौ दिसम्बर को उच्च न्यायालय की शरण में पहुंचे थे.
ज्ञात हो कि बैंगलोर के एक कारोबारी टी.जे. अब्राहम की शिकायत पर राव ने तीन दिसम्बर को राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और 11 सेवारत एवं सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ जांच का आदेश दिया था. अब्राहम ने आरोप लगाया है कि कृष्णा ने मुख्यमंत्री रहते हुए अपने बच्चों, रिश्तेदारों सहित अपने परिजनों के नाम पर अवैध तरीके से काफी सम्पत्ति जुटाई.
कृष्णा पर आरोप है कि उन्होंने बेल्लारी और अन्य स्थानों पर हजारों एकड़ वन भूमि को गैरआरक्षित किया और तत्कालीन वन विभाग के सचिव एवं राज्य वन मंत्री के विरोध के बावजूद इस इलाके में खनन के लिए 10 निजी कम्पनियों को अनुमति दी. न्यायाधीश आनंद ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस कृष्णा पर वन भूमि को गैरआरक्षित करने के लगे आरोपों की जांच शुरू कर सकती है.
अवैध खनन मामले में कृष्णा की भूमिका की जांच की अनुमति दिए जाने के बाद भाजपा ने कृष्णा से इस्तीफे की मांग की. भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पत्रकारों से कहा, 'अवैध खनन घोटाले में कृष्णा की भूमिका की एक व्यवस्थित जांच होने जा रही है इसलिए उन्हें नैतिक आधार पर तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'मैं कांग्रेस के नेताओं प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी से पूछना चाहूंगा कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा को लेकर उन्होंने काफी हो-हल्ला मचाया और जब लोकायुक्त की रिपोर्ट आई तो येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया.'
कृष्णा पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 1999 से 2004 तक राज्य का मुख्यमंत्री रहते हुए वन क्षेत्र के बड़े भूभाग को अवैध रूप से गैरआरक्षित किया. मामले में उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को विदेश मंत्री के खिलाफ जांच शुरू की अनुमति दे दी.
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: Times of India की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश के एसटीएफ़ सूत्रों ने बताया है कि 125 संदिग्ध लोग जिन्होंने सॉल्वर के तौर पर काम किया उनमें से 50 कानपुर के हैं। इनमें से ज़्यादातर गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के मौजूदा और पूर्व छात्र हैं। कानपुर का ये कनेक्शन जुलाई 2011 में पता चला।
मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश से जुड़े घोटालों की जांच की मांग के बाद 2009 में MPPEB ने प्रवेश में घोटाले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी। पीएमटी में MPPEB ने 145 संदिग्धों पर निगाह रखी। ज़्यादातर इम्तिहान में नहीं आए लेकिन आठ को दूसरों की जगह इम्तिहान देने के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया गया। इनमें से एक कानपुर का सत्येंद्र वर्मा था जिसने इंदौर में आशीष यादव की जगह इम्तिहान देने के लिए चार लाख रुपये लिए थे।टिप्पणियां
मध्य प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स के मुताबिक तफ़्तीश के बाद पता चला कि दलाल और घोटालेबाज़ कानपुर में गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज और लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रतिभाशाली छात्रों पर निगाह रखते थे और उनके साथ डील किया करते थे। कानपुर के कई कोचिंग सेंटरों पर भी इस तफ़्तीश के दौरान निगाह रखी गई और वहां के कुछ लोगों को पकड़ा गया। कानपुर में हुई जांच के तार सैफ़ई तक भी गए। जांच में पता चला कि कई नकली छात्रों ने MPPEB का इम्तिहान दिया। ये पाया गया कि सात उम्मीदवारों ने अपने एप्लिकेशन फॉर्म में एक ही ई-मेल आईडी [email protected]. रखा था। ये आईटी हसमत अली की बताई जाती है जो यूपी रूरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, सैफई का एक मेडिकल का छात्र था।
30 साल के हसमत अली ने पीएमटी 2013 में 200 में से 155 अंक हासिल किए थे। इसी ईमेल आईडी का इस्तेमाल करने वाले बाकी छह छात्रों ने भी ऊंचे अंक हासिल किए थे। ये थे आलोक कुमार नाथ, आशुतोष कुमार, मोहम्मद कलीम, मनीष यादव, जितेंद्र सिंह, संजय नेगी और चांद बाबू। सैफ़ई के कई सीनियर मेडिकल छात्र दूसरे छात्रों की जगह प्रवेश परीक्षा देने के काम में लगे रहते थे।
मध्य प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश से जुड़े घोटालों की जांच की मांग के बाद 2009 में MPPEB ने प्रवेश में घोटाले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई थी। पीएमटी में MPPEB ने 145 संदिग्धों पर निगाह रखी। ज़्यादातर इम्तिहान में नहीं आए लेकिन आठ को दूसरों की जगह इम्तिहान देने के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया गया। इनमें से एक कानपुर का सत्येंद्र वर्मा था जिसने इंदौर में आशीष यादव की जगह इम्तिहान देने के लिए चार लाख रुपये लिए थे।टिप्पणियां
मध्य प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स के मुताबिक तफ़्तीश के बाद पता चला कि दलाल और घोटालेबाज़ कानपुर में गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज और लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रतिभाशाली छात्रों पर निगाह रखते थे और उनके साथ डील किया करते थे। कानपुर के कई कोचिंग सेंटरों पर भी इस तफ़्तीश के दौरान निगाह रखी गई और वहां के कुछ लोगों को पकड़ा गया। कानपुर में हुई जांच के तार सैफ़ई तक भी गए। जांच में पता चला कि कई नकली छात्रों ने MPPEB का इम्तिहान दिया। ये पाया गया कि सात उम्मीदवारों ने अपने एप्लिकेशन फॉर्म में एक ही ई-मेल आईडी [email protected]. रखा था। ये आईटी हसमत अली की बताई जाती है जो यूपी रूरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, सैफई का एक मेडिकल का छात्र था।
30 साल के हसमत अली ने पीएमटी 2013 में 200 में से 155 अंक हासिल किए थे। इसी ईमेल आईडी का इस्तेमाल करने वाले बाकी छह छात्रों ने भी ऊंचे अंक हासिल किए थे। ये थे आलोक कुमार नाथ, आशुतोष कुमार, मोहम्मद कलीम, मनीष यादव, जितेंद्र सिंह, संजय नेगी और चांद बाबू। सैफ़ई के कई सीनियर मेडिकल छात्र दूसरे छात्रों की जगह प्रवेश परीक्षा देने के काम में लगे रहते थे।
मध्य प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स के मुताबिक तफ़्तीश के बाद पता चला कि दलाल और घोटालेबाज़ कानपुर में गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज और लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रतिभाशाली छात्रों पर निगाह रखते थे और उनके साथ डील किया करते थे। कानपुर के कई कोचिंग सेंटरों पर भी इस तफ़्तीश के दौरान निगाह रखी गई और वहां के कुछ लोगों को पकड़ा गया। कानपुर में हुई जांच के तार सैफ़ई तक भी गए। जांच में पता चला कि कई नकली छात्रों ने MPPEB का इम्तिहान दिया। ये पाया गया कि सात उम्मीदवारों ने अपने एप्लिकेशन फॉर्म में एक ही ई-मेल आईडी [email protected]. रखा था। ये आईटी हसमत अली की बताई जाती है जो यूपी रूरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, सैफई का एक मेडिकल का छात्र था।
30 साल के हसमत अली ने पीएमटी 2013 में 200 में से 155 अंक हासिल किए थे। इसी ईमेल आईडी का इस्तेमाल करने वाले बाकी छह छात्रों ने भी ऊंचे अंक हासिल किए थे। ये थे आलोक कुमार नाथ, आशुतोष कुमार, मोहम्मद कलीम, मनीष यादव, जितेंद्र सिंह, संजय नेगी और चांद बाबू। सैफ़ई के कई सीनियर मेडिकल छात्र दूसरे छात्रों की जगह प्रवेश परीक्षा देने के काम में लगे रहते थे।
30 साल के हसमत अली ने पीएमटी 2013 में 200 में से 155 अंक हासिल किए थे। इसी ईमेल आईडी का इस्तेमाल करने वाले बाकी छह छात्रों ने भी ऊंचे अंक हासिल किए थे। ये थे आलोक कुमार नाथ, आशुतोष कुमार, मोहम्मद कलीम, मनीष यादव, जितेंद्र सिंह, संजय नेगी और चांद बाबू। सैफ़ई के कई सीनियर मेडिकल छात्र दूसरे छात्रों की जगह प्रवेश परीक्षा देने के काम में लगे रहते थे।
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: नोवाक जोकोविच से अमेरिकी ओपन फाइनल में मिली हार के बावजूद रोजर फेडरर ने कहा है कि वह 2016 अमेरिकी ओपन में वापसी करेंगे। अगले बरस 35 साल के होने जा रहे फेडरर ने अपना पांचवां अमेरिकी ओपन खिताब 2008 में जीता था।
पुरस्कार समारोह में उन्होंने संकेत दिया कि महिला चैम्पियन फ्लाविया पेनेटा की तरह उनका संन्यास का कोई इरादा नहीं है।टिप्पणियां
17 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन ने कहा, मैं अपने खेल से बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि यह सही दिशा में जा रहा है। मैं 2009 के बाद पहली बार यहां फाइनल में पहुंचा। मुझे इस खेल से प्यार है और मेरा जुनून कम नहीं हुआ है। मैं अगले साल आप लोगों से फिर मिलूंगा। फेडरर का पिछले 45 साल में सबसे उम्रदराज अमेरिकी ओपन बनने का सपना भी टूट गया। केन रोसवेल ने 1970 में 35 बरस की उम्र में यह खिताब जीता था।
फेडरर ने कहा, मैं बहुत निराश हूं। मेरे पास मौका था, लेकिन नोवाक ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। यह कठिन मैच था।
पुरस्कार समारोह में उन्होंने संकेत दिया कि महिला चैम्पियन फ्लाविया पेनेटा की तरह उनका संन्यास का कोई इरादा नहीं है।टिप्पणियां
17 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन ने कहा, मैं अपने खेल से बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि यह सही दिशा में जा रहा है। मैं 2009 के बाद पहली बार यहां फाइनल में पहुंचा। मुझे इस खेल से प्यार है और मेरा जुनून कम नहीं हुआ है। मैं अगले साल आप लोगों से फिर मिलूंगा। फेडरर का पिछले 45 साल में सबसे उम्रदराज अमेरिकी ओपन बनने का सपना भी टूट गया। केन रोसवेल ने 1970 में 35 बरस की उम्र में यह खिताब जीता था।
फेडरर ने कहा, मैं बहुत निराश हूं। मेरे पास मौका था, लेकिन नोवाक ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। यह कठिन मैच था।
17 बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन ने कहा, मैं अपने खेल से बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि यह सही दिशा में जा रहा है। मैं 2009 के बाद पहली बार यहां फाइनल में पहुंचा। मुझे इस खेल से प्यार है और मेरा जुनून कम नहीं हुआ है। मैं अगले साल आप लोगों से फिर मिलूंगा। फेडरर का पिछले 45 साल में सबसे उम्रदराज अमेरिकी ओपन बनने का सपना भी टूट गया। केन रोसवेल ने 1970 में 35 बरस की उम्र में यह खिताब जीता था।
फेडरर ने कहा, मैं बहुत निराश हूं। मेरे पास मौका था, लेकिन नोवाक ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। यह कठिन मैच था।
फेडरर ने कहा, मैं बहुत निराश हूं। मेरे पास मौका था, लेकिन नोवाक ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। यह कठिन मैच था।
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यह एक लेख है: पंजाब के पटियाला के मेयर पर अपनी ही बहू की हत्या का आरोप है। बहू के परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने मेयर जसपाल सिंह, उनकी पत्नी परमजीत, बेटे हरप्रीत के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 34 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
लड़की के घरवालों के मुताबिक पुलिस पहले इस मामले में केस नहीं दर्ज कर रही थी, लेकिन जब अस्पताल के बाहर लड़की की लाश रखकर प्रदर्शन शुरू हुआ, तब जाकर केस दर्ज हो पाया। इधर, विपक्ष सत्ताधारी अकाली दल पर सत्ता का दुरूपयोग करने का आरोप लगा रहा है। विपक्ष के मुताबिक जसपाल सिंह ने पैसों के लालच में अपनी बहू की हत्या कर दी।
लड़की के घरवालों के मुताबिक पुलिस पहले इस मामले में केस नहीं दर्ज कर रही थी, लेकिन जब अस्पताल के बाहर लड़की की लाश रखकर प्रदर्शन शुरू हुआ, तब जाकर केस दर्ज हो पाया। इधर, विपक्ष सत्ताधारी अकाली दल पर सत्ता का दुरूपयोग करने का आरोप लगा रहा है। विपक्ष के मुताबिक जसपाल सिंह ने पैसों के लालच में अपनी बहू की हत्या कर दी।
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भारत की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड
(इफको)
ने दुनिया में नंबर-1 सहकारी संस्था होने का गौरव प्राप्त कर लिया है. कंपनी प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद पर कारोबार करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी 300 सहकारी संस्थाओं में टॉप पर आ चुकी है.
कनाडा के क्यूबा में हाल ही आयोजित एक अंरराष्ट्रीय समिट में 2014 वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनिटर नाम से जारी एक रिपोर्ट में इस रैकिंग पर पब्लिश किया गया है. रिपोर्ट में दुनिया के 63 देशों की 523 सहकारी संस्थाओं के सर्वेक्षण में इफको का प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद पर कारोबार उच्चतम पाया गया.
साल 2012 में टर्नओवर के आधार पर संकलित की गई इस रैंकिंग में 4.65 बिलियन डॉलर के अपने कारोबार के साथ इफको 116वें स्थान पर थी, जबकि 2014 में कंपनी 110वें स्थान पर पहुंच गई है. इसी मापदंड के आधार पर तैयार कृषि और खाद्य उद्योग के क्षेत्र की शीर्ष 30 सहकारी समितियों में इफको 27वें स्थान पर रही.
गौरतलब है कि देशभर में सिर्फ इफको ही ऐसी सहकारी संस्था है, जो इस क्षेत्र की टॉप 300 सहकारी संस्थाओं में शामिल है. हाल ही कंपनी ने एक लंबे अंतराल के बाद आईसीए के ग्लोबल बोर्ड के लिए सीट जीतकर अंतरराष्ट्रीय सहकारिता के क्षेत्र में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. कंपनी की उपलब्धियों पर इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा है कि यह कंपनी के मेहनती कर्मचारियों के प्रयासों का परिणाम है. उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी सहकारी समितियों और भारतीय किसानों की बेहतरी की दिशा में काम करना जारी रखेगी.
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सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से कहा है कि वह बिना गारंटी वाले सभी अल्पकालिक ऋणों को जनवरी तक समाप्त कर दें। सरकार का कहना है कि इस तरह के उधार से बैंकों के कामकाज पर दबाव बढ़ रहा है।टिप्पणियां
वित्त मंत्रालय ने इस बारे में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक प्रमुखों को परिपत्र भेजा है। इसमें कहा गया है, इस तरह के सभी ऋण अगले छह माह में समाप्त कर दिए जाएं या उनके बदले रेहन सुरक्षा ली जाए। इसके अलावा सार्वजनिक बैंकों से बिना उचित गारंटी के अल्पकालिक ऋण देने के लिए नीति बनाने को कहा गया है। भविष्य में बैंकों को बिना रेहन ऋण देते समय बोर्ड की मंजूरी लेनी होगी।
मंत्रालय का कहना है कि अगर इस तरह का कोई ऋण गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) बन जाता है तो मामले का ब्यौरा उसे देना होगा। ये निर्देश उन ऋणों पर लागू होंगे जो बिना किसी सुरक्षा या रेहन के दिए जा रहे हैं और जो अल्पकालिक हैं।
वित्त मंत्रालय ने इस बारे में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक प्रमुखों को परिपत्र भेजा है। इसमें कहा गया है, इस तरह के सभी ऋण अगले छह माह में समाप्त कर दिए जाएं या उनके बदले रेहन सुरक्षा ली जाए। इसके अलावा सार्वजनिक बैंकों से बिना उचित गारंटी के अल्पकालिक ऋण देने के लिए नीति बनाने को कहा गया है। भविष्य में बैंकों को बिना रेहन ऋण देते समय बोर्ड की मंजूरी लेनी होगी।
मंत्रालय का कहना है कि अगर इस तरह का कोई ऋण गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) बन जाता है तो मामले का ब्यौरा उसे देना होगा। ये निर्देश उन ऋणों पर लागू होंगे जो बिना किसी सुरक्षा या रेहन के दिए जा रहे हैं और जो अल्पकालिक हैं।
मंत्रालय का कहना है कि अगर इस तरह का कोई ऋण गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) बन जाता है तो मामले का ब्यौरा उसे देना होगा। ये निर्देश उन ऋणों पर लागू होंगे जो बिना किसी सुरक्षा या रेहन के दिए जा रहे हैं और जो अल्पकालिक हैं।
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देश, दुनिया, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ साथ खबरों का लाइव अपडेशन....
12.23 PM:
इस्लामाबाद: बंदूकधारी ने की फायरिंग, दहशत का माहौल. पुलिस ने व्यक्ति को गिरफ्तार किया. पत्नी और बच्चों समेत पहुंचा था यह बंदूकधारी व्यक्ति. बच्चों और पत्नी को पुलिस ने हिरासत में लिया.
9.50 PM:
तमिलनाडु में जयललिता को फायदे का अनुमान.
9.35 PM:
बिहार में अभी चुनाव हों तो नीतीश को नुकसान: सर्वे. नीतीश कुमार को 10 सीटों का नुकसान.
9.30 PM:
लोकसभा चुनाव में सपा को 34 सीटें मिलने का अनुमान: इंडिया टुडे-सी वोटर ओपिनियन पोल.
9.16 PM:
आज चुनाव हुए, तो UPA को 137 सीटों का अनुमान.
8.44 PM:
इंडिया टुडे-सी वोटर ओपिनियन पोल के अनुसार, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान लगाएंगे हैट-ट्रिक.
8.38 PM:
दिल्ली में भी बीजेपी को कांग्रेस पर बढ़त. हालांकि दोनों की सीटें बराबर रहेंगी, लेकिन कांग्रेस को नुकसान: इंडिया टुडे-सी वोटर ओपिनियन पोल. आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर.
8.30 PM:
राजस्थान में बीजेपी को फायदा: इंडिया टुडे-सी वोटर ओपिनियन पोल. 19 सीटों का लाभ होगा. कांग्रेस को नुकसान हो सकता है.
8.20 PM:
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर: इंडिया टुडे-सी वोटर ओपिनियन पोल.
8.15 PM:
शिवराज सिंह मध्य प्रदेश में हैट्रिक लगाएंगे: सर्वे
8.10 PM:
इंडिया टुडे-सी वोटर ओपिनियन पोल के नतीजे. विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश में बीजेपी को पूर्ण बहुमत की संभावना. लेकिन सीटों में कमी आ सकती है, लगभग 21 प्रतिशत सीटों का नुकसान.
3.15 PM:
शिवसेना नेता संजय राउत ने नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना. संजय राउत ने कहा-आज का दिन संयम रखने का दिन है. आज का दिन तीखी बातों के लिए नहीं है. आज का दिन एकजुट दिखने का है.
1.00 PM:
गृहराज्य मंत्री आरपीएन सिंह का मोदी पर हमला. उन्होंने कहा, नेता अपने काम से महान बनते हैं ना कि बोलने से.
12.45 PM:
दिल्ली के पटपड़गंज इलाके में प्लाइवुड फैक्ट्री में आग लगी. मौके पर 24 दमकल गाड़ियां मौजूद.
12.36 PM:
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मोदी पर इशारों में साधा निशाना. कहा- आज के दिन व्यक्तिगत आलोचना नहीं होनी चाहिए.
12.15 PM:
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा, हमें भारत निर्माण में योगदान देने का शपथ लेना चाहिए.
12.03 PM:
असम के कोकराझार इलाके में ग्रेनेड ब्लास्ट. एक जिंदा बम भी मिला.
11.50 PM:
केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने मोदी पर साधा निशाना. भ्रष्टाचार को लेकर गांधी परिवार पर किए गए हमले के जवाब में कहा, मोदी इस धारावाहिक में विलेन की भूमिका निभा रहे हैं.
11.40 PM:
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में बारिश के कारण बिल्डिंग गिरी. 3 महिलाओं की मौत. हादसे में 2 बच्चे भी घायल.
11.20 AM:
लंदन में दाऊद इब्राहिम के साथी इकबाल मिर्ची की मौत. दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई मौत.
10.40 AM:
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, कोई मुख्यमंत्री पीएम को कैसे चैलेंज कर सकता है. हमारे लिए सभी मुख्यमंत्री बराबर हैं. अगर मैं कहूं कि मैं ओबामा से बड़ा हूं तो लोग सोचेंगे कि मैं पागल हो गया हूं.
10.14 AM:
बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, पीएम का विदाई भाषण निराशा से भरा था.
10.12 AM:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण पर बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्वीट किया, घोटालों का घंटाघर और नाकामियों का नगारा.
09.42 AM:
भारत सरकार को संघीय ढांचे का सम्मान करना होगाः मोदी
09.41 AM:
राज्य ताकतवर होंगे, तो भारत ताकतवर होगाः नरेंद्र मोदी
09.40 AM:
अटल और आडवाणी ने देश को नया भरोसा दियाः नरेंद्र मोदी
09.40 AM:
कमी हर व्यवस्था में होती है, पर कमी सोच में नहीं होनी चाहिएः मोदी
09.39 AM:
आजादी के दिन कई कांग्रेसी नेता मोदी को गाली देने में जुटे हैं: नरेंद्र मोदी
09.38 AM:
विकास की स्पर्धा देश की सबसे बड़ी जरूरतः नरेंद्र मोदी
09.36 AM:
विकास में गुजरात और देश में स्पर्धा करा लीजिएः नरेंद्र मोदी
09.36 AM:
गुजरात में सबसे कम बेरोजगारः नरेंद्र मोदी
09.35 AM:
गुजरात का विकास यहां की 6 करोड़ जनता की वजह सेः नरेंद्र मोदी
09.33 AM:
गुजरात के विकास में सबका योगदानः नरेंद्र मोदी
09.33 AM:
देश को परिवारवाद से मुक्ति चाहिएः नरेंद्र मोदी
09.32 AM:
देश को अहंकारी शासकों से मुक्ति चाहिएः नरेंद्र मोदी
09.31 AM:
भारत को भ्रष्टचार और महंगाई से मुक्त कराएंगेः नरेंद्र मोदी
09.30 AM:
महंगाई ने गरीबों ने जीना मुहाल कियाः नरेंद्र मोदी
09.29 AM:
नेता गरीबों की थाली में एसिड छिड़क रहे हैं: नरेंद्र मोदी
09.28 AM:
हर राज्य पहले से 3 रुपये प्रति किलो चावल दे रहा है: मोदी
09.26 AM:
खाद्य सुरक्षा बिल में नया क्या है: नरेंद्र मोदी
09.25 AM:
मेरी आवाज पहले पाकिस्तान सुन रहा है, दिल्ली बाद में: मोदी
09.25 AM:
प्रधानमंत्रीजी, गिरते रुपये के लिए कौन जिम्मेदार है?: नरेंद्र मोदी
09.24 AM:
पिछले 60 सालों में आपने क्या कियाः नरेंद्र मोदी
09.23 AM:
मनमोहन सिंह ने पहले पीएम नेहरू जी की तरह भाषण दियाः मोदी
09.21 AM:
देश के विकास में योगदान देना गुजरात का कर्तव्यः नरेंद्र मोदी
09.21 AM:
भारत के विकास में गुजरात का अहम योगदानः मोदी
09.21 AM:
लाल बहादुर शास्त्री और सरदार पटेल का जिक्र क्यों नहीं: नरेंद्र मोदी
09.20 AM:
आजादी पर पीएम सिर्फ एक परिवार को याद करते हैं: नरेंद्र मोदी
09.19 AM:
लालकिले से सिर्फ एक परिवार की बात हुईः नरेंद्र मोदी
09.19 AM:
भ्रष्टाचार पर देश को जवाब नहीं मिलाः नरेंद्र मोदी
09.17 AM:
भ्रष्टाचार के मूल में भाई-भतीजावादः नरेंद्र मोदी
09.17 AM:
भ्रष्टाचार में अब सास-बहू-दामाद का खेलः नरेंद्र मोदी
09.16 AM:
भ्रष्टाचार में अब मामा-भांजे का खेलः नरेंद्र मोदी
09.15 AM:
भ्रष्टाचार के खिलाफ ठोस कदम नहीं: नरेंद्र मोदी
09.14 AM:
हमारी सीमा पर सुरक्षा तय होः नरेंद्र मोदी
09.13 AM:
चीन पर नीति साफ नहीं की गईः नरेंद्र मोदी
09.12 AM:
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश नहीं दियाः मोदी
09.11 AM:
पीएम को लाल किला से सेना का मनोबल बढ़ाना चाहिए थाः नरेंद्र मोदी
09.10 AM:
प्रधानमंत्री की भाषा में निराशाः नरेंद्र मोदी
09.09 AM:
राष्ट्रपति के भाषण में पीड़ा झलकीः नरेंद्र मोदी
09.07 AM:
आज देश को नई सच की जरूरतः नरेंद्र मोदी
09.07 AM:
60 साल से रटी-रटाई बातें सुन रहे हैं: नरेंद्र मोदी
09.06 AM:
आजादी के बावजूद हम गुलामी की मानसिकता के शिकारः नरेंद्र मोदी
09.05 AM:
आजादी की लड़ाई में गुजरात का अहम योगदानः नरेंद्र मोदी
09.04 AM:
मोदी ने कहा, आजादी के लिए जान देने वालों को याद करो
09.02 AM:
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने फहराया तिरंगा. मोदी ने कहा-सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं.
08.02 AM:
सांप्रदायिकता को हमे रोकना होगाः पीएम
08.01 AM:
देश में सांप्रदायिकता की गुंजाइश नहीं: पीएम
08.00 AM:
आदिवासियों के विकास के लिए कमेटी बनाईः मनमोहन सिंह
07.59 AM:
अल्पसंख्यकों के लिए कई योजनाएं: मनमोहन सिंह
07.57 AM:
लोकसभा में लोकपाल बिल पास, राज्यसभा में पास होना बाकीः मनमोहन सिंह
07.57 AM:
राष्ट्रीय सुरक्षा पर सावधानी बरतने की जरूरतः मनमोहन सिंह
07.56 AM:
सरहद पर हमारे जवानों पर कायराना हमलाः मनमोहन सिंह
07.55 AM:
देश के 73 फीसदी लोगों के पास टेलीफॉन कनेक्शनः मनमोहन सिंह
07.54 AM:
स्वास्थ्य सेवाएं पहले से बेहतर हुईं, और सुधार जरूरीः पीएम
07.53 AM:
40 हवाई अड्डे बनाए गए या फिर उनका नवीनीकरण हुआः पीएम
07.53 AM:
47 हजार किलोमीटर हाईवे बनायाः मनमोहन सिंह
07.51 AM:
2 लाख किलोमीटर नई सड़कें बनाई गईः मनमोहन सिंह
07.50 AM:
2004 के बाद गरीबी घटी है, गरीबी दर का मापना मुश्किल कामः पीएम
07.49 AM:
बिहार मिडे डे मील हादसा फिर कभी ना होः मनमोहन सिंह
07.48 AM:
मिड डे मील परियोजना में सुधार की जरूरतः मनमोहन सिंह
07.47 AM:
शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा सुधार, पिछले 9 सालों में दोगुनी हुई छात्रों की संख्याः मनमोहन सिंह
07.46 AM:
मनरेगा की बदौलत करोड़ों लोगों को रोजगार मिलाः मनमोहन सिंह
07.45 AM:
ग्रामीण इलाकों में भी आ रही है खुशहालीः मनमोहन सिंह
07.44 AM:
बिल से 81 करोड़ भारतीयों को सस्ता अनाज मिलेगाः मनमोहन सिंह
07.44 AM:
खाद्य सुरक्षा बिल जल्द पास होगाः मनमोहन सिंह
07.43 AM:
यूपीए सरकार ने देश के नागरिकों का खाने का अधिकार दियाः मनमोहन सिंह
07.42 AM:
युवाओं को रोजगार के नये आयाम मिलेः मनमोहन सिंह
07.41 AM:
UPA सरकार की कई उपलब्धियां: मनमोहन सिहं
07.40 AM:
लोकतंत्र को बहुत मजबूती मिलीः मनमोहन सिंह
07.37 AM:
पिछले 10 साल देश के लिए बदलाव का दशक रहाः मनमोहन सिंह
07.36 AM:
इंदिरा गांधी ने देश को आत्मविश्वासः मनमोहन सिंह
07.34 AM:
1947 के बाद देश में बड़ा बदलाव आयाः मनमोहन सिंह
07.33 AM:
पनडु्ब्बी INS सिंधुरक्षक को खोने का दुख हैः मनमोहन सिंह
07.32 AM:
उत्तराखंड की त्रासदी का पूरा देश को दुख हैः मनमोहन सिंह
07.31 AM:
पूरे देश को स्वतंत्रता दिवस की बधाईः मनमोहन सिंह
07.30 AM:
मनमोहन सिंह ने लाल किला पर तिरंगा फहराया
07.20 AM:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह लालकिला पहुंचे, थोड़ी देर में फहराएंगे तिरंगा.
06.22 AM:
लालकिले की प्राचीर से मनमोहन सिंह लगातार दसवीं बार फहराएंगे तिरंगा, देश के नाम संबोधन में कर सकते हैं कई योजनाओं का एलान.
06.10 AM:
गुजरात में भुज के लालन कॉलेज में मोदी फहराएंगे तिरंगा, लेकिन स्वतंत्रता दिवस से पहले मनमोहन को दी चुनौती, कहा-भाषण की होगी तुलना.
06.00 AM:
स्वतंत्रता दिवस का एमएनएस ने मुंबई में मनाया जश्न, नेता राम कदम और फिल्म डॉयरेक्टर मधुर भंडारकर ने की शिरकत, जमकर हुई आतिशबाजी.
05.52 AM:
वाघा वॉर्डर पर जवानों ने मनाया आजादी का जश्न, पुरानी रस्म के तहत बांटी पाकिस्तान के साथ मिठाइयां, लेकिन शहीदों की याद से मिठास हुई कम.
05.45 AM:
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभर में हाई अलर्ट, दिल्ली में बेहद तगड़ी सुरक्षा, किले में तब्दील हुआ लाल किले का पूरा इलाका.
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गुजरात में माया कोडनानी के बाद अब सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के एक और नेता पर दंगों में शामिल होने का आरोप लगा है. ये खुलासा हुआ है 2002 में दंगों के दौरान अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर रहे पीसी पांडे के गुजरात के तत्कालीन डीजीपी पीके चक्रवर्ती को उस वक्त लिखे खत से.
अपने खत में पीसी पांडे ने बीजेपी नेता भरत बारोट की गतिविधियों पर सवाल उठाये थे, जो उस वक्त बीजेपी सरकार में मंत्री थे. पांडे की चिट्ठी के मुताबिक, दंगो के वक्त भरत बारोट प्राईवेट कार में दिल्ली दरवाजा के पास आये थे, जहा पर उन्होंने मौजूद वीएचपी और बजरंग दल के लोगों से कुछ बातचीत की और वहां से चले गए. इसके बाद वहां पथराव शुरू हो गया.
पांडे ने लिखा है कि इस चिठ्ठी का मकसद सरकार की नजरो में इस बात को लाना था कि सरकार के मंत्री खुद इस तरह की हरकत ना करें. हालांकि बारोट का नाम दंगों के किसी भी मामले में दर्ज नहीं है.
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लेख: 2 जुलाई: आकाश में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना.
3 जुलाई: हल्की बारिश और आकाश में बादल छाए रहेंगे.
4 जुलाई: हल्की बारिश के साथ आसमान में बादल.
5 जुलाई: आसमान में बादल और हल्की बारिश के आसार.
6 जुलाई: दिल्ली एनसीआर में हल्की बारिश और आकाश में बादल छाए रहेंगे.
7 जुलाई: बारिश और गरज के साथ छींटे.
8 जुलाई: दिल्ली एनसीआर में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार.
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली एनसीआर के लोगों को इस हफ्ते चिलचिलाती धूप और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है. 7 और 8 जुलाई को यहां पूरी बारिश की उम्मीद है. फिलहाल, पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में सूखा और अत्यंत गर्म मौसम बना हुआ है और लू की स्थिति भी बनी हुई है.
मॉनसून की कमजोर गति के कारण वैसे भी खद्यान्न उत्पादन के लिहाज से महत्वपूर्ण पंजाब और हरियाणा सहित देश के 24 राज्यों में जून में कम बारिश दर्ज हुई. इससे देश के 250 जिलों में जलसंकट की चिंता बनी हुई है. जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक समारोह से इतर आईएएनएस से कहा, "अभी तक कम बारिश हुई है, अब बेहतर की उम्मीद करते हैं." अब सभी की निगाहें इंद्र देवता पर हैं. इस बीच मौसम की सूचना देने वाली निजी कंपनी स्काईमेट ने इस साल औसतन कम मानसून का अनुमान जताया है. स्काईमेट के निदेशक महेश पालावत ने कहा कि जुलाई और अगस्त में मानसून की गति धीमी रहेगी. हालांकि उनका कहना है कि इसका असर कृषि क्षेत्र पर नहीं पड़ेगा.
जून में बारिश की 33 फीसदी कमी रही. पंजाब में 2014 के बाद पहली बार सूखे जैसे हालात हैं. उत्तर भारत में करीब-करीब हर जगह मानसून अपने तय समय पर नहीं पहुंच पाया. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली में बारिश 60-99 फीसदी औसत से कम रही. जुलाई में भी अगर कम बारिश होती है तो देश में सूखे जैसे हालात हो जाएंगे. इस बीच जलशक्ति मंत्रालय ने सोमवार को एक अभियान शुरू किया जो कि 30 नवंबर तक चलेगा. इससे देश के 256 जिलों के 1592 जल की कमी झेल क्षेत्रों में जल संरक्षण को गति मिलेगी.
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लेख: फुटबॉल की विश्व नियामक संस्था-फीफा ने बुधवार को अपने महासचिव जेरोम वाल्को को बर्खास्त करने की घोषणा की। फ्रांस निवासी 55 साल के वाल्के को इससे पहले विश्व कप के टिकटों की बिक्री में कथित धांधली के आरोप में निलम्बित किया गया था।
फीफा की एथिक्स कमिटि ने नियम तोड़ने को लेकर बीते साल 17 सितम्बर को वाल्के को कार्यमुक्त कर दिया था।
फीफा ने बुधवार को जारी बयान में कहा, "फीफा की आपात समिति ने 9 जनवरी, 2016 को वाल्के को बर्खास्त करने का फैसला किया। वाल्के को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाता है।" फीफा ने कहा कि कार्यवाहक महासचिव मार्कस काटनर को इस पद पर आसीन किया जा रहा है।टिप्पणियां
फीफा की एथिक्स कमिटि ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वाल्के नौ साल तक फुटबाल से जुड़ी किसी भी गतिविधि में शरीक नहीं हो सकेंगे। बीते दिसम्बर में फीफा प्रमुख सैप ब्लाटर और उपाध्यक्ष माइकल प्लाटिनी को एथिक्स कमिटि ने आठ साल के लिए निलम्बित कर दिया था।
फीफा की एथिक्स कमिटि ने नियम तोड़ने को लेकर बीते साल 17 सितम्बर को वाल्के को कार्यमुक्त कर दिया था।
फीफा ने बुधवार को जारी बयान में कहा, "फीफा की आपात समिति ने 9 जनवरी, 2016 को वाल्के को बर्खास्त करने का फैसला किया। वाल्के को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाता है।" फीफा ने कहा कि कार्यवाहक महासचिव मार्कस काटनर को इस पद पर आसीन किया जा रहा है।टिप्पणियां
फीफा की एथिक्स कमिटि ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वाल्के नौ साल तक फुटबाल से जुड़ी किसी भी गतिविधि में शरीक नहीं हो सकेंगे। बीते दिसम्बर में फीफा प्रमुख सैप ब्लाटर और उपाध्यक्ष माइकल प्लाटिनी को एथिक्स कमिटि ने आठ साल के लिए निलम्बित कर दिया था।
फीफा ने बुधवार को जारी बयान में कहा, "फीफा की आपात समिति ने 9 जनवरी, 2016 को वाल्के को बर्खास्त करने का फैसला किया। वाल्के को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाता है।" फीफा ने कहा कि कार्यवाहक महासचिव मार्कस काटनर को इस पद पर आसीन किया जा रहा है।टिप्पणियां
फीफा की एथिक्स कमिटि ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वाल्के नौ साल तक फुटबाल से जुड़ी किसी भी गतिविधि में शरीक नहीं हो सकेंगे। बीते दिसम्बर में फीफा प्रमुख सैप ब्लाटर और उपाध्यक्ष माइकल प्लाटिनी को एथिक्स कमिटि ने आठ साल के लिए निलम्बित कर दिया था।
फीफा की एथिक्स कमिटि ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वाल्के नौ साल तक फुटबाल से जुड़ी किसी भी गतिविधि में शरीक नहीं हो सकेंगे। बीते दिसम्बर में फीफा प्रमुख सैप ब्लाटर और उपाध्यक्ष माइकल प्लाटिनी को एथिक्स कमिटि ने आठ साल के लिए निलम्बित कर दिया था।
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एशियाई बाजारों में कमजोर रुख के चलते देश के शेयर बाजारों में सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिवस मंगलवार को भी शुरुआती कारोबार में मामूली उतार-चढ़ाव रहा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) संवेदी सूचकांक सेन्सेक्स कारोबार की शुरुआत में ही 22.97 अंक नीचे 17,749.87 पर पहुंच गया था, जो सोमवार को 24.15 अंक मजबूत होकर बंद हुआ था।टिप्पणियां
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी कारोबार की शुरुआत में ही 6.30 अंक की गिरावट के साथ 5,383.90 अंक पर आ गया था। हालांकि सुबह करीब 9:45 बजे सेन्सेक्स 28.14 अंकोंकी बढ़त के साथ 17800.98 पर, और निफ्टी 9.05 अंकों की बढ़त के साथ 5399.25 पर कारोबार कर रहा था। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी का रुख था।
ब्रोकरों के मुताबिक मूडीज़ द्वारा कई यूरोपीय देशों की ऋण साख घटाए जाने के बाद एशियाई बाजारों के कमजोर रुख से यहां भी निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया है।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी कारोबार की शुरुआत में ही 6.30 अंक की गिरावट के साथ 5,383.90 अंक पर आ गया था। हालांकि सुबह करीब 9:45 बजे सेन्सेक्स 28.14 अंकोंकी बढ़त के साथ 17800.98 पर, और निफ्टी 9.05 अंकों की बढ़त के साथ 5399.25 पर कारोबार कर रहा था। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी का रुख था।
ब्रोकरों के मुताबिक मूडीज़ द्वारा कई यूरोपीय देशों की ऋण साख घटाए जाने के बाद एशियाई बाजारों के कमजोर रुख से यहां भी निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया है।
ब्रोकरों के मुताबिक मूडीज़ द्वारा कई यूरोपीय देशों की ऋण साख घटाए जाने के बाद एशियाई बाजारों के कमजोर रुख से यहां भी निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया है।
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मुक्त अधिगम (ओपेन लर्निंग) शिक्षा सम्बन्धी एक नवाचारी आन्दोलन एवं शिक्षा-सुधार है जो औपचारिक शिक्षा प्रणाली के अन्दर अधिगम (सीखने) के अवसरों में वृद्धि करता है या सीखने के अवसरों को औपचारिक शिक्षा पद्धति की सीमाओं के परे ले जाता है। यह आन्दोलन १९७० के दशक में सामने आया और आज शिक्षा व्यवस्था में इसने महत्वपूर्ण जगह बना ली है।
मुक्त अधिगम में आने वाली प्रमुख चीजें ये हैं-
कक्षा में शिक्षण
अन्तःक्रियात्मक (इंटरैक्टिव) अधिगम
कार्य से सम्बन्धित शिक्षा एवं प्रशिक्षण
मुक्त शैक्षिक संसाधनों का विकास एवं उपयोग
अधिगम का लचीलापन-
शिक्षा संस्थान में प्रवेश एवं छोड़ने में लचीलापन
अध्यन के स्थान, समय, गति में लचीलापन
अध्ययन की विधि में लचीलापन
पाठ्यक्रम के चयन एवं मिश्रण में लचीलापन
मूल्यांकन एवं पाठ्यक्रम समाप्ति का लचीलापन
जितना कम प्रतिबन्ध होते हैं, शिक्षा उतनी ही अधिक मुक्त कही जायेगी। मुक्त अधिगम का उद्देश्य सामाजिक और शैक्षिक असमताओं को मिटाना है तथा ऐसे अवसर प्रदान करना है जो पारम्परिक महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों द्वारा नहीं प्रदान किये जाते।
इन्हें भी देखें
मुक्त शिक्षा
दूरस्थ शिक्षा
मुक्त विश्वविद्यालय
मुक्त शिक्षा विद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय)
मुक्त स्रोत
मुक्तस्रोत सॉफ्टवेयर
मुक्त आँकड़े (ओपेन डेटा)
शिक्षा
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अल्जीरिया के विशेष बलों ने सहारा रेगिस्तान के बीच स्थित प्राकृतिक गैस संयंत्र परिसर में शनिवार को आखिरी धावा बोलते हुए चार दिनों से चल रहे बंधक संकट को समाप्त कर दिया। सरकारी संवाद एजेंसी और दो विदेशी सरकारों ने यह जानकारी दी है।
इस पूरे संकट के दौरान 19 बंधकों और 29 इस्लामी आतंकवादियों की जान गई। अल्जीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी।
अल्जीरियाई अधिकारियों ने पूर्व में अनुमान लगाया था कि ऐन अमेनास स्थित इस परिसर पर बुधवार को करीब 30 आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया था और इनमें से 19 के मारे जाने की खबर है। ऐसा लगता है कि बंधक संकट आखिरकार खत्म हो गया है।
बहरहाल, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि इस परिसर में छिपे आतंकवादियों के आखिरी दल के पास कितने बंधक हैं लेकिन आतंकवादियों ने खुद से बताया कि उन्होंने बेल्जियम के तीन, अमेरिका के दो, जापान के एक और ब्रिटेन के एक नागरिक को अभी भी बंधक बना रखा है।
यह संयंत्र संयुक्त रूप से बीपी, नार्वे की स्तातोइल और अल्जीरिया की सरकारी तेल कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। आतंकवादियों ने बुधवार सुबह संयंत्र पर हमला किया था।
इस गतिरोध ने इस क्षेत्र के आतंकवाद के प्रभाव में आने और अलकायदा से जुड़े समूहों के माली से लेकर लीबिया तक दूर दराज के इलाकों में मुक्त रूप से घूमने को उजागर किया है।टिप्पणियां
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
इस पूरे संकट के दौरान 19 बंधकों और 29 इस्लामी आतंकवादियों की जान गई। अल्जीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी।
अल्जीरियाई अधिकारियों ने पूर्व में अनुमान लगाया था कि ऐन अमेनास स्थित इस परिसर पर बुधवार को करीब 30 आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया था और इनमें से 19 के मारे जाने की खबर है। ऐसा लगता है कि बंधक संकट आखिरकार खत्म हो गया है।
बहरहाल, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि इस परिसर में छिपे आतंकवादियों के आखिरी दल के पास कितने बंधक हैं लेकिन आतंकवादियों ने खुद से बताया कि उन्होंने बेल्जियम के तीन, अमेरिका के दो, जापान के एक और ब्रिटेन के एक नागरिक को अभी भी बंधक बना रखा है।
यह संयंत्र संयुक्त रूप से बीपी, नार्वे की स्तातोइल और अल्जीरिया की सरकारी तेल कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। आतंकवादियों ने बुधवार सुबह संयंत्र पर हमला किया था।
इस गतिरोध ने इस क्षेत्र के आतंकवाद के प्रभाव में आने और अलकायदा से जुड़े समूहों के माली से लेकर लीबिया तक दूर दराज के इलाकों में मुक्त रूप से घूमने को उजागर किया है।टिप्पणियां
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
अल्जीरियाई अधिकारियों ने पूर्व में अनुमान लगाया था कि ऐन अमेनास स्थित इस परिसर पर बुधवार को करीब 30 आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया था और इनमें से 19 के मारे जाने की खबर है। ऐसा लगता है कि बंधक संकट आखिरकार खत्म हो गया है।
बहरहाल, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि इस परिसर में छिपे आतंकवादियों के आखिरी दल के पास कितने बंधक हैं लेकिन आतंकवादियों ने खुद से बताया कि उन्होंने बेल्जियम के तीन, अमेरिका के दो, जापान के एक और ब्रिटेन के एक नागरिक को अभी भी बंधक बना रखा है।
यह संयंत्र संयुक्त रूप से बीपी, नार्वे की स्तातोइल और अल्जीरिया की सरकारी तेल कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। आतंकवादियों ने बुधवार सुबह संयंत्र पर हमला किया था।
इस गतिरोध ने इस क्षेत्र के आतंकवाद के प्रभाव में आने और अलकायदा से जुड़े समूहों के माली से लेकर लीबिया तक दूर दराज के इलाकों में मुक्त रूप से घूमने को उजागर किया है।टिप्पणियां
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
बहरहाल, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि इस परिसर में छिपे आतंकवादियों के आखिरी दल के पास कितने बंधक हैं लेकिन आतंकवादियों ने खुद से बताया कि उन्होंने बेल्जियम के तीन, अमेरिका के दो, जापान के एक और ब्रिटेन के एक नागरिक को अभी भी बंधक बना रखा है।
यह संयंत्र संयुक्त रूप से बीपी, नार्वे की स्तातोइल और अल्जीरिया की सरकारी तेल कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। आतंकवादियों ने बुधवार सुबह संयंत्र पर हमला किया था।
इस गतिरोध ने इस क्षेत्र के आतंकवाद के प्रभाव में आने और अलकायदा से जुड़े समूहों के माली से लेकर लीबिया तक दूर दराज के इलाकों में मुक्त रूप से घूमने को उजागर किया है।टिप्पणियां
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
यह संयंत्र संयुक्त रूप से बीपी, नार्वे की स्तातोइल और अल्जीरिया की सरकारी तेल कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। आतंकवादियों ने बुधवार सुबह संयंत्र पर हमला किया था।
इस गतिरोध ने इस क्षेत्र के आतंकवाद के प्रभाव में आने और अलकायदा से जुड़े समूहों के माली से लेकर लीबिया तक दूर दराज के इलाकों में मुक्त रूप से घूमने को उजागर किया है।टिप्पणियां
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
इस गतिरोध ने इस क्षेत्र के आतंकवाद के प्रभाव में आने और अलकायदा से जुड़े समूहों के माली से लेकर लीबिया तक दूर दराज के इलाकों में मुक्त रूप से घूमने को उजागर किया है।टिप्पणियां
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
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विशेषज्ञ की राय उसी व्यक्ति के द्वारा अभिव्यक्त की जाती है जिसके पास अपने क्षेत्र से जुड़ा विशेष ज्ञान हो। विशेषज्ञ द्वारा राय दिए जाने के बाद उस राय को साधारण व्यक्ति नहीं बदल सकता। विशेषज्ञ को अपने निष्कर्ष साबित करने के लिए वैज्ञानिक मापदंड की आवश्यकता पड़ती है, जिससे वह अपनी बात की सच्चाई साबित कर सकता है। ऐसी प्रमाणित बातों को आधार बनाकर न्यायालय अपना निर्णय किसी के पक्ष में कर सकती है तथा किसी दंडित कर सकता है। न्यायालय ही यह सुनिश्चित करता है की विशेषज्ञ द्वारा दिया गया प्रमाण माननीय है या नहीं। न्यायालय के अलावा विशेषज्ञ के फैसले पर उसी क्षेत्र के विशेषज्ञ ही माननीय रूप से भिन्न मत व्यक्त कर सकते हैं।
विशेषज्ञ की गवाह के रूप में भूमिका
आम तौर पर विशेषज्ञ को चोट की गंभीरता, अपराध की स्थिति और आघात को देखकर ही बुलाया जाता है। विशेषज्ञ के बयान से ही निष्कर्ष निकाला जाता है कि सही स्थिति क्या है और दोषी कौन है।
कभी-कभी न्यायाधिकरण और पंच अपने फैसले का मूल्यांकन करने के लिए भी विशेषज्ञ की राय लेते है ताकि यह तय हो कि उनके द्वारा किए गए फ़ैसले का कोई पहलू अनदेखा न रह गया हो।
विशेषज्ञ के कई दायित्व होते हैं, खास तौर पर दांडिक परिक्षण में और जूठे साक्ष्य साबित करने में। ऐसे ही जूठे साक्ष्य को गलत साबित करके विशेषज्ञ गुनाह साबित करने में परम भूमिका निभाते हैं।
विशेषज्ञ पूरी तरह से निष्पक्ष होकर अपनी गवाही देते हैं और बिना किसी और की सहायता लिए दोषी व्यक्ति का जुर्म साबित करते हैं।
सन्दर्भ
न्यायालयिक विज्ञान
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यह लेख है: 25 किलो वज़न और 40 इंच लम्बे, 17 हज कर चुके हाजी मन्ना का 21 जनवरी 2016 की सुबह मक्का शरीफ में देहांत हो गया। मक्का के जन्नतुल बाला क़ब्रिस्तान में रविवार को भारतीय समय के अनुसार शाम 4 बजे उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
भारत की आज़ादी से एक साल पहले 1946 में उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के काजीपुरा में जन्में अब्दुल मन्नान उर्फ़ हाजी मन्ना अपने मां-बाप की सबसे छोटी औलाद थे। उनके घर में सबसे बड़ी उनकी बहन ज़ोहरा बेगम और उनके भाई इक़बाल अहमद भी अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन उनके एक और बड़े भाई एखलाक अहमद उर्फ़ छोटे जो डील-डौल में उनसे थोड़े ही बड़े हैं, वह अभी ज़िन्दा हैं। मन्ना के नाम के आगे 1978 में हाजी जुड़ गया, क्योंकि हाजी मन्ना पहली बार 1978 में अपनी ख़ाला बीबी अम्मा के साथ हज करने गए थे। तब से अब तक वह 17 बार हज कर चुके थे, लेकिन 21 जनवरी 2016 की सुबह मक्का शरीफ में उनके इन्तेकाल के बाद हज करने का सिलसिला रुक गया।
हाजी मन्ना के दूसरे हज का किस्सा काफी मशहूर हुआ, क्योंकि सन 1999 में मन्ना को हज पर जाने की मंजूरी नहीं मिली थी। तब मन्ना उस वक्त अटल बिहारी वाजपेयी के पास पहुंच गए, लेकिन किसी ने उन्हें अटल जी से मिलने नहीं दिया। तब वह मंत्रालय के गेट के बाहर खड़े हो गए और जैसे ही अटल जी बाहर निकले, वह उनकी गाड़ी के दरवाज़े में लटक गए। अटल जी ने गाड़ी रुकवाई और मन्ना का डील-डौल देख कर काफी प्रभवित हुए। साथ ही मन्ना को हज जाने के लिए ग्रान्ट दे दी। अपने दूसरे हज पर जाने से पहले 1995 से 1999 तक मन्ना दिल्ली हज कमेटी में हाजियों की खिदमत गुज़ारी के लिए गठित समिति के सदस्य भी रहे। लेकिन 1999 के बाद से उनके इन्तेकाल तक वह मक्का और मदीना में साल के 9 महीने रुककर ही हाजियों की खिदमत करते थे, हर साल वह हाजियों के साथ चले जाते, लेकिन वापस 9 महीने के बाद सिर्फ 3 महीने के लिए बहराइच आते थे। उनके इन्तेकाल से बहराइच ने एक सच्चा समाज सेवक खो दिया है।टिप्पणियां
हाजी मन्ना यूं तो किसी पार्टी के सदस्य नहीं थे, लेकिन समाज सेवा से उनका जुड़ाव काफी था। सन 1980 में उन्होंने एक बार देखा कि एक लाश जिसका कोई वारिस नहीं था, उसको पोस्टमार्टम के बाद नदी में फेका जा रहा है। यह घटना उन्हें काफी अजीब लगी और उन्होंने अस्पताल के अधिकारीयों से सम्पर्क किया और उनसे कह दिया कि अब किसी भी मुस्लिम की लाश जो लावारिस होगी वह हमें सौंप दी जाय और उसका कफ़न-दफन हम करेंगे। तबसे मुसलमानों की लाशें स्वास्थ्य विभाग उन्हें सौंपने लगा। लेकिन कभी किसी नए अधिकारी के आ जाने पर अगर उन्हें लाश नहीं मिलती तो वह इसकी शिकायत भी आला अधिकारियों से करते। लाशों को दफनाने के आलावा मन्ना गरीब लड़कियों की शादी में भी आर्थिक मदद किया करते थे।
समाज सेवा से जुड़े होने के कारण लोगों ने उन्हें 1989 में शहर के काजीपुरा वार्ड से मेम्बर के लिए खड़ा कर दिया जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। हाजी मन्ना ने अपने प्रतिद्वन्दी को 1556 वोटों से हराया जो उस वर्ष का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
भारत की आज़ादी से एक साल पहले 1946 में उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के काजीपुरा में जन्में अब्दुल मन्नान उर्फ़ हाजी मन्ना अपने मां-बाप की सबसे छोटी औलाद थे। उनके घर में सबसे बड़ी उनकी बहन ज़ोहरा बेगम और उनके भाई इक़बाल अहमद भी अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन उनके एक और बड़े भाई एखलाक अहमद उर्फ़ छोटे जो डील-डौल में उनसे थोड़े ही बड़े हैं, वह अभी ज़िन्दा हैं। मन्ना के नाम के आगे 1978 में हाजी जुड़ गया, क्योंकि हाजी मन्ना पहली बार 1978 में अपनी ख़ाला बीबी अम्मा के साथ हज करने गए थे। तब से अब तक वह 17 बार हज कर चुके थे, लेकिन 21 जनवरी 2016 की सुबह मक्का शरीफ में उनके इन्तेकाल के बाद हज करने का सिलसिला रुक गया।
हाजी मन्ना के दूसरे हज का किस्सा काफी मशहूर हुआ, क्योंकि सन 1999 में मन्ना को हज पर जाने की मंजूरी नहीं मिली थी। तब मन्ना उस वक्त अटल बिहारी वाजपेयी के पास पहुंच गए, लेकिन किसी ने उन्हें अटल जी से मिलने नहीं दिया। तब वह मंत्रालय के गेट के बाहर खड़े हो गए और जैसे ही अटल जी बाहर निकले, वह उनकी गाड़ी के दरवाज़े में लटक गए। अटल जी ने गाड़ी रुकवाई और मन्ना का डील-डौल देख कर काफी प्रभवित हुए। साथ ही मन्ना को हज जाने के लिए ग्रान्ट दे दी। अपने दूसरे हज पर जाने से पहले 1995 से 1999 तक मन्ना दिल्ली हज कमेटी में हाजियों की खिदमत गुज़ारी के लिए गठित समिति के सदस्य भी रहे। लेकिन 1999 के बाद से उनके इन्तेकाल तक वह मक्का और मदीना में साल के 9 महीने रुककर ही हाजियों की खिदमत करते थे, हर साल वह हाजियों के साथ चले जाते, लेकिन वापस 9 महीने के बाद सिर्फ 3 महीने के लिए बहराइच आते थे। उनके इन्तेकाल से बहराइच ने एक सच्चा समाज सेवक खो दिया है।टिप्पणियां
हाजी मन्ना यूं तो किसी पार्टी के सदस्य नहीं थे, लेकिन समाज सेवा से उनका जुड़ाव काफी था। सन 1980 में उन्होंने एक बार देखा कि एक लाश जिसका कोई वारिस नहीं था, उसको पोस्टमार्टम के बाद नदी में फेका जा रहा है। यह घटना उन्हें काफी अजीब लगी और उन्होंने अस्पताल के अधिकारीयों से सम्पर्क किया और उनसे कह दिया कि अब किसी भी मुस्लिम की लाश जो लावारिस होगी वह हमें सौंप दी जाय और उसका कफ़न-दफन हम करेंगे। तबसे मुसलमानों की लाशें स्वास्थ्य विभाग उन्हें सौंपने लगा। लेकिन कभी किसी नए अधिकारी के आ जाने पर अगर उन्हें लाश नहीं मिलती तो वह इसकी शिकायत भी आला अधिकारियों से करते। लाशों को दफनाने के आलावा मन्ना गरीब लड़कियों की शादी में भी आर्थिक मदद किया करते थे।
समाज सेवा से जुड़े होने के कारण लोगों ने उन्हें 1989 में शहर के काजीपुरा वार्ड से मेम्बर के लिए खड़ा कर दिया जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। हाजी मन्ना ने अपने प्रतिद्वन्दी को 1556 वोटों से हराया जो उस वर्ष का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
हाजी मन्ना यूं तो किसी पार्टी के सदस्य नहीं थे, लेकिन समाज सेवा से उनका जुड़ाव काफी था। सन 1980 में उन्होंने एक बार देखा कि एक लाश जिसका कोई वारिस नहीं था, उसको पोस्टमार्टम के बाद नदी में फेका जा रहा है। यह घटना उन्हें काफी अजीब लगी और उन्होंने अस्पताल के अधिकारीयों से सम्पर्क किया और उनसे कह दिया कि अब किसी भी मुस्लिम की लाश जो लावारिस होगी वह हमें सौंप दी जाय और उसका कफ़न-दफन हम करेंगे। तबसे मुसलमानों की लाशें स्वास्थ्य विभाग उन्हें सौंपने लगा। लेकिन कभी किसी नए अधिकारी के आ जाने पर अगर उन्हें लाश नहीं मिलती तो वह इसकी शिकायत भी आला अधिकारियों से करते। लाशों को दफनाने के आलावा मन्ना गरीब लड़कियों की शादी में भी आर्थिक मदद किया करते थे।
समाज सेवा से जुड़े होने के कारण लोगों ने उन्हें 1989 में शहर के काजीपुरा वार्ड से मेम्बर के लिए खड़ा कर दिया जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। हाजी मन्ना ने अपने प्रतिद्वन्दी को 1556 वोटों से हराया जो उस वर्ष का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
समाज सेवा से जुड़े होने के कारण लोगों ने उन्हें 1989 में शहर के काजीपुरा वार्ड से मेम्बर के लिए खड़ा कर दिया जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। हाजी मन्ना ने अपने प्रतिद्वन्दी को 1556 वोटों से हराया जो उस वर्ष का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
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मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 पर ऐतिहासिक और कठोर फैसला लेने के बाद अब 'मिशन संवाद' शुरू किया है. मकसद है आम कश्मीरियों के जेहन में छाए आशंकाओं के बादल को छांटने का. संवाद के मोर्चे पर फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल लगे हैं. जो घाटी के विभिन्न हिस्सों में जाकर आम जन के साथ बातचीत कर उनका हालचाल पूछने के साथ उनके बीच लंच भी करते हैं. बताया जा रहा है कि आने वाले वक्त में मोदी सरकार कुछ और केंद्रीय मंत्रियों, रणनीतिकारों और बड़े अफसरों को संवाद के मोर्चे पर काम करने के लिए घाटी में उतार सकती है.
घाटी में तैनात सेना के बड़े अफसर भी सहज संवाद के जरिए आम कश्मीरियों का दिल जीतने में लगे हैं. मकसद है कि सरकार की ओर से उठाए गए ऐतिहासिक फैसले के बाद घाटी में सब कुछ सामान्य रहे. दरअसल अनुच्छेद 370 पर लिए गए फैसले से पाकिस्तान बौखला गया है. वह ऐसे माहौल में घाटी को अशांत करने के लिए नापाक हरकतों का सहारा ले सकता है. ऐसे में केंद्र सरकार पूरी तरह सजग है. गृह मंत्री अमित शाह भी आने वाले वक्त में इस संवाद मुहिम को अपने स्तर से और गति दे सकते हैं. बताया जा रहा है कि वह स्वतंत्रता दिवस के आसपास घाटी जा सकते हैं.
घाटी को मुख्यधारा में ला रही मोदी सरकार
मोदी सरकार घाटी को विकास की मुख्यधारा में लाने के प्रयास में जुटी है. पिछले साल अक्टूबर में सात साल के बाद पंचायत चुनाव कराए गए. सरपंचों के चुनाव के बाद मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर की पंचायतों के खाते में सीधे पैसा भेजने की व्यवस्था की. ताकि पैसे का इस्तेमाल सही से गांवों के विकास में हो सके. इसके लिए मोदी सरकार ने 3700 करोड़ रुपये मंजूर किए. पहली किश्त पंचायतों के खाते मे भेजी जा चुकी है. इसके अलावा राज्यपाल की ओर से सरकारी मशीनरी को घाटी के दुर्गम गांवों तक भेजा जा रहा है. ताकि स्थानीय जनता की समस्याओं का निवारण हो सके.
केंद्र सरकार की ओर से सभी योजनाओं को अब जम्मू-कश्मीर में धरातल पर उतारने की दिशा में काम हो रहा है. चाहे रसोई गैस सिलेंडर की योजना उज्जवला हो या फिर मुफ्त इलाज की आयुष्मान योजना. मोदी सरकार का मानना है कि सरकारी योजनाओं का जब कश्मीरी जनता को लाभ मिलेगा तो वह संतुष्ट होगी. उसे लगेगा कि सरकार जो कुछ कर रही है, उनके हित के लिए कर रही है.
हालात सामान्य होने के बाद चुनाव
अनुच्छेद 370 के असरहीन होने के बाद घाटी के माहौल को देखते हुए अभी विधानसभा चुनाव में कुछ वक्त लग सकता है. संसद में गृह मंत्री और अपने संबोधन में पीएम मोदी कह चुके हैं कि भले ही जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश रहेगा, मगर वहां विधानसभा चुनाव पहले की तरह होंगे और मुख्यमंत्री भी होगा. सिर्फ लद्दाख में विधानसभा नहीं होगी. सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार पहले घाटी के माहौल को सामान्य करना चाहती है. इसके बाद जब सरकार आश्वस्त हो जाएगी कि अब सब कुछ ठीक है तो फिर विधानसभा चुनाव कराने का फैसला होगा. हालांकि चुनाव आयोग अपने स्तर से तैयारियों को पहसे से ही गति देने में लगा है.
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दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता को धमकी देने वाले की पहचान कर ली गई है. आरोपी ने सीएम केजरीवाल के ऑफिशियल ई-मेल आईडी पर धमकी भरा मेल भेजा था. इस ई-मेल के जरिए आरोपी ने केजरीवाल से कहा था कि अगर वो अपनी बेटी को बचा सकते हैं, तो बचा लें. हम उनको किडनैप कर लेंगे.
स्पेशल सेल की साइबर यूनिट के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की बेटी को जिस शख्स ने धमकी दी है, उसकी पहचान बिहार के मोतिहारी निवासी विकास के रूप में हुई है. फिलहाल, आरोपी पढ़ाई कर रहा है. स्पेशल सेल ने उसको हिरासत में ले लिया है और बिहार में पूछताछ कर रही है. सूत्रों के मुताबिक आरोपी को दिल्ली लाया जा सकता है. इस मामले में पुलिस ने एनसीआर भी दर्ज की है.
आपको बता दें कि 9 जुलाई को सीएम केजरीवाल की ऑफिशियल ई-मेल आईडी पर एक मेल भेजा गया था, जिसमें उनकी बेटी हर्षिता को किडनैप करने की धमकी दी गई थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने हर्षिता केजरीवाल की सुरक्षा में एक Protective Service Officer (PSO) को तैनात कर दिया. साथ ही मामले की जांच साइबर सेल को सौंप दी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि पहले ई-मेल पर सीएम केजरीवाल की बेटी को धमकी दी गई और फिर दूसरे ई-मेल में धमकीबाज ने कहा कि उसने मजाक में धमकी भरा ई-मेल भेजा है.
इस मामले में शिकायत मिलने के बाद से ही साइबर सेल आरोपी की तलाश कर रही थी. आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ई-मेल के जरिए धमकी दी गई है. इससे पहले साल 2017 में सीएम केजरीवाल के ऑफिशियल ई-मेल आईडी पर मेल भेजकर धमकी दी गई थी. इसमें केजरीवाल को जान से मारने की धमकी मिली थी. इसके अलावा साल 2016 में मुख्यमंत्री केजरीवाल को दिल्ली पुलिस के इमरजेंसी नंबर 100 पर फोन करके धमकी दी गई थी.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता केजरीवाल आईआईटियन हैं. उन्होंने दिल्ली के Indian Institute of Technology (IIT) से पढ़ाई की है. हर्षिता की तरह उनके पिता अरविंद केजरीवाल भी आईआईटियन हैं. उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. केजरीवाल ने राजनीति में आने से पहले आईआरएस की परीक्षा भी पास की थी. उन्होंने साल 2012 में आम आदमी पार्टी की स्थापना की थी और दिल्ली विधानसभा चुनाव में उतरे थे.
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार साल 2013 में मैदान में उतरी थी, जिसमें उसे 70 में से 27 सीटों पर जीत मिली थी. इसके बाद आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, जो ज्यादा दिन तक नहीं चली. इसके बाद साल 2015 में दिल्ली विधानसभा के चुनाव हुई, जिसमें आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटों पर जीत मिली. इस बार आम आदमी पार्टी ने पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करके दिल्ली में सरकार बनाई.
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फोल्ड इट () वाशिंगटन विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया गया एक ऑनलाइन वीडियो गेम है। इस वीडियो गेम को प्रोटीन की संरचना को समझने और उसे प्रयोगशाला में तैयार करने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह गेम वाशिंगटन विश्वविद्यालय की प्रयोगधर्मी शोध परियोजना का हिस्सा है। इस गेम को वाशिंगटन विश्वविद्यालय के खेल विज्ञान केंद्र द्वारा, जैवरसायनिकी विभाग के सहयोग से, विकसित किया गया है। इस परियोजना से औषधि निर्माण में सहायता मिलने की संभावना है।
सन्दर्भ
प्रोटीन
वीडियो गेम
जैवरसायनिकी
जैव प्रौद्योगिकी
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अधिदक्ष कण छन्नी, वायु को साफ़ करने की एक छन्नी है जिससे बहुत छोटे कण(०.३ माइक्रॉन) भी छानकर निकाले जा सकते हैं। इसका आविष्कार १९५० के दशक में अमेरिका के परमाणु उर्जा संस्थान में शोध के बाद हुआ। इसे शोध का उद्देश्य परमाणु-संयंत्रों में छोटे कणों के हवा में चले जाने और इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक विकिरण फैलाने से रोकना था। इसका आरंभिक नाम हीपा (High Eficciency Particulate Air, HEPA) था, जो अब High Eficciency Particulate Arrest है।
आजकल इसका उपयोग परमाणु संयंत्रों, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक कारखानों, हवाई जहाजों, औपरेशन थियेटरों जैसी जगहों पर होता है जहाँ अधिक शुद्ध हवा की जरूरत होती है। माइक्रोइलेक्टॉनिक कारखानों में बड़े कणों के चले जाने से उत्पादन की गुणवत्ता और उत्पादों के सही चलने का भरोसा बहुत कम हो जाता है। कुछ घरों और कारों में भी इसका इस्तेमाल होता है। दावा किया जाता है कि यह अत्यधिक छोटे कण, यहाँ तक कि जीवाणुओं को भी निकाल देता है जिससे रोगों के फैलने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
इसके अंदर में फाइबर काँच की कई परतें होती हैं, जिससे टकराकर कण फंस जाते हैं। कण अगर १ माइक्रॉन से कम दूरी पर होते हैं तो भी खिंचे चले आते हैं।
इन्हें भी देखें
वायु छनित्र
सूक्ष्म तकनीकी
वायु प्रदूषण
निलंबित कण द्रव्य(एसपीएम)
बाहरी कड़ियाँ
Recommended Practice on HEPA and ULPA Filters
Why You Shouldn’t Clean and Reuse a Disposable HEPA Filter
छन्नी
भवन जीवविज्ञान
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चीनी टेक कंपनी शाओमी ने भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. अब बारी है टीवी मार्केट की. शाओमी ने भारत में आक्रामक कीमत, फीचर्स और बेहतर डिजाइन के साथ कई स्मार्ट टीवी लॉन्च किए हैं. बिक्री भी काफी हुई, टीवी आउट ऑफ स्टॉक हुए और लोगों में इसका उत्साह भी दिखा.
रिसर्च फर्म इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन की स्मार्ट होम प्रोडक्ट्स ग्रोथ की रिपोर्ट के मुताबिक शाओमी के इन प्रोडक्ट्स का इयर ऑन इयर ग्रोथ 107 फीसदी बढ़ा है और 2018 की दूसरी तिमाही में 1.4 मिलियन प्रोडक्ट्स बिके हैं.
गौरतलब है कि 1.4 मिलियन प्रोडक्ट्स में कनेक्टेड लाइट्स,
स्मार्ट स्पीकर्स
, कनेक्टेड थर्मोस्टेट्स, स्मार्ट टीवी, होम मॉनिटरिंग सिक्योरिटी प्रोडक्ट्स, डिजिटल मीडिया ऐडेप्टर्स जैसी चीजें शामिल हैं.
IDC की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि शाओमी ने 2018 की दूसरी तिमाही में स्मार्ट टीवी सेग्मेंट में अपनी शिपमेंट को बढ़ा कर तीन गुना कर दिया है और इस कैटिगरी में नंबर-1 बन गई है. शाओमी का दावा है कि कंपनी ने भारतीय बाजार में छह महीने के अंदर 5 लाख स्मार्ट टीवी बेचे हैं. आपको बता दें कि कंपनी ने भारत में इसी साल फरवरी में पहली बार स्मार्ट टीवी लॉन्च किया है और हाल ही में इस सेग्मेमें में विस्तार करते हुए नई सीरीज की स्मार्ट टीवी भी लॉन्च किए हैं.
भारत में वीडियो स्ट्रीमिंग कैटिगरी में ऐमेजॉन का दबदबा है. इस रिपोर्ट के मुताबिक 10 में से 8 स्ट्रीमिंग डिवाइस जो बेची गई हैं वो ऐमेजॉन फायर स्टिक हैं.
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यह लेख है: गुरुवार रात मुंबई के घाटकोपर में एक युवक की सिर्फ इस लिए हत्या कर दी गई कि उसने संकरी सड़क पर मोटरसाइकिल पार्क की थी. मृतक युवक का नाम गणेश म्हस्के है. 22 साल का गणेश घाटकोपर के साईनाथ नगर में नाले से लगी सड़क किनारे अपनी मोटर साइकिल के साथ खड़ा था. तभी एक इनोवा कारआई. उसमें 4 लोग सवार थे.
संकरे रास्ते में बाइक खड़ी करने को लेकर इनोवा में बैठे युवकों और गणेश में पहले कहासुनी फिर मारपीट शुरू हो गई. इनोवा में आये युवको ने गणेश की बुरी तरहं पिटाई की फिर उसे उठाकर नाले में फेंक दिया. सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे नाले से बाहर निकाला और अस्पताल ले गए लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
घाटकोपर पुलिस थाने के इंस्पेक्टर विश्वनाथ कोलेकर के मुताबिक हत्या का मामला दर्ज कर युवकों की तलाश जारी है. पुलिस ये भी पता करने में जुटी है कि आरोपी और मृतक एक दूसरे से परिचित थे या नहीं और झगड़ा मोटरसाइकिल पार्किंग को लेकर ही हुआ या कुछ और बात भी थी.
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हालांकि एनसीपी ने कहा कि मंत्री को हाईवे पर कोई शौचालय नहीं मिला जो ये दर्शाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान विफल है.
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भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर पार्टी पर 'पूरी तरह कब्जा' करने का आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने रविवार को कहा कि अगर मोदी को पूरी छूट दे दी जाए तो देश पर 'एक व्यक्ति का तानाशाहीपूर्ण शासन' कायम हो सकता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोदी के बारे में बात करने को इसलिए बाध्य है क्योंकि उसे लगता है कि वह (मोदी) अपनी 'तानाशाहीपूर्ण' प्रवृत्तियों के कारण 'खतरनाक व्यक्ति' हैं।
चव्हाण ने एक साक्षात्कार में कहा 'जिस तरह उन्होंने भाजपा पर पूरी तरह कब्जा किया, जिस तरह लगभग रातोंरात उन्होंने वरिष्ठ नेतृत्व को दरकिनार किया और... जिस तरह वह पार्टी को खुद तथा अमित शाह के साथ चलाने की कोशिश कर रहे हैं, उसमें हमें खतरा लगता है।'
उन्होंने कहा 'जब कोई नेता भाजपा में एक व्यक्ति की राजनीति लाता है तो यह खतरा होता है कि वह (देश के) प्रशासन में भी यही करेगा।' चव्हाण ने कहा 'इसलिए हमें देश को खतरों को लेकर आगाह करना होगा, जैसे उन्होंने गुजरात दंगों के दौरान कैसा आचरण किया, निजी उद्देश्य के लिए उन्होंने पुलिस प्रशासन का कैसा दुरुपयोग किया।'
चव्हाण ने कहा कि पुलिए व्यवस्था का उपयोग किसी का पीछा करने और जासूसी करने के लिए किये जाने से मानदंडों और शुचिता के प्रति अनादर जाहिर होता है। 'अगर ऐसे आदमी को शीर्ष पर पहुंचने की अनुमति दी जाए तो हम परिणाम की कल्पना कर सकते हैं।'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा ''हम नहीं जानते कि केंद्र सरकार के स्तर पर 'गुजरात मॉडल' का नीतियों पर क्या असर होगा और अगर भाजपा को नयी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाए तो गठबंधन सरकार कैसे चलेगी।''
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस के शासन में गुजरात में बहुत विकास हुआ। नरेंद्र मोदी के इस दावे को खारिज करना जरूरी है कि उनके शासनकाल में गुजरात में विकास दर कथित तौर पर सर्वाधिक रही। ''माधव सिंह सोलंकी नीत पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में वहां विकास दर उच्च थी।''
चव्हाण ने कहा ''अगर कोई राज्य अच्छा काम करता है तो उसे बधाई देना चाहिए। लेकिन इसका राजनीतिक उद्देश्य के लिए उपयोग करना अलग बात है। हमने महाराष्ट्र के विकास की कहानी को गुजरात चुनावों में लाभ के लिए कभी राजनीतिक हथियार नहीं बनाया।''
उन्होंने कहा ''मोदी अवांछित बयान दे कर लोगों को निशाना बना रहे हैं। मैंने कथित 'गुजरात मॉडल' के अलावा देश के लिए उनका कोई विजन या एक भी नीतिगत बयान नहीं देखा। पूरा प्रचार मोदी के व्यक्तित्व तक ही सीमित है।''
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