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आधुनिक स्कॉटिश संसद (; स्कॉट्स: Scots Pairlament) स्कॉटलैंड की एकसदनीय विधायिका है। यह राजधानी एडिनबर्ग के होलीरूड क्षेत्र में स्थित है, इसे अक्सर होलीरूड उपलक्षण द्वारा संदर्भित किया जाता है। यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा निर्वाचित निकाय है जिसमें 129 सदस्य होते हैं जिन्हें स्कॉटिश सांसद (MSP) कहा जाता है, जो मिश्रित अनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत चार साल के लिए चुने जाते हैं: जिनमें 73 MSP बहुमत (फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट प्रणाली) द्वारा व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि अतिरिक्त 56 सांसदों को आठ अतिरिक्त निर्वाचन क्षेत्रों से अनुपातिक प्रतिनिधित्व के तहत चुना जाता है, जहाँ प्रत्येक क्षेत्र से सात संसद चुने जाते है। संसद का सबसे हालिया आम चुनाव 5 मई 2016 को आयोजित किया गया था, जिसमें स्कॉटिश नेशनल पार्टी ने बहुमत हासिल की थी। ऐतिहासिक तौरपर स्कॉटलैंड राजशाही की राष्ट्रीय विधायिका को संसद कहा जाता था, जो 13 वीं शताब्दी की शुरुआत से स्कॉटलैंड राजशाही और इंगलैंड राजशाही के विलय तक अस्तित्व में रही, जिसे विलय के अधिनियम, 1707 द्वारा दोनों सांसदों में पारित कर संयुक्त ग्रेट ब्रिटेन राजशाही स्थापित की गयी थी, जिकसे बाद स्कॉटलैंड की संसद और इंग्लैंड की संसद दोनों का अस्तित्व समाप्त हो गया। यह संयुक्त संसद लंदन में स्थापित हुई। 1997 में एक जनमत संग्रह, के बाद एक नयी नियागत विधायिका की शक्तियां स्कॉटलैंड अधिनियम 1998 द्वारा निर्दिष्ट की गईं। इस जनमत में जिसमें स्कॉटिश मतदाताओं ने विधायी शक्तियों के अवक्रमण के लिए मतदान किया था। यह स्कॉटलैंड अधिनियम के तहत स्कोटिश संसद उन सभी विषयों के मामलों में विधान बना सकता है, सिवाय उनके जो, स्पष्ट रूप से यूनाइटेड किंगडम की संसद के लिए " आरक्षित" हैं। स्कॉटिश संसद के पास सभी क्षेत्रों में कानून बनाने की शक्ति है जो स्पष्ट रूप से वेस्टमिंस्टर के लिए आरक्षित नहीं हैं। बहरहाल, सैद्धान्तिक तौरपर ब्रिटिश संसद एकमत से कभी भी स्कॉटिश संसद के संदर्भ की शर्तों को संशोधित करने की क्षमता रखती है, और जिन क्षेत्रों में यह कानून बना सकती है, उन्हें विस्तारित या कम कर सकती है। बहरहाल, स्कॉटलैंड की संसद की विधायी क्षमता में तब से कई बार विस्तार किया गया है, विशेषकर कराधान और जान कल्याण पर। नई संसद की पहली बैठक 12 मई 1999 को हुई थी। ब्रिटेन में अवक्रमण व्यवस्था यूनाइटेड किंगडम में ब्रिटिश संसद के अलावा स्तापित अन्य विधायी "सांसदों" पर विधायी शक्तियों का अवक्रमण किया गया है, जिनपर अपने नियत क्षेत्र के सम्बन्ध में कुछ विधान पारित करने का विशेषाधिकार ब्रिटिश संसद द्वारा प्रदान किया गया है। ऐसा इन क्षेत्रों को अधिक स्वशासनाधिकार देने की मांग के उतार में किया गया है। हालाँकि, यूनाइटेड किंगडम में सर्वोच्च विधानाधिकार, लंदन-स्थित ब्रिटिश संसद को ही है, परंतु यूनाइटेड किंगडम के विभिन्न संघटक देशों:स्कॉटलैंड, उत्तरी आयरलैंड, वेल्स तथा लंदन क्षेत्र के लिए भी अनुक्रमित संसदों को स्थापित किया गया है, जिन्हें, संबंधित उपराष्ट्रीय इकाइयों के संदर्भ में सीमित विधानाधिकार प्रदान किया गया है। बहरहाल, यह अमेरिका या भारत की संघीय या महासंघिया ढाँचे के अनुरूप नहीं हैं, जिनमें उपराष्ट्रीय विधानसभाएँ राष्ट्रिय संसद से स्वतंत्र होती हैं; यूनाइटेड किंगडम में ये केवल अनुक्रमित संसद हैं, और इनके द्वारा पारित किसी भी विधान को राष्ट्रीय संसद स्व-इच्छानुसार, कभी भी, पलट सकती है। स्कॉटलैंड में विधायी शक्तियों के अवक्रमण का इतिहास ऐतिहासिक तौरपर स्कॉटलैंड की संसद स्वतंत्र स्कॉटलैंड राजशाही की राष्ट्रीय विधायिका थी, जो 13 वीं शताब्दी की शुरुआत तक अस्तित्व में आई और तबतक अस्तित्व में रही जब तक कि स्कॉटलैंड राजशाही का इंगलैंड राजशाही के साथ विलय नहीं हुआ। यह विलय १७०७ में पारित विलय के अधिनियमों द्वारा हुआ था, जिन्हें दोनों राज्यों की सांसदों में पारित कर संयुक्त ग्रेट ब्रिटेन राजशाही स्थापित की गयी थी, और संयुक्त संसद लंदन के वेस्टमिंस्टर शहर से कार्यरत हुई। परिणामस्वरूप, स्कॉटलैंड की संसद और इंग्लैंड की संसद दोनों का अस्तित्व समाप्त हो गया। 1997 में एक जनमत संग्रह, जिसमें स्कॉटिश मतदाताओं ने विधायी शक्तियों के अवक्रमण के लिए मतदान किया, के बाद एक नयी नियागत विधायिका की शक्तियां स्कॉटलैंड अधिनियम 1998 द्वारा निर्दिष्ट की गईं। यह अधिनियम संसद की विधायी क्षमता को चित्रित करता है - जिन क्षेत्रों में यह कानून बना सकता है - तथा स्पष्ट रूप से उन शक्तियों को को भी निर्दिष्ट करता है जो यूनाइटेड किंगडम की संसद के लिए " आरक्षित" हैं। स्कॉटिश संसद के पास सभी क्षेत्रों में कानून बनाने की शक्ति है जो स्पष्ट रूप से वेस्टमिंस्टर के लिए आरक्षित नहीं हैं। बहरहाल, सैद्धान्तिक तौरपर ब्रिटिश संसद एकमत से कभी भी स्कॉटिश संसद के संदर्भ की शर्तों को संशोधित करने की क्षमता रखती है, और जिन क्षेत्रों में यह कानून बना सकती है, उन्हें विस्तारित या कम कर सकती है। नई संसद की पहली बैठक 12 मई 1999 को हुई थी। स्कॉटलैंड की संसद की क्षमता में तब से कई बार संशोधन किये जा चुके हैं, सबसे विशेष रूप से स्कॉटलैंड अधिनियम, 2012 और स्कॉटलैंड अधिनियम, 2016 के तहत कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण विषयों में संसद की शक्तियों का विस्तार किया गया था, जिनमे विशेषकर कराधान और जन कल्याण से जुड़े विषय शामिल थे। मतदान व रचना स्कॉटलैंड की संसद लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा निर्वाचित निकाय है जिसमें 129 सदस्य होते हैं जिन्हें स्कॉटिश सांसद (MSP) कहा जाता है, जो मिश्रित अनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत चार साल के लिए चुने जाते हैं: जिनमें 73 MSP बहुमत (फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट प्रणाली) द्वारा व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि अतिरिक्त 56 सांसदों को आठ अतिरिक्त निर्वाचन क्षेत्रों से अनुपातिक प्रतिनिधित्व के तहत चुना जाता है, जहाँ प्रत्येक क्षेत्र से सात संसद चुने जाते है। संसद का सबसे हालिया आम चुनाव 5 मई 2016 को आयोजित किया गया था, जिसमें स्कॉटिश नेशनल पार्टी ने बहुमत हासिल की थी। आलोचना इंग्लैंड, यूनाइटेड किंगडम का सबसे बड़ा देश है, और उसमें अलग से कोई भी न्यागत कार्यपालिका या विधायिका नहीं है, अतः वह सभी मुद्दों पर सीधे ब्रिटिश सरकार और संसद द्वारा प्रशासित और व्यवस्थित होता है। इस स्थिति ने यह प्रश्न भी खड़ा किया है कि उत्तरी आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के सांसद मतदान से इंग्लैंड से जुड़े मामलों को जो की न्यागत विधायिकाओं के नियंत्रण में आते हैं, को बिना जवाबदेही के कभी-कभी निर्णायक रूप से प्रभावित कर सकते हैं, इस चिंता को पश्चिम लोथियान प्रश्न कहा जाता है। इन्हें भी देखें यूनाइटेड किंगडम में अवक्रमण स्कॉटलैंड की सरकार स्कॉटलैंड राज्य की संसद यूनाइटेड किंगडम में अवक्रमित विधायिकाएँ स्कॉटलैंड का इतिहास सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ आधिकारिक जलस्थान पार्लियामेंट TV स्कॉटलैंड की संसद स्कॉटलैंड की राजनीति एडिनबर्ग
राष्ट्रीय सुरक्षा (National security) से आशय देश की सुरक्षा से है, जिसके अन्तर्गत नागरिकों की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था की सुरक्षा तथा संस्थाओं की सुरक्षा सम्मिलित हैं। राष्ट्रीय की सुरक्षा को सरकार का कर्तव्य समझा जाता है। मुख्य रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा को देश पर होने वाले बाहरी आक्रमण को लेकर देखा जाता रहा है। हालांकि इसमें युद्ध से सुरक्षा के अलावा देश को आतंकवाद से बचाना, अपराध को कम करना, आर्थिक सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और कंप्यूटर सुरक्षा भी शामिल है। परिभाषा राष्ट्रीय सुरक्षा का सिद्धांत सदियों से एक ही है, हालांकि उसकी परिभाषा में कई बदलाव देखने को मिले हैं। इनमें से कुछ लोगों द्वारा दी गई परिभाषाएँ निम्न हैं:- "किसी राष्ट्र की सुरक्षा तभी मानी जा सकती है, जब उसे किसी युद्ध में भाग लेने से बचने हेतु कोई त्याग न करना पड़े और यदि कोई अन्य देश युद्ध शुरू भी करे तो वह उसे युद्ध द्वारा ही संभाल सके।" (वाल्टर लिपमैन, 1943) "राष्ट्रीय सुरक्षा का विशिष्ट अर्थ विदेशी निर्देशों के पालन से मुक्ति से है।" (हेरोल्ड लासवेल, 1950) सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ सुरक्षा
हैदराबाद वनडे में ऑस्‍ट्रेलिया ने भारत को रोमांचक मुकाबले में 3 रनों से हरा दिया. सचिन तेंदुलकर की शानदार शतकीय पारी भी भारत के काम नहीं आ सकी. इस जीत के साथ ही ऑस्‍ट्रेलिया 7 मैचों की श्रृंखला में 3-2 से आगे हो गया है. अब अगर भारत को यह श्रृंखला जीतनी है तो उसे अगले दोनों ही मैचों में जीत दर्ज करनी होगी. ऑस्‍ट्रेलिया के 350 रनों के जवाब में वीरेंद्र सहवाग ने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर भारतीय पारी की शुरुआत की. दोनों ही बल्‍लेबाजों ने भारत को तेज शुरुआत दिलाई. लेकिन जैसा कि पिछले कुछ मैचों में होता आया है कि तेज शुरुआत करने के बाद सहवाग क्रीज पर टिक नहीं पाते हैं, इस मैच में भी यही हुआ. जब टीम का स्‍कोर 66 रन था तो सहवाग 38 रन के निजी स्‍कोर पर आउट हो गए. उसके बाद बल्‍लेबाजी करने आए गौतम गंभीर और युवराज सिंह और कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी जल्‍दी जल्‍दी चलते बने. गंभीर ने 8 रन, युवराज सिंह ने 9 रन तथा धोनी ने 6 रनों की मामूली पारी खेली. मैच के दौरान सचिन जहां एक छोर पर जमे रहे तो दूसरी ओर से लगातार विकेट गिरते रहे. ऐसे में सचिन का साथ देने सुरेश रैना मैदान में आए. रैना ने सचिन का बखूबी साथ दिया और अपना अर्द्धशतक भी पूरा किया. लेकिन वो अपनी पारी को लंबा नहीं खींच सके और 59 रन बनाकर आउट हो गए. उसके बाद तो जैसे भारतीय पारी लड़खड़ा सी गई. हरभजन सिंह बिना खाता खोले ही आउट हो गए. हालांकि रविद्र जडेजा के साथ मिलकर सचिन ने भारत को जीत दिलाने की भरपूर कोशिश की लेकिन वो कामयाब नहीं हो सके. सचिन की धमाकेदार पारी का अंत उस वक्‍त हुआ जब भारत जीत से महज 19 रन की दूरी पर था. सचिन ने शानदार 175 रन बनाए. उन्‍हें मैक्‍के ने हॉरिट्ज के हाथों कैच कराया. एकदिवसीय मैचों में यह उनका 45वां  शतक है जबकि ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ उनका नौवां शतक है. हालांकि सचिन ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया और अपनी पारी में 19 चौके और 4 छक्‍के लगाए. सचिन के आउट होने के बाद भारत की जीत की उम्‍मीद वैसे ही कम हो गई. उसके बाद के बल्‍लेबाज मिलकर भी 19 रन नहीं बना सके और भारत को 3 रन से हार का स्‍वाद चखना पड़ा. सचिन बने 17 हजारी पिछले चार मैच में चूकने के बाद सचिन तेंदुलकर ने गुरुवार को उप्पल के राजीव गांधी स्टेडियम में 17 हजार रन का वह जादुई आंकड़ा छू लिया जिसका न सिर्फ उनके प्रशंसकों बल्कि पूरे क्रिकेट जगत को बेसब्री से इंतजार था. तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें एकदिवसीय मैच में सात रन पूरे करते ही यह मुकाम हासिल किया. उन्होंने बेन हिल्फेनहास की गेंद पर स्क्वायर लेग क्षेत्र में तीन रन लेकर सत्रह हजारी बनने का गौरव हासिल किया. उन्होंने इसके तुरंत बाद बल्ला बदल दिया. तेंदुलकर पहले चार मैच में अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाये थे. मोहाली में चौथे वनडे में भी जब वह 40 रन पर थे तब अंपायर ने उन्हें गलत पगबाधा आउट दे दिया जिससे उन्हें 17,000 रन पूरे करने के लिये इंतजार करना पड़ा. मास्टर ब्लास्टर का यह 435वां मैच है और उन्होंने अब तक अपने कैरियर में 44 शतक और 91 अर्धशतक जमाये हैं. उन्होंने इसके अलावा 159 टेस्ट मैच में 54.58 की औसत से 12,773 रन तथा एक ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 10 रन बनाये हैं. तेंदुलकर ने अपने एकदिवसीय कैरियर में सर्वाधिक 2827 रन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही बनाये हैं. इसके अलावा उन्होंने श्रीलंका (2749), पाकिस्तान (2389), न्यूजीलैंड (1750), दक्षिण अफ्रीका (1655), वेस्टइंडीज (1571), जिम्बाब्वे (1377) और इंग्लैंड (1335) के खिलाफ भी 1000 से अधिक रन बनाये हैं. ऑस्‍ट्रेलिया की पारी शॉन मार्श के शानदार शतक और शेन वाटसन के बेहतरीन 93 रनों की मदद से हैदराबाद वनडे में ऑस्‍ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए 351 रनों का विशाल लक्ष्‍य रखा है. ऑस्‍ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवरों में चार विकेट खोकर 350 रन बनाए. टॉस जीतकर पहले बल्‍लेबाजी करने उतरी ऑस्‍ट्रेलिया की ओर से शेन वाटसन और शॉन मार्श ने पारी की शुरुआत की. दोनों बल्‍लेबाजों ने अपनी टीम को शानदार शुरुआत दी और किसी भी भारतीय गेंदबाज को हावी नहीं होने दिया. ऑस्‍ट्रेलिया ने अपना पहला विकेट 145 रन के स्‍कोर पर खोया जब शेन वाटसन 93 रन के स्‍कोर पर आउट हो गए. हरभजन सिंह की गेंद पर रविंद्र जडेजा को कैच थमाने से पहले वाटसन ने अपनी शानदार पारी में 9 चौके और तीन छक्‍का लगाया. वाटसन के आउट होने के बाद ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान रिकी पोंटिंग ने शॉन मार्श के साथ बल्‍लेबाजी की कमान संभाली. पोंटिंग और मार्श अपनी टीम के स्‍कोर को 236 रन के स्‍कोर तक ले गए. उसके बाद पोंटिंग आउट हो गए. पोंटिंग को 45 रन के निजी स्‍कोर पर प्रवीण कुमार ने बोल्‍ड कर दिया. उसके बाद कैमरून व्‍हाइट बल्‍लेबाजी करने आए. उन्‍होंने भी अपना अर्द्धशतक पूरा किया. ऑस्‍ट्रेलिया का तीसरा विकेट शॉन मार्श के रूप में गिरा. मार्श 112 रन बनाकर आउट हुए. मार्श का विकेट आशीष नेहरा के नाम रहा. नेहरा की गेंद पर गौतम गंभीर ने सीमा रेखा के करीब मार्श का कैच लपका. पारी की आखिरी गेंद पर ऑस्‍ट्रेलिया का चौथा विकेट गिरा जब सचिन तेंदुलकर ने कैमरून व्‍हाइट का कैच लपक लिया. व्‍हाइट ने 57 रन बनाए. माइकल हसी ने भी महत्‍वपूर्ण 31 रनों का योगदान दिया. भारत की ओर से कोई भी गेंदबाज ऑस्‍ट्रेलियाई बल्‍लेबाजों पर नकेल नहीं कस सका. प्रवीण कुमार ने दो ऑस्‍ट्रेलियाई बल्‍लेबाजों को चलता किया जबकि हरभजन सिंह और आशीष नेहरा को एक एक विकेट से संतोष करना पड़ा.
अमेरिकी बाजार के सकारात्मक रुख के साथ बंद होने के कारण सोमवार को शेयर बाजार लाभ के साथ खुल सकता है। हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा और यूरो क्षेत्र के संकट पर यूरोपीय नेताओं की बैठक के नतीजे पर बाजार की नजर होगी। यूनीकॉन फाइनेंशल साल्यूशंस के मुख्य कार्याधिकारी गजेन्द्र नागपाल ने कहा कि शेयर बाजार में इस सप्ताह बाजार का रुख हलचल भरा रहने की संभावना है। बाजार का रुख यूरो क्षेत्र के संकट को सुलझाने के लिए यूरोपीय नेताओं की बैठक के नतीजे पर भी काफी हद तक निर्भर करेगा। नागपाल ने आगे कहा कि बाजार में कारोबार का रूख सकारात्मक रुझान के साथ सतर्क रहने की उम्मीद है क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य नीतिगत दरों में वृद्धि होने की संभावना है जिसका पहले से शेयर बाजारों पर असर है। मुद्रास्फीति की ऊंची दर तथा वैश्विक बाजारों के मिश्रित संकेतों के कारण विगत सप्ताहांत में सूचकांक में 1.74 प्रतिशत की गिरावट आई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक शुरू में 17,188.55 अंक की उंचाई को छूने के बाद इस लाभ को कायम नहीं रख पाया और सप्ताहांत में 297.05 अंक की गिरावट दर्शाता 16,785.64 अंक पर बंद हुआ। पिछले सप्ताहांत यहां 850 अंक अथवा 5.24 प्रतिशत की तेजी आई थी। एक अन्य विशेषज्ञ जियोजित बीएनपी पारिबास फाइनेंशल सर्विसेज के शोध प्रमुख एलेक्स मैथ्यू ने कहा कि अमेरिकी बाजार शुक्रवार को तेजड़िया धारणा के साथ बंद हुआ तथा सोमवार को दलाल स्ट्रीट में तेजी देखने को मिल सकती है। निफ्टी में भी इसी प्रकार का रूख रहने की उम्मीद है। शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार लाभ दर्शाते बंद हुए जहां डोउ जोन्स औद्योगिक सूचकांक में 2.31 प्रतिशत की तेजी आई वहां एस एंड पी 500 में 1.88 प्रतिशत और नस्दक सूचकांक 1.49 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गयी। इस बीच यूरो क्षेत्र के ऋण संकट के समाधान के लिए यूरोपीय नेताओं की बैठक से पहले एशिया में अन्यत्र बाजारों का रुख सतर्कतापूर्ण था। सीएनआई रिसर्च के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक किशोर पी ओस्तवाल ने कहा कि ऐसी संभावना है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में चौथाई प्रतिशत की बढ़ोतरी करे जिस बात की बाजार ने पहले ही अनदेखी कर दी है। बाजार सूत्रों का मानना है कि 25 अक्तूबर को होने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की तिमाही समीक्षा महत्वपूर्ण है जिस पर काफी हद तक बाजार की दिशा निर्भर करेगी।
पाकिस्तान के संसदीय चुनाव में इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. इसके चलते पाकिस्तान में एक बार फिर से राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई है. सभी राजनीतिक दल चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है और पीटीआई के खिलाफ उतर आए हैं, जिसके चलते किसी भी दल की सरकार बनती नहीं दिख रही है. पाकिस्तान के संसदीय चुनाव में PTI को 272 सीटों में से 118 सीटों पर जीत मिली है. PTI को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की वजह से उसे सरकार बनाने के लिए दूसरे दलों के समर्थन की जरूरत है. फिलहाल कोई भी राजनीतिक दल इमरान खान को समर्थन देने को तैयार नहीं है. अब सवाल यह है कि आखिर इमरान खान सरकार बनाने के लिए बहुमत के आंकड़े कहां से जुटाएंगे? सभी राजनीतिक पार्टियों ने 25 जुलाई को हुए चुनाव को सिरे से खारिज करते हुए दोबारा से पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है. इसको लेकर इन राजनीतिक दलों ने शुक्रवार को एक संयुक्त बैठक भी की. सांसदों को संसद में घुसने की नहीं दी जाएगी इजाजत ऑल पार्टीज कॉन्फ्रेंस (APC) में कहा गया कि जब तक देश में दोबारा पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव नहीं कराए जाते हैं, तब तक इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसदों को संसद में नहीं घुसने दिया जाएगा. संसद की कार्यवाही भी नहीं चलने दी जाएगी. इस बैठक में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (MMA), मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM-P), पाक सरजमीन पार्टी (PSP), ANP, QWP और NP ने हिस्सा लिया. इस बैठक की मेजबानी PML-N ने की. यह जनादेश की चोरी, लोकतंत्र को बंधक बनाने की इजाजत नहीं पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक इस सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता PML-N अध्यक्ष शहबाज शरीफ और MML के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने की. बैठक को संबोधित करते हुए रहमान ने कहा कि हम इस चुनाव को जनादेश नहीं मानते हैं. यह लोगों के जनादेश की चोरी है. हम चोरों (PTI के चुने हुए सांसदों) को संसद में घुसने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में किसी को लोकतंत्र को बंधक बनाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. राजनीतिक दलों के चुने गए सांसद नहीं लेंगे शपथ इस बैठक में शामिल रही राजनीतिक पार्टियों ने यह भी फैसला लिया कि उनके चुने गए सांसद शपथ नहीं लेंगे. चुनाव में धांधली के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा और दोबारा चुनाव कराने की मांग को लेकर सड़क पर उतरा जाएगा. विरोध प्रदर्शन शुरू करने के लिए तारीख का एक-दो दिन में ऐलान कर दिया जाएगा. चुनाव अधिकारियों को सेना ने बनाए रखा बंधक बैठक को संबोधित करते हुए JUI-F प्रमुख ने कहा कि संसद ने चुनाव कराने के लिए पाकिस्तान चुनाव आयोग को 20 अरब रुपये दिया था, लेकिन इतना पैसा खर्च करने के  बावजूद मुल्क में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नहीं कराए जा सके. चुनाव अधिकारियों को सेना ने बंधक बनाए रखा. उन्होंने चेताया कि चोरों (PTI के चुने हुए सांसदों) को संसद में घुसने नहीं दिया जाएगा.
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक नए साल की शुरुआत मुहर्रम के महीने से ही होती है. इसे साल-ए-हिजरत (जब मोहम्मद साहब मक्के से मदीने के लिए गए थे) भी कहा जाता है. मुहर्रम किसी त्योहार या खुशी का महीना नहीं है, बल्कि ये महीना बेहद गम से भरा है. इतना ही नहीं दुनिया की तमाम इंसानियत के लिए ये महीना इबरत (सीखने) के लिए है. आज से लगभग 1400 साल पहले मुहर्रम के महीने में इस्लामिक तारीख की एक ऐतिहासिक और रोंगटे खड़े कर देने वाली जंग हुई थी. इस जंग की दास्तां सुनकर और पढ़कर रूह कांप जाती है. बातिल के खिलाफ इंसाफ की जंग लड़ी गई थी, जिसमें अहल-ए-बैत (नबी के खानदान) ने अपनी जान को कुर्बान कर इस्लाम को बचाया था. इस जंग में जुल्म की इंतेहा हो गई, जब इराक की राजधानी बगदाद से करीब 120 किलोमीटर दूर कर्बला में बादशाह यजीद के पत्थर दिल फरमानों ने महज 6 महीने के अली असगर को पानी तक नहीं पीने दिया. जहां भूख-प्यास से एक मां के सीने का दूध खुश्क हो गया और जब यजीद की फौज ने पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन को नमाज पढ़ते समय सजदे में ही बड़ी बेहरमी से कत्ल कर दिया. इस जंग में इमाम हुसैन के साथ  उनके 72 साथियों को भी बड़ी बेहरमी से शहीद कर  दिया गया. उनके घरों को आग लगा दी गई और परिवार के बचे  हुए लोगों को कैदी बना लिया गया. जुल्म की इंतेहा तब हुई जब इमाम हुसैन के साथ उनके उनके महज 6 महीने के मासूम बेटे अली असगर, 18 साल के अली अकबर और 7 साल के उनके भतीजे कासिम (हसन के बेटे) को भी बड़ी बेरहमी से शहीद किया गया. इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की कुर्बानी की याद में ही मुहर्रम मनाया जाता है. मुहर्रम शिया और  सुन्नी दोनों समुदाय के लोग मनाते हैं. हालांकि, इसे मनाने का तरीका दोनों का काफी अलग होता है. 10 मुहर्रम रोज-ए-आशुरा:- यूं तो मुहर्रम का पूरा महीना ही बहुत पाक और गम का महीना होता है, लेकिन मुहर्रम 10वां दिन जिसे रोज-ए-आशुरा कहते हैं. सबसे अहम दिन होता है. 1400 साल पहले मुहर्रम के महीने की 10 तारीख को ही इमाम हुसैन को शहीद किया गया था. उसी गम में मुहर्रम की 10 तारीख को ताजिए निकाले जाते हैं. शिया समुदाय के लोग मातम करते हैं. मजलिस पढ़ते हैं,  काले रंग के कपड़े पहनकर शोक मनाते हैं. यहां तक की शिया समुदाय के लोग मुहर्रम की 10 तारीख  को भूखे प्यासे रहते हैं, क्योंकि इमाम हुसैन और उनके काफिले को लोगों को भी भूखा रखा गया था और भूख की हालत में ही उनको शहीद किया गया था. जबकि सुन्नी समुदाय  के लोग रोजा-नमाज करके अपना दुख जाहिर करते हैं.
एक-दिवसीय शृंखला के लिए जिम्बाब्वे दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी सहित कुछ चोटी के खिलाड़ी नहीं हैं, लेकिन दौरे के लिए टीम की कमान संभाल रहे विराट कोहली ने इस टीम को मजबूत करार दिया। कोहली ने एक प्रचार कार्यक्रम से इतर कहा, मैं नहीं समझता कि विशेषकर सीमित ओवरों के मैचों में अनुभव मायने रखता है। आपको 11 खिलाड़ी चाहिए, जो सफलता के लिए भूखे हो, जो कड़ी मेहनत कर रहे हों और जिनका लक्ष्य टीम की जीत हो। सभी 15 खिलाड़ी मजबूत हैं और यह मजबूत टीम है। यह अच्छी टीम है। भारतीय टीम जिम्बाब्वे में 24 जुलाई से 3 अगस्त के बीच पांच एक-दिवसीय मैचों की शृंखला खेलेगी। यह टीम धोनी, आर अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और इशांत शर्मा के बिना इस दौरे पर जाएगी। कोहली ने कहा कि यदि टीम उसी तरह का खेल दिखाती है, जैसा उसने पिछले डेढ़ महीने के अंदर दिखाया था, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा, मैं गारंटी नहीं दे सकता। यदि हम इस तरह से खेलना जारी रखते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा समय होगा। कई चीजें हैं, जिससे लोग खुश होंगे। धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने पहले इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती और फिर वेस्ट इंडीज में त्रिकोणीय शृंखला पर कब्जा किया। अब तक 108 एक-दिवसीय मैच खेलने वाले 24-वर्षीय कोहली अपनी कप्तानी की मिसाल पेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मुझे हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व करना और अपने साथ खेलने वालों के लिए उदाहरण पेश करना पसंद है। मुझे जिम्मेदारियां लेना पसंद है। यह मेरे लिए नैसर्गिक है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, सबसे अच्छी बात यह होती है कि किसी भी चीज से डरो मत। यहां तक कि यदि आपकी टीम में सीनियर या अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं, तो आपको अपनी क्षमता पर विश्वास होना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि आप उनकी अगुवाई कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने प्रदर्शन से उदाहरण पेश करें और फिर आपको सम्मान मिलेगा। कोहली ने कहा, यदि कप्तान और खिलाड़ी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, तो टीम को सफलता मिलती है। जब आप टीम के लिए मैच जीतते हैं, तो पूरी टीम प्रेरित होती है। कोहली ने ऑलराउंडर परवेज रसूल को टीम में शामिल करने का स्वागत किया, जो राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा, यह अच्छा संकेत है कि केवल बड़े शहरों के खिलाड़ी ही नहीं आ रहे हैं। कोहली ने सचिन तेंदुलकर को अपना 'सुपर हीरो' करार दिया। उन्होंने कहा, मेरा सुपर हीरो हमेशा तेंदुलकर रहेंगे। उन्होंने मुझे बहुत अधिक प्रेरित किया। कोहली ने एक प्रचार कार्यक्रम से इतर कहा, मैं नहीं समझता कि विशेषकर सीमित ओवरों के मैचों में अनुभव मायने रखता है। आपको 11 खिलाड़ी चाहिए, जो सफलता के लिए भूखे हो, जो कड़ी मेहनत कर रहे हों और जिनका लक्ष्य टीम की जीत हो। सभी 15 खिलाड़ी मजबूत हैं और यह मजबूत टीम है। यह अच्छी टीम है। भारतीय टीम जिम्बाब्वे में 24 जुलाई से 3 अगस्त के बीच पांच एक-दिवसीय मैचों की शृंखला खेलेगी। यह टीम धोनी, आर अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और इशांत शर्मा के बिना इस दौरे पर जाएगी। कोहली ने कहा कि यदि टीम उसी तरह का खेल दिखाती है, जैसा उसने पिछले डेढ़ महीने के अंदर दिखाया था, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा, मैं गारंटी नहीं दे सकता। यदि हम इस तरह से खेलना जारी रखते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा समय होगा। कई चीजें हैं, जिससे लोग खुश होंगे। धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने पहले इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती और फिर वेस्ट इंडीज में त्रिकोणीय शृंखला पर कब्जा किया। अब तक 108 एक-दिवसीय मैच खेलने वाले 24-वर्षीय कोहली अपनी कप्तानी की मिसाल पेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मुझे हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व करना और अपने साथ खेलने वालों के लिए उदाहरण पेश करना पसंद है। मुझे जिम्मेदारियां लेना पसंद है। यह मेरे लिए नैसर्गिक है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, सबसे अच्छी बात यह होती है कि किसी भी चीज से डरो मत। यहां तक कि यदि आपकी टीम में सीनियर या अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं, तो आपको अपनी क्षमता पर विश्वास होना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि आप उनकी अगुवाई कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने प्रदर्शन से उदाहरण पेश करें और फिर आपको सम्मान मिलेगा। कोहली ने कहा, यदि कप्तान और खिलाड़ी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, तो टीम को सफलता मिलती है। जब आप टीम के लिए मैच जीतते हैं, तो पूरी टीम प्रेरित होती है। कोहली ने ऑलराउंडर परवेज रसूल को टीम में शामिल करने का स्वागत किया, जो राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा, यह अच्छा संकेत है कि केवल बड़े शहरों के खिलाड़ी ही नहीं आ रहे हैं। कोहली ने सचिन तेंदुलकर को अपना 'सुपर हीरो' करार दिया। उन्होंने कहा, मेरा सुपर हीरो हमेशा तेंदुलकर रहेंगे। उन्होंने मुझे बहुत अधिक प्रेरित किया। भारतीय टीम जिम्बाब्वे में 24 जुलाई से 3 अगस्त के बीच पांच एक-दिवसीय मैचों की शृंखला खेलेगी। यह टीम धोनी, आर अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और इशांत शर्मा के बिना इस दौरे पर जाएगी। कोहली ने कहा कि यदि टीम उसी तरह का खेल दिखाती है, जैसा उसने पिछले डेढ़ महीने के अंदर दिखाया था, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा, मैं गारंटी नहीं दे सकता। यदि हम इस तरह से खेलना जारी रखते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा समय होगा। कई चीजें हैं, जिससे लोग खुश होंगे। धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने पहले इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती और फिर वेस्ट इंडीज में त्रिकोणीय शृंखला पर कब्जा किया। अब तक 108 एक-दिवसीय मैच खेलने वाले 24-वर्षीय कोहली अपनी कप्तानी की मिसाल पेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मुझे हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व करना और अपने साथ खेलने वालों के लिए उदाहरण पेश करना पसंद है। मुझे जिम्मेदारियां लेना पसंद है। यह मेरे लिए नैसर्गिक है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, सबसे अच्छी बात यह होती है कि किसी भी चीज से डरो मत। यहां तक कि यदि आपकी टीम में सीनियर या अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं, तो आपको अपनी क्षमता पर विश्वास होना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि आप उनकी अगुवाई कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने प्रदर्शन से उदाहरण पेश करें और फिर आपको सम्मान मिलेगा। कोहली ने कहा, यदि कप्तान और खिलाड़ी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, तो टीम को सफलता मिलती है। जब आप टीम के लिए मैच जीतते हैं, तो पूरी टीम प्रेरित होती है। कोहली ने ऑलराउंडर परवेज रसूल को टीम में शामिल करने का स्वागत किया, जो राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा, यह अच्छा संकेत है कि केवल बड़े शहरों के खिलाड़ी ही नहीं आ रहे हैं। कोहली ने सचिन तेंदुलकर को अपना 'सुपर हीरो' करार दिया। उन्होंने कहा, मेरा सुपर हीरो हमेशा तेंदुलकर रहेंगे। उन्होंने मुझे बहुत अधिक प्रेरित किया। उन्होंने कहा, मैं गारंटी नहीं दे सकता। यदि हम इस तरह से खेलना जारी रखते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा समय होगा। कई चीजें हैं, जिससे लोग खुश होंगे। धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने पहले इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती और फिर वेस्ट इंडीज में त्रिकोणीय शृंखला पर कब्जा किया। अब तक 108 एक-दिवसीय मैच खेलने वाले 24-वर्षीय कोहली अपनी कप्तानी की मिसाल पेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मुझे हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व करना और अपने साथ खेलने वालों के लिए उदाहरण पेश करना पसंद है। मुझे जिम्मेदारियां लेना पसंद है। यह मेरे लिए नैसर्गिक है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, सबसे अच्छी बात यह होती है कि किसी भी चीज से डरो मत। यहां तक कि यदि आपकी टीम में सीनियर या अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं, तो आपको अपनी क्षमता पर विश्वास होना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि आप उनकी अगुवाई कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने प्रदर्शन से उदाहरण पेश करें और फिर आपको सम्मान मिलेगा। कोहली ने कहा, यदि कप्तान और खिलाड़ी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, तो टीम को सफलता मिलती है। जब आप टीम के लिए मैच जीतते हैं, तो पूरी टीम प्रेरित होती है। कोहली ने ऑलराउंडर परवेज रसूल को टीम में शामिल करने का स्वागत किया, जो राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा, यह अच्छा संकेत है कि केवल बड़े शहरों के खिलाड़ी ही नहीं आ रहे हैं। कोहली ने सचिन तेंदुलकर को अपना 'सुपर हीरो' करार दिया। उन्होंने कहा, मेरा सुपर हीरो हमेशा तेंदुलकर रहेंगे। उन्होंने मुझे बहुत अधिक प्रेरित किया। अब तक 108 एक-दिवसीय मैच खेलने वाले 24-वर्षीय कोहली अपनी कप्तानी की मिसाल पेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, मुझे हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व करना और अपने साथ खेलने वालों के लिए उदाहरण पेश करना पसंद है। मुझे जिम्मेदारियां लेना पसंद है। यह मेरे लिए नैसर्गिक है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, सबसे अच्छी बात यह होती है कि किसी भी चीज से डरो मत। यहां तक कि यदि आपकी टीम में सीनियर या अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं, तो आपको अपनी क्षमता पर विश्वास होना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि आप उनकी अगुवाई कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने प्रदर्शन से उदाहरण पेश करें और फिर आपको सम्मान मिलेगा। कोहली ने कहा, यदि कप्तान और खिलाड़ी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, तो टीम को सफलता मिलती है। जब आप टीम के लिए मैच जीतते हैं, तो पूरी टीम प्रेरित होती है। कोहली ने ऑलराउंडर परवेज रसूल को टीम में शामिल करने का स्वागत किया, जो राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा, यह अच्छा संकेत है कि केवल बड़े शहरों के खिलाड़ी ही नहीं आ रहे हैं। कोहली ने सचिन तेंदुलकर को अपना 'सुपर हीरो' करार दिया। उन्होंने कहा, मेरा सुपर हीरो हमेशा तेंदुलकर रहेंगे। उन्होंने मुझे बहुत अधिक प्रेरित किया। उन्होंने कहा, सबसे अच्छी बात यह होती है कि किसी भी चीज से डरो मत। यहां तक कि यदि आपकी टीम में सीनियर या अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं, तो आपको अपनी क्षमता पर विश्वास होना चाहिए और यह सोचना चाहिए कि आप उनकी अगुवाई कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने प्रदर्शन से उदाहरण पेश करें और फिर आपको सम्मान मिलेगा। कोहली ने कहा, यदि कप्तान और खिलाड़ी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, तो टीम को सफलता मिलती है। जब आप टीम के लिए मैच जीतते हैं, तो पूरी टीम प्रेरित होती है। कोहली ने ऑलराउंडर परवेज रसूल को टीम में शामिल करने का स्वागत किया, जो राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा, यह अच्छा संकेत है कि केवल बड़े शहरों के खिलाड़ी ही नहीं आ रहे हैं। कोहली ने सचिन 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वित्तीय लेखांकन में, परिसम्पत्ति () एक आर्थिक संसाधन है। हर मूर्त या अमूर्त वस्तु जिसका मूल्योत्पादन के लिए स्वामी बना जा सके या नियन्त्रण किया जा सके और जिसके पास धनात्मक आर्थिक मूल्य हो, परिसम्पत्ति मानी जाती है। सरल शब्दों में, परिसम्पत्तियाँ स्वामित्व के मूल्य का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो कैश में रूपान्तरित किये जा सकें (यद्यपि, कैश स्वयं एक परिसम्पत्ति मानी जाती है)। परिसम्पत्ति से आशय उद्यम के आर्थिक स्रोत से है जिन्हें मुद्रा में व्यक्त किया जा सकता है, जिनका मूल्य होता है और जिनका उपयोग व्यापर के संचालन व आय अर्जन के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, मशीन, भूमि, भवन, ट्रक, आदि। औपचारिक परिभाषा भूतपूर्व घटनाओं के कारण सत्त्व द्वारा नियन्त्रित संसाधन और जिससे सत्त्व को भावी आर्थिक लाभ प्रवाहित होना अपेक्षित हो, परिसम्पत्ति है। प्रकार परिसम्पत्तियों के निम्नलिखित प्रकार है :- स्थायी परिसम्पत्तियाँ (Fixed Assets) : स्थायी परिसम्पत्तियों से आशय उन परिसम्पत्तियों से है जो व्यवसाय में दीर्घकाल तक रखी जाने वाली होती हैं और जो पुनः विक्रय के लिए नहीं हैं। जैसे - भूमि, भवन, मशीन, उपस्कर आदि। चालू परिसम्पत्तियाँ (Current Assets) : चालू परिसम्पत्ति से आशय उन सम्पत्तियों से है जो व्यवसाय में पुनः विक्रय के लिए या अल्पावधि में रोकड़ में परिवर्तित करने के लिए रखी जाती हैं। इसलिए इन्हें चालू सम्पत्तियाँ, चक्रीय सम्पत्तियाँ और परिवर्तनशील सम्पत्तियाँ भी कहा जाता है। उदाहरण : देयता, पूर्वदत्त व्यय, स्टॉक, प्राप्य बिल, आदि। अमूर्त परिसम्पत्तियाँ (Intangible Assets) : अमूर्त परिसम्पत्ति वे सम्पत्तियाँ हैं जिनका भौतिक अस्तित्व नहीं होता है, किन्तु उनका मौद्रिक मूल्य होता है। जैसे - ख्याति, ट्रेडमार्क, पेटेण्ट्स, इत्यादि। मूर्त परिसम्पत्तियाँ (Tangible Assets) : मूर्त परिसम्पत्ति वे सम्पत्तियाँ हैं जिन्हें देखा तथा छूआ जा सकता हो अर्थात जिनका भौतिक अस्तित्व हो। जैसे - भूमि, भवन, मशीन, संयंत्र, उपस्कर, स्टॉक, आदि। क्षयशील परिसम्पत्तियाँ (Depreciating Assets) : क्षयशील परिसम्पत्तियाँ वे सम्पत्तियाँ हैं जो प्रयोग या उपभोग के कारण घटती जाती हैं या नष्ट हो जाती हैं। उदाहरण - खानें, तेल के कुँए, आदि। सन्दर्भ लेखांकन शब्दावली
इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रायसीना डायलॉग में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में नेतन्याहू ने कहा कि आज की तारीख में ताकतवर होना बहुत जरूरी है. नेतन्याहू ने कहा कि ताकतवर होना जरूरी है, क्योंकि इस दुनिया में कमजोर का बचा रह पाना बहुत मुश्किल है. आप हमेशा ताकतवर के साथ हाथ मिलाते हैं. अगर आपको दुनिया में शांति कायम करनी है तो भी आपको ताकतवर होना पड़ेगा. इजरायल के पीएम का कहना है कि ताकतवर होना हमारे समय की सबसे बड़ी जरूरत है. जिंदा रहने के लिए न्यूनतम ताकत जरूरी है. नेतन्याहू के मुताबिक, सॉफ्ट पावर अच्छी बात है और हार्ड पावर और भी बेहतर चीज है. The weak don't survive, the strong survive, you make alliances with the strong, you are able to maintain peace by being strong. So, therefore the first requirement from our the time of our first PM was to achieve minimal strength required to assure existence: Israel PM Netanyahu pic.twitter.com/Cc3ZcaLph4 — ANI (@ANI) January 16, 2018 नेतन्याहू ने कहा कि वह यह जानकर चौंक पड़े कि पीएम मोदी ने पिछले तीन सालों में भारत में व्यापार करना कितना आसान कर दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी ने 42 मौकों पर ऐसा किया है. नेतन्याहू ने कहा कि आज के समय में किसी भी देश के लिए सैन्य ताकत, आर्थिक ताकत, तकनीकी ताकत और सांस्कृतिक बहुत जरूरी है. उन्होंने आगे कहा है कि अगर आपको आर्थिक ताकत बनना है तो आपको टैक्स नीति को सरल बनाना होगा. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही लालफीताशाही पर रोक लगानी होगी. उन्होंने कहा कि भारत और इजरायल दोनों देशों का मुख्य उद्देश्य इसी लालफीताशाही को कम से कम करना है, ताकि व्यापार करना और आसान हो. इजरायली पीएम ने कहा है कि दुनिया को कट्टर इस्लाम से चुनौती मिल रही है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इजरायल आने वाले पहले पीएम हैं, दुआ है कि भारत और इजरायल की दोस्ती को किसी की नजर न लगे. बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला लोकतंत्र है. यह देश दुनिया को संदेश देता है कि मानवता और आजादी एकसाथ आगे बढ़ सकते हैं. यहां लोगों के अधिकार सुरक्षित रखने के साथ ही उन्हें सोचने और बोलने की आजादी मिली हुई है. यहां इजरायल की तरह विविधता भरा समाज देखने को मिलता है. दोनों देशों का सबसे महत्वपूर्ण मूल्य लोकतंत्र है. भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी रायसीना डायलॉग को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इजरायली पीएम का भारत दौरा दोनों देशों के 25 सालों के आपसी कूटनीतिक संबंधों के मौके पर हुआ है.
मनोविदलिता या अंतराबंध (स्किज़ोफ़्रीनीया / Schizophrenia) कई मानसिक रोगों का समूह है जिनमें बाह्य परिस्थितियों से व्यक्ति का संबंध असाधारण हो जाता है। कुछ समय पूर्व लक्षणों के थोड़ा-बहुत विभिन्न होते हुए भी रोग का मौलिक कारण एक ही माना जाता था। किंतु अब प्रायः सभी सहमत हैं कि अंतराबंध जीवन की दशाओं की प्रतिक्रिया से उत्पन्न हुए कई प्रकार के मानसिक विकारों का समूह है। अंतराबंध को अंग्रेजी में डिमेंशिया प्रीकॉक्स (Dementia praecox) भी कहते हैं। अंतराबंध की गणना बड़े मनोविकारों में की जाती है। मानसिक रोगों के अस्पतालों में 55 प्रतिशत इस रोग के रोगी पाए जाते हैं और प्रथम बार आने वालों में ऐसे रोगी 25 प्रतिशत से कम नहीं होते। इस रोग की चिकित्सा में बहुत समय लगने से इस रोग के रोगियों की संख्या अस्पतालों में उत्तरोत्तर बढ़ती रहती है। यह अनुमान लगाया गया है कि साधारण जनता में से दो से तीन प्रतिशत व्यक्ति इस रोग से ग्रस्त होते हैं। पुरुषों में 20 से 24 वर्ष तक और स्त्रियों में 35 से 39 वर्ष तक की आयु में यह रोग सबसे अधिक होता है। अस्पतालों में भर्ती हुए रोगियों में से 40 प्रतिशत शीघ्र ही नीरोग हो जाते हैं। शेष 60 को जीवनपर्यंत या बहुत वर्षों तक अस्पताल ही में रहना पड़ता है। अंतराबन्ध के रूप इस रोग के प्रायः चार रूप पाए जाते हैं: (1) सामान्य रूप में व्यक्ति अपनी चारों ओर की परिस्थितियों से अपने को धीरे-धीरे खींच लेता है, अर्थात् अपने सुहृदों, मित्रों तथा व्यवसाय से, जिनसे वह पहले प्रेम करता था, उदासीन हो जाता है। (2) दूसरे रूप में, जिसकी यौवनमनस्कता (हीबे फ़्रीनिया / hebephrenia) कहते हैं, रोगी के विचार तथा कर्म भ्रम पर आधारित होते हैं। यह रोग साधारणतः युवावस्था में होता है। (3) तीसरे रूप में उसके मस्तिष्क का अंग-संचालक-मंडल विकृत हो जाता है। या तो उसके अंगों की गति अत्यंत शिथिल हो जाती है, यहाँ तक कि वह मूढ़ और निश्चेष्ट सा पड़ा रहता है, या वह अति प्रचंड हो जाता है और भागने, दौड़ने, लड़ने, आक्रमण करने या हिंसात्मक क्रियाएँ करने लगता है। (4) चौथा रूप अधिक आयु में प्रकट होता है और विचार संबंधी होता है। रोगी अपने को बहुत बड़ा व्यक्ति मानता है, या समझता है कि वह किसी के द्वारा सताया जा रहा है। कितनी ही बार रोगी में एक से अधिक रूप मिले हुए पाए जाते हैं। न केवल यही, प्रत्युत अन्य मानसिक रोगों के लक्षण भी अंतराबंध के लक्षणों के साथ प्रकट हो जाते हैं। कारण रोग के कारण के संबंध में बहुत प्रकार के सिद्धांत बनाए गए जो शारीरिक रचना, जीवरसायन अथवा मानसिक विकृतियों पर आश्रित थे। किंतु अब यह सर्वमान्य मत है कि इस रोग का कारण व्यक्ति की अपने को सांसारिक दशाओं तथा चारों ओर की परिस्थितियों के समानुकूल बनाने की असमर्थता है। व्यक्ति में शैशव काल से ही कोई हीनता या दीनता का भाव इस प्रकार व्याप्त हो जाता है कि फिर जीवन भर उसको दूर नहीं कर पाता। इसके कारण शारीरिक अथवा मानसिक दोनों होते हैं। बहुतेरे विद्वान यह मानते हैं कि व्यक्ति के जीवन के आरंभिक वर्षों में पारिवारिक संबंध इस दशा का कारण होते हैं; विशेषकर माता का शिशु के साथ कैसा व्यवहार होता है उसी के अनुसार या तो यह रोग होता है या नहीं होता। शिशु की ऐसे धारणा बनना कि कोई उससे प्रेम नहीं करता या वह अवांछित शिशु है, रोगोत्पत्ति का विशेष कारण होता है। कुछ विद्वान यह भी मानते हैं कि शरीर में उत्पन्न हुए जीवविष (टॉक्सिन) मनोविकार उत्पन्न करने के बहुत बड़े कारण होते हैं। वे शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के कारणों को मौलिक कारण समझते हैं। चिकित्सा पहले रोग की चिकित्सा आशाजनक नहीं समझी जाती थी। किंतु अब मनोविश्लेषण से चिकित्सा में सफलता की आशा होने लगी है। ऐसे रोगियों के लिए विशेष चिकित्सालयों और मनोवैज्ञानिकों की आवश्यकता होती है। औषधियों का भी प्रयोग होता है। इंस्युलिन तथा विद्युत द्वारा आक्षेप उत्पन्न करना भी उपयोगी पाया गया है। विशेष आवश्यकता इसकी रहती है कि रोगी को पुरानी परिस्थितियों से हटा दिया जाए। विशेष व्यायाम तथा ऐसे काम-धंधों का भी, जिनमें मन लगा रहे, उपयोग किया जाता है। रोग जितने ही कम समय का और हलका होगा उतने ही शीघ्र रोग से मुक्ति की आशा की जा सकती है। चिरकालीन रोगों में रोग मुक्ति कठिन होती है। इन्हें भी देखें मनोविदालिता बाहरी कड़ियाँ NPR: the sight and sounds of schizophrenia The current World Health Organisation definition of Schizophrenia Symptoms in Schizophrenia Film made in 1940 showing some of the symptoms of Schizophrenia. मानसिक रोग
तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को साफ किया कि केंद्र सरकार से उसके मंत्रियों के इस्तीफे देने की खबरों में तनिक भी सच्चाई नहीं है। उन्होंने साफ किया कि तृणमूल कांग्रेस का संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार को समर्थन जारी रहेगा, भले ही वह चाहे तो उनकी पार्टी को निकाल बाहर करे।टिप्पणियां तृणमूल कांग्रेस के सांसदों व विधायकों की एक बैठक के बाद उसके वरिष्ठ नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "ऐसी खबरें चल रही हैं कि तृणमूल कांग्रेस के मंत्रियों ने केंद्र सरकार से इस्तीफा दे दिया है और अपने इस्तीफे ममता को सौंप दिए हैं। इन खबरों में तनिक भी सच्चाई नहीं है। हमारा इरादा सरकार गिराने का नहीं है। हां, हम उसके लिए मुश्किल नहीं बनेंगे।" बंदोपाध्याय ने कहा, "हमारे सांसद इस्तीफा देने को मानसिक रूप से तैयार हैं। जब भी ममता बनर्जी कहेंगी, सभी इस्तीफा दे देंगे।" उन्होंने कहा, "हम अभी भी चाहते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम देश के राष्ट्रपति बनें। राष्ट्रपति चुनाव में अभी भी समय बचा है। हम सही समय पर सही फैसला लेंगे।" तृणमूल कांग्रेस के सांसदों व विधायकों की एक बैठक के बाद उसके वरिष्ठ नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "ऐसी खबरें चल रही हैं कि तृणमूल कांग्रेस के मंत्रियों ने केंद्र सरकार से इस्तीफा दे दिया है और अपने इस्तीफे ममता को सौंप दिए हैं। इन खबरों में तनिक भी सच्चाई नहीं है। हमारा इरादा सरकार गिराने का नहीं है। हां, हम उसके लिए मुश्किल नहीं बनेंगे।" बंदोपाध्याय ने कहा, "हमारे सांसद इस्तीफा देने को मानसिक रूप से तैयार हैं। जब भी ममता बनर्जी कहेंगी, सभी इस्तीफा दे देंगे।" उन्होंने कहा, "हम अभी भी चाहते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम देश के राष्ट्रपति बनें। राष्ट्रपति चुनाव में अभी भी समय बचा है। हम सही समय पर सही फैसला लेंगे।" बंदोपाध्याय ने कहा, "हमारे सांसद इस्तीफा देने को मानसिक रूप से तैयार हैं। जब भी ममता बनर्जी कहेंगी, सभी इस्तीफा दे देंगे।" उन्होंने कहा, "हम अभी भी चाहते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम देश के राष्ट्रपति बनें। राष्ट्रपति चुनाव में अभी भी समय बचा है। हम सही समय पर सही फैसला लेंगे।"
पूरी भारतीय क्रिकेट टीम कोटला स्टेडियम में मौजूद रहेगी कोहली के नाम पर डीडीसीए की ओर से स्टैंड का अनावरण होगा दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का गुरुवार को नाम बदला जाएगा. अब यह दिवंगत अरुण जेटली स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा. इसके साथ ही स्टेडियम के एक स्टैंड का नाम भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम पर रखा जाएगा. इसका उद्घाटन शाम 6 बजे खुद विराट कोहली करेंगे. इस अवसर पूरी भारतीय क्रिकेट टीम कोटला स्टेडियम में मौजूद रहेगी. बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में होने वाले इस अनावरण समारोह में खिलाड़ी भी मौजूद रहेंगे. अधिकारी ने कहा, "कोहली के नाम पर डीडीसीए की ओर से स्टैंड का अनावरण होगा, उस समय खिलाड़ी भी वहां मौजूद रहेंगे. शुक्रवार को धर्मशाला जाने से पहले टीम के खिलाड़ी गुरुवार को राजधानी दिल्ली में होंगे." विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक की कप्तानी वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम को 15 सितम्बर को धर्मशाला में,18 को मोहाली में और 22 सितंबर को बेंगलुरु में भारतीय टीम के साथ टी-20 मैच खेलने हैं. टी-20 सीरीज के बाद दोनों टीमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत तीन मैचों की टेस्ट सीरीज भी खेलेगी. टेस्ट सीरीज का पहला मैच दो अक्टूबर से विशाखापत्तनम में, दूसरा 10 अक्टूबर से पुणे में और तीसरा 19 अक्टूबर से रांची में खेला जाएगा.
भारतीय स्टार सानिया मिर्जा और उनकी रूसी जोड़ीदार एलीना वेसनिना को शुक्रवार को फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला युगल फाइनल में आंद्रिया हलावाकोवा और लुसी हरादेका से शिकस्त का सामना करना पड़ा। इस हार से रोलां गैरां में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई और सानिया का दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब हासिल करने का सपना भी टूट गया। यहां उप विजेता बनने से यह भारतीय ग्रैंडस्लैम के महिला युगल में खिताब जीतने से भी महरूम रह गयी जिसमें उन्होंने पहली बार जगह बनाई थी। सानिया अपने कैरियर में तीसरी बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में फाइनल में पहुंची। इससे पहले वह दो बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन के मिश्रित युगल के फाइनल में भी जगह बना चुकी थीं जिसमें एक बार उन्होंने खिताब हासिल किया था। भारत और रूस की सातवीं वरीय जोड़ी को कोर्ट सुजाने लेनग्लेन में चेक गणराज्य की गैर वरीय जोड़ी से एक घंटे 21 मिनट तक चले मुकाबले में 4-6, 3-6 से हार का मुंह देखना पड़ा। सानिया और भारत के उनके जोड़ीदार महेश भूपति 2008 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन में उप विजेता रहे थे जबकि अगले साल इस जोड़ी ने खिताब जीता था। फरवरी में वेसनीना के साथ जोड़ी बनाने वाली सानिया ने हालांकि एक तरह से यहां इतिहास बना दिया क्योंकि वह महिला युगल के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला हैं। सानिया और वेसनीना ने सेमीफाइनल मुकाबले में अमेरिका की लिजेल हबर और लीसा रेमंड चौथी वरीय जोड़ी को 6-3, 2-6, 6-4 से हराकर उलटफेर करते हुए टूर्नामेंट से बाहर किया और फाइनल में जगह बनायी थी। लेकिन सानिया और उनकी रूसी जोड़ीदार ने हवा भरे हालातों में अपने प्रतिद्वंद्वियों से कहीं ज्यादा असहज गलतियां की जिसका खामियाजा उन्हें खिताब गंवा कर करना पड़ा। अब फ्रेंच ओपन में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी क्योंकि वह एकमात्र भारतीय खिलाड़ी बची थी। रोहन बोपन्ना और पाकिस्तान के आयसम उल हक कुरैशी की जोड़ी को पुरुष युगल क्वार्टर फाइनल में बाब ब्रायन और माइक ब्रायन की अमेरिकी जोड़ी के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी। लिएंडर पेस और भूपति भी पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो गये थे। सानिया और एलीना की जोड़ी को उप विजेता बनने के लिये 165000 यूरो राशि मिलेगी जो दोनों में बांटी जाएगी। वहीं खिताब जीतने वाली जोड़ी को 330,000 यूरो की ईनामी राशि प्राप्त होगी।
संगमनगरी प्रयागराज कुंभ (Kumbh 2019) के लिए पूरी तरह से तैयार है. संतों और श्रद्धालुओं का पहुंचना लगातार जारी है, पूरा शहर मानो आस्था में डूबा हुआ है. 15 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर होने वाले पहले शाही स्नान से पूर्व प्रयागराज में सुरक्षा-व्यवस्था को पुख्ता कर लिया गया है. इससे पहले आज भी श्रद्धालुओं ने वाराणसी से लेकर प्रयागराज तक आस्था की डुबकी लगाई. शाही स्नान को देखते हुए प्रयागराज में तीन दिनों तक के लिए 12वीं तक के स्कूल-कॉलेजों को बंद किया गया है. स्थानीय अधिकारी के अनुसार, शाही स्नान के कारण 14, 15 और 16 जनवरी को सभी स्कूल बंद रहेंगे, ताकि यातायात प्रभावित ना हो और बच्चों को भी कोई परेशानी ना हो. इसके अलावा कॉलेजों से अपील की गई है कि वे भी किन्हीं विशिष्ट परिस्थिति को छोड़कर अपना कॉलेज बंद रखें. साथ ही यातायात को लेकर भी कई एडवाइजरी जारी की गई हैं. कुंभ के लिए तैनात स्पेशल पुलिस की तरफ से भी यातायात को लेकर कुछ एडवाइजरी जारी की गई हैं. शहर के अंदर और शहर के बाहर से आने वाले रास्तों में कुछ बदलाव भी किया गया है. कानपुर से सड़क मार्ग से निजी वाहन से कुम्भ आने वाले श्रधालुओं के लिये पार्किंग स्थल की सूची । कृपया इसे सुरक्षित रखे और रिट्वीट करें ! #UPPolice #KumbhMelaPolice #MakingOfKumbh #Kumbh2019 #DivyaKumbh #SurakshitKumbh #SafeKumbh #ChaloKumbhChalein pic.twitter.com/aMYqvRiVYd — Kumbh Mela Police UP 2019 (@kumbhMelaPolUP) January 14, 2019 कुल 14 अखाड़े होंगे शामिल आपको बता दें कि 15 जनवरी को ही पहला शाही स्नान होगा. इस स्नान का बड़ा महत्व है, इस बार कुंभ मेले में 12 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है. योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से मेले को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. सभी अखाड़ों के साधु-संत संगम पर शाही स्नान करेंगे. ये स्नान शांति से निबटे, इसके लिए अखाड़ों का क्रम और स्नान के लिए जगह भी तय कर दी है. यह परंपरा बहुत पुरानी है, जिसमें 14 अखाड़े शामिल होते हैं. शाही स्नान की तारीखें... 15 जनवरी 2019 - मकर संक्रांति, पहला शाही स्नान 21 जनवरी 2019 - पौष पूर्णिमा 31 जनवरी 2019 - पौष एकादशी स्नान 04 फरवरी 2019 - मौनी अमावस्या, मुख्य शाही स्नान, दूसरा शाही स्नान 10 फरवरी 2019 - बसंत पंचमी, तीसरा शाही स्नान 16 फरवरी 2019 - माघी एकादशी 19 फरवरी 2019 - माघी पूर्णिमा 04 मार्च 2019 -  महा शिवरात्रि
राजस्थान के चूरू में शनिवार को प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के पैरो तले जमीन उस वक्त खिसक गई, जब श्रीनगर में तैनात सीआरपीएफ जवान रामनिवास पूनिया की मौत के बाद उसके परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. सीआरपीएफ जवान पूनिया की दो मार्च को श्रीनगर में मौत हो गई थी. सेना की तरफ से मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई, लेकिन परिवार वाले इसे मानने को लिए तैयार नहीं थे. शनिवार सुबह पूनिया का शव जैसे ही गांव पहुंचा, तो परिजनों ने शहीद का दर्जा देने की मांग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया. वे अपनी मांगों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को मौके पर बुलाने पर अड़ गए. इस दौरान गांव के लोग भी वहां इकट्ठा हो गए. घटना की जानकारी मिलने पर चूरू के तहसीलदार प्रदीप चाहर मौके पर पहुंचे. उन्होंने सैनिक की पत्नी सरिता से बात की और सैनिक का अंतिम संस्कार करने को कहा. इस पर सरिता ने कहा कि जब तक उनके पति को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा, तब तक शव नहीं लेंगी. वे जिला कलक्टर को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ी रहीं. इस दौरान लोगों की भीड़ और परिजनों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया. इलाके में खबर फैलने के साथ ही ढाणी मौजी में जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया. पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां, सादलुपुर से विधायक मनोज न्यांगली, तारानगर से विधायक जयनारायण पूनिया, कांग्रेस नेता कृष्णा पूनिया सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने परिजनों को समझाने की कोशिश की. अंत में उन्होंने आश्वासन दिया कि वे मृत सैनिक को शहीद का दर्जा दिलवाने की की पूरी कोशिश करेंगे, जिसके बाद परिजन शव ले जाने को राजी हुए.
इंफाल की एक अदालत ने मणिपुरी अधिकार कार्यकर्ता इरोम चानू शर्मिला को न्यायिक हिरासत से रिहा करने का आज आदेश दिया जो कि सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफ्सपा) निरस्त करने की मांग को लेकर 15 सालों से अनशन पर हैं। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) (पूर्व) ने शर्मिला को रिहा करने का आदेश दिया, जिस पर अफ्सपा निरस्त करने को लेकर दबाव बनाने के वास्ते एक अनिश्चितकालीन अनशन करने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 309 के तहत आरोप लगाया गया है। अदालत ने शर्मिला को रिहा करने का आदेश देते हुए कहा कि इस महिला के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का कोई सबूत नहीं है।टिप्पणियां शर्मिला ने अदालत परिसर में मीडिया से कहा कि उन्हें भरोसा है कि वह लोगों की सहयोग से अफ्सपा निरस्त करने की अपनी मांग प्राप्त कर लेंगी। उन्होंने अपनी मांग के लिए अपना अनशन जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। शर्मिला को अदालत से यहां स्थित जवाहर लाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस वापस ले जाया गया, जहां 24 घंट पुलिस की सुरक्षा रहती है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) (पूर्व) ने शर्मिला को रिहा करने का आदेश दिया, जिस पर अफ्सपा निरस्त करने को लेकर दबाव बनाने के वास्ते एक अनिश्चितकालीन अनशन करने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 309 के तहत आरोप लगाया गया है। अदालत ने शर्मिला को रिहा करने का आदेश देते हुए कहा कि इस महिला के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का कोई सबूत नहीं है।टिप्पणियां शर्मिला ने अदालत परिसर में मीडिया से कहा कि उन्हें भरोसा है कि वह लोगों की सहयोग से अफ्सपा निरस्त करने की अपनी मांग प्राप्त कर लेंगी। उन्होंने अपनी मांग के लिए अपना अनशन जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। शर्मिला को अदालत से यहां स्थित जवाहर लाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस वापस ले जाया गया, जहां 24 घंट पुलिस की सुरक्षा रहती है। शर्मिला ने अदालत परिसर में मीडिया से कहा कि उन्हें भरोसा है कि वह लोगों की सहयोग से अफ्सपा निरस्त करने की अपनी मांग प्राप्त कर लेंगी। उन्होंने अपनी मांग के लिए अपना अनशन जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। शर्मिला को अदालत से यहां स्थित जवाहर लाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस वापस ले जाया गया, जहां 24 घंट पुलिस की सुरक्षा रहती है। शर्मिला को अदालत से यहां स्थित जवाहर लाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस वापस ले जाया गया, जहां 24 घंट पुलिस की सुरक्षा रहती है।
इसी वजह से 1814–16 रक्तरंजित एंग्लो-नेपाल युद्ध हो गया, जिसमें नेपाल को अपनी दो तिहाई भूभाग से हाथ धोना पड़ा लेकिन अपनी सार्वभौमसत्ता और स्वतन्त्रता को कायम रखा। दक्षिण एशियाई मुल्कों में" यही एक खण्ड है जो कभी भी किसी बाहरी सामन्त (उपनिवेशों) के अधीन में नही आया'। विलायत से लड़ने में पश्चिम में सतलुज से पुर्व में तीस्ता नदी तक फैला हुआ विशाल नेपाल सुगौली सन्धि के बाद पश्चिम में महाकाली और मेची नदियों के बीच सिमट गया लेकिन अपनी स्वाधीनता को बचाए रखने में नेपाल सफल रहा, बाद मे अंग्रेजो ने 1822 में मेची नदी व राप्ती नदी के बीच की तराई का हिस्सा नेपाल को वापस किया उसी तरह 1860 में राणा प्रधानमन्त्री जंगबहादुर से ख़ुश होकर 'भारतीय सैनिक बिद्रोह को कूचलने मे नेपाली सेना का भरपूर सहयोग के बदले अंग्रेजो ने राप्तीनदी से महाकाली नदी के बीच का तराई का थोड़ा और हिस्सा नेपाल को लौटाया। लेकिन सुगौली सन्धी के बाद नेपाल ने जमीन का बहुत बडा हिस्सा गँवा दिया, यह क्षेत्र अभी उत्तराखण्ड राज्य और हिमाचल प्रदेश और पंजाब पहाड़ी राज्य में सम्मिलित है। पूर्व में दार्जिलिंग और उसके आसपास का नेपाली मूल के लोगों का भूमि (जो अब पश्चिम बंगाल मे है) भी ब्रिटिश इण्डिया के अधीन मे हो गया तथा नेपाल का सिक्किम पर प्रभाव और शक्ति भी नेपाल को त्यागने पड़े। राज परिवार व भारदारो के बीच गुटबन्दी के कारण युद्ध के बाद स्थायित्व कायम हुआ। सन् 1846 में शासन कर रही रानी का सेनानायक जंगबहादुर राणा को पदच्युत करने के षड्यन्त्र का खुलासा होने से कोतपर्व नाम का नरसंहार हुवा। हथियारधारी सेना व रानी के प्रति वफादार भाइ-भारदारो के बीच मारकाट चलने से देश के सयौं राजखलाक, भारदारलोग व दूसरे रजवाड़ों की हत्या हुई। जंगबहादुर की जीत के बाद राणा ख़ानदान उन्होंने सुरुकिया व राणा शासन लागु किया। राजा को नाममात्र में सीमित किया व प्रधानमन्त्री पद को शक्तिशाली वंशानुगत किया गया। राणाशासक पूर्णनिष्ठा के साथ ब्रिटिश के पक्ष में रहते थे व ब्रिटिश शासक को 1857 की सेपोई रेबेल्योन (प्रथम भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम), व बाद में दोनो विश्व युद्धसहयोग किया था। सन 1923 में यूनाइटेड किंगडम व नेपाल बीच आधिकारिक रूप में मित्रता के समझौते पर हस्ताक्षर हुए, जिसमें नेपाल की स्वतन्त्रता को यूनाइटेड किंगडम ने स्वीकार किया। दक्षिण एशियाई मुल्कों में पहला, नेपाली राजदूतावास ब्रिटेन की राजधानी लन्दन मे खुल गया। 1940 दशक के उत्तरार्ध में लोकतन्त्र-समर्थित आन्दोलनों का उदय होने लगा व राजनैतिक पार्टियां राणा शासन के विरुद्ध हो गईं। उसी समय चीन ने 1950 में तिब्बत पर कब्ज़ा कर लिया जिसकी वजह से बढ़ती हुई सैनिक गतिविधियों को टालने के लिए भारत नेपाल की स्थायित्व पर चाख बनाने लगा। फलस्वरुप राजा त्रिभुवन को भारत ने समर्थन किया 1951 में सत्ता लेने में सहयोग किया, नई सरकार का निर्माण हो गया, जिसमें ज्यादा आन्दोलनकारी नेपाली कांग्रेस पार्टी के लोगों की सहभागिता थी। राजा व सरकार के बीच वर्षों की शक्ति खींचातानी के पश्चात्, 1959 में राजा महेन्द्र ने लोकतान्त्रिक अभ्यास अन्त किया व "निर्दलीय" पंचायत व्यवस्था लागू करके राज किया। सन् 1989 के "जन आन्दोलन" ने राजतन्त्र को संवैधानिक सुधार करने व बहुदलीय संसद बनाने का वातावरण बन गया सन 1990 में कृष्णप्रसाद भट्टराई अन्तरिम सरकार के प्रधानमन्त्री बन गए, नये संविधान का निर्माण हुआ राजा बीरेन्द्र ने 1990 में नेपाल के इतिहास में दूसरा प्रजातन्त्रिक बहुदलीय संविधान जारी किया व अन्तरिम सरकार ने संसद के लिए प्रजातान्त्रिक चुनाव करवाए। नेपाली कांग्रेस ने राष्ट्र के दूसरे प्रजातन्त्रिक चुनाव में बहुमत प्राप्त किया व गिरिजा प्रसाद कोइराला प्रधानमन्त्री बने।
यह एक लेख है: भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की एक दिवसीय क्रिकेट शृंखला में रविवार को उतरेगी तो उसका इरादा अगले साल यहां होने वाले विश्व कप से पहले अनुभव और आत्मविश्वास हासिल करने का होगा। मौजूदा विश्व चैम्पियन भारतीय टीम का लक्ष्य अपनी नंबर वन रैंकिंग भी बरकरार रखने का होगा। भारत के लिए यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम प्रबंधन ने तीन मैचों की शृंखला को टेस्ट शृंखला की तैयारी की दृष्टि से खेला। दक्षिण अफ्रीका जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ भारत की युवा टेस्ट टीम आखिरी दिन शृंखला हारी । भारतीय टीम 2014-15 सत्र के आखिर में ऑस्ट्रेलिया भी जाएगी, जो विश्व कप की अंतिम ड्रेस रिहर्सल होगी। यहां पहुंची भारतीय टीम 2013 में सिर्फ पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका से हारी है। उसने इस बीच लगातार छह वन-डे शृंखलाएं जीती हैं। भारत के सामने कई चुनौतियां भी हैं, मसलन शिखर धवन और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी दक्षिण अफ्रीका में कोई कमाल नहीं कर सकी। धवन ने छह पारियों में सिर्फ 88 रन बनाए। वहीं मध्यक्रम भी चिंता का विषय है चूंकि युवराज सिंह भी टीम का हिस्सा नहीं हैं।
1. दिल्ली विधानसभा में नए रेनोवेट हुए कमरों में टेबल कुर्सी आदि के लिए दिल्ली विधानसभा ने 13,26,300 रुपये मंज़ूर किये थे और दिल्ली सरकार के PWD विभाग ने इस पर 11,75,828 रुपये खर्च किये. 2. चार संसदीय सचिवों के लिए दिल्ली सचिवालय में केबिन बनाने पर 3,73,871 रुपये खर्च हुए जिसमें 2,22,500 रुपये का सिविल और इलेक्ट्रिकल काम था और 1,51,371 रुपये का फर्नीचर था. 3. ये चार विधायक थे, संजीव झा, सरिता सिंह, नरेश यादव, और जरनैल सिंह 4. अल्का लाम्बा को सीपीओ बिल्डिंग में दो छोटे कमरे दिए गए जिसकी रेनोवेशन पीडब्ल्यू ने करवाई और बिजली पानी के बिल 'कला, संस्कृति और भाषा विभाग' ने दिए 5. आदर्श शास्त्री को 15,479 रुपये डिजिटल इंडिया की मुंबई में एक कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए दिये. 6. कुल 9 विधायकों को दिल्ली जल बोर्ड के दफ्तरों में कमरे दिए गए. 7. इनमें सरिता सिंह और राजेश ऋषि को दो कमरे मिले. 8. प्रवीण कुमार, शरद चौहान, आदर्श शास्त्री, मैदान लाल, नरेश यादव, जरनैल सिंह और मनोज कुमार को एक एक कमरा दिल्ली जल बोर्ड के दफ्तरों में मिला. 9. इन विधायकों को कोई फ़ोन, गाड़ी या फिर ड्राइवर आदि नहीं दिया गया. 10. ये विधायक अलग अलग तरह की समितियों की अध्यक्षता करते रहे या सदस्य के रूप में समितियों की बैठक में शामिल हुए.टिप्पणियां सरकार के सूत्रों का कहना है कि विधानसभा में कमरे देकर वापस ले लिए गए थे जबकि आदर्श शास्त्री संसदीय सचिव के तौर पर नहीं बल्कि सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मुंबई गए थे. यही वजह थी उनका सरकार ने खर्च उठाया. जबकि, इस मामले में याचिकाकर्ता प्रशांत पटेल का कहना है- 'दिल्ली के मुख्य सचिव के जवाब से यह साफ़ हो गया है कि आप के 21 विधायक लाभ के पद पर हैं इसलिए अब जल्द ही आयोग अपनी सुनवाई पूरी करके राष्ट्रपति को इनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश भेजेगा.' दरअसल चुनाव आयोग तीन बार दिल्ली के मुख्य सचिव से कुछ सवालों के जवाब मांग चुका था लेकिन दिल्ली के मुख्य सचिव के जवाब से आयोग संतुष्ट नहीं हो रहा था. अब मुख्य सचिव के तीसरे जवाब के बाद सभी 21 आप विधायक 7 अक्टूबर तक आयोग में अपना जवाब दाखिल करेंगे. इस पर याचिकाकर्ता प्रशांत पटेल 14 अक्टूबर तक अपना जवाब देंगे. उसके बाद आयोग सुनवाई की तारीख तय करेगा. सरकार के सूत्रों का कहना है कि विधानसभा में कमरे देकर वापस ले लिए गए थे जबकि आदर्श शास्त्री संसदीय सचिव के तौर पर नहीं बल्कि सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मुंबई गए थे. यही वजह थी उनका सरकार ने खर्च उठाया. जबकि, इस मामले में याचिकाकर्ता प्रशांत पटेल का कहना है- 'दिल्ली के मुख्य सचिव के जवाब से यह साफ़ हो गया है कि आप के 21 विधायक लाभ के पद पर हैं इसलिए अब जल्द ही आयोग अपनी सुनवाई पूरी करके राष्ट्रपति को इनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश भेजेगा.' दरअसल चुनाव आयोग तीन बार दिल्ली के मुख्य सचिव से कुछ सवालों के जवाब मांग चुका था लेकिन दिल्ली के मुख्य सचिव के जवाब से आयोग संतुष्ट नहीं हो रहा था. अब मुख्य सचिव के तीसरे जवाब के बाद सभी 21 आप विधायक 7 अक्टूबर तक आयोग में अपना जवाब दाखिल करेंगे. इस पर याचिकाकर्ता प्रशांत पटेल 14 अक्टूबर तक अपना जवाब देंगे. उसके बाद आयोग सुनवाई की तारीख तय करेगा. दरअसल चुनाव आयोग तीन बार दिल्ली के मुख्य सचिव से कुछ सवालों के जवाब मांग चुका था लेकिन दिल्ली के मुख्य सचिव के जवाब से आयोग संतुष्ट नहीं हो रहा था. अब मुख्य सचिव के तीसरे जवाब के बाद सभी 21 आप विधायक 7 अक्टूबर तक आयोग में अपना जवाब दाखिल करेंगे. इस पर याचिकाकर्ता प्रशांत पटेल 14 अक्टूबर तक अपना जवाब देंगे. उसके बाद आयोग सुनवाई की तारीख तय करेगा.
मध्य प्रदेश के कई इलाकों में हो रही लगातार बारिश से नदी नाले उफान पर हैं. नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. बड़वानी और आसपास के इलाकों में एहतियात के तौर पर प्रशासन ने नर्मदा किनारे के 34 गांवों को खाली कराने का काम शुरू कर दिया है. सुरक्षा की दृष्टि से नर्मदा के किनारे बसे रिहाइशी इलाकों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन तैनात है. उधर, नर्मदा बचाओ आंदोलन के बैनर तले मेधा पाटकर के नेतृत्व में करीब 300 प्रभावितों ने सत्याग्रह आंदोलन छेड़ दिया है. गुजरात इस दफे सरदार सरोवर डैम को उसकी पूरी क्षमता यानी 138.68 मीटर तर भरने चाहते हैं, जिससे कई गांव में पानी भरना तय है. एनबीए का आरोप है कि अभी भी बड़ी तादाद में लोगों का पुनर्वास नहीं हुआ है. ऐसे में उनकी मांग है कि नर्मदा घाटी के सैकड़ों लोगों को बचाने के लिये मध्य प्रदेश सरकार को फौरन गुजरात सरकार से बात करके सरदार सरोवर बांध के गेट खुलवाने की व्यवस्था करना चाहिये, साथ ही मुआवजे और पुनर्वास का काम भी तेजी से पूरा करना चाहिये. उधर सरदार सरोवर बांध में बैक वाटर बढ़ने से धार जिले के निसरपुर में बाढ़ का पानी घुसने लगा है और व्यापारी अपनी दुकानें खाली कर रहे हैं. बैक वाटर का स्तर बढ़ने से निसरपुर के पास बहने वाली उरी और बाघनी नदी का पानी निसरपुर में घुस रहा है जिससे निसरपुर डूबने की स्थिति में पहुंच गया है इसी के चलते निसरपुर के व्यापारी अपनी दुकान खाली कर रहे हैं तो वहीं कुछ स्थानीय लोग जब तक शासन की ओर से मिलने वाली प्रभावितों की सारी सुविधाएं नहीं मिल जाती तब तक खाली नहीं करने की बात कर रहे हैं. धार जिले सहित धार शहर में भी बीती रात से लगातार बारिश के चलते सड़कें जलमग्न हो गई है और कई कॉलोनियों में पानी की निकासी नहीं होने से ओमकार नगर, जानकीनगर, कॉलोनी में लोगों के घरों में पानी घुस गया है. धार जिले के धारावर गांव में लगातार बारिश से एक शख्स शाहिद मंसूरी का मकान ढह गया. वहीं पांढुर्णा के बेलगांव में जाम नदी के उफान पर आने से प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को खटिया पर डाल कर ग्रामीणों ने अस्पताल पहुंचाया. रास्ते में पुल के ऊपर था 2 फीट पानी बह रहा था जिससे गांव में एंबुलेंस का पहुंचना मुश्किल था. शाजापुर ज़िले में भी लगातार बारिश का दौर जारी है, कई नदी नाले उफान पर हैं. कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है. शहर को दो हिस्सों में बांटने वाली चीलर नदी के पुल पर पानी भरा है लेकिन लोग जान जोखिम में डाल कर पुल पार कर रहे हैं. मध्यप्रदेश के मंदसौर में पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश से ग्रामीण अंचल में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ज़िले के अफजलपुर थाना क्षेत्र के रठाना में एक युवक पानी में बह गया, जिसे गांव वालों ने बड़ी मशक्कत से बचा लिया. अफजलपुर में 3 दिन से हो रही बरसात से तुंबड़ नदी उफान पर है. ऐसे में नाले के पार रहने वाले ग्रामीणों को मजबूरी में रास्ता पार करना पड़ रहा है. जबकि शामगढ़ थाना क्षेत्र के असावती के हाई स्कूल के बच्चे रास्ते में उफनते नाले को ग्रामीणों की मदद से रस्सी के सहारे पार करके अपने घर पहुंचे.
इस्लामी राजनीतिक विचारधारा में सेक्युलरवाद एक विवादास्पद अवधारणा रही है। इसका कारण आंशिक रूप से ऐतिहासिक और आंशिक रूप से सेक्युलरवाद की अस्पष्टता के कारण है। मुस्लिम दुनिया में, सेक्युलरवाद के बारे में अत्यन्त नकारात्मक भावना है। इस प्रकार, धर्मनिरपेक्षता को प्रायः आक्रमणकारियों द्वारा जबरन थोपी गयी एक विदेशी विचारधारा माना जाता है और इसे अधर्म या धर्म-विरोधी माना जाता है। संदर्भ अग्रिम पठन सेविनि, के।, हूड, आरडब्ल्यू जूनियर, कोलमैन, टीजे III, (2017)। तुर्की में धर्मनिरपेक्षता । ज़करमैन, पी।, और शुक, जेआर, (ईडीएस) में। ), द ऑक्सफोर्ड हैंडबुक ऑफ सेकुलरिज्म। ऑक्सफोर्ड यूनिवरसिटि प्रेस। धर्मनिरपेक्षता
ओलंपिक में भारत की पदक उम्मीद माने जा रहे विकास गौड़ा पुरूषों की चक्काफेंक स्पर्धा के फाइनल में आठवें और आखिरी स्थान पर रहे. विकास ने पहले प्रयास में 64.79 मीटर की दूरी तक चक्का फेंका जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था. उनका सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 66.28 मीटर है जो उन्होंने खेलों से पहले कर दिखाया था. सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन को दोहराना भी विकास के लिए पदक जीतने को काफी नहीं होता लेकिन मंगलवार को क्वालीफिकेशन दौर में पांचवें स्थान पर रहने के बाद उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी. पहले प्रयास में 64.79 मीटर का फासला नापकर वह तीन प्रयासों के पहले दौर में सातवें स्थान पर रहे. पहले दौर में 12 में से चार थ्रोअर बाहर हो जाते हैं. अमेरिका में बसे विकास एक बार भी 65 मीटर का आंकड़ा पार नहीं कर सके. उसने छह प्रयासों में क्रमश: 64.79 मीटर, 60.95 मीटर, 63.03 मीटर, 64.15 मीटर, 64.48 मीटर और 63.89 मीटर की दूरी नापी. जर्मनी के राबर्ट हार्टिंग ने 68.27 मीटर का फासला तय करके स्वर्ण पदक जीता. रजत पदक ईरान के एहसान हदादी को मिला जिसने 68.18 मीटर की दूरी तक चक्का फेंका. वहीं एस्तोनिया के गर्ड केंटर ने सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 68.03 मीटर की दूरी नापकर कांस्य हासिल किया. इसके साथ ही विकास के अभियान का निराशाजनक अंत हो गया. वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी नहीं दोहरा सके. ओलंपिक के इतिहास में ट्रैक और फील्ड स्पर्धा के फाइनल में क्वालीफाई करने वाले वह सातवें भारतीय थे.
असम के जोरहाट से उड़ान भरने के बाद वायुसेना का एएन-32 क्यों दुर्घटनाग्रस्त हो गया? इस सवाल का जवाब देरी से मिल सकता है, क्योंकि विमान का ब्लैक बॉक्स दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान 3 जून को अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें वायुसेना के सात अधिकारियों सहित 13 कर्मियों की मौत हो गई थी. वायु सेना के सूत्रों ने बताया कि दुर्घटना में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर वाला ब्लैक बॉक्स क्षतिग्रस्त हो गया है. इस कारण दुर्घटना की असली वजह जानने में देरी हो सकती है. अब डेटा प्राप्त करने के लिए ब्लैकबॉक्स को विदेश भी भेजा जा सकता है. गौरतलब है कि 3 जून से लापता वायुसेना के AN-32 विमान का मलबा मिल गया था. अरुणाचल प्रदेश के लीपो इलाके में विमान का मलबा मिला है. 12 हजार फीट की ऊंचाई पर एमआई-17 हेलीकॉप्टर को विमान का मलबा मिला है. इस विमान में कुल 13 लोग सवार थे. इस बीच, एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय वायुसेना 3 जून को अरुणाचल प्रदेश में एएन-32 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अब दुर्गम वातावरण में इसकी भूमिका को कम करने पर विचार कर रही है. अरुणाचल प्रदेश में एएन 32 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के चलते तेरह लोगों की मौत हो गई थी. पिछले 10 वर्षों के दौरान रूसी विमान के दुर्घटना होने की यह तीसरी घटना है. वायुसेना के सीनियर आधिकारिक सूत्र ने बताया कि वायुसेना के लिए सबसे ज्यादा काम आने वाले एएन-32 विमानों को सुरक्षा कारणों के चलते पर्वतीय और सामुद्रिक क्षेत्र की ड्यटी से हटाया जा सकता है.
यमुनाबाई सावरकर या माई सावरकर (०४ दिसम्बर, १८८८- ०८ नवंबर १९६३) संघी विनायक दामोदर सावरकर की पत्नी थीं। इनका जन्म ४ दिसम्बर, १८८८ (तदनुसार मार्गशीर्ष, शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, विक्रम संवत १९४५) को हुआ था। इनके पिता भाउराव (या रामचंद्र त्रयंबक) चिपलूनकर ठाणे के निकट जवाहर कस्बे के दीवान थे। सावरकर के साथ इनका विवाह फरवरी,[ [१९०१]] (तदनुसार माघ, वि॰सं॰१९५७) को हुआ था। इन्हें माई सावरकर नाम से अधिक प्रसिद्धि मिली। इनके पिता ने ही सावरकर की उच्च शिक्षा व लंदन जाने का बोझ वहन किया। आयु पर्यन्त ये सावरकर का समर्तन व सहयोग शांतिपूर्वक करते रहे। माई ने रत्नागिरी में सावरकर के समाज सुधार कार्यक्रम के भाग के रूप में हल्दी-कुमकुम कार्यक्रम आयोजित किए थे। इनके चार संताने हुईं। सबसे बडए प्रभाकर की मृत्यु बहुत पहले ही हो गई, जब सावरकर लंदन में थे। जनवरी १९२५ में सतारा में इनके एक पुत्री-प्रभात हुई। इनकी दूसरी पुत्री शालिनी एक रुग्ण बालिका थी, जिसकी अल्पायु में ही मृत्यु हो गई। मार्च, १९२८ को इनके एक पुत्र हुआ- विश्वास। माई की मृत्यु ८ नवंबर, १९६३ (तदनुसार कार्तिक वद्य, अष्टमी, वि॰सं॰ २०२०) को मुंबई में हुई। बाहरी कड़ियाँ वीर सावरकर परिवार सदस्य सावरकर जालस्थल पर भारतीय स्वतंत्रता सेनानी
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि चीन की मुद्रा रेनमिंबी को मुक्त रूप से परिवर्तनीय होना होगा और इसकी दर बाजार द्वारा तय होनी चाहिए अगर यह डॉलर की जगह दुनिया की आरक्षित मुद्रा बनने की अपेक्षा रखती है। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने कहा कि वैश्विक आरक्षित मुद्रा बनने के लिए इसे मौजूदा तथा पूंजी खाता दोनों में मुक्त रूप से परिवर्तनीय होना चाहिए। सुब्बाराव यहां इस बारे में एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
इस जीनियस के पीछे संवेदनशील इंसान भी छिपा है. यही वजह है कि टैगोर के लेखन, उनके निजी पत्रों और जिंदगी में महिलाएं इतनी अहम दिखती है. 1. 2. 3. 4. सौजन्‍य: NEWSFLICKS
पिछले कुछ दिनों से चला आ रहा टेनिस विवाद तब और गहरा गया जब लिएंडर पेस ने कम रैंकिंग वाले खिलाड़ी के साथ जोड़ी बनाने की दशा में लंदन ओलंपिक से हटने की धमकी दे डाली. इसके बाद अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) को टीम की घोषणा गुरुवार तक टालनी पड़ी. पेस ने एआईटीए से कहा कि वह देश के चोटी के रैंकिंग के खिलाड़ी हैं और एटीपी रैंकिंग में सातवें नंबर पर है और वह केवल इसलिए जूनियर खिलाड़ी के साथ जोड़ी बनाने के लिये तैयार नहीं हैं क्योंकि महेश भूपति और रोहन बोपन्ना उनके साथ जोड़ी नहीं बनाना चाहते. पेस ने एआईटीए को लिखे पत्र में कहा, ‘यदि महेश और रोहन देश के लिये मेरे साथ खेलने के लिये तैयार नहीं हैं तो फिर एआईटीए अगले जिस भी सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का चयन करेगा मैं उसके साथ खेलने के लिये तैयार हूं.’ उन्होंने कहा, ‘यह स्वीकार्य नहीं होगा कि रैंकिंग के हिसाब से सर्वश्रेष्ठ भारतीय टेनिस खिलाड़ी होने के कारण मैं अपने देश के लिये पदक जीतने के लिये सर्वश्रेष्ठ विकल्प के साथ जोड़ी नहीं बनाउं और दुनिया में 207वें या 306वें नंबर के खिलाड़ी के साथ ओलंपिक में खेलूं जबकि 13 और 15वीं रैंकिंग के खिलाड़ी इस आधार पर अलग से टीम बना दें क्योंकि वे मेरे साथ नहीं खेलना चाहते हैं.’ पत्र में जिन जूनियर खिलाड़ियों का जिक्र किया गया है वह विष्णु वर्धन (207वीं रैंकिंग) और युकी भांबरी (306वीं रैंकिंग) हैं. पेस ने कहा, ‘यदि यही मामला है तो भारतीय टेनिस की खातिर और टीम के चयन में एआईटीए को राहत देने के लिये मेरे पास ओलंपिक से हटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.’ चोटी के तीन खिलाड़ियों की भागीदारी को लेकर अनिश्चितता बनी रहने के कारण एआईटीए ने टीम की घोषणा गुरुवार तक टाल दी. अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) को प्रविष्टियां सौंपने की अंतिम तिथि भी 21 जून है. एआईटीए अधिकारी भूपति और बोपन्ना को उनका फैसला मानने के लिये मनाने का आखिरी प्रयास कर रहे हैं. ये तीनों खिलाड़ी अभी लंदन में हैं. पेस ने हालांकि दोहराया कि वह भूपति और बोपन्ना में से किसी के साथ भी जोड़ी बनाने के लिये तैयार हैं. उन्होंने कहा, ‘फिर से ओलंपिक की बात करें तो मुझे आगामी ओलंपिक में महेश या रोहन के साथ जोड़ी बनाने में कोई दिक्कत नहीं है.’ भूपति और बोपन्ना दोनों ने साफ किया कि वे इस खेल महाकुंभ में पेस के युगल जोड़ीदार नहीं बनना चाहते हैं. इन दोनों खिलाड़ियों का कहना है कि उनकी जोड़ी देश के लिये सर्वश्रेष्ठ विकल्प है क्योंकि वे पिछले छह महीने से साथ में खेल रहे हैं. इस बीच विदेश मंत्री और एआईटीए के मानद आजीवन अध्यक्ष एस एम कृष्णा ने भारत के चोटी के खिलाड़ियों से अपने व्यक्तिगत मतभेद भुलाकर देश हित में खेलने की अपील की. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को निजी मामलों के कारण देश की छवि से समझौता नहीं करना चाहिए. कृष्णा तब इस मामले में कूदे जबकि खेल मंत्री अजय माकन ने इससे किनारा किया. उन्होंने कहा, ‘मैं वर्ष 2012 के पहले छह महीने में एटीपी रैंकिंग में टीम के तौर पर दुनिया में नंबर एक पर रहा हूं और व्यक्तिगत रैंकिंग में सातवें नंबर पर हूं. इस आधार पर मुझे ओलंपिक के पुरुष युगल में सीधा प्रवेश मिला है और मुझे अपना जोड़ीदार चुनने का अधिकार मिला है.’ पेस ने कहा, ‘मैं आपके नोटिस में यह भी लाना चाहता हूं कि सानिया मिर्जा और मुझे अपनी संयुक्त रैंकिंग 19 के आधार पर ओलंपिक के मिश्रित युगल में सीधा प्रवेश मिला है.’ एआईटीए ने पहले पेस और भूपति की जोड़ी बनायी थी लेकिन भूपति और उनके बाद बोपन्ना ने भी पेस के साथ खेलने से इन्कार कर दिया था. भूपति ने इस संबंध में खेल मंत्रालय को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि भारत जब दो टीमें भेज सकता है तब एआईटीए केवल एक टीम ही क्यों भेज रहा है. इस पर मंत्रालय ने एआईटीए ने जवाब मांगा था. एआईटीए ने खेल मंत्रालय को जवाब भेजकर पेस और भूपति की जोड़ी बनाने के कारण बताये थे. इसके बाद मंत्रालय इस मामले से हट गया और उसने एआईटीए पर फैसला छोड़ दिया था. भूपति और बोपन्ना चाहते है कि एआईटीए पेस के लिये दूसरा जोड़ीदार चुने जिन्हें रैंकिंग में शीर्ष दस में रहने के कारण लंदन खेलों के लिये ड्रा में सीधा प्रवेश मिला है.
कभी 'नेशनल जियोग्राफिक' पत्रिका के कवर पर तस्वीर प्रकाशित होने के बाद सुखिर्यों में आई हरी आंखों वाली ‘अफगान लड़की’ शरबत गुला को पाकिस्तान में फर्जी पहचान पत्र रखने के आरोप में आज गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के अधिकारियों ने कहा कि शरबत को कथित तौर पर पकिस्तान पहचान पत्र रखने के आरोप में नोथिया इलाके से गिरफ्तार किया गया. शरबत की उम्र अब 40 साल से उपर हो चुकी है. 'अफगान युद्ध की मोनालिसा' कही जाने वाली शरबत साल 1984 में उस वक्त सुखिर्यों में आई थीं कि जब ‘नेशनल जियोग्राफिक’ पत्रिका के फोटोग्राफर स्टीव मैककरी ने पेशावर के निकट निसार बाग शरणार्थी शिविर में उनकी तस्वीर ली थी. उस वक्त वह 12 साल की थीं. यह तस्वीर पत्रिका के मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित हुई और वह सुखिर्यों में आ गई थीं.टिप्पणियां अफगानिस्तान में हालात खराब होने के बाद शरबत पाकिस्तान में आ गई और एक पाकिस्तानी पुरुष से विवाह कर लिया. उसे दो साल की जांच के बाद धोखाधड़ी के लिये गिरफ्तार किया गया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के अधिकारियों ने कहा कि शरबत को कथित तौर पर पकिस्तान पहचान पत्र रखने के आरोप में नोथिया इलाके से गिरफ्तार किया गया. शरबत की उम्र अब 40 साल से उपर हो चुकी है. 'अफगान युद्ध की मोनालिसा' कही जाने वाली शरबत साल 1984 में उस वक्त सुखिर्यों में आई थीं कि जब ‘नेशनल जियोग्राफिक’ पत्रिका के फोटोग्राफर स्टीव मैककरी ने पेशावर के निकट निसार बाग शरणार्थी शिविर में उनकी तस्वीर ली थी. उस वक्त वह 12 साल की थीं. यह तस्वीर पत्रिका के मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित हुई और वह सुखिर्यों में आ गई थीं.टिप्पणियां अफगानिस्तान में हालात खराब होने के बाद शरबत पाकिस्तान में आ गई और एक पाकिस्तानी पुरुष से विवाह कर लिया. उसे दो साल की जांच के बाद धोखाधड़ी के लिये गिरफ्तार किया गया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 'अफगान युद्ध की मोनालिसा' कही जाने वाली शरबत साल 1984 में उस वक्त सुखिर्यों में आई थीं कि जब ‘नेशनल जियोग्राफिक’ पत्रिका के फोटोग्राफर स्टीव मैककरी ने पेशावर के निकट निसार बाग शरणार्थी शिविर में उनकी तस्वीर ली थी. उस वक्त वह 12 साल की थीं. यह तस्वीर पत्रिका के मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित हुई और वह सुखिर्यों में आ गई थीं.टिप्पणियां अफगानिस्तान में हालात खराब होने के बाद शरबत पाकिस्तान में आ गई और एक पाकिस्तानी पुरुष से विवाह कर लिया. उसे दो साल की जांच के बाद धोखाधड़ी के लिये गिरफ्तार किया गया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अफगानिस्तान में हालात खराब होने के बाद शरबत पाकिस्तान में आ गई और एक पाकिस्तानी पुरुष से विवाह कर लिया. उसे दो साल की जांच के बाद धोखाधड़ी के लिये गिरफ्तार किया गया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भगवान बुद्ध और उनका धम्म यह डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है।इस ग्रन्थ में डॉ॰ अम्बेडकर ने भगवान बुद्ध , महात्मा बुद्ध के विचारों की व्याख्या की है। यह तथागत बुद्ध के जीवन और बौद्ध धम्म के सिद्धान्तों पर प्रकाश डालता है। यह डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा रचित अंतिम ग्रन्थ है। यह ग्रंथ बुधिस्टी बौद्ध अनुयायिओं का धम्मग्रंथ है और उनके द्वारा एक पवित्र ग्रन्थ के रूप में उपयोग किया जाता है। । संपूर्ण विश्व भर और मुख्यतः बौद्ध जगत में यह ग्रंथ अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। यह ग्रंथ मूलतः अंग्रेज़ी में 'द बुद्धा ऐण्ड हिज़ धम्मा' (The Buddha and His Dhamma) नाम से लिखा हुआ है और हिन्दी, गुजराती, तेलुगु, तमिल, मराठी, मलयालम, कन्नड़, जापानी सहित और कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है। प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान और भिक्खू डॉ. भदन्त आनंद कौसल्यायन जी ने इस ग्रंथ का हिंदी अनुवाद किया है। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने उल्लेख किया है कि उनकी बौद्ध धम्म की सोच जानने के लिए उनकी तीन किताबें पढनी आवश्यक है- (१) भगवान बुद्ध और उनका धम्म, (२) बुद्ध और कार्ल मार्क्स; और (३) भारत में क्रांति और प्रतिक्रांति। ब्रिटेन के एक बौद्ध विहार में डॉ॰ बाबासाहेब की मूर्ति स्थापित है, और वहां डॉ॰ बाबासाहेब के हाथ में ‘भगवान बुद्ध और उनका धम्म’ ग्रंथ है। इतिहास यह ग्रन्थ का पहली बार बाबासाहेब के महापरिनिर्वाण ६ दिसंबर १९५६ के बाद १९५७ में प्रकाशित हुआ था। फिर से सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा १९७९ में 'डॉ. आंबेडकर का सम्पूर्ण लेखन और भाषण' के रूप में ग्यारह भागों में प्रकाशित किया गया था। डॉ. आंबेडकर का ग्रंथ लिखने का उद्देश्य इस किताब को लिखने के लिए में आग्रह करता हूं कि यह एक अलग कार्य है। 1951 में कलकत्ता की महाबोधि सोसायटी के (जर्नल , पत्रकारिता) के संपादक ने मुझसे कहा वैशाख (बुद्ध जयंती) के लिए एक लेख लिखिए। मैंने लेख लिखा तथा उस लेख में मैंने तर्क दिया कि बुद्ध का धम्म ही वह धर्म है जो भारतीय समाज को विज्ञान से जागृत कर , स्वीकार कर , विकसित कर सकता है। मैंने यह भी बताया है कि आधुनिक दुनिया के लिए बौद्ध धम्म ही उत्तम धर्म है जो वह इस दुनिया को विज्ञानवाद को बढ़ाते हुए विकसित कराते हुए सुख शांति प्रदान करते हुए आगे ले जायेगा। बौद्ध धम्म का तत्व ही विज्ञान है । बौद्ध धम्म का साहित्य इतना विशाल है। कोई भी इस बुद्ध धम्म के बारे में पूरा पढ़ सकते है। इसी वजह से यह विकास की गति को बढ़ाता है। इस लेख के प्रकाशन पर मैंने कई फोन, लिखित पत्र और मौखिक संबोधन, प्राप्त किया है तथा सभी ने मुझे बुद्ध और उनका धम्म ( budha and his Dhamma ) यह किताब लिखने को कहा ।। हिन्दी संस्करण इस प्रसिद्ध ग्रंथ के अनुवादक पु. डॉ॰ भदन्त आनन्द कौसल्यायन (१९०५-१९८८) सन् १९५८ में थाईलैंड जाने के लिए बम्बई (अब मुंबई) से कलकत्ता जा रहे थे। स्टेशन पर उन्हें The Buddha and His Dhamma' की एक प्रति उपलब्ध कराई गई थी। कलकत्ता पहुंचते पहुंचते उन्होंने उसे अधिकांश पढ डाला और अनुवाद आरंभ कर दिया। विश्व बौद्ध सम्मेलन के उत्सव के समय वे थाईलैंड में दो महिने तक इस ग्रंथ का अनुवाद समाप्त करने की वजह से रूके रहे। वहा महाधात, बैंकाक के उनके स्नेहीओं ने भी उनके अनुवाद कार्य में हर तरह से संभव मदद , सहायता की। अनुवाद का कार्य समाप्त कर वे बैंकाक से जापान और बर्मा (म्यान्मार) गए। वे बर्मा से भारत आये एवं सन १९५९ जून महिने में श्रीलंका रवाना हो गये। जब सन १९५७ में मूल अंग्रेजी ग्रंथ द बुद्ध एँड हिज् धम्म सर्व प्रथम प्रकाशित हुआ तो भारत एवं कई बौद्ध देशों के साथ दुनिया भर में इसका स्वागत हुआ। बोधिसत्व डॉ बाबासाहेब आंबेडकर का इस ग्रंथ के प्रकाशन पूर्व ही महापरिनिर्वाण हुआ था ।इसी कारण उन्होंने इस मूल अंग्रेजी ग्रंथ में किसी प्रकार के फूट नोट्स या उद्धारण नहीं दे पाए थे। आलोचकों का मुंह बंद करने के लिए प्राचीन ग्रंथो में से आधार खोजे गये। भन्तेजी कौसल्यायन ने श्रीलंका में मूल पालि ग्रंथों को देखकर फूट नोट्स तैयार किये और इसका अंग्रेजी अनुवाद तैयार कर अंग्रेजी संस्करण में जोडे है। इस प्रकार इस महान ग्रंथ की प्रामाणिकता सिद्ध की गई है। सन १९६० में विश्व विद्यालय के अवकाश के दिनों में भन्तेजी भारत आये। भगवान बुद्ध और उनका धम्म की पांडुलिपि उनके साथ थी। वे मुंबई गये और उस समय के पिपल्स एज्युकेशन सोसाईटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति आर आर भोले से कहां मैंने बाबा साहेब के ग्रंथ का अनुवाद किया है।आप इसको छपवाने की व्यवस्था करें। भोले साहब ने डॉ॰ आनंद कौसल्यायन द्वारा किए अनुवाद को दो तीन जगह , लोगों से पढवाकर , सुना और कहां कि मैं संतुष्ट हूँ और में विश्वास दिलाता हूं कि यह किताब जल्द ही छपेंगी। इस का पहला हिन्दी संस्करण सन १९६१ में प्रकाशित हुआ। तब से आज तक इसके कई संस्करण निकले। भन्तेजी ने इस ग्रंथ का पंजाबी भाषा में भी अनुवाद किया है। यह ग्रंथ ताईवान में पहुंचा तो दि कार्पोरेट बॉडी ऑफ दि बुद्धा एज्युकेशन फाउंडेशन, ताईवान के पदाधिकारीओं ने इसका हिन्दी एवं अंग्रेजी संस्करण छपवाकर बिना मूल्य वितरित करने की इच्छा व्यक्त की है। भारतीय बौद्ध उनके इस सराहनीय पुण्यमय कार्य के लिए अत्यंत कृत्यज्ञ है। सब्बे सत्ता सुखी होंतु। सामग्री परिचय पुस्तक में बौद्ध धम्म के तत्वों को आधुनिक छात्रों के लिए एक जवाब के रूप में लिखा है। लेखक के सूचीबद्ध चार सवाल और उत्तर : १)पहला सवाल भगवान बुद्ध के जीवन की प्रधान घटना प्रव्रज्या के संबंध में ही है । भगवान बुद्ध ने प्रव्रज्या क्यों ग्रहण की? परंपरागत जवाब यह है कि उन्होंने प्रव्रज्या लि क्योंकि उन्होंने एक वृद्ध व्यक्ति, एक बीमार व्यक्ति और एक मृत व्यक्ति को देखा था । स्पष्ट है कि यह उत्तर प्रभावित करने वाला नही है । भगवान बुद्ध ने 29 साल की उम्र में परिव्रजा लि । यह कैसे हो सकता है की उन्होंने इन तिन्हो जगहो को पहले नहीं देखा था ? ये सैकड़ों द्वारा होने वाली आम घटनाये हैं। सही उत्तर यह है कि भगवान बुद्ध का जीवन आमतौर पर पूर्ण सुख समृद्धि पूर्ण था। बाहरी जीवन की कढ़िनाईया उनके जीवन में नही थी। लेकिन भगवान बुद्ध ने जब इन घटनाओं को देखा तो उनके मन में इन दुखों के बारे में सवाल उठ खड़े हुए । वह इन घटनाओं से काफी दुखी हुए।उनके मन में मानव दुखों को कम करने , दुख निवारण करने की इच्छा जागृत हुई , वह उस घटना के बाद से हमेशा दुख निवारण की खोज करने की सोच में डूबे रहते । इसी कारण उन्होंने प्रवज्या ग्रहण की। २) दूसरा सवाल चार आर्य सत्य द्वारा बनाई गई बुद्ध की शिक्षाओं को मूल हिस्से के रूप में है? इस सिंधान्त को बौद्ध धर्म की जड़ माना जाता है। जीवन दु: ख है, मृत्यु दु: ख है। कैसे? जवाब यह है की मानव जीवन यह दुखों से भरा है , और इन दुखों का निवारण किया जा सकता है , दुख का कारण है तो निवारण भी रहेगा , और निवारण का मार्ग भी रहेगा और इसी मार्ग की राह से मानव सुख प्राप्त कर सकता है। यह सिंधांत बतानेवाले भगवान बुद्ध पहले इंसान है। इस सिद्धांत की वजह से दुनिया के लोग दुख मुक्ति के मार्ग पर चलकर सुख की और अग्रसर हुई। भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर दुनिया के लोग चलने लगे है। ३) तीसरा सवाल आत्मा के सिद्धांतों, कर्म और पुनर्जन्म से संबंधित है।भगवान बुद्ध ने आत्मा के अस्तित्व को इनकार किया। कैसे ? भगवान बुद्ध का सीधा सा सिंधांत है की इस सृष्टि में हर तरह के प्राणी , पशु पक्षी , मानव , और निसर्ग है जिनका अपना एक चक्र है । जो की सृष्टि नियमो से परिचालित होता है । उसमे आत्मा , परमात्मा , मोक्ष , पुनर्जन्म जैसे विचारो का कोई महत्व , तथ्य नहीं है। जीवन है तो मृत्यु भी रहेंगा, जन्म है तो मरण है । किसी तरह का कोई स्वर्ग या नरक नहीं है। जीवन और मृत्यु यह निसर्ग का ही चक्र है। ४)चौथा सवाल भिक्खु से संबंधित है। भिक्खु बनाने में बुद्ध की सोच क्या थी? भिक्खू को एक सही आदमी बनाने के लिए बनाया गया था? या लोगों की सेवा और उनके दोस्त, मार्गदर्शक बनने के लिए बनाया था। भिक्खु को एक सामाजिक सेवक बनाने के लिए बुद्ध का उद्देश्य था? यह एक बहुत ही असली सवाल है। बुद्ध ने भिक्खू को इसलिए बनाया ताकि वह अपने मानवता वादी विचार पूरे संसार में फैला सके । पूरी दुनिया के दुख को सुख की नई रोशनी का मार्ग बता सके तथा मानव जीवन को दुख से मुक्त करने के मार्ग पर ले जा सके। इस मार्ग की राह से आज संसार के सभी मानवजाति प्रभावित हुए है । इसीलिए पूरे संसार में बुद्ध को मानने वाले लोग मिलते है । पूरी दुनिया में बुद्ध के विचार विज्ञान वादी माने जाते है । विषय-सूचि "भगवान बुद्ध उनका धम्म’ ग्रंथ कि विषय-सूचि प्रथम सर्ग : सिद्धार्थ गौतम–बोधिसत्व किस प्रकार बुद्ध बने भाग I - जन्म से प्रव्रज्या (गृहत्याग) भाग II - सदा के लिए अभिनिष्क्रमण भाग III - नये प्रकार की खोज में भाग IV - ज्ञान-प्राप्ति और नए मार्ग का दर्शन भाग V - बुद्ध और उनके पूर्वज भाग VI - बुद्ध तथा उनके समकालीन भाग VII - समानता तथा विषमता द्वितीय सर्ग: धम्म दीक्षाओं का आन्दोलन भाग I - बुद्ध और उनका विषाद योग भाग II - परिव्रजकों की दीक्षा भाग III - कुलीनों तथा धार्मिकों की धम्म-दीक्षा भाग IV - जन्म भूमि का आवाहन भाग V - धम्म दीक्षा का पुनरारम्भ भाग VI - निम्नस्तर के लोगों की धम्म दीक्षा भाग VII - महिलाओं की धम्म दीक्षा भाग VIII - पतितों और अपराधियों की धम्म दीक्षा तृतीय सर्ग: बुद्ध ने क्या सिखाया भाग I - धम्म में भगवान बुद्ध की अपनी जगह भाग II - बुद्ध के धम्म के बारें में विभिन्न विचार भाग III - धम्म क्या है ? भाग IV - अधम्म क्या है ? भाग V - सद्धम्म क्या है ? चतुर्थ सर्ग: धर्म (मज़हब) और धम्म भाग I - मजहब और धम्म भाग II - किस प्रकार शाब्दिक समानता तात्विक भेद को छिपाे रकती है भाग III - बौद्ध जीवन का मार्ग भाग IV - बुद्ध के उपदेश दुनिया को बदल सकते है पंचम सर्ग: संघ भाग I - संघ भाग II - भिक्खु: भगवान बुद्ध की कल्पना भाग III - भिक्खु के कर्तव्य भाग IV - भिक्खु और गृहस्थ समाज भाग V - गृहस्थ धर्मावलंबियों के लिए विनय (जीवन-नियम) षष्ठ सर्ग: भगवान बुद्ध और उनके समकालीन भाग I - बुद्ध के समर्थक भाग II - बुद्ध के विरोधी भाग III - उनके सिद्धांतों (धम्म) के आलोचक भाग IV - समर्थक और प्रशंसक सप्तम सर्ग: महान परिव्राजक की अन्तिम चारिका भाग I- निकटस्थ जनों से भेट भाग II - वैशाली से विदाई भाग III - महा-परिनिर्वाण अष्टम सर्ग: महामानव सिद्धार्थ गौतम भाग I - उनका व्यक्तित्व भाग II - उनकी मानवता भाग III - उन्हें क्या नापसंद था और क्या पसंद था ? समाप्ति नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स इन्हें भी देखें नवयान दलित बौद्ध आंदोलन दीक्षाभूमि चैत्य भूमि आंबेडकरवाद आंबेडकर जयंती भारत में बौद्ध धर्म का पुनरुत्थान सन्दर्भ ग्रन्थसूची Fiske, एडेल (2004)। बी.आर. में बौद्ध धर्म ग्रंथों का उपयोग अम्बेडकर की द बुद्ध और उनके धम्म। में: Jondhale, सुरेंद्र; बेल्ट्ज़, जोहानिस (सं।)। दुनिया के पुनर्निर्माण: बी.आर. अम्बेडकर और बौद्ध धर्म भारत में। नई दिल्ली: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस बाहरी कड़ियाँ ddha And His Dhamma Book Online Dr.Ambedkar Website बौद्ध ग्रंथ बौद्ध धर्म धर्म ग्रंथ ग्रन्थ दर्शन गौतम बुद्ध बौद्ध साहित्य भीमराव आम्बेडकर द्वारा लिखित पुस्तकें अंग्रेजी साहित्य Science journey channel
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह साफ कर दिया है कि वे 9 नवंबर के करतारपुर कॉरिडोर ओपनिंग कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान नहीं जा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मेरे जाने का तो सवाल ही नहीं है और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी नहीं जाएंगे.' वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे को लेकर बगावत शुरू हो गई है. इसके अलावा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में गुरुवार को Article 370 पर आयोजित सेमिनार के दौरान अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों के बीच हाथापाई हो गई. पढ़ें गुरुवार शाम की 5 बड़ी खबरें:- 1-CM अमरिंदर का करतारपुर जाने से इनकार, बोले- मनमोहन सिंह भी नहीं जाएंगे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह साफ कर दिया है कि वे 9 नवंबर के करतारपुर कॉरिडोर ओपनिंग कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान नहीं जा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मेरे जाने का तो सवाल ही नहीं है और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी नहीं जाएंगे'. 2-महाराष्ट्र कांग्रेस में टिकट को लेकर बगावत, संजय निरुपम बोले- कांग्रेस के लिए नहीं करूंगा प्रचार महाराष्ट्र कांग्रेस में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे को लेकर बगावत शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने टिकट नहीं मिलने पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए प्रचार करने से इनकार किया है. उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर बगावती तेवर दिखाते हुए ट्वीट भी किया है. 3-JNU: धारा 370 पर सेमिनार के दौरान AISA और ABVP सदस्यों के बीच हाथापाई जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में गुरुवार को Article 370 पर आयोजित सेमिनार के दौरान अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों के बीच हाथापाई हो गई. 4-India vs South Africa 1st Test Day 2: मयंक के दोहरे शतक के बाद गरजे अश्विन-जडेजा, अफ्रीका 39/3 भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला विशाखापत्तनम के एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में खेला जा रहा है. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 7 विकेट गंवाकर 502 रन बनाए और इसी के साथ ही भारत ने अपनी पहली पारी घोषित कर दी. जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने 3 विकेट गंवा कर 39 रन बनाए हैं. डीन एल्गर और टेम्बा बावूमा क्रीज पर हैं. 5-कश्मीर: पत्रकारों का 'कम्युनिकेशन ब्लैक आउट' का आरोप, विरोध में धरना जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में बांटने के फैसले का ऐलान हुए गुरुवार को 60वां दिन है. इस मौके पर कश्मीर के पत्रकारों ने 'कम्युनिकेशन ब्लैक आउट' के विरोध में  मौन धरना दिया.
उत्तर प्रदेश में स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन में आरक्षण के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है। इस बीच हाईकोर्ट ने नए इंटरव्यू पर रोक लगा दी है। 26 जुलाई से स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन के लिए इंटरव्यू होने थे। कोर्ट ने नई भर्ती के इंटरव्यू पर फिलहाल 10 दिन की रोक लगा दी है। यह मामला काफी विवादित है और आरक्षण के नए नियमों के खिलाफ 15 जुलाई को इलाहाबाद में छात्रों ने जबरदस्त तोड़−फोड़ पथराव और आगजनी की थी। इसमें करीब 100 गाड़ियां जला दी गई थीं। आज फैसला आने की संभावना देखते हुए इलाहाबाद में काफी कड़ी सुरक्षा की गई थी। शहर में तीन हजार से ज्यादा पुलिस पीएसी और आरएएफ के जवान तैनात किए गए थे। साथ ही कई रास्तों की बैरिकेडिंग की गई थी। इलाहाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई थी और सभी स्कूल कॉलेजों को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया था।टिप्पणियां मामले में बहस करने वाले वकील संतोष श्रीवास्तव और कंदर्प मिश्रा ने कहा है कि न्यायाल ने उस याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। 26 जुलाई से जो मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू होने थे उस पर भी रोक लागू रहेगी। दरअसल आरक्षण के कानून के मुताबिक सिर्फ 50 फीसदी सीटें आरक्षित की जा सकती है, लेकिन यूपी स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन ने ऐसे नियम बना दिए हैं कि आरक्षण के दायरे में आने वाले छात्रों के नंबर अगर अधिक होते हैं तो उन्हें जनरल कैटेगरी में भेजा जाता है। ऐसे में प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि आरक्षण 50 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी हो जाता है। यह मामला काफी विवादित है और आरक्षण के नए नियमों के खिलाफ 15 जुलाई को इलाहाबाद में छात्रों ने जबरदस्त तोड़−फोड़ पथराव और आगजनी की थी। इसमें करीब 100 गाड़ियां जला दी गई थीं। आज फैसला आने की संभावना देखते हुए इलाहाबाद में काफी कड़ी सुरक्षा की गई थी। शहर में तीन हजार से ज्यादा पुलिस पीएसी और आरएएफ के जवान तैनात किए गए थे। साथ ही कई रास्तों की बैरिकेडिंग की गई थी। इलाहाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई थी और सभी स्कूल कॉलेजों को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया था।टिप्पणियां मामले में बहस करने वाले वकील संतोष श्रीवास्तव और कंदर्प मिश्रा ने कहा है कि न्यायाल ने उस याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। 26 जुलाई से जो मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू होने थे उस पर भी रोक लागू रहेगी। दरअसल आरक्षण के कानून के मुताबिक सिर्फ 50 फीसदी सीटें आरक्षित की जा सकती है, लेकिन यूपी स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन ने ऐसे नियम बना दिए हैं कि आरक्षण के दायरे में आने वाले छात्रों के नंबर अगर अधिक होते हैं तो उन्हें जनरल कैटेगरी में भेजा जाता है। ऐसे में प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि आरक्षण 50 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी हो जाता है। आज फैसला आने की संभावना देखते हुए इलाहाबाद में काफी कड़ी सुरक्षा की गई थी। शहर में तीन हजार से ज्यादा पुलिस पीएसी और आरएएफ के जवान तैनात किए गए थे। साथ ही कई रास्तों की बैरिकेडिंग की गई थी। इलाहाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई थी और सभी स्कूल कॉलेजों को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया था।टिप्पणियां मामले में बहस करने वाले वकील संतोष श्रीवास्तव और कंदर्प मिश्रा ने कहा है कि न्यायाल ने उस याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। 26 जुलाई से जो मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू होने थे उस पर भी रोक लागू रहेगी। दरअसल आरक्षण के कानून के मुताबिक सिर्फ 50 फीसदी सीटें आरक्षित की जा सकती है, लेकिन यूपी स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन ने ऐसे नियम बना दिए हैं कि आरक्षण के दायरे में आने वाले छात्रों के नंबर अगर अधिक होते हैं तो उन्हें जनरल कैटेगरी में भेजा जाता है। ऐसे में प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि आरक्षण 50 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी हो जाता है। मामले में बहस करने वाले वकील संतोष श्रीवास्तव और कंदर्प मिश्रा ने कहा है कि न्यायाल ने उस याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। 26 जुलाई से जो मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू होने थे उस पर भी रोक लागू रहेगी। दरअसल आरक्षण के कानून के मुताबिक सिर्फ 50 फीसदी सीटें आरक्षित की जा सकती है, लेकिन यूपी स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन ने ऐसे नियम बना दिए हैं कि आरक्षण के दायरे में आने वाले छात्रों के नंबर अगर अधिक होते हैं तो उन्हें जनरल कैटेगरी में भेजा जाता है। ऐसे में प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि आरक्षण 50 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी हो जाता है। दरअसल आरक्षण के कानून के मुताबिक सिर्फ 50 फीसदी सीटें आरक्षित की जा सकती है, लेकिन यूपी स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन ने ऐसे नियम बना दिए हैं कि आरक्षण के दायरे में आने वाले छात्रों के नंबर अगर अधिक होते हैं तो उन्हें जनरल कैटेगरी में भेजा जाता है। ऐसे में प्रदर्शनकारी छात्रों का आरोप है कि आरक्षण 50 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी हो जाता है।
विंटर्स को सेना से छुट्टी दे दी गई और वह न्यू ब्रंसविक, न्यू जर्सी में एक प्लास्टिक चिपकने वाले व्यवसाय में उत्पादन पर्यवेक्षक बन गए। 1951 में, उन्होंने और उनकी पत्नी ने एक छोटा सा खेत खरीदा जहाँ बाद में उन्होंने घर बनाया और दो बच्चों का पालन-पोषण किया। 1972 में, विंटर्स ने खुद का व्यवसाय शुरू किया, अपनी कंपनी शुरू की और पूरे पेंसिल्वेनिया में किसानों को पशु चारा उत्पाद बेचे। इसके तुरंत बाद, वह अपने परिवार को हर्षे, पेंसिल्वेनिया ले गए। वह 1997 में सेवानिवृत्त हुए। 1990 के दशक के दौरान, विंटर्स को उनके अनुभवों और ईज़ी कंपनी के लोगों के अनुभवों के बारे में कई पुस्तकों और टेलीविजन श्रृंखलाओं में दिखाया गया था। 1992 में, स्टीफन एम्ब्रोस ने बैंड ऑफ ब्रदर्स: ईज़ी कंपनी, 506वीं रेजिमेंट, 101वीं एयरबोर्न फ्रॉम नॉर्मंडी टू हिटलर्स ईगल्स नेस्ट नामक पुस्तक लिखी, जिसे बाद में एचबीओ मिनी-सीरीज़ बैंड ऑफ ब्रदर्स में बदल दिया गया, जिसमें डेमियन लुईस ने विंटर्स का किरदार निभाया था। जब लघुश्रृंखला ने प्राइमटाइम एमी पुरस्कार जीते, तो विंटर्स ने ईज़ी कंपनी की ओर से पुरस्कार स्वीकार करने के लिए समारोह में भाग लिया, जबकि कंपनी के अन्य जीवित सदस्यों ने लॉस एंजिल्स में सेंट रेजिस होटल से इसे देखा। विंटर्स 2005 की पुस्तक बिगेस्ट ब्रदर: द का विषय भी था। मेजर डिक विंटर्स का जीवन, द मैन हू लेड द बैंड ऑफ ब्रदर्स, लैरी अलेक्जेंडर द्वारा लिखित। उनका अपना संस्मरण, बियॉन्ड बैंड ऑफ ब्रदर्स: द वॉर मेमॉयर्स ऑफ मेजर डिक विंटर्स, सैन्य इतिहासकार और सेवानिवृत्त अमेरिकी सेना कर्नल कोल सी. किंगसीड द्वारा सह-लिखित, 2006 की शुरुआत में प्रकाशित हुआ था। उन्होंने कैडेटों को नेतृत्व पर कई व्याख्यान भी दिए। वेस्ट पॉइंट पर यूनाइटेड स्टेट्स मिलिट्री अकादमी में। 16 मई 2009 को, फ्रैंकलिन और मार्शल कॉलेज ने विंटर्स में मानवीय पत्रों में मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की। कई प्रशंसाएँ प्राप्त करने के बावजूद, विंटर्स अपनी सेवा के प्रति विनम्र रहे। मिनिसरीज बैंड ऑफ ब्रदर्स के साक्षात्कार खंड के दौरान, विंटर्स ने सार्जेंट माइक रैनी से प्राप्त एक पत्र के एक अंश को उद्धृत किया, "मैं उस प्रश्न की यादों को संजोता हूं जो मेरे पोते ने मुझसे उस दिन पूछा था जब उसने कहा था, 'दादाजी, क्या आप थे? युद्ध में नायक?' दादाजी ने कहा 'नहीं...लेकिन मैंने नायकों की कंपनी में सेवा की।'
कामरान अकमल (नाबाद 92) की तूफानी पारी की बदौलत पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने आर. प्रेमदासा स्टेडियम में सोमवार को खेले गए ट्वेंटी-20 विश्व कप के अभ्यास मैच में भारत को पांच विकेट से हरा दिया। पाकिस्तान की जीत के हीरो रहे अकमल ने 50 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और छह छक्के लगाए जबकि शोएब मलिक 37 रन बनाकर नाबाद लौटे। 18 गेंदों पर दो चौके और दो छक्के लगाने वाले मलिक और अकमल ने छठे विकेट के लिए 95 नाबाद रन जोड़े। पाक टीम ने 19.1 में ही यह विशाल लक्ष्य हासिल कर लिया। अकमल और मलिक ने ऐसे समय में पाकिस्तान की पारी को संवारा और उसे जीत तक ले गए, जब उसने 91 रन के कुल योग पर पांच विकेट गंवा दिए थे। उसके अंतिम तीन विकेट सिर्फ सात रन के कुल योग पर ही गिर गए थे, इससे बेखबर अकमल ने अपनी टीम को छक्के के साथ जीत दिलाई। पाकिस्तान ने 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। उस समय तक पलड़ा बराबर लग रहा था। 91 के कुल योग पर उमर अकमल (2) का विकेट गिरने के बाद जब मलिक विकेट पर आए तब खेल का पासा पलट गया और वह हर गेंद के साथ पाकिस्तान के पक्ष में जाता दिखाई दिया। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। पाकिस्तान की जीत के हीरो रहे अकमल ने 50 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और छह छक्के लगाए जबकि शोएब मलिक 37 रन बनाकर नाबाद लौटे। 18 गेंदों पर दो चौके और दो छक्के लगाने वाले मलिक और अकमल ने छठे विकेट के लिए 95 नाबाद रन जोड़े। पाक टीम ने 19.1 में ही यह विशाल लक्ष्य हासिल कर लिया। अकमल और मलिक ने ऐसे समय में पाकिस्तान की पारी को संवारा और उसे जीत तक ले गए, जब उसने 91 रन के कुल योग पर पांच विकेट गंवा दिए थे। उसके अंतिम तीन विकेट सिर्फ सात रन के कुल योग पर ही गिर गए थे, इससे बेखबर अकमल ने अपनी टीम को छक्के के साथ जीत दिलाई। पाकिस्तान ने 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। उस समय तक पलड़ा बराबर लग रहा था। 91 के कुल योग पर उमर अकमल (2) का विकेट गिरने के बाद जब मलिक विकेट पर आए तब खेल का पासा पलट गया और वह हर गेंद के साथ पाकिस्तान के पक्ष में जाता दिखाई दिया। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। अकमल और मलिक ने ऐसे समय में पाकिस्तान की पारी को संवारा और उसे जीत तक ले गए, जब उसने 91 रन के कुल योग पर पांच विकेट गंवा दिए थे। उसके अंतिम तीन विकेट सिर्फ सात रन के कुल योग पर ही गिर गए थे, इससे बेखबर अकमल ने अपनी टीम को छक्के के साथ जीत दिलाई। पाकिस्तान ने 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। उस समय तक पलड़ा बराबर लग रहा था। 91 के कुल योग पर उमर अकमल (2) का विकेट गिरने के बाद जब मलिक विकेट पर आए तब खेल का पासा पलट गया और वह हर गेंद के साथ पाकिस्तान के पक्ष में जाता दिखाई दिया। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। पाकिस्तान ने 186 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवरों की समाप्ति तक चार विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए थे। उस समय तक पलड़ा बराबर लग रहा था। 91 के कुल योग पर उमर अकमल (2) का विकेट गिरने के बाद जब मलिक विकेट पर आए तब खेल का पासा पलट गया और वह हर गेंद के साथ पाकिस्तान के पक्ष में जाता दिखाई दिया। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। उमर के विकेट पर आने से पहले पाकिस्तान ने 84 रन के कुल योग पर ही अपने दो विकेट गंवा दिए थे। इसमें एक विकेट कप्तान मोहम्मद हफीज (38) और एक विकेट शाहिद अफरीदी (0) का था। भारत के लिए चार विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। उनके अलावा किसी अन्य गेंदबाज को सफलता नहीं मिली। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। पाकिस्तान का पहला विकेट सलामी बल्लेबाज इमरान नजीर (13) के रूप में गिरा था। नजीर को अश्विन ने सुरेश रैना के हाथों कैच कराया जबकि नासिर जमशेद को 33 रन के कुल योग पर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गौतम गम्भीर के थ्रो पर रन आउट किया। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। नजीर का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा था। इसके बाद कप्तान हफीज और अकमल ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर टीम को मजबूती प्रदान की। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। हफीज ने अपनी 29 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। हफीज का विकेट अश्विन ने लिया। हफीज की विदाई के बाद पूर्व कप्तान अफरीदी विकेट पर आए। पाकिस्तान को उनसे आतिशी पारी की उम्मीद थी लेकिन दो गेंद खेलने के बाद ही जहीर खान के हाथों लपके गए। अफरीदी खाता भी नहीं खोल सके। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। इससे पहले, जबरदस्त फार्म में चल रहे विराट कोहली (नाबाद 75) और रोहित शर्मा (56) की उम्दा पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 185 रन बनाए। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 47 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के जड़े। कोहली और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह चार रन पर नाबाद रहे। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत करने आए गौतम गम्भीर और वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 4.4 ओवरों में 41 रन जोड़े। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। गम्भीर के रूप में भारत का पहला विकेट गिरा। उन्हें 10 रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज उमर गुल ने बोल्ड किया। गम्भीर के आउट होने के बाद कुछ देर बार सहवाग भी ऑफ स्पिनर सईद अजमल की गेंद पर शाहिद अफरीदी को कैच थमाकर चलते बने।टिप्पणियां सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। सहवाग ने 14 गेंदों पर चार चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। रोहित के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा। उन्हें अजमल ने बोल्ड किया। रोहित ने 40 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने दो जबकि गुल ने एक विकेट झटका। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी। भारत ने अपने पहले अभ्यास मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 26 रनों से हराया था। मंगलवार से शुरू हो रहे विश्व कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगी।
भारत की टॉप महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने अपनी चेक गणराज्य की जोड़ीदार बारबोरा क्रेजसिकोवा के साथ महिला डबल्स के तीसरे दौर का मुकाबला जीतकर साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है. भारत के रोहन बोपन्ना और उनकी कनाडा की जोड़ीदार गैब्रियाल डाबरोवस्की की जोड़ी को मिक्स डबल्स के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. क्वार्टर फाइनल में पहुंची सानिया और बारबोरा की जोड़ी सातवीं वरीयता प्राप्त सानिया और बारबोरा की जोड़ी ने मेजबान अमेरिका की निकोले गिब्स और जापान की नाओ हिबिनो को 6-4, 7-5 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया. इस जोड़ी ने यह मुकाबला एक घंटे 17 मिनट में अपने नाम किया. सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए सानिया और बारबोरा की जोड़ी को फ्रांस की जोड़ी केरोलिन ग्रैसिया और क्रिस्टीना मेलादेनोविक से पार पाना होगा बोपन्ना और गैब्रियाल की जोड़ी हारी बोपन्ना और गैब्रियाल को कोलंबिया के रोबर्ट फराह और जर्मनी की एना लिना ने 58 मिनट तक चले मुकाबले में 1-6, 6-2, 10-8 से मात दी. फराह और एना की जोड़ी सेमीफाइनल में अमेरिकी जोड़ी कोको वांडेवेघा और राजीव राम से भिड़ेगी. बोपन्ना-गैब्रियाल की जोड़ी ने पहले सेट में शानदार खेल दिखाया और 3-1 से बढ़त ले ली और इस बढ़त को कायम रखते हुए पहला सेट अपने नाम किया. फराह-ग्रोनफील्ड ने इसके बाद वापसी करते हुए दूसरा सेट अपने नाम किया. टाई ब्रेकर में बोपन्ना-ग्रैब्रियाल ने 4-0 से बढ़त ले ली थी और लग रहा था कि यह जोड़ी सेट अपने नाम कर लेगी, लेकिन फराह-ग्रोनफील्ड ने वापसी करते हुए 10-8 से सेट जीत मैच भी अपने नाम कर सेमीफाइनल में जगह बनाई.
कोंकण रेलवे भारतीय रेलवे की एक आनुषांगिक कंपनी है जो कोंकण के तटीय क्षेत्रों के लिए रेलों का परिचालन करती है। इसकी स्थापना 26 जनवरी 1998 में हुई थी। इसका मुख्यालय मुम्बई में स्थित है। यह कुल 760 किमी.लम्बी है मंडल इसके अंतर्गत कोई मंडल नही आता हैं: कोंकण रेलवे भारतीय रेल की एक इकाई है। इसे लघुरूप में केआर कहा जाता है। इसकी स्थापना 26 जनवरी 1998 में हुई थी। इसका मुख्यालय नवी मुंबई में स्थित है। कोंकण रेलवे भारत की वाणिज्य राजधानी मुंबई और मंगलोर को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी थी | 736 कि॰मी॰ लंबी यह लाइन महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक राज्यों को जोड़ती है जो एक ऐसा क्षेत्र है जहां आर-पार बहती नदियां, गहरी घाटियां और आसमान छूते हुए पहाड़ हैं। मंडल इसके अंतर्गत आने वाले मंडल हैं: बाहरी कड़ियाँ हिमांशु सरपोतदार द्वारा कोंकण रेल की तस्वीरें कोंकण रेलवे निगम आधिकारिक जालस्थल भारतीय रेलवे के ज़ोन कोंकण रेलवे
अधिकतर लोगों के लिए सफलता का मतलब होता है, नाम और प्रसिद्धि, लेकिन अभिनेता ऋतिक रोशन कहते हैं कि सफलता का मतलब है समय का सही तरीके से प्रबंधन करना, जिससे आप अपने हर दिन की दिनचर्या में अपनी पसंद के काम कर सकें। मंगलवार को डिजाइनर घड़ियों के ब्रांड राडो के लॉन्च पर ऋतिक (39) ने कहा, अपने अनुभवों के जरिये मैंने सफलता को बिल्कुल अलग नजरिए से समझा है। मेरे अनुसार, सफलता का मतलब शोहरत या दौलत नहीं है। यह किसी तरह की प्रशंसा नहीं है। सफलता का मतलब है कि आप अपने समय का प्रबंधन कैसे करते है। यह एक कला है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, यदि आप उन सभी कामों के लिए समय निकाल लेते हैं, जो आप करना चाहते हैं तो आप सफल इंसान हैं। यह पूछे जाने पर कि उनकी जानकारी में सबसे ज्यादा समय के पाबंद कौन हैं, उन्होंने कहा, मेरे पिता मेरी जिंदगी के सबसे ज्यादा समय के पाबंद इंसान हैं। मंगलवार को डिजाइनर घड़ियों के ब्रांड राडो के लॉन्च पर ऋतिक (39) ने कहा, अपने अनुभवों के जरिये मैंने सफलता को बिल्कुल अलग नजरिए से समझा है। मेरे अनुसार, सफलता का मतलब शोहरत या दौलत नहीं है। यह किसी तरह की प्रशंसा नहीं है। सफलता का मतलब है कि आप अपने समय का प्रबंधन कैसे करते है। यह एक कला है।टिप्पणियां उन्होंने कहा, यदि आप उन सभी कामों के लिए समय निकाल लेते हैं, जो आप करना चाहते हैं तो आप सफल इंसान हैं। यह पूछे जाने पर कि उनकी जानकारी में सबसे ज्यादा समय के पाबंद कौन हैं, उन्होंने कहा, मेरे पिता मेरी जिंदगी के सबसे ज्यादा समय के पाबंद इंसान हैं। उन्होंने कहा, यदि आप उन सभी कामों के लिए समय निकाल लेते हैं, जो आप करना चाहते हैं तो आप सफल इंसान हैं। यह पूछे जाने पर कि उनकी जानकारी में सबसे ज्यादा समय के पाबंद कौन हैं, उन्होंने कहा, मेरे पिता मेरी जिंदगी के सबसे ज्यादा समय के पाबंद इंसान हैं। यह पूछे जाने पर कि उनकी जानकारी में सबसे ज्यादा समय के पाबंद कौन हैं, उन्होंने कहा, मेरे पिता मेरी जिंदगी के सबसे ज्यादा समय के पाबंद इंसान हैं।
वर्ल्ड नंबर-1 खिलाड़ी के रूप में अपना पहला मैच खेल रही सानिया मिर्जा अपनी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ पोर्श टेनिस ग्रांप्री प्रतियोगिया के शुरू में ही बाहर हो गईं. भारतीय स्टार सानिया और स्विट्जरलैंड की मार्टिना की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी को इस 731,000 डॉलर ईनामी टूर्नामेंट के पहले दौर में क्रोएशिया की पेट्रा मार्टिक और लिचेन्सटीन की स्टेफनी वोग्ट के हाथों 3-6, 3-6 से हार का सामना करना पड़ा. सानिया और मार्टिना की जोड़ी बनाने के बाद यह पहली हार है. इससे उनका लगातार 14 जीत दर्ज करने का अभियान भी थम गया. उन्होंने इस बीच इंडियन वेल्स, मियामी और चार्ल्स्टन में खिताब जीते. इनपुट भाषा से
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या 'सुशासन दिवस' मनाने का उद्देश्य लोगों की परेशानियों को बढ़ाना है, जैसा कि नोटबंदी के बाद हुआ. नोटबंदी पर 50 दिन की समयसीमा अगले सप्ताह समाप्त होने के मद्दनेजर येचुरी ने दावा किया कि अब तक भ्रष्टाचार और कालाधन से लड़ने समेत घोषित उद्देश्यों को हासिल नहीं किया गया है. येचुरी ने ट्विटर पर डाले गए एक वीडियो में कहा, '...नोटबंदी के बाद लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है और कम होने का नाम नहीं ले रही है. एटीएम और बैंकों पर लाइनें लंबी हो रही हैं.' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ने जिन उद्देश्यों को हासिल करना निर्धारित किया था, उसमें से किसी भी उद्देश्य को हासिल नहीं किया जा सका. अगर यह सुशासन है तो हम सबको सवाल करने की आवश्यकता है.' गौरतलब है कि सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को 'सुशासन दिवस' के तौर पर मनाया.टिप्पणियां माकपा नेता ने जोर दिया कि देश जब नए साल की ओर बढ़ रहा है तो उसे सुशासन की बजाय बेहतर शासन की आवश्यकता है. उन्होंने सरकार की 'अराजक' नीतियों के खिलाफ लोगों के जीवन में सुधार के संकल्प को दोगुना करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, 'उस चुनौती का हम सबको सामना करने की जरूरत है.' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नोटबंदी पर 50 दिन की समयसीमा अगले सप्ताह समाप्त होने के मद्दनेजर येचुरी ने दावा किया कि अब तक भ्रष्टाचार और कालाधन से लड़ने समेत घोषित उद्देश्यों को हासिल नहीं किया गया है. येचुरी ने ट्विटर पर डाले गए एक वीडियो में कहा, '...नोटबंदी के बाद लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है और कम होने का नाम नहीं ले रही है. एटीएम और बैंकों पर लाइनें लंबी हो रही हैं.' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ने जिन उद्देश्यों को हासिल करना निर्धारित किया था, उसमें से किसी भी उद्देश्य को हासिल नहीं किया जा सका. अगर यह सुशासन है तो हम सबको सवाल करने की आवश्यकता है.' गौरतलब है कि सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को 'सुशासन दिवस' के तौर पर मनाया.टिप्पणियां माकपा नेता ने जोर दिया कि देश जब नए साल की ओर बढ़ रहा है तो उसे सुशासन की बजाय बेहतर शासन की आवश्यकता है. उन्होंने सरकार की 'अराजक' नीतियों के खिलाफ लोगों के जीवन में सुधार के संकल्प को दोगुना करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, 'उस चुनौती का हम सबको सामना करने की जरूरत है.' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) येचुरी ने ट्विटर पर डाले गए एक वीडियो में कहा, '...नोटबंदी के बाद लोगों की परेशानी बढ़ती ही जा रही है और कम होने का नाम नहीं ले रही है. एटीएम और बैंकों पर लाइनें लंबी हो रही हैं.' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ने जिन उद्देश्यों को हासिल करना निर्धारित किया था, उसमें से किसी भी उद्देश्य को हासिल नहीं किया जा सका. अगर यह सुशासन है तो हम सबको सवाल करने की आवश्यकता है.' गौरतलब है कि सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को 'सुशासन दिवस' के तौर पर मनाया.टिप्पणियां माकपा नेता ने जोर दिया कि देश जब नए साल की ओर बढ़ रहा है तो उसे सुशासन की बजाय बेहतर शासन की आवश्यकता है. उन्होंने सरकार की 'अराजक' नीतियों के खिलाफ लोगों के जीवन में सुधार के संकल्प को दोगुना करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, 'उस चुनौती का हम सबको सामना करने की जरूरत है.' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) माकपा नेता ने जोर दिया कि देश जब नए साल की ओर बढ़ रहा है तो उसे सुशासन की बजाय बेहतर शासन की आवश्यकता है. उन्होंने सरकार की 'अराजक' नीतियों के खिलाफ लोगों के जीवन में सुधार के संकल्प को दोगुना करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, 'उस चुनौती का हम सबको सामना करने की जरूरत है.' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Goa board 10th SSC Result 2019: गोवा बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन (GBSHSE) ने 10वीं बोर्ड (Goa Board SSC Result 2019) परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए हैं. 10वीं कक्षा के सभी स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट गोवा बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट gbshse.gov.in पर चेक कर सकते हैं. इसके अलावा इंडिया टुडे के लिंक indiatoday.in/education-today/results पर भी रिजल्ट चेक किए जा सकते हैं. इस साल गोवा 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 92.47 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए हैं. साल 2018 में 89.6 फीसदी स्टूडेंट्स परीक्षा में सफल हुए थे, वहीं साल 2017 में 91.57 फीसदी स्टूडेट्स पास हुए थे. पहले के मुकाबले इस साल गोवा बोर्ड 10वीं की परीक्षा में सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स को सफलता मिली है. बता दें कि यह परीक्षा 2 अप्रैल से 23 अप्रैल तक 28 सेंटर्स में आयोजित की गई थी. इस साल परीक्षा में लगभग 19,000 स्टूडेंट्स ने भाग लिया था. SMS के जरिए ऐसे करें चेक- - RESULTGOA10ROLLNUMBER लिखें और इसे 56263 पर भेज दें. ऐसे चेक करें रिजल्ट- स्टेप 1 - सबसे पहले गोवा बोर्ड के आध‍िकारिक वेबसाइट gbshse.gov.in पर जाएं. स्टेप 2 - पेज पर GBSHSE GOA Board Class 10th Result 2019 लिंक पर क्ल‍िक करें. स्टेप 3 - मांगी गई जानकारियां भरें. स्टेप 4 - सबमिट करें. स्टेप 5 - रिजल्ट डाउनलोड करें और इसका प्रिंटआउट निकाल लें.
चिदंबरम बोले- मेरे खिलाफ दुर्भावना से आपराधिक कार्रवाई कर रही CBI INX मीडिया मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया मामले में आरोपी पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर मोदी सरकार पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार मेरी छवि को खराब करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. मोदी सरकार के इशारे पर सीबीआई काम कर रही है और मेरे खिलाफ आपराधिक कार्रवाई कर रही है.' सीबीआई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पी चिदंबरम ने कहा कि इस मामले में अभी तक फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) के किसी भी अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया गया. सीबीआई की हिरासत के दौरान पी चिदंबरम ने कहा था कि आईएनएक्स मीडिया को विदेशी निवेश को मंजूरी देने की प्रक्रिया में आर्थिक मामलों के विभाग के तत्कालीन अंडर सेक्रेटरी आर प्रसाद, ओएसडी पीके बग्गा, डायरेक्टर प्रबोध सक्सेना, ज्वाइंट सेक्रेटरी अनूप पुजारी और एडिशनल सेक्रेटरी सिंधुश्री कुल्लार शामिल रहे थे. पी चिदंबरम ने अपनी याचिका में दावा किया कि आर्थिक मामलों के विभाग के तत्कालीन अधिकारी भी पूछताछ में कह चुके हैं कि पूर्व वित्तमंत्री ने आईएनएक्स मीडिया मामले में किसी भी तरह का कोई निर्देश नहीं दिया. इससे पहले इंद्राणी मुखर्जी ने अपने बयान में कहा था कि आईएनएक्स मीडिया मामले में एफडीआई की मंजूरी के लिए एफआईपीबी को आवेदन करने के बाद वह अपने पति पीटर मुखर्जी के साथ पी चिदंबरम से मुलाकात की थी. यह मुलाकात पी चिदंबरम के दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक स्थित ऑफिस चैम्बर में हुई थी. इंद्राणी मुखर्जी ने कहा था कि इस मुलाकात के बाद पी चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया को विदेशी निवेश की मंजूरी दिए जाने के एवज में अपने बेटे कार्ति चिदंबरम के बिजनेस में मदद करने को कहा था. मुखर्जी ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने कार्ति चिबंदरम से मुलाकात की तो कार्ति चिदंबरम ने कथित तौर पर पैसे मांगे थे. आपको बता दें कि फिलहाल पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदबंरम को 19 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा है. न्यायिक हिरासत में भेजने से पहले सीबीआई ने हिरासत में लेकर पी चिदंबरम से मुलाकात की थी.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला जारी है. किसान यात्रा के दूसरे दिन भी राहुल गांधी ने विजय माल्‍या को लेकर सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि अगर कोई किसान एक खाट लेकर चला जाए तो वो चोर हो जाता है लेकिन कोई 9000 करोड़ लेकर भाग जाए तो उसे डिफॉल्‍टर कहा जाता है. राहुल विजय माल्‍या के बारे में बोल रहे थे. मालूम हो कि देवरिया में मंगलवार को राहुल की किसान यात्रा की शुरुआत पर रुद्रपुर में आयोजित ‘खाट सभा’ खत्म होने पर सभा में मौजूद लोगों के बीच चारपाइयों की लूट मच गयी थी. बड़ी संख्या में लोग उन्हीं चारपाइयों को अपने साथ ले गये, जिन पर उनके बैठने का इंतजाम किया गया था. कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने अपनी किसान यात्रा में आज पीएम मोदी पर फिर हमला बोला और कहा कि मोदी जी अमेरिका के नहीं भारत के पीएम हैं, इसलिए देश के किसान की भी सुध लें लेकिन 'जनता त्रस्‍त है, मोदी जी मस्‍त हैं.' राहुल गांधी की किसान यात्रा का आज दूसरा दिन था. आज राहुल सारा दिन गोरखपुर और संत कबीर नगर की सड़कें छानते रहे. सड़कों पर तिरंगा झंडा लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ थी. उनकी यात्रा के रास्‍तों पर उन्‍हें देखने तमाशबीन जमा थे. तमाम लोग छतों पर चढ़े हुए थे. टिप्पणियां राहुल की सभाओं में पीएम मोदी उनके निशाने पर थे. उन्‍होंने कहा, 'जनता त्रस्‍त है, मोदी जी मस्‍त हैं.' कभी वो अमेरिका जाते हैं, कभी जापान जाते हैं, कभी चीन जाते हैं. मैं चाहता हूं कि मोदी जी का ध्‍यान हिंदुस्‍तान के किसानों की ओर भी हो. गोरखपुर में राहुल किसान यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल कॉलेज में एंसेफेलाइटिस के शिकार बच्‍चों से मिलने गए. एंसेफेलाइटिस यहां की बड़ी बीमारी जिससे पिछले 9 साल में 38000 बच्‍चों की मौत हो चुकी है. एंसेफेलाइटिस वार्ड से बाहर आकर राहुल ने कहा, 'जब गुलाम नबी आजाद स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री थे तब हमने एंसेफेलाइटिस के लिए बहुत काम किया था. लेकिन हमें अंदर बताया गया कि एनडीए सरकार इसपर ध्‍यान नहीं दे रही है. राहुल सारे रास्‍ते लोगों से मिल रहे हैं. कई जगह लोगों के घरों में जाते हैं, छोटी छोटी नुक्‍कड़ सभाएं करते हैं. मालूम हो कि देवरिया में मंगलवार को राहुल की किसान यात्रा की शुरुआत पर रुद्रपुर में आयोजित ‘खाट सभा’ खत्म होने पर सभा में मौजूद लोगों के बीच चारपाइयों की लूट मच गयी थी. बड़ी संख्या में लोग उन्हीं चारपाइयों को अपने साथ ले गये, जिन पर उनके बैठने का इंतजाम किया गया था. कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने अपनी किसान यात्रा में आज पीएम मोदी पर फिर हमला बोला और कहा कि मोदी जी अमेरिका के नहीं भारत के पीएम हैं, इसलिए देश के किसान की भी सुध लें लेकिन 'जनता त्रस्‍त है, मोदी जी मस्‍त हैं.' राहुल गांधी की किसान यात्रा का आज दूसरा दिन था. आज राहुल सारा दिन गोरखपुर और संत कबीर नगर की सड़कें छानते रहे. सड़कों पर तिरंगा झंडा लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ थी. उनकी यात्रा के रास्‍तों पर उन्‍हें देखने तमाशबीन जमा थे. तमाम लोग छतों पर चढ़े हुए थे. टिप्पणियां राहुल की सभाओं में पीएम मोदी उनके निशाने पर थे. उन्‍होंने कहा, 'जनता त्रस्‍त है, मोदी जी मस्‍त हैं.' कभी वो अमेरिका जाते हैं, कभी जापान जाते हैं, कभी चीन जाते हैं. मैं चाहता हूं कि मोदी जी का ध्‍यान हिंदुस्‍तान के किसानों की ओर भी हो. गोरखपुर में राहुल किसान यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल कॉलेज में एंसेफेलाइटिस के शिकार बच्‍चों से मिलने गए. एंसेफेलाइटिस यहां की बड़ी बीमारी जिससे पिछले 9 साल में 38000 बच्‍चों की मौत हो चुकी है. एंसेफेलाइटिस वार्ड से बाहर आकर राहुल ने कहा, 'जब गुलाम नबी आजाद स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री थे तब हमने एंसेफेलाइटिस के लिए बहुत काम किया था. लेकिन हमें अंदर बताया गया कि एनडीए सरकार इसपर ध्‍यान नहीं दे रही है. राहुल सारे रास्‍ते लोगों से मिल रहे हैं. कई जगह लोगों के घरों में जाते हैं, छोटी छोटी नुक्‍कड़ सभाएं करते हैं. कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी ने अपनी किसान यात्रा में आज पीएम मोदी पर फिर हमला बोला और कहा कि मोदी जी अमेरिका के नहीं भारत के पीएम हैं, इसलिए देश के किसान की भी सुध लें लेकिन 'जनता त्रस्‍त है, मोदी जी मस्‍त हैं.' राहुल गांधी की किसान यात्रा का आज दूसरा दिन था. आज राहुल सारा दिन गोरखपुर और संत कबीर नगर की सड़कें छानते रहे. सड़कों पर तिरंगा झंडा लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ थी. उनकी यात्रा के रास्‍तों पर उन्‍हें देखने तमाशबीन जमा थे. तमाम लोग छतों पर चढ़े हुए थे. टिप्पणियां राहुल की सभाओं में पीएम मोदी उनके निशाने पर थे. उन्‍होंने कहा, 'जनता त्रस्‍त है, मोदी जी मस्‍त हैं.' कभी वो अमेरिका जाते हैं, कभी जापान जाते हैं, कभी चीन जाते हैं. मैं चाहता हूं कि मोदी जी का ध्‍यान हिंदुस्‍तान के किसानों की ओर भी हो. गोरखपुर में राहुल किसान यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल कॉलेज में एंसेफेलाइटिस के शिकार बच्‍चों से मिलने गए. एंसेफेलाइटिस यहां की बड़ी बीमारी जिससे पिछले 9 साल में 38000 बच्‍चों की मौत हो चुकी है. एंसेफेलाइटिस वार्ड से बाहर आकर राहुल ने कहा, 'जब गुलाम नबी आजाद स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री थे तब हमने एंसेफेलाइटिस के लिए बहुत काम किया था. लेकिन हमें अंदर बताया गया कि एनडीए सरकार इसपर ध्‍यान नहीं दे रही है. राहुल सारे रास्‍ते लोगों से मिल रहे हैं. कई जगह लोगों के घरों में जाते हैं, छोटी छोटी नुक्‍कड़ सभाएं करते हैं. राहुल गांधी की किसान यात्रा का आज दूसरा दिन था. आज राहुल सारा दिन गोरखपुर और संत कबीर नगर की सड़कें छानते रहे. सड़कों पर तिरंगा झंडा लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ थी. उनकी यात्रा के रास्‍तों पर उन्‍हें देखने तमाशबीन जमा थे. तमाम लोग छतों पर चढ़े हुए थे. टिप्पणियां राहुल की सभाओं में पीएम मोदी उनके निशाने पर थे. उन्‍होंने कहा, 'जनता त्रस्‍त है, मोदी जी मस्‍त हैं.' कभी वो अमेरिका जाते हैं, कभी जापान जाते हैं, कभी चीन जाते हैं. मैं चाहता हूं कि मोदी जी का ध्‍यान हिंदुस्‍तान के किसानों की ओर भी हो. गोरखपुर में राहुल किसान यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल कॉलेज में एंसेफेलाइटिस के शिकार बच्‍चों से मिलने गए. एंसेफेलाइटिस यहां की बड़ी बीमारी जिससे पिछले 9 साल में 38000 बच्‍चों की मौत हो चुकी है. एंसेफेलाइटिस वार्ड से बाहर आकर राहुल ने कहा, 'जब गुलाम नबी आजाद स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री थे तब हमने एंसेफेलाइटिस के लिए बहुत काम किया था. लेकिन हमें अंदर बताया गया कि एनडीए सरकार इसपर ध्‍यान नहीं दे रही है. राहुल सारे रास्‍ते लोगों से मिल रहे हैं. कई जगह लोगों के घरों में जाते हैं, छोटी छोटी नुक्‍कड़ सभाएं करते हैं. राहुल की सभाओं में पीएम मोदी उनके निशाने पर थे. उन्‍होंने कहा, 'जनता त्रस्‍त है, मोदी जी मस्‍त हैं.' कभी वो अमेरिका जाते हैं, कभी जापान जाते हैं, कभी चीन जाते हैं. मैं चाहता हूं कि मोदी जी का ध्‍यान हिंदुस्‍तान के किसानों की ओर भी हो. गोरखपुर में राहुल किसान यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल कॉलेज में एंसेफेलाइटिस के शिकार बच्‍चों से मिलने गए. एंसेफेलाइटिस यहां की बड़ी बीमारी जिससे पिछले 9 साल में 38000 बच्‍चों की मौत हो चुकी है. एंसेफेलाइटिस वार्ड से बाहर आकर राहुल ने कहा, 'जब गुलाम नबी आजाद स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री थे तब हमने एंसेफेलाइटिस के लिए बहुत काम किया था. लेकिन हमें अंदर बताया गया कि एनडीए सरकार इसपर ध्‍यान नहीं दे रही है. राहुल सारे रास्‍ते लोगों से मिल रहे हैं. कई जगह लोगों के घरों में जाते हैं, छोटी छोटी नुक्‍कड़ सभाएं करते हैं. गोरखपुर में राहुल किसान यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल कॉलेज में एंसेफेलाइटिस के शिकार बच्‍चों से मिलने गए. एंसेफेलाइटिस यहां की बड़ी बीमारी जिससे पिछले 9 साल में 38000 बच्‍चों की मौत हो चुकी है. एंसेफेलाइटिस वार्ड से बाहर आकर राहुल ने कहा, 'जब गुलाम नबी आजाद स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री थे तब हमने एंसेफेलाइटिस के लिए बहुत काम किया था. लेकिन हमें अंदर बताया गया कि एनडीए सरकार इसपर ध्‍यान नहीं दे रही है. राहुल सारे रास्‍ते लोगों से मिल रहे हैं. कई जगह लोगों के घरों में जाते हैं, छोटी छोटी नुक्‍कड़ सभाएं करते हैं.
गणित में, होलोमार्फिक फलन अथवा पूर्णसममितिक फलन सम्मिश्र विश्‍लेषण में केन्द्रिय उद्देश्य का अध्ययन है। एक होलोमार्फिक फलन एक अथवा अधिक सम्मिश्र चरों का सम्मिश्र फलन है जो अपने प्रांत में प्रत्येक बिन्दु के प्रतिवेश में सम्मिश्र अवकलनिय हो। परिभाषा माना सम्मिश्र फलन f केवल एक सम्मिश्र चर पर निर्भर है, f इसके प्रांत में का बिन्दु z0 पर अवकलन निम्न सीमा द्वारा परिभाषित होता है: यह अवकलन वास्तविक फलनों के अवकलन के समान ही है केवल अन्तर इतना है कि यहां पर सभी चर सम्मिश्र हैं। यदि f संबद्ध विवृत समुच्चय U में के प्रत्येक बिन्दु z0 पर सम्मिश्र अवकलनीय है तब हम कहते हैं कि f, U पर होलोमार्फिक है। यदि f किसी बिन्दु z0 के प्रतिवेश में अवकलनीय है तो हम कहते हैं कि f बिन्दु 'z0 पर होलोमार्फिक''' है। सन्दर्भ गणित सम्मिश्र विश्लेषण
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वद्यालय, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित एक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना १९६२ में हुई थी और १ दिसम्बर २०१३ के पहले इसका नाम 'मदन मोहन मालवीय इंजिनियरिंग कॉलेज' था। इतिहास १९६२ में स्थापना हुई थी २००० में गौतम बुद्ध तकनीकी विश्वविद्यालय, लखनऊ से सम्बद्ध (affiliated) हुआ। २०११ में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा 'स्वायत्त संस्थान' घोषित १ दिसम्बर २०१३ को आवासीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बना। पाठ्यक्रम प्रौद्योगिकी स्नातक रासायनिक प्रौद्योगिकी सिविल इंजीनियरिंग यांत्रिक प्रौद्योगिकी वैद्युत प्रौद्योगिकी इलेक्ट्रॉनिक एवं संचार प्रौद्योगिकी संगणक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रौद्योगिकी परास्नातक संगणक अनुप्रयोग परास्नातक (एम सी ए) मास्टर ऑफ बिजिनेस ऐडमिनिस्ट्रेशन (एम बी ए) पीएचडी पाठ्यक्रम प्रांगण सुविधाएँ डाकघर स्वास्थ्य केन्द्र एवं भौतिक-चिकित्सा केन्द्र ऐम्बुलेन्स सेवा कैफेटेरिया होमियोपैथी चिकित्सा केन्द्र पाठ्यसामग्री दुकान बैटरीचालित रिक्शा बस सेवा स्टेट बैंक की शाखा पीएनबी और एसबीआई के एटीएम पूर्व छात्र प्रभाकर सिंह , निदेशक (परियोजना), पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन (PGCIL) ए पी मिश्र, प्रबन्ध निदेशक (भूतपूर्व) उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लि. करुणेश कुमार शुक्ला, डायरेक्टर : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर, पूर्व प्रोफेसर: एप्लाइड मैकेनिक्स विभाग, मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान प्रयागराज प्रवेश प्रक्रिया प्रौद्योगिकी स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश एक प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाता है। यह परीक्षा इस विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं आयोजित की जाती है। इस परीक्षा से प्राप्त मेरीत के आधार पर रासायनिक प्रौद्योगिकी में ६० छात्रा तथा अन्य स्नातक पाठ्यक्रमों में १२० छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। बाहरी कड़ियाँ MMMEC Official web-site MMMEC Alumni Association web-site MMMEC Community Website MMMEC Portal for Malaviyan IEEE Student Branch Chapter उत्तर प्रदेश के इंजीनियरी महाविद्यालय उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय गोरखपुर
पिरान्हा पिरान्हा यह दक्षिण अमेरिका में पाई जाने वाली एक मछली की प्रजाती है। ये ताजे पानी की मछली है। जिसकी विशेषता उनके दाँतों का तेज और बड़ा होना है। वेनेज़ुएला में इन्हें caribes कहते हैं। यह सामान्यतः झुण्ड में शिकार करती हैं। इनका ये नाम पैराग्वे की गुरानी भाषा से अंग्रेज़ी, पुर्तगीज़ और अन्य भाषाओं में आया है। ये बहुत आदमखोर मछली मानी जाती है। इनके दांत बहुत तेज़ और जबड़े बहुत ताकतवर होते हैं। पिरान्हा की लंबाई सामान्यतः 14 से 26 cm तक होती है। जबकी पिरान्हा की कुछ प्रजातीयां 43 cm तक नोट की गयी है। पिरान्हा की प्रजातियां हिंसक होती है मछली -पिरान्हा समुद्र में घोंसला बनाकर अंडे देती है -हॉलीवुड में ‘पिरान्हा’ नाम से फिल्में भी बनीं - ये इतनी हिंसक होती है कि किसी व्यक्ति को काट ले तो उसकी मौत भी हो सकती है। - पिरान्हा मछली के आदमियों पर अटैक करने की सबसे अधिक घटना साउथ अमेरिका के अमेजन नदी में सामने आई है। मछली
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी पर कुसुम तिवारी ने जताई खुशी सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट, आरोपियों को दी जाए फांसी कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने दोनों आरोपियों अशफाक और मोइनुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है. सरकार की कार्रवाई पर कमलेश तिवारी की मां कुसुम ने खुशी जाहिर की है. कुसुम तिवारी ने कहा कि हम आरोपियों की गिरफ्तारी से बहुत खुश हैं. सभी को फांसी दे दी जानी चाहिए. मैं सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट हूं. कमलेश तिवारी हत्याकांड में फरार दोनों आरोपियों को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के नाम अशफाक और मोइनुद्दीन हैं. गुजरात राजस्थान बॉर्डर पर श्यामलाजी के पास से इन्हें गिरफ्तार किया गया है. Kusum Tiwari, mother of #KamleshTiwari on arrest of accused persons in her son's murder case: We are very happy with the arrest of the accused persons, they should all be hanged. I'm satisfied by the government's action. (22.10.19) #Sitapur pic.twitter.com/Xb4kB5XtXE — ANI UP (@ANINewsUP) October 23, 2019 आरोपियों ने कबूला गुनाह खुलासा हुआ है कि लखनऊ में कमलेश तिवारी से मिलने दोनों अपना असली नाम बदलकर गए थे. अशफाक जहां रोहित तो वहीं मोइनुद्दीन संजय बनकर कमलेश तिवारी से मुलाकात करने पहुंचा था. दोनों आरोपियों ने हत्या करने की बात कुबूल कर ली है. आरोपियों का कहना है कि उन्होंने इस वारदात को कमलेश तिवारी के मुहम्मद पैगम्बर को लेकर दिए गए बयान के बाद किया है. राजस्थान से पहुंचे गुजरात एटीएस ने कहा कि दोनों उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से नेपाल पहुंचे और वहां से राजस्थान होते हुए गुजरात में प्रवेश कर रहे थे. एटीएस अधिकारियों ने कहा कि शेख मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में काम करता है, जबकि पठान फूड डिलिवरी ब्यॉय का काम करता है. हत्या के कारण के बारे में एटीएस ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि उन्होंने तिवारी के आपत्तिजनक बयान के प्रतिशोध में इस अपराध को अंजाम दिया. डीआईजी हिमांशु शुक्ला के नेतृत्व वाली गुजरात एटीएस टीम ने कहा कि दोनों को परिवार के सदस्यों से पूछताछ और तकनीकी व फिजिकल सर्विलांस के आधार पर पकड़ा गया. दोनों को यूपी पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा. (IANS और ANI इनपुट के साथ)
अमेरिका में पिछले साल हिंदुओं और सिखों के खिलाफ अपराधों समेत 6000 से अधिक घृणा अपराध दर्ज किए गए. एफबीआई के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है जिनके अनुसार इस प्रकार की घटनाओं में वर्ष 2015 की तुलना में करीब पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इन घटनाओं में अधिकतर मामले अश्वेत विरोधी या अफ्रीकी-अमेरिकियों के प्रति भेदभाव और यहूदी विरोधी थे जबकि एक चौथाई मामले मुस्लिम विरोधी थे. संघीय जांच ब्यूरो एफबीआई ने अपने ताजा वार्षिक आंकड़ों में कहा कि वर्ष 2016 में उसने 12 हिंदू विरोधी घृणा अपराध और सात सिख विरोधी घृणा अपराध दर्ज किए. बौद्ध समुदाय के खिलाफ घृणा अपराध का एक मामला दर्ज किया गया. घृणा अपराध के 3.1 प्रतिशत मामले एशिया के खिलाफ भेदभाव और 1.3 प्रतिशत मामले अरब विरोधी भेदभाव का परिणाम थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल घृणा अपराध के 6121 मामले दर्ज किए गए जो वर्ष 2015 की तुलना में करीब पांच प्रतिशत और वर्ष 2014 की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक हैं. अमेरिका के अटॉर्नी जनरल जेफ सेशंस ने कहा, किसी व्यक्ति को इस आधार पर हिंसक हमले का डर नहीं होना चाहिए कि वह क्या है, वह किसमें विश्वास करता है और वह किस तरह प्रार्थना करता है. इस बीच, सिख कोएलिशन ने एफबीआई के इन आंकड़ों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इनकी संख्या कम बताई गई है. सिख कोएलिशन के अधिकारी सिम सिंह ने कहा, एफबीआई आंकड़ों में वर्ष 2016 में घृणा अपराध की 6121 घटनाएं और सिखों के खिलाफ घृणा अपराध की सात घटनाएं दर्शाई गई हैं. लेकिन असल में यह संख्या कहीं अधिक है. उन्होंने कहा, आंकड़े में इस अंतर को दूर करने का केवल एक तरीका है, वह यह कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां घृणा अपराध दर्ज कराने को अनिवार्य बनाएं. सिंह ने कहा, यदि कानून प्रवर्तन एजेंसियां हमारे समुदायों के खिलाफ घृणा अपराध के असल विस्तार के दस्तावेजीकरण में असफल रहती हैं तो हमारे देश को इस समस्या को रोकने और उससे निपटने के लिए आवश्यक राजनीतिक इच्छाशक्ति और संसाधन जुटाने में मुश्किल का सामना करना पड़ेगा. इस बीच काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस ने कहा कि एफबीआई के इन आंकड़ों में बताया गया है कि वर्ष 2016 में धर्म विरोधी घृणा अपराधों के पीड़ितों में करीब एक चौथाई मुसलमान थे. यह संकेत है कि सभी अमेरिकियों को देशभर में बढ़ती कट्टरता के खिलाफ खड़े होने की आवश्यकता है.
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तान ने भारत से राजनयिक संबंधों में कमी कर दी. पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार पर रोक लगा दी है. पाकिस्तान के इस फैसले पर भारत ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है और कहा है कि आतंकवाद के बहाने ढूंढने के लिए पाकिस्तान ये सब काम करता है. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हमने रिपोर्ट देखी है कि पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को लेकर एकतरफा कार्रवाई करने का फैसला किया है. इसमें राजनयिक संबंधों को कम करना भी शामिल है. भारत सरकार और संसद के हालिया फैसले जम्मू और कश्मीर में विकास के अवसरों का विस्तार करने की प्रतिबद्धता से प्रेरित हैं, जिन्हें पहले वंचित किया गया था. बयान में कहा गया है कि अगर जम्मू और कश्मीर में विकास को लेकर कोई कदम उठाए जाएं और पाकिस्तान में ये नकारात्मक रूप में जाए तो इसमें कोई हैरान नहीं होनी चाहिए. वो सीमापार आतंकवाद को सही ठहराने के लिए ऐसे कदम उठाया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि 370 से संबंधित हालिया घटनाक्रम पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है. भारत का संविधान हमेशा संप्रभुता का मामला था, है और रहेगा. उस अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप करने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी. भारत सरकार ने पाकिस्तान द्वारा उठाए गए कदमों की निंदा की है और उससे फैसले की समीक्षा करने का आग्रह किया. पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी कमिटी में लिया गया फैसला इमरान खान की अगुआई में बुधवार को इस्लामाबाद स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में नेशनल सिक्योरिटी कमिटी की बैठक हुई. जिसमें आर्टिकल 370 को हटाए जाने के विरोध में प्रस्ताव पास किया गया. पाकिस्तान नेशनल सिक्योरिटी कमिटी ने इस बैठक में कुछ फैसले लिए. इनमें भारत के साथ के साथ कूटनीतिक संबंधों को कम करना, द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को खत्म करना और द्विपक्षीय व्यवस्थाओं की समीक्षा करना शामिल है. पाकिस्तानी सूत्रों के मुताबिक सरकार भारत में अपना उच्चायुक्त नहीं भेजने का फैसला कर सकती है, जिसे इस महीने चार्ज लेना था.
OPS को जया मेमोरियल जाकर ‘धर्मयुद्धम’के लिए कहा था गुरुमूर्ति ने तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी DMK की आलोचना की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारक एस. गुरुमूर्ति का कहना है कि अगर सुपरस्टार तमिलनाडु की राजनीति में दाखिल होते हैं तभी राज्य की राजनीति में बदलाव आ सकता है. गुरुमूर्ति ने दावा किया है कि तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री और AIADMK नेता ओ पन्नीरसेल्वम को ‘धर्मयुद्धम’ के लिए उन्होंने ही प्रेरित किया था. गुरुमूर्ति के मुताबिक AIADMK के दोनों धड़ों का साथ आना भी उन्हीं की कोशिशों की वजह से संभव हो सका. त्रिची में रविवार को ‘तुगलक’ पत्रिका के रजत जयंती समारोह में पत्रिका के प्रबंध निदेशक और भारतीय रिजर्व बैंक के अंशकालिक निदेशक गुरुमूर्ति ने कहा, 'रजनीकांत का राजनीति में प्रवेश बहुप्रतीक्षित है. वो ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो राजनीति से पैसा कमाने की सोचें बल्कि वो ऐसे हैं जो राज्य की बेहतरी के लिए काम करना चाहता है.' गुरुमूर्ति ने कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने ही ओ पन्नीरसेल्वम (OPS) को जया मेमोरियल पर जाकर धर्मयुद्धम (न्याय के लिए जंग) का एलान करने के लिए कहा था. गुरुमूर्ति के मुताबिक, उन्होंने पन्नीरसेल्वम से कहा था कि जया मेमोरियल पर जाओ, कोई दरवाजा जरूर खुलेगा. गुरुमूर्ति ने कहा, 'शशिकला को सीएम बनाने के लिए सारी तैयारियां शुरू हो चुकी थीं. यूनिवर्सिटी हाल में इंतजाम किए जा रहे थे. वहां पन्नीरसेल्वम को तैयारियों पर नजर रखने के लिए भेजा गया. उसके बाद पन्नीरसेल्वम मेरे पास आकर बोले कि सर वो ये सब कह रहे हैं और उन्हें (पन्नीरसेल्वम को) नहीं पता कि क्या करना है. इस पर मैंने उनसे समाधि (जया मेमोरियल) जाने के लिए कहा जिससे कि अवसर का कोई ना कोई दरवाजा जरूर खुलेगा.' पन्नीरसेल्वम ने 2017 में जया मेमोरियल पर धर्मयुद्धम के लिए बैठे. इसी घटनाक्रम से AIADMK  दो धड़ों में टूटी. एक शशिकला की अगुआई वाली पार्टी और एक पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाला धड़ा. गुरुमूर्ति ने अपने भाषण में ये भी कहा कि उन्होंने AIADMK के दो धड़ों (OPS और EPS) को साथ लाने में अहम भूमिका निभाई. गुरुमूर्ति ने ई पलानीस्वामी (EPS) के नेतृत्व वाली मौजूदा तमिलनाडु सरकार को मजबूत और स्थिर बताया. गुरुमूर्ति ने तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी DMK की आलोचना की. उन्होंने कहा कि परिवारवाद की राजनीति को मानने वाली ये एक ताकत है जो तमिलनाडु की तरक्की को रोक रही है.
बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा की फिल्म 'परी' का नया टीजर आउट हो गया है. यह फिल्म अनुष्का शर्मा के होम प्रोड्क्शन की तीसरी फिल्म है. इस लुक में अनुष्का एकदम अलग अंदाज में नजर आ रही हैं. उनकी आंखों, कपड़ों और बैकग्राउंड का रंग नीला है, जो फिल्म के डरावने और डार्क साइड को दर्शाता है. यह एक हॉरर फिल्म होगी. Here’s a REMINDER. This is not a fairytale. #PariTeaser‬ ‪@parambratachattopadhyay @officialcsfilms @kriarj @pooja_ent A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on Feb 6, 2018 at 10:31pm PST बता दें, 'फिलौरी' और 'NH10' के बाद अनुष्का 'परी' को भी प्रोड्यूस कर रही हैं . वो अपने भाई करनेश शर्मा के साथ मिलकर इस फिल्म में काम कर रही हैं. इससे पहले भी अनुष्का के भाई करनेश उनके साथ कई फिल्मों में काम कर चुके हैं. विराट के साथ नहीं मनेगा अनुष्का का वैलेंटाइन, होंगी इस एक्टर के साथ फिल्म का निर्देशन निर्देशक प्रोसित रॉय करेंगे. अनुष्का के साथ फिल्म में बंगाली फिल्मों के कलाकार परमब्रता चटर्जी अहम भुमिका में नजर आएंगे. अनुष्का आजकल शाहरुख खान की फिल्म जीरो की शूटिंग में बिजी हैं. इस फिल्म में शाहरुख बौने के किरदार में नजर आएंगे.
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने अपनी संपत्तियों के वार्षिक ब्यौरे ना सौंपने के लिए पाकिस्तानी संसद और प्रांतीय सभाओं के 200 से अधिक सदस्यों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया. संविधान के तहत सांसदों को हर साल 30 सितंबर तक अपनी संपत्ति का ब्यौरा देना होता है. पाकिस्तान में बम विस्फोट, 5 मरे. पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) आखिरी समय सीमा को 15 दिनों के लिए बढ़ा सकता है. ईसीपी ने संपत्ति के ब्यौरे सौंपने के लिए 15 अक्‍टूबर की समय सीमा तय की थी. लेकिन कुल 210 सांसदों ने अपनी संपत्तियों एवं देनदारियों के ब्यौरे जमा नहीं किए. समय सीमा खत्म होने पर जारी अधिसूचना में कहा गया था कि ईसीपी ने आदेश दिया है कि आदेश का पालन न करने पर सदस्य अपनी विधानसभाओं के सत्र में निलंबन की अवधि के दौरान शामिल नहीं हो सकेंगे. - इनपुट: भाषा
गुजरात विधानसभा चुनाव के सियासी रणभूमि में मुस्लिमों पर कांग्रेस की खामोशी मुसीबत का सबब बन सकती है. वहीं ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है. वहीं मैदानी इलाकों में भी मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया है. पढ़ें शुक्रवार सुबह की 5 बड़ी खबरें.... 1. सूरत में कांग्रेस के खिलाफ मुस्लिमों ने लगाए पोस्टर, टिकट नहीं तो वोट नहीं गुजरात विधानसभा चुनाव के सियासी रणभूमि में मुस्लिमों पर कांग्रेस की खामोशी मुसीबत का सबब बन सकती है. गुजरात के सूरत शहर में मुस्लिम समुदाय ने बैनर लगाकर कांग्रेस को चेतावनी दी है कि विधानसभा का टिकट नहीं तो वोट नहीं. बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात की राजनीतिक जंग को फतह करने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर है. इसी मद्देनजर वो मुस्लिमों पर खामोशी अख्तियार किए हुए, ऐसे में कांग्रेस का ये परंपरागत वोटर बेचैन है. उन्हें लगता है कि कहीं कांग्रेस भी उन्हें टिकट न दें. 2. पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद अब उत्तर भारत में होगा 'कोल्ड अटैक', गिरेगा तापमान ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है. वहीं मैदानी इलाकों में भी मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया है. बर्फबारी के कारण रोहतांग में पहाड़ों के संकरे रास्ते और ऊपर से हो रहा हिमपात देखने में जितना खूबसूरत लग रहा है, ये उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है. रोहतांग में हुई बर्फबारी ने रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डालना शुरू कर दिया है. 3. मोदी सरकार ने NAA को दी मंजूरी, GST के नाम पर मुनाफाखोरी करने वालों की खैर नहीं अगर आपको लगता है कि सरकार तमाम चीजों पर जीएसटी के रेट में कमी कर रही है, लेकिन अापको उसका फायदा नहीं मिल रहा तो आपका शक बिल्कुल सही है. सरकार को भी ऐसी तमाम शिकायतें मिली हैं कि जीएसटी में कमी का फायदा कंपनियां और दुकानदार ग्राहकों तक नहीं पहुंचा रहे हैं. टैक्स कम होने के बाद भी कई चीजें सस्ती नहीं हो रही हैं, लेकिन अब सरकार ने जीएसटी की आड़ में मुनाफाखोरी करने वालों पर नकेल कसने का इंतजाम कर लिया है. 4. पद्मावती विवाद पर बोले गडकरी- फिल्ममेकर्स एक सीमा में रहें तो बेहतर पद्मावती के विरोध में बीजेपी से उमा भारती, सुब्रह्मण्यम स्वामी के बाद अब एक और बड़े नेता का बयान सामने आया है. इस मामले में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने फिल्ममेकर्स पर आरोप लगाते हुए कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता निरपेक्ष नहीं है. अभिव्यक्ति की आजादी मूलभूत अधिकार जरूर है लेकिन एक सीमा में रहे तो बेहतर है. 5. EXCLUSIVE: डोकलाम के बाद ड्रैगन की धोखेबाजी, घुसपैठ में तो पाकिस्तान का भी 'डैडी' निकला चीन! डोकलाम विवाद सुलझाने में भारत भले ही कामयाब रहा हो पर ड्रैगन अपनी चालाकी से बाज नहीं आ रहा है. आजतक को मिली एक्सक्लुसिव जानकारी के मुताबिक चीन ने डोकलाम के बाद भारत चीन सीमा पर 30 बार घुसपैठ (Transgressions) की है. धूर्त चीन की घुसपैठ डोकलाम विवाद सुलझने के बाद भी जारी रही.
नोटबंदी का पुरजोर समर्थन करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि बैंकों की भूमिका के कारण नोटबंदी का लाभ जितना लोगों को मिलना चाहिए था, उतना नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि देश की प्रगति में बैंकों की बड़ी भूमिका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंकों का सिर्फ जमा, निकासी एवं ऋण प्रदान करना ही कार्य नहीं है, बल्कि एक-एक योजना में बैंकों की भूमिका बढ़ गई है. मुख्यमंत्री पटना में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति द्वारा आयोजित 64वीं त्रैमासिक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि "देश में विकास के लिए जो धनराशि सरकार मुहैया कराती है, उसके सही आवंटन के लिए बैकों को अपने तंत्र सुदृढ़ करने होंगे. बैंक 'ऑटोनोमस' है, ऊपर से नीचे तक इन चीजों को देखना होगा." बैंकिंग संस्थानों को और मजबूत करने की जरूरत बताते हुए नीतीश ने कहा कि बैंकों की भूमिका दिन-प्रतिदिन और बढ़ेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, "आबीआई के मानक के अनुसार पांच हजार की आबादी पर बैंक की शाखा होनी चाहिए. देश में 11 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है और बिहार में 16 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बैंकों की संख्या कितनी तेजी से बढ़ानी पड़ेगी." ऋण के कड़े मापदंडों पर चिंता जाहिर करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में क्रेडिट डिपोजिट रेसियो 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 प्रतिशत के करीब है. उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं है, जो लेना भी चाहते हैं, उसके बैंकों ने कड़े मापदंड तय कर रखे हैं. उसमें उन्हें काफी परेशानी होती है."टिप्पणियां इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंकों का सिर्फ जमा, निकासी एवं ऋण प्रदान करना ही कार्य नहीं है, बल्कि एक-एक योजना में बैंकों की भूमिका बढ़ गई है. मुख्यमंत्री पटना में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति द्वारा आयोजित 64वीं त्रैमासिक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि "देश में विकास के लिए जो धनराशि सरकार मुहैया कराती है, उसके सही आवंटन के लिए बैकों को अपने तंत्र सुदृढ़ करने होंगे. बैंक 'ऑटोनोमस' है, ऊपर से नीचे तक इन चीजों को देखना होगा." बैंकिंग संस्थानों को और मजबूत करने की जरूरत बताते हुए नीतीश ने कहा कि बैंकों की भूमिका दिन-प्रतिदिन और बढ़ेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, "आबीआई के मानक के अनुसार पांच हजार की आबादी पर बैंक की शाखा होनी चाहिए. देश में 11 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है और बिहार में 16 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बैंकों की संख्या कितनी तेजी से बढ़ानी पड़ेगी." ऋण के कड़े मापदंडों पर चिंता जाहिर करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में क्रेडिट डिपोजिट रेसियो 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 प्रतिशत के करीब है. उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं है, जो लेना भी चाहते हैं, उसके बैंकों ने कड़े मापदंड तय कर रखे हैं. उसमें उन्हें काफी परेशानी होती है."टिप्पणियां इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बैंकिंग संस्थानों को और मजबूत करने की जरूरत बताते हुए नीतीश ने कहा कि बैंकों की भूमिका दिन-प्रतिदिन और बढ़ेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, "आबीआई के मानक के अनुसार पांच हजार की आबादी पर बैंक की शाखा होनी चाहिए. देश में 11 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है और बिहार में 16 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बैंकों की संख्या कितनी तेजी से बढ़ानी पड़ेगी." ऋण के कड़े मापदंडों पर चिंता जाहिर करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में क्रेडिट डिपोजिट रेसियो 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 प्रतिशत के करीब है. उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं है, जो लेना भी चाहते हैं, उसके बैंकों ने कड़े मापदंड तय कर रखे हैं. उसमें उन्हें काफी परेशानी होती है."टिप्पणियां इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ऋण के कड़े मापदंडों पर चिंता जाहिर करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में क्रेडिट डिपोजिट रेसियो 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 प्रतिशत के करीब है. उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं है, जो लेना भी चाहते हैं, उसके बैंकों ने कड़े मापदंड तय कर रखे हैं. उसमें उन्हें काफी परेशानी होती है."टिप्पणियां इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारतीय वायुसेना के ट्रांसपोर्टर विमान एएन-32  की तलाश जारी है. 3 जून को दोपहर 1 बजे लापता हुए इस विमान का पता लगाने के लिए भारतीय सेना पूरी ताकत झोंक दी है. इसमें नौसेना की भी मदद ली जा रही है. तमिलनाडु के अराकोनम में तैनात INS राजाली पर पी8आई विमान को तैनात किया गया है. ये विमान अत्याधुनिक सेंसरों से लैस होता है और समुद्र में लंबी दूरी तक टोह लेने में सक्षम है. पी8आई अपने विशेष रडार और सेंसर से एएन-32 को खोजने का काम करेगा.बता दें कि एएन-32 सोमवार को असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के लिए उड़ान भरा था. विमान जोरहाट से दिन में 12.25 पर उड़ा था, आखिरी बार उससे दोपहर 1 बजे संपर्क हुआ था. विमान का आखिरी लोकेशन अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में चीन सीमा के करीब मिला था. इसके बाद से ही उससे संपर्क नहीं हो पाया. विमान में 8 क्रू मेंबर और 5 यात्री सवार थे. विमान को खोजने के लिए कई विमानों को लगाया गया है. Indian Navy: Long Range Maritime Reconnaissance aircraft P8I airborne from INS Rajali, Arakonam, Tamil Nadu for the ongoing search operations for missing AN32. It will carry out search using its special radars and sensors for locating the plane. — ANI (@ANI) June 7, 2019 'काला धुआं निकलते हुए देखा' वहीं अरुणाचल प्रदेश के मोलो गांव की ओर एक पहाड़ से आदिवासी ग्रामीणों ने काला धुआं निकलते हुए देखा. मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने गुरुवार को कहा कि तुम्बिन गांव के तीन व्यक्तियों ने कहा कि उस दिन उन्हें मोटा काला धुआं दिखाई दिया था, जो कि मोलो गांव की ओर से लगभग 7-8 किलोमीटर दूर पहाड़ से निकल रहा था. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के बयानों का सत्यापन किया जा रहा है. विमान की तलाश के लिए तीन खोजी दल बनाए गए हैं, जिसमें शि-योमी जिले का एक और सेना का एक दल शामिल हैं, विभिन्न संभावित स्थानों की ट्रेकिंग की जा रही है. पुलिस, सेना और भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का एक संयुक्त प्रयास दल अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में लगभग 2,500 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त स्थान की खोज कर रहा है. मुख्यमंत्री खांडू ने सियांग, वेस्ट सियांग, लोअर सियांग और शि-योमी के जिला प्रशासन को खोज और बचाव अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं. खांडू ने कहा कि सियांग और पश्चिम सियांग के उपायुक्तों ने लापता विमान का पता लगाने के लिए शुरू किए गए कदमों की जानकारी से उन्हें अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि वे एक दूसरे के साथ निकट समन्वय में काम कर रहे हैं.  मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रत्येक टीम में 3/4 स्थानीय लोगों को शामिल किया, जो लापता विमान और जहाज पर सवार लोगों का पता लगाने में मदद कर रहे हैं. एन32 को खोजने में जुटे कई विमान अरुणाचल प्रदेश के जोरहाट व मेचुका के बीच घने जंगलों वाले मार्गों पर रूसी मूल के एएन -32 ट्रांसपोर्टर का पता लगाने के लिए वायुसेना ने अपने एमआई-17 और एएलएच हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया है.  वहीं दो C-130J और एसयू-30 को भी लापता विमान की तलाश के लिए लगाया गया है. इसके अलावा  इसरो के RISAT यानी रडार इमेजिंग सैटेलाइट की भी मदद ली जा रही है. पूर्वी वायुसेना कमान के कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल आर.डी माथुर, खोज और बचाव कार्यो की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने भारतीय वायुसेना के लापता जवानों के परिवारों से मुलाकात भी की.
उरी आतंकवादी हमले को लेकर एक तरफ जहां देश में आक्रोश है तो वहीं, फिल्म इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं है. पाकिस्तान के प्रति रोष जताते हुए गायक कुमार शानू ने पाकिस्तान में होने वाले शो को रद्द कर दिया था, वहीं अब इसमें एक और नाम जुड़ गया है और वो नाम है देश के मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का. राजू श्रीवास्तव ने भी 25 दिसंबर को पाकिस्तान के कराची शहर में होने वाले शो को रद्द कर दिया है. आजतक से बात करते हुए राजू श्रीवास्तव ने कहा कि चूंकि हम कलाकार हैं तो हम तो गन लेकर नहीं जा सकते लेकिन अपने जवानों के समर्थन के लिए इतना तो कर ही सकते हैं. राजू श्रीवास्तव ने बताया कि पाकिस्तान में मुझे कॉमेडी शो के लिए बुलाया गया था. लेकिन रोज बॉर्डर पर आतंकवाद को लेकर जंग हो रही है. हमारे जवान शहीद हो रहे हैं और उनके परिवार वाले बिलख रहे हैं. तो फिर कि मैं उस देश के लोगों को कैसे हंसा सकता हूं जो हमारे देश में आतंकवाद को बढ़ावा देता है. राजू श्रीवास्तव इतने पर ही नहीं रुके उन्होनें कहा कि पाकिस्तानी एक्टर और आर्टिस्ट पर भारत में बैन लगा देना चाहिए. उन्होंने बताया कि वो कलाकारों के खिलाफ नहीं हैं लेकिन एक ऐसा देश जो रोज हमारे देश में आतंकवाद को बढ़ावा देता है उनके लोगों के साथ काम कैसे कर सकते हैं. अगर वो यहां काम नहीं करेगें तो बॉलीवुड ठप्प नहीं हो जाएगा. वैसे भी हमारे देश में कई नए कलाकार हैं जिनको अवसर नहीं मिल पाता. हमें पाकिस्तानियों को नहीं बल्कि उन्हें अवसर देना चाहिए. ये वही आर्टिस्ट और एक्टर हैं जो फ्रांस पर हमले होते हैं तो ट्विटर के जरिए सदभावना व्यक्त करने लगते हैं. लेकिन हमारे देश पर जब आतंकवादी हमले होते हैं तो कुछ नहीं बोलते. ये जरूरी है कि पाकिस्तानी एक्टर और आर्टिस्ट को बैन कर दिया जाए. उनको काम नहीं देना चाहिए. यही पाकिस्तान के प्रति विरोध और जवानों के प्रति सर्मथन का सही तरीका है. राजू श्रीवास्तव ने कहा कि हमें उम्मीद है कि मोदी सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कारवाई जरूर करेगी.
गुजरात के गिर के जंगल में यहां बसने वाले शेरों के कारण पूरी दुनिया में मशहूर हैं. लेकिन आधी रात के बाद गिर के जंगल में कुछ ऐसा हुआ जैसा पहले कभी नहीं हुआ. जंगल में 12 शेरों के बीच एक बच्चे ने रोते हुए दुनिया में कदम रखा.     मंगूबेन मकवाना कभी भी 29 जून की रात नहीं भूल सकेंगी. एक तो प्रसव पीड़ा ऊपर से शेरों की दहशत. अमरेली जिले के इस सुदूरवर्ती गांव में गिर के जंगलों के पास से आधी रात में जब वे एक एंबुलेंस से अस्पताल जा रही थीं तभी एंबुलेंस को 12 शेरों ने घेर लिया. वाहन आगे नहीं बढ़ सका लेकिन प्रसव पीड़ा बढ़ती गई.टिप्पणियां करीब 20 मिनट तक ऐसे ही हालात बने रहे. इस दौरान '108' एंबुलेंस में तैनात पैरामेडिकल स्टाफ ने बेहद साहस दिखाया और प्रसव प्रक्रिया में मंगूबेन की मदद की. आखिरकार शेरों से घिरी एंबुलेंस में मंगूबेन के बच्चे ने जन्म लिया. इस बीच तीन नर शेरों समेत 12 शेर वाहन का रास्ता रोककर खड़े रहे. अमरेली में '108' के आपातकालीन प्रबंधन कार्याधिकारी चेतन गाढे ने कहा कि यह वाकया गुरुवार को देर रात करीब ढाई बजे का है. लुनासापुर गांव की निवासी मंगूबेन मकवाना को जाफराबाद कस्बे के सरकारी अस्पताल ले जाया जा रहा था. (इनपुट भाषा से) मंगूबेन मकवाना कभी भी 29 जून की रात नहीं भूल सकेंगी. एक तो प्रसव पीड़ा ऊपर से शेरों की दहशत. अमरेली जिले के इस सुदूरवर्ती गांव में गिर के जंगलों के पास से आधी रात में जब वे एक एंबुलेंस से अस्पताल जा रही थीं तभी एंबुलेंस को 12 शेरों ने घेर लिया. वाहन आगे नहीं बढ़ सका लेकिन प्रसव पीड़ा बढ़ती गई.टिप्पणियां करीब 20 मिनट तक ऐसे ही हालात बने रहे. इस दौरान '108' एंबुलेंस में तैनात पैरामेडिकल स्टाफ ने बेहद साहस दिखाया और प्रसव प्रक्रिया में मंगूबेन की मदद की. आखिरकार शेरों से घिरी एंबुलेंस में मंगूबेन के बच्चे ने जन्म लिया. इस बीच तीन नर शेरों समेत 12 शेर वाहन का रास्ता रोककर खड़े रहे. अमरेली में '108' के आपातकालीन प्रबंधन कार्याधिकारी चेतन गाढे ने कहा कि यह वाकया गुरुवार को देर रात करीब ढाई बजे का है. लुनासापुर गांव की निवासी मंगूबेन मकवाना को जाफराबाद कस्बे के सरकारी अस्पताल ले जाया जा रहा था. (इनपुट भाषा से) करीब 20 मिनट तक ऐसे ही हालात बने रहे. इस दौरान '108' एंबुलेंस में तैनात पैरामेडिकल स्टाफ ने बेहद साहस दिखाया और प्रसव प्रक्रिया में मंगूबेन की मदद की. आखिरकार शेरों से घिरी एंबुलेंस में मंगूबेन के बच्चे ने जन्म लिया. इस बीच तीन नर शेरों समेत 12 शेर वाहन का रास्ता रोककर खड़े रहे. अमरेली में '108' के आपातकालीन प्रबंधन कार्याधिकारी चेतन गाढे ने कहा कि यह वाकया गुरुवार को देर रात करीब ढाई बजे का है. लुनासापुर गांव की निवासी मंगूबेन मकवाना को जाफराबाद कस्बे के सरकारी अस्पताल ले जाया जा रहा था. (इनपुट भाषा से) अमरेली में '108' के आपातकालीन प्रबंधन कार्याधिकारी चेतन गाढे ने कहा कि यह वाकया गुरुवार को देर रात करीब ढाई बजे का है. लुनासापुर गांव की निवासी मंगूबेन मकवाना को जाफराबाद कस्बे के सरकारी अस्पताल ले जाया जा रहा था. (इनपुट भाषा से)
नितिन गडकरी पर केजरी'वार'! टीम केजरीवाल के निशाने पर अब बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी हैं, आरटीआई कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने दावा किया है कि वो बुधवार को बीजेपी अध्यक्ष की पोल खोलने वाली हैं. वो  केजरीवाल के साथ शाम 5 बजे इस बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली हैं. अंजली दमानिया ने महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले को लेकर गडकरी पर सवाल उठाए थे. दमानिय का कहना है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सभी पार्टियों ने हाथ मिला रखे हैं. खेमका के तबादले पर गरमाई सियासत रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच डील की जांच करने वाले आईएएस अफसर अशोक खेमका के तबादले पर बवाल मचा हुआ है. डील की जांच के आदेश देने के दो दिन बाद उन्हें हटा दिया गया और हरियाणा बीज विकास निगम में  तबादला कर दिया गया. खेमका ने वॉड्रा की डील को चकबंदी कानून के खिलाफ बताया. खेमका के तबादले पर हरियाणा की सियासत तेज हो गई है. तबादले के विरोध में फरीदाबाद में इंडियन नेशनल लोकदल ने विरोध प्रदर्शन किया, इस मामले में कुछ और डेवलपमेंट देखने को मिल सकता है. भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर एक बड़ा फैसला मंगलवार को जीओएम ने भूमि अधिग्रहण बिल को दे दी है और अगले दो हफ्ते में ये बिल कैबिनेट के पास जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट की मंजूरी के बाद ये बिल  शीतकालीन सत्र में संसद में पेश हो सकता है. बिल के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में जमीन के बदले मुआवजा चार गुणा और शहरी इलाकों में दो गुना दिए जाने का प्रस्ताव है. जमीन अधिग्रहण के लिए 66 फीसदी जमीन मालिकों की सहमति जरूरी है. जोहर यात्रा पर मुंडा झारखण्ड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा चार दिनों के ' जोहर यात्रा ' पर हैं. हेलीकाप्टर दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री पहली  बार सड़क मार्ग से  का विकास का  जायजा ले रहे  हैं. राज्य में सडकों का हाल देख विपक्ष  ही नहीं सत्ता पक्ष भी सवाल उठाने लगा है. विधान सभा के स्पीकर  सी पी सिंह ने तो पत्र  लिख कर यहां तक कह दिया है कि अगर अच्छी सड़के नहीं बना सकते तो राज्य में सडकों  की  गुणगान करने वाले होर्डिंग्स  हटा लें. मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने  विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा की उनका ध्यान  जनता के विकास पर है.
हिना खान यानी अक्षरा जल्द अपने ब्वॉयफ्रेंड रॉकी जयसवाल के साथ शादी के बंधन में बंध सकती हैं. हम जानते हैं कि हिना सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं हैं और उन्हें अपनी निजी जिंदगी के बारे में बात करना भी पसंद नहीं है लेकिन वो बीच-बीच में अपने रिश्ते की हिंट देती रहती हैं. दोनों ने दिवाली भी साथ सेलिब्रेट किया है. रॉकी ने अपने इंस्टाग्राम पर हिना और उनकी साथ दिवाली मनाते हुए तस्वीर शेयर की है. दोनों कुछ समय से एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं और सूत्रों की माने तो दोनों जल्द शादी भी कर सकते हैं. हिना ने हाल ही में अपना 29वां बर्थडे सेलिब्रेट किया था और लगता है अब जल्द ही उनकी शादी की तस्वीरें भी हमें देखने को मिलेंगी. अगर शो की बात की जाए तो शो के दो सदस्य करण मेहरा और रोहन मेहरा आजकल ' बिग बॉस' के घर में देखे जा रहे हैं. रोहन ने घर में जाने से पहले कहा था कि वो सबसे ज्यादा हिना को मिस करेंगे क्योंकि वो उनके बहुत करीब हैं. रोहन तो चाहते थे कि हिना भी उनके साथ बिग बॉस हाउस में जाएं. #Diwalimemoryforever A photo posted by Rocky Jaiswal (@rockyj1) on Oct 30, 2016 at 10:47am PDT #greatTimes #workTravels #rockingCompany A photo posted by Rocky Jaiswal (@rockyj1) on Jun 8, 2016 at 9:41am PDT
बॉलीवुड एक्टर प्रतीक बब्बर के खिलाफ गोवा में रोड एक्सीडेंट का केस दर्ज हुआ है. प्रतीक पर आरोप है कि उन्होंने रफ ड्राइविंग कर अपनी कार से एक स्कूटर सवार को टक्कर मार दी. 21 साल के एक स्थानीय युवक पाओलो कोरिया ने पुलिस में की शिकायत में कहा कि प्रतीक अंधाधुंध ड्राइविंग कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने उनके स्कूटर में टक्कर मार दी. इसके बाद वे स्कूटर सवार और उसकी कजिन को धमकाने लगे. साथ ही युवक का कहना है कि प्रतीक वन वे पर अपनी कार चला रहे थे. Goa: Bollywood actor Prateik Babbar has been booked under the Motor Vehicles Act for dangerous driving. His vehicle knocked down a motor-cycle driver, after entering a one-way street at Porvorim police station. pic.twitter.com/dUmbKrTltf — ANI (@ANI) October 10, 2018 इसके बाद प्रतीक बब्बर के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत पुल‍िस ने मामला दर्ज किया गया. अपनी सफाई देते हुए प्रतीक ने भी युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उनका कहना है कि युवक ने उनकी कार का ग्लास तोड़ दिया था. प्रतीक बब्बर कई बॉलीवुड फिल्मों में नजर आए हैं. वे कांग्रेस नेता और एक्टर राज बब्बर के बेटे हैं.
#Mubarakan biz doubled on Sun, from the low starting point [Fri]... Plexes and single screens, both contributed handsomely on Sun... #Mubarakan has to maintain the speed from Mon-Thu... Consistent biz on weekdays would ensure a good Week 1 total... #Mubarakan Fri 5.16 cr, Sat 7.38 cr, Sun 10.37 cr. Total: ₹ 22.91 cr. India biz... Growth on Sun [vis-à-vis Fri]: 100.97%. A post shared by Arjun Kapoor (@arjunkapoor) on Jul 25, 2017 at 5:30am PDT (इनपुट: IANS से भी)
लेख: भारत की तरफ से रिकॉर्ड सातवीं बार मैन ऑफ द सीरीज बनने वाले रविचंद्रन अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में अपने साथी गेंदबाजों के प्रदर्शन की तारीफ की. उन्होंने मंगलवार को इंदौर में कहा कि इस तरह के विकेटों पर कड़ी मेहनत और संयम बनाए रखने से उन्हें सफलता मिली. भारत ने तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड को 321 रन से हराकर सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया. अश्विन ने मैच में 140 रन देकर 13 विकेट लिए. उन्होंने सीरीज में कुल 27 विकेट हासिल किए. अश्विन ने कहा, 'यह ऐसा विकेट था जिस पर (विकेट हासिल करने के लिए) आपको कड़ी मेहनत करने और संयम बनाए रखने की जरूरत थी. पांवों से बने निशान की बात की जाए तो ऑफ स्टंप के बाहर इससे बहुत कम मदद मिल रही थी. दूसरी पारी में उन्होंने जरूर अच्छे शॉट नहीं खेले, जिससे हमें मदद मिली.' उन्होंने कहा, 'पिच से पर्याप्त उछाल नहीं मिल रही थी, जिससे कि शॉर्ट लेग पर कैच जाए. विराट कोहली चाहता था कि वे ड्राइव करने की कोशिश करें.' भारत ने अश्विन के पदार्पण के बाद जो आठ टेस्ट सीरीज जीती उनमें से सात में यह ऑफ स्पिनर मैन ऑफ द सीरीज बना. उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ जीत के लिए अपने साथी गेंदबाजों को भी श्रेय दिया, जिन्होंने सीरीज में न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को किसी भी समय टिककर नहीं खेलने दिया. उन्होंने कहा, 'विराट ने मुझसे कहा कि वह गेंदबाजों को रोटेट करना चाहता है और इससे मदद मिली. जडेजा ने मार्टिन गुप्टिल का विकेट लिया. मैं वास्तव में बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं और मैं आत्मविश्वास से भरा हूं.' अश्विन ने इंदौर के दर्शकों का भी विशेष आभार व्यक्त किया, जो आखिरी दिन बड़ी संख्या में यहां पहुंचे थे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं सबसे पहले इंदौर के दर्शकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो इतनी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे. इससे ऐसा लग रहा था कि जैसे यह नब्बे के दशक का टेस्ट मैच हो.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारत ने तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड को 321 रन से हराकर सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया. अश्विन ने मैच में 140 रन देकर 13 विकेट लिए. उन्होंने सीरीज में कुल 27 विकेट हासिल किए. अश्विन ने कहा, 'यह ऐसा विकेट था जिस पर (विकेट हासिल करने के लिए) आपको कड़ी मेहनत करने और संयम बनाए रखने की जरूरत थी. पांवों से बने निशान की बात की जाए तो ऑफ स्टंप के बाहर इससे बहुत कम मदद मिल रही थी. दूसरी पारी में उन्होंने जरूर अच्छे शॉट नहीं खेले, जिससे हमें मदद मिली.' उन्होंने कहा, 'पिच से पर्याप्त उछाल नहीं मिल रही थी, जिससे कि शॉर्ट लेग पर कैच जाए. विराट कोहली चाहता था कि वे ड्राइव करने की कोशिश करें.' भारत ने अश्विन के पदार्पण के बाद जो आठ टेस्ट सीरीज जीती उनमें से सात में यह ऑफ स्पिनर मैन ऑफ द सीरीज बना. उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ जीत के लिए अपने साथी गेंदबाजों को भी श्रेय दिया, जिन्होंने सीरीज में न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को किसी भी समय टिककर नहीं खेलने दिया. उन्होंने कहा, 'विराट ने मुझसे कहा कि वह गेंदबाजों को रोटेट करना चाहता है और इससे मदद मिली. जडेजा ने मार्टिन गुप्टिल का विकेट लिया. मैं वास्तव में बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं और मैं आत्मविश्वास से भरा हूं.' अश्विन ने इंदौर के दर्शकों का भी विशेष आभार व्यक्त किया, जो आखिरी दिन बड़ी संख्या में यहां पहुंचे थे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं सबसे पहले इंदौर के दर्शकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो इतनी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे. इससे ऐसा लग रहा था कि जैसे यह नब्बे के दशक का टेस्ट मैच हो.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अश्विन ने कहा, 'यह ऐसा विकेट था जिस पर (विकेट हासिल करने के लिए) आपको कड़ी मेहनत करने और संयम बनाए रखने की जरूरत थी. पांवों से बने निशान की बात की जाए तो ऑफ स्टंप के बाहर इससे बहुत कम मदद मिल रही थी. दूसरी पारी में उन्होंने जरूर अच्छे शॉट नहीं खेले, जिससे हमें मदद मिली.' उन्होंने कहा, 'पिच से पर्याप्त उछाल नहीं मिल रही थी, जिससे कि शॉर्ट लेग पर कैच जाए. विराट कोहली चाहता था कि वे ड्राइव करने की कोशिश करें.' भारत ने अश्विन के पदार्पण के बाद जो आठ टेस्ट सीरीज जीती उनमें से सात में यह ऑफ स्पिनर मैन ऑफ द सीरीज बना. उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ जीत के लिए अपने साथी गेंदबाजों को भी श्रेय दिया, जिन्होंने सीरीज में न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को किसी भी समय टिककर नहीं खेलने दिया. उन्होंने कहा, 'विराट ने मुझसे कहा कि वह गेंदबाजों को रोटेट करना चाहता है और इससे मदद मिली. जडेजा ने मार्टिन गुप्टिल का विकेट लिया. मैं वास्तव में बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं और मैं आत्मविश्वास से भरा हूं.' अश्विन ने इंदौर के दर्शकों का भी विशेष आभार व्यक्त किया, जो आखिरी दिन बड़ी संख्या में यहां पहुंचे थे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं सबसे पहले इंदौर के दर्शकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो इतनी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे. इससे ऐसा लग रहा था कि जैसे यह नब्बे के दशक का टेस्ट मैच हो.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'पिच से पर्याप्त उछाल नहीं मिल रही थी, जिससे कि शॉर्ट लेग पर कैच जाए. विराट कोहली चाहता था कि वे ड्राइव करने की कोशिश करें.' भारत ने अश्विन के पदार्पण के बाद जो आठ टेस्ट सीरीज जीती उनमें से सात में यह ऑफ स्पिनर मैन ऑफ द सीरीज बना. उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ जीत के लिए अपने साथी गेंदबाजों को भी श्रेय दिया, जिन्होंने सीरीज में न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को किसी भी समय टिककर नहीं खेलने दिया. उन्होंने कहा, 'विराट ने मुझसे कहा कि वह गेंदबाजों को रोटेट करना चाहता है और इससे मदद मिली. जडेजा ने मार्टिन गुप्टिल का विकेट लिया. मैं वास्तव में बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं और मैं आत्मविश्वास से भरा हूं.' अश्विन ने इंदौर के दर्शकों का भी विशेष आभार व्यक्त किया, जो आखिरी दिन बड़ी संख्या में यहां पहुंचे थे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं सबसे पहले इंदौर के दर्शकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो इतनी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे. इससे ऐसा लग रहा था कि जैसे यह नब्बे के दशक का टेस्ट मैच हो.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'विराट ने मुझसे कहा कि वह गेंदबाजों को रोटेट करना चाहता है और इससे मदद मिली. जडेजा ने मार्टिन गुप्टिल का विकेट लिया. मैं वास्तव में बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं और मैं आत्मविश्वास से भरा हूं.' अश्विन ने इंदौर के दर्शकों का भी विशेष आभार व्यक्त किया, जो आखिरी दिन बड़ी संख्या में यहां पहुंचे थे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'मैं सबसे पहले इंदौर के दर्शकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो इतनी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे. इससे ऐसा लग रहा था कि जैसे यह नब्बे के दशक का टेस्ट मैच हो.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'मैं सबसे पहले इंदौर के दर्शकों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जो इतनी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे. इससे ऐसा लग रहा था कि जैसे यह नब्बे के दशक का टेस्ट मैच हो.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस बार देश ने सबसे बूढ़ी लोकसभा चुनी है. 543 सांसदों में 253 की औसत उम्र 55 वर्ष से अधिक है. लोकसभा के सबसे उम्रदराज सांसद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 86 वर्षीय लाल कृष्ण आडवाणी हैं. 15वीं लोकसभा में 43 फीसदी सदस्य 55 से ज्यादा उम्र के थे. विधायी मामलों के थिंक टैंक पीआरएस के मुताबिक, पहली बार लोकसभा में 55 वर्ष से ज्यादा उम्र के इतने सदस्य चुनकर आए हैं. दिलचस्प है कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद लोकसभा हर चुनाव में बुजुर्ग होती जा रही है. केवल 71 सदस्य (13) ही 40 वर्ष से कम उम्र के हैं.
सत्र हंगामेदार रहने की आशंका है, क्योंकि राजद आक्रामक रूख अपना सकती है. राजद ने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद उसे सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया. राजद ने कांग्रेस के 27, माकपा-एमएल के दो विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है. राजद नेताओं ने यह भी दावा किया कि भाजपा के खिलाफ 2015 बिहार विधानसभा चुनाव जीतने वाले कई जदयू विधायक कल होने वाले विश्वास मत के दौरान उनके पाले में आ सकते हैं.टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने बुधवार की शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके साथ ही 20 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार अचानक गिर गई. भाजपा के समर्थन से गुरुवार को नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह छठी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, भाजपा के सुशील कुमार मोदी ने उप मुख्‍यमंत्री शपथ ली. नीतीश के इस्तीफे का कारण राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी के साथ नीतीश की तनातनी को माना जा रहा है. जदयू का कहना है कि तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन नीतीश के कहने के बावजूद उन्होंने इन आरोपों का तथ्यात्मक जवाब नहीं दिया. वहीं, लालू का कहना है कि आरोप निराधार है, तेजस्वी सीबीआई को जवाब देंगे, नीतीश सीबीआई के निदेशक नहीं हैं. जबकि नीतीश का कहना है कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया. राजद ने कांग्रेस के 27, माकपा-एमएल के दो विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है. राजद नेताओं ने यह भी दावा किया कि भाजपा के खिलाफ 2015 बिहार विधानसभा चुनाव जीतने वाले कई जदयू विधायक कल होने वाले विश्वास मत के दौरान उनके पाले में आ सकते हैं.टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने बुधवार की शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके साथ ही 20 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार अचानक गिर गई. भाजपा के समर्थन से गुरुवार को नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह छठी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, भाजपा के सुशील कुमार मोदी ने उप मुख्‍यमंत्री शपथ ली. नीतीश के इस्तीफे का कारण राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी के साथ नीतीश की तनातनी को माना जा रहा है. जदयू का कहना है कि तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन नीतीश के कहने के बावजूद उन्होंने इन आरोपों का तथ्यात्मक जवाब नहीं दिया. वहीं, लालू का कहना है कि आरोप निराधार है, तेजस्वी सीबीआई को जवाब देंगे, नीतीश सीबीआई के निदेशक नहीं हैं. जबकि नीतीश का कहना है कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया. राजद नेताओं ने यह भी दावा किया कि भाजपा के खिलाफ 2015 बिहार विधानसभा चुनाव जीतने वाले कई जदयू विधायक कल होने वाले विश्वास मत के दौरान उनके पाले में आ सकते हैं.टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने बुधवार की शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके साथ ही 20 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार अचानक गिर गई. भाजपा के समर्थन से गुरुवार को नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह छठी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, भाजपा के सुशील कुमार मोदी ने उप मुख्‍यमंत्री शपथ ली. नीतीश के इस्तीफे का कारण राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी के साथ नीतीश की तनातनी को माना जा रहा है. जदयू का कहना है कि तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन नीतीश के कहने के बावजूद उन्होंने इन आरोपों का तथ्यात्मक जवाब नहीं दिया. वहीं, लालू का कहना है कि आरोप निराधार है, तेजस्वी सीबीआई को जवाब देंगे, नीतीश सीबीआई के निदेशक नहीं हैं. जबकि नीतीश का कहना है कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया. टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने बुधवार की शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके साथ ही 20 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार अचानक गिर गई. भाजपा के समर्थन से गुरुवार को नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह छठी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, भाजपा के सुशील कुमार मोदी ने उप मुख्‍यमंत्री शपथ ली. नीतीश के इस्तीफे का कारण राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी के साथ नीतीश की तनातनी को माना जा रहा है. जदयू का कहना है कि तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन नीतीश के कहने के बावजूद उन्होंने इन आरोपों का तथ्यात्मक जवाब नहीं दिया. वहीं, लालू का कहना है कि आरोप निराधार है, तेजस्वी सीबीआई को जवाब देंगे, नीतीश सीबीआई के निदेशक नहीं हैं. जबकि नीतीश का कहना है कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया. उल्‍लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने बुधवार की शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके साथ ही 20 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार अचानक गिर गई. भाजपा के समर्थन से गुरुवार को नीतीश कुमार ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह छठी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, भाजपा के सुशील कुमार मोदी ने उप मुख्‍यमंत्री शपथ ली. नीतीश के इस्तीफे का कारण राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी के साथ नीतीश की तनातनी को माना जा रहा है. जदयू का कहना है कि तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन नीतीश के कहने के बावजूद उन्होंने इन आरोपों का तथ्यात्मक जवाब नहीं दिया. वहीं, लालू का कहना है कि आरोप निराधार है, तेजस्वी सीबीआई को जवाब देंगे, नीतीश सीबीआई के निदेशक नहीं हैं. जबकि नीतीश का कहना है कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया. नीतीश के इस्तीफे का कारण राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी के साथ नीतीश की तनातनी को माना जा रहा है. जदयू का कहना है कि तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, लेकिन नीतीश के कहने के बावजूद उन्होंने इन आरोपों का तथ्यात्मक जवाब नहीं दिया. वहीं, लालू का कहना है कि आरोप निराधार है, तेजस्वी सीबीआई को जवाब देंगे, नीतीश सीबीआई के निदेशक नहीं हैं. जबकि नीतीश का कहना है कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया.
यह लेख है: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को रक्षाबंधन के मौके पर वृक्षारोपण एवं पर्यावरण संतुलन के प्रति जन चेतना जगाने के उद्देश्य से राज्य में 'वृक्ष सुरक्षा दिवस' का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने पटना की राजधानी वाटिका में वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधा। राजधानी वाटिका में मुख्यमंत्री ने वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधा तथा पाटिल वृक्ष का पौधा लगाया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अरण्य भवन का शिलान्यास भी किया और वाटिका में लगी चार कलाकारों की कलाकृतियों का लोकार्पण किया। इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने पेड़ लगाने के कार्य को अभियान के रूप में प्रारंभ किया है, जिसे लोगों के लिए आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने पेड़ों से होने वाले फायदे को बताते हुए कहा कि सरकार राज्य में छात्र वृक्षारोपण योजना चला रही है और वृक्ष वानिकी भी पर जोर दे रही है।टिप्पणियां इसके अलावा सरकार न केवल पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि पेड़ों की सुरक्षा के लिए वृक्षपाल की बहाली की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि सरकार पेड़ों की पहचान संख्या देने पर भी विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में वर्तमान समय में नौ प्रतिशत वन क्षेत्र हैं, जिसे बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने की योजना है। इस मौके पर राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह सहित सरकार के कई मंत्री उपस्थित थे। राजधानी वाटिका में मुख्यमंत्री ने वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधा तथा पाटिल वृक्ष का पौधा लगाया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अरण्य भवन का शिलान्यास भी किया और वाटिका में लगी चार कलाकारों की कलाकृतियों का लोकार्पण किया। इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने पेड़ लगाने के कार्य को अभियान के रूप में प्रारंभ किया है, जिसे लोगों के लिए आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने पेड़ों से होने वाले फायदे को बताते हुए कहा कि सरकार राज्य में छात्र वृक्षारोपण योजना चला रही है और वृक्ष वानिकी भी पर जोर दे रही है।टिप्पणियां इसके अलावा सरकार न केवल पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि पेड़ों की सुरक्षा के लिए वृक्षपाल की बहाली की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि सरकार पेड़ों की पहचान संख्या देने पर भी विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में वर्तमान समय में नौ प्रतिशत वन क्षेत्र हैं, जिसे बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने की योजना है। इस मौके पर राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह सहित सरकार के कई मंत्री उपस्थित थे। इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने पेड़ लगाने के कार्य को अभियान के रूप में प्रारंभ किया है, जिसे लोगों के लिए आंदोलन बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने पेड़ों से होने वाले फायदे को बताते हुए कहा कि सरकार राज्य में छात्र वृक्षारोपण योजना चला रही है और वृक्ष वानिकी भी पर जोर दे रही है।टिप्पणियां इसके अलावा सरकार न केवल पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि पेड़ों की सुरक्षा के लिए वृक्षपाल की बहाली की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि सरकार पेड़ों की पहचान संख्या देने पर भी विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में वर्तमान समय में नौ प्रतिशत वन क्षेत्र हैं, जिसे बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने की योजना है। इस मौके पर राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह सहित सरकार के कई मंत्री उपस्थित थे। इसके अलावा सरकार न केवल पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि पेड़ों की सुरक्षा के लिए वृक्षपाल की बहाली की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि सरकार पेड़ों की पहचान संख्या देने पर भी विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में वर्तमान समय में नौ प्रतिशत वन क्षेत्र हैं, जिसे बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने की योजना है। इस मौके पर राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह सहित सरकार के कई मंत्री उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में वर्तमान समय में नौ प्रतिशत वन क्षेत्र हैं, जिसे बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने की योजना है। इस मौके पर राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह सहित सरकार के कई मंत्री उपस्थित थे।
रैपर बनने की चाहत में लुुटेरा बना युवक गर्लफ्रेंड के पैरों पर भी बनवाया टैटू हथियार की नोक पर करता था चोरी हथियार और कारतूस भी बरामद दिल्ली के द्वारका जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने एक ऐसे युवक को पकड़ा है, जो जमैका के प्रसिद्ध रैपर 'बॉब मारले' का जबरदस्त फैन है. जिसने उस रैपर की दीवानगी में अपने शरीर पर उसका टैटू तक बनवा रखा था. शख्स की दीवनगी सिंगर के लिए इतनी ज्यादा थी कि उसने अपनी गर्लफ्रेंड के पैर तक पर भी टैटू बनवा दिया है. आरोपी खुद भी बड़ा रैपर बनना चाहता था, लेकिन रैप शूट करने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए अवैध हथियार की नोक पर लूट और गाड़ी चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगा. सिंगर बनने की चाहत में युवक के पैर अपराध की दुनिया में पड़ गए. 22 वर्षीय आरोपी का नाम विशाल उर्फ गोलू है. आरोपी युवक द्वारका के महावीर एन्क्लेव में रहता है. पुलिस ने अपने ट्रैप बिछाया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया. युवक को गिरफ्तार करने वाले अधिकारियों में डीसीपी ऑपरेशन राजेन्द्र सिंह, स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर नवीन कुमार, सब इंस्पेक्टर रंजीव, सहायक सब इंस्पेक्टर विजेंद्र, उमेश कुमार, कांस्टेबल मनोज, जगदीश और कुलभूषण शामिल रहे. पुलिस टीम ने आरोपी युवक को द्वारका के मटियाला रोड से गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी से पहले पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस की पूछताछ में युवक ने खुलासा किया है कि रैप और सिंगर बनने के लिए उसने छीना-झपटी और हथियारों की तस्करी की. आरोपी युवक इंडियन आइडियल में भी जाने की कोशिश करने लगा. पुलिस ने आरोपी युवक के पास से लूटे गए 4 मोबाइल, एक देसी पिस्टल, 2 कारतूस और 1 चोरी की बाइक भी बरामद की है. पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस जांच में जुटी है कि शख्स कैसे चोरी और लूट की वारदात को अंजाम देता था. पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि शख्स ने चोरी की कितनी वारदातों को अंजाम दिया है.
कोलकाता के टॉलीगंज निवासी एक्टर व फोटोग्राफर को एक मॉडल से बलात्कार और ब्लैकमेल करने में उसकी कथित संलिप्तता के लिए शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि 30 वर्षीय अनिकेत दा को मॉडल की शिकायत के आधार पर दक्षिण कोलकाता स्थित उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया है. मॉडल ने अनिकेत पर उससे बलात्कार करने और उसके बाद उसकी तस्वीरों के आधार पर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. मॉडल की आयु 20 से 25 वर्ष के करीब है. मॉडल ने रिजेंट पार्क पुलिस थाने में शनिवार को दर्ज करायी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि अनिकेत ने फिल्मों और धारावाहिकों में काम दिलाने के बहाने उससे शारीरिक संबंध बनाए.टिप्पणियां मॉडल ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अनिकेत ने उसकी निजी तस्वीरें ले ली थीं. मॉडल ने कहा कि जब भी वह उससे वादे के अनुसार काम दिलाने की मांग करती, आरोपी उसे धमकी देता था कि वह उन तस्वीरों को इंटरनेट पर डाल देगा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस ने बताया कि 30 वर्षीय अनिकेत दा को मॉडल की शिकायत के आधार पर दक्षिण कोलकाता स्थित उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया है. मॉडल ने अनिकेत पर उससे बलात्कार करने और उसके बाद उसकी तस्वीरों के आधार पर उसे ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. मॉडल की आयु 20 से 25 वर्ष के करीब है. मॉडल ने रिजेंट पार्क पुलिस थाने में शनिवार को दर्ज करायी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि अनिकेत ने फिल्मों और धारावाहिकों में काम दिलाने के बहाने उससे शारीरिक संबंध बनाए.टिप्पणियां मॉडल ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अनिकेत ने उसकी निजी तस्वीरें ले ली थीं. मॉडल ने कहा कि जब भी वह उससे वादे के अनुसार काम दिलाने की मांग करती, आरोपी उसे धमकी देता था कि वह उन तस्वीरों को इंटरनेट पर डाल देगा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मॉडल की आयु 20 से 25 वर्ष के करीब है. मॉडल ने रिजेंट पार्क पुलिस थाने में शनिवार को दर्ज करायी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि अनिकेत ने फिल्मों और धारावाहिकों में काम दिलाने के बहाने उससे शारीरिक संबंध बनाए.टिप्पणियां मॉडल ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अनिकेत ने उसकी निजी तस्वीरें ले ली थीं. मॉडल ने कहा कि जब भी वह उससे वादे के अनुसार काम दिलाने की मांग करती, आरोपी उसे धमकी देता था कि वह उन तस्वीरों को इंटरनेट पर डाल देगा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मॉडल ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि अनिकेत ने उसकी निजी तस्वीरें ले ली थीं. मॉडल ने कहा कि जब भी वह उससे वादे के अनुसार काम दिलाने की मांग करती, आरोपी उसे धमकी देता था कि वह उन तस्वीरों को इंटरनेट पर डाल देगा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान एमएस धोनी ने वनडे क्रिकेट में अपने 9000 रन पूरे कर लिए. भारत के लिए वनडे में 9000 या इससे ज़्यादा रन बनाने वालों बल्लेबाज़ों में कप्तान धोनी अब पांचवें नंबर पर आ गए हैं. न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मोहाली वनडे में धोनी ने अपने वनडे करियार का 9000वां रन बनाया. मोहाली वनडे से पहले धोनी के खाते में 280 वनडे में 8,978 रन थे. धोनी ने 51.30 की औसत से वनडे में 9 शतक और 61 अर्द्धशतक बनाए हैं. धोनी ने दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ डेब्यू किया था लेकिन अगले साल पाकिस्तान के ख़िलाफ़ विशाखापत्तनम वनडे से उनकी पहचान एक धमाकेदार बल्लेबाज़ के रूप में हुई. इस मैच में धोनी ने 123 गेंद पर 15 चौके और 4 छक्के से साथ 148 रन बनाए थे. धोनी से पहले भारत के लिए चार बल्लेबाज़ वनडे में ये कारनाम कर चुके हैं. सबसे पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर के 463 मैच में 18426 रन हैं. दूसरे नंबर पर सौरव गांगुली के 308 मैच में 11221 रन हैं. तीसरे नंबर पर राहुल द्रविड़ के 10768 रन हैं जो उन्होंने 340 वनडे मैचों में बनाए हैं. चौथे नंबर पर मोहम्मद अज़हरुद्दीन के 334 मैच में 9378 रन हैं. टीम इंडिया के मौज़ूदा दौर के खिलाड़ियों में धोनी के नाम ही सबसे ज़्यादा वनडे रन हैं. धोनी के बाद युवराज सिंह के 8237 रन हैं तो विराट कोहली तेज़ी से इस ओर बढ़ रहे हैं. कोहली ने 174 वनडे में 7365 के क़रीब रन बटोर लिए हैं.टिप्पणियां इतना ही नहीं मोहाली में धोनी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. धोनी ने भारत की तरफ़ से वनडे में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. कप्तान ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया. धोनी के खाते में अब 196 छक्के हो गए हैं जो सचिन के रिकॉर्ड 195 छक्के से एक ज़्यादा है. लिस्ट में अब धोनी सबसे ऊपर आ गए हैं. तीसरे नंबर पर गांगुली के नाम 190 छक्के हैं. वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद आफ़रीदी के नाम है. आफ़रीदी ने 398 वनडे में 351 छक्के लगाए हैं. दूसरे नंबर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (270), तीसरे नंबर पर वेस्ट इंडीज़ के क्रिस गेल (238), चौथे नंबर पर न्यूज़ीलैंड के ब्रैंडन मैक्कलम (200) छक्के हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की इस लिस्ट में धोनी पांचवे नंबर पर हैं. न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मोहाली वनडे में धोनी ने अपने वनडे करियार का 9000वां रन बनाया. मोहाली वनडे से पहले धोनी के खाते में 280 वनडे में 8,978 रन थे. धोनी ने 51.30 की औसत से वनडे में 9 शतक और 61 अर्द्धशतक बनाए हैं. धोनी ने दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ डेब्यू किया था लेकिन अगले साल पाकिस्तान के ख़िलाफ़ विशाखापत्तनम वनडे से उनकी पहचान एक धमाकेदार बल्लेबाज़ के रूप में हुई. इस मैच में धोनी ने 123 गेंद पर 15 चौके और 4 छक्के से साथ 148 रन बनाए थे. धोनी से पहले भारत के लिए चार बल्लेबाज़ वनडे में ये कारनाम कर चुके हैं. सबसे पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर के 463 मैच में 18426 रन हैं. दूसरे नंबर पर सौरव गांगुली के 308 मैच में 11221 रन हैं. तीसरे नंबर पर राहुल द्रविड़ के 10768 रन हैं जो उन्होंने 340 वनडे मैचों में बनाए हैं. चौथे नंबर पर मोहम्मद अज़हरुद्दीन के 334 मैच में 9378 रन हैं. टीम इंडिया के मौज़ूदा दौर के खिलाड़ियों में धोनी के नाम ही सबसे ज़्यादा वनडे रन हैं. धोनी के बाद युवराज सिंह के 8237 रन हैं तो विराट कोहली तेज़ी से इस ओर बढ़ रहे हैं. कोहली ने 174 वनडे में 7365 के क़रीब रन बटोर लिए हैं.टिप्पणियां इतना ही नहीं मोहाली में धोनी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. धोनी ने भारत की तरफ़ से वनडे में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. कप्तान ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया. धोनी के खाते में अब 196 छक्के हो गए हैं जो सचिन के रिकॉर्ड 195 छक्के से एक ज़्यादा है. लिस्ट में अब धोनी सबसे ऊपर आ गए हैं. तीसरे नंबर पर गांगुली के नाम 190 छक्के हैं. वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद आफ़रीदी के नाम है. आफ़रीदी ने 398 वनडे में 351 छक्के लगाए हैं. दूसरे नंबर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (270), तीसरे नंबर पर वेस्ट इंडीज़ के क्रिस गेल (238), चौथे नंबर पर न्यूज़ीलैंड के ब्रैंडन मैक्कलम (200) छक्के हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की इस लिस्ट में धोनी पांचवे नंबर पर हैं. धोनी ने दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ डेब्यू किया था लेकिन अगले साल पाकिस्तान के ख़िलाफ़ विशाखापत्तनम वनडे से उनकी पहचान एक धमाकेदार बल्लेबाज़ के रूप में हुई. इस मैच में धोनी ने 123 गेंद पर 15 चौके और 4 छक्के से साथ 148 रन बनाए थे. धोनी से पहले भारत के लिए चार बल्लेबाज़ वनडे में ये कारनाम कर चुके हैं. सबसे पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर के 463 मैच में 18426 रन हैं. दूसरे नंबर पर सौरव गांगुली के 308 मैच में 11221 रन हैं. तीसरे नंबर पर राहुल द्रविड़ के 10768 रन हैं जो उन्होंने 340 वनडे मैचों में बनाए हैं. चौथे नंबर पर मोहम्मद अज़हरुद्दीन के 334 मैच में 9378 रन हैं. टीम इंडिया के मौज़ूदा दौर के खिलाड़ियों में धोनी के नाम ही सबसे ज़्यादा वनडे रन हैं. धोनी के बाद युवराज सिंह के 8237 रन हैं तो विराट कोहली तेज़ी से इस ओर बढ़ रहे हैं. कोहली ने 174 वनडे में 7365 के क़रीब रन बटोर लिए हैं.टिप्पणियां इतना ही नहीं मोहाली में धोनी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. धोनी ने भारत की तरफ़ से वनडे में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. कप्तान ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया. धोनी के खाते में अब 196 छक्के हो गए हैं जो सचिन के रिकॉर्ड 195 छक्के से एक ज़्यादा है. लिस्ट में अब धोनी सबसे ऊपर आ गए हैं. तीसरे नंबर पर गांगुली के नाम 190 छक्के हैं. वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद आफ़रीदी के नाम है. आफ़रीदी ने 398 वनडे में 351 छक्के लगाए हैं. दूसरे नंबर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (270), तीसरे नंबर पर वेस्ट इंडीज़ के क्रिस गेल (238), चौथे नंबर पर न्यूज़ीलैंड के ब्रैंडन मैक्कलम (200) छक्के हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की इस लिस्ट में धोनी पांचवे नंबर पर हैं. धोनी से पहले भारत के लिए चार बल्लेबाज़ वनडे में ये कारनाम कर चुके हैं. सबसे पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर के 463 मैच में 18426 रन हैं. दूसरे नंबर पर सौरव गांगुली के 308 मैच में 11221 रन हैं. तीसरे नंबर पर राहुल द्रविड़ के 10768 रन हैं जो उन्होंने 340 वनडे मैचों में बनाए हैं. चौथे नंबर पर मोहम्मद अज़हरुद्दीन के 334 मैच में 9378 रन हैं. टीम इंडिया के मौज़ूदा दौर के खिलाड़ियों में धोनी के नाम ही सबसे ज़्यादा वनडे रन हैं. धोनी के बाद युवराज सिंह के 8237 रन हैं तो विराट कोहली तेज़ी से इस ओर बढ़ रहे हैं. कोहली ने 174 वनडे में 7365 के क़रीब रन बटोर लिए हैं.टिप्पणियां इतना ही नहीं मोहाली में धोनी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. धोनी ने भारत की तरफ़ से वनडे में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. कप्तान ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया. धोनी के खाते में अब 196 छक्के हो गए हैं जो सचिन के रिकॉर्ड 195 छक्के से एक ज़्यादा है. लिस्ट में अब धोनी सबसे ऊपर आ गए हैं. तीसरे नंबर पर गांगुली के नाम 190 छक्के हैं. वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद आफ़रीदी के नाम है. आफ़रीदी ने 398 वनडे में 351 छक्के लगाए हैं. दूसरे नंबर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (270), तीसरे नंबर पर वेस्ट इंडीज़ के क्रिस गेल (238), चौथे नंबर पर न्यूज़ीलैंड के ब्रैंडन मैक्कलम (200) छक्के हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की इस लिस्ट में धोनी पांचवे नंबर पर हैं. टीम इंडिया के मौज़ूदा दौर के खिलाड़ियों में धोनी के नाम ही सबसे ज़्यादा वनडे रन हैं. धोनी के बाद युवराज सिंह के 8237 रन हैं तो विराट कोहली तेज़ी से इस ओर बढ़ रहे हैं. कोहली ने 174 वनडे में 7365 के क़रीब रन बटोर लिए हैं.टिप्पणियां इतना ही नहीं मोहाली में धोनी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. धोनी ने भारत की तरफ़ से वनडे में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. कप्तान ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया. धोनी के खाते में अब 196 छक्के हो गए हैं जो सचिन के रिकॉर्ड 195 छक्के से एक ज़्यादा है. लिस्ट में अब धोनी सबसे ऊपर आ गए हैं. तीसरे नंबर पर गांगुली के नाम 190 छक्के हैं. वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद आफ़रीदी के नाम है. आफ़रीदी ने 398 वनडे में 351 छक्के लगाए हैं. दूसरे नंबर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (270), तीसरे नंबर पर वेस्ट इंडीज़ के क्रिस गेल (238), चौथे नंबर पर न्यूज़ीलैंड के ब्रैंडन मैक्कलम (200) छक्के हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की इस लिस्ट में धोनी पांचवे नंबर पर हैं. इतना ही नहीं मोहाली में धोनी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. धोनी ने भारत की तरफ़ से वनडे में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. कप्तान ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया. धोनी के खाते में अब 196 छक्के हो गए हैं जो सचिन के रिकॉर्ड 195 छक्के से एक ज़्यादा है. लिस्ट में अब धोनी सबसे ऊपर आ गए हैं. तीसरे नंबर पर गांगुली के नाम 190 छक्के हैं. वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद आफ़रीदी के नाम है. आफ़रीदी ने 398 वनडे में 351 छक्के लगाए हैं. दूसरे नंबर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (270), तीसरे नंबर पर वेस्ट इंडीज़ के क्रिस गेल (238), चौथे नंबर पर न्यूज़ीलैंड के ब्रैंडन मैक्कलम (200) छक्के हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की इस लिस्ट में धोनी पांचवे नंबर पर हैं. वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद आफ़रीदी के नाम है. आफ़रीदी ने 398 वनडे में 351 छक्के लगाए हैं. दूसरे नंबर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या (270), तीसरे नंबर पर वेस्ट इंडीज़ के क्रिस गेल (238), चौथे नंबर पर न्यूज़ीलैंड के ब्रैंडन मैक्कलम (200) छक्के हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की इस लिस्ट में धोनी पांचवे नंबर पर हैं.
घाटी में लामंबदी के लिए आतंकी टेलीफोन का कर रहे इस्तेमाल कश्मीरियों के लिए टेलीफोन नहीं, उनकी जिंदगी महत्वपूर्ण घाटी में अगले कुछ दिनों में शुरू होंगी इनटरनेट सेवाएं जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अगले कुछ दिनों में इंटरनेट सेवा को शुरू कर दिया जाएगा. सत्यपाल मलिक ने कहा कि कश्मीरियों के लिए टेलीफोन नहीं, उनकी जिंदगी महत्वपूर्ण है. पहले भी कश्मीरी टेलीफोन के बिना रह रहे थे. आपको समझना चाहिए कि टेलीफोन का इस्तेमाल आतंकी लामबंदी के लिए किया जा रहा है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि फारूक अबदुल्ला के उपचुनाव के दौरान एक ही दिन में 9 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन पंचायत चुनाव में 4000 सरपंच बिना किसी जान-माल के नुकसान के निर्वाचित हुए. पिछले दो महीने में घाटी में किसी ने जान नहीं गंवाई है. घाटी में मोबाइल सेवाएं बहाल जम्मू एवं कश्मीर में करीब 70 दिनों बाद आज से मोबाइल फोन की घंटियां बजनी शुरू हो गई हैं. सोमवार दोपहर से घाटी के 40 लाख से ज्यादा मोबाइल फोन एक्टिव हो गए हैं. ये सभी फोन पोस्टपेड सेवा वाले हैं. राज्य सरकार ने दो दिन पहले पोस्टपेड सेवाओं पर पाबंदी हटाने का फैसला लिया था. सोमवार से मोबाइल पोस्टपेड सेवाएं बहाल कर दी गईं. इंटरनेट पर जारी रहेगी पाबंदी सरकार ने फिलहाल पोस्टपेड मोबाइल पर कॉलिंग की सुविधा शुरू करने का फैसला लिया है. लोगों को मोबाइल इंटरनेट के लिए अभी कुछ और दिनों का इंतजार करना पड़ेगा. इसके साथ ही प्रीपेड सेवा पर भी फैसला बाद में होगा. जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को 5 अगस्त को रद्द करने के बाद से ही कश्मीर में एहतियात के तौर पर मोबाइल फोन सेवाओं और इंटरनेट सुविधाओं को बंद कर दिया गया था.
तेल की बढ़ती कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद नजर आ रही है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तेल के दामों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती के ऐलान के साथ-साथ इसे 5 रुपये तक कम करने का तरीका बताया है. जेटली ने कहा कि इस कटौती में रेवेन्यू विभाग को 1.50 रुपये और OMC को एक रुपये वहन करना होगा. इस तरह उपभोक्ताओं को पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर 2.50 रुपये प्रति लीटर की तुरंत राहत मिलेगी. पिछले साल केन्द्र ने की एक्साइज ड्यूटी में कटौती जेटली ने कहा कि हम राज्य सरकारों से भी कीमतों को कम करने के लिए कह रहे हैं. केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2.5 रुपये की कटौती की है, उन्हें भी ऐसा करना चाहिए. उन्होंने कहा, 'राज्यों से कहा जा रहा है कि केन्द्र की 2.50 रुपये की कटौती की तर्ज पर सभी राज्य भी 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती को प्रभावी करें. यह काम राज्यों के लिए आसान है.' बता दें कि पिछले साल केन्द्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये की कटौती की थी. क्या है जेटली का फॉर्मूला? वित्त मंत्री अरूण जेटली की बात राज्यों ने मान ली तो तेल के दामों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है. जेटली के मुताबिक सरकार ने 1.50 रुपये तेल के दाम कम करने का ऐलान किया है. सरकार केंद्रीय एक्साइज ड्यूटी में 1.50 रुपये की कटौती करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि तेल कंपनियां भी 1 रुपये घटाएंगी. इसके साथ ही अगर राज्य सरकारें भी जेटली की अनुरोध को मान लेती हैं और तेल के दामों में 2.50 रुपये की कटौती कर देती हैं तो तेल के दाम कुल 5 रुपये तक कम हो जाएंगे. हालांकि, जेटली के आग्रह के तुरंत बाद गुजरात और महाराष्ट्र सरकार ने वैट में 2.50 रुपये की कटौती की है. जिससे वहां तेल के दामों में 5 रुपये की गिरावट हुई है. पहले भी सिर्फ बीजेपी राज्यों ने ही कम किया वैट-जेटली जेटली ने कहा कि पिछले साल जब तेल की कीमतें बढ़ रही थीं, तब हमने केंद्र की तरफ से एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी. साथ ही बीजेपी और एनडीए के राज्यों ने दाम कम किए थे. अब सब राज्यों की परीक्षा होगी. उन्होंने कहा, 'जिन राज्यों के नेता केवल हमदर्दी जता रहे थे उनकी भी परीक्षा होगी. पिछली बार भी जब वैट कम हुआ था तो केवल बीजेपी और एनडीए के राज्यों ने वैट में कटौती की थी. इस बार भी अगर दूसरे राज्य नहीं करते हैं तो लोग उनसे पूछेंगे.' हालांकि, हाल ही में कोलकाता की ममता बनर्जी सरकार ने एक रुपये प्रति लीटर, कर्नाटक सरकार ने दो रुपये प्रति लीटर, आंध्र प्रदेश सरकार ने दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. ये सभी गैर एनडीए राज्य थे. इनके अलावा बीजेपी शासित राजस्थान में वसुंधरा सरकार ने तेल के दामों में कटौती की थी.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में चूक के मामले में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि हाफिज सईद ने कहा था कि गुलाम नबी आजाद की हमारी जैसी ही लाइन है. यूएनजीए में इमरान खान ने कहा था हम और कांग्रेस कश्मीर मसले पर एक ही पेज पर हैं. फिर खतरा कहां है? इस पर कांग्रेस के सांसद केटीएस तुलसी ने कहा कि गांधी परिवार आतंकवाद का शिकार रहा है. गांधी परिवार के एक प्रधानमंत्री और एक पूर्व प्रधानमंत्री पर हमला किया गया था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी. क्या सरकार गांधी परिवार की सुरक्षा की गारंटी देगी? बता दें, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लोधी एस्टेट स्थित आवास पर पांच लोग एक तस्वीर खींचने के बहाने उनकी देहरी तक पहुंच गए थे. यह वाकया महज पांच दिन पहले का है. 26 नवंबर को दोपहर बाद लगभग दो बजे एक काली स्कॉर्पियो आकर प्रियंका गांधी के आवास पर आकर रुकी. उस समय उनके दफ्तर में बैठक चल रही थी. उनका एक गार्ड बाहर आकर स्कॉर्पियो से उतरे लोगों से पूछा कि वे क्या चाहते हैं. कार से उतरे लोगों में दो पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चा था. उन्होंने कहा कि वे प्रियंका गांधी के साथ एक तस्वीर खिंचवाना चाहते हैं. प्रियंका गांधी के दफ्तर के कर्मचारियों ने जब वहां तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से पूछा कि ये लोग अंदर कैसे आ गए, तो जवाब मिला कि आवास की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है. इस पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया. संसद में भी इस मामले पर गरमा गमर बहस हुई है और कांग्रेस गांधी परिवार की हिफाजत का सवाल उठा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों के अपने अफ्रीका दौरे से लौटने के तुरंत बाद मंगलवार को कश्मीर की स्थिति की समीक्षा करेंगे जहां हिज्बुल मुजाहिदीन के शीर्ष आतंकवादी बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री को वानी के मारे जाने से कश्मीर घाटी में उत्पन्न स्थिति का ब्यौरा दिया जाएगा। वानी के मुठभेड़ में मारे जाने की खबर के बाद भड़की हिंसा में अब तक 23 लोग मारे जा चुके हैं।टिप्पणियां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल प्रधानमंत्री के साथ थे, लेकिन वह अपनी यात्रा में कटौती कर दिल्ली लौट आए तथा गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर, वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ एक सुरक्षा समीक्षा बैठक में शामिल हुए। प्रधानमंत्री के मंगलवार सुबह यहां पहुंचने की उम्मीद है और इसके कुछ ही घंटों के भीतर वह बैठक में शामिल होंगे। गृहमंत्री, रक्षामंत्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों के भी बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री को वानी के मारे जाने से कश्मीर घाटी में उत्पन्न स्थिति का ब्यौरा दिया जाएगा। वानी के मुठभेड़ में मारे जाने की खबर के बाद भड़की हिंसा में अब तक 23 लोग मारे जा चुके हैं।टिप्पणियां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल प्रधानमंत्री के साथ थे, लेकिन वह अपनी यात्रा में कटौती कर दिल्ली लौट आए तथा गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर, वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ एक सुरक्षा समीक्षा बैठक में शामिल हुए। प्रधानमंत्री के मंगलवार सुबह यहां पहुंचने की उम्मीद है और इसके कुछ ही घंटों के भीतर वह बैठक में शामिल होंगे। गृहमंत्री, रक्षामंत्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों के भी बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल प्रधानमंत्री के साथ थे, लेकिन वह अपनी यात्रा में कटौती कर दिल्ली लौट आए तथा गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर, वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ एक सुरक्षा समीक्षा बैठक में शामिल हुए। प्रधानमंत्री के मंगलवार सुबह यहां पहुंचने की उम्मीद है और इसके कुछ ही घंटों के भीतर वह बैठक में शामिल होंगे। गृहमंत्री, रक्षामंत्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों के भी बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित हैं विश्वप्रसिद्ध एलोरा की गुफाएं. ये गुफाएं भारतीय शिल्प कला का बेजोड़ नमूना हैं. करीब 1400 साल पुराने एलोरा की गुफाओं को वर्ल्ड हेरिटेज के रूप में संरक्षित किया जा रहा है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी भी भारतीय कला की इस उत्कृष्ट कृति को देख सके. औरंगाबाद से 30 किलोमीटर दूर स्थित एलोरा की गुफाओं में 34 गुफाएं शामिल हैं. ये गुफाएँ बेसाल्टिक की पहाड़ी के किनारे बनी हुई हैं. इन गुफाओं में हिंदू, जैन और बौद्ध तीन धर्मों के प्रति आस्था के त्रिवेणी संगम का प्रभाव देखने को मिलता है. यदि आप भी दुनिया घुमने के शौकीन हैं तथा कलाप्रेमी हैं तो एलोरा आपके लिए एक अच्छा पर्यटनस्थल है. यहां की गुफाओं में की गई नायाब चित्रकारी व मूर्तिकला अपने आप में अद्भुत हैं. इसके साथ ही यहां की गुफाएं धार्मिक सद्माव की अनूठी मिसाल हैं. एलोरा की गुफाओं में स्थित है कैलाश मंदिर, जो दुनिया भर में एक ही पत्‍थर की शिला से बनी हुई सबसे बड़ी मूर्ति है. इस विशालकाय मंदिर को तैयार करने में करीब 150 साल लगे और करीब 7000 मजदूरों ने लगातार इस पर काम किया. क्या देखें एलोरा उत्‍सव प्रत्‍येक वर्ष ठंड के मौसम में महाराष्‍ट्र टूरिज्‍म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन एलोरा महोत्‍सव का आयोजन करती है. पहले कैलाश मंदिर का इस्‍तेमाल एलोरा महोत्‍सव के लिए किया जाता था. लेकिन अब औरंगाबाद में ही स्थित खूबसूरत सोनेरी महल में एलोरा महोत्‍सव को मनाया जाता है. सोनेरी महल डॉक्‍टर बाबा साहेब अंबेडकर मराठावाड़ा विश्‍वविद्यालय में स्थित है. इस महोत्‍सव में नृत्‍य और संगीत का अद्भुत संगम देखने को मिलता है. महाराष्‍ट्र टूरिज्‍म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन इस महोत्‍सव के लिए देशभर से नृत्‍य और संगीत की दुनिया के मशहूर कलाकारों को आमंत्रित करती है. इस उत्‍सव के आयोजन का मुख्‍य उद्येश्य देश की समृद्ध विरासत भारतीय नृत्य व संगीत कला को उजागर करना है. इस उत्‍सव में शास्‍त्रीय और लोक नृत्‍य और संगीत का आयोजन होता है, जिसे भारत के मशहूर कलाकार प्रस्‍तुत करते हैं. अजंता अगर आप एलोरा जाते हैं तो अजंता की गुफाओं को देखना ना भूलें. यहां बौद्ध धर्म से जुड़ी शिल्‍पकलाओं और चित्रकलाओं से अटी पड़ी गुफाएं हैं. ये मानवीय इतिहास में कला के उत्‍कृष्‍ट अनमोल समय को दर्शाती है. कैसे पहुंचे एलोरा औरंगाबाद से एलोरा की दूरी 30 किलोमीटर है. मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, नासिक, इंदौर, धूले, जलगांव, शिरडी आदि शहरों से औरंगाबाद के लिए बस सुविधा उपलब्ध है. सोमवार का दिन छोड़कर आप कभी भी एलोरा जा सकते हैं. औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से दिल्ली व मुंबई के लिए ट्रेन सुविधा भी आसानी से मिल जाती है. कहां ठहरें: औरंगाबाद रेलवे स्टेशन के पास महाराष्ट्र पर्यटन विभाग का होटल है. इसके अलावा आप शिरडी या नासिक में भी रात्रि विश्राम कर सकते हैं. MTDC के रिसॉर्ट बुक करने के लिए यहां क्लिक करें
लेख: हिंदी सिनेमा के गीतों ने ज्यादातर भारतीयों को गुनगुनाने जितना गायक तो बना ही दिया है. 'बाथरूम सिंगर' के टाइटल से न जाने हम में से कितनों ने खुद को नवाज़ा होगा. लेकिन फिर हमारे ही बीच कुछ ऐसी आवाज़ें भी होती हैं जिन्हें सुनकर लगता है कि आप दूसरी ही दुनिया में पहुंच गए हैं. यहां पेशेवर गायकों की नहीं, बल्कि ऐसी प्रतिभा की बात हो रही है जो रोज़ी रोटी के लिए तो कुछ और काम कर रहे हैं लेकिन जब गाने बैठते हैं तो दुनिया मानो ठहर सी जाती है. ऐसी ही एक प्रतिभा आजकल फेसबुक पर छाई हुई है. फेसबुक यूज़र @Adarsh Singh ने एक वीडियो बनाया है जिसमें एक सुरक्षा गार्ड को गाते हुए देखा जा सकता है. हालांकि आदर्श ने गार्ड के नाम का खुलासा नहीं किया है लेकिन जब आप इनकी आवाज़ में 'ख़ामोशियां' सुनेंगे तो आप भी बाकियों की तरह कह बैठेंगे कि 'ये यहां क्या कर रहे हैं..इन्हें तो किसी सिंगिंग रिएलिटी शो में होना चाहिए.'     29 नवंबर को पोस्ट किए इस वीडियो को अभी तक आदर्श के अकाउंट से करीब 18 हज़ार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. वैसे ऐसा ही एक पुराना वीडियो भी है, करीब तीन साल पुराना जिसमें एक पाकिस्तानी मजदूर की रूहानी आवाज़ सुनने को मिल रही है. यह वीडियो भी इन दिनों दोबारा शेयर किया जा रहा है. पाकिस्तानी टीवी चैनल ARY न्यूज़ ने तीन साल पहले यह जानकारी थी कि इस मज़दूर का नाम जमील अहमद है और गायकी को ही अपना पेशा बनाना चाहते हैं लेकिन मजबूरी में मजदूरी कर रहे हैं. तो लगे हाथ आप ज़मील की आवाज़ में यह गज़ल भी सुन लीजिये... (function(d, s, id) {var js, fjs = d.getElementsByTagName(s)[0];if (d.getElementById(id)) return;js = d.createElement(s); js.id = id;js.src = '//connect.facebook.net/en_US/sdk.js#xfbml=1&version=v2.6';fjs.parentNode.insertBefore(js, fjs);}(document, 'script', 'facebook-jssdk'));  googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); }); ऐसी ही एक प्रतिभा आजकल फेसबुक पर छाई हुई है. फेसबुक यूज़र @Adarsh Singh ने एक वीडियो बनाया है जिसमें एक सुरक्षा गार्ड को गाते हुए देखा जा सकता है. हालांकि आदर्श ने गार्ड के नाम का खुलासा नहीं किया है लेकिन जब आप इनकी आवाज़ में 'ख़ामोशियां' सुनेंगे तो आप भी बाकियों की तरह कह बैठेंगे कि 'ये यहां क्या कर रहे हैं..इन्हें तो किसी सिंगिंग रिएलिटी शो में होना चाहिए.'     29 नवंबर को पोस्ट किए इस वीडियो को अभी तक आदर्श के अकाउंट से करीब 18 हज़ार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. वैसे ऐसा ही एक पुराना वीडियो भी है, करीब तीन साल पुराना जिसमें एक पाकिस्तानी मजदूर की रूहानी आवाज़ सुनने को मिल रही है. यह वीडियो भी इन दिनों दोबारा शेयर किया जा रहा है. पाकिस्तानी टीवी चैनल ARY न्यूज़ ने तीन साल पहले यह जानकारी थी कि इस मज़दूर का नाम जमील अहमद है और गायकी को ही अपना पेशा बनाना चाहते हैं लेकिन मजबूरी में मजदूरी कर रहे हैं. तो लगे हाथ आप ज़मील की आवाज़ में यह गज़ल भी सुन लीजिये...   googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); }); 29 नवंबर को पोस्ट किए इस वीडियो को अभी तक आदर्श के अकाउंट से करीब 18 हज़ार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. वैसे ऐसा ही एक पुराना वीडियो भी है, करीब तीन साल पुराना जिसमें एक पाकिस्तानी मजदूर की रूहानी आवाज़ सुनने को मिल रही है. यह वीडियो भी इन दिनों दोबारा शेयर किया जा रहा है. पाकिस्तानी टीवी चैनल ARY न्यूज़ ने तीन साल पहले यह जानकारी थी कि इस मज़दूर का नाम जमील अहमद है और गायकी को ही अपना पेशा बनाना चाहते हैं लेकिन मजबूरी में मजदूरी कर रहे हैं. तो लगे हाथ आप ज़मील की आवाज़ में यह गज़ल भी सुन लीजिये...
2008 के पहले वोट में, वह 3 जनवरी के आयोवा डेमोक्रेटिक कॉकस में ओबामा और एडवर्ड्स के बाद तीसरे स्थान पर रहीं। अगले कुछ दिनों में ओबामा को राष्ट्रीय मतदान में बढ़त हासिल हुई, सभी सर्वेक्षणों में न्यू हैम्पशायर प्राइमरी में उनकी जीत की भविष्यवाणी की गई। क्लिंटन ने 8 जनवरी को ओबामा को मामूली अंतर से हराकर वहां आश्चर्यजनक जीत हासिल की। यह पहली बार था जब किसी महिला ने प्रतिनिधि चयन के उद्देश्य से किसी प्रमुख अमेरिकी पार्टी के राष्ट्रपति पद के प्राथमिक चुनाव में जीत हासिल की थी। क्लिंटन की न्यू हैम्पशायर वापसी के लिए स्पष्टीकरण अलग-अलग थे, लेकिन अक्सर उन्हें अधिक सहानुभूतिपूर्वक देखे जाने पर ध्यान केंद्रित किया जाता था, खासकर महिलाओं द्वारा, जब चुनाव से एक दिन पहले एक मतदाता के सवाल का जवाब देते समय उनकी आँखों में आँसू आ गए और उनकी आवाज़ टूट गई। प्रतियोगिता की प्रकृति खंडित हो गई कुछ ही दिनो में। बिल क्लिंटन और अन्य सरोगेट्स की कई टिप्पणियाँ, और मार्टिन लूथर किंग जूनियर और लिंडन बी. जॉनसन के संबंध में हिलेरी क्लिंटन की एक टिप्पणी को कई लोगों ने गलती से या जानबूझकर ओबामा को नस्लीय रूप से उन्मुख उम्मीदवार के रूप में सीमित करने या अन्यथा पद से वंचित करने के रूप में माना था। उनके अभियान का जातीय महत्व और उपलब्धियाँ। हिलेरी और ओबामा दोनों द्वारा इस मुद्दे को कम करने के प्रयासों के बावजूद, परिणामस्वरूप डेमोक्रेटिक वोटिंग अधिक ध्रुवीकृत हो गई, क्लिंटन को अफ्रीकी अमेरिकियों के बीच अपना अधिकांश समर्थन खोना पड़ा। वह 26 जनवरी को साउथ कैरोलिना प्राइमरी में ओबामा से दो-एक के अंतर से हार गईं, जिससे एडवर्ड्स जल्द ही बाहर हो गए, बाईस फरवरी 5 सुपर मंगलवार राज्यों के लिए दो-व्यक्ति की एक गहन प्रतियोगिता शुरू हुई। बिल क्लिंटन ने दक्षिण कैरोलिना अभियान के अंत में अपने कथित नस्लीय निहितार्थों के लिए आलोचना को आकर्षित करने वाले अधिक बयान दिए थे और उनकी भूमिका को उनके लिए काफी हानिकारक माना गया था कि अभियान के भीतर और बाहर समर्थकों की एक लहर ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति को "रोकने की जरूरत है"। दक्षिण कैरोलिना अभियान ने हिलेरी क्लिंटन को स्थायी नुकसान पहुंचाया था, जिससे डेमोक्रेटिक प्रतिष्ठान के बीच उनका समर्थन कम हो गया और टेड कैनेडी द्वारा ओबामा को बेशकीमती समर्थन मिला।
भारत ने पाकिस्तान से दो टूक लफ्जों में कह दिया कि कश्मीर अथवा अन्य किसी भी मुद्दे का हल बंदूक के साये में नहीं हो सकता। दोनों देशों के बीच परस्पर विश्वास बहाली से जुड़े मुद्दों पर संतोषजनक बातचीत हुई। दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता के दूसरे और और आखिरी दिन भारत ने कहा कि पाकिस्तान में मुंबई हमले की सुनवाई का संतोषजनक समापन होना चाहिए और इससे रिश्तों को सामान्य बनाने में मदद मिलेगी। पाकिस्तान ने आतंकवाद के मुद्दे पर सहयोगात्मक रवैया अपनाने पर जोर दिया। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में विदेश सचिव निरुपमा राव और उनके पाकिस्तानी समकक्ष सलमान बशीर ने कहा कि दोनों पक्षों में बातचीत बेहद सकारात्मक और उद्देश्यपूर्ण रही है। बातचीत के दौरान परमाणु और पारंपरिक विश्वास बहाली के उपायों पर भी चर्चा की गई। इस दौरान दोनों पक्षों ने विशेषज्ञ स्तर की बैठकें आयोजित करने पर सहमति जताई। नियंत्रण रेखा के दोनों ओर से परस्पर विश्वास बहाली पर कार्यसमूह की बैठक पर सहमति जताई गई ताकि व्यापार और यात्रा संबंधी बिंदुओं पर आगे बढ़ा जा सके। इस कार्यसमूह की बैठक अगले महीने होगी।
MLA ने कहा, जब तक उनका क्षेत्र प्लास्टिक मुक्त नहीं हो जाता वे एक वक्त ही खाना खाएंगे एक बार हुई गलती के बाद कलेक्ट्रेट जाकर 5 हजार रुपये जुर्माना चुकाने की पेशकश की कोटा जिले के रामगंज मंडी विधायक मदन दिलावर ने खुद पर ही 5 हजार रुपये की पेनल्टी लगाई है. ये जुर्माना उन्होंने गलती से प्लास्टिक के इस्तेमाल पर लगाई है जिसके लिए वे खुद कोटा कलेक्टर ओपी कसेरा से मिलने पहुंचे थे. दरअसल विधायक मदन दिलावर ने प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लिया है. उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र को पॉलिथीन मुक्त करने और देश में पॉलिथीन उपयोग बंद करने का प्रण लिया है. उनका कहना है कि जब तक उनका विधानसभा क्षेत्र पॉलिथीन मुक्त नहीं हो जाता, वे दिन में एक ही वक्त भोजन करेंगे. साथ ही अगर गलती से उनसे प्लास्टिक का उपयोग कर लिया जाता है तो वे 5 हजार रुपये बतौर जुर्माना जिला कलेक्टर को सौंपेंगे. खुद जाकर दूंगा जुर्माना इस बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विधायक मदन दिलावर ने कहा, हां ये सच है कि पॉलिथीन मुक्त क्षेत्र कराने का मेरा उद्देश्य है. मैं चाहता हूं कि पूरा देश पॉलिथीन मुक्त हो. मैंने संकल्प लिया है कि यह क्षेत्र जब तक पॉलिथीन मुक्त नहीं हो जाता तब तक मैं एक समय भोजन करूंगा. अगर मेरे से कोई गलती होगी, मैं अगर पॉलिथीन का उपयोग करूंगा तो खुद जिला कलेक्ट्रेट में जाकर 5 हजार रुपये का अर्थदंड दूंगा. विधायक मदन दिलावर ने आगे कहा, अभी हाल में मेरे से एक गलती भी हुई है जिसे लेकर मैं जिले कलेक्टर ओपी कसेरा के पास गया था और कहा था कि मेरा अर्थदंड लिया जाए. कलेक्टर ने इसे लेने में असमर्थता जाहिर की और कहा कि ऐसे पैसे का वे हिसाब नहीं रख पाएंगे. इसके लिए मैंने एक बीच का रास्ता निकाला है. वह रास्ता ये है कि जिला कलेक्टर की उपस्थिति में मीडिया के सामने जरूरतमंद लोगों या गरीबों को वे पैसे बांट देंगे. पिछले दिनों रामगंज मंडी क्षेत्र के दौरे पर मदन दिलावर ने डिस्पोजल गिलास से पानी पी लिया था जिसका एहसास उन्हें पानी पीने के बाद हुआ.  ऐसे में दिलावर ने खुद के ऊपर ही पेनल्टी लगा ली. हालांकि जिला कलेक्टर ने इस तरह से कोई जुर्माना लेने से इनकार कर दिया और कहा कि इस तरह की राशि की आमद वे कहां दिखाएंगे. इसके बाद विधायक दिलावर की सहमति से यह तय हुआ है कि ये रुपये बतौर जुर्माना दिलावर से लिए जाएंगे. फिर कलेक्टर की उपस्थिति में ये पैसे जरूरतमंद लोगों को दे दिए जाएंगे.
अमेरिका में भारतीय मूल के शख्स ने की चार हत्याएं आरोपी ने चार रिश्तेदारों को उतार दिया मौत के घाट शव लेकर खुद पहुंच गया पुलिस स्टेशन अमेरिका में एक भारतीय मूल के शख्स ने अपने ही चार रिश्तेदार को बारी बारी से मौत के घाट उतार दिया. अदालत के दस्तावेजों से पता चला है कि उसने एक सप्ताह के भीतर अपने चार रिश्तेदारों की हत्या कर दी. सैक्रामेंटो स्थित 'केसीआरए 3 न्यूज' ने गुरुवार को बताया कि माना जा रहा है कि 53 वर्षीय शंकर हैंगुड ने 7 अक्टूबर को प्लेसर काउंटी में दो हत्याएं की थीं. अदालत के दस्तावेजों में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि ये हत्याएं उसके रोजविले अपार्टमेंट में हुईं. फिर अगले दिन, उसी स्थान पर एक और हत्या हुई. दस्तावेजों में आरोप लगाया गया है कि शंकर ने 13 अक्टूबर को सिस्कयू काउंटी में एक चौथे शख्स की हत्या कर दी थी. शंकर सोमवार को अपनी कार में एक शख्स के शव को रखकर माउंट शास्ता के एक पुलिस स्टेशन में पहुंचा, जहां उसने सभी चार हत्याएं करने की बात कबूल कर ली. पुलिस ने कहा कि कबूल करने के बाद, तीन अन्य पीड़ितों के शव शंकर के रोजविल अपार्टमेंट में पाए गए. पीड़ितों को उनके इनीशियल - जेएस, जीएच, एनएच, और वीएच द्वारा शिकायत में सूचीबद्ध किया गया है. प्लेसर काउंटी कोरोनर कार्यालय के एक प्रतिनिधि ने केसीआरए 3 न्यूज को बताया कि वे मृतकों की पहचान का खुलासा करने से पहले, भारत में रहने वाले परिजनों से संपर्क के लिए भारतीय काउंसलेट की मदद ले रहे हैं. आरोपों के आधार पर और अगर दोषी ठहराया जाता है तो संदिग्ध को मृत्युदंड की सजा होने की संभावना है.
49 निकायों में से 37 में कांग्रेस ने जीता चेयरमैन का चुनाव तीन जगह बराबर रहे वोट, लॉटरी से हुआ फैसला महाराष्ट्र में सरकार बनाने के बाद बेआबरू होकर सत्ता गंवाने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए राजस्थान में निकाय चुनाव के परिणाम निराशाजनक रहे. निकाय चुनाव में कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया. प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी कुल 49 में से 37 निकायों में अपने चेयरमैन या मेयर बनाने में सफल रही. तीन निकायों में दोनों दलों को बराबर वोट मिले, जिसके बाद फैसला लॉटरी से करना पड़ा. लॉटरी से जिन तीन सीटों का फैसला हुआ, उनमें से दो सीटों नसीराबाद और उदयपुर में कांग्रेस का बोर्ड बना. वहीं एक सीट छाबड़ा भाजपा के पाले में गई. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के लिए भी बड़ी राहत की खबर आई. टोंक में भी कांग्रेस का बोर्ड बन गया, जहां पर कांग्रेस के मात्र 24 पार्षद जीते थे जबकि 36 पार्षदों ने कांग्रेस के लिए वोट किया. पुष्कर में एक वोट से भाजपा अपना बोर्ड बनाने में सफल रही, वहीं बांसवाड़ा के प्रतापपुरा में एक वोट से पहली बार भाजपा ने जीत हासिल की. कई निकायों में कांग्रेस को एकतरफा सफलता झुंझुनू ,अलवर, सीकर, नागौर और चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस को एकतरफा सफलता मिली. इन सभी स्थानों पर कांग्रेस अपना चेयरमैन बनाने में सफल रही. नगर निगम के तीन जगह चुनाव हुए थे और तीनों में भाजपा को अच्छी बढ़त मिली थी लेकिन भरतपुर में निर्दलीयों और और दूसरी जगह से पार्षदों को तोड़कर कांग्रेस अपना मेयर बनाने में सफल रही. लोकसभा चुनाव हार गए थे जाटव लोकसभा चुनाव में सांसद का चुनाव लड़ रहे अभिजीत जाटव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव हार गए थे, लेकिन वह भरतपुर में मेयर का चुनाव जीत गए. इसी तरह से बीकानेर में पहली बार भाजपा की महिला मेयर बनी हैं तो उदयपुर में भी भाजपा ने मेयर का पद हासिल किया है. स्थानीय निकाय के चुनाव से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कद बढ़ा है . शहरी इलाकों में माना जाता है कि भाजपा के वोटर ज्यादा हैं, इसके बावजूद कांग्रेस ने अच्छी सफलता पाई है. भाजपा ने चुनाव के दौरान धारा 370 और अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी खूब प्रचारित किया, लेकिन यह भी काम नहीं आया.
भारत के नॉर्थ सेंटीनल द्वीप पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या किए जाने का मामला सामने आया है. अंडमान निकोबार द्वीप समूह के नॉर्थ सेंटीनल द्वीप पर ऐसी जनजाति रहती है जिसके बारे में किसी को भी अधिक जानकारी नहीं है. भारत सरकार ने इन्हें संरक्षित जनजाति घोषित कर दिया है और इनसे किसी भी बाहरी व्यक्ति का संपर्क करना मना है. इनके साथ फोटो और वीडियो लेना भी गैर कानूनी है. इस जनजाति से जब भी कभी बाहरी व्यक्तियों ने संपर्क करने की कोशिश की, वे असफल हो गए. इनकी अपनी भाषा है जिसे समझना काफी मुश्किल माना जाता है. ये जनजाति मुद्रा का भी इस्तेमाल नहीं करती. इस जनजाति की आबादी 50 के आसपास मानी जाती है. रिपोर्टों के मुताबिक, इस जनजाति के लोगों पर मुकदमा भी नहीं चलाया जा सकता. बाहरी लोगों को देखते ही ये जनजाति उन पर तीरों से हमला करने लगती है. अमेरिकी नागरिक जॉन एलन चाऊ की भी तीर से ही हमला कर हत्या करने की बात सामने आ रही है. चाऊ यीशू के संदेश के साथ आदिवासी लोगों के साथ रूबरू होना चाहते थे. क्यों नॉर्थ सेंटीनल द्वीप जाना चाहते थे अमेरिकी जॉन एलन चाऊ अंडमान द्वीप के सेंटनलीज आदिवासियों के साथ संपर्क करने की जिद सवार थी. वह इन लोगों को ईसाई धर्म से रूबरू कराना चाहते थे. 16 नवंबर को अपने परिवार को लिखे आखिरी नोट में चाऊ ने लिखा था, 'आप लोगों को लग सकता है कि मैं पागल हूं लेकिन मुझे लगता है कि इन लोगों को जीसस के बारे में बताना फिजूल नहीं होगा.'
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने मंगलवार को 'इंटरनेशनल विमेंस डे' के मौके पर कहा कि कभी-कभी उनके जेहन में ख्याल आता है कि काश! वह एक महिला होते. शाहरुख ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा, 'मैं अक्सर सोचता हूं कि काश! मैं एक महिला होता. लेकिन, दिमाग में यह ख्याल आने के तुरंत बाद अहसास होता है कि मुझमें हौसला, प्रतिभा, त्याग की भावना, निस्वार्थ प्रेम और खूबसूरती नहीं है. थैंक यू गर्ल्स.' Often I wish I was a woman…then realise I don’t have enough guts, talent,sense of sacrifice, selfless love or beauty to be one. Thk u girls. — Shah Rukh Khan (@iamsrk) March 8, 2016 शाहरुख ने 'इंटरनेशनल विमेंस डे' पर एक खास संदेश शेयर करते हुए कहा, 'मैं दुनिया की सभी महिलाओं का फैन हूं. मैं आप सभी से बराबर प्यार करता हूं. महिलाओं को उन कामों को करने के लिए ज्यादा से ज्यादा हिम्मत और आजादी मिले, जिन्हें वे करना चाहती हैं. मैं इस महिला दिवस पर सभी महिलाओं का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. शाहरुख की आगामी फिल्म 'फैन' 15 अप्रैल को रिलीज होगी. शाहरुख के अलावा बॉलीवुड के कई स्टार्स ने अपने अपने अंदाज में इंटरनेशनल विमेंस डे पर ट्विटर पर अपने विचार रखे. देखें किस एक्टर ने क्या ट्वीट किया: अदिति राव हैदरी When you are your biggest celebration every day is women's day... So....let's dance! #HappyInternationalWomensDay https://t.co/xao12ufxqy — Aditi Rao Hydari (@aditiraohydari) March 8, 2016 दिया मिर्जा Dear Women, Be good to yourself,keep learning,make a living out of what you love to do,stop postponing that doctors appointment.YOU first. — Dia Mirza (@deespeak) March 8, 2016 कृति सैनन I absolutely love being a woman and i celebrate that every single day! 💃🏻... P.S. When is Men's Day? 😜 — Kriti Sanon (@kritisanon) March 8, 2016
श्री अधिकारी ब्रदर्स टेलीविज़न नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड एक भारतीय टेलीविज़न नेटवर्क कंपनी है जिसका मुख्यालय मुंबई में है इतिहास 90 के दशक में श्री अधिकारी ब्रदर्स (जो मुख्य रूप से गौतम अधिकारी और मार्कंड अधिकारी हैं) ने दूरदर्शन, स्टार प्लस और अन्य टेलीविजन चैनलों से टीवी धारावाहिकों का निर्माण शुरू किया। 1999 में, उन्होंने सब टीवी (एक हिंदी कॉमेडी चैनल के रूप में लॉन्च) नामक अपना हिंदी मनोरंजन चैनल शुरू किया और लॉन्च किया और यह अन्य चैनलों से निर्मित कॉमेडी शो के धारावाहिक दिखाता है। लेकिन, 6 साल बाद इसे सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया को बेच दिया गया। और, 5 वर्षों के बाद, कंपनी ने हिंदी संगीत और व्यंग्य चैनल के रूप में अपना दूसरा चैनल मस्ती लॉन्च किया। हालाँकि, बाद में इसे एक हिंदी संगीत चैनल में बदल दिया गया। 2013 में, उन्होंने एक हिंदी मनोरंजन चैनल के रूप में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के लिए दबंग नामक एक और चैनल लॉन्च किया। हालाँकि इसे 2016 में पूरी तरह से भोजपुरी मूवी चैनल के रूप में बदल दिया गया था, लेकिन 2022 में आने के बाद इसे भोजपुरी संगीत और मूवी चैनल में बदल दिया गया। उसी वर्ष, उन्होंने एक मराठी मनोरंजन चैनल के रूप में माईबोली नामक एक और चैनल लॉन्च किया, लेकिन एक संगीत चैनल में परिवर्तित हो गया। चैनल वर्तमान चैनल मस्ती माईबोली दबंग धमाल टीवी दिल्लगी उत्पादित शो पूर्व शो उपन्यास फिल्म निर्माण उनके पास श्री अधिकारी ब्रदर्स मोशन पिक्चर्स नामक एक फिल्म निर्माण और वितरण कंपनी भी थी। उन्होंने 1990 से 2016 तक फिल्मों का निर्माण और वितरण किया था। संदर्भ बाहरी संबंध हिंदी गाने भारत में टीवी चैनल हिंदी टीवी
Congratulations to @jimmy9 on his 25th Test five wicket haul! #AUSvENG#Ashespic.twitter.com/71Olnxyz35 Hopefully a few of these coming our way soon href="https://t.co/MPOAk8aIeN">pic.twitter.com/MPOAk8aIeN
ये सभी यूजर्स को पता है कि अब रिलायंस जियो की सेवाएं मुफ्त नहीं रहीं. अब ग्राहकों को जियो की सेवाओं के लिए रिचार्ज कराना होगा. इसके लिए कंपनी ने धन धना धन ऑफर को पेश किया है, जिसके तहत एक बार रिचार्ज कराने पर ग्राहकों को तीन महीने के लिए जियो की सेवा मिलेगी. ये पहले से ही मालूम है कि धन धना धन ऑफर में 309 रुपये के रिचार्ज में फ्री वॉयस कॉल और 1GB 4G प्रतिदिन की सुविधा दी जा रही है और 509 रुपये के रिचार्ज में ये लिमिट 2GB की है. इसके अलावा 149 रुपये का प्रीपेड प्लान भी मौजूद है, लेकिन अब जियो ने अपने प्लान को अपडेट करते हुए नए प्रीपेड और पोस्टपेड के लिए कुछ नए प्लान्स पेश किए हैं. हम आपको प्रीपेड यूजर्स के लिए कुछ ऑफर्स की जानकारी यहां दे रहें हैं. प्रीपेड यूजर्स के लिए सबसे सस्ता प्लान है, 19 रुपये का, जिसकी वैलिडिटी 1 दिन की है और इसमें प्राइम मेंबर्स को अनलिमेटेड कॉल के साथ 200MB डेटा मिलेगा और नॉन प्राइम मेंबर्स को केवल 100MB डेटा दिया जाएगा. दूसरा प्लान है 49 रुपये का, इसकी वैलिडिटी 3 दिन तक रहेगी. इसमें प्राइम मेंबर्स को अनलिमिटेड फ्री कॉल और SMS के साथ 600MB और नॉन प्राइम मेंबर्स को 300MB डेटा ही दिया जाएगा. इसके बाद नंबर आता है 96 रुपये वाले प्लान की जिसकी वैलिडिटी 7 दिन की है. इस प्लान में जियो प्राइम मेंबर्स को हर दिन 1GB की लिमिट के साथ अनलिमिटेड दिया जाएगा और नॉन प्राइम मेंबर्स को केवल 600MB डेटा की ही लिमिट दी जाएगी. इस पैक में भी अनलिमिटेड कॉल और SMS की सुविधा मिलेगी. 149 रुपये वाले प्लान की बात करें तो इसकी वैलिडिटी 28 दिन की है. इसमें अनलिमिटेड वॉयस कॉल, फ्री नेशनल रोमिंग, 300 SMS और जियो ऐप्स के मुफ्त सब्सक्रिप्शन के साथ प्राइम मेंबर्स को एक महीने के लिए 2GB डेटा और बाकी यूजर्स को 1GB डेटा का लाभ मिलेगा. इसी तरह हर प्लान कुछ तरह से अपडेट किए गए हैं और पोस्टपेड ग्राहकों के लिए तीन नए पैक भी पेश किए गए हैं जिसे ग्राहक जियो के वेबसाइट में जाकर देख सकते हैं. बता दें कि रिलायंस जियो के महंगे प्लान्स का लाभ लेने के लिए जियो प्राइम सब्सक्रिप्शन होना अनवार्य है. इसके अलावा 309, 509, 999, 1,999, 4,999 और 9,999 रुपये के प्लान भी जियो के तरफ ग्राहकों के लिए उपलब्ध है.
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मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी और भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा शुक्रवार को मुंबई की एनआईए कोर्ट में पेश हुई. साध्वी प्रज्ञा को गुरुवार को ही अदालत में पेश होना था, लेकिन खराब सेहत का हवाला देकर प्रज्ञा अदालत में पेश नहीं हुईं. शुक्रवार को साध्वी दो लोगों के कंधे पर हाथ रखकर पेश हुई. जब वह कोर्ट रूम में आरोपियों के लिए बने बेंच के पास पहुंचीं तो साध्वी के साथ आए लोगों ने बेंच पर लाल रंग का एक कपड़ा बिछाया, इसके बाद प्रज्ञा उस पर बैठीं. कोर्ट रुम के अंदर जब जज अदालती कार्यवाही की तैयारी कर रहे थे, तो साध्वी प्रज्ञा आरोपियों के लिए बने घेरे में इस घटना के दूसरे आरोपी सुधाकर धर द्विवेदी के साथ बात कर रही थीं. रिपोर्ट के मुताबिक दोनों के बीच मुंबई की ट्रैफिक पर बातचीत हो रही थी. जज ने कहा-मालेगांव धमाके में कई लोग मारे गए अदालत में सुनवाई के दौरान विशेष एनआईए जज ने साध्वी प्रज्ञा से पूछा कि क्या उन्हें पता है, या फिर क्या उन्हें उनके वकील ने बताया कि अबतक इस केस में कितने गवाहों से पूछताछ हो चुकी है. इस सवाल के जवाब में प्रज्ञा ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. Malegaon blast case: Special NIA Judge asked Pragya Thakur 'All the witnesses who have been examined till now, it has transpired that there was a blast on 29th September 2008 in which several people died. What do you have to say?' To which she replied- 'I don't know.' https://t.co/gQINeqZ1Wl — ANI (@ANI) June 7, 2019 इसके बाद जज ने साध्वी प्रज्ञा से कहा कि अबतक जितने गवाहों से पूछताछ हुई है उससे ये बात सामने आई है कि 29 सितंबर 2008 को एक धमाका हुआ था, जिसमें कई लोग मारे गए थे. इस सवाल के जवाब में भी प्रज्ञा ने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. आजतक के सवालों का नहीं दिया जवाब पेशी के अदालत में आ रही साध्वी प्रज्ञा से जब आजतक ने पूछा कि गुरुवार को वो कोर्ट में पेश क्यों नहीं हुई तो साध्वी ने कहा कि वे ऐसे सवालों का जवाब नहीं देंगी. महाराणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया 6 जून को साध्वी अदालत तो नहीं पहुंचीं, लेकिन वह पहले महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने अस्पताल से 10 किलोमीटर दूर गई थीं. 6 जून को साध्वी के वकील जे पी मिश्रा ने मुंबई में एनआईए कोर्ट में कहा कि प्रज्ञा संक्रमण से जूझ रही हैं, और उनका ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा था, इसलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. अदालत ने उन्हें पेशी से एक दिन की राहत देते हुए कहा था कि 7 जून को उन्हें अदालत में पेश होना पड़ेगा, क्योंकि उनकी मौजूदा बीमारी से जुड़ा कोई भी मेडिकल सर्टिफिकेट पेशी में छूट के लिए दी गई अर्जी के साथ शामिल नहीं की गई थी. बुधवार को अस्पताल में भर्ती होने से पहले साध्वी प्रज्ञा भोपाल के काजी सईद मुस्ताक अली नदवी के घर पहुंचीं और उन्हें ईद की बधाई दी. इसके बाद देर रात वह भोपाल केयर अस्पताल में एडमिट हुईं. गुरुवार को 11.30 बजे उन्हें अस्पताल से रिलीज कर दिया गया, इसके बाद वह महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण कीं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर का कांग्रेस से निलंबन तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 8 महीने के बाद अय्यर की सदस्यता को बहाल किया है, जिसके बाद दोबारा से उनकी पार्टी में वापसी हुई है. अय्यर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सबसे करीबी दोस्तों में रहे हैं. बता दें कि मणिशंकर अय्यर ने पिछले साल दिसंबर में गुजरात में चुनाव से चंद दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में विवादित टिप्पणी की थी. इसमें उन्होंने मोदी को 'नीच आदमी' कहा था. अय्यर के इस टिप्पणी को खुद मोदी और बीजेपी ने चुनावी सभाओं में जोर-शोर से उठाया था. अय्यर के इस बयान से कांग्रेस और राहुल गांधी दोनों बैकफुट पर आ गए थे. इसके बाद ही कांग्रेस ने अय्यर की टिप्पणी को खारिज करते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था. गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से ठीक पहले मणिशंकर अय्यर के इस विवादित बयान को लेकर कांग्रेस को नुकसान का डर था, जिसके चलते उनके खिलाफ निलंबित की कार्रवाई की गई थी. पीएम मोदी के लिए नीच शब्द इस्तेमाल करने पर जब विवाद बढ़ा, तो मणिशंकर अय्यर ने सफाई दी थी. उन्होंने कहा था, 'हां मैंने नीच शब्द इस्तेमाल किया. मैं हिंदी भाषी नहीं हूं और अंग्रेजी से ट्रांसलेट करता हूं. मेरी हिंदी बेहद कमजोर है. मेरे दिमाग में अंग्रेजी थी और मैंने Low शब्द का हिंदी में अनुवाद करके 'नीच' कह दिया. अगर इसका कोई और अर्थ निकलता हो, तो माफी चाहूंगा.' उन्होंने कहा, 'पीएम को नीच कहने का मेरा कोई इरादा नहीं था. पीएम हमारे नेता के लिए गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. मैं कांग्रेस का औपचारिक नेता भी नहीं हूं.' 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भी मणिशंकर अय्यर ने मोदी के खिलाफ विवादित बयान देते हुए उनको चायवाला कहा था. इस चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था. गौरतलब है कि मणिशंकर अय्यर को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी राजनीति में लाए थे. अय्यर को विदेश सेवा से इस्तीफा दिलाकर 1989-91 में अय्यर को सक्रिय राजनीति में लाए थे. इसके बाद से वे गांधी परिवार के करीबी हैं.
दुनिया भर में आज वर्ल्ड एनिमल डे मनाया जा रहा है. क्रिकेटर रोहित शर्मा ने भी इस मौके पर ट्विटर पर अपने डॉग के साथ तस्वीर शेयर की. रोहित ने लिखा कि इस वर्ल्ड एनिमल डे पर मैंने अपने दोस्त को सरप्राइज देने की कोशिश की है. एक बेज़ुबां को जुबां देने काफी मजबूत बात है. Decided to surprise my best bud for #WorldAnimalDay 🐶 The most powerful thing you can do is give a voice to the voiceless pic.twitter.com/WuVdXgx1LF — Rohit Sharma (@ImRo45) October 4, 2017 बता दें कि रोहित शर्मा का जानवरों के प्रति प्यार दिखता रहता है. हाल ही में उन्होंने एक सफेद राइनोसर के साथ तस्वीर शेयर की थी. Left a bit of my heart with this beauty, #Sudan , 2 years ago in Kenya - the last male Northern White Rhinoceros living today #StopPoaching pic.twitter.com/GDKlSQ6yLI — Rohit Sharma (@ImRo45) September 16, 2017 हाल ही में खत्म हुई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज़ में रोहित ने शानदार प्रदर्शन किया था. जिसका उन्हें इनाम भी मिला. आईसीसी के शीर्ष वनडे बल्लेबाजों में रोहित टॉप-5 में पहुंच गए हैं. रोहित ने नागपुर में सीरीज के आखिरी वनडे में 125 रनों की पारी खेली, जिसमें उनके 5 छक्के रहे थे. 30 साल के मुंबई के इस हिटमैन ने कंगारुओं के खिलाफ पांच मैचों में सर्वाधिक 296 रन बनाए. रोहित को करियर बेस्ट 790 की रेटिंग मिली है. लेकिन जहां तक उनकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग की बात है, तो वे 2016 में तीसरे पायदान तक पहुंचे थे. 1. विराट कोहली, रेटिंग 877 2. डेविड वॉर्नर, 865 3. एबी डिविलियर्स 847 4. जो रूट 802 5. रोहित शर्मा 790
आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता और कवि कुमार विश्वास ने अकाली दल के उन आरोपों को खारिज किया है, जिसमें कहा गया कि 'उड़ता पंजाब' के को-प्रोड्यूसर समीर नायर 'आप' से जुड़े हैं. कुमार ने पूरे विश्वास के साथ कहा कि नायर का उनकी पार्टी से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं रहा है, वहीं सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पहलाज साहब के लिए कोई अच्छा मेंटल सेंटर देखा जाना चाहिए. गौरतलब है‍ कि आम आदमी पार्टी 'उड़ता पंजाब' को लेकर जारी घमासान पर फिल्म निर्माता और निर्देशकों के साथ खड़ी है. बीते दिनों सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने आम आदमी पार्टी पर फिल्म की फंडिंग का भी आरोप लगाया था. 'निहलानी का सेंसर बोर्ड अध्यक्ष होना गाली जैसा' 'आज तक' से खास बातचीत में कुमार विश्वास ने कहा, 'अनुराग कश्यप भी इस आरोप पर हंस चुके हैं. मैं पार्टी का फंड देखता हूं और जानता हूं कि पार्टी चलाने में कितनी दिक्कत आती है. मैं ऐसे किसी भी आरोप खारिज करता हूं. पहलाज निहलानी साहब जी के लिए कोई अच्छा मेंटल सेंटर देखा जाना चाहिए. ऐसे आदमी का सेंसर बोर्ड अध्यक्ष होना गाली के समान है.' 'क्यों डर रही है केंद्र सरकार?' कुमार विश्वास ने मामले में मोदी सरकार पर भी जमकर निशान साधा. उन्होंने कहा, 'फिल्म पंजाब के मुद्दे पर बनी है. लेकिन समझ नहीं आ रहा कि केंद्र सरकार क्यों डरी हुई है. समस्या यह है कि कोई आदमी मोदी जी का चमचा होकर संवैधानिक पद का न्याय कैसे कर सकता है. इसी तरह कांग्रेस कहती थी कि प्रकाश झा की फिल्म 'सत्याग्रह' आम आदमी पार्टी के कहने पर बनाई गई है.' 'सबके विज्ञापन छपे हैं, लेकिन...' 'आप' के विज्ञापन विवाद पर विश्वास ने कहा, 'बीजेपी के लोग अनपढ़ हैं. इस सरकार ने कम विज्ञापन किया. पूरे देश में इनका विज्ञापन होना चाहिए. हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं. सबके विज्ञापन छपे हैं, लेकिन अजय माकन खड़े हो गए कि पंजाबी भाषा को क्यों प्रमोट कर रहे हैं.' शाह और मोदी पर भी साधा निशाना कुमार विश्वास ने इसके साथ ही बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व पर भी बिना नाम लिए निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'मैं इस बात से प्रसन्न हूं कि 'नायक' पहले रिलीज हो गई. वरना ये कहते कि केजरीवाल का तेवर और ऊंगली उठाना अनिल कपूर जैसा है. आप फिल्म देख लीजिए उसमें अमरीश पूरी के साथ जो शख्स है, उनका चेहरा एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलता है.' महीने भर में लॉन्च करेंगे दूसरा सॉन्ग दूसरी ओर, पंजाब में ड्रग्स की समस्या पर लॉन्च अपने सॉन्ग 'केवी नशा' के बारे में बात करते हुए कुमार विश्वास ने कहा, 'सॉन्ग की लॉन्च‍िंग के एक महीने के भीतर अकाली सरकार के लोगों ने हमें 21 कोर्ट नोटिस भेजे. लेकिन हम महीने भर में इस ओर दूसरा गाना रिलीज करने जा रहे हैं. इसमें वो लोग 210 मुकदमे करेंगे और तभी पंजाब में आम आदमी पार्टी को 117 सीटें मिलेंगी.' उन्होंने आगे कहा, 'हमें कई मेल मिले, जिसमें लोगों ने ड्रग्स छोड़ने की बात कही. लेकिन आश्चर्य है कि हमें कोर्ट से नोटिस भेजा गया.'
वास्तविक जीवन पर सजा-ए-मौत की सजा पा चुका पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को मुंबई हमले के उपर बनी फिल्म ‘अशोक चक्र’ में फांसी पर लटकाते हुये दिखाया जायेगा. फिल्म इस महीने की 28 तारीख को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होंगी. मुंबई हमले का आरोपी अजमल कसाब को कल विशेष न्यायालय ने मौत की सजा सुनायी है. फिल्म के पा्रेमो को रविवार से दिखाया जायेगा. फिल्म में नवोदित कलाकार राजन शर्मा ने लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी अजमल कसाब की भूमिका निभाई है. राजन वर्मा ने बताया ‘‘फिल्म में कसाब को फांसी पर लटकते हुये दिखाया जाना दरअसल लोगो की भावना की अभिव्यक्ति है. सुनवाई (मुंबई) खत्म होने से कई माह पहले हमने फैसला किया कि कसाब को फांसी पर लटकाया जायेगा.’’ कसाब को कल ही एक विशेष न्यायालय ने 166 लोगो के नरसंहार और देश के खिलाफ युद्व छेड़ने के मामले में फांसी की सजा सुनाई है. पहले इस फिल्म का नाम ‘टोटल टेन’ था जिसके निर्देशक एस पी मुनिश्वर और निर्माता हरि ओम शर्मा है. ढाई करोड़ की लागत वाली फिल्म में हमले के दौरान नरसंहार और करीब साठ घंटे तक चले सुरक्षा बलों के आपरेशन के दौरान इस शहर के जीवन को दिखाने की कोशिश की गई है. फिल्म में होमी वाडिया ने हेमंत करकरे, अशोक कुलकर्णी ने अशोक काम्टे और आशीष विद्यार्थी ने तुकाराम ओंबले की भूमिका निभाई है.26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुये आतंकवादी हमले के बाद कई फिल्म निर्माताओं ने फिल्म निर्माण के लिये कई अलग-अलग नामों का पंजीकरण कराया जिसमें ‘ 26/11 मुंबई अंडर टेरर ‘ ‘दहशत का हल्ला’, ‘शूटआउट एट ओबेराय‘, ‘ताज टेरर’ जैसे नाम प्रमुख थे. जबकि इनमें से कुछ ही पर काम शुरु हो पाया. भोजपुरी अभिनेता कमाल खान फिल्म देशद्रोही की आने वाली सिक्वल भी एटीएस के अधिकारियों के बलिदान पर केंद्रित है. खान ने बताया ‘‘ मेरी फिल्म बनने में देरी मामले के नये घटनाक्रम के कारण हुई. अब चूंकि कसाब को सजा सुनायी जा चुकी है हम जल्द शूटिंग शुरू करने की योजना बना रहे हैं. फिल्म को अगले साल के फरवरी माह में रिलीज कर दिया जायेगा.’’ खान अपनी इस फिल्म के लिये अनुपम खेर, अस्मित पटेल और पायल रोहतगी को अनुबंधित कर चुके है. भारतीय सिनेमा के मुख्य धारा के निर्देशकों ने राम गोपाल वर्मा के ताज होटल में जााने के बाद पैदा हुये राजनीतिक विवाद के कारण इस विषय पर फिल्म बनाने से अपने को अभी तक दूर ही रखा है. इससे पहले भी आतंकवादी घटनाओं के उपर ब्लैक फ्राइडे (1993 के सीरियल बम धमाके पर), मुंबई मेरी जान (जुलाई 2006 के सिलसिलेवार विस्फोटों पर) और शूटआउट एट लोखंडवाला (1991 के अंडरवर्ल्ड एनकाउंटर) जैसी प्रसिद्व फिल्में बन चुकी है.
देश के वैज्ञानिकों ने डेंगू बुखार के इलाज के लिए एक पौधे से दवा बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है. विश्व की आधी जनसंख्या को डेंगू होने का खतरा बना रहता है और हर साल इसके 400 मिलियन मामले सामने आते हैं. ज्यादार यह जानलेवा भी साबित होता है. अब तक इसकी कोई दवा या वैक्सीन नहीं उपलब्ध थी. फिलहाल इस दवा के सारे प्री-ट्रायल हो चुके है और क्लीनिकल ट्रायल को अंजाम देने के लिए इंटरनेशनल सेंटर फॉर जैनेटिक एंड बायोटेक्नोलॉजी, साइंस और टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने सन फॉर्म के साथ एक करार साइन किया है. आसान नहीं था वायरस का इलाज ढूंढ़ना इस प्रोजेक्ट से जुड़े मुख्य वैज्ञानिक नवीन खन्ना ने बताया कि पिछले 10 साल से लगभग 10 वैज्ञानिकों की टीम इस पर काम कर रही थी. इस दौरान 19 पौधों का पूरी तरह से अध्ययन किया गया. सभी में डेंगू के किसी न किसी वायरस से होने वाले लक्षण जैसे बुखार, मांसपेशियों का दर्द, शरीर पर लाल चकतों का पड़ना आदि, लेकिन कई ट्रायल के बाद इनमें से एक पौधा ऐसा मिला जिसमें डेंगू को फैलाने के लिए जिम्मेदार चारों वायरस से पैदा होने वाले लक्षणों से लड़ने की क्षमता थी. डॉ. खन्ना ने बताया कि ये ट्रायल इसलिए भी चुनौतीपूर्ण था कि एक वायरस का नहीं बलिक चार-चार वायरस से होने वाली बीमारियों का इलाज ढूंढ़ना था. दवा को लेकर ये है अच्छा संकेत किसामपलोस नामक इस पौधे को हिन्दी मे लघु पाठा के नाम से भी जाना जाता है और ये मध्य प्रदेश, राजस्थान के अलावा साउथ के कई इलाकों मे बडी संख्या में उगते हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार इस पौधे की पत्तियों को सुखाकर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है और एक किलो पत्तियों से हमें 100 ग्राम दवा बनाने की सामग्री मिल रही है जो एक बहुत अच्छा संकेत है. बहुत बार देखा गया है कि किलो दो किलो चीजों में से दवा बनाने के लिए 1 या 2 ग्राम ही सामान मिल पाता है इसलिए रिसर्च के दौरान हमें सामग्री की कभी दिक्कत नहीं हुई और उम्मीद है कि आगे भी नही होगीं. चार में बाजार में उपलब्ध होंगे कैप्सूल फिलहाल क्वीनिकल ट्रायल के दौरान इस दवा से होने वाली toxicity यानी ये कितनी जहरीली हो सकती है इसका परीक्षण पशुओं पर किया जाएगा और सफलता मिलने पर मानव ट्रायल शुरू होगा. वैज्ञानिकों को पूरी उम्मीद है कि आने वाले चार सालों में वो डेंगू के इलाज के लिए कैप्सूल बाजारों में उतार देंगे और ये एक क्रांति होगी. 100 से ज्यादा देशों में है डेंगू का खतरा आपको ये जानकर हैरानी कि वर्ष 1970 से पहले डेंगू केवल 9 देशों में फैलता था लेकिन आज-कल 100 से ज्यादा देश इसकी चपेट में आ चुके हैं. भारत के लिए ये सचमुच हर तरह से खतरनाक है इससे हर साल ना जाने कितने लोग मौत के शिकार हो जाते हैं बल्कि आंकड़े बताते हैं कि इससे पीड़ित लोगों के इलाज पर हर साल 500 मिलियन का खर्च सामने आता हैं साथ ही लोगों के काम पर न जाने से इतना ही नुकसान और हो जाता हैं इस दवा की देश में बनाने की तैयारी को मिनिस्ट्री मेक इन इंडिया से भी जोड़ रही है और प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (PPP) को भी बाखूबी अंजाम दे रही है. फिलहाल अब सभी को इंतजार है कब दवा बनकर तैयार होगी और न केवल देश को बल्कि विश्वभर के लोगों को राहत देगी.
एक बेहद दर्दनाक वाकये में एक 65 साल की बुजुर्ग महिला पर कुत्तों ने हमला कर दिया और उन्हें एक हद तक खा भी लिया. शुक्रवार रात राज्य के सचिवालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर यह घटना हुई. महिला पर 50 कुत्तों ने हमला कर दिया. हादसा रात 9 बजे हुआ जब बुजुर्ग महिला टॉयलेट इस्तेमाल करने जा रही थीं.टिप्पणियां शीलूअम्मा नामक इन बुजुर्ग महिला को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई. गुस्साए रिश्तेदारों और इलाके के लोगों ने इस घटना के लिए शहर के प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. पुल्लुविल्ला के गुस्साए निवासियों ने कहा- हम धैर्य खो चुके हैं. प्रशासन कुत्तों को न मारने के कानून को लेकर ही लटका हुआ है. क्या हम इन कुत्तों से कमतर हैं? जिस वक्त कुत्ते महिला पर हमला कर चुके थे, उसी समय उनका बेटा बुजुर्ग महिला को ढूंढते हुए वहां आया. खुद को कुत्तों से बचाने के लिए उसे समुंद्र में कूदना पड़ा. शीलूअम्मा की मौत के घंटे भर बाद 50 साल के एक अन्य शख्स डेजी भी कुत्तों द्वारा हमले का शिकार हुआ. यह घटना पास की ही एक लोकेलिटी में हुई. शीलूअम्मा नामक इन बुजुर्ग महिला को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई. गुस्साए रिश्तेदारों और इलाके के लोगों ने इस घटना के लिए शहर के प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. पुल्लुविल्ला के गुस्साए निवासियों ने कहा- हम धैर्य खो चुके हैं. प्रशासन कुत्तों को न मारने के कानून को लेकर ही लटका हुआ है. क्या हम इन कुत्तों से कमतर हैं? जिस वक्त कुत्ते महिला पर हमला कर चुके थे, उसी समय उनका बेटा बुजुर्ग महिला को ढूंढते हुए वहां आया. खुद को कुत्तों से बचाने के लिए उसे समुंद्र में कूदना पड़ा. शीलूअम्मा की मौत के घंटे भर बाद 50 साल के एक अन्य शख्स डेजी भी कुत्तों द्वारा हमले का शिकार हुआ. यह घटना पास की ही एक लोकेलिटी में हुई. पुल्लुविल्ला के गुस्साए निवासियों ने कहा- हम धैर्य खो चुके हैं. प्रशासन कुत्तों को न मारने के कानून को लेकर ही लटका हुआ है. क्या हम इन कुत्तों से कमतर हैं? जिस वक्त कुत्ते महिला पर हमला कर चुके थे, उसी समय उनका बेटा बुजुर्ग महिला को ढूंढते हुए वहां आया. खुद को कुत्तों से बचाने के लिए उसे समुंद्र में कूदना पड़ा. शीलूअम्मा की मौत के घंटे भर बाद 50 साल के एक अन्य शख्स डेजी भी कुत्तों द्वारा हमले का शिकार हुआ. यह घटना पास की ही एक लोकेलिटी में हुई.
असम सहित देश के विभिन्न हिस्सों से घुसपैठियों को बाहर निकालने की केन्द्र की प्रतिबद्धता जताते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि देश की इंच-इंच जमीन से अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें निर्वासित किया जाएगा. अमित शाह ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह बात कही. उन्होंने राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) की चर्चा करते हुए कहा कि यह असम समझौते का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में इसका (NRC) का उल्लेख किया गया है. साथ ही सत्तारूढ़ पार्टी जिस घोषणापत्र के आधार पर चुनकर आयी है, उसमें भी यह बात कही गई है. अमित शाह ने कहा, 'देश की इंच-इंच जमीन पर जो अवैध प्रवासी रहते हैं, हम उनकी पहचान करेंगे तथा अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत उन्हें निर्वासित करेंगे.' Union Home Minister Amit Shah in Rajya Sabha: We will identify all the illegal immigrants and infiltrators living on every inch of this country and deport them as per the international law. pic.twitter.com/IqSYQMcqK1 अमित शाह ने यह बात समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान के इस पूरक प्रश्न के जवाब में कही कि क्या जिस तरह से असम में एनआरसी को लागू किया जा रहा है, सरकार की योजना उसे देश के अन्य राज्यों में भी उसी तरह से लागू करने की है. इससे पहले असम गण परिषद के वीरेन्द्र प्रसाद वैश्य के पूरक प्रश्न के जवाब में गृह राज्य मंत्री नित्यानन्द राय ने कहा कि सरकार असम में एनआरसी लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है. साथ ही वह यह भी सुनिश्चित करेगी कि एनआरसी की प्रक्रिया में भारत का कोई भी नागरिक नहीं छूटे तथा किसी अवैध प्रवासी को इसमें स्थान न मिल सके. राय ने कहा कि एनआरसी को लागू करने में सरकार की मंशा बिल्कुल साफ है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति और सरकार के पास 25 लाख से अधिक ऐसे आवेदन मिले हैं, जिनमें यह कहा गया कि कुछ भारतीयों को भारत का नागरिक नहीं माना गया है जबकि एनआरसी में कुछ ऐसे नागरिकों को भारतीय मान लिया गया है, जो बाहर से आये हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया है कि इन आवेदनों पर विचार करने के लिए सरकार को थोड़ा समय दिया जाए. राय ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुसार, असम में एनआरसी को 31 जुलाई 2019 तक प्रकाशित किया जाना है.
लोधा भारत में रहने वाली एक प्राचीन हिंदू जाति है। प्राचीन वर्ण व्यवस्था में इस जाति को क्षत्रीय वर्ग का माना गया है और इस जाति के लोगों को लोध के नाम से जाना जाता था। कालान्तर में इस जाति को लोध से लोधा कहा जाने लगा| ब्रिटिशकाल में लोधा जाति के लोग संयुक्त प्रान्तों से मध्य प्रान्तों की ओर फैल गये और वहां जाकर लोधा लोगों ने अपना नाम बदल कर लोधी कर लिया लेकिन इनका वास्तविक व स्थाई नाम लोधा ही है। वर्तमान में इस जाति को लोध, लोधा व लोधी तीनों नामों से जाना जाता है तथा इन्हें असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरयाना, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड व तेलंगाना आदि राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग की जातियों में शामिल किया गया है जबकि पश्चिम बंगाल व उड़ीसा में ये अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में रखे गये हैं। उत्पत्ति लोधा जाति की उत्पत्ती प्राचीनतम पुस्तक ऋग्वेद के मण्डल 3, सुक्त 53 एवं मंत्र 23 में प्रयुक्त शब्द ‘लोधं’ से मानी जाति है। इस मंत्र में लोधं शब्द का प्रयोग एक कुशल योद्धा के गुणों को प्रदर्शित करने हेतु विशेषण के रूप में किया गया था। कहा जाता है कि चन्द्रवंश व सूर्यवंश के संघर्ष के समय चंद्रवंशी महाराज बुध ने ऋषी मुनियों की सलाह से इसी मंत्र की मंत्रणानुसार लोध गुण युक्त वीरों की सैना तैयार कर युद्ध में विजय प्राप्त की थी। बाद में इस सैना के वीरों की पहचान लोध क्षत्रीय के रूप में की जाने लगी जो कालान्तर में लोधा क्षत्रीय कहलाये। ब्रिटिश इतिहासकारों ने लोधा जाति की उत्तपत्ती के बारे में अलग-अलग विचार व्यक्त किये हैं। मैथ्यू एटमोर शैरिंग महोदय ने अपनी पुस्तक ‘हिन्दू ट्राईब्ज एण्ड कास्ट्स एज रिप्रजेन्टेड इन बनारस’ में लिखा है कि ‘‘लोध जाति के लोग मूलतः लोध नामक पेड़ की छाल को बेचा करते थे जो कि रंगाई व औषधी के रूप में काम आती थी इसीलिये ये लोग लोध कहलाये।’’ जे.सी. नेसफील्ड महोदय ने अपनी पुस्तक ‘ब्रीफ व्यू ऑफ कास्ट सिस्टम’ में लिखा है कि ‘‘लोधा शब्द अंग्रेजी के Clod-Breaker शब्द से बना है। यहां Clod का अर्थ ‘लोड’ से और Breaker का अर्थ ‘हा’ से है इन्हें जोड़ कर लोधा (Lod+ha) शब्द बनता है।’’ विलियम क्रुक महोदय ने अपनी पुस्तक ‘द ट्राईब्ज एण्ड कास्ट्स ऑफ नोर्थ वेस्टर्न एण्ड अवध’ में लिखा है कि ‘‘लोधा शब्द संस्कृत के लोधरा शब्द से बना है जिसका अर्थ है ‘एक पेड़ की छाल’ जो कि रंगाई के काम आती है चुंकि ये लोग प्रारम्भ में इस पेड़ की छाल को बेच कर जीवन यापन करते थे इसलिये ये लोधा कहलाये।’’ क्रुक का दूसरा मत था कि ‘‘लोधा शब्द संस्कृत के ‘लुब्धका’ शब्द से बना है जिसका अर्थ है ‘एक निर्भीक’ या ‘एक शिकारी’।’’ जैसा कि इनके लिये कहा जाता है। आर.वी. रस्सेल महोदय ने अपनी पुस्तक ‘‘द ट्राईब्ज एण्ड कास्ट ऑफ द सेन्ट्रल प्रोविन्सेस ऑफ इण्डिया’’ में लिखा है कि ‘‘मध्यप्रान्तों में ये पंजाब के लुधियाना से आये थे इसीलिये इन्हें लोधी कहा जाने लगा। इनका स्थाई नाम लोधा है।’’ इसी पुस्तक में आगे लिखा है कि ‘‘ सागर जिले में कहा जाता है कि पहले लोधी की उत्पत्ती महादेव जी के द्वारा कुर्मी महिला के खेत में स्थित बजूके से उस खेत की सुरक्षा के लिये की गई थी।’’ ई.ए. गैट महोदय ने सन् 1901 बंगाल की जनगणना रिपोर्ट में लिखा है कि ‘‘ इस जाति की उत्पत्ती के बारे में मिदनापुर में कहा जाता है कि इन्हें पाण्डवों ने शिकार के लिये चुना था जबकि मयूरभंज में ये राजा बली के वंशज कहे जाते हैं। रमेश चंद्र गुणार्थी महोदय अपनी पुस्तक राजस्थानी जातियों की खोज में लिखते हैं कि लोधा जाति भी यदुवंशियों की एक शाखा मानी जाती है।  यह राजा भूवनपाल के द्वितीय पुत्र सामंत की नस्ल से है, जिसने सर्व प्रथम पंजाब में जाकर लुधियाना नगर बसाया था। बस यहीं से इस सामंत की संप्रदाय सेना का नाम लोधा हुआ। इतिहास लोधा जाति का अस्तित्व पौराणिक काल से है। पुराणों में कई जातियों का उल्लेख है जिन्हें सोध, रोध, लोध, बोध कहा जाता था लोधा इन्हीं के वंशज हैं। लोधा जाति क्षत्रीय वर्ण से है। स्मृतियों व अत्र संहिता से भी इस जाति की क्षत्रियत्वता सिद्ध होती है। मुगलकाल में भी लोधा जाति का उल्लेख लोधा, लोध राजपूत के रूप में मिलता है। मुगल बादशाह अकबर के समय आगरा, कोंण्डा व अहमदाबाद की शाही फौज में लोधा लोध राजपूत घुडसवार व सैनिक काफी संख्या में थे। उत्तर पश्चिमी प्रान्तों (वर्तमान उत्तरप्रदेश) में ब्रिटिशकालीन पुस्तकों में उत्तर पश्चिमी प्रान्तों (वर्तमान उत्तरप्रदेश) में लोधा जाति को कृषक वर्ग में एक स्वतंत्र जाति माना है और प्रमुख कृषक जातियों में इसका उल्लेख किया है। लोधा जाति के बारे में लिखा गया है कि ये अच्छे फसल उगाने वाले, शांत व मेहनती हैं। अवध क्षेत्र में ये अतिप्राचीन काल से रह रहे हैं। लगभग 9 सौ वर्ष हुए कांथ नामक लोधा ने कांथा नामक नगर बसाया था। जो कि उन्नाव जिले के पुरवा परगने में तहसील से 9 मील व सदर स्टेशन से 18 मील की दूरी पर है। लगभग एक हजार वर्ष हुए मांखी नामक लोधा ने मांखी नगर बसाया जो तहसील हसनगंज जिला उन्नाव में है। सन् 1921 में हुई जनगणना के अनुसार संयुक्त प्रान्तों, ब्रिटिश टेरेटरी, अवध व आगरा डिवीजन में लोधा जाति की जनसंख्या 10,46,816 थी। संयुक्त व उत्तर पश्चिमी प्रान्तों (वर्तमान उत्तरप्रदेश) के लगभग सभी जिलों में विशेषकर आगरा, एटा, इटावा, मैनपुरी, झांसी, ललितपुर, सारंगपुर, अलीगढ़, बुलन्दशहर, मेरठ, बदायूं, बिजनौर, बरेली, कानपुर,लखनऊ, गोरखपुर, फरूखबाद व फतेहपुर आदि में लोधा जाति के लोग निवास करते थे और यहां ये सिर्फ कृषक ही नहीं है बल्कि भूस्वामी भी थे इसीलिये इन्हें यहां कई जगह ‘‘मुकादम’’ जमीदार भी कहा जाता था। मध्य प्रान्तों (वर्तमान मध्यप्रदेश) में संयुक्त प्रान्तों से लोधा जाति के लोग मध्य प्रान्तों (वर्तमान मध्यप्रदेश) की ओर तेजी से बढे़। ये लोग नर्बदा घाटी, बांणगंगा और छत्तीसगढ़ के खैराबाद तक फैल गये। सन् 1911 की जनगणना के समय यहां इनकी जनसंख्या लगभग 3 लाख थी। मध्यप्रान्तों के हौशंगाबाद, जबलपुर, सागर, नरसिंगपुर, भांदरा, मण्डला, छिंदवाडा, रायपुर, व दमोह आदि जिलों में लोधा अधिक संख्या में रहते थे। यहां ये अपने स्वयं की भूमि के मालिक बन गये थे और उच्च कृषक वर्ग की जातियों की तरह अपने को ‘‘ठाकुर’’ करने लगे थे। पन्ना के राजा ने इनमें से कुछ परिवारों को राजा व दीवान की उपाधियां भी प्रदान की थीं। । इतिहासकारों के अनुसार जो लोग यहां पंजाब के लुधियाना से आये थे उन्हें लोधी कहा जाने लगा इनका स्थाई नाम लोधा है। राजपुताने (वर्तमान राजस्थान) में राजपुताने (वर्तमान राजस्थान) में लोधा जाति प्रमुख कृषक जाति मानी जाती थी। ये लोग पूर्वी राजपुताना जिलों में अधिक भूमि पर खेती करते थे। धौलपुर में ये 45 गांवों के मालिक थे तथा 91 और गांवों की भूमि का उपयोग करते थे इस प्रकार ये सन् 1880 में 17 हजार एकड़ भूमि को जोतते थे। सन् 1697 से पूर्व करौली राज्य के दक्षिण पश्चिम में स्थित उंटगिरी तहसील लोधा लोगों के कब्जे में थी। लोधों के बनवाये बंध व तालाब आज भी यहां मौजूद हैं। देवरावल की दक्षिणी सीमा पर लोद्र राजपुत रहते थे, उनकी राजधानी का नाम लुद्रवा था यह जैसलमेर से 10 मील दूर पश्चिम में है। सन् 1901 की जनगणना में राजपुताना क्षेत्र में लोधा लोगों की जनसंख्या 44,943 बताई गई थी। राजपुताने के जयपुर, भरतपुर, धौलपुर, कोटा, बूंदी, टोंक, झालावाड़, सिरोही, मेवाड़, मारवाड़, प्रतापगढ़, अलवर व शाहपुरा में लोधा अधिक संख्या में रहते थे। बंगाल व उडीसा में लोध, लोधा व नोध जाति एन्गुल व उड़ीसा के सहायक राज्यों की आदिवासी जाति थी। कहा जाता है कि ये लोध सिंहभूम व मयूरभंज से आये थे और इनका सम्बन्ध मयूरभंज के नोध लोगों से है। जो कि यहां की प्राचीन जातियों में से एक है। मिदनापुर में सहर व साबर जनजाति को इसका पर्याय कहा जाता है। इनका पारम्परिक व्यवसाय जंगली उत्पादों लाख, कोकून, शहद आदि को इकट्ठा करना था। सहायक राज्यों में इन्हें लोधा खेडिया यहा जाता था। उपजातियां व गोत्र आमोदिया,सोराया,उमरार,अमलेडिया,दतकाया,बाटोलिया,दसाया, पथरिया, मथुरिया, संकला जरिया, करहर, बनयान, लाखिया, खारिया, खागी, पनिस, कथारिया, माहोरिया, नरवरिया,तंवर, अन्तरवेदी, महदेले, भदौरिया, जरिया, खाकरहा, जैसारी, ओनतो, बसयान, चांदपुरिया, दौदांसिया, गुडलेया, हरदिया, जांगरा, जंघेल, किरबनियां आदि हैं। पंडित छोटेलाल महोदय ने अपनी पुस्तक ‘जाति अन्वेषण’ में लोधा जाति के 515 उपभेद होना बताया हैं। जनसंख्या सन् 1891 में की गई जनगणना के अनुसार भारत में लोधा जाति की कूल जनसंख्या 160,74,098 थी। जिसमें सर्वाधिक जनसंख्या उत्तर पश्चिमी प्रान्तों (वर्तमान उत्तर प्रदेश) में 20,29,213, मध्यप्रान्तों (वर्तमान मध्यप्रदेश) में 2,87,241 तथा राजपुताने (वर्तमान राजस्थान) में 45,524 बताई गई है। संदर्भ जाति
न्यूयार्क पुलिस उस महिला की तलाश कर रही है, जिसने कथित रूप से एक भारतीय को न्यूयार्क सिटी के सबवे प्लेटफार्म पर एक रेलगाड़ी के आगे धकेल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। महिला की उम्र 20 वर्ष के आसपास की थी और जैकेट व जूते पहने हुए थी। स्थानीय मीडिया रपटों के अनुसार, पीड़ित की पहचान क्वींस के सुनंदो सेन (46) के रूप में हुई है। सेन भारत में पले-बढ़े हैं और इस वर्ष वह अपर वेस्ट साइड में फोटो कॉपी का एक छोटा-सा कारोबार शुरू करने वाले थे। सीएनएन ने उपायुक्त पॉल ब्राउन के हवाले से शुक्रवार को एक रपट में कहा है कि गुरुवार शाम क्वींस में सात नम्बर वाली रेलगाड़ी पकड़ने के लिए एक महिला को एक स्टेशन पर दौड़ते हुए देखा गया था। इस महीने की यह दूसरी घटना है, जब किसी व्यक्ति को न्यूयार्क में रेलगाड़ी के नीचे धकेला गया है।टिप्पणियां प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही 11 डिब्बो वाली रेलगाड़ी स्टेशन पर पहुंची, महिला प्लेटफार्म की ओर तेजी से बढ़ी और सेन को पटरी पर धकेलने से थोड़े समय पहले मन में कुछ बुदबुदाई थी। रेलगाड़ी जब रुकी तो पीड़ित का शव दूसरे डिब्बे के नीचे फंसा हुआ पाया गया। पुलिस ने आरोपी महिला को हिस्पैनिक बताया है, जो पांच फुट पांच इंच लम्बी है और उम्र के 20वें वर्ष में चल रही होगी। वह नीले, सफेद और ग्रे रंग की जैकेट तथा नाइक के जूते पहने हुए थी। स्थानीय मीडिया रपटों के अनुसार, पीड़ित की पहचान क्वींस के सुनंदो सेन (46) के रूप में हुई है। सेन भारत में पले-बढ़े हैं और इस वर्ष वह अपर वेस्ट साइड में फोटो कॉपी का एक छोटा-सा कारोबार शुरू करने वाले थे। सीएनएन ने उपायुक्त पॉल ब्राउन के हवाले से शुक्रवार को एक रपट में कहा है कि गुरुवार शाम क्वींस में सात नम्बर वाली रेलगाड़ी पकड़ने के लिए एक महिला को एक स्टेशन पर दौड़ते हुए देखा गया था। इस महीने की यह दूसरी घटना है, जब किसी व्यक्ति को न्यूयार्क में रेलगाड़ी के नीचे धकेला गया है।टिप्पणियां प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही 11 डिब्बो वाली रेलगाड़ी स्टेशन पर पहुंची, महिला प्लेटफार्म की ओर तेजी से बढ़ी और सेन को पटरी पर धकेलने से थोड़े समय पहले मन में कुछ बुदबुदाई थी। रेलगाड़ी जब रुकी तो पीड़ित का शव दूसरे डिब्बे के नीचे फंसा हुआ पाया गया। पुलिस ने आरोपी महिला को हिस्पैनिक बताया है, जो पांच फुट पांच इंच लम्बी है और उम्र के 20वें वर्ष में चल रही होगी। वह नीले, सफेद और ग्रे रंग की जैकेट तथा नाइक के जूते पहने हुए थी। सीएनएन ने उपायुक्त पॉल ब्राउन के हवाले से शुक्रवार को एक रपट में कहा है कि गुरुवार शाम क्वींस में सात नम्बर वाली रेलगाड़ी पकड़ने के लिए एक महिला को एक स्टेशन पर दौड़ते हुए देखा गया था। इस महीने की यह दूसरी घटना है, जब किसी व्यक्ति को न्यूयार्क में रेलगाड़ी के नीचे धकेला गया है।टिप्पणियां प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही 11 डिब्बो वाली रेलगाड़ी स्टेशन पर पहुंची, महिला प्लेटफार्म की ओर तेजी से बढ़ी और सेन को पटरी पर धकेलने से थोड़े समय पहले मन में कुछ बुदबुदाई थी। रेलगाड़ी जब रुकी तो पीड़ित का शव दूसरे डिब्बे के नीचे फंसा हुआ पाया गया। पुलिस ने आरोपी महिला को हिस्पैनिक बताया है, जो पांच फुट पांच इंच लम्बी है और उम्र के 20वें वर्ष में चल रही होगी। वह नीले, सफेद और ग्रे रंग की जैकेट तथा नाइक के जूते पहने हुए थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही 11 डिब्बो वाली रेलगाड़ी स्टेशन पर पहुंची, महिला प्लेटफार्म की ओर तेजी से बढ़ी और सेन को पटरी पर धकेलने से थोड़े समय पहले मन में कुछ बुदबुदाई थी। रेलगाड़ी जब रुकी तो पीड़ित का शव दूसरे डिब्बे के नीचे फंसा हुआ पाया गया। पुलिस ने आरोपी महिला को हिस्पैनिक बताया है, जो पांच फुट पांच इंच लम्बी है और उम्र के 20वें वर्ष में चल रही होगी। वह नीले, सफेद और ग्रे रंग की जैकेट तथा नाइक के जूते पहने हुए थी। पुलिस ने आरोपी महिला को हिस्पैनिक बताया है, जो पांच फुट पांच इंच लम्बी है और उम्र के 20वें वर्ष में चल रही होगी। वह नीले, सफेद और ग्रे रंग की जैकेट तथा नाइक के जूते पहने हुए थी।
भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच होने वाली बॉर्डर-गावस्‍कर टेस्‍ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम सोमवार को जयपुर पहुंच रही है. नौ अक्‍टूबर से शुरू होने जा रही चार टेस्‍ट मैचों की इस सीरीज के लिए रिकी पोंटिंग के नेतृत्‍व में युवा खिलाडि़यों से भरी हुई टीम भारत आ रही है. सीरीज का पहला मैच नौ अक्‍टूबर से बैंगलोर में शुरू होगा. उससे पहले ऑस्‍ट्रेलियाई टीम दो अभ्‍यास मैच भी खेलेगी. एक ओर जहां ऑस्‍ट्रेलियाई टीम में एंड्रयू साइमंड्स को शामिल नहीं किया गया है वहीं दूसरी ओर भारत की ओर से भी मास्‍टर ब्‍लास्‍टर सचिन तेंदुलकर के खेलने पर संदेह बना हुआ है. हालांकि रविवार को ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव निरंजन शाह ने स्‍पष्‍ट किया था कि सचिन ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ होनेवाली सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल रहेंगे.
नासिक में चल रहे कुंभ मेले में भाग ले रहे एक अखाड़े के एक महंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दरख्वास्त की है कि वर्चुअल माध्यम से बातचीत करने की बजाय वे उनसे उनके स्थान पर आकर मिलें। बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत रघुमनि ने कहा, ‘मोदीजी फेस टू फेस मिलो, फेसबुक पे मत मिलो।’ रघुमुनि ने कहा कि प्रधानमंत्री तमाम धर्मों के आयोजनों में जा कर शिरकत करते हैं लेकिन हिन्दुओं के इतने बड़े उत्सव कुंभ मेले में वे उपस्थित नहीं हुए। पूरे कुम्भ क्षेत्र में सबसे अधिक साफ सफाई और सौन्दर्य के पर्याय बने हुए पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत रघुमुनि ने कहा, ‘मोदी जी तो खाली फेसबुक पर सफाई की बात करते हैं और हम सफाई को अपने अखाड़े में मूर्त रूप देते हैं। मैं पिछले डेढ़ साल से यहीं त्र्यम्बक में रहकर तैयारियों में जुटा हुआ हूं।’टिप्पणियां इसके इतर पिछले चार दिनों से त्र्यंबकेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है और भक्त 12 से 20 किलोमीटर लंबी कतारों में लगे हैं। प्रशासन ने मंदिर में प्रवेश का एक ही द्वार खोला हुआ है और ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए एक बड़ी सी स्क्रीन लगाई हुई है ताकि लंबी कतारों को कम किया जा सके। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कुंभ मेला योगेश चावन ने कहा कि मंदिर के अन्य दरवाजों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद रखा गया है। हालांकि मंदिर का पश्चिमी द्वार विशेष अतिथियों और पुजारियों के लिए खुला रखा गया है। रघुमुनि ने कहा कि प्रधानमंत्री तमाम धर्मों के आयोजनों में जा कर शिरकत करते हैं लेकिन हिन्दुओं के इतने बड़े उत्सव कुंभ मेले में वे उपस्थित नहीं हुए। पूरे कुम्भ क्षेत्र में सबसे अधिक साफ सफाई और सौन्दर्य के पर्याय बने हुए पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत रघुमुनि ने कहा, ‘मोदी जी तो खाली फेसबुक पर सफाई की बात करते हैं और हम सफाई को अपने अखाड़े में मूर्त रूप देते हैं। मैं पिछले डेढ़ साल से यहीं त्र्यम्बक में रहकर तैयारियों में जुटा हुआ हूं।’टिप्पणियां इसके इतर पिछले चार दिनों से त्र्यंबकेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है और भक्त 12 से 20 किलोमीटर लंबी कतारों में लगे हैं। प्रशासन ने मंदिर में प्रवेश का एक ही द्वार खोला हुआ है और ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए एक बड़ी सी स्क्रीन लगाई हुई है ताकि लंबी कतारों को कम किया जा सके। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कुंभ मेला योगेश चावन ने कहा कि मंदिर के अन्य दरवाजों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद रखा गया है। हालांकि मंदिर का पश्चिमी द्वार विशेष अतिथियों और पुजारियों के लिए खुला रखा गया है। पूरे कुम्भ क्षेत्र में सबसे अधिक साफ सफाई और सौन्दर्य के पर्याय बने हुए पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के महंत रघुमुनि ने कहा, ‘मोदी जी तो खाली फेसबुक पर सफाई की बात करते हैं और हम सफाई को अपने अखाड़े में मूर्त रूप देते हैं। मैं पिछले डेढ़ साल से यहीं त्र्यम्बक में रहकर तैयारियों में जुटा हुआ हूं।’टिप्पणियां इसके इतर पिछले चार दिनों से त्र्यंबकेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है और भक्त 12 से 20 किलोमीटर लंबी कतारों में लगे हैं। प्रशासन ने मंदिर में प्रवेश का एक ही द्वार खोला हुआ है और ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए एक बड़ी सी स्क्रीन लगाई हुई है ताकि लंबी कतारों को कम किया जा सके। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कुंभ मेला योगेश चावन ने कहा कि मंदिर के अन्य दरवाजों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद रखा गया है। हालांकि मंदिर का पश्चिमी द्वार विशेष अतिथियों और पुजारियों के लिए खुला रखा गया है। इसके इतर पिछले चार दिनों से त्र्यंबकेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है और भक्त 12 से 20 किलोमीटर लंबी कतारों में लगे हैं। प्रशासन ने मंदिर में प्रवेश का एक ही द्वार खोला हुआ है और ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए एक बड़ी सी स्क्रीन लगाई हुई है ताकि लंबी कतारों को कम किया जा सके। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कुंभ मेला योगेश चावन ने कहा कि मंदिर के अन्य दरवाजों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद रखा गया है। हालांकि मंदिर का पश्चिमी द्वार विशेष अतिथियों और पुजारियों के लिए खुला रखा गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कुंभ मेला योगेश चावन ने कहा कि मंदिर के अन्य दरवाजों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद रखा गया है। हालांकि मंदिर का पश्चिमी द्वार विशेष अतिथियों और पुजारियों के लिए खुला रखा गया है।
यह एक लेख है: देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 406.08 अंकों की गिरावट के साथ 20,229.05 पर और निफ्टी 123.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,999.05 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 55.87 अंकों की गिरावट के साथ 20,579.26 पर खुला और 406.08 अंकों या 1.97 फीसदी की गिरावट के साथ 20,229.05 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 20,579.26 के ऊपरी और 20,189.23 के निचले स्तर को छुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 26.40 अंकों की गिरावट के साथ 6,096.50 पर खुला और 123.85 अंकों या 2.02 फीसदी की गिरावट के साथ 5,999.05 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 6,097.35 के ऊपरी और 5,985.40 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 73.70 अंकों की गिरावट के साथ 6,162.01 पर और स्मॉलकैप 55.14 अंकों की गिरावट के साथ 5,991.20 पर बंद हुआ। बीएसई के सभी 13 सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई। बैंकिंग (2.49 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (2.37 फीसदी), रियल्टी (2.29 फीसदी), बिजली (2.06 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (2.00 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गई।
प्रेग्नेंसी के दौरान अधिकांश महिलाओं को स्ट्रेच मार्क्स आ जाते हैं. दरअसल, प्रेग्नेंसी के दौरान त्वचा में खिंचाव आने की वजह से पेट के निचले हिस्से, बाजू, पैरों, पीठ, कुल्हों आदि पर स्ट्रेच मार्क्स आ जाते हैं. पर प्रेग्नेंसी के बाद लाख कोशिशों के बावजूद स्ट्रेच मार्क्स नहीं जाते हैं. प्रेग्नेंसी में महिलाएं इस बात से सबसे ज्यादा डरती हैं... ऐसे में हम आपके लिए कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं, जिनकी मदद से आप अपने जिद्दी स्ट्रेक मार्क्स हमेशा-हमेशा के लिए मिटा सकती हैं. जानिये कैसे... 1. तेल से करें मसाज खिंचाव के कारण आए स्ट्रेच मार्क्स पर रोजाना तेल से मसाज कर इन स्ट्रेच मार्क्स को कम किया जा सकता है. बेहतर परिणाम के लिए नारियल तेल का प्रयोग करें. इसके अलावा आप आरंडी, बादाम, जैतून आदि का तेल भी इस्तेमाल कर सकती हैं. प्रेग्नेंसी में ये एक चीज खाएंगे तो गारंटी बच्चा स्मार्ट होगा... 2. अंडे का सफेद हिस्सा लगाएं अंडे के सफेद वाले हिस्से में प्रोटीन का स्तर बहुत ज्यादा होता है. इसलिए यदि रोजाना आप अंडे का सफेद वाला हिस्सा अपने स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं तो यह बहुत जल्दी कम हो सकता है. दो अंडे का सफेद वाला हिस्सा निकालकर स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं और सूखने पर उसे धो दें. फिर वहां मॉइस्चराइजर लगा लें. प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखना मां और बच्चे के लिए है फायदेमंद... 3.विटामिन ई लगाएं त्वचा के लिए विटामिन ई बहुत अच्छा होता है. विटामिन ई तेल में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो कोलेजन को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं. रोजाना 15 से 20 मिनट तक अपने स्ट्रेच मार्क्स पर विटामिन ई के तेल से मालिश करें. यह तेल स्ट्रेच मार्क्स को कम करता है और अगर इसका प्रयोग अच्छे से किया जाए तो स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने की भी क्षमता रखता है. प्रेग्नेंसी में अगर हो जाए खून की कमी तो... 4.नींबू का रस भी है कारगर स्ट्रेच मार्क्स पर नींबू का रस लगाएं और सूखने के बाद हल्के गुनगुने पानी से धो दें. आपके स्ट्रेच मार्क्स धीरे-धीरे कम हो जाएंगे. 5.खानपान में करें बदलाव विटामिन के शरीर से दाग धब्बे हटाने का सबसे अच्छा पोषक तत्व होता है. ऐसे में आप अपने खानपान में यदि विटामिन के युक्त हरी सब्जियों, जैसे खीरे, बंदगोभी, पालक और प्याज आदि को शामिल कर लें तो प्रेग्नेंसी के बाद आए मार्क्स से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है. 6. कॉफी और एलोवेरा का पेस्ट लगाएं स्ट्रेच मार्क्स पर कॉफी और एलोवेरा को मिलाकर बनाया गया पेस्ट लगाएं. 3 से 5 मिनट तक इस मिश्रण से स्ट्रेच मार्क्स पर मालिश करें. फिर 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें और इसके बाद पोंछ दें. सादा पानी से धोकर वहां मॉइस्चराइजर लगाएं. लगातार एक महीने तक ऐसा करने से स्ट्रेच मार्क्स बहुत कम हो जाएंगे. प्रेग्नेंसी में उल्टी से बचने के ये हैं उपाय 6. आलू काटकर लगाएं घर में आलू आसानी से उपलब्ध होता है. प्रेग्नेंसी में आए स्ट्रेच मार्क्स से परेशान हैं तो रोजाना आलू काटकर प्रभावित हिस्सों पर रगड़ें. सूख जाने पर पानी से धो लें और कोई मॉइस्चराइजर लगा लें.
राज्यसभा में रिटेल में एफडीआई पर बहस के बाद होने वाली वोटिंग में बीएसपी सरकार के पक्ष में मतदान करेगी। इससे पूर्व लोकसभा में बीएसपी ने वॉकआउट करके सरकार की नैया पार लगाई थी। राज्यसभा में बीएसपी के 15 सांसद हैं। राज्यसभा में बहस गुरुवार को पूरी हो गई है और शुक्रवार को इस विषय पर वोटिंग होगी। मायावती ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लाई जा रही एफडीआई में यह प्रावधान है कि इसे किसी राज्य पर थोंपा नहीं जाएगा, सो इसलिए हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि हम इस मुद्दे पर सरकार के पक्ष में मतदान करेंगे।टिप्पणियां इससे पूर्व बीएसपी ने अपने पत्ते साफ नहीं किए थे कि वह सरकार के खिलाफ जाएगी या पक्ष में।  244 सदस्यों वाले इस सदन में सरकार को अपने पक्ष में 123 वोटों की जरूरत होगी। सदन में इस समय कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों के 89 सदस्य हैं। इसके अलावा उसे आरजेडी और एलजेपी का भी समर्थन मिला हुआ है। वहीं विपक्ष में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों के पास 65 मत हैं। इसके अलावा वामदलों के 14 और तृणमूल कांग्रेस के नौ सांसद भी इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ वोट करेंगे। मायावती ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लाई जा रही एफडीआई में यह प्रावधान है कि इसे किसी राज्य पर थोंपा नहीं जाएगा, सो इसलिए हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि हम इस मुद्दे पर सरकार के पक्ष में मतदान करेंगे।टिप्पणियां इससे पूर्व बीएसपी ने अपने पत्ते साफ नहीं किए थे कि वह सरकार के खिलाफ जाएगी या पक्ष में।  244 सदस्यों वाले इस सदन में सरकार को अपने पक्ष में 123 वोटों की जरूरत होगी। सदन में इस समय कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों के 89 सदस्य हैं। इसके अलावा उसे आरजेडी और एलजेपी का भी समर्थन मिला हुआ है। वहीं विपक्ष में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों के पास 65 मत हैं। इसके अलावा वामदलों के 14 और तृणमूल कांग्रेस के नौ सांसद भी इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ वोट करेंगे। इससे पूर्व बीएसपी ने अपने पत्ते साफ नहीं किए थे कि वह सरकार के खिलाफ जाएगी या पक्ष में।  244 सदस्यों वाले इस सदन में सरकार को अपने पक्ष में 123 वोटों की जरूरत होगी। सदन में इस समय कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों के 89 सदस्य हैं। इसके अलावा उसे आरजेडी और एलजेपी का भी समर्थन मिला हुआ है। वहीं विपक्ष में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों के पास 65 मत हैं। इसके अलावा वामदलों के 14 और तृणमूल कांग्रेस के नौ सांसद भी इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ वोट करेंगे। वहीं विपक्ष में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों के पास 65 मत हैं। इसके अलावा वामदलों के 14 और तृणमूल कांग्रेस के नौ सांसद भी इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ वोट करेंगे।
यह एक लेख है: जींद शहर में मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियों ने 25 साल के एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान आनंद के रूप में हुई है. घटना के समय वह एक परिचित के साथ निजी अस्पताल के सामने खड़ा था. जींद (शहर) के थाना प्रभारी और पुलिस निरीक्षक सिमरजीत सिंह ने बताया कि जब वह अस्पताल के सामने खड़ा था, तभी दो अज्ञात व्यक्ति उसके पास पहुंच गये और उसे गोली मार दी.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि आनंद जींद की शिव कालोनी का निवासी था. गोल लगने के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. एक सीसीटीवी कैमरे में यह पूरी वारदात रिकॉर्ड हो गयी है. उन्होंने बताया, ‘‘हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. हम हत्या के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं. हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी अथवा मृतक या उसके परिजन के साथ विवाद के कारणों से इंकार नहीं किया जा सकता है.’’   जींद (शहर) के थाना प्रभारी और पुलिस निरीक्षक सिमरजीत सिंह ने बताया कि जब वह अस्पताल के सामने खड़ा था, तभी दो अज्ञात व्यक्ति उसके पास पहुंच गये और उसे गोली मार दी.टिप्पणियां उन्होंने बताया कि आनंद जींद की शिव कालोनी का निवासी था. गोल लगने के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. एक सीसीटीवी कैमरे में यह पूरी वारदात रिकॉर्ड हो गयी है. उन्होंने बताया, ‘‘हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. हम हत्या के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं. हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी अथवा मृतक या उसके परिजन के साथ विवाद के कारणों से इंकार नहीं किया जा सकता है.’’   उन्होंने बताया कि आनंद जींद की शिव कालोनी का निवासी था. गोल लगने के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. एक सीसीटीवी कैमरे में यह पूरी वारदात रिकॉर्ड हो गयी है. उन्होंने बताया, ‘‘हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. हम हत्या के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं. हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी अथवा मृतक या उसके परिजन के साथ विवाद के कारणों से इंकार नहीं किया जा सकता है.’’   उन्होंने बताया, ‘‘हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. हम हत्या के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं. हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी अथवा मृतक या उसके परिजन के साथ विवाद के कारणों से इंकार नहीं किया जा सकता है.’’
यह एक लेख है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और कैबिनेट के गुरुवार को होने जा रहे शपथ ग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejariwal) भी शामिल होंगे. दिल्ली सरकार के अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समारोह में शामिल होने का आमंत्रण मिला है. वहीं दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला दीक्षित (Shiela  ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कोई निमंत्रण नहीं मिला है.  उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने पीएम मोदी केशपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि मैंने अभी तक दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री से भी बात की है. वह राष्ट्रपति भवन में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं. ऐसे में मैं भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लूंगी. बता दें 30 मई को राष्ट्रपति भवन में शाम 7 बजे प्रधानमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. इस शपथ ग्रहण समारोह में सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों के अलावा सरकार ने बिम्सटेक (BIMSTEC) समूह के नेताओं को भी आमंत्रित किया है. विदेश मंत्रालय के अनुसार, बिम्सटेक देश के नेताओं को आमंत्रण सरकार की 'पड़ोसी प्रथम' नीति के तहत दिया गया है. मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वर्तमान अध्यक्ष एवं किर्गिस्तान के राष्ट्रपति तथा मॉरीशस के प्रधानमंत्री को भी शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है.