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ज़मज़म कुंआ Zamzam Well; (), सऊदी अरब के मक्का शहर की मस्जिद अल-हराम के भीतर स्थित है कुंआ पवित्र काबा के निकट है जो सऊदी अरब में स्थित है, इस्लाम में एक महत्वपूर्ण पवित्र स्थान है इस्लाम आनुसार , यह ईश्वरीय चमत्कारिक रूप से उत्पन्न पानी का स्रोत है, जो हजारों साल पहले उत्पन हुआ था। पैगम्बर हजरत इब्राहीम (अब्राहम) एक वचननुसार पत्नी बीबी हाजरा और शिशु पुत्र हजरत इस्माईल (इश्माएल) को मक्का के रेगिस्तान में छोड़ कर चले गये थे जिसके बाद मक्क के रेगिस्तान में दूर दूर तक पानी स्रोत न था शिशु हजरत इस्माइल को प्यास लगी लेकिन भूमि पर दूर तक पानी का स्रोत न था जिससे ईश्वर के चमत्कार से एक चश्मा जारी हुआ जिसे ज़मज़म कुंआ कहा जाता है। प्रत्येक वर्ष लाखो हज तीर्थयात्रा के दौरान आते हैं जो ज़मज़म पानी का अच्छी तरह उपयोग करते और साथ भी लाते है। ज़मज़म पानी की सुरक्षा ज़मज़म कुएँ का दैनिक आधार पर परीक्षण किया जाता है, इस प्रक्रिया में कुएँ से तीन नमूने लिए जाते हैं, और इन नमूनों की जांच मक्का में किंग अब्दुल्ला ज़मज़म जल वितरण केंद्र में की जाती है, जो उन्नत सुविधाओं से लैस है। ज़मज़म कुएँ को हाल ही में 2018 में सऊदी प्राधिकरण द्वारा पुनर्निर्मित किया गया था। इस परियोजना में ग्रैंड मस्जिद के पुराने तहखाने में इस्तेमाल होने वाले कंक्रीट और स्टील के मलबे को हटाकर ज़मज़म के आसपास के क्षेत्रों का जीवाणुमारण शामिल था। रमज़ान के दौरान पानी की अच्छी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन 100 नमूनों की जांच की जाती है। सन्दर्भ इस्लाम
कई सरकारी पदों पर निकली है वैकेंसी, ज्‍यादा जानकारी के लिए पढ़ें 28 जून के JOB ALERT. केरल एग्रीकल्‍चर यूनिवर्सिटी में वैकेंसी स्कूटर इंडिया लिमिटेड में 26 पदों पर वैकेंसी IBPS ने बैंक में निकाली वैकेंसी, जल्‍द करें आवेदन भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड में नौकरी
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को मशहूर फिल्म अभिनेता आमिर खान को देश में असहनशीलता बढ़ने जैसा महसूस होना या उनकी पत्नी किरण राव को अखबार खोलने में डर लगने जैसी बात फिजूल लगती है. एक तरफ सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने आमिर खान की बात का समर्थन किया था. वहीं एक दिन बाद मुलायम की बहू अपर्णा यादव आमिर के विरोध में खड़ी नजर आ रही हैं. फेसबुक पर ल‍िखीं भावनाएं अपर्णा यादव ने अपने फेसबुक पेज पर आमिर खान के खिलाफ लिखा है, 'सत्यापित हो गया है कि आमिर खान सिर्फ अभिनेता हैं, जो कि रंग दे बसंती और मंगल पांडे जैसे देशभक्तों के किरदार निभाने के बावजूद अपनी पत्नी को देशप्रेम न समझा पाए. हमारी गलती है कि आपसे इतनी बड़ी अपेक्षा करी. जय हिन्द जय भारत..!!' गौरतलब है कि मुलायम की छोटी बहू अपर्णा समाज सेविका भी हैं. इससे पहले वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करके चर्चा में आई थीं. उन्होंने मोदी के 'स्वच्छ भारत अभियान' की तारीफ की थी.
सोशल मीडिया पर द वॉल स्ट्रीट जर्नल (The Wall Street Journal) में हुई गलती को लेकर चर्चा गर्म है. द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 4 दिसंबर के संस्करण में मुख्य पेज पर गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) का नाम गलत वर्तनी के साथ प्रकाशित किया था. दरअसल, मुख्य पेज पर सुंदर पिचाई पर छपे एक लेख में गलती की गई थी. Take an early look at the front page of The Wall Street Journal https://t.co/1APTzb26C1pic.twitter.com/qZdqj6JSCr बता दें कि मंगलवार को पिचाई ने एल्फाबेट के सीईओ का पदभार ग्रहण किया था. इससे पहले लैरी पेज और सेर्गी ब्रिन ने एल्फाबेट के सीईओ और अध्यक्ष पद को रिक्त किया था. इस खबर को छापने में द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने गलती की और  Pichai के नाम को "Pinchai"छाप दिया. द वॉल स्ट्रीट जर्नल  ने लिखा था "Page and Brin hand over management of search-giant's parent, Alphabet, to Pinchai." बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक सुंदर पिचाई इस गलती से नाराज हैं क्योंकि वे खुद इस डेली के नियमित पाठक हैं, वे हर सुबह चाय के साथ ये अखबार पढ़ते हैं. हालांकि इस मामले में इंटरनेट पर लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. कुछ लोगों ने इस मामले पर कहा कि लेखक को कम से कम सुंदर पिचाई का नाम गूगल कर लेना चाहिए था. It's Pichai, not Pinchai @WSJpic.twitter.com/Yn99G34gJR pic.twitter.com/v8Fct9450b Utterly shameful to get @sundarpichai's name misspelled in the lead Page 1 headline of the day in print. https://t.co/9BkujW3xqg The irony is, the company's name happens to be Alphabet. रिपोर्ट के मुताबिक से लैरी पेज और सेर्गी ब्रिन सहसंस्थापक, शेयरहोलडर और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स  के तौर पर सक्रिय रहेंगे. सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ और एल्फाबेट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स सदस्य के तौर पर काम करेंगे.
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) के सिविल सर्विसेज 2014 की परीक्षा में बिहार के कुल 83 उम्मीदवारों को सफलता मिली है. टॉप-100 में बिहार के सात उम्मीदवार हैं. बिहार के सुहर्ष भगत ने पांचवा रैंक हासिल किया है. टॉप चार रैंक पर लड़कियों ने जगह पाई है. सुहर्ष को 2011 में भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा सेवा (आईएएएस) में जगह मिली थी. इसके बाद 2012 में उनका चयन भारतीय सूचना सेवा के लिए किया गया. 2013 में सुहर्ष का चयन आईआरएस के लिए भी हुआ था. उन्हें यह तो उम्मीद थी कि उन्हें अच्छी रैंक मिलेगी मगर टॉप-5 में आने की उम्मीद नहीं थी. सुहर्ष ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है. सुहर्ष ने आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. वहीं, बेगूसराय जिले के बाघा गांव में रहने वाले सरोज कुमार ने 984वां स्थान पाया है. वे फिलहाल सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर हैं. सरोज के पिता किसान हैं, जबकि उनकी मां गृहिणी हैं. सरोज ने इग्नू से ग्रेजुएशन और पीजी की पढ़ाई की है. अपने सफलता के बारे में सरोज का मानना है कि अगर दो साल तक आठ घंटे लगातार पढ़ाई की जाए तो कोई भी लक्ष्य पाया जा सकता है. बेगूसराय के ही आलोक कृष्ण को भी इस परीक्षा में सफलता मिली है. आलोक ने 538 वां स्थान हासिल किया है. इनके पिता हल्दी के कारोबार से जुड़े हुए हैं. इन्हें यह सफलता तीसरे प्रयास में मिला है. पहली बार ये पीटी परीक्षा में विफल रहे, दूसरी बार इंटरव्यू में निराशा हाथ लगी. लेकिन तीसरी बार सफलता ने इनका दामन थाम लिया. फिलहाल आलोक सूरत में मेटेरियल इंजीनियर हैं.
मुंबई पर हुए हमले को लेकर पाकिस्तान में सभी के अलग सुर हैं और अलग-अलग राग हैं. इस बार पाकिस्तान के नौसेना प्रमुख ने दिखाया है नया पैंतरा. पाकिस्तान के नौसेना प्रमुख नोमान बशीर ने कहा है कसाब पाकिस्तान से मुंबई नहीं गया और 26/11 को मुंबई में जो तबाही का तांडव खेला गया वो सिर्फ भारतीय नौसेना की नाकामी है. साथ में नौसेना प्रमुख ने एक तरह से ये धमकी दी है कि पाकिस्तान की नौसेना भारत के लिए परेशानी का सबब साबित हो सकती है.
A post shared by Dharmendra Deol (@aapkadharam) on Jul 11, 2019 at 3:37pm PDT अगर वर्क फ्रंट की बात करें तो एक्टर धर्मेंद्र (Dharmendra) को लेकर खबरें आ रही हैं कि धर्मेंद्र अब  सलमान खान (Salman Khan) की अपकमिंग फिल्म 'दबंग 3' (Dabangg 3) में उनके पिता का किरदार निभा सकते हैं. हालांकि इस खबर की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. सलमान खान और सोनाक्षी सिन्हा स्टारर इस फिल्म का फैन्स को बेसब्री से इंतजार है. ये फिल्म इसी साल दिसंबर में रिलीज हो सकती है. सलमान खान स्टारर इस फिल्म को बॉलीवुड के मशहूर डांसर प्रभु देवा डायरेक्ट कर रहे हैं. A post shared by Dharmendra Deol (@aapkadharam) on Apr 25, 2019 at 2:21am PDT बता दें कि बॉलीवुड के ही-मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र (Dharmendra) का असली नाम धरम सिंह देओल है. धर्मेंद्र का बचपन साहनेवाल में गुजरा. धर्मेंद्र के पिता स्कूल हेडमास्टर थे. धर्मेंद्र (Dharmendra) ने अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से 1960 में बॉलीवुड में डेब्यू किया. धर्मेंद्र को 1970 के दशक के मध्य में दुनिया के सबसे हैंडसम पुरुषों में स्थान मिला था. धर्मेंद्र वर्ल्ड आयरन मैन अवार्ड से भी नवाजे जा चुके हैं. धर्मेंद्र की लोकप्रिय फिल्मों में 'सत्यकाम', 'खामोशी', 'शोले', 'क्रोधी' और 'यादों की बारात' जैसी फिल्मों के नाम आते हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के साथ टकराव की राह पर बढ़ रहा है। पीसीबी ने बीसीबी को संकेत दिए हैं कि जब तक वह पाकिस्तान के दौरे की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा नहीं करता तब तक उसके लिए अपने खिलाड़ियों को बांग्लादेश प्रीमियर लीग के लिए भेजना संभव नहीं होगा।टिप्पणियां पीसीबी के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि बोर्ड पहले ही बीसीबी को बता चुका है कि उन्हें अपनी टीम को शृंखला के लिए पाकिस्तान भेजने की प्रतिबद्धता पूरी करनी होगी। सूत्र ने कहा, काफी नम्रता के साथ, लेकिन स्पष्ट संदेश में बीसीबी को कह दिया गया है कि जब तक वह इस बात पर अंतिम प्रतिबद्धता नहीं देता कि वह कब पाकिस्तान का दौरा करेगा तब तक पीसीबी के लिए अपने खिलाड़ियों को बीपीएल के दूसरे सत्र के लिए क्लीयरेंस देना संभव नहीं होगा। पीसीबी के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि बोर्ड पहले ही बीसीबी को बता चुका है कि उन्हें अपनी टीम को शृंखला के लिए पाकिस्तान भेजने की प्रतिबद्धता पूरी करनी होगी। सूत्र ने कहा, काफी नम्रता के साथ, लेकिन स्पष्ट संदेश में बीसीबी को कह दिया गया है कि जब तक वह इस बात पर अंतिम प्रतिबद्धता नहीं देता कि वह कब पाकिस्तान का दौरा करेगा तब तक पीसीबी के लिए अपने खिलाड़ियों को बीपीएल के दूसरे सत्र के लिए क्लीयरेंस देना संभव नहीं होगा। सूत्र ने कहा, काफी नम्रता के साथ, लेकिन स्पष्ट संदेश में बीसीबी को कह दिया गया है कि जब तक वह इस बात पर अंतिम प्रतिबद्धता नहीं देता कि वह कब पाकिस्तान का दौरा करेगा तब तक पीसीबी के लिए अपने खिलाड़ियों को बीपीएल के दूसरे सत्र के लिए क्लीयरेंस देना संभव नहीं होगा।
11:51 PM कल मध्य प्रदेश के राज्यपाल से 10.30 बजे मुलाकात करेंगे कमलनाथ 11:50 PM सीएम का पद मेरे लिए मील का पत्थर: कमलनाथ 11:50 PM आनेवाला वक्त चुनौतियों से भरा, हम एक नई शुरुआत करेंगे: कमलनाथ 11:48 PM हमसब मिलकर वचन पत्र पूरा करेंगे: कमलनाथ 11:47 PM मुझे CM पद की कोई भूख नहीं, कोई मांग नहीं थी: कमलनाथ 11:45 PM दिल्ली: पायलट के निकलते ही राहुल गांधी के घर पहुंचे अशोक गहलोत 11:44 PM दिल्ली: राहुल गांधी के घर से निकले सचिन पायलट 11:36 PM सीएम चुने जाने के बाद कमलनाथ ने कहा- समर्थन के लिए सिंधिया का शुक्रिया 11:14 PM मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा, कमलनाथ होंगे प्रदेश के CM 11:04 PM भोपाल में विधायक दल की बैठक जारी, कमलनाथ और सिंधिया भी मौजूद 10:56 PM मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे कमलनाथ, नहीं होगा कोई उपमुख्यमंत्री 10:45 PM भोपाल: कांग्रेस दफ्तर पहुंचे कमलनाथ, थोड़ी देर में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा 10:37 PM भोपाल कांग्रेस दफ्तर में कमलनाथ के स्वागत की तैयारी 10:35 PM दिल्ली में राहुल गांधी से मिलने पहुंचे सचिन पायलट 10:15 PM कुछ ही देर में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और सिंधिया करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस 10:12 PM दिल्ली से भोपाल पहुंचे कमलनाथ, समर्थकों ने की नारेबाजी 09:57 PM मुख्यमंत्री के लिए अपनी दावेदारी पर अड़े सचिन पायलट 09:47 PM राहुल गांधी से फिर मिल सकते हैं सचिन पायलट 09:37 PM राजस्थान में कौन होगा मुख्यमंत्री, इसे लेकर 10.30 बजे राहुल के घर होगी बैठक 09:29 PM अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में सोनिया गांधी 08:53 PM छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला कल होगा-खड़गे 08:37 PM नीदरलैंड के हाथों हॉकी वर्ल्ड कप का क्वार्टर फाइनल हारा भारत 08:28 PM छत्तीसगढ़ में 15 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह 08:17 PM हमारे लिए पार्टी सबसे ऊपर, हम जनता की सेवा के लिए: ज्योतिरादित्य 08:16 PM भोपाल में बैठक के बाद होगा नए सीएम का ऐलान: ज्योतिरादित्य 08:09 PM दिल्ली से भोपाल जा रहे हैं कमलनाथ और ज्योतिरादित्य 08:05 PM मध्य प्रदेश में सीएम के लिए कोई रेस नहीं है: ज्योतिरादित्य 08:00 PM विधायक दल की बैठक में तय होगा मध्य प्रदेश के CM का नाम: कमलनाथ 07:57 PM दिल्ली में राहुल गांधी और कमलनाथ की बैठक खत्म 07:46 PM राजस्थान के कांग्रेस विधायकों से मिलेंगे राहुल गांधी 07:43 PM जो भी निर्णय होगा, वह सभी को मान्य होगाः अशोक गहलोत 07:26 PM भोपाल: कांग्रेस के विधायक दल की बैठक का समय फिर बदला, 10 बजे होगी मीटिंग 07:16 PM आलाकमान पर छोड़ा फैसला: अशोक गहलोत 07:05 PM गहलोत को दिल्ली से जयपुर रवाना होने से रोका गया 07:01 PM गहलोत ने समर्थकों से सड़कों पर हंगामा न करने की अपील की 06:25 PM बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की 11-12 जनवरी को दिल्ली में बैठक 06:09 PM सचिन पायलट ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की 05:45 PM मध्य प्रदेश में शाम 8.30 बजे होगी कांग्रेस के विधायक दल की बैठक 05:36 PM J-K: बारिश और भारी बर्फबारी के कारण उधमपुर नेशनल हाइवे पर 2 दिन से फंसे हैं वाहन 05:27 PM जयपुर: सचिन पायलट के घर के बाहर जुटे समर्थक, कर रहे नारेबाजी 05:07 PM छत्तीसगढ़: भूपेश बघेल के घर के बाहर भिड़े कांग्रेस नेता 04:57 PM भोपाल: कांग्रेस दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर में कमलनाथ को CM बनने पर दी बधाई A poster congratulating Kamal Nath for being named CM is seen outside Congress office in Bhopal #MadhyaPradeshElections2018 pic.twitter.com/rsSketjeFp — ANI (@ANI) December 13, 2018 04:48 PM राहुल गांधी के घर बैठक जारी, प्रियंका, सोनिया और सिंधिया के साथ हो रही बातचीत 04:38 PM कांग्रेस पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है, यह कार्यकर्ताओं का उत्साह है: शोभा ओजा 04:33 PM अपने घर पहुंचे राहुल गांधी, सोनिया और सिंधिया वहां पहले से मौजूद 04:32 PM भोपाल: कांग्रेस दफ्तर के बाहर कमलनाथ और सिंधिया के समर्थक कर रहे नारेबाजी 04:29 PM आंध्र में 15 दिसंबर से भारी बारिश की चेतावनी, समुद्र में मछुआरों के जाने पर मनाही 04:25 PM आंध्र: अगले 24 घंटे में आ सकता है चक्रवात, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी 04:15 PM राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम पर अभी सहमति नहीं: सूत्र 04:07 PM सचिन पायलट और अशोक गहलोत को दिल्ली में रोका गया 03:24 PM छत्तीसगढ़ में ताम्रध्वज साहू मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे 03:12 PM दिल्लीः छत्तीसगढ़ इनचार्ज और पर्यवेक्षक शाम 5 बजे राहुल गांधी से मिलेंगे 02:55 PM राहुल गांधी ने कमलनाथ के नाम पर मुहर लगाई, भोपाल में 6 बजे ऐलान 02:55 PM भोपालः कमलनाथ होंगे मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री 02:55 PM भोपालः कांग्रेस विधायक दल की बैठक अब 6 बजे, पहले यह 4 बजे होने वाली थी 02:41 PM दिल्लीः राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे एके एंटनी 02:41 PM जयपुरः अशोक गहलोत के घर के बाहर समर्थकों की आतिशबाजी 02:27 PM दिल्लीः राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे MP के कांग्रेस इनचार्ज दीपक बाबरिया 02:26 PM सूत्रः राजस्थान के CM के लिए अशोक गहलोत के नाम पर सहमति 01:59 PM भोपालः कांग्रेस विधायक दल की बैठक 5 बजे, पहले यह 4 बजे होने वाली थी 01:58 PM भोपालः ज्योतिरादित्य के समर्थक मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए हवन पूजा कर रहे 01:31 PM दिल्ली: राहुल से मुलाकात के बाद गहलोत और पायलट जयपुर रवाना 01:29 PM तेलंगाना: के. चंद्रशेखर राव ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ 01:07 PM दिल्लीः गहलोत ने सचिन पायलट समर्थकों की नारेबाजी पर जताई आपत्ति 01:06 PM दिल्लीः सचिन पायलट के बाद अशोक गहलोत भी राहुल गांधी से मिले 01:02 PM राहुल गांधी के घर सचिन पायलट की हुई मुलाकात, अशोक गहलोत पहुंचे 12:48 PM दिल्लीः राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पहुंचे अशोक गहलोत 12:30 PM दिल्लीः राजस्थान के CM पर हो गया फैसला, शाम 4 बजे होगा ऐलान 12:17 PM दिल्लीः राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पहुंचे सचिन पायलट 12:16 PM CBI के अनुरोध पर इंटरपोल ने मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया Interpol issues Red Corner Notice against Mehul Choksi, on request of CBI pic.twitter.com/JLaSC5MZu2 — ANI (@ANI) December 13, 2018 12:14 PM हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित 12:13 PM दिल्लीः राहुल गांधी से मिलने के लिए आवास से निकले सचिन पायलट 12:12 PM जयपुरः MLA पीआर मीणा की धमकी, सचिन पायलट CM नहीं बने तो पार्टी छोड़ देंगे 12:09 PM राजस्थान के पर्यवेक्षकों और प्रभारियों के साथ राहुल गांधी की बैठक खत्म 12:08 PM भूपेश बघेलः छत्तीसगढ़ के सीएम के नाम का ऐलान आज होगा 11:43 AM दिल्ली में भी कांग्रेस ऑफिस में सचिन पायलट के समर्थकों की नारेबाजी 11:30 AM तुर्कीः अंकारा में ट्रेन हादसे में 4 की मौत, 43 लोग घायल 11:28 AM लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित 11:22 AM CM पर फैसले के लिए राहुल गांधी के घर पहुंचीं प्रियंका गांधी 11:17 AM राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित 11:16 AM लोकसभा में तीसरे दिन भी हंगामा, कार्यवाही 11.20 बजे के लिए स्थगित 11:05 AM बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कुरुक्षेत्र का दौरा रद्द किया 11:03 AM संसद भवन से अपने आवास लौटे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 10:45 AM संसद भवन में राहुल गांधीः हम पार्टी कार्यकर्ताओं और विधायकों से राय ले रहे 10:32 AM दिल्लीः बीजेपी संसदीय दल की बैठक खत्म, चुनाव में हार पर कोई बात नहीं हुई 10:27 AM सीएम पद को लेकर राहुल गांधी से मिलेंगे कांग्रेस के छत्तीसगढ़ इनचार्ज पीएल 10:26 AM कांग्रेस के छत्तीसगढ़ इनचार्ज पीएल पुनिया आज दिल्ली आएंगे 10:24 AM दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी संसद के लिए रवाना 10:07 AM दादर-नागर हवेलीः स्टील कंपनी में धमाके से 3 मजदूरों की मौत, 2 घायल Dadra and Nagar Haveli: 3 labourers dead, over 2 injured in an explosion in a boiler at Krishna Steel Company in Naroli village in Silvassa. Police investigation underway — ANI (@ANI) December 13, 2018 09:59 AM दिल्लीः PM मोदी की अगुवाई में बीजेपी संसदीय दल की बैठक शुरू Delhi: #Visuals of BJP Parliamentary party meeting from Parliament library building. PM Narendra Modi, BJP Chief Amit Shah, Union Ministers Sushma Swaraj, Prakash Javadekar, Kiren Rijiju,Ravi Shankar Prasad,senior BJP leader Lal Krishna Advani, among others present in the meeting pic.twitter.com/eDqn1SVyha — ANI (@ANI) December 13, 2018 09:58 AM J-K: भारी बर्फबारी के कारण जवाहर टनल को ट्रैफिक के लिए बंद किया गया Jammu and Kashmir: Jammu-Srinagar National Highway closed for traffic following heavy snowfall at the Jawahar Tunnel. pic.twitter.com/5gWw09bk1t — ANI (@ANI) December 13, 2018 09:41 AM कल से शुरू हो रहे पर्थ टेस्ट के लिए अश्विन और रोहित शर्मा टीम इंडिया से बाहर 09:35 AM दिल्लीः बीजेपी संसदीय दल की बैठक में भाग लेने पहुंचे PM मोदी और अमित शाह Delhi: Prime Minister Narendra Modi, BJP President Amit Shah, senior BJP leader Lal Krishna Advani arrive for BJP Parliamentary Party meeting pic.twitter.com/jkldlANKTs — ANI (@ANI) December 13, 2018 09:14 AM सोपोर एनकाउंटरः सुरक्षा बलों ने 2 आतंकियों को किया ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी 09:03 AM दिल्लीः PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज बीजेपी संसदीय दल की बैठक 08:52 AM राहुल गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे अशोक गहलोत और सचिन पायलट 08:34 AM भोपालः कांग्रेस विधायक दल की बैठक 4 बजे, CM के नाम का होगा ऐलान 08:17 AM हैदराबाद मे बोले ओवैसीः भारत कभी भी इस्लामिक देश नहीं बनेगा 07:48 AM राजस्थान में उपमुख्यमंत्री बनाने का दांव चल सकती है कांग्रेसः सूत्र 07:44 AM दिल्लीः अशोक गहलोत और सचिन पायलट आज साढ़े 9 बजे राहुल गांधी से मिलेंगे 07:43 AM राजस्थान के CM पद के दावेदार अशोक गहलोत और सचिन पायलट दिल्ली रवाना 07:34 AM दिल्ली: राहुल गांधी आज कर सकते हैं मुख्यमंत्रियों का ऐलान 07:28 AM पाक ने फिर किया सीजफायर का उल्लंघन, पुंछ के कासवा कर्णी क्षेत्र में फायरिंग जारी 07:16 AM दिल्ली: राहुल गांधी आज राजस्थान और मध्यप्रदेश के पर्यवेक्षकों के साथ करेंगे बैठक 06:29 AM PAK ने फिर किया सीजफायर का उल्लंघन, सीमा पर गोलीबारी 04:45 AM दिल्लीः प्रधानमंत्री मोदी आज BJP सांसदों को संबोधित करेंगे 04:00AM हैदराबादः के चंद्रशेखर राव तेलंगाना के CM पद की आज लेंगे शपथ 03:48 AM दिल्लीः इज ऑप डूइंग के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे बैठक 02:40 ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने विश्वासमत जीता Reuters: British Prime Minister Theresa May wins vote of confidence in her leadership. pic.twitter.com/UUerdKHgYQ — ANI (@ANI) December 12, 2018 02:16 AM दिल्लीः BJP अध्यक्ष अमित शाह पार्टी पदाधिकारियों के साथ करेंगे बैठक 12:08 AM आज शाम 5 बजे होगी टीआरएस के संसदीय दल की बैठक 12:07 AM महाराष्ट्र में सूखे से निपटने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिले CM फडणवीस 12:01 AM ईशा अंबानी की शादी में पहुंचे शाहरुख, सलमान और शाहिद कपूर
जीवविज्ञान में साधारण नाम किसी प्रजाति अथवा पदार्थ के उस नाम को कहा जाता है जो आम भाषा अथवा सामान्य जीवन में काम में लिया जाता है। अक्सर यह नामा इसके वैज्ञानिक नाम से समरूपता नहीं रखता जो सम्बंधित जीव या प्रजाति के लेटिन नाम से निर्मित किया जाता है। कभी-कभी सामान्य नाम को व्यापक रूप से काम में लिया जाता है लेकिन हमेशा ऐसी स्थिति नहीं होती। सन्दर्भ जीववैज्ञानिक नामावली लोक-नामों के अनुसार जीव
कभी समाजवादी पार्टी (सपा) के सिपहसालार रहे अमर सिंह पर ‘मुलायम’ होने के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार भड़काउ भाषण देने के आरोपी भाजपा सांसद वरुण गांधी के साथ भी मुरव्वत बरतने जा रही है. गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने पीलीभीत जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है कि भड़काउ भाषण देने के मामले में वरुण के खिलाफ दर्ज मुकदमे जनहित में वापस लिये जा सकते हैं या नहीं. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन से रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है और इस पर जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा. गौरतलब है कि वरुण पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भड़काउ भाषण देकर दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने, किसी धर्म का अपमान करके भावनाएं भड़काने तथा हत्या का प्रयास करने के आरोपों में मुकदमे दर्ज कराये गये थे. पुलिस इन तीनों ही मामलों में पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है. सूत्रों के मुताबिक वरुण के खिलाफ मुकदमे वापस लेने की कार्रवाई उनकी उत्तर प्रदेश की सपा सरकार से गुजारिश पर की जा रही है. बीजेपी सांसद ने इस सिलसिले में सरकार को पत्र भी लिखा था. गौरतलब है कि वरुण गांधी ने पीलीभीत में साल 2009 में चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था और कहा था कि आपकी तरफ अगर कोई हाथ उठाया तो वरुण गांधी उस हाथ को काट डालेगा. उन्होंने ये भी कहा था कि आप लोगों की इज्जत पर कोई हाथ डालेगा तो उसे वरुण गांधी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा. वरुण को साल 2009 में लोकसभा चुनाव के दौरान पीलीभीत में दिए भाषण के चलते मायावती ने जेल भेज दिया था. पुलिस ने उनपर रासुका लगाया था. बाद में वरुण गांधी से रासुका हटा लिया गया था.
नसीबू मापुंडा (जन्म 12 अगस्त 1991) एक तंजानियाई क्रिकेटर हैं। वह 2014 आईसीसी विश्व क्रिकेट लीग डिवीजन फाइव टूर्नामेंट में खेले। जुलाई 2018 में, वह 2018-19 आईसीसी विश्व ट्वेंटी 20 अफ्रीका क्वालीफायर टूर्नामेंट के लिए पूर्वी उप क्षेत्र समूह में तंजानिया के दस्ते का हिस्सा थे। अक्टूबर 2021 में, उन्हें रवांडा में 2021 आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप अफ्रीका क्वालीफायर टूर्नामेंट के ग्रुप बी में उनके मैचों के लिए तंजानिया के ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय (टी20आई) टीम में नामित किया गया था। उन्होंने 2 नवंबर 2021 को तंजानिया के लिए मोजाम्बिक के खिलाफ अपना टी20आई डेब्यू किया। उसी महीने बाद में, उन्हें रवांडा में भी 2021 आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप अफ्रीका क्वालीफायर टूर्नामेंट के क्षेत्रीय फाइनल के लिए तंजानिया के दस्ते में नामित किया गया था। सन्दर्भ 1991 में जन्मे लोग जीवित लोग विकेटकीपर
यह एक लेख है: नोएडा−ग्रेटर नोएडा में एक बार फिर से एक स्कूल बस हादसे का शिकार हुई है। ताजा मामला ग्रेटर नोएडा के बीटा सेक्टर के विश्व भारती स्कूल का है। स्कूल की बस सड़क हादसे का शिकार हो गई, जिसमें छह से ज्यादा बच्चे और टीचर घायल हो गए। इस हादसे में एक बच्चे का हाथ कट गया। घायल बच्चे को तुरंत इलाज के लिए एम्स लाया गया, लेकिन जैसा अभिभावक चाहते थे, वैसा इलाज करने से एम्स ने मना कर दिया, जिसके बाद बच्चे को दिल्ली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नोएडा−ग्रेटर नोएडा में स्कूल बस हादसों की तादाद में बढ़ोतरी हुई है, जिससे स्कूलों की लापरवाही की बात को बल मिलता है। वहीं देश के नामी अस्पतालों में से एक दिल्ली के एम्स में संसाधनों की कमी का मामला भी इस घटना से सामने आया है। सड़क हादसे में एक हाथ कट जाने वाले बच्चे को इलाज के लिए एम्स में लाया गया था। इलाज के दौरान एम्स प्रशासन ने बताया कि उसके पास ऐसे संसाधन नहीं हैं कि बच्चे के हाथ का इलाज किया जा सके। इसके बाद घायल बच्चे को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति मुखर्जी ने विधेयक को मंजूरी दे दी है. विधेयक के पारित होने से जीएसटी परिषद के गठन का रास्ता साफ होगा. यह परिषद जीएसटी की दर, उपकर और अधिभारों आदि पर निर्णय करेगी. जीएसटी के लागू होने के बाद ज्यादातर केंद्रीय और राज्य स्तरीय अप्रत्यक्ष कर मसलन उत्पाद शुल्क, सेवा कर बिक्री कर या वैट, केंद्रीय बिक्रीकर, अतिरिक्त सीमा शुल्क और सीमा शुल्क पर विशेष अतिरिक्त शुल्क इसमें समाहित हो जाएंगे. संसद ने इस विधेयक को 8 अगस्त को पारित किया था जिसके बाद इसे राज्य सरकारों को अनुमोदन के लिए भेजा गया था. किसी संविधान संशोधन विधेयक को कम से कम 50 प्रतिशत राज्यों की विधानसभाओं द्वारा अनुमोदित करने की जरूरत होती है. 17 राज्यों द्वारा इस विधेयक को अनुमोदित किए जाने के बाद इसे राष्ट्रपति सचिवालय को भेजा गया था. भाजपा शासित असम ने पहले पहले इस विधेयक को अनुमोदित किया था. जिन अन्य राज्यों ने इस विधेयक को पारित किया है उनमें बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, नगालैंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, सिक्किम, मिजोरम, तेलंगाना, गोवा, ओड़िशा और राजस्थान शामिल हैं. टिप्पणियां राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने हाल में कहा था कि सरकार जीएसटी के क्रियान्वयन के मामले में आगे चल रही है. उन्होंने ट्वीट किया था कि राज्यों द्वारा इसे अनुमोदन के लिए 30 दिन रखे गए थे, लेकिन इसे 23 दिन में ही पूरा कर लिया गया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जीएसटी के लागू होने के बाद ज्यादातर केंद्रीय और राज्य स्तरीय अप्रत्यक्ष कर मसलन उत्पाद शुल्क, सेवा कर बिक्री कर या वैट, केंद्रीय बिक्रीकर, अतिरिक्त सीमा शुल्क और सीमा शुल्क पर विशेष अतिरिक्त शुल्क इसमें समाहित हो जाएंगे. संसद ने इस विधेयक को 8 अगस्त को पारित किया था जिसके बाद इसे राज्य सरकारों को अनुमोदन के लिए भेजा गया था. किसी संविधान संशोधन विधेयक को कम से कम 50 प्रतिशत राज्यों की विधानसभाओं द्वारा अनुमोदित करने की जरूरत होती है. 17 राज्यों द्वारा इस विधेयक को अनुमोदित किए जाने के बाद इसे राष्ट्रपति सचिवालय को भेजा गया था. भाजपा शासित असम ने पहले पहले इस विधेयक को अनुमोदित किया था. जिन अन्य राज्यों ने इस विधेयक को पारित किया है उनमें बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, नगालैंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, सिक्किम, मिजोरम, तेलंगाना, गोवा, ओड़िशा और राजस्थान शामिल हैं. टिप्पणियां राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने हाल में कहा था कि सरकार जीएसटी के क्रियान्वयन के मामले में आगे चल रही है. उन्होंने ट्वीट किया था कि राज्यों द्वारा इसे अनुमोदन के लिए 30 दिन रखे गए थे, लेकिन इसे 23 दिन में ही पूरा कर लिया गया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) किसी संविधान संशोधन विधेयक को कम से कम 50 प्रतिशत राज्यों की विधानसभाओं द्वारा अनुमोदित करने की जरूरत होती है. 17 राज्यों द्वारा इस विधेयक को अनुमोदित किए जाने के बाद इसे राष्ट्रपति सचिवालय को भेजा गया था. भाजपा शासित असम ने पहले पहले इस विधेयक को अनुमोदित किया था. जिन अन्य राज्यों ने इस विधेयक को पारित किया है उनमें बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, नगालैंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, सिक्किम, मिजोरम, तेलंगाना, गोवा, ओड़िशा और राजस्थान शामिल हैं. टिप्पणियां राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने हाल में कहा था कि सरकार जीएसटी के क्रियान्वयन के मामले में आगे चल रही है. उन्होंने ट्वीट किया था कि राज्यों द्वारा इसे अनुमोदन के लिए 30 दिन रखे गए थे, लेकिन इसे 23 दिन में ही पूरा कर लिया गया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जिन अन्य राज्यों ने इस विधेयक को पारित किया है उनमें बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, नगालैंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, सिक्किम, मिजोरम, तेलंगाना, गोवा, ओड़िशा और राजस्थान शामिल हैं. टिप्पणियां राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने हाल में कहा था कि सरकार जीएसटी के क्रियान्वयन के मामले में आगे चल रही है. उन्होंने ट्वीट किया था कि राज्यों द्वारा इसे अनुमोदन के लिए 30 दिन रखे गए थे, लेकिन इसे 23 दिन में ही पूरा कर लिया गया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने हाल में कहा था कि सरकार जीएसटी के क्रियान्वयन के मामले में आगे चल रही है. उन्होंने ट्वीट किया था कि राज्यों द्वारा इसे अनुमोदन के लिए 30 दिन रखे गए थे, लेकिन इसे 23 दिन में ही पूरा कर लिया गया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: 2012 में एक छोटे से विवाद के चलते भरत सिंह पर हमला हुआ था उन्हें तीन गोलियां लगी थी लेकिन खुशकिस्मती से वो बच गए थे। लेकिन रविवार को हुए हमले में बदमाशों ने अंतिम समय तक गोलियां चलाई और जब उनके मरने की तस्दीक कर ली फिर वो भागे। हालांकि भरत सिंह पर भी दर्जनभर आपराधिक मामले दर्ज थे लेकिन वो हंसमुख और मिलनसार नेता के रूप में जाने जाते थे। ये बात अलग है कि उनकी राजनीतिक इमारत भी किशन पहलवान के खौफ की बुनियाद पर टिकी थी लेकिन भरत सिंह कुख्यात माफिया वाली छवि से निकलकर नेतागीरी के साथ रियल स्टेट के कारोबार में पैसा कमाना चाहते थे। लेकिन शायद उन्होंने ये नहीं सोचा कि जिस जमीन के टुकड़े की दुश्मनी ने दो दर्जन से ज्यादा हत्याएं करवाई वो उन्हें कैसे बख्‍स देती, लिहाजा 29 मार्च की देर शाम वो भी उसी गैंगवार की भेट चढ़ गए जिसकी बुनियाद पर उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ था। लेकिन दिचाऊं कला गांव में जमीन के टुकड़े से शुरू हुई गैंगवार में दिचांऊकला और मित्रंऊ गांव में अब तक 25 से ज्यादा हत्याएं हुई है। इन हत्याओं का कारण बनी किशन पहलवान और अनूप बलराज की गैंगवार। अनूप और बलराज दो भाई थे जो अपने पिता की 3 एकड़ की जमीन वापस लाना चाहते थे। इस गैंगवार में जहां अनूप और बलराज को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा वहीं किशन पहलवान को अपने भाई और भतीजे को गंवाना पड़ा। इसके अलावा बहुत से ऐसे लोग मारे गए जिनका इस दुश्मनी से कोई लेना देना नहीं था। लेकिन इन हत्याओं ने किशन पहलवान को जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह बना दिया जिसकी बिना पर करोड़ों रुपए की प्रापर्टी और वसूली का राज कायम हो गया था। 1998 में बलराज और 2004 में अनूप के मारे जाने पर किशन पहलवान ने अपराध की दुनिया से अपना नाता तोड़ने की ठानी। उन्होंने अपने छोटे भाई भरत सिंह को राजनीति में लाने की सोची। 2004 में भरत सिंह पार्षद बने इसके बाद 2008 में पहली बार नजफगढ़ निर्दलीय चुनाव लड़ा और करीब 11 हजार वोटों से भारीभरकम जीत हासिल की। हालांकि वैसे तो किशन पहलवान की ओमप्रकाश चौटाला से नजदीकी किसी से छिपी नहीं थी। लेकिन अब तक जो पर्दे की पीछे से चौटाला किशन पहलवान को संरक्षण देते थे 2009 में खुले तौर पर उस वक्त दिया जब भरत सिंह विधायक रहते हुए आईएनएलडी ज्वाइन कर लिया और उन्हें दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। भरत सिंह की राजनीतिक सफलता से खुश होकर किशन पहलवान ने भी जेल से निकल कर राजनीति में जाने की सोची। इसके बाद शुरू हुआ जेल और बेल का खेल, किशन पहलवान को राजनीति में लाने का स्टेज तैयार हो चुका था। 2009 में अचानक एक दिन 27 हत्याओं का आरोपी और दिल्ली पुलिस के एक लाख के ईनामी किशन पहलवान की गिरफ्तारी की खबर आई। वो भी भरतपुर में महज कुछ शराब की बोतलों के साथ उसे राजस्थान पुलिस ने पकड़ा। उसके बाद वो तिहाड़ जेल पहुंच गया। जेल के अंदर से ही दिचाऊंकला वार्ड से उसने जीत हासिल की। और देखते ही देखते भाई विधायक, पत्नी नीलम और किशन पहलवान दोनों पार्षद बन गए। इसके बाद उसने अपने गैंग के खास लोगों को भी अपराध की दुनिया से निकालकर राजनीति और प्रापर्टी के धंधे में लगाने की सोची। 2008 में किशन पहलवान का खास शार्प शूटर महावीर डॉन की गिरफ्तारी भी उसी से जोड़कर देखी जाती है। अब दिल्ली के लोगों के जेहन में फिर ये खौफ है कहीं भरत सिंह की हत्या एक नए गैंगवार को न जन्म दे दे।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक मंत्री पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मोलू वेलिप की पत्नी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने का आरोप लगा है. पीड़िता ने पोंडा पुलिस स्टेशन में रविवार को उद्योग मंत्री महादेव नाइक के एक वीडियो फुटेज का हवाला देते हुए उनसे अपशब्द कहने का आरोप लगाया. पीड़िता ने कहा कि नाइक ने उन पर आरोप लगाया कि वह अपने पति के लिए वोट मांगने के लिए घर-घर जाती हैं और लोगों के पैरों पर गिरकर उनसे वोट मांगती हैं और..... मोलू वेलिप की पत्नी द्वारा दिए गए वीडियो में नाइक कहते सुनाई दे रहे हैं, (पार्टी कार्यकर्ता) पूनम सावंत ने आज मुझे बताया कि आप उम्मीदवार की पत्नी कह रही हैं कि 'मैं आपके पैर छूती हूं, आप मुझे वोट दें' लेकिन ऐसा हरगिज न करें. उसके अलावा भी वह कई अन्य तरीकों से वोट मांग रही हैं, लेकिन मैं उस सब मैं नहीं पड़ना चाहता. नाइक ने इन आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया, वहीं उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि शिकायतकर्ता ने मंत्री के शब्दों का गलत अर्थ निकाला है. नाइक के एक करीबी सूत्र ने कहा, मंत्री की बातों का यह अर्थ हरगिज नहीं था. वह केवल यह कहने की कोशिश कर रहे थे कि शिकायतकर्ता और उनके पति दोनों चुनाव के लिए बढ़-चढ़ कर प्रचार कर रहे हैं. टिप्पणियां गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी गोवा में जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटी है. मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच दिखाई दे रहा है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पीड़िता ने कहा कि नाइक ने उन पर आरोप लगाया कि वह अपने पति के लिए वोट मांगने के लिए घर-घर जाती हैं और लोगों के पैरों पर गिरकर उनसे वोट मांगती हैं और..... मोलू वेलिप की पत्नी द्वारा दिए गए वीडियो में नाइक कहते सुनाई दे रहे हैं, (पार्टी कार्यकर्ता) पूनम सावंत ने आज मुझे बताया कि आप उम्मीदवार की पत्नी कह रही हैं कि 'मैं आपके पैर छूती हूं, आप मुझे वोट दें' लेकिन ऐसा हरगिज न करें. उसके अलावा भी वह कई अन्य तरीकों से वोट मांग रही हैं, लेकिन मैं उस सब मैं नहीं पड़ना चाहता. नाइक ने इन आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया, वहीं उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि शिकायतकर्ता ने मंत्री के शब्दों का गलत अर्थ निकाला है. नाइक के एक करीबी सूत्र ने कहा, मंत्री की बातों का यह अर्थ हरगिज नहीं था. वह केवल यह कहने की कोशिश कर रहे थे कि शिकायतकर्ता और उनके पति दोनों चुनाव के लिए बढ़-चढ़ कर प्रचार कर रहे हैं. टिप्पणियां गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी गोवा में जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटी है. मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच दिखाई दे रहा है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मोलू वेलिप की पत्नी द्वारा दिए गए वीडियो में नाइक कहते सुनाई दे रहे हैं, (पार्टी कार्यकर्ता) पूनम सावंत ने आज मुझे बताया कि आप उम्मीदवार की पत्नी कह रही हैं कि 'मैं आपके पैर छूती हूं, आप मुझे वोट दें' लेकिन ऐसा हरगिज न करें. उसके अलावा भी वह कई अन्य तरीकों से वोट मांग रही हैं, लेकिन मैं उस सब मैं नहीं पड़ना चाहता. नाइक ने इन आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया, वहीं उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि शिकायतकर्ता ने मंत्री के शब्दों का गलत अर्थ निकाला है. नाइक के एक करीबी सूत्र ने कहा, मंत्री की बातों का यह अर्थ हरगिज नहीं था. वह केवल यह कहने की कोशिश कर रहे थे कि शिकायतकर्ता और उनके पति दोनों चुनाव के लिए बढ़-चढ़ कर प्रचार कर रहे हैं. टिप्पणियां गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी गोवा में जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटी है. मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच दिखाई दे रहा है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नाइक ने इन आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया, वहीं उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि शिकायतकर्ता ने मंत्री के शब्दों का गलत अर्थ निकाला है. नाइक के एक करीबी सूत्र ने कहा, मंत्री की बातों का यह अर्थ हरगिज नहीं था. वह केवल यह कहने की कोशिश कर रहे थे कि शिकायतकर्ता और उनके पति दोनों चुनाव के लिए बढ़-चढ़ कर प्रचार कर रहे हैं. टिप्पणियां गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी गोवा में जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटी है. मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच दिखाई दे रहा है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी गोवा में जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटी है. मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच दिखाई दे रहा है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक अगर आपके स्मार्टफोन में मौसम की जानकारी देना शुरू कर दे तो कोई हैरानी की बात नहीं है. ब्रिटेन के कुछ iOS और एंड्रॉयड फेसबुक यूजर्स को फेसबुक के न्यूज फीड में मौसम की जानकारी मिल रही है. दिलचस्प यह है कि यह रोचक डायग्राम के जरिए मौसम की पूरी जानकारी दी जा रही है. इसके नीचे एक लिंक दिया जा रहा है, जहां क्लिक करके डिटेल से मौसम का मिजाज जान सकते हैं. लिंक पर क्लिक करके मैक्सिमम और मिनियम तापमान के साथ टाइम भी देख सकते हैं . इसमें एक और कार्ड दिया गया है जिसे क्लिक करने से आप Weather.com वेबसाइट पर जाएंगे. फिलहाल कंपनी ने इसे लेकर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया है. गौरतलब है कि फेसबुक की शुरू से समय समय पर अपने यूजर इंटरफेस में बदलाव करता रहा है. इतना ही नहीं कुछ एक्सपर्ट्स का तो यहां तक का मानना है कि फेसबुक ने आने वाले समय में गूगल को मात दे दिया तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी.
गुरु अभी तक कन्या राशि में मार्गी हैं. अब गुरु 09 मार्च को वक्री हो जाएंगे. गुरु के वक्री होते ही बहुत सारी राशियां प्रभावित हो जाएंगी. इससे विशेषकर सिंह राशि प्रभावित होगी. बहुत सारे लोगों के रिश्ते बेहतर होंगे और बहुत सारे लोगों के जीवन में समस्या आएगी. किस राशि पर गुरु की उलटी चाल का क्या प्रभाव होगा? मेष - संतान की समस्याएं दूर होंगी - रुके हुए काम पूरे होंगे वृष - करियर में बदलाव हो सकता है - संपत्ति के लाभ की संभावना है मिथुन - अविवाहितों के विवाह तय होंगे - लाभदायक यात्रा के योग हैं यह भी पढ़ें: नाखूनों को देखकर जानें अपना भविष्य कर्क - करियर में परिवर्तन हो सकता है - धन की स्थिति में सुधार होगा सिंह - विवाह और संतान की स्थिति में सुधार होगा - चले आ रहे विवाद समाप्त होंगे कन्या - करियर और आर्थिक मामलों में समस्या हो सकती है - किसी धर्मस्थान की यात्रा करेंगे तुला - तनाव में कमी आएगी - विवाह और परिवार की समस्याएं हल होंगी M अक्षर से शुरू होता है जिनका नाम, उनमें होती हैं ये खूबियां वृश्चिक - करियर में पद परिवर्तन हो सकता है - रुके हुए काम पूरे होंगे धनु - विदेश यात्रा की सम्भावना बनती है - संतान की समस्याएं हल होंगी मकर - स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रक्खें - वाद विवाद से बचाव करें कुम्भ - स्वास्थ्य में सुधार होगा - संपत्ति का लाभ हो सकता है मीन - करियर में बदलाव के योग - धन की हानि से बचाव करें
वर्ल्ड नंबर 1 हैदराबादी बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के क्वार्टर फ़ाइनल में जगह बना ली है। टूर्नामेंट के दूसरे राउंड में सायना ने चीन की सुन यू को तीन गेम में 21-19, 19-21, 21-14 से हरा दिया। क्वार्टर फ़ाइनल में सायना की टक्कर चीन की ही शिज़िएन वैंग से होगी। अगले मैच में भी पलड़ा सायना का ही भारी माना जा रहा है। शिज़िएन वैंग के ख़िलाफ़ अबतक हुए 11 मुक़ाबलों में सायना ने 6 मैच अपने नाम किए हैं जबकि चीनी खिलाड़ी के नाम 5 मुक़ाबले रहे हैं।टिप्पणियां लगातार चीनी खिलाड़ियों को पछाड़तीं सायना नेहवाल नई वर्ल्ड रैंकिंग में भी नंबर 1 पर कायम हैं। पहली दस खिलाड़ियों की लिस्ट में चीन के चार खिलाड़ियों को जगह मिली है। हैदराबाद की ही पीवी सिंधु 12वें से 14वें नंबर पर ख़िसक गई हैं। पुरुष सिंगल्स में चौथे नंबर पर बरक़ार किदाम्बि श्रीकांत ऑस्ट्रेलियन ओपन में दूसरे राउंड का मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। श्रीकांत को चीन के टियान होउवेई ने 18-21, 21-17, 21-13 से हरा दिया। पुरुष सिंगल्स की वर्ल्ड रैंकिंग में एचएस प्रणॉय पंद्रहवें से चौदहवें और पी कश्यप तेरहवें से बारहवें नंबर पर पहुंच गए हैं। लगातार चीनी खिलाड़ियों को पछाड़तीं सायना नेहवाल नई वर्ल्ड रैंकिंग में भी नंबर 1 पर कायम हैं। पहली दस खिलाड़ियों की लिस्ट में चीन के चार खिलाड़ियों को जगह मिली है। हैदराबाद की ही पीवी सिंधु 12वें से 14वें नंबर पर ख़िसक गई हैं। पुरुष सिंगल्स में चौथे नंबर पर बरक़ार किदाम्बि श्रीकांत ऑस्ट्रेलियन ओपन में दूसरे राउंड का मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। श्रीकांत को चीन के टियान होउवेई ने 18-21, 21-17, 21-13 से हरा दिया। पुरुष सिंगल्स की वर्ल्ड रैंकिंग में एचएस प्रणॉय पंद्रहवें से चौदहवें और पी कश्यप तेरहवें से बारहवें नंबर पर पहुंच गए हैं। पुरुष सिंगल्स में चौथे नंबर पर बरक़ार किदाम्बि श्रीकांत ऑस्ट्रेलियन ओपन में दूसरे राउंड का मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। श्रीकांत को चीन के टियान होउवेई ने 18-21, 21-17, 21-13 से हरा दिया। पुरुष सिंगल्स की वर्ल्ड रैंकिंग में एचएस प्रणॉय पंद्रहवें से चौदहवें और पी कश्यप तेरहवें से बारहवें नंबर पर पहुंच गए हैं।
लेख: महिलाओं के खिलाफ रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के कामुक एवं अपमानजनक टिप्पणियों वाले ऑडियो और वीडियो टेप के सामने आने के बाद रिपब्लिकन पार्टी इस मुद्दे पर बुरी तरह बंटी है कि ट्रंप के साथ उनका किस तरह का संबंध हो. आंतरिक विभाजन के बीच रिपब्लिकन नेशनल कमिटी के अध्यक्ष रीएंस प्रीबस ने इन रिपोर्ट्स को खारिज किया है कि इन ऑडिया और वीडियो टेप आने के मद्देनजर पार्टी ट्रंप से खुद को अलग कर लेगी. प्रीबस का यह बयान अमेरिकी प्रतिनिधिसभा के अध्यक्ष एवं रिपब्लिकन पार्टी के दिग्गज नेता पॉल रयान की इन टिप्पणियों के बाद आया है, जिसमें रयान ने वस्तुत: ट्रंप से अपना नाता खत्म कर लिया है. रयान ने रिपब्लिकन सांसदों से कहा था कि वह अब ट्रंप का 'बचाव' नहीं करेंगे और उनके साथ चुनावी अभियान नहीं चलाएंगे. इसके बजाय वह संसद में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बरकरार रखने पर ध्यान केंद्रित करेंगे. प्रीबस ने रिपब्लिकन नेताओं के साथ निजी कान्फ्रेंस फोन कॉल में कहा, 'मैं यह बहुत साफ कर देना चाहता हूं कि ट्रंप अभियान के साथ आरएनसी (रिपब्लिकन नेशनल कमिटी) पूरे समन्वय में है और उनके साथ हमारे शानदार संबंध हैं. अगर इस कॉल में कोई अहम विचार है तो यह विचार है.' उन्होंने कहा, 'हमारे रिश्तों में कुछ भी बदलाव नहीं आया है और कैसे इस अभियान को देश भर में चलाएं, इस पर हम हर स्तर पर पूरी तरह जुड़े हैं और मिल कर काम कर रहे हैं.' एक अन्य कान्फ्रेंस कॉल के दौरान प्रीबस ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह अपना बाकी समय प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बचाने में लगाएंगे. इस बीच, टेक्सास के सीनेटर टेड क्रुज ने कहा कि वह अब भी ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन व्हाइट हाउस पर काबिज हों. ट्रंप के करीबी समर्थक न्यूट गिंगरिच ने गिंगरिच फेसबुक लाइव पर कहा, 'रिपब्लिकन नेताओं को मेरी बस यही सलाह है: अंत में आप या तो हिलेरी क्लिंटन को हराने में मदद करेंगे या आप हिलेरी क्लिंटन को चुनने में मदद करेंगे.' गिंगरिच ने आरोप लगाया, 'अगर वह चुन ली गईं, वह भयावह होंगी, यह अमेरिकी इतिहास में सबसे भ्रष्ट और सबसे बेईमान प्रशासन होगा, और आप (अमेरिकी राष्ट्रपति बराक) ओबामा के मुकाबले उनके साथ काम करना ज्यादा मुश्किल पाएंगे.'टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व उम्मीदवार सीनेटर जॉन मैककैन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए संभवत: मतपत्र पर लिंड्सी ग्राहम का नाम लिख कर उनके पक्ष में मतदान करेंगे. मैककैन ने पिछले हफ्ते ट्रंप से अपना अनुमोदन वापस ले लिया था. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैककौनेल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव पर सवाल नहीं करें. आंतरिक विभाजन के बीच रिपब्लिकन नेशनल कमिटी के अध्यक्ष रीएंस प्रीबस ने इन रिपोर्ट्स को खारिज किया है कि इन ऑडिया और वीडियो टेप आने के मद्देनजर पार्टी ट्रंप से खुद को अलग कर लेगी. प्रीबस का यह बयान अमेरिकी प्रतिनिधिसभा के अध्यक्ष एवं रिपब्लिकन पार्टी के दिग्गज नेता पॉल रयान की इन टिप्पणियों के बाद आया है, जिसमें रयान ने वस्तुत: ट्रंप से अपना नाता खत्म कर लिया है. रयान ने रिपब्लिकन सांसदों से कहा था कि वह अब ट्रंप का 'बचाव' नहीं करेंगे और उनके साथ चुनावी अभियान नहीं चलाएंगे. इसके बजाय वह संसद में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बरकरार रखने पर ध्यान केंद्रित करेंगे. प्रीबस ने रिपब्लिकन नेताओं के साथ निजी कान्फ्रेंस फोन कॉल में कहा, 'मैं यह बहुत साफ कर देना चाहता हूं कि ट्रंप अभियान के साथ आरएनसी (रिपब्लिकन नेशनल कमिटी) पूरे समन्वय में है और उनके साथ हमारे शानदार संबंध हैं. अगर इस कॉल में कोई अहम विचार है तो यह विचार है.' उन्होंने कहा, 'हमारे रिश्तों में कुछ भी बदलाव नहीं आया है और कैसे इस अभियान को देश भर में चलाएं, इस पर हम हर स्तर पर पूरी तरह जुड़े हैं और मिल कर काम कर रहे हैं.' एक अन्य कान्फ्रेंस कॉल के दौरान प्रीबस ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह अपना बाकी समय प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बचाने में लगाएंगे. इस बीच, टेक्सास के सीनेटर टेड क्रुज ने कहा कि वह अब भी ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन व्हाइट हाउस पर काबिज हों. ट्रंप के करीबी समर्थक न्यूट गिंगरिच ने गिंगरिच फेसबुक लाइव पर कहा, 'रिपब्लिकन नेताओं को मेरी बस यही सलाह है: अंत में आप या तो हिलेरी क्लिंटन को हराने में मदद करेंगे या आप हिलेरी क्लिंटन को चुनने में मदद करेंगे.' गिंगरिच ने आरोप लगाया, 'अगर वह चुन ली गईं, वह भयावह होंगी, यह अमेरिकी इतिहास में सबसे भ्रष्ट और सबसे बेईमान प्रशासन होगा, और आप (अमेरिकी राष्ट्रपति बराक) ओबामा के मुकाबले उनके साथ काम करना ज्यादा मुश्किल पाएंगे.'टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व उम्मीदवार सीनेटर जॉन मैककैन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए संभवत: मतपत्र पर लिंड्सी ग्राहम का नाम लिख कर उनके पक्ष में मतदान करेंगे. मैककैन ने पिछले हफ्ते ट्रंप से अपना अनुमोदन वापस ले लिया था. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैककौनेल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव पर सवाल नहीं करें. प्रीबस का यह बयान अमेरिकी प्रतिनिधिसभा के अध्यक्ष एवं रिपब्लिकन पार्टी के दिग्गज नेता पॉल रयान की इन टिप्पणियों के बाद आया है, जिसमें रयान ने वस्तुत: ट्रंप से अपना नाता खत्म कर लिया है. रयान ने रिपब्लिकन सांसदों से कहा था कि वह अब ट्रंप का 'बचाव' नहीं करेंगे और उनके साथ चुनावी अभियान नहीं चलाएंगे. इसके बजाय वह संसद में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बरकरार रखने पर ध्यान केंद्रित करेंगे. प्रीबस ने रिपब्लिकन नेताओं के साथ निजी कान्फ्रेंस फोन कॉल में कहा, 'मैं यह बहुत साफ कर देना चाहता हूं कि ट्रंप अभियान के साथ आरएनसी (रिपब्लिकन नेशनल कमिटी) पूरे समन्वय में है और उनके साथ हमारे शानदार संबंध हैं. अगर इस कॉल में कोई अहम विचार है तो यह विचार है.' उन्होंने कहा, 'हमारे रिश्तों में कुछ भी बदलाव नहीं आया है और कैसे इस अभियान को देश भर में चलाएं, इस पर हम हर स्तर पर पूरी तरह जुड़े हैं और मिल कर काम कर रहे हैं.' एक अन्य कान्फ्रेंस कॉल के दौरान प्रीबस ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह अपना बाकी समय प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बचाने में लगाएंगे. इस बीच, टेक्सास के सीनेटर टेड क्रुज ने कहा कि वह अब भी ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन व्हाइट हाउस पर काबिज हों. ट्रंप के करीबी समर्थक न्यूट गिंगरिच ने गिंगरिच फेसबुक लाइव पर कहा, 'रिपब्लिकन नेताओं को मेरी बस यही सलाह है: अंत में आप या तो हिलेरी क्लिंटन को हराने में मदद करेंगे या आप हिलेरी क्लिंटन को चुनने में मदद करेंगे.' गिंगरिच ने आरोप लगाया, 'अगर वह चुन ली गईं, वह भयावह होंगी, यह अमेरिकी इतिहास में सबसे भ्रष्ट और सबसे बेईमान प्रशासन होगा, और आप (अमेरिकी राष्ट्रपति बराक) ओबामा के मुकाबले उनके साथ काम करना ज्यादा मुश्किल पाएंगे.'टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व उम्मीदवार सीनेटर जॉन मैककैन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए संभवत: मतपत्र पर लिंड्सी ग्राहम का नाम लिख कर उनके पक्ष में मतदान करेंगे. मैककैन ने पिछले हफ्ते ट्रंप से अपना अनुमोदन वापस ले लिया था. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैककौनेल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव पर सवाल नहीं करें. प्रीबस ने रिपब्लिकन नेताओं के साथ निजी कान्फ्रेंस फोन कॉल में कहा, 'मैं यह बहुत साफ कर देना चाहता हूं कि ट्रंप अभियान के साथ आरएनसी (रिपब्लिकन नेशनल कमिटी) पूरे समन्वय में है और उनके साथ हमारे शानदार संबंध हैं. अगर इस कॉल में कोई अहम विचार है तो यह विचार है.' उन्होंने कहा, 'हमारे रिश्तों में कुछ भी बदलाव नहीं आया है और कैसे इस अभियान को देश भर में चलाएं, इस पर हम हर स्तर पर पूरी तरह जुड़े हैं और मिल कर काम कर रहे हैं.' एक अन्य कान्फ्रेंस कॉल के दौरान प्रीबस ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह अपना बाकी समय प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बचाने में लगाएंगे. इस बीच, टेक्सास के सीनेटर टेड क्रुज ने कहा कि वह अब भी ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन व्हाइट हाउस पर काबिज हों. ट्रंप के करीबी समर्थक न्यूट गिंगरिच ने गिंगरिच फेसबुक लाइव पर कहा, 'रिपब्लिकन नेताओं को मेरी बस यही सलाह है: अंत में आप या तो हिलेरी क्लिंटन को हराने में मदद करेंगे या आप हिलेरी क्लिंटन को चुनने में मदद करेंगे.' गिंगरिच ने आरोप लगाया, 'अगर वह चुन ली गईं, वह भयावह होंगी, यह अमेरिकी इतिहास में सबसे भ्रष्ट और सबसे बेईमान प्रशासन होगा, और आप (अमेरिकी राष्ट्रपति बराक) ओबामा के मुकाबले उनके साथ काम करना ज्यादा मुश्किल पाएंगे.'टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व उम्मीदवार सीनेटर जॉन मैककैन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए संभवत: मतपत्र पर लिंड्सी ग्राहम का नाम लिख कर उनके पक्ष में मतदान करेंगे. मैककैन ने पिछले हफ्ते ट्रंप से अपना अनुमोदन वापस ले लिया था. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैककौनेल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव पर सवाल नहीं करें. एक अन्य कान्फ्रेंस कॉल के दौरान प्रीबस ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह अपना बाकी समय प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बचाने में लगाएंगे. इस बीच, टेक्सास के सीनेटर टेड क्रुज ने कहा कि वह अब भी ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन व्हाइट हाउस पर काबिज हों. ट्रंप के करीबी समर्थक न्यूट गिंगरिच ने गिंगरिच फेसबुक लाइव पर कहा, 'रिपब्लिकन नेताओं को मेरी बस यही सलाह है: अंत में आप या तो हिलेरी क्लिंटन को हराने में मदद करेंगे या आप हिलेरी क्लिंटन को चुनने में मदद करेंगे.' गिंगरिच ने आरोप लगाया, 'अगर वह चुन ली गईं, वह भयावह होंगी, यह अमेरिकी इतिहास में सबसे भ्रष्ट और सबसे बेईमान प्रशासन होगा, और आप (अमेरिकी राष्ट्रपति बराक) ओबामा के मुकाबले उनके साथ काम करना ज्यादा मुश्किल पाएंगे.'टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व उम्मीदवार सीनेटर जॉन मैककैन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए संभवत: मतपत्र पर लिंड्सी ग्राहम का नाम लिख कर उनके पक्ष में मतदान करेंगे. मैककैन ने पिछले हफ्ते ट्रंप से अपना अनुमोदन वापस ले लिया था. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैककौनेल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव पर सवाल नहीं करें. ट्रंप के करीबी समर्थक न्यूट गिंगरिच ने गिंगरिच फेसबुक लाइव पर कहा, 'रिपब्लिकन नेताओं को मेरी बस यही सलाह है: अंत में आप या तो हिलेरी क्लिंटन को हराने में मदद करेंगे या आप हिलेरी क्लिंटन को चुनने में मदद करेंगे.' गिंगरिच ने आरोप लगाया, 'अगर वह चुन ली गईं, वह भयावह होंगी, यह अमेरिकी इतिहास में सबसे भ्रष्ट और सबसे बेईमान प्रशासन होगा, और आप (अमेरिकी राष्ट्रपति बराक) ओबामा के मुकाबले उनके साथ काम करना ज्यादा मुश्किल पाएंगे.'टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व उम्मीदवार सीनेटर जॉन मैककैन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए संभवत: मतपत्र पर लिंड्सी ग्राहम का नाम लिख कर उनके पक्ष में मतदान करेंगे. मैककैन ने पिछले हफ्ते ट्रंप से अपना अनुमोदन वापस ले लिया था. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैककौनेल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव पर सवाल नहीं करें. अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व उम्मीदवार सीनेटर जॉन मैककैन ने कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए संभवत: मतपत्र पर लिंड्सी ग्राहम का नाम लिख कर उनके पक्ष में मतदान करेंगे. मैककैन ने पिछले हफ्ते ट्रंप से अपना अनुमोदन वापस ले लिया था. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैककौनेल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव पर सवाल नहीं करें. सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैककौनेल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव पर सवाल नहीं करें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तम‍िलनाडु दौरे पर हैं. इस बीच ट्विटर पर  #GoBackModi ट्रेंड कर रहा है. इसके सुबह साढ़े दस बजे तक 2 लाख 95 हजार ट्वीट हो चुके थे. वहीं, मोदी का वेलकम करने वाले ट्वीट भी ट्रेंड कर रहे हैं. #TNWelcomesModi पर भी 73 हजार से ज्यादा ट्वीट क‍िए जा चुके हैं. पीएम मोदी तमिलनाडु के मदुरै में एम्स अस्पताल की नींव रखने पहुंचे हैं. उससे पहले ही सुबह से #GoBackModi ट्रेंड होने लगा. मदुरै पेरियार बस स्टैंड के पास एमडीएमके कैडर, पीएम के खिलाफ अपना अभ‍ियान पहले ही शुरू हो चुके हैं. वह यहां आए और काले झंडे द‍िखाए. उन्होंने कहा क‍ि मोदी तम‍िलनाडु में प्रवेश न करें. साथ ही ये भी कहा क‍ि मोदी ने तम‍िलनाडु के साथ व‍िश्वासघात क‍िया है. पीएम की भूम‍िका से भी लोग नाराज तम‍िलनाडु के लोग कई कारणों से पीएम नरेंद्र मोदी से परेशान हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके लिए ज्यादा कुछ नहीं किया गया है. कावेरी मुद्दा, मेकाडतु डेम परियोजना , स्टरलाइट पर पीएम मोदी की चुप्पी यहां की जनता को खल रही है. वहीं, विवादास्पद थूथुकुडी पुलिस फायरिंग और गाजा चक्रवात में पीएम की भूम‍िका से भी लोग नाराज हैं. गाजा चक्रवात ने तो राज्य को तबाह कर दिया था. पीएम नरेंद्र मोदी को एम्स मदुरै के लिए आधारशिला रखना है. एक अनौपचारिक सार्वजनिक बैठक के बाद, पीएम मोदी दोपहर 1:10 बजे केरल के लिए प्रस्थान करेंगे. प‍िछली यात्रा के दौरान भी यही प्रतिरोध गौरतलब है क‍ि मोदी की पिछली तम‍िलनाडु यात्रा के दौरान भी यही प्रतिरोध किया गया था. डीएमके, एमडीएमके और समर्थक तमिल समूहों द्वारा काले झंडे लगाकार  विरोध किया गया था जब वह कैंसर संस्थान और ड‍िफेंस एक्सपो में आए थे.
मैसिडोनियाई दीनार (बहुवचनः दीनारी, मैसिडोनियाईः денар और денари, दीनार और दीनारी, आईएसओ 4217 कोड: MKD) मैसिडोनिया गणराज्य की मुद्रा है। यह 100 दीनी से समविभाजित है। दीनार नाम प्राचीन रोमन मौद्रिक इकाई दीनारियस से ली गई है। इतिहास पहली दीनार 26 अप्रैल 1992 को जारी की गई थी, जिसने 1990 में जारी किए गए यूगोस्लाव दीनार के स्थान पर सममूल्य पर जारी की गई थी। 5 मई 1993 को नई दीनार जारी की गई, पुराने 100 दीनार (MKN) के स्थान पर एक दीनार (MKD) के मूल्य पर। सिक्के पहले दीनार के साथ कोई सिक्का जारी नहीं किया गया था। 1993 में दूसरी दीनार जारी करते समय 50 दीनी, 1, 2 और 5 दीनार मूल्यवर्ग के सिक्के जारी किए गए। हाल ही में 10 और 20 दीनारी सिक्के जारी किए गए हैं। बैंकनोट पहला दीनार 1992 में 10, 25, 50, 100, 500, 1000, 5000 और 10,000 दीनारी मूल्यवर्ग के बैंकनोट जारी किए गए। दूसरा दीनार 1993 में 10, 20, 50, 100 और 500 मूल्यवर्ग के नए दीनार जारी किए गए। पहली श्रृंखला में केवल 20 दीनारी के नोट जारी किए गए थे। 1996 में 1000 और 5000 दीनारी के नोट इसमें शामिल किए गए। मुद्रा
सरकार ने बुधवार स्वीकार किया कि निर्यात को बढ़ावा देने क लिए जिन 587 विशेष आर्थिक जोन (सेज) को मंजूरी दी गयी थी उनमें से एक चौथाई ही चालू हो पाए हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान तपन कुमार सेन, सुब्बारामी रेड्डी आदि सदस्यों के पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक सेज के 587 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी थी जबकि 47 प्रस्तावों को सैद्धांतिक मंजूरी दी गयी है। इनमें से 380 की अधिसूचना जारी हो गयी है और 154 सेज काम कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि अगर सेज के चालू होने में स्वीकार्य सीमा से अधिक की देरी होगी तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कई मामलों में सेज को अधिसूचना से बाहर किए जाने का अनुरोध मिला है। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर 2011 की स्थिति के अनुसार सेज में कुल 2,49,631 करोड़ रुपए का निवेश हुआ और करीब आठ लाख लोगों को रोजगार मिला है। टिप्पणियां उन्होंने बताया कि विशेष आर्थिक जोन (सेज) से 2010-11 में 3,15,868 करोड़ रुपए का निर्यात किया गया जो पिछले साल की तुलना में 43.11 प्रतिशत अधिक है। शर्मा ने कहा कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश के कुल निर्यात में करीब 25 प्रतिशत हिस्सा सेज का है। शर्मा ने कहा कि इस साल देश का निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है जो पिछले साल 252 अरब डॉलर था। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान तपन कुमार सेन, सुब्बारामी रेड्डी आदि सदस्यों के पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक सेज के 587 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी थी जबकि 47 प्रस्तावों को सैद्धांतिक मंजूरी दी गयी है। इनमें से 380 की अधिसूचना जारी हो गयी है और 154 सेज काम कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि अगर सेज के चालू होने में स्वीकार्य सीमा से अधिक की देरी होगी तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कई मामलों में सेज को अधिसूचना से बाहर किए जाने का अनुरोध मिला है। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर 2011 की स्थिति के अनुसार सेज में कुल 2,49,631 करोड़ रुपए का निवेश हुआ और करीब आठ लाख लोगों को रोजगार मिला है। टिप्पणियां उन्होंने बताया कि विशेष आर्थिक जोन (सेज) से 2010-11 में 3,15,868 करोड़ रुपए का निर्यात किया गया जो पिछले साल की तुलना में 43.11 प्रतिशत अधिक है। शर्मा ने कहा कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश के कुल निर्यात में करीब 25 प्रतिशत हिस्सा सेज का है। शर्मा ने कहा कि इस साल देश का निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है जो पिछले साल 252 अरब डॉलर था। उन्होंने बताया कि अब तक सेज के 587 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी थी जबकि 47 प्रस्तावों को सैद्धांतिक मंजूरी दी गयी है। इनमें से 380 की अधिसूचना जारी हो गयी है और 154 सेज काम कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि अगर सेज के चालू होने में स्वीकार्य सीमा से अधिक की देरी होगी तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कई मामलों में सेज को अधिसूचना से बाहर किए जाने का अनुरोध मिला है। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर 2011 की स्थिति के अनुसार सेज में कुल 2,49,631 करोड़ रुपए का निवेश हुआ और करीब आठ लाख लोगों को रोजगार मिला है। टिप्पणियां उन्होंने बताया कि विशेष आर्थिक जोन (सेज) से 2010-11 में 3,15,868 करोड़ रुपए का निर्यात किया गया जो पिछले साल की तुलना में 43.11 प्रतिशत अधिक है। शर्मा ने कहा कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश के कुल निर्यात में करीब 25 प्रतिशत हिस्सा सेज का है। शर्मा ने कहा कि इस साल देश का निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है जो पिछले साल 252 अरब डॉलर था। शर्मा ने कहा कि अगर सेज के चालू होने में स्वीकार्य सीमा से अधिक की देरी होगी तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कई मामलों में सेज को अधिसूचना से बाहर किए जाने का अनुरोध मिला है। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर 2011 की स्थिति के अनुसार सेज में कुल 2,49,631 करोड़ रुपए का निवेश हुआ और करीब आठ लाख लोगों को रोजगार मिला है। टिप्पणियां उन्होंने बताया कि विशेष आर्थिक जोन (सेज) से 2010-11 में 3,15,868 करोड़ रुपए का निर्यात किया गया जो पिछले साल की तुलना में 43.11 प्रतिशत अधिक है। शर्मा ने कहा कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश के कुल निर्यात में करीब 25 प्रतिशत हिस्सा सेज का है। शर्मा ने कहा कि इस साल देश का निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है जो पिछले साल 252 अरब डॉलर था। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर 2011 की स्थिति के अनुसार सेज में कुल 2,49,631 करोड़ रुपए का निवेश हुआ और करीब आठ लाख लोगों को रोजगार मिला है। टिप्पणियां उन्होंने बताया कि विशेष आर्थिक जोन (सेज) से 2010-11 में 3,15,868 करोड़ रुपए का निर्यात किया गया जो पिछले साल की तुलना में 43.11 प्रतिशत अधिक है। शर्मा ने कहा कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश के कुल निर्यात में करीब 25 प्रतिशत हिस्सा सेज का है। शर्मा ने कहा कि इस साल देश का निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है जो पिछले साल 252 अरब डॉलर था। उन्होंने बताया कि विशेष आर्थिक जोन (सेज) से 2010-11 में 3,15,868 करोड़ रुपए का निर्यात किया गया जो पिछले साल की तुलना में 43.11 प्रतिशत अधिक है। शर्मा ने कहा कि आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश के कुल निर्यात में करीब 25 प्रतिशत हिस्सा सेज का है। शर्मा ने कहा कि इस साल देश का निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है जो पिछले साल 252 अरब डॉलर था। शर्मा ने कहा कि इस साल देश का निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है जो पिछले साल 252 अरब डॉलर था।
महानगरों और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) शहरों को पछाड़ते हुए केरल की व्यावसायिक राजधानी कोच्चि मोटापे के मामले में सबसे आगे निकल गई है। यहां मोटे लोगों की सर्वाधिक संख्या है। एसी नेल्सन द्वारा किए गए राष्ट्रीय सर्वेक्षण में यह बात सामने आई। सर्वेक्षण में देश के 11 शहरों को शामिल किया गया। कोच्चि की लगभग आधी आबादी औसत से अधिक वजन की समस्या से ग्रस्त है। शहर के 46 प्रतिशत लोगों का वजन आदर्श मानक से ज्यादा है। 13 प्रतिशत लोग मोटे हैं और सात प्रतिशत लोग बहुत ज्यादा मोटे हैं। सर्वेक्षण में बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, लुधियाना, जयपुर, मुम्बई, कोलकाता, अहमदाबाद और नागपुर को शामिल किया गया। सनराइज अस्पताल समूह के चिकित्सा निदेशक डॉ. आर पद्मकुमार और अमृता इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के कंसल्टेंट सर्जन ओवी सुधीर ने सर्वेक्षण के परिणाम पेश किए। पद्मकुमार ने कहा कि सर्वेक्षण का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि कोच्चि में आदर्श वजन से अधिक वजन वाले 80 प्रतिशत लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कॉलेस्ट्रोल, अनिद्रा, नपुंसकता और कैंसर जैसी कम से कम एक स्वास्थ्य संबंधी समस्या से ग्रस्त हैं ।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि शहर में 17 प्रतिशत मोटे लोगों ने अपनी समस्या से निजात पाने के लिए कोई समाधान नहीं ढूंढा है। सुधीर के अनुसार, कोच्चि में यह समस्या सबसे अधिक इसलिए है, क्योंकि इसमें ज्यादातर नगरीय क्षेत्र हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्रामीण आबादी भी अच्छी खासी है। एसी नेल्सन द्वारा किए गए राष्ट्रीय सर्वेक्षण में यह बात सामने आई। सर्वेक्षण में देश के 11 शहरों को शामिल किया गया। कोच्चि की लगभग आधी आबादी औसत से अधिक वजन की समस्या से ग्रस्त है। शहर के 46 प्रतिशत लोगों का वजन आदर्श मानक से ज्यादा है। 13 प्रतिशत लोग मोटे हैं और सात प्रतिशत लोग बहुत ज्यादा मोटे हैं। सर्वेक्षण में बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, लुधियाना, जयपुर, मुम्बई, कोलकाता, अहमदाबाद और नागपुर को शामिल किया गया। सनराइज अस्पताल समूह के चिकित्सा निदेशक डॉ. आर पद्मकुमार और अमृता इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के कंसल्टेंट सर्जन ओवी सुधीर ने सर्वेक्षण के परिणाम पेश किए। पद्मकुमार ने कहा कि सर्वेक्षण का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि कोच्चि में आदर्श वजन से अधिक वजन वाले 80 प्रतिशत लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कॉलेस्ट्रोल, अनिद्रा, नपुंसकता और कैंसर जैसी कम से कम एक स्वास्थ्य संबंधी समस्या से ग्रस्त हैं ।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि शहर में 17 प्रतिशत मोटे लोगों ने अपनी समस्या से निजात पाने के लिए कोई समाधान नहीं ढूंढा है। सुधीर के अनुसार, कोच्चि में यह समस्या सबसे अधिक इसलिए है, क्योंकि इसमें ज्यादातर नगरीय क्षेत्र हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्रामीण आबादी भी अच्छी खासी है। कोच्चि की लगभग आधी आबादी औसत से अधिक वजन की समस्या से ग्रस्त है। शहर के 46 प्रतिशत लोगों का वजन आदर्श मानक से ज्यादा है। 13 प्रतिशत लोग मोटे हैं और सात प्रतिशत लोग बहुत ज्यादा मोटे हैं। सर्वेक्षण में बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, लुधियाना, जयपुर, मुम्बई, कोलकाता, अहमदाबाद और नागपुर को शामिल किया गया। सनराइज अस्पताल समूह के चिकित्सा निदेशक डॉ. आर पद्मकुमार और अमृता इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के कंसल्टेंट सर्जन ओवी सुधीर ने सर्वेक्षण के परिणाम पेश किए। पद्मकुमार ने कहा कि सर्वेक्षण का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि कोच्चि में आदर्श वजन से अधिक वजन वाले 80 प्रतिशत लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कॉलेस्ट्रोल, अनिद्रा, नपुंसकता और कैंसर जैसी कम से कम एक स्वास्थ्य संबंधी समस्या से ग्रस्त हैं ।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि शहर में 17 प्रतिशत मोटे लोगों ने अपनी समस्या से निजात पाने के लिए कोई समाधान नहीं ढूंढा है। सुधीर के अनुसार, कोच्चि में यह समस्या सबसे अधिक इसलिए है, क्योंकि इसमें ज्यादातर नगरीय क्षेत्र हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्रामीण आबादी भी अच्छी खासी है। सर्वेक्षण में बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, लुधियाना, जयपुर, मुम्बई, कोलकाता, अहमदाबाद और नागपुर को शामिल किया गया। सनराइज अस्पताल समूह के चिकित्सा निदेशक डॉ. आर पद्मकुमार और अमृता इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के कंसल्टेंट सर्जन ओवी सुधीर ने सर्वेक्षण के परिणाम पेश किए। पद्मकुमार ने कहा कि सर्वेक्षण का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि कोच्चि में आदर्श वजन से अधिक वजन वाले 80 प्रतिशत लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कॉलेस्ट्रोल, अनिद्रा, नपुंसकता और कैंसर जैसी कम से कम एक स्वास्थ्य संबंधी समस्या से ग्रस्त हैं ।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि शहर में 17 प्रतिशत मोटे लोगों ने अपनी समस्या से निजात पाने के लिए कोई समाधान नहीं ढूंढा है। सुधीर के अनुसार, कोच्चि में यह समस्या सबसे अधिक इसलिए है, क्योंकि इसमें ज्यादातर नगरीय क्षेत्र हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्रामीण आबादी भी अच्छी खासी है। सनराइज अस्पताल समूह के चिकित्सा निदेशक डॉ. आर पद्मकुमार और अमृता इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के कंसल्टेंट सर्जन ओवी सुधीर ने सर्वेक्षण के परिणाम पेश किए। पद्मकुमार ने कहा कि सर्वेक्षण का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि कोच्चि में आदर्श वजन से अधिक वजन वाले 80 प्रतिशत लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कॉलेस्ट्रोल, अनिद्रा, नपुंसकता और कैंसर जैसी कम से कम एक स्वास्थ्य संबंधी समस्या से ग्रस्त हैं ।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि शहर में 17 प्रतिशत मोटे लोगों ने अपनी समस्या से निजात पाने के लिए कोई समाधान नहीं ढूंढा है। सुधीर के अनुसार, कोच्चि में यह समस्या सबसे अधिक इसलिए है, क्योंकि इसमें ज्यादातर नगरीय क्षेत्र हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्रामीण आबादी भी अच्छी खासी है। पद्मकुमार ने कहा कि सर्वेक्षण का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि कोच्चि में आदर्श वजन से अधिक वजन वाले 80 प्रतिशत लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कॉलेस्ट्रोल, अनिद्रा, नपुंसकता और कैंसर जैसी कम से कम एक स्वास्थ्य संबंधी समस्या से ग्रस्त हैं ।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि शहर में 17 प्रतिशत मोटे लोगों ने अपनी समस्या से निजात पाने के लिए कोई समाधान नहीं ढूंढा है। सुधीर के अनुसार, कोच्चि में यह समस्या सबसे अधिक इसलिए है, क्योंकि इसमें ज्यादातर नगरीय क्षेत्र हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्रामीण आबादी भी अच्छी खासी है। उन्होंने कहा कि शहर में 17 प्रतिशत मोटे लोगों ने अपनी समस्या से निजात पाने के लिए कोई समाधान नहीं ढूंढा है। सुधीर के अनुसार, कोच्चि में यह समस्या सबसे अधिक इसलिए है, क्योंकि इसमें ज्यादातर नगरीय क्षेत्र हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्रामीण आबादी भी अच्छी खासी है। सुधीर के अनुसार, कोच्चि में यह समस्या सबसे अधिक इसलिए है, क्योंकि इसमें ज्यादातर नगरीय क्षेत्र हैं, जबकि अन्य शहरों में ग्रामीण आबादी भी अच्छी खासी है।
Avika Gaur is a television actress, famous for playing the female lead Anandi Jagdish Singh in the show Balika Vadhu (2008–2010). Currently, she is seen in Sasural Simar Ka as Roli Siddhanth Bharadwaj. 15-year-old Balika Vadhu-fame Avika Gaur has become a daughter-in-law once again on the small screen. In her show Sasural Simar Ka, she now plays an 18-year-old married woman Roli. One of the most famous names on Indian television in recent times, Avika Gaur had made her Bollywood debut with ‘Morining Walk’.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर बात की. कहने को तो उन्होंने बिहार में बाढ़ राहत के लिए केंद्र से मिली मदद के मुद्दे पर बात की और उन्होंने नीतीश को भरोसा दिलाया कि वो इस मामले को निपटाने के लिए खुद पहल करेंगे. लुधियाना रैली में नीतीश ने केंद्र सरकार पर ये आरोप लगाया था कि बिहार में मतदान के फौरन बाद केंद्र सरकार ने एक फैक्स भेजकर बाढ़ राहत के लिए दिया गया अनुदान वापस मांगा था. गौरतलब है कि वर्तमान लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी नीतीश कुमार की तारीफ कर चुके हैं जिसे नीतीश को कांग्रेस के खेमे में लाने की कोशिश माना जा रहा है. हालांकि नीतीश ने राहुल द्वारा तारीफ किए जाने पर उनका धन्‍यवाद किया लेकिन साथ ही स्‍पष्‍ट कर दिया था कि वह एनडीए में ही बने रहेंगे.
फिल्म ‘दबंग’ में अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का भारतीय अंदाज संयोगवश ही नहीं है. उनके पिता शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि उनकी बेटी आगामी फिल्मों में इसी तरह भारतीय महिला को प्रतिबिंबित करती रहेगी. सिन्हा ने कहा, ‘लोग दबंग में उसके अंदाज की तारीफ कर रहे हैं. लंबे समय के बाद एक परंपरागत भारतीय नायिका पर्दे पर नजर आई है. सोनाक्षी आत्मसम्मान के दायरे में रह कर भूमिकाएं करती रहेगी. वह चूहा दौड़ के लिए अपने मूल्यों से समझौता नहीं करेगी. उसे कोई जल्दी नहीं है.’ अभिनय से राजनीति में आए सिन्हा को लगता है कि पर्दे पर किरदार को पेश करने के लिए कम कपड़ों की तुलना में सही रवैया अधिक महत्वपूर्ण है. पहली ही फिल्म से बिटिया को ख्याति मिलने पर सिन्हा प्रसन्न हैं. सोनाक्षी ने ‘दबंग’ के सह अभिनेता सलमान खान के साथ एक फिल्म साइन कर ली है. इसके अलावा वह फराह खान, संजय लीला भंसाली तथा साजिद नाडियाडवाला जैसे निर्देशकों के साथ काम कर रही हैं. दर्शक सोनाक्षी को ‘रेस 2’ में भी देखेंगे. बड़े पर्दे पर 70 और 80 के दशक में अपनी अभिनय क्षमता का लोहा मनवाने वाले शत्रुघ्न सिन्हा को अपने बच्चों से प्रतिस्पर्धा का डर नहीं है. वह कहते हैं, ‘मुझे नहीं लगता कि मुझे उनसे प्रतिस्पर्धा में पिछड़ने की आशंका है. अभिभावक अपने बच्चों की सफलता को लेकर कभी असुरक्षित महसूस नहीं करते. मेरे बच्चों के आगे निकलने पर मुझे खुशी होगी.’ सिन्हा के बेटे लव ने पिछले साल राज कंवर की फिल्म ‘सदियां’ से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा था लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई. अपनी विशिष्ट संवाद अदायगी की वजह से शॉटगन कहलाने वाले सिन्हा ने कहा, ‘मुझे उस फिल्म का विषय पसंद आया था और लव को अपने दम पर वह भूमिका मिली थी. राज कंवर एक प्रतिभावान निर्देशक हैं लेकिन फिल्म की रिलीज सही समय पर नहीं हुई थी. उस दौरान आईपीएल सीज़न चल रहा था और एक नए कलाकार की फिल्म देखने के बजाय लोगों ने क्रिकेट देखना पसंद किया. लेकिन लव हताश नहीं है. वह अगली फिल्म की तैयारियों के लिए चेन्नई में है.’ सिन्हा जल्द ही रेखा के साथ ‘आज फिर जीने की तमन्ना है’ में नजर आएंगे. राजनीतिक व्यस्तता के बावजूद सिन्हा का कहना है कि वह अभिनय को कभी विदा नहीं कहेंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं अपने अंदर के अभिनेता को कैसे नकार सकता हूं. यह बड़ी बात है कि मैं कौन हूं. मैं फिल्में लगातार करता रहूंगा.’
बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म कर रही अनुष्का स्टारर फि‍ल्म NH10 के डायरेक्टर नवदीप सिंह इस फिल्म की सफलता के बाद अब अपनी अगली फिल्म की तैयारी शुरू कर दी है. एक अखबार को दिए गए इंटरव्यू में नवदीप ने कहा कि, 'मेरी अगली फिल्म है 'कनेडा' जि‍सके नाम का मतलब कनाडा देश से ही है . असल में पंजाबी लोग अपने स्टाइल में इसे कनेडा कहते हैं. यह एक कॉमेडी फिल्म होगी. 'नवदीप ने आगे यह भी कहा कि, 'मनोरमा सिक्स फीट अंडर' और 'NH10' के बाद मुझे अलग तरह की फिल्म बनानी है नहीं तो सबको लगेगा की मेरे पास एक ही तरह के फ्लेवर की फिल्में हैं. ' नवदीप ने फिल्म मेकिंग का कोर्स भी किया हुआ है और उनका फिल्मी ज्ञान काबिल-ए-तारीफ है.
यह लेख है: जमैका के फर्राटा धावक उसैन बोल्ट के पास ढेरों स्वर्ण पदक हैं, लेकिन अभी उनकी भूख मिटी नहीं है। इस सुपरस्टार ने कहा कि उनका लक्ष्य 2016 में रियो डि जनेरियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों तक दबदबा बनाए रखना है। बोल्ट ने पिछले साल लंदन ओलिंपिक में 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले रेस में स्वर्ण पदक जीते, जो बीजिंग ओलिंपिक 2008 की पुनरावृत्ति थी। इस बीच, उन्होंने 2009 में बर्लिन विश्व चैंपियनशिप में तीन और दीगू में 2011 में दो स्वर्ण पदक जीते। उनके नाम पर 100 और 200 मीटर (9.58 सेकेंड और 19.19 सेकेंड, दोनों बर्लिन में) का रिकॉर्ड है। इसके अलावा वह लंदन ओलिंपिक में 36.84 सेकेंड का रिकॉर्ड बनाने वाली जमैकाई टीम के हिस्सा थे।टिप्पणियां स्टेड डि फ्रांस में शनिवार को होने वाली डायमंड लीग के पेरिस चरण में 200 मीटर की दौड़ में भाग लेने की तैयारियों में जुटे 26-वर्षीय बोल्ट ने कहा कि वह आगे भी इस खेल में दबदबा बनाए रखना चाहते हैं। बोल्ट ने कहा, मैं रियो खेलों तक फर्राटा दौड़ में दबदबा बनाए रखना चाहता हूं। कई युवा और महत्वाकांक्षी फर्राटा धावक आ रहे हैं, जो मुझे हराना चाहते हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रतियोगिता में दबदबा बनाए रखना सर्वश्रेष्ठ होता है। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि जब (अमेरिका के दिग्गज धावक) माइकल जॉनसन ने खेल से संन्यास लिया था, तो मैंने उनसे पूछा था कि वह अपने करियर के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कहा था कि उन्हें गर्व है कि वह आखिर तक खेल में दबदबा बनाए रखने में सफल रहे। मेरा लक्ष्य भी यही है। बोल्ट ने पिछले साल लंदन ओलिंपिक में 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले रेस में स्वर्ण पदक जीते, जो बीजिंग ओलिंपिक 2008 की पुनरावृत्ति थी। इस बीच, उन्होंने 2009 में बर्लिन विश्व चैंपियनशिप में तीन और दीगू में 2011 में दो स्वर्ण पदक जीते। उनके नाम पर 100 और 200 मीटर (9.58 सेकेंड और 19.19 सेकेंड, दोनों बर्लिन में) का रिकॉर्ड है। इसके अलावा वह लंदन ओलिंपिक में 36.84 सेकेंड का रिकॉर्ड बनाने वाली जमैकाई टीम के हिस्सा थे।टिप्पणियां स्टेड डि फ्रांस में शनिवार को होने वाली डायमंड लीग के पेरिस चरण में 200 मीटर की दौड़ में भाग लेने की तैयारियों में जुटे 26-वर्षीय बोल्ट ने कहा कि वह आगे भी इस खेल में दबदबा बनाए रखना चाहते हैं। बोल्ट ने कहा, मैं रियो खेलों तक फर्राटा दौड़ में दबदबा बनाए रखना चाहता हूं। कई युवा और महत्वाकांक्षी फर्राटा धावक आ रहे हैं, जो मुझे हराना चाहते हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रतियोगिता में दबदबा बनाए रखना सर्वश्रेष्ठ होता है। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि जब (अमेरिका के दिग्गज धावक) माइकल जॉनसन ने खेल से संन्यास लिया था, तो मैंने उनसे पूछा था कि वह अपने करियर के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कहा था कि उन्हें गर्व है कि वह आखिर तक खेल में दबदबा बनाए रखने में सफल रहे। मेरा लक्ष्य भी यही है। इस बीच, उन्होंने 2009 में बर्लिन विश्व चैंपियनशिप में तीन और दीगू में 2011 में दो स्वर्ण पदक जीते। उनके नाम पर 100 और 200 मीटर (9.58 सेकेंड और 19.19 सेकेंड, दोनों बर्लिन में) का रिकॉर्ड है। इसके अलावा वह लंदन ओलिंपिक में 36.84 सेकेंड का रिकॉर्ड बनाने वाली जमैकाई टीम के हिस्सा थे।टिप्पणियां स्टेड डि फ्रांस में शनिवार को होने वाली डायमंड लीग के पेरिस चरण में 200 मीटर की दौड़ में भाग लेने की तैयारियों में जुटे 26-वर्षीय बोल्ट ने कहा कि वह आगे भी इस खेल में दबदबा बनाए रखना चाहते हैं। बोल्ट ने कहा, मैं रियो खेलों तक फर्राटा दौड़ में दबदबा बनाए रखना चाहता हूं। कई युवा और महत्वाकांक्षी फर्राटा धावक आ रहे हैं, जो मुझे हराना चाहते हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रतियोगिता में दबदबा बनाए रखना सर्वश्रेष्ठ होता है। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि जब (अमेरिका के दिग्गज धावक) माइकल जॉनसन ने खेल से संन्यास लिया था, तो मैंने उनसे पूछा था कि वह अपने करियर के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कहा था कि उन्हें गर्व है कि वह आखिर तक खेल में दबदबा बनाए रखने में सफल रहे। मेरा लक्ष्य भी यही है। स्टेड डि फ्रांस में शनिवार को होने वाली डायमंड लीग के पेरिस चरण में 200 मीटर की दौड़ में भाग लेने की तैयारियों में जुटे 26-वर्षीय बोल्ट ने कहा कि वह आगे भी इस खेल में दबदबा बनाए रखना चाहते हैं। बोल्ट ने कहा, मैं रियो खेलों तक फर्राटा दौड़ में दबदबा बनाए रखना चाहता हूं। कई युवा और महत्वाकांक्षी फर्राटा धावक आ रहे हैं, जो मुझे हराना चाहते हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रतियोगिता में दबदबा बनाए रखना सर्वश्रेष्ठ होता है। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि जब (अमेरिका के दिग्गज धावक) माइकल जॉनसन ने खेल से संन्यास लिया था, तो मैंने उनसे पूछा था कि वह अपने करियर के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कहा था कि उन्हें गर्व है कि वह आखिर तक खेल में दबदबा बनाए रखने में सफल रहे। मेरा लक्ष्य भी यही है। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि जब (अमेरिका के दिग्गज धावक) माइकल जॉनसन ने खेल से संन्यास लिया था, तो मैंने उनसे पूछा था कि वह अपने करियर के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कहा था कि उन्हें गर्व है कि वह आखिर तक खेल में दबदबा बनाए रखने में सफल रहे। मेरा लक्ष्य भी यही है।
राग-द्वेष-रहित संतों, साधुओं और ऋषियों को मुनि कहा गया है। मुनियों को यति, तपस्वी, भिक्षु और श्रमण भी कहा जाता है। भगवद्गीता में कहा है कि जिनका चित्त दु:ख से उद्विग्न नहीं होता, जो सुख की इच्छा नहीं करते और जो राग, भय और क्रोध से रहित हैं, ऐसे निश्चल बुद्धिवाले मुनि कहे जाते हैं। वैदिक ऋषि जंगल के कंदमूल खाकर जीवन निर्वाह करते थे। जैन मुनि जैन ग्रंथों में उन निग्रंथ महर्षियों को मुनि कहा गया है जिनकी आत्मा संयम में स्थिर है, सांसारिक वासनाओं से जो रहित हैं और जीवों की जो रक्षा करते हैं। जैन मुनि 28 मूल गणों का पालन करते हैं। वे अहिंसा, सत्य, अचौर्य, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह इन पाँच व्रतों तथा ईर्या (गमन में सावधानी), भाषा, एषणा (भोजन शुद्धि), आदाननिक्षेप (धार्मिक उपकरण उठाने रखने में सावधानी) और प्रतिष्ठापना (मल मूत्र के त्याग में सावधानी), इन पाँच समितियों का पालन करते हैं। वे पाँच इंद्रियों का निग्रह करते हैं, तथा सामायिक, चतुविंशतिस्तव, वंदन, प्रतिक्रमण, प्रत्याख्यान (त्याग) और कायोत्सर्ग (देह में ममत्व का त्याग) इन छह आवश्यकों को पालते हैं। वे केशलोंच करते हैं, नग्न रहते हैं, स्नान और दातौन नहीं करते, पृथ्वी पर सोते हैं, त्रिशुद्ध आहार ग्रहण करते हैं और दिन में केवल एक बार भोजन करते हैं। ये सब मिलाकर 28 मूल गुण होते हैं। सन्दर्भ दशवैकालिक सूत्र; वट्टकेर, मूलाचार; हरिभद्र, अष्टकप्रकरण। इन्हें भी देखें ऋषि ब्रह्मचर्य भारतीय संस्कृति जैन धर्म
ऐश्वर्या कॉलेज ऑफ एजुकेशन (ACE) राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित एक कॉलेज है। यह कमला नेहरू नगर, जोधपुर में स्थित है। यह जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय और राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध है। जिसकी स्थापना 2004 में हुई थी। इतिहास ऐश्वर्या कॉलेज ऑफ एजुकेशन को 2004 में स्थापित किया गया था। यह जोधपुर के सबसे पुराने और प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय और राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध (Affiliated) है। इस कॉलेज में, लगभग 3000 छात्र है और वर्तमान में अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठौड़ हैं। सन्दर्भ राजस्थान में शिक्षा कॉलेज
यह एक लेख है: मैच फ़िक्सिंग की खबरों के बीच में इस साल का पहला ग्रैंड स्लैम शुरू हो गया है, आरोप है कि कई पुरुष खिलाड़ी जो ऑस्ट्रेलियन ओपन में भाग ले रहे है वो मैच फ़िक्सिंग में शामिल रहे हैं। पुरुषों के खेल को चलाने वाली संस्था ATP के खुफ़िया दस्तावेज़ BBC और न्यूज़ वेबसाइट Buzzfeed के हाथ लगे हैं।   जांच करके बनाए गए इन दस्तावेज़ों के मुताबिक टेनिस के कई टॉप खिलाड़ी बड़े-बड़े टूर्नामेंट में मैच फ़िक्सिंग कर चुके हैं। जिसमें विंबलडन भी शामिल है। बज़फ़ीड के एडिटर हैदी ब्लैक का कहना है, 'लिस्ट में 16 खिलाड़ियों का नाम बार-बार आ रहा है, ये खिलाड़ी टॉप-50 खिलाड़ियों में रह चुके हैं और इस लिस्ट में से 8 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियान ओपन में खेल भी रहे हैं।' हालाकि टेनिस अधिकारियों ने इन सारे आरोपों के बेबुनियाद बताया है। एटीपी के अध्यक्ष क्रिस केरमोड ने कहा कि TIU यानी टेनिस अखंडता विभाग और सारे अधिकारी इन आरोपों से इनकार करते हैं कि हमने फ़िक्सिंग की बात छुपाई है। क्योंकि बात 10 साल पुरानी हो रही है तो हम जांच ज़रूर करेंगे, अगर कुछ नए सबूत सामने आए। वैसे जिस जांच रिपोर्ट का हवाला दिया जा रहा है ये वो 2007 में शुरू हुई थी, जब रूसी खिलाड़ी Nikolay Davydenko ने अचानक पांव में चोट के कारण एक मैच से नाम वापस ले लिया था, मैच फ़िक्सिंग का शक जताया गया था, लेकिन ATP ने उस समय जांच के बाद रूसी खिलाड़ी को क्लीन चिट दे दी थी।टिप्पणियां बड़े टेनिस खिलाड़ी थॉसम बर्डिच ने अपनी प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर दी है। बर्डिच ने कहा कि निजी तौर पर मैंने कभी ये अनुभव नहीं किया, किसी ने मुझे मैच फिक्स करने को नहीं कहा और ये मामला पुराना है, जिसकी जांच रिपोर्ट भी आ गई थी, इससे ज्यादा में क्या कह सकता हूं।' मंगलवार को BBC इस मुद्दे पर पूरा शो करने वाला है, शो में क्या दिखाया जाता है, उससे ही पता चलेगा कि इन आरोपों में कितना दम है। पुरुषों के खेल को चलाने वाली संस्था ATP के खुफ़िया दस्तावेज़ BBC और न्यूज़ वेबसाइट Buzzfeed के हाथ लगे हैं।   जांच करके बनाए गए इन दस्तावेज़ों के मुताबिक टेनिस के कई टॉप खिलाड़ी बड़े-बड़े टूर्नामेंट में मैच फ़िक्सिंग कर चुके हैं। जिसमें विंबलडन भी शामिल है। बज़फ़ीड के एडिटर हैदी ब्लैक का कहना है, 'लिस्ट में 16 खिलाड़ियों का नाम बार-बार आ रहा है, ये खिलाड़ी टॉप-50 खिलाड़ियों में रह चुके हैं और इस लिस्ट में से 8 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियान ओपन में खेल भी रहे हैं।' हालाकि टेनिस अधिकारियों ने इन सारे आरोपों के बेबुनियाद बताया है। एटीपी के अध्यक्ष क्रिस केरमोड ने कहा कि TIU यानी टेनिस अखंडता विभाग और सारे अधिकारी इन आरोपों से इनकार करते हैं कि हमने फ़िक्सिंग की बात छुपाई है। क्योंकि बात 10 साल पुरानी हो रही है तो हम जांच ज़रूर करेंगे, अगर कुछ नए सबूत सामने आए। वैसे जिस जांच रिपोर्ट का हवाला दिया जा रहा है ये वो 2007 में शुरू हुई थी, जब रूसी खिलाड़ी Nikolay Davydenko ने अचानक पांव में चोट के कारण एक मैच से नाम वापस ले लिया था, मैच फ़िक्सिंग का शक जताया गया था, लेकिन ATP ने उस समय जांच के बाद रूसी खिलाड़ी को क्लीन चिट दे दी थी।टिप्पणियां बड़े टेनिस खिलाड़ी थॉसम बर्डिच ने अपनी प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर दी है। बर्डिच ने कहा कि निजी तौर पर मैंने कभी ये अनुभव नहीं किया, किसी ने मुझे मैच फिक्स करने को नहीं कहा और ये मामला पुराना है, जिसकी जांच रिपोर्ट भी आ गई थी, इससे ज्यादा में क्या कह सकता हूं।' मंगलवार को BBC इस मुद्दे पर पूरा शो करने वाला है, शो में क्या दिखाया जाता है, उससे ही पता चलेगा कि इन आरोपों में कितना दम है। बज़फ़ीड के एडिटर हैदी ब्लैक का कहना है, 'लिस्ट में 16 खिलाड़ियों का नाम बार-बार आ रहा है, ये खिलाड़ी टॉप-50 खिलाड़ियों में रह चुके हैं और इस लिस्ट में से 8 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियान ओपन में खेल भी रहे हैं।' हालाकि टेनिस अधिकारियों ने इन सारे आरोपों के बेबुनियाद बताया है। एटीपी के अध्यक्ष क्रिस केरमोड ने कहा कि TIU यानी टेनिस अखंडता विभाग और सारे अधिकारी इन आरोपों से इनकार करते हैं कि हमने फ़िक्सिंग की बात छुपाई है। क्योंकि बात 10 साल पुरानी हो रही है तो हम जांच ज़रूर करेंगे, अगर कुछ नए सबूत सामने आए। वैसे जिस जांच रिपोर्ट का हवाला दिया जा रहा है ये वो 2007 में शुरू हुई थी, जब रूसी खिलाड़ी Nikolay Davydenko ने अचानक पांव में चोट के कारण एक मैच से नाम वापस ले लिया था, मैच फ़िक्सिंग का शक जताया गया था, लेकिन ATP ने उस समय जांच के बाद रूसी खिलाड़ी को क्लीन चिट दे दी थी।टिप्पणियां बड़े टेनिस खिलाड़ी थॉसम बर्डिच ने अपनी प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर दी है। बर्डिच ने कहा कि निजी तौर पर मैंने कभी ये अनुभव नहीं किया, किसी ने मुझे मैच फिक्स करने को नहीं कहा और ये मामला पुराना है, जिसकी जांच रिपोर्ट भी आ गई थी, इससे ज्यादा में क्या कह सकता हूं।' मंगलवार को BBC इस मुद्दे पर पूरा शो करने वाला है, शो में क्या दिखाया जाता है, उससे ही पता चलेगा कि इन आरोपों में कितना दम है। हालाकि टेनिस अधिकारियों ने इन सारे आरोपों के बेबुनियाद बताया है। एटीपी के अध्यक्ष क्रिस केरमोड ने कहा कि TIU यानी टेनिस अखंडता विभाग और सारे अधिकारी इन आरोपों से इनकार करते हैं कि हमने फ़िक्सिंग की बात छुपाई है। क्योंकि बात 10 साल पुरानी हो रही है तो हम जांच ज़रूर करेंगे, अगर कुछ नए सबूत सामने आए। वैसे जिस जांच रिपोर्ट का हवाला दिया जा रहा है ये वो 2007 में शुरू हुई थी, जब रूसी खिलाड़ी Nikolay Davydenko ने अचानक पांव में चोट के कारण एक मैच से नाम वापस ले लिया था, मैच फ़िक्सिंग का शक जताया गया था, लेकिन ATP ने उस समय जांच के बाद रूसी खिलाड़ी को क्लीन चिट दे दी थी।टिप्पणियां बड़े टेनिस खिलाड़ी थॉसम बर्डिच ने अपनी प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर दी है। बर्डिच ने कहा कि निजी तौर पर मैंने कभी ये अनुभव नहीं किया, किसी ने मुझे मैच फिक्स करने को नहीं कहा और ये मामला पुराना है, जिसकी जांच रिपोर्ट भी आ गई थी, इससे ज्यादा में क्या कह सकता हूं।' मंगलवार को BBC इस मुद्दे पर पूरा शो करने वाला है, शो में क्या दिखाया जाता है, उससे ही पता चलेगा कि इन आरोपों में कितना दम है। वैसे जिस जांच रिपोर्ट का हवाला दिया जा रहा है ये वो 2007 में शुरू हुई थी, जब रूसी खिलाड़ी Nikolay Davydenko ने अचानक पांव में चोट के कारण एक मैच से नाम वापस ले लिया था, मैच फ़िक्सिंग का शक जताया गया था, लेकिन ATP ने उस समय जांच के बाद रूसी खिलाड़ी को क्लीन चिट दे दी थी।टिप्पणियां बड़े टेनिस खिलाड़ी थॉसम बर्डिच ने अपनी प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर दी है। बर्डिच ने कहा कि निजी तौर पर मैंने कभी ये अनुभव नहीं किया, किसी ने मुझे मैच फिक्स करने को नहीं कहा और ये मामला पुराना है, जिसकी जांच रिपोर्ट भी आ गई थी, इससे ज्यादा में क्या कह सकता हूं।' मंगलवार को BBC इस मुद्दे पर पूरा शो करने वाला है, शो में क्या दिखाया जाता है, उससे ही पता चलेगा कि इन आरोपों में कितना दम है। बड़े टेनिस खिलाड़ी थॉसम बर्डिच ने अपनी प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर दी है। बर्डिच ने कहा कि निजी तौर पर मैंने कभी ये अनुभव नहीं किया, किसी ने मुझे मैच फिक्स करने को नहीं कहा और ये मामला पुराना है, जिसकी जांच रिपोर्ट भी आ गई थी, इससे ज्यादा में क्या कह सकता हूं।' मंगलवार को BBC इस मुद्दे पर पूरा शो करने वाला है, शो में क्या दिखाया जाता है, उससे ही पता चलेगा कि इन आरोपों में कितना दम है। मंगलवार को BBC इस मुद्दे पर पूरा शो करने वाला है, शो में क्या दिखाया जाता है, उससे ही पता चलेगा कि इन आरोपों में कितना दम है।
टीम अन्ना के कई सदस्यों को लेकर चल रहे विवादों के बीच सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने गुरुवार को कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों से अपना मौन व्रत जारी रखेंगे। हजारे ने कहा, मेरा स्वास्थ्य अब भी मुझे मौन व्रत तोड़ने की अनुमति नहीं दे रहा है। मेरे पैरों में अभी भी कुछ सूजन है और घुटना मुझे काफी परेशान कर रहा है। मौन व्रत मेरे शरीर को अंदर और बाहर से ठीक करने में मदद करता है। उन्होंने लिखा, लोगों के साथ मौखिक बातचीत करना मेरे लिए काफी श्रमसाध्य है और यह मुझे काफी कमजोर बनाता है। मैंने अपनी शारीरिक स्थिति को देखते हुए फैसला किया है कि मौनव्रत जारी रहेगा। 74 वर्षीय गांधीवादी अन्ना हजारे ने 16 अक्टूबर से अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में आत्मशांति के लिए मौनव्रत धारण किया हुआ है। हजारे का यह फैसला विवादों में फंसी टीम अन्ना की कोर कमेटी की बैठक के दो दिन पहले आया है। टीम अन्ना के खिलाफ ताजा विवाद किरण बेदी को लेकर है, जिन पर अपने यात्रा बिल को बढ़ाकर लेने का आरोप है। अपने हालिया ब्लॉग में अन्ना हजारे ने किरण बेदी का बचाव किया था।
अनुच्छेद 370 पर लोकसभा में मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कश्मीर के लोग हमारे हैं, हम उन्हें सीने से लगाएंगे. कांग्रेस, एनसीपी और अन्य पार्टियां लगातार अनुच्छेद 370 का विरोध कर रही हैं, जिसके बाद गृह मंत्री ने कहा कि घाटी ने लंबे समय से दर्द सहा है. हिंसा में 41500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. अमित शाह ने एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले के सवाल के जवाब में कहा, जम्मू-कश्मीर में साल 1989-95 तक आतंकवाद इतना बढ़ा कि सालों तक कश्मीर में कर्फ्यू रखना पड़ा था. हमने स्थिति न बिगड़े इसके लिए इंतजाम किए हैं. सरकार पहले से तैयार है और उससे नहीं रोका जा सकता. वहां से सुरक्षाबल नहीं हटेंगे और न हम दबाव में आएंगे. अमित शाह ने कहा कि 70 साल तक चर्चा चल रही है. तीन पीढ़िया आ गईं, जो पाकिस्तान से प्रेरणा लेते हैं उनसे चर्चा करें. हम हुर्रियत से चर्चा नहीं करना चाहते, अगर घाटी के लोगों में कोई शंका है तो हम उन्हें सीने से लगाएंगे और चर्चा भी करेंगे. अगर 100 बार चर्चा करने की बात आई तो हम 110 बार करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी का दिल बड़ा है. Home Minister Amit Shah in Lok Sabha: The curfew wasn't put in place because the law and order situation has deteriorated. It is precautionary, it has been put in place so the situation doesn't deteriorate. #Article370 #JammuAndKashmir pic.twitter.com/sMk85AVKOq — ANI (@ANI) August 6, 2019 अमित शाह ने कहा कि सदस्यों के मन के भाव को समझ रहा हूं क्योंकि सब लोग 70 साल से एक दर्द को दबाकर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है लेकिन किसी अन्य राज्य को नहीं बोलते, उसकी वजह 370 है क्योंकि इसी ने जनमानस के मन में शंका पैदा की थी, कश्मीर भारत का अंग है या नहीं. धारा 370 कश्मीर को भारत से जोड़ती नहीं बल्कि जोड़ने से रोकती है, जो आज सदन के आदेश के बाद खत्म हो जाएगी. HM in Lok Sabha: Asaduddin Owaisi said we're going to commit a historical mistake.We're not going to commit a historical mistake, we're going to correct one. After 5 yrs, seeing development in J&K under leadership of PM Modi, ppl of valley will understand drawbacks of Article 370 pic.twitter.com/aidZOukwuI — ANI (@ANI) August 6, 2019 अमित शाह ने कहा कि एक बार देश के प्रधानमंत्री की दृढ़ राजनीति को नमन करना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने साहस दिखाकर इसे खत्म करने का फैसला लिया. गृह मंत्री ने कहा कि उचित समय और हालात सामान्य होते ही जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने पर सरकार को कोई आपत्ति नहीं है. मोदी सरकार PoK को कभी देने वाली नहीं है और वहां की 24 सीटें आज भी हमारा हिस्सा रहने वाली हैं. इस पर हमारा दावा उतना ही मजबूत है जितना पहले था. अमित शाह ने कश्मीर मुद्दा UN में होने के अधीर रंजन के सवाल पर जवाब देना चाह, जिसपर फिर से चौधरी ने खड़े होकर गृह मंत्री से स्थिति साफ करने को कहा. अमित शाह ने कहा कि कश्मीर मुद्दा 1948 में UN में पहुंचा था. लेकिन जब भारत-पाकिस्तान ने UN को प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया तब किसी भी देश की सेना को सीमाओं के उल्लंघन का अधिकार नहीं था. लेकिन 1965 में पाकिस्तान की ओर से सीमा का उल्लंघन करने पर यह प्रस्ताव खारिज हो गया था. जम्मू कश्मीर के लिए इस सदन को संपूर्ण अधिकार हासिल हैं कोई भी बाध्यता नहीं है. अमित शाह ने मनीष तिवारी से सवाल करते हुए कहा कि जब हमारी सेना कश्मीर में विजयी हो रही थी और पाकिस्तानी कबीलाइयों को भगाया जा रहा था तब अचानक शस्त्र विराम किसने किया, वो भी नेहरू जी ने किया और उसी के कारण आज PoK है, अगर सेनाओं को उस वक्त छूट दी होती तो पूरा PoK भारत का हिस्सा होता. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में इस विषय को कौन लेकर गया, आकाशवाणी से गृह मंत्री को बगैर भरोसे में लिए हुए मसले को UN में ले जाया गया, यह काम भी नेहरूजी ने ही किया था. धारा 370 की वजह से अलगववाद की भावना को पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में भड़का रहा है. उन्होंने कहा कि 370 से इस देश के कानून की पहुंच वहां नहीं होती थी. साथ ही 371 महाराष्ट्र के विकास से जुड़ा है उसे हम क्यों निकालेंगे. इससे कहीं भी देश की अखंडता और एकता बाधित नहीं होती, इसकी 370 से कोई तुलना नहीं की जा सकती. राज्यों के कुछ समस्याओं को 371 में रखा गया है और इनकी तुलना संभव नहीं है और हम इसे कतई हटाने नहीं जा रहे हैं.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर संसद का वीडियो जारी करने के मामले में लोकसभा समिति से बिना शर्त माफी मांग ली. समिति ने मान को सोशल मीडिया पर संसद का वीडियो फुटेज डालने के मामले की जांच में दोषी पाया था. लोकसभा समिति के अध्यक्ष किरीट सोमैया ने कहा, 'मान दोषी पाए गए. बीते छह महीने से मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विवाद में खींच रहे थे. उन्होंने अब बिना शर्त माफी मांग ली है'. सोमैया ने कहा कि समिति बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के साथ मामले की चर्चा करेगी और सजा तय करेगी. लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने आप नेता भगवंत मान के संसद सुरक्षा के उल्लंघन मामले में जांच के लिए 25 जुलाई को समिति गठित की थी. मान ने 21 जुलाई को फेसबुक पर अपने घर से संसद भवन तक की यात्रा का वीडियो डाला था.टिप्पणियां सोमैया के अलावा समिति के नौ सदस्यों में मीनाक्षी लेखी, सत्याल सिंह, आनंदराव अडसुल, बी. महताब, रत्ना डे, थोटा नरसिम्हन, के.सी. वेगुगोपाल और पी. वेणुगोपाल शामिल थे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लोकसभा समिति के अध्यक्ष किरीट सोमैया ने कहा, 'मान दोषी पाए गए. बीते छह महीने से मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विवाद में खींच रहे थे. उन्होंने अब बिना शर्त माफी मांग ली है'. सोमैया ने कहा कि समिति बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के साथ मामले की चर्चा करेगी और सजा तय करेगी. लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने आप नेता भगवंत मान के संसद सुरक्षा के उल्लंघन मामले में जांच के लिए 25 जुलाई को समिति गठित की थी. मान ने 21 जुलाई को फेसबुक पर अपने घर से संसद भवन तक की यात्रा का वीडियो डाला था.टिप्पणियां सोमैया के अलावा समिति के नौ सदस्यों में मीनाक्षी लेखी, सत्याल सिंह, आनंदराव अडसुल, बी. महताब, रत्ना डे, थोटा नरसिम्हन, के.सी. वेगुगोपाल और पी. वेणुगोपाल शामिल थे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सोमैया ने कहा कि समिति बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के साथ मामले की चर्चा करेगी और सजा तय करेगी. लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने आप नेता भगवंत मान के संसद सुरक्षा के उल्लंघन मामले में जांच के लिए 25 जुलाई को समिति गठित की थी. मान ने 21 जुलाई को फेसबुक पर अपने घर से संसद भवन तक की यात्रा का वीडियो डाला था.टिप्पणियां सोमैया के अलावा समिति के नौ सदस्यों में मीनाक्षी लेखी, सत्याल सिंह, आनंदराव अडसुल, बी. महताब, रत्ना डे, थोटा नरसिम्हन, के.सी. वेगुगोपाल और पी. वेणुगोपाल शामिल थे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने आप नेता भगवंत मान के संसद सुरक्षा के उल्लंघन मामले में जांच के लिए 25 जुलाई को समिति गठित की थी. मान ने 21 जुलाई को फेसबुक पर अपने घर से संसद भवन तक की यात्रा का वीडियो डाला था.टिप्पणियां सोमैया के अलावा समिति के नौ सदस्यों में मीनाक्षी लेखी, सत्याल सिंह, आनंदराव अडसुल, बी. महताब, रत्ना डे, थोटा नरसिम्हन, के.सी. वेगुगोपाल और पी. वेणुगोपाल शामिल थे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सोमैया के अलावा समिति के नौ सदस्यों में मीनाक्षी लेखी, सत्याल सिंह, आनंदराव अडसुल, बी. महताब, रत्ना डे, थोटा नरसिम्हन, के.सी. वेगुगोपाल और पी. वेणुगोपाल शामिल थे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
VIDEO: मुज़फ़्फ़रपुर शेल्टर होम रेप केस में तेजस्वी ने साधा निशाना, CBI टीम पहुंची जांच के लिए
बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा रविवार को न्यूयॉर्क में आयोजित होने वाले इंडिया डे परेड में भाग लेंगी. परिणीति ने बुधवार को ट्विटर पर अपने फैन्स के साथ यह सूचना शेयर की. परिणीति ने ट्विटर पर लिखा, 'अगस्त की 16 तारीख को मेडिसन एवेन्यू में पूर्वाह्न् 11 बजे भरत परेड दिवस में भारत का प्रतिनिधित्व करुंगी!!! आइए, न्यूयॉर्क में मुझे मिलिए.' Representing India at the India Day Parade on the 16th of august at madison avenue at 11am!!! Come meet me New York!!!! — Parineeti Chopra (@ParineetiChopra) August 12, 2015 New York!!! Come meet me on Madison Avenue!!! 16th aug, 11am!! :) pic.twitter.com/btZqNssoIB — Parineeti Chopra (@ParineetiChopra) August 13, 2015 वह मंगलवार न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो गईं. इनपुट :IANS
फिल्म प्रोड्यूसर करण जौहर के प्रोडक्शन में बनने वाली फिल्म 'शुद्धि ' की शूटिंग अगस्त में करण मल्होत्रा की फिल्म 'ब्रदर्स' के रिलीज के बाद शुरू होगी. करन ने सोमवार को फिल्मफेयर के 'ग्लैमर एंड स्टाइल' अंक के कवर लॉन्च के मौके पर बताया, 'शुद्धि की शूटिंग जल्द शुरू होगी. फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले की तैयारियां मुश्किल हैं, क्योंकि यह एक बड़ी फिल्म है और इसके लिए ज्यादा समय की जरूरत होती है.' करन के मुताबिक, 'फिल्म का डायरेक्शन करण मल्होत्रा करने वाले हैं, जिनकी फिल्म 'ब्रदर्स' पहले रिलीज होगी. इस तरह वह अगस्त के बाद ही 'शुद्धि' की शूटिंग शुरू कर पाएंगे.' 'शुद्धि' में सलमान खान लीड रोल में नजर आएंगे. हालांकि फिल्म के बाकी किरदारों का चुनाव अभी बाकी है. इस बीच करन ने यह भी बताया कि वह 'राम लखन' फिल्म की रीमेक फिल्म भी बनाएंगे. इस फिल्म के बारे में उन्होंने बताया, 'यह फिल्म 2016 की शुरुआत में शुरू होगी. इसकी बाकी स्टार कास्ट की घोषणा अगले दो महीने में कर दी जाएगी.' - इनपुट IANS
अरहान बहल एक भारतीय टेलीविजन अभिनेता है। उन्हें टीवी धारावाहिक मन की आवाज प्रतिज्ञा में ठाकुर कृष्णा सिंह के चरित्र के लिये निभाए गए अपने अभिनय से प्रसिद्धि मिली। करियर अरहान बहल ने अभिनय की शुरुआत स्टार प्लस के धारावाहिक मन की आवाज-प्रतिज्ञा से की। उन्होने एक यथार्थ कार्यक्रम काॅमेडी का महा मुकाबला में भी काम किया। आजकल वे ज़ी टीवी के धारावाहिक दो दिल बंधे इक डोरी से में मुख्य पात्र रघु की भूमिका निभा रहे हैं। इस धारावाहिक में वे मानसी श्रीवास्तव के साथ मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। टेलीविजन {| class="wikitable" ! साल ! धारावाहिक ! पात्र ! चैनल |- | 2009-12||मन की आवाज-प्रतिज्ञा||ठाकुर कृष्णा सिंह||स्टार प्लस |- | 2013||काॅमेडी का महा मुकाबला||स्वयं||स्टार प्लस |- | 2013-14||दो दिल बंधे इक डोरी से||रघु||ज़ी टीवी सन्दर्भ टेलिविज़न अभिनेता जीवित लोग 1984 में जन्मे लोग राजस्थान के लोग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल के खिलाफ नया मोर्चा खोलने की ठान ली है. सूत्रों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल के खिलाफ केस की तैयारी में है और इस संबंध में केजरीवाल सरकार मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगेगी. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली सरकार सीएनजी फिटनेस घोटाला मामले में कार्रवाई करेगी. इस मामले में दिल्ली सरकार उपराज्यपाल की भूमिका पर मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगेगी. सरकार ने मुख्य सचिव से मांगी गई रिपोर्ट में यह जानना चाहा है कि सीएनएजी फिटनेस स्कैम में भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के लिए उपराज्यपाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 217 और 218 के तहत कौन से कदम उठाए जा सकते हैं. गौरतलब है कि सीबीआई ने इस मामले का जिक्र अपनी क्लोजर रिपोर्ट में भी किया है. इस मामले में आगे की कार्रवाई की अनुमति के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे.
आर्मेनिया में कई प्रकार के खेल खेले जाते हैं, उनमें से सबसे लोकप्रिय कुश्ती, भारोत्तोलन, जूडो, एसोसिएशन फुटबॉल, शतरंज और मुक्केबाजी हैं। आर्मेनिया का पहाड़ी इलाका स्कीइंग और चढ़ाई जैसे खेलों के अभ्यास के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। भूमि से घिरा देश होने के कारण, जल क्रीड़ा का अभ्यास केवल झीलों पर ही किया जा सकता है, विशेष रूप से सेवन झील पर। प्रतिस्पर्धात्मक रूप से, अर्मेनिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शतरंज, भारोत्तोलन और कुश्ती में सफल रहा है। यूरोपीय फुटबॉल एसोसिएशन (यूईएफए) और इंटरनेशनल आइस हॉकी फेडरेशन (आईआईएचएफ) के संघ में पूर्ण सदस्यता के साथ, आर्मेनिया अंतरराष्ट्रीय खेल समुदाय का एक सक्रिय सदस्य भी है। यह पैन-अर्मेनियाई खेलों की भी मेजबानी करता है।
रामनगर (Ramnagar) भारत के उत्तराखण्ड राज्य के नैनीताल ज़िले में स्थित एक नगर है। पर्यटकों के लिए यह जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान का द्वार है। मायानगरी पार्क, नागपुर विवरण रामनगर मुख्यालय नैनीताल से ६५ किमी और देश की राजधानी दिल्ली से लगभग २६० किमी की दूरी पर स्थित है। रामनगर, जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के लिए प्रसिद्ध है। यह कस्बा इस राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेशद्वार है। आसपास के अन्य प्रसिद्ध स्थल हैं गर्जिया देवी मन्दिर और सीता बनी मन्दिर। रामनगर "लीची की खेती" के लिए भी प्रसिद्ध है। इतिहास रामनगर की स्थापना और बसासत वहां के आयुक्त एच रामसे द्वारा १८५६-१८८४ में की गयी थी। ये क़स्बा जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार भी है जहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते है। उत्तर भारत के प्रसिद्ध हिल स्टेशन नैनीताल से निकट होने के कारण भी यहाँ बहुत से पर्यटक आते हैं। रामनगर, हल्द्वानी के साथ-साथ उत्तराखण्ड के कुमाऊँ मण्डल का प्रवेश द्वार भी है। भूगोल रामनगर २९.४०° उ ७९.१०° पू अक्षांश पर स्थित है। समुन्द्रतल से इसकी ऊँचाई ३४५ मीटर (१,१३२ फ़ुट) है। हिमालय की तलहटी में कोसी नदी के किनारे ये कस्बा बसा हुआ है। यह कस्बा जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के प्रवेशद्वार के रूप में ख्यात है और इस कारण यहां बहुत से देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। उत्तर भारत का एक प्रमुख पहाड़ी पर्यटन स्थल नैनीताल भी यहां से केवल ६५ किमी दूर है जिस कारण यह और भी अधिक लोकप्रिय है। रामनगर पहाड़ियों की तलहटी में बसा हुआ है और यह पश्चिमी कुमाऊँ के लिए प्रवेशद्वार भी है। कुमाऊँ की पहाड़ियां भी यहीं से आरम्भ होती हैं। परिवहन रामनगर रेल और सड़क दोनों से पहुँचा जा सकता है। राजधानी दिल्ली से चलने वाली रानीखेत एक्सप्रेस २२.३५ (रात्रि १०.३५) बजे प्रस्थान करती है और रात भर की यात्रा के बाद प्रातः ४.५५ पर रामनगर पहुँच जाती है। रामनगर से लगभग १५ किमी की दूरी पर स्थित है। वायु रामनगर से निकटतम हवाई अड्डा उधम सिंह नगर जिले में स्थित पन्तनगर में है जो यहां से ५० किमी दूर है। प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय अड्डा दिल्ली का इन्दिरा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। रेल सन १९०७ में ब्रिटिश काल में यहां रेलमार्ग बिछाया गया था। वर्तमान में रामनगर रेलमार्गों द्वारा देश की राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य प्रमुख नगरों से जुड़ा हुआ है। रामनगर का अपना रेलवे स्टेशन भी है। सड़क रामनगर का बस अड्डा यहां के रेलवे स्टेशन के निकट ही स्थित है। रामनगर से क्षेत्र के अन्य स्थानों जैसे नैनीताल और काशीपुर के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त दिल्ली और अन्य निकटवर्ती नगरों के लिए भी अच्छी बस सुविधा उपलब्ध है जिनका संचालन राज्य परिवहन निगम और निजी बस ऑपरेटर दोनोण द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय महामार्ग १२१ जो काशीपुर में आरम्भ होकर बुबाखाल, उत्तराखण्ड तक है, रामनगर से होकर जाता है। निकटवर्ती क्षेत्र रामनगर के निकटवर्ती ग्राम है: टेड़ा, पाटकोट, कोटाबाग, भालौन, आमगढ़ी, पीरूमद्वारा,टाण्डा,हल्दुआ;बोहराकोट, ढिकाला,मोहान। गर्जिया रामनगर से १3 कि०मी० की दूरी पर ढिकाला मार्ग पर गर्जिया नामक स्थान पर देवी गिरिजा माता के नाम से प्रसिद्ध हैं। वर्तमान में इस मंदिर में गर्जिया माता की ४.५ फिट ऊंची मूर्ति स्थापित है, इसके साथ ही सरस्वती, गणेश जी तथा बटुक भैरव की संगमरमर की मूर्तियां मुख्य मूर्ति के साथ स्थापित हैं। देवी गिरिजा जो गिरिराज हिमालय की पुत्री तथा संसार के पालनहार भगवान शंकर की अर्द्धागिनी हैं, कोसी (कौशिकी) नदी के मध्य एक टीले पर यह मंदिर स्थित है। इन्हें भी देखें जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान नैनीताल ज़िला सन्दर्भ उत्तराखण्ड के नगर नैनीताल जिला नैनीताल ज़िले के नगर
भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 'फोर्ब्स' पत्रिका की दुनिया के 100 धनी खिलाड़ियों की सूची में धावक यूसेन बोल्ट, टेनिस स्टार नोवाक जोकोविक और साथी खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया है। 'फोर्ब्स' की सूची के अनुसार धोनी दुनिया के सबसे धनी खिलाड़ियों की सूची में 31वें स्थान पर हैं। वह जोकोविक (62वें), बोल्ट (62वें) और तेंदुलकर (78वें) से काफी आगे हैं। स्टार फुटबॉलर वायने रूनी और फर्नांडो टोरेस भी इस सूची में धोनी से पीछे हैं। मुक्केबाजी चैंपियन फ्लायड मेवेदर आठ करोड़ 50 लाख डॉलर की कमाई के साथ शीर्ष पर हैं। उनके बाद मुक्केबाज मैनी पाक्वियो (6.2 करोड़ डॉलर) और दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स (5.94 करोड़ डॉलर) का नंबर आता है। धोनी की कुल कमाई दो करोड़ 65 लाख डॉलर है, जिसमें से वह दो करोड़ 30 लाख डॉलर विज्ञापनों से कमाते हैं। तेंदुलकर की कमाई एक करोड़ 86 लाख डॉलर आंकी गई है, जिसमें से उन्हें एक करोड़ 65 लाख डॉलर विज्ञापनों से मिलते हैं।टिप्पणियां दिलचस्प तथ्य यह है कि भारतीय कप्तान की विज्ञापनों से कमाई दुनिया के सबसे लोकप्रिय फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी से अधिक है। मेस्सी हालांकि कुल 3.9 करोड़ डॉलर की कमाई के साथ सूची में 11वें स्थान पर हैं, लेकिन विज्ञापनों से उनकी कमाई केवल एक करोड़ 90 लाख डॉलर ही है, जो धोनी से 40 लाख डॉलर कम है। महिला खिलाड़ियों में मारिया शारापोवा सबसे अधिक धनी हैं। उनकी कमाई दो करोड़ 79 लाख डॉलर है और वह सूची में 26वें स्थान पर हैं। इस सूची में रोजर फेडरर पांचवें, डेविड बैकहम आठवें और क्रिस्टियानो रोनाल्डो नौवें स्थान पर हैं। कमाई के लिहाज से दुनिया के चोटी के 10 खिलाड़ी इस प्रकार हैं- 1. फ्लायड मेवेदर (मुक्केबाजी- 8.5 करोड़ डॉलर). 2. मैनी पाक्वियो (मुक्केबाजी- 6.2 करोड़ डॉलर) 3. टाइगर वुड्स (गोल्फ- 5.94 करोड़ डॉलर) 4. लेब्रोन जेम्स (बास्केटबाल- 5.3 करोड़ डॉलर). 5. रोजर फेडरर (टेनिस- 5.27 करोड़ डॉलर) 6. कोबे ब्रायंट (बास्केटबाल- 5.23 करोड़ डॉलर). 7. फिल मिकलसन (गोल्फ- 4.78 करोड़ डॉलर) 8. डेविड बेकहम (फुटबॉल- 4.6 करोड़ डॉलर). 9. क्रिस्टियानो रोनाल्डो (फुटबॉल- 4.25 करोड़ डॉलर). 10. पेटन मैनिंग (अमेरिकन फुटबॉल- 4.24 करोड़ डॉलर). 'फोर्ब्स' की सूची के अनुसार धोनी दुनिया के सबसे धनी खिलाड़ियों की सूची में 31वें स्थान पर हैं। वह जोकोविक (62वें), बोल्ट (62वें) और तेंदुलकर (78वें) से काफी आगे हैं। स्टार फुटबॉलर वायने रूनी और फर्नांडो टोरेस भी इस सूची में धोनी से पीछे हैं। मुक्केबाजी चैंपियन फ्लायड मेवेदर आठ करोड़ 50 लाख डॉलर की कमाई के साथ शीर्ष पर हैं। उनके बाद मुक्केबाज मैनी पाक्वियो (6.2 करोड़ डॉलर) और दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स (5.94 करोड़ डॉलर) का नंबर आता है। धोनी की कुल कमाई दो करोड़ 65 लाख डॉलर है, जिसमें से वह दो करोड़ 30 लाख डॉलर विज्ञापनों से कमाते हैं। तेंदुलकर की कमाई एक करोड़ 86 लाख डॉलर आंकी गई है, जिसमें से उन्हें एक करोड़ 65 लाख डॉलर विज्ञापनों से मिलते हैं।टिप्पणियां दिलचस्प तथ्य यह है कि भारतीय कप्तान की विज्ञापनों से कमाई दुनिया के सबसे लोकप्रिय फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी से अधिक है। मेस्सी हालांकि कुल 3.9 करोड़ डॉलर की कमाई के साथ सूची में 11वें स्थान पर हैं, लेकिन विज्ञापनों से उनकी कमाई केवल एक करोड़ 90 लाख डॉलर ही है, जो धोनी से 40 लाख डॉलर कम है। महिला खिलाड़ियों में मारिया शारापोवा सबसे अधिक धनी हैं। उनकी कमाई दो करोड़ 79 लाख डॉलर है और वह सूची में 26वें स्थान पर हैं। इस सूची में रोजर फेडरर पांचवें, डेविड बैकहम आठवें और क्रिस्टियानो रोनाल्डो नौवें स्थान पर हैं। कमाई के लिहाज से दुनिया के चोटी के 10 खिलाड़ी इस प्रकार हैं- 1. फ्लायड मेवेदर (मुक्केबाजी- 8.5 करोड़ डॉलर). 2. मैनी पाक्वियो (मुक्केबाजी- 6.2 करोड़ डॉलर) 3. टाइगर वुड्स (गोल्फ- 5.94 करोड़ डॉलर) 4. लेब्रोन जेम्स (बास्केटबाल- 5.3 करोड़ डॉलर). 5. रोजर फेडरर (टेनिस- 5.27 करोड़ डॉलर) 6. कोबे ब्रायंट (बास्केटबाल- 5.23 करोड़ डॉलर). 7. फिल मिकलसन (गोल्फ- 4.78 करोड़ डॉलर) 8. डेविड बेकहम (फुटबॉल- 4.6 करोड़ डॉलर). 9. क्रिस्टियानो रोनाल्डो (फुटबॉल- 4.25 करोड़ डॉलर). 10. पेटन मैनिंग (अमेरिकन फुटबॉल- 4.24 करोड़ डॉलर). मुक्केबाजी चैंपियन फ्लायड मेवेदर आठ करोड़ 50 लाख डॉलर की कमाई के साथ शीर्ष पर हैं। उनके बाद मुक्केबाज मैनी पाक्वियो (6.2 करोड़ डॉलर) और दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स (5.94 करोड़ डॉलर) का नंबर आता है। धोनी की कुल कमाई दो करोड़ 65 लाख डॉलर है, जिसमें से वह दो करोड़ 30 लाख डॉलर विज्ञापनों से कमाते हैं। तेंदुलकर की कमाई एक करोड़ 86 लाख डॉलर आंकी गई है, जिसमें से उन्हें एक करोड़ 65 लाख डॉलर विज्ञापनों से मिलते हैं।टिप्पणियां दिलचस्प तथ्य यह है कि भारतीय कप्तान की विज्ञापनों से कमाई दुनिया के सबसे लोकप्रिय फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी से अधिक है। मेस्सी हालांकि कुल 3.9 करोड़ डॉलर की कमाई के साथ सूची में 11वें स्थान पर हैं, लेकिन विज्ञापनों से उनकी कमाई केवल एक करोड़ 90 लाख डॉलर ही है, जो धोनी से 40 लाख डॉलर कम है। महिला खिलाड़ियों में मारिया शारापोवा सबसे अधिक धनी हैं। उनकी कमाई दो करोड़ 79 लाख डॉलर है और वह सूची में 26वें स्थान पर हैं। इस सूची में रोजर फेडरर पांचवें, डेविड बैकहम आठवें और क्रिस्टियानो रोनाल्डो नौवें स्थान पर हैं। कमाई के लिहाज से दुनिया के चोटी के 10 खिलाड़ी इस प्रकार हैं- 1. फ्लायड मेवेदर (मुक्केबाजी- 8.5 करोड़ डॉलर). 2. मैनी पाक्वियो (मुक्केबाजी- 6.2 करोड़ डॉलर) 3. टाइगर वुड्स (गोल्फ- 5.94 करोड़ डॉलर) 4. लेब्रोन जेम्स (बास्केटबाल- 5.3 करोड़ डॉलर). 5. रोजर फेडरर (टेनिस- 5.27 करोड़ डॉलर) 6. कोबे ब्रायंट (बास्केटबाल- 5.23 करोड़ डॉलर). 7. फिल मिकलसन (गोल्फ- 4.78 करोड़ डॉलर) 8. डेविड बेकहम (फुटबॉल- 4.6 करोड़ डॉलर). 9. क्रिस्टियानो रोनाल्डो (फुटबॉल- 4.25 करोड़ डॉलर). 10. पेटन मैनिंग (अमेरिकन फुटबॉल- 4.24 करोड़ डॉलर). दिलचस्प तथ्य यह है कि भारतीय कप्तान की विज्ञापनों से कमाई दुनिया के सबसे लोकप्रिय फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी से अधिक है। मेस्सी हालांकि कुल 3.9 करोड़ डॉलर की कमाई के साथ सूची में 11वें स्थान पर हैं, लेकिन विज्ञापनों से उनकी कमाई केवल एक करोड़ 90 लाख डॉलर ही है, जो धोनी से 40 लाख डॉलर कम है। महिला खिलाड़ियों में मारिया शारापोवा सबसे अधिक धनी हैं। उनकी कमाई दो करोड़ 79 लाख डॉलर है और वह सूची में 26वें स्थान पर हैं। इस सूची में रोजर फेडरर पांचवें, डेविड बैकहम आठवें और क्रिस्टियानो रोनाल्डो नौवें स्थान पर हैं। कमाई के लिहाज से दुनिया के चोटी के 10 खिलाड़ी इस प्रकार हैं- 1. फ्लायड मेवेदर (मुक्केबाजी- 8.5 करोड़ डॉलर). 2. मैनी पाक्वियो (मुक्केबाजी- 6.2 करोड़ डॉलर) 3. टाइगर वुड्स (गोल्फ- 5.94 करोड़ डॉलर) 4. लेब्रोन जेम्स (बास्केटबाल- 5.3 करोड़ डॉलर). 5. रोजर फेडरर (टेनिस- 5.27 करोड़ डॉलर) 6. कोबे ब्रायंट (बास्केटबाल- 5.23 करोड़ डॉलर). 7. फिल मिकलसन (गोल्फ- 4.78 करोड़ डॉलर) 8. डेविड बेकहम (फुटबॉल- 4.6 करोड़ डॉलर). 9. क्रिस्टियानो रोनाल्डो (फुटबॉल- 4.25 करोड़ डॉलर). 10. पेटन मैनिंग (अमेरिकन फुटबॉल- 4.24 करोड़ डॉलर). कमाई के लिहाज से दुनिया के चोटी के 10 खिलाड़ी इस प्रकार हैं- 1. फ्लायड मेवेदर (मुक्केबाजी- 8.5 करोड़ डॉलर). 2. मैनी पाक्वियो (मुक्केबाजी- 6.2 करोड़ डॉलर) 3. टाइगर वुड्स (गोल्फ- 5.94 करोड़ डॉलर) 4. लेब्रोन जेम्स (बास्केटबाल- 5.3 करोड़ डॉलर). 5. रोजर फेडरर (टेनिस- 5.27 करोड़ डॉलर) 6. कोबे ब्रायंट (बास्केटबाल- 5.23 करोड़ डॉलर). 7. फिल मिकलसन (गोल्फ- 4.78 करोड़ डॉलर) 8. डेविड बेकहम (फुटबॉल- 4.6 करोड़ डॉलर). 9. क्रिस्टियानो रोनाल्डो (फुटबॉल- 4.25 करोड़ डॉलर). 10. पेटन मैनिंग (अमेरिकन फुटबॉल- 4.24 करोड़ डॉलर).
संघ प्रमुख मोहन भागवत के द्वारा सेना को लेकर दिए गए बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बयान को लेकर संघ प्रमुख पर हमला बोला है, तो उनके बचाव में आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य और केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरन रिजिजू उतर आए हैं. अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मोहन भागवत के बयान का बचाव किया है. पटना में मीडिया से बात करते हुए नीतीश ने कहा कि अगर कोई संगठन सीमा की रक्षा के लिए तत्पर है, तो मैं नहीं समझता हूं कि इस मुद्दे पर विवाद होना चाहिए. कभी दिया था संघ मुक्त भारत का नारा नीतीश का संघ प्रमुख के समर्थन में बयान देना इसलिए भी चौंकाता है क्योंकि नीतीश उन नेताओं में से एक रहे हैं, जो 'संघ मुक्त भारत' का नारा जोर-शोर से लगाते हुए नज़र आए हैं. हालांकि, राजद का साथ छोड़ एक बार फिर बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बाद से ही नीतीश के रुख में थोड़ी नरमी आई है. नीतीश के राज में संघ अपने संगठन को बिहार में मजबूत बनाने में जुटा है. मोहन भागवत करीब 10 दिनों के दौरे पर बिहार में हैं. बिहार प्रवास पर RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को पटना के शाखा मैदान में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह लगातार बिहार दौरे पर इसलिए आ रहे हैं ताकि प्रदेश में संगठन मजबूत हो और उसका विस्तार किया जा सके. 2015 में हुए बिहार चुनाव के दौरान नीतीश कुमार की जेडीयू ने लालू यादव की राजद के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. उस दौरान जेडीयू का नारा 'कांग्रेस मुक्त भारत' की जगह 'संघ मुक्त भारत' का था. क्या था भागवत का बयान ? बता दें कि रविवार को बिहार के मुज्जफरपुर में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा था कि देश को अगर हमारी जरूरत पड़े और हमारा संविधान और कानून इजाजत दे हम तुरंत तैयार हो जाएंगे. स्वयंसेवकों की कुव्वत का बखान करते हुए संघ प्रमुख ये भी कह गए कि सेना को तैयार होने में 6-7 महीने लग जाएंगे, लेकिन हम दो से तीन दिन में ही तैयार हो जाएंगे, क्योंकि हमारा अनुशासन ही ऐसा है. मोहन भागवत पिछले 6 फरवरी से मुजफ्फरपुर के प्रवास पर हैं. इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. कार्यक्रम के अंतिम दिन संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस बात पर जोर दिया कि अनुशासन ही हमारी पहचान है.
ईरान ने पश्चिमी देशों द्वारा प्रतिबंधों को कड़ा किये जाने के वाबजूद अपने तेहरान अनुसंधान संयंत्र में स्वदेश में निर्मित परमाणु ईधन की छड़ें लगाने का काम बुधवार को शुरू कर दिया। सरकारी संवाद समिति इरना ने कहा कि राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने उत्तरी तेहरान में स्थित संयत्र में स्वदेश निर्मित पहली परमाणु ईधन छड़ लगायी।टिप्पणियां सरकारी टेलीविजन ने बुधवार के समारोह का सीधा प्रसारण किया जिसमें दिखाया गया कि विशेषज्ञ अहमदीनेजाद को प्रक्रिया समझा रहे हैं। यह घटनाक्रम ऐसे वक्त सामने आया है जब ईरान ने कहा है कि उसने नीदरलैन्ड फ्रांस इटली स्पेन यूनान और पुर्तगाल से अपना तेल निर्यात बंद कर दिया है। वहीं, ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधान परमाणु वार्ताकार सईद जलीली ने यूरोपीय संघ विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन को भेजे गए पत्र में कहा, ‘ईरान अतिरिक्त सहयोग की दिशा में बुनियादी कदम उठाने के लिए वार्ता की मेज पर लौटने की पी5 जोड़ 1 (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य और जर्मनी) की रजामंदी का स्वागत करता है।’ जलीली ने कहा, ‘ईरान वार्ता जारी रखने के लिए तैयार है।’ एश्टन के कार्यालय ने तकरीबन चार माह पहले एक पत्र भेजा था जिसमें विश्व शक्तियों के साथ ईरान की अवरूद्ध वार्ता बहाल करने का प्रस्ताव किया था। सरकारी टेलीविजन ने बुधवार के समारोह का सीधा प्रसारण किया जिसमें दिखाया गया कि विशेषज्ञ अहमदीनेजाद को प्रक्रिया समझा रहे हैं। यह घटनाक्रम ऐसे वक्त सामने आया है जब ईरान ने कहा है कि उसने नीदरलैन्ड फ्रांस इटली स्पेन यूनान और पुर्तगाल से अपना तेल निर्यात बंद कर दिया है। वहीं, ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधान परमाणु वार्ताकार सईद जलीली ने यूरोपीय संघ विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन को भेजे गए पत्र में कहा, ‘ईरान अतिरिक्त सहयोग की दिशा में बुनियादी कदम उठाने के लिए वार्ता की मेज पर लौटने की पी5 जोड़ 1 (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य और जर्मनी) की रजामंदी का स्वागत करता है।’ जलीली ने कहा, ‘ईरान वार्ता जारी रखने के लिए तैयार है।’ एश्टन के कार्यालय ने तकरीबन चार माह पहले एक पत्र भेजा था जिसमें विश्व शक्तियों के साथ ईरान की अवरूद्ध वार्ता बहाल करने का प्रस्ताव किया था। वहीं, ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधान परमाणु वार्ताकार सईद जलीली ने यूरोपीय संघ विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन को भेजे गए पत्र में कहा, ‘ईरान अतिरिक्त सहयोग की दिशा में बुनियादी कदम उठाने के लिए वार्ता की मेज पर लौटने की पी5 जोड़ 1 (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य और जर्मनी) की रजामंदी का स्वागत करता है।’ जलीली ने कहा, ‘ईरान वार्ता जारी रखने के लिए तैयार है।’ एश्टन के कार्यालय ने तकरीबन चार माह पहले एक पत्र भेजा था जिसमें विश्व शक्तियों के साथ ईरान की अवरूद्ध वार्ता बहाल करने का प्रस्ताव किया था।
कार्तिक आर्यन, अनन्या पांडे और भूमि पेडनेकर स्टारर फिल्म पति पत्नी और वो की चर्चा आजकल जोर-शोर से हो रही है. इस फिल्म की शूटिंग लखनऊ में चल रही है. जहां फिल्म के एक्टर्स ने सेट्स से कोई तस्वीर शेयर नहीं की है वहीं उनके फैन क्लब्स सोशल मीडिया पर आए दिन नई तस्वीरें और वीडियो शेयर करते रहते हैं. अब इस फिल्म के सेट्स से जो वीडियो वायरल हो रहा है, वो कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे का है. वीडियो में कार्तिक अपने चिंटू त्यागी के किरदार में हैं. वहीं उनकी असिस्टेंट बनी अनन्या उन्हें डांस सिखाने की कोशिश कर रही हैं. ये दोनों एक्टर रोमांटिक डांस करने की कोशिश करते हुए हंस रहे हैं. एक दूसरे वीडियो में दोनों सितारे सिर्फ हंस रहे हैं. हालांकि इन वीडियोज में भूमि पेडनेकर का कोई अता-पता नहीं है. View this post on Instagram Kartik aaryan and ananya panday 👄❤️👄 at #patipatniaurwoh set..... . . . #Ananya kin (#family) @ananyapanday @kartikaaryan ...... @bhumipednekar is absent today😂😂😂 A post shared by 👑A.N.A.N.Y.A_P.A.N.D.A.Y👑 (@ananyakin) on Aug 20, 2019 at 11:09am PDT बता दें कि जहां कार्तिक आर्यन, खुल्लम-खुल्ला सारा अली खान को डेट कर रहे हैं, वहीं अनन्या पांडे इस बात को कुबूल करने में कभी पीछे नहीं हटती कि उन्हें कार्तिक पर क्रश है. एक इंटरव्यू में अनन्या ने कहा था, "वो (कार्तिक) बहुत फनी है और फिल्म के सेट पर मुझे हमेशा हंसाता रहता है." इसके अलावा अनन्या ने कई बार ये भी बताया है कि कार्तिक कितने नि:स्वार्थ हैं और उन्होंने अनन्या की कई बार मदद की है. उन्होंने कहा था, "उनके साथ काम करते हुए मुझे एहसास हुआ कि वे कितने नि:स्वार्थ इंसान हैं. जैसे जब हम फिल्म के पहले शेड्यूल में कोई भी सीन साथ में करते थे तो कार्तिक सिर्फ अपनी ही लाइन्स के बारे में ही नहीं सोचते. बल्कि वो हमेशा ये सोचते हैं कि सीन को बेहतर कैसे बनाया जाए?" अनन्या ने कहा था, "इसके अलावा भी कार्तिक ने मेरी काफी मदद की है. क्योंकि मैं नई हूं तो उन्होंने मेरी हर तरह से मदद की है. इस हिसाब से वो मुझे बहुत सपोर्ट करते हैं." View this post on Instagram We’ll see you (with your pati/patni - aur woh 😜) in theatres on 6th December, 2019!! ❤️🕺🏻👩‍👩‍👦🕑 #PatiPatniAurWoh A post shared by Ananya 👩🏻‍🎓💫 (@ananyapanday) on Mar 24, 2019 at 4:50am PDT पति पत्नी और वो, साल 1978 में आई डायरेक्टर बी.आर चोपड़ा की इसी नाम की फिल्म का रीमेक है. इस फिल्म में संजीव कुमार का किरदार कार्तिक निभा रहे हैं, विद्या सिन्हा का किरदार भूमि पेडनेकर और रंजीता का निभाया गया किरदार अनन्या पांडे निभा रही हैं. ये फिल्म जनवरी 2020 में आएगी.
नौसिखिया या नूब एक नौसिखिया या नवागंतुक के लिए एक कठबोली शब्द है, या किसी पेशे या गतिविधि में अनुभवहीन है। समकालीन उपयोग विशेष रूप से इंटरनेट की एक शुरुआत या नए उपयोगकर्ता को संदर्भित कर सकता है, जो अक्सर इंटरनेट गतिविधि से संबंधित होता है, जैसे ऑनलाइन गेमिंग या लिनक्स उपयोग। उपयोग किए गए संदर्भ और वर्तनी संस्करण के आधार पर, इस शब्द का अपमानजनक अर्थ हो सकता है (और इंटरनेट-आधारित गेम में दुरुपयोग की अवधि के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है) लेकिन अक्सर केवल किसी भी मूल्य निर्णय के बिना वर्णनात्मक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। इस शब्द की उत्पत्ति अनिश्चित है। संभवत: बीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में सशस्त्र सेनाओं के शब्दजाल में संभवत: सबसे पहले का उपयोग किया जाता है, हालांकि संभावित अग्रदूत शब्द बहुत पहले हैं। संज्ञा के विभिन्न रूपों में न्यूबाय और न्यूबी शामिल हैं, जबकि संबंधित शब्द नोब (अक्सर "एन00बी" के रूप में शैलीबद्ध) अक्सर ऑनलाइन गेमिंग में उपयोग किया जाता है। इतिहास इसकी व्युत्पत्ति अनिश्चित है। यह "न्यूवी" से प्राप्त हो सकता है, जो 1850 के अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियाई स्रोतों में अभिप्रेरित है, जिसका अर्थ किसी स्थान या स्थिति में एक नवजात शिशु है; वैकल्पिक रूप से, यह ब्रिटिश पब्लिक स्कूल के "नए लड़के" या "नए रक्त" का नारा लगा सकता है, जिसे उसी युग के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था और अपने पहले कार्यकाल में स्कूली बच्चे के लिए लागू किया गया था। 1960 और 1970 के दशक में "नौसिखिया" शब्द का वियतनाम युद्ध में अमेरिकी सैनिकों के बीच एक इकाई में एक नए आदमी के लिए एक कठबोली के रूप में सीमित उपयोग था। Newbee शब्द का एक और उपयोग नए अमेरिकी नौसेना को दिए गए मॉनीकर थे, जो नौसेना के एयर टेक्निकल ट्रेनिंग सेंटर, मिलिंगटन, टेनेसी में A- स्कूल के पाठ्यक्रम में नामांकन से पहले एक वरिष्ठ पाठ्यक्रम द्वारा बेसिक इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक्स स्कूल में भाग लेने वाले छात्रों को भर्ती करते हैं। [ उद्धरण वांछित ] इंटरनेट पर इसका सबसे पहला ज्ञात उपयोग यूज़नेट न्यूज़ग्रुप talk.bizarre पर हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि इस शब्द का 1981 तक ऑनलाइन उपयोग हुआ था। मौखिक परंपरा से आने वाले इस शब्द में कई शब्द हैं। वैकल्पिक रूपों में "न्यूबी" हैं (जैसे अगस्त 1985 के लॉस एंजिल्स टाइम्स : "यह न्यूबीस के साथ क्या करना था। मैं वर्तनी पर गलत हो सकता है, लेकिन न्यूबीस ब्लू एन्जिल्स के बीच बदमाश हैं। ")। 2009 में, "नूब" ग्लोबल लैंग्वेज मॉनिटर द्वारा एक लाखवें अंग्रेजी शब्द चयन के लिए उम्मीदवारों में से था। प्रसंगों का उल्लेख अलग-अलग वर्तनी में काफी भिन्न अर्थ हो सकते हैं; इसलिए कुछ संदर्भों में एक "नयाब" एक शुरुआती को संदर्भित करता है जो सीखने के लिए तैयार है; जबकि " नोब ", एक अनुभवहीन या कम प्रतिभाशाली हैकर या गेमर के लिए असंगत रूप से संदर्भित करता है जिसके पास सीखने के लिए दृढ़ संकल्प का अभाव है। अन्य भाषाओं में समान शब्द कोरियाई में, समतुल्य शब्द चोबो या हैसु है, जो कि गोसु के अर्थ "अत्यधिक कुशल" के विपरीत है। [ उद्धरण वांछित ][ उद्धरण वांछित ] चीनी में, सायनाओ या तो हांगकांग या ताइवान की सेना से उत्पन्न हुआ है यह चीनी भाषी समुदाय में इस्तेमाल किया जाने वाला एक इंटरनेट स्लैंग बन गया। संदर्भ बाहरी कड़ियाँ नौसिखिया पर मरियम वेबस्टर इण्टरनेट स्लैंग
यह एक लेख है: अरविंद केजरीवाल पर परोक्ष हमला करते हुए अन्ना हजारे ने कहा है कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को राजनीति ने बांट दिया और पार्टी समर्थक समूह उनकी इच्छा के खिलाफ चला गया।टिप्पणियां हजारे ने खुद को किसी पार्टी या सांप्रदायिक संगठन से जोड़े जाने पर आपत्ति जताई। केजरीवाल के नेतृत्व वाले समूह के अलग होने के बाद भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को चलाने के लिए योग गुरु रामदेव के माध्यम से आरएसएस से उनकी निकटता के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने ऐसा कहा। उन्होंने कहा, जो लोग पार्टी का पक्ष लेते हैं, वे कहते हैं कि अगर अन्ना कहें, तो वे पार्टी नहीं बनाएंगे। लेकिन इसके बावजूद वे मेरे निर्णयों के खिलाफ गए। ऐसा भी कहा जाता है कि वे पार्टी इसलिए बना रहे हैं कि अन्ना ने ऐसा निर्णय किया। यह ठीक नहीं है। हजारे ने खुद को किसी पार्टी या सांप्रदायिक संगठन से जोड़े जाने पर आपत्ति जताई। केजरीवाल के नेतृत्व वाले समूह के अलग होने के बाद भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को चलाने के लिए योग गुरु रामदेव के माध्यम से आरएसएस से उनकी निकटता के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने ऐसा कहा। उन्होंने कहा, जो लोग पार्टी का पक्ष लेते हैं, वे कहते हैं कि अगर अन्ना कहें, तो वे पार्टी नहीं बनाएंगे। लेकिन इसके बावजूद वे मेरे निर्णयों के खिलाफ गए। ऐसा भी कहा जाता है कि वे पार्टी इसलिए बना रहे हैं कि अन्ना ने ऐसा निर्णय किया। यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, जो लोग पार्टी का पक्ष लेते हैं, वे कहते हैं कि अगर अन्ना कहें, तो वे पार्टी नहीं बनाएंगे। लेकिन इसके बावजूद वे मेरे निर्णयों के खिलाफ गए। ऐसा भी कहा जाता है कि वे पार्टी इसलिए बना रहे हैं कि अन्ना ने ऐसा निर्णय किया। यह ठीक नहीं है।
17 साल का एक लड़का फेसबुक पर स्टेटस लिखता है. बताता है कि बाबरी मस्जिद गिराए जाने को लेकर एक नाबालिग क्या सोचता है. इस स्टेटस को सैकड़ों लाइक मिलते हैं. इनबॉक्स में एक मैसेज गिरता है और यह लड़का ISIS का आतंकी बन जाता है. 6 दिसंबर 2014. बाबरी मस्जिद विध्वंस की 22वीं बरसी और 17 साल का अखलाक-उर-रहमान. यह वही अखलाक है जिसे गणतंत्र दिवस से पहले देश में आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस पर आरोप है कि वह आईएसआईएस के लिए काम कर रहा था. उसके साथ तीन अन्य को भी रुड़की से गिरफ्तार किया गया था. बाबरी से क्या कनेक्शन अखलाक 2014 में रुड़की के एक पॉलीटेक्निक कॉलेज में था. फर्स्ट ईयर में. जांच एजेंसियों का कहना है कि अखलाक इस्लामिक स्टेट के एक धड़े के लिए काम कर रहा था. दरअसल, बाबरी मस्जिद को गिराने की बातें सुनकर अखलाक को गुस्सा आ गया था. इसी गुस्से में उसने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी. मजमून था- बाबरी विध्वंस को लेकर एक नाबालिग के तौर पर वह क्या सोचता है. क्या था FB पोस्ट में पोस्ट में मस्जिद गिराने के खिलाफ बहुत गुस्सा था. अखलाक ने इस पोस्ट को फेसबुक के अलावा दूसरे ऑनलाइन सार्वजनिक मंचों और सोशल मीडिया पर खूब साझा किया. सैकड़ों लोगों ने अखलाक के पोस्ट को लाइक किया. इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ा. इसी पोस्ट का असर है कि आज अखलाक की पहचान एक आतंकी के तौर पर की जा रही है. एक मैसेज ने बदल दी जिंदगी उस पोस्ट के जवाब में अखलाक के पास 7 दिसंबर 2014 को एक संदेश आया. यूसुफ लाल-हिंदी नाम के एक व्यक्ति ने अखलाक को उसके फेसबुक इनबॉक्स में एक मैसेज भेजा था. यूसुफ ने खुद को एक इस्लामिक धर्मोपदेशक बताते हुए अखलाक के नजरिये की तारीफ की थी. जल्द ही अखलाक को बातचीत के लिए बुलाया गया और उससे कहा गया कि वह अपनी ऊर्जा व गुस्से को सही दिशा में ले जा सकता है. धीरे-धीरे अखलाक की अक्सर युसूफ से बातचीत बढ़ने लगी. बदल गए बातचीत के मसले जब युसूफ ने उससे कहा कि वह पॉलीटेक्निक की पढ़ाई में अपना वक्त बर्बाद कर रहा है, तो अखलाक को कोई आपत्ति नहीं हुई. जांचकर्ताओं से भी अखलाक ने कहा कि 'मुझे ऐसा लगा मैं बड़े काम करने के लिए पैदा हुआ हूं.' धीरे-धीरे अखलाक और यूसुफ की बातें वैश्विक मसलों पर भी होने लगीं. अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक सूत्र के हवाले से लिखा है कि अखलाक ने जांच एजेंसी को बताया कि यूसुफ से वह मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचारों के बारे में बात करता था. और बन गया ISIS का आतंकी अगले कुछ महीनों में यूसुफ ने अखलाक के दिमाग में यह बात बैठा दी कि अन्याय से लड़ना ही चीजों को बेहतर करने का एकमात्र रास्ता है. अखलाक के ऑनलाइन टेस्ट भी हुए. धार्मिक और व्यावहारिक मुद्दों पर हुए इन टेस्ट में वह पास हो गया. फिर एक दिन यूसुफ ने उससे पूछा, 'क्या वह सीरिया जाकर इस्लाम और इस्लामिक स्टेट के लिए लड़ना चाहेगा?' अखलाक तैयार हो गया और आतंकी बन गया.
इलाहाबाद हाईकोर्ट में ढ़ेर सारी भर्तियां निकली हैं. इच्छुक उम्मीदवार इस नौकरी के लिए 12 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. पदों का विवरण : पद का नाम योग्यता वेतन स्टेनोग्राफर ग्रेड - III स्टेनोग्राफी में डिग्री या डिप्लोमा 5,200 से 20,200 रुपये 2,800 ग्रेड पे के साथ ट्यूब वेल ऑपरेटर कम इलेक्ट्रिशियन जूनियर हाई स्कूल के साथ ड्राइविंग लाइसेंस 5,200 से 20,200 रुपये 1,800 ग्रेड पे के साथ प्रोसेस सर्वर हाई स्कूल पास 5,200 से 20,200 रुपये 1,800 ग्रेड पे के साथ चपरासी जूनियर हाई स्कूल 5,200 से 20,200 रुपये 1,800 ग्रेड पे के साथ चौकीदार / वॉटरमैन / स्वीपर / माली / कूली / भिश्टी / लिफ्टमैन जूनियर हाई स्कूल 5,200 से 20,200 रुपये 1,800 ग्रेड पे के साथ स्वीपर कम फर्श 6ठीं पास 2000 रुपये मासिक कुल पद : 1387 उम्र सीमा: 18 से 40 साल अधिक जानकारी के लिए www.tcsion.com/EForms/html/form1594/index.html लॉग इन करें.
राफेल लड़ाकू विमान को लेकर राजनीति अपने चरम पर है. राफेल को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का भाजपा पर हमला लगातार जारी है. चाहे संसद हो या फिर सड़क, हर जगह कांग्रेस इस मुद्दे को उठाकर बीजेपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है. वहीं, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी भी इस मामले में कुद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि जो भी इस डील को लेकर सवाल उठा रहा है, समझिए उसकी सोच ही ऐसी है, उसके दिमाग में गोबर भरा है. मनोज तिवारी ने यहां तक कहा कि राहुल गांधी उस पार्टी से हैं जो हथियारों की खरीद में डील करते हैं. जिन्होंने बोफोर्स डील किया और कमीशन लिए, जिसके लिए जनता ने भी इसकी सज़ा दी. तिवारी ने कहा कि जो पार्टी डील ही करती आई है उसकी सोच क्या होगी. उन्होंने कहा कि देश में नरेन्द्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री हैं जो कुछ भी खरीदने में पैसा बचाने की कोशिश करते हैं और लगातार पैसे बचाकर सामरिक शक्ति बढ़ाने का काम कर रहे हैं. देश पाकिस्तान के साथ अघोषित युद्ध लड़ रहा है. सरकार लगातार सामरिक क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रही है, दूसरी तरफ वो हर मामले में डील की शंका उत्पन्न करने का काम कर रहे हैं. राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस लगातार हमलावर बनी हुई है. उसका आरोप है कि सरकार जानकारी छुपा रही है. उसने सीधे पीएम पर कायदे तोड़ने का आरोप लगाया है. बजट सत्र के अवकाश से पहले राफेल का मामला लोकसभा में गूंजता रहा. शुक्रवार को सदन की कार्रवाई खत्म होने के बाद राहुल गांधी ने सरकार के खिलाफ अपना आरोप फिर दोहराया. राहुल ने कहा, 'रक्षा मंत्री ने कुछ दिन पहले कहा था कि वो कीमत बताएंगी लेकिन अब उन्होंने अपना रुख बदल लिया है. वो अब इसे गोपनीय बता रही हैं. अरुण जेटली ने कहा कि हमारी सरकार ने भी कीमत नहीं बताई थी. लेकिन हमने दिखाया है कि हमने कीमत सार्वजनिक की थी. साफ़ है वित्तमंत्री सच नहीं बोल रहे.' स्पीकर ने 5 मार्च तक अवकाश का ऐलान कर दिया है, लेकिन कांग्रेस कह रही है कि राहुल गांधी ने राफेल पर बोलने के लिए जो नोटिस गुरुवार को दिया वो अब भी मान्‍य है और 5 मार्च से शुरू हो रहे बजट सत्र के दूसरे हिस्से में ये मुद्दा फिर उठेगा. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'राहुल गांधी सरकार से संसद में स्पष्टीकरण चाहते हैं और अपनी तरफ से इस डील के बारे में कुछ जानकारी भी रखना चाहते हैं.'
चर्चा के केंद्र में रहे वर्ली हाजी सी लिंक को रद्द किया जा सकता है। महाराष्ट्र सरकार का इरादा महंगे सी लिंक के विकल्प के रूप में सस्ती तटीय सड़कों को बनाने पर है। महाराष्ट्र सरकार में मुख्य सचिव रत्नाकर गायकवाड़ ने शुक्रवार को एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि तटीय सड़क सस्ती पड़ती है। ऐसे में हम सी लिंक की ओर क्यों जाएं। हम पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के साथ तटीय सड़क परियोजना पर विचार कर रहे हैं। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम ने पिछले साल अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ आठ लेन का वर्ली-हाजी सी लिंक निर्माण के लिए करार किया था। हालांकि, इस परियोजना पर कुछ काम चल रहा है, पर सरकार अभी भी इस पर पुनर्विचार कर सकती है।
भारतीय लोकतंत्र 1977 के बाद से ही एक पार्टी के प्रभुत्व और कई पार्टियों के महा गठजोड़ के बीच झूलता आ रहा है. पहले कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था तो मई 2014 के बाद से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस हैसियत में पहुंच गई है. वैसे, राज्यों में तो गठबंधन का दौर काफी पहले 1967 में ही आ गया था, जब कांग्रेस 16 विधानसभा चुनावों में से आठ में हार गई थी. उत्तर के इन सात राज्यों और दक्षिण के तमिलनाडु में गठबंधन सरकारों और वैचारिक रूप से व्यापक गठबंधनों का प्रयोग हुआ था. ये तमाम गठबंधन भले नाजुक, अस्थायी और परेशानी वाले रहे हों, मगर इनमें मतदाताओं का व्यापक प्रतिनिधित्व हुआ करता था. फिर 1977 में इंदिरा गांधी की निरंकुश इमरजेंसी और जेपी आंदोलन की परिणति जनता पार्टी के रूप में एक महागठबंधन में हुई, जिसमें वैचारिक रूप से विपरीत ध्रुव की पार्टियां शामिल थीं—जनसंघ से लेकर वाम मोर्चे तक. जयप्रकाश नारायण कांग्रेस विरोधी विपक्ष के मसीहा बन गए. 1977 के इसी प्रयोग के आधार पर विश्वनाथ प्रताप सिंह ने 1989 में राजीव गांधी की सरकार के खिलाफ गठबंधन बनाने का कामचलाऊ प्रयोग किया जिसमें बीजेपी और वाम मोर्चे को सहयोगी के रूप में शामिल किया गया. आगे चलकर 1996 में दिल्ली में दो और अल्पमत संयुक्त मोर्चा सरकारों के प्रयोग हुए—एक एच.डी. देवेगौड़ा के नेतृत्व में और दूसरा इंदर कुमार गुजराल के नेतृत्व में. उस समय तक क्षेत्रीय पार्टियों और राज्यों के क्षत्रपों की महत्वाकांक्षाओं का उभार इतना हो चुका था कि चुनावी नजरिए से राष्ट्रीय पार्टियों के लिए उन्हें नजरअंदाज करना लगभग नामुमकिन हो गया. लिहाजा, दो प्रमुख राष्ट्रीय गठबंधनों की नींव पड़ी, जो भारतीय राजनीति की नई हकीकत बन गएः कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) और बीजेपी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए). पिछले दो दशकों से क्षेत्रीय दलों ने इन्हीं में से किसी एक के साथ अपनी निष्ठाओं और अपने चुनावी भविष्य को बांध रखा है. हालांकि पिछले दौर में इस तरह के गठबंधन नाजुक रहे और कोई भी सरकार में कार्यकाल पूरा करने में कामयाब नहीं हो पाया. लेकिन 1998 के बाद से केंद्र में सत्ता में आए गठबंधन टिकाऊ रहे और सभी ने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया. 2014 के आम चुनावों में मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को बहुमत मिला लेकिन उसने फिर भी एनडीए की छतरी तले ही बने रहना पसंद किया और जिन राज्यों में वह सत्ता में नहीं थी, वहां भी उसने एनडीए के नाम से ही चुनाव लड़ा. हालांकि जब यह लगने लगा कि बीजेपी का रथ रोकना असंभव-सा है, बिहार में चतुर लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार ने मिलकर महागठबंधन बना लिया और 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों में बीजेपी को कड़ी पटखनी दे दी. अब सवाल है कि 2019 में कौन जीतेगा? एनडीए ताकतवर बना रहेगा या फिर बिहार की तर्ज पर किसी महागठबंधन से मात खा जाएगा? यकीनन, पांच राज्यों—उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनावों के नतीजों से इस बारे में कुछ संकेत मिलेगा. वैसे, इंडिया टुडे-कार्वी इनसाइट्स देश का मिज़ाज जनमत सर्वेक्षण से तीन रुझान प्रकट होते हैं. एक, नरेंद्र मोदी लोकप्रिय बने हुए हैं और शायद उन्होंने नोटबंदी को गरीबों के हक की लड़ाई बताकर अपने फायदे में तब्दील कर लिया है. दूसरे, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने वाली चुनौती भले ही पिछले एक साल में कमजोर पड़ी हो लेकिन वे अब भी मोदी के सबसे प्रमुख प्रतिद्वंद्वी बने हुए हैं. तीसरे, ''अन्य" की श्रेणी में बताए जाने वालों की चुनौती बढ़ी है, जिसमें कई राजनैतिक दल और कई महत्वपूर्ण राज्यों के बेहतरीन कामकाज वाले मुख्यमंत्री हैं. क्या ये सभी मिलकर राष्ट्रीय स्तर पर जेपी की शैली का एक महागठबंधन बनाकर 2019 में बीजेपी के सामने तगड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं? जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद हरिवंश कहते हैं, ''बिहार में नीतीश और लालू का महागठबंधन व्यापक गठजोड़ के विचार के नए स्वरूप की बेहतरीन मिसाल हैं. दोनों ही जेपी के शिष्य रहे हैं, जो महागठबंधन की राजनीति के जनक माने जाते हैं." अब सवाल यही है कि क्या राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह के किसी गठबंधन में कांग्रेस को मुख्य पार्टी के तौर पर स्वीकार किया जा सकता है जो लंबे समय तक देश में अकेली सबसे बड़ी पार्टी रही है. इस पर हरिवंश याद दिलाते हैं कि कांग्रेस बिहार में 2015 के महागठबंधन का भी हिस्सा थी. ऐसे में क्या बिहार के फॉर्मूले को 2019 में मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर भी महागठबंधन बनाने के लिए लागू किया जा सकता है? राजनीति आकस्मिक संभावनाओं का खेल है जिसमें कई सारे आश्चर्य छिपे रहते हैं. हरिवंश कहते हैं, ''आज की स्थिति की तुलना 2004 से कीजिए, जब सारी पार्टियां बिखरी हुई थीं, दूर-दूर तक किसी गठजोड़ की संभावना नजर नहीं आती थी. अटल बिहारी वाजपेयी के करिश्माई नेतृत्व और उनके ''शाइनिंग इंडिया" अभियान के तहत एनडीए अजेय नजर आ रहा था. लेकिन तब भी सोनिया गांधी के नेतृत्व में एक कमजोर-सा दिखने वाला, जोड़-तोड़ करके बनाया गया गठबंधन चुनाव जीत गया और मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने सत्ता में दो कार्यकाल पूरे किए." अन्य यानी कौन? तीन अंक—42, 25 और 33—क्रमशः एनडीए, यूपीए और ''अन्य" के वोट प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं और लिहाजा देश का मिज़ाज जनमत सर्वेक्षण का यही मर्म है. फिलहाल एनडीए को बढ़त है क्योंकि उसे अगस्त 2016 केइसी सर्वेक्षण से इस बार दो फीसदी अधिक अंक मिले हैं. यूपीए की बदहाली का दौर जारी है और उसके वोट प्रतिशत में अगस्त 2016 के सर्वेक्षण से एक फीसदी की गिरावट दिखी है. लेकिन अगर यूपीए इन ''अन्य" में से ज्यादातर दलों के साथ हाथ मिला लेता है तो वे मिलकर वोट प्रतिशत को 58 फीसदी तक ले जा सकते हैं. तब पलड़ा दूसरी तरफ झुक सकता है. लेकिन क्या यह संभव है? इसका जवाब ''अन्य" की श्रेणी में आने वाले राजनैतिक दलों की सूची से मिल सकता है. इस श्रेणी में सबसे बड़ा तबका समाजवादी पार्टी, वाम मोर्चे, डीएमके, एआइएडीएमके, बहुजन समाज पार्टी, (बीएसपी) तृणमूल कांग्रेस, केरल कांग्रेस और अन्य कई छोटी पार्टियों का है. कांग्रेस ने फरवरी-मार्च में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पहले ही सपा के साथ चुनाव-पूर्व गठबंधन बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है. पिछले साल उसने पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चे के साथ और तमिलनाडु में डीएमके के साथ गठबंधन किया था. उसे 2016 में इन दोनों ही चुनावों में मात तो खानी पड़ी लेकिन उसे हार तृणमूल और एआइएडीएमके के हाथों मिली, न कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से. 2004 में यूपीए के लोकसभा में 335 सदस्य थे और उसे बीएसपी, सपा, केरल कांग्रेस और वाम मोर्चे का बाहर से समर्थन मिला हुआ था, जो सभी हमारे सर्वे में ''अन्य" की श्रेणी में आते हैं. बीएसपी नेता मायावती और तृणमूल नेता ममता बनर्जी ने हाल में संसद के शीतकालीन सत्र में राहुल गांधी के साथ मिलकर प्रधानमंत्री की नोटबंदी के खिलाफ तीखा हमला बोला था. बेहतरीन प्रदर्शन वाले तीन मुख्यमंत्री एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी भले ही देश में सबसे लोकप्रिय हों, लेकिन 29 राज्यों के मुख्यमंत्रियों में तीन सबसे लोकप्रिय—बिहार में नीतीश, बंगाल में ममता और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल—गैर-एनडीए दलों से हैं. सर्वे में नीतीश को देशभर से 14 फीसदी लोगों का समर्थन मिला, ममता को 9 फीसदी और केजरीवाल को 7 फीसदी. नीतीश की शराबबंदी की नीति ने उन्हें देशभर में आम लोगों का पसंदीदा नेता बना दिया है. सर्वे में ग्रामीण मतों में 18 फीसदी उनके समर्थन में थे. यह इसके मद्देनजर महत्वपूर्ण है कि मुकाबले में 29 मुख्यमंत्री थे. इन तीनों मुख्यमंत्रियों—नीतीश, ममता और केजरीवाल ने फरवरी 2016 के बाद से देश का मिज़ाज सर्वेक्षणों में शीर्ष तीन स्थान हासिल किए हैं. हालांकि केजरीवाल का समर्थन अगस्त 2016 में 14 फीसदी से आधा होकर 2017 में सात फीसदी रह गया है. जब यह पूछा गया कि कौन नेता तीसरे मोर्चे का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त है, तो इन्हीं तीनों को सबसे ज्यादा मत मिले—केजरीवाल को 11 फीसदी, नीतीश को 10 फीसदी और ममता को 8 फीसदी. मोदी समर्थक इन्हें राष्ट्रीय नेतृत्व के मुकाबले क्षेत्रीय चुनौतियां कहकर खारिज कर सकते हैं. लेकिन हमें यह ध्यान रखना होगा कि मोदी खुद भी एक क्षेत्रीय नेता ही थे जो गुजरात के मुख्यमंत्री के पद से उभरे और अंततः केंद्रीय मंच पर स्थापित हो गए. राहुल का प्रदर्शन सुधरा पिछले सर्वे के बाद से राहुल की लोकप्रियता में भले गिरावट आई है, लेकिन जब कांग्रेस उपाध्यक्ष के रूप में उनके प्रदर्शन को आंकने के लिए कहा गया तो 39 फीसदी ने उसे अच्छा/बेहतरीन बताया, जबकि अगस्त 2016 में ऐसा कहने वाले 33 फीसदी ही लोग थे. मोदी को 2019 में चुनौती कौन दे सकता है, इस सवाल पर भी राहुल को सकारात्मत मत मिले. इस बार 28 फीसदी लोगों ने उन्हें चुना जबकि छह महीने पहले 23 फीसदी लोगों ने ही उनका पक्ष लिया था. इस मामले में उन्हें नीतीश, केजरीवाल और यहां तक कि सोनिया गांधी से भी ज्यादा मत मिले. एनडीए को 2019 में कौन चुनौती दे सकता है, इस सवाल पर भी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए को ही लोगों ने चुना. कुल 31 फीसदी लोगों ने तीसरे मोर्चे के मुकाबले उसका पक्ष लिया. बेशक, मोदी के नेतृत्व वाला एनडीए अभी ताकतवर है और विपक्ष के लिए 2019 की तस्वीर धुंधली है. लेकिन राहुल के नेतृत्व वाली कांग्रेस अगर अकेले चलने के बदले गठबंधन को तरजीह देती है तो 2019 में भी 2004 दोहराया जा सकता है.
मोबाइल सेवा प्रदाता वोडाफोन के उपाध्यक्ष ने सांताक्रुज स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. सांताक्रुज पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मधुकर चौधरी ने बताया कि चंद्रमौली अयर (47) सांताक्रुज में त्रिमूर्ति सोसायटी स्थित अपने आवास में रस्सी से लटके पाए गए. चौधरी ने बताया कि मुम्बई में अकेले रहने वाले चंद्रमौली के रस्सी से लटके होने के बारे में उस समय पता चला जब उनका एक मित्र शुक्रवार को दोपहर बाद उनके घर आया. उन्होंने कहा कि अब तक आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल सका है. आगे की जांच जारी है.
हरिणाकुण्ड उपजिला, बांग्लादेश का एक उपज़िला है, जोकी बांग्लादेश में तृतीय स्तर का प्रशासनिक अंचल होता है (ज़िले की अधीन)। यह खुलना विभाग के झिनाइदह ज़िले का एक उपजिला है, जिसमें, ज़िला सदर समेत, कुल ९ उपज़िले हैं, और मुख्यालय झिनाइदह सदर उपज़िला है। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से दक्षिण-पश्चिम की दिशा में अवस्थित है। यह मुख्यतः एक ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। जनसांख्यिकी यहाँ की आधिकारिक स्तर की भाषाएँ बांग्ला और अंग्रेज़ी है। तथा बांग्लादेश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही, यहाँ की भी प्रमुख मौखिक भाषा और मातृभाषा बांग्ला है। बंगाली के अलावा अंग्रेज़ी भाषा भी कई लोगों द्वारा जानी और समझी जाती है, जबकि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक निकटता तथा भाषाई समानता के कारण, कई लोग सीमित मात्रा में हिंदुस्तानी(हिंदी/उर्दू) भी समझने में सक्षम हैं। यहाँ का बहुसंख्यक धर्म, इस्लाम है, जबकि प्रमुख अल्पसंख्यक धर्म, हिन्दू धर्म है। खुलना विभाग में, जनसांख्यिकीक रूप से, इस्लाम के अनुयाई, आबादी के औसतन ८३.६१% है, जबकि शेष जनसंख्या प्रमुखतः हिन्दू धर्म की अनुयाई है। बांग्लादेश के सारे विभागों में, खुलना विभाग में मुसलमान आबादी की तुलना में हिन्दू आबादी की का अनुपात सबसे अधिक है। यह मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। अवस्थिति हरिणाकुण्ड उपजिला बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी भाग में, खुलना विभाग के झिनाइदह जिले में स्थित है। इन्हें भी देखें बांग्लादेश के उपजिले बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल खुलना विभाग उपज़िला निर्वाहि अधिकारी सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ उपज़िलों की सूची (पीडीएफ) (अंग्रेज़ी) जिलानुसार उपज़िलों की सूचि-लोकल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, बांग्लादेश http://hrcbmdfw.org/CS20/Web/files/489/download.aspx (पीडीएफ) श्रेणी:खुलना विभाग के उपजिले बांग्लादेश के उपजिले
आईआईटी मद्रास द्वारा एक छात्र संगठन की मान्यता समाप्त किए जाने के मुद्दे को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के आज मानव संसाधन विकास मंत्री के आवास के बाहर प्रदर्शन किए जाने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी में जुबानी जंग छिड़ गई। राहुल गांधी ने कहा कि मान्यता खत्म किए जाने का मकसद विरोध को दबाना है और वह इस तरह की कोशिशों के खिलाफ संघर्ष करेंगे। इस पर ईरानी ने पलटवार करते हुए उन्हें शिक्षा सहित शासन के मुद्दों पर बहस करने की चुनौती दी और उन पर एनएसयूआई के पीछे छिपकर अपनी लड़ाई लड़ने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने अपने कार्यालय के ट्विटर एकाउंट पर कहा, 'मोदी सरकार की आलोचना करने के लिए आईआईटी छात्र समूह पर प्रतिबंध। आगे क्या होगा? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारा अधिकार है। असहमति और चर्चा को दबाने के किसी भी प्रयास के खिलाफ हम लड़ेंगे।' इसका जवाब देते हुए ईरानी ने ट्विटर पर अपनी टिप्पणियों में कहा, 'अगली बार अपनी लड़ाई खुद लड़े, एनएसयूआई के पीछे न छिपें। और वैसे भी मैं जल्द अमेठी लौट रही हूं। वहां आपसे मिलूंगी।' ईरानी ने राहुल को चुनौती देते हुए कहा, 'मुझे समय और स्थान बताइए। मैं शिक्षा सहित शासन के हर पहलू पर बात करने को तैयार हूं।' उन्होंने कहा 'अपने लोगों से कहें, लोकसभा चुनावों के समय मुझे डराने धमकाने की कोशिशें अमेठी में की गईं, लेकिन मुझे डरा नहीं सके। वे अब मुझे नहीं डरा सकते।' उन्होंने यह भी कहा, 'कल आपने एनएसयूआई से कहा कि जहां कहीं व्यवस्था है वहां अव्यवस्था पैदा करें। आज आपके गुर्गे मेरे घर आए, क्योंकि मैं काम पर गई हुई थी।टिप्पणियां इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आलोचक होने की शिकायत के बाद एक छात्र संगठन की मान्यता खत्म करने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास एक विवाद में घिर गया। इस छात्र संगठन के कई सदस्य दलित हैं। असम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ-साफ कह दिया था कि छात्र संगठन ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और इसे पता था कि नियमों का उल्लंघन करने को लेकर डीन इसकी मान्यता खत्म करेंगे। इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया। कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि मान्यता खत्म किए जाने का मकसद विरोध को दबाना है और वह इस तरह की कोशिशों के खिलाफ संघर्ष करेंगे। इस पर ईरानी ने पलटवार करते हुए उन्हें शिक्षा सहित शासन के मुद्दों पर बहस करने की चुनौती दी और उन पर एनएसयूआई के पीछे छिपकर अपनी लड़ाई लड़ने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने अपने कार्यालय के ट्विटर एकाउंट पर कहा, 'मोदी सरकार की आलोचना करने के लिए आईआईटी छात्र समूह पर प्रतिबंध। आगे क्या होगा? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारा अधिकार है। असहमति और चर्चा को दबाने के किसी भी प्रयास के खिलाफ हम लड़ेंगे।' इसका जवाब देते हुए ईरानी ने ट्विटर पर अपनी टिप्पणियों में कहा, 'अगली बार अपनी लड़ाई खुद लड़े, एनएसयूआई के पीछे न छिपें। और वैसे भी मैं जल्द अमेठी लौट रही हूं। वहां आपसे मिलूंगी।' ईरानी ने राहुल को चुनौती देते हुए कहा, 'मुझे समय और स्थान बताइए। मैं शिक्षा सहित शासन के हर पहलू पर बात करने को तैयार हूं।' उन्होंने कहा 'अपने लोगों से कहें, लोकसभा चुनावों के समय मुझे डराने धमकाने की कोशिशें अमेठी में की गईं, लेकिन मुझे डरा नहीं सके। वे अब मुझे नहीं डरा सकते।' उन्होंने यह भी कहा, 'कल आपने एनएसयूआई से कहा कि जहां कहीं व्यवस्था है वहां अव्यवस्था पैदा करें। आज आपके गुर्गे मेरे घर आए, क्योंकि मैं काम पर गई हुई थी।टिप्पणियां इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आलोचक होने की शिकायत के बाद एक छात्र संगठन की मान्यता खत्म करने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास एक विवाद में घिर गया। इस छात्र संगठन के कई सदस्य दलित हैं। असम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ-साफ कह दिया था कि छात्र संगठन ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और इसे पता था कि नियमों का उल्लंघन करने को लेकर डीन इसकी मान्यता खत्म करेंगे। इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया। कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने अपने कार्यालय के ट्विटर एकाउंट पर कहा, 'मोदी सरकार की आलोचना करने के लिए आईआईटी छात्र समूह पर प्रतिबंध। आगे क्या होगा? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारा अधिकार है। असहमति और चर्चा को दबाने के किसी भी प्रयास के खिलाफ हम लड़ेंगे।' इसका जवाब देते हुए ईरानी ने ट्विटर पर अपनी टिप्पणियों में कहा, 'अगली बार अपनी लड़ाई खुद लड़े, एनएसयूआई के पीछे न छिपें। और वैसे भी मैं जल्द अमेठी लौट रही हूं। वहां आपसे मिलूंगी।' ईरानी ने राहुल को चुनौती देते हुए कहा, 'मुझे समय और स्थान बताइए। मैं शिक्षा सहित शासन के हर पहलू पर बात करने को तैयार हूं।' उन्होंने कहा 'अपने लोगों से कहें, लोकसभा चुनावों के समय मुझे डराने धमकाने की कोशिशें अमेठी में की गईं, लेकिन मुझे डरा नहीं सके। वे अब मुझे नहीं डरा सकते।' उन्होंने यह भी कहा, 'कल आपने एनएसयूआई से कहा कि जहां कहीं व्यवस्था है वहां अव्यवस्था पैदा करें। आज आपके गुर्गे मेरे घर आए, क्योंकि मैं काम पर गई हुई थी।टिप्पणियां इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आलोचक होने की शिकायत के बाद एक छात्र संगठन की मान्यता खत्म करने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास एक विवाद में घिर गया। इस छात्र संगठन के कई सदस्य दलित हैं। असम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ-साफ कह दिया था कि छात्र संगठन ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और इसे पता था कि नियमों का उल्लंघन करने को लेकर डीन इसकी मान्यता खत्म करेंगे। इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया। कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया। इसका जवाब देते हुए ईरानी ने ट्विटर पर अपनी टिप्पणियों में कहा, 'अगली बार अपनी लड़ाई खुद लड़े, एनएसयूआई के पीछे न छिपें। और वैसे भी मैं जल्द अमेठी लौट रही हूं। वहां आपसे मिलूंगी।' ईरानी ने राहुल को चुनौती देते हुए कहा, 'मुझे समय और स्थान बताइए। मैं शिक्षा सहित शासन के हर पहलू पर बात करने को तैयार हूं।' उन्होंने कहा 'अपने लोगों से कहें, लोकसभा चुनावों के समय मुझे डराने धमकाने की कोशिशें अमेठी में की गईं, लेकिन मुझे डरा नहीं सके। वे अब मुझे नहीं डरा सकते।' उन्होंने यह भी कहा, 'कल आपने एनएसयूआई से कहा कि जहां कहीं व्यवस्था है वहां अव्यवस्था पैदा करें। आज आपके गुर्गे मेरे घर आए, क्योंकि मैं काम पर गई हुई थी।टिप्पणियां इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आलोचक होने की शिकायत के बाद एक छात्र संगठन की मान्यता खत्म करने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास एक विवाद में घिर गया। इस छात्र संगठन के कई सदस्य दलित हैं। असम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ-साफ कह दिया था कि छात्र संगठन ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और इसे पता था कि नियमों का उल्लंघन करने को लेकर डीन इसकी मान्यता खत्म करेंगे। इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया। कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया। ईरानी ने राहुल को चुनौती देते हुए कहा, 'मुझे समय और स्थान बताइए। मैं शिक्षा सहित शासन के हर पहलू पर बात करने को तैयार हूं।' उन्होंने कहा 'अपने लोगों से कहें, लोकसभा चुनावों के समय मुझे डराने धमकाने की कोशिशें अमेठी में की गईं, लेकिन मुझे डरा नहीं सके। वे अब मुझे नहीं डरा सकते।' उन्होंने यह भी कहा, 'कल आपने एनएसयूआई से कहा कि जहां कहीं व्यवस्था है वहां अव्यवस्था पैदा करें। आज आपके गुर्गे मेरे घर आए, क्योंकि मैं काम पर गई हुई थी।टिप्पणियां इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आलोचक होने की शिकायत के बाद एक छात्र संगठन की मान्यता खत्म करने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास एक विवाद में घिर गया। इस छात्र संगठन के कई सदस्य दलित हैं। असम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ-साफ कह दिया था कि छात्र संगठन ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और इसे पता था कि नियमों का उल्लंघन करने को लेकर डीन इसकी मान्यता खत्म करेंगे। इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया। कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा, 'कल आपने एनएसयूआई से कहा कि जहां कहीं व्यवस्था है वहां अव्यवस्था पैदा करें। आज आपके गुर्गे मेरे घर आए, क्योंकि मैं काम पर गई हुई थी।टिप्पणियां इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आलोचक होने की शिकायत के बाद एक छात्र संगठन की मान्यता खत्म करने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास एक विवाद में घिर गया। इस छात्र संगठन के कई सदस्य दलित हैं। असम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ-साफ कह दिया था कि छात्र संगठन ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और इसे पता था कि नियमों का उल्लंघन करने को लेकर डीन इसकी मान्यता खत्म करेंगे। इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया। कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आलोचक होने की शिकायत के बाद एक छात्र संगठन की मान्यता खत्म करने पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास एक विवाद में घिर गया। इस छात्र संगठन के कई सदस्य दलित हैं। असम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईटी की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि संस्थान ने साफ-साफ कह दिया था कि छात्र संगठन ने कुछ प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया और इसे पता था कि नियमों का उल्लंघन करने को लेकर डीन इसकी मान्यता खत्म करेंगे। इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया। कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया। इस मुद्दे पर दिल्ली में ईरानी के आधिकारिक आवास के बाहर सैकड़ों की संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने आज प्रदर्शन किया। कांग्रेस छात्र शाखा के प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और छात्र संगठन के खिलाफ हुई कार्रवाई के पीछे एचआरडी मंत्रालय का हाथ होने का आरोप लगाया।
भारतीय चयनकर्ता बांग्लादेश में अगले महीने होने वाले एशिया कप के लिए जब राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के चयन के लिए बैठक करेंगे तो उन्हें ऑस्ट्रेलिया में टीम के लचर प्रदर्शन को देखते हुए टीम चुनने से पहले काफी सोच विचार करना होगा. मेरी मौजूदगी में सर्वश्रेष्ठ जीत में से एक: धोनी ऑस्ट्रेलिया में खिलाड़ियों की सामूहिक विफलता के बाद कृष्णमाचारी श्रीकांत और उनके साथी चयनकर्ताओं को भारतीय क्रिकेट को दोबारा पटरी पर लाने के लिए संतुलन बनाना होगा. चयन समिति पर ऑस्ट्रेलिया में खराब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने के लिए देश के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का दबाव होगा. यह मेरे कैरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी है: कोहली अब देखना यह होगा कि चयनकर्ता मौजूदा दौरे पर खराब फॉर्म से जूझे रहे सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे सीनियर बल्लेबाजों और लचर प्रदर्शन करने वाले जूनियर खिलाड़ियों सुरेश रैना, रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा को टीम से आराम या बाहर करके युवा खिलाड़ियों को मौका देते हैं या नहीं. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पिछले कुछ समय से लगातार क्रिकेट खेल रहे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 11 से 22 मार्च तक ढाका में होने वाले टूर्नामेंट के लिए आराम दिया जाता है या नहीं. भारत गत चैंपियन और पांच बार का विजेता है और साथ ही टीम में भारी फेरबदल की उम्मीद भी नहीं है लेकिन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो विदेशी दौरों पर टीम के खराब प्रदर्शन के बाद कुछ बदलाव तय हैं. टीम में कुछ चोटों की समस्या भी हैं. तेज गेंदबाज आर विनय कुमार और ऑलराउंडर इरफान पठान चोटिल है. टीम में आमूलचूल बदलाव के लिए रिजर्व खिलाड़ियों का बड़ा पूल मौजूद होना चाहिए लेकिन मौजूदा क्षेत्रीय एकदिवसीय टूर्नामेंट में प्रदर्शन को देखते हुए अधिक विकल्प उपलब्ध नहीं हैं. इरफान के भाई यूसुफ ने चोट के बाद खेलना शुरू कर दिया है और उन्हें सौराष्ट्र के खिलाफ दो दिन पहले 10 छक्कों और छह चौकों की मदद से शतक जड़कर दिखा दिया कि वह अपनी बल्लेबाजी शैली की अनुकूल उपमहाद्वीप की पिचों पर कैसे मैच का पासा पलटने में सक्षम हैं. जडेजा ऑस्ट्रेलिया में विफल रहे जबकि टेस्ट विशेषज्ञ प्रज्ञान ओझा भी मौजूदा घरेलू वनडे टूर्नामेंट में काफी विकेट चटकाने में नाकाम रहे हैं. यूसुफ के हालांकि उनकी आलराउंड क्षमता के कारण टीम में वापसी की संभावना है. चयनकर्ताओं की नजरें आक्रामक बल्लेबाज रोबिन उथप्पा पर भी टिकी होंगी जो घरेलू एकदिवसीय टूर्नामेंट में एक शतक सहित 292 रन जुटाकर सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं. हैदराबाद के डी रवि तेजा पांच मैचों में 354 रन के साथ शीर्ष स्कोरर हैं जबकि तमिलनाडु के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक 302 रन के साथ दूसरे स्थान पर हैं. तेजा आक्रामक बल्लेबाज के अलावा उपयोगी लेग स्पिनर भी हैं जबकि धोनी को आराम देने की स्थिति में अंतरराष्ट्रीय अनुभव के कारण कार्तिक को मौका मिल सकता है. टेस्ट में धोनी के बाद नंबर दो विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने भी वनडे लीग में बंगाल की ओर से अच्छे प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा होगा. उन्होंने तीन मैचों में 206 रन बनाए हैं. इसके अलावा असम के धीरज जाधव, कर्नाटक के गणेश सतीश, सौराष्ट्र के युवा बल्लेबाज चिराग जानी, गोवा के स्वप्निल असनोदकर और महाराष्ट्र के अंकित बावने ने भी क्षेत्रीय एकदिवसीय मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है. गेंदबाजी विभाग में हालांकि अधिक विकल्प नहीं हैं. चयनकर्ता हालांकि चोटों की समस्या से जूझने वाले मुनाफ पटेल और अशीष नेहरा के नाम पर विचार कर सकते हैं जो विश्व कप विजेता टीम के सदस्य थे. बंगाल के तेज गेंदबाज अशोक डिंडा घरेलू टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में रहे हैं और टीम में लंबे समय बाद वापसी कर सकते हैं. घरेलू वनडे में सर्वाधिक विकेट चटकाने वालों की सूची में कर्नाटक के रोनित मोरे 11.5 की औसत से 15 विकेट चटकाकर शीर्ष पर हैं. दिल्ली के अनुभवी परविंदर अवाना और रेलवे के शैलेंद्र गहलोत ने भी प्रभावित किया है. कर्नाटक के अभिमन्यु मिथुन और महाराष्ट्र के बायें हाथ के स्पिनर अक्षय दारेकर भी प्रभावी प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं.
लेख: लखनऊ में एक निजी मेडिकल कॉलेज ने शिक्षकों और छात्रों के बीच कल्याण व हित की भावना को बढ़ावा देने के लिए अपने यहां हैप्पीनेस का एक विभाग खोला है. यहां के हरदोई रोड पर स्थित एरा मेडिकल कॉलेज राज्य में पहला ऐसा उच्च शिक्षा संस्थान है जिनके पास डिपार्टमेंट ऑफ हैप्पीनेस है. इस परियोजना की शुरुआत मेडिकल प्रोफेशन में स्ट्रेस मैनेजमेंट (तनाव प्रबंधन) को बढ़ावा देने और इस उद्देश्य के साथ की गई कि डॉक्टर्स व पैरामेडिक्स चेहरे पर मुस्कान लिए रोगियों से मिल सकें. एक महीने तक चलने वाली इस हैप्पीनेस क्लासेज में फिलहाल 290 स्टूडेंट्स हिस्सा ले रहे हैं जिनमें से मेडिकल के 150, नर्सिग के 80 और फार्मेसी विभाग के 60 छात्र-छात्राएं शामिल हैं. इन्हें बाद में एरा विश्वविद्यालय के अन्य भागों में भी प्रसारित किया जाएगा, जो मेडिकल कॉलेज का प्रबंधन करता है. हफ्ते में तीन दिन आयोजित होने वाले इन स्पेशल क्लासेज में एक ही छत के नीचे आध्यात्मिक नेताओं और प्रेरक वक्ताओं के साथ मेडिसिन, क्लिनिकल सायकोलॉजी और मनोचिकित्सा सहित विभिन्न चिकित्सा विभागों के विशेषज्ञ शामिल होते हैं. इस दौरान वीडियो, कहानी या अनुभव के माध्यम से खुशियों, अवधारणा, कल्याण की भावना, सकारात्मक व नकारात्मक दृष्टिकोण, हताशा व सहिष्णुता, सहानुभूति, उदासीनता व परोपकारिता, बॉड लैंग्वेज और कम्यूनिकेशन के पीछे न्यूरोसाइंस के बारे में बताया जाता है. विश्वविद्यालय के कुलपति अब्बास अली महदी के मुताबिक, "यह महज एक पायलट (ट्रायल) प्रोग्राम है. ग्रेड इस बात पर निर्भर करेगा कि खुशी से संबंधित कारकों का आकलन करने के लिए तैयार वैज्ञानिक प्रश्नावली का उत्तर किस तरह से दिया जाता है. एक महीने बाद एक मनोवैज्ञानिक द्वारा इनकी रेटिंग की जाएगी और प्रमाण पत्र दिया जाएगा. आने वाले समय में मेडिकल कॉलेज से परे छात्रों के लिए क्लासेज के प्रसार के अलावा एक डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की हमारी योजना है." हैप्पीनेस डिपार्टमेंट की प्रमुख प्रोफेसर मीता घोष ने कहा, "हमारा उद्देश्य संस्थान में नकारात्मकता, तनाव, दुख और कष्ट को दूर करना है ताकि भविष्य के ये डॉक्टर और पैरामेडिक्स अपनी सकारात्मकता मरीजों को दे सकें."
केंद्रीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी कर्ज नीति में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट 7.5 फीसदी बरकरार रखी गई है. यानी फिलहाल आपके घर की ईएमआई में कोई बदलाव नहीं आएगा. सूत्रों के मुताबिक, खाद्य महंगाई दर और मौसम की मार जैसे कुछ तथ्यों को ध्यान में रखते हुए बैंक ने यह फैसला किया है. Policy Repo rate under the liquidity adjustment facility (LAF) unchanged at 7.5 per cent: RBI — ANI (@ANI_news) April 7, 2015 Cash reserve ratio (CRR) of scheduled banks unchanged at 4.0 per cent of net demand and time liability (NDTL): RBI — ANI (@ANI_news) April 7, 2015 रिजर्व बैंक मंगलवार को 2015-16 की प्रथम द्विमाही मौद्रिक नीति समीक्षा का ऐलान किया. इससे पहले ही ब्याज दरों में बदलाव न किए जाने की संभावना जताई जा रही थी. समीक्षा से पहले ही कार्वी समूह के फंडामेंटर रिसर्च खंड के प्रमुख जगन्नाधम थुनुगुंटला ने कहा था, 'इस बार गवर्नर रघुराम राजन दरों को जस का तस छोड़ सकते हैं. अभी निगाह देश के बाहर के घटनाक्रमों और ब्याज दर बढ़ाने की अमेरिकी फेडरल रिजर्व की योजना पर रहेगी.' रेपो दर वह दर है, जिस पर वाणिज्यिक बैंक आरबीआई से छोटी अवधि के लिए कर्ज लेते हैं. जियोजीत बीएनपी पारिबास के उपाध्यक्ष गौरंग शाह ने भी संभावना जताई थी कि कटाई के समय बेमौसमी बारिश के कारण फसलों की व्यापक तबाही के कारण खाद्य महंगाई बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. इसलिए दरों में कटौती की संभावना नहीं है. 2013 के बाद से अब तक सीआरआर चार फीसदी बरकरार है. आरबीआई ने हालांकि फरवरी 2015 में एसएलआर में 50 आधार अंकों की कटौती की थी.
फ्लिपकार्ट पर मंथ-एंड मोबाइल्स फेस्ट का आयोजन किया गया है. इस दौरान कई बड़ी कंपनियों के स्मार्टफोन्स जैसे Honor 9N, Samsung Galaxy S8, Infinix Note 5 और LG G7 ThinQ पर डिस्काउंट दिया जा रहा है. ये फ्लिपकार्ट सेल 28 फरवरी तक जारी रहेगी. इसके अलावा इस सेल में Poco F1 जैसे स्मार्टफोन्स पर एक्सचेंज डिस्काउंट और नो-कॉस्ट EMI का भी ऑफर दिया जा रहा है. साथ ही सेल में ढेरों Asus ZenFone मॉडल्स जैसे ZenFone 5Z, ZenFone Max Pro M2 और ZenFone Max Pro M1 पर भी डिस्काउंट दिया जा रहा है. दूसरे डील्स की बात करें तो फ्लिपकार्ट पर Honor 9N 3GB रैम/ 32GB स्टोरेज वेरिएंट को 8,499 रुपये की कीमत में सेल किया जा रहा है. इसकी लॉन्च के वक्त कीमत 11,999 रुपये थी. Honor 9N 4GB रैम/ 64GB स्टोरेज की बात करें तो इसे 13,999 रुपये में लॉन्च किया गया था. अब इसे 10,499 रुपये में सेल किया जा रहा है. इसी तरह फ्लिपकार्ट सेल में Samsung Galaxy S8 को 30,990 रुपये की कीमत में सेल किया जा रहा है. यहां ग्राहक एक्सचेंज ऑफर के तहत 13,750 रुपये की अतिरिक्त छूट का भी फायदा उठा सकते हैं. साथ ही फ्लिपकार्ट पर नो-कॉस्ट EMI का भी ऑप्शन दिया जा रहा है. सेल के दौरान Honor 9i को 10,999 रुपये में सेल किया जा रहा है. इसे 2017 में अक्टूबर में 17,999 रुपये में लॉन्च किया गया था. सेल के दौरान Infinix Note 5 पर भी डिस्काउंट दिया जा रहा है. इस स्मार्टफोन के 3GB रैम और 32GB स्टोरेज वेरिएंट को 7,999, रुपये में सेल किया जा रहा है. इसकी लॉन्चिंग 9,999 रुपये में हुई थी. इसी तरह 4GB रैम वेरिएंट की बिक्री 11,999 रुपये की जगह 9,999 रुपये में हो रही है. जो ग्राहक गूगल पिक्सल मॉडल की तलाश में हैं, उनके लिए फ्लिपकार्ट सेल के दौरान Pixel 2 XL 64GB स्टोरेज मॉडल को 37,999 रुपये में सेल किया जा रहा है. ये कीमत रेगुलर कीमत 45,499 रुपये से कम है. इसके अलावा LG के G7 ThinQ को 27,999 रुपये और LG V30+ 4GB रैम और 128GB स्टोरेज वेरिएंट को 24,999 रुपये में सेल किया जा रहा है. साथ ही Poco F1 पर 3,000 रुपये तक एक्सचेंज डिस्काउंट दिया जा रहा है. इसके अलावा Asus ZenFone मॉडल्स को 8,499 रुपये की शुरुआती कीमत पर सेल किया जा रहा है. जिसे आप फ्लिपकार्ट पर जाकर देख सकते हैं.
73 साल पहले आज ही के दिन यानी 2 सितंबर, 1945 में जापान के तत्तकालीन विदेश मंत्री मामोरू शेगेमित्सू ने द्वितिय विश्वयुद्ध में आत्मसमर्पण के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया था. जिसके बाद दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति हो गई थी. इसी मौके पर जानते हैं दूसरे विश्व युद्ध से जुड़ी बातें.. - द्वितीय विश्व युद्ध 1939 से 1945 तक चलने वाला विश्व-स्तरीय युद्ध था. लगभग 70 देशों की थल-जल-वायु सेनाएं इस युद्ध में सम्मलित थीं. इस युद्ध में विश्व दो भागों मे बंटा हुआ था- मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र. - इस युद्ध के दौरान पूर्ण युद्ध का मनोभाव प्रचलन में आया क्योंकि इस युद्ध में लिप्त सारी महाशक्तियों ने अपनी आर्थिक, औद्योगिक और वैज्ञानिक क्षमता इस युद्ध में झोंक दी थी. - द्वितीय विश्व युद्ध 6 सालों तक लड़ा गया. इस विश्वयुद्ध की शुरुआत 1 सितंबर 193 में हुई थी. -  मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस युद्ध में विभिन्न राष्ट्रों के लगभग 10 करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया और यह मानव इतिहास का सबसे ज़्यादा घातक युद्ध साबित हुआ. - इस महायुद्ध में 5 से 7 करोड़ लोगों की जानें गईं क्योंकि इसके महत्वपूर्ण घटनाक्रम में असैनिक नागरिकों का नरसंहार- जिसमें होलोकॉस्ट और परमाणु हथियारों का एकमात्र इस्तेमाल शामिल है. - द्वितीय विश्वयुद्ध में 61 देशों ने हिस्सा लिया. इस युद्ध का तात्कालिक कारण जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण था. - अमेरिका द्वितीय विश्वयुद्ध में 8 सितंबर 1941  में शामिल हुआ. द्वितीय विश्वयुद्ध के समय अमेरिका का राष्ट्रपति फैंकलिन डी रुजवेल्टई था. - अमेरिका ने जापान पर एटम बम का इस्तेमाल 6 अगस्तर 1945 ई. में किया. जिसमें जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर एटम बम गिराया गया. - जर्मनी की ओर से द्वितीय विश्वयुद्ध में इटली ने 10 जून 1940 को प्रवेश किया था.
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के दो नेताओं को पैसे लेकर टिकट देने के आरोप में निलंबित कर दिया है. अवध जोन की संयोजक अरुणा सिंह और हरदोई के खजांची अशोक कुमार को पार्टी से निकाल दिया गया है. साथ ही केजरीवाल ने सख्त लहजे में कहा कि जो लोग भी पैसा देकर टिकट खरीदना चाहते हैं वो ऐसा न करें क्योंकि इससे उनके पैसा बर्बाद ही होगा. केजरीवाल ने कहा, 'हमने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए पार्टी बनाई है और इससे कभी कोई समझौता नहीं करेंगे. हमें ऐसी जानकारी मिली कि जिला स्तर पर कुछ AAP के लोग पैसा लेकर टिकट दे रहे हैं. हमने पार्टी की अवध संयोजक अरुणा सिंह और हरदोई के खजांची अशोक कुमार को निकाल दिया है. अगर आपसे कोई AAP के टिकट के नाम पर पैसे मांगे तो मत दीजिए क्योंकि आपके पैसे बर्बाद ही होंगे. या फिर अगर कोई मांगे तो उसका स्टिंग ऑपरेशन करके हमें दें. हम उन्हें 24 घंटे के अंदर निकाल देंगे. और अगर भविष्य में भी पता चला कि आपको टिकट पैसे देकर मिला है तो हम आपको उसी समय निकाल देंगे.' इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि राखी बिडलान के केस की हमने जांच कर ली है वो गलत केस है. ए राजा के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने के सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि हम किसी भी भ्रष्ट नेता को नहीं छोड़ेंगे. उनके खिलाफ भी किसी को खड़ा करेंगे. विधायक होने पर भी राखी बिडलान को टिकट देने पर केजरीवाल ने कहा कि वो फिलहाल बेस्ट ऑप्शन थीं. मैं खुद भी वाराणसी जाऊंगा और लोगों से नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ने की अनुमति मांगूंगा.
बॉलीवुड सिंगर श्रेया घोषाल फ्लाइट में म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट ले जाने की अनुमित नहीं मिलने की वजह से एक एयरलाइन्स पर भड़क गई हैं. श्रेया घोषाल ने ट्वीट कर गुस्सा भी जाहिर किया. बॉलीवुड सिंगर ने ट्वीट में लिखा, "मुझे लगता है कि @SingaporeAir नहीं चाहती की म्यूजिशियन या फिर कोई और जिसके पास कीमती उपकरण हों, वो उनकी एयरलाइन में ट्रैवल करे. खैर, धन्यवाद. सबक सीखा." हालांकि श्रेया के गुस्से भरे ट्वीट के बाद एयरलाइन ने माफी भी मांग ली है. उन्होंने सिंगर के ट्वीट पर रिप्लाई किया- हैलो श्रेया, जो हुआ उसके लिए सॉरी. क्या हम आपकी परेशानी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आखिरी बार हमारे कॉलीग्स ने क्या सलाह दी? धन्यवाद. बीते दिनों श्रेया घोषाल कपिल शर्मा संग ट्विटर टॉक को लेकर चर्चा में रही थीं. दरअसल, श्रेया ने ट्विटर पर एक पत्रकार से कहा कि वह जल्‍द ही उनके शो पर आएंगी. इस कपिल ने श्रेया से उनके शो पर आने के लिए कहा और कहा था कि वो 4 साल से उनका शो पर इंतजार कर रहे हैं. इस पर श्रेया ने कहा था कि कुछ करते हैं. आप तो जानते हैं मैं वैरागी टाइप्स हूं. तो इस पर कपिल ने मजेदार अंदाज में रिप्‍लाई किया था. उन्होंने लिखा, 'वेट, मुझे पहले तो गूगल करने दें कि recluse का मतलब क्‍या है. जब भी आप कम्‍फर्टेबल हों आइए. बेहद मजा आएगा. श्रेया की बात करें तो बता दें कि उन्होंने 4 साल की उम्र से हारमोनियम पर अपनी मां के साथ संगीत सीखना शुरू कर दिया था. श्रेया घोषाल ने अपने संगीत के सफर की शुरुआत 1996 में जी टीवी के शो 'सा रे गा मा' में बतौर एक बाल कलाकार हुई थी. आज श्रेया इंडस्ट्री में जाना पहचाना नाम हैं.
{{Infobox military unit | unit_name = भारतीय नौसेना | image = Indian Navy Insignia.svg | image_size = 150px | caption = भारतीय नौसेना का प्रतीक चिन्ह | dates = 26 जनवरी 1950 से वर्तमान | country = भारत | type = नौसेना | role = नौसैनिक युद्ध, बल प्रक्षेपण, सीलिफ्ट, परमाणु निरोध | size = 67,252 सक्रिय कर्मिक<ref> भारतीय नौसेना () भारतीय सेना का सामुद्रिक अंग है जो कि 400 वर्षों के अपने गौरवशाली इतिहास के साथ न केवल भारतीय सामुद्रिक सीमाओं अपितु भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की भी रक्षक है। भारत के राष्ट्रपति इस सेना के सेनापति। भारतीय नौसेना सन् 1612 ई. में ईस्ट इंडिया कंपनी की युद्धकारिणी सेना के रूप में "इंडियन मेरीन" संगठित की गई। 1685 ई. में इसका नामकरण "बंबई मेरीन" हुआ, जो 1830 ई. तक चला। 8 सितंबर 1934 ई. को भारतीय विधानपरिषद् ने भारतीय नौसेना अनुशासन अधिनियम पारित किया और रॉयल इंडियन नेवी का प्रादुर्भाव हुआ। जून 2019, भारतीय नौसेना के पास 67,252 सक्रिय सैनिक और 75,000 रिजर्व सैनिक है और 150 जहाजों और पनडुब्बियों का बेड़ा हैं और 300 विमान हैं। अक्टूबर 2020 के अनुसार ऑपरेशनल बेड़े में 2 विमान वाहक, 1 और तैयार हैं (परीक्षण में), 1 उभयचर युद्ध पोत, 8 लैंडिंग शिप टैंक, 10 युद्धपोत, 13 फ्रिगेट, 23 कॉर्वेट, 1 माइन काउंटर वेसल, 3 परमाणु पनडुब्बी, 15 डीजल पनडुब्बी, 140 पेट्रोल वेसल, 4 रिप्लेनिशमेंट ऑयलर, और सहायक जहाज हैं। इसे एक रीजनल पॉवर के तौर पर देखा जाता है जो एक ब्लू-वाटर नवी बनाने में सक्षम हैं। इतिहास स्वतंत्रताप्राप्ति के समय भारत की नौसेना नाम मात्र की थी। विभाजन की शर्तों के अनुसार लगभग एक तिहाई सेना पाकिस्तान को चली गई। कुछ अतिशय महत्व के नौसैनिक संस्थान भी पाकिस्तान के हो गए। भारत सरकार ने नौसेना के विस्तार की तत्काल योजना बनाई और एक वर्ष बीतने के पहले ही ग्रेट ब्रिटेन से 7, 030 टन का क्रूजर " दिल्ली" खरीदा। इसके बाद ध्वंसक " राजपूत", " राणा", " रणजीत", " गोदावरी", " गंगा" और " गोमती" खरीदे गए। इसके बाद आठ हजार टन का क्रूजर खरीदा गया। इसका नामकरण " मैसूर" हुआ। 1964 ई. तक भारतीय बेड़े में वायुयानवाहक, " विक्रांत" (नौसेना का ध्वजपोत), क्रूजर "दिल्ली" एवं "मैसूर" दो ध्वंसक स्क्वाड्रन तथा अनेक फ्रिगेट स्कवाड्रन थे, जिनमें कुछ अति आधुनिक पनडुब्बीनाशक तथा वायुयाननाशक फ्रिगेट सम्मिलित किए जा चुके थे। " ब्रह्मपुत्र", " व्यास", " बेतवा ", " खुखरी," " कृपाण", " तलवार" तथा " त्रिशूल" नए फ्रिगेट हैं, जिनका निर्माण विशेष रीति से हुआ है। " कावेरी", " कृष्ण" और " तीर" पुराने फ्रिगेट हैं जिनका उपयोग प्रशिक्षण देने में होता है। "कोंकण", "कारवार", "काकीनाडा" "कणानूर", "कडलूर", "बसीन" तथा "बिमलीपट्टम" से सुंरग हटानेवाले तीन स्क्वाड्रन तैयार किए गए हैं। छोटे नौसैनिक जहाजों के नवनिर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है और तीन सागरमुख प्रतिरक्षा नौकाएँ, "अजय", "अक्षय" तथा "अभय" और एक नौबंध "ध्रुवक" तैयार हो चुके हैं। कोचीन, लोणावला, तथा जामनगर में भारतीय नौसेना के प्रशिक्षण संस्थान हैं। आई एन एस अरिहन्त भारत की नाभिकीय उर्जा पनडुब्बी है In 2022 September 2 India's first Indigenious aircraft vehicle launch name INS VIKRANT संगठन और नेतृत्व वर्तमान में एडमिरल राधाकृष्णन हरि कुमार (आर. हरी कुमार) भारत के नौसेनाध्यक्ष हैं। उन्होंने यह पद 30 नवम्बर 2021 से संभाला हैं। बेड़ा भारतीय नौसेना के बेड़े में निम्न पोत शामिल हैं- रैंक और प्रतीक चिन्ह चित्र दीर्घा इन्हें भी देखें भारतीय नौसेना का इतिहास भारत का समुद्री इतिहास भारतीय सशस्‍त्र सेनाएँ भारतीय सैन्य अभियान भारतीय तटरक्षक भारत की नौसेना के रैंक और प्रतीक चिन्ह सन्दर्भ भारतीय सेना भारतीय नौसेना सूत्र बाहरी कड़ियाँ Official web site Military units and formations established in 1612
आम बजट से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इकॉनोमिक सर्वे पेश किया. आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार अगले वित्तीय वर्ष में जीडीपी 7 से 7.54 फीसदी तक रह सकती है. हर साल बजट से पहले ये सर्वे पेश किया जाता है. देश में पहली बार यह सर्वे 1950-51 में जारी किया गया था और वित्त मंत्रालय की वेबसाइट पर 1957-58 से आगे के दस्तावेज भी मौजूद हैं. आइए जानते हैं ये क्या है और इससे जुड़ी अहम बातें... क्या है आर्थिक सर्वेक्षण? आर्थिक सर्वेक्षण हर साल आम बजट से पहले पेश किया जाता है. यह वित्त मंत्रालय की ओर से पेश की जाने वाली आधिकारिक रिपोर्ट होती है. इस रिपोर्ट में बताया जाता है कि साल भर देश के विकास की हालत कैसी रही और देश की अर्थव्यवस्था पर आधारित होती है. इस सर्वेक्षण में देश की अर्थव्यवस्था, पूर्वानुमान और नीति चुनौतियों की विस्तृत जानकारी होती है. Economic Survey 2017-18: तेज रहेगी ग्रोथ, पर चुनौतियां बरकरार, 10 खास बातें कौन करता है तैयार? आर्थिक सर्वेक्षण मुख्य आर्थिक सलाहकार और उनकी टीम तैयार करती है. इस बार मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रहमण्यम हैं. सरकार की आर्थिक सलाहकार परिषद नीतियों में बदलाव लाने के लिए आर्थिक सर्वेक्षण का इस्तेमाल करती है. कई बार ये उपाय बहुत व्यापक भी होते हैं. विकास के लिए मिलते हैं सुझाव ये सर्वेक्षण भविष्य में बनाई जाने वाली नीतियों के लिए एक आधार का काम करता है. इस लगाए गए अनुमान और दिए गए सुझावों से यह पता चल जाता है कि किन-किन सेक्टर्स में क्या क्या करना है और किस क्षेत्र में कितना काम करने की जरूरत है. हालांकि, एक बात जानना बेहद जरूरी है, सर्वे सिर्फ सिफारिशें हाती हैं और इन पर कोई कानूनी बाध्यता नहीं होती. GST इफेक्ट: वित्त मंत्री के लिए बहुत मुश्किल, बजट में अब किन वस्तुओं पर बढ़ाएं टैक्स... इस बार आर्थिक रिपोर्ट में क्या रहा खास आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक जीएसटी के तहत इनडायरेक्ट टैक्स पेयर की संख्या पूर्व जीएसटी व्यवस्था से 50 फीसदी अधिक है. इसके साथ ही नवंबर 2016 के बाद 1.8 मिलियन अधिक लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया है. साथ ही सोशल सिक्योरिटी आंकड़ों (ईपीएफओ, ईएसआईसी) के आधार पर गैर-कृषि क्षेत्र (फॉर्मल सेक्टर) में रोजगार में 30 फीसदी की बढ़त है. वहीं जीएसटी के अंतर्गत रोजगार के आंकड़ों में 50 फीसदी की बढ़त है. केन्द्र सरकार द्वारा दिए जारी आंकड़ों के आधार पर राज्यों की कमाई पर उनके द्वारा किए जा रहे ग्लोबल ट्रेड और इंटरस्टेट ट्रेड पर निर्भर रही. इन क्षेत्रों में जिन राज्यों का जितना ट्रेड रहा है. सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक देश की टॉप 1 फीसदी कंपनियां देश का कुल 38 फीसदी एक्सपोर्ट करती है. वहीं अन्य देशों में ये आंकड़ा भारत से खराब है. ब्राजील में टॉप एक फीसदी कंपनियां 72 फीसदी एक्सपोर्ट, जर्मनी में 68 फीसदी, मेक्सिको में 67 फीसदी और अमेरिका में 55 फीसदी एक्सपोर्ट करती हैं.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अभिनेत्री कैटरीना कैफ का कहना है कि लव-स्टोरी उनकी पसंदीदा शैली है और यह आपको जोड़ती है। कैटरीना आगामी फिल्म 'फितूर' में नजर आएंगी। उन्होंने कहा, 'फिल्मों में मेरी पसंदीदा शैली लव स्टोरी है। मुझे लगता है कि लव-स्टोरी और ड्रामा खूबसूरत शैली है। यह दुखद या फिर प्रेरक हो सकती है, लेकिन यह आपको जोड़ती है।' उन्होंने कहा, 'मैं प्रेम कहानियों से अच्छी तरह जुड़ पाती हूं।'टिप्पणियां चार्ल्स डिकेन्स के मशहूर उपन्यास 'ग्रेट एक्सपेक्टेशंस' पर आधारित है, इसमें कैटरीना, फिरदौस का किरदार निभा रही हैं, जबकि आदित्य रॉय कपूर नूर की भूमिका में हैं। उनका यह भी कहा कि जब भी वह किसी फिल्म के लिए हामी भरती हैं तो हिंदी सीखने के लिए कड़ी मेहनत करती हैं। फिल्म 'फितूर' 12 फरवरी को रिलीज हो रही है। इसमें तब्बू, अदिति राव हैदरी और लारा दत्ता जैसे कलाकार हैं। उन्होंने कहा, 'फिल्मों में मेरी पसंदीदा शैली लव स्टोरी है। मुझे लगता है कि लव-स्टोरी और ड्रामा खूबसूरत शैली है। यह दुखद या फिर प्रेरक हो सकती है, लेकिन यह आपको जोड़ती है।' उन्होंने कहा, 'मैं प्रेम कहानियों से अच्छी तरह जुड़ पाती हूं।'टिप्पणियां चार्ल्स डिकेन्स के मशहूर उपन्यास 'ग्रेट एक्सपेक्टेशंस' पर आधारित है, इसमें कैटरीना, फिरदौस का किरदार निभा रही हैं, जबकि आदित्य रॉय कपूर नूर की भूमिका में हैं। उनका यह भी कहा कि जब भी वह किसी फिल्म के लिए हामी भरती हैं तो हिंदी सीखने के लिए कड़ी मेहनत करती हैं। फिल्म 'फितूर' 12 फरवरी को रिलीज हो रही है। इसमें तब्बू, अदिति राव हैदरी और लारा दत्ता जैसे कलाकार हैं। चार्ल्स डिकेन्स के मशहूर उपन्यास 'ग्रेट एक्सपेक्टेशंस' पर आधारित है, इसमें कैटरीना, फिरदौस का किरदार निभा रही हैं, जबकि आदित्य रॉय कपूर नूर की भूमिका में हैं। उनका यह भी कहा कि जब भी वह किसी फिल्म के लिए हामी भरती हैं तो हिंदी सीखने के लिए कड़ी मेहनत करती हैं। फिल्म 'फितूर' 12 फरवरी को रिलीज हो रही है। इसमें तब्बू, अदिति राव हैदरी और लारा दत्ता जैसे कलाकार हैं। फिल्म 'फितूर' 12 फरवरी को रिलीज हो रही है। इसमें तब्बू, अदिति राव हैदरी और लारा दत्ता जैसे कलाकार हैं।
यह एक लेख है: महिला ने बताया, 'उसने मुझे बताना शुरू किया कि वह अपनी शादीशुदा जिंदगी में किस तरह से निराश और दुखी हैं. उन्होंने मुझसे यह भी पूछा कि मैं अपने पति के साथ कैसे रहती हूं और क्या मुझे हर दिन सेक्स करने की जरूरत नहीं पड़ती. इस पर मैंने कहा कि मैं इन सब मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती और मैंने कैब बुला ली.' वहीं एक अन्य घटना में सिक्किम विश्वविद्यालय ने एक छात्रा द्वारा अपने विभाग के एक प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद मंगलवार को उसे पद से हटा दिया. एसयू के रजिस्ट्रार प्रोफेसर टी के कौल ने एक अधिसूचना में बताया है कि आरोपी प्रोफेसर जन संचार विभाग का अध्यक्ष है. उसके विभाग में जाने और विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने पर रोक लगा दी गई है. कौल ने बताया, ‘जन संचार विभाग के विभागाध्यक्ष को उनके विभाग की एक छात्रा द्वारा उन पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच पूरी होने तक पद से हटा दिया गया है.' रजिस्ट्रार ने बताया कि पीड़िता ने रविवार को एक लिखित शिकायत दायर की और विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति की सिफारिशों के आधार पर निर्णय लिया गया.    कौल ने बताया, ‘आंतरिक शिकायत समिति ने मामले में प्रारंभिक जांच की और आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की.'
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती का ऐलान किया. इस ऐलान के बाद शुक्रवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत घटकर 81.50 रुपये प्रति लीटर हो गई है, वहीं मुंबई में यह 90 रुपये के दायरे से नीचे आकर 86.97 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. गौरतलब है कि उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए केंद्र ने डीजल-पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 1.50 रुपये की कमी की है और पेट्रोलियम का खुदरा काम करने वाली सरकारी कंपनियों को भाव एक-एक रुपये प्रति लीटर कम करने और उसका बोझ खुद वहन करने के लिए कहा गया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यों से भी वैट में कटौती करते हुए कीमतों में कमी करने का सुझाव दिया, जिसके बाद 12 बीजेपी शासित राज्यों और जम्मू-कश्मीर ने 2.5 रुपये की और कमी कर दी. इस तरह से इन राज्यों में तेल की कीमतों में 5 रुपये/लीटर तक की कमी आने की संभावना है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत घटकर 81.50 रुपये प्रति लीटर हो गई है. एक दिन पहले यानी गुरुवार, 4 अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 84 रुपये प्रति लीटर थी. टैक्स कटौती के बाद दिल्ली में शुक्रवार को डीजल 72.95 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. मुंबई में पेट्रोल की कीमत घटकर 86.97 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 77.45 रुपये प्रति लीटर हो गई है. गुरुवार को मुंबई में पेट्रोल की कीमत 91.34 रुपये और डीजल की कीमत 80.10 रुपये थी. कोलकाता में शुक्रवार, 5 अक्टूबर को पेट्रोल का रेट 83.35 रुपये/लीटर और डीजल का रेट 74.80 रुपये/लीटर हो गया है. 4 अक्टूबर को यहां पेट्रोल 85.80 रुपये/लीटर और डीजल 77.30 रुपये/लीटर मिल रहा था. चेन्नई में 5 अक्टूबर को पेट्रोल 84.70 रुपये/लीटर और डीजल 77.11 रुपये/लीटर मिल रहा है. इसी तरह नोएडा में शुक्रवार, 5 अक्टूबर को पेट्रोल की कीमत 79.08 रुपये/लीटर और डीजल की कीमत 71.10 रुपये/लीटर है.
फेससबुक ने एंड्रॉयड और iOS पर मैसेंजर एप के लिए एक नया अपडेट जारी किया है. इस अपडेट के बाद यूजर्स ग्रुप ऑडियो कॉलिंग कर सकेंगे. अगले 24 से 48 घंटे में यह नया अपडेट आपके स्मार्टफोन में भी दस्तक दे सकता है. अपडेट करने के बाद मैसेंजर में आपको फोन आइकन दिखेगा. उस पर टैप करके आप मेंबर्स को ऐड कर सकते हैं. आपने जिन्हें ग्रुप कॉल में जोड़ेंगे, उन्हें एक मैसेज मिलेगा. अगर किसी ने कॉल एक्सेप्ट नहीं किया तो कॉल के बीच में भी जुड़ सकते हैं. इसके अलावा आप कॉल के दौरान देख सकते हैं कि कौन इससे कनेक्टेड है. जो लोग पहली बार में कॉल में नहीं जुड़ पाए होंगे, उन्हें दोबारा रिक्वेस्ट भेज सकते हैं. फेसबुक के मुताबिक, एक बार में अधि‍कतम 50 लोग एक साथ बातचीत कर सकते हैं. यानी 50 से ज्यादा मेंबर्स नहीं जोड़े जा सकते. इससे प हले कंपनी ने इसकी लिमिट 12 बताई थी, बाद में इसे बढ़ाकर 50 कर दिया गया है. गौरतलब है कि फेसबुक ने 2013 में VoIP (वॉयस ऑवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) यानी ऑडियो कॉलिंग की शुरुआत की थी, तब सिर्फ एक बार में एक यूजर से ही बात की जा सकती थी.
पाकिस्तान की एक जेल में कथित तौर पर वहां के स्टाफ की पिटाई के बाद भारतीय कैदी चमेल सिंह की मौत के मामले में जांच का आदेश दिए जाने की जानकारी देते हुए पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर ने गुरुवार को कहा कि इस मामले में किसी तरह की चिंता की जरूरत नहीं है। बशीर ने एक व्यावसायिक आयोजन से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘पंजाब सरकार ने इसका संज्ञान लिया है और जांच प्रक्रिया चल रही है। मुझे इतना पता है जो मैं आपको बताने की स्थिति में हूं। इस मुद्दे पर कोई चिंता नहीं की जानी चाहिए।’’ सिंह की पाकिस्तान की एक जेल में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर पर चार जगह चोट का पता चला है जिनमें दाहिने घुटने में फ्रेक्चर और बायें घुटने पर डेढ से दो सेंटीमीटर का घाव भी शामिल है। बताया जाता है कि सिंह की उम्र 60.65 साल की होगी और 15 जनवरी को सरकारी जिन्ना अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। टिप्पणियां वह कथित तौर पर जासूसी में शामिल रहने के सिलसिले में कोट लखपत जेल में पांच साल की सजा काट रहा था। हाल ही में धोखाधड़ी के सिलसिले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की कैद की सजा काट चुके ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल स्टाफ की पिटाई के बाद सिंह की मौत हो गई। बशीर ने एक व्यावसायिक आयोजन से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘पंजाब सरकार ने इसका संज्ञान लिया है और जांच प्रक्रिया चल रही है। मुझे इतना पता है जो मैं आपको बताने की स्थिति में हूं। इस मुद्दे पर कोई चिंता नहीं की जानी चाहिए।’’ सिंह की पाकिस्तान की एक जेल में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर पर चार जगह चोट का पता चला है जिनमें दाहिने घुटने में फ्रेक्चर और बायें घुटने पर डेढ से दो सेंटीमीटर का घाव भी शामिल है। बताया जाता है कि सिंह की उम्र 60.65 साल की होगी और 15 जनवरी को सरकारी जिन्ना अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। टिप्पणियां वह कथित तौर पर जासूसी में शामिल रहने के सिलसिले में कोट लखपत जेल में पांच साल की सजा काट रहा था। हाल ही में धोखाधड़ी के सिलसिले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की कैद की सजा काट चुके ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल स्टाफ की पिटाई के बाद सिंह की मौत हो गई। सिंह की पाकिस्तान की एक जेल में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर पर चार जगह चोट का पता चला है जिनमें दाहिने घुटने में फ्रेक्चर और बायें घुटने पर डेढ से दो सेंटीमीटर का घाव भी शामिल है। बताया जाता है कि सिंह की उम्र 60.65 साल की होगी और 15 जनवरी को सरकारी जिन्ना अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। टिप्पणियां वह कथित तौर पर जासूसी में शामिल रहने के सिलसिले में कोट लखपत जेल में पांच साल की सजा काट रहा था। हाल ही में धोखाधड़ी के सिलसिले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की कैद की सजा काट चुके ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल स्टाफ की पिटाई के बाद सिंह की मौत हो गई। बताया जाता है कि सिंह की उम्र 60.65 साल की होगी और 15 जनवरी को सरकारी जिन्ना अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। टिप्पणियां वह कथित तौर पर जासूसी में शामिल रहने के सिलसिले में कोट लखपत जेल में पांच साल की सजा काट रहा था। हाल ही में धोखाधड़ी के सिलसिले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की कैद की सजा काट चुके ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल स्टाफ की पिटाई के बाद सिंह की मौत हो गई। वह कथित तौर पर जासूसी में शामिल रहने के सिलसिले में कोट लखपत जेल में पांच साल की सजा काट रहा था। हाल ही में धोखाधड़ी के सिलसिले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की कैद की सजा काट चुके ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल स्टाफ की पिटाई के बाद सिंह की मौत हो गई। हाल ही में धोखाधड़ी के सिलसिले में कोट लखपत जेल में 42 महीने की कैद की सजा काट चुके ईसाई वकील तहसीन खान ने दावा किया कि जेल स्टाफ की पिटाई के बाद सिंह की मौत हो गई।
एम.तपेदिक से संक्रमित लोगों में से 90% को स्पर्शोन्मुख, अव्यक्त टीबी संक्रमण (कभी-कभी LTBI कहा जाता है) होता है, जीवनकाल में केवल 10% संभावना होती है कि अव्यक्त संक्रमण, प्रकट, सक्रिय तपेदिक रोग में बदले। एचआईवी से पीड़ित लोगों में सक्रिय टीबी के विकास का जोखिम एक साल में लगभग 10% बढ़ता है। यदि प्रभावी उपचार नहीं दिया जाता है तो, सक्रिय टीबी के मामलों में मृत्यु दर 66% तक है।टीबी संक्रमण तब शुरु होता है जब माइक्रोबैक्टीरिया फेफड़े की कूपिका (alveoli), में पहुंच जाते हैं जहां वे वायुकोशीय मैक्रोफेज के एंडोसोम पर आक्रमण करते हैं और उनके प्रतिरूप बनाते हैं। फेफड़ों में संक्रमण का प्राथमिक स्थल जिसे "घोन फोकस" कहते हैं, आम तौर पर या तो ऊपरी हिस्से के निचले लोब या निचले हिस्से के ऊपरी लोब में स्थित होता है। फेफड़ों का तपेदिक रक्त प्रवाह से संक्रमण के माध्यम से भी हो सकता है। यह साइमन फोकस के रूप में जाना जाता है और आम तौर पर फेफड़ों के शीर्ष में पाया जाता है। इस रक्त से होने वाला प्रसार बहुत दूर की जगहों पर भी संक्रमण फैला सकता है जैसे कि परिधीय लिम्फ नोड्स, गुर्दे, मस्तिष्क और हड्डियां। शरीर के सभी भाग रोग से प्रभावित हो सकते हैं, हालांकि अज्ञात कारणों से यह दिल, कंकाल तंत्र संबंधी मांसपेशियों, अग्नाशय या थायरॉयड को बेहद कम प्रभावित करता है।क्षय रोग एक ग्रेन्युलोमेटस इन्फ्लेमेटरी रोग के रूप में वर्गीकृत किया गया है। मैक्रोफेज, टी लिंफोसाइट्स, बी लिंफोसाइट्स और फाइब्रोब्लास्ट वे कोशिकाएं हैं जो मिलकर ग्रेन्युलोमा बनाते हैं जबकि लिंफोसाइट, संक्रमित मैक्रोफेज के चारों ओर होती हैं। ग्रेन्युलोमा, माइक्रोबैक्टीरिया के प्रसार को रोकता है और प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाओं की अंतःक्रिया के लिए एक स्थानीय वातावरण प्रदान करता है। जीवाणु, ग्रेन्युलोमा के अंदर निष्क्रिय हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अव्यक्त संक्रमण होता है। ट्यूबरकल के केंद्र में असामान्य कोशिका मृत्यु (नेक्रोसिस) का विकास, ग्रैन्युलोमा की एक अन्य विशेषता है। नग्न आंखों से देखने पर, यह नरम, सफेद पनीर की बनावट जैसा होता है और केसियस नेक्रोसिस कहा जाता है।यदि टीबी के जीवाणु क्षतिग्रस्त ऊतकों के क्षेत्र से खून में प्रवेश कर जाते हैं तो, वे पूरे शरीर में फैल सकते हैं और संक्रमण के कई केंद्र बना सकते हैं, ये सभी ऊतकों में छोटे, सफेद ट्यूबरकल के रूप में दिखाई देते हैं। यह टीबी रोग का एक गंभीर रूप है जो छोटे बच्चों और एचआईवी पीड़ित लोगों में सबसे अधिक आम है, इसे मिलियरी तपेदिक कहा जाता है। इस टीबी से पीड़ित लोगों में उपचार के बावजूद उच्च मृत्यु दर (लगभग 30%) होती है।कई लोगों में, संक्रमण घटता-बढ़ता रहता है। ऊतक विनाश और परिगलन अक्सर चिकित्सा और फाइब्रोसिस से संतुलित होते हैं। प्रभावित ऊतक का स्थान चकत्ते और खाली जगह ले लेती है जो केसियल नैक्रोटिक सामग्री से भरी होती है। सक्रिय रोग के दौरान, इन खाली स्थानों में से कुछ वायु मार्ग ब्रांकाई से जुड़ जाते हैं और यह सामग्री कफ के रूप में बाहर आ सकती है। इनमें जीवित बैक्टीरिया होते हैं, इसलिये संक्रमण फैल सकता है। उपयुक्त एंटीबायोटिक्स के साथ उपचार करने से जीवाणु मर सकते हैं और उपचार संभव हो सकता है। ठीक हो जाने पर, प्रभावित क्षेत्र अंततः ऊतकों द्वारा प्रतिस्थापित हो जाते हैं।
राजनीतिक समर में उतरने के बाद अब सनी देओल जल्द ही एक बार फिर बड़े पर्दे पर वापसी के लिए तैयार हैं. सनी देओल ने बीते द‍िनों भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है वह गुरदासपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. हाल ही में उन्होंने अपना पहला रोड शो किया जिसमें बेहिसाब भीड़ सड़कों पर दिखाई दी. राजनीतिक जगत में सक्रिय होने के बाद वह अब जल्द ही सिल्वर स्क्रीन पर भी नजर आएंगे. सनी देओल की फिल्म ब्लैंक 3 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. फिल्म को लेकर हालांकि बहुत ज्यादा बज नहीं है लेकिन इतना जरूर है कि राजनीतिक धरातल पर सक्रिय होने के बाद सनी देओल अचानक चर्चा में आ गए हैं. बात करें उनकी आने वाली फिल्म के बारे में तो यह एक ऐसे शख्स की कहानी है जिसे अचानक पता चलता है कि वह एक ह्यूमन बॉम्बर बन चुका है. उसे नहीं मालूम है कि उसके शहीर पर ये बम किसने लगाए हैं. एक टीम को इस काम पर लगाया जाता है कि किसी तरह इस सिचुएशन से निपटे और सक्रिय आतंकवादी संगठन से बदला ले. सनी देओल देशभक्ति के रंग में रंगी फिल्में करते रहे हैं और ऐसी फिल्मों पर उन्हें जनता का जबरदस्त रिस्पॉन्स भी मिलता रहा है. लेकिन क्या इस बार भी वह बॉक्स ऑफिस पर वही कमाल दिखा पाएंगे? फिल्म को लेकर न तो बहुत तगड़ा बज है और न ही इसके बिजनेस का प्रि‍डक्शन बहुत ज्यादा है. लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि इसके साथ कोई और बड़ी फिल्म रिलीज नहीं हो रही है. इसका जहां फिल्म को फायदा हो सकता है वहीं हॉलीवुड फिल्म एवेंजर्स एंडगेम के पहले से स्क्रीन पर होने का नुकसान भी हो सकता है. पिछले काफी वक्त से सनी देओल की कोई फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित नहीं हुई है. यदि उनकी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित होती है तो यह न सिर्फ उनके पॉलिटिकल करियर की अच्छी शुरुआत होगी बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी एक तरह से उनका कमबैक होगा.
बिहार में पंचायत चुनाव के सातवें चरण में सोमवार को 37 जिलों के 62 प्रखंडों में सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव अहिभूषण पांडेय ने सोमवार को बताया कि सातवें चरण में कुल 28,055 पदों के लिए 97,505 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इस चरण में 53,64,320 मतदाता 12,702 मतदान केन्द्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित 14 प्रखंडों में सुबह सात बजे से तीन बजे तक जबकि शेष प्रंखडों में शाम पांच बजे तक मतदान होगा। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्यवर्धन शर्मा ने बताया कि मतदान को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभी मतदान केन्द्रों पर सशस्त्र बल के जवान तैनात किए गए हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बल खासी चौकसी बरत रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस चरण में 27 अतिरिक्त पुलिस उपाधीक्षक नियुक्त किए गये हैं। उल्लेखनीय है कि प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर रखी है। राज्य में अब तक छह चरणों में हिंसा की छुटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ है। पंचायत चुनाव 18 मई तक 10 चरणों में होना है।
बिहार सरकार ने राज्य में यूटेरस यानी गर्भाशय निकालने के नाम पर पैसों की बंदरबांट की जांच के आदेश दिए हैं।टिप्पणियां दरअसल, राज्य में पिछले कुछ सालों में 16 हज़ार महिलाओं ने यूटेरस निकालने के ऑपरेशन करवाए। केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत इसके लिए 30 हज़ार रुपये दिए जाते हैं। लेकिन, सरकार को शक है कि बीमा एजेंसी और निजी नर्सिंग होम के मालिकों ने इसमें जमकर धांधली की है। बिहार के दो जिलों समस्तीपुर और छपरा के डीएम ने अपनी जांच में कई तरह की गड़बड़ियां पाई हैं। इस योजना में बिना ऑपरेशन किए पैसे लेने के भी मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए बिहार सरकार ने सभी जिलों में इस योजना की जांच के आदेश दिए हैं। दरअसल, राज्य में पिछले कुछ सालों में 16 हज़ार महिलाओं ने यूटेरस निकालने के ऑपरेशन करवाए। केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत इसके लिए 30 हज़ार रुपये दिए जाते हैं। लेकिन, सरकार को शक है कि बीमा एजेंसी और निजी नर्सिंग होम के मालिकों ने इसमें जमकर धांधली की है। बिहार के दो जिलों समस्तीपुर और छपरा के डीएम ने अपनी जांच में कई तरह की गड़बड़ियां पाई हैं। इस योजना में बिना ऑपरेशन किए पैसे लेने के भी मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए बिहार सरकार ने सभी जिलों में इस योजना की जांच के आदेश दिए हैं। बिहार के दो जिलों समस्तीपुर और छपरा के डीएम ने अपनी जांच में कई तरह की गड़बड़ियां पाई हैं। इस योजना में बिना ऑपरेशन किए पैसे लेने के भी मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए बिहार सरकार ने सभी जिलों में इस योजना की जांच के आदेश दिए हैं।
तेलुगू फिल्म स्टार और जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने शुक्रवार को यह कहते हुए केंद्र पर प्रहार किया कि उसने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जा देने से इनकार कर राज्य के लेागों के पेट में चाकू घोंप दिया है. पवन को उनके प्रशंसक पावर स्टार के नाम से भी जानते हैं. बता दें कि साल 2014 उन्होंने बीजेपी और चंद्रबाबू नायडू के तेलुगू देशम पार्टी के गठबंधन को सहयोग किया था. कल्याण ने शुक्रवार को काकीनाड़ा में 'आंध्रुला आत्मा गौरव सभा' (आंध्र का आत्मसम्मान) रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'कांग्रेस ने (राज्य का विभाजन कर) पीठ में छूरा घोंपा था और जब हमने इंसाफ मांगा तो बीजेपी ने पेट में चाकू घोंप दिया.' उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने दोनों राज्यों (आंध्रप्रदेश और तेलंगाना) में अस्थिरता पैदा की. उन्होंने मांग की कि दोनों दल माफी मांगें.टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'आप ने तो न आंध्रप्रदेश के साथ और न ही तेलंगाना के साथ इंसाफ किया. आपने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जे से इनकार किया और तेलंगाना को हाईकोर्ट भी नहीं दे सके.' कल्याण ने कहा कि आंध्रप्रदेश के लोग राज्य के वास्ते विशेष श्रेणी की मांग करते आ रहे थे, लेकिन उन्हें दो साल तक आस में रखने के बाद प्रधानमंत्री ने अंतत: उनके हाथों में दो बासी लड्डू थमा दिए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पवन को उनके प्रशंसक पावर स्टार के नाम से भी जानते हैं. बता दें कि साल 2014 उन्होंने बीजेपी और चंद्रबाबू नायडू के तेलुगू देशम पार्टी के गठबंधन को सहयोग किया था. कल्याण ने शुक्रवार को काकीनाड़ा में 'आंध्रुला आत्मा गौरव सभा' (आंध्र का आत्मसम्मान) रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'कांग्रेस ने (राज्य का विभाजन कर) पीठ में छूरा घोंपा था और जब हमने इंसाफ मांगा तो बीजेपी ने पेट में चाकू घोंप दिया.' उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने दोनों राज्यों (आंध्रप्रदेश और तेलंगाना) में अस्थिरता पैदा की. उन्होंने मांग की कि दोनों दल माफी मांगें.टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'आप ने तो न आंध्रप्रदेश के साथ और न ही तेलंगाना के साथ इंसाफ किया. आपने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जे से इनकार किया और तेलंगाना को हाईकोर्ट भी नहीं दे सके.' कल्याण ने कहा कि आंध्रप्रदेश के लोग राज्य के वास्ते विशेष श्रेणी की मांग करते आ रहे थे, लेकिन उन्हें दो साल तक आस में रखने के बाद प्रधानमंत्री ने अंतत: उनके हाथों में दो बासी लड्डू थमा दिए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कल्याण ने शुक्रवार को काकीनाड़ा में 'आंध्रुला आत्मा गौरव सभा' (आंध्र का आत्मसम्मान) रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'कांग्रेस ने (राज्य का विभाजन कर) पीठ में छूरा घोंपा था और जब हमने इंसाफ मांगा तो बीजेपी ने पेट में चाकू घोंप दिया.' उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने दोनों राज्यों (आंध्रप्रदेश और तेलंगाना) में अस्थिरता पैदा की. उन्होंने मांग की कि दोनों दल माफी मांगें.टिप्पणियां उन्होंने कहा, 'आप ने तो न आंध्रप्रदेश के साथ और न ही तेलंगाना के साथ इंसाफ किया. आपने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जे से इनकार किया और तेलंगाना को हाईकोर्ट भी नहीं दे सके.' कल्याण ने कहा कि आंध्रप्रदेश के लोग राज्य के वास्ते विशेष श्रेणी की मांग करते आ रहे थे, लेकिन उन्हें दो साल तक आस में रखने के बाद प्रधानमंत्री ने अंतत: उनके हाथों में दो बासी लड्डू थमा दिए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'आप ने तो न आंध्रप्रदेश के साथ और न ही तेलंगाना के साथ इंसाफ किया. आपने आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जे से इनकार किया और तेलंगाना को हाईकोर्ट भी नहीं दे सके.' कल्याण ने कहा कि आंध्रप्रदेश के लोग राज्य के वास्ते विशेष श्रेणी की मांग करते आ रहे थे, लेकिन उन्हें दो साल तक आस में रखने के बाद प्रधानमंत्री ने अंतत: उनके हाथों में दो बासी लड्डू थमा दिए. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भाजपा में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने की मांग को लेकर छिड़ी बहस के बीच प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने कहा है कि पार्टी को मोदी के नाम का ऐलान कर देना चाहिए और फिर देश की जनता फैसला कर देगी कि कथित ‘सांप्रदायिक व्यक्ति’ को देश की सबसे ऊंची कुर्सी पर बैठना चाहिए या नहीं। जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने बुधवार को कहा, ‘‘हम तो कह रहे हैं कि भाजपा मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दे और फिर देश की अवाम फैसला कर देगी कि ऐस व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनना चाहिए या नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश का मिजाज़ धर्मनिरपेक्ष है और हमें पूरा भरोसा है कि जनता सही फैसला करेगी।’’टिप्पणियां गुजरात में मोदी को कई स्थानों पर मुस्लिम मत मिलने की ओर ध्यान दिलाने पर मदनी ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव अपनी जगह होता है, जहां लोग स्थानीय मुद्दों को देखकर मतदान करते हैं। संसदीय चुनाव में स्थिति पूरी तरह अलग होती है।’’ उल्लेखनीय है कि भाजपा में यशवंत सिन्हा और राम जेठमलानी सरीखे नेता मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की खुलकर पैरवी कर रहे हैं। इसको लेकर इन दिनों बहस छिड़ी हुई है। जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने बुधवार को कहा, ‘‘हम तो कह रहे हैं कि भाजपा मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दे और फिर देश की अवाम फैसला कर देगी कि ऐस व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनना चाहिए या नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश का मिजाज़ धर्मनिरपेक्ष है और हमें पूरा भरोसा है कि जनता सही फैसला करेगी।’’टिप्पणियां गुजरात में मोदी को कई स्थानों पर मुस्लिम मत मिलने की ओर ध्यान दिलाने पर मदनी ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव अपनी जगह होता है, जहां लोग स्थानीय मुद्दों को देखकर मतदान करते हैं। संसदीय चुनाव में स्थिति पूरी तरह अलग होती है।’’ उल्लेखनीय है कि भाजपा में यशवंत सिन्हा और राम जेठमलानी सरीखे नेता मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की खुलकर पैरवी कर रहे हैं। इसको लेकर इन दिनों बहस छिड़ी हुई है। गुजरात में मोदी को कई स्थानों पर मुस्लिम मत मिलने की ओर ध्यान दिलाने पर मदनी ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव अपनी जगह होता है, जहां लोग स्थानीय मुद्दों को देखकर मतदान करते हैं। संसदीय चुनाव में स्थिति पूरी तरह अलग होती है।’’ उल्लेखनीय है कि भाजपा में यशवंत सिन्हा और राम जेठमलानी सरीखे नेता मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की खुलकर पैरवी कर रहे हैं। इसको लेकर इन दिनों बहस छिड़ी हुई है। उल्लेखनीय है कि भाजपा में यशवंत सिन्हा और राम जेठमलानी सरीखे नेता मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की खुलकर पैरवी कर रहे हैं। इसको लेकर इन दिनों बहस छिड़ी हुई है।
अगले महीने तमिलनाडु में विधानसभा के चुनाव होंगे. ये चुनाव राज्य की मुख्यमंत्री जयललिता के लिए चुनौती हैं. उन पर एक बार फिर से सत्ता हासिल करने का दबाव है. जयललिता वर्तमान में तमिलनाडु की सबसे बड़ी राजनेता होने के साथ-साथ सबसे ज्यादा लोकप्रिय भी हैं. उन्हीं के दम पर एक बार फिर अन्नाद्रमुक (AIADMK) सत्ता वापसी का सपना देख रही है. यहां बात जयललिता की, उनके राजनीतिक सफर की. उनके प्रारंभिक जीवन की और साथ ही उनके उस दौर की जहां वो राजनीति में आने से पहले थीं. 24 फरवरी 1948 को मैसूर में जन्मीं जयललिता को राजनीति विरासत में नहीं मिली थी. उनका जन्म मैसूर के राजसी खानदान में हुआ था. लेकिन महज 2 साल की उम्र में ही उनके पिता का साथ उनसे छूट गया. स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही उनकी मां ने उन्हें फिल्मों में काम करने के लिए राजी कर लिया. इसी का परिणाम था कि वे 15 वर्ष की आयु में कन्नड फिल्मों में मुख्‍य अभिनेत्री की भूमिकाएं करने लगी थीं. इसके बाद वे तमिल फिल्मों में काम करने लगीं. वे दक्षिण भारत की पहली ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने स्कर्ट पहनकर फिल्मों में भूमिका निभाई थी. राजनीति की 'अम्मा' है जयललिता जयललिता ने 'एपिसल' नाम की अंग्रेजी फिल्म में से काम शुरू किया था. एक हिंदी फिल्म में भी उन्होंने काम किया. एक विद्यार्थी के तौर पर भी पढ़ाई में उनकी काफी रुची रही. जयललिता ने अपने करियर की शुरुआत ग्लैमर वर्ल्ड से की थी, लेकिन आज वो राजनीति की 'अम्मा' कहलाती हैं. एमजीआर लाए जयललिता को राजनीति में जयललिता अन्नाद्रमुक के संस्थापक एमजी रामचंद्रन उर्फ एमजीआर की करीबी थी. जयललिता ने अपने चार दशक के राजनीतिक जीवन में काफी उतार चढ़ाव देखे हैं. जयललिता ने एमजीआर के साथ 28 फिल्मों में काम किया. एमजीआर तमिल सिनेमा के सुपरस्टार थे और भारतीय राजनीति के सम्मानित नेताओं में थे. जयललिता ने फिल्मी दुनिया को अलविदा कह कर एमजीआर के साथ राजनीति में आ गईं. राजनीति में उनके समर्थक उन्हें अम्मा कहकर पुकारते हैं. 1991 में पहली बार संभाली सीएम की कुर्सी एम करुणानिधि की पार्टी द्रमुक से टूटने के बाद एमजीआर ने अन्नाद्रमुक का गठन किया. साल 1983 में एमजीआर ने जयललिता को पार्टी का सचिव नियुक्त किया और राज्यसभा के लिए मनोनित किया. इस बीच जयललिता और एमजीआर के बीच मतभेद की खबरें भी आईं लेकिन जयललिता ने 1984 में पार्टी के प्रचार अभियान का नेतृत्व किया. एमजीआर के निधन के बाद जयललिता साल 1987 में पूरी तरह से उभर कर सामने आईं. जनता के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाने के बाद जयललिता पहली बार साल 1991 में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनीं और राज्य की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री रहीं. हालांकि साल 1996 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. लेकिन तब तक जयललिता एक मजबूत राजनीतिक हस्ती बन चुकी थीं. लगे हैं गंभीर आरोप राजनैतिक जीवन के दौरान जयललिता पर सरकारी पूंजी के गबन, गैर कानूनी ढंग से भूमि अधिग्रहण और आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगे. उन्हें आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में सजा भी हुई और मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा पर कर्नाटक हाई कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया जिसके बाद वो फिर से तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बन गईं. पर्दे पर ऐश्वर्या बनीं जयललिता जयललिता को पहली बार मद्रास विश्वविद्यालय से 1991 में डॉक्टरेट की मानद उपाधि मिली और उसके बाद उन्हें कई बार मानद डॉक्टरेट से सम्मानित किया जा चुका है. 1997 में उनके जीवन पर बनी एक तमिल फिल्म 'इरूवर' आई थी, जिसमें जयललिता की भूमिका ऐश्वर्या राय ने निभाई थी. पुकारते हैं आयरन लेडी पार्टी के अंदर और सरकार में रहते हुए मुश्किल और कठोर फैसलों के लिए मशहूर जयललिता को तमिलनाडु में आयरन लेडी और तमिलनाडु की मार्गरेट थैचर भी कहा जाता है. सत्ता में आने पर लिए कई कठोर फैसले 2001 में जब वह दोबारा सत्ता में आईं, तो उन्होंने कई कठोर फैसले किए. जैसे लॉटरी टिकट पर पाबंदी लगा दी. हड़ताल पर जाने की वजह से दो लाख कर्मचारियों को एक साथ नौकरी से निकाल दिया, किसानों की मुफ्त बिजली पर रोक लगा दी, राशन की दुकानों में चावल की कीमत बढ़ा दी, 5000 रुपये से ज्यादा कमाने वालों के राशन कार्ड खारिज कर दिए, बस किराया बढ़ा दिया और मंदिरों में जानवरों की बलि पर रोक लगा दी. लेकिन 2004 के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारने के बाद उन्होंने पशुबलि की अनुमति दे दी और किसानों की मुफ्त बिजली भी बहाल कर दी.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पाकिस्तान ने अपने सामरिक बलों की क्षमताओं के आकलन के एक हिस्से के रूप में 180 किलोमीटर की दूरी तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हत्फ-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह चार दिन में इस मिसाइल प्रणाली का दूसरा परीक्षण है। पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा कि कम दूरी तक जमीन से जमीन पर मार करने वाली हत्फ-2 या अब्दाली मिसाइल का परीक्षण जमीन आधारित बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली के सत्यापन की प्रक्रिया का एक हिस्सा था।टिप्पणियां बयान में परीक्षण को सफल करार दिया गया, लेकिन यह नहीं बताया कि परीक्षण कब किया गया। बयान में बताया गया कि मिसाइल अत्यंत सटीकता के साथ परमाणु या पारंपरिक आयुध ले जा सकता है। बयान में कहा गया है कि अपने विविध युक्तिचालक विकल्पों के साथ हथियार प्रणाली पाकिस्तान के सामरिक बलों को एक संचालनात्मक स्तर की क्षमता प्रदान करती है। उल्लेखनीय है कि 11 फरवरी को पाकिस्तान ने परमाणु सक्षम हत्फ-9 मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसकी मारक क्षमता 600 किलोमीटर की है। पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा कि कम दूरी तक जमीन से जमीन पर मार करने वाली हत्फ-2 या अब्दाली मिसाइल का परीक्षण जमीन आधारित बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली के सत्यापन की प्रक्रिया का एक हिस्सा था।टिप्पणियां बयान में परीक्षण को सफल करार दिया गया, लेकिन यह नहीं बताया कि परीक्षण कब किया गया। बयान में बताया गया कि मिसाइल अत्यंत सटीकता के साथ परमाणु या पारंपरिक आयुध ले जा सकता है। बयान में कहा गया है कि अपने विविध युक्तिचालक विकल्पों के साथ हथियार प्रणाली पाकिस्तान के सामरिक बलों को एक संचालनात्मक स्तर की क्षमता प्रदान करती है। उल्लेखनीय है कि 11 फरवरी को पाकिस्तान ने परमाणु सक्षम हत्फ-9 मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसकी मारक क्षमता 600 किलोमीटर की है। बयान में परीक्षण को सफल करार दिया गया, लेकिन यह नहीं बताया कि परीक्षण कब किया गया। बयान में बताया गया कि मिसाइल अत्यंत सटीकता के साथ परमाणु या पारंपरिक आयुध ले जा सकता है। बयान में कहा गया है कि अपने विविध युक्तिचालक विकल्पों के साथ हथियार प्रणाली पाकिस्तान के सामरिक बलों को एक संचालनात्मक स्तर की क्षमता प्रदान करती है। उल्लेखनीय है कि 11 फरवरी को पाकिस्तान ने परमाणु सक्षम हत्फ-9 मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसकी मारक क्षमता 600 किलोमीटर की है। बयान में कहा गया है कि अपने विविध युक्तिचालक विकल्पों के साथ हथियार प्रणाली पाकिस्तान के सामरिक बलों को एक संचालनात्मक स्तर की क्षमता प्रदान करती है। उल्लेखनीय है कि 11 फरवरी को पाकिस्तान ने परमाणु सक्षम हत्फ-9 मिसाइल का परीक्षण किया था, जिसकी मारक क्षमता 600 किलोमीटर की है।
लिएंडर पेस, महेश भूपति और रोहन बोपन्ना की हार के साथ ही भारत की विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष युगल में चुनौती समाप्त हो गई। पेस और चेक गणराज्य के उनके जोड़ीदार रादेक स्टेपनेक की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को तीसरे दौर के दो दिन तक चले मैच में क्रोएशिया के इवान डोडिग और ब्राजील के मार्सेलो मेलो की 15वीं वरीय जोड़ी से 6-4, 3-6, 4-6, 7-6, 6-8 से हार का सामना करना पड़ा। पेस और स्टेपनेक ने तीन घंटे 42 मिनट तक चले मैराथन मैच में आखिर तक मुकाबले में रहे। भारतीय जोड़ी को मैच में आठ बार ब्रेक प्वाइंट का मौका मिला जिनमें से उन्होंने तीन पर अंक बनाए। उनकी प्रतिद्वंद्वी टीम को 12 ऐसे मौके मिले जिनमें से पांच पर वह ब्रेक प्वाइंट लेने में सफल रहे। बारिश के कारण सोमवार को जब यह मैच बीच में रोकना पड़ा तब पेस और स्टेपनेक 6-4, 3-6, 3-4 से पीछे चल रहे थे। भूपति और बोपन्ना की जोड़ी दूसरे दौर में सीधे सेटों में पराजित होकर बाहर हुई। रूस के मिखाइल एल्गिन और उज्बेकिस्तान के डेनिस एस्तोमिन ने भारतीय जोड़ी को दो घंटे चार मिनट में 7-5, 7-6, 6-3 से पराजित किया। सातवीं वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ब्रेक प्वाइंट के चार मौकों में से किसी में भी अंक बनाने में नाकाम रही। टिप्पणियां इसके विपरीत एल्गिन ओर एस्तोमिन को ब्रेक प्वाइंट के 12 मौके मिले जिनमें से दो बार उन्हें अंक लेने में सफलता मिली। भूपति इससे पहले हमवतन सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल में भी हार गए थे। पेस और चेक गणराज्य के उनके जोड़ीदार रादेक स्टेपनेक की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को तीसरे दौर के दो दिन तक चले मैच में क्रोएशिया के इवान डोडिग और ब्राजील के मार्सेलो मेलो की 15वीं वरीय जोड़ी से 6-4, 3-6, 4-6, 7-6, 6-8 से हार का सामना करना पड़ा। पेस और स्टेपनेक ने तीन घंटे 42 मिनट तक चले मैराथन मैच में आखिर तक मुकाबले में रहे। भारतीय जोड़ी को मैच में आठ बार ब्रेक प्वाइंट का मौका मिला जिनमें से उन्होंने तीन पर अंक बनाए। उनकी प्रतिद्वंद्वी टीम को 12 ऐसे मौके मिले जिनमें से पांच पर वह ब्रेक प्वाइंट लेने में सफल रहे। बारिश के कारण सोमवार को जब यह मैच बीच में रोकना पड़ा तब पेस और स्टेपनेक 6-4, 3-6, 3-4 से पीछे चल रहे थे। भूपति और बोपन्ना की जोड़ी दूसरे दौर में सीधे सेटों में पराजित होकर बाहर हुई। रूस के मिखाइल एल्गिन और उज्बेकिस्तान के डेनिस एस्तोमिन ने भारतीय जोड़ी को दो घंटे चार मिनट में 7-5, 7-6, 6-3 से पराजित किया। सातवीं वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ब्रेक प्वाइंट के चार मौकों में से किसी में भी अंक बनाने में नाकाम रही। टिप्पणियां इसके विपरीत एल्गिन ओर एस्तोमिन को ब्रेक प्वाइंट के 12 मौके मिले जिनमें से दो बार उन्हें अंक लेने में सफलता मिली। भूपति इससे पहले हमवतन सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल में भी हार गए थे। पेस और स्टेपनेक ने तीन घंटे 42 मिनट तक चले मैराथन मैच में आखिर तक मुकाबले में रहे। भारतीय जोड़ी को मैच में आठ बार ब्रेक प्वाइंट का मौका मिला जिनमें से उन्होंने तीन पर अंक बनाए। उनकी प्रतिद्वंद्वी टीम को 12 ऐसे मौके मिले जिनमें से पांच पर वह ब्रेक प्वाइंट लेने में सफल रहे। बारिश के कारण सोमवार को जब यह मैच बीच में रोकना पड़ा तब पेस और स्टेपनेक 6-4, 3-6, 3-4 से पीछे चल रहे थे। भूपति और बोपन्ना की जोड़ी दूसरे दौर में सीधे सेटों में पराजित होकर बाहर हुई। रूस के मिखाइल एल्गिन और उज्बेकिस्तान के डेनिस एस्तोमिन ने भारतीय जोड़ी को दो घंटे चार मिनट में 7-5, 7-6, 6-3 से पराजित किया। सातवीं वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ब्रेक प्वाइंट के चार मौकों में से किसी में भी अंक बनाने में नाकाम रही। टिप्पणियां इसके विपरीत एल्गिन ओर एस्तोमिन को ब्रेक प्वाइंट के 12 मौके मिले जिनमें से दो बार उन्हें अंक लेने में सफलता मिली। भूपति इससे पहले हमवतन सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल में भी हार गए थे। बारिश के कारण सोमवार को जब यह मैच बीच में रोकना पड़ा तब पेस और स्टेपनेक 6-4, 3-6, 3-4 से पीछे चल रहे थे। भूपति और बोपन्ना की जोड़ी दूसरे दौर में सीधे सेटों में पराजित होकर बाहर हुई। रूस के मिखाइल एल्गिन और उज्बेकिस्तान के डेनिस एस्तोमिन ने भारतीय जोड़ी को दो घंटे चार मिनट में 7-5, 7-6, 6-3 से पराजित किया। सातवीं वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ब्रेक प्वाइंट के चार मौकों में से किसी में भी अंक बनाने में नाकाम रही। टिप्पणियां इसके विपरीत एल्गिन ओर एस्तोमिन को ब्रेक प्वाइंट के 12 मौके मिले जिनमें से दो बार उन्हें अंक लेने में सफलता मिली। भूपति इससे पहले हमवतन सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल में भी हार गए थे। इसके विपरीत एल्गिन ओर एस्तोमिन को ब्रेक प्वाइंट के 12 मौके मिले जिनमें से दो बार उन्हें अंक लेने में सफलता मिली। भूपति इससे पहले हमवतन सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल में भी हार गए थे। भूपति इससे पहले हमवतन सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल में भी हार गए थे।
पारा चरम पर है। ऐसे में चिपचिपाहट व पसीने वाले इस मौसम में कम मेकअप आपके लिए मददगार है। 'द बॉडी शॉप' की ट्रेनिंग प्रमुख शिखी अग्रवाल ने त्वचा, बालों व मेकअप संबंधी कुछ टिप्स शेयर किए हैं : -क्लींजर व फेस क्रीम की जगह फोमिंग जेल व ऑय फ्री लोशन को तव्वजो दें, जिनका एसपीएफ कम से कम 15 हो। दिन में टच-अप करने के लिए एक कॉम्पैक्ट अपने पास रखें, लेकिन चेहरे पर ज्यादा कॉम्पैक्ट पाउडर न लगाएं, क्योंकि इससे रोम छिद्र बंद हो जाएंगे।   -मॉश्चराइजिंग का मतलब त्वचा पर तेल लगाना कतई नहीं है। इसका आशय त्वचा में नमी बनाए रखने से है। इसलिए बेदम त्वचा के लिए ऑयल-फ्री या हल्के मॉश्चराइजर का उपयोग करें। वहीं त्वचा को अंदर से मॉश्चराइज करने के लिए ज्यादा पानी पिएं।   -मोटे या परतदार फाउंडेशन से बचें। हल्की प्रकृति वाले फाउंडेशन का उपयोग करें।   -वाटरप्रूफ मस्कारा इस गर्मी में आंखों के मेकअप को बिगड़ने से बचाने में मदद करता है।   -गर्मी में केवल बालों के अंतिम छोर पर कंडीशनर का उपयोग करें, जिससे स्ट्रेट बालों में वॉल्यूम दिखेगी। ब्लो-ड्राई को भी कुछ समय के लिए बाय-बाय कर दें।   -बालों को जरूरत से ज्यादा धोने से बचें। बालों को झड़ने से रोकने वाले उत्पादों का उपयोग गीले बालों पर ही करें। -क्लींजर व फेस क्रीम की जगह फोमिंग जेल व ऑय फ्री लोशन को तव्वजो दें, जिनका एसपीएफ कम से कम 15 हो। दिन में टच-अप करने के लिए एक कॉम्पैक्ट अपने पास रखें, लेकिन चेहरे पर ज्यादा कॉम्पैक्ट पाउडर न लगाएं, क्योंकि इससे रोम छिद्र बंद हो जाएंगे।   -मॉश्चराइजिंग का मतलब त्वचा पर तेल लगाना कतई नहीं है। इसका आशय त्वचा में नमी बनाए रखने से है। इसलिए बेदम त्वचा के लिए ऑयल-फ्री या हल्के मॉश्चराइजर का उपयोग करें। वहीं त्वचा को अंदर से मॉश्चराइज करने के लिए ज्यादा पानी पिएं।   -मोटे या परतदार फाउंडेशन से बचें। हल्की प्रकृति वाले फाउंडेशन का उपयोग करें।   -वाटरप्रूफ मस्कारा इस गर्मी में आंखों के मेकअप को बिगड़ने से बचाने में मदद करता है।   -गर्मी में केवल बालों के अंतिम छोर पर कंडीशनर का उपयोग करें, जिससे स्ट्रेट बालों में वॉल्यूम दिखेगी। ब्लो-ड्राई को भी कुछ समय के लिए बाय-बाय कर दें।   -बालों को जरूरत से ज्यादा धोने से बचें। बालों को झड़ने से रोकने वाले उत्पादों का उपयोग गीले बालों पर ही करें।
इस हफ्ते की शुरुआत में Xioami ने भारत में अपने पहले एंड्रॉयड गो स्मार्टफोन Redmi Go को लॉन्च किया था. इससे पहले कंपनी ने चीन और भारत में अपने Redmi Note 7 सीरीज को भी लॉन्च किया था. साथ ही हाल ही में नए Redmi 7 की भी लॉन्चिंग कंपनी ने की थी. अब कंपनी अपने स्मार्टफोन्स पर काम कर रही है. इसमें दो नए एंड्रॉयड वन स्मार्टफोन्स भी शामिल हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक चीनी कंपनी दो नए एंड्रॉयड वन स्मार्टफोन्स पर काम कर रही है, ये स्मार्टफोन्स Mi A2 के अपग्रेड के तौर पर उतारे जाएंगे. साथ ही शाओमी अपने सेल्फी लाइनअप वाले नए स्मार्टफोन Redmi Y3 पर काम कर रहा है. इसके अलावा शाओमी के सब-ब्रांड Poco से भी ऐसी खबरें हैं कि कंपनी POCO F1 Lite और POCO F2 को जल्द लॉन्च कर सकती है. शाओमी के अपकमिंग स्मार्टफोन्स की लिस्ट की बात करें तो इसमें Mi A3 की चर्चा ज्यादा है. इसे Mi A2 के अपग्रेड के तौर पर भारत में लॉन्च किया जा सकता है. xdadevelopers की रिपोर्ट के मुताबिक, शाओमी 'pyxis', 'bamboo_sprout' और 'cosmos_sprout' कोडनेम वाले तीन स्मार्टफोन्स पर काम कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक bamboo_sprout और cosmos_sprout एंड्रॉयड वन स्मार्टफोन्स हो सकते हैं. जो इशारा करते हैं कि इन्हें Mi A3 और Mi A3 Lite स्मार्टफोन्स के तौर पर उतारा जा सकता है. शाओमी के इ्न नए एंड्रॉयड वन स्मार्टफोन्स में इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर जैसे फीचर्स दिए जा सकते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन स्मार्टफोन्स में Vivo V15 Pro की तरह 32 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा भी दिया जा सकता है. Redmi Y3 की बात करें तो इस स्मार्टफोन को हाल ही में Wi-Fi सर्टिफिकेशन मिला है. Wi-Fi लिस्टिंग से ये बात भी सामने आई है कि ये स्मार्टफोन एंड्रॉयड 9.0 पाई पर चलता है. फिलहाल इस स्मार्टफोन की जानकारियां सीमित हैं, लेकिन पूरी उम्मीद है कि ये स्मार्टफोन Redmi Y2 की तरह सेल्फी फोकस्ड होगा. Y2 को पिछले साल 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरे के साथ जून में लॉन्च किया गया था. अंत में Poco F2 की बात करें तो शाओमी के F1 को स्नैपड्रैगन 845 प्रोसेसर वाले सबसे सस्ते स्मार्टफोन के तौर पर भारत में उतारा गया था. अब ऐसी चर्चा है कि इसी तरह Poco F2 को भी लेटेस्ट स्नैपड्रैगन 855 प्रोसेसर वाले सबसे सस्ते स्मार्टफोन के तौर पर उतारा जा सकता है. इस स्मार्टफोन को हाल ही में बेंचमार्किंग वेबसाइट Geekbench पर देखा गया है. जहां इसे स्नैपड्रैगन 855 प्रोसेसर, एंड्रॉयड Q OS और 4GB रैम के साथ लिस्ट किया गया था. इसके अलावा हाल ही में POCO F1 Lite की जानकारियां भी सामने आईं थी, जिसे 10,000 रुपये के अंदर की कीमत वाले स्मार्टफोन के तौर लॉन्च किया जा सकता है.
लंबे वीकेंड के बाद शुरू हुए कारोबारी हफ्ते के पहले दिन शेयर बाजार ने तेजी के साथ शुरुआत की. लेकिन बाजार इस बढ़त को ज्यादा समय तक बनाए नहीं रख सका. हालांकि बंद होने तक बाजार ने फिर रफ्तार पकड़ी. सेंसेक्स जहां 214 अंक बढ़कर 31497 पर बंद हुआ. वहीं,  निफ्टी में 71 अंकों की बढ़ोत्तरी हुई और यह 9859.50 पर बंद हुआ. सुबह वैश्व‍िक बाजारों से मिले मजबूत संकेंतों ने बाजार को तेज शुरुवात करने में मदद की. सुबह निफ्टी जहां  58 अंक बढ़कर 9838 पर खुला. वहीं, सेंसेक्स 31538 के स्तर पर 254 अंकों की बढ़त के साथ खुला. ऑटो और फार्मा शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया. टाटा मोटर्स व ऑरोफार्मा के शेयर हरे निशान के ऊपर बंद हुए. सेंसेक्स- निफ्टी दिन में ऊपरी स्तर से लुढ़क गए. हालांकि आख‍िरी मिनटों में खरीददारी से बाजार को मजबूत होने में मदद मिली. इसकी बदौलत सेंसेक्स में 50 से ज्यादा अंकों की सुधार दिखी. गिरावट के लिए पीएसयू बैंक, पावर और कैपिटल गुड्स शेयरों की बिकवाली जिम्मेदार रही.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) और गूगल मैप ने मेट्रो रूट, किराया और कनेक्टिविटी से जुड़ी सूचनाओं के बेहतर आदान-प्रदान के लिए करार किया है. ये साझेदारी दिल्ली मेट्रो के विजन को ध्यान में रखकर किया गया है, जिसका मकसद पब्लिक फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट सिस्टम बनाना है. इस सुविधा से लोगों को दिल्ली मेट्रो रूट, लाइन, प्लेटफॉर्म और किराए से जुड़ी सारी सूचनाएं आसानी से मिलेंगी. दिल्ली मेट्रो की गूगल के साथ ये साझेदारी नए और मौजूदा यात्रियों दोनों के लिए काफी फायदेमंद होगी. दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों की सुविधा के लिए हाल ही में कई कदम उठाए हैं. दिल्ली मेट्रो से जुड़ी सारी सूचनाएं गूगल मैप के साथ मोबाइल पर भी उपलब्ध होंगी, जिसकी मदद से यात्री अपनी यात्रा की योजना बेहतर तरीके से बना सकेंगे. गूगल मैप के जरिए ट्रांसिट जैसे फीचर्स से लोकल सूचना, यात्रा की दिशा और दिल्ली मेट्रो से जुड़ी सारी जानकारियां इस तरह यात्रियों के लिए उपलब्ध होंगी. - यूजर गूगल मैप पर जगह A से जगह B पर जाने के लिए सर्च करेगा. - सर्च रिजल्ट में संभावित रूट के साथ मैप दिखेगा. - इसके साथ ही अब यूजर्स को दिल्ली मेट्रो का मैप ओपन करने का विकल्प भी दिखेगा, जिसकी मदद से यूजर मेट्रो के जरिए अपने गंतव्य तक पहुंचने की पूरी सूचना मैप पर आसानी से देख सकेगा. इसमें मेट्रो रूट, प्लेटफॉर्म और किराए की जानकारी भी दी जाएगी. - यात्री एक-एक स्टेप में गंतव्य की दिशा और पूरा रूट देख सकेंगे. दिल्ली मेट्रो पर हर रोज लाखों लोग सवार होते हैं. ऐसे में मेट्रो नेटवर्क की गूगल मैप के साथ साझेदारी यात्रियों के लिए काफी फायदेमंद होगी. इस साझेदारी के अगले चरण में स्टेशन पर उपलब्ध पार्किंग और रेस्ट रूम जैसी सुविधाओं को जोड़ने की योजना है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: बारिश के बीच रियो में रंगारंग समापन समारोह में ब्राजील के इस शहर ने दुनिया के हजारों खिलाड़ियों को भावनात्मक विदाई दी, जिसके साथ यहां 31वें ओलिंपिक खेलों का समापन हो गया. अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष थामस बाक ने खेलों के समापन की घोषणा की, जिसके साथ 16 दिन चले खेलों के इस महासमर का आधिकारिक अंत हो गया, जिसमें 42 खेलों में 205 देशों के 11000 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. खचाखच भरे ऐतिहासिक माराकाना स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच बाक ने कहा, ‘‘मैं 31वें ओलिंपियाड के खेलों के समापन की घोषणा करता हूं.परंपरा का पालन करते हुए मैं दुनिया भर के युवाओं से चार साल में जापान के तोक्यो में 32वें ओलिंपियाड के जश्न के लिए जुटने का आग्रह करता हूं.’’ इससे पहले ओलिंपिक ध्वज को उतारा गया और इसे अगले ओलिंपिक खेलों के मेजबान तोक्यो 2020 के प्रतिनिधियों को सौंपा गया.बाक ने ध्वज तोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके को सौंपा. जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने आधुनिक तकनीक वाले इस शो के एक छोटे लेकिन प्रभावी हिस्से में ‘सी यू इन तोक्यो’ परफोर्मेंस के दौरान रोमांचक प्रवेश किया. खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा संपन्न होने के बाद सर्द हवा और बारिश के बावजूद जश्न के माहौल का पूरा लुत्फ उठाया.लगभग तीन घंटे लंबे समापन समारोह के दौरान बारिश लगातार जारी रही लेकिन खिलाड़ियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा जो बरसाती के साथ उतरे और इस दौरान उनमें से कई गाना गाने के अलावा नाच रहे थे और सेल्फी ले रहे थे.खिलाड़ियों ने मैदान पर प्रवेश दिया तो परंपरा के अनुसार युनान की टीम सबसे पहले उतरी. ओलिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय दल की अगुआई की और ध्वजवाहक बनी.साक्षी ने रियो खेलों में कांस्य पदक के साथ भारत के पदकों का खाता भी खोला था। भारत की ध्वजवाहक बनने का सम्मान साक्षी को मिला क्योंकि रजत पदक विजेता पीवी सिंधु कल ही स्वदेश लौट गई.समारोह में पुरुष और महिला हॉकी टीमों के पहलवानों और मुक्केबजों में शिव थापा और मनोज कुमार सहित लगभग 50 खिलाड़ियों ने खिलाड़ियों की परेड में हिस्सा लिया. भारत एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ खेलों में 67वें स्थान पर रहा.अमेरिका ने 46 स्वर्ण, 37 रजत और 38 कांस्य के साथ कुल 121 पदकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.मेजबान ब्राजील सात स्वर्ण, छह रजत और छह कांस्य के साथ 13वें स्थान पर रहा.टिप्पणियां ब्राजील ने एक दिन पहले इसी स्टेडियम में जर्मनी को हराकर पहली बार पुरुष फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था और रियो 2016 के निर्णायक लम्हों के दौरान जब नेमार और उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों को दिखाया गया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) खचाखच भरे ऐतिहासिक माराकाना स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच बाक ने कहा, ‘‘मैं 31वें ओलिंपियाड के खेलों के समापन की घोषणा करता हूं.परंपरा का पालन करते हुए मैं दुनिया भर के युवाओं से चार साल में जापान के तोक्यो में 32वें ओलिंपियाड के जश्न के लिए जुटने का आग्रह करता हूं.’’ इससे पहले ओलिंपिक ध्वज को उतारा गया और इसे अगले ओलिंपिक खेलों के मेजबान तोक्यो 2020 के प्रतिनिधियों को सौंपा गया.बाक ने ध्वज तोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके को सौंपा. जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने आधुनिक तकनीक वाले इस शो के एक छोटे लेकिन प्रभावी हिस्से में ‘सी यू इन तोक्यो’ परफोर्मेंस के दौरान रोमांचक प्रवेश किया. खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा संपन्न होने के बाद सर्द हवा और बारिश के बावजूद जश्न के माहौल का पूरा लुत्फ उठाया.लगभग तीन घंटे लंबे समापन समारोह के दौरान बारिश लगातार जारी रही लेकिन खिलाड़ियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा जो बरसाती के साथ उतरे और इस दौरान उनमें से कई गाना गाने के अलावा नाच रहे थे और सेल्फी ले रहे थे.खिलाड़ियों ने मैदान पर प्रवेश दिया तो परंपरा के अनुसार युनान की टीम सबसे पहले उतरी. ओलिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय दल की अगुआई की और ध्वजवाहक बनी.साक्षी ने रियो खेलों में कांस्य पदक के साथ भारत के पदकों का खाता भी खोला था। भारत की ध्वजवाहक बनने का सम्मान साक्षी को मिला क्योंकि रजत पदक विजेता पीवी सिंधु कल ही स्वदेश लौट गई.समारोह में पुरुष और महिला हॉकी टीमों के पहलवानों और मुक्केबजों में शिव थापा और मनोज कुमार सहित लगभग 50 खिलाड़ियों ने खिलाड़ियों की परेड में हिस्सा लिया. भारत एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ खेलों में 67वें स्थान पर रहा.अमेरिका ने 46 स्वर्ण, 37 रजत और 38 कांस्य के साथ कुल 121 पदकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.मेजबान ब्राजील सात स्वर्ण, छह रजत और छह कांस्य के साथ 13वें स्थान पर रहा.टिप्पणियां ब्राजील ने एक दिन पहले इसी स्टेडियम में जर्मनी को हराकर पहली बार पुरुष फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था और रियो 2016 के निर्णायक लम्हों के दौरान जब नेमार और उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों को दिखाया गया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने आधुनिक तकनीक वाले इस शो के एक छोटे लेकिन प्रभावी हिस्से में ‘सी यू इन तोक्यो’ परफोर्मेंस के दौरान रोमांचक प्रवेश किया. खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा संपन्न होने के बाद सर्द हवा और बारिश के बावजूद जश्न के माहौल का पूरा लुत्फ उठाया.लगभग तीन घंटे लंबे समापन समारोह के दौरान बारिश लगातार जारी रही लेकिन खिलाड़ियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा जो बरसाती के साथ उतरे और इस दौरान उनमें से कई गाना गाने के अलावा नाच रहे थे और सेल्फी ले रहे थे.खिलाड़ियों ने मैदान पर प्रवेश दिया तो परंपरा के अनुसार युनान की टीम सबसे पहले उतरी. ओलिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय दल की अगुआई की और ध्वजवाहक बनी.साक्षी ने रियो खेलों में कांस्य पदक के साथ भारत के पदकों का खाता भी खोला था। भारत की ध्वजवाहक बनने का सम्मान साक्षी को मिला क्योंकि रजत पदक विजेता पीवी सिंधु कल ही स्वदेश लौट गई.समारोह में पुरुष और महिला हॉकी टीमों के पहलवानों और मुक्केबजों में शिव थापा और मनोज कुमार सहित लगभग 50 खिलाड़ियों ने खिलाड़ियों की परेड में हिस्सा लिया. भारत एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ खेलों में 67वें स्थान पर रहा.अमेरिका ने 46 स्वर्ण, 37 रजत और 38 कांस्य के साथ कुल 121 पदकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.मेजबान ब्राजील सात स्वर्ण, छह रजत और छह कांस्य के साथ 13वें स्थान पर रहा.टिप्पणियां ब्राजील ने एक दिन पहले इसी स्टेडियम में जर्मनी को हराकर पहली बार पुरुष फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था और रियो 2016 के निर्णायक लम्हों के दौरान जब नेमार और उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों को दिखाया गया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा संपन्न होने के बाद सर्द हवा और बारिश के बावजूद जश्न के माहौल का पूरा लुत्फ उठाया.लगभग तीन घंटे लंबे समापन समारोह के दौरान बारिश लगातार जारी रही लेकिन खिलाड़ियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा जो बरसाती के साथ उतरे और इस दौरान उनमें से कई गाना गाने के अलावा नाच रहे थे और सेल्फी ले रहे थे.खिलाड़ियों ने मैदान पर प्रवेश दिया तो परंपरा के अनुसार युनान की टीम सबसे पहले उतरी. ओलिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय दल की अगुआई की और ध्वजवाहक बनी.साक्षी ने रियो खेलों में कांस्य पदक के साथ भारत के पदकों का खाता भी खोला था। भारत की ध्वजवाहक बनने का सम्मान साक्षी को मिला क्योंकि रजत पदक विजेता पीवी सिंधु कल ही स्वदेश लौट गई.समारोह में पुरुष और महिला हॉकी टीमों के पहलवानों और मुक्केबजों में शिव थापा और मनोज कुमार सहित लगभग 50 खिलाड़ियों ने खिलाड़ियों की परेड में हिस्सा लिया. भारत एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ खेलों में 67वें स्थान पर रहा.अमेरिका ने 46 स्वर्ण, 37 रजत और 38 कांस्य के साथ कुल 121 पदकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.मेजबान ब्राजील सात स्वर्ण, छह रजत और छह कांस्य के साथ 13वें स्थान पर रहा.टिप्पणियां ब्राजील ने एक दिन पहले इसी स्टेडियम में जर्मनी को हराकर पहली बार पुरुष फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था और रियो 2016 के निर्णायक लम्हों के दौरान जब नेमार और उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों को दिखाया गया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ओलिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय दल की अगुआई की और ध्वजवाहक बनी.साक्षी ने रियो खेलों में कांस्य पदक के साथ भारत के पदकों का खाता भी खोला था। भारत की ध्वजवाहक बनने का सम्मान साक्षी को मिला क्योंकि रजत पदक विजेता पीवी सिंधु कल ही स्वदेश लौट गई.समारोह में पुरुष और महिला हॉकी टीमों के पहलवानों और मुक्केबजों में शिव थापा और मनोज कुमार सहित लगभग 50 खिलाड़ियों ने खिलाड़ियों की परेड में हिस्सा लिया. भारत एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ खेलों में 67वें स्थान पर रहा.अमेरिका ने 46 स्वर्ण, 37 रजत और 38 कांस्य के साथ कुल 121 पदकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.मेजबान ब्राजील सात स्वर्ण, छह रजत और छह कांस्य के साथ 13वें स्थान पर रहा.टिप्पणियां ब्राजील ने एक दिन पहले इसी स्टेडियम में जर्मनी को हराकर पहली बार पुरुष फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था और रियो 2016 के निर्णायक लम्हों के दौरान जब नेमार और उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों को दिखाया गया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारत की ध्वजवाहक बनने का सम्मान साक्षी को मिला क्योंकि रजत पदक विजेता पीवी सिंधु कल ही स्वदेश लौट गई.समारोह में पुरुष और महिला हॉकी टीमों के पहलवानों और मुक्केबजों में शिव थापा और मनोज कुमार सहित लगभग 50 खिलाड़ियों ने खिलाड़ियों की परेड में हिस्सा लिया. भारत एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ खेलों में 67वें स्थान पर रहा.अमेरिका ने 46 स्वर्ण, 37 रजत और 38 कांस्य के साथ कुल 121 पदकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.मेजबान ब्राजील सात स्वर्ण, छह रजत और छह कांस्य के साथ 13वें स्थान पर रहा.टिप्पणियां ब्राजील ने एक दिन पहले इसी स्टेडियम में जर्मनी को हराकर पहली बार पुरुष फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था और रियो 2016 के निर्णायक लम्हों के दौरान जब नेमार और उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों को दिखाया गया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारत एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ खेलों में 67वें स्थान पर रहा.अमेरिका ने 46 स्वर्ण, 37 रजत और 38 कांस्य के साथ कुल 121 पदकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.मेजबान ब्राजील सात स्वर्ण, छह रजत और छह कांस्य के साथ 13वें स्थान पर रहा.टिप्पणियां ब्राजील ने एक दिन पहले इसी स्टेडियम में जर्मनी को हराकर पहली बार पुरुष फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था और रियो 2016 के निर्णायक लम्हों के दौरान जब नेमार और उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों को दिखाया गया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ब्राजील ने एक दिन पहले इसी स्टेडियम में जर्मनी को हराकर पहली बार पुरुष फुटबॉल का स्वर्ण पदक जीता था और रियो 2016 के निर्णायक लम्हों के दौरान जब नेमार और उसेन बोल्ट जैसे खिलाड़ियों को दिखाया गया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज से पहले पंड्या ब्रदर्स जमकर पसीना बहा रहे हैं. तीन मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मुकाबला 15 सितंबर को धर्मशाला में खेला जाएगा. नेट पर हार्दिक पंड्या ने जमकर हाथ खोले और क्रुणाल की गेंदों को मैदान से बाहर पहुंचाया. हार्दिक और क्रुणाल दोनों टी-20 सीरीज के लिए भारत के 15 सदस्यीय स्क्वॉड का हिस्सा हैं. इस बीच हार्दिक ने नेट प्रैक्टिस का एक वीडियो साझा किया है. इस वीडियो में उन्हें नेट पर जोरदार प्रैक्टिस करते देखा जा सकता है. Pandya 🆚 Pandya in training I think I won that round big bro @krunalpandya24 😂😂 P.S: Sorry for almost knocking your head off 🤣🙏😘 pic.twitter.com/492chd1RZh — hardik pandya (@hardikpandya7) September 11, 2019 हार्दिक ने एक ऐसा शॉट खेला, जो क्रुणाल के सिर के ऊपर से निकल गया और वह बाल-बाल बच गए. हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट कर क्रुणाल से माफी मांग ली. प्रैक्टिस के दौरान हार्दिक ने हेलिकॉप्टर शॉट भी लगाया. हार्दिक पंड्या ने वीडियो शेयर करने के साथ लिखा है, 'पंड्या बनाम पंड्या (Pandya vs Pandya). बड़े भाई क्रुणाल... मुझे लगता है मैंने वह राउंड जीत लिया. सॉरी... मैंने तो आपके सिर पर ही शॉट दे मारा था. ... लेकिन क्रुणाल भी कुछ कम नहीं, उन्होंने थोड़ी देर बाद जवाबी वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में हार्दिक पंड्या उनकी (क्रुणाल) की गेंद पर बुरी तरह बीट होते दिख रहे हैं. क्रुणाल ने लिखा- Hahaha यह सब तो ठीक है भाई, लेकिन तुमने इस वीडियो को अपलोड क्यों नहीं किया..? Hahaha it's all cool bro but why didn’t you upload this video? 🤔🤣🤣 @hardikpandya7 https://t.co/90fsy4Rzqf pic.twitter.com/HuNmn51L2W — Krunal Pandya (@krunalpandya24) September 11, 2019 वेस्टइंडीज दौरे के लिए आराम दिए जाने के बाद हार्दिक पंड्या सीमित ओवरों की टीम में लौट आए हैं. उन्हें भुवनेश्वर कुमार की जगह चुना गया है. महेंद्र सिंह धोनी और जसप्रीत बुमराह T20I टीम में नहीं हैं. धोनी फिलहाल अमेरिका में छुट्टियां मना रहे हैं.
पटना से करीब 100 किमी दूर गया के कारोबारी श्याम सुंदर सचदेव का किशोरवय बेटा आदित्य अपने दोस्त की मारुति स्विफ्ट कार में दोस्तों संग 7 मई की शाम को सैरसपाटे के लिए निकला था. वापस गया लौटते हुए रास्ते में उसके एक दोस्त ने पीछे आ रही लैंड रोवर के हॉर्न को अनसुना कर दिया. इससे पीछे आ रही एसयूवी का मालिक 24 वर्षीय रॉकी यादव गुस्सा हो उठा. रॉकी जेडी(यू) की एमएलसी मनोरमा यादव और आरजेडी के बाहुबली बिंदेश्वरी प्रसाद यादव उर्फ बिंदी यादव का बेटा है. रॉकी ने कथित तौर पर पहले हवा में गोलियां चलाईं और मारुति स्विफ्ट कार को रुकने पर मजबूर कर दिया. लड़कों ने हाथ जोड़कर माफी मांगी. पर जब रॉकी ने बंदूक लहराई तो लड़कों ने गाड़ी चलाते हुए भाग निकलने की कोशिश की. रॉकी ने कथित तौर पर दोबारा गोलियां चलाईं. एक गोली कार के शीशे को भेदती पीछे बैठे आदित्य को लगी और उसकी मौत हो गई. रॉकी को 9 मई की रात को जब पुलिस ने गिरफ्तार किया, तब भी उसके पास बंदूक थी. उसके चेहरे पर पछतावे के कोई निशान नहीं थे और उसने हत्या में अपना हाथ होने से इनकार किया. वह अपनी मां के कार्बाइन से लैस पुलिस बॉडीगार्ड के साथ जिस एसयूवी में चल रहा था, वह दिल्ली से एक करोड़ रुपए में खरीदी गई थी. विधानसभा चुनावों के दौरान भी रॉकी पर उसकी गाड़ी को ओवरटेक करने पर एक पिकअप वैन के ड्राइवर पर पिस्तौल तानने का आरोप लगा था. उसके पिता 1990 के दशक में गया के कारोबारियों के लिए आतंक हुआ करते थे. पुलिस इसे आम तौर पर होने वाली रोड रेज की घटना बता पल्ला छुड़ाने की कोशिश कर रही है. लेकिन इस वारदात का मुजरिम और उसकी पृष्ठभूमि उस कहीं ज्यादा गहरी बीमारी की ओर इशारा कर रही है जिसने बिहार के सियासी फलक पर गहरी जड़ें जमा ली हैं. बिंदी यादव को रॉकी को भागने देने के लिए पकड़कर सीखचों के पीछे डाल दिया गया है. किसी जमाने में साइकिल की चोरी के लिए पकड़े गए बिंदी 1990 में लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान नेता बन गए. करीब 55 साल के बिंदी के पास आज अकूत दौलत और रौब है. वह मॉल, होटलों और पेट्रोल पंपों का मालिक है. उसके खिलाफ 19 मुकदमे चल रहे हैं और वह 1990 के दशक में सबसे खूंखार मुजरिम से सियासतदां बने लोगों में से एक है. उसने अपनी पत्नी मनोरमा देवी को 2003 में आरजेडी से विधान परिषद के लिए नामित करवा लिया था. 2009 में जब उनकी सदस्यता की मियाद खत्म हुई तब मनोरमा अपनी सीट कायम नहीं रख पाईं, क्योंकि तब तक जेडी(यू)-बीजेपी गठबंधन के उस दौर में आरजेडी की किस्मत का सितारा डूब चुका था. 2015 में लालू ने नीतीश से हाथ मिला लिया, और मनोरमा एक बार फिर एमएलसी बन गईं. साफ है, बिंदी आरजेडी और जेडी(यू) दोनों को ही काम का शख्स लगा. बनाने वाले ही तोड़ रहे कानून इस हत्या के बाद मचे हंगामे के बीच सफाई देते हुए 9 मई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर दावा किया कि ''कानून के लंबे हाथों से कोई बच नहीं सकता.'' मगर यह घटना उनकी सरकार के लिए चेतावनी होनी चाहिए. महागठबंधन की सरकार को अभी पांच माह भी नहीं हुए हैं, पर कई कानून बनाने वाले ही उसे तोड़ते पाए गए हैं. सबसे जघन्य मामला नवादा के आरजेडी विधायक राज बल्लभ यादव का है. उन पर इस साल फरवरी में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का आरोप लगा. जाने-माने स्वतंत्र चिंतक प्रो. नवल किशोर चौधरी कहते हैं, ''मुख्यमंत्री और उनकी इच्छाशक्ति पर मुझे पूरा भरोसा है. उन्होंने कड़ाई से शराबबंदी लागू करवाई. वक्त आ गया है कि अपराध पर काबू के लिए भी वे ऐसा ही जोश दिखाएं.'' इसके पहले जेडी(यू) विधायक सरफराज आलम पर 17 जनवरी को डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में एक महिला यात्री के यौन उत्पीडऩ का आरोप लगा. दोनों मामलों में जेडी(यू) और आरजेडी ने अपने-अपने विधायकों को मुअत्तल जरूर किया, पर उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जो दूसरों के लिए सबक बने. मार्च में बिहार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर और रघुनाथपुर के आरजेडी विधायक हरिशंकर यादव की आरजेडी के पूर्व सांसद सजायाख्ता मोहम्मद शहाबुद्दीन से सीवान जेल में 'सौजन्य मुलाकात' को लेकर भी सरकार को शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी. नीतीश सब जानते हैं नीतीश ने 30 अप्रैल को जुर्म साबित होने के मामलों में तेज गिरावट के लिए पुलिस की खिंचाई की. 2006 में उन्होंने स्पीडी ट्रायल की व्यवस्था शुरू की थी, उस पर अमल में गलतियां गिनाईं. मुकदमों का तेजी से निपटारा और आरोप से छूटने आदि के मामलों पर इस समीक्षा बैठक में उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा, ''आरोपपत्र समय पर दाखिल किए जाएं. एक दशक पहले हालात अलग थे. मुकदमों में देरी क्यों होती है? सरकारी वकीलों को इस पर सोचना चाहिए.'' उन्होंने वाकई दुखती रग पर उंगली रखी थी. मुजरिमों को सजा मिलने के मामलों की तादाद जहां 2010 में सबसे ज्यादा बढ़कर 14,311 पर पहुंच गई थी, वहीं 2015 में 4,513 पर आ गई. केवल पुलिस पर तोहमत नहीं मढ़ा जा सकता. एक वरिष्ठ आइपीएस अफसर कहते हैं, ''नौकरशाह तेजी से वह भी समझ लेते हैं जो लिखा नहीं गया है. यहां तक कि बिना दिए गए हुक्म भी जान लेते हैं.'' मुख्यमंत्री या लालू प्रसाद यदि मुजरिम नेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाते, तो पुलिस भी आगे बढ़कर ऐसा कुछ नहीं करती जिससे उन्हें जोखिम उठाना पड़े. ये अफसर कहते हैं, ''चूंकि ऊपर से कोई आदेश नहीं है, सो पुलिस भी अपनी चाल से चलती रहती है.'' बिंदी पर हत्या की कोशिश, धमकाने और अवैध वसूली के मामले दर्ज होने के बावजूद उसे हथियार का लाइसेंस मिलना मौजूं उदाहरण है. विधानसभा और संसदीय चुनाव से पहले हथियार लाइसेंसों की समीक्षा की जाती है, पर उसके लाइसेंस रद्द करने की किसी ने जरूरत नहीं समझी. यही नहीं, मनोरमा देवी के खिलाफ भी दो आपराधिक मामले अदालत में हैं, फिर भी उन्हें हथियारों के तीन लाइसेंस दे दिए गए. एक राइफल, एक रिवॉल्वर और एक दोनाली बंदूक के लिए. हो सकता है, रॉकी ने उस वारदात में भी इन्हीं हथियारों में से किसी का इस्तेमाल किया हो, जिसमें एक बेकसूर की मौत हो गई और वह मौत सरकार की साख पर सवालिया निशान बन गई है.
यह लेख है: पूर्वी दिल्ली के कोंडली इलाके में पांच महीने के बच्चे को अपने मां-पिता के बीच हुए झगड़े की वजह से जान गंवानी पड़ी. पुलिस ने बुधवार को बताया कि 32-वर्षीय सत्यजीत तथा उसकी पत्नी 29-वर्षीय दीप्ति के बीच हुए झगड़े के दौरान दुर्घटनावश बच्चे को चोट लग गई थी. पुलिस के अनुसार, सत्यजीत और दीप्ति के बीच रविवार को झगड़ा हो गया था, जिसमें सत्यजीत ने डंडा उठाकर दीप्ति को पीटना शुरू कर दिया. डंडे में कोई कील लगी हुई थी, जो अचानक बच्चे के सिर पर जा लगी. पुलिस ने बताया कि सत्यजीत-दीप्ति ने बच्चे को फर्स्ट-एड दिया था, लेकिन मंगलवार सुबह बच्चे को उल्टी हुई, जिसके बाद दीप्ति उसे एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर गई, जहां उसे डॉक्टरों ने 'ब्रॉट डेड' (अस्पताल पहुंचने पर मृत) घोषित कर दिया. पुलिस ने बताया, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे की मौत मस्तिष्क में खून के थक्के बनने से हुई. गाज़ीपुर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304 (दुर्घटनावश हुई मृत्यु, जिसे हत्या नहीं माना जाएगा) के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस के अनुसार, बच्चे का आरोपी पिता फरार है.
केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के कपाट खुल गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर लगे बैन को हटा दिया था, जिसपर विवाद हो रहा है. मंदिर से जुड़े लोग और स्वामी अयप्पा के अनुयायी इस फैसले को उनकी आस्था के खिलाफ बता रहे हैं. सबरीमाला मंदिर में सभी लड़कियों और महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से मंदिर के द्वार आज शाम पांच बजे खुल गए. बुधवार को मंदिर के पास काफी बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित है. बड़ी संख्या में महिलाएं मंदिर में प्रवेश के लिए जा रही हैं, तो वहीं हजारों की संख्या में श्रद्धालु उन्हें रोकने की कोशिश में लगे हुए हैं. सुबह से यहां चल रहा प्रदर्शन अब धीरे-धीरे हिंसक रूप लेता जा रहा है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सबरीमाला मंदिर में बुधवार को 50 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं ने ही प्रवेश किया. सुरक्षा कारणों के चलते 10-50 साल की उम्र के बीच की महिलाएं मंदिर तक नहीं पहुंचीं. दिनभर के बड़े अपडेट्स 07.00 PM: सबरीमाला मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंचीं महिलाएं Kerala: Devotees climb the sacred Pathinettam Padi to enter the #SabarimalaTemple to offer prayers. pic.twitter.com/lGMLwxV1kL — ANI (@ANI) October 17, 2018 06.30 PM: गृह मंत्रालय ने महिलाओं की एंट्री को लेकर आज हुई हिंसा का संज्ञान लिया. 06.15 PM: आरएसएस के लोग जगलों में छिपे हुए थे और अयप्पा भक्तों पर हमला किए. 10 पत्रकार, 5 भक्त और 15 पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ है- केरल के मंत्री ईपी जयराजन 06.10 PM: 18 और 19 अक्टूबर के लिए सबरीमाला मंदिर के आसपास कुछ चुनिंदा जगहों पर धारा 144 लगाई गई है. कल मंदिर सुबह 5 बजे खुलेगा. 05.40 PM: कांग्रेस किसी पर हमला नहीं कर रही है. पत्रकारों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जो वहां विरोध कर रहे हैं वे बीजेपी,आरएसएस के लोग हैं.  कांग्रेस इसमें कहीं भी शामिल नहीं है: रमेश चेन्निथाला, कांग्रेस 05.30 PM: भक्त अभी भी सबरीमाला मंदिर की ओर पहुंच रहे हैं. मंदिर आज रात 10:30 तक खुला रहेगा. वहीं मंदिर के आसपास धारा 144 लगा दी गई है. 05.25 PM: सबरीमाला मंदिर के कपाट आज 5 बजे खुल गए. भक्त आज रात 10.30 बजे तक दर्शन कर सकेंगे. मंदिर के कपाट 22 अक्टूबर तक खुले रहेंगे. 05.20 PM: एक्टिविस्ट तृप्ति देसाई ने कहा कि वो दिनों के अंदर सबरीमाला मंदिर जाएंगी. देसाई ने बताया के सबरीमाला जाने वाली महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है. 05.15 PM: मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर प्रदर्शन जारी है. 04.50 PM: सबरीमाला मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खुले.भक्तों ने प्रवेश के बाद किए दर्शन . 04.35 PM: पंबा में पुलिस कुछ ही देर में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करेगी. 04.30 PM: राज्य में कानून व्यवस्था के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. जो भी हुआ है उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं. हिंसा में बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता शामिल नहीं है. निलाक्कल बेस कैंप पर हिंसा की हम निंदा करते हैं. एम एस कुमार, बीजेपी नेता 04.05 PM: एक्टिविस्ट राहुल ईश्वर को निलाक्कल बेस कैंप से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. राहुल ईश्वर के खिलाफ गैर जमानती एफआईआर दर्ज की गई है. उनको पंबा पुलिस स्टेशन में रखा गया है. हालांकि उन्होंने किसी भी महिला पर हमला करने से इनकार किया है. 04.00 PM: महिला पत्रकारों पर हुए हमले पर  राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है. आगे का कदम उठाने के लिए एनसीडब्ल्यू कार्यालय में एक बैठक चल रही है. 03.55 PM: 700 पुलिसवालों को तैनात कर दिया गया है. 300 और पुलिसकर्मी निलाक्कल पहुंचने के लिए रास्ते में हैं. वहीं 50 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें 2 लोगों को जमानत मिल गई है. 03.50 PM: केरल सरकार में मंत्री के के शैलजा ने कहा कि मुझे लगता है वहां जो भी हो रहा है जानबूझकर किया जा रहा है. वे (प्रदर्शनकारी) गंदी राजनीति कर रहे हैं. हम यह नहीं कह सकते कि वे सही में भक्त हैं या नहीं. सुप्रीम कोर्ट का आदेश संवैधानिक है और सरकार इसे लागू करने के लिए बाध्य है. 03.45 PM: पंबा बेस कैंप के पास 'आजतक' की महिला पत्रकार मौसमी सिंह पर हमला किया गया है. बताया जा रहा है हमला करीब 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने किया है. प्रदर्शनकारियों ने बसों पर पथराव किया है. कई जगहों पर उग्र प्रदर्शन जारी है. 02.45 PM: 'Save Sabarimala' कैंपेन चलाने वाले राहुल ईश्वर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. अभी भी प्रदर्शनकारी लगातार मीडिया पर हमला कर रहे हैं. 02.00 PM: कुछ प्रदर्शनकारियों ने बसों पर पथराव किया, मीडियाकर्मियों को भी बनाया निशाना. प्रदर्शनकारी मीडिया की गाड़ी पर हमला कर रहे हैं. 01.09 PM: महिलाओं के मंदिर में प्रवेश का विरोध कर रहीं मंदिर के बोर्ड के पूर्व प्रेसिडेंट गोपालकृष्णन की पत्नी को हिरासत में ले लिया गया है. उनके अलावा करीब 50 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. 01.00 PM: प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने मीडिया की एक वैन के साथ तोड़फोड़ की. 12.11 PM: पुलिस पंबा बेस कैंप से प्रदर्शनकारियों को जबरन हटा रही है. 11.04 AM: एक परिवार जिसमें महिला और बच्चे भी शामिल थे, वे पहाड़ी के जरिए मंदिर की ओर बढ़ रहे थे. लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें वहां से भगा दिया. परिवार आंध्र से सिर्फ सबरीमाला मंदिर के दर्शन करने आया था. 11.00 AM: पंबा बेस कैंप से महिलाओं को वापस भेजा जा रहा है, वहां पर इनकी एंट्री का विरोध हो रहा है. 10.01 AM: नल्लिकेल इलाके में 3 जगह प्रदर्शन चल रहा है, इनमें 2 जगह संघ परिवार की तरफ से प्रदर्शन किया जा रहा है. और 1 प्रदर्शन कांग्रेस की तरफ से किया जा रहा है. सभी मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे हैं. 08.02 AM: नल्लिकेल और पम्पा बेस पर करीब 1000 से अधिक सुरक्षाकर्मी, जिनमें 800 पुरुष और 200 महिलाएं शामिल हैं. इनके अलावा 500 से अधिक अन्य सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं. 07.49 AM: सबरीमाला मंदिर में प्रवेश को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लेना शुरू कर दिया है. पुलिस ने अभी तक कुल 11 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है. इनमें 8 को मंगलवार रात और 3 को बुधवार सुबह हिरासत में लिया गया. Devotees of Lord Ayyappa who have gathered at Nilakkal, the base camp of #SabarimalaTemple as the gate of the temple is all set to open today, say, "We are facing problems as administration is not giving clear answers on when doors will open." #Kerala pic.twitter.com/LQxNRm6YWr — ANI (@ANI) October 16, 2018 क्या था सुप्रीम कोर्ट का फैसला? बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 10 से 50 साल की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश से रोकने की सदियों पुरानी परंपरा को गलत बताते हुए उसे खत्म कर दिया था और सभी आयुवर्ग की महिलाओं को प्रवेश करने की इजाजत दी थी. उस आदेश के बाद से बुधवार 17 अक्टूबर को शाम पांच बजे पहली बार मंदिर के द्वार खुलेंगे. नहीं मान रहे हैं लोग वहीं, हालात को सुलझाने के लिए त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) की आखिरी कोशिश बेकार रही, जहां पंडालम शाही परिवार और अन्य पक्षकार इस मामले में बुलाई गई बैठक को मंगलवार को छोड़कर चले गए. शीर्ष अदालत के आदेश के खिलाफ समीक्षा याचिका दायर करने के मुद्दे पर बातचीत करने में बोर्ड की अनिच्छा से ये लोग निराश दिखे. महिलाओं को रोकने की कोशिश इस बीच, भगवान अयप्पा की सैकड़ों महिला श्रद्धालुओं ने मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर जाकर उन महिलाओं को मंदिर से करीब 20 किलोमीटर पहले नल्लिकेल में रोकने का प्रयास किया जिनकी आयु 10 से 50 साल है. ‘स्वामीया शरणम् अयप्पा’ के नारों के साथ भगवान अयप्पा भक्तों ने इस आयु वर्ग की लड़कियों और महिलाओं की बसें और निजी वाहन रोके और उन्हें यात्रा नहीं करने के लिए मजबूर किया. इन महिलाओं में पत्रकार रितू भी थीं, जिन्होंने दावा किया कि वह अपने कवरेज के काम से मंदिर जा रही हैं और उनका मंदिर में प्रवेश का कोई इरादा नहीं है. उनका ऐसा भी कुछ करने की मंशा नहीं है, जिससे अयप्पा भक्तों की धार्मिक भावनाएं आहत हों. सबरीमाला जाने के रास्ते में नल्लिकेल में भारी तनाव के बीच एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, 'मासिक पूजा के लिए मंदिर जब खुलेगा तो 10 से 50 साल की आयु की किसी महिला को निलक्कल से आगे और मंदिर में पूजा-अर्चना की इजाजत नहीं दी जाएगी.' टेलीविजन चैनलों की फुटेज में देखा गया कि काले कपड़े पहने कुछ युवतियों और कुछ कॉलेज विद्यार्थियों को एक बस से उतरने के लिए कहा जा रहा है. श्रद्धालुओं की रक्षा की जाएगी: मुख्यमंत्री इस अति संवेदनशील विषय पर कठिन समय का सामना कर रहे मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंदिर में प्रवेश से श्रद्धालुओं को रोकने की कोशिश करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, 'हम सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी. मेरी सरकार सबरीमला के नाम पर कोई हिंसा नहीं होने देगी.' मुख्यमंत्री ने कहा, 'श्रद्धालुओं को सबरीमाला जाने से रोकने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.' उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर समीक्षा की मांग नहीं करने के सरकार के फैसले पर फिर से विचार किए जाने की संभावना खारिज कर दी. विजयन ने कहा, 'हम सुप्रीम कोर्ट के कहे का पालन करेंगे.'
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि भारत रूस के साथ अपने संबंधों को सबसे ज्यादा महत्व देता है. सुषमा का यह बयान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की अगले महीने की शुरुआत में प्रस्तावित भारत यात्रा से पहले द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा के बाद आया. सुषमा की पिछले 11 महीने में रूस की यह तीसरी यात्रा है. उन्होंने रूस के उपप्रधानमंत्री यूरी बोरीसोव के साथ शुक्रवार को व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, संस्कृति तथा आपसी हितों के अन्य मुद्दों के क्षेत्र में द्विपक्षीय तालमेल पर हुई प्रगति की समीक्षा की. दोनों नेताओं ने 23वें भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग (प्रौद्योगिकी एवं आर्थिक तालमेल) की सह-अध्यक्षता की. सुषमा ने बैठक के बाद जारी बयान में कहा, 'भारत और रूस के बीच खास और विशेष रणनीतिक भागीदारी है. यह भागीदारी समय के साथ मजबूत हुई है और इसमें मानव गतिविधियों से जुड़े सभी आयाम शामिल हैं. भारत रूस के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च महत्व देता है.' Russian Deputy Prime Minister Yury Borisov and Indian Minister of External Affairs Sushma Swaraj co-chair a meeting of the Russia-India Intergovernmental Commission on Trade, Economic, Scientific, Technological and Cultural Cooperation pic.twitter.com/IqTBQVu9IE — Government of Russia (@GovernmentRF) September 14, 2018 शिखर सम्मेलन की तैयारी आयोग की यह बैठक भारत में अगले महीने की शुरुआत में होने वाले 19वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारियों के मद्देनजर हुई. सुषमा ने कहा कि दोनों पक्ष अभी शिखर सम्मेलन की तैयारियों पर काम कर रहे हैं. राष्ट्रपति पुतिन के अगले माह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत पहुंचने की उम्मीद है. सुषमा ने कहा, 'उपप्रधानमंत्री और मैंने अपने संबंधों की विस्तृत समीक्षा की. मैं बैठक के परिणाम से संतुष्ट हूं. मुझे भरोसा है कि हमारी चर्चा से आने वाले समय में सभी मौजूदा तथा नए क्षेत्रों में तालमेल मजबूत होगा.' दोतरफा निवेश का नया लक्ष्य दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार विस्तृत करने पर चर्चा की. द्विपक्षीय व्यापार 2017 में 10.17 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. सुषमा ने कहा, 'हमने इस गति को बढ़ाने, नियंत्रित व्यापार सुनिश्चित करने तथा व्यापार की रुकावटें बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की. हमने 2025 तक 30 अरब डॉलर के दोतरफा निवेश को लक्ष्य से पहले ही पा लिया है अत: इसे बढ़ाकर अब 2025 तक 50 अरब डॉलर कर दिया गया है.' बोरीसोव ने इस मौके पर कहा कि रूस और भारत आने वाले वर्षों में 30 अरब डॉलर का व्यापार टर्नओवर पाने के नजदीक हैं. रूसी की सरकारी समाचार एजेंसी टास ने बोरीसोव के हवाले से कहा, 'पिछले कुछ सालों में द्विपक्षीय व्यापार ने मजबूत वृद्धि दर हासिल की है. यदि इसे बरकरार रखा गया तो हम जल्दी ही इसे पा लेंगे.' नए अवसरों की बैठक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, 'सभी क्षेत्रों में हमारे संबंधों का विस्तार करने तथा नए अवसरों की पहचान के लिए बैठक शुरू. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रूस के उपप्रधानमंत्री यूरी बोरीसोव व्यापारिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकीय और सांस्कृतिक तालमेल पर भारत-रूस अंतर सरकारी आयोग की अध्यक्षता कर रहे हैं.' विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि आयोग विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय तालमेल की समीक्षा करने के बाद संबंधित क्षेत्रों में नीतिगत सुझाव एवं दिशा-निर्देश मुहैया कराएगा. आयोग की पिछली बैठक नई दिल्ली में दिसंबर 2017 में हुई थी. सुषमा ने गुरुवार को रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव से भी मुलाकात की थी.
सड़क सुरक्षा को लेकर नए मोटर व्हीकल बिल बनाने की तैयारियां चल रही हैं. इस बिल में सड़कों के रखरखाव पर प्रावधान हो सकते हैं. इन प्रावधानों के जरिए सड़क बनाने वाली संस्थाओं को ही सड़क की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार माना जाएगा. नए बिल को यूनाइटेड किंगडम (यूके) के ट्रैफिक मैनजमेंट एक्ट की तरह ही बनाया जा रहा है. बिल में नियमों का उल्लंघन करने पर 2,000 रुपये से ज्यादा के चालान का प्रावधान रखा जा सकता है. बिल में युवाओं के बाइक रेसिंग और एक से ज्यादा लाइसेंस रखने पर कड़े दंड का नियम हो सकता है. सड़क दुर्घटना के मुख्य कारणों में हेलमेट न पहनना,सीट बेल्ट न लगाना, तेज रफ्तार और शराब पीकर गाड़ी चलाना शामिल होता हैं. सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सड़क सुरक्षा को लेकर यूके की तर्ज पर एक सख्त कानून संसद में लाया जाएगा.जिससे बढ़ रही दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा. सरकार का दावा है कि सड़क हादसों के 1.4 फीसदी मामलों में वजह सड़कों की खराब स्थिति होती है. हालांकि मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजमार्गों में करीब 450 जगहों को चिन्हित किया है, जहां सड़क हादसे की वजह से हर साल काफी लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है. कमीशन फॉर ग्लोबल रोड सेफ्टी के सदस्य रोहित बलुजा ने बताया कि नया बिल एक सकारात्मक कदम है. हमें सड़कों और वाहनों के लिए तकनीक आधारित सिस्‍टम का इस्तेमाल करने की जरूरत है. रोहित ने ये जानकारी दी कि यूके में नियमों का उल्लंघन करने पर मिलने वाले जुर्माने का इस्तेमाल सड़कों के रखरखाव पर किया जाता है. मसलन दिल्ली या मुंबई पुलिस तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने वालों से मिलने वाले जुर्माने का इस्तेमाल स्पीड गन लगाने में कर सकते हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में 1, अणे मार्ग के अपने सरकारी निवास के बगीचे में असिस्टेंट एडीटर अमिताभ श्रीवास्तव से बात करते हुए एकदम सहज लग रहे थे. इस समय यूपीए भ्रष्टाचार के मामले पर बचाव की मुद्रा में है. क्या राजग को इसका फायदा मिलेगा? इसका अनुमान लगाना कठिन है कि कौन फायदा उठा पाएगा. यह स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार और महंगाई जैसे मुद्दों ने आम आदमी की जिंदगी मुश्किल बना दी है. उसका कांग्रेस से पूरी तरह मोहभंग हो चुका है. राजग का विस्तार किस तरह किया जा सकता है? वर्तमान में राजग में बहुत सारे घटक दल नहीं हैं. भाजपा इसका सबसे बड़ा घटक है, उसी को यह सोचना है कि समान विचारधारा वाली पार्टियों को कैसे साथ लाया जाए. क्या आप भविष्य में दो-ध्रुवीय राजनीति का उदय देखते हैं? अगर आप हाल ही में हुए चुनाव के मतों के वास्तविक प्रतिशत और रुझान पर नजर डालेंगे तो समझ जाएंगे कि यह गठबंधन की राजनीति का युग है. दो-ध्रुवीय राजनीति कुछ सीमित जगहों तक रह गई है. आप बिहार में मुस्लिम वोटों को भाजपा की ओर ले जाने में कैसे सफल रहे, जिसे एकदम असंभव समझा जा रहा था. यह सब इसलिए संभव हो सका क्योंकि हमने अपना पूरा ध्यान न्याय के साथ विकास को अंजाम देने के नजरिए पर केंद्रित किया. हमने हाशिए पर रहने वाले वर्गों के लिए कई तरह के कार्यक्रम शुरू किए थे, जिसने सांप्रदायिक विभाजन को खत्म करने में मदद की और उनके अच्छे नतीजे दिखाई दिए. हमने सांप्रदायिकता के प्रति कड़ा रुख अपनाया. आम आदमी ने भी बदलाव महसूस किया. अन्य लोगों की तरह अल्पसंख्यकों ने भी शासन के हमारे मॉडल के प्रति विश्वास व्यक्त किया और हमारे गठबंधन के साझीदार को वोट भी दिया. यह किसी पार्टी के लिए वोट नहीं था, बल्कि हमारे शासन के मॉडल को भरपूर मंजूरी मिली थी. आपके शासन का मॉडल बिहार में सफल रहा. क्या यह राष्ट्रीय स्तर पर भी कारगर हो सकता है? हमारे बहुत से कदमों की राष्ट्रीय स्तर पर भी नकल की गई है. हमारी पहली सरकार थी, जिसने मंत्रियों की संपत्ति को सार्वजनिक किया. हमने समय पर काम पूरा करने के लिए सेवा का अधिकार कानून शुरू किया. हमारी बहुत-सी योजनाओं को अन्य राज्‍यों में भी लागू किया जा सकता है. मुश्किल यह है कि केंद्र ने पूरी तरह से हमारी अनदेखी की है. क्या आप खुद को 2014 में प्रधानमंत्री पद का दावेदार समझ्ते हैं. ईमानदारी से कहें तो मैंने कभी भी प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर अपने बारे में नहीं सोचा. दरअसल, मैं खुद को इस पद के लायक भी नहीं समझ्ता. मैं बिहार के लिए काम करके खुश हूं. मैं बिहार की सेवा करके देश की सेवा कर रहा हूं. यह एक बहुत बड़ा देश है और यहां कई योग्य नेता हैं. क्या आप प्रधानमंत्री पद के लिए लालकृष्ण आडवाणी को उपयुक्त उम्मीदवार मानते हैं? आडवाणी जी पहले ही कह चुके हैं कि वे इस दौड़ में शामिल नहीं हैं. मोदी को अगर भाजपा प्रधानमंत्री पद का अपना उम्मीदवार बना दे तो आपकी टिप्पणी क्या होगी? आप देख चुके हैं कि हमारा रुख एकदम साफ है. भाजपा ने अभी तक किसी को भी प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित नहीं किया है. इन परिस्थितियों में हम किसी औपचारिक घोषणा होने के बाद ही अपनी राय जाहिर कर सकते हैं.
Reposted from @princenarula_shivam (@get_regrann) - #rip Rupesh bhai Swipe to watch full video . . #staystrongprivika @princenarula bhai @yuvikachaudhary bhabhi @beingsalmankhan . . #princeyuvikanarula #yuvikaprincenarula . . #princenarula #yuvikachaudhary #nachbaliye9 #nachbaliye #privikaforever #privikafever #salmankhan #beingsalmankhan - #regrann A post shared by Prince Yuvika Narula (@vaishali_privika) on Jul 21, 2019 at 2:07am PDT दरअसल, 'बिग बॉस 9' के विजेता प्रिंस नरूला (Prince Narula) के भाई रुपेश की कनाडा में आकस्मिक डूबने से मौत हो गई थी, जिसे याद कर प्रिंस नरूला  (Prince Narula) शो के सेट पर ही फूट-फूटकर रोने लगे. इस बारे में खुद उनकी पत्नी युविका चौधरी ने शो के प्रोड्यूसर और बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को जानकारी दी. इस बारे में सुनकर न केवल सलमान खान को दुख हुआ, बल्कि शो में मौजूद कई लोगों के आंखों में भी आंसू आ गए. हालांकि, इन सब कारणों के बावजूद प्रिंस नरूला और युविका चौधरी ने शो में दमदार एंट्री की थी, जिसे देखकर होस्ट मनीष पॉल ने भी उनकी हिम्मत की सराहना की थी. इससे पहले एक इंटरव्यू के दौरान भी प्रिंस नरूला अपने भाई को याद करते हुए इमोशनल हो गए थे और अपने आंसुओं को नहीं रोक पा रहे थे. Family Styledby: @stylebysugandhasood Outfitby: @bluesngreys A post shared by Prince Yuvika Narula (@princenarula) on May 5, 2019 at 3:02am PDT  बता दें रूपेश 1 जुलाई को 'कनाडा डे' के मौके पर अपने दोस्तों के साथ सेलिब्रेट करने 'वासागा बीच' पहुंचे. रूपेश को तैरना नहीं आता था और वहां पर उनकी डूबकर मौत हो गई. प्रिंस नरूला ने खुलासा किया करते हुए कहा, 'रूपेश का दोस्त भी पार्किंग से कार लेने के लिए बीच से निकल गया था. रूपेश ने उनको बोला, 'तू चल मैं आता हूं' उनके दोस्त ने जैसे ही कार पार्किंग से निकाली अचानक आवाज आई, 'डूब गया..डूब गया' उसके दोस्त वापस आए लेकिन 20 मिनट ढूंढने पर भी वो उन्हें नहीं मिला. रूपेश के दोस्त ने बताया कि पता नहीं कैसे वो वापस गया और पानी में डूब गया क्योंकि पानी भी बहुत ज्यादा नहीं था.'
महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन फिर संकट में पड़ता दिख रहा है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे जल्द बीजेपी से अलग होने का ऐलान किया है.  आदित्य ठाकरे ने 2019 का आमचुनाव श‍िवसेना द्वारा अकेले लड़ने का संकेत दिया है. महाराष्ट्र में सियासी उठापठक के बीच शिवसेना की तरफ से इस तरह की प्रतिक्र‍िया से यह बात साफ हो गई है कि दोनों पार्टियों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. आदित्य के अनुसार एक साल के भीतर बीजेपी सरकार को श‍िवसेना बाय बाय कह सकती है. आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद से ही शिवसेना कई मुद्दों पर बीजेपी और केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर होते दिख रही है. इससे पहले कुछ दिन पहले आदित्य ठाकरे ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसा था. अपने ट्वीट में पीएम मोदी की लीडरशीप और केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए आदित्य ने कहा था कि ''देश में अगर एक मजबूत लीडरशीप, बहुमत वाली सरकार, और मजबूत इंटेलिजेंस सर्विस होने के बाद भी कोई पार्टी कहती है कि पड़ोसी देश उसके राज्यों के चुनाव में लोगों के मन को प्रभावित कर सकता है तो सरकार क्या कर रही है? प्रचार कर रही है.'' आपको बता दें कि श‍िवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है. एक तरफ वो केंद्र और राज्य में मोदी सरकार के साथ हैं, तो दूसरी ओर जनता से जुड़े मुद्दों पर मोदी सरकार और महाराष्ट्र सरकार से खुद को अलग दिखाने से भी नहीं चूकते. राज्य और राष्ट्रीय परिदृश्य पर बौने विपक्ष के सामने शिवसेना प्रमुख खुद को मराठी मानुष का सबसे बड़ा हितैषी दिखाना चाहते हैं, तो हिंदुत्व के मुद्दे पर वो बीजेपी के साथ हैं. जैसा कि हाल ही में शिवसेना प्रमुख ने कहा था कि हिंदुत्व के वोट बंट न जाएं इसलिए वो बीजेपी के साथ हैं. ऐसे में उन्हें अपने बेटे के रूप में एक साथ मिला है. किसानों के मुद्दों पर घेरा था आपको बता दें कि कुछ महीने पहले महाराष्ट्र में किसानों की कर्जमाफी के लिए उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को घेरा था. किसानों की पूर्ण कर्जमाफी के लिए शिवसैनिक सड़क पर भी उतरे थे और उद्धव ठाकरे इस मुद्दे पर फड़णवीस सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहे हैं. महाराष्ट्र में किसानों की कर्जमाफी और आत्महत्या का मामला बहुत बड़ा है. शिवसेना की कोशिश इस मुद्दे पर जनता के साथ दिखने की रही और वह एक तरीके से विपक्ष की भूमिका में दिखी. महाराष्ट्र सरकार में पिछले तीन वर्षों से शामिल शिवसेना भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से समर्थन वापस लेने की बात कहती रही है. कुछ महीने पहले पार्टी नेताओं, विधायकों, सांसदों और मंत्रियों ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ बंद कमरे में हुई बैठक में शिकायतों की झड़ी लगाते हुए कहा था कि उनके विकास कार्यों को सरकार ने रोक दिया है, फाइलों को आगे नहीं बढ़ाया गया और कई निर्णयों को लागू नहीं किया गया. इस साल दशहरे के मौके पर ठाकरे ने नोटबंदी व हिंदुत्व के एजेंडे से पीछे हटने को लेकर बीजेपी पर हमले किए और ईंधन कीमतों में लगातार वृद्धि से बढ़ रही महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, ग्रामीण भारत की परेशानियों, युवाओं की समस्या, वंदे मातरम गाने पर दोहरा मापदंड, जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर बीजेपी की नीतियों पर सवाल खड़े किए थे.
सरकार 2-जी स्पेक्ट्रम की नए सिरे से नीलामी कर रही है, लेकिन दिल्ली, मुंबई, राजस्थान और कर्नाटक के लिए अब तक बोली लगाने कोई सामने नहीं आया है। नीलामी सुबह नौ बजे शुरू हुई और शाम साढ़े सात बजे तक चलेगी। सरकार को नीलामी से 40 हजार करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। 2-जी घोटाले में 122 लाइसेंस रद्द होने के बाद नए सिरे से नीलामी कराई जा रही है। फिलहाल तीन राउंड की बोली हो चुकी है। इस मौके पर टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि हमने टेलीकॉम सेक्टर में तेजी से अच्छे फैसले किए हैं और इसी वजह से ये नीलामी हो पा रही है हालांकि सिब्बल ने यह नहीं बताया कि नीलामी में देरी करने की वजह से सुप्रीम कोर्ट से सरकार को कितनी बार डांट पड़ चुकी है। हाल ही में कोर्ट ने सरकार से तल्ख लहजे में पूछा था कि वह सीमित स्पेक्ट्रम की नीलामी क्यों कर रही है। सारे स्पेक्ट्रम की नीलामी क्यों नहीं की जा रही है। इस मौके पर टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि हमने टेलीकॉम सेक्टर में तेजी से अच्छे फैसले किए हैं और इसी वजह से ये नीलामी हो पा रही है हालांकि सिब्बल ने यह नहीं बताया कि नीलामी में देरी करने की वजह से सुप्रीम कोर्ट से सरकार को कितनी बार डांट पड़ चुकी है। हाल ही में कोर्ट ने सरकार से तल्ख लहजे में पूछा था कि वह सीमित स्पेक्ट्रम की नीलामी क्यों कर रही है। सारे स्पेक्ट्रम की नीलामी क्यों नहीं की जा रही है।
चुनाव आयोग ने निर्देश दिए हैं कि लोकसभा चुनाव में 14 साल से कम उम्र के बच्चों को किसी भी सूरत में चुनाव के काम में न लगाया जाए. चुनाव आयोग ने कहा है कि राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव कार्य में बच्चों को लगाया जाना बाल अधिकार का उल्लंघन है. इस तरह के मामलों को बहुत गंभीरता से लिया जाएगा. आयोग द्वारा सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पीठासीन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नाबालिग बच्चों को चुनाव कार्य में लगाए जाने की शिकायत मिलने पर उन्हें सीधे जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उनके विरुद्ध कठोर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
हैरी पॉटर और मायापंछी का समूह () हॉलिवुड फ़िल्म, जो इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है, एक सुपरहिट फ़िल्म साबित हुई। हैरी पॉटर का किरदार पिछली फ़िल्म की तरह डैनियल रैड्क्लिफ़ ने निभाया था, हर्माइनी का एमा वॉटसन ने और रॉन वीज़्ली का रुपर्ट ग्रिंट ने। फ़िल्म के निदेशक थे अल्फ़ान्सो कुआरोन और निर्माता डेविड हेमन, क्रिस कोलम्बस और मार्क रैड्क्लिफ़। पात्र हिन्दी डबिंग कर्मचारी डब वर्ष रिहाई: २००७ मीडिया: सिनेमा/VCD/DVD/टेलीविज़न द्वारा निर्देशित: एलिज़ा लुईस अनुवाद: ???? समायोजन: ???? उत्पादन: मेन फ़्रेम सॉफ्टवेयर कम्युनिकेशंस बाहरी कड़ियाँ ja:ハリー・ポッターと不死鳥の騎士団#映画
दिन की शुरुआत बहुत ही अच्छे ढंग से होती है. एंडी को उनका बैग वापस मिल जाता है. वे दिल खोलकर बिग बॉस का आभार जताते हैं. एंडी को उनके दोस्त संग्राम और एली के साथ बैठे देखा जाता है. वे अपनी लव लाइफ और संबंधों  पर उनसे बात कर रहे होते हैं. क्लासेज का दौर आसिफ तनिषा को बंगाली पढ़ाते नजर आते हैं. उनमें दोस्ताना बढ़ता नजर आता है. कुछ देर बाद तनिषा, अरमान, शिल्पा और अनिता बात करते दिखते हैं और अरमान संग्राम को नाम देते हैं “डबल ढोलकी.” बढ़ती करीबियां घर में आंसुओं का सैलाब भी आएगा. जिसकी जिम्मेदारी गौहर के हाथों में रहेगी. वे काम्या की टिप्पणी को लेकर गुस्सा जाएंगी और उनके घावों पर मरहम लगाने का काम कुशाल करेंगे. गौहर और कुशाल की लव स्टोरी अरमान, प्रत्युषा और तनिषा के बीच चर्चा का हॉट टॉपिक होता है. वे लोग कहते हैं कि उनकी मौजूदगी में ऐसा होने से वे काफी असहज महसूस करते हैं. उलट-पलट नॉमिनेशन फिर समय आता है नॉमिनेशंस का. इस बार बिग बॉस कहते हैं कि वे घर के ऐसे दो सदस्यों का नाम दें जिन्हें वे घर से बाहर होने से बचाना चाहते हैं. इस बार जन्नत और जहन्नुम दोनों ही साइड के लोगों से नाम देने के लिए कहा जाता है. बिग बॉस इस खेल में भी नया मोड़ दे देते हैं, वह कहते हैं कि इस प्रक्रिया में सबसे कम वोट पाने वाले अगले हफ्ते के लिए नॉमिनेट हो जाएंगे. दिन का अंत गायिकी के साथ होता है. एंडी और रतन अजीब दास्तान है ये गाते हैं और उस पर नाचते भी हैं. घर के सदस्यों को यह बात करते हुए देखा जाता है कि किस-किस ने किसको वोट दिया.
सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले ईपीएफओ ने भविष्य निधि (पीएफ) खातों को ऑनलाइन देखने की सुविधा आज शुरू की। इससे 5 करोड़ से अधिक ग्राहक अपने पीएफ खाते ऑनलाइन देख सकेंगे और उन्हें इसके लिए सालभर में मिलने वाली रसीद के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने यह घोषणा भी की है कि वह कर्मचारियों के लिए नौकरी बदलने पर ऑनलाइन पीएफ खाता स्थानांतरण की सुविधा अगले महीने शुरू करेगा।टिप्पणियां पीएफ खाते ऑनलाइन देखने की सुविधा का श्रम मंत्री शीशराम ओला ने आज यहां उद्घाटन किया। इस मौके पर श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री कोडिकुन्निल सुरेश एवं ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त केके जालान भी मौजूद थे। ओला ने संवाददाताओं को बताया, इस सुविधा से लोगों को अपने खाते ऑनलाइन देखने में मदद मिलेगी और उन्हें अपने खाते का ब्यौरा जानने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, इससे विभिन्न दावों का समय पर निपटान करने में भी मदद मिलेगी। सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जालान ने कहा, इस सुविधा के जरिये ईपीएफओ को मौजूदा स्थिति के आधार पर खातों का उन्नयन करने में मदद मिलेगी। अब हम हर साल अप्रैल या मई तक वाषिर्क खाता ब्यौरा उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगे। अभी तक की व्यवस्था के मुताबिक, ईपीएफओ को अपने अंशधारकों को 30 सितंबर तक उनके पीएफ खाते की जानकारी उपलब्ध करानी होती हैं। उदाहरण के तौर पर 2012-13 के लिए उसे 30 सितंबर, 2013 तक खाते की पर्चियां उपलब्ध करानी होंगी। हालांकि अक्सर यह समय सीमा के भीतर नहीं हो पाता। इसके अलावा, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने यह घोषणा भी की है कि वह कर्मचारियों के लिए नौकरी बदलने पर ऑनलाइन पीएफ खाता स्थानांतरण की सुविधा अगले महीने शुरू करेगा।टिप्पणियां पीएफ खाते ऑनलाइन देखने की सुविधा का श्रम मंत्री शीशराम ओला ने आज यहां उद्घाटन किया। इस मौके पर श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री कोडिकुन्निल सुरेश एवं ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त केके जालान भी मौजूद थे। ओला ने संवाददाताओं को बताया, इस सुविधा से लोगों को अपने खाते ऑनलाइन देखने में मदद मिलेगी और उन्हें अपने खाते का ब्यौरा जानने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, इससे विभिन्न दावों का समय पर निपटान करने में भी मदद मिलेगी। सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जालान ने कहा, इस सुविधा के जरिये ईपीएफओ को मौजूदा स्थिति के आधार पर खातों का उन्नयन करने में मदद मिलेगी। अब हम हर साल अप्रैल या मई तक वाषिर्क खाता ब्यौरा उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगे। अभी तक की व्यवस्था के मुताबिक, ईपीएफओ को अपने अंशधारकों को 30 सितंबर तक उनके पीएफ खाते की जानकारी उपलब्ध करानी होती हैं। उदाहरण के तौर पर 2012-13 के लिए उसे 30 सितंबर, 2013 तक खाते की पर्चियां उपलब्ध करानी होंगी। हालांकि अक्सर यह समय सीमा के भीतर नहीं हो पाता। पीएफ खाते ऑनलाइन देखने की सुविधा का श्रम मंत्री शीशराम ओला ने आज यहां उद्घाटन किया। इस मौके पर श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री कोडिकुन्निल सुरेश एवं ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त केके जालान भी मौजूद थे। ओला ने संवाददाताओं को बताया, इस सुविधा से लोगों को अपने खाते ऑनलाइन देखने में मदद मिलेगी और उन्हें अपने खाते का ब्यौरा जानने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, इससे विभिन्न दावों का समय पर निपटान करने में भी मदद मिलेगी। सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जालान ने कहा, इस सुविधा के जरिये ईपीएफओ को मौजूदा स्थिति के आधार पर खातों का उन्नयन करने में मदद मिलेगी। अब हम हर साल अप्रैल या मई तक वाषिर्क खाता ब्यौरा उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगे। अभी तक की व्यवस्था के मुताबिक, ईपीएफओ को अपने अंशधारकों को 30 सितंबर तक उनके पीएफ खाते की जानकारी उपलब्ध करानी होती हैं। उदाहरण के तौर पर 2012-13 के लिए उसे 30 सितंबर, 2013 तक खाते की पर्चियां उपलब्ध करानी होंगी। हालांकि अक्सर यह समय सीमा के भीतर नहीं हो पाता। ओला ने संवाददाताओं को बताया, इस सुविधा से लोगों को अपने खाते ऑनलाइन देखने में मदद मिलेगी और उन्हें अपने खाते का ब्यौरा जानने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा, इससे विभिन्न दावों का समय पर निपटान करने में भी मदद मिलेगी। सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जालान ने कहा, इस सुविधा के जरिये ईपीएफओ को मौजूदा स्थिति के आधार पर खातों का उन्नयन करने में मदद मिलेगी। अब हम हर साल अप्रैल या मई तक वाषिर्क खाता ब्यौरा उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगे। अभी तक की व्यवस्था के मुताबिक, ईपीएफओ को अपने अंशधारकों को 30 सितंबर तक उनके पीएफ खाते की जानकारी उपलब्ध करानी होती हैं। उदाहरण के तौर पर 2012-13 के लिए उसे 30 सितंबर, 2013 तक खाते की पर्चियां उपलब्ध करानी होंगी। हालांकि अक्सर यह समय सीमा के भीतर नहीं हो पाता।
क्रिकेट इतिहास का पहला डे-नाइट ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा और ऑस्ट्रेलिया इस मैच की मेजबानी करेगा. एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. गुलाबी गेंद से खेला जाएगा मैच यह ऐतिहासिक मैच 27 नवंबर से शुरू होगा और यह इस साल गर्मियों में न्यूजीलैंड के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट होगा. यह मैच पहली बार दूधिया रोशनी में गुलाबी कूकाबूरा गेंद से खेला जाएगा. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जारी किया कार्यक्रम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने गर्मियों में छह टेस्ट मैचों का जो कार्यक्रम जारी किया है यह टेस्ट उसका हिस्सा है. न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट की श्रृंखला खेली जाएगी जिसमें बॉक्सिंग डे टेस्ट और नए साल में होने वाला मैच भी शामिल है. रात साढ़े नौ बजे तक चलेगा मैच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड ने कहा कि डे-नाइट टेस्ट में प्रशंसकों को तरजीह मिलेगी क्योंकि ज्यादा दर्शक मैदान पर आ पाएंगे और टेलीविजन पर मैच देख पाएंगे. संभावना है कि एडिलेड में टेस्ट दोपहर ढाई बजे शुरू होगा और रात साढ़े नौ बजे तक चलेगा. लंच ब्रेक बन जाएगा डिनर ब्रेक टेस्ट परंपरा से हटकर 40 मिनट का लंबा ब्रेक जिसे दिन के टेस्ट में ‘लंच’ के रूप में जाना चाहता है, वह दूसरे और तीसरे सत्र के बीच में हो सकता है और इसे ‘डिनर’ कहा जाएगा. -इनपुट भाषा से
लोकसभा चुनाव में बिगड़े बोल के चलते चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा अध्यक्ष मायावती सहित कई नेताओं की जुबान पर बंदिश लगा दी है. चुनाव आयोग ने मायावती पर 48 घंटे और सीएम योगी को 72 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा रखी है. सीएम योगी की जुबान जिसके चलते बंद कराई गई है, उसे ही उन्होंने अपना हथियार बना लिया है. चुनाव आयोग के तीन दिनों के बैन को योगी आदित्यनाथ ने बेहतर ढंग से इस्तेमाल करने की रणनीति बनाई है. योगी ने ऐसा जुगाड़ तलाश लिया है कि जिससे वो राजनीतिक संदेश भी दे रहे हैं और चुनाव आयोग कुछ कर भी नहीं पा रहा. अली-बजरंग बली वाले भाषण को लेकर चुनाव आयोग ने योगी के चुनाव प्रचार पर रोक लगाई थी. इसीलिए योगी हनुमान भक्ति में रंगे हुए नजर आ रहे हैं. चुनाव आयोग के रोक के पहले दिन ही मंगलवार को योगी लखनऊ के हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया. इसके बाद बैन के दूसरे दिन योगी बुधवार को अयोध्या के हनुमानगढ़ी में दर्शन करने पहुंच गए. इतना ही नहीं, बैन के तीसरे दिन उन्होंने बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर और संकटमोचन के दर्शन करने की रणनीति बनाई है. बता दें कि प्रतिबंध की वजह से योगी ना तो रैली कर सकते हैं, ना राजनीतिक बैठक और ना चुनाव से जुड़ी कोई बयानबाजी कर सकते हैं. चुनाव आयोग ने उन्हें सोशल मीडिया के इस्तेमाल से भी रोक रखा है. इसी के चलते योगी ने ऐसा तरीका तलाशा है, जिस पर अगर चुनाव आयोग रोक लगाती है तो बीजेपी को और भी राजनीतिक फायदा मिल सकता है. चुनाव आयोग की पाबंदी के बाद योगी पूरी तरह बजरंग बली की शरण में नजर आ रहे हैं. लखनऊ और अयोध्या के बाद योगी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी पहुंच रहे हैं. योगी बनारस में काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के बाद संकटमोचन मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. इसके अलावा योगी बनारस में डोम राजा के द्वार भी जाएंगे. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर