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क्रिकेट के खेल में किसी बल्लेबाज को आउट करने के दस तरीकों में से एक है फील्ड में बाधा डालना। या तो बल्लेबाज को आउट दिया जा सकता है अगर वह शब्द या क्रिया द्वारा क्षेत्ररक्षण पक्ष को बाधित करने या विचलित करने का प्रयास करता है। यह क्रिकेट के कानून के नियम 37 है, और एक बल्लेबाज को आउट करने का एक दुर्लभ तरीका है; क्रिकेट के इतिहास में, टेस्ट मैचों में केवल एक ही उदाहरण है, वनडे इंटरनेशनल (वनडे) खेलों में छह बार, और ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में केवल एक ही उदाहरण है। टेस्ट क्रिकेट में भी सात उदाहरण हैं, और दो एकदिवसीय मैचों में, जहां एक बल्लेबाज को गेंद को खारिज कर दिया गया था, अब आउट होने का एक तरीका मैदान को बाधित करने में बदल गया। सीमित ओवरों की क्रिकेट में बाधा का एक आधुनिक पैटर्न तब होता है जब कोई बल्लेबाज सोचता है कि वह रन आउट होने वाला है और अपने बल्ले से गेंद को ब्लॉक करता है, या गेंद को ब्लॉक करने के लिए विकेटों के बीच दौड़ते हुए अपना पाठ्यक्रम बदलता है। अवरोध को जानबूझकर करना पड़ता है। केवल एक बल्लेबाज को एक टेस्ट मैच में गेंद को बाधित करने से खारिज कर दिया गया था, जब 1951 में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के इंग्लैंड दौरे के दौरान, पांचवें टेस्ट में, इंग्लैंड के लियोनार्ड हटन ने गेंद को फेंका और यह सोचकर गेंद स्टंप्स से टकरा गई। गेंद को हिट करने का प्रयास किया, जिससे विकेट कीपर को गेंद को पकड़ने से रोका जा सके। सन्दर्भ क्रिकेट शब्दावली
इंचियोन में होने वाले एशियाई खेलों की तैयारी के मद्देनजर दो दोस्ताना मैच खेलने भारत आई पाकिस्तान की फुटबॉल टीम रविवार को हुए पहले मैच में 0-1 से हार गई. बैंगलोर फुटबॉल स्टेडियम में हुए मैच के आखिरी 20 मिनटों में 10 खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए भारतीय टीम ने जीत हासिल की. मैच का एकमात्र गोल 46वें मिनट में भारत के लिए रोबिन सिंह ने किया. इस गोल के अलावा दोनों टीमों के बीच अच्छा संघर्ष देखने को मिला और कोई एक टीम मैदान पर अपना दबदबा नहीं बना सकी. रोबिन को हालांकि हाफ टाइम के बाद मैच के 70वें मिनट में दूसरी बार येलो कार्ड दिखाए जाने के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा. हाफ टाइम से पहले तक भारतीय टीम ने जरूर बेहतर प्रदर्शन किया, हालांकि मिले कई अवसरों में वे सिर्फ एक गोल ही करने में सफल रहे. भारतीय टीम का आक्रमण टीम में शामिल तीन सीनियर खिलाड़ियों कप्तान सुनील छेत्री, रोबिन और फ्रांसिस फर्नाडीज के हाथ में रहा. भारतीय स्ट्राइकर कई बार पाकिस्तानी ड‍िफेंस लाइन को भेदकर पाकिस्तानी गोलपोस्ट तक पहुंचने में सफल रहे, लेकिन लालरिंदका राल्ते के कॉर्नर किक पर रोबिन की हेडर के जरिए हुए गोल के अलावा वे कोई सफलता हासिल नहीं कर सके. पाकिस्तान की तरफ से गोलकीपर साकिब हनीफ ने शानदार प्रदर्शन किया. दूसरा मैच बुधवार को खेला जाएगा.
यह लेख है: 'नजफगढ के नवाब' वीरेंद्र सहवाग को पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे वनडे के लिए अंतिम एकादश में शामिल नहीं किए जाने से दिल्ली के दर्शक भले ही निराश थे, लेकिन हकीकत यह है कि यह विस्फोटक सलामी बल्लेबाज अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला पर कभी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया। सहवाग ने विश्वकप 2011 में जीत के बाद से 15 एकदिवसीय मैचों में केवल 513 रन बनाए हैं। इनमें से 219 रन उन्होंने एक पारी में (वेस्टइंडीज के खिलाफ इंदौर में) में बनाए थे। इस तरह से बाकी 14 मैच में वह केवल 294 रन ही बना पाए।टिप्पणियां पाकिस्तान के खिलाफ पिछले दो मैच में दाएं हाथ का यह बल्लेबाज केवल 35 रन बना पाया, जिसके कारण उन्हें तीसरे मैच की टीम से बाहर कर दिया गया। सहवाग की जगह अंजिक्या रहाणे को अंतिम एकादश में रखा गया। दर्शकों को हालांकि टीम प्रबंधन का यह फैसला पसंद नहीं आया और इनमें से कुछ 'वीरू-वीरू' की आवाज लगाते रहे। लेकिन लगता है कि टीम प्रबंधन ने सहवाग को बाहर करने का फैसला उनके हालिया प्रदर्शन के अलावा कोटला पर उनके रिकॉर्ड को देखकर भी किया। सहवाग ने कोटला पर छह वनडे मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 24.00 की औसत से केवल 120 रन बनाए हैं। उनका उच्चतम स्कोर 42 रन है। टेस्ट मैचों में भी सहवाग अपने घरेलू मैदान पर कभी बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। उन्होंने यहां तीन टेस्ट मैच की पांच पारियों में 201 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 74 रन है। सहवाग ने विश्वकप 2011 में जीत के बाद से 15 एकदिवसीय मैचों में केवल 513 रन बनाए हैं। इनमें से 219 रन उन्होंने एक पारी में (वेस्टइंडीज के खिलाफ इंदौर में) में बनाए थे। इस तरह से बाकी 14 मैच में वह केवल 294 रन ही बना पाए।टिप्पणियां पाकिस्तान के खिलाफ पिछले दो मैच में दाएं हाथ का यह बल्लेबाज केवल 35 रन बना पाया, जिसके कारण उन्हें तीसरे मैच की टीम से बाहर कर दिया गया। सहवाग की जगह अंजिक्या रहाणे को अंतिम एकादश में रखा गया। दर्शकों को हालांकि टीम प्रबंधन का यह फैसला पसंद नहीं आया और इनमें से कुछ 'वीरू-वीरू' की आवाज लगाते रहे। लेकिन लगता है कि टीम प्रबंधन ने सहवाग को बाहर करने का फैसला उनके हालिया प्रदर्शन के अलावा कोटला पर उनके रिकॉर्ड को देखकर भी किया। सहवाग ने कोटला पर छह वनडे मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 24.00 की औसत से केवल 120 रन बनाए हैं। उनका उच्चतम स्कोर 42 रन है। टेस्ट मैचों में भी सहवाग अपने घरेलू मैदान पर कभी बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। उन्होंने यहां तीन टेस्ट मैच की पांच पारियों में 201 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 74 रन है। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले दो मैच में दाएं हाथ का यह बल्लेबाज केवल 35 रन बना पाया, जिसके कारण उन्हें तीसरे मैच की टीम से बाहर कर दिया गया। सहवाग की जगह अंजिक्या रहाणे को अंतिम एकादश में रखा गया। दर्शकों को हालांकि टीम प्रबंधन का यह फैसला पसंद नहीं आया और इनमें से कुछ 'वीरू-वीरू' की आवाज लगाते रहे। लेकिन लगता है कि टीम प्रबंधन ने सहवाग को बाहर करने का फैसला उनके हालिया प्रदर्शन के अलावा कोटला पर उनके रिकॉर्ड को देखकर भी किया। सहवाग ने कोटला पर छह वनडे मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 24.00 की औसत से केवल 120 रन बनाए हैं। उनका उच्चतम स्कोर 42 रन है। टेस्ट मैचों में भी सहवाग अपने घरेलू मैदान पर कभी बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। उन्होंने यहां तीन टेस्ट मैच की पांच पारियों में 201 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 74 रन है। सहवाग ने कोटला पर छह वनडे मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 24.00 की औसत से केवल 120 रन बनाए हैं। उनका उच्चतम स्कोर 42 रन है। टेस्ट मैचों में भी सहवाग अपने घरेलू मैदान पर कभी बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। उन्होंने यहां तीन टेस्ट मैच की पांच पारियों में 201 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 74 रन है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने विदेशी नेताओं में सबसे पहले फोन कर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को संप्रग गठबंधन की चुनावी जीत की बधायी दी. जरदारी ने शनिवार रात फोन कर प्रधानमंत्री सिंह को चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बधायी दी. प्रधानमंत्री कार्यालय सूत्रों ने यह जानकारी दी. पाक राष्ट्रपति कहते रहे हैं कि उन्हें भारत में नयी सरकार के कार्यभार संभालने का इंतजार है ताकि द्विपक्षीय वार्ता को फिर से शुरू किया जा सके. भारत ने 26 नवंबर को पिछले साल मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद वार्ता प्रक्रिया को रोक दिया था और कहा था कि पाक द्वारा हमलावरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई किए जाने के बाद ही वार्ता प्रक्रिया बहाल हो सकती है. भूटान नरेश जिगमे खेसर नामज्ञाल वांगचुक और उनके पिता जिगमे सिंगये वांगचुक ने एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री को संप्रग के शानदार चुनावी प्रदर्शन के लिए बधायी दी.
अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा अपने भाई कुश के निर्देशन में बनने वाली पहली फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने जा रही हैं. कुश के जुड़वा भाई लव भी फिल्म में प्रमुख भूमिका में होंगे. कुश का कहना है कि फिल्म में अपने भाई-बहन को लेना एक स्वाभाविक बात है. कुश ने बताया, 'मैं समझता हूं कि यह व्यावहारिक बुद्धि है. जब मेरे पास अपने ही घर में दो कलाकार हैं, तो मैं उन्हें फिल्म में क्यों नहीं लूंगा. सम्भवत: फिल्म की शूटिंग अगले वर्ष शुरू हो जाएगी.' अभिनेत्री पूनम सिन्हा और अभिनेता-राजनीतिज्ञ शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे कुश पूर्व में 'सांवरिया' में संजय लीला भंसाली और दबंग में 'अभिनव कश्यप' के सहायक रह चुके हैं. हालांकि उन्होंने फिल्म के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया. उन्‍होंने कहा, 'अभी फिल्म के बारे में बात करना बहुत जल्दी होगा. फिल्म बनाने में समय लगता है और अभी फिल्म की कहानी पर काम चल रहा है.' वैसे सोनाक्षी लगातार दो हिट फिल्में 'दबंग' और 'राउडी राठौर' के बाद सातवें आसमान में उड़ रही हैं. लव ने अपना अभिनय करियर वर्ष 2010 में 'सदियों' से शुरू किया, लेकिन यह उन्हें पहचान प्रदान करने में नाकाम रही.
टीम इंडिया के मध्‍यमक्रम के बल्‍लेबाज यूसुफ पठान को अभ्‍यास के दौरान मामूली चोट लगी है. चोट के बाद पठान मैदान से थोड़ी देर के लिए बाहर चले गए थे. हालांक‍ि सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार चोट गंभीर नहीं है और वह मैदान में वापस लौट कर अभ्‍यास कर रहे हैं. इससे पहले बुधवार को ही टीम के उप कप्‍तान युवराज सिंह को दाहिने हाथ की उंगली में चोट लगी है. चोट के कारण युवराज चैंपियंस ट्राफी से बाहर हो गए हैं. युवराज को मैदान से छह सप्‍ताह तक बाहर रहना पड़ेगा.
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आज स्पष्ट कर दिया कि उनकी अमृतसर से लोकसभा चुनाव लड़ने में रुचि नहीं है, जहां से बीजेपी ने वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को मैदान में उतारा है. अमरिंदर ने अपना यह रुख इस अटकल की पृष्ठभूमि में स्पष्ट किया है कि शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व उन्हें अमृतसर से उतारने का इच्छुक है, जहां से राज्यसभा में विपक्ष के नेता जेटली मैदान में हैं. उन्होंने एक बयान में कहा है कि कांग्रेस में अमृतसर से मजबूत, ताकतवर एवं प्रभावशाली स्थानीय नेता हैं जो जेटली के खिलाफ सफलतापूर्वक मुकाबला कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अमृतसर कांग्रेस का मजबूत गढ़ है और पार्टी ने यह सीट कई बार जीती है. अमरिंदर ने यहां जारी एक बयान में कहा कि बाहरी होने के चलते उन्हें अमृतसर के बारे में उतनी जानकारी नहीं जितनी कि किसी स्थानीय व्यक्ति को होगी. मैं वहां पर जरूरी समय भी नहीं बिता पाऊंगा. खबरों के अनुसार पंजाब कांग्रेस प्रमुख प्रताप सिंह बाजवा ने पार्टी नेतृत्व को बताया है कि शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी उम्मीदवार अरुण जेटली के खिलाफ अमरिंदर एक ताकतवर उम्मीदवार हो सकते हैं. जेटली को बीजेपी के वर्तमान सांसद नवजोत सिद्धू के स्थान पर उम्मीदवार बनाया गया है. अमरिंदर ने कहा कि यदि वह चुनाव लड़ते हैं और अमृतसर से सांसद चुन लिए जाते हैं फिर भी वह किसी स्थानीय की तुलना में वहां के लोगों के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे. अमरिंदर ने कहा कि करीब तीन सप्ताह पहले जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, तो उन्होंने उन्हें पेशकश की थी कि वह बठिंडा या अमृतसर से चुनाव लड़ें. अमरिंदर ने कहा कि उन्होंने उसी समय स्पष्ट कर दिया था कि वह लड़ने की स्थिति में नहीं होंगे क्योंकि उनकी पत्‍नी परनीत कौर पटियाला से चुनाव लड़ रही हैं. उन्होंने कहा कि इसके अलावा उनकी पूरे राज्य में जरूरत होगी और अमृतसर से चुनाव लड़ने से वह एक लोकसभा सीट पर सीमित हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि उनके पास वर्तमान और पूरे राज्य की संसदीय सीटों के उम्मीदवारों की लंबी सूची है जिनका अनुरोध है कि वह उनके लिए प्रचार करें. उन्होंने कहा कि पार्टी को एक स्थानीय उम्मीदवार उतारना चाहिए, जिसे स्थानीय मुद्दों और समस्याओं की जानकारी हो. उन्होंने कहा कि अमृतसर के लोग एक अनुपस्थित सांसद (नवजोत सिद्धू) के चलते थके और निराश हैं और वे एक अनुपस्थित सांसद के स्थान पर ऐसे ही किसी और को चुनना पसंद नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि पिछला सांसद कभी कभी नजर आ भी जाता था, लेकिन यदि अरुण जेटली चुना जाता है तो वह दिल्ली में अपने हितों और प्रतिबद्धताओं के चलते कभी नजर नहीं आएगा.
ईडन गार्डन स्टेडियम में शनिवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सत्र के लीग मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को आठ विकेट से हरा दिया। पंजाब के 120 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए कोलकाता ने दो विकेट के नुकसान पर 17.2 ओवर में 120 रन बना लिए। कप्तान गौतम गम्भीर 44 गेंदों पर 45 रन और मनोज तिवारी 41 गेंदों पर 34 रन बनाकर नाबाद रहे। कोलकाता के स्पिन गेंदबाज इकबाल अब्दुला को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। अब्दुल ने चार ओवर की गेंदबाजी में 19 रन देकर एडम गिलक्रिस्ट और डेविड हसी जैसे बड़े बल्लेबाजों को पवेलियन लौटाया। कोलकाता की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसके दोनों सलामी बल्लेबाज जैक्स कैलिस और इयोन मोर्गन पवेलियन लौट चुके हैं। कैलिस चार गेंद पर एक रन बनाकर और मोर्गन 15 गेंदों पर 26 रन बनाकर आउट हुए। स्पिन गेंदबाज भार्गव भट्ट ने दोनों विकेट झटके। टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी किंग्स इलेवन पंजाब टीम ने अपेक्षाकृत अच्छी शुरुआत की लेकिन 32 रन पर अपना पहला विकेट गंवाने के बाद से वह लय से भटक गई। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट पर 119 रन बनाए। मैच के बाद कोलकाता के कप्तान गम्भीर ने कहा, "इस जीत का पूरा श्रेय गेंदबाजों को जाता है। प्रतिद्वंद्वी टीम की बल्लेबाजी काफी अच्छी है ऐसे में उन्हें इतने कम स्कोर पर समेटना काफी बड़ी बात थी। मोर्गन ने पहले चार-पांच ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी की और हमे दबाव मुक्त कर दिया।" मैच के बारे में एडम गिलक्रिस्ट ने कहा, "हमें कम से कम 20 और रनों की जरूरत थी। यह स्पिन गेंदबाजों के लिए अच्छा विकेट था। उनके गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की साथ ही हमने कुछ रन भी लुटाए।" इससे पहले पंजाब की ओर से दिनेश कार्तिक ने सर्वाधिक 42 रनों का योगदान दिया जबकि कप्तान एडम गिलक्रिस्ट ने 26 रन जोड़े। कार्तिक ने 42 गेंदों पर चार चौके लगाए। गिलक्रिस्ट ने 23 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया। पॉल वाल्थटी (7), शान मार्श (5), अभिषेक नायर (0), डेविड हसी (15) ने निराश किया। बिपुल शर्मा 16 रन बनाकर नाबाद रहे। किंग्स इलेवन की शुरुआत एक लिहाज से अच्छी रही। वाल्थटी बेशक बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन दूसरे छोर तेजी से रन बना रहे गिलक्रिस्ट ने उनके साथ पहले विकेट के लिए 32 रन जोड़े। इस विकेट के पत्तन के साथ किंग्स इलेवन का मानो बुरा दौर शुरू हो गया। अगले 21 रनों पर उसे तीन अन्य बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। वाल्थटी के आउट होने के बाद गिलक्रिस्ट और मार्श पर पारी को संवारने की जिम्मेदारी थी लेकिन एक रन चुराने के प्रयास में हुई गलतफहमी में मार्श रन आउट हो गए। मार्श पांच रन बना सके। मार्श का आउट होना टीम के लिए बड़ा झटका था। कप्तान गिलक्रिस्ट और कार्तिक इससे उबरने का प्रयास कर रही रहे थे कि इकबाल अब्दुल्ला ने किंग्स इलेवन को गिलक्रिस्ट (26) के रूप में तीसरा झटका दिया। इसके बाद 53 रन के कुल योग पर अभिषेक नायर भी रन आउट हो गए। नायर खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद कार्तिक और हसी ने पांचवें विकेट के लिए 33 रन जोड़ा। हसी अब्दुल्ला की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। नाइट राइडर्स की ओर से अब्दुल्ला ने सर्वाधिक दो विकेट लिए जबकि पठान को एक सफलता मिली। तीन बल्लेबाज रन आउट हुए।
मैंगलोर एयरपोर्ट पर अभिनेत्री और पूर्व कांग्रेस सांसद राम्या को कुछ हिंदू संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा. एयरपोर्ट पर उनपर अंडे फेंके गए. अभिनेत्री जन्माष्टमी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मैंगलोर पहुंची हैं. अभिनेत्री के खिलाफ की गई नारेबाजी राम्या की कार पर अंडे फेंके गए, काले झंडे दिखाए गए और उनके खिलाफ नारेबाजी की गई. पुलिस ने विरोध करने वाले संगठन के लोगों को हिरासत में ले लिया है. गौरतलब है कि पाकिस्तान पर दिए बयान की वजह से कर्नाटक के एक वकील ने अभिनेत्री के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के केस के लिए अदालत से गुहार लगाई है. रम्या का बयान- 'नरक नहीं है पाकिस्तान' अभिनेत्री ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के PAK पर दिए बयान को नकार दिया था. पर्रिकर ने एक बयान में पाकिस्तान की तुलना नरक से की थी. इस पर राम्या ने कहा था कि पाकिस्तान नरक नहीं है और वहां भी हमारे जैसे लोग हैं. अभिनेत्री ने बताया था कि सार्क सम्मेलन के दौरान पाकिस्तानी लोग उनके साथ बहुत अच्छे से पेश आए थे.
आधार नहीं होने के कारण कई लोगों को सरकारी सुविधाओं से वंचित होने के बाद केंद्र सरकार अब जगी है और उसने राज्यों को कहा है कि आधार नहीं होने की सूरत में भी सुविधाएं जारी रखा जाए. कानून और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्य सरकारों को निर्देश दिया है कि वह इस बात को सुनिश्चित करें कि आधार नहीं होने की वजह से किसी को जरूरी सेवाओं से वंचित नहीं किया जाए. रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'आधार के लागू होने के बाद सेवाएं बेहतर हुई हैं और सरकारी पैसे की बर्बादी भी कम हुई हैं, लेकिन कानून साफ कहता है कि अगर किसी के पास आधार नहीं है तो उसे सेवाओं से वंचित नहीं किया जा सकता बल्कि दूसरे पहचान पत्र के आधार पर सेवा दी जानी चाहिए.' केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को दिल्ली में राज्यों के आईटी मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यों को आधार नहीं होने की सूरत में जरुरी सेवाओं से वंचित न किया जाए. उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब यह खबर सुर्खियों में है कि गुरुग्राम के एक अस्पताल में एक गर्भवती महिला को आधार नहीं होने की वजह से भर्ती नहीं किया गया और बच्चे का जन्म अस्पताल के बाहर ही हो गया. राज्यों से आए आईटी मंत्रियों को संबोधित करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'ऐसी खबरें आती रहती हैं कि आधार नहीं होने की वजह से किसी गरीब को राशन देने से मना कर दिया गया.' उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को इस बात के इंतजाम करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं न घटे. उन्होंने कहा, 'अगर किसी के पास आधार नहीं है तो उसे आधार बनवाने को कहा तो कहा जा  सकता है, लेकिन सेवाओं से वंचित नहीं किया जा सकता. कई बार खासतौर पर बुजुर्ग लोगों के सामने यह दिक्कत भी आती है उनकी उंगलियों के निशान आधार के डाटा से नहीं मिलते. लेकिन इसकी वजह से किसी को दिक्कत नहीं आनी चाहिए.' रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा कि सरकार आधार को ड्राइविंग लाइसेंस के साथ जोड़ने की भी तैयारी कर रही है ताकि कानून तोड़ने वालों को आसानी से पकड़ा जा सके. उन्होंने राज्य सरकारों से कहा कि वह डिजिटल तकनीकी का इस्तेमाल सरकारी सेवाओं में ज्यादा से ज्यादा करें ताकि सुविधाओं को आसानी से और कम खर्च में आम लोगों तक पहुंचाया जा सके.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: देश की राजधानी दिल्ली से कुछ ही दूरी पर बुलंदशहर में महिला पुलिस पर ही संवेदनहीनता का आरोप लगा, जब उन्होंने बलात्कार की शिकायत लेकर आई एक 10 साल की दलित बच्ची को ही हवालात में बंद कर दिया। बताया जाता है कि रविवार की रात को यह बच्ची अपनी मां के साथ महिला थाने में पहुंची, और बताया कि गांव के ही एक 24-वर्षीय युवक ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया, और बच्ची को उसकी मां के साथ मेडिकल चेकअप के लिए स्थानीय अस्पताल में भेज दिया गया।टिप्पणियां सोमवार सुबह जब बच्ची और उसकी मां थाने वापस आए, महिला पुलिस अधिकारियों ने कथित रूप से मां को थाने से निकाल दिया, और बच्ची को हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद एक स्थानीय फ्रीलांस पत्रकार मामले की जानकारी मिलने पर थाने पहुंचा, और हवालात में बंद बच्ची का वीडियो रिकॉर्ड करने में कामयाब हो गया। यह पत्रकार इसके बाद जिले के शीर्षस्थ पुलिस अधिकारी के पास पहुंचा और मदद मांगी, हालांकि थाने की प्रभारी श्रीमती गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया है कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया था। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने सज़ा के तौर पर गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का सोमवार शाम को तबादला कर दिया। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया है, और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया है। बताया जाता है कि रविवार की रात को यह बच्ची अपनी मां के साथ महिला थाने में पहुंची, और बताया कि गांव के ही एक 24-वर्षीय युवक ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया, और बच्ची को उसकी मां के साथ मेडिकल चेकअप के लिए स्थानीय अस्पताल में भेज दिया गया।टिप्पणियां सोमवार सुबह जब बच्ची और उसकी मां थाने वापस आए, महिला पुलिस अधिकारियों ने कथित रूप से मां को थाने से निकाल दिया, और बच्ची को हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद एक स्थानीय फ्रीलांस पत्रकार मामले की जानकारी मिलने पर थाने पहुंचा, और हवालात में बंद बच्ची का वीडियो रिकॉर्ड करने में कामयाब हो गया। यह पत्रकार इसके बाद जिले के शीर्षस्थ पुलिस अधिकारी के पास पहुंचा और मदद मांगी, हालांकि थाने की प्रभारी श्रीमती गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया है कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया था। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने सज़ा के तौर पर गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का सोमवार शाम को तबादला कर दिया। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया है, और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया है। सोमवार सुबह जब बच्ची और उसकी मां थाने वापस आए, महिला पुलिस अधिकारियों ने कथित रूप से मां को थाने से निकाल दिया, और बच्ची को हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद एक स्थानीय फ्रीलांस पत्रकार मामले की जानकारी मिलने पर थाने पहुंचा, और हवालात में बंद बच्ची का वीडियो रिकॉर्ड करने में कामयाब हो गया। यह पत्रकार इसके बाद जिले के शीर्षस्थ पुलिस अधिकारी के पास पहुंचा और मदद मांगी, हालांकि थाने की प्रभारी श्रीमती गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया है कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया था। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने सज़ा के तौर पर गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का सोमवार शाम को तबादला कर दिया। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया है, और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया है। यह पत्रकार इसके बाद जिले के शीर्षस्थ पुलिस अधिकारी के पास पहुंचा और मदद मांगी, हालांकि थाने की प्रभारी श्रीमती गयाश्री चौहान ने वीडियो प्रमाण होने के बावजूद इस बात का खंडन किया है कि बच्ची को हवालात में बंद किया गया था। बहरहाल, पुलिस के सीनियर सुपरिन्टेन्डेन्ट गुलाब सिंह ने सज़ा के तौर पर गयाश्री तथा एक अन्य सीनियर इंस्पेक्टर का सोमवार शाम को तबादला कर दिया। इन दोनों के अतिरिक्त दो कॉन्सटेबलों को सस्पेंड भी किया गया है, और बच्ची को उसकी मां के पास घर भेज दिया गया है।
पूर्वोत्तर के लोगों को धारा 371 को लेकर डरने की कोई जरूरत नहीं है. यह कहना है कि केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह का. धारा 371 के तहत ही पूर्वोत्तर के राज्यों को विशेष राज्यों का दर्जा मिला है. जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार सुबह ट्वीट में कहा कि नॉर्थ ईस्ट को डरने की कोई जरूरत नहीं है, धारा 371 जैसा है, वैसा ही रहेगा. इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा था कि 370 और 371 के बीच में अंतर है. विपक्ष इस पर भ्रम फैला रहा है. बता दें कि देश के 11 राज्यों में धारा 371 लागू है जो केंद्र सरकार को विशेष ताकत देती है. इस धारा की बदौलत केंद्र सरकार उस राज्य में विकास, सुरक्षा, सरंक्षा आदि से संबंधित काम कर सकती है. संविधान के अनुच्छेद 371 (जी) में कहा गया है कि संसद मिज़ोस की धार्मिक और सामाजिक प्रथाओं, भूमि स्वामित्व हस्तांतरण के मामलों पर विधानसभा की सहमति के बिना निर्णय नहीं ले सकती है. संविधान के अनुच्छेद 371(ए) में कहा गया है कि जमीन के मालिकाना हक को लेकर नगा समुदाय के पारंपरिक प्रथाओं, शासकीय, नागरिक और आपराधिक न्याय संबंधी नियमों को संसद बदल नहीं सकती. केंद्र सरकार इस पर तभी फैसला ले सकती है जब राज्य की विधानसभा कोई संकल्प या कानून न लेकर आए. ये कानून तब बनाया गया जब भारत सरकार और नगा लोगों के बीच 1960 में 16 बिंदुओं पर समझौता हुआ. केंद्र सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम में, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले धारा 370 को हटा दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया.
पेट्रोलियम मंत्रालय ने डीजल के दाम तीन से लेकर 4.50 रुपये प्रति लिटर तथा रसोई गैस के दाम में 100 रुपये प्रति सिलेंडर वृद्धि का प्रस्ताव किया है। मंत्रालय ने इसके साथ ही सब्सिडी पर मिलने वाले सिलेंडर की संख्या मौजूदा छह से बढ़ाकर नौ सिलेंडर सालाना करने का भी सुझाव रखा है। मंत्रालय ने इस आशय का एक नोट केंद्रीय मंत्रिमंडल के विचारधीन भेजा है। इसमें पेट्रोल, डीजल तथा रसोई गैस आदि को लागत से कम कीमत पर बेचे जाने के कारण होने वाले 1,60,000 करोड़ रुपये के घाटे की भरपाई के लिए विकल्पों का प्रस्ताव किया गया है। सूत्रों ने कहा कि चूंकि वित्त मंत्रालय ने सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या बढ़ाने से पड़ने वाले सब्सिडी बोझ को वहन करने से इनकार कर दिया है, मंत्रालय ने इसकी भरपाई कीमतें बढ़ाकर करने का प्रस्ताव किया है। मंत्रालय ने (14.2 किलो) सिलेंडर के दाम 100 रुपये प्रति सिलेंडर दो किश्त में बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। सस्ते सिलेंडर की बिक्री पर कंपनियों को इस समय 490.50 रुपये का नुकसान हो रहा है। मंत्रालय का प्रस्ताव है कि जब तक सिलेंडर पर होने वाले पूरे नुकसान की भरपाई नहीं हो जाती है, तब तक अप्रैल, 2013 से हर तीन महीने में सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाए जाने चाहिए। टिप्पणियां डीजल के मामले में मंत्रालय ने एक बार में तीन से 4.50 रुपये प्रति लिटर की वृद्धि या फिर एक या डेढ़ रुपये प्रति लिटर की वृद्धि मासिक किस्त में करने की सिफारिश की है। इस समय डीजल की ब्रिकी पर कंपनियों को 10.16 रुपये प्रति लिटर का नुकसान (अंडररिकवरी) हो रहा है। मंत्रालय चाहता है कि जब तक कंपनियों की अंडररिकवरी यानी कमवसूली पूरी नहीं हो जाती, तब तक अप्रैल से हर महीने एक रुपये प्रति लिटर दाम बढ़ाए जाने चाहिए। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ने मार्च, 2015 तक केरोसीन के दाम 35 पैसे प्रति लिटर प्रति महीने या एक रुपये प्रति लिटर प्रति तिमाही बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल को मंत्रालय द्वारा भेजा गया प्रस्ताव विजय केलकर समिति की सिफारिशों पर आधारित है। मंत्रालय ने इस आशय का एक नोट केंद्रीय मंत्रिमंडल के विचारधीन भेजा है। इसमें पेट्रोल, डीजल तथा रसोई गैस आदि को लागत से कम कीमत पर बेचे जाने के कारण होने वाले 1,60,000 करोड़ रुपये के घाटे की भरपाई के लिए विकल्पों का प्रस्ताव किया गया है। सूत्रों ने कहा कि चूंकि वित्त मंत्रालय ने सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या बढ़ाने से पड़ने वाले सब्सिडी बोझ को वहन करने से इनकार कर दिया है, मंत्रालय ने इसकी भरपाई कीमतें बढ़ाकर करने का प्रस्ताव किया है। मंत्रालय ने (14.2 किलो) सिलेंडर के दाम 100 रुपये प्रति सिलेंडर दो किश्त में बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। सस्ते सिलेंडर की बिक्री पर कंपनियों को इस समय 490.50 रुपये का नुकसान हो रहा है। मंत्रालय का प्रस्ताव है कि जब तक सिलेंडर पर होने वाले पूरे नुकसान की भरपाई नहीं हो जाती है, तब तक अप्रैल, 2013 से हर तीन महीने में सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाए जाने चाहिए। टिप्पणियां डीजल के मामले में मंत्रालय ने एक बार में तीन से 4.50 रुपये प्रति लिटर की वृद्धि या फिर एक या डेढ़ रुपये प्रति लिटर की वृद्धि मासिक किस्त में करने की सिफारिश की है। इस समय डीजल की ब्रिकी पर कंपनियों को 10.16 रुपये प्रति लिटर का नुकसान (अंडररिकवरी) हो रहा है। मंत्रालय चाहता है कि जब तक कंपनियों की अंडररिकवरी यानी कमवसूली पूरी नहीं हो जाती, तब तक अप्रैल से हर महीने एक रुपये प्रति लिटर दाम बढ़ाए जाने चाहिए। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ने मार्च, 2015 तक केरोसीन के दाम 35 पैसे प्रति लिटर प्रति महीने या एक रुपये प्रति लिटर प्रति तिमाही बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल को मंत्रालय द्वारा भेजा गया प्रस्ताव विजय केलकर समिति की सिफारिशों पर आधारित है। सूत्रों ने कहा कि चूंकि वित्त मंत्रालय ने सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या बढ़ाने से पड़ने वाले सब्सिडी बोझ को वहन करने से इनकार कर दिया है, मंत्रालय ने इसकी भरपाई कीमतें बढ़ाकर करने का प्रस्ताव किया है। मंत्रालय ने (14.2 किलो) सिलेंडर के दाम 100 रुपये प्रति सिलेंडर दो किश्त में बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। सस्ते सिलेंडर की बिक्री पर कंपनियों को इस समय 490.50 रुपये का नुकसान हो रहा है। मंत्रालय का प्रस्ताव है कि जब तक सिलेंडर पर होने वाले पूरे नुकसान की भरपाई नहीं हो जाती है, तब तक अप्रैल, 2013 से हर तीन महीने में सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाए जाने चाहिए। टिप्पणियां डीजल के मामले में मंत्रालय ने एक बार में तीन से 4.50 रुपये प्रति लिटर की वृद्धि या फिर एक या डेढ़ रुपये प्रति लिटर की वृद्धि मासिक किस्त में करने की सिफारिश की है। इस समय डीजल की ब्रिकी पर कंपनियों को 10.16 रुपये प्रति लिटर का नुकसान (अंडररिकवरी) हो रहा है। मंत्रालय चाहता है कि जब तक कंपनियों की अंडररिकवरी यानी कमवसूली पूरी नहीं हो जाती, तब तक अप्रैल से हर महीने एक रुपये प्रति लिटर दाम बढ़ाए जाने चाहिए। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ने मार्च, 2015 तक केरोसीन के दाम 35 पैसे प्रति लिटर प्रति महीने या एक रुपये प्रति लिटर प्रति तिमाही बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल को मंत्रालय द्वारा भेजा गया प्रस्ताव विजय केलकर समिति की सिफारिशों पर आधारित है। सस्ते सिलेंडर की बिक्री पर कंपनियों को इस समय 490.50 रुपये का नुकसान हो रहा है। मंत्रालय का प्रस्ताव है कि जब तक सिलेंडर पर होने वाले पूरे नुकसान की भरपाई नहीं हो जाती है, तब तक अप्रैल, 2013 से हर तीन महीने में सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाए जाने चाहिए। टिप्पणियां डीजल के मामले में मंत्रालय ने एक बार में तीन से 4.50 रुपये प्रति लिटर की वृद्धि या फिर एक या डेढ़ रुपये प्रति लिटर की वृद्धि मासिक किस्त में करने की सिफारिश की है। इस समय डीजल की ब्रिकी पर कंपनियों को 10.16 रुपये प्रति लिटर का नुकसान (अंडररिकवरी) हो रहा है। मंत्रालय चाहता है कि जब तक कंपनियों की अंडररिकवरी यानी कमवसूली पूरी नहीं हो जाती, तब तक अप्रैल से हर महीने एक रुपये प्रति लिटर दाम बढ़ाए जाने चाहिए। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ने मार्च, 2015 तक केरोसीन के दाम 35 पैसे प्रति लिटर प्रति महीने या एक रुपये प्रति लिटर प्रति तिमाही बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल को मंत्रालय द्वारा भेजा गया प्रस्ताव विजय केलकर समिति की सिफारिशों पर आधारित है। डीजल के मामले में मंत्रालय ने एक बार में तीन से 4.50 रुपये प्रति लिटर की वृद्धि या फिर एक या डेढ़ रुपये प्रति लिटर की वृद्धि मासिक किस्त में करने की सिफारिश की है। इस समय डीजल की ब्रिकी पर कंपनियों को 10.16 रुपये प्रति लिटर का नुकसान (अंडररिकवरी) हो रहा है। मंत्रालय चाहता है कि जब तक कंपनियों की अंडररिकवरी यानी कमवसूली पूरी नहीं हो जाती, तब तक अप्रैल से हर महीने एक रुपये प्रति लिटर दाम बढ़ाए जाने चाहिए। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ने मार्च, 2015 तक केरोसीन के दाम 35 पैसे प्रति लिटर प्रति महीने या एक रुपये प्रति लिटर प्रति तिमाही बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल को मंत्रालय द्वारा भेजा गया प्रस्ताव विजय केलकर समिति की सिफारिशों पर आधारित है। मंत्रालय चाहता है कि जब तक कंपनियों की अंडररिकवरी यानी कमवसूली पूरी नहीं हो जाती, तब तक अप्रैल से हर महीने एक रुपये प्रति लिटर दाम बढ़ाए जाने चाहिए। सूत्रों ने कहा कि मंत्रालय ने मार्च, 2015 तक केरोसीन के दाम 35 पैसे प्रति लिटर प्रति महीने या एक रुपये प्रति लिटर प्रति तिमाही बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल को मंत्रालय द्वारा भेजा गया प्रस्ताव विजय केलकर समिति की सिफारिशों पर आधारित है।
पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली बिल्डर से कहा था कि वह 19 टॉवर को कंप्लीट करने के बारे में जो समय सीमा कोर्ट के सामने पेश की है उस बारे में अंडरटेकिंग दें कि तय सीमा में उसे पूरा किया जाएगा. इससे पहले आम्रपाली बिल्डर की ओर से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के तमाम प्रोजेक्ट जिनमें करीब 42 हजार फ्लैट हैं, उसे पूरा करने का रोडमैप कोर्ट के सामने पेश किया था.
अखबार का चस्का क्या नहीं करवा सकता. राजस्थान में नागौर जिले के छोटी खाटू गांव के बालाप्रसाद जोशी और जुगल किशोर जैथलिया को भी अखबार और साहित्यिक किताबें पढ़ने का ऐसा ही शौक था. इसके जुगाड़ में वे इधर-उधर हाथ-पांव मारते रहते. 40-50 किताबें इकट्ठी होने के बाद उन्होंने तीन रु. महीने के किराये पर एक कमरा लिया. उसके बाहर के बरामदे में एक तख्ता रखा. रोज शाम को वे दोनों आते और किताबें फैला लेते. खुद भी पढ़ते और दूसरों को भी बिठा-पकड़कर पढ़वाते. किताबें खुले में रखे होने से लोगों की भी नजर पड़ती ही. 1958 में दूरदराज के एक गांव में इस तरह खुला एक पुस्तकालय आज यहां के लोगों के लिए गर्व का विषय बन गया है. अब बुजुर्ग हो चले जैथलिया बताते हैं, ''हम जानते थे कि यह खास पहचान बनाएगा क्योंकि इसे शुरू करने से पहले हमने इन वजहों पर गौर किया था कि पुस्तकालय आखिर बंद क्यों होते हैं?'' आज इस दो मंजिला पुस्तकालय की 15,000 से ज्‍यादा किताबें और हर महीने आने वाली पचासों पत्र-पत्रिकाएं राजस्थान के दूरदराज के, करीब 10,000 की आबादी वाले एक गांव के लोगों के लिए पढ़ने का अच्छा-खासा माहौल बना रही हैं. यहां कई ऐसी दुर्लभ किताबें भी हैं, जिनके लिए गुजरात और पश्चिम बंगाल तक के लेखक-पाठक संपर्क साधते हैं. व्यवस्थापक छोटूलाल वैष्णव बताते हैं, ''पिछले दिनों गुजरात के एक साहित्यकार ने फोन करके देशिक शास्त्र की प्रति मांगी.'' साहित्यकार हजारी प्रसाद द्विवेदी, महादेवी वर्मा, जैनेंद्र कुमार, नरेंद्र कोहली और राजस्थानी साहित्यकार कन्हैयालाल सेठिया जैसे साहित्यकार यहां आ चुके हैं. उत्तर प्रदेश के मौजूदा राज्‍यपाल बी.एल. जोशी, जो यहीं के बाशिंदे हैं, भी अपना खाली वक्त यहां बिताते रहे हैं. मुख्य सड़क मार्ग से कटा होने की वजह से यहां आना किसी के लिए भी कष्टकर ही होता है लेकिन एक बार पुस्तकालय में वक्त बिताने के बाद कोई भी दोबारा आने की कहकर जाता है. वक्त के साथ पुस्तकालय बड़ा आकार लेने लगा. 1967 में एक भामाशाह ने इसके लिए जमीन दी तो कइयों ने पैसे दिए. जोधपुरी पत्थरों से बने भवन में फर्नीचर के लिए भी गांव वालों ने हाथ खोलकर दान दिया. लेकिन कहीं पर किसी का नाम नहीं गोदा गया. पुस्तकालय के प्रभारी कपूरचंद बेताला बताते हैं, ''नाम न लिखे जाने की शर्त पर ही लोगों से आर्थिक मदद ली गई है. पैसे वाले तो पैसे देकर नाम लिखवा लेते हैं लेकिन उन लोगों का क्या, जिन्होंने इसके लिए अपना पसीना बहाया, मेहनत की.'' सरकार से भी मदद की चिट्ठी आई लेकिन प्रबंध समिति के लोगों ने इसे लेने से साफ इनकार कर दिया क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि इसकी दशा भी दूसरे सरकारी पुस्तकालयों जैसी हो. इस पुस्तकालय की ओर से पिछले 21 साल से हर साल दीनदयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान और पिछले दो साल से कन्हैयालाल सेठिया मायड़ भाषा सम्मान भी दिया जा रहा है. इस पर कभी रुपए-पैसे को लेकर कोई आरोप न लगे, इसके लिए पुस्तकालय का हर साल ऑडिट करवाने और हिसाब-किताब की पारदर्शिता बनाए रखने की व्यवस्था की गई. आय-व्यय का हर साल पर्चा छपवाकर गांव में सार्वजनिक जगहों पर चिपका दिया जाता है. यानी सही मायनों में दूरदराज का एक आदर्श पुस्तक-आलय.
चीन की तमाम आपत्तियों के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा तिब्बत के अध्यात्मिक नेता दलाई लामा से 18 फरवरी को व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव रॉबर्ट गिब्स ने कहा, ‘राष्ट्रपति ओबामा रचनात्मक वार्ता के लिए उत्सुक हैं.’ हालांकि, ओबामा दलाई लामा से व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में नहीं बल्कि मैप रूम में मुलाकात करेंगे. गिब्स ने कहा कि अभी तक किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने दलाई लामा से ओवल कार्यालय में मुलाकात नहीं की है. ओबामा की राष्ट्रपति के तौर पर दलाई लामा से यह पहली मुलाकात होगी. उल्लेखनीय है कि ओबामा और दलाई लामा के बीच मुलाकात की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि इस मुलाकात से उसके अमेरिका के साथ संबंधों को नुकसान पहुंच सकता है. व्हाइट हाउस ने इस मुद्दे पर उस समय चर्चा की थी कि जब नवंबर में बराक ओबामा ने अपने चीनी समकक्ष से मुलाकात की थी. तिब्बत के 74 वर्षीय अध्यात्मिक नेता दलाई लामा इस महीने दस दिनों की अमेरिका यात्रा पर जाएंगे. इस दौरान वह 17 से 19 फरवरी तक वाशिंगटन में रहेंगे.
दुनिया के सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन गूगल का लोगो आज भारतीय रंग−रूप में सजा हुआ है। यह गूगल डूडल बनाया है अरुण कुमार यादव नाम के छात्र ने। पिछली साल की तरह इस साल भी गूगल ने भारत में अपने लोगो को बनाने का एक मुकाबला रखा था।टिप्पणियां इस बार भारतीय संस्कृति और विविधता को दिखाना था। अरुण ने अपने डूडल में खेल, नृत्य, कला पक्ष जैसी चीजों को लोगो में दिखाया है। गौरतलब है कि केंद्रीय विद्यालय, चंडीगढ़ में नौवीं कक्षा के विद्यार्थी अरुण कुमार यादव ने इस साल की 'डूडल4गूगल' प्रतियोगिता जीती थी। इस सर्च इंजन कंपनी ने इसके लिए देश भर के कक्षा एक से 10 के विद्यार्थियों की प्रतियोगिता आयोजित की थी। इस साल की थीम 'यूनिटी इन डाइवर्सिटी' यानी 'विविधता में एकता' थी। इसमें 1,000 से अधिक स्कूलों से 2,00,000 प्रविष्टियां आईं। 13 फाइनल प्रविष्टियों में से अरुण यादव के डिजाइन को चुना गया। इस साल के जज बोमन ईरानी तथा कार्टूनिस्ट अजित नैनन थे। इस बार भारतीय संस्कृति और विविधता को दिखाना था। अरुण ने अपने डूडल में खेल, नृत्य, कला पक्ष जैसी चीजों को लोगो में दिखाया है। गौरतलब है कि केंद्रीय विद्यालय, चंडीगढ़ में नौवीं कक्षा के विद्यार्थी अरुण कुमार यादव ने इस साल की 'डूडल4गूगल' प्रतियोगिता जीती थी। इस सर्च इंजन कंपनी ने इसके लिए देश भर के कक्षा एक से 10 के विद्यार्थियों की प्रतियोगिता आयोजित की थी। इस साल की थीम 'यूनिटी इन डाइवर्सिटी' यानी 'विविधता में एकता' थी। इसमें 1,000 से अधिक स्कूलों से 2,00,000 प्रविष्टियां आईं। 13 फाइनल प्रविष्टियों में से अरुण यादव के डिजाइन को चुना गया। इस साल के जज बोमन ईरानी तथा कार्टूनिस्ट अजित नैनन थे। इस सर्च इंजन कंपनी ने इसके लिए देश भर के कक्षा एक से 10 के विद्यार्थियों की प्रतियोगिता आयोजित की थी। इस साल की थीम 'यूनिटी इन डाइवर्सिटी' यानी 'विविधता में एकता' थी। इसमें 1,000 से अधिक स्कूलों से 2,00,000 प्रविष्टियां आईं। 13 फाइनल प्रविष्टियों में से अरुण यादव के डिजाइन को चुना गया। इस साल के जज बोमन ईरानी तथा कार्टूनिस्ट अजित नैनन थे।
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में बच्चों को पिलाई जाने वाली कृमिनाशक सीरप एल्बेंडाजोल में कॉकरोच मिलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस सीरप को पीने के बाद बच्चे को उल्टी भी हुई. मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के कमिश्‍नर प्रताप सिंह ने दवा कंपनी को काली सूची में डालने व उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने की बात कही है. राज्य टीकाकरण अधिकारी ने सीरप की शीशी में कॉकरोच मिलने को प्रदेश का पहला मामला बताया है. गौरतलब है कि इन दिनों प्रदेश में शिशु संरक्षण माह चल रहा है, जो 28 फरवरी तक चलेगा. इसी के तहत सूबे के बेमेतरा जिल के बेरला प्रखंड मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर ग्राम अतरगड़ी में बच्चों को कृमिनाशक दवा पिलाई जा रही थी. चार साल के बच्चे को जब एल्बेंडाजोल की खुराक पिलाई गई तो सीरप पीने के बाद बच्चे को उल्टी हो गई. इसके बाद जब शीशी को परखने के दौरान उसमें कॉकरोच मिला. घटना के बाद बाकी ग्रामीण अपने बच्चों को सीरप पिलाए बिना घर चले गए. इस मामले की जानकारी बीएमओ जितेंद्र कुंजाम को दी गई. कुंजाम ने सीरप में कॉकरोच मिलने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि यह गंभीर मामला है. मामले की पूरी जानकारी बेमेतरा सीएमएचओ एनके यदु को दी गई. राज्य टीकाकरण अधिकारी सुभाष पांडे ने बताया कि उन्होंने सीएमएचओ को जांच करने के निर्देश देते हुए पूरे मामले की जानकारी मंगाई है. उन्होंने कहा कि किसी भी सीरप की शीशी में कॉकरोच मिलने का यह पहला मामला है. जिस शीशी में कॉकरोच मिला है, वह 10 मिलीलीटर की है. इस दवा को इंदौर की एक कंपनी ने आपूर्ति की है. दवा के लिए धनराशि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) ने दी है. इसकी खरीदी छत्तीसगढ़ मेडिकल कॉपोर्रेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) ने की है. छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सेवाओं के आयुक्त प्रताप सिंह ने कहा है कि किसी सीरप में कॉकरोच मिलना बहुत ही गंभीर मामला है. अगर ऐसा है तो दवा निर्माता कंपनी को काली सूची में कर दिया जाएगा. कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करवाई जाएगी.
39 वर्षीय श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगकारा ने एक और कारनामा किया है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके संगकारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगातार पांचवां शतक जमाया है. इसके साथ ही संगकारा ने अपने करियर का 99वां शतक जमाया, जबकि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यह उनका 61वां शतक है. संगकारा पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि 2017 उनका आखिरी काउंटी सत्र होगा, जिसके बाद वह इंग्लैंड के इस घरेलू क्रिकेट को भी अलविदा कह देंगे. सरे के लिए बनाया रिकॉर्ड काउंटी चैंपियनशिप में सरे की ओर से खेलते हुए नाबाद 177 रनों की पारी खेलकर उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की. एसेक्स के खिलाफ चेम्सफोर्ड में मैच के पहले दिन सरे की आधी टीम 31 रन पर लौट चुकी थी. उसके बाद संगराका ने सैम करन (90 रन) के साथ 191 रनों की जोरदार पार्टनरशिप की. जिससे सरे ने 7 विकेट पर 334/7 रन बना लिए थे. सरे की ओर से लगातार पांच शतक जमाने वाले संगकारा पहले बल्लेबाज हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट की लगातार पारियों में शतक 1. डॉन ब्रैडमैन 6 शतक (1838-39) 2. सीबी फ्राई 6 शतक (1901) 3. माइक प्रॉक्टर 6 शतक (1970-71) 4. ब्रायन लारा 5 शतक (1993-94) 5. एवर्टन वीक्स 5 शतक (1955-56) 6. माइक हसी 5 शतक (2003) 7. पार्थिव पटेल 5 शतक (2007-08) 8. कुमार संगकारा 5 शतक (2017) संगकारा : वनडे में 4 लगातार शतकों का रिकॉर्ड 2015 वर्ल्ड कप के दौरान कुमार संगकारा ने इतिहास रचा था. वे वनडे में लगातार चार शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने थे. यही नहीं, वे किसी एक विश्व कप में चार सैकड़े जड़ने वाले भी पहले बल्लेबाज हैं.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: कंपनी जितनी बड़ी होगी उसे उतनी ही ज्यादा कर रियायतें उपलब्ध होंगी, जबकि इसके विपरीत छोटी कंपनियों को उनके मुकाबले ज्यादा कर देना पड़ता है। नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में जांच पड़ताल के बाद यह मुद्दा सामने आया है। कैग की रिपोर्ट के अनुसार 179 शीर्ष कंपनियां जिनका कर पूर्व मुनाफा 500 करोड़ रुपये अथवा इससे अधिक रहा है वर्ष 2008.09 में इन कंपनियों ने 33.9 प्रतिशत के प्रभावी कर के बजाय 22.1 प्रतिशत की दर से ही कर का भुगतान किया। रिपोर्ट के अनुसार इसके विपरीत एक करोड़ रुपये तक का कर पूर्व मुनाफा अर्जित करने वाली कंपनियों के मामले में कर भुगतान की प्रभावी दर 25.5 प्रतिशत तक रही है। कैग ने अपनी इस नवीनतम रिपोर्ट में कहा है इस लिहाज से कहा जा सकता है कि कर रियायतों का ज्यादा लाभ बड़ी कंपनियों को ही होता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2005-06 में बड़ी कंपनियों को दी गई कर रियायतें 150 प्रतिशत तक बढकर 1,20,000 करोड रुपये तक पहुंच गई जबकि एक साल पहले तक यह 48,168 करोड़ रुपये पर थी। कैग की इस रिपोर्ट से वामपंथी दलों द्वारा बार-बार उठाये जाने वाले मुद्दे को ही बल मिलता है। वामपंथी दल समय समय पर यह कहते रहे हैं कि सरकार की कर राजस्व वसूली केवल निम्न और मध्यमवर्गीय आय आयवर्ग से ही ज्यादा होती है जबकि बड़ी कंपनियां कर रियायतों के साथ खुले हाथ निकल जाती हैं। सरकार की इसी नीति का विरोध करते हुए मार्क्‍सवादी पार्टी की नेता वृंदाकरात ने कहा वर्ष 2011-12 के बजट में सरकार का झुकाव अमीरों के पक्ष में साफ दिखाई देता है। सरकार ने अमीरों का ध्यान रखा है जबकि आम जनता का इसमें कोई ध्यान नहीं रखा गया है।
छपरा के एक सरकारी स्कूल में मिड-डे मील खाने से 23 बच्चों की मौत हो जाने के बाद निशाने पर आई बिहार की नीतीश सरकार ने आज अखबारों में विज्ञापन देकर सभी स्कूलों के प्रिंसिपल और खाना बनाने वालों को निर्देश दिया है कि वे पहले खुद मिड-डे मील चखें और फिर बच्चों को खाना परोसें। इस दर्दनाक घटना के दो दिन बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और स्कूल की हेड मिस्ट्रेस तथा उसका पति फरार हैं। मिड-डे मील खाने से मरने वाले 23 बच्चों में 11 लड़के और 12 लड़कियां शामिल हैं। एक बच्चे को उसके घरवालों ने बिना पोस्टमॉर्टम के दफना दिया था। छपरा में बच्चों की मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी हरकत में आया है। आयोग ने बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है और शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव और सारण के एसपी को चार हफ्ते में रिपोर्ट पेश करने को कहा है। छपरा के निवासियों का कहना है कि यह घटना इसलिए हुई, क्योंकि खाने का तेल कीटनाशक के डिब्बे में रखा गया था। वहीं नीतीश सरकार इस घटना के पीछे राजनीतिक साजिश देख रही है। वहीं नीतीश सरकार इस घटना के पीछे राजनीतिक साज़िश देख रही है। बिहार के शिक्षामंत्री पीके शाही ने कहा कि सब्जी पकाने में इस्तेमाल तेल से दुर्गंध आ रही थी। चिकित्सकों को भोजन और उल्टी में जैविक फॉस्फोरस मिला है, इसका मतलब है कि बच्चों को जहरीला भोजन दिया गया। शाही ने राज्य सरकार के खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र का भी आरोप लगाया। शाही ने बताया कि स्कूल की रसोइया मंजू देवी ने बताया कि सब्जी बनाने के लिए उपलब्ध कराए गए वनस्पति तेल का रंग अलग था। कड़ाही में डालने पर उससे धुआं निकलने पर मीना देवी को बताया था तो उन्होंने बताया कि यह नया घर का पिराया हुआ तेल है और इसलिए उसका प्रयोग किया जाना चाहिए। मंजू देवी ने बताया कि उसके बाद उसने उसी तेल से सब्जी बनाई और खाने के क्रम में जब बच्चों ने सब्जी का स्वाद ठीक नहीं होने शिकायत की, तो उसने जब चखा, तो वह भी बीमार पड़ गई। शाही ने कहा कि इस मामले विपक्षी दलों द्वारा साजिश किए जाने और इसके जरिये प्रदेश की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके बारे में पुलिस जांच में पता लग पाएगा।टिप्पणियां उन्होंने दावा किया कि इसे महज संयोग नहीं मानते, क्योंकि शिक्षिका का राजनैतिक पैरवी पर दूसरे स्थान से वहां प्रतिनियुक्त की गई और उनके पति का एक दल विशेष का सक्रिय कार्यकर्ता होना तथा उनके ही दुकान से सामग्री का खरीदा जाना तथा खाद्यान्न की आपूर्ति करने वाला ठेकेदार एक राजनेता का चालक सह-अंगरक्षक है। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। इस दर्दनाक घटना के दो दिन बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और स्कूल की हेड मिस्ट्रेस तथा उसका पति फरार हैं। मिड-डे मील खाने से मरने वाले 23 बच्चों में 11 लड़के और 12 लड़कियां शामिल हैं। एक बच्चे को उसके घरवालों ने बिना पोस्टमॉर्टम के दफना दिया था। छपरा में बच्चों की मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी हरकत में आया है। आयोग ने बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है और शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव और सारण के एसपी को चार हफ्ते में रिपोर्ट पेश करने को कहा है। छपरा के निवासियों का कहना है कि यह घटना इसलिए हुई, क्योंकि खाने का तेल कीटनाशक के डिब्बे में रखा गया था। वहीं नीतीश सरकार इस घटना के पीछे राजनीतिक साजिश देख रही है। वहीं नीतीश सरकार इस घटना के पीछे राजनीतिक साज़िश देख रही है। बिहार के शिक्षामंत्री पीके शाही ने कहा कि सब्जी पकाने में इस्तेमाल तेल से दुर्गंध आ रही थी। चिकित्सकों को भोजन और उल्टी में जैविक फॉस्फोरस मिला है, इसका मतलब है कि बच्चों को जहरीला भोजन दिया गया। शाही ने राज्य सरकार के खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र का भी आरोप लगाया। शाही ने बताया कि स्कूल की रसोइया मंजू देवी ने बताया कि सब्जी बनाने के लिए उपलब्ध कराए गए वनस्पति तेल का रंग अलग था। कड़ाही में डालने पर उससे धुआं निकलने पर मीना देवी को बताया था तो उन्होंने बताया कि यह नया घर का पिराया हुआ तेल है और इसलिए उसका प्रयोग किया जाना चाहिए। मंजू देवी ने बताया कि उसके बाद उसने उसी तेल से सब्जी बनाई और खाने के क्रम में जब बच्चों ने सब्जी का स्वाद ठीक नहीं होने शिकायत की, तो उसने जब चखा, तो वह भी बीमार पड़ गई। शाही ने कहा कि इस मामले विपक्षी दलों द्वारा साजिश किए जाने और इसके जरिये प्रदेश की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके बारे में पुलिस जांच में पता लग पाएगा।टिप्पणियां उन्होंने दावा किया कि इसे महज संयोग नहीं मानते, क्योंकि शिक्षिका का राजनैतिक पैरवी पर दूसरे स्थान से वहां प्रतिनियुक्त की गई और उनके पति का एक दल विशेष का सक्रिय कार्यकर्ता होना तथा उनके ही दुकान से सामग्री का खरीदा जाना तथा खाद्यान्न की आपूर्ति करने वाला ठेकेदार एक राजनेता का चालक सह-अंगरक्षक है। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। छपरा में बच्चों की मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी हरकत में आया है। आयोग ने बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है और शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव और सारण के एसपी को चार हफ्ते में रिपोर्ट पेश करने को कहा है। छपरा के निवासियों का कहना है कि यह घटना इसलिए हुई, क्योंकि खाने का तेल कीटनाशक के डिब्बे में रखा गया था। वहीं नीतीश सरकार इस घटना के पीछे राजनीतिक साजिश देख रही है। वहीं नीतीश सरकार इस घटना के पीछे राजनीतिक साज़िश देख रही है। बिहार के शिक्षामंत्री पीके शाही ने कहा कि सब्जी पकाने में इस्तेमाल तेल से दुर्गंध आ रही थी। चिकित्सकों को भोजन और उल्टी में जैविक फॉस्फोरस मिला है, इसका मतलब है कि बच्चों को जहरीला भोजन दिया गया। शाही ने राज्य सरकार के खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र का भी आरोप लगाया। शाही ने बताया कि स्कूल की रसोइया मंजू देवी ने बताया कि सब्जी बनाने के लिए उपलब्ध कराए गए वनस्पति तेल का रंग अलग था। कड़ाही में डालने पर उससे धुआं निकलने पर मीना देवी को बताया था तो उन्होंने बताया कि यह नया घर का पिराया हुआ तेल है और इसलिए उसका प्रयोग किया जाना चाहिए। मंजू देवी ने बताया कि उसके बाद उसने उसी तेल से सब्जी बनाई और खाने के क्रम में जब बच्चों ने सब्जी का स्वाद ठीक नहीं होने शिकायत की, तो उसने जब चखा, तो वह भी बीमार पड़ गई। शाही ने कहा कि इस मामले विपक्षी दलों द्वारा साजिश किए जाने और इसके जरिये प्रदेश की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके बारे में पुलिस जांच में पता लग पाएगा।टिप्पणियां उन्होंने दावा किया कि इसे महज संयोग नहीं मानते, क्योंकि शिक्षिका का राजनैतिक पैरवी पर दूसरे स्थान से वहां प्रतिनियुक्त की गई और उनके पति का एक दल विशेष का सक्रिय कार्यकर्ता होना तथा उनके ही दुकान से सामग्री का खरीदा जाना तथा खाद्यान्न की आपूर्ति करने वाला ठेकेदार एक राजनेता का चालक सह-अंगरक्षक है। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। छपरा के निवासियों का कहना है कि यह घटना इसलिए हुई, क्योंकि खाने का तेल कीटनाशक के डिब्बे में रखा गया था। वहीं नीतीश सरकार इस घटना के पीछे राजनीतिक साजिश देख रही है। वहीं नीतीश सरकार इस घटना के पीछे राजनीतिक साज़िश देख रही है। बिहार के शिक्षामंत्री पीके शाही ने कहा कि सब्जी पकाने में इस्तेमाल तेल से दुर्गंध आ रही थी। चिकित्सकों को भोजन और उल्टी में जैविक फॉस्फोरस मिला है, इसका मतलब है कि बच्चों को जहरीला भोजन दिया गया। शाही ने राज्य सरकार के खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र का भी आरोप लगाया। शाही ने बताया कि स्कूल की रसोइया मंजू देवी ने बताया कि सब्जी बनाने के लिए उपलब्ध कराए गए वनस्पति तेल का रंग अलग था। कड़ाही में डालने पर उससे धुआं निकलने पर मीना देवी को बताया था तो उन्होंने बताया कि यह नया घर का पिराया हुआ तेल है और इसलिए उसका प्रयोग किया जाना चाहिए। मंजू देवी ने बताया कि उसके बाद उसने उसी तेल से सब्जी बनाई और खाने के क्रम में जब बच्चों ने सब्जी का स्वाद ठीक नहीं होने शिकायत की, तो उसने जब चखा, तो वह भी बीमार पड़ गई। शाही ने कहा कि इस मामले विपक्षी दलों द्वारा साजिश किए जाने और इसके जरिये प्रदेश की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके बारे में पुलिस जांच में पता लग पाएगा।टिप्पणियां उन्होंने दावा किया कि इसे महज संयोग नहीं मानते, क्योंकि शिक्षिका का राजनैतिक पैरवी पर दूसरे स्थान से वहां प्रतिनियुक्त की गई और उनके पति का एक दल विशेष का सक्रिय कार्यकर्ता होना तथा उनके ही दुकान से सामग्री का खरीदा जाना तथा खाद्यान्न की आपूर्ति करने वाला ठेकेदार एक राजनेता का चालक सह-अंगरक्षक है। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। बिहार के शिक्षामंत्री पीके शाही ने कहा कि सब्जी पकाने में इस्तेमाल तेल से दुर्गंध आ रही थी। चिकित्सकों को भोजन और उल्टी में जैविक फॉस्फोरस मिला है, इसका मतलब है कि बच्चों को जहरीला भोजन दिया गया। शाही ने राज्य सरकार के खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र का भी आरोप लगाया। शाही ने बताया कि स्कूल की रसोइया मंजू देवी ने बताया कि सब्जी बनाने के लिए उपलब्ध कराए गए वनस्पति तेल का रंग अलग था। कड़ाही में डालने पर उससे धुआं निकलने पर मीना देवी को बताया था तो उन्होंने बताया कि यह नया घर का पिराया हुआ तेल है और इसलिए उसका प्रयोग किया जाना चाहिए। मंजू देवी ने बताया कि उसके बाद उसने उसी तेल से सब्जी बनाई और खाने के क्रम में जब बच्चों ने सब्जी का स्वाद ठीक नहीं होने शिकायत की, तो उसने जब चखा, तो वह भी बीमार पड़ गई। शाही ने कहा कि इस मामले विपक्षी दलों द्वारा साजिश किए जाने और इसके जरिये प्रदेश की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके बारे में पुलिस जांच में पता लग पाएगा।टिप्पणियां उन्होंने दावा किया कि इसे महज संयोग नहीं मानते, क्योंकि शिक्षिका का राजनैतिक पैरवी पर दूसरे स्थान से वहां प्रतिनियुक्त की गई और उनके पति का एक दल विशेष का सक्रिय कार्यकर्ता होना तथा उनके ही दुकान से सामग्री का खरीदा जाना तथा खाद्यान्न की आपूर्ति करने वाला ठेकेदार एक राजनेता का चालक सह-अंगरक्षक है। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। शाही ने बताया कि स्कूल की रसोइया मंजू देवी ने बताया कि सब्जी बनाने के लिए उपलब्ध कराए गए वनस्पति तेल का रंग अलग था। कड़ाही में डालने पर उससे धुआं निकलने पर मीना देवी को बताया था तो उन्होंने बताया कि यह नया घर का पिराया हुआ तेल है और इसलिए उसका प्रयोग किया जाना चाहिए। मंजू देवी ने बताया कि उसके बाद उसने उसी तेल से सब्जी बनाई और खाने के क्रम में जब बच्चों ने सब्जी का स्वाद ठीक नहीं होने शिकायत की, तो उसने जब चखा, तो वह भी बीमार पड़ गई। शाही ने कहा कि इस मामले विपक्षी दलों द्वारा साजिश किए जाने और इसके जरिये प्रदेश की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके बारे में पुलिस जांच में पता लग पाएगा।टिप्पणियां उन्होंने दावा किया कि इसे महज संयोग नहीं मानते, क्योंकि शिक्षिका का राजनैतिक पैरवी पर दूसरे स्थान से वहां प्रतिनियुक्त की गई और उनके पति का एक दल विशेष का सक्रिय कार्यकर्ता होना तथा उनके ही दुकान से सामग्री का खरीदा जाना तथा खाद्यान्न की आपूर्ति करने वाला ठेकेदार एक राजनेता का चालक सह-अंगरक्षक है। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। शाही ने कहा कि इस मामले विपक्षी दलों द्वारा साजिश किए जाने और इसके जरिये प्रदेश की वर्तमान सरकार को अस्थिर करने की कोशिश किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके बारे में पुलिस जांच में पता लग पाएगा।टिप्पणियां उन्होंने दावा किया कि इसे महज संयोग नहीं मानते, क्योंकि शिक्षिका का राजनैतिक पैरवी पर दूसरे स्थान से वहां प्रतिनियुक्त की गई और उनके पति का एक दल विशेष का सक्रिय कार्यकर्ता होना तथा उनके ही दुकान से सामग्री का खरीदा जाना तथा खाद्यान्न की आपूर्ति करने वाला ठेकेदार एक राजनेता का चालक सह-अंगरक्षक है। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। उन्होंने दावा किया कि इसे महज संयोग नहीं मानते, क्योंकि शिक्षिका का राजनैतिक पैरवी पर दूसरे स्थान से वहां प्रतिनियुक्त की गई और उनके पति का एक दल विशेष का सक्रिय कार्यकर्ता होना तथा उनके ही दुकान से सामग्री का खरीदा जाना तथा खाद्यान्न की आपूर्ति करने वाला ठेकेदार एक राजनेता का चालक सह-अंगरक्षक है। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। शाही ने राजद द्वारा सारण जिला की बंदी की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा कि जांच के दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण था, पर उसे अवरुद्ध करने के लिए सारण जिला मुख्यालय छपरा और मशरख में इस प्रकार का वातावरण बनाया गया कि पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके।
देश में चिकुनगुनिया से खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश के 20 राज्यों में अब तक करीब 15000 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी जब तक शुरू नहीं हो जाती तब तक खतरा बना रहेगा. अस्पतालों में चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 11 सितंबर तक देश भर के 20 राज्यों में चिकनगुनिया के 14,656 संदिग्ध मामले सामने आए हैं. चिकनगुनिया के सबसे ज्यादा 9427 संदिग्ध मामले कर्नाटक में सामने आए. दिल्ली में  चिकनगुनिया के 1724 संदिग्ध मामले मिले हैं जबकि महाराष्ट्र में 1024, आंध्र में 543, पश्चिम बंगाल में 461 और तेलंगाना में ऐसे 437 मामले मिले हैं.टिप्पणियां दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में मेडिसिन के हेड एसपी बयोत्रा कहते हैं कि खतरा अभी और बड़ा होने वाला है. उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "आने वाले 3-4 हफ्तों में चिकनगुनिया के मामले देश में दोगुना हो सकते हैं. अक्टूबर के मध्य तक यह खतरा बना रहेगा जब तक सर्दी शुरू नहीं हो जाती है.'' डाक्टर कहते हैं कि चिकनगुनिया के मरीजों को डॉक्टरों को अपनी पुरानी बीमारियों के बारे में साफ-साफ बता देना चाहिए. पिछले दो हफ्ते में देश के कई राज्यों में चिकनगुनिया के 2500 से भी ज्यादा मामले रिकार्ड किए गए हैं. यानी खतरा बढ़ता जा रहा है और आने वाले 3-4 हफ्तों में चिकनगुनिया का प्रकोप और बढ़ने वाला है. अस्पतालों में चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 11 सितंबर तक देश भर के 20 राज्यों में चिकनगुनिया के 14,656 संदिग्ध मामले सामने आए हैं. चिकनगुनिया के सबसे ज्यादा 9427 संदिग्ध मामले कर्नाटक में सामने आए. दिल्ली में  चिकनगुनिया के 1724 संदिग्ध मामले मिले हैं जबकि महाराष्ट्र में 1024, आंध्र में 543, पश्चिम बंगाल में 461 और तेलंगाना में ऐसे 437 मामले मिले हैं.टिप्पणियां दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में मेडिसिन के हेड एसपी बयोत्रा कहते हैं कि खतरा अभी और बड़ा होने वाला है. उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "आने वाले 3-4 हफ्तों में चिकनगुनिया के मामले देश में दोगुना हो सकते हैं. अक्टूबर के मध्य तक यह खतरा बना रहेगा जब तक सर्दी शुरू नहीं हो जाती है.'' डाक्टर कहते हैं कि चिकनगुनिया के मरीजों को डॉक्टरों को अपनी पुरानी बीमारियों के बारे में साफ-साफ बता देना चाहिए. पिछले दो हफ्ते में देश के कई राज्यों में चिकनगुनिया के 2500 से भी ज्यादा मामले रिकार्ड किए गए हैं. यानी खतरा बढ़ता जा रहा है और आने वाले 3-4 हफ्तों में चिकनगुनिया का प्रकोप और बढ़ने वाला है. दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में मेडिसिन के हेड एसपी बयोत्रा कहते हैं कि खतरा अभी और बड़ा होने वाला है. उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "आने वाले 3-4 हफ्तों में चिकनगुनिया के मामले देश में दोगुना हो सकते हैं. अक्टूबर के मध्य तक यह खतरा बना रहेगा जब तक सर्दी शुरू नहीं हो जाती है.'' डाक्टर कहते हैं कि चिकनगुनिया के मरीजों को डॉक्टरों को अपनी पुरानी बीमारियों के बारे में साफ-साफ बता देना चाहिए. पिछले दो हफ्ते में देश के कई राज्यों में चिकनगुनिया के 2500 से भी ज्यादा मामले रिकार्ड किए गए हैं. यानी खतरा बढ़ता जा रहा है और आने वाले 3-4 हफ्तों में चिकनगुनिया का प्रकोप और बढ़ने वाला है. डाक्टर कहते हैं कि चिकनगुनिया के मरीजों को डॉक्टरों को अपनी पुरानी बीमारियों के बारे में साफ-साफ बता देना चाहिए. पिछले दो हफ्ते में देश के कई राज्यों में चिकनगुनिया के 2500 से भी ज्यादा मामले रिकार्ड किए गए हैं. यानी खतरा बढ़ता जा रहा है और आने वाले 3-4 हफ्तों में चिकनगुनिया का प्रकोप और बढ़ने वाला है.
अप्रैल 2009 में चुनी गई आइसलैंड सरकार ने भविष्य में किसी समय लिंग-तटस्थ विवाह अधिनियम शुरू करने की घोषणा की। 19 मई 2009 को, इसने सार्वजनिक रूप से कहा कि "एकल विवाह अधिनियम अपनाया जाएगा।" हालाँकि यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा गया था, लेकिन इसका तात्पर्य यह था कि यह अधिनियम लिंग-तटस्थ होगा। विपक्षी प्रोग्रेसिव पार्टी ने भी लिंग-तटस्थ विवाह का समर्थन किया। 18 नवंबर 2009 को, न्याय और मानवाधिकार मंत्री, रग्ना अर्नादोतिर ने पुष्टि की कि आइसलैंडिक सरकार एक "एकल विवाह अधिनियम" पर काम कर रही थी जिसमें विपरीत लिंग और समान दोनों शामिल होंगे। -सेक्स जोड़े.
हरोली चक सलना, रानीखेत तहसील में भारत के उत्तराखण्ड राज्य के अन्तर्गत कुमाऊँ मण्डल के अल्मोड़ा जिले का एक गाँव है। इन्हें भी देखें उत्तराखण्ड के जिले उत्तराखण्ड के नगर कुमाऊँ मण्डल गढ़वाल मण्डल बाहरी कड़ियाँ उत्तराखण्ड - भारत सरकार के आधिकारिक पोर्टल पर उत्तराखण्ड सरकार का आधिकारिक जालपृष्ठ उत्तराखण्ड (उत्तराखण्ड के बारे में विस्तृत एवं प्रामाणिक जानकारी) उत्तरा कृषि प्रभा सलना, हरोली चक, रानीखेत तहसील सलना, हरोली चक, रानीखेत तहसील सलना, हरोली चक, रानीखेत तहसील
यह लेख है: Marjaavaan Box Office Collection Day 11: सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra), रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) और एक्ट्रेस तारा सूतारिया (Tara Sutaria) की 'मरजावां' (Marjaavaan Box Office Collection Day 11) ने बॉक्स ऑफिस पर अपना पैर जमाया हुआ है. फिल्म को रिलीज हुए एक हफ्ते से भी ज्यादा हो गए हैं, लेकिन इसकी का बॉक्स ऑफिस पर धमाल जारी है. हालांकि, शुरुआती आंकड़ों की तुलना में अब इसकी कमाई में गिरावट आनी शुरु हो गई है. 'मरजावां' की रोजाना की कमाई को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि फिल्म ने बीते सोमवार को 1.5 से 2 करोड़ रुपये की कमाई की होगी. इस लिहाज से फिल्म 11 दिनों में कुल 44 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर सकती है. हालांकि, इसकी अधिकारिक सूचना मिलनी बाकी है. सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra), रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) और तारा सुतारिया (Tara Sutaria) की 'मरजावां' (Marjaavaan Box Office Collection Day 11) को लेकर जिस तरह से उम्मीद जताई जा रही थी, उस हिसाब से फिल्म प्रदर्शन करने में थोड़ी पीछे रही. यहां तक कि फिल्म 11 दिनों में भी 50 करोड़ रुपये नहीं कमा पाई. 'मरजावां' ने पहले दिन यानी शुक्रवार को 7.03 करोड़, दूसरे दिन 7.21 करोड़, तीसरे दिन 10.18 करोड़, चौथे दिन 4.15 करोड़, पांचवें दिन 3.61 करोड़, छठे दिन 3.16, सातवें दिन 2.50 करोड़, आठवें दिन 2 करोड़, नौवें दिन 1.64 करोड़ और दसवें दिन 2.32 करोड़ रुपये की कमाई की.  बता दें कि 'मरजावां' (Marjaavaan Box Office Collection Day 11) में सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) का नया अवतार देखने को मिल रहा है. सिद्धार्थ मल्होत्रा और रितेश देशमुख की जोड़ी इससे पहले 'एक विलेन' में नजर आ चुकी है, जिसमें दोनों ही कलाकारों ने खूब धमाल मचाया था. ये दोनों की साथ में दूसरी फिल्म है. हालांकि सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म 'मरजावां (Marjaavaan) के साथ नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) और आथिया शेट्टी की फिल्म 'मोतीचूर चकनाचूर (Motichoor Chaknachoor)' भी रिलीज हुई है. इस फिल्म को भी फैन्स का काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है.
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर हवा की क्वालिटी खराब हो गई है. दिल्ली के लोधी रोड पर सोमवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 206 रिकॉर्ड किया गया, जो खराब कैटेगरी में है. आनंद विहार में एक्यूआई 347 पहुंच गया. इसके अलावा गाजियाबाद के वसुंधरा में 250, नोएडा के सेक्टर-62 में 195 और मंदिर मार्ग में 209 दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक, हवा की रफ्तार में कमी के कारण वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है. मंगलवार को थोड़ी राहत मिल सकती है. Delhi: Major pollutants PM 2.5 at 206 in 'Poor' category and PM 10 at 192 in 'Moderate' category, in Lodhi Road area, according to the Air Quality Index (AQI) data. pic.twitter.com/OMa9ArXrSF — ANI (@ANI) December 2, 2019 हालांकि नवंबर में सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले दिनों का सामना करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को प्रदूषण के स्तर में जबरदस्त सुधार दर्ज किया गया था. यहां एक्यूआई घटकर दहाई अंक में 'संतोषजनक' श्रेणी में पहुंच गया. केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता एवं मौसम अनुमान प्रणाली (सफर) के मुताबिक, यहां कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 97 दर्ज किया गया था. सफर के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले दिनों बारिश हुई है, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ. दिवाली के बाद राष्ट्रीय राजधानी की हवा जहरीली हो गई थी और पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने दिल्ली-एनसीआर में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था और लोगों को खासकर बच्चों और बुजुर्गों को घर से कम से कम बाहर निकलने की सलाह दी थी.
संविधान के प्रारूपकारों ने मुख्य रूप से उन लोगों के बीच एक समझौते के रूप में एक द्विसदनीय कांग्रेस बनाई, जो महसूस करते थे कि प्रत्येक राज्य, क्योंकि यह संप्रभु है, को समान रूप से प्रतिनिधित्व किया जाना चाहिए, और जो लोग महसूस करते थे कि विधायिका को सीधे लोगों का प्रतिनिधित्व करना चाहिए, जैसा कि हाउस ऑफ कॉमन्स ने किया था। ग्रेट ब्रिटेन। यह विचार कि एक सदन लोगों का समान रूप से प्रतिनिधित्व करता है, जबकि दूसरा जनसंख्या की परवाह किए बिना राज्यों को समान प्रतिनिधित्व देता है, कनेक्टिकट समझौता के रूप में जाना जाता था। ऐसी भी इच्छा थी कि दो सदन हों जो एक-दूसरे पर आंतरिक जाँच का कार्य कर सकें। एक का उद्देश्य लोगों द्वारा सीधे निर्वाचित "पीपुल्स हाउस" होना था, और छोटी शर्तों के साथ प्रतिनिधियों को अपने घटकों के करीब रहने के लिए बाध्य करना था। दूसरे का उद्देश्य राज्यों का इस हद तक प्रतिनिधित्व करना था कि उन्होंने राष्ट्रीय सरकार को स्पष्ट रूप से सौंपी गई शक्तियों को छोड़कर अपनी संप्रभुता बरकरार रखी। इस प्रकार सीनेट को संयुक्त राज्य अमेरिका के लोगों की समान रूप से सेवा करने के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया था। संविधान में प्रावधान है कि कानून पारित करने के लिए दोनों सदनों की मंजूरी आवश्यक है। पहली बार 1789 में बुलाई गई, संयुक्त राज्य अमेरिका की सीनेट का गठन प्राचीन रोमन सीनेट के उदाहरण पर किया गया था। यह नाम बड़ों की परिषद के लिए लैटिन सेनेटस से लिया गया है (सेनेक्स से जिसका अर्थ लैटिन में बूढ़ा आदमी है)। जेम्स मैडिसन ने सीनेट के बारे में निम्नलिखित टिप्पणी की:
नोकिया एक बार फिर से धमाकेदार तरीके से अपने स्मार्टफोन के साथ वापसी करने के लिए तैयार है. पिछली कई रिपोर्ट्स में हमने आपको बताया है कि कंपनी जल्द ही अपना पहला एंड्रॉयड स्मार्टफोन लॉन्च करेगी. आप सोच रहे होंगे इस स्मार्टफोन के अंदर क्या होगा और यह कैसे दूसरों अलग होगा, क्योंकि बाजार में एंड्रॉयड स्मार्टफोन की भरमार है. आपको बता दें कि नोकिया के पहला एंड्रॉयड स्मार्टफोन भले हो, लेकिन इसमें कंपनी अपना खास लॉन्चर देगी जो आपको पुराने नोकिया की फील देगा जिससे आप हमेशा से जुड़े हैं. अगर नोकिया यूज किया है तो. बहरहाल, गीकबेंच की वेबसाइट के मुताबिक Nokia D1C की कीमत भारी भरकम तो नहीं होगी, लेकिन स्पेसिफिकेशन्स अच्छे होंगे. गीकबेंच वाली रिपोर्ट्स पहले भी बताई थी. अब ताजी रिपोर्ट है कि मशहूर शख्स जो इंडस्ट्री से स्मार्टफोन्स की खबरे लीक करने में नंबर-1 माने जाते हैं उन्होंने इसके स्पेसिफिकेशन के बारे में बताया है. उन्होंने ट्विटर पर एक फोटो पोस्ट की है जिससे आपको नोकिया के अगले स्मार्टफोन के बारे में कुछ अंदाजा हो जाएगा. दरअसल इस फोटो में Nokia D1C के कथित स्पेसिफिकेशन्स दर्ज हैं. इसके मुताबिक इसमें 5.5 इंच की फुल एचडी डिस्प्ले के साथ 1.4GHz स्पीड वाला क्वॉल्कॉम स्नैपड्रैगन ऑक्टाकोर प्रोसेर दिया जाएगा. ग्राफिक्स के लिए इसमें Adreno 505 GPU होगा. Nokia D1C में 3GB रैम के साथ 16GB की इंटरनल मेमोरी दी जाएगी. खास बात यह है कि यह एंड्रॉयड के नए वर्जन यानी नूगट 7.0 पर चलेगा. फोटोग्राफी के लिए इसमें 16 मेगापिक्सल रियर ऑटोफोकस कैमरा दिया जाएगा . सेल्फी के लिए 8 मेगापिक्सल कैमरा होगा, लेकिन इसमें फ्लैश होगा या नहीं ये साफ नहीं है. हालांकि दोनों कैमरे से फुल एचडी रिकॉर्डिंग हो सकती है. स्पेसिफिकेशन के लिहाज से भारत में इस स्मार्टफोन की कीमत 15,000 रुपये से कम की ही हो सकती है. हालांकि कंपनी इसके बाद हाई एंड सेग्मेंट के लिए भी स्मार्टफोन लॉन्च करेगी. देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस स्मार्टफोन से नोकिया एक बार फिर से मोबाइल फोन बाजार में बादशाहत कायम करेगी. हालांकि धीरे धीरे और भी चीजें साफ होंगी, इसलिए इस लीक्ड हार्डवेयर को आखिरी नहीं माना जा सकता है.
लेख: मध्य प्रदेश के जबलपुर में कई टीवी सीरियलों में काम कर चुके 38 साल के कलाकार कमलेश पांडे ने सोमवार की देर रात को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, संजीवनी नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले अंजनी चतुर्वेदी के निवास पर कमलेश सोमवार की रात को पहुंचे, कमलेश रिश्ते में अंजनी के साढ़ू थे. वह नशे की हालत में थे, उन्होंने पहले हवा में फायर की, उसके बाद खुद को गोली मार ली. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अंजनी चतुर्वेदी की बेटी पूजा चतुर्वेदी ने पुलिस को बताया कि उसके मौसा कमलेश सोमवार की देर रात को उसके घर आए थे, नशे में थे और उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ झगड़ा किया, उसके बाद छत पर जाकर बिना लाइसेंस की रिवाल्वर से गोली चलाई. कमलेश के हाथ में रिवाल्वर देखकर किसी की उनके पास तक जाने की हिम्मत नहीं पड़ी. उसके बाद रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली और वह जमीन पर गिर गया. कार से मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टर ने कमलेश पांडे को मृत घोषित कर दिया. टिप्पणियां कमलेश 'क्राइम पेट्रोल', 'ये हैं मोहब्बते', 'काला टीका', 'टशन ए इश्क', 'दीया और बाती' सहित अन्य टीवी धारावाहिकों में अभिनय कर चुके हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, संजीवनी नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले अंजनी चतुर्वेदी के निवास पर कमलेश सोमवार की रात को पहुंचे, कमलेश रिश्ते में अंजनी के साढ़ू थे. वह नशे की हालत में थे, उन्होंने पहले हवा में फायर की, उसके बाद खुद को गोली मार ली. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अंजनी चतुर्वेदी की बेटी पूजा चतुर्वेदी ने पुलिस को बताया कि उसके मौसा कमलेश सोमवार की देर रात को उसके घर आए थे, नशे में थे और उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ झगड़ा किया, उसके बाद छत पर जाकर बिना लाइसेंस की रिवाल्वर से गोली चलाई. कमलेश के हाथ में रिवाल्वर देखकर किसी की उनके पास तक जाने की हिम्मत नहीं पड़ी. उसके बाद रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली और वह जमीन पर गिर गया. कार से मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टर ने कमलेश पांडे को मृत घोषित कर दिया. टिप्पणियां कमलेश 'क्राइम पेट्रोल', 'ये हैं मोहब्बते', 'काला टीका', 'टशन ए इश्क', 'दीया और बाती' सहित अन्य टीवी धारावाहिकों में अभिनय कर चुके हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अंजनी चतुर्वेदी की बेटी पूजा चतुर्वेदी ने पुलिस को बताया कि उसके मौसा कमलेश सोमवार की देर रात को उसके घर आए थे, नशे में थे और उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ झगड़ा किया, उसके बाद छत पर जाकर बिना लाइसेंस की रिवाल्वर से गोली चलाई. कमलेश के हाथ में रिवाल्वर देखकर किसी की उनके पास तक जाने की हिम्मत नहीं पड़ी. उसके बाद रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली और वह जमीन पर गिर गया. कार से मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टर ने कमलेश पांडे को मृत घोषित कर दिया. टिप्पणियां कमलेश 'क्राइम पेट्रोल', 'ये हैं मोहब्बते', 'काला टीका', 'टशन ए इश्क', 'दीया और बाती' सहित अन्य टीवी धारावाहिकों में अभिनय कर चुके हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कमलेश के हाथ में रिवाल्वर देखकर किसी की उनके पास तक जाने की हिम्मत नहीं पड़ी. उसके बाद रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली और वह जमीन पर गिर गया. कार से मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टर ने कमलेश पांडे को मृत घोषित कर दिया. टिप्पणियां कमलेश 'क्राइम पेट्रोल', 'ये हैं मोहब्बते', 'काला टीका', 'टशन ए इश्क', 'दीया और बाती' सहित अन्य टीवी धारावाहिकों में अभिनय कर चुके हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कमलेश 'क्राइम पेट्रोल', 'ये हैं मोहब्बते', 'काला टीका', 'टशन ए इश्क', 'दीया और बाती' सहित अन्य टीवी धारावाहिकों में अभिनय कर चुके हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हासन ने कहा, ‘‘मैंने फिल्म (पद्मावती) नहीं देखी. किसी ने भी ‘विश्वरूपम’ नहीं देखी थी लेकिन फिर भी वह मुझ पर प्रतिबंध लगाना चाहते थे, यह गलत है. उसे रिलीज करना चाहिए और अगर फिर कुछ होगा तो मैं समझ सकता हूं. मुझे लगता है कि हम अत्यधित संवेदनशील हो रहे हैं. मैं फिल्म निर्माता के तौर पर नहीं बल्कि एक भारतीय के तौर पर बोल रहा हूं.’’ (इनपुट भाषा से)
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मेक इन इंडिया' योजना को लेकर उन पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि यह काम नहीं कर रही है और यह महज इवेंट मैनेजमेंट का हिस्सा है.टिप्पणियां उन्होंने कहा, मेक इन इंडिया (योजना) विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए थी. यह सवाल नहीं है कि क्या यह काम करेगी, इसे काम करना चाहिए. आज के समय में यह काम नहीं कर रही है. मुखर होने के लिए माफी, लेकिन यह योजना महज इवेंट मैनेजमेंट का हिस्सा है.' चिदंबरम पूर्व आरबीआई गवर्नर डी सुब्बाराव की पुस्तक 'हू मूव्ड माय इंटरेस्ट रेट?' के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, मेक इन इंडिया (योजना) विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए थी. यह सवाल नहीं है कि क्या यह काम करेगी, इसे काम करना चाहिए. आज के समय में यह काम नहीं कर रही है. मुखर होने के लिए माफी, लेकिन यह योजना महज इवेंट मैनेजमेंट का हिस्सा है.' चिदंबरम पूर्व आरबीआई गवर्नर डी सुब्बाराव की पुस्तक 'हू मूव्ड माय इंटरेस्ट रेट?' के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पाक अधिकृत कश्मीर के 'प्रधानमंत्री' राजा फारूक हैदर खान ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी सरकार को एक प्रस्ताव सौंपा है जिसमें करतारपुर गलियारे की तर्ज पर सिखों, हिंदुओं और बौद्धों के लिये धार्मिक स्थलों को खोलने की बात कही गई है. हैदर ने मीरपुर में एक कार्यक्रम में कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हिंदू, सिख और बौद्धों के करीब 600 तीर्थस्थल हैं जिनमें शारदा और अली बेग भी शामिल हैं. अधिकारी इन स्थलों के जीर्णोद्धार की योजना बना रहे हैं जिससे जम्मू कश्मीर के तीर्थयात्रियों के लिये इसे खोला जा सके. उन्होंने कहा कि इस कदम से क्षेत्र में पर्यटन को बड़ा बढ़ावा मिलने के साथ ही दोनों देशों के लोगों और सरकारों के बीच विश्वास भी बढ़ेगा जिससे क्षेत्र के विवाद शांतिपूर्ण ढंग से हल हों. हैदर ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान सरकार से कहा है कि जिस तरह से हाल ही में पंजाब में सिखों के लिये करतारपुर गलियारा खोला गया है उसी तरह पीओके और जम्मू कश्मीर के बीच सभी परंपरागत मार्गों को धार्मिक यात्रियों के लिये खोला जाए. गौरतलब है क‍ि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पाकिस्तान के फैसले को वहां की सेना और ISI की साजिश करार दिया था. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि पंजाब में फिर से खालिस्तान मूवमेंट और आतंकवाद को खड़ा करने के लिए पाकिस्तान इस कॉरिडोर का गलत इस्तेमाल कर सकता है.
इस कारोबारी हफ्ते के चौथे दिन की तेज शुरुआत करने के बाद शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई. इसकी वजह से गुरुवार को बाजार गिरावट के साथ बंद हुए. गुरुवार को सेंसेक्स जहां 73 अंक टूटकर 35,246 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 25 अंकों की गिरावट के साथ 10,717 के स्तर पर बंद हुआ. गुरुवार के कारोबार में एनएसई सूचकांक पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान के ऊपर बंद हुए. कारोबार बंद होने के दौरान भारती एयरटेल , ओएनजीसी और टेक मह‍िंद्रा के शेयर टॉप गेनर में शामिल रहे. हालांकि टाटा मोटर्स और सिप्ला के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. बता दें कि सुबह बाजार ने तेज शुरुआत की थी. ईरान परमाणु समझौते से अमेर‍िका के बाहर निकलने का बुधवार को बाजार पर ज्यादा असर नहीं दिखा. गुरुवार की सुबह को भी यही स्थिति बनी रही. इस कारोबारी हफ्ते के चौथे दिन शेयर बाजार ने तेज शुरुआत की. गुरुवार को सेंसेक्स 172.63 अंक बढ़कर 35,491.98 के स्तर खुला. वहीं, निफ्टी में भी 39.65 अंकों की बढ़त शुरुआती कारोबार में दिखी. इसके बूते निफ्टी 10,781.35 के स्तर पर कारोबार पहुंचा.
2001 में स्कॉर्पियन्स ने सजीव एलबम अकोस्टिका जारी किया जिसमें बैंड के सबसे सफल और नये ट्रैक में ध्वनि को पुनः प्रदर्शित किया। इसकी जहां प्रशंसकों ने तारीफ की, वहीं कुछ लोग नये स्टूडियो एलबम की कमी से निराश हुए और अकोस्टिका ने बैंड को लोकप्रियता दिलाने में थोड़ी-सी सहायता प्रदान की.
यह एक लेख है: पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह अफगानिस्तान में भारत को बड़ी भूमिका दिये जाने के खिलाफ है क्योंकि यह क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए अच्छा नहीं होगा. विदेश कार्यालय प्रवक्ता नफीस जकारिया ने संवाददाता सम्मेलन में भारत पर आरोप लगाया कि वह पाकिस्तान को अस्थिर करने के लिए अफगानिस्तान की सरजमीं का प्रयोग कर रहा है.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान का रुख बहुत स्पष्ट रहा है कि अफगानिस्तान में भारत की बढ़ी हुई भूमिका क्षेत्रीय स्थिरता के हित में नहीं होगी.’ उन्होंने ये टिप्पणियां ऐसे समय कीं जब कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपनी नई दक्षिण एशिया नीति में भारत के लिए बढ़ी हुई भूमिका मांगी थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान का रुख बहुत स्पष्ट रहा है कि अफगानिस्तान में भारत की बढ़ी हुई भूमिका क्षेत्रीय स्थिरता के हित में नहीं होगी.’ उन्होंने ये टिप्पणियां ऐसे समय कीं जब कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपनी नई दक्षिण एशिया नीति में भारत के लिए बढ़ी हुई भूमिका मांगी थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कहते हैं कि प्यार का इजहार करना सबसे मुश्किल होता है. हमें लगता है कि कहीं उसने 'ना' कह दिया तो. कई बार होता है कि आशिक 'उनसे' चाहकर भी दिल की बात कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं. ऐसे प्रेमी चाहते हैं कि कुछ ऐसी तरकीब मिले जिससे लड़की को खुद प्यार का अहसास हो जाए. हम आपको कुछ ऐसी ही तरकीबें बताने जा रहे हैं... 1. उन्हें हमेशा स्पेशल अहसास कराएं. चाहे वह कोई प्रेम कविता हो या फिर कोई प्यारा गाना. गुड मॉर्निंग या गुड नाइट विश करने के लिए भी आप कुछ स्पेशल कर सकते हैं. बस मूड का ख्याल रखें ऐसा ना हो कि वे किसी बात को लेकर परेशान हैं और आप किसी कविता का पाठ करने की ज़िद बांधे हुए हैं. 2. इमानदारी लड़कियों को बहुत पसंद होती है. वे जब साथ हों तो कोई ऐसा काम ना करें जिससे उन्हें लगे कि आप उनके प्रति इमानदार नहीं हैं. किसी दूसरी लड़की से उनकी तुलना करना या उनके सामने किसी और लड़की को घूरना उन्हें बुरा लग सकता है. 3. इंसान को एक-दूसरे की ज़रूरत होती है. जब भी वे ज़रूरत में हों आपको उनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए. पहले अच्छा दोस्त बनें. दोस्ती से ही प्यार के रास्ते खुलते हैं. पत्नी से कभी ना कहें ये 5 बातें 4. हर लड़की को फूल पसंद होते हैं. लाल गुलाब नहीं तो किसी और रंग के फूल तो आप उन्हें दे ही सकते हैं. जब भी मिलें उत्साह के साथ मिलें. उनको सुनें और समझें, प्यार हो जाएगा. सर्दी में इस तरह पहनें साड़ी, दिखेंगी स्टाइलिश 5. अच्छा मूड देख के आप उनके साथ फ्लर्ट कर सकते हैं. इसी तरह कभी मौका मिले तो फ्लर्टी मैसेज भी भेज सकते हैं. उनसे परोक्ष रूप से इजहार का एक भी मौका हाथ से ना जानें दें. 6. आंखों को दिल की ज़ुबान कहा जाता है. अच्छा मूड हो तो प्यार से उनकी आंखों में देखें बात दिल तक पहुंचेगी.
आईपीएल के 10वें सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल करेंगे. उन्हें मुरली विजय की जगह चुना गया है. किंग्स पंजाब ने पिछले सीजन के बीच में ही द.अफ्रीकी बल्लेबाज डेविड मिलर को हटा कर मुरली विजय को कप्तानी सौंपी थी. दरअसल, मिलर की कप्तानी में पंजाब ने अपने छह शुरुआती मैचों में से पांच गंवा दिए थे. पंजाब का पिछले सत्र में प्रदर्शन काफी खराब रहा था. उसने 14 मैचों में से केवल 4 मैच ही जीते थे. इयोन मॉर्गन भी थे कप्तानी की होड़ में आईपीएल के मौजूदा सीजन की शुरुआत पांच अप्रैल से होगी. पंजाब ने इस बार इंग्लिश कप्तान इयोन मॉर्गन को भी टीम में शामिल किया है. ऐसी चर्चा थी कि इंग्लिश स्टार मोर्गन को ही टीम की कमान सौंपी जाएगी. आखिरकार टीम ने मैक्सवेल को कप्तानी के लिए उपयुक्त पाया. 2014 में फाइनल तक पहुंचा चुके हैं मैक्सवेल 2014 सीजन में मैक्सवेल ने अपनी शानदार बल्लेबाजी की बदौलत पंजाब को फाइनल तक पहुंचाया था. उस सीजन में उन्होंने 16 मैचों में 187.75 की स्ट्राइक रेट से 552 रन बनाए थे. मैक्सवेल ने अब तक आईपीएल के 43 मैचों में 161.61 के स्ट्राइक रेट से 918 रन बनाए हैं. अगर पिछले दो सीजन की बात की जाए,तो मैक्सवेल का प्रदर्शन खराब रहा है, उन्होंने 22 मैचों में केवल 324 रन ही बनाए हैं.
तेलंगाना बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन आज 10वीं (SSC - Secondary School Certificate) का रिजल्ट जारी कर सकता है. छात्र रिजल्‍ट देखने के लिए www.bsetelangana.org पर लॉग इन कर देख सकते हैं. यह परीक्षा 21 मार्च से शुरू होकर 9 अप्रैल तक चली थी. परीक्षा में 5.56 लाख विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था. ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर छात्र अपना रोल नंबर समेत तमाम आवश्यक जानकारी डालें और समिट करें. रिजल्ट आपकी स्क्रीन पर होगा. 2015 में 77.56 फीसदी परीक्षा परिणाम रहा था. 2015 की परीक्षा आंध्र प्रदेश से अलग होने के बाद पहली परीक्षा थी.
लोकसभा में इस बार बांग्ला सिनेमा की दो एक्ट्रेस मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) और नुसरत जहां (Nusrat Jahan) चुनकर आई हैं. मिमी और नुसरत ने जैसे ही पहले दिन संसद भवन में एंट्री मारी, सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया. सोशल मीडिया पर उनकी मॉडर्न ड्रेसेस और सेल्फी लेने को लेकर खूब हंगामा मचा. मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) और नुसरत जहां (Nusrat Jahan) को खूब ट्रोल भी किया गया. लेकिन तृणमूल कांग्रेस (TMC) की इन दोनों सासंदों को सोशल मीडिया पर जमकर समर्थन भी मिला. जहां उन्हें निशाना बनाने वाले लोग मौजूद थे, वहीं उनका साथ देने के लिए कई नेता भी आगे आए. आप नेता अलका लांबा (Alka Lamba) ने दोनों के समर्थन में ट्वीट किया है. अलका लांबा का ये ट्वीट खूब वायरल भी हो रहा है.  कुछ ग़ुलाम मानसिकता के रोगी #पुरुष, #महिला सांसदों के पहनावे को देख कर परेशान हो रहे हैं,अभी से उन्हें महिलाओं की संसद में उपस्थिति चुभने सी लगी है, उन्हें बस कपड़ों से परेशानी है- उन्हें #आतंकी-अपराधी-अनपढ़-भ्र्ष्टाचारी-बलात्कारियों के #संसद पहुँचने से कोई परेशानी नही होती. pic.twitter.com/tUlcOruUcv मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) और नुसरत जहां (Nusrat Jahan) को लेकर अल्का लांबा (Alka Lamba) ने ट्वीट किया हैः 'कुछ गुलाम मानसिकता के रोगी पुरुष, महिला सांसदों के पहनावे को देख कर परेशान हो रहे हैं, अभी से उन्हें महिलाओं की संसद में उपस्थिति चुभने सी लगी है, उन्हें बस कपड़ों से परेशानी है- उन्हें आतंकी-अपराधी-अनपढ़-भ्र्ष्टाचारी-बलात्कारियों के #संसद पहुंचने से कोई परेशानी नही होती.' इस तरह उन्होंने जहां मिमी और नुसरत का साथ दिया है, वहीं उन्होंने प्रज्ञा ठाकुर भी निशाना साधा है.  A post shared by Nusrat (@nusratchirps) on May 27, 2019 at 1:11am PDT बता दें कि मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) ने पश्चिम बंगाल के जाधवपुर लोकसभा सीट से चुनाव में जीत हासिल की और नुसरत जहां (Nusrat Jahan) ने बसीरहाट लोकसभा सीट से जीत हासिल की है. मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं. मिमी चक्रवर्ती बंगाली फिल्मों और टेलीवीजन जगत का जाना पहचाना नाम बन गई है. सिनेमा में आने से पहले उन्होंने मॉडलिंग भी की है. मिमी चक्रवर्ती की डेब्यू फिल्म 'बपी बारी जा' थी, जो साल 2012 में रिलीज हुई थी. उन्होंने कई शो में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. A post shared by Mimi (@mimichakraborty) on May 27, 2019 at 4:13am PDT मिमी चक्रवर्की का जन्म जलपाईगुड़ी में हुआ. नुसरत जहां (Nusrat Jahan) ने भी टीएमसी (TMC) के टिकट पर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की.  नुसरत जहां ने 'सोत्रू' से अपने फिल्मी करियर का आगाज किया. उन्हें 'खिलाड़ी', 'अंकुश हजरा', 'सोंधे नमार आगे' जैसी फिल्मों में निभाए गए यादगार रोल के लिए जाना जाता है.
यह लेख है: लोकसभा (Lok Sabha) और विधानसभा की कई सीटों के लिए होने जा रहे उपचुनावों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि एक दिन बाकी रह जाने पर कांग्रेस (Congress) ने रविवार को बिहार की एक संसदीय सीट और राजस्थान व उत्तर प्रदेश की चार विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित किए. कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने जारी एक बयान में कहा है, 'कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने बिहार की आरक्षित समस्तीपुर सीट से अशोक कुमार की उम्मीदवारी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.' समस्तीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव यहां के सांसद लोक जनशक्ति पार्टी लोजपा के सदस्य रामचंद्र पासवान के निधन के कारण कराना पड़ रहा है. उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में बिहार में विपक्षी महागठबंधन 40 सीटों में से सिर्फ एक सीट जीत पाया था.  कांग्रेस ने इसके अलावा बिहार की किशनगंज विधानसभा सीट से सईदा बानू, राजस्थान की मंडावा और खीवसर विधानसभा सीटों से क्रमश: रीता चौधरी और हरेंद्र मिर्धा और उत्तर प्रदेश की बल्हा विधानसभा सीट से मन्नू देवी को उम्मीदवार बनाया है. किशनगंज के कांग्रेस विधायक मोहम्मद जावेद लोकसभा के लिए निर्वाचित हो गए, और इसी तरह राजस्थान के खीवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल और मंडावा के भाजपा विधायक नरेंद्र कुमार क्रमश: नागौर और झुझुनूं लोकसभा सीटों से निर्वाचित हो गए, जिस कारण इन सभी सीटों पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी है. बल्हा से भाजपा विधायक अक्षयवर लाल गौड़ इस साल बहराइच लोकसभा सीट से निर्वाचित हो गए, इसलिए बल्हा सीट पर भी विधानसभा उपचुनाव होना है. निर्वाचन आयोग ने 21 सितंबर को उपचुनाव के कार्यक्रम घोषित किए। मतदान 21 अक्टूबर को होगा, जबकि मतों की गिनती 24 अक्टूबर को होगी.
हॉलीवुड स्टार बन चुकीं प्रियंका चोपड़ा इन दिनों अमेरिकन सिंगर और एक्टर निक जोनस के साथ अपने रिलेशनशिप को लेकर सुर्खियों में हैं. दोनों कलाकारों को आजकल साथ में समय बिताते देखा जा सकता है. हाल ही में निक के भाई केविन जोनस ने प्रियंका की तारीफ की है. E! को दिए गए इंटरव्यू में जब केविन से पूछा गया कि क्या वो कभी  क्वेंटिको एक्ट्रेस से मिले हैं तो इस पर केविन ने कहा- मैं पहले उनसे मिल चुका हूं. वो सुपर ऑसम हैं. बाकी ये निक का निजी मामला है और निक के ऊपर है कि वो प्रियंका को कितना समझते हैं और उनके बारे में क्या कहते हैं. दोस्त की शादी में साथ दिखे प्रियंका और निक, PHOTO VIRAL इसके अलावा अगर निक की बात करें तो हालिया रिपोर्ट में तो ये भी सामने आया है कि वो प्रियंका को काफी पसंद करते हैं और उनके साथ शादी करना चाहते हैं. उनका प्लान प्रियंका के साथ सेटल होने का है और वो इस रिश्ते से बच्चों की भी ख्वाहिश रखते हैं. प्रियंका और निक के रिलेशनशिप की खबरों ने तब जोड़ पकड़ा जब दोनों को निक के एक खास दोस्त की शादी में साथ शरीक होते देखा गया. इसके अलावा दोनों अब अपने रिलेशनशिप को किसी से छिपाने की मंशा भी नहीं रख रहे. हाल ही में दोनों को डिनर डेट पर भी देखा गया था. Love in the Air: अब प्रियंका ने बॉयफ्रेंड निक की फोटो पर किया कमेंट बता दें कि प्रियंका और निक की उम्र का अंतर भी इस रिलेशनशिप को रोचक बनाता है.  कई बार दोनों को इससे जुड़े सवाल पूछे भी जाते हैं. सबसे पहले ये दोनों कलाकार ''मेट गाला, 2015'' में साथ दिखे थे.
बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट (Alia Bhatt) और एक्टर रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) को लेकर आए दिन कोई न कोई खबर मीडिया के सुर्खियों में बनी रहती है. दोस्ती की अफवाहों पर डीएनए की रिपोर्ट माने तो कहा जा रहा है कि इस कपल ने पहले से ही सगाई कर ली है. डीएनए के रिपोर्ट्स के मुताबिक रणबीर कपूर ने स्विटजरलैंड के सेंट मॉरिट्ज में घुटने पर बैठकर आलिया भट्ट से सवाल पूछा था. हालांकि न तो आलिया और न ही रणबीर ने इस बात की पुष्टि की है. इस रिपोर्ट में यह भी कहा, 'हाल ही में एक अवॉर्ड शो में आलिया भट्ट के लिए रणबीर कपूर अपने घुटने पर बैठ गए. यह बिल्कुल वैसा ही था, जैसा उन्होंने स्विटजरलैंड के सेंट मॉरिट्स में किया था. रणलिया (जैसा कि रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के फैन्स उन्हें बुलाते हैं) ने इंगेजमेंट पार्टी को सेलिब्रेट करने के लिए ग्रैंड पार्टी का आयोजन किया था. रणबीर कपूर के इस चार्म पर आलिया भट्ट शरमा भी गईं.' यह पूरी बातें डीएनए ने अपने रिपोर्ट में बताई. आलिया और रणबीर की शादी की अटकलों के बारे में यह पहली रिपोर्ट नहीं है. आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, कपूर परिवार के एक करीबी सूत्र ने कहा कि ऋषि कपूर, रणबीर की आलिया के साथ शादी की तैयारियों के लिए वापस आ सकते हैं.'' आईएएनएस ने सूत्र के हवाले से कहा, ''ऋषि कपूर होमसिक हैं और घर लौटने के लिए बहुत उत्सुक हैं. उनके पास शादी के लिए प्लान है, लेकिन अभी वह लौटने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं.” आलिया भट्ट (Alia Bhatt) और रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) के बारे में कहा जाता है कि वे एक दूसरे को डेट कर रहे हैं और हाल ही में एक अवॉर्ड शो के दौरान दोनों के बीच कुछ ऐसा हुआ कि वीडियो वायरल हो गया. रणबीर कपूर और आलिया भट्ट का ये वीडियो जी सिने अवार्ड्स (Zee Cine Awards) के दौरान का है. कई फैन्स क्लब ने रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के इस वीडियो को शेयर किया है. A post shared by Ranbir Kapoor (@ranbirfanbase) on Mar 31, 2019 at 11:10pm PDT आलिया भट्ट को 'राजी' फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस (व्यूअर्स चॉयस) अवॉर्ड दिए जाने का ऐलान होता है तो रणबीर कपूर उन्हें गले लगाते हैं, लेकिन दोनों के बीच कन्फ्यूजन हो जाता है. आलिया भट्ट (Alia Bhatt) और रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसी पुरस्कार समारोह में रणबीर कपूर को 'संजू' के लिए बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड से से नवाजा गया है. आलिया भट्ट और रणबीर कपूर की जोड़ी अयान मुखर्जी की अगली फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' में भी नजर आएगी. फिल्म में आलिया और रणबीर कपूर के साथ अमिताभ बच्चन भी लीड रोल में हैं. फिल्म के प्रोड्यूसर करण जौहर हैं.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: उत्तरी कश्मीर के हज्जान इलाके में आतंकवादियों ने आज रात बीएसएफ के जवान की उसके घर में घुसकर हत्या कर दी और परिवार के चार सदस्यों को घायल कर दिया. शहीद जवान रमीज अहमद पारी (33 साल) का ताल्लुक बीएसएफ की 73वीं बटालियन से था. पुलिस ने बताया कि आतंकवादी बीएसएफ जवान के घर में दाखिल हुए और परिवार के सदस्यों पर अंधाधुंध गोलीबारी करने लगे. रमीज छुट्टियों में घर आए हुए थे. बीएसएफ के इस जवान की मौके पर ही मौत हो गई. रमीज के परिवार के चार सदस्य- पिता, दो बेटे और चाची घायल हैं. जवान की चाची की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि तीन अन्य की हालत स्थिर है. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने इस घटना को ‘बर्बर और आमनवीय’ करार दिया और कहा कि दोषियों को दंडित किया जाएगा. रमीज ने बीएसएफ में छह साल तक सेवा दी है. गौरतलब है कि इसी साल नौ मई को कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले सेना के अधिकारी उमर फैयाज का आतंकवादियों ने अपहरण किया था और गोली मारकर हत्या कर दी थी.  इससे पहले 9 मई को शोपियां में छुट्टी पर आए लेफ़्टिनेंट उमर फैयाज़ की भी आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी. रमीज ने बीएसएफ में छह साल तक सेवा दी है. गौरतलब है कि इसी साल नौ मई को कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले सेना के अधिकारी उमर फैयाज का आतंकवादियों ने अपहरण किया था और गोली मारकर हत्या कर दी थी.  इससे पहले 9 मई को शोपियां में छुट्टी पर आए लेफ़्टिनेंट उमर फैयाज़ की भी आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी.
जॉर्ज एल्वुड स्मिथ (जन्म- 10 मई 1930) एक अमेरिकन वैज्ञानिक हैं। जो कि आवेश-युग्मित युक्ति (चार्ज कपल्ड डिवाइज़, या सीसीडी) के सह-आविष्कर्ता हैं। उन्हें 2009 के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार के एक चतुर्थांश से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें "एक छविकारी अर्धचालक परिपथ अर्थात् सीसीडी संवेदक के आविष्कार" के लिए दिया गया है। स्मिथ का जन्म व्हाइट प्लेन्स, न्यू यॉर्क में हुआ। उन्होंने सं.रा. नौसेना में सेवा की तथा पेनसिल्वानिया विश्वविद्यालय से 1955 में बीएससी की उपाधि प्राप्त की तथा 1959 में शिकागो विश्वविद्यालय में केवल तीन पृष्ठों के शोधप्रबंध (डिसर्टेशन) के साथ पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 1959 से 1986 तक बेल् लैब्स में, मर्रे हिल, न्यू जर्सी में कार्य किया, जहाँ उन्होंने नोवेल लेसरों तथा अर्धचालक युक्तियों पर अनुसंधान का नेतृत्व किया। अपनी कार्यावधि में स्मिथ को दर्जनों पेटेंट प्रदान किये गये तथा अंततः वे वीएलएसआई युक्ति विभाग के प्रधान बने। 1969 में स्मिथ तथा विलार्ड बॉयल ने आवेश-युग्मित युक्ति का आविष्कार किया, जिसके लिए उन्होंने 1973 में फ्रैंकलिन संस्थान का स्टुअर्ट बैलैन्टाइन पदक प्राप्त किया, तथा 1974 का आईट्रिपलई मॉरिस एन. लीबमैन् मैमोरियल अवार्ड और 2006 का चार्ल्स स्टार्क ड्रैपर पुरस्कार और 2009 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया। बॉयल व स्मिथ दोनों ही जुनूनी खेवैये भी थे, जिन्होंने कई यात्राएँ साथ-साथ कीं। सेवानिवृत्ति के पश्चात् स्मिथ ने अपनी पत्नी जैनेट् के साथ पाँच वर्ष तक संसारव्यापी नौयात्रा की। अन्ततः 2001 में उन्होंने अपने इस शौक को त्याग दिया। इन्हें भी देखें नोबेल पुरस्कार विजेताओं की सूची सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ Nobel Prize information George E. Smith Biography at the National Academy of Engineering website Invention Hall of Fame Biography नोबेल पुरस्कार विजेता भौतिक विज्ञानी
बिहार की राजधानी पटना के एक नामी स्कूल में एलकेजी की एक छात्रा के साथ कथित तौर पर अप्राकृतिक यौनाचार और उसके गुप्तांग से छेड़छाड़ करने के आरोप में स्कूल की दो शिक्षिका को गिरफ्तार किया गया. पटना के पुलिस अधीक्षक (नगर) चंदन कुशवाहा ने शनिवार को बताया कि मेडिकल जांच में पुष्टि के बाद शुक्रवार रात दोनों आरोपी शिक्षिकाओं को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि पीड़ित बच्ची के परिजनों के बयान के आधार पर पटना महिला थाना में तीन नवंबर को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 और यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि पटना के गांधी मैदान के पास स्थित संत जेवियर स्कूल की एलकेजी की छह वर्षीया एक छात्रा को क्लास के बाद आराम करवाने के बहाने दोनों शिक्षिकाएं उसे विश्राम कक्ष में ले जाती थीं, जहां बच्ची को पोर्टेबल बेड पर लिटा कर उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार करती थीं. इस दौरान बच्ची दर्द से चीखती तो शिक्षिकाएं उसका मुंह बंद कर देती थीं ताकि आवाज कमरे से बाहर नहीं जाए. दोनों ने बच्ची को किसी से इस बात का जिक्र करने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी. बच्ची के नाजुक अंग में लगातार दर्द होने लगा, तब इसकी जानकारी उसके परिजनों को हुई. परिजनों ने इसकी शिकायत स्कूल प्रशासन से भी की. उधर, पुलिस अधिकारी कुशवाहा ने बताया कि पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट में अंदरूनी जख्म होने की बात कही गई है. टिप्पणियां उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी शिक्षकाओं की पहचान बच्ची के माता-पिता से मिली तस्वीरों से की गई. बच्ची टीचर का नाम नहीं बता पा रही थी. वह उन्हें 'बड़ी मैम' और 'छोटी मैम' कहती है. कुशवाहा ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. एसएफएल की टीम ने भी स्कूल के उस कमरे की जांच की है. स्कूल के प्राचार्य फादर जैकब ने कहा कि स्कूल प्रबंधन पुलिस की जांच में हर संभव सहयोग कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पटना के पुलिस अधीक्षक (नगर) चंदन कुशवाहा ने शनिवार को बताया कि मेडिकल जांच में पुष्टि के बाद शुक्रवार रात दोनों आरोपी शिक्षिकाओं को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि पीड़ित बच्ची के परिजनों के बयान के आधार पर पटना महिला थाना में तीन नवंबर को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 और यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि पटना के गांधी मैदान के पास स्थित संत जेवियर स्कूल की एलकेजी की छह वर्षीया एक छात्रा को क्लास के बाद आराम करवाने के बहाने दोनों शिक्षिकाएं उसे विश्राम कक्ष में ले जाती थीं, जहां बच्ची को पोर्टेबल बेड पर लिटा कर उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार करती थीं. इस दौरान बच्ची दर्द से चीखती तो शिक्षिकाएं उसका मुंह बंद कर देती थीं ताकि आवाज कमरे से बाहर नहीं जाए. दोनों ने बच्ची को किसी से इस बात का जिक्र करने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी. बच्ची के नाजुक अंग में लगातार दर्द होने लगा, तब इसकी जानकारी उसके परिजनों को हुई. परिजनों ने इसकी शिकायत स्कूल प्रशासन से भी की. उधर, पुलिस अधिकारी कुशवाहा ने बताया कि पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट में अंदरूनी जख्म होने की बात कही गई है. टिप्पणियां उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी शिक्षकाओं की पहचान बच्ची के माता-पिता से मिली तस्वीरों से की गई. बच्ची टीचर का नाम नहीं बता पा रही थी. वह उन्हें 'बड़ी मैम' और 'छोटी मैम' कहती है. कुशवाहा ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. एसएफएल की टीम ने भी स्कूल के उस कमरे की जांच की है. स्कूल के प्राचार्य फादर जैकब ने कहा कि स्कूल प्रबंधन पुलिस की जांच में हर संभव सहयोग कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस मामले की जांच कर रही है. प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि पटना के गांधी मैदान के पास स्थित संत जेवियर स्कूल की एलकेजी की छह वर्षीया एक छात्रा को क्लास के बाद आराम करवाने के बहाने दोनों शिक्षिकाएं उसे विश्राम कक्ष में ले जाती थीं, जहां बच्ची को पोर्टेबल बेड पर लिटा कर उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार करती थीं. इस दौरान बच्ची दर्द से चीखती तो शिक्षिकाएं उसका मुंह बंद कर देती थीं ताकि आवाज कमरे से बाहर नहीं जाए. दोनों ने बच्ची को किसी से इस बात का जिक्र करने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी. बच्ची के नाजुक अंग में लगातार दर्द होने लगा, तब इसकी जानकारी उसके परिजनों को हुई. परिजनों ने इसकी शिकायत स्कूल प्रशासन से भी की. उधर, पुलिस अधिकारी कुशवाहा ने बताया कि पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट में अंदरूनी जख्म होने की बात कही गई है. टिप्पणियां उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी शिक्षकाओं की पहचान बच्ची के माता-पिता से मिली तस्वीरों से की गई. बच्ची टीचर का नाम नहीं बता पा रही थी. वह उन्हें 'बड़ी मैम' और 'छोटी मैम' कहती है. कुशवाहा ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. एसएफएल की टीम ने भी स्कूल के उस कमरे की जांच की है. स्कूल के प्राचार्य फादर जैकब ने कहा कि स्कूल प्रबंधन पुलिस की जांच में हर संभव सहयोग कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दोनों ने बच्ची को किसी से इस बात का जिक्र करने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी. बच्ची के नाजुक अंग में लगातार दर्द होने लगा, तब इसकी जानकारी उसके परिजनों को हुई. परिजनों ने इसकी शिकायत स्कूल प्रशासन से भी की. उधर, पुलिस अधिकारी कुशवाहा ने बताया कि पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट में अंदरूनी जख्म होने की बात कही गई है. टिप्पणियां उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी शिक्षकाओं की पहचान बच्ची के माता-पिता से मिली तस्वीरों से की गई. बच्ची टीचर का नाम नहीं बता पा रही थी. वह उन्हें 'बड़ी मैम' और 'छोटी मैम' कहती है. कुशवाहा ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. एसएफएल की टीम ने भी स्कूल के उस कमरे की जांच की है. स्कूल के प्राचार्य फादर जैकब ने कहा कि स्कूल प्रबंधन पुलिस की जांच में हर संभव सहयोग कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी शिक्षकाओं की पहचान बच्ची के माता-पिता से मिली तस्वीरों से की गई. बच्ची टीचर का नाम नहीं बता पा रही थी. वह उन्हें 'बड़ी मैम' और 'छोटी मैम' कहती है. कुशवाहा ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. एसएफएल की टीम ने भी स्कूल के उस कमरे की जांच की है. स्कूल के प्राचार्य फादर जैकब ने कहा कि स्कूल प्रबंधन पुलिस की जांच में हर संभव सहयोग कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह लेख है: भारत ने अमेरिकी कॉंग्रेस द्वारा पाकिस्तान सरकार को 532 मिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता देने की घोषणा पर सधी और तीख़ी टिप्पणी दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सय्यद अकबरुद्दीन ने कहा है कि अमेरिका अपनी जनता द्वारा जमा किए गए टैक्स के पैसों का किस तरह से इस्तेमाल करती है ये पूरी तरह से उनका विशेषाधिकार है। अकबरउद्दीन ने आगे कहा कि, हालाँकि भारत सरकार इस बात से सहमत नहीं है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को खत्म करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाई है या अपने देश में स्थित आतंकी संगठनों को जड़ से खत्म करने लिए कोई ठोस कदम उठाया है।   अमेरिकी कॉंग्रेस ने एक सर्टिफिकेट जारी करते हुए कहा है कि, ''पाकिस्तान सरकार ने अल-काय़दा, तालिबान और उनसे जुड़े लशकर-ए-तैबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसी आतंकी संगठनों को अपनी धरती पर से काम करने से रोका है।'' अमेरिकी कॉंग्रेस द्वारा जारी की गई ये सर्टिफिकेट, केरी-ल्यूगर बिल के उस नियम की पूर्ती है जिसके तहत अमेरिका पाकिस्तान को नागरिक सहायता दे सकता है।   सय्यद अकबरुद्दीन के अनुसार, ''भारत इस राय से इत्तेफाक नहीं रखता कि पाकिस्तान आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैबा, जैश-ए-मोहम्मद, हक्कानी नेटवर्क और अल-काय़दा को पाकिस्तान की धरती से खत्म करने के लिए किसी भी तरह की दीर्घकालिक वायदे पर अमल कर रहा है ना ही इस दिशा में कोई ठोस कदम उठा रहा है।" अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी इस महीने के अंत तक पाकिस्तान की यात्रा पर आने वाले हैं, जिससे पहले अमेरिकी कॉंग्रेस ने ये सर्टिफिकेट जारी किया है। केरी अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की गणतंत्र दिवस पर भारत यात्रा से पहले भारत भी आएँगे और गुजरात के गाँधीनगर में वाईब्रेंट गुजरात सम्मिट में हिस्सा लेंगे।
ऐसा लग रहा है कि कृपा बरसाने वाले बाबा यानी निर्मल बाबा लगातार विवादों में घिरते जा रहे हैं. उनके समागम में आने वाले भक्त ही अब उनके खिलाफ बयान दे रहे हैं. तो वहीं झारखंड में एक 12 साल पुराना फ्रॉड का मामला सामने आया है जिससे उनका नाम जुड़ा हो सकता है. यहां तक कि उनके अकाउंट में भी कम पैसे जमा होने का सिलसिला लगातार जारी है. निर्मलजीत सिंह नरुला उर्फ निर्मल बाबा के अपने भक्तों के दुख दूर करने के इन नुस्खों पर जमकर विवाद हो रहा है. ये उन लोगों की दलील है जो कल तक निर्मल बाबा के भक्त हुआ करते थे और दिल्ली में खत्म हुए उनके समागम में भी आए थे लेकिन अब शायद बाबा की किरपा से भरोसा उठ गया है. अपने ही भक्तों के तल्ख बयान के बाद निर्मल बाबा के सामने अब एक पुराना मामला नया बवाल बनकर खड़ा हो गया है. झारखंड स्टेट मिनरल्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन अब ये पता लगाने में जुटा है कि 12 साल से झारखंड के खनन विभाग का 65 हज़ार हड़प कर लापता नरूला मिनरल्स नाम की कंपनी कहीं निर्मल बाबा की ही तो नहीं. ये मामला उसी दौर का है, जब निर्मल बाबा निर्मलजीत सिंह नरूला के नाम से सिंहभूम ज़िले के बहरागोड़ा में माइनिंग की ठेकेदारी किया करते थे. झारखंड स्टेट मिनरल्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन को अब याद आया है कि बहरागोड़ा में नरूला मिनरल्स नाम की फर्म कायनाइट पत्थर की खनन का काम करती थी. इस फर्म ने कॉर्पोरेशन से 65 हज़ार रुपये का पत्थर खरीदा, लेकिन कीमत चुकाए बिना ही साल 2000 में चंपत हो गई. JSMDC ने वसूली के लिए नरूला मिनरल्स के रांची के अरगोड़ा इलाके वाले पते पर नोटिस भी भेजा, लेकिन पता ग़लत था, इसलिए सारी चिट्ठियां वापस आ गईं. झारखंड के खनिज निगम का कहना है कि अगर नरूला मिनरल्स नाम की उस फर्म का निर्मल बाबा से रिश्ता साबित हुआ, तो बकाया वसूलने के लिए कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी. यानी तब और बढ़ सकती है निर्मल बाबा की मुश्किलें.
आम चुनावों का समय नजदीक आने के साथ सरकार ने यूपीए के बहुप्रचारित महत्वाकांक्षी ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम मनरेगा के तहत काम के दिनों की संख्या 100 से बढ़ा कर 150 करने की योजना पर विचार कर रही है. सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्रिमंडल शुक्रवार को इस संबंध में एक प्रस्ताव पर विचार करेगा. इस लोक-लुभावन पहल का स्पष्ट लक्ष्य है ग्रामीण मतदाताओं को लुभाना जो देश की कुल आबादी का 60 प्रतिशत हिस्सा हैं. मनरेगा कार्यक्रम के तहत हर गरीब ग्रामीण परिवार के एक सदस्य को साल में कम से कम 100 दिन के काम की कानूनी गारंटी प्रदान की गई है. इसके लिए दिहाड़ी मजदूरी 100 रुपये मिलते हैं और इसे उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जोड़ा गया है. इस प्रमुख कार्यक्रम के जरिए 2012-13 में काम के 23,040 लाख दिहाड़ी रोजगार प्रदान किए गए. शुरूआत में इस कार्यक्रम में मजदूरी 100 रुपये रखी गई थी. इसे दो साल बाद महंगाई दर से जोड़ दिया गया. मनरेगा कार्यक्रम पिछले आम चुनाव से ठीक पहले पेश किया गया था जिससे कांग्रेस को चुनावी फायदा मिला था.
आज सुपरस्टार रजनीकांत का जन्मदिन है और इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री जयललिता को याद करते हुए उनसे जुड़ी एक बात ट्विटर पर शेयर की. देश के सबसे पावरफुल राजनेताओं में से एक जे. जयललिता का सोमवार के दिन निधन हो गया था. जयललिता 68 साल की थीं. 1980 में आई रजनीकांत की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'बिल्ला' में पहले श्री प्रिया वाला रोल जयललिता करने वाली थीं. फिल्म 'बिल्ला' बॉलीवुड मूवी 'डॉन' की तमिल रिमेक थी. बाद में ये रोल एक्ट्रेस श्री प्रिया को मिल गया था. 66 साल के हुए रजनीकांत... रजनीकांत पहले ही अपने फैन्स से उनका बर्थ डे सेलिब्रेट न करने के लिए कह चुके थे. जयललिता के निधन के बाद भी रजनीकांत ने ट्वीट करके कहा कि जयललिता का जाना सिर्फ तमिलनाडु के लिए शोक की बात नहीं है बल्क‍ि इस बात से पूरा देश दुखी है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे. pic.twitter.com/beEKDlm5sQ — Rajinikanth (@superstarrajini) December 5, 2016
(इनपुट एजेंसी से भी)
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर को आत्मकथा लिखना महंगा पड़ सकता है क्योंकि इसमें किए खुलासे क्वीन के हाथों मिलने वाले शाही सम्मान की राह में रोड़ा बन सकता है. ब्लेयर का नाम उन लोगों की सूची में शामिल है जिसमें से किसी एक को इस शीर्ष सम्मान के लिए चुना जाना है. ‘द जर्नी’ नामक आत्मकथा में ब्लेयर ने अपने निजी जीवन के जो खुलासे किए हैं, उससे क्वीन नाखुश हैं. ‘संडे एक्सप्रेस’ ने शाही परिवार के अंदरनी सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है.
यह लेख है: प्रियंका गांधी ने एक बार फिर दोहराया है कि सक्रिय राजनीति में आने का उनका फिलहाल कोई इरादा नहीं है। एनडीटीवी को भेजे एक संदेश में प्रियंका ने कहा कि वह 1999 से लेकर 2004 तक अपनी मां के संसदीय क्षेत्रों को देखती रही हैं। पहले वह अमेठी जाती थीं, अब रायबरेली जाती हैं। प्रियंका के मुताबिक, वहां जाकर लोगों और पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलने में कुछ भी नया नहीं है। उन्होंने कहा कि वह 1991 से चुनाव क्षेत्र में जाकर लोगों से मिल रही हैं। कुछ दिनों से इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रियंका सक्रिय राजनीति में आएंगी, लेकिन उनके संदेश से साफ है कि फिलहाल उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है। प्रियंका के मुताबिक, वहां जाकर लोगों और पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलने में कुछ भी नया नहीं है। उन्होंने कहा कि वह 1991 से चुनाव क्षेत्र में जाकर लोगों से मिल रही हैं। कुछ दिनों से इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि प्रियंका सक्रिय राजनीति में आएंगी, लेकिन उनके संदेश से साफ है कि फिलहाल उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है।
कैबिनेट ने संशोधित लोकपाल बिल को मंजूरी दे दी है. नए लोकपाल बिल में कई तब्दीलियां हुई हैं. लोकपाल बिल पर बनी सेलेक्ट कमिटी 16 सुझाव दिए थे इनमें से 14 सुझावों को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी. संशोधित नया लोकपाल बिल जल्द ही राज्यसभा में पेश होगा. सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री मनीष तिवारी और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने जानकारी दी कि कैबिनेट ने लोकपाल बिल में 16 में से 14 संशोधनों को मंजूरी दे दी है. नए लोकपाल में किसी पार्टी के सदस्य नहीं होंगे. सरकारी अनुदान से चलने वाले एनजीओ लोकपाल के दायरे में आएंगे. सिलेक्ट कमेटी के उस प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है जिसमें लोकायुक्तों की नियुक्ति का काम राज्य के हवाले करने की बात कही गई थी. अब केन्द्र सरकार लोकपाल बनाएगी जबकि राज्य सरकार लोकायुक्त. संशोधित लोकपाल बिल में लोकपाल को खुद संज्ञान लेने का अधिकार होगा. साथ ही राज्यों में नियुक्त होने वाले लोकायुक्त लोकपाल से अलग होंगे. कुछ शर्तों के साथ प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में रखा गया है. सीबीआई को लोकपाल के दायरे में रखने को लेकर सहमति नहीं बन पाई. लोकपाल की नियुक्ति प्रधानमंत्री, स्पीकर, नेता प्रतिपक्ष और देश के मुख्य न्यायाधीश मिलकर करेंगे. लोकपाल की नियुक्ति पर राष्ट्रपति अंतिम मंजूरी देंगे. राजनीतिक पार्टियां लोकपाल के दायरे में नहीं होंगी. धार्मिक संस्थान भी लोकपाल के दायरे से बाहर रखे गए हैं. सरकारी मदद लेने वाले एनजीओ भी लोकपाल के दायरे में नहीं रहेंगे.
यह लेख है: रेल के टॉयलेट में एक युवक हाथ में बांका और सिर पर हेलमेट पहनकर बैठा था। संदिग्ध लगने पर यात्रियों ने इसकी सूचना आरपीएफ को दी। जीआरपी के पहुंचने पर युवक ने बताया कि उसकी पत्नी हत्या करने के लिए उसे खोज रही है, जिससे बचने के लिए वह यहां पर छिपा है। आरपीएफ ने युवक को जीआरपी बाराबंकी को सौंप दिया है।टिप्पणियां मरुधर एक्सप्रेस रुदौली स्टेशन रुकी तो एस-5 बोगी के यात्रियों ने स्टेशन मास्टर को बांका लिए एक युवक को टॉयलेट में छिपे होने की बात कही। आरपीएफ के जवानों ने वहां पहुंचकर युवक को निकलने के लिए कहा, लेकिन वह बाहर नहीं आया। जब टॉयलेट का दरवाजा तोड़ा गया तो युवक बाहर आया। उसने अपना नाम लखनऊ के खजाना मार्केट का निवासी सुभाष कश्यप बताया। सुभाष ने बताया कि उसकी पत्नी एक युवक की मदद से उसकी हत्या कराना चाहती है, जिससे बचने के लिए वह यहां पर छिपकर बैठा है। उसने बताया कि उसकी दो बेटियां और एक बेटा भी है। मरुधर एक्सप्रेस रुदौली स्टेशन रुकी तो एस-5 बोगी के यात्रियों ने स्टेशन मास्टर को बांका लिए एक युवक को टॉयलेट में छिपे होने की बात कही। आरपीएफ के जवानों ने वहां पहुंचकर युवक को निकलने के लिए कहा, लेकिन वह बाहर नहीं आया। जब टॉयलेट का दरवाजा तोड़ा गया तो युवक बाहर आया। उसने अपना नाम लखनऊ के खजाना मार्केट का निवासी सुभाष कश्यप बताया। सुभाष ने बताया कि उसकी पत्नी एक युवक की मदद से उसकी हत्या कराना चाहती है, जिससे बचने के लिए वह यहां पर छिपकर बैठा है। उसने बताया कि उसकी दो बेटियां और एक बेटा भी है। जब टॉयलेट का दरवाजा तोड़ा गया तो युवक बाहर आया। उसने अपना नाम लखनऊ के खजाना मार्केट का निवासी सुभाष कश्यप बताया। सुभाष ने बताया कि उसकी पत्नी एक युवक की मदद से उसकी हत्या कराना चाहती है, जिससे बचने के लिए वह यहां पर छिपकर बैठा है। उसने बताया कि उसकी दो बेटियां और एक बेटा भी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के 86वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शिरकत की. समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने सरकार की नीति को किसानों के आय बढ़ाने पर केंद्रित करने की बात कही. प्रधानमंत्री का मानना है कि यदि किसानों के लिए पर्याप्त आय की व्यवस्था नहीं हुई तो इस क्षेत्र का लक्ष्य प्राप्त करना मुश्किल होगा. उन्होंने वैज्ञानिक प्रौद्येागिकी को कृषि क्षेत्र तक ले जाने की जरूरत पर बल दिया ताकि कृषि उत्पादन बढ़ सके और खाद्यान्न की बढ़ती मांग पूरी हो सके. खाना पकाने के तेल और दलहन के अत्यधिक आयात पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि देश की आयात पर निर्भरता घटाने के लिए वैज्ञानिकों को इनकी उत्पादकता बढ़ाने में मदद करनी चाहिए. मोदी ने कहा ‘हमें दो चीजें साबित करनी है, एक तो यह कि हमारे किसान पूरे देश और दुनिया को खाद्यान्न मुहैया कराने में समर्थ हैं और दूसरे कृषि हमारे किसानों को पर्याप्त आय उपलब्ध करा सकती है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि गुणवत्ता से समझौता किए बगैर फसलों की पैदावार तेजी से बढ़ाने की जरूरत है. मोदी ने हरित और श्वेत क्रांति की तरह नील क्रांति का भी यह कहते हुए आह्वान किया कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय व्यापार की बड़ी संभावना है. उन्होंने वैज्ञानिकों से यह भी कहा कि वे चीन की तरह औषधीय पौधों पर ध्यान केंद्रित करें. प्रधानमंत्री ने कृषि विश्वविद्यालयों को अपने रेडियो स्टेशन स्थापित करने का भी सुझाव दिया ताकि किसानों को विस्तारित सेवाएं प्रदान की जा सकें.उन्होंने जल एवं मौसम चक्र में बदलाव के मद्देनजर वर्षा जल संचयन और अन्य पहलों के जरिए जल संरक्षण की जरूरत पर जोर दिया. मोदी ने ICAR से कहा कि वह विशेष लक्ष्य स्थापित कर अपना 100वां स्थापना दिवस मनाने की योजना तैयार करें. उन्होंने संस्थान को नसीहत दी कि वह अगले 14 साल में उससे भी ज्यादा उपलब्धि हासिल करने का प्रयास करें जितना उन्होंने पिछले 86 साल में किया है.
भारतीय विद्वान शब्द को ब्रह्म अर्थात् ईश्वर का रूप कहते हैं। शब्दाद्वैतवाद के अनुसार शब्द ही ब्रह्म है। उसकी ही सत्ता है। सम्पूर्ण जगत शब्दमय है। शब्द की ही प्रेरणा से समस्त संसार गतिशील है। महती स्फोट प्रक्रिया से जगत की उत्पत्ति हुई तथा उसका विनाश भी शब्द के साथ होगा। ब्रह्म की अनुभूति शब्दब्रह्म या नादब्रह्म के रूप में भी होती है जिसकी सूक्ष्म स्फुरणा हर पर सूक्ष्म अन्तरिक्ष में हो रही है। प्राचीन मनीषियों ने सृष्टि की उत्पत्ति नाद से मानी है। ब्रह्माण्ड के सम्पूर्ण जड़-चेतन में नाद व्याप्त है इसी कारण इसे "नादब्रह्म” भी कहते हैं। अनादिनिधनं ब्रह्म शब्दतवायदक्षरम् । विवर्तते अर्थभावेन प्रक्रिया जगतोयतः॥ अर्थात् शब्द रूपी ब्रह्म अनादि, विनाश रहित और अक्षर (नष्ट न होने वाला) है तथा उसकी विवर्त प्रक्रिया से ही यह जगत भासित होता है। ब्रह्माण्डीय चेतना एवं सशक्तता का उद्गम स्त्रोत क्या है, इसका खोज करते हुए तत्त्वदर्शी-ॠषि इस निष्कर्ष पर पहुँचे हैं, कि यह समस्त हलचलें जिस आधार पर चलती हैं, वह शक्ति स्रोत ‘शब्द’ है। अचिन्त्य, अगम्य, अगोचर, परब्रह्म को जगत चेतना के साथ अपना स्वरूप निर्धारित करते हुए ‘शब्द-ब्रह्म’ के रूप में प्रकट होना पड़ा। सृष्टि से पूर्व यहाँ कुछ नहीं था। कुछ से सब कुछ को उत्पन्न होने का प्रथम चरण ‘शब्द-ब्रह्म’ था, उसी को ‘नाद-ब्रह्म’ कहते हैं। उसकी परमसत्ता का आरम्भ-अवतरण इसी प्रकार होता है, उसके अस्तित्व एवं प्रभाव का परिचय प्राप्त करना सर्वप्रथम शब्द के रूप में ही सम्भव हो सका। शब्द का आरम्भ जिस रूप में हुआ उसी स्थिति में वह अनन्तकाल तक बना रहेगा। आरम्भ शब्द ‘ओ़उम्’ माना गया है। इसको संक्षिप्त प्रतीक स्वरूप ‘ॐ’ के रूप में लिखा जाता है। संगीतरत्नाकर में नादब्रह्म की गरिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा गया है कि नादब्रह्म समस्त प्राणियों में चैतन्य और आन्नदमय है। उसकी उपासना करने से ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों की सम्मिलित उपासना हो जाती है। वे तीनों नादब्रह्म के साथ बँधे हुए हैं। अग्निपुराण के अनुसार- एक ‘शब्दब्रह्म’ है, दूसरा ‘परब्रह्म’। शास्त्र और प्रवचन से ‘शब्द ब्रह्म’ तथा विवेक, मनन, चिन्तन से ‘परब्रह्म’ की प्राप्ति होती है। इस ‘परब्रह्म’ को ‘बिन्दु’ भी कहते हैं। शतपथ ब्राह्मण के अनुसार- ‘शब्दब्रह्म’ को ठीक तरह जानने वाला ‘ब्रह्म-तत्त्व’ को प्राप्त करता है। श्रुति के अनुसार- ‘शब्दब्रह्म’ की तात्त्विक अनुभूति हो जाने से समस्त मनोरथों की पूर्ति हो जाती है। नाद-ब्रह्म के दो भेद हैं- आहात और अनाहत। ‘आहत’ नाद वे होते हैं, जो किसी प्रेरणा या आघात से उत्पन्न होते हैं। वाणी के आकाश तत्त्व से टकराने अथवा किन्हीं दो वस्तुओं के टकराने वाले शब्द ‘आहत’ कहे जाते हैं। बिना किसी आघात के दिव्य प्रकृति के अन्तराल से जो ध्वनियाँ उत्पन्न होती हैं, उन्हें ‘अनाहत’ या ‘अनहद’ कहते हैं। अनहद नाद का शुद्ध रूप है –‘प्रताहत नाद’। स्वच्छन्द-तन्त्र ग्रन्थ- में इन दोनों के अनेकों भेद-उपभेद बताये हैं। आहात और अनाहत नाद को आठ भागों में विभक्त किया है। घोष, राव, स्वन, शब्द, स्फुट, ध्वनि, झंकार, ध्वंकृति। अनाहत की चर्चा महाशब्द के नाम से की गई है। इस शब्द को सुननें की साधना को ‘सुख’ कहते है। अनहद नाद एक बिना नाद की दैवी सन्देश-प्रणाली है। साधक इसे जान कर सब कुछ जान सकता है। इन शब्दों में ‘ॐ’ ध्वनि आत्म-कल्याण कारक और विभिन्न प्रकार की सिद्धियों की जननी है। इन्हें स्थूल-कर्णेन्द्रियाँ नहीं सुन पाती, वरन् ध्यान-धारणा द्वारा अन्तः चेतना में ही इनकी अनुभूति होती है। ‘शब्द’ को ‘ब्रह्म’ कहा है क्योंकि ईश्वर और जीव को एक श्रृंखला में बाँधने का काम शब्द द्वारा ही होता है। सृष्टि की उत्पत्ति का प्रारम्भ भी शब्द से हुआ है। पंच तत्त्वों में सबसे पहले आकाश बना, आकाश की तन्मात्रा शब्द हैं। अन्य समस्त पदार्थों की भाँति शब्द भी दो प्रकार का है- ‘सूक्ष्म’ और ‘स्थूल’। ‘सूक्ष्म-शब्द’ को ‘विचार’ कहते हैं और ‘स्थूल-शब्द’ को ‘नाद’। शब्द ब्रह्म का दूसरा रूप जो विचार-सन्देश की अपेक्षा कुछ सूक्ष्म है, वह नाद है। प्रकृति के अन्तराल में एक ध्वनि प्रतिक्षण उठती रहती है, जिसकी प्रेरणा से आघातों के द्वारा परमाणुओं में गति उत्पन्न होती है और सृष्टि का समस्त क्रिया-कलाप चलता है। यह प्रारम्भिक शब्द ‘ॐ’ है। यह ‘ॐ’ ध्वनि जैसे-जैसे अन्य तत्त्वों के क्षेत्र में होकर गुजरती है, वैसे ही उसकी ध्वनि में अन्तर आता है। वंशी के छिद्रों में हवा फूँकते हैं, तो उसमें एक ध्वनि उत्पन्न होती है। पर आगे छिद्रों में से जिस छिद्र में जितनी हवा निकाली जाती है, उसी के अनुसार भिन्न-भिन्न स्वरों की ध्वनियाँ उत्पन्न होती हैं, इसी प्रकार ॐ ध्वनि भी विभिन्न तत्त्वों के सम्पर्क में आकर विविध प्रकार की स्वर-लहरियों में परिणित हो जाती है। इन स्वर लहरियों को सुनना ही नादयोग है। इन्हें भी देखें ओंकार मन्त्र बिग बैंग स्फोट शब्दप्रमाण सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ शब्द से ही ब्रह्मज्ञान भारतीय दर्शन
गुड़गांव के सहारा मॉल स्थित एक स्पा में देह व्यापार की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छापेमारी कर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया. छापेमारी में पुलिस ने स्पा से 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 9 लड़कियां और 3 ग्राहक शामिल हैं. चमचमाते मॉल में देह व्यापार की खबरों की वजह से साइबर सिटी गुड़गांव अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है. दरअसल गुड़गांव में जिस्मफरोशी का धंधा थमने का नाम नही ले रहा है. शनिवार रात पुलिस ने सहारा मॉल स्थित क्वीन स्पा सेंटर में छापेमारी कर देह व्यापार के धंधे का भंडाफोड़ किया. पुलिस ने स्पा से 9 लड़कियों और 3 ग्राहकों समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर सेक्स रैकेट के बारे में पड़ताल कर रही है. पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि देह व्यापार पर लगाम कसने के लिए आगे भी छापेमारी अभियान जारी रहेगा.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने आज कहा कि उसने किंगफिशर एयरलाइंस को जानबूझकर कर्ज नहीं लौटाने वाला घोषित करने को लेकर नोटिस भेजा है। कुछ दिन पहले ही यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ने किंगफिशर एयरलाइंस, प्रवर्तक विजय माल्या तथा तीन अन्य निदेशकों को जानबूझकर चूक करने वाला घोषित किया है। एसबीआई की चेयरपर्सन ने अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा, हम पहले ही केएफए को नोटिस (जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला) भेज चुके हैं। इस बारे में उन्हें जवाब देने के लिए अनिवार्य रूप से समय देने की जरूरत है और यह समयसीमा जारी है। कंपनी को कर्ज दे रखे बैंकों के समूह में प्रमुख एसबीआई ने किंगफिशर को 1,600 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज दे रखा है। एयरलाइन पर 17 बैंकों का 7,600 करोड़ रुपये का बकाया है। फरवरी 2012 में बैंकों ने कर्ज वसूली की प्रक्रिया शुरू की थी। अब तक बैंकों ने गिरवी रखे गए शेयर बेचकर 2,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। वे अब गिरवी रखी गई दो संपत्ति गोवा में किंगफिशर विला तथा मुंबई में किंगफिशर हाउस को बेचने को लेकर काम कर रहे हैं।
अलवर भारत के राजस्थान राज्य का एक नगर है।अलवर नगर दिल्ली से 150 किमी  दक्षिण में और जयपुर से 150 किमी उत्तर में स्थित है। यह भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आता है व राजस्थान में अलवर जिले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। अलवर कई किलों, झीलों, हेरिटेज हवेलियों और प्रकृति भंडार के साथ पर्यटन का एक केंद्र है । यह नगर राजस्थान के जयपुर अंचल के अंतर्गत आता है। दिल्ली के निकट होने के कारण यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल है। राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब १६० कि॰मी॰ की दूरी पर है। अलवर अरावली की पहाडियों के मध्य में बसा है। अलवर के प्राचीन नाम 'मत्स्यनगर', 'अरवलपुर', 'उल्वर', ' शालवापुर', 'सलवार', 'हलवार ' रहे हैं। यह चारदीवारी और खाई से घिरे नगर में एक पर्वतश्रेणी की पृष्ठभूमि के सामने शंक्वाकार छन्द की पहाड़ी पर स्थित बाला क़िला इसकी विशिष्टता है। 1775 में इसे अलवर रजवाड़े की राजधानी बनाया गया था। वर्तमान में अलवर राजस्थान का महत्त्वपूर्ण औधोगिक नगर हैं तथा आठवाँ बड़ा नगर हैं। अलवर को राजस्थान का सिंह द्वार भी कहते हैं। अलवर अहीर (यादव) बाहुल्य जिला है। अलवर क्षेत्र का इतिहास अलवर एक ऐतिहासिक नगर है और इस क्षेत्र का इतिहास महाभारत से भी अधिक पुराना है। लेकिन महाभारत काल से इसका क्रमिक इतिहास प्राप्त होता है। महाभारत युद्ध से पूर्व यहाँ राजा विराट के पिता वेणु ने मत्स्यपुरी नामक नगर बसा कर उसे अपनी राजधानी बनाया था। राजा विराट ने अपनी पिता की मृत्यु हो जाने के बाद मत्स्यपुरी से ३५ मील पश्चिम में विराट (अब बैराठ) नामक नगर बसाकर इस प्रदेश की राजधानी बनाया। इसी विराट नगरी से लगभग ३० मील पूर्व की ओर xxxx video स्थित पर्वतमालाओं के मध्य सरिस्का में पाण्डवों ने अज्ञातवास के समय निवास किया था। तीसरी शताब्दी के आसपास यहाँ प्रतिहार वंशीय क्षत्रियों का अधिकार हो गया। इसी क्षेत्र में राजा बाधराज ने मत्स्यपुरी से ३ मील पश्चिम में एक नगर तथा एक गढ़ बनवाया। वर्तमान राजगढ़ दुर्ग के पूर्व की ओर इस पुराने नगर के चिह्न अब भी दृष्टिगत होते हैं। पाँचवी शताब्दी के आसपास इस प्रदेश के पश्चिमोत्तरीय भाग पर राज ईशर चौहान के पुत्र राजा उमादत्त के छोटे भाई मोरध्वज का राज्य था जो सम्राट पृथ्वीराज से ३४ पीढ़ी पूर्व हुआ था। इसी की राजधानी मोरनगरी थी जो उस समय साबी नदी के किनारे बहुत दूर तक बसी हुई थी। इस बस्ती के प्राचीन चिह्न नदी के कटाव पर अब भी पाए जाते हैं। छठी शताब्दी में इस प्रदेश के उत्तरी भाग पर भाटी क्षत्रियों का अधिकार था। राजौरगढ़ के शिलालेख से पता चलता है कि सन् ९५९ में इस प्रदेश पर गुर्जर प्रतिहार वंशीय सावर के पुत्र मथनदेव का अधिकार था, जो कन्नौज के भट्टारक राजा परमेश्वर क्षितिपाल देव के द्वितीय पुत्र श्री विजयपाल देव का सामन्त था। पृथ्वीराज चौहान और मंगल निकुम्भ ने ब्यावर के राजपूतों की लड़कियों से वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित किया। सन् १२०५ में कुतुबुद्दीन ऐबक ने चौहानों से यह देश छीन कर पुन: निकुम्भ राजपूतों को दे दिया। १ जून १७४० रविवार को मौहब्बत सिंह की रानी बख्त कुँवर ने एक पुत्र को जन्म दिया, जिसका नाम प्रताप सिंह रखा गया। इसके पश्चात् सन् १७५६ में मौहब्बत सिंह बखाड़े के युद्ध में जयपुर राज्य की ओर से लड़ता हुआ वीरगति को प्राप्त हुआ। राजगढ़ में उसकी विशाल छतरी बनी हुई है। मौहब्बत सिंह की मृत्यु के बाद उसके पुत्र प्रतापसिंह ने १७७५ ई. को अलवर राज्य की स्थापना की। अलवर को मेव नाहर खा के वंसज अलावल खां ने अपनी राजधानी बनाया था, उसके नाम पर ही इसका नाम अलवर पडा! ब्रिटिश गैज़ेटर के अनुसार अलवर का क्षेत्र इन निम्नलिखित मुस्लिम शाखाओ के प्रभुत्व के अनुसार बटा हुआ था। 1. वई क्षेत्र - इस क्षेत्र पर शेखावत राजपूतो का प्रभुत्व था आज का थाना गाज़ी का क्षेत्र कहलाता है। 2. नरुखंड़ - इस क्षेत्र पर नरुका और राजावत राजपूतो का प्रभुत्व हुआ करता था। अलवर के सभी राजा इस क्षेत्र से थे और इस क्षेत्र के अधिकांस युवा फौज बन कर देश की सेवा कर रहे हैं 3. मेवात क्षेत्र - इस क्षेत्र पर मेव जाति(मुस्लिम), मेव जाति अधिक पाई जाती है। । मेवो में जाट राजपूत समेत मिणाओ का मिश्रण है। राजा नाहर खां के वंसजो का काफी समय तक अलवर पर शासन रहा। हसन खां मेवाती इनमे प्रमुख नाम है। जिन्होंने अलवर के किले का निर्माण कराया। राणा सांगा के साथ मिलकर खानवा के मेदान पर बाबर से टकराया और 12 हजार मेवो के साथ शहीद हो गया। सन 1716 में सौंख के एक शक्तिशाली जाट राजा हठी सिंह तोमर ने संपूर्ण मेवात क्षेत्र को जीतकर मुगल सत्ता का दमन किया और हिंदुओं की रक्षा करी । राजा हठी सिंह ने ब्रज से मुगलों को जड़ से समाप्त कर दिया था । अलवर के पर्यटन स्थल पूरे अलवर को एक दिन में देखा जा सकता है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं, कि अलवर में देखने लायक ज्यादा कुछ नहीं है। अलवर ऐतिहासिक इमारतों से भरा पड़ा है। यह दीगर बात है कि इन इमारतों के उत्थान के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही है। इसका जीता जागता उदाहरण है नगर की सिटी पैलेस इमारत। इस पूरी इमारत पर सरकारी दफ्तरों का कब्‍जा है, कहने मात्र के लिए इसके एक तल पर संग्राहलय बना दिया गया है, विजय मंदिर पैलेस पर अधिकार को लेकर कानूनी लडाई चल रही है। इसी झगडे के कारण यह बंद पड़ा है, बाला किला पुलिस के अधिकार में है। फतहगंज के मकबरे की स्थिति और भी खराब है, सब कुछ गार्डो के हाथों में है, वे चाहें तो आपको घूमने दें, या मना कर दें। घूमने के लिहाज से अलवर की स्थिति बहुत सुविधाजनक नहीं, पर अलवर का सौन्दर्य पर्यटकों को बार-बार यहां आने के लिए प्रेरित करता है। यह गुज्जर किला है। फतहगंज गुम्बद फतहगंज का मकबरा पाँच मंजिला है और दिल्ली में स्थित अपनी समकालीन सभी इमारतों में सबसे उच्च कोटि का है। खूबसूरती के मामले में यह हूमाँयु के मकबरे से भी सुन्दर है। यह भरतपुर रोड के नजदीक, रेलवे लाइन के पार पूर्व दिशा में स्थित है। यह मकबरा एक बगीचे के बीच में स्थित है और इसमें एक स्कूल भी है। यह प्राय ९ बजे से पहले भी खुल जाता है। इसे देखने के बाद रिक्शा से मोती डुंगरी जा सकते हैं। मोती डुंगरी का निर्माण १८८२ में हुआ था। यह १९२८ तक अलवर के शाही परिवारों का आवास रहा। महाराजा जयसिंह ने इसे तुड़वाकर यहां इससे भी खूबसूरत इमारत बनवाने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने यूरोप से विशेष सामान मंगाया था, लेकिन दुर्भाग्यवश जिस जहाज में सामान आ रहा था, वह डूब गया। जहाज डूबने पर महाराज जयसिंह ने इस इमारत को बनवाने का इरादा छोड़ दिया। इमारत न बनने से यह फायदा हुआ कि पर्यटक इस पहाड़ी पर बेरोक-टोक चढ़ सकते हैं और नगर के सुन्दर दुश्य का आनंद ले सकते हैं। पुर्जन विहार यह एक खूबसूरत बाग है, जिसके बीच में एक बड़ा हरित हाऊस है जिसे शिमला कहा जाता है। महाराज शियोधन सिंह ने १८६८ में इस बगीचे को बनवाया और महाराज मंगल सिंह ने १८८५ में शिमला का निर्माण कराया। इस बगीचे में अनेक छायादार मार्ग हैं और कई फव्वारे लगे हुए हैं। आगे दिया शीर्षक कंपनी बाग़ इसी का वर्णन है। कम्पनी बाग कम्पनी बाग साल के बारह मास खुला रहता है। शिमला (हरित हाउस) में घूमने का समय सुबह 9 से शाम 5 बजे तक है। कम्पनी बाग देखने के बाद आप चर्च रोड की तरफ जा सकते हैं। यहां सेंट एन्ड्रयू चर्च है लेकिन यह अक्सर बंद रहता है। इस रोड के अंतिम छोर पर होप सर्कल है, यह नगर का सबसे व्यस्त स्थान है और यहां अक्सर ट्रैफिक जाम रहता है। इसके पास ही बहुत सारी दुकानें हैं और बीच में ऊपर एक शिव मंदिर है। होप सर्कल से सात सड़के विभिन्न स्थलों तक जाती है। एक घंटाघर तक जाती है जहाँ पर कलाकंद बाजार भी है। एक सड़क त्रिपोलिया गेट से सिटी पैलेस कॉम्पलेक्स तक जाती है। त्रिपोलिया में कई छोटे-मोटे मंदिर हैं। सिटी पैलेस की तरफ जाते हुए रास्ते में सर्राफा बाजार और बजाजा बाजार पड़ते हैं। यह दोनों बाजार अपने सोने के आभूषणों के लिए प्रसिद्ध है। सिटी पैलेस सिटी पैलेस एक खूबसूरत परिसर है: गेट के पीछे एक मैदान में कृष्ण मंदिर हैं। इसके बिल्कुल पीछे मूसी रानी की छतरी और अन्य दर्शनीय स्थल हैं। इस महल का निर्माण १७९३ में राजा बख्तावर सिंह ने कराया था। पर्यटक इसकी खूबसूरती की तारीफ किए बिना नहीं रह पाते। पूरी इमारत में जिलाधीश और पुलिस सुपरिटेण्डेन्ट आदि के सरकारी दफ्तरों का कब्‍जा है। वैसे इस इमारत के सबसे ऊपरी तल पर तीन हॉल्स में विभक्त संग्रहालय भी है जिसे देखने का समय सुबह १० बजे से शाम ५ बजे तक है, शुक्रवार को अवकाश रहता है। पहले हॉल में शाही परिधान और मिट्टी के खिलौने रखे हैं, दूसरे हॉल में मध्य एशिया के अनेक जाने-माने राजाओं के चित्र लगे हुए हैं। इस हॉल में तैमूर से लेकर औरंगज़ेब तक के चित्र लगे हुए हैं। तीसरे हॉल में आयुद्ध सामग्री प्रदर्शित है। इस हॉल का मुख्य आकर्षण अकबर और जहांगीर की तलवारें हैं। इसी संग्रहालय की 'एक मियान में दो तलवार' यहाँ का विशेष आकर्षण है। सिटी पैलेस के बिल्कुल पीछे एक छोटा खूबसूरत जलाशय है, जिसे सागर कहते हैं। इसके चारों तरफ दो मंजिला खेमों का निर्माण किया गया है। तालाब के पानी तक सीढियाँ बनी हैं। इस जलाशय का प्रयोग स्नान के लिए किया जाता था। यहां कबूतरों को दाना खिलाने की परंपरा है। जलाशय के साथ मंदिरों की एक शृंखला भी है। दायीं तरफ राजा बख्तावर सिंह का स्मारक और शहीदों की याद में बना संगमरमर का स्मारक भी है। इसका नाम राजा बख्तावर सिंह की पत्नी मूसी रानी के नाम पर रखा गया है, जो राजा बख्तावर सिंह की चिता के साथ सती हो गई थी। विजय मंदिर झील महल यह खूबसूरत महल १९१८ में बनाया गया था। यह महाराजा जयसिंह का आवास था। इसका ढांचा परंपरागत इमारतों से बिल्कुल अलग है। इसके अंदर एक राम मंदिर भी है। सामने से पूरी तरह दिखाई नहीं देता लेकिन इसके पीछे वाली झील से इस महल का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है। महल को देखने के बाद झील के साथ वाले मार्ग से बाल किला पहुंचा जा सकता है। ऑटो वाले इन दोनों स्थलों तक पहुंचाने के लिए २०० रु लेते हैं। पारिवारिक ङागडे के कारण यह महल आजकल बंद है, यहां पर्यटकों को घूमने की अनुमति नहीं है। बाला किला, अलवर सिटी पैलैस परिसर अलवर के पूर्वी छोर की शान है। इसके ऊपर अरावली की पहाड़ियाँ हैं, जिन पर बाला किला बना है। बाला किले की दीवार पूरी पहाड़ी पर फैली हुई है जो हरे-भरे मैदानों से गुजरती है। पूरे अलवर नगर में यह सबसे पुरानी इमारत है, जो लगभग ९२८ ई० में निकुम्भ राजपूतों द्वारा बनाई गई थी। अब इस किले में देख नहीं सकते, क्योंकि इसमे पुलिस का वायरलैस केन्द्र है। अलवर अन्‍तर्राज्‍यीय बस अड्डे से यहां तक अच्छा सड़क मार्ग है। दोनों तरफ छायादार पेड़ लगे हैं। रास्ते में पत्थरों की दीवारें दिखाई देती हैं, जो बहुत ही सुन्दर हैं। किले में जयपोल के रास्ते प्रवेश किया जा सकता है। यह सुबह ६ बजे से शाम ७ बजे तक खुला रहता है। कर्णी माता का मंदिर इसी के रास्ते में है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह मंगलवार और शनिवार की रात को ९ बजे तक खुला रहता है। किले में प्रवेश करने के लिए तब पुलिस सुपरिटेण्डेन्ट की अनुमति की आवश्यकता नहीं पडती। पर्यटकों को केवल संतरी के पास रखे रजिस्टर में अपना नाम लिखना होता है। इसके बाद वह किले में घूम सकते हैं। आपातकाल के समय आप पर्यटक सुपरिटेण्डेन्ट के कार्यालय में फोन कर सकते हैं। जय समन्द झील हरी-भरी पहाडियां केवल अलवर में ही नहीं है, इसके पास के इलाकों में भी अनेक खूबसूरत झीलें और पहाडियां हैं। यहां घूमने का सबसे उपयुक्त समय मानसून है। नगर के सबसे करीब जय समन्द झील है। इसका निर्माण अलवर के महाराज जय सिंह ने १९१० में पिकनिक के लिए करवाया था। उन्होंने इस झील के बीच में एक टापू का निर्माण भी कराया था। झील के साथ वाले रोड पर केन से बने हुए घर बड़ा ही मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते हैं। यह झील का सबसे सुन्दर नजारा है। जय समन्द रोड बहुत ही परेशान करने वाला है। अत: जय समन्द, सिलीसेड और अलवर घूमने के लिए ऑटो के स्थान पर टैक्सी लीजिए। यह चार-पांच घंटे में आपको अंतर्राज्यीय बस अड्डे से अलवर पहुंचा देगी। इसके लिए टैक्सी वाले पर्यटकों से ४००-५०० रु लेते हैं। झील के पास रूकने की कोई व्यवस्था नहीं है। सिलीसेढ झील सिलीसेड झील अलवर की सबसे प्रसिद्ध और सुन्दर झील है। इसका निर्माण महाराव राजा विनय सिंह ने १८४५ में करवाया था। इस झील से रूपारल नदी की सहायक नदी निकलती है। मानसून में इस झील का क्षेत्रफल बढ़कर १०.५ वर्ग किमी हो जाता है। झील के चारों ओर हरी-भरी पहाडियां और आसमान में सफेद बादल मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते हैं। इस झील को राजस्थान का नंदनकानन भी कहते हैं इस झील की भराव क्षमता लगभग २८ फीट हैं। वर्षा ऋतु में यहाँ पर बहुत पर्यटक आते हैं। इस झील के पूर्व दिशा में एक अन्य झील जयसमंद स्थित है। कुंडला कुण्डला गाँव चारों ओर से पर्वत से घिरा हुआ है। यहाँ का दृष्य बहुत हरा-भरा रहता है। इस स्‍थान को गरबा जी भी कहा जाता है । यह स्‍थाना पर्वतारोहियों के लिये भी विख्‍यात है । विभिन्‍न प्रकार की कैडैट्स यहां पर पर्वत रोहण के लिए आते हैं । यहां पर एक झरना भी है । जिसमें नहा कर लोग आनंद की अनुभूति करते हैं । झिलमिलदेह झील अजबगढ दौसा अलवर वाया अजबगढ थानागाजी रोड़ पर यह झील चारों ओर से अरावली श्रृंखलाओं से घिरे अजबगढ बाँध के एकदम निचे ( नहर क्षेत्र में ) स्थित है यहाँ पर एक छोटा सा घाट बना हुआ है जहाँ पर लोग कूद कूद कर नहाने का मोका नहीं गवाँते है। लेकिन वर्तमान में वर्षा के अभाव की वजह से यह झील अपना अस्तित्व बचाने की मुश्किल में है। इस झील के एक तरफ भारत की जानी पहचानी पाँच सीतारा होटल अम्नबाघ होटल है जो विदेशी पर्यटकों को अजबगढ भानगढ की ऐतिहासिक धरा पर बुलाने के लिए विश्व विख्यात है। वर्षाती दिनों में यदि अजबगढ बाँध पूर्ण रूप से भर जाए तो यहाँ का दृश्य मुम्बई और शिमला दोनों के मिश्रण जैसा हो जाता है क्योंकि अजबगढ बाँध समुद्र जैसा दृश्य दिखाने व इसके अन्दर पुरानी छत्तरीयाँ टापू की तरह और बाँध के ऊपरी छोर पर अजबगढ के 27 गुवाड़ा (गाँव) बसे हुए है जिसमें गुवाड़ा बिरकड़ी की सीमाओं में पाँच सीतारा होटल अमनबाग है जो प्रकृति की छँटाओं का आनंद लेने का अनोखा स्थान है। इसके अलावा अलवर में नैहड़ा की छतरी जिसमें मुख्यतः अजबगढ प्रतापगढ व थानागाजी के ऐतिहासिक खण्डर व किले महल शामिल है, ऐतिहासिक नगर भानगढ, पवित्र पूजनिय धाम नारायणी माता व ऋषि पाराशर महाराज का मंदिर है जो एक आस्था के साथ प्रकृति के सोन्द्रय लिय क्षेत्रीय लोगों के दिलों में बसा हुआ है। यहाँ का सुप्रसिद्ध नारायणी माता का मंदिर सती धाम है जिसकी शक्ति का आभास वहाँ जाते ही हो जाता है क्योंकि माँ की शक्ति की वजह से मंदिर के आगे आज भी पवित्र जल धारा बहती है जो नदी नाले से नहीं बल्कि समतल धरा से अपने आप निकल रही है, खास बात यह है कि यह धारा रूकी हुई नहीं बल्कि लगातार गतिशील है राजस्थान में यह धाम श्रद्धा के लिए व मनोकामना के लिए सुप्रसिद्ध है। अलवर की संस्कृति पहनावा अलवर में धोती- कुर्ता तथा साफा (सिर पे पहनने का) पुरुषों का पहनावा है जो कि एक रौबदार पहनावा है। तथा स्त्रीयां लहंगा-लूगड़ी पहनती हैं। संगीत अलवर में भपंग वाद्ययंत्र राजस्थानी लोकगीत की पहचान है। यह मेवाती संगीत संस्कृति की धरोहर है। इस वाद्ययंत्र के उस्ताद जहुर खान मेवाती माने जाते हैं। इनकी कहानी बहुत ही रोचक है। सालों पहले एक दिन मेवाती जी बीडी बेच रहे थे और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए भपंग बजा रहे थे। उस समय अभिनेता दिलीप कुमार अलवर में शूटिंग कर रहे थे। उन्होंने मेवाती जी को भपंग बजाते हुए सुन लिया। उनसे प्रभावित होकर दिलीप जी उन्हें बॉलीवुड ले गए। वहां उन्होंने अनेक फिल्मों का पार्श्‍व संगीत तैयार किया जिनमें गंगा-जमुना, नया दौर और आंखे प्रमुख हैं। उन्होंने देश से बाहर भी अपनी कला का प्रदर्शन किया। अब वह अलवर में ही रहे हैं और वहीं भपंग बजाने की शिक्षा देते रहे। भपंग बजाने वाले सभी कलाकार मुस्लिम होते हुए भी शिव भक्त हैं: वह यह मानते हैं कि इस वाद्ययंत्र की उत्पति शिव के डमरू से हुई है। मानसून का जादू मानसून में अलवर की पहाडियां हरियाली से भर जाती हैं, झील पानी से भरी होती हैं और पहाडियों से गिरते जल स्रोत अलवर की निराली छटा पेश करते हैं। अलवर से दक्षिण-पश्चिम की तरफ 45 किलोमीटर दूर तालवृक्ष नाम की जगह है। वर्षा ऋतु के समय यहां घूमने का अपना ही आनंद है। सरिस्का-अलवर रोड पर कुशलगढ से 10 किलोमीटर का रास्ता प्राकतिक सौन्दर्य से भरा पड़ा है। इसी रास्ते पर गंगा-मन्दिर है और गर्म-ठंडे पानी के जलस्त्रोत है। अलवर से 25 किलोमीटर दूर नतनी का बरन गांव हैं। यहां से 6 किलोमीटर दूर नालदेश्वर नामक जगह है। यह दोनों जगह अपनी हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर प्राकृतिक रूप से बना हुआ शिवलिंग भी है। सिलीसेड झील से 10 किलोमीटर दूर गर्भ जी और डेहरा गांव के निकट चुहाड सिद्ध नाम के ङारने हैं। इनसे थोडी ही दूरी पर विजय मंदिर पैलेस स्थित है। ठहरने का स्थान अलवर में रूकने के लिए बहुत सारे होटल हैं और यह सस्ते भी हैं। लेकिन इनमें से परिवारों के रूकने के लिए कुछ ही होटल उपयुक्त हैं। अलवर में रूकने के लिए अनेक वैभवशाली होटल भी हैं जहां ज्यादा पैसे देकर अनेक और भव्य सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है। यह सभी होटल अलवर के कुछ किलोमीटर के दायर में ही हैं। विरासत अलवर की सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक विरासत नीमराना-रन द हिल फोर्ट केसरोली अलवर से १२ किमी दूर है। इस किले का निर्माण १४वीं सदी में किया गया था। अब यह एक होटल में बदल चुका है, इसमें २१ कमरें हैं। इन कमरों के नाम बड़े ही राजसी शैली में रखे गए हैं जसे हिंडोला महल और सितारा महल। जब अलवर में पर्यटकों की संख्या कम होती है तो १ मई से ३१ अगस्त तक यहां आने वालों को २०-४० प्रतिशत की छुट दी जाती है। इस समय कमरे को सुबह ९ बजे से शाम ५ बजे तक के लिए किराए पर लिया जा सकता है और इस पर होटल ६० प्रतिशत की छूट भी देता है। होटल ऊंटो की सवारी के लिए भी प्रबन्ध करता है। इसे भारत की सबसे पुरानी ऐतिहासिक विरासत कहा जाता है जहां आप रूक सकते हैं। यह होटल एक पहाड़ी पर बना हुआ है। इसका परकोटा २१४ फुट ऊंचा है। इसका निर्माण यदुवंशी राजपूतों ने १४वीं सदी में करवाया था। इन यदुवंशी राजाओं ने १४वीं सदी के मध्य में जब फिरोजशाह तुगलक का शासन था तब इस्लाम को अपना लिया था। अलवर से लगभग ७ किलोमीटर दूर होटल बुर्ज हवेली है। यह हवेली अलवर की सबसे नवीन विरासतों में से एक है। इस हवेली को जून २००५ में होटल में परिवर्तित का दिया गया। यह २४० वर्ष पुरानी है और अलवर-राजगढ मार्ग पर बुर्ज गांव में स्थित है। इस होटल में सभागार, तरणताल और रेस्तरां आदि सुविधाएं दी जाती है। इसके अलावा यहां पर राजस्थानी, भारतीय, चाइनीज और कॉन्टिनेंटल व्यंजन परोसे जाते हैं। इनके अलावा सर्किट हाऊस भी एक विकल्प है जहां पर ठहरा जा सकते हैं। यह महाराज जयसिंह की विरासत है, सर्किट हाऊस अलवर की दक्षिण दिशा में रघु मार्ग और नेहरू मार्ग के बीच में स्थित है। यहां ठहरने के लिए आपको जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति की आवश्यकता पडती है। अनुमति प्राप्त करने के लिए आपको जिला मजिस्ट्रेट को फैक्स करना होता है। इसका फैक्स न. है २३३६१०१, टेलिफोन न. है २३३७५६५, इसके अलावा सिलीसेड में आर.टी.डी.सी. का होटल लेक पैलेस भी अच्छा विकल्प है। इसके अलावा और भी विकल्प है। खानपान नगर में खाने के बहुत सारे विकल्प है। बेकरी की कुछ दुकानें है लेकिन वहां पर केवल आईसक्रीम, पेस्ट्री और पिज्जा ही मिलते हैं। जिनका सेवन सब लोग नहीं कर सकते। नगर में बहुत से अच्छे रेस्तरां है।जिनमें से एक है प्रेम पवित्र भोजनालय। यह अपने राजस्थानी व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है विशेष तौर पर पालक पनीर कढी-पकौडी, गट्टे की सब्‍जी और मिस्सी रोटी के लिए। भोजन की विविधता इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप कहां ठहरते हैं। मोती डुंगरी बस टर्मिनल के पास अच्छे भोजनालय है। यहां पर अनेक व्यंजनों का आनंद लिया जा सकता है। इन सबके अलावा अलवर का मिल्क केक भी बहुत प्रसिद्ध है। स्थानीय लोग इसे कलाकंद के नाम से पुकारते हैं। कलाकंद के लिए ठाकुर दास एण्ड सन्स की दुकान पूरे अलवर नगर में प्रसिद्ध है।अलवर का कलाकंद पूरे देश में बहुत पसंद किया जाता है। खरीदारी फोर्ट-पैलेस की अपनी दुकान है। इसका नाम नीमराना शॉप है। इस दुकान पर आप कपड़े, मोमबत्तियां आदि वस्तुएं खरीद सकते हैं। फोर्ट पैलेस के बिल्कुल नीचे दो दुकानें हैं। एक का नाम अमिका आर्टस है और दूसरी का श्याम सिल्वर क्राफ्ट। इन दुकानों से राजस्थानी स्मारिकाओं की खरीदारी की जा सकती है। अगर आप परंपरागत आभूषणों की खरीदारी करना चाहते हैं तो पुराने बाजार चले जाइए। यहां ३५-४० दुकानें हैं। यहां से मनपसंद आभूषणों की खरीदारी की जा सकती हैं। इन दुकानों की हाथ की बनी हुई पायल बहुत ही प्रसिद्ध है। स्थिति अलवर राजस्थान के उतर-पूर्व में अरावली की पहाडियों के बीच में स्थित है और दिल्ली के पास है। दूरी अलवर जयपुर से १४८ किलोमीटर और दिल्ली से १५६ किलोमीटर दूर है। यात्रा में लगने वाला समय: जयपुर से तीन घंटे, दिल्ली से साढे तीन घंटे मार्ग जयपूर से राष्ट्रीय राजमार्ग ८ द्वारा शाहपूरा और अमेर होते हुए अलवर पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से राष्ट्रीय राजमार्ग ८ द्वारा धारूहेडा और मानेसर होते हुए अलवर पहुंचा जा सकता है। भ्रमण समय अलवर घूमने के लिए सबसे अच्छा मौसम अक्टूबर से मार्च का है लेकिन मानसून के समय भी अलवर घूमने जाया जा सकता है। उस समय अलवर की छटा देखने लायक होती है। आवागमन वायु मार्ग अलवर के सबसे नजदीक हवाई अड्डा सांगनेर है। यहां से अलवर पहुंचाने के लिए टैक्सी वाले ७००-८०० रू लेते हैं। रेल मार्ग रेलमार्ग द्वारा भी आसानी से अलवर पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से दिल्ली-जयपुर, अजमेर-शताब्दी, जम्मू-दिल्ली और दिल्ली-जैसलमेर एक्सप्रेस द्वारा आसानी से अलवर रेलवे स्टेशन पहुंचा जा सकता है। यहां से आगे की यात्रा आप टैक्सी द्वारा कर सकते हैं। अगर आपने होटल में आरक्षण करवा रखा है तो होटल की गाडी आपको स्टेशन पर लेने आएगी। सडक मार्ग दिल्ली से अलवर (राष्ट्रीय राजमार्ग ८ से) धारूहेडा पहुँच कर बाएं भिवाडी की ओर मुडिए, थोड़ा आगे दायें भिवाडी-अलवर टोल मार्ग से आसानी से अलवर पहुंचा जा सकता है। टॉल रोड पर चलने के लिए राजस्व नहीं देना पड़ता है। दिल्ली से गुड़गाँव, सोहना, फिरोजपुर झिरका, नौगाँव होकर भी अलवर पहुंचा जा सकता है। हालांकि यह दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं हैं, पर दोनों ही मार्ग अब अच्छे हैं। दोनों ही से दूरी लगभग समान १६० कि॰मी॰है। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ राजस्थान में अलवर का अतीत भी बड़ा भव्य है (प्रभासाक्षी) अलवर अलवर ज़िला अलवर ज़िले के नगर
लेख: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलवामा आतंकी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत सरकार आतंकियों के इस तरह कायराना हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सक्षम है. और ऐसे आंतकी संगठनों को जल्द ही जवाब दिया जाएगा. नीतीश कुमार बरौनी में एक जनसभा के दौरान बोल रहे थे. इस जनसभा में उनके साथ पीएम मोदी भी मौजूद थे. नीतीश कुमार ने कहा कि इस आतंकी हमले के बाद से पूरे देश में जबरदस्त गुस्सा है. आतंकियों ने जिनकी भी मदद से इस घटना को अंजाम दिया है देश उसे कभी माफ नहीं करेगा. सीएम ने कहा कि इस आतंकी हमले में बिहार से जो जवान शहीद हुए उनके परिवार को राज्य सरकार हर संभव मदद देगी. पीएम मोदी ने बरौनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं महसूस कर रहा हूं देशवासियों के दिल में कितनी आग है जो आग आपके दिल में है, वही मेरे दिल में है. इसके साथ ही पीएम बोले- आज हजारों करोड़ की दर्जनों परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है. इसमें पटना शहर को स्मार्ट बनाने से जुड़े प्रोजेक्ट हैं, बिहार के औद्योगिक विकास और युवाओं को रोजगार से जुड़े प्रोजेक्ट हैं और बिहार के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने वाली परियोजनाएं शामिल हैं. उन्होंने कहा कि बिहार समेत पूर्वी भारत का कायाकल्प करने के लक्ष्य के साथ शुरू की गईं अनेक परियोजनाओं में से एक-प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना भी है. इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा को गैस पाइपलाइन से जोड़ा जा रहा है. इसी योजना के पहले चरण में जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइन के पटना-फूलपुर सेक्शन का लोकार्पण किया गया है. उन्होंने बताया कि जुलाई 2015 में मैंने इसकी आधारशिला रखी थी.  पीएम ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हल्दिया–दुर्गापुर LPG पाइपलाइन का भी विस्तार मुजफ्फरपुर और पटना तक किया जा रहा है, जिसका शिलान्यास किया गया है, इस परियोजना से 3 बड़े काम एक साथ होने जा रहे हैं. तीन लाभों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि बरौनी में जो फर्टिलाइजर का कारखाना फिर से चालू किया जा रहा है, उसको गैस उपलब्ध होगी. पटना में पाइप के माध्यम से गैस देने का काम होगा, सीएनजी से गाड़ियां चल पाएंगी. हजारों परिवारों को अब पाइप वाली गैस मिलने वाली है. इस परियोजना का तीसरा लाभ ये होगा कि जब यहां पर उद्योगों को पर्याप्त मात्रा में गैस मिलेगी उससे Gas Based Economy का नया इकोसिस्टम विकसित होगा, युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना के शहरी क्षेत्र में 3,200 वर्ग किमी में 9. 75 लाख घरों में पीएनजी तथा वाहनों के लिए सीएनजी आपूर्ति योजना का उद्घाटन किया जबकि यहां बाढ़, सुल्तानगंज तथा नवगछिया में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना का भी शिलान्यास किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री विभिन्न स्थानों के लिए 1427.14 करोड़ रुपए की लागत से 22 अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया.
लोकसभा चुनाव के परवान चढ़ते ही नेताओं की बयानबाजी तेज हो गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) नेता माजिद मेमन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बयान दिया है जो कि नए विवादों को जन्म दे सकता है. मेमन ने कहा कि प्रधानमंत्री भी अनपढ़, जाहिल और रास्ते पर चलने वाले आदमी की तरह बात करते हैं. न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए माजिद मेमन ने कहा कि प्रधानमंत्री इतने बड़े पोस्ट पर हैं, उन्हें पता है कि ये पद कितना संवैधानिक है. और इस संवैधानिक पद में प्रधानमंत्री रास्ते पर नहीं चुना जाता है. उन्होंने कहा कि उन्हें (मोदी) मालूम होना चाहिए कि हर क्षेत्र से एक सांसद चुनकर आएगा और जब 543 सांसद चुनकर आएंगे तब वह किसी एक को चुनेंगे वो ही प्रधानमंत्री बनेगा. एनसीपी नेता ने कहा कि ऐसे कहना कि प्रधानमंत्री की लाइन में कई लोग खड़े हैं ये जाहिलों वाली बात है. #WATCH Majeed Memon, NCP: Mujhe lagta hai ki Pradhan Mantri bhi ek anpadh, jahil ya raaste pe chalne wale aadmi ki tarah baat karte hain. Vo itne bade pad pe baithe hain, Unka pad ek sanvaidhanik pad hai, uss sanvaidhanik pad mein Pradhan Mantri raaste mein nahi chuna jata. pic.twitter.com/IczTw58QlH — ANI (@ANI) April 1, 2019 गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि इस बार महागठबंधन की तरफ से पीएम बनने वालों की लाइन काफी लंबी है. जिसपर एनसीपी नेता का ये बयान सामने आया है. जयंत चौधरी के बयान पर भी हुआ था विवाद इससे पहले भी दोनों पक्षों की तरफ से लगातार इस प्रकार की बयानबाजी होती आ रही है. रविवार को ही राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के नेता जयंत चौधरी ने भाजपा को लेकर विवादास्पद बयान दिया था. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को बहुत 'जूतिया पार्टी' कहा. जयंत चौधरी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ये आपको शराबी कहें, ये आपको मिलावट कहें तो मैंने भी इनके लिए नाम सोच रखा है. ये जूते से मारपीट करते हैं. मैं गाली तो नहीं देना चाहता, ये बहुत बड़े जूतिए हैं, जूतिए, बहुत जूतिया पार्टी है.'
साल 2010 में पुणे के जर्मन बेकरी ब्लास्ट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार और दोषी की याचिका स्वीकार कर ली है. सरकार और दोषी मिर्जा हिमायत बेग ने बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. बता दें कि पुणे के जर्मन बेकरी ब्लास्ट मामले में एक मात्र दोषी मिर्जा हिमायत बेग को बॉम्बे हाईकोर्ट ने आतंकवादी गतिविधियों, साजिश, हत्या, यूएपीए की धाराओं से बरी कर दिया था, जबकि एक्सप्लोजिव एक्ट के तहत निचली अदालत द्वारा दी गई फांसी की सजा को उम्रकैद में तब्दील कर दिया था. महाराष्ट्र सरकार ने अपील में कहा है कि बेग के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश को खारिज किया जाए और फांसी की सजा को बरकरार रखा जाए. वहीं बेग ने हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए खुद को बरी करने की मांग की है. दरअसल मिर्जा हिमायत बेग को आतंकवादी गतिविधियों के तहत दोषी मानते हुए विशेष अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. बॉम्बे हाई कोर्ट ने हिमायत बेग को आतंकवादी गतिविधियों से बरी कर दिया था. लेकिन विस्फोटक रखने के लिए के मामले में दोषी मानते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी. वहीं सरकार का कहना है कि हिमायत बेग के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने के बावजूद हाईकोर्ट ने उसको बरी कर दिया. गौरतलब है कि 13, फरवरी 2010 को पुणे के जर्मन बेकरी ब्लास्ट में 17 लोगों की मौत हो गई थी और 50 लोग घायल हो गए थे. अप्रैल 2013 में जब विशेष अदालत ने बेग को मौत की सजा सुनाई, उस समय वो अदालत में रो पड़ा था और कहा था की वो निर्दोष है. इतना ही नहीं उसने ये भी कहा था की वह ब्लास्ट का 18वां पीड़ित है. हालांकि इस मामले की जांच कर रही महाराष्ट्र ATS ने उसे ब्लास्ट का मास्टर माइंड बताया था.
आजकल अधिकतर लोग नींद ना आने की समस्या से जूझ रहे हैं. नींद न आने की कई अलग-अलग वजहें हो सकती हैं. कई बार अधिक तनाव या काम के प्रेशर के चलते भी कुछ लोग ठीक से सो नहीं पाते हैं. लेकिन अगर आपको हमेशा ही सोने में दिक्कत होती है, तो इसकी वजह इनसोमनिया भी हो सकती है. बता दें, इनसोमनिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को नींद नहीं आती है और पूरी रात बिस्तर पर करवटें बदलते हुए ही निकल जाती है. नींद पूरी न होने की वजह से व्यक्ति को दिनभर थकान महसूस होती है. कई लोगों को चक्कर आते हैं, मूड स्विंग होता रहता है, किसी काम में ध्यान नहीं लगता है. आपको भी अगर सोने में परेशानी होती है तो आप इन टिप्स को अपनाकर एक सुकून भरी नींद ले सकते हैं. 1. गुनगुने पानी से नहाएं- एक लंबे थकान भरे दिन के बाद, गुनगुने पानी से नहाने से आपको सिर्फ रिलेक्स ही महसूस नहीं होता है, बल्कि नींद भी अच्छी आती है. सोने से करीब 2 घंटे पहले गुनगुने पानी से नहाएं, ताकि सोते समय आपकी बॉडी का टेंपरेचर नॉर्मल हो जाए. इससे आपको नींद अच्छी आएगी. 2. लैवेंडर का तेल- लैवेंडर का तेल मूड को बेहतर करने और अच्छी नींद के लिए जाना जाता है. इसके लिए अपनी हथेली में लैवेंडर के तेल की कुछ बूंदें लेकर सूंघने से नींद अच्छी आती है. 3. गर्म दूध और शहद- सदियों से गर्म दूध के साथ शहद का सेवन किया जा रहा है. गर्म दूध में शहद मिलाकर पीने से अच्छी नींद आती है. दूध में अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन पाया जाता है, जो नेचुरल तरीके से व्यक्ति को शांति और सुकून का एहसास कराता है. 4. हर्बल चाय- रात को सोने से पहल हर्बल चाय पीने से कई फायदे होते हैं. इसके सेवन से शरीर को शांति मिलती है और आपको आसानी से नींद आ जाती है. 5. मैग्नीशियम- अच्छी सेहत के लिए मैग्नीशियम मिनरल बहुत अहम होता है. ये मांसपेशियों को रिलेक्स करता है, साथ ही तनाव को भी कम करता है. कई स्टडी की रिपोर्ट में भी ये साबित हो चुका है कि मैग्नीशियम व्यक्ति की स्लिप साइकल को बेहतर करता है, जिससे नींद अच्छी आती है. सोने से पहले ना करें ये गलतियां- - सोने से पहले कैफिन, अल्कोहल का सेवन ना करें. - रात के समय हमेशा हल्का खाना ही खाएं. - रात का खाना हमेशा सोने से 2 घंटे पहले खाएं. - सोने से पहले टीवी या मोबाइल के इस्तेमाल से बचें.
जेएनयू में देशविरोधी नारे लगाने के मामले में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सख्ती से कहा कि जो पाकिस्तान जिंदाबाद बोलेगा वो जेल जाएगा. इसके पहले गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने जेएनयू में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि जेएनयू को देशविरोधी गतिविधियों का अड्डा बनने नहीं दिया जाएगा. राजनाथ सिंह से मिले वामपंथी नेता छात्रों की गिरफ्तारी के मामले में सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई नेता डी राजा ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. शनिवार दोपहर में हुई इस मुलाकात के बाद ये दोनों नेता और नीलोत्पल बसु शाम में जेएनयू जाकर छात्रों से मिलेंगे. राजनाथ बोले, किसी बेकसूर पर नहीं होगी कार्रवाई मुलाकात के बाद येचुरी ने बताया कि गृहमंत्री ने हमें भरोसा दिलाया है कि बेकसूर छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी. येचुरी ने कहा कि इन दिनों ऐसा क्या बुरा नहीं हो रहा है जो इमरजेंसी के दिनों में होता था. उन्होंने गृहमंत्री से पूछा कि जेएनयू में जब कैमरे नहीं लगे हैं तो नारेबाजी का वीडियो टेप कहां से आया? ऐसा आयोजन हुआ है, फिलहाल यह साबित होना भी बाकी है. इस मुलाकात के बाद गृहमंत्री से दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी भी जाकर मिले. 20 people who are being targeted, it should be proved that they are at fault, says Sitaram Yechury after meeting HM — ANI (@ANI_news) February 13, 2016 डी राजा ने किया बेटी का बचाव मामले में पूर्वी दिल्ली के सांसद महेश गिरि ने एफआईआर दर्ज करवाई है. सरकार की ओर से बनी आरोपी छात्रों की लिस्ट में डी राजा की बेटी का नाम भी सामने आया है. राजा ने इस बारे में कहा कि महेश गिरि कौन होते हैं मेरे बेटे-बेटी के बारे में पूछने वाले? राजा ने शुक्रवार को जेएनयू विवाद में आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि वामदलों को देशभक्ति न सिखाएं.
झारखंड, हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूरी तरह से कमर कस ली है. तीनों राज्यों की चुनावी जंग फतह करने के लिए बीजेपी अपने तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यों के प्रभारियों के साथ दिल्ली में मंगलवार को मंथन करेगी. बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने इन तीनों राज्यों में तीन-चौथाई सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. बता दें कि इन तीनों राज्यों में अभी बीजेपी की सरकार है. झारखंड और हरियाणा में जहां बीजेपी अपने बूते पर सरकार चला रही है वहीं महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना के साथ मिलकर सरकार चला रही है. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार सफलता हासिल की है. हरियाणा की सभी 10 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया है. झारखंड: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास सोमवार को ही दिल्ली आ गए थे. बीजेपी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए ओम माथुर को चुनाव प्रभारी और नंद किशोर यादव को सह प्रभारी बनाया है. नंद किशोर यादव ने हाल ही में दो दिवसीय रांची दौरा कर पार्टी नेताओं के साथ चुनावी रणनीति बनाई. झारखंड में कुल 81 सीटें हैं, जिनमें से 65 प्लस जीतने का टारगेट रखा है. हरियाणा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हैं. बीजेपी ने हरियाणा का प्रभारी केंद्रीय मंत्री और पार्टी के दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह तोमर को और भूपेंद्र सिंह को सह प्रभारी बनाया है. तोमर ने हाल ही में हरियाणा का दौरा किया है और सीएम खट्टर प्रदेश का दौरा करके चुनावी माहौल बना रहे हैं. हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी ने मिशन 75 प्लस की रणनीति तैयार की है. महाराष्ट्र महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हैं. बीजेपी ने हाल ही में भूपेंद्र यादव को महाराष्ट्र का चुनाव प्रभारी बनाया है. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और कर्नाटक के पूर्व विधायक लक्ष्मण सवदी को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है. महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 220 प्लस सीटें जीतने का टारगेट रखा गया है.
लंदन ओलिंपिक में बैडमिंटन का कांस्य पदक जीतने वाली सायना नेहवाल और मुक्केबाजी का कांस्य जीतने वाली एमसी मैरी कोम को चुनाव आयोग ने अपना राष्ट्रीय यूथ आयकन चुना है। चुनाव आयोग ने इसकी जानकारी मंगलवार को दी। सायना और मैरी कोम के अलावा पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को राष्ट्रीय आयकन चुना जा चुका है। ये सब मतदान के लिए युवाओं को आकर्षित करने के अभियान में शामिल हैं। चुनाव आयोग में महानिदेशक अक्षय राउत ने कहा, "सायना और मैरी कोम को नया राष्ट्रीय आयकन बनाया गया है। ये इस सूची में कलाम और धोनी के साथ जुड़ेंगी।"टिप्पणियां राउत ने कहा कि चुनाव आयोग ने महसूस किया है कि बीते दो साल में युवा मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है और यह काफी उत्साहवर्धक है। इसी को देखते हुए सायना और मैरी कोम को इस अभियान से जोड़ा गया है। युवा मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित करने के लिए आयोग 25 जनवरी को लगातार तीसरे साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाएगा। इस दिन पहली बार मतदान के लिए योग्य लोगों को फोटो पहचान पत्र दिए जाएंगे। चुनाव आयोग ने इसकी जानकारी मंगलवार को दी। सायना और मैरी कोम के अलावा पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को राष्ट्रीय आयकन चुना जा चुका है। ये सब मतदान के लिए युवाओं को आकर्षित करने के अभियान में शामिल हैं। चुनाव आयोग में महानिदेशक अक्षय राउत ने कहा, "सायना और मैरी कोम को नया राष्ट्रीय आयकन बनाया गया है। ये इस सूची में कलाम और धोनी के साथ जुड़ेंगी।"टिप्पणियां राउत ने कहा कि चुनाव आयोग ने महसूस किया है कि बीते दो साल में युवा मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है और यह काफी उत्साहवर्धक है। इसी को देखते हुए सायना और मैरी कोम को इस अभियान से जोड़ा गया है। युवा मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित करने के लिए आयोग 25 जनवरी को लगातार तीसरे साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाएगा। इस दिन पहली बार मतदान के लिए योग्य लोगों को फोटो पहचान पत्र दिए जाएंगे। चुनाव आयोग में महानिदेशक अक्षय राउत ने कहा, "सायना और मैरी कोम को नया राष्ट्रीय आयकन बनाया गया है। ये इस सूची में कलाम और धोनी के साथ जुड़ेंगी।"टिप्पणियां राउत ने कहा कि चुनाव आयोग ने महसूस किया है कि बीते दो साल में युवा मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है और यह काफी उत्साहवर्धक है। इसी को देखते हुए सायना और मैरी कोम को इस अभियान से जोड़ा गया है। युवा मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित करने के लिए आयोग 25 जनवरी को लगातार तीसरे साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाएगा। इस दिन पहली बार मतदान के लिए योग्य लोगों को फोटो पहचान पत्र दिए जाएंगे। राउत ने कहा कि चुनाव आयोग ने महसूस किया है कि बीते दो साल में युवा मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है और यह काफी उत्साहवर्धक है। इसी को देखते हुए सायना और मैरी कोम को इस अभियान से जोड़ा गया है। युवा मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित करने के लिए आयोग 25 जनवरी को लगातार तीसरे साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाएगा। इस दिन पहली बार मतदान के लिए योग्य लोगों को फोटो पहचान पत्र दिए जाएंगे। युवा मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित करने के लिए आयोग 25 जनवरी को लगातार तीसरे साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाएगा। इस दिन पहली बार मतदान के लिए योग्य लोगों को फोटो पहचान पत्र दिए जाएंगे।
बिटकॉइन में निवेश करने वाले लाखों लोगों को आयकर विभाग जल्द ही नोटिस भेजने वाला है. पिछले हफ्ते देश के कई बिटकॉइन एक्सचेंजेस से डाटा जमा करने के बाद आयकर विभाग नोटिस भेजने की कार्यवाही करने की तैयारी कर रहा है. आयकर विभाग देश के 4 से 5 लाख हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स अथवा अति धनाढ्य (एचएनआई) लोगों को नोटिस जारी करने की तैयारी कर रहा है.  ये वे अमीर हैं, जो बिटकॉइन में कारोबार कर रहे थे. पिछले हफ्ते आयकर विभाग के अध‍िकारियों ने देश के नौ से ज्यादा एक्सचेजेंज का सर्वे क‍िया था. इस दौरान अधिकारियों ने बिटकॉइन में निवेश करने वाले लोगों को लेकर जानकारी हासिल की थी. सूत्रों के मुताबिक इन एक्सचेंजेज में 20 लाख से ज्यादा इकाइयां रजिस्टर्ड हैं. इन 20 लाख में से 4 से 5 लाख कंपनियां बिटकॉइन में ट्रेडिंग करने से जुड़े हुए हैं. सूत्रों ने बताया कि इन लोगों के ख‍िलाफ अब  कर चोरी की आशंका को लेकर जांच की जा रही है. एक वरिष्ठ अध‍िकारी ने बताया कि इन लोगों को जो नोटिस भेजा जा रहा है. इसमें इनकी वित्तीय जानकारी हासिल की जाएगी. इस दौरान अगर ऐसा कहीं पता चलता है कि इन लोगों को बिटकॉइन में अपने निवेश पर टैक्स देना होगा, तो उन्हें बिटक्वॉइन में अपने निवेश और कारोबार पर कैपिटल गेन्स टैक्स  देना होगा. आयकर विभाग की बेंगलुरु जांच टीम ने बिटक्वॉइन में निवेश को लेकर जुटाए गए डाटा को अन्य टीम के साथ भी साझा कर दिया है. इसके बाद नोटिस भेजने की कार्यवाई शुरू कर दी जाएगी.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में आरोपी द्रमुक सांसद कनिमोझी और कलेंगनर टीवी के प्रबंध निदेशक शरद कुमार की जमानत याचिकाएं यह कहकर खारिज कर दीं कि उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया सबूत हैं. न्यायमूर्ति अजित भरिहोक ने कहा, ‘आरोपियों के खिलाफ प्रथम दृष्टया कुछ सबूत हैं. अपराध में आरोपियों की सह अपराधिता पर विचार करते हुए जमानत याचिकाएं खारिज की जाती हैं.’ कनिमोझी की मां रजति अम्मल और द्रमुक संसदीय दल के नेता टीआर बालू आदेश सुनाए जाने के वक्त अदालत कक्ष में मौजूद थे. सीबीआई ने कथित तौर पर 200 करोड़ रुपये की रिश्वत के मामले में द्रमुक सुप्रीमो एम करुणानिधि की 43 वर्षीय बेटी कनिमोझी और कुमार का नाम लिया था. कनिमोझी और कुमार दोनों की कलेंगनर टीवी प्राइवेट लिमिटेड में 20-20 फीसदी हिस्सेदारी है जिसे शाहिद बलवा की कंपनी डीबी रीयल्टी के माध्यम से कथित तौर पर 200 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. द्रमुक प्रमुख की पत्नी दयालु अम्मल के पास चैनल में बाकी की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है. उनका नाम आरोपियों की सूची से बाहर किया जा चुका है. कनिमोझी और कुमार ने 23 मई को निचली अदालत के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी जिसने पूर्व में जमानत आग्रह को यह कहकर खारिज कर दिया था कि उनसे संबंधित अपराध गंभीर हैं और गवाहों को प्रभावित किए जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी ने 20 मई को दोनों की जमानत याचिकाएं खारिज कर ‘तत्काल’ गिरफ्तारी का आदेश दिया था. वे इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं. कनिमोझी ने विशेष अदालत से इस आधार पर जमानत मांगी थी कि वह एक महिला हैं. उन्होंने उच्च न्यायालय से यह कहकर राहत मांगी थी कि उनके स्कूल जाने वाले बच्चे को उनकी देखरेख की आवश्यकता है क्योंकि उसके पिता विदेश में काम करते हैं. न्यायमूर्ति भरिहोक ने यूनिटेक समूह के प्रबंध निदेशक संजय चंद्र और रिलायंस एडीएजी के प्रबंध निदेशक गौतम दोषी सहित 23 मई को पांच कारपोरेट हस्तियों की जमानत याचिकाएं यह कहकर खारिज कर दी थीं कि गवाहों को प्रभावित किए जाने की संभावना है.
आहार योजना (आहार, जिसका अर्थ  ओडिया में "खाना" है।) ओडिशा सरकार  के द्वारा पांच रुपए में शहरी गरीबों या मजदुरों के लिए सस्ते में दोपहर का भोजन उपलब्ध कराने का एक राजसहायता योजना है। यह 1 अप्रैल, 2015 में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के द्वारा  उत्कल दिवस के उपलक्ष्य में उद्घाटन किया गया था।   भोजन की वास्तविक लागत के ₹ 20 है,  लेकिन सब्सिडी से यह ₹ 5 में दिया जाता है। यह प्रति दिन ६०,००० से ज्यादा शहरी मजदुरों को खाना उपलब्ध कराता  है। योजना के बारे में इस मिशन की मुळ योजना बड़े शहरों में काम की तलाश में आये हुए मजदूरों को सस्ते दाम में दोपहर का भोजन प्रदान करना है।ओडिशा सरकार के आदेश में यह योजना राज्य के पांच प्रमुख शहरों आरम्भ किया गया था। आहार स्टालों मुख्य रूप से अस्पतालों, बस स्टेंड या रेलवे स्टेशन जैसे  भीड़ भरे स्थानों में पाया जाता है। यह भोजन शिर्फ पान्च रूपये में उपलब्ध किया जाता है। भोजन की गुणता विभिन्न नगर निगम के अस्पतालों के द्वारा जाँच की जाती है। खाना और कीमतों इस योजना के तहत भात(पके हुए चावल) और डालमा  ₹ 5 में खाद्य प्रदान की जाती है। आहार केंद्रों में 11 बजे से 3 बजे तक निर्दिष्ट स्थानों पर  हर रोज भोजन उपलब्ध कराई जाती है । आहार केन्द्र कटक : बादामबाडी बस स्टैंड, शिशु भवन, एससीबी मेडिकल भुवनेश्वर : मास्टर कैंटीन, बर्मुण्डा, बीएमसी कार्यालय है। बरहमपुर : नया बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड, MKCG मेडिकल कॉलेज और रेलवे स्टेशन है। संबलपुर : राउरकेला तालचेर अनुगुल Kamakshyanagar भद्रक दामनजोड़ी ओडिशा में कुल 100 आहार केंद्र है। इन्हें भी देखें अम्मा Unavagam, तमिलनाडु एक इसी तरह का कार्यक्रम है। सन्दर्भ
बेहद रोमांचक और कड़े मुकाबले में वर्ल्ड नंबर-8 दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन ने वर्ल्ड नंबर-2 स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर को मात दी. इसके साथ ही एंडरसन ने साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन से फेडरर को बाहर का रास्ता दिखाया और पहली बार सेमीफाइनल में जगह बना ली. एंडरसन ने बुधवार को मौजूदा विजेता फेडरर को पुरुष एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मैच में पांच सेट तक चले मेराथन मुकाबले में 2-6, 6-7 (7-5), 7-5, 6-4, 13-11 से मात दी. A moment @KAndersonATP will never forget #Wimbledon pic.twitter.com/Gs8wWMU3at — Wimbledon (@Wimbledon) July 11, 2018 एंडरसन को यह मैच जीतने में चार घंटे 13 मिनट तक पसीना बहाना पड़ा. पहले सेट में एंडरसन फेडरर के खेल के समीप भी नहीं थे, लेकिन दूसरे सेट से उन्होंने जबर्दस्त सुधार करते हुए फेडरर को काफी भगाया. फेडरर हालांकि दूसरे सेट जीतन में भी कामयाब रहे. तीसरे सेट में फेडरर मात खा गए और यह सेट एंडरसन की वापसी का गवाह बना. यहां से बाकी के दोनों सेट जीत एंडरसन ने फेडरर के नौवें विंबलडन खिताब जीतने के सपने को तोड़ दिया. फेडरर से तेज सर्विस करने वाले एंडरसन ने इस मैच में 18 ऐस लगाए, जबकि फेडरर सिर्फ 16 ऐस ही लगा सके. एंडरसन ने 65 विनर्स लगाए और फेडरर ने 61. सेमीफाइनल में एंडरसन का सामना कनाडा के मिलोस राओनिक और अमेरिका के जॉन इस्नर के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा.
सुनन इब्ने माजह (अंग्रेज़ी:Sunan ibn Majah) हदीस की पुस्तक है, सुन्नी इस्लाम के कुतुब अल-सित्ताह -सहाह सत्ता (छह प्रमुख हदीस संग्रह) में से एक है।जिसके संग्रहकर्ता इब्ने माजा अबू अब्दुल्लाह मुहम्मद बिन यज़ीद क़ज़वेनी है। हदीस-संग्रह हदीस के निम्नलिखित छः विश्वसनीय संग्रह हैं जिनमें 29,578 हदीसें संग्रहित हैं : सहीह बुख़ारी : संग्रहकर्ता—अबू अब्दुल्लाह मुहम्मद-बिन-इस्माईल बुख़ारी, हदीसों की संख्या—7225 सहीह मुस्लिम : संग्रहकर्ता—अबुल-हुसैन मुस्लिम बिन अल-हज्जाज, हदीसों की संख्या—4000 जामी अत-तिर्मिज़ी : संग्रहकर्ता—अबू ईसा मुहम्मद बिन ईसा तिर्मिज़ी, हदीसों की संख्या—3891 सुनन अबू दाऊद : संग्रहकर्ता—अबू दाऊद सुलैमान बिन अशअस सजिस्तानी, हदीसों की संख्या—4800 सुनन अन-नसाई : संग्रहकर्ता—अबू अब्दुर्रहमान बिन शुऐब ख़ुरासानी, हदीसों की संख्या—5662 सुनन इब्ने माजह : संग्रहकर्ता—मुहम्मद बिन यज़ीद बिन माजह, हदीसों की संख्या—4000 यह भी देखें हदीस कुतुब अल-सित्ताह हदीस की शब्दावली संदर्भ हदीस पुस्तकें सुन्नी साहित्य
यह वाकया 8 सितंबर, 2012 का है. धर्मांतरण के खिलाफ अपनी जोरदार मुहिम के लिए पहचान बनाने वाले उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गोरक्ष पीठ के महंत अवैद्यनाथ पर पीठ की ओर से प्रकाशित पुस्तक का विमोचन समारोह था. इसी मंच से विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के शीर्ष नेता अशोक सिंहल ने टिप्पणी की, जिसमें अतीत का दर्द था तो भविष्य की उम्मीद भी. उन्होंने कहा था, ''बीजेपी ने 1990-91 वाली वैचारिक राह छोड़ दी थी, अगर पार्टी वापस उसी राह पर दृढ़ता के साथ खड़ी होकर चले तो वह लोकसभा में 300 सीटें जीत सकती है.” बीजेपी और संघ परिवार ने गठबंधन सहयोगियों  की परवाह किए बगैर नरेंद्र मोदी पर दांव लगाया और इतिहास भी रचा. पर संयोग ही है कि विहिप अपने अस्तित्व के 50वें वर्ष में दुविधा में है. वह तय नहीं कर पा रही है कि उसके सपनों की सरकार उसके एजेंडे को लागू करेगी या नहीं. यह दुविधा बेजा नहीं है. पिछले साल कुंभ में विहिप की धर्म संसद में ही सबसे पहले नरेंद्र मोदी को बीजेपी का प्रधानमंत्री प्रत्याशी बनाने की मुहिम चलाई गई थी, हालांकि मोदी उसमें मौजूद नहीं थे. लोकसभा चुनाव में भले ही 'अप्रत्याशित सांप्रदायिक ध्रुवीकरण देखा गया, लेकिन इसे मोदी और 'विकास’ का समर्थन माना गया. हाल ही में हुए उपचुनाव के नतीजों ने मानो इसकी दोबारा पुष्टि कर दी. और अब 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर 'हिंदू हृदय सम्राट’ मोदी की ओर से किसी तरह का शुभकामना संदेश न मिलना, न ही उसके नेताओं के साथ मुलाकात इस बात की ओर इशारा कर रही है कि मोदी के नेतृत्ववाली एनडीए सरकार विहिप के लिए बहुत साजगार नहीं होने वाली. वैसे भी, विहिप के आंदोलनों को गैर-बीजेपी शासनकाल में ही धार मिली है. लेकिन उसने नई सरकार से उम्मीद नहीं छोड़ी है, जैसा कि उसके अंतरराष्ट्रीय महासचिव चंपत राय इंडिया टुडे से कहते हैं, ''लंबे समय बाद देश में नए ढंग की सरकार बनी है, जिसका प्रधानमंत्री आजादी के बाद पैदा हुआ शख्स है और उसकी सोच वही है, जो हम चाहते हैं.” मोदी का साथ: मजबूरी या रणनीति विहिप नेताओं की दुविधा यह है कि वे मोदी सरकार से अपने मुद्दों पर फिलहाल बात करने से परहेज कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस वक्त संगठन का फोकस सिर्फ समाज को जागरूक बनाना है इसलिए वे अपनी ऊर्जा को बांटना नहीं चाहते. सूत्रों के मुताबिक, संघ परिवार दो साल तक किसी भी विवादास्पद मुद्दे पर मोदी सरकार को उलझने के मूड में नहीं है. दूसरी तरफ मोदी भी विहिप को ज्यादा तवज्जो देने के मूड में नहीं दिखते. सरकार बनने के चार माह बाद भी उन्होंने किसी विहिप नेता से मुलाकात नहीं की है. विहिप के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि अगर मोदी ने संघ के नेताओं से मुलाकात की और विहिप से नहीं तो यह ध्यान देना होगा कि संघ पितृ संगठन है जबकि विहिप और बीजेपी का रिश्ता भाई-भाई का है. वे संघ की रणनीति का खुलासा करते हैं, ''संघ ने सभी अग्रिम संगठनों को साफ कह दिया है कि चौखट के भीतर (मौजूदा संवैधानिक दायरे में) ही समाधान होगा, इसलिए राम मंदिर मुद्दे पर आक्रामकता दिखाने की जरूरत नहीं है.” विहिप के एक वरिष्ठ मोदी समर्थक नेता के मुताबिक, विहिप को एहसास है कि संसद के उच्च सदन (राज्यसभा) का अंकगणित मोदी सरकार के पक्ष में नहीं है. इसलिए अगले दो साल तक विधानसभा के चुनावों में बीजेपी को मजबूत बनाने की कोशिश होगी. लेकिन लोकसभा चुनाव प्रचार के समय जब मोदी ने देवालय से पहले शौचालय की बात कही थी, तब तोगडिय़ा ने विरोध करते हुए उनसे माफी की मांग की थी. उग्र या नरम हिंदुत्व बीजेपी और आरएसएस में पीढ़ीगत बदलाव की तस्वीर पूरी तरह से साफ हो चुकी है, लेकिन विहिप में वर्चस्व की जंग इस कदर हावी है कि एक खेमा हमेशा मोदी के साथ खड़ा दिखता है तो तोगडिय़ा खेमा मोदी का कट्टर विरोधी माना जाता है. हालांकि इस खेमाबाजी की वजह से ही सिंहल वरिष्ठ मार्गदर्शक की भूमिका में नियंत्रण बनाए हुए हैं. मोदी समर्थक माने जाने वाले और हाल तक विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं बजरंग दल के पूर्व संयोजक प्रकाश शर्मा कहते हैं, ''व्यक्तियों-व्यक्तियों के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन संगठन के रूप में विहिप से कोई दूरी नहीं है.” तोगडिय़ा और मोदी के कटु रिश्ते सार्वजनिक हैं, ऐसे में मोदी समर्थक गुट अपना बेहतर भविष्य देख रहा है. चंपत राय और तोगडिय़ा के साथ  संगठन महामंत्री दिनेश चंद्र का नाम भी गुटों के रूप में लिया जाता है. एक वरिष्ठ नेता की टिप्पणी है, ''अशोक सिंहल के बाद विहिप में जबरदस्त वर्चस्व की लड़ाई सतह पर दिखेगी.”  हालांकि इंडिया टुडे  के इस सवाल पर तोगडिय़ा कहते हैं, ''हम राजनैतिक या व्यक्ति विशेष से जुड़े सवालों का जवाब नहीं देते. इन सवालों का विहिप से कोई मतलब नहीं है.”  विहिप हमेशा से मंदिर, गोरक्षा, धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर आक्रामक रणनीति अपनाती रही है, जबकि संघ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का लबादा ओढ़ हिंदुत्व की परिभाषा गढ़ता रहा है. ऐसे में विहिप अगर नरम हिंदुत्व की राह अपनाती है तो उसके अस्तित्व पर सवालिया निशान लग जाएगा. यही वजह है कि विहिप ने अपना महत्व जताने के लिए 50वें साल में देश में 700 जगहों पर हिंदू सम्मेलन की रणनीति अपनाई है. इस आयोजन को सिर्फ छुट्टी के दिन (शनिवार-रविवार) को करने की योजना है, जिसमें हर सप्ताह 40-50 जगहों पर सम्मेलन होंगे और उसके केंद्रीय पदाधिकारियों की पूरी टीम इन सभी सम्मेलनों में शिरकत करेगी. नवंबर में राम बारात यात्रा निकाल रही है जो यूपी के आजमगढ़-गाजीपुर से होकर नेपाल के जनकपुर तक जाएगी. इस यात्रा को लेकर पिछले साल 84 कोसी परिक्रमा की तरह ही तनाव की आशंकाएं जताई जा रही हैं. अपनी सरकारों का अनुभव हालांकि 1993 में आंदोलन पूरी तरह पटरी से उतर गया. इसकी वजह यह थी कि बीजेपी के कुछ नेता बाबरी ढांचा गिराए जाने से पहले 1991 में राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार बनने से अति आत्मविश्वास में आ गए थे. यहां बीजेपी ने अनदेखी की थी क्योंकि 1993 के चुनाव में संतों ने प्रचार नहीं किया और कार सेवा के बाद बाबरी मस्जिद का गुंबद गिराने वाली लहर में भी वह हार गई. उसके बाद केंद्र में एनडीए की सरकार बनी तो विहिप को गैर बीजेपी सरकारों के मुकाबले ज्यादा अपमान सहना पड़ा. उसकी साख को सबसे अधिक चोट टिहरी बांध के खिलाफ आंदोलन ने पहुंचाई. उस समय सिंहल और गिरिराज किशोर सरीखे नेताओं ने जल समाधि तक की धमकी दे दी थी, लेकिन उन्हें बाद में पीछे हटना पड़ा. सिंहल के दबाव में वाजपेयी सरकार ने मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता में एक कमेटी बना दी जिन्होंने टिहरी बांध को हरी झंडी दिखाई और पाइप के जरिए छोड़े गए पानी को ही विहिप ने अविरल गंगा मान लिया. नई ऊर्जा हासिल करने की जद्दोजहद मोदी सरकार के दो महीने पूरे होने के बाद सिंहल ने जब 2014 के आम चुनाव का इस तरह विश्लेषण किया, ''भारत में जिनको सेक्युलरवादी बोलते हैं, वे मुसलमानों को हिंदू समाज के विरुद्ध खड़ा कर राजनीति चलाना चाहते थे. लेकिन मुसलमानों को पहली बार समझ आ गया है कि उनकी शक्ति के बिना भी देश में सरकार बन सकती है.” यह बयान विहिप की यह सोच जाहिर करता है कि आक्रामकता के बिना उसके संगठन को धार नहीं मिल सकती. लिहाजा वह अपने विचारधारा वाली सरकार होने का फायदा उठाना चाहती है. लेकिन वह जिस तरह मोदी सरकार का फायदा  उठा रही है उससे सांप्रदायिक तनाव का माहौल पैदा हो जाता है. बहरहाल, मोदी करोड़ों बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मुहैया कराकर बेहतर जिंदगी देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यानी विहिप और मोदी का एजेंडा मेल नहीं खाता. ऐसे में वह जहां अपनी सरकार की वजह से दुविधा में है, वहीं मोदी सरकार को राष्ट्र धर्म निभाना है. लेकिन जब भी ऐसा लगे कि मोदी विहिप के एजेंडे को लागू करने लगे हैं तो मान लीजिए कि हालात उनके काबू से बाहर हो रहे हैं.
टिकटॉक का शौक एक महिला कांस्टेबल को महंगा पड़ गया. महिला कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. दरअसल, गुजरात के मेहसाणा जिले में एक महिला कांस्टेबल अर्पिता चौधरी ने पुलिस थाने के अंदर फिल्मी गाने पर टिकटॉक वीडियो बनाया. थाने की जेल के बाहर बनाया गया यह वीडियो वायरल हो गया. इसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक, पिछले दो साल से महिला कांस्टेबल अर्पिता चौधरी, मेहसाणा के लंघनाज पुलिस थाने में ड्यूटी कर रही थी. पिछले दिनों अर्पिता चौधरी ने थाने की जेल के सामने एक टिकटॉक वीडियो बनाया. फिल्मी गाने पर बनाया गया यह वीडियो वायरल हो गया. वीडियो वायरल होने के बाद अर्पिता चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठने लगी. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने उसे सस्पेंड कर दिया. डिप्टी सुपरिटेंडेंट मनजीता वंजारा ने कहा कि अर्पिता चौधरी ने नियमों का उल्लंघन किया है. पहली बात तो यह कि वह ड्यूटी के दौरान यूनिफॉर्म में नहीं थीं. दूसरी बात कि उसने थाने में वीडियो बनाया डिप्टी सुपरिटेंडेंट मनजीता वंजारा ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को अनुशासन का पालन करना चाहिए, जो कि अर्पिता ने नहीं किया. इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है. ये वीडियो 20 जुलाई का है. 2016 में आरएलडी में भर्ती हुईं अर्पिता चौधरी को 2018 में मेहसाणा में तैनाती मिली थी.
लेख: उत्तर प्रदेश में गोंडा जिले के छपिया थाना क्षेत्र के छपिया-बभनान मार्ग में शनिवार दोपहर दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने हुई टक्कर में बस्ती जिले के निवासी पिता और पुत्र की मौत हो गई, जबकि दूसरी मोटरसाइकिल में सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. अपर पुलिस अधीक्षक हृदयेश कुमार ने बताया कि बस्ती जिले के सरैया निवासी संजय कुमार (50) अपने बेटे आशुतोष (24) के साथ मोटरसाइकिल से शनिवार दोपहर जा रहे थे. छपिया-बभनान मार्ग में पतिजिया बुजुर्ग इंटर कॉलेज के पास सामने से आ रही दूसरी मोटरसाइकिल से टकरा गई, जिससे दोनों में मोटरसाइकिलों में सवार पांच लोग घायल हो गए.  सभी घायलों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने पिता-पुत्र संजय और आशुतोष को मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि दूसरी मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों को हालत गंभीर है, उनका इलाज चल रहा है.  पोस्टमॉर्टम कराने के बाद मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं. घटना की जांच जारी है.
लेख: ‘‘भारतीय जासूस’’ होने के संदेह में 15 साल पाकिस्तानी जेल में गुजारने वाले बांग्लादेशी नागरिक की घर वापसी के चार साल बाद मौत हो गई। मधुमेह और किडनी फेल होने के कारण 50 वर्षीय मुस्लिमुद्दीन सरकार की मौत हो गई। सरकार के भतीजे अब्दुल अल मामुन ने कहा, वह खराब स्वास्थ्य के साथ चार साल पहले घर लौटे... उनकी आज अपने गांव में मौत हो गई। पाकिस्तान की जेल में रहने के दौरान ही उन्हें मधुमेह, गुर्दे की समस्या सहित और कई दिक्कतें हो गयी थीं। मामून ने बताया, सरकार ने 27 वर्ष की उम्र में 1989 में घर छोड़ा, वहां से भारत गए और फिर बिना पासपोर्ट के ही पाकिस्तान चले गए। छह साल बाद जब वह घर लौट रहे थे तो पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें भारत की सीमा पर गिरफ्तार कर लिया। उसने कहा, उन्हें (पाकिस्तानी) संदेह था कि वह भारतीय जासूस हैं और इसके कारण 15 साल जेल में रहे, जब तक कि रेड क्रॉस ने हस्तक्षेप नहीं किया। मामून ने कहा, उत्तरी मैमनसिंह जिले के एक गांव में रहने वाले सरकार के परिवार को 23 साल तक उनकी कोई खबर नहीं थी। उन्हें लगा कि सरकार मर चुके हैं। टिप्पणियां लेकिन एक दिन उन्हें सरकार की एक चिट्ठी मिली, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह पाकिस्तान की जेल में हैं। हमने इसके बाद रेडक्रॉस की मदद ली और उनके हस्तक्षेप से सरकार जेल से छूटकर अपने घर लौट सके।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) सरकार के भतीजे अब्दुल अल मामुन ने कहा, वह खराब स्वास्थ्य के साथ चार साल पहले घर लौटे... उनकी आज अपने गांव में मौत हो गई। पाकिस्तान की जेल में रहने के दौरान ही उन्हें मधुमेह, गुर्दे की समस्या सहित और कई दिक्कतें हो गयी थीं। मामून ने बताया, सरकार ने 27 वर्ष की उम्र में 1989 में घर छोड़ा, वहां से भारत गए और फिर बिना पासपोर्ट के ही पाकिस्तान चले गए। छह साल बाद जब वह घर लौट रहे थे तो पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें भारत की सीमा पर गिरफ्तार कर लिया। उसने कहा, उन्हें (पाकिस्तानी) संदेह था कि वह भारतीय जासूस हैं और इसके कारण 15 साल जेल में रहे, जब तक कि रेड क्रॉस ने हस्तक्षेप नहीं किया। मामून ने कहा, उत्तरी मैमनसिंह जिले के एक गांव में रहने वाले सरकार के परिवार को 23 साल तक उनकी कोई खबर नहीं थी। उन्हें लगा कि सरकार मर चुके हैं। टिप्पणियां लेकिन एक दिन उन्हें सरकार की एक चिट्ठी मिली, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह पाकिस्तान की जेल में हैं। हमने इसके बाद रेडक्रॉस की मदद ली और उनके हस्तक्षेप से सरकार जेल से छूटकर अपने घर लौट सके।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) मामून ने बताया, सरकार ने 27 वर्ष की उम्र में 1989 में घर छोड़ा, वहां से भारत गए और फिर बिना पासपोर्ट के ही पाकिस्तान चले गए। छह साल बाद जब वह घर लौट रहे थे तो पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें भारत की सीमा पर गिरफ्तार कर लिया। उसने कहा, उन्हें (पाकिस्तानी) संदेह था कि वह भारतीय जासूस हैं और इसके कारण 15 साल जेल में रहे, जब तक कि रेड क्रॉस ने हस्तक्षेप नहीं किया। मामून ने कहा, उत्तरी मैमनसिंह जिले के एक गांव में रहने वाले सरकार के परिवार को 23 साल तक उनकी कोई खबर नहीं थी। उन्हें लगा कि सरकार मर चुके हैं। टिप्पणियां लेकिन एक दिन उन्हें सरकार की एक चिट्ठी मिली, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह पाकिस्तान की जेल में हैं। हमने इसके बाद रेडक्रॉस की मदद ली और उनके हस्तक्षेप से सरकार जेल से छूटकर अपने घर लौट सके।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) उसने कहा, उन्हें (पाकिस्तानी) संदेह था कि वह भारतीय जासूस हैं और इसके कारण 15 साल जेल में रहे, जब तक कि रेड क्रॉस ने हस्तक्षेप नहीं किया। मामून ने कहा, उत्तरी मैमनसिंह जिले के एक गांव में रहने वाले सरकार के परिवार को 23 साल तक उनकी कोई खबर नहीं थी। उन्हें लगा कि सरकार मर चुके हैं। टिप्पणियां लेकिन एक दिन उन्हें सरकार की एक चिट्ठी मिली, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह पाकिस्तान की जेल में हैं। हमने इसके बाद रेडक्रॉस की मदद ली और उनके हस्तक्षेप से सरकार जेल से छूटकर अपने घर लौट सके।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) लेकिन एक दिन उन्हें सरकार की एक चिट्ठी मिली, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह पाकिस्तान की जेल में हैं। हमने इसके बाद रेडक्रॉस की मदद ली और उनके हस्तक्षेप से सरकार जेल से छूटकर अपने घर लौट सके।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
यह एक लेख है: स्कॉटलैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाज नील मैक्लम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। मैक्लम रविवार को खेले जाने वाले काउंटी क्रिकेट के क्लाइस्डेले बैंक-40 ओवर प्रतियोगिता में हैम्पशायर के खिलाफ अंतिम बार हिस्सा लेंगे। क्रिकेट स्कॉटलैंड द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक मैक्लम ने कहा, संन्यास लेने का निर्णय आसान नहीं था, लेकिन मुझे लगता है कि यह सही समय है। स्कॉटलैंड के लिए खेलना मेरे लिए गौरव की बात है। मैं भाग्यशाली रहा कि मुझे विश्व के कुछ बेहतरीन मैदानों पर खेलने का मौका मिला। 33 वर्षीय मैक्लम ने 43 एकदिवसीय मुकाबालों में 27.83 की औसत से 1002 रन बनाए हैं, जिनमें नाबाद 121 उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। इसके अलावा मैक्लम ने 14 प्रथम श्रेणी मैचों में 44.62 की औसत से 714 रन बनाए हैं, जिनमें 181 उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। स्कॉटलैंड की ओर से मैक्लम ने 11 ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। उल्लेखनीय है कि मैक्लम ने तीन विश्व कप में हिस्सा लिया है।
यूपीए के कार्यकाल में प्लान किए गए एक और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने आगे बढ़ाने का फैसला किया है. गृह मंत्रालय जल्द ही सेंट्रल मॉनिटरिंग सिस्टम (सीएमएस) शुरू करने जा रहा है. यह एक सेंट्रलाइज्ड सिस्टम है जो फोन टैप करने के लिए बनाया गया है. इसके साथ ही यह टेक्स्ट मैसेज, सोशल मीडिया पर बातचीत और इंटरनेट एक्टीविटीज पर निगाह रखता है. इस प्रोजेक्ट को टेलीकम्युनिकेशन विभाग अमल में लाएगा. हालांकि पिछले 6 महीने से यह ठंडे बस्ते में पड़ा था. इस आशय की खबर अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने प्रकाशित की है. सूत्रों के मुताबिक यह प्रोजेक्ट फंड की कमी से भी जूझ रहा था, लेकिन अब सरकार ने इसे दूर करने का फैसला कर लिया है. गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'यह निर्णय लिया गया है कि सीएमएस को फास्ट ट्रैक पर रखा जाएगा. इस प्रोजेक्ट में दो मॉनिटरिंग स्टेशन होंगे. सीएमएस प्राइवेट टेलीफोन ऑपरेटर्स के जरिए अनाधिकृत कॉल इंटरसेप्शन को को असंभव बना देगा.' क्या केंद्र सरकार के इस प्रोजेक्ट से इंटरनेट पर लोगों की स्वतंत्रता प्रभावित होगी?
देश के शेयर बाजारों में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को मिला-जुला रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 11.84 अंकों की तेजी के साथ 19,441.07 पर तो निफ्टी 3.00 अंकों की गिरावट के साथ 5,878.00 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 101.12 अंकों की तेजी के साथ 19,530.35 पर खुला और 11.84 अंकों या 0.06 फीसदी तेजी के साथ 19,441.07 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 19,585.75 के ऊपरी और 19,366.82 के निचले स्तर को छुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 26.90 अंकों की तेजी के साथ 5,907.90 पर खुला और 3.00 अंकों या 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 5,878.00 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,931.65 के ऊपरी और 5,857.40 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले प्रमुख शेयर विप्रो (2.12 फीसदी), इंफोसिस (1.64 फीसदी), एनटीपीसी (1.55 फीसदी), एचडीएफसी (1.53 फीसदी) और बजाज ऑटो (1.29 फीसदी) रहे। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में जिंदल स्टील (4.46 फीसदी), भेल (3.00 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.18 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.03 फीसदी) और टाटा मोटर्स (1.82 फीसदी) प्रमुख रहे।      बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 56.17 अंकों की गिरावट के साथ 6,331.85 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 47.07 अंकों की गिरावट के साथ 5,915.24 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले सेक्टर सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.46 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.14 फीसदी) और तेल एवं गैस (0.11 फीसदी) रहे।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.08 फीसदी), रियल्टी (1.52 फीसदी), बैंकिंग (1.12 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (1.04 फीसदी) और धातु (0.96 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 873 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 145 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 101.12 अंकों की तेजी के साथ 19,530.35 पर खुला और 11.84 अंकों या 0.06 फीसदी तेजी के साथ 19,441.07 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 19,585.75 के ऊपरी और 19,366.82 के निचले स्तर को छुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 26.90 अंकों की तेजी के साथ 5,907.90 पर खुला और 3.00 अंकों या 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 5,878.00 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,931.65 के ऊपरी और 5,857.40 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले प्रमुख शेयर विप्रो (2.12 फीसदी), इंफोसिस (1.64 फीसदी), एनटीपीसी (1.55 फीसदी), एचडीएफसी (1.53 फीसदी) और बजाज ऑटो (1.29 फीसदी) रहे। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में जिंदल स्टील (4.46 फीसदी), भेल (3.00 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.18 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.03 फीसदी) और टाटा मोटर्स (1.82 फीसदी) प्रमुख रहे।      बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 56.17 अंकों की गिरावट के साथ 6,331.85 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 47.07 अंकों की गिरावट के साथ 5,915.24 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले सेक्टर सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.46 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.14 फीसदी) और तेल एवं गैस (0.11 फीसदी) रहे।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.08 फीसदी), रियल्टी (1.52 फीसदी), बैंकिंग (1.12 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (1.04 फीसदी) और धातु (0.96 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 873 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 145 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 26.90 अंकों की तेजी के साथ 5,907.90 पर खुला और 3.00 अंकों या 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 5,878.00 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 5,931.65 के ऊपरी और 5,857.40 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले प्रमुख शेयर विप्रो (2.12 फीसदी), इंफोसिस (1.64 फीसदी), एनटीपीसी (1.55 फीसदी), एचडीएफसी (1.53 फीसदी) और बजाज ऑटो (1.29 फीसदी) रहे। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में जिंदल स्टील (4.46 फीसदी), भेल (3.00 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.18 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.03 फीसदी) और टाटा मोटर्स (1.82 फीसदी) प्रमुख रहे।      बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 56.17 अंकों की गिरावट के साथ 6,331.85 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 47.07 अंकों की गिरावट के साथ 5,915.24 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले सेक्टर सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.46 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.14 फीसदी) और तेल एवं गैस (0.11 फीसदी) रहे।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.08 फीसदी), रियल्टी (1.52 फीसदी), बैंकिंग (1.12 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (1.04 फीसदी) और धातु (0.96 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 873 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 145 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 14 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले प्रमुख शेयर विप्रो (2.12 फीसदी), इंफोसिस (1.64 फीसदी), एनटीपीसी (1.55 फीसदी), एचडीएफसी (1.53 फीसदी) और बजाज ऑटो (1.29 फीसदी) रहे। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में जिंदल स्टील (4.46 फीसदी), भेल (3.00 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.18 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.03 फीसदी) और टाटा मोटर्स (1.82 फीसदी) प्रमुख रहे।      बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 56.17 अंकों की गिरावट के साथ 6,331.85 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 47.07 अंकों की गिरावट के साथ 5,915.24 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले सेक्टर सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.46 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.14 फीसदी) और तेल एवं गैस (0.11 फीसदी) रहे।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.08 फीसदी), रियल्टी (1.52 फीसदी), बैंकिंग (1.12 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (1.04 फीसदी) और धातु (0.96 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 873 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 145 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में जिंदल स्टील (4.46 फीसदी), भेल (3.00 फीसदी), मारुति सुजुकी (2.18 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (2.03 फीसदी) और टाटा मोटर्स (1.82 फीसदी) प्रमुख रहे।      बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 56.17 अंकों की गिरावट के साथ 6,331.85 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 47.07 अंकों की गिरावट के साथ 5,915.24 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले सेक्टर सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.46 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.14 फीसदी) और तेल एवं गैस (0.11 फीसदी) रहे।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.08 फीसदी), रियल्टी (1.52 फीसदी), बैंकिंग (1.12 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (1.04 फीसदी) और धातु (0.96 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 873 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 145 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। तेजी वाले सेक्टर सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.46 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.14 फीसदी) और तेल एवं गैस (0.11 फीसदी) रहे।टिप्पणियां बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.08 फीसदी), रियल्टी (1.52 फीसदी), बैंकिंग (1.12 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (1.04 फीसदी) और धातु (0.96 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 873 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 145 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई के गिरावट वाले सेक्टरों में उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.08 फीसदी), रियल्टी (1.52 फीसदी), बैंकिंग (1.12 फीसदी), स्वास्थ्य सेवाएं (1.04 फीसदी) और धातु (0.96 फीसदी) प्रमुख रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 873 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 145 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 873 शेयरों में तेजी और 1,428 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 145 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
""इन्फेक्टेड मशरूम"" एक इजरायली इलेक्ट्रॉनिका की जोड़ी हे जिसमें . ऐसन और अमित दुवदेवानी द्वारा १९९६ में शुरू किया हे .दोनों संस्थापक लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में रहते.दोनों ने इन्फेक्टेड मशरूम के लाइव शो को एक मल्टीमीडिया पृष्ठभूमि तैयार कर रहे हैं ओर प्रदर्शन में वोकल्स और एनालॉग उपकरणों की सुविधा किया है। सदस्य ऐसन का जन्म ८ सितंबर १९८०, इसराइल में हुआ था। वह ४ साल की उम्र में शास्त्रीय प्रशिक्षण शुरू हुआ। वो ११ साल कि उम्र में कंप्यूटर में गीत सिक दिया. और फिर हैवी मेटल और पंक रॉक पर चला गया। अमित दुवदेवानी का जन्म ७ नवम्बर १९७४ इसराइल पर पैदा हुए और एक ऐसी ही संगीत की पृष्ठभूमि थी। उन्होंने सात साल की उम्र में पियानो खेलने के लिए शुरू कर दिया और नौ साल तक ऐसा करने के लिए जारी रखा और फिर हैवी मेटल और पंक रॉक पर चला गया। संगीत कैरियर १९९६-२००४ ऐसन और दुवदेवानी पहली बार १९९६ में एक साथ खेलना शुरू किया। दोनों जोड़ी ने इन्फेक्टेड मशरूम का नाम से बैंड शुरू किया। और अपने पहले एलबम, १९९९ में 'थे गथरिंग' शुरू किया। द्वारा उदाहरण एक काले, लयबद्ध ध्वनि "साइको'' वातावरण, विशेषता यह मुख्यधारा के दर्शकों के लिए इजरायल साथ पसिटरन्स लाने के पहले एल्बम में से एक था। २००४ -२००७ "आई एम थे सुपरवाइजर" के २००४ जारी, अक्सर गलत " आईएम थे सुपरवाइजर" के रूप में भेजा, अन्य संगीत शैलियों के साथ पसिटरन्स मिश्रण करने के लिए जारी रखा है और संक्रमित तिथि करने के लिए मशरूम के सबसे बेच एल्बम बन गया। यह नृत्य संगीत शायद ही कभी इसकी रिलीज़ करने से पहले किया गया था कि एक तरह से साइकेडेलिक था, आईएम थे सुपरवाइजर, सबसे विशेष रूप से गमेलन की तरह शोर, कट अप के नमूने और के पुराने स्कूल अनुक्रम्रक धड़कन के कुछ भागों "बोम्बत," थे समय पर नवीन के रूप में सराहना किया है। २००७-२०१२ २००७ में "बिकमिंग इंसाने", जिसका स्पेनिश बोल किंकी के इन्फेक्टेड मशरूम और गिल, के बीच सहयोग में शामिल एक स्पेनिश गिटार के नेतृत्व ट्रैक था और दोनों ने एक हिप-हॉप ट्रैक "आर्टिलरी" को प्रभावित किया। एक पूरे के रूप में एल्बम अतिथि गायिकाएं का अधिक से अधिक उपयोग करते हैं, साथ ही रहते गिटार और ड्रम सुविधाएँ. एलबम में पता लगाया शैलियों की विविधता अपनी रिहाई पर एक व्यापक दर्शकों के लिए इलेक्ट्रॉनिका की साइकेडेलिक पक्ष को उजागर किया हे, यह इलेक्ट्रॉनिक कला का एक व्यापक रूप से सुलभ टुकड़ा बनाया. २०१२-मौजूदा मशरूम की बैंड २०१२ एल्बम "आर्मी ऑफ़ मशरूम" को डिम मक रिकार्ड्स तहत ८ मई २०१२ को जारी किया गया था। यह इस तरह के ऊपर से टेम्पो, ओर दूसरी ट्रैक "थे रत" के रूप में साइकेडेलिक ट्रांस, डबस्टेप और ड्रम और बास शैलियों से प्रभावित हे . एलबम "थे प्रेटेंडर" को 'फू फाइटर' ने " वुस्स्स के राष्ट्र ", के ट्रैक को फेब्रुअरी १४ २०१२ को एक एकल / वीडियो के रूप में जारी किया। साइड परियोजनाओं ऐसन [सम्पादन] शिदापु: मिकी लिटवाक (पूर्व घरेलू), ओरेन किस्लेव और रॉय सैसन साथ मैजिक मशरूम: तळमस्का साथ शिव (डीजे) के साथ: शिव शिदापु ऐसन और दुवदेव डोमेस्टिक मशरूम: डोमेस्टिक के साथ इन्फेक्टेड दीदरह: दीदरह साथ हलुकिनोगें और मिशेल एडमसन के साथ: फ्लाई अग्रिक इन्फेक्टेड एस्टेरिक्स :एस्टेरिक्स साथ बिम्बचित्रण एलबम थे गथरिंग (1999) क्लासिकल मशरूम (2000) बीपी एम्पायर (2001) कंवर्टिंग वेगेटरियन्स (2003) आई एम थे सुपरवाइजर (2004) विसिओस डिलीशियस (2007) लीजेंड ऑफ़ थे ब्लैक षवर्मा (2009) "आर्मी ऑफ़ मशरूम"(2012) एकल / ई पी एस "एविलुशन"(दट्स्क करतब के साथ. जोनाथन डेविस) (2012) "नेशन ऑफ़ वुस्स्स" (2012) "नेशन ऑफ़ वुस्स्स रीमिक्सेस" (2012) "फ्रेंड्स ऑन मशरुम, वॉल्यूम. 1" (2013) "नेवर मंद" (2013) "सी में नाउ"- (2013) एकल "फ्रेंड्स ऑन मशरुम, वॉल्यूम. 2" (2013) "फ्रेंड्स ऑन मशरुम, वॉल्यूम. 3" ट्रैक्स क्यूलिओ रीमिक्स क्यूलिओ ईपी क्रेजी डी: िसरलीन्स देने :यहल - सोमेथिंग तो रेमेम्बेर डेविल : अनआइडेंटिफाइड फॉर्म्स ऑफ़ साउंड डोरेमिफासो: अनआइडेंटिफाइड फॉर्म्स ऑफ़ साउंड 3 डबल क्लिक करें : इजरायल के साइकेडेलिक ट्रांस 5 डबल क्लिक करें (पियानो संस्करण) : परशुराम - मॉर्निंग ओरिजिन ऑफ़ स्पीशीज ड्रीम थिएटर : स्पेस मंत्र इलेक्ट्रो पैनिक: यहल - प्राइवेट कलेक्शन मॉन्स्टर (रीमिक्स): एस्ट्रिक्स - अर्टकरे ओने अब्सोलुते: फुल ऑन पॉवर ऑफ़ केलटिकस रेड फ़िल्टर: फुल ऑन ५ स्कॉच: वुजू ऋतुअल्स स्माल मूव्स: थे डिजिटल डांस ऑफ़ शिवा सिम्फोनतिक: सुनामी थे फ्लाई: साइकोट्रॉपिक वॉइसेस: सुनामी तीवनकु: कुम्हरस वेव्स ऑफ़ साउंड: यहल - वेव्स ऑफ़ साउंड वेयर इस स: डेस्टिनेशन गोवा ७ विदर: फ्यूचर नविगतोरस ई ९%: हीट सीकर्स इसरायली ट्रांस एल्स्टर्स उ डोंट एक्सिस्ट संगीत इज़राइली संस्कृति
यह एक लेख है: कलकत्ता उच्च न्यायालय के गिरफ्तार पूर्व न्यायाधीश सीएस कर्णन को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल से छुट्टी मिल गई और उन्हें प्रेसीडेंसी जेल अस्पताल ले जाया गया है. ऐसा उनके स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद किया गया है. एसएसकेएम अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और हमने उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने का निर्णय लिया हालांकि, उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में रखे जाने की जरूरत है. कर्णन को गुरुवार रात एसएसकेएम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. छाती में दर्द और बैचेनी की शिकायत के बाद उन्हें 22 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.टिप्पणियां सुधार गृह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, वह इस समय प्रेसीडेंसी सुधार गृह (जेल) अस्पताल में हैं. डॉक्टर उन पर नजर रख रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 9 मई को कर्णन को न्यायालय की अवमानना के अपराध में छह महीने के जेल की सजा सुनाई थी. उनकी गिरफ्तारी तक उनका कोई अता पता नहीं था. सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय पीठ ने कर्णन को भारत के प्रधान न्यायाधीश और उच्चतर न्यायपालिका के अन्य न्यायाधीशों के खिलाफ अपनी टिप्पणियों से अदालत की अवमानना करने का दोषी ठहराया था. कर्णन इस महीने की शुरुआत में सेवानिवृत हो गए थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सुधार गृह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, वह इस समय प्रेसीडेंसी सुधार गृह (जेल) अस्पताल में हैं. डॉक्टर उन पर नजर रख रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 9 मई को कर्णन को न्यायालय की अवमानना के अपराध में छह महीने के जेल की सजा सुनाई थी. उनकी गिरफ्तारी तक उनका कोई अता पता नहीं था. सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय पीठ ने कर्णन को भारत के प्रधान न्यायाधीश और उच्चतर न्यायपालिका के अन्य न्यायाधीशों के खिलाफ अपनी टिप्पणियों से अदालत की अवमानना करने का दोषी ठहराया था. कर्णन इस महीने की शुरुआत में सेवानिवृत हो गए थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शिवसेना ने महाराष्ट्र से पी. चिदंबरम को राज्यसभा भेजने के कांग्रेस के फैसले पर सवाल उठाए हैं. शिवसेना ने कहा कि ऐसा करके कांग्रेस महाराष्ट्र के सिर पर जबरन चिदंबरम का 'लुंगी डांस' करा रही है. कांग्रेस न सिर्फ चिंदबरम को जबरन महाराष्ट्र की जनता पर लाद रही है, बल्कि अपने पैर पर पत्थर मार रही है. पार्टी के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में शिवसेना ने लिखा कि इशरत जहां मामले में मिट्टी खाने वाले पी. चिदंबरम को कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए महाराष्ट्र पर लादा है. शिवसेना ने कहा, 'जिस नेता पर आर्थिक हेराफेरी की जांच चल रही है और जो इशरत जहां मामले में हुई गड़बड़ी में शामिल है, उस चिदंबरम पर अपना हाथ रखकर कांग्रेस गलती कर रही है.' 'कांग्रेस ने किया है पाप' चिदंबरम को राज्यसभा भेजने के कांग्रेस के फैसले पर नाराजगी जताते हुए शिवसेना ने कहा कि चिदंबरम को तमिलनाडु में पैर रखने की भी जगह नहीं मिली. इसलिए कांग्रेस अब यह लुंगी डांस महाराष्ट्र के माथे मढ़ने का पाप कर रही है. शिवसेना ने कहा कि बैकडोर से नेताओं को राज्यसभा भेजा जा रहा है, पहले भी कई नेताओं को महाराष्ट्र से संसद पहुंचाया गया, लेकिन उन्होंने राज्य के लिए कुछ किया नहीं. सिर्फ राज्यसभा में आंकड़ा बढ़ाने के लिए किसी नेता को महाराष्ट्र पर थोप देना ठीक नहीं है. 'क्या सचमुच बची है कांग्रेस' सामना में शिवसेना ने सवाल किया, 'चिदंबरम और कपिल सिब्बल, इन दो वकीलों को राज्यसभा में कांग्रेस की बात रखने के लिए लाया गया है, लेकिन क्या आज देश में कांग्रेस की बात सचमुच कुछ बची है?' शिवसेना ने चिदंबरम को महाराष्ट्र से राज्यसभा भेजने के कांग्रेस के फैसले को अनुचित करार दिया है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: एनसीपी और कांग्रेस के बीच बिगड़ते संबंधों पर अभी भी विराम नहीं लगा है। क्योंकि इन दोनों राजनैतिक पार्टी के संबंधों की जड़ जहां है वहां बयानबाज़ी का सिलसिला जारी है।टिप्पणियां ताज़ा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने चेतावनी दी है। पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को दूसरों के काम में दखल नहीं देना चाहिए। पवार का यह बयान तब आया है जब पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि केंद्र में गठबंधन सरकार चलाने की मजबूरी होती है कि नौ सांसदों वाली पार्टी को भी तीन मंत्री पद देने पड़ते हैं। एनसीपी और कांग्रेस का यह विवाद महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में घोटाले के आरोपों के बाद उभरा है। महाराष्ट्र का सिंचाई विभाग एनसीपी के पास है और उसमें घोटाले की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की बात कही थी जिससे एनसीपी में खलबली मच गई। पार्टी अध्यक्ष और दूसरे बड़े नेताओं ने केन्द्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसी मुद्दे पर शनिवार को नवी मुंबई में बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दूसरों के विभागों में हस्तक्षेप न करें। ताज़ा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने चेतावनी दी है। पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को दूसरों के काम में दखल नहीं देना चाहिए। पवार का यह बयान तब आया है जब पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि केंद्र में गठबंधन सरकार चलाने की मजबूरी होती है कि नौ सांसदों वाली पार्टी को भी तीन मंत्री पद देने पड़ते हैं। एनसीपी और कांग्रेस का यह विवाद महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में घोटाले के आरोपों के बाद उभरा है। महाराष्ट्र का सिंचाई विभाग एनसीपी के पास है और उसमें घोटाले की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की बात कही थी जिससे एनसीपी में खलबली मच गई। पार्टी अध्यक्ष और दूसरे बड़े नेताओं ने केन्द्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसी मुद्दे पर शनिवार को नवी मुंबई में बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दूसरों के विभागों में हस्तक्षेप न करें। एनसीपी और कांग्रेस का यह विवाद महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में घोटाले के आरोपों के बाद उभरा है। महाराष्ट्र का सिंचाई विभाग एनसीपी के पास है और उसमें घोटाले की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की बात कही थी जिससे एनसीपी में खलबली मच गई। पार्टी अध्यक्ष और दूसरे बड़े नेताओं ने केन्द्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसी मुद्दे पर शनिवार को नवी मुंबई में बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दूसरों के विभागों में हस्तक्षेप न करें।
टीम इंडिया के बैटिंग कोच संजय बांगर को मुख्‍य कोच अनिल कुंबले की कमी खल रही है. बांगर के अनुसार,  कुंबले के मुख्‍य कोच का पद छोड़ने से भारतीय क्रिकेट टीम में एक खालीपन सा आ गया है. हालांकि वे यह कहने से नहीं चूके कि  खिलाड़ी इससे अच्छी तरह उबर रहे हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे की पूर्व संध्या पर अनिल कुंबले प्रकरण पर बांगर से काफी सवाल पूछे गए. उन्होंने कहा, 'हम पेशेवर हैं और इस तरह की चीजें किसी भी संस्था का हिस्सा होती हैं, जहां बदलाव होता हैं. सहयोगी स्टाफ और खिलाड़ियों ने इन मुद्दों से खुद को दूर रखने में काफी पेशेवर रवैया दिखाया है और अभी तक हम इससे अच्छी तरह से उबर रहे हैं.' पूर्व आलराउंडर ने कहा कि टीम का ध्यान अभी सिर्फ अपने काम पर लगा है. 44 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, 'हर किसी ने इसमें योगदान दिया है और जैसा कि मैंने कहा कि जब आप अलग होते हैं तो यह आसान नहीं होता. आपको कभी कभार इसे स्वीकार करना होता है, जब ऐसी चीजें होती हैं और ऐसा बीते समय में भी हो चुका है. लेकिन सबसे अहम यही है कि भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ते रहना चाहिए और टीम के प्रदर्शन पर किसी भी तरह से असर नहीं पड़ना चाहिए.' टिप्पणियां बांगर ने कहा, 'हां, अनिल भाई के साथ हमने काफी सकारात्मक परिणाम हासिल किए. हम सभी जानते हैं कि टीम ने काफी सफलता हासिल की है. हां निश्चित रूप से थोड़ा खालीपन है लेकिन इस टीम के पास काफी अनुभव है जिसमें आपके पास महेंद्र सिंह धोनी है, युवराज सिंह और विराट कोहली हैं जो लगभग 700 के करीब अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और वे खिलाड़ियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं.' गौरतलब है कि संजय बांगर ने 12 टेस्‍ट और 15 वनडे मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्‍व किया. बल्‍लेबाज के तोर पर उन्‍होंने टेस्‍ट मैचों में 29.37 के औसत से 470 रन और वनडे में 13.84 के औसत से 180 रन बनाए.इसके अलावा टेस्‍ट और वनडे मैचों में सात-सात विकेट भी बांगर के नाम पर दर्ज हैं. पूर्व आलराउंडर ने कहा कि टीम का ध्यान अभी सिर्फ अपने काम पर लगा है. 44 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, 'हर किसी ने इसमें योगदान दिया है और जैसा कि मैंने कहा कि जब आप अलग होते हैं तो यह आसान नहीं होता. आपको कभी कभार इसे स्वीकार करना होता है, जब ऐसी चीजें होती हैं और ऐसा बीते समय में भी हो चुका है. लेकिन सबसे अहम यही है कि भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ते रहना चाहिए और टीम के प्रदर्शन पर किसी भी तरह से असर नहीं पड़ना चाहिए.' टिप्पणियां बांगर ने कहा, 'हां, अनिल भाई के साथ हमने काफी सकारात्मक परिणाम हासिल किए. हम सभी जानते हैं कि टीम ने काफी सफलता हासिल की है. हां निश्चित रूप से थोड़ा खालीपन है लेकिन इस टीम के पास काफी अनुभव है जिसमें आपके पास महेंद्र सिंह धोनी है, युवराज सिंह और विराट कोहली हैं जो लगभग 700 के करीब अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और वे खिलाड़ियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं.' गौरतलब है कि संजय बांगर ने 12 टेस्‍ट और 15 वनडे मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्‍व किया. बल्‍लेबाज के तोर पर उन्‍होंने टेस्‍ट मैचों में 29.37 के औसत से 470 रन और वनडे में 13.84 के औसत से 180 रन बनाए.इसके अलावा टेस्‍ट और वनडे मैचों में सात-सात विकेट भी बांगर के नाम पर दर्ज हैं. बांगर ने कहा, 'हां, अनिल भाई के साथ हमने काफी सकारात्मक परिणाम हासिल किए. हम सभी जानते हैं कि टीम ने काफी सफलता हासिल की है. हां निश्चित रूप से थोड़ा खालीपन है लेकिन इस टीम के पास काफी अनुभव है जिसमें आपके पास महेंद्र सिंह धोनी है, युवराज सिंह और विराट कोहली हैं जो लगभग 700 के करीब अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और वे खिलाड़ियों का मार्गदर्शन कर रहे हैं.' गौरतलब है कि संजय बांगर ने 12 टेस्‍ट और 15 वनडे मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्‍व किया. बल्‍लेबाज के तोर पर उन्‍होंने टेस्‍ट मैचों में 29.37 के औसत से 470 रन और वनडे में 13.84 के औसत से 180 रन बनाए.इसके अलावा टेस्‍ट और वनडे मैचों में सात-सात विकेट भी बांगर के नाम पर दर्ज हैं. गौरतलब है कि संजय बांगर ने 12 टेस्‍ट और 15 वनडे मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्‍व किया. बल्‍लेबाज के तोर पर उन्‍होंने टेस्‍ट मैचों में 29.37 के औसत से 470 रन और वनडे में 13.84 के औसत से 180 रन बनाए.इसके अलावा टेस्‍ट और वनडे मैचों में सात-सात विकेट भी बांगर के नाम पर दर्ज हैं.
भाजपा के सहयोगी दल शिवसेना के सांसद संजय राउत ने दावा किया कि देश खंडित जनादेश की तरफ बढ़ रहा है और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ऐसी स्थिति का इंतजारकर रहे हैं. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक राउत ने अखबार में अपने रविवारी आलेख में लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कद घटा है जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का कद बढ़ा है. राउत ने कहा ने कहा कि देश खंडित जनादेश की तरफ बढ़ रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी को मिला पूर्ण बहुमत बर्बाद गए मौके की तरह था. राउत ने लिखा था कि 2014 में मोदी के समर्थन में लहर थी, क्योंकि वोटरों ने तय कर लिया था कि कांग्रेस को हराना है, लेकिन आज तस्वीर बदल गई है. शिवसेना सांसद ने कहा कि मोदी की छवि अब फीकी पड़ गई है. राहुल गांधी का नेतृत्व मोदी के जितना बड़ा नहीं है, लेकिन उसे अब अहमियत मिल रही है क्योंकि लोग मौजूदा सरकार से निराश हैं. राउत ने कहा कि भाजपा के कई वरिष्ठ नेता आगामी चुनावों में पार्टी के संभावित खराब प्रदर्शन को लेकर चिंतित हैं, लेकिन नितिन गडकरी के बयान इस बात के संकेत हैं कि हवा किस तरफ बह रही है. गडकरी जैसे नेता की आरएसएस और भाजपा नेताओं के बीच बराबर स्वीकार्यता है. उन्होंने दावा किया कि गडकरी को भाजपा अध्यक्ष के तौर पर दूसरा कार्यकाल नहीं मिले, इसके लिए राजनीतिक साजिशें रची गईं थी.
3 जून को चुनाव आयोग के ईवीएम चैलेंज के ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी (आप) भी अपना हैकेथॉन कराने जा रही है. 'आप' का कहना है कि चुनाव आयोग की ही शर्तों के अनुसार वो अपनी मशीन को टेंपर करने के लिए देश के सामने रखेगी जिसमें सभी राजनीतिक पार्टियों, विशेषज्ञों और चुनाव आयोग को भी न्योता दिया जाएगा. 'आप' की तरफ़ से गुरुवार को प्रवक्ता सौरभ भरद्वाज मीडिया से रूबरू हुए. उन्होंने बताया कि "आम आदमी पार्टी भी चुनाव आयोग के साथ ईवीएम चैलेंज पेश करने की तैयारी में है. जिस मशीन से उसने विधानसभा के विशेष सत्र में साबित किया था कि वोट बदले जा सकते हैं उसी से तीन जून को हैकेथॉन की तैयारी कर रही है.टिप्पणियां शर्तें वही होंगी जो चुनाव आयोग की हैं." सौरभ भरद्वाज ने ये भी कहा कि, "हम सबको बुलाएंगे, चुनाव आयोग को भी आमंत्रित करेंगे और देश भर के तकनीक के जानकारों को भी बुलाएंगे, हम इनकी हक़ीकत सबके सामने रखना चाहते हैं." आम आदमी पार्टी इस चैलेंज के लिए चुनाव आयोग की ही तरह चार घंटों का वक्त देगी और साथ ही बटन दबाकर या फिर किसी दूसरी डिवाइस से हैक करने दिया जाएगा. उधर बीजेपी ने 'आप' की इस पूरी क़वायद को ड्रामा क़रार दिया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है, "आदमी पार्टी रोज़ कुछ नई नौटंकी करती है, इनको संवैधानिक संस्था पर विश्वास नहीं है." 3 जून को चुनाव आयोग का ईवीएम चैलेंज है जिसमें सिर्फ एनसीपी और सीपीएम हिस्सा ले रहे हैं, 'आप' पहले ही इस चैलेंज में भाग लेने से मना कर चुकी है. आम आदमी पार्टी अपना हैकेथॉन करके ये जताना चाहती है कि बिना ईवीएम खोले ईवीएम को टेंपर नहीं किया जा सकता है. शर्तें वही होंगी जो चुनाव आयोग की हैं." सौरभ भरद्वाज ने ये भी कहा कि, "हम सबको बुलाएंगे, चुनाव आयोग को भी आमंत्रित करेंगे और देश भर के तकनीक के जानकारों को भी बुलाएंगे, हम इनकी हक़ीकत सबके सामने रखना चाहते हैं." आम आदमी पार्टी इस चैलेंज के लिए चुनाव आयोग की ही तरह चार घंटों का वक्त देगी और साथ ही बटन दबाकर या फिर किसी दूसरी डिवाइस से हैक करने दिया जाएगा. उधर बीजेपी ने 'आप' की इस पूरी क़वायद को ड्रामा क़रार दिया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है, "आदमी पार्टी रोज़ कुछ नई नौटंकी करती है, इनको संवैधानिक संस्था पर विश्वास नहीं है." 3 जून को चुनाव आयोग का ईवीएम चैलेंज है जिसमें सिर्फ एनसीपी और सीपीएम हिस्सा ले रहे हैं, 'आप' पहले ही इस चैलेंज में भाग लेने से मना कर चुकी है. आम आदमी पार्टी अपना हैकेथॉन करके ये जताना चाहती है कि बिना ईवीएम खोले ईवीएम को टेंपर नहीं किया जा सकता है. उधर बीजेपी ने 'आप' की इस पूरी क़वायद को ड्रामा क़रार दिया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है, "आदमी पार्टी रोज़ कुछ नई नौटंकी करती है, इनको संवैधानिक संस्था पर विश्वास नहीं है." 3 जून को चुनाव आयोग का ईवीएम चैलेंज है जिसमें सिर्फ एनसीपी और सीपीएम हिस्सा ले रहे हैं, 'आप' पहले ही इस चैलेंज में भाग लेने से मना कर चुकी है. आम आदमी पार्टी अपना हैकेथॉन करके ये जताना चाहती है कि बिना ईवीएम खोले ईवीएम को टेंपर नहीं किया जा सकता है.
गुलामी पर इस्लाम के विचार (Islamic views on slavery) इस्लाम विचारों की जटिल और बहुमुखी निकाय को प्रस्तुत करता है, जिसमें विभिन्न इस्लामी समूहों एवं विचारकों के इस विषय पर विचारों को रखा जाता है जो इतिहास में मूल रूप से भिन्न रहे हैं। इस्लामिक कानून केवल उन गैर-मुस्लिमों को कानूनी गुलाम मानता था जिन्हें इस्लामी शासन की सीमाओं से परे कैद या खरीदा गया था, या गुलामों के बेटे और बेटियों को पहले से ही कैद में रखा गया था। बाद के शास्त्रीय इस्लामी कानून में, गुलामी के विषय को बहुत विस्तार से कवर किया गया है। दास, चाहे वे मुस्लिम हों या किसी अन्य धर्म के, धार्मिक मामलों में अपने साथी के बराबर थे। इस्लामी दुनिया में ग़ुलामों ने आगे चलकर ग़ज़नवी साम्राज्य, ख्वारिज्मी साम्राज्य, दिल्ली ग़ुलाम वंश, ममलूक राजवंश (इराक) और मामलुक साम्राज्य बड़ी सल्तनतें क़ायम कीं या उनका आधार रखा। ग़ुलाम शब्द प्रोफेसर जियाउर्रहमान आज़मी के अनुसार ग़ुलाम अरबी भाषा में 'अब्द' कहते हैं और 'अब्द' का प्रयोग कुरआन तथा हदीसों में 'स्वतंत्र मनुष्य' तथा दास दोनों के लिए आया है। जैसे: 'निश्चय ही इसमें हर उस 'अब्द' के लिए निशानी है जो (अल्लाह की ओर) रूजू करने वाला है' (कुरआन 34:9) 'निश्चय ही वह एक कृतज्ञ अब्द (बन्दा) था' (कुरआन 17:3) नबी को भी अच्छा अर्थात बन्दा कहा गया है। अब्द का दूसरा अर्थ दास या हिन्दुस्तानी भाषा में गुलाम के हैं। जैसे कि कुरआन में है - 'ऐ ईमानवालो, मारे गए लोगों के बारे में किसास अनिवार्य ठहराया गया है। स्वतंत्र का बदला स्वतंत्र, अब्द (गुलाम) का बदला अब्द (गुलाम), स्त्री का बदला स्त्री......' (कुरआन 2:178) क्या तुमने देखा नहीं उस व्यक्ति को जो एक बन्दे को रोकता है जब वह नमाज़ पढ़ता है'' (सूरा- 96, अल-अलक, आयतें -9, 10) यह संकेत इस्लाम विरोधियों के सरदार अबू-लहब की ओर है जो नबी को नमाज पढ़ने से रोका करता था। मुशरिक पुरुषों से अपनी स्त्रियों का विवाह न करो जब तक कि वे ईमान न लाएँ। ईमानवाला एक अब्द एक मुशरिक पुरुष से अच्छा है चाहे वह तुम्हें कितना ही अच्छा लगे (सूरा-2, अल-बकरा, आयत-221) कुरआन में ग़ुलाम संबंधित आयतें ऐ ईमान लानेवालो! मारे जानेवालों के विषय में हत्यादंड (क़िसास) तुमपर अनिवार्य किया गया, स्वतंत्र-स्वतंत्र बराबर है और ग़़ुलाम-ग़ुलाम बराबर है और औरत-औरत बराबर है। फिर यदि किसी को उसके भाई की ओर से कुछ छूट मिल जाए तो सामान्य रीति का पालन करना चाहिए; और भले तरीके से उसे अदा करना चाहिए। यह तुम्हारें रब की ओर से एक छूट और दयालुता है। फिर इसके बाद भो जो ज़्यादती करे तो उसके लिए दुखद यातना है (2:178) किसी ईमानवाले का यह काम नहीं कि वह किसी ईमानवाले का हत्या करे, भूल-चूक की बात और है। और यदि कोई क्यक्ति यदि ग़लती से किसी ईमानवाले की हत्या कर दे, तो एक मोमिन ग़ुलाम को आज़ाद करना होगा और अर्थदंड उस (मारे गए क्यक्ति) के घरवालों को सौंपा जाए। यह और बात है कि वे अपनी ख़शी से छोड़ दें। और यदि वह उन लोगों में से हो, जो तुम्हारे शत्रु हों और वह (मारा जानेवाला) स्वयं मोमिन रहा तो एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। और यदि वह उन लोगों में से हो कि तुम्हारे और उनके बीच कोई संधि और समझौता हो, तो अर्थदंड उसके घरवालों को सौंपा जाए और एक मोमिन को ग़ुलामी से आज़ाद करना होगा। लेकिन जो (ग़ुलाम) न पाए तो वह निरन्तर दो मास के रोज़े रखे। यह अल्लाह की ओर से निश्‍चित किया हुआ उसकी तरफ़ पलट आने का तरीक़ा है। अल्लाह तो सब कुछ जाननेवाला, तत्त्वदर्शी है(4:92) तुममें जो बेजोड़े के हों और तुम्हारे ग़ुलामों और तुम्हारी लौंडियों मे जो नेक और योग्य हों, उनका विवाह कर दो। यदि वे ग़रीब होंगे तो अल्लाह अपने उदार अनुग्रह से उन्हें समृद्ध कर देगा। अल्लाह बड़ी समाईवाला, सर्वज्ञ है (24:32) ग़ुलाम संबन्धित हदीस मौलाना सैयद अबुल आला मौदूदी (1903-1979) ने लिखा: इस्लाम ने स्पष्ट रूप से और स्पष्ट रूप से एक स्वतंत्र व्यक्ति को पकड़ने, उसे गुलाम बनाने या उसे गुलामी में बेचने की आदिम प्रथा को प्रतिबंधित कर दिया है। इस बिंदु पर मुहम्मद के स्पष्ट और स्पष्ट शब्द इस प्रकार हैं: "लोगों की तीन श्रेणियां हैं जिनके खिलाफ मैं निर्णय के दिन खुद एक वादी बनूंगा। इन तीनों में से एक वह है जो एक स्वतंत्र व्यक्ति को गुलाम बनाता है, फिर उसे बेचता है और इस पैसे को खाता है" (अल-बुखारी और इब्न मज्जाह) अब्दुल्लाह बिन उमर- रज़ियल्लाहु अन्हुमा- का वर्णन है कि अल्लाह के रसूल- सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने फ़रमायाः "कोई दास जब अपने मालिक का शुभचिंतक रहे और अच्छी तरह अल्लाह की इबादत करे, उसे दोगुना प्रतिकार मिलेगा।" अबू मूसा अशअरी- रज़ियल्लाहु अन्हु- कहते हैं कि अल्लाह के रसूल- सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने फ़रमायाः "जो ग़ुलाम अच्छी तरह अपने पालनहार की इबादत करे और अपने मालिक के अधिकार अदा करे, उसका शुभचिंतक रहे तथा उसकी बात मानकर चले, उसे दोगुना प्रतिकार मिलेगा।" अबू हुरैरा -रज़ियल्लाहु अन्हु- से रिवायत है, वह कहते हैं कि नबी -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने फ़रमाया : “जो शख़्स किसी मुसलमान ग़ुलाम को आज़ाद करेगा, तो अल्लाह आज़ाद किए गए ग़ुलाम के शरीर के हर अंग के बदले उसके शरीर का एक अंग दोज़ख़ से आज़ाद करेगा।” उल्लेखनीय ग़ुलाम जो आज़ाद हुए बिलाल इब्न रबाह अम्मार बिन यासिर सुहैब बिन सिनान :en:Ata ibn Abi Rabah वहशी इब्न हर्ब मलिक अंबर :en:Alam al-Malika :सैफुद्दीन कुटज़ रुकनुद्दीन बेबर्स कुतुब-उद-दीन ऐबक इल्तुतमिश मलिक काफ़ूर सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ बीबीसी डोक्यूमेंट्री, धर्म और नैतिकता - इस्लाम और गुलामी (Religion and Ethics - Islam and Slavery) अरब गुलाम व्यापार इस्लाम से संबंधित विवाद इस्लाम
बॉलीवुड एक्ट्रेस और टीवी होस्ट मिनी माथुर (Mini Mathur) सोशल मीडिया पर अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती हैं. हाल ही में इंडोनेशिया में एक ऐसी घटना घटी है, जिससे पूरा देश शर्मसार हो गया. दरअसल, इंडोनेशिया के बाली में एक भारतीय परिवार ने होटल के कमरे से कई सामान चुरा लिए थे. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. अब इस वीडियो को लेकर एक्ट्रेस मिनी माथुर (Minni Mathur) ने अपने ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट किया है. उनके इस पोस्ट पर लोग कमेंट करके सहमति जता रहे हैं.  वीडियो को पोस्ट करते हुए मिनी ने लिखा, 'पर्यटक यात्रियों का एक सबसे खराब उदाहरण, जो हमारी देश की छवि के लिए बेहद अपमानजनक है. बाली के एक होटल से हैंड वॉश, हैयर ड्रायर की चोरी.' The worst example of entitled indian travellers who are a disgrace to the image of our country. Casually stealing hand washes, room artefacts, hair dryers from a hotel room in Bali. And the uncle pawing the hotel person at the end is just ???? pic.twitter.com/UONwWCKmUq मिनी माथुर (Mini Mathur) ने आगे कहा, 'और अंकल उन्हें पैसे देने की बात कर रहे हैं. ' एक्ट्रेस मिनी माथुर के इस पोस्ट पर फैन्स खूब रिएक्ट कर रहे हैं. बता दें एक्ट्रेस मिनी माथुर अमेजॉन प्राइम वीडियो पर प्रसारित हुए वेब शो 'माइंड द मल्होत्राज' (Mind The Malhotras) में लीड रोल निभाती नजर आईं थीं. इस शो में उनकी परफॉर्मेंस को काफी सराहा जा रहा है.  इस वेब सीरीज में मिनी 40 साल की शेफाली का किरदार निभा रही हैं. अमेजॉन प्राइम वीडियो पर प्रसारित होने वाला वेब शो 'माइंड द मल्होत्राज' (Mind The Malhotras) इजरायली कॉमेडी शो 'ला फामिग्लिया' पर आधारित है, जिसमें एक आम परिवार की कहानी दिखाई गई है. मिनी माथुर इससे पहले फेमस सिंगिंग शो 'इंडियन आइडल' के सीजन 4 को भी होस्ट कर चुकी हैं.
यूपी में बूचड़खानों पर पाबंदी को लेकर केंद्र सरकार ने योगी आदित्यनाथ का समर्थन किया है. आज लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री ने सिर्फ अवैध कत्लखानों पर पाबंदी की बात कही है. वो सांसद असदुद्दीन ओवैसी के सवाल का जवाब दे रही थीं. ओवैसी का सवाल सरकार को इस मसले पर घेरने के इरादे से ओवैसी ने याद दिलाया कि भैंस के मांस का कुल निर्यात 26684.22 करोड़ रुपये का है. इसमें 8.87 फीसदी की कमी देखी गई है. उन्होंने पूछा कि चीन भारत से मांस का आयात क्यों नहीं होने दे रहा है? ओवैसी ने पूछा- 'मांस का निर्यात करने वाली कुल 60 इकाइयों में से 38 उत्तर प्रदेश में हैं. इनमें से कई बंद की जा रही हैं. क्या सरकार इसे लेकर कुछ कर रही है?' मंत्री का जवाब जवाब में वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि यूपी सरकार ने सिर्फ अवैध कत्लखानों को बंद करने के लिए कहा है. उनके मुताबिक गैर-कानूनी कारोबार को बंद करने के सवाल पर कोई दो राय नहीं हो सकती. चीन को मांस आयात के मसले पर सीतारमन का कहना था कि चीन के साथ कई कारोबारी मसलों पर विवाद है और दोनों देश इन्हें सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं.
11:26 PM J-K: SPO की हत्या, शोपियां के अगवा 2 ग्रामीण मुक्त 11:12 PM सूरतः HDFC बैंक के एटीएम में आग लगी 11:01 PM वाराणसी: CM योगी आदित्यनाथ देव दीपावली में हुए शामिल Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath attends "Dev Deepawali", the festival of Kartik Poornima, in Varanasi. pic.twitter.com/BNn6paE5qv — ANI UP (@ANINewsUP) November 23, 2018 10:40 PM मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद शनिवार को आएंगे भारत 10:21 PM गाजियाबाद में एनकाउंटर, एक बदमाश को लगी गोली, एक फरार 09:29 PM UP: अयोध्या में सुरक्षा बढ़ाई गई, PAC की 48 कंपनियां तैनात 09:12 PM MP: पीएम मोदी कल मंदसौर और छतरपुर में जनसभा को करेंगे संबोधित 08:54 PM सिग्नेचर ब्रिज का सेफ्टी ऑडिट हुआ या नहीं, जनता को बताएं केजरीवाल: मनोज तिवारी 08:37 PM ग्रेटर नोएडाः मुठभेड़ में मुक्ता नाम के बदमाश को गोली लगी 08:17 PM तेलंगाना पर बोलीं सोनिया गांधी- मां बच्चे के लालन-पालन का महत्व जानती है Mothers know how important it is to look after a newborn baby. It is unfortunate that after the birth of Telangana, your responsibility fell into the hands of those who cared for themselves, but not for you: UPA Chairperson Sonia Gandhi in Medchal. #TelanganaElections2018 pic.twitter.com/ll3RPIVfgg — ANI (@ANI) November 23, 2018 08:02 PM MP चुनावः BJP अध्यक्ष अमित शाह कटनी में कर रहे हैं रोड शो BJP President Amit Shah conducts roadshow in Katni. #MadhyaPradeshElections2018 pic.twitter.com/1TQM168AYO — ANI (@ANI) November 23, 2018 07:53 PM J-K:शोपियां के एक गांव से पूर्व SPO समेत 3 लोग अगवा 07:36 PM सुखबीर सिंह बादल के घर आयोजित गुरु पर्व कार्यक्रम में शामिल हुए PM मोदी Prime Minister Narendra Modi attends Guruparb Kirtan Darbar at SAD President Sukhbir Singh Badal's residence in Delhi. Former PM Manmohan Singh is also present. #Gurupurab pic.twitter.com/drnYHba1tv — ANI (@ANI) November 23, 2018 07:16 PM तेलंगाना को अलग राज्य बनाना आसान काम नहीं था: सोनिया गांधी 07:13 PM तेलंगाना में जनसभा को संबोधित कर रही हैं सोनिया गांधी 07:00 PM अफगानिस्तान में विस्फोटः मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हुई 06:58 PM दिल्लीः पुल प्रह्लादपुर के जंगल मे एक शख्स की लाश मिली 06:56 PM पीएम पर राहुल का वार, कहा-राफेल घोटाला मोदी के कारनामों की झलक भर 06:44 PM राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभा आज बीजिंग पहुंचे 06:30 PM अयोध्या में सेना तैनाती की कोई जरूरत नहीं- निर्मला सीतारमण 06:15 PM गुजरात ATS ने वापी से एक नक्सली को किया गिरफ्तार 05:52 PM मंदिर मुद्दे पर बोले अखिलेश-BJP न संविधान को मानती है और न सुप्रीम कोर्ट को 05:30 PM सुरजेवाला बोले-चुनाव के समय BJP को आती है मंदिर की याद 05:17 PM अमित शाह बोले-किसान-किसान करने वाले राहुल ने कभी 2 बैल भी जोते हैं 05:16 PM पाकिस्तानः विस्फोट में 25 की मौत, 35 घायल 05:12 PM PAK: ननकाना साहिब में दिखे खालिस्तान समर्थक पोस्टर 04:58 PM दिल्लीः तिहाड़ जेल में एक कैदी की संदिग्ध मौत 04:39 PM अफगानिस्तान में विस्फोट, 10 की मौत, 15 घायल 04:33 PM भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न T-20 बारिश की वजह से हुआ रद्द 04:28 PM करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यासः PAK ने नवजोत सिंह सिद्धू को आमंत्रित किया 04:12 PM IND vs AUS: टीम इंडिया के सामने 11 ओवर में 90 रनों का लक्ष्य 04:04 PM मैं तेलंगाना का किंग नहीं बल्कि किंग मेकर हूं: अकबरुद्दीन ओवैसी 03:38 PM जब 17 मिनट में बाबरी मस्जिद तोड़ दी, तो कानून बनाने में इतना समय क्यों: शिवसेना 03:11 PM दिल्ली पुलिस ने 4 तंजानियाई और 2 नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया 03:11 PM दिल्ली पुलिस ने 4 तंजानियाई और 2 नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया 02:53 PM मेलबर्न टी20: 19 ओवर बाद बारिश ने रोका खेल 02:35 PM मेलबर्न टी-20: ऑस्ट्रेलिया का सातवां विकेट गिरा 02:35 PM केरल HC: सबरीमाला में शांति लौटनी चाहिए 02:24 PM मेलबर्न टी-20: भारत को कामयाबी, ऑस्ट्रेलिया का छठा विकेट गिरा 02:15 PM मेलबर्न टी-20: भारत को कामयाबी, 62 रन पर गिरा ऑस्ट्रेलिया का 5वां विकेट 02:13 PM जम्मू: भारत-पाकिस्तान के बीच फ्लैग मीटिंग, सीमा पर शांति बहाली पर चर्चा 01:59 PM मेलबर्न टी-20: भारत को कामयाबी, ऑस्ट्रेलिया का चौथा विकेट गिरा 01:43 PM मेलबर्न टी20: ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका, क्रिस लिन आउट 01:39 PM मोदी जहां जाते हैं झूठ बोलते हैं और झूठे वादे करते हैं: राहुल गांधी 01:38 PM जनता के पैसों में ऊपर से लेकर नीचे तक चोरी हो रही है: राहुल गांधी 01:37 PM अमीरों का कर्ज माफ हो सकता है तो गरीबों का क्यों नहीं: राहुल गांधी 01:36 PM मोदी के भाषण से रोजगार, किसान और भ्रष्टाचार गायब हो गया है: राहुल गांधी 01:35 PM किसानों की कर्ज माफी पर एक शब्द नहीं बोलते पीएम मोदी: राहुल गांधी 01:32 PM एमपी के 3000 करोड़ के घोटाले में कोई पकड़ा नहीं गया: राहुल गांधी 01:32 PM किसानों के कर्ज माफ क्यों नहीं करते पीएम मोदी: राहुल गांधी 01:30 PM मोदी राज में युवा और किसान बदहाल: MP के विदिशा में राहुल गांधी 01:22 PM मेलबर्न टी20: ऑस्ट्रेलिया को 1 रन पर पहला झटका, फिंच लौटे पवेलियन 01:13 PM लाओस के विदेश मंत्री सालेमएक्से कोम्मासिथ से मिलीं सुषमा स्वराज 01:07 PM टी20: चोटिल ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बिली स्टानलेक टीम से बाहर, नाइल को मौका 01:04 PM ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 में बिना किसी बदलाव के उतरेगी टीम इंडिया 12:59 PM विजय कुमार बनेंगे दिल्ली के नए मुख्य सचिव 12:56 PM मेलबर्न टी20: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने जीता टॉस, पहले गेंदबाजी का फैसला 12:51 PM पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा में ब्लास्ट, 17 की मौत, 30 घायल 12:46 PM कराची में हुए धमाके पर भारत ने जताया दुख, कहा- कहीं भी आतंकी हमला ठीक नहीं 12:33 PM कांग्रेस के लिए भ्रष्टाचार ही राजनीति का आधार: PM मोदी 12:22 PM कांग्रेस विकास नहीं, लटकाने,अटकाने और भटकाने के कल्चर वाली पार्टी: PM मोदी 12:16 PM अपने खर्च का हिसाब आज तक मिजोरम की मौजूदा सरकार नहीं दे पाई: पीएम मोदी 12:11 PM बेहतर कनेक्टिविटी से जीवन के साथ साथ टूरिज्म सेक्टर पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है: PM 12:09 PM पाकिस्तान: कराची ब्लास्ट में दो पुलिसकर्मियों की मौत, तीन आतंकी ढेर 12:04 PM बीते साढ़े 4 वर्ष में नॉर्थ ईस्ट के हर क्षेत्र को विकास से जोड़ा गया: पीएम मोदी 12:03 PM मिजो समाज को मिले संवैधानिक अधिकारों की हर कीमत पर रक्षा होगी: PM मोदी 11:52 AM मिजोरम में खान-पान, नृत्य और संस्कृति की एक अनोखी विरासत: PM मोदी 11:48 AM मेरा गले लगना 15-16 करोड़ लोगों के लिए काम आया: सिद्धू 11:34 AM आम आदमी के लिए मोदी लहर बनी जहर: सिद्धू 11:28 AM पीएम मोदी पूंजीपतियों की कठपुतली बनकर रह गए हैं: सिद्धू 11:24 AM पाकिस्तान: कराची में ब्लास्ट, तीन आतंकी ढेर 11:12 AM बुरे दिन जाने वाले हैं, राहुल गांधी पीएम बनने वाले हैं- सिद्धू 10:45 AM सीपी जोशी को अपने बयान पर खेद जताना चाहिए- राहुल गांधी सी पी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है। पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुःख पहुँचे। कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशीजी को जरूर गलती का अहसास होगा। उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए। — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 23, 2018 10:44 AM सीपी जोशी का बयान कांग्रेस के आदर्शों के खिलाफ- राहुल गांधी 10:40 AM कराची: चीनी काउंसलेट पर आतंकी हमला, 2 सुरक्षाकर्मी मारे गए 10:16 AM पाकिस्तान: कराची में चीनी काउंसलेट के पास ब्लास्ट और फायरिंग 10:08 AM PDP को दुख है तो कोर्ट जाए, खुशी है कि वंशवादी पार्टियां एक साथ आ सकी: सज्जाद गनी 09:48 AM दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज पर सेल्फी लेते वक्त गिरे 2 लड़के, मौत 09:25 AM दिल्ली: सिग्नेचर ब्रिज पर डिवाइडर से टकराई बाइक, 2 युवकों की मौत 09:12 AM कांग्रेस ने मुसलमानों को कटोरा थमा दिया- ओवैसी 08:37 AM J-K: अनंतनाग में सेना के साथ मुठभेड़ में 6 आतंकी ढेर 08:30 AM जरूरत पड़ी तो कानून हाथ में लेकर बनाएंगे राम मंदिर- बीजेपी MLA सुरेंद्र सिंह 08:08 AM महिला T-20 वर्ल्ड कप से भारत बाहर, सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने हराया 07:48 AM झारखंड: सिमडेगा में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया PLFI कमांडर 07:40 AM J-K: अनंतनाग में सेना ने ढेर किए 4 आतंकी 07:14 AM WC सेमीफाइनल : राधा यादव ने इंग्‍लैंड को दिया पहला झटका 07:00 AM WC सेमीफाइनल : इंग्‍लैंड को जीत के लिए चाहिए 113 रन 06:43 AM J-K: अनंतनाग में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी 06:37 AM महिला WC सेमीफाइनल : लड़खड़ाई भारत की पारी, 94 रन पर गिरे 5 विकेट 06:27 AM महिला WC सेमीफाइनल : भारत को 89 रन पर तीसरा झटका, रोड्रिगेज लौटीं पवेलियन 06:12 AM महिला WC सेमीफाइनल LIVE: भारत को दूसरा झटका, भाटिया भी आउट 05:53 AM महिला WC सेमीफाइनल : भारत को पहला झटका, मंधाना 34 रन बनाकर आउट 05:46 AM WC सेमीफाइनल : मंधाना की तूफानी बैटिंग, भारत के 30 रन पूरे 05:27 AM T-20 WC सेमीफाइनल: ऑफ स्पिनर अनुजा पाटिल प्‍लेइंग इलेवन में शामिल 05:20 AM T-20 WC सेमीफाइनल मैच में भारतीय टीम से मिताली राज बाहर 05:05 AM महिला टी-20 विश्व कप : भारत ने जीता टॉस, पहले बैटिंग का फैसला 04:03 AM महिला टी-20 विश्व कप : कुछ देर में शुरू होगा भारत और इंग्लैंड के बीच सेमीफाइनल मैच 03:27 AM दक्षिणी सूडानी किशोरी की बोली लगी, पोस्ट वायरल होने पर फेसबुक की निंदा 02:41 AM महिला टी-20 विश्व कप : भारत और इंग्लैंड के बीच सेमीफाइनल मैच आज 02:18 AM जलवायु परिवर्तन में शामिल ग्रीनहाउस गैस रिकॉर्ड स्तर पर : संयुक्त राष्ट्र 01:38 AM कैलिफोर्निया : जंगल की आग से अब तक 83 मरे 01:03 AM रहीम के दोहे के जरिए लालू के बेटे तेज प्रताप ने बयां किया अपने दिल का दर्द ...टूटे से फिर ना जुटे, जुटे गाॅठ परि जाये ।। — Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) November 22, 2018 12:16 AM आज तेलंगाना के दौरे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी 12:06 AM पीएम मोदी आज मंदसौर और छत्तरपुर के चुनावी दौरे पर 12:06 AM भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 टी-20 मैचों की सीरीज का दूसरा मैच आज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने गृह राज्य गुजरात के दौरे पर हैं. विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले यह उनकी आखिरी अहम रैली मानी जा रही है. इस दौरान मोदी सबसे पहले भावनगर के घोघा पोर्ट पहुंचे. जहां उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट फेरी सेवा का शुभारंभ किया. इस दौरान पीएम ने अपने भाषण में यूपीए सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिल्ली की सरकार ने गुजरात में विकास पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. उद्योगों को पर्यावरण के नाम पर बंद करने की धमकी दी गई थी. विकास पर ताला लगा दिया गया था. मोदी ने कहा, 'गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए मुझे विकास के लिए कितना संघर्ष करना पड़ा है, यह मैं ही जानता हूं'. पीएम मोदी ने जनसभा के दौरान ये भी कहा कि घोघा से दाहेज की 300 किलोमीटर की दूरी तय करने में 7-8 घंटे लगते थे, लेकिन फेरी सर्विस शुरू होने के बाद महज डेढ़ घंटे में ये रास्ता तय हो जाएगा. इस सर्विस से जनता का समय और सरकार का पैसा बचेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि फेरी सेवा के बारे में उन्होंने केवल स्कूल के दिनों में ही सुना था, जिसकी शुरुआत करने का उन्होंने प्रयास किया है. सागरमाला परियोजना, 106 राष्ट्रीय जलमार्गों का निर्माण प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई जलमार्ग परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने देश के परिवहन क्षेत्र के असंतुलन को दूर करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाया है. PM मोदी ने कहा, "हमारी सरकार ने समुद्री क्षेत्र में सुधार एवं जल आधारभूत संरचना के विकास के लिये 'सागरमाला' परियोजना और 106 राष्ट्रीय जल मार्गो के निर्माण का कार्य शुरू किया है. नयी पोत परिवहन नीति और नयी विमानन नीति तैयार की है." पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश में जलमार्गों के सस्ता होने के बावजूद पिछली सरकारों के दौरान आजादी के बाद से देश में मात्र 5 जलमार्ग थे, बंदरगाह और सरकारी कंपनियां घाटे में चल रही थीं, अब हमारी सरकार के प्रयासों से स्थिति में सुधार आ रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले 15 वर्षों में गुजरात ने अपने बंदरगाहों की क्षमता में चार गुना वृद्धि की है. गुजरात का समुद्री मार्ग सामरिक महत्व का है जहां से दुनिया के किसी दूसरे क्षेत्र में जाना सस्ता और आसान है. गुजरात का नौवहन विकास पूरे देश के लिये आदर्श है." दाहेज पहुंचकर ये बोले मोदी घोघा से फेरी सेवा के जरिए दाहेज पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि बंदरगाहों का आधुनिकीकरण वक्त की जरूरत है. उन्होंने ये भी कहा कि गुजरात का अनुभव दिल्ली में काम आ रहा है. नोटबंदी और जीएसटी के फैसले को पीएम मोदी ने ईमानदारी के लिए किया गया प्रयास बताया है. विकास के प्रति अपनी सरकार की सक्रियता का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'खोज-खोज कर फाइल्स निकलवा रहा हूं और जो परियोजनाएं दशकों से अटकी हुई हैं, उन्हें पूरा करवा रहा हूं'. 'मेरी किस्मत में सभी काम' इससे पहले घोघा में इस दौरान पीएम मोदी ने मजाकिया लहजे में कहा, 'ऐसा लगता है कि सभी अच्छे कामों का कार्यान्वयन मेरी किस्मत है'. उन्होंने कहा, 'नए बदलाव घिसे-पिटे रवैये से नहीं बल्कि नई सोच से आते हैं. हमने सोचने के तरीके को बदल दिया है'. यहां उन्होंने बताया कि फेरी सर्विस से 360 किलोमीटर की दूरी घटकर 31 किलोमीटर रह जाएगी. साथ ही फेरी सर्विस से रोजगार के नए अवसर खुलेंगे. पीएम मोदी ने फेरी सेवा को घोघा की धरती से दिवाली पर अनमोल तोहफा बताया और कहा कि ये प्रोजेक्ट अपने जैसा देश का पहला प्रोजेक्ट है. पीएम मोदी ने घोघा और भावनगर के पुराने दिनों को वापस लाने का आह्वान करते हुए कहा कि इस सेवा के शुरू होने से साढ़े 6 करोड़ गुजरातियों का बड़ा सपना पूरा हुआ है. साल में 9वीं गुजरात यात्रा पर मोदी गुजरात विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी का यह दौरा इस महीने में तीसरा और साल का नौवां दौरा है. मोदी ने गांधीनगर में अपनी पिछली जनसभा में इस घोघा-दाहेज फेरी सेवा को अपनी महत्वाकांक्षी योजना बताया था. दाहेज से वडोदरा जाकर मोदी को 1,140 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करना है. रो-रो फेरी सर्विस : 310 किमी घटकर रह जाएगा 31 किमी सौराष्ट्र और दक्ष‍िण गुजरात के बीच अगर सड़क से सफर करना है तो कम से कम 10 घंटे का वक्त लगता है. भरूच से भावनगर के बीच सड़क मार्ग से यात्रा के लिए 310 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है, लेकिन समुद्र के रास्ते यह दूरी सिर्फ 31 किमी हो जाएगी. पहली पैसेंजर फेरी बोट घोघा से समुद्री रास्ते दक्षिण गुजरात में दाहेज तक जाएगी. रो-रो परियोजना का काम देख रहे गुजरात मत्स्य बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय भडु ने बताया कि रविवार को पहले चरण का उद्घाटन हो रहा है, जो यात्रियों के लिए होगा, जबकि दूसरा चरण दो महीने में पूरा होगा और दोनों शहरों के बीच कार भी ले जाई जा सकेगी. PM मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए जनवरी 2012 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी. 1,000 यात्री एकसाथ करेंगे सफर रो-रो फेरी सर्विस के जरिए सिर्फ यात्री ही नहीं, बल्कि वाहन और माल की ढुलाई भी हो सकेगी. रो-रो फेरी सर्विस में जो बोट रहेगी, उसमें 150 बड़े वाहनों की ढुलाई और करीब 1000 लोग एकसाथ यात्रा कर सकेंगे. 600 रुपया होगा किराया घोघा टर्मिनल पूरी तरह शुरू होने के बाद गुजरात सरकार इसका विस्तार घोघा से मुंबई और घोघा से हजीरा तक करने की योजना बना रही है. यह पूरा प्रोजेक्ट गुजरात मैरिटाइम बोर्ड ने तैयार किया है.  फिलहाल इस फेरी सर्विस का किराया 600 रुपया रखा गया है, जिसके लिए बाद में भावनगर से पिक-अप प्वाइंट, प्री-बुकिंग, ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू की जाएगी. बता दें कि गुजरात में बहुत जल्द चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में पीएम मोदी के इस दौरे को चुनावी तारीखों के ऐलान से ठीक पहले बीजेपी के नजरिए सेबेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
महाराष्ट्र के जलगांव में रैली में विपक्ष पर गरजे पीएम मोदी पीएम मोदी ने कहा कि कुछ विरोधी घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार में उतर गए हैं. रविवार को पीएम मोदी ने जलगांव में रैली को संबोधित किया और यहां उन्होंने कश्मीर से धारा 370 हटाने और तीन तलाक बिल लाने जैसे बड़े मुद्दों पर विरोधी दलों को खुलकर चुनौती दी है. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ विरोधी इन मसलों पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, अगर उनके अंदर हिम्मत है तो घोषणा पत्रों में लिखें कि वो 370 और तीन तलाक को वापस लाएंगे. पीएम मोदी ने कहा कि धारा 370 और तीन तलाक पर सरकार के फैसले का विरोध करने वालों में अगर हिम्मत है तो वे अपना स्टैंड स्पष्ट करें. इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने ऐसे दलों से अपने चुनावी घोषणा पत्रों में धारा 370 वापस लाने का ऐलान करने की मांग की. मोदी ने कहा, 'कान खोलकर हमारे विरोधी सुन लें, अगर आपमें हिम्मत है तो इस चुनाव में और आने वाले चुनावों में भी घोषणा-पत्र में ऐलान करें कि धारा 370 वापस लाएंगे.' घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें पीएम मोदी ने इन दो बड़े मसलों पर विपक्ष को घेरते हुए कहा कि घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें. पीएम मोदी ने कहा, 'ये घड़ियाली आंसू बहाना बंद कर दीजिए. क्या किसी में दम है कि 370 वापस ले आए. जो लाने की कोशिश करेगा वो बच पाएगा क्या. इन्हें भी मालूम है कि इनकी चलने वाली नहीं है तो फिर घड़ियाली आंसू क्यों बहा रहे हैं.' राष्ट्रहित के मामलों पर राजनीति पीएम मोदी ने महाराष्ट्र चुनाव में विपक्ष की भूमिका निभाने वाले कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की भी जमकर आलोचना की. पीएम ने कहा, 'आज दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारे देश के कुछ राजनीतिक दल, कुछ राजनेता, राष्ट्रहित में लिए गए इस निर्णय पर राजनीति करने में जुटे हैं. बीते कुछ महीनों में कांग्रेस-एनसीपी के नेताओं के बयान देख लीजिए. जम्मू-कश्मीर को लेकर जो पूरा देश सोचता है, उससे एकदम उल्टा इनकी सोच दिखती है. इनका तालमेल पड़ोसी देश के साथ मिलता जुलता है.'
जाने-माने समाजसेवी अन्ना हजारे ने गुरुवार को अपने ब्लॉग पर कहा कि सेहत के मद्देनजर वह अभी कुछ और दिनों तक अपना मौन व्रत जारी रखेंगे. अन्ना ने अपने ब्लॉग में कहा, 'मेरी सेहत अभी तक मुझे मौन व्रत खोलने की इजाजत नहीं दे रही. मैंने मौन व्रत जारी रखने का फैसला किया है.' हजारे ने कहा कि उनके पैरों में अब तक सूजन है जिसकी वजह से उनके घुटनों में परेशानी हो रही है. अन्ना ने कहा है कि 16 अक्टूबर से जारी मौन व्रत से उन्हें लाभ पहुंचा है क्योंकि बोलने से उन्हें कमजोरी महसूस हो रही थी. मौन व्रत पर जाने के बाद से अन्ना ने पद्मावती मंदिर परिसर की जगह अपने पुराने घर यादवबाबा मंदिर परिसर में रहना शुरू कर दिया है. अन्ना को जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह उत्तर प्रदेश की प्रमुख नहर हैं। जो उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले की बेहट तहसील के परगना फैजाबाद गांव मे स्थित हथनीकुण्ड़ बैराज के बायें किनारे से निकली गयी है | हथनीकुण्ड़ बैराज यमुना नदी पर बना है .यह बैराज चार राज्यो की सीमा पर स्थित है .हरियाणा हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड़ उत्तर प्रदेश . इस नहर पर बाबैल बुजुर्ग व बेलका माफी नाम के गांवों में दो लघु बिजलीघर बने है.यह नहर उत्तर प्रदेश की सबसे प्राचीन नहर है(1830). भौगोलिक स्थिति पूर्वी यमुना नहर उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर की बेहट तहसील के परगना फैजाबाद नामक गांव मे यमुना नदी पर बने हथनी कुंड़ बैराज के बाऐ किनारे से निकली है। स्रोत स्थल पूर्वी यमुना नहर हथिनी कुंड बैराज से निकलती हैं ,जो बेहट तहसील का एक गांव फैज़ाबाद में स्थित है और उत्तर प्रदेश व हरियाणा का बार्डर भी है लम्बाई (किलोमीटर में) 1440 किलोमीटर राजबाहो वो गूलों सहित नदी परियोजना सिंचाई उपलब्धता यह नहर सहारनपुर शामली मेरठ मुजफ्फरनगर बागपत आदि जिलों की हजारों हैक्टर भूमि सींचती हुए दिल्ली में यमुना नदी में मिल जाती हैं उत्तर प्रदेश में नहरें
मध्य प्रदेश के एक कांग्रेसी नेता ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों के लिए महिलाओं को ही जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री सत्यदेव कटारे ने मंगलवार को भिंड में एक जनसभा के दौरान कहा कि महिलाओं के साथ छेड़खानी तभी होती है, जब वह मुस्करा कर टेढ़ी नजर से किसी को देखती हैं। नेता जी के इस बयान का कई संगठनों ने विरोध किया है, जिस समय नेता जी ने यह बेतुका बयान दिया उस समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कांति लाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी वहीं मौजूद थे। सत्यदेव के बयान पर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान अभी नहीं आया है। नेता जी के इस बयान का कई संगठनों ने विरोध किया है, जिस समय नेता जी ने यह बेतुका बयान दिया उस समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कांति लाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी वहीं मौजूद थे। सत्यदेव के बयान पर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान अभी नहीं आया है।
यह लेख है: बिहार में आगामी लोकसभा चुनाव में साथ रहने पर सीटें बढ़ने और अलग होने पर दोनों दलों को नुकसान होने के बारे में लगाए जा रहे कयासों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनका गठबंधन कायम है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, जेडीयू और बीजेपी के साथ रहने पर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सीटें बढ़ने और अलग होने पर दोनों दलों को नुकसान की बात कही गई है। पिछले कुछ समय के दौरान नीतीश कुमार द्वारा दिए गए बयानों के कारण बीजेपी और जेडीयू के अलग होने को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हममें और आपमें से किसी ने कल नहीं देखा है। जीवन का ठिकाना नहीं रहता, तो बाकी चीजों का क्या ठिकाना। पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास 1, अणे मार्ग पर आयोजित जनता दरबार के बाद संवाददाताओं से नीतीश ने कहा, हम लोगों का गठबंधन कायम है। उन्होंने कहा जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन लंबे समय से चला आ रहा है और गठबंधन में शामिल घटक दलों का अलग-अलग दृष्टिकोण और उनकी अपनी-अपनी राजनीतिक दिशा होती है। हर दल का अपना स्वतंत्र कार्यक्रम होता है। उन्होंने कहा कि सभी दल समय-समय पर अपने कार्यक्रमों का उल्लेख करते हैं और गठबंधन में सभी बातों को ध्यान में रखकर उन पर चर्चा की जाती है। नीतीश ने कहा, हमने भी अपनी बात कही है और बीजेपी के लोग भी अपनी बात कहते हैं और जब साथ बैठेंगे, तो सारी बातों पर चर्चा होगी और उस पर बोलने का अभी सही समय नहीं है। उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए की 34 सीटों में जेडीयू 22 और बीजेपी द्वारा जीती गई 12 सीटें शामिल हैं। बीजेपी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने पर एनडीए के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, हमें अगर-मगर में बातें नहीं करनी चाहिए। नीतीश ने मोदी का उनका नाम लिए बिना कहा कि खगड़िया में सभा में कुछ प्रदर्शनकारियों के गैर-अनुशासित कृत्य के बावजूद उन्होंने अपनी सभा जारी रखी थी और मधुबनी में आगजनी और हिंसा की घटना के कारण वहां की विधि-व्यवस्था की समीक्षा के लिए अधिकार यात्रा को रद्द किया था।टिप्पणियां गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना रविवार को कहा था कि लोकप्रियता का दावा करने वाले मुख्यमंत्री को प्रदर्शनकारियों के चलते यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। नीतीश की सेवा यात्रा के दौरान गोपालगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताया जाने वाला पोस्टर लगाए जाने के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पोस्टर वगैरह कौन लगाता है, इस ओर वह ध्यान नहीं देते। सेवा यात्रा के दौरान दरभंगा में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद द्वारा उन्हें झिड़के जाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। अखबार में आजाद के बयान को देखकर पीड़ा पहुंची है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, जेडीयू और बीजेपी के साथ रहने पर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सीटें बढ़ने और अलग होने पर दोनों दलों को नुकसान की बात कही गई है। पिछले कुछ समय के दौरान नीतीश कुमार द्वारा दिए गए बयानों के कारण बीजेपी और जेडीयू के अलग होने को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हममें और आपमें से किसी ने कल नहीं देखा है। जीवन का ठिकाना नहीं रहता, तो बाकी चीजों का क्या ठिकाना। पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास 1, अणे मार्ग पर आयोजित जनता दरबार के बाद संवाददाताओं से नीतीश ने कहा, हम लोगों का गठबंधन कायम है। उन्होंने कहा जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन लंबे समय से चला आ रहा है और गठबंधन में शामिल घटक दलों का अलग-अलग दृष्टिकोण और उनकी अपनी-अपनी राजनीतिक दिशा होती है। हर दल का अपना स्वतंत्र कार्यक्रम होता है। उन्होंने कहा कि सभी दल समय-समय पर अपने कार्यक्रमों का उल्लेख करते हैं और गठबंधन में सभी बातों को ध्यान में रखकर उन पर चर्चा की जाती है। नीतीश ने कहा, हमने भी अपनी बात कही है और बीजेपी के लोग भी अपनी बात कहते हैं और जब साथ बैठेंगे, तो सारी बातों पर चर्चा होगी और उस पर बोलने का अभी सही समय नहीं है। उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए की 34 सीटों में जेडीयू 22 और बीजेपी द्वारा जीती गई 12 सीटें शामिल हैं। बीजेपी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने पर एनडीए के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, हमें अगर-मगर में बातें नहीं करनी चाहिए। नीतीश ने मोदी का उनका नाम लिए बिना कहा कि खगड़िया में सभा में कुछ प्रदर्शनकारियों के गैर-अनुशासित कृत्य के बावजूद उन्होंने अपनी सभा जारी रखी थी और मधुबनी में आगजनी और हिंसा की घटना के कारण वहां की विधि-व्यवस्था की समीक्षा के लिए अधिकार यात्रा को रद्द किया था।टिप्पणियां गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना रविवार को कहा था कि लोकप्रियता का दावा करने वाले मुख्यमंत्री को प्रदर्शनकारियों के चलते यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। नीतीश की सेवा यात्रा के दौरान गोपालगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताया जाने वाला पोस्टर लगाए जाने के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पोस्टर वगैरह कौन लगाता है, इस ओर वह ध्यान नहीं देते। सेवा यात्रा के दौरान दरभंगा में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद द्वारा उन्हें झिड़के जाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। अखबार में आजाद के बयान को देखकर पीड़ा पहुंची है। पिछले कुछ समय के दौरान नीतीश कुमार द्वारा दिए गए बयानों के कारण बीजेपी और जेडीयू के अलग होने को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हममें और आपमें से किसी ने कल नहीं देखा है। जीवन का ठिकाना नहीं रहता, तो बाकी चीजों का क्या ठिकाना। पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास 1, अणे मार्ग पर आयोजित जनता दरबार के बाद संवाददाताओं से नीतीश ने कहा, हम लोगों का गठबंधन कायम है। उन्होंने कहा जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन लंबे समय से चला आ रहा है और गठबंधन में शामिल घटक दलों का अलग-अलग दृष्टिकोण और उनकी अपनी-अपनी राजनीतिक दिशा होती है। हर दल का अपना स्वतंत्र कार्यक्रम होता है। उन्होंने कहा कि सभी दल समय-समय पर अपने कार्यक्रमों का उल्लेख करते हैं और गठबंधन में सभी बातों को ध्यान में रखकर उन पर चर्चा की जाती है। नीतीश ने कहा, हमने भी अपनी बात कही है और बीजेपी के लोग भी अपनी बात कहते हैं और जब साथ बैठेंगे, तो सारी बातों पर चर्चा होगी और उस पर बोलने का अभी सही समय नहीं है। उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए की 34 सीटों में जेडीयू 22 और बीजेपी द्वारा जीती गई 12 सीटें शामिल हैं। बीजेपी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने पर एनडीए के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, हमें अगर-मगर में बातें नहीं करनी चाहिए। नीतीश ने मोदी का उनका नाम लिए बिना कहा कि खगड़िया में सभा में कुछ प्रदर्शनकारियों के गैर-अनुशासित कृत्य के बावजूद उन्होंने अपनी सभा जारी रखी थी और मधुबनी में आगजनी और हिंसा की घटना के कारण वहां की विधि-व्यवस्था की समीक्षा के लिए अधिकार यात्रा को रद्द किया था।टिप्पणियां गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना रविवार को कहा था कि लोकप्रियता का दावा करने वाले मुख्यमंत्री को प्रदर्शनकारियों के चलते यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। नीतीश की सेवा यात्रा के दौरान गोपालगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताया जाने वाला पोस्टर लगाए जाने के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पोस्टर वगैरह कौन लगाता है, इस ओर वह ध्यान नहीं देते। सेवा यात्रा के दौरान दरभंगा में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद द्वारा उन्हें झिड़के जाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। अखबार में आजाद के बयान को देखकर पीड़ा पहुंची है। पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास 1, अणे मार्ग पर आयोजित जनता दरबार के बाद संवाददाताओं से नीतीश ने कहा, हम लोगों का गठबंधन कायम है। उन्होंने कहा जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन लंबे समय से चला आ रहा है और गठबंधन में शामिल घटक दलों का अलग-अलग दृष्टिकोण और उनकी अपनी-अपनी राजनीतिक दिशा होती है। हर दल का अपना स्वतंत्र कार्यक्रम होता है। उन्होंने कहा कि सभी दल समय-समय पर अपने कार्यक्रमों का उल्लेख करते हैं और गठबंधन में सभी बातों को ध्यान में रखकर उन पर चर्चा की जाती है। नीतीश ने कहा, हमने भी अपनी बात कही है और बीजेपी के लोग भी अपनी बात कहते हैं और जब साथ बैठेंगे, तो सारी बातों पर चर्चा होगी और उस पर बोलने का अभी सही समय नहीं है। उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए की 34 सीटों में जेडीयू 22 और बीजेपी द्वारा जीती गई 12 सीटें शामिल हैं। बीजेपी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने पर एनडीए के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, हमें अगर-मगर में बातें नहीं करनी चाहिए। नीतीश ने मोदी का उनका नाम लिए बिना कहा कि खगड़िया में सभा में कुछ प्रदर्शनकारियों के गैर-अनुशासित कृत्य के बावजूद उन्होंने अपनी सभा जारी रखी थी और मधुबनी में आगजनी और हिंसा की घटना के कारण वहां की विधि-व्यवस्था की समीक्षा के लिए अधिकार यात्रा को रद्द किया था।टिप्पणियां गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना रविवार को कहा था कि लोकप्रियता का दावा करने वाले मुख्यमंत्री को प्रदर्शनकारियों के चलते यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। नीतीश की सेवा यात्रा के दौरान गोपालगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताया जाने वाला पोस्टर लगाए जाने के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पोस्टर वगैरह कौन लगाता है, इस ओर वह ध्यान नहीं देते। सेवा यात्रा के दौरान दरभंगा में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद द्वारा उन्हें झिड़के जाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। अखबार में आजाद के बयान को देखकर पीड़ा पहुंची है। नीतीश ने कहा, हमने भी अपनी बात कही है और बीजेपी के लोग भी अपनी बात कहते हैं और जब साथ बैठेंगे, तो सारी बातों पर चर्चा होगी और उस पर बोलने का अभी सही समय नहीं है। उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए की 34 सीटों में जेडीयू 22 और बीजेपी द्वारा जीती गई 12 सीटें शामिल हैं। बीजेपी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने पर एनडीए के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, हमें अगर-मगर में बातें नहीं करनी चाहिए। नीतीश ने मोदी का उनका नाम लिए बिना कहा कि खगड़िया में सभा में कुछ प्रदर्शनकारियों के गैर-अनुशासित कृत्य के बावजूद उन्होंने अपनी सभा जारी रखी थी और मधुबनी में आगजनी और हिंसा की घटना के कारण वहां की विधि-व्यवस्था की समीक्षा के लिए अधिकार यात्रा को रद्द किया था।टिप्पणियां गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना रविवार को कहा था कि लोकप्रियता का दावा करने वाले मुख्यमंत्री को प्रदर्शनकारियों के चलते यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। नीतीश की सेवा यात्रा के दौरान गोपालगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताया जाने वाला पोस्टर लगाए जाने के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पोस्टर वगैरह कौन लगाता है, इस ओर वह ध्यान नहीं देते। सेवा यात्रा के दौरान दरभंगा में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद द्वारा उन्हें झिड़के जाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। अखबार में आजाद के बयान को देखकर पीड़ा पहुंची है। बीजेपी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाए जाने पर एनडीए के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, हमें अगर-मगर में बातें नहीं करनी चाहिए। नीतीश ने मोदी का उनका नाम लिए बिना कहा कि खगड़िया में सभा में कुछ प्रदर्शनकारियों के गैर-अनुशासित कृत्य के बावजूद उन्होंने अपनी सभा जारी रखी थी और मधुबनी में आगजनी और हिंसा की घटना के कारण वहां की विधि-व्यवस्था की समीक्षा के लिए अधिकार यात्रा को रद्द किया था।टिप्पणियां गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना रविवार को कहा था कि लोकप्रियता का दावा करने वाले मुख्यमंत्री को प्रदर्शनकारियों के चलते यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। नीतीश की सेवा यात्रा के दौरान गोपालगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताया जाने वाला पोस्टर लगाए जाने के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पोस्टर वगैरह कौन लगाता है, इस ओर वह ध्यान नहीं देते। सेवा यात्रा के दौरान दरभंगा में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद द्वारा उन्हें झिड़के जाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। अखबार में आजाद के बयान को देखकर पीड़ा पहुंची है। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने नीतीश का नाम लिए बिना रविवार को कहा था कि लोकप्रियता का दावा करने वाले मुख्यमंत्री को प्रदर्शनकारियों के चलते यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। नीतीश की सेवा यात्रा के दौरान गोपालगंज में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताया जाने वाला पोस्टर लगाए जाने के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पोस्टर वगैरह कौन लगाता है, इस ओर वह ध्यान नहीं देते। सेवा यात्रा के दौरान दरभंगा में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद द्वारा उन्हें झिड़के जाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। अखबार में आजाद के बयान को देखकर पीड़ा पहुंची है। सेवा यात्रा के दौरान दरभंगा में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान बीजेपी सांसद कीर्ति झा आजाद द्वारा उन्हें झिड़के जाने का आरोप लगाए जाने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। अखबार में आजाद के बयान को देखकर पीड़ा पहुंची है।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से शनिवार-शुक्रवार को कुल 10 नक्सलियों को गिरफ्तार किया. ये नक्सली दर्जनों संगीन वारदातों में शामिल रहे हैं. पुलिस अधीक्षक ने यह जानकारी रविवार को दी है. पकड़े गए नक्सलियों में पिन्नापल्ली वीरा, गौरैया दुब्बा, दुब्बा शंकर, दुब्बा कन्हैया, कुड़ियम रमेश और शंकर गोटे शामिल हैं. पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा कि 5 मई को बासागुड़ा थाना प्रभारी रंजीत प्रताप सिंह के नेतृत्व में जिला बल और कोबरा 204 की संयुक्त पार्टी ग्राम पाकेल के लिए रवाना की गई थी. टीम को सूचना मिली कि नक्सली मामले के तीन आरोपी पोलमपल्ली के जंगल में देखे गए हैं. टीम ने इलाके की घेराबंदी कर तीनों नक्सलियों को पकड़ा. इनमें सोढ़ी राजू, मड़कम पांडू और कमलू भीमा शामिल हैं. शुक्रवार को नक्सली मामलों के फरार 6 आरोपियों को थाना मद्देड़ और डीआरजी की टीम ने लोदेड़, धनगोल, दम्पाया के जंगलों से गिरफ्तार किया. पकड़े गए नक्सलियों में पिन्नापल्ली वीरा, गौरैया दुब्बा, दुब्बा शंकर, दुब्बा कन्हैया, कुड़ियम रमेश और शंकर गोटे शामिल हैं. एसपी ने कहा कि इसके अलावा डकैती की घटना में शामिल एक नक्सली आयतू माड़वी को दरभा के जंगल से पकड़ा गया. इसको पकड़ने की जिम्मेदारी थाना कुटरू में पदस्थ जवानों और जिला बल के जवानों को दी गई थी. पुलिस और अर्ध सैनिक बलों के जवानों के द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान लगातार नक्सली पकड़े जा रहे हैं. पिछले 2 दिन में 11 नक्सली गिरफ्तार उधर, सुकमा जिले के चिंतलनार और जगरगुंडा थाना क्षेत्र से पुलिस ने दो दिन में कुल 11 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. सभी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया. पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बताया कि शुक्रवार को चिंतलनार से 8 और गुरुवार को जगरगुंडा से 3 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन की संयुक्त कार्रवाई में चिंतलनार थाना क्षेत्र के कोत्तापल्ली पटेलपारा निवासी 8 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया. इनमें मड़कम सुक्का, पोड़ियाम भीमा, माडवी नगा, माडवी जोगा, हेमला बुधु, नुप्पो हिडमा, मुचाकी लक्ष्मण और हेमला धन्नू शामिल हैं. एसपी ने बताया कि इन सभी नक्सलियों ने पिछले साल 22 दिसंबर को मोरपल्ली के पास पगडंडी में आईईडी विस्फोट किया था. आईईडी विस्फोट में एक जवान घायल हो गया था. सभी नक्सली माओवादी संगठनों के सदस्य के रूप में सक्रिय थे. इनमें से मड़कम सुक्का पहले माओवादियों की बटालियन का सदस्य था.
लोकसभा के चुनावी समर में आरजेडी नेता पप्पू यादव ने सियासी बदजुबानी की नई मिसाल पेश की है. उन्होंने एलजेपी सुप्रीमो और हाजीपुर सीट से एनडीए उम्मीदवार रामविलास पासवान को वेश्या तक कह डाला. रामविलास पासवान के एनडीए में शामिल होने पर पप्पू यादव ने कहा कि वेश्या भी कुछ काम अच्छा कर लेती है लेकिन ये राजनीतिक व्यक्ति तो वेश्या से भी बदतर है. दरअसल, पप्पू यादव हाजीपुर संसदीय क्षेत्र में आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार संजीव टोनी के लिए प्रचार करते हुए ये बयान दिया. पप्पू यादव ने कहा, ये बदला लेने का वक्त  है. एक व्यक्ति है जिसका नाम रामविलास पासवान है. ये वही रामविलास पासवान है... वेश्या भी अपने काम मे सुंदर काम करती है. लेकिन ये राजनितिक व्यक्ति तो वेश्या से भी बदतर है. इस दौरान, नेता जी के भड़के बोल पर मंच पर मौजूद नेता और रैली में आए लोग जमकर तालियां बजा रहे थे.
केंद्र सरकार ने बीते चार सालों में सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों की जासूसी कराने की कोशिश की. इसका खुलासा एनडीटीवी की पड़ताल में हुआ है. पड़ताल में पता चला है कि सरकार ने 2014 से 2018 के बीच कुल 7 बार ऐसा करने की कोशिश. इसके लिए बकायदा निजी फर्म से संपर्क भी किया गया. इसी साल मई मे आई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार ने 25 अप्रैल 2018 को एक ऐसा ही टेंडर निकाला था जिसे सुप्रीम कोर्ट के हस्तेक्षेप के बाद रद्द कर दिया गया.     यूनिक आइडेंटिफिकेशन ऑथिरिटी ऑफ इंडिया द्वारा सोशल मीडिया को मॉनिटर करने के लिए इसी तरह के एक प्रयास 18 जुलाई 2018 को सभी के सामने आया. हालांकि इस कोशिश को भी सुप्रीम कोर्ट ने नकार दिया. इस मामले की पहली सुनवाई इसी शुक्रवार को पूरी गई गई है.गौरतलब है कि एनडीटीवी ने अपनी जांच में पाया कि इस तरह के फर्म से केंद्र सरकार ने 2014 में सत्ता में आने के बाद ही संपर्क करना शुरू कर दिया था. इसे लेकर पहला टेंडर 1 दिसंबर 2014 को निकाला गया. यह टेंडर विदेश मंत्रालय ने जारी किया था. और इसके साथ ही स्पेशल मीडिया मॉनिटरिंग फोल्डर बनाने की भी बात कही गई थी.    जबकि दूसरा टेंडर 3 दिसंबर 2015 को निकाला गया. इस बार टेंडर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जारी किया था. इसमें व्यक्तिगत सोशल मीडिया एकाउंट और यूजर की मॉनिटरिंग करने को कहा गया था.   इसी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आगे चलकर दो और टेंडर जारी किए. पहला टेंडर 5 फरवरी 2016 और दूसरा 10 जुलाई 2017 को जारी किया गया. 5 फरवरी को जारी किए गए टेंडर में लिसनिंग टूल जबकि 10 जुलाई के टेंडर में सोशल मीडिया पर चल रहे ओवर ऑल ट्रेंड्स को ट्रैक करने की बात कही गई.     टिप्पणियां जबकि 16 मई 2016 को जारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के टेंडर निगेटिव सेंटिमेंट्स को न्यूट्रलाइज करने को कहा गया था.   खास बात यह है कि जब एनडीटीवी ने इन टेंडर को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से संपर्क किया तो मंत्रालय के मीडिया एंड कम्यूनिकेशन डिविजन के डिप्टी डायरेक्टर अरुण कुमार ने कहा कि हम आपके सवालों को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा देंगे और अगर उन्होंने इन सवालों पर कोई जवाब दिया तो इसकी सूचना आपको दे दी जाएगी. जानकारों का कहना है कि हालांकि अब सरकार खुदको पीछे कर लिया है लेकिन इसके बावजूद भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सरकान ने बड़े स्तर पर लोगों की जासूसी कराने की कोशिश की. इंटरनेट पॉलिसी की जानकार अंबा काक ने कहा कि इस तरह का एक उपकरण निश्चित रूप से सभी के सोशल मीडिया खातों का सर्वेक्षण करता है, लेकिन दो बड़े प्रश्न हैं. पहला तो यह कि वह इसे कैसे करते. खासकर तब जब अगर वो आम लोगों के निजी पोस्ट को देखते. अगर वह ऐसा करते तो निश्चित तौर पर वह सोशल मीडिया सर्विस के नियमों का उल्लंघन करते. यूनिक आइडेंटिफिकेशन ऑथिरिटी ऑफ इंडिया द्वारा सोशल मीडिया को मॉनिटर करने के लिए इसी तरह के एक प्रयास 18 जुलाई 2018 को सभी के सामने आया. हालांकि इस कोशिश को भी सुप्रीम कोर्ट ने नकार दिया. इस मामले की पहली सुनवाई इसी शुक्रवार को पूरी गई गई है.गौरतलब है कि एनडीटीवी ने अपनी जांच में पाया कि इस तरह के फर्म से केंद्र सरकार ने 2014 में सत्ता में आने के बाद ही संपर्क करना शुरू कर दिया था. इसे लेकर पहला टेंडर 1 दिसंबर 2014 को निकाला गया. यह टेंडर विदेश मंत्रालय ने जारी किया था. और इसके साथ ही स्पेशल मीडिया मॉनिटरिंग फोल्डर बनाने की भी बात कही गई थी.    जबकि दूसरा टेंडर 3 दिसंबर 2015 को निकाला गया. इस बार टेंडर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जारी किया था. इसमें व्यक्तिगत सोशल मीडिया एकाउंट और यूजर की मॉनिटरिंग करने को कहा गया था.   इसी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आगे चलकर दो और टेंडर जारी किए. पहला टेंडर 5 फरवरी 2016 और दूसरा 10 जुलाई 2017 को जारी किया गया. 5 फरवरी को जारी किए गए टेंडर में लिसनिंग टूल जबकि 10 जुलाई के टेंडर में सोशल मीडिया पर चल रहे ओवर ऑल ट्रेंड्स को ट्रैक करने की बात कही गई.     टिप्पणियां जबकि 16 मई 2016 को जारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के टेंडर निगेटिव सेंटिमेंट्स को न्यूट्रलाइज करने को कहा गया था.   खास बात यह है कि जब एनडीटीवी ने इन टेंडर को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से संपर्क किया तो मंत्रालय के मीडिया एंड कम्यूनिकेशन डिविजन के डिप्टी डायरेक्टर अरुण कुमार ने कहा कि हम आपके सवालों को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा देंगे और अगर उन्होंने इन सवालों पर कोई जवाब दिया तो इसकी सूचना आपको दे दी जाएगी. जानकारों का कहना है कि हालांकि अब सरकार खुदको पीछे कर लिया है लेकिन इसके बावजूद भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सरकान ने बड़े स्तर पर लोगों की जासूसी कराने की कोशिश की. इंटरनेट पॉलिसी की जानकार अंबा काक ने कहा कि इस तरह का एक उपकरण निश्चित रूप से सभी के सोशल मीडिया खातों का सर्वेक्षण करता है, लेकिन दो बड़े प्रश्न हैं. पहला तो यह कि वह इसे कैसे करते. खासकर तब जब अगर वो आम लोगों के निजी पोस्ट को देखते. अगर वह ऐसा करते तो निश्चित तौर पर वह सोशल मीडिया सर्विस के नियमों का उल्लंघन करते.   इसी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आगे चलकर दो और टेंडर जारी किए. पहला टेंडर 5 फरवरी 2016 और दूसरा 10 जुलाई 2017 को जारी किया गया. 5 फरवरी को जारी किए गए टेंडर में लिसनिंग टूल जबकि 10 जुलाई के टेंडर में सोशल मीडिया पर चल रहे ओवर ऑल ट्रेंड्स को ट्रैक करने की बात कही गई.     टिप्पणियां जबकि 16 मई 2016 को जारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के टेंडर निगेटिव सेंटिमेंट्स को न्यूट्रलाइज करने को कहा गया था.   खास बात यह है कि जब एनडीटीवी ने इन टेंडर को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से संपर्क किया तो मंत्रालय के मीडिया एंड कम्यूनिकेशन डिविजन के डिप्टी डायरेक्टर अरुण कुमार ने कहा कि हम आपके सवालों को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा देंगे और अगर उन्होंने इन सवालों पर कोई जवाब दिया तो इसकी सूचना आपको दे दी जाएगी. जानकारों का कहना है कि हालांकि अब सरकार खुदको पीछे कर लिया है लेकिन इसके बावजूद भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सरकान ने बड़े स्तर पर लोगों की जासूसी कराने की कोशिश की. इंटरनेट पॉलिसी की जानकार अंबा काक ने कहा कि इस तरह का एक उपकरण निश्चित रूप से सभी के सोशल मीडिया खातों का सर्वेक्षण करता है, लेकिन दो बड़े प्रश्न हैं. पहला तो यह कि वह इसे कैसे करते. खासकर तब जब अगर वो आम लोगों के निजी पोस्ट को देखते. अगर वह ऐसा करते तो निश्चित तौर पर वह सोशल मीडिया सर्विस के नियमों का उल्लंघन करते. इसी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आगे चलकर दो और टेंडर जारी किए. पहला टेंडर 5 फरवरी 2016 और दूसरा 10 जुलाई 2017 को जारी किया गया. 5 फरवरी को जारी किए गए टेंडर में लिसनिंग टूल जबकि 10 जुलाई के टेंडर में सोशल मीडिया पर चल रहे ओवर ऑल ट्रेंड्स को ट्रैक करने की बात कही गई.     टिप्पणियां जबकि 16 मई 2016 को जारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के टेंडर निगेटिव सेंटिमेंट्स को न्यूट्रलाइज करने को कहा गया था.   खास बात यह है कि जब एनडीटीवी ने इन टेंडर को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से संपर्क किया तो मंत्रालय के मीडिया एंड कम्यूनिकेशन डिविजन के डिप्टी डायरेक्टर अरुण कुमार ने कहा कि हम आपके सवालों को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा देंगे और अगर उन्होंने इन सवालों पर कोई जवाब दिया तो इसकी सूचना आपको दे दी जाएगी. जानकारों का कहना है कि हालांकि अब सरकार खुदको पीछे कर लिया है लेकिन इसके बावजूद भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सरकान ने बड़े स्तर पर लोगों की जासूसी कराने की कोशिश की. इंटरनेट पॉलिसी की जानकार अंबा काक ने कहा कि इस तरह का एक उपकरण निश्चित रूप से सभी के सोशल मीडिया खातों का सर्वेक्षण करता है, लेकिन दो बड़े प्रश्न हैं. पहला तो यह कि वह इसे कैसे करते. खासकर तब जब अगर वो आम लोगों के निजी पोस्ट को देखते. अगर वह ऐसा करते तो निश्चित तौर पर वह सोशल मीडिया सर्विस के नियमों का उल्लंघन करते. जबकि 16 मई 2016 को जारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के टेंडर निगेटिव सेंटिमेंट्स को न्यूट्रलाइज करने को कहा गया था.   खास बात यह है कि जब एनडीटीवी ने इन टेंडर को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से संपर्क किया तो मंत्रालय के मीडिया एंड कम्यूनिकेशन डिविजन के डिप्टी डायरेक्टर अरुण कुमार ने कहा कि हम आपके सवालों को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा देंगे और अगर उन्होंने इन सवालों पर कोई जवाब दिया तो इसकी सूचना आपको दे दी जाएगी. जानकारों का कहना है कि हालांकि अब सरकार खुदको पीछे कर लिया है लेकिन इसके बावजूद भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सरकान ने बड़े स्तर पर लोगों की जासूसी कराने की कोशिश की. इंटरनेट पॉलिसी की जानकार अंबा काक ने कहा कि इस तरह का एक उपकरण निश्चित रूप से सभी के सोशल मीडिया खातों का सर्वेक्षण करता है, लेकिन दो बड़े प्रश्न हैं. पहला तो यह कि वह इसे कैसे करते. खासकर तब जब अगर वो आम लोगों के निजी पोस्ट को देखते. अगर वह ऐसा करते तो निश्चित तौर पर वह सोशल मीडिया सर्विस के नियमों का उल्लंघन करते. इंटरनेट पॉलिसी की जानकार अंबा काक ने कहा कि इस तरह का एक उपकरण निश्चित रूप से सभी के सोशल मीडिया खातों का सर्वेक्षण करता है, लेकिन दो बड़े प्रश्न हैं. पहला तो यह कि वह इसे कैसे करते. खासकर तब जब अगर वो आम लोगों के निजी पोस्ट को देखते. अगर वह ऐसा करते तो निश्चित तौर पर वह सोशल मीडिया सर्विस के नियमों का उल्लंघन करते.
2021 गाजी अमानुल्लाह खान क्षेत्रीय एक दिवसीय टूर्नामेंट एक लिस्ट ए क्रिकेट प्रतियोगिता थी जो 15 से 29 अक्टूबर 2021 के बीच अफगानिस्तान के कंधार में खेली गई थी। फरवरी और मई 2017 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की घोषणाओं के बाद, यह लिस्ट ए की स्थिति के साथ खेली गई प्रतियोगिता का पांचवां संस्करण था। मिस ऐनक क्षेत्र गत चैंपियन थे। ग्रुप स्टेज के पूरा होने के बाद, एमो रीजन ने पहले सेमीफाइनल में बंद-ए-अमीर क्षेत्र को हराया। मिस ऐनक रीजन ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, दूसरे सेमीफाइनल के बराबर होने के बाद टेबल पर बूस्ट रीजन की तुलना में अधिक अंक थे। 29 अक्टूबर 2021 को, गत चैंपियन मिस ऐनक क्षेत्र ने फाइनल में एमो क्षेत्र को हराकर लगातार तीसरी बार खिताब जीतने के बाद सफलतापूर्वक अपना खिताब बरकरार रखा। सन्दर्भ क्रिकेट प्रतियोगितायें