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चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए अनेक उपाय किए हैं. पंचायतों में आरक्षण के बाद सरकारी नौकरियों में भी आरक्षण की व्यवस्था की गई है. शिक्षकों में 50 प्रतिशत और वन विभाग को छोड़कर अन्य विभागों में 30 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए सरकार ने चिकित्सा शिक्षा के विस्तार का निर्णय लिया है. इस शिक्षा सत्र से दतिया, विदिशा, खंडवा एवं रतलाम में नए मेडिकल कॉलेज शुरू कर एमबीबीएस पाठ्यक्रम में 500 सीटों की वृद्धि की गई है. चौहान ने कहा कि इसके अलावा सिवनी एवं छतरपुर में नए मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति प्रदान की गई है. इस प्रकार आने वाले समय में शहडोल, शिवपुरी, सतना और छिंदवाड़ा सहित छह नए मेडिकल कॉलेज प्रदेश में और कार्य करना प्रारंभ कर देंगे.
(इनपुट भाषा से)
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अमेठी से भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में स्मृति ईरानी पहले शिक्षा मंत्री रहीं. इसके बाद उन्हें कपड़ा मंत्रालय का मंत्री बनाया गया. 43 साल की स्मृति ईरानी राजनीति में आने से पहले मशहूर टीवी अदाकारा थीं. दिल्ली के मध्यमवर्गीय परिवार में पैदा हुईं.
स्मृति ईरानी का जन्म दिल्ली में मध्यमवर्गीय परिवार में 23 मार्च 1976 को हुआ. पिता पंजाबी व मां बंगाली हैं. तीन भाई-बहनों में स्मृति सबसे बड़ी हैं. परिवार की मदद के लिए स्मृति ने 10वीं कक्षा के बाद ही सौंदर्य उत्पादों का प्रचार करती थीं. इसके बदले उन्हें 200 रुपए मिलते थे. 1998 में स्मृति ने मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में भाग लिया पर फाइनल तक नहीं पहुंचीं. फिर वे मुंबई चली गईं. मुंबई में शुरुआत में स्मृति ने मैकडॉन्लड्स में काम किया.
2001 में पारसी व्यवसायी से हुई शादी, दो बच्चे हैं
स्मृति ने मुंबई में टीवी इंडस्ट्री में ऑडिशन देना शुरू किया. 2001 में स्मृति ने पारसी व्यवसायी जुबिन ईरानी से शादी कर ली. दो बच्चे हैं. स्मृति ने अभिनेत्री नीलम कोठारी को रिप्लेस कर 'ओह ला ला ला' शो को होस्ट किया. फिर उन्हें एकता कपूर के सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में प्रमुख किरदार मिला. इससे वे घर-घर में प्रसिद्ध हो गईं. इसके अलावा स्मृति ने 'ये है जलवा' शो होस्ट किया. इसके बाद स्मृति राजनीति में आ गईं.
2003 में आईं राजनीति में, भाजपा में शामिल हुईं
स्मृति 2003 में राजनीति में आईं. भाजपा में शामिल हुईं. उन्हें महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया. 2004 में स्मृति चांदनी चौक से कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ी पर हार गई. लेकिन उन्हें भाजपा की केंद्रिय समिति की एग्जीक्यूटिव मेंबर बनाया गया. 2010 में स्मृति पार्टी की राष्ट्रीय सचिव एवं महिला विंग की अध्यक्ष बनाई गईं. स्मृति 2014 में अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ीं. हालांकि चुनाव तो हार गईं पर राहुल को कड़ी चुनौती दी. फिर भी मोदी सरकार में उन्हें मानव संसाधन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. स्मृति मोदी कैबिनेट की सबसे युवा महिला सदस्य बनीं. बाद में स्मृति को कपड़ा मंत्रालय का मंत्री बनाया गया. 2011 में स्मृति ईरानी को राज्यसभा भेजा गया. 2011 से लेकर मई 2014 तक कोयला एवं स्टील कमिटी की सदस्य रहीं. 2012 में भाजपा का उपाध्यक्ष बनाया गया. 2014 में मानव संसाधन विकास मंत्री बनीं.
विवादों से भी घिरी रहीं स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी कई विवादों में भी घिरी. पहला विवाद उनकी शिक्षा को लेकर हुआ. विपक्ष ने कहा कि वह शिक्षा मंत्री बनने की योग्यता नहीं रखती. विवाद तब शुरू हुआ, जब स्मृति के 2004 और 2014 के शैक्षणिक योग्यता में अलग जानकारी दी गई. 2004 में स्मृति ने एफिडेविट में दिल्ली यूनिवर्सिटी से आर्ट डिग्री में स्नातक होने की बात लिखी. 2014 में स्मृति अमेठी से राहुल के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं थी तो उन्होंने 1994 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से कॉमर्स पार्ट-1 में स्नातक होने की बात लिखी. जेएनयू एवं हैदराबाद यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर रोहित वेमूला की खुदकुशी मामले में भी स्मृति विवादों में आई.
2014 की नतीजे
राहुल गांधी अमेठी से लगातार तीसरी बार सांसद हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को 408,651 वोट मिले थे. जबकि बीजेपी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी को 300,74 वोट मिले थे. इस तरह जीत का अंतर 1,07,000 वोटों का ही रह गया. जबकि 2009 में कांग्रेस अध्यक्ष की जीत का अंतर 3,50,000 से भी ज्यादा का रहा था.
अमेठी से कांग्रेस का एक भी MLA नहीं
अमेठी लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें अमेठी जिले की तिलोई, जगदीशपुर, अमेठी और गौरीगंज सीटें शामिल हैं. जबिक रायबरेली जिले की सलोन विधानसभा सीट आती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में 5 सीटों में से 4 सीटों पर बीजेपी और महज एक सीट पर एसपी को जीत मिली थी. हालांकि सपा-कांग्रेस गठबंधन करके चुनाव मैदान में उतरी थी, फिर भी जीत नहीं सकी थी. सपा ने तो गौरीगंज सीट जीत ली, लेकिन कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
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यह एक लेख है: पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी सीपीएम के समर्थकों के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और 19 अन्य घायल हो गए हैं।टिप्पणियां
पुलिस ने बताया कि यह घटना शुक्रवार रात केटी बाजार इलाके में हुई, जहां स्थानीय आदिवासियों ने झड़प के दौरान कथित तौर पर तीर-धनुष का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि इस घटना में तृणमूल समर्थक एवं आलमपुर निवासी एसके सिराज घायल हो गया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने बताया कि उसकी मौत हो चुकी है।
झड़प में घायल 19 लोगों में से तीन को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि 16 लोगों को वर्धमान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बाद में इलाके में छापा मारा और अभी तक 20 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पुलिस ने बताया कि यह घटना शुक्रवार रात केटी बाजार इलाके में हुई, जहां स्थानीय आदिवासियों ने झड़प के दौरान कथित तौर पर तीर-धनुष का इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि इस घटना में तृणमूल समर्थक एवं आलमपुर निवासी एसके सिराज घायल हो गया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने बताया कि उसकी मौत हो चुकी है।
झड़प में घायल 19 लोगों में से तीन को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि 16 लोगों को वर्धमान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बाद में इलाके में छापा मारा और अभी तक 20 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
झड़प में घायल 19 लोगों में से तीन को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि 16 लोगों को वर्धमान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बाद में इलाके में छापा मारा और अभी तक 20 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
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नाबातियन साम्राज्य (अरबी: المملكة النبطية), जिसे नाबाते (/ ˌnæbətiːə /) भी नामित किया गया था, शास्त्रीय पुरातनता के दौरान अरबनाबातियों की राजनीतिक स्थिति थी।
नाबातियन साम्राज्य ने इस क्षेत्र के अधिकांश व्यापारिक मार्गों को नियंत्रित किया, जिससे बड़े पड़ोसियों ने अपने पड़ोसियों की ईर्ष्या को चित्रित किया। यह लाल सागर तट के साथ दक्षिण में हेजाज़ रेगिस्तान में फैला हुआ था, जहां तक उत्तर दमिश्क के रूप में उत्तर में था, जिसने इसे एक छोटी अवधि (85-71) ईसा पूर्व के लिए नियंत्रित किया था।
नाबातिया 4 वीं शताब्दी ईसा पूर्व से स्वतंत्र रहे जब तक कि इसे 106 ईस्वी में रोमन साम्राज्य द्वारा कब्जा किया गया, जिसका नाम बदलकर अरब पेट्रीया रखा गया।
इन्हें भी देखें
मादाइन सालेह
सन्दर्भ
अरब इतिहास
अरब संस्कृति
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स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे) की हनुमानगढ़ टाउन में कृषि विस्तार शाखा (एडीबी) के उप प्रबंधक एक कर्मचारी तथा बैंक भवन के बाहर गोल गप्पे की रेहड़ी लगाने वाले एक युवक को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने एक किसान से छह हजार रूपये की रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया.
कृषि रिण मंजूर करने की एवज़ में उप प्रबंधक ने 10 हजार की रिश्वत मांगी थी. इसमें से दो हजार रूपये वह पहले ले चुका था. ब्यूरो का एक दल उप प्रबंधक के घर की तलाशी ले रहा है.
हनुमानगढ़ में एसीबी की चौकी के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दलीप जाखड़ ने को बताया कि गिरफ्तार किये गये उप प्रबंधक राकेश कुमार जांजू (50) बैंक कर्मी सुरेन्द्र तथा गोल गप्पे वाले युवक कुलदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
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फ्रांसिस एस कॉलिन्स (जन्म 14 अप्रैल, 1950), एम.डी., पी.एच.डी, एक अमेरिकी चिकित्सक, जेनेटिसिस्ट थे, जिन्हें उनके जीन संबंधी रोगों पर महान खिज कार्य के लिए याद किया जाता है। इसके साथ ही वे मानव जीनोम परियोजना के अध्यक्ष भि थे। वे नेशनल ह्यूमन जीनोम रिसर्च इन्स्टीट्यूट के निदेशक भी रहे हैं।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियां
Breaking the Code: Francis Collins' take on God and DNA
Director Francis Collins' Biography from genome.gov
Commencement Address, University of Virginia, May 20, 2001
2087-2220484,00.html "I’ve found God, says man who cracked the genome", The Times, June 11, 2006
The believer, Salon.com article on his religious beliefs
Science Friday: Science and Religion, with Collins
Religion & Ethics Newsweekly: Interview transcript
"Falsified Data Found in Gene Studies", NY Times article on scientific misconduct by a graduate student in Collins's NIH laboratory
On-line video of a lecture entitled The Language of God: A Believer Looks at the Human Genome given at the 2006 meeting of the American Scientific Affiliation
Interview on CNN on Anderson Cooper's "What is a Christian?" on Youtube
Sam Harris: The Language of Ignorance, His review of "The Language of God", Truthdig, Aug 15, 2006
Francis Collins talks to Nigel Bovey of The War Cry (part1)
Francis Collins talks to Nigel Bovey of The War Cry (part2)
1950 में जन्मे लोग
जीवित लोग
अमेरिकी जेनेटिसिस्ट
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लेकिन थोड़ी देर में जब उसी गाड़ी में बैठे सत्येंद्र जैन वापस आये तो पता चला सत्येंद्र जैन मंदिर गए थे. दरअसल सत्येंद्र जैन के सिविल लाइन्स के सरकारी आवास से कुछ ही दूरी पर दिगंबर जैन मंदिर है जहां सत्येंद्र जैन रोज़ सुबह काम पर निकलने से पहले नियमित रूप से जाते हैं. लेकिन बुधवार को मंदिर जाने से पहले ही सीबीआई आ गई. लेकिन जब आज भी सत्येंद्र जैन ने सीबीआई से मंदिर जाने को कहा तो सीबीआई ने अपने साथ ले जाकर मंदिर के दर्शन कराए.
ये अहम बात इसलिए है क्योंकि सीबीआई रेड के दौरान आमतौर पर देखा जाता है कि जिसके यहां रेड हो रही है वो अपने घर या दफ़्तर में नजरबंद से हो जाता है बाहर नहीं निकल सकता ऐसे में दिल्ली के PWD और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन सीबीआई रेड के दौरान मंदिर जाने वाले शायद पहले शख्स बन गए हैं.
ये अहम बात इसलिए है क्योंकि सीबीआई रेड के दौरान आमतौर पर देखा जाता है कि जिसके यहां रेड हो रही है वो अपने घर या दफ़्तर में नजरबंद से हो जाता है बाहर नहीं निकल सकता ऐसे में दिल्ली के PWD और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन सीबीआई रेड के दौरान मंदिर जाने वाले शायद पहले शख्स बन गए हैं.
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A post shared by Jessica Simpson (@jessicasimpson) on Jul 15, 2018 at 4:34pm PDT
A post shared by Jessica Simpson (@jessicasimpson) on Jun 24, 2018 at 5:16pm PDT
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आदित्यनाथ योगी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार की प्राथमिकताएं तय कर दीं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा "हमारा एक ही लक्ष्य और मिशन है और वह है विकास. जब यूपी का विकास होगा तो भारत का विकास होगा. हम यूपी के युवाओं के लिए काम करना चाहते हैं और उनके लिए अवसर पैदा करना चाहते हैं."
Our sole mission & motive is development. When UP develops, India develops. We want to serve UP's youth & create opportunities for them.
— Narendra Modi (@narendramodi) 19 मार्च 2017
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी की नई सरकार प्रदेश में रिकॉर्ड विकास करेगी.
I have immense confidence that this new team will leave no stone unturned in making UP Uttam Pradesh. There will be record development.
— Narendra Modi (@narendramodi) 19 मार्च 2017
नए मंत्रियों ने शपथग्रहण के बाद फौरन साफ किया कि प्रधानमंत्री के एजेंडे को आगे बढ़ाना उनकी प्राथमिकता होगी. उप- मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि "सबका साथ, सबका विकास" उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी और वे इस दिशा में सक्रीयता से काम करेंगे. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि गुंड़ागर्दी खत्म करना और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी.
वहीं यूपी विधान सभा में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि नए मुख्यमंत्री को धर्म और वोट की बजाए सभी समुदायों के लिए काम करना होगा. उन्होंने कहा कि नई सरकार को सामाजिक माहौल बेहतर करने पर विशेष ध्यान देना होगा. टिप्पणियां
उधर, बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेतृत्व ने अलग-अलग समुदायों को चुनावों से पहले गुमराह कर उनका समर्थन जीता और 2019 के चुनावों को देखते हुए एक भगवा वस्त्र पहनने वाले को मुख्यमंत्री बनाया गया, यह सब बीजेपी की एक साजिश है.अब देखना ये होगा कि चुनावों में किए विकास के वादे को योगी सरकार अमल में लाने के लिए कितनी जल्दी पहल शुरू करती है.
Our sole mission & motive is development. When UP develops, India develops. We want to serve UP's youth & create opportunities for them.
I have immense confidence that this new team will leave no stone unturned in making UP Uttam Pradesh. There will be record development.
वहीं यूपी विधान सभा में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि नए मुख्यमंत्री को धर्म और वोट की बजाए सभी समुदायों के लिए काम करना होगा. उन्होंने कहा कि नई सरकार को सामाजिक माहौल बेहतर करने पर विशेष ध्यान देना होगा. टिप्पणियां
उधर, बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेतृत्व ने अलग-अलग समुदायों को चुनावों से पहले गुमराह कर उनका समर्थन जीता और 2019 के चुनावों को देखते हुए एक भगवा वस्त्र पहनने वाले को मुख्यमंत्री बनाया गया, यह सब बीजेपी की एक साजिश है.अब देखना ये होगा कि चुनावों में किए विकास के वादे को योगी सरकार अमल में लाने के लिए कितनी जल्दी पहल शुरू करती है.
उधर, बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेतृत्व ने अलग-अलग समुदायों को चुनावों से पहले गुमराह कर उनका समर्थन जीता और 2019 के चुनावों को देखते हुए एक भगवा वस्त्र पहनने वाले को मुख्यमंत्री बनाया गया, यह सब बीजेपी की एक साजिश है.अब देखना ये होगा कि चुनावों में किए विकास के वादे को योगी सरकार अमल में लाने के लिए कितनी जल्दी पहल शुरू करती है.
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कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ फॉर्म में चल रहे आंद्रे रसेल ने मैच के दौरान काफी परिपक्वता दिखाई, हालांकि टीम को इसमें हार का मुंह देखना पड़ा. केकेआर की टीम मंगलवार को शुरू से ही दबाव में थी क्योंकि क्रिस लिन और सुनील नरेन पांच गेंद के अंदर पवेलियन लौट गए थे. 11वें ओवर तक चेन्नई सुपर किंग्स ने केकेआर के 47 रन पर छह विकेट झटक लिए थे.
इसके बाद जमैका के इस खिलाड़ी ने धुंआधार बल्लेबाजी की और पांच चौके व तीन छक्के से नाबाद 50 रन की पारी खेली. उन्होंने अकेले दम पर टीम को 108 रन तक पहुंचाया जबकि दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे. कार्तिक ने मंगलवार रात को सात विकेट से मिली हार के बाद कहा, ‘रसेल को श्रेय जाता है, उन्होंने काफी परिपक्वता दिखाई और वह जिस तरह से खेल रहा है, उससे मैं खुश हूं. हमने इतने छोटे से स्कोर का बचाव करने की पूरी कोशिश की, विशेषकर गीली गेंद से स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया.’
पंड्या और राहुल ने लोकपाल के पास दर्ज कराया बयान, जल्द होगा फैसला
उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से इतना अच्छा स्कोर नहीं बना था. इस तरह के मैच पेचीदा होते हैं, आपको नहीं पता होता कि कितना स्कोर बनाया जाए तथा ओस और अन्य चीजों से कितना प्रभाव पड़ेगा. लेकिन जब आप मैच खत्म करते हो तो आपको लगता है कि आपको 20 और रन बनाने चाहिए थे.’ आपको बता दें कि दीपक चाहर की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से चेन्नई सुपर किंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को सात विकेट से हराकर अंक तालिका के शीर्ष पर जगह बनाई. चाहर (20 रन पर तीन विकेट), हरभजन सिंह (15 रन पर दो विकेट), इमरान ताहिर (21 रन पर दो विकेट) और रवींद्र जडेजा (17 रन पर एक विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने नाइट राइडर्स की टीम नौ विकेट पर 108 रन ही बना सकी जो मौजूदा सत्र का तीसरा न्यूनतम स्कोर है.
सुपरकिंग्स ने इसके जवाब में सलामी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस (नाबाद 43) और अंबति रायडू (21) के बीच तीसरे विकेट की 46 रन की साझेदारी की बदौलत 17.2 ओवर में तीन विकेट पर 111 रन बनाकर जीत दर्ज की. डु प्लेसिस ने 45 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे. केदार जाधव आठ रन बनाकर नाबाद रहे. आंद्रे रसेल केकेआर के शीर्ष स्कोरर रहे जिन्होंने जीवनदान का फायदा उठाते हुए 44 गेंद में पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 50 रन की पारी खेली. उनके अलावा टीम का कोई बल्लेबाज 20 रन के आंकड़े को भी नहीं छू पाया.
एमए चिदंबरम स्टेडियम की पिच पर केकेआर के बल्लेबाजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि गेंद बल्ले पर नहीं आ रही थी. नाइट राइडर्स के बल्लेबाजों ने हालांकि गैर जिम्मेदाराना शॉट भी खेले जिससे टीम ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए. इस जीत से सुपरकिंग्स की टीम छह मैचों में पांच जीत से 10 अंक के साथ शीर्ष पर पहुंच गई है. नाइट राइडर्स की छह मैचों में यह दूसरी हार है और टीम आठ अंक के साथ दूसरे स्थान पर है.
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तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा पर उनके इस आरोप पर पलटवार किया कि बंगाल में जंगलराज है. तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह राज्य में विकास नहीं देख सकते क्योंकि वह स्वयं जंगल से आये हैं. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फरहाद हकीम ने हैरानी जताई कि नड्डा को केंद्र में 'जंगलराज' क्यों नहीं दिखा क्योंकि बीजेपी की दोषपूर्ण नीतियों के चलते अर्थव्यवस्था कमजोर हुई और पूरे देश में नौकरियां गईं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी नीत सरकार में मंत्री हकीम ने कहा, 'वह (नड्डा) स्वयं जंगल से आये हैं और इसीलिए उन्हें सभी जगह जंगलराज दिखता है, बंगाल राज्य में भी जिसने विकास कार्यों के मामले में एक रिकार्ड बनाया है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.'
हकीम की टिप्पणी नड्डा द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना किए जाने के बाद आई है. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा था कि राज्य में कथित जंगलराज और कथित 'आतंक के राज' के लिए ममता जिम्मेदार हैं. हकीम ने सवाल किया, 'जब पूरे देश में नौकरियां जा रही हैं, अर्थव्यवस्था में गिरावट है, धर्म, जाति को लेकर 'लिंचिंग' की घटनाएं हो रही हैं, क्या उन्हें (नड्डा) कुशासन या जंगलराज नहीं दिखता.'
नड्डा ने पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ सालों में राजनीतिक हिंसा में जान गंवाने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं का 'सामूहिक तर्पण' भी किया. 'तर्पण' पितृ पक्ष में की जाने वाली एक ऐसी रस्म है जिसमें पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए उन्हें जल अर्पित किया जाता है. नड्डा ने कहा कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार का वक्त खत्म हो गया है क्योंकि बनर्जी में 'दूरदृष्टि और दिशा' की कमी है और उनकी रुचि केवल 'राज्य के आतंक' के जरिये विपक्षी दलों को भयभीत करने में है. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा था, 'दीवार पर लिखी इबारत साफ है. उनकी सरकार का समय समाप्त हो गया है. यह केवल समय की बात है कि बीजेपी बंगाल में सत्ता में आएगी.
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दक्षिण भारत के सुपर स्टार रजनीकांत, जिनके बारे में जल्द ही राजनीति में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं, ने राजनीतिक पारी शुरू करने से साफ संकेत दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि वह अपने राजनीतिक मित्रों से साथ राजनीति की संभावनाओं पर चर्चा कर रहे हैं और जल्द ही इसके बारे में कोई अंतिम फैसला ले लेंगे.
चेन्नई हवाई अड्डे पर पत्रकारों ने उनसे राजनेताओं के साथ उनके द्वारा की जा रही चर्चा के बारे में पूछा तो रजनीकांत ने कहा, ' मैंने इस बारे में इनकार नहीं किया है. हम चर्चा कर रहे हैं और अभी निर्णय लेना है.'
बता दें कि पिछले दिनों किसान नेता पी. अय्याकन्नू के नेतृत्व वाले 16 किसानों के प्रतिनिधिमंडल से तमिल के सुपरस्टार ने मुलाकात की और नदियों को जोड़ने के उनके अनुरोध का समर्थन करने का आश्वासन दिया. रजनीकांत ने मिलने आए किसानों से उन्होंने कहा कि नदियों को जोड़ने के उनके अनुरोध के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन दिया जाएगा और इस संबंध में उन्होंने एक करोड़ रुपये देने का वादा किया.
दिल्ली में विरोध के अलग-अलग नए तरीके अपनाकर तूफान खड़ा करने वाले किसान नेता ने कहा कि रजनीकांत ने उन्हें नदी को जोड़ने की दिशा में तत्काल एक करोड़ रुपया देने की पेशकश की.
रजनीकांत ने पिछले महीने अपने प्रशंसकों को संबोधित करते हुए उनसे युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था. उन्होंने कहा था कि व्यवस्था सड़ी हुई है और उसे बदले जाने की आवश्यकता है.टिप्पणियां
रजनीकांत ने कहा था कि जब भी कोई युद्ध आएगा तो वे अपनी मातृभूमि की रक्षा के फौरन आगे आएंगे. उन्होंन अपने प्रशंसकों से कहा, 'मेरे पास धैर्य है, काम और अपना कर्तव्य, आप सब के पास भी. अपना काम करो और अपनी बारी आने का इंतजार करो. जब युद्ध होता तो हम मिलकर सामना करेंगे.' उन्होंने कहा, "यदि भगवान की इच्छा है, तो मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा."
इस बयान के बाद तमिलनाडु में भाजपा नेताओं ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दिया था. यहां तक कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे रजनीकांत का निजी फैसला बताते हुए कहा था कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. 66 वर्षीय सुपर स्टार रजनीकांत ने कहा था कि वे अपने चाहने वालों से अक्टूबर में मुलाकात करेंगे
चेन्नई हवाई अड्डे पर पत्रकारों ने उनसे राजनेताओं के साथ उनके द्वारा की जा रही चर्चा के बारे में पूछा तो रजनीकांत ने कहा, ' मैंने इस बारे में इनकार नहीं किया है. हम चर्चा कर रहे हैं और अभी निर्णय लेना है.'
बता दें कि पिछले दिनों किसान नेता पी. अय्याकन्नू के नेतृत्व वाले 16 किसानों के प्रतिनिधिमंडल से तमिल के सुपरस्टार ने मुलाकात की और नदियों को जोड़ने के उनके अनुरोध का समर्थन करने का आश्वासन दिया. रजनीकांत ने मिलने आए किसानों से उन्होंने कहा कि नदियों को जोड़ने के उनके अनुरोध के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन दिया जाएगा और इस संबंध में उन्होंने एक करोड़ रुपये देने का वादा किया.
दिल्ली में विरोध के अलग-अलग नए तरीके अपनाकर तूफान खड़ा करने वाले किसान नेता ने कहा कि रजनीकांत ने उन्हें नदी को जोड़ने की दिशा में तत्काल एक करोड़ रुपया देने की पेशकश की.
रजनीकांत ने पिछले महीने अपने प्रशंसकों को संबोधित करते हुए उनसे युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था. उन्होंने कहा था कि व्यवस्था सड़ी हुई है और उसे बदले जाने की आवश्यकता है.टिप्पणियां
रजनीकांत ने कहा था कि जब भी कोई युद्ध आएगा तो वे अपनी मातृभूमि की रक्षा के फौरन आगे आएंगे. उन्होंन अपने प्रशंसकों से कहा, 'मेरे पास धैर्य है, काम और अपना कर्तव्य, आप सब के पास भी. अपना काम करो और अपनी बारी आने का इंतजार करो. जब युद्ध होता तो हम मिलकर सामना करेंगे.' उन्होंने कहा, "यदि भगवान की इच्छा है, तो मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा."
इस बयान के बाद तमिलनाडु में भाजपा नेताओं ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दिया था. यहां तक कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे रजनीकांत का निजी फैसला बताते हुए कहा था कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. 66 वर्षीय सुपर स्टार रजनीकांत ने कहा था कि वे अपने चाहने वालों से अक्टूबर में मुलाकात करेंगे
बता दें कि पिछले दिनों किसान नेता पी. अय्याकन्नू के नेतृत्व वाले 16 किसानों के प्रतिनिधिमंडल से तमिल के सुपरस्टार ने मुलाकात की और नदियों को जोड़ने के उनके अनुरोध का समर्थन करने का आश्वासन दिया. रजनीकांत ने मिलने आए किसानों से उन्होंने कहा कि नदियों को जोड़ने के उनके अनुरोध के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन दिया जाएगा और इस संबंध में उन्होंने एक करोड़ रुपये देने का वादा किया.
दिल्ली में विरोध के अलग-अलग नए तरीके अपनाकर तूफान खड़ा करने वाले किसान नेता ने कहा कि रजनीकांत ने उन्हें नदी को जोड़ने की दिशा में तत्काल एक करोड़ रुपया देने की पेशकश की.
रजनीकांत ने पिछले महीने अपने प्रशंसकों को संबोधित करते हुए उनसे युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था. उन्होंने कहा था कि व्यवस्था सड़ी हुई है और उसे बदले जाने की आवश्यकता है.टिप्पणियां
रजनीकांत ने कहा था कि जब भी कोई युद्ध आएगा तो वे अपनी मातृभूमि की रक्षा के फौरन आगे आएंगे. उन्होंन अपने प्रशंसकों से कहा, 'मेरे पास धैर्य है, काम और अपना कर्तव्य, आप सब के पास भी. अपना काम करो और अपनी बारी आने का इंतजार करो. जब युद्ध होता तो हम मिलकर सामना करेंगे.' उन्होंने कहा, "यदि भगवान की इच्छा है, तो मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा."
इस बयान के बाद तमिलनाडु में भाजपा नेताओं ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दिया था. यहां तक कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे रजनीकांत का निजी फैसला बताते हुए कहा था कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. 66 वर्षीय सुपर स्टार रजनीकांत ने कहा था कि वे अपने चाहने वालों से अक्टूबर में मुलाकात करेंगे
दिल्ली में विरोध के अलग-अलग नए तरीके अपनाकर तूफान खड़ा करने वाले किसान नेता ने कहा कि रजनीकांत ने उन्हें नदी को जोड़ने की दिशा में तत्काल एक करोड़ रुपया देने की पेशकश की.
रजनीकांत ने पिछले महीने अपने प्रशंसकों को संबोधित करते हुए उनसे युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था. उन्होंने कहा था कि व्यवस्था सड़ी हुई है और उसे बदले जाने की आवश्यकता है.टिप्पणियां
रजनीकांत ने कहा था कि जब भी कोई युद्ध आएगा तो वे अपनी मातृभूमि की रक्षा के फौरन आगे आएंगे. उन्होंन अपने प्रशंसकों से कहा, 'मेरे पास धैर्य है, काम और अपना कर्तव्य, आप सब के पास भी. अपना काम करो और अपनी बारी आने का इंतजार करो. जब युद्ध होता तो हम मिलकर सामना करेंगे.' उन्होंने कहा, "यदि भगवान की इच्छा है, तो मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा."
इस बयान के बाद तमिलनाडु में भाजपा नेताओं ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दिया था. यहां तक कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे रजनीकांत का निजी फैसला बताते हुए कहा था कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. 66 वर्षीय सुपर स्टार रजनीकांत ने कहा था कि वे अपने चाहने वालों से अक्टूबर में मुलाकात करेंगे
रजनीकांत ने पिछले महीने अपने प्रशंसकों को संबोधित करते हुए उनसे युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था. उन्होंने कहा था कि व्यवस्था सड़ी हुई है और उसे बदले जाने की आवश्यकता है.टिप्पणियां
रजनीकांत ने कहा था कि जब भी कोई युद्ध आएगा तो वे अपनी मातृभूमि की रक्षा के फौरन आगे आएंगे. उन्होंन अपने प्रशंसकों से कहा, 'मेरे पास धैर्य है, काम और अपना कर्तव्य, आप सब के पास भी. अपना काम करो और अपनी बारी आने का इंतजार करो. जब युद्ध होता तो हम मिलकर सामना करेंगे.' उन्होंने कहा, "यदि भगवान की इच्छा है, तो मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा."
इस बयान के बाद तमिलनाडु में भाजपा नेताओं ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दिया था. यहां तक कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे रजनीकांत का निजी फैसला बताते हुए कहा था कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. 66 वर्षीय सुपर स्टार रजनीकांत ने कहा था कि वे अपने चाहने वालों से अक्टूबर में मुलाकात करेंगे
रजनीकांत ने कहा था कि जब भी कोई युद्ध आएगा तो वे अपनी मातृभूमि की रक्षा के फौरन आगे आएंगे. उन्होंन अपने प्रशंसकों से कहा, 'मेरे पास धैर्य है, काम और अपना कर्तव्य, आप सब के पास भी. अपना काम करो और अपनी बारी आने का इंतजार करो. जब युद्ध होता तो हम मिलकर सामना करेंगे.' उन्होंने कहा, "यदि भगवान की इच्छा है, तो मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा."
इस बयान के बाद तमिलनाडु में भाजपा नेताओं ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दिया था. यहां तक कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे रजनीकांत का निजी फैसला बताते हुए कहा था कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. 66 वर्षीय सुपर स्टार रजनीकांत ने कहा था कि वे अपने चाहने वालों से अक्टूबर में मुलाकात करेंगे
इस बयान के बाद तमिलनाडु में भाजपा नेताओं ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का न्योता दिया था. यहां तक कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे रजनीकांत का निजी फैसला बताते हुए कहा था कि सभी अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. 66 वर्षीय सुपर स्टार रजनीकांत ने कहा था कि वे अपने चाहने वालों से अक्टूबर में मुलाकात करेंगे
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मुद्रास्फीति के मासिक आंकड़े, भारतीय रिजर्व बैंक की मध्य तिमाही समीक्षा तथा कंपनियों द्वारा जमा कराए जाने वाले अग्रिम कर के आंकड़े अब आने वाले सप्ताह में बाजार का मूड तय करेंगे। जापान में शुक्रवार को आए जबर्दस्त भूकंप से निवेशक पहले ही सतर्क हो चुके हैं। पिछले सप्ताह द्रमुक और कांग्रेस के बीच के राजनीतिक घटनाक्रम, जापान से अमेरिका को गए खराब आर्थिक संकेत और लीबिया में हिंसा में आई तेजी के मद्देनजर सेंसेक्स में 312.36 अंक अथवा 1.68 प्रतिशत की गिरावट आई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गत 11 मार्च को समाप्त सप्ताह में 18,361.65 अंक पर खुला तथा 18,583.30 अंक और 18,058.71 अंक के दायरे में घूमने के बाद अंत में 312.36 अंकों की गिरावट के साथ सप्ताहांत 18,174.09 अंक पर बंद हुआ। 50 शेयरों पर आधारित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 93.30 अंक अथवा 1.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,445.45 अंक पर बंद हुआ। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि जापान में आए विनाशकारी भूकंप और सुनामी जिससे जानमाल का भारी नुकसान हुआ, का अगले सप्ताह भारतीय बाजार पर तत्काल कोई असर दिखने की संभावना नहीं है, लेकिन सप्ताह की समाप्ति में ज्यों-ज्यों इस विनाशकारी तूफान का असर सामने आने लगेगा बाजार पर उसकी प्रतिक्रिया हो सकती है। जियोजित पारीबा फाइनेंशल सर्विसेज के शोध प्रमुख एलेक्स मैथ्यू ने कहा, 'आगामी सप्ताह भारत के शेयर बाजार पर जापान में हुई विनाशलीला की घटना का तत्काल कोई असर नहीं होगा न ही इसका असर जापान में कारोबार करने वाली कंपनियों पर कोई होगा लेकिन सप्ताह के उत्तरार्द्ध में इन कंपनियों द्वारा नुकसान के अनुमान व्यक्त किए जाने से बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है।
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Wish you all a very happy new year. Have a cheerful year ahead. #2018 pic.twitter.com/owbQtOeYL2
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उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा है कि देश में लगभग सभी आर्थिक क्षेत्रों में ज्यादातर कामकाजी महिलाएं अंधेरा होने के बाद विशेष रूप से रात्रि पाली में काम के दौरान खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं।
एसोचैम के सर्वेक्षण के अनुसार, ज्यादातर ऐसी महिलाएं बीपीओ-आईटीईएस, आतिथ्य, नागर विमानन तथा नर्सिंग होम में कार्यरत हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि करीब 92 फीसदी कामकाजी महिलाएं विशेष रूप से रात्रि पाली में काम के दौरान असुरक्षित महसूस करती हैं। खासकर बीपीओ-आईटीईएस, आतिथ्य, नागर विमानन और नर्सिंग होम में काम करने वाली महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं।टिप्पणियां
उद्योग मंडल ने छोटी और बड़ी कंपनियों में कार्यरत करीब 5,000 महिलाओं को सर्वेक्षण में शामिल किया। यह सर्वेक्षण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, मुंबई, कोलकाता, पुणे और हैदराबाद आदि में किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सार्वजनिक परिवहन, बसों और सड़क पर महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरे का सामना करना पड़ता है।
एसोचैम के सर्वेक्षण के अनुसार, ज्यादातर ऐसी महिलाएं बीपीओ-आईटीईएस, आतिथ्य, नागर विमानन तथा नर्सिंग होम में कार्यरत हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि करीब 92 फीसदी कामकाजी महिलाएं विशेष रूप से रात्रि पाली में काम के दौरान असुरक्षित महसूस करती हैं। खासकर बीपीओ-आईटीईएस, आतिथ्य, नागर विमानन और नर्सिंग होम में काम करने वाली महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं।टिप्पणियां
उद्योग मंडल ने छोटी और बड़ी कंपनियों में कार्यरत करीब 5,000 महिलाओं को सर्वेक्षण में शामिल किया। यह सर्वेक्षण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, मुंबई, कोलकाता, पुणे और हैदराबाद आदि में किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सार्वजनिक परिवहन, बसों और सड़क पर महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरे का सामना करना पड़ता है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि करीब 92 फीसदी कामकाजी महिलाएं विशेष रूप से रात्रि पाली में काम के दौरान असुरक्षित महसूस करती हैं। खासकर बीपीओ-आईटीईएस, आतिथ्य, नागर विमानन और नर्सिंग होम में काम करने वाली महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं।टिप्पणियां
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रिपोर्ट में कहा गया है कि सार्वजनिक परिवहन, बसों और सड़क पर महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरे का सामना करना पड़ता है।
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5 खेलों (9 विषयों) में लड़ी गई 16 स्पर्धाओं में पदक प्रदान किए गए। कई स्रोत कर्लिंग और सैन्य गश्ती को सूचीबद्ध नहीं करते हैं, या उन्हें प्रदर्शन घटनाओं के रूप में सूचीबद्ध नहीं करते हैं। हालाँकि, 1924 में ऐसा कोई पदनाम नहीं बनाया गया था। फरवरी 2006 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने फैसला सुनाया कि कर्लिंग ओलंपिक कार्यक्रम का पूर्ण हिस्सा था, और इसमें दिए गए पदकों को आधिकारिक गिनती में शामिल किया गया है।
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पटना के कोतवाली थाने में पुलिस ने एक शख्स की बुरी तरह पिटाई की है। पुलिस के मुताबिक इस शख्स का नाम अजय यादव है और ये नशे में धुत्त था और इसने पटना के मौर्या लोक इलाके में कई लोगों के साथ बदतमीज़ी की और लड़कियों के साथ छेड़खानी की। पुलिस ने जब इसको पकड़ा तो इसने पुलिस वालों को भी गालियां दीं। इसके बाद पुलिसवालों ने इस शख्स को बांध कर थाने में घसीटा और उसकी जमकर पिटाई की। ये शख्स जेडीयू के ही एक नेता का बेटा है।
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मारखोर एक जंगली बकरे की प्रजाति है जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में गिलगित-बाल्टिस्तान, चित्राल जिला, कलश घाटी और हुनजा घाटी के साथ-साथ नीलम घाटी के ऊपरी क्षेत्रों सहित अन्य उत्तरी क्षेत्रों में पाया जाता है। मारखोर भारत, अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और कश्मीर के कुछ हिस्सों में भी पाया जाता है। मारखोर प्रजाति को लुप्तप्राय माना जाता है। आज 2,500 से भी कम वयस्क मारखोर जीवित हैं। मारखोर पाकिस्तान का राष्ट्रीय पशु है।
महत्व
यह पाकिस्तान का राष्ट्रीय पशु (national animal) माना जाता है। यह बकरा लयमिलय से सम्बन्ध रखता है · यह पाकिस्तान, भारत, अफ़्गानिस्तान, उज़्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान के कुछ क्षेत्रों म्यन नय् जाता है।
नाम के अर्थ
मारखोर नाम थोड़ा अजीब है। इसका मतलब फ़ारसी में "एक साँप खाने वाला पहाड़ी जानवर" है। वैसे यह टंदोह और साँप खा नहीं सकता....जब ये साप नहीं खा सकता तो इसका नाम मारखोर क्यों रखा गया है ????
यीवानस
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जबकि इंग्लैंड में शिक्षा शिक्षा राज्य सचिव की ज़िम्मेदारी है, राज्य के स्कूलों का दैनिक प्रशासन और वित्त पोषण स्थानीय अधिकारियों की ज़िम्मेदारी है। 1870 और 1944 के बीच सार्वभौमिक रूप से नि:शुल्क राज्य शिक्षा की शुरुआत की गई थी। शिक्षा अब पांच से सोलह साल की उम्र तक अनिवार्य है, और इंग्लैंड में युवाओं को 18 साल की उम्र तक शिक्षा या प्रशिक्षण में रहना चाहिए। 2011 में, अंतर्राष्ट्रीय गणित और विज्ञान अध्ययन में रुझान (टीआईएमएसएस) ने इंग्लैंड और वेल्स में 13-14 साल के विद्यार्थियों को गणित के लिए दुनिया में 10वां और विज्ञान के लिए 9वां दर्जा दिया। अधिकांश बच्चे राज्य-क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षित होते हैं, जिनमें से एक छोटा सा हिस्सा शैक्षणिक क्षमता के आधार पर चुना जाता है। 2006 में जीसीएसई परिणामों के संदर्भ में शीर्ष दस प्रदर्शन करने वाले स्कूलों में से दो राज्य संचालित व्याकरण स्कूल थे। 2010 में, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में आधे से अधिक स्थान सरकारी स्कूलों के छात्रों द्वारा लिए गए थे, जबकि इंग्लैंड में निजी स्कूलों में जाने वाले बच्चों का अनुपात लगभग 7 प्रतिशत है, जो बढ़कर 18 प्रतिशत हो गया है। 16. इंग्लैंड में अंग्रेजी भाषी दुनिया के दो सबसे पुराने विश्वविद्यालय हैं, ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (संयुक्त रूप से "ऑक्सब्रिज" के रूप में जाने जाते हैं) जिनका इतिहास आठ शताब्दियों से अधिक है। बेडफोर्ड कॉलेज (लंदन), गिर्टन कॉलेज (कैम्ब्रिज) और की स्थापना के बाद से 19वीं सदी में सोमरविले कॉलेज (ऑक्सफोर्ड) में महिलाएं भी विश्वविद्यालय की डिग्री प्राप्त कर सकती थीं।
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बड़ा ओ संकेतन (अंग्रेज़ी:Big O notation) का उपयोग अंग्रेज़ी के बड़े ओ 'O' को दर्शाकर किया जाता है।
औपचारिक परिभाषा
यहाँ f और g दो वास्तविक संख्या हैं।
यदि केवल और केवल M ही एक सकारात्मक स्थिरांक हो
उपयोग
इसका उपयोग दो मुख्य क्षेत्रों में किया जाता है। गणित में समान्यतः किसी सीमित श्रृंखला का अनुमान लगाने में किया जाता है। कम्प्यूटर विज्ञान में कलन विधि के विश्लेषण में इसका उपयोग किया जाता है।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
पूर्णांक दृश्यों के लिए ज्ञानकोश
अंकन का परिचय
लेन्डौ प्रतीक
बड़ा ओ संकेतन – यह किसके लिए अच्छा है
गणितीय विश्लेषण
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भारतीय फिल्म उद्योग को 86 फिल्में दे चुके निर्माता-निर्देशक प्रियदर्शन का कहना है कि इतनी फिल्मों के बाद आलोचकों की परवाह किसे होती है?
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता प्रियदर्शन ने कहा कि फिल्में दो तरह की होती हैं- एक आलोचकों के लिए और दूसरी दर्शकों के लिए. दोनों तरह के सफल फिल्मों का निर्माण कर चुके प्रियदर्शन ने कहा कि उनकी अगली फिल्म 'कमाल धमाल मालामाल' पूरी तरह मसाला फिल्म है, जिसे देखकर दर्शक खुश होंगे.
प्रियदर्शन ने कहा कि इस बात की परवाह किए बगैर वह गम्भीर व मसाला, दोनों तरह की फिल्में बनाना जारी रखेंगे कि फिल्म 100 करोड़ रुपये के क्लब में शामिल होती है या नहीं. उनकी फिल्म 'कमाल धमाल मालामाल' सितम्बर के आखिर में प्रदर्शित होने वाली है.
उन्होंने साफ कहा कि उनकी यह फिल्म आलोचकों के लिए नहीं है. प्रियदर्शन ने कहा, ‘86 फिल्मों के निर्माण के बाद आलोचकों की परवाह कौन करता है? यदि मैं चाहता हूं कि आलोचक मेरी फिल्में पसंद करें तो इसके लिए मैंने तमिल फिल्म 'कांजीवरम' बनाई, जिसने मुझे राष्ट्रीय पुरस्कार दिलवाया. वह फिल्म आलोचकों के लिए थी, यह उनके लिए नहीं है. 'कमाल धमाल मालामाल' लोगों के मनोरंजन के लिए है.’
उन्होंने कहा, ‘विभिन्न भाषाओं में 86 फिल्मों के निर्माण के बाद आप वही करते हैं जो आपको सही लगता है. फिल्में असफल होती हैं तो कुछ सफल. लेकिन यदि आप लगातार असफल फिल्में देते हैं तो आप बाहर हो जाते हैं.’
'हेराफेरी', 'हंगामा' तथा 'भूल भुलैया' जैसी हास्य प्रधान और 'चित्रम' तथा 'कांजीवरम' जैसी दक्षिण की गम्भीर फिल्में दे चुके प्रियदर्शन की पिछली दो फिल्में मुद्दा आधारित 'आक्रोश' तथा एक्शन थ्रिलर 'तेज' को वांछित प्रतिक्रिया नहीं मिली. लेकिन इससे वह निराश नहीं हैं. उनका कहना है, ‘मुझे लगता है लोग मुझसे केवल हास्य प्रधान फिल्मों की उम्मीद करते हैं.’
हाल के दिनों में हिन्दी फिल्म उद्योग की कई फिल्में कमाई के मामले में 100 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार गई हैं. लेकिन इस बारे में प्रियदर्शन का कहना है, ‘उन फिल्मों में बड़े सितारे थे. हमारे पास छोटे सितारे हैं. मेरी महत्वाकांक्षा नहीं है कि फिल्म 100 करोड़ रुपये की कमाई का आंकड़ा पार करे, क्योंकि फिल्म अधिक बजट से नहीं बनाई गई है. इससे लोग जितने खुश होंगे, हमें भी खुशी होगी.’
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बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह से विफल करार दिया है. सुशील मोदी का कहना है कि नीतीश सरकार ने पूर्ण शराबबंदी के लिए 600 करोड़ रुपये खर्च कर दिए. लेकिन इतने कड़े कानून के बावजूद केवल 30 प्रतिशत शराबबंदी लागू हो पाई है.
शराबबंदी के बाद खुश हैं बिहार के लोग
सुशील मोदी
का कहना है कि उत्पाद सचिव के के पाठक के विभाग से चले जाने के बाद राज्य में छापेमारी और गिरफ्तारी पूरी तरह से शिथिल हो गई है. लेकिन जनता दल यू मोदी के इस तर्क को नहीं मानता है. उसका कहना है कि सुशील मोदी का यह राजनैतिक बयान है, जबकि हकीकत सब देख रहे हैं कि बिहार के लोग शराबबंदी के बाद कितने खुशहाल हुए हैं.
5 अप्रैल से बिहार में लागू है पूर्ण शराबबंदी
जेडीयू का कहना है कि कहीं मारपीट नहीं है. जनता दल यू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि सुशील मोदी को विलाप करने की आदत है, उन्हें विलाप करने दीजिए. बिहार में 5 अप्रैल से पूर्ण
शराबबंदी
लागू है. शराबबंदी को कड़ाई से लागू करने के लिए सरकार ने कड़े से कड़े कानून बनाए है. जिसके तहत करीब 15 हजार लोगों की गिरफ्तारी हुई और लाखों लीटर शराब बरामद किया गया.
हालांकि के के पाठक के विभाग से जाने के बाद इसमें कमी जरूर आई है. सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि एक जेडीयू नेता को बचाने के लिए नीतीश कुमार ने के के पाठक को कुर्बान कर दिया. सुशील कुमार मोदी का कहना है कि नए उत्पाद आयुक्त आमिर सुबहानी के पास आधे दर्जन महत्वपूर्ण विभागों का प्रभार है, ऐसे में वो शराबबंदी पर पूरा ध्यान कैसे दे पायेंगे.
'शराबबंदी के लिए कांग्रेस शासित राज्यों का दौरा नहीं किया'
सुशील मोदी ने यह भी सवाल उठाया कि नीतीश कुमार ने
कांग्रेस
शासित राज्यों में शराबबंदी के लिए क्यों नहीं दौरा किया. उन्होंने नेपाल के प्रधानमंत्री से मुलाकात की और नेपाल से आने वाली तस्करी की शराब पर रोकने के लिए बात क्यों नहीं की? सुशील मोदी ने कहा कि शराबबंदी के लिए छह सौ करोड़ रुपये उपकरण यंत्र और नए पदों के सृजन में खर्च हो रहे हैं. लेकिन नतीजा कुछ नहीं दिख रहा है.
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दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2008 के नोट के बदले वोट मामले में भाजपा सांसद अशोक अर्गल को राहत देते हुए विशेष अदालत के समक्ष तीन नवंबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने से उन्हें छूट दे दी है.
न्यायमूर्ति एम एल मेहता ने अर्गल की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए उन्हें यह राहत दी. इस याचिका पर अदालत ने पुलिस को नोटिस जारी करते हुए 14 नवंबर तक अपना जवाब देने को कहा है. उसी दिन अन्य आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर सुनवाई होनी है.
अर्गल की ओर से पेश वकील संदीप सेठी ने उन्हें मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत में व्यक्तिगत रूप से पेश होने से छूट देने का अनुरोध किया. सेठी ने दलील दी कि अर्गल को तीन नवंबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने से छूट दी जाए क्योंकि 14 नवंबर को सभी अन्य आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर सुनवाई होनी है.
उन्होंने दलील दी कि उनके मुवक्किल को शिकायतकर्ता होने के नाते इस मामले में शामिल नहीं किया जाना चाहिए और वह जमानत के हकदार हैं क्योंकि उनका नाम दूसरे आरोप पत्र में आया है. सुनवाई अदालत ने 14 अक्तूबर को समन जारी करते हुए अर्गल को तीन नवंबर को पेश होने को कहा था.
पुलिस ने तीन अक्तूबर को दाखिल पूरक आरोपपत्र में अर्गल का नाम लिया था. इस मामले में अन्य आरोपियों में राज्यसभा सदस्य अमर सिंह और भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के पूर्व सहयोगी सुधींद्र कुलकर्णी, भाजपा के दो पूर्व सांसद फगन सिंह कुलस्ते और महावीर सिंह भगोरा शामिल हैं.
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सिंध उच्च न्यायालय,(; अदालत-ए आला, सिंध}}) सिंध प्रांत के सर्वोच्च न्यायिक संस्था है। 1906 में स्थापित, यह प्रांतीय राजधानी कराची में स्थित है। इसके अलावा सिविल और आपराधिक मामलों में सिंध के लिए अपील की सर्वोच्च अदालत जा रहा है, न्यायालय जिला न्यायालय और कराची में सत्र न्यायालय था।
इतिहास
21 अगस्त 1926 को इस अदालत को सिंध कोर्ट ऐक्ट के तहत मुख्य न्यायालय (चीफ़ कोर्ट) के तौर पर स्थापित किया गया था। भारत सरकार अधिनियम, 1935 के पारिन होने के बाद न्यायिक व्यवस्था में कई निर्णायक बदलाव लाए गए और 1 अप्रैल 1937 इसे उच्च न्यायालय के रूप में शाही फरमान द्वारा स्थापित किया गया था।
पश्चिमी पाकिस्तान के उच्च न्यायालय के समय कराँची बेंच में न्यायाधीशों की संख्या 15 थी, परंतु सिंध उच्च न्यायालय के पुनर्स्थापन के बाद इस संख्या को घटा कर 12 कर दिया गया।
न्यायचौकियाँ
इस न्यायालय का मुख्य स्थिन कराँची है, एवं इसके हैदराबाद, सुक्कुर और लडकाना मेंतीनन बेंचें हैं। साथ ही सिंध के राज्यपाल और मुख्य न्यायाधीश के सलाह पर और अन्य नए बेंच भी स्थापित कर सकती है।
पूर्व मुख्य न्यायाधीशों
न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीशों की सूची:
श्री न्यायमूर्ति अब्दुल कादिर शेख (01-12-1976 से 30-06-1979 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति Ahga अली हैदर (01-07-1979 से 24-03-1981 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति अब्दुल हायी कुरैशी (25-03-1981 से 19-01-1986 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति नजीमुद्दीन अहमद (21-01-1986 से 1988/03/09 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति अजमल मियां (04-09-1988 से 1989/12/12 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति सज्जाद अली शाह (13-12-1989 से 1990/04/11 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति सईद-उज-जमां सिद्दीकी (05-11-1990 से 21-05-1992 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति नासिर असलम जाहिद (23-05-1992 से 15-04-1994 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति अब्दुल हफीज मेमन (कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश) (16-04-1994 से 14-04-1996 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति ममून काज़ी (15-04-1996 से 1997/04/11 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति वजीहुद्दीन अहमद (05-11-1997 से 1998/04/05 के लिए)
न्यायमूर्ति श्री कमल मंसूर आलम (05-05-1998 से 21-04-1999 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति नाजिम हुसैन सिद्दीकी (22-04-1999 से 2000/03/02 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति सैयद दीदार हुसैन शाह (04-02-2000 से 27-04-2000 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति सैयद सईद अश्हद (28-04-2000 से 2005/04/04 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति सबीहुद्दीन अहमद (05-04-2005 से 2007/03/11 के लिए)
न्यायमूर्ति श्री अफजल सूमरो (03-11-2007 से 15-05-2008 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति एम अजीजुल्लाह मेमन (कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश) (15-05-2008 से 27-08-2008 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति अनवर जहीर जमाली (28-08-2008 से 2009/02/08 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति सरमद जलाल ओसमानी (03-08-2009 से 13-02-2011 के लिए)
श्री न्यायमूर्ति मुशिर आलम (14-02-2011 से 19-09-2013 के लिए)
न्यायमूर्ति श्री मकबूल बक़र (20-09-2013 से 16-02-2015 के लिए)
इन्हें भी देखें
पाकिस्तान की न्यायपालिका
उच्च न्यायालय (पाकिस्तान)
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
पाकिस्तान के उच्च न्यायालय
सिंध उच्च न्यायालय
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: आईटी दिग्गज और यूआईडीएआई के पूर्व प्रमुख नंदन निलेकणी ने कहा है कि भुगतान बैंकों के उदय, ई-साईन, आईएमपीएस तथा अन्य प्रौद्योगिकी आधारित क्रांतियों के चलते भारत में वित्त क्षेत्र में 'व्हाट्सऐप' जैसा आंदोलन देखने को मिल रहा है।
उन्होंने कहा, '...2009 में दूरसंचार क्षेत्र में व्हाट्सऐप आंदोलन देखने को मिला था। मेरा विश्लेषण यह है कि 2015 में भारत में वित्तीय क्षेत्र में व्हाट्सऐप आंदोलन चल रहा है।'टिप्पणियां
वे टीआईई लीप्रफोग 2015 में 'वित्तीय सेवाओं में विघ्न' विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने कहा, बदलाव कई मोर्चों पर हो रहा है... नए लाइसेंस, स्मार्टफोन आधार पहचान, ई-साईन, भुगतान बैंक आदि। इसमें से कुछ नियमनाधीन हैं, इसमें से कुछ प्रौद्योगिकी हैं, कुछ डिजाइन हैं, कुछ बाजार हैं। उन्होंने भुगतान बैंक का लाइसेंस देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की सराहना की और इसे 'बड़ी क्रांति' बताया।
निलेकणी ने कहा, भुगतान बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से इनोवेशन का बड़ा उदाहरण है। हमारे पास 11 ऐसे बैंक हैं, किसी ने 11 की अपेक्षा नहीं की थी। इससे एक और बड़ी क्रांति होगी। उन्होंने कहा कि जनधन और आधार, तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस), समान भुगतान इंटरफेस (यूपीआई), भुगतान बैंक के लिए लाइसेंस तथा डिजिटलीकरण से भारतीय अर्थव्यवस्था में 'व्हाट्सऐप आंदोलन' को योगदान मिला है।
उन्होंने कहा, '...2009 में दूरसंचार क्षेत्र में व्हाट्सऐप आंदोलन देखने को मिला था। मेरा विश्लेषण यह है कि 2015 में भारत में वित्तीय क्षेत्र में व्हाट्सऐप आंदोलन चल रहा है।'टिप्पणियां
वे टीआईई लीप्रफोग 2015 में 'वित्तीय सेवाओं में विघ्न' विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने कहा, बदलाव कई मोर्चों पर हो रहा है... नए लाइसेंस, स्मार्टफोन आधार पहचान, ई-साईन, भुगतान बैंक आदि। इसमें से कुछ नियमनाधीन हैं, इसमें से कुछ प्रौद्योगिकी हैं, कुछ डिजाइन हैं, कुछ बाजार हैं। उन्होंने भुगतान बैंक का लाइसेंस देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की सराहना की और इसे 'बड़ी क्रांति' बताया।
निलेकणी ने कहा, भुगतान बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से इनोवेशन का बड़ा उदाहरण है। हमारे पास 11 ऐसे बैंक हैं, किसी ने 11 की अपेक्षा नहीं की थी। इससे एक और बड़ी क्रांति होगी। उन्होंने कहा कि जनधन और आधार, तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस), समान भुगतान इंटरफेस (यूपीआई), भुगतान बैंक के लिए लाइसेंस तथा डिजिटलीकरण से भारतीय अर्थव्यवस्था में 'व्हाट्सऐप आंदोलन' को योगदान मिला है।
वे टीआईई लीप्रफोग 2015 में 'वित्तीय सेवाओं में विघ्न' विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने कहा, बदलाव कई मोर्चों पर हो रहा है... नए लाइसेंस, स्मार्टफोन आधार पहचान, ई-साईन, भुगतान बैंक आदि। इसमें से कुछ नियमनाधीन हैं, इसमें से कुछ प्रौद्योगिकी हैं, कुछ डिजाइन हैं, कुछ बाजार हैं। उन्होंने भुगतान बैंक का लाइसेंस देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की सराहना की और इसे 'बड़ी क्रांति' बताया।
निलेकणी ने कहा, भुगतान बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से इनोवेशन का बड़ा उदाहरण है। हमारे पास 11 ऐसे बैंक हैं, किसी ने 11 की अपेक्षा नहीं की थी। इससे एक और बड़ी क्रांति होगी। उन्होंने कहा कि जनधन और आधार, तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस), समान भुगतान इंटरफेस (यूपीआई), भुगतान बैंक के लिए लाइसेंस तथा डिजिटलीकरण से भारतीय अर्थव्यवस्था में 'व्हाट्सऐप आंदोलन' को योगदान मिला है।
निलेकणी ने कहा, भुगतान बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से इनोवेशन का बड़ा उदाहरण है। हमारे पास 11 ऐसे बैंक हैं, किसी ने 11 की अपेक्षा नहीं की थी। इससे एक और बड़ी क्रांति होगी। उन्होंने कहा कि जनधन और आधार, तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस), समान भुगतान इंटरफेस (यूपीआई), भुगतान बैंक के लिए लाइसेंस तथा डिजिटलीकरण से भारतीय अर्थव्यवस्था में 'व्हाट्सऐप आंदोलन' को योगदान मिला है।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चुनाव से भाजपा के जातिवादी और साम्प्रदायिक राजनीति का सच जनता के सामने आ गया हैं. गुजरात चुनाव प्रचार में भाजपा नेताओं ने असंसदीय बयानों और बड़बोलेपन से अपनी राजनैतिक साख को गिरा दिया हैं.
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पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अशरफ परवेज कयानी ने अपनी सेना को सीमा पार अफगानिस्तान से नाटो के किसी भी हमले का जवाब देने की पूरी छूट दे दी। हाल ही में सीमा पार से नाटो बल के हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई जिसके आलोक में यह फैसला किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शक्तिशाली सेना प्रमुख ने अफगानिस्तान की सीमा पर तैनात यूनिटों के कमांडरों को कहा कि उनके पास जवाबी कार्रवाई करने के लिए सभी तरह की पूरी छूट होगी।
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यह लेख है: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ( आईएमएफ ) अपने सदस्य देशों में भ्रष्टाचार एवं आर्थिक प्रगति पर उसके प्रभावों से चरणबद्ध तरीके से निपटेगा. इससे जुड़ा नया दिशा - निर्देश आज जारी किया गया. आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टन लेगार्ड ने एक बयान में कहा है कि हमें मालूम है कि भ्रष्टाचार से गरीबों का नुकसान होता है. आर्थिक अवसर और सामाजिकता में बाधा उत्पन्न होती है, संस्थाओं के बीच विश्वास में कमी आती है और सामाजिक एकजुटता भंग होती है.
उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसा तंत्र विकसित किया है जो शासन और भ्रष्टाचार पर नजर रखने के लिए सदस्य देशों के बीच तालमेल बढ़ाएगा. इसका लक्ष्य सदस्य देशों के साथ और अधिक व्यवस्थित,निष्पक्ष,प्रभावी और ईमानदार मेलजोल बनाना है. (इनपुट भाषा से)
उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसा तंत्र विकसित किया है जो शासन और भ्रष्टाचार पर नजर रखने के लिए सदस्य देशों के बीच तालमेल बढ़ाएगा. इसका लक्ष्य सदस्य देशों के साथ और अधिक व्यवस्थित,निष्पक्ष,प्रभावी और ईमानदार मेलजोल बनाना है. (इनपुट भाषा से)
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शचीन्द्रनाथ सान्याल (जन्म 3 अप्रैल 1893, वाराणसी में — मृत्यु 7 फरवरी 1942, गोरखपुर में) भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक क्रान्तिकारी एवं क्रान्तिकारियों के शिक्षक थे। क्वींस कालेज (बनारस) में अपने अध्ययनकाल में उन्होंने काशी के प्रथम क्रांतिकारी दल का गठन 1908 में किया। 1913 में फ्रेंच बस्ती चंदननगर में सुविख्यात क्रांतिकारी रासबिहारी बोस से उनकी मुलाकात हुई। कुछ ही दिनों में काशी केंद्र का चंदननगर दल में विलय हो गया ओर रासबिहारी काशी आकर रहने लगे।
क्रमशः काशी उत्तर भारत में क्रांति का केंद्र बन गई। 1914 में प्रथम महायुद्ध छिड़ने पर सिक्खों के दल ब्रिटिश शासन समाप्त करने के लिए अमरीका और कनाडा से स्वदेश प्रत्यावर्तन करने लगे। रासबिहारी को वे पंजाब ले जाना चाहते थे। उन्होंने शचींद्र को सिक्खों से संपर्क करने, स्थिति से परिचित होने और प्रारंभिक संगठन करने के लिए लुधियाना भेजा। कई बार लाहौर, लुधियाना आदि होकर शचींद्र काशी लौटे और रासबिहारी लाहौर गए। लाहौर के सिक्ख रेजिमेंटों ने 21 फ़रवरी 1915 को विद्रोह शुरू करने का निश्चय कर लिया। काशी के एक सिक्ख रेजिमेंट ने भी विद्रोह शुरू होने पर साथ देने का वादा किया।
योजना विफल हुई, बहुतों को फाँसी पर चढ़ना पड़ा और चारों ओर घर पकड़ शुरू हो गई। रासबिहारी काशी लौटे। नई योजना बनने लगी। तत्कालीन होम मेंबर सर रेजिनाल्ड क्रेडक की हत्या के आयोजन के लिए शचींद्र को दिल्ली भेजा गया। यह कार्य भी असफल रहा। रासबिहारी को जापान भेजना तय हुआ। 12 मई 1915 को गिरजा बाबू और शचीन्द्र ने उन्हें कलकत्ते के बंदरगाह पर छोड़ा। दो तीन महीने बाद काशी लौटने पर शचींद्र गिरफ्तार कर लिए गए। लाहौर षड्यंत्र मामले की शाखा के रूप में बनारस पूरक षड्यंत्र केस चला और शचींद्र को आजन्म कालेपानी की सजा मिली।
युद्धोपरांत शाही घोषणा के परिणामस्वरूप फरवरी, 1920 में वारींद्र, उपेंद्र आदि के साथ शचींद्र रिहा हुए। 1921 में नागपुर कांग्रेस में राजबंदियों के प्रति सहानुभूति का एक संदेश भेजा गया। विषय-निर्वाचन-समिति के सदस्य के रूप में शचींद्र ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए एक भाषण किया।
क्रांतिकारियों ने गांधी जी को सत्याग्रह आंदोलन के समय एक वर्ष तक अपना कार्य स्थगित रखने का वचन दिया था। चौरी चौरा कांड के बाद सत्याग्रह वापस लिए जाने पर, उन्होंने पुन: क्रांतिकारी संगठन का कार्य शुरू कर दिया। 1923 के प्रारंभ में रावलपिंडी से लेकर दानापुर तक लगभग 25 केंद्रों की उन्होंने स्थापना कर ली थी। इस दौरान लाहौर में तिलक स्कूल ऑव पॉलिटिक्स के कुछ छात्रों से उनका संपर्क हुआ। इन छात्रों में सरदार भगत सिंह भी थे। भगतसिंह को उन्होंने दल में शामिल कर लिया और उन्हें कानपुर भेजा। इसी समय उन्होंने कलकत्ते में यतींद्र दास को चुन लिया। यह वही यतींद्र हैं, जिन्होंने लाहौर षड्यंत्र केस में भूख हड़ताल से अपने जीवन का बलिदान किया। 1923 में ही कौंसिल प्रवेश के प्रश्न पर दिल्ली में कांग्रेस का विशेष अधिवेशन हुआ। इस अवसर पर शचींद्र ने देशवासियों के नाम एक अपील निकाली, जिसपर कांग्रेस महासमिति के अनेक सदस्यों ने हस्ताक्षर किए। कांग्रेस से अपना ध्येय बदलकर पूर्ण स्वतंत्रता लिए जाने का प्रस्ताव था। इसमें एशियाई राष्ट्रों के संघ के निर्माण का सुझाव भी दिया गया। अमेरिकन पत्र 'न्यू रिपब्लिक' ने अपीलल ज्यों की त्यों छाप दी, जिसकी एक प्रति रासबिहारी ने जापान से शचींद्र को भेजी। इस अधिवेशन के अवसर पर ही कुतुबद्दीन अहमद उनके पास मानवेंद्र राय का एक संदेश ले आए, जिसमें उन्हें कम्युनिस्ट अंतरराष्ट्रीय संघ की तीसरी बैठक में शामिल होने को आमंत्रित किया गया था।
इसके कुछ ही दिनों बाद उन्होंने अपने दल का नामकरण किया 'हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन'। उन्होंने इसका जो संविधान तैयार किया, उसका लक्ष्य था सुसंगठित और सशस्त्र क्रांति द्वारा भारतीय लोकतंत्र संघ की स्थापना। कार्यक्रम में खुले तौर पर काम और गुप्त संगठन दोनों शामिल थे। क्रांतिकारी साहित्य के सृजन पर विशेष बल दिया गया था। समाजवादी व्यवस्था की स्थापना के बारे में भी इसमें प्रचुर इंगित था। संविधान के शब्दों में 'इस प्रजातंत्र संघ में उन सब व्यवस्थाओं का अंत कर दिया जाएगा जिनसे किसी एक मनुष्य द्वारा दूसरे का शोषण हो सकने का अवसर मिल सकता है।' विदेशों में भारतीय क्रांतिकारियों के साथ घनिष्ठ संबंध रखना भी कार्यक्रम का एक अंग था। बेलगाँव कांग्रेस के अधिवेशन में गांधी जी ने क्रांतिकारियों की जो आलोचना की थी, उसके प्रत्युत्तर में शचींद्र ने महात्मा जी को एक पत्र लिखा। गांधी जी ने यंग इंडिया के 12 फ़रवरी 1925 के अंक में इस पत्र को ज्यों का त्यों प्रकाशित कर दिया और साथ ही अपना उत्तर भी।
लगभग इसी समय सूर्य कुमार सेन के नेतृत्व में चटगाँव दल का, शचीन्द्र के प्रयत्न से, हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन से संबंध हो गया। शचींद्र बंगाल आर्डिनेंस के अधीन गिरफ्तार कर लिए गए। उनकी गिरफ्तारी के पहले 'दि रिवोलूशनरी' नाम का पर्चा पंजाब से लेकर वर्मा तक बँटा। इस पर्चे के लेखक और प्रकाशक के रूप में बाँकुड़ा में शचींद्र पर मुकदमा चला और राजद्रोह के अपराध में उन्हें दो वर्ष के कारावास का दंड मिला। कैद की हालत में ही वे काकोरी काण्ड में शामिल किए गए और संगठन के प्रमुख नेता के रूप में उन्हें पुनः अप्रैल, 1927 में आजन्म कारावास की सजा दी गई।
1937 में संयुक्त प्रदेश में कांग्रेस मंत्रिमंडल की स्थापना के बाद अन्य क्रांतिकारियों के साथ वे रिहा किए गए। रिहा होने पर कुछ दिनों वे कांग्रेस के प्रतिनिधि थे, परन्तु बाद को वे फारवर्ड ब्लाक में शामिल हुए। इसी समय काशी में उन्होंने 'अग्रगामी' नाम से एक दैनिक पत्र निकाला। वह स्वयं इसस पत्र के संपादक थे। द्वितीय महायुद्ध छिड़ने के कोई साल भर बाद 1940 में उन्हें पुनः नजरबंद कर राजस्थान के देवली शिविर में भेज दिया गया। वहाँ यक्ष्मा रोग से आक्रान्त होने पर इलाज के लिए उन्हें रिहा कर दिया गया। परन्तु बीमारी बढ़ गई और 7 फरवरी 1942 को उनकी मृत्यु हो गई।
क्रांतिकारी आंदोलन को बौद्धिक नेतृत्व प्रदान करना उनका विशेष कृतित्व था। उनका दृढ़ मत था कि विशिष्ट दार्शनिक सिद्धांत के बिना कोई आंदोलन सफल नहीं हो सकता। 'विचारविनिमय' नामक अपनी पुस्तक में उन्होंने अपना दार्शनिक दृष्टिकोण किसी अंश तक प्रस्तुत किया है। 'साहित्य, समाज और धर्म' में भी उनके अपने विशेष दार्शनिक दृष्टिकोण का ओर प्रबल धर्मानुराण का भी परिचय मिलता है।
बाहरी कड़ियाँ
Shaheed from Varanasi
Profile on andamancellularjail.org
Kakori train robbery
सन्दर्भ
भारतीय क्रांतिकारी
भारतीय स्वतंत्रता का क्रन्तिकारी आंदोलन
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अभिनेता शाहिद कपूर ने कहा है कि उन्होंने फिल्मकार राजकुमार संतोषी की फिल्म 'फटा पोस्टर निकला हीरो' में अभिनय करने के लिए अब तक स्वीकृति नहीं दी है।
31 वर्षीय शाहिद ने कहा, मैं और राजकुमार संतोषी मिले थे लेकिन मैंने अब तक उनकी फिल्म के लिए स्वीकृति नहीं दी है।
शाहिद की अंतिम फिल्म 'तेरी मेरी कहानी' थी। अब वह अपनी नई फिल्म परियोजनाएं पूरी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, मैंने तीन फिल्मों के लिए स्वीकृति दी है। एक फिल्म मनीष शर्मा के साथ है, जिसकी शूटिंग अगस्त में शुरू होगी और नवंबर तक समाप्त होगी। प्रभुदेवा के साथ भी एक फिल्म है जो अगले साल फरवरी के आसपास शुरू होगी क्योंकि अभी मैं एक और फिल्म में काम कर रहा हूं।
उन्होंने कहा, बिजॉय नाम्बियार के साथ भी एक फिल्म है, जो अगले साल शुरू होगी। टिप्पणियां
'तेरी मेरी कहानी' के बाद शाहिद ने स्वीकार किया था कि वह बेरोजगार हो गए हैं लेकिन अब उन्होंने कहा है कि वह और काम करने को उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा, कई और फिल्में हैं, जिन पर मैं विचार कर रहा हूं। मैंने और काम करने का निर्णय लिया है क्योंकि मुझसे कहा गया कि मैंने बहुत कम काम किया है और खुद मैंने भी ऐसा महसूस किया। बीते चार महीनों में मेरे पास कोई फिल्म नहीं थी।
31 वर्षीय शाहिद ने कहा, मैं और राजकुमार संतोषी मिले थे लेकिन मैंने अब तक उनकी फिल्म के लिए स्वीकृति नहीं दी है।
शाहिद की अंतिम फिल्म 'तेरी मेरी कहानी' थी। अब वह अपनी नई फिल्म परियोजनाएं पूरी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, मैंने तीन फिल्मों के लिए स्वीकृति दी है। एक फिल्म मनीष शर्मा के साथ है, जिसकी शूटिंग अगस्त में शुरू होगी और नवंबर तक समाप्त होगी। प्रभुदेवा के साथ भी एक फिल्म है जो अगले साल फरवरी के आसपास शुरू होगी क्योंकि अभी मैं एक और फिल्म में काम कर रहा हूं।
उन्होंने कहा, बिजॉय नाम्बियार के साथ भी एक फिल्म है, जो अगले साल शुरू होगी। टिप्पणियां
'तेरी मेरी कहानी' के बाद शाहिद ने स्वीकार किया था कि वह बेरोजगार हो गए हैं लेकिन अब उन्होंने कहा है कि वह और काम करने को उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा, कई और फिल्में हैं, जिन पर मैं विचार कर रहा हूं। मैंने और काम करने का निर्णय लिया है क्योंकि मुझसे कहा गया कि मैंने बहुत कम काम किया है और खुद मैंने भी ऐसा महसूस किया। बीते चार महीनों में मेरे पास कोई फिल्म नहीं थी।
शाहिद की अंतिम फिल्म 'तेरी मेरी कहानी' थी। अब वह अपनी नई फिल्म परियोजनाएं पूरी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, मैंने तीन फिल्मों के लिए स्वीकृति दी है। एक फिल्म मनीष शर्मा के साथ है, जिसकी शूटिंग अगस्त में शुरू होगी और नवंबर तक समाप्त होगी। प्रभुदेवा के साथ भी एक फिल्म है जो अगले साल फरवरी के आसपास शुरू होगी क्योंकि अभी मैं एक और फिल्म में काम कर रहा हूं।
उन्होंने कहा, बिजॉय नाम्बियार के साथ भी एक फिल्म है, जो अगले साल शुरू होगी। टिप्पणियां
'तेरी मेरी कहानी' के बाद शाहिद ने स्वीकार किया था कि वह बेरोजगार हो गए हैं लेकिन अब उन्होंने कहा है कि वह और काम करने को उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा, कई और फिल्में हैं, जिन पर मैं विचार कर रहा हूं। मैंने और काम करने का निर्णय लिया है क्योंकि मुझसे कहा गया कि मैंने बहुत कम काम किया है और खुद मैंने भी ऐसा महसूस किया। बीते चार महीनों में मेरे पास कोई फिल्म नहीं थी।
उन्होंने कहा, मैंने तीन फिल्मों के लिए स्वीकृति दी है। एक फिल्म मनीष शर्मा के साथ है, जिसकी शूटिंग अगस्त में शुरू होगी और नवंबर तक समाप्त होगी। प्रभुदेवा के साथ भी एक फिल्म है जो अगले साल फरवरी के आसपास शुरू होगी क्योंकि अभी मैं एक और फिल्म में काम कर रहा हूं।
उन्होंने कहा, बिजॉय नाम्बियार के साथ भी एक फिल्म है, जो अगले साल शुरू होगी। टिप्पणियां
'तेरी मेरी कहानी' के बाद शाहिद ने स्वीकार किया था कि वह बेरोजगार हो गए हैं लेकिन अब उन्होंने कहा है कि वह और काम करने को उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा, कई और फिल्में हैं, जिन पर मैं विचार कर रहा हूं। मैंने और काम करने का निर्णय लिया है क्योंकि मुझसे कहा गया कि मैंने बहुत कम काम किया है और खुद मैंने भी ऐसा महसूस किया। बीते चार महीनों में मेरे पास कोई फिल्म नहीं थी।
उन्होंने कहा, बिजॉय नाम्बियार के साथ भी एक फिल्म है, जो अगले साल शुरू होगी। टिप्पणियां
'तेरी मेरी कहानी' के बाद शाहिद ने स्वीकार किया था कि वह बेरोजगार हो गए हैं लेकिन अब उन्होंने कहा है कि वह और काम करने को उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा, कई और फिल्में हैं, जिन पर मैं विचार कर रहा हूं। मैंने और काम करने का निर्णय लिया है क्योंकि मुझसे कहा गया कि मैंने बहुत कम काम किया है और खुद मैंने भी ऐसा महसूस किया। बीते चार महीनों में मेरे पास कोई फिल्म नहीं थी।
'तेरी मेरी कहानी' के बाद शाहिद ने स्वीकार किया था कि वह बेरोजगार हो गए हैं लेकिन अब उन्होंने कहा है कि वह और काम करने को उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा, कई और फिल्में हैं, जिन पर मैं विचार कर रहा हूं। मैंने और काम करने का निर्णय लिया है क्योंकि मुझसे कहा गया कि मैंने बहुत कम काम किया है और खुद मैंने भी ऐसा महसूस किया। बीते चार महीनों में मेरे पास कोई फिल्म नहीं थी।
उन्होंने कहा, कई और फिल्में हैं, जिन पर मैं विचार कर रहा हूं। मैंने और काम करने का निर्णय लिया है क्योंकि मुझसे कहा गया कि मैंने बहुत कम काम किया है और खुद मैंने भी ऐसा महसूस किया। बीते चार महीनों में मेरे पास कोई फिल्म नहीं थी।
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लेख: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण की शुरुआत चार अप्रैल, 2012 से होगी। फाइनल मुकाबला 27 मई को खेला जाएगा। यह अब तक का सबसे लम्बी अवधि वाला आईपीएल संस्करण होगा। इसमें कुल नौ टीमें हिस्सा लेंगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव संजय जगदाले द्वारा जारी बयान के मुताबिक आईपीएल की गवर्निग काउंसिल ने शुक्रवार को हैदराबाद में हुई बैठक के बाद अगले संस्करण की तारीख की घोषणा की। जगदाले ने कहा, "आईपीएल-5 का उद्घाटन समारोह उद्घाटन मैच से पहले तीन अप्रैल को चेन्नई में होगा। इसमें कुल नौ टीमें हिस्सा लेंगी। यह साफ किया जा रहा है क्योंकि कोच्चि टस्कर्स को लेकर अब कोई विचार नहीं किया जाएगा। इसके लिए खिलाड़ियों की नीलामी की रूपरेखा अगली बैठक में तय की जाएगी।" गवर्निग काउंसिल ने टीम प्रबंधनों को अगले संस्करण के फॉरमेट और रूप को लेकर सलाह देने को कहा है। इसके लिए प्रबंधन कई तरह के सुझाव दे सकते हैं। आईपीएल के चौथे संस्सकरण में कुल 10 टीमों ने हिस्सा लिया था। कोच्चि नई फ्रेंचाईजी के तौर पर पहली बार आईपीएल में खेली थी लेकिन बैंक गारंटी रकम का भुगतान नहीं करने के कारण गवर्निग काउंसिल ने उसे आईपीएल से बाहर कर दिया।
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आईसीसी को सुझाव दिया है कि अगर पारंपरिक प्रारूप को बचाए रखना है, तो उसे ज्यादा से ज्यादा टेस्ट मैच आयोजित करने चाहिए। उन्होंने साथ ही ट्वेंटी-20 को श्रेय देते हुए कहा कि पांच-दिवसीय मैच इसकी वजह से ही इन दिनों परिणाम देने वाले हो गए हैं।
तेंदुलकर को शुक्रवार को 'पीढ़ी का क्रिकेटर' चुना गया था, उन्होंने पुरस्कार कार्यक्रम में ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, आईसीसी को इसका ध्यान रखना चाहिए और अगर वे चाहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट बना रहे, तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा टेस्ट मैच आयोजित करने चाहिए। मैं अब भी मानता हूं कि टेस्ट क्रिकेट सही हाथों में है, खिलाड़ी अविश्वसनीय क्रिकेट खेल रहे हैं।
उन्होंने कहा, अगर आप पूरी दुनिया में देखें, तो ज्यादातर टेस्ट मैच में परिणाम मिल रहे हैं और बहुत कम ही टेस्ट मैच ऐसे होते हैं, जो अब ड्रॉ हो रहे हैं और यह टी-20 के शुरू होने से ही हुआ है। यह एक-दूसरे के पूरक हो रहे हैं।
तेंदुलकर ने कहा कि क्रिकेट शुरू करने वाले खिलाड़ियों के लिए टी020 आदर्श प्रारूप है, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि उन पर टेस्ट क्रिकेट थोपना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा, अगर आप चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लेग क्रिकेट खेलें, तो इसके लिए टी-20 आदर्श प्रारूप है। इसके बाद धीरे-धीरे उन्हें वनडे क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट की ओर बढ़ना चाहिए।
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सरकारी स्कूल में चलती क्लास रूम के अंदर शिक्षक की हत्या से दिल्ली के स्कूलों के शिक्षक भड़क उठे हैं. मंगलवार को 6 घंटे तक दिल्ली के हाईवे जाम करने के बाद बुधवार को शिक्षकों ने दिल्ली विधानसभा के पास प्रदर्शन किया इस प्रदर्शन में जमकर नारेबाजी की दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के हाय हाय के नारे लगे.
आज भी पढ़ाई ठप
सुबह से ही शुरु हो गया प्रदर्शन
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आज परीक्षा थी, इसके बावजूद शिक्षकों ने परीक्षा का बहिष्कार करते हुए दिल्ली विधानसभा के पास प्रदर्शन किया शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की और शिक्षा निदेशक के कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद था ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जाए.
मानी जा सकती है आज ही मांगे
दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षक संघ का कहना है कि शिक्षा निदेशक ने उन्हें बात करने के लिए बुलाया है. जिन मांगों पर सहमति बनी है उनमें सबसे प्रमुख है कि इस स्कूल का नाम मृतक शिक्षक मुकेश के नाम पर किया जाए. स्कूल के अंदर मृतक शिक्षक मुकेश की मूर्ति लगाई जाए वही मुआवजे पर कोई नई मांग नहीं मानी गई है. गौरतलब है दिल्ली सरकार ने मृतक मुकेश के परिवार वालों को एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि दी है.
दिल्ली सरकार की नीतियां हैं दोषी-शिक्षक
प्रदर्शन के दौरान जमकर भाषणबाजी भी हुई शिक्षकों ने अपनी-अपनी बातें सबके सामने रखी इनका कहना था कि मुकेश की हत्या किसी बच्चे ने नहीं की है बल्कि दिल्ली सरकार की नीतियों ने यह परिस्थितियां बना दी कल शिक्षकों ने इसके लिए दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को जिम्मेदार ठहराया है शिक्षकों ने कहा है कि जब से सिसोदिया ने कुर्सी संभाली है शिक्षा का स्तर नीचे चलता जा रहा है.
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर आने वाले दिन भी इनकी मांगे नहीं मानी गई है तो आने वाले विधानसभा सत्र को चलने नहीं दिया जाएगा. विधानसभा का घेराव किया जाएगा यहां तक कि नेताओं को घर से निकलना मुश्किल कर दिया जाएगा.
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इंडिया प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सातवें संस्करण के पहले होने वाली क्रिकेटरों नीलामी का संचालन रिचर्ड मेडले करेंगे. मेडले इंग्लैंड के पेशेवर नीलामीकर्ता हैं. बीसीसीआई ने मंगलवार को इसका ऐलान किया.
12-13 फरवरी को होगी नीलामी
इस लुभावनी टी20 क्रिकेट लीग की पिछली सभी खिलाडि़यों की नीलामी का संचालन मेडले ने ही किया है. साल 2014 की आईपीएल खिलाडि़यों की नीलामी 12 और 13 फरवरी को बेंगलूर में आईटीसी गार्डेनिया के मैसूर हाल में होगी.नीलामी की शुरूआत सुबह साढ़े नौ बजे होगी और इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा.
सात खिलाड़ी खरीदेगी हर टीम
आईपीएल के अध्यक्ष रंजीब बिस्वाल के हवाले से प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, यह देखना शानदार होगा कि प्रत्येक टीम बाकी सात टीमों के खिलाफ कैसी योजना और रणनीति बनाती है. हमें इसमें कोई संदेह नहीं की खिलाडि़यों की नीलामी आईपीएल के सातवें सत्र की तरह की रोमांचक और यादगार होगी.
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गोलमाल अगेन लगातार बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस कर रही है. सौ करोड़ क्लब के बाद अब ये फिल्म 200 करोड़ के क्लब में शामिल होने को तैयार है. दिवाली पर रिलीज हुई गोलमाल अगेन ने अब तक 182.94 करोड़ रुपए की कमाई कर ली है.
फिल्म ट्रेड के जानकारों के अनुसार इस हफ्ते ही गोलमाल अगेन 200 करोड़ के क्लब में शामिल हो जाएगी. इसने पिछले शुक्रवार को 7.25 करोड़ रुपए का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था. शनिवार को फिल्म ने 10.61 करोड़ रुपये कमाई की, वहीं रविवार को 13.58 करोड़ रुपये का कारोबार किया. सोमवार को 4.33 करोड़, मंगलवार को 4.02 करोड़, बुधवार को 3.78 करोड़ और गुरुवार को 3.28 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. गोलमाल अगेन की कुल कमाई 182.94 करोड़ रुपए हो चुकी है.
गोलमाल ने 7 दिन में कमाए 164 करोड़ रुपये, ये रहा हर दिन का कलेक्शन
फिल्म के 200 करोड़ का कलेक्शन करते ही ये एक और रिकॉर्ड बना लेगी. गोलमाल अगेन भारत की पहली हॉरर कॉमेडी फिल्म होगी, जिसने इतना ज्यादा कलेक्शन किया. फिल्म में अजय देवगन, अरशद वारसी, कुणाल खेमू, श्रेयस तलपड़े, तुषार कपूर, तब्बू और परिणीति चोपड़ा जैसे कलाकारों ने अहम भूमिका निभाई है.
साल की सबसे बड़ी ब्लॉक बस्टर बनी गोलमाल, Box Office पर रिकॉर्ड कमाई
गोलमाल अगेन का बजट 100 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. जिसमें से लागत 80 करोड़ और प्रोमोशन के 20 करोड़ रुपये हैं. खबरों के मुताबिक गोलमाल अगेन फिल्म के सैटेलाइट राइट्स, डिजिटल और ओवरसीज राइट्स पहले से ही बिक चुके हैं, जिसकी वजह से फिल्म पहले ही ऑन पेपर प्रॉफिट में ही है. गोलमाल अगेन को 3000 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है.
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विदेश मंत्रालय में वर्तमान मुख्य प्रोटोकॉल रुचिरा कंबोज को पेरिस में यूनेस्को में भारत का अगला स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है. उनका दर्जा राजदूत का होगा.
इसकी घोषणा बुधवार को की गई
भारतीय विदेश सेवा में 1987 बैच की अधिकारी कंबोज स्थायी प्रतिनिधि के तौर पर वी. एस. ओबेराय की जगह लेंगी. मंत्रालय के मुताबिक, वे शीघ्र ही अपना कार्यभार संभालेंगी.
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सरकार ने कहा कि अन्ना हजारे द्वारा उठाये गये मुद्दे महत्वपूर्ण हैं, जिन पर संसद में गंभीर विचार विमर्श की जरूरत है लेकिन सदन में चर्चा के दौरान किसी तरह की आम राय बनने के बाद संसदीय स्थाई समिति उसे व्यवहार्यता, क्रियान्वयन क्षमता और संवैधानिकता के आलोक में देखेगी.
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वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने शनिवार को लोकसभा और राज्यसभा में लोकपाल के गठन पर दिये बयान में यह बात कही जिसके आधार पर दोनों सदनों में बाद में चर्चा शुरू हुई.
देखें कैसे गिरफ्तार हुए अन्ना हजारे
हजारे से अनशन समाप्त करने का आग्रह करते हुए लोकसभा में सदन के नेता ने अपने वक्तव्य में कहा कि अन्ना हजारे द्वारा उठाये गये मुद्दे महत्वपूर्ण हैं. इन पर हमें गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. चर्चा के बाद आम सहमति बनने की स्थिति में संसदीय स्थाई समिति उसे व्यवहार्यता, क्रियान्वयन क्षमता और संवैधानिकता के आलोक में देखेगी.
अन्ना के आंदोलन पर आपकी भेजी तस्वीरें
मुखर्जी ने कहा कि मेरा मानना है कि सरकार ने भलीभांति यह प्रदर्शित किया है कि वह भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी की चिंताओं के प्रति संवेदनशील है. सरकार ने अन्ना हजारे जी से अनशन तोड़ने का अनुरोध करते हुए उन्हें आश्वस्त किया है कि उनके द्वारा उठाये गये सभी मुद्दों पर स्थाई समिति लोकपाल विधेयक को अंतिम रूप देते हुए विचार विमर्श करेगी.
अन्ना के समर्थन में उतरा जनसैलाब
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सरकारी दफ्तरों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए एक उचित विधेयक और प्रणाली लाने के लिए प्रतिबद्ध है.
मुखर्जी ने कहा कि अन्य मुद्दों के अलावा उन तीन मुद्दों पर चर्चा की जरूरत है, जो अन्ना हजारे ने उठाये हैं. इनमें केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे में लाने, सभी राज्यों में लोकायुक्तों का गठन करने और शिकायत निवारण प्रणाली का उल्लंघन करने वालों को दंडित करने का अधिकार लोकपाल को होने की मांगें हैं.
क्या है जन लोकपाल बिल?
मुखर्जी ने अपने बयान में गत पांच अप्रैल, 2011 को अन्ना हजारे के आमरण अनशन पर बैठने से लेकर संयुक्त मसौदा समिति के गठन तथा अब तक सरकार, विपक्ष व अन्ना पक्ष के बीच हुए संवाद और पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार ब्योरा भी रखा.
बाद में उन्होंने राज्यसभा में यही बयान देने के साथ ही आगाह किया कि हालात काबू से बाहर हो रहे हैं और संसद को चाहिए कि इसका कोई जल्द समाधान निकाला जाए.
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यह एक लेख है: महाराष्ट्र की बांद्रा ईस्ट और तासगांव-कवठे महांकाल सीट पर शनिवार को विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान हुआ।
बांद्रा ईस्ट से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता नारायण राणे मैदान में हैं, जहां उनका मुक़ाबला शिवसेना के दिवंगत विधायक बाला सावंत की पत्नी तृप्ति और एमआईएम के रहबर सिराज ख़ान से है।
तासगांव-कवठे महांकाल सीट पर राज्य के पूर्व गृहमंत्री आरआर पाटिल की पत्नी सुमन पाटिल और बीजेपी के बागी उम्मीदवार स्वपनिल पाटिल के बीच मुकाबला है। बांद्रा ईस्ट शिवसेना का गढ़ है और यहीं मातोश्री में ठाकरे परिवार रहता है। इस सीट से शिवसेना के बाला सावंत लगातार दो बार से विधायक थे। उनके निधन के बाद उपचुनाव में पार्टी ने उनकी पत्नी तृप्ति सावंत को मैदान में उतारा।
2014 विधानसभा चुनावों में इस सीट से बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी, लेकिन इस बार उसने अपना कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा। ठाकरे परिवार को उनके गढ़ में चुनौती देने उतरे शिवसेना से सालों पहले बागी हुए नारायण राणे। हालात ऐसे बने कि इतिहास में कभी किसी उपचुनाव में प्रचार नहीं करने वाले शरद पवार ने भी मोर्चा संभाला, क्योंकि राणे जीते तो विपक्ष को विधानसभा में नई उर्जा मिलेगी और हारे तो राजनीतिक वनवास लंबा हो जाएगा।
इस सीट पर रेस में एमआईएम के सिराज खान भी हैं, जो 2014 में तीसरे नंबर पर रहे थे। खान के प्रचार में ओवैसी भाइयों ने भी पूरी ताक़त झोंक दी थी। बांद्रा ईस्ट में लगभग 2.5 लाख मतदाता हैं, जिसमें 80,000 मतदाता मुस्लिम हैं और 50,000 दलित। ऐसे में एमआईएम का प्रदर्शन राणे की किस्मत तय कर सकता है।
महाराष्ट्र में दूसरी सीट यानी तासगांव-कवठे महांकल में मुकाबला पूर्व गृहमंत्री आरआर पाटिल की पत्नी सुमन पाटिल और बीजेपी के बागी स्वपनिल पाटिल के बीच है, साथ में 7 निर्दलीय भी मैदान में हैं। एनसीपी ने सारे राजनीतिक दलों से अनुरोध किया था कि वो सुमन के खिलाफ किसी को मैदान में नहीं उतारे, यही आबा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, बाकी पार्टियों ने उनकी बात मानकर किसी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। लेकिन स्वपनिल पाटिल ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलकर पर्चा भरा।
मतदान के बाद सुमन पाटिल ने कहा, "मुझे विश्वास है कि लोग मुझे पूरा समर्थन देंगे और मैं बड़े अंतर से जीतूंगी, इन चुनावों में सिर्फ सहानुभूति की लहर नहीं है, बल्कि आरआर पाटिल के काम के प्रति जो लोगों का प्यार और विश्वास था, ये उसकी लहर है।"
वहीं स्वपनिल पाटिल ने कहा कि आरआर पाटिल अच्छे इंसान थे, लेकिन उन्होंने कई काम अधूरे छोड़ दिए। यहां किसानों के खेत में पानी नहीं है... लोगों में गुस्सा है, वो हमें वोट देंगे।" दोनों सीटों के लिए हुए उपचुनाव का नतीजा 15 अप्रैल को आएगा।
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राजस्थान में सत्ता बचाने की कोशिश में जुटी भारतीय जनता पार्टी चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत लगा रही है. राज्य में चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है, ऐसे में बीजेपी की तरफ से उनके सबसे बड़े प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैदान में उतारा गया है. राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो रैली हैं.
दौसा में पीएम की रैली
प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के दौसा चुनाव प्रचार की आखिरी रैली को संबोधित किया. यहां उन्होंने यहां खादी का जिक्र करते हुए गांधी परिवार पर निशाना साधा. पीएम ने कहा कि नकली गांधी परिवार ने खादी का नामोनिशान तक मिटा दिया, जिस खादी को महात्मा गांधी ने स्वाबलंबन का हथियार बनाया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मोदी जैकेट से भी दिक्कत है और उन्हें लगता है कि खादी को जैकेट को मोदी ने अपना कैसे बना लिया.
मिशेल की गिरफ्तारी पर पीएम मोदी ने कहा कि हेलिकॉप्टर घोटाले के एक राजदार को हम पकड़ लाए हैं जिससे इस पूरे परिवार के पसीने छूट रहे हैं कि आखिर वो क्या बोलेगा.
सुमेरपुर में PM की रैली
इससे पहले प्रधानमंत्री ने राजस्थान के सुमेरपुर में रैली को संबोधित किया. सुमेरपुर में प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत में 'भारत माता की जय' के नारे लगवाए. उन्होंने जनता से पूछा कि आपको तो इस नारे में तकलीफ नहीं है ना, क्योंकि कांग्रेस के नामदार को इसमें तकलीफ है. उन्होंने कहा कि पाली में महाराणा प्रताप की माता का जन्म हुआ, यहां का एक मुट्ठी बाजरा अत्याचारियों पर भारी पड़ता है. ब्रिगेडियर हरिदेव सिंह यहां ही पैदा हुए जिन्होंने लाहौर में तिरंगा फहराया था.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2013 के चुनाव में प्रचार का आखिरी कार्यक्रम पाली में हुआ था, इस बार भी शुरुआत अलवर से और अंत पाली से हो रहा है. राजस्थान की जनता ने बीजेपी को विजय बनाने का फैसला कर लिया है. उन्होंने कहा कि अब हमारा काम एक-एक पोलिंग बूथ जीतना है, सिर्फ राजस्थान नहीं एक-एक पोलिंग बूथ जीतना है. हमारा मंत्र होना चाहिए मेरा पोलिंग बूथ-सबसे मजबूत होना चाहिए. इस सभा के बाद सभी कार्यकर्ता एक-एक मतदाता से मिलेंगे और उनके घर जाकर अधिक वोट डलवाएंगे.
PM मोदी ने रैली में कहा कि कांग्रेस वाले कहते थे कि राजस्थान में बीजेपी बचेगी नहीं, साफ हो जाएगी. दिल्ली के एयरकंडिशन कमरों में बैठकर प्रदूषण फैला रहे थे. जो लोग 2014 में मोदी को हराना चाहती थी, वो तब निराश हो गए. इसलिए वो राजस्थान में मेल बैठाना चाह रहे हैं, राजस्थान के लोगों ने भी इस हवा को चकना चूर कर दिया है. वो लोग अभी से हार का कारण बता रहे हैं कि कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई के कारण हम हार रहे हैं. कांग्रेस अब ये सोच रही है कि पराजय का ठीकरा नामदार के सिर पर ना फूटे उसके लिए क्या करें.
PM ने रैली में कहा कि कुछ लोगों ने ये भी पूछा कि मोदी की जाति कौन-सी है, कांग्रेस ने चुनाव में जातिवाद का जहर फैलाने का काम किया. कांग्रेस ने कई पाप किए हैं, तो क्या आपका भला कर सकते हैं क्या. जब कांग्रेस के प्रधानमंत्री थे, तो क्या किसान का घर सोने-चांदी का था क्या. पहले क्या किसान के घर ट्रैक्टर, उनके बच्चे विदेश में पढ़ते थे. जो काम कांग्रेस ने नहीं किया, उसका जवाब मोदी से मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहले चार पीढ़ी का हिसाब दो, फिर चार साल का हिसाब मांगों.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नामदार बोलते हैं कि मोदी भ्रष्टाचार पर नहीं बोलते हैं, लेकिन जिन खबरों को दबा दिया जाए तो समझ लेना की नामदार मुश्किल में हैं. मैं सोने का चम्मच लेकर पैदा नहीं हुआ, मैंने गरीबी देखी है. देश की गरीबी के लिए एक परिवार ही जिम्मेदार है. कांग्रेस सिर्फ
'तुम भी लूटो, मैं भी लूटो'
का खेल खेलती रही.
राहुल-सोनिया को घेरा
रैली में PM मोदी बोले कि कांग्रेस का परिवार चार पीढ़ी से विशेष अधिकार भोग रहा है, मैंने लाल बत्ती का चलन खत्म कर दिया. कांग्रेस की सरकार के समय करोड़ों रुपये का घपला हुआ, मां-बेटे ने जो लिखकर दिया उसे ही मान लिया. हमने पुराना मामले खोलने शुरू किए तो नामदार कोर्ट में चले गए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि भारत सरकार को उनकी फाइलें खोलने का हक है, अब मैं देखता हूं कि कितना बच कर निकलते हैं. आज एक चायवाला उनको अदालत के दरवाजे पर ले आया, करोड़ों की हेरा-फेरी में ये लोग जमानत पर बाहर निकले हैं. जो जमानत पर आए हैं उनको क्या राजस्थान दे सकते हैं.
चिदंबरम पर वार
पी. चिदंबरम पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने रैली में कहा कि देश के पूर्व गृहमंत्री-वित्त मंत्री रहे और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वालों का खुद का बेटा जेल चला गया. आज बेटा भ्रष्टाचार के मामले में जेल गया और जमानत पर बाहर है. आज वो खुद भी कोर्ट में जाकर अगली तारीख मांगते हैं.
मिशेल पर भी बोले
अगस्ता-वेस्टलैंड घोटाले के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा था कि इस डील का एक राजदार हाथ लग गया है, जो दलाली का काम करता था. हिंदुस्तान के नामदारों के दोस्तों को वो कटकी देता था. दुबई से भारत सरकार इन्हें पकड़कर ले आई है, अब ये राजदार राज खोलेगा तो बात बहुत दूर तक जाएगी.
वाड्रा को निशाने पर लिया
प्रधानमंत्री ने कहा कि नामदार के रिश्तेदार ने मुफ्त के भाव में किसानों से जमीन हड़प ली, अशोक गहलोत सरकार के सभी अफसर उनकी सेवा में लग गए. इस दौरान एक फर्जी कंपनी बनाई फिर स्टील कंपनी से सौदा हुआ और सरकार की ओर से मदद की गई. नामदार के रिश्तेदार को 7 गुना पैसा दे दिया गया. राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनी तो इन्हें सजा मिलना पक्का है.
कुंभकरण पर लिए मजे
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष को अपनी पार्टी के नेताओं के नाम, युगों के नाम कुछ नहीं पता है. कांग्रेस के नेता कुंभाराम में इनके अध्यक्ष को कुंभकरण दिखाई देता है, ये कुंभकरण के गीत गाते रहते हैं. तो सोते ही रहेंगे. बता दें कि राहुल गांधी ने एक रैली में कुंभाराम योजना को कुंभकरण योजना कहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर दम हो तो राहुल गांधी अपनी पार्टी के सभी अध्यक्षों के नाम एक क्रम में बिना कागज लिए बता दें.
बता दें कि मंगलवार को भी प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान में तीन रैलियों को संबोधित किया था. मंगलवार को पीएम मोदी हनुमानगढ़, सीकर और फिर जयपुर पहुंचे थे.
गौरतलब है कि राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में से 199 पर 7 दिसंबर को मतदान होना है. एक सीट पर मतदान प्रत्याशी के निधन होने के कारण नहीं हो पाएगा, राज्य के चुनावी नतीजे 11 दिसंबर को अन्य राज्यों के साथ ही आएंगे.
राजस्थान के रण में दिग्गज
आपको बता दें कि
चुनाव प्रचार
का आखिरी दिन होने के कारण सभी पार्टियों के स्टार प्रचार आज जनता के बीच हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज राजस्थान में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस और रोड शो करेंगे. उनके अलावा कई केंद्रीय मंत्री भी प्रचार का मोर्चा संभालेंगे. वहीं कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट कई रैलियां करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज तेलंगाना में प्रचार करेंगे.
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निर्देशक एसएस राजामौली की फिल्म 'बाहुबली 2' इस महीने के अंत में रिलीज हो रही है. फिल्म का पहला हिस्सा 'बाहुबली द बिगनिंग' इतना जबरदस्त था कि दर्शक पिछले दो सालों से इसके सीक्वल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. निर्माता-निर्देशकों ने दावा किया है कि यह फिल्म के एक्शन सीक्वेंस पहले की तुलना में ज्यादा भव्य और विराट होने वाले हैं. भारतीय सिनेमा के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब युद्ध के दृश्यों की शूटिंग के लिए 5000 से भी ज्यादा जूनियर कलाकारों का इस्तेमाल किया गया हो, इतना ही नहीं फिल्म में करीब 500 अस्त्र-शस्त्र उपयोग में लाए गए हैं. खास बात यह है कि फिल्म के एक्शन दृश्यों की शूटिंग में ही दो महीने क वक्त लग गया. इन दृश्यों में भल्लाल देव की भूमिका निभा रहे राणा दग्गुबाती और शिवुडू (बाहुबली) की भूमिका में प्रभास अपना दमखम दिखाते नजर आएंगे.
एक्शन दृश्यों की शूटिंग के लिए प्रभास और राणा दग्गुबाती ने काफी मेहनत की है और इसके लिए दोनों ने खास ट्रेनिंग भी ली थी. 'बाहुबली' और 'बाहुबली 2' के निर्माण में कुल चार साल का वक्त लगा है, पिछले दिनों इस बारे में बात करते हुए प्रभास ने कहा था कि इस फिल्म के लिए वह निर्देशक एसएस राजामौली को चार क्या सात साल भी दे सकते थे.
फिल्म का पहला हिस्सा 'बाहुबली द बिगनिंग' जुलाई 2015 में रिलीज हुआ था, इस फिल्म के लिए राजामौली ने एक खास तरह की नई भाषा तैयार की थी. यह फिल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक थी. फिल्म ने 600 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया था और यह दक्षिण भारत की अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी. पहली फिल्म की रिलीज के साथ ही निर्माताओं ने इसके सीक्वल की घोषणा कर दी थी. पहली फिल्म देखने के बाद ज्यादातर दर्शकों के मन में यही सवाल था कि 'कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?' उम्मीद की जा रही है कि इसके सीक्वल में इस सवाल का जवाब मिल जाएगा.टिप्पणियां
फिल्म में प्रभास, राणा दग्गुबाती, तमन्ना भाटिया, अनुष्का शेट्टी और सत्यराज अपनी भूमिकाओं में दोबारा नजर आएंगे. फिल्म 28 अप्रैल को हिंदी, तेलुगु, तमिल और मलयालम भाषाओं में एक साथ रिलीज हो रही है.
(इनपुट आईएएनएस से)
एक्शन दृश्यों की शूटिंग के लिए प्रभास और राणा दग्गुबाती ने काफी मेहनत की है और इसके लिए दोनों ने खास ट्रेनिंग भी ली थी. 'बाहुबली' और 'बाहुबली 2' के निर्माण में कुल चार साल का वक्त लगा है, पिछले दिनों इस बारे में बात करते हुए प्रभास ने कहा था कि इस फिल्म के लिए वह निर्देशक एसएस राजामौली को चार क्या सात साल भी दे सकते थे.
फिल्म का पहला हिस्सा 'बाहुबली द बिगनिंग' जुलाई 2015 में रिलीज हुआ था, इस फिल्म के लिए राजामौली ने एक खास तरह की नई भाषा तैयार की थी. यह फिल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक थी. फिल्म ने 600 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया था और यह दक्षिण भारत की अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी. पहली फिल्म की रिलीज के साथ ही निर्माताओं ने इसके सीक्वल की घोषणा कर दी थी. पहली फिल्म देखने के बाद ज्यादातर दर्शकों के मन में यही सवाल था कि 'कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?' उम्मीद की जा रही है कि इसके सीक्वल में इस सवाल का जवाब मिल जाएगा.टिप्पणियां
फिल्म में प्रभास, राणा दग्गुबाती, तमन्ना भाटिया, अनुष्का शेट्टी और सत्यराज अपनी भूमिकाओं में दोबारा नजर आएंगे. फिल्म 28 अप्रैल को हिंदी, तेलुगु, तमिल और मलयालम भाषाओं में एक साथ रिलीज हो रही है.
(इनपुट आईएएनएस से)
फिल्म का पहला हिस्सा 'बाहुबली द बिगनिंग' जुलाई 2015 में रिलीज हुआ था, इस फिल्म के लिए राजामौली ने एक खास तरह की नई भाषा तैयार की थी. यह फिल्म उस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक थी. फिल्म ने 600 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया था और यह दक्षिण भारत की अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी. पहली फिल्म की रिलीज के साथ ही निर्माताओं ने इसके सीक्वल की घोषणा कर दी थी. पहली फिल्म देखने के बाद ज्यादातर दर्शकों के मन में यही सवाल था कि 'कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?' उम्मीद की जा रही है कि इसके सीक्वल में इस सवाल का जवाब मिल जाएगा.टिप्पणियां
फिल्म में प्रभास, राणा दग्गुबाती, तमन्ना भाटिया, अनुष्का शेट्टी और सत्यराज अपनी भूमिकाओं में दोबारा नजर आएंगे. फिल्म 28 अप्रैल को हिंदी, तेलुगु, तमिल और मलयालम भाषाओं में एक साथ रिलीज हो रही है.
(इनपुट आईएएनएस से)
फिल्म में प्रभास, राणा दग्गुबाती, तमन्ना भाटिया, अनुष्का शेट्टी और सत्यराज अपनी भूमिकाओं में दोबारा नजर आएंगे. फिल्म 28 अप्रैल को हिंदी, तेलुगु, तमिल और मलयालम भाषाओं में एक साथ रिलीज हो रही है.
(इनपुट आईएएनएस से)
(इनपुट आईएएनएस से)
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अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की इस साल अब तक आई दो फिल्में 'रेस 2' और 'ये जवानी है दीवानी' 100 करोड़ रुपये का कारोबार कर चुकी हैं, लेकिन यह अदाकारा 100 करोड़ के क्लब को अधिक महत्व नहीं देती.
इस साल दीपिका को 'रेस 2' की बॉक्स ऑफिस पर सफलता ने उत्साहित कर दिया. हाल ही में पुराने दोस्त रणबीर कपूर के साथ उनकी 'ये जवानी है दीवानी' आई और बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई. 'ये जवानी है दीवानी' तो रिलीज के शुरूआती हफ्ते में ही 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने वाली पहली फिल्म बन गई.
दीपिका का कहना है, 'जब आपकी फिल्में अच्छा काम करती हैं और इसे सराहना मिलती है तो अच्छा लगता है. यह एक बोनस की तरह होता है. लेकिन मैं 100 करोड़ रुपये के क्लब को महत्व देती हूं. मैं अपने काम पर लगातार ध्यान देना चाहती हूं और अच्छा काम करना चाहती हूं. लेकिन अगर कोई फिल्म अच्छी नहीं है पर वह अच्छी कमाई करती है तो क्या होगा.. मुझे लगता है कि सभी अच्छी फिल्मों को चलना चाहिए.'
हाल में मसाला फिल्में 100 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार कर रही हैं. लेकिन दीपिका को लगता है कि फिल्म की सफलता का श्रेय किसी एक श्रेणी को देना सही नहीं है.
उन्होंने कहा 'जब 'ये जवानी है दीवानी' और 'बर्फी' जैसी फिल्म चलती है या अन्य फिल्में कारोबार अच्छा करती हैं तो अच्छा लगता है. फिल्म की सफलता को किसी श्रेणी में नहीं बांधा जा सकता जैसे कि यह एक्शन फिल्म है या यह मसाला फिल्म है, इसीलिए यह अच्छा काम करती हैं. सभी अच्छी फिल्में अच्छा कारोबार करेंगी.'
दीपिका की पिछली तीन फिल्में 'कॉकटेल', 'रेस 2' और 'ये जवानी है दीवानी' ने कारोबार तो अच्छा किया है, लेकिन दीपिका ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा, 'मैं फिल्मों के बारे में विश्लेषण नहीं करती. जब दर्शक मेरी फिल्में पसंद करते हैं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है.' आम तौर पर जब कोई कलाकार स्थापित हो जाता है तो वह फिल्मों का चयन बहुत सोच समझ कर करता है, लेकिन दीपिका की सोच थोड़ी अलग है.
उन्होंने कहा, 'जिस फिल्म से मैं रोमांचित महसूस करती हूं, मैं उसी में काम करती हूं. मैं वही फिल्म करती हूं जिसके लिए मुझे लगे कि यह करने पर मुझे अच्छा लगेगा.'
दीपिका ने शाहरूख खान के साथ 'ओम शांति ओम' से बॉलीवुड में शुरुआत की थी. यह फिल्म सुपरहिट रही थी. इसके बाद उन्होंने 'बचना ऐ हसीनों', 'चांदनी चौक टू चाइना', 'लव आज कल', 'हाउसफुल', 'कार्तिक कालिंग कार्तिक', 'खेलें हम जी जान से', 'आरक्षण', 'कॉकटेल', 'रेस 2' और 'ये जवानी है दीवानी' में काम किया. इनमें से ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ठीक रहीं.
फिल्म उद्योग में अपने सफर के बारे में 27 वर्षीय इस अभिनेत्री ने कहा कि उसने यहां बहुत कुछ सीखा और यह प्रक्रिया अभी जारी है. उनकी आने वाली फिल्म रोहित शेट्टी की 'चेन्नई एक्सप्रेस' है और साल के आखिर तक वह संजय लीला भंसाली की 'राम लीला' में नजर आएंगी.
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एलओसी पर मंगलवार को पुंछ के बाद नौगाम में पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया है.. आरक्षण की मांग को लेकर पटेल रैली कर रहे हार्दिक पटेल के समर्थकों और पुलिस में हुई झड़प. पढ़िए सभी बड़ी खबरें एक साथ...
1. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नौगाम इलाके में पाकिस्तान ने फिर तोड़ा सीजफायर, एक JCO शहीद
एलओसी पर मंगलवार को पुंछ के बाद नौगाम में पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया है. पड़ोसी मुल्क की फायरिंग में एक जेसीओ के शहीद होने की खबर है.
2. आरक्षण के लिए पटेलों की महाक्रांति, हार्दिक बोले- बिहार में नीतीश, आंध्र में चंद्रबाबू हमारा है
आरक्षण की मांग को लेकर पटेल रैली कर रहे हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद से हुंकार भरी. रैली में भाषण देने के बाद हार्दिक ने नई मांग रखी. उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल नहीं पहुंचती, वह मंच से नहीं हटेंगे. हार्दिक ने कहा है कि वह ज्ञापन मुख्यमंत्री को ही सौंपेंगे. हार्दिक ने ऐलान किया है सीएम नहीं आईं तो वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
3. 291 अंक की उछाल के साथ बंद हुआ सेंसेक्स
भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को हरे निशान में लौट कर तेजी के साथ बंद हुआ. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 291 अंकों की तेजी के साथ 26,032 पर और निफ्टी 72 अंकों की तेजी के साथ 7,881 पर बंद हुआ.
4. बेंगलुरु निकाय चुनाव: बीजेपी जीती, खाते में 100 सीटें
बेंगलुरु महानगर पालिका के 197 निकायों में हुए चुनाव में बीजेपी ने बाजी मार ली है. बीजेपी को सबसे ज्यादा 100 सीटें हासिल हुई हैं. वहीं कांग्रेस को 76, जेडी(एस) को 14 और अन्य को 8 सीटें मिली है.
5.OROP: हवलदार मेजर ने पानी छोड़ा, तबीयत बिगड़ी
वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से आमरण अनशन कर रहे हवलदार मेजर सिंह ने पानी पीना भी छोड़ दिया है. उन्हें डिहाइड्रेशन हो गया है. उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है. उन्हें आरआर हॉस्पिटल ले जाने की तैयारी है.
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दिल्ली में कॉन्सटीट्यूशन क्लब में शुक्रवार को ‘नमो-नमो’ मंत्र का जाप हुआ. ‘मोदीफाइंग इंडिया’ नाम के ग्रुप ने सोशल मीडिया पर जारी मोदी एज पीएम के अपने कैंपेन में आगे बढ़ते हुए मोदी की शान में कसीदे पढ़ता हुआ एक गाना वीडियो, फेसबुक और ट्विटर पर जारी किया. मोदी ब्रांड को और पॉपुलर बनाने के लिए अन्ना की तर्ज पर कपड़े और कई दूसरी चीजें लॉन्च की गई हैं.
बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी की शान में कसीदे पढ़ते इस गाने को शुक्रवार को मोदीफाइंग इंडिया नाम के एक ग्रुप ने लांच किया. सोशल मीडिया पर एक्टिव ये ग्रुप मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर एक उम्मीद बता रहा है.
मोदी लाओ रे देश बचाओ रे..
42 इंच चौड़ी छाती होने का दम भरने वाले मोदी टीशर्ट अब लोगों के सीने पर भी इतराने को तैयार हैं. कार के स्टीकर से लेकर चाय की चुस्कियों में भी मोदी का नाम दिखेगा. ये ग्रुप जल्द ही मोदी पर कॉमिक्स और वीडियो गेम लाने की भी तैयारी कर रहा है.
कांग्रेस इंडिया को मोडीपाई करने का दावा कर रही है और नरेंद्र मोदी को चाहने वाले देश को मोदीपाई करने का सपना देख रहें हैं. मोदी टी शर्ट, मोदी सांग्स, मोदी कामिक्स, मोदी के नारे, सब कुछ लांच हो रहा है सिवाय खुद मोदी के बतौर बीजेपी के पीएम कैंडीडेट के तौर पर लांच होने के.
दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में लांच इस गाने को राहुल टिक्कू और आशीष भट्ट ने गाया है. जबकि लिखा है आशीष भट्ट और तेजेंद्र पाल ने. ये ग्रुप, मोदी एज पीएम के इस कैंपेन को सोशल मीडिया पर बड़े जोर-शोर से चला रहा है लेकिन कमाल की बात है बीजेपी में ऐसी बात भर होने से बवाल मच जाता है.
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मेजर ध्यान चन्द स्पोर्टस कालेज, सैफई या सैफई स्पोर्ट्स कालेज की स्थापना शासन द्वारा वर्ष 2014-15 में सैफई (इटावा), उत्तर प्रदेश में की गयी थी। आवासीय संख्या होने के कारण इसका समस्त भार शासन द्वारा वहन किया जाता है। इस कालेज में बालक वर्ग में क्रिकेट, फुटबाल, हाकी, कुश्ती, एथलेटिक्स, बैडमिन्टन, तैराकी, एवं कबड्डी खेलों में प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रदेश के शिक्षा विभाग द्वारा एवं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम में कक्षा 6 से 12 तक शिक्षण की व्यवस्था की गयी है। स्पोर्टस कालेज, सैफई में कुल 560 प्रशिक्षार्थियों की संख्या निर्धारित है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में दो और स्पोर्ट्स कॉलेज गुरू गोविन्द सिंह स्पोर्टस कालेज, लखनऊ एवं बीर बहादुर सिंह स्पोर्टस कालेज, गोरखपुर है।
सन्दर्भ
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करण जौहर के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले आ रही फिल्म 'उंगली' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. करीब ढाई मिनट के इस ट्रेलर में पांच दोस्तों के बागी बनने की झलक दिखाई गई है.
फिल्म में इमरान हाशमी, रणदीप हुड्डा, नील भूपालम, कंगना रनोट, अंगद बेदी और संजय दत्त मुख्य भूमिका में हैं. प्रोड्यूसर करण जौहर के मुताबिक, 'उंगली हमारे लिए एक नया प्लॉट है. हमने कभी ऐसे सब्जेक्ट पर फिल्म नहीं बनाई. रेंसिल डी सिल्वा ने डायरेक्टर के तौर पर जी-जान से मेहनत की है.'
रेंसिल ने इससे पहले सैफ और करीना की फिल्म 'कुर्बान' को डायरेक्ट किया था. वह अनिल कपूर के टीवी शो '24' को भी डायरेक्ट कर चुके हैं. फिल्म 28 नवंबर को रिलीज होगी.
देखें उंगली का ट्रेलर...
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दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: हाल के दिनों में उत्तर भारत में बारिश के बावजूद मॉनसून खेती के लिहाज से कई अहम राज्यों में काफी कमज़ोर रहा है। मौसम विभाग के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात, तटीय कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश के रायलसीमा इलाकों में 1 जून से 15 जुलाई के बीच 20 से 59 फ़ीसदी तक औसत से कम बारिश हुई है।
अगर राज्यों के प्रभावित इलाकों पर नज़र डालें तो महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में 15 जुलाई तक बारिश औसत से 44% कम हुई है, जबकि मध्य महाराष्ट्र में बारिश में अब तक 30% तक की गिरावट दर्ज़ हुई है। जबकि बिहार में सामान्य से 23% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। उत्तरी कर्नाटक में सामान्य से 32% कम, तटीय कर्नाटक में 26% कम और केरल में 15 जुलाई तक औसत से 32% कम बारिश हुई है।
मौसम विभाग के निदेशक बीपी यादव के मुताबिक इन प्रभावित राज्यों में पिछले दो हफ्तों में मॉनसून के हालात कमज़ोर रहे हैं और बारिश कम हुई है।
कृषि के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण राज्यों में औसत से कम बारिश का सीधा मतलब है कि इन राज्यों में किसानों को इस मॉनसून सीज़न में जितना पानी मिलता था सिंचाई के लिए वो इस बार नहीं मिल पाया है। औरंगाबाद के किसानों को अब भी अपनी ज़मीन पर बारिश की बूंदों का इंतज़ार है। कुएं सूखते जा रहे हैं। और पानी नहीं बरसने से नुकसान भी शुरू हो गया है।
किसान आपा साहेब डांगा कहते हैं, 'मैंने फसल लगा ली थी लेकिन पानी नहीं आने से फसल खराब हो गयी...बैंक का कर्ज भी है मुझपर।' जबकि किसान इलियास बेग कहते हैं, 'मराठवाड़ा इलाके में किसानों की हालत गंभीर बनी हुई है। किसान कर्ज़ में डूबता जा रहा है। उनकी हालत खराब है।'
दरअसल ऐसे ही हालात उन सभी राज्यों में उभर रहे हैं जहां बारिश औसत से काफी कम हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात और महाराष्ट्र के ज़िलों में अगले एक हफ्ते में सामान्य से काफी कम बारिश होने की संभावना है, अब आने वाले दो महीनों में अगर मॉनसून के हालात नहीं सुधरे तो किसानों पर संकट के बादल और गहरा जाएंगे।
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एक्टर अभय देओल को उनकी शानदार एक्टिंग के लिए जाना जाता है. उन्होंने हमेशा पॉजिटिव भूमिकाएं ही निभाई हैं लेकिन अब जल्द ही परदे पर निगेटिव रोल में नजर आएंगे. अभय ने बॉलीवुड के बाद अब तमिल इंडस्ट्री की तरफ रुख किया है. वह तमिल फिल्म हीरो में एक विलेन की भूमिका निभाते दिखेंगे. यह जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर शेयर की है.
उन्होंने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फिल्म सेट की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, ''द हीरो नाम की एक फिल्म के सेट पर हूं, जहां मैं द विलेन का किरदार निभा रहा हूं. मुझे लगता है कि यह एक स्वाभाविक प्रगति थी, क्योंकि करियर में मैंने ज्यादातर एंटी-हीरो किरदारों को निभाया है और यह तमिल में है. नई भाषा, नई जगह. आभारी हूं." इस फिल्म का निर्देशन पीएस मित्रन कर रहे हैं.
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On the set of a movie called “The Hero” where I play “The Villain!” Was a natural progression I guess, I’ve played the anti-hero through most of my career. Oh and this one’s in Tamil 😳! New language, new territory. #grateful
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When friends come for a visit. Thanks for taking me away from mugging up my dialogues all day @shrutirya! Sometimes it’s all work and no play with me. #sundayfunday
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पिछले कुछ सालों में अभय कम ही फिल्मों में नजर आए हैं. उन्हें पिछली बार नेटफ्लिक्स की फिल्म चॉपस्टिक्स में देखा गया था. इसमें उनके अपोजिट एक्ट्रेस मिथिला पालकर नजर आई थीं. इसमें मिथिला ने एक टूरिस्ट गाइड का रोल प्ले किया था.
गौरतलब है कि हाल ही में एक सोशल मीडिया यूजर ने मीम शेयर कर अभय देओल का मजाक उड़ाया था. इस मीम को साझा करते हुए अभय ने लिखा था कि अक्सर लोग मुझसे पूछते हैं कि वह मुझे बड़े परदे पर ज्यादा क्यों नहीं देख पाते हैं? इसके आगे उन्होंने लिखा था कि जो लोग मुझे बड़े परदे पर देखना चाहते हैं उन्हें बता दूं कि मेरी 3 फिल्में पोस्ट प्रोडक्शन में हैं और दो फिल्में शुरू करने जा रहा हूं. यह जवाब देकर उन्होंने बताया था कि उनके पास कई फिल्में हैं, जिनपर काम चल रहा है.
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वित्तमंत्री जेटली ने बजट को फाइनल टच दे दिया है. सोमवार को वह अपना तीसरा चुनौतीपूर्ण बजट पेश करेंगे. उनके समक्ष कृषि क्षेत्र और उद्योग जगत की जरूरतों के बीच संतुलन बिठाने की कड़ी चुनौती होगी. जबकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच सार्वजनिक खर्च के लिए संसाधन जुटाने का लक्ष्य भी होगा. लेकिन आकलन है कि मोदी सरकार के दूसरे बजट में ये पांच महत्वपूर्ण चीजें हो सकती हैं-
1) सर्विस टैक्स बढ़ेगा
सरकार सर्विस टैक्स 14.5 फीसदी से बढ़ाकर 16 फीसदी कर सकती है. हालांकि इसके साथ ही सर्विस टैक्स के लिए न्यूनतम सालाना कारोबार की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख भी कर सकती है. मतलब कुल मिलाकर
महंगाई पर खास असर
नहीं पड़ेगा. छोटे कारोबारियों को फायदा होगा, क्योंकि उनका एक बड़ा तबका सर्विस टैक्स के दायरे से बाहर हो जाएगा.
2) रॉबिन हुड टैक्स के लिए तैयार रहें
जैसे रॉबिन हुड अमीरों को लूटकर गरीबों में पैसे बांटता था हो सकता है, बजट में उसी तर्ज पर अमीरों पर ज्यादा टैक्स का ऐलान किया जाए. पिछले साल एक करोड़ रुपये से ज्यादा सालाना कमाई वालों के टैक्स पर 10 से 12 फीसदी का सरचार्ज लगाया गया था. लेकिन इकोनॉमिक सर्वे में ही इस बात के संकेत दे दिए गए हैं कि अमीरों पर आम लोगों के बजाय कुछ ज्यादा टैक्स होना चाहिए.
3) होमलोन पर बढ़ेगा टैक्स का फायदा
बहुत उम्मीद है कि दिल्ली-एनसीआर और मुंबई जैसे बड़े शहरों में होमलोन के ब्याज पर मिलने वाली छूट की सीमा 2 लाख सालाना से बढ़ा दी जाए. एसोचैम ने तो इसे 4 लाख करने की मांग की है. इस बार बहुत चांस है कि हाउसिंग सेक्टर को
बढ़ावा देने की नीयत
से इस पर मुहर लग जाए.
4) पीपीएफ की मैच्योरिटी पर टैक्स
अगर ये हुआ तो बहुत सारे लोगों को निराशा हो सकती है. अभी पीपीएफ में आप जो पैसा जमा करते हैं, उसे निकालते वक्त कोई टैक्स नहीं देना होता. अगर लेकिन इकोनॉमिक सर्वे में रकम निकासी पर टैक्स नहीं लगाने को गलत ठहराया गया है. इसी वजह से ये आशंका जताई जा रही है कि सरकार अब पीपीएफ की रकम निकालने पर टैक्स लगा सकती है.
5) सस्ते गैस सिलेंडर कम हो सकते हैं
हो सकता है कि सब्सिडी वाले गैस सिलेंडरों की संख्या कम कर दी जाए या एक तय आमदनी से ज्यादा के लोगों के लिए सस्ते सिलेंडर पूरी तरह खत्म कर दिए जाएं.
सरकार का फोकस
है कि सब्सिडी का फायदा उन्हीं लोगों को मिले, जिन्हें इसकी जरूरत है. इस नीति का असर आपके रसोई गैस के बिल पर दिख सकता है.
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कुर्मी उत्तर भारत में पूर्वी गंगा के मैदान की एक गैर-कुलीन किसान जाति है। कुर्मी भारत के प्रमुख प्राचीन कृषक जाति के रूप में जाना जाता है।
कुर्मी को कोइरी और यादव के साथ उच्च पिछड़ी जाति के रूप में वर्गीकृत किया गया है|
१९ व २०वी शताब्दि में, गैर-कुलीन निम्न-स्तरीय जातियों में कुर्मी सबसे पहले थे जिन्होंने संस्कृतिकरण (ऊंची जाति के तौर तरीके अपनाने) की प्रक्रिया अपनायी थी।
व्युत्पत्ति
कुर्मी की व्युत्पत्ति के 19वीं सदी के अंत के कई सिद्धांत हैं। जोगेंद्र नाथ भट्टाचार्य (1896) के अनुसार, यह शब्द एक भारतीय जनजातीय भाषा से लिया गया हो सकता है, या एक संस्कृत यौगिक शब्द हो सकता है, "कृषि कर्मी।" गुस्ताव सॉलोमन ओपर्ट (1893) का एक सिद्धांत मानता है कि यह कोमी से व्युत्पन्न, जिसका अर्थ है "हलचलाने वाला"।
इतिहास
कुर्मियों को मुगलों व ब्रिटिश द्वारा उनकी कार्य-नैतिकता, जुताई और खाद, और लिंग-तटस्थ के लिए प्रशंसा प्राप्त होती थी।
अठारहवीं शताब्दी
उस समय के रिकॉर्ड बताते हैं कि पश्चिमी बिहार के भीतर, कुर्मियों ने सत्तारूढ़ उज्जैनिया राजपूतों के साथ गठबंधन किया था। 1712 में मुगलों के खिलाफ विद्रोह करने पर कुर्मी समुदाय के कई नेताओं ने उज्जैनिया राजा कुंवर धीर के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ी थी। उनके विद्रोह में शामिल होने वाले कुर्मी समुदाय के नेताओं में नीमा सीमा रावत और ढाका रावत शामिल थे।18 वीं शताब्दी की शुरुआत में मुगल शासन के लगातार जारी रहने के साथ, भारतीय उपमहाद्वीप के भीतरी इलाकों के निवासी, जिनमें से कई सशस्त्र और खानाबदोश थे, वे अक्सर बसे हुए क्षेत्रों में दिखाई देने लगे और शहरवासियों और कृषकों के साथ मेलजोल करने लगे।
18 वीं शताब्दी में पश्चिमी और उत्तरी अवध में कुर्मियों को मुस्लिमों के द्वारा काफी सस्ते दाम पे जंगल को साफ़ करके कृषि योग्य जमींन बनाने का कार्य मिलता था। जब जमींन में अच्छे से पैदावार होने लगती थी तब उस जमींन का किराया ३० से ८० प्रतिशत बढ़ा दिया जाता था। ब्रिटिश इतिहासकारों के हिसाब से जमींन के किराये बढ़ाये जाने का मुख्य कारण यह था की गाँव की ऊँची जातियों को हल चला पसंद नहीं था । ब्रिटिश इतिहासकारों का यह भी मानना है की कुर्मियों की अधिक उत्पादिकता का यह भी कारण था की उनकी खाद डालने की प्रक्रिया बाकि से बेहतर थी।
बीसवीं सदी
कुर्मी विशेष रूप से अवधिया कुर्मी समूह, जिनसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संबंधित हैं की पिछड़ी जातियों में व्यावहारिक रूप से वही स्थिति है जो ऊंची जातियों में ब्राह्मणों की है। 1960 और 70 के दशक से, कुर्मियों ने नौकरशाही, शिक्षा, इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य में प्रमुख पदों पर काम किया है। वास्तव में, वे 1970 के दशक में जमींदारों की सेना (मिलिशिया) बनाने में भूमि-स्वामी उच्च जातियों में शामिल हो गए। वे 1970 के दशक में पटना जिले के बेलछी में दलितों के नरसंहार में शामिल थे। इंदिरा गांधी ने कुर्मी जमींदारों के क्रोध के खिलाफ दलितों को आश्वस्त करने के लिए हाथी की पीठ पर बेलची की यात्रा की थी, जिससे उन्हें वंचित वर्गों का समर्थन हासिल करने और 1980 में सत्ता में वापस आने में मदद मिली।
1970 और 1990 के दशक के बीच बिहार में कई निजी जाति-आधारित सेनाएँ सामने आईं, जो कि बड़े पैमाने पर जमींदार किसानों से प्रभावित थीं और वामपंथी अतिवादी समूहों के बढ़ते प्रभाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करती थीं। इनमें से भूमि सेना थी, जिसकी सदस्यता मुख्य रूप से उन युवाओं से ली गई थी जिनकी कुर्मी उत्पत्ति थी।भूमि सेना का पटना क्षेत्र में बहुत डर था और नालंदा, जहानाबाद और गया जिलों में भी उनका प्रभाव था।
इक्कीसवीं सदी
बिहार में मानव विकास संस्थान द्वारा किए गए सर्वेक्षण से पता चलता है कि कुर्मी (0.45 एकड़) प्रति व्यक्ति सबसे अधिक भूमि मानदंड में भूमिहार (0.56 एकड़) के बाद दूसरा स्थान पर है और प्रति व्यक्ति आय के अंतरगत पिछड़ी जाति वर्ग में कुशवाहा(18,811 रुपये) और कुर्मी(17,835) शीर्ष पर है|
इन्हें भी देखें
कोइरी
संदर्भ
भारत की मानव जातियाँ
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राजभवन गुवाहाटी भारत के असम राज्य के राज्यपाल का आधिकारिक आवास है। यह राज्य की राजधानी गुवाहाटी में स्थित है। असम के वर्तमान राज्यपाल [[श्री (गुलाब चंद कटारिया) हैं।
इतिहास
अविभाजित असम का राजभवन जो शिलॉंग में स्थित है लगभग एक सदी पूर्व निर्मित किया गया था। यह भारत के सबसे उत्कृष्ट राजभवनों में से एक था।
लेकिन १९७२ में असम के विभाजन के पश्चात मेघालय एक अलग राज्य बनाया गया और शिलॉंग को नए राज्य की राजधानी बनाया गया। इस कारण असम के लिए उसकी राजधानी गुवाहाटी में एक नए राजभवन निर्माण की आवश्यकता थी। नए राज्य मेघालय के अस्तित्व में आने के एक दशक तक असम और मेघालय का एक ही राज्यपाल होता था जो शिलॉंग में आवासित था। गुवाहाटी सर्किट हाउस के कुछ कमरों को समान राज्यपाल के असम दौरे पर आने के दौरान ठहरने के लिए स्थाई रूप से आरक्षित किया गया था। लेकिन इस व्यवस्था को सन्तोषजनक नहीं माना गया और यह निर्णय लिया गया कि असम के राज्यपाल के लिए एक नया राजभवन गुवाहाटी में निर्मित किया जाएगा। लागत कम करने के लिए एक सादगीपूर्ण राजभवन १९८० में निर्मित किया गया। पर चूँकि दोनों राज्यों का राज्यपाल अभी भी एक ही था और जो अधिकतर शिलॉंग में आवासित था इसलिए नए राजभवन का उपयोग गवर्नर कैम्प के रूप में अधिक होता था। वर्ष १९८९ से असम का अपना अलग राज्यपाल होना आरम्भ हुआ। गुवाहाटी में राजभवन निर्मित करने के पीछे कारण था खारगुली से ब्रह्मपुत्र नदी का सुरम्य दृश्य और पहले से ही बने हुए राजभवन को विकसित करने में लगने वाला कम खर्च। असम का स्थाई राजभवन अपने वर्तमन स्थल पर तब अस्तित्व में आया।
सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
असम के राज्यपालों की सूची
असम के मुख्यमन्त्रियों की सूची
बाहरी कड़ियाँ
असम का राज्यपाल
भारत में आधिकारिक आवास
गुवाहाटी की इमारतें
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जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के करीब माछिल में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद जवान शशांक कुमार सिंह के गाजीपुर जिला स्थित गांव नसीरुद्दीनपुर में जैसे ही उसकी शहादत की खबर पहुंची, पूरे गांव में सन्नाटा और मातम छा गया. मंगलवार को आतंकवादियों के भारतीय सीमा में घुसने के कोशिश को नाकाम करते हुए भारतीय सेना के 3 जवानों ने शहादत हासिल की जिनमें से दो गाजीपुर जिले के हैं और एक राजस्थान का. तीनों जवान 57 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे.
शशांक कुमार सिंह राष्ट्रीय राइफल में राइफलमैन के पद पर काम कर रहा था. शशांक के पिता एक किसान हैं. शशांक अपने परिवार में तीनों भाइयों में सबसे छोटे थे और उसने 2011 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे. परिवार वालों के अनुसार 21 मई, 2017 को शशांक की शादी होने वाली थी.
'आज तक' से बातचीत करते हुए शशांक के पिता अरुण कुमार सिंह ने कहा कि वह
पाकिस्तान
से अपने बेटे की मौत का बदला चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे मेरे बेटे की शहादत पर गर्व है पर मैं चाहता हूं कि मेरे बेटे की शहादत व्यर्थ ना जाए और भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और मेरे बेटे की मौत का बदला ले. शशांक का चचेरा भाई नवीन कुमार सिंह फौज में भर्ती होने की तैयारी कर रहा है और अपने भाई की मौत पर आग बबूला है.
नवीन ने कहा कि मैं चाहता हूं कि मुझे भी फौज में जगह मिले और जो काम मेरे बड़े भाई शशांक कुमार सिंह ने अधूरा छोड़ दिया है उसे मैं पूरा करना चाहता हूं और पाकिस्तान से अपने भाई की मौत का बदला लेना चाहता हूं.
शहीद
शशांक कुमार सिंह का पार्थिव शरीर गुरुवार को उसके पैतृक गांव नसीरुद्दीनपुर लाया जाएगा जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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केंद्रीय भण्डारण निगम में वैकेंसी निकली हैं. इच्छुक उम्मीदवार 28 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं.
पद का नाम:
वेयरहाउस असिस्टेंट ग्रेड-II
पदों की संख्या:
09
पे स्केल:
8900-24320
उम्र सीमा:
18-25 साल
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राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 की रात पैरामेडिक्स की स्टूडेंट के साथ चलती बस में गैंगरेप और बर्बर तरीके से हत्या के मामले में फांसी की सजा पा चुके तीन दोषियों की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आज फैसला सुरक्षित रख लिया. दोषियों में पवन, विनय और मुकेश ने पुनर्विचार याचिका दायर की थी.
सुनवाई के दौरान दोषियों के वकील ने तीनों की गरीबी का हवाला देते हुए कहा कि ये मामला फांसी की सजा का नहीं है. उनके वकील ने कोर्ट से कहा कि वे गरीब पृष्ठभूमि से हैं और वे आदतन अपराधी नहीं हैं. उन्हें सुधरने का मौका मिलना चाहिए.
दिल्ली पुलिस ने दोषियों के वकील के इन तर्कों का विरोध करते हुए कहा कि कोर्ट पहले ही इन दलीलों को ठुकरा चुका है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों को सुधरने का मौका देने के सवाल पर दिल्ली पुलिस से जवाब तलब किया है.
निर्भया केस में एक अन्य दोषी अक्षय ने अब तक पुनर्विचार याचिका दायर नहीं की है. अक्षय के वकील ने कोर्ट से कहा कि वो तीन हफ्ते में अपनी पुनर्विचार याचिका दाखिल करेंगे. विनय और पवन की ओर से वकील एपी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि उनकी पृष्ठभूमि और सामाजिक आर्थिक हालात को देखकर सजा कम की जाए.
इतना ही नहीं दोषियों के वकील ने फांसी की सजा पर ही सवाल उठा दिए. उन्होंने कोर्ट से कहा कि दुनिया के 115 देशों ने
मौत की सजा को खत्म
कर दिया है और सभ्य समाज में इसका कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि मौत की सजा सिर्फ अपराधी को खत्म करती है अपराध को नहीं.
पवन और विनय के वकील ने कहा कि मौत की सजा जीने के अधिकार को छीन लेती है और यह दुर्लभतम से दुर्लभ अपराध की श्रेणी में नहीं आता. फिर एकमात्र मुख्य गवाह और पारिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर मौत की सजा नहीं दी जा सकती.
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अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन फिर से एक साथ काम करने की तैयारी में हैं. खबरों की मानें तो फैंटम फिल्म्स के बैनर तले बनने जा रही फिल्म गुलाम जामुन में दोनों साथ नजर आएंगे. रील लाइफ की तरह दोनों की रियल लाइफ जोड़ी भी काफी ग्लैमरस है. इसका एक उदाहरण ये है कि अभिषेक ने ऐश्वर्या को पहली बार नकली अंगूठी देकर प्रपोज किया था.
अभिषेक ने साल 2007 में ऐश्वर्या को प्रपोज करते हुए जो रिंग ऑफर की थी वो दरअसल मणिरत्नम की फिल्म गुरु के सेट पर यूज की गई नकली रिंग थी. फिल्म के दौरान यही रिंग अभिषेक ने ऐश्वर्या को दी थी. टोरंटो में गुरु के प्रीमियर से वापस आने के बाद अभिषेक ने ऐश्वर्या को प्रपोज किया था.
8 साल बाद साथ काम करेंगे ऐश्वर्या-अभिषेक, ये होगा फिल्म का नाम
2010 में ऐश्वर्या ने एक मैगजीन को इंटरव्यू के दौरान कहा था- ''वो काफी रियल हैं. ऐसा ही हमारा रिलेशनशिप भी है. हमारी लाइफ में बोरिंग जैसा कुछ भी नहीं है. भगवान की हम पर मेहरबानी है.''
दोनों ने रील लाइफ में एक साथ काफी काम किया है. अभिषेक और ऐश्वर्या अब तक कुल 8 फिल्मों में साथ नजर आ चुके हैं. इन फिल्मों के नाम हैं- ढाई अक्षर प्रेम के, कुछ ना कहो, उमराव जान, धूम 2, गुरू, सरकार राज और रावण.
फन्ने खां में बदला 'अच्छे दिन' गाना, क्या निर्माताओं पर था दबाव?
देखने वाली बात ये होगी कि दोनों की जोड़ी 8 साल बाद फिल्म गुलाब जामुन से क्या रंग बिखेरती है. फिल्म का निर्माण अनुराग कश्यप करेंगे. इससे पहले दोनों साल 2010 में फिल्म रावण में साथ काम करते हुए नजर आए थे.
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बिहार में तीन नदियां पुनपुन, कमला बालान और कोसी नदी सोमवार को भी खतरे के निशान से ऊपर बहती रहीं. केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य के सभी तटबंध सुरक्षित हैं.
केन्द्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुनपुन नदी, कमला बालान और कोसी नदी को छोड़कर बिहार से गुजरने वाली गंगा नदी सहित अन्य नदियां यथा बूढी गंडक, बागमति नदी और महानंदा नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.
पुनपुन नदी का जलस्तर सोमवार सुबह 6 बजे श्रीपालपुर में 257 सेमी, कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 60 सेमी और कमला बालान नदी का जलस्तर झांझारपुर में खतरे के निशान से 73 सेमी ऊपर था.टिप्पणियां
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार सुबह तक बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की एवं कहीं-कहीं साधारण बारिश होने की संभावना है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
केन्द्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुनपुन नदी, कमला बालान और कोसी नदी को छोड़कर बिहार से गुजरने वाली गंगा नदी सहित अन्य नदियां यथा बूढी गंडक, बागमति नदी और महानंदा नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.
पुनपुन नदी का जलस्तर सोमवार सुबह 6 बजे श्रीपालपुर में 257 सेमी, कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 60 सेमी और कमला बालान नदी का जलस्तर झांझारपुर में खतरे के निशान से 73 सेमी ऊपर था.टिप्पणियां
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार सुबह तक बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की एवं कहीं-कहीं साधारण बारिश होने की संभावना है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुनपुन नदी का जलस्तर सोमवार सुबह 6 बजे श्रीपालपुर में 257 सेमी, कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 60 सेमी और कमला बालान नदी का जलस्तर झांझारपुर में खतरे के निशान से 73 सेमी ऊपर था.टिप्पणियां
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार सुबह तक बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की एवं कहीं-कहीं साधारण बारिश होने की संभावना है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार सुबह तक बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की एवं कहीं-कहीं साधारण बारिश होने की संभावना है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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कुट्टीचथन मालाबारी हिंदुओं के लोककथाओं में एक देवता है, जिसे एक आंशिक किशोर लड़के के रूप में चित्रित किया गया है, जिसे कभी-कभी कुटुमी के रूप में वर्णित किया जाता है। कुट्टीचथन की तरकीबें (जैसे कि भोजन को मलमूत्र में बदलना, और बिस्तर को काँटों के बिस्तर में बदलना) उसके पीड़ितों को बहुत परेशान करती हैं लेकिन कभी भी गंभीर नुकसान नहीं पहुँचाती हैं। कहा जाता है कि वह अपने उत्पीड़न से मुक्ति के बदले में भोजन की मांग करता है। केरल में अधिकांश चैतन मंदिर कलारी पणिक्कर और थिया जातियों के हैं।
मालाबार में कुछ हिंदुओं का मानना है कि सही मन्त्रों के साथ नियमित रूप से एक मुर्गे की बलि देने से कुट्टीचथन प्रसन्न होगा, और यह कि वह उनके परिवारों को आतंकित करेगा। कुट्टीचथन पॉप संस्कृति में भी दिखाई देता है, जैसे कि 1984 की मलयालम फिल्म माई डियर कुट्टीचथन में।
संदर्भ
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MG मोटर इंडिया भारत में आज अपनी पहली कार लॉन्च करने जा रही है. ये कार MG Hector होगी. इसे भारतीय में मिड-साइज SUV सेगमेंट में उतारा जाएगा. कंपनी ने 15 मई को भारत में पेश किया था और 4 जून से इसकी बुकिंग शुरू की गई थी. आज इसकी कीमत का खुलासा किया जाएगा.
MG Hector एक कनेक्टेड SUV है. इसमें ढेरों कनेक्टिविटी और कई सेगमेंट फर्स्ट फीचर्स मिलेंगे. कुछ डीलर्स जो इसकी बुकिंग ले रहे हैं उनके मुताबिक इसकी कीमत काफी आक्रामक होगी. बुकिंग 50 हजार रुपये के टोकन अमाउंट के साथ शुरू की गई थी और इसकी डिलीवरी लॉन्च के तुरंत बाद से शुरू कर दी जाएगी. जहां तक कीमत की बात है तो उम्मीद ये है कि इसकी कीमत 10 लाख रुपये से लेकर 16 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के बीच रखी जा सकती है.
MG Hector एक इंटरनेट कार है, इसमें AI-इनेबल्ड वॉयस असिस्ट मिलेगा. इस कार में ऑन द गो में इंटरनेट कनेक्शन देने के लिए एयरटेल का ई-सिम दिया गया है. इसके इंटीरियर में 10.4-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा. साथ ही इसके स्पोर्टी लुक को बेहतर करते हुए इसमें 17-इंच डुअल टोन अलॉय व्हील्स दिए गए हैं.
मैकेनिकल स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो ये कार 1.5-लीटर पेट्रोल, 1.5-लीटर पेट्रोल हाइब्रिड और 2.0-लीटर डीजल इंजन के साथ आएगी. पेट्रोल वेरिएंट में ऑटोमैटिक का भी ऑप्शन मिलेगा. ये कार प्राइमरी तौर पर चार वेरिएंट- Style, Super, Smart और Sharp में आएगी.
इस फीचर पैक्ड व्हीकल का मुकाबला भारतीय बाजार में Tata Harrier, Mahindra XUV500, Jeep Compass और Hyundai Creta जैसी कारों से है.
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इंडिया टुडे ग्रुप ने एक न्यूज चैनल की ओर से कराई गई पोलिंग एजेंसियों की जांच का संज्ञान लिया है. इंडिया टुडे ग्रुप ने आगामी लोकसभा चुनावों के पोल के लिए सी-वोटर न्यूज सर्विस प्राइवेट लिमिटेड से करार किया है.
हम स्टिंग ऑपरेशन में लगाए गए आरोपों की गंभीरता से जांच कर रहे हैं. तब तक के लिए, सी-वोटर ने हमारे लिए जो ओपिनियन पोल्स किए हैं, हम उन्हें रद्द करते हैं. सी-वोटर को हमने इस संबंध में एक 'कारण बताओ' नोटिस भी भेजा है.
करीब चार दशकों से इंडिया टुडे ग्रुप पत्रकारीय विश्वसनीयता के स्तर पर रोशनी दिखाने वाला मीडिया संस्थान रहा है. गुणवत्ता के स्तर पर हमने पत्रकारिता में नए मानदंड स्थापित किए हैं. जो हम छापते हैं उसकी विश्वसनीयता हमारे ग्रुप के लिए सबसे अहम मसला है और ठेके पर हमारे लिए काम कर रही किसी भी एजेंसी की गड़बड़ को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.
डॉ. पुनीत जैन
लीगल हेड, इंडिया टुडे ग्रुप
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ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा प्रणीत ग्रन्थ है। महर्षि ने वेद और वेदार्थ के प्रति अपने मन्तव्य को स्पष्टरूप से प्रतिपादित करने के लिये इस ग्रन्थ का का प्रणयन किया है। महर्षि ने सत्यार्थ-प्रकाश को जहाँ मूलतः हिन्दी में लिखा है, वहीं ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका को संस्कृत में। यद्यपि महर्षि ने हिन्दी में भी प्रकरणगतभाव को व्यक्त करने का प्रयास किया है, परन्तु अनेकशः उनमें संगति का अभाव दृष्टिगोचर होता है। महर्षि कतिपय स्थलों पर ऐसा अनुभव करते हैं कि जो वचनीय था वह संस्कृत में कह दिया है, अतः उक्त विषय को पुनः हिन्दी में कहने की कोई आवश्यकता नहीं है।
यह वेदों के अर्थ-बोध के लिए एक अनुपम ग्रन्थ है। महर्षि ने अपने वेद-भाष्य को ठीक-ठीक समझने और समझाने के लिए ही इस की रचना की। स्वयं महर्षि भूमिका का प्रयोजन बताते हुए वेद-भाष्य के विज्ञापन में लिखते हैं
( १ ) ' जब भूमिका छप के सज्जनों के दृष्टिगोचर होगी , तब वेद - शास्त्र का महत्त्व जो बड़प्पन तथा सत्यपना भी सब मनुष्यों को यथावत् विदित हो जायेगा । ' ( पत्र और विज्ञापन , पृ० ३९ पर )
( २ ) ' जो कोई भूमिका के विना केवल वेद ही लिया चाहे , सो नहीं मिल सकते । ( पत्र और विज्ञापन , पृ० १३८ पर )
( ३ ) ' और यह भी जानना चाहिए कि चारों वेद की भूमिका एक ही है । ' ( पत्रविज्ञापन , पृ०८७ )
( ४ ) ' भूमिका चारों वेदों की एक ही है । ( पत्रविज्ञापन , पृ० ८६ )
उपर्युक्त उद्धरणों से जहां भूमिका का प्रयोजन स्पष्ट होता है , वहां इस भ्रम का भी स्वामी जी के लेख से ही निराकरण हो जाता है कि यह भूमिका वेदादि सब शास्त्रों की है। इस विस्तृत भूमिका के बनाने का महर्षि का यह भी प्रयोजन था कि वेद-विषयक जो भी पौराणिक मिथ्या मान्यताएं फैली हुई हैं , जिनके कारण पाश्चात्य विद्वानों को ही नहीं , अपितु कतिपय भारतीय विद्वानों को भी वेदों के विषय में मिथ्या-भ्रम हो गया है। जिस से वेदों का गौरव ही कम नहीं हुआ , किन्तु ' वेद सत्य विद्याओं का पुस्तक हैं , अथवा ईश्वरप्रोक्त हैं , इस में भी लोगों को भ्रान्ति हो गई ।
यद्यपि सायण आदि वेद-भाष्यकारों ने भी अपनी-अपनी भूमिकाएं बनाई हैं , परन्तु उन में प्रथम तो आवश्यक मान्यताओं का वर्णन ही नहीं मिलता है और जिन का मिलता है उन में अनेक गलत हैं और जो ठीक हैं उन का उन्होंने स्वयं वेद-भाष्य में पालन नहीं किया है। महर्षि दयानन्द ने अपने वेदभाष्य में उस प्राचीन ऋषियों की मन्त्रार्थ शैली को अपनाया है जिस से मिथ्यामतों का खण्डन स्वतः ही हो जाता है । महर्षि अपने वेद-भाष्य की शैली का स्पष्टीकरण करते हुए भूमिका के अन्त में लिखते हैं
मन्त्रार्थभूमिका ह्यत्र मन्त्रस्तस्य पदानि च ।
पदार्थान्वयभावार्थाः क्रमाद बोध्या विचक्षणशैः।
(अर्थात् इस मन्त्र-भाष्य में इस प्रकार का क्रम रहेगा कि मन्त्रार्थभूमिका - प्रथम तो मन्त्र में परमेश्वर ने जिस बात का प्रकाश किया है । फिर मूलमन्त्र । उस का पदच्छेद । क्रम से प्रमाण सहित मन्त्र के पदों का अर्थ । अन्वय अर्थात् पदों की सम्बन्धपूर्वक योजना और छठा भावार्थ अर्थात् मन्त्र का जो मुख्य प्रयोजन है । इस क्रम से मन्त्र-भाष्य बनाया जाता है ।
वेद-भाष्य की इस शैली से कोई भी विद्वान् वेदों में इतिहासादि मिथ्यामतों की सिद्धि नहीं कर सकता । यह महर्षि की स्पष्ट घोषणा तथा प्राचीन ऋषियों की परम्परा है । भाष्य का लक्षण भी यही है -
''नामूल लिख्यते किङिचत् । नानपेक्षितमुच्यते ।
अर्थात् जो मूल में नहीं है और जिस की आवश्यकता भी नहीं है , उस बात को भाष्य में नहीं रखना चाहिए । महर्षि ने इस बात का विशेष ध्यान रक्खा है परन्तु सायणादि ने इस प्राचीन शैली को न अपना कर , स्थान-स्थान पर कल्पनाओं का आश्रय करके मिथ्या-पौराणिक मान्यताओं को जन्म दिया है। यदि वे मन्त्र के देवतार्थ पर विचार करके प्रकरणानुसार मन्त्रों के पदों का ही अर्थ करके भाष्य करते तो वे कदापि मिथ्यामतों को अपने भाष्य में नहीं दिखला सकते थे ।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका
ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका
ऋषि दयानंद की ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका ने वेदों का विस्तृत परिचय कराया
वेद
आर्य समाज
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यह एक लेख है: भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इन आरोपों को खारिज किया कि भारतीय बल्लेबाजों की तकनीक इंडियन प्रीमियर लीग में ताबड़तोड़ क्रिकेट खेलने के कारण खराब हुई है। यह पूछने पर कि क्या आईपीएल खेलने से भारतीयों की तकनीक खराब हुई है, गावस्कर ने ना में जवाब दिया।टिप्पणियां
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे नहीं लगता कि आईपीएल को इसके लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए। इन क्रिकेटरों ने रणजी में काफी रन बनाए हैं और उसके बाद ही टेस्ट टीम में उनका चयन हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि आईपीएल कारण है तो डेविड वार्नर रन कैसे बना रहा है? दूसरी अंतरराष्ट्रीय टीमों के बल्लेबाज रन कैसे बना रहे हैं और सिर्फ भारतीय बल्लेबाज ही आईपीएल से प्रभावित कैसे हो रहे हैं?’’ आईपीएल की संचालन परिषद के सदस्य रह चुके गावस्कर ने कहा कि भारत के सीनियर बल्लेबाजों ने आईपीएल खेलने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर की तकनीक पर असर पड़ा है या वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की। सिर्फ पिछली दो विदेश शृंखला में वे अच्छा नहीं खेल सके हैं। आईपीएल को दोष देने से कुछ नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे नहीं लगता कि आईपीएल को इसके लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए। इन क्रिकेटरों ने रणजी में काफी रन बनाए हैं और उसके बाद ही टेस्ट टीम में उनका चयन हुआ है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि आईपीएल कारण है तो डेविड वार्नर रन कैसे बना रहा है? दूसरी अंतरराष्ट्रीय टीमों के बल्लेबाज रन कैसे बना रहे हैं और सिर्फ भारतीय बल्लेबाज ही आईपीएल से प्रभावित कैसे हो रहे हैं?’’ आईपीएल की संचालन परिषद के सदस्य रह चुके गावस्कर ने कहा कि भारत के सीनियर बल्लेबाजों ने आईपीएल खेलने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर की तकनीक पर असर पड़ा है या वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की। सिर्फ पिछली दो विदेश शृंखला में वे अच्छा नहीं खेल सके हैं। आईपीएल को दोष देने से कुछ नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्या वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर की तकनीक पर असर पड़ा है या वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की। सिर्फ पिछली दो विदेश शृंखला में वे अच्छा नहीं खेल सके हैं। आईपीएल को दोष देने से कुछ नहीं होगा।’’
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आयुष्मान खुराना ने अपनी अपकमिंग फिल्म बाला की रिलीज से पहले भगवान का आशीर्वाद लिया है. एक्टर वाराणसी में गंगा आरती में शामिल हुए और जलाभिषेक किया. उन्होंने इंस्टाग्राम पर वाराणसी शहर से अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की हैं.
आयुष्मान खुराना
ने वाराणसी के गंगा घाट पर खड़े अपनी फोटो शेयर की है. कैप्शन में लिखा, 'अपनी फिल्मों के रिलीज से पहले मैं खुद को हर बार सबसे अधिक एनर्जी वाले जगहों में पाता हूं. मैं इन्हें प्लान भी नहीं करता. अंधाधुन, बधाई हो के समय मैं वैष्णो देवी में था.
ड्रीमगर्ल
के समय मैं लाल बाग में था. और अब ठीक बाला के रिलीज से पहले मैं बनारस के घाटों पर हूं. सभी सकारात्मक शक्तियों को मेरी ओर करने के लिए इस ब्रह्मांड का धन्यवाद.'
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I find myself at the places of strong energies just before the release of my films. I don’t even plan this. Before the release of AndhaDhun and Badhaai Ho i was in Vaishnodevi. During Dreamgirl i was at lalbaugh. And now just before #Bala i am at the ghats of banaras. Thank you universe for channelising all the positive energies towards me. #Gratitude
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Ayushmann Khurrana
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Nov 5, 2019 at 8:41am PST
आयुष्मान ने कहा, गंगा आरती जादुई क्षण से कम नहीं-
एक इंटरव्यू के दौरान आयुष्मान ने कहा, 'वाराणसी में गंगा आरती करना मेरे लिए सत्य क्षण था. मैं हमेशा से इसे अनुभव करना चाहता था और कॉलेज के समय से ही इसके लिए सोचा करता था. मैं खुश हूं कि गंगा आरती करने के लिए हर चीज सही हुई. मैं इसे कभी नहीं भूल सकता. यह मेरे लिए बहुत ही शांत, जादुई और आत्मीय अनुभव रहा.'
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#Bala ke baalon ki nayya toh kabki doob gayi. Love Story ki nayya paar hoti hai ya nahi, dekhte hai 7th November ko! 😉 #DineshVijan @amarkaushik @bhumipednekar @yamigautam #JaavedJaaferi @saurabhshuklafilms @maddockfilms #SeemaPahwa @nowitsabhi @sachinjigar @pvijan @soulfulsachin @jigarsaraiya @sonymusicindia @officialjiocinema @officialjiostudios
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Ayushmann Khurrana
(@ayushmannk) on
Oct 28, 2019 at 1:22am PDT
गौरतलब है कि आयुष्मान खुराना स्टारर फिल्म
बाला
8 नवंबर को रिलीज हो रही है. अमर कौशिक निर्देशित बाला गंजेपन की समस्या पर आधारित है. इस फिल्म में आयुष्मान ने एक गंजे आदमी का किरदार निभाया है. फिल्म में
भूमि पेडनेकर
और
यामी गौतम
भी अहम रोल में हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भगवान की शरण में पहुंचे आयुष्मान की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कितना कामयाब हो पाती है.
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पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिलहाल बड़ी राहत मिलती नहीं दिख रही है. गुरुवार को भी ईंधन की कीमत में बड़ा बदलाव नहीं आया है.आज सिर्फ दिल्ली में पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटी हैं.
इंडियन ऑयल कंपनी के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को पेट्रोल की कीमत में 6 पैसे की कटौती हुई है. वहीं, डीजल की बात करें तो इसमें 12 पैसों की कटौती हुई है. हालांकि अन्य मेट्रो शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं आया है.
गुरुवार को
दिल्ली में एक लीटर
पेट्रोल 76.78 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. वहीं, डीजल की कीमत 68.35 रुपये प्रति लीटर हो गई है. अन्य मेट्रो शहरों की बात करें तो मुंबई में एक लीटर पेट्रोल के लिए आज आपको 84.22 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. कोलकाता में यह 79.51 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 79.76 रुपये का प्रति लीटर पेट्रोल मिल रहा है.
वहीं,
डीजल की
बात करें तो मुंबई में एक लीटर के लिए आपको 72.56 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. कोलकाता में 70.94 रुपये और चेन्नई में 72.19 रुपये प्रति लीटर चुकाने पड़ रहे हैं.
दिल्ली को छोड़कर
अन्य मेट्रो शहरों
में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पिछले तीन दिन से कोई बदलाव नहीं आया है. यह हालात तब हैं, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आना शुरू हो गई है.
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केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को पश्चिम बंगाल सरकार पर राज्य के मुसलमानों के खिलाफ उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि इस समुदाय के लोगों की एक चौथाई आबादी होने के बावजूद केवल दो प्रतिशत को सरकारी नौकरी प्राप्त हुई है। दक्षिण 24 परगना जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा, पिछले दो वर्षों में कोलकाता पुलिस ने 511 सर्जेट की नियुक्ति की जिसमें केवल 11 मुसलमान थे। अग्निशमन विभाग में 605 लोगों की नियुक्ति की जिसमें केवल 9 मुस्लिम थे। यह वाम मोर्चा सरकार के 34 वर्षों के शासन का परिणाम है। आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, राज्य में पिछले दो वर्षों में 1,607 होमगार्ड की नियुक्ति की गई जिसमें केवल 35 मुसलमान थे। यह सरकार अल्पसंख्यकों के साथ कभी न्याय नहीं कर सकती है। वाममोर्चा सरकार से कोई उम्मीद नहीं है। चिदंबरम ने कहा, मेरी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में काफी रुचि है। मेरी निगाह इस चुनाव के परिणाम पर है विशेष तौर पर कैनिंग (पूर्व) पर। चिदंबरम ने कहा कि वह चुनाव आयोग से 13 मई के बाद भी यहां अर्धसैनिक बलों को बनाए रखने का आग्रह करेंगे।
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सनी देओल की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'घायल वन्स अगेन' का ट्रेलर रिलीज हो गया है जिसमें सनी देओल एक 'रक्षक' के रूप में दिखाई दे रहे हैं. फिल्म के ट्रेलर के अनुसार यह कहानी 4 युवा बच्चों की है जो किन्ही कारणों से एक माफिया के चक्कर में फँस जाते हैं और उन्हें बचाने के लिए अजय मेहरा (सनी देओल) भरसक प्रयास करता है.
ओम पुरी और सोहा अली खान भी हैं फिल्म में
फिल्म में ओम पुरी, सोहा अली खान भी अहम किरदार में हैं. सनी देओल ने ही इस फिल्म को लिखा और डायरेक्ट किया है. 'घायल वन्स अगेन' अगले साल 15 जनवरी 2016 को रिलीज होगी.
देखें ट्रेलर
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यह लेख है: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की करारी हार के बाद शिवसेना ने अब महाराष्ट्र के लोगों को दिल्लीवासियों से सीख लेने की नसीहत दी है।
शिवसेना ने बुधवार को पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में लिखा, दिल्ली ने 'पांच साल केजरीवाल' को अपनाया। महाराष्ट्र के लोगों को इससे सीख लेनी चाहिए। उन्हें सोचना चाहिए और उस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
चुनाव नतीजों को प्रधानमंत्री मोदी की हार करार देते हुए इसमें लिखा गया है कि मोदी की 'लहर' तीन महीने पहले महाराष्ट्र में रुक गई थी, लेकिन अब 'सुनामी' दिल्ली पहुंच गई है। दिल्ली विधानसभा के चुनावा परिणामों से साबित हो गया है कि 'लहर' की तुलना में 'सुनामी' अधिक शक्तिशाली है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मंगलवार को आए नतीजों में भाजपा को 70 में से केवल तीन सीटें मिली हैं, जबकि 67 सीटें आम आदमी पार्टी (आप) ने जीती हैं। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है।
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मेजबान होने के बावजूद बांग्लादेश क्रिकेट टीम भारत के खिलाफ बुधवार से शुरू हो रहे टेस्ट की पिच देखकर हैरान है और उसके श्रीलंकाई कोच चंडिका हथुरूसिंघा ने कहा कि उन्होंने इस तरह की पिच पहले कभी नहीं देखी.
उन्होंने कहा, ‘इस पिच को भांपना मुश्किल है क्योंकि मैंने पहले कभी ऐसी पिच नहीं देखी. हमें गर्मी को भी ध्यान में रखना होगा.
यह विकेट तेज गेंदबाजों
की मददगार नहीं होगी.’ उन्होंने कहा, ‘यह नई पिच है. हमें कल (बुधवार) ही पता चलेगा कि यह कैसी है.’ उन्होंने यह भी कहा कि मेजबान टीम ने पिच तैयार करने के लिए कोई निर्देश नहीं दिए थे जैसा कि आम तौर पर होता है.
कोच ने कहा, ‘पहली बार हमने कोई निर्देश नहीं दिया कि विकेट कैसी होनी चाहिए. हम ऐसी टीम चुनने की कोशिश करेंगे जो 20 विकेट ले सके. हमने यहां फर्स्ट क्लास मैच और कुछ बीसीएल वनडे मैच खेले हैं लिहाजा हमें कुछ अंदाजा है.’
उन्होंने कहा, ‘आम तौर पर टेस्ट विकेटों पर घास नहीं होती है लेकिन वनडे या अन्य फॉरमैट में घास पांच दिन रहती है या खेल पर उसका कितना असर होता है, यह देखना होगा.’
हथुरूसिंघा ने कहा, ‘स्पिनरों को पहले दिन से ही फायदा मिलेगा और बल्लेबाज भी आराम से खेल सकेंगे.’ उन्होंने कहा कि पिच पर घास अप्रत्याशित है. उन्होंने कहा, ‘विकेट पर काफी कटी हुई घास है. पता नहीं यह कैसी विकेट होगी. या तो पिच पर बहुत घास होती है या नहीं होती. यह अलग है. विकेट के ऊपर कटी हुई घास है और पता नहीं इसका नेचर कैसा होगा.’ उन्होंने कहा, ‘इस पर नमी ज्यादा देर रहेगी और शायद इसी वजह से इस पर घास रखी गई है.’
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दिवाली (Diwali 2018) का त्योहार आने वाला है. ऐसे में खरीदारी के शौकीन लोग
दिवाली
में खरीदारी के दौरान अक्सर ये भूल जाते हैं कि जो उत्पाद वे खरीद रहे हैं, वे
पर्यावरण
पर असर डाल सकते हैं. इस बारे में थोड़ी समझदारी दिखाना पर्यावरण के लिए लाभकारी साबित हो सकता है.
'जेडपैक' के संस्थापक राजेश अग्रवाल और 'श्रेया जैन कूट्यो' की संस्थापक श्रेया जैन ने इस संबंध में कुछ सुझाव दिए हैं, जो इस दिवाली लोगों के लिए पर्यावरण के अनुकूल और प्राकृतिक संरक्षण को ध्यान में रखकर खरीदारी करने में मददगार साबित होंगे-
ऐसे मनाएं दिवाली का त्योहार-
- दुकानदार और खरीदार अभी भी
प्लास्टिक
के बैग का इस्तेमाल कर रहे हैं. प्लास्टिक मिट्टी के उपजाऊपन को नुकसान पहुंचाता है और ये आसानी से नष्ट नहीं होता है. पर्यावरण संरक्षण में छोटा सा योगदान देते हुए खरीदार कपड़े के या जूट के बने बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- गिफ्ट रैप करने के लिए भी बड़े पैमाने पर प्लास्टिक रैपर का इस्तेमाल होता है. न्यूजपेपर से बने या ग्रीन फैब्रिक से बने रैपर का इस्तेमाल करें या ब्राउन बैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. लोग घर पर अपनी सहजता के हिसाब से गिफ्ट रैपर डिजाइन भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको चार्ट पेपर और डिजाइन व पैटर्न बनाने के लिए परिवार के किसी सदस्य के कलात्मक हुनर की जरूरत होगी, जो अच्छे से रैपर डिजाइन कर सके.
- एलईडी लाइट ऊर्जा की बचत करने वाले उत्पादों में एक उपयोगी अविष्कार हैं. इस
दिवाली
आप एलईडी स्ट्रिप खरीद सकते हैं, जो उचित और पर्यावरण के अनुकूल भी होगा. इसे बनाने में गैलियम फोस्फाइड का इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से कम ऊर्जा में भी अच्छा प्रकाश देता है और विश्वसनीय व टिकाऊ होता है.
- वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए पटाखों से दूरी बनाना ही बेहतर होगा. आप दूसरों को भी पटाखें ना खरीदने को लेकर जागरूक कर सकते हैं. पटाखों का जहरीला धुंआ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और आसमान में भी धुंध सा छा जाता है, इसलिए इस दिवाली को सुरक्षित रूप से अपनों के साथ खुशी से मनाएं.
- दिवाली खुशियों और उल्लास का त्योहार है. इस दिवाली आप फूड वेस्टेज को कम करने में मदद कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकते हैं और गरीब बच्चों व परिवारों को
मिठाईयां
व कपड़े बांट सकते हैं. यह न सिर्फ आपकी दिवाली को खास बना देगा, बल्कि आसपास के माहौल को भी खुशनुमा बना देगा.
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बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार और ट्विंकल खन्ना के बेटे आरव ने कुडो ओकिनावा और गुजो रयू कराटे डो में 'फर्स्ट डिग्री ब्लैक बेल्ट' हासिल की है. अक्षय ने कहा कि उन्हें अपनी जिंदगी का सबसे बेहतरीन पुरस्कार मिला है.
'एयरलिफ्ट' के एक्टर ने अपने
ट्विटर और इंस्टाग्राम
पर एक फोटो शेयर की, जिसमें उनके बेटे आरव नीली रंग की ड्रेस में काले रंग की बेल्ट पहने नजर आ रहे हैं.
Its a
#SonDay
all d way!After 9 yrs of training my son got his 1st degree black belt in Kudo
#proudfather
#overjoyed
pic.twitter.com/z4Obcvhia1
— Akshay Kumar (@akshaykumar)
May 8, 2016
इस फोटो के साथ अपने ट्वीट में अक्षय ने लिखा, 'आज का दिन बेटे का है. सच में, मैं
अपनी खुशी को जाहिर
नहीं कर सकता. मैंने अपनी जिंदगी का सबसे बेहतरीन पुरस्कार हासिल किया है.'
अक्षय ने आगे कहा, 'मेरे बेटे ने चार साल की उम्र में ही प्रैक्टिस शुरू कर दी थी और आज नौ साल की मेहनत के बाद उसे कुडो ओकिनावा और
गुजो रयू कराटे
डो में ब्लैक बेल्ट मिली है.'
बॉलीवुड के 48 साल के एक्टर ने लिखा, 'कुछ खुशी शब्दों में बयां नहीं की जा सकती और यह उनमें सबसे ऊपर है. मुझे काफी गर्व महसूस हो रहा है और इसे आपके साथ शेयर करना चाहता था.'
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भारतीय गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भारतीय लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अमेरिका-भारत की रणनीतिक साझेदारी दुनिया को अधिक संगठित, समृद्ध और सुरक्षित बना रही है.
गणतंत्र दिवस के एक संदेश में क्लिंटन ने कहा, 'अमेरिका आपके साथ है. हम अपने सम्बंधों को मजबूत कर रहे हैं और कुछ सबसे कठिन वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए काम कर रहे हैं.'
क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका और भारत लोकतांत्रिक सरकारों के प्रति अटल प्रतिबद्धता रखते हैं. उन्होंने कहा, 'हमारे साझा मूल्य नूतनता और उद्यमिता के आधार हैं, जो हमारे डेढ़ अरब लोगों को अपने सपने पूरा करने में मदद कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'विदेश मंत्री के रूप में मेरी तीन भारत यात्रा ने मेरे इस विश्वास को मजबूत किया है कि अमेरिका-भारत साझेदारी दुनिया को अधिक संगठित, समृद्ध और सुरक्षित बना रही है.'
उन्होंने कहा, 'हम जहां अपने सम्बंधों को मजबूत बना रहे हैं, वहीं हम दुनिया की कुछ सबसे कठिन चुनौतियों से निपटने के लिए काम भी कर रहे हैं.'
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एबी डिविलियर्स की दक्षिण अफ्रीकी टीम के खराब प्रदर्शन का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा. चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचने में नाकाम रही दक्षिण अफ्रीकी टीम को यहां टी20 मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा. आक्रामक बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टा के नाबाद 60 रन की बदौलत इंग्लैंड ने तीन मैचों की सीरीज के पहले टी20 मैच में यहां दक्षिण अफ्रीका को 9 विकेट के बड़े अंतर से शिकस्त दी. दक्षिण अफ्रीका के 143 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने 33 गेंद शेष रहते एक विकेट गंवाकर जीत दर्ज की.टिप्पणियां
सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने भी नाबाद 47 रन की पारी खेली. बेयरस्टा और हेल्स ने दूसरे विकेट के लिए 98 रन की अविजित साझेदारी की. शीर्ष बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड ने जीत के लिए जरूरी 143 रन महज 14.3 ओवर में एक विकेट खोकर बना डाले.
इंग्लैंड की जीत की नींव हालांकि उसके गेंदबाजों ने रखी जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका को तीन विकेट पर 142 रन के स्कोर पर सीमित कर दिया. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स ने नाबाद 65 जबकि फरहान बेहरदीन ने नाबाद 64 रन की पारी खेली. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 110 रन की अटूट साझेदारी की. दोनों उस समय क्रीज पर उतरे जब दक्षिण अफ्रीका की टीम 32 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद संकट में थी. इंग्लैंड की ओर से मार्क वुड ने 36 रन देकर दो विकेट चटकाए. लियाम डासन ने चार ओवर में सिर्फ 17 रन खर्च किए जबकि पदार्पण कर रहे मेसन क्रेन ने चार ओवर में 24 रन दिए.
सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने भी नाबाद 47 रन की पारी खेली. बेयरस्टा और हेल्स ने दूसरे विकेट के लिए 98 रन की अविजित साझेदारी की. शीर्ष बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड ने जीत के लिए जरूरी 143 रन महज 14.3 ओवर में एक विकेट खोकर बना डाले.
इंग्लैंड की जीत की नींव हालांकि उसके गेंदबाजों ने रखी जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका को तीन विकेट पर 142 रन के स्कोर पर सीमित कर दिया. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स ने नाबाद 65 जबकि फरहान बेहरदीन ने नाबाद 64 रन की पारी खेली. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 110 रन की अटूट साझेदारी की. दोनों उस समय क्रीज पर उतरे जब दक्षिण अफ्रीका की टीम 32 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद संकट में थी. इंग्लैंड की ओर से मार्क वुड ने 36 रन देकर दो विकेट चटकाए. लियाम डासन ने चार ओवर में सिर्फ 17 रन खर्च किए जबकि पदार्पण कर रहे मेसन क्रेन ने चार ओवर में 24 रन दिए.
इंग्लैंड की जीत की नींव हालांकि उसके गेंदबाजों ने रखी जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका को तीन विकेट पर 142 रन के स्कोर पर सीमित कर दिया. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स ने नाबाद 65 जबकि फरहान बेहरदीन ने नाबाद 64 रन की पारी खेली. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 110 रन की अटूट साझेदारी की. दोनों उस समय क्रीज पर उतरे जब दक्षिण अफ्रीका की टीम 32 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद संकट में थी. इंग्लैंड की ओर से मार्क वुड ने 36 रन देकर दो विकेट चटकाए. लियाम डासन ने चार ओवर में सिर्फ 17 रन खर्च किए जबकि पदार्पण कर रहे मेसन क्रेन ने चार ओवर में 24 रन दिए.
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यह एक लेख है: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने 1.25 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का मजाक उड़ाया और केंद्र से अधिकार मांगने वाले लोगों के प्रति अपमान का भाव व्यक्त किया।
मोदी को आड़े हाथ लेते हुए नीतीश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पैकेज की घोषणा इस तरह से की जैसे बिहार की नीलामी हो रही हो और बोली लगाई जा रही हो। उन्होंने मोदी पर सहयोगात्मक संघवाद के विरुद्ध जाने का आरोप लगाया।
नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘एक तरफ वह कहते हैं कि मैं याचक हूं और दूसरी तरफ वह मुझ पर अहंकारी होने का आरोप लगाते हैं। यह बहुत विरोधाभासी है। मैं बिहार के हित के लिए केंद्र के सामने याचना करने को तैयार हूं। वह प्रधानमंत्री हैं और जो चाहे कह सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह सहयोगात्मक संघवाद की बात करते हैं और इसके विपरीत काम करते हैं। वह राज्य सरकार का अपमान करेंगे, इसे अक्षम कहेंगे। यह किस तरह का सहयोगात्मक संघवाद है।’’
मोदी की घोषणा के बाद केंद्र द्वारा विशेष पैकेज में उल्लेखित अनेक योजनाओं का हवाला देते हुए नीतीश ने कहा कि इनमें से अनेक के प्रस्ताव दिल्ली में पहले से ही लंबित हैं और कई अन्य के वादे केंद्र सरकार पहले ही कर चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘इनमें कुछ नया नहीं है। उन्हें यह देना ही था। वह कोई एहसान नहीं कर रहे। नया क्या है?’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह जिस तरह बोलते हैं, उससे लगता है कि उनमें अपमान का भाव है। ऐसा लगता है कि बिहार के लिए बोली लगाई जा रही हो। अहंकारी कौन है?’’
बिहार के ‘बीमारू’ राज्य के दर्जे की बहस के संबंध में प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या वे सभी राज्य ‘बीमारू’ थे जिन्हें पहले विशेष पैकेज दिए गए। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा काम करने वालों की पीठ थपथपाने के बजाय वे मजाक उड़ा रहे हैं।’’टिप्पणियां
नीतीश ने कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार ने विकास के सभी पैमानों पर अच्छा काम किया है।
इससे पहले आज एक कार्यक्रम में मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने राजनीतिक फायदों के लिए राज्य की साख दांव पर लगा दी।
मोदी को आड़े हाथ लेते हुए नीतीश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पैकेज की घोषणा इस तरह से की जैसे बिहार की नीलामी हो रही हो और बोली लगाई जा रही हो। उन्होंने मोदी पर सहयोगात्मक संघवाद के विरुद्ध जाने का आरोप लगाया।
नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘एक तरफ वह कहते हैं कि मैं याचक हूं और दूसरी तरफ वह मुझ पर अहंकारी होने का आरोप लगाते हैं। यह बहुत विरोधाभासी है। मैं बिहार के हित के लिए केंद्र के सामने याचना करने को तैयार हूं। वह प्रधानमंत्री हैं और जो चाहे कह सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह सहयोगात्मक संघवाद की बात करते हैं और इसके विपरीत काम करते हैं। वह राज्य सरकार का अपमान करेंगे, इसे अक्षम कहेंगे। यह किस तरह का सहयोगात्मक संघवाद है।’’
मोदी की घोषणा के बाद केंद्र द्वारा विशेष पैकेज में उल्लेखित अनेक योजनाओं का हवाला देते हुए नीतीश ने कहा कि इनमें से अनेक के प्रस्ताव दिल्ली में पहले से ही लंबित हैं और कई अन्य के वादे केंद्र सरकार पहले ही कर चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘इनमें कुछ नया नहीं है। उन्हें यह देना ही था। वह कोई एहसान नहीं कर रहे। नया क्या है?’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह जिस तरह बोलते हैं, उससे लगता है कि उनमें अपमान का भाव है। ऐसा लगता है कि बिहार के लिए बोली लगाई जा रही हो। अहंकारी कौन है?’’
बिहार के ‘बीमारू’ राज्य के दर्जे की बहस के संबंध में प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या वे सभी राज्य ‘बीमारू’ थे जिन्हें पहले विशेष पैकेज दिए गए। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा काम करने वालों की पीठ थपथपाने के बजाय वे मजाक उड़ा रहे हैं।’’टिप्पणियां
नीतीश ने कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार ने विकास के सभी पैमानों पर अच्छा काम किया है।
इससे पहले आज एक कार्यक्रम में मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने राजनीतिक फायदों के लिए राज्य की साख दांव पर लगा दी।
नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘एक तरफ वह कहते हैं कि मैं याचक हूं और दूसरी तरफ वह मुझ पर अहंकारी होने का आरोप लगाते हैं। यह बहुत विरोधाभासी है। मैं बिहार के हित के लिए केंद्र के सामने याचना करने को तैयार हूं। वह प्रधानमंत्री हैं और जो चाहे कह सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह सहयोगात्मक संघवाद की बात करते हैं और इसके विपरीत काम करते हैं। वह राज्य सरकार का अपमान करेंगे, इसे अक्षम कहेंगे। यह किस तरह का सहयोगात्मक संघवाद है।’’
मोदी की घोषणा के बाद केंद्र द्वारा विशेष पैकेज में उल्लेखित अनेक योजनाओं का हवाला देते हुए नीतीश ने कहा कि इनमें से अनेक के प्रस्ताव दिल्ली में पहले से ही लंबित हैं और कई अन्य के वादे केंद्र सरकार पहले ही कर चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘इनमें कुछ नया नहीं है। उन्हें यह देना ही था। वह कोई एहसान नहीं कर रहे। नया क्या है?’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह जिस तरह बोलते हैं, उससे लगता है कि उनमें अपमान का भाव है। ऐसा लगता है कि बिहार के लिए बोली लगाई जा रही हो। अहंकारी कौन है?’’
बिहार के ‘बीमारू’ राज्य के दर्जे की बहस के संबंध में प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या वे सभी राज्य ‘बीमारू’ थे जिन्हें पहले विशेष पैकेज दिए गए। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा काम करने वालों की पीठ थपथपाने के बजाय वे मजाक उड़ा रहे हैं।’’टिप्पणियां
नीतीश ने कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार ने विकास के सभी पैमानों पर अच्छा काम किया है।
इससे पहले आज एक कार्यक्रम में मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने राजनीतिक फायदों के लिए राज्य की साख दांव पर लगा दी।
उन्होंने कहा, ‘‘वह सहयोगात्मक संघवाद की बात करते हैं और इसके विपरीत काम करते हैं। वह राज्य सरकार का अपमान करेंगे, इसे अक्षम कहेंगे। यह किस तरह का सहयोगात्मक संघवाद है।’’
मोदी की घोषणा के बाद केंद्र द्वारा विशेष पैकेज में उल्लेखित अनेक योजनाओं का हवाला देते हुए नीतीश ने कहा कि इनमें से अनेक के प्रस्ताव दिल्ली में पहले से ही लंबित हैं और कई अन्य के वादे केंद्र सरकार पहले ही कर चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘इनमें कुछ नया नहीं है। उन्हें यह देना ही था। वह कोई एहसान नहीं कर रहे। नया क्या है?’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह जिस तरह बोलते हैं, उससे लगता है कि उनमें अपमान का भाव है। ऐसा लगता है कि बिहार के लिए बोली लगाई जा रही हो। अहंकारी कौन है?’’
बिहार के ‘बीमारू’ राज्य के दर्जे की बहस के संबंध में प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या वे सभी राज्य ‘बीमारू’ थे जिन्हें पहले विशेष पैकेज दिए गए। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा काम करने वालों की पीठ थपथपाने के बजाय वे मजाक उड़ा रहे हैं।’’टिप्पणियां
नीतीश ने कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार ने विकास के सभी पैमानों पर अच्छा काम किया है।
इससे पहले आज एक कार्यक्रम में मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने राजनीतिक फायदों के लिए राज्य की साख दांव पर लगा दी।
उन्होंने कहा, ‘‘इनमें कुछ नया नहीं है। उन्हें यह देना ही था। वह कोई एहसान नहीं कर रहे। नया क्या है?’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह जिस तरह बोलते हैं, उससे लगता है कि उनमें अपमान का भाव है। ऐसा लगता है कि बिहार के लिए बोली लगाई जा रही हो। अहंकारी कौन है?’’
बिहार के ‘बीमारू’ राज्य के दर्जे की बहस के संबंध में प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या वे सभी राज्य ‘बीमारू’ थे जिन्हें पहले विशेष पैकेज दिए गए। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा काम करने वालों की पीठ थपथपाने के बजाय वे मजाक उड़ा रहे हैं।’’टिप्पणियां
नीतीश ने कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार ने विकास के सभी पैमानों पर अच्छा काम किया है।
इससे पहले आज एक कार्यक्रम में मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने राजनीतिक फायदों के लिए राज्य की साख दांव पर लगा दी।
बिहार के ‘बीमारू’ राज्य के दर्जे की बहस के संबंध में प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या वे सभी राज्य ‘बीमारू’ थे जिन्हें पहले विशेष पैकेज दिए गए। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा काम करने वालों की पीठ थपथपाने के बजाय वे मजाक उड़ा रहे हैं।’’टिप्पणियां
नीतीश ने कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार ने विकास के सभी पैमानों पर अच्छा काम किया है।
इससे पहले आज एक कार्यक्रम में मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने राजनीतिक फायदों के लिए राज्य की साख दांव पर लगा दी।
नीतीश ने कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार ने विकास के सभी पैमानों पर अच्छा काम किया है।
इससे पहले आज एक कार्यक्रम में मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने राजनीतिक फायदों के लिए राज्य की साख दांव पर लगा दी।
इससे पहले आज एक कार्यक्रम में मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने राजनीतिक फायदों के लिए राज्य की साख दांव पर लगा दी।
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अन्नाद्रमुक के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अपने सहयोगियों को सत्ता में साझीदार बनाने का पार्टी का कोई इरादा नहीं है और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर द्रमुक के पहले परिवार के खिलाफ जांच करायी जाएगी.
पार्टी के वरिष्ठ नेता एम थंबीदुरै ने जयललिता को ‘काफी मजबूत और दृढ़’ नेता बताते हुए कहा कि राज्य में शासन करने के लिए उन्हें ‘पूर्ण बहुमत’ मिलेगा और गठबंधन सरकार बनाने का कोई तुक नहीं है. उन्होंने कहा, ‘ऐसे में पार्टी नेता अम्मा अकेले ही सरकार बनाएंगी.’
लोकसभा में पार्टी नेता थंबीदुरै से सवाल किया गया था कि क्या अगली सरकार में गठबंधन सहयोगी डीएमडीके को शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि द्रमुक शासन काल में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गयी और जयललिता की पहली प्राथमिकता कानून व्यवस्था बहाल करना होगा.
थंबीदुरै ने कहा कि भ्रष्टाचार के जो भी मुद्दे हों, वह उचित कार्रवाई करेंगी. इस बीच पार्टी के संगठन सचिव एस सेम्मालै ने नतीजों को उम्मीद से परे बताया. उन्होंने कहा, ‘यह हमारे लिए सकारात्मक और द्रमुक सरकार के खिलाफ नकारात्मक मत है.
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जेठ की तपती गर्मी में शादी ब्याह की तैयारियों में लगे लोगों को अब महंगे सोने की तपन भी सहनी होगी. सोना मंगलवार को 19,050 रुपये प्रति दस ग्राम के नये रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया. चांदी में भी उछाल जारी है.
राष्ट्रीय राजधानी में सोना मंगलवार को 325 रुपये उछलकर 19,050 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया. सोने का यह अब तक का सबसे ऊंचा भाव है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लगातार महंगा हो रहा है. घरेलू बाजार पर उसी का असर है. यूनान संकट के चलते निवेशक सोना खरीद रहे हैं. उनका मानना है कि सोने में निवेश ही सबसे सुरक्षित और बेहतर उपाय है. यूरो और डालर पर उनका भरोसा कम हुआ है.
रिकार्ड बनाने के मामले में चांदी भी पीछे नहीं है. चांदी का भाव दिल्ली में मंगलवार को 200 रुपये बढ़कर 29,800 रुपये किलो हो गया. आभूषण कारोबारी कहते हैं कि औद्योगिक इकाइयों तथा जौहरियों की भारी मांग का असर बाजार पर है.
अखिल भारतीय सर्राफा बाजार एसोसियेसन के अध्यक्ष शीलचंद जैन का कहना है ‘सोने के दाम में उछाल ऐसे समय आया है जब भारतीय बाजारों में शादी ब्याह का मौसम चल रहा है और जौहरियों तथा खुदरा विक्रेताओं की मांग बनी हुई है.’
एक अन्य अनुसंधान फर्म जेआजी वैल्थ के प्रमुख हरीश जी का कहना है कि घरेलू बाजार में सोने की आसमान छूती कीमतों की असली वजह रुपये का अवमूल्यन होना है. अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपया मंगलवार को 21 पैसे कमजोर होकर 46.57 रुपये रह गया. विदेशी कोषों के विदेशों को धन की निकासी से डालर की मांग बढ़ गई और रुपया कमजोर पड़ गया. पिछले कुछ सत्रों में रुपया काफी कमजोर हुआ है.
जी. हरीश ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम मजबूत तो हैं लेकिन बहुत ज्यादा ऊंचाई पर नहीं हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में वर्तमान में सोने के दाम 1220 डालर प्रति औंस चल रहे हैं जबकि पिछले दो महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 8.3 प्रतिशत बढकर 1249.4 डालर प्रति औंस को छू चुका है.
बहरहाल, राष्ट्रीय राजधानी में गिन्नी के भाव 50 रुपये बढकर 14,650 रुपये प्रति इकाई (आठ ग्राम) रहे. चांदी तैयार के भाव 200 रुपये बढ़कर 29,800 रुपये प्रति किलो जबकि चांदी साप्ताहिक डिलिवरी के भाव 280 रुपये तेजी के साज्ञि 29,440 रुपये प्रति किलो रहे. चांदी सिक्का 100 रुपये बढ़कर 34,500 रु (34,600 रु प्रति 100 इकाई) रहा.
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ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व कोच मिकी अर्थर ने कानूनी दस्तावेजों के माध्यम से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) से खुद को करार की अवधि पूरा होने से पहले बर्खास्त किए जाने पर 40 लाख डॉलर का हर्जाना मांगा है।
साथ ही अर्थर ने हरफनमौला खिलाड़ी शेन वॉटसन और उनके साथी खेमेबाजी करने वाले खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए 'कैंसर' करार दिया है।
'द सेवन नेटवर्क' की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत में दाखिल दस्तावेजों के माध्यम से अर्थर ने सीए से यह भारी राशि हर्जाने के रूप में चाही है। सीए ने करार समाप्त होने से दो साल पहले ही अर्थर को बर्खास्त करते हुए डरेन लेहमन को टीम का नया कोच नियुक्त किया है।
दस्तावेजों में कहा गया है कि कप्तान माइकल क्लार्क और वॉटसन के बीच काफी गंभीर विवाद चल रहा था और अर्थर इन दोनों के बीच 'सैंडविच' बन गए थे। अर्थर ने कहा है कि क्लार्क और वॉटसन के बीच जारी विवाद कारण ही उनकी कुर्सी गई है। टिप्पणियां
अर्थर ने अपने दस्तावेजों में कहा है कि भारत दौरे के दौरान जब वाटसन सहित चार खिलाड़ियों ने अनुशासनहीनता दिखाई थी और इसे लेकर जब उन्होंने इन खिलाड़ियों के एक मैच के लिए बर्खास्त किया था, तब सीए ने इस मामले में उनका साथ नहीं दिया था।
अर्थर के मुताबिक उनके साथ भेदभाव किया गया क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका के निवासी हैं और ऑस्ट्रेलियाई तौर-तरीकों से वाकिफ नहीं थे।
साथ ही अर्थर ने हरफनमौला खिलाड़ी शेन वॉटसन और उनके साथी खेमेबाजी करने वाले खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए 'कैंसर' करार दिया है।
'द सेवन नेटवर्क' की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत में दाखिल दस्तावेजों के माध्यम से अर्थर ने सीए से यह भारी राशि हर्जाने के रूप में चाही है। सीए ने करार समाप्त होने से दो साल पहले ही अर्थर को बर्खास्त करते हुए डरेन लेहमन को टीम का नया कोच नियुक्त किया है।
दस्तावेजों में कहा गया है कि कप्तान माइकल क्लार्क और वॉटसन के बीच काफी गंभीर विवाद चल रहा था और अर्थर इन दोनों के बीच 'सैंडविच' बन गए थे। अर्थर ने कहा है कि क्लार्क और वॉटसन के बीच जारी विवाद कारण ही उनकी कुर्सी गई है। टिप्पणियां
अर्थर ने अपने दस्तावेजों में कहा है कि भारत दौरे के दौरान जब वाटसन सहित चार खिलाड़ियों ने अनुशासनहीनता दिखाई थी और इसे लेकर जब उन्होंने इन खिलाड़ियों के एक मैच के लिए बर्खास्त किया था, तब सीए ने इस मामले में उनका साथ नहीं दिया था।
अर्थर के मुताबिक उनके साथ भेदभाव किया गया क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका के निवासी हैं और ऑस्ट्रेलियाई तौर-तरीकों से वाकिफ नहीं थे।
'द सेवन नेटवर्क' की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत में दाखिल दस्तावेजों के माध्यम से अर्थर ने सीए से यह भारी राशि हर्जाने के रूप में चाही है। सीए ने करार समाप्त होने से दो साल पहले ही अर्थर को बर्खास्त करते हुए डरेन लेहमन को टीम का नया कोच नियुक्त किया है।
दस्तावेजों में कहा गया है कि कप्तान माइकल क्लार्क और वॉटसन के बीच काफी गंभीर विवाद चल रहा था और अर्थर इन दोनों के बीच 'सैंडविच' बन गए थे। अर्थर ने कहा है कि क्लार्क और वॉटसन के बीच जारी विवाद कारण ही उनकी कुर्सी गई है। टिप्पणियां
अर्थर ने अपने दस्तावेजों में कहा है कि भारत दौरे के दौरान जब वाटसन सहित चार खिलाड़ियों ने अनुशासनहीनता दिखाई थी और इसे लेकर जब उन्होंने इन खिलाड़ियों के एक मैच के लिए बर्खास्त किया था, तब सीए ने इस मामले में उनका साथ नहीं दिया था।
अर्थर के मुताबिक उनके साथ भेदभाव किया गया क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका के निवासी हैं और ऑस्ट्रेलियाई तौर-तरीकों से वाकिफ नहीं थे।
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अर्थर ने अपने दस्तावेजों में कहा है कि भारत दौरे के दौरान जब वाटसन सहित चार खिलाड़ियों ने अनुशासनहीनता दिखाई थी और इसे लेकर जब उन्होंने इन खिलाड़ियों के एक मैच के लिए बर्खास्त किया था, तब सीए ने इस मामले में उनका साथ नहीं दिया था।
अर्थर के मुताबिक उनके साथ भेदभाव किया गया क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका के निवासी हैं और ऑस्ट्रेलियाई तौर-तरीकों से वाकिफ नहीं थे।
अर्थर ने अपने दस्तावेजों में कहा है कि भारत दौरे के दौरान जब वाटसन सहित चार खिलाड़ियों ने अनुशासनहीनता दिखाई थी और इसे लेकर जब उन्होंने इन खिलाड़ियों के एक मैच के लिए बर्खास्त किया था, तब सीए ने इस मामले में उनका साथ नहीं दिया था।
अर्थर के मुताबिक उनके साथ भेदभाव किया गया क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका के निवासी हैं और ऑस्ट्रेलियाई तौर-तरीकों से वाकिफ नहीं थे।
अर्थर के मुताबिक उनके साथ भेदभाव किया गया क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका के निवासी हैं और ऑस्ट्रेलियाई तौर-तरीकों से वाकिफ नहीं थे।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने चौंकाने वाले फैसलों को लेकर हमेशा चर्चा में रहे हैं. सीरिया और अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का आदेश देने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक और ऐसा कदम उठाया, जिससे पूरी दुनिया हैरान है. डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को सभी को चौंकाते हुए इराक का दौरा किया, यहां अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ अमेरिकी बेस का जायजा लेने पहुंचे.
बता दें कि इराक भी सीरिया से सटा हुआ ही है, ऐसे में ट्रंप के दौरे ने कई नई अटकलों को जन्म दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दौरे के बारे में किसी को जानकारी नहीं थी. सीरिया और अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के फैसले पर डोनाल्ड ट्रंप की काफी आलोचना हो रही थी, यही कारण है कि अब ट्रंप ने इस कदम से अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है.
यहां इराक के बेस कैंप में पहुंच सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी नीति अमेरिका फर्स्ट की है, यही कारण है कि उन्होंने ऐसे फैसले लिए हैं. अमेरिका का ये बेस कैंप इराक की राजधानी बगदाद से सिर्फ 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. उन्होंने कहा कि अब हम सिर्फ सहने वाले देश नहीं रहेंगे.
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@FLOTUS
Melania and I were honored to visit our incredible troops at Al Asad Air Base in Iraq. GOD BLESS THE U.S.A.!
pic.twitter.com/rDlhITDvm1
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump)
December 26, 2018
ट्रंप द्वारा सीरिया और अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाने के बाद से ही विरोधी उनके खिलाफ हैं. रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने भी इस फैसले से खफा होते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया, कई अन्य अधिकारियों ने भी इस्तीफा दिया था. गौरतलब है कि इराक ने 2017 में ही ISIS पर फतेह का ऐलान कर दिया था.
ट्रंप इस बेस कैंप में करीब तीन घंटे तक रहे, लेकिन उन्होंने किसी स्थानीय इराकी अधिकारी से मुलाकात नहीं की. हालांकि, इराक के प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल मेहदी से उन्होंने फोन पर बात जरूर की.
आपको बता दें कि पिछले साल तक इराक में मौजूद अमेरिकी सैनिकों की संख्या 1 लाख के आस-पास थी, जो अब घटकर सिर्फ 5000 तक ही रह गई है.
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दिल्ली पुलिस हमेशा दावा करती रही है कि राजधानी में कभी मुबंई जैसे गैंग या गैंगवार नहीं हुए. क्योंकि उन्होंने दिल्ली में कभी ऐसे गैंग पनपने नहीं दिए. मगर दिल्ली पुलिस का ये दावा पूरी तरह से ठीक नहीं है. भले ही दिल्ली में मुंबई की तर्ज पर कभी कोई बड़ा गैंग नहीं पनपा. लेकिन छोटे-मौटे गैंग अक्सर दिल्ली को दहलाते रहते हैं. द्वारका में सरेआम हुई ताजा गैंगवार से ठीक एक दिन पहले रोहिणी इलाके में भी गैंगवार की ऐसी ही तस्वीरें सामने आई थी.
दिल्ली के द्वारका इलाके में जो गैंगवार हुई उसने दिल्ली पुलिस के दावों की पोल खोलकर रख दी. मामला केवल यही नहीं था, इस शूटआउट से एक दिन पहले दिल्ली के रोहिणी इलाके में भी गैंगवार देखने को मिली. वहां भी ठीक द्वारका की तरह ही गैंगस्टर बेख़ौफ़ होकर अपने दुश्मन को गोलियों का निशाना बना रहे थे. वहां कोई एक या दो नहीं, बल्कि चार से पांच लोग एक-एक कर बारी-बारी से एक शख्स को गोली मार निकल जाते हैं. इत्तेफ़ाक से वहां भी गैंगवार की तस्वीरें कैमरे में क़ैद हो जाती हैं, लेकिन किसी के मोबाइल फ़ोन में नहीं बल्कि आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों में.
वहां सड़क किनारे एक शख्स गिरा पड़ा था. उसे एक-एक कर चार लोग गोली मारते हैं. एक गोली मार कर निकल जाता है, फिर दूसरा आता है. जब दूसरा गोली मारकर निकल जाता है, फिर तीसरा आता है और फिर इस तरह चार लोग बारी-बारी से उसे गोलियों से भून डालते हैं. वो शख्स बीच सड़क पर पड़ा तड़पता रहता है, जान बचाने की फ़रियाद करता रहता है. लेकिन एक भरे रिहायशी इलाक़े में ये सबकुछ कुछ इतनी जल्दी होता है कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिलता. गोलीबारी की वारदात का शिकार बना वो नौजवान अब अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रहा है.
चश्मदीदों की मानें तो शनिवार को मनीष नाम का ये नौजवान रोहिणी के सेक्टर 11 इलाक़े में अपनी कार से गुज़र रहा था और इसी बीच उसकी गाड़ी ख़राब हो गई. जिसे कुछ लोग धक्का लगा कर स्टार्ट करने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन इससे पहले कि गाड़ी स्टार्ट होती, मनीष को स्विफ्ट कार से आए कुछ बदमाशों ने घेर लिया और बिल्कुल फ़िल्मी स्टाइल में फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग होते ही मनीष कार से नीचे गिर गया. जबकि धक्का लगा रहे लड़के वहां से भाग गए. लेकिन बदमाशों ने उसे नहीं बख्शा और एक-एक कर गोलियां बरसाते रहे.
पुलिस के मुताबिक मनीष दिल्ली के खेड़ा खुर्द गांव का रहने वाला है. उसकी कुछ लोगों से दुश्मनी चल रही थी. असल में रोहिणी के सेक्टर 11 इलाके में बंटू नाम का एक शख्स हुक्का बार चलाता था. बंटू मान दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवानिया का करीबी माना जाता था, जिसे कुछ लोगों ने हुक्का बार के बाहर ही गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया था. इस सिलसिले में कई लोगों पर क़त्ल का मुकदमा भी चल रहा था, लेकिन मनीष बंटू मान के क़त्ल के मामले में क़ातिलों की ओर से पैरवी कर रहा था. समझा जाता है कि ऐसे में मान और बवानिया के गुर्गे मनीष से खार खाते थे और अब ये हमला भी उसी दुश्मनी की एक कड़ी है.
फिलहाल, मनीष को अपनी गोलियों का निशाना बनाने वाले बदमाश तो फरार हैं, लेकिन ज़ख्मी शख्स से मिले सुराग़ और बदमाशों के पुराने ट्रैक रिकॉर्ड को खंगालते हुए अब पुलिस गुनहगारों की तलाश में लगी है. गैंगवार की ऐसी वारदातें अक्सर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में होती हैं क्योंकि दिल्ली के हर एक इलाके में कई गैंग ऑपरेट करते हैं. गैरकानूनी धंधे चलाने वाले ये गैंग पूरे इलाके में अपना वर्चस्व हासिल करना चाहते हैं. जब इस वर्चस्व को कोई चुनौती देता है, तो ऐसी ही गैंगवार की तस्वीरें सामने आती हैं.
गैंग्स ऑफ आउटर दिल्ली
गैंगवार के लिए बाहरी दिल्ली का इलाका सबसे ज्यादा बदनाम है. जिसमें नजफगढ़, बवाना, नरेला, नागलोई और मुंडका शामिल हैं. इन सभी इलाकों की सीमा हरियाणा से लगी हुई है. दिल्ली के ये वो इलाके हैं, जिनमें नई-नई कॉलोनियां बनाई जा रही हैं. बाहरी दिल्ली में ऑपरेट करने वाले ज्यादातर गैंग जमीनों की खरीद-फरोख्त में अपना दखल रखते हैं. प्लॉटिंग में मोटा पैसा होने की वजह से नए-नए गैंग इसमें अपना हाथ डालते हैं, जो पुराने गैंग को चुनौती देने जैसा होता है. बस इसके बाद से ही गैंगवार का ऐसा सिलसिला चलता है, जो थामे नहीं थमता.
यही नहीं नजफगढ़ के दो गांवों के बीच तो दुश्मनी की ऐसी दरार पड़ी है, जो अभी तक नहीं पटी. यहां के गांव दिचाऊ और मित्राऊ से ऑपरेट करने वाले दो गैंग अब तक गैंगवार में न जाने कितने लोगों की जान ले चुके हैं. इसी तरह अनूप और किशन पहलवान गैंग के बीच खून-खराबा बंद हुआ तो नरेला और बवाना इलाके से ऑपरेट करने वाले जितेन्द्र गोगी और टिल्लु ताजपुर गैंग के गुर्गे एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए.
साल 2018 में बुरारी में दोनों के बीच हुई गैंगवार में चार लोगों की जान चली गई थी. जबकि फायरिंग में 19 लोग घायल भी हो गए थे. हमला जितेन्द्र गोगी गैंग के गुर्गों ने किया था. ऐसे ही नीरज बवाना और नीटू दाबोदिया गैंग के बीच भी गैंगवार में कई लोगों ने अपनी जान गवाई. नीटू को पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार गिराया. जबकि नीरज बवाना तिहाड़ जेल से ही अपना धंधा चला रहा है. अब उसका गैंग दिल्ली में ऑपरेट करने वाले गैंग्स में से सबसे मजबूत माना जाता है. वर्चस्व की लड़ाई के चलते दिल्ली में गैंगवार होते आए हैं और होते रहेंगे. क्योंकि तेजी से तरक्की करती दिल्ली में हर किसी को अपना हिस्सा चाहिए.
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नेहा अग्रवाल एक भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी है और २००८ के बीजिंग के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल में भाग लेने वाली भारत की एकमात्र महिला थी। उनका जन्म ११ जनवरी १९९० को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने आर के पुरम के दिल्ली पब्लिक स्कूल से स्चूली शिक्षा प्राप्त की और और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन्स कॉलेज से अपनी कॉलेज की पढाई पूरी की। और उसी समय वह अहमदाबाद और कोलकाता में आयोजित जूनियर राष्ट्रीय टेबल टेनिस चैंपियनशिप की विजेता घोषित हुई।
नेहा ने पोलोमी घटक और मौमा दास को हराकर ओलंपिक में अपना स्थान अर्जित किया, जिन्हें जीतने के लिए समर्थन किया गया था। और अब वह कोलंबिया विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क, अमेरिका से खेल प्रबंधन में अपनी मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की।
बाहरी कड़ियाँ
Indian Squad for 2008 Olympics
Delhi Public School
सन्दर्भ
भारतीय महिला खिलाड़ी
भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी
1990 में जन्मे लोग
जीवित लोग
दिल्ली के लोग
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देश के शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में गत सप्ताह करीब एक फीसदी और रियल्टी सेक्टर में चार फीसदी तेजी रही। बीते सप्ताह सिर्फ चार कारोबारी सत्र आयोजित हुआ। गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर को शेयर बाजार बंद रहे।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.96 फीसदी या 188.68 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 19,915.95 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.3 फीसदी या 74.10 अंकों की तेजी के साथ 5,907.30 पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 21 शेयरों में तेजी रही। बजाज ऑटो (6.37 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (5.02 फीसदी), टीसीएस (4.40 फीसदी), मारुति सुजुकी (4.38 फीसदी) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (3.51 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे ओएनजीसी (3.52 फीसदी), एनटीपीसी (3.52 फीसदी), आईटीसी (2.52 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (2.06 फीसदी) और डॉ. रेड्डीज लैब (1.78 फीसदी)।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 1.94 फीसदी तेजी के साथ 5,731.01 पर और स्मॉलकैप 1.25 फीसदी तेजी के साथ 5,565.54 पर बंद हुआ।
आलोच्य अवधि में बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (4.24 फीसदी), बैंकिंग (2.90 फीसदी), वाहन (2.73 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (2.38 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (2.03 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.83 फीसदी), बिजली (1.10 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी)।
गत सप्ताह के प्रमुख आर्थिक घटनाक्रमों में अमेरिका के नए वित्त वर्ष के लिए कांग्रेस में रिपब्लिकनों के बहुमत वाले प्रतिनिधि सभा और डेमेक्रैटों के बहुमत वाले सीनेट के बीच समय सीमा के भीतर सहमति नहीं बन पाने के कारण सोमवार मध्य रात से अमेरिका के संघीय सरकार में शटडाउन प्रभावी हो गया। शटडाउन के कारण कई गैर अत्यावश्यक सेवाओं को ठप कर दिया गया और उनसे संबंधित करीब आठ लाख लोगों को अवैतनिक छुट्टी दे दी गई।
इधर देश में वित्त मंत्री पी चिदंबरम और भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के बीच गुरुवार को हुई एक बैठक में सरकारी बैंकों में मौजूदा कारोबारी साल में निवेश की जाने वाली राशि में समुचित वृद्धि करने का फैसला किया गया। ऐसा इसलिए किया ताकि बैंक उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु और वाहने जैसे चुने हुए क्षेत्रों में कम ब्याज दर वाली कर्ज योजना पेश करें और इससे आर्थिक सुस्ती झेल रहे देश में मांग में वृद्धि हो।
गत सप्ताह विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई। शुक्रवार 4 अक्टूबर को रुपया 61.41 पर कारोबार कर रहा था, जो शुक्रवार 27 अक्टूबर को 62.51 के स्तर पर था।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.96 फीसदी या 188.68 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 19,915.95 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 1.3 फीसदी या 74.10 अंकों की तेजी के साथ 5,907.30 पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 21 शेयरों में तेजी रही। बजाज ऑटो (6.37 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (5.02 फीसदी), टीसीएस (4.40 फीसदी), मारुति सुजुकी (4.38 फीसदी) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (3.51 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे ओएनजीसी (3.52 फीसदी), एनटीपीसी (3.52 फीसदी), आईटीसी (2.52 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (2.06 फीसदी) और डॉ. रेड्डीज लैब (1.78 फीसदी)।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 1.94 फीसदी तेजी के साथ 5,731.01 पर और स्मॉलकैप 1.25 फीसदी तेजी के साथ 5,565.54 पर बंद हुआ।
आलोच्य अवधि में बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (4.24 फीसदी), बैंकिंग (2.90 फीसदी), वाहन (2.73 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (2.38 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (2.03 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.83 फीसदी), बिजली (1.10 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी)।
गत सप्ताह के प्रमुख आर्थिक घटनाक्रमों में अमेरिका के नए वित्त वर्ष के लिए कांग्रेस में रिपब्लिकनों के बहुमत वाले प्रतिनिधि सभा और डेमेक्रैटों के बहुमत वाले सीनेट के बीच समय सीमा के भीतर सहमति नहीं बन पाने के कारण सोमवार मध्य रात से अमेरिका के संघीय सरकार में शटडाउन प्रभावी हो गया। शटडाउन के कारण कई गैर अत्यावश्यक सेवाओं को ठप कर दिया गया और उनसे संबंधित करीब आठ लाख लोगों को अवैतनिक छुट्टी दे दी गई।
इधर देश में वित्त मंत्री पी चिदंबरम और भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के बीच गुरुवार को हुई एक बैठक में सरकारी बैंकों में मौजूदा कारोबारी साल में निवेश की जाने वाली राशि में समुचित वृद्धि करने का फैसला किया गया। ऐसा इसलिए किया ताकि बैंक उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु और वाहने जैसे चुने हुए क्षेत्रों में कम ब्याज दर वाली कर्ज योजना पेश करें और इससे आर्थिक सुस्ती झेल रहे देश में मांग में वृद्धि हो।
गत सप्ताह विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई। शुक्रवार 4 अक्टूबर को रुपया 61.41 पर कारोबार कर रहा था, जो शुक्रवार 27 अक्टूबर को 62.51 के स्तर पर था।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से 21 शेयरों में तेजी रही। बजाज ऑटो (6.37 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (5.02 फीसदी), टीसीएस (4.40 फीसदी), मारुति सुजुकी (4.38 फीसदी) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (3.51 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे ओएनजीसी (3.52 फीसदी), एनटीपीसी (3.52 फीसदी), आईटीसी (2.52 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (2.06 फीसदी) और डॉ. रेड्डीज लैब (1.78 फीसदी)।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 1.94 फीसदी तेजी के साथ 5,731.01 पर और स्मॉलकैप 1.25 फीसदी तेजी के साथ 5,565.54 पर बंद हुआ।
आलोच्य अवधि में बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (4.24 फीसदी), बैंकिंग (2.90 फीसदी), वाहन (2.73 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (2.38 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (2.03 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.83 फीसदी), बिजली (1.10 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी)।
गत सप्ताह के प्रमुख आर्थिक घटनाक्रमों में अमेरिका के नए वित्त वर्ष के लिए कांग्रेस में रिपब्लिकनों के बहुमत वाले प्रतिनिधि सभा और डेमेक्रैटों के बहुमत वाले सीनेट के बीच समय सीमा के भीतर सहमति नहीं बन पाने के कारण सोमवार मध्य रात से अमेरिका के संघीय सरकार में शटडाउन प्रभावी हो गया। शटडाउन के कारण कई गैर अत्यावश्यक सेवाओं को ठप कर दिया गया और उनसे संबंधित करीब आठ लाख लोगों को अवैतनिक छुट्टी दे दी गई।
इधर देश में वित्त मंत्री पी चिदंबरम और भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के बीच गुरुवार को हुई एक बैठक में सरकारी बैंकों में मौजूदा कारोबारी साल में निवेश की जाने वाली राशि में समुचित वृद्धि करने का फैसला किया गया। ऐसा इसलिए किया ताकि बैंक उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु और वाहने जैसे चुने हुए क्षेत्रों में कम ब्याज दर वाली कर्ज योजना पेश करें और इससे आर्थिक सुस्ती झेल रहे देश में मांग में वृद्धि हो।
गत सप्ताह विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई। शुक्रवार 4 अक्टूबर को रुपया 61.41 पर कारोबार कर रहा था, जो शुक्रवार 27 अक्टूबर को 62.51 के स्तर पर था।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 1.94 फीसदी तेजी के साथ 5,731.01 पर और स्मॉलकैप 1.25 फीसदी तेजी के साथ 5,565.54 पर बंद हुआ।
आलोच्य अवधि में बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (4.24 फीसदी), बैंकिंग (2.90 फीसदी), वाहन (2.73 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (2.38 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (2.03 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.83 फीसदी), बिजली (1.10 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी)।
गत सप्ताह के प्रमुख आर्थिक घटनाक्रमों में अमेरिका के नए वित्त वर्ष के लिए कांग्रेस में रिपब्लिकनों के बहुमत वाले प्रतिनिधि सभा और डेमेक्रैटों के बहुमत वाले सीनेट के बीच समय सीमा के भीतर सहमति नहीं बन पाने के कारण सोमवार मध्य रात से अमेरिका के संघीय सरकार में शटडाउन प्रभावी हो गया। शटडाउन के कारण कई गैर अत्यावश्यक सेवाओं को ठप कर दिया गया और उनसे संबंधित करीब आठ लाख लोगों को अवैतनिक छुट्टी दे दी गई।
इधर देश में वित्त मंत्री पी चिदंबरम और भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के बीच गुरुवार को हुई एक बैठक में सरकारी बैंकों में मौजूदा कारोबारी साल में निवेश की जाने वाली राशि में समुचित वृद्धि करने का फैसला किया गया। ऐसा इसलिए किया ताकि बैंक उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु और वाहने जैसे चुने हुए क्षेत्रों में कम ब्याज दर वाली कर्ज योजना पेश करें और इससे आर्थिक सुस्ती झेल रहे देश में मांग में वृद्धि हो।
गत सप्ताह विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई। शुक्रवार 4 अक्टूबर को रुपया 61.41 पर कारोबार कर रहा था, जो शुक्रवार 27 अक्टूबर को 62.51 के स्तर पर था।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
आलोच्य अवधि में बीएसई के 13 में से 10 सेक्टरों में तेजी रही। रियल्टी (4.24 फीसदी), बैंकिंग (2.90 फीसदी), वाहन (2.73 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (2.38 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (2.03 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (1.83 फीसदी), बिजली (1.10 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (0.41 फीसदी)।
गत सप्ताह के प्रमुख आर्थिक घटनाक्रमों में अमेरिका के नए वित्त वर्ष के लिए कांग्रेस में रिपब्लिकनों के बहुमत वाले प्रतिनिधि सभा और डेमेक्रैटों के बहुमत वाले सीनेट के बीच समय सीमा के भीतर सहमति नहीं बन पाने के कारण सोमवार मध्य रात से अमेरिका के संघीय सरकार में शटडाउन प्रभावी हो गया। शटडाउन के कारण कई गैर अत्यावश्यक सेवाओं को ठप कर दिया गया और उनसे संबंधित करीब आठ लाख लोगों को अवैतनिक छुट्टी दे दी गई।
इधर देश में वित्त मंत्री पी चिदंबरम और भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के बीच गुरुवार को हुई एक बैठक में सरकारी बैंकों में मौजूदा कारोबारी साल में निवेश की जाने वाली राशि में समुचित वृद्धि करने का फैसला किया गया। ऐसा इसलिए किया ताकि बैंक उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु और वाहने जैसे चुने हुए क्षेत्रों में कम ब्याज दर वाली कर्ज योजना पेश करें और इससे आर्थिक सुस्ती झेल रहे देश में मांग में वृद्धि हो।
गत सप्ताह विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई। शुक्रवार 4 अक्टूबर को रुपया 61.41 पर कारोबार कर रहा था, जो शुक्रवार 27 अक्टूबर को 62.51 के स्तर पर था।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
गत सप्ताह के प्रमुख आर्थिक घटनाक्रमों में अमेरिका के नए वित्त वर्ष के लिए कांग्रेस में रिपब्लिकनों के बहुमत वाले प्रतिनिधि सभा और डेमेक्रैटों के बहुमत वाले सीनेट के बीच समय सीमा के भीतर सहमति नहीं बन पाने के कारण सोमवार मध्य रात से अमेरिका के संघीय सरकार में शटडाउन प्रभावी हो गया। शटडाउन के कारण कई गैर अत्यावश्यक सेवाओं को ठप कर दिया गया और उनसे संबंधित करीब आठ लाख लोगों को अवैतनिक छुट्टी दे दी गई।
इधर देश में वित्त मंत्री पी चिदंबरम और भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के बीच गुरुवार को हुई एक बैठक में सरकारी बैंकों में मौजूदा कारोबारी साल में निवेश की जाने वाली राशि में समुचित वृद्धि करने का फैसला किया गया। ऐसा इसलिए किया ताकि बैंक उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु और वाहने जैसे चुने हुए क्षेत्रों में कम ब्याज दर वाली कर्ज योजना पेश करें और इससे आर्थिक सुस्ती झेल रहे देश में मांग में वृद्धि हो।
गत सप्ताह विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई। शुक्रवार 4 अक्टूबर को रुपया 61.41 पर कारोबार कर रहा था, जो शुक्रवार 27 अक्टूबर को 62.51 के स्तर पर था।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
इधर देश में वित्त मंत्री पी चिदंबरम और भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के बीच गुरुवार को हुई एक बैठक में सरकारी बैंकों में मौजूदा कारोबारी साल में निवेश की जाने वाली राशि में समुचित वृद्धि करने का फैसला किया गया। ऐसा इसलिए किया ताकि बैंक उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु और वाहने जैसे चुने हुए क्षेत्रों में कम ब्याज दर वाली कर्ज योजना पेश करें और इससे आर्थिक सुस्ती झेल रहे देश में मांग में वृद्धि हो।
गत सप्ताह विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई। शुक्रवार 4 अक्टूबर को रुपया 61.41 पर कारोबार कर रहा था, जो शुक्रवार 27 अक्टूबर को 62.51 के स्तर पर था।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
गत सप्ताह विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई। शुक्रवार 4 अक्टूबर को रुपया 61.41 पर कारोबार कर रहा था, जो शुक्रवार 27 अक्टूबर को 62.51 के स्तर पर था।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
30 सितंबर को समाप्त मानसून सत्र में देश में औसत से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। देश की आधी से अधिक कृषि भूमि सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर है इसलिए इस साल जबरदस्त खेती होने की उम्मीद है और इससे गांवों में मांग बढ़ने की उम्मीद है।टिप्पणियां
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़े के मुताबिक, देश का चालू खाता घाटा प्रथम तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 फीसदी या 21.8 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में जीडीपी का चार फीसदी या 16.9 अरब डॉलर था।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
सरकार द्वारा सोमवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों को उत्पादन अगस्त 2013 में साल-दर-साल आधार पर 3.7 फीसदी अधिक रहा। पिछले सात महीने में यह सर्वाधिक है।
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लेख: समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन(SP-BSP alliance) की बुनियाद में क्या 64 साल पुराना वह लेटर है, जिसे राम मनोहर लोहिया ने डॉ. भीम राम अंबेडकर को लिखा था. अब अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने भी यह साफ कर दिया है कि गठबंधन की बुनियाद में लोहिया के खत की भी अहम भूमिका है. सपा और बसपा के गठबंधन को बेमेल बताए जाने के सवालों के जवाबी ढाल के रूप में अखिलेश ने शुक्रवार को एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में इस पुराने पत्र का जिक्र किया. अखिलेश यादव ने बहुत आशिंक रूप से उस पुराने प्रसंग को छेड़ा. उनका यह कहना काबिलेगौर है-...'वो' लेटर भी कहीं होंगे, जिसे लोहिया ने अंबेडकर को लिखा था. दोनों की विचारधारा में क्या फर्क है ? एक समय नेताजी, काशीराम और मायावती ने मिलकर रास्ता निकाला, अब हम उसी काम को आगे बढ़ा रहे हैं तो इसमें गलत क्या है. ? यहां अखिलेश यादव 1993 में सपा-बसपा के बीच हुए पहली बार हुए गठबंधन की बात कह रहे हैं. लेटर के जरिए अखिलेश ने यह दर्शाने की कोशिश कि जिन दो महापुरुषों की प्रमुखता से उनकी पार्टियां बात करतीं आई हैं, वे पहले भी गठजोड़ चाहते थे.
दरअसल, जिस विचारधारा की नींव पर दोनों दलों की स्थापना हुई है, उन विचारधाराओं के बीच 1960 के दशक में गठजोड़ की कोशिशें हुईं थी. जब समाजवादी विचारधारा खातिर लंबी लड़ाई लड़ने वाले डॉ. राम मनोहर लोहिया ने दलितों के मसीहा डॉ. भीम राव अंबेडकर से गठजोड़ की कोशिशें की थीं. यह दीगर बात है कि यह कोशिश सफल नहीं हुई थी. इस पुराने प्रसंग का जिक्र इसलिए कि आज उत्तर-प्रदेश में धुर विरोधी माने जाने वाली सपा और बसपा फिर से गठबंधन करने जा रहीं. शनिवार को इसकी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है. अखिलेश यादव ने एनडीटीवी को दिए इस इंटरव्यू में गठबंधन को बेमेल बताए जाने पर इस पत्र का संदर्भ दिया. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जिस पुराने लेटर का जिक्र किया, आखिर उसमें क्या लिखा है. क्यों डॉ. अंबेडकर और लोहिया एक साथ आने चाहते थे. यहां जानिए पूरी कहानी.
बात 10 दिसंबर 1955 की है. जब डॉ. राम मनोहर लोहिया ने हैदराबाद से भीम राव अंबेडकर को पत्र लिखा. इस पत्र में लोहिया ने यह इच्छा जताई थी कि डॉ. अंबेडकर सिर्फ अनुसूचित जातियों के नेता तक सीमित न रहें, बल्कि वह पूरी हिंदुस्तानी जनता की आवाज बनकर उभरें. वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार त्रिपाठी अपने एक पुराने लेख में इस लेटर का मजमून कुछ यूं बताते हैं-
बाद में डॉक्टर अंबेडकर ने डॉ. लोहिया को जवाबी पत्र लिखा,
बाबा साहेब अंबेडकर ने इस बीच लोहिया को पांच अक्तूबर को एक और पत्र लिखा, 'आपका 1 अक्तूबर 56 का पत्र मिला. अगर आप 20 अक्तूबर को मुझसे मिलना चाहते हैं तो मैं दिल्ली में रहूँगा. आपका स्वागत है. समय के लिए टेलीफोन कर लेंगे.' आपका बी.आर. अंबेडकर. सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले दोनों नायकों की जब मुलाकात तय मानी जा रही थी, तब होनी को कुछ और मंजूर था. छह दिसंबर 1956 को डॉ. अंबेडकर ने इस दुनिया को ही अलविदा कह दिया. जिससे डॉ. लोहिया से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी. जानकार बताते हैं कि अगर यह मुलाकात हो गई होती तो न केवल सामाजिक न्याय की लड़ाई का आज रंग-रूप कुछ और होता बल्कि देश की राजनीति की दिशा भी दूसरी होती.
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बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने 11 अक्टूबर को अपना 77वां जन्मदिन मनाया. अमिताभ बच्चन ने अपना बर्थडे परिवार के साथ सेलिब्रेट किया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं. अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता नंदा ने कुछ अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर की. अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के बर्थडे पर पूरा बच्चन परिवार व्हाइट कलर के आउटफिट में नजर आया. अमिताभ बच्चन के जन्मदिन पर जहां ऐश्वर्या (Aishwariya Rai Bachchan) और आराध्या सूट सलवार में नजर आईं, वहीं अभिषेक बच्चन ने भी व्हाइट कलर का कुर्ता पहना हुआ था.
????Happy 77th Birthday Pa-DadajiGod Bless and Love you Always
A post shared by AishwaryaRaiBachchan (@aishwaryaraibachchan_arb) on Oct 11, 2019 at 6:23am PDT
एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) ने अमिताभ के साथ अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर कई स्पेशल तस्वीरें शेयर की. जिनमें अमिताभ अपनी पोती आराध्या के साथ नजर आ रहे थे. इन फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, 'हैप्पी बर्थडे पा-दादाजी.' ऐश्वर्या की इन तस्वीरों पर फैन्स ने भी अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को जन्मदिन की ढेर सारी बधाइयां दीं.
वहीं, अपने 77वें जन्मदिन पर बिग बी (Big B) ने अपने फैन्स से भी मुलाकात की. अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के जन्मदिन के मौके पर उनके घर के बाहर हजारों फैन्स की भीड़ इक्ट्ठा हुई थी. बिग बी भी अपने सभी फैन्स मिले और उनकी शुभकामनाएं लीं. वहीं वर्क फ्रंट की बात करें तो फिलहाल एक्टर 'कौन बनेगा करोड़पति' को होस्ट कर रहे हैं, इसके अलावा हाल ही में, अमिताभ बच्चन की फिल्म 'सई रा नरसिम्हा राव (Sye Ra Narasimha Rao)' फिल्म रिलीज हुई है. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खूब धमाल मचा रही है.
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भारत की दिग्गज लांग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा है कि 2004 के एथेंस ओलिंपिक में ड्रग लेने वाली धोखेबाज खिलाड़ियों ने उनसे ओलिंपिक की लंबी कूद का मेडल 'छीन' लिया था और अब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति से परिणामों की जांच करने के लिए कहने का फैसला किया है. रूसी एथलीट तातयाना लेबेदेवा (गोल्ड), इरिना सिमागिना (सिल्वर) और तातयाना कोतोवा (ब्रॉन्ज) ने महिलाओं की लंबी कूद में पहले तीन स्थान हासिल किए थे लेकिन वे एथेंस ओलिंपिक के बाद अन्य प्रतियोगिताओं में डोपिंग में नाकाम रही थी.
एथेंस खेलों के 13 साल बाद 6.83 मीटर की छलांग लगाकर पांचवें स्थान पर रहने वाली अंजू अब चौथे स्थान पर रहने वाली ऑस्ट्रेलियाई ब्रानिन थाम्पसन और छठे स्थान पर रहने वाली ब्रिटेन की जेड जानसन के साथ मिलकर ओलिंपिक मेडल के लिए दावा पेश करेगी. रूस में सरकार प्रायोजित डोपिंग के हाल के खुलासे के बाद विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत की एकमात्र मेडल विनर अंजू को अपना दावा पेश करने के लिए उत्साहित किया है. अंजू ने बेंगलुरू से कहा, ‘मुझे संदेह है कि तीनों रूसी खिलाड़ियों ने सही तरह से अपने मेडल नहीं जीते थे. इसके बाद वे डोप परीक्षण में नाकाम रही थी और रूस में भी डोपिंग पूरी तरह से फैला हुआ है. ये सभी ठोस संकेत हैं कि एथेंस ओलिंपिक के दौरान वे तीनों भी साफ सुथरी नहीं थी’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं भारत की एथलेटिक्स में पहली पदक विजेता बन सकती थी। मुझसे उन्होंने (रूसी खिलाड़ियों ने) यह उपलब्धि और देश के लिए ओलंपिक पदक जीतने का क्षण छीन दिया. देश से एक ओलंपिक मेडल 'छीन' लिया गया.’
उन्होंने कहा, ‘मैंने थाम्पसन और जानसन से संपर्क किया और हम यह मामला आगे बढ़ाएंगे और मिलकर अपना मामला रखेंगे. मुझे बताया गया है कि ऑस्ट्रेलियाई एथलेटिक्स संघ की इस मामले को लेकर 31 मार्च को बैठक होगी और मैं इस संबंध में इस सप्ताहांत एएफआई और खेल मंत्रालय के अधिकारियों से मिलूंगी, ’ अंजू ने कहा, ‘एएफआई अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला, जो आईएएएफ परिषद के भी सदस्य हैं, ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह लंदन में आईएएएफ बैठक में यह मसला उठाएंगे. यह केवल साफ-सुथरी छवि वाली एथलीटों के साथ न्याय से जुड़ा है. ’ लेकिन हो सकता है कि 2004 एथेंस ओलिंपिक खेलों में तीनों रूसी खिलाड़ियों के नमूने अब नष्ट कर दिए गए हों क्योंकि दस साल तक उन्हें सुरक्षित रखने की समयसीमा बीत चुकी है लेकिन अंजू ने कहा कि वह मौजूदा सबूतों के आधार पर जांच करने के लिए कहेंगी. उन्होंने कहा, ‘एथेंस ओलिंपिक के कुछ पुराने नमूनों की जब 2012 में जांच की गई तो इन तीन रूसी खिलाड़ियों के नमूनों की जांच नहीं की गई थी. इसलिए आप यह नहीं कह सकते हो कि वे एथेंस की लंबी कूद स्पर्धा के दौरान पाक साफ थीं. ’अंजू ने कहा, ‘यहां तक कि एथेंस ओलिंपिक के दौरान हमने इन तीनों रूसी खिलाड़ियों को मैदान पर कुछ लेते हुए देखा था. वे कुछ ले रही थी. हमने ऐसी कई चीजें देखी इसलिए हमें संदेह है कि मेडल जीतने के लिये उन्होंने कुछ गलत किया था.’ टिप्पणियां
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एथेंस खेलों के 13 साल बाद 6.83 मीटर की छलांग लगाकर पांचवें स्थान पर रहने वाली अंजू अब चौथे स्थान पर रहने वाली ऑस्ट्रेलियाई ब्रानिन थाम्पसन और छठे स्थान पर रहने वाली ब्रिटेन की जेड जानसन के साथ मिलकर ओलिंपिक मेडल के लिए दावा पेश करेगी. रूस में सरकार प्रायोजित डोपिंग के हाल के खुलासे के बाद विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत की एकमात्र मेडल विनर अंजू को अपना दावा पेश करने के लिए उत्साहित किया है. अंजू ने बेंगलुरू से कहा, ‘मुझे संदेह है कि तीनों रूसी खिलाड़ियों ने सही तरह से अपने मेडल नहीं जीते थे. इसके बाद वे डोप परीक्षण में नाकाम रही थी और रूस में भी डोपिंग पूरी तरह से फैला हुआ है. ये सभी ठोस संकेत हैं कि एथेंस ओलिंपिक के दौरान वे तीनों भी साफ सुथरी नहीं थी’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं भारत की एथलेटिक्स में पहली पदक विजेता बन सकती थी। मुझसे उन्होंने (रूसी खिलाड़ियों ने) यह उपलब्धि और देश के लिए ओलंपिक पदक जीतने का क्षण छीन दिया. देश से एक ओलंपिक मेडल 'छीन' लिया गया.’
उन्होंने कहा, ‘मैंने थाम्पसन और जानसन से संपर्क किया और हम यह मामला आगे बढ़ाएंगे और मिलकर अपना मामला रखेंगे. मुझे बताया गया है कि ऑस्ट्रेलियाई एथलेटिक्स संघ की इस मामले को लेकर 31 मार्च को बैठक होगी और मैं इस संबंध में इस सप्ताहांत एएफआई और खेल मंत्रालय के अधिकारियों से मिलूंगी, ’ अंजू ने कहा, ‘एएफआई अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला, जो आईएएएफ परिषद के भी सदस्य हैं, ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह लंदन में आईएएएफ बैठक में यह मसला उठाएंगे. यह केवल साफ-सुथरी छवि वाली एथलीटों के साथ न्याय से जुड़ा है. ’ लेकिन हो सकता है कि 2004 एथेंस ओलिंपिक खेलों में तीनों रूसी खिलाड़ियों के नमूने अब नष्ट कर दिए गए हों क्योंकि दस साल तक उन्हें सुरक्षित रखने की समयसीमा बीत चुकी है लेकिन अंजू ने कहा कि वह मौजूदा सबूतों के आधार पर जांच करने के लिए कहेंगी. उन्होंने कहा, ‘एथेंस ओलिंपिक के कुछ पुराने नमूनों की जब 2012 में जांच की गई तो इन तीन रूसी खिलाड़ियों के नमूनों की जांच नहीं की गई थी. इसलिए आप यह नहीं कह सकते हो कि वे एथेंस की लंबी कूद स्पर्धा के दौरान पाक साफ थीं. ’अंजू ने कहा, ‘यहां तक कि एथेंस ओलिंपिक के दौरान हमने इन तीनों रूसी खिलाड़ियों को मैदान पर कुछ लेते हुए देखा था. वे कुछ ले रही थी. हमने ऐसी कई चीजें देखी इसलिए हमें संदेह है कि मेडल जीतने के लिये उन्होंने कुछ गलत किया था.’ टिप्पणियां
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘मैंने थाम्पसन और जानसन से संपर्क किया और हम यह मामला आगे बढ़ाएंगे और मिलकर अपना मामला रखेंगे. मुझे बताया गया है कि ऑस्ट्रेलियाई एथलेटिक्स संघ की इस मामले को लेकर 31 मार्च को बैठक होगी और मैं इस संबंध में इस सप्ताहांत एएफआई और खेल मंत्रालय के अधिकारियों से मिलूंगी, ’ अंजू ने कहा, ‘एएफआई अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला, जो आईएएएफ परिषद के भी सदस्य हैं, ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह लंदन में आईएएएफ बैठक में यह मसला उठाएंगे. यह केवल साफ-सुथरी छवि वाली एथलीटों के साथ न्याय से जुड़ा है. ’ लेकिन हो सकता है कि 2004 एथेंस ओलिंपिक खेलों में तीनों रूसी खिलाड़ियों के नमूने अब नष्ट कर दिए गए हों क्योंकि दस साल तक उन्हें सुरक्षित रखने की समयसीमा बीत चुकी है लेकिन अंजू ने कहा कि वह मौजूदा सबूतों के आधार पर जांच करने के लिए कहेंगी. उन्होंने कहा, ‘एथेंस ओलिंपिक के कुछ पुराने नमूनों की जब 2012 में जांच की गई तो इन तीन रूसी खिलाड़ियों के नमूनों की जांच नहीं की गई थी. इसलिए आप यह नहीं कह सकते हो कि वे एथेंस की लंबी कूद स्पर्धा के दौरान पाक साफ थीं. ’अंजू ने कहा, ‘यहां तक कि एथेंस ओलिंपिक के दौरान हमने इन तीनों रूसी खिलाड़ियों को मैदान पर कुछ लेते हुए देखा था. वे कुछ ले रही थी. हमने ऐसी कई चीजें देखी इसलिए हमें संदेह है कि मेडल जीतने के लिये उन्होंने कुछ गलत किया था.’ टिप्पणियां
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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युवा मलयालम एक्टर शेन निगम ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. शेन ने प्रोड्यूसर जॉबी जॉर्ज पर आरोप लगाया कि अपने हेयरस्टायल में किए गए थोड़े से बदलाव के चलते जॉर्ज ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है.
शेन ने इंस्टाग्राम लाइव वीडियो के सहारे अपनी आपबीती लोगों के सामने रखी है. उन्होंने इसके अलावा एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी एक्टर्स के पास शिकायत भी दर्ज कराई है. इस शिकायत में शेन ने कहा है कि फिल्म वेयिल के पहले शेड्यूल के बाद उन्होंने फिल्म कुर्बानी का फिल्म सेट जॉइन किया था. दोनों ही फिल्मों की प्रोडक्शन टीम के साथ सलाह के बाद उन्होंने अपने गेटअप में थोड़ा सा बदलाव किया था. इसके बाद उन्होंने वाट्सएप पर अपने मेकओवर की तस्वीरें अपलोड की थी.
प्रोड्यूसर जॉबी जॉर्ज ने उनकी ये तस्वीरें देखीं और निगम को गालियां देने लगे. उन्होंने आरोप लगाया कि इससे उनका नुकसान होगा और उन्होंने निगम की बात भी नहीं सुनी. जॉर्ज ने ये भी कहा कि वे सोशल मीडिया के सहारे शेन निगम की इमेज को खराब कर देंगे और ये भी कहा कि वो निगम को जीने नहीं देगा. निगम ने इस शिकायत में ये भी कहा है कि अगर एक्टर के साथ कुछ भी गलत होता है तो उसका जिम्मेदार जॉबी जॉर्ज को माना जाएगा.
एक्टर के बेटे हैं शेन निगम, जॉर्ज पहले भी रहे विवादों में
निगम ने ये भी कहा कि उन्होंने महत्वपूर्ण दस्तावेज और वाट्सएप के स्क्रीन शॉट्स एएमएमए प्रेसीडेंट एडेवेला बाबू को सौंप दिए हैं. शेन ने अपने इंस्टाग्राम वीडियोज़ के अंत में कहा कि उन्हें इतनी दिक्कतें इसलिए हो रही हैं क्योंकि वे एक्टर अभी के बेटे है. वही इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए जॉर्ज ने फेसबुक पोस्ट लिखा और निगम द्वारा लगाए जा रहे सभी आरोपों को निराधार और गलत बताया है और उन्होंने कहा है कि सच उनके साथ खड़ा है. इस मामले में प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन जल्द ही बयान जारी कर सकता है.
गौरतलब है कि शेन निगम स्वर्गीय एक्टर अभी के बेटे हैं और वे कुछ फिल्मों में अपनी परफॉर्मेंस के लिए सराहे जा चुके हैं वही जॉर्ज हाल ही में विवादों में आए थे क्योंकि उन्होंने एक ऐसे शख्स के साथ काम किया था जो एक्ट्रेस पार्वती को सोशल मीडिया पर बुली कर रहा था.
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नाभिकीय पुनर्सन्साधन (nuclear reprocessing) एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा विखण्ड-योग्य (fissionable) प्लूटोनियम और यूरेनियम को पहले से ही प्रयोग किये गये नाभिकीय ईन्धन से अलग किया जाता है। यह एक ख़तरनाक और कठिन प्रक्रिया है। नाभिकीय पुनर्सन्साधन द्वारा मिले प्लूटोनियम व यूरेनियम को फिर से नाभिकीय ईन्धन की तरह प्रयोग किया जा सकता है लेकिन इस से परमाणु हथियार भी बनाये जा सकते हैं।
इन्हें भी देखें
नाभिकीय ईन्धन
विखण्डन
सन्दर्भ
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रेडियोधर्मी कचरा
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कर्नाटक द्वारा तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी का पानी छोड़ने से इनकार किए जाने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री एम करुणानिधि ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार इस मुद्दे का कानूनी रूप से सामना करेगी. उन्होंने कहा कि हालांकि यह मुद्दा दोनों राज्यों के बीच अच्छे संबंधों में आड़े नहीं आएगा.
द्रमुक कार्यकर्ताओं की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद करुणानिधि ने संवाददाताओं से कहा ‘हम मुद्दे का सामना कानूनी रूप से करेंगे और अपने हिस्से का पानी हासिल करने के लिए लड़ाई जारी रखेंगे. लेकिन मैं मीडिया की खबरों के आधार पर टिप्पणी नहीं करना चाहता क्योंकि इससे संबंधों पर असर पड़ेगा और अनावश्यक मतभेद पैदा होंगे.’
उन्होंने कहा कि उन्हें कर्नाटक के यह कहने की खबरों के बारे में जानकारी नहीं है कि वह (कृष्णराजसागर) बांध के इसकी अधिकतम भंडारण क्षमता 124.7 फुट पहुंच जाने के बाद पानी छोड़ेगा. करुणानिधि ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मामले को प्रधानमंत्री के समक्ष उठाने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि वह इससे परिचित हैं और कावेरी विवाद पर उच्चतम न्यायालय में एक मामला लंबित है.
बुधवार को मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक के बाद कर्नाटक ने पानी छोड़ने के तमिलनाडु के आग्रह को यह कहकर खारिज कर दिया था कि वर्तमान परिस्थितियों में यह संभव नहीं है.
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लेख: तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) में आया नया किरदार टप्पू सेना (Tapu Sena) में उथल-पुथल मचाना शुरू कर दिया है. मोंटू नाम के शख्स ने टप्पू के बचपन के दोस्त गोगी को रिझा लिया है. अब गोगी को जब टप्पू समझाना चाहते हैं तो उसे यह सब सुनना ही नहीं चाहता. टप्पू और बाकी सब गोगी को मोंटू के साथ समय बिताते देखते हैं तो सभी चौकन्ने हो जाते हैं. टप्पू उसको बोलता भी है कि मोंटू सही नहीं है, लेकिन गोगी कुछ भी सुनने के लिए तैयार नहीं है.
मोंटू ने गोगी को अपना नया काला चश्मा दोस्ती के नाम पर दे दिया. उसके बाद उसने गोगी को एकदम नया 40 हजार का सुपर एक्स फोन 30 हजार में यह कहकर दिया कि सिर्फ वे अपने दोस्त के लिए सस्ता दे रहा है. क्या गोगी के माता पिता उसे इतना मंहगा फोन दिलवाएंगे? क्या मोंटू दोस्ती के नाम पर गोगी को गलत काम में फंसा देगा? गोकुलधाम सोसाइटी में आगे क्या होने वाला है, इसके लिए आपको आगे के एपिसोड देखने होंगे.
इससे पहले के एपिसोड में सबसे चहेते कैरेक्टर पोपटलाल की जिंदगी का सबसे बड़ा दर्द उनकी शादी है. पोपटलाल को अकसर अपनी शादी के लिए परेशान होते देखा जा सकता है और उनकी शादी की कोशिश गोकुलधाम वासी कई बार कर भी चुके हैं. लेकिन जेठालाल से लेकर दयाबेन और भिड़े मास्टर को अभी तक कामयाबी नहीं मिल सकी है. लेकिन 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' के पोपटलाल के साथ आने वाले एपिसोड में कमाल-धमाल हादसा होने वाला है और इस कांड में गोकुलधाम वासियों का पूरा हाथ रहने वाला है.
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अधिकारियों ने जानकारी दी है कि उन्हें शनिवार को एक महिला का ईमेल मिला जो कि मुंबई के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को भेजा गया था. ईमेल में लिखा गया था कि महिला ने एक रेस्त्रां में छह आदमियों को बात करते हुए सुना जो एक साथ तीन हवाई अड्डों से फ्लाइट्स को हाईजैक करने की बात कर रहे थे. मुंबई पुलिस ने CISF को अलर्ट किया जो देश भर में एयरपोर्ट सुरक्षा का कार्यभार देखते हैं. एक एंटी हाईजैक ड्रिल शुरू कर दिया गया है और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है.
ईमेल के मुताबिक, इस योजना में कुल 23 लोग शामिल हो सकते हैं. सीआईएसएफ के डीजी ओपी सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि इन तीन एयरपोर्ट की सुरक्षा हाई अलर्ट पर है. उन्होंने कहा 'सुरक्षा को लेकर कई अहम कदम उठाए गए हैं. गश्त से लेकर एंट्री-एग्जिट पॉइंट पर सुरक्षा बढ़ा दी है. सुरक्षाबलों की तादाद में इजाफा किया गया है.' पुलिस ईमेल में लिखी सूचना की जांच कर रही है, ईमेल भेजने वाली महिला से भी संपर्क की कोशिश हो रही है. टिप्पणियां
उधर एयरलाइन्स ने भी यात्रियों को आखिरी मिनट चेक-इन से बचने के लिए कहा है. यात्रियों से कहा गया है कि वह एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों के साथ सहयोग करें. बताते चलें कि जनवरी 2015 में भी ऐसी ही एक हाईजैक की धमकी मिली थी जिसके बाद CISF ने अपनी प्रक्रिया की समीक्षा की थी. एंटी हाईजैक ड्रिल्स की जाने लगी और पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क व्यवस्था को भी दोबारा चेक किया गया. उस वक्त गुप्तचर एजेंसियों ने काबुल जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट के अपहरण की कोशिश की जानकारी दी थी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ईमेल के मुताबिक, इस योजना में कुल 23 लोग शामिल हो सकते हैं. सीआईएसएफ के डीजी ओपी सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि इन तीन एयरपोर्ट की सुरक्षा हाई अलर्ट पर है. उन्होंने कहा 'सुरक्षा को लेकर कई अहम कदम उठाए गए हैं. गश्त से लेकर एंट्री-एग्जिट पॉइंट पर सुरक्षा बढ़ा दी है. सुरक्षाबलों की तादाद में इजाफा किया गया है.' पुलिस ईमेल में लिखी सूचना की जांच कर रही है, ईमेल भेजने वाली महिला से भी संपर्क की कोशिश हो रही है. टिप्पणियां
उधर एयरलाइन्स ने भी यात्रियों को आखिरी मिनट चेक-इन से बचने के लिए कहा है. यात्रियों से कहा गया है कि वह एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों के साथ सहयोग करें. बताते चलें कि जनवरी 2015 में भी ऐसी ही एक हाईजैक की धमकी मिली थी जिसके बाद CISF ने अपनी प्रक्रिया की समीक्षा की थी. एंटी हाईजैक ड्रिल्स की जाने लगी और पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क व्यवस्था को भी दोबारा चेक किया गया. उस वक्त गुप्तचर एजेंसियों ने काबुल जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट के अपहरण की कोशिश की जानकारी दी थी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उधर एयरलाइन्स ने भी यात्रियों को आखिरी मिनट चेक-इन से बचने के लिए कहा है. यात्रियों से कहा गया है कि वह एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों के साथ सहयोग करें. बताते चलें कि जनवरी 2015 में भी ऐसी ही एक हाईजैक की धमकी मिली थी जिसके बाद CISF ने अपनी प्रक्रिया की समीक्षा की थी. एंटी हाईजैक ड्रिल्स की जाने लगी और पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसियों के साथ संपर्क व्यवस्था को भी दोबारा चेक किया गया. उस वक्त गुप्तचर एजेंसियों ने काबुल जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट के अपहरण की कोशिश की जानकारी दी थी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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लेख: मौजूदा चैंपियन सानिया मिर्जा और मार्टिना हिंगिस की जोड़ी शनिवार को वर्ष के आखिरी मेजर टूर्नामेंट डब्ल्यूटीए फाइनल्स के सेमीफाइनल में हार गई. सर्वोच्च विश्व वरीयता प्राप्त युगल खिलाड़ी सानिया कई महीनों के बाद अपनी पूर्व जोड़ीदार हिंगिस के साथ इस टूर्नामेंट में उतरीं. हालांकि तीन ग्रैंड स्लैम जीत चुकी इस जोड़ी को एलेना वेस्निना और एकातेरिना मकारोवा की जोड़ी ने 3-6, 6-2, 1-0 से हराया.
वेस्निाना और मकारोवा अब फाइनल में लुसी सफारोवा और बेथानी माटेक सैंड्स की जोड़ी से भिड़ेंगी. दो बार की चैंपियन सानिया ने पिछले वर्ष हिंगिस के साथ खिताब जीतते हुए विश्व वरीयता में शीर्ष स्थान हासिल किया था. तब से सानिया डबल्स वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष पर बनी हुई हैं.
सानिया-हिंगिस ने सेमीफाइनल मैच की शुरुआत अच्छी की और पहला सेट आसानी से जीत लिया. दूसरे सेट में वे पटरी से उतरी नजर आईं और वेस्निना-मकारोवा को दूसरा सेट जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई. टिप्पणियां
एक घंटा 31 मिनट तक चले इस मैच में इसके बाद 10 अंकों वाला तीसरा टाई ब्रेक सेट खेला गया, जिसमें सानिया-हिंगिस को हार झेलनी पड़ी. इस हार के बावजूद सानिया का रैंकिंग में शीर्ष पर रहते हुए वर्ष का समापन करना तय है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वेस्निाना और मकारोवा अब फाइनल में लुसी सफारोवा और बेथानी माटेक सैंड्स की जोड़ी से भिड़ेंगी. दो बार की चैंपियन सानिया ने पिछले वर्ष हिंगिस के साथ खिताब जीतते हुए विश्व वरीयता में शीर्ष स्थान हासिल किया था. तब से सानिया डबल्स वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष पर बनी हुई हैं.
सानिया-हिंगिस ने सेमीफाइनल मैच की शुरुआत अच्छी की और पहला सेट आसानी से जीत लिया. दूसरे सेट में वे पटरी से उतरी नजर आईं और वेस्निना-मकारोवा को दूसरा सेट जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई. टिप्पणियां
एक घंटा 31 मिनट तक चले इस मैच में इसके बाद 10 अंकों वाला तीसरा टाई ब्रेक सेट खेला गया, जिसमें सानिया-हिंगिस को हार झेलनी पड़ी. इस हार के बावजूद सानिया का रैंकिंग में शीर्ष पर रहते हुए वर्ष का समापन करना तय है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सानिया-हिंगिस ने सेमीफाइनल मैच की शुरुआत अच्छी की और पहला सेट आसानी से जीत लिया. दूसरे सेट में वे पटरी से उतरी नजर आईं और वेस्निना-मकारोवा को दूसरा सेट जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई. टिप्पणियां
एक घंटा 31 मिनट तक चले इस मैच में इसके बाद 10 अंकों वाला तीसरा टाई ब्रेक सेट खेला गया, जिसमें सानिया-हिंगिस को हार झेलनी पड़ी. इस हार के बावजूद सानिया का रैंकिंग में शीर्ष पर रहते हुए वर्ष का समापन करना तय है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक घंटा 31 मिनट तक चले इस मैच में इसके बाद 10 अंकों वाला तीसरा टाई ब्रेक सेट खेला गया, जिसमें सानिया-हिंगिस को हार झेलनी पड़ी. इस हार के बावजूद सानिया का रैंकिंग में शीर्ष पर रहते हुए वर्ष का समापन करना तय है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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मूल्य संक्रमण के दौर में
निरंजन श्रोत्रिय
बोधि प्रकाशन, जयपुर,
कीमतः 100 रु.
ससंस्कृति क्या है? इस पर हो रहे अनाचार के संकट की बात बहुधा दोहराई जाती है. क्या हमारे आसपास का जीवन, संस्थाएं और बोली-बानी संस्कृति के उपादान नहीं हैं जो इधर एक तीव्र बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं? कवि सदाशिव श्रोत्रिय की पुस्तक मूल्य संक्रमण के दौर में इस संदर्भ में इसलिए पठनीय और महत्वपूर्ण हो जाती है कि यहां भाषा, शिक्षा, समाज, बाजार, सार्वजनिक संस्थान और हमारे जीवन से जुड़े अन्यान्य मुद्दों पर लेखक गहराई से विचार करता है.
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श्रोत्रिय को हमारे नागरिक जीवन में आते जा रहे विकारों से गहरी चिंता है और इन विकारों की जड़ में उन्हें आत्मकेंद्रितता का भाव नजर आता है. वहीं बाजारीकरण के दबाव में शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और धर्म जैसे जीवन के सर्वाधिक जरूरी-संवेदनशील बिंदुओं के विपणन के वस्तु में बदलते जाने की विडंबना उन्हें बेचैन बनाती है.
30 नवंबर 2011: तस्वीरों में देखें इंडिया टुडे
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राजनाथ सिंह ने कहा कि अब देखते हैं कि पाकिस्तान में कितनी हिम्मत है
रक्षा मंत्री ने कहा, जो भारत की सीमा पर आएगा वो वापस लौटकर नहीं जाएगा
पटना की जनजागरण रैली में रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अनुच्छेद-370 संविधान का नासूर था, जिसने हमारे जिगर के टुकड़े कश्मीर को लहूलुहान कर दिया था. अब बीजेपी ने इसे खत्म कर दिया है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि 5 साल के बाद जम्मू-कश्मीर बदला-बदला और स्वर्ग जैसा नजर आएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जैसी पुरानी पार्टी ने आज तक केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत तक नहीं किया, आज भी कांग्रेस सरकार के इस फैसले पर सवालिया निशान उठाती है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अब देखते हैं कि पाकिस्तान में कितनी हिम्मत है, पाकिस्तान कितने आतंकी पैदा करता है. उन्होंने कहा कि जो भारत की सीमा पर आएगा वो वापस लौटकर पाकिस्तान नहीं जाएगा. राजनाथ सिंह ने कहा, हर कोई सपने देखता है. लोग कहते हैं कि वे सपने देखते हैं लेकिन यह वास्तविकता नहीं है. हमारे पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे पूरा किया और दिखाया कि हम भी सपने देखते हैं . हम आंखें खोलकर देखते हैं. इसलिए हमारा सपना हकीकत बन गया.
उन्होंने कहा, कश्मीर में आतंकवाद को जन्म देने का सबसे बड़ा कारण धारा 370 और अनुच्छेद 35A है. इस आतंकवाद ने कश्मीर का खून कर दिया. आइए देखते हैं कि पाकिस्तान में कितनी हिम्मत है. यह कितने आतंकवादी पैदा करेगा? रक्षा मंत्री ने कहा, आप देख सकते हैं कि वे पहले ही हतोत्साहित हो रहे हैं. पाक प्रधानमंत्री PoK में आते हैं और कहते हैं कि 'देशवासी भारत-पाक सीमा पर नहीं जाते'. मैंने कहा कि यह अच्छा है क्योंकि अगर वे ऐसा करते हैं, तो वे पाकिस्तान वापस नहीं जा पाएंगे. उन्हें 1965 और 1971 को दोहराने की गलती नहीं करनी चाहिए.
Defence Minister Rajnath Singh, in Patna, Bihar: The biggest cause which gave birth to terrorism in Kashmir are Article 370 and Article 35A. This terrorism bloodied Kashmir. Let's see how much courage does Pakistan have. How many terrorists will it produce?
pic.twitter.com/59XX1s6IT1
— ANI (@ANI)
September 22, 2019
राजनाथ सिंह ने कहा, यदि वे (पाक) इस गलती को दोहराते हैं, तो उन्हें सोचना चाहिए कि पाक अधिकृत कश्मीर का क्या होगा... वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन बलूच और पश्तूनों के खिलाफ किए जाते हैं. यदि यह जारी रहा, तो कोई भी शक्ति पाक को टुकड़ों में विभाजित होने से नहीं बचा पाएगी.
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पुलिस को अपने घर देखकर एक महिला ने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी.
मामला दिल्ली के मयूर विहार फेज-3 का है. दरअसल 28 तारीख को दक्षिण दिल्ली जिला पुलिस ने एक सैक्स रैकेट का भांडाफोड़ किया था. इस मामले में पुलिस ने एक दंपत्ति को पकड़ा था. उन्हीं से मिली जानकारी के चलते पुलिस मयूर विहार फेज-3 में इस महिला को दबोचने पहुंची थी लेकिन उसने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी. घायल महिला को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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लेख: विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सितंबर के पहले सप्ताह में भारतीय पूंजी बाजार में 2,600 करोड़ रुपये का निवेश किया है। रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन तथा रुपये और अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए कई उपायों की घोषणा के बाद एफआईआई का भरोसा बढ़ा है।
इससे पहले अगस्त में एफआईआई ने भारतीय पूंजी बाजार से ढाई अरब डॉलर यानी 16,000 करोड़ रुपये की निकासी की थी। यह पिछले तीन माह में निकासी का सबसे निचला आंकड़ा है।टिप्पणियां
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सप्ताह के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने ऋण बाजार में 1,689 करोड़ रुपये (25.6 करोड़ डॉलर) तथा शेयर बाजार में 882 करोड़ रुपये (13.5 करोड़ डॉलर) का निवेश किया। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 2,571 करोड़ रुपये (39.2 करोड़ डॉलर) का रहा।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि रिजर्व बैंक के नए गवर्नर राजन द्वारा आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने तथा पूंजी का प्रवाह आकर्षित करने के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है जिसके बाद विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
इससे पहले अगस्त में एफआईआई ने भारतीय पूंजी बाजार से ढाई अरब डॉलर यानी 16,000 करोड़ रुपये की निकासी की थी। यह पिछले तीन माह में निकासी का सबसे निचला आंकड़ा है।टिप्पणियां
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सप्ताह के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने ऋण बाजार में 1,689 करोड़ रुपये (25.6 करोड़ डॉलर) तथा शेयर बाजार में 882 करोड़ रुपये (13.5 करोड़ डॉलर) का निवेश किया। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 2,571 करोड़ रुपये (39.2 करोड़ डॉलर) का रहा।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि रिजर्व बैंक के नए गवर्नर राजन द्वारा आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने तथा पूंजी का प्रवाह आकर्षित करने के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है जिसके बाद विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सप्ताह के दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने ऋण बाजार में 1,689 करोड़ रुपये (25.6 करोड़ डॉलर) तथा शेयर बाजार में 882 करोड़ रुपये (13.5 करोड़ डॉलर) का निवेश किया। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 2,571 करोड़ रुपये (39.2 करोड़ डॉलर) का रहा।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि रिजर्व बैंक के नए गवर्नर राजन द्वारा आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने तथा पूंजी का प्रवाह आकर्षित करने के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है जिसके बाद विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि रिजर्व बैंक के नए गवर्नर राजन द्वारा आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने तथा पूंजी का प्रवाह आकर्षित करने के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है जिसके बाद विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया टुडे के सर्वे पर माइनॉरिटी अफेयर्स मिनिस्टर मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि सर्वे देखकर बीजेपी में खुशी की लहर है. उन्होंने कहा कि यूपी में इस बार बीजेपी का आना तय है.
मुख्तार अब्बास नकवी
ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी. बहुजन समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का पूरी तरह से पर्दाफाश हो चुका है. बहुजन समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के कंधों पर बैठ के सरकार चलाई और समाजवादी पार्टी ने भी कांग्रेस के कंधों पर बैठ कर जुगलबंदी करके सरकार चलाई. आज उत्तर प्रदेश की बदहाली और बहाली के लिए ये तीनों पार्टियां जिम्मेदार हैं.
नकवी ने कहा कि जनता बहुत मजबूती के साथ बदलाव चाहती है और
उत्तर प्रदेश
के इस के चुनाव में बीजेपी बहुत प्रचंड बहुमत के साथ जीतेगी. अन्य तीनों पार्टियों का उत्तर प्रदेश से इस बार सूपड़ा साफ हो जाएगा, इनको जनता रिजेक्ट कर देगी. उन्होंने कहा कि जनता का इनसे विश्वास उठ चुका है इसलिए अब बीजेपी का आना तय है.
नकवी का यह भी कहना है उत्तर प्रदेश के लोग बहुत
राष्ट्रवादी
लोग हैं. राजनीतिक तौर से बहुत ही परिपक्व लोग हैं. देश और दुनिया में क्या हो रहा है उस पर उनकी पैनी नजर रहती है. तीनों पार्टियां उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ छल और विश्वासघात करती रही और इस बार के चुनाव में जनता उनको सबक सिखा देगी.
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यह एक लेख है: नेता बिल्कुल स्कूल खोल सकते हैं, मगर आप बताइये वही नेता जब अपने राजनीतिक दल की तरफ से आपके मोहल्ले में आता है तो कहता है कि जल्दी ग़रीबी दूर कर देगा. वही नेता जब अपने स्कूल में जाता है तो उसके ज़रिये आपको ग़रीब बनाने का खेल शुरू कर देता है. आप सोचेंगे कि चलो मीडिया को बुलाते हैं. पता चला कि मीडिया वालों के भी अपने स्कूल हैं. फिर समझ नहीं आता कि ये कब हो गया. गूगल पर सर्च कर रहा था तो कई शहरों और संगठनों के नाम निकल आए. देश के कई शहरों में फरवरी से लेकर अप्रैल के महीने में फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन के उल्लेख मिलते हैं. इन खबरों को पढ़ते हुए तरह तरह के संगठनों का नाम भी पता चला है.
3 अप्रैल को पानीपत में पानीपत पेरेंट्स एसोसिएशन ने डेवलपमेंट फंड के नाम पर फीस वृद्धि का विरोध किया. 6 अप्रैल को जालंधर में पंजाब पेरेंट्स एसोसिएशन के तत्वाधान में कुछ स्कूलों के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. 3 अप्रैल को गुड़गांव में 40 प्राइवेट स्कूलों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुआ. कार रैली कर प्रदर्शन किया, ताकि संडे पूरी तरह खराब न हो जाए. 17 मार्च को चंडीगढ़ में एक स्कूल के बाहर 100 अभिभावक जमा हो गए, चंडीगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन के तत्वाधान में. 9 अप्रैल को नोएडा स्टेडियम में ऑल नोएडा स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन के तहत 400 माता-पिता जमा हो गए और फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया. 7 अप्रैल को गाज़ियाबाद में भी प्रदर्शन हुआ है. 26 मार्च को गुजरात के वडोदरा में 150 माता पिता ने एक स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारा लगाया कि माता पिता को एटीम मत समझो. गुजरात में अहमदाबाद और गांधीनगर के स्कूल के खिलाफ भी प्रदर्शन का उल्लेख मिलता है. अप्रैल महीने में इलाहाबाद में अभिभावक एकता समिति के तहत फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुआ है. 11 अप्रैल को बेंगलुरु में भी एक प्रदर्शन हुआ, मगर स्कूल वालों की मीटिंग के बाद नतीजा अच्छा रहा. 'Voice Against Private School Fee Hike in Bengaluru' ने 10 फीसदी से अधिक फीस वृद्धि न करने की बात मनवा ली है. 11 अप्रैल को मुंबई में भी री एडमिशन फीस के नाम पर वसूली का विरोध हुआ है. शिक्षा मंत्री से मुलाकात की गई. यहां फोरम फॉर फेयरनेस इन एजुकेशन नाम का एनजीओ नेतृत्व कर रहा है. 8 अप्रैल रायपुर में छत्तीसगढ़ छात्र पालक संघ ने डोर टू डोर अभियान शुरू कर दिया है. यह संगठन अभी तक 350 ज्ञापन दे चुका है, मगर कुछ नहीं हुआ तो घर-घर जाकर लोगों को जगा रहा है. 4 अप्रैल को जयपुर मे भी फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन हुआ है.
हर प्रदर्शन की एक खास बात है. सारे प्रदर्शन ज्ञापन देने के साथ खत्म होते हैं और ज्यादातर मामलों में ज्ञापन देने के कुछ नहीं होता. यह भी सच्चाई है कि ज़्यादातर स्कूलों में फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ माता पिता विरोध नहीं कर रहे हैं. मान कर चलना चाहिए कि उन्हें फीस वृद्धि से कोई दिक्कत नहीं है. पंजाब के जालंधर में 14 साल की नोवल नाम की एक लड़की फीस वृद्धि के खिलाफ कई महीनों से आंदोलन कर रही है. दसवीं में पढ़ने वाली नोवल का कहना है कि उसकी छोटी बहन एनसीईआरटी से 240 रुपये की किताब खरीदती है जबकि शहर के बाकी स्कूल इसी कक्षा की किताबें 3500 रुपये में दे रहे हैं. नोवल ने 8 अप्रैल, 2016 से स्कूलों की मनमानी के ख़िलाफ़ धरना देना शुरू किया था. 4 जुलाई से 21 सितंबर तक लगातार 80 दिनों तक धरने पर बैठी रही. इस दौरान स्कूल, डीसी के दफ्तर, जालंधर के चारों विधायकों के घर के बाहर नेवल ने धरना दिया था. नोवल के पिताजी ने बताया कि उसके किसी भी धरने का कोई नतीजा नहीं निकला है. इतना ही निकला है कि 21 दिसंबर को अकाली सरकार ने फीस वृद्धि की जांच के लिए एक कमेटी बनाने का एलान किया था. मौजूदा कैप्टन सरकार ने भी इस कमेटी को मान्यता दी है.
इसी तरह से इलाहाबाद के विजय गुप्ता दस सालों से स्कूलों की फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं. 2010 में विजय गुप्ता ने इलाहाबाद से लखनऊ तक पैदल यात्रा की थी. 2012 में चार दिनों के लिए और 2015 में आठ दिनों के लिए आमरण अनशन पर बैठे. विजय गुप्ता के तमाम आंदलनों की प्रेस क्लिपिंग जितनी मोटी हो गई है उतनी ही स्कूलों की फीस भी मोटी हो गई है. वो जितना आंदोलन करते हैं, फीस उससे ज़्यादा बढ़ जाती है. विजय गुप्ता का कहना है कि 2013 में 35 प्रतिशत फीस बढ़ गई. 2014 में 20 से 22 प्रतिशत फीस बढ़ी. 2015 में 30 प्रतिशत फीस बढ़ी है. 2017 में 35 से 40 प्रतिशत फीस वृद्धि हुई है.टिप्पणियां
तो स्कूलों की फीस वृद्धि को लेकर तरह तरह के असफल नेतृत्व भी पैदा हो रहे हैं. असफल इसलिए कहा क्योंकि इन्हें न तो जनता का समर्थन मिलता है न राजनीतिक दल का. यूपी की योगी सरकार फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ कुछ सक्रिय दिखती है. यूपी सरकार ने फीस स्ट्रक्चर की समीक्षा के आदेश दिये हैं. 31 मार्च को गुजरात में एक कानून बना है, जिसकी खबर कम लोगों को है, इसके अनुसार राज्य में प्राइवेट स्कूलों की फीस सालाना 15 से 27 हज़ार के बीच ही रहेगी. प्राइमरी स्कूल के लिए 15,000, सेकेंडरी के लिए 25,000 और सीनियर सेकेंडरी के लिए 27,000 फीस रखी जा सकती है. इस बिल का नाम है, The Gujarat Self Financed Schools (Regularisation of Fees) Bill, 2017. इस कानून के तहत राज्य के सभी बोर्ड के स्कूल आएंगे.
2015 में दिल्ली सरकार भी प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए एक बिल लाई थी. इसके तहत प्राइवेट स्कूलों के लिए रेगुलेटरी संस्था बननी थी. यह बिल विधानसभा से पास तो है मगर सेंटर से मंज़ूरी नहीं मिली है. 24 जनवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि डीडीए की ज़मीन पर बने प्राइवेट स्कूल बिना सरकारी अनुमति के फीस नहीं बढ़ा सकते हैं. 30 मार्च 2017 को दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि यह मान लेना कि सभी स्कूल मुनाफा कमाते हैं, सही नहीं है. इस जनसुनवाई में हम सुनेंगे कि स्कूल वाले फीस के नाम पर क्या-क्या और कैसे-कैसे वसूलते हैं.
3 अप्रैल को पानीपत में पानीपत पेरेंट्स एसोसिएशन ने डेवलपमेंट फंड के नाम पर फीस वृद्धि का विरोध किया. 6 अप्रैल को जालंधर में पंजाब पेरेंट्स एसोसिएशन के तत्वाधान में कुछ स्कूलों के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. 3 अप्रैल को गुड़गांव में 40 प्राइवेट स्कूलों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुआ. कार रैली कर प्रदर्शन किया, ताकि संडे पूरी तरह खराब न हो जाए. 17 मार्च को चंडीगढ़ में एक स्कूल के बाहर 100 अभिभावक जमा हो गए, चंडीगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन के तत्वाधान में. 9 अप्रैल को नोएडा स्टेडियम में ऑल नोएडा स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन के तहत 400 माता-पिता जमा हो गए और फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया. 7 अप्रैल को गाज़ियाबाद में भी प्रदर्शन हुआ है. 26 मार्च को गुजरात के वडोदरा में 150 माता पिता ने एक स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारा लगाया कि माता पिता को एटीम मत समझो. गुजरात में अहमदाबाद और गांधीनगर के स्कूल के खिलाफ भी प्रदर्शन का उल्लेख मिलता है. अप्रैल महीने में इलाहाबाद में अभिभावक एकता समिति के तहत फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुआ है. 11 अप्रैल को बेंगलुरु में भी एक प्रदर्शन हुआ, मगर स्कूल वालों की मीटिंग के बाद नतीजा अच्छा रहा. 'Voice Against Private School Fee Hike in Bengaluru' ने 10 फीसदी से अधिक फीस वृद्धि न करने की बात मनवा ली है. 11 अप्रैल को मुंबई में भी री एडमिशन फीस के नाम पर वसूली का विरोध हुआ है. शिक्षा मंत्री से मुलाकात की गई. यहां फोरम फॉर फेयरनेस इन एजुकेशन नाम का एनजीओ नेतृत्व कर रहा है. 8 अप्रैल रायपुर में छत्तीसगढ़ छात्र पालक संघ ने डोर टू डोर अभियान शुरू कर दिया है. यह संगठन अभी तक 350 ज्ञापन दे चुका है, मगर कुछ नहीं हुआ तो घर-घर जाकर लोगों को जगा रहा है. 4 अप्रैल को जयपुर मे भी फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन हुआ है.
हर प्रदर्शन की एक खास बात है. सारे प्रदर्शन ज्ञापन देने के साथ खत्म होते हैं और ज्यादातर मामलों में ज्ञापन देने के कुछ नहीं होता. यह भी सच्चाई है कि ज़्यादातर स्कूलों में फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ माता पिता विरोध नहीं कर रहे हैं. मान कर चलना चाहिए कि उन्हें फीस वृद्धि से कोई दिक्कत नहीं है. पंजाब के जालंधर में 14 साल की नोवल नाम की एक लड़की फीस वृद्धि के खिलाफ कई महीनों से आंदोलन कर रही है. दसवीं में पढ़ने वाली नोवल का कहना है कि उसकी छोटी बहन एनसीईआरटी से 240 रुपये की किताब खरीदती है जबकि शहर के बाकी स्कूल इसी कक्षा की किताबें 3500 रुपये में दे रहे हैं. नोवल ने 8 अप्रैल, 2016 से स्कूलों की मनमानी के ख़िलाफ़ धरना देना शुरू किया था. 4 जुलाई से 21 सितंबर तक लगातार 80 दिनों तक धरने पर बैठी रही. इस दौरान स्कूल, डीसी के दफ्तर, जालंधर के चारों विधायकों के घर के बाहर नेवल ने धरना दिया था. नोवल के पिताजी ने बताया कि उसके किसी भी धरने का कोई नतीजा नहीं निकला है. इतना ही निकला है कि 21 दिसंबर को अकाली सरकार ने फीस वृद्धि की जांच के लिए एक कमेटी बनाने का एलान किया था. मौजूदा कैप्टन सरकार ने भी इस कमेटी को मान्यता दी है.
इसी तरह से इलाहाबाद के विजय गुप्ता दस सालों से स्कूलों की फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं. 2010 में विजय गुप्ता ने इलाहाबाद से लखनऊ तक पैदल यात्रा की थी. 2012 में चार दिनों के लिए और 2015 में आठ दिनों के लिए आमरण अनशन पर बैठे. विजय गुप्ता के तमाम आंदलनों की प्रेस क्लिपिंग जितनी मोटी हो गई है उतनी ही स्कूलों की फीस भी मोटी हो गई है. वो जितना आंदोलन करते हैं, फीस उससे ज़्यादा बढ़ जाती है. विजय गुप्ता का कहना है कि 2013 में 35 प्रतिशत फीस बढ़ गई. 2014 में 20 से 22 प्रतिशत फीस बढ़ी. 2015 में 30 प्रतिशत फीस बढ़ी है. 2017 में 35 से 40 प्रतिशत फीस वृद्धि हुई है.टिप्पणियां
तो स्कूलों की फीस वृद्धि को लेकर तरह तरह के असफल नेतृत्व भी पैदा हो रहे हैं. असफल इसलिए कहा क्योंकि इन्हें न तो जनता का समर्थन मिलता है न राजनीतिक दल का. यूपी की योगी सरकार फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ कुछ सक्रिय दिखती है. यूपी सरकार ने फीस स्ट्रक्चर की समीक्षा के आदेश दिये हैं. 31 मार्च को गुजरात में एक कानून बना है, जिसकी खबर कम लोगों को है, इसके अनुसार राज्य में प्राइवेट स्कूलों की फीस सालाना 15 से 27 हज़ार के बीच ही रहेगी. प्राइमरी स्कूल के लिए 15,000, सेकेंडरी के लिए 25,000 और सीनियर सेकेंडरी के लिए 27,000 फीस रखी जा सकती है. इस बिल का नाम है, The Gujarat Self Financed Schools (Regularisation of Fees) Bill, 2017. इस कानून के तहत राज्य के सभी बोर्ड के स्कूल आएंगे.
2015 में दिल्ली सरकार भी प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए एक बिल लाई थी. इसके तहत प्राइवेट स्कूलों के लिए रेगुलेटरी संस्था बननी थी. यह बिल विधानसभा से पास तो है मगर सेंटर से मंज़ूरी नहीं मिली है. 24 जनवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि डीडीए की ज़मीन पर बने प्राइवेट स्कूल बिना सरकारी अनुमति के फीस नहीं बढ़ा सकते हैं. 30 मार्च 2017 को दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि यह मान लेना कि सभी स्कूल मुनाफा कमाते हैं, सही नहीं है. इस जनसुनवाई में हम सुनेंगे कि स्कूल वाले फीस के नाम पर क्या-क्या और कैसे-कैसे वसूलते हैं.
हर प्रदर्शन की एक खास बात है. सारे प्रदर्शन ज्ञापन देने के साथ खत्म होते हैं और ज्यादातर मामलों में ज्ञापन देने के कुछ नहीं होता. यह भी सच्चाई है कि ज़्यादातर स्कूलों में फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ माता पिता विरोध नहीं कर रहे हैं. मान कर चलना चाहिए कि उन्हें फीस वृद्धि से कोई दिक्कत नहीं है. पंजाब के जालंधर में 14 साल की नोवल नाम की एक लड़की फीस वृद्धि के खिलाफ कई महीनों से आंदोलन कर रही है. दसवीं में पढ़ने वाली नोवल का कहना है कि उसकी छोटी बहन एनसीईआरटी से 240 रुपये की किताब खरीदती है जबकि शहर के बाकी स्कूल इसी कक्षा की किताबें 3500 रुपये में दे रहे हैं. नोवल ने 8 अप्रैल, 2016 से स्कूलों की मनमानी के ख़िलाफ़ धरना देना शुरू किया था. 4 जुलाई से 21 सितंबर तक लगातार 80 दिनों तक धरने पर बैठी रही. इस दौरान स्कूल, डीसी के दफ्तर, जालंधर के चारों विधायकों के घर के बाहर नेवल ने धरना दिया था. नोवल के पिताजी ने बताया कि उसके किसी भी धरने का कोई नतीजा नहीं निकला है. इतना ही निकला है कि 21 दिसंबर को अकाली सरकार ने फीस वृद्धि की जांच के लिए एक कमेटी बनाने का एलान किया था. मौजूदा कैप्टन सरकार ने भी इस कमेटी को मान्यता दी है.
इसी तरह से इलाहाबाद के विजय गुप्ता दस सालों से स्कूलों की फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं. 2010 में विजय गुप्ता ने इलाहाबाद से लखनऊ तक पैदल यात्रा की थी. 2012 में चार दिनों के लिए और 2015 में आठ दिनों के लिए आमरण अनशन पर बैठे. विजय गुप्ता के तमाम आंदलनों की प्रेस क्लिपिंग जितनी मोटी हो गई है उतनी ही स्कूलों की फीस भी मोटी हो गई है. वो जितना आंदोलन करते हैं, फीस उससे ज़्यादा बढ़ जाती है. विजय गुप्ता का कहना है कि 2013 में 35 प्रतिशत फीस बढ़ गई. 2014 में 20 से 22 प्रतिशत फीस बढ़ी. 2015 में 30 प्रतिशत फीस बढ़ी है. 2017 में 35 से 40 प्रतिशत फीस वृद्धि हुई है.टिप्पणियां
तो स्कूलों की फीस वृद्धि को लेकर तरह तरह के असफल नेतृत्व भी पैदा हो रहे हैं. असफल इसलिए कहा क्योंकि इन्हें न तो जनता का समर्थन मिलता है न राजनीतिक दल का. यूपी की योगी सरकार फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ कुछ सक्रिय दिखती है. यूपी सरकार ने फीस स्ट्रक्चर की समीक्षा के आदेश दिये हैं. 31 मार्च को गुजरात में एक कानून बना है, जिसकी खबर कम लोगों को है, इसके अनुसार राज्य में प्राइवेट स्कूलों की फीस सालाना 15 से 27 हज़ार के बीच ही रहेगी. प्राइमरी स्कूल के लिए 15,000, सेकेंडरी के लिए 25,000 और सीनियर सेकेंडरी के लिए 27,000 फीस रखी जा सकती है. इस बिल का नाम है, The Gujarat Self Financed Schools (Regularisation of Fees) Bill, 2017. इस कानून के तहत राज्य के सभी बोर्ड के स्कूल आएंगे.
2015 में दिल्ली सरकार भी प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए एक बिल लाई थी. इसके तहत प्राइवेट स्कूलों के लिए रेगुलेटरी संस्था बननी थी. यह बिल विधानसभा से पास तो है मगर सेंटर से मंज़ूरी नहीं मिली है. 24 जनवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि डीडीए की ज़मीन पर बने प्राइवेट स्कूल बिना सरकारी अनुमति के फीस नहीं बढ़ा सकते हैं. 30 मार्च 2017 को दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि यह मान लेना कि सभी स्कूल मुनाफा कमाते हैं, सही नहीं है. इस जनसुनवाई में हम सुनेंगे कि स्कूल वाले फीस के नाम पर क्या-क्या और कैसे-कैसे वसूलते हैं.
इसी तरह से इलाहाबाद के विजय गुप्ता दस सालों से स्कूलों की फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं. 2010 में विजय गुप्ता ने इलाहाबाद से लखनऊ तक पैदल यात्रा की थी. 2012 में चार दिनों के लिए और 2015 में आठ दिनों के लिए आमरण अनशन पर बैठे. विजय गुप्ता के तमाम आंदलनों की प्रेस क्लिपिंग जितनी मोटी हो गई है उतनी ही स्कूलों की फीस भी मोटी हो गई है. वो जितना आंदोलन करते हैं, फीस उससे ज़्यादा बढ़ जाती है. विजय गुप्ता का कहना है कि 2013 में 35 प्रतिशत फीस बढ़ गई. 2014 में 20 से 22 प्रतिशत फीस बढ़ी. 2015 में 30 प्रतिशत फीस बढ़ी है. 2017 में 35 से 40 प्रतिशत फीस वृद्धि हुई है.टिप्पणियां
तो स्कूलों की फीस वृद्धि को लेकर तरह तरह के असफल नेतृत्व भी पैदा हो रहे हैं. असफल इसलिए कहा क्योंकि इन्हें न तो जनता का समर्थन मिलता है न राजनीतिक दल का. यूपी की योगी सरकार फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ कुछ सक्रिय दिखती है. यूपी सरकार ने फीस स्ट्रक्चर की समीक्षा के आदेश दिये हैं. 31 मार्च को गुजरात में एक कानून बना है, जिसकी खबर कम लोगों को है, इसके अनुसार राज्य में प्राइवेट स्कूलों की फीस सालाना 15 से 27 हज़ार के बीच ही रहेगी. प्राइमरी स्कूल के लिए 15,000, सेकेंडरी के लिए 25,000 और सीनियर सेकेंडरी के लिए 27,000 फीस रखी जा सकती है. इस बिल का नाम है, The Gujarat Self Financed Schools (Regularisation of Fees) Bill, 2017. इस कानून के तहत राज्य के सभी बोर्ड के स्कूल आएंगे.
2015 में दिल्ली सरकार भी प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए एक बिल लाई थी. इसके तहत प्राइवेट स्कूलों के लिए रेगुलेटरी संस्था बननी थी. यह बिल विधानसभा से पास तो है मगर सेंटर से मंज़ूरी नहीं मिली है. 24 जनवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि डीडीए की ज़मीन पर बने प्राइवेट स्कूल बिना सरकारी अनुमति के फीस नहीं बढ़ा सकते हैं. 30 मार्च 2017 को दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि यह मान लेना कि सभी स्कूल मुनाफा कमाते हैं, सही नहीं है. इस जनसुनवाई में हम सुनेंगे कि स्कूल वाले फीस के नाम पर क्या-क्या और कैसे-कैसे वसूलते हैं.
तो स्कूलों की फीस वृद्धि को लेकर तरह तरह के असफल नेतृत्व भी पैदा हो रहे हैं. असफल इसलिए कहा क्योंकि इन्हें न तो जनता का समर्थन मिलता है न राजनीतिक दल का. यूपी की योगी सरकार फीस वृद्धि के ख़िलाफ़ कुछ सक्रिय दिखती है. यूपी सरकार ने फीस स्ट्रक्चर की समीक्षा के आदेश दिये हैं. 31 मार्च को गुजरात में एक कानून बना है, जिसकी खबर कम लोगों को है, इसके अनुसार राज्य में प्राइवेट स्कूलों की फीस सालाना 15 से 27 हज़ार के बीच ही रहेगी. प्राइमरी स्कूल के लिए 15,000, सेकेंडरी के लिए 25,000 और सीनियर सेकेंडरी के लिए 27,000 फीस रखी जा सकती है. इस बिल का नाम है, The Gujarat Self Financed Schools (Regularisation of Fees) Bill, 2017. इस कानून के तहत राज्य के सभी बोर्ड के स्कूल आएंगे.
2015 में दिल्ली सरकार भी प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए एक बिल लाई थी. इसके तहत प्राइवेट स्कूलों के लिए रेगुलेटरी संस्था बननी थी. यह बिल विधानसभा से पास तो है मगर सेंटर से मंज़ूरी नहीं मिली है. 24 जनवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि डीडीए की ज़मीन पर बने प्राइवेट स्कूल बिना सरकारी अनुमति के फीस नहीं बढ़ा सकते हैं. 30 मार्च 2017 को दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि यह मान लेना कि सभी स्कूल मुनाफा कमाते हैं, सही नहीं है. इस जनसुनवाई में हम सुनेंगे कि स्कूल वाले फीस के नाम पर क्या-क्या और कैसे-कैसे वसूलते हैं.
2015 में दिल्ली सरकार भी प्राइवेट स्कूलों की फीस वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए एक बिल लाई थी. इसके तहत प्राइवेट स्कूलों के लिए रेगुलेटरी संस्था बननी थी. यह बिल विधानसभा से पास तो है मगर सेंटर से मंज़ूरी नहीं मिली है. 24 जनवरी, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि डीडीए की ज़मीन पर बने प्राइवेट स्कूल बिना सरकारी अनुमति के फीस नहीं बढ़ा सकते हैं. 30 मार्च 2017 को दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि यह मान लेना कि सभी स्कूल मुनाफा कमाते हैं, सही नहीं है. इस जनसुनवाई में हम सुनेंगे कि स्कूल वाले फीस के नाम पर क्या-क्या और कैसे-कैसे वसूलते हैं.
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फिल्म 'कहो ना प्यार है' कि
एक्ट्रेस
अमीषा पटेल
आए दिन अपनी तस्वीरों की वजह से सुर्खियों में रहती हैं. एक बार फिर अपनी एक फोटो शेयर करने की वजह से वे ट्रोलर्स के निशाने पर हैं. लोग उनकी उम्र का हवाला देते हुए फोटो पर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं.
अमीषा ने सफेद रंग की टीशर्ट और डार्क जीन्स पहने एक फोटो शेयर की. साथ में उन्होंने सनग्लासेस भी लगाए थे. फोटो पर उन्होंने कैप्शन में लिखा- ''When ur TANtastic fantastic.''
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When ur TANtastic fantastic❤️❤️😀😀
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Dec 11, 2018 at 5:48am PST
फोटो
पर एक शख्स ने लिखा- बुढ़िया हो गई है. एक शख्स ने उन्हें आंटी कहते हुए कहा- रिटायर हो गई हो आप आंटी. एक यूजर ने लिखा- आपको खुदपर शर्म आनी चाहिए. एक शख्स ने कहा- ओल्ड इज नॉट गोल्ड.
इसके अलावा उन्हें चीप, ओल्ड आंटी जैसे कमेंट भी किए गए. लोग यहीं तक नहीं रुके. यूजर्स ने उनकी फोटो को वल्गर तक कह डाला. बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब अमीषा के साथ ऐसा हुआ हो. इससे पहले भी कई बार उनकी फोटोज को ट्रोल किया जा चुका है.
वर्क फ्रंट की बात करें तो अमीषा हाल ही में फिल्म भैया जी सुपरहिट में काम करती नजर आईं. ये एक कॉमेडी ड्रामा फिल्म थी. काफी मशक्कत के बाद फिल्म रिलीज की गई. फिल्म की स्टार कास्ट में अमीषा के अलावा सनी देओल, प्रीति जिंटा, अरशद वारसी, श्रेयस तलपड़े और मुकुल देव शामिल हैं. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी.
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भारत की समुद्री ताकत लगातार मजबूत हो रही है. मंगलवार को स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी 'करंज' को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया. इस मौके पर नौसेना प्रमुख सुनील लांबा भी मौजूद रहे. इसे मुंबई के मझगांव डॉक पर लॉन्च किया गया. करंज को पूरी तरह से मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है.
कलवरी और खांदेरी के बाद करंज के शामिल होने भारत की समुद्री ताकत मजबूत होगी. हिंद महासागर में चीन की बढ़ती मौजूदगी और अरब सागर के पास पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने के लिए ये सबमरीन काफी अहम भूमिका निभाएगी. चीन और पाकिस्तान के लिए करंज को अपनी रडार में लेना काफी मुश्किल साबित होगा.
Indian Navy launches 'Karanj' the third Scorpene class submarine built at Mumbai's Mazagon Dock Shipbuilders Limited (MDL)
pic.twitter.com/Ux7ELHvyQJ
— ANI (@ANI)
January 31, 2018
आपको बता दें कि पिछले साल आई बॉलीवुड फिल्म गाजी इसी INS 'करंज' पर आधारित थी. जो कि 1971 में भारत-पाकिस्तान लड़ाई के दौरान 18 दिनों तक पानी के अंदर रह हमले को झेला था और कड़ा जवाब दिया था. आपको बता दें कि करंज पहले 4 सितंबर, 1969 को भारतीय नौसेना में शामिल हुई थी, जिसके बाद 2003 में रिटायर हुई थी. अब एक बार फिर नए अवतार के साथ इसे लॉन्च किया गया है.
खास बातें -
- दुश्मन के लिए रडार में आना मुश्किल.
- जमीन पर हमला करने में भी सक्षम.
- लंबे समय तक पानी में रुक सकती है.
इससे पहले हाल ही में कलवरी और खांदेरी भी भारतीय नौसेना में शामिल हुई थी.
बता दें कि भारत की 2029 तक 24 पनडुब्बियां बनाने की योजना है. इसके पहले प्रॉजेक्ट पी-75 के तहत स्कॉर्पीन सीरीज की छह पनडुब्बियां बनाई जा रही हैं. डीजल-इलेक्ट्रिक दोनों ही तरह की ताकत से लैस इस पनडुब्बी के आने के बाद से नौसेना के पास कुल पनडुब्बियां 14 हो जाएगी. कंरज इस सीरीज की तीसरी पनडुब्बी है.
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को कहा कि इस साल हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आठवें संस्करण ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 18.2 करोड़ डॉलर (11.5 अरब रुपये) का योगदान दिया है. बीसीसीआई ने भारत की अर्थव्यवस्था में आईपीएल के जरिए उत्पन्न आर्थिक प्रभाव के सर्वे का पता लगाने के लिए केपीएमजी खेल सलाहकार समूह को नियुक्त किया था.
आईपीएल 2015
में आठ टीमों ने 44 दिनों में देशभर के 12 शहरों में 13 स्थानों पर
कुल 60 मैच
खेले. बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा कि इस टूर्नामेंट में अधिक से अधिक 193 क्रिकेट खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और कुल 17.1 लाख दर्शकों ने ये मैच देखे.
बीसीसीआई ने कहा, ‘भारत में आईपीएल मैचों से जुड़ा कुल आर्थिक उत्पादन का अनुमान 26.5 अरब रुपये लगाया गया है. आईपीएल मैचों की मेजबानी से राज्य की अर्थव्यवस्था में मूल्य और राजस्व को बढ़ावा मिलता है.’
सर्वे के अनुसार, आईपीएल के मैच कई तरह से भारत की अर्थव्यवस्था को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं. टूर्नामेंट के कारण पर्यटन विकास से फायदा और विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलते हैं.
आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा, ‘यह बात काफी प्रेरणादायक है कि आईपीएल के कारण भारत की अर्थव्यवस्था पर इतना सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. हम आईपीएल के आगामी सत्रों के माध्यम से इन मानकों को फिर से परिभाषित करने और भविष्य के प्रयासों के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए तत्पर हैं.’
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देश के शेयरबाजारों में आम बजट के दिन से शुरू हुई तेजी का सिलसिला जारी है. गुरुवार को
खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट
की खबर के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में अंतत: 43 अंक चढ़कर करीब 18,490 अंक पर बंद हुआ.
खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट से रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज महंगा करने के कदम उठाए जाने की आशंका कुछ कम हुई है. बाजार के जनाकारों के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट की रपटों का भी बाजार पर अनुकूल असर रहा. गुरुवार के कारोबार में पूंजीगत वस्तुओं तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में लिवाली का जोर रहा.
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 18,318.32 अंक पर कमजोर खुला और बाद में 18603.57 से 18,253.32 अंक के दायरे में घूमने के बाद 43.26 अंक की बढ़त के साथ 18,489.76 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 13.90 अंक की बढ़त लेकर 5,536.20 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 5,570.75 और 5,468.25 अंक के दायरे में घूमता रहा.
अमेरिका में इस तरह की अटकलों की कि लीबिया के संकट को दूर करने की योजना बन रही है के बीच कच्चे तेल के दामों में काफी गिरावट आई. हालांकि बाद में एक बार फिर से तेल के दाम 102 डालर के स्तर की ओर अग्रसर हो गए. वहीं घरेलू मोर्चे पर खाद्य मुद्रास्फीति एक प्रतिशत अंक घटकर 19 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 10.39 प्रतिशत के स्तर पर आ गई.
प्याज, आलू और दालों के दाम घटने से खाद्य मुद्रास्फीति नीचे आई है. पूंजीगत सामान तथा वाहन कंपनियों के शेयर सबसे ज्यादा लाभ में रहे. बीएसई का पूंजीगत वस्तुओं का सूचकांक 304.12 अंक या 2.35 प्रतिशत चढ़ गया. वाहन सूचकांक भी 162.06 अंक या 1.86 फीसदी बढ़ा.
आम बजट में साफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्कों को कर छूट की अवधि नहीं बढ़ाए जाने से आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई. आईटी पार्कों में मिलने वाली यह सुविधा इसी माह खत्म हो रही है. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से यह आशंका बनने लगी है कि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार की रफ्तार प्रभावित होगी. इस वजह से धातु कंपनियों के शेयर लुढ़क गए.
अमेरिका के बेहतर आर्थिक आंकड़ों के चलते एशियाई बाजारों में हालांकि तेजी का रुख रहा. हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और ताइवान के शेयर बाजार 0.32 प्रतिशत से 2.20 फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुए. हालांकि चीन के शांगहाए कम्पोजिट में 0.34 फीसदी की गिरावट आई.
शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार मजबूती के रुख के साथ खुले. कारोबार के दौरान जयप्रकाश एसोसिएट्स का शेयर 3.31 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ. इसके अलावा भेल में 3.30 प्रतिशत, आरईएल कॉम में 3.27 प्रतिशत, लार्सन में 3.17 प्रतिशत, टाटा पावर में 3.09 प्रतिशत, टाटा मोटर्स में 3.08 प्रतिशत, एचडीएफसी में 3.03 प्रतिशत, मारुति सुजुकी में 2.73 प्रतिशत और एचडीएफसी बैंक में 2.28 प्रतिशत की तेजी आई.
हालांकि, रिलायंस इन्फ्रा का शेयर 3.30 प्रतिशत लुढ़क गया. भारती एयरटेल में 2.12 प्रतिशत, इन्फोसिस में 2.02 प्रतिशत, टाटा स्टील में 1.72 प्रतिशत, स्टरलाइट में 1.70 प्रतिशत और ओएनजीसी में 1.52 फीसदी की गिरावट आई.
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यूपी के अमेठी में पुलिस ने गौरीगंज से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा. राकेश सिंह पर वोटरों को कथित रूप से डराने-धमकाने का आरोप है.
दरअसल गौरीगंज से सपा के मौजूदा विधायक एवं प्रत्याशी राकेश सिंह का एक कथित वीडियो इन दिनों वायरल हो रखा है, जिसमें वह लोगों को धमकी देते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो में दिख रहा है कि एक गांव में बैठक के दौरान वह वोटरों से कह रहे हैं, 'मैंने देखा है कि कौन बीएसपी के
नामांकन
में गया है, वह हमें पता है और ये हमारी शराफत है कि मैं तुम्हारा नुकसान नहीं कर रहा है. वरना जो अच्छा कुर्ता जीन्स पहने घूम रहे हो, सब उतर जाएगा. '
पुलिस को जब इस संबंध में शिकायत मिली तो उसने चुनाव के दौरान वोटरों को धमकाने के आरोप में धारा 171 (सी), धारा 144 के उल्लंघन के मामले में धारा 506, तथा बिना इजाज़त मीटिंग करने के आरोप में धारा 188 के तहत FIR दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि वह मामला दर्ज कर तफ्तीश में जुटी है.
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मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर कांग्रेस (Congress) और राकांपा पर निशाना साधते हुए उन्हें एक ऐसे मंदबुद्धि बच्चे के समान बताया जो परीक्षा में फेल होने के बाद कलम पर दोष मढ़ता है. फडणवीस एक अगस्त से शुरू हुए अपने जनसंपर्क कार्यक्रम ''महाजनादेश यात्रा'' के दूसरे चरण के समापन पर बोल रहे थे. इस दौरान भाजपा अध्यक्ष और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी वहां मौजूद थे. फडणवीस ने कहा, "कांग्रेस और राकांपा की हालत एक मंदबुद्धि बच्चे की तरह है जो बिल्कुल भी पढ़ाई नहीं करता और अनुत्तीर्ण हो जाता है, फिर बाद में कलम पर दोष मढ़ता है.
फडणवीस ने कहा, 'जब राकांपा की उम्मीदवार सुप्रिया सुले बारामती से चुनाव जीतीं तो ईवीएम के साथ कोई परेशानी नहीं थी लेकिन जब अन्य जगहों पर भाजपा की जीत हुई तो उन्होंने मशीनों पर दोष मढ़ दिया.'
उन्होंने कहा, "ईवीएम के साथ कोई समस्या नहीं बल्कि यह आपके दिमाग का फितूर है."
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फिल्म 'दृश्यम' से चर्चा में आई एक्ट्रेस श्रेया सरन आज यानी 11 सितंबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं. श्रेया का जन्म 1982 को हरिद्वार में हुआ था. उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से अपना ग्रेजुएशन किया. श्रेया के बर्थडे पर जानते हैं उनके बारे में कुछ अनसुनी बातें...
- श्रेया ने 2001 में फिल्म इस्थम से फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. साल 2009 की फिल्म एक से उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों की तरफ अपना रुख किया.
- अजय देवगन की फिल्म 'दृश्यम' से श्रेया को काफी पॉपुलैरिटी मिली थी. इस फिल्म में उन्होंने अजय की पत्नी का किरदार निभाया था.
- श्रेया ने साल 2018 मार्च में रशियन बॉयफ्रेंड एंड्रे कोसचीव से प्राइवेट सेरेमनी में शादी की. दोनों की शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुईं. एंड्रे कोसचीव नेशनल लेवल के टेनिस प्लेयर और बिजनेसमैन हैं. मास्को में उनकी रेस्टोरेंट चेन सक्सेफुल चल रही है, जिसका नाम है Domavkusnee.
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Once upon a time in Ibiza. Will miss island 🌴 life .... till next time. @andreikoscheev
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shriya_saran1109
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Sep 3, 2019 at 6:01am PDT
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#siima2019 about last week make up @rajesh_gupta789 @makeupbyapurva wearing @rajattangriofficial ❤️
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shriya_saran1109
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Aug 22, 2019 at 8:40am PDT
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रेया ने 2011 में मुंबई में श्री स्पा नाम से एक स्पा खोला था. इस स्पा में विजुअली चैलेंज्ड एम्प्लॉई थे.
- डांसिग और एक्टिंग के अलावा श्रेया चैरिटी वर्क्स में भी हिस्सा लेती हैं. वो कई NGOs की ब्रांड एम्बेसडर रही हैं.
- एक्टिंग में आने से पहले मॉडलिंग्स के दिनों में श्रेया ने कई कमर्शियल में काम किया है.
- श्रेया सरन शाहरुख खान और आमिर खान के बाद पहली एक्ट्रेस रही हैं जिन्होंने Indian Institute of Management Ahmedabad में लैक्चर दिया है.
- श्रेया ने 2008 में फिल्म The Other End of the Line से हॉलीवुड में डेब्यू किया था.
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