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क्रिकेट में शतकों का पहाड़ लगाने वाले सचिन तेंदुलकर का एक सांसद के रूप में रिकॉर्ड बेहद निराशाजनक रहा है. मास्टर ब्लास्टर ने इस साल संसद में अपना खोता तक नहीं खोला है. सूत्रों के मुताबिक सचिन ने इस साल एक भी दिन संसद में कदम नहीं रखा. यानी उन्होंने एक सांसद के रूप में वहां एक भी सत्र में अपनी उपस्थिति नहीं दर्ज कराई. 44 वर्षीय क्रिकेटर से लोगों को बहुत उम्मीद थी कि वह संसद में जाकर खेलों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाएंगे. उन्हें 2012 के जून में राज्य सभा की सदस्यता दी गई थी. संसद से उपलब्ध रिकॉर्डों के मुताबिक सचिन ने इस साल एक भी दिन राज्य सभा के सत्र में हिस्सा नहीं लिया. 2013 में भी उनका रिकॉर्ड बेहद खराब था जब उन्होंने मात्र 3 दिन सत्र में ही भाग लिया. इतना ही नहीं सचिन ने अब तक किसी भी संसदीय बहस में हिस्सा भी नहीं लिया है. हालांकि बड़ी संख्या में सांसद अब संसद नहीं जाते लेकिन सचिन ने एक नया रिकॉर्ड बना दिया है. उन्होंने पिछले साल कुल 3 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराई. यह जानकारी पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च ने बताई. उम्मीद थी कि क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद संसद की बैठकों में भाग लेंगे. लेकिन पिछले साल नवंबर में रिटायर होने के बाद उन्होंने यहां खाता तक नहीं खोला.
बिहार टॉपर्स घोटाले में आजतक के खुलासे में सामने आए फर्जी टॉपर्स में से चार छात्र सौरभ श्रेष्ठ, रूबी राय, शालिनी राय और राहुल लापता हैं. आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद से चारों का कोई अता-पता नहीं है. इनके अलावा बिशुन राय कॉलेज का डायरेक्टर बच्चा राय और बिहार बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे चुके लालकेश्वर प्रसाद सिंह भी फरार हैं. आनंद किशोर बने बोर्ड के नए चेयरमैन मामले के तूल पकड़ने और एसआईटी की पूछताछ के बाद बोर्ड के चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने इस्तीफा दे दिया था. उनकी जगह बोर्ड के नए चेयरमैन आनंद किशोर होंगे जो फिलहाल पटना के डिविजनल कमिश्नर भी हैं. नौवीं क्लास की परीक्षा टली बिहार बोर्ड में चल रहे घमासान के बीच 9वीं क्लास की परीक्षा टाल दी गई है. परीक्षा कब तक टाली गई है और इसके पीछे क्या कारण हैं, इसकी जानकारी शिक्षा विभाग ने नहीं दी है. सर्कुलर जारी कर कहा गया है कि नवम् वर्ग की वार्षिक परीक्षा को अगले आदेश तक टाल दिया गया है. चार की गिरफ्तारी वहीं इस मामले में चार गिरफ्तारी हुई हैं. एसआईटी ने बुधवार को जीए इंटर कॉलेज की केंद्र अधीक्षक और प्रिंसिपल शैल कुमारी को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा दो क्लर्क और एक चपरासी को भी गिरफ्तार किया गया है. जीए इंटर कॉलेज बिशुन राय कॉलेज का परीक्षा केंद्र था. राजेंद्र नगर ब्वॉयज हाई स्कूल के केंद्रीय अधीक्षक विश्वेश्वर यादव को एसआईटी ने हिरासत में ले लिया गया था. FIR भी की दर्ज पुलिस ने रूबी राय, सौरव श्रेष्ठ और राहुल कुमार के खिलाफ एफआईआर पहले ही दर्ज कर ली है. यह एफआईआर पटना के कोतवाली पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई है. एफआईआर में कॉलेज के डायरेक्टर बच्चा राय का भी नाम है.
आतंकवादी संगठन 'जैश-ए-मोहम्मद' के सरगना अजहर मसूद के नाम के साथ 'जी' लगाए जाने के खिलाफ मंगलवार को बिहार की एक अदालत में परिवाद पत्र दाखिल कर कार्रवाई करने की मांग की गई है. बिहार के मुजफ्फरपुर व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने एक परिवाद पत्र दायर करते हुए आरोप लगाया है कि राहुल गांधी जैसे बड़े शख्यियत को किसी आतंकवादी के नाम के साथ 'जी' लगाना सेना के मनोबल को तोड़ता है. दरअसल, राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी की पिछली सरकार के दौरान कंधार विमान अपहरण के आरोपी अजहर मसूद को रिहा किए जाने का जिक्र करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रिहाई के बाद विदाई देते समय अजहर महमूद का हाथ पकड़कर उसे विमान में बिठाया था. इस मुद्दे पर सफाई देते समय तत्कालीन केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के मुंह से 'अजहर जी' शब्द निकला था. इस बात का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने जब रविशंकर के कहे शब्द 'अजहर जी' को दोहराया तो वीडियो में काटछांट कर उसे राहुल के कहे शब्द के रूप में प्रचारित किया जा रहा है. प्रचार तंत्र की इस कुत्सित चाल को सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने भी 'सच' मान लिया है. हाशमी ने परिवाद पत्र में कहा है, "12 मार्च को मैं अपने भीखनपुर स्थित आवास पर टीवी चैनलों पर समाचार देख रहा था. उसी समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुनिया के मोस्टवांटेड आरोपी अजहर मसूद, जो पुलवामा में हुए आतंकी हमले का साजिशकर्ता है, को वह 'जी' कहकर संबोधित कर रहे हैं." परिवाद में कहा गया है कि ऐसा कर राहुल गांधी ने भारतीय सेना के मनोबल को तोड़ने का काम किया है. हाशमी ने बताया कि इस मामले की अगली सुनवाई 16 मार्च को होगी. (इनपुट आईएएनएस से)
भारतीय मूल की अमेरिकी पॉर्न स्‍टार सनी लियोन का ख्‍वाब पूरा होने वाला है. निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट बिग बॉस के घर में सनी लियोन से मिलने जाएंगे. तस्‍वीरों में देखें पॉर्न स्‍टार सनी लियोन का जलवा सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार अपनी फिल्‍म जिस्‍म-2 के लिए भट्ट अमेरिकी पॉर्न स्‍टार से बात करना चाहते हैं. इसी कारण वह बिग बॉस के घर में जाएंगे. हालांकि महेश भट्ट प्रतियोगी के रूप में घर के अंदर नहीं जाएंगे. फोटो: प्‍लेब्‍वॉय की 25 सेक्‍सी शख्सियतें उल्‍लेखनीय है कि सनी लियोन ने बिग बॉस के घर में जाने से पहले कहा था कि वह बॉलीवुड में काम करना चाहती है इसलिए वह बिग बॉस में शामिल हो रही है.
मैंडी मंगरू (जन्म 22 सितंबर 1999) एक गुयाना क्रिकेटर है जो महिला सुपर50 कप और ट्वेंटी 20 ब्लेज़ टूर्नामेंट में गुयाना महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलता है। अप्रैल 2021 में, मंगरू को एंटीगुआ में क्रिकेट वेस्टइंडीज के उच्च प्रदर्शन प्रशिक्षण शिविर में नामित किया गया था। जून 2021 में, मंगरू को पाकिस्तान के खिलाफ उनकी श्रृंखला के लिए वेस्टइंडीज ए टीम में नामित किया गया था। सन्दर्भ 1999 में जन्मे लोग जीवित लोग
लेख: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में अपनी शादी के दिन मेहमानों के लिए पंखा लगाते समय करंट की चपेट में आने से दूल्हे की दर्दनाक मौत हो गई।टिप्पणियां पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि कमलापुर थाना क्षेत्र के कसमंडा गांव में 24 वर्षीय श्रीकांत पटेल नामक युवक की मंगलवार को शादी थी। शाम के समय वह मेहमानों के लिए पंखे का प्लग लगा रहा था, तभी उसे करंट का जोरदार झटका लगा और वह उसी क्षण बेसुध होकर गिर गया। उन्होंने बताया कि परिजन श्रीकांत को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि कमलापुर थाना क्षेत्र के कसमंडा गांव में 24 वर्षीय श्रीकांत पटेल नामक युवक की मंगलवार को शादी थी। शाम के समय वह मेहमानों के लिए पंखे का प्लग लगा रहा था, तभी उसे करंट का जोरदार झटका लगा और वह उसी क्षण बेसुध होकर गिर गया। उन्होंने बताया कि परिजन श्रीकांत को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि परिजन श्रीकांत को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गधा (Equus africanus asinus) अश्व परिवार का पशु है। कई देशों में इसे बोझा ढोने के काम लाया जाता है। गधे को अधिकतर धोबी और कुम्हार वर्ग के लोगों द्वारा पाला जाता है।यह जीव गजब का सहन् शील प्राणी है।इसके चेहरे का भाव एक सा बना रहता है। हर्ष विषाद दोनों में एक सा दिखाई देता है। परिचय गधा घोड़े की प्रजाति की एक उपजाति 'एसिनस वर्ग' का पशु है। इस वर्ग के अनेक पशु हैं पर 'गधे' से अभिप्राय इस वर्ग के उस पशु से समझा जाता है जिसे लोग पालते हैं और सामान ढोने का काम लेते है। यह आकार में घोड़े से छोटा होता है, कान लंबे होते हैं, पूँछ का आकार और रंग घोड़े से सर्वथा भिन्न होता है। यह पशु अपनी मंद बुद्धि और हठीलेपन के लिए प्रख्यात है। भारतवर्ष में इसका प्राचीनतम उल्लेख वैदिक साहित्य में मिलता है (ऋग्वेद 3.53.23; ऐतरेय ब्राह्मण 4.9; तैत्तिरीय संहिता 5.1.2.1)। आजकल इसका प्रयोग मुख्यत: धोबियों द्वारा कपड़ों को घाट से लाने और ले जाने के लिए होता है। नाम का उपयोग कुछ संस्कृतियों में किसी मूर्ख व्यक्ति को भी गधा कहा जाता है। गधे के बारे में बहुत कहावतें भी प्रचलित हैं, जैसे : "धोबी का गधा, न घर का, न घाट का", "गधे के सिर से सींग की तरह गायब होना"। गधे की दुलत्ती प्रसिद्ध है। एक्वस
नामकरण एक भारतीय हिन्दी धारावाहिक है, जिसका प्रसारण स्टार प्लस में 3 जनवरी 2015 से 2 जून 2018 से शुरू हुआ और कुल 463 एपिसोड पूरे करने के बाद 2 जून 2018 को इसका समापन हुआ। इस धारावाहिक को बनाने की प्रेरणा 1998 में बनी बॉलीवुड फिल्म जख्म से मिली थी, जिसे फिल्मकार महेश भट्ट की जिंदगी पर बनाया गया था। इसे शुरू में बाल कलाकार अरशीन नामदार को लेकर बनाया गया था, जिसमें विरफ पटेल, बरखा सेनगुप्ता और रीमा लागू भी मुख्य किरदार निभा रहे थे। इसके बाद इसमें कहानी को 15 वर्ष आगे बढ़ा दिया जाता है और इसके बाद कहानी अवनी आएशा (अदिति राठोर) और नील खन्ना (ज़ैन इमाम) पर केन्द्रित होती है। कहानी कहानी की शुरुआत होती है 9 साल की बच्ची, अवनी आएशा से, जो अपनी माँ आएशा हैदर के साथ रहती है। उसके पिता आशीष मेहता एक बहुत प्रसिद्ध फिल्म निर्माता है। लेकिन यह रिश्ता आशीष की माँ, दयावन्ती को बिलकुल भी पसंद नहीं होता है, वो अपने बेटे की शादी जबर्दस्ती नीला पारेख से कराना चाहती है। जब आएशा अपने दूसरे बच्चे, अमन को जन्म देती है तो दयावन्ती किसी तरह आएशा को मार कर अमन को ले आती है और उस हत्या के आरोप में अवनी को जिम्मेदार बना देती है। आशीष भी अपनी माँ की बात को मान लेता है और अवनी को गिरफ्तार होने देता है, पर नीला जा कर उसे छुड़ा लेती है और आशीष को तलाक दे देती है। अंत में दयावन्ती अवनी को गोली मार देती है, जिसे बाद में नीला बचा लेती है। सभी को लगता है कि अवनी की मौत हो चुकी है। 15 साल बाद अवनी अब बड़ी हो चुकी है और अब अनन्या वर्मा नाम से नीला के साथ रह रही है। इस दौरान एसीपी नील खन्ना (ज़ैन इमाम) को अवनी से जुड़े मामले को हल करने का जिम्मा दिया जाता है, इसी मामले के दौरान अंजाने में दोनों एक दूसरे से मिल जाते हैं। वे लोग जंगल में अटक जाते हैं और इस दौरान एक दूसरे के बारे में काफी कुछ जानते हैं। अवनी को पता चलता है कि नील वहाँ का एसीपी है, जिसके कारण वो उससे दूरी बनाने का निश्चय करती है। इस किस्से को नील अपने दोस्त अली को बताता है। अली एक कैफे का मालिक है, और नील का अच्छा दोस्त भी है। अली भी अपने बचपन की दोस्त, अवनी के बारे में बताता है। दोनों इस बात से अंजान रहते हैं कि वो दोनों एक ही लड़की की बात कर रहे हैं। नील की शादी अवनि के चचेरी बहन रिया से तय हो जाती है। इसी बीच नील और अवनि की मुलाक़ात कई बार होती है। नील को इसी तरह पता चलता है कि अनन्या का असली नाम अवनी है और उस पर बचपन में मामला भी दर्ज हुआ था, पर नील को लगता है कि अवनी निर्दोष है और वो उसकी बिना उसको बताए ही मदद करने का फैसला करता है। दयावन्ती किसी तरह रिया और नील की शादी कराना चाहती है, जिससे वे लोग कर्ज से मुक्ति पा सकें और नील के पैसे पर अपना कब्जा जमा पाएँ। नील को बचाने के लिए अवनी चुपके से रिया के जगह खुद आ जाती है और नील से शादी कर लेती है। नील की माँ को ये रिश्ता बिलकुल भी पसंद नहीं आता है, पर उसके पिता अवनि उर्फ अनन्या का घर में स्वागत करते हैं। धीरे धीरे वे दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगते हैं। वहीं नील को दयावन्ती से पता चलता है कि अवनी के पिता, आशीष को किसी तरह आएशा की हत्या का पता चल गया था, पर वो किसी को बताए, उससे पहले ही उसे उसके भाई, केतन ने मार दिया। अंत में अवनि के भाई को सारी सच्चाई पता चलती है। लेकिन दयावन्ती किसी तरह वापस आ कर अवनि को फिर से मारने की कोशिश करती है, पर अमन उसे मार देता है और पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेती है। अवनि अपने भाई अमन को माफ कर देती है। नील और अवनि एक दूसरे से प्यार का इज़हार करने ही वाले होते हैं कि इसी बीच नील की पूर्व प्रेमिका जुही वहाँ आ जाती है और कहती है कि उसकी बेटी मिष्टि असल में नील की बेटी है। जिसे विद्युत नामक व्यक्ति अपने साथ ले गया है। अवनी किसी तरह मिष्टि को बचा लेती है। बाद में पता चलता है कि मिष्टि असल में जुही और विद्युत की बेटी है। बाद में जुही के मौत का आरोप अवनी पर लग जाता है। लगभग 6 महीने तक अवनी जेल में रहती है और नील किसी तरह विद्युत से सच बाहर निकालने में सफल रहता है और अवनि को निर्दोष साबित कर लेता है। अंत में नील और अवनी एक दूसरे से वापस मिल जाते हैं और वे अपनी शादी को आगे बढ़ाते हैं। लेकिन इसी बीच विद्युत के कारण नील के पिता को नील के ऊपर गोली चलाना पड़ता है, नील को बचाने के लिए नीला सामने आ जाती है और उसे गोली लग जाती है, जिससे उसकी मौत हो जाती है। नीला की मौत से अवनी काफी दुःखी होती है। इसी बीच विद्युत से जान बचाने के लिए अवनी घर को आग लगा देती है और ऐसा दिखाती है कि इसमें वो और मिष्टि जल कर मर चुके हैं। सभी को लगता है कि इस आग में अवनी भी मर चुकी है। 10 साल बाद नील अब पद से इस्तीफा दे दिया है और एक रेडियो जॉकी में काम करने लगा है। अवनि अपना नाम बदल कर नीलांजना नाम से एक अनाथालय में काम कर रही है। वो अपने बेटे मौगली के साथ रह रही है। मिष्टि अब बड़ी हो चुकी है और गायिका बनने की राह पर काम कर रही है। उसे करन नामक व्यक्ति से प्यार हो जाता है और वे दोनों शादी भी कर लेते हैं। 10 सालों तक अवनी का इंतजार कर रहे नील को पता चलता है कि अवनि अभी भी जीवित है और मौगली उसका ही बेटा है। वो कई सारी कोशिश करता है कि उसे मौगली के परवरिश का हक मिले। पर स्थिति ऐसी बनती है कि नील की शादी मिताली से तय हो जाती है। वहीं नील को अपनी नई जिंदगी मिताली के साथ शुरू करने देने के लिए अवनि अपने बेटे के साथ हमेशा के लिए शहर छोड़ने का निर्णय लेती है। आखिरी एपिसोड में मिताली नील को समझाती है कि वो अभी तक अवनी को भुला नहीं पाया है। उसे उसके साथ नहीं बल्कि अवनी और उनके बच्चे मौगली के साथ होना चाहिए। सिर्फ शादी तय हो गया, इस कारण उसे शादी करने की जरूरत नहीं है। नील इस बात को समझ कर तुरंत अवनि और मौगली को शहर छोड़ने से पहले रोकने के लिए निकल पड़ता है। रास्ते में उनकी मुलाक़ात होती है, वे दोनों बाते करते हुए भावनाओं से ओतप्रोत हो जाते हैं। आखिर में अवनी भी उसकी बात मान लेती है। वे तीनों एक दूसरे का हाथ पकड़े साथ चलते हुए दिखते हैं और इसी के साथ कहानी ये संदेश देते हुए खत्म हो जाता है कि वे इसके बाद कभी नहीं बिछड़ेंगे। कलाकार अदिति राठौर – अवनी आएशा अरशीन नामदार – बाल अवनी आएशा (2016–2017) ज़ैन इमाम – नील खन्ना रीमा लागू विरफ पटेल बरखा सेनगुप्ता निर्माण बॉलीवुड फ़िल्मकर महेशभट्ट पर बनी 1998 की फिल्म जख्म पर इस धारावाहिक की शुरुआती कहानी आधारित है। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ
उद्देश्यवाद (, टेलियोलॉजी) या प्रयोजनवाद के अनुसार प्रत्येक कार्य या रचना में कोई न कोई अंतिम उद्देश्य, प्रयोजन या अंतिम कारण निहित रहता है। दूसरे अर्थों में यह इस प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास है कि अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य क्या है? इसे हेतुवाद या साध्यवाद भी कहते हैं। इसके विपरीत यंत्रवाद का सिद्धांत है। इसके अनुसार संसार की प्रत्येक घटना कार्य-कारण-सिद्धांत से घटती है। हर कार्य के पूर्व एक कारण होता है। वह कारण ही कार्य के होने का उत्तरदायी है। इसमें प्रयोजन के लिए कोई स्थान नहीं है। संसार के जड़ पदार्थ ही नहीं चेतन प्राणी भी, यंत्रवाद के अनुसार, कार्य-कारण-नियम से ही हर व्यवहार करते हैं। उद्देश्यवाद के सिद्धांतानुसार संसार में सर्वत्र एक सप्रयोजन व्यवस्था है। विश्व की प्रत्येक घटना किसी उद्देश्य की सिद्धि के लिए संपादित होती है। चेतन प्राणी तो हर कार्य किसी उद्देश्य से करता ही है, जड़ पदार्थों का संघटन और विघटन भी सप्रयोजन होता है। यंत्रवादी यदि भूत के माध्यम से वर्तमान और भविष्य की व्याख्या करते हैं, तो उद्देश्यवादी भविष्य के माध्यम से भूत और वर्तमान की व्याख्या करते हैं। यंत्रवाद के अनुसार कोई न कोई कारण हर कार्य को ढकेलकर आगे बढ़ा रहा है। उद्देश्यवाद के अनुसार कोई न कोई प्रयोजन हर कार्य को खींचकर आगे बढ़ा रहा है। परिचय साध्यवाद दो प्रकार का हो सकता है--बाह्य साध्यवाद और अंतर साध्यवाद। बाह्य साध्यवाद के अनुसार कार्य में स्वयं कोई प्रयोजन न होकर उससे बाहर अन्यत्र प्रयोजन रहता है। घड़ी की रचना में प्रयोजन घड़ी में नहीं, वरन्‌ घड़ीसाज में निहित रहता है। इसी प्रकार संसार का रचयिता संसार की रचना अपने प्रयोजन के लिए करता है। संसार और उसके रचयिता में बाह्य संबंध है। ईश्वरवादी इस सिद्धांत के समर्थक हैं। आंतरिक साध्यवाद के अनुसार संसार की सब क्रियाओं का प्रयोजन संसार में ही निहित है। विश्व जिस चेतन सत्ता की अभिव्यक्ति है वह संसार में ही व्याप्त है। संसार में व्याप्त चेतना संसार के द्वारा अपना प्रयोजन सिद्ध करती है। हीगेल, ब्रेडले, लोत्जे आदि अंतर साध्यवाद के ही समर्थक हैं। साध्यवाद के समर्थन में अनेक प्रमाण दिए जाते हैं। प्रकृति में सर्वत्र साधन और साध्य का सामंजस्य दिखाई देता है। पृथ्वी के घूमने से दिन, रात और ऋतु परिवर्तन होते हैं। गर्मी, सर्दी और वर्षा के अनुपात से वनस्पति उत्पन्न होती है। वृक्षों के मोटे तने से आँधी से वृक्ष की रक्षा होती है। पत्तियाँ साँस लेने का काम करती हैं। पशुओं के शरीर उनकी आवश्यकता के अनुसार हैं। इस प्रकार संसार में सर्वत्र प्रयोजन दिखाई देता है। विश्व में जो क्रमिक विकास होता दिखाई देता है वह किसी प्रयोजन की सूचना देता है। संसार की यंत्रवादी व्याख्या इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे सकती कि संसार यंत्र के समान क्यों चल रहा है। इसलिये संसार की रचना का प्रयोजन मानना पड़ता है। साध्यवाद बहुत प्राचीन सिद्धांत है। संभवत: मनुष्य ने जब से दार्शनिक चिंतन करना शुरू किया, इस्ी सिद्धांत से संसारसृष्टि की व्याख्या करता रहा है। मानवीय व्यवहार सदा प्रयोजन देखकर संसार की रचना को भी वह सप्रयोजन समझता रहा है। अरस्तू के चार कारणों में "अंतिम कारण साध्यवाद को स्वीकार करता है। मध्य काल के अंत में देकार्त आदि ने यंत्रवाद की ओर झुकाव दिखाया किंतु आधुनिक युग में साध्यवादी सिद्धांत का पुन: समर्थन होने लगा। आधुनिक साध्यवाद नवसाध्यवाद के नाम से प्रसिद्ध है। इसके प्रमुख समर्थक हीगेल, ग्रीन, ब्रेडले, बोसांके और रायस आदि है। हीगेल के विचार से संसार एक निरपेक्ष चेतना सत्ता की अभिव्यक्ति है। संसार अपने विकासक्रम के द्वारा निरपेक्ष चेतन सत्ता को अनूभूति प्राप्त कर स्वचेतन बनना चाहता है। इसी प्रयोजन से संसार की सब घटनाएँ घट रही हैं। भारतीय दर्शन में प्राय: सर्वत्र साध्यवाद का समर्थन मिलता है। सांख्य दर्शन में प्रकृति इस उद्देश्य से सृष्टिरचना करती है कि पुरुष उसमें सुख दु:ख का अनुभव करे और अंत में मुक्ति प्राप्त कर ले। जड़ प्रकृति में अंध प्रयोजन निहित होने के कारण डॉ॰ दासगुप्त ने इसे अंतर्निहित साध्यवाद (इनहेरेटं टिलियोलाजी) कहा है। योग दर्शन में अंध प्रयोजन असंभावित मानकर ईश्वर की सत्ता स्वीकार की गई है। ईश्वर प्रकृति को सृष्टिरचना में नियोजित करता है। इस प्रकार सांख्य साध्यवाद और योग बाह्य साध्यवाद का समर्थन करता है। न्याय जैसे ईश्वरवादी दर्शन बाह्य साध्यवाद के ही समर्थक हैं। नीतिशास्त्र में साध्यवाद के अनुसार मूल्य या शुभ ही मानवजीवन का मानक (स्टेंडर्ड) स्वीकार किया जाता है। नैतिक आचरण का उद्देश्य उच्च मूल्यों को प्राप्त करना है। सर्त्य, शिवं, सुंदरं हमें उसी प्रकार आकृष्ट करते हैं जैसे कोई सुंदर चित्र अपनी ओर आकृष्ट करता है। कर्तव्य या कानून मनुष्य को ढकेलकर नैतिक आचरण कराते हैं, यह साध्यवाद सिद्धांत के विपरीत है। ज्ञानमीमांसा के साध्यवादी दृष्टिकोण के अनुसार सत्य की खोज में बुद्धि उद्देश्यों, मूल्यों, रुचियों, प्रवृत्तियों और तात्विक या तार्किक प्रमाणों से संचालित या निर्देशित होती है। मनोविज्ञान में प्रो॰ मैकडूगल का हार्मिक स्कूल साध्यवाद का ही परिणाम है। इसके अनुसार मनुष्य के कार्यव्यापार किसी न किसी प्रयोजन से होते हैं, यंत्रवत्‌ नहीं। प्राणिशास्त्र में वाईटलिज्म का सिद्धांत भी साध्यवादी प्रकृति का है। इन्हें भी देखें दर्शन कारण नैतिक सिद्धान्त इतिहास लेखन तत्वमीमांसा के सिद्धान्त
गृह मंत्रालय कई नेताओं को मिली वीआईपी सिक्यूरिटी में कटौती की तैयारी कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, मंत्रालय ने उन नेताओं की लिस्ट तैयार कर ली है, जिन्हें z +, Z, X और Y श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. बताया जा रहा है कि वीआईपी सिक्यूरिटी पर फैसला लेने के लिए गृह मंत्रालय ने कल हाई लेवल मीटिंग बुलाई है. मीटिंग में किन नेताओं को सुरक्षा देनी है और किन्हें नहीं इस बात पर कड़ा फैसला लिया जाएगा. कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार कई पूर्व सीएम और सांसदों की सिक्यूरिटी हटाएगी. इसके अलावा विपक्ष के कई वरिष्ठ नेताओं की भी सुरक्षा श्रेणी कम की जा सकती है.
किसई जगदीशपुर छिबरामऊ, कन्नौज, उत्तर प्रदेश स्थित एक गाँव है। भूगोल यहां की प्रमुख फसल गेहूं , मक्का बाजरा ओर आलू हैं । यहाँ का मौसम ठंडा ओर हरियाली नुमा है । जनसांख्यिकी यातायात यह गाँव आगरा और कानपुर राज मार्ग पर स्थित है यहाँ पर ज्यादातर लोग निज़ी वाहनों से यात्रा करते है। आदर्श स्थल यहाँ पर अनेक गांव विकसित हैं जिसमे एक गांव है नगरिया जहाँ पर एक प्राचीन समय का वृक्ष है जो 200 वर्ष पुराना है । कहते है कि यहाँ पर प्राचीन समय मे ऋषि तपस्या करते थे । शिक्षा यहाँ पर शिक्षा के लिए अनेक विद्यालय ओर महाविद्यालय है । कहते हैं कि इस गाँव का एक लड़का था जिसने अपना गांव छोड़कर राजस्थान में सूरतगढ़ रहने लगा जिसने अपने गांव में शिक्षा की पहल जगाई उस लड़के का नाम सूरज भान है उनके पिता का नाम शिव नारायण ओर माता का नाम रीता देवी है जो अब राजस्थान के गंगानगर जिले के सूरतगढ़ शहर में रहते हैं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ कन्नौज जिला के गाँव
चेन्नई में बीसीसीआई की मीटिंग हुई. बड़ा शोर था इस मीटिंग का. लगता था सिर शर्म से झुके होंगे. जिम्मेदारी की बातें होंगी, जवाबदेही तय होगी. लगता था कि दुनिया के सबसे ताकतवर क्रिकेट बोर्ड के मुखिया जब मीडिया के सामने आएंगे तो गुस्से से तमतमाए हुए चेहरे के साथ उन करोड़ों फैंस को एक ऐसा संदेश देंगे कि धोखा खाए दिल को सुकून मिलेगा. सुकून तो नहीं मिला, ढेर सारे एलान जरूर मिल गए. बीसीसीआई ने एलान किया कि हर टीम के साथ एक एंटी करप्शन अधिकारी होगा और हर खिलाड़ी के एजेंट को बोर्ड से मान्यता लेनी होगी. साथ ही एंटी करप्शन यूनिट के रवि सवानी को रिपोर्ट देने और राजस्थान रॉयल्स को खिलाड़ियों की क्रिमिनल रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए गए हैं. बोर्ड अध्यक्ष को फुल हाउस की चिंता था. स्टेडियम भरा दिखा तो सांस में सांस लौट आई. वो खुश हैं कि सीटें भर रही हैं लेकिन जो पूरी दुनिया थू थू कर रही है वो उन्हें नहीं दिखा. या शायद वो देखना ही नहीं चाहते. बेशर्मी के बाद वो बेचारगी दिखाने में भी नहीं चूके. बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन कहते हैं, 'हमारे हाथ बंधे हुए हैं, हमारा बुकी पर कंट्रोल नहीं है.' अब उनका कंट्रोल किस पर है, ये तो पता नहीं लेकिन दिल रखने को कुछ ऐसे फैसले भी ले लिए गए जो कम से कम फिक्सिंग रोकने की गारंटी नहीं ले सकते. अगर ले सकते तो पहले से मौजूद एंटी करप्शन अधिकारी क्या कर रहे थे, इसका जवाब भी बोर्ड के अध्यक्ष के पास होता.म
यह एक लेख है: कहावत है कि दो के झगड़े में तीसरे का फायदा होता है, लेकिन मुंबई बीएमसी चुनाव में शिवसेना और बीजेपी ने इसे गलत साबित कर दिया है और इसे गलत साबित करने में उस कांग्रेस का बड़ा हाथ है, जिसे इस झगडे़ का फायदा उठाना चाहिए था. बीएमसी चुनाव में शिवसेना ने 84 और बीजेपी ने 82 सीटें जीतकर बढ़त बनाई है, जबकि कांग्रेस 31 पर ही सिमट गई, जबकि साल 2012 के चुनाव में कांग्रेस को 51 सीटें मिली थी. बीएमसी चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार के बाद मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने समझदारी दिखाते हुए बिना देर किए इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस आलाकमान ने तुरंत भाई जगताप को मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भी बना दिया. जानकार मानते हैं कि जितनी तेजी कांग्रेस आलाकमान ने संजय निरुपम के इस्तीफे को स्वीकार कर नया अध्यक्ष बनाने में दिखाई, उतनी तेजी चुनाव के पहले अपने पुराने कांग्रेसी नेताओं की शिकायत पर दिखाई होती तो आज मुंबई में कांग्रेस को ये दिन नहीं देखना पड़ता.   इसमें कोई शक नहीं कि शिवसेना से कांग्रेस में आए संजय निरुपम ने खबरों में और सड़क पर कांग्रेस को जिंदा रखा, लेकिन पुराने नेताओं को उतना ही नाराज और नजरअंदाज भी किया. गुरुदास कामत, नारायण राणे जैसे नेताओं ने खुलकर संजय निरुपम की कार्यशैली की आलोचना की थी. गुरुदास कामत सबकुछ छोड़ घर बैठ गए. उनके करीबी पूर्व विधायक कृष्णा हेगड़े बीजेपी में शामिल हो गए, लेकिन कांग्रेस आलाकमान के कानों पर जू तक नहीं रेंगी. दिखाने के लिए मीटिंग कर बड़े नेताओं में समझौते की कोशिश भी हुई, लेकिन संजय निरुपम की मनमानी पर कोई भी असर पड़ता नहीं दिखा.टिप्पणियां टिकट बंटवारे में उनपर खुलकर भेदभाव का आरोप लगा. संजय निरुपम पर पूर्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री नसीम खान जैसे मुंबई के पुराने कांग्रेसी दिग्गजों के समर्थकों का टिकट काटने का आरोप लगा. नतीजा ये हुआ कि दोनों ने चुनाव प्रचार से दूरी बनाए रखी. कांग्रेस में खुलकर गुटबाजी होती रही और कांग्रेस आलाकमान चैन की नींद सोता रहा. अब जब बीएमसी, ठाणे  सहित राज्य में 10 जिला परिषद के चुनावों में कांग्रेस की बुरी हार के बाद वरिष्ठ कांग्रेसी और विपक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने माना है कि कांग्रेस की ये हार आपसी विवादों का नतीजा है. इसलिए आपस में बैठकर चर्चा करने की जरूरत है, लेकिन अब पछताए होत क्‍या जब चिड़िया चुग गई खेत. बीएमसी चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार के बाद मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने समझदारी दिखाते हुए बिना देर किए इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस आलाकमान ने तुरंत भाई जगताप को मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भी बना दिया. जानकार मानते हैं कि जितनी तेजी कांग्रेस आलाकमान ने संजय निरुपम के इस्तीफे को स्वीकार कर नया अध्यक्ष बनाने में दिखाई, उतनी तेजी चुनाव के पहले अपने पुराने कांग्रेसी नेताओं की शिकायत पर दिखाई होती तो आज मुंबई में कांग्रेस को ये दिन नहीं देखना पड़ता.   इसमें कोई शक नहीं कि शिवसेना से कांग्रेस में आए संजय निरुपम ने खबरों में और सड़क पर कांग्रेस को जिंदा रखा, लेकिन पुराने नेताओं को उतना ही नाराज और नजरअंदाज भी किया. गुरुदास कामत, नारायण राणे जैसे नेताओं ने खुलकर संजय निरुपम की कार्यशैली की आलोचना की थी. गुरुदास कामत सबकुछ छोड़ घर बैठ गए. उनके करीबी पूर्व विधायक कृष्णा हेगड़े बीजेपी में शामिल हो गए, लेकिन कांग्रेस आलाकमान के कानों पर जू तक नहीं रेंगी. दिखाने के लिए मीटिंग कर बड़े नेताओं में समझौते की कोशिश भी हुई, लेकिन संजय निरुपम की मनमानी पर कोई भी असर पड़ता नहीं दिखा.टिप्पणियां टिकट बंटवारे में उनपर खुलकर भेदभाव का आरोप लगा. संजय निरुपम पर पूर्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री नसीम खान जैसे मुंबई के पुराने कांग्रेसी दिग्गजों के समर्थकों का टिकट काटने का आरोप लगा. नतीजा ये हुआ कि दोनों ने चुनाव प्रचार से दूरी बनाए रखी. कांग्रेस में खुलकर गुटबाजी होती रही और कांग्रेस आलाकमान चैन की नींद सोता रहा. अब जब बीएमसी, ठाणे  सहित राज्य में 10 जिला परिषद के चुनावों में कांग्रेस की बुरी हार के बाद वरिष्ठ कांग्रेसी और विपक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने माना है कि कांग्रेस की ये हार आपसी विवादों का नतीजा है. इसलिए आपस में बैठकर चर्चा करने की जरूरत है, लेकिन अब पछताए होत क्‍या जब चिड़िया चुग गई खेत. टिकट बंटवारे में उनपर खुलकर भेदभाव का आरोप लगा. संजय निरुपम पर पूर्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री नसीम खान जैसे मुंबई के पुराने कांग्रेसी दिग्गजों के समर्थकों का टिकट काटने का आरोप लगा. नतीजा ये हुआ कि दोनों ने चुनाव प्रचार से दूरी बनाए रखी. कांग्रेस में खुलकर गुटबाजी होती रही और कांग्रेस आलाकमान चैन की नींद सोता रहा. अब जब बीएमसी, ठाणे  सहित राज्य में 10 जिला परिषद के चुनावों में कांग्रेस की बुरी हार के बाद वरिष्ठ कांग्रेसी और विपक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने माना है कि कांग्रेस की ये हार आपसी विवादों का नतीजा है. इसलिए आपस में बैठकर चर्चा करने की जरूरत है, लेकिन अब पछताए होत क्‍या जब चिड़िया चुग गई खेत. अब जब बीएमसी, ठाणे  सहित राज्य में 10 जिला परिषद के चुनावों में कांग्रेस की बुरी हार के बाद वरिष्ठ कांग्रेसी और विपक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने माना है कि कांग्रेस की ये हार आपसी विवादों का नतीजा है. इसलिए आपस में बैठकर चर्चा करने की जरूरत है, लेकिन अब पछताए होत क्‍या जब चिड़िया चुग गई खेत.
पाकिस्तान अपनी वायु सेना की क्षमता में वृद्धि करने के लिए अमेरिका से और एफ-16 लड़ाकू विमान खरीदना चाहता है। समाचार पत्र 'डॉन' को एक राजनयिक सूत्र ने वाशिंगटन में बताया, "अमेरिका जितना देने की इच्छा जाहिर करेगा उतना हम खरीदेंगे।" एफ-16 लड़ाकू फॉल्कन विमान बहुभूमिका वाले लड़ाकू विमान हैं, जो सेना के अभियानों को काफी बेहतर विकल्प मुहैया करा सकते हैं। पाकिस्तान ने वर्ष 2009-10 के वित्तीय वर्ष में रक्षा बजट को बढ़ाकर 347 अरब रुपये कर दिया था। इनमें से 343 अरब रुपये सशस्त्र सेनाओं के लिए, 46.3 करोड़ रुपये रक्षा उत्पादन और 84 करोड़ रुपये रक्षा डिविजन पर खर्च करने के लिए आवंटित किए गए थे। अमेरिकी कांग्रेस पांच साल पहले ही पाकिस्तान को एफ-16सी/डी श्रेणी के 28 लड़ाकू विमान देने पर सहमत हुई थी और इनमें से 14 विमान दिए जा चुके हैं। पत्र के मुताबिक एक राजनियक सूत्र ने बताया, "भारत के साथ असमानता की वजह से हमारी आवश्यकताएं बहुत ज्यादा हैं।' सूत्र ने कहा, "सामान्यतौर पर हम नए एफ-16 लड़ाकू विमान खरीदना चाहेंगे लेकिन पाकिस्तान की वर्तमान आर्थिक स्थिति हमें एक विमान पर चार से पांच करोड़ डॉलर खर्च करने की इजाजत नहीं देती।"
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) अब एक साल का MTech कोर्स कराएगा. IIT काउंसिल ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. इस प्रस्ताव पर लंबे समय से विचार चल रहा था. Karnataka 2nd PUC exam results 2017: यहां देखें यह फैसला 27 अप्रैल को मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में लिया गया. यह माना जा रहा है कि इस कदम के बाद पेशेवरों के अलावा इस कोर्स में आईआईटी के उन छात्रों की संख्या भी बढ़ेगी, जो रिसर्च वर्क करना चाहते हैं. इस दिन आने वाला है CBSE Class 10th, 12th का रिजल्ट HT में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों ने बताया कि अच्छे रिसर्च के लिए MTech programme बहुत जरूरी है. हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा छात्र अपना मास्टर्स का कोर्स पूरा करें. छात्रों को ग्रेजुएशन के बाद ही नौकरी मिल जाती है. ऐसे में यह कोर्स उन छात्रों के लिए हो सकता है.
नाबालिग का अपहरण कर 3 लोगों ने रेप किया 5 दिसंबर को हुई घटना में 3 में एक शिक्षक भी हैदराबाद और उन्नाव रेप केस को लेकर इन दिनों पूरे देश में रोष व्याप्त है, लेकिन लगातार प्रदर्शन के बावजूद रेप की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही. अब बिहार के सुपौल से एक नाबालिग का अपहरण कर उसके साथ रेप करने का मामला सामने आया है. देशभर में रेप की बढ़ती घटनाओं के बीच रेप की एक और शर्मसार करने वाली घटना हुई है. बिहार के सुपौल से एक नाबालिग का अपहरण कर उसके साथ रेप का मामला दर्ज किया गया है. सुपौल के निर्मली क्षेत्र में 5 दिसंबर को एक शिक्षक समेत 3 लोगों ने एक नाबालिग का अपहरण कर उसके साथ रेप किया. पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सुपौल पुलिस का कहना है, 'हमने पीड़िता का बयान दर्ज कर लिया है और उसे मेडिकल के लिए भेजा जा रहा है. दोषियों को हर हाल में दंडित किया जाएगा.' देश में रेप की घटनाओं के बीच केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीशों को पत्र लिखेंगे कि नाबालिग से जुड़े रेप केस को महज 2 महीने में निपटाने की व्यवस्था की जाए. कानून मंत्री प्रसाद ने कहा, 'मैं सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और हाई कोर्ट के न्यायाधीशों से अपील करते हुए पत्र लिखने जा रहा हूं कि नाबालिगों से जुड़े रेप केस की जांच 2 महीने के अंदर निपटाने की व्यवस्था की जाए. फिलहाल मैंने अपने विभाग को इस संबंध में सभी जरूरी निर्देश दे दिया है.'
कारपैथी पर्वत (Carpathian Mountains) पूर्वी और मध्य यूरोप में स्थित लगभग १,५०० किमी लम्बी एक पर्वतमाला है। १,७०० किमी चलने वाली स्कैंडीनेवियाई पर्वतमाला के बाद यह यूरोप की दूसरी सब से लम्बी पर्वत शृंखला है। इसमें यूरोप के वन्य जीवन एक बड़ा हिस्सा रहता है, जिसमें भूरे भालू, भेड़िये, शाम्वा और लिंक्स शामिल हैं। यूरोप में मिलने वाली पौधों-वृक्षों की जातियों में से एक-तिहाई इन्ही पहाड़ों में मिलती है। रूस के अलावा, यूरोप के वनों का बड़ा अंश कारपैथी क्षेत्र में ही स्थित है। यह पहाड़ चेक गणतंत्र, स्लोवाकिया, पोलैंड, हंगरी, युक्रेन और रूमानिया में विस्तृत हैं, लेकिन इनका सबसे बड़ा फैलाव रूमानिया में है। पारंपरिक रूप से कारपैथी पर्वतों को तीन भागों में देखा जाता है: पश्चिमी कारपैथी (चेक गणतंत्र, पोलैंड व स्लोवाकिया), मध्य कारपैथी (दक्षिणपूर्वी पोलैंड, पूर्वी स्लोवाकिया, युक्रेन व रूमानिया]] और दक्षिणी कारपैथी (रूमानिया व सर्बिया)। करपैथियों की सबसे ऊँची उपश्रेणी का नाम तात्रा पर्वत शृंखला (Tatra Range) है, जिन्हें अनौपचारिक रूप से 'ऊँचे तात्रा' (High Tatras) भी कहा जाता है। कारपैथी पर्वतों का सबसे ऊँचा पहाड़ - स्लोवाकिया में स्थित २,६५५ मीटर (८,७११ फ़ुट) लम्बा गेरलाचोव्सकी श्तित (Gerlachovský štít) - इसी तात्रा श्रेणी का हिस्सा है। कारपैथियों के कुछ चुने नज़ारे इन्हें भी देखें रूमानिया सन्दर्भ रोमानिया की पर्वतमालाएँ पोलैंड की पर्वतमालाएँ युक्रेन की पर्वतमालाएँ हंगरी की पर्वतमालाएँ स्लोवाकिया की पर्वतमालाएँ चेक गणराज्य की पर्वतमालाएँ यूरोप की पर्वतमालाएँ पर्वतमालाएँ
क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने जून में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए साउथ अफ्रीकी टीम ने 15 सदस्यी टीम की घोषणा कर दी है. चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम की घोषणा करने वाली पहली टीम साउथ अफ्रीका बनी है. चैंपियंस ट्रॉफी के लिए साउथ अफ्रीका के टीम की कमान एबी डिविलियर्स संभालेगें. चैंपियंस ट्रॉफी में साउथ अफ्रीका अपना पहला मैच श्रीलंका के खिलाफ 3 जून को खेलेगी. गौरतलब है कि साउथ अफ्रीकी टीम अभी तक आईसीसी के द्वारा आयोजित किसी बड़े टूर्नामेंट को जीतने में असफल रही है. ऐसे में इस बार चैंपियंस ट्रॉफी को जीतने के लिए अफ्रीकी टीम बड़े जोर- शोर को साथ इंग्लैंड जाएगी. #ProteaFire #CT17 squad: Amla, de Kock,du Plessis, de Villiers (c), Duminy, Miller, Morris, Parnell, Phehlukwayo, Rabada,Tahir, Maharaj cont pic.twitter.com/HxhfWhKNkZ — Cricket South Africa (@OfficialCSA) April 19, 2017 2/2) #ProteaFire #CT17 squad: Pretorius, Behardien, Morne Morkel. pic.twitter.com/aJDUtizSSn — Cricket South Africa (@OfficialCSA) April 19, 2017
अहमदाबाद की एक अदालत ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला को समन जारी किया है. राहुल गांधी और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला को 27 मई को कोर्ट में पेश होने को कहा है. अहमदाबाद जिला सहकारी (ADC) बैंक ने कोर्ट में मानहानि की याचिका दाखिल की थी. उसी याचिका की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने इन्हें समन जारी किया है. इन्हें 27 मई को कोर्ट में पेश होना है. कोर्ट ने दोनों ही नेताओं को ADC बैंक की ओर से उसके डायरेक्टर पर लगाए गए आरोप पर अपना जवाब देने के लिए समन दिया है. गौरतलब है कि अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक (एडीसीबी) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ आरोप लगाने को लेकर आपराधिक मानहानि का मुकदमा दाखिल किया है. ये पूरा मामला नवंबर 2016 है. इस दौरान पांच दिनों में 750 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदलने के 'घोटाले' में बैंक के शामिल होने के आरोप लगाए थे. सहकारी बैंक और उसके अध्यक्ष अजय पटेल की ओर से दाखिल याचिका में दलील दी गई है कि दोनों नेताओं ने बैंक के खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर आरोप लगाते हुए 22 जून को ट्वीट किया था कि "बधाई हो अमित शाह जी, डायरेक्टर अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक, आपके बैंक को पहले पांच दिनों में 750 करोड़ के पुराने नोट बदलने के लिए पहला पुरस्कार मिला है. लाखों भारतीयों की जिंदगी नोटबंदी में तबाह हो गई, आपकी इस उपलब्धि को सलाम." गौरतलब है कि मुंबई के एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा दायर आरटीआई पर मिले जवाब के बाद राहुल और सुरजेवाला ने आरोप लगाए थे. अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक ने अदालत के समक्ष अर्जी में कहा है कि दोनों कांग्रेस नेताओं की ओर से दिया गया बयान झूठा था, क्योंकि बैंक ने इतनी बड़ी राशि बदली ही नहीं. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर
यूपी के बाराबंकी में एक अदालत ने दहेज हत्या के दोषी ससुर सहित तीन लोगों को उम्रकैद और जुर्माने की सजा सुनाई है. अदालत ने आरोपी पिंकी को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया, जबकि पीड़िता का पति फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. अभियोजन पक्ष के मुताबिक, प्रतापगढ़ के गोबरी गांव निवासी अंजू सिंह की शादी साल 2003 में बाराबंकी के टिकैतनगर स्थित मंझेला के रहने वाले बृजेन्द्र कुमार सिंह के साथ हुई थी. दहेज में मोटरसाइकिल की मांग को लेकर ससुराल के लोग अंजू को शारीरिक तथा मानसिक प्रताड़ना देते थे. मांग पूरी ना होने पर 12 मार्च, 2008 को अंजू के पति बृजेन्द्र, ससुर दुर्योधन सिंह, जेठानी सरिता सिंह, देवरानी पिंकी और देवर विजय प्रताप सिंह ने उसे जला दिया. इलाज के दौरान अंजू की मौत हो गई थी. अपर सत्र न्यायाधीश राजबहादुर सिंह ने दोनों पक्षों को दलील सुनकर ये फैसला दिया है.
ग्रेटर नोएडा के एक मॉल में बंजी जंपिंग के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई है। ग्रेट एडवेंचर मॉल की इस घटना के कई लोग गवाह बने। आज ही उद्घाटित हुए इस माल में यह व्यक्ति बंजी जंपिंग दिखा रहा था। बिल्डिंग से कूदने के बाद वह आधे रास्ते तक ठीक से आया लेकिन फिर वह अचानक सीधे नीचे गिर गया। इस मॉल के उद्घाटन समारोह में बॉलीवुड अभिनेत्री सयाली भगत भी शामिल थीं। कहा जा रहा है कि इस हादसे के बाद मची भगदड़ में वह भी घायल हो गई हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर ग्रेट एडवेंचर मॉल है। एक अन्य शख्स के घायल होने की खबर भी है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में शुक्रवार को करीब 487 विद्रोहियों ने सरेंडर किया. पिछले कुछ सालों में ये पहला मौका है जब इस प्रांत में इतने सारे विद्रोहियों ने एक साथ हथियार डाले हैं. कई संगठनों के विद्रोहियों का सरेंडर सरेंडर करने वालों में बलूच रिपब्लिकन आर्मी, बलूच लिबरेशन आर्मी, यूनाइटेड बलूच आर्मी और लश्कर-ए-बलूचिस्तान के विद्रोही शामिल हैं. इनमें कम से कम आठ सीनियर कमांडर शामिल हैं. ये लोग क्वेटा, डेरा बुगती समेत कई जगहों पर सेना के ठिकानों पर हमले में शामिल रहे हैं. सरेंडर करने वालों ने पाकिस्तानी सरकार के साथ वफादारी की शपथ ली. क्वेटा में हुआ समारोह बलूचिस्तान की सरकार ने इस मौके पर क्वेटा में समारोह का आयोजन किया था. इसमें पाकिस्तानी सेना के आला अफसरों के अलावा बलूचिस्तान के सनाउल्लाह जेहरी शरीक हुए. उन्होंने विद्रोहियों को रोजगार मुहैया करवाने का भरोसा दिलाया. जेहरी का कहना था कि उन्होंने हिंसा में अपने भाई और बेटे को खोया है लेकिन इसके बावजूद वो विद्रोहियों को माफ करते हैं. जेहरी ने आरोप लगाया कि बलूचिस्तान में विदेशी खुफिया एजेंसियां हिंसा को हवा दे रही हैं. आजादी की बढ़ती मांग इस सरेंडर के बावजूद बलूचिस्तान में अलगाववादी आंदोलन थमने की कोई उम्मीद नहीं है. करीब 70 लाख आबादी वाला बलूचिस्तान पाकिस्तान के चार प्रांतों में आकार के हिसाब से सबसे बड़ा है. प्राकृतिक संपदा के मामले में भी ये पाकिस्तान का सबसे अमीर हिस्सा है. इसके बावजूद यहां के लोग गरीबी के साथ पाकिस्तानी सेना की ज्यादती का शिकार हैं. 2004 से यहां के स्थानीय संगठनों ने आजादी की मांग को लेकर हथियारबंद आंदोलन चलाया है. पाकिस्तान-चीन इकनॉमिक कॉरिडोर बलूचिस्तान से होकर गुजरेगा. इसी प्रोजेक्ट में बलूचिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को भी विकसित किया जा रहा है.
बिजली संकट का सामना कर रहे बिहार में 3000 मेगावाट क्षमता वाले परमाणु बिजलीघर लगाने के लिए सालों भर जल उपलब्धता वाले स्थल की तलाश जारी है. बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड के सीएमडी पीके राय ने बताया, ‘हमने प्रस्तावित परमाणु बिजली संयंत्र के लिए उपयुक्त स्थल की तलाश शुरू कर दी है. उसी स्थान को प्राथमिकता दी जाएगी जहां पर सालों भर जल की उपलब्धता हो.’ राज्य में 750 मेगावाट क्षमता के चार परमाणु बिजली घरों की स्थापना प्रस्तावित है. राय ने कहा कि इससे पहले नवादा जिले के रजौली में परमाणु बिजली घर के लिए 3000 एकड़ जमीन की पहचान की गयी थी क्योंकि वहां पर फुलवरिया और धराजय जलाशय से पानी की उपलब्धता थी. न्यूक्लियर पावर कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने रजौली के प्रस्ताव को उपयुक्त नहीं माना और राज्य सरकार को अन्य स्थानों पर संभावना तलाशने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि सलाहकारों को कटिहार के कुरसेला, लखीसराय और बांका जिलों में परमाणु बिजलीघर के लिए जगह के तलाश करने को कहा गया है. जल की उपलब्धता प्रस्तावित परमाणु बिजली घर के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू होगी. बहरहाल भाकपा माले ने बिहार में कही भी परमाणु बिजली घर की स्थापना करने का पूरी तरह विरोध करने का निर्णय किया है. भाकपा माले के राज्य सचिव कुमार परवेज ने कहा, ‘हम कही भी परमाणु बिजली संयंत्र लगाने का पूरी तरह विरोध करते हैं.’
उच्चतम न्यायालय ने विदेशी बैंकों में जमा कालेधन के विशिष्ट स्रोतों की जांच नहीं करने के लिए सरकार की आज आलोचना की और केंद्र से कहा कि वह इससे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उत्पन्न खतरों के संबंध में की गई जांच से उसे अवगत कराए. न्यायालय ने इस बात पर भी नाराजगी जतायी कि कालेधन के मुद्दे पर सरकार की जांच पुणे के व्यापारी हसन अली खान पर ही केंद्रित रही और विदेशों में धन जमा कराने के मामले में किसी अन्य व्यक्ति का नाम नहीं आया. न्यायमूर्ति बी सुदर्शन रेड्डी और न्यायमूर्ति एस एस निज्जर की पीठ ने सालिसिटर जनरल गोपाल सुब्रमण्यम से सवाल किया कि कोई और जानकारी सामने नहीं आ रही है, सिर्फ एक ही व्यक्ति है. अन्य कहां हैं? सुब्रमण्यम ने सीलंबद लिफाफे में प्रवर्तन निदेशालय की जांच की स्थिति रिपोर्ट पीठ को सौंपी. स्थिति रिपोर्ट देखने के बाद पीठ ने खान के खिलाफ पासपोर्ट मामले सहित विभिन्न मामलों में जांच के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की आलोचना की. पीठ ने टिप्पणी की कि स्थिति रिपोर्ट देखने के बाद शांत और चुप रहना कठिन है. पीठ ने कहा कि ये सब एजेंसियां 2008 से क्यों सोई हुई थीं? उन्होंने तब कार्रवाई क्यों की जब हमने पहल की. अगर रिट याचिका दायर नहीं की गयी होती तो कुछ नहीं होता. शीर्ष अदालत पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी द्वारा दायर एक जनहित याचिका की सुनवाई कर रही थी. न्यायालय ने विदेशी बैंकों में जमा काले धने से जुड़े मुद्दे की गहन जांच के लिए खुफिया ब्यूरो, रॉ, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने की फिर बात की. सालिसिटर जनरल ने कहा कि मामले में जांच से राजनीतिज्ञों के एक करीबी व्यक्ति के शामिल होने का खुलासा हुआ है. उन्होंने न्यायालय को आश्वस्त करने का प्रयास किया कि खान से संबंधित मामले में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. उन्होंने कहा कि खान से जुड़ा मामला सिर्फ पासपोर्ट में छेड़छाड़ का मामला नहीं है बल्कि इसके कई गंभीर पहलू हैं. सुब्रमण्यम ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने खान के बयानों को गंभीरता से लिया है जिनमें उन्होंने अपने और परिवार के सदस्यों को सुरक्षा देने की मांग की है. न्यायालय ने 18 मार्च को पिछली सुनवाई के दौरान भी एसआईटी गठित करने की बात की थी.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आरजेडी प्रमुख लालू यादव से मदद की अपील ने रंग दिखा दिया. नीतीश की अपील पर 20 साल की राजनीतिक दुश्मनी के बाद दोनों राजनेता एक बार फिर साथ आ गए. दो दिनों की लंबी गहन चर्चा के बाद लालू यादव ने जेडीयू के उम्मीदवारों के समर्थन का ऐलान किया तो नीतीश ने लालू को धन्यवाद देने में देरी नहीं की. 1994 के बाद ये पहला मौका है जब दोनों नेता करीब आए हैं. हालांकि लालू के समर्थन के ऐलान से बागियों को झटका लगा है, लेकिन अब भी नजरें गुरुवार को होने वाली वोटिंग पर टिकी हैं. लालू यादव विधायक दल की दो बैठकों के बाद आखिरकार नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को समर्थन देने पर राजी हो गए. बुधवार शाम करीब 5 बजे लालू ने ऐलान किया कि वो बीजेपी और सांप्रदायिक शक्तियों के मंसूबे को नाकाम करने के लिए जेडीयू के दोनों उम्मीदवारों का समर्थन करेगे. लालू ने कहा कि उनकी पार्टी एकजुट है और गुरुवार को जेडीयू के समर्थन में वोटिंग होगी. वैसे लालू की बुधवार की मीटिंग में भी आरजेडी के 4 विधायक नहीं आए और रघुवंश प्रसाद सरीखे नेता ने तो खुलकर जेडीयू को समर्थन देने के फैसले की मुखालफत भी की. इसके बावजूद लालू ने ऐलान कर दिया कि वो इस घड़ी मे नीतीश के साथ खड़े हैं. एक तरफ जैसे ही लालू ने प्रेस कॉन्फ्रेस में जेडीयू के समर्थन का ऐलान किया, वैसे ही नीतीश कुमार ने भी धन्यवाद देने और अपनी खुशी का इजहार करने में वक्त नहीं लगाया. आनन-फानन में अपने घर पर बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेस में नीतीश ने कहा कि लालू के समर्थन के बाद ये साफ हो गया कि बीजेपी मांझी सरकार को गिराने की योजना में सफल नहीं होगी. नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी राज्यसभा चुनाव में खुलेआम पार्टियों में तोड़-फोड़ में लगी हुई थी, उनकी साजिश विफल हुई है और हम लालू यादव को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं. हालांकि नीतीश कुमार ने फिर बागियों से घर लौट आने की अपील की है और कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी. उधर लालू यादव ने दावा किया कि उनके तमाम विधायक एकजुट हैं और कोई कहीं नहीं गया है. लालू और नीतीश की जोड़ी बनने के बाद गुरुवार का चुनाव काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है. हालांकि बीजपी ने अभी अपना पत्ता नहीं खोला है, लेकिन बागियों के रुख के बाद वो भी मतदान का फैसला कर सकती है.
दुनिया के सबसे ताकतवर संस्था संयुक्त राष्ट्र संघ के नए महासचिव पद के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. सुरक्षा परिषद के निजी लंच पर पांच सबसे शक्तिशाली सदस्यों की हो रही बातचीत अगले महासचिव के प्रश्न पर आकर रुक गई. एक यूरोपीय राजदूत ने अपने सहयोगियों को महासभा का संकल्प याद दिलाया कि 70 साल पुराने इस संगठन में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की चयन प्रक्रिया लगभग पूरी तरह से पुरुष समाज के लिए बनी हुई है. इसलिए उन्होने इस बार महिलओं को भी इसमें शामिल करने का इशारा किया है. इसमें कोई शक नहीं है कि अबतक केवल तीन महिलाओं को ही पिछले दरवाजे से चुनाव में शामिल किया गया है, लेकिन इस बार अगले महासचिव पद के लिए पहली बार किसी महिला को मौका मिल सकता है. क्योंकि अबतक आठ पुरुषों को ही महासचिव बनने का मौका मिला है. हालांकि, महासचिव बान की मून का कार्यकाल 31 दिसंबर 2016 को खत्म होगा मगर उनके उत्तराधिकारी की अभी से चर्चा शुरू हो चुकी है. गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र संघ का महासचिव पद किसी महिला को मिले ऐसी चर्चा पहले भी हो चुकी है. हांलाकि इस बार जिस तरह पांच सबसे शक्तिशाली देशों की बातचीत हो रही है इन संकेतों से तो यही लगता है कि इस बार महिला शक्ति संयुक्त राष्ट्र पर भी काबिज हो सकती है.
सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुख राम को जमानत दे दी है. 1993 के दूरसंचार घोटाला मामले में तीन साल की सजा की तामील के लिए सुखराम ने शनिवार को निचली अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. पूर्व नौकरशाह रूनू घोष और हैदराबाद के व्यवसायी पी रामा राव को भी शीर्ष अदालत ने 16 जनवरी तक जमानत पर छोड़ने की इजाजत दे दी. मामले में नियमित जमानत के लिए उनकी याचिकाएं सुनवाई के लिए लगी हैं. न्यायमूर्ति पी सदाशिवम और जे चेलमेश्वर की पीठ ने सुख राम और उनके दोनो साथियों को जमानत देते हुए कहा कि उन्हें राहत देने के लिए निचली अदालत अपनी तसल्ली के लिए अपेक्षित शर्तें लगाएगी. तीनों की जमानत याचिका पर शीर्ष अदालत ने सीबीआई को भी नोटिस जारी कर 16 जनवरी तक जवाब देने को कहा. गत शनिवार को तिहाड़ जेल पहुंचने के बाद सुख राम को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के सघन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया क्योंकि डाक्टरों को लगा कि उनकी हालत बिगड़ रही है. उपरोक्त तीन आरोपियों के लिए क्रमश: वरिष्ठ वकील गोपाल सुब्रमणियम, हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी ने पैरवी की और अदालत को बताया कि वह पिछले 20 वर्ष से जमानत पर हैं और उनके भाग जाने का कोई खतरा नहीं है. सुखराम की पैरवी करते हुए सुब्रमणियम ने कहा कि पूर्व मंत्री 86 वर्ष के हैं और अदालत को उन्हें जमानत देते समय इस तथ्य को जहन में रखना चाहिए. दूरसंचार घोटाले में सुखराम और राव को तीन तीन वर्ष और रूनू को दो वर्ष जेल की सजा को बरकरार रखने के दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ तीनों की अपीलों को पांच जनवरी को पीठ ने सुनने से इंकार कर दिया था. शीर्ष अदालत ने कहा था कि वह सजा के खिलाफ उनकी अपीलों की सुनवाई तभी की जाएगी जब वह उच्च न्यायालय के फैसले का पालन करते हुए अपनी सजा की तामील के लिए निचली अदालत में आत्मसमर्पण करेंगे. रूनू और राव ने उसी दिन आत्मसमर्पण कर दिया था. सुखराम ने हालांकि स्वास्थ्य आधार पर समर्पण से बचने का प्रयास किया और उनके एक वकील ने गत शुक्रवार को अदालत में यह दावा किया कि उनका मुवक्किल कोमा में चला गया है. हालांकि अगले दिन पूर्व मंत्री एंबुलेंस में अदालत पहुंचे और आत्मसमर्पण किया. इससे पहले अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने की चेतावनी दी थी. अस्पताल की एंबुलेंस में ही जेल पहुंचे सुखराम की हालत बिगड़ गई और उन्हें दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के सघन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराना पड़ा. हाई कोर्ट ने पिछले साल 21 दिसंबर को सुखराम, रूनू और घोष की सजा को बरकरार रखा था. तीनों पर मिलीभगत के जरिए दूरसंचार उपकरणों की आपूर्ति का ठेका हैदराबाद की एडवांस्ड रेडियो मास्ट्स को देकर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने का आरोप है. कंपनी ने दूरसंचार विभाग को घटिया दर्जे के उपकरण अधिक कीमत पर बेचे सुखराम 18 जनवरी 1193 से 16 मई 1996 के बीच नरसिंहा राव सरकार में दूरसंचार मंत्री थे.
फिल्मी दुनिया में हमें जिन कुछेक किरदारों ने हमेशा से ही रोमांचित किया है उनमें से अव्वल है टार्जन. जानवरों से संवाद करता. पेड़ों पर सोता. लड़कियों को अपने शारीरिक सौष्ठव से रिझाता. मगर हम आपको बताते चलें कि दुनिया भर में टार्जन के किरदार को मशहूर करने वाला शख्स कभी दुनिया का बेहतरीन तैराक भी था. उसने साल 1922 में 9 जुलाई की तारीख को 100 मीटर फ्रीस्टाइल तैराकी का रिकॉर्ड कायम किया था. 1. इस टार्जन का असल नाम वेसमूलर था और इसने 1 मिनट से भी कम (58.6) सेकंड में 100 मीटर फ्रीस्टाइल तैराकी प्रतियोगिता जीत ली थी. 2. उन्होंने 12 फिल्मों में टार्जन का किरदार निभाया. इस किरदार को एडगर राइस ने गढ़ा था. 3. 1920 के दशक मे सबसे तेज तैराकों में शुमार जॉनी ने तैराकी में 5 ओलंपिक गोल्ड और वाटर पोलो में एक कांस्य पदक जीता. 4. जॉनी ने 52 अमेरिकी चैंपियनशिप जीतीं. 5. अपने पूरे करियर में उन्हें एक भी रेस में हार का मुंह नहीं देखना पड़ा. 6. उन्होंने 9 साल की उम्र में पोलियो से पीछा छुड़ाने के लिए स्वीमिंग की शुरुआत की थी. 7. वे कहते थे कि यदि आप अपने शरीर का ख्याल रखेंगे तो वो कई साल तक आपका ख्याल रखेगा.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारत 2030 के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। एक नए अध्ययन के अनुसार भारत के आगे बढ़ने से फ्रांस और इटली को विशिष्ट जी-8 समूह से बाहर किया जा सकता है, या फिर इसके सदस्यों की संख्या बढ़ाकर 10 की जा सकती है। भारत और ब्राजील को इसमें शामिल किया जा सकता है। ब्रिटेन के आर्थिक शोध संस्थान सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स बिजनेस एंड रिसर्च (सीईबीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक 2029 में अमेरिका को पछाड़कर चीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अमेरिका दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगा, जबकि भारत तीसरे स्थान पर होगा।टिप्पणियां वर्ष 2030 में भारत का अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 10,133 अरब डॉलर होगा। अमेरिका का जीडीपी 32,996 अरब डॉलर और चीन का 34,338 अरब डॉलर होगा। हालांकि, 2019 में भारत राष्ट्रमंडल में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। यह उस समय ब्रिटेन को पीछे छोड़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अंतत: चीन का पीछा करेगा और 2050 के बाद यह चीन को भी पीछे छोड़ देगा। शीर्ष पांच देशों की सूची में ब्रिटेन चौथे तथा ब्राजील पांचवें स्थान पर होगा। रिपोर्ट कहती है कि यूरोप की तीसरी और चौथी अर्थव्यवस्थाओं को अगले 15 साल में भारत और ब्राजील पीछे छोड़ देंगे और जी-8 में उनका स्थान लेंगे। ब्रिटेन के आर्थिक शोध संस्थान सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स बिजनेस एंड रिसर्च (सीईबीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक 2029 में अमेरिका को पछाड़कर चीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अमेरिका दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगा, जबकि भारत तीसरे स्थान पर होगा।टिप्पणियां वर्ष 2030 में भारत का अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 10,133 अरब डॉलर होगा। अमेरिका का जीडीपी 32,996 अरब डॉलर और चीन का 34,338 अरब डॉलर होगा। हालांकि, 2019 में भारत राष्ट्रमंडल में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। यह उस समय ब्रिटेन को पीछे छोड़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अंतत: चीन का पीछा करेगा और 2050 के बाद यह चीन को भी पीछे छोड़ देगा। शीर्ष पांच देशों की सूची में ब्रिटेन चौथे तथा ब्राजील पांचवें स्थान पर होगा। रिपोर्ट कहती है कि यूरोप की तीसरी और चौथी अर्थव्यवस्थाओं को अगले 15 साल में भारत और ब्राजील पीछे छोड़ देंगे और जी-8 में उनका स्थान लेंगे। वर्ष 2030 में भारत का अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 10,133 अरब डॉलर होगा। अमेरिका का जीडीपी 32,996 अरब डॉलर और चीन का 34,338 अरब डॉलर होगा। हालांकि, 2019 में भारत राष्ट्रमंडल में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। यह उस समय ब्रिटेन को पीछे छोड़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अंतत: चीन का पीछा करेगा और 2050 के बाद यह चीन को भी पीछे छोड़ देगा। शीर्ष पांच देशों की सूची में ब्रिटेन चौथे तथा ब्राजील पांचवें स्थान पर होगा। रिपोर्ट कहती है कि यूरोप की तीसरी और चौथी अर्थव्यवस्थाओं को अगले 15 साल में भारत और ब्राजील पीछे छोड़ देंगे और जी-8 में उनका स्थान लेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अंतत: चीन का पीछा करेगा और 2050 के बाद यह चीन को भी पीछे छोड़ देगा। शीर्ष पांच देशों की सूची में ब्रिटेन चौथे तथा ब्राजील पांचवें स्थान पर होगा। रिपोर्ट कहती है कि यूरोप की तीसरी और चौथी अर्थव्यवस्थाओं को अगले 15 साल में भारत और ब्राजील पीछे छोड़ देंगे और जी-8 में उनका स्थान लेंगे।
स्कूली स्तर पर छात्रों के प्रतिभा पोषण की पहल को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने 11वीं एवं 12वीं कक्षा के छात्रों की स्‍कॉलरशिप की राशि को साल 2014-5 से 1250 रुपये प्रति माह कर दिया है. लोकसभा में नागेन्द्र कुमार प्रधान के प्रश्न के उत्तर में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के छात्रों की स्‍कॉलरशिप को 2000 रूपये प्रति माह कर दिया गया है. मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतिभा खोज योजना के तहत प्रति वर्ष 1000 स्‍कॉलरशिप दी जाती है. मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं के छात्र इस परीक्षा में उपस्थित होने के पात्र हैं. इसके तहत दो स्तरीय परीक्षा ली जाती है. इसमें अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षण का प्रावधान है. स्मृति ने कहा कि युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए एनसीईआरटी इस बारे में आईआईटी, आईआईएसईआर, एनआईटी जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ गठजोड़ कर रही है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जिले इटावा में कथित रूप से लड़कों की छेड़छाड़ और ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर एक पुलिस सब इंस्पेक्टर की बेटी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इस मामले में फिलहाल दो लड़कों को गिरफ्तार किया है। घटना जिले के कुरसेना गांव की है, जहां उपनिरीक्षक जवाहर लाल की दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी प्रतीक्षा ने छेड़छाड़ से तंग आकर मंगलवार को सल्फास की गोलियां खा लीं, जिससे देर शाम अस्पताल में उसकी मौत हो गई।टिप्पणियां जिले के अपर पुलिस अधीक्षक  ऋषिपाल सिंह यादव ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि परिजनों का आरोप है कि पिछले चार-पांच दिन से यादवनगर गांव के कुछ लड़के रास्ते में अश्लील वीडियो क्लिप दिखाकर लड़कियों से छेड़खानी किया करते थे। उन्होंने कहा कि परिजनों ने इस मामले में पांच युवकों रिंकु, उदयवीर, मोहित, अनुज और रवि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। दो लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है। घटना जिले के कुरसेना गांव की है, जहां उपनिरीक्षक जवाहर लाल की दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी प्रतीक्षा ने छेड़छाड़ से तंग आकर मंगलवार को सल्फास की गोलियां खा लीं, जिससे देर शाम अस्पताल में उसकी मौत हो गई।टिप्पणियां जिले के अपर पुलिस अधीक्षक  ऋषिपाल सिंह यादव ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि परिजनों का आरोप है कि पिछले चार-पांच दिन से यादवनगर गांव के कुछ लड़के रास्ते में अश्लील वीडियो क्लिप दिखाकर लड़कियों से छेड़खानी किया करते थे। उन्होंने कहा कि परिजनों ने इस मामले में पांच युवकों रिंकु, उदयवीर, मोहित, अनुज और रवि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। दो लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है। जिले के अपर पुलिस अधीक्षक  ऋषिपाल सिंह यादव ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि परिजनों का आरोप है कि पिछले चार-पांच दिन से यादवनगर गांव के कुछ लड़के रास्ते में अश्लील वीडियो क्लिप दिखाकर लड़कियों से छेड़खानी किया करते थे। उन्होंने कहा कि परिजनों ने इस मामले में पांच युवकों रिंकु, उदयवीर, मोहित, अनुज और रवि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। दो लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि परिजनों ने इस मामले में पांच युवकों रिंकु, उदयवीर, मोहित, अनुज और रवि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। दो लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
द्रुह्यु बृहत भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर भाग में बसने वाले आर्य समुदाय का एक प्रमुख क़बीला था। इनका वर्णन ऋग्वेद में अनु समुदाय के साथ आता है। ऋग्वेद के सातवे मंडल में द्रुह्यु योद्धा पुरुओं द्वारा स्थापित उस मित्रपक्ष में थे जिन्होने दस राजाओं के युद्ध (दशराज्ञ युद्ध) में भारत क़बीले के राजा सुदास से जंग की थी जिसमें पुरुओं की हार हुई थी। भारत से मध्य एशिया पौराणिक स्रोतों के अनुसार द्रुह्यु समुदाय का अधिकांश भाग पंजाब छोड़कर मध्य एशिया चला गया था। द्रुह्यु-नरेश अंगर को इक्ष्वाकु कुल के राजा मंधातरी ने पंजाब से पश्चिमोत्तर की ओर खदेड़ दिया था। इतिहासकार ऍफ ई पार्जिटर के अनुसार वहाँ द्रुह्युओं के अगले राजा गान्धार ने अपने ही नाम से गान्धार राज्य की स्थापना की। पुराणों में द्रुह्यु राजा प्रचेतस के बाद द्रुह्युओं का कोई उल्लेख नहीं मिलता। प्रचेतस के बारे में लिखा है कि उनके १०० बेटे अफ़ग़ानिस्तान से उत्तर जाकर बस गये और 'म्लेच्छ' हो गये। इन्हें भी देखें दशराज्ञ युद्ध पुरु लोग भारत लोग (ऋग्वेद) ऋग्वेद सन्दर्भ ऋग्वेद ऋग्वैदिक जनसमुदाय
यह एक लेख है: आप विधायक अमानतुल्ला खान को दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न के एक मामले में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. उनके साले की पत्नी ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. तीन महीने के भीतर यह दूसरी बार है जब दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है. अमानतुल्ला खान को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इससे पहले 18 सितंबर को ओखला से विधायक खान जामिया नगर थाने पहुंचे थे और पुलिस से कहा था कि वह उन्हें गिरफ्तार कर ले. हालांकि पुलिस ने उन्हें उस समय गिरफ्तार नहीं किया था. विधायक छेड़छाड़ एवं आपराधिक तौर पर डराने धमकाने के एक अन्य मामले में जमानत पर हैं. दक्षिणी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त आरपी उपाध्याय ने कहा, ‘खान को पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) - दक्षिण-पूर्वी के कार्यालय में जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया और बुधवार अपराह्न लगभग दो बजकर 10 मिनट पर उन्हें यौन उत्पीड़न तथा आपराधिक भय प्रदर्शन के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया.’ खान ने दावा किया कि उन्हें ‘सामान्य चर्चा’ के लिए डीसीपी कार्यालय बुलाया गया था, लेकिन गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘यहां सामान्य चर्चा के लिए सरिता विहार डीसीपी कार्यालय आया, लेकिन उन्होंने (दिल्ली पुलिस ने) मुझे गिरफ्तार कर लिया.’ गिरफ्तारी के बाद खान को साकेत अदालत ले जाया गया जहां से उन्‍हें न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया गया. ओखला से विधायक ने आरोप लगाया था कि उन्हें ‘पुलिस द्वारा फंसाया जा रहा है’ जिस पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ‘दबाव’ है.टिप्पणियां खान के साले की पत्नी की शिकायत पर जामिया नगर थाने में विधायक और महिला के पति के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 354ए (यौन उत्पीड़न), 506 (आपराधिक तौर पर डराने धमकाने), 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द, हावभाव का इस्तेमाल या कृत्य), 120बी (आपराधिक साजिश) और 498ए (पति या पति के रिश्तेदार द्वारा महिला के साथ क्रूरता करने) के तहत मामला दर्ज किया गया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इससे पहले 18 सितंबर को ओखला से विधायक खान जामिया नगर थाने पहुंचे थे और पुलिस से कहा था कि वह उन्हें गिरफ्तार कर ले. हालांकि पुलिस ने उन्हें उस समय गिरफ्तार नहीं किया था. विधायक छेड़छाड़ एवं आपराधिक तौर पर डराने धमकाने के एक अन्य मामले में जमानत पर हैं. दक्षिणी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त आरपी उपाध्याय ने कहा, ‘खान को पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) - दक्षिण-पूर्वी के कार्यालय में जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया और बुधवार अपराह्न लगभग दो बजकर 10 मिनट पर उन्हें यौन उत्पीड़न तथा आपराधिक भय प्रदर्शन के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया.’ खान ने दावा किया कि उन्हें ‘सामान्य चर्चा’ के लिए डीसीपी कार्यालय बुलाया गया था, लेकिन गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘यहां सामान्य चर्चा के लिए सरिता विहार डीसीपी कार्यालय आया, लेकिन उन्होंने (दिल्ली पुलिस ने) मुझे गिरफ्तार कर लिया.’ गिरफ्तारी के बाद खान को साकेत अदालत ले जाया गया जहां से उन्‍हें न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया गया. ओखला से विधायक ने आरोप लगाया था कि उन्हें ‘पुलिस द्वारा फंसाया जा रहा है’ जिस पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ‘दबाव’ है.टिप्पणियां खान के साले की पत्नी की शिकायत पर जामिया नगर थाने में विधायक और महिला के पति के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 354ए (यौन उत्पीड़न), 506 (आपराधिक तौर पर डराने धमकाने), 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द, हावभाव का इस्तेमाल या कृत्य), 120बी (आपराधिक साजिश) और 498ए (पति या पति के रिश्तेदार द्वारा महिला के साथ क्रूरता करने) के तहत मामला दर्ज किया गया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दक्षिणी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त आरपी उपाध्याय ने कहा, ‘खान को पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) - दक्षिण-पूर्वी के कार्यालय में जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया और बुधवार अपराह्न लगभग दो बजकर 10 मिनट पर उन्हें यौन उत्पीड़न तथा आपराधिक भय प्रदर्शन के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया.’ खान ने दावा किया कि उन्हें ‘सामान्य चर्चा’ के लिए डीसीपी कार्यालय बुलाया गया था, लेकिन गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘यहां सामान्य चर्चा के लिए सरिता विहार डीसीपी कार्यालय आया, लेकिन उन्होंने (दिल्ली पुलिस ने) मुझे गिरफ्तार कर लिया.’ गिरफ्तारी के बाद खान को साकेत अदालत ले जाया गया जहां से उन्‍हें न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया गया. ओखला से विधायक ने आरोप लगाया था कि उन्हें ‘पुलिस द्वारा फंसाया जा रहा है’ जिस पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ‘दबाव’ है.टिप्पणियां खान के साले की पत्नी की शिकायत पर जामिया नगर थाने में विधायक और महिला के पति के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 354ए (यौन उत्पीड़न), 506 (आपराधिक तौर पर डराने धमकाने), 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द, हावभाव का इस्तेमाल या कृत्य), 120बी (आपराधिक साजिश) और 498ए (पति या पति के रिश्तेदार द्वारा महिला के साथ क्रूरता करने) के तहत मामला दर्ज किया गया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने ट्वीट किया, ‘यहां सामान्य चर्चा के लिए सरिता विहार डीसीपी कार्यालय आया, लेकिन उन्होंने (दिल्ली पुलिस ने) मुझे गिरफ्तार कर लिया.’ गिरफ्तारी के बाद खान को साकेत अदालत ले जाया गया जहां से उन्‍हें न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया गया. ओखला से विधायक ने आरोप लगाया था कि उन्हें ‘पुलिस द्वारा फंसाया जा रहा है’ जिस पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ‘दबाव’ है.टिप्पणियां खान के साले की पत्नी की शिकायत पर जामिया नगर थाने में विधायक और महिला के पति के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 354ए (यौन उत्पीड़न), 506 (आपराधिक तौर पर डराने धमकाने), 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द, हावभाव का इस्तेमाल या कृत्य), 120बी (आपराधिक साजिश) और 498ए (पति या पति के रिश्तेदार द्वारा महिला के साथ क्रूरता करने) के तहत मामला दर्ज किया गया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ओखला से विधायक ने आरोप लगाया था कि उन्हें ‘पुलिस द्वारा फंसाया जा रहा है’ जिस पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए ‘दबाव’ है.टिप्पणियां खान के साले की पत्नी की शिकायत पर जामिया नगर थाने में विधायक और महिला के पति के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 354ए (यौन उत्पीड़न), 506 (आपराधिक तौर पर डराने धमकाने), 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द, हावभाव का इस्तेमाल या कृत्य), 120बी (आपराधिक साजिश) और 498ए (पति या पति के रिश्तेदार द्वारा महिला के साथ क्रूरता करने) के तहत मामला दर्ज किया गया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) खान के साले की पत्नी की शिकायत पर जामिया नगर थाने में विधायक और महिला के पति के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 354ए (यौन उत्पीड़न), 506 (आपराधिक तौर पर डराने धमकाने), 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द, हावभाव का इस्तेमाल या कृत्य), 120बी (आपराधिक साजिश) और 498ए (पति या पति के रिश्तेदार द्वारा महिला के साथ क्रूरता करने) के तहत मामला दर्ज किया गया था.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने कहा है कि उसने अभी तक किसी विश्वविद्यालय या संस्थान को 'ऑनलाइन' कार्यक्रम चलाने के लिए मान्यता नहीं प्रदान की है। यूजीसी के एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान नीति के तहत राज्य विश्वविद्यालय (निजी और सरकारी) उस राज्य से बाहर अपना परिसर या स्टडी सेंटर स्थापित नहीं कर सकते जहां वे स्थित हैं और उस राज्य के भीतर भी निजी विश्वविद्यालयों को अपना स्टडी सेंटर या परिसर स्थापित करने के लिए यूजीसी से पूर्व अनुमति प्राप्त करना जरूरी होगा। यूजीसी के अनुसार, उसके संज्ञान में यह बात आई है कि कुछ विश्वविद्यालय या ‘डीम्ड टू बी’ विश्वविद्यालय या संस्थान मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) के जरिये शिक्षा प्रदान करने की पेशकश कर रहे हैं जो इस बारे में नीतियों का खुला उल्लंघन है। ये संस्थान या विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रमों के बारे में भ्रमित करने वाले विज्ञापन जारी कर रहे हैं जिसमें इनके यूजीसी से मान्यता मिलने की बात कही गई है।टिप्पणियां आयोग ने इस बारे में सार्वजनिक नोटिस भी जारी किया और कहा है कि डीम्ड टू बी विश्वविद्यालयों को मुख्य परिसर से बाहर अपना स्टडी सेंटर या परिसर स्थापित करने के लिए यूजीसी से पूर्व अनुमति लेना जरूरी है। यूजीसी ने कहा है कि किसी भी विश्वविद्यालय या डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) के तहत इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय में डिप्लोमा या स्नातक या स्नातकोत्तर स्तरीय पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति नहीं है। आयोग ने कहा कि इस बारे में नीतियां स्पष्ट हैं। आयोग ने यह भी कहा कि उसने अभी तक किसी विश्वविद्यालय या संस्थान को 'ऑनलाइन' कार्यक्रम चलाने को मान्यता नहीं प्रदान की है। यूजीसी ने छात्रों, अभिभावकों और सामान्य लोगों से यूजीसी की वेबसाइट पर दर्ज मान्यता प्राप्त संस्थाओं की सूची देखने को कहा है जिन्हें ओडीएल के जरिये पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति दी गई है। यूजीसी के एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान नीति के तहत राज्य विश्वविद्यालय (निजी और सरकारी) उस राज्य से बाहर अपना परिसर या स्टडी सेंटर स्थापित नहीं कर सकते जहां वे स्थित हैं और उस राज्य के भीतर भी निजी विश्वविद्यालयों को अपना स्टडी सेंटर या परिसर स्थापित करने के लिए यूजीसी से पूर्व अनुमति प्राप्त करना जरूरी होगा। यूजीसी के अनुसार, उसके संज्ञान में यह बात आई है कि कुछ विश्वविद्यालय या ‘डीम्ड टू बी’ विश्वविद्यालय या संस्थान मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) के जरिये शिक्षा प्रदान करने की पेशकश कर रहे हैं जो इस बारे में नीतियों का खुला उल्लंघन है। ये संस्थान या विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रमों के बारे में भ्रमित करने वाले विज्ञापन जारी कर रहे हैं जिसमें इनके यूजीसी से मान्यता मिलने की बात कही गई है।टिप्पणियां आयोग ने इस बारे में सार्वजनिक नोटिस भी जारी किया और कहा है कि डीम्ड टू बी विश्वविद्यालयों को मुख्य परिसर से बाहर अपना स्टडी सेंटर या परिसर स्थापित करने के लिए यूजीसी से पूर्व अनुमति लेना जरूरी है। यूजीसी ने कहा है कि किसी भी विश्वविद्यालय या डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) के तहत इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय में डिप्लोमा या स्नातक या स्नातकोत्तर स्तरीय पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति नहीं है। आयोग ने कहा कि इस बारे में नीतियां स्पष्ट हैं। आयोग ने यह भी कहा कि उसने अभी तक किसी विश्वविद्यालय या संस्थान को 'ऑनलाइन' कार्यक्रम चलाने को मान्यता नहीं प्रदान की है। यूजीसी ने छात्रों, अभिभावकों और सामान्य लोगों से यूजीसी की वेबसाइट पर दर्ज मान्यता प्राप्त संस्थाओं की सूची देखने को कहा है जिन्हें ओडीएल के जरिये पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति दी गई है। यूजीसी के अनुसार, उसके संज्ञान में यह बात आई है कि कुछ विश्वविद्यालय या ‘डीम्ड टू बी’ विश्वविद्यालय या संस्थान मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) के जरिये शिक्षा प्रदान करने की पेशकश कर रहे हैं जो इस बारे में नीतियों का खुला उल्लंघन है। ये संस्थान या विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रमों के बारे में भ्रमित करने वाले विज्ञापन जारी कर रहे हैं जिसमें इनके यूजीसी से मान्यता मिलने की बात कही गई है।टिप्पणियां आयोग ने इस बारे में सार्वजनिक नोटिस भी जारी किया और कहा है कि डीम्ड टू बी विश्वविद्यालयों को मुख्य परिसर से बाहर अपना स्टडी सेंटर या परिसर स्थापित करने के लिए यूजीसी से पूर्व अनुमति लेना जरूरी है। यूजीसी ने कहा है कि किसी भी विश्वविद्यालय या डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) के तहत इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय में डिप्लोमा या स्नातक या स्नातकोत्तर स्तरीय पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति नहीं है। आयोग ने कहा कि इस बारे में नीतियां स्पष्ट हैं। आयोग ने यह भी कहा कि उसने अभी तक किसी विश्वविद्यालय या संस्थान को 'ऑनलाइन' कार्यक्रम चलाने को मान्यता नहीं प्रदान की है। यूजीसी ने छात्रों, अभिभावकों और सामान्य लोगों से यूजीसी की वेबसाइट पर दर्ज मान्यता प्राप्त संस्थाओं की सूची देखने को कहा है जिन्हें ओडीएल के जरिये पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति दी गई है। आयोग ने इस बारे में सार्वजनिक नोटिस भी जारी किया और कहा है कि डीम्ड टू बी विश्वविद्यालयों को मुख्य परिसर से बाहर अपना स्टडी सेंटर या परिसर स्थापित करने के लिए यूजीसी से पूर्व अनुमति लेना जरूरी है। यूजीसी ने कहा है कि किसी भी विश्वविद्यालय या डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) के तहत इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय में डिप्लोमा या स्नातक या स्नातकोत्तर स्तरीय पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति नहीं है। आयोग ने कहा कि इस बारे में नीतियां स्पष्ट हैं। आयोग ने यह भी कहा कि उसने अभी तक किसी विश्वविद्यालय या संस्थान को 'ऑनलाइन' कार्यक्रम चलाने को मान्यता नहीं प्रदान की है। यूजीसी ने छात्रों, अभिभावकों और सामान्य लोगों से यूजीसी की वेबसाइट पर दर्ज मान्यता प्राप्त संस्थाओं की सूची देखने को कहा है जिन्हें ओडीएल के जरिये पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति दी गई है। यूजीसी ने कहा है कि किसी भी विश्वविद्यालय या डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय को मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) के तहत इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय में डिप्लोमा या स्नातक या स्नातकोत्तर स्तरीय पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति नहीं है। आयोग ने कहा कि इस बारे में नीतियां स्पष्ट हैं। आयोग ने यह भी कहा कि उसने अभी तक किसी विश्वविद्यालय या संस्थान को 'ऑनलाइन' कार्यक्रम चलाने को मान्यता नहीं प्रदान की है। यूजीसी ने छात्रों, अभिभावकों और सामान्य लोगों से यूजीसी की वेबसाइट पर दर्ज मान्यता प्राप्त संस्थाओं की सूची देखने को कहा है जिन्हें ओडीएल के जरिये पाठ्यक्रम पेश करने की अनुमति दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. ओथ सेरेमनी में दुनियाभर के मेहमान आ रहे हैं. न्यौता पाने वालों में फिल्मी सितारे भी हैं. लेकिन अभी सिर्फ दो नाम निकलकर सामने आए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक़ सुपरस्टार रजनीकांत और कमल हासन मोदी के शपथग्रहण में मौजूद रहेंगे. लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारी जीत के बाद रजनीकांत ने ट्वीट कर मोदी को जीत की शुभकामनाएं दी थीं. रजनीकांत ने लिखा था, "आदरणीय प्रिय नरेंद्र मोदी जी दिल से शुभकामनाएं. आपने कर दिखाया. ईश्वर आप पर आशीष बनाए रखे." वैसे कुछ और फ़िल्मी सितारे भी मोदी के शपथग्रहण में शामिल हो सकते हैं. हालांकि अभी मेहमानों के नाम की लिस्ट सामने नहीं आ पाई है. इंडिया टुडे ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि रजनीकांत को पीएम की ओथ सेरिमनी में आने के लिए न्यौता मिला है. रजनीकांत ने इंडिया टुडे से कहा, "यह विजय उस शख्शियत की है जो मोदी हैं. वह एक शानदार नेता हैं. भारत में नेहरू के बाद राजीव गांधी हुए थे और अब मोदी वो शानदार नेता हैं." इसके रजनीकांत ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी को भी पद नहीं छोड़ने की सलाह दी है." उन्होंने कहा, "उनके भीतर क्षमता है और उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए." रजनीकांत और मोदी की मुलाकात साल 2017 में हुई थी. पिछले साल पीएम मोदी के खिलाफ आ रहे बयानों के बारे में रजनीकांत ने कहा था कि पीएम मोदी उनके खिलाफ खड़े होने वाले 10 लोगों के बराबर अकेले हैं. खबर है कि जिन पहले पांच लोगों को न्यौता मिला है उनमें रजनीकांत और कमल हासन के नाम शामिल हैं. Respected dear @narendramodi ji hearty congratulations ... You made it !!! God bless. — Rajinikanth (@rajinikanth) May 23, 2019 खबर है कि पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में दुनिया भर के कई दिग्गज नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा. हालांकि इस बारे में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के पहले ऐसे नेता हैं जो लगातार दूसरी बार भारी मतों से विजयी होकर प्रधानमंत्री पद के लिए चुने गए हैं, और उन्होंने लगातार 5 सालों तक सरकार चलाई है. अटल बिहारी बाजपेयी दूसरी बार पीएम चुने गए थे लेकिन उनकी पहली सरकार सिर्फ 1 साल 7 महीने तक ही चली थी.
यह लेख है: वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि सेवा कर स्वैच्छिक अनुपालन प्रोत्साहन योजना (वीसीईएस) जीवन में एक बार मिलने वाला मौका है क्योंकि इस तरह की पेशकश अगले 20 साल में फिर आने की संभावना नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कर चोरी करने वालों को आगाह किया है कि अंतत: उन्हें पहचान कर, उन तक पहुंचा जाएगा। उन्होंने कहा, उल्टी गिनती शुरू हो गई है और अंतिम तारीख 31 दिसंबर है। सरकार ने उचित व उदार पेशकश की है, ऐसी पेशकश जो कम से कम अगले कुछ दशक में तो आपको फिर मिलने की संभावना नहीं है। इसलिए यह सभी के हित में हैं कि वे इस पेशकश का लाभ उठाएं। वीसीईएस की शुरुआत 10 मई को हुई थी। इसके तहत एक अक्तूबर 2007 से 31 दिसंबर 2012 की अवधि के सेवा कर बकाया का भुगतान बिना ब्याज व जुर्माने के किया जा सकता है। चिदंबरम ने बेंगलूर में वीसीईएस पर व्यापार व उद्योग जगत के प्रतिनिधियों की बैठक में कहा, पिछली छूट योजना 1997 में वीडीआईएस के नाम से आई थी। इसके 16 साल बाद हमने सेवा कर के लिए इस तरह की योजना शुरू की है। उन्होंने कहा, अगर कोई यह मानता है कि एक और योजना अगले साल आ रही है, मुझे भय है कि वह गलत है। ये योजनाएं हर साल घोषित नहीं की जा सकती। हमें इस तरह की योजनाओं के लिए पर्याप्त अच्छे कारण चाहिए। बाद में हैदराबाद में भी ऐसी ही एक बैठक में उन्होंने कहा, अगर आपको लगता है कि कोई योजना अगले साल फिर आएगी या 2015 में आएगी तो आप गलत हैं। उन्होंने कहा- इस तरह की योजनाओं की घोषणा हर साल नहीं की सकती। स्वैच्छिक आय उद्घोषणा योजना (वीडीआईएस) के बारे में उच्चतम न्यायालय के एक फैसले ने हमारे हाथ बांध दिए हैं। चिदंबरम ने कहा, इसी कारण हमें इस योजना में संशोधन करना पड़ा ताकि यह उच्चतम न्यायालय के निर्देश का उल्लंघन नहीं हो। यह जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है और निश्चित रूप से अगले 20 साल में नहीं मिलेगा।
लिकटेंस्टीन के एथलीट ने कुल नौ पदक जीते, सभी अल्पाइन स्कीइंग में। शीतकालीन ओलंपिक में एक ही समारोह में अपने सभी पदक जीतने वाली यह एकमात्र राष्ट्र है। यह शीतकालीन में पदक जीतने वाले एकमात्र ऐसा देश है, लेकिन ग्रीष्मकालीन, ओलंपिक खेलों नहीं।
लेख: भारतीय सेना के 65वें स्थापना दिवस के मौके पर भारतीय सेना के प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि सेना ने राष्ट्रनिर्माण में योगदान दिया है। भारतीय सेना को आधुनिक रूप से तैयार किया गया है। देश की सीमाएं विश्व में सबसे दुर्गम हैं। जहां पर भारतीय सेना मजबूती से अपना काम कर रही है। सेना प्रमुख का कहना है कि आर्मी के एविएशन डिवीजन को मजबूत किया जा रहा है। इसमें अटैक हैलीकॉप्टर भी शामिल किए जाएंगे। भारतीय सेना के मानवाधिकार का ब्यौरा विश्व में सबसे अच्छा माना जाता है। हमारे पास 4000 यूनिट हैं। जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि सेना दिवस के मौके पर यूनिक कमांडर मैन्युल जारी किया जा रहा है। भारतीय सेना ने अपने सैनिकों, उनके आश्रितों और आंशिक रूप से विकलांग हुए सैनिकों का विशेष ध्यान दिया है। तमाम सैनिकों को मकान उपलब्ध कराए जा रहे हैं।टिप्पणियां जनरल ने कहा, सैन्य क्षमता बढ़ाने की योजना पर भी भारतीय सेना काम कर रही है। संयुक्त राष्ट्र को सेना देने में हमारा तीसरा स्थान है। उन्होंने भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और भूतपूर्व सैनिकों के योगदान को भी सराहा। आज सेना दिवस के मौके पर सेना प्रमुख ने परेड का निरीक्षण भी किया। सेना प्रमुख का कहना है कि आर्मी के एविएशन डिवीजन को मजबूत किया जा रहा है। इसमें अटैक हैलीकॉप्टर भी शामिल किए जाएंगे। भारतीय सेना के मानवाधिकार का ब्यौरा विश्व में सबसे अच्छा माना जाता है। हमारे पास 4000 यूनिट हैं। जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि सेना दिवस के मौके पर यूनिक कमांडर मैन्युल जारी किया जा रहा है। भारतीय सेना ने अपने सैनिकों, उनके आश्रितों और आंशिक रूप से विकलांग हुए सैनिकों का विशेष ध्यान दिया है। तमाम सैनिकों को मकान उपलब्ध कराए जा रहे हैं।टिप्पणियां जनरल ने कहा, सैन्य क्षमता बढ़ाने की योजना पर भी भारतीय सेना काम कर रही है। संयुक्त राष्ट्र को सेना देने में हमारा तीसरा स्थान है। उन्होंने भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और भूतपूर्व सैनिकों के योगदान को भी सराहा। आज सेना दिवस के मौके पर सेना प्रमुख ने परेड का निरीक्षण भी किया। जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि सेना दिवस के मौके पर यूनिक कमांडर मैन्युल जारी किया जा रहा है। भारतीय सेना ने अपने सैनिकों, उनके आश्रितों और आंशिक रूप से विकलांग हुए सैनिकों का विशेष ध्यान दिया है। तमाम सैनिकों को मकान उपलब्ध कराए जा रहे हैं।टिप्पणियां जनरल ने कहा, सैन्य क्षमता बढ़ाने की योजना पर भी भारतीय सेना काम कर रही है। संयुक्त राष्ट्र को सेना देने में हमारा तीसरा स्थान है। उन्होंने भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और भूतपूर्व सैनिकों के योगदान को भी सराहा। आज सेना दिवस के मौके पर सेना प्रमुख ने परेड का निरीक्षण भी किया। जनरल ने कहा, सैन्य क्षमता बढ़ाने की योजना पर भी भारतीय सेना काम कर रही है। संयुक्त राष्ट्र को सेना देने में हमारा तीसरा स्थान है। उन्होंने भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और भूतपूर्व सैनिकों के योगदान को भी सराहा। आज सेना दिवस के मौके पर सेना प्रमुख ने परेड का निरीक्षण भी किया। आज सेना दिवस के मौके पर सेना प्रमुख ने परेड का निरीक्षण भी किया।
द 355 (The 355) आने वाली अमेरिकी जासूसी फिल्म है, जो साइमन किनबर्ग द्वारा निर्देशित है, फिल्म के स्क्रीनप्ले को साइमन किनबर्ग ने थेरेसा रेबेक के साथ मिलकर लिखा है । फिल्म में जेसिका चैस्टैन , लुपिता न्योंग , पेनेलोप क्रूज़ , डायने क्रूगर , फैन बिंगबिंग , सेबस्टियन स्टेन और Édgar Ramírez हैं । कहानी दुनिया भर की अलग अलग ख़ुफ़िया एजेंसी के एजेंट्स अपने मतभेदों को दूर करते हुवे  साथ मिलकर आने वाले  भयानक ख़तरे से दुनिया को बचाएंगे। कास्ट एक वाइल्ड कार्ड CIA एजेंट मेसन "मेस" ब्राउन के रूप में जेसिका चैस्टेन । एक पूर्व एमआई 6 सहयोगी और अत्याधुनिक कंप्यूटर विशेषज्ञ खदीजा के रूप में लुपिता न्योंग्यो । एक प्रतिद्वंद्वी जर्मन एजेंट मैरी के रूप में डायने क्रूगर। एक कुशल कोलंबियाई मनोवैज्ञानिक ग्रेसिएला के रूप में पेनेलोप क्रूज़। टीम के हर कदम पर नज़र रखने वाली एक रहस्यमयी महिला लिन मि शेंग के रूप में फैन बिंगबिंग। उत्पादन जेसिका चैस्टेन ने डार्क फ़ीनिक्स की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर साइमन किनबेर्ग के सामने एक महिला नेतृत्व वाली जासूसी फिल्म का प्रस्ताव रखा था जो  मिशन: इम्पॉसिबल और जेम्स बॉन्ड सीरीज़ के टककर की हो। रिलीज़ इसे यूनिवर्सल पिक्चर्स द्वारा 15 जनवरी 2021 को रिलीज़ किया जाना है ।
रांची टेस्ट के पहले दिन कप्तान विराट कोहली के कंधे का घायल होना टीम इंडिया के लिए फ़िक्र की बात रही. 40वें ओवर में उमेश यादव की गेंद पर पीटर हैंड्सकॉम्ब के शॉट को कोहली ने रोक तो लिया लेकिन अपना कंधा चोटिल कर बैठे. उन्हें उसी वक्त मैदान पर झुकते और अपने कंधे को संभालने की कोशिश करते देखा गया. यहां तक कि उन्हें कंधे पर आइस पैक लगाने की ज़रूरत पड़ी और बाद में पूरा दिन ड्रेसिंग रूम में ही गुजारना पड़ा. ऐसे में टीम इंडिया की ज़िम्मेदारी उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के कंधों पर आ गयी. रहाणे ऑस्ट्रेलियाई टीम के रनों की रफ़्तार तो नहीं रोक सके. लेकिन टीम के फ़ील्डिंग कोच आर श्रीधर ने रहाणे की कप्तानी की खूब तारीफ़ की है.टिप्पणियां फ़ील्डिंग कोच श्रीधर कहते हैं, "अजिंक्य ने बहुत अच्छा काम किया. उन्हें अपने प्लान के बारे में अच्छी तरह पता था. वो अपने सीनियर अश्विन और ईशांत से सलाह-मशविरा भी कर रहे थे. विराट की ग़ैरमौजूदगी में उन्होंने टीम की ऊर्जा कम नहीं पड़ने दी. वो आउटफ़ील्ड में तैनात रहे और गेंदबाज़ों से अच्छी तरह बात भी करते रहे." श्रीधर ये भी मानते हैं कि पहले दिन के लिए रांची की पिच अच्छा बल्लेबाज़ी ट्रैक साबित हुई.   पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की तरह श्रीधर भी मानते हैं कि टीम इंडिया मैच में वापसी कर सकती है. उनके मुताबिक इंग्लैंड की टीम ने भी पिछली सीरीज़ में मुंबई और चेन्नई में अच्छे स्कोर बनाए थे मगर फिर भी टीम इंडिया वापसी करने में कामयाब रही. वो कहते हैं, "हम मुंबई और चेन्नई में ऐसे ही हालात का सामना कर चुके हैं और वहां भी हमने ज़बरदस्त वापसी की थी." पूर्व कप्तान गावस्कर पहले ही कह चुके हैं कि अगले दो-तीन दिन पिच बल्लेबाज़ी के लिए अच्छी रहेगी. ऐसे में भारतीय गेंदबाज़ों के सामने कंगारू टीम को पहली पारी में जल्दी से जल्दी समेटने की चुनौती होगी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फ़ील्डिंग कोच श्रीधर कहते हैं, "अजिंक्य ने बहुत अच्छा काम किया. उन्हें अपने प्लान के बारे में अच्छी तरह पता था. वो अपने सीनियर अश्विन और ईशांत से सलाह-मशविरा भी कर रहे थे. विराट की ग़ैरमौजूदगी में उन्होंने टीम की ऊर्जा कम नहीं पड़ने दी. वो आउटफ़ील्ड में तैनात रहे और गेंदबाज़ों से अच्छी तरह बात भी करते रहे." श्रीधर ये भी मानते हैं कि पहले दिन के लिए रांची की पिच अच्छा बल्लेबाज़ी ट्रैक साबित हुई.   पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की तरह श्रीधर भी मानते हैं कि टीम इंडिया मैच में वापसी कर सकती है. उनके मुताबिक इंग्लैंड की टीम ने भी पिछली सीरीज़ में मुंबई और चेन्नई में अच्छे स्कोर बनाए थे मगर फिर भी टीम इंडिया वापसी करने में कामयाब रही. वो कहते हैं, "हम मुंबई और चेन्नई में ऐसे ही हालात का सामना कर चुके हैं और वहां भी हमने ज़बरदस्त वापसी की थी." पूर्व कप्तान गावस्कर पहले ही कह चुके हैं कि अगले दो-तीन दिन पिच बल्लेबाज़ी के लिए अच्छी रहेगी. ऐसे में भारतीय गेंदबाज़ों के सामने कंगारू टीम को पहली पारी में जल्दी से जल्दी समेटने की चुनौती होगी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बीते कई महीनों से कश्मीर से आने वाली खबरें हमेशा से ही हिंसा, कर्फ्यू, मौत और शहादत की रही हैं. इन्हीं खबरों के बीच कश्मीर के बांदीपुरा जिले की एक 8 वर्षीय लड़की ने विश्वस्तरीय किकबॉक्सिंग में सोने का तमगा जीता है. इस लड़की का नाम तजामुल इस्लाम है और वह अभी सिर्फ क्लास 2 की स्टूडेंट हैं. उनकी इस जीत ने कश्मीर को एक बार फिर से मुस्कुराने का मौका दिया है. दुनिया के 90 देश थे सहभागी... ऐसा नहीं है कि तजामुल इस्लाम नामक इस लड़की ने किन्हीं छोटे-मोटे देशों को हरा कर यह तमगा हासिल किया हो. इस कंपटीशन में कुल 90 देश शामिल थे. यह चैंपियनशिप इटली में संपन्न हुआ. यह कंपटीशन 5 दिनों तक चला और इसमें उन्होंने 6 मैच जीते. बेहतरीन किकबॉक्सिंग संसाधन न होने के बावजूद वह गोल्ड जीत गई हैं. जीत का श्रेय परिवार और आर्मी को... तजामुल भले ही उम्र में इतनी छोटी हों लेकिन वह इस बात को बखूबी समझती हैं कि कश्मीर की परिस्थितियों को सामान्य बनाने में आर्मी की क्या भूमिका है. वह अपने इस जीत का श्रेय अपने परिवार और इंडियन आर्मी को देती हैं. उसके पिता एक ड्राइवर हैं और वह आर्मी गुडविल स्कूल की स्टूडेंट हैं और इंडियन आर्मी की देखरेख में पूरे सप्ताह में 25 घंटे तक प्रैक्टिस करती हैं. इस अद्भुत लड़की ने पूरी घाटी में खुशियों की लहरें फिर से बिखेर दी हैं. नकारात्मकता के बीच सकारात्मकता का प्रवाह किया है. पूरी घाटी उनकी प्रतीक्षा में पलक-पावड़े बिछाए तैयार है.
अफगानिस्तान में आतंकी हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. शनिवार को हुए आत्मघाती विस्फोट के बाद अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सोमवार को भी धमाके हुए हैं. हालांकि, अभी तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. यह धमाके अफगानिस्तान के जलालाबाद में हुए हैं. इस घटना में 66 लोगों के घायल होने की खबर है. गौर हो कि अफगानिस्तान की सरकार ने देश के 100वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को शनिवार को हुए धमाकों के बाद ही स्थगित कर दिया था. 66 civilians wounded in multiple blasts in Jalalabad city of Nangarhar province on Afghanistan Independence day: Pajhwok Afghan News (Pic courtesy - Reuters) pic.twitter.com/cRnaBuMBY7 — ANI (@ANI) August 19, 2019 शनिवार को हुए धमाकों में 63 लोगों की मौत हो गई थी वहीं 180 लोग घायल हो गए थे. इस हमले की आईएस ने जिम्मेदारी ली थी. इससे पहले तालिबान ने एक बयान में हमले में अपना हाथ होने से इनकार किया और कहा कि वे इस घटना की निंदा करते हैं जिसमें महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाया गया. इसके बाद अफगानिस्तान सरकार ने देश की 100वीं स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में होने वाले समारोह को स्थगित कर दिया, जो ऐतिहासिक दर-उल-अमन पैलेस में सोमवार के लिए निर्धारित था. खामा प्रेस के मुताबिक, राष्ट्रपति के प्रवक्ता सेदिक सेदिक्की ने कहा कि सचिवालय ने राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी के निर्देश पर अफगानिस्तान के 100वें स्वतंत्रता समारोह के आयोजन को टाल दिया. राष्ट्रपति ने काबुल में हुए विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति सम्मान व संवेदना व्यक्त करने के लिए यह फैसला लिया. शनिवार को आईएस के अरबी में जारी किए गए बयान के हवाले से कहा कि हमला नास्तिकों के जनसमूह को निशाना बनाकर किया गया, जिसे आईएस आत्मघाती हमलावर अबू असीम अल-पाकिस्तानी ने अंजाम दिया.
कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री बीएस येदियुरप्‍पा पर किस्‍मत एक बार फिर से मेहरबान हो सकती है. सीएम की कुर्सी पर दोबारा बैठने की जुगत में कई दिनों से जुटे येदियुरप्‍पा की यह मुराद जल्‍द ही पूरी हो सकती है. कर्नाटक के ताजा घटनाक्रम और सियासी समीकरणों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि बीजेपी येदियुरप्‍पा को फिर से कर्नाटक में सत्ता की चाभी सौंप सकती है. हालांकि इस बारे में अभी अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है. कर्नाटक के सियासी संकट के बीच ही बीजेपी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर जल्द ही उचित फैसला करेगी. नितिन गडकरी ने येदियुरप्पा से धैर्य रखने को कहा है. दूसरी ओर कर्नाटक से आने वाले बीजेपी के 12 सांसद सोमवार शाम नितिन गडकरी से मुलाकात करने वाले हैं. माना जा रहा है कि ये सांसद भी येदियुरप्पा का समर्थन कर सकते हैं. मामला इस बात से भी दिलचस्‍प हो गया है कि येदियुरप्पा अपनी पार्टी के 55 विधायकों को अपने साथ बैंगलोर के निकट एक रिजॉर्ट पर दो बसों के जरिए ले गए हैं. इतना ही नहीं, येदियुरप्पा ने 15 और विधायकों के समर्थन का भी दावा किया है. येदियुरप्पा का दावा है कि पार्टी के 120 विधायकों में से 70 का समर्थन उनके पास है. उन्‍होंने कहा कि सभी एक स्थान पर इकट्ठा हो रहे हैं, ताकि पार्टी नेतृत्व को स्थिति को पता चले और नेतृत्व शीघ्र सही निर्णय ले. गौरतलब है कि कभी येदियुरप्पा के कट्टर विरोधी रहे ग्रामीण विकास मंत्री जगदीश शेट्टार भी उनके समर्थन में आ गए हैं. बहरहाल, कर्नाटक का सियासी ड्रामा
सुवा में भारतीय उच्चायोग फिजी के लिए भारत गणराज्य का राजनयिक मिशन है। नेतृत्व उच्चायुक्त राजनयिक मिशन के प्रभारी होते हैं। पी.एस. कार्तिकेयन फिजी में भारत के वर्तमान उच्चायुक्त हैं। भारत संस्कृति केंद्र उच्चायोग फिजी में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र का संचालन करता है। केंद्र कथकली, भरतनाट्यम और पारंपरिक भारतीय संगीत में कक्षाएं प्रदान करता है। आईसीसीआर के माध्यम से छात्रवृत्ति दी जाती है। यह भी देखें भारत–फ़िजी सम्बंध फ़िजी के राजनयिक मिशनो कि सूची भारत के राजनयिक मिशनों की सूची संदर्भ बाहरी कड़ियाँ भारत के राजनयिक मिशन फ़िजी में राजनयिक मिशन
'सेतकेतु(श्वेतकेतु) जातक' है जो जातक कथा नंबर ३७७ है। इसमें गौतम बुद्ध एक राजा के पुरोहित हैं और सेतकेतु एक दंभी,विलासप्रिय संन्यासी है। ये अपने शिष्यों के ऐशो आराम के लिये राजा के पास आता है और अपनी सिद्धई जमाने की कोशिश करता है। पर राजा का पुरोहित, जो पिछले जन्म में बुद्ध थे, उसके मत का खंडन करते हैं। सेतकेतु वेदों पर आक्षेप करता है व पुरोहित उसका खंडन करते हैं। देखिये:- When the king heard this, he took away his favour from the ascetics. Setaketu thought: “This king took a liking to the ascetics, but this priest has destroyed it as if he had cut it हैं। an axe: I must talk to him”: so talking to him he spoke the fifth stanza: सेतकेतु ने सोचा, कि ये राजा हम संन्यासियों व चेलों के पक्ष में है,पर ये राजपुरोहित सारे किये कराये पर पानी फेर रहा है। तब पुरोहित से 'सेतकेतु पांचवें पद्य के रूप में कहता है:- “A learned sage may do ill deeds, O king: A learned sage may fail to follow right” You say: then Vedas are a useless thing: Just works with self-restraint are requisite. "हे राजन्! तुम ( राजा- पुरोहित दोनों) कहते हो कि एक ज्ञानी संत बुरे कर्म कर सकता है व अच्छे मार्ग पर चलने से नाकाम हो सकता है। यदि ऐसा है तो सारे वेद व्यर्थ की चीजें हैं।" The priest hearing this, spoke the sixth stanza: Nay, Vedas are not useless utterly: Though works with self-restraint true doctrine is: Study of Vedas lifts man’s name on high, But ’Tis by conduct that he reaches Bliss. So the priest refuted Setaketu’s doctrine. पुरोहित यानी बुद्ध ने उसको छठवें पद्य में जवाब दिया:- " नहीं! वेद व्यर्थ की चीज नहीं होते। वेद का पठन पाठन व्यक्ति की आत्मोन्नति करता है। केवल उनको आचरण में पालन करके ही उच्चता पाई जा सकती है।" इस तरह पुरोहित ने सेतकेतु के मत का खंडन किया। After the lesson the Master identified the Birth: “At that time Setaketu was the cheating priest, the candala was Sariputta, and the King’s priest was myself.” इस कथा के बाद बुद्ध कहते हैं-"सेतकेतु उस जन्म में धोखा देने वाला पुरोहित था, चांडाल सारिपुत्त था, और मैं ही उस राजा का पुरोहित था।" सन्दर्भ stories of the buddha’s former births book 6 chanipāta 377. Setaketu Jātaka ( बुद्ध के पिछले जन्मों की कहानियां। सेतकेतु जातक ३७७)
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक परिषद (आईओसी) ने खेल मंत्रालय के खेल प्रशासकों के कार्यकाल को सीमित करने के तर्क को अस्वीकार कर दिया और चेतावनी दी कि यह कदम भारत को अगले महीने ओलंपिक परिवार से बाहर कर सकता है. इससे भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी और अन्य खेल प्रशासकों को राहत मिलेगी. खेल मंत्री एम एस गिल को लिखे संयुक्त पत्र में आईओसी की राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (एनओसी) के रिलेशन डायरेक्टर पेरे मीरो और एशिया ओलंपिक परिषद (ओसीए) के महानिदेशक हुसैन अल मुसलाम ने कहा कि अगर मंत्रालय इस तरह के नियमों पर जोर देता है तो इस मुद्दे को अगले महीने होने वाली आईओसी की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में रेफर किया जायेगा और इसके परिणामस्वरूप भारत को ओलंपिक परिवार से निलंबित किया जा सकता है या फिर देश की मान्यता रद्द की जा सकती है. आईओसी ने अपने पत्र में लिखा, हम आपको एक बार और बताना चाहते हैं कि भारत के खेल मंत्रालय के जारी नियम ओलंपिक आंदोलन के खिलाफ हैं और अगर उन्हें थोपा जाता है तो हम ओलंपिक चार्टर के नियमों के अनुसार आईओसी की कार्यकारी बोर्ड की बैठक में इसकी रिपोर्ट करेंगे. खेल मंत्रालय ने 12 मई को आईओसी को अपने नये नियमों के संबंध में पत्र भेजा था, जिसमें संयुक्त सचिव आई श्रीनिवास ने आश्वस्त किया था कि ये नियम आईओए और एनएसएफ के मौजूदा अधिकारियों के कार्यकाल में कोई बाधा नहीं बनेंगे और इन्हें भविष्य के चुनावों से ही लागू किया जायेगा.
ऐलेना गोरोलोवा (2 जनवरी 1969) एक चेक मानवाधिकार रक्षक है । वह ओस्ट्रावा में एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करती है और रोमा मूल की है। 21 साल की उम्र में दूसरे बेटे को जन्म देने के बाद अस्पताल में उनकी जबरन नसबंदी कर दी गई थी। उसे एक और बच्चा होने की उम्मीद थी और उसने प्रक्रिया के लिए उसे सूचित सहमति नहीं दी थी। वर्ष 2005 में ऐलेना उन 87 चेक महिलाओं में से एक थीं, जिन्होंने जबरन नसबंदी की शिकायत की थी। तब से, उसने चेकिया में रोमा महिलाओं के खिलाफ जबरन नसबंदी और भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया और जबरन नसबंदी के निवारण और जागरूकता की वकालत की। वह जबरन नसबंदी द्वारा महिलाओं को नुकसान पहुंचाने वाले समूह की प्रवक्ता हैं और चेक संगठन वज़ाजेमने सौसिटिक (लाइफ टुगेदर) की सदस्य हैं। नवंबर 2018 में, उन्हें बीबीसी द्वारा प्रकाशित 2018 के लिए दुनिया भर की 100 प्रेरक और प्रभावशाली महिलाओं में से एक के रूप में मान्यता दी गई थी। संदर्भ जीवित लोग 1969 में जन्मे लोग
दिल्ली-एनसीआर में फैले प्रदूषण के लिए पंजाब-हरियाणा जैसे राज्यों में जलाई जाने वाली पराली को जिम्मेदार बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इन दो राज्यों में किसानों द्वारा फसल की कटाई की बाद बड़े स्तर पर जलाई गई पराली की वजह से दिल्ली गैस चेंबर बन गया है. दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए पंजाब-हरियाणा सरकार ने पराली जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि, किसानों का कहना है कि पराली को खेतों से निकालने पर होने वाले अतिरिक्त खर्च से बचने के लिए वह इसमें आग लगाते हैं. लेकिन अब राष्ट्रीय जैविक खेती संस्थान के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी दवा बनाई है जो किसानों की इस समस्या को दूर कर सकते हैं. खास बात यह है कि वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई इस दवा की कीमत महज बीस रुपये है. यानी किसान महज 20 रुपये खर्च करके खेत में लगे पराली को खाद बना सकते हैं. यह दवा पराली को 10 से 20 दिन के भीतर ही खाद बना देगा. वैज्ञानिकों का दावा है कि इस दवा के उपयोग से किसानों को दो फायदे होंगे. पहला तो यह कि वह पराली जलाने से निजात मिलेगी और दूसरा इसके इस्तेमाल से उनकी जमीन की उर्वर क्षमता भी बढ़ेगी.  बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्य के हरदोई जिले में खेतों में फसलों के अवशेष (पराली) जलाने वाले किसानों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. शनिवार को उड़नदस्तों ने जिले के पांचों तहसील क्षेत्रों में पराली जलाने वाले 66 किसानों पर 2 लाख 32 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है. जिलाधिकारी पुलकित खरे ने रविवार को बताया कि इसके लिए सभी तहसीलों में उपजिलाधिकारियों के नेतृत्व में उड़नदस्ते गठित किए गए हैं. इनमें संबंधित क्षेत्र के सीओ और दो-दो अन्य कर्मी शामिल हैं. जिले की पांचों तहसीलों में विशेष अभियान चलाया गया. उन्होंने बताया कि शाहाबाद तहसील क्षेत्र के ग्राम आगमपुर, सिकंदरपुर नरकतरा में पराली जलाने वाले 46 किसानों पर 1,72,500 रुपए का जुर्माना लगाया गया. यहां लापरवाही पर कृषि विभाग के तकनीकी सहायक मोहम्मद खालिद और क्षेत्रीय लेखपाल राजीव कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है. इसके साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि अब इनके क्षेत्रों में अगर पराली जलने की सूचना मिली तो निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. खरे ने बताया कि सवायजपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम बसिया और सहजनपुर में पांच किसानों पर 15,750 रुपए का जुर्माना लगाया गया. वहीं सदर तहसील क्षेत्र में कन्हेरी, पुरौरी, ऐजा फार्म, कनेरी में 13 किसानों पर 38,750 रुपए और बिलग्राम में दो किसानों पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया. कृषि उपनिदेशक आशुतोष मिश्र ने बताया कि हर खेत का गाटा संख्या पूरे ब्यौरे के साथ अपलोड किया जा चुका है. प्रदूषण रोकने की कवायद में निगरानी सेटेलाइट से हो रही है. कोई भी किसान पराली जलाएगा तो सेटेलाइट पर उसकी रिकार्डिंग हो जाएगी. बाद में ब्यौरा संबंधित जनपद के उपनिदेशक कृषि के पास पहुंच जाएगा और फिर जुर्माने की कार्रवाई होगी.
जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी के दो आरोपियों ने कैंपस से बाहर आकर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. सरेंडर करने वाले अनिर्बान और उमर खालिद को वसंत विहार थाने ले जाया गया है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर तैनात थी. इससे पहले खालिद ने दिल्ली हाई कोर्ट में सरेंडर करने की याचिका दायर की थी. खालिद के वकीलों ने मंगलवार को याचिका दी, जिसपर अदालत ने बुधवार को सुनवाई तय की है. उमर खालिद के वकीलों ने अदालत को बताया था कि वह सुरक्षित जगह पर सरेंडर करना चाहता है. वकीलों ने कहा था कि उमर जेएनयू में सरेंडर करना चाहता है. पुलिस के वकीलों ने इसका विरोध किया. हाईकोर्ट ने उमर और अनिर्बान की गिरफ्तारी पर रोक से इनकर कर दिया और कहा कि दोनों को कानून का पालन करते हुए सरेंडर करना होगा. दिल्ली पुलिस से मांगी सुरक्षा बताया जाता है कि जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर हुए कोर्ट परिसर में हमले का हवाला देते हुए उमर खालिद ने दिल्ली पुलिस से सुरक्षा दिए जाने की भी मांग की थी. अपनी अर्जी में उमर ने कहा था कि वह नहीं चाहता कि कन्हैया के साथ जो कुछ हुआ, वो उसके साथ भी हो. कभी भी हो सकती है खालिद की गिरफ्तारी हाई कोर्ट की ओर उमर खालिद और अनिर्बान की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद कभी भी  गिरफ्तारी हो सकती थी. कमिश्नर बीएस बस्सी ने आजतक के साथ खास बातचीत में कहा कि पुलिस के पास छात्रों के खिलाफ सबूत हैं और उनकी गिरफ्तारी का अधिकार भी. पुलिस जरूरत पड़ने पर छात्रों को गिरफ्तार करने से पीछे नहीं हटेगी. गौरतलब है कि जेएनयू विवाद में उमर खालिद को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. रविवार शाम उमर खालिद समेत पांचों फरार छात्रों के जेएनयू कैंपस में वापस लौटने की खबरों के बाद रविवार को आधी रात से ही कैंपस के बाहर पुलिस तैनात है. जबकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस को कैंपस में प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी. समझा जा रहा है कि पुलिस वेट एंड वॉच की पॉलिसी अपना रही थी. वीडियो क्लि‍प्स की सत्यता की जांच करेगी पुलिस दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने सोमवार को उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात कर जेएनयू विवाद की जानकारी दी. इसके बाद बस्सी ने कहा कि पुलिस कैंपस के विवादास्पद कार्यक्रम को लेकर दर्ज देशद्रोह के मामले में सभी वीडियो क्लिप्स की सत्यता की पड़ताल कर रही है. मीडिया में छेड़छाड़ वाले वीडियो के प्रसारण और इसकी सत्यता के बारे में पूछे जाने पर बस्सी ने कहा, ‘जांच में जिस फुटेज का इस्तेमाल होता है, हम हमेशा उसकी सत्यता की पुष्टि करते हैं. ’ बस्सी ने सोमवार दोपहर उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की. एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बीएस बस्सी और राज्यपाल के बीच नियमित मुलाकात थी और इस दौरान जेएनयू विवाद पर उपराज्यपाल को अवगत कराया गया. उन्होंने कहा कि उमर खालिद सहित पांच जेएनयू छात्रों के बारे में चर्चा हुई, जिन पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है और रविवार रात वे यूनिवर्सिटी कैंपस में नजर आए थे. जानकारी के मुताबिक बस्सी ने जंग से कहा कि मामले पर आखिरी फैसला जांच कर रहे अधिकारी ही लेंगे. इससे पहले दिन में बस्सी ने कहा था कि अगर छात्र बेकसूर हैं, तो उन्हें सबूत पेश करना चाहिए. बेगुनाही का सबूत दें छात्र बस्सी ने कहा, ‘पुलिस उन्हें ढूंढ रही है और उन्हें जांच में शामिल होना चाहिए. अगर वे बेगुनाह हैं, तो उन्हें अपनी बेगुनाही के सबूत देने चाहिए.’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘दिल्ली पुलिस कानून का पालन करने वाला निकाय है और हम किसी के खिलाफ नाइंसाफी में लिप्त नहीं है. हर किसी को याद रखना चाहिए न्याय की सीढ़ी में पुलिस का पहला स्थान है.’
भारतीय सेना की कश्मीर में तैनाती से भारत−पाकिस्तान के बीच चल रहा कश्मीर विवाद हल नहीं होगा। ये कहना है पाकिस्तान की तहरीक−ए−इंसाफ पार्टी के नेता और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान का। लाहौर में आयोजित अपनी पार्टी की एक रैली में बोलते हुए इमरान खान ने कहा कि मैं हिन्दुस्तान को बताना चाहता हूं कि कश्मीरियों के बीच आपके सात लाख सैनिक हैं। इमरान ने साफ किया कि कोई भी सेना कभी भी किसी देश की समस्या को सुलझा नहीं सकती है। आगे उन्होंने कहा कि क्या अमेरिका अफगानिस्तान में सफल हुआ। क्या भारतीय सेना अमेरिकी सेना के मुकाबले ज्यादा शक्तिशाली है। इमरान ने कहा कि जब अमेरिकी सफल नहीं हुए तो आप सात लाख सैनिकों के साथ सफल कैसे हो सकते हैं?
पाकिस्‍तान के स्‍वात घाटी में पाक सरकार और तालिबान के बीच शांति समझौता टूटने की कगार पर पहुंच चुका है. तालिबान के नेता सूफी मोहम्म‍द ने कहा है कि राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी समझौते पर रोड़े अटका रहे हैं. इससे पहले तालिबान ने पाकिस्‍तान की स्‍वात घाटी में युद्धविराम की घोषणा की थी. टीवी चैनल जिओ न्‍यूज की ओर से खबर आई थी कि पाकिस्‍तान में तालिबान के प्रमुख फजलुल्‍लाह और शांति समिति के बीच सुलह के बाद 10 दिनों के युद्धविराम की घोषणा की गई है. हालांकि युद्धविराम इस शर्त पर घोषित किया गया है कि पाकिस्‍तान तालिबान पर हमले करना बंद करे. गौरतलब है कि पाकिस्‍तान ने तालिबान की वजह से उत्‍पन्‍न खतरे के मद्देनजर उसके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
पक्कानार मलयालम लोककथाओं का एक पात्र है। पक्कानार का जन्म वररुचि के पुत्र के रूप में हुआ था, जो प्रसिद्ध ज्योतिषी थे, जिन्होंने राजा विक्रमादित्य के दरबार को सुशोभित किया था। पक्कानार बारह संतानों या पराई पेट्टा पंथिरुकुलम ( पारिया महिला से पैदा हुए 12 बच्चे) में दूसरे स्थान पर थे। थ्रिथला में मेझाथोल अग्निहोत्री के घर वेमनचेरी मन से बस एक चिल्लाहट दूर, पक्कानार कॉलोनी है, जिसे पहले बताए गए अरिक्कुन्नु से सटे एरात्तिंकल पराया कॉलोनी के रूप में जाना जाता है। केरल में पारंपरिक जाति पदानुक्रम में, पराया जाति को निचली जाति माना जाता था। इस कॉलोनी में पक्कानार वंश के परिवार 18 घरों में रहते हैं। कहानी यह है कि यह पक्कानार था जिसने वास्तव में " अज़्वानचेरी थम्प्रक्कल " से "थम्पराक्कल" बनाया था, जिसे क्षेत्र के नंबूदरी के प्रमुख के रूप में माना जाता है। कोट्टाराथिल संकुन्नी द्वारा अथिह्यामाला पक्कानार की कई कहानियाँ कहती हैं। एक कहानी के अनुसार पक्कानार ने केवल 4 "मुरम" बनाए (एक पारंपरिक दक्षिण भारतीय बोर्ड जो चावल से भूसी को अलग करता था)। पक्कानार उनमें से 4 को बेच देगा। वह कहते हैं, "एक क्रेडिट देने के लिए (अपने बच्चों के लिए जिन्हें वह उन्हें बनाए रखने के लिए सब कुछ प्रदान करता है), एक कर्ज चुकाने के लिए (अपने दादा-दादी की मदद करने के लिए, जिन्होंने उन्हें वह बनाया), एक खुद और उनकी पत्नी के लिए, और आखिरी एक वह बस फेंक देता है (यह दान के लिए है बिना रिटर्न की उम्मीद के)।" ऐथिह्यामाला की कहानियाँ पराई पेट्टा पंथिरुकुलम ( पारिया महिला से पैदा हुए 12 बच्चे) के चमत्कारों की सरल कहानियों के माध्यम से जीवन के ऐसे मूल्यवान संदेशों को दर्शाती हैं। भुवनेश्वरी मंदिर में आज भी "मुरम" का उत्सव आयोजित किया जाता है। दूसरी कहानी में पक्कानार के बड़े भाई अग्निहोत्री और उनकी पत्नी पक्कानार के घर जाते हैं। अग्निहोत्री की पत्नी को एक रूढ़िवादी उच्च जाति की महिला के रूप में दर्शाया गया है। आगंतुकों के आते ही पक्कानार ने अपनी पत्नी को बुलाया, जो कुएं से पानी ले रही थी। महिला रस्सी छोड़कर अपने पति के पास जाने के लिए दौड़ी, लेकिन बाल्टी हवा में वहीं रह गई। इसे पवित्रता और सम्मान की शक्ति कहा जाता है जो उसने पक्कानार को दिखाया।
लेख: बीते आठ साल में लोकपाल की मांग को लेकर हजारे की यह तीसरी भूख हड़ताल होगी. वह सिविल सोसायटी सदस्यों तथा समूहों का नेतृत्व करते हुए अप्रैल 2011 में पहली बार दिल्ली के रामलीला मैदान में अनिश्चतकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे. हजारे ने मीडिया से कहा, ‘अगर लोकपाल होता तो राफेल जैसा घोटाला नहीं हुआ होता. मेरा पास राफेल से जुड़े कई कागजात हैं और मैं दो दिन इनका अध्ययन करने के बाद दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा. मुझे एक बात समझ नहीं आती कि समझौते से एक महीने पहले बनी एक कंपनी को इसमें सहयोगी कैसे बनाया गया.' वह 30 जनवरी को अपने गांव रालेगण सिद्धि में भूख हड़ताल करेंगे और वह सरकार द्वारा मांगें पूरी होने तक इसे जारी रखेंगे. उन्होंने कहा, ‘अतीत में सरकार लिखित में कह चुकी है कि वह लोकपाल कानून पारित करेगी और किसानों को पेंशन तथा डेढ गुना अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य उपलब्ध कराएगी लेकिन कुछ नहीं हुआ. अब मैं और झूठे आश्वासनों पर भरोसा नहीं करूंगा और जीवन रहने तक भूख हड़ताल जारी रखूंगा.' बता दें, पिछले साल मार्च में, हजारे तथा उनके समर्थकों ने लोकपाल कानून लागू करने की मांग को लेकर रामलीला मैदान में एक सप्ताह भूख हड़ताल की थी. हजारे ने कहा, ‘किसी संवैधानिक संस्था का आदेश लागू नहीं करना देश को लोकतंत्र से तानाशाही की तरफ ले जाता है. यह सरकार भी ऐसा ही कर रही है. यह कैसी सरकार है जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं करती. यह सरकार है या कोई बनिया की दुकान.' उन्होंने अपने समर्थकों से रालेगण सिद्धि के बजाय अपने अपने स्थानों पर भूख हड़ताल करने को कहा. राष्ट्रीय किसान महापंचायत ने हजारे को समर्थन दिया है और उसका कहना है कि देशभर के किसान संगठन भूख हड़ताल में शामिल होंगे. (इनपुट- भाषा)
समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है। इस बार उन्होंने सीधे कोयलामंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को निशाना बनाया है। उनका आरोप है कि श्रीप्रकाश जायसवाल के कोयला मंत्री बनते ही एक घंटे के भीतर तीन कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। गौरतलब है कि जायसवाल ने कोयला मंत्रालय की कमान 19 जनवरी, 2011 को संभाली थी।टिप्पणियां वहीं कोयलामंत्री जायसवाल ने यादव के इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि वे पहले रिकॉर्ड चेक करें। उन्होंने कहा कि मैंने मंत्री बनने के बाद एक भी कोल ब्लॉक आवंटित नहीं किया। रामगोपाल ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि कांग्रेस के मंत्रियों पर आरोप लग रहे हैं, उनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आखिर कोयला मंत्री ने कोल ब्लॉक आवंटन में इतनी जल्दबाजी क्यों की? वहीं कोयलामंत्री जायसवाल ने यादव के इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि वे पहले रिकॉर्ड चेक करें। उन्होंने कहा कि मैंने मंत्री बनने के बाद एक भी कोल ब्लॉक आवंटित नहीं किया। रामगोपाल ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि कांग्रेस के मंत्रियों पर आरोप लग रहे हैं, उनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आखिर कोयला मंत्री ने कोल ब्लॉक आवंटन में इतनी जल्दबाजी क्यों की? रामगोपाल ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि कांग्रेस के मंत्रियों पर आरोप लग रहे हैं, उनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आखिर कोयला मंत्री ने कोल ब्लॉक आवंटन में इतनी जल्दबाजी क्यों की?
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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्र की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 68वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. वरिष्ठ नेताओं ने भी राजीव गांधी के समाधि स्थल वीरभूमि में पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी. राजीव गांधी की पत्नी एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनकी पुत्री प्रियंका गांधी और पति रावर्ट वडेरा ने भी समाधिस्थल में पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी. राजीव गांधी के पुत्र एवं कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी हालांकि प्रार्थना कार्यक्रम के दौरान नहीं दिखाई दिये. रक्षा मंत्री ए के एंटनी, लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी नारायणस्वामी ने भी समाधि स्थल में पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. बाद में विद्यालय के छात्रों ने समाधि स्थल की ओर मार्च किया. श्वेत वस्त्र पहने हुये बच्चे सामुदायिक सद्भावना के प्रतीक स्वरूप हाथ में तिरंगा लिये हुये थे. पूरे कार्यक्रम के दौरान शास्त्रीय संगीत की मधुर ध्वनि बजायी जा रही थी. देश में सूचना तकनीक क्रांति के प्रणेता राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था. उन्होंने 1984 से 1989 तक देश के छठे प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. 21 मई 1991 को तमिलनाडु में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान लिट्टे आतंकियों ने उनकी हत्या कर दी थी.
12वीं शताब्दी ईस्वी के बाद से इस्लाम में रूपांतरण और मध्य हिंद महासागर में एक चौराहे के रूप में इसके स्थान के कारण मालदीव की भाषा और संस्कृति पर अरब का प्रभाव भी था। यह सुदूर पूर्व और मध्य पूर्व के बीच लंबे व्यापारिक इतिहास के कारण था।
मुजफ्फरनगर दंगों की जांच कर रहे विशेष जांच दल के आरोपपत्र में बसपा सांसद कादिर राणा, पार्टी के दो विधायकों और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पूर्व मंत्री सईद उज जमा सहित 10 लोगों के नाम शामिल हैं. इन लोगों पर मुस्लिम सामुदायिक पंचायत के दौरान भड़काऊ भाषण देकर सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने का आरोप है. सूत्रों ने बताया कि यह आरोपपत्र विशेष जांच दल ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेंद्र कुमार की अदालत में दाखिल किया. आरोपपत्र जिले कवाल गांव में तनाव फैलने के बाद लागू की गई निषेधाज्ञा के बावजूद 30 अगस्त 2013 को शहर के खालापार इलाके में आरोपियों द्वारा कथित भड़काऊ भाषण देने के सिलसिले में दाखिल किया गया है. उन्होंने बताया कि राणा के अलावा आरोपपत्र में चरतावल से बसपा के विधायक नूर सलीम राणा, मीरनपुर से पार्टी के विधायक मौलाना जमील, कांग्रेस नेता सईद उज जमा, उनके पुत्र सलमान सईद, शहर इकाई के बोर्ड सदस्य असद जमा अंसारी, पूर्व सदस्य नौशाद कुरैशी, व्यापारी अहसान कुरैशी, सुल्तान मुशीर और नौशाद के नाम हैं. इन लोगों पर निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने और भड़काऊ भाषण देकर सांप्रदायिक तनाव को उकसाने का आरोप है. उत्तर प्रदेश सरकार ने जनवरी में दंगों के सिलसिले में मुस्लिम नेताओं के खिलाफ मामले वापस लेने की कोशिश की थी, जबकि कानून मंत्रालय ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी. समझा जाता है कि मंत्रालय राज्य सरकार के इस कदम के पक्ष में नहीं था. राणा ने राष्ट्रीय लोकदल में शामिल होने के लिए वर्ष 2007 में समाजवादी पार्टी छोड़ दी थी. वर्ष 2009 में वह बसपा में शामिल हो गए थे.
सिक्योरिटी रिसर्चरों और लेनेवो लैपटॉप यूजर्स के मुताबिक लेनोवो ने अपने कुछ लैपटॉप में ऐसे क्रैपवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर बेचा है जिसे विंडोज ओएस से रिमूव करना असंभव है. यह क्रैपवेयर विंडोज में छिप कर काम करता है. लेनेवो ने इस क्रैपवेयर की बदौलत अपने लैपटॉप में लेनोवो के कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किए जिन्हें कभी रिमूव नहीं किया जा सकता. विंडोज ओएस को पूरी तरह से फॉर्मेट करने के बाद भी वह क्रैपवेयर विंडोज में ही मौजूद रहता है जिसकी बदौलत कंप्यूटर फॉर्मेट करने के बाद भी लेनेवो के सॉफ्टवेयर खुद से इंस्टॉल कर देता है. लेनोवो इस क्रैपवेयर को विंडोज के हिडेन एंटी थेफ्ट बायोस फीचर में रखता है ताकि यह रिमूव ना हो सके. अगर इस क्रैपवेयर को मैनुअली डिलीट कर दिया जाए तो भी वो फिर से लेनोवो के कुछ सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना शुरू कर देता है. कैसे करता है काम 'लेनेवो सर्विस इंजन' नाम का टूल आपके लेनेवो लैपटॉप में 'वन की ऑप्टिमाइजर' नाम का पीसी परफॉरमेंस इन्हैंसर टूल को डाउनलोड करता है जो आपके सिस्टम का ड्राइवर अपडेट करने से लेकर सिस्टम क्लीनिंग का काम करता है. यह सॉफ्टवेयर पीसी क्लीनर जैसा ही है. यह सॉफ्टवेयर लेनेवो के सर्वर पर आपके कंप्यूटर की तमाम जानकारी भेजता है. हालांकि कंपनी का दावा है कि यह जानकारी व्यक्तिगत पहचान योग्य नहीं होती.
अगर आप अपने शहर के कचरे से परेशान है तो एप के जरिए इसकी शिकायत कर सकते हैं. शहरी विकास मंत्रालय ने गुरुवार को नागरिकों के लिए एक मोबाइल एप शुरू करने की घोषणा की है. इससे नागरिक अपने इलाकों में होने वाले कचरे के ढेर के बारे में शिकायत कर सकते हैं और अपनी शिकायतों को समय पर निपटाने की मांग कर सकते हैं. अप्रैल तक लॉन्च होगी एप ‘ स्वच्छ सिटी सॉल्यूशन्स’ एप मोबाइल और वेब पर चलेगी. इस एप्लीकेशन को एनजीओ ‘जनाग्रह’ के साथ मिलकर विकसित किया जाएगा. इससे देश में 4041 शहरों में स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को प्रभावी तरीके से समयसीमा के अंदर पूरा किया जा सकेगा. मंत्रालय और एनजीओ ‘जनाग्रह’ के बीच गुरुवार को एमओयू पर दस्तखत किए गए. यह एप्लीकेशन अप्रैल तक शुरू हो सकती है.
कोटपूतली-बहरोड़ जिला भारत के राजस्थान राज्य के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित सन 2023 में नवीन स्थापित 17 जिलों में से एक है। । अलवर जिले और तत्कालीन जयपुर जिले से अलग की हुई आठ तहसीलों - कोटपूतली , बहरोड़ , नीमराणा , बानसूर , विराटनगर , माँढण , पावटा व नारायणपुर से बने इस जनपद की अधिकारिक स्थापना 7 अगस्त 2023 को हुई थी। बैराठ इस जिले के प्राचीनतम क्षेत्र में से है जिसका जिक्र पौराणिक कथाओं में कई जगह पर मिलता है, जो कभी मत्स्य साम्राज्य की राजधानी था एवं मौर्य वंश के सम्राट अशोक के नाम - प्रियदशी के बारे में भी इस जिले के भाब्रू में मिले शिलालेख से पता चलता है । इस जिले के एक बड़े क्षेत्र को आमतौर पर "राठ" के रूप में जाना जाता है जिसमें बहरोड़, नीमराणा, माँढण, बानसूर व मुण्डावर तहसीलें आती है जिसमे से मुण्डावर तहसील का अब नवगठित खैरथल-तिजारा जिले में विलय कर दिया गया । अन्य संदर्भ में इसे 'साबी-कांठा' भी कहा जाता है, अर्थात जो साबी नदी के तट के इर्द-र्गिद स्थित है। तहसील कोटपूतली बहरोड़ विराठनगर नीमराणा बानसूर माँढण पावटा नारायणपुर नाम जिले का नाम जिले के दो सबसे बड़े शहरों - कोटपूतली और बहरोड़ के नामों के विलय से बनाया गया है। अन्यत्र इसके बड़े हिस्से को आमतौर पर "राठ क्षेत्र" के रूप में जाना जाता है। अन्य संदर्भों में इसे 'साबी-कांठा' भी कहा गया है । साबी नदी उत्तर की और बहते हुए इस जिले के बीच से निकलते हुए जिले को लगभग दो बराबर भागो में बाँटती है , पश्चिम छोर पर पावटा, कोटपूतली, बहरोड़ व नीमराणा तहसील स्थित है वहीं पूर्वी छोर पर बानसूर व मुण्डावर तहसील स्थित हैं । भूगोल आसमान में उन्मुक्त उड़ते हुए सारस जैसी आकृति वाले इस जिले की सीमाओं का तीन तरफ से प्राकृतिक रेखांकन अरावली पर्वत की श्रृंखलाएँ करती है जिनके आगोश में मौजूद उपजाऊ मैदानी इलाकों के बीचों बीच साबी नदी का बहाव है जो इन्ही पहाड़ियों से अपना जल एकत्र करती है और दिल्ली की ओर बहती है - लेकिन इसके जलगृह क्षेत्र में अत्यधिक पर्यावरण विरोधी गतिविधियों जैसे पेड़-पौधों की अत्याधिक कटाई, खनन के कारण आजकल यह नदी ज्यादातर सूखी ही रहती है । विराटनगर- भाब्रू की अरावली पहाड़ियाँ जिले की दक्षिण-पश्चिम सीमा की ओर जयपुर ग्रामीण जिले की सीमा निर्धारण करती है । इसी प्रकार दक्षिण-पूर्व में जिले की बानसूर व नारायणपुर तहसीलों को चूना/पत्थर की पहाड़ियां अलवर जिले से अलग करती हैं वहीं पश्चिम में इसी अरावली श्रृंखला की पहाड़ियां जिले की शेखावाटी क्षेत्र से सीमा का रेखांकन करती हैं और थार रेगिस्तान से इस भू-भाग को बचाती हैं जिससे उपजाऊ कृषि भूमि को संरक्षित रहती है। अरावली श्रृंखला के उत्तरी छोर पर बसे इस जिले को ये पर्वत की श्रृंखलाएं राजस्थान के मुख्य भू-भाग से अलग करते हुए एक घाटी का रूप देती हैं जिसका मुंह दिल्ली की ओर खुलता है। वैसे तो इस जिले में गैर संरक्षित वन क्षेत्र काफी हैं जैसे विराटनगर, भाब्रू , नीमराणा लेकिन अभमारणय मुख्य रुप से एक ही है जिसकी घोषणा सन् 2023 में हुई है - बुचारा राजकीय तेंदुआ अभ्यारण्य । इसके अलावा दक्षिण पूर्व सीमा पर सरिस्का राष्ट्रीय अभ्यारण्य मौजूद है । जिले में सीमित सतही जल संसाधनों, साबी नदी के बहाव क्षेत्र में गिरावट, और भूजल संसाधनों के अत्यधिक उपयोग के कारण पानी की कमी के मुद्दों का सामना करना पड़ता है। जिले की सीकर व जयपुर सीमा पर मौजूद अरावली पहाड़ियों में से निकलने वाली तीन सौ किलोमीटर लंबी साहिबी नदी /साबी नदी यहां की मुख्य और सबसे बड़ी नदी है। यह एक छोर से प्रवेश कर पूरे जिले को पार कर खैरथल जिले में मुण्डावर के पास प्रवेश करती है । यह एक अल्पकालिक, वर्षा आधारित नदी है जो हरियाणा और दिल्ली की ओर बहती है और दिल्ली में यमुना में मिल जाती है। इसकी सहायक सोता नदी एक अन्य प्रमुख नदी है जिसका बहरोड़ के सोतानाला में संगम होता है। नारायणपुर नाला बानसूर तहसील के उत्तर-पश्चिम की जल निकासी करता है और साहिबी में जाता है। बानसूर में बाबरिया बांध से सुरख नाला सोडावास में साहिबी में गिरता है । बानसूर से हाजीपुर या हरसोरा नाला मुंडावर तहसील के बीजवाड़ में साहिबी में मिलता है। अजबगढ़ नाला या काली नदी और प्रतापगढ़ नाला का उद्गम बानसूर और थानागाज़ी से होता है और जयपुर में बलदेवगढ़ के पास बाणगंगा धारा में बदल जाता है। बानसूर तहसील के पास तालवृक्ष में गर्म पानी के झरने मौजूद है। जिले में कोई प्राकृतिक या कृत्रिम बडी झील मौजूद नहीं है । सिर्फ एक दो बाँध है - बुचारा का बाँध , और बाबरिया बाँध । जलवायु शुष्क उपोष्ण कटिबंधीय है और अधिकतर वर्षा मुख्यतः चार माह के अंतराल में ही होती है । खनिज के रूप में मुख्यतः ग्रेनाइट और क्वार्टज के भंडार मौजूद हैं । मुख्यतः पेड - नीम, कीकर, खेजड़ी, ढोक, इत्यादि पाए जाते हैं । साबी नदी के आस पास झुंडे/लेमनग्रास काफी मात्रा में पायी जाती है। इतिहास प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष साहिबी नदी के किनारे मिलते आए हैं, इस नदी का उल्लेख ऋग्वेद में भी मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि यह मनुस्मृति में वर्णित ब्रह्मव्रत की दक्षिणी सीमा को यह नदी चिन्हित करती है, हालांकि शोधकर्ताओं में इस पर मतभेद हैं । यह जिला मत्स्य सांस्कृतिक क्षेत्र का हिस्सा है। जिले की विराटनगर तहसील का उल्लेख प्राचीन भारतीय ग्रंथों में मत्स्य साम्राज्य की राजधानी के रूप में मिलता है, ऐसा कहा जाता है कि इस शहर की स्थापना राजा किरट ने की थी, जहां पांडवों ने अपने 12 साल के निर्वासन को भेष बदलकर बिताया था। गोलाकार बौद्ध तीर्थ के सबसे पुराने साक्ष्य जिले के विराटनगर में पाए गए है। बैराठ के आसपास का क्षेत्र मौर्य साम्राज्य में शामिल था, इसका प्रमाण इस स्थान पर लघु शिलालेख और भाबरू शिलालेख की खोज से मिलता है। मौर्य साम्राज्य के विघटन के बाद विदेशियों के आक्रमण और छोटी-छोटी रियासतों का विकास हुआ। बैराठ की खुदाई से प्राप्त मुद्रा से इंडो-ग्रीक शासन के स्पष्ट संकेत मिलते है। सन् 1009 ई. में गजनी के महमूद ने नारायणपुर के राजा पर आक्रमण किया। राजा अपने राज्य की रक्षा में बहादुरी से लड़े लेकिन हार गए। सुल्तान मूर्तियों को तोड़ और लूट का माल लेकर गजनी लौट गया । इस युद्ध में नारायणपुर कस्बा पूरी तरह नष्ट हो गया, जो नारायणपुर कस्बा पहाड़ी के एकदम नीचे बसा हुआ था वहीं वर्तमान नारायणपुर कुछ दूर पर बसाया गया । इस बीच, तोमर और चौहान दो उभरती हुई शक्तियाँ थीं। तब रेवाडी और भिवानी के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र और इस जिले के कुछ हिस्से भदानका साम्राज्य में शामिल थे। जिनपाल (मृत्यु वि. 1295) की खरतरगच्छपट्टावली में विक्रम वर्ष 1239 तक पृथ्वीराज चौहान की मुख्य उपलब्धि के रूप में भदानकों की हार का उल्लेख है। चौहानों द्वारा भदानकों को उखाड़ फेंकना निर्णायक प्रतीत होता है। हालाँकि, 1192 ई. में तराइन की दूसरी लड़ाई के बाद चौहानों का अधिकार काफी हद तक कमजोर हो गया था। इसके बाद, इस क्षेत्र पर चौहानों की पकड़ ढीली हो गई और इस क्षेत्र पर काफी समय तक दिल्ली के सुल्तानों का कब्जा रहा जिसका नियंत्रण मुख्य रूप से नारनौल सूबा से होता था । अजमेर के पृथ्वीराज के वंशज पहले ही (लगभग 1070 ई.) राठ (अलवर जिले का उत्तर-पश्चिम क्षेत्र) नामक क्षेत्र में बस गए थे और नीमराणा के राजा उसके परिवार का प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हैं। मदन सिंह, जिन्हें आमतौर पर राव मदे चौहान के नाम से जाना जाता है ने मदनपुर गाँव की स्थापना की थी जिसे अब मुंडावर के नाम से जाना जाता है। समय के साथ बर्ड़ोद को भी उसके वंशजों ने हासिल कर लिया। फ़िरोज़ शाह ने राव झामा (राव हासा के पुत्र) को इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया था लेकिन उन्होंने मौत को प्राथमिकता दी। हालाँकि, कहा जाता है कि राव झामा के पुत्र राव चांद ने संवत 1499 (1442 ई.) में इस्लाम धर्म अपना लिया था। इसके बाद विरोध स्वरूप राजदेव जो राव चांद के चाचा थे ने मुंडावर को छोड़ दिया और नीमराणा को अपनी की राजधानी के रूप में चुना। राव चांद के वंशजों ने बानसूर तक अपनी पकड़ बढ़ा ली। लेकिन उन्हें संवत 1560 (1503 ई.) में शेखावतों (जिनमें राव शेखा, राव सुजा और राव जगमाल सबसे महत्वपूर्ण थे) द्वारा बानसूर से निष्कासित कर दिया गया था। राव सुजाजी ने बसई को अपनी राजधानी बनाया जबकि जगमाल ने खुद को हाजीपुर में स्थापित किया। संवत 1594 (1537 ई.) में सुजाजी की मृत्यु के बाद उनके पुत्र लूणकरण, रायमल, चांद और भेरुजी ने खेतड़ी, सीकर, खंडेला और शाहपुरा तक अपना अधिकार बढ़ा लिया। औरंगजेब की मृत्यु के बाद आंतरिक मतभेदों ने छोटे सरदारों को सत्ता हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। भरतपुर के महाराजा सूरजमल ने अलवर किले और निकटवर्ती कुछ क्षेत्र पर विजय प्राप्त की। लेकिन उनके पुत्र जवाहर सिंह, मोंडा-मंडोली की लड़ाई में जयपुर शासक से हार गए और अपने पिता द्वारा प्राप्त क्षेत्र खो दिया। मराठों ने तिजारा और किशनगढ़ पर कब्ज़ा कर लिया। 1775 ई. में नरुका परिवार के प्रताप सिंह ने अलवर किले का अधिग्रहण किया और अलवर राज्य की स्थापना की। और इस प्रकार जिले का एक मुख्य भाग अलवर राज्य का हिस्सा बना । इस प्रकार ब्रिटिश शासन से पहले इस पर मुगलों, मराठों और अंततः अलवर रियासत का शासन रहा है, जबकि जिले की कोटपूतली तहसील खेतड़ी रियासत के शासन के अधीन थी । नीमूचाना जनसंहार अलवर राजा द्वारा लगान बढ़ाए जाने के विरोध में बानसूर के जागीदारों ने विद्रोह खड़ा किया जिसे अलवर के राजा ने क्रूरता पूर्वक कुचल दिया इसे नीमूचाना नरसंहार के रूप में जाना जाता है । नए जिले का निर्माण वर्तमान कोटपूतली और बहरोड़ के क्षेत्रों में नए जिलों की मांग की जाती रही है। कारण बताया जाता है कि वर्तमान जिले की दूरी बहरोड़ से 60 किमी तथा नीमराना से 80 किमी तथा कोटपुतली से 100 किमी है। 2023 के बजट के दौरान राजस्थान विधान सभा ने नए 19 जिले बनाए जिनमें से एक कोटपुतली-बहरोड़ जिला था। अर्थव्यवस्था इस जिले में फैले विभिन्न औद्योगिक क्षेत्र राजस्थान की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहलाते है - नीमराणा जापानी जोन में ईपीआईपी ( निर्यात आयात प्रोत्साहन क्षेत्र ) जोन जो जिले के सकल घरेलू उत्पाद में सबसे अधिक योगदान देता है। कोटपूतली में एशिया का सबसे बड़ा सीमेंट का कारखाना मौजूद है और बहरोड़ में देश की सबसे बड़ी ग्रीनलैम प्लाईवुड इंडस्ट्री है। नीमराना में डाइकिन एसी, हैवेल्स, हीरो बाइक प्लांट, पारले-जी बिस्किट, रिचलाइट बिस्किट सहित 1500 छोटे-बड़े उद्योग हैं। हालांकि लोगों के लिए मुख्यत: आय का स्त्रोत खेती है बहरोड़-नीमराना सरसों और गेहूं के उत्पादन में अग्रणी है। इसके अलावा यह कपास के उत्पादन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बैराठ अपने दर्शनीय प्राचीन स्थलों के कारण जाना जाता है । सिंचाई का मुख्य साधन जमीनी पानी है । क्षेत्र में कई मदिरा फैक्ट्रियां भी है पानी की समस्या में जिनका काफी बड़ा योगदान है। बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ जिले में प्रदूषित अपशिष्ठ , घरेलू अपशिष्ठ के डिस्पोजल की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है । महत्वपूर्ण स्थान विराटनगर बौध मंदिर बीजक की पहाड़ी पर स्थित ये बौद्ध परिसर सांस्कृतिक रूप से समृद्ध अतीत के प्रमाण हैं।  इन्हें तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में सम्राट अशोक के समय में बनाया गया था, और उनके पास अशोक के दो लघु शिलालेख, बैराट और कलकत्ता-बैराट लघु शिलालेख पाए गए थे।  यह सबसे पुराना गोलाकार बौद्ध मंदिर है और इसलिए बैराट मंदिर भारत की वास्तुकला की एक महत्वपूर्ण धरोहर है। भाब्रू के शिलालेख इन शिलालेखों में सम्राट अशोक का उल्लेख प्रियदशी के रूप में किया गया है।  ये भाब्रू पहाड़ियों के पास पाए गए लघु शिलालेख हैं जो अब एशियाटिक सोसायटी कलकत्ता के संग्रहालय में स्थित हैं।  इस शिलालेख की खोज कैप्टन बर्ट ने 1840 में की थी और इसे कलकत्ता में एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल के संग्रहालय में स्थानांतरित कर दिया गया था इसलिए इसका नाम "कलकत्ता-बैराट" पड़ा जिसे भाबरा या भाब्रू शिलालेख भी कहा जाता है।  इस शिलालेख में, अशोक को "पियादासी राजा मगधे" ("पियादासी, मगध का राजा") कहा गया है। नीमराणा किला नीमराणा किला परिसर सबसे महत्वपूर्ण लैंडमार्क है जिसे अब एक हैरिटेज होटल के रूप में संचालित किया जा रहा है। प्रसिद्ध नीमराणा किला 16 वीं शताब्दी में बनाया गया था और 1947 तक चौहान राजपूतों के कब्जे में था । नीमराणा बावडी नीमराणा में मौजूद इस ऐतिहासिक बावड़ी का निर्माण मुगल सम्राट अकबर के समय में हुआ था। इस 9 मंजिला बावड़ी की प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई लगभग 20 फीट है । बानसूर किला नगर के मध्य में एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित दुर्ग की संरचना बहुकोणीय है। सामरिक दृष्टिकोण से, किले का निर्माण 16वीं शताब्दी के अंत से 17वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध तक किया गया था। पूर्व में अलवर रियासत भरतपुर के अधीन थी। ऐसे में जयपुर और भरतपुर रियासतों के बीच आपसी मनमुटाव और युद्ध की आशंका के कारण जयपुर और अलवर की सीमा बानसूर थी। यह दुर्ग अलवर क्षेत्र की सीमा का प्रहरी रहा है। तसींग किला बहरोड़ के पास अरावली पहाड़ियों में स्थित तासींग किला आकर्षण का एक और स्थान है लेकिन अब उपेक्षा के कारण खराब स्थिति में है। यह आखिरी बार बडगुर्जरों के अधिपर्य में था। उनसे पहले माचेड़ी के चौहान इसके निवासी थे। मनसा माता मंदिर दहमी में मनसा देवी मंदिर में नवरात्रि के दौरान दूर-दूर से भक्तों की भीड़ लगी रहती है। यह 637 साल पुराना मंदिर है जिसमें लगी घंटा मराठा सरदार द्वारा स्थापित किया गया था। सरुंड माटी मंदिर सोता नदी के तट पर एक पहाड़ी पर स्थित यह प्राचीन मंदिर शक्ति की अराधना का केंद्र है। बाबा खेतानाथ मंदिर यह नीमराना के जोशीहेड़ा में स्थित है । हनुमान मंदिर रुंध बर्डोद बहरोड़ के पास बर्ड़ोद के पास स्थित यह मंदिर एक सेक्रेड ग्रोव (पवित्र बनी)में स्थित है । आरटीडीसी मिडवे आरटीडीसी मिडवे बहरोड़ में राष्ट्रीय राजमार्ग- 48 पर दिल्ली और जयपुर के बीच एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक होटल और मील का पत्थर है जहां विभिन्न राज्यों और देशों के नेताओं, पूर्व प्रधान मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों और न्यायिक अधिकारियों के अलावा विदेशी राजदूतों ने राजस्थानी खाने का स्वाद चखा है।प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने यहां अपना 79 वाँ जन्मदिन मनाया था। बुचारा बाँध सोता नदी पर स्थित बाँध । हाजीपुर किला इस किले का निर्माण मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में डाकुओं द्वारा अलवर की ओर वाणिज्यिक काफिलों पर लगातार होने वाले हमलों पर लगाम लगाने के लिए किया गया था। यह बानसूर तहसील में स्थित है। बर्ड़ोद रुंध पैलेस यह अलवर रियासत के शासकों का शिकारगाह निवास था और बर्डोद रूंध में है। कोटपूतली-बहरोड़ जिले के रूंध रुंध अलवर रियासत के अंतर्गत आरक्षित वन थे जिनका उपयोग राजघरानों द्वारा शिकार और बड़ी चरागाह भूमि के रूप में किया जाता था। कोटपूतली-बहरोड़ जिले में कई रूंध हैं लेकिन इन पर अब अतिक्रमण होता जा रहा है। जबकि बनी छोटे गैर-अधिसूचित सामुदायिक वन कहलाते थे । बुचारा तेंदुआ अभ्यारण्य राजस्थान बजट 2023 में इन वनों को तेंदुआ अभयारण्य के रूप में अधिसूचित किया गया है। यह कोटपूतली/पावटा तहसील में स्थित है और 50 किमी2 के क्षेत्र में फैला हुआ है। जनसांख्यकि यह जिला हिंदू धर्म बहुल्य है जिसमें अन्य धर्म जैसे जैन और मुस्लिम भी मौजूद हैं। अहीरावाटी जिले के प्रमुख हिस्सों में बोली जाने वाली सबसे आम भाषा है। हिन्दी राजभाषा है। परिवहन भारत के सबसे व्यस्त राजमार्गों में से एक NH-48 जिले को पार करता है और जिले के दोनों मुख्यालयों को जोड़ता है, यह जिले को राज्य की राजधानी जयपुर और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से भी जोड़ता है। ट्रांस हरियाणा द्रुतगति राजमार्ग (NH 152-D) जिला मुख्यालय को चंडीगढ़ से जोड़ता है जबकि पनियाला-बड़ौदामियो द्रुतगति राजमार्ग जो निर्माणधीन है जिले को खैरथल व अलवर जिले और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ता है। निकटतम रेलवे स्टेशन रेवाड़ी-फुलेरा लाइन पर नारनौल और रेवाड़ी-अलवर रेलवे लाइन पर बावल है। निकटतम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे दोनों बहरोड़ मुख्यालय से 120 किमी की दूरी पर हैं। वहीं निकटतम घरेलु हवाई स्ट्रिप बहरोड़ मुख्यालय से 25 किमी दूरी पर है । वहीं कोटपूतली मुख्यालय से 50 किमी पूरी पर । जिले में सिर्फ एक रेलवे स्टेशन मौजूद है काठूवास रेल स्टेशन जहाँ इनलैण्ड कंटेनर डिपो भी है , पूरे जिले में कोई रेल लाइन मौजूद नहीं है । संस्थान जिले में कई नामी केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड व राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आधारित विद्यालय हैं । रैफलस व एन आई आई टी विश्वविद्यालय भी जिले में स्थित है । जिले में इंजिनियरिंग कॉलेज , एयरोनोटिक कॉलेज, आर्टस व कामर्स कालेज भी स्थित हैं - लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज व बहरोड़ पीजी महाविद्यालय जिला मुख्यलयों पर स्थित हैं । जिले में कोई भी मेडिकल कॉलेज वर्तमान में मौजूद नहीं हैं सिर्फ एक डेण्टल कॉलेज संचालित हे, नजदीकी मेडिकल कॉलेज 120 की मी की दूरी पर जयपुर में स्थित है । राजस्थान के सर्वप्रथम इंटिग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब की स्थापना जून 2023 में कोटपूतली जिला अस्पताल में सी डी सी अमेरिका की सहायता से की गई थी । महाराणा प्रताप क्षेत्रिय प्रशिक्षण संस्थान सीआईएसएफ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का महाराणा प्रताप क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (एमपीआरटीसी) बहरोड़ में बहरोड़-नारनौल राज्य राजमार्ग पर स्थित है। इस संस्थान की स्थापना वर्ष 2010 में की गई थी जहां नए रंगरूटों का बुनियादी प्रशिक्षण और विभिन्न सेवाकालीन विशेष पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं । संदर्भ
यह लेख है: बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस के कैमेरे में अब ऑडियो भी रिकॉर्ड होगा. इसका फायदा यह होगा कि अब पुलिसकर्मियों पर भी नज़र होगी. ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से होने वाली बहस, विवाद के समय इसे सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा. बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने तक़रीबन 75 लाख रुपये खर्च करके 50 ऐसे कैमेरे खरीदे हैं जो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के गले में लटक रहे होंगे.टिप्पणियां 150 ग्राम वज़न के ये कैमेरे चार्ज होने के बाद लगातार 8 से 10 घंटे  तक ऑडियो वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं. बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस के डीसीपी अभिषेक गोयल के मुताबिक़ कई बार शिकायत ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के खिलाफ आती की वो लोगों से बदतमीज़ी से पेश आते हैं और रिश्वत मांगते है. इन कैमरों से ऐसे मामलों को सुलझाने में तो मदद मिलेगी. साथ ही साथ ट्रैफिक नियमों का ओलघं करने वालों के खिलाफ सबूत भी मिल जाएगा. इन कैमरों की रिकॉर्डिंग पुलिस स्टेशन से वाई फाई के ज़रीए सीधे ट्रैफिक नियंत्रण कक्ष में लगे सर्वर में अपलोड होगा. पुलिस चश्मे में लगे कैमरों का भी इस्तेमाल करने की योजना बना रही है. हालांकि बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस लंबे अरसे से कैमरों की मदद से ट्रैफिक का संचालन कर रही है लेकिन तेज़ी से बढ़ते इस शहर में ट्राफिक के साथ साथ सुरक्षा और जांच के लिए भी बड़ी तादाद में कैमेरे की ज़रूरत महसूस की जा रही है. सरकार पुरे शहर में लगभग 5 हज़ार कैमरों का जाल बिछाने जा रही है और इसे गृह मंत्रालय ने मंजूरी भी दे दी है. 150 ग्राम वज़न के ये कैमेरे चार्ज होने के बाद लगातार 8 से 10 घंटे  तक ऑडियो वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं. बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस के डीसीपी अभिषेक गोयल के मुताबिक़ कई बार शिकायत ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के खिलाफ आती की वो लोगों से बदतमीज़ी से पेश आते हैं और रिश्वत मांगते है. इन कैमरों से ऐसे मामलों को सुलझाने में तो मदद मिलेगी. साथ ही साथ ट्रैफिक नियमों का ओलघं करने वालों के खिलाफ सबूत भी मिल जाएगा. इन कैमरों की रिकॉर्डिंग पुलिस स्टेशन से वाई फाई के ज़रीए सीधे ट्रैफिक नियंत्रण कक्ष में लगे सर्वर में अपलोड होगा. पुलिस चश्मे में लगे कैमरों का भी इस्तेमाल करने की योजना बना रही है. हालांकि बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस लंबे अरसे से कैमरों की मदद से ट्रैफिक का संचालन कर रही है लेकिन तेज़ी से बढ़ते इस शहर में ट्राफिक के साथ साथ सुरक्षा और जांच के लिए भी बड़ी तादाद में कैमेरे की ज़रूरत महसूस की जा रही है. सरकार पुरे शहर में लगभग 5 हज़ार कैमरों का जाल बिछाने जा रही है और इसे गृह मंत्रालय ने मंजूरी भी दे दी है. हालांकि बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस लंबे अरसे से कैमरों की मदद से ट्रैफिक का संचालन कर रही है लेकिन तेज़ी से बढ़ते इस शहर में ट्राफिक के साथ साथ सुरक्षा और जांच के लिए भी बड़ी तादाद में कैमेरे की ज़रूरत महसूस की जा रही है. सरकार पुरे शहर में लगभग 5 हज़ार कैमरों का जाल बिछाने जा रही है और इसे गृह मंत्रालय ने मंजूरी भी दे दी है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: बॉलीवुड सेलिब्रेटी स्टार्स से जुड़ी उनकी टीम भी अब पापाराजी में खूब फेमस हो रही है. अपनी कला और टैलेंट के दम पर फैशन इंडस्ट्री से लेकर मेकअप की दुनिया तक कई आर्टिस्ट अपना वर्चस्व बनाने में कामयाब रहे हैं. फैशन डिजाइन आस्था नारंग इसी कड़ी में एक उभरा नाम बनकर सामने आई हैं. ग्लैमर इंडस्ट्री में आस्था अब किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. सोहा अली खान से लेकर जैकलीन फर्नांडीज तक सभी आस्था के डिजाइंस के कायल हैं.  समर सीजन शुरू हो गया है और आस्था के कुछ डिजाइंस सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इनमें से सोहा अली खान का फ्लोरल ग्रे गाउन लुक सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है. आस्था कहती हैं कि सोहा के लिए के वार्डरोब में जगह बनाकर वो काफी खुशकिस्मत महसूस कर रही हैं.  आस्था का एक और डिजाइन इस शादी सीन के लिए परफेक्ट हो सकता है. जैकलीन का पहना हुआ ये पीच लहंगा आपके शादी के किसी भी फंक्शन में आपको स्टार बना सकता है.  आस्था अपने कलेक्शन के बारे में बात करते हुए कहती हैं कि फैशन इंडस्ट्री में काफी चेंज आ चुका है. अगर आपके अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा है तो ये इंडस्ट्री आपको दिल से गले लगाती है. इसी के साथ आस्था ने बताया कि जो लोग इस फील्ड में परस्यू करने की सोच रहे हैं तो उन्हें आर्ट्स, ग्राफिक्स और जनरल आर्ट की अच्छी नॉलेज होनी चाहिए. ऐसे सब्जेक्ट में रूचि रखने वालों के लिए फैशन इंडस्ट्री में काफी संभावनाएं हैं.
महानगर मुंबई के गोरेगांव में रविवार को एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है. इस हादसे में 1 की मौत हो गई जबकि तीन घायल हैं. हादसा दोपहर करीब 12:20 बजे हुआ. पुलिस के मुताबिक शुरुआता जानकारी में पता चला है कि हेलीकॉप्टर में पायलट समेत चार लोग थे. रॉल पाम होटल के करीब ये हादसा हुआ. हेलीकॉप्टर में पायलट समेत  चार लोग सवार थे. जिनमें एक टैक्नीशियन, एक पुरुष और 1 महिला शामिल थे. हादसे में पायलट की मौत हो गई जबकि  तीन घायल अस्पताल में भर्ती हैं. मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची.
हुक़्क़ा (हिन्दुस्तानी: हुक़्क़ा (देवनागरी), (नस्तलीक़) huqqā) एक तरह की तम्बाकू है। हुक़्क़ा का जनम हिन्दुस्तान में हुआ। हुक़्क़ा पीना अरबी मुल्कों में बहुत मशहूर है। हुक्का पीना सेहत के लिए हानिकारक है सन्दर्भ ' हुक्का' आमतौर पर यह हरियाणा और राजस्थान में इसका प्रयोग किया जाता है । और सबसे ज्यादा प्रचलन है । वैसे तो हुक्का पीना हमारे स्वास्थ्य के लिए उतना ही हानिकारक होता है जितना बीड़ी, सिगरेट और शराब पीना। लेकिन हुक्के की परंपरा वर्षो से राजा- महाराजाओं के समय से चली आ रही है। बड़े बड़े लोग अपनी शान शौकत को बढ़ाने के लिए हुक्के का प्रयोग करते थे। इसके अलावा होक्के का प्रयोग आमतौर पर विवाह शादियों में इसका खूब चाल चलन प्रचलित हैं। आधुनिक समय मे इसका स्वास्थ्य संबधी समस्याओं के कारण कई स्थानों पर प्रयोग कम हुआ है लेकिन भारत के अधिकाश जगहों पर आज भी यह प्रचलित हैं। तंबाकू उपभोग
यह एक लेख है: दशकों पूर्व बड़े पर्दे की सबसे लोकप्रिय रही अमिताभ और रेखा की जोड़ी को दर्शक फिर देख सकेंगे क्योंकि बिग बी ने रजत पटल पर एकबार फिर रेखा के साथ काम करने की संभावना से इनकार नहीं किया है।टिप्पणियां महानायक ने शनिवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा, "अगर कहानी अच्छी होगी और पसंद की जाएगी तो रेखा के साथ काम करने में मुझे एतराज नहीं होगा।" उल्लेखनीय है कि अमिताभ और रेखा यों तो कई फिल्मों में साथ-साथ काम कर चुके हैं लेकिन 'सिलसिला', 'मि. नटवरलाल' और 'मुकद्दर का सिकंदर' जैसी फिल्में सुपरहिट रही हैं। रेखा को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने हाल ही में राज्यसभा की सदस्य के रूप में मनोनीत किया है। महानायक ने शनिवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा, "अगर कहानी अच्छी होगी और पसंद की जाएगी तो रेखा के साथ काम करने में मुझे एतराज नहीं होगा।" उल्लेखनीय है कि अमिताभ और रेखा यों तो कई फिल्मों में साथ-साथ काम कर चुके हैं लेकिन 'सिलसिला', 'मि. नटवरलाल' और 'मुकद्दर का सिकंदर' जैसी फिल्में सुपरहिट रही हैं। रेखा को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने हाल ही में राज्यसभा की सदस्य के रूप में मनोनीत किया है। उल्लेखनीय है कि अमिताभ और रेखा यों तो कई फिल्मों में साथ-साथ काम कर चुके हैं लेकिन 'सिलसिला', 'मि. नटवरलाल' और 'मुकद्दर का सिकंदर' जैसी फिल्में सुपरहिट रही हैं। रेखा को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने हाल ही में राज्यसभा की सदस्य के रूप में मनोनीत किया है।
वीरेंद्र सहवाग के बल्ले ने ब्रेबोर्न स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ रनों की बौछार ही नहीं की बल्कि अपनी 293 रन की पारी के दौरान कई रिकार्ड भी बनाये जिनमें टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से सर्वाधिक छह दोहरे शतक लगाना भी शामिल है. सहवाग 7 रन से तीन तिहरे शतक बनाने से चूक गए. अब तक आस्ट्रेलिया के डान ब्रैडमैन, वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और सहवाग के नाम पर दो- दो तिहरे शतक का संयुक्त रिकार्ड है. सहवाग जब क्रीज पर उतरे तो उन्होंने 45वां रन पूरा करते ही टेस्ट क्रिकेट में 6,000 रन पूरे किये. इस मुकाम पर पहुंचने वाले वह दुनिया के 50वें और भारत के नौवें बल्लेबाज बने. उन्होंने 123वीं पारी में यह मुकाम हासिल किया और इस तरह से भारत की तरफ से सबसे कम पारियों में इस रन संख्या पर पहुंचने वाले तीसरे बल्लेबाज बने. इसके बाद उन्होंने भारतीय सरजमीं पर भी 3000 रन पूरे किये. वह गुंडप्पा विश्वनाथ के 6,080 रन और फिर मोहम्मद अजहरूद्दीन के 6,215 रन की संख्या को पीछे छोड़कर भारत की तरफ से सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में सातवें स्थान पर काबिज हुए. दिल्ली के इस तूफानी बल्लेबाज ने इस बीच अपना छठा दोहरा शतक पूरा किया और अपने साथ दूसरे छोर पर खड़े राहुल द्रविड़ (पांच दोहरे शतक) को पीछे छोड़ा. उन्होंने केवल 168 गेंद पर दोहरा शतक पूरा किया जो भारतीय रिकार्ड है. यह टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक है. रिकार्ड न्यूजीलैंड के नाथन एस्टल (153 गेंद) के नाम पर है. अब सबसे तेज चार दोहरे शतकों में से तीन सहवाग के नाम पर दर्ज हैं. सहवाग जब 224 रन पर पहुंचे तो यह ब्रेबोर्न स्टेडियम पर सर्वाधिक व्यक्तिगत पारी थी. इससे पहले का रिकार्ड वीनू मांकड़ (223) के नाम पर था. यहीं नहीं उन्होंने मुंबई में किसी भारतीय बल्लेबाज के सर्वाधिक का रिकार्ड अपने नाम किया जो अब तक विनोद कांबली (224) के नाम पर दर्ज था. इसके कुछ देर बाद उन्होंने इस शहर में क्लाइव लायड (242) के सर्वाधिक स्कोर का वषरें पुराना रिकार्ड भी तोड़ दिया. सहवाग का अगर तिहरा शतक पूरा कर लेते तो ब्रैडमैन के बाद यह कारनामा करने वाले दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बन जाते. ब्रैडमैन ने 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में 309 रन बनाये थे. सहवाग इस सूची में अब ब्रैडमैन और इंग्लैंड के डेनिस काम्पटन (295 रन) के बाद तीसरे नंबर पर काबिज हो गये हैं. इससे पहले सहवाग ने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपनी 319 रन की पारी के दौरान एक दिन में 257 रन बनाये थे. भारत की तरफ से छह हजार से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में सचिन तेंदुलकर (12,917 रन), राहुल द्रविड़ (11,244), सुनील गावस्कर (10,122), सौरव गांगुली (7,212), दिलीप वेंगसरकर (6,868), वीवीएस लक्ष्मण (6,855), वीरेंद्र सहवाग (6,239), मोहम्मद अजहरूद्दीन (6,215) और गुंडप्पा विश्वनाथ (6,080) शामिल हैं. जहां तक दोहरे शतकों की बात है तो टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक 12 दोहरे शतक ब्रैडमैन ने लगाये हैं. उनके बाद ब्रायन लारा (नौ) और वाली हैमंड (सात)  का नंबर आता है. सहवाग अब श्रीलंका के कुमार संगकारा, मर्वन अटापट्टू और महेला जयवर्धने तथा पाकिस्तान के जावेद मियादाद के साथ संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर हैं. सहवाग ने मुल्तान में जो 309 रन की पारी खेली थी तब उन्होंने पहली बार 200 रन की संख्या भी पार की थी। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ही 2005 में बेंगलूर में 201 और 2006 में लाहौर में 254 रन, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2008 में चेन्नई में 319 और उसी वर्ष श्रीलंका के खिलाफ गाले में नाबाद 201 रन बनाये थे.
'इंडो-पाक एक्सप्रेस' के नाम से मशहूर भारत के रोहन बोपन्ना और पाकिस्तान के एसाम उल हक कुरैशी की जोड़ी वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के युगल मुकाबले में हारकर बाहर हो गई है। 10वीं वरीयता प्राप्त बोपन्ना और कुरैशी की जोड़ी को सोमवार को पुरुषों के युगल मुकाबले में सर्बिया के नेनाद जिमोनजिक और फ्रांस के माइकल लोड्रा की आठवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने तीसरे दौर के मुकाबले में 3-6, 7-6, 7-6 से हरा दिया। जिमोनजिक और लोड्रा की जोड़ी ने बोपन्ना और कुरैशी की जोड़ी को 27 मिनट से कम समय में हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।
एनडीए की रैली में बिहार के मुख्‍यमंत्री नी‍तीश कुमार और गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी लुधियाना में एक मंच पर दिखे. मोदी ने नीतीश की तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार का विकास किया है. साथ ही कांग्रेस पर प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी ना देना एक साजिश है. राजग की इस रैली में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लाल कृष्ण आडवाणी, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जेडी-यू अध्‍यक्ष शरद यादव, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, राष्ट्रीय लोकदल के अजीत सिंह और इनेलो के ओमप्रकाश चौटाला के अतिरिक्त शिव सेना के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. राजग की इस रैली में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख चंद्रशेखर राव के भी शामिल थे. इस रैली में एनडीए के आठ घटक दल शामिल हुए. टेक्सटाइल सिटी के नाम से मशहूर लुधियाना की संसदीय सीट इस बार के लोकसभा चुनाव में काफी दिलचस्पी वाली सीट बन गई है जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और उम्मीदवार मनीष तिवारी को कांग्रेस के ही दो पूर्व नेताओं से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल से गुरचरण सिंह गालिब और बसपा से केहर सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. पंद्रहवीं लोकसभा के लिए चुनाव में कांग्रेस से टिकट न मिलने पर गुरचरण सिंह गालिब ने शिरोमणि अकाली दल का दामन थामा. केहर सिंह प्रदेश में कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रमुख थे जो अब बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. बहरहाल कांग्रेस के मनीष तिवारी मनमोहन सिंह के रूप में एक सिख प्रधानमंत्री का कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे हैं.
मोदी सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद शुक्रवार को भी संसद में गतिरोध खत्म नहीं हुआ. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया. राज्यसभा में भी हंगामा हुआ, जिसके बाद कार्यवाही 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. जबकि लोकसभा को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, वेणगुपाल और वीरप्पा मोइली ने ललित मोदी और व्यापम के मुद्दे पर सदन में स्थगन प्रस्ताव रखा, जिसे लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने खारिज कर दिया. विपक्षी नेता लगातार सदन में नारे लगा रहे हैं. कांग्रेसी सांसदों ने सदन में प्लेकार्ड दिखाए, जिस पर स्पीकर ने आपत्त‍ि जताते हुए प्लेकार्ड नीचे करने को कहा. उन्होंने सांसदों को कहा कि प्लेकार्ड दिखाना संसद के नियमों के ख‍िलाफ है. संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कांग्रेस पर जवाबी हमला बोला और कहा, 'कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए. क्या लोकसभा लाचार है?'
Welcome back Lt. Col. Purohit. Nice to see you back in the Indian army uniform. Jai Ho. pic.twitter.com/M1UG2vlSZ0 पुरोहित को कोलाबा मे सेना के इंटेलिजेंस यूनिट में ले जाया गया.केस के निस्तारण और जमानत पर बाहर होने की अवधि में कर्नल पुरोहित को किसी सैन्य यूनिट में अटैच किया जाएगा. उम्मीद है कि उसे मुम्बई मे ही रखा जाएगा क्योंकि मुम्बई मे ही एनआईए मालेगांव धमाके की जांच कर रहा है. निलंबन के दौरान पुरोहित अपनी सैनिक वर्दी पहनेंगे, हालांकि वह चाहें तो सादे कपड़े भी पहन सकते हैं. डिफेंस सर्विसेज रेगुलेशन पैरा 349 के अनुसार निलंबन कि स्थिति में सैन्य अधिकारी को ओपन अरेस्ट की स्थिति में रखा जाता है. लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित को भी ओपन अरेस्ट की स्थिति में रखा जाएगा. उन पर कई तरह की बंदिशें रहेंगी.
जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लगाने की घोषणा को चुनौती देने वाली एक और याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई है. यह याचिका जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस की ओर से उसके प्रवक्ता अदनान अशरफ ने दायर की है. याचिका में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को बेअसर करने और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन कानून 2019 पास करने के आदेश को चुनौती दी गई है. इससे पहले, 17 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के फैसले के खिलाफ कुछ पूर्व सैन्य अफसर और नौकरशाहों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस याचिका में याचिकाकर्ताओं ने राष्ट्रपति के आर्टिकल 370 को निरस्त करने के फैसले को चुनौती दी थी. सरकार के फैसले के खिलाफ कोर्ट में याचिका दाखिल करने वालों में साल 2010-11 में जम्मू-कश्मीर की समस्या पर वार्ताकार रहीं राधा कुमार,  पूर्व आईएएस अधिकारी हैदर तैयब, पूर्व एयर वाइस मार्शल कपिल काक, पूर्व मेजर जनरल अशोक कुमार मेहता, पंजाब कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अमिताभ पांडे, केरल कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी गोपाल पिल्लई प्रमुख हैं. इन याचिकाकर्ताओं के वकील अर्जुन कृष्णन और कौस्तुभ सिंह है. सुप्रीम कोर्ट 16 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में आवाजाही की छूट सहित अलग अलग याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. शीर्ष अदालत ने याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह फैसला लिया. एक याचिकाकर्ता अनुराधा भसीन के वकील ने पीठ से कहा कि मीडिया को बीते एक महीने से काम करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. इस पीठ की अध्यक्षता चीफ जस्टिस रंजन गोगोई कर रहे थे. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि श्रीनगर से अखबार प्रकाशित किए जा रहे हैं. कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला के वकील ने कहा कि लोग स्वतंत्र रूप से यात्रा करने में असमर्थ है, उन्हें उनके मूल अधिकार से वंचित किया जा रहा है और उनकी पहुंच अस्पताल तक नहीं है.(एजेंसी से इनपुट)
अपने पिता की मृत्यु के बाद पीडीपी को हाशिए से खींच कर सत्ता तक पहुंचाने वाली महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की कमान संभालने वाली पहली मुख्यमंत्री बन गई हैं. जानिए कैसे पहुंची वह यहां तक... 1. 1996: राजनीति में प्रवेश किया. कांग्रेस की टिकट पर बिजबेहारा से MLA बनीं. 2. 1999: कांग्रेस छोड़कर, अपनी अलग पार्टी बनाई. उमर अब्दुल्ला के खिलाफ चुनाव लड़ीं लेकिन हार गईं. 3. 2002: पहलगाम विधानसभा सीट से जीत हासिल की. राज्य में पीडीपी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई. 27 सालों में ये पहली गैर नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार थी. 4. 2003: पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी संभाली 5. 2004: अनंतनाग लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बनीं. 6. 2014: अनंतनाग से एक बार फिर चुनाव लड़ी और दूसरी बार चुनकर लोकसभा पहुंची 7. 2016: राज्य की कमान संभालने वाली पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं. सौजन्य: NEWSFLICKS
यह एक लेख है: फिल्म निर्देशक रोहित शेट्टी ने 'गोलमाल' सीरीज की अगली फिल्म की योजना को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है, और कम से कम तीन फिल्मों तक वह इस सीरीज को दोबारा शुरू नहीं करेंगे। रोहित ने कहा, "मैंने 'गोलमाल' सीरीज फिलहाल रोक दी है। मुझे नहीं पता, कब तक के लिए, लेकिन मेरी आने वाली तीन फिल्में 'गोलमाल' नहीं होंगी।" 'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। रोहित ने कहा, "मैंने 'गोलमाल' सीरीज फिलहाल रोक दी है। मुझे नहीं पता, कब तक के लिए, लेकिन मेरी आने वाली तीन फिल्में 'गोलमाल' नहीं होंगी।" 'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। 'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
देशभर के भाई-बहन जहां शनिवार को रक्षाबंधन का पर्व मना रहे थे. वहीं हरियाणा के फरीदाबाद जिले में दो भाई-बहन एक साइबर अपराध को अंजाम दे रहे थे. दोनों पर ईमेल के जरिए महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. फरीदाबाद पुलिस के पीआरओ ने बताया कि ये दोनों भाई-बहन दिल्ली के रहने वाले हैं. इनके खिलाफ फरीदाबाद के सेक्टर-21ए में रहने वाले परितोश ने पुलिस को शिकायत की थी. शिकायत में परितोश ने कहा था कि दिल्ली के पश्चिम विहार निवासी गीतांजलि और उसके भाई शिवम ने उसका ईमेल हैक करके महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर कर दी. पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए दोनों भाई बहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. अब उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है.
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को तरह-तरह की परेशानियां हो जाती हैं. हॉर्मोनल बदलाव के साथ ही कई तरह के शारीरिक बदलाव भी होते हैं. इस दौरान ज्यादातर महिलाओं को पीठ दर्द की शिकायत भी हो जाती है. वैसे तो गर्भावस्था में पीठ दर्द होना एक सामान्य समस्या है लेकिन इसे नजरअंदाज करना कई बार खतरनाक भी साबित हो सकता है. गर्भावस्था में पीठ दर्द से राहत पाने के लिए आप चाहें तो ये उपाय अपना सकती हैं. हालांकि कुछ दिनों तक तकलीफ रहने पर डॉक्टर से परामर्श जरूर ले लें क्योंकि ऐसी अवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है: 1. गर्भावस्‍था के दौरान बेहद जरूरी है कि आप पूरी नींद लें और सोने के दौरान आपकी मुद्रा सही हो. गर्भावस्था के दौरान सोने, उठने-बैठने की एक विशेष अवस्था होती है. जिसके बारे में आपको कोई भी डॉक्टर बता देगा. 2. गर्भावस्था के दौरान गलती से भी तंग कपड़े न पहनें. तंग कपड़े पहनने का असर ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है. बहुत टाइट कपड़े पहनने से मांस-पेशियों में खिंचाव आ सकता है. 3. गर्भावस्था के दौरान गलती से भी भारी वजन न उठाएं. अगर जरूरी हो तो वजन उठाने के लिए किसी की मदद लें. वजन उठाने से बल पड़ता है जो पीठ दर्द की वजह बन सकता है. 4. गर्भावस्‍था के नियमित रूप से हल्के व्यायाम करने चाहिए. व्यायाम करते रहने से मांसपेशियां कड़ी नहीं होती हैं और उनमें लचीलापन बना रहता है. आमतौर पर मांस-पेशियों में अकड़ आ जाने से भी पीठ दर्द की शिकायत हो जाती है. 5. गर्भावस्था के दौरान हाई हील की चप्पलें पहनने से परहेज करें. हाई हील के जूते-चप्पल पहनने से मांस-पेशियों में खिंचाव आ जाता है, जिस कारण दर्द उभर आता है. इसके अलावा ये बेहद जरूरी है कि गर्भवती महिला के सोने का बिस्तर सही हो. ऊंचा-नीचा बिस्तर गर्भवती महिला के लिए पीठ दर्द का कारण बन सकता है.
नीलाभ अश्क (१६ अगस्त १९४५ - २३ जुलाई २०१६) एक भारतीय हिंदी कवि, आलोचक, पत्रकार एवं अनुवादक थे। उनके अनेक कविता संग्रह प्रकाशित हैं। कविता के अतिरिक्त उन्होंने आलोचना भी लिखी है। मौलिक लेखन के अतिरिक्त वे अनेक उल्लेखनीय लेखकों के साहित्य के अनुवाद के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं। उन्होंने विलियम शेक्सपीयर, बर्तोल्त ब्रेख्त, मिखाइल लर्मोन्टोव, अरुंधति राय, सलमान रुश्दी, एवं वी. एस. नायपाल जैसे लेखकों की पुस्तकों का अनुवाद किया है। व्यक्तिगत जीवन नीलाभ का जन्म १६ अगस्त १९४५ को मुम्बई में हुआ। उनके पिता उपेन्द्रनाथ अश्क हिन्दी एवं उर्दू के नाटककार, उपन्यासकार तथा कहानीकार थे। नीलाभ ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अपनी मास्टर की डिग्री पूरी की। १९८० में उन्होंने अगले चार साल तक एक निर्माता के रूप में हिंदी के बीबीसी लंदन के विदेशी प्रसारण विभाग के साथ काम करना शुरू किया। उन्होंने लंदन में अपने अनुभवों पर २४ कविताओं का संग्रह लंदन डायरी सीरीज़ प्रकाशित किया। वे १९८४ में भारत लौट आये और उन्होंने एक कवि, लेखक और अनुवादक के रूप में काम करना जारी रखा।'नीलाभ प्रकाशन'किसी महिला द्वारा स्थापित स्वतंत्र भारत का वो पहला प्रकाशन संस्थान बना, जिसे उनकी माता श्रीमती कौशल्या अश्क ने सन् 1948 में स्थापित एवं संचालित किया । जिसका नाम उन्होंने अपनी इकलौती संतान नीलाभ के नाम परनीलाभ प्रकाशनरखा। कालान्तर में नीलाभ आजीवन उसे चलाते रहे। नीलाभ ने दो शादियाँ कीं। वे अपनी पहली पत्नी से अलग हो गये थे तथा उनकी मृत्यु हो गयी। जिसके बाद उन्होंने दूसरी शादी लेखिका और संस्कृतिसेवी भूमिका द्विवेदी से की। उन्होंने इलाहाबाद के अपने पैतृक घर को छोड़ दिया और दिल्ली में बस गये। अश्क की मृत्यु २३ जुलाई २०१६ की सुबह ७० वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद हुई थी। निगम बोध घाट पर दोपहर बाद उनके चचेरे भाईयों द्वारा उनका अंतिम संस्कार किया गया। विभिन्न लेखकों और लेखक के संगठनों ने उनकी मृत्यु पर गहरा दु:ख व्यक्त किया। उनकी मृत्यु पर, समकालीन हिंदी कवि मंगलेश डबराल ने कहा कि वे "अधूरी ज़िंदगी" जी सके और अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, और पंजाबी भाषाओं के उनके गहन ज्ञान की प्रशंसा की। साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने उन्हें एक "क्रांतिकारी कवि" बताया। लेखन एवं अनुवाद कार्य अश्क ने अरुन्धति राय के बुकर पुरस्कार विजेता उपन्यास द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स का हिंदी में मामूली चीजों का देवता नाम से अनुवाद किया है। इस अनूदित कृति के लिए उन्हे २००८ में 'साहित्य अकादमी हिन्दी अनुवाद पुरस्कार मिला। उन्होंने सलमान रुश्दी की द एन्चान्ट्रेस ऑफ फ्लोरेंस का भी अनुवाद किया, साथ ही विलियम शेक्सपीयर और जर्मन नाटककार बर्तोल्त ब्रेख्त के विभिन्न कार्यों का भी अनुवाद किया। मूल रूप से रूसी लेखक मिखाइल लर्मोन्टोव द्वारा लिखे गये ए हीरो ऑफ आवर टाइम का उनका अनुवाद, हमारे युग का एक नायक के रूप में प्रकाशित हुआ और शेक्सपीयर के 'किंग लीयर' का अनुवाद 'पगला राजा' के नाम से प्रकाशित हुआ। ब्रेख्त के लोकप्रिय नाटक मदर करेज एन्ड हर चिल्ड्रन का हिम्मत माई के रूप में हिन्दी में अनुवाद किया। नीलाभ ने भारतीय कवि, जैसे जीवनानंद दास और सुकान्त भट्टाचार्य, तथा विदेशी कवि जैसे नाज़िम हिक़मत, अर्नेस्टो कार्डेनल, पाब्लो नेरूदा, निकानोर पैरा, और एजरा पाउंड के साहित्य का अनुवाद किया हैं। नीलाभ की लोकप्रिय हिन्दी किताब हिन्दी साहित्य का मौखिक इतिहास का प्रकाशन महात्मा गान्धी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय ने किया है। उन्होंने एक ब्लॉग "नीलाभ का मोर्चा" भी बनाया। उन्होंने नटरंग और रंग-प्रसंग पत्रिकाओं को संपादित किया, जिसमें रंग-प्रसंग का प्रकाशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय करता हैं। उन्होंने टेलीविजन, रेडियो और नाटकों के लिए कथानक भी लिखा हैं। उनका पहला कविता संग्रह संस्मरणारम्भ, १९७० के दशक में प्रकाशित हुआ था और अच्छी तरह से सराहा गया था। प्रकाशित कृतियाँ कविता-संग्रह- संस्मरणारम्भ अपने आप से लम्बी बातचीत जंगल ख़ामोश है उत्तराधिकार चीज़ें उपस्थित हैं शब्दों से नाता अटूट हैं शोक का सुख ख़तरा अगले मोड़ की उस तरफ़ हैं ईश्वर को मोक्ष जहाँ मैं साँस ले रहा हूँ अभी काव्य समग्र- कुल ज़मा (तीन खण्डों में) - 2012 (शब्द प्रकाशन, लूकरगंज, इलाहाबाद से प्रकाशित) उपन्यास- हिचकी साहित्येतिहास- हिन्दी साहित्य का मौखिक इतिहास (चार खण्डों में; महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा द्वारा प्रकाशित) आलोचना- प्रतिमानों की पुरोहिती पूरा घर है कविता संस्मरण ज्ञानरंजन के बहाने अनुवाद- पगला राजा (शेक्सपियर कृत किंग लीयर) हिम्मत माई (ब्रेख्त कृत 'मदर करेज एंड हर चिल्ड्रन') मि० बिस्वास का मकान (वी एस नायपाल कृत) इज्जत के नाम पर (मुख्तारन माई की आपबीती) हमारे युग का एक नायक (मिखाइल लर्मोन्टोव कृत 'ए हीरो ऑफ आवर टाइम') मामूली चीज़ों का देवता (अरुंधति राय कृत 'द गॉड ऑफ स्माल थिंग्स') फ़्लोरेन्स की जादूगरनी (सलमान रुश्दी कृत 'द एन्चान्ट्रेस ऑफ फ्लोरेंस') सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ ब्लॉग स्पॅट पर नीलाभ का मोर्चा हिन्दी कवि 1945 में जन्मे लोग २०१६ में निधन साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी भाषा के साहित्यकार‎
यह लेख है: उत्तर प्रदेश के कुंडा क्षेत्र के सीओ जियाउल हक हत्याकांड की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने साजिश रचने के आरोपी राज्य के पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से गुरुवार को दूसरे दिन भी पूछताछ की। कुंडा स्थित सीबीआई के शिविर कार्यालय में राजा भैया से आज भी करीब चार घंटे पूछताछ की। इससे पहले बुधवार को भी सीबीआई टीम ने राजा भैया से मैराथन पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद बाहर निकले राजा भैया ने कहा था कि जांच एजेंसी अपना काम कर रही है। जांच पूरी होने तक वे इस प्रकरण पर कुछ भी नहीं बता सकते। सीबीआई की तरफ से मंगलवार को राजा भैया को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए कुंडा स्थित शिविर कार्यालय बुलाया गया था। सीओ की हत्या बाद उनकी पत्नी परवीन आजाद ने राजा भैया के खिलाफ साजिश रचने का मुकदमा दर्ज कराया था।टिप्पणियां इससे पहले जांच एजेंसी राजा भैया के करीबी रिश्तेदार एवं विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह सहित कई अन्य लोगों से पूछताछ कर चुकी है। विगत दो मार्च को कुंडा के वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा को रोकने गए जियाउल हक की हत्या कर दी गई थी। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई सुरेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना में नाम आने के बाद राजा भैया ने खाद्य एवं रसद मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। कुंडा स्थित सीबीआई के शिविर कार्यालय में राजा भैया से आज भी करीब चार घंटे पूछताछ की। इससे पहले बुधवार को भी सीबीआई टीम ने राजा भैया से मैराथन पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद बाहर निकले राजा भैया ने कहा था कि जांच एजेंसी अपना काम कर रही है। जांच पूरी होने तक वे इस प्रकरण पर कुछ भी नहीं बता सकते। सीबीआई की तरफ से मंगलवार को राजा भैया को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए कुंडा स्थित शिविर कार्यालय बुलाया गया था। सीओ की हत्या बाद उनकी पत्नी परवीन आजाद ने राजा भैया के खिलाफ साजिश रचने का मुकदमा दर्ज कराया था।टिप्पणियां इससे पहले जांच एजेंसी राजा भैया के करीबी रिश्तेदार एवं विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह सहित कई अन्य लोगों से पूछताछ कर चुकी है। विगत दो मार्च को कुंडा के वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा को रोकने गए जियाउल हक की हत्या कर दी गई थी। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई सुरेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना में नाम आने के बाद राजा भैया ने खाद्य एवं रसद मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। पूछताछ के बाद बाहर निकले राजा भैया ने कहा था कि जांच एजेंसी अपना काम कर रही है। जांच पूरी होने तक वे इस प्रकरण पर कुछ भी नहीं बता सकते। सीबीआई की तरफ से मंगलवार को राजा भैया को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए कुंडा स्थित शिविर कार्यालय बुलाया गया था। सीओ की हत्या बाद उनकी पत्नी परवीन आजाद ने राजा भैया के खिलाफ साजिश रचने का मुकदमा दर्ज कराया था।टिप्पणियां इससे पहले जांच एजेंसी राजा भैया के करीबी रिश्तेदार एवं विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह सहित कई अन्य लोगों से पूछताछ कर चुकी है। विगत दो मार्च को कुंडा के वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा को रोकने गए जियाउल हक की हत्या कर दी गई थी। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई सुरेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना में नाम आने के बाद राजा भैया ने खाद्य एवं रसद मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। सीबीआई की तरफ से मंगलवार को राजा भैया को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए कुंडा स्थित शिविर कार्यालय बुलाया गया था। सीओ की हत्या बाद उनकी पत्नी परवीन आजाद ने राजा भैया के खिलाफ साजिश रचने का मुकदमा दर्ज कराया था।टिप्पणियां इससे पहले जांच एजेंसी राजा भैया के करीबी रिश्तेदार एवं विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह सहित कई अन्य लोगों से पूछताछ कर चुकी है। विगत दो मार्च को कुंडा के वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा को रोकने गए जियाउल हक की हत्या कर दी गई थी। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई सुरेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना में नाम आने के बाद राजा भैया ने खाद्य एवं रसद मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले जांच एजेंसी राजा भैया के करीबी रिश्तेदार एवं विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह सहित कई अन्य लोगों से पूछताछ कर चुकी है। विगत दो मार्च को कुंडा के वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा को रोकने गए जियाउल हक की हत्या कर दी गई थी। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई सुरेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना में नाम आने के बाद राजा भैया ने खाद्य एवं रसद मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। विगत दो मार्च को कुंडा के वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद हुई हिंसा को रोकने गए जियाउल हक की हत्या कर दी गई थी। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई सुरेश यादव की गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना में नाम आने के बाद राजा भैया ने खाद्य एवं रसद मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
यूपी में पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिले सरकारी आवास पर जीवनभर नहीं रह सकते. दो महीने के भीतर घर खाली करना होगा. सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पूर्व मुख्यमंत्री आवास नियमावली 1997 को खारिज कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा की ये नियमावली संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करती है. लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्रियों को भारी भरकम आवास आवंटित करने के सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है. साल 2004 में लोकप्रहरी नाम की एक संस्था ने जनहित याचिका डालकर पूर्व मुख्यमंत्रियों और एनजीओ/संस्थाओं को करोड़ों रुपये कीमत के आवास आवंटित करने के सरकारी निर्णय को चुनौती दी थी. साल 2014 में पूरी हुई थी सुनवाई साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई पूरी की और आदेश सुरक्षित रख लिया था. अब सुप्रीम कोर्ट 2016 में अपना फैसला सुनाया है. जिन पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवास मिले हैं उनमें राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह, एनडी तिवारी, मुलायम सिंह यादव, मायावती, राम नरेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हैं. याचिका के मुताबिक इनमें से बहुत के पास दूसरे सरकारी बंगलें हैं फिर भी लखनऊ में इन्हें बंगला दिया गया है जिसमें इनके परिवार के लोग रहते हैं.
बॉलीवुड का सबसे बड़ा अवॉर्ड शो 'फिल्मफेयर अवॉर्ड' (FilmFare Awards 2019) का समापन हो चुका है. 64वें फिल्म फेयर अवॉर्ड (64th Filmfare Awards) में आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की फिल्म 'राजी' का जलवा रहा.  उनकी फिल्म 'राजी' ने 5 अवॉर्ड अपने नाम किए. आलिया भट्ट (Alia Bhatt) को फिल्म 'राजी' में निभाए गए किरदार के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला. इस फिल्म में उन्होंने एक जासूस का किरदार निभाया था, जिसे खूब सराहा गया था. इस दौरान मेघना गुलजार को बेस्ट डायरेक्टर के लिए फिल्मफेयर का अवॉर्ड मिला. यही नहीं आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की 'राजी' को बेस्ट फिल्म के लिए भी फिल्मफेयर का अवॉर्ड मिला. #RanbirKapoor, @aliaa08 and @deepikapadukone catch up at the #VimalFilmfareAwards 2019. #VimalElaichipic.twitter.com/czHFRZuFR9 रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) को फिल्म 'संजू' के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला. जबकि रणवीर सिंह (Ranveer Singh) को फिल्म 'पद्मावत' के लिए बेस्ट एक्टक क्रिटिक्स का अवॉर्ड मिला. वहीं नीना गुप्ता (Nenna Gupta) को फिल्म 'बधाई हो' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस क्रिटिक्स का अवॉर्ड मिला. इस फिल्म में उनकी अदाकारी की काफी तारीफ हुई थी. बता दें कि फिल्म 'पद्मावत' को 17 कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था, जिसमें से उसने 4 अवॉर्ड अपने नाम किया. वहीं आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की 'राजी' ने 64वें फिल्मफेयर अवॉर्ड (64th Filmfare Awards) में सबसे ज्यादा अवॉर्ड जीते. 64वें फिल्मफेयर अवॉर्ड (64th Filmfare Awards) मुंबई के जियो गार्डन में आयोजित किया गया था. इसे शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) ने होस्ट किया था.
पूंजी प्रवाह बढ़ाने और रुपये के उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए रिजर्व बैंक द्वारा उपाय किए जाने की घोषणा के बाद अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार (फारेक्स) में आज डॉलर की तुलना में रुपया 10 पैसे के सुधार के साथ 63.15 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। फारेक्स बाजार के विश्लेषकों ने बताया कि निर्यातकों द्वारा डॉलर बिकवाली के बाद मंगलवार को रिजर्व बैंक की घोषणा के बाद आज डॉलर की तुलना में रपया 10 पैसे के सुधार के साथ 63.15 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।टिप्पणियां फारेक्स बाजार में मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 64.13 रुपये प्रति डॉलर तक की गिरावट पर पहुंचने के बाद 63.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक बीएससी-30 भी आज के शुरआती कारोबार में 321.66 अंक अथवा 1.76 फीसदी की तेजी के साथ 18,567.70 अंक पर पहुंच गया। फारेक्स बाजार के विश्लेषकों ने बताया कि निर्यातकों द्वारा डॉलर बिकवाली के बाद मंगलवार को रिजर्व बैंक की घोषणा के बाद आज डॉलर की तुलना में रपया 10 पैसे के सुधार के साथ 63.15 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।टिप्पणियां फारेक्स बाजार में मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 64.13 रुपये प्रति डॉलर तक की गिरावट पर पहुंचने के बाद 63.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक बीएससी-30 भी आज के शुरआती कारोबार में 321.66 अंक अथवा 1.76 फीसदी की तेजी के साथ 18,567.70 अंक पर पहुंच गया। फारेक्स बाजार में मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 64.13 रुपये प्रति डॉलर तक की गिरावट पर पहुंचने के बाद 63.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक बीएससी-30 भी आज के शुरआती कारोबार में 321.66 अंक अथवा 1.76 फीसदी की तेजी के साथ 18,567.70 अंक पर पहुंच गया। बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक बीएससी-30 भी आज के शुरआती कारोबार में 321.66 अंक अथवा 1.76 फीसदी की तेजी के साथ 18,567.70 अंक पर पहुंच गया।
यूको बैंक में वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार 27 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं. पद का नाम: चार्टर्ड अकाउंटेंट पदों की संख्या: 100 योग्यता: सीए डिग्री पे स्केल: 31705-45950 रुपये उम्र सीमा: 21-35 साल आवेदन फीस: 600 रुपये चयन प्रक्रिया: उम्मीदवारों का चयन स्क्रिनिंग टेस्ट और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा. ज्यादा जानकारी के लिए लिंक: www.ucobank.com
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: इंफोसिस का शेयर शुक्रवार को उसके तिमाही परिणामों और चालू वित्तवर्ष के अनुमानों की घोषणा के बाद शुरुआती करोबार में ही करीब 20 फीसदी तक लुढ़क गया। पूरे कारोबार के दौरान इसके शेयर जबरदस्त दबाव में रहे और गिरावट का स्तर बढ़ता गया। चालू वित्तवर्ष में उम्मीद से कम आय में वृद्धि की संभावना के चलते इसके शेयर की बिकवाली का दबाव बढ़ गया और कंपनी का बाजार पूंजीकरण 30,943 करोड़ रुपये घटा।टिप्पणियां आशिका स्टॉक ब्रोकर्स के अनुसंधान प्रमुख पारस बोथरा ने कहा, आय संबंधी दृष्टिकोण में नरमी और उम्मीद से खराब नतीजे के कारण कंपनी का शेयर लुढ़का। शेयर बाजार को उम्मीद थी कि इंफोसिस चालू वित्तवर्ष में आय में 12 फीसदी तक की वृद्धि का लक्ष्य तय करेगा। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंफोसिस का समेकित कुल मुनाफा 31 मार्च, 2013 को समाप्त चौथी तिमाही में 3.3 फीसदी बढ़कर 2,394 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने 2011-12 की जनवरी से मार्च की तिमाही में 2,316 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। वित्तवर्ष 2012-13 में इंफोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ 13.3 फीसदी बढ़कर 9,421 करोड़ रुपये, जबकि कुल आय 19.6 फीसदी बढ़कर 40,352 करोड़ रुपये रही। इंफोसिस ने वित्तवर्ष 2013-14 में कंपनी की आय 6 से 10 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद जताई है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में इंफोसिस का ऑपरेटिंग मुनाफा 2,677 करोड़ रुपये से घटकर 2,462 करोड़ रुपये रहा। चालू वित्तवर्ष में उम्मीद से कम आय में वृद्धि की संभावना के चलते इसके शेयर की बिकवाली का दबाव बढ़ गया और कंपनी का बाजार पूंजीकरण 30,943 करोड़ रुपये घटा।टिप्पणियां आशिका स्टॉक ब्रोकर्स के अनुसंधान प्रमुख पारस बोथरा ने कहा, आय संबंधी दृष्टिकोण में नरमी और उम्मीद से खराब नतीजे के कारण कंपनी का शेयर लुढ़का। शेयर बाजार को उम्मीद थी कि इंफोसिस चालू वित्तवर्ष में आय में 12 फीसदी तक की वृद्धि का लक्ष्य तय करेगा। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंफोसिस का समेकित कुल मुनाफा 31 मार्च, 2013 को समाप्त चौथी तिमाही में 3.3 फीसदी बढ़कर 2,394 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने 2011-12 की जनवरी से मार्च की तिमाही में 2,316 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। वित्तवर्ष 2012-13 में इंफोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ 13.3 फीसदी बढ़कर 9,421 करोड़ रुपये, जबकि कुल आय 19.6 फीसदी बढ़कर 40,352 करोड़ रुपये रही। इंफोसिस ने वित्तवर्ष 2013-14 में कंपनी की आय 6 से 10 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद जताई है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में इंफोसिस का ऑपरेटिंग मुनाफा 2,677 करोड़ रुपये से घटकर 2,462 करोड़ रुपये रहा। आशिका स्टॉक ब्रोकर्स के अनुसंधान प्रमुख पारस बोथरा ने कहा, आय संबंधी दृष्टिकोण में नरमी और उम्मीद से खराब नतीजे के कारण कंपनी का शेयर लुढ़का। शेयर बाजार को उम्मीद थी कि इंफोसिस चालू वित्तवर्ष में आय में 12 फीसदी तक की वृद्धि का लक्ष्य तय करेगा। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंफोसिस का समेकित कुल मुनाफा 31 मार्च, 2013 को समाप्त चौथी तिमाही में 3.3 फीसदी बढ़कर 2,394 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने 2011-12 की जनवरी से मार्च की तिमाही में 2,316 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। वित्तवर्ष 2012-13 में इंफोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ 13.3 फीसदी बढ़कर 9,421 करोड़ रुपये, जबकि कुल आय 19.6 फीसदी बढ़कर 40,352 करोड़ रुपये रही। इंफोसिस ने वित्तवर्ष 2013-14 में कंपनी की आय 6 से 10 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद जताई है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में इंफोसिस का ऑपरेटिंग मुनाफा 2,677 करोड़ रुपये से घटकर 2,462 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने 2011-12 की जनवरी से मार्च की तिमाही में 2,316 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। वित्तवर्ष 2012-13 में इंफोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ 13.3 फीसदी बढ़कर 9,421 करोड़ रुपये, जबकि कुल आय 19.6 फीसदी बढ़कर 40,352 करोड़ रुपये रही। इंफोसिस ने वित्तवर्ष 2013-14 में कंपनी की आय 6 से 10 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद जताई है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में इंफोसिस का ऑपरेटिंग मुनाफा 2,677 करोड़ रुपये से घटकर 2,462 करोड़ रुपये रहा।
अलग तेलंगाना राज्य की मांग के समर्थन में इस्तीफे की घोषणा करने वाले कांग्रेस के सात सांसद आज दिल्ली आ रहे हैं। इन सासंदों ने घोषणा की थी कि ये सभी इस्तीफा दे देंगे, लेकिन केंद्रीय मंत्री व्यालार रवि ने इनसे फोन पर कहा कि इस्तीफा देने से पहले वे सभी दिल्ली आएं और इस मसले पर एक बार फिर बात करें। इसके बाद मंगलवार को सभी सांसदों ने इस्तीफे का फैसला टाल दिया और अब आज वे दिल्ली आकर इस मामले पर बातचीत करेंगे। इस बीच, सत्तारूढ़ कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार के खिलाफ तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने उनकी आलोचना की।टिप्पणियां सातों सांसदों ने मंगलवार को घोषणा की थी कि वे अपना इस्तीफा तथा उसका कारण बताते हुए एक पत्र सोनिया गांधी को भेजेंगे। इस्तीफे के फैसले पर मतभेद की खबरों को उन्होंने खारिज कर दिया। सांसदों ने मंगलवार को हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा कि वे अपने फैसले पर आगे बढ़ेंगे तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपने के लिए बुधवार को नई दिल्ली पहुंच जाएंगे। इसके बाद मंगलवार को सभी सांसदों ने इस्तीफे का फैसला टाल दिया और अब आज वे दिल्ली आकर इस मामले पर बातचीत करेंगे। इस बीच, सत्तारूढ़ कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार के खिलाफ तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने उनकी आलोचना की।टिप्पणियां सातों सांसदों ने मंगलवार को घोषणा की थी कि वे अपना इस्तीफा तथा उसका कारण बताते हुए एक पत्र सोनिया गांधी को भेजेंगे। इस्तीफे के फैसले पर मतभेद की खबरों को उन्होंने खारिज कर दिया। सांसदों ने मंगलवार को हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा कि वे अपने फैसले पर आगे बढ़ेंगे तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपने के लिए बुधवार को नई दिल्ली पहुंच जाएंगे। सातों सांसदों ने मंगलवार को घोषणा की थी कि वे अपना इस्तीफा तथा उसका कारण बताते हुए एक पत्र सोनिया गांधी को भेजेंगे। इस्तीफे के फैसले पर मतभेद की खबरों को उन्होंने खारिज कर दिया। सांसदों ने मंगलवार को हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा कि वे अपने फैसले पर आगे बढ़ेंगे तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपने के लिए बुधवार को नई दिल्ली पहुंच जाएंगे। सांसदों ने मंगलवार को हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा कि वे अपने फैसले पर आगे बढ़ेंगे तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपने के लिए बुधवार को नई दिल्ली पहुंच जाएंगे।
'द कपिल शर्मा शो' में आजकल डॉ़ मशहूर गुलाटी के रूप में नजर आने वाले प्रसिद्ध कॉमेडियन सुनील ग्रोवर का मानना है कि नोटबंदी सरकार का एक अच्छा फैसला है और सभी को उसमें अपना सहयोग देना चाहिए.  टिप्पणियां न्‍यूज एजेंसी भाषा से बातचीत में जब उनसे हाल ही में सरकार द्वारा उठाये गये नोटबंदी के कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा, 'यह बहुत ही अच्छा कदम है, हम सभी को इसका समर्थन करना चाहिए, इसमें सहायता करना चाहिए.  इससे कालाधन व भ्रष्टाचार खत्म होगा और बैंकों में जितने भी रूपये आएंगे उससे लोगों को फायदा ही होगा.  हां यह बात जरूर है कि लोगों को काफी परेशानियां आ रही हैं, मुझे भी आ रही हैं लेकिन लंबे समय के नजरिये से देखें तो यह बहुत ही अच्छा और सकारात्मक कदम है.   सुनील ग्रोवर ने कहा कि हम सभी को इसमें सहयोग करना चाहिए.'  एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि जब देश की बात आती है तो हम देश के साथ खड़े हैं, हालांकि कलाकार के लिए सीमा का निर्धारण करना या कला को सीमा में बांधना बहुत ही मुश्किल है. कला के क्षेत्र में हम सीधे तौर पर दिल से बात करते हैं, सीधा लोगों की भावनाओं के साथ जुड़ते हैं.  लेकिन मेरा कहना है कि दो देशों के बीच जो भी मुद्दे व मामले हैं, जो भी समस्याएं हैं उसको नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि ये बातें सबसे पहले आती है.' इससे पहले 'गुत्‍थी' के किरदार में काफी हिट हुए सुनील का कहना है कि 'हम भारतीय पारिवारिक संस्कृति को बहुत मानते हैं और मानना भी चाहिए और उसी तरीके से हम जीते हैं.  हमारा समाज मूल्य व सिद्धांत आधारित है और इन चीजों का हमलोग भी ख्याल रखते हैं. कोई भी चीज पारिवारिक व सामाजिक मूल्यों को आघात नहीं पहुंचा सकती, हमलोग इस मामले में काफी सावधानी बरतते हैं. लेकिन कई बार होता यह है कि लोग बेवजह चीजों का राजनीतिकरण कर देते हैं. इस वजह से कई चीजों को जानबूझ कर छोड़ना पड़ता हैं जैसे धार्मिक मामलों को हम बहुत सोच समझकर छूते हैं. इसके अलावा राजनीतिक विषय को भी हमलोग शायद ही कभी उठाते हैं. न्‍यूज एजेंसी भाषा से बातचीत में जब उनसे हाल ही में सरकार द्वारा उठाये गये नोटबंदी के कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा, 'यह बहुत ही अच्छा कदम है, हम सभी को इसका समर्थन करना चाहिए, इसमें सहायता करना चाहिए.  इससे कालाधन व भ्रष्टाचार खत्म होगा और बैंकों में जितने भी रूपये आएंगे उससे लोगों को फायदा ही होगा.  हां यह बात जरूर है कि लोगों को काफी परेशानियां आ रही हैं, मुझे भी आ रही हैं लेकिन लंबे समय के नजरिये से देखें तो यह बहुत ही अच्छा और सकारात्मक कदम है.   सुनील ग्रोवर ने कहा कि हम सभी को इसमें सहयोग करना चाहिए.'  एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि जब देश की बात आती है तो हम देश के साथ खड़े हैं, हालांकि कलाकार के लिए सीमा का निर्धारण करना या कला को सीमा में बांधना बहुत ही मुश्किल है. कला के क्षेत्र में हम सीधे तौर पर दिल से बात करते हैं, सीधा लोगों की भावनाओं के साथ जुड़ते हैं.  लेकिन मेरा कहना है कि दो देशों के बीच जो भी मुद्दे व मामले हैं, जो भी समस्याएं हैं उसको नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि ये बातें सबसे पहले आती है.' इससे पहले 'गुत्‍थी' के किरदार में काफी हिट हुए सुनील का कहना है कि 'हम भारतीय पारिवारिक संस्कृति को बहुत मानते हैं और मानना भी चाहिए और उसी तरीके से हम जीते हैं.  हमारा समाज मूल्य व सिद्धांत आधारित है और इन चीजों का हमलोग भी ख्याल रखते हैं. कोई भी चीज पारिवारिक व सामाजिक मूल्यों को आघात नहीं पहुंचा सकती, हमलोग इस मामले में काफी सावधानी बरतते हैं. लेकिन कई बार होता यह है कि लोग बेवजह चीजों का राजनीतिकरण कर देते हैं. इस वजह से कई चीजों को जानबूझ कर छोड़ना पड़ता हैं जैसे धार्मिक मामलों को हम बहुत सोच समझकर छूते हैं. इसके अलावा राजनीतिक विषय को भी हमलोग शायद ही कभी उठाते हैं. इससे पहले 'गुत्‍थी' के किरदार में काफी हिट हुए सुनील का कहना है कि 'हम भारतीय पारिवारिक संस्कृति को बहुत मानते हैं और मानना भी चाहिए और उसी तरीके से हम जीते हैं.  हमारा समाज मूल्य व सिद्धांत आधारित है और इन चीजों का हमलोग भी ख्याल रखते हैं. कोई भी चीज पारिवारिक व सामाजिक मूल्यों को आघात नहीं पहुंचा सकती, हमलोग इस मामले में काफी सावधानी बरतते हैं. लेकिन कई बार होता यह है कि लोग बेवजह चीजों का राजनीतिकरण कर देते हैं. इस वजह से कई चीजों को जानबूझ कर छोड़ना पड़ता हैं जैसे धार्मिक मामलों को हम बहुत सोच समझकर छूते हैं. इसके अलावा राजनीतिक विषय को भी हमलोग शायद ही कभी उठाते हैं.
विधानसभा चुनाव से पहले एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार महाराष्ट्र पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में मेट्रो सहित बुनियादी ढांचे की कई परियोजनाओं का तोहफा राज्य को दिया. मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने व विकास को लेकर प्रतिबद्ध है. नागपुर के लिए केंद्रीय कैबिनेट की ओर से 8,860 करोड़ रुपये की मेट्रो परियोजना को मंजूरी दिए जाने के एक दिन बाद मोदी ने गुरुवार को इसकी आधारशिला रखी. नागपुर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी का संसदीय क्षेत्र है. प्रधानमंत्री ने नागपुर शहर में पारदी फ्लाईओवर की आधारशिला रखने के अलावा 1000 मेगावाट के मौदा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्टेज-1 राज्य को समर्पित किया. मोदी ने राजनीतिक भाषण से पूरी तरह परहेज किया, लेकिन उनके कार्यक्रमों में कहीं न कहीं आगामी विधानसभा चुनाव की छाया दिखी. मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण समारोह में नहीं पहुंचे, क्योंकि पिछले शनिवार को सोलापुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें भीड़ की हूटिंग का सामना करना पड़ा था और उस कार्यक्रम में मोदी भी मौजूद थे. चव्हाण ने पहले ही कह दिया था कि वे नागपुर के कार्यक्रमों में भाग नहीं लेंगे. मोदी ने अपने भाषण में चव्हाण का कोई जिक्र नहीं किया, लेकिन शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री उपस्थित होते, तो उन्हें खुशी होती. नायडू ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को ‘टीम इंडिया’ के तौर पर मिलकर काम करना चाहिए. नागपुर में 38.215 किलोमीटर की मेट्रो परियोजना को मार्च, 2018 तक पूरा होना है. इसमें राज्य और केंद्र की बराबर की हिस्सेदारी होगी. मौदा और नागपुर में दिए अपने संबोधनों में मोदी ने भ्रष्टाचार को ‘बीमारी और पाप’ करार दिया और कांग्रेस का नाम लिए बगैर उस पर हमले किए. उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार ने देश को तबाह कर दिया है. कुछ के लिए यह जीवनशैली बन गया है. इस बीमारी को खत्म करना है. हमें इस पाप से मुक्ति पानी है.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अगर मुझे जनता और राजनीतिक दलों में से चुनना होगा तो मैं पहले जनता को रखूंगा.’ मोदी ने कहा कि देश में हर व्यक्ति को बिजली मुहैया कराना उनकी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है. उन्होंने कहा, ‘किसी भी देश की प्रगति के लिए बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता देनी होगी. अगर हम स्थायी बुनियादी ढांचा मुहैया कराएंगे तो विकास की संभावनाएं बढ़ती हैं. बुनियादी ढांचे में बिजली सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने के लिए यह निर्णायक है.’ विदर्भ में कर्ज के बोझ से दबे किसानों की पीड़ा को लेकर मोदी ने कहा कि किसान समुदाय प्रधानमंत्री जनधन योजना का फायदा उठाए जो 28 अगस्त को शुरू हो रही है. उन्होंने कहा कि भारत में तेजी से हो रहा शहरीकरण हो रहा है और वह इसे चुनौती नहीं, बल्कि आर्थिक विकास के अवसर के तौर पर देखते हैं.
यह एक लेख है: देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में करीब तीन फीसदी तेजी दर्ज की गई। शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 3.06 फीसदी या 774.09 अंकों की तेजी के साथ गुरुवार को 26,103.23 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.95 फीसदी या 223.15 अंकों की तेजी के साथ 7,791.70 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से पिछले सप्ताह 22 में तेजी रही। टाटा मोटर्स (11.92 फीसदी), एचडीएफसी (9.57 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (7.51 फीसदी), सेसा स्टरलाइट (7.37 फीसदी) और सन फार्मा (7.21 फीसदी) में सबसे ज्यादा तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे भेल (4.08 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (3.06 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (3.02 फीसदी), भारतीय स्टेट बैंक (2.21 फीसदी), भारती एयरटेल (2.18 फीसदी)। गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में हालांकि मिला-जुला रुख रहा। मिडकैप 0.51 फीसदी या 45.67 अंकों की तेजी के साथ 9,007.85 पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 0.04 फीसदी या 4.24 अंकों की गिरावट के साथ 9,824.06 पर बंद हुआ। पिछले सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर जुलाई 2014 में 5.19 फीसदी रही, जो पांच महीने का निचला स्तर है। यह दर जून महीने में 5.43 फीसदी थी। यह जुलाई 2013 में 5.85 फीसदी थी। मौजूदा कारोबारी साल में अप्रैल-जुलाई अवधि में थोक महंगाई दर 2.38 फीसदी दर्ज की गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 3.17 फीसदी थी। जुलाई महीने की उपभोक्ता महंगाई दर हालांकि बढ़कर दो महीने के ऊपरी स्तर 7.96 फीसदी दर्ज की गई है, जो जून में 7.46 फीसदी थी। जहां थोक महंगाई दर में गिरावट आई है, वहीं थोक खाद्य महंगाई दर बढ़कर जुलाई में 8.43 फीसदी हो गई, जो जून में 8.14 फीसदी थी।
अभिनेता, सिंगर और होस्ट मेयांग चांग आजकल श्रीलंका में छुट्टियां मना रहे हैं. चांग ने अपने सोशल मीडिया पर श्रीलंका में मस्ती करते हुए बहुत सी तस्वीरें साझा की हैं. इनमें से एक फोटो उन्होंने ऐसी डाली है जोकि 'कपिल शर्मा शो' के एक मशहूर कैरेक्टर से मिलती नजर आ रही है. इस हॉलिडे के दौरान चांग एक ऐसे व्यक्ति से मिले जिसे देख कर वो हैरान रह गए. इस व्यक्ति की शक्ल हूबहू सुनील ग्रोवर के बेहद चर्चित कॉमिक किरदार डॉक्टर गुलाटी से मिलती है. Ha ha ha ha I can’t believe this bro !! Aisa Kaun dikhta hai bhai. 🙈 https://t.co/xIt3Khw8wv — Sunil Grover (@WhoSunilGrover) March 27, 2018 सब्ज‍ी बेचते नजर आए सुनील ग्रोवर, फैंस ने किया ट्रोल चांग ने उनके साथ एक सेल्फी ली और उस तस्वीर में सुनील ग्रोवर को टैग करते हुए ट्वीट भी किया. वहीं सुनील भी इस फोटो को देख कर चकित रह गए. उन्होंने जवाब में लिखा, 'हा हा हा, "मुझे विश्वास नहीं हो रहा, ऐसा कौन दिखता है भाई ". बता दें, सुनील ग्रोवर जो कपिल शर्मा का शो छोड़ने के बाद अब जल्द ही अपना कमबैक डिजिटल सीरीज के साथ करने जा रहे हैं. उनके साथ चर्चित टीवी सीरियल ''भाभी जी घर पर हैं'' की पूर्व एक्ट्रेस और बिगबॉस सीजन 11 की विनर शिल्पा शिंदे भी नजर आएगी. नए शो के लिए कपिल के फोन का इंतजार करते रह गए सुनील ग्रोवर, नहीं आई CALL हाल ही में सुनील ने एक ट्वीट के जरिए कहा था कि उन्हें कपिल के नए शो में काम करने के लिए कोई कॉल नहीं आया. इसके बाद उनके और कपिल के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग भी देखने को मिली.
फिल्ममेकर करण जौहर को फिल्म इंडस्ट्री में आए एक लंबा अरसा हो चुका है. आज वो सबसे सफल फिल्म निर्देशकों में शुमार हैं. अपने जीवन और करियर दोनों को संवारने में वो अपने परिवार वालों का पूरा श्रेय देते हैं. हाल ही में करण ने अपने परिवार वालों पर एक भावनात्मक लेख लिखा है. हिंदुस्तान टाइम्स को लिखे गए लेख में करण कहते हैं कि - ''मेरा जीवन मेरे माता-पिता के इर्द-गिर्द रहा है. वो मेरे लिए सारे जहां के बराबर हैं. मैं आज 40 साल से ज्यादा का हूं और मैं अकेले रहने की सोच भी नहीं सकता. मैं अपने मां-बाप का एकलौता बच्चा था और परिवार के तीन लोगों का सबसे अहम किरदार था.'' IIFA 2018: 'लाल दुपट्टे वाली' पर करण जौहर का डांस, वीडियो वायरल ''आज मैं जब परिवारों में लड़ाइयां देखता हूं  बच्चों को अपने मां-बाप से प्रॉपर्टी के लिए लड़ते देखता हूं तो अचंभित रह जाता हूं. मैं मां-बाप के बिना अपने जीवन की कल्पना ही नहीं कर सकता. मां-बाप ही दुनिया में ऐसे होते हैं जो निस्वार्थ भाव से बिना किसी शर्त के आपसे प्यार करते हैं.'' करण ने कहा कि साल 2004 में मेरे पापा यश जौहर का निधन हो गया था. जब मेरे पापा यश जौहर बीमार थे और मरने की कगार पर थे तो वो अक्सर ये कहा करते थे कि वो हम लोगों को छोड़ कर नहीं जाना चाहते. पापा के निधन के बाद मैं और मेरी मां खूब रोए थे. आज भी जब मैं घर जाता हूं तो कई बार ऐसा होता है कि मेरी मां, पापा की तस्वीर से बात करती हुई मिलती हैं. Dhadak ट्रेलर सामने आते ही सवालों में घिरे करण जौहर, लगे ये आरोप अपनी मां के बारे में बात करते हुए करण ने कहा कि ''मेरी मां हीरू ब्रह्मांड की रानी की तरह हैं. दूसरे मां बेटों की तरह हमारे बीच भी लड़ाइयां होती हैं. पर जितने बार भी ऐसा होता है मेरी आखों से आंसू निकल जाते हैं.  मैं विश्व के किसी भी कोने में रहूं अपने मां की आवाज से मुझे पता चलता है कि वो दुखी हैं, बीमार हैं या अकेली हैं.'' अपने बच्चों के बारे में बात करते हुए करण ने कहा कि, ''खुद के बच्चे होना उनके लिए एक बड़े इमोशनल इनवेस्टमेंट के जैसा है. जिस दिन मेरे पापा का निधन हुआ उस दिन मेरे जीवन से एक प्रकाश का अंत हो गया. जब जीवन में मेरे बच्चे आए तो दो नए नन्हें-नन्हें प्रकाश का जन्म हुआ.''
इराक में एक आत्मघाती हमले में 22 लोगों की मौत हो गई जबकि कई दर्जन लोग घायल हो गए। आत्मघाती हमलावरों ने एक सरकारी कैंपस के बाहर ये विस्फोट किया। ये विस्फोट तब हुआ जब इराकी सरकार के प्रतिनिधि इस बात पर विचार कर रहे हैं कि 31 दिसंबर के बाद भी अमेरिकी सैनिकों को रोका जाए या नहीं। गौरतलब है कि अमेरिकी सैनिकों को इराक से 2011 के अंत तक हटा देने की बात अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कही थी।
कांता और उनकी दोस्त यहां के फांगणे गांव स्थित दादी नानियों के स्कूल ‘आजीबाईची शाला’ में पढ़ती हैं, जहां वे प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करती हैं और गणित, अक्षरज्ञान और उनके सही उच्चारण के साथ नर्सरी कविताओं का अभ्यास करती हैं. 45 साल की योगेंद्र बांगड़ ने वक्त के पहिये को फिर से घुमाने की पहल शुरू की. स्कूल का लक्ष्य गांव की बुजुर्ग महिलाओं को शिक्षित करना है. गांव का मुख्य पेशा खेती है. फांगणे जिला परिषद प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बांगड़ ने मोतीराम चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर यह पहल शुरू की. मोतीराम चैरिटेबल ट्रस्ट इन महिलाओं को स्कूल के लिये गुलाबी साड़ी, स्कूल बैग, एक स्लेट और चॉक पेंसिल जैसे जरूरी सामान के साथ कक्षा के लिये श्यामपट्ट उपलब्ध कराता है. शुरू में स्कूल जाने में हिचकने वाली कांता अब मराठी में पढ़-लिख सकती हैं. वह कहती हैं कि शिक्षित होने से वह आत्मनिर्भर महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा ‘शुरू शुरू में मैं शर्माती थी और हिचकिचाती थी लेकिन जब मैंने अपनी उम्र और उससे अधिक की महिलाओं के शाला में पढ़ने आने की बात जानी तो फिर मैंने भी अपने फैसले पर आगे बढ़ी। अब मैं अपनी भाषा में पढ़-लिख सकती हूं.’ फांगणे जिला परिषद प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बांगड़ ने मोतीराम चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर यह पहल शुरू की. मोतीराम चैरिटेबल ट्रस्ट इन महिलाओं को स्कूल के लिये गुलाबी साड़ी, स्कूल बैग, एक स्लेट और चॉक पेंसिल जैसे जरूरी सामान के साथ कक्षा के लिये श्यामपट्ट उपलब्ध कराता है. शुरू में स्कूल जाने में हिचकने वाली कांता अब मराठी में पढ़-लिख सकती हैं. वह कहती हैं कि शिक्षित होने से वह आत्मनिर्भर महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा ‘शुरू शुरू में मैं शर्माती थी और हिचकिचाती थी लेकिन जब मैंने अपनी उम्र और उससे अधिक की महिलाओं के शाला में पढ़ने आने की बात जानी तो फिर मैंने भी अपने फैसले पर आगे बढ़ी। अब मैं अपनी भाषा में पढ़-लिख सकती हूं.’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को आरोप लगाया कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता केटी रामा राव के दोस्त हैदराबाद में फंडाफोड़ हुए बड़े मादक पदार्थ के रैकेट में शामिल हैं. कांग्रेस के तेलंगाना मामलों के प्रभारी महासचिव दिग्विजय ने रामा राव का नाम लिए बिना ट्वीट किया, "तेलंगाना में बड़े स्तर पर मादक पदार्थो का भंडाफोड़. टीआरएस के उत्तराधिकारी के प्रभावशाली मित्र स्पष्ट रूप से शामिल हैं. देखिए, उन पर मुकदमा चलाया जाता है या बचाया जाता है." रामा राव मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और राज्य के कैबिनेट मंत्री हैं. जवाब में रामा राव ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधा. उन्होंने सीधा जवाब न देते हुए ट्वीट किया, "आप पूरी तरह से यह अधिकार खो चुके हैं सर. यह आपके सेवानिवृत्त होने का समय है, कुछ काम अपनी आयु के हिसाब से कीजिए. खुशी है कि आपने अंतत: सही तरीके से तेलंगाना लिखना सीख लिया." टिप्पणियां हैदराबाद में जुलाई की शुरुआत में मादक पदार्थो के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. तेलंगाना के मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क विभाग ने 13 मादक पदार्थ विक्रेताओं को गिरफ्तार किया था. ये कई स्कूलों व कॉलेजों में स्कूली बच्चों को मादक पदार्थ बेच रहे थे. अधिकारियों को इस रैकेट में तेलुगू फिल्म उद्योग से जुड़े कुछ शख्सियतों के भी शामिल होने का पता चला है. वे मामले की जांच कर रहे हैं. (इनपुट आईएएनएस से) कांग्रेस के तेलंगाना मामलों के प्रभारी महासचिव दिग्विजय ने रामा राव का नाम लिए बिना ट्वीट किया, "तेलंगाना में बड़े स्तर पर मादक पदार्थो का भंडाफोड़. टीआरएस के उत्तराधिकारी के प्रभावशाली मित्र स्पष्ट रूप से शामिल हैं. देखिए, उन पर मुकदमा चलाया जाता है या बचाया जाता है." रामा राव मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और राज्य के कैबिनेट मंत्री हैं. जवाब में रामा राव ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधा. उन्होंने सीधा जवाब न देते हुए ट्वीट किया, "आप पूरी तरह से यह अधिकार खो चुके हैं सर. यह आपके सेवानिवृत्त होने का समय है, कुछ काम अपनी आयु के हिसाब से कीजिए. खुशी है कि आपने अंतत: सही तरीके से तेलंगाना लिखना सीख लिया." टिप्पणियां हैदराबाद में जुलाई की शुरुआत में मादक पदार्थो के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. तेलंगाना के मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क विभाग ने 13 मादक पदार्थ विक्रेताओं को गिरफ्तार किया था. ये कई स्कूलों व कॉलेजों में स्कूली बच्चों को मादक पदार्थ बेच रहे थे. अधिकारियों को इस रैकेट में तेलुगू फिल्म उद्योग से जुड़े कुछ शख्सियतों के भी शामिल होने का पता चला है. वे मामले की जांच कर रहे हैं. (इनपुट आईएएनएस से) रामा राव मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और राज्य के कैबिनेट मंत्री हैं. जवाब में रामा राव ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधा. उन्होंने सीधा जवाब न देते हुए ट्वीट किया, "आप पूरी तरह से यह अधिकार खो चुके हैं सर. यह आपके सेवानिवृत्त होने का समय है, कुछ काम अपनी आयु के हिसाब से कीजिए. खुशी है कि आपने अंतत: सही तरीके से तेलंगाना लिखना सीख लिया." टिप्पणियां हैदराबाद में जुलाई की शुरुआत में मादक पदार्थो के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. तेलंगाना के मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क विभाग ने 13 मादक पदार्थ विक्रेताओं को गिरफ्तार किया था. ये कई स्कूलों व कॉलेजों में स्कूली बच्चों को मादक पदार्थ बेच रहे थे. अधिकारियों को इस रैकेट में तेलुगू फिल्म उद्योग से जुड़े कुछ शख्सियतों के भी शामिल होने का पता चला है. वे मामले की जांच कर रहे हैं. (इनपुट आईएएनएस से) हैदराबाद में जुलाई की शुरुआत में मादक पदार्थो के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. तेलंगाना के मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क विभाग ने 13 मादक पदार्थ विक्रेताओं को गिरफ्तार किया था. ये कई स्कूलों व कॉलेजों में स्कूली बच्चों को मादक पदार्थ बेच रहे थे. अधिकारियों को इस रैकेट में तेलुगू फिल्म उद्योग से जुड़े कुछ शख्सियतों के भी शामिल होने का पता चला है. वे मामले की जांच कर रहे हैं. (इनपुट आईएएनएस से) अधिकारियों को इस रैकेट में तेलुगू फिल्म उद्योग से जुड़े कुछ शख्सियतों के भी शामिल होने का पता चला है. वे मामले की जांच कर रहे हैं. (इनपुट आईएएनएस से)
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या पर अपने संबोधन में विकास के तमाम पहलूओं और लोकतंत्र पर जोर दिया. राष्ट्रपति ने कहा कि संसद परिचर्चा की बजाय टकराव के अखाड़े में बदल चुकी है...राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 69वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोध‍ित किया. पढ़ि‍ए राष्ट्रपति का पूरा भाषण. प्यारे देशवासियों हमारी स्वतंत्रता की 68वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर, मैं आपका और विश्व भर के सभी भारतवासियों का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ. मैं अपनी सशस्त्र सेनाओं, अर्ध-सैनिक बलों तथा आंतरिक सुरक्षा बलों के सदस्यों का विशेष अभिनंदन करता हूं. मैं, अपने उन सभी खिलाड़ियों को भी बधाई देता हूँ जिन्होंने भारत तथा दूसरे देशों में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया और पुरस्कार जीते. मैं, 2014 के लिए नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी को बधाई देता हूं, जिन्होंने देश का नाम रौशन किया. 2. 15 अगस्त, 1947 को, हमने राजनीतिक स्वतंत्रता हासिल की. आधुनिक भारत का उदय एक ऐतिहासिक हर्षोल्लास का क्षण था; परंतु यह देश के एक छोर से दूसरे छोर तक अकल्पनीय पीड़ा के रक्त से भी रंजित था. ब्रिटिश शासन के विरुद्ध महान संघर्ष के इस पूरे दौर में जो आदर्श तथा विश्वास कायम रहे वे अब दबाव में थे. 3. महानायकों की एक महान पीढ़ी ने इस विकट चुनौती का सामना किया. उस पीढ़ी की दूरदर्शिता तथा परिपक्वता ने हमारे इन आदर्शों को, रोष और भावनाओं के दबाव के अधीन विचलित होने अथवा अवनत होने से बचाया. इन असाधारण पुरुषों एवं महिलाओं ने हमारे संविधान के सिद्धांतों में, सभ्यतागत दूरदर्शिता से उत्पन्न भारत के गर्व, स्वाभिमान तथा आत्मसम्मान का समावेश किया, जिसने पुनर्जागरण की प्रेरणा दी और हमें स्वतंत्रता प्रदान की.. हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसा संविधान प्राप्त हुआ है जिसने महानता की ओर भारत की यात्रा का शुभारंभ किया. 4. इस दस्तावेज का सबसे मूल्यवान उपहार लोकतंत्र था, जिसने हमारे प्राचीन मूल्यों को आधुनिक संदर्भ में नया स्वरूप दिया तथा विविध स्वतंत्रताओं को संस्थागत रूप प्रदान किया. इसने स्वाधीनता को शोषितों और वंचितों के लिए एक सजीव अवसर में बदल दिया तथा उन लाखों लोगों को समानता तथा सकारात्मक पक्षपात का उपहार दिया जो सामाजिक अन्याय से पीड़ित थे. इसने एक ऐसी लैंगिक क्रांति की शुरुआत की जिसने हमारे देश को प्रगति का उदाहरण बना दिया. हमने अप्रचलित परंपराओं और कानूनों को समाप्त किया तथा शिक्षा और रोजगार के माध्यम से महिलाओं के लिए बदलाव सुनिश्चित किया. हमारी संस्थाएं इस आदर्शवाद का बुनियादी ढांचा हैं. 5. अच्छी से अच्छी विरासत के संरक्षण के लिए लगातार देखभाल जरूरी होती है. लोकतंत्र की हमारी संस्थाएं दबाव में हैं. संसद परिचर्चा के बजाय टकराव के अखाड़े में बदल चुकी है. इस समय, संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के उस वक्तव्य का उल्लेख करना उपयुक्त होगा, जो उन्होंने नवंबर, 1949 में संविधान सभा में अपने समापन व्याख्यान में दिया था : ‘‘किसी संविधान का संचालन पूरी तरह संविधान की प्रकृति पर ही निर्भर नहीं होता. संविधान केवल राज्य के विधायिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका जैसे अंगों को ही प्रदान कर सकता है. इन अंगों का संचालन जिन कारकों पर निर्भर करता है, वह है जनता तथा उसकी इच्छाओं और उसकी राजनीति को साकार रूप देने के लिए उसके द्वारा गठित किए जाने वाले राजनीतिक दल. यह कौन बता सकता है कि भारत की जनता तथा उनके दल किस तरह आचरण करेंगे’’? यदि लोकतंत्र की संस्थाएं दबाव में हैं तो समय आ गया है कि जनता तथा उसके दल गंभीर चिंतन करें. सुधारात्मक उपाय अंदर से आने चाहिए. 6. हमारे देश की उन्नति का आकलन हमारे मूल्यों की ताकत से होगा, परंतु साथ ही यह आर्थिक प्रगति तथा देश के संसाधनों के समतापूर्ण वितरण से भी तय होगी. हमारी अर्थव्यवस्था भविष्य के लिए बहुत आशा बंधाती है. ‘भारत गाथा’ के नए अध्याय अभी लिखे जाने हैं. ‘आर्थिक सुधार’ पर कार्य चल रहा है. पिछले दशक के दौरान हमारी उपलब्धि सराहनीय रही है; और यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि कुछ गिरावट के बाद हमने 2014-15 में 7.3 प्रतिशत की विकास दर वापस प्राप्त कर ली है. परंतु इससे पहले कि इस विकास का लाभ सबसे धनी लोगों के बैंक खातों में पहुंचे, उसे निर्धनतम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए. हम एक समावेशी लोकतंत्र तथा एक समावेशी अर्थव्यवस्था हैं; धन-दौलत की इस व्यवस्था में सभी के लिए जगह है. परंतु सबसे पहले उनको मिलना चाहिए जो अभावों के कगार पर कष्ट उठा रहे हैं. हमारी नीतियों को निकट भविष्य में ‘भूख से मुक्ति’ की चुनौती का सामना करने में सक्षम होना चाहिए. 7. मनुष्य और प्रकृति के बीच पारस्परिक संबंधों को सुरक्षित रखना होगा. उदारमना प्रकृति अपवित्र किए जाने पर आपदा बरपाने वाली विध्वंसक शक्ति में बदल सकती है जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर जानमाल की हानि होती है. इस समय, जब मैं आपको संबोधित कर रहा हूं देश के बहुत से हिस्से बड़ी कठिनाई से बाढ़ की विभीषिका से उबर पा रहे हैं. हमें पीड़ितों के लिए तात्कालिक राहत के साथ ही पानी की कमी और अधिकता दोनों के प्रबंधन का दीर्घकालीन समाधान ढूंढ़ना होगा. 8. जो देश अपने अतीत के आदर्शवाद को भुला देता है वह अपने भविष्य से कुछ महत्त्वपूर्ण खो बैठता है. विभिन्न पीढ़ियों की आकांक्षाएं आपूर्ति से कहीं अधिक बढ़ने के कारण हमारे शिक्षण संस्थानों की संख्या में बढ़ोत्तरी होती जा रही है. परंतु नीचे से ऊपर तक गुणवत्ता का क्या हाल है? हम गुरु शिष्य परंपरा को तर्कसंगत गर्व के साथ याद करते हैं; तो फिर हमने इन संबंधों के मूल में निहित स्नेह, समर्पण तथा प्रतिबद्धता का परित्याग क्यों कर दिया? गुरु किसी कुम्हार के मुलायम तथा दक्ष हाथों के ही समान शिष्य के भविष्य का निर्माण करता है. विद्यार्थी, श्रद्धा तथा विनम्रता के साथ शिक्षक के ऋण को स्वीकार करता है. समाज, शिक्षक के गुणों तथा उसकी विद्वता को सम्मान तथा मान्यता देता है. क्या आज हमारी शिक्षा प्रणाली में ऐसा हो रहा है? विद्यार्थियों, शिक्षकों और अधिकारियों को रुककर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. 9. हमारा लोकतंत्र रचनात्मक है क्योंकि यह बहुलवादी है, परंतु इस विविधता का पोषण सहिष्णुता और धैर्य के साथ किया जाना चाहिए. स्वार्थी तत्त्व सदियों पुरानी इस पंथनिरपेक्षता को नष्ट करने के प्रयास में सामाजिक सौहार्द को चोट पहुंचाते हैं. लगातार बेहतर होती जा रही प्रौद्योगिकी के द्वारा त्वरित संप्रेषण के इस युग में हमें यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहना चाहिए कि कुछ इने-गिने लोगों की कुटिल चालें हमारी जनता की बुनियादी एकता पर कभी भी हावी न होने पाएं. सरकार और जनता, दोनों के लिए कानून का शासन परम पावन है परंतु समाज की रक्षा एक कानून से बड़ी शक्ति द्वारा भी होती है : और वह है मानवता. महात्मा गांधी ने कहा था, ‘‘आपको मानवता पर भरोसा नहीं खोना चाहिए. मानवता एक समुद्र है; यदि समुद्र की कुछ बूंदें मैली हो जाएं, तो समुद्र मैला नहीं हो जाता’’. 10. शांति, मैत्री तथा सहयोग विभिन्न देशों और लोगों को आपस में जोड़ता है. भारतीय उपमहाद्वीप के साझा भविष्य को पहचानते हुए, हमें संयोजकता को मजबूत करना होगा, संस्थागत क्षमता बढ़ानी होगी तथा क्षेत्रीय सहयोग के विस्तार के लिए आपसी भरोसे को बढ़ाना होगा. जहां हम विश्व भर में अपने हितों को आगे बढ़ाने की दिशा में प्रगति कर रहे हैं, वहीं भारत अपने निकटस्थ पड़ोस में सद्भावना तथा समृद्धि बढ़ाने के लिए भी बढ़-चढ़कर कार्य कर रहा है. यह प्रसन्नता की बात है कि बांग्लादेश के साथ लम्बे समय से लंबित सीमा विवाद का अंतत: निपटारा कर दिया गया है. 11. यद्यपि हम मित्रता में अपना हाथ स्वेच्छा से आगे बढ़ाते हैं परंतु हम जानबूझकर की जा रही उकसावे की हरकतों और बिगड़ते सुरक्षा परिवेश के प्रति आंखें नहीं मूंद सकते. भारत, सीमा पार से संचालित होने वाले शातिर आतंकवादी समूहों का निशाना बना हुआ है. हिंसा की भाषा तथा बुराई की राह के अलावा इन आतंकवादियों का न तो कोई धर्म है और न ही वे किसी विचारधारा को मानते हैं. हमारे पड़ोसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके भू-भाग का उपयोग भारत के प्रति शत्रुता रखने वाली ताकतें न कर पाएं. हमारी नीति आतंकवाद को बिल्कुल भी सहन न करने की बनी रहेगी. राज्य की नीति के एक उपकरण के रूप में आतंकवाद का प्रयोग करने के किसी भी प्रयास को हम खारिज करते हैं. हमारी सीमा में घुसपैठ तथा अशांति फैलाने के प्रयासों से कड़ाई से निबटा जाएगा. 12. मैं उन शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने भारत की रक्षा में अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया. मैं अपने सुरक्षा बलों के साहस और वीरता को नमन करता हूं जो हमारे देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा तथा हमारी जनता की हिफाजत के लिए निरंतर चौकसी बनाए रखते हैं. मैं, विशेषकर उन बहादुर नागरिकों की भी सराहना करता हूं जिन्होंने अपने जीवन को जोखिम की परवाह न करते हुए बहादुरी के साथ एक दुर्दांत आतंकवादी को पकड़ लिया. 13. भारत 130 करोड़ नागरिकों, 122 भाषाओं, 1600 बोलियों तथा 7 धर्मों का एक जटिल देश है. इसकी शक्ति, प्रत्यक्ष विरोधाभासों को रचनात्मक सहमतियों के साथ मिलाने की अपनी अनोखी क्षमता में निहित है. पंडित जवाहरलाल नेहरू के शब्दों में यह एक ऐसा देश है जो ‘मजबूत परंतु अदृश्य धागों’ से एक सूत्र में बंधा हुआ है तथा ‘‘उसके ईर्द-गिर्द एक प्राचीन गाथा की मायावी विशेषता व्याप्त है; मानो कोई सम्मोहन उसके मस्तिष्क को वशीभूत किए हुए हो. वह एक मिथक है और एक विचार है, एक सपना है और एक परिकल्पना है, परंतु साथ ही वह एकदम वास्तविक, साकार तथा सर्वव्यापी है.’’ 14. हमारे संविधान द्वारा प्रदत्त उर्वर भूमि पर, भारत एक जीवंत लोकतंत्र के रूप में विकसित हुआ है. इसकी जड़ें गहरी हैं परंतु पत्तियां मुरझाने लगी हैं. अब नवीकरण का समय है. 15. यदि हमने अभी कदम नहीं उठाए तो क्या सात दशक बाद हमारे उत्तराधिकारी हमें उतने ही सम्मान तथा प्रशंसा के साथ याद कर पाएंगे जैसा हम 1947 में भारतवासियों के स्वप्न को साकार करने वालों को करते हैं. भले ही उत्तर सहज न हो परंतु प्रश्न तो पूछना ही होगा.
बैंकर से नेता बनी मीरा सान्याल का संक्षिप्त बीमारी के बाद शुक्रवार को निधन हो गया. वह 57 साल की थीं. रॉयल बैंक ऑफ स्काटलैंड के लिए देश की मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से इस्तीफा देकर वह आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ी थीं और उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. आप नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट करके उनके निधन की पुष्टि की और कहा कि देश ने एक ‘‘तीक्ष्ण आर्थिक प्रतिभा और उदार आत्मा को खो दिया है.'' उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आप हमेशा हमारे हृदय में रहेंगी।''  I am deeply saddened to hear about the passing away of Meera Sanyal. The country has lost a sharp economic brain and a gentle soul. May she rest in peace! You will forever remain in our hearts. मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘यह (उनके निधन का समाचार सुनकर) बहुत दुख हुआ.व्यक्त करने के लिए कोई शब्द नहीं हैं...'' Extremely sad to hear this. No words to express... https://t.co/YslA8TddvU राजनीति में उतरकर सभी को अचंभे में डालने से पहले 30 साल के अपने बैंकिंग करियर के दौरान सान्याल एबीएन अमरो फोर एशिया में कोरपोरेट वित्त की प्रमुख और मुख्य परिचालन अधिकारी भी रहीं. उन्होंने 2014 में मुम्बई दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गई थीं.
मानव भ्रूण विकास (अंग्रेजी:Human embryonic development)मानव भ्रूण का विकास और गठन है। यह कोशिका विभाजन और भ्रूण के कोशिकीय विभेदन की प्रक्रियाओं की विशेषता है जो विकास के प्रारंभिक चरण के दौरान होती है। जैविक दृष्टि से, मानव शरीर के विकास में एक-कोशिका वाले युग्मनज से वयस्क मनुष्य तक का विकास शामिल है। निषेचन तब होता है जब शुक्राणु कोशिका सफलतापूर्वक प्रवेश करती है और अंडे की कोशिका (अंडाणु) के साथ संलयन करती है। फिर शुक्राणु और अंडाणु की आनुवंशिक सामग्री मिलकर एकल कोशिका युग्मनज बनाती है और विकास का जर्मिनल चरण शुरू होता है। मानव में भ्रूण विकास, विकास के पहले आठ सप्ताहों को कवर करता है; नौवें सप्ताह की शुरुआत में भ्रूण को भ्रूण कहा जाता है। आठ सप्ताह में 23 चरण होते हैं।मानव भ्रूणविज्ञान निषेचन के बाद पहले आठ हफ्तों के दौरान इस विकास का अध्ययन है। गर्भावस्था (गर्भावस्था) की सामान्य अवधि लगभग नौ महीने या 40 सप्ताह होती है। जर्मिनल चरण निषेचन से लेकर प्रारंभिक भ्रूण के विकास तक के समय को संदर्भित करता है जब तक कि गर्भाशय में प्रत्यारोपण पूरा नहीं हो जाता। जर्मिनल चरण में लगभग 1्0 दिन लगते हैं। इस चरण के दौरान, युग्मनज विभाजित होना शुरू हो जाता है, इस प्रक्रिया में जिसे क्लीवेज कहा जाता है। जर्मिनल अवस्था निषेचन निषेचन तब होता है जब शुक्राणु सफलतापूर्वक डिंब में प्रवेश कर जाता है और युग्मक द्वारा ले जाए गए आनुवंशिक सामग्री के दो सेट एक साथ जुड़ जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप युग्मनज (एकल द्विगुणित कोशिका) बनती है। दरार विखंडन प्रक्रिया की शुरुआत तब चिह्नित होती है जब युग्मनज माइटोसिस के माध्यम से दो कोशिकाओं में विभाजित हो जाता है। ब्लास्टुलेशन दरार ब्लास्टुलेशन का पहला चरण है, जिसे बनने की प्रक्रिया को ब्लास्टोसिस्ट कहते हैं। कोशिकाएं, कोशिकाओं की एक बाहरी परत, जिसे ट्रोफोब्लास्ट, और एक आंतरिक कोशिका द्रव्यमान कहते हैं, में विभेदित होती हैं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ मानव भ्रूण
आयशर मोटर्स लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि प्रथम छमाही में उसका शुद्ध मुनाफा करीब 35 फीसदी बढ़ा. कंपनी ने एक बयान में कहा कि 2015 की पहली छमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 397 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान छमाही में 293.9 करोड़ रुपये था. कुल आय इस दौरान 2,058 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले समान छमाही में 1,381.9 करोड़ रुपये थी.इस दौरान कंपनी ने 1,99,458 वाहन बेचे. यह संख्या एक साल पहले समान अवधि में 1,38,400 थी. बयान में कंपनी के डायरेक्टर जनरल सिद्धार्थ लाल ने कहा, "(इस दौरान) हम क्षमता विस्तार, ब्रांड बेहतर करने और उत्पाद विकास में निवेश करते रहे।"कंपनी ने जून 2015 में ब्रिटेन की कंपनी हैरिस परफारमेंस का अधिग्रहण किया है. इनपुट : आईएएनएस
यह एक लेख है: एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में परिणीति ने कहा कि ‘शरीर का मजाक उड़ाना जल्दी अतीत की बात हो जाएगी। हर चीज का दौर होता है। अगर आप खुद अपने शरीर को लेकर सहज नहीं हैं तो इसे लेकर कुछ करिए। अगर आप सहज हैं तो ऐसे ही रहने दीजिए। दूसरे लोगों को इस पर वैसे भी टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।’ ‘किल दिल’ फिल्म की अभिनेत्री ने कहा कि चूंकि वह फिल्म जगत का हिस्सा हैं, दर्शकों को उनके दिखने या अभिनय करने को लेकर एक सम्मानजनक तरीके से टिप्पणी करने का कुछ अधिकार है। उन्होंने कहा ‘अगर आप किसी को सम्मान के साथ अपनी सोच के बारे में बताते हैं तो यह सही है लेकिन किसी के शरीर का मजाक उड़ाना अपमानजनक है।’ गौरतलब है कि कुछ महीनों से परिणीति चोपड़ा काफी फिट नज़र आ रही हैं और उनका बदला हुआ रूप प्रशंसकों और फिल्म इंडस्ट्री वालों को काफी पसंद किया जा रहा है। कुछ समय पहले उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस नए 'लुक' की कई तस्वीरें शेयर की थी जिसे देखकर न सिर्फ उनके प्रशंसक बल्कि फिल्म इंडस्ट्री की भी कई हस्तियां तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। गौरतलब है कि कुछ महीनों से परिणीति चोपड़ा काफी फिट नज़र आ रही हैं और उनका बदला हुआ रूप प्रशंसकों और फिल्म इंडस्ट्री वालों को काफी पसंद किया जा रहा है। कुछ समय पहले उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस नए 'लुक' की कई तस्वीरें शेयर की थी जिसे देखकर न सिर्फ उनके प्रशंसक बल्कि फिल्म इंडस्ट्री की भी कई हस्तियां तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं।
पठानकोट आंतकवादी हमले में जांच के लिए भारत आने के लिए एक पांच सदस्यीय पाकिस्तानी संयुक्त जांच दल (जेआईटी) ने मंगलवार को वीजा के लिए आवेदन किया. दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने एक हफ्ते पहले ऐलान किया था कि जांच दल 27 मार्च को भारत आएगा. विदेश मंत्रालय को मिले जेआईटी मेंबर्स के नाम विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि जेआईटी की यात्रा के तौर तरीकों को अब अंतिम रूप दिया जाएगा. पाकिस्तान ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के नाम इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग को दे दिए हैं. जेआईटी के कार्यक्रम को फाइनल टच देना बाकी उन्होंने बताया, ‘हमें आज जेआईटी के पांच सदस्यों के आवेदन मिले हैं. यात्रा के तौर तरीकों पर चर्चा की जाएगी.’ क्या प्रवास के दौरान जेआईटी को पठानकोट एयरबेस में पहुंच सुलभ कराई जाएगी, इस सवाल पर स्वरूप ने कहा कि वे कहां जाएंगे, कैसे जाएंगे और किस तरह की पहुंच उन्हें दी जाएगी इसे अंतिम रूप दिया जाना बाकी है. उन्होंने कहा, ‘यह सब चर्चा का विषय है क्योंकि तौर तरीकों को अब अंतिम रूप दिया जाएगा.’ पाकिस्तान दिवस पर जाएंगे वरिष्ठ मंत्री दक्षेस के विदेश मंत्रियों की बैठक के अलग नेपाल के पोखरा में पिछले हफ्ते अपने पाकिस्तानी समकक्ष सरताज अजीज से मुलाकात के बाद सुषमा स्वराज ने घोषणा की थी कि जेआईटी 27 मार्च को भारत आएगा. पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर उनके उच्चायोग में आयोजित समारोह में बुधवार को कौन भारत का प्रतिनिधित्व करेगा इस पर स्वरूप ने कहा कि एक वरिष्ठ मंत्री शरीक होगा लेकिन उन्होंने नाम नहीं बताया. पीएम की द्विपक्षीय वार्ता तय नहीं यह पूछे जाने पर कि क्या अगले हफ्ते वाशिंगटन में परमाणु सुरक्षा सम्मेलन के अलग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने समकक्ष नवाज शरीफ से मिलेंगे, उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय वार्ताओं के लिए समय तो है लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यक्रम तय नहीं हुआ है. पोखरा में स्वराज से मुलाकात के बाद अजीज ने कहा था कि दोनों प्रधानमंत्री वाशिंगटन में शायद द्विपक्षीय बातचीत करेंगे.
कॉलेज का नाम : हिंदुस्तान एविएशन एकेडमी, बंगलुरु कॉलेज का विवरण: हिंदुस्तान एविएशन एकेडमी बंगलुरु की सिलिकन वैली ऑफ इंडिया में स्थित है. इसकी स्थापना 1986 में हुई थी. यह पहला ऐसा संस्थान है जिसने एविएशन से संबंधित कोर्स की शुरुआत की थी. इस कॉलेज का एयरक्राफ्ट मेनटेनेंस इंजीनियरिंग कोर्स, डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन से अप्रूव्ड है. संपर्क करें हिंदुस्तान एविएशन एकेडमी, बंगलुरु, पीबी नंबर- 3776, माराथल्ली पोस्ट, बंगलुरु, कर्नाटक- 560037 फोन: 080 - 25238650 ईमेल: [email protected] वेबसाइट: www.hindustanaviationacademy.com इस कॉलेज में एविएशन से संबंधित निम्‍नलिखित कोर्स कराए जाते हैं: कोर्स का नाम: बीटेक इन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स का विवरण: इस कोर्स में एकेडमिक राइटिंग रिसर्च, इंट्रो इंजीनियरिंग, एरोडायनैमिक्स, फिजिक्स इंजीनियरिंग जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं. डिग्री: बीटेक अवधि: 4 साल योग्यता: 12वीं पास (साइंस) कोर्स का नाम: एयरक्राफ्ट मेनटेनेंस इंजीनियरिंग डिग्री: बीटेक अवधि: 3 साल योग्यता: 12वीं पास (साइंस)
चेन्नई की एक आईटी कंपनी को मंगलवार देर रात बम होने की सूचना मिली. पुलिस के मुताबिक, कंधनचावाडी की आईटी कंपनी को रात 8:30 बजे एक गुमनाम कॉल आया. फोन करने वाले ने कहा कि बिल्डिंग में एक बम है. कॉल के समय 1000 से अधिक कर्मचारी बिल्डिंग में मौजूद थे. सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने तुरंत बिल्डिंग को खाली करा लिया. इसके बाद बम निरोधक दस्ते ने पूरी बिल्डिंग की जांच की. इस दौरान कोई बम नहीं मिला. अब पुलिस फोन करने वाले शख्स की तलाश में जुट गई है.