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इंग्‍लैंड टीम के कप्‍तान इयोन मोर्गन ने हरफनमौला बेन स्टोक्स की प्रतिभा को  जमकर सराहा है. मेजबान इंग्लैंड कल इस ऑलराउंडर के शानदार शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर करने में सफल रहा. इंग्लैंड टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहले ही पहुंच चुका था, लेकिन कल एजबेस्टन में टीम 278 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 35 रन पर तीन विकेट गंवाकर जूझ रही थी. ऐसे समय स्टोक्स ने नाबाद 102 रन के साथ अपनी सर्वश्रेष्ठ वनडे पारी खेली और कप्तान मोर्गन (87) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिये 159 रन की भागीदारी निभाई.  बारिश की दूसरी बाधा के बाद मैच रद्द हो गया तब इंग्लैंड ने 40.2 ओवर में चार विकेट पर 240 रन बना लिए थे और टीम डकवर्थ लुईस पद्धति से 40 रन से जीत गई. बारिश की पहली बाधा में मोर्गन और स्टोक्स ने अपनी स्थिति का आकलन किया। जब मैच दोबारा शुरू हुआ तो मोर्गन ने पहली दो गेंद को बाउंड्री तक पहुंचाया।टिप्पणियां मोर्गन ने मैच दोबारा शुरू होने से पहले स्टोक्स से थोड़ी बातचीत की थी, उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘हमें लगा कि सकारात्मक खेलना सर्वश्रेष्ठ तरीका है.’ उन्होंने कहा, ‘यह कारगर रहा, हमने अपने तरीके से ऐसा किया.’ उन्होंने कहा, ‘इसलिये मैंने वही किया जो मैं करता हूं और निश्चित रूप से बेन काफी आक्रामक है और आक्रामक होना उसके लिये आसान है.’ मोर्गन ने कहा, ‘उसकी काबिलियत शानदार है. वह हमेशा मैच में -बल्ले से, गेंद से यहां तक कि क्षेत्ररक्षण से- प्रभावित करता है. कई खिलाड़ियों में उसकी जैसी प्रतिभा है, लेकिन जब चीजें आपके हिसाब से नहीं चल रही हों तब भी बेन शानदार है. ’ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने आईपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की कप्तानी की थी. उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा ही अच्छा खिलाड़ी था. वह काफी मजबूत है और गेंद को काफी तेज हिट करता है. वह बेहतरीन खिलाड़ी है और वह इस समय बेहतरीन फार्म में है. ’ बारिश की दूसरी बाधा के बाद मैच रद्द हो गया तब इंग्लैंड ने 40.2 ओवर में चार विकेट पर 240 रन बना लिए थे और टीम डकवर्थ लुईस पद्धति से 40 रन से जीत गई. बारिश की पहली बाधा में मोर्गन और स्टोक्स ने अपनी स्थिति का आकलन किया। जब मैच दोबारा शुरू हुआ तो मोर्गन ने पहली दो गेंद को बाउंड्री तक पहुंचाया।टिप्पणियां मोर्गन ने मैच दोबारा शुरू होने से पहले स्टोक्स से थोड़ी बातचीत की थी, उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘हमें लगा कि सकारात्मक खेलना सर्वश्रेष्ठ तरीका है.’ उन्होंने कहा, ‘यह कारगर रहा, हमने अपने तरीके से ऐसा किया.’ उन्होंने कहा, ‘इसलिये मैंने वही किया जो मैं करता हूं और निश्चित रूप से बेन काफी आक्रामक है और आक्रामक होना उसके लिये आसान है.’ मोर्गन ने कहा, ‘उसकी काबिलियत शानदार है. वह हमेशा मैच में -बल्ले से, गेंद से यहां तक कि क्षेत्ररक्षण से- प्रभावित करता है. कई खिलाड़ियों में उसकी जैसी प्रतिभा है, लेकिन जब चीजें आपके हिसाब से नहीं चल रही हों तब भी बेन शानदार है. ’ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने आईपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की कप्तानी की थी. उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा ही अच्छा खिलाड़ी था. वह काफी मजबूत है और गेंद को काफी तेज हिट करता है. वह बेहतरीन खिलाड़ी है और वह इस समय बेहतरीन फार्म में है. ’ मोर्गन ने मैच दोबारा शुरू होने से पहले स्टोक्स से थोड़ी बातचीत की थी, उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘हमें लगा कि सकारात्मक खेलना सर्वश्रेष्ठ तरीका है.’ उन्होंने कहा, ‘यह कारगर रहा, हमने अपने तरीके से ऐसा किया.’ उन्होंने कहा, ‘इसलिये मैंने वही किया जो मैं करता हूं और निश्चित रूप से बेन काफी आक्रामक है और आक्रामक होना उसके लिये आसान है.’ मोर्गन ने कहा, ‘उसकी काबिलियत शानदार है. वह हमेशा मैच में -बल्ले से, गेंद से यहां तक कि क्षेत्ररक्षण से- प्रभावित करता है. कई खिलाड़ियों में उसकी जैसी प्रतिभा है, लेकिन जब चीजें आपके हिसाब से नहीं चल रही हों तब भी बेन शानदार है. ’ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने आईपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की कप्तानी की थी. उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा ही अच्छा खिलाड़ी था. वह काफी मजबूत है और गेंद को काफी तेज हिट करता है. वह बेहतरीन खिलाड़ी है और वह इस समय बेहतरीन फार्म में है. ’ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने आईपीएल फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की कप्तानी की थी. उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा ही अच्छा खिलाड़ी था. वह काफी मजबूत है और गेंद को काफी तेज हिट करता है. वह बेहतरीन खिलाड़ी है और वह इस समय बेहतरीन फार्म में है. ’
लिएंडर पेस और महेश भूपति की अनुभवी जोड़ी ने चाइना ओपन टेनिस टूर्नामेंट में माओ झिन गोंग और झी ली की जोड़ी को हराकर पुरुष युगल के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। भारत की चौथी वरीय जोड़ी ने एक घंटा नौ मिनट चले मुकाबले में स्थानीय जोड़ी को 6-2, 3-6, 10-3 से हराया। भारत की अनुभवी जोड़ी ने तेज शुरुआत की और पहले सेट में मिले दोनों ब्रेक प्वाइंट का फायदा उठाते हुए विरोधी जोड़ी पर 1-0 की बढ़त बना ली। गोंग और ली की स्थानीय जोड़ी ने दूसरे सेट में जोरदार वापसी की। पेस और भूपति ने एक बार विरोधी जोड़ी की सर्विस जोड़ी लेकिन गोंग और ली ने दो बार भारतीय जोड़ी की सर्विस तोड़ते हुए 6-3 से दूसरा सेट जीतकर मुकाबला 1-1 से बराबर कर दिया। सुपर टाईब्रेकर में पेस और भूपति ने अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाते हुए विरोधी जोड़ी को कोई मौका नहीं दिया और आसानी से जीत दर्ज करते हुए अंतिम आठ में जगह बनाई।
मुंबई में पेट्रोल 80 रुपये प्रति लीटर से ऊंचे भाव पर बिकने लगा इससे पहले 3 अक्टूबर को पेट्रोल 80.11 रुपये प्रति लीटर था दो दिन की स्थिरता के बाद शुक्रवार को एक बार फिर पेट्रोल की कीमतों में इजाफा हुआ. देश के चार महानगरों दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम में 15-16 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हो गया है जबकि डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है. मुंबई में 80 के पार हुआ पेट्रोल देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 80 रुपये के पार पहुंच गई है. सात सप्ताह बाद पहली बार है जब मुंबई में पेट्रोल 80 रुपये से ऊंचे भाव पर बिकने लगा है. मुंबई में इससे पहले तीन अक्टूबर 2019 को पेट्रोल का भाव 80.11 रुपये प्रति लीटर था. क्‍या है नई रेट लिस्‍ट इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम बढ़कर क्रमश: 74.35 रुपये, 77.04 रुपये, 80.01 रुपये और 77.29 रुपये प्रति लीटर हो गया है. वहीं चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी बिना किसी बदलाव के क्रमश: 65.84 रुपये, 68.25 रुपये, 69.06 रुपये और 69.59 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में दो दिनों की तेजी के बाद नरमी के साथ कारोबार चल रहा था. हालांकि कीमत अब भी करीब दो महीने के ऊंचे स्तर पर है. बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का दाम 63 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बना हुआ है. अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड का जनवरी अनुबंध शुक्रवार को पिछले सत्र से 0.56 फीसदी की नरमी के साथ 63.61 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था. वहीं, अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के जनवरी अनुबंध में बीते सत्र से 0.67 फीसदी की नरमी के साथ 58.19 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: लश्कर के आतंकी अब्दुल करीम टुंडा के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने एक और बड़े आतंकवादी यासीन भटकल को गिरफ्तार कर लिया। यासीन इंडियन मुजाहिदीन का संस्थापक सदस्य है और पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसियों को अर्से से उसकी तलाश थी। 30 साल के यासीन भटकल को बिहार−नेपाल सीमा पर रक्सौल बॉर्डर से बीती रात गिरफ्तार किया गया। यासीन भटकल के साथ एक और आतंकी असदुल्लाह अख्तर उर्फ हड्डी को भी गिरफ्तार किया गया। यासीन भटकल नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल है और अलग-अलग मामलों में उस पर कुल 50 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। 2008 के दिल्ली धमाकों में यासीन भटकल का नाम पहली बार सामने आया। इसके बाद 2010 के चिन्नास्वामी धमाकों और 2012 के पुणे धमाकों में भी उसका नाम उभरा। भटकल पर अपने तीन साथियों के साथ मिलकर 13 जुलाई, 2011 को मुंबई के ओपेरा हाउस, जावेरी बजार और दादर पश्चिम में हुए तीन सिलसिलेवार बम धमाके अंजाम देने का भी आरोप है, जिसमें 27 लोगों की मौत हुई और 130 लोग घायल हो गए थे।टिप्पणियां यह आतंकी अहमदाबाद, सूरत, बेंगलुरु, दिल्ली और हैदराबाद में हुए विभिन्न आतंकी हमलों में भी वांछित था। 19 सितंबर, 2010 में जामा मस्जिद शूटआउट में भी यासीन वॉन्टेड है। इसी साल हैदराबाद में हुए बम धमाकों में भी यासीन भटकल आरोपी है। इन धमाकों में 16 लोग मारे गए थे और 80 घायल हुए थे। यासीन भटकल इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज भटकल और इकबाल भटकल का छोटा भाई है। यासीन भटकल को बम बनाने का एक्सपर्ट बताया जाता है, खासतौर पर मोटरसाइकिल बम बनाने में उसे माहिर माना जाता है। 12 राज्यों की पुलिस को यासीन भटकल की तलाश थी। 30 साल के यासीन भटकल को बिहार−नेपाल सीमा पर रक्सौल बॉर्डर से बीती रात गिरफ्तार किया गया। यासीन भटकल के साथ एक और आतंकी असदुल्लाह अख्तर उर्फ हड्डी को भी गिरफ्तार किया गया। यासीन भटकल नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल है और अलग-अलग मामलों में उस पर कुल 50 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। 2008 के दिल्ली धमाकों में यासीन भटकल का नाम पहली बार सामने आया। इसके बाद 2010 के चिन्नास्वामी धमाकों और 2012 के पुणे धमाकों में भी उसका नाम उभरा। भटकल पर अपने तीन साथियों के साथ मिलकर 13 जुलाई, 2011 को मुंबई के ओपेरा हाउस, जावेरी बजार और दादर पश्चिम में हुए तीन सिलसिलेवार बम धमाके अंजाम देने का भी आरोप है, जिसमें 27 लोगों की मौत हुई और 130 लोग घायल हो गए थे।टिप्पणियां यह आतंकी अहमदाबाद, सूरत, बेंगलुरु, दिल्ली और हैदराबाद में हुए विभिन्न आतंकी हमलों में भी वांछित था। 19 सितंबर, 2010 में जामा मस्जिद शूटआउट में भी यासीन वॉन्टेड है। इसी साल हैदराबाद में हुए बम धमाकों में भी यासीन भटकल आरोपी है। इन धमाकों में 16 लोग मारे गए थे और 80 घायल हुए थे। यासीन भटकल इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज भटकल और इकबाल भटकल का छोटा भाई है। यासीन भटकल को बम बनाने का एक्सपर्ट बताया जाता है, खासतौर पर मोटरसाइकिल बम बनाने में उसे माहिर माना जाता है। 12 राज्यों की पुलिस को यासीन भटकल की तलाश थी। 2008 के दिल्ली धमाकों में यासीन भटकल का नाम पहली बार सामने आया। इसके बाद 2010 के चिन्नास्वामी धमाकों और 2012 के पुणे धमाकों में भी उसका नाम उभरा। भटकल पर अपने तीन साथियों के साथ मिलकर 13 जुलाई, 2011 को मुंबई के ओपेरा हाउस, जावेरी बजार और दादर पश्चिम में हुए तीन सिलसिलेवार बम धमाके अंजाम देने का भी आरोप है, जिसमें 27 लोगों की मौत हुई और 130 लोग घायल हो गए थे।टिप्पणियां यह आतंकी अहमदाबाद, सूरत, बेंगलुरु, दिल्ली और हैदराबाद में हुए विभिन्न आतंकी हमलों में भी वांछित था। 19 सितंबर, 2010 में जामा मस्जिद शूटआउट में भी यासीन वॉन्टेड है। इसी साल हैदराबाद में हुए बम धमाकों में भी यासीन भटकल आरोपी है। इन धमाकों में 16 लोग मारे गए थे और 80 घायल हुए थे। यासीन भटकल इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज भटकल और इकबाल भटकल का छोटा भाई है। यासीन भटकल को बम बनाने का एक्सपर्ट बताया जाता है, खासतौर पर मोटरसाइकिल बम बनाने में उसे माहिर माना जाता है। 12 राज्यों की पुलिस को यासीन भटकल की तलाश थी। यह आतंकी अहमदाबाद, सूरत, बेंगलुरु, दिल्ली और हैदराबाद में हुए विभिन्न आतंकी हमलों में भी वांछित था। 19 सितंबर, 2010 में जामा मस्जिद शूटआउट में भी यासीन वॉन्टेड है। इसी साल हैदराबाद में हुए बम धमाकों में भी यासीन भटकल आरोपी है। इन धमाकों में 16 लोग मारे गए थे और 80 घायल हुए थे। यासीन भटकल इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज भटकल और इकबाल भटकल का छोटा भाई है। यासीन भटकल को बम बनाने का एक्सपर्ट बताया जाता है, खासतौर पर मोटरसाइकिल बम बनाने में उसे माहिर माना जाता है। 12 राज्यों की पुलिस को यासीन भटकल की तलाश थी। यासीन भटकल इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज भटकल और इकबाल भटकल का छोटा भाई है। यासीन भटकल को बम बनाने का एक्सपर्ट बताया जाता है, खासतौर पर मोटरसाइकिल बम बनाने में उसे माहिर माना जाता है। 12 राज्यों की पुलिस को यासीन भटकल की तलाश थी।
जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव ने गुरुवार को कहा कि कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले के विरोध को लेकर उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की घटक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ है। भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के संयोजक यादव ने गठबंधन की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि वे 'एकजुट' हैं। भाजपा नेताओं रविशंकर प्रसाद तथा गोपीनाथ मुंडे के साथ यादव ने कहा, "कोयला घोटाले पर गठबंधन एकजुट है। हमारी तीन मांगें हैं- प्रधानमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए, स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और कोयला ब्लॉक का आवंटन रद्द होना चाहिए।"टिप्पणियां यह पूछे जाने पर कि क्या जद (यु) इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की भाजपा की मांग का समर्थन करता है, यादव ने कहा, "हमने कहा है कि उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हमने तहलका पर इस्तीफे दिए थे।" उल्लेखनीय है कि तहलका पोर्टल के वर्ष 2001 में किए गए स्टिंग ऑपरेशन से रक्षा मंत्रालय में रिश्वत का खुलासा हुआ था, जिसके बाद तत्कालीन रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नाडीज को इस्तीफा देना पड़ा था। भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के संयोजक यादव ने गठबंधन की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि वे 'एकजुट' हैं। भाजपा नेताओं रविशंकर प्रसाद तथा गोपीनाथ मुंडे के साथ यादव ने कहा, "कोयला घोटाले पर गठबंधन एकजुट है। हमारी तीन मांगें हैं- प्रधानमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए, स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और कोयला ब्लॉक का आवंटन रद्द होना चाहिए।"टिप्पणियां यह पूछे जाने पर कि क्या जद (यु) इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की भाजपा की मांग का समर्थन करता है, यादव ने कहा, "हमने कहा है कि उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हमने तहलका पर इस्तीफे दिए थे।" उल्लेखनीय है कि तहलका पोर्टल के वर्ष 2001 में किए गए स्टिंग ऑपरेशन से रक्षा मंत्रालय में रिश्वत का खुलासा हुआ था, जिसके बाद तत्कालीन रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नाडीज को इस्तीफा देना पड़ा था। भाजपा नेताओं रविशंकर प्रसाद तथा गोपीनाथ मुंडे के साथ यादव ने कहा, "कोयला घोटाले पर गठबंधन एकजुट है। हमारी तीन मांगें हैं- प्रधानमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए, स्वतंत्र जांच होनी चाहिए और कोयला ब्लॉक का आवंटन रद्द होना चाहिए।"टिप्पणियां यह पूछे जाने पर कि क्या जद (यु) इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की भाजपा की मांग का समर्थन करता है, यादव ने कहा, "हमने कहा है कि उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हमने तहलका पर इस्तीफे दिए थे।" उल्लेखनीय है कि तहलका पोर्टल के वर्ष 2001 में किए गए स्टिंग ऑपरेशन से रक्षा मंत्रालय में रिश्वत का खुलासा हुआ था, जिसके बाद तत्कालीन रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नाडीज को इस्तीफा देना पड़ा था। यह पूछे जाने पर कि क्या जद (यु) इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की भाजपा की मांग का समर्थन करता है, यादव ने कहा, "हमने कहा है कि उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हमने तहलका पर इस्तीफे दिए थे।" उल्लेखनीय है कि तहलका पोर्टल के वर्ष 2001 में किए गए स्टिंग ऑपरेशन से रक्षा मंत्रालय में रिश्वत का खुलासा हुआ था, जिसके बाद तत्कालीन रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नाडीज को इस्तीफा देना पड़ा था। उल्लेखनीय है कि तहलका पोर्टल के वर्ष 2001 में किए गए स्टिंग ऑपरेशन से रक्षा मंत्रालय में रिश्वत का खुलासा हुआ था, जिसके बाद तत्कालीन रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नाडीज को इस्तीफा देना पड़ा था।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को राजस्थान में कांग्रेस के किसान आक्रोश आंदोलन की शुरुआत की. इस आंदोलन के जरिये कांग्रेस पार्टी पूरे देश में हो रही किसानों की खुदकुशी का मुद्दा उठाएगी, यह आंदोलन पूरे देश में चलेगा. इस मौके पर राहुल गांधी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में किसान रैली को संबोधित भी किया. यहां उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, 'आज लोकसभा में हम किसानों के मुद्दे पर बोलना चाहते थे. प्रधानमंत्री भी सदन में मौजूद थे, लेकिन हमें बोलने नहीं दिया गया.' उन्होंने बीजेपी पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा, 'जीएसटी के लिए रात 12 बजे पार्लियामेंट खोला जाता है, लेकिन किसानों के लिए एक मिनट बात नहीं करने देते.' राहुल गांधी ने बांसवाड़ा में कहा कि कांग्रेस ने पंजाब और कर्नाटक में किसानों का कर्ज माफ किया, तो बीजेपी ने कांग्रेस से डर कर यूपी में कर्जमाफी की. उन्होंने कहा, राजस्थान में भी कांग्रेस यूपी की तरह दबाव बनाकर किसानों का कर्ज माफ करवाएगी. वहीं जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी कहा, 'बड़े कारोबारियों को जीएसटी से कोई समस्या नहीं, वे तो 10 अकाउंटेंट रख लेंगे और उनसे जितनी चाहो फॉर्म भरवा लेंगे. लेकिन छोटे कारोबारियों को इससे नुकसान होगा. हमने सरकार को सलाह दी थी कि जीएसटी को इस तरह हड़बड़ी में लागू नहीं करें, लेकिन उन्होंने हमारी सुनी ही नहीं.' राहुल ने कहा, 'पीएम मोदी ने आपके ऊपर पूरा टैक्स डिपार्टमेंट खोल दिया है.' राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस बारे में कहा कि राजस्थान में पिछले काफी समय से किसान लगातार खुदकुशी कर रहे हैं, सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है. यही कारण है कि हम लोग ये आंदोलन कर रहे हैं. कांग्रेस सूत्रों की मानें, तो पहले ये आंदोलन राजस्थान में लॉन्च होगा, इसके बाद सभी प्रदेशों में इस प्रकार का आंदोलन किया जाएगा. इसमें रैली के अलावा किसान महापंचायत का भी आयोजन किया जाएगा. आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से देश के कई हिस्सों में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें मध्यप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र अहम राज्य हैं. इन राज्यों में काफी संख्या में किसानों ने खुदकुशी भी की है. वहीं मध्यप्रदेश के मंदसौर में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई पुलिसिया फायरिंग में 6 किसानों की मौत से ये मुद्दा काफी गर्म हो गया था. किसानों के विरोध के चलते महाराष्ट्र सरकार ने भी कर्जमाफी का ऐलान किया था.
पॉपुलर सिंगर नेहा कक्कड़ का एक्टर हिमांश कोहली संग ब्रेकअप हो चुका है. दोनों करीब 4 साल तक रिलेशनशिप में रहे. रिश्ता टूटने के बाद नेहा डिप्रेशन में चली गई थीं. रियलिटी शोज और इंस्टाग्राम पर नेहा ने कई बार टूटे दिल का हाल बयां किया. अब खबरें हैं कि नेहा कक्कड़ की जिंदगी में नए प्यार की एंट्री हो गई है. रिपोर्ट्स की मानें तो नेहा कक्कड़ इंडियन आइडल कंटेस्टेंट विभोर पाराशर को डेट कर रही हैं. नेहा ने इंडियन आइडल 10 जज किया था. इसी शो के कंटेस्टेंट विभोर पाराशर संग नेहा का नाम जुड़ रहा है. नेहा ने सीजन 10 के कंटेस्टेंट विभोर और कुशाल पंडित के साथ कई शहरों में टूर भी किए हैं. मगर मीडिया में चल रही अफेयर की इन खबरों से विभोर काफी अपसेट हैं. View this post on Instagram #NehaKakkarUKTour 🙌🏼♥️ Thank you @nehakakkar 👸🏻 and #TeamNehaKakkar 🤗🙏🏼 . Pics by @themediatronic 🤗 . #NehaKakkar #VibhorParashar #KunalPandit #NehaKakkarLive A post shared by Vibhor Parashar (@vibhorparashar3official) on Aug 6, 2019 at 10:53pm PDT बॉलीवुड लाइफ से एक बातचीत में विभोर ने कहा- ''आपको इसे अफवाह के रूप में लेना चाहिए. लोगों की घटिया मानसिकता है. अगर कोई आपका करियर बनाने की मदद कर रहा है वो इसलिए क्योंकि उन्होंने आपके अंदर टैलेंट देखा है. बस इसलिए कि मैं इंस्टाग्राम पर उन्हें दीदी नहीं कहता, तो हर कोई ये सोच रहा है कि वो मेरी गर्लफ्रेंड हैं.'' नेहा को अपनी प्रेरणा बताते हुए विभोर ने कहा- ''मैं विभोर पाराशर हूं तो उनकी वजह से हूं. मैं उनकी इज्जत करता हूं और लोग मुझे उनकी वजह से ही जानते हैं. साथ ही मेरी मेहनत की वजह से. इसलिए मैं इन अफवाहों पर बोलना भी पसंद नहीं करता. मेरा दिमाग खराब होता है ऐसी बातों को सुनकर.'' नेहा कक्कड़ का डेटिंग की खबरों पर कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है. इंडियन आइडल का नया सीजन जल्द शुरू होने वाला है. रिपोर्ट्स हैं कि इस बार नेहा कक्कड़ ज्यूरी पैनल में नहीं होंगी.
वर्ष 2002 के साम्प्रदायिक दंगों के चलते विवादों में रहने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का पुरजोर बचाव करते हुए भाजपा ने कहा कि मोदी किसी प्रमाणपत्र के मोहताज नहीं हैं. चेहरा पहचानें, जीतें ईनाम. भाग लेने के लिए क्लिक करें भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘मोदी ने 10 वर्ष से सुशासन का एक नमूना पेश किया है. सुशासन और विकास के मामले में उन्होंने असाधारण काम किया है.’ प्रसाद से पूछा गया था कि गुजरात में मोदी के नेतृत्व में सरकार के 10 वर्ष पूरे करने की चमक क्या गुजरात दंगों से संबंधित विवादों के चलते फीकी नहीं पड़ रही है. तस्‍वीरों के जरिए जानिए नरेंद्र मोदी का जीवन उन्होंने कहा, ‘मोदी के शासन को संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था ने भी सराहा है. उन्होंने विकास के नये मानक स्थापित किये हैं. अक्सर विवाद बेवजह होते हैं. मीडिया भी विवाद पैदा करता है. लेकिन मोदी किसी प्रमाण पत्र के मोहताज नहीं हैं.’ सूचना का अधिकार कानून के बारे में केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की हालिया टिप्पणियों पर प्रसाद ने कहा, ‘आरटीआई पर कांग्रेस के ही मंत्रियों का नजरिया देखकर आश्चर्य होता है. आरटीआई को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अपनी खोज मानते हैं. लेकिन जब यह कानून उन्हीं की सरकार के भ्रष्टाचार का खुलासा करने लगता है तो वे इसे बुरा मानते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘खुर्शीद ने इस कानून की प्रभाव क्षमता पर जाहिरा तौर पर सवाल खड़े किये हैं. इससे यही स्पष्ट होता है कि सरकार के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाली हर संस्था कांग्रेस के निशाने पर होगी.’ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा पाकिस्तान को उसके चरमपंथियों से रिश्तों को लेकर आगाह करने के बारे में पूछे जाने पर प्रसाद ने कहा, ‘हम ओबामा की बेबाकी का स्वागत करते हैं. लेकिन हम चाहते हैं कि पाकिस्तान के मामले में ओबामा प्रशासन की कथनी और करनी में अंतर नहीं हो.
आईफोन और आईपैड जैसे प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स को ग्रैमी पुरस्कार दिया जाएगा। ये पुरस्कार उनकी मौत के बाद उन्हें दिया जा रहा है। कई सालों से कैंसर से जूझ रहे स्टीव जॉब्स का पांच अक्टूबर को निधन हो गया। यह सम्मान उन्हें संगीत प्रौद्योगिकी में उनके योगदान के लिए दिया जा रहा है। जॉब्स ने ऐसे प्रोडक्ट्स दिए जिनकी वजह से संगीत सुनने टीवी और फिल्में देखने और किताबें पढ़ने का तरीका ही बदल गया। उनकी कंपनी एप्पल को 2002 में तकनीकी ग्रैमी पुरस्कार मिला था।
अल-रावदा मस्जिद, जो पोर्ट सईद शहर को गाजा से जोड़ने वाले सिनाई के मुख्य तटीय राजमार्ग पर स्थित है, सावरका जनजाति के स्थानीय जरीर कबीले से संबंधित है, जो जरीरिया (गारिरिया) सूफी आदेश का पालन करते हैं - आंदोलन की एक शाखा अबू अहमद अल-ग़ज़ावी, व्यापक दारकावा संप्रदाय के। मस्जिद एल अरिश और बीर अल-अबेद के बीच सड़क पर है। मस्जिद में एक छोटा ज़वियाह, एक सूफी लॉज है, जो जुड़ा हुआ है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, चार ऑफ-रोड वाहनों में हमलावरों ने तीन बम लगाए; हमलावरों ने भागने के रास्ते बंद करने के लिए कारों के जलते मलबे का इस्तेमाल किया। अपने विस्फोट के बाद, उन्होंने रॉकेट चालित हथगोले लॉन्च किए और बीर अल-अबेद के पास अल-रावदा में भीड़ भरी शुक्रवार की प्रार्थना के दौरान उपासकों पर गोलियां चला दीं। जब घायलों को अस्पतालों में ले जाने के लिए एम्बुलेंस पहुंचीं, तो हमलावरों ने उन पर भी गोलियां चला दीं, उन्होंने उन्हें निशाना बनाने के लिए घात लगाकर हमला करने के लिए जगहें चुनीं। स्थानीय निवासियों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, घायलों को अपनी कारों और ट्रकों में अस्पतालों में पहुंचाया, और यहां तक ​​​​कि जवाबी कार्रवाई के लिए हथियार भी उठाए।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने वर्ष 2011-12 के लिये 6943.63 करोड़ रुपये के अपने बजट को पारित कर दिया गया. शहर के मकान मालिकों को विशेष पहचान संख्या मुहैया किया जाना और पाषर्दों के लिये मासिक वेतन की सिफारिश बजट की मुख्य विशेषताएं हैं. एमसीडी के 6943.63 करोड़ रुपये के बजट में विपक्षी कांग्रेस द्वारा सुझाए गये संशोधन को खारिज कर दिया गया, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा लाये गये कई प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया गया. इसके साथ ही नौ दिसंबर को एमसीडी के आयुक्त द्वारा पेश किये गये बजट प्रस्ताव के बाद शुरू हुई डेढ़ महीने की प्रक्रिया खत्म हो गई. इस स्थानीय निकाय के अंदर दिल्ली का 95 फीसदी इलाका है. निगम ने संपत्ति कर में पांच फीसदी की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. हालांकि, इसने टोल टैक्स के विभिन्न श्रेणियों में 17 से 28 फीसदी की बढ़ोतरी की है. निगम के विशेष सत्र में बजट पेश करते हुए सदन के नेता सुभाष आर्या ने बताया कि एक सर्वेक्षण के बाद निगम ने 12 लाख मकान मालिकों की पहचान की है, जिन्हें यूपीआईसी मुहैया किया गया है और इसे वेबसाइट में दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि यह सूची एमसीडी को कर भुगतान नहीं करने वालों का पता लगाने में मदद करेगी.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: देश की रक्षा करते हुए शहीद लांस नायक नजीर अहमद वानी को मरणोपरांत अशोक चक्र सम्मान से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी और मां को गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर यह सम्मान दिया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों सम्मान (Republic Day) लेते समय नजीर अहमद वानी के परिजन भावुक हो गए. ध्यान हो कि शोपियां में डेढ़ महीने पहले आतंकवाद विरोधी अभियान वानी शहीद हो गए थे. वानी (Lance Naik Nazir Ahmad Wani) को मिले इस सम्मान पर उनके परिजनों ने भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया था. वानी (Lance Naik Nazir Ahmad Wani) की पत्नी ने कहा था कि उनके (Lance Naik Nazir Ahmad Wani) शहीद हो जाने की खबर जानने के बाद मैं रोई नहीं. एक अंदरूनी संकल्प था जिसने मुझे रोने नहीं दिया.” पेशे से शिक्षक एवं दो बच्चों की मां मेहजबीन ने कहा था कि नाजिर का प्यार एवं निडर व्यक्तित्व, युवाओं को अच्छा नागरिक बनने की दिशा में प्रोत्साहित करने का प्रेरणास्रोत है. दक्षिण कश्मीर के एक स्कूल में 15 साल पहले हुई मुलाकात में दोनों के बीच पहली नजर का प्यार हो गया था. हालांकि इस बारे में उन्होंने और जानकारी देने से इनकार कर दिया.     जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में चेकी अश्मुजी के रहने वाले वानी आतंकवाद का रास्ता छोड़कर 2004 में भारतीय सेना की 162 इंफेंट्री बटालियन (प्रादेशिक सेना) से जुड़े थे. मेहजबीन ने कहा था वह मुझसे बेहद प्यार करते थे. वह मेरे मार्गदर्शक थे. वह हम सभी को हमेशा अपने आस-पास के लोगों को खुश रखने, लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रोत्साहित करते थे.” मेहजबीन ने कहा था कि एक शिक्षक के तौर पर मैं अपने राज्य के लोगों को अच्छा नागरिक बनाने के लिये खुद को समर्पित करती हूं. मैंने युवाओं को सही राह पर लाने का संकल्प लिया है और इसके लिये मुझे अपने पति- दुनिया के सबसे अच्छे पति से प्रेरणा मिल रही है."  25 नवंबर की उस घटना को याद करते हुए मेहजबीन ने कहा था कि वह अपने मायके में थीं जब उन्हें यह स्तब्ध करने वाली खबर मिली.     मेहजबीन ने पीटीआई-भाषा को दिये साक्षात्कार में कहा था कि उन्होंने बीती शाम ही मुझे फोन कर हाल-चाल पूछा था. मैंने उनसे खुद का ध्यान रखने के लिये कहा. लेकिन किस्मत को उनके लिए कुछ और ही मंजूर था." मेहजबीन और नाजिर के दो बेटे हैं. सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “वह एक बहादुर सैनिक एवं शुरुआत से ही एक हीरो थे. उन्होंने अपने गृह राज्य जम्मू-कश्मीर में शांति कायम रखने के लिए सेवाएं दीं.” वानी को इससे पहले 2007 और फिर 2018 में वीरता के लिये सेना पदक से भी सम्मानित किया गया था.
धीरूभाई अंबानी की आज जन्मतिथि (Dhirubhai Ambani Birth Anniversary) है. भारत में कॉर्पोरेट जगत की तस्वीर बदलने वाले धीरूभाई अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की नीव रखी थी. धीरूभाई अंबानी का जन्म (Dhirubhai Ambani Birthday) 28 दिसंबर 1933 को सौराष्ट्र के जूनागढ़ जिले में हुआ था. धीरूभाई (Dhirubhai) का पूरा नाम धीरजलाल हीराचंद अंबानी था. उनका बचपन गरीबी में बीता. हाईस्कूल के बाद ही उनको पढ़ाई छोड़नी पड़ गई थी. पढ़ाई छूट जाने के बाद धीरूभाई (Dhirubhai Ambani) ने परिवार की जिम्मेदारी अपने सर ले ली, उन्होंने पैसे कमाने के लिए छोटे-मोटे काम शुरू कर दिए. बता दें कि धीरूभाई अंबानी ने महज 1000 रुपये से रिलायंस की शुरुआत की थी, जो अब 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कंपनी हो गई है. साल 1977 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पहली बार अपना आईपीओ जारी किया. साल 1991 में रिलायंस ने पहली बार रिफाइनरी क्षेत्र में प्रवेश किया. जिसके बाद कंपनी ने लगातार देश में अपना नाम कमाया.
खगोलीय इकाई (AU या au या a.u. या यद कदा ua) लम्बाई की इकाई है, जो लगभग 150 मिलियन किलोमीटर है और पृथ्वी से सूर्य की दूरी पर आधारित है। इसकी सही सही मान है 149,597,870,691 ± 30 मीटर (लगभग 150 मिलियन किलोमीटर या 93 मिलियन मील). इसका चिन्ह ua अन्तर्राष्ट्रीय भार एवं माप ब्यूरो द्वारा अनुमोदित लेकिन अंग्रेजी बोलते देशों में इसका उल्टा रूप - au - प्रचलित है। इतिहास उदाहरण दूरियां लगभग औसत दूरुयां हैं। खगोलीय पिण्डों की दूरियां अपनी कक्षा में विचरण के दौरान बदल सकती हैं, जिसको ध्यान रखना अनिवार्य है। The Earth is 1.00 ± 0.02 AU from the Sun. The Moon is 0.0026 ± 0.0001 AU from the Earth. Mars is 1.52 ± 0.14 AU from the Sun. Jupiter is 5.20 ± 0.05 AU from the Sun. Pluto is 39.5 ± 9.8 AU from the Sun. The Kuiper Belt begins at roughly 35 AU Beginning of Scattered disk at 45 AU (10 AU overlap with Kuiper Belt) Ending of Kuiper Belt at 50-55 AU 90377 Sedna's orbit ranges between 76 and 942 AU from the Sun; Sedna is currently (as of 2006) about 90 AU from the Sun. 94 AU: Termination shock between Solar winds/Interstellar winds/Interstellar medium. 100 AU: Heliosheath 105 AU: As of February 2008, Voyager 1 is the furthest of any human-made objects from the Sun. 100-150 AU: Ending of Scattered Disk 500-3000 AU: Beginning of Hills cloud/"Inner Oort Cloud" 20,000 AU: Ending of Hills Cloud/"Inner Oort Cloud", beginning of "Outer Oort Cloud" 50,000 AU: possible closest estimate of the "Outer Oort Cloud" limits (1.0 ly) 100,000 AU: possible farthest estimate of the "Outer Oort Cloud" limits (1.6 ly). 125,000 AU: maximum extent of influence of the Sun's gravitational field (Hill/Roche sphere). beyond this is true interstellar space. This distance is roughly 1.8-2.0 light-years. Proxima Centauri (the nearest star to Earth, excluding our own Sun) is ~268 000 AU away from the Sun. The mean diameter of Betelgeuse is 2.57 AU. The distance from the Sun to the centre of the Milky Way is approximately 1.7 AU. Some conversion factors: 1 AU = 149 597 870.691 ± 0.030 km ≈ 92 955 807 mi ≈ 8.317 light minutes ≈ 499 light-seconds 1 light-second ≈ 0.002 AU 1 gigametre ≈ 0.007 AU 1 light-minute ≈ 0.120 AU 1 microparsec ≈ 0.206 AU 1 terametre ≈ 6.685 AU 1 light-hour ≈ 7.214 AU 1 light-day ≈ 173.263 AU 1 milliparsec ≈ 206.265 AU 1 light-week ≈ 1212.84 AU 1 light-month ≈ 5197.9 AU 1 light-year ≈ 63,241 AU 1 parsec ≈ 206,265 AU सन्दर्भ E. Myles Standish. "Report of the IAU WGAS Sub-group on Numerical Standards". In Highlights of Astronomy, I. Appenzeller, ed. Dordrecht: Kluwer Academic Publishers, 1995. (Complete report available online: PostScript. Tables from the report also available: Astrodynamic Constants and Parameters) D. D. McCarthy ed., IERS Conventions (1996), IERS Technical Note 21, Observatoire de Paris, July 1996 बाहरी कडि़यां Chasing Venus, Observing the Transits of Venus Smithsonian Institution Libraries Units outside the SI (at the NIST web site) Recommendations concerning Units (at the IAU web site) Solar Mass Loss, the Astronomical Unit, and the Scale of the Solar System (a discussion of the relation between the AU and other quantities) AU may need to be redefined (measuring distances in AU will become increasingly imprecise as the Sun radiates away its energy) New Scientist, 6 फ़रवरी 2008 खगोल शास्त्र में लम्बाई की इकाइयाँ खगोलिकी में मापन इकाईयाँ
नागपुर टी-20 मैच में भारत ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाजी के दमपर जीत दर्ज की. जब मैच आखिरी ओवर तक पहुंचा तो लोगों की सांसें थम सी गई थी, आखिरी ओवर में इंग्लैंड की टीम को सिर्फ 8 रन चाहिए थे, लेकिन बुमराह ने सिर्फ 2 रन खर्च किए और भारत को 5 रनों से शानदार जीत दिलवाई. बुमराह के इस शानदार ओवर ने सचिन तेंदुलकर के हीरो कप सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी ओवर की याद दिला दी, जब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए सिर्फ 6 रन के लिए चाहिए थे लेकिन सचिन की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने मैच 2 रनों से जीत लिया था. 24 नवंबर 1993 को ईडन गार्डन में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मात्र 195 रन बनाए थे, वहीं रनों का पीछा करने उतरी अफ्रीका की टीम ने 49वें ओवर तक 8 विकेट खोकर 190 रन बना लिए थे. और फिर कप्तान अजहरुद्दीन ने दांव खेलते हुए सचिन तेंदुलकर को गेंद थमाई. देखें क्या हुआ था उस आखिरी ओवर में... 49.1 ओवर - सचिन तेंदुलकर की गेंद पर ब्रायन मैकमिलन ने ऑफ-साइड की ओर शॉट खेलते हुए दो रन के लिए दौड़े लेकिन डी-विलियर्स रन आउट हो गए. इंग्लैंड 191 पर 9. जीत के लिए अभी भी 5 रनों की जरुरत 49.2 ओवर - अफ्रीका को जीत के लिए 5 रनों की जरुरत और भारत को एक विकेट.. सचिन की गेंद... डोनाल्ड की ड्राइव और कोई रन नहीं... 49.3 ओवर - अब अफ्रीका को मैच जीतने के लिए 4 गेंदों में 5 रनों की जरुरत, कोई रन नहीं.. 49.4 ओवर - सचिन की गेंद ऑफ वाइड के पास, अंपायर ने वाइड नहीं दी... अफ्रीका को जीत के लिए 2 गेंदों पर 5 रनों की जरुरत 49.5 ओवर - डोनाल्ड ने 5वीं गेंद पर एक रन लिया... अब मैकमिलन स्ट्राइक पर... 49.6 ओवर - आखिरी गेंद...जीत के लिए 4 रन... लेकिन अफ्रीका सिर्फ एक रन बना पाया... फाइनल स्कोर 193 पर 9 विकेट... भारत दो विकेट से जीता... बुमराह और सचिन के ओवर में समानता.... बुमराह को मैच जीतने के लिए 8 रन डिफेंड करने थे... वहीं सचिन को 6 रन... बुमराह ने सिर्फ दो रन खर्च किए.... वहीं सचिन ने तीन रन... बुमराह ने आखिरी ओवर में दो विकेट झटके... वहीं सचिन के आखिरी ओवर में एक विकेट गिरा वह भी रन आउट...
यह एक लेख है: कोयला आवंटन पर मुलायम सिंह यादव ने तीसरा मोर्चा खोलकर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। मुलायम लेफ्ट पार्टी, टीडीपी और कई विपक्षी दलों के साथ संसद में धरना दे रहे हैं। वे कोयला आवंटन के लाइसेंस रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं। साथ ही वे यह भी चाहते हैं कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच हो। उधर, कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं पर कैग की रिपोर्ट को लेकर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा और लोकसभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद स्थगित कर दी गई।टिप्पणियां मुलायम दावा कर रहे हैं कि बीजेडी और एआईएडीएमके भी इस मामले में उनके साथ हैं। मुलायम इस विरोध के जरिये फिर तीसरे मोर्चे को जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल, यह पूरी कवायद लेफ्ट और सपा को रास आ रही है। मुलायम फिर से उस तीसरे मोर्चे का सपना देख रहे हैं, जो उनको प्रधानमंत्री पद तक पहुंचा दे। एनडीटीवी का मध्यावधि सर्वे बता रहा है कि सपा भी लोकसभा में तीसरा सबसे बड़ा दल हो सकता है। उधर, कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं पर कैग की रिपोर्ट को लेकर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा और लोकसभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद स्थगित कर दी गई।टिप्पणियां मुलायम दावा कर रहे हैं कि बीजेडी और एआईएडीएमके भी इस मामले में उनके साथ हैं। मुलायम इस विरोध के जरिये फिर तीसरे मोर्चे को जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल, यह पूरी कवायद लेफ्ट और सपा को रास आ रही है। मुलायम फिर से उस तीसरे मोर्चे का सपना देख रहे हैं, जो उनको प्रधानमंत्री पद तक पहुंचा दे। एनडीटीवी का मध्यावधि सर्वे बता रहा है कि सपा भी लोकसभा में तीसरा सबसे बड़ा दल हो सकता है। मुलायम दावा कर रहे हैं कि बीजेडी और एआईएडीएमके भी इस मामले में उनके साथ हैं। मुलायम इस विरोध के जरिये फिर तीसरे मोर्चे को जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल, यह पूरी कवायद लेफ्ट और सपा को रास आ रही है। मुलायम फिर से उस तीसरे मोर्चे का सपना देख रहे हैं, जो उनको प्रधानमंत्री पद तक पहुंचा दे। एनडीटीवी का मध्यावधि सर्वे बता रहा है कि सपा भी लोकसभा में तीसरा सबसे बड़ा दल हो सकता है। दरअसल, यह पूरी कवायद लेफ्ट और सपा को रास आ रही है। मुलायम फिर से उस तीसरे मोर्चे का सपना देख रहे हैं, जो उनको प्रधानमंत्री पद तक पहुंचा दे। एनडीटीवी का मध्यावधि सर्वे बता रहा है कि सपा भी लोकसभा में तीसरा सबसे बड़ा दल हो सकता है।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अरविंद केजरीवाल सरकार में पूर्व मंत्री और अयोग्य करार दिए गए विधायक कपिल मिश्रा आप की महिला इकाई की प्रमुख ऋचा पांडेय के साथ शनिवार को यहां भाजपा में शामिल हो गए. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू और दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पंत मार्ग पर पार्टी कार्यालय में दोनों का स्वागत किया. तिवारी ने कहा, ‘‘मैं कपिल मिश्रा और ऋचा पांडे का भाजपा में स्वागत करता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और दीन दयाल उपाध्याय तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सिद्धांत पर चलते हुए दिल्ली की सेवा करेंगे.'' दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने इस महीने की शुरुआत में दलबदल विरोधी कानून के तहत मिश्रा को अयोग्य करार दे दिया था. मिश्रा ने मई में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के लिए प्रचार किया था. करावलनगर सीट से निर्वाचित हुए मिश्रा ने अयोग्य करार दिए जाने को दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी है.  मिश्रा ने मई 2017 में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद आप प्रमुख की आलोचना शुरू कर दी थी जिसके बाद से उनके भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. इसके बाद वह दिल्ली भाजपा के कई नेताओं के करीब आ गए और सार्वजनिक कार्यक्रमों में अक्सर उनके साथ मंच साझा करते हुए दिखे.
डिजिटल इंडिया में साइबर सुरक्षा बहुत मायने रखती है. देश में कैश की जगह बढ़ते डिजिटल लेनदेन में वित्तीय जालसाजी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. ऐसे में सरकार देश के तमाम जिलों में साइबर एक्सपर्ट की तैनाती पर विचार कर रही है. गृह मंत्रालय ऐसे प्रस्ताव पर गौर कर रहा है. गृह मंत्रालय में साइबर सुरक्षा को लेकर अहम बैठक हुई. इस बैठक में गृह सचिव राजीव गाबा समेत कई आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि डिजिटलाइजेशन के दौर में वित्तीय जालसाजी की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है. बैठक में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को लेकर सबसे बड़ा खतरा विदेश में बैठे हैकर्स से जताया गया. इस मुद्दे पर विस्तार से बात हुई. सभी राज्य सरकारों को साइबर सुरक्षा पर खासा ध्यान देने के लिए कहा गया है. बैठक में देश के तमाम राज्यों की पुलिस, साइबर सिक्योरिटी सेल और केंद्रीय एजेंसियों में बेहतर तालमेल की जरूरत पर जोर दिया गया. साथ ही देशभर में आने वाली वित्तीय जालसाजी की शिकायतों की हर दिन मॉनिटरिंग करने का फैसला लिया गया. बैठक में माना गया कि साइबर सुरक्षा को लेकर देश भर में बड़े बदलाव किए जाने की जरूरत है. इसके लिए हर जिले में विशेष साइबर सुरक्षा अधिकारियों की तैनाती होनी चाहिए. गृह मंत्रालय हर जिले में ऐसे अधिकारियों की भर्ती के लिए अभियान शुरू कराएगा. देश में पहले से ही जिन जगहों पर साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ काम कर रहे हैं वहां भी स्टाफ बढ़ाएगा जाएगा. साइबर सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए समय समय पर विशेष ट्रेनिंग अभियान भी चलाया जाएगा.
सुपस्टार सलमान खान का कहना है कि जहां तक गायकी का सवाल है शाहरुख इस लड़ाई में मुझसे पीछे रहेंगे. बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस पर सलमान खान की तुलना शाहरुख खान के साथ की जाती है. सलमान खान ने हाल ही में अपनी आने वाली फिल्म 'हीरो' के लिए 'मैं हू हीरो तेरा' गाना गाया है. इसके फिल्म के जरिए वह दो नए चेहरों सूरज पांचोली और आतिया शेट्टी को लॉन्च कर रहे हैं. फिल्म 'हीरो' के एक प्रमोशन इवेंट पर सलमान काफी मजाकिया अंदाज में नजर आए, जहां उनके साथ सूरज, आतिया, 'हीरो' के निर्देशक निखिल आडवाणी और गायक पलक मुच्छल और राहत फतेह अली खान भी मौजूद थे. सलमान ने चुटकी लेते हुए कहा कि जहां तक गायकी का सवाल है सभी खान मुझे जीतने देंगे. संवाददाताओं ने राहत फतेह अली खान से पूछा कि शाहरुख और सलमान में ज्यादा कौन है. उन्होंने कहा, 'मैंने सलमान खान को गाते हुए सुना है, लेकिन अभी तक शाहरुख को नहीं.' सलमान ने तुरंत कहा, 'कोई संभावना नहीं है कि वह लड़ाई जीतें. मैंने सुना है कि दोनों शाहरुख खान और आमिर खान मुझे जीतने देंगे. इसमें कोई संदेह नहीं.' इनपुट: IANS
मध्यप्रदेश में पुलिस आधुनिकीकरण योजना में भवन, वाहन, हथियार, कम्प्यूटर और अन्य उपकरणों की उपलब्धता सुनश्चित करने के लिये वर्ष 2010-11 तक इस योजना में प्रदेश को 876 करोड़ 58 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई, जिसमें से 814 करोड़ 20 लाख रुपये का उपयोग विभिन्न कार्यों में किया जा चुका है. गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार पुलिस बल आधुनिकीकरण योजना में 2009-10 तक प्राप्त राशि में से 98.37 प्रतिशत का उपयोग किया जा चुका है. प्राप्त राशि के उपयोग की दृष्टि से भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल होने के कारण प्रदेश को वर्ष 2010-11 में सर्वाधिक राशि आवंटित हुई. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से वर्तमान में प्रदेश में कोई भी पुलिस थाना वाहन विहीन नहीं है जबकि वर्तमान में पुलिस में विभिन्न श्रेणियों के 7356 वाहन उपलब्ध हैं. सूत्रों के अनुसार योजना में अत्याधुनिक हथियार जैसे 5.56 इन्सास रायफल, ग्लाक पिस्टल, 9 एम-एम-पिस्टल, 7.62 एसएलआर, एके-47, एमपी-5 सब मशीन गन, 7.62 एलएमजी, 12 बोर पम्प ऐक्शन गन आदि खरीद कर पुलिस बल को उपलब्ध करवाई गई. इसके अतिरिक्त वज्र वाहन, एंटी माइन व्हीकल, बुलेट प्रूफ व्हीकल, शिन गार्ड, हेलमेट खरीद कर जिला पुलिस बल के साथ ही हाक फोर्स, एटीएस, एसटीएफ, सीटीसी कमांडो को सुसज्जित किया गया.
यह एक लेख है: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के प्रचार-प्रसार के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बंगाल के एक जनसभा रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक उनके संपर्क में है, जो जल्द ही दल बदल सकते हैं. अब कुछ ऐसा ही होते हुए दिखाई दे रहा है. तृणमूल कांग्रेस के निलंबित विधायक शुभ्रांशु रॉय ने एक बयान में कहा कि दो-तीन दिन के भीतर वह भाजपा ज्वॉइन कर लेंगे, क्योंकि वह खुलकर सांस नहीं ले पा रहें. इसके अलावा शुभ्रांशु का कहना है कि बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी के पार्टी में कई लोगों का दम घुट रहा है. तृणमूल कांग्रेस के निलंबित विधायक शुभ्रांशु रॉय ने शुक्रवार को कहा कि वह कुछ दिनों में भाजपा में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि वह नई पारी शुरू करेंगे जिसमें वे खुलकर सांस ले सकेंगे. इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को रॉय को पार्टी विरोधी टिप्पणियां करने पर छह साल के लिए निलंबित कर दिया था. बीजपुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक रॉय भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अब, मैं खुलकर सांस लूंगा. तृणमूल में कई लोगों का दम घुट रहा है.'' उन्होंने दावा किया कि पार्टी के कई अन्य नेता उनके पदचिन्हों पर चलेंगे. शुभ्रांशु रॉय ने कहा, ‘‘मेरे पिता ने मुझे सतर्क रहने की सलाह दी है क्योंकि मुझे झूठे आपराधिक मामले में फंसाया जा सकता है या मुझ पर हमला किया जा सकता है... मैं दो तीन दिन में भाजपा में शामिल होऊंगा.''
लोगों के दिमाग में पुलिस की छवि काफी खराब बनी हुई है. अगर उन्हें कभी ऐसी जरूरत पड़ जाए कि उन्हें पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत हो तो लोग कई बार सोचते हैं. कई बार तो लोग यह सोचकर पुलिस कंप्लेंट भी नहीं करते कि पता नहीं पुलिस उनके साथ कैसा व्यवहार करेगी लेकिन हाल ही में मुंबई से एक ऐसा मामला सामने आया है जो पुलिस के प्रति लोगों की सोच बदल सकता है. मुंबई पुलिस पूरी तरह इस कोशिश में लगी है कि लोगों का नजरिया उनके प्रति बदले और वो ट्विटर पर काफी चर्चा में भी रहती है. दरअसल शनिवार को मुंबई निवासी अनीश साकीनाका पुलिस स्टेशन एफआईआर दर्ज करवाने गए. इस समय में जब सोशल मीडिया पर पुलिस के बारे में कई तरह की बातें की जाती हैं कि वो लोगों के साथ खराब बर्ताव करती है और एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी करती है इन सबके बीच मुंबई पुलिस ने ना केवल अनीश की एफआईआर दर्ज की बल्कि जब उन्हें पता चला कि शनिवार को (14 अक्टूबर) उनका जन्मदिन है तो उन्होंने अनीष के लिए केक भी मंगवाया. When personal details in the FIR revealed it's complainant Anish's birthday, a Cake followed the FIR Copy at Sakinaka Pstn 😊 pic.twitter.com/tEBnNYdJ3y — Mumbai Police (@MumbaiPolice) October 14, 2017 इस बात की जानकारी मुंबई पुलिस ने खुद अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की. उन्होंने अनीष के साथ तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि जब पर्सनल डिटेल्स से यह पता चला कि आज अनीष का जन्मदिन है तो साकीनाका पुलिस स्टेशन में उनके लिए केक मंगवाया गया. पुलिस का ये चेहरा देखने के बाद हम उम्मीद कर सकते हैं कि जो लोग पुलिस के बारे में गलत सोचकर बैठे हैं उनकी सोच में बदलाव आएगा और वो अगली बार जरूरत पड़ने पर पुलिस स्टेशन जाने से नहीं कतराएंगे.
हमारे देश पिछले कुछ साल से हाई स्पीड ट्रेन चलाने की बात हो रही है, वहीं फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक कंपनी ने सुपरसोनिक यात्री विमान शुरू करने का ख्वाब दिखाया है. कंपनी का दावा है कि वह महज ढाई घंटे में लंदन से न्यूयॉर्क की यात्रा कराएगी. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि लंदन से न्यूयॉर्क की दूरी 5,567 किलोमीटर है. हालांकि कंपनी का कहना है कि इस फ्लाइट में  बिजनेस और फर्स्ट क्लास पैसेंजर्स ही केवल यात्रा कर पाएंगे. बूम नाम की एयरोस्पेस स्टॉर्टअप कंपनी की ओर से पेरिस एयर शो में कहा गया कि छह साल में वह इस सेवा को शुरू कर सकती है. कंपनी के इस दावे को भारत के संदर्भ में देखें तो दिल्ली से लंदन की दूरी 6,693 किलोमीटर है, यानी अगर सुपरसोनिक हवाई सेवा शुरू होती है तो करीब तीन घंटे में दिल्ली से लंदन पहुंचा जा सकेगा.  stuff की खबर के मुताबिक कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अगर कंपनी ने सर्टिफिकेशन संबंधी प्रोसेस और समस्याओं का निपटारा कर लिया तो अगले 6 साल के भीतर लोगे ढाई घंटे में लंदन से न्यूयॉर्क जा सकेंगे.  कंपनी सैन फ्रैंसिस्को से टोक्यो के बीच भी यात्रा के समय को कम करने की प्‍लानिंग कर रही है. कंपनी लक्ष्य बनाकर चल रही है कि इन दो शहरों के बीच 11 घंटे के सफर को 5.5 घंटे में पूरा किया जाए. इसी तरह लॉस एंजिलिस से सिडनी के बीच 15 के बजाय 7 घंटे में ही पैसेंजर्स की यात्रा पूरी हो जाए.  बताया जा रहा है कि बूम को पांच एयरलाइंस कंपनियां पहले ही सुपरसॉनिक यात्री एयरलाइनर के लिए 70 से ज्यादा ऑर्डर कर चुकी हैं. वर्जिन कंपनी 76 एयरक्राफ्ट रिजर्व कराने के साथ-साथ 10 प्लेन बुक करा चुकी है. चार अन्य एयरलाइनों की भी आने वाले दिनों में घोषणा कर दी जाएगी. पेरिस एयर शो के दौरान कंपनी ने ये जानकारी दी.टिप्पणियां हालांकि कुछ विशेषज्ञों को संदेह है कि बूम अपने लक्ष्य पर खरा उतर पाएगा? 2003 में यूरोपीय विमान कंपनी कॉनकॉर्ड ने अपनी ट्रान्साटलांटिक सुपरसॉनिक उड़ान को फाइनेंशियल दिक्कतों से बंद कर दिया था. 20,000 यूएस डॉलर के किराए के साथ उड़ान भरने वाले इस विमान की पेशकश काफी कम यात्रियों को ही अपील कर पाई थी. वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि फ्यूल इकनॉमी, चुनौतीपूर्ण तकनीकी, रूट टाइमिंग और सुपरसॉनिक कमर्शियल उड़ानों के खिलाफ मौजूदा नियम बूम के लिए बाधा बन सकती है. इनपुट: IANS/bhasha stuff की खबर के मुताबिक कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि अगर कंपनी ने सर्टिफिकेशन संबंधी प्रोसेस और समस्याओं का निपटारा कर लिया तो अगले 6 साल के भीतर लोगे ढाई घंटे में लंदन से न्यूयॉर्क जा सकेंगे.  कंपनी सैन फ्रैंसिस्को से टोक्यो के बीच भी यात्रा के समय को कम करने की प्‍लानिंग कर रही है. कंपनी लक्ष्य बनाकर चल रही है कि इन दो शहरों के बीच 11 घंटे के सफर को 5.5 घंटे में पूरा किया जाए. इसी तरह लॉस एंजिलिस से सिडनी के बीच 15 के बजाय 7 घंटे में ही पैसेंजर्स की यात्रा पूरी हो जाए.  बताया जा रहा है कि बूम को पांच एयरलाइंस कंपनियां पहले ही सुपरसॉनिक यात्री एयरलाइनर के लिए 70 से ज्यादा ऑर्डर कर चुकी हैं. वर्जिन कंपनी 76 एयरक्राफ्ट रिजर्व कराने के साथ-साथ 10 प्लेन बुक करा चुकी है. चार अन्य एयरलाइनों की भी आने वाले दिनों में घोषणा कर दी जाएगी. पेरिस एयर शो के दौरान कंपनी ने ये जानकारी दी.टिप्पणियां हालांकि कुछ विशेषज्ञों को संदेह है कि बूम अपने लक्ष्य पर खरा उतर पाएगा? 2003 में यूरोपीय विमान कंपनी कॉनकॉर्ड ने अपनी ट्रान्साटलांटिक सुपरसॉनिक उड़ान को फाइनेंशियल दिक्कतों से बंद कर दिया था. 20,000 यूएस डॉलर के किराए के साथ उड़ान भरने वाले इस विमान की पेशकश काफी कम यात्रियों को ही अपील कर पाई थी. वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि फ्यूल इकनॉमी, चुनौतीपूर्ण तकनीकी, रूट टाइमिंग और सुपरसॉनिक कमर्शियल उड़ानों के खिलाफ मौजूदा नियम बूम के लिए बाधा बन सकती है. इनपुट: IANS/bhasha कंपनी सैन फ्रैंसिस्को से टोक्यो के बीच भी यात्रा के समय को कम करने की प्‍लानिंग कर रही है. कंपनी लक्ष्य बनाकर चल रही है कि इन दो शहरों के बीच 11 घंटे के सफर को 5.5 घंटे में पूरा किया जाए. इसी तरह लॉस एंजिलिस से सिडनी के बीच 15 के बजाय 7 घंटे में ही पैसेंजर्स की यात्रा पूरी हो जाए.  बताया जा रहा है कि बूम को पांच एयरलाइंस कंपनियां पहले ही सुपरसॉनिक यात्री एयरलाइनर के लिए 70 से ज्यादा ऑर्डर कर चुकी हैं. वर्जिन कंपनी 76 एयरक्राफ्ट रिजर्व कराने के साथ-साथ 10 प्लेन बुक करा चुकी है. चार अन्य एयरलाइनों की भी आने वाले दिनों में घोषणा कर दी जाएगी. पेरिस एयर शो के दौरान कंपनी ने ये जानकारी दी.टिप्पणियां हालांकि कुछ विशेषज्ञों को संदेह है कि बूम अपने लक्ष्य पर खरा उतर पाएगा? 2003 में यूरोपीय विमान कंपनी कॉनकॉर्ड ने अपनी ट्रान्साटलांटिक सुपरसॉनिक उड़ान को फाइनेंशियल दिक्कतों से बंद कर दिया था. 20,000 यूएस डॉलर के किराए के साथ उड़ान भरने वाले इस विमान की पेशकश काफी कम यात्रियों को ही अपील कर पाई थी. वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि फ्यूल इकनॉमी, चुनौतीपूर्ण तकनीकी, रूट टाइमिंग और सुपरसॉनिक कमर्शियल उड़ानों के खिलाफ मौजूदा नियम बूम के लिए बाधा बन सकती है. इनपुट: IANS/bhasha बताया जा रहा है कि बूम को पांच एयरलाइंस कंपनियां पहले ही सुपरसॉनिक यात्री एयरलाइनर के लिए 70 से ज्यादा ऑर्डर कर चुकी हैं. वर्जिन कंपनी 76 एयरक्राफ्ट रिजर्व कराने के साथ-साथ 10 प्लेन बुक करा चुकी है. चार अन्य एयरलाइनों की भी आने वाले दिनों में घोषणा कर दी जाएगी. पेरिस एयर शो के दौरान कंपनी ने ये जानकारी दी.टिप्पणियां हालांकि कुछ विशेषज्ञों को संदेह है कि बूम अपने लक्ष्य पर खरा उतर पाएगा? 2003 में यूरोपीय विमान कंपनी कॉनकॉर्ड ने अपनी ट्रान्साटलांटिक सुपरसॉनिक उड़ान को फाइनेंशियल दिक्कतों से बंद कर दिया था. 20,000 यूएस डॉलर के किराए के साथ उड़ान भरने वाले इस विमान की पेशकश काफी कम यात्रियों को ही अपील कर पाई थी. वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि फ्यूल इकनॉमी, चुनौतीपूर्ण तकनीकी, रूट टाइमिंग और सुपरसॉनिक कमर्शियल उड़ानों के खिलाफ मौजूदा नियम बूम के लिए बाधा बन सकती है. इनपुट: IANS/bhasha हालांकि कुछ विशेषज्ञों को संदेह है कि बूम अपने लक्ष्य पर खरा उतर पाएगा? 2003 में यूरोपीय विमान कंपनी कॉनकॉर्ड ने अपनी ट्रान्साटलांटिक सुपरसॉनिक उड़ान को फाइनेंशियल दिक्कतों से बंद कर दिया था. 20,000 यूएस डॉलर के किराए के साथ उड़ान भरने वाले इस विमान की पेशकश काफी कम यात्रियों को ही अपील कर पाई थी. वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि फ्यूल इकनॉमी, चुनौतीपूर्ण तकनीकी, रूट टाइमिंग और सुपरसॉनिक कमर्शियल उड़ानों के खिलाफ मौजूदा नियम बूम के लिए बाधा बन सकती है. इनपुट: IANS/bhasha इनपुट: IANS/bhasha
हेगेल की सोच को उस व्यापक परंपरा के भीतर एक रचनात्मक विकास के रूप में समझा जा सकता है जिसमें प्लेटो और इमैनुएल कांट शामिल हैं। इस सूची में, प्रोक्लस, मिस्टर एकहार्ट, गॉटफ्राइड विल्हेम लीबनिज, प्लोटिनस, जैकब बोहमे और जीन-जैक्स रूसो को जोड़ा जा सकता है। ये सभी विचारक जो साझा करते हैं, जो उन्हें एपिकुरस और थॉमस हॉब्स जैसे भौतिकवादियों और डेविड ह्यूम जैसे अनुभववादियों से अलग करता है, वह यह है कि वे स्वतंत्रता या आत्मनिर्णय दोनों को वास्तविक मानते हैं और आत्मा या मन या दिव्यता के लिए महत्वपूर्ण ऑन्कोलॉजिकल निहितार्थ मानते हैं। स्वतंत्रता पर यह ध्यान ही प्लेटो की इस धारणा को जन्म देता है (फेडो, रिपब्लिक और टिमियस में) कि आत्मा में निर्जीव वस्तुओं की तुलना में उच्च या पूर्ण प्रकार की वास्तविकता होती है। जबकि अरस्तू प्लेटो के "रूपों" की आलोचना करता है, वह आत्मनिर्णय के लिए ऑन्कोलॉजिकल निहितार्थों की प्लेटो की आधारशिलाओं को संरक्षित करता है: नैतिक तर्क, प्रकृति के पदानुक्रम में आत्मा का शिखर, ब्रह्मांड का क्रम और एक प्रमुख प्रस्तावक के लिए तर्कसंगत तर्कों के साथ एक धारणा। कांट प्लेटो के व्यक्तिगत संप्रभुता के उच्च सम्मान को नैतिक और सामान्य स्वतंत्रता के साथ-साथ ईश्वर के विचारों से भी जोड़ते हैं। तीनों चीजों की योजना में मनुष्यों की अद्वितीय स्थिति पर समान आधार पाते हैं, जो जानवरों और निर्जीव वस्तुओं से चर्चा किए गए स्पष्ट मतभेदों से जाना जाता है।
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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को काले झंडे दिखाए. उनका काफिला रोकने की कोशिश के आरोप में 20 सपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. अलीगढ़ हवाई अड्डे पर उतरने के बाद जैसे ही राहुल भीमनगर जिले की ओर बढ़े, रास्ते में महंगाई और भ्रष्टाचार पर नारेबाजी करते सपा कार्यकर्ताओं के झुंड ने उन्हें काले झंडे दिखाए और उनका काफिला रोकने की कोशिश की. अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र वीर सिंह ने आईएएनएस को बताया, "कांग्रेस महासचिव का सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश करने वाले 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है." इससे पहले अलीगढ़ हवाई अड्डे पर राहुल गांधी से मिलने की मांग कर रहे कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अनुमति नहीं मिलने पर नारेबाजी कर विरोध जताया.
भंवरी देवी गुमशुदगी मामले में कांग्रेस विधायक मलखान सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है. पिछले दस दिनों से सीबीआई उन्हें नोटिस भेज कर बुला रही थी लेकिन वो बीमार होने की बात कह कर सीबीआई की पूछताछ से बचते रहे थे. सोमवार सुबह सीबीआई ने मलखान सिंह के बेटों और बहुओं को दफ्तर ले आई थी. वहां उनसे घंटो पूछताछ की. बेटों और बहुओं से पूछताछ की खबर मिली तो शाम तक मलखान खुद ही सीबीआई के दफ्तर पहुंच गए. तीन घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई ने मलखान को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें मंगलवार को जोधपुर की सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा. भंवरी देवी के गायब होने के पीछे मलखान सिंह पर भी शक है. भंवरी के पति ने बताया था कि भंवरी मलखान सिंह के साथ ही रहती थी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वित्तमंत्री अरुण जेटली की ओर से दायर मानहानि के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में अपील की है. केजरीवाल ने अपनी याचिका में अरुण जेटली और उनके परिवार के सदस्यों की बैंक डीटेल सार्वजनिक करने की कोर्ट से मांग की है. दरअसल सीएम केजरीवाल ने अरुण जेटली पर दिल्ली जिला क्रिकेट संघ ( डीडीसीए ) का अध्यक्ष रहने के दौरान वित्तीय अनियमित्ताओं का आरोप लगाया था. वहीं अरुण जेटली ने इन आरोपों को झूठ करार देते हुए केजरीवाल के खिलाफ दिवानी और फौजदारी मानहानि का मुकदमा दायर किया था. Arvind Kejriwal's Application in Arun Jaitley Defamation by Saad Bin Omer on Scribd अरुण जेटली का आरोप था कि केजरीवाल राजनीतिक लाभ के मकसद से उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. इस संबंध में उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में 10 करोड़ रुपये का दीवानी मानहानी का मुकदमा दायर किया था. वहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाकर दिल्ली की गद्दी पर पहुंचे सीएम केजरीवाल ने खुद के खिलाफ दायर मानहानि के इन मामलों को खारिज करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी, हालांकि दोनों ही जगहों से उनकी यह याचिका खारिज कर दी गई. इससे पहले इसी मामले में हाईकोर्ट ने केजरीवाल पर 10 हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया था. केजरीवाल के अलावा पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आज़ाद पर भी कोर्ट ने 30 हज़ार का जुर्माना लगाया था. डीडीसीए ने उनके खिलाफ भी मानहानि का केस दायर कर रखा है. दरअसल हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान केजरीवाल और आज़ाद से ज़वाब तलब किया था, लेकिन कोर्ट से मिली मोहलत पूरी होने के बाद भी जब दोनों ने कोई ज़वाब नहीं दिया तो कोर्ट के रजिस्ट्रार ने दोनों पर जुर्माना लगा दिया.
बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. पहले चरण में 58,826 शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक बनाया जाएगा. जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राचार्य दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से दो वर्षीय परीक्षा पास करने वालों की सूची जिलेवार बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सौंपेंगे. इसके बाद 7 जुलाई तक काउंसलिंग के लिए कार्यक्रम जारी कर दिए जाएंगे. बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 1.70 लाख शिक्षा मित्र बच्चों को पढ़ा रहे हैं. सरकार शिक्षा मित्रों को दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण देकर परिषदीय स्कूलों में समायोजित करना चाहती है. शिक्षा मित्रों को तीन चरणों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पहले चरण में 60,000 को प्रशिक्षण दिया गया जिसमें 58,826 ने बीटीसी परीक्षा उत्तीर्ण की है. दूसरे चरण में 64,000 और तीसरे चरण में 46,000 शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. समायोजन की प्रक्रिया 31 जुलाई तक पूरी कर ली जाएगी.
यह लेख है: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्‍नी और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप और उनके बेटे बैरन अब व्हाइट हाउस में रहेंगे. मेलानिया बेटे बैरन के साथ व्हाइट हाउस शिफ्ट हो गई हैं. मेलानिया ट्रंप की संचार निदेशक स्टेफनी ग्रिशम ने रविवार रात ट्वीट कर कहा, "यह आधिकारिक है. मेलानिया और बैरन डीसी आ गए हैं." राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड व्हाउट हाउस में शिफ्ट हो गए थे जबकि मेलानिया ट्रंप बेटे बैरन (11) के साथ न्यूयॉर्क के ट्रंप टावर में रह रही थीं.टिप्पणियां एनबीसी के मुताबिक, मेलानिया ने बैरन के न्यूयॉर्क स्कूल में इस साल का सत्र पूरा होने तक वहीं रहने का फैसला किया था. 1963 के बाद से व्हाइट हाउस में रहने वाले बैरन फर्स्ट बॉय हैं. उनसे पहले 1963 में जॉन एफ.कैनेडी का तीन वर्षीय बेटा भी यहां रहा था. मेलानिया ने रविवार रात ट्वीट कर कहा, "अपने नए घर की यादों को सहेजकर रखने के लिए आश्वस्त हूं." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड व्हाउट हाउस में शिफ्ट हो गए थे जबकि मेलानिया ट्रंप बेटे बैरन (11) के साथ न्यूयॉर्क के ट्रंप टावर में रह रही थीं.टिप्पणियां एनबीसी के मुताबिक, मेलानिया ने बैरन के न्यूयॉर्क स्कूल में इस साल का सत्र पूरा होने तक वहीं रहने का फैसला किया था. 1963 के बाद से व्हाइट हाउस में रहने वाले बैरन फर्स्ट बॉय हैं. उनसे पहले 1963 में जॉन एफ.कैनेडी का तीन वर्षीय बेटा भी यहां रहा था. मेलानिया ने रविवार रात ट्वीट कर कहा, "अपने नए घर की यादों को सहेजकर रखने के लिए आश्वस्त हूं." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एनबीसी के मुताबिक, मेलानिया ने बैरन के न्यूयॉर्क स्कूल में इस साल का सत्र पूरा होने तक वहीं रहने का फैसला किया था. 1963 के बाद से व्हाइट हाउस में रहने वाले बैरन फर्स्ट बॉय हैं. उनसे पहले 1963 में जॉन एफ.कैनेडी का तीन वर्षीय बेटा भी यहां रहा था. मेलानिया ने रविवार रात ट्वीट कर कहा, "अपने नए घर की यादों को सहेजकर रखने के लिए आश्वस्त हूं." (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रिश्वतखोरी के मामले घिरे में कॉरपोरेट अफेयर के पूर्व डीजी बीके बंसल के घर से पुलिस ने सुसाइड नोट के चार सेट बरामद किए हैं. जिसमें उन्होंने सीबीआई पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद सीबीआई के कुछ अधिकारी भी जांच के दायरे में आ गए हैं. पुलिस सुसाइड नोट के तथ्यों की जांच कर रही है. मंगलवार की सुबह बीके बंसल और उनका बेटा योगेश घर में फांसी पर लटके मिले थे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को आत्महत्या करने से पहले बीके बंसल ने घर में एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था. जिसके एक पन्ना हाथ से लिखा गया है जबकि बाकी पन्ने दस्तावेजों की फोटो कॉपी हैं. उन्होंने सुसाइड नोट के साथ अपनी तस्वीरें और अपने रिश्तेदारों के नंबर भी छोड़े हैं. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने सीबीआई पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. बंसल ने लंबे सुसाइड नोट मे अपनी पत्नी और बेटी की ख़ुदकुशी का भी ज़िक्र भी किया है. उन्होंने नोट में बताया है कि कैसे सीबीआई के जांच अघिकारी उनके परिवार को परेशान कर रहे थे. दिल्ली पुलिस ने सुसाइड नोट अपने क़ब्ज़े मे लेकर सीबीआई के उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है ताकि वे बीके बंसल की जांच कर रहे विभागीय अधिकारियों से पूछताछ कर सकें. मंगलवार की सुबह बीके बंसल और उनके बेटे योगेश ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. बंसल को 26 अगस्त 2016 को नियमित जमानत मिल गई थी. बताया जा रहा है कि जेल से आने के बाद से ही बीके बंसल काफी परेशान थे. वह पत्नी और बेटी की मौत से काफी दुखी थी. मगर उनका कहना था कि जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए. बीके बंसल का पुत्र योगेश अपने रिश्तेदारों के साथ हिसार में रहता था. पिता को जमानत मिलने के बाद वह दिल्ली आ गया था. योगेश प्रोपर्टी का काम करता था. दो हफ्ते पहले ही बीके बंसल और उनका बेटा वापस अपने उसी फ्लैट में रहने आए थे, जहां वे परिवार के साथ 2004 से रह रहे थे. पुलिस के मुताबिक बीके बंसल ने सोमवार की शाम साढ़े 6 बजे अपने पंडित को घर बुलाया था. बंसल ने पंडित को दो हजार रुपये देते हुए कहा था कि वे 10-15 दिनों के लिए बाहर जा रहे हैं. इसलिए ये पैसे रख लीजिए. बंसल नेसीबीआई में मामला दर्ज होने के बाद पंडित से कोई पूजा कराई थी. पुलिस के मुताबिक आत्महत्या की वारदात से पहले बंसल से मिलने वाले आखरी शख्स वो पुजारी ही थे. ईस्ट दिल्ली के डीसीपी ऋषि पाल ने बताया कि दो अलग-अलग सुसाइड नोट के चार सेट मिले हैं. बीके बंसल ने 5 पेज का सुसाइड नोट लिखा है जबकि 2 पेज का उनके बेटे योगेश ने लिखा है. दोनों ने कई सीबीआई अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. लेकिन आरोप क्या हैं ये पुलिस नहीं बता रही है. बंसल ने अपनी संपत्ति के बारे में भी कुछ नहीं लिखा है कि यह किसे जायेगी. डीसीपी ने बताया कि हम ये सुसाइड नोट सीबीआई को भेज रहे हैं ताकि वो भी अपने अफसरों के आरोपों को देखें. फिलहाल इस संबंध में अभी कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है. उधर, बीके बंसल की मौत के बाद सीबीआई ने इस घटना पर अफसोस जाहिर किया है. सीबीआई का कहना है कि इस मामले में स्थानीय पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. सीबीआई ने साफ किया कि बंसल का पुत्र योगेश न तो इस मामले में आरोपी था और न ही सीबीआई ने उसे कभी तलब किया था. सीबीआई केवल रिश्वत मामले में जांच कर रही है. जो अभी भी जारी है.
यह एक लेख है: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन एक रैली के दौरान तब आपा खो दीं, जब एक पोस्टर में उनके पति और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को एक 'यौन दरिंदा' के रूप में दिखाकर निंदा की गई. न्यूयॉर्क पोस्ट ऑन लाइन की खबर के अनुसार, मंगलवार को उनके 20 मिनट के राजनीतिक भाषण के दौरान करीब तीन मिनट तक एक तंग करने वाला प्रदर्शनकारी चिल्लाता रहा 'बिल क्लिंटन एक बलात्कारी हैं'. अपने उसी बयान को घोषित करते हुए उसने हरे रंग का संकेतक भी लहराया. तब हिलेरी ने प्रदर्शकारी पर अंगुली उठाई. फ्लोरिडा की फोर्ट लाउडरडाले में उन्होंने उस पर चिल्लाते हुए कहा, 'मैं डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने वाले लोगों के नकारात्मक, अज्ञानता वाले, विभाजनकारी, खतरनाक नजरिए और गुस्से से थक और उब चुकी हूं'. हिलेरी की रैली में विरोध-प्रदर्शन करने वालों के लिए बलात्कारी (रेपिस्ट) शब्द दिखाना असामान्य नहीं है, लेकिन हिलेरी ने इस पर विचित्र प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए पीछे नहीं जाने का कहने का समय है. हम लोग उज्ज्वल भविष्य में आगे बढ़ रहे हैं. टिप्पणियां इसके बाद हिलेरी के समर्थकों ने हिलेरी..! हिलेरी..! हिलेरी..! के नारे लगाने शुरू कर दिए. बाद में भाषण के दौरान बाधा डालने वाले उस व्यक्ति को रैली से बाहर कर दिया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) न्यूयॉर्क पोस्ट ऑन लाइन की खबर के अनुसार, मंगलवार को उनके 20 मिनट के राजनीतिक भाषण के दौरान करीब तीन मिनट तक एक तंग करने वाला प्रदर्शनकारी चिल्लाता रहा 'बिल क्लिंटन एक बलात्कारी हैं'. अपने उसी बयान को घोषित करते हुए उसने हरे रंग का संकेतक भी लहराया. तब हिलेरी ने प्रदर्शकारी पर अंगुली उठाई. फ्लोरिडा की फोर्ट लाउडरडाले में उन्होंने उस पर चिल्लाते हुए कहा, 'मैं डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने वाले लोगों के नकारात्मक, अज्ञानता वाले, विभाजनकारी, खतरनाक नजरिए और गुस्से से थक और उब चुकी हूं'. हिलेरी की रैली में विरोध-प्रदर्शन करने वालों के लिए बलात्कारी (रेपिस्ट) शब्द दिखाना असामान्य नहीं है, लेकिन हिलेरी ने इस पर विचित्र प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए पीछे नहीं जाने का कहने का समय है. हम लोग उज्ज्वल भविष्य में आगे बढ़ रहे हैं. टिप्पणियां इसके बाद हिलेरी के समर्थकों ने हिलेरी..! हिलेरी..! हिलेरी..! के नारे लगाने शुरू कर दिए. बाद में भाषण के दौरान बाधा डालने वाले उस व्यक्ति को रैली से बाहर कर दिया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फ्लोरिडा की फोर्ट लाउडरडाले में उन्होंने उस पर चिल्लाते हुए कहा, 'मैं डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने वाले लोगों के नकारात्मक, अज्ञानता वाले, विभाजनकारी, खतरनाक नजरिए और गुस्से से थक और उब चुकी हूं'. हिलेरी की रैली में विरोध-प्रदर्शन करने वालों के लिए बलात्कारी (रेपिस्ट) शब्द दिखाना असामान्य नहीं है, लेकिन हिलेरी ने इस पर विचित्र प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए पीछे नहीं जाने का कहने का समय है. हम लोग उज्ज्वल भविष्य में आगे बढ़ रहे हैं. टिप्पणियां इसके बाद हिलेरी के समर्थकों ने हिलेरी..! हिलेरी..! हिलेरी..! के नारे लगाने शुरू कर दिए. बाद में भाषण के दौरान बाधा डालने वाले उस व्यक्ति को रैली से बाहर कर दिया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हिलेरी की रैली में विरोध-प्रदर्शन करने वालों के लिए बलात्कारी (रेपिस्ट) शब्द दिखाना असामान्य नहीं है, लेकिन हिलेरी ने इस पर विचित्र प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए पीछे नहीं जाने का कहने का समय है. हम लोग उज्ज्वल भविष्य में आगे बढ़ रहे हैं. टिप्पणियां इसके बाद हिलेरी के समर्थकों ने हिलेरी..! हिलेरी..! हिलेरी..! के नारे लगाने शुरू कर दिए. बाद में भाषण के दौरान बाधा डालने वाले उस व्यक्ति को रैली से बाहर कर दिया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके बाद हिलेरी के समर्थकों ने हिलेरी..! हिलेरी..! हिलेरी..! के नारे लगाने शुरू कर दिए. बाद में भाषण के दौरान बाधा डालने वाले उस व्यक्ति को रैली से बाहर कर दिया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विवरण बिल्हौर मानचित्र बिल्हौर (Bilhaur) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के जनपद कानपुर नगर में स्थित एक कस्बा है। यह इसी नाम से तहसील का मुख्यालय भी है। यहां मुख्य रूप से हिन्दी भाषा के तौर पर इस्तेमाल की जाती है। यह क्षेत्र कन्नौज शहर के करीब होने के कारण यहाँ पे कुछ लक्षण कन्नौजी भाषा के भी मिलते हैं। यहाँ के किसानो की मुख्य फसल आलू है। किसान को आलू रखने के लिये उचित शीत-ग्रहों की व्यवस्था है। इस कस्बे में भारतीय जीवन बीमा निगम का कार्यालय, पुलिस थाना, रेलवे स्टेशन और तहसील भी स्थित है। कस्बा बिल्हौर की जनसंख्या सन् 2011 की जनगणना के अनुसार 20‚493 आंकी गयी थी। कस्बा बिल्हौर मे नगर पालिका परिषद के अन्तर्गत कुल 25 वार्ड स्थित है एवं ग्रामीण क्षेत्र मे छोटे–बडे गांवो को मिलाकर लगभग 750 गांव स्थित है। नगर पालिका परिषद बिल्हौर बिल्हौर नगर पालिका परिषद जनपद कानपुर नगर की प्रमुख एवं आदर्श नगर पालिका है। बिल्हौर नगर पालिका परिषद के अन्तर्गत कुल 25 वार्ड स्थित है। समस्त वाडों एवं उनके सभासदों की सूची नीचे प्रकाशित है – तहसील बिल्हौर तहसील बिल्हौर मे कुल 4 विकास खण्ड एवं लगभग 750 गांव है। तहसील बिल्हौर के अन्तर्गत आने वाले कुछ गांवाे की सूची नीचे प्रकाशित है – इन्हें भी देखें कानपुर नगर ज़िला बाहरी कड़ियाँ बिल्हौर- उत्तर प्रदेश सन्दर्भ कानपुर नगर ज़िला उत्तर प्रदेश के नगर कानपुर नगर ज़िले के नगर
एयर इंडिया की सहायक कंपनी एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विस लिमिटेड के दिल्ली और मुंबई ऑफिस में वैकेंसी है. इच्छुक उम्मीदवार 30 जुलाई को वॉक इन इंटरव्यू के लिए जा सकते हैं. पद का नाम कैबिन सुपरवाइजर/ कैबिन टेक्निशियन पदों की लोकेशन और संख्या दिल्ली के लिए : 12 मुंबई के लिए: 04 योग्यता ग्रेजुएट और किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा, इसके अलावा उम्मीदवार के पास 5 साल का अनुभव भी होना चाहिए. उम्र सीमा: 18-30 साल चयन: उम्मीदवारों का चयन ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा. सैलरी: 25000 रुपये महीना आवेदन शुल्क: 500 रुपये आवेदन संबंधी ज्यादा जानकारी के लिए देखें: www.airindia.in/writereaddata/Portal/career/213_1_advertisement-for-recruitment-of-cabin-supervisor.pdf
यह एक लेख है: लोकसभा और राज्यसभा में मंगलवार को एक बार फिर नेशनल हेराल्ड के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ये 100 प्रतिशत राजनीतिक बदले की कार्रवाई है और इसके पीछे प्रधानमंत्री कार्यालय है। राहुल के इस आरोप के साथ ही कांग्रेस और एनडीए सरकार के बीच संसद में आरोप-प्रत्यारोप का एक नया दौर शुरू हो गया। संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव प्रताप रुडी ने राहुल गांधी को चुनौती दी कि वो अपना आरोप साबित करें और सबूत सार्वजनिक करें। अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इस तनाव का सीधा असर GST जैसे अहम विधेयकों पर पड़ना दिख रहा है। ये विवाद ऐसे समय पर खड़ा हुआ है जब सरकार और कांग्रेस के बीच राजनीतिक आम राय बनाने की कवायद जारी थी। अब इस तकरार का सीधा असर राजनीतिक सहमति बनाने की कवायद पर सीधे तौर पर पड़ता दिख रहा है और संसद का शीतकालीन सत्र भी मॉनसून सत्र की तर्ज़ पर हंगामे की भेंट चढ़ता दिख रहा है।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अपना 16 साला पुराना अनशन खत्म करने के कुछ दिनों बाद मणिपुर की ‘आयरन लेडी’ इरोम शर्मिला ने कहा कि राजनीति में आने के उनके फैसले में कोई बदलाव नहीं आया है और उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य से अफ्सपा हटाने के उनके अभियान में ‘नयी शुरूआत’ होगी. अनशन खत्म कर राजनीति में आने के फैसले के बाद 44 साल की शर्मिला खुद को अचानक से दोस्तों के दूरी बना लेने की स्थिति में पा रही हैं तथा अपने समर्थकों से भी उनको निराशाजनक जवाब मिल रहा है. उनके इस फैसले का सिविल सोसायटी अैर आम लोगों में स्वागत नहीं हुआ है तथा लोगों ने उनको एक तरह से अलग थलग छोड़ दिया है. परिवार से लेकर करीबी दोस्तों और पड़ोसियों तक से शर्मिला को विरोध का सामना करना पड़ा है तथा कुछ उग्रवादी समूहों ने कथित तौर पर धमकी भी दी है. स्थिति यह है कि शर्मिला को उसी अस्पताल में लौटना पड़ा है जो बीते 16 सालों में अनशन के दौरान उनका घर सा हो गया था.टिप्पणियां इस मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता से जब यह पूछा गया कि क्या राजनीति में आने के उनके फैसला में कोई बदलाव आया है तो उन्होंने कहा, ‘हां, मैं मुख्यमंत्री बनना चाहती हूं. अगर मैं मुख्यमंत्री बनती हूं तो मैं इस बदनाम अफ्सपा को हटा सकती हूं.’ मणिपुर में विधानयभा चुनाव 2017 में होना है. उन्होंने कहा, ‘अगर लोग मेरा समर्थन नहीं करते, मैं अपने रास्ते चली जाउंगी.’ इसके साथ ही शर्मिला ने यह भी भरोसा जताया कि चुनावी राजनीति में आने के उनके फैसले को जनता में समर्थन हासिल है. अनशन खत्म कर राजनीति में आने के फैसले के बाद 44 साल की शर्मिला खुद को अचानक से दोस्तों के दूरी बना लेने की स्थिति में पा रही हैं तथा अपने समर्थकों से भी उनको निराशाजनक जवाब मिल रहा है. उनके इस फैसले का सिविल सोसायटी अैर आम लोगों में स्वागत नहीं हुआ है तथा लोगों ने उनको एक तरह से अलग थलग छोड़ दिया है. परिवार से लेकर करीबी दोस्तों और पड़ोसियों तक से शर्मिला को विरोध का सामना करना पड़ा है तथा कुछ उग्रवादी समूहों ने कथित तौर पर धमकी भी दी है. स्थिति यह है कि शर्मिला को उसी अस्पताल में लौटना पड़ा है जो बीते 16 सालों में अनशन के दौरान उनका घर सा हो गया था.टिप्पणियां इस मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता से जब यह पूछा गया कि क्या राजनीति में आने के उनके फैसला में कोई बदलाव आया है तो उन्होंने कहा, ‘हां, मैं मुख्यमंत्री बनना चाहती हूं. अगर मैं मुख्यमंत्री बनती हूं तो मैं इस बदनाम अफ्सपा को हटा सकती हूं.’ मणिपुर में विधानयभा चुनाव 2017 में होना है. उन्होंने कहा, ‘अगर लोग मेरा समर्थन नहीं करते, मैं अपने रास्ते चली जाउंगी.’ इसके साथ ही शर्मिला ने यह भी भरोसा जताया कि चुनावी राजनीति में आने के उनके फैसले को जनता में समर्थन हासिल है. परिवार से लेकर करीबी दोस्तों और पड़ोसियों तक से शर्मिला को विरोध का सामना करना पड़ा है तथा कुछ उग्रवादी समूहों ने कथित तौर पर धमकी भी दी है. स्थिति यह है कि शर्मिला को उसी अस्पताल में लौटना पड़ा है जो बीते 16 सालों में अनशन के दौरान उनका घर सा हो गया था.टिप्पणियां इस मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता से जब यह पूछा गया कि क्या राजनीति में आने के उनके फैसला में कोई बदलाव आया है तो उन्होंने कहा, ‘हां, मैं मुख्यमंत्री बनना चाहती हूं. अगर मैं मुख्यमंत्री बनती हूं तो मैं इस बदनाम अफ्सपा को हटा सकती हूं.’ मणिपुर में विधानयभा चुनाव 2017 में होना है. उन्होंने कहा, ‘अगर लोग मेरा समर्थन नहीं करते, मैं अपने रास्ते चली जाउंगी.’ इसके साथ ही शर्मिला ने यह भी भरोसा जताया कि चुनावी राजनीति में आने के उनके फैसले को जनता में समर्थन हासिल है. इस मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता से जब यह पूछा गया कि क्या राजनीति में आने के उनके फैसला में कोई बदलाव आया है तो उन्होंने कहा, ‘हां, मैं मुख्यमंत्री बनना चाहती हूं. अगर मैं मुख्यमंत्री बनती हूं तो मैं इस बदनाम अफ्सपा को हटा सकती हूं.’ मणिपुर में विधानयभा चुनाव 2017 में होना है. उन्होंने कहा, ‘अगर लोग मेरा समर्थन नहीं करते, मैं अपने रास्ते चली जाउंगी.’ इसके साथ ही शर्मिला ने यह भी भरोसा जताया कि चुनावी राजनीति में आने के उनके फैसले को जनता में समर्थन हासिल है. उन्होंने कहा, ‘अगर लोग मेरा समर्थन नहीं करते, मैं अपने रास्ते चली जाउंगी.’ इसके साथ ही शर्मिला ने यह भी भरोसा जताया कि चुनावी राजनीति में आने के उनके फैसले को जनता में समर्थन हासिल है.
विश्व में सबसे प्रतिष्ठित और कमाऊ क्रिकेट लीग के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चौथे संस्करण के लिए शनिवार और रविवार को बोली लगाई जाएगी। इस दौरान आईपीएल-4 में खेलने को तैयार 10 फ्रेंचाइजी टीमें कुल 350 खिलाड़ियों की नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लेंगी। नीलामी की प्रक्रिया बेंगलुरू के एक पांच सितारा होटल में होगी। पहली बार आईपीएल में खेलने को तैयार कोच्चि और पुणे फ्रेंचाइजी टीमों सहित कुल 10 टीमें इस प्रक्रिया का हिस्सा होंगी। नीलामी में आईपीएल-3 में खेलने वाली पांच फ्रेंचाइजी टीमों के 12 खिलाड़ियों की बोली नहीं लगेगी। आईपीएल नियमों के मुताबिक इन फ्रेंचाइजी ने इन सभी खिलाड़ियों को चौथे संस्करण के लिए अपने पास रखा है। आईपीएल-4 को लेकर नियमों में किए गए बदलाव के कारण पहले संस्करण में बेंगलुरू की ओर से आईपीएल में शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल करने वाले कर्नाटक के मनीष पांडेय, भारतीय अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान अम्बाती रायडू, सिद्धार्थ त्रिवेदी, अभिषेक झुनझुनवाला और राजगोपाल सतीश जैसे युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी नीलामी प्रक्रिया का हिस्सा नहीं होंगे। दिसम्बर में जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक आईपीएल के चौथे संस्करण में उन्हीं खिलाड़ियों के लिए बोली लगाई जाएगी जिन्होंने भारत के लिए खेला हो या फिर आईपीएल के तीसरे संस्करण में अपनी टीम की ओर से 75 फीसदी मैच खेले हों। नीलामी में पिछले तीन सत्र में शतक जड़ने वाले 12 में से 11 खिलाड़ियों की भी बोली लगेगी। इनमें पांडेय शामिल नहीं हैं। इनमें आईसीसी द्वारा 2010 में एकदिवसीय मैचों में प्लेयर ऑफ द ईयर के पुरस्कार से नवाजे गए दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज अब्राहम डिविलियर्स और राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले हरफनमौला यूसुफ पठान का नाम शामिल है। यूसुफ के नाम आईपीएल में सबसे तेज शतक बनाने का कीर्तिमान है। इसके अलावा आईपीएल 2009 में सर्वाधिक विकेट झटकने वाले तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह को भी नीलामी की प्रक्रिया से गुजरना होगा। आरपी ने आईपीएल के दूसरे संस्करण में डेक्कन चार्जर्स के लिए खेलते हुए 38 विकेट झटके थे। भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज और आईपीएल-3 में दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान रहे गौतम गम्भीर, मुम्बई इंडियंस के जहीर खान, मुम्बई इंडियंस के आशीष नेहरा और किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रह चुके युवराज सिंह की भी बोली लगाई जाएगी। कोलकाता नाइट राइर्ड्स के कप्तान रह चुके भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और डेक्कन चार्जर्स के कप्तान रहे वीवीएस लक्ष्मण ने नीलामी के लिए अपने 'भाव' बढ़ा दिए हैं। गांगुली ने अपना 'आरक्षित भाव' 200,000 डॉलर से बढ़ाकर 400,000 डॉलर कर दिया है वहीं लक्ष्मण ने अपना भाव 200,000 डॉलर से बढ़ाकर 300,000 डॉलर कर दिया है। लक्ष्मण आईपीएल-3 का हिस्सा नहीं थे। इसी श्रेणी में शामिल बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स के पूर्व कप्तान अनिल कुम्बले ने नीलामी से तीन दिन पहले आईपीएल से अपना नाम वापस ले लिया। कुम्बले आईपीएल-4 के लिए अपनी टीम के मेंटर के तौर पर नीलामी प्रक्रिया में मौजूद रहेंगे। नीलामी प्रक्रिया को लेकर आईपीएल कमिश्नर चिरायु अमीन ने कहा, "आईपीएल नीलामी बहुत ही रोमांचक प्रक्रिया है। मुझे विश्वास है कि भारत और विश्व में आईपीएल के प्रशंसक इस पर करीबी नजर रखेंगे कि आईपीएल के अगले सत्र में कौन सा खिलाड़ी किस टीम में जा रहा है।" आईपीएल के चौथे संस्करण में 70 लीग मैच और चार प्लेऑफ मुकाबले खेले जाएंगे। हर एक टीम 14 मैच खेलेगी जिसमें सात अपने मैदान पर और सात बाहर होंगे।
यह लेख है: भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता योगेश वार्ष्णेय के बयान का जमकर विरोध हो रहा है. संसद में भी जमकर विवाद देखने को मिला. समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद ने तल्ख अंदाज में बुधवार को कहा कि भाजपा गाय की तो सुरक्षा कर रही है, लेकिन महिलाओं की नहीं. उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों से वैमनस्य बढ़ता है. उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है. उन्होंने कहा "आप गायों की रक्षा कर सकते हैं जबकि महिलाओं को ज्यादतियों का सामना करना पड़ रहा है. कोई व्यक्ति इस तरह की बातें, खास कर महिला मुख्यमंत्री के खिलाफ कैसे कह सकता है वह भी तब जब महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं. क्या आप इस तरह महिलाओं की रक्षा करेंगे ?" भाजपा की रूपा गांगुली ने कहा कि वह भी एक महिला हैं और उन्हें पुलिस कर्मियों के सामने 17 लोगों ने पीटा था. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री भी एक महिला हैं और उन्हें इसका जवाब देना चाहिए."  कांग्रेस और सपा के साथ साथ वाम दलों ने भी इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस का समर्थन किया और बयान की निंदा की. गौरतलब है कि भाजपा की युवा शाखा के एक नेता ने पश्चिम बंगाल में हनुमान जयंती पर एक रैली में नारे लगा रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद एक कथित विवादित बयान दिया था. उन्होंने बयान में ममता बनर्जी का सिर काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था. इससे पहले,बसपा प्रमुख मायावती ने बयान की आलोचना करते हुए कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के खिलाफ ऐसा बयान देना आपत्तिजनक है. यह एक गंभीर मुद्दा है और भाजपा को न केवल बयान की निंदा करनी चाहिए बल्कि बयान देने वाले के खिलाफ कार्रवाई भी करनी चाहिए. टिप्पणियां कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसे बयानों से शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र पर असर पड़ता है. उन्होंने बयान की निंदा करते हुए कहा कि सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा "आप गायों की रक्षा कर सकते हैं जबकि महिलाओं को ज्यादतियों का सामना करना पड़ रहा है. कोई व्यक्ति इस तरह की बातें, खास कर महिला मुख्यमंत्री के खिलाफ कैसे कह सकता है वह भी तब जब महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं. क्या आप इस तरह महिलाओं की रक्षा करेंगे ?" भाजपा की रूपा गांगुली ने कहा कि वह भी एक महिला हैं और उन्हें पुलिस कर्मियों के सामने 17 लोगों ने पीटा था. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री भी एक महिला हैं और उन्हें इसका जवाब देना चाहिए."  कांग्रेस और सपा के साथ साथ वाम दलों ने भी इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस का समर्थन किया और बयान की निंदा की. गौरतलब है कि भाजपा की युवा शाखा के एक नेता ने पश्चिम बंगाल में हनुमान जयंती पर एक रैली में नारे लगा रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद एक कथित विवादित बयान दिया था. उन्होंने बयान में ममता बनर्जी का सिर काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था. इससे पहले,बसपा प्रमुख मायावती ने बयान की आलोचना करते हुए कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के खिलाफ ऐसा बयान देना आपत्तिजनक है. यह एक गंभीर मुद्दा है और भाजपा को न केवल बयान की निंदा करनी चाहिए बल्कि बयान देने वाले के खिलाफ कार्रवाई भी करनी चाहिए. टिप्पणियां कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसे बयानों से शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र पर असर पड़ता है. उन्होंने बयान की निंदा करते हुए कहा कि सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि भाजपा की युवा शाखा के एक नेता ने पश्चिम बंगाल में हनुमान जयंती पर एक रैली में नारे लगा रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद एक कथित विवादित बयान दिया था. उन्होंने बयान में ममता बनर्जी का सिर काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था. इससे पहले,बसपा प्रमुख मायावती ने बयान की आलोचना करते हुए कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के खिलाफ ऐसा बयान देना आपत्तिजनक है. यह एक गंभीर मुद्दा है और भाजपा को न केवल बयान की निंदा करनी चाहिए बल्कि बयान देने वाले के खिलाफ कार्रवाई भी करनी चाहिए. टिप्पणियां कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसे बयानों से शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र पर असर पड़ता है. उन्होंने बयान की निंदा करते हुए कहा कि सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ऐसे बयानों से शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र पर असर पड़ता है. उन्होंने बयान की निंदा करते हुए कहा कि सरकार को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह लेख है: विमानन कंपनी एयर एशिया ने सोमवार को घरेलू मार्ग पर एक तरफ की यात्रा के लिए रियायती किराए की पेशकश की है। इसकी शुरुआत 786 रुपए (कर मिलाकर) से होगी। यह रियायती किराया तीन जुलाई तक उपलब्ध होगा जो एक फरवरी से 30 अप्रैल 2017 तक की यात्रा के लिए वैध होगा। विमानन कंपनी ने एक बयान में कहा, "एयर एशिया ‘सुपरमैन की तरह उड़ान भरें’ की विशिष्ट योजना की घोषणा कर रही है जिसके तहत बेंगलुरु या नई दिल्ली से जुड़े एयर एशिया के गंतव्यों के लिए 786 रुपए में एक तरफ की विमान यात्रा पेशकश की गई है।"टिप्पणियां एयर एशिया इंडिया के मुख्य कार्यकारी अमर अब्रोल ने कहा, ‘‘हमें विशिष्ट किराए की पेशकश करते हुए खुशी हो रही है।’’ विमानन कंपनी ने कहा, ‘‘ऑकलैंड, मारीशस, ग्वांजू, क्राबी, लोंबोक, हो ची मिन्ह सिटी जैसे कई अन्य अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए कम किराए के फ्लाइट्स की पेशकश की गई है और एक तरफ का किराया 2,999 रुपए से शुरू है।’’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विमानन कंपनी ने एक बयान में कहा, "एयर एशिया ‘सुपरमैन की तरह उड़ान भरें’ की विशिष्ट योजना की घोषणा कर रही है जिसके तहत बेंगलुरु या नई दिल्ली से जुड़े एयर एशिया के गंतव्यों के लिए 786 रुपए में एक तरफ की विमान यात्रा पेशकश की गई है।"टिप्पणियां एयर एशिया इंडिया के मुख्य कार्यकारी अमर अब्रोल ने कहा, ‘‘हमें विशिष्ट किराए की पेशकश करते हुए खुशी हो रही है।’’ विमानन कंपनी ने कहा, ‘‘ऑकलैंड, मारीशस, ग्वांजू, क्राबी, लोंबोक, हो ची मिन्ह सिटी जैसे कई अन्य अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए कम किराए के फ्लाइट्स की पेशकश की गई है और एक तरफ का किराया 2,999 रुपए से शुरू है।’’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एयर एशिया इंडिया के मुख्य कार्यकारी अमर अब्रोल ने कहा, ‘‘हमें विशिष्ट किराए की पेशकश करते हुए खुशी हो रही है।’’ विमानन कंपनी ने कहा, ‘‘ऑकलैंड, मारीशस, ग्वांजू, क्राबी, लोंबोक, हो ची मिन्ह सिटी जैसे कई अन्य अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए कम किराए के फ्लाइट्स की पेशकश की गई है और एक तरफ का किराया 2,999 रुपए से शुरू है।’’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भ्रूण मृत्यु दर का तात्पर्य मृत जन्म या भ्रूण मृत्यु से है। इसमें गर्भधारण के 20 सप्ताह या 500 ग्राम के बाद भ्रूण की मृत्यु शामिल है। पीएनएम की कुछ परिभाषाओं में प्रारंभिक भ्रूण मृत्यु दर (सप्ताह 20-27 गर्भावस्था) शामिल नहीं है, और पीएनएम में केवल देर से भ्रूण मृत्यु और नवजात मृत्यु शामिल हो सकती है। भ्रूण की मृत्यु को प्रसव से पहले की मृत्यु, प्रसवपूर्व (प्रसवपूर्व) मृत्यु, और प्रसव के दौरान मृत्यु, इंट्रानेटल (अंतःप्रसवीय) मृत्यु में भी विभाजित किया जा सकता है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने सात दिवसीय दौरे को पूरा करने के एक दिन बाद कमर्शियल फ्लाइट से पाकिस्तान के लिए रवाना हुए. दरअसल सऊदी अरब द्वारा दिए गए विशेष विमान में न्यूयॉर्क के जॉन एफ कैनेडी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (JFK) से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही तकनीकी खराब आ गई थी. इसके चलते इमरान खान और उनके प्रतिनिधिमंडल को वापस न्यूयॉर्क लौटना पड़ा था. इसके बाद शनिवार दोपहर को पीएम इमरान खान सऊदी एयरलाइंस से जेद्दा पहुंचे, जहां कुछ समय ठहरने के बाद वह पाकिस्तान के लिए रवाना हो गए.  बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र में भाग लेने के बाद अमेरिका की अपनी सात दिवसीय यात्रा पूरी करके पीएम इमरान खान को शनिवार को पाकिस्तान लौटना था, लेकिन JFK हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही उनके विशेष विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी. विमान में आई इस तकनीकी खराबी को ठीक करने का प्रयास किया गया, लेकिन तकनीशियनों ने पीएम खान को बताया कि वह खराबी अगले दिन सुबह तक ठीक नहीं हो सकेगी. इसके बाद पीएम खान सऊदी एयरलाइंस की फ्लाइट से जेद्दा के लिए रवाना हो गए.  इस बीच पीएम इमरान खान के विमान में आई तकनीकी खराब की खबर को सुनकर संयुक्त राष्ट्र में पाक राजदूत मलीहा लोधी भी एयरपोर्ट पहुंच गई थीं, लेकिन कुछ समय ही बाद ही उन्हें वापस होटल भेज दिया गया, जहां वह UNGA में भाग लेने के लिए अपनी सप्ताह भर की अमेरिका यात्रा के दौरान ठहरी थीं.  शुक्रवार को पीएम खान ने UNGA में अपना पहला भाषण दिया था, जो निर्धारित समय से लगभग 15 से 20 मिनट से अधिक लंबा था.
केरल में 13 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सत्ताधारी माकपा नीत एलडीएफ और कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ अपने-अपने सहयोगियों से सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर बातचीत में जुट गए हैं. माकपा पोलितब्यूरो और केंद्रीय समिति इस बारे में विमर्श के लिए इस सप्ताह के अंत में दिल्ली में मिलने वाली है . बैठक में इस बात पर भी फैसला होगा कि क्या मुख्यमंत्री वी एच अच्युतानंदन को दोबारा एलडीएफ का मुखिया बनाया जाए. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बैठक में इस बात पर भी चर्चा होगी कि अच्युतानंदन के मैदान से हटने के बाद पार्टी का मुखिया कौन होगा. अच्युतानंदन के हटने पर माकपा प्रदेश सचिव पिनारायी विजयन या प्रदेश के गृह मंत्री कोदियारी बालाकृष्णन को यह पद मिल सकता है. एलडीएफ में सीटों की भागीदारी की प्रक्रिया उतनी कठिन नहीं होगी, जितनी यह यूडीएफ के लिए हो सकती है क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से एलडीएफ में कोई नया सहयोगी नहीं जुड़ा है, जबकि यूडीएफ के साथ ऐसा नहीं है. माकपा सूत्रों के मुताबिक एलडीएफ की सीटों की बड़ी संख्या माकपा के पास ही जाएंगी, जिसके बाद भाकपा, आरएसपी, केरल कांग्रेस और कांग्रेस-एस की बारी आएगी. यूडीएफ में इस बार केरल कांग्रेस (मणि धड़ा) पिछली बार की तुलना में ज्यादा सीटों की मांग कर सकता है. माना जा रहा है कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग भी इस बार ज्यादा सीटों की मांग कर सकती है. यूडीएफ को इस बार एसजेडी को भी सीटें देनी होंगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री एम पी वीरेंद्रकुमार के नेतृत्व वाली यह पार्टी 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान एलडीएफ से अलग हो गई थी. केरल में 2006 के विधानसभा चुनाव में एलडीएफ को 98 सीटें मिलीं थीं, जबकि यूडीएफ को 42 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था.
जियो से टक्कर की हर कंपनी की अपनी अलग रणनीति है. अब अगर देश की तीसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी आइडिया सेल्युलर की बात करें तो इसने महत्वपूर्ण मुंबई सर्किल को शामिल कर देश भर में 4जी सेवा शुरू करने के साथ हीमौजूदा ग्राहकों को 10 जीबी 4जी डाटा मुफ्त देने का ऐलान किया था. नये ग्राहकों के लिये यह पहले तीन महीने के लिये होगा. आइडिया ने एक बयान में कहा कि सेवा 2100 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड में है और यह फिलहाल मुंबई सर्किल में 44 लाख ग्राहकों को सेवा दे रही.
वैश्विक बाजार में तेजी के बीच रिजर्व बैंक द्वारा अगले महीने ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद में निवेशकों की लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 122 अंक की बढ़त के साथ खुला. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 121.82 अंक मजबूत होकर 19,486.57 अंक पर खुला. मंगलवार को सेंसेक्स 120 अंक मजबूत हुआ था. इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 34.15 अंक मजबूत होकर 5,930.95 अंक पर खुला. ब्रोकरों ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा अगले महीने मौद्रिक नीति में ढील देने की उम्मीद के बीच कोषों और खुदरा निवेशकों की ताजा लिवाली से कारोबारी धारणा प्रभावित हुई. इसके अलावा, अन्य एशियाई बाजारों में तेजी के रुख का भी धारणा पर सकारात्मक असर हुआ.
प्रफुल्ल पटेल से ईडी मुंबई में पूछताछ करेगी सीजे हाउस मामले में पटेल से होगी पूछताछ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को समन भेजा है. ईडी 18 अक्टूबर को प्रफुल्ल पटेल से पूछताछ करेगी. पूछताछ मुंबई में होगी. एनसीपी नेता से पूछताछ सीजे हाउस मामले और इकबाल मिर्ची की पत्नी के साथ समझौते को लेकर होगी. प्रफुल्ल पटेल के सीजे हाउस में दो फ्लैट हैं और 2007 में संपत्ति विकसित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था. प्रवर्तन निदेशालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी के पास ऐसी जानकारी है जिसमें 2007 में इकबाल मिर्ची और प्रफुल्ल पटेल के बीच सीजे हाउस प्रॉपर्टी के संबंध में कॉन्ट्रैक्ट की बात सामने आई है. Senior Nationalist Congress Party leader Praful Patel (in file pic) summoned by Enforcement Directorate on 18th October. His name had reportedly appeared in a land deal related to gangster Iqbal Mirchi. pic.twitter.com/qd0I9YCptp — ANI (@ANI) October 15, 2019 समन मिलने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने सोमवार को कहा कि समय आने पर उन्हें जो भी जवाब देना होगा, वे देंगे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के (एनसीपी) नेता प्रफुल्ल पटेल से सीजे हाऊस की परिसंपत्तियों को लेकर पूछताछ की जाएगी. ईडी का दावा है कि यह संपत्ति दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी इकबाल मिर्ची की है. एक सेल डीड में यह बात सामने आई है कि दस्तावेज पर प्रफुल्ल पटेल ने सह-मालिक की हैसियत से हस्ताक्षर किया है. प्रफुल्ल पटेल के पास सीजे हाउस में दो फ्लैट का स्वामित्व है. हालांकि किसी भी तरह से गलत काम से पटेल ने इनकार किया है.
रीता बहुगुणा जोशी,भारत के उत्तर प्रदेश की सोलहवीं विधान सभा में विधायक रहीं। २०१२ उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश की लखनऊ कैण्‍टोमेंट विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र, उत्तर प्रदेश (निर्वाचन संख्या-१७५) से चुनाव जीता। रीता बहुगुणा जोशी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एच. एन. बहुगुणा की बेटी है। वह महिला राष्ट्रीय परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष हैं, २००३ से अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के अध्यक्ष और २००७ के उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रहे हैं। २०१२ के विधानसभा चुनावों में उन्हें लखनऊ छावनी के लिए विधान सभा का सदस्य चुना गया था। सन्दर्भ उत्तर प्रदेश 16वीं विधान सभा के सदस्य जीवित लोग भारतीय महिला राजनीतिज्ञ १७वीं लोक सभा के सदस्य 1949 में जन्मे लोग
निशान अथवा निशान ऊतक (scar tissue) तंतुमय ऊतक का क्षेत्र है जो चोट के बाद सामान्य त्वचा को प्रतिस्थापित करता है। निशान त्वचा में घाव भरने की जैविक प्रक्रिया का परिणाम है एवं यह अन्य अंगों एवं ऊतकों भी समान रूप से होता है। अतः उपचारात्मक प्रक्रिया का प्राकृतिक भाग है। कुछ बहुत छोटी क्षतियों के अतिरिक्त सभी तरह घाव कुछ (यथा दुर्घटना, रोग अथवा शल्यचिकित्सा के पश्चात्) हद तक इसी प्रक्रिया से जुड़े होते हैं। इसका एक अपवाद वो जानवर हैं जिसमें इस प्रक्रिया के बिना ही ऊतकों को पुनः निर्मित करने की क्षमता होती है। निशान ऊतक उसी तरह की प्रोटीन से बना होता है जिसको ठीक करना है लेकिन इसका तंतुमय निर्माण अलग होता है। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ चोट
हनुमान जी की जाति (Lord Hanuman) को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर और यूपी के कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान (Chetan Chauhan) ने बड़ा बयान दिया है. हालांकि चेतन चौहान ने उनकी जाति नहीं बताई है लेकिन उन्होंने उनसे जुड़े कई राज खोले हैं. बीते शनिवार को यूपी के अमरोहा में चेतन चौहान ने कहा, 'हनुमान जी कुश्ती लड़ते थे, खिलाड़ी भी थे, जितने भी पहलवान लोग हैं, उनकी पूजा करते हैं, मैं उनको वही मानता हूं, हमारे ईष्ट हैं, भगवान की कोई जाति नहीं होती. मैं उनको जाति में नहीं बांटना चाहता. दरअसल चेतन चौहान ने हनुमान जी को खिलाड़ी बताया है. इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी को दलित बताया था, तो बीजेपी विधायक बुक्कल नवाब उन्हें मुसलमान बता चुके हैं. वहीं, योगी कैबिनेट के एक और मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के हिसाब से हनुमान जी जाट समुदाय से थे.    UP Min & Former India cricketer Chetan Chauhan in Amroha yesterday: Hanuman ji kushti ladte the, khiladi bhi the, jitne bhi pehlwan log hain unki pooja karte hain, main unko wahi manta hun, humare isht hain, bhagwan ki koi jaati nahi hoti. Main unko jaati main nahi baantna chahta pic.twitter.com/Q1lburIFMu   बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान के अलवर में एक रैली के दौरान हनुमान जी को दलित बताया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हनुमान जी दलित और वंचित हैं. राजस्थान के अलवर में आदित्यनाथ ने कहा कि 'बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वंय वनवासी हैं, निर्वासी हैं, दलित हैं, वंचित हैं. भारतीय समुदाय को उत्तर से लेकर दक्षिण तक पुरब से पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंगबली करते हैं.'   #WATCH: UP CM Yogi Adityanath says in Rajasthan's Alwar, "Bajrangbali ek aise lok devta hain, jo swayam vanvasi hain, nirvasi hain, Dalit hain, vanchit hain. Bharatiya samudaye ko Uttar se leke Dakshin tak, purab se paschim tak, sabko jodne ka kaam Bajrangbali karte hain".(27.11) pic.twitter.com/5AdyrmMXQN   एक ओर जहां सीएम योगी आदित्यनाथ बजरंगबली को दलित बता रहे हैं, वहीं मोदी सरकार में मंत्री सत्यपाल मलिक  (Satypal Malik) का कहना था कि हनुमन जी आर्य थे. केंद्रीय मंत्री सत्यपाल मलिक ने कहा कि भगवान राम और हनुमान जी के युग में कोई जाति व्यवस्था नहीं थी. इसलिए हनुमान जी आर्य थे.    #WATCH: BJP MLC Bukkal Nawab says "Hamara man'na hai Hanuman ji Muslaman theyy, isliye Musalmanon ke andar jo naam rakha jata hai Rehman, Ramzan, Farman, Zishan, Qurban jitne bhi naam rakhe jaate hain wo karib karib unhi par rakhe jaate hain." pic.twitter.com/1CoBIl4fPv   इन सबके बीच हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक बुक्कल नवाब (Bukkal Nawab) ने हनुमान जी को मुसलमान बता दिया. बुक्कल नवाब का कहना है कि हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए मुसलमानों में जो नाम रखे जाते हैं - रहमान, रमज़ान, फरमान, ज़ीशान, कुर्बान - जितने भी नाम रखे जाते है, वे करीब-करीब उन्हीं पर रखे जाते हैं.' बुक्कल नवाब कहते हैं कि करीब 100 नाम ऐसे हैं, जो हनुमानजी पर ही आधारित हैं. हिंदू भाई हनुमान जी नाम रख लेंगें, लेकिन सुल्तान नहीं मिलेगा, अरमान, रहमान, रमजान नहीं रख सकते. बता दें कि इन सबके बीच उत्तर प्रदेश के ही एक जिले में जहां दलित समुदाय द्वारा बजरंगबली के एक मंदिर पर कब्जे की खबर सामने आई, तो अब पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हनुमान जी का जाति प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है. इसके लिए बाकायदा आवेदन किया गया है.   जिला मुख्यालय पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने बजरंगबली के जाति प्रमाण पत्र की मांग की. इसके लिये कार्यकर्ताओं ने बाकायदा जाति प्रमाण पत्र प्राप्त का आवेदन फॉर्म भरा. रोचक बात यह है कि कार्यकर्ताओं ने आवेदन फॉर्म में वांछित जानकारी भी भरी है. जैसे, बजरंगबली के पिता का नाम महाराज केशरी, जाति में वनवासी आदि भरा हुआ है.   कार्यकर्ता फॉर्म लेकर कार्यालय में गए और जाति प्रमाणपत्र की मांग की. प्रगतिशील युवजन सभा के लोग हनुमान जी के दलित होने पर उनके आरक्षण की भी मांग कर रहे है. सभा के जिला अध्यक्ष हरीश मिश्रा कहते हैं कि पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ ने हनुमान जी को दलित बताया था. उसी क्रम में आज यहां उनके जाती प्रमाण के लिए आवेदन दिया गया.
'ये उन दिनों की बात है' के एक्टर रणदीप राय को किसी शो के लिए अपने को-स्टार को किस करने में कोई आपत्ति नहीं है.उन्होंने कहा कि हालांकि वह ऐसा तभी करेंगे जब इसकी सचमुच जरूरत हो. पृथ्वी वल्लभ की लीड जोड़ी ने ऑन स्क्रीन किस करने से किया मना साल 1990 के दशक की पृष्ठभूमि पर बने शो में वह समीर नाम के स्टूडेंट की भूमिका में हैं, जो अपने जादू से कई महिलाओं का दिल जीत लेता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, वह और उनकी को-स्टार आशी सिंह शो में 'सार्वजनिक रूप से किस' करते नजर आएंगे. इस बारे में पूछे जाने पर रणदीप ने आईएएनएस से कहा, 'इसमें कोई किसिंग सीन नहीं है लेकिन, मुझे इसमें आपत्ति नहीं है. अगर आवश्यकता होगी तो मैं यह कर सकता हूं. अगर इसमें नहीं तो किसी और में. मुझे यह सीन करने में कोई आपत्ति नहीं है. बता दें हाल ही में मशहूर सीरियल 'पृथ्वी वल्लभ' के लीड कलाकारों ने ऑनस्क्रीन पर किस करने से साफ इंकार कर दि‍या था. सुहागरात का सीन करने से एक्ट्रेस ने किया मना, बदलनी पड़ी स्क्र‍िप्ट! बता दें इस सीरियल के मेकर्स इसके लीड कपल सोनारिका भदौरिया और आशीष शर्मा के बीच एक किसिंग सीन फिल्माने की प्लानिंग कर रहे थे, लेकिन दोनों ही एक्टर्स ने यह सीन करने से साफ इनकार कर दिया. एक्टर आशीष को यहां यह सीन गैर जरूरी लगा वहीं सोनारिका इस सीन को करने में कम्फर्टेबल नहीं थीं.
न्यायाधीशों द्वारा अपनी संपत्ति की घोषणा किए जाने के खिलाफ होने की धारणा को खारिज करते हुए प्रधान न्यायाधीश के. जी. बालाकृष्णन ने कहा कि उच्च न्यायपालिका के सदस्य ऐसा करने को स्वतंत्र हैं. पूर्व के वक्‍तव्‍य पर कायम इसके साथ ही बालाकृष्णन ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डी. वी. शैलेंद्र कुमार को 'पब्लिसिटी क्रेजी' बताते हुए उनकी आलोचना की. बालाकृष्णन ने कहा कि न्यायपालिका का अध्यक्ष होने के कारण उन्हें सभी न्यायधीशों की ओर से बोलने का अधिकार है और यह अन्य देशों की न्याय प्रणाली में भी लागू है. बालाकृष्णन ने कहा, ‘‘ लोगों को यह जानने का अधिकार है कि न्यायपालिका में क्या हो रहा है और न्यायाधीशों द्वारा संपत्ति की घोषणा के बारे में मैंने जो कहा है, उस पर कायम हूं. ’’ आम सहमति बनाना जरूरी बालाकृष्णन ने कहा, ‘‘ अगर न्यायाधीश अपनी संपत्ति घोषित करना चाहते हैं तो उन्हें कोई नहीं रोक सकता. मैं उन्हें कैसे रोक सकता हूं. अगर कानून आ जाता है तो हरेक को घोषणा करनी होगी. ’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों द्वारा संपत्ति की घोषणा के बारे में बात की थी. संपत्ति की घोषणा संबंधी कानून के अभाव में न्यायाधीशों के बीच कोई समझौता नहीं है और इस संदर्भ में आम सहमति तैयार करना होगा.
बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर 21 सितंबर को अपना जन्मदिन सेलिब्रेट किया है. उन्होंने पटौदी पैलेस में सैफ अली खान व फैमिली के अन्य लोगों के साथ केक काटकर अपना बर्थडे मनाया. इस खास मौके पूरे बॉलीवुड सितारों ने उन्हें बधाइयां दी. अर्जुन कपूर ने भी उन्हें दिलचस्प अंदाज में ट्रोल करते हुए उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है. अर्जुन अपनी इंस्टा स्टोरी पर एक फोटो शेयर की है जिसमें वह और करीना नजर आ रहे हैं. इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, अगर मेरा बस चलता तो इस बड़े दिन को मैं नेशनल हॉलीडे घोषित कर देता ताकि पूरी दुनिया आपके साथ सेलिब्रेट कर सके. उनका यह पोस्ट जमकर वायरल हुआ है. इसके साथ ही अर्जुन कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक फोटो शेयर की थी जिसमें वह, करीना और आलिया भट्ट के साथ नजर आ रहे हैं. इसके कैप्शन में उन्होंने हैप्पी बर्थडे बेबो लिखा था. View this post on Instagram Forget fight club it’s all about the pout club !!! Happy birthday Bebo !!! New birthday, old picture but the pose is timeless... A post shared by Arjun Kapoor (@arjunkapoor) on Sep 21, 2019 at 9:06am PDT बता दें कि अर्जुन कपूर और करीना कपूर ने फिल्म की एंड का में साथ काम किया था. फिल्म दो एक कपल की फन लव स्टोरी है. इसमें अर्जुन कपूर ऐसे पति बने हैं जो घर की जिम्मेदारी निभाते हुए अपनी पत्नी (करीना कपूर) की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करते हैं. वहीं करीना घर का नहीं बल्कि बाहर की जिम्मेदारी संभालती हैं. गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर करिश्मा कपूर ने करीना के बर्थडे सेलिब्रेशन की कई तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे. तस्वीरों में करीना और सैफ एक जैसे व्हाइट कलर के आउटफिट में नजर आए थे. एक फोटो में करीना और सैफ एक दूसरे को किस करते हुए भी दिखे थे.  इससे पहले करीना ने डांस इंडिया डांस के सेट पर सरोज खान सहित शो के सभी लोगों के साथ अपना बर्थडे सेलिब्रेट किया था.
-कटे हुए घाव पर भूलकर भी कपड़ा ना बांधे. घाव खुला रखें. -घाव वाले हिस्से को साबुन से धोएं. अगर घर में शराब  है, तो उससे धोएं. शराब का एंटीसेप्टिक प्रभाव पड़ता है. -24 घंटे के अंदर डॉक्टर को दिखाएं और इन्फेक्शन से बचने के लिए पहला इंजेक्शन लगाएं(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2017 के अवसर पर जयपुर में महिला पुलिस कर्मियों को उनके उत्तम काम के लिए सम्मानित किया जाएगा. जयपुर पुलिस और केडीके सॉफ्टवेयर कंपनी के सहयोग से यह पुरस्कार दिया जा रहा है. WOMEN'S DAY: अक्षय ने तापसी संग सिखाया 'कोहनी मार' वार... जयपुर पुलिस लाइन में महिला पुलिसकर्मियों को यह सम्मान दिया जाएगा. Women's Day: ये हैं बॉलीवुड की 'धाकड़' हीरोइन्स, टीनएज में पाई सक्सेस इस कार्यक्रम में करीब चालीस महिला पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जा रहा है. जयपुर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि शहर के लगभग सभी थानों में महिला पुलिसकर्मियों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन महिला पुलिसकर्मियों के अधिकतर पद खाली हैं. WOMEN'S DAY: बैंकिंग से लेकर शॉपिंग तक महिलाओं के लिए हैं खास ऑफर्स ऐसे में यह पुरस्कार न केवल महिलाओं को इस क्षेत्र में आने का प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा.
शाहरुख खान के चाहने वाले उनको काफी लंबे अरसे से इंस्टाग्राम पर मिस कर रहे थे. सोशल नेटवर्किंग पर मजबूत मौजूदगी रखने वाले शाहरुख खान पिछले एक साल से इंस्टाग्राम से गायब थे. हाल ही में उन्होंने न सिर्फ इंस्टाग्राम पर फिर से वापसी की, बल्कि अपने फैन्स को बताया भी किया कि आखिर किस वजह से वो इंस्टाग्राम से इतने लंबे समय से दूर थे. यह तो सभी जानते हैं कि सोशल मीडिया पर फैन फॉलोइंग में मेगास्टार अमिताभ बच्चन को अगर कोई टक्कर दे सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ शाहरुख ही हैं. फोटो पोस्ट करने और सेल्फी शेयर करने से लेकर कोटशन शेयर करने और फैन्स के साथ इंटरैक्ट करने तक शाहरुख सोशल मीडिया को काफी प्रायोरिटी देते हैं. इंस्टाग्राम पर वापसी करते ही किंग खान ने 2 फोटो शेयर किए और एक वीडियो भी अपलोड किया. इतने समय तक इंस्टाग्राम से दूर रहने की वजह बताते हुए शाहरुख ने लिखा कि वो अपने इंस्टाग्राम अकॉउंट का पासवर्ड भूल गए थे. Had forgotten my Instagram password, so that's y I could not upload...uh ok. The pic loses its purpose now...damn. A photo posted by Instasrk (@instasrk) on Sep 14, 2015 at 10:52am PDT खैर, अब जब किंग खान ने इंस्टाग्राम पर वापसी कर ली है तो उन्होंने अपनी 2 बेहतरीन फोटो के साथ अपनी अंडरवॉटर ट्रेनिंग का एक वीडियो अपने फैन्स के साथ शेयर किया. Had forgotten my Instagram password, so that's y I could not upload...uh ok. The pic loses its purpose now...damn. A photo posted by Instasrk (@instasrk) on Sep 14, 2015 at 10:52am PDT Anees Adenwala & Sanjay thanx for the training.... A video posted by Instasrk (@instasrk) on Sep 15, 2015 at 3:34am PDT फिलहाल किंग खान रोहित शेट्टी की फिल्म 'दिलवाले' की शूटिंग का आखिरी शेड्यूल खत्म कर रहे हैं. इस फिल्म के जरिए वो 5 साल बाद काजोल संग पर्दे पर दिखेंगे. इस फिल्म में उनके अलावा वरुण धवन और कृति सेनन भी हैं. 'दिलवाले' के बाद उनकी 2 और फिल्में ('रईस' और 'फैन') भी पाइपलाइन में हैं.
भारत में ढेरों पॉर्न वेबसाइट्स को बैन कर दिया गया है, जिनमें एक्सवीडियोज और पॉर्नहब जैसी वेबसाइट्स के नाम भी शामिल हैं. सबसे पहले जिस टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर इस बैन को पूरी तरह से लागू किया है उसमें जियो का नाम सामने आ रहा है. हालांकि अभी ये पूरी तरह साफ नहीं है कि वास्तव में क्या हुआ है लेकिन Reddit पर कुछ जियो यूजर्स ने ये दावा किया है कि काफी सारे पॉर्न वेबसाइट्स का ऐक्सेस अब जियो के नेटवर्क पर उपलब्ध नहीं है. फिलहाल इस पर जियो का कोई बयान सामने नहीं आया है. Reddit पर एक यूजर ने लिखा है, 'मैनें कुछ पॉर्न वेबसाइट्स को लोड करने की कोशिश की, लेकिन इनमें से कोई भी लोड नहीं हुआ.' इस पर कोई और लोगों का रिप्लाई कि हमें भी ऐसी दिक्कत आ रही है. मुमकिन है कि सिर्फ जियो ही नहीं बल्कि बाकी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स द्वारा भी पोर्न पर बैन लगाया जाएगा. क्योंकि, न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) ने उत्तराखंड हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद सभी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को ये निर्देश दिया है कि वे पॉर्नोग्राफिक कंटेंट वाले 827 वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दें. ये आदेश 28 सितंबर को जारी किया गया, जिसमें कोर्ट ने कहा है कि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स इन वेबसाइट्स को बैन कर दें, अन्यथा उनके लाइसेंस रद्द किए जा सकते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ऑर्डर के बाद ही DoT ने इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को निर्देश दिया है. जारी निर्देश में 800 से ज्यादा पॉर्न वेबसाइट्स के नाम शामिल हैं, जिन्हें ब्लॉक किया जाना है. ऐसे में ये संभव है कि जियो समेत बाकी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियां DoT के निर्देश का पालन करते हुए पॉर्न वेबसाइट्स को ब्लॉक कर रही हों. अगर भारत में पॉर्न की कानूनी स्थिति की बात करें तो यहां पॉर्न बनाने की अनुमति नहीं है. हालांकि किसी एकांत जगह पर इसे देखने और ऐक्सेस करने की अनुमति है.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक स्कूल बस में लगे गैस सिलिंडर में विस्फोट हो जाने से उसमें सवार कम से कम 15 बच्चों एवं एक शिक्षक की मौत हो गई। यह विस्फोट सुबह 7:40 बजे उस समय हुआ, जब स्कूल बस चार गांवों से बच्चों को लेकर गुजरात शहर स्थित एक निजी स्कूल के लिए जा रही थी। बस में लगभग 25 लोग सवार थे और छात्रों की उम्र आठ से 12 वर्ष के बीच थी।टिप्पणियां इस विस्फोट में एक शिक्षक, 13 छात्रों एवं दो छात्राओं की मौत हो गई तथा आठ बच्चे एवं एक चालक घायल हो गए। हॉस्पीटल के सूत्रों ने बताया कि घायलों में कई झुलस गए हैं और कुछ बच्चे गम्भीर रूप से घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। विस्फोट के कारण वाहन में आग लग गई और पूरी तरह नष्ट हो गया। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि गैस सिलिंडर में आग लग जाने की वजह से यह दुर्घटना हुई है। यह विस्फोट सुबह 7:40 बजे उस समय हुआ, जब स्कूल बस चार गांवों से बच्चों को लेकर गुजरात शहर स्थित एक निजी स्कूल के लिए जा रही थी। बस में लगभग 25 लोग सवार थे और छात्रों की उम्र आठ से 12 वर्ष के बीच थी।टिप्पणियां इस विस्फोट में एक शिक्षक, 13 छात्रों एवं दो छात्राओं की मौत हो गई तथा आठ बच्चे एवं एक चालक घायल हो गए। हॉस्पीटल के सूत्रों ने बताया कि घायलों में कई झुलस गए हैं और कुछ बच्चे गम्भीर रूप से घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। विस्फोट के कारण वाहन में आग लग गई और पूरी तरह नष्ट हो गया। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि गैस सिलिंडर में आग लग जाने की वजह से यह दुर्घटना हुई है। इस विस्फोट में एक शिक्षक, 13 छात्रों एवं दो छात्राओं की मौत हो गई तथा आठ बच्चे एवं एक चालक घायल हो गए। हॉस्पीटल के सूत्रों ने बताया कि घायलों में कई झुलस गए हैं और कुछ बच्चे गम्भीर रूप से घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। विस्फोट के कारण वाहन में आग लग गई और पूरी तरह नष्ट हो गया। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि गैस सिलिंडर में आग लग जाने की वजह से यह दुर्घटना हुई है। विस्फोट के कारण वाहन में आग लग गई और पूरी तरह नष्ट हो गया। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि गैस सिलिंडर में आग लग जाने की वजह से यह दुर्घटना हुई है।
जापान के फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट में धमाकों और रिएक्टर−4 में दोबारा आग भड़कने से वहां रेडिएशन का लेवल काफ़ी बढ़ गया है। जापान सरकार के प्रवक्ता ने साफ कहा है कि फुकुशिमा प्लांट में से सभी कमर्चारियों को रेडिएशन के खतरे के चलते निकाला जा रहा है। कैबिनेट सेक्रेटरी यूकियो अदानो ने आशंका जताई है कि रिएक्टर नंबर 1 और 3 के कंटेनर को नुकसान पहुंचा है। बीते 24 घंटे में सुबह दूसरी बार चौथे रिएक्टर में बुधवार सुबह फिर से लपटें उठने लगी हैं लेकिन वहां किसी धमाके की ख़बर नहीं है। जापान सरकार ने आसपास के 20 किलोमीटर के दायरे में लोगों को रेडिएशन के खतरे को देखते हुए अपने घरों में रहने और दरवाज़े न खोलने को कहा है। साथ ही 30 किलोमीटर के दायरे में विमानों के उड़ने पर पाबंदी भी लगा दी गई है।
ग़ोर (पश्तो: , अंग्रेजी: Ghor) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के मध्य भाग में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ३६,४७९ वर्ग कि॰मी॰ है और इसकी आबादी सन् २००६ में लगभग ६.३ लाख अनुमानित की गई थी। इस प्रान्त की राजधानी चग़चरान () शहर है। ग़ोर क्षेत्र में बौद्ध धर्म और हिन्दु धर्म प्रचलित था। हरी रूद (हरी नदी) के किनारे पहाड़ी चट्टान में तराशकर बनाया गया एक बौद्ध मठ मिला है। सन् १०१० में महमूद ग़ज़नी ने ग़ोर पर आक्रमण किया और उस पर क़ब्ज़ा कर लिया। उसके बाद उसने यहाँ के निवासियों में इस्लामीकरण की नीति अपनाई। १३वीं शताब्दी तक ग़ज़नी की अधिकाँश जनता मुस्लिम बन चुकी थी, हालाँकि एक अल्पसंख्यक हिन्दु समुदाय यहाँ जारी रहा। १२वीं और १३वीं शताब्दी में ग़ोर पर केन्द्रित ग़ोरी राजवंश ने एक बड़ा साम्राज्य चलाया जो दिल्ली से लेकर पूर्वी ईरान तक विस्तृत था। विश्व-प्रसिद्ध जाम मीनार इसी राजवंश ने ग़ोर प्रान्त में बनवाई। बाद में दिल्ली का क़ुतब मीनार उसी मीनार से प्रेरित होकर बनाया गया था। नाम 'ग़ोर' शब्द का अर्थ 'पहाड़' होता है। क्योंकि पश्तो और संस्कृत दोनों हिन्दी-ईरानी भाषा-परिवार की बहने हैं, इसलिए इस से मिलता-जुलता संस्कृत का सजातीय शब्द 'गिरि' है। अवस्ताई भाषा (जो एक प्राचीन ईरानी भाषा थी) में भी इस से मिलता 'गैरी' शब्द था। सुग़्दाई भाषा में भी 'गोर' या 'गुर' शब्द था जो बैक्रियाई भाषा में 'ग्वाराओ' बना। ध्यान रहे कि मुहम्मद ग़ोरी का नाम ग़ोर क्षेत्र पर पड़ा है, न कि इस क्षेत्र का उस व्यक्ति के पीछे। इतिहास इब्ने होकल नामक भूगोलवेत्ता के अनुसार १०वीं सदी ई॰ में यह स्थान बड़ा ही आबाद एवं चाँदी तथा सोने की खानों के लिये प्रसिद्ध था। ११४८ तथा १२१५ ई॰ के मध्य, साम के वंशज गोरी सुल्तानों के कारण इस स्थान को बड़ी प्रसिद्धि प्राप्त हुई। ११४९ ई॰ में बहाउद्दीन साम ने गोर पर अधिकार जमा लिया और ज़कोह ने किले को पूरा करवा कर उसे सेना के रहने के योग्य बनाया। शीघ्र ही उसकी मृत्यु हो गई और उसके स्थान पर उसका भाई अलाउद्दीन सिंहासनारूढ़ हुआ। उसने गज़नी पर आक्रमण कर उसे नष्ट-भ्रष्ट कर दिया और गजनवी सुल्तानों की कब्रों से उनकी हड्डियाँ खोद-खोदकर जलवा डालीं। इसी कारण उसका नाम 'अलाउद्दीन जहाँसोज़' (संसार को जलाने वाला) पड़ गया। किंतु कुछ समय उपरांत सुल्तान सजर सलजूक ने उस पर आक्रमण कर उसे परजित कर दिया। अलाउद्दीन बंदी बना लिया गया किंतु संजर ने कुछ समय उपरांत उसे मुक्त कर गोर का राज्य उसे वापस कर दिया। उसने अपनी शक्ति उत्तर की ओर गरजिस्तान में बढ़ा ली और तूलक नामक किले को अपने अधिकार में कर लिया। ११५६ ई॰ में उसकी मृत्यु हो गई और उसके स्थान पर उसका पुत्र सैफुद्दीन मुहम्मद फीरोजकोह सिंहासनारूढ़ हुआ। उसने साम के दोनों पुत्रों गयासुद्दीन तथा मुईजुद्दीन को मुक्त कर दिया और मलाहिदा अथवा इस्माइलियों की शक्ति को भी नष्ट करने का प्रयत्न किया किंतु ११६२ ई॰ में वह गुज़ तुर्कों से युद्ध करता हुआ मर्व के समीप मारा गया। सेना गयासुद्दीन बिन साम के साथ फीरोजकोह लौट आई और उसे वहाँ सिंहासनारूढ़ कर दिया। उसका भाई मुईनुद्दीन उसका मुख्य सहायक बन गया। ११७३ ई॰ में मुईजुद्दीन ने गजनवियों के पूरे राज्य को अपने अधिकार में कर लिया। गयासुद्दीन ने हिरात पर भी आक्रमण किए जो उस समय सुल्तान संजर के तुर्क दास तुगरिल के अधीन था और ११७५ ई॰ में उसपर अधिकार जमा लिया। किंतु तुगरिल निरंतर अपने राज्य के लिये संघर्ष करता रहा। मुईजुद्दीन ने गजनी में अपनी सत्ता बढ़ाकर हिंदुस्तान पर आक्रमण करने प्रारंभ कर दिए। उस समय लाहौर में गजनवियों का अंतिम बादशाह खुसरो मलिक राज्य करता था और मुल्तान करामतियों के अधिकार में था। मुईजुद्दीन ने ११७४ ई॰ में मुल्तान और उसके उपरांत उच्च पर अधिकार कर लिया। उच्च उस समय भट्टी वंश के राजा के अधीन था। ११७८ ई॰ में अन्हिलवाड़ा (गुजरात) के राजा भीमदेव पर आक्रमण कर दिया किंतु-सुल्तान को वापस होना पड़ा। ११७९ ई॰ में उसने पेशावर पर अधिकार किया। ११८२ ई॰ में उसने सिंध के समुद्री तट पर स्थित देवल को जीता। ११८६ अथवा ११८७ ई॰ में उसने खुसरो मलिक को पराजित कर लाहौर पर कब्जा कर लिया। ११९१ ई॰ में भटिंडा के दृढ़ किले पर अधिकार कर उसने पृथ्वीराज चौहान पर चढ़ाई की। तलवड़ी (तरायन) के युद्ध में पृथ्वीराज ने मुईजुद्दीन को बुरी तरह पराजित कर दिया और सुल्तान स्वयं बड़ी कठिनाई से रणक्षेत्र से भाग सका। पृथ्वीराज भटिंडा तक बढ़ता चला गया किंतु ११९२ ई॰ में सुल्तान ने पुन: पृथ्वीराज पर आक्रमण किया और तलवड़ी (तरायन) के युद्ध में उसे पराजित कर दिया। सुल्तान गजनी वापस चला गया। ११९३ ई॰ में उसने कन्नौज पर आक्रमण किया। इटावा के समीप चंदवार में घोर युद्ध हुआ। जयचंद मारा गया। दूसरे वर्ष उसने थनकिर (ब्याना) तथा ग्वालियर पर भी अधिकार कर लिया। १२०४ ई॰ में उसने ख्वारिज्म पर पुन: आक्रमण किया किंतु उसे पराजित होकर गजनी वापस आना पड़ा। इसी बीच में पंजाब के कबीलों, विशेषकर खोखरों ने लाहौर के समीप विद्रोह कर दिया। सुल्तान उन्हें दंड देने के लिये पुन: हिंदुस्तान पहुँचा किंतु वापस होते समय सिंध नदी पर स्थित दमियक नामक स्थान पर मुलहिदों ने १२०६ में उसकी हत्या कर दी। उसकी मृत्यु के उपरांत गोर वंश की भी शक्ति छिन्न-भिन्न हो गई और १२१५ ई॰ में ख्वरिज्मशाहियों ने उनका पूर्णत: अंत कर दिया। इन्हें भी देखें ग़ोरी राजवंश मीनार-ए-जाम अफ़्ग़ानिस्तान सन्दर्भ ग़ोर प्रान्त अफ़ग़ानिस्तान के प्रांत
आयुष्मान खुराना और भूमि पेडनेकर जब भी बड़े पर्दे पर आए हैं तब-तब लोगों को कुछ नया देखने को मिला है. पर्दे पर कई बार जादू चलाने के बाद दोनों ने ऑफ-स्क्रीन अपनी केमिस्ट्री शेयर की है. भूमि ने आयुष्मान संग एक मजेदार डांस वीडियो शेयर किया है. शेयर किए गए वीडियो में भूमि और आयुष्मान दोनों धीमे-धीमे गाने पर डांस करते नजर आ रहे हैं. यह गाना भूमि की अपकमिंग फिल्म पति पत्नी और वो का है. दोनों ने स्टेप बाई स्टेप इस गाने के सभी डांस स्टेप्स फॉलो किए हैं. बता दें पति पत्नी और वो फिल्म में भूमि ने कार्तिक आर्यन के साथ ठुमके लगाए हैं. लेकिन इस गाने में आयुष्मान के साथ भी भूमि की ऑफ-स्क्रीन केमिस्ट्री कुछ कम नहीं है. View this post on Instagram Chandani Raat main.. Hero @ayushmannk ke saath main.. #DheemeDheeme Thank you AK for always just being the best.Love Love Love you #PatiPatniAurWoh @kartikaaryan @ananyapanday @aparshakti_khurana @mudassar_as_is @junochopra @bhushankumar @mellowdrama_official @brstudiosllp @tseriesfilms @tseries.official #Dancelikechintutyagi A post shared by Bhumi✨ (@bhumipednekar) on Nov 15, 2019 at 10:23pm PST बाला में आयुष्मान-भूमि ने किया था कमाल- आयुष्मान और भूमि को पिछली बार बाला में देखा गया था. बाला में आयुष्मान ने गंजे आदमी का और भूमि ने सावलां रंग की लड़की का किरदार निभाया है. सामाजिक भेदभाव के असल मुद्दों पर बनीं इस फिल्म में दोनों ने बेहतरीन अभिनय किया है. फिल्म को पब्ल‍िक ने पॉजीटिव रिव्यूज दिए हैं. बाला में यामी गौतम के काम को भी सराहा गया है. कमाई के मामले में बाला अब तक 76 करोड़ की कमाई कर ली है. View this post on Instagram #DheemeDheeme on loop...I love it ... kya gaya hai @tonykakkar @nehakakkar, kya banaya hai @tanishk_bagchi aur kya awesome nachvaaya hai @boscomartis sir 🙌🏻 (link in bio) Watch Chintu, Vedika and Tapasya in our first song ❤ . @kartikaaryan @ananyapanday @mudassar_as_is @junochopra @bhushankumar @mellowdofficial @boscomartis @brstudiosllp @tseriesfilms @tseries.official A post shared by Bhumi✨ (@bhumipednekar) on Nov 11, 2019 at 10:37pm PST फिल्म पति पत्नी और वो का निर्देशन मुदस्सर अजीज ने किया है. इसमें भूमि पेडनेकर, कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे लीड रोल में हैं. गौरतलब है कि यह फिल्म 1978 में आई बीआर चोपड़ा की फिल्म का रीमेक है. पति पत्नी और वो 6 दिसंबर को रिलीज होगी.
दुल्हा , पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। सन्दर्भ इन्हें भी देखें पाकिस्तान के यूनियन काउंसिल पाकिस्तान में स्थानीय प्रशासन पंजाब (पाकिस्तान) चकवाल ज़िला बाहरी कड़ियाँ चकवाल जिले के यूनियन परिषदों की सूची पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ़ स्टॅटिस्टिक्स की आधिकारिक वेबसाइट-१९९८ की जनगणना(जिलानुसार आँकड़े) चकवाल ज़िले के यूनियन परिषद् पाकिस्तानी पंजाब के नगर
ब्रह्मपुर (Brahmapur), जिसे अंग्रेज़ी लहजे में बरहमपुर (Berhampur) भी कहा जाता है, भारत के ओड़िशा राज्य के गंजाम ज़िले में स्थित एक नगर है। यह बंगाल की खाड़ी के तट के पास बसा हुआ है। विवरण ब्रह्मपुर, जो रेशम नगरी के नाम से जाना जाता है, ओड़िशा राज्य का प्रमुख एबं पुरातन नगरों में से एक है। ब्रह्मपुर भारत के पूर्व तट से लगा है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 170 किमी दूर बरहमपुर को पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत से जोड़ने वाले रास्ते की दहलीज माना जाता है। प्राकृतिक रंगों के इस्तेमाल से तैयार होने वाले सिल्क के चलते इसे सिल्क सिटी का भी नाम मिला है। यह ओड़िया के साथ तेलुगु भाषा, संस्कृति और साहित्य का भी केंद्र रहा है। कहा जाता है कि ओडिसी डांस, ओडिसी साहित्य और तेलुगु लिपि का जन्म यहीं हुआ। यह नगर, रेशम के शाढी, मंदिर, इसकी संस्क्रूति, सुस्वादु भोजन एवं खाना पीना के लिए प्रसिध है। ब्रह्मपुर की जनसंख्या 2009 (संभाभित) के अनुसार 4 लाख से ज्यादा है। ब्रह्मपुर का इतिहास ब्रह्मपुर नगर के चारों तरफ कभी कलिंग राज्य का आत्मा बैठता था। कलिंग राज्य का राजधानी और केंद्र हजारों साल तक इसी के आस पास रहा। सम्राट अशोक का शिलालेख ब्रह्मपुर नगर के पास जाऊगढ़ में अभी भी है। कलिंग की इष्ट देवी तारा तारिणी शक्ति पीठ भी एसी शहर के पास है। ब्रह्मपुर नगर ब्रिट्रिश शासन की अवधि में मद्रास प्रेसिडेन्सी की अधीन में था। सन 1936 में ओडिशा राज्य पुनर्गठन के वाद गंजाम जील्ला में शामिल हुआ। अर्थतंत्र ब्रह्मपुर नगर दक्षिण ओडिशा कि आर्थिक राजधानी के रूप में माना जाता है। प्रमुख व्यवसाइक संगठन यहाँ स्थित है। यातायात यह नगर भारत के हर प्रान्त को रेल एबं सडक मार्ग से जुडा हुआ है। नज्दिक हवाई अडा भुवनेश्वर है। ब्रह्मपुर के शिक्षण संस्थान भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसन्धान संस्थान, ब्रह्मपुर ब्रह्मपुर विश्वविद्यालय खलिकोट स्वयंशासित महाविद्यालय खलिकोट विश्वविद्यालय एम्.के.सि.जि. भेषज महाविद्यालय लिन्गराज आइन महाविद्यालय राजकीय आयुर्बेद महाविद्यालय राजकीय होमिओपाथीक् महाविद्यालय खानपान दक्षिण भारत के साथ सटे हुए कारण, यहाँ की खानपान में द़क्षिण भारतीय खाना के साथ साथ ओडिआ खाना कि एक अपूर्व मिश्रण है। यहाँ कि एक अनोखी बात ये है की सुबह कि नाश्ता ज्यादातर लोग घर से बाहर ही करते है। दर्शनीय स्थल गोपालपुर बन्दर गाह् तरा तारिणी शक्ति पीठ तप्तपाणि चील्लिका झील समाचार पत्र समाज ब्रहपुर संस्करण संबाद ब्रहपुर संस्करण धरित्री ब्रहपुर संस्करण अनूपम भारत दैनिक आशा बाज़ार ब्रह्मपुर रेशम साड़ी, अलंकार, क्रुषि जात पदार्थ का एक प्रमुख बाजार है। इन्हें भी देखें गंजाम ज़िला सन्दर्भ गंजाम ज़िला ओड़िशा के शहर गंजाम ज़िले के नगर
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने यह कहकर एक नया विवाद छेड़ दिया कि समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री निवास पर झाड़ू देने तक के लिए भी फिट नहीं है जिसके बाद कांग्रेस ने झिड़की लगाई। उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में एक कार्यक्रम में 77 वर्षीय वर्मा ने कहा, ‘यादव प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। उन्हें पहले प्रधानमंत्री के निवास पर झाड़ू देने वाले का रोजगार पाने की कोशिश करनी चाहिए।’ उन्होंने अपनी टिप्पणी की शुरुआत इस आरोप से की कि सपा ‘झूठ और छल’ पर आधारित पार्टी है और कांग्रेस उसे समाप्त कर देगी।टिप्पणियां वर्मा कभी मुलायम के करीबी सहयोगी रहे थे लेकिन अमर सिंह के तस्वीर में आने के बाद उन्हें धीरे-धीरे एक किनारे कर दिया गया। कुर्मी नेता ने 2007 में सपा छोड़ दिया था और 2009 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस में आ गए थे। मुलायम के खिलाफ वर्मा की इस टिप्पणी को कांग्रेस ने अस्वीकार करते हुए कहा कि यह ‘खेदजनक है और पार्टी इससे खुद को पूरी तरह अलग करती है।’ उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में एक कार्यक्रम में 77 वर्षीय वर्मा ने कहा, ‘यादव प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। उन्हें पहले प्रधानमंत्री के निवास पर झाड़ू देने वाले का रोजगार पाने की कोशिश करनी चाहिए।’ उन्होंने अपनी टिप्पणी की शुरुआत इस आरोप से की कि सपा ‘झूठ और छल’ पर आधारित पार्टी है और कांग्रेस उसे समाप्त कर देगी।टिप्पणियां वर्मा कभी मुलायम के करीबी सहयोगी रहे थे लेकिन अमर सिंह के तस्वीर में आने के बाद उन्हें धीरे-धीरे एक किनारे कर दिया गया। कुर्मी नेता ने 2007 में सपा छोड़ दिया था और 2009 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस में आ गए थे। मुलायम के खिलाफ वर्मा की इस टिप्पणी को कांग्रेस ने अस्वीकार करते हुए कहा कि यह ‘खेदजनक है और पार्टी इससे खुद को पूरी तरह अलग करती है।’ वर्मा कभी मुलायम के करीबी सहयोगी रहे थे लेकिन अमर सिंह के तस्वीर में आने के बाद उन्हें धीरे-धीरे एक किनारे कर दिया गया। कुर्मी नेता ने 2007 में सपा छोड़ दिया था और 2009 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस में आ गए थे। मुलायम के खिलाफ वर्मा की इस टिप्पणी को कांग्रेस ने अस्वीकार करते हुए कहा कि यह ‘खेदजनक है और पार्टी इससे खुद को पूरी तरह अलग करती है।’ मुलायम के खिलाफ वर्मा की इस टिप्पणी को कांग्रेस ने अस्वीकार करते हुए कहा कि यह ‘खेदजनक है और पार्टी इससे खुद को पूरी तरह अलग करती है।’
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: संदीप पाटिल की अगुवाई में नया चयन पैनल इंग्लैंड के खिलाफ 15 से 19 नवंबर तक अहमदाबाद में चलने वाले शृंखला के शुरुआती टेस्ट के लिए सोमवार को टीम चुनेगा, जिसमें पूरी उम्मीद है कि युवराज सिंह भारतीय टेस्ट टीम में अपना स्थान दोबारा हासिल कर लेंगे। हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा था कि कैंसर के उपचार के बाद बायें हाथ का यह बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट की मुश्किलों को देखते हुए अपनी फिटनेस का खुद आकलन कर सकता है। ऐसा असंभव ही लगता है कि चयनकर्ता उन्हें टीम से बाहर रखेंगे। युवराज ने उस भारतीय टीम में वापसी की थी, जो श्रीलंका में ट्वेंटी-20 विश्व चैंपियनशिप में फ्लॉप रही थी। इसके बाद उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हैदराबाद में खेले गए दलीप ट्रॉफी के मध्य क्षेत्र के खिलाफ मुकाबले में उत्तर क्षेत्र के लिए दोहरा शतक जमाया था। मुंबई के ब्रैबोर्न स्टेडियम में मेहमान इंग्लैंड टीम के खिलाफ शुरुआती तीन-दिवसीय अभ्यास मैच में भारत ए टीम के लिए चुने जाने के बाद युवराज ने सात चौके और चार छक्के जमाकर 59 रन की शानदार पारी खेली और इसके बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट अपनी झोली में डाले। युवराज ने अपना पिछला टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ पिछले साल कोलकाता में खेला था। पूरी संभावना है कि वह एस बद्रीनाथ की जगह टीम में होंगे, जिन्हें संन्यास लेने वाले वीवीएस लक्ष्मण की जगह शामिल किया गया था। युवराज के लिए अंतिम एकादश में जिन खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा होगी, उनमें सुरेश रैना शामिल हैं, जिनके टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। हालांकि वह क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में भारत ए की अगुवाई के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सके थे और उन्होंने इस ड्रॉ मैच में 20 और नाबाद 19 रन बनाए थे।टिप्पणियां रैना ने घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला में एक अर्धशतक और दो बार इकाई अंक का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बाहर खेली गई शृंखला के शुरुआती मैच में 78 रन के बाद वह पूरी तरह से असफल रहे थे और उन्होंने अंतिम चौथे टेस्ट में दो विकेट हासिल किए थे। टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे। हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा था कि कैंसर के उपचार के बाद बायें हाथ का यह बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट की मुश्किलों को देखते हुए अपनी फिटनेस का खुद आकलन कर सकता है। ऐसा असंभव ही लगता है कि चयनकर्ता उन्हें टीम से बाहर रखेंगे। युवराज ने उस भारतीय टीम में वापसी की थी, जो श्रीलंका में ट्वेंटी-20 विश्व चैंपियनशिप में फ्लॉप रही थी। इसके बाद उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हैदराबाद में खेले गए दलीप ट्रॉफी के मध्य क्षेत्र के खिलाफ मुकाबले में उत्तर क्षेत्र के लिए दोहरा शतक जमाया था। मुंबई के ब्रैबोर्न स्टेडियम में मेहमान इंग्लैंड टीम के खिलाफ शुरुआती तीन-दिवसीय अभ्यास मैच में भारत ए टीम के लिए चुने जाने के बाद युवराज ने सात चौके और चार छक्के जमाकर 59 रन की शानदार पारी खेली और इसके बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट अपनी झोली में डाले। युवराज ने अपना पिछला टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ पिछले साल कोलकाता में खेला था। पूरी संभावना है कि वह एस बद्रीनाथ की जगह टीम में होंगे, जिन्हें संन्यास लेने वाले वीवीएस लक्ष्मण की जगह शामिल किया गया था। युवराज के लिए अंतिम एकादश में जिन खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा होगी, उनमें सुरेश रैना शामिल हैं, जिनके टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। हालांकि वह क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में भारत ए की अगुवाई के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सके थे और उन्होंने इस ड्रॉ मैच में 20 और नाबाद 19 रन बनाए थे।टिप्पणियां रैना ने घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला में एक अर्धशतक और दो बार इकाई अंक का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बाहर खेली गई शृंखला के शुरुआती मैच में 78 रन के बाद वह पूरी तरह से असफल रहे थे और उन्होंने अंतिम चौथे टेस्ट में दो विकेट हासिल किए थे। टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे। युवराज ने उस भारतीय टीम में वापसी की थी, जो श्रीलंका में ट्वेंटी-20 विश्व चैंपियनशिप में फ्लॉप रही थी। इसके बाद उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हैदराबाद में खेले गए दलीप ट्रॉफी के मध्य क्षेत्र के खिलाफ मुकाबले में उत्तर क्षेत्र के लिए दोहरा शतक जमाया था। मुंबई के ब्रैबोर्न स्टेडियम में मेहमान इंग्लैंड टीम के खिलाफ शुरुआती तीन-दिवसीय अभ्यास मैच में भारत ए टीम के लिए चुने जाने के बाद युवराज ने सात चौके और चार छक्के जमाकर 59 रन की शानदार पारी खेली और इसके बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट अपनी झोली में डाले। युवराज ने अपना पिछला टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ पिछले साल कोलकाता में खेला था। पूरी संभावना है कि वह एस बद्रीनाथ की जगह टीम में होंगे, जिन्हें संन्यास लेने वाले वीवीएस लक्ष्मण की जगह शामिल किया गया था। युवराज के लिए अंतिम एकादश में जिन खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा होगी, उनमें सुरेश रैना शामिल हैं, जिनके टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। हालांकि वह क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में भारत ए की अगुवाई के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सके थे और उन्होंने इस ड्रॉ मैच में 20 और नाबाद 19 रन बनाए थे।टिप्पणियां रैना ने घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला में एक अर्धशतक और दो बार इकाई अंक का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बाहर खेली गई शृंखला के शुरुआती मैच में 78 रन के बाद वह पूरी तरह से असफल रहे थे और उन्होंने अंतिम चौथे टेस्ट में दो विकेट हासिल किए थे। टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे। मुंबई के ब्रैबोर्न स्टेडियम में मेहमान इंग्लैंड टीम के खिलाफ शुरुआती तीन-दिवसीय अभ्यास मैच में भारत ए टीम के लिए चुने जाने के बाद युवराज ने सात चौके और चार छक्के जमाकर 59 रन की शानदार पारी खेली और इसके बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट अपनी झोली में डाले। युवराज ने अपना पिछला टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ पिछले साल कोलकाता में खेला था। पूरी संभावना है कि वह एस बद्रीनाथ की जगह टीम में होंगे, जिन्हें संन्यास लेने वाले वीवीएस लक्ष्मण की जगह शामिल किया गया था। युवराज के लिए अंतिम एकादश में जिन खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा होगी, उनमें सुरेश रैना शामिल हैं, जिनके टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। हालांकि वह क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में भारत ए की अगुवाई के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सके थे और उन्होंने इस ड्रॉ मैच में 20 और नाबाद 19 रन बनाए थे।टिप्पणियां रैना ने घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला में एक अर्धशतक और दो बार इकाई अंक का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बाहर खेली गई शृंखला के शुरुआती मैच में 78 रन के बाद वह पूरी तरह से असफल रहे थे और उन्होंने अंतिम चौथे टेस्ट में दो विकेट हासिल किए थे। टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे। युवराज ने अपना पिछला टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ पिछले साल कोलकाता में खेला था। पूरी संभावना है कि वह एस बद्रीनाथ की जगह टीम में होंगे, जिन्हें संन्यास लेने वाले वीवीएस लक्ष्मण की जगह शामिल किया गया था। युवराज के लिए अंतिम एकादश में जिन खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा होगी, उनमें सुरेश रैना शामिल हैं, जिनके टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। हालांकि वह क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में भारत ए की अगुवाई के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सके थे और उन्होंने इस ड्रॉ मैच में 20 और नाबाद 19 रन बनाए थे।टिप्पणियां रैना ने घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला में एक अर्धशतक और दो बार इकाई अंक का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बाहर खेली गई शृंखला के शुरुआती मैच में 78 रन के बाद वह पूरी तरह से असफल रहे थे और उन्होंने अंतिम चौथे टेस्ट में दो विकेट हासिल किए थे। टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे। युवराज के लिए अंतिम एकादश में जिन खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा होगी, उनमें सुरेश रैना शामिल हैं, जिनके टीम में अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। हालांकि वह क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में भारत ए की अगुवाई के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सके थे और उन्होंने इस ड्रॉ मैच में 20 और नाबाद 19 रन बनाए थे।टिप्पणियां रैना ने घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला में एक अर्धशतक और दो बार इकाई अंक का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बाहर खेली गई शृंखला के शुरुआती मैच में 78 रन के बाद वह पूरी तरह से असफल रहे थे और उन्होंने अंतिम चौथे टेस्ट में दो विकेट हासिल किए थे। टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे। रैना ने घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला में एक अर्धशतक और दो बार इकाई अंक का स्कोर बनाया था। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बाहर खेली गई शृंखला के शुरुआती मैच में 78 रन के बाद वह पूरी तरह से असफल रहे थे और उन्होंने अंतिम चौथे टेस्ट में दो विकेट हासिल किए थे। टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे। टीम के अन्य सदस्यों में पीयूष चावला को छोड़कर सभी का अपना स्थान बरकरार रखने की उम्मीद है। 2008 में कानपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम टेस्ट खेलने वाले चावला का श्रीकांत एवं कपंनी द्वारा उनका चयन हैरानी भरा था, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की शृंखला के दौरान वह रिजर्व के तौर पर बैठे रहे थे।
दुनिया की पहली NUDE वर्कआउट क्‍लास ब्रिटेन में खुल गई है. इसे एक पर्सनल ट्रेनर ने खोला है. यहां फिट रहने के लिए सारी एक्‍सरसाइज कराई जाती हैं, पर केवल उन्‍हीं को जो NUDE होने को तैयार हों. इस तरह की पहली क्‍लास पिछले सप्‍ताह साउथएंप्‍टन में ली गई. इसे हेलन स्मिथ नामक 35 वर्षीय महिला ने लिया. क्‍लास में कुल 10 लोगों ने भागीदारी की. पोर्न देखने के मामले में भारतीय महिलाएं नं.1 एक घंटे चली इस क्‍लास में हर उम्र के लोगों ने भाग लिया. इनकी उम्र 33 से 70 साल के बीच थी. इस क्‍लास को चलाने वाली हेलन स्मिथ कहती हैं, 'NAKED होकर एक्‍सरसाइज कराने का एक फायदा ये है कि लोग अच्‍छी तरह से देख पाते हैं कि हम उन्‍हें किस तरह की एक्‍सरसाइज कराना चाहते हैं. जैसे कि अगर आप प्‍लेंक कर रहे हें और आपने बैगी एक्‍सरसाइज वाले कपड़े पहने हैं तो लोग समझ नहीं पाते कि एक्‍सरसाइज करने का सही तरीका क्‍या है.' OMG! बिहार SSC के एडमिट कार्ड में मोनालीसा का टाॅपलेस फोटो... वे ये भी कहती हैं कि ये पूरी तहर से मानवीय रूप में आना है. इसलिए हमें ये खराब नहीं लगता. वे बताती हैं उन्‍हें ऐसा करने की प्रेरणा तब मिली जब वे फ्रासं के nudist beach पर गईं थीं. फिलहाल इस फिटनेस प्रोग्राम के लिए लोग ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन करा रहे हैं.
तेजपुर (Tejpur) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के कानपुर नगर ज़िले में स्थित तहसील घाटमपुर में स्थित एक गांव है। इतिहास तेजपुर ग्राम घाटमपुर से 10 किलोमीटर दूर घाटमपुर-गजनेर मार्ग पर स्थित है। यह रंजीतपुर और नंदना ग्राम के मध्य स्थित है। धर्म तेजपुर ग्राम हिंदू बाहुल्य ग्राम है, जहां यादव, ब्राम्हण, व अनुसूचित जातियां निवास करती हैं। मां तेजेस्वरी इस गांव की कुलदेवी हैं। गांव में साल में एक बार भुईंया रानी का मेला आयोजित होता है, एवं एक बार रामलीला का सफल आयोजन पिछले कई सालों से हो रहा है। इंफ्रास्ट्रक्टर तेजपुर के लिए घाटमपुर गजनेर मार्ग पर प्राइवेट बस सेवा उपलब्ध है। तेजपुर पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन घाटमपुर है। तेजपुर गांव में एक जमुना देवी प्राथमिक व जूनियर विद्यालय है। तेजपुर कुवंरपुर मार्ग में एक स्टेडियम है, इसके अलावा तेजपुर नंदना मार्ग में पुरुषोत्तम श्रीराम ला कालेज व डिग्री कालेज भी उपलब्ध है। निकटतम पुलिस चौकी ग्राम नंदना में स्थित है। परिजात वृक्ष तेजपुर- नंदना मार्ग में स्थित 250 साल पुराना वृक्ष चर्चा का विषय बना हुआ है। आज तक कोई भी इस वृक्ष के फूलों को नहीं देख सका है। इससे ग्रामीणों की आस्था जुड़ी हुई है। उनका कहना है कि यहां मांगी हर मुराद पूरी होती है। रामनगर के किन्टूर गाँव और घाटमपुर के तेजपुर गाँव को छोड़कर ऐसा कोई दूसरा पेड़ नजर नहीं आया है।कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार यह वृक्ष सेमल प्रजाति से मिलता-जुलता है। गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि है कि मंदिर के निर्माण के समय यहां पेड़-पौधे लगवाए गए थे। तभी कल्प का पौधा भी लगवाया गया होगा। - यह वृक्ष करीब 250 साल पुराना है। - इसे 'कल्पवृक्ष', 'परजातवृक्ष' और 'पेड़वा बाबा' के नाम से पुकारा जाता है। - इसके स्पर्श से ही लोगों की थकान दूर हो जाती है। - प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी सूरज प्रसाद बताते हैं कि ये वृक्ष समुंद्र मंथन में निकला था। सिक्का डालने पर आती है 'राम' की ध्वनि - यहां रहने वाले बाबा गंगा प्रसाद ने बताया कि वृक्ष में एक सुराख था, जिसमें एक सिक्का डालने के बाद फेरे लिए जाते थे। - इसके बाद कान लगाकर सुनने पर अंदर से 'राम-राम' की ध्वनि सुनाई देती थी। - इस तरह के सिर्फ दो वृक्ष ही हैं, एक हमीरपुर और दूसरा नंदना गांव में है। वृक्ष की और भी हैं खासियत - जिस तरह से बेलपत्र के पेड़ में एक साथ तीन पत्तियां जुड़ी होती हैं, उसी तरह इसमें एक साथ 5 पत्तियां जुड़ी हैं। - इसकी खुशबू से पूरा बगीचा महक उठता है, लेकिन फूल को देख पाना असंभव है।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीम दिल्ली डेयरडेविल्स शुक्रवार को चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के अपने दूसरे लीग मुकाबले में न्यूजीलैंड की ऑकलैंड एसेस के खिलाफ लगातार दूसरी जीत के इरादे से किंग्समीड मैदान पर उतरेगी। डेयरडेविल्स ने अपने पहले मुकाबले में मौजूदा आईपीएल चैम्पियन कोलकाता नाइटराइडर्स को 52 रनों से पराजित कर टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत की है। क्वालीफाइंग के जरिये मुख्य दौर में प्रवेश करने वाली ऑकलैंड ने अब तक दो मैच खेले हैं, जिनमें उसे एक में जीत जबकि एक मैच में हार नसीब हुई है। दोनों टीमों के चार-चार अंक हैं, लेकिन बेहतर नेट रनरेट के आधार पर डेयरडेविल्स ग्रुप-'ए' में दूसरे जबकि ऑकलैंड तीसरे स्थान पर है। डेयरडेविल्स के पास कप्तान माहेला जयवर्धने, वीरेंद्र सहवाग, केविन पीटरसन और रॉस टेलर जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं, जो अपनी बल्लेबाजी के दम पर अकेले मैच का रुख अपनी ओर मोड़ने का माद्दा रखते हैं। इसके अलावा हाल में भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद भी डेयरडेविल्स टीम में शामिल हैं, जिन्होंने पहले मुकाबले में अपनी टीम की ओर से सबसे अधिक 40 रन बनाए थे। डेयरडेविल्स का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है। इरफान पठान, मोर्ने मोर्कल, उमेश यादव और अजीत अगरकर के रूप में उसके पास चार बेहतरीन मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं जबकि पवन नेगी स्पिन की जिम्मेदारी संभालेंगे। उधर, ऑकलैंड ने पहले मुकाबले में नाइटराइडर्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस ने उसे 59 रनों से पराजित कर दिया।टिप्पणियां टाइटंस के खिलाफ ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने गलत शॉट चयन कर सस्ते में अपने विकेट गंवा दिए थे। एक समय ऑकलैंड की टीम 68 रन के कुल योग पर नौ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं। डेयरडेविल्स ने अपने पहले मुकाबले में मौजूदा आईपीएल चैम्पियन कोलकाता नाइटराइडर्स को 52 रनों से पराजित कर टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत की है। क्वालीफाइंग के जरिये मुख्य दौर में प्रवेश करने वाली ऑकलैंड ने अब तक दो मैच खेले हैं, जिनमें उसे एक में जीत जबकि एक मैच में हार नसीब हुई है। दोनों टीमों के चार-चार अंक हैं, लेकिन बेहतर नेट रनरेट के आधार पर डेयरडेविल्स ग्रुप-'ए' में दूसरे जबकि ऑकलैंड तीसरे स्थान पर है। डेयरडेविल्स के पास कप्तान माहेला जयवर्धने, वीरेंद्र सहवाग, केविन पीटरसन और रॉस टेलर जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं, जो अपनी बल्लेबाजी के दम पर अकेले मैच का रुख अपनी ओर मोड़ने का माद्दा रखते हैं। इसके अलावा हाल में भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद भी डेयरडेविल्स टीम में शामिल हैं, जिन्होंने पहले मुकाबले में अपनी टीम की ओर से सबसे अधिक 40 रन बनाए थे। डेयरडेविल्स का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है। इरफान पठान, मोर्ने मोर्कल, उमेश यादव और अजीत अगरकर के रूप में उसके पास चार बेहतरीन मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं जबकि पवन नेगी स्पिन की जिम्मेदारी संभालेंगे। उधर, ऑकलैंड ने पहले मुकाबले में नाइटराइडर्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस ने उसे 59 रनों से पराजित कर दिया।टिप्पणियां टाइटंस के खिलाफ ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने गलत शॉट चयन कर सस्ते में अपने विकेट गंवा दिए थे। एक समय ऑकलैंड की टीम 68 रन के कुल योग पर नौ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं। दोनों टीमों के चार-चार अंक हैं, लेकिन बेहतर नेट रनरेट के आधार पर डेयरडेविल्स ग्रुप-'ए' में दूसरे जबकि ऑकलैंड तीसरे स्थान पर है। डेयरडेविल्स के पास कप्तान माहेला जयवर्धने, वीरेंद्र सहवाग, केविन पीटरसन और रॉस टेलर जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं, जो अपनी बल्लेबाजी के दम पर अकेले मैच का रुख अपनी ओर मोड़ने का माद्दा रखते हैं। इसके अलावा हाल में भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद भी डेयरडेविल्स टीम में शामिल हैं, जिन्होंने पहले मुकाबले में अपनी टीम की ओर से सबसे अधिक 40 रन बनाए थे। डेयरडेविल्स का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है। इरफान पठान, मोर्ने मोर्कल, उमेश यादव और अजीत अगरकर के रूप में उसके पास चार बेहतरीन मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं जबकि पवन नेगी स्पिन की जिम्मेदारी संभालेंगे। उधर, ऑकलैंड ने पहले मुकाबले में नाइटराइडर्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस ने उसे 59 रनों से पराजित कर दिया।टिप्पणियां टाइटंस के खिलाफ ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने गलत शॉट चयन कर सस्ते में अपने विकेट गंवा दिए थे। एक समय ऑकलैंड की टीम 68 रन के कुल योग पर नौ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं। डेयरडेविल्स के पास कप्तान माहेला जयवर्धने, वीरेंद्र सहवाग, केविन पीटरसन और रॉस टेलर जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं, जो अपनी बल्लेबाजी के दम पर अकेले मैच का रुख अपनी ओर मोड़ने का माद्दा रखते हैं। इसके अलावा हाल में भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद भी डेयरडेविल्स टीम में शामिल हैं, जिन्होंने पहले मुकाबले में अपनी टीम की ओर से सबसे अधिक 40 रन बनाए थे। डेयरडेविल्स का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है। इरफान पठान, मोर्ने मोर्कल, उमेश यादव और अजीत अगरकर के रूप में उसके पास चार बेहतरीन मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं जबकि पवन नेगी स्पिन की जिम्मेदारी संभालेंगे। उधर, ऑकलैंड ने पहले मुकाबले में नाइटराइडर्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस ने उसे 59 रनों से पराजित कर दिया।टिप्पणियां टाइटंस के खिलाफ ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने गलत शॉट चयन कर सस्ते में अपने विकेट गंवा दिए थे। एक समय ऑकलैंड की टीम 68 रन के कुल योग पर नौ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं। इसके अलावा हाल में भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद भी डेयरडेविल्स टीम में शामिल हैं, जिन्होंने पहले मुकाबले में अपनी टीम की ओर से सबसे अधिक 40 रन बनाए थे। डेयरडेविल्स का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है। इरफान पठान, मोर्ने मोर्कल, उमेश यादव और अजीत अगरकर के रूप में उसके पास चार बेहतरीन मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं जबकि पवन नेगी स्पिन की जिम्मेदारी संभालेंगे। उधर, ऑकलैंड ने पहले मुकाबले में नाइटराइडर्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस ने उसे 59 रनों से पराजित कर दिया।टिप्पणियां टाइटंस के खिलाफ ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने गलत शॉट चयन कर सस्ते में अपने विकेट गंवा दिए थे। एक समय ऑकलैंड की टीम 68 रन के कुल योग पर नौ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं। डेयरडेविल्स का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है। इरफान पठान, मोर्ने मोर्कल, उमेश यादव और अजीत अगरकर के रूप में उसके पास चार बेहतरीन मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं जबकि पवन नेगी स्पिन की जिम्मेदारी संभालेंगे। उधर, ऑकलैंड ने पहले मुकाबले में नाइटराइडर्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस ने उसे 59 रनों से पराजित कर दिया।टिप्पणियां टाइटंस के खिलाफ ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने गलत शॉट चयन कर सस्ते में अपने विकेट गंवा दिए थे। एक समय ऑकलैंड की टीम 68 रन के कुल योग पर नौ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं। उधर, ऑकलैंड ने पहले मुकाबले में नाइटराइडर्स पर सात विकेट से जीत दर्ज की थी, लेकिन दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस ने उसे 59 रनों से पराजित कर दिया।टिप्पणियां टाइटंस के खिलाफ ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने गलत शॉट चयन कर सस्ते में अपने विकेट गंवा दिए थे। एक समय ऑकलैंड की टीम 68 रन के कुल योग पर नौ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं। टाइटंस के खिलाफ ऑकलैंड के बल्लेबाजों ने गलत शॉट चयन कर सस्ते में अपने विकेट गंवा दिए थे। एक समय ऑकलैंड की टीम 68 रन के कुल योग पर नौ विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं। हरफनमौला अजहर महमूद से कप्तान गारेथ हॉपकिंस को अधिक उम्मीदें होंगी। इसके अलावा मार्टिन गुपटिल, खुद हॉपकिंस और लू विंसेंट पर बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। गेंदबाजी में उसके पास काएल मिल्स और माइकल बेट्स जैसे दो मध्यम गति के तेज गेंदबाज मौजूद हैं, जबकि स्पिन के रूप में ऑकलैंड के पास रॉनी हीरा हैं।
गुजरात उच्च न्यायालय ने कालेज में अध्ययनरत किशोरी इशरत जहां की कथित फर्जी मुठभेड़ में मौत की सुनवाई 15 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी. चूंकि इशरत की मां शमीमा कौसर ने उच्च न्यायालय में इस मामले की सुनवाई पर स्थगन के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की थी, इसलिए न्यायमूर्ति के एस झावेरी ने इस मामले की सुनवाई को 15 दिसंबर तक स्थगित कर दिया. 2004 में इस मुठभेड़ की जांच के लिए अदालत द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने अब तक की प्रगति रिपोर्ट सौंपते हुए जांच पूरी करने के लिए कुछ और समय दिये जाने की मांग की थी.
अट्टीपट कृष्णस्वामी रामानुजन () () (१६ मार्च १९२९ - १३ जुलाई १९९३) एक कवि, निबंधकार, शोधकर्ता, अनुवादक, भाषाविद्, नाटककार और लोककथाओं के विशेषज्ञ थे। उन्होंने तमिल, कन्नड़ और अंग्रेज़ी में कवितायें लिखी है जिन्होंने न केवल भारत में बल्कि अमेरिका में भी प्रभाव बनाया और आज भी बहुचर्चित कविताओं में से एक हैं। यद्यपि वह भारतीय थे और उनके अधिकांश काम भारत से संबंधित थे परन्तु उन्होंने अपने जीवन का दूसरा भाग, अपने मृत्यु तक अमेरिका में ही बिताया। विपुल निबंधकार और कवि, रामानुजन ने अनगिनत शैक्षिक और साहित्यिक पत्रिकाओं के लिए योगदान दिया। उन्होंने अपने कार्यों के द्वारा पूर्वी और पश्चिमी संस्कृतियों को पारस्परिक रूप से सुबोध्य बनाने की कोशिश की। उन्हें यह कहते हुए पाया गया है कि - "मैं भारत-अमेरिका में एक संबंधक (हायफेन) हूँ"। शैक्षिक और साहित्यिक टिप्पणीकारों ने रामानुजन की प्रतिभा, मानवता और विनम्रता को काफी सराहा है। उन्होंने अपने कन्नड़ और तमिल कविताओ के श्रमसाध्य अनुवादों में प्राचीन साहित्य की भव्यता और बारीकियों को दर्शाया है जिनमे तमिल साहित्य तो करीब २००० वर्ष पुराने थे। जीवन बचपन एवं किशोरावस्था ए. के. रामानुजन का जन्म १६ मार्च, १९२९ में मैसूर नगर के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम अट्टीपट असूरी कृष्णस्वामी था। वे मैसूर विश्वविद्यालय में गणित के प्राध्यापक एवं एक खगोलशास्त्री थे। रामानुजन की मां अपने समय के एक रूढ़िवादी ब्राह्मण महिला थी और घर संभालती थी। रामानुजन के पिता की मृत्यु १९४९ में हो गयी - जब वे (रामानुजन) बीस वर्ष के थे। उनका पालन त्रिभाषी वातावरण में हुआ। वे अपने पिता से अंग्रेजी, अपनी माता से तमिल और बाहर शहर के लोगो से कन्नड़ में वार्तालाप करते थे। शिक्षा अपने ब्रह्म परवरिश के एक बुनियादी आवश्यकता थी। रामानुजन का बौद्धिक जीवन के प्रति जो समर्पण था वह उनके पिता के कारण ही पैदा हुआ था। उनके पिता का अध्ययन कक्ष अंग्रेजी, तमिल तथा संस्कृत की पुस्तकों से लदा रहता था। कभी कभी रात के खाने के वक्त, जब उनके पिता उनकी माता को पश्चिमी संस्कृति के शेक्सपियर जैसे कालजयी कृतियों के अनुवाद सुनाते थे तब वह भी उन्हें गौर से सुना करते थे। अपने युवा वर्षों में उन्हें अपने पिता के ज्योतिषी तथा खगोल विज्ञानं दोनों में विश्वास देख काफी उलझन में पद जाते थे : उन्हें तर्कसंगत और तर्कहीन का इस तरह का मिश्रण काफी विचित्र लगता था। मजे की बात है, रामानुजन ने अपनी पहली कलात्मक प्रयास के रूप में जादू चुना। अपनी किशोरावस्था में, उन्होंने पड़ोस दर्जी से, इलास्टिक बैंड से युक्त छुपा जेब वाला एक कोट तैयार करवाया जिसमें उन्होंने खरगोश और फूलों के गुलदस्ते छुपा कर रख लिया। सर की टोपी, जादुई छड़ी और अन्य चीजों से लैस वे स्थानीय विद्यालयों, महिलाओं के समूहों तथा सामाजिक क्लबों में जादू का प्रदर्शन करते थे। एक जादूगर होने की इच्छा शायद उन्होंने अपने पिता की तर्कहीन में विश्वास से प्राप्त की थी। शिक्षा ए. के. रामानुजन ने अपनी प्रथ्मिक शिक्षा मल्लप्पा उच्च विद्यालय से प्राप्त की थी। उन्होंने बी.ए. और एम.ए. की डिग्रियाँ मैसूर के महाराजा महाविद्यालय (मैसूर विश्वविद्यालय) से प्राप्त की थी। उन्होंने अपने कॉलेज के प्रथम वर्ष में विज्ञान को अपना ऑनर्स पर उनके पिता को यह मंज़ूर न था। उनके पिता का यह मानना था की "रामानुजन का दिमाग गणित में नहीं लग सकता"। उन्होंने ज़बरदस्ती ऑनर्स विज्ञान से बदलकर अंग्रेजी साहित्य करवा दिया। अंततः रमन ने १९४९ में अपनी बी.ए. की डिग्री हासिल की और उसी वर्ष केरल में अंग्रेजी के अध्यापक बन गए। कुछ समय बाद वे धारावर, कर्नाटक में पढ़ाने लगे। उन शुरुआती दिनों में भी उनकी एक शानदार व्याख्याता के रूप में एक स्थानीय प्रतिष्ठा कायम हो गयी। लोग मीलों दूर से उनसे पढ़ने आने लगे। १९५७ में भाषा विज्ञान में उनकी नयी रुच जागृत हुई। उन्होंने पुणे के देच्कां कॉलेज में एक प्रोग्राम में दाखिला लिया, जिसे रॉकफेलर फाउंडेशन (Rockefeller Foundation) ने वित्तपोषित किया था और वहां से डिप्लोमा लिया। १९५८ में, वह एक फुलब्राइट अनुदान (Fulbright Program) पर अमरीका गए ताकि इंडियाना विश्वविद्यालय (Indiana University) में भाषा विज्ञान में उन्नत अध्ययन कर सके। १९६३ में उन्होंने इंडियाना विश्वविद्यालय से पि एच.डी. ली। संधर्भ
हिंदुस्तानी फिल्मों के हरफनमौला सितारे किशोर कुमार की आवाज और अंदाज निराला था और उनके कॉलेज जीवन की मजेदार यादों को इंदौर के लोगों ने अब भी संजो रखा है यह वह दौर था, जब एक छोटे शहर से पढ़ने के लिये बड़े शहर आये नौजवान किशोर को अपनी जिंदगी का असल लक्ष्य साफ नजर आने लगा था. चार अगस्त 1929 को मध्यप्रदेश (तब मध्य प्रांत) के खंडवा में पैदा हुए किशोर का वास्तविक नाम आभास कुमार गांगुली था. वह मैट्रिक पास करके इंटरमीडिएट में पहुंचे तो पिता कुंजलाल गांगुली ने उनके भविष्य की फिक्र करते हुए उनका दाखिला इंदौर के प्रतिष्ठित क्रिश्चियन कॉलेज में करा दिया. यह अलग बात है कि किशोर को उनका कॉलेज खासकर उनकी शरारतों के लिये ही याद रखता है, जिनकी झलक बाद में उनकी फिल्मों में भी दिखायी दी. क्रिश्चियन कॉलेज में इतिहास पढ़ाने वाले स्वरूप वाजपेयी ने बताया, ‘किशोर वर्ष 1946 से लेकर वर्ष 1948 तक हमारे कॉलेज में पढ़े और फिर मुंबई (तब बंबई) चले गये. लेकिन उन पर कैंटीन वाले काका के पांच रुपये बारह आने बकाया रह गये.’ उन्होंने कहा कि यह बात कुछ साल बाद किशोर को मालूम पड़ी. माना जाता है कि उधारी की इस रकम से ‘प्रेरित’ होकर उन्होंने अपनी फिल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ (वर्ष 1958) के मशहूर गीत ‘पांच रुपैया बारह आना’ का मुखड़ा रचा. क्रिश्चियन कॉलेज में खड़ा इमली का पेड़ मानो आज भी अपनी बांहें फैलाकर किशोर की राह ताक रहा है. वाजपेयी के मुताबिक नौजवान किशोर के लिये यह पेड़ ‘बोधि वृक्ष’ की तरह था. वह कॉलेज में पीरियड बंक करने के लिये ‘कुख्यात’ थे और इस पेड़ के नीचे यार दोस्तों के लिये गाने की महफिल जमाने के लिये भी. इस दौरान वह ‘यॉडलिंग’ (गायन की एक शैली) भी करते थे. उन्होंने कहा, ‘किशोर एक बार कक्षा में टेबल को तबले की तरह बजा रहे थे. नागरिक शास्त्र का पीरियड था. प्रोफेसर ने उन्हें फटकार लगाते हुए पढ़ाई पर ध्यान देने की हिदायत दी और कहा कि यह गाना बजाना जिंदगी में कुछ काम नहीं आयेगा.’ जवाब में किशोर ने मुस्कुराते हुए कहा कि ‘सर, इसी गाने बजाने से अपनी जिंदगी का गुजारा होना है.’ मुंबई पहुंचने के बाद किशोर ने अपनी इस बात को सच साबित कर दिया और अपने शानदार कॅरियर में कोई 3 हजार गाने गाये. लेकिन यह बात शायद कम ही लोग जानते होंगे कि यहां अपने कॉलेज जीवन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान गायन के वक्त किशोर मंच पर पैर रखने में बुरी तरह झिझकते थे. क्रिश्चियन कॉलेज के प्राचार्य अमित डेविड ने बताया, ‘कॉलेज के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में किशोर गाना तो गाते थे. लेकिन परदे के पीछे से.’ डेविड ने कहा, ‘उनकी शरारतों के किस्से हालांकि हमारे कॉलेज में अब भी चटखारे लेकर सुनाये जाते हैं. लेकिन पता नहीं क्यों, वह तब गाते वक्त मंच से श्रोताओं का सामना करने में झिझकते थे.’ किशोर क्रिश्चियन कॉलेज के ओल्ड हॉस्टल में रहते थे. इस हॉस्टल की इमारत हालांकि जीर्ण-शीर्ण हो गयी है. लेकिन कॉलेज परिसर में यहां वहां किशोर की यादें आज भी ताजा हैं, जिन पर वक्त की धूल शायद कभी नहीं चढ़ सकेगी.
अभिवाह या फ्लक्स (flux) की अवधारणा का भौतिकी व व्यावहारिक गणित में कई तरह से उपयोग होता है। मोटे तौर पर, किसी स्थान, सतह या अन्य पदार्थ को पार करने वाली किसी पदार्थ, क्षेत्र (फिल्ड) आदि की मात्रा को अभिवाह कहते हैं। विद्युतचुम्बकत्व में विद्युत अभिवाह और चुम्बकीय अभिवह बहुत महत्वपूर्ण और उपयोगी संकल्पनाएँ हैं। किसी क्षेत्र के प्रत्येक बिन्दु पर क्षेत्र का मान F (नियत) हो तो उस क्षेत्र A से निकलने वाला अभिवाह . ध्यान रहे कि यह प्रवाह से सम्बन्धित लेकिन भिन्न होता है - फ्लक्स वह मात्रा है जो किसी सतह को भेद रही है और इसमें बहाव आवश्यक नहीं है (यानि परिवहन परिघटना के विपरीत कोई चुम्बकत्व जैसी स्थाई परिघटना भी हो सकती है), जबकि प्रवाह में किसी प्रकार के भौतिक बहाव का होना आवश्यक है। अभिवाह की सामान्य गणितीय परिभाषा गणितीय संकल्पना के रूप में, अभिवाह को किसी सदिश क्षेत्र के तल समाकलन (सरफेस इन्टीग्रल) के रूप में अभिव्यक्त किया जाता है। जहाँ F कोई सदिश क्षेत्र है, और dA सदिश क्षेत्रफल है (तल A का कोई अति लघु भाग)। यहाँ दो सदिश राशियों का अदिश गुणनफल (डॉट प्रोडक्ट) का समाकलन किया गया है। शब्दोत्पत्ति "फ़्लक्स" मूल रूप से लातिनी भाषा का एक शब्द है और इसका अर्थ "प्रवाह" होता है, हालांकि आधुनिक विज्ञान में "फ़्लक्स" (flux) और प्रवाह (flow) के दो ज़रा भिन्न अर्थ हैं। शब्दशास्त्रियों का मानना है कि "फ़्लक्स" शब्द स्वनानुकरणात्मक प्रक्रिया से बहते जल की ध्वनी पर पड़ा था। संस्कृत और लातिनी दोनों हिन्द-यूरोपी भाषा-परिवार की बहन भाषाएँ हैं, इसलिए संस्कृत में भी इसका एक सजातीय शब्द है, "स्रुत"। यूनानी भाषा में भी इसका सजातीय "रोई" (ροή) शब्द मौजूद है। इन्हें भी देखें प्रवाह चुम्बकीय अभिवाह विद्युत अभिवाह परिवहन परिघटना गालक (वेल्डन, ब्रेजिंग आदि में प्रयुक्त एक पदार्थ (फ्लक्स) बाहरी जोड़ स्रुत, विक्षनरी लेख सन्दर्भ भौतिक राशियाँ सदिश कलन दरें
समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अपने भाई के वाक्‍यों को दोहराते हुए अपने मंत्रियों को एक नसीहत दे डाली। मुलायम ने मंत्रियों से कहा कि माल बनाओ, बेईमानी से पैसे जोड़ो मगर पार्टी और सरकार की इमेज खराब नहीं होनी चाहिए।टिप्पणियां इंग्लिश अखबार मेल टुडे के मुताबिक समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया की 46वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित पार्टी मीटिंग में मुलायम ने कहा, 'समाजवाद पार्टी के मंत्रियों के आचरण पर कोई सवाल नहीं उठना चाहिए। संयम से काम लीजिए। कुछ सुविधा ले लीजिए, कुछ कमा लीजिए, कुछ खा लीजिए लेकिन पांच सालों में नौजवानों ने जो कुर्बानियां दी हैं, उनपर आंच नहीं आनी चाहिए।' मुलायम सिंह यादव का यह बयान उनके छोटे भाई और पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर शिवपाल यादव की उस सलाह को दोहराता है, जो उन्होंने नौकरशाहों को दी थी। इस साल 9 अगस्त को शिवपाल यादव ने कहा था, 'अगर मेहनत करोगे तो थोड़ी-बहुत चोरी कर सकते हो, लेकिन आप डकैती नहीं डाल सकते।' हालांकि, बाद में शिवपाल ने कहा था कि उन्होंने यह कमेंट मजाकिया लहजे में किया था। इस मामले को हाइलाइट करने पर उन्होंने कुछ पत्रकारों को धमकी भी दी थी। इंग्लिश अखबार मेल टुडे के मुताबिक समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया की 46वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित पार्टी मीटिंग में मुलायम ने कहा, 'समाजवाद पार्टी के मंत्रियों के आचरण पर कोई सवाल नहीं उठना चाहिए। संयम से काम लीजिए। कुछ सुविधा ले लीजिए, कुछ कमा लीजिए, कुछ खा लीजिए लेकिन पांच सालों में नौजवानों ने जो कुर्बानियां दी हैं, उनपर आंच नहीं आनी चाहिए।' मुलायम सिंह यादव का यह बयान उनके छोटे भाई और पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर शिवपाल यादव की उस सलाह को दोहराता है, जो उन्होंने नौकरशाहों को दी थी। इस साल 9 अगस्त को शिवपाल यादव ने कहा था, 'अगर मेहनत करोगे तो थोड़ी-बहुत चोरी कर सकते हो, लेकिन आप डकैती नहीं डाल सकते।' हालांकि, बाद में शिवपाल ने कहा था कि उन्होंने यह कमेंट मजाकिया लहजे में किया था। इस मामले को हाइलाइट करने पर उन्होंने कुछ पत्रकारों को धमकी भी दी थी। मुलायम सिंह यादव का यह बयान उनके छोटे भाई और पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर शिवपाल यादव की उस सलाह को दोहराता है, जो उन्होंने नौकरशाहों को दी थी। इस साल 9 अगस्त को शिवपाल यादव ने कहा था, 'अगर मेहनत करोगे तो थोड़ी-बहुत चोरी कर सकते हो, लेकिन आप डकैती नहीं डाल सकते।' हालांकि, बाद में शिवपाल ने कहा था कि उन्होंने यह कमेंट मजाकिया लहजे में किया था। इस मामले को हाइलाइट करने पर उन्होंने कुछ पत्रकारों को धमकी भी दी थी।
गुजरात के चुनावी महारण में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का सामना करने के लिए बीजेपी ने अपने आधे दर्जन से ज्यादा केंद्रीय मंत्रियों को उतार दिया है. रविवार से कई केंद्रीय मंत्री गुजरात गौरव महासंपर्क अभियान के तहत चुनाव प्रचार करते नजर आएंगे. गुजरात चुनाव में बीजेपी ने जिन केंद्रीय मंत्रियों को प्रचार अभियान में उतारा है, उनमें केंद्रीय रक्षामंत्री निर्मला, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी , खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री पुरुषोत्तम रुपला और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री मनसुख मंडविया शामिल हैं. केंद्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण रविवार को अहमदाबाद के खोखरा सर्किल के खोखरा वार्ड में प्रचार करेंगी. इसके बाद बीजेपी मीडिया सेंटर में दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी. इसके अलावा गुजरात के गांधीनगर के मनसा में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा चुनाव प्रचार करते दिखेंगे. वह मनसा के आजोल और रिड्रोल में कंपेन चलाएंगे. बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडे़कर को रोजकोट पश्चिम विधानसभा सीट में प्रचार अभियान में लगाया है. इसके अलावा हैदराबाद में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान डोर-टू-डोर कंपेन चलाएंगे और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. कौन मंत्री कहां करेगा चुनाव प्रचार 1. केंद्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारण रविवार सुबह 10:30 बजे से 11:30 बजे तक अहमदाबाद के खोखरा सर्किल के खोखरा वार्ड में प्रचार अभियान करेंगी. इसके बाद दोपहर 12 बजे वह बीजेपी मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी. 2. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को गांधीनगर के मनसा में चुनाव अभियान का जिम्मा सौंपा गया है. वह रविवार को गांधीनगर के अजोल और रिड्रोल में कंपेन चलाएंगे. 3. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को रोजकोट पश्चिम विधानसभा सीट पर चुनाव में लगाया गया है. वह रविवार सुबह 09:30 बजे प्रचार अभियान चलाएंगे. इसके बाद वह 11:30 बजे रोजकोट के होटल ग्रैंड ठाकर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इसके बाद वह 03:30 बजे फिर राजकोट में चुनाव प्रचार करेंगे. 4. रविवार को केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी सिंधी कॉलोनी के प्रीतम चौक में 11:30 से 12:30 बजे तक महासंपर्क अभियान चलाएंगी. इसके बाद वह विजयपुर के शिवाजी चौक में कंपेन चलाएंगी. 5. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी रविवार को अहमदाबाद में डोर-टू-डोर चुनाव अभियान चलाएंगे. इसके बाद वह तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. 6. केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपला को भी चुनाव बीजेपी ने चुनाव प्रचार और जनसंपर्क अभियान की जिम्मेदारी सौंपी है. वह भी गुजरात चुनाव में बीजेपी को जिताने के लिए अभियान चलाएंगे. 7. केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडविया को भी संपर्क अभियान चलाने को कहा गया है. रविवार को वो भी राहुल गांधी का मुकाबल करने के लिए चुनाव प्रचार में दिखेंगे.
राजस्थान के बीकानेर मे दरिंदगी की सारी हदें पार करने वाली घटना सामने आयी है. दिल्ली निवासी 28 वर्षीय महिला के साथ गैंग रेप की घटना ने सभी को सकते में डाल दिया है. बताया जा रहा है कि बीकानेर में अपनी जमीन देखने दिल्ली से आयी महिला को जबरन गाड़ी में उठा ले गए और गैंग रेप किया. महिला की शिकायत पर मामले में 23 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो नामजद आरोपियों को हिरासत में लिया है. दिल्ली से बीकानेर अपनी जमीन देखने पहुंची एक महिला को कुछ लोग जयपुर रोड से गाड़ी में उठाकर ले गए, जहां बीकानेर के पलाना इलाके में उसके साथ रेप किया गया. इसके बाद महिला को सुनसान बासी बरसिंहसर इलाके में ले जाकर कुछ और साथियों के साथ गैंग रेप को अंजाम दिया गया. ऐसे में राजस्थान में गैंग रेप के इस मामले ने पुलिस सहित सभी को सकते में डाल दिया है. रेप के बाद महिला को बुरी हालत में आरोपी छोड़ भाग गए. महिला ने पूरी घटना के बाद बीकानेर के जेएनवी थाने में मामला दर्ज कराया. महिला ने बताया कि उसके साथ 23 लोगों ने बारी-बारी से रेप किया. मामले में दो आरोपियों को नामजद भी किया गया. नामजद आरोपियों के नाम राजू और सुभाष हैं, जिनको पुलिस हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है. महिला का मेडिकल भी करवाया गया हैं, जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है. वहीं, पुलिस ने बताया की महिला का बीकानेर मे प्लाट था, जिसकी देख-रेख के लिए महिला आयी थी, जहां उसे जबरन कुछ लोग उठा कर ले गए और गैंग रेप किया. महिला और उसका पति दिल्ली में चूड़ियों और मोतियों का काम करते हैं. फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बाकी लोगों की तलाश शुरू कर दी है. उधर, दिल्ली के बाद राजस्थान में हुई इस घटना ने कहीं न कहीं दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी हैं.
भारत में लागू हुई इमरजेंसी की 44वीं सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सलाम किया जिन्होंने साल 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा देश पर लागू की गई इमरजेंसी का विरोध किया. बता दें कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश पर इमरजेंसी लगा दी थी. पीएम मोदी के ट्वीट पर फिल्ममेकर शेखर कपूर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. शेखर कपूर ने अपने ट्वीट में लिखा, "सर मेरे अंकल देव आनंद और विजय आनंद उन सबसे पहले लोगों में से थे जो इमरजेंसी के विरोध में सामने आए थे. उन्होंने रैलियां निकालीं और इंदिरा गांधी को चुनौती दी कि वो उन्हें जेल भिजवाएं. उन्होंने अपना करियर और अपनी रोजी रोटी को खतरे में डालकर उसे करनी की जिद की जिसमें वह यकीन रखते थे. यह हौसले का एक ऐसा कदम था जिसने एक आज्ञा की अवहेलना की जिद की." Sir, my uncles Dev Anand and Vijay Anand were amongs the first to come out against Emergency. They took out rallies and dared Mrs Gandhi to imprison them. They staked their careers/livelihood on what they believed in. It was a courageous act of defiance. https://t.co/YECGp13z9O … — Shekhar Kapur (@shekharkapur) June 25, 2019 शेखर कपूर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट भी शेयर की जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि देव आनंद ने इमरजेंसी का विरोध किया था. देव आनंद ने बहुत सक्रिय तरह से उन दिनों चुनावों के वक्त कैंपेन किया था और एक पार्टी का गठन किया था जिसका नाम उन्होंने नेशनल पार्टी ऑफ इंडिया रखा था. हालांकि बाद में उन्होंने इस पार्टी को छोड़ दिया. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है. View this post on Instagram Dev Anand was against internal #Emergency imposed by than PM Indira Gandhi in 1975. In 1977, he actively campaigned against her during elections and formed a party called National Party of India with which he later disbanded. At his party meet with #BRChopra #ManmohanKrishna and #VShantaram #devanand #emergency #pmindiragandhi #indiragandhi #congress #blackdayofdemocracy #indianpolitics #bollywoodflashback #bollywoodactors #evergreen A post shared by BombayBasanti (@bombaybasanti) on Jun 25, 2019 at 1:00am PDT वीडियो में उन्होंने इमरजेंसी के फैसले की निंदा की है और बताया है कि किस तरह देश में इमरजेंसी लगाने का फैसला कितना भयावह था. वीडियो में मोदी ने बताया है कि यह किसी भी लोकतंत्र का सबसे बुरा दौर हो सकता है, क्योंकि पूरे देश को कैदखाने में बदल दिया गया था और जयप्रकाश नारायण जैसे कई नेताओं को जेल में ठूंस दिया गया था. वीडियो में मोदी ने बताया है कि किस तरह प्रेस की आजादी छीन ली गई थी.
शेन वॉर्न ने कुछ दिनों पहले टिप्पणी की थी कि ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान कप्तान से ज़्यादा टीम के कोच डैरेन लेहमैन के हाथों में है। उन्होंने ये भी कहा कि लेहमैन अपनी जिम्मेदारी से आगे बढ़कर टीम के फैसलों को प्रभावित कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच स्टीव वॉ का मानना है कि इससे ऑस्ट्रेलियाई टीम पर असर अच्छा नहीं पड़ेगा। शेन वॉर्न ने यह भी टिप्पणी की थी कि ऑस्ट्रेलियाई अधिकारी चोट से उबरते वक्त टीम के कप्तान माइकल क्लार्क का मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रहे थे, बाद में लेहमैन और दूसरे अधिकारियों ने टीम में किसी तरह की दरार से इनकार कर दिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम 28 फरवरी को ऑकलैंड के ईडन पार्क में न्यूज़ीलैंड से टक्कर लेगी। ये मुकाबला ग्रुप-A की टॉप टीम बनने का फैसला कर सकता है। न्यूज़ीलैंड टीम ग्रुप के अपने-अपने तीनों मैच जीतकर बेहद मजबूत नजर आ रही है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम में अगर वाकई कोई दरार आती है तो इसका मैच के नतीजे पर असर पड़ सकता है। पूर्व कप्तान स्टीव वॉ मानते हैं कि इस वक्त इस विवाद की जरूरत नहीं थी। मार्क वॉ और मैथ्यू हेडन ने भी वॉर्न की इस बयानबाज़ी को लेकर सवाल उठाए हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम को लेकर उठे विवाद हालात को और मुश्किल इसलिए बना रहे हैं क्योंकि शेन वॉर्न कप्तान माइकल क्लार्क और लेहमैन दोनों के नज़दीक माने जाते हैं, लेकिन वॉर्न का बयान कोच और कप्तान से ज़्यादा टीम में भी दरार ला सकता है और ये खतरा ऑस्ट्रेलियाई टीम इस वक्त तो बिल्कुल नहीं उठाना चाहेगी।
अक्सर लोग मजाक-मजाक में ऐसी हरकतें कर बैठते हैं, जिससे उनकी जान पर बन आती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले से. 26 साल के एक लड़के ने फिल्म 'सत्या' का गाना 'गोली मार भेजे में' गाते-गाते खुद को गोली मार ली. और हो गई मौत इस घटना के तुरंत बाद लड़के जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक की पहचान वीरेंद्र शर्मा के तौर पर हुई है, जो नेपाली मोहल्ले में रहता था. घटना बुधवार रात की है. पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने कुछ ही देर पहले उसे राम गोपाल वर्मा की फिल्म सत्या का गाना गाते सुना था. उसके कुछ ही देर बाद उसने खुद को गोली मार ली. लड़के के पिता ने रात 2 बजे पुलिस को इसकी सूचना दी. अपना नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'वो गाना गाते हुए अपने घर के अंदर गया और पत्नी से खाना लगाने को कहा. शर्मा ने अपना हथियार जरूर अपनी कनपट्टी पर रखा होगा. शायद उसने गलती से ट्रिगर दबा दिया. हत्या के एंगल से इंकार नहीं किया जा सकता.' पुलिस कर रही है जांच मौके से एक देसी पिस्तौल बरामद हुई है. पुलिस ने बताया कि वीरेंद्र के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे. वो एक ड्यूपलेक्स के ऊपरी हिस्से में अपनी पत्नी और एक महीने के बेटे के साथ रहता था. पुलिस घटना की जांच में जुट गई है और ये जानने की कोशिश कर रही है कि ये मामला वाकई आत्महत्या का है या उसकी हत्या की गई है.
उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग १बी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक राज्य राजमार्ग है। ६७.७८५ किलोमीटर लम्बा यह राजमार्ग लालगंज गाँव को सिकंदरपुर से जोड़ता है। इसे सिकंदरपुर-बाँसडीह-रेवती-बैरिया-लालगंज मार्ग भी कहा जाता है। यह बलिया जिले में ही शुरू होकर समाप्त हो जाता है। मार्ग राज्य राजमार्ग १बी सिकंदरपुर नगर से शुरू होता है और खेजरुई तक दक्षिण की ओर बढ़ते हुए पूर्व दिशा में मुड़ जाता है। मणियार से यह पुनः दक्षिण की और मुड़ता है, और बाँसडीह पहुंचता है, जहां एक बार फिर यह पूर्व की ओर मुड़ जाता है। बाँसडीह से लगातार पूर्व दिशा में आगे बढ़ते हुए रेवती होते हुए यह बैरिया पहुंच जाता है, जहाँ राष्ट्रीय राजमार्ग ३१ इसे काटता है। बैरिया से दक्षिण दिशा में आगे बढ़ते हुए यह लालगंज गाँव में समाप्त हो जाता है। इन्हें भी देखें राज्य राजमार्ग उत्तर प्रदेश के राज्य राजमार्गों की सूची बाहरी कड़ियाँ उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण का मानचित्र सन्दर्भ उत्तर प्रदेश के राज्य राजमार्ग
आम आदमी पार्टी सरकार और अधिकारियों के बीच खींचतान का सिलसिल जारी है. दिल्ली में लगभग ढाई साल की पारी खेल चुकी केजरीवाल सरकार और 'आप' के विधायक लगातार एलजी से लेकर अधिकारियों पर निशाना साध रहे हैं. बुराड़ी से विधायक संजीव झा ने दिल्ली के लोक निर्माण विभाग के सचिव अश्वनी कुमार पर फ्रांस की 2 कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है. संजीव झा के मुताबिक दिल्ली के विकास का काम साल भर से रोककर बैठे पीडब्लूडी सचिव, फ्रांस की दो कंपनी को फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं. झा का कहना है कि बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र में फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए एलजी को कहा गया था जिसकी फाइल आजतक उन्होंने रोक कर रखी है. ये काम 6 महीने पहले ही पूरा हो जाना था. आज 1 साल से ऊपर हो गया, लेकिन वो ठंडे बस्ते में पड़ा है. 'आप' विधायक संजीव झा का आरोप है कि सचिव ने फुट ओवर ब्रिज के लिए सामान फ्रांस से मंगाने की बात कहते हुए काम रोका है. झा का कहना है कि 'जब समान अपने देश मे उपलब्ध है तो वे फ्रांस से क्यों मंगवाना चाहते है. ये साफ है कि बाहर की 2 बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए ये सब किया जा रहा है. यही नहीं और भी बहुत सारे काम उनकी वजह से ठप पड़े हैं, बुराड़ी में सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी कैमरे लगने थे जो आजतक नहीं लगे. उनका कोई बाल बांका  नहीं कर सकता, क्योंकि विजिलेंस विभाग के मुखिया भी अश्विनी कुमार ही हैं.' दूसरी तरफ, आम आदमी पार्टी सरकार में पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने पूरे प्रकरण में ट्वीट कर पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन पर तंज कसा है. मिश्रा ने लिखा है, 'अश्विनी कुमार के पीडब्ल्यूडी सचिव रहते हुए सत्येंद्र जैन घपला नही पा कर रहे हैं, जबकि अश्विनी कुमार के सचिव बनने से पहले रोजाना फर्जी बिल बनाये जा रहे थे. अश्विनी कुमार विजलेंस के मुखिया भी हैं जो स्वास्थ्य और परिवहन विभाग में भ्रष्ट मामलों की जांच कर रहे हैं. यही वजह है कि केजरीवाल गैंग की चिंता बढ़ गई है.' 'आप' विधायक संजीव झा ने बताया कि इस समस्या को लेकर लिखित में शिकायत उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को दी है और सचिव के खिलाफ जल्द कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग भी की है. वहीं आप नेता आशुतोष ने कहा कि सरकार के अंदर कुछ ऐसे अफसर हैं जो जानबूझकर ऐसे काम कर रहे हैं. उनके ऊपर जो सवाल उठ रहे हैं, उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए.
वर्ल्ड कप में अपना खिताब बचाने के लिए टीम इंडिया आज से ठीक एक महीने बाद पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट के महाकुंभ में अपने सफर का आगाज करेगी. 15 फरवरी को भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला ग्रुप मैच खेलना है. भारत के साथ पूल बी में छह टीमें हैं. जिनमें से पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत को अपने पहले दो मैच खेलने हैं. इन दोनों टीमों के खिलाफ वर्ल्ड कप में भारत के रिकॉर्ड एकदम अपोजिट हैं. जब रो पड़े थे जावेद मियांदाद... पाकिस्तान के खिलाफ भारत वर्ल्ड कप में कभी हारा नहीं है तो दक्षिण अफ्रीका से कभी जीत नहीं पाया है.पाकिस्तान के खिलाफ जहां भारत यह रिकॉर्ड बरकरार रखना चाहेगा तो वहीं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वर्ल्ड कप की पहली जीत दर्ज करना टीम इंडिया के लिए चुनौती साबित हो सकती है. 1975 से लेकर 2011 वर्ल्ड कप तक टीम इंडिया ने कुल 67 मैच खेले हैं, जिसमें से उसे 39 में जीत और 26 में हार का सामना करना पड़ा है. एक मैच टाई हुआ तो एक बिना नतीजे के खत्म हुआ.भारत के नाम पर दो वर्ल्ड कप (1983, 2011) खिताब दर्ज हैं, जबकि एक बार टीम इंडिया उपविजेता (2003) रही है. पाकिस्तान के खिलाफ 'पाक साफ' रिकॉर्ड वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच 1992 से 2011 के बीच 6 मैच हुए हैं और इन सभी में भारत को जीत मिली है. 1992 में भले ही पाकिस्तान वर्ल्ड चैंपियन बना हो लेकिन उसे भारत के खिलाफ ग्रुप मैच में हार का सामना करना पड़ा था. 4 मार्च को खेले गए इस मैच में भारत ने 43 रनों से जीत दर्ज की थी. 1996 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच 9 मार्च को बेंगलुरु में मैच हुआ था और इस मैच में मेजबान भारत ने 39 रनों से जीत दर्ज की थी. 1999 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान मैनचेस्टर में एक दूसरे के सामने थे. 8 जून को खेले गए इस मैच को भारत ने 47 रनों से जीता था. 2003 में टीम इंडिया सौरव गांगुली की कप्तानी में उपविजेता बनी थी. सेंचुरियन में 1 मार्च को खेले गए इस मैच को सचिन तेंदुलकर (98), राहुल द्रविड़ (नॉटआउट 44) और युवराज सिंह (नॉटआउट 50) की शानदार पारियों के दम पर भारत ने 6 विकेट से जीत लिया था. इसके बाद 2011 में मोहाली में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 29 रनों से जीत दर्ज की थी. इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 85 रनों की यादगार पारी खेली थी. पाकिस्तान के लिए 'विलेन' रहे हैं तेंदुलकर पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप में मिली छह जीत में से तीन में मैन ऑफ द मैच सचिन तेंदुलकर रहे हैं. 1992 वर्ल्ड कप में तेंदुलकर ने 54 रनों की नाबाद पारी खेली थी और साथ ही एक विकेट भी लिया था. 2003 वर्ल्ड कप में एक छोर पर विकेट गिर रहे थे तो दूसरी छोर पर तेंदुलकर पैर जमाए हुए थे. 98 रनों की पारी खेलकर उन्होंने भारत की जीत की नींव रखी थी. मोहाली में खेला गया सेमीफाइनल मुकाबला तो हर किसी को याद है. अपने करियर के आखिरी वर्ल्ड कप में तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 85 रन जड़े और टीम को जीत की राह दिखाई. टॉस में भी 'बॉस' रहा है भारत पाकिस्तान के खिलाफ 6 में से पांच मैचों में टॉस भारत ने ही जीता है, 2003 वर्ल्ड कप को अगर छोड़ दें तो हर बार भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ टॉस जीता है और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने हमेशा ऐसा लक्ष्य रखा, जहां तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम पहुंच ही न सके. 'चोकर्स' से कभी पार नहीं पा सकी टीम इंडिया भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वर्ल्ड कप का पहला मैच 15 मार्च 1992 को एडिलेड में खेला गया. इस मैच में भारत ने टॉस हारा और पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 180 रन बनाए. बारिश के चलते मैच 30-30 ओवर का कर दिया गया था. जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने पांच गेंद शेष रहते ही 6 विकेट से जीत दर्ज की. एंड्रयू हडसन (53) और पीटर कर्स्टन (84) ने मिलकर दक्षिण अफ्रीकी टीम को यह जीत दिलाई. इसके बाद 1999 में भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. भारत ने सौरव गांगुली (97), राहुल द्रविड़ (54) की पारियों के दम पर 253 रन बनाए लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया. इस मैच में जैक कैलिस ने 96 रनों की क्लासिक पारी खेली थी. 2011 वर्ल्ड कप में भारत भले ही वर्ल्ड चैंपियन बन गया लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वर्ल्ड कप में हार का सिलसिला नहीं तोड़ पाया. तेंदुलकर (111) की सेंचुरी, और गौतम गंभीर (69) की पारियों के दम पर भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 297 रनों का मुश्किल लक्ष्य दिया. डेल स्टेन ने इस मैच में पांच विकेट झटके. जवाब में हाशिम अमला (61), जैक कालिस (69), एबी डिविलियर्स ने मिलकर भारत के इस लक्ष्य को हासिल कर लिया.
भारत के रोहन बोपन्ना और महेश भूपति की जोड़ी एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स के सेमीफाइनल में पहुंच गई है। भारतीय जोड़ी ने अपने से उच्च वरीयता प्राप्त मैक्स मिर्नी और डेनियल नेस्टर की जोड़ी को पराजित कर यह मुकाम हासिल किया।टिप्पणियां विश्व की पांचवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने मिर्नी और नेस्टर की जोड़ी को कांटे के एक मुकाबले में 7-6 (5), 6-7(5), 10-5 से पराजित किया। मैच को जीतने के लिए भारतीय जोड़ी को दो घंटे पसीने बहाने पड़े। भारतीय जोड़ी के लिए यह मुकाबला हर हाल में जीतना था क्योंकि उन्हें विम्बलडन चैम्पियंस जोनाथन मरे और फ्रेडरिक निल्सन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि अपने दूसरे मुकाबले में बोपन्ना और भूपति की जोड़ी ने रॉबर्ट लिंडस्टेड और होरिया टेकाउ की जोड़ी को पराजित किया था। विश्व की पांचवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने मिर्नी और नेस्टर की जोड़ी को कांटे के एक मुकाबले में 7-6 (5), 6-7(5), 10-5 से पराजित किया। मैच को जीतने के लिए भारतीय जोड़ी को दो घंटे पसीने बहाने पड़े। भारतीय जोड़ी के लिए यह मुकाबला हर हाल में जीतना था क्योंकि उन्हें विम्बलडन चैम्पियंस जोनाथन मरे और फ्रेडरिक निल्सन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि अपने दूसरे मुकाबले में बोपन्ना और भूपति की जोड़ी ने रॉबर्ट लिंडस्टेड और होरिया टेकाउ की जोड़ी को पराजित किया था। भारतीय जोड़ी के लिए यह मुकाबला हर हाल में जीतना था क्योंकि उन्हें विम्बलडन चैम्पियंस जोनाथन मरे और फ्रेडरिक निल्सन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि अपने दूसरे मुकाबले में बोपन्ना और भूपति की जोड़ी ने रॉबर्ट लिंडस्टेड और होरिया टेकाउ की जोड़ी को पराजित किया था।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: गेहूं फिर से देश के कई बड़े शहरों में महंगा हो गया है. जहां वो सस्ता है, वहां नोटबंदी की वजह से बिक्री आधी रह गई है. कुल मिलाकर गेहूं का कारोबार संकट में है. खाद्य मंत्रालय के पास मौजूद ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक 20 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच चेन्नई में गेहूं 400 रुपये क्विंटल महंगा हो गया है, जबकि इन बीस दिनों में वाराणसी में इसकी कीमत 210 रुपये क्विंटल और पटना, हिसार, पंचकुला और सिलिगुड़ी में 200 रुपये क्विंटल बढ़ गई है. हालांकि सरकार ने गेहूं की कीमतों पर नकेल कसने की तैयारी पहले से शुरू कर दी है. सरकार ने पहले सितंबर में आयात शुल्क 25 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी किया और अब पिछले हफ्ते शून्य कर दिया. अब सवाल ये उठ रहा है कि जब रबी का गेहूं बाज़ार पहुंचेगा तो क्या किसानों को उसकी वाजिब कीमत मिल पाएगी, क्योंकि तब तक आयात किया हुआ गेहूं आ चुका होगा. क्या ये फ़ैसला किसानों की परेशानी बढ़ाएगा? नरेला मंडी में द फारमर्स एग्रो-क्रेडिट कोऑपरेटिव मार्केट लिमिटेड के मैनेजर प्रताप सिंह खत्री कहते हैं, 'सरकार ने गेहूं पर आयात शुल्क खत्म करने का जो फैसला किया है, उससे किसानों को नुकसान होगा. उन्हें पहले से ही उनकी उपज का सही कीमत नहीं मिल पा रहा है.'टिप्पणियां संकट इतना भर नहीं है, दिल्ली की नरेला मंडी में गेहूं इन दिनों सस्ता भी हुआ है. मगर नोटबंदी की वजह से बिक्री आधी रह गई है. नरेला मंडी में गेहूं व्यापारियों का कहना है कि नोटबंदी के बाद से खरीददार कम आ रहे हैं क्योंकि उनके पास कैश का संकट है. उनका व्यापार नोटबंदी के बाद 50 फीसदी तक घट गया है. गेहूं व्यापारी आशीष जैन ने एनडीटीवी से कहा, गेहूं मंडी में कम बिक रहा है. जो खरीददार हैं, उनमें से कई के पास बैंक अकाउंट नहीं है और वो ऑनलाइन बैंकिग नहीं जानते. इसकी वजह से गेहूं की बिक्री आधी रह गई है. कारोबार घटने का सबसे ज़्यादा खामियाज़ा मज़दूर भुगत रहे हैं. ठेकेदार मुन्ना कहते हैं कि मंडी में काम 70 फीसदी तक घट गया है. व्यापारियों के पास कैश कम है और मज़दूरों को चेक से पेमेंट कर रहे हैं, जिसे बैंक में भुनाना मुश्किल हो रहा है. हालांकि सरकार ने गेहूं की कीमतों पर नकेल कसने की तैयारी पहले से शुरू कर दी है. सरकार ने पहले सितंबर में आयात शुल्क 25 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी किया और अब पिछले हफ्ते शून्य कर दिया. अब सवाल ये उठ रहा है कि जब रबी का गेहूं बाज़ार पहुंचेगा तो क्या किसानों को उसकी वाजिब कीमत मिल पाएगी, क्योंकि तब तक आयात किया हुआ गेहूं आ चुका होगा. क्या ये फ़ैसला किसानों की परेशानी बढ़ाएगा? नरेला मंडी में द फारमर्स एग्रो-क्रेडिट कोऑपरेटिव मार्केट लिमिटेड के मैनेजर प्रताप सिंह खत्री कहते हैं, 'सरकार ने गेहूं पर आयात शुल्क खत्म करने का जो फैसला किया है, उससे किसानों को नुकसान होगा. उन्हें पहले से ही उनकी उपज का सही कीमत नहीं मिल पा रहा है.'टिप्पणियां संकट इतना भर नहीं है, दिल्ली की नरेला मंडी में गेहूं इन दिनों सस्ता भी हुआ है. मगर नोटबंदी की वजह से बिक्री आधी रह गई है. नरेला मंडी में गेहूं व्यापारियों का कहना है कि नोटबंदी के बाद से खरीददार कम आ रहे हैं क्योंकि उनके पास कैश का संकट है. उनका व्यापार नोटबंदी के बाद 50 फीसदी तक घट गया है. गेहूं व्यापारी आशीष जैन ने एनडीटीवी से कहा, गेहूं मंडी में कम बिक रहा है. जो खरीददार हैं, उनमें से कई के पास बैंक अकाउंट नहीं है और वो ऑनलाइन बैंकिग नहीं जानते. इसकी वजह से गेहूं की बिक्री आधी रह गई है. कारोबार घटने का सबसे ज़्यादा खामियाज़ा मज़दूर भुगत रहे हैं. ठेकेदार मुन्ना कहते हैं कि मंडी में काम 70 फीसदी तक घट गया है. व्यापारियों के पास कैश कम है और मज़दूरों को चेक से पेमेंट कर रहे हैं, जिसे बैंक में भुनाना मुश्किल हो रहा है. अब सवाल ये उठ रहा है कि जब रबी का गेहूं बाज़ार पहुंचेगा तो क्या किसानों को उसकी वाजिब कीमत मिल पाएगी, क्योंकि तब तक आयात किया हुआ गेहूं आ चुका होगा. क्या ये फ़ैसला किसानों की परेशानी बढ़ाएगा? नरेला मंडी में द फारमर्स एग्रो-क्रेडिट कोऑपरेटिव मार्केट लिमिटेड के मैनेजर प्रताप सिंह खत्री कहते हैं, 'सरकार ने गेहूं पर आयात शुल्क खत्म करने का जो फैसला किया है, उससे किसानों को नुकसान होगा. उन्हें पहले से ही उनकी उपज का सही कीमत नहीं मिल पा रहा है.'टिप्पणियां संकट इतना भर नहीं है, दिल्ली की नरेला मंडी में गेहूं इन दिनों सस्ता भी हुआ है. मगर नोटबंदी की वजह से बिक्री आधी रह गई है. नरेला मंडी में गेहूं व्यापारियों का कहना है कि नोटबंदी के बाद से खरीददार कम आ रहे हैं क्योंकि उनके पास कैश का संकट है. उनका व्यापार नोटबंदी के बाद 50 फीसदी तक घट गया है. गेहूं व्यापारी आशीष जैन ने एनडीटीवी से कहा, गेहूं मंडी में कम बिक रहा है. जो खरीददार हैं, उनमें से कई के पास बैंक अकाउंट नहीं है और वो ऑनलाइन बैंकिग नहीं जानते. इसकी वजह से गेहूं की बिक्री आधी रह गई है. कारोबार घटने का सबसे ज़्यादा खामियाज़ा मज़दूर भुगत रहे हैं. ठेकेदार मुन्ना कहते हैं कि मंडी में काम 70 फीसदी तक घट गया है. व्यापारियों के पास कैश कम है और मज़दूरों को चेक से पेमेंट कर रहे हैं, जिसे बैंक में भुनाना मुश्किल हो रहा है. नरेला मंडी में द फारमर्स एग्रो-क्रेडिट कोऑपरेटिव मार्केट लिमिटेड के मैनेजर प्रताप सिंह खत्री कहते हैं, 'सरकार ने गेहूं पर आयात शुल्क खत्म करने का जो फैसला किया है, उससे किसानों को नुकसान होगा. उन्हें पहले से ही उनकी उपज का सही कीमत नहीं मिल पा रहा है.'टिप्पणियां संकट इतना भर नहीं है, दिल्ली की नरेला मंडी में गेहूं इन दिनों सस्ता भी हुआ है. मगर नोटबंदी की वजह से बिक्री आधी रह गई है. नरेला मंडी में गेहूं व्यापारियों का कहना है कि नोटबंदी के बाद से खरीददार कम आ रहे हैं क्योंकि उनके पास कैश का संकट है. उनका व्यापार नोटबंदी के बाद 50 फीसदी तक घट गया है. गेहूं व्यापारी आशीष जैन ने एनडीटीवी से कहा, गेहूं मंडी में कम बिक रहा है. जो खरीददार हैं, उनमें से कई के पास बैंक अकाउंट नहीं है और वो ऑनलाइन बैंकिग नहीं जानते. इसकी वजह से गेहूं की बिक्री आधी रह गई है. कारोबार घटने का सबसे ज़्यादा खामियाज़ा मज़दूर भुगत रहे हैं. ठेकेदार मुन्ना कहते हैं कि मंडी में काम 70 फीसदी तक घट गया है. व्यापारियों के पास कैश कम है और मज़दूरों को चेक से पेमेंट कर रहे हैं, जिसे बैंक में भुनाना मुश्किल हो रहा है. संकट इतना भर नहीं है, दिल्ली की नरेला मंडी में गेहूं इन दिनों सस्ता भी हुआ है. मगर नोटबंदी की वजह से बिक्री आधी रह गई है. नरेला मंडी में गेहूं व्यापारियों का कहना है कि नोटबंदी के बाद से खरीददार कम आ रहे हैं क्योंकि उनके पास कैश का संकट है. उनका व्यापार नोटबंदी के बाद 50 फीसदी तक घट गया है. गेहूं व्यापारी आशीष जैन ने एनडीटीवी से कहा, गेहूं मंडी में कम बिक रहा है. जो खरीददार हैं, उनमें से कई के पास बैंक अकाउंट नहीं है और वो ऑनलाइन बैंकिग नहीं जानते. इसकी वजह से गेहूं की बिक्री आधी रह गई है. कारोबार घटने का सबसे ज़्यादा खामियाज़ा मज़दूर भुगत रहे हैं. ठेकेदार मुन्ना कहते हैं कि मंडी में काम 70 फीसदी तक घट गया है. व्यापारियों के पास कैश कम है और मज़दूरों को चेक से पेमेंट कर रहे हैं, जिसे बैंक में भुनाना मुश्किल हो रहा है. कारोबार घटने का सबसे ज़्यादा खामियाज़ा मज़दूर भुगत रहे हैं. ठेकेदार मुन्ना कहते हैं कि मंडी में काम 70 फीसदी तक घट गया है. व्यापारियों के पास कैश कम है और मज़दूरों को चेक से पेमेंट कर रहे हैं, जिसे बैंक में भुनाना मुश्किल हो रहा है.
टीवी एक्ट्रेस रश्मि देसाई बिग बॉस में जाने की खबरों को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं. बीते दिनों रश्मि देसाई के बिग बॉस में कथित बॉयफ्रेंड अरहान खान संग एंट्री लेने की खबरें आई थी. ऐसा भी कहा जा रहा था कि एक्ट्रेस बिग बॉस हाउस में बॉयफ्रेंड संग शादी करेंगी. अब रश्मि ने अरहान संग रिलेशनशिप और बिग बॉस में एंट्री को लेकर बातचीत की है. एक इंटरव्यू में रश्मि ने अरहान संग रिलेशन पर कहा- 'हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं. इसलिए अक्सर मिलते हैं. हम दोनों रिलेशन में नहीं हैं. ये बहुत दुख की बात की सच्चाई जानें के बिना लोग किसी की शादी के कयास भी लगा लेते हैं. ये बहुत ज्यादा हो गया है. इसे सुनकर मेरा दिल टूट गया है. साथ ही बिग बॉस के बारे में भी मुझे कोई क्लू नहीं है. मुझे समझ नहीं आता इस तरह की चीजें आती कहां से हैं.' इससे पहले भी रश्मि ने अरहान संग अपने रिलेशन की बात को झूठा करार दिया था. रश्मि ने कहा था कि हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं और फैमिली की तरह हैं. बता दें कि रश्मि ने 2015 में एक्टर नंदीश संधू से तलाक लिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रश्मि और अरहान 2017 में मिले. पिछले साल युविका चौधरी और प्रिंस नरूला की शादी में उन दोनों का बॉन्ड मजबूत हुआ था. वर्क फ्रंट पर अरहान साउथ फिल्मों में काम कर चुके हैं और टीवी शो 'बढ़ो बहू' में भी नजर आ चुके थे. वहीं रश्मि देसाई टीवी का जाना-पहचाना नाम हैं. उन्हें शो उतरन से फेम मिला था.
समाज में शांति के लिए सहनशीलता पर जोर देते हुए भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) टीएस ठाकुर ने आज कहा कि इंसान और ईश्वर के बीच का रिश्ता ‘‘नितांत निजी’’ होता है और ‘‘इससे किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए.’’ उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति रोहिंटन एफ नरीमन की ओर से पारसी धर्म पर लिखी गई एक किताब के विमोचन के दौरान न्यायमूर्ति ठाकुर ने यहां कहा कि जितने लोग राजनीतिक विचारधाराओं के कारण नहीं मारे गए, उससे कहीं ज्यादा लोगों की जान धार्मिक युद्धों में गई है . ‘दि इनर फायर, फेथ, चॉइस एंड मॉडर्न-डे लिविंग इन जोरोऐस्ट्रीअनिजम’ शीर्षक वाली किताब का विमोचन करते हुए न्यायमूर्ति ठाकुर ने यह भी कहा कि धार्मिक मान्यताओं की वजह से इस दुनिया में ज्यादा तबाही, नुकसान और खून-खराबे हुए हैं . सीजेआई ने कहा, ‘‘इस दुनिया में राजनीतिक विचारधाराओं से कहीं ज्यादा जानें धार्मिक युद्धों में गईं हैं. ज्यादा इंसानों ने एक-दूसरे की हत्या की है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि उनकी राह उसके रास्ते से ज्यादा अच्छी है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि वह एक काफिर है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि वह एक नास्तिक है. धार्मिक मान्यताओं की वजह से इस दुनिया में ज्यादा तबाही, नुकसान और खून-खराबे हुए हैं.’’ टिप्पणियां प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘मेरा धर्म क्या है ? मैं ईश्वर से खुद को कैसे जोड़ता हूं? ईश्वर से मेरा कैसा रिश्ता है? इन चीजों से किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए. आप अपने ईश्वर के साथ अपना रिश्ता चुन सकते हैं.’’ उन्होंने कहा कि इंसान और ईश्वर के बीच का रिश्ता ‘‘नितांत निजी और व्यक्तिगत’’ होता है. लिहाजा, इससे किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ‘दि इनर फायर, फेथ, चॉइस एंड मॉडर्न-डे लिविंग इन जोरोऐस्ट्रीअनिजम’ शीर्षक वाली किताब का विमोचन करते हुए न्यायमूर्ति ठाकुर ने यह भी कहा कि धार्मिक मान्यताओं की वजह से इस दुनिया में ज्यादा तबाही, नुकसान और खून-खराबे हुए हैं . सीजेआई ने कहा, ‘‘इस दुनिया में राजनीतिक विचारधाराओं से कहीं ज्यादा जानें धार्मिक युद्धों में गईं हैं. ज्यादा इंसानों ने एक-दूसरे की हत्या की है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि उनकी राह उसके रास्ते से ज्यादा अच्छी है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि वह एक काफिर है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि वह एक नास्तिक है. धार्मिक मान्यताओं की वजह से इस दुनिया में ज्यादा तबाही, नुकसान और खून-खराबे हुए हैं.’’ टिप्पणियां प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘मेरा धर्म क्या है ? मैं ईश्वर से खुद को कैसे जोड़ता हूं? ईश्वर से मेरा कैसा रिश्ता है? इन चीजों से किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए. आप अपने ईश्वर के साथ अपना रिश्ता चुन सकते हैं.’’ उन्होंने कहा कि इंसान और ईश्वर के बीच का रिश्ता ‘‘नितांत निजी और व्यक्तिगत’’ होता है. लिहाजा, इससे किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीजेआई ने कहा, ‘‘इस दुनिया में राजनीतिक विचारधाराओं से कहीं ज्यादा जानें धार्मिक युद्धों में गईं हैं. ज्यादा इंसानों ने एक-दूसरे की हत्या की है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि उनकी राह उसके रास्ते से ज्यादा अच्छी है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि वह एक काफिर है, क्योंकि उन्होंने सोचा कि वह एक नास्तिक है. धार्मिक मान्यताओं की वजह से इस दुनिया में ज्यादा तबाही, नुकसान और खून-खराबे हुए हैं.’’ टिप्पणियां प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘मेरा धर्म क्या है ? मैं ईश्वर से खुद को कैसे जोड़ता हूं? ईश्वर से मेरा कैसा रिश्ता है? इन चीजों से किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए. आप अपने ईश्वर के साथ अपना रिश्ता चुन सकते हैं.’’ उन्होंने कहा कि इंसान और ईश्वर के बीच का रिश्ता ‘‘नितांत निजी और व्यक्तिगत’’ होता है. लिहाजा, इससे किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘मेरा धर्म क्या है ? मैं ईश्वर से खुद को कैसे जोड़ता हूं? ईश्वर से मेरा कैसा रिश्ता है? इन चीजों से किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए. आप अपने ईश्वर के साथ अपना रिश्ता चुन सकते हैं.’’ उन्होंने कहा कि इंसान और ईश्वर के बीच का रिश्ता ‘‘नितांत निजी और व्यक्तिगत’’ होता है. लिहाजा, इससे किसी और को कोई मतलब नहीं होना चाहिए.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वित्तीय वर्ष 2019 की शुरुआत शेयर बाजार ने बढ़त के साथ की है. नये वित्त वर्ष के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार ने बढ़त के साथ शुरुआत की है. सोमवार को एश‍ियाई बाजार से मिले मजबूत संकेतों के चलते सेंसेक्स 62 अंक बढ़कर खुला. इसने 33,031 के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की है. वहीं, निफ्टी में 38 अंकों की बढ़त देखने को मिल रही है. यह फिलहाल 10,152 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. फिलहाल निफ्टी जहां 23.65 अंकों की बढ़त के साथ 10,137.35 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं, सेंसेक्स 53.99 अंकों की बढ़त के साथ 33,022.67 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. शुरुआती कारोबार में ऑटो शेयरों में बढ़त देखने को मिल रही है. निफ्टी पर टाटा मोटर्स, मारुति जैसी कंपनियों के शेयर हरे निशान के ऊपर कारोबार कर रहे हैं.
दिल्ली हाईकोर्ट ने 6 हफ्ते में जांच पूरी करने का दिया आदेश जांच में IB, CBI और विजिलेंस के डायरेक्टर करेंगे मदद आरोपी पुलिस अधिकारियों को फौरन निलंबित करने का आदेश कोर्ट ने कहा- दिल्ली सरकार घायल वकीलों को मुआवजा दे दिल्ली हाईकोर्ट ने तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. यह न्यायिक जांच रिटायर जस्टिस एसपी गर्ग के नेतृत्व में की जाएगी. इस जांच में सीबीआई के डायरेक्टर, आईबी के डायरेक्टर, विजिलेंस डायरेक्टर या सीनियर अधिकारी मदद करेंगे. हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी आदेश दिया कि घायल वकीलों के बयान दर्ज किए जाएं. साथ ही आरोपी पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जाए और मामले की आंतरिक जांच के लिए स्वतंत्र कमीशन गठित किया जाए. इस कमीशन को भी 6 सप्ताह में जांच पूरी करनी होगी और अदालत को रिपोर्ट देनी होगी. कोर्ट ने स्पेशल सीपी संजय सिंह और अतिरिक्त डीसीपी हरिंदर सिंह को जांच पूरी होने तक स्थानांतरित करने के आदेश भी दिए हैं. घायल वकीलों को बेहतरीन इलाज मुहैया कराने का आदेश इसके अलावा हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को कहा कि वह घायल वकीलों का एम्स में इलाज कराया जाए. साथ ही घायल वकील विजय वर्मा को 50 हजार रुपये और दो अन्य वकीलों को क्रमशः 15 हजार और 10 हजार रुपये मुआवजा दे. दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि इस मामले की जांच 6 सप्ताह में पूरी की जाए. इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने तीस हजारी कोर्ट में हिंसक झड़प मामले को संज्ञान लिया और पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा. इस पर दिल्ली पुलिस ने अपने जवाब में सफाई देते हुए हाईकोर्ट को बताया कि तीस हजारी हिंसा मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है. साथ ही मामले की जांच क्राइम  ब्रांच की एसआईटी को ट्रांसफर कर दी गई है. पुलिस ने हाईकोर्ट को यह भी बताया कि वकील को लॉकअप में बंद करने वाले असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. हालांकि हाईकोर्ट दिल्ली पुलिस की दलीलों से संतुष्ट नहीं हुआ. DHCBA ने की थी न्यायिक जांच कराने की मांग वहीं, दिल्ली हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि वकीलों के चैम्बरों में हमला किया गया और तोड़फोड़ की गई. हम दिल्ली हाईकोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में मामले की जांच की मांग करते हैं. साथ ही मामले में संदिग्ध पुलिस अधिकारियों को फौरन निलंबित करने की मांग करते हैं. वहीं, इस घटना के बाद की स्थिति पर चर्चा करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी. एन. पटेल ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की थी. शनिवार रात हुई बैठक में दिल्ली हाईकोर्ट के कुछ न्यायाधीश भी मौजूद रहे. घायल वकील से हॉस्पिटल में जाकर मिले वरिष्ठ न्यायमूर्ति इसके अलावा दिल्ली हाईकोर्ट के तीन वरिष्ठ न्यायमूर्तियों ने गोली लगने से घायल हुए वकील विजय वर्मा से सेंट स्टीफंस हॉस्पिटल में मुलाकात की. इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी घायल वकीलों से मुलाकात की. घटना पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘वकीलों पर हमला चिंता का विषय है. मुझे लगता है कि वकीलों पर हमला लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है. इस घटना की उचित जांच होनी चाहिए.’ आपको बता दें कि दिल्ली की तीस हजारी अदालत में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच हुई खूनी लड़ाई में 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी और एक एडिशनल डीसीपी, दो एसएचओ के अलावा 8 वकील जख्मी हो गए थे. इस हिंसक झड़प के दौरान पुलिस ने फायरिंग की थी और एक वकील को गोली लगी थी.
यह लेख है: लोकसभा चुनाव के दौरान एक महिला की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई. उनकी इंटरनेट पर खूब चर्चा हुई और लोगों ने उनके बारे में जानना चाहा. उनका नाम रीना द्विवेदी है. पीडब्ल्यूडी अधिकारी रीना द्विवेदी (Reena Dwivedi) उस वक्त मशहूर हो गईं जब उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और, अब वह अपने इस ताजा 'सेलिब्रेटी स्टेटस' में नए आयाम जोड़ना चाह रही हैं. रीना ने कहा है कि अगर उन्हें आमंत्रण मिला तो वह रिएलिटी शो 'बिग बॉस' के अगले सीजन में भाग लेना पसंद करेंगी. रीना ने कहा, "मेरा परिवार हमेशा मेरे साथ खड़ा रहा है और मुझे मिल रही पहचान से वे खुश हैं. यदि मौका मिलता है तो 'बिग बॉस' एक सुनहरा अवसर होगा." पीली साड़ी में रीना की तस्वीर तब खींची गई थी जब वह निर्वाचन ड्यूटी पर थीं और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ मतदान केंद्र की ओर जा रहीं थी. इस तस्वीर को उनके किसी सहकर्मी ने खींचा था. इस तस्वीर के वायरल होते ही वह इंटरनेट की दुनिया में सनसनी बन गई और उनकी जिंदगी में कुछ बदलाव भी आए। इंटरनेट पर लोग उन्हें 'पीली साड़ी वाली महिला' के नाम से जानने लगे. उनका एक बेटा है जिसका नाम अदित है और वह 9वीं कक्षा में पढ़ता है. अदित ने वीडियो काल के माध्यम से अपनी मां की बात अपने दोस्तों संग कराई ताकि उन्हें भी पता चले कि 'पीली साड़ी वाली महिला' उसकी मां है. रीना ने कहा है कि उन्हें सजना-संवरना अच्छा लगता है और उनका मानना है कि ऐसा करने में कुछ गलत नहीं है. (इनपुट-आईएएनएस)
जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में हुए आतंकी हमले के एक साल पूरे हो गए लेकिन हमले में शहीद सुनील कुमार विद्यार्थी के परिजनों की शिकायत है कि नेताओं की ओर से उस वक्त किए वादे अब तक पूरा नहीं हुए हैं. पिता ने खेत बेचकर बेटे का स्मारक तो बनवा दिया है लेकिन उस समय गांव में शहीद सुनील के नाम पर स्वास्थ्य केन्द्र, स्कूल का नाम और तोरण द्वार बनाने के जो वादे सरकार ने किए थे वह अभी तक अधूरे हैं. शहीद के पिता मथुरा प्रसाद यादव कहते हैं ''बेटे की शहादत पर 15 दिनों तक बड़े-बड़े लोग उनके गांव आए वादे भी किए लेकिन हुआ कुछ भी नहीं.'' गया जिले के परैया प्रखंड का बोकनारी गांव में शहीद सुनील कुमार विद्यार्थी का पैतृक घर है. इस गंव की बात करें तो यहां आने का एक कच्चा रास्ता है जो बरसात के दिनों में बन्द हो जाता है. उरी हमले में शहीद होने के बाद शहीद सुनील कुमार विद्यार्थी के गांव कई बड़े नेता गए और कई वादे भी किये लेकिन आज तक इस गांव में कोई नया काम नहीं हुआ . यहां तक कि शहीद सुनील का स्मारक भी उनके पिता ने खेत बेच कर बनवाया है. शहीद सुनील अपने पूरे परिवार का सहारा था क्योंकि एक भाई हेपेटाइटिस बी से ग्रसित है जिसके इलाज का जिम्मा भी सुनील पर ही था. सुनील के जाने के बाद अब परिवार अपने खेत बेच कर बेटे का इलाज कराने को मजबूर है. शहीद जवान की बूढ़ी मां कुन्ती देवी कहती हैं कि हमने पाल-पोष कर देश की रक्षा के लिए अपना बेटा सरकार को दे दिया, अब बेटा नहीं रहा तो सरकार को चाहिए कि मां-बाप, परिवार, बच्चों के लिए कुछ करे. अगर नहीं दे सकती है तो हमें भी उरी पहुंचा दें ताकि हम भी आतंकियों की गोली से मर जायें . सरकार ने अगर सर्जिकल स्ट्राइक कर बदला लिया तो क्या हुया, मेरा बेटा वापस तो नहीं आएगा. शहीद जवान के पिता मथुरा प्रसाद यादव ने कहा कि उरी हमले का बदला पाकिस्तान पर सीधा हमला करने से ही लिया जा सकता है और यही उनके बेटे के लिए शहादत होगी. पिता ने कहा कि अगर सरकार ऐसे ही शहीदों के परिवार से किए गए वादों से सरकार ऐसी ही मुकरती रही तो कोई अपने बेटों को सेना में नहीं भेजेगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है. करीब 40 से ज्यादा कंपनियां प्लेसमेंट के लिए यूनिवर्सिटी में आ रही हैं. जाहिर है कि इस साल छात्रों को नौकरी के ज्‍यादा मौके मिलेंगे. ये सारी कंपनियां ग्रेजुएशन, पीजी और रिसर्च के छात्रों को नौकरी देंगी. हाल ही में सेंट्रल प्लेसमेंट सेल में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. सेंट्रल प्लेसमेंट सेल (CPC) के अधिकारियों के मुताबिक इस साल पुरानी कंपनियों के साथ नई कंपनियां भी प्लेसमेंट के लिए आ रही हैं. प्लेसमेंट की प्रक्रिया नंवबर में शुरू होगी. अधिकारी के मुताबिक विश्व की आर्थिक व्यवस्था स्थिर है इसलिए ज्यादा छात्रों का प्लेसमेंट हो सकता है. आने वाली कंपनियों में बैंकिंग, इंश्‍योरेंस, मार्केटिंग, हॉस्पिटैलटी और कॉल सेंटर शामिल हैं. एचसीएल और विप्रो जैसी अाईटी कंपनियां हर साल यहां से स्‍टूडेंट्स को रिक्रूट करती हैं. छात्र CPC की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. समान्य जाति के छात्रों को रजिस्ट्रेशन के लिए 100 रुपये देने होंगे. वहीं फर्स्ट ईयर और सेकेंड ईयर के छात्र बिना किसी शुल्क के इटर्नशिप के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर लगातार प्लेसमेंट से जुड़े अपडेट दिए जा रहे हैं. वहीं यूनिवर्सिटी भी छात्रों को मेल भेजकर इसकी जानकारी देगी.
मशहूर रैपर और सिंगर हनी सिंह (Honey Singh) ने अपने जबरदस्त गानों से भारत के साथ विदेशों में भी अपनी पहचान बनाई है. हनी सिंह  (Honey Singh) के गाने कई बार इतने हिट होते हैं कि सोशल मीडिया पर उनके व्यूज 1 अरब से भी पार चले जाते हैं. इतना ही नहीं, अपने शानदार गानों से हनी सिंह  (Honey Singh) ने केवल युवाओं के बीच अपनी जगह बनाई है, बल्कि वह बच्चों के भी फेवरेट बन चुके हैं. इन दिनों हनी सिंह अपने अपकमिंग सॉन्ग की शूटिंग करने में बिजी हैं. खास बात तो यह है कि शूटिंग के दौरान हनी सिंह  (Honey Singh) के साथ उनका परिवार भी सेट पर मौजूद था. अपने अपकमिंग सॉन्ग और सेट पर परिवार की मौजूदगी को लेकर हनी सिंह ने मीडिया से भी काफी बातचीत की. इसके अलावा उन्होंने परिवार के साथ शूटिंग करने का अनुभव भी साझा किया.  Just finished shooting our Next Bhangra-Hip Hop song in Jalandhar Punjab ????????… While we getting the new one ready … check out how much fun we had shooting our last song “Makhna” Behind the Scenes in Cuba???????? … ******Link in Bio****** Next Song Video coming soon… BTS by @frogalisedproductions @tseries.official @singhstamusic @nidhisunil @nehakakkar @phenomofficial @bonafide_tdo @koncept3rd @mihirgulati @bobbysuri @itsrdm A post shared by Yo Yo Honey Singh (@yyhsofficial) on Jun 18, 2019 at 1:18am PDT जालंधर में अपने सॉन्ग की शूटिंग करने वाले यो यो हनी सिंह (Yo Yo Honey Singh) ने मीडिया से बातचीत में कहा 'सेट पर मेरे परिवार का मौजूद होना काफी अच्छा अनुभव रहा है. मेरे लिए यह सोने पर सुहागा जैसा है. वीडियो की शूटिंग के दौरान मैं क्या करता हूं, मेरा परिवार हमेशा इस बारे में ही सोचता है.' अपने सुपरहिट गानों के बारे में बात करते हुए हनी सिंह  (Honey Singh) ने कहा 'मैं हर तरह का संगीत सुनता हूं, लेकिन अपने गाने ही नहीं सुनता. मैंने जो कुछ भी बनाया है वह जनता के लिए बनाया है. उन्हें यह पसंद आए, यही मेरे गानों का उद्देश्य है.' हनी सिंह ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह केवल गाने को प्रोड्यूस करते हुए और इसकी रिकॉर्डिंग के समय ही इसे सुनते हैं. हनीं सिंह ने आगे कहा 'मैं अपने गानों को कई बार सुनकर इसके लिए परफेक्शन हासिल करने की कोशिश करता हूं. लेकिन इसके बाद मैं अपने अगले गाने की तरफ रुख कर लेता हूं.' बता दें कि साल 2018 हनी सिंह  (Honey Singh) के लिए खूब अच्छा वर्ष रहा है. इस साल हनी सिंह (Honey Singh) ने अपने सुपरहिट गाने 'दिल चोरी साडा, छोटे-छोटे पेग, दिस पार्टी इज ओवर नाउ और रंगतारी' से फैंस का खूब मनोरंजन किया. इसके साथ ही शाहिद कपूर और कियारा अडवाणी पर फिल्माया गया गाना 'उर्वशी' उनके चार्टबस्टर्स गानों की लिस्ट में भी शामिल हो चुका है. इसके बाद हनी सिंह के सॉन्ग मखना के जरिए साल 2019 में खूब धमाल मचाया था. हालांकि अब यो यो हनी सिंह अपने आगामी सॉन्ग्स के लिए काम कर रहे हैं, जिसका उनके प्रशंसक बेसब्री से इंतेजार कर रहे हैं.
फैमस टीवी शो ‘रामायण’ में हनुमान की कालजयी भूमिका निभाने वाले एक्टर दारा सिंह की आज (12 जुलाई) पुण्यतिथि है. दारा सिंह एक्टिंग के अलावा कुश्ती की दुनिया की भी दिग्गज हस्ती थे. फिल्मी दुनिया में आने से पहले ही वो दुनिया के प्रमुख पहलवानों को पटखनी दे चुके थे. दारा सिंह का जन्म 19 नवंबर 1928 को पंजाब के एक गांव में हुआ था. साल 1947 में दारा सिंह सिंगापुर चले गए थे. तभी उन्होंने हरनाम सिंह से कुश्ती की ट्रेनिंग लेनी शुरू की. उन्होंने तारलोक सिंह को हराकर चैंपियन ऑफ मलेशिया का खिताब जीता. साल 1959 में किंग कॉन्ग, जॉर्ज गोडिएनको और जॉन डिसिल्वा को हराकर वो कॉमनवेल्थ चैंपियन बने. किंग कॉन्ग के साथ हुआ उनका मुकाबला बहुत हैरान करने वाला था. किंग कॉन्ग 200 किलो के थे और दारा सिंह लगभग 130 किलो के और उस मुकाबले में दारा सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी को उठाकर, घुमाया और फेंक दिया. दारा सिंह की पर्सनालिटी काफी इंप्रेसिव थी. उनकी लंबाई 6 फुट 2 इंच थी और उनका वजन लगभग 130 किलोग्राम था. दारा सिंह ने कुश्ती के 500 मैच खेले लेकिन कभी कोई उन्हें हरा नहीं सका. साल 1954 में 26 साल की उम्र में ही वो नेशनल रेसलिंग चैंपियन बने. दारा सिंह ने 'फौलाद', 'मर्द', 'मेरा नाम जोकर','कल हो ना हो' और 'जब वी मेट', 'किंगकांग', 'हम सब उस्ताद हैं' और 'हम सब चोर हैं' जैसी फिल्मों में काम किया था. पर्सनल लाइफ की बात करें तो बता दें कि दारा सिंह ने दो शादियां की थीं और उनके 6 बच्चे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दारा सिंह नाबालिग थे तभी पिता बन गए थे. कहा जाता है कि 17 साल की उम्र में दारा सिंह पिता बने थे. 7 जुलाई 2012 को दारा सिंह को हार्ट अटैक के बाद मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया. 12 जुलाई 2012 को उन्होंने अंतिम सांस ली थी.
स्‍टेट लेवल पुलिस रिक्रूटमेंट बोर्ड, आंध्र प्रदेश ने कैडेट ट्रेनी के पद पर वैकेंसी निकाली है. उम्‍मीदवार 24 अक्‍टूबर 2016 तक आवेदन कर सकते हैं. पद का नाम: कैडेट ट्रेनी पदों की संख्‍या : 686 पे स्‍केल: 28940-78910 रुपये ज्‍यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें .
दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस में सिपाही पर गोली चलाने के मामले में आतंकवादी घटना से इंकार किया है. पुलिस ने रविवार को कहा कि तीनों व्यक्ति कट्टर अपराधी थे और एक स्थानीय ड्रग्स तस्कर ने अपने विरोधी से बदला लेने और कुछ गवाहों को धमकाने के लिए उन्हें पैसा देकर बुलाया था. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि तीनों हमलावरों में से एक की पहचान मोहम्मद रिजवान (50) के रूप में हुई है, जिसे घटनास्थल पर ही पकड़ लिया गया. रिजवान मुरादाबाद का बदमाश है और हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती और शस्त्र कानून के 20 से ज्यादा मामलों में संलिप्त है. रिजवान से पूछताछ करने वाली दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने भी इस मामले के तार आतंकवाद से जुड़े होने से इंकार किया. पुलिस ने कहा कि जांच में शामिल होने के लिए मुरादाबाद पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंच गई है. रिजवान के दो सहयोगियों की पहचान हो गई है जो फरार हो गए थे. इनपुट: भाषा
किसी वृत्त अर्थात समाचार या सत्य घटना पर आधारित फ़िल्म को वृत्तचित्र (डॉकुमेण्टरी फिल्म) कहते हैं। इसमें कलात्मकता, अभिनय और मनोरंजन के स्थान पर वृत्त के विषय और उद्देश्य पर अधिक ध्यान रखा जाता है। 1900 से पहले का संपादन प्रारंभिक फ़िल्म (1900 से पहले) में किसी घटना को दिखाने की नवीनता हावी थी। एकल-शॉट क्षणों को फिल्म में कैद किया गया, जैसे कि स्टेशन में प्रवेश करने वाली ट्रेन, नाव डॉकिंग, या कारखाने के कर्मचारी काम छोड़ रहे हैं। इन लघु फिल्मों को "वास्तविकता" फिल्में कहा जाता था; "डॉक्यूमेंट्री" शब्द 1926 तक गढ़ा नहीं गया था। तकनीकी सीमाओं के कारण कई पहली फिल्में, जैसे कि ऑगस्टे और लुई लुमीएर द्वारा बनाई गई, एक मिनट या उससे कम लंबाई की थीं। उदाहरण यूट्यूब पर देखे जा सकते हैं. कई लोगों को दिखाने वाली फ़िल्में (उदाहरण के लिए, एक फ़ैक्टरी छोड़ते हुए) अक्सर व्यावसायिक कारणों से बनाई जाती थीं: जिन लोगों को फ़िल्माया जा रहा था वे भुगतान के लिए, उन्हें दिखाने वाली फ़िल्म देखने के लिए उत्सुक थे। एक उल्लेखनीय फिल्म, द कॉर्बेट-फिट्ज़सिमन्स फाइट, डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चली। अग्रणी फिल्म-लूपिंग तकनीक का उपयोग करते हुए, हनोक जे. रेक्टर ने संयुक्त राज्य भर में सिनेमा स्क्रीन पर 1897 की प्रसिद्ध पुरस्कार-लड़ाई की संपूर्ण प्रस्तुति प्रस्तुत की। मई 1896 में, बोल्सलॉ माटुस्ज़ेव्स्की ने वारसॉ और सेंट पीटर्सबर्ग अस्पतालों में कुछ सर्जिकल ऑपरेशनों को फिल्म में रिकॉर्ड किया। 1898 में, फ्रांसीसी सर्जन यूजीन-लुई डोयेन ने माटुस्ज़ेव्स्की और क्लेमेंट मौरिस को अपने सर्जिकल ऑपरेशन को रिकॉर्ड करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने जुलाई 1898 से कुछ समय पहले पेरिस में सर्जिकल फिल्मों की एक श्रृंखला शुरू की। 1906 तक, अपनी आखिरी फ़िल्म के वर्ष तक, डोयेन ने 60 से अधिक ऑपरेशन रिकॉर्ड किये। डोयेन ने कहा कि उनकी पहली फिल्मों ने उन्हें सिखाया कि पेशेवर गलतियों को कैसे ठीक किया जाए जिनसे वह अनजान थे। वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए, 1906 के बाद, डोयेन ने अपनी 15 फिल्मों को तीन संकलनों में संयोजित किया, जिनमें से दो जीवित हैं, छह-फिल्म श्रृंखला एक्स्टिरपेशन डेस ट्यूमर्स एनकैप्सुलीस (1906), और चार-फिल्म लेस ऑपरेशंस सुर ला कैविटे क्रैनियेन (1911)। ये और डोयेन की पांच अन्य फिल्में जीवित हैं।  घोरघे मारिनेस्कु की विज्ञान फिल्मों में से एक (1899) से फ़्रेम। जुलाई 1898 और 1901 के बीच, रोमानियाई प्रोफेसर घोरघे मारिनेस्कु ने बुखारेस्ट में अपने न्यूरोलॉजी क्लिनिक में कई विज्ञान फिल्में बनाईं: थ्रू हिप्नोसिस (1899), द वॉकिंग ट्रबल्स ऑफ प्रोग्रेसिव लोकोमोशन एटैक्सी (1900), और इलनेसेस ऑफ द मसल्स (1901)। इन सभी लघु फिल्मों को संरक्षित कर लिया गया है। प्रोफेसर ने अपने कार्यों को "सिनेमैटोग्राफ की मदद से अध्ययन" कहा और 1899 और 1902 के बीच पेरिस से ला सेमेन मेडिकल पत्रिका के अंकों में लगातार कई फ़्रेमों के साथ परिणामों को प्रकाशित किया। [14] 1924 में, ऑगस्टे लुमिएरे ने मारिनेस्कु की विज्ञान फिल्मों की खूबियों को पहचाना: "जब मैं ला सेमाइन मेडिकल प्राप्त कर रहा था, तब मैंने तंत्रिका संबंधी बीमारियों के अध्ययन में सिनेमैटोग्राफ के उपयोग के बारे में आपकी वैज्ञानिक रिपोर्ट देखी थी, लेकिन तब मुझे अन्य चिंताएं थीं, जिससे मुझे जैविक अध्ययन शुरू करने के लिए कोई अतिरिक्त समय नहीं मिला। मुझे कहना होगा कि मैं उन कार्यों को भूल गया था और मैं आपका आभारी हूं कि आपने उन्हें मुझे याद दिलाया। दुर्भाग्य से, कई वैज्ञानिकों ने आपके मार्ग का अनुसरण नहीं किया है।''[15][16][17 ] इन्हें भी देखें कथाचित्र (या, फीचर फिल्म) फ़िल्म फ़िल्म के प्रकार
‘‘हम अपनी सभी डीजल कारें अगले साल अप्रैल से बेचना बंद कर देंगे. नए उत्सर्जन मानक लागू होने के बाद डीजल कारें काफी महंगी हो जाएंगी. खासकर, छोटी कारें जो 1.5 लीटर से छोटे इंजन के साथ आती हैं, उनकी कीमतें ग्राहकों के लिए मुफीद नहीं रहेंगी’’ आर.सी. भार्गव, चेयरमैन, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति की ओर से हाल में आए इस बयान को भारत में छोटी डीजल कारों के विदाई संदेश के तौर देखा जा सकता है. भारत के कार बाजार में मारुति की हिस्सेदारी 50 फीसदी है. मारुति के बाद टाटा मोटर्स ने भी अपने चुनिंदा डीजल मॉडल्स को बंद करने के संकेत दिए हैं. टाटा मोटर्स के प्रेसिडेंट (पैसेंजर व्हीकल बिजनेस यूनिट) मयंक पारीख कहते हैं, ‘‘छोटी और एंट्री लेवल कारों में डीजल इंजन की घटती डिमांड के चलते नया छोटा इंजन बनाना तर्कसंगत नहीं होगा.’’ उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि बीएस VI मानकों को पूरा करने में जो भी लागत आएगी, उसका बोझ आखिरकार ग्राहकों पर ही पड़ेगा. कंपनी की कुल बिक्री में 80 फीसदी हिस्सेदारी पेट्रोल कारों की है. दरअसल, वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने 1 अप्रैल, 2020 से भारत स्टेज VI (बीएस VI) उत्सर्जन मानकों को अनिवार्य कर दिया है. यानी 1 अप्रैल, 2020 की बनी किसी कार या मोटरसाइकिल में लगा इंजन बीएस VI मानकों के अनुरूप होगा, जो डीजल कारों से होने वाले प्रदूषण को 80 फीसदी तक कम करेगा. बीएस VI मानक अंतरराष्ट्रीय मानक यूरो VI के समानांतर है. फिलहाल ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री बीएस IV मानकों का पालन कर रही है, जो यूरो IV के बराबर है. ऐसे में मौजूदा इंजन को बीएस VI मानक के अनुरूप बनाने के लिए टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने का खर्च आएगा.सुस्त मांग से जूझ रहे ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए यह अब नई चुनौती है. महंगी होंगी सभी कारें ऑटो टुडे के एडिटर योगेंद्र प्रताप कहते हैं, ‘‘बीएस VI इंजन के साथ पेट्रोल और डीजल सभी तरह की कारें महंगी हो जाएंगी.’’ पेट्रोल और डीजल कारों की कीमत के बीच का अंतर बढ़कर करीब 2 लाख रु. तक होने की संभावना है, जो फिलहाल 1 से 1.25 लाख रु. के बीच है. योगेंद्र बताते हैं, ‘‘पेट्रोल इंजन को नए मानकों के अनुरूप बनाने में कम खर्च आएगा. फिर भी इन कारों के दाम में औसतन 50,000 रु. तक की बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं डीजल इंजन को बीएस VI मानक के हिसाब से तैयार करने में खर्च ज्यादा आएगा क्योंकि वे ज्यादा जटिल होते हैं.’’ हालांकि, कार की कीमत अलग-अलग मॉडल पर निर्भर करेगी. इसके अलावा सेक्रटी मानकों के पालन का दबाव भी ऑटो सेक्टर पर है. जिसमें एयर बैग, एबीएस, क्रैश टेस्ट रेटिंग्स आदि मानकों को पूरा करना अनिवार्य हो जाएगा. ऐसे में सभी तरह की कार का महंगा होना तय है. खत्म हो जाएंगी छोटी डीजल कारें ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन कहते हैं, ‘‘बीएस ङ्कढ्ढ मानक आने के बाद छोटी डीजल कारें खत्म हो जाएंगी. इनकी कीमतें ग्राहकों के लिए मुफीद नहीं रहेंगी.’’ इसी वजह से कंपनियों ने छोटे डीजल इंजन पर निवेश करने में खास रुचि नहीं दिखाई है. धवन कहते हैं, ‘‘1.5 लीटर या उससे बड़े इंजन वाली एसयूवी या यूटिलिटी व्हीकल्स सेग्मेंट में डीजल कारों की मांग अभी बनी रहेगी’’ फॉर्च्यूनर का उदाहरण देते हुए वे कहते हैं कि 17 लाख में लॉन्च हुई गाड़ी आज 34 लाख रु. में बिकती है तब भी ग्राहक मौजूद हैं, तो कीमत कुछ लाख रु. बढऩे से मांग एकदम ही खत्म नहीं हो जाएगी. एसयूवी सेग्मेंट में अभी भी 83 फीसद हिस्सेदारी डीजल गाडिय़ों की है, जो 2012 में 98 फीसदी थी. हालांकि, ग्राहकों के बीच डीजल कारें पहले ही लोकप्रियता खो रही हैं. आंकड़ों के मुताबिक, साल 2012-13 में कार बिक्री में डीजल की हिस्सेदारी 47 फीसद थी जो 2018-19 में घटकर 19 फीसदी हो गई. इसकी बड़ी वजह पेट्रोल और डीजल के दामों के बीच का अंतर कम होना और विभिन्न पाबंदियां हैं. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत (08 मई) 73 रु. प्रति लीटर है, जबकि डीजल 66.66 रु. प्रति लीटर बिक रहा है. वहीं, अप्रैल-मई 2012 में पेट्रोल की तुलना में डीजल प्रति लीटर 25 रु. सस्ता था. डीजल कारों के लिए ग्राहक 1 से 1.25 लाख रु. ज्यादा देने को इसलिए तैयार होते थे क्योंकि सस्ते ईंधन और अच्छे माइलेज के कारण उन्हें चलाना सस्ता पड़ता था. पर अब चीजें बदल गई हैं. दिसंबर, 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में 2000 सीसी से ज्यादा के डीजल इंजन के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी थी. इसके अलावा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने 10 साल के पुरानी डीजल कारों को दिल्ली एनसीआर की सड़कों से हटाने के आदेश दिए थे. इन आदेशों पर बाद में भले रोक लगा दी गई हो पर पिछले वर्षों में हुए इस घटनाक्रम ने ग्राहकों के मन में डीजल कारों के प्रति अनिश्चितता का माहौल बना दिया. योगेंद्र कहते हैं, ‘‘प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को निजी और व्यवसायिक वाहनों के लिए समान नियम बनाने होंगे. नियम प्रदूषण के आधार पर बनने चाहिए न कि इंजन के सीसी के आधार पर, न्न्योंकि अगर सही रखरखाव हो तो जरूरी नहीं कि 10 साल बाद भी डीजल कार बहुत प्रदूषण करे.’’ डीजल कारों के खिलाफ माहौल न सिर्फ भारत बल्कि यूरोपियन यूनियन जैसे बड़े पैसेंजर व्हीकल मार्केट में भी बन रहा है. फॉक्सवैगन की हेराफेरी के खुलासे के बाद इस बहस ने जोर पकड़ा है. टोयोटा ने अपनी डीजल कारों को यूरोप में बंद करने का फैसला लिया है. पोर्शे और वोल्वो ने स्पष्ट किया है कि उनके आगामी मॉडल्स डीजल आधारित नहीं होंगे. जर्मनी जैसे देश जो डीजल कार बनाने में अग्रणी है, वहां भी डीजल कारों पर प्रतिबंध की बात चल रही है. डीजल नहीं तो फिर क्या? धवन कहते हैं कि छोटी डीजल कारों की कमी को पूरा करने में पेट्रोल, सीएनजी या इलेक्ट्रिक वाहन कितनी भूमिका निभाएंगे, यह सरकार की नीतियों पर निर्भर करेगा. इन्फ्रास्ट्रक्चर का अभाव इसमें एक बड़ी चुनौती है. राजधानी का उदाहरण देते हुए वे बताते हैं कि दिल्ली में सीएनजी आए 20 साल से ज्यादा हो गए पर आज भी लोगों को घंटों लाइन में लगना पड़ता है. ऐसे में और ज्यादा गाडिय़ां अगर सीएनजी पर शिफ्ट होती हैं तो बड़े निवेश की जरूरत होगी. इलेक्ट्रिक कारों की दिशा में भी कंपनियां काम कर रही हैं. सरकार की नीतियां स्पष्ट हुईं तो आने वाले वर्षों में इलेक्ट्रिक कार भी विकल्प बन सकती हैं. सोसाइटी फॉर इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स को उम्मीद है कि 2030 तक बिक्री में इलेक्ट्रिक व्हीकल की हिस्सेदारी 40 फीसद तक हो सकती है. नए बदलावों के बाद मांग पर असर संभावित है. ऐसे में सरकार के सामने चुनौती पहले से मंद पड़ रही ऑटो सेक्टर की रफ्तार को सहारा देने की भी होगी. ***
देश में गिरती जीडीपी और बढ़ती महंगाई के बीच केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लिया है. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि सरकार मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम का कार्यकाल एक साल के लिये अक्टूबर 2018 तक बढ़ाएगी. पीटरसन इंस्टीट्यूट फार इंटरनेशनल एकोनामिक्स के वरिष्ठ फेलो सुब्रमण्यम को अक्टूबर 2014 में मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) बनाया गया था. उनका कार्यकाल तीन साल के लिये था जो 16 अक्टूबर को समाप्त हो रहा है. अरुण जेटली ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अरविंद सुब्रमण्यम को एक साल का सेवा विस्तार मिलेगा. बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का पांच साल का कार्यकाल मई 2019 में पूरा होगा. सीईए वित्त मंत्री को वृहत आर्थिक मामलों पर सलाह देता है और अन्य बातों के अलावा आर्थिक समीक्षा और मध्यावधि समीक्षा तैयार करता है. कार्यकाल बढ़ाए जाने पर सुब्रमण्यम ने कहा है कि वह नई चुनौतियां स्वीकार करने के लिए तैयार हैं, सरकार कई मोर्चों पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हमें जीडीपी, निर्यात, निवेश में बढ़त लाने की जरुरत है. आर्थिक सलाहकार अरविंद ने कहा कि अर्थव्यवस्था को चुनौतियों से उबारने की दिशा में काम किया जा रहा है. सुब्रमण्यम ने अक्टूबर 2014 में रघुराम राजन के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद संभाला था. राजन ने 2013 में आरबीआई के गर्वनर का पदभार ग्रहण किया था जिसके बाद से मुख्य आर्थिक सलाहकार का पद खाली था. सुब्रमण्यम लगातार कई फैसलों पर केंद्र सरकार की खुलकर अपनी राय भी रखते रहे हैं, इनमें आरबीआई की मॉनटरी पॉलिसी और रेट कट के मुद्दे शामिल हैं. अरविंद सुब्रमण्यम ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक किया और उसके बाद IIM अहमदाबाद से एमबीए की डिग्री हासिल की. इसके बाद वह एमफिल और डीफिल के लिए लंदन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में चले गए. देश के आर्थिक मामलों में मुख्य आर्थिक सलाहकार की भूमिका काफी अहम मानी जाती है, वह अर्थव्यवस्था से जुड़े अहम मुद्दों पर सरकार को सलाद देता है.
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार की ओर से 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद सियासी विवाद का रूप ले चुकी है. कांग्रेस ने विमान की कीमत पर सवाल उठाते हुए सरकार की नीयत पर संदेह जाहिर किया और उसे कारोबारियों को लाभ पहुंचाने वाला बताया है. फ्रांस के साथ गोपनीयता के करार और राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देकर सरकार ने सौदे की कीमत का खुलासा करने से मना कर दिया है. इससे जुड़े पूरे तथ्य तब सामने आएंगे जब भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) इस साल संसद के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे. तब तक यहां पेश हैं सौदे से जुड़े बड़े सवाल और उनके जवाब, जो गहरी पड़ताल के बाद तैयार किए गए हैं. एनडीए ने राफेल के लिए ज्यादा पैसे दिए, यूपीए ने किया था सस्ते सौदे का करार पूरे विवाद का निचोड़ यही है, मोदी सरकार पर आरोप लग रहा है कि वह 36 राफेल विमानों की खरीद के लिए फ्रांस को यूपीए सरकार के दौरान 2012 में 126 विमानों के लिए हुए करार में तय रकम से ज्यादा पैसे दे रही है. यह तुलना निराधार है क्योंकि इस समझौते पर दस्तखत वास्तव में एनडीए सरकार ने किए हैं, यूपीए ने समझौता किया ही नहीं था. दोनों ही सरकारों ने अपने कार्यकाल में करार से जुड़े सौदों की सही लागत का ब्यौरा अब तक जाहिर नहीं किया है. एनडीए ने संकेत दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल 2015 में फ्रांस की अपनी राजकीय यात्रा के दौरान फ्रांस को बेहतर कीमत पर राफेल सौदे के लिए राजी कर लिया. मोदी और तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के हस्ताक्षरित सहमति पत्र में एमएमआरसीए (मध्यम मल्टी-रोल काम्बैट एयरक्राफ्ट) की खरीद के लिए समझौते पर हस्ताक्षर हुए जिसकी शुरुआत 2004 में मनमोहन सिंह सरकार ने की थी. भारत और फ्रांस ने विमान की खरीद के लिए अंतर-सरकार समझौते (आईजीए) पर दस्तखत किए जिसकी शर्तें "दासो एविएशन की ओर से स्वतंत्र रूप से विमानों की आपूर्ति के लिए प्रस्तावित करार से बेहतर हैं.'' यूपीए ने भी कभी यह नहीं बताया कि 2011 में दासो एविएशन ने विमानों की आपूर्ति के लिए आखिर कितने की बोली लगाई थी जिसके आधार पर सरकार ने जनवरी 2012 में इस फ्रांसीसी लड़ाकू विमान निर्माता कंपनी को एल-1 या सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी घोषित कर दिया था. उसके बाद इसकी शर्तों को लेकर कुछ पेंच फंस गया गया और सौदे की बात दो साल तक आगे ही नहीं बढ़ पाई. दरअसल रक्षा मंत्रालय और दासो एविएशन यह तय नहीं कर सके कि 108 राफेल विमानों की जिम्मेदारी किसकी होगी जिन्हें भारत में तैयार किया जाएगा—एचएएल या दासो की. इस खरीद में इतनी बड़ी रकम जुड़ी थी कि सौदे को अंतिम रूप देने से पहले कई चिंताएं उभरना लाजिमी था. सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) ने 2007 में ही इस सौदे के लिए हामी भर दी थी और रक्षा मंत्रालय ने 126 लड़ाकू विमानों के लिए 10 अरब डॉलर (39,000 करोड़ रु.) के संभावित खर्च को अपने बजट में शामिल कर लिया. लेकिन जैसे-जैसे अनुबंध पर बात आगे बढ़ी, यह रकम साफ तौर पर अवास्तविक लगने लगी. रक्षा विश्लेषक नीतिन गोखले की किताब सिक्योरिंग इंडिया द मोदी वे में इस बात का उल्लेख है कि 2011 में रक्षा मंत्रालय ने इस खरीद के लिए 1,63,403 करोड़ रु. (करीब 23 अरब यूरो—यह उस साल रक्षा मंत्रालय के कुल रक्षा बजट के करीब था) का बेंचमार्क तय कर दिया था. इस आंकड़े के अनुसार ही देखें तो 126 राफेल विमानों के लिए प्रति विमान 1,296 करोड़ रु. की लागत बैठेगी. पर अधिग्रहण की यह कुल लागत, जैसा कि गोखले कहते हैं, "126 एमएमआरसीए के लिए अनुबंधित कुल लागत से अलग थी, जिसके लिए रक्षा मंत्रालय ने 69,456 करोड़ रु. का बेंचमार्क तय किया था. इसमें ऑफसेट लोडिंग की लागत शामिल नहीं थी जिसकी अनुमानित रकम 2,530 करोड़ रु. से 5,060 करोड़ रु. के बीच रखी गई थी.'' 2014 में एनडीए के सत्ता में आने के बाद भी एचएएल-रक्षा मंत्रालय-दासो के बीच गतिरोध कायम रहा. 2015 में, सरकार ने फैसला किया कि वह इस समझौते को रद्द करके दोनों देशों की सरकारों के बीच गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट (जी2जी) सौदा करेगी और बजटीय कारणों से खरीदे जाने वाले विमानों की संख्या भी कम कर दी गई. 2016 में 36 राफेलों के अनुबंध के तुरंत बाद रक्षा मंत्रालय ने एक ऑफ-द-रिकॉर्ड ब्रीफिंग में संकेत दिया गया कि 36 राफेल विमानों के लिए 7.8 अरब यूरो का करार हुआ है. इसमें 5 अरब यूरो जहाजों के लिए तथा 2.85 अरब यूरो उसमें लगने वाले हथियारों और भारत की जरूरतों के अनुसार कुछ विशिष्ट संवर्धन के एवज में दिए जाएंगे. इन लड़ाकू विमानों को 70 करोड़ यूरो की लागत से हवा से हवा में मार करने वाली मेटेओर मिसाइलें और हवा से सतह पर मार करने वाली स्कैल्प क्रूज मिसाइलों से लैस करने की बात भी जोड़ी गई. इसका उद्देश्य कम संख्या में मिलने वाले राफेल जहाजों का अधिकतम उपयोग करके अपनी सामरिक जरूरतों की पूर्ति सुनिश्चित करना था. इस साल 12 मार्च को रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने बताया कि एक राफेल की मोटे तौर पर लागत 670 करोड़ रु. आएगी जिसमें "संबंधित उपकरण, हथियारों, भारतीय जरूरतों के अनुसार कुछ संवर्धनों और रख-रखाव के खर्चे शामिल नहीं हैं.'' गोपनीयता की शर्त विमानों सौदे की लागत को जाहिर करने से रोकती है रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मार्च में राज्यसभा को बताया, "राफेल विमान की खरीद पर भारत और फ्रांस के बीच जो समझौता हुआ है उसे अंतर-सरकार समझौते (आईजीए) के अनुच्छेद 10 के अनुसार जाहिर नहीं किया जा सकता क्योंकि सामरिक समझौते को लेकर 2008 का प्रावधान गोपनीय सूचनाएं और सुरक्षा सामग्री से जुड़ी जानकारियों का खुलासा करने से रोकता है.'' 20 जुलाई को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सीतारमण ने प्रधानमंत्री के कहने पर संसद में झूठ बोला था और फ्रांस के राष्ट्रपति ने उन्हें बताया था कि फ्रांस के साथ ऐसा कोई गोपनीयता समझौता नहीं हुआ था. सौदे के दो पहलू हैं, वाणिज्यिक और तकनीकी—जिसमें हथियार तथा जंगी जहाज की क्षमता से जुड़ी जानकारियां और इसे हासिल करने के लिए देश की लागत कितनी आई है इसका विवरण है. ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो सरकार को इस सौदे से जुड़े वाणिज्यिक पहलुओं से संसद को अवगत कराने से रोकता हो. संसद की लोक लेखा समिति के सदस्यों और रक्षा मामलों की स्थाई संसदीय समिति को सुरक्षा बलों, सरकारी एजेंसियों और रक्षा मंत्रालय द्वारा नियमित रूप से देश की रक्षा से जुड़े संवेदनशील मामलों की जानकारी दी जाती है. इंडिया टुडे को 7 मार्च 2018 को दिए अपने एक इंटरव्यू में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस संदर्भ में एक संकेत भी दिया था. उन्होंने कहा था कि यह भारत सरकार को तय करना है कि वे कौन सी जानकारियां विपक्ष और संसद के साथ साझा करना चाहते हैं. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एचएएल की बजाए रिलायंस को यह विमान बनाने का मौका मिला 20 जुलाई को लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा, "राफेल सौदा एचएएल (हिंदस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड) से ले लिया गया है और एक कारोबारी को दे दिया गया है जिसे 45,000 करोड़ रु. का फायदा मिला है. उस कारोबारी ने अपनी पूरी जिंदगी में कभी कोई हवाई जहाज नहीं बनाया.'' ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है कि राफेल यहां देश में ही विमान बनाएगा क्योंकि ये विमान बने-बनाए खरीदे जा रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष जिस बात का जिक्र कर रहे थे, वह ऑफसेट प्लान है जिसके तहत दासो एविएशन ने अनिल अंबानी की रिलायंस डीफेंस के साथ भागीदारी कायम की है ताकि 36 राफेल विमान सौदों की 50 फीसदी रकम भारतीय उद्योग के पार्टनर के साथ पुनर्निवेश कर सके. रक्षा ऑफसेट की शुरुआत 2007 में हुई थी और इसमें ओईएम को प्रतिरक्षा ठेके की कीमत का 30 से 50 फीसदी के बीच हिस्सा भारतीय बाजार से लेना होता है. 36 राफेल के मामले में दासो एविएशन को करीब 30,000 करोड़ रु. के पुर्जे और सेवाएं भारतीय उद्योग से खरीदनी हैं. दासो एविएशन के दस्तावेज के मुताबिक, दासो-रिलायंस संयुक्त उपक्रम उन 72 भागीदारियों में से एक है जो दासो ने भारतीय उद्योगों के साथ जोड़ी हैं इनमें इंजन के कलपुर्जों के लिए स्नेक्मा-एचएएल एरोस्पेस, मल्टीफंक्शन कॉकपिट डिस्प्ले के लिए सैमटेल, गोदरेज. लार्सन और टूब्रो, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स शामिल हैं. अनिल अंबानी और दासो के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने 27 अक्तूबर 2017 को दासो रिलायंस एरोस्पेस लिमिटेड (डीआरएएल) के तहत, जो दासो और रिलायंस डिफेंस का 51रू49 संयुक्त उद्यम है, फाल्कन बिजनेस जेट के पुर्जे बनाने के लिए एक नए कारखाने की आधारशिला रखी थी. कारखाने ने इस साल अप्रैल में दासो के बिजनेस जेट कॉकपिट का व्यावसायिक उत्पादन शुरू कर दिया. रक्षा मंत्रालय की खरीद नीति में ऑफसेट पार्टनर चुनने का विकल्प ओईएम पर छोड़ दिया गया है. इसमें कोई असामान्य बात नहीं है, क्योंकि ऑफसेट नीति के तहत विक्रेता या ओईएम को यह इजाजत दी गई है कि वे अपने भारतीय ऑफसेट पार्टनरों (आइओपी) के ब्योरे "या तो ऑफसेट क्रेडिट लेते समय या फिर ऑफसेट जिम्मेदारियों को पूरा करने के एक साल पहले'' दे सकते हैं, जैसा कि बामरे में इस साल मार्च में संसद को बताया था. प्रक्रियाओं को रखा ताक पर, सीसीएस की मंजूरी नहीं ली रक्षा मंत्रालय जिन भी बड़ी परिसंपत्तियों की खरीद करता है, वे सब रक्षा खरीद प्रक्रिया से शासित होती हैं. इसमें 3,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के तमाम सौदों के लिए सीसीएस की मंजूरी लेना अनिवार्य है. सीसीएस की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं और उनके अलावा इसमें गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री और विदेश मामलों के मंत्री शामिल हैं. राफेल सौदे का ऐलान प्रधानमंत्री ने अप्रैल 2015 में फ्रांस में किया था और एक सहमति पत्र पर दस्तखत किए गए थे. सौदे के लिए सीसीएस की मंजूरी 24 अगस्त 2016 को ली गई. वहीं 23 सितंबर 2016 को फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां-यीव ली ड्रियान और उनके भारतीय समकक्ष मनोहर पर्रिकर ने नई दिल्ली में सौदे पर अंतिम रूप पर दस्तखत किए. एक कांग्रेस सांसद केसवाल का जवाब देते हुए भामरे ने इसी साल 13 मार्च को यह बात संसद में बताई थी. डीपीपी का पैराग्राफ 71, जो आइजीए पर लागू होता है, ऐसे मौकों का जिक्र करता है जब खरीद मैत्रीपूर्ण बाहरी देशों से की जाएगी. ऐसी खरीद सीएफए (सक्षम वित्तीय प्राधिकार) की मंजूरी के बाद आइजीए पर आधारित होंगी. इस मामले में सीएफए भी सीसीएस ही है. रक्षा मंत्रालय में पूर्व वित्तीय सलाहकार (अधिग्रहण) अमित कौशिश कहते हैं, "अप्रैल 2015 में जिसका ऐलान किया गया था, वह केवल विमान खरीदने का इरादा था. खरीदने के इरादे के लिए सीसीएस की औपचारिक मंजूरी की जरूरत नहीं है. यह केवल आइजीए ही है जिसकी मंजूरी लेने की जरूरत है और इस मामले में यह मंजूरी सितंबर 2016 में सौदे पर दस्तखत होने से एक महीने पहले ले ली गई थी.'' सरकार ने इसकी कीमत उजागर नहीं करने की ठान ली है, ऐसे में बात सीएजी पर आकर टिक जाती है कि वह राफेल सौदे की सच्चाई उजागर करे. दोनों सौदों की कहानी एमएमआरसीए, यूपीए (2007-2014) अगस्त 2007 126 लड़ाकू विमानों के ग्लोबल टेंडर की घोषणा—18 बने-बनाए खरीदे जाएंगे, 108 हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) एसेंबल करेगा. दावेदारों में मिग-29, साब ग्रिपेन, एफ-18, एफ-16, दासो राफेल और ईएडीएस का यूरोफाइटर शामिल थे मई 2010 तमाम विमानों के फील्ड परीक्षण पूरे हो गए. भारतीय वायु सेना ने राफेल और यूरोफाइटर को शॉर्टलिस्ट किया जनवरी 2012 राफेल एल1 या सबसे कम बोली लगाने वाले के तौर पर उभरा. यूरोफाइटर दौड़ से बाहर हो गया. रक्षा मंत्रालय ने व्यावसायिक मोलभाव शुरू किया. रक्षा मंत्रालय ने खरीद की कुल लागत 1.63 लाख करोड़ रुपए (तकरीबन 30 अरब डॉलर) तय की जुलाई 2012 कॉस्ट निगोशिएटिंग कमिटी ने दासो के साथ सौदे पर बातचीत के लिए चार समितियां बनाईं मई 2014 एमएमआरसीए सौदा कई मुद्दों की वजह से गतिरोध का शिकार रहा, मुख्य वजह एचएएल में 108 विमानों का लाइसेंस-उत्पादन था, 2014 में सरकार बदलने तक अनुबंध पर दस्तखत नहीं हुए राफेल, एनडीए (2014-2018) 10 अप्रैल 2015 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा पर गए, सीधे फ्रांस की सरकार से 36 राफेल जेट खरीदने के सौदे का ऐलान किया. कीमत बाद में तय की जाएगी जुलाई 2015 रक्षा मंत्रालय ने एमएमआरसीए अधिग्रहण रद्दी की टोकरी में डाल दिया. 26 जनवरी 2016 को 36 राफेल के लिए फ्रांस के साथ सहमति पत्र पर दस्तखत हुए. सीसीएस की मंजूरी 24 अगस्त 2016 को मिली 23 सितंबर 2016  भारत और फ्रांस ने 36 राफेल की खरीद के लिए इंटर-गवर्नमेंटल समझौते पर दस्तखत किए. कीमत का खुलासा नहीं किया गया, पर ऑफ-द-रिकॉर्ड 7.58 अरब यूरो (58,000 करोड़ रुपए) का जिक्र किया गया. डिलीवरी 2019 में शुरू और 2022 में पूरी हो जाएगी 17 नवंबर 2017 रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया से कहा कि वे कीमत बात में उजागर करेंगी 5 फरवरी 2018 सीतारमण ने फ्रांस के साथ करार में गोपनीयता और राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए कहा कि कीमत नहीं बताई जा सकती 20 जुलाई, 2018 संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस. राहुल गांधी ने राफेल सौदे में भ्रष्टाचार और क्रोनी कैपिटलिज्म का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री और सीतारमण के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाया ***
जापानी कंपनी होंडा की नई बाइक CB300F ने अमेरिका में बाइक के शौकीनों का दिल जीत लिया है. सिर्फ लाल रंग में इस हफ्ते वहां लॉन्च हुई इस बाइक का लुक बहुत ही जबर्दस्त है और इसकी डिजाइन डायनामिक. यह बाइक फोर स्ट्रोक, 286 सीसी इंजन से लैस है और इसमें सिंगल सिलिंडर है. इसका इंजन फ्यूल इंजेक्टेड है और इसमें 6 गियर हैं. इसकी बनावट ऐसी है कि इसकी सवारी करने वाले को आरामदेह पोजिशन मिलेगी. इसमें टेलिस्कोपिक फ्रंट फोर्क्स हैं और पीछे एक शॉकर है. बढ़िया ब्रेकिंग के लिए इसमें 296 मिमी सिंगल डिस्क अपफ्रंट और 220 मिमी रियर डिस्क ब्रेक है. अमेरिका में इसकी कीमत 4,000 डॉलर है. यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यह भारत में कब लॉन्च होगी. माइलेज चाहने वालों को इससे थोड़ी निराशा होगी, क्योंकि यह एक लीटर में 30 किलोमाटर का माइलेज देती है. इस मोटरसाइकिल की वहां काफी चर्चा है और ज्यादातर वेबसाइटों पर इसकी तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं. अमेरिका में बाइक भारत की तरह ट्रांसपोर्ट का साधन नहीं है और यह महज स्पोट् र्स तथा मनोरंजन का साधन है.
अंधविश्वास के नाम पर नासिक में ससुराल वालों ने 20 वर्षीय गर्भवती को इस निर्ममता से पेट के बल घसीटा कि उसके कोख में पल रहे भ्रूण की मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. ससुराल वालों ने एक स्वयंभू बाबा के कहने पर उसे पेट के बल घसीट कर उसके कोख में पल रहे भ्रूण की कथित तौर पर हत्या कर दी. लिस ने बताया कि श्यामबाबा शिंदे नामक स्वयंभू बाबा ने दावा किया था कि गर्भ में कन्या है और परिवार के लिए अशुभ साबित होगी. उन्होंने बताया कि शिंदे को जिले के निफड शहर से गिरफ्तार किया गया जबकि पीड़िता सुवर्णा गायकवाड के पति, सास, देवर और अन्य रिश्तेदारों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि यह घटना म्हासरुल इलाके में हुई. पीड़िता सुवर्णा गायकवाड़ का पिछले साल जून में खांडेराव गायकवाड़ के साथ विवाह हुआ था. बताया जाता है कि ससुराल वाले विवाह के बाद से ही दहेज के लिए उसे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान करते थे. पुलिस ने यह भी बताया कि मकान बनाने के लिए डेढ़ लाख रूपये दहेज के तौर पर लाने की मांग करते हुए ससुराल वाले महिला को परेशान कर रहे थे. बाद में जब, ससुराल वालों को पता चला कि वह गर्भवती है तो वे लोग उसे एक ‘स्वयंभू तांत्रिक’ श्यामबाबा शिन्दे के पास निफड़ ले गए जिसने बताया कि महिला बच्ची को जन्म देगी. पुलिस के अनुसार, ससुराल वालों ने सुवर्णा से गर्भपात कराने को कहा. उसके इनकार करने पर उसके पति और ससुराल वालों ने उसे चार अप्रैल को कथित तौर पर पीटा जिससे कोख में पल रहे भ्रूण की मौत हो गई. यह मामला अंधविश्वास उन्मूलन संगठन की नासिक इकाई के अध्यक्ष महेन्द्र दतरांगे ने उजागर किया जिसके बाद पति खांडेराव गायकवाड़, उसके भाई विजय गायकवाड़, मामा ससुर दिलीप सूर्यवंशी और उसके एक रिश्तेदार जलिंदर सूर्यवंशी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस पर हमले के आरोपी महाराष्ट्र के दो विधायकों को कम से कम तीन दिन जेल में बिताने होंगे क्योंकि उससे पहले अदालत ने उनकी जमानत अर्जी पर अपना फैसला सोमवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया। उधर, विधानमंडल के दोनों सदनों को संबंधित विधायकों के निलंबन एवं इस पूरे प्रकरण में पुलिस के बर्ताव पर शोर शराबे की वजह से स्थगित करना पड़ा।टिप्पणियां अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट यूएम पादवाड ने बहुज विकास अगाधी के विधायक क्षितिज ठाकुर, मनसे के विधायक राम कदम को 5 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले एक दिन की पुलिस हिरासत खत्म होने पर उन्हें अदालत में पेश किया गया था। इन दोनों विधायकों पर मंगलवार को विधान भवन में सहायक पुलिस इंसपेक्टर सचिन सूर्यवंशी के साथ मारपीट करने का आरोप है। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के तुरंत बाद इन दोनों विधायकों ने जमानत के लिए अर्जी दी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मेट्रोपोलिटन अदालत ने उनके आवेदनों पर अपना फैसला सोमवार तक सुरक्षित रख लिया। उधर, विधानमंडल के दोनों सदनों को संबंधित विधायकों के निलंबन एवं इस पूरे प्रकरण में पुलिस के बर्ताव पर शोर शराबे की वजह से स्थगित करना पड़ा।टिप्पणियां अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट यूएम पादवाड ने बहुज विकास अगाधी के विधायक क्षितिज ठाकुर, मनसे के विधायक राम कदम को 5 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले एक दिन की पुलिस हिरासत खत्म होने पर उन्हें अदालत में पेश किया गया था। इन दोनों विधायकों पर मंगलवार को विधान भवन में सहायक पुलिस इंसपेक्टर सचिन सूर्यवंशी के साथ मारपीट करने का आरोप है। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के तुरंत बाद इन दोनों विधायकों ने जमानत के लिए अर्जी दी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मेट्रोपोलिटन अदालत ने उनके आवेदनों पर अपना फैसला सोमवार तक सुरक्षित रख लिया। अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट यूएम पादवाड ने बहुज विकास अगाधी के विधायक क्षितिज ठाकुर, मनसे के विधायक राम कदम को 5 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले एक दिन की पुलिस हिरासत खत्म होने पर उन्हें अदालत में पेश किया गया था। इन दोनों विधायकों पर मंगलवार को विधान भवन में सहायक पुलिस इंसपेक्टर सचिन सूर्यवंशी के साथ मारपीट करने का आरोप है। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के तुरंत बाद इन दोनों विधायकों ने जमानत के लिए अर्जी दी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मेट्रोपोलिटन अदालत ने उनके आवेदनों पर अपना फैसला सोमवार तक सुरक्षित रख लिया। इन दोनों विधायकों पर मंगलवार को विधान भवन में सहायक पुलिस इंसपेक्टर सचिन सूर्यवंशी के साथ मारपीट करने का आरोप है। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के तुरंत बाद इन दोनों विधायकों ने जमानत के लिए अर्जी दी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मेट्रोपोलिटन अदालत ने उनके आवेदनों पर अपना फैसला सोमवार तक सुरक्षित रख लिया।
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान संपन्न हो चुका है और सात चरणों वाले इस चुनाव में 3 चरण की वोटिंग और बाकी है. पिछले चार चरणों में पश्चिम बंगाल की 42 में 18 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है और चारों बार सूबे की जनता ने बड़ी तादाद में अपने घरों से निकलकर वोट दिया है. बंगाल में बंपर वोटिंग के बीच हिंसा की घटनाएं भी लगातार हुईं हैं. बावजूद इसके मतदाताओं के जोश को कम करने में यह नाकाम साबित हुई हैं. पश्चिम बंगाल में वैसे तो मतदान फीसदी ज्यादा ही रहता है और अगर पिछले दो लोकसभा चुनावों की बात करें तो देश के अन्य राज्यों की तुलना में यहां सबसे ज्यादा वोट पड़े हैं. 2009 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में 81.40 फीसदी वोट पड़े थे और 2014 की मोदी लहर में भी राज्य की 82.17 फीसदी जनता ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. बंगाल की बंपर वोटिंग दिखाती है कि विभिन्न दलों का काडर यहां अपने नेताओं के साथ मजबूती से खड़ा है. भीषण गर्मी और हिंसा की घटनाएं भी बंगाल की जनता का मनोबल तोड़ने में नाकाफी रहती हैं. बंपर वोटिंग और ज्यादा हिंसा पहले चरण में बंगाल की 2 सीटों पर 81 फीसदी वोटिंग हुई तो दूसरे चरण में 3 सीटों पर 81.68 फीसदी वोट पड़े. इसके अलावा तीसरे चरण में 5 सीटों पर 79.36 वोटिंग हुई और सोमवार को चौथे चरण में राज्य की 8 सीटों पर वोट डाले गए. इस चौथे चरण में भी बंगाल के 76.66 वोटरों ने अपनी-अपनी पार्टी के पक्ष में मतदान किया. अब तक हुए चुनाव में राज्य में 80 फीसदी के करीब औसत वोटिंग हो चुकी है. पिछले चारों ही चरणों में सूबे के विभिन्न इलाकों से हिंसा की घटनाएं भी देखने को मिलीं. चौथे चरण में बीजेपी के कब्जे वाली आसनसोल सीट पर टीएमसी और बीजेपी समर्थकों में झड़प देखने को मिली. यहां तक कि केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो के खिलाफ FIR तक दर्ज कराई गई है. टीएमसी और बीजेपी दोनों ने ही चौथे चरण की वोटिंग के बीच चुनाव आयोग में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. दूसरी ओर वीरभूम जिले से भी उपद्रव की घटनाएं सामने आई हैं. जबकि इससे पहले तीसरे चरण में सीपीएम सांसद मोहम्मद सलीम के कफीले पर वोटिंग के दौरान इस्लामपुर में हमला हुआ था. यहां चुनावी हिंसा का इतिहास पुराना है, हाल ही में संपन्न हुए निकाय चुनाव इसका सबसे बड़ा उदाहरण साबित हुए थे. पिछले लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई मोदी सरकार के लिए बंगाल किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खुद बंगाल पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. पार्टी का दावा है कि सूबे में इस बार उन्हें पहले से काफी ज्यादा सीटें मिलेंगी. बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटें हैं और पिछले बार टीएमसी को यहां 36 सीटों पर जीत मिली थी. इसके अलावा कांग्रेस सिर्फ 4 और लेफ्ट 2 सीटों पर सिमट गया था. बीजेपी को तब 2 सीटें मिली थीं लेकिन इस चुनाव में पार्टी 20 से ज्यादा सीटें जीतने का टारगेट रखा है. बीजेपी ने केंद्र में सत्ता हासिल करने के बाद लेफ्ट का सबसे पुराना गढ़ त्रिपुरा ढहा दिया और वहां विधानसभा चुनाव जीत अकेले सरकार बनाकर इतिहास रच दिया. अब बीजेपी का फोकस ओडिशा और बंगाल जैसे राज्यों पर है, जहां क्षेत्रीय दलों का दबदबा रहा है. मोदी Vs ममता मोदी और ममता की सियासी जंग किसी से छुपी हुई नहीं है. केंद्र में बैठी सरकार पर अगर कोई नेता सबसे तीखे हमले के लिए जाना जाता है तो उसका नाम ममता बनर्जी ही है. 2014 में बीजेपी को बंगाल में सिर्फ 2 लोकसभा सीटें मिली थीं, लेकिन पार्टी ने पिछले 5 साल में यहां अपने संगठन को काफी मजबूत कर लिया है. इसका नतीजा है कि बीजेपी राज्य में चौथे नंबर से दूसरे नंबर की पार्टी बंगाल में बन गई है. वहीं, अब बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा हो या फिर NRC ऐसे तमाम ज्वलंत मुद्दों पर दोनों दलों के बीच तलवारें पहले से खिंची हुई हैं. हालांकि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी बंगाल में बीजेपी के लिए कोई भी स्पेस नहीं देना चाहती हैं. यही वजह है कि दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ता अपने नेता को मजबूत करने के इरादे से वोट करने जाते हैं और पार्टी के प्रति उनके जुनून का गवाह यह बढ़ता वोटिंग प्रतिशत बनता है. कहा यह भी जा रहा है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों से होने वाली नुकसान की भरपाई के लिए बीजेपी ने बंगाल-ओडिशा को चुना है. इन सभी राज्यों से 2014 के चुनाव में बीजेपी को अपार समर्थन और सीटें हासिल हुई थीं लेकिन इस बार उसे दोहरा पाना चुनौतीपूर्ण साबित होगा. ऐसे में बीजेपी की रणनीति है कि इन राज्यों में अगर सीटों का नुकसान होता है तो बंगाल जैसे राज्य में बेहतर प्रदर्शन कर उसकी भरपाई की जा सके. इसके लिए कार्यकर्ताओं को साफ संदेश भी दिए गए हैं.