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सेना की कैंटीन स्टोर्स में सामानों की आपूर्ति में कथित अनियमितता के मामले में संभवत: पहली बार थल सेना प्रमुख और वायु सेना प्रमुख को संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष बुधवार को उपस्थित होना होगा. थल सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह और वायु सेना प्रमुख पी वी नाइक ने कहा है कि वे भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाले पीएसी के समक्ष उपस्थित होंगे. नौसेना का प्रतिनिधित्व उपाध्यक्ष डी के दीवान करेंगे क्योंकि नौसेना प्रमुख निर्मल वर्मा चार दिन की यात्रा पर इंडोनेशिया गए हैं. उनकी यात्रा रविवार से शुरू हुई है. सशस्त्र बलों ने अपने रुख पर कायम रहने का फैसला किया है कि उनकी यूनिट द्वारा संचालित कैंटीन (यूआरसी) पीएसी के दायरे से बाहर है. नाइक ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम अब भी कहते हैं कि यूआरसी उनके दायरे से बाहर है. यह बुनियादी मुद्दा है जिसपर मेरा अनुमान है कि सुनवाई या पूछताछ होगी. हमने अपना जवाब उन्हें दिया है और देखते हैं क्या होता है.’ सेना प्रमुख ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह संसदीय समिति के समक्ष उपस्थित होंगे. सिंह ने कहा था, ‘हमें पीएसी के समक्ष उपस्थित होने में कोई समस्या नहीं है. हम रक्षा मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं. मैं 12 जनवरी को पीएसी के समक्ष उपस्थित होउंगा.’ मंत्रालय के स्तर पर हो रही जांच के बारे में नाईक ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उस दिशा में आगे क्या हुआ. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि मंत्रालय की जांच में सचाई का पता लगा लिया जायेगा क्योंकि यह बात एकदम साफ है कि जो व्यक्ति दस्तखत करता है, फाइल उसके पास होनी चाहिये. सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के इन आरोपों पर कि अर्धसैनिक बल के लिये दो नये विमानों की खरीद करने से संबंधित एक दस्तावेज पर उनके जाली हस्ताक्षर किये गये थे, नाईक ने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि जांच का क्या नतीजा रहा और हम जल्द ही आपको इस बारे में बतायेंगे.’ भारतीय सीमा में चीन की घुसपैठ संबंधी रिपोर्ट के बारे में उन्होंने कहा कि वह इस घटना विशेष के बारे में अवगत नहीं हैं. हालांकि, उन्होंने कहा, ‘ऐसी बातें होती रहती हैं. हिमपात के दौरान हमारे लोग भी एक किलोमीटर इधर से उधर हो जाते हैं. इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता.’
डीयू के ऑफ कैंपस कॉलेजों में बड़ी संख्या में फाइनल ईयर में राजधानी, शिवाजी, सत्यवती, लक्ष्मी बाई समेत कई कॉलेजों में 50 फीसदी से भी ज्यादा स्‍टूडेंट्स एक ही विषय में फेल हो गए हैं. फेल हुए सैकड़ों स्‍टूडेंट्स ने न्याय पाने की गुहार लगाते हुए नॉर्थ कैंपस में वीसी ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया. हैरानी की बात ये है कि फेल होने की लिस्‍ट में ऐसे स्‍टूडेंट्स के नाम भी शामिल हैं , जिन्‍होंने पिछले सेमेस्‍टर में टॉप किया है. शिवाजी कॉलेज अकेला कॉलेज है जहां स्‍टूडेंट्स किसी एक विषय में बड़ी तादात में फेल हुए हैं. डीयू के लक्ष्मी बाई कॉलेज में सोशियोलॉजी की परीक्षा में 120 में से 102 स्‍टूडेंट्स फेल हो गए. कालिंदी कॉलेज के मॉर्डन यूरोप विषय में 100 में से 85 स्‍टूडेंट्स फेल हैं. ऐसा ही हाल अरविंदो कॉलेज का है जहां इंटरनेशनल ट्रेड में 200 में से 150 स्‍टूडेंट्स फेल हुए हैं.  राजधानी कॉलेज में 6वें सेमेस्टर में हिस्ट्री ऑनर्स में 42 में से 32 स्‍टूडेंट्स फेल तो इंग्लिश लैंग्वेज में 64 में से 33 स्‍टूडेंट्स फेल हुए हैं. श्यामलाल कॉलेज, श्रद्धानंद कॉलेज, दौलतराम कॉलेज में भी स्‍टूडेंट्स बड़ी तादाद में 6वें सेमेस्टर में फेल हुए हैं. एक ही विषय में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में स्‍टूडेंट्स का फेल हो जाना वो भी तब जब ये छात्र लगातार पांच सेमेस्टर तक कॉलेज में अच्छे नम्बरों से पास हो रहे हों, कई बड़े सवाल खड़ा करता है. दरअसल इन स्‍टूडेंट्स के पास रिवेल्‍यूएशन का मौका है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में फेल हुए स्‍टूडेंट्स के रिवेल्‍यूएशन में डीयू को काफी समय लगेगा. तो डीयू में नए सेशन के लिए एडमिशन प्रोसेस भी शुरु हो चुका है. वहीं इस पूरे मसले पर डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर जे.एम.खुराना ने स्‍टूडेंट्स को उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिलाते हुए कहा है कि हम इस पर जल्‍द एक्‍शन लेंगे. फाइनल ईयर के इस गड़बड़ रिजल्ट की वजह से सैंकड़ों स्‍टूडेंट्स का भविष्य अधर मे लटका हुआ है. इन छात्रों के आगे की पढ़ाई और करियर फाइनल ईयर के रिजल्ट पर निर्भर करता है. ऐसे डीयू प्रशासन की थोड़ी सी देरी भी इन स्‍टूडेंट्स के लिए मुश्किलें खड़ी तक सकती हैं.
दिवाली के त्योहार से ठीक पहले आम आदमी की जेब पर एक बार फिर महंगाई की मार पड़ी है. सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलिंडर की कीमत बुधवार को 2.94 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गई. सिलिंडर के आधार मूल्य में बदलाव और उस पर कर के प्रभाव से दाम में वृद्धि हुई है. इंडियन ऑयल कॉर्प (IOC) ने बयान में कहा कि 14.2 किलो के सब्सिडीयुक्त LPG सिलिंडर का दाम बुधवार मध्य रात्रि से 502.40 रुपये से बढ़कर 505.34 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया. LPG उपभोक्ताओं को बाजार मूल्य पर रसोई गैस सिलिंडर खरीदना होता है. हालांकि, सरकार साल भर में 14.2 किलो वाले 12 सिलेंडरों पर सीधे ग्राहकों के बैंक खाते में सब्सिडी डालती है. गैर-सब्सिडी वाले सिलिंडर का भी बढ़ा दाम बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलिंडर की कीमतें 60 रुपये बढ़कर 880 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई. इसके साथ ही ग्राहकों के खातों में हस्तांतरित होने वाली सब्सिडी नवंबर 2018 में बढ़कर 433.66 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई, जो कि अक्टूबर महीने में 376.60 रुपये प्रति सिलेंडर पर थी. ...और फिर सस्ता हुआ पेट्रोल-डीजल पिछले 14 दिनों से मिल रही पेट्रोल-डीजल में राहत गुरुवार को भी मिली. दिल्ली में गुरुवार को पेट्रोल 18 पैसे सस्ता हुआ, जिसके बाद अब इसका दाम 79.37 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है. वहीं डीजल का दाम 73.78 प्रति लीटर है. डीजल के दाम में गुरुवार को कोई कटौती नहीं हुई है. उल्लेखनीय है कि औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क दर और विदेशी मुद्रा विनिमय दर के अनुरूप LPG सिलिंडर के दाम तय होते हैं, जिसके आधार पर सब्सिडी राशि में हर महीने बदलाव होता है. जब अंतरराष्ट्रीय दरों में वृद्धि होती है तो सरकार अधिक सब्सिडी देती है, लेकिन कर नियमों के अनुसार रसोई गैस पर माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की गणना ईंधन के बाजार मूल्य पर ही तय की जाती है. ऐसे में सरकार ईंधन की कीमत के एक हिस्से को तो सब्सिडी के तौर पर दे सकती है, लेकिन कर का भुगतान बाजार दर पर करना होता है. इसके चलते कीमतें में वृद्धि होती है. बयान में कहा गया है कि वैश्विक कीमतों में वृद्धि और विदेशी मुद्रा विनिमय में उतार चढ़ाव से बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलिंडर 60 रुपये महंगा हो गया है जबकि सब्सिडी वाले एलपीजी ग्राहकों पर जीएसटी के कारण केवल 2.94 रुपये का बोझ पड़ेगा.
ऐमिन (तिक्ती) अमोनिया के यौगिक हैं। अमोनिया के १, २ या ३ हाइड्रोजन परमाणुओं के ऐल्किल या ऐरिल मूलक द्वारा प्रतिस्थापन से क्रमश: प्राथमिक RNH2, द्वितीयक PR´ NH या त्रितीयक R R´ R´´N वर्ग के तिक्ती बनते हैं। चतु: ऐरिल मूलकवाला यौगिक अज्ञात है। चतु: तिक्ती में R4N- धनायन है, किंतु ऋणायन Cl-HSO4, या OH- हो सकते हैं। मूलकों के आधार पर इनके रासायनिक तथा भौतिक गुण भी भिन्न होते हैं। चतुर्थक के गुण ऐमोनियम यौगिक के समान होते हैं। सौरभिक द्वि-तिक्ती (ऑर्थो, मेटा तथा पैरा फ़ेनिलीन डाइ तिक्ती) के गुण प्राथमिक की भाँति हैं। कुछ तिक्ती, जैसे ब्यूटिल तथा आइसो ब्यूटिल तिक्ती, समावयवता प्रदर्शित करते हैं। तिक्ती प्रकृति में अधिक नहीं पाए जाते, किंतु कुछ, जैसे मेथिल तिक्ती पौधों, जंतुओं के रक्त, सांद्र नमक के विलयन में रखी हेरिंग मछली, हड्डी के तेल तथा डामर में प्राप्य हैं। उदाहरण के लिये ट्राई मेथिल एमिन तृतीयक एमीन है जिसका अणुसूत्र N(CH3)3 है। नामकरण इनका नामकरण इनमें उपस्थित मूलकों पर आधारित है, बनाने की सामान्य विधियाँ (१) हॉफ़मैन विधि के अनुसार ऐल्किल हैलाइड को ऐल्कोहलिक अमोनिया के साथ गरम करने से चारों प्रकार के तिक्ती बनते हैं, जो (क) प्रभाजक आसवन तथा एथिल आक्सैलेट (हॉफ़मैन विधि) या (ख) बेंज़ीन सल्फ़ोनिल क्लोराइड (हिंसबर्ग विधि) से पृथक किए जाते हैं। ऐनिलीन से द्वितीयक तथा त्रितीयक तिक्ती बनते हैं। (२) नाइट्रो यौगिक के अवकरण से, (३) ऐल्कोहल या फ़ीनोल को जस्ता क्लोराइड तथा अमोनिया के साथ लगभग ३०० डिग्री सेल्सियस तक गरम करने से, (४) सायनाइड के अवकरण से, (५) आइसो-सायनाइड के जलविश्लेषण से, (६) नाइट्रोसो यौगिक या आक्सीम के अवकरण से, (७) ऐमाइड के अवकरण से, (८) श्मिट (Schmidt) विविध में कार्बोक्सिलिक अम्ल पर हाइड्रैज़ोइक अम्ल की क्रिया से, (९) ऐमाइड पर ब्रोमीन तथा क्षार की क्रिया से (हॉफ़मैन अभिक्रिया), (१०) सौरभिक ऐज़ो या हाइड्रेज़ो यौगिक के अवकरण से, (११) एस्टर पर कर्टियस अभिक्रिया से, (१२) आइसो सायनेट पर क्षार की क्रिया से तथा (१३) ऐमिनो अम्ल का बेरियम हाइड्राक्साइड के साथ आसवन करने से प्राथमिक तिक्ती बनते हैं। द्वितीयक तिक्ती आइसो सायनाइड के अवकरण से तथा त्रितीयक मिश्रित ऐल्किल ऐरिल तिक्ती के नाइट्रोसो यौगिक पर क्षार की क्रिया से भी बनते हैं। फ़ार्मेल्डीहाइड तथा ऐमोनियम क्लोराइड को १०४डिग्री सें. पर गरम करने से मेथिल तिक्ती तथा १६०डिग्री सें. तक गरम करने से ट्राइमेथिल तिक्ती प्राप्त होते हैं। सामान्य गुण निम्नवसीय तिक्ती (ऐमिन) वाष्पशील, ज्वलनशील, मछली के गंध सी महँकनेवाली गैस अथवा निम्न क्वथनांक वाले तरल, जल में विलेय तथा तीव्र क्षारीय हैं। ठोस उच्च तिक्ती जल में अविलेय तथा गंधहीन हैं। सौरभिक ऐमिनों में बेंजिल तिक्ती के गुण उच्च वसीय तिक्ती जैसे हैं, किंतु अन्य अल्प क्षारीय हैं तथा ट्राइफ़ेनिल तिक्ती उदासीन है। ये HCl के साथ हाइड्रोक्लोराइड, पिक्रिक अम्ल से पिक्रेट, प्लैटिनम तथा गोल्ड क्लोराइड के साथ क्रमश: द्विलवण क्लोरोप्लैटिनेट तथा ऑरिक्लोराइड, ऐल्किल हैलाइड के साथ चतुर्थक लवण (विशेषकर त्रितीयक) बनाते हैं। चतुर्थक ऐमोनियम लवण सजल Ag2O के साथ चतुर्थक ऐमोनियम हाइड्रोक्साइड देते हैं जो गरम करने पर त्रितीयक तिक्ती में विघटित हो जाते हैं। टेट्राएथिल ऐमोनियम आयोडाइड के ७० डिग्री सें. पर विद्युद्विश्लेषण से स्वतंत्रमूलक (C2H5)4N द्रव अमोनिया में नीले विलयन के रूप में प्राप्त हुआ है। नाइट्रस अम्ल से प्राथमिक तिक्ती ऐल्कोहल बनाते हैं, किंतु मेथिल तिक्ती अधिकांश में मेथिल नाइट्राइट बनाता है तथा क्रिया जटिल है। द्वितीयक तिक्ती नाइट्रोसो यौगिक तथा त्रितीयक केवल नाइट्राइट बनाते हैं। द्वितीयक तिक्ती को HCl के साथ गरम करने पर द्वितीयक तिक्ती हाइड्रोक्लोराइड बनता है तथा H2SO4 और फ़ीनोल के साथ लीबरमैन अभिक्रिया होती है। सौरभिक प्राकृतिक तिक्ती (ऐमिन), नाइट्रस अम्ल से डायज़ोनियम लवण बनाते हैं, जो जल, ऐल्कोहल, क्यूप्रस क्लोराइड, क्यूप्रस ब्रोमाइड, क्यूप्रस सायनाइड, पोटैसियम आयोडाइड तथा स्टैनस क्लोराइड की क्रिया से क्रमश: फ़ीनोल, बेजज़ीन, क्लोरोबेनज़ीन, ब्रोमोबेनज़ीन, बेंज़ोनाइट्राइल, आयडो बेनज़ीन तथा फेनिल हाइड्रेज़ीन देते हैं। ये फ़ीनोल तथा नैप्थोल के साथ क्षारीय विलयन में तथा तिक्ती के साथ अम्लीय विलयन में रंग (डाई) बनाते हैं। ट्राइफ़ेनिल ऐमीन पर नाइट्रस अम्ल की क्रिया नहीं होती, किंतु डाइमेथिल ऐनिलीन पैरानाइट्रोसो यौगिक बनाता है जो कास्टिक सोडा के जलीय विलयन से डाइमेथिल तिक्ती तथा फ़ीनोल देता है। क्लेरोफ़ार्म तथा कास्टिक पोटाश की क्रिया से केवल प्राथमिक तिक्ती आइसो-सायनाइड (कार्बील तिक्ती) देते हैं। वसीय प्राथमिक तथा द्वितीयक तिक्ती ऐल्कोहल में कार्बन डाइ सल्फ़ाइड के साथ ऐल्किल डाइथायोकार्बामिक अम्ल बनाते हैं, जिनमें प्राथमिक यौगिक मर्क्यूरिक क्लोराइड के साथ विघटन से तीव्र गंधमय ऐल्किल आइसोथायोसानेट (मस्टर्ड तेल) बनाता है। त्रितीयक तिक्ती क्रिया नहीं करता है। सौरभिक प्राथमिक तिक्ती सममित डाइएरिल थायोयूरिआ बनाते हैं। इन्हें भी देखें निष्कर्ष क्रियात्मक समूह
बुंदेलखंड में सूखा और पानी की समस्या से इजरायल निजात दिला सकता है. यह बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत में इजरायल के राजदूत रॉन मल्का से मुलाकात के बाद कही. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पानी की उपलब्धता बढ़ाने में इजरायल मदद कर सकता है. सीएम योगी ने बयान जारी कर कहा कि इजरायल की भौगोलिक स्थिति भी बुंदेलखंड की तरह ही है. लिहाजा इजरायल की तकनीक और उत्तर प्रदेश का मैनपावर मिलकर इस दिशा में नया वर्क-कल्चर विकसित कर सकते हैं. दरअसल, बुंदेलखंड के लोगों की सबसे बड़ी समस्या जल संकट की है. वीरभूमि कहा जाने वाला बुंदेलखंड आजादी के इतने साल बाद भी जल संकट और सूखा से निजात नहीं पा सका है. इसके लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार की उपेक्षा भी काफी हद तक जिम्मेदार है. आपको बता दें कि इजरायल किसी जमाने में जल संकट से जूझता था, लेकिन आज उसके पास वॉटर रिसाइकलिंग और वाटर प्यूरिफिकेशन की सबसे बेहतरीन तकनीक है. गुरुवार को सीएम योगी से मुलाकात के दौरान इजरायल के राजदूत रॉन मल्का ने कहा कि भारत  इजरायल का सामरिक भागीदार है. इजरायल उत्तर प्रदेश में फ्लैगशिप कार्यक्रम शुरू करना चाहता है. उन्होंने कहा कि इजरायल भारत के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए हर संभव मदद भी करेगा. इस दौरान सीएम योगी ने कहा, 'बुंदेलखंड में पानी की उपलब्धता को बढ़ाने में इजरायल मददगार साबित हो सकता है. हम बुंदेलखंड को पानी के संकट से बाहर निकालने के लिए फ्लैगशिप प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते हैं. इस प्रोजेक्ट के एक बार सफल होने के बाद जल संकट से जूझ रहे दूसरे हिस्सों में भी इस पर काम किया जाएगा.' योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में उत्तर प्रदेश के पास सबसे बड़ी पुलिस फोर्स है. अगर इजरायल पुलिस फोर्स के आधुनिकीकरण की दिशा में समर्थन करता है, तो राज्य सरकार को इससे खुशी होगी. इस दौरान सीएम योगी ने इजरायल के राजदूत के साथ कृषि, फूड प्रोसेसिंग, मार्केटिंग, रक्षा, पेयजल और सिंचाई जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की. सीएम योगी ने यह भी कहा कि वो इजरायल के बुलावे पर सितंबर और नवंबर में रक्षा और पानी पर होने वाले इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में निश्चित रूप से हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा कि हाल के समय में इजरायल और भारत की दोस्ती को नई ऊंचाइयां मिली हैं. हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने इजरायल का दौरा किया और वहां के प्रधानमंत्री यहां आए, जिससे दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत हुए हैं.
लेख: गरीब छात्रों को आईआईटी की कोचिंग कराने वाली संस्था 'सुपर 30' (Super 30) के 18 छात्र इस वर्ष भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE Advanced) में सफल हुए हैं.  संस्था की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि इस साल 30 छात्रों में से 18 छात्र आईआईटी की संयुक्त प्रवेश परीक्षा में सफल हुए हैं. परिणाम जारी होने के बाद संस्था के संस्थापक आनंद कुमार ने कहा, "2002 से प्रारंभ सुपर 30 से अब तक 450 से ज्यादा छात्र आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास कर देश-विदेश में ऊंचे पदों पर पदस्थापित हैं." इस वर्ष सफलता में गिरावट आने के संबंध में उन्होंने कहा कि संख्या उनके लिए मायने नहीं रखती. उन्होंने कहा कि वह अपने जुनून के साथ आगे बढ़ रहे हैं, और सभी छात्र भले ही आईआईटी नहीं पहुंचे पाए, परंतु उन्हें एनआईटी मिलना तय है. उल्लेखनीय है कि साल 2008, 2009, 2010 और 2017 में सुपर 30 के सभी 30 छात्र आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में सफलता हुए थे.  इस साल सफलता पाने वाले छात्रों में भी दैनिक मजदूर, सीमांत किसान और प्रवासी मजदूरों के बच्चे शामिल हैं. आपको बता दें कि संस्थान गरीब परिवारों के बच्चों का चयन करता है और उन्हें मुफ्त कोचिग, भोजन और रहने की सुविधा देता है, ताकि वे अपना ध्यान केवल आईआईटी-जेईई में सफल होने पर केंद्रित करें. (इनपुट- आईएएनएस)
चीन के दक्षिण पश्चिमी सिचुआन प्रांत के एक गांव में आज तड़के हुए भूस्खलन में करीब 100 लोगों के मलबे में दब जाने की आशंका है. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने आपात बचाव कार्य शुरू कर दिया है. माओक्सियन सरकार के समाचार कार्यालय के एक बयान के अनुसार, पहाड़ का एक हिस्सा ध्वस्त होने के बाद मलबा गिरा और उसमें शीन्मो गांव के करीब 40 मकान दब गए. इससे नदी का दो किलोमीटर हिस्सा भी बाधित हो गया. बयान में कहा गया कि आपात सेवाएं बचाव कार्य में जुटी हैं. भूस्खलन को लेकर स्थिति अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि अबा के तिब्बत एवं कियांग में  पर्वत का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया. टिप्पणियां आपको बता दें कि  चीन के ग्रामीण और पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है, विशेषकर भारी बारिश के दौरान. इससे पहले जनवरी में भी हुबेई प्रांत में एक होटल के भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आपको बता दें कि  चीन के ग्रामीण और पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है, विशेषकर भारी बारिश के दौरान. इससे पहले जनवरी में भी हुबेई प्रांत में एक होटल के भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई थी. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जमीन को लेकर हुए हत्याकांड में मारे गए आदिवासियों के परिजनों से मिलने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा  सोनभद्र पहुंच गई हैं. वहीं उनके इस दौरे पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि कांग्रेस मुद्दा तलाशने की कोशिश कर रही है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले जमीन कब्जा करने के विवाद में 10 आदिवासियों को मौत के घाट उतार दिया गया था. इस हत्याकांड की वजह से उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई थी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ितों से मिलने के लिए सोनभद्र पहुंच गई. लेकिन वह उम्भा गांव पहुंच पातीं कि प्रशासन ने उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया. लेकिन प्रियंका गांधी भी वहीं धरने पर बैठ गईं. उन्हें चुनार गेस्ट हाउस लाया गया जहां वह पूरे 48 घंटे तक धरने पर बैठी रहीं. लेकिन उन्हें पीड़ितों से नहीं मिलने दिया गया. प्रशासन का कहना था कि उनके उम्भा गांव से माहौल और बिगड़ सकता है. लेकिन बाद में पीड़ितों की ओर से दो लोगों ने चुनार गेस्ट हाउस पहुंचकर मुलाकात की.  प्रियंका गांधी ने उनसे मिलकर मदद का आश्वासन दिया और कांग्रेस पार्टी की ओर से भी आर्थिक मदद का ऐलान किया गया. वहीं बाद में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सोनभद्र पहुंच कर पीड़ितों का हाल जाना और आरोप लगाया कि जमीन का यह विवाद कांग्रेस के शासनकाल के समय का है.
ओडिशा ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (OJEE) का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं. रिजल्ट देखने के लिए स्टूडेंट्स को रोल नंबर और नाम की जरूरत होगी. यह परीक्षा 10 मई को ओडिशा के 78 सेंटर्स पर आयोजित की गई थी. करीब 44, 421 स्टूडेंट्स ने इस परीक्षा में सफलता पाई है. यह परीक्षा ओडिशा राज्य के प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट्स में दाखिला देने के लिए आयोजित होती है. स्टूडेंट्स अपने स्कोर कार्ड का प्रिंट आउट भी निकलवा सकते हैं. रिजल्ट जानने के लिए लिंक: http://ojee.nic.in/AppForm/RankCard.aspx
4 से 15 नवंबर तक लागू होगी ऑड-ईवन स्कीम सीएम केजरीवाल ने परिवहन विभाग से मांगी राय दिल्ली में 4 से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन स्कीम लागू होगी. ऑड-ईवन स्कीम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं, दो पहिया व सीएनजी वाहनों को छूट देने के लिए तीन दिन में परिवहन विभाग से राय मांगी है. रिपोर्ट आने के बाद सरकार अंतिम फैसला लेगी. दिल्ली सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है, 'नवंबर में दिल्ली के आस-पास के राज्यों में पराली जलाई जाती है. इस वजह से दिल्ली गैस चैंबर बन जाता है. सीएम की ओर से एक व्यापक पराली और शीतकालीन कार्य योजना बनाई गई. इसी के तहत ऑड-ईवन योजना की घोषणा की गई थी.' सरकार ऑड-ईवन नंबर के वाहनों के उपयोग का दिन तय करती है. यह कदम उस अवधि में हवा में वाहनों के उत्सर्जन को सीमित करने के उद्देश्य से उठाया जाता है. दिल्ली सरकार के मुताबिक, दिल्ली वर्षों से पराली के कारण आने वाले धुएं का सामना कर रही है. चूंकि दिल्ली सरकार एक्शन प्लान को लागू करने के लिए तैयार है, इसलिए सवाल यह है कि वाहन चालकों के किस सेगमेंट को वैकल्पिक दिन छूट दी जानी चाहिए. 2016 में महिलाओं की दी गई थी छूट जनता के साथ-साथ संबंधित विभागों के बीच इस मामले पर विभिन्न विचार सामने आए. मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग से अग्रिम स्पष्ट राय मांगी है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने विभाग को अगले 3 दिनों के भीतर अपने विचार प्रस्तुत करने को कहा है. सबसे महत्वपूर्ण महिलाओं का मसला है. दिल्ली सरकार का कहना है कि महिलाओं की सुरक्षा के दृष्टिकोण से 2016 में इस योजना को लागू किया था, तो सभी वाहनों में केवल महिला यात्रियों को ही छूट दी गई थी. दिल्ली में महिलाएं अपने वाहनों में ज्यादा सुरक्षित महसूस करती हैं, इस कारण ऐसा किया गया था. इसके अतिरिक्त, महिला ड्राइवरों और स्कूल जाने वाले बच्चों के साथ स्कूली वाहनों को छूट मिली थी. मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग को इस वर्ष भी यह छूट देने पर विचार रखने को कहा है. दोपहिया वाहनों की संख्या 70 लाख से ज्यादा पिछली बार सभी दोपहिया वाहनों को वैकल्पिक दिन बार से छूट दी गई थी, तब सरकार का मानना था कि शहर की बसों और मेट्रो रेल की मौजूदा क्षमता के साथ, सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को ले जाना संभव नहीं था. हालांकि, कुछ लोगों ने आपत्ति भी की थी. दिल्ली में चलने वाले दोपहिया वाहनों की संख्या का नवीनतम अनुमान 70 लाख से अधिक है. अगर दो पहिया वाहनों को छूट नहीं दी जाती है तो इससे हर दिन सार्वजनिक परिवहन पर स्विच वाले 35 लाख से अधिक लोग होंगे. मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क की वर्तमान क्षमता की समीक्षा करने और दो पहिया वाहनों को इस वर्ष छूट दी जानी चाहिए या नहीं, इस पर अपने विचार बताने के लिए कहा है. डीजल या पेट्रोल की तुलना में सीएनजी से प्रदूषण कम पहले सीएनजी वाहनों को ऑड ईवन योजना में छूट थी. सीएनजी वाहन डीजल या पेट्रोल वाहनों की तुलना में काफी कम प्रदूषण करते हैं. हालांकि, ऑड-ईवन के पिछले संस्करणों में इस छूट के बड़े पैमाने पर दुरुपयोग की खबरें भी थीं. मुख्यमंत्री इस बात से चिंतित हैं कि यदि लोग सजा से बचने के लिए गलत तरीके से खरीदे गए सीएनजी स्टिकर का उपयोग कर प्रतिबंधों को दरकिनार करते हैं तो यह योजना अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में विफल हो सकती है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड और सीएनजी स्टिकर के वितरण में शामिल अधिकारियों के विचारों पर एक स्थिति बनाने को कहा है. विभाग को इस बात पर विचार करना चाहिए कि क्या वास्तविक सीएनजी वाहनों की पहचान करने का कोई तरीका है और ऐसी कार्यप्रणाली के अभाव में, सीएनजी वाहनों को दी गई छूट पर विभाग के क्या विचार हैं. राय आने के बाद ही निर्णय होगी. 2016 में पीएम 2.5 की सांद्रता में 10-13% की कमी दिल्ली सरकार के मुताबिक, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मानना है कि उन लक्ष्यों को संतुलित करने की आवश्यकता है, जिनके लिए निजी वाहनों का उपयोग करने वाले आबादी के कुछ क्षेत्रों की वास्तविक जरूरतों के साथ ऑड ईवन लागू किया जा रहा है. कुछ अध्ययनों के अनुसार जनवरी 2016 में पीएम 2.5 की सांद्रता में 10-13% की कमी देखी गई. सीएम का मानना है कि यदि सफलता को दोहराया जाना है तो सुचारू कार्यान्वयन योजना, लोगों की सक्रिय और इच्छुक भागीदारी और छूट के दुरुपयोग को रोकना सुनिश्चित करना होगा. मुख्यमंत्री का मानना है कि इसके लिए गंभीर अग्रिम योजना की जरूरत है और इसलिए विभाग को अगले 3 दिनों में छूट के मुद्दे पर अपनी स्थिति तैयार करने का निर्देश दिया है. सरकार विभाग के विचारों का अध्ययन करने के बाद छूट पर निर्णय लेगी.
पहली बार किसी एडल्ट कॉमेडी 'मस्तीजादे' में अपना भाग्य आजमाने वाली सनी लियोन बताती हैं कि इस फिल्म के दौरान उन्होंने अपने निर्देशक से कुछ सीन और डायलॉग को हटाने के लिए कहा था क्योंकि वह उसके साथ सहज नही थी. मिलाप जावेरी निर्देशित फिल्म में सनी दोहरी भूमिका में है. तुषार कपूर और वीर दास इस फिल्म के अन्य प्रमुख कलाकार हैं. सनी ने बताया , जब मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी, उसमें कुछ ऐसी चीजें थी जिसके बारे में मैंने मिलाप से कहा कि मैं नहीं कर सकती, क्योंकि इन सीन और डायलॉग के साथ मैं सहज नहीं थी. सबसे अच्छी बात यह है कि मिलाप और मेरी निर्माता रंगिता प्रीतिश नंदी सहयोगी प्रवृति के हैं और उन्होंने इसकी स्क्रिप्ट में बदलाव किया और विकल्प के बारे में मुझसे चर्चा की.
पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर स्थित बालाकोट उपक्षेत्र में अग्रिम भारतीय चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से की गई गोलीबारी में आज रात सेना का एक जवान शहीद हो गया। पाकिस्तानी सेना की ओर से आज यह दूसरी बार और एक हफ्ते से भी कम समय के भीतर आठवीं बार संघर्ष विराम का उल्लंघन था। एक रक्षा प्रवक्ता ने मंगलवार की रात बताया कि सीमापार से शाम 5:30 बजे शुरू हुई गोलीबारी के बाद भारतीय सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई की और कई घंटे तक गोलीबारी जारी रही। प्रवक्ता ने बताया कि अग्रिम रक्षा चौकी पर मोर्टार लगने से शहीद हुए जवान की पहचान 15 बिहार रेजीमेंट के लांसनायक एमएस खान के तौर पर की गयी है। 16 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने जवान की शहादत पर अफसोस जताया। प्रवक्ता के अनुसार इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने आज सुबह साढ़े छह बजे से पुंछ जिले के हमीरपुर और भीमभेर गली (बीजी) सब-सेक्टरों में नियंत्रण रेखा से लगे अग्रिम क्षेत्रों में मोर्टार हमलों के अलावा स्वचालित एवं छोटे हथियारों से गोलीबारी की। उन्होंने कहा कि सीमारेखा की सुरक्षा में लगे भारतीय सेना के जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। गोलीबारी रुक रुककर जारी रही। प्रवक्ता ने तब कहा था, ‘पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी और गोलाबारी में नियंत्रण रेखा के इस ओर कोई हताहत नहीं हुआ।’ प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने कल देर रात 10 बजकर 25 मिनट पर भी गोलीबारी की। भारतीय सेना ने उसका जवाब दिया जिसके बाद रात 11 बजकर 35 मिनट तक गोलीबारी जारी रही। पाकिस्तानी सेना ने कल सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास काटव सीमा चौकी पर गोलीबारी की जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान, कांस्टेबल एम बसु घायल हो गए। गत 12 अक्तूबर को भी पाकिस्तानी सेना ने पुंछ के कृष्णा एवं भीमभेर गली सब-सेक्टर में नियंत्रण रेखा से लगे बारासिंघा एवं मेंढर बटालियन अग्रिम इलाकों में मोर्टार हमले किए और स्वचालित एवं छोटे हथियारों से गोलीबारी की। 11 अक्तूबर को भी पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के बारासिंघा, मेंढर और हमीरपुर सब-सेक्टरों में नियंत्रण रेखा से लगे अग्रिम क्षेत्रों में मोर्टार हमले, स्वचालित एवं छोटे हथियारों से गोलीबारी की जिसका भारतीय सैनिकों ने जवाब दिया।
यह एक लेख है: जैसलमेर में तैनात भारतीय सेना के कर्नल विष्णु प्रसाद की सेना की अभ्यास के दौरान हुए स्वाइन फ्लू और बाद में आए हार्ट अटैक से मिलेट्री  अस्पताल में उपचार के दौरान असमायिक मृत्यु हो गई।टिप्पणियां कर्नल प्रसाद पांच-छह दिन से तेज बुखार से पीड़ित थे। तबीयत ज्यादा खराब होने पर बुधवार को उन्हें एयर-लिफ्ट कर गंभीर हालत में जोधपुर में सेना के अस्पताल में लाया गया। इससे पहले उन्हें दो बार हार्ट अटैक आया था। जांच में उन्हें स्वाइन फ्लू की भी पुष्टि हुई थी। गुरुवार को मौत से पहले भी उन्हें हार्ट अटैक आया था। 40 वर्षीय कर्नल प्रसाद उड़ीसा के रहने वाले थे। उनके पिता कैंसर से पीड़ित हैं। उनके दो छोटे बच्चे हैं। गौरतलब है कि जैसलमेर में तैनात सैन्य अधिकारी के निधन का यह दूसरी मामला है। इससे पहले पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के दौरान टैंक फायरिंग में मेजर धुव्र यादव की मौत हो गई थी। कर्नल प्रसाद पांच-छह दिन से तेज बुखार से पीड़ित थे। तबीयत ज्यादा खराब होने पर बुधवार को उन्हें एयर-लिफ्ट कर गंभीर हालत में जोधपुर में सेना के अस्पताल में लाया गया। इससे पहले उन्हें दो बार हार्ट अटैक आया था। जांच में उन्हें स्वाइन फ्लू की भी पुष्टि हुई थी। गुरुवार को मौत से पहले भी उन्हें हार्ट अटैक आया था। 40 वर्षीय कर्नल प्रसाद उड़ीसा के रहने वाले थे। उनके पिता कैंसर से पीड़ित हैं। उनके दो छोटे बच्चे हैं। गौरतलब है कि जैसलमेर में तैनात सैन्य अधिकारी के निधन का यह दूसरी मामला है। इससे पहले पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के दौरान टैंक फायरिंग में मेजर धुव्र यादव की मौत हो गई थी। गौरतलब है कि जैसलमेर में तैनात सैन्य अधिकारी के निधन का यह दूसरी मामला है। इससे पहले पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के दौरान टैंक फायरिंग में मेजर धुव्र यादव की मौत हो गई थी।
फिल्म 'मैं तेरा हीरो' हिट हुई नहीं कि इस फिल्म के सीक्वल की प्लानिंग शुरू हो गई है. जाहिर है सीक्वल है तो वरुण तो फिल्म में होंगे ही. लेकिन पार्ट 2 में थोड़ी सी तब्दीली की गई है. वो यह कि इस बार मेन रोल में वरुण की जगह सोनाक्षी होंगी. यानी सोनाक्षी सिन्हा होंगी कहानी की प्रोटैग्निस्ट. फिल्म 'मैं तेरा हीरो' में दो हिरोइनों के साथ वरुण धवन ने रोमांस किया. ठीक इसी तरह फिल्म 'मैं तेरी हिरोइन' में सोनाक्षी मैडम दो-दो लड़कों के साथ इश्क फरमाती नजर आएंगी. फिल्म के हीरो होंगे अर्जुन कपूर और वरुण धवन. सोनाक्षी सिन्हा, अर्जुन कपूर और वरुण धवन तीनों को एक्टिंग विरासत में मिली है. तीनों एक दूसरे को बचपन से जानते हैं. अर्जुन कपूर के साथ सोनाक्षी की फिल्म 'तेवर' जल्द ही रिलीज होने जा रही है. वहीं वरुण धवन के साथ सोनाक्षी सिन्हा ने एक फैशन मैग्जीन के लिए मॉडलिंग की थी. अब ये तीनों एक साथ पर्दे पर दिखने वाले हैं. हालांकि इस फिल्म का प्रोड्यूसर और डायरेक्टर कौन होगा, ये अब तक साफ नहीं हो पाया है. दरअसल फिल्म 'मैं तेरा हीरो' की सक्सेस पार्टी में ये तीनों बॉलीवुड स्टार मौजूद थे. पार्टी की एक तस्वीर फेसबुक पर पोस्ट करते हुए सोनाक्षी ने लिखा- 'मैं तेरा हीरो पार्ट2- मैं तेरी हिरोइन.' यानी अगर अबतक एकता कपूर और डेविड धवन के दिमाग में सीक्वल का आइडिया नहीं भी आया होगा, तो सोनाक्षी मैडम का ये फेसबुक पोस्ट उनके दिमाग की बत्ती जरूर जला देगा.
कोयला मुद्दे पर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान की विपक्षी दलों ने जमकर आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस यह भूल गई कि बोफोर्स कांड के बाद वह सत्ता से बाहर हो गई थी और फिर उसे अकेले दम पर कभी बहुमत नहीं मिला. इस पूरे विवाद को शिंदे ने तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया. माकपा महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि लोग कांग्रेस के ‘कर्मों’ को नहीं भूलेंगे और उसे 2014 के आम चुनाव में उचित जवाब देंगे. गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे द्वारा कोयला मुद्दे पर दिये बयान पर पूछे गये एक सवाल के जबाव में करात ने कहा, ‘2014 में शिंदे समझ जाएंगे कि लोगों की यादाश्त कितनी कमजोर है.’ शिन्दे ने कहा था कि कोयला मुद्दे को लोग जल्दी ही भूल जाएंगे. करात ने कहा, ‘उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम में कोई नुकसान नहीं हुआ, अब वह कह रहे हैं कि कोयला आवंटन में कुछ भी गलत नहीं हुआ.’ करात ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता है कि लोग इसे भूल जाएंगे.’ हालांकि शिंदे ने अपने बचाव में कहा, ‘मैंने मजाकिया लहजे में कहा था. मीडिया ने मेरे बयान को प्रसंग से बाहर जाकर पेश किया है.’ गौरतलब है कि शिंदे ने कहा था कि बोफोर्स की तरह कोयला मुद्दे को भी लोग जल्द ही भूल जाएंगे. भाजपा नेता बलबीर पुंज ने कहा, ‘1984 में इंदिरा गांधी की मौत के बाद जब चुनाव हुए तो कांग्रेस को 400 से ज्यादा सीटें मिली थीं. पांच वर्ष बाद बोफोर्स को लेकर कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई और उसकी सीटों की संख्या आधी हो गई.’ पुंज ने कहा, ‘यह अलग मामला है कि लोग बोफोर्स मामले को भूले हैं या नहीं लेकिन कांग्रेस भूल गई है कि बोफोर्स के बाद उसके साथ क्या हुआ. इसके बाद कांग्रेस को अपने बूते बहुमत नहीं मिला.’ भाकपा के डी. राजा ने भी सत्तारूढ़ पार्टी को याद दिलाया कि बोफोर्स के बाद वह चुनाव हार गई थी और लोगों ने तत्कालीन सरकार को यह संदेश दिया था. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी और शिंदे को यह याद रखना चाहिए.’ जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने शिंदे को अपना ‘पुराना मित्र’ बताया लेकिन अपनी अप्रसन्नता नहीं छिपा सके. यादव ने कहा, ‘वह हाल में दिल्ली आए हैं. उनका महत्व कांग्रेस पार्टी के कारण है. बेहतर है वह केवल गृह मंत्रालय के बारे में बोलें. राजनीतिक मुद्दों पर उन्हें कम बोलना चाहिए.’
रोसेनन कानोह (जन्म 13 मई 1999) एक थाई क्रिकेटर हैं। जुलाई 2018 में, उन्हें 2018 आईसीसी महिला विश्व ट्वेंटी 20 क्वालीफायर टूर्नामेंट के लिए थाईलैंड की टीम में नामित किया गया था। अगस्त 2019 में, उन्हें स्कॉटलैंड में 2019 आईसीसी महिला विश्व ट्वेंटी 20 क्वालीफायर टूर्नामेंट के लिए थाईलैंड की टीम में नामित किया गया था। उन्होंने 21 अगस्त 2019 को नीदरलैंड में बांग्लादेश के खिलाफ थाईलैंड के लिए महिला ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय (मटी20आई) की शुरुआत की। जनवरी 2020 में, उन्हें ऑस्ट्रेलिया में 2020 आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के लिए थाईलैंड की टीम में नामित किया गया था। नवंबर 2021 में, उन्हें जिम्बाब्वे में 2021 महिला क्रिकेट विश्व कप क्वालीफायर टूर्नामेंट के लिए थाईलैंड की टीम में नामित किया गया था। वह थाईलैंड के टूर्नामेंट के पहले मैच में 21 नवंबर 2021 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली थी। सन्दर्भ
मार्टिन जेटपैक एक छोटा वीटीओएल उपकरण है जिसमें दो डक्टेड पंखे हैं जो लिफ्ट प्रदान करते हैं और एक 2.0-लीटर वी4 पिस्टन 200-हॉर्सपावर गैसोलीन इंजन है। हालाँकि इसका पायलट इस पर पट्टी बाँधता है और बैठता नहीं है, लेकिन इस उपकरण को बैकपैक उपकरण के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता क्योंकि यह चलने के दौरान पहनने के लिए बहुत बड़ा है। हालाँकि, मार्टिन जेटपैक संघीय उड्डयन प्रशासन के अल्ट्रालाइट विमान के वर्गीकरण को पूरा नहीं करता है: यह वजन और ईंधन प्रतिबंधों को पूरा करता है, लेकिन यह पावर-ऑफ स्टॉल गति की आवश्यकता को पूरा नहीं कर सकता है। इरादा जेटपैक के लिए एक विशिष्ट वर्गीकरण बनाने का है - यह कारों में उपयोग किए जाने वाले समान पेट्रोल का उपयोग करता है, इसे उड़ाना अपेक्षाकृत आसान है, और अन्य अल्ट्रालाइट विमानों की तुलना में रखरखाव और संचालन करना सस्ता है। अधिकांश हेलीकॉप्टरों को रोटर टॉर्क का प्रतिकार करने के लिए टेल रोटर की आवश्यकता होती है, जो आर्टिकुलेटेड हेड के साथ-साथ उड़ान, निर्माण और रखरखाव को काफी जटिल बनाता है। मार्टिन जेटपैक को टॉर्क न्यूट्रल होने के लिए डिज़ाइन किया गया है - इसमें कोई टेल रोटर नहीं है, कोई सामूहिक नहीं है, कोई आर्टिकुलेटिंग या फ़ुट पैडल नहीं है - और यह डिज़ाइन नाटकीय रूप से उड़ान को सरल बनाता है। पिच, रोल और यॉ को एक हाथ से नियंत्रित किया जाता है, ऊंचाई को दूसरे हाथ से।
1998 में, नेटवर्क ने एक मिनिमलिस्ट ग्राफिकल पहचान का उपयोग करना शुरू किया, जिसे Pittard Sullivan ने डिज़ाइन किया था। इसमें एक पीले रंग की पृष्ठभूमि पर एक छोटे काले और सफेद रंग "ABC सर्कल" लोगो था (इस दौरान प्रचार में हर रात के प्राइम टाइम के शेड्यूल सीक्वेंस के साथ समय-समय पर अपने कार्यक्रमों के सितारों की तस्वीरों का एक क्रम भी दिखाया गया)। उसके साथ एक नया चार-नोट थीम ट्यून पेश किया गया था, नेटवर्क के "वी लव टीवी" छवि अभियान को ध्यान मे रखकर। यह ऑडियो हस्ताक्षर NBC झंकार, CBS के विभिन्न तीन-नोट साउंडमार्क (2000 के बाद से इस्तेमाल किए गए वर्तमान संस्करण सहित) और फॉक्स फैनफेयर की तुलना में बेहतर था। चार-नोट थीम ट्यून को हर टेलीविज़न सीज़न के बाद अपडेट किया गया है (हालांकि 1998-99 सीज़न के बाद भी इसके कुछ वेरिएंट का इस्तेमाल प्रोग्राम के समापन क्रेडिट के बाद दिखाए गए प्रोडक्शन कंपनी वैनिटी कार्ड के दौरान बना हुआ है)। 2015 में सत्रह वर्षों के बाद, ABC ने प्रचार और कार्यक्रमों के समापन क्रेडिट के बाद प्रोडक्शन कंपनी वैनिटी कार्ड के लिए चार-नोट के जिंगल्स का उपयोग बन्द कर दिया। अब इसका एक अलग एडवेंचर-टाइप म्यूजिक है (अंत में नेटवर्क के चार-नोट हस्ताक्षर के ड्रम के साथ)। पुराने चार-नोट थीम ट्यून को अभी भी ABC ऑन डिमांड शो की शुरुआत में उपयोग किया जाता है।
लेख: अगर आप होली पर ट्रेन से अपने घर जाने की सोच रहे हैं, तो आप अपनी यात्रा के दौरान मिठाई और अन्य खाद्य पदार्थ ऑर्डर कर सकते हैं, क्योंकि एक खाद्य कंपनी ने आईआरसीटीसी से हाथ मिलाया है। वह आपको आपकी यात्रा के दौरान ही मिठाई की आपूर्ति कर देगी।टिप्पणियां ट्रेवलखाना के सीईओ पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि रंगों का त्यौहार आ रहा है और यह उन चंद मौकों में से है, जब अपने घरों से बाहर रहने वाले लोग जिनमें ज्यादातर छात्र और पेशेवर होते हैं, वे अपने घर जाने की योजना बनाते हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो अंतिम मिनट में घर जाने की योजना बनाते हैं और भरी हुई ट्रेन में चढ़ते हैं और कोई तोहफा या स्वादिष्ट मिठाई ले जाना भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने 37 स्टेशनों के यात्रियों के लिए सेवा शुरू की है। इन स्टेशनों में नई दिल्ली, जबलपुर, अंबाला और पुणे शामिल हैं। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि खाद्य पदार्थ ट्रेवलखाना की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से या ग्राहक सेवा नंबर पर सीधे फोन करके ऑर्डर किए जा सकते हैं। ट्रेवलखाना के सीईओ पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि रंगों का त्यौहार आ रहा है और यह उन चंद मौकों में से है, जब अपने घरों से बाहर रहने वाले लोग जिनमें ज्यादातर छात्र और पेशेवर होते हैं, वे अपने घर जाने की योजना बनाते हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो अंतिम मिनट में घर जाने की योजना बनाते हैं और भरी हुई ट्रेन में चढ़ते हैं और कोई तोहफा या स्वादिष्ट मिठाई ले जाना भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमने 37 स्टेशनों के यात्रियों के लिए सेवा शुरू की है। इन स्टेशनों में नई दिल्ली, जबलपुर, अंबाला और पुणे शामिल हैं। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि खाद्य पदार्थ ट्रेवलखाना की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से या ग्राहक सेवा नंबर पर सीधे फोन करके ऑर्डर किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने 37 स्टेशनों के यात्रियों के लिए सेवा शुरू की है। इन स्टेशनों में नई दिल्ली, जबलपुर, अंबाला और पुणे शामिल हैं। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि खाद्य पदार्थ ट्रेवलखाना की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से या ग्राहक सेवा नंबर पर सीधे फोन करके ऑर्डर किए जा सकते हैं।
पर्सी महेंद्र "महिन्द्रा राजपक्षे", (सिंहल මහින්ද රාජපක්ෂ, तमिल: மகிந்த ராசபக்ச, जन्म:18 नवम्बर 1945), श्रीलंका के पूर्व और छठे राष्ट्रपति और श्रीलंकाई सशस्त्र बलों के सर्वोच्च सेनापति (कमांडर इन चीफ) हैं। पेशे से वकील, राजपक्षे श्रीलंका की संसद के लिए सबसे पहले सन 1970 में चुने गए थे। 6 अप्रैल 2004 से अपने 2005 में राष्ट्रपति चुने जाने तक वो श्रीलंका के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने 19 नवंबर, 2005 को श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में छह वर्ष के कार्यकाल के लिए शपथ ली। 27 जनवरी, 2010 को राजपक्षे पुनः एक बार अपने दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुने गए। सन्दर्भ इन्हें भी देखें बाहरी कड़ियाँ राजनीतिज्ञ राष्ट्रमण्डल पदासीन
पोरवोरिम (Porvorim) भारत के गोवा राज्य के उत्तर गोवा ज़िले की बारदेज़ तालुका में स्थित एक नगर है। यह गोवा की वैधानिक राजधानी है और मांडवी नदी के उत्तरी तट पर बसा हुआ है। राज्य की प्रशासनिक राजधानी पणजी नदी के दूसरे तट पर स्थित है। पोरवोरिम को पणजी का उपनगर माना जाता है, और यह मुम्बई-गोआ महामार्ग एनएच-17 पर स्थित होने के कारण एक उच्चवर्गीय आवासीय केन्द्र माना जाता है। पोरवोरिम, गोवा की राजधानी पणजी से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आधिकारिक रूप से यह एक गाँव है, लेकिन जिस प्रकार की सुविधाएँ यहाँ उपलब्ध हैं वह किसी कस्बे या छोटे नगर से कम नहीं हैं। पोरवोरिम सड़कों द्वारा अच्छे से जुड़ा हुआ है। यहाँ बहुत तेज़ी से आधारभूत-संरचनाओं का विकास हो रहा है जैसे अस्पताल, विद्यालय, होटल और महामार्ग इत्यादि। इतिहास पोरवोरिम मूल रूप से एक ग्रामीण बाज़ार था जो पणजी-मापूसा महामार्ग और सोकोरो-सांगोल्दा सड़कों के कटाव पर स्थित था। विकास मांडवी नदी के एक किनारे पर स्थित, पोरवोरिम एक हरियाली से युक्त क्षेत्र है। मांडवी सेतु से राजधानी पणजी का विहंगम दृश्य दिखलाई देता है। पोरवोरिम में बहुत से शैक्षणिक संस्थान हैं जैसे विद्या प्रोभोधिनी शैक्षणिक समाज जिसके पूर्व-प्रार्थमिक, प्राथमिक, उच्च विद्यालय, वरिष्ठ माध्यमिक विभाग हैं। आवासीय परिसर पोरवोरिम में बहुत से आवासीय परिसर स्थित हैं जैसे: जर्नलिस्ट कालोनी हाउसिंग बोर्ड कालोनी पुन्दालिक नगर डिफेंस कालोनी नोवा सिदाज (नवीन नगर) सपना गार्डन्स लैण्डस्केप सिटी डाक विभाग और बीएसएनएल के क्वार्टर शैक्षणिक और सरकारी संस्थान पोरवोरिम में बहुत से शैक्षणिक और अन्य सरकारी संस्थान स्थित हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:- तकनीकी शिक्षा निदेशालय गोवा माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड विद्या प्रबोदिनी परिवार का एल डी सामंत हाई स्कूल और विद्या प्रबोधिनी उच्चतर माद्यमिक विद्यालय ए.सी.डी.आई.एल. हाई स्कूल शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय होटल प्रबन्धन संस्थान (आई.एच.एम. ) किड्स किंगडम इंटरनैशनल स्कूल संजय विकलांग विद्यालय गोवा आवास बोर्ड गोवा विधानसभा स्प्रिंग वैली हाई स्कूल गोवा क्रिकेट संघ पोरवोरिम में रेस्तरां पोरवोरिम के कुछ रेस्तरांओं के नाम इस प्रकार हैं कसीनो मोटल्स रेस्तरां चन्द्रकान्त रेस्तरां मोना लीसा बार व रेस्तरां पिकनिक रेस्तरां और पब इन्हें भी देखें बारदेज़ उत्तर गोवा ज़िला पणजी मडगाँव म्हापसा वास्को द गामा, गोवा बाहरी कड़ियाँ गोवा पर्यटन के संजालस्थल पर पोरवोरिम सन्दर्भ उत्तर गोवा ज़िला गोवा के नगर उत्तर गोवा ज़िले के नगर
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान बना समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन अब टूट गया है. दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. इस बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मायावती और अखिलेश यादव पर तंज कसा है. अजीब दास्ताँ है ये ,कहाँ शुरू कहाँ खतम। ये मंज़िले है कौनसी न वो समझ सके न हम। pic.twitter.com/bAEuOXmjmn — Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) June 25, 2019 ट्विटर पर फिल्म का गाना शेयर करते हुए नकवी ने दोनों की दोस्ती पर सवाल उठाए.अखिलेश यादव और मायावती की तस्वीर के साथ ट्विटर पर मुख्तार अब्बास नकवी ने लिखा, 'अजीब दास्तां है ये ,कहां शुरू कहां खत्म, ये मंजिलें है कौनसी, न वो समझ सके, न हम.' इसके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट किया. चौहान ने लिखा है- परिवार के जीतने के लाले पड़ गये, बसपा को वोट कहां से दिलाते! इस चुनाव में जातिवाद, परिवारवाद, पंथवाद समाप्त हो गया, फिर भी सबक नहीं सीखा। कुछ दलों में अभी भी परिवारवाद बढ़ रहा है। — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 25, 2019 असल में, 24 जून को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने अपना रुख साफ कर दिया है. ट्विटर पर मायावती ने लिखा कि पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी. मायावती ने लिखा, 'बीएसपी की आल इण्डिया बैठक 23 जून को लखनऊ में ढाई घण्टे तक चली. इसके बाद राज्यवार बैठकों का दौर देर रात तक चलता रहा जिसमें भी मीडिया नहीं था. फिर भी बीएसपी प्रमुख के बारे में जो बातें मीडिया में फ्लैश हुई हैं.वे पूरी तरह से सही नहीं हैं, जबकि इस बारे में प्रेसनोट भी जारी किया गया था.' गठबंधन का जिक्र करते हुए मायावती ने लिखा, 'वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया.' इसके बाद गठबंधन तोड़ने का ऐलान करते हुए मायावती ने लिखा, 'लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है. पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी.'गठबंधन का जिक्र करते हुए मायावती ने लिखा, 'वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया.'
काउनिय़ा उपजिला, बांग्लादेश का एक उपज़िला है, जोकी बांग्लादेश में तृतीय स्तर का प्रशासनिक अंचल होता है (ज़िले की अधीन)। यह रंगपुर विभाग के रंगपुर ज़िले का एक उपजिला है, जिसमें, ज़िला सदर समेत, कुल 8 उपज़िले हैं, और मुख्यालय रंगपुर सदर उपज़िला है। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से उत्तर की दिशा में अवस्थित है। यह मुख्यतः एक ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। जनसांख्यिकी यहाँ की आधिकारिक स्तर की भाषाएँ बांग्ला और अंग्रेज़ी है। तथा बांग्लादेश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही, यहाँ की भी प्रमुख मौखिक भाषा और मातृभाषा बांग्ला है। बंगाली के अलावा अंग्रेज़ी भाषा भी कई लोगों द्वारा जानी और समझी जाती है, जबकि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक निकटता तथा भाषाई समानता के कारण, कई लोग सीमित मात्रा में हिंदुस्तानी(हिंदी/उर्दू) भी समझने में सक्षम हैं। यहाँ का बहुसंख्यक धर्म, इस्लाम है, जबकि प्रमुख अल्पसंख्यक धर्म, हिन्दू धर्म है। राजशाही विभाग में, जनसांख्यिकीक रूप से, इस्लाम के अनुयाई, आबादी के औसतन करीब ८८% है, जबकि शेष जनसंख्या प्रमुखतः हिन्दू धर्म की अनुयाई है। यह मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। अवस्थिती काउनिय़ा उपजिला बांग्लादेश के उत्तरी सीमान्तों में स्थित, रंगपुर विभाग के रंगपुर जिले में स्थित है। इन्हें भी देखें बांग्लादेश के उपजिले बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल रंगपुर विभाग उपज़िला निर्वाहि अधिकारी सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ उपज़िलों की सूची (पीडीएफ) (अंग्रेज़ी) जिलानुसार उपज़िलों की सूचि-लोकल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, बांग्लादेश http://hrcbmdfw.org/CS20/Web/files/489/download.aspx (पीडीएफ) श्रेणी:रंगपुर विभाग के उपजिले बांग्लादेश के उपजिले
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: Kumkum Bhagya August 13, 2019 Written Update: सृति झा (Sriti Jha) और शब्बीर आहलुवालिया (Shabir Ahluwalia) स्टारर सीरियल, 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' में जहां एक तरफ रणवीर, प्राची (Mugdha Chapekar) को अपने प्यार के जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा है, वहीं दूसरी ओर अभी, प्रज्ञा की बातों को याद कर रहा है. 'कुमकुम भाग्य' के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि सरिता, प्रज्ञा से मिस्टर मेहरा को फोन करने के लिए कहती है लेकिन जब प्रज्ञा, अभी को फोन करती  है तो वो फोन नहीं उठाता. वहीं पार्टी में दिशा, पूरब से मिलती है और आलिया, पूरब और दिशा को एक साथ देख लेती है. जी टीवी के शो 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)'  के पिछले एपिसोड में दिखाया गया कि दिशा पार्टी से जाने के बारे में सोचती है लेकिन सीएम उसे रोक लेते हैं और काम में मदद करवाने के लिए कहते हैं. वहीं रिया, रणवीर को कहती है कि जाकर प्राची (Mugdha Chapekar) को पटाने की कोशिश करे. हालांकि जब रणवीर, प्राची के पास जाता है तो वो उसकी एक बात नहीं सुनती और वहां से चली जाती है. सीरियल 'कुमकुम भाग्य (Kumkum Bhagya)' के अपकमिंग एपिसोड में दिखाया जाएगा कि अभी पार्टी में प्रज्ञा को याद करेगा और वो विक्रम के साथ उसकी यादें शेयर करेगा. अभी, विक्रम से कहेगा कि उसकी पत्नी जैलेस जरूर होती थी लेकिन गुस्सा कभी नहीं करती थी. हालांकि वो बदला लती थी. एक वाक्ये को याद करते हुए अभी, विक्रम को कहेगा कि जब प्रज्ञा मुझे ड्रिंक करने के लिए मना करती थी और मैं उससे छुपकर शराब पी लेता था तो वो खुद भी शराब पीकर बदला लेती थी.
जयपुर राजस्थान उच्च न्यायालय ने गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने वाले कानून के पालन पर रोक लगाये जाने के साथ ही यह भी आदेश दिया है कि 49 प्रतिशत के आरक्षण की मौजूदा व्यवस्था को तब तक बरकरार रखा जाये, जब तक कि मामले पर नये सिरे से फैसला नहीं हो जाता. मुख्य न्यायाधीश अरूण मिश्रा और न्यायमूर्ति महेश भगवती की खंडपीठ ने सरकार से कहा था कि वह एक साल के भीतर आंकड़े एकत्र करने की प्रक्रिया को पूरा कर ले ताकि विशेष पिछड़ा वर्ग में गुर्जरों के आरक्षण को जायज ठहराया जा सके. वर्ष 2008 का कानून लागू होने से पहले अनुसूचित जनजाति के लिए 12 प्रतिशत, अनुसूचित जाति के लिए 16 प्रतिशत और गुर्जर सहित अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 21 प्रतिशत आरक्षण निर्धारित था. कानून के जरिये कुल आरक्षण को बढ़ाकर 68 प्रतिशत कर दिया गया.
लेख: सरकार की अच्छी मौद्रिक नीति के कारण इस वर्ष चीन में घर की कीमतों में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के आसार हैं। 'बीजिंग न्यूज' ने चाइना रियल एस्टेट चैम्बर ऑफ कामर्स के प्रमुख, नी मीशेंग के हवाले से सोमवार को कहा है कि इस वर्ष घरों की खरीद-फरोख्त में सात प्रतिशत की कमी होगी, जबकि बिक्री मूल्य में 10 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है क्योंकि घर की कीमतों में अत्यधिक वृद्धि को रोकने के उपायों ने सम्भावनाओं के आधार पर की जाने वाली घरों की खरीद पर एक तरह से विराम लगा दिया है। इस कारण स्थायी सम्पत्ति की कीमतें 2011 में 10 प्रतिशत नीचे आ सकती हैं। बीजिंग नार्मल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर, दोंग फैन को उम्मीद है कि वर्ष के उत्तरार्ध में स्थायी सम्पत्ति की कीमतों में 10 से 15 प्रतिशत की गिरावट होगी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, आवास एवं शहरी-ग्रमीण विकास मंत्रालय में विश्लेषक, किन हांग ने कहा है कि डेवलपर, आवासीय आपूर्ति बढ़ाने के लिए किराए के मकानों का निर्माण कार्य तेज देते हैं और घर की कीमतों में तीव्र वृद्धि पर तात्कालिक रोक लग जाती है। किन ने कहा, "सरकारी किराए के आवासों को देश के किरायेदारी उद्योग पर हावी होना चाहिए, जबकि निजी किरायेदारी क्षेत्र एक आवश्यक घटक है।" उन्होंने कहा कि किरायेदारी सम्बंधी आवसीय परियोजनाओं को बड़े वित्तीय संसाधनों और अनुकूल कराधान नीतियों की आवश्यकता है। चीन में सरकार द्वारा नियंत्रित 70 में से 67 शहरों में घर की कीमतें पिछले वर्ष अप्रैल से बढ़ गई थीं।
क्रिकेट विश्व कप के चलते फिरोजाबाद में खासतौर बनाई गई 'क्रिकेट चूड़ियों' और कंगनों की मांग काफी बढ़ गई है। इससे यहां के चूड़ी निर्माताओं को बहुत फायदा हो रहा है। फिरोजाबाद के चूड़ी आपूर्तिकर्ता अश्विनी गुप्ता ने बताया, इस समय देश के सभी हिस्सों में हमारी विश्व कप क्रिकेट चूड़ियों की मांग काफी बढ़ गई है। खासतौर पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में यह मांग बहुत ज्यादा है। गुप्ता ने बताया कि कंगन जैसी दिखने वाली पांच रंग-बिरंगी चूड़ियों की कीमत 70 रुपये के आसपास है। गुप्ता कहते हैं, हमने विभिन्न स्रोतों के जरिए डिजाइन तैयार किए और फिर उन्हें चूड़ी निर्माताओं के पास भेजा। उन्होंने बताया, चूड़ियों के अलग-अलग नाम दिए गए हैं। कुछ लोकप्रिय ब्रांड्स को फिल्मी नाम जैसे 'पवित्र रिश्ता' या 'भाभी की चूड़ियां' दिए गए हैं। बाजार बहुत बड़ा है। कांच के शहर के रूप में फिरोजाबाद अब भी नंबर एक के स्थान पर कायम है। एक कम्प्यूटर व्यवसायी प्रवीण अग्रवाल ने बताया, महाराष्ट्र से भी डिजाइन आ रहे हैं। एक डिजाइन में क्रिकेट विश्व कप का लोगो और भारतीय झंडा बने हुए हैं। गजानन बैंगल स्टोर के नरेंद्र शर्मा कहते हैं, विश्व कप हमारी योग्यता और रचनात्मकता को प्रदर्शित करने का एक अच्छा अवसर है। हमारे कारीगर बहुत बढ़िया काम करते हैं। ये चूड़ियां पूरे फिरोजाबाद और पड़ोसी आगरा में भी मिल रही हैं। एक अन्य चूड़ी आपूर्तिकर्ता महेश अग्रवाल ने बताया, सदर बाजार और राजा की मंडी स्थित स्टोर्स 'क्रिकेट चूड़ियां' बेचकर अच्छा व्यवसाय कर रहे हैं। चूड़ी व्यापारी राशिद कहते हैं कि विश्व कप के बाद वह आठ अप्रैल से शुरू होने जा रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) क्रिकेट चैम्पियनशिप में व्यवसाय करने को तैयार हैं। साल 1993 में फिरोजाबाद के कांच व्यवसाय को तगड़ा झटका लगा था। दरअसल उस समय सर्वोच्च न्यायालय ने ताज ट्रैपेजियम क्षेत्र में इन प्रदूषणकारी उद्योगों को बंद करने का आदेश दिया था। आगरा में ताजमहल के चारों ओर फैले 10,400 किलोमीटर क्षेत्र में ताजमहल के अलावा आगरा के किले, फतेहपुर सीकरी सहित 40 से ज्यादा संरक्षित इमारतें हैं। बाद में 'गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया' ने इन उद्योगों को प्राकृतिक गैस की पाइपलाइन उपलब्ध कराई और यहां फिर काम शुरू हो गया। अब इस क्षेत्र के उद्योग दुनिया के सबसे बेहतरीन कांच उद्योगों में शामिल हैं। 'सुहाग नगरी' के नाम से मशहूर फिरोजाबाद में सबसे ज्यादा कांच उद्योग हैं। स्थानीय उद्योगों में देश की 80 प्रतिशत चूड़ियों का निर्माण होता है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और कुछ अन्य देशों में भी यहां की चूड़ियों की मांग है।
सत्यवती देवी (1904–1945) भारत की स्वतन्त्रता सेनानी एवं स्वामी श्रद्धानन्द की पौत्री थीं। वे 'भारत की ज़ोन ऑफ आर्क' के नाम से विख्यात हैं। जीवनी सत्यवती देवी धनी राम और वेदकुमारी की पुत्री थीं। उन्होने दिल्ली क्लॉथ मिल के एक अधिकारी से विवाह किया था। आन्दोलनों में सहभागिता दिल्ली की राष्ट्रवादी स्त्रियों में सत्यवती ने अग्रणी भूमिका निभायी और उनका नेतृत्व किया। गांधीजी उन्हें प्यार से 'तूफानी बहन' कहा करते थे। अरुणा आसफ अली मानती हैं कि सत्यवती की ही प्रेरणा से वे राष्ट्रीय आन्दोलन में उतरीं थी। उन्होने ग्वालियर और दिल्ली के कपड़ा मिलों के श्रमिकों के उत्थान के लिए कार्य किया। उन्होने कांग्रेस महिला समाज तथा कांग्रेस देशसेविका दल की स्थापना की। वे कांग्रेस सोसलिस्ट पार्टी की भी सह-संस्थापिका थीं। उन्होने सविनय अवज्ञा आन्दोलन में सक्रिया भूमिका निभयी और इस आन्दोलन में दिल्ली कांग्रेस की महिला शाखा का नेतृत्व किया। दिल्ली में ही उन्होने नमक कानून को तोड़ने के लिए अन्दोलन का आयोजन किया और स्वयंसेवकों के साथ मिलकर नमक बनाकर लोगों में बांटा। १९३२ में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें दो वर्ष के कारावास का दण्ड दिया। जेल में ही वे फुप्फुसावरणशोथ (pleurisy) और क्षय रोग की शिकार हो गयीं। इतना होने के बावजूद उन्होने 'अच्छे व्यवहार' करने और राजनैतिक आन्दोलनों से दूर रहने के आश्वासन के बचनपत्र (बांड) पर हस्ताक्षर नहीं किया। इस तरह के बचनपत्र से उनको जेल से छुट्टी मिल सकती थी और वे अपनी चिकित्सा करा सकतीं थीं। सन १९४५ में ४१ वर्ष की अल्पायु में ही क्षयरोग के कारण उनका देहान्त हो गया। सत्यवती देवी भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के गुमनाम नायिकाओं में से हैं। सन १९७२ में दिल्ली सरकार ने उनके नाम पर सत्यवती महाविद्यालय की स्थापना की जो दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है। लेखन कार्य जेल में बन्द महिला स्वतंत्रता सेनानी कविताएँ रचा करते और चोरीछुपे उसे बाहर निकालकर उसका प्रकाशन करा दिया जाता था। 'बहिन सत्यवती का जेल सन्देश' नामक उनकी एक कविता बहुत प्रसिद्ध हुई थी। सन्दर्भ इन्हें भी देखें सत्यवती देवी (जालन्धर में जन्मी) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी
यह एक लेख है: लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरण में पंजाब में वोटिंग ख़त्म होने के बाद कई मंत्रियों ने अपने ही सहयोगी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की आलोचना की है. इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के बयानों को अनुशासनहीनता बताया था और आज ब्रह्म मोहिंद्रा, सुखजिंदर रंधावा और तृप्ति राजिंदर बाजवा ने सिद्धू पर हमला किया. उन्होंने सिद्धू के इस ताने पर तीखा एतराज़ किया कि कैप्टन फ्रेंडली मैच खेल रहे हैं. सिद्धू कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में स्थानीय निकाय मंत्री हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के बारे में कहा है कि वह अनुशासनहीन हैं और पार्टी का केंद्रीय आलाकमान उन पर फैसला करें. पंजाब में वोटिंग से कुछ दिन पहले ही दिनों सिद्धू और उनकी पत्नी कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमले किए थे. सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने के पीछे कैप्टन अमरिंदर को राज्य की एक वरिष्ठ महिला नेता का हाथ बताया था. इस पर जब नवजोत सिंह सिद्धू की प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी झूठ नहीं बोलेंगी. इससे पहले भी सिद्दू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच तनातनी की खबरें आती रही हैं लेकिन यह पहला मौका है जब पंजाब के सीएम कैप्टन ने सिद्धू को लेकर ऐसी साफ बात कही हो.
हिंदी, उर्दू में शायद ही कोई ऐसा पाठक हो, जिसने मुंशी प्रेमचंद का नाम न सुना हो. वह कथा सम्राट, उपन्यास सम्राट यों ही नहीं कहे जाते. उन्होंने भारतीय समाज, गांव और अपने दौर का जैसा चित्र खींचा वह अप्रतिम है. मुंशी प्रेमचंद का असली नाम धनपत राय था. उनका जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस के पास लमही गाँव में हुआ था. उस जमाने में उनके पिता को बीस रुपए तनख्वाह मिलती थी. कहते हैं जब धनपत राय सात साल के थे, तभी उनकी माता का स्वर्गवास हो गया. जब वे पन्द्रह साल के हुए, तब उनकी शादी कर दी गई और सोलह साल के होने पर उनके पिता का भी देहान्त हो गया. जैसाकि लोग कहते हैं- लड़कों की यह उम्र खेलने-खाने की होती है लेकिन प्रेमचंद को तभी से घर सँभालने की चिंता करनी पड़ी. जब वह नवें दर्जे में पढ़ते थे, तब उनकी गृहस्थी में दो सौतेले भाई, सौतेली माँ और खुद उनकी पत्नी शामिल हो चुकी थीं. स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद अनेक प्रकार के संघर्षों से गुजरते हुए उन्होंने 1919 में अंग्रेजी, फारसी और इतिहास लेकर बीए किया; किंतु उससे काफी पहले 1901 से ही उन्होंने उर्दू में कहानी लिखना शुरू कर दिया था. उर्दू में वह नवाब राय नाम से लिखा करते थे. 1910 में उनकी उर्दू में लिखी कहानियों का पहला संकलन सोज़े वतन प्रकाशित हुआ. इस संकलन के ब्रिटिश सरकार द्वारा जब्त कर लिए जाने पर उन्होंने नवाब राय छोड़कर प्रेमचंद नाम से लिखना शुरू किया. ‘प्रेमचंद’ - यह प्यारा नाम उन्हें एक उर्दू लेखक और संपादक दयानारायन निगम ने दिया था. जालियाँवाला बाग हत्याकांड और असहयोग आंदोलन के छिड़ने पर प्रेमचंद ने अपनी बीस साल की नौकरी पर लात मार दी. 1930 के अवज्ञा-आन्दोलन के शुरू होते-होते उन्होंने ‘हंस’ का प्रकाशन भी आरम्भ कर दिया. प्रेमचंद को कथा-सम्राट बनाने में जहाँ उनकी सैकड़ों कहानियों का योगदान है, वहीं गोदान, सेवासदन, प्रेमाश्रम, गबन, रंगभूमि, निर्मला जैसे उपन्यास उन्हें हिंदी साहित्य में हमेशा अमर बनाए रखेंगे. प्रेमचंद की संपूर्ण कहानियां संकलन के बारे में शिवकुमार मिश्र ने लिखा है, प्रेमचंद जब कथा के मंच पर आए, वे भारत की अपनी कथा परंपरा से तो परिचित थे ही, उर्दू और अरबी-फ़ारसी के किस्सों और अफसानों की भी उनको पूरी जानकारी थी. पश्चिम के कथा-लेखकों को भी उन्होंने पढ़ा था. बावजूद इसके उनकी रचनाएँ कथा-लेखन के किसी निश्चित रूप में ढलने के बजाय, अभिव्यक्ति के उनके अपने दृष्टिकोण की अनुरूपता में सामने आईं, कि कहानी को पारदर्शी होना चाहिए, वह सारगर्भित हो और अपने संवेदनात्मक उद्देश्य को पाठक तक भलीभाँति संप्रेषित कर पाने में समर्थ हो. प्रेमचंद की कहानियों के रचना-शिल्प की बुनियादी विशेषता यह है कि वह कहीं से भी, किसी भी कोण से, आयासजन्य नहीं है. नितांत सहज और साधारण है. यह सहजता और साधारणता ही उसकी सबसे बड़ी विशेषता है. प्रेमचंद ने अपनी कहानियों के रचना-शिल्प में घटनाओं के बजाय स्थितियों और संदर्भों को ज्यादा महत्व दिया है. उनकी कहानियाँ इसी नाते घटना-प्रधान कहानियाँ नहीं हैं और न ही घटना-प्रधान कहानियों की तरह वे पाठकों में कौतूहल या जिज्ञासा वृत्ति उपजाती हैं. प्रेमचंद की कहानियों का पाठक ‘आगे क्या होगा’ की जिज्ञासा के बजाय चित्रित स्थितियों और प्रसंगों के बीच से उभरते हुए प्रेमचंद के संवेदनात्मक उद्देश्य के साथ हो जाता है और उसके विकास में रुचि लेने लगता है. प्रेमचंद अपने पाठक को अपनी संवेदना के वृत्त में इस तरह ले लेते हैं कि वह उनकी बुनी हुई स्थितियों और उनके रचे चरित्रों के साथ-साथ आगे बढ़ता जाता है. वह कहानीकार का हमसफर बन जाता है. प्रेमचंद की कहानियों के रचना-शिल्प को बारीकी से देखें तो स्पष्ट होगा कि प्रेमचंद एक रचनाकार के रूप में कहानी में अनावश्यक दखल नहीं देते. वे अपने संवेदनात्मक उद्देश्य को कहानी में बुनी गई स्थितियों और प्रसंगों के माध्यम से उजागर करते हैं और चूँकि इन स्थितियों और प्रसंगों का सम्बन्ध उनकी कल्पना से न होकर जीवन के यथार्थ और जीवन की सच्चाइयों से होता है, अतएव पाठक के दिल-दिमाग में उनकी विश्वसनीयता आप से आप अंकित हो जाती है. आज मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर हम लोक भारती द्वारा प्रकाशित 'प्रेमचंद की संपूर्ण कहानियां' से उनकी कालजयी कहानी ठाकुर का कुआं साहित्य आजतक के पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे. कहानीः ठाकुर का कुआँ - प्रेमचंद जोखू ने लोटा मुँह से लगाया तो पानी में सख्त बदबू आयी. गंगी से बोला- यह कैसा पानी है? मारे बास के पिया नहीं जाता। गला सूखा जा रहा है और तू सड़ा हुआ पानी पिलाए देती है। गंगी प्रतिदिन शाम को पानी भर लिया करती थी. कुआँ दूर था; बार-बार जाना मुश्किल था. कल वह पानी लायी, तो उसमें बू बिलकुल न थी; आज पानी में बदबू कैसी? लोटा नाक से लगाया, तो सचमुच बदबू थी. जरूर कोई जानवर कुएँ में गिरकर मर गया होगा, मगर दूसरा पानी आवे कहाँ से? ठाकुर के कुएँ पर कौन चढ़ने देगा. दूर से लोग डाँट बताएँगे. साहू का कुआँ गाँव के उस सिरे पर है; परन्तु वहाँ भी कौन पानी भरने देगा? चौथा कुआँ गाँव में है नहीं. जोखू कई दिन से बीमार है. कुछ देर तक तो प्यास रोके चुप पड़ा रहा, फिर बोला- अब तो मारे प्यास के रहा नहीं जाता. ला, थोड़ा पानी नाक बन्द करके पी लूँ. गंगी ने पानी न दिया. खराब पानी पीने से बीमारी बढ़ जायगी- इतना जानती थी; परन्तु यह न जानती थी कि पानी को उबाल देने से उसकी खराबी जाती रहती है. बोली यह पानी कैसे पियोगे? न जाने कौन जानवर मरा है. कुएँ से मैं दूसरा पानी लाये देती हूँ. जोखू ने आश्चर्य से उसकी ओर देखा- दूसरा पानी कहाँ से लायेगी? ‘ठाकुर और साहू के दो कुएँ तो हैं. क्या एक लोटा पानी न भरने देंगे?’ ‘हाथ-पाँव तुड़वा आयेगी और कुछ न होगा. बैठ चुपके से. ब्रह्म-देवता आशीर्वाद देंगे, ठाकुर लाठी मारेंगे, साहूजी एक के पाँच लेंगे. गरीबों का दर्द कौन समझता है! हम तो मर भी जाते हैं, तो कोई दुआर पर झाँकने नहीं आता, कंधा देना तो बड़ी बात है. ऐसे लोग कुएँ से पानी भरने देंगे?’ इन शब्दों में कडुवा सत्य था. गंगी क्या जवाब देती; किन्तु उसने वह बदबूदार पानी पीने को न दिया. रात के नौ बजे थे. थके-माँदे मजदूर तो सो चुके थे, ठाकुर के दरवाजे पर दस-पाँच बेफिक्रे जमा थे. मैदानी बहादुरी का तो अब न जमाना रहा है, न मौका. कानूनी बहादुरी की बातें हो रही थीं; कितनी होशियारी से ठाकुर ने थानेदार को एक खास मुकद्दमे में रिश्वत दे दी और साफ निकल गये. कितनी अक्लमन्दी से एक मार्के के मुकद्दमे की नकल ले आये. नाजिर और मोहतमिम, सभी कहते थे, नकल नहीं मिल सकती. कोई पचास माँगता; कोई सौ. यहाँ बेपैसे-कौड़ी नकल उड़ा दी. काम करने का ढंग चाहिए. इसी समय गंगी कुएँ से पानी लेने पहुँची. कुप्पी की धुँधली रोशनी कुएँ पर आ रही थी. गंगी जगत की आड़ में बैठी मौके का इन्तजार करने लगी. इस कुएँ का पानी सारा गाँव पीता है. किसी के लिए रोक नहीं; सिर्फ ये बदनसीब नहीं भर सकते.। गंगी का विद्रोही दिल रिवाजी पाबन्दियों और मजबूरियों पर चोटें करने लगा- हम क्यों नीच हैं और यह लोग क्यों ऊँच हैं? इसलिए कि ये लोग गले में तागा डाल लेते हैं? यहाँ तो जितने हैं, एक-से-एक छँटे हैं? चोरी ये करें, जाल-फरेब ये करें, झूठे मुकद्दमे ये करें. अभी इस ठाकुर ने तो उस दिन बेचारे गड़रिये की एक भेड़ चुरा ली थी और बाद में मारकर खा गया. इन्हीं पण्डितजी के घर में बारहों मासा जुआ होता है. यही साहूजी तो घी में तेल मिलाकर बेचते हैं. काम करा लेते हैं, मजूरी देते नानी मरती है. किस बात में हैं हमसे ऊँचे. हाँ, मुँह में हमसे ऊँचे हैं. हम गली-गली चिल्लाते नहीं कि हम ऊँचे हैं, हम ऊँचे हैं! कभी गाँव में आ जाती हूँ, तो रसभरी आँखों से देखने लगते हैं. जैसे सबकी छाती पर साँप लोटने लगता है, परन्तु घमण्ड यह कि हम ऊँचे हैं. कुएँ पर किसी के आने की आहट हुई. गंगी की छाती धक-धक करने लगी। कहीं देख ले, तो गजब हो जाय. एक लात भी तो नीचे न पड़े. उसने घड़ा और रस्सी उठा ली और झुककर चलती हुई एक वृक्ष के अंधेरे साये में जा खड़ी हुई. कब इन लोगों को दया आती है किसी पर. बेचारे महँगू को इतना मारा कि महीनों लहू थूकता रहा. इसलिए कि उसने बेगार न दी थी! उस पर ये लोग ऊँचे बनते हैं. कुएँ पर दो स्त्रियाँ पानी भरने आयी थीं. इनमें बातें हो रही थीं. ‘खाना खाने चले और हुक्म हुआ कि ताजा पानी भर लाओ. घड़े के लिए पैसे नहीं है.’ ‘हम लोगों को आराम से बैठे देखकर जैसे मरदों को जलन होती है.’ ‘हाँ, यह तो न हुआ कि कलसिया उठाकर भर लाते. बस, हुकुम चला दिया कि ताजा पानी लाओ, जैसे हम लौंडियाँ ही तो हैं.’ ‘लौंडिया नहीं तो और क्या हो तुम? रोटी-कपड़ा नहीं पातीं? दस-पाँच रुपये छीन-झपट कर ले ही लेती हो. और लौंडिया कैसी होती है.’ ‘मत लजाओ दीदी! छिन भर आराम करने को जी तरस कर रह जाता है. इतना काम किसी दूसरे के घर कर देती, तो इससे कहीं आराम से रहती. ऊपर से वह एहसान मानता. यहाँ काम करते-करते मर जाओ; पर किसी का मुँह ही नहीं सीधा होता.’ दोनों पानी भरकर चली गयीं, तो गंगी वृक्ष की छाया से निकली और कुएँ के जगत के पास आयी. बेफिक्रे चले गये थे. ठाकुर भी दरवाजा बन्द कर अन्दर आँगन में सोने जा रहे थे. गंगी ने क्षणिक सुख की साँस ली. किसी तरह मैदान तो साफ हुआ. अमृत चुरा लाने के लिए जो राजकुमार किसी जमाने में गया था, वह भी शायद इतनी सावधानी के साथ और समझ-बूझकर न गया होगा. गंगी दबे पाँव कुएँ के जगत पर चढ़ी. विजय का ऐसा अनुभव उसे पहले कभी न हुआ था. उसने रस्सी का फंदा घड़े में ढाला. दायें-बायें चौकन्नी दृष्टि से देखा, जैसे कोई सिपाही रात को शत्रु के किले में सुराख कर रहा हो. अगर इस समय वह पकड़ ली गयी, तो फिर उसके लिए माफी या रिआयत की रत्ती-भर उम्मीद नहीं. अन्त में देवताओं को याद करके उसने कलेजा मजबूत किया और घड़ा कुएँ में डाल दिया. घड़े ने पानी में गोता लगाया, बहुत ही आहिस्ता. जरा भी आवाज न हुई. गंगी ने दो चार हाथ जल्दी-जल्दी मारे. घड़ा कुएँ से मुँह तक आ पहुँचा. कोई बड़ा शहज़ोर पहलवान भी इतनी तेजी से उसे न खींच सकता था. गंगी झुकी कि घड़े को पकड़कर जगत पर रखे, कि एकाएक ठाकुर साहब का दरवाजा खुल गया. शेर का मुँह इससे अधिक भयानक न होगा. गंगी के हाथ से रस्सी छूट गयी. रस्सी के साथ घड़ा धड़ाम से पानी में गिरा और कई क्षण तक पानी में हलकोरे की आवाजें सुनाई देती रहीं. ठाकुर, ‘कौन है, कौन है?’ पुकारते हुए कुएँ की तरफ आ रहे थे और गंगी जगत से कूदकर भागी जा रही थी घर पहुँचकर देखा कि जोखू लोटा मुँह से लगाये वही मैला-गंदा पानी पी रहा है. *** पुस्तकः सम्पूर्ण कहानियां लेखकः प्रेमचंद विधा: कहानी प्रकाशकः लोक भारती प्रकाशन मूल्यः 300 रुपये पृष्ठ संख्याः 750
यह एक लेख है: ताज संरक्षित क्षेत्र यानी टीटीज़ेड में पेड़ लगाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को जबरदस्त फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में जरूरत पड़ी तो दोषी अफसरों को जेल भेज दिया जाएगा। कोर्ट ने कहा कि आदेश के बावजूद सरकारी अफसरों ने पेड़ नहीं लगाए और लगता है कि इस क्षेत्र में भ्रष्टाचार की फसल लहलहा रही है। कोर्ट ने यूपी सरकार से दोषी अफसरों पर कार्रवाई करने और इस मामले में रोडमैप के साथ आने के आदेश दिए हैं। दरअसल ताज क्षेत्र में यूपी सरकार ने सड़क चौड़ी करने के लिए पेड़ों की कटाई की थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया था कि एक पेड़ के बदले दस गुणा पेड इलाके में लगाए जाएं। इस मामले में यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल पहले हलफनामे में बताया कि इलाके में 45 हजार पेड़ लगाए गए हैं। दूसरे हलफनामे में इनकी संख्या 15 हजार बताई गई। सुप्रीम कोर्ट ने वकील एडीएन राव की कमेटी को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के आदेश दिए थे। आठ फरवरी को कमेटी ने पूरे इलाके की जांच की और अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी। रिपोर्ट में बताया गया कि इलाके में करीब पांच हजार पेड़ ही लगाए गए हैं। लेकिन साथ ही ये भी कहा गया कि सरकार ने इनकी देखभाल करने के लिए भी इंतजाम नहीं किए गए हैं। सोमवार को हुई सुनवाई में जस्टिस टीएस ठाकुर ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इससे लगता है कि कोई भी अफसर काम नहीं करना चाहता और कोर्ट के आदेशों की भी अफसरों को परवाह नहीं है। कोर्ट ने कहा कि वह ऐसे अधिकारियों को जेल में डाल सकते हैं और मामले की जांच सीबीआई से करा सकते हैं। कोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है कि जैसे पेड़ लगाने की जगह पर भ्रष्टाचार की फसल लहलहा रही है और इसके लिए मिलने वाले फंड को अफसर डकार गए हैं। हालांकि इस दौरान यूपी सरकार के वकील ने कोर्ट से माफी मांगते हुए कहा कि पहले और दूसरे हलफनामे में जो पेड़ों की संख्या बताई गई वो गलती से हुई है और इसलिए एक और हलफनामा दाखिल किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए हैं कि इस मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ जांच की जाए और यूपी सरकार एक रोडमैप लेकर फिर से सुप्रीम कोर्ट आए। मामले की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी।
यह लेख है: न्यूजीलैंड की खुफिया एजेंसी के दस्तावेज से खुलासा हुआ है कि साल 1981 में जब ब्रिटेन की महारानी न्यूजीलैंड के दौरे पर आई हुई थीं तब मानसिक रूप से परेशान चल रहे एक किशोर ने उनकी हत्या की कोशिश की थी. पुलिस ने इस घटना पर पर्दा डाल दिया था. न्यूजीलैंड की खुफिया एजेंसी ‘सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस’ (एसआईएस) ने खुलासा किया है कि क्रिस्टोफर लेविस ने दुनेदिन शहर में महारानी की कार की तरफ एक गोली चलाई थी. इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ था. पुलिस ने कथित तौर पर शाही सुरक्षा में शामिल पार्टी को गोली की आवाज को लेकर आश्वस्त किया था कि यह पटाखा फूटने की आवाज है. 17 वर्षीय लेविस को पुलिस ने कुछ समय बाद ही सशस्त्र डकैती के मामले में गिरफ्तार कर लिया था.टिप्पणियां एसआईएस के इस दस्तावेज का खुलासा मीडिया द्वारा किए गए आग्रह के बाद हुआ है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) न्यूजीलैंड की खुफिया एजेंसी ‘सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस’ (एसआईएस) ने खुलासा किया है कि क्रिस्टोफर लेविस ने दुनेदिन शहर में महारानी की कार की तरफ एक गोली चलाई थी. इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ था. पुलिस ने कथित तौर पर शाही सुरक्षा में शामिल पार्टी को गोली की आवाज को लेकर आश्वस्त किया था कि यह पटाखा फूटने की आवाज है. 17 वर्षीय लेविस को पुलिस ने कुछ समय बाद ही सशस्त्र डकैती के मामले में गिरफ्तार कर लिया था.टिप्पणियां एसआईएस के इस दस्तावेज का खुलासा मीडिया द्वारा किए गए आग्रह के बाद हुआ है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ था. पुलिस ने कथित तौर पर शाही सुरक्षा में शामिल पार्टी को गोली की आवाज को लेकर आश्वस्त किया था कि यह पटाखा फूटने की आवाज है. 17 वर्षीय लेविस को पुलिस ने कुछ समय बाद ही सशस्त्र डकैती के मामले में गिरफ्तार कर लिया था.टिप्पणियां एसआईएस के इस दस्तावेज का खुलासा मीडिया द्वारा किए गए आग्रह के बाद हुआ है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 17 वर्षीय लेविस को पुलिस ने कुछ समय बाद ही सशस्त्र डकैती के मामले में गिरफ्तार कर लिया था.टिप्पणियां एसआईएस के इस दस्तावेज का खुलासा मीडिया द्वारा किए गए आग्रह के बाद हुआ है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एसआईएस के इस दस्तावेज का खुलासा मीडिया द्वारा किए गए आग्रह के बाद हुआ है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लेख: सरकार ने एक तो ज़मीन ज़बरदस्ती ली, ऊपर से ज़ुल्म ये कि कीमत भी 20 साल पुरानी लगा दी. एक एकड़ के सिर्फ 8 लाख रुपये, जबकि बाजार कीमत 50 से 70 लाख के बीच थी। किसानों ने विरोध किया तो सरकार ने समिति बना कर मामला रफा दफा कर दिया। कौलां गांव के पूर्व सरपंच कुलविंदर सिंह बताते हैं कि मुख्यमंत्री तो भूपिंदर सिंह हुड्डा थे, हमारे गांव से 200 आदमी गए थे उनसे मिलने, जो हमारा मांगपत्र था उन्होंने एक बार देखा भी नहीं, बस पूछा कैसे आए हो, हमने बताया कि ज़मीन के सिलसिले में, तो फाइल देकर आगे बढ़ गए।' कुलविंदर कहते हैं कि आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह जो ये बात कह रहे हैं कि मोदी सरकार ने बिल में से आत्मा निकाल ली, जब इनका अपना टाइम था तो ये पूछते नहीं थे, आज बड़ी-बड़ी बातें करते हैं।' सरकार से निराशा हाथ लगी तो किसान कोर्ट गए और मुआवजा बढ़ गया, लेकिन वहां भी सरकार बाजार मूल्य देने को राज़ी नहीं हुई। अब केस हाई कोर्ट में चल रहा है। नई सरकार से भी कुछ ख़ास उम्मीद नहीं है। 65 साल के किसान निदान सिंह की सुनिए, 9 एकड़ ज़मीन चली गई, सिर्फ तीन एकड़ के सहारे परिवार चल रहा है। वह कहते हैं कि भूमि अधिग्रहण है न जो अंग्रेज़ों का इसे बिल्‍कुल ख़त्म करना चाहिए. लेकिन ये बताने पर कि अब तो नया कानून बन गया है, 2013 में कांग्रेस ने और अब मोदी सरकार नया कानून लाई है, निदान सिंह कहते हैं,' मोदी ने कौन सा ठीक कर दिया, वह कोई संन्यासी थोड़े हैं, अपनी बड़ाई के लिए ये सब कर रहे हैं कि मैं मालिक हूं देश का दिल में कुछ बात है और बहाने कुछ और हैं।' 1894 में अंग्रेज़ों के बनाए गए भूमि अधिग्रहण कानून को सुधारने में सवा सौ साल लग गए. लेकिन क्या अब भी किसान को उसका हक़ मिलेगा. कौंला गांव का हश्र देखकर उम्मीद कम लगती है।
इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp का सपोर्ट आज यानी 31 दिसंबर 2018 से कुछ स्मार्टफोन मॉडल्स के लिए बंद किया जा रहा है. कंपनी ने पहले ही ऐलान किया था कि कुछ पुराने स्मार्टफोन में WhatsApp का सपोर्ट नहीं दिया जाएगा. यानी आज इसकी आखिरी तारीख है. 31 दिसंबर 2017 यानी आज से ठीक एक साल पहले Windows 8.0, BlackBerry 10 और BlackBerry OS से वॉट्सऐप का सपोर्ट खत्म कर दिया गया था. अब कंपनी Nokia S40 सिरीज के मोबाइल से WhatsApp का सपोर्ट खत्म कर रही है. भारत में नोकिया Series 40 स्मार्टफोन्स काफी पॉपुलर थे और नोकिया के मुताबिक कंपनी ने भारत में Nokia S40 वाले करोड़ों स्मार्टफोन बेचे थे, लेकिन एंड्रॉयड के आने से इनकी बिक्री गिर गई. अब इस ओएस का कोई मोबाइल फोन नहीं मिलता है. इसके अलावा अगर आपके स्मार्टफोन में Android 2.3.7 Gingerbread है तो आपके लिए वॉट्सऐप का सपोर्ट मिलेगा. लेकिन 2020 में इन स्मार्टफोन में भी वॉट्सऐप काम करना बंद कर देगा. iPhone यूजर्स की बात करें तो अगर आपके पास ऐसे iPhone हैं जिनमें iOS 7 है तो 2020 में कंपनी सपोर्ट बंद कर देगी. क्यों इन स्मार्टफोन से बंद किया जा रहा है WhatsApp वॉट्सऐप के स्टेटमेंट के मुताबिक यह फैसला इसलिए लिया गया है, क्योंकि वॉट्सऐप के कुछ फीचर्स इन्हें सपोर्ट नहीं करते हैं और न ही इन प्लेटफॉर्म के लिए कंपनी कोई डेवेलपमेंट केरेगी. कंपनी ने कहा है कि ये मोबाइल फोन्स वॉट्सऐप और इसके फीचर के हिसाब से क्षमता वाले नहीं हैं. इस वजह से इन स्मार्टफोन्स में वॉट्सऐप चलना बंद होगा.
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रवक्ता संजय सिंह ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर आतंकवाद और नक्सलवाद के बजाय 'आप' के खात्मे को अपनी प्राथमिकता बनाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि विदेशी चंदे के नाम पर केन्द्र इस पार्टी का उत्पीड़न कर रहा है. सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कल केन्द्र सरकार ने विदेशी चंदे को लेकर कानून के उल्लंघन के संदेह पर 'आप' को एक नोटिस भेजा है, जबकि इसी सरकार के गृह मंत्रालय ने वर्ष 2015 में अदालत में एक शपथपत्र दाखिल करके कहा था कि विदेशी चंदे के मामले में 'आप' का रिकॉर्ड बेदाग है. सच्चाई यह है कि वेदांता से नियमविरद्ध तरीके से चंदा लेने के मामले में खुद भाजपा और कांग्रेस के दामन दागदार है, मगर वे दोनों कानून को बदलकर बच निकलीं. उन्होंने कहा कि कश्मीर आतंकवाद से और छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से परेशान है लेकिन केन्द्र की प्राथमिकता इन दोनों को खत्म करने के बजाय ‘आप’ का खात्मा करने की है. मालूम हो कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को शुक्रवार को एक नोटिस जारी करके कहा था कि वह खुद को मिले विदेशी चंदे का विस्तृत विवरण पेश करे. केंद्र को शक है कि आप ने विदेशी चंदा हासिल करने के लिए नियमों का उल्लंघन किया है. सिंह ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बदहाली की पराकाष्ठा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में राज्य की भाजपा सरकार पूर्ववर्ती सपा सरकार की 'पार्ट-टू' की तरह काम कर रही है. पिछली ही सरकार की तरह टोल प्लाजा पर भाजपा विधायक मारपीट कर रहे हैं. पुलिस पर हमले हो रहे हैं.टिप्पणियां उत्तर प्रदेश में जल्द ही होने वाले स्थानीय निकाय के चुनावों के लिए पूर्वांचल और अवध क्षेत्र के 42 जिलों के पार्टी पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने आये ‘आप’ प्रवक्ता ने कहा कि अब उनकी पार्टी का फोकस उत्तर प्रदेश पर है. गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी बाद में फैसला करेगी. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी स्थानीय निकायों की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के बजाय उन सीटों पर ही मैदान में उतरेगी, जहां संगठन सबसे मजबूत है. वे सीटें कौन-कौन सी होंगी, इसका फैसला जिला संयोजक करेंगे. वार्ड प्रत्याशियों के चयन के लिए आवेदन मांगने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सिंह ने बताया कि प्रदेश के ज्यादातर नगर निगमों और नगर पालिकाओं पर भाजपा का शासन है और उसने इन निकायों को भ्रष्टाचार का गढ़ बना दिया है. 'आप' ने लखनऊ नगर निगम में करोड़ों रपये के घोटाले उजागर किए हैं. ऐसे लगभग सभी शासी निकायों में यही हाल है. 'आप' इसे मुद्दा बनाएगी. उन्होंने बताया कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर जल्द ही 'घोषणापत्र' जारी करेगी. उन्होंने कहा कि कश्मीर आतंकवाद से और छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से परेशान है लेकिन केन्द्र की प्राथमिकता इन दोनों को खत्म करने के बजाय ‘आप’ का खात्मा करने की है. मालूम हो कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को शुक्रवार को एक नोटिस जारी करके कहा था कि वह खुद को मिले विदेशी चंदे का विस्तृत विवरण पेश करे. केंद्र को शक है कि आप ने विदेशी चंदा हासिल करने के लिए नियमों का उल्लंघन किया है. सिंह ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बदहाली की पराकाष्ठा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में राज्य की भाजपा सरकार पूर्ववर्ती सपा सरकार की 'पार्ट-टू' की तरह काम कर रही है. पिछली ही सरकार की तरह टोल प्लाजा पर भाजपा विधायक मारपीट कर रहे हैं. पुलिस पर हमले हो रहे हैं.टिप्पणियां उत्तर प्रदेश में जल्द ही होने वाले स्थानीय निकाय के चुनावों के लिए पूर्वांचल और अवध क्षेत्र के 42 जिलों के पार्टी पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने आये ‘आप’ प्रवक्ता ने कहा कि अब उनकी पार्टी का फोकस उत्तर प्रदेश पर है. गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी बाद में फैसला करेगी. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी स्थानीय निकायों की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के बजाय उन सीटों पर ही मैदान में उतरेगी, जहां संगठन सबसे मजबूत है. वे सीटें कौन-कौन सी होंगी, इसका फैसला जिला संयोजक करेंगे. वार्ड प्रत्याशियों के चयन के लिए आवेदन मांगने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सिंह ने बताया कि प्रदेश के ज्यादातर नगर निगमों और नगर पालिकाओं पर भाजपा का शासन है और उसने इन निकायों को भ्रष्टाचार का गढ़ बना दिया है. 'आप' ने लखनऊ नगर निगम में करोड़ों रपये के घोटाले उजागर किए हैं. ऐसे लगभग सभी शासी निकायों में यही हाल है. 'आप' इसे मुद्दा बनाएगी. उन्होंने बताया कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर जल्द ही 'घोषणापत्र' जारी करेगी. सिंह ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बदहाली की पराकाष्ठा होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में राज्य की भाजपा सरकार पूर्ववर्ती सपा सरकार की 'पार्ट-टू' की तरह काम कर रही है. पिछली ही सरकार की तरह टोल प्लाजा पर भाजपा विधायक मारपीट कर रहे हैं. पुलिस पर हमले हो रहे हैं.टिप्पणियां उत्तर प्रदेश में जल्द ही होने वाले स्थानीय निकाय के चुनावों के लिए पूर्वांचल और अवध क्षेत्र के 42 जिलों के पार्टी पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने आये ‘आप’ प्रवक्ता ने कहा कि अब उनकी पार्टी का फोकस उत्तर प्रदेश पर है. गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी बाद में फैसला करेगी. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी स्थानीय निकायों की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के बजाय उन सीटों पर ही मैदान में उतरेगी, जहां संगठन सबसे मजबूत है. वे सीटें कौन-कौन सी होंगी, इसका फैसला जिला संयोजक करेंगे. वार्ड प्रत्याशियों के चयन के लिए आवेदन मांगने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सिंह ने बताया कि प्रदेश के ज्यादातर नगर निगमों और नगर पालिकाओं पर भाजपा का शासन है और उसने इन निकायों को भ्रष्टाचार का गढ़ बना दिया है. 'आप' ने लखनऊ नगर निगम में करोड़ों रपये के घोटाले उजागर किए हैं. ऐसे लगभग सभी शासी निकायों में यही हाल है. 'आप' इसे मुद्दा बनाएगी. उन्होंने बताया कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर जल्द ही 'घोषणापत्र' जारी करेगी. उत्तर प्रदेश में जल्द ही होने वाले स्थानीय निकाय के चुनावों के लिए पूर्वांचल और अवध क्षेत्र के 42 जिलों के पार्टी पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने आये ‘आप’ प्रवक्ता ने कहा कि अब उनकी पार्टी का फोकस उत्तर प्रदेश पर है. गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी बाद में फैसला करेगी. उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी स्थानीय निकायों की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के बजाय उन सीटों पर ही मैदान में उतरेगी, जहां संगठन सबसे मजबूत है. वे सीटें कौन-कौन सी होंगी, इसका फैसला जिला संयोजक करेंगे. वार्ड प्रत्याशियों के चयन के लिए आवेदन मांगने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. सिंह ने बताया कि प्रदेश के ज्यादातर नगर निगमों और नगर पालिकाओं पर भाजपा का शासन है और उसने इन निकायों को भ्रष्टाचार का गढ़ बना दिया है. 'आप' ने लखनऊ नगर निगम में करोड़ों रपये के घोटाले उजागर किए हैं. ऐसे लगभग सभी शासी निकायों में यही हाल है. 'आप' इसे मुद्दा बनाएगी. उन्होंने बताया कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर जल्द ही 'घोषणापत्र' जारी करेगी. सिंह ने बताया कि प्रदेश के ज्यादातर नगर निगमों और नगर पालिकाओं पर भाजपा का शासन है और उसने इन निकायों को भ्रष्टाचार का गढ़ बना दिया है. 'आप' ने लखनऊ नगर निगम में करोड़ों रपये के घोटाले उजागर किए हैं. ऐसे लगभग सभी शासी निकायों में यही हाल है. 'आप' इसे मुद्दा बनाएगी. उन्होंने बताया कि पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर जल्द ही 'घोषणापत्र' जारी करेगी.
बिहार में विधानसभा चुनाव अब करीब दो महीने ही दूर है. चुनाव की तैयारियां और राजनीतिक घमासान अपने जोर पर है. लेकिन शीर्ष तीन दलों के चार दिग्गज इस बार चुनाव नहीं होंगे. सीएम नीतीश कुमार, पूर्व सीएम लालू प्रसाद और राबड़ी देवी समेत बीजेपी के सुशील कुमार मोदी चुनाव में कहीं से प्रत्याशी नहीं होंगे. बात प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हो या दो पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की, सभी किसी न किसी कारण से चुनाव मैदान से दूर रहने वाले हैं. जबकि बिहार में बीजेपी के सिपहसालार सुशील मोदी भी विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने की इच्छा नहीं रखते हैं. कानूनी दांव में उलझी सियासत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद का राजनीतिक भविष्य पर कोर्ट-कचहरी का पहरा लगा है. अदालत ने अक्टूबर 2013 में लालू प्रसाद पर छह साल के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है. मामला चारा घोटाले का है, वहीं उनकी पत्नी को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी स्पष्ट कर चुकी हैं कि उनकी इच्छा सत्ता की बागडोर संभालने में सियासत में नहीं है. राबड़ी के ऐसा कहने के पीछे परिवार की नई पीढ़ी के लिए रास्ता सुगम बनाने की बात सामने आ रही है. आरजेडी सूत्रों की माने तो लालू-राबड़ी अपने दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी के अलावा बेटी मीसा भारती को पार्टी का सियासी चेहरा बनाना चाहते हैं. राबड़ी देवी जुलाई 1997 से मार्च 2005 तक राज्य की मुख्यमंत्री रही हैं. वह अभी विधान परिषद की सदस्य हैं. नीतीश ने भी पीछे खींचे हाथ प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. अपने 30 साल के राजनीतिक करियर में नीतीश सिर्फ एक बार चुनाव जीतने में सफल रहे हैं. हालांकि वह 1985 का दौर था, जब इंदिरा गांधी के खि‍लाफ लहर ने जनता परिवार के फसल को लहलहाने का काम किया था. नीतीश उसके बाद से या तो सांसद रहे हैं या फिर विधान परिषद के सदस्य. हालांकि, जेडीयू में उनके करीबी कहते हैं, 'नीतीश जी किसी एक क्षेत्र से चुनाव क्यों लड़ेंगे, जबकि वो पूरे बिहार के नेता हैं. वैसे भी उनकी एमएलसी की सदस्यता 2018 में खत्म हो रही है, ऐसे में विधानसभा चुनाव लड़ने का कोई औचित्य नहीं जान पड़ता.' सुशील मोदी का कंफर्ट जोन राज्य में बीजेपी के सबसे बड़े नेता माने जाने वाले सुशील मोदी का किस्सा भी नीतीश कुमार से जुदा नहीं है. वह भी विधान परिषद के सदस्य हैं और उनका कार्यकाल भी 2018 में समाप्त होने वाला है. हालांकि, समर्थक चाहते हैं कि सुशील मोदी अपने पुराने विधानसभा क्षेत्र पटना सेंट्रल से चुनाव लड़ें, लेकिन बीजेपी नेता ने इस ओर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई. एक बार उन्होंने खुद कहा था, 'मैं बतौर एमएलसी ज्यादा सहुलियत महसूस करता हूं. जब आप विधायक बनते हैं तो वोटरों की समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है. इसका कोई अंत नहीं है. जबकि बतौर एमएलसी आप रूटीन की चीजों से बचते हैं और अपनी ऊर्जा को और सकारात्मक कार्यों में खर्च करते हैं.'
I have made a movie inspired by the life of Vijay Mallya, and Govinda is in the main lead, audiences will be surprised to see his new avataar. The movie will be completely entertaining: Pahlaj Nihalani, producer & director pic.twitter.com/prYo6ZqQUK
यूपी की योगी सरकार के लगातार एक्शन में रहने का नतीजा अब सभी विभागों पर दिख रहा है. पुलिस महकमे में भी योगी सरकार के फैसले का असर दिख रहा है. प्रदेश में बड़े पैमाने पर दागी पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया गया है. मंगलवार शाम को यूपी पुलिस के कुल 626 पुलिस कर्मियों का ट्रांसफर किया गया. प्रदेश में प्रशासन व्यवस्था को चुस्त- दुरुस्त बनाने के लिए योगी सरकार बड़े पैमाने पर तबादले कर रही है. यूपी पुलिस से हासिल जानकारी के मुताबिक कॉन्स्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक के 338 पुलिस वालों को ज़ोन और रेंज से हटाया गया है. इसी प्रकार 288 को मुख्यालय स्तर से हटाकर दूसरी जगहों पर भेज दिया गया है. ये 338 पुलिसकर्मी ऐसे हैं जिनपर अपने इलाके में अपराधियों के साथ साठ- गांठ करने, अपने रिश्तेदारों के नाम पर इलाके में कारोबार करने, वर्दी के नाम परिवार को फायदा पंहुचाने का अरोप है. कुछ पुलिस वालों के खिलाफ जांच चल रही है तो कुछ को गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर हटाया गया है. मंगलवार की सुबह ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सूबे के 41 आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं. यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद योगी सरकार का दूसरा सबसे बड़ा फेरबदल है. इस फेरबदल के तहत योगेश शुक्ला को राज्य संपत्ति अधिकारी बनाया गया है, जबकि राजीव रौतेला को गोरखपुर का जिला अधिकारी बनाया गया है. इससे पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रशासनिक महकमे में बड़ा फेरबदल करते हुए 20 आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए थे.
उधर, दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में बीजेपी और आरएसएस की बैठक सोमवार से चल रही है जो गुरुवार तक चलेगी.   इसमें पार्टी के आला नेताओं के अलावा केंद्रीय मंत्री और संघ के लोग हिस्सा ले रहे हैं. माना जा रहा है कि इसमें सरकार के कामकाज की समीक्षा और आगे के लिए रणनीति तय होगी.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान के प्रमुख नागरिक और सैन्य अधिकारियों द्वारा दिए गए इस्लामाबाद की यात्रा के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. बीबीसी उर्दू की गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति के उप प्रवक्ता दावा खान मिनापाल ने बताया कि गनी ने पाकिस्तान के प्रमुख अधिकारियों द्वारा इस्लामाबाद की यात्रा के लिए दिए गए निमंत्रण को नामंजूर कर दिया है. अधिकारियों से राष्ट्रपति ने कहा कि वह तब तक पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेंगे, जब तक कि वह अफगानिस्तान में आतंकी हमलों के दोषियों को अफगानिस्तान को नहीं सौंप देता. पिछले हफ्ते पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार और राष्ट्रीय असेम्बली के स्पीकर अयाज सादिक ने राष्ट्रपति गनी से मुलाकात की थी और उन्हें पाकिस्तान की यात्रा का निमंत्रण दिया था. मिनापाल के मुताबिक, गनी ने कहा कि मैं पाकिस्तान तब तक नहीं जाऊंगा जब तक मजार-ए-शरीफ, काबुल में अमेरिकन यूनिवर्सिटी और कंधार हमले में शामिल आतंकियों को पाकिस्तान अफगान अधिकारियों को नहीं सौंप देता और अपनी धरती पर अफगान तालिबान के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं करता. बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान के अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति ने आईएसआई प्रमुख से मुलाकात के दौरान अफगानिस्तान में हाल में हुए हमलों से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत किए थे और पाकिस्तान से इनमें शामिल आतंकियों को अफगान अधिकारियों की सौंपने का आग्रह किया था. काबुल लंबे समय से अफगानिस्तान में हमलों के लिए पाकिस्तान की धरती पर पनाह लिए आतंकियों के बारे में शिकायत करता रहा है लेकिन, पाकिस्तान इनको खारिज करता आया है. पिछले हफ्ते पाकिस्तान के तीन प्रतिनिधिमंडलों ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात के लिए काबुल की यात्रा की थी. अफगानिस्तानी राष्ट्रपति द्वारा पाकिस्तान की यात्रा से इनकार करने पर पाकिस्तान के विदेश विभाग और सैन्य नेतृत्व की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
एफटीआईआई के चेयरमैन पद पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति, उससे उपजे विरोध प्रदर्शन और मंगलवार रात 5 छात्रों की गिरफ्तारी के बाद संस्थान के डायरेक्टर प्रशांत पाठराबे ने पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने एफटीआईआई छात्रों पर ड्रामा रचने और उन्हें अवैध रूप से बंदी बनाने के आरोप लगाए. बुधवार को पुणे में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, '6 लोगों को आने के लिए कहा गया था, लेकिन 40-50 लोग जबरदस्ती आ गए. मेरे पास उनसे बात करने के सिवा कोई चारा नहीं था.' After the discussion on the agenda of assessment, when I told them my decision, they said we will not allow you to go: P Pathrabe — ANI (@ANI_news) August 19, 2015 उन्होंने आरोप लगाया, 'मुझे छात्रों ने सोमवार रात 8-10 घंटों तक जबरदस्ती कैद में रखा. यह सब कुछ पहले से तय था ताकि डायरेक्टर और संस्थान को गलत रूप में पेश किया जा सके. मुझे समझ नहीं आता कि ऐसे लोगों को 'छात्र' कैसे कहा जा सकता है. वे पूरा ड्रामा करना चाहते थे. सब कुछ पहले से तय था.' Initially for couple of hours I refused to call police,but even after 4-5 hrs,they didnt give in,I had no choice but to call police:Pathrabe — ANI (@ANI_news) August 19, 2015 उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के शुरुआती दो घंटों तक उन्होंने पुलिस नहीं बुलाई. लेकिन 4-5 घंटे बीतने के बाद मेरे पास कोई और चारा नहीं बचा. I am still in a state of mental shock and it will take me a couple of days to come to normal: Prashant Pathrabe pic.twitter.com/yD5Cocdqkr — ANI (@ANI_news) August 19, 2015 उन्होंने कहा, 'जब पुलिस आई तो वहां अफरातफरी मच गई. उन्होंने टेलीफोन और फर्नीचर तोड़ डाला. ऑफिस सील कर दिया गया. उन्होंने मुझे ब्लॉक करने के लिए चेन बनाई. मुझे मौखिक तौर पर प्रताड़ित किया गया.' उन्होंने कहा कि घटना के बाद से वह हैरान हैं और उन्हें नॉर्मन होने में कम से कम दो दिन लगेंगे.
आप इंग्लिश के कई ऐसे शब्दों को बोलते वक्त कंफ्यूज तो नहीं होते जो बोलने में एक जैसे लगते हैं और उनकी स्पेलिंग भी सेम होती है, लेकिन उनके अर्थ अलग-अलग होते हैं. इंग्लिश के ऐसे शब्‍द जिनकी स्‍पेलिंग, उच्‍चारण्‍ा में कोई फर्क नहीं होता, लेकिन उनके दो मतलब होते हैं, उन्‍हें Homonyms कहते हैं. इन शब्‍दों का इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है. [if gte mso 9]><xml> <w:WordDocument> <w:View>Normal</w:View> <w:Zoom>0</w:Zoom> <w:PunctuationKerning/> <w:ValidateAgainstSchemas/> <w:SaveIfXMLInvalid>false</w:SaveIfXMLInvalid> <w:IgnoreMixedContent>false</w:IgnoreMixedContent> <w:AlwaysShowPlaceholderText>false</w:AlwaysShowPlaceholderText> <w:Compatibility> <w:BreakWrappedTables/> <w:SnapToGridInCell/> <w:WrapTextWithPunct/> <w:UseAsianBreakRules/> <w:DontGrowAutofit/> </w:Compatibility> <w:BrowserLevel>MicrosoftInternetExplorer4</w:BrowserLevel> </w:WordDocument></xml><![endif] Book किताब ( noun) सुरक्षित कर लेना ( verb ) Bank बैंक ( noun) किनारा ( noun) Box डिब्‍बा ( noun) तमाचा मारना ( verb ) Change छोटे सिक्के ( noun) बदल जाना ( verb ) Clear मुक्‍त ( noun) स्‍पष्‍ट करना ( verb ) Close अंत ( noun) नजदीक ( verb ) Command काबू करना ( noun) आदेश ( adjective) Cool ठंडा ( noun) उदासीन ( verb ) Dust धूल ( noun) साफ करना ( verb ) Employ नौकरी ( noun) काम में लेना ( verb ) Flat मंजिल ( noun) सीधा रखना ( adverb ) Glass शीशा , आईना ( noun) कांच लगाना ( verb ) Grave समाधि ( noun) प्रभाव डालना ( verb ) Groom दूल्‍हा ( noun) तैयार करना ( verb ) Jam अचार ( noun) अटक जाना ( verb ) Key कुंजी ( noun) संकेत ( verb ) Kind जाति ( noun) दयालु ( verb ) Long लंबा ( noun) तरसना ( verb ) Match युद्ध ( noun) बराबर करना ( verb ) Order नियम ( noun) आदेश ( verb ) Resume सारांश ( noun) फिर लेना ( verb ) Rose गुलाब ( noun) गुलाबी रंग ( adjective) Seal प्रतिज्ञा ( noun) बंद करना ( verb ) Show अवसर ( noun) जाहिर क‍रना ( verb ) Sign निशान ( noun) हस्‍ताक्षर ( verb ) [if gte mso 9]><xml> <w:LatentStyles DefLockedState="false" LatentStyleCount="156"> </w:LatentStyles></xml><![endif] [if gte mso 10]><style> /* Style Definitions */ table.MsoNormalTable {mso-style-name:"Table Normal"; mso-tstyle-rowband-size:0; mso-tstyle-colband-size:0; mso-style-noshow:yes; mso-style-parent:""; mso-padding-alt:0in 5.4pt 0in 5.4pt; mso-para-margin:0in; mso-para-margin-bottom:.0001pt; mso-pagination:widow-orphan; font-size:10.0pt; font-family:"Times New Roman"; mso-ansi-language:#0400; mso-fareast-language:#0400; mso-bidi-language:#0400;}table.MsoTableGrid {mso-style-name:"Table Grid"; mso-tstyle-rowband-size:0; mso-tstyle-colband-size:0; border:solid windowtext 1.0pt; mso-border-alt:solid windowtext .5pt; mso-padding-alt:0in 5.4pt 0in 5.4pt; mso-border-insideh:.5pt solid windowtext; mso-border-insidev:.5pt solid windowtext; mso-para-margin:0in; mso-para-margin-bottom:.0001pt; mso-pagination:widow-orphan; font-size:10.0pt; font-family:"Times New Roman"; mso-ansi-language:#0400; mso-fareast-language:#0400; mso-bidi-language:#0400;}</style><![endif]
यह लेख है: मुलायम सिंह यादव, समाजवादी पार्टी के चुनावी अभियान में शामिल होंगे या नहीं, इसे लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है लेकिन इस बीच लोकदल ने जरूर अखिलेश के पिता को अपने स्टार प्रचारक की लिस्ट में जगह दे दी है. एक तरफ मुलायम इस उहापोह में है कि वह अपने बेटे अखिलेश के लिए चुनावी अभियान में प्रचारक की तरह नज़र आएंगे या नहीं. एक दिन उन्होंने कहा कि वह प्रचार नहीं करेंगे, वहीं दूसरे ही दिन उन्होंने यू टर्न लेते हुए कहा कि वह प्रचार करेंगे. ऐसे में लोकदल ने मुलायम को अपने टॉप प्रचारक की लिस्ट में जगह दे दी है.टिप्पणियां गौरतलब है कि मुलायम सिंह, सपा और कांग्रेस के गठबंधन से खुश नहीं थे. इसी वजह से उन्होंने नाराज़गी जताते हुए अभियान में शामिल न होने की भी बात कही क्योंकि उन्हें लगता है कि सपा अकेले ही 403 में 300 सीटें ला सकती है. इधर लोकदल ने अपने 14 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी जिसमें उन्होंने मुलायम का नाम सबसे ऊपर रखा है जिनके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह का नाम है. लिस्ट में अभिनेता राजपाल यादव और मार्कंडेय देशपांडे का नाम भी शामिल है. लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि 'हमें उम्मीद है कि नेताजी हमारे उम्मीदवारों के लिए अभियान करेंगे. वो हमारी पार्टी के साथ थे और वह सच्चे समाजवादी हैं और इसलिए हम अभियान में उनकी तस्वीर का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.' गौरतलब है कि मुलायम सिंह, सपा और कांग्रेस के गठबंधन से खुश नहीं थे. इसी वजह से उन्होंने नाराज़गी जताते हुए अभियान में शामिल न होने की भी बात कही क्योंकि उन्हें लगता है कि सपा अकेले ही 403 में 300 सीटें ला सकती है. इधर लोकदल ने अपने 14 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी जिसमें उन्होंने मुलायम का नाम सबसे ऊपर रखा है जिनके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह का नाम है. लिस्ट में अभिनेता राजपाल यादव और मार्कंडेय देशपांडे का नाम भी शामिल है. लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि 'हमें उम्मीद है कि नेताजी हमारे उम्मीदवारों के लिए अभियान करेंगे. वो हमारी पार्टी के साथ थे और वह सच्चे समाजवादी हैं और इसलिए हम अभियान में उनकी तस्वीर का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.' लिस्ट में अभिनेता राजपाल यादव और मार्कंडेय देशपांडे का नाम भी शामिल है. लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि 'हमें उम्मीद है कि नेताजी हमारे उम्मीदवारों के लिए अभियान करेंगे. वो हमारी पार्टी के साथ थे और वह सच्चे समाजवादी हैं और इसलिए हम अभियान में उनकी तस्वीर का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.'
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने मुस्लिम लेग स्पिनर फवद अहमद का वीबी ब्रांड का बीयर ‘लोगो’ नहीं पहनने का आग्रह मान लिया है। पाकिस्तान में जन्में अहमद जुलाई में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बने थे, इंग्लैंड के खिलाफ पिछले हफ्ते के टी-20 मैचों में अपने अंतरराष्ट्रीय आगाज के दौरान उनकी शर्ट पर बीयर ब्रांड का लोगो नहीं था।टिप्पणियां क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी परिचालन महाप्रबंधक माइक मैकेना ने कहा कि इस खिलाड़ी ने जून में ब्रिटेन में ऑस्ट्रेलिया ए दौरे के लिए चुने जाने के बाद यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा, फवद ने अपने धार्मिक विश्वास के कारण बीयर का लोगो पहनने में असहजता जतायी थी। उन्होंने कहा, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और कार्लटन यूनाईटेड ब्रेवरीज फवद के व्यक्तिगत विश्वास का सम्मान करते हैं और उन्होंने ब्रांड के लोगो के बिना वाली शर्ट पहनने के आग्राह पर सहमति जता दी है। पाकिस्तान में जन्में अहमद जुलाई में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बने थे, इंग्लैंड के खिलाफ पिछले हफ्ते के टी-20 मैचों में अपने अंतरराष्ट्रीय आगाज के दौरान उनकी शर्ट पर बीयर ब्रांड का लोगो नहीं था।टिप्पणियां क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी परिचालन महाप्रबंधक माइक मैकेना ने कहा कि इस खिलाड़ी ने जून में ब्रिटेन में ऑस्ट्रेलिया ए दौरे के लिए चुने जाने के बाद यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा, फवद ने अपने धार्मिक विश्वास के कारण बीयर का लोगो पहनने में असहजता जतायी थी। उन्होंने कहा, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और कार्लटन यूनाईटेड ब्रेवरीज फवद के व्यक्तिगत विश्वास का सम्मान करते हैं और उन्होंने ब्रांड के लोगो के बिना वाली शर्ट पहनने के आग्राह पर सहमति जता दी है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी परिचालन महाप्रबंधक माइक मैकेना ने कहा कि इस खिलाड़ी ने जून में ब्रिटेन में ऑस्ट्रेलिया ए दौरे के लिए चुने जाने के बाद यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा, फवद ने अपने धार्मिक विश्वास के कारण बीयर का लोगो पहनने में असहजता जतायी थी। उन्होंने कहा, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और कार्लटन यूनाईटेड ब्रेवरीज फवद के व्यक्तिगत विश्वास का सम्मान करते हैं और उन्होंने ब्रांड के लोगो के बिना वाली शर्ट पहनने के आग्राह पर सहमति जता दी है। उन्होंने कहा, फवद ने अपने धार्मिक विश्वास के कारण बीयर का लोगो पहनने में असहजता जतायी थी। उन्होंने कहा, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और कार्लटन यूनाईटेड ब्रेवरीज फवद के व्यक्तिगत विश्वास का सम्मान करते हैं और उन्होंने ब्रांड के लोगो के बिना वाली शर्ट पहनने के आग्राह पर सहमति जता दी है।
पीएम मोदी ने कहा, 'जिसे लाभ नहीं मिला वो भी ये बात करता था कि उस व्यक्ति को लाभ मिल गया है अब मुझे भी मिलने वाला है. इस विश्वास की एक अहम विशेषता है. इतने बड़े जनादेश को कुछ लोग ये कह दें कि आप तो चुनाव जीत गए लेकिन देश चुनाव हार गया. मैं समझता हूं कि इससे बड़ा भारत के लोकतंत्र और जनता जनार्दन का कोई अपमान नहीं हो सकता. मैं पूछना चाहूंगा कि क्या वायनाड में हिंदुस्तान हार गया क्या? क्या रायबरेली में हिन्दुस्तान हार गया?'  पीएम ने कहा, 'जब स्वयं पर भरोसा नहीं होता है, सामर्थ्य का अभाव होता है, तब फिर बहाने ढूंढे जाते हैं. आत्मचिंतन करने और अपनी गलतियों को स्वीकारने की जिनकी तैयारी नहीं होती वो फिर EVM पर ठीकरा फोड़ते हैं. जिससे अपने साथियों को बताया जाये कि देखो देखो हम तो EVM के कारण हारे. इस चुनाव की एक विशेषता है कि ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ, साउथ सभी कोने से बहुमत के साथ बीजेपी और एनडीए जीतकर आया हैं. जो हार गए हैं, जिनके सपने चूर-चूर हो गए वो मतदाताओं का अभिनंदन नहीं कर सकते होंगे. मैं मतदाताओं का सिर झुकाकर कोटि-कोटि अभिनंदन करता हूं.' पीएम ने कहा, 'कभी सदन में हम भी 2 रह गए थे. हमको 2 या 3 बस, कहकर बार-बार हमारा मजाक उड़ाया जाता था. लेकिन हमें कार्यकर्ताओं पर भरोसा था, देश की जनता पर भरोसा था. हममें परिश्रम करने की पराकाष्ठा थी और इससे हमने फिर से पार्टी को खड़ा किया. हमने ईवीएम पर दोष नहीं दिया था. कांग्रेस की कुछ न कुछ ऐसी समस्या है कि ये विजय को भी नहीं पचा पाते और 2014 के बाद से मैं देख रहा हूं कि ये पराजय को भी स्वीकार नहीं कर पाते. चुनाव प्रक्रिया में सुधार होते रहे हैं और होते रहने चाहिए. खुले मन से इस पर चर्चा होनी चाहिए. लेकिन बिना चर्चा के ये कह देना कि हम एक देश-एक चुनाव के पक्ष में नहीं हैं, कम से कम चर्चा तो करनी चाहिए. ये समय की मांग है कि देश में कम से कम मतदाता सूची तो एक हो.' पीएम ने कहा, 'आपको पुराना इंडिया चाहिए, जहां पत्रकार वार्ता में कैबिनेट के निर्णय को फाड़ दिया जाए, जहां पूरी नौसेना को सैर सपाटे के लिए इस्तेमाल लिया जाए. जहां जल थल और नभ हर जगह घोटाले ही घोटाले हों. लेकिन देश की जनता हिन्दुस्तान को पुराने दौर में ले जाने के लिए कतई तैयार नहीं है. देश की जनता अपने सपनों के अनुरूप नए भारत की प्रतीक्षा कर रही है और हम सभी को सामूहिक प्रयासों से सामान्य मानवी के सपनों को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'मैं हैरान हूं कि नकारात्मकता और विरोधाभास इस हद तक गया कि शौचालय, स्वच्छता, जनधन, योग का कार्यक्रम और यहां तक की मेक इन इंडिया का भी मजाक उड़ाया गया. हर चीज में देश ने नकारात्मकता को भली-भांति देखा गया है. क्या हमें वो ओल्ड इंडिया चाहिए जो टुकड़े-टुकड़े गैंग को सपोर्ट करने के लिए पहुंच जाए. जहां  इंस्पेक्टर राज हो, जहां इंटरव्यू के नाम पर भ्रष्टाचार हो. देश की जनता हिंदुस्तान को पुराने दौर में ले जाने के लिए कतई तैयार नहीं हैं.' पीएम ने कहा, 'सबका साथ सबका विकास का मंत्र लेकर हम चले थे लेकिन 5 साल के हमारे कार्यकाल को देखकर देश की जनता ने उसमें सबका विश्वास रुपी अमृत जोड़ा है. लेकिन आजाद साहब को कुछ धुंधला नजर आ रहा है, जब तक राजनीतिक चश्मे से सब देखा जायेगा तो धुंधला ही नजर आएगा और इसलिए अगर हम राजनीतिक चश्में उतारकर हम देखेंगे तो देश का भविष्य नजर आएगा. शायद इसीलिए ग़ालिब ने कहा था कि ताउम्र ग़ालिब ये भूल करता रहा, ताउम्र ग़ालिब ये भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और मैं आइना साफ़ करता रहा' पीएम ने कहा, 'हमारा मानना है कि सरदार साहब अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो शायद आज देश में जम्मू-कश्मीर की समस्या नहीं होती, हिंदुस्तान के गांवों की आज जो जद्दोजहद है वो भी न होती. सरदार साहब को कांग्रेस ने देश का पहला गृहमंत्री बनाया था, वो पक्के कांग्रेसी थे. लेकिन मैं हैरान हूं कि जब गुजरात में चुनाव होते हैं तो वो कांग्रेस के पोस्टर में नजर आते हैं, लेकिन देश भर में कहीं नजर नहीं आते. एनआरसी का क्रेडिट कांग्रेस को भी लेनी चाहिए. राजीव गांधी सरकार ने असम एकॉर्ड में एनआरसी को स्वीकार किया था. हमें सुप्रीम कोर्ट ने आदेश किया तो हम उसे लागू कर रहे हैं. आप भी क्रेडिट लीजिए न. वोट भी लेना है और क्रेडिट भी नहीं लेना. आधा बोलना और आधा न बोलना ऐसा न कीजिए.' पीएम ने कहा, 'सरदार साहब के सम्मान में हमने जो स्टेचू ऑफ यूनिटी बनाया हैं, मैं आग्रह करूंगा कि कांग्रेस के सबसे बड़े नेता एक बार तो वहां जाकर श्रद्धा सुमन अर्पित करके आएं. मैं गुलाम नबी जी से भी अनुरोध करूंगा 'कुछ दिन तो गुजारिये गुजरात में'. आयुष्मान भारत योजना की ताकत हर उस सांसद को पता है जिसने अपने इलाके के गरीब के इलाज के लिए प्रधानमंत्री को कभी चिठ्ठी लिखी हो. अब चिठ्ठी नहीं लिखनी पड़ती. क्योंकि आयुष्मान भारत योजना से गरीबों को फायदा मिल रहा है. प्रधानमंत्री कार्यालय जाने की अब जरूरत नहीं है.'
बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन की मचअवेटेड फिल्म सुपर 30 जल्द ही रिलीज होने जा रही है. फिल्म रिलीज से पहले ऋतिक रोशन अपनी फिल्म को प्रमोट करने की तैयारी में जुट गए हैं. ऋतिक रोशन सबसे पहले कलर्स के डांस रियलिटी शो डांस दीवाने में अपनी फिल्म का प्रमोशन करते हुए नजर आएंगे. रिपोर्ट्स की मानें तो ऋतिक रोशन डांस दीवाने के सेट पर माधुरी दीक्षित संग शाहरुख खान की फिल्म कोयला के आइकॉनिक सॉन्ग 'घुंगटे में चंदा' को रीक्रिएट करते हुए दिखाई देंगे. बॉलीवुड के दो सुपर डांसर माधुरी दीक्षित और ऋतिक रोशन को एक साथ डांस करते हुए देखना दर्शकों के लिए भी काफी दिलचस्प होगा. इसके आलावा शो के कंटेस्टेंट भी ऋतिक रोशन को एक हाथ से पुश-अप करने के लिए चैलेंज करेंगे. View this post on Instagram Follow Now - @dance.deewane2 👈 . #dancedeewane #dancedeewane2 #dancedeewanedhamaka #madhuridixit #choreography #raghavjuyal #danceindia #raghav #remo #salmankhan #dd2challenge #shaktimohan #dancechallenge #bollywooddance #hiphop #indiandance #dance #birradhasherpa #sushantkhatri #piyushbhagat #dancer #dancehall #fanlove #breakdance #dancers #dancefloor #dancelife #india #dharmeshsir #danceparty A post shared by 🔵 DANCE DEEWANE 2 OFFICIAL (@dance.deewane2) on Jun 24, 2019 at 8:39am PDT बता दें कि शाहरुख खान और माधुरी दीक्षित स्टारर फिल्म कोयला को ऋतिक रोशन के पिता राकेश रोशन ने ही डायरेक्ट किया था.अपने पिता की आइकॉनिक फिल्म के आइकॉनिक गाने पर ऋतिक रोशन थिरकते हुए देखने के लिए ऑडियंस में भी काफी उत्साह है. वहीं, डांस दीवाने सीजन 2 को माधुरी दीक्षित के साथ धड़क फेम डायरेक्टर शशांक खेतान और कोरियोग्राफर तुषार कालिया भी जज कर रहे हैं. वहीं, पहले सीजन की तरह इस सीजन को भी टीवी एक्टर अर्जुन बिजलानी होस्ट कर रहे हैं. शो में अर्जुन और सभी जजों के बीच खास बॉन्डिंग देखते ही बनती है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 144.03 अंकों की गिरावट के साथ 22,484.93 पर और निफ्टी 43.20 अंकों की गिरावट के साथ 6,733.10 पर बंद हुआ। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 69.13 अंकों की तेजी के साथ 22,698.09 पर खुला और 144.03 अंकों यानी 0.64 फीसदी गिरावट के साथ 22,484.93 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 22,737.31 के ऊपरी और 22,416.24 के निचले स्तर को छुआ। सेंसेक्स के 30 में से 10 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। टीसीएस (4.06 फीसदी), विप्रो (3.71 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (2.34 फीसदी), भारती एयरटेल (0.85 फीसदी) और इंफोसिस (0.76 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (4.48 फीसदी), एक्सिस बैंक (3.32 फीसदी), एचडीएफसी (3.25 फीसदी), एसएसएलटी (3.14 फीसदी) और टाटा स्टील (2.79 फीसदी)।   नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 16.40 अंकों की तेजी के साथ 6,792.70 पर खुला और 43.20 अंकों यानी 0.64 फीसदी की गिरावट के साथ 6,733.10 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 6,813.40 के ऊपरी और 6,711.75 के निचले स्तर को छुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक और स्मॉलकैप सूचकांक में भी गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 26.47 अंकों की गिरावट के साथ 7,311.99 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 21.68 अंकों की गिरावट के साथ 7,501.50 पर बंद हुआ। बीएसई के 12 में से तीन सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (2.16 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.62 फीसदी) और तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.27 फीसदी) में तेजी दर्ज की गई।   बीएसई के रियल्टी (2.99 फीसदी), धातु (2.81 फीसदी), बैंकिंग (2.07 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.31 फीसदी) और वाहन (0.94 फीसदी) सेक्टरों में सर्वाधिक गिरावट रही। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 1,316 शेयरों में तेजी और 1,457 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 138 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
अभिनेता टाइगर श्रॉफ और अंग्रेजी फिल्म 'मैड मैक्स' के सुपरविलेन नैथन जोंस के बीच जल्द ही घमासान होने वाला है लेकिन असल जिंदगी में नहीं, फिल्मी पर्दे पर. निर्देशक रेमो डीसूजा इन दिनों टाइगर श्रॉफ के साथ अपनी अगली फिल्म 'फ्लाइंग जट्ट' की तैयारियों में जुटे हुए हैं और उन्होंने अंग्रेजी अखबार मुंबई मिरर को बताया, 'नैथन की बॉडी काफी अद्भुत है और सुपरविलेन के लिए परफेक्ट है. उसके पास सुपर पावर्स भी होगी और वो स्क्रिप्ट में एकदम फिट होते हैं.' खबर के अनुसार हॉलीवुड एक्टर नैथन जोंस अगले हफ्ते मुंबई आने वाले हैं. नैथन 7 फीट और लगभग 150 किलो वजन के हैं. अगले दो महीनों के लिए नैथन इस फिल्म का एक्शन सीक्वेंस शूट करेंगे. उनके लिए खासतौर से रहने के लिए एक कमरा तैयार किया गया है जहां 10 फीट का बैड होगा और कमरे की छत भी ज्यादा ऊंची रखी गयी है. नैथन के लिए एक अलग तरह की एसयूवी कार का इंतजाम किया गया है जिसकी अगली सीट को निकाल दिया गया है और नैथन आराम से उस चार में बैठकर शहर में ट्रेवल कर पाएंगे. रेमो ने कहा , 'हमने अपनी फिल्म में नैथन को लेने के लिए महीनों का इंतजार किया है और हम नहीं चाहते की उनके लिए कोई भी चीज अनुचित हो.' रेमो जल्द ही अपनी फिल्म की लीड जोड़ी टाइगर श्रॉफ और जैकलीन फर्नांडिस के साथ वर्कशॉप शुरू करने वाले हैं.
टिकटॉक तीसरा सबसे अधिक डाउनलोड किया जाने वाला गैर-गेमिंग ऐप भारत में सबसे अधिक लोग टिकटॉक ऐप का करते हैं इस्‍तेमाल सोशल मीडिया पर टिकटॉक ऐप का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. दरअसल, इस ऐप के जरिए लोगों को पॉपुलैरिटी तो मिल रही है, इसके साथ ही यह एंटरटेनमेंट का एक अच्‍छा प्‍लेटफॉर्म भी बन चुका है. यही वजह है कि लोग टिकटॉक ऐप को पसंद कर रहे हैं. हालांकि अब इस ऐप से टिकटॉक यूजर्स को कमाई के भी मौके मिलने लगे हैं. आइए जानते हैं कि आखिर कैसे.. दरअसल, कई बड़ी कंपनियां या ब्रांड अब टिकटॉक प्‍लेटफॉर्म से जुड़कर यूजर्स को कमाने का मौका दे रही हैं. हाल ही में मोबाइल फोन ब्रांड itel ने TikTok पर एक सोशल मीडिया अभियान शुरू किया था. इसे जबरदस्‍त सफलता मिली है. इस अभियान के तहत टिकटॉक यूजर्स को जरूरी टैग का उपयोग करते हुए itel के लिए बनाए गए सॉन्‍ग पर परफॉर्म कर वीडियो अपलोड करना था. इसके बदले में itel ने यूजर्स को भुगतान भी किया है. इसी तरह Amazfit, Moov और Bingo जैसी कंपनियां या ब्रांड अलग-अलग अभियान के तहत यूजर्स को कमाई करने का मौका दे रही हैं. जरूरी है ये शर्त हालांकि कमाई के लिए टिकटॉक यूजर के फॉलोअर्स की संख्‍या ज्‍यादा से ज्‍यादा होना जरूरी है. इसके बाद ही कोई भी कंपनी अपने ब्रांड के प्रचार के लिए टिकटॉक यूजर्स से संपर्क करती हैं. कंपनियां टिकटॉक यूजर्स से अपने ब्रांड के लिए परफॉर्म कर वीडियो अपलोड करने को कह रही हैं. इसके बदले में ये कंपनियां टिकटॉक यूजर्स को अच्‍छी खासी रकम भुगतान कर रही हैं. वहीं अगर आप एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं, तो भी आपको प्राथमिकता मिलेगी. माइंडशिफ्ट इंटरएक्टिव के सीईओ जफर रईस की मानें तो टिकटॉक पर जिस यूजर के 1 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं वो ज्‍यादा प्रभावी हो सकते हैं. इसके अलावा कंपनियां उन यूजर्स की भी तलाश करते हैं जो अपने ब्रांड का खुद प्रचार करते हैं. बता दें कि TikTok ऐप भारत में सबसे ज्‍यादा पसंद किया जा रहा है. भारत में सबसे अधिक लोग टिकटॉक ऐप यूजर्स हाल के आंकड़े बताते हैं कि इस ऐप के दुनियाभर में 1.5 अरब यूजर्स से अधिक यूजर हैं. जबकि इस सूची में भारत शीर्ष स्थान पर है. मतलब यह कि भारत में सबसे अधिक लोग टिकटॉक ऐप का इस्‍तेमाल करते हैं. साल 2019 में लोगों ने इसके इस्तेमाल में तेजी दिखाई, इस साल 27.76 करोड़ लोगों ने इसे डाउनलोड किया. यह विश्व में सभी डाउनलोड के आंकड़ों का 45 प्रतिशत है. इस सूची में चीन 4.55 करोड़ डाउनलोड के साथ दूसरे स्थान पर है, जो कि आंकड़ों का 7.4 प्रतिशत है. इसके अलावा 3.76 करोड़ डाउनलोड के साथ अमेरिका तीसरे स्थान पर है, जो इस साल के आंकड़ों का 6 प्रतिशत है. आंकड़ों की मानें तो टिकटॉक वर्तमान में वर्ष का तीसरा सबसे अधिक डाउनलोड किया जाने वाला गैर-गेमिंग ऐप है. इस सूची में पहले स्थान पर वॉट्सऐप 70.74 करोड़ इंस्टॉल के साथ शीर्ष पर है तो वहीं फेसबुक मैसेंजर 63.62 करोड़ इंस्टॉल के साथ दूसरे स्थान पर है. जबकि टिकटॉक को 61.4 करोड़ इंस्टॉल किया गया है. इसी सूची में 58.7 करोड़ डाउनलोड के साथ फेसबुक चौथे और 37.62 करोड़ डाउनलोड के साथ इंस्टाग्राम पांचवें स्थान पर है.
देश में इन दिनों जहां धर्म के नाम पर पाखण्ड करने वाले फर्जी बाबाओं के बारे में नित नए खुलासे हो रहे हैं, वहीं कुछ शातिर भगवा चोला ओढ़कर लोगों की आस्था और विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. ताजा मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले का है. जहां पुलिस ने ऐसे ही शातिर बाबाओं के एक गिरोह का पर्दाफाश कर दिया. पकड़े गए बाबाओं के मोबाइल में पोर्न वीडियो भी मिले हैं. मामला बाडमेर के बालोतरा कस्बे का है. जहां पुलिस के हत्थे एक ऐसा गिरोह चढ़ गया, जो भगवा पहनकर लोगों को धोखा दे रहा था. पचपदरा पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर पहले एक फर्जी बाबा को हिरासत में लिया. जब सख्ती के साथ उससे पूछताछ की गई तो इन बाबाओं के गोरखधंधे सामने आ गए. पहले पकड़े में आए फर्जी साधु की पहचान चरणदास उर्फ चरणसिंह के रूप में हुई. जो भगवा पहन कर लोगों को चूना लगाता था. साधू नजर आने वाला यह शख्स खुद को उदासीन अखाड़े का नागा बाबा बताता है. केमिकल प्रयोग से कुछ चमत्कार दिखाकर लोगों को हैरान कर और अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में लोगों को फंसाने में इसे महारत हासिल है. जब पुलिस ने इस ढोंगी बाबा के मोबाइल फोन की जांच की तो इसका दूसरा रूप भी सामने आ गया. मोबाइल के ब्राउजर में पोर्न फिल्मो की सर्चिंग थी. कुछ वीडियो ऐसे थे जिनमें ये शातिर बाबा के रूप में कई पुलिस अधिकारियों को आर्शीवाद देता दिखाई दे रहा है. कई वीडियों में वह पंजाबी पहनावे में शराब पी रहा है. पुलिस ने इस शातिर के बारे में एक बड़े मठाधीश महंत और जूना अखाडा के अखिल भारतीय सचिव परशुराम महाराज से तस्दीक की तो फर्जीवाड़ा खुलकर सामने आ गया. महंत ने भी कहा की इन जैसे पाखण्डी और ढोंगी लोगों की वजह से साधू समाज बदनाम हो रहा है. जब आरोपी चरणदास उर्फ़ चरणसिंह से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने कई राज उगले. साथ ही अपने गिरोह के बारे में पुलिस को बताया कि उसके साथ 15-20 लोग इस काम में शामिल हैं, जो भरतपुर जिले के सीकरी क्षेत्र के रहने वाले हैं. वहां के कई परिवार फर्जी बाबाओ का रूप धरकर लोगों को ठगने का काम करते हैं. उसने पुलिस को बताया कि उसके गिरोह के लोग जगह-जगह घूमकर लोगों आस्था के नाम पर सामग्री बेचते हैं और टोना टोटका करने की आड़ में लोगों से पैसे ऐंठते हैं. उनके झांसे में कई अधिकारी और पुलिस अधिकारी भी आ चुके हैं. उनके गिरोह के लोग अधिकारियों के सर्टिफिकेट और उनके साथ तस्वीरें खींचाकर अन्य लोगों पर अपना प्रभाव बनाते हैं. इसके बाद चरणदास की निशानदेही पर पुलिस ने इस गिरोह के 5 अन्य फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार कर लिया. थानाधिकारी देवेन्द्र कविया ने बताया कि चरणदास की निशानदेही पर पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. ये भगवा के वेश में धर्म और आस्था का झांसा देकर ठगी करते थे. अब इन लोगों से पूछताछ की जा रही है.
पाकिस्तान की सरकारी विमानन कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) द्वारा दिल्ली के कनॉट प्लेस में करोड़ों की अचल संपत्ति खरीदने का मामला गरमा गया है. केंद्र सरकार ने कथित रूप से विदेशी विनिमय कानूनों का उल्लंघन कर संपत्ति खरीदने के मामले में आगे की कार्रवाई पर विचार करने के लिए वित्त और सुरक्षा अधिकारियों की बैठक बुलाई है. वित्त मंत्रालय ने यह बैठक अगले सप्ताह बुलाई है और इसमें रिजर्व बैंक, आर्थिक मामलात विभाग, राजस्व विभाग, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी शामिल होंगे. गौरतलब है कि निदेशालय ने पिछले महीने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के स्थानीय कार्यालय को विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के तहत नोटिस जारी किया था. यह नोटिस कंपनी द्वारा कनाट प्लेस के निकट छह फ्लैट खरीदने के संबंध में जारी किया गया. जानकार सूत्रों ने बताया कि बैठक में इस मामले में कानूनी स्थिति और आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सम्मन के जवाब में पीआईए के स्थानीय अधिकारी पिछले सप्ताह ईडी जांचकर्ताओं से मिले थे और इन फ्लैटों की खरीद के बारे में अपनी आधिकारिक स्थिति रखी थी. यह फ्लैट नारायण मंजिल (बाराखंबा रोड क्षेत्र) के पांचवें और छठे माले पर है. पीआईए ने ये फ्लैट 2005 में खरीदे थे. - इनपुट भाषा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू से 'ग्रामोदय से भारत उदय' अभियान की शुरुआत की. महू जिला संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली है. ये अभियान 24 अप्रैल तक चलेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने अंबेडकर स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सैनिक मैदान में आयोजित सभा में कहा कि डॉ. अंबेडकर एक व्यक्ति नहीं, बल्कि संकल्प का दूसरा नाम थे. पीएम ने कहा कि एक बर्तन साफ करने वाली का बेटा PM बना तो इसका श्रेय बाबा साहेब को जाता है. वंचितों के लिए संघर्ष करते थे अंबडेकर उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहब अपने मान-सम्मान के लिए नहीं, बल्कि समाज की बुराईयों के खिलाफ लड़े. समाज में आखिरी छोर पर बैठे दलितों, शोषितों को बराबरी का हक और सम्मान दिलाने के लिए वह संघर्ष करते रहे और इसके लिए उन्हें अपमानित भी होना पड़ा, लेकिन वह अपने मार्ग से कभी विचलित नहीं हुए. देश के लिए समर्पित थे अम्बेडकर डॉ. अंबेडकर की शिक्षा और योग्यता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस महापुरुष के पास इतनी बड़ी ज्ञान संपदा हो, विश्व की गणमान्य विश्वविद्यालयों की डिग्रियां हों, जिस कालखंड में कुछ लेने और पाने के अवसर भरे पड़े हों, लेकिन कुछ अपने लिए कुछ लेने के बजाय उन्होंने गरीबों, शोषितों के हक के लिए इन सारे अवसरों को छोड़कर अपने को इस देश की मिट्टी में खपा दिया. गांव के विकास के बिना देश का विकास नहीं पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि गांव की नींव मजबूत करनी होगी, तभी देश में विकास की इमारत खड़ी होगी. बड़े शहरों से देश का विकास नहीं होने वाला. इस साल का पूरा बजट हमारे किसानों और गांवों को समर्पित है. आज जिस गांव में बिजली आई है, वहां खुशी में नाच-गाने चल रहे हैं. ग्रामीण विद्युतीकरण की दिशा में किए गए प्रयासों को बहुत पारदर्शी रूप से किया गया. गर्व ऐप से गांवों में बिजली की जानकारी मिलेगी. PM Modi visited Dr. BR Ambedkar's memorial at latter's birthplace in Mhow, Madhya Pradesh. pic.twitter.com/QsLXiOZitC — ANI (@ANI_news) April 14, 2016 आजादी के दशकों बाद भी 18 हजार गांवों में बिजली नहीं पीएम ने कहा कि 14 अप्रैल से 24 अप्रैल तक 'ग्राम उदय से भारत उदय' आंदोलन चलाया जाएगा. उन्होंने कहा, 'ये महान अफसोस की बात है कि आजादी के दशकों बाद भी हमारे देश के 18000 गांवों में विद्युतीकरण नहीं किया गया.' पीएम ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए एक विस्तृत रोड मैप तैयार करने के लिए शिवराज चौहान जी को बधाई देता हूं. छह दशकों से गरीब-गरीब करने वालों ने गरीबों के लिए क्या किया? कांग्रेस पर पीएम ने साधा निशाना पीएम ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष खासकर कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि 60 साल तक आपकी सरकार रही और आपने कुछ नहीं किया. आज जब हम कुछ करने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको परेशानी हो रही है. परेशान होने के बजाय आपको सोचना चाहिए कि आखिर आपने कुछ क्या क्यों नहीं? Aaj hum kar rahe hain toh aapko pareshaani ho rahi hai? Pashchyataap hona chahiye ki aapne kiya kyun nahi: PM pic.twitter.com/5DtHxezTb5 — ANI (@ANI_news) April 14, 2016 अंबेडकर के तस्वीरों को पीएम ने निहारा मोदी ने अंबेडकर स्मारक स्थल पर पहुंचकर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प की माला अर्पित की. उसके बाद वह उस कमरे में भी गए, जहां एक पालना रखा हुआ है. परंपरा निभाते हुए मोदी ने इस पालना को हिलाया. इसके अलावा डॉ. अंबेडकर के जीवन पर आधारित चित्र-प्रदर्शनी भी उन्होंने देखी. डॉ. अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर उनकी जन्मस्थली महू में बने स्मारक पर गुरुवार की सुबह से ही बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. यहां पहुंचे रहे लोग डॉ. अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद कर रहे हैं.
अविका गौर मशहूर टीवी सीरियल ‘बालिका वधू’ में आनंदी का लीड रोल निभाने के लिए चर्चित रही हैं. 15 साल की अविका गौर एक बार फिर से टीवी पर बहु का रोल कर रही हैं. अविका टीवी सीरियल ‘ससुराल सिमर का’ में रोली सिद्धिनाथ भारद्वाज नाम की एक 18 साल की शादीशुदा लड़की का किरदार निभा रही हैं. टीवी स्क्रीन के सबसे लोकप्रिय नामों में से एक अविका फिल्म ‘मॉर्निंग वॉक’ से बॉलीवुड में भी कदम रख रही हैं. हालांकि वे पहले भी फिल्म पाठशाला में एक छोटी सी भूमिका कर चुकी हैं.
वीएचपी की इस यात्रा को लेकर अयोध्या का संत समाज बंटा हुआ नजर आ रहा है। अयोध्या में विवादित परिसर में बने राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेन्द्र दास के मुताबिक इस यात्रा में धर्म से ज्यादा राजनीति नजर आ रही है। उनका कहना है कि यह यात्रा पारंपरिक नहीं है और वीएचपी सिर्फ अपने जनसंपर्क के लिए यह यात्रा कर रही है।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि भादो में इस तरह की परिक्रमा का कोई विधान नहीं है। ऐसे में उनके जैसे कई साधू इस यात्रा का समर्थन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आश्चर्य यह है कि वीएचपी प्रमुख अशोक सिंघल, जो अब तक मुलायम सिंह यादव को मुल्ला मुलायम कहकर संबोधित कर रहे थे, ने मुलायम सिंह से मुलाकात की। उन्होंने इस पूरे कार्यक्रम में मुलायम सिंह और सिंघल पर तमाम आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भादो में इस तरह की परिक्रमा का कोई विधान नहीं है। ऐसे में उनके जैसे कई साधू इस यात्रा का समर्थन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आश्चर्य यह है कि वीएचपी प्रमुख अशोक सिंघल, जो अब तक मुलायम सिंह यादव को मुल्ला मुलायम कहकर संबोधित कर रहे थे, ने मुलायम सिंह से मुलाकात की। उन्होंने इस पूरे कार्यक्रम में मुलायम सिंह और सिंघल पर तमाम आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आश्चर्य यह है कि वीएचपी प्रमुख अशोक सिंघल, जो अब तक मुलायम सिंह यादव को मुल्ला मुलायम कहकर संबोधित कर रहे थे, ने मुलायम सिंह से मुलाकात की। उन्होंने इस पूरे कार्यक्रम में मुलायम सिंह और सिंघल पर तमाम आरोप लगाए हैं।
हम सब चोर हैं 1995 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। संक्षेप चरित्र मुख्य कलाकार विकास आनन्द अपराजिता बीरबल - बजरंगी गजेन्द्र चौहान - पुलिस कमिश्नर धर्मेन्द्र - विजय कुमार पुनीत इस्सर - भूतनाथ जितेन्द्र मोहन जोशी रीमा लागू सुजाता मेहता राम मोहन अनिल नागरथ युनुस परवेज़ कमल सदाना राम पी सेठी - पीटर गिरजा शंकर आसिफ़ शेख रितु शिवपुरी - रितु उपासना सिंह - सोनिया टीकू तलसानिया दल संगीत रोचक तथ्य परिणाम बौक्स ऑफिस समीक्षाएँ नामांकन और पुरस्कार बाहरी कड़ियाँ 1995 में बनी हिन्दी फ़िल्म
सलीमा टेटे मैदानी हाकी की खिलाड़ी है। इनका जन्म झारखण्ड में २७ दिसम्बर २००१ को हुआ था। यह सिमडेगा जिले की रहने वाली है। प्रारम्भिक जीवन सलीमा टेटे का जन्म झारखण्ड के एक बेहद गरीब परिवार में ७ दिसम्बर २००१ को हुआ था। इनके पिता का नाम सुलक्षण टेटे तथा माता सुभानीटेटे है। कैरियर सलीमा टेटे उड़ीसा की तरफ से खेलती है। यह जूनयर हाकी की कप्तान भी रह चुकी है इनका चयन टोकियो ओलम्पिक के लिये हुआ है। प्रोफाइल
लोक जनशक्ति पार्टी की बिहार इकाई के तमाम प्रकोष्ठ भंग जिलाध्यक्षों और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों की नियुक्ति जल्द लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की बिहार इकाई के तमाम प्रकोष्ठों को आज शुक्रवार को भंग कर दिया गया है. इस फैसले के बाद अब प्रदेश की कार्यकारिणी, जिलाध्यक्षों और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों को जल्द नियुक्त किया जाएगा. लोक जनशक्ति पार्टी के बिहार के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने पत्र जारी कर बिहार प्रदेश पार्टी कार्यकारिणी और सारे प्रकोष्ठों को भंग किए जाने की सूचना दी. पत्र में प्रदेश की कार्यकारिणी, जिलाध्यक्षों और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों का मनोनयन और गठन फिर से किया जाएगा. बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इसको लेकर अभी से ही सभी राजनीतिक दल अपने भविष्य को देखते हुए अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं और नए राजनीतिक समीकरण भी तलाश रहे हैं. ऐसे में माना जा सकता है कि अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा से पहले लोक जनशक्ति पार्टी नए पदाधिकारियों का चयन कर नए लोगों के साथ चुनाव में जाने की कोशिश में जुटी है. तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद शुरू चुनाव में अभी लंबा वक्त है, लेकिन कई छोटे दल अभी से अपने मिशन में जुट गए हैं. कुछ समय पहले महागठबंधन से अलग हुए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनडीए और महागठबंधन को टक्कर देने के लिए तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद शुरू कर दी है. इस संबंध में पिछले महीने जीतन राम मांझी ने जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव से अपने आवास पर मुलाकात की. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मांझी और पप्पू यादव मिलकर चुनाव से पहले तीसरा मोर्चा बनाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं यह भी खबर है कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी से अलग होकर लोक जनशक्ति पार्टी (सेकुलर) नाम से पार्टी बनाने वाले सत्यानंद शर्मा भी इस तीसरे मोर्चे का हिस्सा बनने को तैयार हो गए हैं. इसी सिलसिले में पप्पू यादव ने पिछले महीने सत्यानंद शर्मा से भी उनके आवास पर मुलाकात की थी.
गोल्ड यूं तो महिलाओं का गहना माना जाता है और उन्हें हमेशा ही इसमें रुचि भी रहती है लेकिन एक साइंटिफिक स्टडी में कहा गया है कि पुरुष चाहें या ना चाहें, उन्हें 'गोल्ड' की जरूरत रहती ही है. बिना 'गोल्ड' के उनका पुरुषत्व किसी काम का नहीं. यह रिसर्च इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दो दशक यानी 20 साल से चल रहा था. अब वैज्ञानिकों ने इसके परिणाम दिए हैं. सेक्स से पहले लड़के सोचते हैं ये सारी बातें इस रिसर्च में पाया गया है कि स्पर्म सेल्स में 'गोल्ड' कंटेंट कम हो तो पुरुष पिता नहीं बन सकते. स्टडी को डॉक्टर केपी स्कंदन के नेतृत्व में किया गया. इसमें बताया गया है कि 'गोल्ड' का कम होना या ना होना, पुरुषों को नपुंसक बना सकता है. पतले पुरुष हैं महिलाओं की पसंद बता दें कि नॉर्मल स्पर्म सेल्स में गोल्ड कंटेट 17.66 माइक्रोग्राम पर डेसिलिटर यानी mgdcl होता है. अगर यह इससे कम होता है तो पुरुष सेक्स के समय ज्यादा देर टिक नहीं पाते. स्कंदन और उनकी टीम ने आयुर्वेद में बताई गई 'स्वर्ण भस्म' के बारे में भी अध्ययन किया. टीम ने पाया कि यह दवा काफी असरकारक है और इससे लोगों को फायदा भी होता है.
मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एक विशेष अदालत ने अनाथ आश्रम में नाबालिग लड़कियों के साथ रेप करने और उनका यौन उत्पीड़न करने के मामले में 79 वर्षीय सेवानिवृत्त प्रोफेसर और उसकी बेटी को उम्रकैद की सजा सुनाई है. दोनों आरोपियों को मरते दम तक जेल की सलाखों के पीछे रहना होगा. इसके साथ ही उन पर 16-16 हजार रुपये जुर्माना भी लगा है. विशेष न्यायाधीश अरुण कुमार वर्मा ने सरकारी कॉलेज से सेवानिवृत्त प्रोफेसर केएन अग्रवाल (79) और अनाथ आश्रम संचालित करने वाली उसकी अधिवक्ता बेटी शैला अग्रवाल (50) को नाबालिग अनाथ लड़कियों के बलात्कार, मारपीट करने, धमकाने और उनके साथ अत्याचार करने के मामले में कल दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई. अभियोजन के अनुसार वर्तमान घटना सामने आने के काफी पहले से अभियुक्त शैला अग्रवाल शंकुतला परमार्थ समिति का संचालन किया करती थी, जहां बालगृह के रूप में बालिकायें संरक्षित रखी जाती थीं. बाल कल्याण समिति और बाल संरक्षण अधिकारी को इस संस्था में संरक्षित अवयस्क बालिकाओं का यौन शोषण किए जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी. इस संबंध में 16 नवंबर 2016 को आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध हुआ. अभियोजन के अनुसार इस आश्रम में 23 बालिकाएं रहती थीं. इनमें से छह ने उनके साथ रेप किए जाने की बात कही थी. इस खुलासे के बाद शैला और उसके पिता को गिरफ्तार कर इस आश्रम को सील कर दिया गया था. यह मामला उस वक्त काफी सुर्खियों में रहा था. नींद की गोलियां देकर करते थे रेप पुलिस ने सजा के लिए कोर्ट में जो सबूत पेश किए, उसमें कहा गया कि लड़कियों से मारपीट की जाती थी. इसके बाद उन्हें डराया-धमकाया जाता था कि इस संबंध में किसी को मत बताना. कोर्ट ने माना कि आश्रम में रह रहीं 12 से 16 साल तक की 6 नाबालिग लड़कियों के साथ रेप होता था. उन्हें नींद की गोलियां देते थे. मारपीट करके रेप भी किया जाता था. दो लड़कियों ने किया था खुलासा बताते चलें कि 1 अक्टूबर 2016 को दो लड़कियां बालगृह से भाग गई थीं. इन लड़कियों को पुलिस ने अशोकनगर से बरामद किया था. बाल कल्याण समिति ने दोनों लड़कियों से बातचीत की थी. इस दौरान एक लड़की ने यौन शोषण का खुलासा किया था. इसके बाद सीडब्ल्यूसी के सदस्य एसपी मोहम्म्द यूसुफ कुर्रेशी से मिले. इसके बाद कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने संज्ञान लिया. 6 बच्चियों ने कबूली रेप की बात इसके बाद अनाथ आश्रम में रह रहीं लड़कियों की काउंसिलिंग की गई, जिसमें 6 बच्चियों ने अपने बयानों में रेप की बात कबूली. महिला संसाधन केंद्र ग्वालियर की समन्वयक सरिता शुक्ला ने फरियादी बनकर सिटी कोतवाली में केस दर्ज कराया था. इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं में दोषियों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच की थी.
महाराष्ट्र के वर्धा में सेना के हथियार डिपो में बड़ा धमाका हो गया है. धमाके में 4 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग लोग घायल हो गए हैं. वर्धा के पुलगांव डिपो में खमरिया हथियार डिपो के स्टाफ पुराने और बेकार विस्फोटकों को हटा रहे थे. इसी दौरान धमाका हो गया. वहीं आज मंगलवार को छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान हो रहा है. पढ़ें, सुबह की 5 बड़ी खबरें... 1. महाराष्ट्र: वर्धा में सेना के हथियार डिपो में धमाका, 4 की मौत, 6 लोग घायल महाराष्ट्र के वर्धा में सेना के हथियार डिपो में जबरदस्त धमाके की खबर है. इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई है और 6 लोग घायल हैं. धमाका मंगलवार सुबह सेंट्रल एम्युनिशन डिपो (सीएडी) में हुआ जो वर्धा के सोनेगांव अंबाजी गांव में स्थित है. अंबाजी गांव वर्धा शहर से 18 किलोमीटर दूर है. यहां के जिलाधिकारी ने बताया कि इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई और 6 लोग जख्मी हैं जिनका इलाज नजदीकी अस्पताल में चल रहा है. 2. छत्तीसगढ़ चुनाव LIVE: 9 बजे तक 10 फीसदी वोटिंग, पोलिंग बूथों पर भीड़ छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मंगलवार को वोट डाले जा रहे हैं. इस चरण में अजीत जोगी, युद्धवीर सिंह जूदेव, रेणु जोगी, विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, 9 मंत्रियों समेत 1079 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है. मंगलवार को दूसरे चरण के लिए 19 जिलों की 72 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 3. कैश संकट टालने के लिए 22 नवंबर को सिस्टम में 8,000 करोड़ रुपये डालेगा RBI केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक में तनातनी के बीच सोमवार को मुंबई में बैंक के निदेशक मंडल की बैठक हुई, जिसमें टकराव की स्थिति समाप्त करने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए. रिजर्व बैंक के पास कितना खजाना रहना चाहिए, इस विवादित मसले को सुलझाने के लिए एक 'विशेषज्ञ समिति' गठित करने पर सरकार और बैंक के बीच सहमति बन गई है. इसके अलावा बैंक ने गवर्नमेंट सिक्योरिटी बॉन्ड खरीद के जरिए 8,000 करोड़ रुपये सिस्टम में लाने का फैसला किया है. 4. खालिस्तान रिटर्न? ISI की मदद से 3 महीने में अंजाम दीं 10 घटनाएं अमृतसर ग्रेनेड हमले के पीछे कौन है, यह बात अभी पूरी तरह साफ नहीं है. लेकिन जांच एजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अब तक की तफ्तीश से इस बात के संकेत मिलते हैं कि इसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है. सूत्रों के मुताबिक खालिस्तानी आतंकियों और ISI ने मिलकर भारत के सैन्य ठिकानों और सैन्य बलों पर हमले की साजिश रची और उन्हें अंजाम भी दिया. दरअसल, आईएसआई अपने नापाक मकसद को पूरा करने के लिए खालिस्तान समर्थक युवकों को भर्ती कर रहा है. 5. शोपियां एनकाउंटर: सुरक्षा बलों ने 4 आतंकी मार गिराए, एक जवान शहीद, 3 घायल जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में 4 आतंकी मारे गए हैं. हालांकि इस मुठभेड़ में एक जवान भी शहीद हो गया, जबकि 3 अन्य जवान घायल हो गए. वहीं एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया गया है. फिलहाल ऑपरेशन पूरा हो गया है. बीती रात शोपियां के नादिमगांव में 2 से 3 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली जिसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और रात में ही उसने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया.
पूर्वी उत्तरप्रदेश के बांसगांव में बीजेपी सांसद कमलेश पासवान एटीएम की लाइन में पहुंचते हैं. उनके समर्थकों का कहना है कि यहां पिछले दिनों नोटों की किल्लत कम हुई है क्योंकि नई नगदी आई है. एक बीजेपी कार्यकर्ता का कहना है कि दो दिन पहले 1650 करोड़ रुपये जिले में आए थे और अब बैंक ने पैसे निकालने की सीमा 50 हज़ार रुपये तक कर दी है. इस क्षेत्र के बाकी हिस्से से भी हमें नई करेंसी के आने से जुड़ी ऐसी ही खबरें सुनने को मिलीं. जब हमने इस दावे की पुष्टि करने के लिए बीजेपी नेताओं से पूछा तो उन्होंने पिछले दिनों स्थानीय अखबारों में छपी खबरों का हवाला दिया. संयोग से यह उन्हीं दिनों की बात है जब पीएम मोदी ने यूपी में चुनावी अभियान छेड़ रखा था. हालांकि इससे जुड़ी एक मात्र मीडिया रिपोर्ट 17 दिसंबर की है जो कि समाचार एजेंसी IANS द्वारा प्रकाशित है जिसके मुताबिक यूपी में 5 हज़ार करोड़ रुपये, एक विशेष प्लेन द्वारा आरबीआई ने भेजे हैं. उन्होंने कहा कि यह सूचना एक अधिकारी से मिली है जिसका नाम नहीं बताया जा सकता. जब NDTV ने आरबीआई से संपर्क किया तो उनके प्रवक्ता ने सफाई दी कि बैंक यह जानकारी देता ही नहीं है कि कौन से राज्य में कितनी नगदी पहुंचाई जा रही है. इसके बावजूद स्थानीय बीजेपी सांसद इस बात की तरफ इशारा करते रहे कि आरबीआई पर राजनीतिक दबाव तो बनाया जा रहा है. यूपी के फैज़ाबाद से बीजेपी सांसद लल्लू सिंह कहते हैं 'हमारी पार्टी के अध्यक्ष (अमित शाह) हमसे मिले और उन्होंने सभी सांसदों से फीडबैक लिया है.' सिंह कहते हैं कि उन्होंने पार्टी नेता से निवेदन किया था कि ज्यादा नगदी भेजकर लोगों की समस्याएं दूर करें. टिप्पणियां सिंह ने कहा 'हमने अमित शाह से कहा था कि आरबीआई से पैसा ट्रांसफर करने की प्रक्रिया थोड़ी और तेज़ होनी चाहिए ताकि लोगों को ज्यादा दिक्कत पेश न आए. उन्होंने कहा था कि उससे जुड़े सभी तैयारियां कर ली गई है और पैसा भेज दिया जाएगा.' हालांकि ज़मीनी स्तर पर मामला कुछ और ही नज़र आता है. गोरखपुर से दो घंटे की दूरी पर कौडिया गांव है जहां एसबीआई के बाहर महिलाएं लाइन में लगी हुई हैं, सुबह 4 बजे से. हम उनसे आठ घंटे बाद दोपहर में मिलते हैं, वे अब भी वहीं खड़ी हैं. उनमें से एक का दावा है कि बैंक स्टाफ ने उनके साथ बदसलूकी की है. एक महिला कहती है 'कल मैनेजर ने मुझे धक्का दिया और मेरा गला पकड़ लिया.' वहीं कुछ और लोगों का कहना है कि पिछले दो दिनों में हालात थोड़े सुधरे हैं लेकिन अभी भी पूरी नगदी नहीं मिल पा रही है. थोड़ी देर बाद कैश का एक बक्सा बैंक की शाखा पर पहुंचता है. लेकिन यह साफ नहीं हो पाता है कि क्या नगदी की इस आमद की वजह अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव है. हालांकि जनता को इस बात से फर्क नहीं पड़ता, वह तो बस अपने हिस्से की नगदी जल्द से जल्द अपने हाथों में देखना चाहते हैं. स्थानीय बीजेपी नेताओं का कहना है कि चुनाव की वजह से पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाना गलत है. बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान का कहना है कि 'अगर गोरखपुर के लिए नगदी आई है तो जाहिर है यह पूरे देश में भी पहुंचेगी.' जब हमने इस दावे की पुष्टि करने के लिए बीजेपी नेताओं से पूछा तो उन्होंने पिछले दिनों स्थानीय अखबारों में छपी खबरों का हवाला दिया. संयोग से यह उन्हीं दिनों की बात है जब पीएम मोदी ने यूपी में चुनावी अभियान छेड़ रखा था. हालांकि इससे जुड़ी एक मात्र मीडिया रिपोर्ट 17 दिसंबर की है जो कि समाचार एजेंसी IANS द्वारा प्रकाशित है जिसके मुताबिक यूपी में 5 हज़ार करोड़ रुपये, एक विशेष प्लेन द्वारा आरबीआई ने भेजे हैं. उन्होंने कहा कि यह सूचना एक अधिकारी से मिली है जिसका नाम नहीं बताया जा सकता. जब NDTV ने आरबीआई से संपर्क किया तो उनके प्रवक्ता ने सफाई दी कि बैंक यह जानकारी देता ही नहीं है कि कौन से राज्य में कितनी नगदी पहुंचाई जा रही है. इसके बावजूद स्थानीय बीजेपी सांसद इस बात की तरफ इशारा करते रहे कि आरबीआई पर राजनीतिक दबाव तो बनाया जा रहा है. यूपी के फैज़ाबाद से बीजेपी सांसद लल्लू सिंह कहते हैं 'हमारी पार्टी के अध्यक्ष (अमित शाह) हमसे मिले और उन्होंने सभी सांसदों से फीडबैक लिया है.' सिंह कहते हैं कि उन्होंने पार्टी नेता से निवेदन किया था कि ज्यादा नगदी भेजकर लोगों की समस्याएं दूर करें. टिप्पणियां सिंह ने कहा 'हमने अमित शाह से कहा था कि आरबीआई से पैसा ट्रांसफर करने की प्रक्रिया थोड़ी और तेज़ होनी चाहिए ताकि लोगों को ज्यादा दिक्कत पेश न आए. उन्होंने कहा था कि उससे जुड़े सभी तैयारियां कर ली गई है और पैसा भेज दिया जाएगा.' हालांकि ज़मीनी स्तर पर मामला कुछ और ही नज़र आता है. गोरखपुर से दो घंटे की दूरी पर कौडिया गांव है जहां एसबीआई के बाहर महिलाएं लाइन में लगी हुई हैं, सुबह 4 बजे से. हम उनसे आठ घंटे बाद दोपहर में मिलते हैं, वे अब भी वहीं खड़ी हैं. उनमें से एक का दावा है कि बैंक स्टाफ ने उनके साथ बदसलूकी की है. एक महिला कहती है 'कल मैनेजर ने मुझे धक्का दिया और मेरा गला पकड़ लिया.' वहीं कुछ और लोगों का कहना है कि पिछले दो दिनों में हालात थोड़े सुधरे हैं लेकिन अभी भी पूरी नगदी नहीं मिल पा रही है. थोड़ी देर बाद कैश का एक बक्सा बैंक की शाखा पर पहुंचता है. लेकिन यह साफ नहीं हो पाता है कि क्या नगदी की इस आमद की वजह अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव है. हालांकि जनता को इस बात से फर्क नहीं पड़ता, वह तो बस अपने हिस्से की नगदी जल्द से जल्द अपने हाथों में देखना चाहते हैं. स्थानीय बीजेपी नेताओं का कहना है कि चुनाव की वजह से पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाना गलत है. बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान का कहना है कि 'अगर गोरखपुर के लिए नगदी आई है तो जाहिर है यह पूरे देश में भी पहुंचेगी.' जब NDTV ने आरबीआई से संपर्क किया तो उनके प्रवक्ता ने सफाई दी कि बैंक यह जानकारी देता ही नहीं है कि कौन से राज्य में कितनी नगदी पहुंचाई जा रही है. इसके बावजूद स्थानीय बीजेपी सांसद इस बात की तरफ इशारा करते रहे कि आरबीआई पर राजनीतिक दबाव तो बनाया जा रहा है. यूपी के फैज़ाबाद से बीजेपी सांसद लल्लू सिंह कहते हैं 'हमारी पार्टी के अध्यक्ष (अमित शाह) हमसे मिले और उन्होंने सभी सांसदों से फीडबैक लिया है.' सिंह कहते हैं कि उन्होंने पार्टी नेता से निवेदन किया था कि ज्यादा नगदी भेजकर लोगों की समस्याएं दूर करें. टिप्पणियां सिंह ने कहा 'हमने अमित शाह से कहा था कि आरबीआई से पैसा ट्रांसफर करने की प्रक्रिया थोड़ी और तेज़ होनी चाहिए ताकि लोगों को ज्यादा दिक्कत पेश न आए. उन्होंने कहा था कि उससे जुड़े सभी तैयारियां कर ली गई है और पैसा भेज दिया जाएगा.' हालांकि ज़मीनी स्तर पर मामला कुछ और ही नज़र आता है. गोरखपुर से दो घंटे की दूरी पर कौडिया गांव है जहां एसबीआई के बाहर महिलाएं लाइन में लगी हुई हैं, सुबह 4 बजे से. हम उनसे आठ घंटे बाद दोपहर में मिलते हैं, वे अब भी वहीं खड़ी हैं. उनमें से एक का दावा है कि बैंक स्टाफ ने उनके साथ बदसलूकी की है. एक महिला कहती है 'कल मैनेजर ने मुझे धक्का दिया और मेरा गला पकड़ लिया.' वहीं कुछ और लोगों का कहना है कि पिछले दो दिनों में हालात थोड़े सुधरे हैं लेकिन अभी भी पूरी नगदी नहीं मिल पा रही है. थोड़ी देर बाद कैश का एक बक्सा बैंक की शाखा पर पहुंचता है. लेकिन यह साफ नहीं हो पाता है कि क्या नगदी की इस आमद की वजह अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव है. हालांकि जनता को इस बात से फर्क नहीं पड़ता, वह तो बस अपने हिस्से की नगदी जल्द से जल्द अपने हाथों में देखना चाहते हैं. स्थानीय बीजेपी नेताओं का कहना है कि चुनाव की वजह से पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाना गलत है. बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान का कहना है कि 'अगर गोरखपुर के लिए नगदी आई है तो जाहिर है यह पूरे देश में भी पहुंचेगी.' सिंह ने कहा 'हमने अमित शाह से कहा था कि आरबीआई से पैसा ट्रांसफर करने की प्रक्रिया थोड़ी और तेज़ होनी चाहिए ताकि लोगों को ज्यादा दिक्कत पेश न आए. उन्होंने कहा था कि उससे जुड़े सभी तैयारियां कर ली गई है और पैसा भेज दिया जाएगा.' हालांकि ज़मीनी स्तर पर मामला कुछ और ही नज़र आता है. गोरखपुर से दो घंटे की दूरी पर कौडिया गांव है जहां एसबीआई के बाहर महिलाएं लाइन में लगी हुई हैं, सुबह 4 बजे से. हम उनसे आठ घंटे बाद दोपहर में मिलते हैं, वे अब भी वहीं खड़ी हैं. उनमें से एक का दावा है कि बैंक स्टाफ ने उनके साथ बदसलूकी की है. एक महिला कहती है 'कल मैनेजर ने मुझे धक्का दिया और मेरा गला पकड़ लिया.' वहीं कुछ और लोगों का कहना है कि पिछले दो दिनों में हालात थोड़े सुधरे हैं लेकिन अभी भी पूरी नगदी नहीं मिल पा रही है. थोड़ी देर बाद कैश का एक बक्सा बैंक की शाखा पर पहुंचता है. लेकिन यह साफ नहीं हो पाता है कि क्या नगदी की इस आमद की वजह अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव है. हालांकि जनता को इस बात से फर्क नहीं पड़ता, वह तो बस अपने हिस्से की नगदी जल्द से जल्द अपने हाथों में देखना चाहते हैं. स्थानीय बीजेपी नेताओं का कहना है कि चुनाव की वजह से पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाना गलत है. बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान का कहना है कि 'अगर गोरखपुर के लिए नगदी आई है तो जाहिर है यह पूरे देश में भी पहुंचेगी.' थोड़ी देर बाद कैश का एक बक्सा बैंक की शाखा पर पहुंचता है. लेकिन यह साफ नहीं हो पाता है कि क्या नगदी की इस आमद की वजह अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव है. हालांकि जनता को इस बात से फर्क नहीं पड़ता, वह तो बस अपने हिस्से की नगदी जल्द से जल्द अपने हाथों में देखना चाहते हैं. स्थानीय बीजेपी नेताओं का कहना है कि चुनाव की वजह से पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाना गलत है. बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान का कहना है कि 'अगर गोरखपुर के लिए नगदी आई है तो जाहिर है यह पूरे देश में भी पहुंचेगी.'
फिल्म अभिनेता शाहिद कपूर ने इन खबरों का खंडन किया है कि वह नृत्य-निर्देशक प्रभु देवा के निर्देशन में बनने जा रही फिल्म 'वान्टेड' के सीक्वल में काम कर रहे हैं।टिप्पणियां शाहिद ने कहा, "मैं नहीं समझता कि कोई भी सलमान की जगह ले सकता है। मुझे लगता है कि चूंकि मैं और प्रभु सर एक फिल्म के सिलसिले में कई बार मिल चुके हैं और वह आइफा अवार्ड (इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी) के लिए नृत्य निर्देशन कर रहे हैं, इसलिए लोगों ने अपने तरह से अनुमान लगा लिए।" इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शो एक्ट्रा इनिंग्स में 31 वर्षीय अभिनेता ने कहा, "हमने अभी कुछ तय नहीं किया है कि हम कब और क्या करेंगे। लेकिन हां, हम साथ मिलकर काम करने के इच्छुक हैं।" प्रभु देवा के निर्देशन में बनने वाली 'वांटेड' पुरी जगन्नाथ की तेलुगू फिल्म 'पोकिरी' की रीमेक है। शाहिद ने कहा, "मैं नहीं समझता कि कोई भी सलमान की जगह ले सकता है। मुझे लगता है कि चूंकि मैं और प्रभु सर एक फिल्म के सिलसिले में कई बार मिल चुके हैं और वह आइफा अवार्ड (इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी) के लिए नृत्य निर्देशन कर रहे हैं, इसलिए लोगों ने अपने तरह से अनुमान लगा लिए।" इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शो एक्ट्रा इनिंग्स में 31 वर्षीय अभिनेता ने कहा, "हमने अभी कुछ तय नहीं किया है कि हम कब और क्या करेंगे। लेकिन हां, हम साथ मिलकर काम करने के इच्छुक हैं।" प्रभु देवा के निर्देशन में बनने वाली 'वांटेड' पुरी जगन्नाथ की तेलुगू फिल्म 'पोकिरी' की रीमेक है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शो एक्ट्रा इनिंग्स में 31 वर्षीय अभिनेता ने कहा, "हमने अभी कुछ तय नहीं किया है कि हम कब और क्या करेंगे। लेकिन हां, हम साथ मिलकर काम करने के इच्छुक हैं।" प्रभु देवा के निर्देशन में बनने वाली 'वांटेड' पुरी जगन्नाथ की तेलुगू फिल्म 'पोकिरी' की रीमेक है।
कश्मीरी अलगाववादियों की सीमा पार से फंडिंग पर आजतक के स्टिंग 'ऑपरेशन हुर्रियत' के बाद हु्र्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता सैयद अली शाह गिलानी पर शिकंजा लगातार कसता दिख रहा है. इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) गिलानी से पूछताछ कर सकती है. इस बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा कानून के दायरे में जो भी आएगा, बचेगा नहीं. दरअसल NIA ने इस मामले में गिलानी के दोनों बेटों और दामाद से पूछताछ कर रही है. वहीं खबरों की मानें तो एनआईए गिलानी की लगभग 100 से 150 करोड़ रुपये की संपत्ति को कब्जे में लेने की तैयारी में है. बताया जा रहा है कि NIA ने गिलानी के 14 प्रॉपर्टी को शॉर्ट लिस्ट किया है, इसमें गिलानी के परिवार के सदस्यों की संपत्ति भी शामिल है. आपको बता दें सीमा पार से टेरर फंडिंग के आज तक के 'ऑपरेशन हुर्रियत' के बाद मामले की जांच कर रही एनआईए ने 24 जुलाई को कश्मीर और दिल्ली से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनमें अलताफ अहमद शाह, फंटूश गिलानी , अयाज अकबर खांडे, राजा मेहराजुद्दीन कलवल, पीर सैफुल्ला, आफताब हिलाली शाह, नईम खान और फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे शामिल है. इनकी 10 दिनों की रिमांड अब खत्म हो रही थी, ऐसे में NIA ने इन लोगों को पटियाला कोर्ट में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पेश किया. गौरतलब है कि ऑपरेशन हुर्रियत में हुर्रियत के कई नेताओं ने कबूल किया था कि उन्हें पाकिस्तान से फंड मिलता है ताकि घाटी में अशांति का माहौल बनाए रखा जा सके. इस खुलासे के बाद NIA ने अलगाववादी नेता नईम खान और बिट्टा कराटे के वॉइस और राइटिंग सैंपल लिए हैं.
यह एक लेख है: अभिनेत्री विद्या बालन की गिनती मैथड एक्टरों में होती है जो फिल्मों में अपने किरदार को असल बनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं. इन दिनों वह अपनी फिल्म बेगम जान की रिलीज का इंतजार कर रही हैं, आजादी के बाद भारत-पाकिस्तान विभाजन पर आधारित इस फिल्म में विद्या एक वैश्याघर की मुखिया की भूमिका निभा रही हैं. इस फिल्म में अपने किरदार को जीवंत बनाने के लिए विद्या ने बिना आयरन किए कपड़े पहने थे. फिल्म के ड्रेस डिजाइनर रिक रॉय ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, "फिल्म में विद्या ने 40 कपड़े पहने हैं. एक भी ड्रेस उन्होंने इस्त्री करके नहीं पहना है. उन्होंने कहा था कि उनके कपड़े अच्छे से धोए जाएं लेकिन उन्हें प्रेस न किया जाए. इस वजह से फिल्म में उनके कपड़े पुराने से लग रहे हैं और उनका किरदार वास्तविक लगता है."बेगम जान नेशनल अवॉर्ड विनर निर्देशक श्रीजीत मुखर्जी की बंगाली फिल्म राजकहिनी का हिंदी रीमेक है. यह फिल्म भी श्रीजित के निर्देशन में बनी है. पिछले सप्ताह फिल्म का ट्रेलर जारी किया गया था. इस ट्रेलर में विद्या अपनी अब तक की फिल्मों की तुलना में अधिक इंटेंस और अधिक दमदार नजर आ रही हैं. ट्रेलर में एक डायलॉग है जिसमें विद्या कह रही हैं, "अब जो भी हो, भिखमंगों की तरह नहीं रानी की तरह मरूंगी, अपने महल में." यहां देखें फिल्म का ट्रेलरःटिप्पणियां फिल्म में विद्या के अलावा नसीरुद्दीन शाह, इला अरुण, गौहर खान, पल्लवी शारदा, रजित कपूर और आशिष विद्यार्थी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे. वहीं चंकी पांडे का गेट-अप कुछ ऐसा है कि उन्हें पहचानना जरा मुश्किल होगा. महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने प्रोडक्शन में बनी यह फिल्म 14 अप्रैल को रिलीज होगी. (इनपुट आईएएनएस से) बेगम जान नेशनल अवॉर्ड विनर निर्देशक श्रीजीत मुखर्जी की बंगाली फिल्म राजकहिनी का हिंदी रीमेक है. यह फिल्म भी श्रीजित के निर्देशन में बनी है. पिछले सप्ताह फिल्म का ट्रेलर जारी किया गया था. इस ट्रेलर में विद्या अपनी अब तक की फिल्मों की तुलना में अधिक इंटेंस और अधिक दमदार नजर आ रही हैं. ट्रेलर में एक डायलॉग है जिसमें विद्या कह रही हैं, "अब जो भी हो, भिखमंगों की तरह नहीं रानी की तरह मरूंगी, अपने महल में." यहां देखें फिल्म का ट्रेलरःटिप्पणियां फिल्म में विद्या के अलावा नसीरुद्दीन शाह, इला अरुण, गौहर खान, पल्लवी शारदा, रजित कपूर और आशिष विद्यार्थी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे. वहीं चंकी पांडे का गेट-अप कुछ ऐसा है कि उन्हें पहचानना जरा मुश्किल होगा. महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने प्रोडक्शन में बनी यह फिल्म 14 अप्रैल को रिलीज होगी. (इनपुट आईएएनएस से) यहां देखें फिल्म का ट्रेलरःटिप्पणियां फिल्म में विद्या के अलावा नसीरुद्दीन शाह, इला अरुण, गौहर खान, पल्लवी शारदा, रजित कपूर और आशिष विद्यार्थी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे. वहीं चंकी पांडे का गेट-अप कुछ ऐसा है कि उन्हें पहचानना जरा मुश्किल होगा. महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने प्रोडक्शन में बनी यह फिल्म 14 अप्रैल को रिलीज होगी. (इनपुट आईएएनएस से) टिप्पणियां फिल्म में विद्या के अलावा नसीरुद्दीन शाह, इला अरुण, गौहर खान, पल्लवी शारदा, रजित कपूर और आशिष विद्यार्थी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे. वहीं चंकी पांडे का गेट-अप कुछ ऐसा है कि उन्हें पहचानना जरा मुश्किल होगा. महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने प्रोडक्शन में बनी यह फिल्म 14 अप्रैल को रिलीज होगी. (इनपुट आईएएनएस से) फिल्म में विद्या के अलावा नसीरुद्दीन शाह, इला अरुण, गौहर खान, पल्लवी शारदा, रजित कपूर और आशिष विद्यार्थी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे. वहीं चंकी पांडे का गेट-अप कुछ ऐसा है कि उन्हें पहचानना जरा मुश्किल होगा. महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने प्रोडक्शन में बनी यह फिल्म 14 अप्रैल को रिलीज होगी. (इनपुट आईएएनएस से) (इनपुट आईएएनएस से)
दिल्ली में एक शादी समारोह में नाच रहे युवक को उसी के दोस्त ने गोली मार दी. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया. घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. मामला दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके का है. पीड़ित आसिफ और आरोपी काशिफ काफी अच्छे दोस्त थे. बीते दिन, आसिफ के पड़ोस में रहने वाले एक लड़के की शादी थी. घटना के समय आसिफ शादी में डीजे की धुन पर नाच रहा था. इसी बीच काशिफ वहां आया और उसने वहां आकर उसके सिर में गोली मार दी. गोली मारते ही वह मौके से फरार हो गया. घायल आसिफ को फौरन लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से उसे जीटीबी अस्पताल रैफर कर दिया गया. वहां आसिफ की हालत गंभीर बनी हुई है. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पहुंच गई. लेकिन अभी तक पुलिस को गोली चलाने की वजह नहीं पता चली है. आसिफ के होश में आने पर ही इस वारदात के बारे में खुलासा हो सकता है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी काशिफ गोली मारने के बाद से फरार है. पुलिस ने हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. अब पुलिस मामले की जांच कर रही है.
यह लेख है: रिकॉर्डधारी भारतीय अमेरिकी नासा अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और दो अन्य अंतरिक्षयात्री चार महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद रविवार को धरती पर वापस आएंगे। अपनी रवानगी से पहले विलियम्स ने शनिवार को औपचारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की कमान अपने सहयोगी नासा अंतरिक्षयात्री केविन फोर्ड को सौंप दी। विलियम्स जापान एयरोस्पेस एक्प्लोरेशन एजेंसी के अकी होशीदे और रूसी सोयुज कमांडर यूरी मालेनचेंको के साथ आज धरती पर लौटेंगी। एक्पेडिशन कमांडर 33 (अभियान की कमांडर) सुनीता विलियम्स मालेनचेंको और होशीदे के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में मध्य जुलाई से थीं। अब अभियान 34 आरंभ हो गया है। विलियम्स ने कमान सौंपने के दौरान कहा, ‘‘हमने इस यान को अच्छी स्थिति में छोड़ा है और केविन को इसे सौंपते हुए मुझे काफी गर्व हो रहा है। अब हम जल्द ही घर पहुंचने वाले हैं और यान की जिम्मेदारी भी एक जिम्मेदार व्यक्ति के हाथ में होगी।’’ 25 अक्टूबर को स्टेशन पहुंचने के बाद फोर्ड ने अभियान 33 में फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर यहां काम करना शुरू किया था और अब वे अभियान 34 के कमांडर होंगे। उसी दौरान सोयुज टीएमए-05 एम विलियम्स, होशीदे और मालेनचेंको को लेकर अंतरिक्ष स्टेशन से कजाखस्तान की धरती पर उतरने के लिए शाम पांच बज कर 26 मिनट (ईस्टर्न स्टैंडर्ड समयानुसार) पर रवाना होगा। 15 जुलाई से कजाखस्तान से लॉन्च के बाद उनकी यह यात्रा 127 दिनों तक चली जिसमें 125 दिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए।टिप्पणियां नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे। मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे। अपनी रवानगी से पहले विलियम्स ने शनिवार को औपचारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की कमान अपने सहयोगी नासा अंतरिक्षयात्री केविन फोर्ड को सौंप दी। विलियम्स जापान एयरोस्पेस एक्प्लोरेशन एजेंसी के अकी होशीदे और रूसी सोयुज कमांडर यूरी मालेनचेंको के साथ आज धरती पर लौटेंगी। एक्पेडिशन कमांडर 33 (अभियान की कमांडर) सुनीता विलियम्स मालेनचेंको और होशीदे के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में मध्य जुलाई से थीं। अब अभियान 34 आरंभ हो गया है। विलियम्स ने कमान सौंपने के दौरान कहा, ‘‘हमने इस यान को अच्छी स्थिति में छोड़ा है और केविन को इसे सौंपते हुए मुझे काफी गर्व हो रहा है। अब हम जल्द ही घर पहुंचने वाले हैं और यान की जिम्मेदारी भी एक जिम्मेदार व्यक्ति के हाथ में होगी।’’ 25 अक्टूबर को स्टेशन पहुंचने के बाद फोर्ड ने अभियान 33 में फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर यहां काम करना शुरू किया था और अब वे अभियान 34 के कमांडर होंगे। उसी दौरान सोयुज टीएमए-05 एम विलियम्स, होशीदे और मालेनचेंको को लेकर अंतरिक्ष स्टेशन से कजाखस्तान की धरती पर उतरने के लिए शाम पांच बज कर 26 मिनट (ईस्टर्न स्टैंडर्ड समयानुसार) पर रवाना होगा। 15 जुलाई से कजाखस्तान से लॉन्च के बाद उनकी यह यात्रा 127 दिनों तक चली जिसमें 125 दिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए।टिप्पणियां नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे। मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे। विलियम्स जापान एयरोस्पेस एक्प्लोरेशन एजेंसी के अकी होशीदे और रूसी सोयुज कमांडर यूरी मालेनचेंको के साथ आज धरती पर लौटेंगी। एक्पेडिशन कमांडर 33 (अभियान की कमांडर) सुनीता विलियम्स मालेनचेंको और होशीदे के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में मध्य जुलाई से थीं। अब अभियान 34 आरंभ हो गया है। विलियम्स ने कमान सौंपने के दौरान कहा, ‘‘हमने इस यान को अच्छी स्थिति में छोड़ा है और केविन को इसे सौंपते हुए मुझे काफी गर्व हो रहा है। अब हम जल्द ही घर पहुंचने वाले हैं और यान की जिम्मेदारी भी एक जिम्मेदार व्यक्ति के हाथ में होगी।’’ 25 अक्टूबर को स्टेशन पहुंचने के बाद फोर्ड ने अभियान 33 में फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर यहां काम करना शुरू किया था और अब वे अभियान 34 के कमांडर होंगे। उसी दौरान सोयुज टीएमए-05 एम विलियम्स, होशीदे और मालेनचेंको को लेकर अंतरिक्ष स्टेशन से कजाखस्तान की धरती पर उतरने के लिए शाम पांच बज कर 26 मिनट (ईस्टर्न स्टैंडर्ड समयानुसार) पर रवाना होगा। 15 जुलाई से कजाखस्तान से लॉन्च के बाद उनकी यह यात्रा 127 दिनों तक चली जिसमें 125 दिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए।टिप्पणियां नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे। मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे। एक्पेडिशन कमांडर 33 (अभियान की कमांडर) सुनीता विलियम्स मालेनचेंको और होशीदे के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में मध्य जुलाई से थीं। अब अभियान 34 आरंभ हो गया है। विलियम्स ने कमान सौंपने के दौरान कहा, ‘‘हमने इस यान को अच्छी स्थिति में छोड़ा है और केविन को इसे सौंपते हुए मुझे काफी गर्व हो रहा है। अब हम जल्द ही घर पहुंचने वाले हैं और यान की जिम्मेदारी भी एक जिम्मेदार व्यक्ति के हाथ में होगी।’’ 25 अक्टूबर को स्टेशन पहुंचने के बाद फोर्ड ने अभियान 33 में फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर यहां काम करना शुरू किया था और अब वे अभियान 34 के कमांडर होंगे। उसी दौरान सोयुज टीएमए-05 एम विलियम्स, होशीदे और मालेनचेंको को लेकर अंतरिक्ष स्टेशन से कजाखस्तान की धरती पर उतरने के लिए शाम पांच बज कर 26 मिनट (ईस्टर्न स्टैंडर्ड समयानुसार) पर रवाना होगा। 15 जुलाई से कजाखस्तान से लॉन्च के बाद उनकी यह यात्रा 127 दिनों तक चली जिसमें 125 दिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए।टिप्पणियां नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे। मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे। विलियम्स ने कमान सौंपने के दौरान कहा, ‘‘हमने इस यान को अच्छी स्थिति में छोड़ा है और केविन को इसे सौंपते हुए मुझे काफी गर्व हो रहा है। अब हम जल्द ही घर पहुंचने वाले हैं और यान की जिम्मेदारी भी एक जिम्मेदार व्यक्ति के हाथ में होगी।’’ 25 अक्टूबर को स्टेशन पहुंचने के बाद फोर्ड ने अभियान 33 में फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर यहां काम करना शुरू किया था और अब वे अभियान 34 के कमांडर होंगे। उसी दौरान सोयुज टीएमए-05 एम विलियम्स, होशीदे और मालेनचेंको को लेकर अंतरिक्ष स्टेशन से कजाखस्तान की धरती पर उतरने के लिए शाम पांच बज कर 26 मिनट (ईस्टर्न स्टैंडर्ड समयानुसार) पर रवाना होगा। 15 जुलाई से कजाखस्तान से लॉन्च के बाद उनकी यह यात्रा 127 दिनों तक चली जिसमें 125 दिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए।टिप्पणियां नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे। मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे। 15 जुलाई से कजाखस्तान से लॉन्च के बाद उनकी यह यात्रा 127 दिनों तक चली जिसमें 125 दिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर बिताए।टिप्पणियां नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे। मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे। नासा के अंतरिक्षयात्री टॉम मार्शबर्न, कनाडा अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्षयात्री क्रिस हैडफील्ड और रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी के अंतरिक्षयात्री रोमन रोमानेंको 19 दिसंबर को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना होंगे और दो दिन बाद अंतरिक्ष स्टेशन की पांच महीने की यात्रा के लिए स्टेशन पहुंचेंगे। मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे। मार्च में फोर्ड, नोवित्सकी और टैरेल्किन की अंतरिक्ष स्टेशन से रवानगी के बाद हैडफील्ड पहले कनाडाई होंगे जो अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभालेंगे और 35वें अभियान की शुरुआत करेंगे।
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण एक बार फिर से चर्चा में हैं लेकिन इस बार बात उनकी फिल्म की नहीं बल्कि मैगजीन कवर पर छपी उनकी एक कवर फोटो की है. हाल में इंटरनेट पर एक फोटो वायरल हो रही है जिसके मुताबिक Maxim मैग्जीन की इस बार की कवर गर्ल दीपिका हैं. लेकिन जो फोटो नेट पर तेजी से फैल रही है उसमें दीपिका को नेकेड दिखाया गया है. इस मामले ने जब आजतक की टीम में Maxim मैग्जीन से बात को तो उनका कहना था कि अब उन्हें वो इमेज सोशल मीडिया पर नहीं दिख रही है लेकिन हां पहले वो फोटो काफी तेजी से सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप पर वायरल हो रही थी. मैगजीन की टीम ने आगे कहा कि वह इसके खिलाफ एक्शन लेंगे क्योंकि इससे उनके ब्रैंड का नाम तो खराब हो ही रहा है साथ ही दीपिका की इमेज भी बिगाड़ाने की कोशिश हुई है. वो जल्द ही दीपिका की टीम से बात करने के बाद एक्शन लेंगे. 6000 लड़कियों को रिजेक्ट करने वाले 'बाहुबली' हैं दीपिका के दीवाने बता दें कि फोटो में दीपिका के साथ एक मेल मॉडल को दिखाया जा रहा था जिसके पीछे दीपिका छुपी हुई थीं और उनका चेहरे के साथ उनकी टांगे इस फोटो में दिख रही थीं. पिछले दिनों दीपिका का एक फोटोशूट काफी वायरल हुआ था जिसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने दीपिका को काफी ट्रोल भी किया था. फिलहाल इस मामले में अभी दीपिका की टीम का कोई बयान नहीं आया है. रणबीर की आग में सुलग रही हैं दीपिका-कटरीना, रणवीर सुलझाने में लगे झगड़ा
जनरल वी के सिंह ऐसे पहले आर्मी चीफ हुए, जिन्होंने कमांडो की ट्रेनिंग ले रखी है. जब वो फौज में थे, तब मुश्किल से मुश्किल ऑपरेशन को अंजाम देने का जिम्मा उन्हें ही मिलता था. अपने उसी जीवट अंदाज से वो सरकार से भी टकरा जाते हैं, चाहे वर्दी में रहे हों या फिर आम आदमी के लिबास में. पीढ़ियों से रगों में उबाल मारता फौजी खून पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह की पहचान है. आजाद हिंदुस्तान के 26वें थल सेनाध्यक्ष जनरल सिंह की सबसे बड़ी खासियत और ताकत उनकी ईमानदारी को माना जाता है. हरियाणा के भिवानी जिले में जन्मे वी के सिंह अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी से आते हैं, जिसने फौज की शोभा बढ़ायी. जनरल के पिता आर्मी में ही कर्नल थे और दादा जुनियर कमिशन्ड ऑफिसर. जवानों से उनका ये लगाव तब भी छलक उठता है, जब वो किसानों की बात करते हैं. 19 साल की उम्र में वी के सिंह ने राजपूत रेजिमेंट में शामिल होकर फौज में एंट्री लगायी थी. अगले साल यानी 1971 में बांग्लादेश के युद्ध में जनरल सिंह ने अपनी दमदार पारी खेली. वो पहले प्रशिक्षित कमांडो हैं, जो आर्मी चीफ की कुर्सी तक पहुंचा हो और साथ ही वो पहले आर्मी चीफ हैं, जिसने सरकार को कोर्ट में खींच लाया हो. जनरल सिंह को जवाबी हमला बोलने और पहाड़ों की दुर्गम ऊंचाइयों पर किसी ऑपरेशन को अंजाम देने में महारत हासिल रही है. अब यही जनरल सीमा पार के दुश्मनों से लड़ने के बाद भ्रष्टाचार और किसानों को लटने वालों के खिलाफ मैदान में उतर आया है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दिल्ली की सड़कों पर शुक्रवार की रात पुलिस का पहरा काफी सख्त दिखाई दिया. दिल्ली पुलिस के अफसर गश्त पर होने की वजह से जगह-जगह बेरिकेडिंग और चौराहों पर पुलिस की तैनाती देखी गई. शुक्रवार को खुद दिल्ली पुलिस के मुखिया पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक गश्त पर निकले थे. दिल्ली की कानून व्यवस्था पर दिल्ली के उपराज्यपाल के साथ शुक्रवार को हुई मीटिंग के बाद पुलिस कमिश्नर गश्त पर खुद ही निकल पड़े. दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा था कि पुलिस के बड़े अफसर रात में खुद गश्त पर निकले. इसका असर दिल्ली में शुक्रवार रात को दिखा. पूरी दिल्ली पुलिस रात में सड़कों पर थी. जगह-जगह बेरिकेड लगाकर चेकिंग चल रही थी. बाइक और पीसीआर से पेट्रोलिंग चल रही थी. पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने रात 12 बजे जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम के गेट नंबर 6 पर स्थित बारापुला फ्लाईओवर के स्टार्टिंग पॉइंट से पेट्रोलिंग शुरू की. जिसके बाद वह एम्स होते हुए राजधानी के विभिन्न इलाकों का जायज़ा लेने पहुंचे. इस दौरान दिल्ली पुलिस के तमाम अफसर भी उनके साथ सड़कों पर थे, रात भर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई चलती रही. दिल्ली में बढ़ते अपराध पर कमिश्नर ने कहा कि दिल्ली के क्राइम में पहले से कमी आई है और इसे हम और भी कम करने का प्रयास कर रहे हैं. हाल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बयान दिया था कि दिल्ली के क्राइम 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जिसको कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने सिरे से खारिज कर दिया साथ ही कहा कि दिल्ली के क्राइम में गिरावट आई है.
लेख: सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने सिलिकॉन वैली चैरिटी को स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने के लिए करीब 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर दान दिए हैं।टिप्पणियां सिलिकॉन वैली कम्युनिटी फाउन्डेशन एक गैर-लाभकारी संस्था है, जो लोगों के दान और चंदे से संचालित है। 28-वर्षीय जकरबर्ग ने अपने फेसबुक के 1.8 करोड़ शेयर दान करने की घोषणा की, जिनका मूल्य मंगलवार के बाजार कीमत के हिसाब से करीब 49.88 करोड़ अमेरिकी डॉलर के बराबर है। यह जुकरबर्ग की ओर से दान की गई सबसे बड़ी राशि है। उन्होंने इस साल अपनी कंपनी फेसबुक के प्रथम सार्वजनिक शेयर निर्गम (आईपीओ) के पहले, 2010 में न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी और पब्लिक स्कूलों के लिए 10 करोड़ डॉलर की राशि दान दी थी। सिलिकॉन वैली कम्युनिटी फाउन्डेशन एक गैर-लाभकारी संस्था है, जो लोगों के दान और चंदे से संचालित है। 28-वर्षीय जकरबर्ग ने अपने फेसबुक के 1.8 करोड़ शेयर दान करने की घोषणा की, जिनका मूल्य मंगलवार के बाजार कीमत के हिसाब से करीब 49.88 करोड़ अमेरिकी डॉलर के बराबर है। यह जुकरबर्ग की ओर से दान की गई सबसे बड़ी राशि है। उन्होंने इस साल अपनी कंपनी फेसबुक के प्रथम सार्वजनिक शेयर निर्गम (आईपीओ) के पहले, 2010 में न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी और पब्लिक स्कूलों के लिए 10 करोड़ डॉलर की राशि दान दी थी। यह जुकरबर्ग की ओर से दान की गई सबसे बड़ी राशि है। उन्होंने इस साल अपनी कंपनी फेसबुक के प्रथम सार्वजनिक शेयर निर्गम (आईपीओ) के पहले, 2010 में न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी और पब्लिक स्कूलों के लिए 10 करोड़ डॉलर की राशि दान दी थी।
आतंकवाद और महंगाई का दंश झेल रहा पड़ोसी देश पाकिस्तान आजकल एक नए दुश्मन से जूझ रहा है. पाकिस्तान में स्वास्थ्य एजेंसियां एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर हैरान है. सिंध प्रांत में एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या बेकाबू सी हो गई है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक सिंध प्रांत के लरकाना और रातोदेरो शहरों में 700 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि 700 एचआईवी पॉजिटिव मरीजों में 576 बच्चे ही हैं. इसका मतबल यह है कि ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है. इतनी बड़ी संख्या में एचआईवी मरीजों को देखकर दुनिया की स्वास्थ्य एजेंसियां भी खौफजदा हैं. WHO, UNICEF और UNAIDS जैसे संस्थाएं अपने प्रतिनिधि पाकिस्तान भेज रहे हैं. इन संस्थाओं के प्रतिनिधि कराची में आ रहे हैं, ताकि एचआईवी के प्रसार की मूल वजह पता लगाई जा सके. कराची आने वाले इंटरनेशनल एक्सपर्ट में विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, यूनीसेफ, एनएड्स के अधिकारी शामिल हैं. एक अधिकारी ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के हेल्थ इमरजेंसी एंड रिस्क असेसमेंट के डायरेक्टर डॉ ऑलिवर मॉर्गन के नेतृत्व में 12 एक्सपर्ट की एक टीम कराची पहुंच चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक इंजेक्शन देने वाले सीरिंज का दोबारा इस्तेमाल, ब्लड ट्रांसफ्यूजन के इक्विपमेंट की कमी लरकाना और रातोदेरो में एचआईवी के फैलने का मुख्य कारण है. इदर राज्य की स्वास्थ्य एजेंसियों ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई शरू कर दी है, एजेंसियों को शक है कि ये कथित डॉक्टर पैसे बचाने के चक्कर में सिरींज को दोबारा इस्तेमाल करते हैं. हालांकि पाकिस्तान सरकार के इस कदम से दूसरी एजेंसियां संतुष्ट नहीं हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने कहा कि 700 एचआईवी पॉजिटिव केस में 576 बच्चे हैं, इनकी उम्र 2 से 15 साल के बीच है. इनमें से 56 प्रतिशत बच्चे 2 से 5 साल के हैं. जबकि 18 प्रतिशत बच्चों की उम्र 6 से 15 साल है. इस तरह से पता चलता है कि 75 फीसदी एचआईवी पॉजिटिव बच्चे हैं. डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों के मुताबिक ये आंकड़ा दुनिया भर के एचआईवी एक्सपर्ट के लिए बेहद चिंता का विषय है. अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में बच्चे इस बीमारी का शिकार क्यों हो रहे हैं. सिंध के जिन इलाकों में एचआईवी का प्रसार हुआ है, ये क्षेत्र कराची के तहत आते हैं. कराची दुनिया के उन शहरों में शामिल है जहां एचआई का प्रसार सबसे तेजी से हो रहा है. मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि एचआईवी संक्रमण के लक्षणों का पता चलने में काफी समय लगता है, इसके अलावा ट्रेंड डॉक्टरों की कमी, मौजूदा डॉक्टरों में जागरुकता की कमी, एचआईवी से जुड़ा सामाजिक बंधन कुछ ऐसे कारण हैं जिससे ये बीमारी लगातार बढ़ती चली जा रही है. डॉक्टरों की चिंता इस बात को लेकर है कि आखिर एक खास इलाके में 2 से लेकर 5 साल के बच्चे इस बीमारी की जकड़ में कैसे आए, पाकिस्तान के दूसरे इलाकों में भी सीरिंज के दोबारा इस्तेमाल का चलन है, लेकिन वहां इ, बीमारी का प्रसार कम है.
यह एक लेख है: मेघालय के रिभोई जिले में एक भोज के दौरान सूअर का मांस खाने के बाद भोजन विषाक्तता के संदिग्ध मामले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक अन्य लोग बीमार हो गए. जिले के अधिकारियों ने बताया कि उमसनिंग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सोमवार शाम को नोंगकया गांव के सात-वर्षीय लड़के सहित दो लोगों की मौत हो गई तथा एक अन्य व्यक्ति की मौत शिलांग सिविल अस्पताल में हुई. रिभोई जिले के चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी बरेह पी. लमीन ने बताया कि रविवार को गांव में एक चर्च की स्थापना के बाद आयोजित एक भोज में नोनगक्या गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए, जिसमें से कई लोगों को एनईआईजीआरआईएचएमएस सहित शिलांग के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि 30 से अधिक मरीजों को सीएचसी में भर्ती कराया गया और 25 को नोनगपोह में भर्ती कराया गया. लमीन ने बताया कि रविवार शाम को आयोजित भोज में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद ग्रामीण बीमार हुए. खाद्य सुरक्षा के संयुक्त आयुक्त एसएन संगमा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम भोजन का नमूना लेने के लिए गांव जाएगी, जहां खाद्य विषाक्तता के कारण अधिकांश लोग प्रभावित हुए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया, "प्रथम दृष्टया, यह खाद्य विषाक्तता का मामला है, जो रविवार शाम को एक धार्मिक आयोजन में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद हुआ है..." (इनपुट भाषा से भी) जिले के अधिकारियों ने बताया कि उमसनिंग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सोमवार शाम को नोंगकया गांव के सात-वर्षीय लड़के सहित दो लोगों की मौत हो गई तथा एक अन्य व्यक्ति की मौत शिलांग सिविल अस्पताल में हुई. रिभोई जिले के चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी बरेह पी. लमीन ने बताया कि रविवार को गांव में एक चर्च की स्थापना के बाद आयोजित एक भोज में नोनगक्या गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए, जिसमें से कई लोगों को एनईआईजीआरआईएचएमएस सहित शिलांग के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि 30 से अधिक मरीजों को सीएचसी में भर्ती कराया गया और 25 को नोनगपोह में भर्ती कराया गया. लमीन ने बताया कि रविवार शाम को आयोजित भोज में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद ग्रामीण बीमार हुए. खाद्य सुरक्षा के संयुक्त आयुक्त एसएन संगमा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम भोजन का नमूना लेने के लिए गांव जाएगी, जहां खाद्य विषाक्तता के कारण अधिकांश लोग प्रभावित हुए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया, "प्रथम दृष्टया, यह खाद्य विषाक्तता का मामला है, जो रविवार शाम को एक धार्मिक आयोजन में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद हुआ है..." (इनपुट भाषा से भी) रिभोई जिले के चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी बरेह पी. लमीन ने बताया कि रविवार को गांव में एक चर्च की स्थापना के बाद आयोजित एक भोज में नोनगक्या गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए, जिसमें से कई लोगों को एनईआईजीआरआईएचएमएस सहित शिलांग के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि 30 से अधिक मरीजों को सीएचसी में भर्ती कराया गया और 25 को नोनगपोह में भर्ती कराया गया. लमीन ने बताया कि रविवार शाम को आयोजित भोज में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद ग्रामीण बीमार हुए. खाद्य सुरक्षा के संयुक्त आयुक्त एसएन संगमा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम भोजन का नमूना लेने के लिए गांव जाएगी, जहां खाद्य विषाक्तता के कारण अधिकांश लोग प्रभावित हुए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया, "प्रथम दृष्टया, यह खाद्य विषाक्तता का मामला है, जो रविवार शाम को एक धार्मिक आयोजन में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद हुआ है..." (इनपुट भाषा से भी) उन्होंने बताया कि 30 से अधिक मरीजों को सीएचसी में भर्ती कराया गया और 25 को नोनगपोह में भर्ती कराया गया. लमीन ने बताया कि रविवार शाम को आयोजित भोज में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद ग्रामीण बीमार हुए. खाद्य सुरक्षा के संयुक्त आयुक्त एसएन संगमा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम भोजन का नमूना लेने के लिए गांव जाएगी, जहां खाद्य विषाक्तता के कारण अधिकांश लोग प्रभावित हुए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया, "प्रथम दृष्टया, यह खाद्य विषाक्तता का मामला है, जो रविवार शाम को एक धार्मिक आयोजन में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद हुआ है..." (इनपुट भाषा से भी) खाद्य सुरक्षा के संयुक्त आयुक्त एसएन संगमा ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम भोजन का नमूना लेने के लिए गांव जाएगी, जहां खाद्य विषाक्तता के कारण अधिकांश लोग प्रभावित हुए हैं.टिप्पणियां उन्होंने बताया, "प्रथम दृष्टया, यह खाद्य विषाक्तता का मामला है, जो रविवार शाम को एक धार्मिक आयोजन में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद हुआ है..." (इनपुट भाषा से भी) उन्होंने बताया, "प्रथम दृष्टया, यह खाद्य विषाक्तता का मामला है, जो रविवार शाम को एक धार्मिक आयोजन में सूअर का मांस और चावल खाने के बाद हुआ है..." (इनपुट भाषा से भी) (इनपुट भाषा से भी)
कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट मैच भारत ने इंदौर में बांग्लादेश को हरा सीरीज में 1-0 की बढ़त बना रखी है भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट मैच खेला जा रहा है. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम अपनी पहली पारी में 106 रनों पर ऑलआउट हो गई. जवाब में टीम इंडिया ने 347 रन बनाकर पहली पारी घोषित कर दी. पहली पारी के आधार पर भारत को 241 रनों की बढ़त मिली है. दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने 6 विकेट गंवा कर 152 रन बनाए हैं. दूसरे दिन का खेल खत्म होने से ठीक पहले तैजुल इस्लाम 11 रन बनाकर आउट हुए. मुश्फिकुर रहीम (59 रन) क्रीज पर है. IND vs BAN LIVE SCORE दूसरी पारी में भी बांग्लादेश की शुरुआत बेहद खराब रही. ईशांत ने पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर शादमान इस्लाम (0) को आउट कर बांग्लादेश को पहला झटका दिया. अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में ईशांत ने बांग्लादेशी कप्तान मोमिनुल हक को भी बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया. उमेश यादव ने नौ के कुल स्कोर पर मोहम्मद मिथुन को पवेलियन लौटा मेहमान टीम को तीसरा झटका दिया.दूसरे छोर पर खड़े सलामी बल्लेबाज इमरूल काएस पांच रनों के निजी स्कोर पर किसी तरह पहुंचे थे, लेकिन ईशांत ने यह सुनिश्चित किया कि वह इससे आगे नहीं जा पाएं. 13 रनों पर चार विकेट, यह आंकड़े बांग्लादेश के स्कोरबोर्ड पर थे. यहां से रहीम का संघर्ष शुरू हुआ, जिसमें महमूदुल्लाह ने भी उनका साथ दिया. महमूदुल्लाह हालांकि थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे क्योंकि 39 के निजी स्कोर पर वह मांसपेशियों में खिंचाव के कारण रिटायर्ड हर्ट हो गए. उनके स्थान पर बल्लेबाजी करने आए मेहदी हसन मिराज 15 के स्कोर से आगे जा नहीं पाए. ईशांत ने उन्हें 133 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेज बांग्लादेश को पांचवां झटका दिया. इस बीच रहीम लगातार रन करते रहे और उन्होंने अपना अर्धशतक भी पूरा किया. मेहमान टीम की तरफ से इस मुश्किल लड़ाई को उन्होंने किसी तरह जारी रखा. अंपायर ने एक बार उन्हें रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया था, लेकिन रहीम ने तुरंत रिव्यू लिया जिसमें वो बच गए. उमेश ने हालांकि 152 के कुल स्कोर पर ही तैजुल इस्लाम को 11 रनों पर आउट कर भारत को छठी सफलता दिलाई और इसी के साथ दिन का खेल खत्म कर दिया गया. भारत ने 347 रन पर घोषित की पहली पारी टीम इंडिया ने 347 रन बनाकर पहली पारी घोषित कर दी. पहली पारी के आधार पर भारत को 241 रनों की बढ़त मिली है. भारत के लिए कप्तान विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 136 रन बनाए. कप्तान कोहली ने 194 गेंदों पर 18 चौकों की मदद से 136 रनों की पारी खेली. यह कोहली का टेस्ट में कुल 27वां शतक है. उनके अलावा चेतेश्वर पुजारा ने 55 और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने 51 रन बनाए. Innings Break! #TeamIndia have declared with a total of 347/9 on the board. Lead by 241 runs. #PinkBallTest #INDvBAN pic.twitter.com/XDSTNTytjw — BCCI (@BCCI) November 23, 2019 बांग्लादेश की ओर से अल अमीन हुसैन और इबादत हुसैन ने तीन-तीन जबकि अबु जाएद ने दो और तैजुल इस्लाम ने एक विकेट लिया. सबसे ज्यादा पारी घोषित करने के मामले में टीम इंडिया ने इंग्लैंड का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में पारी घोषित कर भारत ने 7वीं बार यह कारनामा किया है. जबकि इंग्लैंड ने 2009 में छह बार टेस्ट में पारी घोषित की थी. अपनी पहली पारी खेलने उतरी भारत को हालांकि ठोस शुरुआत नहीं मिली. ऑफ स्टम्प के बाहर लगातार परेशान हो रहे मयंक अग्रवाल इसी तरह की गेंद पर गली में मेहदी हसन मिराज के हाथों लपके गए. मयंक ने 14 रन बनाए. उनका विकेट 26 के कुल स्कोर पर गिरा. रोहित शर्मा (21) को इबादत हुसैन ने एलबीडबल्यू करा भारत को दूसरा झटका दिया. इसके बाद कोहली और पुजारा ने बेहतरीन साझेदारी की. कोहली और पुजारा ने तीसरे विकेट के लिए 94 रनों की साझेदारी की. 137 के कुल स्कोर पर इबादत हुसैन ने इस जोड़ी पर ब्रेक लगाया. इबादत की गेंद ने पुजारा की उम्मीद से थोड़ा ज्यादा उछाल और स्विंग लिया, नतीजन गेंद उनके बल्ले के बाहरी हिस्से से टकराकर शादमान इस्लाम के हाथों में चली गई. पुजारा ने 105 गेंदों की पारी में 55 रन बनाए. पुजारा ने अपनी पारी में आठ चौके भी मारे. कोहली ने रहाणे के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 99 रन जोड़े. इन दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे दिन तीन विकेट के नुकसान पर 174 रनों से भारतीय पारी को आगे बढ़ाया. 236 के कुल स्कोर पर तैजुल ने रहाणे की 51 रनों की पारी का अंत कर दिया. रहाणे ने 69 गेंदों पर सात चौके लगाए. कोहली ने उनके जाने के बाद अपना 27वां टेस्ट शतक पूरा किया. इसी शतक के साथ कोहली टेस्ट में कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर आ गए हैं. उनका यह कप्तान के तौर पर 20वां शतक है. कोहली ने इस स्थान से ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग को हटाया है. अब उनसे आगे सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ हैं जिनके नाम बतौर कप्तान 25 शतक हैं. वहीं खेल के तीनों प्रारूप में कप्तान के तौर पर शतक लगाने के मामले में कोहली और पोटिंग एक साथ हैं. दोनों के नाम सभी प्रारूपों में कुल मिलाकर 41-41 शतक हैं. कप्तान का विकेट दूसरे सत्र में गिरा. उनको पवेलियन भेजने में तैजुल का अहम योगदान रहा जिन्होंने इबादत हुसैन की गेंद पर फाइन लेग पर कोहली का बेहतरीन कैच लपका. कोहली ने 194 गेंदों पारी में 18 चौके मारे और 136 रन बनाए. उनसे पहले रवींद्र जडेजा 12 रन बनाकर अबु जाएद का शिकार हो गए. कोहली के बाद भारत ने रविचंद्रन अश्विन (9), उमेश यादव (0) और ईशांत शर्मा (0) के विकेट खोए. मोहम्मद शमी 10 और ऋद्धिमान साहा 17 रन बनाकर नाबाद लौटे. बांग्लादेश के लिए अल अमीन हुसैन, इबादत ने तीन-तीन विकेट लिए. अबु जाएद के हिस्से दो सफलताएं आईं. एक विकेट तैजुल के हिस्से आया. ऐतिहासिक डे नाइट टेस्ट मैच में कोहली का कमाल विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ ऐतिहासिक डे नाइट टेस्ट मैच में शतक जड़ दिया है. वह डे नाइट टेस्ट मैच में शतक ठोकने वाले भारत के पहले बल्लेबाज बन गए हैं. यह विराट कोहली के करियर का 27वां टेस्ट शतक है. कप्तान के तौर पर सर्वाधिक शतक के मामले में विराट कोहली ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रिकी पोंटिंग का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. कप्तान के तौर पर विराट कोहली ने 20 टेस्ट शतक ठोक दिए हैं जबकि रिकी पोंटिंग ने 19 टेस्ट शतक लगाए थे. कप्तान के तौर पर सर्वाधिक शतक के मामले में पूर्व साउथ अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ 25 शतकों के साथ टॉप पर हैं. The #RunMachine at it again 👏💪 @imVkohli brings up his 27th Test 💯 #PinkBallTest #INDvBAN pic.twitter.com/rL4wDIdKsK — BCCI (@BCCI) November 23, 2019 टेस्ट कप्तान के तौर पर सर्वाधिक शतक 25 शतक: ग्रीम स्मिथ 20 शतक: विराट कोहली 19 शतक: रिकी पोंटिंग 15 शतक: एलन बॉर्डर/स्टीव वॉ/स्टीव स्मिथ ईशांत के पंच से बांग्लादेश 106 पर ऑलआउट भारतीय गेंदबाजों ने पिंक बॉल से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया और बांग्लादेश टीम को पहली पारी में 30.3 ओवरों में 106 रनों पर ढेर कर दिया. बांग्लादेश की ओर से शादमान इस्लाम ने सबसे अधिक 29 रन बनाए जबकि लिटन दास (रिटायर्ड हर्ट) ने 24 रन जोड़े. मेहमान टीम के तीन बल्लेबाज ही दहाई तक पहुंच सके. ऋषभ पंत को टीम इंडिया ने किया रिलीज, साहा के कवर के तौर पर जुड़ा यह कीपर दास के स्थान पर मेहदी हसन को कॉनसेशन प्लेयर के तौर पर टीम में शामिल किया गया है. उन्होंने आठ रन बनाए. भारत की ओर से ईशांत शर्मा ने सबसे ज्यादा पांच विकेट लिए. उमेश यादव ने तीन विकेट लिए जबकि मोहम्मद समी को दो सफलताएं मिली. ईशांत ने 2007 के बाद भारत में पहली बार एक पारी में पांच विकेट हासिल किए हैं. A pumped up @ImIshant after he picks up his 5-wkt haul in the #PinkBallTest . #TeamIndia pacers have bowled out Bangladesh for 106 runs in the first innings. pic.twitter.com/Z3k0yvEwlM — BCCI (@BCCI) November 22, 2019 गुलाबी गेंद से पहली बार खेल रहे बांग्लादेशी बल्लेबाज अतिरिक्त स्विंग के सामने पैर नहीं चला पाए. ईशांत शर्मा ने इमरुल काएस (4) को 15 के कुल स्कोर पर एलबीडब्ल्यू करा दिया. दो रन बाद कप्तान मोमिनुल हक, उमेश यादव की स्विंग लेती गेंद पर स्लिप रोहित शर्मा द्वारा बेहतरीन तरीके से लपके गए. मुश्फिकुर रहीम से बांग्लादेश को उम्मीदें थीं, लेकिन स्थानीय खिलाड़ी मोहम्मद शमी की गेंद का उनके पास जवाब नहीं था जो उनकी गिल्लियां ले उड़ी. रहीम चार गेंद खेलने के बाद भी खाता नही खोल पाए. उनके जाने के बाद टीम का स्कोर 26 रनों पर चार विकेट हो गया. अभी तक शुरू से एक छोर संभाले रखे सलामी बल्लेबाज शादमान इस्लाम अंतत: उमेश के सामने नतमस्तक हो गए. उमेश की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर पीछे गई और इस बार विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने कैच पकड़ उनकी 52 गेंदों पर 29 रनों की पारी का अंत किया. यह साहा का 100वां शिकार भी था. इसके बाद साहा ने अपना 101वां शिकार भी किया. महमूदुल्लाह, ईशांत की गेंद पर साहा के हाथों लपके गए. साहा ने इस बार बेहतरीन लो कैच पकड़ा. दास एक छोर पर खड़े होकर खेल रहे थे, लेकिन शमी की गेंद ने उन्हें रिटायर हर्ट कर दिया. लिटन दास को मोहम्मद शमी की गेंद हेलमेट पर लगी. इसके बाद फिजियो मैदान पर आए और दास को बाहर ले गए. लिटन 24 रन बनाए हैं. लिटन दास की जगह सब्स्टिटूट के तौर पर मेहदी हसन मिराज बल्लेबाजी के लिए आए. इबादत 82 के कुल स्कोर पर (1) पर ईशांत का अगला शिकार बने. मिराज को ईशांत ने आउट कर अपना शिकार बनाया. जो हाल दास का हुआ वही हाल नईम हसनैन का हुआ. 19 रन बनाने वाले नईम बांग्लादेश के नौवें विकेट के रूप में आउट हुए. उनका विकेट भी ईशांत ने लिया. नईम भी चोटिल हो गए और उनकी जगह तैजुल इस्लाम को कॉन्सेशन खिलाड़ी के तौर पर टीम में जगह मिली. तैजुल ने गेंदबाजी की लेकिन वह बल्लेबाजी नहीं कर पाए. मोहम्मद शमी ने अबु जाएद को आउट कर दो विकेट पूरे किए. बांग्लादेश ने जीता टॉस बांग्लादेश के कप्तान मोमिनुल हक ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया और भारत को पहले गेंदबाजी सौंपी. यह दोनों टीमों का पहला दिन-रात का टेस्ट है. भारत ने इस मैच में कोई बदलाव नहीं किया है जबकि बांग्लादेश ने दो बदलाव किए हैं. Bangladesh have won the toss and will bat first in the #PinkBallTest @Paytm #INDvBAN pic.twitter.com/LCTkWZ6bKM — BCCI (@BCCI) November 22, 2019 बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ग्राउंड पहुंचीं और दोनों टीमों के कप्तान ने अपने खिलाड़ियों से उनका परिचय कराया. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस मैच का लुत्फ लिया. Her Excellency Sheikh Hasina, Prime Minister of Bangladesh, @MamataOfficial , Honourable Chief Minister, West Bengal and #TeamIndia great @sachin_rt greet #TeamIndia ahead of the #PinkballTest pic.twitter.com/ldyrKjbxrE — BCCI (@BCCI) November 22, 2019 हसीना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले दिन के खेल का आगाज किया. यहां इन दोनों ने ईडन बेल बजाकर खेल की शुरुआत की आधिकारिक घोषणा की. मैच आधिकारिक तौर पर दोपहर एक बजे शुरू हुआ. इससे पहले, दोनों देशों का राष्ट्रगान बजा और दर्शकों ने पूरे जोश के साथ खिलाड़ियों का स्वागत किया. It is a historic moment in Indian cricket and we are looking forward to playing in front of a packed house - Captain @imVkohli ahead of the #PinkBallTest #INDvBAN pic.twitter.com/fwVo1ehH5D — BCCI (@BCCI) November 21, 2019 टीमें:- भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रवींद्र जडेजा, ऋद्धिमान साहा, आर. अश्विन, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, ईशांत शर्मा. बांग्लादेश: इमरुल काएस, शादमान इस्लाम, मोहम्मद मिथुन, मोमिनुल हक (कप्तान), मुश्फिकुर रहीम, महमूदुल्लाह रियाद, लिटन दास, नईम हसनैन, अल अमीन हुसैन, अबु जाएद, इबादत हुसैन.
After registering a convincing 11-0 win over hosts Oman in their opening game, the Indian Men's Hockey Team registered a 3-1 victory over arch-rivals Pakistan in the ongoing Asian Hockey Champions Trophy Read @ANI story | https://t.co/TPJbjXxDiqpic.twitter.com/UZNew7kSIA — ANI Digital (@ani_digital) October 20, 2018 Read @ANI story | https://t.co/TPJbjXxDiqpic.twitter.com/UZNew7kSIA
उत्तर प्रदेश में भदोही जिले के गोपीगंज थाना क्षेत्र के नथाड़पुर गांव में एक 35 साल की विधवा महिला से तीन लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है, पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर बुधवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक भदोही विजय कुमार ने बताया कि ‘एक 35 साल की विधवा महिला खेतों में शौच के लिए गई थी, गांव के ही हसन, आजाद व उनके एक अन्य साथी ने दुष्कर्म किया है.’ उन्‍होंने बताया कि ‘महिला का चिकित्सीय मुआयना के बाद मामला दर्ज कर हसन व आजाद को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरे की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.’
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्र नेता उमर खालिद पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार किए गए दो लोगों ने पूछताछ में दावा किया कि वे गोरक्षक हैं और दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में चल रहे कार्यक्रम में व्यवधान डालने आए थे ताकि गोरक्षा के मुद्दे की तरफ ध्यान आकर्षित कर सकें. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दरवेश शाहपुर और नवीन दलाल को सोमवार तड़के हरियाणा के हिसार में फतेहाबाद से हिरासत में लिया था. बाद में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान दोनों ने पुलिस से कहा कि उनकी ‘खौफ से आजादी’ कार्यक्रम में व्यवधान पैदा करने की योजना थी. इस कार्यक्रम का आयोजन 13 अगस्त को कांस्टीट्यूशन क्लब में किया जा रहा था जिसमें जाने-माने अधिवक्ता प्रशांत भूषण, राज्यसभा सदस्य मनोज झा जैसे लोग वक्ता के तौर पर उपस्थित थे. जब दलाल कांस्टीट्यूशन क्लब पहुंचा तो उसने खालिद को आयोजन स्थल के बाहर देखा और उसपर हमला कर दिया. दोनों ने पुलिस से कहा कि वे गोरक्षा के मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते थे और सोचा कि कार्यक्रम को निशाना बनाने से वे अपने मुद्दे को उजागर कर पाएंगे. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम ने सिख क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा के गांव का दौरा किया था. इन दोनों ने वहां 17 अगस्त को आत्मसमर्पण करने की बात कही थी, हालांकि वहां वे नहीं आए. 15 अगस्त को फेसबुक पर अपलोड किए गए एक वीडियो में दोनों ने खालिद पर हमला करने का दावा किया और यह भी कहा कि यह हमला देश के नागरिकों को ‘‘स्वतंत्रता दिवस का तोहफा’’ है. पुलिस वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि कर रही है और उस आईपी एड्रेस की तलाश कर रही है जहां से इस वीडियो को पोस्ट किया गया था. उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया कि वे किसी को परेशान नहीं करें और वे सिख क्रांतिकारी के गांव में आत्मसमर्पण करेंगे.मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने अपनी स्पेशल सेल को यह मामला सौंप दिया, जो खालिद एवं दो अन्य जेएनयू छात्रों के खिलाफ देशद्रोह के मामले की भी जांच कर रही है. पुलिस ने बताया कि उन्हें यह ‘‘सूचना’’ नहीं थी कि सोमवार के कार्यक्रम में खालिद भी हिस्सा लेने वाले हैं. जांच से संबंधित एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल हुए हथियार को जब्त कर लिया है और शुरुआती फॉरेंसिक जांच में यह पता चला है कि खालिद के खिलाफ जब इस पिस्तौल का इस्तेमाल हुआ था तब वह जाम हो गया था. उन्होंने बताया कि पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि गोली चली थी या नहीं क्योंकि घटनास्थल पर उन्हें कोई कारतूस नहीं मिला था. पुलिस ने घटना के संबंध में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है. BJP मुख्यालय में जबरन घुसे पुलिस के मुताबिक, नवीन दलाल 2014 में अपने कुछ साथियों के साथ जबरन भाजपा मुख्यालय में घुस गया था और मांग करने लगा था कि गो हत्या रोकी जाए. उसके खिलाफ कई धाराओं में संसद मार्ग थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.
मध्य प्रदेश के धार जिले से एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक आदिवासी लड़की को प्यार करने की तालिबानी सजा दी गई है. धार जिले की एक आदिवासी युवती को उसके परिजनों ने सरेराह डंडों से सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीटा, क्योंकि उसने घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर एक दलित युवक से प्यार किया. बताया जा रहा है कि युवती जिस लड़के से प्यार करती थी, कुछ दिन पहले उसके साथ परिवार को बिना बताए भाग गई थी जिसकी गुमशुदगी बाग पुलिस थाने में दर्ज कराई गई थी. खोजबीन करने पर पता चला कि युवती पास के ही एक गांव में है. इसके बाद घरवाले युवती को लेने वहां गए. लड़की वहां मिल भी गई, लेकिन परिजनों का गुस्सा इससे भी शांत नहीं हुआ और उन्हें लड़की का घर से भागना इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने उसकी सरेराह पिटाई कर दी. 7 पर मामला दर्ज, 4 गिरफ्तार इस दौरान युवती के परिजनों के साथ कुछ रिश्तेदार भी मौजूद थे. लड़की की पिटाई के दौरान उसका वीडियो भी बनाया गया. वीडियो वायरल होने के बाद घटना का पता चला जिसके बाद पुलिस हरकत में आई. इस पूरी घटना में शामिल लोगों की पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर शिनाख्त कर सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था, जिसके बाद चार लोगों को इसमें गिरफ्तार भी कर लिया गया है, जबकि बाकी आरोपी अभी भी फरार हैं. इस मामले में बाग थाने के टीआई कमलेश सिंघार ने बताया कि लड़की को डंडों और गीली लकड़ियों से पीटा गया है. जिस जगह पर लड़की को पीटा गया है वो जगह मुख्य सड़क से अंदर जाकर है. पुलिस के मुताबिक, युवती के परिजन उसकी शादी करवाना चाहते थे, लेकिन युवती किसी और से प्यार करती थी, इसलिए उसके साथ भाग गई थी. बार-बार कोशिश के बाद भी जब युवती शादी के लिए नहीं मानी तो परजिनों और रिश्तेदारों ने मिलकर उसकी लाठी-डंडों से बेरहमी से पिटाई कर दी. For latest update on mobile SMS < news > to 52424 for Airtel, Vodafone and idea users. Premium charges apply!!
छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटों में से 39 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान पूरा हो गया है. पहले चरण में 60 फीसदी मतदान होने की सूचना है. दांतेवाड़ा, बस्‍तर और बीजापुर में कुछ हिंसक घटनाएं हुई लेकिन कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो गया. दांतेवाड़ा में पुलिस और नक्‍सलियों के बीच फायरिंग के बाद कुछ बूथों में मतदान रोक दिया गया. जिले के कुछ बुथों से ईवीएम मशीन लूटे जाने की खबर मिलने के बाद वहां का मतदान रद्द कर दिया गया है. कुल मिलाकर 11 जगहों का मतदान रद्द किया गया है. चुनाव के पहले चरण में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे जिसके कारण आम लोग मतदान करने के लिए चुनाव केंद्र तक पहुंच सके. इस चरण में दक्षिण छत्तीसगढ़ स्थित बस्तर की 12 सीटों पर भी मतदान हो रहा है. चुनाव आयोग के निर्देशानुसार नक्सल प्रभावित इलाकों में मतदान सुबह सात बजे से तीन बजे तक ही हुआ.  शेष इलाक़ों में मतदान सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे हुआ. इन 39 सीटों के लिए कुल 379 उम्मीदवार मैदान में हैं. कांग्रेस, भाजपा और बसपा ने इन सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. विधानसभा की शेष 51 सीटों के लिए दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा. मतगणना आठ दिसंबर को होगी. निर्वाचन आयोग के अनुसार राज्‍य के कुल एक करोड़ 52 लाख वोटरों में से 64 लाख वोटरों ने आज 8883 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. पहले चरण के लिए हो रहे चुनाव में 36 महिलाओं समेत 379 उम्‍मीदवार मैदान में हैं. इस चरण में जिन प्रमुख उम्‍मीदवारों के चुनावी भाग्‍य का फैसला होगा उनमें मुख्‍यमंत्री रमन सिंह, महेंद्र करमा और विधानसभा अध्‍यक्ष प्रेम प्रकाश पांडे शामिल हैं.
यह लेख है: 11 से 22 जून तक जिम्‍बाब्‍वे के खिलाफ 3 वनडे और 3 टी20 की सीरीज़ से पहले कप्तान एमएस धोनी मीडिया से मुखातिब हुए तो उनकी कप्तानी और उनकी फ़िटनेस को लेकर सवाल उठने लाज़िमी थे। कप्तान धोनी ने दो टूक कहा कि उन्हें टीम इंडिया की कप्तानी करने में मज़ा आ रहा है और आगे फ़ैसला बीसीसीआई को लेना है।टिप्पणियां धोनी ने ये भी कहा कि वो 35 साल के हो गए हैं और जानते हैं कि जिस दिन वो तेज़ नहीं भाग सकेंगे उनपर उंगलियां उठने लगेंगी। उन्होंने कहा कि जिस दिन वो तेज़ नहीं भाग सकेंगे उस दिन फ़िक्रमंद होंगे। उन्होंने बताया कि एक विकेटकीपर के तौर पर उनका काम तय है।' उन्होंने ये भी कहा कि वो देश के लिए खेल रहे हैं, यही उनके लिए प्रेरणा की सबसे बड़ी वजह है। उन्होंने ये भी कहा कि 2019 वर्ल्ड कप की बात करना जल्दबाज़ी है। मतलब साफ़ है, धोनी ज़िम्‍बाब्वे दौरे को भी बहुत अहमियत दे रहे हैं और वहां भी खुद को साबित करने के इरादे से ही जा रहे हैं। धोनी ने ये भी कहा कि वो 35 साल के हो गए हैं और जानते हैं कि जिस दिन वो तेज़ नहीं भाग सकेंगे उनपर उंगलियां उठने लगेंगी। उन्होंने कहा कि जिस दिन वो तेज़ नहीं भाग सकेंगे उस दिन फ़िक्रमंद होंगे। उन्होंने बताया कि एक विकेटकीपर के तौर पर उनका काम तय है।' उन्होंने ये भी कहा कि वो देश के लिए खेल रहे हैं, यही उनके लिए प्रेरणा की सबसे बड़ी वजह है। उन्होंने ये भी कहा कि 2019 वर्ल्ड कप की बात करना जल्दबाज़ी है। मतलब साफ़ है, धोनी ज़िम्‍बाब्वे दौरे को भी बहुत अहमियत दे रहे हैं और वहां भी खुद को साबित करने के इरादे से ही जा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वो देश के लिए खेल रहे हैं, यही उनके लिए प्रेरणा की सबसे बड़ी वजह है। उन्होंने ये भी कहा कि 2019 वर्ल्ड कप की बात करना जल्दबाज़ी है। मतलब साफ़ है, धोनी ज़िम्‍बाब्वे दौरे को भी बहुत अहमियत दे रहे हैं और वहां भी खुद को साबित करने के इरादे से ही जा रहे हैं।
एक्‍ट्रेस दीपिका पादुकोण अपनी आने वाली फिल्म 'फाइंडिंग फैनी' की टीम के लिए एक पार्टी आयोजित करने जा रही हैं. होमी अदजानिया निर्देशित इस फिल्म में दीपिका के अलावा अर्जुन कपूर, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर और डिंपल कपाड़िया भी हैं. फाइंडिंग फैनी का नया गाना हुआ रिलीज... दीपिका से जुड़े एक करीबी सूत्र ने कहा कि, चूंकि दीपिका 'फाइंडिंग फैनी' की टीम के बहुत करीब हैं, इसलिए वह उनके लिए कुछ खास करना चाहती हैं. फिल्म फाइंडिंग फैनी से सेंसर बोर्ड ने हटाया वर्जिनिटी' डायलॉग सूत्रों ने बताया कि दीपिका यह फिल्‍म और फिल्‍म की प्‍लॉट लाइन बेहद पसंद है. वह फिल्म की रिलीज के आसपास पूरी टीम के लिए एक छोटी सी पार्टी रखेंगी. रणवीर सिंह ने मुफ्त में की है फाइंडिंग फैनी फिल्म 12 सितंबर को रिलीज हो रही है.
लेख: कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस का सड़कों पर प्रदर्शन करना भारत के लिए स्वतंत्रता के 72 वर्षों में एक ‘नई गिरावट' है. पार्टी ने इस मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की चुप्पी पर भी सवाल उठाए. कांग्रेस (Congress) के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि क्या यह है भाजपा का ‘नया भारत'. उन्होंने पूछा कि सत्तारूढ़ दल देश को कहां ले जा रहा है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है और गृह मंत्री अमित शाह और गृह मंत्रालय इस बारे में कुछ नहीं कर रहा. सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस का प्रदर्शन- 72 वर्षों में यह एक नई गिरावट है.'' उन्होंने आगे लिखा, ‘‘क्या यह है भाजपा का ‘नया भारत'? भाजपा देश को कहां ले जाएगी? भारत के गृह मंत्री अमित शाह कहां हैं?'' उन्होंने आरोप लगाया कि एक ओर तो वकीलों को गोली मारी जा रही है और उनकी पिटाई की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की पिटाई हो रही है. सुरजेवाला ने पूछा, ‘‘कानून-व्यवस्था की और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नागरिकों की रक्षा कौन करेगा. क्या यह वही नया भारत है जिसके बारे में भाजपा बात किया करती थी.'' उन्होंने कहा, ‘‘कहां हैं गृह मंत्री अमित शाह. कृपया सामने आएं और बताएं कि आप यह कैसे सुनिश्चित करेंगे कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कानून-व्यवस्था कायम रहे और पूरे मामले को विधि सम्मत तरीके के अनुसार सुलझाया जाए.'' पार्टी के प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा, ‘‘यह अभूतपूर्व है. अगर कानून प्रवर्तन एजेंसियां ही सड़कों पर उतर आई हैं तो आम आदमी का क्या होगा?'' उन्होंने कहा कि जब भी भाजपा सत्ता में आती है तो ऐसी घटनाएं होती हैं. वकीलों के साथ झड़प के दौरान पुलिसकर्मियों पर हुए हमले के विरोध में मंगलवार को सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने यहां पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया.  गौरतलब है कि शनिवार को यहां तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. इस दौरान कम से कम 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए थे. कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई या उनमें आग लगा दी गई.
यह एक लेख है: नीरज पांडे निर्देशित फिल्म 'एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी' ने भारत में रिलीज होने के बाद पहले ही दिन 21.3 करोड़ रुपये की कमाई कर ली. यह फिल्म भारत के एकदिवसीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर आधारित है. इसे उत्तर प्रदेश में करमुक्त कर दिया गया है. सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म के निर्माताओं की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह फिल्म बायोपिक शैली की फिल्मों में भी पहले दिन कमाई के लिहाज से सबसे आगे रही. बॉलीवुड फिल्म व्यापार के समीक्षक तरण आदर्श ने ट्वीट किया, 'धोनी की बायोपिक ने पहले दिन काफी जबरदस्त शुरुआत की.टिप्पणियां यह इस साल रिलीज हुई फिल्मों में पहले दिन सबसे ज्यादा कमाई करने वाली दूसरी फिल्म है. इसने शुक्रवार को 21.30 करोड़ रुपये कमाए.' आदर्श ने यह भी कहा कि शनिवार और रविवार को फिल्म की कमाई अधिक बेहतर हो सकती है.  नीरज निर्देशित फिल्म में धोनी के किरदार में नजर आए सुशांत के अभिनय को काफी सराहा गया है. धोनी चूंकि झारखंड से ताल्लुक रखते हैं, इसलिए फिल्म को वहां भी करमुक्त कर दिया गया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म के निर्माताओं की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह फिल्म बायोपिक शैली की फिल्मों में भी पहले दिन कमाई के लिहाज से सबसे आगे रही. बॉलीवुड फिल्म व्यापार के समीक्षक तरण आदर्श ने ट्वीट किया, 'धोनी की बायोपिक ने पहले दिन काफी जबरदस्त शुरुआत की.टिप्पणियां यह इस साल रिलीज हुई फिल्मों में पहले दिन सबसे ज्यादा कमाई करने वाली दूसरी फिल्म है. इसने शुक्रवार को 21.30 करोड़ रुपये कमाए.' आदर्श ने यह भी कहा कि शनिवार और रविवार को फिल्म की कमाई अधिक बेहतर हो सकती है.  नीरज निर्देशित फिल्म में धोनी के किरदार में नजर आए सुशांत के अभिनय को काफी सराहा गया है. धोनी चूंकि झारखंड से ताल्लुक रखते हैं, इसलिए फिल्म को वहां भी करमुक्त कर दिया गया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह इस साल रिलीज हुई फिल्मों में पहले दिन सबसे ज्यादा कमाई करने वाली दूसरी फिल्म है. इसने शुक्रवार को 21.30 करोड़ रुपये कमाए.' आदर्श ने यह भी कहा कि शनिवार और रविवार को फिल्म की कमाई अधिक बेहतर हो सकती है.  नीरज निर्देशित फिल्म में धोनी के किरदार में नजर आए सुशांत के अभिनय को काफी सराहा गया है. धोनी चूंकि झारखंड से ताल्लुक रखते हैं, इसलिए फिल्म को वहां भी करमुक्त कर दिया गया है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
देश की प्रतिष्ठ‍ित यूनिवर्स‍िटी में एक Delhi University में एडमिशन लेने और पढ़ने का सपना हर छात्र देखता है. 22 मई से DU में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रियाएं शुरू हो गई है. अगर आप भी इस साल DU में एडमिशन लेना चाहते हैं तो रजिस्ट्रेशन से पहले इन डॉक्यूमेंट्स की तैयारी पहले कर लें. डॉक्यूमेंट तैयार रखें - पासपोर्ट साइट फोटोग्राफ - स्कैंड्स सिग्नेचर - 10वीं की सेल्फ अटेस्टेड मार्कशीट की कॉपी - 12वीं की सेल्फ अटेस्टेड मार्कशीट की कॉपी - बर्थ सर्टिफिकेट - आधार कार्ड - SC/ST/OBC/PwD/KM/CW सर्ट‍िफिकेट - सेल्फ अटेस्टेड आय का सर्ट‍िफिकेट (अगर आप इसके लिए एप्लाई कर रहे हैं तो) - सेल्फ अटेस्टेड स्पोर्ट्स सर्ट‍िफिकेट (3 साल का सर्ट‍िफिकेट होना चाहिए) - एक्स्ट्रा करिकुलर एक्ट‍िविटी की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी 10वीं बोर्ड में हो गए हैं पास, तो ऐसे करें सही Stream का चुनाव कॉलेज का चयन आपको कौन से कॉलेज में एडमिशन लेना है और किस कोर्स में एडमिशन लेना है इसके लिए पहले से ही माइंड सेट रखें. ऐसा करने से एडमिशन के वक्तहड़बड़ी बिल्कुल नहीं होगी. अगर स्पोर्ट कोटा से ले रहे है एडमिशन आप स्पोर्ट पर्सन है और स्पोर्ट कोटा से एडमिशन ले रहे है तो अपने सभी स्पोर्ट संबंधी सर्टिफिकेट अपने पास रखें. अक्षय का स्‍टूडेंट्स के लिए पावरफुल मैसेज, कहा जो भाए वो करो सर्टिफिकेट अटेंचमेंट ऐसा कई बार होता है कि बच्चे एडमिशन के दौरान सर्टिफिकेट स्कूल से अटैच कराना भूल जाते हैं. तो एडमिशन से पहले सर्टिफिकेट अटैच जरूर करा लें. फीस का इंतजाम DU में एडमिशन लेने पहले ये भी चेक कर लें कि कौन से कॉलेज की कितनी फीस है. और जितना जल्दी हो फीस भर दें. DU में शुरू होने वाले हैं एडमिशन, जानें कैसे होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन साइबर कैफे में ध्यान से भरें फॉर्म साल 2016 से DU में ऑनालाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए है. ऐसे में 22 मई को होने वाले रजिस्ट्रेशन करते समय कोई जल्दबाजी ना दिखाए बल्कि साइबर कैफे में जाकर किसी की मदद लेते हुए फॉर्म भरें.
सवा 3 साल तक महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार चलाने के बाद अब अलग होते ही जम्मू कश्मीर के बीजेपी नेता महबूबा मुफ्ती से खासे नाराज मालूम पड़ते हैं. जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता का कहना है कि जिस प्रकार से जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ समय से जो परिस्थितियां बन रही थीं. उसमें बहुत जरूरी हो गया था कि हमारा जो घटक दल था उसकी तरफ से जिस प्रकार से रिस्पॉन्स आना चाहिए था. उसमें कहीं ना कहीं कोई कमी थी. हुर्रियत और पाकिस्तान से बातचीत के मुद्दे पर कविंद्र गुप्ता का कहना है कि पार्टी ने सीजफायर का जो निर्णय लिया वो रमजान के पवित्र महीने में लिया गया एक निर्णय था, उसी दौरान हमने कहा था कि हमारी तरफ से पहले गोली नहीं चली गई उधर से चली. अगर चली तो उसका जवाब दिया जाएगा. उधर से गोली चली तो हमने उसका जवाब भी दिया गया. 23 आतंकवादी इस दौरान मारे गए. कल भी ऑपरेशन खत्म किया गया. हुर्रियत के साथ बातचीत और पत्थरबाजों को माफ करने के मुद्दे पर गुप्ता का कहना कि हमने किसी का समर्थन नहीं किया, जो हिस्सा कश्मीर का पाकिस्तान के पास है उस पर पाकिस्तान से बातचीत हो सकती है. दूसरी ओर, बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र राणा का कहना है कि कश्मीर घाटी में हर रोज कहीं ना कहीं जवानों की हत्या हो रही थी, पत्रकारों की दिनदहाड़े हत्या हो गई. ईद की छुट्टी मनाने घर जा रहे जवान औरंगजेब की हत्या कर दी गई. जवानों की हत्या होने लगी. कानून व्यवस्था पूरी तरीके से चरमराने लग गई. वहां का गृह मंत्रालय बिल्कुल फेल हो गया. हमने हालात सुधारने की काफी कोशिश की. हम सरकार का हिस्सा थे और हमने देखा कि सरकार के मुखिया ही पूरी तरह से फेल साबित हो गईं. बेगुनाह लोगों की हत्या हो रही है, हालात बिल्कुल बेकाबू हो रहे हैं. राज्य में शांति और समृद्धि और भाईचारा हो अमन आएं. यह हमारी कोशिश है . जम्मू-कश्मीर में आगे की रणनीति के बारे में रविंद्र राणा का कहना है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. क्षेत्र की जनता की सुरक्षा और देखरेख हमारा दायित्व है. आतंकवादियों का सफाया, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की बहाली, स्वाभिमान के साथ कश्मीर की जनता यहां रहे यही हमारा प्रयास रहेगा. महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार बनाना हमारी राजनीतिक मजबूरी थी. हमने कोशिश की जम्मू-कश्मीर में अच्छी सरकार दे, लेकिन जिस प्रकार हम चाहते थे वैसा नहीं हुआ. पिछले कुछ समय से परस्थितियां बन रही थी. हमारा साथ चलना मुश्किल हो गया था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और हुर्रियत देश में खून-खराबा कर रहे हैं, ऐसे में उनके साथ बातचीत का सवाल ही उठता नहीं.
Asus ZenFone 6 को बीते हफ्ते ही स्पेन में लॉन्च किया था। अब ताइवानी की इस टेक्नोलॉजी कंपनी ने अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन को भारत में उतारने की तैयारी कर ली है। फोन को ई-कॉमर्स साइट Flipkart पर लिस्ट किया गया है। Asus ZenFone 6 के लिए अलग वेबपेज को फ्लिपकार्ट की साइट पर लाइव कर दिया गया है। अहम खासियत की बात करें तो यह फोन फ्लिप कैमरा मॉड्यूल के साथ आता है। यानी रियर कैमरा सेटअप ही ज़रूरत के वक्त फ्रंट कैमरा का भी काम करेगा। फ्लिपकार्ट पर Asus ZenFone 6 को अहम फीचर्स और स्पेसिफिकेशन के साथ लिस्ट किया गया है। इस पेज पर दावा किया है कि फोन जल्द ही मार्केट में आएगा। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में फ्लिपकार्ट पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। असूस ज़ेनफोन 6 की शुरुआती कीमत 499 यूरो (लगभग 39,100 रुपये) है। इस दाम में 6 जीबी + 64 जीबी वेरिएंट मिलेगा, इसके 6 जीबी + 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 559 यूरो (लगभग 43,800 रुपये) और इसका टॉप वेरिएंट 8 जीबी + 256 जीबी स्टोरेज वेरिएंट से लैस है और इसकी कीमत 599 यूरो (लगभग 47,000 रुपये) है। Asus ने बताया कि फोन के दो कलर वेरिएंट हैं - मिडनाइट ब्लैक और ट्विलाइट सिल्वर। डुअल-सिम (नैनो) वाला असूस ज़ेनफोन 9 एंड्रॉयड पाई पर आधारित जे़न यूआई 6 पर चलता है। कंपनी का वादा किया है कि इस स्मार्टफोन को एंड्रॉयड क्यू और एंड्र्रॉयड आर में अपग्रेड किया जाएगा। कंपनी ने एंड्रॉयड बीटा प्रोग्राम को ज्वाइन कर लिया है। Asus ZenFone 6 में 6.4 इंच का फुल-एचडी+ (1080x2340 पिक्सल) आईपीएस स्क्रीन है, जिसका आस्पेक्ट रेशियो 19.5:9 है। स्क्रीन-टू-बॉडी रेशियो 92 प्रतिशत है। असूस ज़ेनफोन 6 में ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 855 प्रोसेसर, 8 जीबी तक रैम और ऐड्रेनो 640 जीपीयू का इस्तेमाल हुआ है। अब बात कैमरा सेटअप की। फोन में डुअल कैमरा सेटअप है, 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर है जिसका अपर्चर एफ/1.79 है और यह लेसर फोकस के साथ आता है, साथ ही 13 मेगापिक्सल का सेकेंडरी अल्ट्रा-वाइड एंगल कैमरा भी है। Asus ब्रांड के इस फोन में जान फूंकने के लिए 5,000 एमएएच की बैटरी है जो क्विक चार्ज 4.0 सपोर्ट के साथ आती है। फोन में डुअल स्पीकर्स के साथ डुअल स्मार्ट एंप्लीफायर और 3.5 मिलीमीटर ऑडियो जैक है। फोन में 256 जीबी तक इनबिल्ट स्टोरेज (UFS 2.1) है, माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से स्टोरेज को 2टीबी तक बढ़ाना संभव है। कनेक्टिविटी की बात करें तो ZenFone 6 में यूएसबी टाइप-सी, एनएफसी, वाई-फाई 802.11एसी (वाई-फाई 5), ब्लूटूथ वर्जन 5.0 और जीपीएस शामिल है। फोन की लंबाई-चौड़ाई 159.1x75.11x8.19.1 मिलीमीटर और वज़न 190 ग्राम है। फोन के ऊपरी और निचले हिस्से में स्टीरियो स्पीकर्स हैं, साथ ही नोटिफिकेशन एलईडी लाइट भी दी गई है।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के रूप में मिली अपनी नई भूमिका के लिए समर्थन हासिल करने के मकसद से मंगलवार को पार्टी के 'भीष्म पितामह' लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। पार्टी में मोदी को मिली इस नई जिम्मेदारी ने भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (राजग) को विभाजित कर दिया है। मोदी, इन दिनों अस्वस्थ चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी देखने गए और उन्होंने वरिष्ठ पार्टी नेता मुरली मनोहर जोशी से भी मुलाकात की। आडवाणी के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच बैठक अच्छी रही तथा सकारात्मक परिणाम वाली रही। आडवाणी के निवास पर दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक चली बैठक के बाद हालांकि किसी तरह का आधिकारिक बयान नहीं आया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोदी ने कथित तौर पर राजग के विभाजन सहित वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की। मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जनता दल (युनाइटेड) ने राजग से नाता तोड़ लिया है। जद(यू) ने बिहार में गठबंधन सरकार से भी भाजपा को बाहर कर दिया। पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने पार्टी के अधिकांश नेताओं पर व्यक्तिगत हितसाधन में लगे होने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पार्टी पदों से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इस घटना के बाद आडवाणी और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" पार्टी में मोदी को मिली इस नई जिम्मेदारी ने भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (राजग) को विभाजित कर दिया है। मोदी, इन दिनों अस्वस्थ चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी देखने गए और उन्होंने वरिष्ठ पार्टी नेता मुरली मनोहर जोशी से भी मुलाकात की। आडवाणी के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच बैठक अच्छी रही तथा सकारात्मक परिणाम वाली रही। आडवाणी के निवास पर दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक चली बैठक के बाद हालांकि किसी तरह का आधिकारिक बयान नहीं आया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोदी ने कथित तौर पर राजग के विभाजन सहित वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की। मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जनता दल (युनाइटेड) ने राजग से नाता तोड़ लिया है। जद(यू) ने बिहार में गठबंधन सरकार से भी भाजपा को बाहर कर दिया। पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने पार्टी के अधिकांश नेताओं पर व्यक्तिगत हितसाधन में लगे होने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पार्टी पदों से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इस घटना के बाद आडवाणी और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" मोदी, इन दिनों अस्वस्थ चल रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी देखने गए और उन्होंने वरिष्ठ पार्टी नेता मुरली मनोहर जोशी से भी मुलाकात की। आडवाणी के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच बैठक अच्छी रही तथा सकारात्मक परिणाम वाली रही। आडवाणी के निवास पर दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक चली बैठक के बाद हालांकि किसी तरह का आधिकारिक बयान नहीं आया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोदी ने कथित तौर पर राजग के विभाजन सहित वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की। मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जनता दल (युनाइटेड) ने राजग से नाता तोड़ लिया है। जद(यू) ने बिहार में गठबंधन सरकार से भी भाजपा को बाहर कर दिया। पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने पार्टी के अधिकांश नेताओं पर व्यक्तिगत हितसाधन में लगे होने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पार्टी पदों से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इस घटना के बाद आडवाणी और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" आडवाणी के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच बैठक अच्छी रही तथा सकारात्मक परिणाम वाली रही। आडवाणी के निवास पर दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक चली बैठक के बाद हालांकि किसी तरह का आधिकारिक बयान नहीं आया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोदी ने कथित तौर पर राजग के विभाजन सहित वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की। मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जनता दल (युनाइटेड) ने राजग से नाता तोड़ लिया है। जद(यू) ने बिहार में गठबंधन सरकार से भी भाजपा को बाहर कर दिया। पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने पार्टी के अधिकांश नेताओं पर व्यक्तिगत हितसाधन में लगे होने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पार्टी पदों से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इस घटना के बाद आडवाणी और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" आडवाणी के निवास पर दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक चली बैठक के बाद हालांकि किसी तरह का आधिकारिक बयान नहीं आया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोदी ने कथित तौर पर राजग के विभाजन सहित वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की। मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जनता दल (युनाइटेड) ने राजग से नाता तोड़ लिया है। जद(यू) ने बिहार में गठबंधन सरकार से भी भाजपा को बाहर कर दिया। पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने पार्टी के अधिकांश नेताओं पर व्यक्तिगत हितसाधन में लगे होने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पार्टी पदों से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इस घटना के बाद आडवाणी और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" पार्टी सूत्रों का कहना है कि मोदी ने कथित तौर पर राजग के विभाजन सहित वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की। मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जनता दल (युनाइटेड) ने राजग से नाता तोड़ लिया है। जद(यू) ने बिहार में गठबंधन सरकार से भी भाजपा को बाहर कर दिया। पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने पार्टी के अधिकांश नेताओं पर व्यक्तिगत हितसाधन में लगे होने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पार्टी पदों से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इस घटना के बाद आडवाणी और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जनता दल (युनाइटेड) ने राजग से नाता तोड़ लिया है। जद(यू) ने बिहार में गठबंधन सरकार से भी भाजपा को बाहर कर दिया। पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने पार्टी के अधिकांश नेताओं पर व्यक्तिगत हितसाधन में लगे होने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पार्टी पदों से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इस घटना के बाद आडवाणी और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने पार्टी के अधिकांश नेताओं पर व्यक्तिगत हितसाधन में लगे होने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों पार्टी पदों से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था। इस घटना के बाद आडवाणी और मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है। आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" आडवाणी के विरोध के बावजूद गोवा में मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के एक दिन बाद ही आडवाणी ने पार्टी पर ये आरोप लगाए थे। माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा हस्तक्षेप किए जाने के बाद आडवाणी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" सूत्रों ने कहा है कि मुलाकात के दौरान मोदी ने आडवाणी से कहा कि वह भाजपा के मार्गदर्शक रहे हैं तथा 2014 के आम चुनावों में भी पार्टी को उनका मार्गदर्शन चाहिए, ताकि बेहतर परिणामों की आस फलीभूत हो। सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" सूत्रों के अनुसार, मोदी ने आडवाणी को आश्वस्त किया कि सहयोगियों के बगैर भाजपा 2014 का लोकसभा चुनाव जीतेगी।टिप्पणियां मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" मोदी ने मंगलवार को वाजपेयी के निवास पर लगभग एक घंटा बिताया किया। इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।" इस बीच कांग्रेस नेता तथा सूचना एवं प्रासरण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि "भाजपा में 'गृहयुद्ध' शुरू हो गया है। देखिए, आगे क्या होता है।"
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बाद बॉर्डर पर बसे राज्यों को भी अलर्ट किया गया है. पंजाब के अमृतसर में भारत-पाक सीमा के साथ सटे गांवों को खाली कराने का काम जारी है. प्रशासन की ओर से लोगों को सीमावर्ती इलाके से हट कर सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील की जा रही है. करीब 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोग अलग-अलग साधनों के जरिए अपने रिश्तेदारों और दूसरे लोगों के यहां शरण ले रहे हैं. युद्ध की आहट को देखते हुए लोगों के बीच डर का माहौल है. लोगों ने इस बात की भी शिकायत की है कि प्रशासन ने उन्हें इलाका छोड़ने के निर्देश तो दे दिए हैं, लेकिन उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है.   पंजाब में प्रशासन की ओर से फाज़िल्का में भारत पाक सीमा से लगे 151 गांवों को खाली करने को कहा गया है. इन गांवों में रहने वाले लोग अपना जरूरी सामान लेकर दूसरी सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं. प्रशासन की ओर से इन्हें जल्द से जल्द गांव खाली करने को कहा गया है. लोगों के ठहरने के लिए प्रशासन ने 26 राहत शिविर भी स्थापित किए हैं, लेकिन लोगों का आरोप है कि इन शिविरों में उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल रही है. लोगों के मुताबिक, शिविरों में ना तो शौचालय की कोई व्यवस्था है और न ही मेडिकल टीम मौजूद है. फाज़िल्का की जिलाधिकारी ने जल्द ही इन समस्याओं को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया है.   वहीं जम्मू के सांबा सेक्टर में सीमा के पास बसे इलाकों में रहने वाले लोगों का भी पलायन जारी है. प्रशासन की ओर से लोगों को अपने घर छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं ताकि उन्हें किसी सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया जा सके. प्रशासन के मुताबिक, लोगों की मदद के लिए उनकी ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा आरएस पुरा इलाके के भी गांव खाली कराए गए हैं. यहां से सैकड़ों लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं और उन्होंने सुरक्षित जगहों पर शरण ली है. पंजाब में प्रशासन की ओर से फाज़िल्का में भारत पाक सीमा से लगे 151 गांवों को खाली करने को कहा गया है. इन गांवों में रहने वाले लोग अपना जरूरी सामान लेकर दूसरी सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं. प्रशासन की ओर से इन्हें जल्द से जल्द गांव खाली करने को कहा गया है. लोगों के ठहरने के लिए प्रशासन ने 26 राहत शिविर भी स्थापित किए हैं, लेकिन लोगों का आरोप है कि इन शिविरों में उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल रही है. लोगों के मुताबिक, शिविरों में ना तो शौचालय की कोई व्यवस्था है और न ही मेडिकल टीम मौजूद है. फाज़िल्का की जिलाधिकारी ने जल्द ही इन समस्याओं को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया है.   वहीं जम्मू के सांबा सेक्टर में सीमा के पास बसे इलाकों में रहने वाले लोगों का भी पलायन जारी है. प्रशासन की ओर से लोगों को अपने घर छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं ताकि उन्हें किसी सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया जा सके. प्रशासन के मुताबिक, लोगों की मदद के लिए उनकी ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा आरएस पुरा इलाके के भी गांव खाली कराए गए हैं. यहां से सैकड़ों लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं और उन्होंने सुरक्षित जगहों पर शरण ली है.
लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन, पीवीएसएम, यूवायएसएम, एवीएसएम, एसएम, वीएसएम (बार) भारतीय सेना के एक सेवानिवृत्त थ्री-स्टार जनरल हैं। उनकी सेवा में आखिरी कार्यभार भारतीय सेना के सैन्य सचिव के रूप में था। इससे पहले, उन्होंने जम्मू और कश्मीर के भारतीय राज्य में एक सेना के कोर की नियुक्ति की, अन्य नियुक्तियों के बीच। 2018 में, हसनैन को कश्मीर के केन्द्रीय विश्‍वविद्यालय के कुलपति नियुक्त किया गया था। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा सैयद अता हसनैन मेजर जनरल सईद महदी हसनैन, पीवीएसएम का दूसरा पुत्र हैं। उन्होंने शेरवुड कॉलेज, नैनीताल में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और उसके बाद सेंट स्टीफन्स कॉलेज, दिल्ली, भारत में पढ़ा, जहां उन्हें बीए मिला। 1972 में इतिहास में डिग्री (ऑनर्स) की डिग्री। जनरल हसनैन, एशिया प्रशांत सेंटर फॉर सिक्योरिटी स्टडीज (एपीसीएसएस), हवाई, यूएसए और रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेन्स स्टडीज, लंदन, का एक पूर्व छात्र है और यह भी पूरा कर चुका है किंग्स कॉलेज, लंदन के यूनिवर्सिटी ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में स्नातकोत्तर की डिग्री। सैन्य वृत्ति सैयद अता हसनैन को भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के चौथे बटालियन, गढ़वाल राइफल्स में कमीशन किया गया और आखिरकार उसी बटालियन का आदेश दिया गया। हसनैन ने वर्ष 1988-90 के दौरान श्रीलंका में ऑपरेशन पवन में भाग लिया, और 1990-91 में पंजाब में आतंकवाद विरोधी अभियान में भाग लिया। 1990 के दशक के दौरान कर्नल (तत्कालीन) हसनैन ने मोजाम्बिक में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम किया और बाद में, युद्ध रवांडा को फटे। एक ब्रिगेडियर के रूप में, उन्होंने जम्मू और कश्मीर में कमांडर, 12 इन्फैंट्री ब्रिगेड के रूप में नियंत्रण रेखा पर, उरी शहर के पास सेवा की। बाद में उन्होंने जम्मू और कश्मीर के बारामूला में 19 इन्फैन्ट्री डिवीजनों को एक मेजर जनरल के रूप में आज्ञा दी, जो एक्सवी कॉर्प्स की संपूर्ण दिशा में काम करते थे। लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में, हसनैन को भोपाल, मध्य प्रदेश में भारतीय सेना की XXI कोर के "जनरल ऑफिसर कमांडिंग" (जीओसी), के रूप में तैनात किया गया है। अक्टूबर, 2010 में यह घोषणा की गई कि वह कश्मीर में जीवीओ के रूप में कश्मीर में XV कॉर्प्स लौट जाएंगे। XV कॉर्प्स के जीओसी के रूप में, उन्होंने नागरिकों की शिकायतों और चिंताओं का निवारण करने और सेना को उनके करीब लाने के लिए कई बैठकें कीं। उन्होंने "हर्ट्स डिक्ट्रीन" की कल्पना और संचालन किया, जिसने लोगों पर गुरुत्वाकर्षण के केन्द्र के रूप में ध्यान केंद्रित किया। कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य में सुधार के प्रति उनके योगदान में वह संतुलन था जिसमें वह घुसपैठ और आतंकवादी आपरेशनों और सैन्य नरम शक्ति में कठोर शक्ति के रोजगार के बीच लाया था। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने संघर्ष की दिशा में एक बौद्धिक दृष्टिकोण को लागू किया और यहां तक ​​कि राज्य सरकार को अपने सुरक्षा सलाहकार के रूप में भी निर्देशित किया। जनरल हसनैन ने 2011 में कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) को शुरू करने में अहम भूमिका निभाई, ताकि कश्मीरियों और भारतीय सेना के लोगों के बीच सेतु बनाया जा सके। 9 जून 2012 को, लेफ्टिनेंट जनरल हसनैन ने सेना के मुख्यालय, नई दिल्ली में सैन्य सचिव के रूप में पदभार संभाला। सेना के बाहर और बाहर के डोमेन के नए एचआर प्रबंधन मंत्र के रूप में "Play Friend, Not God" के रूप में परिभाषित उनकी अनोखी और अभिनव दृष्टिकोण की सराहना की गई है। 7 सितंबर 2013 को, लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन को दिल्ली की राजधानी फाउंडेशन सोसाइटी द्वारा अपना पहला नागरिक सम्मान दिया गया। उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति, मोहम्मद हामिद अंसारी से पुरस्कार मिला। यह पुरस्कार एक असाधारण आदेश के सैन्य नेतृत्व के लिए था। 9 सितंबर 2013 को, जनरल हसनैन ने ग्लोबल टाउन हॉल में बात की थी जो यूएस आधारित अली सफ़न ग्रुप और कतर इंटरनेशनल एकेडमी फॉर सिक्योरिटी स्टडीज द्वारा आयोजित किया गया था। इस घटना को एक साथ न्यूयॉर्क, सिंगापुर, दक्कर और बेलफास्ट में आयोजित किया गया था। लेफ्टिनेंट जनरल हसनैन ने 'संघर्ष स्थिरीकरण में काउंटर कथाओं को लागू करने' विषय पर सिंगापुर में बात की: कश्मीर के संघर्ष क्षेत्र में हार्ट इट माय वेपन सिद्धांत है। सेवानिवृत्ति के बाद 30 जून 2013 को अपनी सेवानिवृत्ति के बाद से, जनरल हसनैन ने बौद्धिक गतिविधियों को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया और भारतीय सेना के कारण और धारणा को बढ़ावा दिया। वह पाकिस्तान के साथ ट्रैक 2 कूटनीति के एक शानदार सदस्य हैं, जो जम्मू-कश्मीर के अपने विशाल अनुभव को बैठकों में लाते हैं। वह टाइम्स ऑफ इंडिया, द इंडियन एक्सप्रेस, स्वराज्य, एफएयूजेआई इंडिया और द ट्रिब्यून के लिए विभिन्न रणनीतिक मुद्दों पर लिखते हैं। इतिहास, राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों का उनका विशाल ज्ञान उन्हें उन मुद्दों को संबोधित करने और समझाने की अनुमति देता है, जिन्हें समझने और समझने के लिए व्यक्तिगत अध्ययन के दिनों की आवश्यकता होगी। व्यक्तिगत जीवन जनरल हसनैन सबाह हसनन से विवाहित हैं, जो एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के साथ वरिष्ठ कार्यकारी हैं। उनके पास दो बेटियां हैं। उनके बड़े भाई, रजा हसनैन, एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं। इन्हें भी देखें सैम मानेकशॉ गोपालस्वामी पार्थसारथी आरिफ मोहम्‍मद खान एचएस पनाग अब्दुल हमीद सन्दर्भ भारतीय सेना के अधिकारी
मूल्य-भारित सूचकांक (Price-weighted index) एक शेयर बाजार सूचकांक है जहां प्रत्येक घटक सूचकांक का एक अंश बनाता है जो इसके घटक के समानुपाती होता है, तथा जिसका मूल्य इस प्रकार होता है: समायोजन गुणक = सूचकांक विशिष्ट स्थिरांक "Z" / (स्टॉक के शेयरों की संख्या * पुनर्संतुलन से पहले समायोजित शेयर बाजार मूल्य) अंग्रेजी में: Adjustment Factor= Index specific constant "Z"/(Number of shares of the stock*Adjusted stock market value before rebalancing) इस प्रकार, $100 पर ट्रेडिंग कर रहा एक स्टॉक $10 पर ट्रेडिंग कर रहे किसी दूसरे स्टॉक की तुलना में कुल सूचकांक का 10 गुना अधिक बनायेगा। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज और निक्केई 225 मूल्य-भारित शेयर बाजार सूचकांक के उदाहरण हैं। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ Price-weighted calculation methodology via Wikinvest Business terms Financial markets
ऑस्ट्रेलियन ओपन में रविवार को फाइनल मुकाबले में स्विस स्टार रोजर फेडरर ने जीत हासिल की. स्पेन के राफेल नडाल को उन्होंने पांच सेट तक चले मुकाबले में 6-4, 3-6, 6-1, 3-6, 6-3 से हराया. 35 साल के फेडरर का यह 18वां ग्रैड स्लैम खिताब है. तीन ग्रैंड स्लैम पर पांचवीं बार कब्जा करने वाले फेडरर पहले खिलाड़ी बने. यह मैच 3 घंटे 37 मिनट तक चला. 5वीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन पर फेडरर का कब्जा फेडरर ने इसके साथ ही पांचवीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता. इससे पहले उन्होंने यह खिताब 2010 में जीता था.रोजर फेडरर ने पांच साल बाद कोई ग्रैंड स्लैम फाइनल जीता है. इससे पहले 2012 में उन्होंने विंबल्डन का फाइनल एंडी मरे के खिलाफ जीता था. उधर तीन साल बाद फाइनल खेल रहे 30 वर्षीय नडाल का 15 वां ग्रैंड स्लैम जीतने का सपना अधूरा रह गया. नडाल-फेडरर नौवीं बार ग्रैंड स्लैम फाइनल में आमने-सामने थे नडाल और फेडरर नौवीं बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में आमने सामने हुए. अब तक दोनों के बीच हुए ग्रैंड स्लैम फाइनल में 6 बार नडाल ने बाजी मारी, जबकि फेडरर ने तीसरी बार नडाल को मात दी. आखिरी बार दोनों 2011 के फ्रेंच ओपन फाइनल में भिड़े थे, जहां क्ले कोर्ट के बादशाह नडाल ने फेड एक्सप्रेस को चार सेटों में मात दी थी. नडाल Vs फेडरर : ग्रैंड स्लैम फाइनल में कब-कब जीते - 2006: फ्रेंच ओपन - नडाल जीते 1-6 6-1 6-4 7-6 (7-4) - 2006: विंबल्डन - फेडरर जीते 6-0 7-6 (7-5) 6-7 (2-7) 6-3 - 2007: फ्रेंच ओपन - नडाल जीते 6-3 4-6 6-3 6-4 - 2007: विंबल्डन - फेडरर जीते 7-6 (9-7) 4-6 7-6 (7-3) 2-6 6-2 - 2008:फ्रेंच ओपन - नडाल जीते 6-1 6-3 6-0 - 2008: विंबल्डन -नडाल जीते 6-4 6-4 6-7 (5-7) 6-7 (8-10) 9-7 - 2009: ऑस्ट्रेलियन ओपन - नडाल जीते 7-5 3-6 7-6 (7-3) 3-6 6-2 - 2011: फ्रेंच ओपन- नडाल जीते 7-5 7-6 (7-3) 5-7 6-1 - 2017: ऑस्ट्रेलियन ओपन - फेडरर जीते 6-4, 3-6, 6-1, 3-6, 6-3 फेडरर के 18 ग्रैंड स्लैम -ऑस्ट्रेलियन ओपन -5,  फ्रेंच ओपन -1,  -विंबल्डन -7,  -यूएस ओपन -5. सर्वाधिक ग्रैंड स्लैम सिंगल्स टाइटल रोजर फेडरर (स्विट्जरलैंड) 18,  राफेल नडाल (स्पेन)/ पीट सैम्पास (अमेरिका) 14,  रॉय इमर्सन (ऑस्ट्रेलिया)/नोवाक जोकोविच(सर्बिया) 12.
वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार भारतीय क्रिेकेट फैंस के दिमाग में कई दिनों तक रहेगी. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक हर ओर बस इस बात की चर्चा हो रही है कि काश धोनी दो रन के चक्कर में नहीं पड़ते... जडेजा थोड़ी देर और टिक जाते...पंत थोड़ी समझदारी दिखाते. ये सभी बातें अब हम बस कर सकते हैं, जिस मौकै को टीम इंडिया ने खोया है वो अब दोबारा नहीं आएगा. इस हार को और वर्ल्ड कप को अब हमें भूलना होगा और 2023 की तैयारी करनी होगी. लेकिन 2023 की बिसात 2019 से भी कठिन होने वाली है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि 2023 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के पास महेंद्र सिंह धोनी जैसा दिग्गज नहीं होगा और बल्लेबाजी में जो दिग्गज होंगे वो अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर होंगे. टॉप-3 के तीनों दिग्गज यानी रोहित शर्मा और शिखर धवन तो 36 साल पार कर चुके होंगे, वहीं कोहली भी 34 के हो चुके होंगे. ये वो उम्र होती जब किसी भी बल्लेबाज की नजरें कमजोर हो जाती हैं. गेंद को पढ़ने की उसकी क्षमता कम हो जाती है. ये मामला हम युवराज सिंह और वीरेंद्र सहवाग जैसे कई दिग्गजों के साथ देख चुके हैं. ऐसे में क्रिकेट फैंस इन तीनों ही खिलाड़ियों से ये उम्मीद नहीं कर सकते कि 4 साल बाद भी उनका ये सुनहरा दौर जारी रहेगा. नंबर 4 की खोज को खत्म करना बड़ी चुनौती वहीं नंबर 4 की पहेली बीते 4 साल से नहीं सुलझी है और मौजूदा हालातों को देखते हुए लगता है ये पहेली 1 से 2 साल और जारी रहेगी, क्योंकि टीम इंडिया इस क्रम पर उस हर बल्लेबाज को उतार चुकी जिससे उसको अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी. फिर चाहे वो अंबति रायडू, ऋषभ पंत, केदार जाधव, लोकेश राहुल, विजय शंकर, सुरैश रैना, मनीष पांडे ही क्यों न हों. भारतीय सेलेक्टर्स को नंबर 4 के लिए अब इन खिलाड़ियों से आगे देखना होगा और ऐसे बल्लेबाज को जगह देनी होगी जिसके पास काबिलियत के साथ उम्र भी हो. धोनी की जगह कौन लेगा अब तक अपने करिश्माई खेल से टीम इंडिया को कई मैच में जीत दिला चुके पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी वर्ल्ड कप 2023 में टीम का हिस्सा नहीं होंगे. क्रिकेट महकमे में चर्चा है कि धोनी कभी भी संन्यास ले सकते हैं. अगर धोनी अभी नहीं संन्यास लेते तो कुछ दिन बाद लेंगे, लेकिन हम ये उम्मीद नहीं कर सकते कि वो 2023 का भी वर्ल्ड कप खेलेंगे, क्योंकि तब 42 साल के हो चुके होंगे. ऐसे में टीम इंडिया को उनका रिपलेस्पमेंट ढूंढना भी एक चुनौती है. तो 2023 में भी नहीं जीत पाएगी टीम इंडिया... इंग्लैंड की धरती पर जब कोहली की सेना ने कदम रखा था तो उसे खिताब का सबसे प्रबल दावेदार बताया जा रहा था. उसके पास बल्लेबाजी में रोहित शर्मा, शिखर धवन, खुद कप्तान कोहली, दिग्गज बल्लेबाज और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी थे, तो गेंदबाजी में दुनिया का नंबर एक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, स्विंग के मास्टर कहे जाने वाले भुवनेश्वर कुमार, अपनी घूमती गेंदों से दिग्गज बल्लेबाज को चकमा देने वाले कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के रूप में स्पिनर थे.लेकिन 4 साल बाद 2023 में टीम इंडिया के पास ये ताकत नहीं होगी और अपनी सरजमीं पर कप पर कब्जा टीम इंडिया के लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी.
ताइवान से विरोध प्रदर्शन के लिए विवादित द्वीप गईं 40 मछुआरों की नौकाएं मंगलवार को प्रस्थान कर गईं। जापान के तटरक्षक दल ने यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, ये नौकाएं आठ गश्ती नौकाओं के साथ जापान द्वारा इस द्वीप को खरीदे जाने के विरोध में सेनकाकू द्वीपसमूह (चीन में दियाओयू) के लिए रवाना हुई थीं।टिप्पणियां टीवी चैनल 'एनएचके टीवी' के अनुसार जापान के तटरक्षक बलों ने मछुआरों की नौकाओं को द्वीप से 37 किलोमीटर दूर रोकने की योजना बनाई थी। जापानी पोतों ने इन नौकाओं को पानी के बौछारों से रोकने की कोशिश की। जापान द्वारा पांच विवादित द्वीपों में से तीन का राष्ट्रीयकरण करने के विरोध में चीन में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और दोनों देशों के सम्बंधों में तनाव आ गया है। चीन में जापानी औद्योगिक एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को निशाना बना गया। वर्ष 1949 से पूर्व ताइवान चीन का हिस्सा था इसीलिए वह भी इन द्वीपों पर अपना दावा करता है। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, ये नौकाएं आठ गश्ती नौकाओं के साथ जापान द्वारा इस द्वीप को खरीदे जाने के विरोध में सेनकाकू द्वीपसमूह (चीन में दियाओयू) के लिए रवाना हुई थीं।टिप्पणियां टीवी चैनल 'एनएचके टीवी' के अनुसार जापान के तटरक्षक बलों ने मछुआरों की नौकाओं को द्वीप से 37 किलोमीटर दूर रोकने की योजना बनाई थी। जापानी पोतों ने इन नौकाओं को पानी के बौछारों से रोकने की कोशिश की। जापान द्वारा पांच विवादित द्वीपों में से तीन का राष्ट्रीयकरण करने के विरोध में चीन में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और दोनों देशों के सम्बंधों में तनाव आ गया है। चीन में जापानी औद्योगिक एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को निशाना बना गया। वर्ष 1949 से पूर्व ताइवान चीन का हिस्सा था इसीलिए वह भी इन द्वीपों पर अपना दावा करता है। टीवी चैनल 'एनएचके टीवी' के अनुसार जापान के तटरक्षक बलों ने मछुआरों की नौकाओं को द्वीप से 37 किलोमीटर दूर रोकने की योजना बनाई थी। जापानी पोतों ने इन नौकाओं को पानी के बौछारों से रोकने की कोशिश की। जापान द्वारा पांच विवादित द्वीपों में से तीन का राष्ट्रीयकरण करने के विरोध में चीन में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और दोनों देशों के सम्बंधों में तनाव आ गया है। चीन में जापानी औद्योगिक एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को निशाना बना गया। वर्ष 1949 से पूर्व ताइवान चीन का हिस्सा था इसीलिए वह भी इन द्वीपों पर अपना दावा करता है। जापान द्वारा पांच विवादित द्वीपों में से तीन का राष्ट्रीयकरण करने के विरोध में चीन में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और दोनों देशों के सम्बंधों में तनाव आ गया है। चीन में जापानी औद्योगिक एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को निशाना बना गया। वर्ष 1949 से पूर्व ताइवान चीन का हिस्सा था इसीलिए वह भी इन द्वीपों पर अपना दावा करता है।
जापानी कार निर्माता टोयोटा ने कहा कि वह अगले साल तक भारत में अपने कारोबार में करीब 1,500 नई नियुक्तियां करेगी। कंपनी देश में उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रही है। किलरेस्कर समूह के साथ एक संयुक्त उद्यम के जरिए भारत में काम कर रही टोयोटा स्थानीय बाजार में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर एक लाख वाहन करने और 2014 तक बहुत से कल-पुर्जों को स्थानीय स्तर पर ही जुटाने के लिए 1,650 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। टोयोटा किलरेस्कर मोटर के उप प्रबंध निदेशक (वाणिज्य) शेखर विश्वनाथन ने ऑटो उपकरण विनिर्माता कंपनियों के सम्मेलन में बताया, हम विस्तार की मांग पूरी करने के लिए 2012 तक 1500 स्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति करेंगे। इसके अलावा हम कुछ कर्मचारियों को अनुबंध पर भी नियुक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे विस्तार कार्यक्रम आगे बढ़ेगा कंपनी विभिन्न खंडों में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाएगी। बेंगलुरु की दो इकाइयों में टीकेएम ने करीब 4,500 कर्मचारियों को नियुक्त किया है जिनमें से 70 फीसद स्थाई कर्मचारी हैं।
एक समय बॉलीवुड में बड़ी बजट की फिल्मों का बोलबाला था. फिल्मों का ज्यादा बजट उसके हिट होने की गारंटी होती थी, लेकिन  वक्त के साथ यह बदलता गया और अब कम बजट की फिल्में भी बॉक्स-ऑफिस पर बड़ा धमाका कर देती हैं. बॉलीवुड का ये गणित बदलने में सबसे पहला नाम करण जौहर का है. करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शन 'कुछ-कुछ होता है', 'कभी खुशी कभी गम', 'कभी अलविदा ना कहना', 'कल हो ना हो', 'माय नेम इज खान' जैसी फिल्में इनके भारी बजट के लिए जानी जाती हैं, लेकिन पिछले कुछ वक्त से यह प्रोडक्शन हाउस छोटे बजट की फिल्मों में भी अपना पैसा लगा रहा है और अच्छी कमाई कर रहा है. जानते हैं करण ने किस तरह से बॉक्स-ऑफिस पर छोटे बजट की फिल्मों के साथ अपना लोहा मनवाया है. रेस 3 के साथ आएगी करण की फिल्म, बोले- ये सलमान से मुकाबला नहीं धर्मा प्रोडक्शन की लेटेस्ट रिलीज फिल्म आलिया भट्ट और विक्की कौशल की 'राजी' है. ये फिल्म लगभग 30 करोड़ रुपये के बजट में बनी है. इस फिल्म ने 8 दिनों में 61 करोड़ रुपये का बिजनेस कर लिया है. 2017 में आई सिद्धार्थ मल्होत्रा, सोनाक्षी सिन्हा और अक्षय खन्ना की फिल्म 'इत्तेफाक' 29 करोड़ रुपये में बनी थी. इस फिल्म ने 30 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था. 2017 में आई आलिया भट्ट और वरुण धवन स्टारर 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' 54 करोड़ रुपये के बजट में बनी थी. इसने भारत में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का, और दुनियाभर में 200 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था. 2016 में आलिया भट्ट और शाहरुख खान की फिल्म 'डियर जिंदगी' को 22 करोड़ रुपये के बजट में बनाया गया था. इस फिल्म ने लगभग 68 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था. 2016 में ही आई 'कपूर एंड सन्स' 35 करोड़ रुपये में बनी थी, लेकिन इस फिल्म ने 73 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था. 2014 में आई वरुण धवन और आलिया भट्ट स्टारर 'हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया' भी ऐसा ही उदाहरण है. यह फिल्म 33 करोड़ रुपये के बजट में बनी थी और इसने बॉक्स-ऑफिस पर लगभग 76 करोड़ रुपये कमाए थे. बर्थडे पर माधुरी दीक्षित ने करण जौहर संग ऐसे किया डांस, VIDEO ये हैं धर्मा प्रोडक्शन की आने वाली फिल्में धर्मा प्रोडक्शन की आने वाली फिल्मों में 'धड़क', 'ड्राइव', 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2', 'केसरी', 'कलंक', 'सिम्बा' और 'ब्रह्मास्त्र' है. इसमें 'धड़क' और 'ड्राइव' का बजट कम हो सकता है. 'धड़क' की शूटिंग पूरी हो चुकी है. इस फिल्म से श्रीदेवी की बड़ी बेटी जाह्नवी कपूर बॉलीवुड में डेब्यू कर रही हैं. जाह्नवी के साथ इसमें ईशान खट्टर हैं. 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2', 'केसरी', 'कलंक' और 'ब्रहास्त्र' की शूटिंग भी चल रही है. धर्मा प्रोडक्शन की सारी फिल्मों से लोगों को बहुत उम्मीद होती है और ज्यादातर फिल्में इस उम्मीद पर खरी भी उतरती हैं.
इस्लाम के भ्रूण हत्या के सख्त खिलाफ होने की परंपरा को कायम रखते हुए दारुल उलूम देवबंद ने अपने एक नए फतवे में कहा है कि तीन से चार महीने के भ्रूण में अल्लाह रूह डाल देता है और ऐसे में गर्भपात कराना हराम है, भले ही भ्रूण के अंग अविकसित ही क्यों न हों। देवबंद से पूछा गया, अगर तीन से चार महीने के भ्रूण में मस्तिष्क अविकसित पाया गया है, तो क्या गर्भपात की अनुमति है? देवबंद ने इसका जवाब दिया है, चार महीने के पहले, जब तक भ्रूण में रूह नहीं होती, बाध्यताओं की स्थिति में गर्भपात कराया जा सकता है, लेकिन भ्रूण में रूह का प्रवेश होने के बाद गर्भपात की अनुमति नहीं है। भ्रूण के चार माह का होने पर अल्लाह उसमें रूह डाल देता है। देवबंद ने हालांकि इस फतवे में चिकित्सकीय उपकरणों द्वारा दी गई जानकारी को अविश्वसनीय करार दिया है। संस्था के मुताबिक, चिकित्सक चिकित्सीय उपकरणों के माध्यम से जो जानकारी देते हैं, वह निश्चित और संपूर्ण नहीं होती, इसलिए उनके शब्दों के आधार पर कोई फैसला नहीं किया जा सकता। हालांकि इस फतवे का इस्लाम से जुड़े लोगों ने स्वागत किया है, लेकिन चिकित्सा जगत से जुड़े लोग इसमें चिकित्सीय उपकरणों को चुनौती देने से सहमत नहीं हैं। पेशे से चिकित्सक डॉ रेहाना अंसारी ने कहा, यह बात सही है कि भ्रूण हत्या नहीं करनी चाहिए, लेकिन यह भी कोई तर्क नहीं है कि भ्रूण के अविकसित होने पर भी गर्भपात नहीं कराना चाहिए। डॉ रेहाना ने कहा कि चिकित्सीय उपकरणों से मिली जानकारी 90 फीसदी सटीक साबित होती है और इसके अलावा भ्रूण की स्थिति जानने का कोई और तरीका भी नहीं है, ऐसे में यह कहना कि इन तरीकों से मिली जानकारी सटीक नहीं होती, जरा भी गले नहीं उतरता। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता इस्माइल रहमान का मानना है कि इस्लाम में भ्रूण हत्या हराम है और ऐसे में संस्था का यह फतवा लोगों को भ्रूण हत्या से रोकने में मददगार साबित होगा। रहमान ने कहा, दुनिया के हर धर्म में भ्रूण हत्या की मनाही है और खास तौर पर इस्लाम में तो यह बिलकुल ही वर्जित है। कई बार लोग अलग-अलग बहानों से भ्रूण हत्या कराते हैं, ऐसे में देवबंद का यह फतवा उन लोगों को ऐसा करने से रोकेगा।
यूपी के रामपुर में वर्दी की साख को दागदार करती एक सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां एक रेप पीड़िता जब आरोपियों की शिकायत लेकर थाने में दारोगा के पास पहुंची, तो उसने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की मांग कर डाली. पीड़िता के इंकार पर गुस्साए दरोगा ने रेप केस में क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी. इसके बाद पीड़िता दारोगा की वॉइस रिकॉर्ड लेकर पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची. उनके आदेश के बाद इस मामले की जांच की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, इसी साल 12 फरवरी को दो लोगों ने मिलकर 37 वर्षीय पीड़िता के साथ गैंगरेप किया था. इसके बाद थाने पहुंची पीड़िता की शिकायत तक दर्ज नहीं की गई. थककर पीड़िता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी फिर भी नहीं हुई. दोनों खुलेआम घूम रहे हैं. अपनी जान का खतरा देखते हुए पीड़िता आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के लिए थाने पहुंची थी. बताते चलें कि इस साल 12 फरवरी को पीड़िता अपने किसी रिश्तेदार के यहां से घर लौट रही थी. रास्ते में पीड़िता को दोनों आरोपी मिले. उनमें से एक उसका परिचित था. उन दोनों ने पीड़िता को लिफ्ट देने के बहाने गाड़ी में बैठा लिया. कुछ दूर आगे जाने के बाद आरोपी अमीर अहमद और सत्तार अहमद ने गन पॉइंट पर पीड़िता के साथ गैंगरेप किया. इस वारदात के बाद पीड़िता थाने गई, लेकिन पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज नहीं किया. पुलिस से न्याय मिलता नहीं देख पीड़िता कोर्ट के शरण में गई. वहां महिला जज के सामने उसका बयान दर्ज किया गया. इसके बाद कोर्ट ने आईपीसी की धारा 376 डी (गैंगरेप), 323 और 506 के तहत पुलिस को केस दर्ज करने का आदेश दिया था. पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपी खुलेआम घूमते रहे. एसपी सुधा सिंह ने सबूतों के आधार पर गंज थाने के आरोपी दरोगा जय प्रकाश सिंह के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारत-फ्रांस सहयोग से तैयार उपग्रह 'सरल' सहित सात उपग्रहों को अंतरिक्ष कक्षा में पहुंचाने के लिए ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) की 59 घंटे की उल्टी गिनती श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र पर शनिवार सुबह 6:56 बजे शुरू हो गई।टिप्पणियां प्रक्षेपण 25 फरवरी को होगा। इस प्रक्षेपण यान के जरिये भारत-फ्रांस उपग्रह 'सरल' के अलावा छह अन्य उपग्रहों को प्रक्षेपित किया जाएगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी प्रक्षेपण के अवसर पर उपस्थित होंगे। इसरो के इस 23वें पीएसएलवी मिशन के जरिये 400 किलो वजन के भारत-फ्रांस उपग्रह तथा छह अन्य को पृथ्वी की कक्षा में पहुंचाया जाएगा। भारत-फ्रांस सहयोग से तैयार उपग्रह के अलावा छह अन्य उपग्रह कनाडा और ऑस्ट्रिया से दो-दो तथा डेनमार्क और ब्रिटेन से एक-एक शामिल हैं। प्रक्षेपण 25 फरवरी को होगा। इस प्रक्षेपण यान के जरिये भारत-फ्रांस उपग्रह 'सरल' के अलावा छह अन्य उपग्रहों को प्रक्षेपित किया जाएगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी प्रक्षेपण के अवसर पर उपस्थित होंगे। इसरो के इस 23वें पीएसएलवी मिशन के जरिये 400 किलो वजन के भारत-फ्रांस उपग्रह तथा छह अन्य को पृथ्वी की कक्षा में पहुंचाया जाएगा। भारत-फ्रांस सहयोग से तैयार उपग्रह के अलावा छह अन्य उपग्रह कनाडा और ऑस्ट्रिया से दो-दो तथा डेनमार्क और ब्रिटेन से एक-एक शामिल हैं। इसरो के इस 23वें पीएसएलवी मिशन के जरिये 400 किलो वजन के भारत-फ्रांस उपग्रह तथा छह अन्य को पृथ्वी की कक्षा में पहुंचाया जाएगा। भारत-फ्रांस सहयोग से तैयार उपग्रह के अलावा छह अन्य उपग्रह कनाडा और ऑस्ट्रिया से दो-दो तथा डेनमार्क और ब्रिटेन से एक-एक शामिल हैं।
गाजियाबाद के पॉश इलाके इंदिरापुरम में पति-पत्नी की संदिग्ध मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि पति का हाथ बंधा शव पंखे से फंदे के सहारे लटका हुआ था. जबकि पत्नी का शव कमरे में ही बेड पर पड़ा था. घर में फैली बदबू और शवों की हालत को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों की मौत 2-3 दिन पहले हुई होगी. 24 वर्षीय युवक प्रवेश और 36 वर्षीय कंचन ने करीब डेढ़ वर्ष पूर्व कोर्ट मैरिज की थी. दोनों मूल रूप से बागपत के रहने वाले थे. पहले की शादी से कंचन को 13 साल का बेटा भी था. दोनों इंदिरापुरम के नीति खंड में किराए के फ्लैट में साथ में रह रहे थे. शादी के बाद से ही दोनों में अनबन रहने लगी थी. बात इतनी बिगड़ी कि कंचन ने प्रवेश के खिलाफ रेप की धाराओं में मुकदमा भी दर्ज करा दिया था. जिसके बाद पुलिस ने प्रवेश को जेल भेज दिया था. प्रवेश जमानत मिलने पर जेल से छूटा था. हालांकि दोनों के बीच मुकदमा चल रहा था. जिसकी सोमवार को कोर्ट में तारीख थी. दिन तक लोनी में रहने वाली प्रवेश की मां व परिजन कोर्ट में प्रवेश के आने का इंतजार करते रहे. उसके वहां नहीं पहुंचने पर परिजनों ने फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन बंद था. जिसके बाद प्रवेश की मां इंदिरापुरम के नीति खंड स्थित फ्लैट पर पहुंची तो पाया कि फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था और भीतर से तेज दुर्गन्ध आ रही थी. यह भी पढ़ें: गोंडाः संदिग्ध हालात में प्रभारी CMO की मौत, पेड़ पर लटका मिला शव सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम की मदद से दरवाजे को तोड़ा गया तो भीतर का नजारा देख सभी दंग रह गए. प्रवेश का हाथ बंधा शव कमरे में पंखे से फंदे के सहारे झूल रहा था. वही पत्नी का शव उसके बराबर में बिस्तर पर पड़ा था. बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था और आशंका है कि इसके बाद ही एक की हत्या कर एक ने जहर खा लिया. हालांकि प्रवेश के परिजनों ने भी उसकी हत्या का आरोप लगाया है. फिलहाल पुलिस हत्या और आत्महत्या, दोनों एंगल पर जांच में जुटी है.
देश में बात विदेशों से कालाधन वापस लाने की हो रही है लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी उल्टी गंगा बहाने में लगे हैं. बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मांझी ने ऐलान किया कि अगर कोई कारोबारी अपने बच्चे को अच्छी तालीम देने या पेट पालने के लिए कालाबाजारी करता है तो उसे माफ कर देंगे. बिहार के सीएम ने कहा, 'अगर आप कालाबाजारी करते हैं, तो अपने पेट के लिए. अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए. मुझे नहीं लगता है कि आपके बच्चे विदेश में पढ़ते होंगे. बहुत भी करते होंगे तो आप अपने बच्चे को पटना या फिर किसी और छोटे शहर में पढ़ाते होंगे. अगर उसके लिए कालाबाजारी करते हैं तो मैं आपको धन्यवाद देता हूं..... अगर छोटी-मोटी गलतियां होंगी तो बिहार के मुख्यमंत्री होने के नाते हम आपको माफ कर देंगे.' जिंदाबाद के नारों के बीच मांझी ने कहा कि उनकी चिंता भ्रष्टाचार के तालाब में तैर रहे मगरमच्छ हैं, वो छोटी मछलियों को परेशान करना नहीं चाहते. अब सवाल उठता है कि जब कानून के रखवाले ऐसी बात करें तो छोटी मछलियों को मगरमच्छ बनते कितनी देर लगेगी.
भारतीय मोबाइल निर्माता कंपनी कार्बन ने कम कीमत वाला एक नया डुअल सिम स्‍मार्टफोन कार्बन ए15 प्लस पेश किया है. यह फोन कार्बन ए15 का ही अपग्रेडेड वर्जन है. फोन की कीमत 5,890 रुपये रखी गई है और इसका डिजाइन व लुक भी पहले से बेहतर है. यह फोन एमटी 6572 डुअल कोर प्रोसेसर से लैस है. फोन में 4 इंच की टीएफटी एलसीडी डिस्‍प्‍ले स्क्रीन लगी है, इसका रिजॉल्यूशन 800x480 पिक्सल का है. 512 एमबी रैम से लैस यह फोन एंड्रॉयड 4.2 जैली बीन ऑपरेटिंग सिस्‍टम पर काम करता है और फोन में 4 जीबी की इंटरनल मेमोरी है, जिसे 32 जीबी तक एसडी कार्ड की मदद से बढ़ाया जा सकता है. फोन के पिछले हिस्से में 5 मेगापिक्‍सल का कैमरा दिया गया है, लेकिन फ्लैश की गैरमौजूदगी थोड़ा निराश करती है. इस फोन में वाई फाई, डीटीएस ऑडियो टेक्नोलॉजी और ब्लूटूथ जैसी सुविधाएं भी हैं. 1500 एमएएच की बैटरी लंबा टॉक टाइम देती है. यह फोन काले और सफेद दो रंगों में उपलब्ध है. डुअल सिम: 3जी और 2जी ऑपरेटिंग सिस्‍टम: 4.2 जैली बीन स्‍क्रीन साइज: 4 इंच टीएफटी एलसीडी रैम: 512 एमबी इनबिल्‍ट मेमोरी: 4 जीबी (32 जीबी अपग्रेडेबल) कैमरा: बिना फ्लैश के 5 मेगापिक्‍सल कैमरा (फ्रंट कैमरा नहीं है) बैटरी: 1500 एमएएच