text
stringlengths
1
1.24M
इराक के निवर्तमान प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी ने गुरुवार को लगातार तीसरी बार अपना नामांकन वापस ले लिया और हैदर अल-अबादी के प्रधानमंत्री के रूप में मनोनयन को समर्थन दिया. मलिनी ने लगातार तीसरी बार देश के सर्वोच्च पद के लिए अपना नाम वापस लिया है. आबादी, मलिकी की शिया दावा पार्टी से सांसद हैं और उन्हें संविधान के अंतर्गत 30 दिन के भीतर सरकार का गठन करना है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मलिकी ने कहा, 'मैं आबादी और देश के हितों की रक्षा के लिए अपना नामांकन वापस लेता हूं और इराक तथा इसकी जनता के लिए लड़ता रहूंगा'. दो बार प्रधानमंत्री रह चुके मलिकी ने गुरुवार रात टेलीविजन भाषण में इसकी घोषणा की, जिस दौरान उनके साथ अबादी और दावा पार्टी के अन्य नेता मौजूद थे. मलिकी ने इराक के राष्ट्रपति द्वारा अबादी के मनोनयन का उल्लेख करते हुए कहा, 'मैं पक्षपात के बावजूद खूनखराबे की वजह नहीं बनूंगा'. मलिकी ने यह फैसला अबादी, उप राष्ट्रपति कुधैर अल-खुजाइ और पूर्व प्रधानमंत्री इब्राहिम अल-जाफरी से मुलाकात के बाद किया.
दिल्ली में चलती बस में पैरा-मेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार और बाद में उसकी मौत तथा इससे देश भर में उपजे जनाक्रोश के परिप्रेक्ष्य में सरकार ने 1000 करोड रुपये के अंशदान से 'निर्भया निधि' बनाने का प्रस्ताव किया है।टिप्पणियां वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने लोकसभा में 2013-14 का आम बजट पेश करते हुए कहा, महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। हम लड़कियों और महिलाओं को सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव कार्य कर रहे हैं। इसके लिए 1000 करोड रुपये के सरकारी अंशदान से 'निर्भया निधि' बनाए जाने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा, हाल में हुई घटनाओं ने हमारे उदार और प्रगतिशील विश्वासों पर एक अमिट काली छाया छोड़ी है। जैसे ही अधिक महिलाएं शिक्षा या कार्य अथवा फुर्सत के लिए सार्वजनिक स्थलों पर जाती हैं, उनके खिलाफ हिंसा की अधिक रिपोर्ट मिलती हैं। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव कदम उठाने के लिए वचनबद्ध हैं। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने लोकसभा में 2013-14 का आम बजट पेश करते हुए कहा, महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। हम लड़कियों और महिलाओं को सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव कार्य कर रहे हैं। इसके लिए 1000 करोड रुपये के सरकारी अंशदान से 'निर्भया निधि' बनाए जाने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा, हाल में हुई घटनाओं ने हमारे उदार और प्रगतिशील विश्वासों पर एक अमिट काली छाया छोड़ी है। जैसे ही अधिक महिलाएं शिक्षा या कार्य अथवा फुर्सत के लिए सार्वजनिक स्थलों पर जाती हैं, उनके खिलाफ हिंसा की अधिक रिपोर्ट मिलती हैं। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव कदम उठाने के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने कहा, हाल में हुई घटनाओं ने हमारे उदार और प्रगतिशील विश्वासों पर एक अमिट काली छाया छोड़ी है। जैसे ही अधिक महिलाएं शिक्षा या कार्य अथवा फुर्सत के लिए सार्वजनिक स्थलों पर जाती हैं, उनके खिलाफ हिंसा की अधिक रिपोर्ट मिलती हैं। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव कदम उठाने के लिए वचनबद्ध हैं।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी कर और मोर्टार से गोले दागकर आज संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया, पाकिस्तानी सेना ने पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर स्थित भारतीय सेना की चौकियों पर सुबह साढ़े नौ बजे से छोटे हथियारों, स्वचलित हथियारों और मोर्टार गोलों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि अग्रिम चौकियों पर तैनात भारतीय जवानों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और गोलीबारी अभी जारी है. मोटार्र से भारी गोलाबारी से सीमावर्ती दिग्वार इलाके में रहने वालों के बीच हड़कंप मच गया.टिप्पणियां गत 1 अप्रैल को इसी इलाके में कनिष्ठ कमिशन्ड अधिकारी :जेसीओ: नायब सूबेदार एस सानायाईमा सोम आईईडी विस्फोट में शहीद हो गए थे. एक अधिकारी ने बताया कि संघर्षविराम उल्लंघन के एक अन्य मामले में पाकिस्तानी सैनिकों ने राजौरी जिले के बालाकोट सेक्टर में आज तड़के अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की और गोले दागे. उन्होंने बताया कि भारतीय जवानों ने इसका जवाब दिया और गोलीबारी दोपहर 11 बजे तक जारी रहीय मार्च माह में पाकिस्तान ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का चार बार उल्लंघन किया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गत 1 अप्रैल को इसी इलाके में कनिष्ठ कमिशन्ड अधिकारी :जेसीओ: नायब सूबेदार एस सानायाईमा सोम आईईडी विस्फोट में शहीद हो गए थे. एक अधिकारी ने बताया कि संघर्षविराम उल्लंघन के एक अन्य मामले में पाकिस्तानी सैनिकों ने राजौरी जिले के बालाकोट सेक्टर में आज तड़के अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की और गोले दागे. उन्होंने बताया कि भारतीय जवानों ने इसका जवाब दिया और गोलीबारी दोपहर 11 बजे तक जारी रहीय मार्च माह में पाकिस्तान ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का चार बार उल्लंघन किया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह लेख है: History Today: नया साल (New Year) आते ही शोर शराबा, हल्ला गुल्ला और जश्न का माहौल होता है, लेकिन इतिहास में साल का यह पहला दिन (1st January) एक दुखद घटना का साक्षी रहा है. 1978 में एयर इंडिया का एक विमान आज ही के दिन 213 यात्रियों के साथ समु्द्र में समा गया था।. सम्राट अशोक (Samrat Ashok) नाम का यह बोइंग 747 (Boeing 747) विमान बंबई (अब मुंबई) के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ क्षण बाद ही किसी यांत्रिक खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में सवार लोगों में 190 यात्री और 23 चालक दल के सदस्य थे.  घटना के फौरन बाद यह आशंका जताई गई कि यह किसी साजिश का हिस्सा हो सकता है, लेकिन समुद्र से मिले विमान के मलबे की जांच से यह सिद्ध हो गया कि यह एक हादसा था और यह किसी हमले या साजिश का शिकार नहीं हुआ. देश दुनिया के इतिहास में साल के पहले दिन की चंद और घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: कर्नाटक में हुई बस और वैन की आमने-सामने की टक्कर में आठ लोगों की मौत हो गई और 22 अन्य लोग घायल हुए. पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी. इस दुर्घटना में मरने वाले लोगों में एक लड़की शामिल थी, जिसकी शादी होने वाली थी.  यह दुर्घटना उत्तर कन्नडा जिले के एनाबीलू क्रॉस में हुई, जब तेज रफ्तार से आ रही बस ने वैन को टक्कर मार दी. भटकल पुलिस उपअधीक्षक पी. ओ. शिवकुमार ने बताया कि बस और वैन की इस दुर्घटना में मारे गए लोगों की पहचान एन. पलाकक्षी (42), बेबी कोम (38), वैन चालक एन.बी. गनिगेरा (44), ए.एस. सुनील सेठ (25), दिव्या कुराडेकर (28), पूजा सेठ (24), आर. कृष्णनप्पा सेठ (65) और बस चालक उमेश वाल्मिकी (35) के रूप में हुई है. दिव्या की शादी होने वाली थी.  इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों में छह साल और नौ साल की उम्र के दो बच्चे भी शामिल हैं और उन्हें कुंडापुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है. बस में 30 यात्री सवार थे. हालांकि, वे सभी भागने में कामयाब रहे. टिप्पणियां शिवकुमार ने कहा कि वैन में सवार लोग शादी समारोह के लिए होनावारा से धर्मस्थला जा रहे थे, जब दूसरी ओर से तेज रफ्तार से आ रही बस ने टक्कर मारी. दिव्या की शादी शुक्रवार को धर्मस्थला में होनी थी, जो दक्षिण कन्नड़ में स्थित एक गांव है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि बस और वैन के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है.   (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह दुर्घटना उत्तर कन्नडा जिले के एनाबीलू क्रॉस में हुई, जब तेज रफ्तार से आ रही बस ने वैन को टक्कर मार दी. भटकल पुलिस उपअधीक्षक पी. ओ. शिवकुमार ने बताया कि बस और वैन की इस दुर्घटना में मारे गए लोगों की पहचान एन. पलाकक्षी (42), बेबी कोम (38), वैन चालक एन.बी. गनिगेरा (44), ए.एस. सुनील सेठ (25), दिव्या कुराडेकर (28), पूजा सेठ (24), आर. कृष्णनप्पा सेठ (65) और बस चालक उमेश वाल्मिकी (35) के रूप में हुई है. दिव्या की शादी होने वाली थी.  इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों में छह साल और नौ साल की उम्र के दो बच्चे भी शामिल हैं और उन्हें कुंडापुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है. बस में 30 यात्री सवार थे. हालांकि, वे सभी भागने में कामयाब रहे. टिप्पणियां शिवकुमार ने कहा कि वैन में सवार लोग शादी समारोह के लिए होनावारा से धर्मस्थला जा रहे थे, जब दूसरी ओर से तेज रफ्तार से आ रही बस ने टक्कर मारी. दिव्या की शादी शुक्रवार को धर्मस्थला में होनी थी, जो दक्षिण कन्नड़ में स्थित एक गांव है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि बस और वैन के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है.   (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों में छह साल और नौ साल की उम्र के दो बच्चे भी शामिल हैं और उन्हें कुंडापुर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है. बस में 30 यात्री सवार थे. हालांकि, वे सभी भागने में कामयाब रहे. टिप्पणियां शिवकुमार ने कहा कि वैन में सवार लोग शादी समारोह के लिए होनावारा से धर्मस्थला जा रहे थे, जब दूसरी ओर से तेज रफ्तार से आ रही बस ने टक्कर मारी. दिव्या की शादी शुक्रवार को धर्मस्थला में होनी थी, जो दक्षिण कन्नड़ में स्थित एक गांव है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि बस और वैन के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है.   (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) शिवकुमार ने कहा कि वैन में सवार लोग शादी समारोह के लिए होनावारा से धर्मस्थला जा रहे थे, जब दूसरी ओर से तेज रफ्तार से आ रही बस ने टक्कर मारी. दिव्या की शादी शुक्रवार को धर्मस्थला में होनी थी, जो दक्षिण कन्नड़ में स्थित एक गांव है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि बस और वैन के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है.   (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक तरफ अविरल गंगा की साधु समाज की मांग और दूसरी तरफ राज्य को आर्थिक रूप से संमृद्ध बनाने की मुहिम, उत्तराखंड किस तरफ खड़ा है. मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से इंडिया टुडे के प्रमुख संवाददाता पीयूष बबेले की खास बातचीत के अंशः जल विद्युत परियोजनाओं को लेकर साधु समाज और उत्तराखंड सरकार में टकराव किस बात पर है? अगर कोई यह सोचे कि वही गंगा भक्त है और दूसरे नहीं हैं तो ऐसी बात नहीं है. मुद्दा यह है कि पर्वतीय राज्य को विकास में आगे ले जाने के दो ही माध्यम हैं, पर्यटन और जल विद्युत. जंगल हम छू नहीं सकते. अगर जल विद्युत भी पैदा न करें तो राज्य को वाइंड अप कर देना चाहिए. गंगा के अविरल प्रवाह की बात से आप सहमत हैं या नहीं? हम भी चाहते हैं कि गंगा में अविरल बहाव रहना चाहिए, लेकिन बहाव कितना हो ये हम या साधु-महात्मा तय न करें. ये काम पर्यावरण विशेषज्ञों को करने दें. इस पर जिद न हो. सर्दियों के महीने में जब नदी में पानी कम रहता है, हम बिजली का उत्पादन रोकने को भी तैयार हैं. आप चाहते क्या हैं? अगर हम बिजली बेच सकें तो उत्तराखंड आर्थिक रूप से सक्षम राज्य बनेगा. पर्यटन के विकास के लिए भी बुनियादी ढांचा चाहिए. क्या हम हर बात के लिए केंद्र से भीख मांगते रहेंगे? केंद्र या तो हमें बिजली बनाने दे या हर साल 15,000 से 20,000 करोड़ रु. दे.
भ्रष्टाचार के खिलाफ देश को जगाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से प्रेरित होकर उत्तर प्रदेश में एक स्कूल ने अपने विद्यार्थियों के लिए 'अन्ना क्लास' शुरू कर एक अनोखी पहल की है। मिर्जापुर शहर के जेपी पब्लिक स्कूल ने अपने विद्यार्थियों को अन्ना के आदर्शों और सिद्धांतों की शिक्षा देने के लिए 'अन्ना क्लास' शुरू की है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से सम्बद्ध पहली से 12वीं कक्षा तक के इस विद्यालय में एक हजार से अधिक विद्यार्थी हैं। स्कूल के प्रधानाचार्य प्रभात द्विवेदी ने कहा, "भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे देश को एकजुट करने वाले अन्ना से प्रेरित होकर यह कक्षा शुरू करने के पीछे हमारा उद्देश्य यही है कि हमारे विद्यार्थी इस महान गांधीवादी के आदर्शो पर चलकर देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने में सहयोग करें।" स्कूल में 'अन्ना क्लास' की शुरुआत 27 अगस्त से हुई। उसी दिन अन्ना ने 12 दिन बाद अपना अनशन तोड़ा था। द्विवेदी ने बताया, "यह विशेष कक्षा हर रोज प्रथम पीरियड से पहले सुबह आठ बजे से 45 मिनट तक चलती है। छात्र बड़े उत्साह से इसमें शामिल होते हैं। फिलहाल 9वीं से 12वीं कक्षा तक के लगभग 300 विद्यार्थी इस कक्षा में शामिल होते हैं।" द्विवेदी के मुताबिक 'अन्ना क्लास' में विद्यार्थियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना के संघर्ष और आंदोलन के साथ-साथ अहिंसा और सत्याग्रह के महत्व के बारे में बताया जाता है। इन्हीं रास्तों पर चलकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजों को देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था। द्विवेदी ने कहा, "हमारा यह प्रयास भले ही छोटा है, लेकिन हम इसे लेकर बहुत आशांवित हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि अन्ना द्वारा देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए शुरू की गई कोशिश में हमारे विद्यार्थी अपनी सहभागिता करेंगे।" विद्यार्थियों में 'अन्ना क्लास' को लेकर बहुत अच्छी प्रतिक्रिया है। द्विवेदी ने कहा कि 'अन्ना क्लास' के प्रति विद्यार्थियों के उत्साह और सकारात्मक रुझान को देखते हुए हम जूनियर हाई स्कूल के विद्यार्थियों को भी इस कक्षा में शामिल करने पर विचार कर रहे हैं। 11वीं के छात्र अभिषेक कुमार ने कहा, "74 साल के इस गांधीवादी के भ्रष्टाचार विरोधी संघर्षो से भविष्य में उन्हीं के जैसा बनने की प्रेरणा मिलती है।" 10वीं की छात्रा कुमारी सुमन कहती हैं, "अन्ना देशहित में भ्रष्टाचार मिटाने के लिए कितना कुछ कर रहे हैं। हम भी आगे चलकर भ्रष्टाचार मिटाने में अपना सक्रिय योगदान देकर अन्ना के सपने को साकार करेंगे।"
लोगों को उम्र छिपाने का शौक होता है लेकिन बॉलीवुड में ऐसे भी ऐक्टर हैं जो अपनी उम्र हमेशा दस साल बढ़ाकर बताया करते थे. इस बात का खुलासा कलर्स इनफिनिटी के शो बॉर्न स्टाइलिश में अनिल कपूर करेंगे. अनिल ने बताया, 'जब भी मुझ से मेरी उम्र के बारे में पूछा जाता तो मैं 40 का होता तो खुद को 50 का बताता. अगर मैं 45 का होता तो अपनी उम्र 55 बताता. लोग ताज्जुब करते कि 55 का होकर भी इतना यंग लग रहा हूं! लोग अपनी उम्र छिपाते हैं, लेकिन मैं अपनी उम्र बढ़ाकर बताता हूं.' इस तरह उन्होंने अपनी बढ़ती उम्र को पूरी सम्मान के साथ स्वीकार किया और इसके लिए इस तरह की टेक्नीक भी निकाली. यही नहीं, वे यह भी बताएंगे उनके भाई बोनी कपूर लंबे थे और उनका कद कम था, इस वजह से भी वे परेशान रहते थे, 'मैं बहुत छोटा था और मेरे भाई बोनी बहुत लंबे थे. मैं इस बात को लेकर काफी सतर्क भी रहता था, इसलिए मैं आईने के आगे जाता और कहता, 'आखिर भगवान ने मुझे छोटे कद का क्यों बनाया है.' उसके बाद घर में जो भी लकड़ी का सामान होता या कपबोर्ड पर निशान लगाकर नापता की मैं कितना लंबा हूं. उसके बाद आईने के साथ मेरा लगाव बढ़ता ही गया.'
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा उन्हें धर्मनिरपेक्ष नेता बताए जाने पर उन्हें धन्यवाद दिया है। नीतीश ने कहा कि प्रधानमंत्रा का बयान सुकून देने वाला है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार बंद को सत्ता से हटने के बाद उसकी खीज बताया। पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वह जनता के प्रति जवाबदेही के प्रति कोई समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, 17 वर्ष की सहयोगी रही पार्टी के खिलाफ मैं व्यक्तिगत रूप से रिश्ता निभाने की कोशिश करूंगा और राजनीतिक रूप में उनके सवालों का जवाब दूंगा। भाजपा द्वारा बिहार बंद बुलाने और विश्वासघात दिवस मनाने संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा कि रविवार को वे लोग सत्ता से हटे हैं, ऐसे में यह बंद उनकी खीज है धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो जाएगा।टिप्पणियां किसी गठबंधन में जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि कल किसने देखा है, भविष्य की बातें कौन जानता है। राजनीति में कोई स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता। परिस्थिति के अनुसार निर्णय होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरात्मा की आवाज से हमने अपना अलग रास्ता चुना है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जनता दल (युनाइटेड) के नेता ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्ष नेता बताया था। पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वह जनता के प्रति जवाबदेही के प्रति कोई समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, 17 वर्ष की सहयोगी रही पार्टी के खिलाफ मैं व्यक्तिगत रूप से रिश्ता निभाने की कोशिश करूंगा और राजनीतिक रूप में उनके सवालों का जवाब दूंगा। भाजपा द्वारा बिहार बंद बुलाने और विश्वासघात दिवस मनाने संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा कि रविवार को वे लोग सत्ता से हटे हैं, ऐसे में यह बंद उनकी खीज है धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो जाएगा।टिप्पणियां किसी गठबंधन में जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि कल किसने देखा है, भविष्य की बातें कौन जानता है। राजनीति में कोई स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता। परिस्थिति के अनुसार निर्णय होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरात्मा की आवाज से हमने अपना अलग रास्ता चुना है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जनता दल (युनाइटेड) के नेता ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्ष नेता बताया था। भाजपा द्वारा बिहार बंद बुलाने और विश्वासघात दिवस मनाने संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा कि रविवार को वे लोग सत्ता से हटे हैं, ऐसे में यह बंद उनकी खीज है धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो जाएगा।टिप्पणियां किसी गठबंधन में जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि कल किसने देखा है, भविष्य की बातें कौन जानता है। राजनीति में कोई स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता। परिस्थिति के अनुसार निर्णय होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरात्मा की आवाज से हमने अपना अलग रास्ता चुना है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जनता दल (युनाइटेड) के नेता ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्ष नेता बताया था। किसी गठबंधन में जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि कल किसने देखा है, भविष्य की बातें कौन जानता है। राजनीति में कोई स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता। परिस्थिति के अनुसार निर्णय होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरात्मा की आवाज से हमने अपना अलग रास्ता चुना है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जनता दल (युनाइटेड) के नेता ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्ष नेता बताया था। उल्लेखनीय है कि सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जनता दल (युनाइटेड) के नेता ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्ष नेता बताया था।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के गुरुवार को आए अप्रत्याशित नतीजों के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस ने शुक्रवार को संकेत दिया कि वह शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दे सकती है. इससे एक दिन पहले इसी प्रकार का प्रस्ताव राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल व कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद हुसैन दलवी द्वारा दिया गया था, ऐसा शिवसेना के सहयोगी व सत्तारूढ़ भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए आया है. राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने मीडियाकर्मियों से कहा, "हम से इस पर अब तक शिवसेना से कोई बातचीत नहीं हुई है.   उन्होंने कहा, हालांकि, अगर ऐसा होता है तो हम इस मामले पर निर्णय के लिए पार्टी आलाकमान के समक्ष रखेंगे." कांग्रेस, राकांपा और इसके दूसरे सहयोगियों ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 117 सीट हासिल किया है. भाजपा-शिवसेना ने संयुक्त रूप से 161 सीटें हासिल की हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को स्पष्ट तौर पर इस तरह की अटकलों को खारिज कर दिया था और दृढ़ता के साथ कहा कि अगली सरकार भाजपा व उसके सहयोगी बनाएंगे.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राज्यसभा के सत्र का शनिवार को अवसान कर दिया. इससे सरकार के पास भूमि अधिग्रहण विधेयक में संशोधन कर अध्यादेश लाने का अवसर होगा. यह फैसला संसदीय मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में किया गया. इसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने की.दिसंबर में जारी किए गए अध्यादेश का स्थान लेने के लिए भूमि विधेयक को लोकसभा ने शीतकालीन सत्र के विराम से पहले हिस्से में पारित कर दिया था. लेकिन राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत न होने की वजह से इसके पारित होने में गतिरोध बरकरार रहा. इस मुद्दे पर विपक्षी दलों से आम सहमति बनाने के प्रयासों के विफल होने के बाद राज्यसभा के सत्रावसान का फैसला किया गया.इस तरह राज्यसभा का 23 फरवरी से शुरू हुए 234वें सत्र का अवसान हो गया. लोकसभा के बजट सत्र के साथ ही इसकी शुरुआत हुई थी और विराम के बाद 20 अप्रैल से इसकी दोबारा बैठकें शुरू होने की संभावना थी जो कि अब समाप्त हो गई. संविधान का अनुच्छेद 123 राष्ट्रपति को यह शक्ति प्रदान करता है कि वह बिना संसद की अनुमति के नए कानून के रूप में अध्यादेश को मंजूरी दे. लेकिन ऐसा तब नहीं किया जा सकता है जब दोनों सदनों का सत्र चल रहा हो.अब राज्यसभा के सत्रावसान से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार भूमि विधेयक के पांच अप्रैल को निष्फल हो जाने तक नया अध्यादेश ला सकती है. इनपुट IANS
पाकिस्तान ने शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेल गए दूसरे टेस्ट मैच में बांग्लादेश को 328 रनों से हरा दिया. इस तरह पाकिस्तान ने दो मैचों की सीरीज में मेजबान टीम को 1-0 से हरा दिया. 550 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम चौथे दिन ही लंच के बाद सिर्फ 221 रनों पर सिमट गई. दूसरी पारी में बांग्लादेश की ओर से मोमिनुल हक ने सर्वाधिक 68 रन बनाए. हक ने 102 गेंदों की पारी में नौ चौके लगाए. पाकिस्तान की तरफ से लेग स्पिनर यासिर शाह ने चार विकेट हासिल किए. तेज गेंदबाज इमरान खान को दो जबकि जुनैद खान, वहाब रियाज और मोहम्मद हफीज को एक-एक सफलता हाथ लगी. बांग्लादेश के लिए सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने भी 42 रनों की पारी खेली. पाकिस्तान ने अपनी पहली पारी में अजहर अली (226), यूनुस खान (148) और असद शफीक (107) की शानदार पारियों की बदौलत आठ विकेट पर 557 रन बबनाए थे. जिसके जवाब में बांग्लादेश पहली पारी में केवल 203 रन बना सका था. पाकिस्तान ने दूसरी पारी में छह विकेट के नुकसान पर 195 रन बनाकर पारी घोषित की. इससे पहले खुलना में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था. इस मैच में दोहरा शतक लगाने वाले अजहर अली को मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया. अजहर अली ने सीरीज में कुल 334 रन बनाए.
भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान सुखोई Su-30 दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह लड़ाकू विमान गुरुवार रात असम के तेजपुर में हादसे का शिकार हुआ. दुर्घटना के वक्त सुखोई रूटीन ट्रेनिंग मिशन पर था. हालांकि इस हादसे में दोनों पायलट बाल-बाल बच गए. इस लड़ाकू विमान को उड़ा रहे दोनों पायलट समय रहते बाहर निकल गए. फिलहाल हादसे की वजह साफ नहीं हो पाई है. मामले की कोर्ट ऑफ इंक्वारी के आदेश दे दिए गए हैं. राष्ट्र के नाम संदेश में मोदी का पूरा जोर कश्मीर पर, पढ़ें PM का पूरा भाषण
अनुभवी पाक तेज गेंदबाज उमर गुल का मानना है कि पाकिस्तान को सभी प्रारूपों में शीर्ष रैंकिंग की टीम बनाने और राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं बना पाने वाले खिलाड़ियों की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिये भारत की राह पर चलकर अपने घरेलू ढांचे में आमूलचूल बदलाव करने की जरूरत है. भारत जैसी व्यवस्था होनी चाहिए 31 साल के गुल का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में सुधार उसकी स्थिर घरेलू प्रणाली और इंडियन प्रीमियर लीग के कारण आया है. अब तक 47 टेस्ट मैचों में 163 विकेट और 126 वनडे में 173 विकेट लेने वाले इस तेज गेंदबाज ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भी भारत का अनुसरण करना चाहिए. पाकिस्तानी पिचें काफी अलग हैं उन्होंने कहा, 'भारत ने इसलिए शीर्ष स्तर के बल्लेबाज पैदा किये क्योंकि उसने घरेलू मैचों के लिये एक जैसी पिचें तैयार की जो बल्लेबाजों के अनुकूल थी और इससे उनके बल्लेबाजों का आत्मविश्वास बढ़ा. पाकिस्तान में पिचें बहुत भिन्न हैं और इससे युवा खिलाडि़यों की प्रगति प्रभावित होती है.' गुल ने इसके साथ ही कहा कि पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में अन्य परेशानियां भी है और अन्य देशों की तरह उसका विकसित कार्यक्रम नहीं है. इसके साथ ही घरेलू क्रिकेट में गेंदों का ब्रांड भी लगातार बदल दिया जाता है. इंडियन प्लेयर्स कर रहे हैं ज्यादा कमाई उन्होंने कहा, 'भारतीय घरेलू खिलाड़ी हमारे खिलाडि़यों की तुलना में अधिक कमाई कर रहे हैं क्योंकि उनके यहां इंडियन प्रीमियर लीग है. यही वजह है कि कोई भी भारतीय किसी अन्य लीग में नहीं खेलता है क्योंकि उन्हें इसकी जरूरत नहीं पड़ती है.' गुल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान में खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में पर्याप्त कमाई नहीं करते और उन्हें मजबूर होकर हर साल इंग्लैंड में कम धनराशि के अनुबंध स्वीकार करने के लिये मजबूर होना पड़ता है. कमाई के मौके कम उन्होंने कहा, 'मैं ऐसे खिलाडि़यों को जानता हूं जो अपना परिवार चलाने के लिये इंग्लैंड में अन्य कार्य भी करते हैं. यदि वे पीसीबी सुपर लीग से पर्याप्त कमाई कर लेते तो उन्हें कमाई के लिये अन्य जगह जाने की जरूरत नहीं पड़ती और वे उसी तरह से अपना करियर आगे बढ़ा सकते हैं.' गुल ने कहा कि आईपीएल भारतीय क्रिकेट को काफी आगे ले गया. उन्होंने कहा, 'आईपीएल ने भारतीय घरेलू क्रिकेटरों की कमाई ही नहीं बढ़ा दी बल्कि इससे उन्हें चोटी के खिलाडि़यों के साथ खेलने और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कोचों से सीखने का मौका मिलता है,इससे वे अपने क्रिकेट कौशल में तेजी से सुधार करते हैं. इनपुट: भाषा
शशांक, बंगाल का शैव सम्राट था जिसने सातवीं शताब्दी के अंतिम चरण में बंगाल पर शासन किया। वह बंगाल का पहला महान् राजा था। उसने गोर / गौड़ राज्य की स्थापना की। मालवा के राजा देवगुप्त से दुरभिसंधि करके हर्षवर्धन की वहन राज्यश्री के पति कन्नौज के मौखरी राजा ग्रहवर्मन को मारा। तदनंतर राज्यवर्धन को धोखे से मारकर अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयत्न किया। पर जब राज्यवर्धन के कनिष्ठ भ्राता ने उसका पीछा किया तो वह बंगाल चला गया। अंतिम गुप्त सम्राटों की दुर्बलता के कारणजो स्वतंत्र राज्य हुए उनमें गौड़ या उत्तरी बंगाल भी था। जब महासेन गुप्त सम्राट हुआ। उसकी दुर्बलता से लाभ उठाकर शशांक गोर ने गोर देश में स्वतंत्र राज्य स्थापित किया। उस समय शशांक महासेन गुप्त का सेनापति था। उसने कर्णसुवर्ण को अपनी राजधानी बनाई। आजकल कर्णसुवर्ण के अवशेष मुर्शिदाबाद जिले के गंगाभाटी नामक स्थान में पाए गए हैं। शशांक गोर के जीवन के विषय में निश्चित रूप से इतना ही कहा जा सकता है कि वह महासेन गुप्त का सेनापति नरेंद्रगुप्त था- महासामंत और शशांक उसकी उपाधियाँ हैं। उसने समस्त बंगाल और बिहार को जीत लिया तथा समस्त उत्तरी भारत पर विजय करने की योजना बनाई। शशांक हिन्दू धर्म को मानता था और बौद्ध धर्म का कट्टर शत्रु था। इसकी प्रतिक्रिया यह हुई कि शशांक के बाद बंगाल और बिहार में पाल वंशीय राजाओं ने प्रजा की सम्मति से नया राज्य स्थापित किया और बौद्ध धर्म को एक बार फिर आश्रय मिला। 'शशांक' पर प्रसिद्ध इतिहावेत्ता राखालदास बंद्योपाध्याय ने एक बड़ा ऐतिहासिक उपन्यास लिखा है। शशांक ने विजयाकिर्ती नामक एक कन्या का अपहरण कर लिया जो कि सय्यीद साम्राज्य की राजकुमारी थी। शशांक के मृत्यु के बाद विजयाकिर्ती ने एक पल्लव साम्राज्य के किसी एक राजा से विवाह किया। कही उपन्यास बतातें हैं शशांक विजयाकिर्ती से बहुत प्यार करते थे और उनको एक ही पत्नी थी। इन्हें भी देखें गौड़ राज्य गौड़ (नगर) गौड़ राजपूत भारत का इतिहास भारत के शासक
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: देश के चुनावी इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है, जब ललथनहवला पांचवीं बार मिजोरम का मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं और वह माकपा के दिग्गज नेता रहे दिवंगत ज्योति बसु की बराबरी करेंगे, जो लगातार पांच बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे थे। ललथनहवला इस सूची में मोहन लाल सुखाड़िया को पीछे छोड़ने जा रहे हैं, जो चार बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे थे। अब तक 13 नेता ऐसे हुए हैं, जिन्हें लगातार तीन या उससे अधिक बार किसी राज्य का मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला और इस सूची में अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह का नाम जुड़ने जा रहा है, जो लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। मिजोरम में पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे ललथनहवला ने सेरछिप और ह्रांगतुजरे सीटों पर जीत दर्ज की है। वह 1978 के बाद से रिकॉर्ड नौवीं बार विधानसभा के लिए चुने गए। 25 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को -तिहाई बहुमत मिला। पार्टी ने 2008 में जीती गई सीटों की संख्या में एक का इजाफा कर 39 सीटों में से 33 जीत लीं। विपक्षी एनएमएफ को पांच सीटें, जबकि एमपीसी को एक सीट मिली है। इस सूची में शीर्ष पर माकपा के नेता दिवंगत ज्योति बसु का नाम आता है, जो लगातार पांच बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बने। बसु साल 1977 से 2000 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे। इनके कार्यकाल में ही पश्चिम बंगाल में भूमि सुधार और पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत बनाने का कार्य किया गया। मोहन लाल सुखाड़िया चार बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। सुखाड़िया 1954 से 1971 तक तक इस पद पर रहे। अरुणाचल प्रदेश के गेगांग अपांग चार बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उनका कार्यकाल 1980 से 1999 तक रहा। अब तक तीन या इससे अधिक बार मुख्यमंत्री बनने वालों में आठ कांग्रेस, दो माकपा तथा एक-एक बीजद, भाजपा और अन्नाद्रमुक से हैं। इस सूची में शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह का नाम जुड़ने के बाद लगातार तीन बार ऐसा कीर्तिमान बनाने वाले भाजपा मुख्यमंत्रियों की संख्या तीन हो जाएगी। इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के नाम यह रिकॉर्ड है। मोदी साल 2002 से अब तक इस पद पर बने हुए हैं। बीसी राय 1948 से 1962 के बीच तीन बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे, जबकि के कामराज तीन बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे। उनका कार्यकाल 1963 से 1975 रहा। वसंतराव नाइक तीन बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने और उनका कार्यकाल 1963 से 1975 के बीच रहा। एमजी रामचंद्रन 1977 से 1987 के बीच तीन बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने और देश में लगातार तीन बार मुख्यमंत्री बनने वाले नेताओं की सूची में अपना नाम दर्ज कराया। मणिपुर में ओकराम इबोबी सिंह लगातार तीन बार मुख्यमंत्री बने और वे 2000 से अब तक इस पद पर बने हुए हैं। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का नाम भी लगातार तीन बार मुख्यमंत्री बनने वालों की सूची में शामिल है और वह 2001 से अब तक इस पद पर हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार भी लगातार तीन बार ऐसा कारनामा करने वाले नेताओं में शामिल हैं और वह 1998 से अब तक इस पद पर बने हुए हैं। नवीन पटनायक भी लगातार तीन बार ओडिशा के मुख्यमंत्री बने और वह साल 2000 से अब तक इस पद पर बने हुए हैं। इस सूची में शीला दीक्षित का नाम भी शामिल है और वह 1998 से 2013 तक लगातार तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।
अब्द अल-अहद दाऊद: या अब्दुल आहद दाऊद (अंग्रेज़ी: David Benjamin Keldani) (जन्म:1867-1940) पूर्व रोमन कैथोलिक उपदेशक, एक कल्डियन कैथोलिक पादरी जो इस्लाम में परिवर्तित हो गए और अब्द अल-अहद दाऊद (अरबी: عبد الأحد داود) का नाम अपनाया। उन्हें उनकी पुस्तक 'मुहम्मद इन द बाइबल' के लिए जाना जाता है। नाम उन्हें डेविड (दाउद, दाऊद) के रूप में बपतिस्मा दिया गया था, एक नाम जिसे उन्होंने इस्लाम में परिवर्तित होने के बाद रखा था। उनके परिवार का नाम "बेंजामिन" या "बेंजामिन" (Syriac) शायद उनके दादा से लिया गया था। उनके रूपांतरण के बाद उन्हें "कलदानी" (अरबी में कलडियन) कहा जाता था। उनका अपनाया हुआ नाम अब्द अल-अहद (एक का सेवक) उनके त्रिमूर्ति विरोधी एकेश्वरवाद पर जोर देता है - एक विश्वास जो उन्होंने इस्लाम में परिवर्तित होने से पहले हासिल किया था। ईसाई समय में प्रमुख संस्कार के एक कैथोलिक, डेविड बेंजामिन ने अर्मयाह में अपनी शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने 1886 से 1889 तक एंग्लिकन मिशन द्वारा स्थापित स्कूलों में शिक्षक के रूप में काम किया। इस दौरान उन्हें डीकन नियुक्त किया गया था। उन्होंने 1890 में अरमिया को इंग्लैंड के लिए छोड़ दिया, और हर्बर्ट वॉन (1832-1903) द्वारा स्थापित कॉलेज फॉर फॉरेन मिशन्स (या "सेंट जोसेफ कॉलेज") में मिल हिल में अध्ययन किया। पत्रिका द टैबलेट और अन्य के लिए लेखों की एक श्रृंखला लिखी, मिल हिल में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्हें 1892 में वॉन द्वारा आगे की पढ़ाई के लिए रोम भेजा गया। वहां उन्होंने प्रोपेगैंडा फाइड कॉलेज में दर्शन और धर्मशास्त्र का अध्ययन किया। 1895 में पादरी नियुक्त किया।1895 में वे फारस लौट आए।, अर्मिया में फ्रांसीसी लैज़रिस्ट मिशन में शामिल हो गए और मिशन की पहली सीरियाई पत्रिका, किला ला शरिया (वॉयस ऑफ ट्रुथ) प्रकाशित की। वह 1900 की गर्मियों में अपने छोटे से विला में सेवानिवृत्त हुए, जहाँ एक महीने के लिए, उन्होंने अपना समय प्रार्थना में और अपनी मूल भाषाओं में धर्मग्रंथों को पढ़ने में बिताया। इसके बाद उन्होंने अपने चर्च के पद से इस्तीफा दे दिया। 1903 में उन्होंने फिर से इंग्लैंड का दौरा किया और यूनिटेरियन समुदाय में शामिल हो गए। एक साल बाद उन्हें ब्रिटिश और विदेशी यूनिटेरियन एसोसिएशन द्वारा अपने देशवासियों के बीच मिशनरी काम के लिए भेजा गया। फारस के रास्ते में, वह कांस्टेंटिनोपल से गुजरा, और शेख इस्लाम जमालुद्दीन आफेंदी और अन्य विद्वानों के साथ कई चर्चाओं के बाद, उसने इस्लाम स्वीकार कर लिया। इस्लामी समय के कार्य एक लेखक के रूप में उनके काम के अलावा, एक मुस्लिम के रूप में डेविड बेंजामिन के जीवन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्होंने मुहम्मद को बाइबिल में लिखा - मूल रूप से 1928 में इस्लामिक रिव्यू पत्रिका में लेखों की एक श्रृंखला के रूप में प्रकाशित हुआ। 1922 या 1923 में, उन्होंने तुर्की के समाचार पत्र इक्षम के लिए 'नबी मुहम्मद इब्न आदम है' भी लिखा। जर्मन में अनुवादित पुस्तक, दावा करती है कि बाइबिल की कई भविष्यवाणियां - जिन्हें ईसाइयों ने यीशु को संदर्भित करने के लिए समझा है - वास्तव में मुहम्मद को संदर्भित करती हैं। यीशु द्वारा घोषित ईश्वर का राज्य इस्लाम के माध्यम से पृथ्वी पर ईश्वर के शासन की स्थापना है। यीशु द्वारा भविष्यवाणी की गई पैराकलीट - वे तर्क देते हैं - पैराकलीट है, जिसका अर्थ है अहमद। अपनी पुस्तक में उन्होंने अपने परिवर्तन का कारण इस प्रकार बताया है: इस्लाम को स्वीकार करने का श्रेय अल्लाह की कृपा के अलावा किसी अन्य कारण से नहीं दिया जा सकता है। इस ईश्वरीय मार्गदर्शन के बिना सभी सीखने, खोजने और सत्य को खोजने के अन्य प्रयास एक को भटका सकते हैं। जिस क्षण मैंने ईश्वर की पूर्ण एकता में विश्वास किया, उनके पवित्र पैगंबर मुहम्मद (उन पर शांति) व्यवहार और आचरण के लिए मेरे आदर्श बन गए। कोटेशन मैं ईसाइयों को याद दिलाना चाहूंगा कि जब तक वे ईश्वर की पूर्ण एकता में विश्वास नहीं करते, और तीन हस्तियों में विश्वास नहीं करते, वे निश्चित रूप से सच्चे ईश्वर में विश्वास नहीं करते। पुराना ओल्ड टैस्टमैंट और कुरआन तीन व्यक्तियों के सिद्धांत की निंदा करते हैं। ईश्वर में नया नियम स्पष्ट रूप से इसे धारण या बचाव नहीं करता है, लेकिन भले ही इसमें ट्रिनिटी के बारे में संकेत और संकेत शामिल हों, इसका कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि यह स्वयं मसीह द्वारा नहीं देखा और न लिखा गया था। न ही यह अपने वर्तमान रूप और सामग्री में मौजूद है - कम से कम - उसके बाद की पहली दो शताब्दियों के तक। इन्हें भी देखें हव्वा हनीम इब्राहिम हूपर जेनिफर ग्राउट नईमा बी० रॉबर्ट संदर्भ १९४० में निधन इस्लाम में परिवर्तित लोगों की सूची 1867 में जन्मे लोग लेखक Pages with unreviewed translations
मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला चलाने की मांग करते हुए प्रदर्शनकारी शुक्रवार को एक बार फिर ऐतिहासिक तहरीर चौक पर जमा हुए। तहरीर चौक पर प्रदर्शन शुरू करने की इस मांग का समर्थन युवा क्रांति गठबंधन :रिवोल्यूशन यूथ कोएलिशन: के अलावा और कई राजनीतिक समूहों ने किया था। अहरम ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक विरोध प्रदर्शनों का प्रतीक बन चुके तहरीर चौक पर आज हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए और क्रांति बचाने के लिए फिर से सड़कों पर उतरने का संदेश दिया। शुक्रवार की नमाज के बाद पूरी नहीं की गई मांगों पर बात की गई। इन मांगों में मुबारक पर मुकदमा चलाना, राष्ट्रपति की अध्यक्षता में एक समिति का गठन, भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर मुकदमा चलाना और नेशनल डेमोकेट्रिक पार्टी के धन की वापसी शामिल है।
विषय : डेरे के महाराज द्वारा सैकड़ों लड़कियों से बलात्कार की जांच करें.  श्रीमान जी, यह है कि मैं पंजाब की रहने वाली हूं और अब पांच साल से डेरा सच्चा सौदा सिरसा, हरियाणा (धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा) में साधु लड़की के रूप में सेवा कर रही हूं. मेरे साथ यहां सैकड़ों लड़कियां भी डेरे में 18-18 घंटे सेवा करती हैं. हमारा यहां शारीरिक शोषण किया जा रहा है. साथ में डेरे के महाराज गुरमीत सिंह द्वारा योनिक शोषण (बलात्कार) किया जा रहा है. मैं बीए पास लड़की हूं. मेरे परिवार के सदस्य महाराज के अंध श्रद्धालु हैं, जिनकी प्रेरणा से मैं डेरे में साधु बनी थी.  साधु बनने के दो साल बाद एक दिन महाराज गुरमीत की परम शिष्या साधु गुरुजोत ने रात के 10 बजे मुङो बताया कि आपको पिता जी ने गुफा (महाराज के रहने का स्थान) में बुलाया है. मैं क्योंकि पहली बार वहां जा रही थी, मैं बहुत खुश थी. यह जानकर कि आज खुद परमात्मा ने मुङो बुलाया है. गुफा में ऊपर जाकर जब मैंने देखा महाराज बेड पर बैठे हैं. हाथ में रिमोट है, सामने टीवी पर ब्लू फिल्म चल रही है. बेड पर सिरहाने की ओर रिवॉल्वर रखा हुआ है. मैं यह सब देखकर हैरान रह गई. मुझे चक्कर आने लगे. मेरे पांव के नीचे की जमीन खिसक गई. यह क्या हो रहा है. महाराज ऐसे होंगे? ऐसा मैंने सपने में भी नहीं सोचा था. महाराज ने टीवी को बंद किया व मुङो साथ बिठाकर पानी पिलाया और कहा कि मैंने तुम्हें अपनी खास प्यारी समझकर बुलाया है. मेरा यह पहला दिन था.  महाराज ने मेरे को बांहों में लेते हुए कहा कि हम तुझे दिल से चाहते हैं. तुम्हारे साथ प्यार करना चाहते हैं, क्योंकि तुमने हमारे साथ साधु बनते वक्त तन-मन-धन सब सतगुरु के अर्पण करने को कहा था. तो अब ये तन-मन हमारा है. मेरे विरोध करने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं हम ही खुदा हैं.  जब मैंने पूछा कि क्या यह खुदा का काम है तो उन्होंने कहा - श्री कृष्ण भगवान थे, उनके यहां 360 गोपियां थीं जिनसे वह हर रोज प्रेम लीला करते थे. फिर भी लोग उन्हें परमात्मा मानते हैं, यह कोई नई बात नहीं है. हम चाहें तो इस रिवॉल्वर से तुम्हारे प्राण पखेरू उड़ाकर दाह संस्कार कर सकते हैं. तुम्हारे घरवाले इस प्रकार से हमारे पर विश्वास करते हैं व हमारे गुलाम हैं. वह हमारे से बाहर जा नहीं सकते. यह तुमको अच्छे से पता है. हमारी सरकार में बहुत चलती है.  हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब के केंद्रीय मंत्री हमारे चरण छूते हैं. राजनीतिज्ञ हमसे समर्थन लेते हैं, पैसा लेते हैं और हमारे खिलाफ कभी नहीं जाएंगे. हम तुम्हारे परिवार के नौकरी लगे सदस्यों को बर्खास्त करवा देंगे. सभी सदस्यों को अपने सेवादारों (गुडों) से मरवा देंगे. सबूत भी नहीं छोड़ेंगे. यह तुम्हें अच्छी तरह पता है कि हमने गुंडों से पहले भी डेरे के प्रबंधक फकीर चंद को खत्म करवा दिया था जिनका अता-पता तक नहीं है. ना ही कोई सबूत बकाया है. जो कि पैसे के बल पर हम राजनीतिक व पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे. 1इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन मास में 20-30 दिन बाद किया जा रहा है.  आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं, उन सबके साथ मुंह काला किया गया है. डेरे में मौजूद 35-40 साधु लड़की 35-40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं. जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है. इनमें ज्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं, मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं.  हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है.  मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. श्रीमान जी, यह है कि मैं पंजाब की रहने वाली हूं और अब पांच साल से डेरा सच्चा सौदा सिरसा, हरियाणा (धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा) में साधु लड़की के रूप में सेवा कर रही हूं. मेरे साथ यहां सैकड़ों लड़कियां भी डेरे में 18-18 घंटे सेवा करती हैं. हमारा यहां शारीरिक शोषण किया जा रहा है. साथ में डेरे के महाराज गुरमीत सिंह द्वारा योनिक शोषण (बलात्कार) किया जा रहा है. मैं बीए पास लड़की हूं. मेरे परिवार के सदस्य महाराज के अंध श्रद्धालु हैं, जिनकी प्रेरणा से मैं डेरे में साधु बनी थी.  साधु बनने के दो साल बाद एक दिन महाराज गुरमीत की परम शिष्या साधु गुरुजोत ने रात के 10 बजे मुङो बताया कि आपको पिता जी ने गुफा (महाराज के रहने का स्थान) में बुलाया है. मैं क्योंकि पहली बार वहां जा रही थी, मैं बहुत खुश थी. यह जानकर कि आज खुद परमात्मा ने मुङो बुलाया है. गुफा में ऊपर जाकर जब मैंने देखा महाराज बेड पर बैठे हैं. हाथ में रिमोट है, सामने टीवी पर ब्लू फिल्म चल रही है. बेड पर सिरहाने की ओर रिवॉल्वर रखा हुआ है. मैं यह सब देखकर हैरान रह गई. मुझे चक्कर आने लगे. मेरे पांव के नीचे की जमीन खिसक गई. यह क्या हो रहा है. महाराज ऐसे होंगे? ऐसा मैंने सपने में भी नहीं सोचा था. महाराज ने टीवी को बंद किया व मुङो साथ बिठाकर पानी पिलाया और कहा कि मैंने तुम्हें अपनी खास प्यारी समझकर बुलाया है. मेरा यह पहला दिन था.  महाराज ने मेरे को बांहों में लेते हुए कहा कि हम तुझे दिल से चाहते हैं. तुम्हारे साथ प्यार करना चाहते हैं, क्योंकि तुमने हमारे साथ साधु बनते वक्त तन-मन-धन सब सतगुरु के अर्पण करने को कहा था. तो अब ये तन-मन हमारा है. मेरे विरोध करने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं हम ही खुदा हैं.  जब मैंने पूछा कि क्या यह खुदा का काम है तो उन्होंने कहा - श्री कृष्ण भगवान थे, उनके यहां 360 गोपियां थीं जिनसे वह हर रोज प्रेम लीला करते थे. फिर भी लोग उन्हें परमात्मा मानते हैं, यह कोई नई बात नहीं है. हम चाहें तो इस रिवॉल्वर से तुम्हारे प्राण पखेरू उड़ाकर दाह संस्कार कर सकते हैं. तुम्हारे घरवाले इस प्रकार से हमारे पर विश्वास करते हैं व हमारे गुलाम हैं. वह हमारे से बाहर जा नहीं सकते. यह तुमको अच्छे से पता है. हमारी सरकार में बहुत चलती है.  हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब के केंद्रीय मंत्री हमारे चरण छूते हैं. राजनीतिज्ञ हमसे समर्थन लेते हैं, पैसा लेते हैं और हमारे खिलाफ कभी नहीं जाएंगे. हम तुम्हारे परिवार के नौकरी लगे सदस्यों को बर्खास्त करवा देंगे. सभी सदस्यों को अपने सेवादारों (गुडों) से मरवा देंगे. सबूत भी नहीं छोड़ेंगे. यह तुम्हें अच्छी तरह पता है कि हमने गुंडों से पहले भी डेरे के प्रबंधक फकीर चंद को खत्म करवा दिया था जिनका अता-पता तक नहीं है. ना ही कोई सबूत बकाया है. जो कि पैसे के बल पर हम राजनीतिक व पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे. 1इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन मास में 20-30 दिन बाद किया जा रहा है.  आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं, उन सबके साथ मुंह काला किया गया है. डेरे में मौजूद 35-40 साधु लड़की 35-40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं. जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है. इनमें ज्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं, मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं.  हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है.  मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. साधु बनने के दो साल बाद एक दिन महाराज गुरमीत की परम शिष्या साधु गुरुजोत ने रात के 10 बजे मुङो बताया कि आपको पिता जी ने गुफा (महाराज के रहने का स्थान) में बुलाया है. मैं क्योंकि पहली बार वहां जा रही थी, मैं बहुत खुश थी. यह जानकर कि आज खुद परमात्मा ने मुङो बुलाया है. गुफा में ऊपर जाकर जब मैंने देखा महाराज बेड पर बैठे हैं. हाथ में रिमोट है, सामने टीवी पर ब्लू फिल्म चल रही है. बेड पर सिरहाने की ओर रिवॉल्वर रखा हुआ है. मैं यह सब देखकर हैरान रह गई. मुझे चक्कर आने लगे. मेरे पांव के नीचे की जमीन खिसक गई. यह क्या हो रहा है. महाराज ऐसे होंगे? ऐसा मैंने सपने में भी नहीं सोचा था. महाराज ने टीवी को बंद किया व मुङो साथ बिठाकर पानी पिलाया और कहा कि मैंने तुम्हें अपनी खास प्यारी समझकर बुलाया है. मेरा यह पहला दिन था.  महाराज ने मेरे को बांहों में लेते हुए कहा कि हम तुझे दिल से चाहते हैं. तुम्हारे साथ प्यार करना चाहते हैं, क्योंकि तुमने हमारे साथ साधु बनते वक्त तन-मन-धन सब सतगुरु के अर्पण करने को कहा था. तो अब ये तन-मन हमारा है. मेरे विरोध करने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं हम ही खुदा हैं.  जब मैंने पूछा कि क्या यह खुदा का काम है तो उन्होंने कहा - श्री कृष्ण भगवान थे, उनके यहां 360 गोपियां थीं जिनसे वह हर रोज प्रेम लीला करते थे. फिर भी लोग उन्हें परमात्मा मानते हैं, यह कोई नई बात नहीं है. हम चाहें तो इस रिवॉल्वर से तुम्हारे प्राण पखेरू उड़ाकर दाह संस्कार कर सकते हैं. तुम्हारे घरवाले इस प्रकार से हमारे पर विश्वास करते हैं व हमारे गुलाम हैं. वह हमारे से बाहर जा नहीं सकते. यह तुमको अच्छे से पता है. हमारी सरकार में बहुत चलती है.  हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब के केंद्रीय मंत्री हमारे चरण छूते हैं. राजनीतिज्ञ हमसे समर्थन लेते हैं, पैसा लेते हैं और हमारे खिलाफ कभी नहीं जाएंगे. हम तुम्हारे परिवार के नौकरी लगे सदस्यों को बर्खास्त करवा देंगे. सभी सदस्यों को अपने सेवादारों (गुडों) से मरवा देंगे. सबूत भी नहीं छोड़ेंगे. यह तुम्हें अच्छी तरह पता है कि हमने गुंडों से पहले भी डेरे के प्रबंधक फकीर चंद को खत्म करवा दिया था जिनका अता-पता तक नहीं है. ना ही कोई सबूत बकाया है. जो कि पैसे के बल पर हम राजनीतिक व पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे. 1इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन मास में 20-30 दिन बाद किया जा रहा है.  आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं, उन सबके साथ मुंह काला किया गया है. डेरे में मौजूद 35-40 साधु लड़की 35-40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं. जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है. इनमें ज्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं, मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं.  हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है.  मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. महाराज ने मेरे को बांहों में लेते हुए कहा कि हम तुझे दिल से चाहते हैं. तुम्हारे साथ प्यार करना चाहते हैं, क्योंकि तुमने हमारे साथ साधु बनते वक्त तन-मन-धन सब सतगुरु के अर्पण करने को कहा था. तो अब ये तन-मन हमारा है. मेरे विरोध करने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं हम ही खुदा हैं.  जब मैंने पूछा कि क्या यह खुदा का काम है तो उन्होंने कहा - श्री कृष्ण भगवान थे, उनके यहां 360 गोपियां थीं जिनसे वह हर रोज प्रेम लीला करते थे. फिर भी लोग उन्हें परमात्मा मानते हैं, यह कोई नई बात नहीं है. हम चाहें तो इस रिवॉल्वर से तुम्हारे प्राण पखेरू उड़ाकर दाह संस्कार कर सकते हैं. तुम्हारे घरवाले इस प्रकार से हमारे पर विश्वास करते हैं व हमारे गुलाम हैं. वह हमारे से बाहर जा नहीं सकते. यह तुमको अच्छे से पता है. हमारी सरकार में बहुत चलती है.  हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब के केंद्रीय मंत्री हमारे चरण छूते हैं. राजनीतिज्ञ हमसे समर्थन लेते हैं, पैसा लेते हैं और हमारे खिलाफ कभी नहीं जाएंगे. हम तुम्हारे परिवार के नौकरी लगे सदस्यों को बर्खास्त करवा देंगे. सभी सदस्यों को अपने सेवादारों (गुडों) से मरवा देंगे. सबूत भी नहीं छोड़ेंगे. यह तुम्हें अच्छी तरह पता है कि हमने गुंडों से पहले भी डेरे के प्रबंधक फकीर चंद को खत्म करवा दिया था जिनका अता-पता तक नहीं है. ना ही कोई सबूत बकाया है. जो कि पैसे के बल पर हम राजनीतिक व पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे. 1इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन मास में 20-30 दिन बाद किया जा रहा है.  आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं, उन सबके साथ मुंह काला किया गया है. डेरे में मौजूद 35-40 साधु लड़की 35-40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं. जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है. इनमें ज्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं, मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं.  हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है.  मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. जब मैंने पूछा कि क्या यह खुदा का काम है तो उन्होंने कहा - श्री कृष्ण भगवान थे, उनके यहां 360 गोपियां थीं जिनसे वह हर रोज प्रेम लीला करते थे. फिर भी लोग उन्हें परमात्मा मानते हैं, यह कोई नई बात नहीं है. हम चाहें तो इस रिवॉल्वर से तुम्हारे प्राण पखेरू उड़ाकर दाह संस्कार कर सकते हैं. तुम्हारे घरवाले इस प्रकार से हमारे पर विश्वास करते हैं व हमारे गुलाम हैं. वह हमारे से बाहर जा नहीं सकते. यह तुमको अच्छे से पता है. हमारी सरकार में बहुत चलती है.  हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब के केंद्रीय मंत्री हमारे चरण छूते हैं. राजनीतिज्ञ हमसे समर्थन लेते हैं, पैसा लेते हैं और हमारे खिलाफ कभी नहीं जाएंगे. हम तुम्हारे परिवार के नौकरी लगे सदस्यों को बर्खास्त करवा देंगे. सभी सदस्यों को अपने सेवादारों (गुडों) से मरवा देंगे. सबूत भी नहीं छोड़ेंगे. यह तुम्हें अच्छी तरह पता है कि हमने गुंडों से पहले भी डेरे के प्रबंधक फकीर चंद को खत्म करवा दिया था जिनका अता-पता तक नहीं है. ना ही कोई सबूत बकाया है. जो कि पैसे के बल पर हम राजनीतिक व पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे. 1इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन मास में 20-30 दिन बाद किया जा रहा है.  आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं, उन सबके साथ मुंह काला किया गया है. डेरे में मौजूद 35-40 साधु लड़की 35-40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं. जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है. इनमें ज्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं, मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं.  हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है.  मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब के केंद्रीय मंत्री हमारे चरण छूते हैं. राजनीतिज्ञ हमसे समर्थन लेते हैं, पैसा लेते हैं और हमारे खिलाफ कभी नहीं जाएंगे. हम तुम्हारे परिवार के नौकरी लगे सदस्यों को बर्खास्त करवा देंगे. सभी सदस्यों को अपने सेवादारों (गुडों) से मरवा देंगे. सबूत भी नहीं छोड़ेंगे. यह तुम्हें अच्छी तरह पता है कि हमने गुंडों से पहले भी डेरे के प्रबंधक फकीर चंद को खत्म करवा दिया था जिनका अता-पता तक नहीं है. ना ही कोई सबूत बकाया है. जो कि पैसे के बल पर हम राजनीतिक व पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे. 1इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन मास में 20-30 दिन बाद किया जा रहा है.  आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं, उन सबके साथ मुंह काला किया गया है. डेरे में मौजूद 35-40 साधु लड़की 35-40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं. जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है. इनमें ज्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं, मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं.  हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है.  मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं, उन सबके साथ मुंह काला किया गया है. डेरे में मौजूद 35-40 साधु लड़की 35-40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं. जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है. इनमें ज्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं, मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं.  हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है.  मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है.  मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सबकुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है. तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं. सतगुरु का सिमरण किया कर. मैं मजबूर हूं. यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है. यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं. घरवालों को टेलिफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं. घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है. यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो.  पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा. जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है. जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है. जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. एक कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है. उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है. संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार / गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए. घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा.  इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं. जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है. इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमान गढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं. अत: आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुङो भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी. क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और ना ही मरना चाहती हूं. जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं. अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं. पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं. हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं. अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं. ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी, संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सर्द हवायें चलना जारी है जबकि न्यूनतम तापमान में वृद्वि हुई है. आज सुबह न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जबकि बुधवार को यह 5.8 डिग्री सेल्सियस रहा था. बुधवार को अधिकतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. आज सुबह कुछ समय के लिए कोहरा छाया रहा. सर्द हवायें चलने के बावजूद दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से मौसम का मिजाज बेहतर है. दिनभर धूप खिले रहने के कारण लोगों को काफी राहत मिल रही है. पिछले सप्ताह पारे में उछाल देखने को मिला था और उच्चतम तापमान 24.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. उल्लेखनीय है कि दिल्ली में गत 26 दिसंबर से ठंड के कारण पांच लोगों की मौत हो चुकी है.
ऑफिशियल नोटिफिकेशन के लिए यहां क्लिक करें.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस से कहा कि विश्व भर में हुए आतंकवादी हमलों के सभी सुराग 'एक ही सूत्र और एक ही स्थान से उपजे होने' की ओर इशारा करते हैं. मोदी ने यहां ईस्ट एशिया समिट से इतर पेंस से आपसी हितों वाले अनेक द्विपक्षीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. साथ ही पाकिस्तान में हाल ही में आयोजित चुनावों में आतंकवादियों के चुनाव लड़ने पर भी चिंता जताई. दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि आंतकवाद के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. गोखले ने बताया की बातचीत के दौरान पेंस ने 26 नवम्बर को मुंबई आतंकवादी हमले के 10 वर्ष पूरा होने का जिक्र किया और आंतकवाद को शिकस्त देने के लिए दोनों पक्षों के बीच सहयोग की सराहना की. मोदी ने सहानुभूति जताने के लिए पेंस का आभार जताया, साथ ही किसी भी देश अथवा संगठन का नाम लिए बिना कहा कि विश्व भर में हुए आतंकवादी हमलों के सभी सुराग किसी न किसी प्रकार से 'एक ही सूत्र और एक ही स्थान से उपजे होने' की ओर इशारा करते हैं. उनका इशारा परोक्ष रूप से पाकिस्तान की ओर था. गौरतलब है कि विश्व भर में हुए आतंकवादी हमलों में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी मूल के लोगों का हाथ होने की बात सामने आई है. कैलिफोर्निया के सैन बर्नार्डिनों में दो दिसंबर 2015 को पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति की गोलीबारी में 14 लोग मारे गए थे. वहीं जून 2017 में लंदन में चाकू से हमला करने वाले तीन आतंकवादियों में से एक पाकिस्तानी मूल का था।इस हमले में सात लोग मारे गए थे और 49 लोग जख्मी हो गए थे. मोदी ने मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पार्टी के पाकिस्तान में 25 जुलाई को चुनाव लड़ने पर भी चिंता जताई. गोखले ने बताया, 'उन्होंने (मोदी) कहा कि मुंबई हमले में शामिल लोगों को पाकिस्तान में हाल ही में हुए चुनाव में एक राजनीतिक प्रक्रिया में मुख्यधारा में लाना केवल दो देशों भारत और अमेरिका के लिए ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का कारण होना चाहिए.' गौरतलब है कि पाकिस्तान में हाल ही में हुए चुनाव में कुछ खुंखार आतंकवादी सरगना भी खडे़ हुए थे. विदेश सचिव ने कहा, 'दोनों देशों के बीच इस बात पर अच्छी सहमति बनी है कि आंतकवाद निरोधक सहयोग को किस प्रकार से आगे बढ़ाया जाए साथ ही दोनों देशों ने स्वीकार किया है कि यह एक चुनौती है जिसके खिलाफ हमें एक साथ तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिल कर लड़ना है.'
कोलकाता पूर्वी भारत में 22°33′N 88°20′E निर्देशांक पर गंगा डेल्टा क्षेत्र में 1.5 मी॰ (5 फीट) से 9 मी॰ (30 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। शहर हुगली नदी के किनारे किनारे उत्तर-दक्षिण रैखिक फैला हुआ है। शहर का बहुत सा भाग एक वृहत नम-भूमि क्षेत्र था, जिसे भराव कर शहर की बढ़ती आबादी को बसाया गया है। शेष बची नम-भूमि जिसे अब ईस्ट कैल्कटा वेटलैंड्स कहते हैं, को रामसर सम्मेलन के अन्तर्गत अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की नम-भूमि घोषित किया गया है।अन्य गांगेय क्षेत्रों की तरह यहां की मिट्टी भी उपजाऊ जलोढ़ (अल्यूवियल) ही है। मिट्टी की ऊपरी पर्त के नीचे चतुर्धात्विक अवसाद, मिट्टी, गाद, एवं रेत की विभिन्न श्रेणियां अतथा बजरी आदि है। ये कण मिट्टी की दो पर्तों के बीच बिछे हुए हैं। इनमें से निचली पर्त 250 मी॰ (820 फीट) तथा 650 मी॰ (2,133 फीट) और ऊपरी पर्त 10 मी॰ (33 फीट) तथा 40 मी॰ (131 फीट) की मोटाई की है। भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार, शहर भूकंप प्रभावी क्षेत्र श्रेणी-तृतीय में आता है। यह श्रेणियां १-४ के बीच बढ़ते क्रम में होती हैं। यूएनडीपी रिपोर्ट के अनुसार वायु और चक्रवात के लिए यह अत्योच्च क्षति जोखिम क्षेत्र में आता है।
वेस्टइंडीज की टीम इन दिनों जिम्बाब्वे में वर्ल्ड कप क्वालिफायर में जोर आजमाइश कर रही है. शनिवार को उसने अपने तीसरे मैच में आयरलैंड के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए रोवमैन पॉवेल (101 रन) के शतक की बदौलत 50 ओवरों में 257/8 रन बनाए. OH MY WORD Rovman Powell just broke the window of the press box to bring up his century here at Harare Sports Club!!! 💥 #CWCQ #WIvIRE pic.twitter.com/XZd6p55DI3 — Alistair Hogg (@AlistairICC) March 10, 2018 अपना 19वां वनडे खेल रहे 24 साल के रोवमैन पॉवेल ने न सिर्फ अपने करियर का पहला शतक बनाया, बल्कि हवाई शॉट से हरारे स्पोर्ट्स क्लब के प्रेस बॉक्स का शीशा तोड़ डाला. 100 गेंदों की पारी में उन्होंने 7 छक्के और इतने ही चौके जमाए. Innings Break: Maiden ODI century for Rovman Powell and highest score by a number seven West Indies batsman. #ZIM :263/9 (50 overs) #ZIMvHK #NED :216/8 (50 overs) #PNGvNED #NEP :194 (all out, 49.5 overs) #AFGvNEP #WI : 257/8 (50 overs) #WIvIRE #CWCQ pic.twitter.com/V6sonjFNSc — Zimbabwe Cricket (@ZimCricketv) March 10, 2018 रोवमैन पॉवल वेस्टइंडीज की ओर से ऐसे पहले बल्लेबाज हैं, जिन्होंने वनडे में सांतवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक जमाया. ओवरऑल वनडे की बात करें, तो रोवमैन वनडे में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक पूरा करने वाले 16वें बल्लेबाज हैं. दो बार के वनडे वर्ल्ड कप चैंपियन वेस्टइंडीज ने मौजूदा वर्ल्ड कप क्वालिफायर के अपने दो मुकाबले जीते हैं. इससे पहले उसने यूएई को 60 रनों से और इसके बाद पापुआ न्यूगिनी को 6 विकेट से मात दी है.
Spice Jet Limited, दिल्ली में वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं. पद का नाम: सिक्यूरिटी एग्जीक्यूटिव इंटरव्यू की तारीख: 22 मई समय: 10 AM योग्यता: 12वीं पास वेन्यू: Room No-26 New Delhi Airport, Terminal 1 D, Delhi Tata SIA Airlines Ltd, अहमदाबाद में वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं. पद का नाम: केबिन क्रू समय: 10AM-4PM योग्यता: 12वीं पास इंटरव्यू की तारीख: 22 मई वेन्यू: Comfort Inn Sunset, Airport Circle, Ahmedabad 382475 IndusInd Bank, हैदराबाद में कस्टमर सर्विस मैनेजर के लिए वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं. इंटरव्यू की तारीख: 22-23 मई समय: 10 AM योग्यता: ग्रेजुएट वेन्यू: Indusind Bank 1st floor ,Beside Intergraph building,Begumpet Main road,Secundrabad.
यह लेख है: पीएम मोदी के अचानक पाक दौरे का अमेरिका ने भी समर्थन किया है। अमेरिकी सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिका दोनों नेताओं के बीच हुई इस बैठक का स्वागत करता है। साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर होते रिश्तों से न केवल इन दोनों देशों बल्कि पूरे क्षेत्र को फायदा मिलेगा। वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भी मोदी के लाहौर दौरे की तारीफ की है। सिर्फ अमेरिकी प्रशासन ही नहीं अमेरिकी मीडिया ने भी मोदी के लाहौर दौरे को एक सही समय पर उठाया गया सही कूटनीतिक कदम बताया है। अमेरिकी प्रेस ने लिखा है कि इस दौरे से दोनों देशों के रिश्तों में जमी बर्फ पिघलेगी और दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर होंगे। लोकप्रिय नेशनल पब्लिक रेडियो ने कहा, 'यह एक दशक में भारत के किसी राष्ट्राध्यक्ष की देश (पाकिस्तान) की पहली यात्रा है और यह दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में सुधार का प्रतीक हो सकती है।' लॉस एंजिलिस टाइम्स ने कहा कि मोदी ने अपनी लाहौर यात्रा से 'लंबे समय से तनावपूर्ण चल रहे सबंधों को नया जीवन दिया है।' प्रधानमंत्री की अक्सर आलोचना करने वाले द न्यूयार्क टाइम्स ने मोदी के इस दौरे को ज्यादा महत्व नहीं देते हुए कहा कि भारतीय नेता अतीत में एक नीति से दूसरी नीति में खिसके हैं। उसने इसे 'एक कूटनीतिक नृत्य' करार दिया। शरीफ से मिलने का मोदी का निर्णय ट्विटर पर भी छाया रहा। सभी बड़े अमेरिकी मीडिया घरानों ने ट्विटर और एसएमएस एवं ईमेल समेत अन्य माध्यमों के जरिए अपने पाठकों को दक्षिण एशिया की ब्रेकिंग न्यूज दी। प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौर की अपनी यात्रा के बारे में ट्विटर पर ही जानकारी दी थी। क्रिसमस होने के बावजूद थिंक टैंक के कई विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने सोशल मीडिया पर मोदी की लाहौर यात्रा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।टिप्पणियां एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्यक्ष रिचर्ड एन हैस ने कहा, 'अप्रत्याशित लेकिन स्वागत योग्य यात्रा।' उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 'उच्च स्तर पर नियमित कूटनीति की आवश्यकता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।' सिर्फ अमेरिकी प्रशासन ही नहीं अमेरिकी मीडिया ने भी मोदी के लाहौर दौरे को एक सही समय पर उठाया गया सही कूटनीतिक कदम बताया है। अमेरिकी प्रेस ने लिखा है कि इस दौरे से दोनों देशों के रिश्तों में जमी बर्फ पिघलेगी और दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर होंगे। लोकप्रिय नेशनल पब्लिक रेडियो ने कहा, 'यह एक दशक में भारत के किसी राष्ट्राध्यक्ष की देश (पाकिस्तान) की पहली यात्रा है और यह दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में सुधार का प्रतीक हो सकती है।' लॉस एंजिलिस टाइम्स ने कहा कि मोदी ने अपनी लाहौर यात्रा से 'लंबे समय से तनावपूर्ण चल रहे सबंधों को नया जीवन दिया है।' प्रधानमंत्री की अक्सर आलोचना करने वाले द न्यूयार्क टाइम्स ने मोदी के इस दौरे को ज्यादा महत्व नहीं देते हुए कहा कि भारतीय नेता अतीत में एक नीति से दूसरी नीति में खिसके हैं। उसने इसे 'एक कूटनीतिक नृत्य' करार दिया। शरीफ से मिलने का मोदी का निर्णय ट्विटर पर भी छाया रहा। सभी बड़े अमेरिकी मीडिया घरानों ने ट्विटर और एसएमएस एवं ईमेल समेत अन्य माध्यमों के जरिए अपने पाठकों को दक्षिण एशिया की ब्रेकिंग न्यूज दी। प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौर की अपनी यात्रा के बारे में ट्विटर पर ही जानकारी दी थी। क्रिसमस होने के बावजूद थिंक टैंक के कई विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने सोशल मीडिया पर मोदी की लाहौर यात्रा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।टिप्पणियां एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्यक्ष रिचर्ड एन हैस ने कहा, 'अप्रत्याशित लेकिन स्वागत योग्य यात्रा।' उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 'उच्च स्तर पर नियमित कूटनीति की आवश्यकता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।' लोकप्रिय नेशनल पब्लिक रेडियो ने कहा, 'यह एक दशक में भारत के किसी राष्ट्राध्यक्ष की देश (पाकिस्तान) की पहली यात्रा है और यह दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में सुधार का प्रतीक हो सकती है।' लॉस एंजिलिस टाइम्स ने कहा कि मोदी ने अपनी लाहौर यात्रा से 'लंबे समय से तनावपूर्ण चल रहे सबंधों को नया जीवन दिया है।' प्रधानमंत्री की अक्सर आलोचना करने वाले द न्यूयार्क टाइम्स ने मोदी के इस दौरे को ज्यादा महत्व नहीं देते हुए कहा कि भारतीय नेता अतीत में एक नीति से दूसरी नीति में खिसके हैं। उसने इसे 'एक कूटनीतिक नृत्य' करार दिया। शरीफ से मिलने का मोदी का निर्णय ट्विटर पर भी छाया रहा। सभी बड़े अमेरिकी मीडिया घरानों ने ट्विटर और एसएमएस एवं ईमेल समेत अन्य माध्यमों के जरिए अपने पाठकों को दक्षिण एशिया की ब्रेकिंग न्यूज दी। प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौर की अपनी यात्रा के बारे में ट्विटर पर ही जानकारी दी थी। क्रिसमस होने के बावजूद थिंक टैंक के कई विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने सोशल मीडिया पर मोदी की लाहौर यात्रा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।टिप्पणियां एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्यक्ष रिचर्ड एन हैस ने कहा, 'अप्रत्याशित लेकिन स्वागत योग्य यात्रा।' उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 'उच्च स्तर पर नियमित कूटनीति की आवश्यकता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।' लॉस एंजिलिस टाइम्स ने कहा कि मोदी ने अपनी लाहौर यात्रा से 'लंबे समय से तनावपूर्ण चल रहे सबंधों को नया जीवन दिया है।' प्रधानमंत्री की अक्सर आलोचना करने वाले द न्यूयार्क टाइम्स ने मोदी के इस दौरे को ज्यादा महत्व नहीं देते हुए कहा कि भारतीय नेता अतीत में एक नीति से दूसरी नीति में खिसके हैं। उसने इसे 'एक कूटनीतिक नृत्य' करार दिया। शरीफ से मिलने का मोदी का निर्णय ट्विटर पर भी छाया रहा। सभी बड़े अमेरिकी मीडिया घरानों ने ट्विटर और एसएमएस एवं ईमेल समेत अन्य माध्यमों के जरिए अपने पाठकों को दक्षिण एशिया की ब्रेकिंग न्यूज दी। प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौर की अपनी यात्रा के बारे में ट्विटर पर ही जानकारी दी थी। क्रिसमस होने के बावजूद थिंक टैंक के कई विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने सोशल मीडिया पर मोदी की लाहौर यात्रा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।टिप्पणियां एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्यक्ष रिचर्ड एन हैस ने कहा, 'अप्रत्याशित लेकिन स्वागत योग्य यात्रा।' उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 'उच्च स्तर पर नियमित कूटनीति की आवश्यकता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।' लॉस एंजिलिस टाइम्स ने कहा कि मोदी ने अपनी लाहौर यात्रा से 'लंबे समय से तनावपूर्ण चल रहे सबंधों को नया जीवन दिया है।' प्रधानमंत्री की अक्सर आलोचना करने वाले द न्यूयार्क टाइम्स ने मोदी के इस दौरे को ज्यादा महत्व नहीं देते हुए कहा कि भारतीय नेता अतीत में एक नीति से दूसरी नीति में खिसके हैं। उसने इसे 'एक कूटनीतिक नृत्य' करार दिया। शरीफ से मिलने का मोदी का निर्णय ट्विटर पर भी छाया रहा। सभी बड़े अमेरिकी मीडिया घरानों ने ट्विटर और एसएमएस एवं ईमेल समेत अन्य माध्यमों के जरिए अपने पाठकों को दक्षिण एशिया की ब्रेकिंग न्यूज दी। प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौर की अपनी यात्रा के बारे में ट्विटर पर ही जानकारी दी थी। क्रिसमस होने के बावजूद थिंक टैंक के कई विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने सोशल मीडिया पर मोदी की लाहौर यात्रा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।टिप्पणियां एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्यक्ष रिचर्ड एन हैस ने कहा, 'अप्रत्याशित लेकिन स्वागत योग्य यात्रा।' उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 'उच्च स्तर पर नियमित कूटनीति की आवश्यकता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।' शरीफ से मिलने का मोदी का निर्णय ट्विटर पर भी छाया रहा। सभी बड़े अमेरिकी मीडिया घरानों ने ट्विटर और एसएमएस एवं ईमेल समेत अन्य माध्यमों के जरिए अपने पाठकों को दक्षिण एशिया की ब्रेकिंग न्यूज दी। प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौर की अपनी यात्रा के बारे में ट्विटर पर ही जानकारी दी थी। क्रिसमस होने के बावजूद थिंक टैंक के कई विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने सोशल मीडिया पर मोदी की लाहौर यात्रा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।टिप्पणियां एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्यक्ष रिचर्ड एन हैस ने कहा, 'अप्रत्याशित लेकिन स्वागत योग्य यात्रा।' उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 'उच्च स्तर पर नियमित कूटनीति की आवश्यकता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।' क्रिसमस होने के बावजूद थिंक टैंक के कई विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने सोशल मीडिया पर मोदी की लाहौर यात्रा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।टिप्पणियां एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्यक्ष रिचर्ड एन हैस ने कहा, 'अप्रत्याशित लेकिन स्वागत योग्य यात्रा।' उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 'उच्च स्तर पर नियमित कूटनीति की आवश्यकता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।' एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अध्यक्ष रिचर्ड एन हैस ने कहा, 'अप्रत्याशित लेकिन स्वागत योग्य यात्रा।' उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच 'उच्च स्तर पर नियमित कूटनीति की आवश्यकता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।' विपक्षी पीपुल्स पार्टी ऑफ पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने लाहौर में प्रधानमंत्री की अचानक यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'सभी पुराने मसलों को सुलझाने का एकमात्र तरीका लगातार वार्ता है।'
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ. रात करीब 1 बजे अभिषेक नाम का 21 साल का शख्स बाइक से जा रहा था. नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में पुलिस ने 4 बैरिकेड लगा रखे थे. दो बैरिकेड के बीच में तार लगा था ताकि दोनों को जोड़ा जा सके. बाइक से गुजरते हुए जब वह वहां से गुजरा तो तार के बीच आ गया और उसके गले में तार फंस गया और उसकी मौत हो गई.टिप्पणियां अभिषेक ओला कैब चलाता है और डीजे का भी काम करता है.  लिस ने केस दर्ज करते हुए नेताजी सुभाष प्लेस एसएचओ अरविन्द को लाइन हाजिर कर दिया है. पुलिस ने एक्शन लेते हुए 4 बीट कांस्टेबल्स और डिवीजन वालो को सस्पेंड कर दिया है.   बाइक से गुजरते हुए जब वह वहां से गुजरा तो तार के बीच आ गया और उसके गले में तार फंस गया और उसकी मौत हो गई.टिप्पणियां अभिषेक ओला कैब चलाता है और डीजे का भी काम करता है.  लिस ने केस दर्ज करते हुए नेताजी सुभाष प्लेस एसएचओ अरविन्द को लाइन हाजिर कर दिया है. पुलिस ने एक्शन लेते हुए 4 बीट कांस्टेबल्स और डिवीजन वालो को सस्पेंड कर दिया है.   अभिषेक ओला कैब चलाता है और डीजे का भी काम करता है.  लिस ने केस दर्ज करते हुए नेताजी सुभाष प्लेस एसएचओ अरविन्द को लाइन हाजिर कर दिया है. पुलिस ने एक्शन लेते हुए 4 बीट कांस्टेबल्स और डिवीजन वालो को सस्पेंड कर दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने कई लोगों के जीवन में राष्ट्रवाद का अलख जगाया. मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "वीर सावरकर को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. उन्होंने कई लोगों के जीवन में राष्ट्रवाद का अलख जगाया." मोदी ने सावरकर को श्रद्धांजलि देते हुए अपनी तस्वीर भी ट्विटर पर साझा की. सावरकर का जन्म 28 मई, 1883 को हुआ था और 26 फरवरी, 1966 को उनका निधन हो गया था - इनपुट IANS
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में आतंकवादियों के एक ग्रेनेड हमले में एक जवान शहीद हो गया जबकि पांच अन्य घायल हो गए. पिछले एक हफ्ते में शहर में हुआ यह तीसरा हमला है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुछ संदिग्ध आतंकवादियों ने रविवार की दोपहर में करीब सवा तीन बजे महाराजगंज पुलिस थाने के नजदीक पथेर मस्जिद के पास सीआरपीएफ जवानों पर ग्रेनेड से हमला किया, जिसमें छह जवान घायल हो गए. उन्होंने कहा कि घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनमें से एक जवान मोहन लाल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. संदिग्ध आतंकवादियों की तलाश के लिए सुरक्षा बलों ने अभियान शुरु कर दिया है. इस हमले की जिम्मेदारी अब तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने नहीं ली है.
यह एक लेख है: ओडिशा में मंगलवार को संदिग्ध नक्सलियों ने अगवा किए गए पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी। गोलियों से छलनी उनका शव नुआपाड़ा जिले में पाया गया। उनके हाथ एवं पैर बंधे थे। इससे पहले उपपुलिस महानिरीक्षक सौमेंद्र प्रियदर्शी ने बताया था कि सहायक सब इंस्पेक्टर क्रुपारम मांझी को नुआपाड़ा जिले के बुधास गांव के नजदीक से अगवा कर लिया गया। उन्हें अर्द्धसैनिक बलों के शिविर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर अगवा किया गया था।टिप्पणियां यह घटना ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका के नक्सलियों की कैद से छूटने के कुछ दिन बाद ही सामने आई है। हिकाका को नक्सलियों ने 24 मार्च को अगवा किया था और 26 अप्रैल को छोड़ दिया। इससे पहले नक्सलियों ने राज्य में दो इतावली नागरिकों का भी अपहरण कर लिया था। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के जिलाधिकारी का भी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था, जो तीन मई को उनकी कैद से छूटे। वह 12 दिन नक्सलियों की कैद में रहे। इससे पहले उपपुलिस महानिरीक्षक सौमेंद्र प्रियदर्शी ने बताया था कि सहायक सब इंस्पेक्टर क्रुपारम मांझी को नुआपाड़ा जिले के बुधास गांव के नजदीक से अगवा कर लिया गया। उन्हें अर्द्धसैनिक बलों के शिविर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर अगवा किया गया था।टिप्पणियां यह घटना ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका के नक्सलियों की कैद से छूटने के कुछ दिन बाद ही सामने आई है। हिकाका को नक्सलियों ने 24 मार्च को अगवा किया था और 26 अप्रैल को छोड़ दिया। इससे पहले नक्सलियों ने राज्य में दो इतावली नागरिकों का भी अपहरण कर लिया था। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के जिलाधिकारी का भी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था, जो तीन मई को उनकी कैद से छूटे। वह 12 दिन नक्सलियों की कैद में रहे। यह घटना ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका के नक्सलियों की कैद से छूटने के कुछ दिन बाद ही सामने आई है। हिकाका को नक्सलियों ने 24 मार्च को अगवा किया था और 26 अप्रैल को छोड़ दिया। इससे पहले नक्सलियों ने राज्य में दो इतावली नागरिकों का भी अपहरण कर लिया था। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के जिलाधिकारी का भी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था, जो तीन मई को उनकी कैद से छूटे। वह 12 दिन नक्सलियों की कैद में रहे। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के जिलाधिकारी का भी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था, जो तीन मई को उनकी कैद से छूटे। वह 12 दिन नक्सलियों की कैद में रहे।
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक लोकल ट्रेन के महिला डिब्बे में एक महिला के साथ कथित दुष्कर्म का आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल महिला अब भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। पुलिस ने बताया कि गोविंदस्वामी नाम के इस अपराधी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि इस आरोपी का बायां हाथ नहीं है। उसे पलक्कड़ से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने महिला का बैग खींचने की कोशिश की, लेकिन महिला ने उसका विरोध किया, जिस पर आरोपी ने उसे ट्रेन से बाहर फेंक दिया। आरोपी भी महिला के साथ कूद गया और गंभीर रूप से घायल महिला के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया। इस बीच, त्रिचूर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधीक्षक डॉ वीके मोहनन ने बताया कि महिला की हालत में कोई सुधार नहीं है और वह अब भी वेंटिलेटर पर है। कोच्चि की एक निजी कंपनी में काम करने वाली 23 वर्षीय यह महिला मंगलवार की रात घटना के समय पर ट्रेन के महिला डिब्बे में सफर कर रही थी। यह महिला वल्लाथोलनगर और शोरनुर स्टेशन के बीच पटरियों पर पड़ी मिली थी। इसके सिर में गंभीर चोटें आईं हैं।
फेसबुक पर राष्ट्रगान का अपमान करने के आरोप में केरल पुलिस ने रविवार को एक मलयालम लेखक को गिरफ्तार कर लिया. लेखक पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है. लेखक का नाम कमल सी चावरा उर्फ कमलसी प्राण है. पुलिस ने बताया कि कमलसी पर फेसबुक पोस्ट में राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप है. भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की शिकायत पर कुछ दिन पहले कोल्लम के करुणागापल्ली थाने में कमलसी के खिलाफ 124 ए (देशद्रोह) का मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसके बाद रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. लेखक के खिलाफ दर्ज शिकायत में कहा गया है कि कमल ने अपने उपन्यास 'स्मासननगुलुडे नोट्टूपुस्तकम' के कुछ अंश फेसबुक पर पोस्ट किए थे, जिनमें कथित तौर पर राष्ट्रगान का अपमान किया गया है. बताते चलें कि दिसंबर महीने की शुरुआत में तिरुअनंतपुरम में अंतर्राष्ट्रीय केरल फिल्म महोत्सव में राष्ट्रगान के दौरान खड़ा नहीं होने पर 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
चर्चित शिक्षाविद् सोम पी. रंचन का हिमाचल प्रदेश की राजधानी स्थित एक अस्पताल में शनिवार को निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे. एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वे एक शिक्षाविद्, कवि, विद्वान, उपन्यासकार और साहित्य के आलोचक थे. राज्यपाल उर्मिला ने पी. रंचन की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की. उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि रंचन को शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी अंत्येष्टि शनिवार को की गई. तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा पर लिखी उनकी किताब 'दलाईलामा : ए ताल्केथन स्क्रॉल' का विमोचन अप्रैल 2011 में हुआ था. अंग्रेजी में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के बाद रंचन लगभग एक दशक तक अमेरिका में रहे थे. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के अंग्रेजी विभाग में 15 वर्षों तक अध्यापन के बाद वर्ष 1992 में वह विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हुए थे.
लेख: नागपुर-सिकंदराबाद मार्ग पर यात्री ट्रेन की रफ्तार बढ़ाकर 200 किलोमीटर प्रति घंटा तक करने के लिए रेलवे रूस के साथ मिलकर इसकी व्यवहार्यता का अध्ययन करेगा. हाई स्पीड ट्रेन की इस परियोजना का वित्त पोषण भारतीय रेलवे और रूस का रेलवे संयुक्त रूप से कर रहे हैं. दोनों देश लागत का आधा-आधा हिस्सा खर्च करेंगे. गोवा में भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच जिस प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया, उसके अनुसार नागपुर-सिकंदराबाद मार्ग पर यात्री ट्रेनों की गति को बढ़ाकर 200 किलोमीटर तक करने के लिए तकनीकी और क्रियान्वयन संबंधी अध्ययन किया जाएगा.टिप्पणियां इससे पहले दिसंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को लेकर भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हाई स्पीड ट्रेन की इस परियोजना का वित्त पोषण भारतीय रेलवे और रूस का रेलवे संयुक्त रूप से कर रहे हैं. दोनों देश लागत का आधा-आधा हिस्सा खर्च करेंगे. गोवा में भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच जिस प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया, उसके अनुसार नागपुर-सिकंदराबाद मार्ग पर यात्री ट्रेनों की गति को बढ़ाकर 200 किलोमीटर तक करने के लिए तकनीकी और क्रियान्वयन संबंधी अध्ययन किया जाएगा.टिप्पणियां इससे पहले दिसंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को लेकर भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गोवा में भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच जिस प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया, उसके अनुसार नागपुर-सिकंदराबाद मार्ग पर यात्री ट्रेनों की गति को बढ़ाकर 200 किलोमीटर तक करने के लिए तकनीकी और क्रियान्वयन संबंधी अध्ययन किया जाएगा.टिप्पणियां इससे पहले दिसंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को लेकर भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इससे पहले दिसंबर 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को लेकर भारतीय रेलवे और रूस के रेलवे के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्रत एकादशी का होता है. एकादशी का नियमित व्रत रखने से मन कि चंचलता समाप्त होती है. धन और आरोग्य की प्राप्ति होती है, हारमोन की समस्या भी ठीक होती है तथा मनोरोग दूर होते हैं. पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान प्राप्ति तथा संतान की समस्याओं के निवारण के लिए किया जाने वाला व्रत है. इस उपवास को रखने से संतान सम्बन्धी हर चिंता और समस्या का निवारण हो जाता है. इस बार सावन की पुत्रदा एकादशी 22 अगस्त को है. क्या हैं इस व्रत को रखने के नियम ? - यह व्रत दो प्रकार से रक्खा जाता है -निर्जल व्रत और फलाहारी या जलीय व्रत - सामान्यतः निर्जल व्रत पूर्ण रूप से स्वस्थ्य व्यक्ति को ही रखना चाहिए - अन्य या सामान्य लोगों को फलाहारी या जलीय उपवास रखना चाहिए - बेहतर होगा कि इस दिन केवल जल और फल का ही सेवन किया जाय - संतान सम्बन्धी मनोकामनाओं के लिए इस एकादशी के दिन भगवान् कृष्ण या श्री नारायण की उपासना करनी चाहिए संतान की कामना के लिए क्या करें? - प्रातः काल पति पत्नी संयुक्त रूप से श्री कृष्ण की उपासना करें - उन्हें पीले फल , पीले फूल , तुलसी दल और पंचामृत अर्पित करें - इसके बाद संतान गोपाल मन्त्र का जाप करें - मंत्र जाप के बाद पति पत्नी संयुक्त रूप से प्रसाद ग्रहण करें - अगर इस दिन उपवास रखकर प्रक्रियाओं का पालन किया जाय तो ज्यादा अच्छा होगा क्या है संतान गोपाल मंत्र ? - "ॐ क्लीं देवकी सुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते , देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहम शरणम् गता" - "ॐ क्लीं कृष्णाय नमः"
पिछले कुछ समय से बल्लेबाजी में जौहर दिखाने वाले हरभजन सिंह टेस्ट मैचों में 2000 रन और 300 विकेट का डबल पूरा करने वाले दुनिया के 11वें और भारत के तीसरे क्रिकेटर बन गए हैं। हरभजन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में 32 रन की संख्या छूते ही यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने डेल स्टेन की गेंद पर छक्का जमाकर अपना 2000वां रन पूरा किया। अपना 93वां टेस्ट मैच खेल रहे इस ऑफ स्पिनर ने अब तक 386 विकेट भी लिए हैं। हरभजन से पहले टेस्ट क्रिकेट में 2000 रन और 300 विकेट का डबल इमरान खान, रिचर्ड हैडली, इयान बॉथम, कपिल देव, वसीम अकरम, अनिल कुंबले, शेन वार्न, चमिंडा वास, शान पोलाक और डेनियल विटोरी ने पूरा किया था। भारत की तरफ से कपिल 5248 रन बनाने के अलावा 434 विकेट लिए, जबकि कुंबले के नाम पर 2506 रन और 708 विकेट दर्ज हैं। टेस्ट क्रिकेट में हालांकि हरभजन 24वें ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिनके नाम पर 2000 से अधिक रन और 100 से अधिक विकेट दर्ज हैं। भारत की तरफ से यह कारनामा कपिल, कुंबले और हरभजन के अलावा वीनू मांकड़ (2109 रन और 162 विकेट) और रवि शास्त्री (3830 रन और 151 विकेट) ने भी यह उपलब्धि हासिल की है। हरभजन भारत की तरफ से 2000 रन बनाने वाले 32वें बल्लेबाज भी बन गए हैं।
कॉलेज का नाम: जीआईटीएएम इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, विशाखापटनम कॉलेज का विवरण: यूजीसी से मान्‍यता प्राप्‍त GITAM यूनिवर्सिटी ने साल 1988 में जीआईटीएएम इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की स्थापना की थी. कॉलेज का कैंपस विशाखापत्तनम में मौजूद है. यह आन्ध्र प्रदेश का टॉप प्राइवेट बी-स्कूल है. फैसिलिटी: जीआईटीएएम इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट विशाखापत्तनम में स्टूडेंट्स को मिलने वाली सुविधाएं इस प्रकार है:- हॉस्टल वाई-फाई ट्रान्सपोर्ट प्लेसमेंट संपर्क: गांधी नगर, विशाखापत्तनम, आन्ध्र प्रदेश, इंडिया- 530 045 ईमेंल: [email protected] वेबसाइट: www.gitam.edu/gim फोन न: 0891 - 2840302 जीआईटीएएम इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट विशाखापत्तनम में  फुल टाइम बीबीए और बीबीएम से संबंधित निम्‍नलिखित कोर्स कराए जाते हैं: कोर्स का नाम: बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स का विवरण: यह एक फुल टाइम कोर्स है. अवधि: तीन साल योग्यता: 50 फीसदी अंकों के साथ 12वीं पास करना जरूरी है. एडमिशन प्रक्रिया: UGMAT/NAT/GAT क्वालिफाई स्टूडेंट्स ही इस कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते है. सीट: 40 कोर्स का नाम: बैचलर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट कोर्स का विवरण: यह एक फुल टाइम कोर्स है. मैनेजमेंट में करियर बनाने के इच्छुक स्टूडेंट्स इस कोर्स में आवेदन कर सकते है. अवधि: तीन साल योग्यता: 50 फीसदी अंकों के साथ 12वीं पास करना जरूरी है. एडमिशन प्रक्रिया: UGMAT/NAT/GAT क्वालिफाई स्टूडेंट्स ही इस कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते है. फीस: 5,47,000/ सीट: 120 प्लेसमेंट: यहां पर प्लेसमेंट के लिए निम्नलिखित कंपनियां आती है: ताज ग्रुप ऑफ हॉटल एयरटेल (Airtel) आइडिया (Idea) अमेजन (Amazon) अमूल (AMUL) जीबीबी (GBB) एसएच ग्रुप (SH Group) एयर वर्ल्ड वाइड (AIR World Wide) कैपिटल आईक्यू (Capital IQ)
उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के मामले में जांच का आदेश दिया है और रेलवे से महाकुंभ के मौके पर देशभर से आने वाले तीर्थयात्रियों की आवाजाही सुगम करने के लिए उचित बंदोबस्त करने को कहा है. इलाहाबाद में महाकुंभ के मौके पर संगम में डुबकी लगाने हजारों की संख्या में आये यात्री अपने अपने गंतव्यों पर जाने के लिए बड़ी संख्या में इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंच रहे थे और शाम को भगदड़ की स्थिति मचने से 20 लोगों की मौत हो गयी और अन्य कई घायल हो गये. सपा प्रवक्ता और प्रदेश सरकार के मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना के मामले में जांच का आदेश दिया है. कुंभ में स्नान बिना किसी समस्या के संपन्न हो गया. दुर्भाग्यपूर्ण घटना रेलवे स्टेशन पर हुई. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जांच का आदेश दे दिया है. स्थानीय प्रशासन का बचाव करते हुए चौधरी ने कहा कि उसकी ओर से कोई ढील नहीं बरती गयी और यह रेलवे की नाकामी है जिसे भीड़ को संभालने के लिए अधिक ट्रेनें चलानी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से और अधिक ट्रेनें चलाने के लिए कहा है. सूचना निदेशक प्रभात मित्तल ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये मुआवजा राशि देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष को घटना की जांच करने और उन्हें रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने भगदड़ में मारे गये लोगों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि घायलों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जाएगी. मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों से हालात पर नजर रखने और लोगों को सभी संभव सहायता प्रदान करने के लिए कहा गया है.
नियन्त्रण सिद्धान्त में, किसी गतिक तंत्र पर कुछ प्रयोग करके एकत्र किये गये आंकड़ों की सहायता से उस तन्त्र का गणितीय मॉडल बनाना तंत्र अभिनिर्धारण (system identification) कहलाता है। तंत्र अभिनिर्धारण करने की कई विधियाँ (approaches) हैं जो मॉडल की श्रेणी पर निर्भर करते है- 1. रैखिक/अरैखिक 2. पैरामेट्रिक/गैर-पैरामेट्रिक गैर-पैरामेट्रिक विधियाँ साधारण (generic) मॉडल का अभिनिर्धारण करतीं हैं (स्टेप रिस्पांस, इम्पल्स रिस्पॉंस, फ्रेक्वेंसी रिस्पॉंस) पैरामेट्रिक विधियाँ प्रयोक्ता द्वारा प्रस्तुत मॉडल में आने वाले पैरामीटरों का मान निकालतीं हैं। (ट्रांसफर फलन, स्टेट-स्पेस मैत्रिसेस) तंत्र अभिनिर्धारण के चरण तंत्र अभिनिर्धारण, प्रक्रम के मॉडलिंग की प्रायोगिक विधि है। इसमें निम्नलिखित चरण आते हैं- 1. प्रयोग की डिजाइन : इसका उद्देश्य अच्छा प्रायोगिक डेटा प्राप्त करना है। 2. मॉडल की संरचना का चुनाव : पूर्व-अनुभव तथा प्रयत्‍न-त्रुटि विधि के आधार पर एक उचित मॉडल चुना जाता है। 3. फिट करने के लिये कसौटी का चुनाव : उचित मूल्य फलन (cost function) चुनते हैं, जिससे पता चले कि मॉडल, प्रायोगिक आंकड़ों से कितना मेल खाता है। 4. प्राचलों का मान निकालना (Parameter estimation): इष्टतमीकरण समस्या का हल करते हुए मॉडल में आये हुए प्राचलों का संख्यात्मक मान निकाला जाता है। 5. मॉडल का वैधीकरण (Model validation): इस प्रकार प्राप्त मॉडल की जाँच की जाती है और देखते हैं कि कहीं कोई कमी तो नहीं है। गणितीय मॉडल के प्रकार- 1. ट्रान्सफर फलन (Transfer functions) 2. स्टेट-स्पेस मॉडल (State-space models) 3. ब्लॉक आरेख (Block diagrams) - जैसे XCos, Simulink आदि सन्दर्भ नियंत्रण सिद्धान्त गणितीय मॉडल
केरल के रहने वाले 54 वर्षीय डी. सदाशिवन ने एक ऐसा कारनामा कर दिया जो शायद कोई सोच भी नहीं सकता. स्कूल प्रिंसिपल ने उनसे बच्चों को सिखाने के लिए उनसे एक हेलिकॉप्टर का मॉडल बनाने को कहा था, पर उन्होंने असल का ही हेलिकॉप्टर तैयार कर दिया. उन्होंने यह हेलिकॉप्टर चार वर्ष में तैयार किया है. मंगलवार को स्कूली बच्चों के सामने इसे प्रदर्शित कर दिया गया है, और यह अपनी पहली टेस्ट उड़ान लगभग एक महीने बाद भरेगा. 10वीं तक पढ़े हैं सदाशिवन डी. सदाशिवन खुद सिर्फ 10वीं कक्षा तक पढ़े हैं. वह केरल के कंजिरापल्ली में ही एक इंजिनियरिंग की शॉप चलाते हैं. उन्होंने इस हेलिकॉप्टर को खुद ही बनाया है. प्रिंसिपल ने की गुजारिश उन्होंने बताया कि एक स्कूल के प्रिंसिपल ने उनसे हेलिकॉप्टर का मॉडल तैयार करने को कहा था जिसके बाद उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया. इसको बनाने में उन्हें कुल चार साल का समय लगा. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी भी इसी स्कूल में पढ़ती है, जब उन्होंने सिर्फ एक मॉडल बनाने को कहा तो मैंने सोचा क्यों ने ऐसा हेलिकॉप्टर बनाया जाये जो कि पूरी तरह से काम करता हो. लगाया मारुति 800 का इंजन उन्होंने इसके अंदर मारुति 800 का इंजन लगाया है, साथ ही गियर बॉक्स का भी प्रयोग किया है. बाकी पार्ट्स उन्होंने अपने ही गैराज में बनाये हैं. इस हेलिकॉप्टर को ऐल्युमिनियम और लोहे की मदद से बनाया गया है. तो वहीं ऑटोरिक्शा के शीशे का उपयोग भी किया गया है. उन्होंने कहा कि इसे उड़ाने में अभी भी उन्हें पूरा एक महीना लगेगा क्योंकि उन्हें काफी एजेंसियों से इसके लिए अनुमति लेनी है. गौरतलब है कि इससे पहले इडुक्की के एक व्यक्ति ने भी दो सीटर हेलिकॉप्टर बनाकर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया था.
लेख: उत्तरी दिल्ली के नंद नगरी इलाके में सोमवार को पुलिस स्टेशन ले जाने के क्रम में एक व्यक्ति की 'रहस्यमय' मौत की जांच के लिए आप सरकार द्वारा गठित मजिस्ट्रेट जांच में मौत के लिए पुलिसकर्मियों को 'जवाबदेह' बताया गया है। सूत्रों के अनुसार घटना की जांच कर रहे शाहदरा के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह ने शानू शाहनवाज चौधरी (35) की मौत को 'अस्वाभाविक' बताया और उन पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया जो उसे अस्पताल ले गए थे। चौधरी की सोमवार को 'रहस्यमय' स्थिति में पुलिस स्टेशन ले जाने के क्रम में मौत हो गयी थी। इसके पहले चौधरी ने पुलिस और एक दंपती के बीच झगड़े में बीच बचाव किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'चौधरी की मौत दम घुटने से हुयी और यह अस्वाभाविक मौत थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने जिला मजिस्ट्रेट को बताया कि पुलिसकर्मियों की गलती थी क्योंकि उन्होंने हिंसक तरीके का सहारा लिया और पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के साथ मारपीट की और वे उस पर काबू पाने के लिए उसके शरीर पर बैठ गए।'टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार के उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने की संभावना है जो पीड़ित को अस्पताल ले गए थे। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले के संबंध में आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। उन्होंने घटना का एक वीडियो सबूत भी सौंपा और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। सूत्रों के अनुसार घटना की जांच कर रहे शाहदरा के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह ने शानू शाहनवाज चौधरी (35) की मौत को 'अस्वाभाविक' बताया और उन पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया जो उसे अस्पताल ले गए थे। चौधरी की सोमवार को 'रहस्यमय' स्थिति में पुलिस स्टेशन ले जाने के क्रम में मौत हो गयी थी। इसके पहले चौधरी ने पुलिस और एक दंपती के बीच झगड़े में बीच बचाव किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'चौधरी की मौत दम घुटने से हुयी और यह अस्वाभाविक मौत थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने जिला मजिस्ट्रेट को बताया कि पुलिसकर्मियों की गलती थी क्योंकि उन्होंने हिंसक तरीके का सहारा लिया और पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के साथ मारपीट की और वे उस पर काबू पाने के लिए उसके शरीर पर बैठ गए।'टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार के उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने की संभावना है जो पीड़ित को अस्पताल ले गए थे। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले के संबंध में आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। उन्होंने घटना का एक वीडियो सबूत भी सौंपा और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। चौधरी की सोमवार को 'रहस्यमय' स्थिति में पुलिस स्टेशन ले जाने के क्रम में मौत हो गयी थी। इसके पहले चौधरी ने पुलिस और एक दंपती के बीच झगड़े में बीच बचाव किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'चौधरी की मौत दम घुटने से हुयी और यह अस्वाभाविक मौत थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने जिला मजिस्ट्रेट को बताया कि पुलिसकर्मियों की गलती थी क्योंकि उन्होंने हिंसक तरीके का सहारा लिया और पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के साथ मारपीट की और वे उस पर काबू पाने के लिए उसके शरीर पर बैठ गए।'टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार के उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने की संभावना है जो पीड़ित को अस्पताल ले गए थे। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले के संबंध में आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। उन्होंने घटना का एक वीडियो सबूत भी सौंपा और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'चौधरी की मौत दम घुटने से हुयी और यह अस्वाभाविक मौत थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने जिला मजिस्ट्रेट को बताया कि पुलिसकर्मियों की गलती थी क्योंकि उन्होंने हिंसक तरीके का सहारा लिया और पुलिसकर्मियों ने पीड़ित के साथ मारपीट की और वे उस पर काबू पाने के लिए उसके शरीर पर बैठ गए।'टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार के उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने की संभावना है जो पीड़ित को अस्पताल ले गए थे। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले के संबंध में आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। उन्होंने घटना का एक वीडियो सबूत भी सौंपा और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार के उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करने की संभावना है जो पीड़ित को अस्पताल ले गए थे। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले के संबंध में आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। उन्होंने घटना का एक वीडियो सबूत भी सौंपा और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मामले के संबंध में आज उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। उन्होंने घटना का एक वीडियो सबूत भी सौंपा और पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
महाराष्ट्र की भिवंडी लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. इस सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद कपिल पाटिल को फिर टिकट दिया है. जबकि कांग्रेस ने पूर्व सांसद सुरेश तावड़े को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस सीट पर कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं. महाराष्ट्र की भिवंडी लोकसभा सीट परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आई थी. इसके बाद यहां पहला चुनाव 2009 में हुआ. आंकड़ों पर नजर डालें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां बीजेपी के कपिल पाटिल ने चुनाव जीता था. उन्हें 4,11,070 वोट हासिल हुए थे. उन्होंने कांग्रेस के विश्वनाथ पाटिल को चुनाव हराया. उन्हें 3,01,620 वोट हासिल हुए थे. वहीं, मनसे के सुरेश महात्रे तीसरे स्थान पर रहे. उन्हें 93,647 वोट मिले थे. बता दें कि भिवंडी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के कारण किसी भी एक पार्टी की एकतरफा जीत नहीं हो पाती है. पिछले कुछ चुनाव से यहां कांग्रेस और बीजेपी का खेल मनसे बिगाड़ती रही है. 2009 के लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही समीकरण उलझा था. यहां कांग्रेस के सुरेश तावरे चुनाव जीते थे. उन्हें 1,82,789 वोट मिले. तावरे ने बीजेपी के जगन्नाथ पाटिल को चुनाव हराया. पाटिल को 1,41,425 वोट मिले. वहीं, तीसरे स्थान पर रहे देवराज महरात्रे उन्हें 1,07,090 वोट मिले थे. कैसे बदले भिवंडी के समीकरण.... ठाणे जिले में आने वाली भिवंडी सीट परिसीमन के पहले डहाणू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा थी. डहाणू से अलग होने के बाद भिवंडी में वो तीन विधानसभा आई जहां बीजेपी का दबदबा रहा. यही वजह है कि शिवसेना से गठबंधन के बाद बीजेपी इस सीट को अपने पास ही रखती आई है. मालूम हो कि 1999 में बीजेपी के चिंतामन वनगा ने डहाणू लोकसभा सीट पर कांग्रेस के डी एम शिंगडा को हराया. उसके बाद से डहाणू में बीजेपी का दबदबा बढ़ा. लेकिन परिसीमन के बाद जिन इलाकों में बीजेपी का दबदबा था उनमें से तीन विधानसभा सीट जवाहर, डहाणू और इगतपुरी भिवंडी लोकसभा से कट गई. जिसका असर भिवंडी में 2009 के लोकसभा चुनाव में भी दिखाई दिया. यहां बीजेपी की हार हुई कांग्रेस के सुरेश तावरे जीते. जबकि बीजेपी के जगन्नाथ पाटिल को हार का सामना करना पड़ा. क्या है विधानसभा सीटों की स्थिति... भिवंडी लोकसभा सीट की 6 विधानसभा सीटों पर हमेशा ही कांग्रेस और एनसीपी का दबदबा रहा है. लेकिन पिछले कुछ चुनाव से यहां शिवसेना और बीजेपी ने दम भरा है. पिछले विधानसभा चुनाव में यहां समीकरण बदले हैं. भिवंडी ग्रामीण और भिवंडी ईस्ट विधानसभा पर शिवसेना का राज है. तो भिवंडी वेस्ट, कल्याण वेस्ट और मुर्बाद पर बीजेपी का राज है. जबकि एनसीपी यहां की शाहपुर सीट पर काबिज है.
काकेरेस () स्पेन के स्वायत्त समुदाय ऐक्स्त्रेमादुरा के काकेरेस सूबे की राजधानी है। 2013 में इस शहर की जनसंख्या लगभग 96,000 थी। इस नगरपालिका का क्षेत्र फल 1,750.33 km2 है जो पूरे स्पेन में सबसे अधिक है। इस शहर को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थान घोषित किया गया था। इतिहास पूर्व-इतिहासिक समें से लोक काकेरेस दी धरती पर रहते आ रहे हैं इस शहर की स्थापना रोमन लोगों द्वारा 25 इसवी पूर्व में की गई। शहर के पुराने हिस्से में अभी भी पुरानी दीवारें मौजूद है। यह शहर यूनेस्को द्वारा 1986 में विश्व विरासत स्थान घोषित किया गया था। सन्दर्भ पुस्तकसूची Diccionario Enciclopédico "Sarpe". Edición 1988. ISBN 84-7700-148-0 Extremadura. Editorial Everest. Edición 1995. ISBN 84-241-9614-7 Tráfico y Seguridad Vial. Año XXIII, nº 185 julio-agosto de 2007 Los orígenes del nombre de Cáceres. Antonio Floriano Cumbreño. "La Colonia Norba y los campamentos de Servilio y Metelo", A. Álvarez Rojas. "Estudio del yacimiento de Cuarto Roble", 2005, Francisco A. Violat Bordonau. Ed. Asesores Astronómicos Cacereños. बाहरी स्रोत Portal de ocio y cultura de la ciudad de Cáceres Portal Turístico Cáceres Cáceres en tu mano / Agenda cultural de Cáceres स्पेन के नगर
नरेंद्र मोदी सरकार की दूसरी पारी की पहली बजट में रेलवे प्राथमिकता सूची में टॉप पर है. बजट में इस बार सरकार ने सेफ्टी और सिक्योरिटी पर खास तवज्जो देने का फैसला किया है. इसके मद्देनजर देशभर की सभी लेवल क्रॉसिंग को 2024 तक खत्म किए जाने का टारगेट रखा गया है. लेवल क्रासिंग से मतलब उस जगह से है जहां रेलवे लाइन और सड़क एक ही लेवल पर एक दूसरे को क्रॉस करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर लेवल क्रॉसिंग को 2022 तक हटा दिया जाएगा. इसके लिए इस बार के बजट में खास प्रावधान किया जाएगा. रेल हादसों पर रोक लगाने के लिए रेल मंत्रालय ने ट्रेन कॉलेजन अवॉइडेंस सिस्टम यानी (TCAS) को अगस्त तक अत्याधुनिक बनाने का टारगेट रखा है. इसी के साथ एडवांस सिग्नलिंग का काम भी जुलाई 2019 तक शुरू कर दिया जाएगा. देशभर में रेलवे नेटवर्क ने एडवांस सिग्नल सिस्टम को 2024 तक लगाए जाने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए 10 मेगा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम की अनुमति  कैबिनेट ने पहले ही दे दी है. रेल हादसों की रोकथाम के लिए रेल मंत्रालय का फोकस लोको पायलट पर भी है. इसके लिए 500 लोको इंजन में मार्च 2020 तक ब्लैक बॉक्स लगाए जाने की योजना है. इन ब्लैक बॉक्स में लोको इंजन के अंदर होने वाली सारी गतिविधियों की विजुअल और वॉइस रिकॉर्डिंग होगी. किसी भी हादसे की स्थिति में ब्लैक बॉक्स पूरी तरीके से सुरक्षित रहेगा. बता दें कि हादसे की जांच में इस ब्लैक बॉक्स की एक अहम भूमिका होगी. रेलवे के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, देशभर में मौजूद सभी इंजन में अगले 3 साल में यह ब्लैक बॉक्स लगा दिए जाएंगे. सेफ्टी और सिक्योरिटी पर खास जोर देते हुए इस बार के बजट में सभी स्टेशनों पर, प्रीमियम ट्रेन और ईएमयू के सभी कोच में सीसीटीवी सर्विलांस का प्रावधान किया जाएगा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक 6124 स्टेशन पर सीसीटीवी और सर्विलांस सिस्टम का काम अगस्त 2019 से तेजी से शुरू किया जाएगा और अगले 12 महीने में इसको पूरा कर लिया जाएगा. इसी के साथ प्रीमियम ट्रेनों और मुंबई में चलने वाली ईएमयू ट्रेनों में 7020 कोच में सीसीटीवी और सर्विलांस सिस्टम अगस्त 2019 से लगाया जाना शुरू किया जाएगा, जिसको 12 महीने में पूरा कर लिया जाएगा.
कुवैत सिटी की एक शिया मस्जिद में आईएसआईएस के आत्मघाती हमले में मारे गए 26 लोगों में दो भारतीय हैं. भारतीय दूतावास ने यह जानकारी देते हुए कुवैत में रहने वाले भारतीयों को अपनी सुरक्षा के प्रति एहतियात बरतने को कहा है. दूतावास ने एक बयान में कहा, ‘दूतावास को यह सूचित करते हुए दुख हो रहा है कि 26 जून को कुवैत के इमाम सादिक मस्जिद में हुए बम विस्फोट में मारे गए लोगों में दो भारतीय हैं.’ भारतीय नागरिक रिजवान हुसैन (31) और इब्ने अब्बास (25) उस वक्त मारे गए जब वह नमाज पढ़ रहे थे. यूपी के रहने वाले थे दोनों मृतक हुसैन उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले का रहने वाला है और वह मस्जिद में चौकीदार था जबकि अब्बास उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में जलालपुर का रहने वाला था और पेशे से चालक था. सूत्रों ने बताया कि उनके परिजनों की ख्वाहिश के मुताबिक, उनके शवों को इराक के पवित्र शहर नजफ में दफनाया जाएगा. अमीरी हॉस्पिटल में भर्ती घायल भारतीयों को देखने कुवैत में भारतीय राजदूत सुनील जैन गए. उनमें कुछ को छुटटी दे दी गई है जबकि शेष की हालत स्थिर है. शुक्रवार को हुए आत्मघाती हमले में 26 लोग मारे गए जबकि 227 घायल हुए. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए इसे ‘कायराना ’ हमला बताया. उन्होंने कहा कि मानवता का विकास शांति और भाईचारे में निहित है न कि नफरत और हिंसा में. - इनपुट भाषा
आपके द्वारा की गई बस एक फोन कॉल और पैसा आपके अकाउंट में बमुश्किल 2 से 3 दिन के भीतर पहुंच जाता है. जी हां, क्रेडिट कार्ड लोन प्राप्त करना इतना आसान हो गया है. क्रेडिट कार्ड लोन लेना भले ही आसान है लेकिन इसका इंट्रेस्ट रेट ज्यादा होने के चलते यह महंगा है. बैंकों से सीधे लोन लेने के मुकाबले यह महंगा पड़ता है. लेकिन फिर भी कई बार लोगों को क्रेडिट कार्ड लोन लेना पड़ता है.  ऐसे में आपको यह पता होना चाहिए कि क्रेडिट कार्ड लोन कब लिया जाए और बैंक से पर्सनल लोन की प्राथमिकता कब यानी किन हालातों में दी जाए. भले ही क्रेडिट कार्ड के लोन भी पर्सनल लोन के इंट्रेस्ट पर ही दिया जा रहा हो लेकिन इसके सर्विसिंग के चार्जेस महंगे होते हैं. प्रोसेसिंग फीस और प्री क्लोजर चार्जेस, क्रेडिट कार्ड कंपनियां सर्विस टैक्स भी लगाती हैं उस अमाउंट पर जोकि आप बतौर ब्याज चुकाते हैं.. ऐसे में कुल मिलाकर यह मंहगा पड़ता है. सर्विस टैक्स वर्तमान में 15 फीसदी है (सर्विस टैक्स@14%+ स्वच्छ भारत टैक्स@ 0.5%+ कृषि कल्याण सेस@0 .5%) यदि इंट्रेस्ट रेट,  प्री क्लोजर चार्जेस और लोन प्रोसिसिंग फीस बैंक जितनी ही रहे तब भी क्रेडिट कार्ड लोन का इंट्रेस्ट कॉस्ट सर्विस टैक्स के चलते 15 फीसदी ज्यादा ही बैठेगा. उदाहरण के लिए यदि आप बैंक से 1 लाख रुपये का लोन लेते हैं और इस पर वह 14 फीसदी का ब्याज 24 महीने की मियाद पर लगाता है तब आपकी पहले महीने की किस्त बैठेगी 4,802 रुपये. इसमें ब्याज का हिस्सा होगा 1,166.66, मूलधन होगा 3635.33 रुपये. यदि लोन यदि आप क्रेडिट कार्ड से लेंगें, इसी इंट्रेस्ट रेट पर तो पहले महीने आपको देने होंगे 4,976.99 रुपये जिसमें से 175 रुपये उस रकम से ज्यादा होंगे जो कि आप पहले महीने की किस्त के तौर पर बैंक को चुकाते. यह जो इजाफा है वह सर्विस टैक्स की वजह से जोकि क्रेडिट कार्ड लोन देने पर दिया जा रहा है. 175 रुपये सर्विस टैक्स 1166.66 रुपये इंट्रेस्ट की रकम पर दिया जा रहा है.  टिप्पणियां जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप क्रेडिट कार्ड पेमेंट से की गई खरीद को ईएमआई (equated monthly instalment-EMI) में कंवर्ट करवाते हैं तब भी आप सर्विस टैक्स लगाकर ही ब्याज देते हैं.  फिर भी कुछ मौकों पर क्रेडिट कार्ड लोन को बैंक से पर्सनल लोन लेने से बेहतर बताया जाता है. यदि आप 1 साल से कम समय के लिए 50 हजार रुपये से कम रकम लोन पर लेना चाहते हों तो क्रेडिट कार्ड लोन बेहतर है क्योंकि बैंक आमतौर पर 1 साल से कम के लिए और 50 हजार रुपये से कम का लोन नहीं देते. जबकि, क्रेडिट कार्ड लोन छह महीने के लिए भी देते हैं और कम से कम रकम के लिए जैसे कि 10 हजार के लिए भी देते हैं. ऐसी जरूरतों पर आप इसे वरीयता दे सकते हैं. ऐसे में आपको यह पता होना चाहिए कि क्रेडिट कार्ड लोन कब लिया जाए और बैंक से पर्सनल लोन की प्राथमिकता कब यानी किन हालातों में दी जाए. भले ही क्रेडिट कार्ड के लोन भी पर्सनल लोन के इंट्रेस्ट पर ही दिया जा रहा हो लेकिन इसके सर्विसिंग के चार्जेस महंगे होते हैं. प्रोसेसिंग फीस और प्री क्लोजर चार्जेस, क्रेडिट कार्ड कंपनियां सर्विस टैक्स भी लगाती हैं उस अमाउंट पर जोकि आप बतौर ब्याज चुकाते हैं.. ऐसे में कुल मिलाकर यह मंहगा पड़ता है. सर्विस टैक्स वर्तमान में 15 फीसदी है (सर्विस टैक्स@14%+ स्वच्छ भारत टैक्स@ 0.5%+ कृषि कल्याण सेस@0 .5%) यदि इंट्रेस्ट रेट,  प्री क्लोजर चार्जेस और लोन प्रोसिसिंग फीस बैंक जितनी ही रहे तब भी क्रेडिट कार्ड लोन का इंट्रेस्ट कॉस्ट सर्विस टैक्स के चलते 15 फीसदी ज्यादा ही बैठेगा. उदाहरण के लिए यदि आप बैंक से 1 लाख रुपये का लोन लेते हैं और इस पर वह 14 फीसदी का ब्याज 24 महीने की मियाद पर लगाता है तब आपकी पहले महीने की किस्त बैठेगी 4,802 रुपये. इसमें ब्याज का हिस्सा होगा 1,166.66, मूलधन होगा 3635.33 रुपये. यदि लोन यदि आप क्रेडिट कार्ड से लेंगें, इसी इंट्रेस्ट रेट पर तो पहले महीने आपको देने होंगे 4,976.99 रुपये जिसमें से 175 रुपये उस रकम से ज्यादा होंगे जो कि आप पहले महीने की किस्त के तौर पर बैंक को चुकाते. यह जो इजाफा है वह सर्विस टैक्स की वजह से जोकि क्रेडिट कार्ड लोन देने पर दिया जा रहा है. 175 रुपये सर्विस टैक्स 1166.66 रुपये इंट्रेस्ट की रकम पर दिया जा रहा है.  टिप्पणियां जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप क्रेडिट कार्ड पेमेंट से की गई खरीद को ईएमआई (equated monthly instalment-EMI) में कंवर्ट करवाते हैं तब भी आप सर्विस टैक्स लगाकर ही ब्याज देते हैं.  फिर भी कुछ मौकों पर क्रेडिट कार्ड लोन को बैंक से पर्सनल लोन लेने से बेहतर बताया जाता है. यदि आप 1 साल से कम समय के लिए 50 हजार रुपये से कम रकम लोन पर लेना चाहते हों तो क्रेडिट कार्ड लोन बेहतर है क्योंकि बैंक आमतौर पर 1 साल से कम के लिए और 50 हजार रुपये से कम का लोन नहीं देते. जबकि, क्रेडिट कार्ड लोन छह महीने के लिए भी देते हैं और कम से कम रकम के लिए जैसे कि 10 हजार के लिए भी देते हैं. ऐसी जरूरतों पर आप इसे वरीयता दे सकते हैं. यदि इंट्रेस्ट रेट,  प्री क्लोजर चार्जेस और लोन प्रोसिसिंग फीस बैंक जितनी ही रहे तब भी क्रेडिट कार्ड लोन का इंट्रेस्ट कॉस्ट सर्विस टैक्स के चलते 15 फीसदी ज्यादा ही बैठेगा. उदाहरण के लिए यदि आप बैंक से 1 लाख रुपये का लोन लेते हैं और इस पर वह 14 फीसदी का ब्याज 24 महीने की मियाद पर लगाता है तब आपकी पहले महीने की किस्त बैठेगी 4,802 रुपये. इसमें ब्याज का हिस्सा होगा 1,166.66, मूलधन होगा 3635.33 रुपये. यदि लोन यदि आप क्रेडिट कार्ड से लेंगें, इसी इंट्रेस्ट रेट पर तो पहले महीने आपको देने होंगे 4,976.99 रुपये जिसमें से 175 रुपये उस रकम से ज्यादा होंगे जो कि आप पहले महीने की किस्त के तौर पर बैंक को चुकाते. यह जो इजाफा है वह सर्विस टैक्स की वजह से जोकि क्रेडिट कार्ड लोन देने पर दिया जा रहा है. 175 रुपये सर्विस टैक्स 1166.66 रुपये इंट्रेस्ट की रकम पर दिया जा रहा है.  टिप्पणियां जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप क्रेडिट कार्ड पेमेंट से की गई खरीद को ईएमआई (equated monthly instalment-EMI) में कंवर्ट करवाते हैं तब भी आप सर्विस टैक्स लगाकर ही ब्याज देते हैं.  फिर भी कुछ मौकों पर क्रेडिट कार्ड लोन को बैंक से पर्सनल लोन लेने से बेहतर बताया जाता है. यदि आप 1 साल से कम समय के लिए 50 हजार रुपये से कम रकम लोन पर लेना चाहते हों तो क्रेडिट कार्ड लोन बेहतर है क्योंकि बैंक आमतौर पर 1 साल से कम के लिए और 50 हजार रुपये से कम का लोन नहीं देते. जबकि, क्रेडिट कार्ड लोन छह महीने के लिए भी देते हैं और कम से कम रकम के लिए जैसे कि 10 हजार के लिए भी देते हैं. ऐसी जरूरतों पर आप इसे वरीयता दे सकते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि यदि आप क्रेडिट कार्ड पेमेंट से की गई खरीद को ईएमआई (equated monthly instalment-EMI) में कंवर्ट करवाते हैं तब भी आप सर्विस टैक्स लगाकर ही ब्याज देते हैं.  फिर भी कुछ मौकों पर क्रेडिट कार्ड लोन को बैंक से पर्सनल लोन लेने से बेहतर बताया जाता है. यदि आप 1 साल से कम समय के लिए 50 हजार रुपये से कम रकम लोन पर लेना चाहते हों तो क्रेडिट कार्ड लोन बेहतर है क्योंकि बैंक आमतौर पर 1 साल से कम के लिए और 50 हजार रुपये से कम का लोन नहीं देते. जबकि, क्रेडिट कार्ड लोन छह महीने के लिए भी देते हैं और कम से कम रकम के लिए जैसे कि 10 हजार के लिए भी देते हैं. ऐसी जरूरतों पर आप इसे वरीयता दे सकते हैं. फिर भी कुछ मौकों पर क्रेडिट कार्ड लोन को बैंक से पर्सनल लोन लेने से बेहतर बताया जाता है. यदि आप 1 साल से कम समय के लिए 50 हजार रुपये से कम रकम लोन पर लेना चाहते हों तो क्रेडिट कार्ड लोन बेहतर है क्योंकि बैंक आमतौर पर 1 साल से कम के लिए और 50 हजार रुपये से कम का लोन नहीं देते. जबकि, क्रेडिट कार्ड लोन छह महीने के लिए भी देते हैं और कम से कम रकम के लिए जैसे कि 10 हजार के लिए भी देते हैं. ऐसी जरूरतों पर आप इसे वरीयता दे सकते हैं.
यह एक लेख है: फिल्म निर्देशक सुजॉय घोष का कहना है कि 'कहानी 2' में अभिनेत्री विद्या बालन पर कुछ एक्शन दृश्य फिल्माए जाएंगे, इसलिए वह बिल्कुल नए अवतार में नजर आएंगी। सुजॉय ने कहा, किरदार की मांग के मुताबिक फिल्म के नए संस्करण में काफी एक्शन होगा। इसलिए, उम्मीद के मुताबिक 'कहानी 2' में दर्शक नई विद्या को देख पाएंगे।टिप्पणियां उन्होंने आगे कहा, बहुत ज्यादा नहीं लेकिन पटकथा के अनुसार विद्या कुछ एक्शन दृश्य करेंगी। पटकथा के मुताबिक हमने उनसे वजन कम करने को कहा है। इस फिल्म में विद्या को कुछ शारीरिक क्रियाएं करनी होंगी। फिल्म 'कहानी' की शूटिंग कोलकाता में हुई थी जो 2012 की शुरुआत में प्रदर्शित की गई थी और यह बेहद सफल साबित हुई थी। इस फिल्म में विद्या ने एक ऐसी महिला का किरदार किया था जो अपने पति की तलाश के लिए कोलकाता आई थी। सुजॉय ने कहा, किरदार की मांग के मुताबिक फिल्म के नए संस्करण में काफी एक्शन होगा। इसलिए, उम्मीद के मुताबिक 'कहानी 2' में दर्शक नई विद्या को देख पाएंगे।टिप्पणियां उन्होंने आगे कहा, बहुत ज्यादा नहीं लेकिन पटकथा के अनुसार विद्या कुछ एक्शन दृश्य करेंगी। पटकथा के मुताबिक हमने उनसे वजन कम करने को कहा है। इस फिल्म में विद्या को कुछ शारीरिक क्रियाएं करनी होंगी। फिल्म 'कहानी' की शूटिंग कोलकाता में हुई थी जो 2012 की शुरुआत में प्रदर्शित की गई थी और यह बेहद सफल साबित हुई थी। इस फिल्म में विद्या ने एक ऐसी महिला का किरदार किया था जो अपने पति की तलाश के लिए कोलकाता आई थी। उन्होंने आगे कहा, बहुत ज्यादा नहीं लेकिन पटकथा के अनुसार विद्या कुछ एक्शन दृश्य करेंगी। पटकथा के मुताबिक हमने उनसे वजन कम करने को कहा है। इस फिल्म में विद्या को कुछ शारीरिक क्रियाएं करनी होंगी। फिल्म 'कहानी' की शूटिंग कोलकाता में हुई थी जो 2012 की शुरुआत में प्रदर्शित की गई थी और यह बेहद सफल साबित हुई थी। इस फिल्म में विद्या ने एक ऐसी महिला का किरदार किया था जो अपने पति की तलाश के लिए कोलकाता आई थी। फिल्म 'कहानी' की शूटिंग कोलकाता में हुई थी जो 2012 की शुरुआत में प्रदर्शित की गई थी और यह बेहद सफल साबित हुई थी। इस फिल्म में विद्या ने एक ऐसी महिला का किरदार किया था जो अपने पति की तलाश के लिए कोलकाता आई थी।
कूचबिहार लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र''' भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। विधानसभा क्षेत्र पश्चिम बंगाल में क्षेत्रों का परिसीमन के संबंध में परिसीमन आयोग के 2009 आदेश के अनुसार, संसदीय निर्वाचन क्षेत्र संख्या 1 कूचबिहार, अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है, जो से निम्न खंडों से बना है: माथाभांगा (एससी) (विधानसभा क्षेत्र संख्या)। कूचबिहार उत्तर (विधानसभा क्षेत्र संख्या ३) कूचबिहार दक्षिण (विधानसभा क्षेत्र क्रमांक ४) शीतलकुची (एससी) (विधानसभा क्षेत्र संख्या)। सीताई (एससी) (विधानसभा क्षेत्र संख्या 6) दिनहाटा (विधानसभा क्षेत्र संख्या 7) नताबरी (विधानसभा क्षेत्र संख्या 8) [[कूच बिहार जिले] के माथाभांगा उपखंड के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र मतभंगा और सीतलकुची के विधानसभा क्षेत्रों का गठन करेगा, जबकि दिनहाटा उपखंड के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र दिनाहटा और सीताई के निर्वाचन क्षेत्रों का निर्माण करेगा।कूच बिहार सदर अनुमंडल के तहत क्षेत्र कूच बिहार उत्तर, कूच बिहार दक्षिण और नताबरी निर्वाचन क्षेत्रों का निर्माण करेगा, हालांकि नटबारी में तुफानगंज उपखंड से भी [[ग्राम पंचायत] शामिल होंगे।] संसद के सदस्य 1951: उपेंद्र नाथ बर्मन, बीरेंद्र नाथ कथम और अमिय कांता बसु, तीनों कांग्रेस (3 सदस्य उत्तर बंगाल सीट के रूप में)। 1957: उपेंद्रनाथ बर्मन और संतोष बनर्जी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 1962: देबेंद्र नाथ कर्जी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 1963 (उपचुनाव): पी सी बर्मन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 1967: बेनोय कृष्ण दास चौधरी, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 1971: बेनोय कृष्ण दास चौधरी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 1977: अमरेंद्रनाथ रॉय प्रधान, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 1980: अमरेंद्रनाथ राय प्रधान, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 1984: अमरेंद्रनाथ राय प्रधान, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 1989: अमरेंद्रनाथ राय प्रधान, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 1991: अमरेंद्रनाथ राय प्रधान, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 1996: अमरेंद्रनाथ रॉय प्रधान, ऑल इंडिया फ़ॉरवर्ड ब्लॉक 1998: अमरेंद्रनाथ राय प्रधान, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 1999: अमरेंद्रनाथ राय प्रधान, ऑल इंडिया फ़ॉरवर्ड ब्लॉक 2004: हितेन बर्मन, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक 2009: नृपेन्द्र नाथ रॉय, ऑल इंडिया फ़ॉरवर्ड ब्लॉक 2014: रेणुका सिन्हा, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस 2016 (उपचुनाव): पार्थ प्रतिम रॉय, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस 2019: निसित प्रमानिक, भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र
अफ्रीकी देश बुर्कीना फासो की राजधानी ऊगाडूगू में होटल पर हमला करने आए आतंकियों ने 12 घंटे से भी ज्यादा वक्त तक लोगों को बंधक बनाए रखा. शनिवार रात थमी फायरिंग में 18 देशों के कम से कम 28 लोगों के मारे जाने की खबर है. सुरक्षाबलों ने 120 बंधक छुड़ा लिए. 30 लोग जख्मी हैं. सभी चार आतंकी मारे गए. इटली, रूस, कनाडा और फ्रांस के नागरिक मारे कई लोगों ने 12 घंटे तक बाथरूम में छिपकर अपनी जान बचाई. मृतकों में इटली, रूस, कनाडा, स्विट्जरलैंड और फ्रांस जैसे देशों के नागरिक शामिल हैं. इनमें पांच साल के एक बच्चे और उसकी मां की भी पहचान हुई है, जो इटली के थे. बुर्कीना फासो की राजधानी ऊगाडूगू में शनिवार सुबह एक बड़े होटल पर आतंकी हमला हुआ था . आतंकियों में दो महिलाएं भी थीं सुरक्षा बलों के मुताबिक आतंकियों में दो महिलाएं भी थीं. एक की भाषा अफ्रीकी ही थी. वे जिस गाड़ी से आए थे, उस पर पड़ोसी मुल्क नाइजर की नंबर प्लेट थी. चश्मदीदों के मुताबिक आतंकी अल्लाहू अकबर चीखते हुए होटल में दाखिल हुए थे. फ्रेंच और अरबी में भी बात कर रहे थे. उन्होंने साहेल इलाके में पहनी जाने वाली पगड़ी बांध रखी थी. अलग-अलग देशों के लोगों को मारना ही था मकसद बुर्किना फासो के सुरक्षा मंत्री साइमन कॉम्पाओर ने इसकी पुष्टि की है. तीन आतंकियों के शवों की पहचान कर ली गई है. आतंकियों का मकसद अलग-अलग देशों के ज्यादा से ज्यादा लोगों को मारना था. जिस होटल पर हमला हुआ वहां यूएन स्टाफ ठहरता है और यह पश्चिमी देशों के लोगों में लोकप्रिय है. अल कायदा ने कहा- 'हमने खून और लाश के चिथड़ों से पैगाम लिखा है' हमले की जिम्मेदारी अल कायदा ने ली है. उसने एक ऑडियो टेप जारी कर कहा है कि 'हमने खून और लाश के चिथड़ों से पैगाम लिखा है.' चश्मदीदों के मुताबिक स्प्लेंडिड होटल के बाहर दो कार बम धमाके हुए. इसके बाद तीन से चार हमलावर होटल में घुस गए. इस होटल में ज्यादातर संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी ठहरते हैं. आतंकियों पर आक्रामक कार्रवाई विदेश मंत्री अल्फा बेरी के मुताबिक सुरक्षाबलों ने बंधकों को छुड़ाने के लिए आक्रामक कार्रवाई की. उन्होंने हमले के बाद कहा था कि फ्रांसीसी सुरक्षा बलों समेत विदेशी सुरक्षाकर्मियों की भी मदद ली जा सकती है. हमले की जिम्मेदारी अल कायदा से जुड़े इस्लामिक मगरिब नाम के आतंकी गुट ने ली है. दो महीने पहले ही माले में हुआ था हमला बीते साल नवंबर में पड़ोसी देश माली की राजधानी माले में रैडिसन ब्लू होटल पर भी ऐसा ही हमला हुआ था. उसमें भी 21 लोग मारे गए थे. इसकी जिम्मेदारी भी अल कायदा से ही जुड़े एक आतंकी गुट ने ली थी. वहां भी आतंकियों ने कई लोगों को बंधक बना लिया था . इसके बाद 10 दिन का आपातकाल भी लगा दिया गया था. बुर्कीना फासो में हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव हुए थे. ये चुनाव पिछले साल ही सैन्य तख्तापलट के बाद हुए थे. सैन्य तख्तापलट में 27 सालों से शासन कर रहे ब्लेस कैंपाउरे को पद से हटा दिया गया था.
मीट रोमनी येरूशलम को ‘इस्राइल की राजधानी’ कह रहे हैं और अमेरिका के इस सहयोगी देश का साथ देने का वादा कर रहे हैं।टिप्पणियां अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने येरूशलम में एक भाषण में कहा कि अमेरिका को इस्राइल का साथ अवश्य देना चाहिए। रिपब्लिकन उम्मीदवार का कहना है कि दोनों देश लोकतंत्र, कानून और ईरान के परमाणु हथियार का विरोध करने में विश्वास करते हैं। रोमनी इस्राइल को ‘स्टार्ट अप देश’ कहते हैं। येरूशलम इलाके में एक विवादित स्थल रहा है। इस्राइल और फलस्तीन दोनों इस शहर पर दावा करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने येरूशलम में एक भाषण में कहा कि अमेरिका को इस्राइल का साथ अवश्य देना चाहिए। रिपब्लिकन उम्मीदवार का कहना है कि दोनों देश लोकतंत्र, कानून और ईरान के परमाणु हथियार का विरोध करने में विश्वास करते हैं। रोमनी इस्राइल को ‘स्टार्ट अप देश’ कहते हैं। येरूशलम इलाके में एक विवादित स्थल रहा है। इस्राइल और फलस्तीन दोनों इस शहर पर दावा करते हैं। रोमनी इस्राइल को ‘स्टार्ट अप देश’ कहते हैं। येरूशलम इलाके में एक विवादित स्थल रहा है। इस्राइल और फलस्तीन दोनों इस शहर पर दावा करते हैं।
टीवी और फिल्मों की जानी-मानी प्रोड्यूसर एकता कपूर ने बेबी बॉय की मां बन गई हैं. एकता सिंगल पैरेंट बन चुकी हैं, दरअसल उनके पहले बच्चे का जन्म 27 जनवरी को सरोगेसी के जरिए हुआ. मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, एकता का बेटा स्वस्थ है और जल्द ही घर आ जाएगा. तीन साल पहले एकता के भाई तुषार के घर भी बेटा हुआ था. उन्होंने अपने बेटे का नाम लक्ष्य रखा है. तुषार के बेटे का जन्म भी सरोगेसी तकनीक के सहारे हुआ था. एकता अक्सर तुषार और लक्ष्य के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट डालती रहती हैं. हाल ही में अपनी वेबसीरीज़ अपहरण के प्रमोशन्स के दौरान उन्होंने शादी को लेकर विचार रखे थे. उन्होंने कहा था कि जैसे ही कोई अच्छा लड़का मिलेगा तो वह शादी के लिये हां करेंगी. उन्होंने ये भी कहा था कि अच्छे लड़कों की अब कमी हो गई है. अपने दोस्तों की शादीशुदा ज़िंदगी को देखने के बाद उनके शादी को लेकर खास सकारात्मक विचार नहीं हैं. एकता ने इससे पहले एक इंटरव्यू में ये भी बताया था कि उनके पिता जितेन्द्र, एकता की रोजमर्रा की पार्टीज़ से आजिज आ गए थे और उन्होंने एकता से कहा था कि 'या तो काम करना शुरू करो या फिर शादी कर लो.' View this post on Instagram A post shared by Ek❤️ (@ektaravikapoor) on Dec 26, 2018 at 2:15am PST View this post on Instagram A post shared by Ek❤️ (@ektaravikapoor) on Dec 29, 2018 at 1:09pm PST View this post on Instagram Throwback to@a snowy-11*c morning! A post shared by Ek❤️ (@ektaravikapoor) on Jan 6, 2019 at 7:34pm PST View this post on Instagram Happie bday sushiiiiii! U crazy diamond 💎! Shine on ❤️❤️❤️ A post shared by Ek❤️ (@ektaravikapoor) on Jan 20, 2019 at 7:20pm PST एकता एक दौर में अपने पैशन को लेकर कंफ्यूज़ रहती थीं. शादी से बचने के लिए उन्होंने काम करना शुरू किया था और इसी काम को उन्होंने अपना पैशन बना लिया. सीरियल हम पांच से अपने करियर की शुरूआत करने वाली एकता आज के दौर में देश की सबसे बिज़ी प्रोड्यूसर्स में से हैं. कई स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स और टीवी चैनलों पर उनके नए शो प्रसारित हो रहे हैं. एकता ने कई फिल्मों का निर्माण भी किया है.
संसद के उच्च सदन राज्यसभा ने बुधवार को बहु प्रतीक्षित भूमि अधिग्रहण विधेयक को पारित कर दिया. राज्यसभा में विधेयक के कुछ प्रावधान संशोधित होने के कारण इसे एक बार फिर से लोकसभा से पारित कराना होगा. दोनों सदनों से पारित होने के बाद राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह ब्रिटिश हुकूमत के समय 1894 के भूमि अधिग्रहण कानून की जगह लेगा. 'उचित मुआवजा और भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनस्र्थापन में पारदर्शिता का अधिकार विधेयक, 2012' को लोकसभा ने 29 अगस्त को ही मंजूरी दे दी थी. राज्यसभा में बुधवार को विधेयक के पक्ष में 131 और विरोध में 10 सदस्यों ने मतदान किया. एक सदस्य ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया. राज्यसभा में हुई चर्चा के दौरान विभिन्न दलों के सदस्यों ने कानून के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से अपना पक्ष रखा. सदस्यों ने विधेयक के कुछ महत्वपूर्ण प्रावधानों को लेकर आशंका जाहिर की. BSP और SP ने इसे चुनावी विधेयक बताया. सरकार की तरफ से सदस्यों की चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने चुनाव को ध्यान में रखकर विधेयक लाए जाने के आरोपों का खंडन किया और कहा कि यह दो वर्षो से संसद में विचाराधीन है इसलिए इसे चुनावी मंशा के तहत लाया गया नहीं कहा जा सकता. रमेश ने सदस्यों द्वारा उठाई गई आपत्तियों और आशंकाओं का उत्तर दिया. इससे पहले चर्चा की शुरुआत करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विनय कटियार ने कहा कि यदि अधिगृहीत भूमि का इस्तेमाल पांच वर्ष तक नहीं किया जाता है तो उस स्थिति में जमीन भूमि बैंक के पास न जाकर किसानों को वापस मिलनी चाहिए. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि भूमि अधिग्रहण से प्रभावित होने वाले लोगों में से अधिकांश लघु किसान और आदिवासी होते हैं और सरकार को उनके पुनर्वास के बारे में सोचना चाहिए. मायावती ने कहा कि विधेयक में कुछ कमियां हैं और सरकार को आदिवासियों और लघु किसानों का विचार लेकर एक राष्ट्रीय सहमति बनानी चाहिए. चर्चा का उत्तर देते हुए ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि भूमि अधिग्रहण विधेयक 'विकास और भूमि अधिग्रहण के बीच संतुलन बनाने और इस प्रक्रिया में विस्थापित होने वाले आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा का एक प्रयास है.' मंत्री ने यह भी कहा कि विधेयक में राज्यों के अधिकारों की भी रक्षा की गई है और उर्वर भूमि के अधिग्रहण के बारे में फैसला लेने का अधिकार राज्यों पर छोड़ा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि सिंचाई परियोजनाओं को विधेयक के दायरे में नहीं लाया जाएगा और विशेष आर्थिक क्षेत्र इसके दायरे में होगा.
वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा और इंग्लैंड की महिला क्रिकेटर एनिड बेकवेल को 15 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद हॉल ऑफ फेम में शामिल किया जायेगा. आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा हॉल ऑफ फेम में शामिल 66 पुरुष खिलाड़ियों की जमात में शामिल हो जायेंगे. वहीं इंग्लैंड की एनिड बेकवेल इस श्रेणी में शामिल होने वाली तीसरी महिला होंगी.’ लारा और बेकवेल कोलंबो में आईसीसी पुरस्कार समारोह में मौजूद होंगे जब उन्हें औपचारिक तौर पर हॉल ऑफ फेम में शामिल किया जायेगा. अपने करियर में 131 टेस्ट में 11953 रन और 299 वनडे में 10405 रन बना चुके लारा के नाम कई रिकॉर्ड हैं. इसमें डरहम के खिलाफ वार्विकशर के लिये बनाये गए नाबाद 501 रन शामिल है. प्रथम श्रेणी क्रिकेट के इतिहास में 500 रन बनाने वाले वह अकेले बल्लेबाज हैं. टेस्ट पारी में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड भी उनके नाम है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगा में 2004 में नाबाद 400 रन की पारी खेली थी.
यह लेख है: भारत के खिलाफ अपने बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन से खफा वेस्टइंडीज के कप्तान डेरेन सैमी सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल का जिक्र आते ही बुरी तरह चिढ़ गए और अपनी नाराजगी छिपा भी नहीं सके। सैमी ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, पिछले 10 साल से हमारे बल्लेबाज जरूरी मौकों पर रन नहीं बना पा रहे हैं। हमारे लिए अच्छा होगा कि गैरी सोबर्स, विव रिचर्ड्स, क्लाइड वॉलकाट, सभी को वापस लाया जाए। सफलता की कुंजी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, हम 20 विकेट लेने में सक्षम हैं, लेकिन मौकों का फायदा उठाना आना चाहिए। पहली पारी में एक बार अच्छा स्कोर बनाने के बाद यदि मैं राहुल द्रविड़ का कैच नहीं छोड़ता, तो हम दबाव में नहीं होते। सैमी ने बारबाडोस में दूसरे टेस्ट के जरिये शृंखला में वापसी की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन करके भारत को दोनों पारियों में 250 रन के भीतर रोक दिया। इससे लगता है कि दूसरे मैच में हम वापसी कर सकेंगे। उन्होंने कहा, दोनों टीमों में ज्यादा फर्क नहीं है। पूरी शृंखला में मुकाबले करीबी रहे हैं। हम बस मौकों को भुना नहीं सके।सैमी ने कहा कि वेस्टइंडीज क्रिकेट को राहुल द्रविड़ और हरभजन सिंह जैसे क्रिकेटरों की जरूरत है, जो निर्णायक क्षणों में मोर्चा संभाल सकें। उन्होंने कहा, द्रविड़ और हरभजन ने जिस तरह बल्लेबाजी की है, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने सही समय पर मोर्चा संभाला। हमें भी ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है। कैरेबियाई कप्तान ने कहा, जब तक खिलाड़ी टीम को प्राथमिकता नहीं देते, हालात ऐसे ही रहेंगे। नेट पर बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन जरूरी बात मैच में अच्छा खेलना है।
मध्य प्रदेश में किसान अपनी मांगों को लेकर उग्र होते जा रहे हैं. रविवार को सीहोर-भोपाल-इंदौर मार्ग पर सुबह किसानों के प्रदर्शन से जाम जैसे हालात बन गए. सोंडा के पास प्रदर्शनकारियों ने ट्रकों से सब्जियां, फल लूट लिए. तहसीलदार की गाड़ी तोड़ डाली तो शाम को मंदसौर में फेरीवालों से सामान लूट लिया. नाराज किसानों के सामने पुलिस की मौजूदगी नाकाफी रही. राज्य में किसान 1 जून से 10 जून तक हड़ताल पर हैं. पहले ही दिन शाजापुर में 1 जून को किसानों ने आगरा-मुंबई रोड जाम कर दिया था. वे जब बाज़ार बंद कराने लगे तो पुलिस ने किसानों पर जमकर लाठी भांजी. 2 जून को धार में सरदारपुर बस स्टैंड के पास प्रदर्शनकारी किसान दुकानें बंद कराने लगे. इसके बाद व्यापारियों और किसानों में झड़प हुई और कई गाड़ियों में आगज़नी की गई. 3 जून को इंदौर चोइथराम मंडी में भी किसान और कारोबारी भिड़े, गाड़ियों में आग लगाने की कोशिश हुई. पुलिस ने रोका तो पहले पथराव फिर लाठीचार्ज हुआ. आंदोलन के चौथे दिन सीहोर-भोपाल-इंदौर मार्ग पर सोंडा के करीब प्रदर्शनकारियों ने ट्रकों से सब्जियां, फल लूट लिए, तहसीलदार की गाड़ी तोड़ डाली. फिर जमकर हंगामा और लाठीचार्ज हुआ. उधर मंदसौर में पिपलियामंडी में बैठक के बाद रविवार शाम को शहर में पहुंचे हड़ताली किसानों ने जमकर उत्पात मचाया. सैकड़ों दुपहिया वाहनों पर आए किसानों को देखकर पुलिस और प्रशासन हाथ बांधे खड़े रहे. हुड़दंगी किसानों ने फलों के ठेलों से फल फेंक दिए और कुछ लूटकर चले गए. बाद में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. टिप्पणियां हड़ताली किसान जीतू सिंह ने कहा कि किसी भी फसल के भाव नहीं हैं. सोयाबीन 2500-2600 रुपये क्विंटल बिक रहा है. प्याज 2-3 रुपये किलो बिक रहा है. आर्थिक रूप से हालत खराब है. प्रशासन ने लाठीचार्ज करवा दिया. हमारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन था. कई किसानों को चोट लगी है. विपक्ष इस मौके पर किसानों के साथ खड़ा होने की बात कह रहा है. सरकार पहले सोई रही, अब किसानों की मदद का आश्वसान दे रही है, इस आरोप के साथ कि आंदोलन को हवा विपक्ष दे रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मैं प्रदेश के किसानों से कहना चाहता हूं, आपकी हर समस्या का समाधान मैं करूंगा... लेकिन कुछ लोग इस आंदोलन में घुस कर जिसमें कांग्रेस के लोग भी शामिल है, वे गड़बड़ी पैदा करना चाहते हैं. किसानों की नाराज़गी जनता पर भारी है. राज्य में कई जगहों पर दूध सड़कों पर बहाया जा रहा है. ऐसे में दूध की किल्लत हो रही है. सारी सब्जियां भी लगभग दोगुनी कीमत पर बिक रही हैं. राज्य में किसान 1 जून से 10 जून तक हड़ताल पर हैं. पहले ही दिन शाजापुर में 1 जून को किसानों ने आगरा-मुंबई रोड जाम कर दिया था. वे जब बाज़ार बंद कराने लगे तो पुलिस ने किसानों पर जमकर लाठी भांजी. 2 जून को धार में सरदारपुर बस स्टैंड के पास प्रदर्शनकारी किसान दुकानें बंद कराने लगे. इसके बाद व्यापारियों और किसानों में झड़प हुई और कई गाड़ियों में आगज़नी की गई. 3 जून को इंदौर चोइथराम मंडी में भी किसान और कारोबारी भिड़े, गाड़ियों में आग लगाने की कोशिश हुई. पुलिस ने रोका तो पहले पथराव फिर लाठीचार्ज हुआ. आंदोलन के चौथे दिन सीहोर-भोपाल-इंदौर मार्ग पर सोंडा के करीब प्रदर्शनकारियों ने ट्रकों से सब्जियां, फल लूट लिए, तहसीलदार की गाड़ी तोड़ डाली. फिर जमकर हंगामा और लाठीचार्ज हुआ. उधर मंदसौर में पिपलियामंडी में बैठक के बाद रविवार शाम को शहर में पहुंचे हड़ताली किसानों ने जमकर उत्पात मचाया. सैकड़ों दुपहिया वाहनों पर आए किसानों को देखकर पुलिस और प्रशासन हाथ बांधे खड़े रहे. हुड़दंगी किसानों ने फलों के ठेलों से फल फेंक दिए और कुछ लूटकर चले गए. बाद में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. टिप्पणियां हड़ताली किसान जीतू सिंह ने कहा कि किसी भी फसल के भाव नहीं हैं. सोयाबीन 2500-2600 रुपये क्विंटल बिक रहा है. प्याज 2-3 रुपये किलो बिक रहा है. आर्थिक रूप से हालत खराब है. प्रशासन ने लाठीचार्ज करवा दिया. हमारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन था. कई किसानों को चोट लगी है. विपक्ष इस मौके पर किसानों के साथ खड़ा होने की बात कह रहा है. सरकार पहले सोई रही, अब किसानों की मदद का आश्वसान दे रही है, इस आरोप के साथ कि आंदोलन को हवा विपक्ष दे रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मैं प्रदेश के किसानों से कहना चाहता हूं, आपकी हर समस्या का समाधान मैं करूंगा... लेकिन कुछ लोग इस आंदोलन में घुस कर जिसमें कांग्रेस के लोग भी शामिल है, वे गड़बड़ी पैदा करना चाहते हैं. किसानों की नाराज़गी जनता पर भारी है. राज्य में कई जगहों पर दूध सड़कों पर बहाया जा रहा है. ऐसे में दूध की किल्लत हो रही है. सारी सब्जियां भी लगभग दोगुनी कीमत पर बिक रही हैं. आंदोलन के चौथे दिन सीहोर-भोपाल-इंदौर मार्ग पर सोंडा के करीब प्रदर्शनकारियों ने ट्रकों से सब्जियां, फल लूट लिए, तहसीलदार की गाड़ी तोड़ डाली. फिर जमकर हंगामा और लाठीचार्ज हुआ. उधर मंदसौर में पिपलियामंडी में बैठक के बाद रविवार शाम को शहर में पहुंचे हड़ताली किसानों ने जमकर उत्पात मचाया. सैकड़ों दुपहिया वाहनों पर आए किसानों को देखकर पुलिस और प्रशासन हाथ बांधे खड़े रहे. हुड़दंगी किसानों ने फलों के ठेलों से फल फेंक दिए और कुछ लूटकर चले गए. बाद में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. टिप्पणियां हड़ताली किसान जीतू सिंह ने कहा कि किसी भी फसल के भाव नहीं हैं. सोयाबीन 2500-2600 रुपये क्विंटल बिक रहा है. प्याज 2-3 रुपये किलो बिक रहा है. आर्थिक रूप से हालत खराब है. प्रशासन ने लाठीचार्ज करवा दिया. हमारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन था. कई किसानों को चोट लगी है. विपक्ष इस मौके पर किसानों के साथ खड़ा होने की बात कह रहा है. सरकार पहले सोई रही, अब किसानों की मदद का आश्वसान दे रही है, इस आरोप के साथ कि आंदोलन को हवा विपक्ष दे रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मैं प्रदेश के किसानों से कहना चाहता हूं, आपकी हर समस्या का समाधान मैं करूंगा... लेकिन कुछ लोग इस आंदोलन में घुस कर जिसमें कांग्रेस के लोग भी शामिल है, वे गड़बड़ी पैदा करना चाहते हैं. किसानों की नाराज़गी जनता पर भारी है. राज्य में कई जगहों पर दूध सड़कों पर बहाया जा रहा है. ऐसे में दूध की किल्लत हो रही है. सारी सब्जियां भी लगभग दोगुनी कीमत पर बिक रही हैं. हड़ताली किसान जीतू सिंह ने कहा कि किसी भी फसल के भाव नहीं हैं. सोयाबीन 2500-2600 रुपये क्विंटल बिक रहा है. प्याज 2-3 रुपये किलो बिक रहा है. आर्थिक रूप से हालत खराब है. प्रशासन ने लाठीचार्ज करवा दिया. हमारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन था. कई किसानों को चोट लगी है. विपक्ष इस मौके पर किसानों के साथ खड़ा होने की बात कह रहा है. सरकार पहले सोई रही, अब किसानों की मदद का आश्वसान दे रही है, इस आरोप के साथ कि आंदोलन को हवा विपक्ष दे रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मैं प्रदेश के किसानों से कहना चाहता हूं, आपकी हर समस्या का समाधान मैं करूंगा... लेकिन कुछ लोग इस आंदोलन में घुस कर जिसमें कांग्रेस के लोग भी शामिल है, वे गड़बड़ी पैदा करना चाहते हैं. किसानों की नाराज़गी जनता पर भारी है. राज्य में कई जगहों पर दूध सड़कों पर बहाया जा रहा है. ऐसे में दूध की किल्लत हो रही है. सारी सब्जियां भी लगभग दोगुनी कीमत पर बिक रही हैं. विपक्ष इस मौके पर किसानों के साथ खड़ा होने की बात कह रहा है. सरकार पहले सोई रही, अब किसानों की मदद का आश्वसान दे रही है, इस आरोप के साथ कि आंदोलन को हवा विपक्ष दे रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मैं प्रदेश के किसानों से कहना चाहता हूं, आपकी हर समस्या का समाधान मैं करूंगा... लेकिन कुछ लोग इस आंदोलन में घुस कर जिसमें कांग्रेस के लोग भी शामिल है, वे गड़बड़ी पैदा करना चाहते हैं. किसानों की नाराज़गी जनता पर भारी है. राज्य में कई जगहों पर दूध सड़कों पर बहाया जा रहा है. ऐसे में दूध की किल्लत हो रही है. सारी सब्जियां भी लगभग दोगुनी कीमत पर बिक रही हैं.
संसद में 2-जी स्पैक्ट्रम, आदर्श हाउसिंग सोसायटी तथा राष्ट्रमंडल खेल घोटालों पर विपक्ष के हंगामे के कारण संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू से ही चले आ रहे गतिरोध के अगले सप्ताह भी बने रहने की आशंका है. इसके चलते महिला आरक्षण विधेयक सहित इस सत्र में पारित कराने के लिए रखे जाने वाले कई महत्वपूर्ण विधेयकों का भविष्य अधर में लटक गया है. लोकसभा सचिवालय सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि हंगामे की स्थिति में यदि सुधार नहीं होता है तो शीतकालीन सत्र को निर्धारित समय यानी 13 दिसंबर से काफी पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया जा सकता है. संसद के शीतकालीन सत्र को शुरू हुए करीब एक सप्ताह बीत चुका है लेकिन लोकसभा में केवल पहले दिन यानी नौ नवंबर को छोड़कर दोनों सदनों में किसी भी दिन न तो प्रश्नकाल ही हुआ है और कोई ठोस विधायी कामकाज. हालांकि सरकार की इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने की योजना थी जिनमें अत्याचार निवारण विधेयक 2010, शिक्षा प्राधिकरण विधेयक 2010, बीज विधेयक 2004, अपहरण रोधी (संशोधन) विधेयक 2010, मुफ्त एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार (संशोधन) विधेयक 2010 शामिल हैं. इनमें सबसे महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी तथा लंबे समय से अटका पड़ा ‘संविधान संशोधन (108वां) विधेयक’ शामिल है जिसके जरिए लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का प्रावधान करना है. राज्यसभा में यह पहले ही पारित हो चुका है. इसे छह मई 2008 को राज्यसभा में पेश किया गया था और ऊपरी सदन ने नौ मार्च 2010 को इसे अपनी मंजूरी दे दी थी लेकिन अब यह लोकसभा में लंबित है. इस सत्र के लिए सूचीबद्ध कुछ विधेयकों को लोकसभा या राज्यसभा पारित कर चुकी है और अब उन्हें दूसरे सदन की मंजूरी का इंतजार है. इनमें से मुफ्त एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार विधेयक सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है. लोकसभा सचिवालय सूत्रों के अनुसार, संसद के नौ नवंबर से शुरू हुए शीतकालीन सत्र में दोनों सदनों की 13 सितंबर तक कुल 24 बैठकें होनी हैं और इस दौरान 23 लंबित विधेयकों पर विचार कर उन्हें पारित किया जाना है तथा आठ नए विधेयक पेश, विचार और पारित किए जाने के इंतजार में हैं. इन आठ विधेयकों में कार्यस्थलों पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न से बचाव विधेयक 2010, शत्रु संपत्ति (संशोधन एवं विधिमान्यकरण) विधेयक 2010, वन्यजीव संरक्षण संशोधन विधेयक आदि शामिल हैं. इनमें से शत्रु संपत्ति विधेयक 2010 को पिछले दिनों गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने लोकसभा में भारी हंगामे के बीच पेश किया था. इसके साथ ही सरकार की 24 नए विधेयक पेश करने और तीन विधेयकों को वापस लेने की भी योजना है.
टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को फुटबॉल स्टार लियोनेल मेस्सी, नेमार और दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच से भी आगे दुनिया का ‘तीसरा सबसे ज्यादा मार्केटेबल खिलाड़ी’ बताया गया है. इस सर्वे में पिछले साल कोहली छठे नंबर पर थे जबकि इस बार वो तीन पायदानों की छलांग लगाते हुए नंबर तीन पर पहुंच गए हैं. स्पोर्ट्सप्रो मैगजीन की एक सर्वे में यह बात सामने आई. खेल बिजनेस पर विस्तृत सर्वे करने वाली पत्रिका के इस नए सर्वे के मुताबिक विराट कोहली से आगे केवल एनबीए के ‘सबसे कीमती खिलाड़ी’ स्टीफन करी और युवेंटस के फ्रांसीसी फुटबॉलर पॉल पोगबा हैं. कोहली गोल्फर जॉर्डन स्पियेथ से भी आगे हैं. जोकोविच 23वें और मेस्सी 27वें स्थान पर हैं जबकि फर्राटा किंग उसेन बोल्ट 31वें स्थान पर हैं. सर्वे के नतीजे में शामिल टॉप 50 लोगों में भारत की टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा भी मौजूद हैं. इस लिस्ट में ब्राजीली फुटबॉल स्टार नेमार आठवें स्थान पर हैं. स्पोर्ट्सप्रो के अनुसार रैंकिंग का आधार तीन साल की अवधि में बाजार में खिलाड़ी की क्षमता है. इसमें पैसा, उम्र, घरेलू बाजार, करिश्मा, बाजार में उतरने की इच्छा शामिल है. फॉर्मूला वन चैम्पियन लुईस हैमिल्टन 2014 में शीर्ष पर थे. जबकि 2015 में इस सर्वे में टॉप पर कनाडा की टेनिस खिलाड़ी युगेनी बूचार्ड थीं.
1 अप्रैल को मूर्ख दिवस के रुप में मनाया जाता है और इस दिन लोग एक दूसरे से मजाक करते हैं. हर देश में इस दिवस को लेकर अलग अलग चलन है. कई देशों में दोपहर तक ही मजाक किया जाता है. मूर्ख दिवस को आपको बताते हैं कि आखिर इस दिवस की शुरुआत कब से हुई और क्यों मनाया जाता है और इससे जुड़े किस्से क्या हैं... - अप्रैल फूल को लेकर कई कहानियां प्रचलित है. कहा जाता है कि अप्रैल फूल्स डे (मूर्ख दिवस) की शुरुआत फ्रांस में 1582 में उस वक्त हुई, जब पोप चार्ल्स 9 ने पुराने कैलेंडर की जगह नया रोमन कैलेंडर शुरू किया. बताया जाता है कि इस दौरान कुछ लोग पुरानी तारीख पर ही नया साल मनाते रहे और उन्हें ही अप्रैल फूल्स कहा गया. साथ ही उनका मजाक भी मनाया गया. हालांकि कई जगह इसकी शुरुआत 1392 भी बताई जाती है, लेकिन इसके कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है. इन देशों में होते हैं अजीबो गरीब कानून, आप भी जानें - फ्रांस, इटली, बेल्ज‍ियम में कागज की मछली बनाकर लोगों के पीछे चिपका दी जाती है और मजाक बनाया जाता है. वहीं स्पेनिश बोलने वाले देशों में 28 दिसंबर को अप्रैल फूल मनाया जाता है, जिसे डे ऑफ होली इनोसेंट्स कहा जाता है. ईरानी फारसी नववर्ष के 13वें दिन एक-दूसरे पर तंज कसते हैं, यह 1 या 2 अप्रैल का दिन होता है. डेनमार्क में 1 मई को यह मनाया जाता है और इसे मज-कट कहते हैं. संसद से रिटायर होने के बाद सांसदों को मिलतें हैं ये भत्ते और पेंशन - इतिहास पर नजर डाली जाए तो 1 अप्रैल के दिन कई फनी घटनाएं हुई, जिसके चलते इस दिन को अप्रैल फूल-डे के तौर पर मनाया जाने लगा. ऐसे तमाम किस्से हैं जिस वजह से पहली अप्रैल को बहुत फनी काम हुए और तो कुछ प्लेन किए गए, जिस वजह से 1 अप्रैल को अप्रैल फूल-डे के तौर पर मजेदार तरीके से सेलिब्रेट किया जाने लगा.
पाकिस्तान के एक हाथ में बंदूक, दूसरे में बम कहा- मोदी नहीं हो सकते भारत के पिता कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता प्रस्ताव को कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ठुकरा दिया है. शशि थरूर ने कहा कि हमें मध्यस्थ की जरूरत नहीं है. हमें पाकिस्तान से बात करने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन अगर वे एक हाथ में बंदूक और दूसरे में बम रखते हैं तो हम उनसे बात नहीं कर सकते. उन्हें आतंक के अड्डों को बंद करवाना चाहिए. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि इस मसले पर कांग्रेस और बीजेपी का रुख एक ही है. हम सिर पर बंदूक रखकर  बातचीत नहीं कर सकते. यह भारत की स्थिति है. कश्मीर पर तीसरे पक्ष की कोई आवश्यकता नहीं है. हम उनसे (पाकिस्तान) अभी बात नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे आतंकवादियों को पनाह दे रहे हैं और हम इसे स्वीकार नहीं करते हैं. Shashi Tharoor: Congress & BJP's stand is the same - we can't negotiate with a gun pointed to our heads. It's the position of India. There's no need of a third party. We're not talking to them (Pakistan) right now because they're using terrorists & we can never accept that.(3.10) https://t.co/nFVI5DQlZF — ANI (@ANI) October 3, 2019 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फादर ऑफ इंडिया कहने पर शशि थरूर ने कहा कि शायद डोनाल्ड ट्रंप नहीं जानते कि स्वतंत्र भारत का जन्म 1947 में हुआ था और मोदी जी की जन्मतिथि 1949 या 50 है. ऐसे में मुश्किल है पिता बच्चे के बाद पैदा हुआ हो. #WATCH Indore: Congress' Shashi Tharoor reacts on US Pres calling PM Modi 'Father of the nation'.Says "...Maybe Mr Trump doesn't know independent India was born in 1947&Modi ji's birth date is either 1949 or '50. It'll be difficult if the father is born after the child..." (3.10) pic.twitter.com/n1qdrkcCfK — ANI (@ANI) October 3, 2019 ट्रंप ने की थी मध्यस्थता की पेशकश बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि मैंने भारत और पाकिस्तान के नेताओं के साथ कश्मीर पर चर्चा की है और उन्हें मध्यस्थता की पेशकश की है और उनसे अपील की कि इस मामले को बस सुलझा लें और खत्म करें. ट्रंप ने कहा था कि मजबूत संबंध बनाने और निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार पर पाकिस्तान और भारत के नेताओं के साथ हुई. इमरान ने की थी ट्रंप से मध्यस्थता की अपील इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि आप जानते हैं ट्रंप कश्मीर पर मध्यस्थता करना चाहते हैं और उन्होंने यह भी कहा है कि पहले भारत और पाकिस्तान को इसके लिए सहमत होना चाहिए, लेकिन, दुर्भाग्य से भारत हमसे बातचीत करने से इनकार कर रहा है. भारत ने खारिज कर दिया था मध्यस्थता का प्रस्ताव मध्यस्थता के प्रस्ताव पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि मैंने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को अवगत कराया कि कश्मीर मामले पर यदि किसी बातचीत की जरूरत पड़ी तो वह सिर्फ पाकिस्तान के साथ होगी और वह द्विपक्षीय होगी. कश्मीर पर हमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है.
थॉर: रग्नारोक का प्रीमियर 10 अक्टूबर, 2017 को लॉस एंजिल्स में हुआ और 3 नवंबर, 2017 को संयुक्त राज्य अमेरिका में 3डी, आईमैक्स और आईमैक्स 3डी में रिलीज़ किया गया। यह फिल्म एक महत्वपूर्ण सफलता थी, इसके अभिनय और वेटिटी के निर्देशन के साथ-साथ एक्शन दृश्यों, हास्य और संगीत स्कोर के लिए प्रशंसा प्राप्त हुई, कई आलोचकों ने इसे थोर त्रयी की सर्वश्रेष्ठ किस्त माना। इसने $854 मिलियन की कमाई की, जो त्रयी की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन गई और 2017 की नौवीं सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन गई।
इंडिया टुडे के कॉनक्लेव में बॉलीवुड डीवा रानी मुखर्जी ने शिरकत की. उन्होंने नेपोटिज्म,पद्मावती विवाद और अपने फिल्मी करियर के बारे में खुलकर बातें कीं. नफरत ना फैलाएं, प्यार से रहें- रानी पद्मावती विवाद पर रानी मुखर्जी ने कहा, हमें समाज में प्यार से रहना चाहिए. मानवता को प्यार की भाषा बोलनी चाहिए और ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहिए जिससे सोसायटी में नफरत फैले. मुझे प्यार से रहना पसंद है. भंसाली को रानी के समर्थन की जरूरत नहीं है. वह जानते हैं कि मैं उन्हें कितना प्यार करती हूं. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2017: कोलकाता पहुंचा विचारों का सबसे बड़ा मंच फिल्म इंडस्ट्री में रहने के लिए टैलेंट जरूरी- रानी बहुचर्चित नेपोटिज्म विवाद पर रानी मुखर्जी ने कहा, मुझे नहीं लगता मेरी फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री बहुत सरलता से हुई. आप अपने टैलेंट और मेरिट की वजह से आगे बढ़ते हैं. अगर आप में टैलेंट नहीं है तो आप लंबे समय तक सर्वाइव नहीं कर सकते. हमारी इंडस्ट्री में हमें बहुत मेहनत के साथ काम करना पड़ता है. हमारी सफलता का फैसला ऑडियंस करती है. जब मैंने इंडस्ट्री में कदम रखा तब मेरे पिताजी किसी अच्छे मुकाम पर नहीं थे कि वह मेरे करियर में बहुत ज्यादा मदद कर पाते. जो लोग नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से आते हैं आज वे भी काफी पॉपुलर हैं. PHOTOS आखिर बहन रानी मुखर्जी से मिलने पहुंची काजोल आदित्य को पसंद है रसगुल्ला- रानी उन्होंने बताया, आदित्य को बंगाली खाना बहुत पसंद है. रानी ने कहा कि उन्होंने आदित्य को बंगाली बना दिया है. वह थोड़ा-थोड़ा बंगाली बोलते हैं लेकिन वह बंगाली पूरी समझते हैं. उन्हें रसगुल्ला बहुत पसंद है. बता दें, रानी मुखर्जी ने इंडिया टुडे के मंच पर गाना भी गाया. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी बंगाली गाना गाती है जोकि उसे नानी ने सिखाया है. ब्लैक फिल्म का रोल सबसे पसंदीदा- रानी अपने फेवरेट रोल के बारे में बताते हुए एक्ट्रेस ने कहा, मेरा पंसदीदा किरदार फिल्म ब्लैक का है. ऐसा करेक्टर आपको अपने फिल्मी करियर में बड़ी मुश्किल से मिलता है. इस रोल के लिए मैंने बहुत सारे लोगों से मुलाकात की. वह रोल असल जिंदगी को दर्शाता है. ब्लैक फिल्म से व्यक्तिगत तौर पर मुझमें कई बदलाव आए.
जिंदगी के उतार-चढ़ाव को सच में कोई समझ नहीं सकता कल तक जहां इशिता-रमन की लाइफ में प्यार दस्तक दे रहा था. आज फिर से वहां पर आंसूओं ने अपनी जगह बना ली है. हाल के एपिसोड में दिखाया गया था कि शगुन की असलियत सामने आने के बाद से परिवार में सबकुछ सही होने लगा था लेकिन एकबार फिर से पीहू के दिल में इशिता के लिए भरी नफरत बाहर आ गई. पीहू के ऐसे बर्ताव से इशिता का दिल इतना दुखा कि वह घर छोड़कर जाने को मजबूर हो गई. रमन ने किसी तरह से इशिता को संभाला और उन्हें घर से जाने से रोक लिया. अब वह इशिता की मदद से खाना पकाना सीख रहे हैं क्योंकि पीहू के स्कूल में एक कूकिंग कॉम्पिटीशन होने वाला है जिसे रमन ने भी हिस्सा लिया है. अब देखना ये है कि पति और पिता की ये जिम्मेदारी वह कितनी बाखूबी से निभा पाते हैं.
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा है कि 20 जनवरी को बराक ओबामा के अमेरिकी राष्‍ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद अमेरिकी प्रशासन के साथ रिश्‍तों को लेकर चिंतिति होने की जरूरत नहीं है. अमेरिकी राष्‍ट्रपति जॉर्ज डब्‍ल्‍यू बुश की पहल पर आयोजित आर्थिक सम्‍मेलन में भाग लेकर स्‍वदेश लौट रहे प्रधानमंत्री ने अपने विशेष विमान में कहा कि जहां तक मैं समझता हूं अमेरिका में नेतृत्‍व परिवर्तन को लेकर चिंतित होने का कोई कारण नहीं दिख रहा है. उन्‍होंने कहा 'मैं मानता हूं कि अमेरिका में भारत जो भूमिका निभा सकता है और उसे जो निभानी चाहिए, इसको लेकर आम राय है. भारत अपनी अर्थव्‍यवस्‍था को जिस तरह से आगे बढ़ा रहा है उसको लेकर वहां हमारी प्रशंसा हो रही है.' प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी कड़ी में ओबामा ने हाल ही पूर्व विदेश मंत्री मेडेलीन अलब्राइट और कांग्रेस में एशिया मामलों की समिति के अध्‍यक्ष टॉम लीच को भारतीय प्रशासन के साथ बातचीत करने को भेजा था. उन्‍होंने कहा कि उन लोगों ने हमें सकारात्‍मक संकेत दिए और इसलिए भारत के प्रति ओबामा प्रशासन के नजरिये को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है.
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने आज कहा कि क्रिकेट में भ्रष्टाचार की समस्या से निपटने के लिए 'लाई-डिटेक्टर' जांच करना अच्छा तरीका होगा।टिप्पणियां वॉ ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, इस तरह की चीजें होना दुर्भाग्यपूर्ण है। अंपायरों को जागरूक करने की जरूरत है। इसके अलावा ‘लाई-डिटेक्टर’ जांच करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैच फिक्सिंग या स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी खिलाड़ियों को अपने नाम से यह धब्बा हटाने के लिए 'लाई-डिटेक्टर' जांच से गुजरना चाहिए। मौजूदा एशेज शृंखला के बारे में वॉ ने कहा, बदलाव के दौर से गुजर रही टीम (ऑस्ट्रेलिया) के लिए यह काफी मुश्किल है, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास प्रतिभा है और हमें खुद पर भरोसा करने की जरूरत है। वॉ ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, इस तरह की चीजें होना दुर्भाग्यपूर्ण है। अंपायरों को जागरूक करने की जरूरत है। इसके अलावा ‘लाई-डिटेक्टर’ जांच करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैच फिक्सिंग या स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी खिलाड़ियों को अपने नाम से यह धब्बा हटाने के लिए 'लाई-डिटेक्टर' जांच से गुजरना चाहिए। मौजूदा एशेज शृंखला के बारे में वॉ ने कहा, बदलाव के दौर से गुजर रही टीम (ऑस्ट्रेलिया) के लिए यह काफी मुश्किल है, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास प्रतिभा है और हमें खुद पर भरोसा करने की जरूरत है। मौजूदा एशेज शृंखला के बारे में वॉ ने कहा, बदलाव के दौर से गुजर रही टीम (ऑस्ट्रेलिया) के लिए यह काफी मुश्किल है, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास प्रतिभा है और हमें खुद पर भरोसा करने की जरूरत है।
राजनाथ ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार और अन्य एजेंसी ने सुरक्षा का पूरा प्रबंध किया था, लेकिन राहुल गांधी ने एसपीजी की बुलेट प्रूफ कार में बैठने की सलाह की बजाय गैर बुलेट प्रूफ कार में बैठने की अपने पीएस की सलाह को माना. राहुल गांधी लोगों से मिलने के लिए बार-बार कार से उतरते रहे, ऐसे स्थानों पर भी रुके जो पूर्व निर्धारित नहीं था. धनेरा गांव में उन्हें काले झंडे दिखाए गए और इसके बाद वे 7 मिनट बाद ही वहां से रवाना हो गए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उत्तर प्रदेश के बरेली एयरबेस पर सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई. एक आर्मी अधिकारी ने बताया, 'ये हादसा आज (बुधवार) सुबह हुआ. इसमें तीन अधिकारियों की मृत्यु हो गई.' तीन अधिकारियों में दो पायलट, जबकि एक इंजीनियर शामिल थे. सूत्रों के मुताबिक हेलीकॉप्टर अपनी रूटीन उड़ान भर रहा था. प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही हेलीकॉप्टर में कुछ गड़बड़ी दिखाई देने लगी. कुछ ही देर में इसमें आग लग गई और ये एयरबेस पर आ गिरा. वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं.
पहले भी लोगों ने Audi की उन गाड़ियों के टीजर देखें हैं जो शंघाई मोटर शो में पेश किए जाने हैं, धीरे-धीरे कंपनी नए-नए कारों के टीजर पेश करती जा रही है. कंपनी के नए 'स्पोर्टबैक' कार e-Tron का स्केच जारी किया गया है, जिसे देखकर ऐसा लगता है मानों ये क्रॉसओवर और कूप का मिक्स है. स्केच को देखकर समझ पाना बहुत मुश्किल है कि आखिर ये कार है कैसी? क्योंकि इसमें बड़े चक्के हैं लेकिन कूप जैसे भारी स्लोप में रूफलाइन दिए गए हैं. साथ ही साइड में दो आर्क वाले रोचक स्पॉइलर भी हैं. पहले भी Audi ने कई कॉन्सेप्ट कार पेश किए हैं लेकिन इसमें पहले की तरह साइड मिरर गायब हैं. शायद इसे स्लिकर फील देने के लिए कैमरे की सहायता से हटाया गया है. कंपनी का चार रिंग वाला लोगो रियर और फ्रंट दोनों ही जगह में इल्यूमिनेटेड है यानी कि इसमें अंदर लाइट जलती है. साथ ही फ्रंट बंपर में LED भी साफ साफ पहचान में आ रहे हैं. इस कार में दिए गए हाइ टेक हेडलाइट इसके फ्यूचरिस्टिक फील को दर्शाते हैं. साथ ही बैक में दिए गए टेल लाइट में बीच से आपस में जुड़े हुए हैं. Audi ने इस e-Tron Sportback की टेक्निकल जानकारी को गुप्त रखा है,लेकिन e-Tron शब्द से ही माना जा सकता है कि कार इलेक्ट्रीफाइड होगी. ये पूरी तरह से एक इलेक्ट्रीक कार हो सकती है.
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को पाकिस्तान में हिरासत में लिए जाने की घटना को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने एक ढकोसला बताते हुए जमात-उद-दावा प्रमुख को भारत के सुपुर्द करने को कहा है. अटलांटिक काउंसिल में मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई  महज एक ढकोसला है. पाकिस्तानी अगर वाकई में गंभीर हैं तो उसे हाफिज सईद को भारत को सौंपने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पब्लिक डोमेन और भारत की ओर से आधिकारिक माध्यमों के जरिए पाकिस्तान को उपलब्ध कराई गई सामग्री, दोनों ही रूपों में सईद के खिलाफ पर्याप्त ठोस सबूत हैं. उन्होंने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के दौरान पाकिस्तान स्थित अन्य आतंकी संगठनों को लेकर कुछ इसी तरह के अनुभवों का हवाला देते हुए कहा कि यह निश्चित रूप से एक ढकोसला है. संप्रग सरकार के दौरान पाकिस्तान में इन आतंकी संगठनों को अस्थायी तौर पर हिरासत में तो लिया गया था लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया था. तिवारी ने कहा कि आतंकवाद की समस्या के समाधान के लिए अमेरिका को पाकिस्तान पर दबाव बनाने की आवश्यकता है.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि या तो अमेरिका आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए या प्रयासों में चुनिंदा रख अपनाने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे या फिर पाकिस्तान का लोकतांत्रिक शासन आईएसआई एवं उसके तत्वों पर लगाम लगाए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अटलांटिक काउंसिल में मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई  महज एक ढकोसला है. पाकिस्तानी अगर वाकई में गंभीर हैं तो उसे हाफिज सईद को भारत को सौंपने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पब्लिक डोमेन और भारत की ओर से आधिकारिक माध्यमों के जरिए पाकिस्तान को उपलब्ध कराई गई सामग्री, दोनों ही रूपों में सईद के खिलाफ पर्याप्त ठोस सबूत हैं. उन्होंने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के दौरान पाकिस्तान स्थित अन्य आतंकी संगठनों को लेकर कुछ इसी तरह के अनुभवों का हवाला देते हुए कहा कि यह निश्चित रूप से एक ढकोसला है. संप्रग सरकार के दौरान पाकिस्तान में इन आतंकी संगठनों को अस्थायी तौर पर हिरासत में तो लिया गया था लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया था. तिवारी ने कहा कि आतंकवाद की समस्या के समाधान के लिए अमेरिका को पाकिस्तान पर दबाव बनाने की आवश्यकता है.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि या तो अमेरिका आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए या प्रयासों में चुनिंदा रख अपनाने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे या फिर पाकिस्तान का लोकतांत्रिक शासन आईएसआई एवं उसके तत्वों पर लगाम लगाए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के दौरान पाकिस्तान स्थित अन्य आतंकी संगठनों को लेकर कुछ इसी तरह के अनुभवों का हवाला देते हुए कहा कि यह निश्चित रूप से एक ढकोसला है. संप्रग सरकार के दौरान पाकिस्तान में इन आतंकी संगठनों को अस्थायी तौर पर हिरासत में तो लिया गया था लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया था. तिवारी ने कहा कि आतंकवाद की समस्या के समाधान के लिए अमेरिका को पाकिस्तान पर दबाव बनाने की आवश्यकता है.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि या तो अमेरिका आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए या प्रयासों में चुनिंदा रख अपनाने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे या फिर पाकिस्तान का लोकतांत्रिक शासन आईएसआई एवं उसके तत्वों पर लगाम लगाए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि या तो अमेरिका आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए या प्रयासों में चुनिंदा रख अपनाने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे या फिर पाकिस्तान का लोकतांत्रिक शासन आईएसआई एवं उसके तत्वों पर लगाम लगाए. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में गुरुवार को तेजी देखी गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह करीब 9.41 बजे 41.23 अंकों की तेजी के साथ 25,515.12 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 12.25 अंकों की तेजी के साथ 7,639.10 पर कारोबार करते देखे गए. बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 123.32 अंकों की तेजी साथ 25,597.21 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 14.45 अंकों की तेजी के साथ 7,641.30 पर खुला. शुरुआती कारोबार में रुपया 9 पैसे कमजोर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में गुरुवार के शुरुआती कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 9 पैसे कमजोर होकर 59.36 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया. फॉरेक्स बाजार के विश्लेषकों ने बताया कि रुपये एवं अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती से रुपये की धारणा कमजोर हुई. हालांकि घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख से रपये की विनिमय दर में ज्यादा गिरावट नहीं आयी. फॉरेक्स बाजार में बुधवार के कारोबारी सत्र के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे मजबूत होकर 59.27 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था, जो गुरुवार के के शुरुआती कारोबार में 9 पैसे कमजोर होकर 59.36 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया.
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत 10 लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश का मुकदमा चलाने का आदेश दिया है. बुधवार को न्यायाधीश पीसी घोष और न्यायाधीश रोहिंटन नरीमन की संयुक्त पीठ ने मामले में सीबीआई की अपील पर यह फैसला सुनाया है. हालांकि कोर्ट ने मामले में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को फिलहाल राहत दी है. अदालत ने उनको राज्यपाल होने की वजह से यह राहत दी है. साथ ही अदालत ने इस बाबत चल रहे दो अलग-अलग मामले की सुनवाई एक साथ करने का आदेश दिया है. इससे पहले छह अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था. दरअसल, छह दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद ढहा दिया गया था, जिसके बाद सांप्रदायिक दंगे हुए. मामले में आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह समेत 13 लोगों के खिलाफ केस चलाने की मांग की गई थी. शीर्ष अदालत ने सीबीआई को आदेश दिया कि इस मामले में रोज उनका वकील कोर्ट में मौजूद रहे. सुप्रीम कोर्ट के फैसले की खास बातें * लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत 10 लोगों पर चलेगा आपराधिक साजिश का मुकदमा * शीर्ष अदालत ने मामले को रायबरेली से लखनऊ की स्पेशल कोर्ट को हस्तांतरित कर दिया * कारसेवकों के मामले के साथ ही चलेगा मुकदमा * विशेष अदालत को दो साल में पूरी करनी होगी मामले की सुनवाई * मामले में विशेष अदालत रोजाना करेगी सुनवाई * लखनऊ की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश की विशेष अदालत 4 सप्ताह में भारतीय दंड संहिता की धारा 120 B (आपराधिक साजिश) के तहत आरोप तय करेगी * मामलें कल्याण सिंह को राज्यपाल होने की वजह से पद पर बने रहने तक छूट रहेगी * मामले की सुनवाई पूरी होने तक इससे जुड़े न्यायाधीश का नहीं होगा ट्रांसफर * मामले का ट्रायल वहीं से शुरू किया जाएगा, जहां था * किसी ठोस कारण के बिना केस की सुनवाई नहीं टाली जाएगी
अभिनेत्री हुमा कुरैशी इन दिनों नियमित रूप से योगाभ्यास करती हैं। हालांकि शुरू-शुरू में उन्हें इसे आदत के रूप में अपनाने में थोड़ी मुश्किल जरूर हुई, लेकिन अब वह नियमित रूप से योग अभ्यास करती हैं।टिप्पणियां हुमा ने ट्विटर पर लिखा, इन दिनों योग अभ्यास का आनंद ले रही हूं। शुरुआत में सुबह जल्दी उठकर योग करना मुश्किल लगता था, लेकिन एक बार आप सुबह उठने की आदत डाल लें तो परिणाम जल्द दिखने लगते हैं। 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'लव शव ते चिकन खुराना' जैसी फिल्मों से चर्चा में आईं हुमा जल्द ही माधुरी दीक्षित के साथ फिल्म 'डेढ़ इश्किया' में नजर आएंगी। हुमा ने ट्विटर पर लिखा, इन दिनों योग अभ्यास का आनंद ले रही हूं। शुरुआत में सुबह जल्दी उठकर योग करना मुश्किल लगता था, लेकिन एक बार आप सुबह उठने की आदत डाल लें तो परिणाम जल्द दिखने लगते हैं। 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'लव शव ते चिकन खुराना' जैसी फिल्मों से चर्चा में आईं हुमा जल्द ही माधुरी दीक्षित के साथ फिल्म 'डेढ़ इश्किया' में नजर आएंगी। 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'लव शव ते चिकन खुराना' जैसी फिल्मों से चर्चा में आईं हुमा जल्द ही माधुरी दीक्षित के साथ फिल्म 'डेढ़ इश्किया' में नजर आएंगी।
सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने सेना के हर कमांड मुख्यालय में एक शिकायत पेटी रखने का आदेश दिया है. चीफ ऑफ आर्मी रीड्रेसल ऐंड ग्रीवांसेज बॉक्स कहलाने वाले इस पेटी का इस्तेमाल कोई भी सैनिक कर सकेगा और शिकायत करने वाले सैनिक की पहचान गुप्त रखी जाएगी. सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, ' हम यह सुनिश्चित करेंगे कि शिकायत करने वाले सैनिकों की पहचान गुप्त रहे. हम चाहते हैं कि सैनिक सीधे हमारे पास आएं बजाय कि सोशल मीडिया में जाने के. अगर इसके बाद भी वह असंतुष्ट रहें तो अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करें. सोशल मीडिया एक दोतरफा हथियार है, जिसके अपने नुकसान भी हैं. मीडिया के ज़रिए यह संदेश मैं जवानों तक पहुंचाना चाहता हूं.' उन्होंने पूर्वी सेना कमांडर (बक्शी साहब) के मामले में कहा, 'हम दोनों ही ने आपस में बात की थी, उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं इस निर्णय को स्वीकार करता हूँ और सेना में कार्य करता रहूंगा. अगर इससे इतर किसी जांच की ज़रूरत होगी तो हम करेंगे.' जनरल रावत ने कहा, 'हम सभी सुरक्षा चुनौतियों के बारे में जानते हैं. हमको प्रॉक्सी वॉर और टेररिज्म आदि की चिंता है, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सेक्युलर वातावरण बनाए रखें और इसको बिगाड़ने वाले तत्वों से निपटें, इसके लिए मुझे आपकी ज़रुरत होगी. परंपरागत के साथ अपारंपरिक खतरों के बारे में भी आगाह रहना होगा. जम्मू-कश्मीर में हालात काबू में जनरल रावत ने कहा जम्मू और कश्मीर में पिछले कुछ समय से अशांति रही है, जिस पर सुरक्षा बलों ने नियंत्रण पा लिया है. हमें यह ध्यान रखना होगा कि यह हालात खराब न हों, और न बिगड़ें. यह सुनिश्चित करना होगा स्कूल और पर्यटन अच्छे से चलें. उन्होंने कहा, 'यह सामूहिक ज़िम्मेदारी है कि टीम भावना के साथ काम करे और एक सुदृढ़ सेना के निर्माण में मदद करें.  यही समय है जब हमें नए वेपन सिस्टम को हासिल करना होगा. आतंकवाद, प्रॉक्सी वार आदि चुनौतियां हमें व्यस्त रखेंगी. जवान को घातक बनाने के लिए नए हथियारों से लैस करना होगा. सबसे अहम हमको ह्यूमन इंटेलिजेंस की ज़रूरत होगी. जवानों को आधुनिक हथियार प्रदान करने होंगे ताकि वो अपना कार्य स्वयं को सुरक्षित रखते हुए अंजाम दे सकें.' उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं में भी सेना ने अपना योगदान बखूबी दिया है. हम एक मजबूत और देश निर्माण के लिए समर्पित सेना हैं. हम अपने लक्ष्य पाने के लिये पेशेवर तरीके अपनाएंगे.
मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश में 12 साल की उम्र तक की लड़कियों के साथ रेप या गैंगरेप करने वाले अपराधियों को फांसी की सजा देने के लिए कानून में फेरबदल करने जा रही है. मंत्रिमंडल की बैठक में ऐसे अपराधियों को फांसी की सजा देने का प्रावधान करने वाले प्रस्ताव को रविवार को मंजूरी दी गई है. प्रदेश के वित्त मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में रविवार को हुई कैबिनेट की बैठक में प्रदेश में 12 साल या इससे कम उम्र की लड़कियों के साथ रेप या गैंगरेप करने वाले अपराधियों को फांसी की सजा देने की सिफारिश वाले प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई है. उन्होंने कहा कि हम इस मामले में वर्तमान कानून में यह संशोधन करने वाला विधेयक विधानसभा के सोमवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में पेश करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने भादंवि की धारा 376 (रेप) और 376 डी (गैंगरेप) में संशोधन प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है. दोनों धाराओं में दोषी को फांसी की सजा देने का प्रावधान शामिल किया गया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मत्रिमंडल ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और उन्हें घूरने जैसे मामले में दोषियों को सजा के साथ एक लाख रुपये के जुर्माने का कानून में प्रावधान करने का भी प्रस्ताव मंजूर किया है. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में हाल ही में रेप की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी से प्रदेश सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है. जिसके चलते कैबिनेट ने इस फैसले को मंजूरी दी.
ट्रेन की व्यवस्था होते ही यात्रा शुरू करा दी जाएगी रेलवे फिलहाल ट्रेन उपलब्ध करा पाने में असमर्थ केजरीवाल सरकार ने रेलवे से किन्हीं कारणों से ट्रेन उपलब्ध नहीं होने की वजह से मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को फिलहाल कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के मुताबिक रेलवे ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि फिलहाल ट्रेन उपलब्ध नहीं है. जैसे ही ट्रेन की व्यवस्था होती है, यात्रा शुरू करा दी जाएगी. लिहाजा रेलवे ने मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के लिए समझौते के मुताबिक ट्रेन उपलब्ध करा पाने में फिलहाल असमर्थता जताई है. दिल्ली सचिवालय में बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि तीर्थ यात्रा योजना रेलवे के सहयोग से चल रही थी. रेलवे के साथ दिल्ली सरकार ने तीर्थ यात्रा योजना के लिए समझौता किया है. रेलवे ने मंगलवार को दिल्ली सरकार को पत्र लिखा है कि वे अभी तीर्थ यात्रा योजना के लिए ट्रेन उपलब्ध नहीं करा पाएंगे. दिल्ली सरकार तीर्थ यात्रा योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके उन तमाम लोगो को जानकारी देना चाहती है कि फिलहाल यह यात्रा कुछ समय के लिए स्थगित रहेगी. आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि "यह यात्रा तब तक स्थगित रहेगी, जब तक रेलवे ट्रेन उपलब्ध नहीं कराता है या फिर दिल्ली सरकार कोई और वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर देती है. हमें उम्मीद है कि जो भी तकनीकी दिक्कत होगी, रेलवे उसका पता लगा कर वापस इस यात्रा की शुरुआत करेगी. इस संबंध में रेलवे के अधिकारियों से बात चल रही है." डिप्टी मनीष सिसोदिया ने बताया कि अब तक 12 रूट्स पर दिल्ली सरकार ने तीर्थ यात्रा की शुरुआत की है. इसमें से सबसे ज्यादा पापुलर 10 रूट्स हुए हैं. अब तक 32828 यात्री यात्रा कर चुके हैं. अब तक कुल 63432 लोगों ने तीर्थ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन किया है. इसमें से 32828 लोग यात्रा कर चुके हैं. 30877 यात्री अभी पेंडिंग (लंबित) लिस्ट में शामिल हैं, जिन्होंने रजिस्ट्रेंशन किया हुआ है. इस योजना के तहत पहली ट्रेन 12 जुलाई को यात्रियों को लेकर गई थी. तब से लेकर अब तक 34 ट्रेन यात्रियों को लेकर तीर्थ यात्रा पर जा चुकी हैं और अभी 30 ट्रेन अगले दो महीने में जाने वाली थीं. इसमें से 18 ट्रेन इसी महीने जाने वाली थीं. इसमें से कुछ ट्रेन गई भी हैं और बाकी की ट्रेनें कैंसिल करनी पड़ी हैं. अभी 12 ट्रेन दिसंबर और 18 ट्रेन जनवरी में जानी थी. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे की तकनीकी दिक्कतों की वजह से अभी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा फिलहाल कुछ दिनों के लिए स्थगित की जा रही है. हम रेलवे के अधिकारियों से बात करेंगे और उम्मीद है कि इसका जल्द कोई समाधान निकल जाएगा. सबसे अधिक रामेश्वरम जा रहे यात्री उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि सबसे ज्यादा रामेश्वरम यात्रा पर यात्री गए हैं. सबसे ज्यादा मांग रामेश्वरम की ही है. अभी तक दिल्ली से रामेश्वरम की यात्रा पर करीब 8 हज़ार यात्री जा चुके हैं और 12963 यात्रियों की लिस्ट अभी लंबित है. सबसे ज्यादा 12 ट्रेन रामेश्वरम की ही हैं, जिसमे एक हज़ार से अधिक यात्री जाने वाले हैं. द्वारकाधीश दूसरा सबसे पॉपुलर स्थान है. इसके बाद जगन्नाथपुरी, शिरडी, अजमेर व वैष्णोदेवी के रूट्स पर काफी मांग है. जिन यात्रियों ने रजिस्ट्रेंशन करा लिया है, उन्हें दिल्ली सरकार की तरफ से भी आधिकारिक तौर पर सूचित किया जाएगा. रेलवे ने ट्रेन उपलब्ध न कराने का नहीं बताया कारण उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे ने ट्रेन उपलब्ध न कराने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है. रेलवे ने लिखा कि अभी ट्रेन उपलब्ध नहीं है. जैसे ही ट्रेन की व्यवस्था हो जाएगी, दिल्ली सरकार को सूचित कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कुछ रूट्स पर बसें जा सकती हैं, लेकिन रामेश्वरम के रूट पर बस जाने में दिक्कत है. रामेश्वरम की ही सबसे ज्यादा मांग है. आज भी ट्रेन जानी थी और अगले दिन भी जानी है. इसलिए उन लोगों तक मीडिया के माध्यम से शीघ्र सूचना पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम लोकसभा सीट पर तेलुगू देशम पार्टी के युवा सांसद राम मोहन नायडू का कब्जा है. श्रीकाकुलम आंध्र प्रदेश का उत्तरी छोर है, जहां से इस बार जनसेना पार्टी के मेट्टा राम राव चुनाव लड़ रहे हैं. यहां पिरामिड पार्टी और इंडिया प्रजा बंधु पार्टी जैसे दल भी इस बार मैदान में हैं. कांग्रेस की तरफ से डोला जगन मोहन राव उम्मीदवार हैं तो बीजेपी से पेरला संबा मूर्ति हैं. जगनमोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस से डुवड्डा वानी उम्मीदवार हैं. यहां असली लड़ाई टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस के ही बीच है. आंध्र प्रदेश की कुल 25 सीटों पर एकसाथ मतदान हुए. वोटों की गिनती 23 मई को होगी. इस सीट पर 72 प्रतिशत मतदान हुआ. पूरे आंध्र प्रदेश में 56 प्रतिशत मतदान हुआ. 1984 से टीडीपी यहां से जीतती रही है. साल 2009 में टीडीपी हार गई थी लेकिन 2014 में पार्टी फिर जीती और उसके उम्मीदवार राममोहन नायडू ने वाईएसआर कांग्रेस की शांति रेड्डी को हराया. इस सीट पर पहले फेज में आज मतदान हो रहा है. इस निर्वाचन क्षेत्र में सात विधानसभा सीटें हैं. इनके नाम हैं-इचापुरम, पलासा, टेक्काली, पत्थापटनम, श्रीकाकुलम, अमवडलावासा और नरसनपेट्टा. इस सीट पर कलिंग और वेलामा समुदायों के लोग जीत हार तय करते हैं. 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की कुल आबादी 1933930 है जिसमें 78.62 प्रतिशत ग्रामीण और 21.38 प्रतिशत शहरी आबादी है. इस सीट पर अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) का अनुपात क्रमशः 8 और 4.82 प्रतिशत है. श्रीकाकुलम सीट सामान्य श्रेणी में आता है. सांसद टीडीपी के राममोहन नायडू हैं. पिछले चुनाव में उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस की प्रत्याशी को 127,572 वोटों से हराया था. साल 2014 में 1,413,989 लोगों ने मतदान किया. चुनाव आयोग के मुताबिक 2014 में 74.36 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. इस सीट पर पिछले चुनाव में 1812 पोलिंग बूथ थे. महिला मतदाताओं की संख्या 707,161 है. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर
यूपी के मुजफ्फनगर के पास खतौली में ट्रेन नंबर 18477 पुरी-उत्कल एक्सप्रेस के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं. अब तक 20 लोगों के घायल होने की सूचना है. बता दें कि ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी. हादसा शनिवार की शाम 5 बजकर 46 मिनट पर हुआ है. उत्तर प्रदेश हाल के दिनों में कई रेल दुर्घटनाएं हुई हैं. महाकौशल एक्सप्रेस हादसा यूपी के महोबा में 30 मार्च, 2017 को महाकौशल एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.यह हादसा रात क़रीब 2 से सवा दो बजे महोबा और कुलपहाड़ स्टेशन के बीच हुआ था . हादसे के बाद इलाहाबाद-झांसी रूट प्रभावित हुआ था. मेरठ-लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस हादसा मेरठ-लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस के 8 डिब्बे 15 अप्रैल 2017 को उत्तर प्रदेश में रामपुर के पास पटरी से उतरे, करीब 10 लोग घायल हुए थे.हादसा मुण्डा पांडे और रामपुर रेलवे स्टेशन के बीच हुआ था. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने घायल यात्रियों के लिए 50,000-50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी. इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसा इससे पहले 20 नवंबर 2016 को कानपुर देहात के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई थी. हादसे में करीब 150 लोगों की जान चली गई थी. इस हादसे के पीछे साजिश की जांच भी जारी है. सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस हादसा वहीं कानपुर के पास रूरा रेलवे स्टेशन के पास 28 दिसबंर 2016 की सुबह सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी. हादसे में सौ से ज्यादा यात्री घायल हुए थे. इस हादसे के कारण दिल्ली आने वाली 20 से ज्यादा ट्रेनों को पिछले स्टेशनों पर रोका गया है. जनता एक्‍सप्रेस हादसा वहीं रायबरेली के बछरांवा के पास २० मार्च 2015 को जनता एक्‍सप्रेस14266 के कई डिब्‍बे पटरी से उतर गए थे,  इस हादसे में 32 लोगों की मौत हो गई और 150 से अधिक लोग जख्‍मी हो गए. गोरखधाम एक्सप्रेस हादसा 26 मई 2014, उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में गोरखधाम एक्सप्रेस ने एक खड़ी मालगाड़ी में टक्कर मार दी थी इस हादसे में तकरीबन दो दर्जन लोग मारे गए थे. यह हादसा उसी दिन हुआ था जिस दिन नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. यहां भी हुए रेल हादसे -कुनेरू के पास जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस 21 जनवरी 2017 को पटरी से उतरी, 40 से ज्यादा की मौत, 68 लोग घायल हुए थे एमपी के जबरी रेलवे स्टेशन के पास 7 मार्च, 2017 को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में बम फटा, 10 लोग घायल हुए थे. -चेन्नै सेंट्रल-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस की एक अन्य ट्रेन से टक्कर 6 मई 2016 को टक्कर हो गई, करीब 7 लोग घायल हुए. फेल हुई जीरो एक्सीडेंट की पॉलिसी रेल मंत्री सुरेश प्रभु की जीरो एक्सीडेंट की पॉलिसी उस समय बेमतलब साबित हो गई, जब एक बार फिर मुजफ्फनगर के पास खतौली में ट्रेन नंबर 18477 पुरी-उत्कल एक्सप्रेस के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए. यह हादसा इतना भयानक है कि लोगों के लिए इस को भुला पाना संभव नहीं होगा. इस एक्सीडेंट के सही कारणों का पता तब भी चलेगा, जब रेलवे कमिश्नर सेफ्टी अपनी जांच पूरी करेगा. बहरहाल जो भी हो इस हादसे ने बुलेट ट्रेन की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले रेल मंत्री सुरेश प्रभु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोलपट्टी खोल कर रख दी है. इस हादसे में यह साबित कर दिया है कि सेफ्टी के मामले में रेलवे पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुआ है.
यह एक लेख है: भारत के खिलाफ आगामी चार टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर नाथन ल्योन और जेवियर डोहर्टी इंग्लैंड के स्पिनरों का शानदार प्रदर्शन देख रहे हैं जिन्होंने पिछले साल दिसंबर में टीम को भारत में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने में मदद की थी।टिप्पणियां भारतीयों को स्पिन खेलने में माहिर माना जाता है लेकिन इंग्लैंड के ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर ने पिछले साल दिसंबर में टेस्ट सीरीज में भारतीय खिलाड़ियों को काफी परेशान किया। डोहर्टी ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा, ‘‘मैंने भारत इंग्लैंड सीरीज दर्शक के बजाय शोधकर्ता की तरह देखी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी की, उसके फुटेज मैं दोबारा देखूंगा। स्वान और पनेसर ने उनके आक्रमण की अगुवाई की और इंग्लैंड ने सीरीज जीत ली।’’ भारतीयों को स्पिन खेलने में माहिर माना जाता है लेकिन इंग्लैंड के ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर ने पिछले साल दिसंबर में टेस्ट सीरीज में भारतीय खिलाड़ियों को काफी परेशान किया। डोहर्टी ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा, ‘‘मैंने भारत इंग्लैंड सीरीज दर्शक के बजाय शोधकर्ता की तरह देखी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी की, उसके फुटेज मैं दोबारा देखूंगा। स्वान और पनेसर ने उनके आक्रमण की अगुवाई की और इंग्लैंड ने सीरीज जीत ली।’’ डोहर्टी ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा, ‘‘मैंने भारत इंग्लैंड सीरीज दर्शक के बजाय शोधकर्ता की तरह देखी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी की, उसके फुटेज मैं दोबारा देखूंगा। स्वान और पनेसर ने उनके आक्रमण की अगुवाई की और इंग्लैंड ने सीरीज जीत ली।’’
दिल्ली में मोदी सरकार के एक साल के खिलाफ आम आदमी पार्टी का यूथ विंग दिल्ली के जंतर-मंतर से संसद मार्ग की ओर बढ़ते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहा है. विरोध को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने भी खास बंदोबस्त किए हैं. AAP ने नारा दिया है, 'अच्छे दिन की पुण्यतिथि‍'. वैसे AAP सरकार केंद्र के खिलाफ और सख्त तेवर दिखा सकती है. दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के आखिरी दिन बुधवार को गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन के खिलाफ प्रस्ताव पास हो सकता है. विधानसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव लाने के साथ ही AAP धरना-प्रदर्शन भी कर रही है. दिल्ली के उपराज्यपाल को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच छिड़ी जंग अदालत तक भी पहुंच चुकी है. केजरीवाल सरकार ने गृह मंत्रालय के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. दूसरी ओर, गृह मंत्रालय दिल्ली विधानसभा की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है. इसके लिए संविधान विशेषज्ञों की राय भी ली जा रही है. 'नोटिफिकेशन जनादेश का अपमान' डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन को दिल्ली के जनादेश का अपमान बताया है. उन्होंने कहा, 'यह नोटिफिकेशन दिल्ली विधानसभा के अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण है.' AAP विधायक सोमनाथ भारती ने नोटिफिकेशन को असंवैधानिक करार देते हुए राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग भी की है. पहले दिन सदन में जबरदस्त हंगामा दिल्ली विधानसभा के स्पेशल सेशन के पहले दिन मंगलवार को जबरदस्त हंगामा हुआ. बीजेपी विधायक ओपी शर्मा को स्पीकर के आदेश पर सदन से बाहर कर दिया गया. ओपी शर्मा पर स्पीकर के खिलाफ असंसदीय टिप्पणी करने के आरोप लगे, जिसके चलते उन्हें बाहर किया गया, हालांकि शर्मा ने सभी आरोपों को गलत बताया है. मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में उपराज्यपाल के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव की मांग भी उठी. AAP विधायक आदर्श शास्त्री ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 155 में संशोधन कर राज्य सरकार को उपराज्यपाल पर महाअभियोग चलाने का अधिकार दिया जाए. क्या है गृह मंत्रालय का नोटिफिकेशन? उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच टकराव के बाद गृह मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी करके कहा था कि 'सर्विसेज' मामलों में उपराज्यपाल ही सर्वेसर्वा हैं, जबकि दिल्ली सरकार किसी भी अधिकारी की नियुक्ति और ट्रांसफर को उपराज्यपाल का अधिकार नहीं मानती.
उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ शर्मनाक व जानलेवा जुर्म की वारदात थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बार मुरादाबाद में एक लड़की का शव पेड़ से लटका पाया गया है. बदायूं, बाराबंकी, बहराइच, मुजफ्फरनगर के बाद अब मुरादाबाद में लड़की को मारकर पेड़ से लटका देने की घटना हुई है. परिजनों ने आशंका जाहिर की है कि हत्या से पहले लड़की के साथ बलात्कार भी किया गया. लड़की के माता-पिता व अन्य लोग किसी रिश्तेदार के घर शादी में गए थे. जब वे लौटकर आए, तो लड़की घर में नहीं मिली. रातभर खोजबीन के बाद गुरुवार सुबह गांव से बाहर करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर एक पेड़ से लड़की का शव लटका मिला. आरोपी की तलाश की जा रही है. इस घटना ने एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर दिया है. पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है. गौरतलब है कि हाल ही में बदायूं में दो नाबालिग बहनों के साथ रेप के बाद उन्‍हें पेड़ से लटका दिया गया था. इसके बाद दोनों को मृत अवस्‍था में पाया गया था. केंद्र सरकार इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप चुकी है. CBI करेगी बदायूं में नाबालिग बहनों के साथ रेप और हत्याकांड की जांच दिल दहला देने वाला एक और मामला बीते दिन यूपी के हमीरपुर में सामने आया, जहां एक महिला के साथ थाने के अंदर दारोगा और सिपाहियों ने रेप किया. महिला अपने पति को छुड़ाने के लिए थाने में पहुंची थी, पर दारोगा राहुल पाण्डेय और तीन सिपाहियों ने महिला से रात में एक बजे थाने के अंदर बलात्कार किया. एसपी के आदेश पर दारोगा और तीन सिपाहियों के खिलाफ बलात्‍कार का मुकदमा दर्ज हो गया है.
भारत और पाकिस्‍तान के बीच शांति वार्ता शुरू होगी.न्यूयार्क के मिलेनियम होटेल में जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी मिलने के बाद दोनों देश शांति वार्ता जल्द शुरू करने पर राजी हुए. वार्ता की राह तैयार करने के लिए तीन महीने के भीतर भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिव आपस में मिलेंगे. इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने माना कि हाल के महीनों में दोनों देश के बीच शांति प्रक्रिया को झटका लगा है, जबकि दोनों देश जिस द्विपक्षीय रिश्ते की ओर बढ़ना चाहते हैं, उसमें हिंसा, दुश्मनी और आतंकवाद की कोई जगह नहीं है. इसके खिलाफ दोनों पड़ोसी सख्ती से लड़ेंगे. इस मुलाकात में जरदारी ने मनमोहन को भरोसा दिलाया कि पाकिस्तान जनवरी 2004 में किए वादे पर कायम है. दोनों नेताओं ने कश्मीर समेत विवाद के सभी मसलों के शांतिपूर्ण समाधान का इरादा जताया. साथ ही आतंकवाद के खिलाफ रणनीति और काबुल में भारतीय दूतावास पर हाल में हुए हमले पर दोनों देशों के बीच अगले महीने चर्चा होगी. इस मुलाकात में जो एक और चीज सामने आई है, वो है दोनों देशों के बीच व्यापार मार्ग खोलने का फैसला. अगले महीने 21 तारीख को श्रीनगर-मुजफ्फराबाद और पूंछ-रावलकोट व्यापार मार्ग को खोला जाएगा.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शत्रु संपत्ति कानून में संशोधन से जुड़े अध्यादेश पर चौथी बार हस्ताक्षर तो कर दिया, हालांकि वह इसे लेकर नाराज बताए जा रहे हैं. सरकार इसे संसद से पारित नहीं करवा पाई है और सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय कैबिनेट के समक्ष रखे बिना ही यह अध्यादेश इस बार राष्ट्रपति के पास भेज दिया गया था. सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति मुखर्जी ने अपने नोट में मोदी सरकार से कहा कि वह जनहित को ध्यान में रखते हुए इस अध्यादेश पर हास्ताक्षर कर रहे हैं, लेकिन आगे से कभी कैबिनेट को बाइपास नहीं किया जाना चाहिए. आजादी के बाद से यह पहला मौका है जब कोई अध्यादेश कैबिनेट से पास कराए बिना ही राष्ट्रपति के पास भेजा गया हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यापार एवं लेनदेन की नियम संख्या 12 का उपयोग करते हुए शत्रु संपत्ति कानून में संशोधन से जुड़ा अध्यादेश राष्ट्रपति के पास भेजा था. 48 साल पुराना यह कानून युद्ध के बाद पाकिस्तान या चीन में बस गए लोगों की छोड़ी हुई संपत्तियों के उत्तराधिकार या हस्तांतरण के दावों से जुड़ा है. 'शत्रु संपत्ति' का मतलब किसी भी ऐसी संपत्ति से है, जो किसी शत्रु, शत्रु व्यक्ति या शत्रु फर्म से संबंधित, उसकी तरफ से संघटित या प्रबंधित हो. टिप्पणियां यह विधेयक इस साल की शुरुआत में लोकसभा ने पारित कर दिया था, लेकिन राज्यसभा से इसे मंजूरी नहीं मिल सकी. विपक्षी दलों की आपत्तियों के बाद इसे प्रवर समिति को भेज दिया गया. इस कानून में संशोधन से जुड़ा पहला अध्यादेश जनवरी में जारी किया गया था और दूसरा अध्यादेश 2 अप्रैल को जारी किया गया. इसके बाद 31 मई को तीसरा अध्यादेश लागू किया था. हालांकि तीसरी बार हस्ताक्षर करते हुए राष्ट्रपति ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि तीन महीने से ज्यादा वक्त तक संसद सत्र चलते रहने के बावजूद यह कार्यकारी आदेश जारी किया जा रहा है. यह अध्यादेश रविवार को खत्म हो रहा था, इस वजह से सरकार ने आनन-फानन में चौथी बार अध्यादेश पारित करवाया. हालांकि राष्ट्रपति की इस झिड़की के बाद अब खबर है कि सरकार कैबिनेट से कार्योत्तर अनुमोदन प्राप्त करेगी. सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति मुखर्जी ने अपने नोट में मोदी सरकार से कहा कि वह जनहित को ध्यान में रखते हुए इस अध्यादेश पर हास्ताक्षर कर रहे हैं, लेकिन आगे से कभी कैबिनेट को बाइपास नहीं किया जाना चाहिए. आजादी के बाद से यह पहला मौका है जब कोई अध्यादेश कैबिनेट से पास कराए बिना ही राष्ट्रपति के पास भेजा गया हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यापार एवं लेनदेन की नियम संख्या 12 का उपयोग करते हुए शत्रु संपत्ति कानून में संशोधन से जुड़ा अध्यादेश राष्ट्रपति के पास भेजा था. 48 साल पुराना यह कानून युद्ध के बाद पाकिस्तान या चीन में बस गए लोगों की छोड़ी हुई संपत्तियों के उत्तराधिकार या हस्तांतरण के दावों से जुड़ा है. 'शत्रु संपत्ति' का मतलब किसी भी ऐसी संपत्ति से है, जो किसी शत्रु, शत्रु व्यक्ति या शत्रु फर्म से संबंधित, उसकी तरफ से संघटित या प्रबंधित हो. टिप्पणियां यह विधेयक इस साल की शुरुआत में लोकसभा ने पारित कर दिया था, लेकिन राज्यसभा से इसे मंजूरी नहीं मिल सकी. विपक्षी दलों की आपत्तियों के बाद इसे प्रवर समिति को भेज दिया गया. इस कानून में संशोधन से जुड़ा पहला अध्यादेश जनवरी में जारी किया गया था और दूसरा अध्यादेश 2 अप्रैल को जारी किया गया. इसके बाद 31 मई को तीसरा अध्यादेश लागू किया था. हालांकि तीसरी बार हस्ताक्षर करते हुए राष्ट्रपति ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि तीन महीने से ज्यादा वक्त तक संसद सत्र चलते रहने के बावजूद यह कार्यकारी आदेश जारी किया जा रहा है. यह अध्यादेश रविवार को खत्म हो रहा था, इस वजह से सरकार ने आनन-फानन में चौथी बार अध्यादेश पारित करवाया. हालांकि राष्ट्रपति की इस झिड़की के बाद अब खबर है कि सरकार कैबिनेट से कार्योत्तर अनुमोदन प्राप्त करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यापार एवं लेनदेन की नियम संख्या 12 का उपयोग करते हुए शत्रु संपत्ति कानून में संशोधन से जुड़ा अध्यादेश राष्ट्रपति के पास भेजा था. 48 साल पुराना यह कानून युद्ध के बाद पाकिस्तान या चीन में बस गए लोगों की छोड़ी हुई संपत्तियों के उत्तराधिकार या हस्तांतरण के दावों से जुड़ा है. 'शत्रु संपत्ति' का मतलब किसी भी ऐसी संपत्ति से है, जो किसी शत्रु, शत्रु व्यक्ति या शत्रु फर्म से संबंधित, उसकी तरफ से संघटित या प्रबंधित हो. टिप्पणियां यह विधेयक इस साल की शुरुआत में लोकसभा ने पारित कर दिया था, लेकिन राज्यसभा से इसे मंजूरी नहीं मिल सकी. विपक्षी दलों की आपत्तियों के बाद इसे प्रवर समिति को भेज दिया गया. इस कानून में संशोधन से जुड़ा पहला अध्यादेश जनवरी में जारी किया गया था और दूसरा अध्यादेश 2 अप्रैल को जारी किया गया. इसके बाद 31 मई को तीसरा अध्यादेश लागू किया था. हालांकि तीसरी बार हस्ताक्षर करते हुए राष्ट्रपति ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि तीन महीने से ज्यादा वक्त तक संसद सत्र चलते रहने के बावजूद यह कार्यकारी आदेश जारी किया जा रहा है. यह अध्यादेश रविवार को खत्म हो रहा था, इस वजह से सरकार ने आनन-फानन में चौथी बार अध्यादेश पारित करवाया. हालांकि राष्ट्रपति की इस झिड़की के बाद अब खबर है कि सरकार कैबिनेट से कार्योत्तर अनुमोदन प्राप्त करेगी. यह विधेयक इस साल की शुरुआत में लोकसभा ने पारित कर दिया था, लेकिन राज्यसभा से इसे मंजूरी नहीं मिल सकी. विपक्षी दलों की आपत्तियों के बाद इसे प्रवर समिति को भेज दिया गया. इस कानून में संशोधन से जुड़ा पहला अध्यादेश जनवरी में जारी किया गया था और दूसरा अध्यादेश 2 अप्रैल को जारी किया गया. इसके बाद 31 मई को तीसरा अध्यादेश लागू किया था. हालांकि तीसरी बार हस्ताक्षर करते हुए राष्ट्रपति ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि तीन महीने से ज्यादा वक्त तक संसद सत्र चलते रहने के बावजूद यह कार्यकारी आदेश जारी किया जा रहा है. यह अध्यादेश रविवार को खत्म हो रहा था, इस वजह से सरकार ने आनन-फानन में चौथी बार अध्यादेश पारित करवाया. हालांकि राष्ट्रपति की इस झिड़की के बाद अब खबर है कि सरकार कैबिनेट से कार्योत्तर अनुमोदन प्राप्त करेगी. यह अध्यादेश रविवार को खत्म हो रहा था, इस वजह से सरकार ने आनन-फानन में चौथी बार अध्यादेश पारित करवाया. हालांकि राष्ट्रपति की इस झिड़की के बाद अब खबर है कि सरकार कैबिनेट से कार्योत्तर अनुमोदन प्राप्त करेगी.
कॉलेज का नाम: आचार्य नागार्जुन यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर डिस्टेंस एजुकेशन, गुंटूर कॉलेज का विवरण: आचार्य नागार्जुन यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर डिस्टेंस एजुकेशन की स्थापना अलग-अलग क्षेत्रों में डिस्टेंस एजुकेशन की सुविधा प्रदान करने के लिए हुई थी. यह आचार्य नागार्जुन यूनिवर्सिटी का अभिन्न अंग है. इस यूनिवर्सिटी की मान्यता डिस्टेंस एजुकेशन काउंसिल (DEC), नई दिल्ली से है. संपर्क करें: आचार्य नागार्जुन यूनिवर्सिटी, नागार्जुन नगर, गुंटूर, आंध्र प्रदेश- 522510 फोन: 0863 - 2293299 ईमेल: [email protected] वेबसाइट: anucde.info यहां इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से संबंधित निम्‍नलिखित कोर्स कराए जाते हैं: कोर्स का नाम: बैचलर ऑफ साइंस इन इन्‍फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (बीएससी आईटी) कोर्स का विवरण: इस कोर्स में आईटी, मैथेमेटिक्स, C ++, जावा, कंप्यूटर फंडामेंटल्स, सी प्रोग्रामिंग, डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स, एनालिसिस एंड डिजाइन ऑफ एलोग्रिथम्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकम्युनिकेशंस सिस्टम्स, नेटवर्किंग सिस्टम्स प्रोग्रामिंग, डाटाबेस कांसेप्ट्स जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं. डिग्री: बीएससी अवधि: 3 साल योग्यता: 10+2 कोर्स का नाम: मास्टर ऑफ साइंस इन इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (एमएससी आईटी) कोर्स का विवरण: इस कोर्स में बेसिक्स ऑफ आईटी, कंप्यूटर नेटवर्क्स, डाटा स्ट्रक्चर विद सी, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, डाटा माइनिंग एंड टेक्निक्स जैसे सब्‍जेक्‍ट पढ़ाए जाते हैं. डिग्री: एमएससी अवधि: 2 साल (करस्पोंडेंस) योग्यता: ग्रैज्युएट मैथेमेटिक्स/ इलेक्ट्रानिक्स/ कंप्यूटर साइंस/ कंप्यूटर एप्लीकेशंस/ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
पुनर्वसु मात्रेयसंहिता के रचयिता एवं आयुर्वेदाचार्य थे। अत्रि ऋषि के पुत्र होने के कारण इन्हें पुनर्वसु आत्रेय कहा जाता है। अत्रि ऋषि स्वयं आयुर्वेदाचार्य थे। अश्वघोष के अनुसार, आयुर्वेद-चिकित्सातंत्र का जो भाग अत्रि ऋषि पूरा नहीं कर सके थे उसे इन्होंने पूर्ण किया था। चरकसंहिता के मूल ग्रंथ अग्निवेशतंत्र के रचयिता अग्निवेश के ये गुरु एवं भरद्वाज ऋषि के समकालीन थे। इन्होंने अपने पिता एवं भरद्वाज ऋषि से आयुर्वेद की शिक्षा प्राप्त की थी। इनके रहने का कोई स्थान निश्चित नहीं था। पर्यटन करते हुए ये आयुर्वेद का उपदेश देते थे। आत्रेय के नाम पर लगभग तीस आयुर्वेदीय योग उपलब्ध हैं। इनमें बलतैल एवं अमृताद्य तैल का निर्देश चरकसंहिता में प्राप्त है। अन्य पुनर्वसु एक नक्षत्र भी है। पुराण के अनुसार यदुकुल के राजा। देखिये नक्षत्र सूची नक्षत्र
दिल्ली के एक फार्म हाउस में अपराधियों की एक गैंग की पार्टी में पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पहुंचकर 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए. इस पार्टी में स्पेशल सेल के दो पुलिस कर्मी भी मिले. यह जांच की जा रही है कि पुलिस कर्मी वहां क्यों गए थे? दिल्ली के गवाला डेयरी के फ़ार्म हाउस में जुर्म की दुनिया के खिलाड़ियों की पार्टी चल रही थी. पार्टी में दिल्ली की कपिल सांगवान की गैंग के कई गुर्गे मौजूद थे. उन्हें गैंग के मुखिया कपिल सांगवान का इंतज़ार था. पार्टी में कोई शराब के नशे में चूर था, कोई हथियार लहरा रहा था तो कोई गानों पर थिरक रहा था. लेकिन इससे पहले कि कपिल सांगवान अपने गुर्गों की पार्टी में आता, क्राइम ब्रांच के तीस से ज्यादा हथियारों से लैस पुलिस कर्मी पार्टी में पहुंच गए. पुलिस के पहुंचने पर कुछ लोगों ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने हथियार और डंडे दिखाकर सभी को दबोच लिया. क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर अजीत कुमार सिंगला के मुताबिक पार्टी में कपिल सांगवान की गैंग के सदस्यों के परिवार वाले भी मौजूद थे, जिसमें कुछ महिलाएं भी थीं. पार्टी में कुल 54 लोग मौजूद थे जिनमें से अब तक 15 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. कपिल सांगवान के इन गुर्गों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. यह पार्टी कपिल सांगवान को पैरोल मिलने की खुशी में रखी गई थी. गिरफ्तार किए गए अपराधी. पुलिस ने इन अपराधियों के पास से नौ पिस्तौल और 65 कारतूस बरामद किए हैं. सूत्रों के मुताबिक इस पार्टी में स्पेशल सेल के दो पुलिस कर्मी भी थे जिन्हें पकड़ने के बाद छोड़ दिया गया. लेकिन अभी यह साफ नहीं हुआ है कि पुलिसकर्मी पार्टी में क्या करने गए थे?
अगर आप साउथ दिल्ली में रहते हैं और आश्रम, डीएनडी या नोएडा जाने के लिए रिंग रोड का इस्तेमाल करते हैं तो बेहतर होगा कि आप 30 मई तक इस रास्ते से बचें. दरअसल, पीडब्ल्यूडी ने लाजपत नगर फ्लाईओवर की मरम्मत का काम शुरू किया है. मरम्मत का ये काम 30 मई तक चलेगा. इस दौरान लाजपत नगर फ्लाईओवर का मूलचंद से आश्रम जाने वाला हिस्सा 30 मई तक यातायात के लिए बंद रहेगा. हालांकि फ्लाईओवर के नीचे से मूलचंद से आश्रम जाने वाली सड़क चालू रहेगी और इसपर से यातायात सामान्य और यथावत रहेगा. दरअसल कुछ महीने पहले लाजपत नगर फ्लाईओवर पर गैप आने के बाद दो चरणों में इसकी मरम्मत की योजना बनाई गई थी. पहले चरण में फ़्लाईओवर के आश्रम से मूलचंद की तरफ आने वाले हिस्से को बंद किया गया था और अब दूसरी तरफ यानी मूलचंद से आश्रम की तरफ जाने वाले हिस्से को बंद किया गया है. मूलचंद से आश्रम जाने वाले फ्लाईओवर को भले ही बंद कर दिया गया हो लेकिन नीचे से जाने वाली सड़क चालू है, लेकिन इसकी चौड़ाई कम होने के चलते पीक ट्रैफिक के वक़्त खासतौर पर सुबह दफ्तर जाने वाले समय में ट्रैफिक का दबाव ज्यादा रहने की संभावना है. वैकल्पिक रास्ते की सलाह दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने मरम्मत के काम के मद्देनजर रिंग रोड का इस्तेमाल करने वालों के लिए एडवाइज़री जारी की है. ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि जाम से बचने के लिए लाजपत नगर फ्लाईओवर की तरफ जाने से बचें. जिसे सराय कालें खां और डीएनडी या नोएडा की तरफ जाना है वो बारापुला फ्लाईओवर का इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं फरीदाबाद जाने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने आउटर रिंग रोड का इस्तेमाल करने की सलाह दी है.
खुदरा क्षेत्र की प्रमुख अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट की भारतीय बाजार में प्रवेश पाने के लिए लॉबिंग गतिविधियों की जांच के लिए गठित समिति ने शनिवार को अपनी रपट कारपोरेट मामलों के मंत्री सचिन पायलट को सौंप दी।टिप्पणियां पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मुकुल मुद्गल की अध्यक्षता में गठित इस समिति ने पायलट को उनके निवास पर रिपोर्ट सौंपी। बहरहाल, रिपोर्ट की विस्तृत जानकारी तुरंत उपलब्ध नहीं हो सकी है। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मुकुल मुद्गल की अध्यक्षता में गठित इस समिति ने पायलट को उनके निवास पर रिपोर्ट सौंपी। बहरहाल, रिपोर्ट की विस्तृत जानकारी तुरंत उपलब्ध नहीं हो सकी है। बहरहाल, रिपोर्ट की विस्तृत जानकारी तुरंत उपलब्ध नहीं हो सकी है।
आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद हत्याकांड में शूटर तासीफ उर्फ ताबीज गिरफ्तार. UP STF और CBI ने कानपुर से पकड़ा. इस मामले में इरफान नाम का शूटर पहले से गिरफ्त में है. एक विशेष अदालत ने ‘कांट्रेक्ट किलर’ इरफान की पुलिस हिरासत की अवधि 22 मार्च तक के लिए बढ़ा दी और सीबीआई को उसकी पॉलीग्राफ टेस्ट करने की भी इजाजत दे दी. वरिष्ठ सरकारी वकील हेमंत शुक्ला ने संवाददाताओं को बताया कि इरफान को न्यायिक मजिस्ट्रेट डॉ. शुभ्रा सिंह की विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया, जिसने उसकी पुलिस हिरासत की अवधि 22 मार्च तक के लिए बढ़ा दी. उन्होंने बताया कि उसकी पॉलीग्राफ जांच कब की जाएगी, यह फैसला करना जांचकर्ताओं (सीबीआई) के ऊपर है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इरफान को नौ मार्च को सीबीआई को सौंप दिया था, जिसके बाद जांच एजेंसी ने उसे औपचारिक रूप से आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 120 बी (आपराधिक साजिश रचने) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया. शहला (32) हत्याकांड में इरफान चौथा आरोपी है. उसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने 27 फरवरी को कानपुर के तलाक महल इलाके से गिरफ्तार किया था. उसके अलावा भोपाल आधारित वास्तुकार जाहिदा परवेज, उसकी सहयोगी शबा फारूकी और कथित कांट्रेक्ट किलर शाकिब ‘डेंजर’ इस मामले में तीन अन्य आरोपी हैं.
इस साल पॉन्‍ड्स फेमिना मिस इंडिया वर्ल्‍ड बनी नवनीत कौर ढिल्‍लन ने बाली में आयोजित मिस वर्ल्‍ड प्रतियोगिता के दौरान मल्‍टीमीडिया अवॉर्ड हासिल किया है. भारत की झोली में लगातार दूसरी बार यह अवॉर्ड डालने में नवनीत ने मदद की. मल्‍टीमीडिया अवॉर्ड की शुरुआत साल 2012 में मिस वर्ल्‍ड प्रतियोगिता के समय की गई थी. तब भारत की ओर से वन्‍या मिश्रा ने यह अवॉर्ड जीता था. दरअसल, मल्‍टीमीडिया अवॉर्ड में इस पैमाने पर प्रतिभागियों का टेस्‍ट होता है कि वे मिस वर्ल्‍ड वेबसाइट और फेसबुक पेज पर अपना प्रोफाइल किस तरह हैंडल करती हैं. इसमें यह देखा जाता है कि कोई प्रतियोगी इन पेजों पर किस तरह स्‍टेटस, फोटो और वीडियो अपडेट करता है और अपने फैन्‍स के साथ किस तरह पेश आता है. जिसके फैन्‍स के लाइक, शेयर आदि सर्वाधिक पाए जाते हैं, वह मल्‍टीमीडिया पुरस्‍कार जीतता है. साथ ही मिस वर्ल्‍ड प्रतियोगिता के स्‍कोरबोर्ड पर भी उसके प्‍वाइंट्स बढ़ते हैं. अपने फैन्‍स के साथ बेहतर तरीके से संवाद करने के कौशल की वजह से नवनीत यह पुरस्‍कार हासिल करने में कामयाब रहीं. उन्‍होंने मिस वर्ल्‍ड प्रतियोगिता, 2013 के दौरान अपने अनुभवों को फेसबुक पेज पर सही तरीके से अपडेट किया. उन्‍होंने खुद खींची गई तस्‍वीरों और वीडियो का वेब पर बेहतर इस्‍तेमाल किया. उन्‍होंने दुर्लभ प्रजाति के सुमात्रा टाइगर के बारे में लोगों को जागरूक करके खूब वाहवाही बटोरी. आज की डेट में नवनीत के पेज पर 1 लाख, 20 हजार एक्टिव फैन्‍स हैं. एक सप्‍ताह में उनके फैन्‍स के करीब 10 लाख पोस्‍ट आ रहे हैं. यह सबकुछ उनके समझदारी भरे स्‍टेटस अपडेट, शानदार फोटो पोस्‍ट और अद्भुत कवर फोटो की वजह से हो सका. मल्‍टीमीडिया अवॉर्ड की दौड़ में नवनीत को मिस थाइलैंड और मिस नेपाल से टक्‍कर मिल रही थी. परंतु आखिरकार नवनीत के शानदार प्रदर्शन ने उन्‍हें यह पुरस्‍कार दिलवा दिया.
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की उत्तर-पुस्तिकाओं की स्कैन की हुई प्रतियां अपनी वेबसाइट पर डालने के बारे में विचार कर रहा है. सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले नौजवानों की लंबे समय से मांग रही है कि यूपीएससी उम्मीदवारों की उत्तर-पुस्तिकाएं दिखाया करे. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित कई अन्य केंद्रीय सेवाओं के अधिकारियों की नियुक्ति के लिए सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करने वाली यूपीएससी इस मुद्दे पर कार्मिक मंत्रालय से विचार-विमर्श कर रही है. कार्मिक मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘यूपीएससी अपनी वेबसाइट पर उम्मीदवारों की उत्तर-पुस्तिकाएं अपलोड करने पर विचार कर रही है. फिलहाल यह मामला विचार-विमर्श के दौर में है.’ यूपीएससी अभी उम्मीदवारों की ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन (ओएमआर) उत्तर-पुस्तिकाओं की स्कैन की हुई प्रतियां ऑनलाइन नहीं डालती है. बहरहाल, यूपीएससी साल 2012 से सिविल सेवा परीक्षा की पूरी प्रक्रिया संपन्न हो जाने के बाद किसी की विशेष मांग पर उम्मीदवारों की उत्तर-पुस्तिकाएं मुहैया कराने लगी है. अधिकारी ने कहा कि यूपीएससी पहले सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा की उत्तर-पुस्तिकाएं अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू करेगी और फिर मुख्य परीक्षा की उत्तर-पुस्तिकाएं अपनी वेबसाइट पर डालेगी. गौरतलब है कि प्रारंभिक परीक्षा में बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं जबकि मुख्य परीक्षा में उम्मीदवारों को प्रश्नों के उत्तर लिखने होते हैं यानी इनकी प्रकृति वर्णनात्मक होती है. अधिकारी ने कहा, ‘यदि सभी पक्ष सहमत हुए तो इस फैसले से पूरी चयन प्रक्रिया की विश्वसनीयता में और इजाफा होगा.’ सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में होती है जिसमें पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा, दूसरा चरण मुख्य परीक्षा और अंतिम चरण साक्षात्कार होता है. कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) सिविल सेवा परीक्षा में सफल उम्मीदवारों के नियुक्ति-पत्र जारी होने में देरी को कम करने की दिशा में भी काम कर रही है. डीओपीटी ने इस मामले को सभी संबंधित मंत्रालयों- भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में नियुक्ति के लिए गृह मंत्रालय, भारतीय वन सेवा (आईएफएस) में नियुक्ति के लिए पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में नियुक्ति के लिए विदेश मंत्रालय और भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में नियुक्ति के लिए वित्त मंत्रालय सहित कई अन्य के सामने उठाया है. अधिकारी ने कहा, ‘हम सुनिश्चित करेंगे कि उम्मीदवारों को नियुक्ति-पत्र भेजने में देरी न हो.’
श्रीलंका की नौसैनिकों ने आज कच्चातीवू द्वीप से तमिलनाडु के 400 से ज्यादा मछुआरों को खदेड़ दिया और उनकी छह नौकाओं के मछली पकड़ने वाले जाल भी कथित तौर पर काट दिए। रामेश्वरम मछुआरा संघ के अध्यक्ष सागायम ने कहा कि श्रीलंका के नौसैनिकों ने मछुआरों पर अपने (श्रीलंका के) जलक्षेत्र से मछलियां पकड़ने का आरोप लगाते हुए उनके जाल काट दिए और वहां से उन्हें खदेड़ दिया।टिप्पणियां सागायम ने केंद्र से अपील की है कि वह श्रीलंकाई नौसेना की ओर से तमिलनाडु के मछुआरों के साथ की गई ‘बर्बरता’ पर कदम उठाए। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रामेश्वरम मछुआरा संघ के अध्यक्ष सागायम ने कहा कि श्रीलंका के नौसैनिकों ने मछुआरों पर अपने (श्रीलंका के) जलक्षेत्र से मछलियां पकड़ने का आरोप लगाते हुए उनके जाल काट दिए और वहां से उन्हें खदेड़ दिया।टिप्पणियां सागायम ने केंद्र से अपील की है कि वह श्रीलंकाई नौसेना की ओर से तमिलनाडु के मछुआरों के साथ की गई ‘बर्बरता’ पर कदम उठाए। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सागायम ने केंद्र से अपील की है कि वह श्रीलंकाई नौसेना की ओर से तमिलनाडु के मछुआरों के साथ की गई ‘बर्बरता’ पर कदम उठाए। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मची खींचतान के बाद पार्टी प्रदेश प्रभारी को दखल देना पड़ा है. मुख्यमंत्री के उम्मीदवार को लेकर इन दिनों कांग्रेस में कोहराम मचा है. कुर्सी की दौड़ में शामिल नेताओं की प्रतिस्पर्धा के चलते प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया को कहना पड़ा है कि कांग्रेस को सीएम के चेहरे की आवश्यकता नहीं है. पीएल पुनिया ने कहा, पहले चुनाव में जीत दर्ज करेंगे फिर पार्टी हाईकमान जिसे भी मौका देगी वही सीएम का चेहरा होगा. अंबिकापुर में पत्रकारों से बात करते हुए पीएल पुनिया ने कहा कि अभी उनका पूरा ध्यान चुनाव पर है. उनके मुताबिक पंद्रह अगस्त तक 90 फीसदी प्रत्याशी तय कर उनकी सूची एआईसीसी को भेज दी जाएगी. कांग्रेस के भीतर पार्टी नेताओं में चुनाव जीतने की नहीं बल्कि इन दिनों मुख्यमंत्री का चेहरा बनने की होड़ मची है. इसके लिए कई नेता जोर आजमाइश के दौर में हैं. इसे लेकर सार्वजनिक रूप से बयान भी जारी किया जा रहा है. नेताओं में मची खींचतान से कांग्रेस में अभी से ही फूट का खतरा मंडराने लगा है. लिहाजा पीएल पुनिया को इस मामले में दखल देना पड़ा. ये है मुख्यमंत्री के दावेदार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंह देव, पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत, पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष डॉ शिवकुमार डहरिया और रामदयाल उइके ने खुद को सीएम पद का दावेदार करार दिया है. इसके बाद कई और पूर्व विधायक भी मुख्यमंत्री की कुर्सी के दावेदार बन गए थे. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर नवंबर माह में हैं. इसकी वजह से राज्य में सियासी पारा गरमाया हुआ है. पीएल पुनिया ने पूर्व कांग्रेसी नेता अजित जोगी का नाम लिए बगैर उन पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अभी तक कांग्रेस के भितरघाती लोग पार्टी को चुनाव में हराते रहे हैं. लेकिन अब उनकी कांग्रेस से विदाई हो गई है. उनके मुताबिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी अब जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं. इससे बीजेपी की हार सुनिश्चित है. उन्होंने कहा कि जो दल कांग्रेस के विधारधारा से मेल खाते हैं उनसे ही पार्टी गठबंधन करेगी. हालांकि उनकी तैयारी राज्य की सभी 90 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने की है. दरअसल इन दिनों चर्चा जोरों पर है कि राज्य में कांग्रेस मत विभाजन से बचने के लिए बीएसपी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से तालमेल की जुगत में है. उधर बीजेपी ने पीएल पुनिया के मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने तंज कसते हुए कहा है कि आज भी कांग्रेस में जीते हुए विधायकों को फैसला लेने का हक़ नहीं है. बल्कि पार्टी आलाकमान के रूप में एक मात्र परिवार का सिक्का चल रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र की सिर्फ बात करती है. वास्तव में जीते हुए जनप्रतिनिधियों पर फैसला गांधी परिवार का थोपा जाता है. इसकी पुष्टि पीएल पुनिया के बयानों से होती है. उनके मुताबिक कांग्रेस मुंगेलीलाल के हसीन सपने देख रही है. सुंदरानी ने कहा कि दरअसल मुख्यमंत्री रमन सिंह के मुकाबले कांग्रेस के पास ऐसा कोई चेहरा नहीं है, जिस पर जनता विश्वास कर सके. उन्होंने कहा कि अपने विधानसभा क्षेत्र में सिमित नेताओं की हकीकत कांग्रेस बखूबी जानती है. इसलिए वो भावी मुख्यमंत्री का चेहरा जनता के बीच में लाने से परहेज कर रही है.
यह लेख है: तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद केसीआर ने रविवार से शुरू कर दी है. सबसे पहले उन्होंने विशाखापत्तनम में राजश्यामला मंदिर में पूजा-अर्चना की और इसके बाद शारदा पीठ के महंत स्वामी स्वरुपानेंद्र से आशीर्वाद लिया और सीधे भुवनेश्वर के लिए रवाना हो गए. जहां उनकी मुलाकात ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से हुई जो 20 सालों से राज्य के मुख्यमंत्री हैं. नवीन पटनायक ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों से दूरी बना रखी है. इस राज्य में बीजेपी नवीन पटनायक के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है. स्थानीय निकाय चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया है. मुलाकात के बाद नवीन पटनायक ने केसीआर को जीत पर बधाई दी और किसानों को लेकर उनकी नीतियों की तारीफ की. साथ में उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय मोर्चा  बनाए जाने के लिए उन्होंने कोई वादा नहीं किया है.  आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में नवीन पटनायक बीजेपी का समर्थन कर चुके हैं जबकि उप राष्ट्रपति के चुनाव में वह विपक्ष के साथ चले गए थे हालांकि बीजू जनता दल के विधायकों पर क्रॉस वोटिंग का भी आरोप लगा. इसके बाद राज्यसभा के उप सभापति के चुनाव में भी पीएम मोदी से फोन करने के बाद उन्होंने एनडीए प्रत्याशी को समर्थन किया था. अब के.चंद्रशेखर राव की मुलाकात बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से होनी है. ममता भी तीसरा मोर्च बनाने की वकालत कर चुकी हैं. माना जा रहा है कि तीसरे मोर्चे में शामिल होने के लिए कई नेता तैयार हैं. जिनमें मायावती भी हैं.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ विशाखापत्तनम वनडे में एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. उन्होंने सचिन तेंदुलकर के एक बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. इस र‍िकॉर्ड के टूटते ही पूरे देश में जश्न का माहौल है. व‍िराट की इस अचीवमेंट पर उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने खास अंदाज में चियर भी किया. अनुष्का ने इंस्टा स्टोरी में क्रिकेट मैच की तस्वीरों के शॉट के साथ लिखा है, "What a Man." अनुष्का ने इसी के साथ एक प्यार भरा इमोजी भी बनाया है. अनुष्का के चीयर करने का अंदाज फैंस को काफी पसंद आ रहा है. वैसे अनुष्का कई बार व‍िराट को च‍ियर करने के लिए ब‍िजी शेड्यूल से समय न‍िकालकर स्टेड‍ियम पहुंचती हैं. फैंस के बीच "विरुष्का" के नाम से मशहूर ये जोड़ी सोशल मीड‍िया छाई रहती है. बता दें विराट कोहली ने दूसरे वनडे में वेस्टइंडीज के खिलाफ 81 रन बनाते ही मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 10 हजार रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया. सचिन तेंदुलकर की बात करें तो उन्होंने 266वां वनडे खलते हुए 259वीं पारी में सबसे तेज 10 हजार वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया था. विराट ने महज 213 वनडे की 205 पारियों में ही 10 हजार रनों का आंकड़ा छूकर न सिर्फ सचिन को पीछे छोड़ा और सबसे तेज 10 हजार रन बनाने का नया कीर्तिमान बना डाला. विराट को इस उपलब्धि के लिए दुनियाभर से बधाइयां मिल रही हैं.
भारत के सबसे शानदार क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का जीवन हमारे वर्तमान का तो हिस्सा है ही, अब इसे हमारी पढ़ाई लिखाई के हिस्से के रूप में आधिकारिक तौर पर जगह मिलने वाली है.महाराष्ट्र सरकार ने यह फैसला किया है कि राज्य बोर्ड की स्कूली किताबों में इतिहास और साहित्य विषय में से किसी एक में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर पर भी एक अध्याय होगा.राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री राजेंद्र डर्डा ने सोमवार को ऐलान किया कि बच्चों को प्रेरणा मिले, इस मकसद से सरकार ने यह फैसला किया है. इसके लिए जरूरी प्रोसेस शुरू कर दिया गया है. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब इस राज्य के स्टूडेंट्स किसी क्रिकेटर के बारे में अपनी स्कूली किताबों में पढ़ेंगे. इससे पहले चंद्रकांत गुलाबराव उर्फ चंदू बोर्डे और लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर भी सिलेबस में जगह पा चुके हैं.मराठी भाषा के माध्यम से पढ़ाई करने वालों के सिलेबस में इन दोनों पर अध्याय रहे हैं.एक लंबे अरसे से सुनील गावस्कर की आत्मकथा ‘सनी डेज’ के एक अध्याय का मराठी अनुवाद महाराष्ट्र के स्कूलों में पढ़ाया जा रहा है. महाराष्ट्र सरकार ने स्टेट एजुकेशन बोर्ड की सिलेबस तय करने वाली कमेटी से इस मसले पर कदम उठाने को कहा है.कमेटी तय करेगी कि किस क्लास के बच्चे सचिन पर चैप्टर पढ़ें. कमेटी यह भी तय करेगी कि यह चैप्टर मराठी भाषा साहित्य की किताब में हो या फिर इतिहास की किताब में.
अयोध्या जमीन विवाद (Ayodhya Land Dispute Case) मामले में Supreme Court में गुरुवार को 27वें दिन की सुनवाई हुई. इस दौरान मुस्लिम पक्षकार की ओर से राजीव धवन ने कहा कि रामचबूतरा ही राम का जन्म स्थान था न कि गुम्बद. 1855 में हिन्दू-मुसलमानों के बीच दंगे फसाद होने के बाद अंग्रेजों ने विवादित ढांचे में रेलिंग बना दी थी. इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि हिन्दू गुम्बद के नीचे ही पूजा करते थे. इन्हीं दलीलों के साथ धवन ने कोर्ट में दिए गए रामसूरत तिवारी के बयान को ढुलमुल बताते हुए कहा कि 1995 में तिवारी ने 1935 में की गई अपनी पहली राम जन्मभूमि यात्रा के बारे में बताते हुए गर्भगृह में रामलला की तस्वीर और मूर्ति के दर्शन करने की बात कही थी, लेकिन जिरह में वो ये नहीं बता पाए कि वो किस दरवाजे से अंदर घुसे थे? यानी उनका बयान तथ्य पर आधारित नहीं है.  सुनवाई के दौरान जस्टिस भूषण ने कहा कि हाईकोर्ट ने अपने फैसले में तिवारी के बयान पर भरोसा किया है तो आपके उस पर भरोसा नहीं करने का क्या तर्क है? इस पर धवन ने कहा कि मैं तो सिर्फ बयान के हवाले से बता रहा हूं, आप तो काफी आक्रामक हो गए! इस पर रामलला के वकील वैद्यनाथन ने कहा कि 1855 में हिन्दू-मुस्लिम तनाव, धवन का ये बर्ताव दुर्भाग्यपूर्ण है. इस पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने फिर धवन को जस्टिस भूषण के सवाल का जवाब देने को कहा. इसके बाद धवन ने अपने अंदाज और जवाब पर सफाई देते हुए माफी मांग ली.
साल 1987, तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी मिस्टर क्लीन की छवि लेकर चल रहे थे. तभी बोफोर्स तोपों की खरीद में दलाली का मामला उछला, भ्रष्टाचार के इस मुद्दे पर विपक्षी एकता ने राजीव गांधी और उनकी सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किये. साल 1989 आते आते बोफोर्स बड़ा चुनावी मुद्दा बना और राजीव सरकार हार गई. अब तीस साल बाद कांग्रेस इसी हथियार से इतिहास को दोहराने की कोशिश में है. हां, फर्क यह है कि, इस बार राजीव गांधी के बेटे और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्ष को साथ लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2019 में सत्ता से बाहर करने की रणनीति बना रहे हैं. वैसे इस बार भी सौदा रक्षा का ही है और वो है राफेल. राज्य सभा से कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया का मानना है कि बोफोर्स तो फर्जी मुद्दा बनाया गया था, जो कोर्ट ऑफ लॉ में खारिज हो गया. असली घोटाला तो राफेल है, जिसमें सब शीशे की तरह साफ है कि, कैसे कीमत बढ़ाई गई और कैसे एक उद्योगपति को फायदा दिया गया. राफेल डील 2019 चुनावों मे मुख्य मुद्दा होगा. गौरतलब है कि पहले राहुल गांधी ने अपनी रैलियों में लगातार इस मुद्दे को उठाया, कांग्रेस ने बार बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मसले को बनाए रखा. फिर राहुल ने मोदी सरकार के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम की मौजूदगी में राफेल मुद्दे को सदन के पटल पर पूरी ताकत के साथ उठाया. मामला शांत न होने पाए इसलिए दो दिन बाद ही पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राहुल के आरोपों को और आगे बढ़ाया. इसके बाद पार्टी की एक बैठक में खुद राहुल ने अपने नेताओं से कहा कि, राज्यों में जिन मुद्दों पर आप मीडिया से मुखातिब होते हैं, होते रहें. लेकिन साथ ही राफेल जैसे बड़े राष्ट्रीय मसले पर भी सरल शब्दों में मीडिया को बताएं. इसके बाद कांग्रेस मीडिया विभाग और सोशल मीडिया विभाग ने इस मुद्दे को जन जन तक पहुंचाने के लिए अपनी रणनीति बनाई है. इसके तहत राहुल के राफेल पर लगाये गये आरोपों वाले बयान की छोटी छोटी क्लिप बनाकर वायरल की गईं. आगे भी अलग अलग भाषाओं में इसके छोटे-छोटे पैम्फलेट बांटकर इसको कोने कोने में पहुंचाने की तैयारी है.  इस पूरी कवायद में इस बात का खास खयाल रखा जा रहा है कि, आसान भाषा जनता में भरोसा पैदा करने वाली और आकर्षक हो. रणनीति के तहत, राहुल के आरोपों के तीन बिंदुओं को ख़ास तौर हाई लाइट किया जाना है: 1. यूपीए सरकार के दौरान जो लड़ाकू विमान 520 करोड़ का था, वो मोदी सरकार तीन गुना कीमत 1670 करोड़ रूपये में क्यों खरीद रही है? 2.यूपीए ने रख-रखाव और भविष्य में उत्पादन का जिम्मा सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड को दिया, उसको मोदी सरकार ने एक प्राइवेट कंपनी को दिया, जिसके पास लड़ाकू क्या विमान बनाने का कोई अनुभव नहीं है. 3.देश की सुरक्षा से जुड़े रक्षा सौदे में घोटाला हुआ. कांग्रेस को शायद याद है कि, बोफोर्स के वक़्त 64 करोड़ की दलाली का आंकड़ा विपक्ष ने बार-बार ऐसे ही उछाला जो सबकी जुबान पर चढ़ गया. कुछ इसी तर्ज पर कांग्रेस भी आंकड़ों को सरल और सीधे तरीके से चुनावी मुद्दा बनायेगी. मुद्दा खत्म ना हो इसके लिए राहुल , बाकी नेता और कांग्रेस, विपक्ष को साथ लेकर आगे भी इस मुद्दे को नए-नए तरीके से उठाते रहेंगे. इसी रणनीति के तहत कांग्रेस लोकसभा में इस मुद्दे पर पीएम और रक्षा मंत्री पर गलतबयानी का आरोप लगाकर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की तैयारी में हैं.  वहीं कभी यूपीए सरकार की धुरविरोधी रही आम आदमी पार्टी भी इस मुहिम में कांग्रेस के साथ खड़ी है, पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह भी इस मुद्दे पर राज्य सभा में पीएम मोदी को घेर रहे हैं. कुल मिलाकर 1989 में तो विपक्ष ने कांग्रेस के खिलाफ एक रक्षा सौदे को हथियार बनाकर उसे सियासी फर्श पर ला दिया था, ठीक वैसे ही अब कांग्रेस विपक्ष के साथ मिलकर एक रक्षा सौदे के जरिये सियासत के इतिहास को दोहराना चाहती है.
पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11400 करोड़ रुपये के महाघोटाले के बाद बैंक सतर्क हो गए हैं. इसी दिशा में बैंकों ने एक और कड़ा कदम उठाने की योजना बना ली है. अब बैंक अपने कर्मचारियों की गलती से होने वाले फ्रॉड की वजह से हो रहे नुकसान को कम करने के लिए बीमा कवर बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं. एक सरकारी बैंक के अध‍िकार ने कहा कि पीएनबी में हजारों करोड़ का घोटाला और OBC में 390 करोड़ रुपये का फ्रॉड इसकी वजह है. उन्होंने कहा कि फ्रॉड की वजह से होने वाले नुकसान से बचने के लिए बैंक बेसिक बैंकर्स इंडेम्निटी पॉलिसी की बजाय बीमा कवर बढ़ाने को लेकर सोचने पर मजबूर हो गए हैं. पीएनबी में इतना बड़ा घोटाला सामने आने के बाद बैंक लगातार आंतरिक व्यवस्था को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. कर्मचारियों की निगरानी कड़ी कर दी गई है. इसके अलावा बैंक के आंतरिक तंत्र को भी मजबूत करने पर ध्यान दिया जा रहा है. अब अपनी बैलेंस शीट को सुरक्ष‍ित रखने के लिए बैंक बीमा कवर बढ़ाने पर भी विचार कर रहे हैं. पंजाब नेशनल बैंक के पास केवल बेसिक बैंकर्स इंडेम्निटी पॉलिसी थी. इसकी बदौलत बैंक कर्मचारियों द्वारा किए जाने वाले फ्रॉड के मामले में बैंक सिर्फ 2 करोड़ रुपये तक का कवर हासिल कर सकता है. इस कवर के बूते पंजाब नेशनल बैंक 11400 करोड़ रुपये के फ्रॉड में से 0.2  फीसदी से भी कम कवर कर सकेगा. बता दें कि हाल ही में आरबीआई की एक रिपोर्ट आई थी, इसमें बताया गया था कि हर चार घंटे में एक बैंक कर्मचारी फर्जीवाड़ा करने में शामिल होता है. आरबीआई डाटा के मुताबिक 1 जनवरी, 2015 से 31 मार्च, 2017 के बीच सरकारी बैंकों के 5,200 कर्मचारियों के ख‍िलाफ फ्रॉड में शामिल होने को लेकर कार्रवाई की गई है. आरबीआई डॉक्युमेंट्स के मुताबिक फर्जीवाड़े में शामिल होने वाले कर्मचारियों के ख‍िलाफ कार्रवाई की गई है. इनमें से जहां कुछ लोगों पर जुर्माना लगाया गया है. वहीं, कुछ को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. बता दें कि केंद्रीय बैंक पिछले साल अप्रैल, 2017 से यह डाटा जमा कर रहा है. PNB में हुआ 11400 करोड़ का घोटाला: देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई स्थित एक शाखा में करीब 11,400 करोड़ रुपये का फर्जी ट्रांजैक्शन किया गया. पंजाब नेशनल बैंक ने 5 फरवरी को सीबीआई के सुपुर्द लगभग 280 करोड़ रुपये के फर्जी ट्रांजैक्शन का मामला सुपुर्द किया था. इस मामले की जांच सीबीआई कर ही रही थी कि बैंक की मुंबई स्थित महज एक ब्रांच से आई फर्जीवाड़े सूचना ने बैंक को 11,360 करोड़ रुपये के अतिरिक्त नुकसान में ला दिया. इस मामले में लगातार जांच जारी है और इसमें जांच एजेंसियों ने कई गिरफ्तारियां भी कर ली हैं. धोखाधड़ी के इस मामले के केंद्र में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि ज्वैलर्स से जुड़े मेहुल चौकसी हैं.
बिरामपुर उपजिला, बांग्लादेश का एक उपज़िला है, जोकी बांग्लादेश में तृतीय स्तर का प्रशासनिक अंचल होता है (ज़िले की अधीन)। यह रंगपुर विभाग के दिनाजपुर ज़िले का एक उपजिला है, जिसमें, ज़िला सदर समेत, कुल १३ उपज़िले हैं, और मुख्यालय दिनाजपुर सदर उपजिला है। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से उत्तर की दिशा में अवस्थित है। यह मुख्यतः एक ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। जनसांख्यिकी यहाँ की आधिकारिक स्तर की भाषाएँ बांग्ला और अंग्रेज़ी है। तथा बांग्लादेश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही, यहाँ की भी प्रमुख मौखिक भाषा और मातृभाषा बांग्ला है। बंगाली के अलावा अंग्रेज़ी भाषा भी कई लोगों द्वारा जानी और समझी जाती है, जबकि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक निकटता तथा भाषाई समानता के कारण, कई लोग सीमित मात्रा में हिंदुस्तानी(हिंदी/उर्दू) भी समझने में सक्षम हैं। यहाँ का बहुसंख्यक धर्म, इस्लाम है, जबकि प्रमुख अल्पसंख्यक धर्म, हिन्दू धर्म है। राजशाही विभाग में, जनसांख्यिकीक रूप से, इस्लाम के अनुयाई, आबादी के औसतन करीब ८८% है, जबकि शेष जनसंख्या प्रमुखतः हिन्दू धर्म की अनुयाई है। यह मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। अवस्थिती बिरामपुर उपजिला बांग्लादेश के उत्तरी सीमान्तों में स्थित, रंगपुर विभाग के दिनाजपुर जिले में स्थित है। इन्हें भी देखें बांग्लादेश के उपजिले बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल रंगपुर विभाग उपज़िला निर्वाहि अधिकारी सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ उपज़िलों की सूची (पीडीएफ) (अंग्रेज़ी) जिलानुसार उपज़िलों की सूचि-लोकल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, बांग्लादेश http://hrcbmdfw.org/CS20/Web/files/489/download.aspx (पीडीएफ) श्रेणी:रंगपुर विभाग के उपजिले बांग्लादेश के उपजिले
मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी शैलजा द्विवेदी के भाई सुकरण कालिया ने उन आरोपों का खंडन किया है कि मेजर हांडा और शैलजा के बीच कोई अवैध संबंध थे. सुकरण के मुताबिक शैलजा और मेजर अमित का छोटा सा परिवार बहुत खुशहाल था और जल्द ही वे वर्ल्ड टूर पर जाने वाले थे. शैलजा के परिवार ने हांडा के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है. बहन की निर्मम हत्या से दुखी शैलजा के भाई ने आरोपी मेजर निखिल हांडा के लिए फांसी की सजा की मांग की है. सुकरण का कहना है कि उनकी बहन का मर्डर किया गया है, इस हिसाब से वे आरोपी के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहे हैं. अभी तक की जांच में सामने आया है कि मेजर निखिल हांडा फेसबुक पर शैलजा का पीछा करता रहा. और उसके बाद वह जहां भी जाती थी. वो उसके पीछे हो लेता था. चाहे अस्पताल हो या फिर दूसरी जगह, वो लगातार उसका पीछा करता था. कैमरे पर न आने की शर्त पर मेजर अमित द्विवेदी ने आज तक को बताया कि उनकी जानकारी के मुताबिक मेजर हांडा शैलजा का पीछा करते-करते अमृतसर भी आया था. अमित ने बताया कि वह अमृतसर के कैंट एरिया की सीसीटीवी फुटेज हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, जहां पर हांडा आकर ठहरा था. उधर, जब शैलजा का पीछा करने के आरोपों को लेकर सुकरण कालिया से बात की गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की. सुकरण ने कहा "अगर वह अपने लेवल पर पीछा कर रहा था तो मुझे नहीं पता. मुझे और मेरे परिवार को इसकी कोई जानकारी नहीं है." शैलजा के भाई ने बताया कि उनकी बहन बहुत जॉली नेचर की थी और उनकी शादी 2009 में हुई थी. उसके बाद वह अपने पति और बेटे के साथ बहुत खुशहाल जिंदगी जी रही थी. सुकरण ने कहा "मेरी सिस्टर की लाइफ में सिर्फ एक ही सेटबैक आया आया था, जब हमारे पिता की मृत्यु हुई थी. उनके वैवाहिक जीवन में कोई भी दिक्कत नहीं थी.'' सुकरण के मुताबिक "आप फेसबुक पर उनकी तस्वीरें देख सकते हैं, वह किस तरह से पारिवारिक जीवन जी रही थी. मुझे उन तस्वीरों को देखकर लगता था कि वह सबसे हैप्पी कपल था. मेरी बहन और उसका परिवार बहुत घूमते थे, बहुत खुशियां मनाते थे." शैलजा के भाई कालिया ने सेना अधिकारियों से अपील की है कि सेना में कोई भी मेजर हांडा सरीखा सनकी अधिकारी नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, "मैं देश के सेना के अधिकारियों से पूछना चाहता हूं कि यदि कोई सेना अधिकारी इस तरह की सनक दिखाता है तो उसका अंजाम क्या होगा. आज मैं बहुत दुखी हूं. मेरी बहन इस दुनिया में नहीं है. मेरा भांजा अकेला पड़ गया है. सारा परिवार बिखर गया है." सुकरन कालिया ने कहा कि एक छावनी में रहने वाले कुछ परिवार अगर नजदीक आते हैं, साथ उठते बैठते हैं, खाते-पीते हैं, कोई सोशल मीडिया ग्रुप बनाते और कोई महिला मेल मिलाप के दौरान किसी को हेलो हाय करती है, तो क्या उसका मतलब इस तरह से निकाला जाना चाहिए जैसे मेजर हांडा ने निकाला. सुकरण का साफ कहना है, "मेरी बहन और मेरे जीजा जी के बीच बहुत अच्छे संबंध थे. मेरे जीजाजी कुछ समय के बाद सयुंक्त राष्ट्र मिशन पर जा रहे थे. वहां जाकर उनका यूरोप घूमने का प्लान था. वह विश्व भ्रमण पर भी जाना चाहते थे. मुझे नहीं लगता कि इस कहानी में कोई अवैध संबंध जैसी बात है." सुकरन ने कहा कि उनकी बहन महत्वकांक्षी थी. उसने सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया और जीवन में बहुत अच्छे अच्छे काम किए. वह एक सामाजिक संस्था से भी जुड़ी थी. "वह गरीब बच्चों को खाना खिलाती थी, पढ़ाती थी लेकिन किसी महत्वकांक्षी महिला को देखकर उसे फॉलो करना, उसे तंग करना और बाद में उसकी हत्या कर देना कौन सा इंसाफ है.''