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एक सारांश बनाओ: मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में तैनात अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार शर्मा, के घर में घुसकर लुटेरों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया. घटना के वक्त वे घर में अकेले थे क्योंकि उनका परिवार दिल्ली में है. रात लगभग 1.30 बजे, तलवार और दूसरे तेज धार वाले हथियारों से लैस 3-4 अज्ञात लोगों ने पहले जज के नौकर के कमरे को बाहर से बंद किया और फिर जज के बेडरूम में आने के लिए कम से कम दो कमरों के खुले दरवाजे तोड़ दिए.          जज उमरिया जिले के खलेसर नाका के पास स्थित कालोनी में किराये के मकान में रहते हैं. आरोपियों ने जज साहब को बिस्तर से बांधने से पहले एक कंबल से ढंक दिया और उसके बाद कीमती सामान और पैसे के लिए सभी कमरों की तलाशी ली. उन्होंने जज से उन्हें पैसे और गहनों के बारे में बताने के लिए कहा, लेकिन जब जज ने उन्हें बताया कि घर के अंदर ज्यादा नकदी या आभूषण नहीं हैं, तो अज्ञात हथियारबंद लोग लगभग 500 रुपये नकद लेकर घर से चले गए. लुटेरे उनका सेल-फोन और लैपटॉप भी ले जा रहे थे, लेकिन जाने से पहले उन्होंने उसे छोड़ दिया.      जज के बंगले पर तैनात सुरक्षाकर्मी अपने करीबी रिश्तेदार के इलाज के लिए चित्रकूट गए थे. बड़ी मुश्किल के बाद जज ने खुद को आज़ाद किया और फिर अपने नौकर के कमरे में गए, जिसे बाहर से लुटेरों ने बंद कर दिया था. बाद में उन्होंने नौकर के फोन का उपयोग करते हुए अपने कार चालक को बुलाया, जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई. उमरिया जिले के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने कहा, “मुख्य रूप से यह डकैती के उद्देश्य से घर में घुसने का मामला लगता है. आईपीसी की धारा 394 के तहत मामला दर्ज किया गया है और अपराध की जांच के लिए एक विशेष जांच दल-एसआईटी का गठन किया गया है."
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सेल-फोन और लैपटॉप ले जा रहे थे लेकिन जाने से पहले छोड़ गए जज को बिस्तर से बांधा, कंबल से ढंका और घर की तलाशी ली जज का परिवार दिल्ली में होने से वे घर में अकेले थे
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था ने जो समृद्धि लाई है उसमें नक्सल प्रभावित इलाकों के लोगों को उचित हिस्सेदारी मिलनी चाहिए जबकि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इन इलाकों में सड़क सम्पर्क के लिए प्रधानमंत्री से अतिरिक्त निधि की मांग की। 'एकीकृत कार्य योजना (आईएपी) जिलों में ग्रामीण विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्यवन के लिए उचित विकास रणनीति पर राष्ट्रीय कार्यशाला' विषय पर अपने समापन भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास की कमी वाम-पंथ चरमपंथी इलाकों के निवासियों के बीच अक्सर अलगाव की भावना पैदा करती है। उन्होंने कहा, "यदि अलगाव की भावना को अपनेपन की भावना में बदलनी है तो हमारे कार्यक्रमों एवं नीतियों से यह सुनिश्चित होना चाहिए कि इन इलाकों के लोगों की समृद्धि में बराबर की हिस्सेदारी है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि जमीनी स्तर पर योजनाओं को क्रियान्वित करने वाले जनता के प्रतिनिधियों और अधिकारियों को योजनाओं में बदलाव करने की अत्यधिक आजादी रखनी होगी क्योंकि 'ये योजनाएं एक दूरी से काफी मजबूत लग सकती हैं लेकिन जमीनी स्तर पर इनमें कई समस्याएं होती हैं।' उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि योजना आयोग, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय के समक्ष यह चुनौती इस चीज को उपस्थित करने वाली है। 12वीं पंचवर्षीय योजना के लिए जमीनी स्तर से सीख लेना हमारी विकास योजना का प्रमुख बिंदु रहा है।" एकीकृत कार्य योजना (आईएपी) का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आईएपी का उद्देश्य वाम-पंथी चरमपंथ से प्रभावित अत्यंत पिछड़े इलाकों में विकास की कमी को दूर करना है। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में सुरक्षा का अभाव विकास में एक बड़ी बाधा है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि विभिन्न योजनाओं के लिए धन का प्रबंध करने वाली संस्थाओं को सुरक्षा प्रदान किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक इमारत से पुलिस स्टेशन, बैंक और इस तरह की गतिविधियां चलाने वाले उपक्रमों को संचालित किया जा सकता है और इसके लिए प्रयोग किया जा सकता है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने दिन भर चली बैठक की समाप्ति पर कार्यशाला के महत्वपूर्ण निष्कर्षो को पढ़ा। इस कार्यशाला में 60 जिलों के जिलाधिकारियों ने हिस्सा लिया। रमेश ने प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि  60 आईएपी जिलों के करीब सभी निवासियों को जोड़ने वाले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना को अगले तीन वर्ष के लिए अतिरिक्त 35000 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। रमेश ने बाद में पत्रकारों को बताया कि प्रधानमंत्री ने फैसला किया है कि वह इस मुद्दे को केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम के साथ चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि मार्च 2012 तक प्रत्येक आईएपी जिले में 500 लोगों को 'भारत निर्माण स्वयंसेवकों' के रूप में भर्ती की जाएगी। वहीं, चिदम्बरम ने कहा कि सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती नक्सलवाद से निपटना है। सरकार नक्सलियों के साथ बातचीत के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए उन्हें वार्ता की मेज पर आना होगा। कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर चिदम्बरम ने इस बात पर भी जोर दिया कि असली समस्या शांति स्थापित करना या विकास नहीं, बल्कि ग्रामीणों का दिल जीतना है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी घटनाओं के मुकाबले नक्सली हिंसा में इस वर्ष अधिक लोग मारे जा चुके हैं। चिदम्बरम के मुताबिक इस वर्ष पहले आठ महीनों में आतंकवादी घटनाओं के दौरान 26 नागरिक मारे जा चुके हैं। इसके अलावा 46 लोग पूर्वोत्तर में आतंकवादी घटनाओं के दौरान तथा जम्मू एवं कश्मीर में 27 लोग मारे जा चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ इस वर्ष नक्सलियों द्वारा कुल 297 लोग मारे जा चुके हैं। चिदम्बरम ने कहा कि इन सबके उलट इस वर्ष 109 सुरक्षाकर्मी नक्सली हिंसा में मारे गए जबकि 50 लोग जम्मू एवं कश्मीर तथा पूर्वोत्तर में हिंसा के दौरान मारे गए। चिदम्बरम ने कहा कि योजना अयोग के सदस्यों ने बताया है कि आईएपी के तहत चलायी जा रही किसी भी परियोजना को नक्सलियों ने निशाना नहीं बनाया है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने पिछले साल नौ राज्यों के 60 जिलों को आईएपी योजना में शामिल करने की मंजूरी दी थी और इसके तहत वर्ष 2010-11 में 25 करोड़ रुपये और वर्ष 2011-12 के लिए 30 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की मंजूरी दी गई थी।
यहाँ एक सारांश है:पीएम ने कहा कि जमीनी स्तर पर योजनाओं को क्रियान्वित करने वाले जनता के प्रतिनिधियों और अधिकारियों को योजनाओं में बदलाव करने की आजादी रखनी होगी।
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: नोएडा के चर्चित आरुषि और हेमराज हत्याकांड की सुनवाई के लिए गाजियाबाद कोर्ट पहुंचे आरुषि के पिता डॉक्टर राजेश तलवार पर एक शख्स ने हमला कर दिया। हमले में डॉक्टर तलवार घायल हो गए। रुचिका गिरहोत्रा मामले में आरोपी हरियाणा के पूर्व डीजीपी एसपीएस राठौड़ पर कोर्ट में हमला करने वाले शख्स ने ही राजेश तलवार पर भी हमला किया। इस शख्स का नाम उत्सव शर्मा है। गाजियाबाद के एसपी के मुताबिक उत्सव शर्मा का कहना है कि अदालती फैसले में देरी से वह नाराज था, इसीलिए उसने यह हमला किया। उत्सव शर्मा पर हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हमलावर युवक ने डॉक्टर तलवार पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे उनके सिरे के बायें हिस्से से काफी खून निकलने लगा। इस घटनाक्रम के बीच युवक को वहां खड़े लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस उसे अदालत परिसर में लॉकअप में ले गई। वकीलों ने कहा कि इस घटना के बाद मामले की सुनवाई टाल दी गई और सुनवाई की अगली तारीख 8 फरवरी निर्धारित की गई। राजेश तलवार को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है और वह खतरे से बाहर बताए गए हैं। तलवार आरुषि केस की सुनवाई के लिए अदालत गए थे। गौरतलब है कि आरुषि-हेमराज दोहरे हत्याकांड में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ राजेश तलवार ने 86 पन्नों की विरोध याचिका दायर की है और इस मामले की नए सिरे से जांच की मांग रखी है।इससे पहले गत शुक्रवार को मामले की सुनवाई के दौरान विशेष अदालत ने इस हत्याकांड से जुड़े दस्तावेज आरुषि के पिता राजेश तलवार को न देने का आदेश दिया था। अदालत ने यह आदेश आदेश तलवार को 'संदिग्ध अभियुक्त' बताने के बाद दिया था। गौरतलब है कि 16 मई, 2008 को नोएडा के जलवायु विहार अपार्टमेंट में 14 वर्षीय आरुषि का शव बरामद किया गया था। शुरुआत में तलवार दंपति के घरेलू नौकर हेमराज को हत्या का संदिग्ध बताया गया था, लेकिन एक दिन बाद ही हेमराज का शव भी छत से बरामद किया गया था। इस हत्याकांड के बाद राजेश तलवार को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उनके खिलाफ सबूत न होने की वजह से छोड़ दिया गया।
संक्षिप्त पाठ: गाजियाबाद कोर्ट में जिस शख्स ने आरुषि के पिता राजेश तलवार पर हमला किया, वह रुचिका केस के आरोपी एसपीएस राठौड़ पर भी हमला कर चुका है।
30
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान ने बुधवार को भारत के इस दावे को खारिज कर दिया कि उसकी सेना ने जम्मू एवं कश्मीर में दो भारतीय सैनिकों की हत्या की है। हालांकि उसने भारतीय दावे की जांच कराने के लिए तैयार रहने की बात कही है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय क्षेत्र में गश्त कर रहे दो भारतीय सैनिकों की पाकिस्तानी सेना द्वारा हत्या किए जाने के भारत के दावे को खारिज करता है। ये निर्मूल व निराधार आरोप हैं।" पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह एलओसी पर युद्धविराम को लेकर भारत एवं पाकिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) के जरिये जांच कराने के लिए तैयार है। वहीं, जियो न्यूज के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक ने बुधवार अपने भारतीय समकक्ष से टेलीफोन पर बातचीत कर भारत के दावे को खारिज कर दिया। पाकिस्तान के एक अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, "हमारी सेना ने हमले नहीं किए। भारतीय पक्ष पाकिस्तानी चौकी पर अपने हमले से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के दावे कर रहा है।" पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी चौकी पर गोलीबारी कर उसके एक सैनिक को मार डाला था। वहीं, भारतीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू एवं कश्मीर के मेंधर सेक्टर में घुसपैठ कर गश्त कर रहे भारतीय जवानों की हत्या कर दी और उनके शव क्षत-विक्षत कर दिए। भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर वर्ष 2003 से युद्धविराम घोषित कर रखा है। भारत ने पाकिस्तान पर युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है, लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान वर्ष 2003 के युद्धविराम समझौते को लेकर प्रतिबद्ध है, जो विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसे सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दोनों स्तरों पर सम्मान दिया जाना चाहिए।"टिप्पणियां पाकिस्तान ने मौजूदा सैन्य तंत्र को अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि इस तरह के उल्लंघन भविष्य में न हों। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय क्षेत्र में गश्त कर रहे दो भारतीय सैनिकों की पाकिस्तानी सेना द्वारा हत्या किए जाने के भारत के दावे को खारिज करता है। ये निर्मूल व निराधार आरोप हैं।" पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह एलओसी पर युद्धविराम को लेकर भारत एवं पाकिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) के जरिये जांच कराने के लिए तैयार है। वहीं, जियो न्यूज के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक ने बुधवार अपने भारतीय समकक्ष से टेलीफोन पर बातचीत कर भारत के दावे को खारिज कर दिया। पाकिस्तान के एक अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, "हमारी सेना ने हमले नहीं किए। भारतीय पक्ष पाकिस्तानी चौकी पर अपने हमले से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के दावे कर रहा है।" पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी चौकी पर गोलीबारी कर उसके एक सैनिक को मार डाला था। वहीं, भारतीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू एवं कश्मीर के मेंधर सेक्टर में घुसपैठ कर गश्त कर रहे भारतीय जवानों की हत्या कर दी और उनके शव क्षत-विक्षत कर दिए। भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर वर्ष 2003 से युद्धविराम घोषित कर रखा है। भारत ने पाकिस्तान पर युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है, लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान वर्ष 2003 के युद्धविराम समझौते को लेकर प्रतिबद्ध है, जो विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसे सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दोनों स्तरों पर सम्मान दिया जाना चाहिए।"टिप्पणियां पाकिस्तान ने मौजूदा सैन्य तंत्र को अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि इस तरह के उल्लंघन भविष्य में न हों। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह एलओसी पर युद्धविराम को लेकर भारत एवं पाकिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) के जरिये जांच कराने के लिए तैयार है। वहीं, जियो न्यूज के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक ने बुधवार अपने भारतीय समकक्ष से टेलीफोन पर बातचीत कर भारत के दावे को खारिज कर दिया। पाकिस्तान के एक अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, "हमारी सेना ने हमले नहीं किए। भारतीय पक्ष पाकिस्तानी चौकी पर अपने हमले से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के दावे कर रहा है।" पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी चौकी पर गोलीबारी कर उसके एक सैनिक को मार डाला था। वहीं, भारतीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू एवं कश्मीर के मेंधर सेक्टर में घुसपैठ कर गश्त कर रहे भारतीय जवानों की हत्या कर दी और उनके शव क्षत-विक्षत कर दिए। भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर वर्ष 2003 से युद्धविराम घोषित कर रखा है। भारत ने पाकिस्तान पर युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है, लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान वर्ष 2003 के युद्धविराम समझौते को लेकर प्रतिबद्ध है, जो विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसे सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दोनों स्तरों पर सम्मान दिया जाना चाहिए।"टिप्पणियां पाकिस्तान ने मौजूदा सैन्य तंत्र को अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि इस तरह के उल्लंघन भविष्य में न हों। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है। वहीं, जियो न्यूज के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक ने बुधवार अपने भारतीय समकक्ष से टेलीफोन पर बातचीत कर भारत के दावे को खारिज कर दिया। पाकिस्तान के एक अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, "हमारी सेना ने हमले नहीं किए। भारतीय पक्ष पाकिस्तानी चौकी पर अपने हमले से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के दावे कर रहा है।" पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी चौकी पर गोलीबारी कर उसके एक सैनिक को मार डाला था। वहीं, भारतीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू एवं कश्मीर के मेंधर सेक्टर में घुसपैठ कर गश्त कर रहे भारतीय जवानों की हत्या कर दी और उनके शव क्षत-विक्षत कर दिए। भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर वर्ष 2003 से युद्धविराम घोषित कर रखा है। भारत ने पाकिस्तान पर युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है, लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान वर्ष 2003 के युद्धविराम समझौते को लेकर प्रतिबद्ध है, जो विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसे सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दोनों स्तरों पर सम्मान दिया जाना चाहिए।"टिप्पणियां पाकिस्तान ने मौजूदा सैन्य तंत्र को अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि इस तरह के उल्लंघन भविष्य में न हों। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है। पाकिस्तान के एक अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, "हमारी सेना ने हमले नहीं किए। भारतीय पक्ष पाकिस्तानी चौकी पर अपने हमले से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के दावे कर रहा है।" पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी चौकी पर गोलीबारी कर उसके एक सैनिक को मार डाला था। वहीं, भारतीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू एवं कश्मीर के मेंधर सेक्टर में घुसपैठ कर गश्त कर रहे भारतीय जवानों की हत्या कर दी और उनके शव क्षत-विक्षत कर दिए। भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर वर्ष 2003 से युद्धविराम घोषित कर रखा है। भारत ने पाकिस्तान पर युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है, लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान वर्ष 2003 के युद्धविराम समझौते को लेकर प्रतिबद्ध है, जो विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसे सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दोनों स्तरों पर सम्मान दिया जाना चाहिए।"टिप्पणियां पाकिस्तान ने मौजूदा सैन्य तंत्र को अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि इस तरह के उल्लंघन भविष्य में न हों। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी चौकी पर गोलीबारी कर उसके एक सैनिक को मार डाला था। वहीं, भारतीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू एवं कश्मीर के मेंधर सेक्टर में घुसपैठ कर गश्त कर रहे भारतीय जवानों की हत्या कर दी और उनके शव क्षत-विक्षत कर दिए। भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर वर्ष 2003 से युद्धविराम घोषित कर रखा है। भारत ने पाकिस्तान पर युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है, लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान वर्ष 2003 के युद्धविराम समझौते को लेकर प्रतिबद्ध है, जो विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसे सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दोनों स्तरों पर सम्मान दिया जाना चाहिए।"टिप्पणियां पाकिस्तान ने मौजूदा सैन्य तंत्र को अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि इस तरह के उल्लंघन भविष्य में न हों। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है। भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर वर्ष 2003 से युद्धविराम घोषित कर रखा है। भारत ने पाकिस्तान पर युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है, लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "पाकिस्तान वर्ष 2003 के युद्धविराम समझौते को लेकर प्रतिबद्ध है, जो विश्वास बहाली का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसे सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक दोनों स्तरों पर सम्मान दिया जाना चाहिए।"टिप्पणियां पाकिस्तान ने मौजूदा सैन्य तंत्र को अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि इस तरह के उल्लंघन भविष्य में न हों। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है। पाकिस्तान ने मौजूदा सैन्य तंत्र को अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया, ताकि इस तरह के उल्लंघन भविष्य में न हों। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान, भारत के साथ रचनात्मक, सतत व परिणामोन्मुखी बातचीत प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है।
पाकिस्तान ने बुधवार को भारत के इस दावे को खारिज कर दिया कि उसकी सेना ने जम्मू एवं कश्मीर में दो भारतीय सैनिकों की हत्या की है। हालांकि उसने भारतीय दावे की जांच कराने के लिए तैयार रहने की बात कही है।
34
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अप्रैल में आमना-सामना होने के बाद करीब एक दर्जन बार घुसपैठ का प्रयास कर चुके चीनी सैनिकों ने 20 जुलाई को लेह के उत्तर-पूर्व में स्थित चुमार क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा का फिर से उल्लंघन करने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय सैनिकों की सतर्कता के कारण उन्हें वापस जाना पड़ा। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि एक छोटी पहाड़ी पर चढ़ने वाले चीनी सैनिकों को भारतीय सैनिकों का सामना करना पड़ा। चीनी सैनिकों के इस रवैये के कारण क्षेत्र में चीन-भारत सीमा पर तैनात सभी इकाइयों को उनकी गतिविधि पर पैनी नजर रखने के लिए अलर्ट कर दिया गया। चीनी सैनिकों का दावा था कि यह इलाका उनके क्षेत्राधिकार में आता है और वे भारतीय सीमा में पांच किलोमीटर अंदर स्थित तिबल क्षेत्र की ओर जा रहे थे। लेह से करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित चुमार के बाद हिमाचल प्रदेश शुरू हो जाता है। चीनी सैनिकों को सीमा पर अलर्ट सेना और आईटीबीपी के सैनिकों ने रोक दिया। चीनी सैनिकों ने कहा कि उन्हें पीएलए मुख्यालय के आदेशों का पालन करना होता है और तिबल क्षेत्र की थोड़ी सी फोटोग्राफी करनी होती है। सूत्रों ने कहा कि हालांकि सामान्य आमना-सामना होने के बाद चीनी सैनिकों ने भोजन के रूप में मदद मांगी क्योंकि उनका भंडार समाप्त हो गया था। चीनी सैनिकों को चुमार तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी पैदल चलकर पूरी करनी पड़ी। सूत्रों ने कहा कि उन्हें भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया क्योंकि सैनिकों के पास भोजन नहीं था, लेकिन पीएलए सैनिकों को जूस के कुछ कैन दिए गए। इसके बाद चीन के सैनिक अपने क्षेत्र में चले गए। सू़त्रों ने कहा कि वास्तविक रेखा पर तैनात सभी भारतीय इकाइयों को अपने-अपने क्षेत्रों में पैनी नजर रखने और ऊंचे स्थानों पर बार-बार गश्त के लिए कहा गया है। चुमार में हालिया समय में घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 जुलाई की घटना भी शामिल है, जब चीनी सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रखने के लिए लगा सेना का निगरानी कैमरा ले गए थे।टिप्पणियां यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि एक छोटी पहाड़ी पर चढ़ने वाले चीनी सैनिकों को भारतीय सैनिकों का सामना करना पड़ा। चीनी सैनिकों के इस रवैये के कारण क्षेत्र में चीन-भारत सीमा पर तैनात सभी इकाइयों को उनकी गतिविधि पर पैनी नजर रखने के लिए अलर्ट कर दिया गया। चीनी सैनिकों का दावा था कि यह इलाका उनके क्षेत्राधिकार में आता है और वे भारतीय सीमा में पांच किलोमीटर अंदर स्थित तिबल क्षेत्र की ओर जा रहे थे। लेह से करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित चुमार के बाद हिमाचल प्रदेश शुरू हो जाता है। चीनी सैनिकों को सीमा पर अलर्ट सेना और आईटीबीपी के सैनिकों ने रोक दिया। चीनी सैनिकों ने कहा कि उन्हें पीएलए मुख्यालय के आदेशों का पालन करना होता है और तिबल क्षेत्र की थोड़ी सी फोटोग्राफी करनी होती है। सूत्रों ने कहा कि हालांकि सामान्य आमना-सामना होने के बाद चीनी सैनिकों ने भोजन के रूप में मदद मांगी क्योंकि उनका भंडार समाप्त हो गया था। चीनी सैनिकों को चुमार तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी पैदल चलकर पूरी करनी पड़ी। सूत्रों ने कहा कि उन्हें भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया क्योंकि सैनिकों के पास भोजन नहीं था, लेकिन पीएलए सैनिकों को जूस के कुछ कैन दिए गए। इसके बाद चीन के सैनिक अपने क्षेत्र में चले गए। सू़त्रों ने कहा कि वास्तविक रेखा पर तैनात सभी भारतीय इकाइयों को अपने-अपने क्षेत्रों में पैनी नजर रखने और ऊंचे स्थानों पर बार-बार गश्त के लिए कहा गया है। चुमार में हालिया समय में घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 जुलाई की घटना भी शामिल है, जब चीनी सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रखने के लिए लगा सेना का निगरानी कैमरा ले गए थे।टिप्पणियां यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। चीनी सैनिकों का दावा था कि यह इलाका उनके क्षेत्राधिकार में आता है और वे भारतीय सीमा में पांच किलोमीटर अंदर स्थित तिबल क्षेत्र की ओर जा रहे थे। लेह से करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित चुमार के बाद हिमाचल प्रदेश शुरू हो जाता है। चीनी सैनिकों को सीमा पर अलर्ट सेना और आईटीबीपी के सैनिकों ने रोक दिया। चीनी सैनिकों ने कहा कि उन्हें पीएलए मुख्यालय के आदेशों का पालन करना होता है और तिबल क्षेत्र की थोड़ी सी फोटोग्राफी करनी होती है। सूत्रों ने कहा कि हालांकि सामान्य आमना-सामना होने के बाद चीनी सैनिकों ने भोजन के रूप में मदद मांगी क्योंकि उनका भंडार समाप्त हो गया था। चीनी सैनिकों को चुमार तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी पैदल चलकर पूरी करनी पड़ी। सूत्रों ने कहा कि उन्हें भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया क्योंकि सैनिकों के पास भोजन नहीं था, लेकिन पीएलए सैनिकों को जूस के कुछ कैन दिए गए। इसके बाद चीन के सैनिक अपने क्षेत्र में चले गए। सू़त्रों ने कहा कि वास्तविक रेखा पर तैनात सभी भारतीय इकाइयों को अपने-अपने क्षेत्रों में पैनी नजर रखने और ऊंचे स्थानों पर बार-बार गश्त के लिए कहा गया है। चुमार में हालिया समय में घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 जुलाई की घटना भी शामिल है, जब चीनी सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रखने के लिए लगा सेना का निगरानी कैमरा ले गए थे।टिप्पणियां यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। लेह से करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित चुमार के बाद हिमाचल प्रदेश शुरू हो जाता है। चीनी सैनिकों को सीमा पर अलर्ट सेना और आईटीबीपी के सैनिकों ने रोक दिया। चीनी सैनिकों ने कहा कि उन्हें पीएलए मुख्यालय के आदेशों का पालन करना होता है और तिबल क्षेत्र की थोड़ी सी फोटोग्राफी करनी होती है। सूत्रों ने कहा कि हालांकि सामान्य आमना-सामना होने के बाद चीनी सैनिकों ने भोजन के रूप में मदद मांगी क्योंकि उनका भंडार समाप्त हो गया था। चीनी सैनिकों को चुमार तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी पैदल चलकर पूरी करनी पड़ी। सूत्रों ने कहा कि उन्हें भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया क्योंकि सैनिकों के पास भोजन नहीं था, लेकिन पीएलए सैनिकों को जूस के कुछ कैन दिए गए। इसके बाद चीन के सैनिक अपने क्षेत्र में चले गए। सू़त्रों ने कहा कि वास्तविक रेखा पर तैनात सभी भारतीय इकाइयों को अपने-अपने क्षेत्रों में पैनी नजर रखने और ऊंचे स्थानों पर बार-बार गश्त के लिए कहा गया है। चुमार में हालिया समय में घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 जुलाई की घटना भी शामिल है, जब चीनी सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रखने के लिए लगा सेना का निगरानी कैमरा ले गए थे।टिप्पणियां यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। चीनी सैनिकों को सीमा पर अलर्ट सेना और आईटीबीपी के सैनिकों ने रोक दिया। चीनी सैनिकों ने कहा कि उन्हें पीएलए मुख्यालय के आदेशों का पालन करना होता है और तिबल क्षेत्र की थोड़ी सी फोटोग्राफी करनी होती है। सूत्रों ने कहा कि हालांकि सामान्य आमना-सामना होने के बाद चीनी सैनिकों ने भोजन के रूप में मदद मांगी क्योंकि उनका भंडार समाप्त हो गया था। चीनी सैनिकों को चुमार तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी पैदल चलकर पूरी करनी पड़ी। सूत्रों ने कहा कि उन्हें भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया क्योंकि सैनिकों के पास भोजन नहीं था, लेकिन पीएलए सैनिकों को जूस के कुछ कैन दिए गए। इसके बाद चीन के सैनिक अपने क्षेत्र में चले गए। सू़त्रों ने कहा कि वास्तविक रेखा पर तैनात सभी भारतीय इकाइयों को अपने-अपने क्षेत्रों में पैनी नजर रखने और ऊंचे स्थानों पर बार-बार गश्त के लिए कहा गया है। चुमार में हालिया समय में घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 जुलाई की घटना भी शामिल है, जब चीनी सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रखने के लिए लगा सेना का निगरानी कैमरा ले गए थे।टिप्पणियां यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। सूत्रों ने कहा कि हालांकि सामान्य आमना-सामना होने के बाद चीनी सैनिकों ने भोजन के रूप में मदद मांगी क्योंकि उनका भंडार समाप्त हो गया था। चीनी सैनिकों को चुमार तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी पैदल चलकर पूरी करनी पड़ी। सूत्रों ने कहा कि उन्हें भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया क्योंकि सैनिकों के पास भोजन नहीं था, लेकिन पीएलए सैनिकों को जूस के कुछ कैन दिए गए। इसके बाद चीन के सैनिक अपने क्षेत्र में चले गए। सू़त्रों ने कहा कि वास्तविक रेखा पर तैनात सभी भारतीय इकाइयों को अपने-अपने क्षेत्रों में पैनी नजर रखने और ऊंचे स्थानों पर बार-बार गश्त के लिए कहा गया है। चुमार में हालिया समय में घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 जुलाई की घटना भी शामिल है, जब चीनी सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रखने के लिए लगा सेना का निगरानी कैमरा ले गए थे।टिप्पणियां यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। सू़त्रों ने कहा कि वास्तविक रेखा पर तैनात सभी भारतीय इकाइयों को अपने-अपने क्षेत्रों में पैनी नजर रखने और ऊंचे स्थानों पर बार-बार गश्त के लिए कहा गया है। चुमार में हालिया समय में घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 जुलाई की घटना भी शामिल है, जब चीनी सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रखने के लिए लगा सेना का निगरानी कैमरा ले गए थे।टिप्पणियां यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। चुमार में हालिया समय में घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं जिसमें 17 जुलाई की घटना भी शामिल है, जब चीनी सैनिक पीएलए सैनिकों पर नजर रखने के लिए लगा सेना का निगरानी कैमरा ले गए थे।टिप्पणियां यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। यह वही क्षेत्र है जहां अप्रैल में कुछ बंकर तोड़ दिए गए थे और सीमा चौकी पर लगे कैमरों के तार काट दिए गए थे जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे। चीन चुमार को अपने क्षेत्राधिकार में मानता है। पिछले साल पीएलए सेना के कुछ सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से इस क्षेत्र में उतरे थे और उन्होंने सेना तथा आईटीबीपी के अस्थायी भंडारण तंबू तोड़ दिए थे।
संक्षिप्त सारांश: चीनी सैनिकों ने 20 जुलाई को लेह के उत्तर-पूर्व में स्थित चुमार क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा का फिर से उल्लंघन करने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय सैनिकों की सतर्कता के कारण उन्हें वापस जाना पड़ा।
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: कुल मिलाकर गुरदासपुर के सांसद सनी देओल (Sunny Deol) लोकसभा के इस सेशन में 37 दिनों में से 28 दिन अनुपस्थित रहे. मतलब उन्होंने सिर्फ 9 बैठकों में ही भाग लिया. अपने पहले चुनाव में सनी देओल (Sunny Deol) ने पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट से सांसद और कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ को 82,459 वोटों से हराया था. वह इस साल 23 अप्रैल को भाजपा में शामिल हुए थे. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट और दिग्गज एक्टर विनोद खन्ना ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. अप्रैल 2017 में विनोद खन्ना के निधन के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट सुनील जाखड़ ने जीत दर्ज की थी. सनी देओल (Sunny Deol) राजनीति में शामिल होने वाले अपने परिवार के तीसरे सदस्य हैं. इससे पहले 2004 में उनके पिता धर्मेंद्र ने बीजेपी के टिकट पर बीकानेर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी. वहीं, उनकी पत्नी हेमा मालिनी ने उत्तर प्रदेश की मथुरा सीट से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सनी देओल लोकसभा में अटेंडेंस से इंप्रेस करने में हुए असफल संसद में 28 दिन उपस्थित नहीं रहे सनी देओल गुरदासपुर से सांसद हैं सनी देओल
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि कोई प्रत्याशी या उसका समर्थक दलित वोटरों को कहता है कि आप हमें वोट करें, हम सत्ता में आने के बाद आपका विकास करेंगे तो क्या इसे भ्रष्ट आचरण माना जाएगा? न्‍यायालय ने पूछा कि चुनाव के दौरान कोई प्रत्याशी भाषा विशेष के लोगों को ये कहता है कि आपका विकास नहीं हुआ, आप हमें वोट करें, सत्ता में आने के साथ ही हम आपका विकास करेंगे, तो भ्रष्ट आचरण माना जा सकता है या नहीं? जैसे कोई मराठी या पंजाबी की बात करें तो क्या हो?टिप्पणियां वहीं, एक कांग्रेसी प्रत्याशी की तरफ से पेश वरिष्‍ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि दलितों के विकास का बात की जा सकती है, क्योंकि दलितों को संविधान के द्वारा सरंक्षण मिला है. भाषा के मामले में ये फैसला कोर्ट को करना है. सिब्बल ने कहा कि किसी प्रत्याशी, उसके एजेंट या किसी अन्य द्वारा धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होता है. ऐसे में चुनाव रद्द किया जाना चाहिए. इंटरनेट के इस नए जमाने में उम्मीदवार सोशल मीडिया के जरिए धर्म के नाम पर वोटरों को लुभा सकता है, इसलिए बदलते वक्त में इस बारे में भी विचार करने की जरूरत है. न्‍यायालय ने पूछा कि चुनाव के दौरान कोई प्रत्याशी भाषा विशेष के लोगों को ये कहता है कि आपका विकास नहीं हुआ, आप हमें वोट करें, सत्ता में आने के साथ ही हम आपका विकास करेंगे, तो भ्रष्ट आचरण माना जा सकता है या नहीं? जैसे कोई मराठी या पंजाबी की बात करें तो क्या हो?टिप्पणियां वहीं, एक कांग्रेसी प्रत्याशी की तरफ से पेश वरिष्‍ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि दलितों के विकास का बात की जा सकती है, क्योंकि दलितों को संविधान के द्वारा सरंक्षण मिला है. भाषा के मामले में ये फैसला कोर्ट को करना है. सिब्बल ने कहा कि किसी प्रत्याशी, उसके एजेंट या किसी अन्य द्वारा धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होता है. ऐसे में चुनाव रद्द किया जाना चाहिए. इंटरनेट के इस नए जमाने में उम्मीदवार सोशल मीडिया के जरिए धर्म के नाम पर वोटरों को लुभा सकता है, इसलिए बदलते वक्त में इस बारे में भी विचार करने की जरूरत है. वहीं, एक कांग्रेसी प्रत्याशी की तरफ से पेश वरिष्‍ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि दलितों के विकास का बात की जा सकती है, क्योंकि दलितों को संविधान के द्वारा सरंक्षण मिला है. भाषा के मामले में ये फैसला कोर्ट को करना है. सिब्बल ने कहा कि किसी प्रत्याशी, उसके एजेंट या किसी अन्य द्वारा धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होता है. ऐसे में चुनाव रद्द किया जाना चाहिए. इंटरनेट के इस नए जमाने में उम्मीदवार सोशल मीडिया के जरिए धर्म के नाम पर वोटरों को लुभा सकता है, इसलिए बदलते वक्त में इस बारे में भी विचार करने की जरूरत है. सिब्बल ने कहा कि किसी प्रत्याशी, उसके एजेंट या किसी अन्य द्वारा धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होता है. ऐसे में चुनाव रद्द किया जाना चाहिए. इंटरनेट के इस नए जमाने में उम्मीदवार सोशल मीडिया के जरिए धर्म के नाम पर वोटरों को लुभा सकता है, इसलिए बदलते वक्त में इस बारे में भी विचार करने की जरूरत है.
यह एक सारांश है: सुप्रीम कोर्ट ने पूछे सवाल... दलितों के विकास का बात की जा सकती है : कपिल सिब्‍बल दलितों को संविधान के द्वारा सरंक्षण मिला है: सिब्‍बल ने SC से कहा
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने केंद्रीय अनुबंध से विवादित शर्त हटा ली है जिससे तनख्वाह को लेकर खिलाड़ियों के साथ उसका विवाद आपसी सहमति से सुलझ गया है। खिलाड़ियों के संघ के केन डे एल्विस ने कहा, श्रीलंका क्रिकेट अपनी विशुद्ध कमाई का 25 प्रतिशत खिलाड़ियों को देने को राजी हो गया है। श्रीलंका क्रिकेट का मानना था कि सकल आय का 25 प्रतिशत ज्यादा हो जाता। संघ ने कहा कि खिलाड़ियों की तनख्वाह पिछले चार साल में नहीं बढ़ी है जिस अनुबंध पर आज हस्ताक्षर होंगे, उसमें अगले साल वेतन में बढ़ोतरी का प्रावधान होगा। खिलाड़ियों के संघ के केन डे एल्विस ने कहा, श्रीलंका क्रिकेट अपनी विशुद्ध कमाई का 25 प्रतिशत खिलाड़ियों को देने को राजी हो गया है। श्रीलंका क्रिकेट का मानना था कि सकल आय का 25 प्रतिशत ज्यादा हो जाता। संघ ने कहा कि खिलाड़ियों की तनख्वाह पिछले चार साल में नहीं बढ़ी है जिस अनुबंध पर आज हस्ताक्षर होंगे, उसमें अगले साल वेतन में बढ़ोतरी का प्रावधान होगा।
संक्षिप्त पाठ: श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने केंद्रीय अनुबंध से विवादित शर्त हटा ली है जिससे तनख्वाह को लेकर खिलाड़ियों के साथ उसका विवाद आपसी सहमति से सुलझ गया है।
13
['hin']
एक सारांश बनाओ: जोशीमठ में फंसे क्रिकेटर हरभजन सिंह ने आईटीबीपी के कर्मचारियों के साथ मिलकर परामर्शदाता की भूमिका निभाई और भीषण बारिश और बाढ़ के कारण फंसे कई तीर्थयात्रियों से मिले। पिछले तीन दिन से हरभजन भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जोशीमठ स्थित शिवर में रह रहे हैं। वह हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा जा रहे थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वहां नहीं पहुंच सके। यह क्रिकेटर आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ बल के बैरक और परिसर में गया, जहां फंसे हुए तीर्थयात्रियों को खाना और दवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। हरभजन ने यहां लोगों से बात की।टिप्पणियां आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, उसने उनसे (तीर्थयात्रियों और पर्यटकों) कहा कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा और आईटीबीपी के कर्मचारी और अन्य अधिक से अधिक राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने उन्हें खाना और पानी दिया और उनके साथ समय बिताया। आईटीबीपी ने राज्य में राहत और बचावकार्य के लिए 600 कर्मचारियों को तैनात किया है और लोगों के रुकने के लिए अपना कार्यालय और रिहायशी इमारत खोल दी है। अधिकारी ने कहा, हमारे जवानों ने फंसे हुए लोगों को रखने के लिए अपने बैरक खाली कर दिए हैं। सेवा में लगाए गए दो निजी हेलीकॉप्टर के जरिये खाना, पानी और दवाएं मुहैया कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आईटीबीपी ने अपने जवानों को बारिश के कारण तबाही का सामना कर रहे केदारनाथ, गौरीकुंड, गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, कर्णप्रयाण, बद्रीनाथ और उत्तकाशी में राहत और बचावकार्यों में लगाया है। पिछले तीन दिन से हरभजन भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जोशीमठ स्थित शिवर में रह रहे हैं। वह हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा जा रहे थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वहां नहीं पहुंच सके। यह क्रिकेटर आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ बल के बैरक और परिसर में गया, जहां फंसे हुए तीर्थयात्रियों को खाना और दवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। हरभजन ने यहां लोगों से बात की।टिप्पणियां आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, उसने उनसे (तीर्थयात्रियों और पर्यटकों) कहा कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा और आईटीबीपी के कर्मचारी और अन्य अधिक से अधिक राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने उन्हें खाना और पानी दिया और उनके साथ समय बिताया। आईटीबीपी ने राज्य में राहत और बचावकार्य के लिए 600 कर्मचारियों को तैनात किया है और लोगों के रुकने के लिए अपना कार्यालय और रिहायशी इमारत खोल दी है। अधिकारी ने कहा, हमारे जवानों ने फंसे हुए लोगों को रखने के लिए अपने बैरक खाली कर दिए हैं। सेवा में लगाए गए दो निजी हेलीकॉप्टर के जरिये खाना, पानी और दवाएं मुहैया कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आईटीबीपी ने अपने जवानों को बारिश के कारण तबाही का सामना कर रहे केदारनाथ, गौरीकुंड, गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, कर्णप्रयाण, बद्रीनाथ और उत्तकाशी में राहत और बचावकार्यों में लगाया है। यह क्रिकेटर आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ बल के बैरक और परिसर में गया, जहां फंसे हुए तीर्थयात्रियों को खाना और दवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। हरभजन ने यहां लोगों से बात की।टिप्पणियां आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, उसने उनसे (तीर्थयात्रियों और पर्यटकों) कहा कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा और आईटीबीपी के कर्मचारी और अन्य अधिक से अधिक राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने उन्हें खाना और पानी दिया और उनके साथ समय बिताया। आईटीबीपी ने राज्य में राहत और बचावकार्य के लिए 600 कर्मचारियों को तैनात किया है और लोगों के रुकने के लिए अपना कार्यालय और रिहायशी इमारत खोल दी है। अधिकारी ने कहा, हमारे जवानों ने फंसे हुए लोगों को रखने के लिए अपने बैरक खाली कर दिए हैं। सेवा में लगाए गए दो निजी हेलीकॉप्टर के जरिये खाना, पानी और दवाएं मुहैया कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आईटीबीपी ने अपने जवानों को बारिश के कारण तबाही का सामना कर रहे केदारनाथ, गौरीकुंड, गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, कर्णप्रयाण, बद्रीनाथ और उत्तकाशी में राहत और बचावकार्यों में लगाया है। आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, उसने उनसे (तीर्थयात्रियों और पर्यटकों) कहा कि सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा और आईटीबीपी के कर्मचारी और अन्य अधिक से अधिक राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उसने उन्हें खाना और पानी दिया और उनके साथ समय बिताया। आईटीबीपी ने राज्य में राहत और बचावकार्य के लिए 600 कर्मचारियों को तैनात किया है और लोगों के रुकने के लिए अपना कार्यालय और रिहायशी इमारत खोल दी है। अधिकारी ने कहा, हमारे जवानों ने फंसे हुए लोगों को रखने के लिए अपने बैरक खाली कर दिए हैं। सेवा में लगाए गए दो निजी हेलीकॉप्टर के जरिये खाना, पानी और दवाएं मुहैया कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आईटीबीपी ने अपने जवानों को बारिश के कारण तबाही का सामना कर रहे केदारनाथ, गौरीकुंड, गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, कर्णप्रयाण, बद्रीनाथ और उत्तकाशी में राहत और बचावकार्यों में लगाया है। आईटीबीपी ने राज्य में राहत और बचावकार्य के लिए 600 कर्मचारियों को तैनात किया है और लोगों के रुकने के लिए अपना कार्यालय और रिहायशी इमारत खोल दी है। अधिकारी ने कहा, हमारे जवानों ने फंसे हुए लोगों को रखने के लिए अपने बैरक खाली कर दिए हैं। सेवा में लगाए गए दो निजी हेलीकॉप्टर के जरिये खाना, पानी और दवाएं मुहैया कराने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। आईटीबीपी ने अपने जवानों को बारिश के कारण तबाही का सामना कर रहे केदारनाथ, गौरीकुंड, गोविंदघाट, पंडुकेश्वर, कर्णप्रयाण, बद्रीनाथ और उत्तकाशी में राहत और बचावकार्यों में लगाया है।
यहाँ एक सारांश है:पिछले तीन दिन से हरभजन भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जोशीमठ स्थित शिवर में रह रहे हैं। वह हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा जा रहे थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वहां नहीं पहुंच सके।
15
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत की युवा टीम ने सुल्तान अजलन शाह हॉकी टूर्नामेंट के पहले मैच में छह बार के चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जुझारूपन की बानगी पेश की हालांकि उसे 3-4 से पराजय का सामना करना पड़ा। दोयम दर्जे की टीम उतारने वाले भारत ने अपने दमदार प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन दूसरे हाफ में दो मिनट के भीतर दो गोल गंवाना उसे भारी पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के लिए मैट गोडेस ने 24वें और 39वें मिनट में गोल किए जबकि ग्लेन सिम्पसन (39वां) और ट्रेंट मिल्टन (53वां) ने बाकी दो गोल दागे। भारत के लिए ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह ने 40वें और 68वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया जबकि एक और गोल 51वें मिनट में मालक सिंह ने दागा।टिप्पणियां हाफटाइम तक ऑस्ट्रेलिया 1-0 से आगे था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दस मिनट में ही खेल पर नियंत्रण बना लिया था हालांकि भारतीय गोलकीपर पी श्रीजेश ने टिम बेट्स के कई शॉट चतुराई से बचाए। भारतीय डिफेंस 24वें मिनट में बिखर गया जब ऑस्ट्रेलिया को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। श्रीजेश ने पहला शॉट बचा लिया लेकिन गोडेस ने रिबाउंड पर गोल करके टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी। दोयम दर्जे की टीम उतारने वाले भारत ने अपने दमदार प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन दूसरे हाफ में दो मिनट के भीतर दो गोल गंवाना उसे भारी पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के लिए मैट गोडेस ने 24वें और 39वें मिनट में गोल किए जबकि ग्लेन सिम्पसन (39वां) और ट्रेंट मिल्टन (53वां) ने बाकी दो गोल दागे। भारत के लिए ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह ने 40वें और 68वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया जबकि एक और गोल 51वें मिनट में मालक सिंह ने दागा।टिप्पणियां हाफटाइम तक ऑस्ट्रेलिया 1-0 से आगे था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दस मिनट में ही खेल पर नियंत्रण बना लिया था हालांकि भारतीय गोलकीपर पी श्रीजेश ने टिम बेट्स के कई शॉट चतुराई से बचाए। भारतीय डिफेंस 24वें मिनट में बिखर गया जब ऑस्ट्रेलिया को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। श्रीजेश ने पहला शॉट बचा लिया लेकिन गोडेस ने रिबाउंड पर गोल करके टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी। ऑस्ट्रेलिया के लिए मैट गोडेस ने 24वें और 39वें मिनट में गोल किए जबकि ग्लेन सिम्पसन (39वां) और ट्रेंट मिल्टन (53वां) ने बाकी दो गोल दागे। भारत के लिए ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह ने 40वें और 68वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया जबकि एक और गोल 51वें मिनट में मालक सिंह ने दागा।टिप्पणियां हाफटाइम तक ऑस्ट्रेलिया 1-0 से आगे था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दस मिनट में ही खेल पर नियंत्रण बना लिया था हालांकि भारतीय गोलकीपर पी श्रीजेश ने टिम बेट्स के कई शॉट चतुराई से बचाए। भारतीय डिफेंस 24वें मिनट में बिखर गया जब ऑस्ट्रेलिया को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। श्रीजेश ने पहला शॉट बचा लिया लेकिन गोडेस ने रिबाउंड पर गोल करके टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी। भारत के लिए ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह ने 40वें और 68वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया जबकि एक और गोल 51वें मिनट में मालक सिंह ने दागा।टिप्पणियां हाफटाइम तक ऑस्ट्रेलिया 1-0 से आगे था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दस मिनट में ही खेल पर नियंत्रण बना लिया था हालांकि भारतीय गोलकीपर पी श्रीजेश ने टिम बेट्स के कई शॉट चतुराई से बचाए। भारतीय डिफेंस 24वें मिनट में बिखर गया जब ऑस्ट्रेलिया को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। श्रीजेश ने पहला शॉट बचा लिया लेकिन गोडेस ने रिबाउंड पर गोल करके टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी। हाफटाइम तक ऑस्ट्रेलिया 1-0 से आगे था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दस मिनट में ही खेल पर नियंत्रण बना लिया था हालांकि भारतीय गोलकीपर पी श्रीजेश ने टिम बेट्स के कई शॉट चतुराई से बचाए। भारतीय डिफेंस 24वें मिनट में बिखर गया जब ऑस्ट्रेलिया को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। श्रीजेश ने पहला शॉट बचा लिया लेकिन गोडेस ने रिबाउंड पर गोल करके टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी। श्रीजेश ने पहला शॉट बचा लिया लेकिन गोडेस ने रिबाउंड पर गोल करके टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भारत की युवा टीम ने सुल्तान अजलन शाह हॉकी टूर्नामेंट के पहले मैच में छह बार के चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जुझारूपन की बानगी पेश की हालांकि उसे 3-4 से पराजय का सामना करना पड़ा।
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: मुंबई में तीन जगहों पर धमाके के कुछ दिन बाद कांग्रेस नेता गुरुदास कामत ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार ने 26/11 के आतंकवादी हमलों के बाद कोई सबक नहीं लिया और जरूरी सावधानियां नहीं बरतीं। केंद्रीय कैबिनेट से अपने इस्तीफे के बाद पहली बार शनिवार रात अपने मुंबई उत्तर-पश्चिम संसदीय क्षेत्र का दौरा करने गए कामत ने महानगर में 26 नवंबर, 2008 के आतंकवादी हमलों से सबक नहीं लेने के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, पिछले हफ्ते विस्फोट राज्य सरकार, पुलिस और खुफिया एजेंसियों की लापरवाही की वजह से हुए। कामत ने कहा, यदि मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में 5,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाते, तो पिछले दिनों ओपरा हाउस, जवेरी बाजार और दादर में बम विस्फोट नहीं हुए होते। उन्होंने कहा, नवंबर, 2008 के आतंकवादी हमलों के बाद सुरक्षा बढ़ाने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए थे। लेकिन सरकार ने सबक नहीं लिया और जरूरी सावधानियां नहीं बरतीं। कामत ने यह भी कहा कि राज्य सरकार गश्ती के लिए नौकाएं खरीदने और तटीय पुलिस थानों के निर्माण में भी विफल रही है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने विस्फोटों के तत्काल बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखे और उन कदमों का जिक्र किया जो पिछले तीन साल में उठाए जाने चाहिए थे, लेकिन नहीं उठाए गए।
यहाँ एक सारांश है:कांग्रेस नेता गुरुदास कामत ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार ने 26/11 के आतंकी हमलों के बाद कोई सबक नहीं लिया और जरूरी सावधानियां नहीं बरतीं।
18
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सरकार ने बुधवार रात आगाह किया कि बड़े नोटों का चलन बंद करने के बाद उन्हें जमा कराने की 50 दिन की छूट की अवधि में 2.5 लाख रुपये से अधिक की नकद जमा के मामलों में यदि आय घोषणा में विसंगति पाई गई तो कर और 200 प्रतिशत जुर्माना भरना पड़ सकता है. राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने ट्विटर पर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा,''10 नवंबर से 30 दिसंबर 2016 की अवधि में हर बैंक खाते में 2.5 लाख रुपये की सीमा से अधिक की सभी नकदी जमाओं की रपट हमें मिलेगी.'' अधिया ने कहा,''आयकर विभाग इन जमाओं का मिलान जमाकर्ता के आयकर रिटर्न से करें. उचित कार्रवाई की जा सकती है.'' खाताधारक द्वारा घोषित आय और जमाओं में किसी तरह की विसंगति को कर-चोरी का मामला माना जाएगा.टिप्पणियां अधिया ने कहा कि उन छोटे कारोबारियों, गृहिणियों, कलाकारों व कामगारों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है जिन्होंने कुछ नकदी बचाकर घर में रखी हुई है. उन्‍होंने कहा कि इस तरह के लोगों को आयकर विभाग की जांच आदि के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा,'ऐसे लोगों को 1.5 लाख या दो लाख रुपये तक की छोटी जमाओं को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि राशि तो कराधान योग्य आय के दायरे में नहीं आती. इस तरह की छोटी जमाओं वाले खाताधारक आयकर विभाग से किसी तरह के उत्पीड़न की चिंता नहीं करें.' लोगों द्वारा आभूषण खरीदे जाने के बारे में उन्होंने कहा है कि जवाहरात खरीदने वालों को पैन नंबर देना होगा. उन्होंने कहा,''10 नवंबर से 30 दिसंबर 2016 की अवधि में हर बैंक खाते में 2.5 लाख रुपये की सीमा से अधिक की सभी नकदी जमाओं की रपट हमें मिलेगी.'' अधिया ने कहा,''आयकर विभाग इन जमाओं का मिलान जमाकर्ता के आयकर रिटर्न से करें. उचित कार्रवाई की जा सकती है.'' खाताधारक द्वारा घोषित आय और जमाओं में किसी तरह की विसंगति को कर-चोरी का मामला माना जाएगा.टिप्पणियां अधिया ने कहा कि उन छोटे कारोबारियों, गृहिणियों, कलाकारों व कामगारों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है जिन्होंने कुछ नकदी बचाकर घर में रखी हुई है. उन्‍होंने कहा कि इस तरह के लोगों को आयकर विभाग की जांच आदि के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा,'ऐसे लोगों को 1.5 लाख या दो लाख रुपये तक की छोटी जमाओं को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि राशि तो कराधान योग्य आय के दायरे में नहीं आती. इस तरह की छोटी जमाओं वाले खाताधारक आयकर विभाग से किसी तरह के उत्पीड़न की चिंता नहीं करें.' लोगों द्वारा आभूषण खरीदे जाने के बारे में उन्होंने कहा है कि जवाहरात खरीदने वालों को पैन नंबर देना होगा. अधिया ने कहा कि उन छोटे कारोबारियों, गृहिणियों, कलाकारों व कामगारों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है जिन्होंने कुछ नकदी बचाकर घर में रखी हुई है. उन्‍होंने कहा कि इस तरह के लोगों को आयकर विभाग की जांच आदि के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा,'ऐसे लोगों को 1.5 लाख या दो लाख रुपये तक की छोटी जमाओं को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि राशि तो कराधान योग्य आय के दायरे में नहीं आती. इस तरह की छोटी जमाओं वाले खाताधारक आयकर विभाग से किसी तरह के उत्पीड़न की चिंता नहीं करें.' लोगों द्वारा आभूषण खरीदे जाने के बारे में उन्होंने कहा है कि जवाहरात खरीदने वालों को पैन नंबर देना होगा. उन्होंने कहा,'ऐसे लोगों को 1.5 लाख या दो लाख रुपये तक की छोटी जमाओं को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि राशि तो कराधान योग्य आय के दायरे में नहीं आती. इस तरह की छोटी जमाओं वाले खाताधारक आयकर विभाग से किसी तरह के उत्पीड़न की चिंता नहीं करें.' लोगों द्वारा आभूषण खरीदे जाने के बारे में उन्होंने कहा है कि जवाहरात खरीदने वालों को पैन नंबर देना होगा.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सरकार ने मंगलवार को नोटबंदी के संबंध में किया बड़ा ऐलान अगले 50 दिनों तक बदले जा सकेंगे नोट बेहिसाब संपत्ति को कर चोरी समझा जाएगा
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया में खेल रही भारतीय क्रिकेट टीम को एकजुट करने की कवायद में गुरुवार को कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और उपकप्तान वीरेंद्र सहवाग को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि टीम में एकता बनी रहे। बीसीसीआई ने बुधवार को दावा किया था कि टीम में कोई दरार नहीं है और चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन समझा जाता है कि सचिव संजय जगदाले को टीम प्रबंधन से बात करके ड्रेसिंग रूम में शांति बहाल करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। बीसीसीआई का कोई अधिकारी हालांकि इस पर बात करने को तैयार नहीं है। बोर्ड के सूत्रों ने कहा कि जगदाले ने धोनी, सहवाग और कोच डंकन फ्लेचर से बात करके उन्हें एक टीम के तौर पर खेलने की सलाह दी।टिप्पणियां ऐसी रिपोर्ट है कि धोनी और सहवाग संयुक्त प्रेस कांफ्रेस को संबोधित कर सकते हैं जिससे यह संकेत जायेगा कि टीम में कोई मतभेद नहीं है। टीम प्रबंधन ने तीन सलामी बल्लेबाजों सचिन तेंदुलकर, सहवाग और गौतम गंभीर को रोटेट करने का फैसला लेकर विवाद को जन्म दिया था। धोनी ने तीनों सीनियर की फील्डिंग क्षमता पर उंगली उठाई थी। वहीं सहवाग ने कहा कि उन्हें कभी नहीं बताया गया कि फील्डिंग कोई मसला है। बीसीसीआई ने बुधवार को दावा किया था कि टीम में कोई दरार नहीं है और चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन समझा जाता है कि सचिव संजय जगदाले को टीम प्रबंधन से बात करके ड्रेसिंग रूम में शांति बहाल करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। बीसीसीआई का कोई अधिकारी हालांकि इस पर बात करने को तैयार नहीं है। बोर्ड के सूत्रों ने कहा कि जगदाले ने धोनी, सहवाग और कोच डंकन फ्लेचर से बात करके उन्हें एक टीम के तौर पर खेलने की सलाह दी।टिप्पणियां ऐसी रिपोर्ट है कि धोनी और सहवाग संयुक्त प्रेस कांफ्रेस को संबोधित कर सकते हैं जिससे यह संकेत जायेगा कि टीम में कोई मतभेद नहीं है। टीम प्रबंधन ने तीन सलामी बल्लेबाजों सचिन तेंदुलकर, सहवाग और गौतम गंभीर को रोटेट करने का फैसला लेकर विवाद को जन्म दिया था। धोनी ने तीनों सीनियर की फील्डिंग क्षमता पर उंगली उठाई थी। वहीं सहवाग ने कहा कि उन्हें कभी नहीं बताया गया कि फील्डिंग कोई मसला है। बीसीसीआई का कोई अधिकारी हालांकि इस पर बात करने को तैयार नहीं है। बोर्ड के सूत्रों ने कहा कि जगदाले ने धोनी, सहवाग और कोच डंकन फ्लेचर से बात करके उन्हें एक टीम के तौर पर खेलने की सलाह दी।टिप्पणियां ऐसी रिपोर्ट है कि धोनी और सहवाग संयुक्त प्रेस कांफ्रेस को संबोधित कर सकते हैं जिससे यह संकेत जायेगा कि टीम में कोई मतभेद नहीं है। टीम प्रबंधन ने तीन सलामी बल्लेबाजों सचिन तेंदुलकर, सहवाग और गौतम गंभीर को रोटेट करने का फैसला लेकर विवाद को जन्म दिया था। धोनी ने तीनों सीनियर की फील्डिंग क्षमता पर उंगली उठाई थी। वहीं सहवाग ने कहा कि उन्हें कभी नहीं बताया गया कि फील्डिंग कोई मसला है। ऐसी रिपोर्ट है कि धोनी और सहवाग संयुक्त प्रेस कांफ्रेस को संबोधित कर सकते हैं जिससे यह संकेत जायेगा कि टीम में कोई मतभेद नहीं है। टीम प्रबंधन ने तीन सलामी बल्लेबाजों सचिन तेंदुलकर, सहवाग और गौतम गंभीर को रोटेट करने का फैसला लेकर विवाद को जन्म दिया था। धोनी ने तीनों सीनियर की फील्डिंग क्षमता पर उंगली उठाई थी। वहीं सहवाग ने कहा कि उन्हें कभी नहीं बताया गया कि फील्डिंग कोई मसला है। धोनी ने तीनों सीनियर की फील्डिंग क्षमता पर उंगली उठाई थी। वहीं सहवाग ने कहा कि उन्हें कभी नहीं बताया गया कि फील्डिंग कोई मसला है।
सारांश: बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया में खेल रही भारतीय क्रिकेट टीम को एकजुट करने की कवायद में धोनी और सहवाग को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि टीम में एकता बनी रहे।
33
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: सरकार मोबाइल धारकों को देश भर में मुफ्त रोमिंग तथा कहीं भी नंबर वही रखते हुए कंपनी बदलने की सुविधा यानी एमएनपी उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है। इन सब मुद्दों पर नयी दूरसंचार नीति-2011 के मसविदे में ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस नीति को अगले सप्ताह दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल जारी करेंगे। प्रस्तावित नीति में इस क्षेत्र में निवेश को बढावा देने के लिए दूरंसचार वित्त निगम गठित करने का प्रस्ताव किया है ताकि दूरसंचार परियोजनाओं के लिए धन की व्यवस्था व प्रबंधन किया जा सके। ऐसा माना जाता है कि कुछ सेवा प्रदाता विशेषकर 2008 में लाइसेंस पाने वाली कंपनियों को धन जुटाने में परेशानी हो रही है। समर्पित संस्थान के अस्तित्व में आने से कंपनियों को तय समयावधि में सेवा शुरू करने में मदद मिलेगी। इसी तरह एक्जिट पालिसी बनाने का प्रस्ताव किया है ताकि इच्छुक कंपनियां लाइसेंस लौटाकर (सरेंडर कर) हट सकें।
सरकार मोबाइल धारकों को देश भर में मुफ्त रोमिंग तथा कहीं भी नंबर वही रखते हुए कंपनी बदलने की सुविधा यानी एमएनपी उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है।
1
['hin']
एक सारांश बनाओ: पेट्रोल की कीमतों में गुरुवार को 58 पैसे की बढ़ोतरी की गई जबकि डीजल के दामों में 31 पैसे की कटौती की गई. संशोधित दरें आज रात से लागू हो जाएंगी. दरों में इस बदलाव के साथ, दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के दाम 64.21 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल के दाम 52.59 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं. फिलहाल राजधानी में पेट्रोल 63.47 जबकि डीजल 52.94 रुपये प्रति लीटर था. इसके पहले तेल कंपनियों ने 31 अगस्त को कीमतों में इजाफा किया था. तब कंपनियों ने पेट्रोल के दाम 3.38 रुपये और डीजल के दाम 2.67 रुपये बढ़ाए थे.टिप्पणियां भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों का निर्धारण तेल कंपनियां करती हैं. सरकारी कंपनियां इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम प्रत्येक माह की पहली तारीख से 16 तारीख के बीच औसत तेल कीमत और विदेशी दर के आधार पर कीमत तय करती हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) फिलहाल राजधानी में पेट्रोल 63.47 जबकि डीजल 52.94 रुपये प्रति लीटर था. इसके पहले तेल कंपनियों ने 31 अगस्त को कीमतों में इजाफा किया था. तब कंपनियों ने पेट्रोल के दाम 3.38 रुपये और डीजल के दाम 2.67 रुपये बढ़ाए थे.टिप्पणियां भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों का निर्धारण तेल कंपनियां करती हैं. सरकारी कंपनियां इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम प्रत्येक माह की पहली तारीख से 16 तारीख के बीच औसत तेल कीमत और विदेशी दर के आधार पर कीमत तय करती हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों का निर्धारण तेल कंपनियां करती हैं. सरकारी कंपनियां इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम प्रत्येक माह की पहली तारीख से 16 तारीख के बीच औसत तेल कीमत और विदेशी दर के आधार पर कीमत तय करती हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सारांश: संशोधित दरें गुरुवार रात से लागू हो जाएंगी इसके पहले तेल कंपनियों ने 31 अगस्त को कीमतों में इजाफा किया था दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के दाम 64.21 रुपये प्रति लीटर हुए
5
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: ओडिशा के कोरापुट जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वाहन को आज नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट से उड़ा दिया, जिससे बल के कम से कम तीन कर्मियों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। सूत्रों ने बताया कि बल के 18 कर्मियों को लेकर जा रहे तीन वाहनों के एक काफिले पर सुबह करीब नौ बजे उस समय घात लगाकर हमला किया गया जब वह जिले के पतंगी से सुनकी की ओर जा रहा था। इम्प्रोवाइज्ड एक्सपोसिव डिवाइस (आईईडी) सड़क पर रखा गया था, जैसे ही पहला वाहन वहां से गुजरा उसमें विस्फोट होने से तीन कर्मियों की मौत हो गई।टिप्पणियां दो घायल जवानों को सुनकी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि अंतिम समाचार मिलने तक विस्फोट स्थल पर गोलीबारी जारी थी। सूत्रों ने बताया कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ी को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। कोरापुट राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 363 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इम्प्रोवाइज्ड एक्सपोसिव डिवाइस (आईईडी) सड़क पर रखा गया था, जैसे ही पहला वाहन वहां से गुजरा उसमें विस्फोट होने से तीन कर्मियों की मौत हो गई।टिप्पणियां दो घायल जवानों को सुनकी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि अंतिम समाचार मिलने तक विस्फोट स्थल पर गोलीबारी जारी थी। सूत्रों ने बताया कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ी को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। कोरापुट राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 363 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दो घायल जवानों को सुनकी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि अंतिम समाचार मिलने तक विस्फोट स्थल पर गोलीबारी जारी थी। सूत्रों ने बताया कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ी को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। कोरापुट राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 363 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ी को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। कोरापुट राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 363 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: ओडिशा के कोरापुट जिले में सीमा सुरक्षा बल के एक वाहन को आज नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट से उड़ा दिया, जिससे बल के कम से कम तीन कर्मियों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।
19
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत ने बांग्लादेश को फिर से आश्वस्त किया है कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान सीमा पर घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशियों पर गोली नहीं चलाएंगे। विदेशमंत्री एसएम कृष्णा ने यह आश्वासन बांग्लादेश की विदेश मंत्री दीपू मोनी को भूटान की राजधानी थिम्पू में आयोजित दक्षेस (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक के दौरान हुई मुलाकात में दिया। सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संगबाद संगस्था (बीएसएस) के अनुसार कृष्णा ने मोनी से कहा कि "इस मुद्दे से निपटने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं।"  पिछले महीने ढाका में गृह सचिव स्तर की बातचीत में भारत ने सात जनवरी की घटना पर खेद प्रकट किया था, जिसमें फलानी नाम की किशोरी की मौत हो गई थी। वह अपने परिवार के साथ सीमा पार कर रही थी और बीएसएफ ने गोलीबारी की थी। यह परिवार दिल्ली से लौट रहा था। यह घटना पूर्वोत्तर बांग्लादेश के कुड़ीग्राम के पास सीमा पर घटी थी। समाचार पत्र 'न्यू एज' ने बुधवार को कहा है कि कुड़ीग्राम जिले में फलानी के गांव में इस घटना को लेकर तनाव व्याप्त है, क्योंकि सत्ताधारी अवामी लीग की स्थानीय इकाई ने फलानी की हत्या के विरोध में उसी स्थान पर रैली आयोजित करने की घोषणा की है, जिस स्थान पर विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) रैली आयोजित करने वाली है। मीडिया रपट में कहा गया है, "स्थानीय प्रशासन ने बुधवार को फलानी के घर के आसपास लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया है।" बांग्लादेश की मानवाधिकार संस्था 'ओधिकार' ने दावा किया है कि 2001 से लेकर अब तक बीएसएफ  की गोलीबारी में 1,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है। लेकिन बीएसएफ का कहना है कि उसके जवान आत्मरक्षार्थ गोली चलाते हैं क्योंकि घुसपैठियों में मानव, पशु, हथियार व नशीली दवाओं की तस्करी से जुड़े हथियारबंद तस्कर भी शामिल होते हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भारत ने बांग्लादेश को फिर से आश्वस्त किया है कि बीएसएफ के जवान सीमा पर घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशियों पर गोली नहीं चलाएंगे।
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: दिल्ली में पिछले महीने के सामूहिक दुष्कर्म मामले की सुनवाई एक स्थानीय अदालत में सोमवार को शुरू हुई लेकिन अदालत कक्ष में भारी भीड़ जुटने के कारण अफरा-तफरी मच गई। इस कारण आरोपियों को पेश नहीं किया जा सका। इसके बाद अदालत ने बंद कमरे में सुनवाई का आदेश दिया और मीडिया से भी कहा कि वह अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित कोई खबर प्रकाशित न करे। मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।   महानगर दंडाधिकारी नमृता अग्रवाल ने कहा, "बार एसोसिएशन के सदस्य और आमजन जो इस मामले से जुड़े नहीं हैं, वे भी अदालत की कक्ष में जुटने लगे जिससे अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न हो गई।" उन्होंने कहा कि अदालत कक्ष खचाखच भर गया है। कोलाहल के कारण कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। इसलिए लोगों से अपील की जाती है कि वे बाहर प्रतीक्षा करें और बिना व्यवधान के कार्यवाही चलने दें, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया। नमृता के अनुसार, भीड़ ने अदालत कक्ष में एक-एक इंच जगह पर कब्जा जमा लिया। इतनी जगह भी नहीं बची कि रीडरों और स्टेनोग्राफर को जगह मिल पाती। उन्होंने कहा, "ऐसे में मामले की कार्यवाही असंभव हो गया है ..लॉकअप प्रभारी का कहना था कि आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश करने के लिए वह सुरक्षित जगह चाहते हैं।" बंद कमरे में कार्यवाही के लिए अपराध प्रक्रिया संहिता लागू करते हुए दंडाधिकारी ने सरकारी वकील के इस कथन का हवाला दिया कि उन्हें आरोपियों की सुरक्षा को लेकर आशंका है। अभियोजन पक्ष ने भी बंद कमरे में कार्यवाही के लिए एक आवेदन दिया। स्थिति को ध्यान में रखते हुए नमृता ने अनुरोध स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा, "पूछताछ सहित सुनवाई की कार्यवाहियां बंद कमरे में चलाई जा सकती हैं। इसलिए आरोपियों, सरकारी वकील और जांच अधिकारी को छोड़कर आमजन और बार एसोसिएशन के सभी सदस्यों को अदालत कक्ष खाली करने का निर्देश दिया जाता है।" दंडाधिकारी ने कहा, "मैं अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 327 (3) लागू करती हूं, इसलिए अदालत की अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित किसी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करना न्याय संगत नहीं होगा।" इस बीच, अदालत ने इस मामले में सलाहाकर नियुक्त गए कुछ वकीलों द्वारा दायर आवेदनों को रिकार्ड में दर्ज कर लिया। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। इसके बाद अदालत ने बंद कमरे में सुनवाई का आदेश दिया और मीडिया से भी कहा कि वह अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित कोई खबर प्रकाशित न करे। मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।   महानगर दंडाधिकारी नमृता अग्रवाल ने कहा, "बार एसोसिएशन के सदस्य और आमजन जो इस मामले से जुड़े नहीं हैं, वे भी अदालत की कक्ष में जुटने लगे जिससे अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न हो गई।" उन्होंने कहा कि अदालत कक्ष खचाखच भर गया है। कोलाहल के कारण कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। इसलिए लोगों से अपील की जाती है कि वे बाहर प्रतीक्षा करें और बिना व्यवधान के कार्यवाही चलने दें, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया। नमृता के अनुसार, भीड़ ने अदालत कक्ष में एक-एक इंच जगह पर कब्जा जमा लिया। इतनी जगह भी नहीं बची कि रीडरों और स्टेनोग्राफर को जगह मिल पाती। उन्होंने कहा, "ऐसे में मामले की कार्यवाही असंभव हो गया है ..लॉकअप प्रभारी का कहना था कि आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश करने के लिए वह सुरक्षित जगह चाहते हैं।" बंद कमरे में कार्यवाही के लिए अपराध प्रक्रिया संहिता लागू करते हुए दंडाधिकारी ने सरकारी वकील के इस कथन का हवाला दिया कि उन्हें आरोपियों की सुरक्षा को लेकर आशंका है। अभियोजन पक्ष ने भी बंद कमरे में कार्यवाही के लिए एक आवेदन दिया। स्थिति को ध्यान में रखते हुए नमृता ने अनुरोध स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा, "पूछताछ सहित सुनवाई की कार्यवाहियां बंद कमरे में चलाई जा सकती हैं। इसलिए आरोपियों, सरकारी वकील और जांच अधिकारी को छोड़कर आमजन और बार एसोसिएशन के सभी सदस्यों को अदालत कक्ष खाली करने का निर्देश दिया जाता है।" दंडाधिकारी ने कहा, "मैं अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 327 (3) लागू करती हूं, इसलिए अदालत की अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित किसी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करना न्याय संगत नहीं होगा।" इस बीच, अदालत ने इस मामले में सलाहाकर नियुक्त गए कुछ वकीलों द्वारा दायर आवेदनों को रिकार्ड में दर्ज कर लिया। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। महानगर दंडाधिकारी नमृता अग्रवाल ने कहा, "बार एसोसिएशन के सदस्य और आमजन जो इस मामले से जुड़े नहीं हैं, वे भी अदालत की कक्ष में जुटने लगे जिससे अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न हो गई।" उन्होंने कहा कि अदालत कक्ष खचाखच भर गया है। कोलाहल के कारण कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। इसलिए लोगों से अपील की जाती है कि वे बाहर प्रतीक्षा करें और बिना व्यवधान के कार्यवाही चलने दें, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया। नमृता के अनुसार, भीड़ ने अदालत कक्ष में एक-एक इंच जगह पर कब्जा जमा लिया। इतनी जगह भी नहीं बची कि रीडरों और स्टेनोग्राफर को जगह मिल पाती। उन्होंने कहा, "ऐसे में मामले की कार्यवाही असंभव हो गया है ..लॉकअप प्रभारी का कहना था कि आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश करने के लिए वह सुरक्षित जगह चाहते हैं।" बंद कमरे में कार्यवाही के लिए अपराध प्रक्रिया संहिता लागू करते हुए दंडाधिकारी ने सरकारी वकील के इस कथन का हवाला दिया कि उन्हें आरोपियों की सुरक्षा को लेकर आशंका है। अभियोजन पक्ष ने भी बंद कमरे में कार्यवाही के लिए एक आवेदन दिया। स्थिति को ध्यान में रखते हुए नमृता ने अनुरोध स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा, "पूछताछ सहित सुनवाई की कार्यवाहियां बंद कमरे में चलाई जा सकती हैं। इसलिए आरोपियों, सरकारी वकील और जांच अधिकारी को छोड़कर आमजन और बार एसोसिएशन के सभी सदस्यों को अदालत कक्ष खाली करने का निर्देश दिया जाता है।" दंडाधिकारी ने कहा, "मैं अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 327 (3) लागू करती हूं, इसलिए अदालत की अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित किसी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करना न्याय संगत नहीं होगा।" इस बीच, अदालत ने इस मामले में सलाहाकर नियुक्त गए कुछ वकीलों द्वारा दायर आवेदनों को रिकार्ड में दर्ज कर लिया। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। नमृता के अनुसार, भीड़ ने अदालत कक्ष में एक-एक इंच जगह पर कब्जा जमा लिया। इतनी जगह भी नहीं बची कि रीडरों और स्टेनोग्राफर को जगह मिल पाती। उन्होंने कहा, "ऐसे में मामले की कार्यवाही असंभव हो गया है ..लॉकअप प्रभारी का कहना था कि आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश करने के लिए वह सुरक्षित जगह चाहते हैं।" बंद कमरे में कार्यवाही के लिए अपराध प्रक्रिया संहिता लागू करते हुए दंडाधिकारी ने सरकारी वकील के इस कथन का हवाला दिया कि उन्हें आरोपियों की सुरक्षा को लेकर आशंका है। अभियोजन पक्ष ने भी बंद कमरे में कार्यवाही के लिए एक आवेदन दिया। स्थिति को ध्यान में रखते हुए नमृता ने अनुरोध स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा, "पूछताछ सहित सुनवाई की कार्यवाहियां बंद कमरे में चलाई जा सकती हैं। इसलिए आरोपियों, सरकारी वकील और जांच अधिकारी को छोड़कर आमजन और बार एसोसिएशन के सभी सदस्यों को अदालत कक्ष खाली करने का निर्देश दिया जाता है।" दंडाधिकारी ने कहा, "मैं अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 327 (3) लागू करती हूं, इसलिए अदालत की अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित किसी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करना न्याय संगत नहीं होगा।" इस बीच, अदालत ने इस मामले में सलाहाकर नियुक्त गए कुछ वकीलों द्वारा दायर आवेदनों को रिकार्ड में दर्ज कर लिया। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। बंद कमरे में कार्यवाही के लिए अपराध प्रक्रिया संहिता लागू करते हुए दंडाधिकारी ने सरकारी वकील के इस कथन का हवाला दिया कि उन्हें आरोपियों की सुरक्षा को लेकर आशंका है। अभियोजन पक्ष ने भी बंद कमरे में कार्यवाही के लिए एक आवेदन दिया। स्थिति को ध्यान में रखते हुए नमृता ने अनुरोध स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा, "पूछताछ सहित सुनवाई की कार्यवाहियां बंद कमरे में चलाई जा सकती हैं। इसलिए आरोपियों, सरकारी वकील और जांच अधिकारी को छोड़कर आमजन और बार एसोसिएशन के सभी सदस्यों को अदालत कक्ष खाली करने का निर्देश दिया जाता है।" दंडाधिकारी ने कहा, "मैं अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 327 (3) लागू करती हूं, इसलिए अदालत की अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित किसी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करना न्याय संगत नहीं होगा।" इस बीच, अदालत ने इस मामले में सलाहाकर नियुक्त गए कुछ वकीलों द्वारा दायर आवेदनों को रिकार्ड में दर्ज कर लिया। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। अभियोजन पक्ष ने भी बंद कमरे में कार्यवाही के लिए एक आवेदन दिया। स्थिति को ध्यान में रखते हुए नमृता ने अनुरोध स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा, "पूछताछ सहित सुनवाई की कार्यवाहियां बंद कमरे में चलाई जा सकती हैं। इसलिए आरोपियों, सरकारी वकील और जांच अधिकारी को छोड़कर आमजन और बार एसोसिएशन के सभी सदस्यों को अदालत कक्ष खाली करने का निर्देश दिया जाता है।" दंडाधिकारी ने कहा, "मैं अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 327 (3) लागू करती हूं, इसलिए अदालत की अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित किसी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करना न्याय संगत नहीं होगा।" इस बीच, अदालत ने इस मामले में सलाहाकर नियुक्त गए कुछ वकीलों द्वारा दायर आवेदनों को रिकार्ड में दर्ज कर लिया। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। दंडाधिकारी ने कहा, "मैं अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 327 (3) लागू करती हूं, इसलिए अदालत की अनुमति के बगैर इस मामले से सम्बंधित किसी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करना न्याय संगत नहीं होगा।" इस बीच, अदालत ने इस मामले में सलाहाकर नियुक्त गए कुछ वकीलों द्वारा दायर आवेदनों को रिकार्ड में दर्ज कर लिया। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। इस बीच, अदालत ने इस मामले में सलाहाकर नियुक्त गए कुछ वकीलों द्वारा दायर आवेदनों को रिकार्ड में दर्ज कर लिया। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। अदालत ने निर्देश दिया कि वे आरोपियों से संपर्क करें और उनके दस्तखत लें। इसके बाद मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। 23 वर्षीया युवती के साथ दुष्कर्म के छह में से पांच आरोपियों को यहां की साकेत जिला अदालत परिसर में लाया गया लेकिन अदालत कक्ष में काफी भीड़ हो जाने के कारण उन्हें महानगर दंडाधिकारी के समक्ष पेश नहीं किया जा सका। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। छठा आरोपी जिसने अपने स्कूल प्रमाणपत्र के अनुसार अपनी उम्र 17 वर्ष और छह माह बताई है, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। अदालत कक्ष के भीतर सुरक्षा के लिए लगभग 40 सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए थे। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। इस बीच यह विवाद भी उठा कि पांच आरोपियों का बचाव कौन करेगा। इन आरोपियों पर फीजियोथेरेपी में इंटर्नशिप करने वाली युवती के साथ 16 दिसम्बर को चलती बस में दुष्कर्म और यंत्रणा देने का आरोप है। बुरी तरह घायल पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में 29 दिसम्बर को मौत हो चुकी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। कुछ वकीलों ने सोमवार को कहा कि वे आरोपियों की ओर से पेश होना चाहते हैं लेकिन अन्य ने इस पर क्षोभ प्रकट किया। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। एक अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि आरोपियों के परिजनों ने उनसे संपर्क किया था और उनका बचाव करने को कहा था। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। अधिवक्ता ने कहा, "आरोपियों के परिजनों ने मुझसे संपर्क किया था। वकालतनामा पर दस्तखत करवाने के लिए यहां मुझे उनसे मिलने की इजाजत मिलनी चाहिए।"टिप्पणियां इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। इसपर न्यायाधीश ने कहा कि उन्हें आरोपियों से यहां मिलने की इजाजत नहीं दी जाएगी, कागजात पर दस्तखत करवाने के लिए वह तिहाड़ जेल में जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में हुई इस भयानक घटना से देशभर के लोग आक्रोशित हैं। समूचे देश में व्यापक प्रदर्शन हुआ। मुख्य रूप से दिल्ली एवं कई प्रमुख शहरों में अभी भी प्रदर्शन जारी है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: दिल्ली में पिछले महीने के सामूहिक दुष्कर्म मामले की सुनवाई एक स्थानीय अदालत में सोमवार को शुरू हुई लेकिन अदालत कक्ष में भारी भीड़ जुटने के कारण अफरा-तफरी मच गई। इस कारण आरोपियों को पेश नहीं किया जा सका।
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव (Rajkummar Rao) और एक्ट्रेस मौनी रॉय की फिल्म 'मेड इन चाइना (Made In China)' 25 अक्टूबर को बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो गई है. हालांकि ये फिल्म पहले दिन कुछ खास कमाई नहीं कर पाई. इस फिल्म के साथ ही अक्षय कुमार की 'हाउसफुल 4 (Housefull 4)' भी रिलीज हुई है. जिस वजह से राजकुमार राव और मौनी रॉय की फिल्म सिनेमाघरों में कुछ कमाल नहीं दिखा पाई. बता दें, अक्षय कुमार (Akshay Kumar) और बॉबी देओल की फिल्म 'हाउसफुल 4' ने 19 करोड़ रुपये की कमाई की है, वहीं राजकुमार राव की फिल्म केवल 1 करोड़ रुपये पर ही सिमटकर रह गई.   अब 'मेड इन चाइना (Made In China)' के फिल्म मेकर्स को एक और बड़ा झटका लगा है. दरअसल, ये फिल्म तमिल रॉकर्स वेबसाइट द्वारा लीक कर दी गई है, जिसके बाद राजकुमार राव (Rajkummar Rao) और मौनी रॉय के साथ-साथ फिल्म के मेकर्स को भी बड़ा झटका लगा है. इससे पहले भी कई फिल्में आनलाइन लीक होने की खबरें आई थीं. बता दें, साउथ की फिल्म 'बिजील (Bigil )' को भी तमिल रॉकर्स (Tamil Rockers) वेबसाइट पर लीक किया गया है. अब देखना होगा कि आनलाइन लीक होने के बाद फिल्म की कमाई को कितना नुकसान झेलना पड़ेगा. बता दें, फिल्म 'मेड इन चाइना' एक बिजनेसमैन की जिंदगी पर आधारित है, जो कई असफलताएं देखने के बाद चाइना में बिजनेस आइडिया ढूंढने जाता है. फिल्म की कहानी बेहद रोचक है.
संक्षिप्त सारांश: राजकुमार राव की फिल्म 'मेड इन चाइना' के मेकर्स को लगा बड़ा झटका आनलाइन लीक हुई फिल्म 25 अक्टूबर को रिलीज हुई थी फिल्म
29
['hin']
एक सारांश बनाओ: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने 2020 ओलिंपिक खेलों की मेजबानी मिलने के बाद कहा कि तोक्यो अब दुनिया को 2011 में विनाशकारी सूनामी के बाद मिली मदद का कर्ज चुका देगा, जिसका वह कर्जदार है। जापान की राजधानी को दूसरी बार ओलिंपिक खेलों की मेजबानी मिलने के बाद अबे ने कहा कि जापान अब दुनिया का कर्ज चुका देगा। अबे ने कहा कि उन्होंने देखा है कि खेलों ने कैसे 2011 में जापान में आये भूकंप और सूनामी के बाद तुरंत जिंदगी को बदल दिया था जिसमें 18,000 लोग मारे गये थे और इससे नाभीकीय संयंत्र को भी बहुत नुकसान पहुंचा था।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘खेल लोगों को बदल सकते हैं। सुनामी के बाद यही शक्ति दिखायी दी थी। हालात बहुत मुश्किल थे लेकिन काफी एथलीट (जिसमें अमेरिकी महान स्प्रिंटर कार्ल लुईस भी शामिल हैं) जापान आए और उन्होंने बच्चों तथा अन्य के साथ खेलकर उनकी उम्मीद और उत्साह बढ़ाया।’’ अबे ने कहा, ‘‘प्रस्तुतिकरण के दौरान मैंने एक लड़के बारे में बताया जिसे मैंने फुटबाल के साथ देखा जो उसे इन एथलीटों ने दी थी। वह फुटबाल सिर्फ भेंट नहीं थी। यह भविष्य के लिए थी। यही खेलों की ताकत है।’’ अबे ने कहा कि उन्होंने देखा है कि खेलों ने कैसे 2011 में जापान में आये भूकंप और सूनामी के बाद तुरंत जिंदगी को बदल दिया था जिसमें 18,000 लोग मारे गये थे और इससे नाभीकीय संयंत्र को भी बहुत नुकसान पहुंचा था।टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘खेल लोगों को बदल सकते हैं। सुनामी के बाद यही शक्ति दिखायी दी थी। हालात बहुत मुश्किल थे लेकिन काफी एथलीट (जिसमें अमेरिकी महान स्प्रिंटर कार्ल लुईस भी शामिल हैं) जापान आए और उन्होंने बच्चों तथा अन्य के साथ खेलकर उनकी उम्मीद और उत्साह बढ़ाया।’’ अबे ने कहा, ‘‘प्रस्तुतिकरण के दौरान मैंने एक लड़के बारे में बताया जिसे मैंने फुटबाल के साथ देखा जो उसे इन एथलीटों ने दी थी। वह फुटबाल सिर्फ भेंट नहीं थी। यह भविष्य के लिए थी। यही खेलों की ताकत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खेल लोगों को बदल सकते हैं। सुनामी के बाद यही शक्ति दिखायी दी थी। हालात बहुत मुश्किल थे लेकिन काफी एथलीट (जिसमें अमेरिकी महान स्प्रिंटर कार्ल लुईस भी शामिल हैं) जापान आए और उन्होंने बच्चों तथा अन्य के साथ खेलकर उनकी उम्मीद और उत्साह बढ़ाया।’’ अबे ने कहा, ‘‘प्रस्तुतिकरण के दौरान मैंने एक लड़के बारे में बताया जिसे मैंने फुटबाल के साथ देखा जो उसे इन एथलीटों ने दी थी। वह फुटबाल सिर्फ भेंट नहीं थी। यह भविष्य के लिए थी। यही खेलों की ताकत है।’’ अबे ने कहा, ‘‘प्रस्तुतिकरण के दौरान मैंने एक लड़के बारे में बताया जिसे मैंने फुटबाल के साथ देखा जो उसे इन एथलीटों ने दी थी। वह फुटबाल सिर्फ भेंट नहीं थी। यह भविष्य के लिए थी। यही खेलों की ताकत है।’’
यह एक सारांश है: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने 2020 ओलिंपिक खेलों की मेजबानी मिलने के बाद कहा कि तोक्यो अब दुनिया को 2011 में विनाशकारी सूनामी के बाद मिली मदद का कर्ज चुका देगा, जिसका वह कर्जदार है। जापान की राजधानी को दूसरी बार ओलिंपिक खेलों की मेजबानी मिलने के बाद
21
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: रियो ओलिंपिक में भारतीय मुक्केबाज मनोज कुमार ने लिथुआनियाई मुक्केबाज इवालडस पेट्रॉस्कस को धराशायी कर 64 किलोग्राम वर्ग के प्री-क्वाटर फाइलन में जगह बना ली. मनोज का अगला मुकाबला रविवार को प्री-क्वार्टर फ़ाइनल में उज्बेकिस्तान के फजलीद्दीन गैब्नाजरॉफ से होगा.टिप्पणियां कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले मनोज ने लंदन ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता इस बॉक्सर के पंच का डटकर मुकाबला किया और तीन राउंड का मैच 2-1 से अपने नाम कर लिया. लंदन ओलिंपिक में मनोज भी खेले थे, लेकिन वह क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाए थे. इससे पहले 75 किलो भार वर्ग में भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण यादव ने प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है. वहीं गुरुवार को 56 किलो भार वर्ग में मुक्केबाज शिवा थापा रियो ओलिंपिक में अपना पहला मुकाबला खेलने के लिए रिंग में उतरेंगे. कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले मनोज ने लंदन ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता इस बॉक्सर के पंच का डटकर मुकाबला किया और तीन राउंड का मैच 2-1 से अपने नाम कर लिया. लंदन ओलिंपिक में मनोज भी खेले थे, लेकिन वह क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाए थे. इससे पहले 75 किलो भार वर्ग में भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण यादव ने प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है. वहीं गुरुवार को 56 किलो भार वर्ग में मुक्केबाज शिवा थापा रियो ओलिंपिक में अपना पहला मुकाबला खेलने के लिए रिंग में उतरेंगे. इससे पहले 75 किलो भार वर्ग में भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण यादव ने प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है. वहीं गुरुवार को 56 किलो भार वर्ग में मुक्केबाज शिवा थापा रियो ओलिंपिक में अपना पहला मुकाबला खेलने के लिए रिंग में उतरेंगे.
लिथुआनियाई मुक्केबाज इवालडस पेट्रॉस्कस को धराशायी किया अब उज्बेकिस्तान के फजलीद्दीन गैब्नाजरॉफ से मुकाबला होगा लंदन ओलिंपिक में मनोज क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाए
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका ने 26/11 के मुम्बई आतंकवादी हमले के एक प्रमुख साजिशकर्ता अबू जिंदल हमजा की भारत में हुई गिरफ्तारी का स्वागत किया है। अमेरिका ने कहा है कि वह मुम्बई हमले के साजिशकर्ताओं को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों का समर्थन जारी रखेगा। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड से जब सोमवार को हमजा की दिल्ली में हुई गिरफ्तारी के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हमें इस बात की जानकारी है कि मुम्बई में हुए 2008 के आतंकवादी हमले के एक संदिग्ध साजिशकर्ता की गिरफ्तारी हुई है।" उन्होंने कहा कि हमले में अमेरिकी नागरिक भी मारे गए थे, इसलिए शुरुआत से ही इसके साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने में अमेरिका की रुचि रही है। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि मुम्बई हमले के सभी साजिशकर्ताओं को न्याय मिले।" जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका ने हमले के मुख्य आरोपी को पकड़ने में किसी प्रकार की खुफिया मदद की थी। इस पर नूलैंड ने कहा कि उन्हें इस सम्बंध में विस्तृत जानकारी नहीं है।टिप्पणियां बताया जाता है कि हमजा पाकिस्तान के आतंकवादी गुट लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है। नूलैंड ने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं कि हम सूचनाएं साझा करने में जो कर सकते हैं, वह कर रहे हैं और इन आतंकवादियों को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।" विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड से जब सोमवार को हमजा की दिल्ली में हुई गिरफ्तारी के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हमें इस बात की जानकारी है कि मुम्बई में हुए 2008 के आतंकवादी हमले के एक संदिग्ध साजिशकर्ता की गिरफ्तारी हुई है।" उन्होंने कहा कि हमले में अमेरिकी नागरिक भी मारे गए थे, इसलिए शुरुआत से ही इसके साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने में अमेरिका की रुचि रही है। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि मुम्बई हमले के सभी साजिशकर्ताओं को न्याय मिले।" जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका ने हमले के मुख्य आरोपी को पकड़ने में किसी प्रकार की खुफिया मदद की थी। इस पर नूलैंड ने कहा कि उन्हें इस सम्बंध में विस्तृत जानकारी नहीं है।टिप्पणियां बताया जाता है कि हमजा पाकिस्तान के आतंकवादी गुट लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है। नूलैंड ने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं कि हम सूचनाएं साझा करने में जो कर सकते हैं, वह कर रहे हैं और इन आतंकवादियों को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि हमले में अमेरिकी नागरिक भी मारे गए थे, इसलिए शुरुआत से ही इसके साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने में अमेरिका की रुचि रही है। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि मुम्बई हमले के सभी साजिशकर्ताओं को न्याय मिले।" जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका ने हमले के मुख्य आरोपी को पकड़ने में किसी प्रकार की खुफिया मदद की थी। इस पर नूलैंड ने कहा कि उन्हें इस सम्बंध में विस्तृत जानकारी नहीं है।टिप्पणियां बताया जाता है कि हमजा पाकिस्तान के आतंकवादी गुट लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है। नूलैंड ने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं कि हम सूचनाएं साझा करने में जो कर सकते हैं, वह कर रहे हैं और इन आतंकवादियों को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि मुम्बई हमले के सभी साजिशकर्ताओं को न्याय मिले।" जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका ने हमले के मुख्य आरोपी को पकड़ने में किसी प्रकार की खुफिया मदद की थी। इस पर नूलैंड ने कहा कि उन्हें इस सम्बंध में विस्तृत जानकारी नहीं है।टिप्पणियां बताया जाता है कि हमजा पाकिस्तान के आतंकवादी गुट लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है। नूलैंड ने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं कि हम सूचनाएं साझा करने में जो कर सकते हैं, वह कर रहे हैं और इन आतंकवादियों को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।" जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका ने हमले के मुख्य आरोपी को पकड़ने में किसी प्रकार की खुफिया मदद की थी। इस पर नूलैंड ने कहा कि उन्हें इस सम्बंध में विस्तृत जानकारी नहीं है।टिप्पणियां बताया जाता है कि हमजा पाकिस्तान के आतंकवादी गुट लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है। नूलैंड ने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं कि हम सूचनाएं साझा करने में जो कर सकते हैं, वह कर रहे हैं और इन आतंकवादियों को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।" बताया जाता है कि हमजा पाकिस्तान के आतंकवादी गुट लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य है। नूलैंड ने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं कि हम सूचनाएं साझा करने में जो कर सकते हैं, वह कर रहे हैं और इन आतंकवादियों को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।" नूलैंड ने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं कि हम सूचनाएं साझा करने में जो कर सकते हैं, वह कर रहे हैं और इन आतंकवादियों को न्याय दिलाने के भारतीय प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।"
यह एक सारांश है: अमेरिका ने 26/11 के मुम्बई आतंकवादी हमले के एक प्रमुख साजिशकर्ता अबू जिंदल हमजा की भारत में हुई गिरफ्तारी का स्वागत किया है।
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक के मसौदे में देश की 1.2 अरब आबादी के आधे हिस्से को चावल तीन रुपये, गेहूं दो रुपये और मोटा अनाज एक रुपये प्रति किलो की दर पर दिए जाने का प्रवधान है, लेकिन उच्च लागत और अनाज की अनुपलब्धता इसके रास्ते में बाधा बन सकती है। विधेयक में ग्रामीण आबादी के 75 प्रतिशत और शहरी आबादी के 50 प्रतिशत हिस्से को दायरे में लाने का प्रावधान है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 13 दिसम्बर को विधेयक के मसौदे पर फैसला टाल दिया था और अब इस पर जल्द ही फैसला लिए जाने की सम्भावना है। केंद्रीय खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने कहा, "हम संसद के इस सत्र में विधेयक को लाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।" यह विधेयक सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की पसंदीदा परियोजना और वर्ष 2009 के आम चुनाव के समय घोषित कांग्रेस के घोषणापत्र का अहम हिस्सा है। जानकार सूत्रों का कहना है कि कृषि मंत्री शरद पवार ने चिंता प्रकट की है यदि इस विधेयक को लागू किया गया तो मौजूदा खाद्य सब्सिडी 63,000 करोड़ रुपये (12 अरब डॉलर) को बढ़ाकर 1.2 लाख करोड़ रुपये (23 अरब डॉलर) करना होगा। उनका कहना है कि ऐसे में उर्वरक का मूल्य तथा अनाजों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाना होगा और सरकार पर भारी खर्च का बोझ बढ़ेगा। विधेयक के मसौदे के अनुसार सामान्य श्रेणी के प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम तीन किलोग्राम आनाज प्रतिमाह न्यूनतम समर्थन मूल्य की आधी दर पर मुहैया कराया जाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्री ने सरकार से यह भी कहा है कि वह इसका दायित्व उन राज्यों को सौंप दे जो इस कानून को लागू करेंगे। राज्यों से कहा गया है कि वे महिलाओं, बच्चों असहाय और गृहविहीन लोगों को राशन प्राप्त करने का कानूनी अधिकार दें और उन्हें इससे पड़ने वाला अतिरिक्त वित्तीय बोझ वहन करना होगा। उल्लेखनीय है कि जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर गठित त्रिस्तरीय लोक शिकायत निवारण समितियां भी इस विधेयक की हिस्सा होंगी।
यहाँ एक सारांश है:केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 13 दिसम्बर को विधेयक के मसौदे पर फैसला टाल दिया था और अब इस पर जल्द ही फैसला लिए जाने की सम्भावना है।
4
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान बडगाम जिले में तीन युवक उस समय मारे गए जब सुरक्षाबलों ने एक मतदान केंद्र पर हमला करने वाली भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोली चलाई. इस दौरान कई लोग घायल हो गए. हिंसा के चलते मतदान पर भारी असर पड़ा है और पूर्वाह्न 11 बजे तक 3.3 प्रतिशत मतदान ही दर्ज हो पाया. अधिकारियों ने बताया कि बडगाम जिले में चरार ए शरीफ के नजदीक पाखरपुरा में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने एक मतदान केंद्र पर धावा बोल दिया और इमारत में तोड़फोड़ की. सुरक्षाबलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए चेतावनी के रूप में गोली चलाई, लेकिन भीड़ पर कोई असर नहीं हुआ. अधिकारियों ने कहा कि गोलीबारी में छह लोग घायल हो गए जिनमें से तीन की बाद में मौत हो गई। मरने वालों की पहचान 20 वर्षीय मोहम्मद अब्बास और 15 वर्षीय फैजान अहमद के रूप में हुई है. तीसरे की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है. तीनों की मौत गोली लगने की वजह से हुई. उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों पर तैनात सीमा सुरक्षाबल :बीएसएफ: के जवानों ने पांच गोलियां चलाईं क्योंकि उनके पास पेलट गन नहीं थी. अधिकारियों ने कहा कि हिंसा का अन्य क्षेत्रों में भी मतदान पर असर पड़ा है. चाडूरा इलाके में भारी पथराव के चलते मतदान कर्मियों को दो मतदान केंद्रों से हटना पड़ा. उन्होंने कहा कि श्रीनगर, बडगाम और गंदरबल में दो दर्जन से अधिक जगहों से पथराव की खबरें हैं.टिप्पणियां अधिकारियों ने बताया कि अब तक बहुत कम मतदान हुआ है. पहले चार घंटों में कुल 12 लाख 61 हजार मतदाताओं में से केवल 3.3 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारियों ने कहा कि गोलीबारी में छह लोग घायल हो गए जिनमें से तीन की बाद में मौत हो गई। मरने वालों की पहचान 20 वर्षीय मोहम्मद अब्बास और 15 वर्षीय फैजान अहमद के रूप में हुई है. तीसरे की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है. तीनों की मौत गोली लगने की वजह से हुई. उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों पर तैनात सीमा सुरक्षाबल :बीएसएफ: के जवानों ने पांच गोलियां चलाईं क्योंकि उनके पास पेलट गन नहीं थी. अधिकारियों ने कहा कि हिंसा का अन्य क्षेत्रों में भी मतदान पर असर पड़ा है. चाडूरा इलाके में भारी पथराव के चलते मतदान कर्मियों को दो मतदान केंद्रों से हटना पड़ा. उन्होंने कहा कि श्रीनगर, बडगाम और गंदरबल में दो दर्जन से अधिक जगहों से पथराव की खबरें हैं.टिप्पणियां अधिकारियों ने बताया कि अब तक बहुत कम मतदान हुआ है. पहले चार घंटों में कुल 12 लाख 61 हजार मतदाताओं में से केवल 3.3 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों पर तैनात सीमा सुरक्षाबल :बीएसएफ: के जवानों ने पांच गोलियां चलाईं क्योंकि उनके पास पेलट गन नहीं थी. अधिकारियों ने कहा कि हिंसा का अन्य क्षेत्रों में भी मतदान पर असर पड़ा है. चाडूरा इलाके में भारी पथराव के चलते मतदान कर्मियों को दो मतदान केंद्रों से हटना पड़ा. उन्होंने कहा कि श्रीनगर, बडगाम और गंदरबल में दो दर्जन से अधिक जगहों से पथराव की खबरें हैं.टिप्पणियां अधिकारियों ने बताया कि अब तक बहुत कम मतदान हुआ है. पहले चार घंटों में कुल 12 लाख 61 हजार मतदाताओं में से केवल 3.3 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारियों ने कहा कि हिंसा का अन्य क्षेत्रों में भी मतदान पर असर पड़ा है. चाडूरा इलाके में भारी पथराव के चलते मतदान कर्मियों को दो मतदान केंद्रों से हटना पड़ा. उन्होंने कहा कि श्रीनगर, बडगाम और गंदरबल में दो दर्जन से अधिक जगहों से पथराव की खबरें हैं.टिप्पणियां अधिकारियों ने बताया कि अब तक बहुत कम मतदान हुआ है. पहले चार घंटों में कुल 12 लाख 61 हजार मतदाताओं में से केवल 3.3 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि श्रीनगर, बडगाम और गंदरबल में दो दर्जन से अधिक जगहों से पथराव की खबरें हैं.टिप्पणियां अधिकारियों ने बताया कि अब तक बहुत कम मतदान हुआ है. पहले चार घंटों में कुल 12 लाख 61 हजार मतदाताओं में से केवल 3.3 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारियों ने बताया कि अब तक बहुत कम मतदान हुआ है. पहले चार घंटों में कुल 12 लाख 61 हजार मतदाताओं में से केवल 3.3 प्रतिशत ने ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
श्रीनगर संसदीय सीट पर उपचुनाव, वोटिंग में खलल डालने की कोशिश भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने की फायरिंग मरने वालों में 20 वर्षीय मोहम्मद अब्बास और 15 वर्षीय फैजान अहमद
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: कोयला खान आवंटनों की जांच कर रहे अंतर-मंत्रालयी समूह ने निर्धारित समय में खान का विकास नहीं करने पर निजी कंपनियों को आवंटित चार खानों का आवंटन रद्द करने तथा तीन अन्य फर्मों की बैंक गारंटी जब्त करने की सिफारिश की है। कोयला मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम जाहिर न किए जाने की शर्त पर यह जानकारी दी।टिप्पणियां उन्होंने कहा, समूह ने आठ मामलों की समीक्षा की थी और उसने चार खानों का आवंटन रद्द करने की सिफारिश की है। इनमें से दो खानें निजी फर्म फील्ड माइनिंग एंड इस्पात को आवंटित हैं। फील्ड माइनिंग एंड इस्पात सहित 58 कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। फील्ड माइनिंग एंड इस्पात ने महाराष्ट्र में शिनोरा तथा वारोरा सदर्न पार्ट कोयला खान का विकास समय पर नहीं किया। कैग की रिपोर्ट के बाद कोयला खानों के आवंटन को लेकर शुरू हुए विवाद में मंत्रालयी समूह की यह पहली सिफारिश है। समूह ने बुधवार को आठ घंटे लंबी बैठक में आठ मामलों की समीक्षा की थी। समूह ने 6, 7 और 8 सितंबर को कुल मिलाकर 29 कोयला खान आवंटियों का पक्ष सुना था। इस बीच, कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने उम्मीद जताई है कि मंत्रालयी समूह 17 सितंबर तक अपनी पहली रिपोर्ट दे देगा। इसके लिए 15 सितंबर की अंतिम तारीख तय की गई थी। उन्होंने कहा, समूह ने आठ मामलों की समीक्षा की थी और उसने चार खानों का आवंटन रद्द करने की सिफारिश की है। इनमें से दो खानें निजी फर्म फील्ड माइनिंग एंड इस्पात को आवंटित हैं। फील्ड माइनिंग एंड इस्पात सहित 58 कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। फील्ड माइनिंग एंड इस्पात ने महाराष्ट्र में शिनोरा तथा वारोरा सदर्न पार्ट कोयला खान का विकास समय पर नहीं किया। कैग की रिपोर्ट के बाद कोयला खानों के आवंटन को लेकर शुरू हुए विवाद में मंत्रालयी समूह की यह पहली सिफारिश है। समूह ने बुधवार को आठ घंटे लंबी बैठक में आठ मामलों की समीक्षा की थी। समूह ने 6, 7 और 8 सितंबर को कुल मिलाकर 29 कोयला खान आवंटियों का पक्ष सुना था। इस बीच, कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने उम्मीद जताई है कि मंत्रालयी समूह 17 सितंबर तक अपनी पहली रिपोर्ट दे देगा। इसके लिए 15 सितंबर की अंतिम तारीख तय की गई थी। समूह ने 6, 7 और 8 सितंबर को कुल मिलाकर 29 कोयला खान आवंटियों का पक्ष सुना था। इस बीच, कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने उम्मीद जताई है कि मंत्रालयी समूह 17 सितंबर तक अपनी पहली रिपोर्ट दे देगा। इसके लिए 15 सितंबर की अंतिम तारीख तय की गई थी।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कोयला खान आवंटनों की जांच कर रहे अंतर-मंत्रालयी समूह ने निर्धारित समय में खान का विकास नहीं करने पर निजी कंपनियों को आवंटित चार खानों का आवंटन रद्द करने तथा तीन अन्य फर्मों की बैंक गारंटी जब्त करने की सिफारिश की है।
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अब आप मोबाइल फोन के जरिये सोने और चांदी जैसी बहुमूल्य धातुएं खरीद सकेंगे। मोबाइल के जरिये किताबें, कपड़े खरीदने की शुरुआत को काफी पहले हो चुकी है। वहीं इंटरनेट बैंकिंग और शेयर बाजार के सौदे भी मोबाइल के जरिये किए जा रहे हैं। अब ऐसी नई मोबाइल एप्लिकेशन तैयार की गई है, जिसके जरिये उपभोक्ता घर बैठे-बैठे सोना और चांदी खरीद सकते हैं। देश में हर साल डेढ़ करोड़ मोबाइल कनेक्शन जुड़ रहे हैं। ऐसे में मोबाइल एप्लिकेशन एक बड़े बाजार के रूप में विकसित हो रहा है। देश में एप्लिकेशन डेवलपरों की संख्या लगभग 2.5 लाख है। मोबाइल एप्लिकेशंस के जरिये उपभोक्ता अपने हैंडसेट से कई काम ले सकते हैं। वे मोबाइल पर गेम्स खेल सकते हैं और उसके जरिये खरीदारी भी कर सकते हैं। गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र की 125 साल पुरानी कंपनी मुथूट समूह ने हाल में एपल तथा एंड्रॉयड फोन तथा टैबलेट पर 'मुथूट ग्रुप एप्लिकेशन' पेश की है। इस एप्लिकेशन के जरिये उपभोक्ता सोने और चांदी के सिक्के खरीद सकते हैं और साथ ही उन्हें अन्य चीजों के बारे में निवेश रिपोर्ट मिल सकती है। टिप्पणियां मुथूट समूह के प्रबंध निदेशक एलेक्जेंडर मूथूट ने कहा, हमारा मानना है कि आगामी वर्षों में इंटरनेट के जरिये सोने और चांदी के सिक्कों की बिक्री इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन ट्रैवल आदि की तरह लोकप्रिय हो जाएगी। बेंगलुरु में मोबाइल एप्लिकेशन सम्मेलन में हाल में जारी ताजा अध्ययन के अनुसार, भारत में हर महीने 10 करोड़ एप्लिकेशन डाउनलोड की जाती हैं। वैश्विक एप्लिकेशन बाजार 2012 के अंत तक बढ़कर 17.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा, जो 2009 में 4.1 अरब डॉलर था। वहीं इंटरनेट बैंकिंग और शेयर बाजार के सौदे भी मोबाइल के जरिये किए जा रहे हैं। अब ऐसी नई मोबाइल एप्लिकेशन तैयार की गई है, जिसके जरिये उपभोक्ता घर बैठे-बैठे सोना और चांदी खरीद सकते हैं। देश में हर साल डेढ़ करोड़ मोबाइल कनेक्शन जुड़ रहे हैं। ऐसे में मोबाइल एप्लिकेशन एक बड़े बाजार के रूप में विकसित हो रहा है। देश में एप्लिकेशन डेवलपरों की संख्या लगभग 2.5 लाख है। मोबाइल एप्लिकेशंस के जरिये उपभोक्ता अपने हैंडसेट से कई काम ले सकते हैं। वे मोबाइल पर गेम्स खेल सकते हैं और उसके जरिये खरीदारी भी कर सकते हैं। गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र की 125 साल पुरानी कंपनी मुथूट समूह ने हाल में एपल तथा एंड्रॉयड फोन तथा टैबलेट पर 'मुथूट ग्रुप एप्लिकेशन' पेश की है। इस एप्लिकेशन के जरिये उपभोक्ता सोने और चांदी के सिक्के खरीद सकते हैं और साथ ही उन्हें अन्य चीजों के बारे में निवेश रिपोर्ट मिल सकती है। टिप्पणियां मुथूट समूह के प्रबंध निदेशक एलेक्जेंडर मूथूट ने कहा, हमारा मानना है कि आगामी वर्षों में इंटरनेट के जरिये सोने और चांदी के सिक्कों की बिक्री इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन ट्रैवल आदि की तरह लोकप्रिय हो जाएगी। बेंगलुरु में मोबाइल एप्लिकेशन सम्मेलन में हाल में जारी ताजा अध्ययन के अनुसार, भारत में हर महीने 10 करोड़ एप्लिकेशन डाउनलोड की जाती हैं। वैश्विक एप्लिकेशन बाजार 2012 के अंत तक बढ़कर 17.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा, जो 2009 में 4.1 अरब डॉलर था। देश में एप्लिकेशन डेवलपरों की संख्या लगभग 2.5 लाख है। मोबाइल एप्लिकेशंस के जरिये उपभोक्ता अपने हैंडसेट से कई काम ले सकते हैं। वे मोबाइल पर गेम्स खेल सकते हैं और उसके जरिये खरीदारी भी कर सकते हैं। गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र की 125 साल पुरानी कंपनी मुथूट समूह ने हाल में एपल तथा एंड्रॉयड फोन तथा टैबलेट पर 'मुथूट ग्रुप एप्लिकेशन' पेश की है। इस एप्लिकेशन के जरिये उपभोक्ता सोने और चांदी के सिक्के खरीद सकते हैं और साथ ही उन्हें अन्य चीजों के बारे में निवेश रिपोर्ट मिल सकती है। टिप्पणियां मुथूट समूह के प्रबंध निदेशक एलेक्जेंडर मूथूट ने कहा, हमारा मानना है कि आगामी वर्षों में इंटरनेट के जरिये सोने और चांदी के सिक्कों की बिक्री इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन ट्रैवल आदि की तरह लोकप्रिय हो जाएगी। बेंगलुरु में मोबाइल एप्लिकेशन सम्मेलन में हाल में जारी ताजा अध्ययन के अनुसार, भारत में हर महीने 10 करोड़ एप्लिकेशन डाउनलोड की जाती हैं। वैश्विक एप्लिकेशन बाजार 2012 के अंत तक बढ़कर 17.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा, जो 2009 में 4.1 अरब डॉलर था। गैर-बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र की 125 साल पुरानी कंपनी मुथूट समूह ने हाल में एपल तथा एंड्रॉयड फोन तथा टैबलेट पर 'मुथूट ग्रुप एप्लिकेशन' पेश की है। इस एप्लिकेशन के जरिये उपभोक्ता सोने और चांदी के सिक्के खरीद सकते हैं और साथ ही उन्हें अन्य चीजों के बारे में निवेश रिपोर्ट मिल सकती है। टिप्पणियां मुथूट समूह के प्रबंध निदेशक एलेक्जेंडर मूथूट ने कहा, हमारा मानना है कि आगामी वर्षों में इंटरनेट के जरिये सोने और चांदी के सिक्कों की बिक्री इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन ट्रैवल आदि की तरह लोकप्रिय हो जाएगी। बेंगलुरु में मोबाइल एप्लिकेशन सम्मेलन में हाल में जारी ताजा अध्ययन के अनुसार, भारत में हर महीने 10 करोड़ एप्लिकेशन डाउनलोड की जाती हैं। वैश्विक एप्लिकेशन बाजार 2012 के अंत तक बढ़कर 17.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा, जो 2009 में 4.1 अरब डॉलर था। मुथूट समूह के प्रबंध निदेशक एलेक्जेंडर मूथूट ने कहा, हमारा मानना है कि आगामी वर्षों में इंटरनेट के जरिये सोने और चांदी के सिक्कों की बिक्री इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन ट्रैवल आदि की तरह लोकप्रिय हो जाएगी। बेंगलुरु में मोबाइल एप्लिकेशन सम्मेलन में हाल में जारी ताजा अध्ययन के अनुसार, भारत में हर महीने 10 करोड़ एप्लिकेशन डाउनलोड की जाती हैं। वैश्विक एप्लिकेशन बाजार 2012 के अंत तक बढ़कर 17.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा, जो 2009 में 4.1 अरब डॉलर था। बेंगलुरु में मोबाइल एप्लिकेशन सम्मेलन में हाल में जारी ताजा अध्ययन के अनुसार, भारत में हर महीने 10 करोड़ एप्लिकेशन डाउनलोड की जाती हैं। वैश्विक एप्लिकेशन बाजार 2012 के अंत तक बढ़कर 17.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा, जो 2009 में 4.1 अरब डॉलर था।
संक्षिप्त सारांश: इंटरनेट बैंकिंग और शेयर बाजार के सौदे तो मोबाइल के जरिये किए ही जा रहे हैं। अब ऐसी मोबाइल एप्लिकेशन तैयार की गई है, जिसके जरिये उपभोक्ता घर बैठे-बैठे सोना और चांदी खरीद सकते हैं।
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने प्रबंधन की ताजा पेशकश को बुधवार को खारिज कर दिया और कुल बकाया वेतन में शुक्रवार से पहले एक मुश्त चार महीने की तनख्वाह देने की मांग की। एयरलाइन कर्मचारी सुभाष चंद्र मिश्र ने कहा, ‘‘मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय अग्रवाल का दावा पूरी तरह गलत है। सचाई यह है कि 90 प्रतिशत कर्मचारियों ने कंपनी की पेशकश ठुकरा दी है। हम 26 अक्टूबर तक चार महीने का वेतन देने की अपनी मांग पर कायम हैं।’’ मिश्र दिल्ली में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कंपनी के सीईओ (मुख्य कार्यपालक) के उस दावे को खारिज कर दिया कि अधिकतर कर्मचारी 26 अक्टुबर से पहले काम शुरू करने पर सहमत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब दिल्ली, बेंगलुरु तथा चेन्नई के कर्मचारियों ने प्रबंधन की पेशकश सिरे से ठुकरा दी तो वह कैसे दावा कर सकते हैं कि अधिकतर कर्मचरी काम पर लौटने को लेकर सहमति जताई है।’’ तीन महीने का वेतन देने को लेकर अग्रवाल द्वारा कर्मचारियों को लिखे मेल पर प्रतिक्रिया देते हुए एयरलाइन के दिल्ली स्थित इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों ने पत्र लिखकर प्रबंधन से मार्च 2012 से लेकर जून 2012 तक का वेतन 26 अक्टूबर तक देने को कहा है। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण किंगफिशर सितंबर से उड़ानों का परिचालन नहीं कर पा रही है। इसके कारण कंपनी में तालाबंदी है। इसके फलस्वरूप विमानन नियामक डीजीसीए ने कंपनी का लाइसेंस निलंबित कर दिया।टिप्पणियां कर्मचारी सात महीने से बकाया वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर आगामी फार्मूला वन मोटर रेस के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई हैं फार्मूला वन में किंगफिशर के प्रवर्तक विजय माल्या भी शामिल हैं। इससे पहले, संजय अग्रवाल ने कहा था, ‘‘हमें कई पत्र मिले हैं जिसमें आंशिक तालाबंदी के दौरान वेतन की स्थिति के बारे में पूछा गया है..।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताने में खुशी हो रही है कि कंपनी सभी कर्मचारियों को अक्टूबर का वेतन इस वर्ष क्रिसमस से पहले दे देगी।’’ अग्रवाल ने इस बात से इनकार किया कि कर्मचारियों का बड़ा तबका कंपनी की पूर्व में की गई पेशकश के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि अधिकतर कर्मचारी ने 26 अक्टूबर से कामकाज शुरू किए जाने की खबर दी है। ‘‘हम शेष कर्मचारियों से कामकाज शुरू करने के बारे पुष्टि यथाशीघ्र करने का अनुरोध करते हैं।’’ इस मेल के जवाब के कर्मचारियों ने प्रबंधन से कहा है, ‘‘हम तीन महीने का वेतन देने की पेशकश को ठुकरा रहे हैं। आपने विश्वास खो दिया है..।’’ एयरलाइन कर्मचारी सुभाष चंद्र मिश्र ने कहा, ‘‘मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय अग्रवाल का दावा पूरी तरह गलत है। सचाई यह है कि 90 प्रतिशत कर्मचारियों ने कंपनी की पेशकश ठुकरा दी है। हम 26 अक्टूबर तक चार महीने का वेतन देने की अपनी मांग पर कायम हैं।’’ मिश्र दिल्ली में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कंपनी के सीईओ (मुख्य कार्यपालक) के उस दावे को खारिज कर दिया कि अधिकतर कर्मचारी 26 अक्टुबर से पहले काम शुरू करने पर सहमत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब दिल्ली, बेंगलुरु तथा चेन्नई के कर्मचारियों ने प्रबंधन की पेशकश सिरे से ठुकरा दी तो वह कैसे दावा कर सकते हैं कि अधिकतर कर्मचरी काम पर लौटने को लेकर सहमति जताई है।’’ तीन महीने का वेतन देने को लेकर अग्रवाल द्वारा कर्मचारियों को लिखे मेल पर प्रतिक्रिया देते हुए एयरलाइन के दिल्ली स्थित इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों ने पत्र लिखकर प्रबंधन से मार्च 2012 से लेकर जून 2012 तक का वेतन 26 अक्टूबर तक देने को कहा है। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण किंगफिशर सितंबर से उड़ानों का परिचालन नहीं कर पा रही है। इसके कारण कंपनी में तालाबंदी है। इसके फलस्वरूप विमानन नियामक डीजीसीए ने कंपनी का लाइसेंस निलंबित कर दिया।टिप्पणियां कर्मचारी सात महीने से बकाया वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर आगामी फार्मूला वन मोटर रेस के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई हैं फार्मूला वन में किंगफिशर के प्रवर्तक विजय माल्या भी शामिल हैं। इससे पहले, संजय अग्रवाल ने कहा था, ‘‘हमें कई पत्र मिले हैं जिसमें आंशिक तालाबंदी के दौरान वेतन की स्थिति के बारे में पूछा गया है..।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताने में खुशी हो रही है कि कंपनी सभी कर्मचारियों को अक्टूबर का वेतन इस वर्ष क्रिसमस से पहले दे देगी।’’ अग्रवाल ने इस बात से इनकार किया कि कर्मचारियों का बड़ा तबका कंपनी की पूर्व में की गई पेशकश के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि अधिकतर कर्मचारी ने 26 अक्टूबर से कामकाज शुरू किए जाने की खबर दी है। ‘‘हम शेष कर्मचारियों से कामकाज शुरू करने के बारे पुष्टि यथाशीघ्र करने का अनुरोध करते हैं।’’ इस मेल के जवाब के कर्मचारियों ने प्रबंधन से कहा है, ‘‘हम तीन महीने का वेतन देने की पेशकश को ठुकरा रहे हैं। आपने विश्वास खो दिया है..।’’ उन्होंने कंपनी के सीईओ (मुख्य कार्यपालक) के उस दावे को खारिज कर दिया कि अधिकतर कर्मचारी 26 अक्टुबर से पहले काम शुरू करने पर सहमत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब दिल्ली, बेंगलुरु तथा चेन्नई के कर्मचारियों ने प्रबंधन की पेशकश सिरे से ठुकरा दी तो वह कैसे दावा कर सकते हैं कि अधिकतर कर्मचरी काम पर लौटने को लेकर सहमति जताई है।’’ तीन महीने का वेतन देने को लेकर अग्रवाल द्वारा कर्मचारियों को लिखे मेल पर प्रतिक्रिया देते हुए एयरलाइन के दिल्ली स्थित इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों ने पत्र लिखकर प्रबंधन से मार्च 2012 से लेकर जून 2012 तक का वेतन 26 अक्टूबर तक देने को कहा है। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण किंगफिशर सितंबर से उड़ानों का परिचालन नहीं कर पा रही है। इसके कारण कंपनी में तालाबंदी है। इसके फलस्वरूप विमानन नियामक डीजीसीए ने कंपनी का लाइसेंस निलंबित कर दिया।टिप्पणियां कर्मचारी सात महीने से बकाया वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर आगामी फार्मूला वन मोटर रेस के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई हैं फार्मूला वन में किंगफिशर के प्रवर्तक विजय माल्या भी शामिल हैं। इससे पहले, संजय अग्रवाल ने कहा था, ‘‘हमें कई पत्र मिले हैं जिसमें आंशिक तालाबंदी के दौरान वेतन की स्थिति के बारे में पूछा गया है..।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताने में खुशी हो रही है कि कंपनी सभी कर्मचारियों को अक्टूबर का वेतन इस वर्ष क्रिसमस से पहले दे देगी।’’ अग्रवाल ने इस बात से इनकार किया कि कर्मचारियों का बड़ा तबका कंपनी की पूर्व में की गई पेशकश के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि अधिकतर कर्मचारी ने 26 अक्टूबर से कामकाज शुरू किए जाने की खबर दी है। ‘‘हम शेष कर्मचारियों से कामकाज शुरू करने के बारे पुष्टि यथाशीघ्र करने का अनुरोध करते हैं।’’ इस मेल के जवाब के कर्मचारियों ने प्रबंधन से कहा है, ‘‘हम तीन महीने का वेतन देने की पेशकश को ठुकरा रहे हैं। आपने विश्वास खो दिया है..।’’ तीन महीने का वेतन देने को लेकर अग्रवाल द्वारा कर्मचारियों को लिखे मेल पर प्रतिक्रिया देते हुए एयरलाइन के दिल्ली स्थित इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों ने पत्र लिखकर प्रबंधन से मार्च 2012 से लेकर जून 2012 तक का वेतन 26 अक्टूबर तक देने को कहा है। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण किंगफिशर सितंबर से उड़ानों का परिचालन नहीं कर पा रही है। इसके कारण कंपनी में तालाबंदी है। इसके फलस्वरूप विमानन नियामक डीजीसीए ने कंपनी का लाइसेंस निलंबित कर दिया।टिप्पणियां कर्मचारी सात महीने से बकाया वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर आगामी फार्मूला वन मोटर रेस के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई हैं फार्मूला वन में किंगफिशर के प्रवर्तक विजय माल्या भी शामिल हैं। इससे पहले, संजय अग्रवाल ने कहा था, ‘‘हमें कई पत्र मिले हैं जिसमें आंशिक तालाबंदी के दौरान वेतन की स्थिति के बारे में पूछा गया है..।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताने में खुशी हो रही है कि कंपनी सभी कर्मचारियों को अक्टूबर का वेतन इस वर्ष क्रिसमस से पहले दे देगी।’’ अग्रवाल ने इस बात से इनकार किया कि कर्मचारियों का बड़ा तबका कंपनी की पूर्व में की गई पेशकश के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि अधिकतर कर्मचारी ने 26 अक्टूबर से कामकाज शुरू किए जाने की खबर दी है। ‘‘हम शेष कर्मचारियों से कामकाज शुरू करने के बारे पुष्टि यथाशीघ्र करने का अनुरोध करते हैं।’’ इस मेल के जवाब के कर्मचारियों ने प्रबंधन से कहा है, ‘‘हम तीन महीने का वेतन देने की पेशकश को ठुकरा रहे हैं। आपने विश्वास खो दिया है..।’’ कर्मचारियों की हड़ताल के कारण किंगफिशर सितंबर से उड़ानों का परिचालन नहीं कर पा रही है। इसके कारण कंपनी में तालाबंदी है। इसके फलस्वरूप विमानन नियामक डीजीसीए ने कंपनी का लाइसेंस निलंबित कर दिया।टिप्पणियां कर्मचारी सात महीने से बकाया वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर आगामी फार्मूला वन मोटर रेस के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई हैं फार्मूला वन में किंगफिशर के प्रवर्तक विजय माल्या भी शामिल हैं। इससे पहले, संजय अग्रवाल ने कहा था, ‘‘हमें कई पत्र मिले हैं जिसमें आंशिक तालाबंदी के दौरान वेतन की स्थिति के बारे में पूछा गया है..।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताने में खुशी हो रही है कि कंपनी सभी कर्मचारियों को अक्टूबर का वेतन इस वर्ष क्रिसमस से पहले दे देगी।’’ अग्रवाल ने इस बात से इनकार किया कि कर्मचारियों का बड़ा तबका कंपनी की पूर्व में की गई पेशकश के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि अधिकतर कर्मचारी ने 26 अक्टूबर से कामकाज शुरू किए जाने की खबर दी है। ‘‘हम शेष कर्मचारियों से कामकाज शुरू करने के बारे पुष्टि यथाशीघ्र करने का अनुरोध करते हैं।’’ इस मेल के जवाब के कर्मचारियों ने प्रबंधन से कहा है, ‘‘हम तीन महीने का वेतन देने की पेशकश को ठुकरा रहे हैं। आपने विश्वास खो दिया है..।’’ कर्मचारी सात महीने से बकाया वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर आगामी फार्मूला वन मोटर रेस के दौरान विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई हैं फार्मूला वन में किंगफिशर के प्रवर्तक विजय माल्या भी शामिल हैं। इससे पहले, संजय अग्रवाल ने कहा था, ‘‘हमें कई पत्र मिले हैं जिसमें आंशिक तालाबंदी के दौरान वेतन की स्थिति के बारे में पूछा गया है..।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताने में खुशी हो रही है कि कंपनी सभी कर्मचारियों को अक्टूबर का वेतन इस वर्ष क्रिसमस से पहले दे देगी।’’ अग्रवाल ने इस बात से इनकार किया कि कर्मचारियों का बड़ा तबका कंपनी की पूर्व में की गई पेशकश के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि अधिकतर कर्मचारी ने 26 अक्टूबर से कामकाज शुरू किए जाने की खबर दी है। ‘‘हम शेष कर्मचारियों से कामकाज शुरू करने के बारे पुष्टि यथाशीघ्र करने का अनुरोध करते हैं।’’ इस मेल के जवाब के कर्मचारियों ने प्रबंधन से कहा है, ‘‘हम तीन महीने का वेतन देने की पेशकश को ठुकरा रहे हैं। आपने विश्वास खो दिया है..।’’ इससे पहले, संजय अग्रवाल ने कहा था, ‘‘हमें कई पत्र मिले हैं जिसमें आंशिक तालाबंदी के दौरान वेतन की स्थिति के बारे में पूछा गया है..।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताने में खुशी हो रही है कि कंपनी सभी कर्मचारियों को अक्टूबर का वेतन इस वर्ष क्रिसमस से पहले दे देगी।’’ अग्रवाल ने इस बात से इनकार किया कि कर्मचारियों का बड़ा तबका कंपनी की पूर्व में की गई पेशकश के खिलाफ है। उन्होंने दावा किया कि अधिकतर कर्मचारी ने 26 अक्टूबर से कामकाज शुरू किए जाने की खबर दी है। ‘‘हम शेष कर्मचारियों से कामकाज शुरू करने के बारे पुष्टि यथाशीघ्र करने का अनुरोध करते हैं।’’ इस मेल के जवाब के कर्मचारियों ने प्रबंधन से कहा है, ‘‘हम तीन महीने का वेतन देने की पेशकश को ठुकरा रहे हैं। आपने विश्वास खो दिया है..।’’
यह एक सारांश है: किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने प्रबंधन की ताजा पेशकश को बुधवार को खारिज कर दिया और कुल बकाया वेतन में शुक्रवार से पहले एक मुश्त चार महीने की तनख्वाह देने की मांग की।
9
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी अगले साल के आरंभ में होने वाले विधानसभा चुनावों को बाद इस्तीफा दे सकती हैं. इसके बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी की कमान संभाल सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोनिया गांधी उत्तर प्रदेश और पंजाब विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकती हैं. स्वास्थ्य समस्याओं के चलते सोनिया गांधी यह फैसला ले सकती हैं. अंग्रेजी अखबार, 'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक सोनिया पहले ही इस्तीफा देना चाहती थी, लेकिन पार्टी के पुराने नेता चाहते थे कि सोनिया अगले साल होने वाले दो प्रमुख राज्यों के चुनावों तक पद पर बनी रहें. ऐसा माना जा रहा है कि फरवरी से मार्च के बीच पंजाब और उत्तर प्रदेश में चुनाव हो जाएंगे. बता दें कि कांग्रेस कार्यकारिणी बैठक में राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने के लिए एक स्वर में प्रस्ताव पास किया गया था. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एके एंटनी ने राहुल गांधी की मौजूदगी में कहा था कि समय आ गया है अब राहुल को पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहिए. इसके बाद सभी नेताओं ने इसका समर्थन कर दिया. सर्वसम्मति से कार्यसमिति ने इसके लिए सिफारिश कर दी. इसी बैठक में मौजूद राहुल गांधी ने कहा कि जो भी पार्टी और कमेटी फैसला करेगी, वह करने को तैयार हैं. जब राहुल से अध्यक्ष बनने को कहा गया तो राहुल गांधी ने कहा कि मैं तैयार हूं, लेकिन किसी के मन में कोई संदेह हो तो प्लीज मुझे बताएं. मैं वरिष्ठ और युवाओं के सामंजस्य के साथ चलना चाहता हूं.टिप्पणियां वहीं, कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पार्टी के आंतरिक चुनाव के लिए एक साल का वक्त मांगा है. इसी मुद्दे पर पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खुद राहुल गांधी भी हर चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. लेकिन आधिकारिक तौर पर राहुल कब कमान संभालेंगे, इस पर सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक या फिर अधिवेशन बुलाकर राहुल को अध्यक्ष बनाया जाएगा, जिसकी एक प्रक्रिया है. ये कल भी हो सकता है, दिसंबर में भी हो सकता है और अगले साल भी. यानी एक बार फिर तारीख सामने नहीं आ पाई. अंग्रेजी अखबार, 'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक सोनिया पहले ही इस्तीफा देना चाहती थी, लेकिन पार्टी के पुराने नेता चाहते थे कि सोनिया अगले साल होने वाले दो प्रमुख राज्यों के चुनावों तक पद पर बनी रहें. ऐसा माना जा रहा है कि फरवरी से मार्च के बीच पंजाब और उत्तर प्रदेश में चुनाव हो जाएंगे. बता दें कि कांग्रेस कार्यकारिणी बैठक में राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने के लिए एक स्वर में प्रस्ताव पास किया गया था. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एके एंटनी ने राहुल गांधी की मौजूदगी में कहा था कि समय आ गया है अब राहुल को पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहिए. इसके बाद सभी नेताओं ने इसका समर्थन कर दिया. सर्वसम्मति से कार्यसमिति ने इसके लिए सिफारिश कर दी. इसी बैठक में मौजूद राहुल गांधी ने कहा कि जो भी पार्टी और कमेटी फैसला करेगी, वह करने को तैयार हैं. जब राहुल से अध्यक्ष बनने को कहा गया तो राहुल गांधी ने कहा कि मैं तैयार हूं, लेकिन किसी के मन में कोई संदेह हो तो प्लीज मुझे बताएं. मैं वरिष्ठ और युवाओं के सामंजस्य के साथ चलना चाहता हूं.टिप्पणियां वहीं, कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पार्टी के आंतरिक चुनाव के लिए एक साल का वक्त मांगा है. इसी मुद्दे पर पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खुद राहुल गांधी भी हर चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. लेकिन आधिकारिक तौर पर राहुल कब कमान संभालेंगे, इस पर सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक या फिर अधिवेशन बुलाकर राहुल को अध्यक्ष बनाया जाएगा, जिसकी एक प्रक्रिया है. ये कल भी हो सकता है, दिसंबर में भी हो सकता है और अगले साल भी. यानी एक बार फिर तारीख सामने नहीं आ पाई. बता दें कि कांग्रेस कार्यकारिणी बैठक में राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने के लिए एक स्वर में प्रस्ताव पास किया गया था. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एके एंटनी ने राहुल गांधी की मौजूदगी में कहा था कि समय आ गया है अब राहुल को पार्टी का अध्यक्ष बनना चाहिए. इसके बाद सभी नेताओं ने इसका समर्थन कर दिया. सर्वसम्मति से कार्यसमिति ने इसके लिए सिफारिश कर दी. इसी बैठक में मौजूद राहुल गांधी ने कहा कि जो भी पार्टी और कमेटी फैसला करेगी, वह करने को तैयार हैं. जब राहुल से अध्यक्ष बनने को कहा गया तो राहुल गांधी ने कहा कि मैं तैयार हूं, लेकिन किसी के मन में कोई संदेह हो तो प्लीज मुझे बताएं. मैं वरिष्ठ और युवाओं के सामंजस्य के साथ चलना चाहता हूं.टिप्पणियां वहीं, कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पार्टी के आंतरिक चुनाव के लिए एक साल का वक्त मांगा है. इसी मुद्दे पर पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खुद राहुल गांधी भी हर चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. लेकिन आधिकारिक तौर पर राहुल कब कमान संभालेंगे, इस पर सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक या फिर अधिवेशन बुलाकर राहुल को अध्यक्ष बनाया जाएगा, जिसकी एक प्रक्रिया है. ये कल भी हो सकता है, दिसंबर में भी हो सकता है और अगले साल भी. यानी एक बार फिर तारीख सामने नहीं आ पाई. इसी बैठक में मौजूद राहुल गांधी ने कहा कि जो भी पार्टी और कमेटी फैसला करेगी, वह करने को तैयार हैं. जब राहुल से अध्यक्ष बनने को कहा गया तो राहुल गांधी ने कहा कि मैं तैयार हूं, लेकिन किसी के मन में कोई संदेह हो तो प्लीज मुझे बताएं. मैं वरिष्ठ और युवाओं के सामंजस्य के साथ चलना चाहता हूं.टिप्पणियां वहीं, कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पार्टी के आंतरिक चुनाव के लिए एक साल का वक्त मांगा है. इसी मुद्दे पर पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खुद राहुल गांधी भी हर चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. लेकिन आधिकारिक तौर पर राहुल कब कमान संभालेंगे, इस पर सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक या फिर अधिवेशन बुलाकर राहुल को अध्यक्ष बनाया जाएगा, जिसकी एक प्रक्रिया है. ये कल भी हो सकता है, दिसंबर में भी हो सकता है और अगले साल भी. यानी एक बार फिर तारीख सामने नहीं आ पाई. वहीं, कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पार्टी के आंतरिक चुनाव के लिए एक साल का वक्त मांगा है. इसी मुद्दे पर पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खुद राहुल गांधी भी हर चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. लेकिन आधिकारिक तौर पर राहुल कब कमान संभालेंगे, इस पर सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक या फिर अधिवेशन बुलाकर राहुल को अध्यक्ष बनाया जाएगा, जिसकी एक प्रक्रिया है. ये कल भी हो सकता है, दिसंबर में भी हो सकता है और अगले साल भी. यानी एक बार फिर तारीख सामने नहीं आ पाई. इसी मुद्दे पर पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि खुद राहुल गांधी भी हर चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. लेकिन आधिकारिक तौर पर राहुल कब कमान संभालेंगे, इस पर सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक या फिर अधिवेशन बुलाकर राहुल को अध्यक्ष बनाया जाएगा, जिसकी एक प्रक्रिया है. ये कल भी हो सकता है, दिसंबर में भी हो सकता है और अगले साल भी. यानी एक बार फिर तारीख सामने नहीं आ पाई.
इसके बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी की कमान संभाल सकते हैं. सोनिया पहले ही इस्तीफा देना चाहती थी. फरवरी से मार्च के बीच पंजाब और उत्तर प्रदेश में चुनाव हो जाएंगे.
6
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमेरिकी खुफिया विभाग की गोपनीय सूचनाएं लीक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन अभी भी मॉस्को हवाई अड्डे के ट्रांजिट जोन में फंसे हुए हैं और उनकी भविष्य की योजनाएं अभी भी अनिश्चित हैं। एक वकील ने आज स्नोडेन से भेंट के बाद यह बातें कहीं। ट्रांजिट जोन में स्नोडेन से मिलने के बाद क्रेमलिन समर्थक वकील एनातोली कुचेरेना ने संवाददाताओं से कहा, वह यहीं रह रहे हैं.... वह यहीं ट्रांजिट जोन में हैं। शरण के लिए पिछले सप्ताह रूस से अनुरोध करने वाले स्नोडेन के बारे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि आज उन्हें दस्तावेज मिल जाएंगे और वह रूस की सीमा में प्रवेश कर सकेंगे, लेकिन वकील के बयान ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। कुचेरेना ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने स्नोडेन को ऐसा कोई भी दस्तावेज दिया है, जो उन्हें आधिकारिक रूप से शरण पाने वाले की तरह ट्रांजिट जोन से बाहर निकलने की अनुमति देगा। उन्होंने कहा, जहां तक आज की बात है, उन्हें यह दस्तावेज नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि इसकी प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है, क्योंकि रूस में यह अपनी तरह का पहला मामला है।टिप्पणियां कुचेरेना ने कहा कि वह हवाई अड्डे से जाएंगे या कब जाएंगे यह अभी तक ‘अनिश्चित’ है हालांकि स्नोडेन रूस में रहने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, कमोबेश वह ठीक हैं, लेकिन वह अपने प्रश्न के उत्तर का इंतजार कर रहे हैं। वकील ने कहा, अभी तक उनकी रूस से बाहर जाने की कोई योजना नहीं है। वह अच्छे व्यवहार के लिए रूस को धन्यवाद देते हैं। ट्रांजिट जोन में स्नोडेन से मिलने के बाद क्रेमलिन समर्थक वकील एनातोली कुचेरेना ने संवाददाताओं से कहा, वह यहीं रह रहे हैं.... वह यहीं ट्रांजिट जोन में हैं। शरण के लिए पिछले सप्ताह रूस से अनुरोध करने वाले स्नोडेन के बारे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि आज उन्हें दस्तावेज मिल जाएंगे और वह रूस की सीमा में प्रवेश कर सकेंगे, लेकिन वकील के बयान ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। कुचेरेना ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने स्नोडेन को ऐसा कोई भी दस्तावेज दिया है, जो उन्हें आधिकारिक रूप से शरण पाने वाले की तरह ट्रांजिट जोन से बाहर निकलने की अनुमति देगा। उन्होंने कहा, जहां तक आज की बात है, उन्हें यह दस्तावेज नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि इसकी प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है, क्योंकि रूस में यह अपनी तरह का पहला मामला है।टिप्पणियां कुचेरेना ने कहा कि वह हवाई अड्डे से जाएंगे या कब जाएंगे यह अभी तक ‘अनिश्चित’ है हालांकि स्नोडेन रूस में रहने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, कमोबेश वह ठीक हैं, लेकिन वह अपने प्रश्न के उत्तर का इंतजार कर रहे हैं। वकील ने कहा, अभी तक उनकी रूस से बाहर जाने की कोई योजना नहीं है। वह अच्छे व्यवहार के लिए रूस को धन्यवाद देते हैं। कुचेरेना ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने स्नोडेन को ऐसा कोई भी दस्तावेज दिया है, जो उन्हें आधिकारिक रूप से शरण पाने वाले की तरह ट्रांजिट जोन से बाहर निकलने की अनुमति देगा। उन्होंने कहा, जहां तक आज की बात है, उन्हें यह दस्तावेज नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि इसकी प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है, क्योंकि रूस में यह अपनी तरह का पहला मामला है।टिप्पणियां कुचेरेना ने कहा कि वह हवाई अड्डे से जाएंगे या कब जाएंगे यह अभी तक ‘अनिश्चित’ है हालांकि स्नोडेन रूस में रहने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, कमोबेश वह ठीक हैं, लेकिन वह अपने प्रश्न के उत्तर का इंतजार कर रहे हैं। वकील ने कहा, अभी तक उनकी रूस से बाहर जाने की कोई योजना नहीं है। वह अच्छे व्यवहार के लिए रूस को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा, जहां तक आज की बात है, उन्हें यह दस्तावेज नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि इसकी प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है, क्योंकि रूस में यह अपनी तरह का पहला मामला है।टिप्पणियां कुचेरेना ने कहा कि वह हवाई अड्डे से जाएंगे या कब जाएंगे यह अभी तक ‘अनिश्चित’ है हालांकि स्नोडेन रूस में रहने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, कमोबेश वह ठीक हैं, लेकिन वह अपने प्रश्न के उत्तर का इंतजार कर रहे हैं। वकील ने कहा, अभी तक उनकी रूस से बाहर जाने की कोई योजना नहीं है। वह अच्छे व्यवहार के लिए रूस को धन्यवाद देते हैं। कुचेरेना ने कहा कि वह हवाई अड्डे से जाएंगे या कब जाएंगे यह अभी तक ‘अनिश्चित’ है हालांकि स्नोडेन रूस में रहने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, कमोबेश वह ठीक हैं, लेकिन वह अपने प्रश्न के उत्तर का इंतजार कर रहे हैं। वकील ने कहा, अभी तक उनकी रूस से बाहर जाने की कोई योजना नहीं है। वह अच्छे व्यवहार के लिए रूस को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा, कमोबेश वह ठीक हैं, लेकिन वह अपने प्रश्न के उत्तर का इंतजार कर रहे हैं। वकील ने कहा, अभी तक उनकी रूस से बाहर जाने की कोई योजना नहीं है। वह अच्छे व्यवहार के लिए रूस को धन्यवाद देते हैं।
अमेरिकी खुफिया विभाग की गोपनीय सूचनाएं लीक करने वाले एडवर्ड स्नोडेन अभी भी मॉस्को हवाई अड्डे के ट्रांजिट जोन में फंसे हुए हैं और उनकी भविष्य की योजनाएं अभी भी अनिश्चित हैं।
1
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई का कहना है कि अमेरिका के विस्कॉन्सिन स्थित गुरुद्वारे में रविवार की गोलीबारी की घटना को हमलावर ने अकेले अंजाम दिया था। एजेंसी का कहना है कि मामले की तय तक पहुंचने के लिए 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है। अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने बुधवार को बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है ओक क्रीक गुरुद्वारे में छह लोगों की मौत के जिम्मेदार पूर्व सैनिक वेड माइकल पेज ने इस काम को अकेले अंजाम दिया था, लेकिन श्वेतों की श्रेष्ठता में यकीन रखने वाले समूहों से उसका सम्बंध होने की वजह से जांचकर्ताओं ने जांच जारी रखी है। जांच दल की अगुआई कर रहीं एफबीआई की स्पेशल एजेंट टेरेसा कार्लसन ने कहा, "मैं दोहराना चाहती हूं कि हमने इस सम्बंध में अब तक यह पाया है कि इस गोलीबारी में उसके अलावा अन्य कोई जिम्मेदार नहीं है। हमें अब तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि इसके पीछे उसका क्या मकसद था।" इसकी जांच के लिए विश्वभर में 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है और 180 सम्मन जारी किए गए हैं। इस जांच में 100 से ज्यादा साक्षात्कारों को भी शामिल किया गया है इनमें पेज के देशभर में रह रहे साथियों, परिजनों ,पड़ोसियों और नियोक्ताओं के साथ किए गए साक्षात्कार शामिल हैं। अधिकारी पेज के ई-मेल और टेलीफोन रिकॉर्ड, राज्य परिवहन विभाग के वीडियो और पड़ोस की सुरक्षा के वीडियो का भी निरीक्षण कर रहे हैं। अधिकारियों ने पहले कहा था कि पेज की मौत पुलिस की गोली से हुई थी। पुलिस ने हथियार डालने को कहा था लेकिन पेज ने इससे इंकार कर दिया था। बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि पेज ने खुद को गोली मार ली थी।टिप्पणियां कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी। इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है। अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने बुधवार को बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है ओक क्रीक गुरुद्वारे में छह लोगों की मौत के जिम्मेदार पूर्व सैनिक वेड माइकल पेज ने इस काम को अकेले अंजाम दिया था, लेकिन श्वेतों की श्रेष्ठता में यकीन रखने वाले समूहों से उसका सम्बंध होने की वजह से जांचकर्ताओं ने जांच जारी रखी है। जांच दल की अगुआई कर रहीं एफबीआई की स्पेशल एजेंट टेरेसा कार्लसन ने कहा, "मैं दोहराना चाहती हूं कि हमने इस सम्बंध में अब तक यह पाया है कि इस गोलीबारी में उसके अलावा अन्य कोई जिम्मेदार नहीं है। हमें अब तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि इसके पीछे उसका क्या मकसद था।" इसकी जांच के लिए विश्वभर में 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है और 180 सम्मन जारी किए गए हैं। इस जांच में 100 से ज्यादा साक्षात्कारों को भी शामिल किया गया है इनमें पेज के देशभर में रह रहे साथियों, परिजनों ,पड़ोसियों और नियोक्ताओं के साथ किए गए साक्षात्कार शामिल हैं। अधिकारी पेज के ई-मेल और टेलीफोन रिकॉर्ड, राज्य परिवहन विभाग के वीडियो और पड़ोस की सुरक्षा के वीडियो का भी निरीक्षण कर रहे हैं। अधिकारियों ने पहले कहा था कि पेज की मौत पुलिस की गोली से हुई थी। पुलिस ने हथियार डालने को कहा था लेकिन पेज ने इससे इंकार कर दिया था। बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि पेज ने खुद को गोली मार ली थी।टिप्पणियां कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी। इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है। जांच दल की अगुआई कर रहीं एफबीआई की स्पेशल एजेंट टेरेसा कार्लसन ने कहा, "मैं दोहराना चाहती हूं कि हमने इस सम्बंध में अब तक यह पाया है कि इस गोलीबारी में उसके अलावा अन्य कोई जिम्मेदार नहीं है। हमें अब तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि इसके पीछे उसका क्या मकसद था।" इसकी जांच के लिए विश्वभर में 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है और 180 सम्मन जारी किए गए हैं। इस जांच में 100 से ज्यादा साक्षात्कारों को भी शामिल किया गया है इनमें पेज के देशभर में रह रहे साथियों, परिजनों ,पड़ोसियों और नियोक्ताओं के साथ किए गए साक्षात्कार शामिल हैं। अधिकारी पेज के ई-मेल और टेलीफोन रिकॉर्ड, राज्य परिवहन विभाग के वीडियो और पड़ोस की सुरक्षा के वीडियो का भी निरीक्षण कर रहे हैं। अधिकारियों ने पहले कहा था कि पेज की मौत पुलिस की गोली से हुई थी। पुलिस ने हथियार डालने को कहा था लेकिन पेज ने इससे इंकार कर दिया था। बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि पेज ने खुद को गोली मार ली थी।टिप्पणियां कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी। इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है। इसकी जांच के लिए विश्वभर में 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है और 180 सम्मन जारी किए गए हैं। इस जांच में 100 से ज्यादा साक्षात्कारों को भी शामिल किया गया है इनमें पेज के देशभर में रह रहे साथियों, परिजनों ,पड़ोसियों और नियोक्ताओं के साथ किए गए साक्षात्कार शामिल हैं। अधिकारी पेज के ई-मेल और टेलीफोन रिकॉर्ड, राज्य परिवहन विभाग के वीडियो और पड़ोस की सुरक्षा के वीडियो का भी निरीक्षण कर रहे हैं। अधिकारियों ने पहले कहा था कि पेज की मौत पुलिस की गोली से हुई थी। पुलिस ने हथियार डालने को कहा था लेकिन पेज ने इससे इंकार कर दिया था। बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि पेज ने खुद को गोली मार ली थी।टिप्पणियां कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी। इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है। अधिकारी पेज के ई-मेल और टेलीफोन रिकॉर्ड, राज्य परिवहन विभाग के वीडियो और पड़ोस की सुरक्षा के वीडियो का भी निरीक्षण कर रहे हैं। अधिकारियों ने पहले कहा था कि पेज की मौत पुलिस की गोली से हुई थी। पुलिस ने हथियार डालने को कहा था लेकिन पेज ने इससे इंकार कर दिया था। बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि पेज ने खुद को गोली मार ली थी।टिप्पणियां कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी। इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है। अधिकारियों ने पहले कहा था कि पेज की मौत पुलिस की गोली से हुई थी। पुलिस ने हथियार डालने को कहा था लेकिन पेज ने इससे इंकार कर दिया था। बुधवार को इस बात का खुलासा हुआ कि पेज ने खुद को गोली मार ली थी।टिप्पणियां कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी। इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है। कार्लसन ने कहा कि पेज सम्भवत: अपनी महिला मित्र मिस्टी कुक (31) की वजह से मिलवाउकी आया जो यहां रहती थी और शायद वह भी उसके तरह श्वेतों की श्रेष्ठता में विश्वास करती थी। इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है। इस गोलीबारी के बाद रविवार के दिन कुक को भी इस इलाके के एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया था जहां वह जून में पेज से अलग होने के बाद भी रह रही थी और पेज कुडाही के दो मंजिले मकान में चला गया, अधिकारियों ने इसकी भी तलाशी ली थी। लेकिन एफबीआई के अधिकारियों का कहना है कि कुक की इस गोलीबारी में कोई भूमिका नहीं है।
अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई का कहना है कि अमेरिका के विस्कॉन्सिन स्थित गुरुद्वारे में रविवार की गोलीबारी की घटना को हमलावर ने अकेले अंजाम दिया था। एजेंसी का कहना है कि मामले की तय तक पहुंचने के लिए 101 सुरागों पर काम किया जा रहा है।
1
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से इनकार कर दिया है। यह जानकारी टू-जी स्पेक्ट्रम मामले की जांच दल के सदस्य रहे सीबीआई अधिकारी ने बुधवार को दिल्ली की विशेष अदालत को दी। सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक राजेश चहल ने अदालत को यह बात तब बताई जब अभियोजक ने उन्हें 9 फरवरी 2011 का एक ज्ञापन दिखाया जो अभियोजन के गवाह के तौर पर रिकॉर्ड किया गया था। चहल ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा, ‘‘मुझे 9 फरवरी 2011 का ज्ञापन दिखाया गया था जिसे मैंने ही तैयार किया था। इसमें एक जगह मेरा दस्तखत है, आरोपी ए राजा का लाई डिटेक्टर जांच करने की सहमति लेने के लिए ज्ञापन मैंने ही तैयार किया था जिससे उन्होंने इनकार कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस ज्ञापन में दूसरी जगह ए राजा का दस्तखत है जिन्होंने मेरे समक्ष हस्ताक्षर किए थे।’’ इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे राजा को सीबीआई ने 2 फरवरी 2011 को गिरफ्तार किया था और वह 17 फरवरी 2011 तक सीबीआई की हिरासत में रहे। राजा को पिछले वर्ष 15 मई को अदालत ने जमानत दे दी थी। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक राजेश चहल ने अदालत को यह बात तब बताई जब अभियोजक ने उन्हें 9 फरवरी 2011 का एक ज्ञापन दिखाया जो अभियोजन के गवाह के तौर पर रिकॉर्ड किया गया था। चहल ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा, ‘‘मुझे 9 फरवरी 2011 का ज्ञापन दिखाया गया था जिसे मैंने ही तैयार किया था। इसमें एक जगह मेरा दस्तखत है, आरोपी ए राजा का लाई डिटेक्टर जांच करने की सहमति लेने के लिए ज्ञापन मैंने ही तैयार किया था जिससे उन्होंने इनकार कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस ज्ञापन में दूसरी जगह ए राजा का दस्तखत है जिन्होंने मेरे समक्ष हस्ताक्षर किए थे।’’ इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे राजा को सीबीआई ने 2 फरवरी 2011 को गिरफ्तार किया था और वह 17 फरवरी 2011 तक सीबीआई की हिरासत में रहे। राजा को पिछले वर्ष 15 मई को अदालत ने जमानत दे दी थी। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। चहल ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा, ‘‘मुझे 9 फरवरी 2011 का ज्ञापन दिखाया गया था जिसे मैंने ही तैयार किया था। इसमें एक जगह मेरा दस्तखत है, आरोपी ए राजा का लाई डिटेक्टर जांच करने की सहमति लेने के लिए ज्ञापन मैंने ही तैयार किया था जिससे उन्होंने इनकार कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस ज्ञापन में दूसरी जगह ए राजा का दस्तखत है जिन्होंने मेरे समक्ष हस्ताक्षर किए थे।’’ इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे राजा को सीबीआई ने 2 फरवरी 2011 को गिरफ्तार किया था और वह 17 फरवरी 2011 तक सीबीआई की हिरासत में रहे। राजा को पिछले वर्ष 15 मई को अदालत ने जमानत दे दी थी। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस ज्ञापन में दूसरी जगह ए राजा का दस्तखत है जिन्होंने मेरे समक्ष हस्ताक्षर किए थे।’’ इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे राजा को सीबीआई ने 2 फरवरी 2011 को गिरफ्तार किया था और वह 17 फरवरी 2011 तक सीबीआई की हिरासत में रहे। राजा को पिछले वर्ष 15 मई को अदालत ने जमानत दे दी थी। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। मामले में प्रथम जांच अधिकारी रहे चहल ने अदालत से कहा कि उन्हें निर्देश दिया गया था कि अक्तूबर 2010 के बाद वह मामले के मुख्य जांचकर्ता विवेक प्रियदर्शी का सहयोग करें। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। चहल ने कहा, ‘‘विवेक प्रियदर्शी के समय-समय पर दिए गए निर्देशों के मुताबिक मैंने गवाहों के बयान रिकॉर्ड किए और जब्ती ज्ञापन के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठा किए और कई बार कवरिंग पत्र के माध्यम से दस्तावेज इकट्ठे किए गए।’’ चहल का बयान कल भी दर्ज होगा। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। चहल ने अदालत को बताया कि मामले में जांच के दौरान उन्होंने इस मामले में आरोपी स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा से कुछ दस्तावेज जब्त किए थे। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। 28 मार्च 2011 का एक पत्र दिखाए जाने पर चहल ने कहा कि इसे दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने लिखा था और इसके माध्यम से उन्हें 2008 में हस्ताक्षरित सभी नए यूनीफाईड एक्सेस सर्विस लाइसेंस की प्रमाणित वास्तविक प्रतियां प्राप्त हुई थीं और कंपनियों के मूल आवेदन प्राप्त हुए थे जिन्हें उस वर्ष लाइसेंस दिए गए थे। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। बयान दर्ज कराने के दौरान उन्हें विभिन्न दस्तावेज भी दिखाए गए। द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित राजा और अन्य इस मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।टिप्पणियां राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। राजा और कनिमोझी के अलावा पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आरके चंदोलिया, स्वान टेलीकाम के प्रोमोटर शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा, रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोषी, सुरेन्द्र पीपारा और हरी नायर पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं। मामले में कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निदेशक शरद कुमार और बॉलीवुड के प्रोड्यूसर करीम मोरानी भी आरोपी हैं।
संक्षिप्त सारांश: पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से इनकार कर दिया है। यह जानकारी टू-जी स्पेक्ट्रम मामले की जांच दल के सदस्य रहे सीबीआई अधिकारी ने बुधवार को दिल्ली की विशेष अदालत को दी।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: दुनिया के इंटरनेट नेटवर्क पर अभी तक का सबसे बड़ा साइबर हमला हुआ है, जिसकी वजह से इंटरनेट की रफ्तार काफी धीमी हो गई है। बताया जाता है कि स्पैम से लड़ने वाली एक संस्था का वेबसाइट चलाने वाली कंपनी से मतभेद हो गया है, जिसके बाद ये हमले होने शुरू हो गए है।टिप्पणियां अगर इस पर काबू नहीं पाया गया तो बैंकिंग और ई−मेल सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है। इस हमले में लंदन और जेनेवा के डोमेन नेम सिस्टम सर्वर को निशाना बनाते हुए बहुत बड़ी मात्रा में स्पैम भेजे गए हैं। पांच देशों की पुलिस इन हमलों की जांच में जुटी है। फिलहाल भारत में इसका सीमित असर हुआ है, लेकिन आने वाले दिनों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि बीएसएनल की कुछ साइटों पर असर पड़ा है, जिससे चार से पांच फीसदी रफ्तार कम हुई है। खासकर केरल समेत दक्षिण भारत में इसका ज्यादा असर है, क्योंकि ज्यादातर डीएनएस सर्वर उन्हीं राज्यों में हैं। साथ ही सिब्बल ने इस बात का भी भरोसा दिलाया है कि आज शाम तक सब कुछ सामान्य हो जाएगा। अगर इस पर काबू नहीं पाया गया तो बैंकिंग और ई−मेल सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है। इस हमले में लंदन और जेनेवा के डोमेन नेम सिस्टम सर्वर को निशाना बनाते हुए बहुत बड़ी मात्रा में स्पैम भेजे गए हैं। पांच देशों की पुलिस इन हमलों की जांच में जुटी है। फिलहाल भारत में इसका सीमित असर हुआ है, लेकिन आने वाले दिनों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि बीएसएनल की कुछ साइटों पर असर पड़ा है, जिससे चार से पांच फीसदी रफ्तार कम हुई है। खासकर केरल समेत दक्षिण भारत में इसका ज्यादा असर है, क्योंकि ज्यादातर डीएनएस सर्वर उन्हीं राज्यों में हैं। साथ ही सिब्बल ने इस बात का भी भरोसा दिलाया है कि आज शाम तक सब कुछ सामान्य हो जाएगा। टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि बीएसएनल की कुछ साइटों पर असर पड़ा है, जिससे चार से पांच फीसदी रफ्तार कम हुई है। खासकर केरल समेत दक्षिण भारत में इसका ज्यादा असर है, क्योंकि ज्यादातर डीएनएस सर्वर उन्हीं राज्यों में हैं। साथ ही सिब्बल ने इस बात का भी भरोसा दिलाया है कि आज शाम तक सब कुछ सामान्य हो जाएगा।
यह एक सारांश है: टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि बीएसएनल की कुछ साइटों और दक्षिण भारत में इसका असर पड़ा है। साथ ही उन्होंने इस बात का भी भरोसा दिलाया है कि आज शाम तक सब कुछ सामान्य हो जाएगा।
21
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: नतीजों से पहले मध्यप्रदेश में बोर्ड परीक्षा के रिज़ल्ट को चुनिंदा छात्रों तक पहुंचाने का आरोप सरकार पर लगा है. विपक्ष इसे गोपनीयता भंग होना बता रहा है वहीं सरकार को लगता है इसमें कुछ ग़लत नहीं है. मध्यप्रदेश में दसवीं, बारहवीं के नतीजों का ऐलान शुक्रवार को हुआ. टीकमगढ़ के संयम जैन मध्यप्रदेश में बारहवीं के टॉपर बने, 500 में 485 अंक आए. पूरे प्रदेश से 174 बच्चों को रिज़ल्ट आने से पहले नतीजों का पता बता दिया गया. वैसे सरकार को लगता है इसमें कुछ गलत नहीं है. स्कूली शिक्षा मंत्री विजय शाह ने कहा, 'रिजल्ट नहीं, हमने ये बताया था कि आप मेरिट में हैं, कितना नंबर आया वो नहीं बताया था. इसमें क्या ग़लत है. वैसे मंत्री जी ने शायद बयान से पहले अखबार नहीं देखे. मध्यप्रदेश के कई स्थानीय अखबारों में टॉपरों की तस्वीर छपी, उनके नंबरों के साथ. संयम के अलावा पुरुस्कार लेने आए कई छात्रों ने बताया कि स्कूल की तरफ से उन्हें एक दिन पहले सूचना दे दी गई थी.टिप्पणियां उधर विपक्ष को लगता है व्यापम के फर्जीवाड़े के बाद भी सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा है. नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, 'मध्यप्रदेश में ये कोई नई बात नहीं. जब व्यापम हुआ, किन लोगों को पास किया जाना है ये तय कर दिया जाता है. उसी तरह दसवीं-बारहवीं के नतीजों में रिजल्ट आज निकले लेकिन जो मेरिट में हैं उन्हें पहले ही बुला लिया गया. ये बहुत गलत बात है. इससे प्रश्न खड़ा हुआ है गोपनीयता है कि नहीं है. मध्यप्रदेश में दसवीं-बारहवीं के नतीजे इस बार एक ही दिन आए. दसवीं में लगभग 49 फीसद बच्चे पास हुए जबकि बारहवीं में 69 फीसदी. उधर विपक्ष को लगता है व्यापम के फर्जीवाड़े के बाद भी सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा है. नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, 'मध्यप्रदेश में ये कोई नई बात नहीं. जब व्यापम हुआ, किन लोगों को पास किया जाना है ये तय कर दिया जाता है. उसी तरह दसवीं-बारहवीं के नतीजों में रिजल्ट आज निकले लेकिन जो मेरिट में हैं उन्हें पहले ही बुला लिया गया. ये बहुत गलत बात है. इससे प्रश्न खड़ा हुआ है गोपनीयता है कि नहीं है. मध्यप्रदेश में दसवीं-बारहवीं के नतीजे इस बार एक ही दिन आए. दसवीं में लगभग 49 फीसद बच्चे पास हुए जबकि बारहवीं में 69 फीसदी. मध्यप्रदेश में दसवीं-बारहवीं के नतीजे इस बार एक ही दिन आए. दसवीं में लगभग 49 फीसद बच्चे पास हुए जबकि बारहवीं में 69 फीसदी.
संक्षिप्त सारांश: कई स्थानीय अखबारों में टॉपरों की तस्वीर छपी, उनके नंबरों के साथ व्यापम के फर्जीवाड़े के बाद भी सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा है मध्यप्रदेश में दसवीं-बारहवीं के नतीजे इस बार एक ही दिन आए
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अंतरिम अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने मंगलवार को कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल गए आईओए अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी को दोषी ठहराने का अब भी कोई कारण नहीं है। कलमाड़ी को पिछले महीने सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था जिसके बाद आईओए कार्यकारिणी की यह पहली बैठक थी। मल्होत्रा ने कहा कि आईओए राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ कोई कदम उठाने के लिए संविधान के हिसाब से चलेगा। मल्होत्रा से जब पूछा गया कि क्या आईओए इस दौर में कलमाड़ी के साथ है, उन्होंने कहा, यह कलमाड़ी का साथ देने या नहीं देने का सवाल नहीं है। कानून अपना काम करेगा। आईओए का इससे कोई लेना देना नहीं है। इस पर फैसला करने के लिए संविधान है और हम उसका अनुसरण करेंगे। उन्होंने कहा, कुछ सदस्यों ने आज उनका नाम लिए बिना उनकी बात की और कहा कि इससे खेल संघों की गलत छवि पेश होती है। मल्होत्रा ने कहा, अगले साल चुनाव होने हैं। अभी उनके खिलाफ महाभियोग चलाने की जरूरत नहीं है। हम संविधान के अनुसार काम करेंगे। कलमाड़ी को राष्ट्रमंडल खेलों की टाइमिंग और स्कोरिंग मशीनों के अनुबंध बढ़ी हुई दरों पर मुहैया कराने के आरोप में 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था।
संक्षिप्त पाठ: आईओए के अंतरिम अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल गए सुरेश कलमाड़ी को दोषी ठहराने का अब भी कोई कारण नहीं है।
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: राज्यसभा में विदेश मंत्री ने सुषमा स्वराज ने इराक के मोसूल में लापता हुए 39 भारतीय नागरिकों को लेकर बड़ा बयान दिया है. सुषमा स्वराज ने कहा कि मोसूल में लापता 39 भारतीय मार दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि सभी मृतकों के डीएनए से भी यह स्पष्ट हो चुका है कि वे सभी मारे गये हैं. सुषमा स्वराज ने कहा कि 39 भारतीयों की हत्या आईएसआईएस ने की है. उन्होंने कहा कि बंधक बनाए जाने की कहानी झूठी थी. राज्यसभा में सुषमा स्वराज ने अपनी ओर से दिए गए एक बयान में बताया कि जून 2015 में इराक के मोसुल शहर में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने कम से कम 40 भारतीयों का अपहरण किया था. इनमें से एक व्यक्ति खुद को बांग्लादेश से आया मुस्लिम बता कर बच निकला. शेष 39 भारतीयों को बदूश ले जा कर मार डाला गया. उन्होंने बताया कि अपहृत भारतीयों को बदूश शहर ले जाए जाने के बारे में जानकारी उस कंपनी से मिली जहां ये भारतीय काम करते थे.  सुषमा ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने इराक में भारतीय राजदूत और इराक सरकार के एक अधिकारी के साथ बदूश शहर जा कर जब अपहृत भारतीयों की खोज शुरू की तब वहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि आईएसआईएस आतंकियों ने कुछ शव दफनाए हैं. विदेश मंत्री ने बताया कि ‘डीप पेनिट्रेशन रडारों’ की मदद से पता लगाया गया कि जिस गड्ढे में शवों को दफनाए जाने की बात कही जा रही है, उसमें सचमुच क्या है. रडारों से जांच करने पर पता चला कि गड्ढे में शव हैं.  सुषमा ने बताया कि भारतीय अधिकारियों ने अपने इराकी समकक्षों से शव खोद कर निकालने का अनुरोध किया. खुदाई करने पर पूरे 39 शव मिले. साथ ही कुछ पहचान पत्र, कड़ा, लंबे बाल और ऐसे जूते मिले जो इराकी नहीं थे. इन शवों को डीएनए जांच के लिए बगदाद भेजा गया.  विदेश मंत्री ने बताया कि बगदाद में मार्टायर्स फाउंडेशन से इन शवों की डीएनए जांच करने का अनुरोध किया गया. जांच में 38 भारतीयों का डीएनए मैच हो गया जबकि 39वें शव का डीएनए उसके करीबी रिश्तेदारों के डीएनए से 70 फीसदी मैच हो गया है.  सुषमा स्वराज ने कहा कि रडार की मदद से सभी भारतीयों की लाश का पता लगाया, जिन्हें मारकर दफना दिया गया था.  उन्होंने कहा कि सभी मृत व्यक्तियों के शव को बगदाद भेजा गया. इसके बाद डीएनए की जांच के लिए उनके परिवार के लोगों को वहां भेजा गया. इस पूरी प्रक्रिया में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार की सरकारें शामिल रहीं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गये 39 में से 38 लोगों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें का डीएनए 70 फीसदी तक मैच हो गया है. उन्होंने बताया कि मारे गये 39 भारतीयों में से से 31 पंजाब के और चार हिमाचल प्रदेश के हैं. वहीं, मृतकों में बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी हैं. विदेश मंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के लोगों के प्रति संवेदना जताई.  सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के नश्वर अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे. शवों के अवशेष को ले जाने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएगा.  राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. राज्यसभा में सुषमा स्वराज ने अपनी ओर से दिए गए एक बयान में बताया कि जून 2015 में इराक के मोसुल शहर में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने कम से कम 40 भारतीयों का अपहरण किया था. इनमें से एक व्यक्ति खुद को बांग्लादेश से आया मुस्लिम बता कर बच निकला. शेष 39 भारतीयों को बदूश ले जा कर मार डाला गया. उन्होंने बताया कि अपहृत भारतीयों को बदूश शहर ले जाए जाने के बारे में जानकारी उस कंपनी से मिली जहां ये भारतीय काम करते थे.  सुषमा ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने इराक में भारतीय राजदूत और इराक सरकार के एक अधिकारी के साथ बदूश शहर जा कर जब अपहृत भारतीयों की खोज शुरू की तब वहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि आईएसआईएस आतंकियों ने कुछ शव दफनाए हैं. विदेश मंत्री ने बताया कि ‘डीप पेनिट्रेशन रडारों’ की मदद से पता लगाया गया कि जिस गड्ढे में शवों को दफनाए जाने की बात कही जा रही है, उसमें सचमुच क्या है. रडारों से जांच करने पर पता चला कि गड्ढे में शव हैं.  सुषमा ने बताया कि भारतीय अधिकारियों ने अपने इराकी समकक्षों से शव खोद कर निकालने का अनुरोध किया. खुदाई करने पर पूरे 39 शव मिले. साथ ही कुछ पहचान पत्र, कड़ा, लंबे बाल और ऐसे जूते मिले जो इराकी नहीं थे. इन शवों को डीएनए जांच के लिए बगदाद भेजा गया.  विदेश मंत्री ने बताया कि बगदाद में मार्टायर्स फाउंडेशन से इन शवों की डीएनए जांच करने का अनुरोध किया गया. जांच में 38 भारतीयों का डीएनए मैच हो गया जबकि 39वें शव का डीएनए उसके करीबी रिश्तेदारों के डीएनए से 70 फीसदी मैच हो गया है.  सुषमा स्वराज ने कहा कि रडार की मदद से सभी भारतीयों की लाश का पता लगाया, जिन्हें मारकर दफना दिया गया था.  उन्होंने कहा कि सभी मृत व्यक्तियों के शव को बगदाद भेजा गया. इसके बाद डीएनए की जांच के लिए उनके परिवार के लोगों को वहां भेजा गया. इस पूरी प्रक्रिया में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार की सरकारें शामिल रहीं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गये 39 में से 38 लोगों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें का डीएनए 70 फीसदी तक मैच हो गया है. उन्होंने बताया कि मारे गये 39 भारतीयों में से से 31 पंजाब के और चार हिमाचल प्रदेश के हैं. वहीं, मृतकों में बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी हैं. विदेश मंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के लोगों के प्रति संवेदना जताई.  सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के नश्वर अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे. शवों के अवशेष को ले जाने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएगा.  राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. सुषमा ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने इराक में भारतीय राजदूत और इराक सरकार के एक अधिकारी के साथ बदूश शहर जा कर जब अपहृत भारतीयों की खोज शुरू की तब वहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि आईएसआईएस आतंकियों ने कुछ शव दफनाए हैं. विदेश मंत्री ने बताया कि ‘डीप पेनिट्रेशन रडारों’ की मदद से पता लगाया गया कि जिस गड्ढे में शवों को दफनाए जाने की बात कही जा रही है, उसमें सचमुच क्या है. रडारों से जांच करने पर पता चला कि गड्ढे में शव हैं.  सुषमा ने बताया कि भारतीय अधिकारियों ने अपने इराकी समकक्षों से शव खोद कर निकालने का अनुरोध किया. खुदाई करने पर पूरे 39 शव मिले. साथ ही कुछ पहचान पत्र, कड़ा, लंबे बाल और ऐसे जूते मिले जो इराकी नहीं थे. इन शवों को डीएनए जांच के लिए बगदाद भेजा गया.  विदेश मंत्री ने बताया कि बगदाद में मार्टायर्स फाउंडेशन से इन शवों की डीएनए जांच करने का अनुरोध किया गया. जांच में 38 भारतीयों का डीएनए मैच हो गया जबकि 39वें शव का डीएनए उसके करीबी रिश्तेदारों के डीएनए से 70 फीसदी मैच हो गया है.  सुषमा स्वराज ने कहा कि रडार की मदद से सभी भारतीयों की लाश का पता लगाया, जिन्हें मारकर दफना दिया गया था.  उन्होंने कहा कि सभी मृत व्यक्तियों के शव को बगदाद भेजा गया. इसके बाद डीएनए की जांच के लिए उनके परिवार के लोगों को वहां भेजा गया. इस पूरी प्रक्रिया में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार की सरकारें शामिल रहीं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गये 39 में से 38 लोगों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें का डीएनए 70 फीसदी तक मैच हो गया है. उन्होंने बताया कि मारे गये 39 भारतीयों में से से 31 पंजाब के और चार हिमाचल प्रदेश के हैं. वहीं, मृतकों में बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी हैं. विदेश मंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के लोगों के प्रति संवेदना जताई.  सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के नश्वर अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे. शवों के अवशेष को ले जाने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएगा.  राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. सुषमा ने बताया कि भारतीय अधिकारियों ने अपने इराकी समकक्षों से शव खोद कर निकालने का अनुरोध किया. खुदाई करने पर पूरे 39 शव मिले. साथ ही कुछ पहचान पत्र, कड़ा, लंबे बाल और ऐसे जूते मिले जो इराकी नहीं थे. इन शवों को डीएनए जांच के लिए बगदाद भेजा गया.  विदेश मंत्री ने बताया कि बगदाद में मार्टायर्स फाउंडेशन से इन शवों की डीएनए जांच करने का अनुरोध किया गया. जांच में 38 भारतीयों का डीएनए मैच हो गया जबकि 39वें शव का डीएनए उसके करीबी रिश्तेदारों के डीएनए से 70 फीसदी मैच हो गया है.  सुषमा स्वराज ने कहा कि रडार की मदद से सभी भारतीयों की लाश का पता लगाया, जिन्हें मारकर दफना दिया गया था.  उन्होंने कहा कि सभी मृत व्यक्तियों के शव को बगदाद भेजा गया. इसके बाद डीएनए की जांच के लिए उनके परिवार के लोगों को वहां भेजा गया. इस पूरी प्रक्रिया में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार की सरकारें शामिल रहीं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गये 39 में से 38 लोगों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें का डीएनए 70 फीसदी तक मैच हो गया है. उन्होंने बताया कि मारे गये 39 भारतीयों में से से 31 पंजाब के और चार हिमाचल प्रदेश के हैं. वहीं, मृतकों में बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी हैं. विदेश मंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के लोगों के प्रति संवेदना जताई.  सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के नश्वर अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे. शवों के अवशेष को ले जाने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएगा.  राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. विदेश मंत्री ने बताया कि बगदाद में मार्टायर्स फाउंडेशन से इन शवों की डीएनए जांच करने का अनुरोध किया गया. जांच में 38 भारतीयों का डीएनए मैच हो गया जबकि 39वें शव का डीएनए उसके करीबी रिश्तेदारों के डीएनए से 70 फीसदी मैच हो गया है.  सुषमा स्वराज ने कहा कि रडार की मदद से सभी भारतीयों की लाश का पता लगाया, जिन्हें मारकर दफना दिया गया था.  उन्होंने कहा कि सभी मृत व्यक्तियों के शव को बगदाद भेजा गया. इसके बाद डीएनए की जांच के लिए उनके परिवार के लोगों को वहां भेजा गया. इस पूरी प्रक्रिया में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार की सरकारें शामिल रहीं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गये 39 में से 38 लोगों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें का डीएनए 70 फीसदी तक मैच हो गया है. उन्होंने बताया कि मारे गये 39 भारतीयों में से से 31 पंजाब के और चार हिमाचल प्रदेश के हैं. वहीं, मृतकों में बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी हैं. विदेश मंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के लोगों के प्रति संवेदना जताई.  सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के नश्वर अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे. शवों के अवशेष को ले जाने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएगा.  राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. सुषमा स्वराज ने कहा कि रडार की मदद से सभी भारतीयों की लाश का पता लगाया, जिन्हें मारकर दफना दिया गया था.  उन्होंने कहा कि सभी मृत व्यक्तियों के शव को बगदाद भेजा गया. इसके बाद डीएनए की जांच के लिए उनके परिवार के लोगों को वहां भेजा गया. इस पूरी प्रक्रिया में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार की सरकारें शामिल रहीं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गये 39 में से 38 लोगों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें का डीएनए 70 फीसदी तक मैच हो गया है. उन्होंने बताया कि मारे गये 39 भारतीयों में से से 31 पंजाब के और चार हिमाचल प्रदेश के हैं. वहीं, मृतकों में बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी हैं. विदेश मंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के लोगों के प्रति संवेदना जताई.  सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के नश्वर अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे. शवों के अवशेष को ले जाने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएगा.  राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गये 39 में से 38 लोगों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें का डीएनए 70 फीसदी तक मैच हो गया है. उन्होंने बताया कि मारे गये 39 भारतीयों में से से 31 पंजाब के और चार हिमाचल प्रदेश के हैं. वहीं, मृतकों में बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी हैं. विदेश मंत्री ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के लोगों के प्रति संवेदना जताई.  सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के नश्वर अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे. शवों के अवशेष को ले जाने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएगा.  राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक में मारे गए भारतीयों के नश्वर अवशेषों को वापस लाने के लिए जनरल वीके सिंह इराक जाएंगे. शवों के अवशेष को ले जाने वाला विमान पहले अमृतसर, फिर पटना और फिर कोलकाता जाएगा.  राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. राज्यसभा में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हमें कल इस बात की जानाकरी मिली कि जिन भारतीयों की इराक में मौत हुई है, उन 39 के डीएनए 70 फीसदी मैच कर रहे है. बता दें कि ये सभी 2015 में ही लापता हो गये थे और साल 2016 के बाद से सरकार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि 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परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. सुषमा स्वराज ने कहा कि लापता भारतीयों को खोजने के लिए जनरल वीके सिंह ने बहुत मशक्कत की. उन्होंने कई बार मोसुल और बगदाद की यात्राएं कीं और इराक के गांवों तक पहुंचे. जनरल सिंह गांव के एक छोटे कमरे में जमीन पर सोए, लेकिन लापता लोगों के मृत होने का पुख्ता प्रमाण लेकर ही लौटे. उन्होंने कहा, 'मैं धन्यवाद करना चाहती हूं इराक सरकार का भी जिन्होंने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया. मैं प्रधानमंत्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहूंगी जिन्होंने 3 वर्षों तक मुझे जांच जारी रखना दिया. मैं चाहूंगी कि सदन के सभी सदस्य उन्हें भाव भरी श्रद्धांजलि दें.'  सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. सुषमा स्वराज ने कहा कि मुझे 40 अगवा लोगों में से एक जीवित बचे शख्स हरजीत मसीहा ने फोन किया था और बचाने की अपील की थी. उसने कहा था कि मुझे बचा लो. मगर मैंने उससे पूछा कि तुम कैसे उनसे अलग वहां पहुंचे. तो उसने कहा कि उसे पता नहीं है. उसने जो भी कहानी बताई थी कि 39 लोगों को सिर में गोली मारी गई और उसे पैर में. वह जंगल में भाग गया, यह सब गलत है. सुषमा ने कहा कि वह अली बनकर ट्रक में छिपकर भागा और इसकी पुष्टि भी जिस कंपनी में काम करता था उसने कर दी है.' टिप्पणियां इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इराक के मोसूल में लापता 39 भारतीयों की के बारे में बिना सबूतों के इन भारतीयों को मृत घोषित नहीं किया जा सकता. यह एक पाप है और वे ऐसा पाप नहीं करेंगी. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं. सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में दिए अपने बयान में कहा, ‘‘ सरकार इन भारतीय की तलाश जारी रखेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बिना सबूत इन लोगों को मृत घोषित करना पाप है और इस पाप की भागी मैं नहीं बनूंगी.’’ इस मामले को लेकर देश को गुमराह करने के विपक्ष के आरोपों के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि वे जिंदा हैं और न ही मैंने ये कहा कि वे मारे गए हैं . इराक के विदेश मंत्री पिछले दिनों भारत आए थे और उन्होंने यह भरोसा दिया है कि अब वह जो भी जानकारी देगा , सबूत के साथ ही देगा.’’ सुषमा स्वराज ने कहा कि वह पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही इन भारतीयों के परिजनों को जानकारी देंगी. उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस मसले को लेकर इन परिवारों से 12 बार मुलाकात कर चुकी हैं.
यह एक सारांश है: इराक में लापता 39 लोगों के मारे जाने की सुषमा स्वराज ने की पु्ष्टि सभी के डीएनए मैच कर रहे हैं- सुषमा स्वराज इन सभी की हत्या आईएसआईएस ने की.
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सरकार ने उच्च न्यायालयों में न्यायाधीश के पदों पर नियुक्ति के लिए 43 उम्मीदवारों के नामों को उच्चतम न्यायालय कोलेजियम को लौटाने के फैसले का शुक्रवार को बचाव किया और कहा कि यह फैसला प्रतिकूल खुफिया रिपोर्ट और उन लोगों के खिलाफ गंभीर प्रकृति की शिकायतों पर आधारित था. कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी.   उन्होंने कहा कि जिन 43 नामों की सिफारिश की गई थी, उन्हें वापस कोलेजियम को लौटाने के प्रमुख कारणों में सलाहकार न्यायधीशों की राय, संवैधानिक प्राधिकारों की राय, प्रतिकूल खुफिया जानकारी, उन लोगों के खिलाफ गंभीर प्रकृति की शिकायतें शामिल हैं.टिप्पणियां उच्चतम न्यायालय में रिक्तियों से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार को मौजूदा सात रिक्तियों के संबंध में उच्चतम न्यायालय कालेजियम से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उच्चतम न्यायालय में रिक्तियों से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार को मौजूदा सात रिक्तियों के संबंध में उच्चतम न्यायालय कालेजियम से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक सारांश है: न्यायाधीश के पदों पर नियुक्ति के लिए 43 उम्मीदवारों के नाम वापस भेजे एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी. सात रिक्तियों के संबंध में उच्चतम न्यायालय कालेजियम से कोई प्रस्ताव नहीं
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भोपाल जिले की बैरसिया तहसील मुख्यालय में जीजा-साले ने मिलकर एक दलित महिला के घर में घुसकर उसके साथ बलात्कार किया। पुलिस के अनुसार घटना के समय महिला के परिजन सर्वजातीय विवाह सम्मेलन में गए हुए थे। परिजनों के लौटने पर महिला ने घटना की शिकायत बैरसिया पुलिस से की। पुलिस ने जीजा-साले के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का प्रकरण दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।टिप्पणियां बैरसिया थाना पुलिस ने बताया कि मनख्याई जोड़ में रहने वाली 25-वर्षीय एक दलित महिला गत शुक्रवार शाम घर में अकेली थी और उसके परिजन बैरसिया में हो रहे विवाह सम्मेलन में गए हुए थे। इसी बीच शाम लगभग छह बजे पड़ोस में रहने वाला एक शख्स अपने साले के साथ महिला के घर में घुस गया। दोनों ने महिला के हाथ-पैर बांध दिए और उसके साथ बलात्कार किया। घटना के बाद दोनों फरार हो गए। जब महिला के परिजन लौटे, वैसे ही उसने उन्हें घटना की जानकारी दी। महिला ने परिजनों के साथ बैरसिया थाने पहुंच घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार घटना के समय महिला के परिजन सर्वजातीय विवाह सम्मेलन में गए हुए थे। परिजनों के लौटने पर महिला ने घटना की शिकायत बैरसिया पुलिस से की। पुलिस ने जीजा-साले के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का प्रकरण दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।टिप्पणियां बैरसिया थाना पुलिस ने बताया कि मनख्याई जोड़ में रहने वाली 25-वर्षीय एक दलित महिला गत शुक्रवार शाम घर में अकेली थी और उसके परिजन बैरसिया में हो रहे विवाह सम्मेलन में गए हुए थे। इसी बीच शाम लगभग छह बजे पड़ोस में रहने वाला एक शख्स अपने साले के साथ महिला के घर में घुस गया। दोनों ने महिला के हाथ-पैर बांध दिए और उसके साथ बलात्कार किया। घटना के बाद दोनों फरार हो गए। जब महिला के परिजन लौटे, वैसे ही उसने उन्हें घटना की जानकारी दी। महिला ने परिजनों के साथ बैरसिया थाने पहुंच घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। बैरसिया थाना पुलिस ने बताया कि मनख्याई जोड़ में रहने वाली 25-वर्षीय एक दलित महिला गत शुक्रवार शाम घर में अकेली थी और उसके परिजन बैरसिया में हो रहे विवाह सम्मेलन में गए हुए थे। इसी बीच शाम लगभग छह बजे पड़ोस में रहने वाला एक शख्स अपने साले के साथ महिला के घर में घुस गया। दोनों ने महिला के हाथ-पैर बांध दिए और उसके साथ बलात्कार किया। घटना के बाद दोनों फरार हो गए। जब महिला के परिजन लौटे, वैसे ही उसने उन्हें घटना की जानकारी दी। महिला ने परिजनों के साथ बैरसिया थाने पहुंच घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। घटना के बाद दोनों फरार हो गए। जब महिला के परिजन लौटे, वैसे ही उसने उन्हें घटना की जानकारी दी। महिला ने परिजनों के साथ बैरसिया थाने पहुंच घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भोपाल जिले की बैरसिया तहसील मुख्यालय में जीजा-साले ने मिलकर एक दलित महिला के घर में घुसकर उसके साथ बलात्कार किया। घटना के समय महिला के परिजन सर्वजातीय विवाह सम्मेलन में गए हुए थे।
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारतीय जनता पार्टी नेता अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को जम्मू हवाई अड्डे पर सोमवार को रोक लिया गया। जेटली और स्वराज शहर में प्रवेश की इजाजत नहीं देने के जम्मू-कश्मीर सरकार के फैसले के विरोध में जम्मू हवाई अड्डे के अंदर धरने पर बैठ गए। इस दौरान हवाई अड्डे के बाहर सैकड़ो भाजपा कार्यकर्ता झंडे हाथ में लेकर नारे लगाते रहे। इन नेताओं को हवाई अड्डे पर उतरने के बाद दिल्ली वापस जाने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इससे पहले तिरंगा यात्रा सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे अमृतसर से जम्मू की ओर रवाना हुई थी। श्रीनगर के लालचौक पर भाजपा की 26 जनवरी को तिरंगा फहराने की योजना से पहले पंजाब की सीमा से सटे राज्य का प्रवेश द्वार समझे जाने वाले लखनपुर में पुलिस बलों की टुकड़ियां तैनात की हुई हैं। यहां आने वाली सभी बसों की तलाशी ली गई। पंजाब से सटे इस क्षेत्र में पुलिसबल तैनात कर दिए गए हैं। पुलिस लाठियों, आंसू गैस के गोलों से लैस है और वह रावी नदी के पुल पर पैनी नजर रखे हुए है। इस पुल के मध्य को पंजाब और जम्मू-कश्मीर की विभाजक रेखा माना जाता है। जम्मू-कश्मीर सीमा पर 2,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं तथा बहुत से अन्य को तैयार रखा गया है। कठुआ की उपायुक्त जाहिदा खान ने कई बार शहर का दौरा किया और हिदायतें दीं, लेकिन उन्होंने संवाददाताओं के प्रश्नों का जवाब देने से इनकार कर दिया। यह क्षेत्र खान के ही अधिकारक्षेत्र में आता है। सामान की आपूर्ति करने वाले ट्रकों तक की तलाशी ली गई। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस क्षेत्र में ऐसी सख्ती पहले कभी नहीं की गई। इतना ही नहीं 19 साल पहले के भाजपा मार्च के दौरान भी इतनी सख्ती नहीं की गई थी।(इनपुट एजेंसियों से भी)
यहाँ एक सारांश है:जेटली और स्वराज शहर में प्रवेश की इजाजत नहीं देने के जम्मू-कश्मीर सरकार के फैसले के विरोध में जम्मू हवाई अड्डे के अंदर धरने पर बैठ गए।
4
['hin']
एक सारांश बनाओ: कंगना रनोट की फिल्म सिमरन का ट्रेलर रिलीज हो गया है. ट्रेलर में कंगना हमेशा की तरह मस्तमौला और आजाद ख्याल हैं. मजेदार यह कि फिल्म में वे कहती हैं कि उन्हें जुए और चोरी की लत है. अब इसी बात से फिल्म में उनके किरदार के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है. वैसे भी कंगना की फिल्में विमेन ओरियंटेड होती हैं. इस बार भी कहानी ऐसी ही है. फिल्म में पूरा फोकस उन्हीं पर है.टिप्पणियां 'सिमरन' को हंसल मेहता ने डायरेक्ट किया है. हंसल मेहता ने आज एक पोस्टर भी रिलीज किया जिसमें उन्होंने कंगना का परिचय दिया. प्रफुल्ल पटेल उर्फ सिमरन. फिल्म अमेरिका में शूट हुई है, और अगर इनसान को जुए की लत हो तो वह जाहिर लॉस वेगास में ही नजर आएगा. एक सीन में कंगना भी वहीं दिख रही है.  कंगना इससे पहले 'क्वीन' और "तनु वेड्स मनु' सीरीज में बिंदास लड़की का किरदार निभा चुकी हैं. उनकी अगली फिल्म मणिकर्णिका भी झांसी की रानी की जिदंगी पर है, और वे झांसी की रानी का किरदार निभा रही हैं. उसका तो इंतजार रहेगा लेकिन सिमरन से मुलाकात का इंतजार 15 सितंबर को खत्म हो जाएगा. 'सिमरन' को हंसल मेहता ने डायरेक्ट किया है. हंसल मेहता ने आज एक पोस्टर भी रिलीज किया जिसमें उन्होंने कंगना का परिचय दिया. प्रफुल्ल पटेल उर्फ सिमरन. फिल्म अमेरिका में शूट हुई है, और अगर इनसान को जुए की लत हो तो वह जाहिर लॉस वेगास में ही नजर आएगा. एक सीन में कंगना भी वहीं दिख रही है.  कंगना इससे पहले 'क्वीन' और "तनु वेड्स मनु' सीरीज में बिंदास लड़की का किरदार निभा चुकी हैं. उनकी अगली फिल्म मणिकर्णिका भी झांसी की रानी की जिदंगी पर है, और वे झांसी की रानी का किरदार निभा रही हैं. उसका तो इंतजार रहेगा लेकिन सिमरन से मुलाकात का इंतजार 15 सितंबर को खत्म हो जाएगा. कंगना इससे पहले 'क्वीन' और "तनु वेड्स मनु' सीरीज में बिंदास लड़की का किरदार निभा चुकी हैं. उनकी अगली फिल्म मणिकर्णिका भी झांसी की रानी की जिदंगी पर है, और वे झांसी की रानी का किरदार निभा रही हैं. उसका तो इंतजार रहेगा लेकिन सिमरन से मुलाकात का इंतजार 15 सितंबर को खत्म हो जाएगा.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सिमरन का ट्रेलर हुआ रिलीज चोरी और जुए की लत की शिकार है सिमरन बोल्ड और बिंदास गुजराती बाला है सिमरन
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भागवत ने कहा कि हिंदू हजारों सालों से पीड़ित हैं क्योंकि उन्होंने इसके मौलिक सिद्धांतों और आध्यत्मवाद को भुला दिया. संघ प्रमुख ने कहा, ‘‘हिंदू किसी का विरोध करने के लिये नहीं जीते. हम कीड़ों को भी जीने देते हैं. यहां ऐसे लोग हो सकते हैं जो हमारा (हिंदुओं का) विरोध करते हों. आपको उन्हें नुकसान पहुंचाए बिना उनसे निपटना होगा.’’ विश्व हिंदू कांग्रेस के अध्यक्ष एस पी कोठारी ने कहा कि उन्हें और सम्मेलन में शामिल कई और लोगों को विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों की तरफ से ऐसे अनुरोध और याचिकाएं मिलीं जिनमें उनसे सम्मेलन से अलग होने का अनुरोध किया गया क्योंकि डब्ल्यूएचसी या इसके कुछ संगठन ‘सामाजिक और धार्मिक रूप से विभाजक’ हैं. कोठारी ने कहा, ‘‘मैं ऐसी मान्यता को सिरे से खारिज करता हूं.’’टिप्पणियां सम्मेलन में अपने संबोधन में अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि हिंदुवाद जीवन का एक तरीका है और कोई हिंदू उनकी तरह के तौर तरीकों को अपनाकर बनता है. उन्होंने कहा, ‘‘सहिष्णुता विवेकानंद के संदेश का मूलतत्व था. अपने ही देश में शरणार्थी की तरह रहने के बावजूद कश्मीरी पंडितों ने इस तरह से 28 वर्षों से सहिष्णुता दिखाई है जैसे कोई और नहीं दिखाता.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विश्व हिंदू कांग्रेस के अध्यक्ष एस पी कोठारी ने कहा कि उन्हें और सम्मेलन में शामिल कई और लोगों को विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों की तरफ से ऐसे अनुरोध और याचिकाएं मिलीं जिनमें उनसे सम्मेलन से अलग होने का अनुरोध किया गया क्योंकि डब्ल्यूएचसी या इसके कुछ संगठन ‘सामाजिक और धार्मिक रूप से विभाजक’ हैं. कोठारी ने कहा, ‘‘मैं ऐसी मान्यता को सिरे से खारिज करता हूं.’’टिप्पणियां सम्मेलन में अपने संबोधन में अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि हिंदुवाद जीवन का एक तरीका है और कोई हिंदू उनकी तरह के तौर तरीकों को अपनाकर बनता है. उन्होंने कहा, ‘‘सहिष्णुता विवेकानंद के संदेश का मूलतत्व था. अपने ही देश में शरणार्थी की तरह रहने के बावजूद कश्मीरी पंडितों ने इस तरह से 28 वर्षों से सहिष्णुता दिखाई है जैसे कोई और नहीं दिखाता.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सम्मेलन में अपने संबोधन में अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि हिंदुवाद जीवन का एक तरीका है और कोई हिंदू उनकी तरह के तौर तरीकों को अपनाकर बनता है. उन्होंने कहा, ‘‘सहिष्णुता विवेकानंद के संदेश का मूलतत्व था. अपने ही देश में शरणार्थी की तरह रहने के बावजूद कश्मीरी पंडितों ने इस तरह से 28 वर्षों से सहिष्णुता दिखाई है जैसे कोई और नहीं दिखाता.’’(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: कहा- हिन्दू समाज में प्रतिभावान लोगों की संख्या सबसे ज्यादा हिन्दुओं का साथ आना अपने आप में मुश्किल बेहतर समाज की स्थापना के लिए काम करने को कहा
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे डोमिनिक स्ट्रॉस कान ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि उन्होंने खुद को निर्दोष बताया।  स्ट्रॉस कान शनिवार से ही न्यूयॉर्क के एक जेल में बंद हैं। मैनहटन के एक होटल में नौकरानी का यौन शोषण करने और बलात्कार करने के आरोप में कान को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह पेरिस जाने वाले विमान में सवार होने वाले थे। स्ट्रॉस कान से इस संबंध में एक औपचारिक पत्र मिलने के बाद आईएमएफ ने एक बयान जारी कर कहा, डोमिनिक स्ट्रॉस कान ने प्रबंध निदेशक के पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने की इच्छा आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड से आज जताई। स्ट्रॉस कान ने अपने पत्र में लिखा है कि वह निर्दोष हैं और वह आरोपों का मुकाबला करेंगे। आईएमएफ ने कहा कि जान लिप्सकी आईएमएफ के कार्यवाहक प्रबंध निदेशक बने रहेंगे।
यह एक सारांश है: यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे डोमिनिक स्ट्रॉस कान ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया।
2
['hin']
एक सारांश बनाओ: आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाईएस जगनमोहन रेड्डी के समर्थक 29 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और प्रजा राज्यम पार्टी (पीआरपी) के विधायक भी हैं। इनका आरोप है राज्य सरकार पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रही है। विधायक जुलूस की शक्ल में सोमवार को राज्य विधानसभा पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष एन. मनोहर के गुंटूर जिले के दौरे पर होने की वजह से उन्होंने अपना इस्तीफा सदन के सचिव राजा सदाराम को सौंप दिया। इस्तीफा देने वालों में कांग्रेस के 26, तेदेपा के दो और पीआरपी का एक विधायक शामिल है। विधानसभा पहुंचने से पहले कांग्रेस के सभी 26 विधायकों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा फैक्स के माध्यम से कांग्रेस मुख्यालय गांधी भवन में भेज दिया। यहीं पीआरपी के कांग्रेस में औपचारिक विलय के लिए समारोह का आयोजन किया जा रहा है। कांग्रेस विधायक पी. सुभाष चंद्र बोस ने संवाददाताओं से कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री राजशेखर रेड्डी की छवि को धूमिल करने के राज्य सरकार की कोशिश के विरोध में उन्होंने इस्तीफा दिया है। उल्लेखनीय है कि जगनमोहन के खिलाफ गैर-कानूनी सम्पत्ति की जांच के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जो प्राथमिकी दर्ज की है, उसमें दिवंगत मुख्यमंत्री का नाम भी है।
सारांश: वाईएस जगनमोहन रेड्डी के समर्थक 29 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी और प्रजा राज्यम पार्टी के विधायक भी हैं।
5
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: स्मार्ट फोन, ई-मेल और एसएमएस ने आज टेलीग्राम सेवा को किनारे कर दिया था और अब बीएसएनएल ने 160 साल से चली आ रही इस टेलीग्राम सेवा को 15 जुलाई से बंद करने का फैसला किया है। एक समय में तेजी से और आवश्यक संचार के लिए मुख्य स्रोत मानी जाने वाली इस सेवा ने देशभर में कई लोगों के लिए खुशी और गम के समाचार पहुंचाए हैं, लेकिन नई तकनीक के आगमन और संचार के नए साधनों से टेलीग्राम खुद को किनारे पा रहा है । भारत संचार निगम लिमिटेड के (टेलीग्राफ सेवाओं के) वरिष्ठ महाप्रबंधक शमीम अख्तर द्वारा नई दिल्ली स्थित कॉरपोरेट कार्यालय से जारी किए सर्कुलर के मुताबिक, टेलीग्राफ सेवाएं 15 जुलाई, 2013 से बंद कर दी जाएगी। यह सर्कुलर विभिन्न दूरसंचार जिलों और सर्किल कार्यालयों को भेजा गया और इसमें कहा गया है कि टेलीग्राम सेवाएं 15 जुलाई से बंद हो जाएंगी। इसके फलस्वरूप बीएसएनएल प्रबंधन के अंतर्गत आने वाले सभी टेलीग्राफ कार्यालय 15 जुलाई से टेलीग्राम की बुकिंग बंद कर देंगे। टिप्पणियां सर्कुलर में कहा गया है कि दूरसंचार कार्यालय बुकिंग की तिथि से केवल छह महीने तक लॉग बुक, सेवा संदेश, आपूर्ति स्लिप को रखना होगा। बीएसएनएल दिल्ली के सूत्रों ने बताया, हमने सरकार से इस सेवा की मदद के लिए कहा था क्योंकि व्यावसायिक रूप से यह चलाने योग्य नहीं रही। इस पर सरकार ने कहा कि बीएसएनएल बोर्ड को इस पर फैसला करना चाहिए। हमने डाक विभाग से विचार-विमर्श के बाद इस सेवा को बंद करने का फैसला किया। एक समय में तेजी से और आवश्यक संचार के लिए मुख्य स्रोत मानी जाने वाली इस सेवा ने देशभर में कई लोगों के लिए खुशी और गम के समाचार पहुंचाए हैं, लेकिन नई तकनीक के आगमन और संचार के नए साधनों से टेलीग्राम खुद को किनारे पा रहा है । भारत संचार निगम लिमिटेड के (टेलीग्राफ सेवाओं के) वरिष्ठ महाप्रबंधक शमीम अख्तर द्वारा नई दिल्ली स्थित कॉरपोरेट कार्यालय से जारी किए सर्कुलर के मुताबिक, टेलीग्राफ सेवाएं 15 जुलाई, 2013 से बंद कर दी जाएगी। यह सर्कुलर विभिन्न दूरसंचार जिलों और सर्किल कार्यालयों को भेजा गया और इसमें कहा गया है कि टेलीग्राम सेवाएं 15 जुलाई से बंद हो जाएंगी। इसके फलस्वरूप बीएसएनएल प्रबंधन के अंतर्गत आने वाले सभी टेलीग्राफ कार्यालय 15 जुलाई से टेलीग्राम की बुकिंग बंद कर देंगे। टिप्पणियां सर्कुलर में कहा गया है कि दूरसंचार कार्यालय बुकिंग की तिथि से केवल छह महीने तक लॉग बुक, सेवा संदेश, आपूर्ति स्लिप को रखना होगा। बीएसएनएल दिल्ली के सूत्रों ने बताया, हमने सरकार से इस सेवा की मदद के लिए कहा था क्योंकि व्यावसायिक रूप से यह चलाने योग्य नहीं रही। इस पर सरकार ने कहा कि बीएसएनएल बोर्ड को इस पर फैसला करना चाहिए। हमने डाक विभाग से विचार-विमर्श के बाद इस सेवा को बंद करने का फैसला किया। भारत संचार निगम लिमिटेड के (टेलीग्राफ सेवाओं के) वरिष्ठ महाप्रबंधक शमीम अख्तर द्वारा नई दिल्ली स्थित कॉरपोरेट कार्यालय से जारी किए सर्कुलर के मुताबिक, टेलीग्राफ सेवाएं 15 जुलाई, 2013 से बंद कर दी जाएगी। यह सर्कुलर विभिन्न दूरसंचार जिलों और सर्किल कार्यालयों को भेजा गया और इसमें कहा गया है कि टेलीग्राम सेवाएं 15 जुलाई से बंद हो जाएंगी। इसके फलस्वरूप बीएसएनएल प्रबंधन के अंतर्गत आने वाले सभी टेलीग्राफ कार्यालय 15 जुलाई से टेलीग्राम की बुकिंग बंद कर देंगे। टिप्पणियां सर्कुलर में कहा गया है कि दूरसंचार कार्यालय बुकिंग की तिथि से केवल छह महीने तक लॉग बुक, सेवा संदेश, आपूर्ति स्लिप को रखना होगा। बीएसएनएल दिल्ली के सूत्रों ने बताया, हमने सरकार से इस सेवा की मदद के लिए कहा था क्योंकि व्यावसायिक रूप से यह चलाने योग्य नहीं रही। इस पर सरकार ने कहा कि बीएसएनएल बोर्ड को इस पर फैसला करना चाहिए। हमने डाक विभाग से विचार-विमर्श के बाद इस सेवा को बंद करने का फैसला किया। यह सर्कुलर विभिन्न दूरसंचार जिलों और सर्किल कार्यालयों को भेजा गया और इसमें कहा गया है कि टेलीग्राम सेवाएं 15 जुलाई से बंद हो जाएंगी। इसके फलस्वरूप बीएसएनएल प्रबंधन के अंतर्गत आने वाले सभी टेलीग्राफ कार्यालय 15 जुलाई से टेलीग्राम की बुकिंग बंद कर देंगे। टिप्पणियां सर्कुलर में कहा गया है कि दूरसंचार कार्यालय बुकिंग की तिथि से केवल छह महीने तक लॉग बुक, सेवा संदेश, आपूर्ति स्लिप को रखना होगा। बीएसएनएल दिल्ली के सूत्रों ने बताया, हमने सरकार से इस सेवा की मदद के लिए कहा था क्योंकि व्यावसायिक रूप से यह चलाने योग्य नहीं रही। इस पर सरकार ने कहा कि बीएसएनएल बोर्ड को इस पर फैसला करना चाहिए। हमने डाक विभाग से विचार-विमर्श के बाद इस सेवा को बंद करने का फैसला किया। सर्कुलर में कहा गया है कि दूरसंचार कार्यालय बुकिंग की तिथि से केवल छह महीने तक लॉग बुक, सेवा संदेश, आपूर्ति स्लिप को रखना होगा। बीएसएनएल दिल्ली के सूत्रों ने बताया, हमने सरकार से इस सेवा की मदद के लिए कहा था क्योंकि व्यावसायिक रूप से यह चलाने योग्य नहीं रही। इस पर सरकार ने कहा कि बीएसएनएल बोर्ड को इस पर फैसला करना चाहिए। हमने डाक विभाग से विचार-विमर्श के बाद इस सेवा को बंद करने का फैसला किया। बीएसएनएल दिल्ली के सूत्रों ने बताया, हमने सरकार से इस सेवा की मदद के लिए कहा था क्योंकि व्यावसायिक रूप से यह चलाने योग्य नहीं रही। इस पर सरकार ने कहा कि बीएसएनएल बोर्ड को इस पर फैसला करना चाहिए। हमने डाक विभाग से विचार-विमर्श के बाद इस सेवा को बंद करने का फैसला किया।
संक्षिप्त सारांश: स्मार्ट फोन, ई-मेल और एसएमएस ने आज टेलीग्राम सेवा को किनारे कर दिया था और अब बीएसएनएल ने 160 साल से चली आ रही इस टेलीग्राम सेवा को 15 जुलाई से बंद करने का फैसला किया है।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: क्या आपको पता है कि इस साल जब मीडिया में मराठवाड़ा से किसानों की आत्महत्या की खबरें आ रही थी, तो कुछ महिलाएं चुपचाप इसी क्षेत्र में बदलाव के लिए दिन-रात एक किए हुए थीं. उनकी लगन और मेहनत से मराठवाड़ा क्षेत्र से हजारों किसानों का पलायन रुका. यहां करीब 500 गांवों की 5000 महिलाओं की ये कहानी आप तक भले ही न पहुंची हो, लेकिन इस प्रयास को संयुक्त राष्ट्र ने सम्मानित किया है. मोरक्को में चल रहे जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में इसे पुरस्कार मिल रहा है. 60 साल की सामाजिक उद्यमी प्रेमा गोपालन जो समाज में एक बड़ी क्रांति की सूत्रधार रही हैं, उन्हें संयुक्त राष्ट्र के मोमेंटम फॉर चेंज अवॉर्ड के लिए चुना गया है. पिछले 20 साल से महिलाओं को साफ-सुथरी ऊर्जा के प्रयोग के लिए उत्साहित करने और समर्थ बनाने में लगी प्रेमा गोपालन की कहानी देश की लाखों महिलाओं की दास्तान बन गई है. NDTV इंडिया से खास बातचीत में प्रेमा गोपालन ने कहा, 'इस साल मई जून में जब मीडिया लातूर, उस्मानिया, और नांदेड़ जिलों में किसानों की बदहाली और खुदकुशी की खबरें दिखा रही थी, तो हमारी सहयोगी महिलाओं ने किसानों का पलायन रोकने के लिए करीब 40 लाख के कर्ज बांटे, जिससे उन्होंने मुर्गियां या बकरियां खरीदीं. खेती के लिए तालाब बनाए और भूमिहीन किसान सामुदायिक खेती के लिए आपस में जुड़े.' टिप्पणियां गोपालन बताती हैं कि मराठवाड़ा के 500 गांवों से 1000 महिलाओं ने लीडर का रोल अदा किया और ग्राम पंचायत और प्रशासन के साथ मिलकर सूखे से निबटने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी भी की, ताकि फंड का दुरुपयोग या बर्बादी न हो.   गोपालन की संस्था 'स्वयं शिक्षण प्रयोग' पिछले 10 सालों से साफ सुथरी ऊर्जा को महिलाओं की प्रतिदिन की जिंदगी से जोड़ने में लगी है. प्रेमा बताती हैं, 'आज गांवों में लाखों महिलाएं बायो फ्यूल का इस्तेमाल कर 100 प्रतिशत धुआं रहित स्टोव में खाना बनाती हैं, जो उनके स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के लिए एक क्रांति लाया है. इसके लिए ईंधन के तौर पर अनाज से मिलने वाले पैलेट्स इस्तेमाल होता है और एक कंपनी के सहयोग से स्टोव बनाए गए. महिलाओं की बचत एक बड़े कारगर फंड का रुप ले रही है.' गोपालन के इस प्रयास ने 'ऊर्जा सखी' शब्द को देश के 5 राज्यों के कई जिलों में प्रचलित कर दिया है. उनकी संस्था महिलाओं को स्वयंसेवी संगठनों की मदद ले आपदाओं से लड़ने के लिए और आपदा के बाद पुनर्निर्माण के लिए भी तैयार कर रही हैं. 60 साल की सामाजिक उद्यमी प्रेमा गोपालन जो समाज में एक बड़ी क्रांति की सूत्रधार रही हैं, उन्हें संयुक्त राष्ट्र के मोमेंटम फॉर चेंज अवॉर्ड के लिए चुना गया है. पिछले 20 साल से महिलाओं को साफ-सुथरी ऊर्जा के प्रयोग के लिए उत्साहित करने और समर्थ बनाने में लगी प्रेमा गोपालन की कहानी देश की लाखों महिलाओं की दास्तान बन गई है. NDTV इंडिया से खास बातचीत में प्रेमा गोपालन ने कहा, 'इस साल मई जून में जब मीडिया लातूर, उस्मानिया, और नांदेड़ जिलों में किसानों की बदहाली और खुदकुशी की खबरें दिखा रही थी, तो हमारी सहयोगी महिलाओं ने किसानों का पलायन रोकने के लिए करीब 40 लाख के कर्ज बांटे, जिससे उन्होंने मुर्गियां या बकरियां खरीदीं. खेती के लिए तालाब बनाए और भूमिहीन किसान सामुदायिक खेती के लिए आपस में जुड़े.' टिप्पणियां गोपालन बताती हैं कि मराठवाड़ा के 500 गांवों से 1000 महिलाओं ने लीडर का रोल अदा किया और ग्राम पंचायत और प्रशासन के साथ मिलकर सूखे से निबटने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी भी की, ताकि फंड का दुरुपयोग या बर्बादी न हो.   गोपालन की संस्था 'स्वयं शिक्षण प्रयोग' पिछले 10 सालों से साफ सुथरी ऊर्जा को महिलाओं की प्रतिदिन की जिंदगी से जोड़ने में लगी है. प्रेमा बताती हैं, 'आज गांवों में लाखों महिलाएं बायो फ्यूल का इस्तेमाल कर 100 प्रतिशत धुआं रहित स्टोव में खाना बनाती हैं, जो उनके स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के लिए एक क्रांति लाया है. इसके लिए ईंधन के तौर पर अनाज से मिलने वाले पैलेट्स इस्तेमाल होता है और एक कंपनी के सहयोग से स्टोव बनाए गए. महिलाओं की बचत एक बड़े कारगर फंड का रुप ले रही है.' गोपालन के इस प्रयास ने 'ऊर्जा सखी' शब्द को देश के 5 राज्यों के कई जिलों में प्रचलित कर दिया है. उनकी संस्था महिलाओं को स्वयंसेवी संगठनों की मदद ले आपदाओं से लड़ने के लिए और आपदा के बाद पुनर्निर्माण के लिए भी तैयार कर रही हैं. NDTV इंडिया से खास बातचीत में प्रेमा गोपालन ने कहा, 'इस साल मई जून में जब मीडिया लातूर, उस्मानिया, और नांदेड़ जिलों में किसानों की बदहाली और खुदकुशी की खबरें दिखा रही थी, तो हमारी सहयोगी महिलाओं ने किसानों का पलायन रोकने के लिए करीब 40 लाख के कर्ज बांटे, जिससे उन्होंने मुर्गियां या बकरियां खरीदीं. खेती के लिए तालाब बनाए और भूमिहीन किसान सामुदायिक खेती के लिए आपस में जुड़े.' टिप्पणियां गोपालन बताती हैं कि मराठवाड़ा के 500 गांवों से 1000 महिलाओं ने लीडर का रोल अदा किया और ग्राम पंचायत और प्रशासन के साथ मिलकर सूखे से निबटने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी भी की, ताकि फंड का दुरुपयोग या बर्बादी न हो.   गोपालन की संस्था 'स्वयं शिक्षण प्रयोग' पिछले 10 सालों से साफ सुथरी ऊर्जा को महिलाओं की प्रतिदिन की जिंदगी से जोड़ने में लगी है. प्रेमा बताती हैं, 'आज गांवों में लाखों महिलाएं बायो फ्यूल का इस्तेमाल कर 100 प्रतिशत धुआं रहित स्टोव में खाना बनाती हैं, जो उनके स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के लिए एक क्रांति लाया है. इसके लिए ईंधन के तौर पर अनाज से मिलने वाले पैलेट्स इस्तेमाल होता है और एक कंपनी के सहयोग से स्टोव बनाए गए. महिलाओं की बचत एक बड़े कारगर फंड का रुप ले रही है.' गोपालन के इस प्रयास ने 'ऊर्जा सखी' शब्द को देश के 5 राज्यों के कई जिलों में प्रचलित कर दिया है. उनकी संस्था महिलाओं को स्वयंसेवी संगठनों की मदद ले आपदाओं से लड़ने के लिए और आपदा के बाद पुनर्निर्माण के लिए भी तैयार कर रही हैं. गोपालन बताती हैं कि मराठवाड़ा के 500 गांवों से 1000 महिलाओं ने लीडर का रोल अदा किया और ग्राम पंचायत और प्रशासन के साथ मिलकर सूखे से निबटने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी भी की, ताकि फंड का दुरुपयोग या बर्बादी न हो.   गोपालन की संस्था 'स्वयं शिक्षण प्रयोग' पिछले 10 सालों से साफ सुथरी ऊर्जा को महिलाओं की प्रतिदिन की जिंदगी से जोड़ने में लगी है. प्रेमा बताती हैं, 'आज गांवों में लाखों महिलाएं बायो फ्यूल का इस्तेमाल कर 100 प्रतिशत धुआं रहित स्टोव में खाना बनाती हैं, जो उनके स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के लिए एक क्रांति लाया है. इसके लिए ईंधन के तौर पर अनाज से मिलने वाले पैलेट्स इस्तेमाल होता है और एक कंपनी के सहयोग से स्टोव बनाए गए. महिलाओं की बचत एक बड़े कारगर फंड का रुप ले रही है.' गोपालन के इस प्रयास ने 'ऊर्जा सखी' शब्द को देश के 5 राज्यों के कई जिलों में प्रचलित कर दिया है. उनकी संस्था महिलाओं को स्वयंसेवी संगठनों की मदद ले आपदाओं से लड़ने के लिए और आपदा के बाद पुनर्निर्माण के लिए भी तैयार कर रही हैं. गोपालन के इस प्रयास ने 'ऊर्जा सखी' शब्द को देश के 5 राज्यों के कई जिलों में प्रचलित कर दिया है. उनकी संस्था महिलाओं को स्वयंसेवी संगठनों की मदद ले आपदाओं से लड़ने के लिए और आपदा के बाद पुनर्निर्माण के लिए भी तैयार कर रही हैं.
सामाजिक उद्यमी प्रेमा गोपालन समाज में एक बड़ी क्रांति की सूत्रधार रही हैं उन्हें संयुक्त राष्ट्र के मोमेंटम फॉर चेंज अवॉर्ड के लिए चुना गया है 20 साल से महिलाओं को साफ-सुथरी ऊर्जा के प्रयोग के लिए उत्साहित कर रही हैं
34
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने अलेखाइन स्मृति शतरंज टूर्नामेंट के दूसरे चरण में अच्छी शुरुआत करते हुए छठे दौर में ब्लादिमीर क्रामनिक को ड्रॉ पर रोका। आनंद ने पेरिस चरण के आखिरी दौर में चीन के डिंग लिरेन को हराया था। आनंद को अब बाकी तीन में से दो राउंड में सफेद मोहरों से खेलना है।टिप्पणियां यहां पहले दिन पांचों बाजियां ड्रॉ पर रही। फ्रांस के मैक्सिम वी लाग्रेव चार अंक लेकर शीर्ष पर हैं। इस्राइल के बोरिस गेलफेंड, आर्मेनिया के लेवोन आरोनियन, फ्रांस के लौरेंट फ्रेसिनेट और इंग्लैंड के माइकल एडम्स उनसे आधा अंक पीछे दूसरे स्थान पर है। आनंद तीन अंक लेकर छठे स्थान पर है। अब उन्हें फ्रेसिनेट और रूस के पीटर स्विडलेर के खिलाफ सफेद मोहरों से खेलना है। डिंग लिरेन और रूस के क्रामनिक, निकिता वितुइगोव के ढाई अंक है। आनंद ने पेरिस चरण के आखिरी दौर में चीन के डिंग लिरेन को हराया था। आनंद को अब बाकी तीन में से दो राउंड में सफेद मोहरों से खेलना है।टिप्पणियां यहां पहले दिन पांचों बाजियां ड्रॉ पर रही। फ्रांस के मैक्सिम वी लाग्रेव चार अंक लेकर शीर्ष पर हैं। इस्राइल के बोरिस गेलफेंड, आर्मेनिया के लेवोन आरोनियन, फ्रांस के लौरेंट फ्रेसिनेट और इंग्लैंड के माइकल एडम्स उनसे आधा अंक पीछे दूसरे स्थान पर है। आनंद तीन अंक लेकर छठे स्थान पर है। अब उन्हें फ्रेसिनेट और रूस के पीटर स्विडलेर के खिलाफ सफेद मोहरों से खेलना है। डिंग लिरेन और रूस के क्रामनिक, निकिता वितुइगोव के ढाई अंक है। यहां पहले दिन पांचों बाजियां ड्रॉ पर रही। फ्रांस के मैक्सिम वी लाग्रेव चार अंक लेकर शीर्ष पर हैं। इस्राइल के बोरिस गेलफेंड, आर्मेनिया के लेवोन आरोनियन, फ्रांस के लौरेंट फ्रेसिनेट और इंग्लैंड के माइकल एडम्स उनसे आधा अंक पीछे दूसरे स्थान पर है। आनंद तीन अंक लेकर छठे स्थान पर है। अब उन्हें फ्रेसिनेट और रूस के पीटर स्विडलेर के खिलाफ सफेद मोहरों से खेलना है। डिंग लिरेन और रूस के क्रामनिक, निकिता वितुइगोव के ढाई अंक है। आनंद तीन अंक लेकर छठे स्थान पर है। अब उन्हें फ्रेसिनेट और रूस के पीटर स्विडलेर के खिलाफ सफेद मोहरों से खेलना है। डिंग लिरेन और रूस के क्रामनिक, निकिता वितुइगोव के ढाई अंक है।
संक्षिप्त सारांश: विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने अलेखाइन स्मृति शतरंज टूर्नामेंट के दूसरे चरण में अच्छी शुरुआत करते हुए छठे दौर में ब्लादीमिर क्रामनिक को ड्रॉ पर रोका।
29
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच भविष्य में होने वाली शृंखलाओं के नाम दो दिग्गज ऑलराउंडरों कपिल देव और इमरान खान के नाम पर रखने पर विचार करेगा। कपिल और इमरान की मौजूदगी में आज यहां ‘‘एजेंडा आज तक’’ में जब यह विचार आया तो बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस पर सकारात्मक जवाब दिया। शुक्ला ने कहा, ‘‘आज पहली बार इस तरह का विचार आया है। हम अपने बोर्ड से इस बारे में बात करेंगे।’’ भारत और पाकिस्तान के बीच पांच साल बाद इसी महीने के आखिर में तीन एकदिवसीय और दो ट्वेंटी-20 मैचों की शृंखला शुरू होगी।टिप्पणियां इस सम्बंध में मंच पर मौजूद पांच पूर्व कप्तान कपिल देव, मोहम्मद अजहरूद्दीन, सौरव गांगुली, वसीम अकरम और वकार यूनिस से पूछा गया था कि क्या जिस तरह से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शृंखला को बोर्डर गावस्कर ट्राफी नाम दिया गया क्या उसी तरह से भारत-पाकिस्तान शृंखला से कपिल और इमरान का नाम जोड़ा जा सकता है। कपिल ने कहा, ‘‘इस पर दोनों देशों के बोर्ड को फैसला करना है। यदि हमारा नाम ना भी दिया जाता है तब भी क्रिकेट खेली जानी चाहिए। यह दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते सुधारने के लिए जरूरी है।’’ कपिल और इमरान की मौजूदगी में आज यहां ‘‘एजेंडा आज तक’’ में जब यह विचार आया तो बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस पर सकारात्मक जवाब दिया। शुक्ला ने कहा, ‘‘आज पहली बार इस तरह का विचार आया है। हम अपने बोर्ड से इस बारे में बात करेंगे।’’ भारत और पाकिस्तान के बीच पांच साल बाद इसी महीने के आखिर में तीन एकदिवसीय और दो ट्वेंटी-20 मैचों की शृंखला शुरू होगी।टिप्पणियां इस सम्बंध में मंच पर मौजूद पांच पूर्व कप्तान कपिल देव, मोहम्मद अजहरूद्दीन, सौरव गांगुली, वसीम अकरम और वकार यूनिस से पूछा गया था कि क्या जिस तरह से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शृंखला को बोर्डर गावस्कर ट्राफी नाम दिया गया क्या उसी तरह से भारत-पाकिस्तान शृंखला से कपिल और इमरान का नाम जोड़ा जा सकता है। कपिल ने कहा, ‘‘इस पर दोनों देशों के बोर्ड को फैसला करना है। यदि हमारा नाम ना भी दिया जाता है तब भी क्रिकेट खेली जानी चाहिए। यह दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते सुधारने के लिए जरूरी है।’’ शुक्ला ने कहा, ‘‘आज पहली बार इस तरह का विचार आया है। हम अपने बोर्ड से इस बारे में बात करेंगे।’’ भारत और पाकिस्तान के बीच पांच साल बाद इसी महीने के आखिर में तीन एकदिवसीय और दो ट्वेंटी-20 मैचों की शृंखला शुरू होगी।टिप्पणियां इस सम्बंध में मंच पर मौजूद पांच पूर्व कप्तान कपिल देव, मोहम्मद अजहरूद्दीन, सौरव गांगुली, वसीम अकरम और वकार यूनिस से पूछा गया था कि क्या जिस तरह से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शृंखला को बोर्डर गावस्कर ट्राफी नाम दिया गया क्या उसी तरह से भारत-पाकिस्तान शृंखला से कपिल और इमरान का नाम जोड़ा जा सकता है। कपिल ने कहा, ‘‘इस पर दोनों देशों के बोर्ड को फैसला करना है। यदि हमारा नाम ना भी दिया जाता है तब भी क्रिकेट खेली जानी चाहिए। यह दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते सुधारने के लिए जरूरी है।’’ इस सम्बंध में मंच पर मौजूद पांच पूर्व कप्तान कपिल देव, मोहम्मद अजहरूद्दीन, सौरव गांगुली, वसीम अकरम और वकार यूनिस से पूछा गया था कि क्या जिस तरह से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शृंखला को बोर्डर गावस्कर ट्राफी नाम दिया गया क्या उसी तरह से भारत-पाकिस्तान शृंखला से कपिल और इमरान का नाम जोड़ा जा सकता है। कपिल ने कहा, ‘‘इस पर दोनों देशों के बोर्ड को फैसला करना है। यदि हमारा नाम ना भी दिया जाता है तब भी क्रिकेट खेली जानी चाहिए। यह दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते सुधारने के लिए जरूरी है।’’ कपिल ने कहा, ‘‘इस पर दोनों देशों के बोर्ड को फैसला करना है। यदि हमारा नाम ना भी दिया जाता है तब भी क्रिकेट खेली जानी चाहिए। यह दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते सुधारने के लिए जरूरी है।’’
सारांश: बीसीसीआई ने कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच भविष्य में होने वाली शृंखलाओं के नाम दो दिग्गज ऑलराउंडरों कपिल देव और इमरान खान के नाम पर रखने पर विचार करेगा।
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भले ही सरकार अगले वित्तवर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को लेकर उत्साहित है, लेकिन अर्थशास्त्रियों की मानें तो घरेलू और वैश्विक बाजार में जो बयार चल रही है, उसे देखते हुए मौजूदा दर को बनाए रखना भी मुश्किल है। वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा 25 फरवरी को संसद में पेश आर्थिक समीक्षा में अगले वित्तवर्ष के लिए 9 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर का अनुमान जताया गया है, जबकि मौजूदा वित्तवर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर 8.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है। अर्न्‍स्ट एंड यंग के अर्थशास्त्री अश्विन पारेख ने कहा, अनुमानित 9 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर हासिल करना मुश्किल लगता है। पिछले चार महीने में न केवल हमारे लिए, बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था में व्यापक आर्थिक हालात पूरी तरह बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर लीबियाई राजनीतिक संकट के चलते तेल संकट पर अगले एक महीने के भीतर काबू पा लिया जाता है, तो घरेलू अर्थव्यवस्था के समक्ष बड़ी चुनौती पैदा नहीं होगी, लेकिन अगर यह दो महीने से आगे बढ़ता है, तो निश्चित तौर पर एक बड़ी चुनौती पैदा हो जाएगी। डेलायट के प्रधान अर्थशास्त्री शांतो घोष ने कहा कि उच्च जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान पेश करते हुए मंत्रालय कई मुद्दों पर बाहरी चमक से घिरा रहा। कौशल विकास पर पर्याप्त ध्यान दिए बिना विकास के लिए सेवा क्षेत्र पर निर्भरता जोखिम भरा है। क्रिसिल के मुख्य अर्थशास्त्री डीके जोशी का मानना है कि उच्च मुद्रास्फीति और बाहरी हालात को देखते हुए अनुमानित वृद्धि को लक्ष्य करना आसान नहीं होगा।
संक्षिप्त सारांश: आर्थिक समीक्षा में अगले वित्तवर्ष के लिए 9% से अधिक की वृद्धि दर का अनुमान जताया गया है, जबकि मौजूदा वित्तवर्ष के लिए इसके 8.6% रहने का अनुमान है।
29
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: संयुक्त राष्ट्र द्वारा कड़े प्रतिबंध लगाने तथा दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास से भड़के उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने बेंगनियोंग द्वीप को नष्ट कर देने की धमकी दी है। उत्तर कोरिया ने पिछले महीने तीसरा परमाणु परीक्षण किया था जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने उस पर प्रतिबंध लगा दिए थे। इसके जवाब में उत्तर कोरिया ने युद्धविराम संबंधी समझौतों को दरकिनार करने की धमकी दी थी। इसके बाद दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी सेनाओं ने सोमवार को संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया। अमेरिका ने उत्तर कोरिया के मुख्य विदेशी विनियम बैंक और चार वरिष्ठ अधिकारियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया।टिप्पणियां प्योंगयांग ने संयुक्ताभ्यास की कटु आलोचना करते हुए इसे भड़काऊ आक्रामक कदम बताया और 60 वर्ष पुराने युद्धविराम और दक्षिण कोरिया के साथ दस्तखत किए गए शांति समझौतों को खत्म करने की घोषणा की। हालांकि उत्तर कोरिया की अधिकतर धमकियों को केवल डराने वाली बयानबाजी माना जा रहा है लेकिन सीमावर्ती बेंगनियोंग द्वीप पर पैदा हुए खतरे में सच्चाई नज़र आती है। इस द्वीप में 5000 लोग रहते है। किम जोंग ने सीमावर्ती तोपखाना इकाइयों में सोमवार को अपने दौरे में अधिकारियों को बताया कि उन्हें किस तरह बेंगनियोंग को ‘आग के समुद्र’ में तबदील करना है। उत्तर कोरिया ने पिछले महीने तीसरा परमाणु परीक्षण किया था जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने उस पर प्रतिबंध लगा दिए थे। इसके जवाब में उत्तर कोरिया ने युद्धविराम संबंधी समझौतों को दरकिनार करने की धमकी दी थी। इसके बाद दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी सेनाओं ने सोमवार को संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया। अमेरिका ने उत्तर कोरिया के मुख्य विदेशी विनियम बैंक और चार वरिष्ठ अधिकारियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया।टिप्पणियां प्योंगयांग ने संयुक्ताभ्यास की कटु आलोचना करते हुए इसे भड़काऊ आक्रामक कदम बताया और 60 वर्ष पुराने युद्धविराम और दक्षिण कोरिया के साथ दस्तखत किए गए शांति समझौतों को खत्म करने की घोषणा की। हालांकि उत्तर कोरिया की अधिकतर धमकियों को केवल डराने वाली बयानबाजी माना जा रहा है लेकिन सीमावर्ती बेंगनियोंग द्वीप पर पैदा हुए खतरे में सच्चाई नज़र आती है। इस द्वीप में 5000 लोग रहते है। किम जोंग ने सीमावर्ती तोपखाना इकाइयों में सोमवार को अपने दौरे में अधिकारियों को बताया कि उन्हें किस तरह बेंगनियोंग को ‘आग के समुद्र’ में तबदील करना है। प्योंगयांग ने संयुक्ताभ्यास की कटु आलोचना करते हुए इसे भड़काऊ आक्रामक कदम बताया और 60 वर्ष पुराने युद्धविराम और दक्षिण कोरिया के साथ दस्तखत किए गए शांति समझौतों को खत्म करने की घोषणा की। हालांकि उत्तर कोरिया की अधिकतर धमकियों को केवल डराने वाली बयानबाजी माना जा रहा है लेकिन सीमावर्ती बेंगनियोंग द्वीप पर पैदा हुए खतरे में सच्चाई नज़र आती है। इस द्वीप में 5000 लोग रहते है। किम जोंग ने सीमावर्ती तोपखाना इकाइयों में सोमवार को अपने दौरे में अधिकारियों को बताया कि उन्हें किस तरह बेंगनियोंग को ‘आग के समुद्र’ में तबदील करना है। हालांकि उत्तर कोरिया की अधिकतर धमकियों को केवल डराने वाली बयानबाजी माना जा रहा है लेकिन सीमावर्ती बेंगनियोंग द्वीप पर पैदा हुए खतरे में सच्चाई नज़र आती है। इस द्वीप में 5000 लोग रहते है। किम जोंग ने सीमावर्ती तोपखाना इकाइयों में सोमवार को अपने दौरे में अधिकारियों को बताया कि उन्हें किस तरह बेंगनियोंग को ‘आग के समुद्र’ में तबदील करना है।
यह एक सारांश है: संयुक्त राष्ट्र द्वारा कड़े प्रतिबंध लगाने तथा दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास से भड़के उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने बेंगनियोंग द्वीप को नष्ट कर देने की धमकी दी है।
9
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: करण जोहर के प्रोडक्शन 'धर्मा प्रोडक्शन' ने अपनी नई फिल्म 'गुंजन सक्सेना- द कारगिल गर्ल' (Gunjan Saxena The Kargil Girl) का पोस्टर जारी कर दिया है. यह फिल्म आईएएफ की महिला पायलट गुंजन सक्सेना (Gunjan Saxena) पर बनी है. फिल्म में गुंजन का किरदार जान्हवी कपूर निभा रही हैं, जबकि उनके पिता की भूमिका में पंकज त्रिपाठी हैं. अब सवाल उठता है कि गुंजन सक्सेना कौन हैं (Who is Gunjan Saxena) और उन पर फिल्म बनने की वजह क्या है? गुंजन सक्सेना भारतीय वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट रह चुकी हैं. 44 साल की गुंजन अब रिटायर हो चुकी हैं. उन्हें कारगिल गर्ल के नाम से जाना जाता है. गुंजन को उनकी वीरता, साहस और देशप्रेम के लिए शौर्य पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. गुंजन वो महिला है जिन्होंने डंके की चोट पर साबित किया कि महिलाएं न सिर्फ पायलट बन सकती है बल्कि जंग के मौदान में अपना लोहा मनवा सकती है. कारगिल युद्ध के दौरान गुंजन सक्सेना ने युद्ध क्षेत्र में निडर होकर चीता हेलीकॉप्टर उड़ाया. इस दौरान वह द्रास और बटालिक की ऊंची पहाड़ियों से उठाकर वापस सुरक्षित स्थान पर लेकर आईं. पाकिस्तानी सैनिक लगातार रॉकेट लॉन्चर और गोलियों से हमला कर रहे थे. गुंजन के एयरक्राफ्ट पर मिसाइल भी दागी गई लेकिन निशाना चूक गया और गुंजन बाल-बाल बचीं. बिना किसी हथियार के गुंजन ने पाकिस्तानी सैनिकों का मुकाबला किया और कई जवानों को वहां से सुरक्षित निकाला. बता दें कि जब गुंजन हंसराज कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रही थी तब उन्होंने दिल्ला का सफदरगंज फ्लाइंग क्लब ज्वाइन कर लिया था. उस समय उनके पिता और भाई दोनों ही भारतीय सेना में कार्यरत थे. इसी दौरान उन्‍हें पता चला कि IAF में पहली बार महिला पायलटों की भर्ती की जा रही है. फिर उन्होंने SSB परीक्षा पास की और भारयीय वायुसेना में बतौर पायलट शामिल हो गईं. उस वक्‍त सुरक्षा बलों में पुरुष अधिकारियों का वर्चस्व था और भारतीय वायुसेना में महिला अधिकारियों को पुरुषों के बराबर उड़ान भरने का मौका नहीं दिया जाता था. बेशक उस समय महिला अधिकारियों को लड़ाकू जेट उड़ाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन उनके बैच की महिलाओं ने भारतीय वायुसेना में पहली बार विमान उड़ाकर इतिहास तो रच ही दिया था. हालांकि उस वक्‍त भारतीय वायुसेना में महिला पायलटों के लिए आरक्षण था. लेकिन तब यह साफ नहीं था कि वे उड़ान भरने के लिए मानसिक और शारीरिक तनाव और युद्धों का सामना कैसे करेंगी? इन युवतियों को अपनी क्षमता साबित करने के लिए एक मौका चाहिए था जो उन्हें 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान मिला. युद्ध के दौरान जब भारतीय सेना को पायलट की जरूरत पड़ी, तब गुंजन और श्री विद्या को युद्ध क्षेत्र में भेजा गया. उन्होंने अपने मिशन को पूरा करने के लिए कई बार लाइन ऑफ कंट्रोल के बिल्कुल नजदीक से भी उड़ान भरी जिससे पाकिस्तानी सैनिकों की पोजिशन का पता लगाया जा सके. वाकई गुंजन ने न सिर्फ यह साबित किया कि वह देश की सच्‍ची सैनिक हैं, बल्‍कि उन्‍होंने दुनिया को यह भी दिखा दिया कि महिलाएं क्‍या कर सकती हैं. अब भारतीय वायुसेना में महिला पायलट भी फाइटर प्‍लेन उड़ा सकती हैं और इसका श्रेय कहीं न कहीं गुंजन सक्‍सेना जैसी हिम्‍मती IAF पायलटों को जाता है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: गुंजन सक्सेना आईएएफ की पहली महिला पायलट है. 44 साल की गुंजन अब रिटायर हो चुकी हैं. उन्हें कारगिल गर्ल के नाम से जाना जाता है.
19
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: महाराष्ट्र के सातारा जिले की सूखा प्रभावित मान तहसील की ललिता बाबर के माता-पिता रियो ओलिंपिक के स्टीपलपेस फाइनल में बेटी के 10वें स्थान पर रहने से दुखी हैं लेकिन उन्हें उस पर गर्व भी है. ललिता के पिता शिवाजी बाबर ने कहा,‘हमें गर्व है क्योंकि उसने ओलंपिक में भारत के लिये खेला और फाइनल तक पहुंची. उसके लिये दुखी हैं क्‍योंकि वह विषम परिस्थितियों का सामना करके वहां तक पहुंची और उसे जीत का भरोसा था.’उन्होंने कहा,‘वह पदक नहीं जीत सकी लेकिन आगे भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करती रहेगी. हम उसकी हौसलाअफजाई करते रहेंगे.’‘मान देशी एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर ललिता के पिता ट्रक ड्राइवर हैं और आर्थिक रूप से वह काफी कमजोर परिवार से हैं.टिप्पणियां बाबर ने कहा,‘यहां अभ्‍यास सुविधाओं के अभाव और पर्वतीय इलाके के कारण उसने काफी कठिनाइयां झेली हैं. वह हमारे गांव में स्कूल के आसपास अभ्‍यास करती थी.’ गांव के स्कूल के शारीरिक शिक्षा के टीचर मुगुट पटोले ने कहा कि ललिता को खो-खो का शौक था लेकिन बाद में वह लंबी दूरी की धाविका बनी. उन्होंने कहा,‘वह खेत में अपने मां-बाप के साथ काम करती थी और स्कूल जाने में देरी न हो, इसलिये दौड़कर आती थी. इसी ने उसे मजबूत बनाया.’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ललिता के पिता शिवाजी बाबर ने कहा,‘हमें गर्व है क्योंकि उसने ओलंपिक में भारत के लिये खेला और फाइनल तक पहुंची. उसके लिये दुखी हैं क्‍योंकि वह विषम परिस्थितियों का सामना करके वहां तक पहुंची और उसे जीत का भरोसा था.’उन्होंने कहा,‘वह पदक नहीं जीत सकी लेकिन आगे भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करती रहेगी. हम उसकी हौसलाअफजाई करते रहेंगे.’‘मान देशी एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर ललिता के पिता ट्रक ड्राइवर हैं और आर्थिक रूप से वह काफी कमजोर परिवार से हैं.टिप्पणियां बाबर ने कहा,‘यहां अभ्‍यास सुविधाओं के अभाव और पर्वतीय इलाके के कारण उसने काफी कठिनाइयां झेली हैं. वह हमारे गांव में स्कूल के आसपास अभ्‍यास करती थी.’ गांव के स्कूल के शारीरिक शिक्षा के टीचर मुगुट पटोले ने कहा कि ललिता को खो-खो का शौक था लेकिन बाद में वह लंबी दूरी की धाविका बनी. उन्होंने कहा,‘वह खेत में अपने मां-बाप के साथ काम करती थी और स्कूल जाने में देरी न हो, इसलिये दौड़कर आती थी. इसी ने उसे मजबूत बनाया.’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बाबर ने कहा,‘यहां अभ्‍यास सुविधाओं के अभाव और पर्वतीय इलाके के कारण उसने काफी कठिनाइयां झेली हैं. वह हमारे गांव में स्कूल के आसपास अभ्‍यास करती थी.’ गांव के स्कूल के शारीरिक शिक्षा के टीचर मुगुट पटोले ने कहा कि ललिता को खो-खो का शौक था लेकिन बाद में वह लंबी दूरी की धाविका बनी. उन्होंने कहा,‘वह खेत में अपने मां-बाप के साथ काम करती थी और स्कूल जाने में देरी न हो, इसलिये दौड़कर आती थी. इसी ने उसे मजबूत बनाया.’ (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: स्‍टीपलचेस के फाइनल में 10वें स्‍थान पर रही थीं ललिता ‘मान देशी एक्सप्रेस’ललिता के पिता हैं ट्रक ड्राइवर स्‍कूल जाने में देर न हो, इसलिए दौड़ लगाती थीं ललिता
10
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने कहा है कि वह एतिहाद एयरवेज सौदे से मिलने वाले 74.9 करोड़ डॉलर की राशि से उसे अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी। कंपनी को लगातार दूसरी तिमाही में घाटा हुआ है।टिप्पणियां कंपनी ने कहा है कि उसकी बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) के जरिये 30 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना है, जिसका इस्तेमाल वह ऊंची लागत वाले ऋण के निपटान में करेगी। जेट एयरवेज को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 355.38 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है, जबकि बीते साल की इसी तिमाही में उसे 24.7 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। यह लगातार दूसरी तिमाही है जब जेट एयरवेज को नुकसान हुआ है। एतिहाद-जेट सौदे को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से सशर्त मंजूरी मिली है। कंपनी ने कहा है कि उसकी बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) के जरिये 30 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना है, जिसका इस्तेमाल वह ऊंची लागत वाले ऋण के निपटान में करेगी। जेट एयरवेज को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 355.38 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है, जबकि बीते साल की इसी तिमाही में उसे 24.7 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। यह लगातार दूसरी तिमाही है जब जेट एयरवेज को नुकसान हुआ है। एतिहाद-जेट सौदे को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से सशर्त मंजूरी मिली है। जेट एयरवेज को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 355.38 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है, जबकि बीते साल की इसी तिमाही में उसे 24.7 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। यह लगातार दूसरी तिमाही है जब जेट एयरवेज को नुकसान हुआ है। एतिहाद-जेट सौदे को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से सशर्त मंजूरी मिली है।
विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने कहा है कि वह एतिहाद एयरवेज सौदे से मिलने वाले 74.9 करोड़ डॉलर की राशि से उसे अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी।
28
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: गत सप्ताह रुपये के टूटने से देश के शेयर बाजारों में गिरावट रही। भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में मई 2013 में मंदी दर्शाने वाले एक निजी सर्वेक्षण के कारण भी बिकवाली बढ़ी। इसके अतिरिक्त, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा बांड की खरीद जारी रखने की अनिश्चितता का असर भी कारोबार पर पड़ा। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में शुक्रवार सात जून को समाप्त हुए सप्ताह में 331.07 अंकों या 1.68 फीसदी की गिरावट रही और यह 19,429.23 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी में भी 104.95 अंकों या 1.75 फीसदी की गिरावट रही और यह 5,881.00 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.02 फीसदी गिरावट रही, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में 0.32 फीसदी तेजी दर्ज की गई। पिछले सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार तीन जून को सेंसेक्स 149.82 अंकों या 0.76 फीसदी गिरावट के साथ 19,610.48 पर और निफ्टी 46.65 अंकों या 0.78 फीसदी गिरावट के साथ 5,939.30 पर बंद हुआ। सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार चार जून को मंद पड़े कारोबार में और गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 64.70 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 19,545.78 पर और निफ्टी 19.85 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 5,919.45 पर बंद हुआ। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार पांच जून को शेयर बाजारों में आंशिक तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स 22.44 अंकों या 0.11 फीसदी तेजी के साथ 19,568.22 पर और निफ्टी 4.40 अंकों या 0.07 फीसदी की तेजी के साथ 5,923.85 पर बंद हुआ। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार छह जून को रुपये के कमजोर पड़ने का असर शेयर बाजारों पर देखा गया। सेंसेक्स 48.73 अंकों या 0.25 फीसदी गिरावट के साथ 19,519.49 पर और निफ्टी 2.45 अंकों या 0.04 फीसदी गिरावट के साथ 5,921.40 पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये के कमजोर पड़ने से बाजार में अपेक्षाकृत अधिक मंदी दर्ज की गई। सेंसेक्स 90.26 अंकों या 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 19,429.23 पर और निफ्टी 40.40 अंकों या 0.68 फीसदी गिरावट के साथ 5,881.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में शुक्रवार सात जून को समाप्त हुए सप्ताह में 331.07 अंकों या 1.68 फीसदी की गिरावट रही और यह 19,429.23 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी में भी 104.95 अंकों या 1.75 फीसदी की गिरावट रही और यह 5,881.00 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.02 फीसदी गिरावट रही, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में 0.32 फीसदी तेजी दर्ज की गई। पिछले सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार तीन जून को सेंसेक्स 149.82 अंकों या 0.76 फीसदी गिरावट के साथ 19,610.48 पर और निफ्टी 46.65 अंकों या 0.78 फीसदी गिरावट के साथ 5,939.30 पर बंद हुआ। सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार चार जून को मंद पड़े कारोबार में और गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 64.70 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 19,545.78 पर और निफ्टी 19.85 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 5,919.45 पर बंद हुआ। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार पांच जून को शेयर बाजारों में आंशिक तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स 22.44 अंकों या 0.11 फीसदी तेजी के साथ 19,568.22 पर और निफ्टी 4.40 अंकों या 0.07 फीसदी की तेजी के साथ 5,923.85 पर बंद हुआ। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार छह जून को रुपये के कमजोर पड़ने का असर शेयर बाजारों पर देखा गया। सेंसेक्स 48.73 अंकों या 0.25 फीसदी गिरावट के साथ 19,519.49 पर और निफ्टी 2.45 अंकों या 0.04 फीसदी गिरावट के साथ 5,921.40 पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये के कमजोर पड़ने से बाजार में अपेक्षाकृत अधिक मंदी दर्ज की गई। सेंसेक्स 90.26 अंकों या 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 19,429.23 पर और निफ्टी 40.40 अंकों या 0.68 फीसदी गिरावट के साथ 5,881.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.02 फीसदी गिरावट रही, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में 0.32 फीसदी तेजी दर्ज की गई। पिछले सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार तीन जून को सेंसेक्स 149.82 अंकों या 0.76 फीसदी गिरावट के साथ 19,610.48 पर और निफ्टी 46.65 अंकों या 0.78 फीसदी गिरावट के साथ 5,939.30 पर बंद हुआ। सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार चार जून को मंद पड़े कारोबार में और गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 64.70 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 19,545.78 पर और निफ्टी 19.85 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 5,919.45 पर बंद हुआ। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार पांच जून को शेयर बाजारों में आंशिक तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स 22.44 अंकों या 0.11 फीसदी तेजी के साथ 19,568.22 पर और निफ्टी 4.40 अंकों या 0.07 फीसदी की तेजी के साथ 5,923.85 पर बंद हुआ। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार छह जून को रुपये के कमजोर पड़ने का असर शेयर बाजारों पर देखा गया। सेंसेक्स 48.73 अंकों या 0.25 फीसदी गिरावट के साथ 19,519.49 पर और निफ्टी 2.45 अंकों या 0.04 फीसदी गिरावट के साथ 5,921.40 पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये के कमजोर पड़ने से बाजार में अपेक्षाकृत अधिक मंदी दर्ज की गई। सेंसेक्स 90.26 अंकों या 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 19,429.23 पर और निफ्टी 40.40 अंकों या 0.68 फीसदी गिरावट के साथ 5,881.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। पिछले सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार तीन जून को सेंसेक्स 149.82 अंकों या 0.76 फीसदी गिरावट के साथ 19,610.48 पर और निफ्टी 46.65 अंकों या 0.78 फीसदी गिरावट के साथ 5,939.30 पर बंद हुआ। सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार चार जून को मंद पड़े कारोबार में और गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 64.70 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 19,545.78 पर और निफ्टी 19.85 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 5,919.45 पर बंद हुआ। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार पांच जून को शेयर बाजारों में आंशिक तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स 22.44 अंकों या 0.11 फीसदी तेजी के साथ 19,568.22 पर और निफ्टी 4.40 अंकों या 0.07 फीसदी की तेजी के साथ 5,923.85 पर बंद हुआ। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार छह जून को रुपये के कमजोर पड़ने का असर शेयर बाजारों पर देखा गया। सेंसेक्स 48.73 अंकों या 0.25 फीसदी गिरावट के साथ 19,519.49 पर और निफ्टी 2.45 अंकों या 0.04 फीसदी गिरावट के साथ 5,921.40 पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये के कमजोर पड़ने से बाजार में अपेक्षाकृत अधिक मंदी दर्ज की गई। सेंसेक्स 90.26 अंकों या 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 19,429.23 पर और निफ्टी 40.40 अंकों या 0.68 फीसदी गिरावट के साथ 5,881.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार चार जून को मंद पड़े कारोबार में और गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 64.70 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 19,545.78 पर और निफ्टी 19.85 अंकों या 0.33 फीसदी गिरावट के साथ 5,919.45 पर बंद हुआ। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार पांच जून को शेयर बाजारों में आंशिक तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स 22.44 अंकों या 0.11 फीसदी तेजी के साथ 19,568.22 पर और निफ्टी 4.40 अंकों या 0.07 फीसदी की तेजी के साथ 5,923.85 पर बंद हुआ। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार छह जून को रुपये के कमजोर पड़ने का असर शेयर बाजारों पर देखा गया। सेंसेक्स 48.73 अंकों या 0.25 फीसदी गिरावट के साथ 19,519.49 पर और निफ्टी 2.45 अंकों या 0.04 फीसदी गिरावट के साथ 5,921.40 पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये के कमजोर पड़ने से बाजार में अपेक्षाकृत अधिक मंदी दर्ज की गई। सेंसेक्स 90.26 अंकों या 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 19,429.23 पर और निफ्टी 40.40 अंकों या 0.68 फीसदी गिरावट के साथ 5,881.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार पांच जून को शेयर बाजारों में आंशिक तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स 22.44 अंकों या 0.11 फीसदी तेजी के साथ 19,568.22 पर और निफ्टी 4.40 अंकों या 0.07 फीसदी की तेजी के साथ 5,923.85 पर बंद हुआ। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार छह जून को रुपये के कमजोर पड़ने का असर शेयर बाजारों पर देखा गया। सेंसेक्स 48.73 अंकों या 0.25 फीसदी गिरावट के साथ 19,519.49 पर और निफ्टी 2.45 अंकों या 0.04 फीसदी गिरावट के साथ 5,921.40 पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये के कमजोर पड़ने से बाजार में अपेक्षाकृत अधिक मंदी दर्ज की गई। सेंसेक्स 90.26 अंकों या 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 19,429.23 पर और निफ्टी 40.40 अंकों या 0.68 फीसदी गिरावट के साथ 5,881.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार छह जून को रुपये के कमजोर पड़ने का असर शेयर बाजारों पर देखा गया। सेंसेक्स 48.73 अंकों या 0.25 फीसदी गिरावट के साथ 19,519.49 पर और निफ्टी 2.45 अंकों या 0.04 फीसदी गिरावट के साथ 5,921.40 पर बंद हुआ। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये के कमजोर पड़ने से बाजार में अपेक्षाकृत अधिक मंदी दर्ज की गई। सेंसेक्स 90.26 अंकों या 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 19,429.23 पर और निफ्टी 40.40 अंकों या 0.68 फीसदी गिरावट के साथ 5,881.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपये के कमजोर पड़ने से बाजार में अपेक्षाकृत अधिक मंदी दर्ज की गई। सेंसेक्स 90.26 अंकों या 0.46 फीसदी गिरावट के साथ 19,429.23 पर और निफ्टी 40.40 अंकों या 0.68 फीसदी गिरावट के साथ 5,881.00 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। सेंसेक्स के कुल 30 शेयरों में से आठ में तेजी और 22 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। तेजी वाले शेयरों में डॉ. रेड्डीज लैब (4.78 फीसदी), विप्रो (2.77 फीसदी), इंफोसिस (1.68 फीसदी) और टीसीएस (1.57 फीसदी) प्रमुख रहे।टिप्पणियां गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। गिरावट वाले शेयरों में एचडीएफसी (5.66 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (4.89 फीसदी), बजाज ऑटो (4.21 फीसदी), टाटा मोटर्स (3.72 फीसदी) और मारुति सुजुकी (3.19 फीसदी) प्रमुख रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने जून माह में पांच तारीख तक करीब 343.20 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।
यह एक सारांश है: गत सप्ताह रुपये के टूटने से देश के शेयर बाजारों में गिरावट रही। भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में मई 2013 में मंदी दर्शाने वाले एक निजी सर्वेक्षण के कारण भी बिकवाली बढ़ी।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि किसी जमाने में जेट एयरवेज ने केबिन क्रू पद के लिए उनके आवेदन को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि उनका व्यक्तित्व कुछ खास नहीं है. टेलीविजन अभिनेत्री से नेता बनीं स्मृति ईरानी ने मजाकिया अंदाज में आवेदन खारिज करने के लिए जेट एयरवेज का धन्यवाद किया और कहा कि वहां नौकरी नहीं मिलने के बाद उन्होंने मैकडोनाल्ड में नौकरी कर ली और उसके बाद जो हुआ वह सारी बातें इतिहास का हिस्सा हैं. ईरानी ने एक समारोह में कहा, 'मुझे नहीं पता कि बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि सबसे पहले मैंने कौन सी नौकरी चाही थी. मैंने जेट एयरवेज में केबिन क्रू के लिए आवेदन किया था, लेकिन मुझे खरिज कर दिया गया. मुझे बताया गया कि मेरी पर्सनैलिटी अच्छी नहीं है. आवेदन खारिज करने के लिए आपका धन्यवाद.'टिप्पणियां एयर पैसेंजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में स्मृति ने जेट एयरवेज के एक अधिकारी को पुरस्कार प्रदान करने के बाद यह बात कही. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) टेलीविजन अभिनेत्री से नेता बनीं स्मृति ईरानी ने मजाकिया अंदाज में आवेदन खारिज करने के लिए जेट एयरवेज का धन्यवाद किया और कहा कि वहां नौकरी नहीं मिलने के बाद उन्होंने मैकडोनाल्ड में नौकरी कर ली और उसके बाद जो हुआ वह सारी बातें इतिहास का हिस्सा हैं. ईरानी ने एक समारोह में कहा, 'मुझे नहीं पता कि बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि सबसे पहले मैंने कौन सी नौकरी चाही थी. मैंने जेट एयरवेज में केबिन क्रू के लिए आवेदन किया था, लेकिन मुझे खरिज कर दिया गया. मुझे बताया गया कि मेरी पर्सनैलिटी अच्छी नहीं है. आवेदन खारिज करने के लिए आपका धन्यवाद.'टिप्पणियां एयर पैसेंजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में स्मृति ने जेट एयरवेज के एक अधिकारी को पुरस्कार प्रदान करने के बाद यह बात कही. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ईरानी ने एक समारोह में कहा, 'मुझे नहीं पता कि बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि सबसे पहले मैंने कौन सी नौकरी चाही थी. मैंने जेट एयरवेज में केबिन क्रू के लिए आवेदन किया था, लेकिन मुझे खरिज कर दिया गया. मुझे बताया गया कि मेरी पर्सनैलिटी अच्छी नहीं है. आवेदन खारिज करने के लिए आपका धन्यवाद.'टिप्पणियां एयर पैसेंजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में स्मृति ने जेट एयरवेज के एक अधिकारी को पुरस्कार प्रदान करने के बाद यह बात कही. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एयर पैसेंजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में स्मृति ने जेट एयरवेज के एक अधिकारी को पुरस्कार प्रदान करने के बाद यह बात कही. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
स्मृति ईरानी ने नौकरी न देने के लिए जेट एयरवेज का धन्यवाद किया वहां आवेदन खारिज होने के बाद उन्होंने मैकडोनाल्ड में नौकरी की स्मृति ईरानी ने फिर टीवी सीरियल में काम किया और अब केंद्र में मंत्री हैं
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: Pati Patni Aur Woh Movie Review: कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan), अनन्या पांडेय (Ananya Panday) और भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) की 'पति पत्नी और वो' रिलीज हो गई है. 'पति पत्नी और वो' 1978 में संजीव कुमार, विद्या सिन्हा और रंजीता की इसी नाम से आई फिल्म का रीमेक है, जिसमें आधुनिक दौर और कस्बाई पृष्ठभूमि में रचा गया है. फिल्म के डायरेक्टर मुदस्सर अजीज ने पुरानी कहानी को नए दौर में एंटरटेनिंग अंदाज में पेश किया है जिसमें एक्सट्रा मैरिटल अफेयर्स को पेश किया गया है. 'पति पत्नी और वो (Pati Patni Aur Woh Review)' अच्छी एक्टिंग और अपने मजेदार वनलाइनर्स की वजह से गुदगुदाती है, और एक कॉमेडी फिल्म होने की कसौटी पर खरी उतरती है.  'पति पत्नी और वो (Pati Patni Aur Woh)' कहानी चिंटू त्यागी यानी कार्तिक आर्यन की है. कार्तिक आर्यन एक आज्ञाकारी बेटे हैं और सरकारी नौकर हैं. कार्तिक आर्यन की शादी वेदिका यानी भूमि पेडनेकर के साथ हो जाती है, और शादी के कुछ समय बाद कार्तिक आर्यन को जिंदगी बेरस लगने लगती है. इसी के साथ कार्तिक आर्यन की जिंदगी में एंट्री होती है जिंदादिल तपस्या यानी अनन्या पांडे की. कार्तिक अपने जीवन के खोते हुए रोमांच को अनन्या के साथ दोबारा जिंदा करने की कोशिश करते हैं, और इस तरह पति और पत्नी की सिंपल लाइफ में वो की एंट्री हो जाती है. फिल्म डायरेक्टर मुदस्सर अजीज ने कहानी को एकदम सिंपल रखा है और आज के दौर के मुताबिक गढ़ने का कोशिश की है, हालांकि वह कैरेक्टर्स को इस्टेब्लिश करने में काफी समय ले लेते हैं, और यहां थोड़ा मामला अटकता भी है. वर्ना फिल्म की कहानी पूरी तरह से एंटरटेनिंग है. 'पति पत्नी और वो (Pati Patni Aur Woh)' में एक्टिंग के मोर्चे पर सभी कलाकार खरे उतरते हैं. कार्तिक आर्यन ने चिंटू त्यागी का किरदार पूरी शिद्दत से निभाया है, हालांकि कहीं थोड़ा सा वह अटकते जरूर हैं, लेकिन डायरेक्टर ने उनके मोनोलॉग स्किल भी फायदा लिया है. भूमि पेडनेकर तो यह पहले ही सिद्ध कर चुकी हैं कि वह किसी भी किरदार को परदे पर बखूबी निभा सकती हैं. अनन्या पांडे की यह दूसरी फिल्म जरूर है लेकिन उन्होंने काफी सुधार किया है. तपस्या के किरदार को देखने पर मजा आता है. लेकिन फिल्म में जो उभरकर आते हैं वह हैं अपारशक्ति खुराना. यह कार्तिक आर्यन के साथ उनकी दूसरी फिल्म है लेकिन वह जब भी स्क्रीन पर आते हैं, तो पूरा पर्दा चहक उठता है.  कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan), अनन्या पांडेय (Ananya Panday) और भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) की 'पति पत्नी और वो (Pati Patni Aur Woh) पूरी तरह से एंटरटेनिंग फिल्म है, हालांकि इस तरह की कहानियां स्क्रीन पर कई बार देखी जा चुकी हैं, फिर कॉमेडी के शौकीनों को यह फिल्म जरूर पसंद आने वाली है.
यह एक सारांश है: आज रिलीज हुई है 'पति पत्नी और वो' कार्तिक आर्यन हैं लीड रोल में भूमि पेडनेकर और अनन्या पांडे भी हैं फिल्म में
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सब्जियों की कीमत में गिरावट के बीच थोक मुद्रास्फीति मार्च में तेजी से गिरकर 5.96 फीसदी पर आ गई, जो इसका तीन साल का न्यूनतम स्तर है। मुद्रास्फीति का दबाव कम होने से रिजर्व बैंक अगले महीने आने वाली अपनी सालाना मौद्रिक नीति में ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकता है। थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति फरवरी, 2013 में 6.84 फीसद तथा मार्च, 2012 में यह 7.69 फीसदी थी। रिजर्व बैंक ने इस वर्ष मार्च के अंत तक मुद्रास्फीति के 6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। मुद्रास्फीति में गिरावट और फरवरी का औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 0.6 फीसद पर आ जाने के मद्देनजर यह संभावना बढ़ी है। रिजर्व बैंक अगले महीने आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए नीतिगत ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। आरबीआई 3 मई को अपनी सालाना मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। आज जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, मार्च में विनिर्मित उत्पाद वर्ग की मुद्रास्फीति आंशिक तौर पर घटकर 4.07 फीसदी पर आ गई। फरवरी में यह 4.51 फीसदी पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में 14.34 फीसदी का भारांक रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फति आलोच्य माह में घटकर 8.73 फीसदी रह गई। इस वर्ग की महंगाई दर फरवरी में 11.38 फीसदी थी। सब्जियों की कीमत तेजी से घटने के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट को मदद मिली। सब्जियों की मुद्रास्फीति मार्च में शून्य से 0.95 फीसदी कम थी, जो इससे पिछले महीने 12.11 फीसदी थी। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। मुद्रास्फीति का दबाव कम होने से रिजर्व बैंक अगले महीने आने वाली अपनी सालाना मौद्रिक नीति में ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकता है। थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति फरवरी, 2013 में 6.84 फीसद तथा मार्च, 2012 में यह 7.69 फीसदी थी। रिजर्व बैंक ने इस वर्ष मार्च के अंत तक मुद्रास्फीति के 6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। मुद्रास्फीति में गिरावट और फरवरी का औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 0.6 फीसद पर आ जाने के मद्देनजर यह संभावना बढ़ी है। रिजर्व बैंक अगले महीने आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए नीतिगत ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। आरबीआई 3 मई को अपनी सालाना मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। आज जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, मार्च में विनिर्मित उत्पाद वर्ग की मुद्रास्फीति आंशिक तौर पर घटकर 4.07 फीसदी पर आ गई। फरवरी में यह 4.51 फीसदी पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में 14.34 फीसदी का भारांक रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फति आलोच्य माह में घटकर 8.73 फीसदी रह गई। इस वर्ग की महंगाई दर फरवरी में 11.38 फीसदी थी। सब्जियों की कीमत तेजी से घटने के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट को मदद मिली। सब्जियों की मुद्रास्फीति मार्च में शून्य से 0.95 फीसदी कम थी, जो इससे पिछले महीने 12.11 फीसदी थी। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति फरवरी, 2013 में 6.84 फीसद तथा मार्च, 2012 में यह 7.69 फीसदी थी। रिजर्व बैंक ने इस वर्ष मार्च के अंत तक मुद्रास्फीति के 6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। मुद्रास्फीति में गिरावट और फरवरी का औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 0.6 फीसद पर आ जाने के मद्देनजर यह संभावना बढ़ी है। रिजर्व बैंक अगले महीने आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए नीतिगत ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। आरबीआई 3 मई को अपनी सालाना मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। आज जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, मार्च में विनिर्मित उत्पाद वर्ग की मुद्रास्फीति आंशिक तौर पर घटकर 4.07 फीसदी पर आ गई। फरवरी में यह 4.51 फीसदी पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में 14.34 फीसदी का भारांक रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फति आलोच्य माह में घटकर 8.73 फीसदी रह गई। इस वर्ग की महंगाई दर फरवरी में 11.38 फीसदी थी। सब्जियों की कीमत तेजी से घटने के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट को मदद मिली। सब्जियों की मुद्रास्फीति मार्च में शून्य से 0.95 फीसदी कम थी, जो इससे पिछले महीने 12.11 फीसदी थी। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। रिजर्व बैंक ने इस वर्ष मार्च के अंत तक मुद्रास्फीति के 6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। मुद्रास्फीति में गिरावट और फरवरी का औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 0.6 फीसद पर आ जाने के मद्देनजर यह संभावना बढ़ी है। रिजर्व बैंक अगले महीने आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए नीतिगत ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। आरबीआई 3 मई को अपनी सालाना मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। आज जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, मार्च में विनिर्मित उत्पाद वर्ग की मुद्रास्फीति आंशिक तौर पर घटकर 4.07 फीसदी पर आ गई। फरवरी में यह 4.51 फीसदी पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में 14.34 फीसदी का भारांक रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फति आलोच्य माह में घटकर 8.73 फीसदी रह गई। इस वर्ग की महंगाई दर फरवरी में 11.38 फीसदी थी। सब्जियों की कीमत तेजी से घटने के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट को मदद मिली। सब्जियों की मुद्रास्फीति मार्च में शून्य से 0.95 फीसदी कम थी, जो इससे पिछले महीने 12.11 फीसदी थी। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। मुद्रास्फीति में गिरावट और फरवरी का औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 0.6 फीसद पर आ जाने के मद्देनजर यह संभावना बढ़ी है। रिजर्व बैंक अगले महीने आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए नीतिगत ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। आरबीआई 3 मई को अपनी सालाना मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। आज जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, मार्च में विनिर्मित उत्पाद वर्ग की मुद्रास्फीति आंशिक तौर पर घटकर 4.07 फीसदी पर आ गई। फरवरी में यह 4.51 फीसदी पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में 14.34 फीसदी का भारांक रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फति आलोच्य माह में घटकर 8.73 फीसदी रह गई। इस वर्ग की महंगाई दर फरवरी में 11.38 फीसदी थी। सब्जियों की कीमत तेजी से घटने के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट को मदद मिली। सब्जियों की मुद्रास्फीति मार्च में शून्य से 0.95 फीसदी कम थी, जो इससे पिछले महीने 12.11 फीसदी थी। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। आज जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, मार्च में विनिर्मित उत्पाद वर्ग की मुद्रास्फीति आंशिक तौर पर घटकर 4.07 फीसदी पर आ गई। फरवरी में यह 4.51 फीसदी पर थी। थोक मूल्य सूचकांक में 14.34 फीसदी का भारांक रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फति आलोच्य माह में घटकर 8.73 फीसदी रह गई। इस वर्ग की महंगाई दर फरवरी में 11.38 फीसदी थी। सब्जियों की कीमत तेजी से घटने के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट को मदद मिली। सब्जियों की मुद्रास्फीति मार्च में शून्य से 0.95 फीसदी कम थी, जो इससे पिछले महीने 12.11 फीसदी थी। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। थोक मूल्य सूचकांक में 14.34 फीसदी का भारांक रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फति आलोच्य माह में घटकर 8.73 फीसदी रह गई। इस वर्ग की महंगाई दर फरवरी में 11.38 फीसदी थी। सब्जियों की कीमत तेजी से घटने के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट को मदद मिली। सब्जियों की मुद्रास्फीति मार्च में शून्य से 0.95 फीसदी कम थी, जो इससे पिछले महीने 12.11 फीसदी थी। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। सब्जियों की कीमत तेजी से घटने के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट को मदद मिली। सब्जियों की मुद्रास्फीति मार्च में शून्य से 0.95 फीसदी कम थी, जो इससे पिछले महीने 12.11 फीसदी थी। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। प्याज की कीमत मार्च के महीने में 94.85 फीसदी बढ़ी जबकि फरवरी में इसकी मंहगाई दर 154.33 फीसदी थी।टिप्पणियां चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। चावल की महंगाई दर मार्च में घटकर 17.90 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 18.84 फीसदी थी। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था। जनवरी माह के संशोधित आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 7.31 फीसदी थी। इसे प्रारंभिक आंकड़ों में 6.62 फीसदी बताया गया था।
संक्षिप्त सारांश: सब्जियों की कीमत में गिरावट के बीच थोक मुद्रास्फीति मार्च में तेजी से गिरकर 5.96 फीसदी पर आ गई, जो इसका तीन साल का न्यूनतम स्तर है।
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एक सारांश बनाओ: सावधि जमा योजना यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर 9.50 फीसदी की सालाना ब्याज दर निश्चित तौर पर आकर्षित करेगी, खासतौर से ऐसी स्थिति में जब कमर्शल बैंक एफडी पर 7 से 7.5 फीसदी की ब्याज दर दे रहे हों. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई (SBI)तीन साल की एफडी पर सालाना के हिसाब से 7 फीसदी की ब्याज दर दे रहा है. वहीं दूसरी ओर कोऑपरेटिव बैंक और म्यूनिसिपल कोऑपरेटिव बैंक इसी मच्योरिटी टर्म पर  8.50-9.50 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं. इसका अर्थ यह हुआ कि यदि कोई व्यक्ति पांच साल के लिए 10 लाख रुपए की एफडी कोऑपरेटिव या म्यूनिसिपल कोपरेटिव बैंक में करता है तो वह अपेक्षाकृत बहुत अधिक यानी अन्य एफडी पर ब्याज की कमाई से 1 लाख रुपए अधिक ब्याज कमा सकता है. यही वजह है कि रिटायर होने वाले ज्यादातर लोग जो कि रेग्युलर मासिक इनकम चाहते हैं और इसके लिए बड़ी रकम निवेश में डालते हैं, वे पारंपरिक एफडी के मुकाबले कोऑपरेटिव बैंक के एफडी के प्रति ज्यादा आकर्षित होते हैं. कई कोऑपरेटिव बैंक्स हालांकि असफल भी हुए हैं. कोऑपरेटिव बैंकों के मुकाबले कर्मशल बैंक अधिक नियम-कानूनों से बंधे होते हैं और संभवत: उनमें कस्टमर्स के हित अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित होते हैं. कर्मशल बैंक के मुकाबले कोऑपरेटिव बैंकों की वित्तीय स्थिति उतनी आसानी से उपलब्ध नहीं होती है. डील फोर लोन्स (Deal4Loans) के संस्थापक ऋषि मेहरा कहते हैं- अतीत में कई कोऑपरेटिव बैंक धराशायी हो गए हैं, ऐसे में बस कुछ 1.5-2 फीसदी अधिक ब्याज दर के लिए जोखिम लेना सही नहीं है. उनके मुताबिक, कोऑपरेटिव बैंक जिस एरिया में ऑपरेट करते हैं, वहां के स्थानीय किसानों और लघु उद्यम करने वालों को लोन देते हैं, ऐसे में वे इसलिए भी असफलता संबंधी जोखिम अधिक होता है क्योंकि लोन एक ही सेक्टर में दिए जा रहे हैं.   टिप्पणियां हालांकि निवेशक की निवेश की गई रकम का 1 लाख रुपया डिपॉजिट इंश्योरेंस स्कीम के तहत कोऑपरेटिव बैंकों में भी बीमित होता है, ठीक वैसे ही जैसे कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के मामले में होता है. इसलिए विशेषज्ञ कहते हैं कि जितना भी पैसा निवेश करना है उसे विभिन्न बैंकों में करें, न कि एकसाथ किसी एक ही बैंक में करें. यदि आपको दो लाख रुपए निवेश करने हैं तो इसे दो कोऑपरेटिव बैंकों में डाल दें. इसके अलावा एक और बात है. कभी कभी बैंक के फेल होने की दिशा में सरकार पैसा निकालने की सीमा तय कर देती है. मेहरा के मुताबिक, ऐसे में सरकार उस कोऑपरेटिव बैंक को संभलने के लिए वक्त देना चाहती है लेकिन यही बात कस्मटर्म के लिए झंझट बन जाती है. इसका अर्थ यह हुआ कि यदि कोई व्यक्ति पांच साल के लिए 10 लाख रुपए की एफडी कोऑपरेटिव या म्यूनिसिपल कोपरेटिव बैंक में करता है तो वह अपेक्षाकृत बहुत अधिक यानी अन्य एफडी पर ब्याज की कमाई से 1 लाख रुपए अधिक ब्याज कमा सकता है. यही वजह है कि रिटायर होने वाले ज्यादातर लोग जो कि रेग्युलर मासिक इनकम चाहते हैं और इसके लिए बड़ी रकम निवेश में डालते हैं, वे पारंपरिक एफडी के मुकाबले कोऑपरेटिव बैंक के एफडी के प्रति ज्यादा आकर्षित होते हैं. कई कोऑपरेटिव बैंक्स हालांकि असफल भी हुए हैं. कोऑपरेटिव बैंकों के मुकाबले कर्मशल बैंक अधिक नियम-कानूनों से बंधे होते हैं और संभवत: उनमें कस्टमर्स के हित अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित होते हैं. कर्मशल बैंक के मुकाबले कोऑपरेटिव बैंकों की वित्तीय स्थिति उतनी आसानी से उपलब्ध नहीं होती है. डील फोर लोन्स (Deal4Loans) के संस्थापक ऋषि मेहरा कहते हैं- अतीत में कई कोऑपरेटिव बैंक धराशायी हो गए हैं, ऐसे में बस कुछ 1.5-2 फीसदी अधिक ब्याज दर के लिए जोखिम लेना सही नहीं है. उनके मुताबिक, कोऑपरेटिव बैंक जिस एरिया में ऑपरेट करते हैं, वहां के स्थानीय किसानों और लघु उद्यम करने वालों को लोन देते हैं, ऐसे में वे इसलिए भी असफलता संबंधी जोखिम अधिक होता है क्योंकि लोन एक ही सेक्टर में दिए जा रहे हैं.   टिप्पणियां हालांकि निवेशक की निवेश की गई रकम का 1 लाख रुपया डिपॉजिट इंश्योरेंस स्कीम के तहत कोऑपरेटिव बैंकों में भी बीमित होता है, ठीक वैसे ही जैसे कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के मामले में होता है. इसलिए विशेषज्ञ कहते हैं कि जितना भी पैसा निवेश करना है उसे विभिन्न बैंकों में करें, न कि एकसाथ किसी एक ही बैंक में करें. यदि आपको दो लाख रुपए निवेश करने हैं तो इसे दो कोऑपरेटिव बैंकों में डाल दें. इसके अलावा एक और बात है. कभी कभी बैंक के फेल होने की दिशा में सरकार पैसा निकालने की सीमा तय कर देती है. मेहरा के मुताबिक, ऐसे में सरकार उस कोऑपरेटिव बैंक को संभलने के लिए वक्त देना चाहती है लेकिन यही बात कस्मटर्म के लिए झंझट बन जाती है. कई कोऑपरेटिव बैंक्स हालांकि असफल भी हुए हैं. कोऑपरेटिव बैंकों के मुकाबले कर्मशल बैंक अधिक नियम-कानूनों से बंधे होते हैं और संभवत: उनमें कस्टमर्स के हित अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित होते हैं. कर्मशल बैंक के मुकाबले कोऑपरेटिव बैंकों की वित्तीय स्थिति उतनी आसानी से उपलब्ध नहीं होती है. डील फोर लोन्स (Deal4Loans) के संस्थापक ऋषि मेहरा कहते हैं- अतीत में कई कोऑपरेटिव बैंक धराशायी हो गए हैं, ऐसे में बस कुछ 1.5-2 फीसदी अधिक ब्याज दर के लिए जोखिम लेना सही नहीं है. उनके मुताबिक, कोऑपरेटिव बैंक जिस एरिया में ऑपरेट करते हैं, वहां के स्थानीय किसानों और लघु उद्यम करने वालों को लोन देते हैं, ऐसे में वे इसलिए भी असफलता संबंधी जोखिम अधिक होता है क्योंकि लोन एक ही सेक्टर में दिए जा रहे हैं.   टिप्पणियां हालांकि निवेशक की निवेश की गई रकम का 1 लाख रुपया डिपॉजिट इंश्योरेंस स्कीम के तहत कोऑपरेटिव बैंकों में भी बीमित होता है, ठीक वैसे ही जैसे कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के मामले में होता है. इसलिए विशेषज्ञ कहते हैं कि जितना भी पैसा निवेश करना है उसे विभिन्न बैंकों में करें, न कि एकसाथ किसी एक ही बैंक में करें. यदि आपको दो लाख रुपए निवेश करने हैं तो इसे दो कोऑपरेटिव बैंकों में डाल दें. इसके अलावा एक और बात है. कभी कभी बैंक के फेल होने की दिशा में सरकार पैसा निकालने की सीमा तय कर देती है. मेहरा के मुताबिक, ऐसे में सरकार उस कोऑपरेटिव बैंक को संभलने के लिए वक्त देना चाहती है लेकिन यही बात कस्मटर्म के लिए झंझट बन जाती है. हालांकि निवेशक की निवेश की गई रकम का 1 लाख रुपया डिपॉजिट इंश्योरेंस स्कीम के तहत कोऑपरेटिव बैंकों में भी बीमित होता है, ठीक वैसे ही जैसे कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के मामले में होता है. इसलिए विशेषज्ञ कहते हैं कि जितना भी पैसा निवेश करना है उसे विभिन्न बैंकों में करें, न कि एकसाथ किसी एक ही बैंक में करें. यदि आपको दो लाख रुपए निवेश करने हैं तो इसे दो कोऑपरेटिव बैंकों में डाल दें. इसके अलावा एक और बात है. कभी कभी बैंक के फेल होने की दिशा में सरकार पैसा निकालने की सीमा तय कर देती है. मेहरा के मुताबिक, ऐसे में सरकार उस कोऑपरेटिव बैंक को संभलने के लिए वक्त देना चाहती है लेकिन यही बात कस्मटर्म के लिए झंझट बन जाती है. इसके अलावा एक और बात है. कभी कभी बैंक के फेल होने की दिशा में सरकार पैसा निकालने की सीमा तय कर देती है. मेहरा के मुताबिक, ऐसे में सरकार उस कोऑपरेटिव बैंक को संभलने के लिए वक्त देना चाहती है लेकिन यही बात कस्मटर्म के लिए झंझट बन जाती है.
यह एक सारांश है: कोऑपरेटिव बैंकों में एफडी या कर्मशल बैंक में, निर्णय लेने से पहले यहपढ़ें ब्याज दरें कोऑपरेटिव बैंक में ज्यादा है लेकिन कुछ रिस्क हैं क्या आपको ब्याज दरों के चलते इसे ऑप्ट करना चाहिए, एक नजर लेख पर
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगे जमीन डील मामले के आरोपों की जांच की मांग वाली याचिका पर गुरुवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति उमानाथ सिंह और वीके दीक्षित की संयुक्त पीठ ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।टिप्पणियां इससे पहले बुधवार को मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से दायर किए गए हलफनामे में रॉबर्ट वाड्रा पर लगाए गए आरोपों को गलत व बेबुनियाद बताते हुए कहा गया कि मामले की जांच की जरूरत नहीं है। हलफनामे में पूरे मामले को दो पक्षों के बीच व्यक्तिगत व्यावसायिक मामला बताया गया। नूतन ठाकुर की याचिका को पीएमओ ने मात्र मीडिया की खबरों पर आधारित व पब्लिसिटी हासिल करने वाला कदम बताया। उल्लेखनीय है कि इंडिया एगेंस्ट करप्शन के नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा डीएलएफ समूह और रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगाए आरोपों के बाद नूतन ठाकुर ने लखनऊ खंडपीठ में याचिका दायर करके पूरे मामले की जांच कराने की मांग की थी। अदालत ने इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से हलफनामा मांगा था। सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति उमानाथ सिंह और वीके दीक्षित की संयुक्त पीठ ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।टिप्पणियां इससे पहले बुधवार को मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से दायर किए गए हलफनामे में रॉबर्ट वाड्रा पर लगाए गए आरोपों को गलत व बेबुनियाद बताते हुए कहा गया कि मामले की जांच की जरूरत नहीं है। हलफनामे में पूरे मामले को दो पक्षों के बीच व्यक्तिगत व्यावसायिक मामला बताया गया। नूतन ठाकुर की याचिका को पीएमओ ने मात्र मीडिया की खबरों पर आधारित व पब्लिसिटी हासिल करने वाला कदम बताया। उल्लेखनीय है कि इंडिया एगेंस्ट करप्शन के नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा डीएलएफ समूह और रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगाए आरोपों के बाद नूतन ठाकुर ने लखनऊ खंडपीठ में याचिका दायर करके पूरे मामले की जांच कराने की मांग की थी। अदालत ने इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से हलफनामा मांगा था। इससे पहले बुधवार को मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से दायर किए गए हलफनामे में रॉबर्ट वाड्रा पर लगाए गए आरोपों को गलत व बेबुनियाद बताते हुए कहा गया कि मामले की जांच की जरूरत नहीं है। हलफनामे में पूरे मामले को दो पक्षों के बीच व्यक्तिगत व्यावसायिक मामला बताया गया। नूतन ठाकुर की याचिका को पीएमओ ने मात्र मीडिया की खबरों पर आधारित व पब्लिसिटी हासिल करने वाला कदम बताया। उल्लेखनीय है कि इंडिया एगेंस्ट करप्शन के नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा डीएलएफ समूह और रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगाए आरोपों के बाद नूतन ठाकुर ने लखनऊ खंडपीठ में याचिका दायर करके पूरे मामले की जांच कराने की मांग की थी। अदालत ने इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से हलफनामा मांगा था। उल्लेखनीय है कि इंडिया एगेंस्ट करप्शन के नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा डीएलएफ समूह और रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगाए आरोपों के बाद नूतन ठाकुर ने लखनऊ खंडपीठ में याचिका दायर करके पूरे मामले की जांच कराने की मांग की थी। अदालत ने इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से हलफनामा मांगा था।
सारांश: इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगे जमीन डील मामले के आरोपों की जांच की मांग वाली याचिका पर गुरुवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।
33
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय-अमेरिकी और अमेरिका के पहले मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी अनीश पॉल चोपड़ा औपचारिक रूप से वर्जीनिया प्रांत के लेफ्टिनेंट गर्वनर पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं। जून में होने वाले चुनाव में उम्मीदवारी पाने के लिए न्यूनतम 10 हजार हस्ताक्षर चाहिए थे। चोपड़ा ने सोमवार को इससे दोगुनी संख्या में 20,630 हस्ताक्षर वाली याचिका सौंपी। कल अपनी हस्ताक्षर याचिका जमा करते हुए चोपड़ा ने कहा, ‘‘इसका श्रेय इस अभियान को चला रहे जमीनी स्तर से जुड़े तंत्र को जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जीत के रास्ते में उठाया गया यह सिर्फ एक कदम है लेकिन मैं हमारे प्रयासों को लेकर बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं। यह हमारे समर्पित और परिश्रमी समर्थकों एवं स्वंयसेवकों के बिना संभव नहीं था।’’टिप्पणियां चुनाव जीतने पर चोपड़ा वर्जीनिया में शीर्ष पद पर पहुंचने वाले पहले भारतीय अमेरिकी होंगे। वर्जीनिया में रहने वाला भारतीय अमेरिकी समुदाय चोपड़ा के समर्थन में आ गया है। चोपड़ा को वर्ष 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश का पहला मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी नियुक्त किया था। जून में होने वाले चुनाव में उम्मीदवारी पाने के लिए न्यूनतम 10 हजार हस्ताक्षर चाहिए थे। चोपड़ा ने सोमवार को इससे दोगुनी संख्या में 20,630 हस्ताक्षर वाली याचिका सौंपी। कल अपनी हस्ताक्षर याचिका जमा करते हुए चोपड़ा ने कहा, ‘‘इसका श्रेय इस अभियान को चला रहे जमीनी स्तर से जुड़े तंत्र को जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जीत के रास्ते में उठाया गया यह सिर्फ एक कदम है लेकिन मैं हमारे प्रयासों को लेकर बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं। यह हमारे समर्पित और परिश्रमी समर्थकों एवं स्वंयसेवकों के बिना संभव नहीं था।’’टिप्पणियां चुनाव जीतने पर चोपड़ा वर्जीनिया में शीर्ष पद पर पहुंचने वाले पहले भारतीय अमेरिकी होंगे। वर्जीनिया में रहने वाला भारतीय अमेरिकी समुदाय चोपड़ा के समर्थन में आ गया है। चोपड़ा को वर्ष 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश का पहला मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी नियुक्त किया था। कल अपनी हस्ताक्षर याचिका जमा करते हुए चोपड़ा ने कहा, ‘‘इसका श्रेय इस अभियान को चला रहे जमीनी स्तर से जुड़े तंत्र को जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जीत के रास्ते में उठाया गया यह सिर्फ एक कदम है लेकिन मैं हमारे प्रयासों को लेकर बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं। यह हमारे समर्पित और परिश्रमी समर्थकों एवं स्वंयसेवकों के बिना संभव नहीं था।’’टिप्पणियां चुनाव जीतने पर चोपड़ा वर्जीनिया में शीर्ष पद पर पहुंचने वाले पहले भारतीय अमेरिकी होंगे। वर्जीनिया में रहने वाला भारतीय अमेरिकी समुदाय चोपड़ा के समर्थन में आ गया है। चोपड़ा को वर्ष 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश का पहला मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी नियुक्त किया था। चुनाव जीतने पर चोपड़ा वर्जीनिया में शीर्ष पद पर पहुंचने वाले पहले भारतीय अमेरिकी होंगे। वर्जीनिया में रहने वाला भारतीय अमेरिकी समुदाय चोपड़ा के समर्थन में आ गया है। चोपड़ा को वर्ष 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश का पहला मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी नियुक्त किया था। वर्जीनिया में रहने वाला भारतीय अमेरिकी समुदाय चोपड़ा के समर्थन में आ गया है। चोपड़ा को वर्ष 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश का पहला मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी नियुक्त किया था।
यह एक सारांश है: भारतीय-अमेरिकी और अमेरिका के पहले मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी अनीश पॉल चोपड़ा औपचारिक रूप से वर्जीनिया प्रांत के लेफ्टिनेंट गर्वनर पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं।
9
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: राहुल गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस के कामकाज में व्यापक और टिकाऊ बदलाव लाने की योजनाओं का संकेत दिया ताकि पार्टी पूरी ताकत से लोकसभा सहित विभिन्न चुनावों में मुकाबले के लिए तैयार रहे। बतौर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की एआईसीसी सचिवों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनने के बाद टिप्पणी थी कि संगठन में कामकाज के बारे में कोई भी खुश नजर नहीं दिख रहा और हमें इसे सुधारना होगा। नेताओं ने राहुल का हवाला देते हुए बताया कि दो घंटे की बैठक में उन्होंने कहा कि सिस्टम के बारे में कोई खुश नजर नहीं दिख रहा, क्योंकि उनका मानना है कि कोई नियम कानून नहीं है और इसलिए अनिश्चितता है। हमें स्थिति को सुधारना होगा। एक पदाधिकारी का कहना था कि राहुल ने सुझाव दिया है कि वह व्यापक और टिकाऊ बदलाव के पक्ष में हैं। उनका कहना था कि फिलहाल प्राथमिकता कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों में तत्काल होने वाले चुनावों का सामना करना है और उसके बाद समग्र समस्याओं को दुरुस्त करना होगा। गांधी ने यह टिप्पणी तब की जब एक सचिव ने पार्टी में सिस्टम की कमी और बढ़ते असमंजस की बात करते हुए कहा कि किसी को नहीं पता कि दूसरा क्या कर रहा है। इसके अलावा सचिव ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच कोई समन्वय नहीं है क्योंकि सरकारी समितियों में नियुक्तियां करने से पहले पार्टी को विश्वास में नहीं लिया जाता।टिप्पणियां आज की बैठक में कई लोगों को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल सका लिहाजा राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर उनके साथ बैठक करेंगे। राहुल गांधी ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक आज भी हुई। जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी। बतौर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की एआईसीसी सचिवों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनने के बाद टिप्पणी थी कि संगठन में कामकाज के बारे में कोई भी खुश नजर नहीं दिख रहा और हमें इसे सुधारना होगा। नेताओं ने राहुल का हवाला देते हुए बताया कि दो घंटे की बैठक में उन्होंने कहा कि सिस्टम के बारे में कोई खुश नजर नहीं दिख रहा, क्योंकि उनका मानना है कि कोई नियम कानून नहीं है और इसलिए अनिश्चितता है। हमें स्थिति को सुधारना होगा। एक पदाधिकारी का कहना था कि राहुल ने सुझाव दिया है कि वह व्यापक और टिकाऊ बदलाव के पक्ष में हैं। उनका कहना था कि फिलहाल प्राथमिकता कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों में तत्काल होने वाले चुनावों का सामना करना है और उसके बाद समग्र समस्याओं को दुरुस्त करना होगा। गांधी ने यह टिप्पणी तब की जब एक सचिव ने पार्टी में सिस्टम की कमी और बढ़ते असमंजस की बात करते हुए कहा कि किसी को नहीं पता कि दूसरा क्या कर रहा है। इसके अलावा सचिव ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच कोई समन्वय नहीं है क्योंकि सरकारी समितियों में नियुक्तियां करने से पहले पार्टी को विश्वास में नहीं लिया जाता।टिप्पणियां आज की बैठक में कई लोगों को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल सका लिहाजा राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर उनके साथ बैठक करेंगे। राहुल गांधी ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक आज भी हुई। जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी। नेताओं ने राहुल का हवाला देते हुए बताया कि दो घंटे की बैठक में उन्होंने कहा कि सिस्टम के बारे में कोई खुश नजर नहीं दिख रहा, क्योंकि उनका मानना है कि कोई नियम कानून नहीं है और इसलिए अनिश्चितता है। हमें स्थिति को सुधारना होगा। एक पदाधिकारी का कहना था कि राहुल ने सुझाव दिया है कि वह व्यापक और टिकाऊ बदलाव के पक्ष में हैं। उनका कहना था कि फिलहाल प्राथमिकता कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों में तत्काल होने वाले चुनावों का सामना करना है और उसके बाद समग्र समस्याओं को दुरुस्त करना होगा। गांधी ने यह टिप्पणी तब की जब एक सचिव ने पार्टी में सिस्टम की कमी और बढ़ते असमंजस की बात करते हुए कहा कि किसी को नहीं पता कि दूसरा क्या कर रहा है। इसके अलावा सचिव ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच कोई समन्वय नहीं है क्योंकि सरकारी समितियों में नियुक्तियां करने से पहले पार्टी को विश्वास में नहीं लिया जाता।टिप्पणियां आज की बैठक में कई लोगों को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल सका लिहाजा राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर उनके साथ बैठक करेंगे। राहुल गांधी ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक आज भी हुई। जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी। एक पदाधिकारी का कहना था कि राहुल ने सुझाव दिया है कि वह व्यापक और टिकाऊ बदलाव के पक्ष में हैं। उनका कहना था कि फिलहाल प्राथमिकता कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों में तत्काल होने वाले चुनावों का सामना करना है और उसके बाद समग्र समस्याओं को दुरुस्त करना होगा। गांधी ने यह टिप्पणी तब की जब एक सचिव ने पार्टी में सिस्टम की कमी और बढ़ते असमंजस की बात करते हुए कहा कि किसी को नहीं पता कि दूसरा क्या कर रहा है। इसके अलावा सचिव ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच कोई समन्वय नहीं है क्योंकि सरकारी समितियों में नियुक्तियां करने से पहले पार्टी को विश्वास में नहीं लिया जाता।टिप्पणियां आज की बैठक में कई लोगों को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल सका लिहाजा राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर उनके साथ बैठक करेंगे। राहुल गांधी ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक आज भी हुई। जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी। गांधी ने यह टिप्पणी तब की जब एक सचिव ने पार्टी में सिस्टम की कमी और बढ़ते असमंजस की बात करते हुए कहा कि किसी को नहीं पता कि दूसरा क्या कर रहा है। इसके अलावा सचिव ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच कोई समन्वय नहीं है क्योंकि सरकारी समितियों में नियुक्तियां करने से पहले पार्टी को विश्वास में नहीं लिया जाता।टिप्पणियां आज की बैठक में कई लोगों को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल सका लिहाजा राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर उनके साथ बैठक करेंगे। राहुल गांधी ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक आज भी हुई। जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी। इसके अलावा सचिव ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच कोई समन्वय नहीं है क्योंकि सरकारी समितियों में नियुक्तियां करने से पहले पार्टी को विश्वास में नहीं लिया जाता।टिप्पणियां आज की बैठक में कई लोगों को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल सका लिहाजा राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर उनके साथ बैठक करेंगे। राहुल गांधी ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक आज भी हुई। जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी। आज की बैठक में कई लोगों को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिल सका लिहाजा राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर उनके साथ बैठक करेंगे। राहुल गांधी ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक आज भी हुई। जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी। राहुल गांधी ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बातचीत पूरी नहीं हो सकी इसलिए यह बैठक आज भी हुई। जयपुर के चिंतन शिविर में पार्टी के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों के साथ यह उनकी पहली औपचारिक बैठक थी।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को कांग्रेस के कामकाज में व्यापक और टिकाऊ बदलाव लाने की योजनाओं का संकेत दिया ताकि पार्टी पूरी ताकत से लोकसभा सहित विभिन्न चुनावों में मुकाबले के लिए तैयार रहे।
34
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति इंग्लैंड के साथ खेली जाने वाली पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला और एकमात्र ट्वेंटी-20 मुकाबले के लिए जब शनिवार को टीम का चयन करने के लिए बैठेगी तब उसके सामने कई प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस एक चुनौती की तरह मुंह बाए खड़ी होगी। भारतीय क्रिकेट, खासतौर पर शीर्ष स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों की मौजूदा फिटनेस रिपोर्ट ठीक नहीं है। जहीर खान जहां अब तक जांघ की मांसपेशी में खिंचाव की समस्या से अब तक नहीं उबर पाए हैं वहीं हरभजन सिंह और युवराज सिंह टेस्ट श्रृंखला से बाहर हो चुके हैं। इन दोनों के समय रहते फिट होने को लेकर संशय है। इसके अलावा आशीष नेहरा की भी फिटनेस रिपोर्ट पर चयनकर्ताओं की खास नजर होगी क्योंकि इस चोट के कारण वह विश्व कप फाइनल में नहीं खेल सके थे और फिर इंडियन प्रीमियर लीग में वह खेलते नहीं देखे गए थे। ऐसे में चयनकर्ता नेहरा की फिटनेस रिपोर्ट को जरूर देखना चाहेंगे। अगर युवराज का चयन एकदिवसीय टीम में नहीं होता है तो उनके स्थान पर यूसुफ पठान को मौका मिल सकता है। यूसुफ वेस्टइंडीज के साथ खेली गई पांच मैचों की श्रृंखला में सिर्फ 42 रन बना सके थे लेकिन इसके बावजूद उनकी छवि के आधार पर उनका चयन हो सकता है। इसके अलावा अंजिक्य रेहाने को मौका मिल सकता है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने घरेलू क्रिकेट में ढेरों रन बटोरे हैं और अब वह आस्ट्रेलिया में जारी इमर्जिग प्लेअर टूर्नामेंट में भी अपनी चमक बिखेर रहे हैं। हरभजन के फिट नहीं होने की स्थिति में अमित मिश्रा को मौका मिलना तय है। जहीर और नेहरा की फिटनेस रिपोर्ट ठीक नहीं रही तो प्रवीण कुमार और मुनाफ पटेल का टीम में चुना जाना तय है। इसके अलावा इशांत शर्मा, शांताकुमारन श्रीसंत और विनय कुमार में से दो गेंदबाज टीम में जगह बना सकते हैं। पार्थिव पटेल को सुरक्षित विकेटकीपर के तौर पर इंग्लैंड भेजा जा सकता है। इस श्रृंखला का एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच 31 अगस्त को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर खेला जाना है जबकि पहला एकदिवसीय मुकाबला तीन सितम्बर को चेस्टर ले स्ट्रीट के रीवरसाइड मैदान पर होगा। एकदिवसीय श्रृंखला 16 सितम्बर को समाप्त होगी। भारतीय टीम फिलहाल इंग्लैंड के साथ चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला में व्यस्त है। भारत लॉर्ड्स और ट्रेंट ब्रिज मैदानों पर खेले गए दो शुरुआती मुकाबले हार चुकी है। तीसरा टेस्ट 10 अगस्त से एजबेस्टन में खेला जाना है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: बीसीसीआई की चयन समिति जब शनिवार को टीम का चयन करने के लिए बैठेगी तब उसके सामने कई प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस एक चुनौती होगी।
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: विराट कोहली कह रहे हैं, 'मैं मोहाली में टेस्ट सीरीज खेल रहा था. सीरीज के बीच में ही अनुष्का मुझसे मिलने आई थी.' इंटरव्यू के अगले हिस्से में विराट कहते हैं, 'हमारी टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी. मैं उन दिनों मेलबर्न में अनुष्का के साथ ही था, तभी मुझे भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान घोषित कर दिया गया. यह मेरे जीवन का बेहद खास लम्हा था. हम दोनों ने जीवन के इस महत्वपूर्ण लम्हों को साथ बिताया था.'  टिप्पणियां विराट कोहली कह रहे हैं, 'मोहाली में भी, उन्होंने (BCCI) पहले ही मुझसे बात कर ली थी. मैंने तुरंत अनुष्का को फोन लगाकर पूरी बात बताई.' कोहली ने कहा, 'कप्तानी मिलने की खबर सुनकर मैं अपने क्रिकेट करियर के अतीत में चला गया था, मैं उन सारे पलों को याद करने लगा, जो मैंने अकेडमी से लेकर यहां तक तय किया था. उस वक्त मैं भावुक होकर रोने लगा था, क्योंकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं यह दिन देख पाऊंगा. कोहली ने कहा कि ज्यादा खूबसूरत यह था कि मैंने इसे अनुष्का के साथ शेयर किया. यह ऐसी चीज है, जिसे मैं हमेशा याद रखूंगा. मालूम हो 28 वर्षीय विराट कोहली और 29 साल की अनुष्का कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी साथ दिख चुके हैं. युवराज सिंह की शादी, हरभजन सिंह का रिसेप्शन, सचिन तेंदुलकर की बायोपिक फिल्म का प्रमोशन आदि कई मौकों पर विराट कोहली और अनुष्का शर्मा एक साथ शिरकत करते दिखे हैं. विराट कोहली कह रहे हैं, 'मोहाली में भी, उन्होंने (BCCI) पहले ही मुझसे बात कर ली थी. मैंने तुरंत अनुष्का को फोन लगाकर पूरी बात बताई.' कोहली ने कहा, 'कप्तानी मिलने की खबर सुनकर मैं अपने क्रिकेट करियर के अतीत में चला गया था, मैं उन सारे पलों को याद करने लगा, जो मैंने अकेडमी से लेकर यहां तक तय किया था. उस वक्त मैं भावुक होकर रोने लगा था, क्योंकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं यह दिन देख पाऊंगा. कोहली ने कहा कि ज्यादा खूबसूरत यह था कि मैंने इसे अनुष्का के साथ शेयर किया. यह ऐसी चीज है, जिसे मैं हमेशा याद रखूंगा. मालूम हो 28 वर्षीय विराट कोहली और 29 साल की अनुष्का कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी साथ दिख चुके हैं. युवराज सिंह की शादी, हरभजन सिंह का रिसेप्शन, सचिन तेंदुलकर की बायोपिक फिल्म का प्रमोशन आदि कई मौकों पर विराट कोहली और अनुष्का शर्मा एक साथ शिरकत करते दिखे हैं. मालूम हो 28 वर्षीय विराट कोहली और 29 साल की अनुष्का कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी साथ दिख चुके हैं. युवराज सिंह की शादी, हरभजन सिंह का रिसेप्शन, सचिन तेंदुलकर की बायोपिक फिल्म का प्रमोशन आदि कई मौकों पर विराट कोहली और अनुष्का शर्मा एक साथ शिरकत करते दिखे हैं.
यहाँ एक सारांश है:विराट कोहली पहली बार अनुष्का शर्मा के साथ रिेलेशनशिप पर बोले कहा, जब मैं टेस्ट कप्तान बना था तो मेलबर्न में वह मेरे साथ थी जब मैं वनडे कप्तान बना तो भी मैं अनुष्का के साथ ही था
18
['hin']
एक सारांश बनाओ: इससे पहले टीम इंडिया के अनुभवी तेज गेंदबाज आशीष नेहरा 36 वर्ष की 37 वर्ष की उम्र में भी आईपीएल-10 में अपनी टीम सनराइजर्स हैदराबाद के प्रमुख गेंदबाज हैं. उनका मानना है कि डेथ ओवरों में गेंदबाजी के लिये गेंदबाज को मानसिक रूप से मजबूत होना बेहद जरूरी है. आशीष नेहरा के अनुसार, डेथ ओवर्स में कई बार प्रारंभिक दो गेंदों पर ही आपको दो छक्‍के पड़ जाते हैं, लेकिन इसके बाद भी अगर आप मानसिक रूप से दृढ़ हैं तो वापसी कर सकते हैं.टिप्पणियां सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने वाले नेहरा ने कहा ,‘डेथ ओवरों को लेकर मेरी सीधी सोच है. सबसे पहले तो आपको मानसिक रूप से काफी दृढ़ होना होगा. कई बार मैंने देखा कि पहली गेंद पर छक्का पड़ जाता है और दूसरी पर भी.  इस स्थिति में आपके एक ओवर में 25-26 रन भी पड़ सकते हैं.’ उन्होंने कहा,‘यदि आप मानसिक रूप से मजबूत हैं तो पहली दो गेंद पर छक्के झेलने के बाद भी वापसी कर सकते हैं. इस स्थिति में भी आप विकेट ले सकते हैं या फिर 15 रन का ओवर फेंक सकते हैं. नेहरा के अनुसार,  ये 5-10 रन कई बार बड़ा फर्क पैदा कर देते हैं.’ वैसे, आशीष ने माना कि यॉर्कर फेंकना आसान नहीं है. उन्होंने कहा,‘हर किसी की मानसिकता अलग होती है. यॉर्कर शब्द मैंने टी20 क्रिकेट में सुना. हर कोई कहता है कि यॉर्कर फेंको. जिसने कभी गेंदबाजी नहीं की हो, उसे पता नहीं होता कि यॉर्कर फेंकने में क्या लगता है.’ सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने वाले नेहरा ने कहा ,‘डेथ ओवरों को लेकर मेरी सीधी सोच है. सबसे पहले तो आपको मानसिक रूप से काफी दृढ़ होना होगा. कई बार मैंने देखा कि पहली गेंद पर छक्का पड़ जाता है और दूसरी पर भी.  इस स्थिति में आपके एक ओवर में 25-26 रन भी पड़ सकते हैं.’ उन्होंने कहा,‘यदि आप मानसिक रूप से मजबूत हैं तो पहली दो गेंद पर छक्के झेलने के बाद भी वापसी कर सकते हैं. इस स्थिति में भी आप विकेट ले सकते हैं या फिर 15 रन का ओवर फेंक सकते हैं. नेहरा के अनुसार,  ये 5-10 रन कई बार बड़ा फर्क पैदा कर देते हैं.’ वैसे, आशीष ने माना कि यॉर्कर फेंकना आसान नहीं है. उन्होंने कहा,‘हर किसी की मानसिकता अलग होती है. यॉर्कर शब्द मैंने टी20 क्रिकेट में सुना. हर कोई कहता है कि यॉर्कर फेंको. जिसने कभी गेंदबाजी नहीं की हो, उसे पता नहीं होता कि यॉर्कर फेंकने में क्या लगता है.’ उन्होंने कहा,‘यदि आप मानसिक रूप से मजबूत हैं तो पहली दो गेंद पर छक्के झेलने के बाद भी वापसी कर सकते हैं. इस स्थिति में भी आप विकेट ले सकते हैं या फिर 15 रन का ओवर फेंक सकते हैं. नेहरा के अनुसार,  ये 5-10 रन कई बार बड़ा फर्क पैदा कर देते हैं.’ वैसे, आशीष ने माना कि यॉर्कर फेंकना आसान नहीं है. उन्होंने कहा,‘हर किसी की मानसिकता अलग होती है. यॉर्कर शब्द मैंने टी20 क्रिकेट में सुना. हर कोई कहता है कि यॉर्कर फेंको. जिसने कभी गेंदबाजी नहीं की हो, उसे पता नहीं होता कि यॉर्कर फेंकने में क्या लगता है.’
संक्षिप्त पाठ: पुणे के गेंदबाजों के लिए आईपीएल में 20वां ओवर साबित हो रहा बुरा मुंबई के खिलाफ पारी के अंतिम ओवर में अशोक डिंडा ने 30 रन लूटा दिए दिल्ली के खिलाफ पारी के अंतिम ओवर में बेन स्टोक्स ने 23 रन दिए
30
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ने सरकार को एयर इंडिया को राष्ट्रीय वाहक मानने का सुझाव देते हुए इस खस्ताहाल विमानन कंपनी की वित्तीय सेहत सुधारने के लिए पांच सूत्री सिफारिश की है। कैग ने कहा है, हमारा मानना है कि एयर इंडिया में अंर्तनिहित शक्तियां थीं, लेकिन आंतरिक और बाहरी कारकों से यह एक बहुत नाजुक स्थिति में पहुंच गई।' कैग ने कहा है कि नागर विमानन मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिलता जिससे यह सिद्ध हो सके कि उसने पिछले कुछ वर्षों में एयर इंडिया को सकारात्मक सहयोग किया हो। देश में नागर विमान क्षेत्र के कार्यनिष्पादन के बारे में प्रस्तुत कैग के प्रतिवेदन में पांच सूत्री सुझाव देते हुए कहा गया है, यदि एयरलाइंस को वाणिज्यिक व्यवहार्यता के लिए सुधारना है तो सरकार को निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना होगा।  - सरकार को कंपनी की आय सृजन क्षमता का वास्तविक आकलन करने के बाद एक छोटी अवधि में कंपनी पर ऋण देनदारियां खत्म करने के लिए एक रूपरेखा बनानी चाहिए। एयरलाइन पर मार्च 2010 के अंत में 38,423 करोड़ रुपए का कर्ज था। - कंपनी, उसके निदेशक मंडल, सरकार द्वारा नामित निदेशकों और नागर विमानन मंत्रालय पर स्पष्ट रूप से जवाबदेही तय करनी होगी। निजी एयरलाइनों के साथ किए गए समझौतों में इस राष्ट्रीय विमानन कंपनी के हितों का भी ध्यान जरूर रखा जाए। - विमान के रूटों का गहराई से आकलन हो ताकि गैर-लाभ वाले रूटों पर उड़ानों की संख्या की समीक्षा की जा सके। - नागर विमानन मंत्रालय एवं सरकार को यह एहसास करना चाहिए कि एयर इंडिया एक राष्ट्रीय विमानन कंपनी है। घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय रूटों पर इनकार का पहला अधिकार के संबंध में सभी निर्णय एयर इंडिया के हितों को ध्यान में रखकर जवाबदेही के साथ किये जाने चाहिए। - एयर इंडिया के प्रबंधन में दखलअंदाजी नहीं होनी चाहिए।
संक्षिप्त सारांश: कैग ने खस्ताहाल एयर इंडिया की वित्तीय सेहत सुधारने के लिए सरकार को पांच सूत्री सुझाव दिए हैं।
23
['hin']
एक सारांश बनाओ: ओलिंपिक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा पर अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) से निलंबित चल रही भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला की शुक्रवार को की गई टिप्पणी ने खेलजगत में खलबली मचा दी है। आईओसी के सख्त रुख और चारों तरफ से आईओए को आईओसी की शर्त स्वीकार कर लेने पर जोर दिए जाने के कारण झुंझलाए चौटाला शुक्रवार को चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में बिंद्रा पर तीखी और व्यक्तिगत टिप्पणी कर बैठे। चौटाला ने कहा, "अभिनव के पिता चेक बाउंस होने के मामले में पिछले एक महीने से जेल में हैं। अगर बिंद्रा को आरोपित लोगों से समस्या है तो उन्हें सबसे पहले अपने पिता को छोड़ देना चाहिए या अपने पिता के घर से फौरन निकल जाना चाहिए।" चौटाला की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब आईओसी ने आरोपित अधिकारियों को खेल संघों से दूर रखने के अपने निर्णय पर बरकरार रहते हुए आईओए को अपने संविधान में संबंधित संशोधन करने के लिए 31 अक्टूबर की समय-सीमा दे दी है। इसके अलावा आईओसी ने संशोधित संविधान के अंतर्गत आईओए को 15 दिसंबर तक नए चुनाव भी करा लेने के लिए कहा है, ताकि उसे ओलिंपिक में शामिल किया जा सके। चौटाला की इस टिप्पणी पर खेलजगत की कई हस्तियों ने तीखी आलोचना की है। दिग्गज टेनिस खिलाड़ी एवं कई ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके महेश भूपति ने अपने ट्विटर खाते में की गई टिप्पणी में कहा, "ट्विटर की शब्दसीमा में मैं वह सब नहीं कह सकता जो बिंद्रा और उनके परिवार पर आईओए के हमले पर कहना चाहता हूं.. लेकिन मैं बिंद्रा का पूरा समर्थन करता हूं।" भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा कि चौटाला के बाद इस तरह की टिप्पणी अब नहीं आनी चाहिए। रनिंदर ने कहा, "चौटाला को याद रखना चाहिए कि शीशे के घर में रहने वाले लोगों को दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।" चौटाला के पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बड़े भाई अजय चौटाला अध्यापक भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं। बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" आईओसी के सख्त रुख और चारों तरफ से आईओए को आईओसी की शर्त स्वीकार कर लेने पर जोर दिए जाने के कारण झुंझलाए चौटाला शुक्रवार को चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में बिंद्रा पर तीखी और व्यक्तिगत टिप्पणी कर बैठे। चौटाला ने कहा, "अभिनव के पिता चेक बाउंस होने के मामले में पिछले एक महीने से जेल में हैं। अगर बिंद्रा को आरोपित लोगों से समस्या है तो उन्हें सबसे पहले अपने पिता को छोड़ देना चाहिए या अपने पिता के घर से फौरन निकल जाना चाहिए।" चौटाला की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब आईओसी ने आरोपित अधिकारियों को खेल संघों से दूर रखने के अपने निर्णय पर बरकरार रहते हुए आईओए को अपने संविधान में संबंधित संशोधन करने के लिए 31 अक्टूबर की समय-सीमा दे दी है। इसके अलावा आईओसी ने संशोधित संविधान के अंतर्गत आईओए को 15 दिसंबर तक नए चुनाव भी करा लेने के लिए कहा है, ताकि उसे ओलिंपिक में शामिल किया जा सके। चौटाला की इस टिप्पणी पर खेलजगत की कई हस्तियों ने तीखी आलोचना की है। दिग्गज टेनिस खिलाड़ी एवं कई ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके महेश भूपति ने अपने ट्विटर खाते में की गई टिप्पणी में कहा, "ट्विटर की शब्दसीमा में मैं वह सब नहीं कह सकता जो बिंद्रा और उनके परिवार पर आईओए के हमले पर कहना चाहता हूं.. लेकिन मैं बिंद्रा का पूरा समर्थन करता हूं।" भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा कि चौटाला के बाद इस तरह की टिप्पणी अब नहीं आनी चाहिए। रनिंदर ने कहा, "चौटाला को याद रखना चाहिए कि शीशे के घर में रहने वाले लोगों को दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।" चौटाला के पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बड़े भाई अजय चौटाला अध्यापक भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं। बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" चौटाला ने कहा, "अभिनव के पिता चेक बाउंस होने के मामले में पिछले एक महीने से जेल में हैं। अगर बिंद्रा को आरोपित लोगों से समस्या है तो उन्हें सबसे पहले अपने पिता को छोड़ देना चाहिए या अपने पिता के घर से फौरन निकल जाना चाहिए।" चौटाला की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब आईओसी ने आरोपित अधिकारियों को खेल संघों से दूर रखने के अपने निर्णय पर बरकरार रहते हुए आईओए को अपने संविधान में संबंधित संशोधन करने के लिए 31 अक्टूबर की समय-सीमा दे दी है। इसके अलावा आईओसी ने संशोधित संविधान के अंतर्गत आईओए को 15 दिसंबर तक नए चुनाव भी करा लेने के लिए कहा है, ताकि उसे ओलिंपिक में शामिल किया जा सके। चौटाला की इस टिप्पणी पर खेलजगत की कई हस्तियों ने तीखी आलोचना की है। दिग्गज टेनिस खिलाड़ी एवं कई ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके महेश भूपति ने अपने ट्विटर खाते में की गई टिप्पणी में कहा, "ट्विटर की शब्दसीमा में मैं वह सब नहीं कह सकता जो बिंद्रा और उनके परिवार पर आईओए के हमले पर कहना चाहता हूं.. लेकिन मैं बिंद्रा का पूरा समर्थन करता हूं।" भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा कि चौटाला के बाद इस तरह की टिप्पणी अब नहीं आनी चाहिए। रनिंदर ने कहा, "चौटाला को याद रखना चाहिए कि शीशे के घर में रहने वाले लोगों को दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।" चौटाला के पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बड़े भाई अजय चौटाला अध्यापक भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं। बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" चौटाला की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब आईओसी ने आरोपित अधिकारियों को खेल संघों से दूर रखने के अपने निर्णय पर बरकरार रहते हुए आईओए को अपने संविधान में संबंधित संशोधन करने के लिए 31 अक्टूबर की समय-सीमा दे दी है। इसके अलावा आईओसी ने संशोधित संविधान के अंतर्गत आईओए को 15 दिसंबर तक नए चुनाव भी करा लेने के लिए कहा है, ताकि उसे ओलिंपिक में शामिल किया जा सके। चौटाला की इस टिप्पणी पर खेलजगत की कई हस्तियों ने तीखी आलोचना की है। दिग्गज टेनिस खिलाड़ी एवं कई ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके महेश भूपति ने अपने ट्विटर खाते में की गई टिप्पणी में कहा, "ट्विटर की शब्दसीमा में मैं वह सब नहीं कह सकता जो बिंद्रा और उनके परिवार पर आईओए के हमले पर कहना चाहता हूं.. लेकिन मैं बिंद्रा का पूरा समर्थन करता हूं।" भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा कि चौटाला के बाद इस तरह की टिप्पणी अब नहीं आनी चाहिए। रनिंदर ने कहा, "चौटाला को याद रखना चाहिए कि शीशे के घर में रहने वाले लोगों को दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।" चौटाला के पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बड़े भाई अजय चौटाला अध्यापक भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं। बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" दिग्गज टेनिस खिलाड़ी एवं कई ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके महेश भूपति ने अपने ट्विटर खाते में की गई टिप्पणी में कहा, "ट्विटर की शब्दसीमा में मैं वह सब नहीं कह सकता जो बिंद्रा और उनके परिवार पर आईओए के हमले पर कहना चाहता हूं.. लेकिन मैं बिंद्रा का पूरा समर्थन करता हूं।" भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा कि चौटाला के बाद इस तरह की टिप्पणी अब नहीं आनी चाहिए। रनिंदर ने कहा, "चौटाला को याद रखना चाहिए कि शीशे के घर में रहने वाले लोगों को दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।" चौटाला के पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बड़े भाई अजय चौटाला अध्यापक भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं। बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा कि चौटाला के बाद इस तरह की टिप्पणी अब नहीं आनी चाहिए। रनिंदर ने कहा, "चौटाला को याद रखना चाहिए कि शीशे के घर में रहने वाले लोगों को दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।" चौटाला के पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बड़े भाई अजय चौटाला अध्यापक भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं। बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" रनिंदर ने कहा, "चौटाला को याद रखना चाहिए कि शीशे के घर में रहने वाले लोगों को दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।" चौटाला के पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बड़े भाई अजय चौटाला अध्यापक भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं। बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" चौटाला के पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बड़े भाई अजय चौटाला अध्यापक भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं। बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" बिंद्रा ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, तथा भारतीय खेल जगत को साफ-सुथरा रखने वाले एक अभियान की अगुवाई कर रहे हैं।टिप्पणियां बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" बिंद्रा के साथ इस अभियान में ओलिंपिक में दो बार पदक जीत चुके पहलवान सुशील कुमार और भूपति भी हैं। भूपति और सुशील कुमार के साथ-साथ बिंद्रा ने भी आईओसी के समक्ष एक याचिका दायर कर भारतीय खेलों से भ्रष्टाचार को खत्म करने और भारत को फिर से ओलिंपिक में शामिल करने का अनुरोध किया है। बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।" बिंद्रा ने कहा, "हमारे निलंबन के पीछे नैतिकता मुख्य कारण रहा है। हम इसे सही नहीं करते तो हम ओलिंपिक में वापसी नहीं कर सकते। इसे समझना इतना मुश्किल क्यों है। लोगों को अपने व्यक्ति स्वार्थों को दूर रखना होगा। उन्हें अपने निजी हितों से इतर सोचना होगा। उन्हें भारतीय खेल के बड़े परिदृश्य के बारे में सोचना होगा।"
यह एक सारांश है: ओलिंपिक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा पर अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) से निलंबित चल रही भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला की शुक्रवार को की गई टिप्पणी ने खेलजगत में खलबली मचा दी है।
21
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में होने वाली शिवेसना प्रमुख उद्धव ठाकरे की रैली के चलते एक स्कूल की दीवार को तोड़ दिया गया है. इसके साथ ही स्कूल ने सोमवार को होने वाली परीक्षा को भी शुक्रवार तक के लिए टाल दिया.  बता दें, जिला परिषद विद्यालय ने शिवसेना की जिला इकाई द्वारा पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के लिए जनसभा का आयोजन करने के कारण सोमवार को रसायन शास्त्र की परीक्षा को शुक्रवार तक के लिए टाल दिया. इसके अलावा सूत्रों ने बताया कि ठाकरे की रैली के लिए स्कूल परिसर की दीवार को तोड़ दिया गया. यह रैली जेपी गर्ल्स हाई स्कूल के मैदान में हुई थी. वहीं जिला परिषद के सीईओ संजय कोल्टे ने अपने पत्र में कहा है कि आयोजकों को 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए लागू आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन करना चाहिए और किसी भी परिसर की दीवार या स्कूल भवन को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए. संपर्क करने पर जेपी हाई स्कूल (बालक) के प्रधान अध्यापक डी आर सरार ने स्वीकार किया कि परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाकर 18 अक्टूबर किया गया है.
यह एक सारांश है: जिला परिषद विद्यालय ने शिवेसना प्रमुख की रैली चलते स्थगित की परीक्षा स्थानीय पार्टी इकाई ने स्कूल की दीवार भी तोड़ दी स्कूल के प्रधान अध्यापक डी आर सरार ने स्वीकार की परीक्षा स्थगन की बात
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद में जारी गतिरोध पर दुख जताते हुए संसद एंव लोकतंत्र की गरिमा के लिए कार्यवाही चलने देने का अनुरोध किया, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। सोनिया बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना का लोकार्पण करने के बाद एक समारोह को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए हमें आज अपने-अपने राजनीतिक दलों के दायरे से बाहर जाकर सहयोग करना चाहिए। उन्होंने परोक्ष तौर पर बीजेपी की ओर संकेत करते हुए कहा कि दुख की बात है कि कुछ लोग हर मामले को लेकर राजनीति कर रहे हैं और संसद की कार्यवाही को रोकने में लगे हुए हैं। क्या इससे देश का भला होगा?टिप्पणियां कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि समस्याओं का समाधान संसद में चर्चा के माध्यम से ही निकाला जा सकता है। कुछ लोग चाहते हैं कि या तो उनकी मर्जी से हो या कुछ भी नहीं हो, यह लोकतंत्र में नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि ये लोग चर्चा से क्यों बचना चाह रहे हैं? संसद एंव लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए मुद्दों पर चर्चा हो। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद में चर्चा होगी, तो इससे कुछ न कुछ समाधान जरूर होगा। इस बात को आप, हम सभी को समझना चाहिए। मैं उन सभी लोगों से अनुरोध करना चाहती हूं कि संसद की कार्यवाही चलने दें, मुझे विश्वास है कि चर्चा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। सोनिया बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना का लोकार्पण करने के बाद एक समारोह को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए हमें आज अपने-अपने राजनीतिक दलों के दायरे से बाहर जाकर सहयोग करना चाहिए। उन्होंने परोक्ष तौर पर बीजेपी की ओर संकेत करते हुए कहा कि दुख की बात है कि कुछ लोग हर मामले को लेकर राजनीति कर रहे हैं और संसद की कार्यवाही को रोकने में लगे हुए हैं। क्या इससे देश का भला होगा?टिप्पणियां कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि समस्याओं का समाधान संसद में चर्चा के माध्यम से ही निकाला जा सकता है। कुछ लोग चाहते हैं कि या तो उनकी मर्जी से हो या कुछ भी नहीं हो, यह लोकतंत्र में नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि ये लोग चर्चा से क्यों बचना चाह रहे हैं? संसद एंव लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए मुद्दों पर चर्चा हो। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद में चर्चा होगी, तो इससे कुछ न कुछ समाधान जरूर होगा। इस बात को आप, हम सभी को समझना चाहिए। मैं उन सभी लोगों से अनुरोध करना चाहती हूं कि संसद की कार्यवाही चलने दें, मुझे विश्वास है कि चर्चा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने परोक्ष तौर पर बीजेपी की ओर संकेत करते हुए कहा कि दुख की बात है कि कुछ लोग हर मामले को लेकर राजनीति कर रहे हैं और संसद की कार्यवाही को रोकने में लगे हुए हैं। क्या इससे देश का भला होगा?टिप्पणियां कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि समस्याओं का समाधान संसद में चर्चा के माध्यम से ही निकाला जा सकता है। कुछ लोग चाहते हैं कि या तो उनकी मर्जी से हो या कुछ भी नहीं हो, यह लोकतंत्र में नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि ये लोग चर्चा से क्यों बचना चाह रहे हैं? संसद एंव लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए मुद्दों पर चर्चा हो। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद में चर्चा होगी, तो इससे कुछ न कुछ समाधान जरूर होगा। इस बात को आप, हम सभी को समझना चाहिए। मैं उन सभी लोगों से अनुरोध करना चाहती हूं कि संसद की कार्यवाही चलने दें, मुझे विश्वास है कि चर्चा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि समस्याओं का समाधान संसद में चर्चा के माध्यम से ही निकाला जा सकता है। कुछ लोग चाहते हैं कि या तो उनकी मर्जी से हो या कुछ भी नहीं हो, यह लोकतंत्र में नहीं चल सकता। उन्होंने कहा कि ये लोग चर्चा से क्यों बचना चाह रहे हैं? संसद एंव लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए मुद्दों पर चर्चा हो। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद में चर्चा होगी, तो इससे कुछ न कुछ समाधान जरूर होगा। इस बात को आप, हम सभी को समझना चाहिए। मैं उन सभी लोगों से अनुरोध करना चाहती हूं कि संसद की कार्यवाही चलने दें, मुझे विश्वास है कि चर्चा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद में चर्चा होगी, तो इससे कुछ न कुछ समाधान जरूर होगा। इस बात को आप, हम सभी को समझना चाहिए। मैं उन सभी लोगों से अनुरोध करना चाहती हूं कि संसद की कार्यवाही चलने दें, मुझे विश्वास है कि चर्चा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
सारांश: यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद में जारी गतिरोध पर दुख जताते हुए संसद एंव लोकतंत्र की गरिमा के लिए कार्यवाही चलने देने का अनुरोध किया, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
7
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को पार्टी के देश भर के प्रदेश पदाधिकारियों और सांसदों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीधा संवाद किया .शाह ने इस दौरान महात्मा गांधी के 150 वें (150th Birth anniversary of Mahtma Gandhi) जन्मदिन पर पार्टी के कार्यक्रमों की रूपरेखा को लेकर दी जानकारी. साथ ही उन्होंने इस मौके पर देश भर में आयोजित होने वाली गांधी संकल्प यात्रा और 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर ‘फिट इंडिया' और ‘सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त भारत' कार्यक्रम को अविस्मरणीय बनाने का आह्वान भी किया. बीजेपी ने इस मौके पर नारा दिया है- 'मन में बापू' बीजेपी कार्यालय से अपने संवाद में शाह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले से ‘फिट इंडिया' और ‘सिंगल यूज प्लास्टिक' से मुक्त भारत के निर्माण का आह्वान देशवासियों से किया था. पार्टी ने इस अभियान को सफल बनाने और बापू के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है. हमें इन कार्यक्रमों को सफल एवं अविस्मरणीय बनाना है .''  सूत्रों ने बताया कि शाह ने बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अलग से संबोधित किया, जहां उन्होंने आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की और अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने के लिये सरकार द्वारा उठाये गए कदमों का उल्लेख किया . इस दौरान शाह के साथ पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा एवं कुछ अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे . पार्टी के एक बयान के अनुसार, शाह ने कहा कि बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी देश भर में दो से 31 अक्टूबर तक ‘गांधी संकल्प यात्रा' का आयोजन कर रही है जिसके तहत समाज के सभी वर्गों तक जनसंपर्क, स्वच्छ भारत अभियान, जन-सभा, स्वदेशी हाट, प्रेस वार्ता और प्रभात फेरी जैसे कई कार्यक्रम होंगे.  गांधी संकल्प यात्रा के कार्यक्रमों में सभी 3229 सांसद, विधायक, एमएलसी, जिला अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय/प्रदेश पदाधिकारी शामिल होंगे. इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य स्वदेश, स्वराज, स्वावलंबी, खादी और सादगी के सिद्धांतों को बढ़ावा देना है . पार्टी सांसदों से 150 किलोमीटर की पदयात्रा निकालने को कहा गया है .  बीजेपी अध्यक्ष ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दो अक्टूबर को बापू की समाधि पर श्रद्धांजलि देकर गांधी संकल्प यात्रा की शुरुआत करेंगे. दो अक्टूबर को पार्टी पदाधिकारी और जन-प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में एक दौड़ का आयोजन करें और कम से कम दो किलोमीटर क्षेत्र को कवर करते हुए इसे प्लास्टिक मुक्त बनाएं . पार्टी कार्यकर्ताओं से कार्यक्रमों में शामिल होने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के हर जन-प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में 15 दिनों की पदयात्रा का कार्यक्रम करें और स्वच्छता, खादी, सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति और वृक्षारोपण आदि कार्यक्रमों के जरिये महात्मा गांधी के सिद्धांतों को गांव के जन-जन तक पहुंचाएं.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: 2 से 31 अक्टूबर तक चलेगी गांधी संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे सभी सांसद, विधायक और पार्टी कार्यकर्ता 15 दिनों तक पद यात्रा करने का जन प्रतिनिधियों को दिया निर्देश
19
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: आईआईएम काशीपुर (IIM Kashipur) ने 100 फीसदी प्लेसमेंट का रिकॉर्ड बनाया है. उत्तराखंड के काशीपुर जिले के भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) के कुछ स्टूडेंट्स को सर्वाधिक 28 लाख रुपये प्रतिवर्ष पैकेज पर प्लेसमेंट (IIM Placement) मिला है. आईआईएम काशीपुर स्टूडेंट्स को बीएफएसआई, एफएमसीजी, हेल्थकेयर, विज्ञापन, टेक्नोलॉजी, ई कॉमर्स और रिटेल आदि सेक्टर्स में प्लेसमेंट मिला हैं. स्टूडेंट्स को औसत 12.24 लाख रुपये सालाना का पैकेज मिला है. इसके अलावा टॉप 10 में आने वाले स्टूडेंट्स को औसत 24 लाख रुपये सालाना का पैकेज मिला है. इस बार देश की जानीमानी 72 कंपनियों ने कैंपस साक्षात्कार में भाग लिया. आईआईएम काशीपुर के डायरेक्टर ने कहा, ''IIM काशीपुर ने 2017-19 बैच के लिए 100% प्लेसमेंट हासिल किया है. हम उन सभी कंपनियों के आभारी है जिन्होंने हमारे संस्थान की उन्नति में साथ दिया है.'' बता दें कि इस साल पीजीपी (पोस्ट ग्रेजुएट प्रोगाम) के 196 छात्र-छात्राओं का प्लेसमेंट हुआ है. इसमें गोदरेज, आदित्य बिड़ला कैपिटल, एमएयू सॉफ्टवेयर, टाटा मोटर्स, डिलायट केपीएमजी समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं. बीएफएसआई क्षेत्र में आईसीआईसीआई बैंक, आरबीएल बैंक, टाटा कैपिटल, एचडीएफसी बैंक, मुथूट ग्रुप, यस बैंक, कैपिटल ट्रस्ट, स्वधार फाइनसर्व, आदित्य बिरला सन लाइफ इंश्योरेंस, आदि जैसी प्रसिद्ध फर्मों में स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट मिला है.
संक्षिप्त सारांश: आईआईएम काशीपुर ने 100 फीसदी प्लेसमेंट का रिकॉर्ड बनाया है. कुछ स्टूडेंट्स को सर्वाधिक 28 लाख रुपये प्रतिवर्ष का पैकेज मिला है. स्टूडेंट्स को औसत 12.24 लाख रुपये सालाना का पैकेज मिला है.
0
['hin']
एक सारांश बनाओ: महाराष्ट्र सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सभी 20 मंत्रियों ने शुक्रवार को अपना इस्तीफा पार्टी नेतृत्व को सौंप दिया। ये इस्तीफे सरकार और पार्टी दोनों स्तरों पर व्यापक फेरबदल की खबरों के बीच सौंपे गए हैं। जिन लोगों ने इस्तीफा दिया है, उनमें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, लोक निर्माण मंत्री छगन भुजबल, गृहमंत्री आरआर पाटिल और ग्रामीण विकास मंत्री जयंत पाटिल शामिल हैं।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि इस कदम को एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा पार्टी के नेताओं को हाल में दिए गए उस निर्देश के आलोक में देखा जा रहा है, जिसमें उनसे आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हो जाने के लिए कहा गया था। सूत्रों ने बताया कि एनसीपी मंत्रियों ने शुक्रवार शाम उपमुख्यमंत्री के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में पवार को इस्तीफा सौंपा। एनसीपी प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार में शामिल है। ऐसी खबरें हैं कि महाराष्ट्र एनसीपी प्रमुख मधुकर पिचाड़ और पार्टी नेता तथा विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वालसे पाटिल ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सूत्रों ने बताया कि तकरीबन एक सप्ताह में एनसीपी की प्रदेश इकाई के नए अध्यक्ष की घोषणा की जा सकती है। जिन लोगों ने इस्तीफा दिया है, उनमें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, लोक निर्माण मंत्री छगन भुजबल, गृहमंत्री आरआर पाटिल और ग्रामीण विकास मंत्री जयंत पाटिल शामिल हैं।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि इस कदम को एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा पार्टी के नेताओं को हाल में दिए गए उस निर्देश के आलोक में देखा जा रहा है, जिसमें उनसे आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हो जाने के लिए कहा गया था। सूत्रों ने बताया कि एनसीपी मंत्रियों ने शुक्रवार शाम उपमुख्यमंत्री के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में पवार को इस्तीफा सौंपा। एनसीपी प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार में शामिल है। ऐसी खबरें हैं कि महाराष्ट्र एनसीपी प्रमुख मधुकर पिचाड़ और पार्टी नेता तथा विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वालसे पाटिल ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सूत्रों ने बताया कि तकरीबन एक सप्ताह में एनसीपी की प्रदेश इकाई के नए अध्यक्ष की घोषणा की जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि इस कदम को एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा पार्टी के नेताओं को हाल में दिए गए उस निर्देश के आलोक में देखा जा रहा है, जिसमें उनसे आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हो जाने के लिए कहा गया था। सूत्रों ने बताया कि एनसीपी मंत्रियों ने शुक्रवार शाम उपमुख्यमंत्री के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में पवार को इस्तीफा सौंपा। एनसीपी प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार में शामिल है। ऐसी खबरें हैं कि महाराष्ट्र एनसीपी प्रमुख मधुकर पिचाड़ और पार्टी नेता तथा विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वालसे पाटिल ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सूत्रों ने बताया कि तकरीबन एक सप्ताह में एनसीपी की प्रदेश इकाई के नए अध्यक्ष की घोषणा की जा सकती है। एनसीपी प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार में शामिल है। ऐसी खबरें हैं कि महाराष्ट्र एनसीपी प्रमुख मधुकर पिचाड़ और पार्टी नेता तथा विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वालसे पाटिल ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है। सूत्रों ने बताया कि तकरीबन एक सप्ताह में एनसीपी की प्रदेश इकाई के नए अध्यक्ष की घोषणा की जा सकती है।
यहाँ एक सारांश है:महाराष्ट्र सरकार में शामिल एनसीपी के सभी 20 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा पार्टी नेतृत्व को सौंप दिया। ये इस्तीफे सरकार और पार्टी दोनों स्तरों पर व्यापक फेरबदल की खबरों के बीच सौंपे गए हैं।
15
['hin']
एक सारांश बनाओ: इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप का रोमांचक लीग मुकाबला टाई रहने के बाद तेज गेंदबाज जहीर खान ने स्वीकार किया कि भारत को गेंदबाजी में सुधार करना होगा लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले मैचों में प्रदर्शन बेहतर होगा। इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रास :158: और पाल कोलिंगवुड को 43वें ओवर की लगातार दो गेंदों पर आउट करके भारत को मैच में लौटाने वाले जहीर ने कहा, हमें लगा था कि 338 अच्छा स्कोर है और हम आसानी से जीत जायेंगे। हम जीत सकते थे लेकिन विकेट बाद में आसान हो गया और स्ट्रास ने बेहतरीन पारी खेलकर दबाव बनाया। उन्होंने कहा, यह बेहतरीन मैच था। हम जीतते तो बेहतर होता लेकिन टाई से भी मैं निराश नहीं हूं। अपने ओवर में मिले दो विकेटों को मैच का निर्णायक मोड़ बताते हुए उन्होंने कहा, पावरप्ले में मैच का रूख किसी भी ओर पलट सकता है। हमने पावरप्ले में अहम विकेट लिये और मैच में लौटे। भारतीय टीम के प्रदर्शन के बारे में जहीर ने कहा कि गेंदबाजी में सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा, बल्लेबाजों ने एक ईकाई के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है। गेंदबाजी में कुछ सुधार लाजमी है लेकिन मैं उसे लेकर चिंतित नहीं हूं। यह बड़ा टूर्नामेंट है और मैच दर मैच हम सुधार लायेंगे।
संक्षिप्त पाठ: जहीर खान ने स्वीकार किया कि भारत को गेंदबाजी में सुधार करना होगा लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले मैचों में प्रदर्शन बेहतर होगा।
30
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: इंडियन प्रीमियर लीग की तरह आईसीसी विश्व कप में चीयरलीडर्स नहीं दिखेंगी लेकिन फिरोजशाह कोटला में होने वाले मैचों में दर्शकों को इनकी कमी नहीं खलेगी और उन्हें ढोल की थाप पर थिरकने का पूरा मौका मिलेगा। भारतीय दर्शकों के लिए ढोल नई चीज नहीं है लेकिन इतना तय है कि अपने कैलिप्सो संगीत और उसकी धुन पर मस्ती करने के लिये मशहूर कैरेबियाई क्रिकेटर और दर्शक भी इसका पूरा लुत्फ उठाएंगे। वेस्टइंडीज को कोटला में दो मैच खेलने हैं और उसके ड्वेन ब्रावो सरीखे बेफिक्र अंदाज में जीने वाले खिलाड़ी इसका पूरा मजा लेना चाहेंगे। कोटला में होने वाले चारों मैच के लिये 16 ढोलवादकों को विशेष रूप से नियुक्त किया गया है। रिलायंस कंपनी ने इसके लिये फरीदाबाद के राणा ढोल मास्टर्स से 80 हजार रुपये में अनुबंध किया है। इसके ढोलवादकों को आज रिहर्सल भी करवायी गई। एक ढोलवादक राहुल ने बताया, हम विकेट गिरने तथा चौके और छक्के पर ढोल बजाएंगे। हमें पूरा विश्वास है कि विदेशी खिलाड़ी भी इसका पूरा मजा लेंगे।
सारांश: वेस्टइंडीज को कोटला में दो मैच खेलने हैं और उसके ड्वेन ब्रावो सरीखे बेफिक्र अंदाज में जीने वाले खिलाड़ी इसका पूरा मजा लेना चाहेंगे।
20
['hin']
एक सारांश बनाओ: राजस्थान पुलिस ने आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू को एक किशोरी के यौन उत्पीड़न मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को उनके इंदौर स्थित आश्रम में व्यक्तिगत रूप से नोटिस थमाया। आसाराम बापू के खिलाफ एक सप्ताह पूर्व एक 16 वर्षीया लड़की ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया है। जोधपुर के पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अजय लाल लांबा ने बताया कि पुलिस के एक दल ने आसाराम के समर्थकों से आठ घंटों तक जद्दोजहद करने के बाद व्यक्तिगत तौर पर उन्हें नोटिस दिया। अधिकारी ने कहा, "अनुयायियों ने कहा कि वे ध्यान में हैं इसलिए हमारी टीम ने आसाराम को व्यक्तिगत रूप से नोटिस थमाने से पहले आठ घंटे तक वहां इंतजार किया।" आसाराम के समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने बताया कि इस लड़की ने आसाराम के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दिल्ली में एक पुलिस थाने में 20 अगस्त को दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया है कि आसाराम ने राजस्थान के जोधपुर में स्थित आश्रम में उसके साथ दुष्कर्म किया था। दिल्ली पुलिस द्वारा भेजी गई शिकायत की प्रति मिलने के बाद जोधपुर पुलिस ने 21 अगस्त को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की। इंदौर के अलावा गुजरात के अहमदाबाद स्थित आश्रम में भी सोमवार को नोटिस दिया जा चुका है। आसाराम को बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण संबंधी कानून और भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। पुलिस की एक टीम ने जोधपुर के समीप स्थित आध्यात्मिक गुरु के आश्रम की भी जांच की और कुछ लोगों के बयान भी दर्ज कर इस बात की तस्दीक की कि लड़की और उसके माता-पिता कथित घटना के रोज 15 अगस्त को वहां आए थे या नहीं। अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" आसाराम बापू के खिलाफ एक सप्ताह पूर्व एक 16 वर्षीया लड़की ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया है। जोधपुर के पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अजय लाल लांबा ने बताया कि पुलिस के एक दल ने आसाराम के समर्थकों से आठ घंटों तक जद्दोजहद करने के बाद व्यक्तिगत तौर पर उन्हें नोटिस दिया। अधिकारी ने कहा, "अनुयायियों ने कहा कि वे ध्यान में हैं इसलिए हमारी टीम ने आसाराम को व्यक्तिगत रूप से नोटिस थमाने से पहले आठ घंटे तक वहां इंतजार किया।" आसाराम के समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने बताया कि इस लड़की ने आसाराम के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दिल्ली में एक पुलिस थाने में 20 अगस्त को दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया है कि आसाराम ने राजस्थान के जोधपुर में स्थित आश्रम में उसके साथ दुष्कर्म किया था। दिल्ली पुलिस द्वारा भेजी गई शिकायत की प्रति मिलने के बाद जोधपुर पुलिस ने 21 अगस्त को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की। इंदौर के अलावा गुजरात के अहमदाबाद स्थित आश्रम में भी सोमवार को नोटिस दिया जा चुका है। आसाराम को बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण संबंधी कानून और भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। पुलिस की एक टीम ने जोधपुर के समीप स्थित आध्यात्मिक गुरु के आश्रम की भी जांच की और कुछ लोगों के बयान भी दर्ज कर इस बात की तस्दीक की कि लड़की और उसके माता-पिता कथित घटना के रोज 15 अगस्त को वहां आए थे या नहीं। अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" जोधपुर के पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अजय लाल लांबा ने बताया कि पुलिस के एक दल ने आसाराम के समर्थकों से आठ घंटों तक जद्दोजहद करने के बाद व्यक्तिगत तौर पर उन्हें नोटिस दिया। अधिकारी ने कहा, "अनुयायियों ने कहा कि वे ध्यान में हैं इसलिए हमारी टीम ने आसाराम को व्यक्तिगत रूप से नोटिस थमाने से पहले आठ घंटे तक वहां इंतजार किया।" आसाराम के समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने बताया कि इस लड़की ने आसाराम के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दिल्ली में एक पुलिस थाने में 20 अगस्त को दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया है कि आसाराम ने राजस्थान के जोधपुर में स्थित आश्रम में उसके साथ दुष्कर्म किया था। दिल्ली पुलिस द्वारा भेजी गई शिकायत की प्रति मिलने के बाद जोधपुर पुलिस ने 21 अगस्त को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की। इंदौर के अलावा गुजरात के अहमदाबाद स्थित आश्रम में भी सोमवार को नोटिस दिया जा चुका है। आसाराम को बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण संबंधी कानून और भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। पुलिस की एक टीम ने जोधपुर के समीप स्थित आध्यात्मिक गुरु के आश्रम की भी जांच की और कुछ लोगों के बयान भी दर्ज कर इस बात की तस्दीक की कि लड़की और उसके माता-पिता कथित घटना के रोज 15 अगस्त को वहां आए थे या नहीं। अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" अधिकारी ने कहा, "अनुयायियों ने कहा कि वे ध्यान में हैं इसलिए हमारी टीम ने आसाराम को व्यक्तिगत रूप से नोटिस थमाने से पहले आठ घंटे तक वहां इंतजार किया।" आसाराम के समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने बताया कि इस लड़की ने आसाराम के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दिल्ली में एक पुलिस थाने में 20 अगस्त को दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया है कि आसाराम ने राजस्थान के जोधपुर में स्थित आश्रम में उसके साथ दुष्कर्म किया था। दिल्ली पुलिस द्वारा भेजी गई शिकायत की प्रति मिलने के बाद जोधपुर पुलिस ने 21 अगस्त को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की। इंदौर के अलावा गुजरात के अहमदाबाद स्थित आश्रम में भी सोमवार को नोटिस दिया जा चुका है। आसाराम को बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण संबंधी कानून और भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। पुलिस की एक टीम ने जोधपुर के समीप स्थित आध्यात्मिक गुरु के आश्रम की भी जांच की और कुछ लोगों के बयान भी दर्ज कर इस बात की तस्दीक की कि लड़की और उसके माता-पिता कथित घटना के रोज 15 अगस्त को वहां आए थे या नहीं। अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" पुलिस ने बताया कि इस लड़की ने आसाराम के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दिल्ली में एक पुलिस थाने में 20 अगस्त को दर्ज कराई थी। उसने आरोप लगाया है कि आसाराम ने राजस्थान के जोधपुर में स्थित आश्रम में उसके साथ दुष्कर्म किया था। दिल्ली पुलिस द्वारा भेजी गई शिकायत की प्रति मिलने के बाद जोधपुर पुलिस ने 21 अगस्त को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की। इंदौर के अलावा गुजरात के अहमदाबाद स्थित आश्रम में भी सोमवार को नोटिस दिया जा चुका है। आसाराम को बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण संबंधी कानून और भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। पुलिस की एक टीम ने जोधपुर के समीप स्थित आध्यात्मिक गुरु के आश्रम की भी जांच की और कुछ लोगों के बयान भी दर्ज कर इस बात की तस्दीक की कि लड़की और उसके माता-पिता कथित घटना के रोज 15 अगस्त को वहां आए थे या नहीं। अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" दिल्ली पुलिस द्वारा भेजी गई शिकायत की प्रति मिलने के बाद जोधपुर पुलिस ने 21 अगस्त को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की। इंदौर के अलावा गुजरात के अहमदाबाद स्थित आश्रम में भी सोमवार को नोटिस दिया जा चुका है। आसाराम को बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण संबंधी कानून और भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। पुलिस की एक टीम ने जोधपुर के समीप स्थित आध्यात्मिक गुरु के आश्रम की भी जांच की और कुछ लोगों के बयान भी दर्ज कर इस बात की तस्दीक की कि लड़की और उसके माता-पिता कथित घटना के रोज 15 अगस्त को वहां आए थे या नहीं। अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" आसाराम को बच्चों को यौन अपराधों से संरक्षण संबंधी कानून और भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी बनाया गया है। पुलिस की एक टीम ने जोधपुर के समीप स्थित आध्यात्मिक गुरु के आश्रम की भी जांच की और कुछ लोगों के बयान भी दर्ज कर इस बात की तस्दीक की कि लड़की और उसके माता-पिता कथित घटना के रोज 15 अगस्त को वहां आए थे या नहीं। अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" पुलिस की एक टीम ने जोधपुर के समीप स्थित आध्यात्मिक गुरु के आश्रम की भी जांच की और कुछ लोगों के बयान भी दर्ज कर इस बात की तस्दीक की कि लड़की और उसके माता-पिता कथित घटना के रोज 15 अगस्त को वहां आए थे या नहीं। अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" अधिकारी ने कहा, "प्रारंभिक जांच में यह उभरा है कि 15 अगस्त को लड़की और उसके माता-पिता व आसाराम बापू वहां मौजूद थे। आश्रम के लिए जिस भूमि का उपयोग किया गया है, उसके मालिक ने पुलिस को बताया कि लड़की और उसके माता-पिता मुलाकात के लिए आश्रम आए थे।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" एक निजी चानल पर प्रसारित साक्षात्कार के मुताबिक आसाराम ने कहा, "लड़की के माता-पिता बाहर बैठे थे। जब वह (पीड़िता) चिल्लाई होगी तो उन्होंने कैसे नहीं सुना होगा? माना जा रहा है कि मैंने करीब डेढ़ घंटे तक उसके मुंह को जकड़े रखा।" उन्होंने कहा कि घटना के बाद लड़की वहां से गई और वहां मौजूद अपनी सहेलियों से मिली और उसने किसी से भी कुछ नहीं कहा। आसाराम ने कहा, "उसने अपनी सहेलियों से कुछ नहीं कहा। मैं उसकी सहेलियों को पेश कर सकता हूं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" आसाराम ने लड़की से अकेले में मिलने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, "मैं लड़की से नहीं मिला। मैं हर किसी से मिलता हूं, लेकिन लड़की जो कह रही है वह पूरी तरह झूठ है।" उन्होंने कहा, "सच सामने आएगा और मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि पूर्व में मैं इससे भी खराब आरोपों का सामना कर चुका हूं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" आसाराम ने कहा, "मैं अग्रिम जमानत नहीं लूंगा, लेकिन यह सब मेरे अनुयायियों पर निर्भर करता है।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने, छेड़खानी के आरोपों से घिरे आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मंगलवार को मांग की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आसाराम के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संसद के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, "राजस्थान सरकार ऐसे लोगों को छुट्टा घूमने की इजाजत नहीं दे।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने कहा 'भागने' की जगह आसाराम को जांच में सहयोग के लिए जोधपुर पुलिस के समक्ष हाजिर होना चाहिए।टिप्पणियां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के गुरुदास दासगुप्ता ने कहा, "आप क्रूरता, अमानवीयता पर विश्वास कर सकते हैं। मैं खुद को शर्मिदा महसूस करता हूं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।" इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव ने कहा, "बहुत से अच्छे संत हैं, लेकिन वह एक व्यापारी और भू-माफिया हैं। वह गलत दवाएं बेचते हैं।"
संक्षिप्त सारांश: राजस्थान पुलिस ने आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू को एक किशोरी के यौन उत्पीड़न मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को उनके इंदौर स्थित आश्रम में व्यक्तिगत रूप से नोटिस थमाया।
8
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बीजेपी जल्द ही नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी सितंबर में इसका ऐलान करेगी। ऐलान चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की अधिसूचना से पहले होने की संभावना है। बीजेपी को उम्मीद है कि इस मसले पर वह अगस्त तक अपने अंदरूनी मतभेदों को सुलझा लेगी। इसी सिलसिले में गुरुवार को दिल्ली में आरएसएस और बीजेपी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक होने जा रही है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए नरेंद्र मोदी भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। बैठक में बीजेपी की ओर से नरेंद्र मोदी के अलावा राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, रामलाल और नितिन गडकरी हिस्सा लेंगे।टिप्पणियां आरएसएस की ओर से भैयाजी जोशी, दत्तात्रेय होसबोले और सुरेश सोनी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक आरएसएस और बीजेपी मोदी को केंद्र की सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले ही अपना उम्मीदवार घोषित कर देना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी को इस ऐलाना से फायदा होता दिख रहा है। इसी उम्मीद में पार्टी इतना बड़ा दांव खेलने को तैयार हो गई है। बीजेपी को उम्मीद है कि इस मसले पर वह अगस्त तक अपने अंदरूनी मतभेदों को सुलझा लेगी। इसी सिलसिले में गुरुवार को दिल्ली में आरएसएस और बीजेपी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक होने जा रही है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए नरेंद्र मोदी भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। बैठक में बीजेपी की ओर से नरेंद्र मोदी के अलावा राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, रामलाल और नितिन गडकरी हिस्सा लेंगे।टिप्पणियां आरएसएस की ओर से भैयाजी जोशी, दत्तात्रेय होसबोले और सुरेश सोनी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक आरएसएस और बीजेपी मोदी को केंद्र की सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले ही अपना उम्मीदवार घोषित कर देना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी को इस ऐलाना से फायदा होता दिख रहा है। इसी उम्मीद में पार्टी इतना बड़ा दांव खेलने को तैयार हो गई है। बैठक में हिस्सा लेने के लिए नरेंद्र मोदी भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। बैठक में बीजेपी की ओर से नरेंद्र मोदी के अलावा राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, रामलाल और नितिन गडकरी हिस्सा लेंगे।टिप्पणियां आरएसएस की ओर से भैयाजी जोशी, दत्तात्रेय होसबोले और सुरेश सोनी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक आरएसएस और बीजेपी मोदी को केंद्र की सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले ही अपना उम्मीदवार घोषित कर देना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी को इस ऐलाना से फायदा होता दिख रहा है। इसी उम्मीद में पार्टी इतना बड़ा दांव खेलने को तैयार हो गई है। आरएसएस की ओर से भैयाजी जोशी, दत्तात्रेय होसबोले और सुरेश सोनी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक आरएसएस और बीजेपी मोदी को केंद्र की सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले ही अपना उम्मीदवार घोषित कर देना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी को इस ऐलाना से फायदा होता दिख रहा है। इसी उम्मीद में पार्टी इतना बड़ा दांव खेलने को तैयार हो गई है। बताया जा रहा है कि पार्टी को इस ऐलाना से फायदा होता दिख रहा है। इसी उम्मीद में पार्टी इतना बड़ा दांव खेलने को तैयार हो गई है।
यहाँ एक सारांश है:बीजेपी जल्द ही नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी सितंबर में इसका ऐलान करेगी। ऐलान चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की अधिसूचना से पहले होने की संभावना है।
17
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) ने आईआईटी (IIT) में एमटेक पाठ्यक्रम (M.Tech Course) का शुल्क बढ़ाने का निर्णय फिलहाल टाल दिया है. मंत्रालय (HRD Ministry) ने सितंबर में आईआईटी परिषद के शुल्क वृद्धि के फैसले को लागू करने की घोषणा की थी. इस मुद्दे पर अगली बैठक में फिर से चर्चा की जाएगी. यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब हाल ही में जेएनयू (JNU) के छात्रों ने शुल्क वृद्धि के खिलाफ व्यापक स्तर पर प्रदर्शन (JNU Protest) किया. हालांकि, एचआरडी मंत्रालय के अधिकारियों ने इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की कि इसे क्यों टाला गया. परिषद की अगली बैठक की तारीख अभी तय नहीं की गई है.  आपको बता दें कि JNU में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ सोमवार को आंदोलनरत छात्र एक बार फिर सड़कों पर उतरे नजर आए, छात्र राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात के इरादे से छात्र राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ रहे थे. पुलिस ने सरोजनी नगर इलाके के पास छात्रों को रोकने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही देर में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया. छात्रों की मांग है कि उन्हें राष्ट्रपति से मिलने दिया जाए.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: आईआईटी में एमटेक की फीस बढ़ाए जाने का फैसला टला. मंत्रालय ने सितंबर में शुल्क वृद्धि के फैसले को लागू करने की घोषणा की थी. इस मुद्दे पर अगली बैठक में फिर से चर्चा की जाएगी.
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: व्हाइट हाउस द्वारा युद्धग्रस्त देश सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए अपना पक्ष मजबूत किए जाने के प्रयासों के बीच अमेरिकी सीनेट की खुफिया समिति ने कथित रूप से सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद प्रशासन द्वारा किए गए रासायनिक हमलों के 13 वीडियो जारी किए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को सीरिया के खिलाफ ‘सीमित’ सैन्य हमलों का अधिकार देने संबंधी प्रस्ताव पर सीनेट में बहस और मतदान से कुछ ही दिन पहले रासायनिक हमलों संबंधी ये वीडियो जारी किए गए हैं जिनमें ग्राफिक चित्र हैं। इन वीडियो को पहले गुरुवार को सीनेट की खुफिया समिति के सदस्यों को दिखाया गया और उसके सीएनएन को लीक किया गया। कई मीडिया संगठनों का कहना है कि ऐसा सीरिया पर हमले के संबंध में जनमत बनाने के प्रयासों के तहत किया गया है। ओबामा प्रशासन ने राष्ट्रपति असद के बलों पर 21 अगस्त को दमिश्क के उपनगरों में जहरीली गैस के हमले में 1429 लोगों की हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि सीरियाई सरकार ने इस आरोप का खंडन किया है। कुछ हालिया ताजा जनमत संग्रहों में यह सामने आया है कि किसी नए हमले को लेकर अमेरिकियों में उत्साह कम है। खुफिया समिति ने एक बयान में कहा है कि यूएस ओपन सोर्स सेंटर ने हमले के दिन के ये 13 वीडियो संकलित किए हैं। समिति ने कहा है कि ये सभी वीडियो सीरियाई विपक्ष के समर्थकों द्वारा यूट्यूब पर डाले गए हैं। इस बीच, ओबामा प्रशासन सीरिया पर हमले के लिए अपनी योजनाओं पर समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने में लगा है। अमेरिकी सीनेट में इस संबंध में प्रस्ताव पर इस सप्ताह के शुरुआत में मतदान होने की संभावना है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को सीरिया के खिलाफ ‘सीमित’ सैन्य हमलों का अधिकार देने संबंधी प्रस्ताव पर सीनेट में बहस और मतदान से कुछ ही दिन पहले रासायनिक हमलों संबंधी ये वीडियो जारी किए गए हैं जिनमें ग्राफिक चित्र हैं। इन वीडियो को पहले गुरुवार को सीनेट की खुफिया समिति के सदस्यों को दिखाया गया और उसके सीएनएन को लीक किया गया। कई मीडिया संगठनों का कहना है कि ऐसा सीरिया पर हमले के संबंध में जनमत बनाने के प्रयासों के तहत किया गया है। ओबामा प्रशासन ने राष्ट्रपति असद के बलों पर 21 अगस्त को दमिश्क के उपनगरों में जहरीली गैस के हमले में 1429 लोगों की हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि सीरियाई सरकार ने इस आरोप का खंडन किया है। कुछ हालिया ताजा जनमत संग्रहों में यह सामने आया है कि किसी नए हमले को लेकर अमेरिकियों में उत्साह कम है। खुफिया समिति ने एक बयान में कहा है कि यूएस ओपन सोर्स सेंटर ने हमले के दिन के ये 13 वीडियो संकलित किए हैं। समिति ने कहा है कि ये सभी वीडियो सीरियाई विपक्ष के समर्थकों द्वारा यूट्यूब पर डाले गए हैं। इस बीच, ओबामा प्रशासन सीरिया पर हमले के लिए अपनी योजनाओं पर समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने में लगा है। अमेरिकी सीनेट में इस संबंध में प्रस्ताव पर इस सप्ताह के शुरुआत में मतदान होने की संभावना है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। इन वीडियो को पहले गुरुवार को सीनेट की खुफिया समिति के सदस्यों को दिखाया गया और उसके सीएनएन को लीक किया गया। कई मीडिया संगठनों का कहना है कि ऐसा सीरिया पर हमले के संबंध में जनमत बनाने के प्रयासों के तहत किया गया है। ओबामा प्रशासन ने राष्ट्रपति असद के बलों पर 21 अगस्त को दमिश्क के उपनगरों में जहरीली गैस के हमले में 1429 लोगों की हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि सीरियाई सरकार ने इस आरोप का खंडन किया है। कुछ हालिया ताजा जनमत संग्रहों में यह सामने आया है कि किसी नए हमले को लेकर अमेरिकियों में उत्साह कम है। खुफिया समिति ने एक बयान में कहा है कि यूएस ओपन सोर्स सेंटर ने हमले के दिन के ये 13 वीडियो संकलित किए हैं। समिति ने कहा है कि ये सभी वीडियो सीरियाई विपक्ष के समर्थकों द्वारा यूट्यूब पर डाले गए हैं। इस बीच, ओबामा प्रशासन सीरिया पर हमले के लिए अपनी योजनाओं पर समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने में लगा है। अमेरिकी सीनेट में इस संबंध में प्रस्ताव पर इस सप्ताह के शुरुआत में मतदान होने की संभावना है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। ओबामा प्रशासन ने राष्ट्रपति असद के बलों पर 21 अगस्त को दमिश्क के उपनगरों में जहरीली गैस के हमले में 1429 लोगों की हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि सीरियाई सरकार ने इस आरोप का खंडन किया है। कुछ हालिया ताजा जनमत संग्रहों में यह सामने आया है कि किसी नए हमले को लेकर अमेरिकियों में उत्साह कम है। खुफिया समिति ने एक बयान में कहा है कि यूएस ओपन सोर्स सेंटर ने हमले के दिन के ये 13 वीडियो संकलित किए हैं। समिति ने कहा है कि ये सभी वीडियो सीरियाई विपक्ष के समर्थकों द्वारा यूट्यूब पर डाले गए हैं। इस बीच, ओबामा प्रशासन सीरिया पर हमले के लिए अपनी योजनाओं पर समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने में लगा है। अमेरिकी सीनेट में इस संबंध में प्रस्ताव पर इस सप्ताह के शुरुआत में मतदान होने की संभावना है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। कुछ हालिया ताजा जनमत संग्रहों में यह सामने आया है कि किसी नए हमले को लेकर अमेरिकियों में उत्साह कम है। खुफिया समिति ने एक बयान में कहा है कि यूएस ओपन सोर्स सेंटर ने हमले के दिन के ये 13 वीडियो संकलित किए हैं। समिति ने कहा है कि ये सभी वीडियो सीरियाई विपक्ष के समर्थकों द्वारा यूट्यूब पर डाले गए हैं। इस बीच, ओबामा प्रशासन सीरिया पर हमले के लिए अपनी योजनाओं पर समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने में लगा है। अमेरिकी सीनेट में इस संबंध में प्रस्ताव पर इस सप्ताह के शुरुआत में मतदान होने की संभावना है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। खुफिया समिति ने एक बयान में कहा है कि यूएस ओपन सोर्स सेंटर ने हमले के दिन के ये 13 वीडियो संकलित किए हैं। समिति ने कहा है कि ये सभी वीडियो सीरियाई विपक्ष के समर्थकों द्वारा यूट्यूब पर डाले गए हैं। इस बीच, ओबामा प्रशासन सीरिया पर हमले के लिए अपनी योजनाओं पर समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने में लगा है। अमेरिकी सीनेट में इस संबंध में प्रस्ताव पर इस सप्ताह के शुरुआत में मतदान होने की संभावना है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। समिति ने कहा है कि ये सभी वीडियो सीरियाई विपक्ष के समर्थकों द्वारा यूट्यूब पर डाले गए हैं। इस बीच, ओबामा प्रशासन सीरिया पर हमले के लिए अपनी योजनाओं पर समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने में लगा है। अमेरिकी सीनेट में इस संबंध में प्रस्ताव पर इस सप्ताह के शुरुआत में मतदान होने की संभावना है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। इस बीच, ओबामा प्रशासन सीरिया पर हमले के लिए अपनी योजनाओं पर समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के भीतर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन जुटाने में लगा है। अमेरिकी सीनेट में इस संबंध में प्रस्ताव पर इस सप्ताह के शुरुआत में मतदान होने की संभावना है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। विदेश मंत्री जॉन कैरी प्रस्ताव पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के प्रयासों के तहत यूरोप के दौरे पर हैं।टिप्पणियां बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। बताया जाता है कि ओबामा कल खुद कांग्रेस के सदस्यों को फोन कर करके अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने को लेकर असद सरकार को जवाबदेह ठहराए जाने की जरूरत पर जोर देते रहे। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है। पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और पूर्व रक्षामंत्री राबर्ट एम गेट्स ने सीरिया पर ओबामा की योजनाओं का समर्थन किया है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: व्हाइट हाउस द्वारा युद्धग्रस्त देश सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के लिए अपना पक्ष मजबूत किए जाने के प्रयासों के बीच अमेरिकी सीनेट की खुफिया समिति ने कथित रूप से सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद प्रशासन द्वारा किए गए रासायनिक हमलों के 13 वीडियो जारी किए है
25
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मध्य प्रदेश सरकार ने विश्व कप के सेमीफाइनल मैच के दौरान बिजली कटौती न करने का निर्णय लेते हुए एक हजार मेगावाट बिजली की अतिरिक्त खरीदारी की है। इतना ही नहीं सरकारी दफ्तरों में आधे दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है। विश्वकप का सेमीफाइनल मैच बुधवार को मोहाली में भारत व पाकिस्तान के बीच खेला जाने वाला है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हर कोई इस मैच को देखना चाहता है। उनके इस मैच के रोमांच में बिजली बाधक न बने इसलिए दोपहर 2 बजे से रात 11 बजे तक प्रदेश में बिजली की कटौती नहीं होगी। इतना ही नहीं बिजली निर्बाध रूप से मिले इसके लिए राज्य सरकार ने एक हजार मेगावाट बिजली खरीदी है। उन्होंने आगे बताया कि सरकारी कर्मचारी व अधिकारी भी इस मैच का आंनद लें तथा भारत को जीतते हुए देखें इसके लिए सरकार ने आधे दिन का अवकाश घोषित किया है, इस अवधि में कोषागारों में काम जारी रहेगा। गौरतलब है कि विधानसभा की कार्यवाही भी भोजनावकाश के बाद नहीं चलेगी।
संक्षिप्त पाठ: मध्य प्रदेश सरकार ने विश्व कप के सेमीफाइनल मैच के दौरान बिजली कटौती न करने का निर्णय लेते हुए एक हजार मेगावाट बिजली की अतिरिक्त खरीदारी की है।
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: यूपी सरकार लोगों के जान-माल व उनके इज्जत-आबरू की सुरक्षा में विफल रही है और साथ ही हर प्रकार की अराजकता को भी बढ़ावा दे रही है लेकिन लोगों का ध्यान बांटने के लिए नया कानून आदि बनाकर अब निजी विश्वविद्यालयों पर शिकंजा कसने का प्रयास जारी है जो पुलिस राज को ही यहां और बढ़ावा देगा। एक नए अध्यादेश में यह प्रावधान किया गया है कि उत्तर प्रदेश के सभी निजी विश्वविद्यालयों को अब सरकार को एक शपथपत्र देना होगा, जिसमें कहना होगा कि उनके परिसरों का इस्तेमाल किसी भी देश विरोधी गतिविधि के लिए नहीं किया जाएगा. नए अध्यादेश का मसौदा, जो एक अंब्रेला एक्ट के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा, मंगलवार को योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया था. गुजरात में जातिवादी अत्याचार व हत्या लगातार जारी है जिस कारण सुरक्षा की माँग के बावजूद द्वेष के कारण बोताड़ जिले में कल दलित उपसरपंच मनजी सोलंकी की निर्मम हत्या कर दी गई। खासकर बीजेपी शासित राज्यों में इस प्रकार के जघन्य अपराधों का लगातार जारी रहना अति-दुःखद, निन्दनीय व शर्मनाक। मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'गुजरात में जातिवादी अत्याचार व हत्या लगातार जारी है. सुरक्षा की मांग के बावजूद द्वेष के कारण बोताड़ जिले में दलित उपसरपंच मनजी सोलंकी की निर्मम हत्या कर दी गई. खासकर भाजपा शासित राज्यों में इस प्रकार के जघन्य अपराधों का लगातार जारी रहना अति दुखद, निन्दनीय व शर्मनाक है.' महाराष्ट्र की करोड़ों ग्रामीण जनता भूख, प्यास व सूखा आदि से तड़प रही है लेकिन वहाँ की बीजेपी सरकार अपनी लापरवाही व विफलताओं के कारण 4.72 लाख करोड़ के कर्ज में डूबी हुई है और जनसमस्याओं से निपटने में काफी लाचार नजर आ रही है। अब जनता को सोचना है कि ऐसी सरकारें उनके किस काम की है? उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'महाराष्ट्र की करोड़ों ग्रामीण जनता भूख, प्यास व सूखा से तड़प रही है, लेकिन वहां की भाजपा सरकार अपनी लापरवाही व विफलताओं के कारण 4.72 लाख करोड़ के कर्ज में डूबी हुई है और जनसमस्याओं से निपटने में लाचार नजर आ रही है. अब जनता को सोचना है कि ऐसी सरकारें उनके किस काम की हैं?'
बसपा प्रमुख मायावती का यूपी की योगी सरकार पर हमला निजी विश्वविद्यालयों के लिए लाए गए कानून पर साधा निशाना कहा- इससे पुलिस राज को ही यहां और बढ़ावा मिलेगा
1
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार वृद्धि के कारण देश में आने वाले महीने में पेट्रोल के दाम बढ़ सकते हैं। सरकारी तेल कंपनियां विधानसभा चुनावों के दौरान पेट्रोल के दाम की समीक्षा न होने के चलते हुए नुकसान की भरपाई की भी छूट चाहती हैं। सबसे बड़ी खुदरा पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कापरेरेशन के चेयरमैन आरएस बुटोला ने कहा ‘अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल के दाम तेजी से बढ़े हैं। पेट्रोल का दाम 109 से बढकर 128 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गया है। दाम यदि इसी तेजी से बढ़ते रहे तो कंपनी को पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं।’ कंपनी को पेट्रोल की बिक्री पर नुकसान बढ कर 443 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। एक दिसंबर 2011 के बाद से पेट्रोल के दाम में बदलाव नहीं किया गया। उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों की वजह से कंपनियों ने पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ाये।टिप्पणियां विधानसभा चुनावों के बाद पेट्रोल के दाम बढ़ाने के बारे में पूछे गये सवाल पर बुटोला ने कहा ‘ऐसी स्थिति को चुनाव विशेष से नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के परिपेक्ष में देखा जाना चाहिये। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव, ग्रीस का आर्थिक संकट से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम लगातार उच्चस्तर पर बने हुए हैं। दाम यदि आगे भी बढ़ते रहते हैं तो हमें भी पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं।’ उन्होंने कहा ‘हम पहली दिसंबर के बाद से पेट्रोल के दाम नहीं बढा सके हैं। इसलिये हमने सरकार से इस दौरान हुए नुकसान की नकद भरपाई किये जाने का आग्रह किया है।’ हालांकि, इंडियन आयल के प्रमुख ने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ाने अथवा घटाने के बारे में तेल कंपनियों को किसी तरह के कोई निर्देश नहीं दिये थे। सरकारी तेल कंपनियां विधानसभा चुनावों के दौरान पेट्रोल के दाम की समीक्षा न होने के चलते हुए नुकसान की भरपाई की भी छूट चाहती हैं। सबसे बड़ी खुदरा पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कापरेरेशन के चेयरमैन आरएस बुटोला ने कहा ‘अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल के दाम तेजी से बढ़े हैं। पेट्रोल का दाम 109 से बढकर 128 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गया है। दाम यदि इसी तेजी से बढ़ते रहे तो कंपनी को पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं।’ कंपनी को पेट्रोल की बिक्री पर नुकसान बढ कर 443 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। एक दिसंबर 2011 के बाद से पेट्रोल के दाम में बदलाव नहीं किया गया। उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों की वजह से कंपनियों ने पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ाये।टिप्पणियां विधानसभा चुनावों के बाद पेट्रोल के दाम बढ़ाने के बारे में पूछे गये सवाल पर बुटोला ने कहा ‘ऐसी स्थिति को चुनाव विशेष से नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के परिपेक्ष में देखा जाना चाहिये। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव, ग्रीस का आर्थिक संकट से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम लगातार उच्चस्तर पर बने हुए हैं। दाम यदि आगे भी बढ़ते रहते हैं तो हमें भी पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं।’ उन्होंने कहा ‘हम पहली दिसंबर के बाद से पेट्रोल के दाम नहीं बढा सके हैं। इसलिये हमने सरकार से इस दौरान हुए नुकसान की नकद भरपाई किये जाने का आग्रह किया है।’ हालांकि, इंडियन आयल के प्रमुख ने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ाने अथवा घटाने के बारे में तेल कंपनियों को किसी तरह के कोई निर्देश नहीं दिये थे। कंपनी को पेट्रोल की बिक्री पर नुकसान बढ कर 443 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। एक दिसंबर 2011 के बाद से पेट्रोल के दाम में बदलाव नहीं किया गया। उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों की वजह से कंपनियों ने पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ाये।टिप्पणियां विधानसभा चुनावों के बाद पेट्रोल के दाम बढ़ाने के बारे में पूछे गये सवाल पर बुटोला ने कहा ‘ऐसी स्थिति को चुनाव विशेष से नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के परिपेक्ष में देखा जाना चाहिये। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव, ग्रीस का आर्थिक संकट से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम लगातार उच्चस्तर पर बने हुए हैं। दाम यदि आगे भी बढ़ते रहते हैं तो हमें भी पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं।’ उन्होंने कहा ‘हम पहली दिसंबर के बाद से पेट्रोल के दाम नहीं बढा सके हैं। इसलिये हमने सरकार से इस दौरान हुए नुकसान की नकद भरपाई किये जाने का आग्रह किया है।’ हालांकि, इंडियन आयल के प्रमुख ने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ाने अथवा घटाने के बारे में तेल कंपनियों को किसी तरह के कोई निर्देश नहीं दिये थे। विधानसभा चुनावों के बाद पेट्रोल के दाम बढ़ाने के बारे में पूछे गये सवाल पर बुटोला ने कहा ‘ऐसी स्थिति को चुनाव विशेष से नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के परिपेक्ष में देखा जाना चाहिये। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव, ग्रीस का आर्थिक संकट से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम लगातार उच्चस्तर पर बने हुए हैं। दाम यदि आगे भी बढ़ते रहते हैं तो हमें भी पेट्रोल के दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं।’ उन्होंने कहा ‘हम पहली दिसंबर के बाद से पेट्रोल के दाम नहीं बढा सके हैं। इसलिये हमने सरकार से इस दौरान हुए नुकसान की नकद भरपाई किये जाने का आग्रह किया है।’ हालांकि, इंडियन आयल के प्रमुख ने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ाने अथवा घटाने के बारे में तेल कंपनियों को किसी तरह के कोई निर्देश नहीं दिये थे। उन्होंने कहा ‘हम पहली दिसंबर के बाद से पेट्रोल के दाम नहीं बढा सके हैं। इसलिये हमने सरकार से इस दौरान हुए नुकसान की नकद भरपाई किये जाने का आग्रह किया है।’ हालांकि, इंडियन आयल के प्रमुख ने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ाने अथवा घटाने के बारे में तेल कंपनियों को किसी तरह के कोई निर्देश नहीं दिये थे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार वृद्धि के कारण देश में आने वाले महीने में पेट्रोल के दाम बढ़ सकते हैं।
6
['hin']
एक सारांश बनाओ: महिंदर पाल सिंह पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में चुने जाने वाले पहले क्रिकेटर बन गए हैं. उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा आयोजित तेज गेंदबाजों के शिविर में चुना गया है.टिप्पणियां 21 वर्षीय महिंदर को पीसीबी द्वारा नवंबर में आयोजित ‘एमर्जिंग प्लेयर’ शिविर में चुना गया. वह लाहौर के बाहर ननकाना साहिब में रहते हैं और पाकिस्तान के आदिवासी क्षेत्र से हैं. उन्होंने कहा, ‘शिविर के लिये चुना जाना मेरे लिये गर्व की बात है.’ पंजाब यूनिवर्सिटी में फार्मेसी के छात्र पाल ने कहा, ‘देश में अन्य तेज गेंदबाजों की युवा प्रतिभा के साथ ट्रेनिंग का अनुभव शानदार था और हमने काफी कुछ सीखा. लेकिन अब मेरा लक्ष्य प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना है. मुझे क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है. ’ (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 21 वर्षीय महिंदर को पीसीबी द्वारा नवंबर में आयोजित ‘एमर्जिंग प्लेयर’ शिविर में चुना गया. वह लाहौर के बाहर ननकाना साहिब में रहते हैं और पाकिस्तान के आदिवासी क्षेत्र से हैं. उन्होंने कहा, ‘शिविर के लिये चुना जाना मेरे लिये गर्व की बात है.’ पंजाब यूनिवर्सिटी में फार्मेसी के छात्र पाल ने कहा, ‘देश में अन्य तेज गेंदबाजों की युवा प्रतिभा के साथ ट्रेनिंग का अनुभव शानदार था और हमने काफी कुछ सीखा. लेकिन अब मेरा लक्ष्य प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना है. मुझे क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है. ’ (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सारांश: पीसीबी द्वारा आयोजित तेज गेंदबाजों के शिविर में चुना गया लाहौर के बाहर ननकाना साहिब में रहते हैं महिंदर पाल सिंह पाकिस्‍तान के युवा गेंदबाजों के साथ ट्रेनिंग को शानदार बताया
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लोकसभा चुनाव से पहले होली पर्व पर कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पीएम मोदी और बीजेपी पर बरसे. उन्होंने गुरुवार को कहा कि नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई वाली एनडीए सरकार (NDA Government) विफल रही है क्योंकि अर्थव्यवस्था से जुड़े सभी आंकड़े सरकार के खिलाफ जा रहे हैं. उन्होंने बीजेपी (BJP) से अपील की कि कृपया माहौल बिगाड़ें नहीं, कृपा करके सद्भाव और प्रेम से राजनीति करें और फिर कामयाब कौन होता है यह जनता पर छोड़ दें. होली पर अपने निवास पर आयोजित कार्यक्रम में गहलोत ने कहा, “मुद्दा होना चाहिए बेरोजगारी का, मुद्दा होना चाहिए किसानों की दुर्दशा का, मुद्दा होना चाहिए महंगाई कम करने का, मुद्दा होना चाहिए आर्थिक स्थिति मजबूत करने का...लेकिन जो आज आंकड़े आ रहे हैं वह तमाम आंकड़े केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आ रहे हैं. चाहे आर्थिक रूप से हो या सामाजिक रूप से हो, बेरोजगारी के हों. पांच साल में यह सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है.'     मुख्यमंत्री ने कहा, “30 साल बाद केंद्र में मोदी को स्पष्ट बहुमत मिला था. वह उसके घमंड में रह गए. उन्हें समझना चाहिए कि स्पष्ट बहुमत आया पर वोट उन्हें 100 में से 31 ही मिले. 2014 के चुनाव में 69 वोट मोदी के खिलाफ पड़े थे. हां इसमें कोई दो राय नहीं है कि वह शानदार वोटों से जीते थे.'     गहलोत ने कहा कि “होली के मौके पर भाजपा के साथियों से भी मैं अपील करना चाहूंगा कि कृपया माहौल बिगाड़ें नहीं, कृपा करके सद्भाव और प्रेम से राजनीति करें और फिर कामयाब कौन होता है जनता पर छोड़ दें. यही मेरा संदेश है.” कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “देश में मुद्दा आधारित राजनीति होनी चाहिए. आपने क्या वादे किए थे कितने निभा पाए आगे क्या वादे कर रहे हैं जनता को बताया जाएं. क्या उपलब्धियां हैं वो बताई जाएं. इस आधार पर चुनाव में जनता फैसला करे.'    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा संसद में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को गले लगाए जाने की घटना का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा, “अगर मोदी समझ जाते कि यह राहुल गांधी मेरे पास आए हैं नौजवान हैं, मेरे गले मिल रहे हैं तो मैं समझता हूं कि उस दिन के बाद में देश की राजनीति टर्न ले सकती थी, उस दिन के बाद में देश में भाईचारा, प्रेम, सद्भाव का माहौल बन सकता था वह अवसर मोदी ने गंवा दिया.” (इनपुट भाषा से)
संक्षिप्त सारांश: होली पर्व पर सीएम अशोक गहलोत ने मोदी सरकार को बनाया निशाना कहा- बेरोजगारी, किसानों की दुर्दशा, महंगाई कम करने का मुद्दा होना चाहिए आर्थिक, सामाजिक मुद्दों पर पांच साल में यह सरकार पूरी तरह विफल साबित
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ अपने संबंधों को सामान्य करने के लिए ‘अभूतपूर्व प्रयास’ कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने विश्व समुदाय से फिलस्तीन की स्थिति और कश्मीर मुद्दे जैसी चुनौतियों से निपटने का आह्वान किया।टिप्पणियां जरदारी ने पाकिस्तान की मेजबानी में हो रहे विकासशील आठ शिखर बैठक में अपने संबोधन में कहा, हमारे लोग देश के भीतर और हमारे पड़ोसियों के साथ शांति चाहते हैं। हमारी सरकार भारत के साथ संबंध सामान्य बनाने के लिए अभूतपूर्व प्रयास कर रही है। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को विश्व के समक्ष आ रही कठिन चुनौतियों का समाधान तलाशना होगा। उन्होंने कहा, कश्मीर के लोग लगातार अवैध कब्जे को झेल रहे हैं। दशकों से वे लोग आत्मनिर्णय के अधिकार का इंतजार कर रहे हैं। जरदारी ने कहा, फिलस्तीन के लोग लगातार इस्राइली आक्रमण का सामना कर रहे हैं। हम गाजा में हुए हालिया हमलों की निंदा करते हैं, जिसमें मासूमों की जानें गई हैं। उन्होने कहा, हमें इन मुद्दों का समाधान निकालना होगा। जरदारी ने अफगानिस्तान में युद्ध और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर जारी तनाव तथा धार्मिक मुद्दों पर भी अपने विचार रखे। जरदारी ने पाकिस्तान की मेजबानी में हो रहे विकासशील आठ शिखर बैठक में अपने संबोधन में कहा, हमारे लोग देश के भीतर और हमारे पड़ोसियों के साथ शांति चाहते हैं। हमारी सरकार भारत के साथ संबंध सामान्य बनाने के लिए अभूतपूर्व प्रयास कर रही है। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को विश्व के समक्ष आ रही कठिन चुनौतियों का समाधान तलाशना होगा। उन्होंने कहा, कश्मीर के लोग लगातार अवैध कब्जे को झेल रहे हैं। दशकों से वे लोग आत्मनिर्णय के अधिकार का इंतजार कर रहे हैं। जरदारी ने कहा, फिलस्तीन के लोग लगातार इस्राइली आक्रमण का सामना कर रहे हैं। हम गाजा में हुए हालिया हमलों की निंदा करते हैं, जिसमें मासूमों की जानें गई हैं। उन्होने कहा, हमें इन मुद्दों का समाधान निकालना होगा। जरदारी ने अफगानिस्तान में युद्ध और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर जारी तनाव तथा धार्मिक मुद्दों पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, कश्मीर के लोग लगातार अवैध कब्जे को झेल रहे हैं। दशकों से वे लोग आत्मनिर्णय के अधिकार का इंतजार कर रहे हैं। जरदारी ने कहा, फिलस्तीन के लोग लगातार इस्राइली आक्रमण का सामना कर रहे हैं। हम गाजा में हुए हालिया हमलों की निंदा करते हैं, जिसमें मासूमों की जानें गई हैं। उन्होने कहा, हमें इन मुद्दों का समाधान निकालना होगा। जरदारी ने अफगानिस्तान में युद्ध और ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर जारी तनाव तथा धार्मिक मुद्दों पर भी अपने विचार रखे।
सारांश: राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ अपने संबंधों को सामान्य करने के लिए ‘अभूतपूर्व प्रयास’ कर रहा है।
33
['hin']
एक सारांश बनाओ: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा है कि भारत दौरे पर अच्छा प्रदर्शन कर पाने से पहले वह खुद कई बार विफल रहे थे और वहां (भारत में) मौजूदा दौरे पर गए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर अगली बार बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।टिप्पणियां रिकी पोंटिंग के अनुसार, भारत दौरा हमेशा कठिन होता है। उन्होंने कहा, चार में से पहले तीन दौरों पर मैं भी वहां रन नहीं बना सका था, लेकिन उसके बाद मैंने स्पिन गेंदबाजी को खेलना सीखा और खुद को हालात के अनुकूल ढाला। उन्होंने 'द ऑस्ट्रेलियन' से बातचीत में कहा, अगली बार ये खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। वैसे हम उम्मीद करते हैं कि हमारी टीम चौथा टेस्ट जीतकर लौटेगी। उल्लेखनीय है कि पोंटिंग ने भारत में अपना पहला अर्द्धशतक अपने दूसरे दौरे में, और पहला शतक पांचवें दौरे में लगाया था। रिकी पोंटिंग ने टीम के कोच मिकी आर्थर और कप्तान माइकल क्लार्क का भी बचाव किया। उन्होंने कहा, जीत नहीं मिलने पर आप हमेशा दबाव के घेरे में आ जाते हैं, हालांकि जीतने पर शाबासी भी मिलती है। मिकी ने कई विजयी टीमों को कोचिंग दी है और हर बार हर टीम नहीं जीत सकती, लेकिन उन्हें (मिकी आर्थर को) पता है कि वापसी कैसे करनी है। माइकल क्लार्क भी 90 टेस्ट खेल चुका है और उसने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। रिकी पोंटिंग के अनुसार, भारत दौरा हमेशा कठिन होता है। उन्होंने कहा, चार में से पहले तीन दौरों पर मैं भी वहां रन नहीं बना सका था, लेकिन उसके बाद मैंने स्पिन गेंदबाजी को खेलना सीखा और खुद को हालात के अनुकूल ढाला। उन्होंने 'द ऑस्ट्रेलियन' से बातचीत में कहा, अगली बार ये खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। वैसे हम उम्मीद करते हैं कि हमारी टीम चौथा टेस्ट जीतकर लौटेगी। उल्लेखनीय है कि पोंटिंग ने भारत में अपना पहला अर्द्धशतक अपने दूसरे दौरे में, और पहला शतक पांचवें दौरे में लगाया था। रिकी पोंटिंग ने टीम के कोच मिकी आर्थर और कप्तान माइकल क्लार्क का भी बचाव किया। उन्होंने कहा, जीत नहीं मिलने पर आप हमेशा दबाव के घेरे में आ जाते हैं, हालांकि जीतने पर शाबासी भी मिलती है। मिकी ने कई विजयी टीमों को कोचिंग दी है और हर बार हर टीम नहीं जीत सकती, लेकिन उन्हें (मिकी आर्थर को) पता है कि वापसी कैसे करनी है। माइकल क्लार्क भी 90 टेस्ट खेल चुका है और उसने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। रिकी पोंटिंग ने टीम के कोच मिकी आर्थर और कप्तान माइकल क्लार्क का भी बचाव किया। उन्होंने कहा, जीत नहीं मिलने पर आप हमेशा दबाव के घेरे में आ जाते हैं, हालांकि जीतने पर शाबासी भी मिलती है। मिकी ने कई विजयी टीमों को कोचिंग दी है और हर बार हर टीम नहीं जीत सकती, लेकिन उन्हें (मिकी आर्थर को) पता है कि वापसी कैसे करनी है। माइकल क्लार्क भी 90 टेस्ट खेल चुका है और उसने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा है कि भारत दौरे पर अच्छा प्रदर्शन कर पाने से पहले वह खुद कई बार विफल रहे थे और वहां मौजूदा दौरे पर गए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर अगली बार बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण के अंतर्गत पंजाब क्रिकेट संघ स्टेडियम में बुधवार को खेले गए लीग मैच में मुम्बई इंडियंस टीम ने किंग्स इलेवन पंजाब को चार विकेट से हरा दिया। किंग्स इलेवन द्वारा जीत के लिए रखे गए 169 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुम्बई ने 19.5 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रोहित शर्मा ने सबसे अधिक 50 रन बनाए जबकि अम्बाती रायडू ने 17 गेंदों पर नाबाद 34 और रोबिन पीटरसन ने सात गेंदों पर नाबाद 16 रन बनाए। मुम्बई ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सतर्क शुरुआत की और उसके सलामी बल्लेबाजों जेम्स फ्रेंकलिन और सचिन तेंदुलकर ने 7.5 ओवरों में पहले विकेट के लिए 52 रन जोड़े। फ्रेंकलिन को 22 रन के निजी योग पर अजहर महमूद ने नितिन सैनी के हाथों कैच कराया। मुम्बई का दूसरा विकेट तेंदुलकर के रूप में गिरा। तेंदुलकर को 34 रन के निजी योग पर महमूद ने अपना दूसरा शिकार बनाया। महमूद की गेंद पर तेंदुलकर को सैनी ने कैच किया। दिनेश कार्तिक और हरफनमौला किरोन पोलार्ड कुछ खास नहीं कर सके और दोनों तीन-तीन रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कार्तिक को पीयूष चावला की गेंद पर महमूद ने जबकि पोलार्ड को परविंदर अवाना की गेंद पर मनदीप सिंह ने कैच किया। शानदार लय में दिख रहे रोहित शर्मा ने अपनी अर्द्धशतकीय पारी के दौरान 30 गेंदों पर तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए। उन्हें अवाना की गेंद पर महमूद ने कैच किया। कप्तान हरभजन सिह खाता खोले बगैर अवाना के तीसरे शिकार हुए। किंग्स इलेवन की ओर से अवाना ने तीन जबकि महमूद ने दो और चावला ने एक विकेट झटका।टिप्पणियां इससे पहले, किंग्स इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में कार्यवाहक कप्तान डेविड हसी के 40 गेंदों पर चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से बनाए गए नाबाद 68 और डेविड मिलर के 17 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 34 रनों की बदौलत तीन विकेट पर 168 रन बनाए। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका। किंग्स इलेवन द्वारा जीत के लिए रखे गए 169 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुम्बई ने 19.5 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रोहित शर्मा ने सबसे अधिक 50 रन बनाए जबकि अम्बाती रायडू ने 17 गेंदों पर नाबाद 34 और रोबिन पीटरसन ने सात गेंदों पर नाबाद 16 रन बनाए। मुम्बई ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सतर्क शुरुआत की और उसके सलामी बल्लेबाजों जेम्स फ्रेंकलिन और सचिन तेंदुलकर ने 7.5 ओवरों में पहले विकेट के लिए 52 रन जोड़े। फ्रेंकलिन को 22 रन के निजी योग पर अजहर महमूद ने नितिन सैनी के हाथों कैच कराया। मुम्बई का दूसरा विकेट तेंदुलकर के रूप में गिरा। तेंदुलकर को 34 रन के निजी योग पर महमूद ने अपना दूसरा शिकार बनाया। महमूद की गेंद पर तेंदुलकर को सैनी ने कैच किया। दिनेश कार्तिक और हरफनमौला किरोन पोलार्ड कुछ खास नहीं कर सके और दोनों तीन-तीन रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कार्तिक को पीयूष चावला की गेंद पर महमूद ने जबकि पोलार्ड को परविंदर अवाना की गेंद पर मनदीप सिंह ने कैच किया। शानदार लय में दिख रहे रोहित शर्मा ने अपनी अर्द्धशतकीय पारी के दौरान 30 गेंदों पर तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए। उन्हें अवाना की गेंद पर महमूद ने कैच किया। कप्तान हरभजन सिह खाता खोले बगैर अवाना के तीसरे शिकार हुए। किंग्स इलेवन की ओर से अवाना ने तीन जबकि महमूद ने दो और चावला ने एक विकेट झटका।टिप्पणियां इससे पहले, किंग्स इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में कार्यवाहक कप्तान डेविड हसी के 40 गेंदों पर चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से बनाए गए नाबाद 68 और डेविड मिलर के 17 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 34 रनों की बदौलत तीन विकेट पर 168 रन बनाए। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका। मुम्बई ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सतर्क शुरुआत की और उसके सलामी बल्लेबाजों जेम्स फ्रेंकलिन और सचिन तेंदुलकर ने 7.5 ओवरों में पहले विकेट के लिए 52 रन जोड़े। फ्रेंकलिन को 22 रन के निजी योग पर अजहर महमूद ने नितिन सैनी के हाथों कैच कराया। मुम्बई का दूसरा विकेट तेंदुलकर के रूप में गिरा। तेंदुलकर को 34 रन के निजी योग पर महमूद ने अपना दूसरा शिकार बनाया। महमूद की गेंद पर तेंदुलकर को सैनी ने कैच किया। दिनेश कार्तिक और हरफनमौला किरोन पोलार्ड कुछ खास नहीं कर सके और दोनों तीन-तीन रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कार्तिक को पीयूष चावला की गेंद पर महमूद ने जबकि पोलार्ड को परविंदर अवाना की गेंद पर मनदीप सिंह ने कैच किया। शानदार लय में दिख रहे रोहित शर्मा ने अपनी अर्द्धशतकीय पारी के दौरान 30 गेंदों पर तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए। उन्हें अवाना की गेंद पर महमूद ने कैच किया। कप्तान हरभजन सिह खाता खोले बगैर अवाना के तीसरे शिकार हुए। किंग्स इलेवन की ओर से अवाना ने तीन जबकि महमूद ने दो और चावला ने एक विकेट झटका।टिप्पणियां इससे पहले, किंग्स इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में कार्यवाहक कप्तान डेविड हसी के 40 गेंदों पर चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से बनाए गए नाबाद 68 और डेविड मिलर के 17 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 34 रनों की बदौलत तीन विकेट पर 168 रन बनाए। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका। फ्रेंकलिन को 22 रन के निजी योग पर अजहर महमूद ने नितिन सैनी के हाथों कैच कराया। मुम्बई का दूसरा विकेट तेंदुलकर के रूप में गिरा। तेंदुलकर को 34 रन के निजी योग पर महमूद ने अपना दूसरा शिकार बनाया। महमूद की गेंद पर तेंदुलकर को सैनी ने कैच किया। दिनेश कार्तिक और हरफनमौला किरोन पोलार्ड कुछ खास नहीं कर सके और दोनों तीन-तीन रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कार्तिक को पीयूष चावला की गेंद पर महमूद ने जबकि पोलार्ड को परविंदर अवाना की गेंद पर मनदीप सिंह ने कैच किया। शानदार लय में दिख रहे रोहित शर्मा ने अपनी अर्द्धशतकीय पारी के दौरान 30 गेंदों पर तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए। उन्हें अवाना की गेंद पर महमूद ने कैच किया। कप्तान हरभजन सिह खाता खोले बगैर अवाना के तीसरे शिकार हुए। किंग्स इलेवन की ओर से अवाना ने तीन जबकि महमूद ने दो और चावला ने एक विकेट झटका।टिप्पणियां इससे पहले, किंग्स इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में कार्यवाहक कप्तान डेविड हसी के 40 गेंदों पर चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से बनाए गए नाबाद 68 और डेविड मिलर के 17 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 34 रनों की बदौलत तीन विकेट पर 168 रन बनाए। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका। दिनेश कार्तिक और हरफनमौला किरोन पोलार्ड कुछ खास नहीं कर सके और दोनों तीन-तीन रन बनाकर पवेलियन लौट गए। कार्तिक को पीयूष चावला की गेंद पर महमूद ने जबकि पोलार्ड को परविंदर अवाना की गेंद पर मनदीप सिंह ने कैच किया। शानदार लय में दिख रहे रोहित शर्मा ने अपनी अर्द्धशतकीय पारी के दौरान 30 गेंदों पर तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए। उन्हें अवाना की गेंद पर महमूद ने कैच किया। कप्तान हरभजन सिह खाता खोले बगैर अवाना के तीसरे शिकार हुए। किंग्स इलेवन की ओर से अवाना ने तीन जबकि महमूद ने दो और चावला ने एक विकेट झटका।टिप्पणियां इससे पहले, किंग्स इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में कार्यवाहक कप्तान डेविड हसी के 40 गेंदों पर चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से बनाए गए नाबाद 68 और डेविड मिलर के 17 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 34 रनों की बदौलत तीन विकेट पर 168 रन बनाए। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका। शानदार लय में दिख रहे रोहित शर्मा ने अपनी अर्द्धशतकीय पारी के दौरान 30 गेंदों पर तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए। उन्हें अवाना की गेंद पर महमूद ने कैच किया। कप्तान हरभजन सिह खाता खोले बगैर अवाना के तीसरे शिकार हुए। किंग्स इलेवन की ओर से अवाना ने तीन जबकि महमूद ने दो और चावला ने एक विकेट झटका।टिप्पणियां इससे पहले, किंग्स इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में कार्यवाहक कप्तान डेविड हसी के 40 गेंदों पर चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से बनाए गए नाबाद 68 और डेविड मिलर के 17 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 34 रनों की बदौलत तीन विकेट पर 168 रन बनाए। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका। किंग्स इलेवन की ओर से अवाना ने तीन जबकि महमूद ने दो और चावला ने एक विकेट झटका।टिप्पणियां इससे पहले, किंग्स इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में कार्यवाहक कप्तान डेविड हसी के 40 गेंदों पर चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से बनाए गए नाबाद 68 और डेविड मिलर के 17 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 34 रनों की बदौलत तीन विकेट पर 168 रन बनाए। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका। इससे पहले, किंग्स इलेवन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। किंग्स इलेवन ने निर्धारित 20 ओवरों में कार्यवाहक कप्तान डेविड हसी के 40 गेंदों पर चार चौके और इतने ही छक्के की मदद से बनाए गए नाबाद 68 और डेविड मिलर के 17 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 34 रनों की बदौलत तीन विकेट पर 168 रन बनाए। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका। मिलर ने हसी के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए नाबाद 89 रन जोड़े। इसके अलावा मनदीप 22 और सैनी तथा शॉन मार्श ने 17-17 रन बनाए। मुम्बई की ओर से रुद्रप्रताप सिंह, क्लिंट मैक्के और फ्रेंकलिन ने एक-एक विकेट झटका।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: रोहित शर्मा के तेजतर्रार अर्द्धशतक बाद अंबाती रायुडू (नाबाद 34) और रोबिन पीटरसन (सात गेंद में 16 रन) की निर्णायक पारियों की बदौलत मुंबई इंडियंस ने इंडियन प्रीमियर लीग क्रिकेट टी-20 टूर्नामेंट के बेहद रोमांचक मैच में किंग्स इलेवन पंजाब को चार विकेट से हरा
25
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मध्य प्रदेश में बिजली कंपनियों की ओर से चलाए गए एक अभियान में 28 हजार से ज्यादा बिजली कनेक्शनों में अनियमितता अथवा चोरी पाई गई. इन सभी उपभोक्ताओं से 26 करोड़ 28 लाख रुपये वसूले गए. आधिकारिक तौर पर बुधवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि मध्य प्रदेश की पूर्व, मध्य और पश्चिम क्षेत्र की विद्युत वितरण कम्पनी के विभिन्न क्षेत्र में इस साल मई माह तक एक लाख 80 हजार 871 उच्च-दाब और निम्न-दाब बिजली कनेक्शनों की जांच की गई. जांच में 28 हजार 30 बिजली कनेक्शनों में अनियमितताएं पाई गईं या चोरी के प्रकरण दर्ज हुए. इन प्रकरणों में 26 करोड़ 28 लाख 64 हजार रुपये के राजस्व की वसूली की गई. इस दौरान न्यायालयों में 3707 बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण प्रस्तुत किए गए. पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जबलपुर, सागर और रीवा क्षेत्र में कुल 69 हजार 342 बिजली कनेक्शनों की जांच में 14 हजार 788 प्रकरण में बिजली चोरी या अनियमितताएं पाई गईं. इन प्रकरणों में आठ करोड़ 79 लाख 71 हजार रुपये की वसूली की गई. इसी तरह 2,652 चोरी या अनियमितता के प्रकरण विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किए गए. पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के इंदौर और उज्जैन क्षेत्र में 90 हजार 660 बिजली कनेक्शनों की जांच कर 7,015 में बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण पकड़े गए और 10 करोड़ 78 लाख 16 हजार रुपये की वसूली की गई. इस दौरान 782 प्रकरण विशेष न्यायालयों में प्रस्तुत किए गए. टिप्पणियां मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के भोपाल और ग्वालियर क्षेत्र में 20 हजार 869 बिजली कनेक्शन की जांच में 6,227 कनेक्शन में बिजली चोरी या अनियमितताएं पाई गईं. ऐसे उपभोक्ताओं से छह करोड़ 70 लाख 77 हजार रुपये की वसूली की गई. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के 273 प्रकरण विशेष न्यायालयों में प्रस्तुत किए गए.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जबलपुर, सागर और रीवा क्षेत्र में कुल 69 हजार 342 बिजली कनेक्शनों की जांच में 14 हजार 788 प्रकरण में बिजली चोरी या अनियमितताएं पाई गईं. इन प्रकरणों में आठ करोड़ 79 लाख 71 हजार रुपये की वसूली की गई. इसी तरह 2,652 चोरी या अनियमितता के प्रकरण विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किए गए. पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के इंदौर और उज्जैन क्षेत्र में 90 हजार 660 बिजली कनेक्शनों की जांच कर 7,015 में बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण पकड़े गए और 10 करोड़ 78 लाख 16 हजार रुपये की वसूली की गई. इस दौरान 782 प्रकरण विशेष न्यायालयों में प्रस्तुत किए गए. टिप्पणियां मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के भोपाल और ग्वालियर क्षेत्र में 20 हजार 869 बिजली कनेक्शन की जांच में 6,227 कनेक्शन में बिजली चोरी या अनियमितताएं पाई गईं. ऐसे उपभोक्ताओं से छह करोड़ 70 लाख 77 हजार रुपये की वसूली की गई. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के 273 प्रकरण विशेष न्यायालयों में प्रस्तुत किए गए.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के भोपाल और ग्वालियर क्षेत्र में 20 हजार 869 बिजली कनेक्शन की जांच में 6,227 कनेक्शन में बिजली चोरी या अनियमितताएं पाई गईं. ऐसे उपभोक्ताओं से छह करोड़ 70 लाख 77 हजार रुपये की वसूली की गई. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के 273 प्रकरण विशेष न्यायालयों में प्रस्तुत किए गए.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मध्य प्रदेश में बिजली चोरी के खिलाफ कंपनियों ने वसूले रुपए कोर्ट में भी पेश किए गए मामले
3
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उड़ान के दौरान विमान के अंदर सेल्फी लेने से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं के चलते नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) जल्द ही विमानन कंपनियों से कॉकपिट या अन्य संवेदनशील स्थानों पर तस्वीर लेने से मना करने के लिए कह सकता है. इसमें चालक दल के सदस्यों द्वारा ली जाने वाली तस्वीरें भी शामिल हैं. मौजूदा नियमों के मुताबिक भी विमान के अंदर फोटोग्राफी पर कुछ प्रतिबंध हैं लेकिन कॉकपिट में ली जाने वाली सेल्फियों से संभावित सुरक्षा चिंताओं के चलते नियामक डीजीसीए अगले कुछ दिनों में विस्तृत दिशानिर्देश लेकर आएगा. स्मार्टफोन या स्मार्ट उपकरणों के बढ़ते प्रयोग के चलते ऐसे कई उदाहरण हैं जिसमें यात्री, चालक दल के सदस्य, पायलट इत्यादि विमान के अंदर फोटो खींचते हैं. डीजीसीए एयरलाइनों के लिए ऐसे विस्तृत दिशानिर्देशों पर काम कर रहा है जो विमान के अंदर फोटोग्राफी करने के विभिन्न आयामों को निर्देशित करेगा. महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में जल्द ही एक परिपत्र आएगा. संभव है कि यह अगले हफ्ते ही आ जाए. अधिकारी ने बताया कि यह एयरलाइनों को सुरक्षात्मक दिशानिर्देश देने वाला एक परिपत्र होगा. टिप्पणियां हाल ही में इंडिगो के छह पायलट डीजीसीए के निशाने पर आ गए जो कॉकपिट में अपने परिवार के सदस्यों के साथ कथित तौर पर फोटो खींच रहे थे. विमान विनियम 1937 के मुताबिक विमान के अंदर बिना पूर्वानुमति के फोटो खींचना मना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मौजूदा नियमों के मुताबिक भी विमान के अंदर फोटोग्राफी पर कुछ प्रतिबंध हैं लेकिन कॉकपिट में ली जाने वाली सेल्फियों से संभावित सुरक्षा चिंताओं के चलते नियामक डीजीसीए अगले कुछ दिनों में विस्तृत दिशानिर्देश लेकर आएगा. स्मार्टफोन या स्मार्ट उपकरणों के बढ़ते प्रयोग के चलते ऐसे कई उदाहरण हैं जिसमें यात्री, चालक दल के सदस्य, पायलट इत्यादि विमान के अंदर फोटो खींचते हैं. डीजीसीए एयरलाइनों के लिए ऐसे विस्तृत दिशानिर्देशों पर काम कर रहा है जो विमान के अंदर फोटोग्राफी करने के विभिन्न आयामों को निर्देशित करेगा. महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में जल्द ही एक परिपत्र आएगा. संभव है कि यह अगले हफ्ते ही आ जाए. अधिकारी ने बताया कि यह एयरलाइनों को सुरक्षात्मक दिशानिर्देश देने वाला एक परिपत्र होगा. टिप्पणियां हाल ही में इंडिगो के छह पायलट डीजीसीए के निशाने पर आ गए जो कॉकपिट में अपने परिवार के सदस्यों के साथ कथित तौर पर फोटो खींच रहे थे. विमान विनियम 1937 के मुताबिक विमान के अंदर बिना पूर्वानुमति के फोटो खींचना मना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) डीजीसीए एयरलाइनों के लिए ऐसे विस्तृत दिशानिर्देशों पर काम कर रहा है जो विमान के अंदर फोटोग्राफी करने के विभिन्न आयामों को निर्देशित करेगा. महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में जल्द ही एक परिपत्र आएगा. संभव है कि यह अगले हफ्ते ही आ जाए. अधिकारी ने बताया कि यह एयरलाइनों को सुरक्षात्मक दिशानिर्देश देने वाला एक परिपत्र होगा. टिप्पणियां हाल ही में इंडिगो के छह पायलट डीजीसीए के निशाने पर आ गए जो कॉकपिट में अपने परिवार के सदस्यों के साथ कथित तौर पर फोटो खींच रहे थे. विमान विनियम 1937 के मुताबिक विमान के अंदर बिना पूर्वानुमति के फोटो खींचना मना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हाल ही में इंडिगो के छह पायलट डीजीसीए के निशाने पर आ गए जो कॉकपिट में अपने परिवार के सदस्यों के साथ कथित तौर पर फोटो खींच रहे थे. विमान विनियम 1937 के मुताबिक विमान के अंदर बिना पूर्वानुमति के फोटो खींचना मना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यहाँ एक सारांश है:कॉकपिट या अन्य संवेदनशील स्थानों पर तस्वीरें लेने पर लग सकती है बंदिश विमानन कंपनियों के चालक दल के सदस्यों पर भी लागू होंगे नियम इंडिगो के पायलटों द्वारा अपने परिवारों के साथ फोटो लेने पर डीजीसीए गंभीर
4
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: एयर इंडिया ने अपने सभी छह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ान रोक दी है। एयर इंडिया ने यह कदम अमेरिकी नियामक संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) के निर्देश के बाद उठाया है। एफएए ने अपने निर्देशों में अब तक विभिन्न कंपनियों को बिके सभी 50 ड्रीमलाइनरों की उड़ान सुरक्षा कारणों के चलते रोकने को कहा था। जिन देशों की कंपनियों ने अब ड्रीमलाइनर खरीदे हैं, उनके विमानन नियामकों को इनका तत्काल पालन करना था। जापान ने अपनी दो विमानन कंपनियों- ऑल निप्पन एयरवेज तथा जापान एयरलाइंस के पास मौजूद 24 ड्रीमलाइनों की उड़ान बुधवार को रोक दी थी। एयर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि उसने एफएए के निर्देश तथा डीजीसीए के परामर्श को देखते हुए अपने बेड़े में शामिल सभी छह ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानें तत्काल प्रभाव से रोक दी हैं। अधिकारियों ने कहा कि एफएए ने ड्रीमलाइनर के पूरे बेड़े की उड़ानें रोकने को कहा है। नियामक ने विमान कंपनी बोइंग से उसके विभिन्न मानकों का अनुपालन प्रदर्शन करने को कहा है। एयर इंडिया ने हालांकि यह भी कहा है कि ड्रीमलाइनर की उड़ानें रकने से उसकी उड़ानों पर कोई असर नहीं होगा। कंपनी पेरिस व फ्रैंकफर्ट मार्ग पर अब बोइंग 777 का इस्तेमाल करेगी। टिप्पणियां कंपनी छह में से एक विमान को आपात स्थिति (स्टैंडबाई) के लिए रखती है, जबकि तीन घरेलू क्षेत्र और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस्तेमाल करती है। घरेलू मार्ग पर बेड़े के अन्य विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा। जापानी विमानन कंपनियों के बेड़े में शामिल इन विमानों में पिछले महीने इलेक्ट्रिकल आग, ईंधन रिसाव तथा काकपिट विंडो टूटने जैसी दिक्कतें आईं थी। इसके बाद अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग ने एफएए के साथ मिलकर जांच की संयुक्त घोषणा शुक्रवार को की थी। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में भी पिछले सितंबर में कूलिंग सिस्टम तथा इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में कुछ दिक्कत आई थी। जिसके बाद विमानों की उड़ान रोकी गई थी। ड्रीमलाइनर, बोइंग विमान कंपनी का सबसे आधुनिक व तकनीकी रूप से दक्ष विमान है और इसे एल्यूमिनियम की जगह हलके मजबूत मटीरियल से बनाया गया है। एफएए ने अपने निर्देशों में अब तक विभिन्न कंपनियों को बिके सभी 50 ड्रीमलाइनरों की उड़ान सुरक्षा कारणों के चलते रोकने को कहा था। जिन देशों की कंपनियों ने अब ड्रीमलाइनर खरीदे हैं, उनके विमानन नियामकों को इनका तत्काल पालन करना था। जापान ने अपनी दो विमानन कंपनियों- ऑल निप्पन एयरवेज तथा जापान एयरलाइंस के पास मौजूद 24 ड्रीमलाइनों की उड़ान बुधवार को रोक दी थी। एयर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि उसने एफएए के निर्देश तथा डीजीसीए के परामर्श को देखते हुए अपने बेड़े में शामिल सभी छह ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानें तत्काल प्रभाव से रोक दी हैं। अधिकारियों ने कहा कि एफएए ने ड्रीमलाइनर के पूरे बेड़े की उड़ानें रोकने को कहा है। नियामक ने विमान कंपनी बोइंग से उसके विभिन्न मानकों का अनुपालन प्रदर्शन करने को कहा है। एयर इंडिया ने हालांकि यह भी कहा है कि ड्रीमलाइनर की उड़ानें रकने से उसकी उड़ानों पर कोई असर नहीं होगा। कंपनी पेरिस व फ्रैंकफर्ट मार्ग पर अब बोइंग 777 का इस्तेमाल करेगी। टिप्पणियां कंपनी छह में से एक विमान को आपात स्थिति (स्टैंडबाई) के लिए रखती है, जबकि तीन घरेलू क्षेत्र और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस्तेमाल करती है। घरेलू मार्ग पर बेड़े के अन्य विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा। जापानी विमानन कंपनियों के बेड़े में शामिल इन विमानों में पिछले महीने इलेक्ट्रिकल आग, ईंधन रिसाव तथा काकपिट विंडो टूटने जैसी दिक्कतें आईं थी। इसके बाद अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग ने एफएए के साथ मिलकर जांच की संयुक्त घोषणा शुक्रवार को की थी। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में भी पिछले सितंबर में कूलिंग सिस्टम तथा इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में कुछ दिक्कत आई थी। जिसके बाद विमानों की उड़ान रोकी गई थी। ड्रीमलाइनर, बोइंग विमान कंपनी का सबसे आधुनिक व तकनीकी रूप से दक्ष विमान है और इसे एल्यूमिनियम की जगह हलके मजबूत मटीरियल से बनाया गया है। जापान ने अपनी दो विमानन कंपनियों- ऑल निप्पन एयरवेज तथा जापान एयरलाइंस के पास मौजूद 24 ड्रीमलाइनों की उड़ान बुधवार को रोक दी थी। एयर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि उसने एफएए के निर्देश तथा डीजीसीए के परामर्श को देखते हुए अपने बेड़े में शामिल सभी छह ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानें तत्काल प्रभाव से रोक दी हैं। अधिकारियों ने कहा कि एफएए ने ड्रीमलाइनर के पूरे बेड़े की उड़ानें रोकने को कहा है। नियामक ने विमान कंपनी बोइंग से उसके विभिन्न मानकों का अनुपालन प्रदर्शन करने को कहा है। एयर इंडिया ने हालांकि यह भी कहा है कि ड्रीमलाइनर की उड़ानें रकने से उसकी उड़ानों पर कोई असर नहीं होगा। कंपनी पेरिस व फ्रैंकफर्ट मार्ग पर अब बोइंग 777 का इस्तेमाल करेगी। टिप्पणियां कंपनी छह में से एक विमान को आपात स्थिति (स्टैंडबाई) के लिए रखती है, जबकि तीन घरेलू क्षेत्र और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस्तेमाल करती है। घरेलू मार्ग पर बेड़े के अन्य विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा। जापानी विमानन कंपनियों के बेड़े में शामिल इन विमानों में पिछले महीने इलेक्ट्रिकल आग, ईंधन रिसाव तथा काकपिट विंडो टूटने जैसी दिक्कतें आईं थी। इसके बाद अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग ने एफएए के साथ मिलकर जांच की संयुक्त घोषणा शुक्रवार को की थी। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में भी पिछले सितंबर में कूलिंग सिस्टम तथा इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में कुछ दिक्कत आई थी। जिसके बाद विमानों की उड़ान रोकी गई थी। ड्रीमलाइनर, बोइंग विमान कंपनी का सबसे आधुनिक व तकनीकी रूप से दक्ष विमान है और इसे एल्यूमिनियम की जगह हलके मजबूत मटीरियल से बनाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि एफएए ने ड्रीमलाइनर के पूरे बेड़े की उड़ानें रोकने को कहा है। नियामक ने विमान कंपनी बोइंग से उसके विभिन्न मानकों का अनुपालन प्रदर्शन करने को कहा है। एयर इंडिया ने हालांकि यह भी कहा है कि ड्रीमलाइनर की उड़ानें रकने से उसकी उड़ानों पर कोई असर नहीं होगा। कंपनी पेरिस व फ्रैंकफर्ट मार्ग पर अब बोइंग 777 का इस्तेमाल करेगी। टिप्पणियां कंपनी छह में से एक विमान को आपात स्थिति (स्टैंडबाई) के लिए रखती है, जबकि तीन घरेलू क्षेत्र और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस्तेमाल करती है। घरेलू मार्ग पर बेड़े के अन्य विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा। जापानी विमानन कंपनियों के बेड़े में शामिल इन विमानों में पिछले महीने इलेक्ट्रिकल आग, ईंधन रिसाव तथा काकपिट विंडो टूटने जैसी दिक्कतें आईं थी। इसके बाद अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग ने एफएए के साथ मिलकर जांच की संयुक्त घोषणा शुक्रवार को की थी। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में भी पिछले सितंबर में कूलिंग सिस्टम तथा इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में कुछ दिक्कत आई थी। जिसके बाद विमानों की उड़ान रोकी गई थी। ड्रीमलाइनर, बोइंग विमान कंपनी का सबसे आधुनिक व तकनीकी रूप से दक्ष विमान है और इसे एल्यूमिनियम की जगह हलके मजबूत मटीरियल से बनाया गया है। कंपनी छह में से एक विमान को आपात स्थिति (स्टैंडबाई) के लिए रखती है, जबकि तीन घरेलू क्षेत्र और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस्तेमाल करती है। घरेलू मार्ग पर बेड़े के अन्य विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा। जापानी विमानन कंपनियों के बेड़े में शामिल इन विमानों में पिछले महीने इलेक्ट्रिकल आग, ईंधन रिसाव तथा काकपिट विंडो टूटने जैसी दिक्कतें आईं थी। इसके बाद अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग ने एफएए के साथ मिलकर जांच की संयुक्त घोषणा शुक्रवार को की थी। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में भी पिछले सितंबर में कूलिंग सिस्टम तथा इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में कुछ दिक्कत आई थी। जिसके बाद विमानों की उड़ान रोकी गई थी। ड्रीमलाइनर, बोइंग विमान कंपनी का सबसे आधुनिक व तकनीकी रूप से दक्ष विमान है और इसे एल्यूमिनियम की जगह हलके मजबूत मटीरियल से बनाया गया है। जापानी विमानन कंपनियों के बेड़े में शामिल इन विमानों में पिछले महीने इलेक्ट्रिकल आग, ईंधन रिसाव तथा काकपिट विंडो टूटने जैसी दिक्कतें आईं थी। इसके बाद अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग ने एफएए के साथ मिलकर जांच की संयुक्त घोषणा शुक्रवार को की थी। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में भी पिछले सितंबर में कूलिंग सिस्टम तथा इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में कुछ दिक्कत आई थी। जिसके बाद विमानों की उड़ान रोकी गई थी। ड्रीमलाइनर, बोइंग विमान कंपनी का सबसे आधुनिक व तकनीकी रूप से दक्ष विमान है और इसे एल्यूमिनियम की जगह हलके मजबूत मटीरियल से बनाया गया है।
यह एक सारांश है: दुनियाभर में बोइंग 787, यानी ड्रीमलाइनर का संकट बढ़ता जा रहा है। जापान और अमेरिका के बाद भारत में एयर इंडिया ने भी अपने सभी छह ड्रीमलाइनर की उड़ानों पर फिलहाल रोक लगी दी है।
16
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: चाहे वह ब्लैक कॉमेडी थ्रिलर 'अंधाधुन' हो या हल्की फुल्की कॉमेडी फिल्म 'बधाई हो' या फिर हॉरर कॉमेडी 'स्त्री', साल 2018 ने कम बजट और कंटेंट वाली फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाते हुए देखा. इन्होंने साबित किया कि बॉलीवुड केवल बड़े बजट और बड़े फिल्मी सितारों से नहीं चलता. साल खत्म होने से पहले फिल्म जगत के कई प्रसिद्ध फिल्म निर्देशको ने 2018 की अपनी पसंदीदा फिल्मों की जानकारी दी है, जो कुछ इस तरह है : अश्विनी अय्यर तिवारी : 'अंधाधुन', 'पटाखा', 'स्त्री', 'बधाई हो' और 'राजी'. अली अब्बास जफर : 'संजू', 'बधाई हो' और 'राजी'.   मिलाप जावेरी : 'पद्मावत', 'सोनू के टीटू की स्वीटी', 'अंधाधुन', 'स्त्री', 'बधाई हो', 'परमाणु : द स्टोरी ऑफ पोखरण', 'केजीएफ', 'संजू', 'बागी 2', 'हिचकी', 'सुई धागा' और खुद मेरी अपनी फिल्म 'सत्यमेव जयते'. हंसल मेहता : 'अंधाधुन', 'स्त्री', 'स्टार इज बोर्न' और 'ओमेर्टा'. सुरेश त्रिवेनी : 'अंधाधुन', 'बधाई हो', 'मंटो', 'मित्रो', 'राजी', 'तुम्बाड', 'सूरमा', 'मुल्क', 'अक्टूबर' और 'लव सोनिया'. साकेत चौधरी : 'तुम्बाड', 'बधाई हो', 'मंटो', 'राजी', 'अंधाधुन' और 'राजी'. राज निदीमोरू : 'अंधाधुन' और 'तुम्बाड'. अमित शर्मा : 'राजी'..मैंने अन्य फिल्में नहीं देखीं क्योंकि मैं अपनी खुद की फिल्म 'बधाई हो' की शूटिंग कर रहा था. श्रीराम राघवन : 'तुम्बाड', 'राजी', 'अक्टूबर', 'मंटो' और 'स्त्री'. ओनीर : 'विलेज रॉकस्टार', 'अंधाधुन', 'स्त्री', 'बधाई हो', 'मुल्क' और मेरी खुद की फिल्म 'कुछ भीगे अल्फाज'.
सारांश: बॉलीवुड डायरेक्टर्स ने चुनी फिल्में 2018 में इस फिल्मों का रहा जलवा बॉक्स ऑफिस पर मचाई थी धूम
31
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) उत्तर प्रदेश के कुंडा के सीओ जिया उल हक व अन्य दो हत्याओं की जांच में लगातार जुटी हुई है, लेकिन फिलहाल अभी तक सीबीआई को घटना के संबंध में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। पिछले चार दिनों से कुंडा में डेरा डाल चुकी सीबीआई की टीम ने स्थानीय पंचायत कार्यालय में अपना शिविर कार्यालय खोल लिया है तथा घटना की पड़ताल कर रही है। सीबीआई अधिकारियों ने सोमवार को सीओ का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने जिया उल हक की कॉल डिटेल की पड़ताल के आधार पर उन्हें घटना के दिन फोन करने वाले कुछ स्थानीय पत्रकारों से भी पूछताछ की। कहा जा रहा है कि तिहरे हत्याकांड में अब तक गिरफ्तार राजीव सिंह और गुड्डू सिंह को पुलिस अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। साक्ष्य जुटाने में प्रयासरत सीबीआई को अभी तक न तो कोई सबूत हाथ लगा है और न ही कोई गवाह मिला है। यहां सीबीआइ को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ तो अभियुक्तों के घर-परिवार के लोग फरार हो गए हैं तो दूसरी तरफ पूरे वलीपुर गांव के पुरुष लापता हो गए हैं। जो लोग सीबीआई को मिले भी, वह राजा भैया के बारे में अपनी जुबान नहीं खोल रहे हैं। ऐसे में रविवार को सीबीआई ने अपील जारी कर ग्रामीणों से सहयोग मांगा था।   सीबीआई ने रविवार को एक टेलीफोन नम्बर (05341-230006) और एक ई-मेल (एसपीएससीयू1डीईएल एट सीबीआई डॉट जीओवी डॉट आईएन) जारी कर लोगों से केस के संबंध में जानकारी मुहैया कराने की अपील की थी। फिलहाल पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है, जिन्होंने हत्या में नाम आने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।टिप्पणियां सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने आज शाम कुंडा से लखनऊ आकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार और पुलिस महानिदेशक अंबरीश चंद्र शर्मा से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। पिछले चार दिनों से कुंडा में डेरा डाल चुकी सीबीआई की टीम ने स्थानीय पंचायत कार्यालय में अपना शिविर कार्यालय खोल लिया है तथा घटना की पड़ताल कर रही है। सीबीआई अधिकारियों ने सोमवार को सीओ का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने जिया उल हक की कॉल डिटेल की पड़ताल के आधार पर उन्हें घटना के दिन फोन करने वाले कुछ स्थानीय पत्रकारों से भी पूछताछ की। कहा जा रहा है कि तिहरे हत्याकांड में अब तक गिरफ्तार राजीव सिंह और गुड्डू सिंह को पुलिस अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। साक्ष्य जुटाने में प्रयासरत सीबीआई को अभी तक न तो कोई सबूत हाथ लगा है और न ही कोई गवाह मिला है। यहां सीबीआइ को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ तो अभियुक्तों के घर-परिवार के लोग फरार हो गए हैं तो दूसरी तरफ पूरे वलीपुर गांव के पुरुष लापता हो गए हैं। जो लोग सीबीआई को मिले भी, वह राजा भैया के बारे में अपनी जुबान नहीं खोल रहे हैं। ऐसे में रविवार को सीबीआई ने अपील जारी कर ग्रामीणों से सहयोग मांगा था।   सीबीआई ने रविवार को एक टेलीफोन नम्बर (05341-230006) और एक ई-मेल (एसपीएससीयू1डीईएल एट सीबीआई डॉट जीओवी डॉट आईएन) जारी कर लोगों से केस के संबंध में जानकारी मुहैया कराने की अपील की थी। फिलहाल पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है, जिन्होंने हत्या में नाम आने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।टिप्पणियां सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने आज शाम कुंडा से लखनऊ आकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार और पुलिस महानिदेशक अंबरीश चंद्र शर्मा से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने जिया उल हक की कॉल डिटेल की पड़ताल के आधार पर उन्हें घटना के दिन फोन करने वाले कुछ स्थानीय पत्रकारों से भी पूछताछ की। कहा जा रहा है कि तिहरे हत्याकांड में अब तक गिरफ्तार राजीव सिंह और गुड्डू सिंह को पुलिस अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। साक्ष्य जुटाने में प्रयासरत सीबीआई को अभी तक न तो कोई सबूत हाथ लगा है और न ही कोई गवाह मिला है। यहां सीबीआइ को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ तो अभियुक्तों के घर-परिवार के लोग फरार हो गए हैं तो दूसरी तरफ पूरे वलीपुर गांव के पुरुष लापता हो गए हैं। जो लोग सीबीआई को मिले भी, वह राजा भैया के बारे में अपनी जुबान नहीं खोल रहे हैं। ऐसे में रविवार को सीबीआई ने अपील जारी कर ग्रामीणों से सहयोग मांगा था।   सीबीआई ने रविवार को एक टेलीफोन नम्बर (05341-230006) और एक ई-मेल (एसपीएससीयू1डीईएल एट सीबीआई डॉट जीओवी डॉट आईएन) जारी कर लोगों से केस के संबंध में जानकारी मुहैया कराने की अपील की थी। फिलहाल पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है, जिन्होंने हत्या में नाम आने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।टिप्पणियां सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने आज शाम कुंडा से लखनऊ आकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार और पुलिस महानिदेशक अंबरीश चंद्र शर्मा से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। कहा जा रहा है कि तिहरे हत्याकांड में अब तक गिरफ्तार राजीव सिंह और गुड्डू सिंह को पुलिस अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। साक्ष्य जुटाने में प्रयासरत सीबीआई को अभी तक न तो कोई सबूत हाथ लगा है और न ही कोई गवाह मिला है। यहां सीबीआइ को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ तो अभियुक्तों के घर-परिवार के लोग फरार हो गए हैं तो दूसरी तरफ पूरे वलीपुर गांव के पुरुष लापता हो गए हैं। जो लोग सीबीआई को मिले भी, वह राजा भैया के बारे में अपनी जुबान नहीं खोल रहे हैं। ऐसे में रविवार को सीबीआई ने अपील जारी कर ग्रामीणों से सहयोग मांगा था।   सीबीआई ने रविवार को एक टेलीफोन नम्बर (05341-230006) और एक ई-मेल (एसपीएससीयू1डीईएल एट सीबीआई डॉट जीओवी डॉट आईएन) जारी कर लोगों से केस के संबंध में जानकारी मुहैया कराने की अपील की थी। फिलहाल पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है, जिन्होंने हत्या में नाम आने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।टिप्पणियां सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने आज शाम कुंडा से लखनऊ आकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार और पुलिस महानिदेशक अंबरीश चंद्र शर्मा से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। साक्ष्य जुटाने में प्रयासरत सीबीआई को अभी तक न तो कोई सबूत हाथ लगा है और न ही कोई गवाह मिला है। यहां सीबीआइ को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ तो अभियुक्तों के घर-परिवार के लोग फरार हो गए हैं तो दूसरी तरफ पूरे वलीपुर गांव के पुरुष लापता हो गए हैं। जो लोग सीबीआई को मिले भी, वह राजा भैया के बारे में अपनी जुबान नहीं खोल रहे हैं। ऐसे में रविवार को सीबीआई ने अपील जारी कर ग्रामीणों से सहयोग मांगा था।   सीबीआई ने रविवार को एक टेलीफोन नम्बर (05341-230006) और एक ई-मेल (एसपीएससीयू1डीईएल एट सीबीआई डॉट जीओवी डॉट आईएन) जारी कर लोगों से केस के संबंध में जानकारी मुहैया कराने की अपील की थी। फिलहाल पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है, जिन्होंने हत्या में नाम आने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।टिप्पणियां सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने आज शाम कुंडा से लखनऊ आकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार और पुलिस महानिदेशक अंबरीश चंद्र शर्मा से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। जो लोग सीबीआई को मिले भी, वह राजा भैया के बारे में अपनी जुबान नहीं खोल रहे हैं। ऐसे में रविवार को सीबीआई ने अपील जारी कर ग्रामीणों से सहयोग मांगा था।   सीबीआई ने रविवार को एक टेलीफोन नम्बर (05341-230006) और एक ई-मेल (एसपीएससीयू1डीईएल एट सीबीआई डॉट जीओवी डॉट आईएन) जारी कर लोगों से केस के संबंध में जानकारी मुहैया कराने की अपील की थी। फिलहाल पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है, जिन्होंने हत्या में नाम आने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।टिप्पणियां सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने आज शाम कुंडा से लखनऊ आकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार और पुलिस महानिदेशक अंबरीश चंद्र शर्मा से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। फिलहाल पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से अभी तक पूछताछ नहीं हुई है, जिन्होंने हत्या में नाम आने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।टिप्पणियां सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने आज शाम कुंडा से लखनऊ आकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार और पुलिस महानिदेशक अंबरीश चंद्र शर्मा से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। सीबीआई के अधिकारियों की एक टीम ने आज शाम कुंडा से लखनऊ आकर उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून व्यवस्था) अरुण कुमार और पुलिस महानिदेशक अंबरीश चंद्र शर्मा से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। गौरतलब है कि विगत दो मार्च को वलीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद गांव में जमकर हंगामा हुआ था। इसी दौरान ग्राम प्रधान के भाई रमेश और बवाल को रोकने गए सीओ जिया उल हक की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
संक्षिप्त पाठ: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) उत्तर प्रदेश के कुंडा के सीओ जिया उल हक व अन्य दो हत्याओं की जांच में लगातार जुटी हुई है, लेकिन फिलहाल अभी तक सीबीआई को घटना के संबंध में कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बाहरी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में बुधवार रात को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब करीब 11 बजे के आसपास 2-3 नकाबपोश बदमाशों ने मंगोलपुरी के आई ब्लॉक में कुछ स्थानीय लोगों पर ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला कर दिया. इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई और 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. वारदात के समय हमलावर भागते हुए सीसीटीवी में भी कैद हो गए, जिसमें दोनों नकाबपोश एक युवक के पीछे दौड़ रहे हैं. बताया जा रहा है हमलावर के एक साथी के साथ कुछ दिनों पहले कुछ लोगों ने मारपीट की थी. इसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. उसी का बदला लेने के लिए बदमाशों ने इलाके में वारदात को अंजाम दिया.  चश्मदीदों के अनुसार बुधवार को देर शाम 2-3 लोगों ने मंगोलपुरी के आई ब्लॉक में पहले एक जगह हवाई फायरिंग की ओर फिर उसके बाद इलाके में जो भी मिला उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला करते हुए चले गए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक बदमाश जिस शख्स पर हमला करने आए थे वह उस वक्त वहां मौजूद नहीं था लेकिन आसपास जो भी मिला, बदमाशों ने उस पर चाकू मारे. इन हमलों में 47 साल के करणवीर और 32 साल के दिनेश की मौत हो गई और इरशाद, विनय और एक अन्य शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया. उनका अस्पताल में इलाज जारी है.टिप्पणियां वारदात में मारे गए दोनों लोगों का हमलावरों से कुछ लेना देना नहीं है. वे अपने घर के बाहर टहल रहे थे. मृतक करणवीर पेंटर था जबकि मृतक दिनेश मज़दूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे. मंगोलपुरी आई ब्लॉक में 2 लोगों की हत्या और 3 लोगों को घायल करने के बाद भी इन बदमाशों की सनक कम नहीं हुई. उन्होंने एम ब्लॉक में एक अन्य 50 साल के जल बोर्ड के कर्मचारी को भी चाकुओं से गोद डाला और वहां से भी फरार हो गए. सुरेश का अस्पताल में इलाज़ चल रहा है. इस मामले में पुलिस एक नाबालिग समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं इलाके में दहशत का माहौल है. घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. वारदात के समय हमलावर भागते हुए सीसीटीवी में भी कैद हो गए, जिसमें दोनों नकाबपोश एक युवक के पीछे दौड़ रहे हैं. बताया जा रहा है हमलावर के एक साथी के साथ कुछ दिनों पहले कुछ लोगों ने मारपीट की थी. इसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. उसी का बदला लेने के लिए बदमाशों ने इलाके में वारदात को अंजाम दिया.  चश्मदीदों के अनुसार बुधवार को देर शाम 2-3 लोगों ने मंगोलपुरी के आई ब्लॉक में पहले एक जगह हवाई फायरिंग की ओर फिर उसके बाद इलाके में जो भी मिला उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला करते हुए चले गए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक बदमाश जिस शख्स पर हमला करने आए थे वह उस वक्त वहां मौजूद नहीं था लेकिन आसपास जो भी मिला, बदमाशों ने उस पर चाकू मारे. इन हमलों में 47 साल के करणवीर और 32 साल के दिनेश की मौत हो गई और इरशाद, विनय और एक अन्य शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया. उनका अस्पताल में इलाज जारी है.टिप्पणियां वारदात में मारे गए दोनों लोगों का हमलावरों से कुछ लेना देना नहीं है. वे अपने घर के बाहर टहल रहे थे. मृतक करणवीर पेंटर था जबकि मृतक दिनेश मज़दूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे. मंगोलपुरी आई ब्लॉक में 2 लोगों की हत्या और 3 लोगों को घायल करने के बाद भी इन बदमाशों की सनक कम नहीं हुई. उन्होंने एम ब्लॉक में एक अन्य 50 साल के जल बोर्ड के कर्मचारी को भी चाकुओं से गोद डाला और वहां से भी फरार हो गए. सुरेश का अस्पताल में इलाज़ चल रहा है. इस मामले में पुलिस एक नाबालिग समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं इलाके में दहशत का माहौल है.  चश्मदीदों के अनुसार बुधवार को देर शाम 2-3 लोगों ने मंगोलपुरी के आई ब्लॉक में पहले एक जगह हवाई फायरिंग की ओर फिर उसके बाद इलाके में जो भी मिला उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला करते हुए चले गए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक बदमाश जिस शख्स पर हमला करने आए थे वह उस वक्त वहां मौजूद नहीं था लेकिन आसपास जो भी मिला, बदमाशों ने उस पर चाकू मारे. इन हमलों में 47 साल के करणवीर और 32 साल के दिनेश की मौत हो गई और इरशाद, विनय और एक अन्य शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया. उनका अस्पताल में इलाज जारी है.टिप्पणियां वारदात में मारे गए दोनों लोगों का हमलावरों से कुछ लेना देना नहीं है. वे अपने घर के बाहर टहल रहे थे. मृतक करणवीर पेंटर था जबकि मृतक दिनेश मज़दूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे. मंगोलपुरी आई ब्लॉक में 2 लोगों की हत्या और 3 लोगों को घायल करने के बाद भी इन बदमाशों की सनक कम नहीं हुई. उन्होंने एम ब्लॉक में एक अन्य 50 साल के जल बोर्ड के कर्मचारी को भी चाकुओं से गोद डाला और वहां से भी फरार हो गए. सुरेश का अस्पताल में इलाज़ चल रहा है. इस मामले में पुलिस एक नाबालिग समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं इलाके में दहशत का माहौल है. इन हमलों में 47 साल के करणवीर और 32 साल के दिनेश की मौत हो गई और इरशाद, विनय और एक अन्य शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया. उनका अस्पताल में इलाज जारी है.टिप्पणियां वारदात में मारे गए दोनों लोगों का हमलावरों से कुछ लेना देना नहीं है. वे अपने घर के बाहर टहल रहे थे. मृतक करणवीर पेंटर था जबकि मृतक दिनेश मज़दूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे. मंगोलपुरी आई ब्लॉक में 2 लोगों की हत्या और 3 लोगों को घायल करने के बाद भी इन बदमाशों की सनक कम नहीं हुई. उन्होंने एम ब्लॉक में एक अन्य 50 साल के जल बोर्ड के कर्मचारी को भी चाकुओं से गोद डाला और वहां से भी फरार हो गए. सुरेश का अस्पताल में इलाज़ चल रहा है. इस मामले में पुलिस एक नाबालिग समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं इलाके में दहशत का माहौल है. वारदात में मारे गए दोनों लोगों का हमलावरों से कुछ लेना देना नहीं है. वे अपने घर के बाहर टहल रहे थे. मृतक करणवीर पेंटर था जबकि मृतक दिनेश मज़दूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे. मंगोलपुरी आई ब्लॉक में 2 लोगों की हत्या और 3 लोगों को घायल करने के बाद भी इन बदमाशों की सनक कम नहीं हुई. उन्होंने एम ब्लॉक में एक अन्य 50 साल के जल बोर्ड के कर्मचारी को भी चाकुओं से गोद डाला और वहां से भी फरार हो गए. सुरेश का अस्पताल में इलाज़ चल रहा है. इस मामले में पुलिस एक नाबालिग समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं इलाके में दहशत का माहौल है. मंगोलपुरी आई ब्लॉक में 2 लोगों की हत्या और 3 लोगों को घायल करने के बाद भी इन बदमाशों की सनक कम नहीं हुई. उन्होंने एम ब्लॉक में एक अन्य 50 साल के जल बोर्ड के कर्मचारी को भी चाकुओं से गोद डाला और वहां से भी फरार हो गए. सुरेश का अस्पताल में इलाज़ चल रहा है. इस मामले में पुलिस एक नाबालिग समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं इलाके में दहशत का माहौल है.
संक्षिप्त सारांश: हमलावर के एक साथी को कुछ दिनों पहले कुछ लोगों ने पीटा था बदला लेने के लिए बदमाशों ने इलाके में वारदात को अंजाम दिया हवाई फायरिंग करने के बाद लोगों पर चाकुओं से हमला किया
10
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जिनेवा में रूस के साथ सीरिया के रासायनिक हथियारों के संदर्भ में वार्ता शुरू करते हुए अमेरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी ने कहा कि यदि सीरिया से रासायनिक हथियारों को मिटाने में कूटनीति विफल रहती है तो अमेरिका असद शासन के खिलाफ सैन्य हमले का सहारा लेगा। केरी ने गुरुवार को जिनेवा में रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव की उपस्थिति में संवाददाताओं से कहा, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यह स्पष्ट कर दिया कि कूटनीति के विफल रहने पर असद शासन की इन हथियारों को मुहैया कराने की क्षमता को रोकने के लिए बल प्रयोग अनिवार्य हो सकता है। इससे उनसे छुटकारा नहीं मिलेगा, लेकिन यह इन हथियारों के प्रयोग की उनकी इच्छा को बदल सकता है। रूस और अमेरिका के प्रतिनिधि दल सीरिया के रासायनिक हथियारों को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में लाने के लिए जिनेवा में बातचीत कर रहे हैं। केरी ने कहा, एक चीज जिस पर हम सहमत हैं, वह इन्हें (हथियारों को) एक साथ खत्म करना है। जिनेवा में हमारे सामने चुनौती है कि हम असद के रासायनिक हथियारों को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में लाने, सीरिया से इन हथियारों को हटाने और हमेशा के लिए खत्म करने की संभावना तलाशें। टिप्पणियां केरी ने कहा, हमारा मानना है कि जिस तरह सीरियाई शासन ने व्यवहार किया है, इस समय इस प्रक्रिया के लिए कुछ भी मानक नहीं है। और यह केवल उन हथियारों के अस्तित्व की बात नहीं है, बल्कि उनका इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने कहा, सीरियाई शासन के केवल वायदे ही पर्याप्त नहीं हैं। इस वजह से ही हम यहां रूस के साथ काम करने आए हैं, ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि इससे ठोस नतीजे हासिल हों। केरी ने कहा कि रूस और अमेरिका दोनों ही ओर से काफी अपेक्षाएं हैं। अमेरिकी विदेशमंत्री ने कहा कि कूटनीति को ओबामा प्रशासन पहली वरीयता देता है लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि यह सफल साबित होगा। केरी ने गुरुवार को जिनेवा में रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव की उपस्थिति में संवाददाताओं से कहा, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यह स्पष्ट कर दिया कि कूटनीति के विफल रहने पर असद शासन की इन हथियारों को मुहैया कराने की क्षमता को रोकने के लिए बल प्रयोग अनिवार्य हो सकता है। इससे उनसे छुटकारा नहीं मिलेगा, लेकिन यह इन हथियारों के प्रयोग की उनकी इच्छा को बदल सकता है। रूस और अमेरिका के प्रतिनिधि दल सीरिया के रासायनिक हथियारों को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में लाने के लिए जिनेवा में बातचीत कर रहे हैं। केरी ने कहा, एक चीज जिस पर हम सहमत हैं, वह इन्हें (हथियारों को) एक साथ खत्म करना है। जिनेवा में हमारे सामने चुनौती है कि हम असद के रासायनिक हथियारों को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में लाने, सीरिया से इन हथियारों को हटाने और हमेशा के लिए खत्म करने की संभावना तलाशें। टिप्पणियां केरी ने कहा, हमारा मानना है कि जिस तरह सीरियाई शासन ने व्यवहार किया है, इस समय इस प्रक्रिया के लिए कुछ भी मानक नहीं है। और यह केवल उन हथियारों के अस्तित्व की बात नहीं है, बल्कि उनका इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने कहा, सीरियाई शासन के केवल वायदे ही पर्याप्त नहीं हैं। इस वजह से ही हम यहां रूस के साथ काम करने आए हैं, ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि इससे ठोस नतीजे हासिल हों। केरी ने कहा कि रूस और अमेरिका दोनों ही ओर से काफी अपेक्षाएं हैं। अमेरिकी विदेशमंत्री ने कहा कि कूटनीति को ओबामा प्रशासन पहली वरीयता देता है लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि यह सफल साबित होगा। केरी ने कहा, एक चीज जिस पर हम सहमत हैं, वह इन्हें (हथियारों को) एक साथ खत्म करना है। जिनेवा में हमारे सामने चुनौती है कि हम असद के रासायनिक हथियारों को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में लाने, सीरिया से इन हथियारों को हटाने और हमेशा के लिए खत्म करने की संभावना तलाशें। टिप्पणियां केरी ने कहा, हमारा मानना है कि जिस तरह सीरियाई शासन ने व्यवहार किया है, इस समय इस प्रक्रिया के लिए कुछ भी मानक नहीं है। और यह केवल उन हथियारों के अस्तित्व की बात नहीं है, बल्कि उनका इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने कहा, सीरियाई शासन के केवल वायदे ही पर्याप्त नहीं हैं। इस वजह से ही हम यहां रूस के साथ काम करने आए हैं, ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि इससे ठोस नतीजे हासिल हों। केरी ने कहा कि रूस और अमेरिका दोनों ही ओर से काफी अपेक्षाएं हैं। अमेरिकी विदेशमंत्री ने कहा कि कूटनीति को ओबामा प्रशासन पहली वरीयता देता है लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि यह सफल साबित होगा। केरी ने कहा, हमारा मानना है कि जिस तरह सीरियाई शासन ने व्यवहार किया है, इस समय इस प्रक्रिया के लिए कुछ भी मानक नहीं है। और यह केवल उन हथियारों के अस्तित्व की बात नहीं है, बल्कि उनका इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने कहा, सीरियाई शासन के केवल वायदे ही पर्याप्त नहीं हैं। इस वजह से ही हम यहां रूस के साथ काम करने आए हैं, ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि इससे ठोस नतीजे हासिल हों। केरी ने कहा कि रूस और अमेरिका दोनों ही ओर से काफी अपेक्षाएं हैं। अमेरिकी विदेशमंत्री ने कहा कि कूटनीति को ओबामा प्रशासन पहली वरीयता देता है लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि यह सफल साबित होगा। अमेरिकी विदेशमंत्री ने कहा कि कूटनीति को ओबामा प्रशासन पहली वरीयता देता है लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगा कि यह सफल साबित होगा।
संक्षिप्त पाठ: केरी ने कहा, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यह स्पष्ट कर दिया कि कूटनीति के विफल रहने पर असद शासन की इन हथियारों को मुहैया कराने की क्षमता को रोकने के लिए बल प्रयोग अनिवार्य हो सकता है।
14
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: स्थानीय शेयर बाजारों में दीवाली का जश्न रहा और प्रमुख शेयर सूचकांकों ने लंबी छलांग लगाई। बाजार के जानकारों के अनुसार इस समय धारणा मजबूत है और तेजी का माहौल अगले सप्ताह भी जारी रहने की संभावना है। पिछले सप्ताह दोनों ही प्रमुख सूचकांक- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स जोरदार तेजी के साथ बंद हुए। इनमें सप्ताह दर सप्ताह आधार पर छह प्रतिशत से अधिक की मजबूती रही। बाजार की इस तेजी का श्रेय धातु और रीयल्टी क्षेत्र के शेयरों को जाता है, जिनमें औसतन क्रमश: नौ और आठ प्रतिशत से भी अधिक का लाभ दर्ज हुआ। एंजल ब्रोकिंग ने एक शोध रिपोर्ट में कहा कि संवत 2068 का मुहूर्त तेजड़ियों के पक्ष रहा है और बाजार तेजी के पथ पर है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा वैश्विक संकेत सकारात्मक हैं, क्योंकि यूरो क्षेत्र के ऋण संकट का समाधान निकलता दिख रहा है। इसके अलावा अमेरिका के सकारात्मक सकल घरेलू उत्पाद में तीसरी तिमाही में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि से भी निवेशकों का उत्साह बढ़ा है। पर घरेलू मोर्चे पर अभी कठिनाई बरकरार लगती है और मुद्रास्फीति के दबाव के बने रहने से दिक्कतें बनी हुई हैं। पर शेयर बाजार में पिछले सप्ताह इसका खास असर नहीं दिखा है। वेलइंडिया समूह के वरिष्ठ प्रबंधक (शोध) विवेक नेगी ने कहा कि बाजार में मजबूती के संकेत दिखाई दे रहे हैं और आने वाले दिनों में बाजार में तेजी आ सकती है। इस सप्ताह शेयर बाजार में स्टॉक विशेष आधारित गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं, क्योंकि दूसरी तिमाही के कार्यपरिणामों का सिलसिला जारी है। इसके अलावा ऑटोमोबाइल और सीमेंट कंपनियों के शेयर केंद्र में होंगे, क्योंकि ये कंपनियां अक्टूबर के लिए अपने बिक्री आकार के आंकड़ों को सामने रखेंगी। कार कंपनी मारुति सुजुकी ने दूसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफे में 60 प्रतिशत की गिरावट दिखाया है। बाजार में सोमवार को इसका असर दिख सकता है। इस सप्ताह बाजार में आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो, एनएमडीसी, बीपीसीएल, पंजाब नेशनल बैंक, आदित्य बिड़ला नूवो, सन टीवी नेटवर्क, अशोक लीलैंड, ओएनजीसी, भारती एयरटेल और ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन के परिणामों की घोषणा होगी। बंबई शेयर बाजार में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान यूरोपीय संकट का समाधान निकलने की खबर से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में ही तेजी दर्ज की गई।
सारांश: बाजार के जानकारों के अनुसार इस समय धारणा मजबूत है और तेजी का माहौल अगले सप्ताह भी जारी रहने की संभावना है।
31
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: 2013 तक सरकार करोड़ों लोगों के अकाउंट में कुल मिलाकर तीन लाख 17 हजार करोड़ रुपये डाल देना चाहती है। यह पैसा बाकायदा माइक्रो एटीएम मशीनों के जरिये लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा। लेकिन, इस योजना पर जानकार सवाल भी उठा रहे हैं। दिल्ली के जंतर−मंतर में बैठी जन-संसद के बीच भी सब्सिडी के बदले नगद योजना पर बहस दिख रही है। कोई 'कैश नहीं, कैरोसिन चाहिए' का नारे लगा रहा है, इस डर से कि भारत सरकार की बड़ी योजनाओं से उसे जो फायदा अभी मिल रहा है, वह कहीं नई व्यवस्था के लागू होने से उससे छिन न जाए, तो कोई सरकार की मौजदा योजनाओं का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं उनमें ये उम्मीद जगी है कि नई कैश ट्रांसफर की व्यवस्था से उनका भविष्य बदलेगा। फिलहाल सरकार की तैयारी इस नई योजना से बिचौलियों को दूर रखने की है। इसके लिए बड़े इंतज़ाम किए गए हैं। ज़रूरतमंदों तक पैसा उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकार ने कैश ट्रांसफर की तैयारी की है। इसके लिए 20 लाख माइक्रो एटीएम मुहैया कराए जाएंगे। बैंक से घर तक पैसा पहुंचाने के लिए बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट होंगे। अब महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप, आशा वर्कर, स्कूल शिक्षकों को भी इस काम में लगाने का फैसला लिया गया है। इन लोगों को इस काम के लिए विशेष भत्ता भी दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस तरह सरकार इस काम में बैंकों का एकाधिकार तोड़ना चाहती है। सरकार इस नई व्यवस्था के जरिये 3.17 लाख करोड़ रुपया सीधे करोड़ों ज़रूरतमंदों तक पहुंचाना चाहती है लेकिन, इस योजना को शुरू करने से पहले सरकार को सभी पिछड़े और दूर−दराज़ के इलाकों में बैंकिंग की व्यवस्था पहुंचानी होगी जिससे समय पर भुगतान हो सके।टिप्पणियां सामाजिक संगठनों से जुड़े और जानकार लोग इतने बड़े तामझाम पर सवाल उठा रहे हैं। निखिल डे का दावा है कि सरकार मौजूदा व्यवस्था के जरिये गरीबों तक योजनाओं का फायदा नहीं पहुंचा पाई। इसलिए नई व्यवस्था लाकर अपनी विफलता को छिपाना चाहती है। जबकि आईआईटी की अर्थशास्त्री रितिका खेड़ा सवाल उठा रही हैं कि कोट कासिम में इस नई योजना के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान ज़रूरतमंदों तक फायदा पहुंचाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम रहा। हालांकि सरकार इस फैसले को 1 जनवरी से 51 ज़िलों में लागू करने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल जो 29 योजनाएं अभी शामिल हैं उनमें कैश ट्रांसफर की तैयारी, स्कॉलरशिप, बुढ़ापे का पेंशन, रसोई गैस और मिट्टी तेल भी हैं। लेकिन, इस नई योजना के दायरे से अनाज और खाद सब्सिडी के साथ−साथ नरेगा भी बाहर है। दिल्ली के जंतर−मंतर में बैठी जन-संसद के बीच भी सब्सिडी के बदले नगद योजना पर बहस दिख रही है। कोई 'कैश नहीं, कैरोसिन चाहिए' का नारे लगा रहा है, इस डर से कि भारत सरकार की बड़ी योजनाओं से उसे जो फायदा अभी मिल रहा है, वह कहीं नई व्यवस्था के लागू होने से उससे छिन न जाए, तो कोई सरकार की मौजदा योजनाओं का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं उनमें ये उम्मीद जगी है कि नई कैश ट्रांसफर की व्यवस्था से उनका भविष्य बदलेगा। फिलहाल सरकार की तैयारी इस नई योजना से बिचौलियों को दूर रखने की है। इसके लिए बड़े इंतज़ाम किए गए हैं। ज़रूरतमंदों तक पैसा उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकार ने कैश ट्रांसफर की तैयारी की है। इसके लिए 20 लाख माइक्रो एटीएम मुहैया कराए जाएंगे। बैंक से घर तक पैसा पहुंचाने के लिए बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट होंगे। अब महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप, आशा वर्कर, स्कूल शिक्षकों को भी इस काम में लगाने का फैसला लिया गया है। इन लोगों को इस काम के लिए विशेष भत्ता भी दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस तरह सरकार इस काम में बैंकों का एकाधिकार तोड़ना चाहती है। सरकार इस नई व्यवस्था के जरिये 3.17 लाख करोड़ रुपया सीधे करोड़ों ज़रूरतमंदों तक पहुंचाना चाहती है लेकिन, इस योजना को शुरू करने से पहले सरकार को सभी पिछड़े और दूर−दराज़ के इलाकों में बैंकिंग की व्यवस्था पहुंचानी होगी जिससे समय पर भुगतान हो सके।टिप्पणियां सामाजिक संगठनों से जुड़े और जानकार लोग इतने बड़े तामझाम पर सवाल उठा रहे हैं। निखिल डे का दावा है कि सरकार मौजूदा व्यवस्था के जरिये गरीबों तक योजनाओं का फायदा नहीं पहुंचा पाई। इसलिए नई व्यवस्था लाकर अपनी विफलता को छिपाना चाहती है। जबकि आईआईटी की अर्थशास्त्री रितिका खेड़ा सवाल उठा रही हैं कि कोट कासिम में इस नई योजना के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान ज़रूरतमंदों तक फायदा पहुंचाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम रहा। हालांकि सरकार इस फैसले को 1 जनवरी से 51 ज़िलों में लागू करने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल जो 29 योजनाएं अभी शामिल हैं उनमें कैश ट्रांसफर की तैयारी, स्कॉलरशिप, बुढ़ापे का पेंशन, रसोई गैस और मिट्टी तेल भी हैं। लेकिन, इस नई योजना के दायरे से अनाज और खाद सब्सिडी के साथ−साथ नरेगा भी बाहर है। कोई 'कैश नहीं, कैरोसिन चाहिए' का नारे लगा रहा है, इस डर से कि भारत सरकार की बड़ी योजनाओं से उसे जो फायदा अभी मिल रहा है, वह कहीं नई व्यवस्था के लागू होने से उससे छिन न जाए, तो कोई सरकार की मौजदा योजनाओं का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं उनमें ये उम्मीद जगी है कि नई कैश ट्रांसफर की व्यवस्था से उनका भविष्य बदलेगा। फिलहाल सरकार की तैयारी इस नई योजना से बिचौलियों को दूर रखने की है। इसके लिए बड़े इंतज़ाम किए गए हैं। ज़रूरतमंदों तक पैसा उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकार ने कैश ट्रांसफर की तैयारी की है। इसके लिए 20 लाख माइक्रो एटीएम मुहैया कराए जाएंगे। बैंक से घर तक पैसा पहुंचाने के लिए बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट होंगे। अब महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप, आशा वर्कर, स्कूल शिक्षकों को भी इस काम में लगाने का फैसला लिया गया है। इन लोगों को इस काम के लिए विशेष भत्ता भी दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस तरह सरकार इस काम में बैंकों का एकाधिकार तोड़ना चाहती है। सरकार इस नई व्यवस्था के जरिये 3.17 लाख करोड़ रुपया सीधे करोड़ों ज़रूरतमंदों तक पहुंचाना चाहती है लेकिन, इस योजना को शुरू करने से पहले सरकार को सभी पिछड़े और दूर−दराज़ के इलाकों में बैंकिंग की व्यवस्था पहुंचानी होगी जिससे समय पर भुगतान हो सके।टिप्पणियां सामाजिक संगठनों से जुड़े और जानकार लोग इतने बड़े तामझाम पर सवाल उठा रहे हैं। निखिल डे का दावा है कि सरकार मौजूदा व्यवस्था के जरिये गरीबों तक योजनाओं का फायदा नहीं पहुंचा पाई। इसलिए नई व्यवस्था लाकर अपनी विफलता को छिपाना चाहती है। जबकि आईआईटी की अर्थशास्त्री रितिका खेड़ा सवाल उठा रही हैं कि कोट कासिम में इस नई योजना के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान ज़रूरतमंदों तक फायदा पहुंचाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम रहा। हालांकि सरकार इस फैसले को 1 जनवरी से 51 ज़िलों में लागू करने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल जो 29 योजनाएं अभी शामिल हैं उनमें कैश ट्रांसफर की तैयारी, स्कॉलरशिप, बुढ़ापे का पेंशन, रसोई गैस और मिट्टी तेल भी हैं। लेकिन, इस नई योजना के दायरे से अनाज और खाद सब्सिडी के साथ−साथ नरेगा भी बाहर है। फिलहाल सरकार की तैयारी इस नई योजना से बिचौलियों को दूर रखने की है। इसके लिए बड़े इंतज़ाम किए गए हैं। ज़रूरतमंदों तक पैसा उनके घर तक पहुंचाने के लिए सरकार ने कैश ट्रांसफर की तैयारी की है। इसके लिए 20 लाख माइक्रो एटीएम मुहैया कराए जाएंगे। बैंक से घर तक पैसा पहुंचाने के लिए बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट होंगे। अब महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप, आशा वर्कर, स्कूल शिक्षकों को भी इस काम में लगाने का फैसला लिया गया है। इन लोगों को इस काम के लिए विशेष भत्ता भी दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस तरह सरकार इस काम में बैंकों का एकाधिकार तोड़ना चाहती है। सरकार इस नई व्यवस्था के जरिये 3.17 लाख करोड़ रुपया सीधे करोड़ों ज़रूरतमंदों तक पहुंचाना चाहती है लेकिन, इस योजना को शुरू करने से पहले सरकार को सभी पिछड़े और दूर−दराज़ के इलाकों में बैंकिंग की व्यवस्था पहुंचानी होगी जिससे समय पर भुगतान हो सके।टिप्पणियां सामाजिक संगठनों से जुड़े और जानकार लोग इतने बड़े तामझाम पर सवाल उठा रहे हैं। निखिल डे का दावा है कि सरकार मौजूदा व्यवस्था के जरिये गरीबों तक योजनाओं का फायदा नहीं पहुंचा पाई। इसलिए नई व्यवस्था लाकर अपनी विफलता को छिपाना चाहती है। जबकि आईआईटी की अर्थशास्त्री रितिका खेड़ा सवाल उठा रही हैं कि कोट कासिम में इस नई योजना के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान ज़रूरतमंदों तक फायदा पहुंचाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम रहा। हालांकि सरकार इस फैसले को 1 जनवरी से 51 ज़िलों में लागू करने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल जो 29 योजनाएं अभी शामिल हैं उनमें कैश ट्रांसफर की तैयारी, स्कॉलरशिप, बुढ़ापे का पेंशन, रसोई गैस और मिट्टी तेल भी हैं। लेकिन, इस नई योजना के दायरे से अनाज और खाद सब्सिडी के साथ−साथ नरेगा भी बाहर है। सरकार इस नई व्यवस्था के जरिये 3.17 लाख करोड़ रुपया सीधे करोड़ों ज़रूरतमंदों तक पहुंचाना चाहती है लेकिन, इस योजना को शुरू करने से पहले सरकार को सभी पिछड़े और दूर−दराज़ के इलाकों में बैंकिंग की व्यवस्था पहुंचानी होगी जिससे समय पर भुगतान हो सके।टिप्पणियां सामाजिक संगठनों से जुड़े और जानकार लोग इतने बड़े तामझाम पर सवाल उठा रहे हैं। निखिल डे का दावा है कि सरकार मौजूदा व्यवस्था के जरिये गरीबों तक योजनाओं का फायदा नहीं पहुंचा पाई। इसलिए नई व्यवस्था लाकर अपनी विफलता को छिपाना चाहती है। जबकि आईआईटी की अर्थशास्त्री रितिका खेड़ा सवाल उठा रही हैं कि कोट कासिम में इस नई योजना के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान ज़रूरतमंदों तक फायदा पहुंचाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम रहा। हालांकि सरकार इस फैसले को 1 जनवरी से 51 ज़िलों में लागू करने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल जो 29 योजनाएं अभी शामिल हैं उनमें कैश ट्रांसफर की तैयारी, स्कॉलरशिप, बुढ़ापे का पेंशन, रसोई गैस और मिट्टी तेल भी हैं। लेकिन, इस नई योजना के दायरे से अनाज और खाद सब्सिडी के साथ−साथ नरेगा भी बाहर है। सामाजिक संगठनों से जुड़े और जानकार लोग इतने बड़े तामझाम पर सवाल उठा रहे हैं। निखिल डे का दावा है कि सरकार मौजूदा व्यवस्था के जरिये गरीबों तक योजनाओं का फायदा नहीं पहुंचा पाई। इसलिए नई व्यवस्था लाकर अपनी विफलता को छिपाना चाहती है। जबकि आईआईटी की अर्थशास्त्री रितिका खेड़ा सवाल उठा रही हैं कि कोट कासिम में इस नई योजना के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान ज़रूरतमंदों तक फायदा पहुंचाने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम रहा। हालांकि सरकार इस फैसले को 1 जनवरी से 51 ज़िलों में लागू करने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल जो 29 योजनाएं अभी शामिल हैं उनमें कैश ट्रांसफर की तैयारी, स्कॉलरशिप, बुढ़ापे का पेंशन, रसोई गैस और मिट्टी तेल भी हैं। लेकिन, इस नई योजना के दायरे से अनाज और खाद सब्सिडी के साथ−साथ नरेगा भी बाहर है। हालांकि सरकार इस फैसले को 1 जनवरी से 51 ज़िलों में लागू करने की तैयारी में जुट गई है। फिलहाल जो 29 योजनाएं अभी शामिल हैं उनमें कैश ट्रांसफर की तैयारी, स्कॉलरशिप, बुढ़ापे का पेंशन, रसोई गैस और मिट्टी तेल भी हैं। लेकिन, इस नई योजना के दायरे से अनाज और खाद सब्सिडी के साथ−साथ नरेगा भी बाहर है।
संक्षिप्त सारांश: 2013 तक सरकार करोड़ों लोगों के अकाउंट में कुल मिलाकर तीन लाख 17 हजार करोड़ रुपये डाल देना चाहती है। यह पैसा बाकायदा माइक्रो एटीएम मशीनों के जरिये लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: रविंदर जडेजा आईसीसी की ताजा एकदिवसीय रैंकिंग में गेंदबाजों की सूची में संयुक्त रूप से शीर्ष पर बने हुए हैं, जबकि विराट कोहली बल्लेबाजों की सूची में चौथे स्थान पर हैं। कोहली भारतीय बल्लेबाजों में सबसे ऊपर हैं। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पहले की तरह की सातवें स्थान पर बने हुए है। उनके बाद सुरेश रैना का नंबर आता है, जो 16वें स्थान पर हैं। गेंदबाजों की सूची में आर अश्विन और भुवनेश्वर कुमार क्रमश: 18वें और 20वें स्थान पर हैं। वेस्टइंडीज के सुनील नारायण और जडेजा संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। जडेजा हालांकि ऑलराउंडरों की सूची में एक पायदान नीचे चौथे स्थान पर खिसक गए हैं। ताजा रैंकिंग ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की एकदिवसीय शृंखला समाप्त होने के बाद जारी की गई। ऑस्ट्रेलिया ने रोस बाउल में पांचवें और आखिरी वनडे में 49 रन से जीत दर्ज करके यह शृंखला 2-1 से जीती। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने पांच विकेट लिए और वह अक्तूबर 2011 के बाद पहली बार शीर्ष दस में जगह बनाने में सफल रहे हैं।टिप्पणियां जॉनसन दसवें स्थान पर हैं। बायर रैनकिन ने 21 पायदान की लंबी छलांग लगाई है और वह 25वें स्थान पर पहुंच गए हैं। जॉर्ज डाक्रेल पांच पायदान उपर 34वें, माजिद हक छह पायदान ऊपर 56वें, केविन ओ ब्रायन तीन पायदान ऊपर 63वें और रवि बोपारा नौ पायदान ऊपर 66वें स्थान पर पहुंच गए हैं। वाटसन ने शृंखला में तीन विकेट भी लिए जिससे वह ऑलराउंडरों की सूची में दो पायदान आगे तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। ऑलराउंडरों की सूची में मोहम्मद हफीज शीर्ष पर जबकि शाकिब अल हसन दूसरे स्थान पर हैं। कोहली भारतीय बल्लेबाजों में सबसे ऊपर हैं। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पहले की तरह की सातवें स्थान पर बने हुए है। उनके बाद सुरेश रैना का नंबर आता है, जो 16वें स्थान पर हैं। गेंदबाजों की सूची में आर अश्विन और भुवनेश्वर कुमार क्रमश: 18वें और 20वें स्थान पर हैं। वेस्टइंडीज के सुनील नारायण और जडेजा संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। जडेजा हालांकि ऑलराउंडरों की सूची में एक पायदान नीचे चौथे स्थान पर खिसक गए हैं। ताजा रैंकिंग ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की एकदिवसीय शृंखला समाप्त होने के बाद जारी की गई। ऑस्ट्रेलिया ने रोस बाउल में पांचवें और आखिरी वनडे में 49 रन से जीत दर्ज करके यह शृंखला 2-1 से जीती। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने पांच विकेट लिए और वह अक्तूबर 2011 के बाद पहली बार शीर्ष दस में जगह बनाने में सफल रहे हैं।टिप्पणियां जॉनसन दसवें स्थान पर हैं। बायर रैनकिन ने 21 पायदान की लंबी छलांग लगाई है और वह 25वें स्थान पर पहुंच गए हैं। जॉर्ज डाक्रेल पांच पायदान उपर 34वें, माजिद हक छह पायदान ऊपर 56वें, केविन ओ ब्रायन तीन पायदान ऊपर 63वें और रवि बोपारा नौ पायदान ऊपर 66वें स्थान पर पहुंच गए हैं। वाटसन ने शृंखला में तीन विकेट भी लिए जिससे वह ऑलराउंडरों की सूची में दो पायदान आगे तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। ऑलराउंडरों की सूची में मोहम्मद हफीज शीर्ष पर जबकि शाकिब अल हसन दूसरे स्थान पर हैं। ताजा रैंकिंग ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की एकदिवसीय शृंखला समाप्त होने के बाद जारी की गई। ऑस्ट्रेलिया ने रोस बाउल में पांचवें और आखिरी वनडे में 49 रन से जीत दर्ज करके यह शृंखला 2-1 से जीती। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने पांच विकेट लिए और वह अक्तूबर 2011 के बाद पहली बार शीर्ष दस में जगह बनाने में सफल रहे हैं।टिप्पणियां जॉनसन दसवें स्थान पर हैं। बायर रैनकिन ने 21 पायदान की लंबी छलांग लगाई है और वह 25वें स्थान पर पहुंच गए हैं। जॉर्ज डाक्रेल पांच पायदान उपर 34वें, माजिद हक छह पायदान ऊपर 56वें, केविन ओ ब्रायन तीन पायदान ऊपर 63वें और रवि बोपारा नौ पायदान ऊपर 66वें स्थान पर पहुंच गए हैं। वाटसन ने शृंखला में तीन विकेट भी लिए जिससे वह ऑलराउंडरों की सूची में दो पायदान आगे तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। ऑलराउंडरों की सूची में मोहम्मद हफीज शीर्ष पर जबकि शाकिब अल हसन दूसरे स्थान पर हैं। जॉनसन दसवें स्थान पर हैं। बायर रैनकिन ने 21 पायदान की लंबी छलांग लगाई है और वह 25वें स्थान पर पहुंच गए हैं। जॉर्ज डाक्रेल पांच पायदान उपर 34वें, माजिद हक छह पायदान ऊपर 56वें, केविन ओ ब्रायन तीन पायदान ऊपर 63वें और रवि बोपारा नौ पायदान ऊपर 66वें स्थान पर पहुंच गए हैं। वाटसन ने शृंखला में तीन विकेट भी लिए जिससे वह ऑलराउंडरों की सूची में दो पायदान आगे तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। ऑलराउंडरों की सूची में मोहम्मद हफीज शीर्ष पर जबकि शाकिब अल हसन दूसरे स्थान पर हैं। वाटसन ने शृंखला में तीन विकेट भी लिए जिससे वह ऑलराउंडरों की सूची में दो पायदान आगे तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। ऑलराउंडरों की सूची में मोहम्मद हफीज शीर्ष पर जबकि शाकिब अल हसन दूसरे स्थान पर हैं।
सारांश: रविंदर जडेजा आईसीसी की ताजा एकदिवसीय रैंकिंग में गेंदबाजों की सूची में संयुक्त रूप से शीर्ष पर बने हुए हैं, जबकि विराट कोहली बल्लेबाजों की सूची में चौथे स्थान पर हैं।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: गौतम गंभीर की चोट के मुद्दे पर अपनी भूमिका के लिए आलोचना झेल रही कोलकाता नाइटराइडर्स ने बृहस्पतिवार को साफ किया कि उसने इस क्रिकेटर की चोट के बारे में बीसीसीआई को सूचित कर दिया था। गंभीर को वेस्टइंडीज दौरे के लिए कार्यवाहक कप्तान बनाया गया था लेकिन इस चोट की वजह से उनका इस श्रृंखला में खेलना संदिग्ध है। गंभीर चोट के बावजूद कल मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल एलीमिनेटर मैच में खेले थे और इस कदम ने अब बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है जिससे यह बहस भी छिड़ गई है कि क्या खिलाड़ी अब देश के बजाय आईपीएल जैसे लुभावने टूर्नामेंटों में खेलने को अधिक तरजीह देते हैं। बीसीसीआई इससे नाराज है और वह जल्द ही गंभीर पर फैसला ले सकता है। अगर गंभीर वेस्टइंडीज नहीं जाते हैं तो सुरेश रैना को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे श्रृंखला के लिए कप्तान नियुक्त किया जा सकता है। केकेआर ने गंभीर को नीलामी में 11.4 करोड़ रूपये में खरीदा था। फ्रेंचाइजी ने कहा कि उसने बीसीसीआई को अपने कप्तान की चोट के बारे में पहले ही सूचित कर दिया था। केकेआर के मुख्य कार्यकारी वेंकी मैसूर ने कहा, पिछला मैच हमने कोलकाता में खेला था, जिसके बाद हमने तुरंत कार्रवाई करते हुए एहतियाती स्कैन कराये थे। इसी आधार पर बीसीसीआई को रिपोर्ट भेजी गयी थी। मैं यह कह सकता हूं कि हमने बीसीसीआई से कोई भी बात नहीं छिपायी थी। मैसूर ने कहा, गौतम ने विश्व कप के बाद केकेआर को बताया था कि उसके कंधे में थोड़ा दर्द है। जाहिर तौर पर विश्व कप और श्रीलंका के खिलाफ विश्व कप फाइनल के दौरान भी उसे यह दर्द था। मुझे लगता है कि कैच लेने की कोशिश में उसका दर्द थोड़ा बढ़ गया है। उन्होंने कहा, जब उसने हमें बताया तो हमने अपनी रिपोर्ट भेज दी। यह बिलकुल ठीक समय में हो गया था। हमें नहीं लगता कि इसके अतिरिक्त किसी कदम की जरूरत थी। बीसीसीआई ने हालांकि इस मुद्दे को हल्के में नहीं लिया है और ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि वह खिलाड़ी और फ्रेंचाइजी के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है। बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी ने कहा, अगर गंभीर चोटिल हैं तो वह आईपीएल से बाहर क्यों नहीं हुए। यह हैरानी भरा है कि चोट ऐसे समय में सामने आई है जब आईपीएल अभियान समाप्त हो गया है। ऐसा समझा जाता है अगले महीने के वेस्टइंडीज दौरे के लिये टीम के कप्तान नियुक्त किए गए गंभीर को यह कंधे की चोट श्रीलंका के खिलाफ पिछले महीने विश्व कप फाइनल में कैच लपकने के दौरान लगी थी। यह चोट बाद में और बढ़ गयी थी जब 22 मई को कोलकाता में मुंबई इंडियंस के खिलाफ अपने अंतिम लीग मैच में वह गेंद रोकने के लिये मैदान पर घिसट गए थे। गंभीर को अभी पता नहीं है कि उनकी कंधे की चोट कितनी गंभीर है क्योंकि वह अब भी एमआरआई स्कैन की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और नहीं जानते कि कितनी क्षति हुई है। केकेआर के फिजियो एंड्रयू लीपस ने बीसीसीआई सचिव एन श्रीनिवासन को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा कि गंभीर को उबरने के लिये चार से छह हफ्ते का समय चाहिए जिसका मतलब है कि इस भारतीय सलामी बल्लेबाज को वेस्टइंडीज के बाद इंग्लैंड के दौरे से भी बाहर होना पड़ सकता है। अपनी रिपोर्ट में लीपस ने लिखा कि इस खिलाड़ी को दो अप्रैल को वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ विश्व कप फाइनल के दौरान मैदान पर गिरने से दायें कंधे में तेज दर्द हुआ था। इसके बाद हुए स्कैन में गंभीर चोट का खुलासा हुआ है जिसके कारण उन्हें चार से छह हफ्ते तक बाहर रहना पड़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम कंधे की शिकायत के साथ आईपीएल के शुरू में कोलकाता आये थे। इस चोट की शुरूआत विश्व कप फाइनल के दौरान हुई थी। जब गंभीर आईपीएल एलीमिनेटर के लिये मुंबई पहुंचे तो उन्होंने मुंबई के मशहूर सर्जन से सलाह दी और एमआरआई स्कैन कराया। गंभीर की अनुपस्थिति से वेस्टइंडीज दौरे पर जा रही भारतीय टीम और कमजोर हो जाएगी क्योंकि बीसीसीआई ने सीनियर खिलाड़ी नियमित कप्तान महंेद्र सिंह धोनी, सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और तेज गेंदबाज जहीर खान को आराम देने का फैसला किया है। वहीं विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की भी कंधे की सर्जरी हुई है।
यह एक सारांश है: कोलकाता नाइटराइडर्स ने साफ किया कि उसने इस क्रिकेटर की चोट के बारे में बीसीसीआई को सूचित कर दिया था।
2
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर होने वाले भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि अगर डॉक्टर उनकी चोटिल जांघ के ऑपरेशन का फैसला करते हैं, तो वह कम से कम तीन महीने के लिए क्रिकेट से बाहर हो जाएंगे. उन्होंने टेस्ट टीम में शामिल किए गए ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को काफी प्रतिभाशाली बताया. रोहित ने एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं नहीं जानता (मैं कितने समय तक क्रिकेट से बाहर रहूंगा), बीसीसीआई मेडिकल टीम डॉक्टरों से संपर्क में है, अब तक जितने भी स्कैन हुए हैं, उन्हें डॉक्टरों को भेज दिया गया है, हम उनकी राय का इंतजार कर रहे हैं कि सर्जरी कराएं या नहीं. अगर हम सर्जरी कराते हैं तो कितने समय की जरूरत होगी.’’ मुंबई के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘अभी चीजें स्पष्ट नहीं हैं. मुझे लगता है कि एक या दो दिन में चीजें और साफ हो जाएंगी कि सर्जरी होगी या नहीं. अगर हम सर्जरी कराते हैं तो यह अहम फैसला होगा. अगर मैं सर्जरी कराता हूं तो तीन या साढ़े तीन महीने तक नहीं खेल पाऊंगा. हम डॉक्टरों की राय का इंतजार कर रहे हैं, देखिए क्या होता है. ’’ चोट की प्रकृति के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘जैसा कि आपने देखा, रन लेते समय मांसपेशियों में खिंचाव आ गया, तब मुझे लगा कि मैं क्रीज तक नहीं पहुंच सकता इसलिये मैं कूद गया. इसके बाद हमारे फिजियो ने मुझसे कहा कि स्कैन कराना जरूरी है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले दो दिन दीवाली थी तो सारे अस्पताल बंद थे, इसलिए हमने एक नवंबर को स्कैन कराया और इसके बाद ही मेडिकल रिपोर्ट बीसीसीआई की मेडिकल टीम को दी गई.’’ टेस्ट टीम में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को शामिल किए जाने के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘हम सभी इंतजार रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि उसे पहला टेस्ट मैच मिले, यह उसके प्रशंसकों, परिवार और दोस्तों के लिए अच्छी खबर होगी.’’ पांड्या मुंबई इंडियंस में रोहित की कप्तानी में खेल चुके हैं.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘उसमें प्रतिभा है, वह तेज गेंद फेंकता है और उसमें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की भी क्षमता है. वह राज्य की टीम के लिए ऐसा कर चुका है. इसलिए मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि वह राष्ट्रीय टीम के लिए भी ऐसा नहीं करेंगे.’’ न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले रोहित को 29 अक्तूबर को विशाखापत्तनम में पांचवें और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान दाएं पैर में चोट लग गई थी. इस 29 साल के खिलाड़ी के नाम वनडे में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का विश्व रिकार्ड है. रोहित ने एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं नहीं जानता (मैं कितने समय तक क्रिकेट से बाहर रहूंगा), बीसीसीआई मेडिकल टीम डॉक्टरों से संपर्क में है, अब तक जितने भी स्कैन हुए हैं, उन्हें डॉक्टरों को भेज दिया गया है, हम उनकी राय का इंतजार कर रहे हैं कि सर्जरी कराएं या नहीं. अगर हम सर्जरी कराते हैं तो कितने समय की जरूरत होगी.’’ मुंबई के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘अभी चीजें स्पष्ट नहीं हैं. मुझे लगता है कि एक या दो दिन में चीजें और साफ हो जाएंगी कि सर्जरी होगी या नहीं. अगर हम सर्जरी कराते हैं तो यह अहम फैसला होगा. अगर मैं सर्जरी कराता हूं तो तीन या साढ़े तीन महीने तक नहीं खेल पाऊंगा. हम डॉक्टरों की राय का इंतजार कर रहे हैं, देखिए क्या होता है. ’’ चोट की प्रकृति के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘जैसा कि आपने देखा, रन लेते समय मांसपेशियों में खिंचाव आ गया, तब मुझे लगा कि मैं क्रीज तक नहीं पहुंच सकता इसलिये मैं कूद गया. इसके बाद हमारे फिजियो ने मुझसे कहा कि स्कैन कराना जरूरी है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले दो दिन दीवाली थी तो सारे अस्पताल बंद थे, इसलिए हमने एक नवंबर को स्कैन कराया और इसके बाद ही मेडिकल रिपोर्ट बीसीसीआई की मेडिकल टीम को दी गई.’’ टेस्ट टीम में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को शामिल किए जाने के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘हम सभी इंतजार रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि उसे पहला टेस्ट मैच मिले, यह उसके प्रशंसकों, परिवार और दोस्तों के लिए अच्छी खबर होगी.’’ पांड्या मुंबई इंडियंस में रोहित की कप्तानी में खेल चुके हैं.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘उसमें प्रतिभा है, वह तेज गेंद फेंकता है और उसमें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की भी क्षमता है. वह राज्य की टीम के लिए ऐसा कर चुका है. इसलिए मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि वह राष्ट्रीय टीम के लिए भी ऐसा नहीं करेंगे.’’ न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले रोहित को 29 अक्तूबर को विशाखापत्तनम में पांचवें और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान दाएं पैर में चोट लग गई थी. इस 29 साल के खिलाड़ी के नाम वनडे में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का विश्व रिकार्ड है. मुंबई के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘अभी चीजें स्पष्ट नहीं हैं. मुझे लगता है कि एक या दो दिन में चीजें और साफ हो जाएंगी कि सर्जरी होगी या नहीं. अगर हम सर्जरी कराते हैं तो यह अहम फैसला होगा. अगर मैं सर्जरी कराता हूं तो तीन या साढ़े तीन महीने तक नहीं खेल पाऊंगा. हम डॉक्टरों की राय का इंतजार कर रहे हैं, देखिए क्या होता है. ’’ चोट की प्रकृति के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘जैसा कि आपने देखा, रन लेते समय मांसपेशियों में खिंचाव आ गया, तब मुझे लगा कि मैं क्रीज तक नहीं पहुंच सकता इसलिये मैं कूद गया. इसके बाद हमारे फिजियो ने मुझसे कहा कि स्कैन कराना जरूरी है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले दो दिन दीवाली थी तो सारे अस्पताल बंद थे, इसलिए हमने एक नवंबर को स्कैन कराया और इसके बाद ही मेडिकल रिपोर्ट बीसीसीआई की मेडिकल टीम को दी गई.’’ टेस्ट टीम में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को शामिल किए जाने के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘हम सभी इंतजार रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि उसे पहला टेस्ट मैच मिले, यह उसके प्रशंसकों, परिवार और दोस्तों के लिए अच्छी खबर होगी.’’ पांड्या मुंबई इंडियंस में रोहित की कप्तानी में खेल चुके हैं.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘उसमें प्रतिभा है, वह तेज गेंद फेंकता है और उसमें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की भी क्षमता है. वह राज्य की टीम के लिए ऐसा कर चुका है. इसलिए मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि वह राष्ट्रीय टीम के लिए भी ऐसा नहीं करेंगे.’’ न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले रोहित को 29 अक्तूबर को विशाखापत्तनम में पांचवें और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान दाएं पैर में चोट लग गई थी. इस 29 साल के खिलाड़ी के नाम वनडे में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का विश्व रिकार्ड है. चोट की प्रकृति के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘जैसा कि आपने देखा, रन लेते समय मांसपेशियों में खिंचाव आ गया, तब मुझे लगा कि मैं क्रीज तक नहीं पहुंच सकता इसलिये मैं कूद गया. इसके बाद हमारे फिजियो ने मुझसे कहा कि स्कैन कराना जरूरी है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले दो दिन दीवाली थी तो सारे अस्पताल बंद थे, इसलिए हमने एक नवंबर को स्कैन कराया और इसके बाद ही मेडिकल रिपोर्ट बीसीसीआई की मेडिकल टीम को दी गई.’’ टेस्ट टीम में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को शामिल किए जाने के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘हम सभी इंतजार रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि उसे पहला टेस्ट मैच मिले, यह उसके प्रशंसकों, परिवार और दोस्तों के लिए अच्छी खबर होगी.’’ पांड्या मुंबई इंडियंस में रोहित की कप्तानी में खेल चुके हैं.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘उसमें प्रतिभा है, वह तेज गेंद फेंकता है और उसमें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की भी क्षमता है. वह राज्य की टीम के लिए ऐसा कर चुका है. इसलिए मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि वह राष्ट्रीय टीम के लिए भी ऐसा नहीं करेंगे.’’ न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले रोहित को 29 अक्तूबर को विशाखापत्तनम में पांचवें और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान दाएं पैर में चोट लग गई थी. इस 29 साल के खिलाड़ी के नाम वनडे में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का विश्व रिकार्ड है. उन्होंने कहा, ‘‘अगले दो दिन दीवाली थी तो सारे अस्पताल बंद थे, इसलिए हमने एक नवंबर को स्कैन कराया और इसके बाद ही मेडिकल रिपोर्ट बीसीसीआई की मेडिकल टीम को दी गई.’’ टेस्ट टीम में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को शामिल किए जाने के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘हम सभी इंतजार रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि उसे पहला टेस्ट मैच मिले, यह उसके प्रशंसकों, परिवार और दोस्तों के लिए अच्छी खबर होगी.’’ पांड्या मुंबई इंडियंस में रोहित की कप्तानी में खेल चुके हैं.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘उसमें प्रतिभा है, वह तेज गेंद फेंकता है और उसमें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की भी क्षमता है. वह राज्य की टीम के लिए ऐसा कर चुका है. इसलिए मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि वह राष्ट्रीय टीम के लिए भी ऐसा नहीं करेंगे.’’ न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले रोहित को 29 अक्तूबर को विशाखापत्तनम में पांचवें और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान दाएं पैर में चोट लग गई थी. इस 29 साल के खिलाड़ी के नाम वनडे में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का विश्व रिकार्ड है. टेस्ट टीम में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को शामिल किए जाने के बारे में पूछने पर रोहित शर्मा ने कहा, ‘‘हम सभी इंतजार रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि उसे पहला टेस्ट मैच मिले, यह उसके प्रशंसकों, परिवार और दोस्तों के लिए अच्छी खबर होगी.’’ पांड्या मुंबई इंडियंस में रोहित की कप्तानी में खेल चुके हैं.टिप्पणियां उन्होंने कहा, ‘‘उसमें प्रतिभा है, वह तेज गेंद फेंकता है और उसमें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की भी क्षमता है. वह राज्य की टीम के लिए ऐसा कर चुका है. इसलिए मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि वह राष्ट्रीय टीम के लिए भी ऐसा नहीं करेंगे.’’ न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले रोहित को 29 अक्तूबर को विशाखापत्तनम में पांचवें और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान दाएं पैर में चोट लग गई थी. इस 29 साल के खिलाड़ी के नाम वनडे में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का विश्व रिकार्ड है. उन्होंने कहा, ‘‘उसमें प्रतिभा है, वह तेज गेंद फेंकता है और उसमें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने की भी क्षमता है. वह राज्य की टीम के लिए ऐसा कर चुका है. इसलिए मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि वह राष्ट्रीय टीम के लिए भी ऐसा नहीं करेंगे.’’ न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले रोहित को 29 अक्तूबर को विशाखापत्तनम में पांचवें और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान दाएं पैर में चोट लग गई थी. इस 29 साल के खिलाड़ी के नाम वनडे में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का विश्व रिकार्ड है. न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले रोहित को 29 अक्तूबर को विशाखापत्तनम में पांचवें और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान दाएं पैर में चोट लग गई थी. इस 29 साल के खिलाड़ी के नाम वनडे में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का विश्व रिकार्ड है.
संक्षिप्त सारांश: रोहित को विशाखापटनम वनडे में जांघ में खिंचाव आ गया था अभी उनकी सर्जरी को लेकर डॉक्टरों ने फैसला नहीं लिया है रोहित इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं
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['hin']
एक सारांश बनाओ: देश की आर्थिक वृद्धि में नरमी और कमजोर मानसून के बावजूद विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक शेयर बाजार में 4,800 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। बाजार नियामक सेबी के आंकड़ों के मुताबिक एक अगस्त से 10 अगस्त के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कुल 17,544 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की, जबकि 12,750 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। इस प्रकार शेयर बाजार में उनका शुद्ध निवेश 4,794 करोड़ रुपये रहा। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि विदेशी निवेशकों ने कमजोर मानसून, आर्थिक नरमी और उच्च ब्याज दरों जैसे मुद्दों से किनारा कर लिया है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार सुधार कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएगी।टिप्पणियां एक शेयर ब्रोकर ने कहा, ‘‘सरकार विवादास्पद सामान्य कर परिवर्जन रोधी नियम (गार) और आयकर कानून में संशोधन को पिछली तारिख से लागू करने से जुड़े मुद्दों पर ठंडा रुख अपनाने का संकेत दे रही है। इससे भारतीय बाजार से दूर हो रहे एफआईआई एक बार फिर भारत की ओर रुख कर रहे हैं।’’ विश्लेषक फर्म डेस्टीमोनी सिक्युरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘भारी मात्रा में एफआईआई निवेश देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद की वजह से नहीं आ रहा है, बल्कि ऐसा मुख्य रूप से ईसीबी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व जैसे वैश्विक कारकों की वजह से हो रहा है। भारत में कमजोर मानसून, आर्थिक वृद्धि दर में सुस्ती जैसे कारकों से चिंता बढ़ी है।’’ बाजार नियामक सेबी के आंकड़ों के मुताबिक एक अगस्त से 10 अगस्त के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कुल 17,544 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की, जबकि 12,750 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। इस प्रकार शेयर बाजार में उनका शुद्ध निवेश 4,794 करोड़ रुपये रहा। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि विदेशी निवेशकों ने कमजोर मानसून, आर्थिक नरमी और उच्च ब्याज दरों जैसे मुद्दों से किनारा कर लिया है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार सुधार कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएगी।टिप्पणियां एक शेयर ब्रोकर ने कहा, ‘‘सरकार विवादास्पद सामान्य कर परिवर्जन रोधी नियम (गार) और आयकर कानून में संशोधन को पिछली तारिख से लागू करने से जुड़े मुद्दों पर ठंडा रुख अपनाने का संकेत दे रही है। इससे भारतीय बाजार से दूर हो रहे एफआईआई एक बार फिर भारत की ओर रुख कर रहे हैं।’’ विश्लेषक फर्म डेस्टीमोनी सिक्युरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘भारी मात्रा में एफआईआई निवेश देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद की वजह से नहीं आ रहा है, बल्कि ऐसा मुख्य रूप से ईसीबी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व जैसे वैश्विक कारकों की वजह से हो रहा है। भारत में कमजोर मानसून, आर्थिक वृद्धि दर में सुस्ती जैसे कारकों से चिंता बढ़ी है।’’ बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि विदेशी निवेशकों ने कमजोर मानसून, आर्थिक नरमी और उच्च ब्याज दरों जैसे मुद्दों से किनारा कर लिया है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार सुधार कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएगी।टिप्पणियां एक शेयर ब्रोकर ने कहा, ‘‘सरकार विवादास्पद सामान्य कर परिवर्जन रोधी नियम (गार) और आयकर कानून में संशोधन को पिछली तारिख से लागू करने से जुड़े मुद्दों पर ठंडा रुख अपनाने का संकेत दे रही है। इससे भारतीय बाजार से दूर हो रहे एफआईआई एक बार फिर भारत की ओर रुख कर रहे हैं।’’ विश्लेषक फर्म डेस्टीमोनी सिक्युरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘भारी मात्रा में एफआईआई निवेश देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद की वजह से नहीं आ रहा है, बल्कि ऐसा मुख्य रूप से ईसीबी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व जैसे वैश्विक कारकों की वजह से हो रहा है। भारत में कमजोर मानसून, आर्थिक वृद्धि दर में सुस्ती जैसे कारकों से चिंता बढ़ी है।’’ एक शेयर ब्रोकर ने कहा, ‘‘सरकार विवादास्पद सामान्य कर परिवर्जन रोधी नियम (गार) और आयकर कानून में संशोधन को पिछली तारिख से लागू करने से जुड़े मुद्दों पर ठंडा रुख अपनाने का संकेत दे रही है। इससे भारतीय बाजार से दूर हो रहे एफआईआई एक बार फिर भारत की ओर रुख कर रहे हैं।’’ विश्लेषक फर्म डेस्टीमोनी सिक्युरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘भारी मात्रा में एफआईआई निवेश देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद की वजह से नहीं आ रहा है, बल्कि ऐसा मुख्य रूप से ईसीबी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व जैसे वैश्विक कारकों की वजह से हो रहा है। भारत में कमजोर मानसून, आर्थिक वृद्धि दर में सुस्ती जैसे कारकों से चिंता बढ़ी है।’’ विश्लेषक फर्म डेस्टीमोनी सिक्युरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘‘भारी मात्रा में एफआईआई निवेश देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद की वजह से नहीं आ रहा है, बल्कि ऐसा मुख्य रूप से ईसीबी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व जैसे वैश्विक कारकों की वजह से हो रहा है। भारत में कमजोर मानसून, आर्थिक वृद्धि दर में सुस्ती जैसे कारकों से चिंता बढ़ी है।’’
देश की आर्थिक वृद्धि में नरमी और कमजोर मानसून के बावजूद विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक शेयर बाजार में 4,800 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है।
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को एनडीएमसी अधिकारी एमएम खान मामले में उपराज्यपाल नजीब जंग की भूमिका को 'संदिग्ध' बताते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की। आप की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडेय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मामले में उनकी (जंग की) भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने खान के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एनडीएमसी को क्यों लिखा? हम लोग उपराज्यपाल की गिरफ्तारी और उनको पद से हटाने की मांग करते हैं।' उन्होंने कहा, 'हम लोग साथ ही मांग करते है कि दिल्ली पुलिस उपराज्यपाल को रिपोर्ट करना बंद करे और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करे।' यह प्रकाश में आया है कि दिल्ली के होटल व्यवसायी रमेश कक्कड़ से रिश्वत लेने से कथित तौर पर इनकार करने के कारण हुई खान की हत्या के एक दिन बाद जंग के कार्यालय ने खान के खिलाफ कक्कड़ की याचिका को कथित तौर पर एनडीएमसी को भेजा था और कानून के आधार पर कार्रवाई करने को कहा था।टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में संपत्ति अधिकारी के तौर पर तैनात खान की जामिया नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के ठीक अगले दिन उन्हें होटल ‘द कनॉट’ के पट्टे को लेकर अंतिम निर्णय देना था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आप की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडेय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मामले में उनकी (जंग की) भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने खान के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एनडीएमसी को क्यों लिखा? हम लोग उपराज्यपाल की गिरफ्तारी और उनको पद से हटाने की मांग करते हैं।' उन्होंने कहा, 'हम लोग साथ ही मांग करते है कि दिल्ली पुलिस उपराज्यपाल को रिपोर्ट करना बंद करे और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करे।' यह प्रकाश में आया है कि दिल्ली के होटल व्यवसायी रमेश कक्कड़ से रिश्वत लेने से कथित तौर पर इनकार करने के कारण हुई खान की हत्या के एक दिन बाद जंग के कार्यालय ने खान के खिलाफ कक्कड़ की याचिका को कथित तौर पर एनडीएमसी को भेजा था और कानून के आधार पर कार्रवाई करने को कहा था।टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में संपत्ति अधिकारी के तौर पर तैनात खान की जामिया नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के ठीक अगले दिन उन्हें होटल ‘द कनॉट’ के पट्टे को लेकर अंतिम निर्णय देना था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'हम लोग साथ ही मांग करते है कि दिल्ली पुलिस उपराज्यपाल को रिपोर्ट करना बंद करे और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करे।' यह प्रकाश में आया है कि दिल्ली के होटल व्यवसायी रमेश कक्कड़ से रिश्वत लेने से कथित तौर पर इनकार करने के कारण हुई खान की हत्या के एक दिन बाद जंग के कार्यालय ने खान के खिलाफ कक्कड़ की याचिका को कथित तौर पर एनडीएमसी को भेजा था और कानून के आधार पर कार्रवाई करने को कहा था।टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में संपत्ति अधिकारी के तौर पर तैनात खान की जामिया नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के ठीक अगले दिन उन्हें होटल ‘द कनॉट’ के पट्टे को लेकर अंतिम निर्णय देना था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उल्‍लेखनीय है कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में संपत्ति अधिकारी के तौर पर तैनात खान की जामिया नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के ठीक अगले दिन उन्हें होटल ‘द कनॉट’ के पट्टे को लेकर अंतिम निर्णय देना था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एलजी जंग की भूमिका को बताया 'संदिग्ध' आप ने उनको पद से हटाने की मांग की एलजी ने खान के खिलाफ याचिका को एनडीएमसी के पास भेजा था
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['hin']
एक सारांश बनाओ: अमेरिका की मुख्य भूमि और प्रशांत एवं दक्षिण कोरिया के सैन्य ठिकानों पर रणनीतिक रॉकेट हमलों के लिए उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने आज तैयारी करने का आदेश दिया है।टिप्पणियां किम ने बताया कि शीर्ष सैन्य कमांडरों के साथ रात में बुलाई गई आपात बैठक के दौरान यह आदेश जारी किया गया। आदेश में दक्षिण कोरिया के साथ चल रहे अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभियान के दौरान परमाणु सक्षम यूएस बी-2 रडार से बच निकलने वाले बम वर्षक विमानों का उपयोग करने की बात कही गई है। सरकारी कोरियाई सेन्ट्रल न्यूज एजेंसी ने किम के हवाले से बताया है कि अमेरिकी उत्तेजना के कारण किसी भी कार्रवाई पर उत्तर कोरियाई सैनिकों को अमेरिकी मुख्य भूमि...हवाई, गुआम और दक्षिण कोरिया सहित प्रशांत के सैन्य ठिकानों पर हमला करना चाहिए। किम ने बताया कि शीर्ष सैन्य कमांडरों के साथ रात में बुलाई गई आपात बैठक के दौरान यह आदेश जारी किया गया। आदेश में दक्षिण कोरिया के साथ चल रहे अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभियान के दौरान परमाणु सक्षम यूएस बी-2 रडार से बच निकलने वाले बम वर्षक विमानों का उपयोग करने की बात कही गई है। सरकारी कोरियाई सेन्ट्रल न्यूज एजेंसी ने किम के हवाले से बताया है कि अमेरिकी उत्तेजना के कारण किसी भी कार्रवाई पर उत्तर कोरियाई सैनिकों को अमेरिकी मुख्य भूमि...हवाई, गुआम और दक्षिण कोरिया सहित प्रशांत के सैन्य ठिकानों पर हमला करना चाहिए। सरकारी कोरियाई सेन्ट्रल न्यूज एजेंसी ने किम के हवाले से बताया है कि अमेरिकी उत्तेजना के कारण किसी भी कार्रवाई पर उत्तर कोरियाई सैनिकों को अमेरिकी मुख्य भूमि...हवाई, गुआम और दक्षिण कोरिया सहित प्रशांत के सैन्य ठिकानों पर हमला करना चाहिए।
संक्षिप्त सारांश: अमेरिका की मुख्य भूमि और प्रशांत एवं दक्षिण कोरिया के सैन्य ठिकानों पर रणनीतिक रॉकेट हमलों के लिए उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने आज तैयारी करने का आदेश दिया है।
8
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को बम्बई उच्च न्यायालय के उस फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देने का फैसला किया, जिसमें न्यायालय ने उसके द्वारा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग मामलों की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय समिति को अवैध और असंवैधानिक करार दिया था। राजधानी में शुक्रवार को बीसीसीआई की कार्यकारिणी की बैठक होनी थी लेकिन इसकी अध्यक्षता कौन करेगा, इस मुद्दे पर आमराय नहीं बन पाने के बाद इसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया। बोर्ड के सदस्य इस बात को लेकर आम राय नहीं बना सके कि एन. श्रीनिवासन को बैठक की अध्यक्षता करनी चाहिए या नहीं। जगमोहन डालमिया कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम करते रहेंगे। बीसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रत्नाकर शेट्टी ने कहा कि बोर्ड सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) दायर करेगा। शेट्टी ने कहा कि बीसीसीआई की कार्यकारिणी की अगली बैठक कानूनी मामले हल होने के बाद आयोजित की जाएगी। शेट्टी ने कहा, "अरुण जेटली ने बम्बई उच्च न्यायालय के फैसले को आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक में पढ़कर सुनाया। इसके बाद इस फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी लाने का फैसला किया गया।" सूत्रों ने कहा कि बीसीसीआई संविधान के मुताबिक कार्यकारिणी की बैठक एक सप्ताह में दो बार नहीं हो सकती। बीते रविवार को ही कोलकाता में कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उस बैठक में बीसीसीआई की दो सदस्यीय जांच समिति ने आईपीएल में सट्टेबाजी मामले की रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन और राजस्थान रायल्स टीम के सहमालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी के आरोपों से बरी कर दिया गया था। बाद में बम्बई उच्च न्यायालय ने इस समिति को अवैध करार दिया था लेकिन श्रीनिवासन इसके बावजूद बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वापसी को आमादा थे। श्रीनिवासन ने अपने दामाद की गिफ्तारी के बाद सक्रिय कामकाज से हाथ खींच लिया था। इसके बाद बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डालमिया को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। डालमिया ने आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था। शुक्रवार की बैठक में श्रीनिवासन अध्यक्ष के तौर पर वापसी चाहते थे लेकिन बोर्ड के कई सदस्य इसके खिलाफ दिखे। श्रीनिवासन ने अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ लम्बी बातचीत की। इन तीनों की मुलाकात आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक से पहले हुई। इसी बैठक के बाद बीसीसीआई कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। राजधानी में शुक्रवार को बीसीसीआई की कार्यकारिणी की बैठक होनी थी लेकिन इसकी अध्यक्षता कौन करेगा, इस मुद्दे पर आमराय नहीं बन पाने के बाद इसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया। बोर्ड के सदस्य इस बात को लेकर आम राय नहीं बना सके कि एन. श्रीनिवासन को बैठक की अध्यक्षता करनी चाहिए या नहीं। जगमोहन डालमिया कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम करते रहेंगे। बीसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रत्नाकर शेट्टी ने कहा कि बोर्ड सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) दायर करेगा। शेट्टी ने कहा कि बीसीसीआई की कार्यकारिणी की अगली बैठक कानूनी मामले हल होने के बाद आयोजित की जाएगी। शेट्टी ने कहा, "अरुण जेटली ने बम्बई उच्च न्यायालय के फैसले को आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक में पढ़कर सुनाया। इसके बाद इस फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी लाने का फैसला किया गया।" सूत्रों ने कहा कि बीसीसीआई संविधान के मुताबिक कार्यकारिणी की बैठक एक सप्ताह में दो बार नहीं हो सकती। बीते रविवार को ही कोलकाता में कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उस बैठक में बीसीसीआई की दो सदस्यीय जांच समिति ने आईपीएल में सट्टेबाजी मामले की रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन और राजस्थान रायल्स टीम के सहमालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी के आरोपों से बरी कर दिया गया था। बाद में बम्बई उच्च न्यायालय ने इस समिति को अवैध करार दिया था लेकिन श्रीनिवासन इसके बावजूद बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वापसी को आमादा थे। श्रीनिवासन ने अपने दामाद की गिफ्तारी के बाद सक्रिय कामकाज से हाथ खींच लिया था। इसके बाद बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डालमिया को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। डालमिया ने आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था। शुक्रवार की बैठक में श्रीनिवासन अध्यक्ष के तौर पर वापसी चाहते थे लेकिन बोर्ड के कई सदस्य इसके खिलाफ दिखे। श्रीनिवासन ने अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ लम्बी बातचीत की। इन तीनों की मुलाकात आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक से पहले हुई। इसी बैठक के बाद बीसीसीआई कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। बोर्ड के सदस्य इस बात को लेकर आम राय नहीं बना सके कि एन. श्रीनिवासन को बैठक की अध्यक्षता करनी चाहिए या नहीं। जगमोहन डालमिया कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम करते रहेंगे। बीसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रत्नाकर शेट्टी ने कहा कि बोर्ड सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) दायर करेगा। शेट्टी ने कहा कि बीसीसीआई की कार्यकारिणी की अगली बैठक कानूनी मामले हल होने के बाद आयोजित की जाएगी। शेट्टी ने कहा, "अरुण जेटली ने बम्बई उच्च न्यायालय के फैसले को आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक में पढ़कर सुनाया। इसके बाद इस फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी लाने का फैसला किया गया।" सूत्रों ने कहा कि बीसीसीआई संविधान के मुताबिक कार्यकारिणी की बैठक एक सप्ताह में दो बार नहीं हो सकती। बीते रविवार को ही कोलकाता में कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उस बैठक में बीसीसीआई की दो सदस्यीय जांच समिति ने आईपीएल में सट्टेबाजी मामले की रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन और राजस्थान रायल्स टीम के सहमालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी के आरोपों से बरी कर दिया गया था। बाद में बम्बई उच्च न्यायालय ने इस समिति को अवैध करार दिया था लेकिन श्रीनिवासन इसके बावजूद बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वापसी को आमादा थे। श्रीनिवासन ने अपने दामाद की गिफ्तारी के बाद सक्रिय कामकाज से हाथ खींच लिया था। इसके बाद बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डालमिया को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। डालमिया ने आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था। शुक्रवार की बैठक में श्रीनिवासन अध्यक्ष के तौर पर वापसी चाहते थे लेकिन बोर्ड के कई सदस्य इसके खिलाफ दिखे। श्रीनिवासन ने अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ लम्बी बातचीत की। इन तीनों की मुलाकात आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक से पहले हुई। इसी बैठक के बाद बीसीसीआई कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। बीसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रत्नाकर शेट्टी ने कहा कि बोर्ड सर्वोच्च न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) दायर करेगा। शेट्टी ने कहा कि बीसीसीआई की कार्यकारिणी की अगली बैठक कानूनी मामले हल होने के बाद आयोजित की जाएगी। शेट्टी ने कहा, "अरुण जेटली ने बम्बई उच्च न्यायालय के फैसले को आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक में पढ़कर सुनाया। इसके बाद इस फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी लाने का फैसला किया गया।" सूत्रों ने कहा कि बीसीसीआई संविधान के मुताबिक कार्यकारिणी की बैठक एक सप्ताह में दो बार नहीं हो सकती। बीते रविवार को ही कोलकाता में कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उस बैठक में बीसीसीआई की दो सदस्यीय जांच समिति ने आईपीएल में सट्टेबाजी मामले की रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन और राजस्थान रायल्स टीम के सहमालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी के आरोपों से बरी कर दिया गया था। बाद में बम्बई उच्च न्यायालय ने इस समिति को अवैध करार दिया था लेकिन श्रीनिवासन इसके बावजूद बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वापसी को आमादा थे। श्रीनिवासन ने अपने दामाद की गिफ्तारी के बाद सक्रिय कामकाज से हाथ खींच लिया था। इसके बाद बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डालमिया को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। डालमिया ने आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था। शुक्रवार की बैठक में श्रीनिवासन अध्यक्ष के तौर पर वापसी चाहते थे लेकिन बोर्ड के कई सदस्य इसके खिलाफ दिखे। श्रीनिवासन ने अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ लम्बी बातचीत की। इन तीनों की मुलाकात आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक से पहले हुई। इसी बैठक के बाद बीसीसीआई कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। शेट्टी ने कहा, "अरुण जेटली ने बम्बई उच्च न्यायालय के फैसले को आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक में पढ़कर सुनाया। इसके बाद इस फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी लाने का फैसला किया गया।" सूत्रों ने कहा कि बीसीसीआई संविधान के मुताबिक कार्यकारिणी की बैठक एक सप्ताह में दो बार नहीं हो सकती। बीते रविवार को ही कोलकाता में कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उस बैठक में बीसीसीआई की दो सदस्यीय जांच समिति ने आईपीएल में सट्टेबाजी मामले की रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन और राजस्थान रायल्स टीम के सहमालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी के आरोपों से बरी कर दिया गया था। बाद में बम्बई उच्च न्यायालय ने इस समिति को अवैध करार दिया था लेकिन श्रीनिवासन इसके बावजूद बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वापसी को आमादा थे। श्रीनिवासन ने अपने दामाद की गिफ्तारी के बाद सक्रिय कामकाज से हाथ खींच लिया था। इसके बाद बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डालमिया को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। डालमिया ने आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था। शुक्रवार की बैठक में श्रीनिवासन अध्यक्ष के तौर पर वापसी चाहते थे लेकिन बोर्ड के कई सदस्य इसके खिलाफ दिखे। श्रीनिवासन ने अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ लम्बी बातचीत की। इन तीनों की मुलाकात आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक से पहले हुई। इसी बैठक के बाद बीसीसीआई कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। सूत्रों ने कहा कि बीसीसीआई संविधान के मुताबिक कार्यकारिणी की बैठक एक सप्ताह में दो बार नहीं हो सकती। बीते रविवार को ही कोलकाता में कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उस बैठक में बीसीसीआई की दो सदस्यीय जांच समिति ने आईपीएल में सट्टेबाजी मामले की रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मय्यप्पन और राजस्थान रायल्स टीम के सहमालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी के आरोपों से बरी कर दिया गया था। बाद में बम्बई उच्च न्यायालय ने इस समिति को अवैध करार दिया था लेकिन श्रीनिवासन इसके बावजूद बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वापसी को आमादा थे। श्रीनिवासन ने अपने दामाद की गिफ्तारी के बाद सक्रिय कामकाज से हाथ खींच लिया था। इसके बाद बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डालमिया को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। डालमिया ने आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था। शुक्रवार की बैठक में श्रीनिवासन अध्यक्ष के तौर पर वापसी चाहते थे लेकिन बोर्ड के कई सदस्य इसके खिलाफ दिखे। श्रीनिवासन ने अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ लम्बी बातचीत की। इन तीनों की मुलाकात आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक से पहले हुई। इसी बैठक के बाद बीसीसीआई कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। बाद में बम्बई उच्च न्यायालय ने इस समिति को अवैध करार दिया था लेकिन श्रीनिवासन इसके बावजूद बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर वापसी को आमादा थे। श्रीनिवासन ने अपने दामाद की गिफ्तारी के बाद सक्रिय कामकाज से हाथ खींच लिया था। इसके बाद बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डालमिया को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। डालमिया ने आईसीसी की बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व किया था। शुक्रवार की बैठक में श्रीनिवासन अध्यक्ष के तौर पर वापसी चाहते थे लेकिन बोर्ड के कई सदस्य इसके खिलाफ दिखे। श्रीनिवासन ने अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ लम्बी बातचीत की। इन तीनों की मुलाकात आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक से पहले हुई। इसी बैठक के बाद बीसीसीआई कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। शुक्रवार की बैठक में श्रीनिवासन अध्यक्ष के तौर पर वापसी चाहते थे लेकिन बोर्ड के कई सदस्य इसके खिलाफ दिखे। श्रीनिवासन ने अरुण जेटली और आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ लम्बी बातचीत की। इन तीनों की मुलाकात आईपीएल गवर्निग काउंसिल की बैठक से पहले हुई। इसी बैठक के बाद बीसीसीआई कार्यकारिणी की बैठक होनी थी। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। सूत्रों का कहना है कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल का सदस्य नहीं होने के बावजूद श्रीनिवासन जबरदस्ती आईपीएल की बैठक में पहुंच गए। श्रीनिवासन बोर्ड अध्यक्ष का कामकाज अपने हाथ में लेने को आतुर दिखे लेकिन इस मामले में उन्हें पुरजोर समर्थन नहीं मिल सका। इसी के बाद बोर्ड ने सर्वोच्च न्यायालय जाने का फैसला किया।टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। उल्लेखनीय है कि बम्बई उच्च न्यायालय ने 30 जुलाई को बीसीसीआई को करारा झटका देते हुए उसके द्वारा गठित समिति को अवैध करार दिया था। न्यायालय ने बिहार एवं झारखंड क्रिकेट संघों द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले की नए सिरे से जांच की जरूरत है। न्यायालय ने साथ ही साथ इस समिति के गठन पर सवाल खड़े किए थे। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है। उच्च न्यायालय ने कहा था कि बीसीसीआई मैच और स्पॉट फिक्सिंग जैसे गम्भीर मामलों की जांच खुद कैसे करा सकता है। उसे इन मामलों की सुनवाई के लिए समिति गठित करने का कोई अधिकार नहीं है। बोर्ड की इस समिति में सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. बालासुब्रमण्यन और जयराम टी. चौटा शामिल थे। ये पी. रमन के करीबी हैं। रमन को मय्यप्पन के वकील के तौर पर जाना जाता है।
सारांश: बीसीसीआई ने बम्बई उच्च न्यायालय के उस फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देने का फैसला किया, जिसमें न्यायालय ने उसके द्वारा आईपीएल में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग मामलों की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय समिति को अवैध और असंवैधानिक करार दिया था।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली आए हुए हैं। इस बैठक में 12वीं पंचवर्षीय योजना को आखिरी रूप देने पर चर्चा हो रही है। इस बैठक में दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री भी हैं, लेकिन तीसरी बार जीतकर आए नरेंद्र मोदी पर सबसे ज्यादा नजर है।टिप्पणियां नरेंद्र मोदी बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के घर भी जा रहे हैं। उसके बाद शाम को साढ़े चार बजे वह बीजेपी दफ्तर जाएंगे, जहां उनके सम्मान में एक खास कार्यक्रम रखा गया है। इससे पहले, मोदी ने बुधवार को अपने शपथ ग्रहण समारोह में जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जयललिता के साथ राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे और प्रकाश सिंह बादल के साथ बीजेपी के कई आला नेता और मुख्यमंत्री मंच पर दिखे। हालांकि एनडीए का हिस्सा होने के नाते कमी सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष शरद यादव की दिखाई दी। नरेंद्र मोदी बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के घर भी जा रहे हैं। उसके बाद शाम को साढ़े चार बजे वह बीजेपी दफ्तर जाएंगे, जहां उनके सम्मान में एक खास कार्यक्रम रखा गया है। इससे पहले, मोदी ने बुधवार को अपने शपथ ग्रहण समारोह में जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जयललिता के साथ राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे और प्रकाश सिंह बादल के साथ बीजेपी के कई आला नेता और मुख्यमंत्री मंच पर दिखे। हालांकि एनडीए का हिस्सा होने के नाते कमी सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष शरद यादव की दिखाई दी। इससे पहले, मोदी ने बुधवार को अपने शपथ ग्रहण समारोह में जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जयललिता के साथ राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे और प्रकाश सिंह बादल के साथ बीजेपी के कई आला नेता और मुख्यमंत्री मंच पर दिखे। हालांकि एनडीए का हिस्सा होने के नाते कमी सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष शरद यादव की दिखाई दी।
संक्षिप्त पाठ: राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली आए हुए हैं। बैठक में दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री भी हैं, लेकिन तीसरी बार जीतकर आए नरेंद्र मोदी पर सबसे ज्यादा नजर है।
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['hin']