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इस पाठ का सारांश बनाएं: बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का दाम बुधवार को 86 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ा दिया गया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढ़ने की वजह से यह बढ़ोतरी की गई है. बिना सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर अब 737.50 रुपये में मिलेगा. बिना सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर उन लोगों को लेना होता है, जिन्होंने गैस-सब्सिडी छोड़ दी है या फिर जिनका 14.2 किलो के सब्सिडीशुदा 12 सिलेंडर का कोटा पूरा हो चुका है. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने यह जानकारी दी.
बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम में यह एकमुश्त अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है. इससे पहले 1 फरवरी को इसके दाम में 66.5 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी. बिना-सब्सिडी वाले 14.2 किलो के सिलेंडर का दाम मंगलवार तक 651.50 रुपये था.टिप्पणियां
अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम अक्टूबर, 2016 के बाद से बढ़ रहे हैं. सितंबर, 2016 में दिल्ली में बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 466.50 रुपये का था. उसके बाद से छह किस्तों में यह 271 रुपये यानी 58 प्रतिशत महंगा हो चुका है. तेल कंपनियों ने इसके साथ ही विमान ईंधन के दाम भी 214 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़ाकर 54,293.38 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिए. इससे पहले इसमें 1 फरवरी को तीन प्रतिशत वृद्धि की गई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम में यह एकमुश्त अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है. इससे पहले 1 फरवरी को इसके दाम में 66.5 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी. बिना-सब्सिडी वाले 14.2 किलो के सिलेंडर का दाम मंगलवार तक 651.50 रुपये था.टिप्पणियां
अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम अक्टूबर, 2016 के बाद से बढ़ रहे हैं. सितंबर, 2016 में दिल्ली में बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 466.50 रुपये का था. उसके बाद से छह किस्तों में यह 271 रुपये यानी 58 प्रतिशत महंगा हो चुका है. तेल कंपनियों ने इसके साथ ही विमान ईंधन के दाम भी 214 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़ाकर 54,293.38 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिए. इससे पहले इसमें 1 फरवरी को तीन प्रतिशत वृद्धि की गई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम अक्टूबर, 2016 के बाद से बढ़ रहे हैं. सितंबर, 2016 में दिल्ली में बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 466.50 रुपये का था. उसके बाद से छह किस्तों में यह 271 रुपये यानी 58 प्रतिशत महंगा हो चुका है. तेल कंपनियों ने इसके साथ ही विमान ईंधन के दाम भी 214 रुपये प्रति किलोलीटर बढ़ाकर 54,293.38 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिए. इससे पहले इसमें 1 फरवरी को तीन प्रतिशत वृद्धि की गई थी. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ने का असर
बिना सब्सिडी वाला LPG सिलेंडर अब 737.50 रुपये में मिलेगा
1 फरवरी को इसके दाम में 66.5 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी | 25 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बॉलीवुड फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्क़ा' को सेंसर बोर्ड द्वारा बैन किए जाने से मनोरंजन जगत की कई हस्तियां नाराज हैं. फिल्म के निर्माता प्रकाश झा ने कहा है कि वह बैन के खिलाफ ट्रिब्यूनल में अपील करेंगे. उन्होंने एएनआई से कहा, 'हां, जैसे मैंने पहले भी किया है, ट्रिब्यूनल में फिर अपील करूंगा, वही इकलौता विकल्प है.' झा ने यह भी कहा कि सेंसर बोर्ड के पास फिल्मों पर कैंची चलाने की ताकत नहीं होनी चाहिए. अलंकृता श्रीवास्तव के निर्देशन में बनी इस फिल्म को प्रकाश झा ने प्रोड्यूस किया है, फिल्म में कोंकणा सेन, रत्ना पाठक शाह, विक्रांत मैसी, अहाना कुमरा, प्लाबिता बोरठाकुर और शशांक अरोड़ा ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
प्रकाश झा ने एएनआई से बात करते हुए कहा, 'सीबीएफसी में कुछ ऐसे लोग हैं जिनकी सोचने का अपना एक तरीका है और वह गाइडलाइन्स को अपने हिसाब से तय कर लेते हैं. बाकी लोग आएंगे और वह इन नियमों को अपने हिसाब से तय करेंगे. जब भी इस तरह की आजादी दी जाती है, ऐसी समस्या तो रहेगी ही. जब भी हमारे पास फैसला लेने की ताकत होगी, ऐसा ही होगा.'
बता दें कि सेंसर बोर्ड इससे पहले प्रकाश झा की फिल्म 'जय गंगाजल' और 'राजनीति' को भी एडिट करने के निर्देश दे चुके हैं. प्रकाश झा ने एएनआई को कहा, 'बोर्ड से पहले भी मुझे समस्या होती रही है और यह अक्सर होता है. लेकिन मेरी डायरेक्टर पहलाज निहलानी से कोई परेशानी नहीं है.'टिप्पणियांसेंसर बोर्ड ने कई पुरस्कार जीत चुकी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को प्रमाणपत्र देने से इंकार कर दिया है. इसकी वजह बताते हुए सेंसर बोर्ड ने लिखा है कि यह कुछ ज्यादा ही महिला केंद्रित है. फिल्म के यौन दृश्यों और भाषा पर भी बोर्ड ने आपत्ति जताई है.
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म के निर्माता प्रकाश झा को एक पत्र भेजा है जिसमें फिल्म को प्रमाणित नहीं किए जाने का कारण लिखा है, 'फिल्म की कहानी महिला केंद्रित है और उनकी जीवन से परे फैंटेसियों पर आधारित है. इसमें यौन दृश्य, अपमानजनक शब्द और अश्लील ऑडियो हैं. यह फिल्म समाज के एक विशेष तबके के प्रति अधिक संवेदनशील है. इसलिए फिल्म को प्रमाणीकरण के लिए अस्वीकृत किया जाता है.'
प्रकाश झा ने एएनआई से बात करते हुए कहा, 'सीबीएफसी में कुछ ऐसे लोग हैं जिनकी सोचने का अपना एक तरीका है और वह गाइडलाइन्स को अपने हिसाब से तय कर लेते हैं. बाकी लोग आएंगे और वह इन नियमों को अपने हिसाब से तय करेंगे. जब भी इस तरह की आजादी दी जाती है, ऐसी समस्या तो रहेगी ही. जब भी हमारे पास फैसला लेने की ताकत होगी, ऐसा ही होगा.'
बता दें कि सेंसर बोर्ड इससे पहले प्रकाश झा की फिल्म 'जय गंगाजल' और 'राजनीति' को भी एडिट करने के निर्देश दे चुके हैं. प्रकाश झा ने एएनआई को कहा, 'बोर्ड से पहले भी मुझे समस्या होती रही है और यह अक्सर होता है. लेकिन मेरी डायरेक्टर पहलाज निहलानी से कोई परेशानी नहीं है.'टिप्पणियांसेंसर बोर्ड ने कई पुरस्कार जीत चुकी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को प्रमाणपत्र देने से इंकार कर दिया है. इसकी वजह बताते हुए सेंसर बोर्ड ने लिखा है कि यह कुछ ज्यादा ही महिला केंद्रित है. फिल्म के यौन दृश्यों और भाषा पर भी बोर्ड ने आपत्ति जताई है.
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म के निर्माता प्रकाश झा को एक पत्र भेजा है जिसमें फिल्म को प्रमाणित नहीं किए जाने का कारण लिखा है, 'फिल्म की कहानी महिला केंद्रित है और उनकी जीवन से परे फैंटेसियों पर आधारित है. इसमें यौन दृश्य, अपमानजनक शब्द और अश्लील ऑडियो हैं. यह फिल्म समाज के एक विशेष तबके के प्रति अधिक संवेदनशील है. इसलिए फिल्म को प्रमाणीकरण के लिए अस्वीकृत किया जाता है.'
बता दें कि सेंसर बोर्ड इससे पहले प्रकाश झा की फिल्म 'जय गंगाजल' और 'राजनीति' को भी एडिट करने के निर्देश दे चुके हैं. प्रकाश झा ने एएनआई को कहा, 'बोर्ड से पहले भी मुझे समस्या होती रही है और यह अक्सर होता है. लेकिन मेरी डायरेक्टर पहलाज निहलानी से कोई परेशानी नहीं है.'टिप्पणियांसेंसर बोर्ड ने कई पुरस्कार जीत चुकी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को प्रमाणपत्र देने से इंकार कर दिया है. इसकी वजह बताते हुए सेंसर बोर्ड ने लिखा है कि यह कुछ ज्यादा ही महिला केंद्रित है. फिल्म के यौन दृश्यों और भाषा पर भी बोर्ड ने आपत्ति जताई है.
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म के निर्माता प्रकाश झा को एक पत्र भेजा है जिसमें फिल्म को प्रमाणित नहीं किए जाने का कारण लिखा है, 'फिल्म की कहानी महिला केंद्रित है और उनकी जीवन से परे फैंटेसियों पर आधारित है. इसमें यौन दृश्य, अपमानजनक शब्द और अश्लील ऑडियो हैं. यह फिल्म समाज के एक विशेष तबके के प्रति अधिक संवेदनशील है. इसलिए फिल्म को प्रमाणीकरण के लिए अस्वीकृत किया जाता है.'
सेंसर बोर्ड ने कई पुरस्कार जीत चुकी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को प्रमाणपत्र देने से इंकार कर दिया है. इसकी वजह बताते हुए सेंसर बोर्ड ने लिखा है कि यह कुछ ज्यादा ही महिला केंद्रित है. फिल्म के यौन दृश्यों और भाषा पर भी बोर्ड ने आपत्ति जताई है.
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म के निर्माता प्रकाश झा को एक पत्र भेजा है जिसमें फिल्म को प्रमाणित नहीं किए जाने का कारण लिखा है, 'फिल्म की कहानी महिला केंद्रित है और उनकी जीवन से परे फैंटेसियों पर आधारित है. इसमें यौन दृश्य, अपमानजनक शब्द और अश्लील ऑडियो हैं. यह फिल्म समाज के एक विशेष तबके के प्रति अधिक संवेदनशील है. इसलिए फिल्म को प्रमाणीकरण के लिए अस्वीकृत किया जाता है.'
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म के निर्माता प्रकाश झा को एक पत्र भेजा है जिसमें फिल्म को प्रमाणित नहीं किए जाने का कारण लिखा है, 'फिल्म की कहानी महिला केंद्रित है और उनकी जीवन से परे फैंटेसियों पर आधारित है. इसमें यौन दृश्य, अपमानजनक शब्द और अश्लील ऑडियो हैं. यह फिल्म समाज के एक विशेष तबके के प्रति अधिक संवेदनशील है. इसलिए फिल्म को प्रमाणीकरण के लिए अस्वीकृत किया जाता है.' | संक्षिप्त सारांश: प्रकाश झा ने फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' की है प्रोड्यूज
फिल्म के सेंसर बोर्ड द्वारा बैन किए जाने पर बोले प्रकाश झा
बोर्ड में कुछ लोग अपनी सोच रखते हैं और वैसे ही नियमों को समझते हैं | 10 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: खराब दौर से जूझ रहे राजस्थान रॉयल्स के निलंबित सह-मालिक राज कुंद्रा ने भगवान की शरण ली, जबकि उनकी पत्नी शिल्पा शेट्टी की मां ने हौसलाअफजाई की।
कुंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, मेरे लिए काफी पवित्र दिन रहा। घर पर आठ घंटे पूजा में बिताए। यह आस्था बनाए रखने की बात है। शांति, प्रेम, प्रार्थना। दिल्ली पुलिस द्वारा आईपीएल सट्टेबाजी मामले में पूछताछ के बाद से कुंद्रा खराब दौर से गुजर रहे हैं। पुलिस का दावा है कि कुंद्रा ने आईपीएल में सट्टेबाजी की बात कबूल की है।टिप्पणियां
बीसीसीआई कार्यसमिति ने कुंद्रा को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया।
शिल्पा शेट्टी ने ट्विटर पर लिखा, खराब लग रहा था और मां ने कहा कि लोग तुमसे नफरत करेंगे, तुम्हारे बारे में टीका टिप्पणी करेंगे, तुम्हें तोड़ देंगे, लेकिन तुम्हारा वजूद खुद को मजबूत बनाए रखने में है। उन्होंने कहा, इन शब्दों से मुझे तुरंत ताकत मिली। माता-पिता के निस्वार्थ प्यार और दुआओं ने मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट लाई।
कुंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, मेरे लिए काफी पवित्र दिन रहा। घर पर आठ घंटे पूजा में बिताए। यह आस्था बनाए रखने की बात है। शांति, प्रेम, प्रार्थना। दिल्ली पुलिस द्वारा आईपीएल सट्टेबाजी मामले में पूछताछ के बाद से कुंद्रा खराब दौर से गुजर रहे हैं। पुलिस का दावा है कि कुंद्रा ने आईपीएल में सट्टेबाजी की बात कबूल की है।टिप्पणियां
बीसीसीआई कार्यसमिति ने कुंद्रा को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया।
शिल्पा शेट्टी ने ट्विटर पर लिखा, खराब लग रहा था और मां ने कहा कि लोग तुमसे नफरत करेंगे, तुम्हारे बारे में टीका टिप्पणी करेंगे, तुम्हें तोड़ देंगे, लेकिन तुम्हारा वजूद खुद को मजबूत बनाए रखने में है। उन्होंने कहा, इन शब्दों से मुझे तुरंत ताकत मिली। माता-पिता के निस्वार्थ प्यार और दुआओं ने मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट लाई।
बीसीसीआई कार्यसमिति ने कुंद्रा को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया।
शिल्पा शेट्टी ने ट्विटर पर लिखा, खराब लग रहा था और मां ने कहा कि लोग तुमसे नफरत करेंगे, तुम्हारे बारे में टीका टिप्पणी करेंगे, तुम्हें तोड़ देंगे, लेकिन तुम्हारा वजूद खुद को मजबूत बनाए रखने में है। उन्होंने कहा, इन शब्दों से मुझे तुरंत ताकत मिली। माता-पिता के निस्वार्थ प्यार और दुआओं ने मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट लाई।
शिल्पा शेट्टी ने ट्विटर पर लिखा, खराब लग रहा था और मां ने कहा कि लोग तुमसे नफरत करेंगे, तुम्हारे बारे में टीका टिप्पणी करेंगे, तुम्हें तोड़ देंगे, लेकिन तुम्हारा वजूद खुद को मजबूत बनाए रखने में है। उन्होंने कहा, इन शब्दों से मुझे तुरंत ताकत मिली। माता-पिता के निस्वार्थ प्यार और दुआओं ने मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट लाई। | संक्षिप्त पाठ: खराब दौर से जूझ रहे राजस्थान रॉयल्स के निलंबित सह-मालिक राज कुंद्रा ने भगवान की शरण ली, जबकि उनकी पत्नी शिल्पा शेट्टी की मां ने हौसलाअफजाई की। | 22 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पुणे ग्रामीण पुलिस ने एक स्थानीय अदालत के निर्देश पर त्रिपुरा के राज्यपाल डीवाई पाटिल और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि तालेगांव डभाडे पुलिस ने संपत पवार नाम के व्यक्ति की शिकायत पर मंगलवार को पाटिल, उनकी पत्नी पुष्पलता और उनके दो पुत्रों अजिनक्या और विजय के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), धारा 467, धारा 468 और धारा 471 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने यह कदम वडगांव मवाल अदालत द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किए जाने के बाद उठाया। तालेगांव डभाडे थाने के पुलिस निरीक्षक संजय निकम ने बताया, हम प्रासंगिक दस्तावेजों की जांच के साथ मामले की जांच शुरू कर रहे हैं और कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई करेंगे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पाटिल परिवार ने सौदे के कागजातों की जालसाजी करके उन्हें ट्रस्ट के संयुक्त स्वामित्व से हटा दिया। इस ट्रस्ट के लिए पाटिल और पवार के परिवारों ने 40 एकड़ भूखंड करीब चार करोड़ रुपये में खरीदा था। त्रिपुरा के मौजूदा राज्यपाल महाराष्ट्र में कई शैक्षणिक संस्थान चलाते हैं। | यहाँ एक सारांश है:पुणे पुलिस ने अदालत के निर्देश पर त्रिपुरा के राज्यपाल डीवाई पाटिल और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। | 12 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: सरकार ने शुक्रवार को बताया कि 2011 में अप्रैल से जुलाई तक रेल दुर्घटनाओं के कारण रेलवे की करीब 22 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान होने का अनुमान है। इनमें वे हादसे शामिल नहीं हैं, जो मानव रहित क्रॉसिंग पर हुए। रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने एनके सिंह के पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि एक अनुमान के अनुसार, वर्ष 2008-09 में ऐसे हादसों में रेलवे को करीब 60.65 करोड़ रुपये, 2009-10 में लगभग 53.71 करोड़ रुपये और 2010-11 में करीब 71.93 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ। त्रिवेदी ने अविनाश राय खन्ना के पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि हादसे के प्रभावितों को जानमाल की हानि होने पर मुआवजा अधिनियम के तहत मुआवजा दिया जाता है। उन्होंने बताया कि रेल यात्रियों के लिए बीमा सुविधा वर्ष 2008 में बंद किए जाने के बाद, वर्तमान में रेल यात्रियों और संपत्ति के लिए किसी तरह के बीमे की सुविधा नहीं है। रेलमंत्री ने बताया कि पूर्व में एक आंतरिक व्यवस्था के तहत साधारण बीमाकर्ताओं से बीमा कराया जाता था, जिसमें रेलवे हादसे के पीड़ितों को मुआवजा देती थी। यह सुविधा 2008 में बंद कर दी गई। रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बताया कि 2010 में बीमा दावा के मुद्दे पर विचार के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाई गई, जिसने सुझाया कि इसके लिए एक रेलवे कार्पस कोष बनाना होगा। बहरहाल इस कोष की व्यवहार्यता का पता लगाया जा रहा है। त्रिवेदी के अनुसार, बीमा सुविधा बंद करने के कई कारण थे। बीमा कंपनियां दावे के भुगतान में देर कर देती थीं, ब्याज नहीं देना चाहती थीं। इसके अलावा प्रीमियम भी एक मुद्दा था। | संक्षिप्त पाठ: 2011 में अप्रैल-जुलाई में हादसों के कारण रेलवे की 22 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान का अनुमान है। इनमें वे हादसे शामिल नहीं हैं, जो मानव रहित क्रॉसिंग पर हुए। | 13 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: अगर आपकी सालाना आय 10 लाख रुपए से अधिक है तो जल्द ही आपको घरेलू गैस यानी एलपीजी सिलिंडर पर सब्सिड मिलनी बंद हो सकती है. आयकर विभाग उन व्यक्तिगत करदाताओं का ब्योरा जल्द ही पेट्रोलियम मंत्रालय को देगा जिनकी सालाना आय 10 लाख रुपये से अधिक है. सरकार के इस कदम का उद्देश्य ऊंची आयवर्ग के लोगों को रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी प्रभावी तरीके से रोकना है.
दोनों सरकारी विभाग के बीच हुए समझौते के तहत आयकर विभाग इस तरह के लोगों के नाम के साथ साथ उनके पैन, जन्मतिथि, उपलब्ध पते, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर की जानकारी भी मंत्रालय को देगा ताकि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय उन एलपीजी ग्राहकों का पता लगा सके जो निर्धारित नियमों के विपरीत सब्सिडी ले रहे हैं और स्वैच्छिक रूप से गैस सब्सिडी नहीं छोड़ी है.
आयकर विभाग तथा मंत्रालय इस बारे में शीघ्र ही एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करेगा ताकि इस जानकारी की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. विभाग के शीर्ष निर्णायक संगठन केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इस कदम को मंजूरी दी है. यह कदम सरकार के उस फैसले के बाद उठाया गया है जिसके तहत उसने कहा था कि दस लाख रुपये से अधिक सालाना आय वाले करदाताओं को सब्सिडी वाली गैस नहीं मिलेगी.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पेट्रोलियम मंत्रालय को यह डेटा मिलने से 10 लाख रुपये सालाना आय वाले करदाताओं को गैस सब्सिडी मिलना खुद ब खुद बंद हो जाएगी.’टिप्पणियां
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दोनों सरकारी विभाग के बीच हुए समझौते के तहत आयकर विभाग इस तरह के लोगों के नाम के साथ साथ उनके पैन, जन्मतिथि, उपलब्ध पते, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर की जानकारी भी मंत्रालय को देगा ताकि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय उन एलपीजी ग्राहकों का पता लगा सके जो निर्धारित नियमों के विपरीत सब्सिडी ले रहे हैं और स्वैच्छिक रूप से गैस सब्सिडी नहीं छोड़ी है.
आयकर विभाग तथा मंत्रालय इस बारे में शीघ्र ही एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करेगा ताकि इस जानकारी की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. विभाग के शीर्ष निर्णायक संगठन केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इस कदम को मंजूरी दी है. यह कदम सरकार के उस फैसले के बाद उठाया गया है जिसके तहत उसने कहा था कि दस लाख रुपये से अधिक सालाना आय वाले करदाताओं को सब्सिडी वाली गैस नहीं मिलेगी.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पेट्रोलियम मंत्रालय को यह डेटा मिलने से 10 लाख रुपये सालाना आय वाले करदाताओं को गैस सब्सिडी मिलना खुद ब खुद बंद हो जाएगी.’टिप्पणियां
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आयकर विभाग तथा मंत्रालय इस बारे में शीघ्र ही एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करेगा ताकि इस जानकारी की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. विभाग के शीर्ष निर्णायक संगठन केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इस कदम को मंजूरी दी है. यह कदम सरकार के उस फैसले के बाद उठाया गया है जिसके तहत उसने कहा था कि दस लाख रुपये से अधिक सालाना आय वाले करदाताओं को सब्सिडी वाली गैस नहीं मिलेगी.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पेट्रोलियम मंत्रालय को यह डेटा मिलने से 10 लाख रुपये सालाना आय वाले करदाताओं को गैस सब्सिडी मिलना खुद ब खुद बंद हो जाएगी.’टिप्पणियां
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पेट्रोलियम मंत्रालय को यह डेटा मिलने से 10 लाख रुपये सालाना आय वाले करदाताओं को गैस सब्सिडी मिलना खुद ब खुद बंद हो जाएगी.’टिप्पणियां
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: आयकर विभाग पेट्रोलियम मंत्रालय को देगा लोगों की आय का ब्योरा
जिनकी सालाना आय 10 लाख रुपए से अधिक है उन्हें नहीं मिलेगी सब्सिडी
सब्सिडीयुक्त घरेलू गैस 10 लाख रु सालाना से अधिक होने पर नहीं मिलेगी | 5 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया दुनिया की तीसरी सबसे खराब एयरलाइंस दर्ज की गई है. खराब एयरलाइंस में सबसे ऊपर सेहरा इल-अल एयरलाइंस और दूसरे नंबर पर आइसलैंड एयरलाइंस है, जबकि सबसे बेहतरीन एयरलाइंस नीदरलैंड की केएलएम एयरलाइंस चुनी गई है.
विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स ने एक सर्वे के आंकड़े सार्वजनिक करते हुए यह खुलासा किया है. विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स हर साल सबसे अच्छी और सबसे खराब हवाई यात्रा मुहैया कराने वाली कंपनियों की सूची जारी करती है. कंपनी के मुताबिक, एयरलाइंस की सूची जारी करने से पहले तकरीबन 500 माध्यमों से आंकड़े इकट्ठा किए जाते हैं. इनमें हवाई यात्रा की समय पाबंदी, हवाई जहाजों की साफ-सफाई, यात्रियों से व्यवहार और उन्हें दी जाने वाली सुविधा के आंकड़े शामिल हैं.
10 सबसे बेहतरीन हवाई जहाज कंपनियों में केएलम (11.74 फीसदी), एलबेरिया (11.82 फीसदी), जल (12.2 फीसदी), कतर एयरवेज (13.66 फीसदी), ऑस्ट्रियन (14.26 फीसदी) शामिल हैं.
उधर, सबसे खराब एयरलाइंस में इल-अल (56 फीसदी), आइसलैंड एयर (41.05 फीसदी), एयर इंडिया (38.71 फीसदी), फिलीपाइन एयरलाइंस (38.33 फीसदी), एशियाना एयरलाइंस (37.46 फीसदी), चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (35.8 फीसदी) शामिल हैं.
फ्लाइटस्टेट्स के उपाध्यक्ष जिम हेत्ज़ेल के मुताबिक, यह सूची तैयार करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. इन आंकड़ों को संयुक्त राज्य अमेरिका का परिवहन विभाग भी इस्तेमाल करता है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि दुनियाभर के 500 से भी अधिक स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करना एक चुनौती भरा काम है. इनमें उड़ान ट्रैकिंग, हवाई अड्डों के रनवे, रडार सेवा, हवाई अड्डों के रिकॉर्ड के साथ उड्डयन प्रशासन से जुड़ी संस्थाओं के आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं. इस तरह बाहरी और अंदरुनी जानकारियों को एकत्र करके उन्हें मान्य करने के लिए तर्कों की कसौटी पर कसा जाता है. यह वाकई एक जटिल प्रक्रिया है.टिप्पणियां
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं.
विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स ने एक सर्वे के आंकड़े सार्वजनिक करते हुए यह खुलासा किया है. विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स हर साल सबसे अच्छी और सबसे खराब हवाई यात्रा मुहैया कराने वाली कंपनियों की सूची जारी करती है. कंपनी के मुताबिक, एयरलाइंस की सूची जारी करने से पहले तकरीबन 500 माध्यमों से आंकड़े इकट्ठा किए जाते हैं. इनमें हवाई यात्रा की समय पाबंदी, हवाई जहाजों की साफ-सफाई, यात्रियों से व्यवहार और उन्हें दी जाने वाली सुविधा के आंकड़े शामिल हैं.
10 सबसे बेहतरीन हवाई जहाज कंपनियों में केएलम (11.74 फीसदी), एलबेरिया (11.82 फीसदी), जल (12.2 फीसदी), कतर एयरवेज (13.66 फीसदी), ऑस्ट्रियन (14.26 फीसदी) शामिल हैं.
उधर, सबसे खराब एयरलाइंस में इल-अल (56 फीसदी), आइसलैंड एयर (41.05 फीसदी), एयर इंडिया (38.71 फीसदी), फिलीपाइन एयरलाइंस (38.33 फीसदी), एशियाना एयरलाइंस (37.46 फीसदी), चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (35.8 फीसदी) शामिल हैं.
फ्लाइटस्टेट्स के उपाध्यक्ष जिम हेत्ज़ेल के मुताबिक, यह सूची तैयार करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. इन आंकड़ों को संयुक्त राज्य अमेरिका का परिवहन विभाग भी इस्तेमाल करता है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि दुनियाभर के 500 से भी अधिक स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करना एक चुनौती भरा काम है. इनमें उड़ान ट्रैकिंग, हवाई अड्डों के रनवे, रडार सेवा, हवाई अड्डों के रिकॉर्ड के साथ उड्डयन प्रशासन से जुड़ी संस्थाओं के आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं. इस तरह बाहरी और अंदरुनी जानकारियों को एकत्र करके उन्हें मान्य करने के लिए तर्कों की कसौटी पर कसा जाता है. यह वाकई एक जटिल प्रक्रिया है.टिप्पणियां
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं.
10 सबसे बेहतरीन हवाई जहाज कंपनियों में केएलम (11.74 फीसदी), एलबेरिया (11.82 फीसदी), जल (12.2 फीसदी), कतर एयरवेज (13.66 फीसदी), ऑस्ट्रियन (14.26 फीसदी) शामिल हैं.
उधर, सबसे खराब एयरलाइंस में इल-अल (56 फीसदी), आइसलैंड एयर (41.05 फीसदी), एयर इंडिया (38.71 फीसदी), फिलीपाइन एयरलाइंस (38.33 फीसदी), एशियाना एयरलाइंस (37.46 फीसदी), चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (35.8 फीसदी) शामिल हैं.
फ्लाइटस्टेट्स के उपाध्यक्ष जिम हेत्ज़ेल के मुताबिक, यह सूची तैयार करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. इन आंकड़ों को संयुक्त राज्य अमेरिका का परिवहन विभाग भी इस्तेमाल करता है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि दुनियाभर के 500 से भी अधिक स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करना एक चुनौती भरा काम है. इनमें उड़ान ट्रैकिंग, हवाई अड्डों के रनवे, रडार सेवा, हवाई अड्डों के रिकॉर्ड के साथ उड्डयन प्रशासन से जुड़ी संस्थाओं के आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं. इस तरह बाहरी और अंदरुनी जानकारियों को एकत्र करके उन्हें मान्य करने के लिए तर्कों की कसौटी पर कसा जाता है. यह वाकई एक जटिल प्रक्रिया है.टिप्पणियां
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं.
उधर, सबसे खराब एयरलाइंस में इल-अल (56 फीसदी), आइसलैंड एयर (41.05 फीसदी), एयर इंडिया (38.71 फीसदी), फिलीपाइन एयरलाइंस (38.33 फीसदी), एशियाना एयरलाइंस (37.46 फीसदी), चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (35.8 फीसदी) शामिल हैं.
फ्लाइटस्टेट्स के उपाध्यक्ष जिम हेत्ज़ेल के मुताबिक, यह सूची तैयार करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. इन आंकड़ों को संयुक्त राज्य अमेरिका का परिवहन विभाग भी इस्तेमाल करता है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि दुनियाभर के 500 से भी अधिक स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करना एक चुनौती भरा काम है. इनमें उड़ान ट्रैकिंग, हवाई अड्डों के रनवे, रडार सेवा, हवाई अड्डों के रिकॉर्ड के साथ उड्डयन प्रशासन से जुड़ी संस्थाओं के आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं. इस तरह बाहरी और अंदरुनी जानकारियों को एकत्र करके उन्हें मान्य करने के लिए तर्कों की कसौटी पर कसा जाता है. यह वाकई एक जटिल प्रक्रिया है.टिप्पणियां
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं.
फ्लाइटस्टेट्स के उपाध्यक्ष जिम हेत्ज़ेल के मुताबिक, यह सूची तैयार करना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. इन आंकड़ों को संयुक्त राज्य अमेरिका का परिवहन विभाग भी इस्तेमाल करता है.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि दुनियाभर के 500 से भी अधिक स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करना एक चुनौती भरा काम है. इनमें उड़ान ट्रैकिंग, हवाई अड्डों के रनवे, रडार सेवा, हवाई अड्डों के रिकॉर्ड के साथ उड्डयन प्रशासन से जुड़ी संस्थाओं के आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं. इस तरह बाहरी और अंदरुनी जानकारियों को एकत्र करके उन्हें मान्य करने के लिए तर्कों की कसौटी पर कसा जाता है. यह वाकई एक जटिल प्रक्रिया है.टिप्पणियां
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि दुनियाभर के 500 से भी अधिक स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करना एक चुनौती भरा काम है. इनमें उड़ान ट्रैकिंग, हवाई अड्डों के रनवे, रडार सेवा, हवाई अड्डों के रिकॉर्ड के साथ उड्डयन प्रशासन से जुड़ी संस्थाओं के आंकड़े इकट्ठे किए जाते हैं. इस तरह बाहरी और अंदरुनी जानकारियों को एकत्र करके उन्हें मान्य करने के लिए तर्कों की कसौटी पर कसा जाता है. यह वाकई एक जटिल प्रक्रिया है.टिप्पणियां
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं.
हेत्ज़ेल बताते हैं कि इससे हवाई सेवाओं में सुधार होने के साथ प्रतिस्पर्धा भी बड़ी है और सबसे बड़ी उपलब्धि यात्रियों के लिए है, जो इन तथ्यों के आधार पर अपने लिए एक बेहतरीन यात्रा का चुनाव कर सकते हैं. | विमानन कंपनी फ्लाइटस्टेट्स हर जारी करती है अच्छी-बुरी कंपनियों की सूची
500 से अधिक स्रोतों से जुटाई जाती है जानकरी, फिर तैयार की जाती है सूची
नीदरलैंड की केएलएम सबसे अच्छी और इल-अल सबसे खराब एयरलाइंस | 1 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: समाजवादी पार्टी के पारिवारिक झगड़े से बाहर मुलायम और शिवपाल यादव ने अब विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक गठजोड़ बनाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. उनका कहना है कि सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए सबको साथ आना पड़ेगा.
5 नवंबर को समाजवादी पार्टी अपना रजत जयंती मना रही है और मुलायम सिंह 25 साल के जश्न को एक राजनीतिक मंच बनाने की तैयारी कर रहे हैं. बहाना 5 नवंबर के 25 साला जलसे का है, लेकिन मुलायम और शिवपाल अब गैरबीजेपी-गैरबीएसपी दलों को जोड़ने की कवायद में लग गए हैं. लोहियावादी नेताओं और चरण सिंह के वारिसों को जोड़ा जा रहा है.
इन्हें सपा के रजत जयंती समारोह का न्योता दिया जाना है. गुरुवार को शिवपाल यादव ने कहा, 'हम सभी लोहियावादी और चरणसिंहवादी नेताओं से बात करेंगे. हमारी कोशिश होगी कि सांप्रदायिक ताकतों को आगे ना बढ़ने दिया जाए. इस रणनीति के तहत बुधवार शाम शिवपाल यादव पहले जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी से मिले और फिर रात में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से.
मुलाकात के बाद केसी त्यागी ने कहा, 'शिवपाल ने नीतीश कुमार से बात की है. हम चाहेंगे कि बिहार की तर्ज पर समान विचारधारा वाले नेता साथ आएं. मुझे खुशी है कि मुलायम परिवार के अंदर से गठजोड़ की बात उठ रही है. अगर बातचीत होती है तो हम इस दिशा में सकरात्मक कदम आगे बढ़ाने को तैयार हैं.' टिप्पणियां
अब शुक्रवार सुबह शिवपाल अजित सिंह से मिल रहे हैं. अजित सिंह के करीबी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि वो चुनावी गठजोड़ की संभावनाओं पर सपा के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. परिवार में मचे घमासान के बीच मुलायम सिंह ने RLD नेता अजित सिंह और जेडी-यू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गठजोड़ की संभावना तलाशना शुरू कर दिया है.
इस दिशा में 5 नवंबर को सपा के रजत जयंती कार्यक्रम को मुलायाम एक बड़े राजनीतिक मंच के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं. बिहार चुनाव से पहले जब महागठबंधन बनाने की कोशिश चली थी, तब मुलायम ने उसमें पलीता लगाया था. अब वो फिर सबको जोड़ने की कोशिश में हैं- ऐसे समय, जब सबसे बड़ी चुनौती उन्हें घर के भीतर से मिल रही है. जाहिर है, गठबंधन तब बनेगा, जब पार्टी एक दिखेगी.
5 नवंबर को समाजवादी पार्टी अपना रजत जयंती मना रही है और मुलायम सिंह 25 साल के जश्न को एक राजनीतिक मंच बनाने की तैयारी कर रहे हैं. बहाना 5 नवंबर के 25 साला जलसे का है, लेकिन मुलायम और शिवपाल अब गैरबीजेपी-गैरबीएसपी दलों को जोड़ने की कवायद में लग गए हैं. लोहियावादी नेताओं और चरण सिंह के वारिसों को जोड़ा जा रहा है.
इन्हें सपा के रजत जयंती समारोह का न्योता दिया जाना है. गुरुवार को शिवपाल यादव ने कहा, 'हम सभी लोहियावादी और चरणसिंहवादी नेताओं से बात करेंगे. हमारी कोशिश होगी कि सांप्रदायिक ताकतों को आगे ना बढ़ने दिया जाए. इस रणनीति के तहत बुधवार शाम शिवपाल यादव पहले जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी से मिले और फिर रात में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से.
मुलाकात के बाद केसी त्यागी ने कहा, 'शिवपाल ने नीतीश कुमार से बात की है. हम चाहेंगे कि बिहार की तर्ज पर समान विचारधारा वाले नेता साथ आएं. मुझे खुशी है कि मुलायम परिवार के अंदर से गठजोड़ की बात उठ रही है. अगर बातचीत होती है तो हम इस दिशा में सकरात्मक कदम आगे बढ़ाने को तैयार हैं.' टिप्पणियां
अब शुक्रवार सुबह शिवपाल अजित सिंह से मिल रहे हैं. अजित सिंह के करीबी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि वो चुनावी गठजोड़ की संभावनाओं पर सपा के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. परिवार में मचे घमासान के बीच मुलायम सिंह ने RLD नेता अजित सिंह और जेडी-यू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गठजोड़ की संभावना तलाशना शुरू कर दिया है.
इस दिशा में 5 नवंबर को सपा के रजत जयंती कार्यक्रम को मुलायाम एक बड़े राजनीतिक मंच के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं. बिहार चुनाव से पहले जब महागठबंधन बनाने की कोशिश चली थी, तब मुलायम ने उसमें पलीता लगाया था. अब वो फिर सबको जोड़ने की कोशिश में हैं- ऐसे समय, जब सबसे बड़ी चुनौती उन्हें घर के भीतर से मिल रही है. जाहिर है, गठबंधन तब बनेगा, जब पार्टी एक दिखेगी.
इन्हें सपा के रजत जयंती समारोह का न्योता दिया जाना है. गुरुवार को शिवपाल यादव ने कहा, 'हम सभी लोहियावादी और चरणसिंहवादी नेताओं से बात करेंगे. हमारी कोशिश होगी कि सांप्रदायिक ताकतों को आगे ना बढ़ने दिया जाए. इस रणनीति के तहत बुधवार शाम शिवपाल यादव पहले जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी से मिले और फिर रात में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से.
मुलाकात के बाद केसी त्यागी ने कहा, 'शिवपाल ने नीतीश कुमार से बात की है. हम चाहेंगे कि बिहार की तर्ज पर समान विचारधारा वाले नेता साथ आएं. मुझे खुशी है कि मुलायम परिवार के अंदर से गठजोड़ की बात उठ रही है. अगर बातचीत होती है तो हम इस दिशा में सकरात्मक कदम आगे बढ़ाने को तैयार हैं.' टिप्पणियां
अब शुक्रवार सुबह शिवपाल अजित सिंह से मिल रहे हैं. अजित सिंह के करीबी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि वो चुनावी गठजोड़ की संभावनाओं पर सपा के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. परिवार में मचे घमासान के बीच मुलायम सिंह ने RLD नेता अजित सिंह और जेडी-यू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गठजोड़ की संभावना तलाशना शुरू कर दिया है.
इस दिशा में 5 नवंबर को सपा के रजत जयंती कार्यक्रम को मुलायाम एक बड़े राजनीतिक मंच के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं. बिहार चुनाव से पहले जब महागठबंधन बनाने की कोशिश चली थी, तब मुलायम ने उसमें पलीता लगाया था. अब वो फिर सबको जोड़ने की कोशिश में हैं- ऐसे समय, जब सबसे बड़ी चुनौती उन्हें घर के भीतर से मिल रही है. जाहिर है, गठबंधन तब बनेगा, जब पार्टी एक दिखेगी.
मुलाकात के बाद केसी त्यागी ने कहा, 'शिवपाल ने नीतीश कुमार से बात की है. हम चाहेंगे कि बिहार की तर्ज पर समान विचारधारा वाले नेता साथ आएं. मुझे खुशी है कि मुलायम परिवार के अंदर से गठजोड़ की बात उठ रही है. अगर बातचीत होती है तो हम इस दिशा में सकरात्मक कदम आगे बढ़ाने को तैयार हैं.' टिप्पणियां
अब शुक्रवार सुबह शिवपाल अजित सिंह से मिल रहे हैं. अजित सिंह के करीबी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि वो चुनावी गठजोड़ की संभावनाओं पर सपा के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. परिवार में मचे घमासान के बीच मुलायम सिंह ने RLD नेता अजित सिंह और जेडी-यू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गठजोड़ की संभावना तलाशना शुरू कर दिया है.
इस दिशा में 5 नवंबर को सपा के रजत जयंती कार्यक्रम को मुलायाम एक बड़े राजनीतिक मंच के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं. बिहार चुनाव से पहले जब महागठबंधन बनाने की कोशिश चली थी, तब मुलायम ने उसमें पलीता लगाया था. अब वो फिर सबको जोड़ने की कोशिश में हैं- ऐसे समय, जब सबसे बड़ी चुनौती उन्हें घर के भीतर से मिल रही है. जाहिर है, गठबंधन तब बनेगा, जब पार्टी एक दिखेगी.
अब शुक्रवार सुबह शिवपाल अजित सिंह से मिल रहे हैं. अजित सिंह के करीबी सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि वो चुनावी गठजोड़ की संभावनाओं पर सपा के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. परिवार में मचे घमासान के बीच मुलायम सिंह ने RLD नेता अजित सिंह और जेडी-यू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गठजोड़ की संभावना तलाशना शुरू कर दिया है.
इस दिशा में 5 नवंबर को सपा के रजत जयंती कार्यक्रम को मुलायाम एक बड़े राजनीतिक मंच के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं. बिहार चुनाव से पहले जब महागठबंधन बनाने की कोशिश चली थी, तब मुलायम ने उसमें पलीता लगाया था. अब वो फिर सबको जोड़ने की कोशिश में हैं- ऐसे समय, जब सबसे बड़ी चुनौती उन्हें घर के भीतर से मिल रही है. जाहिर है, गठबंधन तब बनेगा, जब पार्टी एक दिखेगी.
इस दिशा में 5 नवंबर को सपा के रजत जयंती कार्यक्रम को मुलायाम एक बड़े राजनीतिक मंच के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं. बिहार चुनाव से पहले जब महागठबंधन बनाने की कोशिश चली थी, तब मुलायम ने उसमें पलीता लगाया था. अब वो फिर सबको जोड़ने की कोशिश में हैं- ऐसे समय, जब सबसे बड़ी चुनौती उन्हें घर के भीतर से मिल रही है. जाहिर है, गठबंधन तब बनेगा, जब पार्टी एक दिखेगी. | संक्षिप्त सारांश: यादव परिवार में मचा राजनीतिक घमासान और उठापठक जारी है
मुलामय की कोशिश यूपी चुनावों में बिहार की तर्ज़ पर महागठबंधन बनाने की है
RLD प्रमुख अजित सिंह और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से संपर्क साधा | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत−पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की बातचीत आज हो रही है। दो दिनों तक चलने वाली इस बातचीत में भारतीय विदेश सचिव रंजन मथाई और पाकिस्तानी विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी कई अहम मुद्दों पर बात करेंगे।
मुंबई में हुए 26/11 हमले की अहम कड़ी अबू जिंदाल की गिरफ्तारी के बाद आतंकवाद बातचीत का मुद्दा मुख्य मुद्दा हो सकता है। पाकिस्तान वैसे तो मुंबई हमले की साजिश पाकिस्तान में रचे जाने की बात से इनकार करता रहा है लेकिन जिंदाल की गिरफ्तारी बाद से मुंबई हमले की जांच में एक नया मोड़ आ गया है। भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों के बीच बातचीत के दौरान भारत पाकिस्तान को कोई डॉजियर नहीं सौंपेगा।
मुंबई में हुए 26/11 हमले की अहम कड़ी अबू जिंदाल की गिरफ्तारी के बाद आतंकवाद बातचीत का मुद्दा मुख्य मुद्दा हो सकता है। पाकिस्तान वैसे तो मुंबई हमले की साजिश पाकिस्तान में रचे जाने की बात से इनकार करता रहा है लेकिन जिंदाल की गिरफ्तारी बाद से मुंबई हमले की जांच में एक नया मोड़ आ गया है। भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों के बीच बातचीत के दौरान भारत पाकिस्तान को कोई डॉजियर नहीं सौंपेगा। | संक्षिप्त पाठ: मुंबई में हुए 26/11 हमले की अहम कड़ी अबू जिंदाल की गिरफ्तारी के बाद आतंकवाद बातचीत का मुद्दा मुख्य मुद्दा हो सकता है। | 13 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिका के विदेशमंत्री जॉन कैरी आज भारतीय विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद से मुलाकात करेंगे। रविवार को भारत पहुंचे केरी का आज ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मिलने का कार्यक्रम है। कैरी इस दौरान अर्थव्यवस्था इमिग्रेशन और सुरक्षा के मुद्दे पर बात कर सकते हैं।टिप्पणियां
दिल्ली में रविवार इंडिया हैबिटेट सेंटर में हुए एक कार्यक्रम में कैरी ने कहा कि वह एक और एक मिलकर ग्यारह होने की हिन्दी कहावत पर यकीन करते हैं और अगर दोनों देश मिलकर काम करें तो मौजूदा समय की बड़ी समस्याओं से निपट सकते हैं
कैरी ने उत्तराखंड के बाढ़ पीड़ितों के लिए 15 लाख अमेरिकी डॉलर की मदद का ऐलान भी किया है। कैरी ने कहा, विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र एवं विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र को साथ मिलकर और ज्यादा कुछ करना चाहिए और उनकी एकता इस अहम युग में महज किसी को डराने, किसी क्षेत्र या अन्य देशों को निशाना बनाने के लिए नहीं होनी चाहिए बल्कि एक मजबूत एवं अच्छे भविष्य के निर्माण के लिए होनी चाहिए।
दिल्ली में रविवार इंडिया हैबिटेट सेंटर में हुए एक कार्यक्रम में कैरी ने कहा कि वह एक और एक मिलकर ग्यारह होने की हिन्दी कहावत पर यकीन करते हैं और अगर दोनों देश मिलकर काम करें तो मौजूदा समय की बड़ी समस्याओं से निपट सकते हैं
कैरी ने उत्तराखंड के बाढ़ पीड़ितों के लिए 15 लाख अमेरिकी डॉलर की मदद का ऐलान भी किया है। कैरी ने कहा, विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र एवं विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र को साथ मिलकर और ज्यादा कुछ करना चाहिए और उनकी एकता इस अहम युग में महज किसी को डराने, किसी क्षेत्र या अन्य देशों को निशाना बनाने के लिए नहीं होनी चाहिए बल्कि एक मजबूत एवं अच्छे भविष्य के निर्माण के लिए होनी चाहिए।
कैरी ने उत्तराखंड के बाढ़ पीड़ितों के लिए 15 लाख अमेरिकी डॉलर की मदद का ऐलान भी किया है। कैरी ने कहा, विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र एवं विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र को साथ मिलकर और ज्यादा कुछ करना चाहिए और उनकी एकता इस अहम युग में महज किसी को डराने, किसी क्षेत्र या अन्य देशों को निशाना बनाने के लिए नहीं होनी चाहिए बल्कि एक मजबूत एवं अच्छे भविष्य के निर्माण के लिए होनी चाहिए। | संक्षिप्त सारांश: एक कार्यक्रम में कैरी ने कहा कि वह एक और एक मिलकर ग्यारह होने की हिन्दी कहावत पर यकीन करते हैं और अगर दोनों देश मिलकर काम करें तो मौजूदा समय की बड़ी समस्याओं से निपट सकते हैं। | 23 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पंजाब में लुधियाना जिले के खन्ना शहर स्थित एक रसायन कारखाने में बुधवार को हुए विस्फोट में पांच लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और तीन ने बाद में दम तोड़ दिया।टिप्पणियां
बुरी तरह झुलसे 13 लोगों को चंडीगढ़ के पीजीआई और सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लुधियाना रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक एमएफ फारूकी ने फैक्टरी का दौरा किया। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और किसी तरह की लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि फैक्टरी के नजदीक स्थित पेड़ और फैक्टरी परिसर में खड़ी साइकिलें भी जल गईं। विस्फोट के समय फैक्टरी में 50 लोग काम पर थे। सूत्रों ने कहा कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती खबरों के मुताबिक विस्फोट एक बॉयलर के फटने से हुआ।
बुरी तरह झुलसे 13 लोगों को चंडीगढ़ के पीजीआई और सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लुधियाना रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक एमएफ फारूकी ने फैक्टरी का दौरा किया। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और किसी तरह की लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि फैक्टरी के नजदीक स्थित पेड़ और फैक्टरी परिसर में खड़ी साइकिलें भी जल गईं। विस्फोट के समय फैक्टरी में 50 लोग काम पर थे। सूत्रों ने कहा कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती खबरों के मुताबिक विस्फोट एक बॉयलर के फटने से हुआ।
सूत्रों ने बताया कि विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि फैक्टरी के नजदीक स्थित पेड़ और फैक्टरी परिसर में खड़ी साइकिलें भी जल गईं। विस्फोट के समय फैक्टरी में 50 लोग काम पर थे। सूत्रों ने कहा कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती खबरों के मुताबिक विस्फोट एक बॉयलर के फटने से हुआ। | सारांश: पंजाब में लुधियाना जिले के खन्ना शहर स्थित एक रसायन कारखाने में बुधवार को हुए विस्फोट में पांच लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। | 20 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: कार कंपनी जनरल मोटर्स :जीएम: इंडिया के हलोल संयंत्र में श्रमिकों का आंदोलन बुधवार को दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया। श्रमिकों के आंदोलन से जीएम को रोजाना 100 इकाई उत्पादन का नुकसान हो रहा है। जीएम के हलोल संयंत्र के श्रमिक 16 मार्च को हड़ताल पर चले गए थे। ये श्रमिक कुछ कर्मचारियों को डीलरशिप आउटलेट में स्थानांतरित किए जाने का विरोध कर रहे थे। साथ ही कर्मचारी पिछले साल दिसंबर हस्ताक्षरित दीर्घावधि वेतन करार का भी विरोध कर रहे हैं। जीएम इंडिया के उपाध्यक्ष पी बालेंद्रन ने कहा, 900 श्रमिकों में से 550 काम पर लौट आए हैं। 350 अभी भी अनुपस्थित हैं। फिलहाल हम सिर्फ एक पाली में काम कर रहे हैं। हलोल संयंत्र की क्षमता 85,000 इकाई सालाना की है। बालेंद्रन ने कहा कि फिलहाल कंपनी के इस संयंत्र में रोजाना 70 कारें बन रही हैं, जबकि औसतन 190 इकाइयां तैयार होती हैं। इस तरह श्रमिक असंतोष की वजह से अभी तक 600 इकाई उत्पादन का नुकसान हो चुका है। पांच माह में हलोल संयंत्र में दूसरी बार हड़ताल हुई है। इससे पहले 29 अक्तूबर, 2010 को वेतन वृद्धि की मांग को लेकर 900 श्रमिकों ने चार दिन की हड़ताल की थी। | कार कंपनी जनरल मोटर्स इंडिया के हलोल संयंत्र में श्रमिकों का आंदोलन बुधवार को दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया। | 26 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: साउथ ईस्ट दिल्ली के प्रहलादपुर इलाके में स्कूल से घर बापस लौट रहे 11वीं के छात्र की सुआ घोंप कर हत्या कर दी।
कुछ महीने पहले आरोपी लड़के ने मरने वाले छात्र संजय की बहन के साथ छेड़खानी की थी। बहन ने जब अपने भाई से छेड़खानी करने वाले लड़के की शिकायत की तो भाई ने लड़के की पिटाई कर दी थी। तभी से आरोपी लड़का बदला लेने के लिए मौक़ा ढूढ़ रहा था। जब संजय स्कूल से घर वापस लौट रहा था तभी रास्ते में आरोपी लड़के ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर संजय के सीने में सुए से कई वार कर दिए।टिप्पणियां
गंभीर हालत में संजय को नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताया जाता है कि संजय की हत्या करने वाले सभी आरोपी नाबालिग हैं जिनकी उम्र 14 से 16 साल के बीच है।
कुछ महीने पहले आरोपी लड़के ने मरने वाले छात्र संजय की बहन के साथ छेड़खानी की थी। बहन ने जब अपने भाई से छेड़खानी करने वाले लड़के की शिकायत की तो भाई ने लड़के की पिटाई कर दी थी। तभी से आरोपी लड़का बदला लेने के लिए मौक़ा ढूढ़ रहा था। जब संजय स्कूल से घर वापस लौट रहा था तभी रास्ते में आरोपी लड़के ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर संजय के सीने में सुए से कई वार कर दिए।टिप्पणियां
गंभीर हालत में संजय को नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताया जाता है कि संजय की हत्या करने वाले सभी आरोपी नाबालिग हैं जिनकी उम्र 14 से 16 साल के बीच है।
गंभीर हालत में संजय को नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताया जाता है कि संजय की हत्या करने वाले सभी आरोपी नाबालिग हैं जिनकी उम्र 14 से 16 साल के बीच है।
बताया जाता है कि संजय की हत्या करने वाले सभी आरोपी नाबालिग हैं जिनकी उम्र 14 से 16 साल के बीच है। | संक्षिप्त पाठ: साउथ ईस्ट दिल्ली के प्रहलादपुर इलाके में स्कूल से घर बापस लौट रहे 11वीं के छात्र की सुआ घोंप कर हत्या कर दी। | 30 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: बिहार में अब अपराधियों को सुप्रीम कोर्ट का भी डर नहीं रहा. अगर डर होता तो शायद हत्या के मामले में आरोपी रॉकी यादव और उसके हिस्ट्रीशीटर पिता बिंदी यादव गया पुलिस के अधिकारी को धक्का देकर नहीं भाग जाते. दरअसल यह घटना शनिवार सुबह पटना एयरपोर्ट की है.
गया पुलिस का एक अधिकारी, जिसे पहले से यह जानकारी थी कि रॉकी दिल्ली से पटना आ रहा है और उसके बाद गया जाएगा, वहां मौजूद था. रॉकी को हिरासत में लेने की पूरी तैयारी की गई थी. लेकिन रॉकी और उसके पिता को जैसे ही उसने अपना परिचय दिया, दोनों पुलिस अधिकारी को धक्का और गाली देते हुए अपनी गाड़ी में बैठकर गया के लिए निकल गए.
हालांकि यह बात अलग है कि इस घटना के बाद पुलिस गया तक दोनों बाप-बेटे का पीछा करती रही और रॉकी ने भी पुलिस के दबाव में तंग आकर सीधे कोर्ट में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया. बाद में उसे जेल भेज दिया गया.
इस घटना की जानकारी मिलने पर पटना के एयरपोर्ट थाने में एक मामला दर्ज किया गया है. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आखिर पुलिस अपने ही एक अधिकारी के साथ मारपीट और गाली-गलौज की इस घटना के बाद रॉकी के पिता बिंदी यादव के खिलाफ क्या करवाई करती है. लेकिन पुलिस के कुछ अधिकारियों का कहना है कि अगर बिंदी को इस मामले में जेल नहीं भेजा गया तो पुलिस के मनोबल पर इसका प्रतिकूल असर पड़ सकता है.
रॉकी यादव, आदित्य सचदेव की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है और इस मामले में दायर चार्जशीट के अनुसार उसने अपनी रिवॉल्वर से गोली चलाई, जिससे आदित्य की मौत हुई. रॉकी जनता दल यूनाइटेड की विधान पार्षद, मनोरमा देवी का बेटा है. इस हत्या के मामले में उसके पिता का नाम भी साजिशकर्ता के रूप में चार्जशीट में शामिल किया गया है.टिप्पणियां
हालांकि पटना हाईकोर्ट ने बिंदी, रॉकी सबको जमानत दे दी थी. लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने रॉकी की जमानत के आदेश पर रोक लगा दी और इसके बाद शनिवार को उसे गया की एक अदालत ने जेल भेज दिया.
लेकिन यह पहली बार नहीं हैं कि रॉकी और उसके समर्थकों ने मारपिट की है. जमानत मिलने के बाद भी रॉकी के समर्थकों ने मीडियावालों की पिटाई की थी और उसके पिता बिंदी यादव पर तो दो दर्जन से अधिक मामले लंबित हैं. कई मामलो में बिंदी यादव को सजा भी हो चुकी है. लेकिन जानकार मानते हैं कि आखिरकार इस दबंग व्यवहार का परिणाम रॉकी और उसके परिवारवालों को ही भुगतना पड़ेगा.
गया पुलिस का एक अधिकारी, जिसे पहले से यह जानकारी थी कि रॉकी दिल्ली से पटना आ रहा है और उसके बाद गया जाएगा, वहां मौजूद था. रॉकी को हिरासत में लेने की पूरी तैयारी की गई थी. लेकिन रॉकी और उसके पिता को जैसे ही उसने अपना परिचय दिया, दोनों पुलिस अधिकारी को धक्का और गाली देते हुए अपनी गाड़ी में बैठकर गया के लिए निकल गए.
हालांकि यह बात अलग है कि इस घटना के बाद पुलिस गया तक दोनों बाप-बेटे का पीछा करती रही और रॉकी ने भी पुलिस के दबाव में तंग आकर सीधे कोर्ट में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया. बाद में उसे जेल भेज दिया गया.
इस घटना की जानकारी मिलने पर पटना के एयरपोर्ट थाने में एक मामला दर्ज किया गया है. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आखिर पुलिस अपने ही एक अधिकारी के साथ मारपीट और गाली-गलौज की इस घटना के बाद रॉकी के पिता बिंदी यादव के खिलाफ क्या करवाई करती है. लेकिन पुलिस के कुछ अधिकारियों का कहना है कि अगर बिंदी को इस मामले में जेल नहीं भेजा गया तो पुलिस के मनोबल पर इसका प्रतिकूल असर पड़ सकता है.
रॉकी यादव, आदित्य सचदेव की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है और इस मामले में दायर चार्जशीट के अनुसार उसने अपनी रिवॉल्वर से गोली चलाई, जिससे आदित्य की मौत हुई. रॉकी जनता दल यूनाइटेड की विधान पार्षद, मनोरमा देवी का बेटा है. इस हत्या के मामले में उसके पिता का नाम भी साजिशकर्ता के रूप में चार्जशीट में शामिल किया गया है.टिप्पणियां
हालांकि पटना हाईकोर्ट ने बिंदी, रॉकी सबको जमानत दे दी थी. लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने रॉकी की जमानत के आदेश पर रोक लगा दी और इसके बाद शनिवार को उसे गया की एक अदालत ने जेल भेज दिया.
लेकिन यह पहली बार नहीं हैं कि रॉकी और उसके समर्थकों ने मारपिट की है. जमानत मिलने के बाद भी रॉकी के समर्थकों ने मीडियावालों की पिटाई की थी और उसके पिता बिंदी यादव पर तो दो दर्जन से अधिक मामले लंबित हैं. कई मामलो में बिंदी यादव को सजा भी हो चुकी है. लेकिन जानकार मानते हैं कि आखिरकार इस दबंग व्यवहार का परिणाम रॉकी और उसके परिवारवालों को ही भुगतना पड़ेगा.
हालांकि यह बात अलग है कि इस घटना के बाद पुलिस गया तक दोनों बाप-बेटे का पीछा करती रही और रॉकी ने भी पुलिस के दबाव में तंग आकर सीधे कोर्ट में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया. बाद में उसे जेल भेज दिया गया.
इस घटना की जानकारी मिलने पर पटना के एयरपोर्ट थाने में एक मामला दर्ज किया गया है. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आखिर पुलिस अपने ही एक अधिकारी के साथ मारपीट और गाली-गलौज की इस घटना के बाद रॉकी के पिता बिंदी यादव के खिलाफ क्या करवाई करती है. लेकिन पुलिस के कुछ अधिकारियों का कहना है कि अगर बिंदी को इस मामले में जेल नहीं भेजा गया तो पुलिस के मनोबल पर इसका प्रतिकूल असर पड़ सकता है.
रॉकी यादव, आदित्य सचदेव की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है और इस मामले में दायर चार्जशीट के अनुसार उसने अपनी रिवॉल्वर से गोली चलाई, जिससे आदित्य की मौत हुई. रॉकी जनता दल यूनाइटेड की विधान पार्षद, मनोरमा देवी का बेटा है. इस हत्या के मामले में उसके पिता का नाम भी साजिशकर्ता के रूप में चार्जशीट में शामिल किया गया है.टिप्पणियां
हालांकि पटना हाईकोर्ट ने बिंदी, रॉकी सबको जमानत दे दी थी. लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने रॉकी की जमानत के आदेश पर रोक लगा दी और इसके बाद शनिवार को उसे गया की एक अदालत ने जेल भेज दिया.
लेकिन यह पहली बार नहीं हैं कि रॉकी और उसके समर्थकों ने मारपिट की है. जमानत मिलने के बाद भी रॉकी के समर्थकों ने मीडियावालों की पिटाई की थी और उसके पिता बिंदी यादव पर तो दो दर्जन से अधिक मामले लंबित हैं. कई मामलो में बिंदी यादव को सजा भी हो चुकी है. लेकिन जानकार मानते हैं कि आखिरकार इस दबंग व्यवहार का परिणाम रॉकी और उसके परिवारवालों को ही भुगतना पड़ेगा.
इस घटना की जानकारी मिलने पर पटना के एयरपोर्ट थाने में एक मामला दर्ज किया गया है. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आखिर पुलिस अपने ही एक अधिकारी के साथ मारपीट और गाली-गलौज की इस घटना के बाद रॉकी के पिता बिंदी यादव के खिलाफ क्या करवाई करती है. लेकिन पुलिस के कुछ अधिकारियों का कहना है कि अगर बिंदी को इस मामले में जेल नहीं भेजा गया तो पुलिस के मनोबल पर इसका प्रतिकूल असर पड़ सकता है.
रॉकी यादव, आदित्य सचदेव की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है और इस मामले में दायर चार्जशीट के अनुसार उसने अपनी रिवॉल्वर से गोली चलाई, जिससे आदित्य की मौत हुई. रॉकी जनता दल यूनाइटेड की विधान पार्षद, मनोरमा देवी का बेटा है. इस हत्या के मामले में उसके पिता का नाम भी साजिशकर्ता के रूप में चार्जशीट में शामिल किया गया है.टिप्पणियां
हालांकि पटना हाईकोर्ट ने बिंदी, रॉकी सबको जमानत दे दी थी. लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने रॉकी की जमानत के आदेश पर रोक लगा दी और इसके बाद शनिवार को उसे गया की एक अदालत ने जेल भेज दिया.
लेकिन यह पहली बार नहीं हैं कि रॉकी और उसके समर्थकों ने मारपिट की है. जमानत मिलने के बाद भी रॉकी के समर्थकों ने मीडियावालों की पिटाई की थी और उसके पिता बिंदी यादव पर तो दो दर्जन से अधिक मामले लंबित हैं. कई मामलो में बिंदी यादव को सजा भी हो चुकी है. लेकिन जानकार मानते हैं कि आखिरकार इस दबंग व्यवहार का परिणाम रॉकी और उसके परिवारवालों को ही भुगतना पड़ेगा.
रॉकी यादव, आदित्य सचदेव की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है और इस मामले में दायर चार्जशीट के अनुसार उसने अपनी रिवॉल्वर से गोली चलाई, जिससे आदित्य की मौत हुई. रॉकी जनता दल यूनाइटेड की विधान पार्षद, मनोरमा देवी का बेटा है. इस हत्या के मामले में उसके पिता का नाम भी साजिशकर्ता के रूप में चार्जशीट में शामिल किया गया है.टिप्पणियां
हालांकि पटना हाईकोर्ट ने बिंदी, रॉकी सबको जमानत दे दी थी. लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने रॉकी की जमानत के आदेश पर रोक लगा दी और इसके बाद शनिवार को उसे गया की एक अदालत ने जेल भेज दिया.
लेकिन यह पहली बार नहीं हैं कि रॉकी और उसके समर्थकों ने मारपिट की है. जमानत मिलने के बाद भी रॉकी के समर्थकों ने मीडियावालों की पिटाई की थी और उसके पिता बिंदी यादव पर तो दो दर्जन से अधिक मामले लंबित हैं. कई मामलो में बिंदी यादव को सजा भी हो चुकी है. लेकिन जानकार मानते हैं कि आखिरकार इस दबंग व्यवहार का परिणाम रॉकी और उसके परिवारवालों को ही भुगतना पड़ेगा.
हालांकि पटना हाईकोर्ट ने बिंदी, रॉकी सबको जमानत दे दी थी. लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने रॉकी की जमानत के आदेश पर रोक लगा दी और इसके बाद शनिवार को उसे गया की एक अदालत ने जेल भेज दिया.
लेकिन यह पहली बार नहीं हैं कि रॉकी और उसके समर्थकों ने मारपिट की है. जमानत मिलने के बाद भी रॉकी के समर्थकों ने मीडियावालों की पिटाई की थी और उसके पिता बिंदी यादव पर तो दो दर्जन से अधिक मामले लंबित हैं. कई मामलो में बिंदी यादव को सजा भी हो चुकी है. लेकिन जानकार मानते हैं कि आखिरकार इस दबंग व्यवहार का परिणाम रॉकी और उसके परिवारवालों को ही भुगतना पड़ेगा.
लेकिन यह पहली बार नहीं हैं कि रॉकी और उसके समर्थकों ने मारपिट की है. जमानत मिलने के बाद भी रॉकी के समर्थकों ने मीडियावालों की पिटाई की थी और उसके पिता बिंदी यादव पर तो दो दर्जन से अधिक मामले लंबित हैं. कई मामलो में बिंदी यादव को सजा भी हो चुकी है. लेकिन जानकार मानते हैं कि आखिरकार इस दबंग व्यवहार का परिणाम रॉकी और उसके परिवारवालों को ही भुगतना पड़ेगा. | रॉकी यादव, आदित्य सचदेव की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है
रॉकी के पिता बिंदी यादव पर दो दर्जन से अधिक मामले लंबित हैं
रॉकी जनता दल यूनाइटेड की विधान पार्षद, मनोरमा देवी का बेटा है | 1 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नार्वे की एक अदालत ने दो अनिवासी भारतीय बच्चों का संरक्षण उनके चाचा को सौंप दिया। इसके साथ ही महीनों से चला आ रहा यह बहुचर्चित विवाद समाप्त हो गया और इस दौरान भारत ने नार्वे पर राजनयिक दबाव भी डाला।
बच्चों की भारत में देखभाल के संबंध में हुआ समझौता सौंपे जाने के बाद अदालत ने अभिज्ञान (तीन) और ऐश्वर्य (एक) का संरक्षण उनके चाचा अरुणभास भट्टाचार्य को सौंप दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बच्चे अपने चाचा और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मंगलवार सुबह को भारत पहुंच जाएंगे।टिप्पणियां
सूत्रों ने यह संकेत भी दिया कि ऐसे समूह भी हैं जो बच्चों को भारत वापस जाने से रोकने का आदेश जारी करने के लिए अपील कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि अदालत ने भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर पूर्ण संतोष जताया और बच्चों का संरक्षण उनके चाचा को सौंपने पर सहमत हो गई। अदालत ने कहा कि सांस्कृतिक अंतर को देखते हुए बच्चों के लिए बेहतर होगा कि वे भारत में पलें और बढ़ें।
बच्चों की भारत में देखभाल के संबंध में हुआ समझौता सौंपे जाने के बाद अदालत ने अभिज्ञान (तीन) और ऐश्वर्य (एक) का संरक्षण उनके चाचा अरुणभास भट्टाचार्य को सौंप दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बच्चे अपने चाचा और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मंगलवार सुबह को भारत पहुंच जाएंगे।टिप्पणियां
सूत्रों ने यह संकेत भी दिया कि ऐसे समूह भी हैं जो बच्चों को भारत वापस जाने से रोकने का आदेश जारी करने के लिए अपील कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि अदालत ने भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर पूर्ण संतोष जताया और बच्चों का संरक्षण उनके चाचा को सौंपने पर सहमत हो गई। अदालत ने कहा कि सांस्कृतिक अंतर को देखते हुए बच्चों के लिए बेहतर होगा कि वे भारत में पलें और बढ़ें।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बच्चे अपने चाचा और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मंगलवार सुबह को भारत पहुंच जाएंगे।टिप्पणियां
सूत्रों ने यह संकेत भी दिया कि ऐसे समूह भी हैं जो बच्चों को भारत वापस जाने से रोकने का आदेश जारी करने के लिए अपील कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि अदालत ने भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर पूर्ण संतोष जताया और बच्चों का संरक्षण उनके चाचा को सौंपने पर सहमत हो गई। अदालत ने कहा कि सांस्कृतिक अंतर को देखते हुए बच्चों के लिए बेहतर होगा कि वे भारत में पलें और बढ़ें।
सूत्रों ने यह संकेत भी दिया कि ऐसे समूह भी हैं जो बच्चों को भारत वापस जाने से रोकने का आदेश जारी करने के लिए अपील कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि अदालत ने भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर पूर्ण संतोष जताया और बच्चों का संरक्षण उनके चाचा को सौंपने पर सहमत हो गई। अदालत ने कहा कि सांस्कृतिक अंतर को देखते हुए बच्चों के लिए बेहतर होगा कि वे भारत में पलें और बढ़ें।
सूत्रों ने बताया कि अदालत ने भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर पूर्ण संतोष जताया और बच्चों का संरक्षण उनके चाचा को सौंपने पर सहमत हो गई। अदालत ने कहा कि सांस्कृतिक अंतर को देखते हुए बच्चों के लिए बेहतर होगा कि वे भारत में पलें और बढ़ें। | यहाँ एक सारांश है:नार्वे की एक अदालत ने दो अनिवासी भारतीय बच्चों का संरक्षण उनके चाचा को सौंप दिया। इसके साथ ही महीनों से चला आ रहा यह बहुचर्चित विवाद समाप्त हो गया। | 17 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: अगर आप बैंक से लोन ले रहे हैं तो सावधान हो जाएं| गाजियाबाद में 'बंटी और बबली' गिरफ्तार किए गए है। इन्होंने पूरे देश में लोगों को बैंक लोन दिलाने के नाम पर चुना लगाया है|
इनके कब्जे से पुलिस ने 43 मोबाइल फोन, 71 सिम कार्ड, दो लैपटॉप, बैंकों की मोहर और काफी सारे दस्तावेज बरामद हुए हैं|
हालांकि इस गिरोह का सरगना पुलिस गिरफ्त से फरार है। पकड़े गए दोनों ग्रेजुएट हैं।
बंटी का असली नाम है राधाकृष्ण और ये कर्नाटक का रहने वाला है जबकि बबली का असली नाम है शाहीन और वह चेन्नई की रहने वाली है। राधाकृष्ण ने जहां बीबीए किया हुआ है वहीं शाहीन बीएससी पास है। राधाकृष्ण पहले बैंक में काम करता था और वहीं उसकी मुलाकात इस गिरोह के सरगना रविंदर से हुई।
इसके बाद इन लोगों ने पूरे देश में ऐसे-ऐसे कारनामे किए कि लोग फिल्मी 'बंटी और बबली' को भूल गए। ये लोग फर्जी आइडी दिखाकर खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर लोन के नाम ठगी किया करते थे। टिप्पणियां
पुलिस की मानें तो इन्होंने पूरे देश में अपने कारनामों को अंजाम दिया है।
दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्त में आने के बाद राधाकृष्ण अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर रहा है और सारा दोष फरार रविंदर पर मढ़ रहा है।
इनके कब्जे से पुलिस ने 43 मोबाइल फोन, 71 सिम कार्ड, दो लैपटॉप, बैंकों की मोहर और काफी सारे दस्तावेज बरामद हुए हैं|
हालांकि इस गिरोह का सरगना पुलिस गिरफ्त से फरार है। पकड़े गए दोनों ग्रेजुएट हैं।
बंटी का असली नाम है राधाकृष्ण और ये कर्नाटक का रहने वाला है जबकि बबली का असली नाम है शाहीन और वह चेन्नई की रहने वाली है। राधाकृष्ण ने जहां बीबीए किया हुआ है वहीं शाहीन बीएससी पास है। राधाकृष्ण पहले बैंक में काम करता था और वहीं उसकी मुलाकात इस गिरोह के सरगना रविंदर से हुई।
इसके बाद इन लोगों ने पूरे देश में ऐसे-ऐसे कारनामे किए कि लोग फिल्मी 'बंटी और बबली' को भूल गए। ये लोग फर्जी आइडी दिखाकर खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर लोन के नाम ठगी किया करते थे। टिप्पणियां
पुलिस की मानें तो इन्होंने पूरे देश में अपने कारनामों को अंजाम दिया है।
दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्त में आने के बाद राधाकृष्ण अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर रहा है और सारा दोष फरार रविंदर पर मढ़ रहा है।
हालांकि इस गिरोह का सरगना पुलिस गिरफ्त से फरार है। पकड़े गए दोनों ग्रेजुएट हैं।
बंटी का असली नाम है राधाकृष्ण और ये कर्नाटक का रहने वाला है जबकि बबली का असली नाम है शाहीन और वह चेन्नई की रहने वाली है। राधाकृष्ण ने जहां बीबीए किया हुआ है वहीं शाहीन बीएससी पास है। राधाकृष्ण पहले बैंक में काम करता था और वहीं उसकी मुलाकात इस गिरोह के सरगना रविंदर से हुई।
इसके बाद इन लोगों ने पूरे देश में ऐसे-ऐसे कारनामे किए कि लोग फिल्मी 'बंटी और बबली' को भूल गए। ये लोग फर्जी आइडी दिखाकर खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर लोन के नाम ठगी किया करते थे। टिप्पणियां
पुलिस की मानें तो इन्होंने पूरे देश में अपने कारनामों को अंजाम दिया है।
दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्त में आने के बाद राधाकृष्ण अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर रहा है और सारा दोष फरार रविंदर पर मढ़ रहा है।
बंटी का असली नाम है राधाकृष्ण और ये कर्नाटक का रहने वाला है जबकि बबली का असली नाम है शाहीन और वह चेन्नई की रहने वाली है। राधाकृष्ण ने जहां बीबीए किया हुआ है वहीं शाहीन बीएससी पास है। राधाकृष्ण पहले बैंक में काम करता था और वहीं उसकी मुलाकात इस गिरोह के सरगना रविंदर से हुई।
इसके बाद इन लोगों ने पूरे देश में ऐसे-ऐसे कारनामे किए कि लोग फिल्मी 'बंटी और बबली' को भूल गए। ये लोग फर्जी आइडी दिखाकर खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर लोन के नाम ठगी किया करते थे। टिप्पणियां
पुलिस की मानें तो इन्होंने पूरे देश में अपने कारनामों को अंजाम दिया है।
दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्त में आने के बाद राधाकृष्ण अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर रहा है और सारा दोष फरार रविंदर पर मढ़ रहा है।
इसके बाद इन लोगों ने पूरे देश में ऐसे-ऐसे कारनामे किए कि लोग फिल्मी 'बंटी और बबली' को भूल गए। ये लोग फर्जी आइडी दिखाकर खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर लोन के नाम ठगी किया करते थे। टिप्पणियां
पुलिस की मानें तो इन्होंने पूरे देश में अपने कारनामों को अंजाम दिया है।
दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्त में आने के बाद राधाकृष्ण अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर रहा है और सारा दोष फरार रविंदर पर मढ़ रहा है।
पुलिस की मानें तो इन्होंने पूरे देश में अपने कारनामों को अंजाम दिया है।
दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्त में आने के बाद राधाकृष्ण अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर रहा है और सारा दोष फरार रविंदर पर मढ़ रहा है।
दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्त में आने के बाद राधाकृष्ण अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर रहा है और सारा दोष फरार रविंदर पर मढ़ रहा है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अगर आप बैंक से लोन ले रहे हैं तो सावधान हो जाएं। गाजियाबाद में 'बंटी और बबली' गिरफ्तार किए गए है। इन्होंने पूरे देश में लोगों को बैंक लोन दिलाने के नाम पर चुना लगाया है। | 11 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी दोपहर तक के कारोबार में 800 अंक लुढ़क गया, जिस कारण कारोबार कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। एक्सचेंज ने इसके लिए ब्रोकर फर्म एमाकी ग्लोबल को जिम्मेदार ठहराया है, जिसने अपने एक ग्राहक के लिए 650 करोड़ रुपये मूल्य के ऑर्डर किए।
एनएसई ने कहा है कि वह मामले तथा उन असामान्य ऑर्डर की जांच कर रह है, जिस कारण नीची कीमतों पर भारी सौदे हुए। एनएसई में कारोबार लगभग 15 मिनट रोकना पड़ा। इसके बाद एनएसई के बयान में कहा गया है, 59 गलत ऑर्डर के कारण मार्केट सर्किट फिल्टर लागू हुआ। इन ऑर्डर के कारण 650 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक के गुणज सौदे हुए।टिप्पणियां
इसके अनुसार, यह ऑर्डर एक व्यापारिक सदस्य इमाकी ग्लोबल फाइनेंस सर्विसेज ने एक संस्थागत ग्राहक की ओर से किए। इन ऑर्डर की पहचान एक विशेष डीलर टर्मिनल से की गई है। वहीं बीएसई ने कहा है कि उसका कामकाज सामान्य चला। हालांकि निफ्टी में गिरावट के बीच बीएसई का सेंसेक्स भी लगभग 200 अंक टूट गया।
यह घटना ऐसे समय हुई, जबकि केंद्र सरकार द्वारा सुधारों के दूसरे चरण की घोषणा से बाजार में सकारात्मक रुख है। दोपहर तक हालांकि बाजार में सुधार दर्ज किया गया। 12.20 बजे सेंसेक्स 177 अंक टूटकर 18,880.98 था। निफ्टी 58.35 अंक टूटकर 5,729.25 अंक था।
एनएसई ने कहा है कि वह मामले तथा उन असामान्य ऑर्डर की जांच कर रह है, जिस कारण नीची कीमतों पर भारी सौदे हुए। एनएसई में कारोबार लगभग 15 मिनट रोकना पड़ा। इसके बाद एनएसई के बयान में कहा गया है, 59 गलत ऑर्डर के कारण मार्केट सर्किट फिल्टर लागू हुआ। इन ऑर्डर के कारण 650 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक के गुणज सौदे हुए।टिप्पणियां
इसके अनुसार, यह ऑर्डर एक व्यापारिक सदस्य इमाकी ग्लोबल फाइनेंस सर्विसेज ने एक संस्थागत ग्राहक की ओर से किए। इन ऑर्डर की पहचान एक विशेष डीलर टर्मिनल से की गई है। वहीं बीएसई ने कहा है कि उसका कामकाज सामान्य चला। हालांकि निफ्टी में गिरावट के बीच बीएसई का सेंसेक्स भी लगभग 200 अंक टूट गया।
यह घटना ऐसे समय हुई, जबकि केंद्र सरकार द्वारा सुधारों के दूसरे चरण की घोषणा से बाजार में सकारात्मक रुख है। दोपहर तक हालांकि बाजार में सुधार दर्ज किया गया। 12.20 बजे सेंसेक्स 177 अंक टूटकर 18,880.98 था। निफ्टी 58.35 अंक टूटकर 5,729.25 अंक था।
इसके अनुसार, यह ऑर्डर एक व्यापारिक सदस्य इमाकी ग्लोबल फाइनेंस सर्विसेज ने एक संस्थागत ग्राहक की ओर से किए। इन ऑर्डर की पहचान एक विशेष डीलर टर्मिनल से की गई है। वहीं बीएसई ने कहा है कि उसका कामकाज सामान्य चला। हालांकि निफ्टी में गिरावट के बीच बीएसई का सेंसेक्स भी लगभग 200 अंक टूट गया।
यह घटना ऐसे समय हुई, जबकि केंद्र सरकार द्वारा सुधारों के दूसरे चरण की घोषणा से बाजार में सकारात्मक रुख है। दोपहर तक हालांकि बाजार में सुधार दर्ज किया गया। 12.20 बजे सेंसेक्स 177 अंक टूटकर 18,880.98 था। निफ्टी 58.35 अंक टूटकर 5,729.25 अंक था।
यह घटना ऐसे समय हुई, जबकि केंद्र सरकार द्वारा सुधारों के दूसरे चरण की घोषणा से बाजार में सकारात्मक रुख है। दोपहर तक हालांकि बाजार में सुधार दर्ज किया गया। 12.20 बजे सेंसेक्स 177 अंक टूटकर 18,880.98 था। निफ्टी 58.35 अंक टूटकर 5,729.25 अंक था। | यह एक सारांश है: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी दोपहर के कारोबार में 800 अंक लुढ़क गया, जिस कारण कारोबार कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। एक्सचेंज ने इसके लिए एक ब्रोकर फर्म को जिम्मेदार ठहराया है। | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: गुजरात में लगातार पांचवीं बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है, और मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी की यह लगातार तीसरी जीत है, जिसने राज्य में पार्टी के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कुल 182 विधानसभा सीटों वाले गुजरात में मोदी के नेतृत्व में लड़े गए इस चुनाव में पार्टी ने वर्ष 2007 में हासिल हुई 117 सीटों की तुलना में दो सीटों के नुकसान के साथ 115 सीटें हासिल कीं, जबकि विपक्षी कांग्रेस और उसके सहयोगियों को एक सीट के फायदे के साथ 63 सीटें मिली हैं। चार सीटें यहां अन्य उम्मीदवारों के पक्ष में गई हैं।
उधर, हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को झटका लगा है, और पिछली हर बार की तरह राज्य की जनता ने सत्ता परिवर्तन करते हुए कांग्रेस को राज्य की बागडोर थमा दी है। कांग्रेस को कुल 68 सीटों में से 13 सीटों के फायदे के साथ 36 सीटें मिली हैं, जबकि बीजेपी 15 सीटों के नुकसान के बाद 26 सीटों पर सिमट गई है। छह सीटों पर अन्य उम्मीदवारों को जीत मिली है।
गुजरात में नरेंद्र मोदी की इस 'हैट्रिक' के बाद अहमदाबाद से लेकर दिल्ली, मुंबई और पटना तक जीत का जश्न मनाया जा रहा है। जगह-जगह से मोदी को बधाई संदेश मिल रहे हैं। जीत के बाद नरेंद्र मोदी ने अपनी मां का आशीर्वाद लिया और पार्टी से अलग होकर गुजरात परिवर्तन पार्टी के नाम से चुनाव लड़ने वाले पूर्व बीजेपी मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल से मिलने भी पहुंचे, जहां दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। टिप्पणियां
दोनों ही प्रदेशों में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई थी। एक्जिट पोलों के मुताबिक गुजरात में नरेंद्र मोदी ही हैट्रिक लगाने वाले थे, जबकि हिमाचल में भी कांग्रेस को बढ़त की संभावना पहले ही जताई जा रही थी। गुजरात में सभी 182 सीटों के लिए 13 और 17 दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था, जबकि हिमाचल में एक ही चरण में मतदान 4 नवंबर को कराया गया था।
गुजरात में बीजेपी के कुछ उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने रात में ही अपनी जीत के पोस्टर लगा दिए थे, जबकि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और नेता प्रतिपक्ष शक्तिसिंह गोहिल सहित कई दिग्गज हार गए हैं।
उधर, हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को झटका लगा है, और पिछली हर बार की तरह राज्य की जनता ने सत्ता परिवर्तन करते हुए कांग्रेस को राज्य की बागडोर थमा दी है। कांग्रेस को कुल 68 सीटों में से 13 सीटों के फायदे के साथ 36 सीटें मिली हैं, जबकि बीजेपी 15 सीटों के नुकसान के बाद 26 सीटों पर सिमट गई है। छह सीटों पर अन्य उम्मीदवारों को जीत मिली है।
गुजरात में नरेंद्र मोदी की इस 'हैट्रिक' के बाद अहमदाबाद से लेकर दिल्ली, मुंबई और पटना तक जीत का जश्न मनाया जा रहा है। जगह-जगह से मोदी को बधाई संदेश मिल रहे हैं। जीत के बाद नरेंद्र मोदी ने अपनी मां का आशीर्वाद लिया और पार्टी से अलग होकर गुजरात परिवर्तन पार्टी के नाम से चुनाव लड़ने वाले पूर्व बीजेपी मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल से मिलने भी पहुंचे, जहां दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। टिप्पणियां
दोनों ही प्रदेशों में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई थी। एक्जिट पोलों के मुताबिक गुजरात में नरेंद्र मोदी ही हैट्रिक लगाने वाले थे, जबकि हिमाचल में भी कांग्रेस को बढ़त की संभावना पहले ही जताई जा रही थी। गुजरात में सभी 182 सीटों के लिए 13 और 17 दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था, जबकि हिमाचल में एक ही चरण में मतदान 4 नवंबर को कराया गया था।
गुजरात में बीजेपी के कुछ उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने रात में ही अपनी जीत के पोस्टर लगा दिए थे, जबकि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और नेता प्रतिपक्ष शक्तिसिंह गोहिल सहित कई दिग्गज हार गए हैं।
गुजरात में नरेंद्र मोदी की इस 'हैट्रिक' के बाद अहमदाबाद से लेकर दिल्ली, मुंबई और पटना तक जीत का जश्न मनाया जा रहा है। जगह-जगह से मोदी को बधाई संदेश मिल रहे हैं। जीत के बाद नरेंद्र मोदी ने अपनी मां का आशीर्वाद लिया और पार्टी से अलग होकर गुजरात परिवर्तन पार्टी के नाम से चुनाव लड़ने वाले पूर्व बीजेपी मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल से मिलने भी पहुंचे, जहां दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई। टिप्पणियां
दोनों ही प्रदेशों में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई थी। एक्जिट पोलों के मुताबिक गुजरात में नरेंद्र मोदी ही हैट्रिक लगाने वाले थे, जबकि हिमाचल में भी कांग्रेस को बढ़त की संभावना पहले ही जताई जा रही थी। गुजरात में सभी 182 सीटों के लिए 13 और 17 दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था, जबकि हिमाचल में एक ही चरण में मतदान 4 नवंबर को कराया गया था।
गुजरात में बीजेपी के कुछ उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने रात में ही अपनी जीत के पोस्टर लगा दिए थे, जबकि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और नेता प्रतिपक्ष शक्तिसिंह गोहिल सहित कई दिग्गज हार गए हैं।
दोनों ही प्रदेशों में इस बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई थी। एक्जिट पोलों के मुताबिक गुजरात में नरेंद्र मोदी ही हैट्रिक लगाने वाले थे, जबकि हिमाचल में भी कांग्रेस को बढ़त की संभावना पहले ही जताई जा रही थी। गुजरात में सभी 182 सीटों के लिए 13 और 17 दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था, जबकि हिमाचल में एक ही चरण में मतदान 4 नवंबर को कराया गया था।
गुजरात में बीजेपी के कुछ उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने रात में ही अपनी जीत के पोस्टर लगा दिए थे, जबकि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और नेता प्रतिपक्ष शक्तिसिंह गोहिल सहित कई दिग्गज हार गए हैं।
गुजरात में बीजेपी के कुछ उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने रात में ही अपनी जीत के पोस्टर लगा दिए थे, जबकि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और नेता प्रतिपक्ष शक्तिसिंह गोहिल सहित कई दिग्गज हार गए हैं। | संक्षिप्त सारांश: गुजरात में बीजेपी ने 115 सीटें हासिल कीं, जबकि कांग्रेस और सहयोगियों को 63 सीटें मिली हैं। उधर, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को 36 सीटें मिलीं, जबकि बीजेपी 26 सीटों पर सिमट गई। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को संकेत दिया कि मौद्रिक बाजार में स्थिरता कायम करने के लिए वह नीतिगत दरों में बदलाव नहीं करेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही की मौद्रिक नीति की समीक्षा की घोषणा मंगलवार को करेगा।
मौद्रिक नीति की समीक्षा की घोषणा से पहले जारी दस्तावेज में बैंक ने कहा कि प्राथमिकता मौद्रिक बाजार में स्थिरता लाने की रहेगी ताकि आर्थिक स्थिति विकास के लिए सहायक बनी रहे।
आरबीआई ने 'मैक्रोइकॉनॉमिक एंड मोनेटरी डेवलपमेंट्स फर्स्ट क्वोर्टर रिव्यू 2013-14' दस्तावेज में कहा है, "हाल में मुद्रा अवमूल्यन और ईंधन महंगाई से थोक और उपभोक्ता महंगाई बढ़ने का जोखिम पैदा हुआ है।"
आरबीआई ने कहा कि हाल में तरलता घटाने के उपाय करने से मौद्रिक बाजार में कुछ सुविधाजनक स्थिति पैदा हुई। इसमें कहा गया, "यदि चालू खाता घाटा को कम करने और बचत तथा निवेश बढ़ाने के लिए ढांचागत सुधार किए जाएं तो इन कदमों का फायदा मिलेगा।"
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सुबह कहा था कि विकास में तेजी लाना आरबीआई की प्राथमिकता सूची में होना चाहिए। मंत्री ने अहमदाबाद में एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, "आरबीआई का फैसला रुपये की स्थिरता नहीं होनी चाहिए। आरबीआई का फैसला एक बड़े उद्देश्य को पूरा करने वाला होना चाहिए, जिसमें रुपये की स्थिरता, विकास, रोजगार में वृद्धि शामिल हो।"
विश्लेषकों का भी मानना है कि आरबीआई यथास्थिति के रास्ते पर चल सकता है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "व्यापक रूप से माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक नीति के मोर्चे पर यथास्थिति बरकरार रखेगा।" किदवई ने हालांकि कहा कि रिजर्व बैंक को विकास के मुद्दे और खासकर औद्योगिक विकास के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए।
किदवई ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि औद्योगिक विकास काफी प्रभावित हुआ है। हाल में जारी आईआईपी के आंकड़े के मुताबिक मई में 1.6 फीसदी औद्योगिक गिरावट रही है। यह काफी निराशाजनक है।" उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल में कई घोषणाएं करने के बावजूद निवेशकों में अविश्वास पैदा हो रहा है।टिप्पणियां
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
भारतीय रिजर्व बैंक मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही की मौद्रिक नीति की समीक्षा की घोषणा मंगलवार को करेगा।
मौद्रिक नीति की समीक्षा की घोषणा से पहले जारी दस्तावेज में बैंक ने कहा कि प्राथमिकता मौद्रिक बाजार में स्थिरता लाने की रहेगी ताकि आर्थिक स्थिति विकास के लिए सहायक बनी रहे।
आरबीआई ने 'मैक्रोइकॉनॉमिक एंड मोनेटरी डेवलपमेंट्स फर्स्ट क्वोर्टर रिव्यू 2013-14' दस्तावेज में कहा है, "हाल में मुद्रा अवमूल्यन और ईंधन महंगाई से थोक और उपभोक्ता महंगाई बढ़ने का जोखिम पैदा हुआ है।"
आरबीआई ने कहा कि हाल में तरलता घटाने के उपाय करने से मौद्रिक बाजार में कुछ सुविधाजनक स्थिति पैदा हुई। इसमें कहा गया, "यदि चालू खाता घाटा को कम करने और बचत तथा निवेश बढ़ाने के लिए ढांचागत सुधार किए जाएं तो इन कदमों का फायदा मिलेगा।"
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सुबह कहा था कि विकास में तेजी लाना आरबीआई की प्राथमिकता सूची में होना चाहिए। मंत्री ने अहमदाबाद में एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, "आरबीआई का फैसला रुपये की स्थिरता नहीं होनी चाहिए। आरबीआई का फैसला एक बड़े उद्देश्य को पूरा करने वाला होना चाहिए, जिसमें रुपये की स्थिरता, विकास, रोजगार में वृद्धि शामिल हो।"
विश्लेषकों का भी मानना है कि आरबीआई यथास्थिति के रास्ते पर चल सकता है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "व्यापक रूप से माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक नीति के मोर्चे पर यथास्थिति बरकरार रखेगा।" किदवई ने हालांकि कहा कि रिजर्व बैंक को विकास के मुद्दे और खासकर औद्योगिक विकास के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए।
किदवई ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि औद्योगिक विकास काफी प्रभावित हुआ है। हाल में जारी आईआईपी के आंकड़े के मुताबिक मई में 1.6 फीसदी औद्योगिक गिरावट रही है। यह काफी निराशाजनक है।" उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल में कई घोषणाएं करने के बावजूद निवेशकों में अविश्वास पैदा हो रहा है।टिप्पणियां
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
मौद्रिक नीति की समीक्षा की घोषणा से पहले जारी दस्तावेज में बैंक ने कहा कि प्राथमिकता मौद्रिक बाजार में स्थिरता लाने की रहेगी ताकि आर्थिक स्थिति विकास के लिए सहायक बनी रहे।
आरबीआई ने 'मैक्रोइकॉनॉमिक एंड मोनेटरी डेवलपमेंट्स फर्स्ट क्वोर्टर रिव्यू 2013-14' दस्तावेज में कहा है, "हाल में मुद्रा अवमूल्यन और ईंधन महंगाई से थोक और उपभोक्ता महंगाई बढ़ने का जोखिम पैदा हुआ है।"
आरबीआई ने कहा कि हाल में तरलता घटाने के उपाय करने से मौद्रिक बाजार में कुछ सुविधाजनक स्थिति पैदा हुई। इसमें कहा गया, "यदि चालू खाता घाटा को कम करने और बचत तथा निवेश बढ़ाने के लिए ढांचागत सुधार किए जाएं तो इन कदमों का फायदा मिलेगा।"
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सुबह कहा था कि विकास में तेजी लाना आरबीआई की प्राथमिकता सूची में होना चाहिए। मंत्री ने अहमदाबाद में एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, "आरबीआई का फैसला रुपये की स्थिरता नहीं होनी चाहिए। आरबीआई का फैसला एक बड़े उद्देश्य को पूरा करने वाला होना चाहिए, जिसमें रुपये की स्थिरता, विकास, रोजगार में वृद्धि शामिल हो।"
विश्लेषकों का भी मानना है कि आरबीआई यथास्थिति के रास्ते पर चल सकता है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "व्यापक रूप से माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक नीति के मोर्चे पर यथास्थिति बरकरार रखेगा।" किदवई ने हालांकि कहा कि रिजर्व बैंक को विकास के मुद्दे और खासकर औद्योगिक विकास के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए।
किदवई ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि औद्योगिक विकास काफी प्रभावित हुआ है। हाल में जारी आईआईपी के आंकड़े के मुताबिक मई में 1.6 फीसदी औद्योगिक गिरावट रही है। यह काफी निराशाजनक है।" उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल में कई घोषणाएं करने के बावजूद निवेशकों में अविश्वास पैदा हो रहा है।टिप्पणियां
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
आरबीआई ने 'मैक्रोइकॉनॉमिक एंड मोनेटरी डेवलपमेंट्स फर्स्ट क्वोर्टर रिव्यू 2013-14' दस्तावेज में कहा है, "हाल में मुद्रा अवमूल्यन और ईंधन महंगाई से थोक और उपभोक्ता महंगाई बढ़ने का जोखिम पैदा हुआ है।"
आरबीआई ने कहा कि हाल में तरलता घटाने के उपाय करने से मौद्रिक बाजार में कुछ सुविधाजनक स्थिति पैदा हुई। इसमें कहा गया, "यदि चालू खाता घाटा को कम करने और बचत तथा निवेश बढ़ाने के लिए ढांचागत सुधार किए जाएं तो इन कदमों का फायदा मिलेगा।"
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सुबह कहा था कि विकास में तेजी लाना आरबीआई की प्राथमिकता सूची में होना चाहिए। मंत्री ने अहमदाबाद में एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, "आरबीआई का फैसला रुपये की स्थिरता नहीं होनी चाहिए। आरबीआई का फैसला एक बड़े उद्देश्य को पूरा करने वाला होना चाहिए, जिसमें रुपये की स्थिरता, विकास, रोजगार में वृद्धि शामिल हो।"
विश्लेषकों का भी मानना है कि आरबीआई यथास्थिति के रास्ते पर चल सकता है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "व्यापक रूप से माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक नीति के मोर्चे पर यथास्थिति बरकरार रखेगा।" किदवई ने हालांकि कहा कि रिजर्व बैंक को विकास के मुद्दे और खासकर औद्योगिक विकास के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए।
किदवई ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि औद्योगिक विकास काफी प्रभावित हुआ है। हाल में जारी आईआईपी के आंकड़े के मुताबिक मई में 1.6 फीसदी औद्योगिक गिरावट रही है। यह काफी निराशाजनक है।" उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल में कई घोषणाएं करने के बावजूद निवेशकों में अविश्वास पैदा हो रहा है।टिप्पणियां
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
आरबीआई ने कहा कि हाल में तरलता घटाने के उपाय करने से मौद्रिक बाजार में कुछ सुविधाजनक स्थिति पैदा हुई। इसमें कहा गया, "यदि चालू खाता घाटा को कम करने और बचत तथा निवेश बढ़ाने के लिए ढांचागत सुधार किए जाएं तो इन कदमों का फायदा मिलेगा।"
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सुबह कहा था कि विकास में तेजी लाना आरबीआई की प्राथमिकता सूची में होना चाहिए। मंत्री ने अहमदाबाद में एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, "आरबीआई का फैसला रुपये की स्थिरता नहीं होनी चाहिए। आरबीआई का फैसला एक बड़े उद्देश्य को पूरा करने वाला होना चाहिए, जिसमें रुपये की स्थिरता, विकास, रोजगार में वृद्धि शामिल हो।"
विश्लेषकों का भी मानना है कि आरबीआई यथास्थिति के रास्ते पर चल सकता है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "व्यापक रूप से माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक नीति के मोर्चे पर यथास्थिति बरकरार रखेगा।" किदवई ने हालांकि कहा कि रिजर्व बैंक को विकास के मुद्दे और खासकर औद्योगिक विकास के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए।
किदवई ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि औद्योगिक विकास काफी प्रभावित हुआ है। हाल में जारी आईआईपी के आंकड़े के मुताबिक मई में 1.6 फीसदी औद्योगिक गिरावट रही है। यह काफी निराशाजनक है।" उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल में कई घोषणाएं करने के बावजूद निवेशकों में अविश्वास पैदा हो रहा है।टिप्पणियां
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सुबह कहा था कि विकास में तेजी लाना आरबीआई की प्राथमिकता सूची में होना चाहिए। मंत्री ने अहमदाबाद में एक समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा, "आरबीआई का फैसला रुपये की स्थिरता नहीं होनी चाहिए। आरबीआई का फैसला एक बड़े उद्देश्य को पूरा करने वाला होना चाहिए, जिसमें रुपये की स्थिरता, विकास, रोजगार में वृद्धि शामिल हो।"
विश्लेषकों का भी मानना है कि आरबीआई यथास्थिति के रास्ते पर चल सकता है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "व्यापक रूप से माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक नीति के मोर्चे पर यथास्थिति बरकरार रखेगा।" किदवई ने हालांकि कहा कि रिजर्व बैंक को विकास के मुद्दे और खासकर औद्योगिक विकास के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए।
किदवई ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि औद्योगिक विकास काफी प्रभावित हुआ है। हाल में जारी आईआईपी के आंकड़े के मुताबिक मई में 1.6 फीसदी औद्योगिक गिरावट रही है। यह काफी निराशाजनक है।" उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल में कई घोषणाएं करने के बावजूद निवेशकों में अविश्वास पैदा हो रहा है।टिप्पणियां
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
विश्लेषकों का भी मानना है कि आरबीआई यथास्थिति के रास्ते पर चल सकता है। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, "व्यापक रूप से माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक नीति के मोर्चे पर यथास्थिति बरकरार रखेगा।" किदवई ने हालांकि कहा कि रिजर्व बैंक को विकास के मुद्दे और खासकर औद्योगिक विकास के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए।
किदवई ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि औद्योगिक विकास काफी प्रभावित हुआ है। हाल में जारी आईआईपी के आंकड़े के मुताबिक मई में 1.6 फीसदी औद्योगिक गिरावट रही है। यह काफी निराशाजनक है।" उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल में कई घोषणाएं करने के बावजूद निवेशकों में अविश्वास पैदा हो रहा है।टिप्पणियां
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
किदवई ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि औद्योगिक विकास काफी प्रभावित हुआ है। हाल में जारी आईआईपी के आंकड़े के मुताबिक मई में 1.6 फीसदी औद्योगिक गिरावट रही है। यह काफी निराशाजनक है।" उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हाल में कई घोषणाएं करने के बावजूद निवेशकों में अविश्वास पैदा हो रहा है।टिप्पणियां
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए यथास्थिति का फैसला भी एक बड़ा फैसला होगा। कपूर यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है।
कपूर ने पिछले सप्ताह संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, "मौद्रिक नीति में दरों में कटौती असंभव लगती है। यथास्थिति ही बड़ा फैसला होगा।" रिजर्व बैंक ने 17 जून को आखिरी बार घोषित नीति समीक्षा दरों में बदलाव नहीं किया था। रेपो दर अभी 7.25 फीसदी और रिवर्स रेपो दर 6.25 फीसदी है तथा नकद आरक्षित अनुपात चार फीसदी है। | संक्षिप्त सारांश: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को संकेत दिया कि मौद्रिक बाजार में स्थिरता कायम करने के लिए वह नीतिगत दरों में बदलाव नहीं करेगा। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: सशक्त लोकपाल पर बुधवार को होने वाले अनशन में अन्ना अपनी टीम के साथ अनशन पर नहीं बैठेंगे। अन्ना ने कहा कि चार दिन तक यदि कोई समाधान न निकला तब वह पांचवें दिन से आमरण अनशन करेंगे।
समाजसेवी अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार पर प्रभावी लोकपाल विधेयक के नाम पर बार-बार धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर सरकार अगले चार दिनों में उनकी बात नहीं मानती है तो वह 29 जुलाई से स्वयं अनशन पर बैठेंगे। ज्ञात हो कि टीम अन्ना जन लोकपाल विधेयक लाने की मांग को लेकर 25 जुलाई से जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेगी।
अन्ना ने मंगलवार को अनशन शुरू करने की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, "केंद्र सरकार ने लोकपाल लाने के मामले में हमें कई मौकों पर धोखा दिया। सरकार लोकपाल के लिए गठित संयुक्त समिति में किए गए वादे से मुकर गई। फिर सरकार ने संसद की स्थाई समिति को एवं बाद में वह संसद में पारित प्रस्ताव से भी मुकर गई।"
अन्ना ने सरकार पर टीम अन्ना में फूट डालने एवं बदनाम करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "सरकार ने फर्जी सीडी जारी कर टीम अन्ना को बदनाम करने की साजिश रची। हम इस सीडी की जांच कराएंगे।"
उन्होंने कहा, "हम सिर्फ मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग कर रहे हैं। इसके लिए टीम अन्ना के लोग 25 जुलाई से जंतर मंतर पर अनशन पर बैठेंगे। मैं मांगे मानने के लिए सरकार को चार दिन का वक्त देता हूं। अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो मैं भी 29 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठूंगा।"टिप्पणियां
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति चुना जाना इस देश का दुर्भाग्य है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच किए बगैर प्रणब को राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का मौका देना भी देश के साथ धोखा है।
वहीं टीम के सदस्य प्रशांत भूषण का कहना है कि यदि इसी तरह भ्रष्टाचार चलता रहा तब यह देश गृह युद्ध की ओर बढ़ जाएगा।
पहले खबरें आईं थी कि अन्ना खराब सेहत की वजह से अनशन पर नहीं बैठेंगे। और उनकी जगह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अनशन करेंगे। गौरतलब है कि काले पैसे के खिलाफ मुहिम चला रहे रामदेव को भी इस अनशन में शामिल होने का न्योता भेजा गया है।
अन्ना ने मंगलवार को अनशन शुरू करने की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, "केंद्र सरकार ने लोकपाल लाने के मामले में हमें कई मौकों पर धोखा दिया। सरकार लोकपाल के लिए गठित संयुक्त समिति में किए गए वादे से मुकर गई। फिर सरकार ने संसद की स्थाई समिति को एवं बाद में वह संसद में पारित प्रस्ताव से भी मुकर गई।"
अन्ना ने सरकार पर टीम अन्ना में फूट डालने एवं बदनाम करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "सरकार ने फर्जी सीडी जारी कर टीम अन्ना को बदनाम करने की साजिश रची। हम इस सीडी की जांच कराएंगे।"
उन्होंने कहा, "हम सिर्फ मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग कर रहे हैं। इसके लिए टीम अन्ना के लोग 25 जुलाई से जंतर मंतर पर अनशन पर बैठेंगे। मैं मांगे मानने के लिए सरकार को चार दिन का वक्त देता हूं। अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो मैं भी 29 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठूंगा।"टिप्पणियां
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति चुना जाना इस देश का दुर्भाग्य है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच किए बगैर प्रणब को राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का मौका देना भी देश के साथ धोखा है।
वहीं टीम के सदस्य प्रशांत भूषण का कहना है कि यदि इसी तरह भ्रष्टाचार चलता रहा तब यह देश गृह युद्ध की ओर बढ़ जाएगा।
पहले खबरें आईं थी कि अन्ना खराब सेहत की वजह से अनशन पर नहीं बैठेंगे। और उनकी जगह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अनशन करेंगे। गौरतलब है कि काले पैसे के खिलाफ मुहिम चला रहे रामदेव को भी इस अनशन में शामिल होने का न्योता भेजा गया है।
अन्ना ने सरकार पर टीम अन्ना में फूट डालने एवं बदनाम करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "सरकार ने फर्जी सीडी जारी कर टीम अन्ना को बदनाम करने की साजिश रची। हम इस सीडी की जांच कराएंगे।"
उन्होंने कहा, "हम सिर्फ मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग कर रहे हैं। इसके लिए टीम अन्ना के लोग 25 जुलाई से जंतर मंतर पर अनशन पर बैठेंगे। मैं मांगे मानने के लिए सरकार को चार दिन का वक्त देता हूं। अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो मैं भी 29 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठूंगा।"टिप्पणियां
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति चुना जाना इस देश का दुर्भाग्य है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच किए बगैर प्रणब को राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का मौका देना भी देश के साथ धोखा है।
वहीं टीम के सदस्य प्रशांत भूषण का कहना है कि यदि इसी तरह भ्रष्टाचार चलता रहा तब यह देश गृह युद्ध की ओर बढ़ जाएगा।
पहले खबरें आईं थी कि अन्ना खराब सेहत की वजह से अनशन पर नहीं बैठेंगे। और उनकी जगह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अनशन करेंगे। गौरतलब है कि काले पैसे के खिलाफ मुहिम चला रहे रामदेव को भी इस अनशन में शामिल होने का न्योता भेजा गया है।
उन्होंने कहा, "हम सिर्फ मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग कर रहे हैं। इसके लिए टीम अन्ना के लोग 25 जुलाई से जंतर मंतर पर अनशन पर बैठेंगे। मैं मांगे मानने के लिए सरकार को चार दिन का वक्त देता हूं। अगर सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो मैं भी 29 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठूंगा।"टिप्पणियां
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति चुना जाना इस देश का दुर्भाग्य है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच किए बगैर प्रणब को राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का मौका देना भी देश के साथ धोखा है।
वहीं टीम के सदस्य प्रशांत भूषण का कहना है कि यदि इसी तरह भ्रष्टाचार चलता रहा तब यह देश गृह युद्ध की ओर बढ़ जाएगा।
पहले खबरें आईं थी कि अन्ना खराब सेहत की वजह से अनशन पर नहीं बैठेंगे। और उनकी जगह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अनशन करेंगे। गौरतलब है कि काले पैसे के खिलाफ मुहिम चला रहे रामदेव को भी इस अनशन में शामिल होने का न्योता भेजा गया है।
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति चुना जाना इस देश का दुर्भाग्य है। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच किए बगैर प्रणब को राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का मौका देना भी देश के साथ धोखा है।
वहीं टीम के सदस्य प्रशांत भूषण का कहना है कि यदि इसी तरह भ्रष्टाचार चलता रहा तब यह देश गृह युद्ध की ओर बढ़ जाएगा।
पहले खबरें आईं थी कि अन्ना खराब सेहत की वजह से अनशन पर नहीं बैठेंगे। और उनकी जगह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अनशन करेंगे। गौरतलब है कि काले पैसे के खिलाफ मुहिम चला रहे रामदेव को भी इस अनशन में शामिल होने का न्योता भेजा गया है।
पहले खबरें आईं थी कि अन्ना खराब सेहत की वजह से अनशन पर नहीं बैठेंगे। और उनकी जगह अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अनशन करेंगे। गौरतलब है कि काले पैसे के खिलाफ मुहिम चला रहे रामदेव को भी इस अनशन में शामिल होने का न्योता भेजा गया है। | सशक्त लोकपाल पर बुधवार को होने वाले अनशन में अन्ना अपनी टीम के साथ अनशन पर नहीं बैठेंगे। अन्ना ने कहा कि चार दिन तक यदि कोई समाधान न निकला तब वह पांचवें दिन से आमरण अनशन करेंगे। | 34 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: दैनिक भास्कर जैसे अखबारों की प्रकाशिक मीडिया कंपनी डीबी कॉर्प ने मौजूदा बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने तथा नए बाजारों में कदम रखने के लिए चालू वित्तवर्ष में 100 करोड़ रुपये तक का निवेश करने की योजना बनाई है। डीबी कॉर्प के निदेशक गिरीश अग्रवाल ने कहा, प्रिंट मीडिया का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और इस बाजार की अग्रणी कंपनी होने के नाते हमें अपने कारोबार में वृद्धि के व्यापक अवसर दिख रहे हैं। हमने चालू वित्तवर्ष में अपनी उपस्थिति बढ़ाने तथा नए बाजारों में विस्तार पर 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी दैनिक भास्कर के अलावा दिव्य भास्कर, सौराष्ट्र समाचार, बिजनेस भास्कर, दैनिक दिव्य मराठी, डीबी गोल्ड, डीबी स्टार और डीएनए जैसे प्रकाशनों का परिचालन करती है। इस समय 17 राज्यों से इसके संस्करण निकल रहे हैं। उन्होंने कहा, हमने हाल ही में औरंगाबाद और नासिक में दैनिक दिव्य मराठी लॉन्च कर महाराष्ट्र में कदम रखा। हम जलगांव, अकोला, कोल्हापुर और सोलापुर में इसे लॉन्च कर अपनी उपस्थिति का विस्तार करना चाहते हैं। | यह एक सारांश है: डीबी कॉर्प ने बाजार में उपस्थिति बढ़ाने तथा नए बाजारों में कदम रखने के लिए चालू वित्तवर्ष में 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। | 21 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए दो ड्रोन हमलों में कम से कम सात संदिग्ध आतंकवादी मारे गए हैं।
'जियो न्यूज' ने मंगलवार को अपनी रपट में बताया कि एक ड्रोन विमान ने सोमवार देर रात उत्तरी वजीरिस्तान के हैदर खेल क्षेत्र में एक घर पर तीन मिसाइलें दागी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई।
इसके अलावा नजदीक के खासो खेल क्षेत्र में भी कई मिसाइलें दागी गईं, जिसके परिणामस्वरूप तीन अन्य लोगों की मौत हो गई।टिप्पणियां
ज्ञात हो कि रविवार को दक्षिणी वजीरिस्तान में हुए ड्रोन हमले में मारे गए 16 लोगों में पाकिस्तान का तालिबान नेता वली मोहम्मद उर्फ तूफान महसूद भी शामिल था।
वली मोहम्मद पाकिस्तानी तालिबान प्रमुख हकीमुल्लाह महसूद का चचेरा भाई था। बीते सप्ताह तालिबान कमांडर मुल्ला नजीर भी इसी तरह मारा गया था।
'जियो न्यूज' ने मंगलवार को अपनी रपट में बताया कि एक ड्रोन विमान ने सोमवार देर रात उत्तरी वजीरिस्तान के हैदर खेल क्षेत्र में एक घर पर तीन मिसाइलें दागी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई।
इसके अलावा नजदीक के खासो खेल क्षेत्र में भी कई मिसाइलें दागी गईं, जिसके परिणामस्वरूप तीन अन्य लोगों की मौत हो गई।टिप्पणियां
ज्ञात हो कि रविवार को दक्षिणी वजीरिस्तान में हुए ड्रोन हमले में मारे गए 16 लोगों में पाकिस्तान का तालिबान नेता वली मोहम्मद उर्फ तूफान महसूद भी शामिल था।
वली मोहम्मद पाकिस्तानी तालिबान प्रमुख हकीमुल्लाह महसूद का चचेरा भाई था। बीते सप्ताह तालिबान कमांडर मुल्ला नजीर भी इसी तरह मारा गया था।
इसके अलावा नजदीक के खासो खेल क्षेत्र में भी कई मिसाइलें दागी गईं, जिसके परिणामस्वरूप तीन अन्य लोगों की मौत हो गई।टिप्पणियां
ज्ञात हो कि रविवार को दक्षिणी वजीरिस्तान में हुए ड्रोन हमले में मारे गए 16 लोगों में पाकिस्तान का तालिबान नेता वली मोहम्मद उर्फ तूफान महसूद भी शामिल था।
वली मोहम्मद पाकिस्तानी तालिबान प्रमुख हकीमुल्लाह महसूद का चचेरा भाई था। बीते सप्ताह तालिबान कमांडर मुल्ला नजीर भी इसी तरह मारा गया था।
ज्ञात हो कि रविवार को दक्षिणी वजीरिस्तान में हुए ड्रोन हमले में मारे गए 16 लोगों में पाकिस्तान का तालिबान नेता वली मोहम्मद उर्फ तूफान महसूद भी शामिल था।
वली मोहम्मद पाकिस्तानी तालिबान प्रमुख हकीमुल्लाह महसूद का चचेरा भाई था। बीते सप्ताह तालिबान कमांडर मुल्ला नजीर भी इसी तरह मारा गया था।
वली मोहम्मद पाकिस्तानी तालिबान प्रमुख हकीमुल्लाह महसूद का चचेरा भाई था। बीते सप्ताह तालिबान कमांडर मुल्ला नजीर भी इसी तरह मारा गया था। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर कबायली क्षेत्र में हुए दो ड्रोन हमलों में कम से कम सात संदिग्ध आतंकवादी मारे गए हैं। | 19 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी जगह पाने और इस वैश्विक संगठन में व्यापक सुधार के लिए भारत और जर्मनी संयुक्त रूप से प्रयास तेज करेंगे। दोनों देशों के वरिष्ठ मंत्रियों ने यह विचार व्यक्त किए।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने बर्लिन में कहा, "सुरक्षा परिषद में सुधार स्वाभाविक रूप से हमारी चर्चा के केंद्र में शामिल विषयों में से एक रहा। हमने जर्मनी के साथ मिलकर और दबाव बढ़ाने का फैसला किया है।"
उनका इशारा भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी बातचीत में हुई चर्चा की तरफ था। दोनों देशों के बीच बर्लिन में गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के संयुक्त नेतृत्व में वार्ता हुई थी।
खुर्शीद ने कहा कि भारत और जर्मनी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जी4 के जरिए सुधार पर भी दबाव डालते रहेंगे। जी4 में ब्राजील और जापान के अलावा भारत और जर्मनी भी शामिल हैं। हालांकि विदेश मंत्री ने यह साफ नहीं किया कि किस तरह के कदम उठाए जाएंगे।
सुरक्षा परिषद में अभी पांच देश अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस स्थायी सदस्य हैं और इनमें से हर एक को वीटो का अधिकार हासिल है। इसका मतलब यह है कि इनमें से कोई एक देश अंतरराष्ट्रीय समर्थन को नजरअंदाज करते हुए किसी प्रस्ताव को बेमानी बना सकता है।टिप्पणियां
जर्मनी के विदेश मंत्री गुइडो वेस्टरवेल्ले ने भी कहा कि सुरक्षा परिषद की पद्धति में बदलाव की अत्यंत दरकार है, क्योंकि इसमें मौजूदा वैश्विक वास्तविकताओं की अभिव्यक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान जैसे मजबूत देशों को संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की नीति निर्धारण प्रक्रिया से बाहर नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा, "अफ्रीका महादेश का भी कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। एशिया से भी मात्र चीन प्रतिनिधि है। जाहिर है कि यह प्रणाली वास्तविकता प्रदर्शित नहीं करती। हम (भारत और जर्मनी) वैश्विक स्तर पर कानून का राज कायम करने के लिए काम करते रहेंगे।"
संयुक्त राष्ट्र में चार बड़े योगदान कर्ता देशों में अमेरिका और जापान के बाद जर्मनी का नंबर आता है।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने बर्लिन में कहा, "सुरक्षा परिषद में सुधार स्वाभाविक रूप से हमारी चर्चा के केंद्र में शामिल विषयों में से एक रहा। हमने जर्मनी के साथ मिलकर और दबाव बढ़ाने का फैसला किया है।"
उनका इशारा भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी बातचीत में हुई चर्चा की तरफ था। दोनों देशों के बीच बर्लिन में गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के संयुक्त नेतृत्व में वार्ता हुई थी।
खुर्शीद ने कहा कि भारत और जर्मनी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जी4 के जरिए सुधार पर भी दबाव डालते रहेंगे। जी4 में ब्राजील और जापान के अलावा भारत और जर्मनी भी शामिल हैं। हालांकि विदेश मंत्री ने यह साफ नहीं किया कि किस तरह के कदम उठाए जाएंगे।
सुरक्षा परिषद में अभी पांच देश अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस स्थायी सदस्य हैं और इनमें से हर एक को वीटो का अधिकार हासिल है। इसका मतलब यह है कि इनमें से कोई एक देश अंतरराष्ट्रीय समर्थन को नजरअंदाज करते हुए किसी प्रस्ताव को बेमानी बना सकता है।टिप्पणियां
जर्मनी के विदेश मंत्री गुइडो वेस्टरवेल्ले ने भी कहा कि सुरक्षा परिषद की पद्धति में बदलाव की अत्यंत दरकार है, क्योंकि इसमें मौजूदा वैश्विक वास्तविकताओं की अभिव्यक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान जैसे मजबूत देशों को संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की नीति निर्धारण प्रक्रिया से बाहर नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा, "अफ्रीका महादेश का भी कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। एशिया से भी मात्र चीन प्रतिनिधि है। जाहिर है कि यह प्रणाली वास्तविकता प्रदर्शित नहीं करती। हम (भारत और जर्मनी) वैश्विक स्तर पर कानून का राज कायम करने के लिए काम करते रहेंगे।"
संयुक्त राष्ट्र में चार बड़े योगदान कर्ता देशों में अमेरिका और जापान के बाद जर्मनी का नंबर आता है।
उनका इशारा भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी बातचीत में हुई चर्चा की तरफ था। दोनों देशों के बीच बर्लिन में गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के संयुक्त नेतृत्व में वार्ता हुई थी।
खुर्शीद ने कहा कि भारत और जर्मनी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जी4 के जरिए सुधार पर भी दबाव डालते रहेंगे। जी4 में ब्राजील और जापान के अलावा भारत और जर्मनी भी शामिल हैं। हालांकि विदेश मंत्री ने यह साफ नहीं किया कि किस तरह के कदम उठाए जाएंगे।
सुरक्षा परिषद में अभी पांच देश अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस स्थायी सदस्य हैं और इनमें से हर एक को वीटो का अधिकार हासिल है। इसका मतलब यह है कि इनमें से कोई एक देश अंतरराष्ट्रीय समर्थन को नजरअंदाज करते हुए किसी प्रस्ताव को बेमानी बना सकता है।टिप्पणियां
जर्मनी के विदेश मंत्री गुइडो वेस्टरवेल्ले ने भी कहा कि सुरक्षा परिषद की पद्धति में बदलाव की अत्यंत दरकार है, क्योंकि इसमें मौजूदा वैश्विक वास्तविकताओं की अभिव्यक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान जैसे मजबूत देशों को संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की नीति निर्धारण प्रक्रिया से बाहर नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा, "अफ्रीका महादेश का भी कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। एशिया से भी मात्र चीन प्रतिनिधि है। जाहिर है कि यह प्रणाली वास्तविकता प्रदर्शित नहीं करती। हम (भारत और जर्मनी) वैश्विक स्तर पर कानून का राज कायम करने के लिए काम करते रहेंगे।"
संयुक्त राष्ट्र में चार बड़े योगदान कर्ता देशों में अमेरिका और जापान के बाद जर्मनी का नंबर आता है।
खुर्शीद ने कहा कि भारत और जर्मनी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जी4 के जरिए सुधार पर भी दबाव डालते रहेंगे। जी4 में ब्राजील और जापान के अलावा भारत और जर्मनी भी शामिल हैं। हालांकि विदेश मंत्री ने यह साफ नहीं किया कि किस तरह के कदम उठाए जाएंगे।
सुरक्षा परिषद में अभी पांच देश अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस स्थायी सदस्य हैं और इनमें से हर एक को वीटो का अधिकार हासिल है। इसका मतलब यह है कि इनमें से कोई एक देश अंतरराष्ट्रीय समर्थन को नजरअंदाज करते हुए किसी प्रस्ताव को बेमानी बना सकता है।टिप्पणियां
जर्मनी के विदेश मंत्री गुइडो वेस्टरवेल्ले ने भी कहा कि सुरक्षा परिषद की पद्धति में बदलाव की अत्यंत दरकार है, क्योंकि इसमें मौजूदा वैश्विक वास्तविकताओं की अभिव्यक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान जैसे मजबूत देशों को संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की नीति निर्धारण प्रक्रिया से बाहर नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा, "अफ्रीका महादेश का भी कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। एशिया से भी मात्र चीन प्रतिनिधि है। जाहिर है कि यह प्रणाली वास्तविकता प्रदर्शित नहीं करती। हम (भारत और जर्मनी) वैश्विक स्तर पर कानून का राज कायम करने के लिए काम करते रहेंगे।"
संयुक्त राष्ट्र में चार बड़े योगदान कर्ता देशों में अमेरिका और जापान के बाद जर्मनी का नंबर आता है।
सुरक्षा परिषद में अभी पांच देश अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस स्थायी सदस्य हैं और इनमें से हर एक को वीटो का अधिकार हासिल है। इसका मतलब यह है कि इनमें से कोई एक देश अंतरराष्ट्रीय समर्थन को नजरअंदाज करते हुए किसी प्रस्ताव को बेमानी बना सकता है।टिप्पणियां
जर्मनी के विदेश मंत्री गुइडो वेस्टरवेल्ले ने भी कहा कि सुरक्षा परिषद की पद्धति में बदलाव की अत्यंत दरकार है, क्योंकि इसमें मौजूदा वैश्विक वास्तविकताओं की अभिव्यक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान जैसे मजबूत देशों को संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की नीति निर्धारण प्रक्रिया से बाहर नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा, "अफ्रीका महादेश का भी कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। एशिया से भी मात्र चीन प्रतिनिधि है। जाहिर है कि यह प्रणाली वास्तविकता प्रदर्शित नहीं करती। हम (भारत और जर्मनी) वैश्विक स्तर पर कानून का राज कायम करने के लिए काम करते रहेंगे।"
संयुक्त राष्ट्र में चार बड़े योगदान कर्ता देशों में अमेरिका और जापान के बाद जर्मनी का नंबर आता है।
जर्मनी के विदेश मंत्री गुइडो वेस्टरवेल्ले ने भी कहा कि सुरक्षा परिषद की पद्धति में बदलाव की अत्यंत दरकार है, क्योंकि इसमें मौजूदा वैश्विक वास्तविकताओं की अभिव्यक्ति का अभाव है। उन्होंने कहा कि भारत, जर्मनी, ब्राजील और जापान जैसे मजबूत देशों को संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की नीति निर्धारण प्रक्रिया से बाहर नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा, "अफ्रीका महादेश का भी कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। एशिया से भी मात्र चीन प्रतिनिधि है। जाहिर है कि यह प्रणाली वास्तविकता प्रदर्शित नहीं करती। हम (भारत और जर्मनी) वैश्विक स्तर पर कानून का राज कायम करने के लिए काम करते रहेंगे।"
संयुक्त राष्ट्र में चार बड़े योगदान कर्ता देशों में अमेरिका और जापान के बाद जर्मनी का नंबर आता है।
संयुक्त राष्ट्र में चार बड़े योगदान कर्ता देशों में अमेरिका और जापान के बाद जर्मनी का नंबर आता है। | यह एक सारांश है: विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी जगह पाने और इस वैश्विक संगठन में व्यापक सुधार के लिए भारत और जर्मनी संयुक्त रूप से प्रयास तेज करेंगे। दोनों देशों के वरिष्ठ मंत्रियों ने यह विचार व्यक्त किए। | 2 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के सम्भावित उम्मीदवार मिट रोमनी ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के लिए पिछले महीने राष्ट्रपति बराक ओबामा से अधिक धन एकत्र किया।टिप्पणियां
रोमनी ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के लिए मई में करीब 7.7 करोड़ डॉलर एकत्र किए, जो ओबामा द्वारा एकत्र की गई राशि से 1.7 करोड़ डॉलर अधिक है।
डेमोक्रेट की ओर से चुनाव प्रचार के लिए जुटाई गई राशि सार्वजनिक करने के बाद रिपब्लिकन नेशनल कमेटी ने भी गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर चुनाव प्रचार के लिए एकत्र की गई राशि का जिक्र किया।
रोमनी ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के लिए मई में करीब 7.7 करोड़ डॉलर एकत्र किए, जो ओबामा द्वारा एकत्र की गई राशि से 1.7 करोड़ डॉलर अधिक है।
डेमोक्रेट की ओर से चुनाव प्रचार के लिए जुटाई गई राशि सार्वजनिक करने के बाद रिपब्लिकन नेशनल कमेटी ने भी गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर चुनाव प्रचार के लिए एकत्र की गई राशि का जिक्र किया।
डेमोक्रेट की ओर से चुनाव प्रचार के लिए जुटाई गई राशि सार्वजनिक करने के बाद रिपब्लिकन नेशनल कमेटी ने भी गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर चुनाव प्रचार के लिए एकत्र की गई राशि का जिक्र किया। | संक्षिप्त पाठ: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के सम्भावित उम्मीदवार मिट रोमनी ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के लिए पिछले महीने राष्ट्रपति बराक ओबामा से अधिक धन एकत्र किया। | 30 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने सोमवार को कहा कि उनके बेटे ने अपनी गंभीर बीमारी का पता चलने के बाद भी उनसे कहा था कि विश्व कप के दौरान यह खिताब जीतना ही इस भारतीय स्टार क्रिकेटर की प्राथमिक सूची में पहले स्थान पर था।टिप्पणियां
भावुक योगराज ने कहा, ‘‘मैं ‘फाइटर’, ‘द सोल्जर’ युवराज सिंह को सलाम करता हूं। मुझे अपने बेटे पर गर्व है। पिछले साल विश्व कप से पहले उसने मुझे बताया था कि ‘पापा विश्व कप जीतना बहुत महत्वपूर्ण’ है। उसने मुझे बताया था कि उसे जो कुछ हुआ है, वह मायने नहीं रखता लेकिन ‘अगर हम विश्व कप जीत जाते हैं तो यह बड़ी उपलब्धि होगी, जिससे पूरा देश गर्व महसूस करेगा’।’’ युवराज फेफड़े में कैंसर के लिये अमेरिका में कीमोथेरेपी का इलाज कराकर आज स्वदेश लौटे।
योगराज ने कहा कि युवराज काफी मजबूत दिल वाला व्यक्ति है और उसने अपनी उस बीमारी का निडरता से सामना किया है जिससे सभी भयभीत हो जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह कुछ खास है। वह बहुत अच्छा है और कोई भी माता पिता ऐसा बेटा चाहेंगे। लोग नहीं जानते होंगे कि विश्व कप के दौरान भी उसकी हालत ठीक नहीं थी। कभी कभार वह खून की उलटी करता था लेकिन वह देश के लिये विश्व कप जीतने के लिये दृढ़ निश्चयी था।’’ योगराज ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में वह खुद ही मीडिया को सारी बात बता देगा।’’
भावुक योगराज ने कहा, ‘‘मैं ‘फाइटर’, ‘द सोल्जर’ युवराज सिंह को सलाम करता हूं। मुझे अपने बेटे पर गर्व है। पिछले साल विश्व कप से पहले उसने मुझे बताया था कि ‘पापा विश्व कप जीतना बहुत महत्वपूर्ण’ है। उसने मुझे बताया था कि उसे जो कुछ हुआ है, वह मायने नहीं रखता लेकिन ‘अगर हम विश्व कप जीत जाते हैं तो यह बड़ी उपलब्धि होगी, जिससे पूरा देश गर्व महसूस करेगा’।’’ युवराज फेफड़े में कैंसर के लिये अमेरिका में कीमोथेरेपी का इलाज कराकर आज स्वदेश लौटे।
योगराज ने कहा कि युवराज काफी मजबूत दिल वाला व्यक्ति है और उसने अपनी उस बीमारी का निडरता से सामना किया है जिससे सभी भयभीत हो जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह कुछ खास है। वह बहुत अच्छा है और कोई भी माता पिता ऐसा बेटा चाहेंगे। लोग नहीं जानते होंगे कि विश्व कप के दौरान भी उसकी हालत ठीक नहीं थी। कभी कभार वह खून की उलटी करता था लेकिन वह देश के लिये विश्व कप जीतने के लिये दृढ़ निश्चयी था।’’ योगराज ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में वह खुद ही मीडिया को सारी बात बता देगा।’’
योगराज ने कहा कि युवराज काफी मजबूत दिल वाला व्यक्ति है और उसने अपनी उस बीमारी का निडरता से सामना किया है जिससे सभी भयभीत हो जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह कुछ खास है। वह बहुत अच्छा है और कोई भी माता पिता ऐसा बेटा चाहेंगे। लोग नहीं जानते होंगे कि विश्व कप के दौरान भी उसकी हालत ठीक नहीं थी। कभी कभार वह खून की उलटी करता था लेकिन वह देश के लिये विश्व कप जीतने के लिये दृढ़ निश्चयी था।’’ योगराज ने कहा, ‘‘अगले कुछ दिनों में वह खुद ही मीडिया को सारी बात बता देगा।’’ | यह एक सारांश है: युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने कहा कि उनके बेटे ने अपनी गंभीर बीमारी का पता चलने के बाद भी उनसे कहा था कि विश्व कप के दौरान यह खिताब जीतना ही इस भारतीय स्टार क्रिकेटर की प्राथमिक सूची में पहले स्थान पर था। | 24 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: यूक्रेन के खिलाफ सुस्ती दिखाने के कारण ड्रॉ को मजबूर भारतीय टीम रविवार को नुकसान की भरपाई के लिए नींद से जागी और अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए नेशनल स्टेडियम में जारी हीरो एफआईएच रोड टू लंदन क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के अपने दूसरे पूल मैच में कनाडा को 4-1 से हरा दिया।
भारत के लिए सौंदर्य येंडाला (16वें), रानी रामपाल (19वें), सुशीला चानू (29वें) और अनुराधा देवी (48वें) मिनट में गोल किया। टूर्नामेंट में सौंदर्य का यह दूसरा गोल है। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ शनिवार को भी एक गोल किया था। कनाडा के लिए एकमात्र गोल हाना हॉन ने किया।
भारत ने मैच शुरू होने के साथ ही दाहिने और बाएं किनारे से जोरदार आक्रमण किया। शुरुआती पलों में उसके कई आक्रमण बेकार गए लेकिन 16वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर भारत ने खाता खोला।
भारत के लिए यह गोल सौंदर्य ने किया। यूक्रेन के खिलाफ काफी लचर खेल दिखाने वाली स्टार खिलाड़ी रानी रामपाल दूसरे मैच में काफी सक्रिय नजर आईं।
रानी ने सेंटर से कई बार जोरदार आक्रमण किए लेकिन 19वें मिनट में रानी का आक्रमण टीम को 2-0 की बढ़त दिलाने में सफल रहा। रानी ने एक शानदार फील्ड गोल के साथ अपना खाता खोला।
भारत ने अपनी तीसरा गोल पेनाल्टी कार्नर के जरिए 29वें मिनट में किया। इस गोल में सुशीला चानू का हाथ है। चानू ने लगातार दो पेनाल्टी कार्नर बेकार जाने के बाद तीसरे प्रयास में गोल करने मे सफलता हासिल की। यह गोल 29वें मिनट में हुआ।
दूसरे हाफ में कनाडा ने भारतीय टीम को कुछ परेशान किया। इस दौरान उसने कई बार जोरदार हमले किए लेकिन उस एक प्रयास भी गोलपोस्ट के करीब तक नही पहुंच सका।
बीच-बीच में भारत ने भी आक्रमण जारी रखा, जिसका फायदा उसे 48वें मिनट में मिला जब अनुराधा ने अपनी साथी खिलाडी रितु रानी के पास को शानदार तरीके से डिफलेक्ट किया और अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
भारत के लिए सौंदर्य येंडाला (16वें), रानी रामपाल (19वें), सुशीला चानू (29वें) और अनुराधा देवी (48वें) मिनट में गोल किया। टूर्नामेंट में सौंदर्य का यह दूसरा गोल है। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ शनिवार को भी एक गोल किया था। कनाडा के लिए एकमात्र गोल हाना हॉन ने किया।
भारत ने मैच शुरू होने के साथ ही दाहिने और बाएं किनारे से जोरदार आक्रमण किया। शुरुआती पलों में उसके कई आक्रमण बेकार गए लेकिन 16वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर भारत ने खाता खोला।
भारत के लिए यह गोल सौंदर्य ने किया। यूक्रेन के खिलाफ काफी लचर खेल दिखाने वाली स्टार खिलाड़ी रानी रामपाल दूसरे मैच में काफी सक्रिय नजर आईं।
रानी ने सेंटर से कई बार जोरदार आक्रमण किए लेकिन 19वें मिनट में रानी का आक्रमण टीम को 2-0 की बढ़त दिलाने में सफल रहा। रानी ने एक शानदार फील्ड गोल के साथ अपना खाता खोला।
भारत ने अपनी तीसरा गोल पेनाल्टी कार्नर के जरिए 29वें मिनट में किया। इस गोल में सुशीला चानू का हाथ है। चानू ने लगातार दो पेनाल्टी कार्नर बेकार जाने के बाद तीसरे प्रयास में गोल करने मे सफलता हासिल की। यह गोल 29वें मिनट में हुआ।
दूसरे हाफ में कनाडा ने भारतीय टीम को कुछ परेशान किया। इस दौरान उसने कई बार जोरदार हमले किए लेकिन उस एक प्रयास भी गोलपोस्ट के करीब तक नही पहुंच सका।
बीच-बीच में भारत ने भी आक्रमण जारी रखा, जिसका फायदा उसे 48वें मिनट में मिला जब अनुराधा ने अपनी साथी खिलाडी रितु रानी के पास को शानदार तरीके से डिफलेक्ट किया और अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
भारत ने मैच शुरू होने के साथ ही दाहिने और बाएं किनारे से जोरदार आक्रमण किया। शुरुआती पलों में उसके कई आक्रमण बेकार गए लेकिन 16वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर भारत ने खाता खोला।
भारत के लिए यह गोल सौंदर्य ने किया। यूक्रेन के खिलाफ काफी लचर खेल दिखाने वाली स्टार खिलाड़ी रानी रामपाल दूसरे मैच में काफी सक्रिय नजर आईं।
रानी ने सेंटर से कई बार जोरदार आक्रमण किए लेकिन 19वें मिनट में रानी का आक्रमण टीम को 2-0 की बढ़त दिलाने में सफल रहा। रानी ने एक शानदार फील्ड गोल के साथ अपना खाता खोला।
भारत ने अपनी तीसरा गोल पेनाल्टी कार्नर के जरिए 29वें मिनट में किया। इस गोल में सुशीला चानू का हाथ है। चानू ने लगातार दो पेनाल्टी कार्नर बेकार जाने के बाद तीसरे प्रयास में गोल करने मे सफलता हासिल की। यह गोल 29वें मिनट में हुआ।
दूसरे हाफ में कनाडा ने भारतीय टीम को कुछ परेशान किया। इस दौरान उसने कई बार जोरदार हमले किए लेकिन उस एक प्रयास भी गोलपोस्ट के करीब तक नही पहुंच सका।
बीच-बीच में भारत ने भी आक्रमण जारी रखा, जिसका फायदा उसे 48वें मिनट में मिला जब अनुराधा ने अपनी साथी खिलाडी रितु रानी के पास को शानदार तरीके से डिफलेक्ट किया और अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
भारत के लिए यह गोल सौंदर्य ने किया। यूक्रेन के खिलाफ काफी लचर खेल दिखाने वाली स्टार खिलाड़ी रानी रामपाल दूसरे मैच में काफी सक्रिय नजर आईं।
रानी ने सेंटर से कई बार जोरदार आक्रमण किए लेकिन 19वें मिनट में रानी का आक्रमण टीम को 2-0 की बढ़त दिलाने में सफल रहा। रानी ने एक शानदार फील्ड गोल के साथ अपना खाता खोला।
भारत ने अपनी तीसरा गोल पेनाल्टी कार्नर के जरिए 29वें मिनट में किया। इस गोल में सुशीला चानू का हाथ है। चानू ने लगातार दो पेनाल्टी कार्नर बेकार जाने के बाद तीसरे प्रयास में गोल करने मे सफलता हासिल की। यह गोल 29वें मिनट में हुआ।
दूसरे हाफ में कनाडा ने भारतीय टीम को कुछ परेशान किया। इस दौरान उसने कई बार जोरदार हमले किए लेकिन उस एक प्रयास भी गोलपोस्ट के करीब तक नही पहुंच सका।
बीच-बीच में भारत ने भी आक्रमण जारी रखा, जिसका फायदा उसे 48वें मिनट में मिला जब अनुराधा ने अपनी साथी खिलाडी रितु रानी के पास को शानदार तरीके से डिफलेक्ट किया और अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
रानी ने सेंटर से कई बार जोरदार आक्रमण किए लेकिन 19वें मिनट में रानी का आक्रमण टीम को 2-0 की बढ़त दिलाने में सफल रहा। रानी ने एक शानदार फील्ड गोल के साथ अपना खाता खोला।
भारत ने अपनी तीसरा गोल पेनाल्टी कार्नर के जरिए 29वें मिनट में किया। इस गोल में सुशीला चानू का हाथ है। चानू ने लगातार दो पेनाल्टी कार्नर बेकार जाने के बाद तीसरे प्रयास में गोल करने मे सफलता हासिल की। यह गोल 29वें मिनट में हुआ।
दूसरे हाफ में कनाडा ने भारतीय टीम को कुछ परेशान किया। इस दौरान उसने कई बार जोरदार हमले किए लेकिन उस एक प्रयास भी गोलपोस्ट के करीब तक नही पहुंच सका।
बीच-बीच में भारत ने भी आक्रमण जारी रखा, जिसका फायदा उसे 48वें मिनट में मिला जब अनुराधा ने अपनी साथी खिलाडी रितु रानी के पास को शानदार तरीके से डिफलेक्ट किया और अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
भारत ने अपनी तीसरा गोल पेनाल्टी कार्नर के जरिए 29वें मिनट में किया। इस गोल में सुशीला चानू का हाथ है। चानू ने लगातार दो पेनाल्टी कार्नर बेकार जाने के बाद तीसरे प्रयास में गोल करने मे सफलता हासिल की। यह गोल 29वें मिनट में हुआ।
दूसरे हाफ में कनाडा ने भारतीय टीम को कुछ परेशान किया। इस दौरान उसने कई बार जोरदार हमले किए लेकिन उस एक प्रयास भी गोलपोस्ट के करीब तक नही पहुंच सका।
बीच-बीच में भारत ने भी आक्रमण जारी रखा, जिसका फायदा उसे 48वें मिनट में मिला जब अनुराधा ने अपनी साथी खिलाडी रितु रानी के पास को शानदार तरीके से डिफलेक्ट किया और अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
दूसरे हाफ में कनाडा ने भारतीय टीम को कुछ परेशान किया। इस दौरान उसने कई बार जोरदार हमले किए लेकिन उस एक प्रयास भी गोलपोस्ट के करीब तक नही पहुंच सका।
बीच-बीच में भारत ने भी आक्रमण जारी रखा, जिसका फायदा उसे 48वें मिनट में मिला जब अनुराधा ने अपनी साथी खिलाडी रितु रानी के पास को शानदार तरीके से डिफलेक्ट किया और अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
बीच-बीच में भारत ने भी आक्रमण जारी रखा, जिसका फायदा उसे 48वें मिनट में मिला जब अनुराधा ने अपनी साथी खिलाडी रितु रानी के पास को शानदार तरीके से डिफलेक्ट किया और अपनी टीम को 4-0 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
अंतिम मिनट में कनाडा ने बड़े ही नाटकीय तरीके से अपना खाता खोला। कप्तान केटी बाकेर गेंद लेकर भारतीय डी में घुसीं और गेंद हाना को पास कर दिया। हाना ने गेंद को गोलपेस्ट में डाला। भारत की सुभद्रा प्रधान ने गेंद रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नही हो सकीं।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
दिन के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने यूक्रेन को 2-0 से हराया। यूक्रेन ने शनिवार को भारत को 1-1 की बराबरी पर रोका था। दक्षिण अफ्रीका को शनिवार को उद्घाटन मैच में पोलैंड के खिलाफ बड़ी मुश्किल से जीत मिली थी। दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच 2-1 से जीता था। रविवार को पोलैंड को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसे इटली ने 4-1 से पराजित किया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
इस टूर्नामेंट की सर्वोच्च वरीय टीम दक्षिण अफ्रीका ने 26वीं वरीय यूक्रेनी टीम के खिलाफ पहले ही हाफ में दो गोल कर दिए थे। पहला गोल 20वें मिनट में पैटी कोएत्जी ने किया जबकि दूसरा गोल टारेन ब्राइट की स्टिक से निकला।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
इसके बाद इटली ने अपने दूसरे मुकाबले में पोलैंड को 4-1 से हरा दिया। इटली ने पहले मुकाबले में शानिवार कनाडो को 2-2 की बराबरी पर रोका था जबकि पोलैंड को दक्षिण अफ्रीका के हाथों 1-2 से हार मिली थी।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
इटली के लिए मैग्डालेना जुरेक ने तीन गोल किए जबकि जोआना विटके ने एक गोल किया। पोलैंड की ओर से अगाता वाईबिएरालस्का ने एकमात्र गोल किया।टिप्पणियां
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
मध्यांतर तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। पहला गोल विटके ने 41वें मिनट में किया। इसके बाद मैग्डालेना ने 43वें और 48वें मिनट में लगातार दो गोल करके अपनी टीम को 3-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया।
पोलैंड की ओर से 49वें मिनट में पहला गोल हुआ। इस गोल के बाद पोलिश टीम ने बराबरी करने के लिए अपने आक्रमण में तेजी दिखाई लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि मैग्डालेना ने 65वें मिनट में अपना तीसरा गोल करने के साथ अपनी टीम को 4-1 से आगे कर दिया। | यह एक सारांश है: भारतीय टीम ने अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए नेशनल स्टेडियम में जारी हीरो एफआईएच रोड टू लंदन क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के अपने दूसरे पूल मैच में कनाडा को 4-1 से हरा दिया। | 9 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: समाजवादी पार्टी (सपा) और बेनी प्रसाद वर्मा के बीच वाक्युद्ध रविवार को तब और बढ़ गया जब सपा नेता शिवपाल यादव ने केंद्रीय मंत्री पर ‘अफीम की तस्करी करने’ और चरस इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने बार बार फोन करने एवं एसएमएस भेजने के बाद भी यादव के आरोप पर प्रतिक्रिया नहीं दी।
शिवपाल ने कहा, ‘‘आप सभी को पता होगा और आपने पढ़ा भी होगा कि बेनी प्रसाद अत्यधिक धूम्रपान करते हैं। इन दिनों वह बहुत धूम्रपान कर रहे हैं, वह तंबाकू में कुछ मिलाते हैं’’ उन्होंने कहा, ‘‘आपने यह भी पढ़ा होगा कि वह अफीम की तस्करी में शामिल हैं। वह सिगरेट में चरस मिलाते हैं। वह दोनों चीजें कर रहे हैं।’’
सपा ने यह ताजा हमला केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी द्वारा यह कहे जाने के एक दिन बाद किया है कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद सपा की ‘शवयात्रा’ निकलेगी। उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि अगले लोकसभा चुनाव में सपा को मात्र चार सीटें ही मिलेंगी।
बेनी ने साथ ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर बाबरी मस्जिद मुद्दे पर मुस्लिमों से धोखा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने शनिवार को लखनऊ में कहा, ‘‘मुलायम ने मुस्लिमों को धोखा दिया..उन्होंने बाबरी मस्जिद बचाने के लिए कुछ नहीं किया।’’
सपा ने बेनी की ‘जनाजा’ वाली टिप्पणी के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में इस्पात मंत्री पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि वह अपना ‘मानसिक संतुलन’ खो बैठे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेनी पर जवाबी हमला करते हुए ऐसा संकेत देते प्रतीत हुए कि वह कांग्रेस होगी जिसे चार से पांच सीटों से अधिक नहीं मिलेंगी।टिप्पणियां
अखिलेश ने इलाहाबाद में कहा था, ‘‘विधानसभा चुनाव में अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में पांच से 10 हजार वोट प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने वाली पार्टियां लोकसभा चुनाव में 80 सीटों में से चार से पांच सीटें नहीं जीत पाएंगी।’’ सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा था कि बेनी अपने पुत्र राकेश की विधानसभा चुनाव में दो लगातार पराजयों को लेकर पार्टी से द्वेष रखते हैं। सपा के एक अन्य महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए उन्हें सरकार से ‘तत्काल हटाने’ की मांग की।
बेनी ने हाल में यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि मुलायम का ‘आतंकवादियों से संबंध’ हैं। इसके बाद से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग उठने लगी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दबाव के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था।
केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने बार बार फोन करने एवं एसएमएस भेजने के बाद भी यादव के आरोप पर प्रतिक्रिया नहीं दी।
शिवपाल ने कहा, ‘‘आप सभी को पता होगा और आपने पढ़ा भी होगा कि बेनी प्रसाद अत्यधिक धूम्रपान करते हैं। इन दिनों वह बहुत धूम्रपान कर रहे हैं, वह तंबाकू में कुछ मिलाते हैं’’ उन्होंने कहा, ‘‘आपने यह भी पढ़ा होगा कि वह अफीम की तस्करी में शामिल हैं। वह सिगरेट में चरस मिलाते हैं। वह दोनों चीजें कर रहे हैं।’’
सपा ने यह ताजा हमला केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी द्वारा यह कहे जाने के एक दिन बाद किया है कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद सपा की ‘शवयात्रा’ निकलेगी। उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि अगले लोकसभा चुनाव में सपा को मात्र चार सीटें ही मिलेंगी।
बेनी ने साथ ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर बाबरी मस्जिद मुद्दे पर मुस्लिमों से धोखा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने शनिवार को लखनऊ में कहा, ‘‘मुलायम ने मुस्लिमों को धोखा दिया..उन्होंने बाबरी मस्जिद बचाने के लिए कुछ नहीं किया।’’
सपा ने बेनी की ‘जनाजा’ वाली टिप्पणी के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में इस्पात मंत्री पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि वह अपना ‘मानसिक संतुलन’ खो बैठे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेनी पर जवाबी हमला करते हुए ऐसा संकेत देते प्रतीत हुए कि वह कांग्रेस होगी जिसे चार से पांच सीटों से अधिक नहीं मिलेंगी।टिप्पणियां
अखिलेश ने इलाहाबाद में कहा था, ‘‘विधानसभा चुनाव में अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में पांच से 10 हजार वोट प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने वाली पार्टियां लोकसभा चुनाव में 80 सीटों में से चार से पांच सीटें नहीं जीत पाएंगी।’’ सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा था कि बेनी अपने पुत्र राकेश की विधानसभा चुनाव में दो लगातार पराजयों को लेकर पार्टी से द्वेष रखते हैं। सपा के एक अन्य महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए उन्हें सरकार से ‘तत्काल हटाने’ की मांग की।
बेनी ने हाल में यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि मुलायम का ‘आतंकवादियों से संबंध’ हैं। इसके बाद से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग उठने लगी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दबाव के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था।
शिवपाल ने कहा, ‘‘आप सभी को पता होगा और आपने पढ़ा भी होगा कि बेनी प्रसाद अत्यधिक धूम्रपान करते हैं। इन दिनों वह बहुत धूम्रपान कर रहे हैं, वह तंबाकू में कुछ मिलाते हैं’’ उन्होंने कहा, ‘‘आपने यह भी पढ़ा होगा कि वह अफीम की तस्करी में शामिल हैं। वह सिगरेट में चरस मिलाते हैं। वह दोनों चीजें कर रहे हैं।’’
सपा ने यह ताजा हमला केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी द्वारा यह कहे जाने के एक दिन बाद किया है कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद सपा की ‘शवयात्रा’ निकलेगी। उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि अगले लोकसभा चुनाव में सपा को मात्र चार सीटें ही मिलेंगी।
बेनी ने साथ ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर बाबरी मस्जिद मुद्दे पर मुस्लिमों से धोखा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने शनिवार को लखनऊ में कहा, ‘‘मुलायम ने मुस्लिमों को धोखा दिया..उन्होंने बाबरी मस्जिद बचाने के लिए कुछ नहीं किया।’’
सपा ने बेनी की ‘जनाजा’ वाली टिप्पणी के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में इस्पात मंत्री पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि वह अपना ‘मानसिक संतुलन’ खो बैठे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेनी पर जवाबी हमला करते हुए ऐसा संकेत देते प्रतीत हुए कि वह कांग्रेस होगी जिसे चार से पांच सीटों से अधिक नहीं मिलेंगी।टिप्पणियां
अखिलेश ने इलाहाबाद में कहा था, ‘‘विधानसभा चुनाव में अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में पांच से 10 हजार वोट प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने वाली पार्टियां लोकसभा चुनाव में 80 सीटों में से चार से पांच सीटें नहीं जीत पाएंगी।’’ सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा था कि बेनी अपने पुत्र राकेश की विधानसभा चुनाव में दो लगातार पराजयों को लेकर पार्टी से द्वेष रखते हैं। सपा के एक अन्य महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए उन्हें सरकार से ‘तत्काल हटाने’ की मांग की।
बेनी ने हाल में यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि मुलायम का ‘आतंकवादियों से संबंध’ हैं। इसके बाद से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग उठने लगी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दबाव के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था।
सपा ने यह ताजा हमला केंद्रीय इस्पात मंत्री बेनी द्वारा यह कहे जाने के एक दिन बाद किया है कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद सपा की ‘शवयात्रा’ निकलेगी। उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि अगले लोकसभा चुनाव में सपा को मात्र चार सीटें ही मिलेंगी।
बेनी ने साथ ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर बाबरी मस्जिद मुद्दे पर मुस्लिमों से धोखा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने शनिवार को लखनऊ में कहा, ‘‘मुलायम ने मुस्लिमों को धोखा दिया..उन्होंने बाबरी मस्जिद बचाने के लिए कुछ नहीं किया।’’
सपा ने बेनी की ‘जनाजा’ वाली टिप्पणी के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में इस्पात मंत्री पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि वह अपना ‘मानसिक संतुलन’ खो बैठे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेनी पर जवाबी हमला करते हुए ऐसा संकेत देते प्रतीत हुए कि वह कांग्रेस होगी जिसे चार से पांच सीटों से अधिक नहीं मिलेंगी।टिप्पणियां
अखिलेश ने इलाहाबाद में कहा था, ‘‘विधानसभा चुनाव में अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में पांच से 10 हजार वोट प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने वाली पार्टियां लोकसभा चुनाव में 80 सीटों में से चार से पांच सीटें नहीं जीत पाएंगी।’’ सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा था कि बेनी अपने पुत्र राकेश की विधानसभा चुनाव में दो लगातार पराजयों को लेकर पार्टी से द्वेष रखते हैं। सपा के एक अन्य महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए उन्हें सरकार से ‘तत्काल हटाने’ की मांग की।
बेनी ने हाल में यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि मुलायम का ‘आतंकवादियों से संबंध’ हैं। इसके बाद से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग उठने लगी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दबाव के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था।
बेनी ने साथ ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर बाबरी मस्जिद मुद्दे पर मुस्लिमों से धोखा करने का आरोप लगाया था। उन्होंने शनिवार को लखनऊ में कहा, ‘‘मुलायम ने मुस्लिमों को धोखा दिया..उन्होंने बाबरी मस्जिद बचाने के लिए कुछ नहीं किया।’’
सपा ने बेनी की ‘जनाजा’ वाली टिप्पणी के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में इस्पात मंत्री पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि वह अपना ‘मानसिक संतुलन’ खो बैठे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेनी पर जवाबी हमला करते हुए ऐसा संकेत देते प्रतीत हुए कि वह कांग्रेस होगी जिसे चार से पांच सीटों से अधिक नहीं मिलेंगी।टिप्पणियां
अखिलेश ने इलाहाबाद में कहा था, ‘‘विधानसभा चुनाव में अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में पांच से 10 हजार वोट प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने वाली पार्टियां लोकसभा चुनाव में 80 सीटों में से चार से पांच सीटें नहीं जीत पाएंगी।’’ सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा था कि बेनी अपने पुत्र राकेश की विधानसभा चुनाव में दो लगातार पराजयों को लेकर पार्टी से द्वेष रखते हैं। सपा के एक अन्य महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए उन्हें सरकार से ‘तत्काल हटाने’ की मांग की।
बेनी ने हाल में यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि मुलायम का ‘आतंकवादियों से संबंध’ हैं। इसके बाद से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग उठने लगी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दबाव के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था।
सपा ने बेनी की ‘जनाजा’ वाली टिप्पणी के लिए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में इस्पात मंत्री पद से हटाने की मांग करते हुए कहा कि वह अपना ‘मानसिक संतुलन’ खो बैठे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेनी पर जवाबी हमला करते हुए ऐसा संकेत देते प्रतीत हुए कि वह कांग्रेस होगी जिसे चार से पांच सीटों से अधिक नहीं मिलेंगी।टिप्पणियां
अखिलेश ने इलाहाबाद में कहा था, ‘‘विधानसभा चुनाव में अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में पांच से 10 हजार वोट प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने वाली पार्टियां लोकसभा चुनाव में 80 सीटों में से चार से पांच सीटें नहीं जीत पाएंगी।’’ सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा था कि बेनी अपने पुत्र राकेश की विधानसभा चुनाव में दो लगातार पराजयों को लेकर पार्टी से द्वेष रखते हैं। सपा के एक अन्य महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए उन्हें सरकार से ‘तत्काल हटाने’ की मांग की।
बेनी ने हाल में यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि मुलायम का ‘आतंकवादियों से संबंध’ हैं। इसके बाद से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग उठने लगी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दबाव के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था।
अखिलेश ने इलाहाबाद में कहा था, ‘‘विधानसभा चुनाव में अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में पांच से 10 हजार वोट प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने वाली पार्टियां लोकसभा चुनाव में 80 सीटों में से चार से पांच सीटें नहीं जीत पाएंगी।’’ सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा था कि बेनी अपने पुत्र राकेश की विधानसभा चुनाव में दो लगातार पराजयों को लेकर पार्टी से द्वेष रखते हैं। सपा के एक अन्य महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए उन्हें सरकार से ‘तत्काल हटाने’ की मांग की।
बेनी ने हाल में यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि मुलायम का ‘आतंकवादियों से संबंध’ हैं। इसके बाद से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग उठने लगी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दबाव के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था।
बेनी ने हाल में यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया था कि मुलायम का ‘आतंकवादियों से संबंध’ हैं। इसके बाद से उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग उठने लगी। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से दबाव के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया था। | संक्षिप्त सारांश: समाजवादी पार्टी (सपा) और बेनी प्रसाद वर्मा के बीच वाक्युद्ध रविवार को तब और बढ़ गया जब सपा नेता शिवपाल यादव ने केंद्रीय मंत्री पर ‘अफीम की तस्करी करने’ और चरस इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: मौजूदा वर्ष के शुरुआती महीनों में अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ खेलने के बाद महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने बाकी बचे टेनिस सत्र में दोबारा जोड़ी बनाने का फैसला किया है।
इस साझेदारी की नयी शुरुआत 14 अप्रैल को मोंटे कार्ले मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के साथ होगी और संभवत: इसका अंत सत्र समाप्त होने के बाद होगा जब भूपति संन्यास लेंगे।
एटीपी युगल रैंकिंग में 10वें और 12वें स्थान पर मौजूद भूपति और बोपन्ना ने ओलिंपिक पदक को ध्यान में रखते हुए 2012 सत्र में जोड़ी बनाई थी लेकिन युवा साझेदारों के तलाश में दोनों 2013 में अलग हो गए।
यह फैसला मुख्य रूप से 33 वर्षीय बोपन्ना के हित में लिया गया था क्योंकि 38 वर्षीय भूपति के रिफलैक्स धीमे पड़ गए हैं।
इन दोनों खिलाड़ियों ने हालांकि हैरानीभरा फैसला करते हुए एक बार फिर जोड़ी बनाने का ऐलान किया। टिप्पणियां
भूपति इससे पहले कनाडा के डेनियल नेस्टर और माइकल लोड्रा जबकि बोपन्ना अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के कोलिन फ्लेमिंग के साथ खेल थे।
भूपति ने कहा, ‘पिछले साल हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और हमने अपने खेल में लय हासिल की। हमें एक दूसरे के खेल की अच्छी जानकारी है और कोर्ट के अंदर और बाहर हम सामंजस्य बैठाते हैं। यह टूर पर सफल जोड़ी बनाने के लिए अहम है।’
इस साझेदारी की नयी शुरुआत 14 अप्रैल को मोंटे कार्ले मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के साथ होगी और संभवत: इसका अंत सत्र समाप्त होने के बाद होगा जब भूपति संन्यास लेंगे।
एटीपी युगल रैंकिंग में 10वें और 12वें स्थान पर मौजूद भूपति और बोपन्ना ने ओलिंपिक पदक को ध्यान में रखते हुए 2012 सत्र में जोड़ी बनाई थी लेकिन युवा साझेदारों के तलाश में दोनों 2013 में अलग हो गए।
यह फैसला मुख्य रूप से 33 वर्षीय बोपन्ना के हित में लिया गया था क्योंकि 38 वर्षीय भूपति के रिफलैक्स धीमे पड़ गए हैं।
इन दोनों खिलाड़ियों ने हालांकि हैरानीभरा फैसला करते हुए एक बार फिर जोड़ी बनाने का ऐलान किया। टिप्पणियां
भूपति इससे पहले कनाडा के डेनियल नेस्टर और माइकल लोड्रा जबकि बोपन्ना अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के कोलिन फ्लेमिंग के साथ खेल थे।
भूपति ने कहा, ‘पिछले साल हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और हमने अपने खेल में लय हासिल की। हमें एक दूसरे के खेल की अच्छी जानकारी है और कोर्ट के अंदर और बाहर हम सामंजस्य बैठाते हैं। यह टूर पर सफल जोड़ी बनाने के लिए अहम है।’
एटीपी युगल रैंकिंग में 10वें और 12वें स्थान पर मौजूद भूपति और बोपन्ना ने ओलिंपिक पदक को ध्यान में रखते हुए 2012 सत्र में जोड़ी बनाई थी लेकिन युवा साझेदारों के तलाश में दोनों 2013 में अलग हो गए।
यह फैसला मुख्य रूप से 33 वर्षीय बोपन्ना के हित में लिया गया था क्योंकि 38 वर्षीय भूपति के रिफलैक्स धीमे पड़ गए हैं।
इन दोनों खिलाड़ियों ने हालांकि हैरानीभरा फैसला करते हुए एक बार फिर जोड़ी बनाने का ऐलान किया। टिप्पणियां
भूपति इससे पहले कनाडा के डेनियल नेस्टर और माइकल लोड्रा जबकि बोपन्ना अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के कोलिन फ्लेमिंग के साथ खेल थे।
भूपति ने कहा, ‘पिछले साल हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और हमने अपने खेल में लय हासिल की। हमें एक दूसरे के खेल की अच्छी जानकारी है और कोर्ट के अंदर और बाहर हम सामंजस्य बैठाते हैं। यह टूर पर सफल जोड़ी बनाने के लिए अहम है।’
यह फैसला मुख्य रूप से 33 वर्षीय बोपन्ना के हित में लिया गया था क्योंकि 38 वर्षीय भूपति के रिफलैक्स धीमे पड़ गए हैं।
इन दोनों खिलाड़ियों ने हालांकि हैरानीभरा फैसला करते हुए एक बार फिर जोड़ी बनाने का ऐलान किया। टिप्पणियां
भूपति इससे पहले कनाडा के डेनियल नेस्टर और माइकल लोड्रा जबकि बोपन्ना अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के कोलिन फ्लेमिंग के साथ खेल थे।
भूपति ने कहा, ‘पिछले साल हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और हमने अपने खेल में लय हासिल की। हमें एक दूसरे के खेल की अच्छी जानकारी है और कोर्ट के अंदर और बाहर हम सामंजस्य बैठाते हैं। यह टूर पर सफल जोड़ी बनाने के लिए अहम है।’
इन दोनों खिलाड़ियों ने हालांकि हैरानीभरा फैसला करते हुए एक बार फिर जोड़ी बनाने का ऐलान किया। टिप्पणियां
भूपति इससे पहले कनाडा के डेनियल नेस्टर और माइकल लोड्रा जबकि बोपन्ना अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के कोलिन फ्लेमिंग के साथ खेल थे।
भूपति ने कहा, ‘पिछले साल हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और हमने अपने खेल में लय हासिल की। हमें एक दूसरे के खेल की अच्छी जानकारी है और कोर्ट के अंदर और बाहर हम सामंजस्य बैठाते हैं। यह टूर पर सफल जोड़ी बनाने के लिए अहम है।’
भूपति इससे पहले कनाडा के डेनियल नेस्टर और माइकल लोड्रा जबकि बोपन्ना अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के कोलिन फ्लेमिंग के साथ खेल थे।
भूपति ने कहा, ‘पिछले साल हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और हमने अपने खेल में लय हासिल की। हमें एक दूसरे के खेल की अच्छी जानकारी है और कोर्ट के अंदर और बाहर हम सामंजस्य बैठाते हैं। यह टूर पर सफल जोड़ी बनाने के लिए अहम है।’
भूपति ने कहा, ‘पिछले साल हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा और हमने अपने खेल में लय हासिल की। हमें एक दूसरे के खेल की अच्छी जानकारी है और कोर्ट के अंदर और बाहर हम सामंजस्य बैठाते हैं। यह टूर पर सफल जोड़ी बनाने के लिए अहम है।’ | संक्षिप्त पाठ: मौजूदा वर्ष के शुरुआती महीनों में अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ खेलने के बाद महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने बाकी बचे टेनिस सत्र में दोबारा जोड़ी बनाने का फैसला किया है। | 27 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: जिंसों में वायदा कारोबार की सुविधा देने वाले देश के सबसे बड़े एक्सचेंज एमसीएक्स का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 22 फरवरी को बाजार में आएगा।
एमसीएक्स द्वारा इस आईपीओ से 650-750 करोड़ रुपये जुटाए जाने की संभावना है। यह देश में किसी एक्सचेंज द्वारा लाया जाने वाला पहला आईपीओ होगा।
बाजार नियामक सेबी के पास सौंपी गई विवरण पुस्तिका के मुताबिक, आईपीओ के तहत शेयरों के लिए बोली 22 फरवरी को शुरू होगी और निवेशक 24 फरवरी तक इसमें बोली लगा सकेंगे।टिप्पणियां
यद्यपि आईपीओ का मूल्य दायरा अभी तय किया जाना है, सूत्रों ने कहा कि आईपीओ से 650 से 750 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं। यह 2012 का पहला आईपीओ भी होगा।
आईपीओ के तहत करीब 64.27 लाख शेयरों की बिक्री की पेशकश की जाएगी जो कंपनी में 12.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। इसमें कर्मचारियों के लिए आरक्षित ढाई लाख शेयर शामिल हैं।
एमसीएक्स द्वारा इस आईपीओ से 650-750 करोड़ रुपये जुटाए जाने की संभावना है। यह देश में किसी एक्सचेंज द्वारा लाया जाने वाला पहला आईपीओ होगा।
बाजार नियामक सेबी के पास सौंपी गई विवरण पुस्तिका के मुताबिक, आईपीओ के तहत शेयरों के लिए बोली 22 फरवरी को शुरू होगी और निवेशक 24 फरवरी तक इसमें बोली लगा सकेंगे।टिप्पणियां
यद्यपि आईपीओ का मूल्य दायरा अभी तय किया जाना है, सूत्रों ने कहा कि आईपीओ से 650 से 750 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं। यह 2012 का पहला आईपीओ भी होगा।
आईपीओ के तहत करीब 64.27 लाख शेयरों की बिक्री की पेशकश की जाएगी जो कंपनी में 12.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। इसमें कर्मचारियों के लिए आरक्षित ढाई लाख शेयर शामिल हैं।
बाजार नियामक सेबी के पास सौंपी गई विवरण पुस्तिका के मुताबिक, आईपीओ के तहत शेयरों के लिए बोली 22 फरवरी को शुरू होगी और निवेशक 24 फरवरी तक इसमें बोली लगा सकेंगे।टिप्पणियां
यद्यपि आईपीओ का मूल्य दायरा अभी तय किया जाना है, सूत्रों ने कहा कि आईपीओ से 650 से 750 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं। यह 2012 का पहला आईपीओ भी होगा।
आईपीओ के तहत करीब 64.27 लाख शेयरों की बिक्री की पेशकश की जाएगी जो कंपनी में 12.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। इसमें कर्मचारियों के लिए आरक्षित ढाई लाख शेयर शामिल हैं।
यद्यपि आईपीओ का मूल्य दायरा अभी तय किया जाना है, सूत्रों ने कहा कि आईपीओ से 650 से 750 करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं। यह 2012 का पहला आईपीओ भी होगा।
आईपीओ के तहत करीब 64.27 लाख शेयरों की बिक्री की पेशकश की जाएगी जो कंपनी में 12.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। इसमें कर्मचारियों के लिए आरक्षित ढाई लाख शेयर शामिल हैं।
आईपीओ के तहत करीब 64.27 लाख शेयरों की बिक्री की पेशकश की जाएगी जो कंपनी में 12.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। इसमें कर्मचारियों के लिए आरक्षित ढाई लाख शेयर शामिल हैं। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: जिंसों में वायदा कारोबार की सुविधा देने वाले देश के सबसे बड़े एक्सचेंज एमसीएक्स का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 22 फरवरी को बाजार में आएगा। | 19 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: गुजरात में चुनाव लड़ने या नहीं लड़ने की संभावना के सवाल पर बंटी हुई आम आदमी पार्टी के नेता बीच का रास्ता अपना सकते हैं और उन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं जहां उनके जीतने की संभावना ठीकठाक है. प्रदेश में पार्टी के नेताओं का एक वर्ग चुनाव लड़ने के खिलाफ है, वहीं कुछ को लगता है कि उसे सभी सीटों पर किस्मत आजमानी चाहिए. एक तीसरा वर्ग है जिसकी राय है कि उसे कुछ चुनिंदा सीटों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इन पर जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देनी चाहिए.
राज्य में सभी विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं से जानकारी एकत्रित कर क्षेत्रवार रिपोर्ट आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को सौंपी गयी है. पार्टी की गुजरात इकाई के प्रभारी गोपाल राय ने राज्य के नेताओं के साथ दो दिन तक बैठक की जहां मौजूदा राजनीतिक हालात, कांग्रेस की संभावनाओं, मुख्य विपक्ष और किसानों से जुड़े मुद्दों समेत कई पहलुओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया.
हाल ही में राज्य में पाटीदार और दलित आंदोलन और इसका राज्य के चुनावों पर संभावित प्रभावों पर भी विस्तार से चर्चा हुई. पिछले सप्ताह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति ने किसानों के मुद्दे पर गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में अपने प्रदर्शन को तेज करने का फैसला किया था. गुजरात में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. मध्य प्रदेश में 2018 के अंत तक चुनाव होंगे.
आप नेता ने कहा, ‘‘गुजरात पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. इस समय चुनाव लड़ने, नहीं लड़ने से लेकर कुछ सीटों पर लड़ने तक, तरह तरह की राय हैं.’’ आप की शीर्ष नीति निर्माता इकाई ‘राजनीतिक मामलों की समिति’ (पीएसी) की बैठक जल्द होगी और इन सभी पहलुओं पर विचार कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. यह भी संभावना है कि पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी.टिप्पणियां
दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद कार्यकर्ताओं का मनोबल बहुत बढ़ गया था और कई राज्यों से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी का दामन थाम लिया. उदाहरण के लिए 2014 में भाजपा के कनु कलसारिया आप में शामिल हो गये. पाटीदार आंदोलन की अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल और प्रभावशाली युवा दलित नेता जिग्नेश मेवानी भी आप के संपर्क में बताये जाते हैं.
केजरीवाल ने पिछले दो साल में कई बार गुजरात का दौरा किया है और पाटीदारों की मांग पूरी नहीं होने तथा राज्य में दलितों पर कथित ज्यादती के खिलाफ भाजपा सरकार पर हमले बोले हैं. पार्टी ने संगठन को और मजबूत करने के लिए दिल्ली के मटियाला के विधायक गुलाब सिंह को राज्य का प्रभार दिया है. हालांकि पंजाब और गोवा में अपेक्षा से कम प्रदर्शन और दिल्ली में एमसीडी चुनावों में करारी हार की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल कम भी हुआ.
राज्य में सभी विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं से जानकारी एकत्रित कर क्षेत्रवार रिपोर्ट आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को सौंपी गयी है. पार्टी की गुजरात इकाई के प्रभारी गोपाल राय ने राज्य के नेताओं के साथ दो दिन तक बैठक की जहां मौजूदा राजनीतिक हालात, कांग्रेस की संभावनाओं, मुख्य विपक्ष और किसानों से जुड़े मुद्दों समेत कई पहलुओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया.
हाल ही में राज्य में पाटीदार और दलित आंदोलन और इसका राज्य के चुनावों पर संभावित प्रभावों पर भी विस्तार से चर्चा हुई. पिछले सप्ताह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति ने किसानों के मुद्दे पर गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में अपने प्रदर्शन को तेज करने का फैसला किया था. गुजरात में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. मध्य प्रदेश में 2018 के अंत तक चुनाव होंगे.
आप नेता ने कहा, ‘‘गुजरात पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. इस समय चुनाव लड़ने, नहीं लड़ने से लेकर कुछ सीटों पर लड़ने तक, तरह तरह की राय हैं.’’ आप की शीर्ष नीति निर्माता इकाई ‘राजनीतिक मामलों की समिति’ (पीएसी) की बैठक जल्द होगी और इन सभी पहलुओं पर विचार कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. यह भी संभावना है कि पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी.टिप्पणियां
दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद कार्यकर्ताओं का मनोबल बहुत बढ़ गया था और कई राज्यों से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी का दामन थाम लिया. उदाहरण के लिए 2014 में भाजपा के कनु कलसारिया आप में शामिल हो गये. पाटीदार आंदोलन की अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल और प्रभावशाली युवा दलित नेता जिग्नेश मेवानी भी आप के संपर्क में बताये जाते हैं.
केजरीवाल ने पिछले दो साल में कई बार गुजरात का दौरा किया है और पाटीदारों की मांग पूरी नहीं होने तथा राज्य में दलितों पर कथित ज्यादती के खिलाफ भाजपा सरकार पर हमले बोले हैं. पार्टी ने संगठन को और मजबूत करने के लिए दिल्ली के मटियाला के विधायक गुलाब सिंह को राज्य का प्रभार दिया है. हालांकि पंजाब और गोवा में अपेक्षा से कम प्रदर्शन और दिल्ली में एमसीडी चुनावों में करारी हार की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल कम भी हुआ.
हाल ही में राज्य में पाटीदार और दलित आंदोलन और इसका राज्य के चुनावों पर संभावित प्रभावों पर भी विस्तार से चर्चा हुई. पिछले सप्ताह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति ने किसानों के मुद्दे पर गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में अपने प्रदर्शन को तेज करने का फैसला किया था. गुजरात में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. मध्य प्रदेश में 2018 के अंत तक चुनाव होंगे.
आप नेता ने कहा, ‘‘गुजरात पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. इस समय चुनाव लड़ने, नहीं लड़ने से लेकर कुछ सीटों पर लड़ने तक, तरह तरह की राय हैं.’’ आप की शीर्ष नीति निर्माता इकाई ‘राजनीतिक मामलों की समिति’ (पीएसी) की बैठक जल्द होगी और इन सभी पहलुओं पर विचार कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. यह भी संभावना है कि पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी.टिप्पणियां
दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद कार्यकर्ताओं का मनोबल बहुत बढ़ गया था और कई राज्यों से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी का दामन थाम लिया. उदाहरण के लिए 2014 में भाजपा के कनु कलसारिया आप में शामिल हो गये. पाटीदार आंदोलन की अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल और प्रभावशाली युवा दलित नेता जिग्नेश मेवानी भी आप के संपर्क में बताये जाते हैं.
केजरीवाल ने पिछले दो साल में कई बार गुजरात का दौरा किया है और पाटीदारों की मांग पूरी नहीं होने तथा राज्य में दलितों पर कथित ज्यादती के खिलाफ भाजपा सरकार पर हमले बोले हैं. पार्टी ने संगठन को और मजबूत करने के लिए दिल्ली के मटियाला के विधायक गुलाब सिंह को राज्य का प्रभार दिया है. हालांकि पंजाब और गोवा में अपेक्षा से कम प्रदर्शन और दिल्ली में एमसीडी चुनावों में करारी हार की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल कम भी हुआ.
आप नेता ने कहा, ‘‘गुजरात पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है. इस समय चुनाव लड़ने, नहीं लड़ने से लेकर कुछ सीटों पर लड़ने तक, तरह तरह की राय हैं.’’ आप की शीर्ष नीति निर्माता इकाई ‘राजनीतिक मामलों की समिति’ (पीएसी) की बैठक जल्द होगी और इन सभी पहलुओं पर विचार कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. यह भी संभावना है कि पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी.टिप्पणियां
दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद कार्यकर्ताओं का मनोबल बहुत बढ़ गया था और कई राज्यों से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी का दामन थाम लिया. उदाहरण के लिए 2014 में भाजपा के कनु कलसारिया आप में शामिल हो गये. पाटीदार आंदोलन की अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल और प्रभावशाली युवा दलित नेता जिग्नेश मेवानी भी आप के संपर्क में बताये जाते हैं.
केजरीवाल ने पिछले दो साल में कई बार गुजरात का दौरा किया है और पाटीदारों की मांग पूरी नहीं होने तथा राज्य में दलितों पर कथित ज्यादती के खिलाफ भाजपा सरकार पर हमले बोले हैं. पार्टी ने संगठन को और मजबूत करने के लिए दिल्ली के मटियाला के विधायक गुलाब सिंह को राज्य का प्रभार दिया है. हालांकि पंजाब और गोवा में अपेक्षा से कम प्रदर्शन और दिल्ली में एमसीडी चुनावों में करारी हार की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल कम भी हुआ.
दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद कार्यकर्ताओं का मनोबल बहुत बढ़ गया था और कई राज्यों से भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी का दामन थाम लिया. उदाहरण के लिए 2014 में भाजपा के कनु कलसारिया आप में शामिल हो गये. पाटीदार आंदोलन की अगुवाई करने वाले हार्दिक पटेल और प्रभावशाली युवा दलित नेता जिग्नेश मेवानी भी आप के संपर्क में बताये जाते हैं.
केजरीवाल ने पिछले दो साल में कई बार गुजरात का दौरा किया है और पाटीदारों की मांग पूरी नहीं होने तथा राज्य में दलितों पर कथित ज्यादती के खिलाफ भाजपा सरकार पर हमले बोले हैं. पार्टी ने संगठन को और मजबूत करने के लिए दिल्ली के मटियाला के विधायक गुलाब सिंह को राज्य का प्रभार दिया है. हालांकि पंजाब और गोवा में अपेक्षा से कम प्रदर्शन और दिल्ली में एमसीडी चुनावों में करारी हार की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल कम भी हुआ.
केजरीवाल ने पिछले दो साल में कई बार गुजरात का दौरा किया है और पाटीदारों की मांग पूरी नहीं होने तथा राज्य में दलितों पर कथित ज्यादती के खिलाफ भाजपा सरकार पर हमले बोले हैं. पार्टी ने संगठन को और मजबूत करने के लिए दिल्ली के मटियाला के विधायक गुलाब सिंह को राज्य का प्रभार दिया है. हालांकि पंजाब और गोवा में अपेक्षा से कम प्रदर्शन और दिल्ली में एमसीडी चुनावों में करारी हार की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल कम भी हुआ. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: बंटी हुई आम आदमी पार्टी के नेता बीच का रास्ता अपना सकते हैं
उन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं जहां उनके जीतने की संभावना
प्रदेश में पार्टी के नेताओं का एक वर्ग चुनाव लड़ने के खिलाफ है | 11 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली गैंगरेप की घटना के बाद कुछ नेताओं द्वारा दिए गए बयानों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा ऐसे लोगों की उपेक्षा की जानी चाहिए।टिप्पणियां
मंत्री ने कहा कि दिसंबर की घटना के बाद वह एक इंसान होने के नाते बहुत अपमानित महसूस कर रहे हैं, जिसने पूरी दुनिया में भारत की छवि को खराब किया।
यह पूछे जाने पर कि जिन लोगों ने असंवेदनशील बयान दिए, उन्हें दंड दिया जाना चाहिए या नहीं, इस पर रमेश ने कहा, निजी रूप से मैं समझता हूं कि जिन लोगों ने इस तरह के बयान दिए उनकी उपेक्षा की जानी चाहिए। आपने पूरी जानकारी के साथ यह बयान दिया। यह नहीं कि आपके हवाले से गलत बयान दिया गया...मैं इसे बहुत घटिया मानता हूं।
मंत्री ने कहा कि दिसंबर की घटना के बाद वह एक इंसान होने के नाते बहुत अपमानित महसूस कर रहे हैं, जिसने पूरी दुनिया में भारत की छवि को खराब किया।
यह पूछे जाने पर कि जिन लोगों ने असंवेदनशील बयान दिए, उन्हें दंड दिया जाना चाहिए या नहीं, इस पर रमेश ने कहा, निजी रूप से मैं समझता हूं कि जिन लोगों ने इस तरह के बयान दिए उनकी उपेक्षा की जानी चाहिए। आपने पूरी जानकारी के साथ यह बयान दिया। यह नहीं कि आपके हवाले से गलत बयान दिया गया...मैं इसे बहुत घटिया मानता हूं।
यह पूछे जाने पर कि जिन लोगों ने असंवेदनशील बयान दिए, उन्हें दंड दिया जाना चाहिए या नहीं, इस पर रमेश ने कहा, निजी रूप से मैं समझता हूं कि जिन लोगों ने इस तरह के बयान दिए उनकी उपेक्षा की जानी चाहिए। आपने पूरी जानकारी के साथ यह बयान दिया। यह नहीं कि आपके हवाले से गलत बयान दिया गया...मैं इसे बहुत घटिया मानता हूं। | यह एक सारांश है: दिल्ली गैंगरेप की घटना के बाद कुछ नेताओं द्वारा दिए गए बयानों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा ऐसे लोगों की उपेक्षा की जानी चाहिए। | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: महाराष्ट्र में इस साल कुपोषण की वजह से बच्चों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को कड़ी फटकार लगाई है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, बच्चों की मौत से आपको कोई फर्क नहीं पड़ रहा. राज्य सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही, तो आप (वकील) भी सरकार से कोई निर्देश नहीं ले रहे.'
कुपोषण से 600 आदिवासी बच्चों की मौत से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने राज्य सरकार के वकील को कहा, 'आपको क्या लगता है कि हम यहां मजे लेने के लिए बैठे हैं. हमने मीडिया रिपोर्ट देखी हैं कि महाराष्ट्र में 500-600 बच्चों की कुपोषण से मौत हुई है. आपको लगता है कि बड़ी जनसंख्या वाले देश में कुछ लोगों के कुपोषण से मरने पर कोई फर्क नहीं पड़ता.'
दरअसल सुप्रीम कोर्ट सूखे को लेकर स्वराज अभियान की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिस पर महाराष्ट्र सरकार के वकील का कहना था कि इस बारे में सरकार से कोई निर्देश नहीं मिला है.
याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट में बताया गया कि पिछले साल की तरह इस बार भी 21 राज्यों के 115 जिलों में हालात खराब हैं, लेकिन राज्यों ने इन्हें सूखा प्रभावित घोषित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
सुनवाई के दौरान इस मुद्दे पर केंद्र के अफसरों को भी तलब किया, जिन्होंने कोर्ट को बताया कि अगस्त में जब पहली सूचना मिली थी कि बारिश में 50 फीसदी कमी है, तब केंद्र से राज्यों को एडवायजरी भेजी गई. सितंबर में भी राज्यों को दूसरी एडवायजरी भेजी गई. सूखा घोषित करना राज्यों पर निर्भर है. हालांकि अनुमान है कि पिछले दस साल की तुलना में इस बार हालात सुधरे हैं और फसल भी अच्छी होगी.टिप्पणियां
इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया, केंद्र ने सूखे के लिए मानकों में बदलाव किया है और राज्यों को तय करना है कि वह सूखा घोषित करें. केंद्र का मानना है कि राज्यों के पास कोई कारण नहीं है कि वे सूखा घोषित ना करें.
वहीं याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि राज्यों को अक्टूबर के आखिर तक सूखा घोषित करना चाहिए. सूचना यह भी है कि यूपी में भी कुपोषण से बच्चों की मौत हो रही है. दरअसल नए कानून के मुताबिक, राज्यों को नए नियम बनाने हैं, लेकिन 11 में से सिर्फ 5 राज्यों ने नोटिफिकेशन जारी किया है.
कुपोषण से 600 आदिवासी बच्चों की मौत से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने राज्य सरकार के वकील को कहा, 'आपको क्या लगता है कि हम यहां मजे लेने के लिए बैठे हैं. हमने मीडिया रिपोर्ट देखी हैं कि महाराष्ट्र में 500-600 बच्चों की कुपोषण से मौत हुई है. आपको लगता है कि बड़ी जनसंख्या वाले देश में कुछ लोगों के कुपोषण से मरने पर कोई फर्क नहीं पड़ता.'
दरअसल सुप्रीम कोर्ट सूखे को लेकर स्वराज अभियान की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिस पर महाराष्ट्र सरकार के वकील का कहना था कि इस बारे में सरकार से कोई निर्देश नहीं मिला है.
याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट में बताया गया कि पिछले साल की तरह इस बार भी 21 राज्यों के 115 जिलों में हालात खराब हैं, लेकिन राज्यों ने इन्हें सूखा प्रभावित घोषित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
सुनवाई के दौरान इस मुद्दे पर केंद्र के अफसरों को भी तलब किया, जिन्होंने कोर्ट को बताया कि अगस्त में जब पहली सूचना मिली थी कि बारिश में 50 फीसदी कमी है, तब केंद्र से राज्यों को एडवायजरी भेजी गई. सितंबर में भी राज्यों को दूसरी एडवायजरी भेजी गई. सूखा घोषित करना राज्यों पर निर्भर है. हालांकि अनुमान है कि पिछले दस साल की तुलना में इस बार हालात सुधरे हैं और फसल भी अच्छी होगी.टिप्पणियां
इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया, केंद्र ने सूखे के लिए मानकों में बदलाव किया है और राज्यों को तय करना है कि वह सूखा घोषित करें. केंद्र का मानना है कि राज्यों के पास कोई कारण नहीं है कि वे सूखा घोषित ना करें.
वहीं याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि राज्यों को अक्टूबर के आखिर तक सूखा घोषित करना चाहिए. सूचना यह भी है कि यूपी में भी कुपोषण से बच्चों की मौत हो रही है. दरअसल नए कानून के मुताबिक, राज्यों को नए नियम बनाने हैं, लेकिन 11 में से सिर्फ 5 राज्यों ने नोटिफिकेशन जारी किया है.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट सूखे को लेकर स्वराज अभियान की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिस पर महाराष्ट्र सरकार के वकील का कहना था कि इस बारे में सरकार से कोई निर्देश नहीं मिला है.
याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट में बताया गया कि पिछले साल की तरह इस बार भी 21 राज्यों के 115 जिलों में हालात खराब हैं, लेकिन राज्यों ने इन्हें सूखा प्रभावित घोषित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
सुनवाई के दौरान इस मुद्दे पर केंद्र के अफसरों को भी तलब किया, जिन्होंने कोर्ट को बताया कि अगस्त में जब पहली सूचना मिली थी कि बारिश में 50 फीसदी कमी है, तब केंद्र से राज्यों को एडवायजरी भेजी गई. सितंबर में भी राज्यों को दूसरी एडवायजरी भेजी गई. सूखा घोषित करना राज्यों पर निर्भर है. हालांकि अनुमान है कि पिछले दस साल की तुलना में इस बार हालात सुधरे हैं और फसल भी अच्छी होगी.टिप्पणियां
इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया, केंद्र ने सूखे के लिए मानकों में बदलाव किया है और राज्यों को तय करना है कि वह सूखा घोषित करें. केंद्र का मानना है कि राज्यों के पास कोई कारण नहीं है कि वे सूखा घोषित ना करें.
वहीं याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि राज्यों को अक्टूबर के आखिर तक सूखा घोषित करना चाहिए. सूचना यह भी है कि यूपी में भी कुपोषण से बच्चों की मौत हो रही है. दरअसल नए कानून के मुताबिक, राज्यों को नए नियम बनाने हैं, लेकिन 11 में से सिर्फ 5 राज्यों ने नोटिफिकेशन जारी किया है.
याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट में बताया गया कि पिछले साल की तरह इस बार भी 21 राज्यों के 115 जिलों में हालात खराब हैं, लेकिन राज्यों ने इन्हें सूखा प्रभावित घोषित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया.
सुनवाई के दौरान इस मुद्दे पर केंद्र के अफसरों को भी तलब किया, जिन्होंने कोर्ट को बताया कि अगस्त में जब पहली सूचना मिली थी कि बारिश में 50 फीसदी कमी है, तब केंद्र से राज्यों को एडवायजरी भेजी गई. सितंबर में भी राज्यों को दूसरी एडवायजरी भेजी गई. सूखा घोषित करना राज्यों पर निर्भर है. हालांकि अनुमान है कि पिछले दस साल की तुलना में इस बार हालात सुधरे हैं और फसल भी अच्छी होगी.टिप्पणियां
इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया, केंद्र ने सूखे के लिए मानकों में बदलाव किया है और राज्यों को तय करना है कि वह सूखा घोषित करें. केंद्र का मानना है कि राज्यों के पास कोई कारण नहीं है कि वे सूखा घोषित ना करें.
वहीं याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि राज्यों को अक्टूबर के आखिर तक सूखा घोषित करना चाहिए. सूचना यह भी है कि यूपी में भी कुपोषण से बच्चों की मौत हो रही है. दरअसल नए कानून के मुताबिक, राज्यों को नए नियम बनाने हैं, लेकिन 11 में से सिर्फ 5 राज्यों ने नोटिफिकेशन जारी किया है.
सुनवाई के दौरान इस मुद्दे पर केंद्र के अफसरों को भी तलब किया, जिन्होंने कोर्ट को बताया कि अगस्त में जब पहली सूचना मिली थी कि बारिश में 50 फीसदी कमी है, तब केंद्र से राज्यों को एडवायजरी भेजी गई. सितंबर में भी राज्यों को दूसरी एडवायजरी भेजी गई. सूखा घोषित करना राज्यों पर निर्भर है. हालांकि अनुमान है कि पिछले दस साल की तुलना में इस बार हालात सुधरे हैं और फसल भी अच्छी होगी.टिप्पणियां
इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया, केंद्र ने सूखे के लिए मानकों में बदलाव किया है और राज्यों को तय करना है कि वह सूखा घोषित करें. केंद्र का मानना है कि राज्यों के पास कोई कारण नहीं है कि वे सूखा घोषित ना करें.
वहीं याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि राज्यों को अक्टूबर के आखिर तक सूखा घोषित करना चाहिए. सूचना यह भी है कि यूपी में भी कुपोषण से बच्चों की मौत हो रही है. दरअसल नए कानून के मुताबिक, राज्यों को नए नियम बनाने हैं, लेकिन 11 में से सिर्फ 5 राज्यों ने नोटिफिकेशन जारी किया है.
इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया, केंद्र ने सूखे के लिए मानकों में बदलाव किया है और राज्यों को तय करना है कि वह सूखा घोषित करें. केंद्र का मानना है कि राज्यों के पास कोई कारण नहीं है कि वे सूखा घोषित ना करें.
वहीं याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि राज्यों को अक्टूबर के आखिर तक सूखा घोषित करना चाहिए. सूचना यह भी है कि यूपी में भी कुपोषण से बच्चों की मौत हो रही है. दरअसल नए कानून के मुताबिक, राज्यों को नए नियम बनाने हैं, लेकिन 11 में से सिर्फ 5 राज्यों ने नोटिफिकेशन जारी किया है.
वहीं याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि राज्यों को अक्टूबर के आखिर तक सूखा घोषित करना चाहिए. सूचना यह भी है कि यूपी में भी कुपोषण से बच्चों की मौत हो रही है. दरअसल नए कानून के मुताबिक, राज्यों को नए नियम बनाने हैं, लेकिन 11 में से सिर्फ 5 राज्यों ने नोटिफिकेशन जारी किया है. | संक्षिप्त सारांश: महाराष्ट्र में कुपोषण से 600 आदिवासी बच्चों की मौत हो चुकी है : रिपोर्ट्स
सुप्रीम कोर्ट सूखे को लेकर स्वराज अभियान की याचिका पर सुनवाई कर रही थी
महाराष्ट्र सरकार के वकील ने कहा कि सरकार से उसे इस पर निर्देश नहीं मिला | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड के आसपास चल रही लैंगिक बहस के बीच तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने कहा है कि महिलाओं में नेतृत्व के सारे गुण होते हैं इसलिए उनकी उत्तराधिकारी कोई महिला भी हो सकती है।
ऑस्ट्रेलिया के दस दिवसीय दौरे की शुरुआत में दलाई लामा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘अगर परिस्थितियां ऐसी हैं कि महिला दलाई लामा का होना बेहतर है तो महिला दलाई लामा आएगी।’’ नोबल पुरस्कार प्राप्त दलाई लामा सिडनी, मेलबर्न, एडिलेड और डार्विन में भाषण देंगे।
जब उनसे गिलार्ड द्वारा लैंगिक युद्ध दोबारा शुरू किए जाने के बारे में पूछा गया तो 77 वर्षीय आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि दुनिया असमानता के ‘नैतिक संकट’ से जूझ रही है। उसे ऐसे नेताओं की जरूरत है जो अपने पद पर संवेदनाएं ला सके।टिप्पणियां
ऑस्ट्रेलिया की एएपी समाचार एजेंसी ने दलाई लामा के हवाले से कहा, ‘‘इस संदर्भ में, जैविक रूप से महिलाएं ज्यादा सक्षम होती हैं। महिलाओं में दूसरों के कल्याण के लिए ज्यादा संवेदनशीलता होती है। मेरे अपने मामले में, मेरे पिता बहुत गुस्से वाले रहे हैं।’’ ‘‘कई बार मेरी पिटाई भी हुई, लेकिन मेरी मां बहुत करूणामयी थीं।’’
दलाई लामा की ये टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं, जब ऑस्ट्रेलिया में विपक्ष के एक नेता ने एक चैरिटी भोज में गिलार्ड की शारीरिक बनावट का वर्णन बेहद कामुक और आक्रामक शब्दों में किया। गिलार्ड ने लिबरल प्रत्याशी माल ब्रो के राजनैतिक बाहिष्कार की मांग की।
ऑस्ट्रेलिया के दस दिवसीय दौरे की शुरुआत में दलाई लामा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘अगर परिस्थितियां ऐसी हैं कि महिला दलाई लामा का होना बेहतर है तो महिला दलाई लामा आएगी।’’ नोबल पुरस्कार प्राप्त दलाई लामा सिडनी, मेलबर्न, एडिलेड और डार्विन में भाषण देंगे।
जब उनसे गिलार्ड द्वारा लैंगिक युद्ध दोबारा शुरू किए जाने के बारे में पूछा गया तो 77 वर्षीय आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि दुनिया असमानता के ‘नैतिक संकट’ से जूझ रही है। उसे ऐसे नेताओं की जरूरत है जो अपने पद पर संवेदनाएं ला सके।टिप्पणियां
ऑस्ट्रेलिया की एएपी समाचार एजेंसी ने दलाई लामा के हवाले से कहा, ‘‘इस संदर्भ में, जैविक रूप से महिलाएं ज्यादा सक्षम होती हैं। महिलाओं में दूसरों के कल्याण के लिए ज्यादा संवेदनशीलता होती है। मेरे अपने मामले में, मेरे पिता बहुत गुस्से वाले रहे हैं।’’ ‘‘कई बार मेरी पिटाई भी हुई, लेकिन मेरी मां बहुत करूणामयी थीं।’’
दलाई लामा की ये टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं, जब ऑस्ट्रेलिया में विपक्ष के एक नेता ने एक चैरिटी भोज में गिलार्ड की शारीरिक बनावट का वर्णन बेहद कामुक और आक्रामक शब्दों में किया। गिलार्ड ने लिबरल प्रत्याशी माल ब्रो के राजनैतिक बाहिष्कार की मांग की।
जब उनसे गिलार्ड द्वारा लैंगिक युद्ध दोबारा शुरू किए जाने के बारे में पूछा गया तो 77 वर्षीय आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि दुनिया असमानता के ‘नैतिक संकट’ से जूझ रही है। उसे ऐसे नेताओं की जरूरत है जो अपने पद पर संवेदनाएं ला सके।टिप्पणियां
ऑस्ट्रेलिया की एएपी समाचार एजेंसी ने दलाई लामा के हवाले से कहा, ‘‘इस संदर्भ में, जैविक रूप से महिलाएं ज्यादा सक्षम होती हैं। महिलाओं में दूसरों के कल्याण के लिए ज्यादा संवेदनशीलता होती है। मेरे अपने मामले में, मेरे पिता बहुत गुस्से वाले रहे हैं।’’ ‘‘कई बार मेरी पिटाई भी हुई, लेकिन मेरी मां बहुत करूणामयी थीं।’’
दलाई लामा की ये टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं, जब ऑस्ट्रेलिया में विपक्ष के एक नेता ने एक चैरिटी भोज में गिलार्ड की शारीरिक बनावट का वर्णन बेहद कामुक और आक्रामक शब्दों में किया। गिलार्ड ने लिबरल प्रत्याशी माल ब्रो के राजनैतिक बाहिष्कार की मांग की।
ऑस्ट्रेलिया की एएपी समाचार एजेंसी ने दलाई लामा के हवाले से कहा, ‘‘इस संदर्भ में, जैविक रूप से महिलाएं ज्यादा सक्षम होती हैं। महिलाओं में दूसरों के कल्याण के लिए ज्यादा संवेदनशीलता होती है। मेरे अपने मामले में, मेरे पिता बहुत गुस्से वाले रहे हैं।’’ ‘‘कई बार मेरी पिटाई भी हुई, लेकिन मेरी मां बहुत करूणामयी थीं।’’
दलाई लामा की ये टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं, जब ऑस्ट्रेलिया में विपक्ष के एक नेता ने एक चैरिटी भोज में गिलार्ड की शारीरिक बनावट का वर्णन बेहद कामुक और आक्रामक शब्दों में किया। गिलार्ड ने लिबरल प्रत्याशी माल ब्रो के राजनैतिक बाहिष्कार की मांग की।
दलाई लामा की ये टिप्पणियां ऐसे समय में आई हैं, जब ऑस्ट्रेलिया में विपक्ष के एक नेता ने एक चैरिटी भोज में गिलार्ड की शारीरिक बनावट का वर्णन बेहद कामुक और आक्रामक शब्दों में किया। गिलार्ड ने लिबरल प्रत्याशी माल ब्रो के राजनैतिक बाहिष्कार की मांग की। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड के आसपास चल रही लैंगिक बहस के बीच तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने कहा है कि महिलाओं में नेतृत्व के सारे गुण होते हैं इसलिए उनकी उत्तराधिकारी कोई महिला भी हो सकती है। | 11 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर बिना किसी देरी के ‘गंभीर’ वार्ता के लिए तैयार है और कड़े प्रतिबंधों की अमेरिका की अपील समझदारी की कमी को दर्शाता है।
बतौर राष्ट्रपति शनिवार को पदभार संभालने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में रूहानी ने कहा कि वह ईरान के अधिकारों का समर्पण नहीं करेंगे लेकिन वह पश्चिम की चिंताएं भी दूर करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘इस्लामी गणतंत्र के राष्ट्रपति के तौर पर मैं यह घोषणा करता हूं कि मुद्दों को सुलझाने और दूसरे पक्ष की चिंताओं को दूर करने की राजनीतिक इच्छा है। हम गंभीरता से और समय खराब किए बगैर आदान-प्रदान और बातचीत करने वाले लोग हैं, यदि दूसरा पक्ष बातचीत करने को तैयार है।’
सुधारवादी राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2000 के दौर में रूहानी परमाणु वार्ताकार दल के प्रमुख थे। पश्चिमी देशों ने लंबी वार्ता में कुछ सकारात्मक होने की आशा जताई है। टिप्पणियां
रूहानी ने कहा कि परमाणु अप्रसार संधि के तहत ईरान को मिले परमाणु उर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के अधिकार को वह कतई नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘ईरान का शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम राष्ट्रीय मुद्दा है। हम ईरान के लोगों का अधिकार नहीं छोड़ेंगे।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित अपने अधिकारों का संरक्षण करेंगे।’ उन्होंने कहा कि ईरान यूरेनियम संवर्धन बंद नहीं करेगा। पश्चिमी देशों की चिंता का मुख्य कारण यूरेनियम संवर्धन ही है। रूहानी के मुख्य वार्ताकार रहने के दौरान ईरान ने इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था।
रूहानी ने कहा, ‘ईरान में किसी ने नहीं कहा कि वह यूरेनियम संवर्धन बंद कर देगा, किसी ने नहीं, कभी भी नहीं।’
बतौर राष्ट्रपति शनिवार को पदभार संभालने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में रूहानी ने कहा कि वह ईरान के अधिकारों का समर्पण नहीं करेंगे लेकिन वह पश्चिम की चिंताएं भी दूर करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘इस्लामी गणतंत्र के राष्ट्रपति के तौर पर मैं यह घोषणा करता हूं कि मुद्दों को सुलझाने और दूसरे पक्ष की चिंताओं को दूर करने की राजनीतिक इच्छा है। हम गंभीरता से और समय खराब किए बगैर आदान-प्रदान और बातचीत करने वाले लोग हैं, यदि दूसरा पक्ष बातचीत करने को तैयार है।’
सुधारवादी राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2000 के दौर में रूहानी परमाणु वार्ताकार दल के प्रमुख थे। पश्चिमी देशों ने लंबी वार्ता में कुछ सकारात्मक होने की आशा जताई है। टिप्पणियां
रूहानी ने कहा कि परमाणु अप्रसार संधि के तहत ईरान को मिले परमाणु उर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के अधिकार को वह कतई नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘ईरान का शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम राष्ट्रीय मुद्दा है। हम ईरान के लोगों का अधिकार नहीं छोड़ेंगे।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित अपने अधिकारों का संरक्षण करेंगे।’ उन्होंने कहा कि ईरान यूरेनियम संवर्धन बंद नहीं करेगा। पश्चिमी देशों की चिंता का मुख्य कारण यूरेनियम संवर्धन ही है। रूहानी के मुख्य वार्ताकार रहने के दौरान ईरान ने इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था।
रूहानी ने कहा, ‘ईरान में किसी ने नहीं कहा कि वह यूरेनियम संवर्धन बंद कर देगा, किसी ने नहीं, कभी भी नहीं।’
सुधारवादी राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2000 के दौर में रूहानी परमाणु वार्ताकार दल के प्रमुख थे। पश्चिमी देशों ने लंबी वार्ता में कुछ सकारात्मक होने की आशा जताई है। टिप्पणियां
रूहानी ने कहा कि परमाणु अप्रसार संधि के तहत ईरान को मिले परमाणु उर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के अधिकार को वह कतई नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘ईरान का शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम राष्ट्रीय मुद्दा है। हम ईरान के लोगों का अधिकार नहीं छोड़ेंगे।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित अपने अधिकारों का संरक्षण करेंगे।’ उन्होंने कहा कि ईरान यूरेनियम संवर्धन बंद नहीं करेगा। पश्चिमी देशों की चिंता का मुख्य कारण यूरेनियम संवर्धन ही है। रूहानी के मुख्य वार्ताकार रहने के दौरान ईरान ने इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था।
रूहानी ने कहा, ‘ईरान में किसी ने नहीं कहा कि वह यूरेनियम संवर्धन बंद कर देगा, किसी ने नहीं, कभी भी नहीं।’
रूहानी ने कहा कि परमाणु अप्रसार संधि के तहत ईरान को मिले परमाणु उर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के अधिकार को वह कतई नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘ईरान का शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम राष्ट्रीय मुद्दा है। हम ईरान के लोगों का अधिकार नहीं छोड़ेंगे।’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित अपने अधिकारों का संरक्षण करेंगे।’ उन्होंने कहा कि ईरान यूरेनियम संवर्धन बंद नहीं करेगा। पश्चिमी देशों की चिंता का मुख्य कारण यूरेनियम संवर्धन ही है। रूहानी के मुख्य वार्ताकार रहने के दौरान ईरान ने इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था।
रूहानी ने कहा, ‘ईरान में किसी ने नहीं कहा कि वह यूरेनियम संवर्धन बंद कर देगा, किसी ने नहीं, कभी भी नहीं।’
रूहानी ने कहा, ‘ईरान में किसी ने नहीं कहा कि वह यूरेनियम संवर्धन बंद कर देगा, किसी ने नहीं, कभी भी नहीं।’ | यहाँ एक सारांश है:ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि तेहरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर बिना किसी देरी के ‘गंभीर’ वार्ता के लिए तैयार है और कड़े प्रतिबंधों की अमेरिका की अपील समझदारी की कमी को दर्शाता है। | 18 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शहर के कामतिपुर के बदनाम रेड लाइट एरिया में एक देवदासी की बेटी के रूप में पली बढ़ी 18 वर्षीय श्वेता कट्टी को अमेरिका में अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति मिलना एक सपने सच होने जैसा रहा।
एक समय निगम स्कूल में पढ़ने वाली श्वेता बार्ड विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान में एक पाठ्यक्रम करने के लिए गुरुवार को न्यूयार्क रवाना हो गई।टिप्पणियां
उनकी मां वंदना कहती है, ‘श्वेता को अमेरिका में पढ़ाई का मौका मिला। मुझे नहीं पता कि वह वहां क्या पढ़ेगी। पर मुझे उसपर गर्व है।’ उन्होंने कहा, ‘बचपन से ही श्वेता पढ़ने में काफी अच्छी थी।
इससे पहले वह निगम स्कूल में पढ़ती थी। कक्षा आठ से वह दक्षिण मुंबई के एक स्कूल जाने लगी।’ श्वेता की मां ने कहा कि वह चार साल के बाद लौटेगी। उन्होंने कहा, ‘उसकी कमी खलती है लेकिन मैं अपने आपको मजबूत बना रही हूं।’
एक समय निगम स्कूल में पढ़ने वाली श्वेता बार्ड विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान में एक पाठ्यक्रम करने के लिए गुरुवार को न्यूयार्क रवाना हो गई।टिप्पणियां
उनकी मां वंदना कहती है, ‘श्वेता को अमेरिका में पढ़ाई का मौका मिला। मुझे नहीं पता कि वह वहां क्या पढ़ेगी। पर मुझे उसपर गर्व है।’ उन्होंने कहा, ‘बचपन से ही श्वेता पढ़ने में काफी अच्छी थी।
इससे पहले वह निगम स्कूल में पढ़ती थी। कक्षा आठ से वह दक्षिण मुंबई के एक स्कूल जाने लगी।’ श्वेता की मां ने कहा कि वह चार साल के बाद लौटेगी। उन्होंने कहा, ‘उसकी कमी खलती है लेकिन मैं अपने आपको मजबूत बना रही हूं।’
उनकी मां वंदना कहती है, ‘श्वेता को अमेरिका में पढ़ाई का मौका मिला। मुझे नहीं पता कि वह वहां क्या पढ़ेगी। पर मुझे उसपर गर्व है।’ उन्होंने कहा, ‘बचपन से ही श्वेता पढ़ने में काफी अच्छी थी।
इससे पहले वह निगम स्कूल में पढ़ती थी। कक्षा आठ से वह दक्षिण मुंबई के एक स्कूल जाने लगी।’ श्वेता की मां ने कहा कि वह चार साल के बाद लौटेगी। उन्होंने कहा, ‘उसकी कमी खलती है लेकिन मैं अपने आपको मजबूत बना रही हूं।’
इससे पहले वह निगम स्कूल में पढ़ती थी। कक्षा आठ से वह दक्षिण मुंबई के एक स्कूल जाने लगी।’ श्वेता की मां ने कहा कि वह चार साल के बाद लौटेगी। उन्होंने कहा, ‘उसकी कमी खलती है लेकिन मैं अपने आपको मजबूत बना रही हूं।’ | संक्षिप्त सारांश: शहर के कामतिपुर के बदनाम रेड लाइट एरिया में एक देवदासी की बेटी के रूप में पली बढ़ी 18 वर्षीय श्वेता कट्टी को अमेरिका में अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति मिलना एक सपने सच होने जैसा रहा। | 23 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: नवनियुक्त केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की दिशा में आगे की ओर कदम बढ़ाने से पूर्व व्यापक विचार-विमर्श की जरूरत है। उन्होंने यह बयान मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल किए जाने के बाद अपने विभाग का कार्यभार संभालने के बाद दिया।
प्रसाद ने कहा कि यूसीसी की दिशा में आगे बढ़ने से पूर्व 'सभी हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि इस वक्त यूसीसी मसले पर विधि आयोग विचार कर रहा है। प्रसाद ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 44 समान नागरिक संहिता का आदेश देता है।
अनुच्छेद 44 कहता है, "पूरे देश में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का राज्य प्रयास करेगा।" प्रसाद ने स्वयं को कानून एवं न्याय मंत्रालय का 'अनुभवी' बताते हुए कहा कि यह उनकी तीसरी कार्यावधि है। वह पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री और उसके बाद मई 2014 में मोदी के पद संभालने के बाद भी मंत्रालय को देख चुके हैं। टिप्पणियां
केंद्रीय कानून मंत्री ने न्यायिक सक्रियता पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि स्वतंत्र न्यायपालिका राज्य का एक महत्वपूर्ण पहलू है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रसाद ने कहा कि यूसीसी की दिशा में आगे बढ़ने से पूर्व 'सभी हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि इस वक्त यूसीसी मसले पर विधि आयोग विचार कर रहा है। प्रसाद ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 44 समान नागरिक संहिता का आदेश देता है।
अनुच्छेद 44 कहता है, "पूरे देश में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का राज्य प्रयास करेगा।" प्रसाद ने स्वयं को कानून एवं न्याय मंत्रालय का 'अनुभवी' बताते हुए कहा कि यह उनकी तीसरी कार्यावधि है। वह पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री और उसके बाद मई 2014 में मोदी के पद संभालने के बाद भी मंत्रालय को देख चुके हैं। टिप्पणियां
केंद्रीय कानून मंत्री ने न्यायिक सक्रियता पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि स्वतंत्र न्यायपालिका राज्य का एक महत्वपूर्ण पहलू है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अनुच्छेद 44 कहता है, "पूरे देश में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता सुनिश्चित करने का राज्य प्रयास करेगा।" प्रसाद ने स्वयं को कानून एवं न्याय मंत्रालय का 'अनुभवी' बताते हुए कहा कि यह उनकी तीसरी कार्यावधि है। वह पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री और उसके बाद मई 2014 में मोदी के पद संभालने के बाद भी मंत्रालय को देख चुके हैं। टिप्पणियां
केंद्रीय कानून मंत्री ने न्यायिक सक्रियता पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि स्वतंत्र न्यायपालिका राज्य का एक महत्वपूर्ण पहलू है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
केंद्रीय कानून मंत्री ने न्यायिक सक्रियता पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि स्वतंत्र न्यायपालिका राज्य का एक महत्वपूर्ण पहलू है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: उन्होंने अपने विभाग का कार्यभार संभालने के बाद यह बात कही
इस वक्त यूसीसी मसले पर विधि आयोग विचार कर रहा है
उनके मुताबिक संविधान का अनुच्छेद 44 समान नागरिक संहिता का आदेश देता है | 19 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत ने पाकिस्तान में हो रहे अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है, जोकि दोनों पड़ोसियों के बीच बढ़े तनाव का नवीनतम संकेत है.
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र से संबंद्ध संस्था की गवर्निग काउंसिल के इस तीन दिवसीय सम्मेलन में पहले भाग लेने की मंजूरी दे दी थी, जिसे एशिया प्रशांत क्षेत्र में छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों से प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है. यह सम्मेलन इस्लामाबाद में सोमवार से शुरू हो गया है.
मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां मीडिया को बताया, "सम्मेलन शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अपना दौरा रद्द कर दिया और इसका कारण प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख का फूड प्वायजनिंग का शिकार होना बताया."टिप्पणियां
भारत के अलावा बांग्लादेश और ईरान ने भी इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र से संबंद्ध संस्था की गवर्निग काउंसिल के इस तीन दिवसीय सम्मेलन में पहले भाग लेने की मंजूरी दे दी थी, जिसे एशिया प्रशांत क्षेत्र में छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों से प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है. यह सम्मेलन इस्लामाबाद में सोमवार से शुरू हो गया है.
मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां मीडिया को बताया, "सम्मेलन शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अपना दौरा रद्द कर दिया और इसका कारण प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख का फूड प्वायजनिंग का शिकार होना बताया."टिप्पणियां
भारत के अलावा बांग्लादेश और ईरान ने भी इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां मीडिया को बताया, "सम्मेलन शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अपना दौरा रद्द कर दिया और इसका कारण प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख का फूड प्वायजनिंग का शिकार होना बताया."टिप्पणियां
भारत के अलावा बांग्लादेश और ईरान ने भी इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारत के अलावा बांग्लादेश और ईरान ने भी इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यह एक सारांश है: भारत ने तीन दिवसीय सम्मेलन में पहले भाग लेने की मंजूरी दे दी थी
यह सम्मेलन इस्लामाबाद में सोमवार से शुरू हो गया है
बांग्लादेश और ईरान ने भी सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: अगर आप भी किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं तो यह खबर आपको उत्साहित करेगी और यदि आप इसी कंपनी (दिविस लैब) में काम करते हैं तो आप निश्चित तौर पर अब तक खुशी मना चुके होंगे. हैदराबाद की फार्मा कंपनी दिविस लैब ने घोषणा की है कि वह अपने पूर्णकालिक निदेशकों और कर्मियों को 79 करोड़ की कुल वन-टाइम पेमेंट करेगी. ऐसा कंपनी अपने 25 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में कर रही है.टिप्पणियां
यह वन टाइम पेमेंट कंपनी के बोर्ड द्वारा अप्रूव कर दी गई है. 1990 में स्थापित हुई कंपनी में 10 हजार कर्मी हैं. दिविस लैब एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रीडिएंट्स (एपीआई) मैन्युफैक्चर करती है. एपीआई किसी दवा को बनाने में प्रयोग किए जाने वाले तत्व होते हैं.
वैसे दिविस लैबोरेट्रीज़ ने शुक्रवार को अपना पहली तिमाही के नतीजे घोषित किए. कंपनी के आंकड़े कयासों से कहीं बेहतर हैं. डिविस लैब को वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में 301.81 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है जो पिछले साल के मुकाबले 23 फीसदी ज्यादा है. ब्रोकरेज फर्म रेलीगेयर ने दिविस लैब के शेयर्स को लेकर पॉजिटिव नोट दिया है और इसे लेकर 'खरीददारी करें' की रेटिंग दी है.
यह वन टाइम पेमेंट कंपनी के बोर्ड द्वारा अप्रूव कर दी गई है. 1990 में स्थापित हुई कंपनी में 10 हजार कर्मी हैं. दिविस लैब एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रीडिएंट्स (एपीआई) मैन्युफैक्चर करती है. एपीआई किसी दवा को बनाने में प्रयोग किए जाने वाले तत्व होते हैं.
वैसे दिविस लैबोरेट्रीज़ ने शुक्रवार को अपना पहली तिमाही के नतीजे घोषित किए. कंपनी के आंकड़े कयासों से कहीं बेहतर हैं. डिविस लैब को वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में 301.81 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है जो पिछले साल के मुकाबले 23 फीसदी ज्यादा है. ब्रोकरेज फर्म रेलीगेयर ने दिविस लैब के शेयर्स को लेकर पॉजिटिव नोट दिया है और इसे लेकर 'खरीददारी करें' की रेटिंग दी है.
वैसे दिविस लैबोरेट्रीज़ ने शुक्रवार को अपना पहली तिमाही के नतीजे घोषित किए. कंपनी के आंकड़े कयासों से कहीं बेहतर हैं. डिविस लैब को वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में 301.81 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है जो पिछले साल के मुकाबले 23 फीसदी ज्यादा है. ब्रोकरेज फर्म रेलीगेयर ने दिविस लैब के शेयर्स को लेकर पॉजिटिव नोट दिया है और इसे लेकर 'खरीददारी करें' की रेटिंग दी है. | यहाँ एक सारांश है:हैदराबाद की फार्मा कंपनी दिविस लैब कर्मियों को देगी बोनांजा
यह बोनांजा 79 करोड़ रुपए का होगा
कर्मियों और पूर्णकालिक निदेशकों को होगी यह पेमेंट | 18 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश के 33वें मुख्यमंत्री के रुप में गुरुवार को शपथ लेने वाले अखिलेश यादव ने कहा कि उनका मंत्रिमंडल अभी भले ही छोटा होगा लेकिन उसमें अनुभव और नये चेहरों का समावेश होगा।
अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा, ‘मंत्रिमंडल को लेकर उत्सुकता स्वाभाविक है, मंत्रिमंडल का गठन एक कठिन काम है, मैं अपने मंत्रिमंडल में अनुभवी और नए चेहरों को लेकर संतुलन बनाने की कोशिश करुंगा। शुरू में मंत्रिमंडल छोटा होगा, जिसका बाद में विस्तार किया जा सकता है।’ अधिकारियों की तैनाती के बारे में पूछे जाने पर 38 वर्षीय यादव ने कहा कि ईमानदार और कर्मठ अधिकारियो को अहम जिम्मेदारियां दी जायेंगी।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत करके अनुकूल माहौल बनायेगी और उद्योगपतियों को प्रदेश में नये उद्योग लगाने के लिए न सिर्फ समुचित सहयोग देगी, बल्कि अनुकूल वातावरण भी देगी।
यादव ने जोर देते हुए कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता होगी कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत रहे और किसी को भय के वातावरण में न जीना पडे।’’ पार्टी चुनाव घोषणा पत्र में किये गये सभी वायदो को पूरा किये जाने का संकल्प दोहराते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी बेरोजगार युवक युवतियों को बेरोजगारी भत्ता दिये जाने का वादा पूरा करेगी।
इसी क्रम में यादव ने कहा, ‘‘यदि बसपा राज में पार्को और स्मारको के निर्माण पर हजारो करोड रुपये खर्च हो सकते हैं, तो बेरोजगार युवक युवतियों को भत्ता देने के लिए धन की व्यवस्था क्यों नही हो सकती।’’
सत्ता से बाहर जा रही बसपा सरकार द्वारा केन्द्र सरकार पर उसके साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाये जाने के बारे में, यादव ने कहा, ‘‘मनरेगा का सारा पैसा लूट लिया गया, केन्द्र मदद क्या देता।’’ वामपंथी एवं गैर भाजपा तथा गैर कांग्रेस दलो को साथ लेकर तीसरे मोर्चे को पुनर्जीवित किये जाने की संभावना के बारे में सवाल होने पर अखिलेश ने कहा कि उनका ध्यान प्रदेश के विकास पर रहेगा, बाकी बाते नेताजी (मुलायम सिंह यादव) देखेगे।टिप्पणियां
संसद में आज प्रस्तुत रेलवे बजट के बारे में पूछे जाने पर, अखिलेश ने कहा कि अभी उन्होंने पूरा बजट देखा नहीं है, मगर इतना जरुर कहेंगे कि गरीबों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
रेल बजट से उत्तर प्रदेश को मिलने वाले फायदे के बारे में अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि दिल्ली से पश्चिम बंगाल (रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी का गृहप्रदेश) के लिए जो भी नयी गाड़ियां चलेगी, वे उत्तर प्रदेश से होकर ही जायेगी और यहां के प्रमुख स्टेशनो पर तो जरूर रुकेगी।
अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा, ‘मंत्रिमंडल को लेकर उत्सुकता स्वाभाविक है, मंत्रिमंडल का गठन एक कठिन काम है, मैं अपने मंत्रिमंडल में अनुभवी और नए चेहरों को लेकर संतुलन बनाने की कोशिश करुंगा। शुरू में मंत्रिमंडल छोटा होगा, जिसका बाद में विस्तार किया जा सकता है।’ अधिकारियों की तैनाती के बारे में पूछे जाने पर 38 वर्षीय यादव ने कहा कि ईमानदार और कर्मठ अधिकारियो को अहम जिम्मेदारियां दी जायेंगी।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत करके अनुकूल माहौल बनायेगी और उद्योगपतियों को प्रदेश में नये उद्योग लगाने के लिए न सिर्फ समुचित सहयोग देगी, बल्कि अनुकूल वातावरण भी देगी।
यादव ने जोर देते हुए कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता होगी कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत रहे और किसी को भय के वातावरण में न जीना पडे।’’ पार्टी चुनाव घोषणा पत्र में किये गये सभी वायदो को पूरा किये जाने का संकल्प दोहराते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी बेरोजगार युवक युवतियों को बेरोजगारी भत्ता दिये जाने का वादा पूरा करेगी।
इसी क्रम में यादव ने कहा, ‘‘यदि बसपा राज में पार्को और स्मारको के निर्माण पर हजारो करोड रुपये खर्च हो सकते हैं, तो बेरोजगार युवक युवतियों को भत्ता देने के लिए धन की व्यवस्था क्यों नही हो सकती।’’
सत्ता से बाहर जा रही बसपा सरकार द्वारा केन्द्र सरकार पर उसके साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाये जाने के बारे में, यादव ने कहा, ‘‘मनरेगा का सारा पैसा लूट लिया गया, केन्द्र मदद क्या देता।’’ वामपंथी एवं गैर भाजपा तथा गैर कांग्रेस दलो को साथ लेकर तीसरे मोर्चे को पुनर्जीवित किये जाने की संभावना के बारे में सवाल होने पर अखिलेश ने कहा कि उनका ध्यान प्रदेश के विकास पर रहेगा, बाकी बाते नेताजी (मुलायम सिंह यादव) देखेगे।टिप्पणियां
संसद में आज प्रस्तुत रेलवे बजट के बारे में पूछे जाने पर, अखिलेश ने कहा कि अभी उन्होंने पूरा बजट देखा नहीं है, मगर इतना जरुर कहेंगे कि गरीबों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
रेल बजट से उत्तर प्रदेश को मिलने वाले फायदे के बारे में अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि दिल्ली से पश्चिम बंगाल (रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी का गृहप्रदेश) के लिए जो भी नयी गाड़ियां चलेगी, वे उत्तर प्रदेश से होकर ही जायेगी और यहां के प्रमुख स्टेशनो पर तो जरूर रुकेगी।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत करके अनुकूल माहौल बनायेगी और उद्योगपतियों को प्रदेश में नये उद्योग लगाने के लिए न सिर्फ समुचित सहयोग देगी, बल्कि अनुकूल वातावरण भी देगी।
यादव ने जोर देते हुए कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता होगी कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत रहे और किसी को भय के वातावरण में न जीना पडे।’’ पार्टी चुनाव घोषणा पत्र में किये गये सभी वायदो को पूरा किये जाने का संकल्प दोहराते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी बेरोजगार युवक युवतियों को बेरोजगारी भत्ता दिये जाने का वादा पूरा करेगी।
इसी क्रम में यादव ने कहा, ‘‘यदि बसपा राज में पार्को और स्मारको के निर्माण पर हजारो करोड रुपये खर्च हो सकते हैं, तो बेरोजगार युवक युवतियों को भत्ता देने के लिए धन की व्यवस्था क्यों नही हो सकती।’’
सत्ता से बाहर जा रही बसपा सरकार द्वारा केन्द्र सरकार पर उसके साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाये जाने के बारे में, यादव ने कहा, ‘‘मनरेगा का सारा पैसा लूट लिया गया, केन्द्र मदद क्या देता।’’ वामपंथी एवं गैर भाजपा तथा गैर कांग्रेस दलो को साथ लेकर तीसरे मोर्चे को पुनर्जीवित किये जाने की संभावना के बारे में सवाल होने पर अखिलेश ने कहा कि उनका ध्यान प्रदेश के विकास पर रहेगा, बाकी बाते नेताजी (मुलायम सिंह यादव) देखेगे।टिप्पणियां
संसद में आज प्रस्तुत रेलवे बजट के बारे में पूछे जाने पर, अखिलेश ने कहा कि अभी उन्होंने पूरा बजट देखा नहीं है, मगर इतना जरुर कहेंगे कि गरीबों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
रेल बजट से उत्तर प्रदेश को मिलने वाले फायदे के बारे में अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि दिल्ली से पश्चिम बंगाल (रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी का गृहप्रदेश) के लिए जो भी नयी गाड़ियां चलेगी, वे उत्तर प्रदेश से होकर ही जायेगी और यहां के प्रमुख स्टेशनो पर तो जरूर रुकेगी।
यादव ने जोर देते हुए कहा, ‘‘हमारी प्राथमिकता होगी कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत रहे और किसी को भय के वातावरण में न जीना पडे।’’ पार्टी चुनाव घोषणा पत्र में किये गये सभी वायदो को पूरा किये जाने का संकल्प दोहराते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी बेरोजगार युवक युवतियों को बेरोजगारी भत्ता दिये जाने का वादा पूरा करेगी।
इसी क्रम में यादव ने कहा, ‘‘यदि बसपा राज में पार्को और स्मारको के निर्माण पर हजारो करोड रुपये खर्च हो सकते हैं, तो बेरोजगार युवक युवतियों को भत्ता देने के लिए धन की व्यवस्था क्यों नही हो सकती।’’
सत्ता से बाहर जा रही बसपा सरकार द्वारा केन्द्र सरकार पर उसके साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाये जाने के बारे में, यादव ने कहा, ‘‘मनरेगा का सारा पैसा लूट लिया गया, केन्द्र मदद क्या देता।’’ वामपंथी एवं गैर भाजपा तथा गैर कांग्रेस दलो को साथ लेकर तीसरे मोर्चे को पुनर्जीवित किये जाने की संभावना के बारे में सवाल होने पर अखिलेश ने कहा कि उनका ध्यान प्रदेश के विकास पर रहेगा, बाकी बाते नेताजी (मुलायम सिंह यादव) देखेगे।टिप्पणियां
संसद में आज प्रस्तुत रेलवे बजट के बारे में पूछे जाने पर, अखिलेश ने कहा कि अभी उन्होंने पूरा बजट देखा नहीं है, मगर इतना जरुर कहेंगे कि गरीबों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
रेल बजट से उत्तर प्रदेश को मिलने वाले फायदे के बारे में अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि दिल्ली से पश्चिम बंगाल (रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी का गृहप्रदेश) के लिए जो भी नयी गाड़ियां चलेगी, वे उत्तर प्रदेश से होकर ही जायेगी और यहां के प्रमुख स्टेशनो पर तो जरूर रुकेगी।
इसी क्रम में यादव ने कहा, ‘‘यदि बसपा राज में पार्को और स्मारको के निर्माण पर हजारो करोड रुपये खर्च हो सकते हैं, तो बेरोजगार युवक युवतियों को भत्ता देने के लिए धन की व्यवस्था क्यों नही हो सकती।’’
सत्ता से बाहर जा रही बसपा सरकार द्वारा केन्द्र सरकार पर उसके साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाये जाने के बारे में, यादव ने कहा, ‘‘मनरेगा का सारा पैसा लूट लिया गया, केन्द्र मदद क्या देता।’’ वामपंथी एवं गैर भाजपा तथा गैर कांग्रेस दलो को साथ लेकर तीसरे मोर्चे को पुनर्जीवित किये जाने की संभावना के बारे में सवाल होने पर अखिलेश ने कहा कि उनका ध्यान प्रदेश के विकास पर रहेगा, बाकी बाते नेताजी (मुलायम सिंह यादव) देखेगे।टिप्पणियां
संसद में आज प्रस्तुत रेलवे बजट के बारे में पूछे जाने पर, अखिलेश ने कहा कि अभी उन्होंने पूरा बजट देखा नहीं है, मगर इतना जरुर कहेंगे कि गरीबों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
रेल बजट से उत्तर प्रदेश को मिलने वाले फायदे के बारे में अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि दिल्ली से पश्चिम बंगाल (रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी का गृहप्रदेश) के लिए जो भी नयी गाड़ियां चलेगी, वे उत्तर प्रदेश से होकर ही जायेगी और यहां के प्रमुख स्टेशनो पर तो जरूर रुकेगी।
सत्ता से बाहर जा रही बसपा सरकार द्वारा केन्द्र सरकार पर उसके साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाये जाने के बारे में, यादव ने कहा, ‘‘मनरेगा का सारा पैसा लूट लिया गया, केन्द्र मदद क्या देता।’’ वामपंथी एवं गैर भाजपा तथा गैर कांग्रेस दलो को साथ लेकर तीसरे मोर्चे को पुनर्जीवित किये जाने की संभावना के बारे में सवाल होने पर अखिलेश ने कहा कि उनका ध्यान प्रदेश के विकास पर रहेगा, बाकी बाते नेताजी (मुलायम सिंह यादव) देखेगे।टिप्पणियां
संसद में आज प्रस्तुत रेलवे बजट के बारे में पूछे जाने पर, अखिलेश ने कहा कि अभी उन्होंने पूरा बजट देखा नहीं है, मगर इतना जरुर कहेंगे कि गरीबों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
रेल बजट से उत्तर प्रदेश को मिलने वाले फायदे के बारे में अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि दिल्ली से पश्चिम बंगाल (रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी का गृहप्रदेश) के लिए जो भी नयी गाड़ियां चलेगी, वे उत्तर प्रदेश से होकर ही जायेगी और यहां के प्रमुख स्टेशनो पर तो जरूर रुकेगी।
संसद में आज प्रस्तुत रेलवे बजट के बारे में पूछे जाने पर, अखिलेश ने कहा कि अभी उन्होंने पूरा बजट देखा नहीं है, मगर इतना जरुर कहेंगे कि गरीबों का ख्याल रखा जाना चाहिए।
रेल बजट से उत्तर प्रदेश को मिलने वाले फायदे के बारे में अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि दिल्ली से पश्चिम बंगाल (रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी का गृहप्रदेश) के लिए जो भी नयी गाड़ियां चलेगी, वे उत्तर प्रदेश से होकर ही जायेगी और यहां के प्रमुख स्टेशनो पर तो जरूर रुकेगी।
रेल बजट से उत्तर प्रदेश को मिलने वाले फायदे के बारे में अखिलेश ने हंसते हुए कहा कि दिल्ली से पश्चिम बंगाल (रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी का गृहप्रदेश) के लिए जो भी नयी गाड़ियां चलेगी, वे उत्तर प्रदेश से होकर ही जायेगी और यहां के प्रमुख स्टेशनो पर तो जरूर रुकेगी। | संक्षिप्त पाठ: उत्तर प्रदेश के 33वें मुख्यमंत्री के रुप में गुरुवार को शपथ लेने वाले अखिलेश यादव ने कहा कि उनका मंत्रिमंडल अभी भले ही छोटा होगा लेकिन उसमें अनुभव और नये चेहरों का समावेश होगा। | 13 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शेयर बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक आगामी सप्ताह के दौरान अनुसार मुद्रास्फीति के आंकड़े तथा टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और विप्रो जैसी प्रमुख ब्लूचिप कंपनियों के परिणाम बाजार का रुख तय करेंगे।
पिछले सप्ताह विदेश व्यापार के निराशाजनक आंकड़ों के बाद शेयर बाजार में बिकवाली दबाव कुछ बढ़ सकता है और बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बाजार सूत्रों कहा कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) और निर्यात में गिरावट के आंकड़े के बाद बाजार की निगाह अब मुद्रास्फीति आंकड़ों पर टिक गई है।
नवंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 0.1 प्रतिशत की गिरावट ने शुक्रवार को बाजार में बिकवाली दबाव बढ़ा दिया। कोटक सिक्योरिटीज ने कहा, नवंबर के लिए आईआईपी आंकड़ा आर्थिक गतिविधियों में कमजोरी के रुख को प्रदर्शित करता है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि सोमवार को दिसंबर का मुद्रास्फीति आंकड़ा, 29 जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक से पहले का प्रमुख संकेतक का काम करेगा।
दिसंबर में देश का निर्यात 1.9 प्रतिशत सिकुड़ गया। इसकारण व्यापार घाटा बढ़कर 17.6 अरब डॉलर हो गया। इंवेन्चर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा कि पूरे सप्ताह शेयर सूचकांकों की गिरावट निराशाजनक थी, जिससे आने वाले सप्ताह में कुछ और बिकवाली दबाव देखने को मिल सकता है। पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगभग 120 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.64 अंक पर बंद हुआ। टिप्पणियां
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
पिछले सप्ताह विदेश व्यापार के निराशाजनक आंकड़ों के बाद शेयर बाजार में बिकवाली दबाव कुछ बढ़ सकता है और बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बाजार सूत्रों कहा कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) और निर्यात में गिरावट के आंकड़े के बाद बाजार की निगाह अब मुद्रास्फीति आंकड़ों पर टिक गई है।
नवंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 0.1 प्रतिशत की गिरावट ने शुक्रवार को बाजार में बिकवाली दबाव बढ़ा दिया। कोटक सिक्योरिटीज ने कहा, नवंबर के लिए आईआईपी आंकड़ा आर्थिक गतिविधियों में कमजोरी के रुख को प्रदर्शित करता है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि सोमवार को दिसंबर का मुद्रास्फीति आंकड़ा, 29 जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक से पहले का प्रमुख संकेतक का काम करेगा।
दिसंबर में देश का निर्यात 1.9 प्रतिशत सिकुड़ गया। इसकारण व्यापार घाटा बढ़कर 17.6 अरब डॉलर हो गया। इंवेन्चर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा कि पूरे सप्ताह शेयर सूचकांकों की गिरावट निराशाजनक थी, जिससे आने वाले सप्ताह में कुछ और बिकवाली दबाव देखने को मिल सकता है। पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगभग 120 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.64 अंक पर बंद हुआ। टिप्पणियां
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
नवंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 0.1 प्रतिशत की गिरावट ने शुक्रवार को बाजार में बिकवाली दबाव बढ़ा दिया। कोटक सिक्योरिटीज ने कहा, नवंबर के लिए आईआईपी आंकड़ा आर्थिक गतिविधियों में कमजोरी के रुख को प्रदर्शित करता है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि सोमवार को दिसंबर का मुद्रास्फीति आंकड़ा, 29 जनवरी को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक से पहले का प्रमुख संकेतक का काम करेगा।
दिसंबर में देश का निर्यात 1.9 प्रतिशत सिकुड़ गया। इसकारण व्यापार घाटा बढ़कर 17.6 अरब डॉलर हो गया। इंवेन्चर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा कि पूरे सप्ताह शेयर सूचकांकों की गिरावट निराशाजनक थी, जिससे आने वाले सप्ताह में कुछ और बिकवाली दबाव देखने को मिल सकता है। पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगभग 120 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.64 अंक पर बंद हुआ। टिप्पणियां
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
दिसंबर में देश का निर्यात 1.9 प्रतिशत सिकुड़ गया। इसकारण व्यापार घाटा बढ़कर 17.6 अरब डॉलर हो गया। इंवेन्चर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा कि पूरे सप्ताह शेयर सूचकांकों की गिरावट निराशाजनक थी, जिससे आने वाले सप्ताह में कुछ और बिकवाली दबाव देखने को मिल सकता है। पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक लगभग 120 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.64 अंक पर बंद हुआ। टिप्पणियां
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
बाजार निवेशकों की निगाह चालू निगमित कंपनियों के कार्यपरिणामों के सत्र पर रहेगी। प्रमुख कंपनियों में टीसीएस सोमवार को अपने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करेगी। बजाज ऑटो बुधवार को, हीरो मोटर कार्प और एचसीएल टेक गुरुवार को तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, एचडीएफसी बैंक और आईटीसी शुक्रवार को अपने कार्यपरिणामों की घोषणा करेंगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव के जारी रहने की संभावना है और तेजी के समय बाजार में मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम और वैश्विक संकेत पर पूरे बाजार की निगाह होगी। निवेशकों की निगाह इस सप्ताह ईंधन कीमतों में संभावित वृद्धि पर भी होगी। | शेयर बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक आगामी सप्ताह के दौरान अनुसार मुद्रास्फीति के आंकड़े तथा टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और विप्रो जैसी प्रमुख ब्लूचिप कंपनियों के परिणाम बाजार का रुख तय करेंगे। | 28 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने भ्रष्टाचार के एक मामले में प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ को गिरफ्तार करने के मंगलवार को आदेश दे दिए।
एक समाचार एजेंसी ने टीवी रपटों के हवाले से कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय ने बिजली से सम्बंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए 16 अन्य के साथ ही प्रधानमंत्री को भी गिरफ्तार करने के आदेश दिए। न्यायालय ने यह भी कहा कि गिरफ्तार लोगों को मंगलवार को ही न्यायालय में पेश किया जाए।
सर्वोच्च न्यायालय ने इसके पहले यह भी कहा कि इस वर्ष होने वाला आम चुनाव समय पर होगा और निर्वाचन आयोग को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।टिप्पणियां
जियो न्यूज की रपट के मुताबिक, चुनाव सुधारों से सम्बंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी ने कहा कि चुनाव में देरी नहीं की जा सकती।
सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश चौधरी ने कहा कि हर कीमत पर चुनाव समय पर होंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के साथ कोई समझौता मंजूर नहीं होगा।
एक समाचार एजेंसी ने टीवी रपटों के हवाले से कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय ने बिजली से सम्बंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए 16 अन्य के साथ ही प्रधानमंत्री को भी गिरफ्तार करने के आदेश दिए। न्यायालय ने यह भी कहा कि गिरफ्तार लोगों को मंगलवार को ही न्यायालय में पेश किया जाए।
सर्वोच्च न्यायालय ने इसके पहले यह भी कहा कि इस वर्ष होने वाला आम चुनाव समय पर होगा और निर्वाचन आयोग को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।टिप्पणियां
जियो न्यूज की रपट के मुताबिक, चुनाव सुधारों से सम्बंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी ने कहा कि चुनाव में देरी नहीं की जा सकती।
सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश चौधरी ने कहा कि हर कीमत पर चुनाव समय पर होंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के साथ कोई समझौता मंजूर नहीं होगा।
सर्वोच्च न्यायालय ने इसके पहले यह भी कहा कि इस वर्ष होने वाला आम चुनाव समय पर होगा और निर्वाचन आयोग को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।टिप्पणियां
जियो न्यूज की रपट के मुताबिक, चुनाव सुधारों से सम्बंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी ने कहा कि चुनाव में देरी नहीं की जा सकती।
सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश चौधरी ने कहा कि हर कीमत पर चुनाव समय पर होंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के साथ कोई समझौता मंजूर नहीं होगा।
जियो न्यूज की रपट के मुताबिक, चुनाव सुधारों से सम्बंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी ने कहा कि चुनाव में देरी नहीं की जा सकती।
सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश चौधरी ने कहा कि हर कीमत पर चुनाव समय पर होंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के साथ कोई समझौता मंजूर नहीं होगा।
सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश चौधरी ने कहा कि हर कीमत पर चुनाव समय पर होंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के साथ कोई समझौता मंजूर नहीं होगा। | सारांश: पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ के गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। पावर प्रोजेक्ट घोटाले के मामले में कोर्ट ने यह आदेश दिया है। | 7 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: एक ओर जहां बीसपी सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है. जिस समय मायावती ने अपने पार्टी नेताओं के बीच यह फैसला कर रही थीं उसी समय अखिलेश यादव आजमगढ़ में कार्यकर्ताओं की रैली को संबोधित कर रहे थे. इसके बाद मीडिया से उन्होंने बातचीत की. जब उनसे बीएसपी सुप्रीमो मायावती के इस फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मुझे इसकी जानकारी नहीं है, मैं तो आजमगढ़ में हूं'. गौरतलब है कि सोमवार को मायावती ने अपने पार्टी नेताओं की बैठक में कहा है कि सपा के यादव वोट बीएसपी में ट्रांसफर नही हुए हैं, यहां तक अखिलेश यादव अपनी पत्नी डिंपल यादव को भी नहीं जिता पाए हैं. इसलिए पार्टी ने फैसला किया है कि राज्य में 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में वह अकेले लड़ेगी. बीएसपी सुप्रीमो का यह बयान एक तरह से महागठबंधन को तोड़ने का अनौपचारिक ऐलान जैसा है. बीएसपी नेता सुखदेव राजभर ने बताया कि बीएसपी चीफ ने कहा, एसपी-बीएसपी गठबंधन के नतीजे संतोषजनक नहीं रहे हैं. दोनों ने हार का सामना किया है. अब इसको कैसे सही किया जाए. मैं अखिलेश यादव जी का सम्मान करती हूं. उनको भी इस बात पर विचार करना चाहिए कि उनके समुदाय के लोग समर्थन करते है या नहीं.
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के विधायक हरीओम यादव ने कहा है कि मायावती को गठबंधन से फायदा हुआ है और समाजवादी पार्टी को भारी नुकसान. अगर गठबंधन नहीं हुआ होता तो मायावती को एक भी सीट नहीं मिलती और सपा को कम से कम 25 सीटें मिलतीं. यादव समुदाय ने एक उनको वोट किया लेकिन उनका वोट बीजेपी को गया.
कुल मिलाकर ऐसा माना जा सकता है कि मायावती अब सपा के साथ गठबंधन के मूड में नही हैं. बसपा सामान्य तौर पर उपचुनाव नहीं लड़ती है. मायावती ने पार्टी नेताओं से 11 विधानसभा सीटों के उप चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची बनाने के लिए कहा. यह उपचुनाव, इन विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने की वजह से होंगे. भाजपा के नौ विधायकों ने लोकसभा चुनाव जीता है, जबकि बसपा व सपा के एक-एक विधायक लोकसभा के लिए चुने गए हैं. इस बीच राज्य बसपा अध्यक्ष आर.एस.कुशवाहा ने संवाददाताओं से कहा कि लोकसभा चुनावों में बसपा के खराब प्रदर्शन के लिए मुख्य तौर पर ईवीएम जिम्मेदार है. बसपा ने उत्तर प्रदेश में 10 लोकसभा सीटें जीती हैं। पार्टी 38 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने 37 सीटों पर चुनाव लड़ा था और पार्टी सिर्फ पांच सीटें जीत सकी. राष्ट्रीय लोकदल ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा व एक भी सीट नहीं जीत सकी. दिलचस्प है कि मायावती व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब तक भविष्य के गठबंधन पर एक भी शब्द नहीं कहा है. | यहाँ एक सारांश है:आजमगढ़ में पत्रकारों से कही बात
टालने की मुद्रा में अखिलेश यादव?
आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार | 4 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल में ज़मानत पर चल रहे अभिनेता विंदू दारा सिंह ने दावा किया कि वह निर्दोष हैं और पुलिस के पास उन्हें सट्टेबाजी घोटाले से जोड़ने के कोई सबूत नहीं हैं। विंदू से पूछा गया कि क्या पुलिस ने उन्हें फंसाने की कोशिश की, उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, नहीं। वे मुझे फंसाने की कोशिश क्यों करेंगे। मैंने कोई अपराध नहीं किया है।
मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्हें सचाई जानने की जरूरत है जब उन्हें सचाई पता चल जाएगी वे मुझे छोड़ देंगे। ’’ राजस्थान रायल्स के मालिक राज कुंद्रा के बारे में पूछने पर विंदू ने कहा, ‘‘राज कुंद्रा दोस्त हैं। वह अच्छा इंसान है। मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं। जब भी उसकी टीम खेलती थी तो उसने कभी नहीं कहा कि उसकी टीम जीतेगी। भारत में करोड़ों लोग सट्टा लगाते हैं। यदि आपको भारत में सट्टेबाजी रोकनी है तो सटोरियों को पकड़ो, सट्टा लगाने वालों को नहीं। ’’
मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्हें सचाई जानने की जरूरत है जब उन्हें सचाई पता चल जाएगी वे मुझे छोड़ देंगे। ’’ राजस्थान रायल्स के मालिक राज कुंद्रा के बारे में पूछने पर विंदू ने कहा, ‘‘राज कुंद्रा दोस्त हैं। वह अच्छा इंसान है। मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं। जब भी उसकी टीम खेलती थी तो उसने कभी नहीं कहा कि उसकी टीम जीतेगी। भारत में करोड़ों लोग सट्टा लगाते हैं। यदि आपको भारत में सट्टेबाजी रोकनी है तो सटोरियों को पकड़ो, सट्टा लगाने वालों को नहीं। ’’ | संक्षिप्त पाठ: आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल में ज़मानत पर चल रहे अभिनेता विंदू दारा सिंह ने दावा किया कि वह निर्दोष हैं और पुलिस के पास उन्हें सट्टेबाजी घोटाले से जोड़ने के कोई सबूत नहीं हैं। | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तरी म्यामांर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता 6.8 दर्ज की गई। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार इस भूकंप में 13 लोगों की मौत हो जाने की आशंका है।
भूकंप के कारण एक पुल ध्वस्त हो गया और सोने की एक खान को नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही कई पैगोडा भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
अभी तक कई स्थानों से कोई खबर नहीं मिली है और हताहतों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। खबरों के अनुसार, सबसे भारी नुकसान भूकंप के केंद्र श्वेबो शहर में इरावदी नदी पर बन रहे एक पुल के टूटने से हुआ है।टिप्पणियां
मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार 6.8 तीव्रता का भूकंप स्थानीय समय के अनुसार सुबह 7 बजकर 42 पर आया था।
म्यामांर की दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में किसी अन्य बड़े नुकसान या घायलों की कोई खबर नहीं थी। यह शहर भूकंप के केंद्र से 117 किलोमीटर दक्षिण में है।
भूकंप के कारण एक पुल ध्वस्त हो गया और सोने की एक खान को नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही कई पैगोडा भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
अभी तक कई स्थानों से कोई खबर नहीं मिली है और हताहतों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। खबरों के अनुसार, सबसे भारी नुकसान भूकंप के केंद्र श्वेबो शहर में इरावदी नदी पर बन रहे एक पुल के टूटने से हुआ है।टिप्पणियां
मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार 6.8 तीव्रता का भूकंप स्थानीय समय के अनुसार सुबह 7 बजकर 42 पर आया था।
म्यामांर की दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में किसी अन्य बड़े नुकसान या घायलों की कोई खबर नहीं थी। यह शहर भूकंप के केंद्र से 117 किलोमीटर दक्षिण में है।
अभी तक कई स्थानों से कोई खबर नहीं मिली है और हताहतों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। खबरों के अनुसार, सबसे भारी नुकसान भूकंप के केंद्र श्वेबो शहर में इरावदी नदी पर बन रहे एक पुल के टूटने से हुआ है।टिप्पणियां
मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार 6.8 तीव्रता का भूकंप स्थानीय समय के अनुसार सुबह 7 बजकर 42 पर आया था।
म्यामांर की दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में किसी अन्य बड़े नुकसान या घायलों की कोई खबर नहीं थी। यह शहर भूकंप के केंद्र से 117 किलोमीटर दक्षिण में है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार 6.8 तीव्रता का भूकंप स्थानीय समय के अनुसार सुबह 7 बजकर 42 पर आया था।
म्यामांर की दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में किसी अन्य बड़े नुकसान या घायलों की कोई खबर नहीं थी। यह शहर भूकंप के केंद्र से 117 किलोमीटर दक्षिण में है।
म्यामांर की दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में किसी अन्य बड़े नुकसान या घायलों की कोई खबर नहीं थी। यह शहर भूकंप के केंद्र से 117 किलोमीटर दक्षिण में है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: उत्तरी म्यामांर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता 6.8 दर्ज की गई। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार इस भूकंप में 13 लोगों की मौत हो जाने की आशंका है। | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: हाल ही में एटीएम कार्ड से जुड़ी सेंधमारी के चलते 6 लाख खाताधारकों के एटीएम कार्ड ब्लॉक करने वाले एसबीआई बैंक की योजना देश में 7000 से भी अधिक एटीएम मशीन लगाने की है जिनका सुरक्षा सिस्टम भी पहले के एटीएम के मुकाबले बेहतर होगा.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अमेरिका की एक एटीएम मैन्युफैक्चरर कंपनी एनसीआर कॉरपोरेशन को 334 करोड़ रुपए का ठेका दिया है. अमेरिकी कंपनी को मिलने वाला यह ऑर्डर देश का सिंगल सबसे बड़ा ऑर्डर बताया जा रहा हैटिप्पणियां
इस कंपनी को अगले सात सालों तक ये सभी एटीएम मशीन लगानी हैं. फिलहाल देश में एसबीआई के करीब 57 हजार एटीएम मशीनें काम कर रही हैं. घरेलू एटीएम मार्केट में एनसीआर एक बड़ा खिलाड़ी है और इसके करीब 1 लाख से ज्यादा कैश वैंडिंग मशीनें देशभर में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
किसी तरह की धोखाधड़ी से बचाने के लिए कंपनी नई एटीएम मशीनों में अत्याधुनिक ऐंटि-फ्रॉड सिक्यॉरिटी सॉल्यूशन की सुविधा देगी. एनसीआर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर नवरोज दस्तूर ने बताया कि नया सेल्फसेरी 22ई (SelfServ 22e) एटीएम फ्रॉड से सुरक्षा प्रदान करता है और डाटा पर होने वाले अटैक को रोकता है. इसके अलावा यह डाटा अटैक किए जाने के प्रयास के बारे में तुरंत एटीएम यूजर को सूचना देगा.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अमेरिका की एक एटीएम मैन्युफैक्चरर कंपनी एनसीआर कॉरपोरेशन को 334 करोड़ रुपए का ठेका दिया है. अमेरिकी कंपनी को मिलने वाला यह ऑर्डर देश का सिंगल सबसे बड़ा ऑर्डर बताया जा रहा हैटिप्पणियां
इस कंपनी को अगले सात सालों तक ये सभी एटीएम मशीन लगानी हैं. फिलहाल देश में एसबीआई के करीब 57 हजार एटीएम मशीनें काम कर रही हैं. घरेलू एटीएम मार्केट में एनसीआर एक बड़ा खिलाड़ी है और इसके करीब 1 लाख से ज्यादा कैश वैंडिंग मशीनें देशभर में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
किसी तरह की धोखाधड़ी से बचाने के लिए कंपनी नई एटीएम मशीनों में अत्याधुनिक ऐंटि-फ्रॉड सिक्यॉरिटी सॉल्यूशन की सुविधा देगी. एनसीआर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर नवरोज दस्तूर ने बताया कि नया सेल्फसेरी 22ई (SelfServ 22e) एटीएम फ्रॉड से सुरक्षा प्रदान करता है और डाटा पर होने वाले अटैक को रोकता है. इसके अलावा यह डाटा अटैक किए जाने के प्रयास के बारे में तुरंत एटीएम यूजर को सूचना देगा.
इस कंपनी को अगले सात सालों तक ये सभी एटीएम मशीन लगानी हैं. फिलहाल देश में एसबीआई के करीब 57 हजार एटीएम मशीनें काम कर रही हैं. घरेलू एटीएम मार्केट में एनसीआर एक बड़ा खिलाड़ी है और इसके करीब 1 लाख से ज्यादा कैश वैंडिंग मशीनें देशभर में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
किसी तरह की धोखाधड़ी से बचाने के लिए कंपनी नई एटीएम मशीनों में अत्याधुनिक ऐंटि-फ्रॉड सिक्यॉरिटी सॉल्यूशन की सुविधा देगी. एनसीआर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर नवरोज दस्तूर ने बताया कि नया सेल्फसेरी 22ई (SelfServ 22e) एटीएम फ्रॉड से सुरक्षा प्रदान करता है और डाटा पर होने वाले अटैक को रोकता है. इसके अलावा यह डाटा अटैक किए जाने के प्रयास के बारे में तुरंत एटीएम यूजर को सूचना देगा.
किसी तरह की धोखाधड़ी से बचाने के लिए कंपनी नई एटीएम मशीनों में अत्याधुनिक ऐंटि-फ्रॉड सिक्यॉरिटी सॉल्यूशन की सुविधा देगी. एनसीआर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर नवरोज दस्तूर ने बताया कि नया सेल्फसेरी 22ई (SelfServ 22e) एटीएम फ्रॉड से सुरक्षा प्रदान करता है और डाटा पर होने वाले अटैक को रोकता है. इसके अलावा यह डाटा अटैक किए जाने के प्रयास के बारे में तुरंत एटीएम यूजर को सूचना देगा. | सारांश: एसबीआई की योजना देश में 7000 से भी अधिक एटीएम मशीन लगाने की
सुरक्षा सिस्टम भी पहले के एटीएम के मुकाबले बेहतर होगा
एटीएम मैन्युफैक्चरर कंपनी एनसीआर कॉरपोरेशन को 334 करोड़ रुपए का ठेका दिया | 7 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने दुबई में अपने नाम का ‘सेवन बाय एमएस धोनी’ अंतरराष्ट्रीय परफ्यूम लांच किया जिससे वह रोजर फेडरर और डेविड बेकहम की जमात में शामिल हो गए।
धोनी अपने नाम के परफ्यूम को लांच करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर हैं और उन्होंने अपने भाग्यशाली नंबर ‘7’ को इसके नाम में इस्तेमाल किया है।
बीती रात यहां एक कार्यक्रम में भारतीय कप्तान ने छह स्प्रे एवं परफ्यूम लांच किए। इन छह खुशबुओं के नाम ‘इंटेस’, ‘पावर’, ‘एक्शन’, ‘कनेक्ट’, कूल और ‘एनर्जी’ हैं जो उनकी पसंद की खुशबुओं पर आधारित हैं।टिप्पणियां
धोनी ने इस मौके पर कहा, ‘‘मैं 7 जुलाई 1981 को पैदा हुआ हूं, मेरी जर्सी का नंबर सात है इसलिए सात नंबर मेरे लिए विशेष है। मुझे सात नंबर पसंद है।’’ यह पूछने पर कि अगर उनके परफ्यूम के नाम क्रिकेट शाट पर होते तो धोनी ने जवाब दिया, ‘‘आप हेलीकाप्टर शाट को नहीं भूल सकते, लोग मुझे इसी शाट से जोड़ते हैं लेकिन मुझे लगता है कि ज्यादातर खुशबू ‘स्ट्रेट ड्राइव’ या ‘कवर ड्राइव’ में होती, लेकिन इसमें से एक ‘हेलीकाप्टर’ शाट होती।’’
धोनी का काम देखने वाली रिती खेल प्रबंधन ने दुबई की ‘ब्यूटी कांटेक्ट’ के साथ मिलकर वैश्विक बाजार में ये पुरुष परफ्यूम रेंज लांच की है। ब्यूटी कांटेक्ट पेरिस हिल्टन, जेसिका सिम्पसन, पेरी एलिस, मारिया शारापोवा, एलफ्रेड संग, हमर और बाब मैकी के परफ्यूम लांच कर चुकी है।
धोनी अपने नाम के परफ्यूम को लांच करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर हैं और उन्होंने अपने भाग्यशाली नंबर ‘7’ को इसके नाम में इस्तेमाल किया है।
बीती रात यहां एक कार्यक्रम में भारतीय कप्तान ने छह स्प्रे एवं परफ्यूम लांच किए। इन छह खुशबुओं के नाम ‘इंटेस’, ‘पावर’, ‘एक्शन’, ‘कनेक्ट’, कूल और ‘एनर्जी’ हैं जो उनकी पसंद की खुशबुओं पर आधारित हैं।टिप्पणियां
धोनी ने इस मौके पर कहा, ‘‘मैं 7 जुलाई 1981 को पैदा हुआ हूं, मेरी जर्सी का नंबर सात है इसलिए सात नंबर मेरे लिए विशेष है। मुझे सात नंबर पसंद है।’’ यह पूछने पर कि अगर उनके परफ्यूम के नाम क्रिकेट शाट पर होते तो धोनी ने जवाब दिया, ‘‘आप हेलीकाप्टर शाट को नहीं भूल सकते, लोग मुझे इसी शाट से जोड़ते हैं लेकिन मुझे लगता है कि ज्यादातर खुशबू ‘स्ट्रेट ड्राइव’ या ‘कवर ड्राइव’ में होती, लेकिन इसमें से एक ‘हेलीकाप्टर’ शाट होती।’’
धोनी का काम देखने वाली रिती खेल प्रबंधन ने दुबई की ‘ब्यूटी कांटेक्ट’ के साथ मिलकर वैश्विक बाजार में ये पुरुष परफ्यूम रेंज लांच की है। ब्यूटी कांटेक्ट पेरिस हिल्टन, जेसिका सिम्पसन, पेरी एलिस, मारिया शारापोवा, एलफ्रेड संग, हमर और बाब मैकी के परफ्यूम लांच कर चुकी है।
बीती रात यहां एक कार्यक्रम में भारतीय कप्तान ने छह स्प्रे एवं परफ्यूम लांच किए। इन छह खुशबुओं के नाम ‘इंटेस’, ‘पावर’, ‘एक्शन’, ‘कनेक्ट’, कूल और ‘एनर्जी’ हैं जो उनकी पसंद की खुशबुओं पर आधारित हैं।टिप्पणियां
धोनी ने इस मौके पर कहा, ‘‘मैं 7 जुलाई 1981 को पैदा हुआ हूं, मेरी जर्सी का नंबर सात है इसलिए सात नंबर मेरे लिए विशेष है। मुझे सात नंबर पसंद है।’’ यह पूछने पर कि अगर उनके परफ्यूम के नाम क्रिकेट शाट पर होते तो धोनी ने जवाब दिया, ‘‘आप हेलीकाप्टर शाट को नहीं भूल सकते, लोग मुझे इसी शाट से जोड़ते हैं लेकिन मुझे लगता है कि ज्यादातर खुशबू ‘स्ट्रेट ड्राइव’ या ‘कवर ड्राइव’ में होती, लेकिन इसमें से एक ‘हेलीकाप्टर’ शाट होती।’’
धोनी का काम देखने वाली रिती खेल प्रबंधन ने दुबई की ‘ब्यूटी कांटेक्ट’ के साथ मिलकर वैश्विक बाजार में ये पुरुष परफ्यूम रेंज लांच की है। ब्यूटी कांटेक्ट पेरिस हिल्टन, जेसिका सिम्पसन, पेरी एलिस, मारिया शारापोवा, एलफ्रेड संग, हमर और बाब मैकी के परफ्यूम लांच कर चुकी है।
धोनी ने इस मौके पर कहा, ‘‘मैं 7 जुलाई 1981 को पैदा हुआ हूं, मेरी जर्सी का नंबर सात है इसलिए सात नंबर मेरे लिए विशेष है। मुझे सात नंबर पसंद है।’’ यह पूछने पर कि अगर उनके परफ्यूम के नाम क्रिकेट शाट पर होते तो धोनी ने जवाब दिया, ‘‘आप हेलीकाप्टर शाट को नहीं भूल सकते, लोग मुझे इसी शाट से जोड़ते हैं लेकिन मुझे लगता है कि ज्यादातर खुशबू ‘स्ट्रेट ड्राइव’ या ‘कवर ड्राइव’ में होती, लेकिन इसमें से एक ‘हेलीकाप्टर’ शाट होती।’’
धोनी का काम देखने वाली रिती खेल प्रबंधन ने दुबई की ‘ब्यूटी कांटेक्ट’ के साथ मिलकर वैश्विक बाजार में ये पुरुष परफ्यूम रेंज लांच की है। ब्यूटी कांटेक्ट पेरिस हिल्टन, जेसिका सिम्पसन, पेरी एलिस, मारिया शारापोवा, एलफ्रेड संग, हमर और बाब मैकी के परफ्यूम लांच कर चुकी है।
धोनी का काम देखने वाली रिती खेल प्रबंधन ने दुबई की ‘ब्यूटी कांटेक्ट’ के साथ मिलकर वैश्विक बाजार में ये पुरुष परफ्यूम रेंज लांच की है। ब्यूटी कांटेक्ट पेरिस हिल्टन, जेसिका सिम्पसन, पेरी एलिस, मारिया शारापोवा, एलफ्रेड संग, हमर और बाब मैकी के परफ्यूम लांच कर चुकी है। | भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने दुबई में अपने नाम का ‘सेवन बाय एमएस धोनी’ अंतरराष्ट्रीय परफ्यूम लांच किया जिससे वह रोजर फेडरर और डेविड बेकहम की जमात में शामिल हो गए। | 6 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल में सम्पन्न चुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद पार्टी राज्य संगठन में हुए बड़े बदलाव के तहत दल के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही के स्थान पर मेरठ से दल के विधायक लक्ष्मीकांत बाजपेई को नियुक्त किया गया है।
भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने शाही का इस्तीफा स्वीकार करते हुए बाजपेई को दल की राज्य इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है।टिप्पणियां
पूर्व मंत्री तथा अब तक चार बार विधायक रह चुके बाजपेई प्रदेश भाजपा के 11वें अध्यक्ष होंगे। वह इस वक्त मेरठ से पार्टी के विधायक हैं। उन्होंने बताया कि शाही को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बतौर विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किया गया है।
इस बीच, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष महेन्द्र सिंह को राज्य विधान परिषद के चुनाव के लिए भाजपा का प्रत्याशी बनाया गया है।
भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने शाही का इस्तीफा स्वीकार करते हुए बाजपेई को दल की राज्य इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है।टिप्पणियां
पूर्व मंत्री तथा अब तक चार बार विधायक रह चुके बाजपेई प्रदेश भाजपा के 11वें अध्यक्ष होंगे। वह इस वक्त मेरठ से पार्टी के विधायक हैं। उन्होंने बताया कि शाही को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बतौर विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किया गया है।
इस बीच, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष महेन्द्र सिंह को राज्य विधान परिषद के चुनाव के लिए भाजपा का प्रत्याशी बनाया गया है।
पूर्व मंत्री तथा अब तक चार बार विधायक रह चुके बाजपेई प्रदेश भाजपा के 11वें अध्यक्ष होंगे। वह इस वक्त मेरठ से पार्टी के विधायक हैं। उन्होंने बताया कि शाही को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बतौर विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किया गया है।
इस बीच, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष महेन्द्र सिंह को राज्य विधान परिषद के चुनाव के लिए भाजपा का प्रत्याशी बनाया गया है।
इस बीच, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष महेन्द्र सिंह को राज्य विधान परिषद के चुनाव के लिए भाजपा का प्रत्याशी बनाया गया है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल में सम्पन्न चुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद पार्टी राज्य संगठन में हुए बड़े बदलाव के तहत दल के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही के स्थान पर मेरठ से दल के विधायक लक्ष्मीकांत बाजपेई को नियुक्त किया गया है। | 3 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: बॉलीवुड अभिनेत्री सुष्मिता सेन के दिमाग में उनकी शादी के ख्याल आ रहे हैं। सुष्मिता कहती हैं कि उनका सपना शानदार तरीके से ईसाई रस्मों के साथ शादी करने का है।टिप्पणियां
सुष्मिता ने कहा, मेरा बचपन से सपना है कि मेरी शादी ईसाई तरीके से हो। बिल्कुल वैसे, जैसे परियों की कहानी में होती है। मैंने हमेशा खुद को दुल्हन का गाउन पहने हुए कल्पना की है। मुझे चर्च के गलियारे से नीचे आना और फिर मेरे पिता के द्वारा मेरा हाथ दूल्हे के हाथ में दिया जाने का ख्याल बहुत रूमानी लगता है।
36-वर्षीय पूर्व मिस यूनीवर्स गोद ली हुई दो बच्चियों रेनी और अलीशा की मां हैं। सुष्मिता ने कहा कि अब वह शादी करने के बारे में गंभीरता से सोच रही हैं। उन्होंने कहा, मैं पारंपरिक भारतीय ढंग से भी शादी करूंगी, क्योंकि मेरे पिता ऐसा चाहते हैं। फिलहाल मैं शादी के बारे में गंभीरता से सोच रही हूं। शायद अगले साल कुछ हो।
सुष्मिता ने कहा, मेरा बचपन से सपना है कि मेरी शादी ईसाई तरीके से हो। बिल्कुल वैसे, जैसे परियों की कहानी में होती है। मैंने हमेशा खुद को दुल्हन का गाउन पहने हुए कल्पना की है। मुझे चर्च के गलियारे से नीचे आना और फिर मेरे पिता के द्वारा मेरा हाथ दूल्हे के हाथ में दिया जाने का ख्याल बहुत रूमानी लगता है।
36-वर्षीय पूर्व मिस यूनीवर्स गोद ली हुई दो बच्चियों रेनी और अलीशा की मां हैं। सुष्मिता ने कहा कि अब वह शादी करने के बारे में गंभीरता से सोच रही हैं। उन्होंने कहा, मैं पारंपरिक भारतीय ढंग से भी शादी करूंगी, क्योंकि मेरे पिता ऐसा चाहते हैं। फिलहाल मैं शादी के बारे में गंभीरता से सोच रही हूं। शायद अगले साल कुछ हो।
36-वर्षीय पूर्व मिस यूनीवर्स गोद ली हुई दो बच्चियों रेनी और अलीशा की मां हैं। सुष्मिता ने कहा कि अब वह शादी करने के बारे में गंभीरता से सोच रही हैं। उन्होंने कहा, मैं पारंपरिक भारतीय ढंग से भी शादी करूंगी, क्योंकि मेरे पिता ऐसा चाहते हैं। फिलहाल मैं शादी के बारे में गंभीरता से सोच रही हूं। शायद अगले साल कुछ हो। | यहाँ एक सारांश है:बॉलीवुड अभिनेत्री सुष्मिता सेन के दिमाग में उनकी शादी के ख्याल आ रहे हैं। सुष्मिता कहती हैं कि उनका सपना शानदार तरीके से ईसाई रस्मों के साथ शादी करने का है। | 15 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: भारत से दुबई जा रहे एक निजी वायुयान को आपातस्थिति में मंगलवार को पाकिस्तान के कराची हवाई अड्डे पर आपात लैंडिग करनी पड़ी।
पाकिस्तान के समाचार चैनल जियो न्यूज के अनुसार वायुयान में आई तकनीकी दिक्कतों के कारण उसे अचानक कराची में उतरना पड़ा।टिप्पणियां
जियो न्यूज के अनुसार वायुयान में चालक दल के तीन सदस्यों समेत कुल 10 लोग सवार थे।
सूत्र के अनुसार वायुयान के हाइड्रोलिक प्रणाली में कोई खराबी आ गई थी।
पाकिस्तान के समाचार चैनल जियो न्यूज के अनुसार वायुयान में आई तकनीकी दिक्कतों के कारण उसे अचानक कराची में उतरना पड़ा।टिप्पणियां
जियो न्यूज के अनुसार वायुयान में चालक दल के तीन सदस्यों समेत कुल 10 लोग सवार थे।
सूत्र के अनुसार वायुयान के हाइड्रोलिक प्रणाली में कोई खराबी आ गई थी।
जियो न्यूज के अनुसार वायुयान में चालक दल के तीन सदस्यों समेत कुल 10 लोग सवार थे।
सूत्र के अनुसार वायुयान के हाइड्रोलिक प्रणाली में कोई खराबी आ गई थी।
सूत्र के अनुसार वायुयान के हाइड्रोलिक प्रणाली में कोई खराबी आ गई थी। | भारत से दुबई जा रहे एक निजी वायुयान को आपातस्थिति में मंगलवार को पाकिस्तान के कराची हवाई अड्डे पर आपात लैंडिग करनी पड़ी। | 26 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: फ्रांसीसी द्वीप कोर्सिका में हिजाब पहने होने के कारण दो मुस्लिम मांओं को अन्य बच्चों के माता-पिता ने नर्सरी स्कूल में प्रवेश करने से रोक दिया गया.
पुलिस ने बताया कि यह घटना कल हुई. द्वीप के दक्षिणी हिस्से में स्थित बोनिफासियो में स्कूल शुरू होने पर माता-पिता अपने बच्चों को छोड़ने के लिए स्कूल आए थे.
स्थानीय प्रोसिक्यूटर एरिक बोलिवर्ड ने कोर्स मेतिन समाचारपत्र में छपी खबर की पुष्टि करते हुए बताया, 'दोनों मुस्लिम महिलाओं ने हिजाब पहना हुआ था और दो लोगों, दो भाइयों ने उन्हें स्कूल में प्रवेश करने से रोक दिया. उनका कहना था कि जब उनके बच्चों को स्कूल के भीतर अपने धर्म से जुड़े प्रतीकों को पहनने की अनुमति नहीं है तो ये महिलाएं हिजाब पहने कैसे स्कूल में प्रवेश कर रही हैं'. बोनिफासियो मेयर ज्यां चार्ल्स ओरसुसि ने बताया कि उनके शिक्षा अधिकारी को स्कूल में सामान्य रूप से प्रवेश की अनुमति देने के लिए मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा.
बोलिवर्ड ने बताया कि पुलिस तथा स्कूल इंस्पेक्टर को घटनास्थल पर भेजा गया और उन्होंने स्थिति को शांत किया. वहां कोई हिंसा नहीं हुई, न किसी ने धमकी दी और न ही कोई कानून तोड़ा गया. टिप्पणियां
फ्रांसीसी स्कूलों में छात्रों और अध्यापकों के लिए धार्मिक प्रतीकों को पहनने पर प्रतिबंध है, लेकिन माता-पिता पर ऐसी कोई रोक नहीं है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस ने बताया कि यह घटना कल हुई. द्वीप के दक्षिणी हिस्से में स्थित बोनिफासियो में स्कूल शुरू होने पर माता-पिता अपने बच्चों को छोड़ने के लिए स्कूल आए थे.
स्थानीय प्रोसिक्यूटर एरिक बोलिवर्ड ने कोर्स मेतिन समाचारपत्र में छपी खबर की पुष्टि करते हुए बताया, 'दोनों मुस्लिम महिलाओं ने हिजाब पहना हुआ था और दो लोगों, दो भाइयों ने उन्हें स्कूल में प्रवेश करने से रोक दिया. उनका कहना था कि जब उनके बच्चों को स्कूल के भीतर अपने धर्म से जुड़े प्रतीकों को पहनने की अनुमति नहीं है तो ये महिलाएं हिजाब पहने कैसे स्कूल में प्रवेश कर रही हैं'. बोनिफासियो मेयर ज्यां चार्ल्स ओरसुसि ने बताया कि उनके शिक्षा अधिकारी को स्कूल में सामान्य रूप से प्रवेश की अनुमति देने के लिए मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा.
बोलिवर्ड ने बताया कि पुलिस तथा स्कूल इंस्पेक्टर को घटनास्थल पर भेजा गया और उन्होंने स्थिति को शांत किया. वहां कोई हिंसा नहीं हुई, न किसी ने धमकी दी और न ही कोई कानून तोड़ा गया. टिप्पणियां
फ्रांसीसी स्कूलों में छात्रों और अध्यापकों के लिए धार्मिक प्रतीकों को पहनने पर प्रतिबंध है, लेकिन माता-पिता पर ऐसी कोई रोक नहीं है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
स्थानीय प्रोसिक्यूटर एरिक बोलिवर्ड ने कोर्स मेतिन समाचारपत्र में छपी खबर की पुष्टि करते हुए बताया, 'दोनों मुस्लिम महिलाओं ने हिजाब पहना हुआ था और दो लोगों, दो भाइयों ने उन्हें स्कूल में प्रवेश करने से रोक दिया. उनका कहना था कि जब उनके बच्चों को स्कूल के भीतर अपने धर्म से जुड़े प्रतीकों को पहनने की अनुमति नहीं है तो ये महिलाएं हिजाब पहने कैसे स्कूल में प्रवेश कर रही हैं'. बोनिफासियो मेयर ज्यां चार्ल्स ओरसुसि ने बताया कि उनके शिक्षा अधिकारी को स्कूल में सामान्य रूप से प्रवेश की अनुमति देने के लिए मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा.
बोलिवर्ड ने बताया कि पुलिस तथा स्कूल इंस्पेक्टर को घटनास्थल पर भेजा गया और उन्होंने स्थिति को शांत किया. वहां कोई हिंसा नहीं हुई, न किसी ने धमकी दी और न ही कोई कानून तोड़ा गया. टिप्पणियां
फ्रांसीसी स्कूलों में छात्रों और अध्यापकों के लिए धार्मिक प्रतीकों को पहनने पर प्रतिबंध है, लेकिन माता-पिता पर ऐसी कोई रोक नहीं है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बोलिवर्ड ने बताया कि पुलिस तथा स्कूल इंस्पेक्टर को घटनास्थल पर भेजा गया और उन्होंने स्थिति को शांत किया. वहां कोई हिंसा नहीं हुई, न किसी ने धमकी दी और न ही कोई कानून तोड़ा गया. टिप्पणियां
फ्रांसीसी स्कूलों में छात्रों और अध्यापकों के लिए धार्मिक प्रतीकों को पहनने पर प्रतिबंध है, लेकिन माता-पिता पर ऐसी कोई रोक नहीं है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
फ्रांसीसी स्कूलों में छात्रों और अध्यापकों के लिए धार्मिक प्रतीकों को पहनने पर प्रतिबंध है, लेकिन माता-पिता पर ऐसी कोई रोक नहीं है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: बच्चों के माता-पिता ने नर्सरी स्कूल में प्रवेश करने से रोक दिया.
शिक्षा अधिकारी और पुलिस को मामले में दखल देना पड़ा
फ्रांसीसी स्कूलों में छात्रों, टीचरों के धार्मिक प्रतीकों को पहनने पर रोक | 33 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: महाराष्ट्र में पंचायत चुनावों में दो बच्चों के कानून में फंसी मां ने अपनी ग्राम पंचायत सदस्यता बचाने के लिए अदालत में तीसरे बच्चे की मां होने से इनकार कर दिया. दरअसल महाराष्ट्र में नियम के मुताबिक यदि किसी के दो से अधिक बच्चे हैं तो वह पंचायत चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हो जाता है. इस कानून के चलते महिला ने तीसरे बच्चे की बात को नकार दिया. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और कोर्ट के आदेश के बाद डीएनए टेस्ट हुआ. उसमें साबित हो गया कि वह उस तीसरे बच्चे की भी मां है. रिपोर्ट में साबित होने के बाद कोर्ट ने महिला को अयोग्य ठहराए जाने संबंधी फैसले पर मुहर लगा दी.टिप्पणियां
मामला दरअसल महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चिंचोड़ी गांव के पंचायत चुनाव का है. नासिक के एडिशनल कमिश्नर के पास ग्राम पंचायत सदस्य अनीता एकनाथ हटकर का मामला पहुंचा. उनके खिलाफ शिकायत थी कि उनके तीन बच्चे हैं और इस कारण नियमों के मुताबिक वह इस पद के अयोग्य हैं. एडिशनल कमिश्नर ने साक्ष्यों के आधार पर हटकर को अयोग्य करार दिया. अनीता ने इसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की.
उसके बाद पद की खातिर शुरू से अपने तीसरे बच्चे को नकारने पर अड़ी अनीता ने सुप्रीम कोर्ट तक मुकदमा लड़ा. शीर्ष अदालत में भी उसने यही तर्क दिया कि वह बच्चा उसका नहीं है. उसने यहां तक कह दिया कि वह यह साबित करने के लिए डीएनए टेस्ट कराने को भी राजी है. लिहाजा कोर्ट ने टेस्ट का आदेश दिया और उसमें साबित हो गया कि वह बच्चा अनिता का ही है. साबित होने के बाद कोर्ट ने उसके अयोग्य ठहराए जाने के फैसले पर मुहर लगा दी.
मामला दरअसल महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चिंचोड़ी गांव के पंचायत चुनाव का है. नासिक के एडिशनल कमिश्नर के पास ग्राम पंचायत सदस्य अनीता एकनाथ हटकर का मामला पहुंचा. उनके खिलाफ शिकायत थी कि उनके तीन बच्चे हैं और इस कारण नियमों के मुताबिक वह इस पद के अयोग्य हैं. एडिशनल कमिश्नर ने साक्ष्यों के आधार पर हटकर को अयोग्य करार दिया. अनीता ने इसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की.
उसके बाद पद की खातिर शुरू से अपने तीसरे बच्चे को नकारने पर अड़ी अनीता ने सुप्रीम कोर्ट तक मुकदमा लड़ा. शीर्ष अदालत में भी उसने यही तर्क दिया कि वह बच्चा उसका नहीं है. उसने यहां तक कह दिया कि वह यह साबित करने के लिए डीएनए टेस्ट कराने को भी राजी है. लिहाजा कोर्ट ने टेस्ट का आदेश दिया और उसमें साबित हो गया कि वह बच्चा अनिता का ही है. साबित होने के बाद कोर्ट ने उसके अयोग्य ठहराए जाने के फैसले पर मुहर लगा दी.
उसके बाद पद की खातिर शुरू से अपने तीसरे बच्चे को नकारने पर अड़ी अनीता ने सुप्रीम कोर्ट तक मुकदमा लड़ा. शीर्ष अदालत में भी उसने यही तर्क दिया कि वह बच्चा उसका नहीं है. उसने यहां तक कह दिया कि वह यह साबित करने के लिए डीएनए टेस्ट कराने को भी राजी है. लिहाजा कोर्ट ने टेस्ट का आदेश दिया और उसमें साबित हो गया कि वह बच्चा अनिता का ही है. साबित होने के बाद कोर्ट ने उसके अयोग्य ठहराए जाने के फैसले पर मुहर लगा दी. | महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले का मामला
ग्राम पंचायत सदयस्ता को बचाने के लिए बोला झूठ
डीएनए टेस्ट में महिला का दावा गलत निकला | 1 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और क्षेत्र के नदियों में बढ़ते जलस्तर से चिंता भी बढ़ गई है।
राष्ट्रीय राजधानी में झमाझम बारिश हुई जिससे जलजमाव होने पर ट्रैफिक जाम हो गया। भारी बारिश से यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परिसर के अगले हिस्से में पानी घुस गया जिससे टर्मिनल 3 से बाहर निकलने वाले यात्रियों को असुविधा हुई।
हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि हवाईअड्डा पर अन्य गतिविधियां प्रभावित नहीं हुई। पर, यहां आने वाले मलेशियन एयरलाइन की एक उड़ान को भारी बारिश के चलते अहमदाबाद भेज दिया गया। दरअसल, बारिश के चलते हवाईपट्टी पर दृश्यता कम हो गई थी।
शहर के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए जबकि कुछ हिस्सों में बारिश का पानी फ्लैटों के बेसमेंट घुस गया। शहर के कुछ भागों में पेड़ गिर गए जिससे कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
उधर, हिमाचल प्रदेश में मॉनसून अपने पूरे शबाब पर है। प्रदेश में भूस्खलन होने और सड़क संपर्क टूटने की खबरें मिली है जबकि अंदरूनी इलाकों में पेड़ों के गिरने से वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई।टिप्पणियां
हिमाचल प्रदेश में सभी बड़ी नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं तथा वे खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं।
लगातार बारिश के चलते लोग अपने घर से बाहर बहुत मुश्किल से निकल पाए जबकि नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में झमाझम बारिश हुई जिससे जलजमाव होने पर ट्रैफिक जाम हो गया। भारी बारिश से यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परिसर के अगले हिस्से में पानी घुस गया जिससे टर्मिनल 3 से बाहर निकलने वाले यात्रियों को असुविधा हुई।
हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि हवाईअड्डा पर अन्य गतिविधियां प्रभावित नहीं हुई। पर, यहां आने वाले मलेशियन एयरलाइन की एक उड़ान को भारी बारिश के चलते अहमदाबाद भेज दिया गया। दरअसल, बारिश के चलते हवाईपट्टी पर दृश्यता कम हो गई थी।
शहर के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए जबकि कुछ हिस्सों में बारिश का पानी फ्लैटों के बेसमेंट घुस गया। शहर के कुछ भागों में पेड़ गिर गए जिससे कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
उधर, हिमाचल प्रदेश में मॉनसून अपने पूरे शबाब पर है। प्रदेश में भूस्खलन होने और सड़क संपर्क टूटने की खबरें मिली है जबकि अंदरूनी इलाकों में पेड़ों के गिरने से वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई।टिप्पणियां
हिमाचल प्रदेश में सभी बड़ी नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं तथा वे खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं।
लगातार बारिश के चलते लोग अपने घर से बाहर बहुत मुश्किल से निकल पाए जबकि नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि हवाईअड्डा पर अन्य गतिविधियां प्रभावित नहीं हुई। पर, यहां आने वाले मलेशियन एयरलाइन की एक उड़ान को भारी बारिश के चलते अहमदाबाद भेज दिया गया। दरअसल, बारिश के चलते हवाईपट्टी पर दृश्यता कम हो गई थी।
शहर के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए जबकि कुछ हिस्सों में बारिश का पानी फ्लैटों के बेसमेंट घुस गया। शहर के कुछ भागों में पेड़ गिर गए जिससे कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
उधर, हिमाचल प्रदेश में मॉनसून अपने पूरे शबाब पर है। प्रदेश में भूस्खलन होने और सड़क संपर्क टूटने की खबरें मिली है जबकि अंदरूनी इलाकों में पेड़ों के गिरने से वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई।टिप्पणियां
हिमाचल प्रदेश में सभी बड़ी नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं तथा वे खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं।
लगातार बारिश के चलते लोग अपने घर से बाहर बहुत मुश्किल से निकल पाए जबकि नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
शहर के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए जबकि कुछ हिस्सों में बारिश का पानी फ्लैटों के बेसमेंट घुस गया। शहर के कुछ भागों में पेड़ गिर गए जिससे कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
उधर, हिमाचल प्रदेश में मॉनसून अपने पूरे शबाब पर है। प्रदेश में भूस्खलन होने और सड़क संपर्क टूटने की खबरें मिली है जबकि अंदरूनी इलाकों में पेड़ों के गिरने से वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई।टिप्पणियां
हिमाचल प्रदेश में सभी बड़ी नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं तथा वे खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं।
लगातार बारिश के चलते लोग अपने घर से बाहर बहुत मुश्किल से निकल पाए जबकि नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
उधर, हिमाचल प्रदेश में मॉनसून अपने पूरे शबाब पर है। प्रदेश में भूस्खलन होने और सड़क संपर्क टूटने की खबरें मिली है जबकि अंदरूनी इलाकों में पेड़ों के गिरने से वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई।टिप्पणियां
हिमाचल प्रदेश में सभी बड़ी नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं तथा वे खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं।
लगातार बारिश के चलते लोग अपने घर से बाहर बहुत मुश्किल से निकल पाए जबकि नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
हिमाचल प्रदेश में सभी बड़ी नदियां और उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं तथा वे खतरे की निशान से ऊपर बह रही हैं।
लगातार बारिश के चलते लोग अपने घर से बाहर बहुत मुश्किल से निकल पाए जबकि नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
लगातार बारिश के चलते लोग अपने घर से बाहर बहुत मुश्किल से निकल पाए जबकि नदी तटों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। | यह एक सारांश है: दिल्ली और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और क्षेत्र के नदियों में बढ़ते जलस्तर से चिंता भी बढ़ गई है। | 16 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश में दिसम्बर महीने में 2.26 करोड़ नए मोबाइल कनेक्शन जुड़ने से कुल मोबाइल कनेक्शन की संख्या बढ़कर 75.21 करोड़ हो गई है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (टीआरएआई) के आंकड़ों के मुताबिक देश में दिसम्बर महीने में मोबाइल फोन कनेक्शनों की संख्या 72.95 करोड़ से 3.10 प्रतिशत बढ़कर 75.21 करोड़ हो गई है। टीआरएआई की इस रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि वास्तविक रूप से सक्रिय ग्राहकों की संख्या इस दौरान केवल 52.92 करोड़ रही है। इस महीने रिलायंस कम्युनिकेशन्स ने 33 लाख नए कनेक्शन जोड़े। इस वृद्धि से कम्पनी के कुल मोबाइल कनेक्शनों की संख्या 12.56 करोड़ हो गई। भारती एयरटेल ने इस महीने 31 लाख नए कनेक्शन जोड़े जिसके चलते कम्पनी के कुल कनेक्शनों की संख्या 15.25 करोड़ हो गई। देश में ब्राडबैंड कनेक्शनों की संख्या 1.88 प्रतिशत बढ़कर 1.09 करोड़ हो गई जो कि नवम्बर महीने में 1.07 करोड़ थी। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: देश में दिसम्बर महीने में 2.26 करोड़ नए मोबाइल कनेक्शन जुड़ने से कुल मोबाइल कनेक्शन की संख्या बढ़कर 75.21 करोड़ हो गई है। | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अब पार्टी में एक तरह से तख्तापलट जैसे हालात हो रहे हैं. राहुल गांधी के कार्यकाल या फिर एक तरह से कह लें कि जब तक राहुल गांधी पार्टी में मजबूत में मौजूदगी रही, उनकी टीम के नेता सबसे ताकतवर थे लेकिन अब उनको लग रहा है कि पार्टी में उनको किनारे लगाया जा रहा है. वे खुद को बीजेपी में किनारे कर दिए गए नेताओं (मार्गदर्शक) जैसा महसूस कर रहे हैं. इनमें से कई ऐसे हैं जो कांग्रेस छोड़ चुके हैं या फिर छोड़ने का ऐलान कर रहे हैं. महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव हैं लेकिन राहुल गांधी किसी भी रणनीतिक बैठक में हिस्सा लेते नहीं दिखाई पड़े हैं. दूसरी ओर पार्टी में टिकटों को लेकर दोनों ही राज्यों में मारामारी और बगावत के सुर सुनाई दे रहे हैं. दरअसल यहां पर राहुल गांधी के समय ही पार्टी के दो बड़े नेताओं ने युवा नेताओं को मात देकर मुख्यमंत्री का पद पाने में कामयाबी थी. इसमें राजस्थान में अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश में कमलनाथ शामिल हैं. लेकिन जब लोकसभा चुनाव में यह नेता अपने राज्यों में पार्टी की दुर्गति होने से नहीं रोक पाए तो बजाए जिम्मेदारी लेने के वह चुप्पी साध गए जबकि राहुल गांधी सहित उनकी टीम के लोग इस्तीफा देते रहे. फिलहाल अब देखने वाली बात यह है कि मौजूदा संकट में कांग्रेस में बागी नेताओं की लिस्ट कितनी लंबी होगी. | यह एक सारांश है: टीम राहुल के नेताओं में बेचैनी
उपेक्षा का लगा रहे हैं आरोप
कई छोड़ चुके हैं पार्टी | 24 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: केन्द्रीय गृहमंत्री पी चिदम्बरम ने असम के हिंसा प्रभावित कोकराझार जिले के एक शरणार्थी शिविर में पीड़ितों से आज मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
चिदम्बरम एक विशेष हेलीकॉप्टर से गुवाहाटी से पहुंचे। वे यहां टीटागुरी हाईस्कूल में एक शिविर में शरणार्थियों से मिले। दो दिन पहले प्रधानमंत्री ने जिले का दौरा कर 300 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी।
चिदम्बरम के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मामलों के केन्द्रीय राज्य मंत्री पवन सिंह घाटोवार और राज्य के परिवहन मंत्री चंदन ब्रह्मा भी थे।टिप्पणियां
चिदम्बरम जिले के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। उम्मीद है कि वे धुबरी जिले के शरणार्थी शिविरों में भी जाएंगे। एक अन्य घटनाक्रम में सरकार ने कोकराझार और चिरांग जिलों के उपायुक्तों को हटा दिया है।
एक प्रशासनिक फेरबदल में टेरिटोरियल एरियाज डिस्ट्रिक्ट (बीटीएडी) कोकराझार के डीसी डी गिल्फिलोन और चिरांग के डीसी यू एन बोरा को हटा दिया गया है। राष्ट्रीय माध्यमिक श्क्षिा अभियान मिशन के निदेशक जयंत नारलेकर कोकराझार के नए डीसी होंगे। गुवाहाटी म्यूनिसिपल कॉपरेशन के आयुक्त पुरु गुप्ता को चिरांग का नया डीसी बनाया गया है।
चिदम्बरम एक विशेष हेलीकॉप्टर से गुवाहाटी से पहुंचे। वे यहां टीटागुरी हाईस्कूल में एक शिविर में शरणार्थियों से मिले। दो दिन पहले प्रधानमंत्री ने जिले का दौरा कर 300 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी।
चिदम्बरम के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मामलों के केन्द्रीय राज्य मंत्री पवन सिंह घाटोवार और राज्य के परिवहन मंत्री चंदन ब्रह्मा भी थे।टिप्पणियां
चिदम्बरम जिले के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। उम्मीद है कि वे धुबरी जिले के शरणार्थी शिविरों में भी जाएंगे। एक अन्य घटनाक्रम में सरकार ने कोकराझार और चिरांग जिलों के उपायुक्तों को हटा दिया है।
एक प्रशासनिक फेरबदल में टेरिटोरियल एरियाज डिस्ट्रिक्ट (बीटीएडी) कोकराझार के डीसी डी गिल्फिलोन और चिरांग के डीसी यू एन बोरा को हटा दिया गया है। राष्ट्रीय माध्यमिक श्क्षिा अभियान मिशन के निदेशक जयंत नारलेकर कोकराझार के नए डीसी होंगे। गुवाहाटी म्यूनिसिपल कॉपरेशन के आयुक्त पुरु गुप्ता को चिरांग का नया डीसी बनाया गया है।
चिदम्बरम के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मामलों के केन्द्रीय राज्य मंत्री पवन सिंह घाटोवार और राज्य के परिवहन मंत्री चंदन ब्रह्मा भी थे।टिप्पणियां
चिदम्बरम जिले के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। उम्मीद है कि वे धुबरी जिले के शरणार्थी शिविरों में भी जाएंगे। एक अन्य घटनाक्रम में सरकार ने कोकराझार और चिरांग जिलों के उपायुक्तों को हटा दिया है।
एक प्रशासनिक फेरबदल में टेरिटोरियल एरियाज डिस्ट्रिक्ट (बीटीएडी) कोकराझार के डीसी डी गिल्फिलोन और चिरांग के डीसी यू एन बोरा को हटा दिया गया है। राष्ट्रीय माध्यमिक श्क्षिा अभियान मिशन के निदेशक जयंत नारलेकर कोकराझार के नए डीसी होंगे। गुवाहाटी म्यूनिसिपल कॉपरेशन के आयुक्त पुरु गुप्ता को चिरांग का नया डीसी बनाया गया है।
चिदम्बरम जिले के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। उम्मीद है कि वे धुबरी जिले के शरणार्थी शिविरों में भी जाएंगे। एक अन्य घटनाक्रम में सरकार ने कोकराझार और चिरांग जिलों के उपायुक्तों को हटा दिया है।
एक प्रशासनिक फेरबदल में टेरिटोरियल एरियाज डिस्ट्रिक्ट (बीटीएडी) कोकराझार के डीसी डी गिल्फिलोन और चिरांग के डीसी यू एन बोरा को हटा दिया गया है। राष्ट्रीय माध्यमिक श्क्षिा अभियान मिशन के निदेशक जयंत नारलेकर कोकराझार के नए डीसी होंगे। गुवाहाटी म्यूनिसिपल कॉपरेशन के आयुक्त पुरु गुप्ता को चिरांग का नया डीसी बनाया गया है।
एक प्रशासनिक फेरबदल में टेरिटोरियल एरियाज डिस्ट्रिक्ट (बीटीएडी) कोकराझार के डीसी डी गिल्फिलोन और चिरांग के डीसी यू एन बोरा को हटा दिया गया है। राष्ट्रीय माध्यमिक श्क्षिा अभियान मिशन के निदेशक जयंत नारलेकर कोकराझार के नए डीसी होंगे। गुवाहाटी म्यूनिसिपल कॉपरेशन के आयुक्त पुरु गुप्ता को चिरांग का नया डीसी बनाया गया है। | संक्षिप्त सारांश: केन्द्रीय गृहमंत्री पी चिदम्बरम ने असम के हिंसा प्रभावित कोकराझार जिले के एक शरणार्थी शिविर में पीड़ितों से आज मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। | 8 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा जेनेवा में भारत को लेकर दिए गए बयान की भारत ने मंगलवार को निंदा की. खान ने जेनेवा में ग्लोबल फोरम ऑन रिफ्यूजीज को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर में कर्फ्यू और भारत के नए नागरिकता कानून के कारण लाखों मुस्लिम भारत से पलायन कर सकते हैं. जिससे दुनिया में शरणार्थी का संकट बढ़ेगा जिसके आगे अन्य संकट कम पड़ जाएंगे.
खान के इस बयान का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत के पूर्ण रूप से आंतरिक मामले पर निराधार व बेबुनियाद बयान देकर अपने संकीर्ण राजनीतिक एजेंडा को बढ़ाने के लिए बहुपक्षीय मंच पर झूठ का सहारा लिया. पूरी दुनिया को स्पष्ट किया जाता है कि यह उनकी आदत है और वैश्विक मंचों का दुरुपयोग है."
कुमार ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान बीते 72 साल से लगातार सभी अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न करता आ रहा है और उनमें से अधिकांश लोगों को भागकर भारत आने को मजबूर होना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि खान दुनिया को यह बताना भूल जाते हैं कि 1971 में उनकी सेना ने पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) के लोगों के साथ क्या किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. | संक्षिप्त सारांश: भारत के नए नागरिकता कानून को लेकर इमरान का बयान
भारत ने कहा इमरान ने बहुपक्षीय मंच पर झूठ का सहारा लिया
पाकिस्तान 72 साल से लगातार अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न कर रहा | 29 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: गुवाहाटी में दो अलग-अलग स्थानों पर एक नाली और भरालू नदी में 500 और 1000 रुपये के फटे हुये नोट तैरते हुए मिले. एक अनुमान के मुताबिक ये नोट करीब 3.5 करोड़ रुपये हैं.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य की राजधानी के अनिल नगर इलाके में भरालू और नरेंगी रेलवे स्टेशन के नजदीक एक नाली से फटे हुये नोट बरामद किए गए.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया कि अभी तत्काल यह पता नहीं चल सका है कि फटे हुए नोटों की वास्तविक कीमत कितनी है और वे इसकी जांच कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि फटे हुए नोट नकली प्रतीत हो रहे हैं और इसे नदी में फेंक दिया गया, क्योंकि यह अब नहीं चल सकता है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य की राजधानी के अनिल नगर इलाके में भरालू और नरेंगी रेलवे स्टेशन के नजदीक एक नाली से फटे हुये नोट बरामद किए गए.टिप्पणियां
अधिकारी ने बताया कि अभी तत्काल यह पता नहीं चल सका है कि फटे हुए नोटों की वास्तविक कीमत कितनी है और वे इसकी जांच कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि फटे हुए नोट नकली प्रतीत हो रहे हैं और इसे नदी में फेंक दिया गया, क्योंकि यह अब नहीं चल सकता है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अधिकारी ने बताया कि अभी तत्काल यह पता नहीं चल सका है कि फटे हुए नोटों की वास्तविक कीमत कितनी है और वे इसकी जांच कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि फटे हुए नोट नकली प्रतीत हो रहे हैं और इसे नदी में फेंक दिया गया, क्योंकि यह अब नहीं चल सकता है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त सारांश: एक अनुमान के मुताबिक ये नोट करीब 3.5 करोड़ रुपये हैं.
अनिल नगर में भरालू और नरेंगी रेलवे स्टेशन के नजदीक नाली से फटे नोट बरामद.
अधिकारी ने कहा, मामले की जांच कर रहे हैं. | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमेरिका के एक वरिष्ठ सांसद ने पाकिस्तान से उसके क्षेत्र के भीतर सक्रिय कट्टरपंथी ताकतों पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए इस्लामाबाद को आगाह किया कि अगर भारत के सैनिकों और उसके नागरिकों पर हमले होते रहे तो वह चुप नहीं बैठेगा.
हाउस डेमोक्रेटिक कॉकस के अध्यक्ष जो क्राउले ने बताया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों के कारण पिछले कुछ माहिनों से भारत पाक सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. उन्होंने ट्रंप प्रशासन से देश पर ज्यादा दबाव बनाने की मांग की.
एक प्रश्न के उत्तर में सांसद ने कहा, ‘‘(उन्हें) पाकिस्तान का समर्थन है. उन्हें (ट्रंप प्रशासन) पाकिस्तान पर भारत पाकिस्तान सीमा पर तनाव फैलाने वाले लश्कर ए तैयबा तथा अन्य आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बनाने के लिए और प्रयास करने की जरूरत है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यहां इस बात पर जोर है कि उन्हें (पाकिस्तान) अपने क्षेत्र के अंदर सक्रिय हिंसक और कट्टरपंथी संगठनों के सफाए के लिए और प्रयास किए जाने की जरूरत है क्योंकि अगर भारत के नागरिकों और सैनिकों पर हमले होते रहे तो वह चुप नहीं बैठेगा. सांसद ने कहा कि इन मुद्दों को दोनों देशों को द्विपक्षीय तरीके से हल करना चाहिए क्राउले ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा मानना है कि एक भूमिका है जो अमेरिका निभा सकता है और वह यह कि भारत और पाकिस्तान का मित्र होने के नाते अमेरिका क्षेत्र में शांति और समन्वय का मार्ग तलाशने के लिए मित्र देशों पर दबाव बना सकता है.’’ टिप्पणियां
उन्होंने उम्मीद जताई कि ट्रंप प्रशासन अफगानिस्तान नीति पर भारत से जानकारी मांगेगा. माना जा रहा है कि उसे अंतिम रूप दिए जाने के लिए काम चल रहा है.
क्राउले ने कहा, ‘‘मैं यकीनन यह उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति और विदेश मंत्रालय भारत सरकार की राय को ध्यान में रखेगा. भारतीय जनता और सरकार ने लगातार आतंकवादी हमले झेले हैं.’’ उन्होंने कहा कि कोई सिद्धांत बनाने से पहले अफगानी जनता और भरतीय जनता के बीच ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के सिद्धांत की जरूरत आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखते हुए क्षेत्र में शांति और समन्वय को बनाने रखने के लिए है.
हाउस डेमोक्रेटिक कॉकस के अध्यक्ष जो क्राउले ने बताया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों के कारण पिछले कुछ माहिनों से भारत पाक सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. उन्होंने ट्रंप प्रशासन से देश पर ज्यादा दबाव बनाने की मांग की.
एक प्रश्न के उत्तर में सांसद ने कहा, ‘‘(उन्हें) पाकिस्तान का समर्थन है. उन्हें (ट्रंप प्रशासन) पाकिस्तान पर भारत पाकिस्तान सीमा पर तनाव फैलाने वाले लश्कर ए तैयबा तथा अन्य आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बनाने के लिए और प्रयास करने की जरूरत है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यहां इस बात पर जोर है कि उन्हें (पाकिस्तान) अपने क्षेत्र के अंदर सक्रिय हिंसक और कट्टरपंथी संगठनों के सफाए के लिए और प्रयास किए जाने की जरूरत है क्योंकि अगर भारत के नागरिकों और सैनिकों पर हमले होते रहे तो वह चुप नहीं बैठेगा. सांसद ने कहा कि इन मुद्दों को दोनों देशों को द्विपक्षीय तरीके से हल करना चाहिए क्राउले ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा मानना है कि एक भूमिका है जो अमेरिका निभा सकता है और वह यह कि भारत और पाकिस्तान का मित्र होने के नाते अमेरिका क्षेत्र में शांति और समन्वय का मार्ग तलाशने के लिए मित्र देशों पर दबाव बना सकता है.’’ टिप्पणियां
उन्होंने उम्मीद जताई कि ट्रंप प्रशासन अफगानिस्तान नीति पर भारत से जानकारी मांगेगा. माना जा रहा है कि उसे अंतिम रूप दिए जाने के लिए काम चल रहा है.
क्राउले ने कहा, ‘‘मैं यकीनन यह उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति और विदेश मंत्रालय भारत सरकार की राय को ध्यान में रखेगा. भारतीय जनता और सरकार ने लगातार आतंकवादी हमले झेले हैं.’’ उन्होंने कहा कि कोई सिद्धांत बनाने से पहले अफगानी जनता और भरतीय जनता के बीच ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के सिद्धांत की जरूरत आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखते हुए क्षेत्र में शांति और समन्वय को बनाने रखने के लिए है.
एक प्रश्न के उत्तर में सांसद ने कहा, ‘‘(उन्हें) पाकिस्तान का समर्थन है. उन्हें (ट्रंप प्रशासन) पाकिस्तान पर भारत पाकिस्तान सीमा पर तनाव फैलाने वाले लश्कर ए तैयबा तथा अन्य आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बनाने के लिए और प्रयास करने की जरूरत है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यहां इस बात पर जोर है कि उन्हें (पाकिस्तान) अपने क्षेत्र के अंदर सक्रिय हिंसक और कट्टरपंथी संगठनों के सफाए के लिए और प्रयास किए जाने की जरूरत है क्योंकि अगर भारत के नागरिकों और सैनिकों पर हमले होते रहे तो वह चुप नहीं बैठेगा. सांसद ने कहा कि इन मुद्दों को दोनों देशों को द्विपक्षीय तरीके से हल करना चाहिए क्राउले ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा मानना है कि एक भूमिका है जो अमेरिका निभा सकता है और वह यह कि भारत और पाकिस्तान का मित्र होने के नाते अमेरिका क्षेत्र में शांति और समन्वय का मार्ग तलाशने के लिए मित्र देशों पर दबाव बना सकता है.’’ टिप्पणियां
उन्होंने उम्मीद जताई कि ट्रंप प्रशासन अफगानिस्तान नीति पर भारत से जानकारी मांगेगा. माना जा रहा है कि उसे अंतिम रूप दिए जाने के लिए काम चल रहा है.
क्राउले ने कहा, ‘‘मैं यकीनन यह उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति और विदेश मंत्रालय भारत सरकार की राय को ध्यान में रखेगा. भारतीय जनता और सरकार ने लगातार आतंकवादी हमले झेले हैं.’’ उन्होंने कहा कि कोई सिद्धांत बनाने से पहले अफगानी जनता और भरतीय जनता के बीच ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के सिद्धांत की जरूरत आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखते हुए क्षेत्र में शांति और समन्वय को बनाने रखने के लिए है.
उन्होंने उम्मीद जताई कि ट्रंप प्रशासन अफगानिस्तान नीति पर भारत से जानकारी मांगेगा. माना जा रहा है कि उसे अंतिम रूप दिए जाने के लिए काम चल रहा है.
क्राउले ने कहा, ‘‘मैं यकीनन यह उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति और विदेश मंत्रालय भारत सरकार की राय को ध्यान में रखेगा. भारतीय जनता और सरकार ने लगातार आतंकवादी हमले झेले हैं.’’ उन्होंने कहा कि कोई सिद्धांत बनाने से पहले अफगानी जनता और भरतीय जनता के बीच ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के सिद्धांत की जरूरत आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखते हुए क्षेत्र में शांति और समन्वय को बनाने रखने के लिए है.
क्राउले ने कहा, ‘‘मैं यकीनन यह उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति और विदेश मंत्रालय भारत सरकार की राय को ध्यान में रखेगा. भारतीय जनता और सरकार ने लगातार आतंकवादी हमले झेले हैं.’’ उन्होंने कहा कि कोई सिद्धांत बनाने से पहले अफगानी जनता और भरतीय जनता के बीच ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखना जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के सिद्धांत की जरूरत आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रखते हुए क्षेत्र में शांति और समन्वय को बनाने रखने के लिए है. | यह एक सारांश है: सक्रिय कट्टरपंथी ताकतों पर कार्रवाई करने की मांग
भारत पाक सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
ट्रंप प्रशासन से देश पर ज्यादा दबाव बनाने की मांग की. | 24 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा जनरल एंटी-एवॉयडेंस रूल्स (जीएएआर) को एक साल के लिए टालने और कर वंचना को साबित करने की जिम्मेदारी अधिकारियों के कंधे पर देने की बात कहने के बाद देश के शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांक सोमवार को तेजी के साथ बंद हुए।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 81.63 अंकों की तेजी के साथ 16,912.71 पर और निफ्टी 27.30 अंकों की तेजी के साथ 5,114.15 पर बंद हुए।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 210.64 अंकों की गिरावट के साथ 16,620.44 पर खुला। सेंसेक्स ने 16,944.13 के ऊपरी और 16,513.77 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स के 30 में से 19 शेयरों में तेजी रही। भेल (6.12 फीसदी), एलएंडटी (4.79 फीसदी), डीएलएफ (4.34 फीसदी), जिंदल स्टील (3.54 फीसदी) और मारुति सुजुकी (2.46 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआईएल (1.53 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (1.21 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.17 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.86 फीसदी) और विप्रो (0.71 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 69.05 अंकों की गिरावट के साथ 5,017.80 पर खुला। निफ्टी ने 5,124.75 के ऊपरी और 4,988.00 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 31.78 अंकों की तेजी के साथ 6,132.58 पर और स्मॉलकैप 20.09 अंकों की तेजी के साथ 6,608.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (3.87 फीसदी), बिजली (1.82 फीसदी), धातु (1.57 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.45 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 81.63 अंकों की तेजी के साथ 16,912.71 पर और निफ्टी 27.30 अंकों की तेजी के साथ 5,114.15 पर बंद हुए।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 210.64 अंकों की गिरावट के साथ 16,620.44 पर खुला। सेंसेक्स ने 16,944.13 के ऊपरी और 16,513.77 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स के 30 में से 19 शेयरों में तेजी रही। भेल (6.12 फीसदी), एलएंडटी (4.79 फीसदी), डीएलएफ (4.34 फीसदी), जिंदल स्टील (3.54 फीसदी) और मारुति सुजुकी (2.46 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआईएल (1.53 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (1.21 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.17 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.86 फीसदी) और विप्रो (0.71 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 69.05 अंकों की गिरावट के साथ 5,017.80 पर खुला। निफ्टी ने 5,124.75 के ऊपरी और 4,988.00 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 31.78 अंकों की तेजी के साथ 6,132.58 पर और स्मॉलकैप 20.09 अंकों की तेजी के साथ 6,608.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (3.87 फीसदी), बिजली (1.82 फीसदी), धातु (1.57 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.45 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 210.64 अंकों की गिरावट के साथ 16,620.44 पर खुला। सेंसेक्स ने 16,944.13 के ऊपरी और 16,513.77 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स के 30 में से 19 शेयरों में तेजी रही। भेल (6.12 फीसदी), एलएंडटी (4.79 फीसदी), डीएलएफ (4.34 फीसदी), जिंदल स्टील (3.54 फीसदी) और मारुति सुजुकी (2.46 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआईएल (1.53 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (1.21 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.17 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.86 फीसदी) और विप्रो (0.71 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 69.05 अंकों की गिरावट के साथ 5,017.80 पर खुला। निफ्टी ने 5,124.75 के ऊपरी और 4,988.00 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 31.78 अंकों की तेजी के साथ 6,132.58 पर और स्मॉलकैप 20.09 अंकों की तेजी के साथ 6,608.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (3.87 फीसदी), बिजली (1.82 फीसदी), धातु (1.57 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.45 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
सेंसेक्स के 30 में से 19 शेयरों में तेजी रही। भेल (6.12 फीसदी), एलएंडटी (4.79 फीसदी), डीएलएफ (4.34 फीसदी), जिंदल स्टील (3.54 फीसदी) और मारुति सुजुकी (2.46 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआईएल (1.53 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (1.21 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.17 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.86 फीसदी) और विप्रो (0.71 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 69.05 अंकों की गिरावट के साथ 5,017.80 पर खुला। निफ्टी ने 5,124.75 के ऊपरी और 4,988.00 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 31.78 अंकों की तेजी के साथ 6,132.58 पर और स्मॉलकैप 20.09 अंकों की तेजी के साथ 6,608.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (3.87 फीसदी), बिजली (1.82 फीसदी), धातु (1.57 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.45 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आरआईएल (1.53 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (1.21 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.17 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (0.86 फीसदी) और विप्रो (0.71 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 69.05 अंकों की गिरावट के साथ 5,017.80 पर खुला। निफ्टी ने 5,124.75 के ऊपरी और 4,988.00 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 31.78 अंकों की तेजी के साथ 6,132.58 पर और स्मॉलकैप 20.09 अंकों की तेजी के साथ 6,608.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (3.87 फीसदी), बिजली (1.82 फीसदी), धातु (1.57 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.45 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 69.05 अंकों की गिरावट के साथ 5,017.80 पर खुला। निफ्टी ने 5,124.75 के ऊपरी और 4,988.00 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 31.78 अंकों की तेजी के साथ 6,132.58 पर और स्मॉलकैप 20.09 अंकों की तेजी के साथ 6,608.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (3.87 फीसदी), बिजली (1.82 फीसदी), धातु (1.57 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.45 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 31.78 अंकों की तेजी के साथ 6,132.58 पर और स्मॉलकैप 20.09 अंकों की तेजी के साथ 6,608.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (3.87 फीसदी), बिजली (1.82 फीसदी), धातु (1.57 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.45 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। पूंजीगत वस्तु (3.87 फीसदी), बिजली (1.82 फीसदी), धातु (1.57 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.45 फीसदी) और वाहन (1.23 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), तेल एवं गैस (0.51 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (0.41 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.13 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.04 फीसदी)।टिप्पणियां
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
वित्त मंत्री द्वारा सभी ब्रांडेड और गैर ब्रांडेड आभूषणों पर शुल्क हटाने के बाद टाइटन इंडस्ट्रीज और गीतांजलि जेम्स के शेयरों में एक से दो फीसदी की तेजी रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1440 शेयरों में तेजी और 1270 में गिरावट रही, जबकि 136 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ। | सारांश: केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा जनरल एंटी-एवॉयडेंस रूल्स (जीएएआर) को एक साल के लिए टालने और कर वंचना को साबित करने की जिम्मेदारी अधिकारियों के कंधे पर देने की बात कहने के बाद देश के शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांक सोमवार को तेजी के साथ बंद हुए। | 20 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर सोमवार को संघर्ष विराम उल्लंघन करते हुए छोटे हथियारों से गोलीबारी कर और मोर्टार दागकर सीमावर्ती चौकियों और गांवों को निशाना बनाया. संघर्ष विराम की यह नयी घटना तब हुई है जब एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजौरी शहर में बी जी ब्रिगेड मुख्यालय में एलओसी पर तैनात जवानों के साथ दिवाली मनायी. रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दोपहर करीब ढाई बजे पाकिस्तान ने नौशेरा सेक्टर में छोटे हथियारों से गोलीबारी कर और मोर्टार से गोलाबारी कर बिना उकसावे के संघर्ष विराम उल्लंघन किया. सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है.''
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने असैन्य इलाकों को निशाना बनाया जिससे गांववासियों को बंकरों और सुरक्षित स्थानों में शरण लेनी पड़ी. प्रवक्ता ने बताया कि सीमा पार से अब भी गोलीबारी हो रही है लेकिन भारत की ओर से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने इस साल 2,100 बार नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन किया जिससे 29 भारतीय मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए.
इनमें से पांच जवानों समेत आठ लोग अकेले इस महीने मारे गए. चार ने राजौरी और पुंछ जिलों में जान गंवा दी. प्रधानमंत्री ने रविवार को राजौरी जिले में सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ दिवाली मनायी थी और बहादुरी के लिए उनकी तारीफ करते हुए कहा कि इससे सरकार ऐसे फैसले ले पायी जो अभी तक असंभव माने जाते थे. वह सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के साथ वहां गए थे. | सारांश: राजौरी में पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन
मोर्टार दागकर सीमावर्ती चौकियों और गांवों को निशाना बनाया
भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है | 5 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में चल रही मौजूदा स्थिति का कुछ देश फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह देश ऐसा करके बड़ी गलती कर रहे हैं. शास्त्री ने इसके साथ ही बीसीसीआई को सलाह दी कि सबसे बड़ा राजस्व पैदा करने वाला बोर्ड होने के कारण वह आईसीसी से उस एक-एक पैसे की मांग करे जिसका वह हकदार है. गौरतलब है कि अनिल कुंबले के मुख्य कोच बनने से पहले शास्त्री भारतीय टीम के टीम निदेशक थे.टिप्पणियां
उन्होंने कुछ क्रिकेट बोर्डों को आगाह किया किया कि यह संस्था (बीसीसीआई) यहां बनी रहेगी. शास्त्री ने क्रिकबज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में किसी देश का नाम लिए बिना कहा, ‘मेरी कुछ लोगों को चेतावनी है. यह स्थिति लंबे समय तक नहीं रहेगी. बीसीसीआई बहुत जल्द उस स्थिति में आएगा जिसके लिये वह बना है और इसलिए बीसीसीआई का वर्तमान मसलों पर गौर करना महत्वपूर्ण है.’उनका सीधा संदर्भ इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका से था. बीसीसीआई में सुप्रीम कोर्ट से नियुक्त लोढ़ा समिति की सिफारिशों के बाद आमूलचूल बदलाव चल रहे हैं जिसके कारण अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और अन्य को बाहर होना पड़ा. शास्त्री ने बीसीसीआई की आईसीसी से मोटे राजस्व की मांग का भी समर्थन किया क्योंकि भारत के बिना उसके लिये इतना अधिक लाभ हासिल करना बेहद मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि आईसीसी की बैठक के लिये जो समिति दुबई गयी थी उसने आईसीसी बोर्ड के सामने यह मसला रखा. मुझे खुशी है कि (विक्रम) लिमये, अनिरूद्ध (चौधरी)और अमिताभ (चौधरी) ने बीसीसीआई के दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से वहां जाकर रखा. मेरा मानना है कि भारत आईसीसी टूर्नामेंट से मिलने वाले हर पैसे का हकदार है क्योंकि वह विश्व क्रिकेट को सबसे अधिक राजस्व दे रहा है. ’
शास्त्री ने बीसीसीआई का समर्थन करने के लिये श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) की तारीफ की तथा बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के दूसरे खेमे में जाने पर हैरानी और निराशा जताई. उन्होंने कहा कि वह यह सब इसलिए नहीं कह रहे हैं कि उन्हें बीसीसीआई से वित्तीय लाभ मिलता है. शास्त्री ने कहा, ‘यह बकवास है. मैं दुनिया भर में काम करता हूं. अगर आज मैं कुछ हूं तो इसलिए क्योंकि बीसीसीआई ने मुझे मौके दिये लेकिन एक कमेंटेटर के तौर पर नहीं. मैं उसकी बात कर रहा हूं जो बीसीसीआई ने एक खिलाड़ी, एक क्रिकेटर के रूप में मेरे लिए किया. लोगों को अपनी सोच साफ कर देनी चाहिए. यह एक क्रिकेट बोर्ड की सबसे बड़ी भूमिका होती है.’ (भाषा से भी इनपुट)
उन्होंने कुछ क्रिकेट बोर्डों को आगाह किया किया कि यह संस्था (बीसीसीआई) यहां बनी रहेगी. शास्त्री ने क्रिकबज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में किसी देश का नाम लिए बिना कहा, ‘मेरी कुछ लोगों को चेतावनी है. यह स्थिति लंबे समय तक नहीं रहेगी. बीसीसीआई बहुत जल्द उस स्थिति में आएगा जिसके लिये वह बना है और इसलिए बीसीसीआई का वर्तमान मसलों पर गौर करना महत्वपूर्ण है.’उनका सीधा संदर्भ इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका से था. बीसीसीआई में सुप्रीम कोर्ट से नियुक्त लोढ़ा समिति की सिफारिशों के बाद आमूलचूल बदलाव चल रहे हैं जिसके कारण अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और अन्य को बाहर होना पड़ा. शास्त्री ने बीसीसीआई की आईसीसी से मोटे राजस्व की मांग का भी समर्थन किया क्योंकि भारत के बिना उसके लिये इतना अधिक लाभ हासिल करना बेहद मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि आईसीसी की बैठक के लिये जो समिति दुबई गयी थी उसने आईसीसी बोर्ड के सामने यह मसला रखा. मुझे खुशी है कि (विक्रम) लिमये, अनिरूद्ध (चौधरी)और अमिताभ (चौधरी) ने बीसीसीआई के दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से वहां जाकर रखा. मेरा मानना है कि भारत आईसीसी टूर्नामेंट से मिलने वाले हर पैसे का हकदार है क्योंकि वह विश्व क्रिकेट को सबसे अधिक राजस्व दे रहा है. ’
शास्त्री ने बीसीसीआई का समर्थन करने के लिये श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) की तारीफ की तथा बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के दूसरे खेमे में जाने पर हैरानी और निराशा जताई. उन्होंने कहा कि वह यह सब इसलिए नहीं कह रहे हैं कि उन्हें बीसीसीआई से वित्तीय लाभ मिलता है. शास्त्री ने कहा, ‘यह बकवास है. मैं दुनिया भर में काम करता हूं. अगर आज मैं कुछ हूं तो इसलिए क्योंकि बीसीसीआई ने मुझे मौके दिये लेकिन एक कमेंटेटर के तौर पर नहीं. मैं उसकी बात कर रहा हूं जो बीसीसीआई ने एक खिलाड़ी, एक क्रिकेटर के रूप में मेरे लिए किया. लोगों को अपनी सोच साफ कर देनी चाहिए. यह एक क्रिकेट बोर्ड की सबसे बड़ी भूमिका होती है.’ (भाषा से भी इनपुट)
शास्त्री ने बीसीसीआई का समर्थन करने के लिये श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) की तारीफ की तथा बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के दूसरे खेमे में जाने पर हैरानी और निराशा जताई. उन्होंने कहा कि वह यह सब इसलिए नहीं कह रहे हैं कि उन्हें बीसीसीआई से वित्तीय लाभ मिलता है. शास्त्री ने कहा, ‘यह बकवास है. मैं दुनिया भर में काम करता हूं. अगर आज मैं कुछ हूं तो इसलिए क्योंकि बीसीसीआई ने मुझे मौके दिये लेकिन एक कमेंटेटर के तौर पर नहीं. मैं उसकी बात कर रहा हूं जो बीसीसीआई ने एक खिलाड़ी, एक क्रिकेटर के रूप में मेरे लिए किया. लोगों को अपनी सोच साफ कर देनी चाहिए. यह एक क्रिकेट बोर्ड की सबसे बड़ी भूमिका होती है.’ (भाषा से भी इनपुट) | अनिल कुंबले के कोच बनने के पहले टीम निदेशक थे रवि शास्त्री
कहा-बीसीसीआई जल्द ही अपनी पुरानी स्थिति में आ जाएगा
कहा-बोर्ड अपने हक का एक-एक पैसा आईसीसी से मांगे | 26 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर कबायली इलाके में हुए दो अमेरिकी ड्रोन हमलों में शुक्रवार की रात कम से कम 21 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने उर्दू टीवी चैनल दुनिया के हवाले से बताया है कि उत्तरी वजीरिस्तान के दात्ता खेल क्षेत्र में आतंकवादियों के एक पनाहगाह को निशाना बनाकर रात के नौ बजे ड्रोन से पहले दो मिसाइल हमले किए गए। इस हमले में पांच आतंकवादी मारे गए।
मारे गए लोगों की पहचान अब तक पुष्ट नहीं हुई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया के हवाले से जानकारी दी कि उसी क्षेत्र में एक और ड्रोन हमला हुआ जिसमें कम से कम 16 लोग मारे गए।टिप्पणियां
एआरवाई न्यूज के मुताबिक मिरानशह के पूर्व में एक घर को निशाना बनाकर छह मिसाइल दागे गए।
दुनिया न्यूज के मुताबिक दूसरा हमला उस वक्त हुआ जब दात्ता खेल क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया जा रहा था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने उर्दू टीवी चैनल दुनिया के हवाले से बताया है कि उत्तरी वजीरिस्तान के दात्ता खेल क्षेत्र में आतंकवादियों के एक पनाहगाह को निशाना बनाकर रात के नौ बजे ड्रोन से पहले दो मिसाइल हमले किए गए। इस हमले में पांच आतंकवादी मारे गए।
मारे गए लोगों की पहचान अब तक पुष्ट नहीं हुई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया के हवाले से जानकारी दी कि उसी क्षेत्र में एक और ड्रोन हमला हुआ जिसमें कम से कम 16 लोग मारे गए।टिप्पणियां
एआरवाई न्यूज के मुताबिक मिरानशह के पूर्व में एक घर को निशाना बनाकर छह मिसाइल दागे गए।
दुनिया न्यूज के मुताबिक दूसरा हमला उस वक्त हुआ जब दात्ता खेल क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया जा रहा था।
मारे गए लोगों की पहचान अब तक पुष्ट नहीं हुई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया के हवाले से जानकारी दी कि उसी क्षेत्र में एक और ड्रोन हमला हुआ जिसमें कम से कम 16 लोग मारे गए।टिप्पणियां
एआरवाई न्यूज के मुताबिक मिरानशह के पूर्व में एक घर को निशाना बनाकर छह मिसाइल दागे गए।
दुनिया न्यूज के मुताबिक दूसरा हमला उस वक्त हुआ जब दात्ता खेल क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया जा रहा था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया के हवाले से जानकारी दी कि उसी क्षेत्र में एक और ड्रोन हमला हुआ जिसमें कम से कम 16 लोग मारे गए।टिप्पणियां
एआरवाई न्यूज के मुताबिक मिरानशह के पूर्व में एक घर को निशाना बनाकर छह मिसाइल दागे गए।
दुनिया न्यूज के मुताबिक दूसरा हमला उस वक्त हुआ जब दात्ता खेल क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया जा रहा था।
एआरवाई न्यूज के मुताबिक मिरानशह के पूर्व में एक घर को निशाना बनाकर छह मिसाइल दागे गए।
दुनिया न्यूज के मुताबिक दूसरा हमला उस वक्त हुआ जब दात्ता खेल क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया जा रहा था।
दुनिया न्यूज के मुताबिक दूसरा हमला उस वक्त हुआ जब दात्ता खेल क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया जा रहा था। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर कबायली इलाके में हुए दो अमेरिकी ड्रोन हमलों में शुक्रवार की रात कम से कम 21 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए। | 11 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ और ‘मुस्लिमों को बेवकूफ बनाने के प्रयास’ का आरोप लगाते हुए संप्रग के सहयोगी तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा पर उत्तरप्रदेश चुनावों में प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस ने पिछड़े मुस्लिमों को कोटा के तहत कोटा देने के कांग्रेस नेताओं के बयान पर आपत्ति जताई है।
तृणमूल कांग्रेस के नेता सुल्तान अहमद ने कांग्रेस के इस तर्क को भी खारिज कर दिया कि आदर्श चुनावी आचार संहिता का कोई वैधानिक दर्जा नहीं है।
अहमद ने कहा, ‘जब दूसरी पार्टियों का मामला आता है तो यह आचार संहिता होता है लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के लिये इसका कोई मायने नहीं है। यह आश्चर्यजनक है। पहले सलमान खुर्शीद ने कहा कि मुस्लिमों को नौ फीसदी आरक्षण दिया जाना चाहिए जबकि सरकार के स्तर पर ऐसा कोई निर्णय नहीं था।’ उन्होंने कहा कि अब बेनी प्रसाद ऐसा कर रहे हैं। उनका मानना है कि मुस्लिम काफी महत्वपूर्ण हैं। ऐसा नहीं होने वाला है। अगर सरकार मुस्लिमों को ऐसा कुछ देने पर गंभीर है तो इसकी घोषणा सरकार के स्तर पर होनी चाहिए।
वर्मा ने कल रात कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की उपस्थिति में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘मुस्लिमों के लिये आरक्षण बढ़ाया जाएगा और अगर चुनाव आयोग चाहे तो वह मुझे नोटिस जारी कर सकता है।’
अहमद से यह पूछने पर कि क्या वह उत्तरप्रदेश चुनावों में वर्मा को प्रतिबंधित करने की मांग करते हैं तो उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल। चुनाव आयोग ऐसे नेताओं को प्रतिबंधित कर सकता है। उन्हें (बेनी) राज्य में चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए। चुनाव आयोग को इसे गंभीरता से संज्ञान में लेना चाहिए। सलमान और बेनी ने चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया है।’ पर्यटन राज्यमंत्री अहमद ने प्रधानमंत्री से मुस्लिम आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘चूंकि मनमोहन सिंह की सरकार है इसलिए मुस्लिम आरक्षण पर उन्हें बोलना चाहिए । सरकार चुप है जबकि इसके मंत्री बोल रहे हैं।’ बहरहाल उनसे जब पूछा गया कि क्या यही मांग वह खुर्शीद के लिये कर रहे हैं तो अहमद ने ना में जवाब दिया और कहा, ‘कानून मंत्री चुनाव आयोग से माफी मांग चुके हैं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा और सलमान खुर्शीद ‘चुनाव आयोग की बातों पर गौर नहीं कर रहे। चुनाव आयोग को इस बारे में गंभीर होना पड़ेगा।’
अहमद ने कहा, ‘वे बकवास कर रहे हैं। वे लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। अगर सरकार गंभीर है तो इसके पास रंगनाथ मिश्र आयोग और सच्चर आयोग की रिपोर्ट है। वह उनकी अनुशंसाओं को लागू क्यों नहीं करती।’ चुनाव आयोग ने यह पता लगाना शुरू कर दिया है कि कल रात फरूखाबाद की रैली में बेनी प्रसाद वर्मा की अल्पसंख्यकों को कोटे के तहत कोटा देने की टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है अथवा नहीं। इसने एक निजी खबरिया चैनल से भी वर्मा की टिप्पणी का टेप मांगा है।
तृणमूल कांग्रेस के नेता सुल्तान अहमद ने कांग्रेस के इस तर्क को भी खारिज कर दिया कि आदर्श चुनावी आचार संहिता का कोई वैधानिक दर्जा नहीं है।
अहमद ने कहा, ‘जब दूसरी पार्टियों का मामला आता है तो यह आचार संहिता होता है लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के लिये इसका कोई मायने नहीं है। यह आश्चर्यजनक है। पहले सलमान खुर्शीद ने कहा कि मुस्लिमों को नौ फीसदी आरक्षण दिया जाना चाहिए जबकि सरकार के स्तर पर ऐसा कोई निर्णय नहीं था।’ उन्होंने कहा कि अब बेनी प्रसाद ऐसा कर रहे हैं। उनका मानना है कि मुस्लिम काफी महत्वपूर्ण हैं। ऐसा नहीं होने वाला है। अगर सरकार मुस्लिमों को ऐसा कुछ देने पर गंभीर है तो इसकी घोषणा सरकार के स्तर पर होनी चाहिए।
वर्मा ने कल रात कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की उपस्थिति में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘मुस्लिमों के लिये आरक्षण बढ़ाया जाएगा और अगर चुनाव आयोग चाहे तो वह मुझे नोटिस जारी कर सकता है।’
अहमद से यह पूछने पर कि क्या वह उत्तरप्रदेश चुनावों में वर्मा को प्रतिबंधित करने की मांग करते हैं तो उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल। चुनाव आयोग ऐसे नेताओं को प्रतिबंधित कर सकता है। उन्हें (बेनी) राज्य में चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए। चुनाव आयोग को इसे गंभीरता से संज्ञान में लेना चाहिए। सलमान और बेनी ने चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया है।’ पर्यटन राज्यमंत्री अहमद ने प्रधानमंत्री से मुस्लिम आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘चूंकि मनमोहन सिंह की सरकार है इसलिए मुस्लिम आरक्षण पर उन्हें बोलना चाहिए । सरकार चुप है जबकि इसके मंत्री बोल रहे हैं।’ बहरहाल उनसे जब पूछा गया कि क्या यही मांग वह खुर्शीद के लिये कर रहे हैं तो अहमद ने ना में जवाब दिया और कहा, ‘कानून मंत्री चुनाव आयोग से माफी मांग चुके हैं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा और सलमान खुर्शीद ‘चुनाव आयोग की बातों पर गौर नहीं कर रहे। चुनाव आयोग को इस बारे में गंभीर होना पड़ेगा।’
अहमद ने कहा, ‘वे बकवास कर रहे हैं। वे लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। अगर सरकार गंभीर है तो इसके पास रंगनाथ मिश्र आयोग और सच्चर आयोग की रिपोर्ट है। वह उनकी अनुशंसाओं को लागू क्यों नहीं करती।’ चुनाव आयोग ने यह पता लगाना शुरू कर दिया है कि कल रात फरूखाबाद की रैली में बेनी प्रसाद वर्मा की अल्पसंख्यकों को कोटे के तहत कोटा देने की टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है अथवा नहीं। इसने एक निजी खबरिया चैनल से भी वर्मा की टिप्पणी का टेप मांगा है।
अहमद ने कहा, ‘जब दूसरी पार्टियों का मामला आता है तो यह आचार संहिता होता है लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के लिये इसका कोई मायने नहीं है। यह आश्चर्यजनक है। पहले सलमान खुर्शीद ने कहा कि मुस्लिमों को नौ फीसदी आरक्षण दिया जाना चाहिए जबकि सरकार के स्तर पर ऐसा कोई निर्णय नहीं था।’ उन्होंने कहा कि अब बेनी प्रसाद ऐसा कर रहे हैं। उनका मानना है कि मुस्लिम काफी महत्वपूर्ण हैं। ऐसा नहीं होने वाला है। अगर सरकार मुस्लिमों को ऐसा कुछ देने पर गंभीर है तो इसकी घोषणा सरकार के स्तर पर होनी चाहिए।
वर्मा ने कल रात कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की उपस्थिति में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘मुस्लिमों के लिये आरक्षण बढ़ाया जाएगा और अगर चुनाव आयोग चाहे तो वह मुझे नोटिस जारी कर सकता है।’
अहमद से यह पूछने पर कि क्या वह उत्तरप्रदेश चुनावों में वर्मा को प्रतिबंधित करने की मांग करते हैं तो उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल। चुनाव आयोग ऐसे नेताओं को प्रतिबंधित कर सकता है। उन्हें (बेनी) राज्य में चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए। चुनाव आयोग को इसे गंभीरता से संज्ञान में लेना चाहिए। सलमान और बेनी ने चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया है।’ पर्यटन राज्यमंत्री अहमद ने प्रधानमंत्री से मुस्लिम आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘चूंकि मनमोहन सिंह की सरकार है इसलिए मुस्लिम आरक्षण पर उन्हें बोलना चाहिए । सरकार चुप है जबकि इसके मंत्री बोल रहे हैं।’ बहरहाल उनसे जब पूछा गया कि क्या यही मांग वह खुर्शीद के लिये कर रहे हैं तो अहमद ने ना में जवाब दिया और कहा, ‘कानून मंत्री चुनाव आयोग से माफी मांग चुके हैं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा और सलमान खुर्शीद ‘चुनाव आयोग की बातों पर गौर नहीं कर रहे। चुनाव आयोग को इस बारे में गंभीर होना पड़ेगा।’
अहमद ने कहा, ‘वे बकवास कर रहे हैं। वे लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। अगर सरकार गंभीर है तो इसके पास रंगनाथ मिश्र आयोग और सच्चर आयोग की रिपोर्ट है। वह उनकी अनुशंसाओं को लागू क्यों नहीं करती।’ चुनाव आयोग ने यह पता लगाना शुरू कर दिया है कि कल रात फरूखाबाद की रैली में बेनी प्रसाद वर्मा की अल्पसंख्यकों को कोटे के तहत कोटा देने की टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है अथवा नहीं। इसने एक निजी खबरिया चैनल से भी वर्मा की टिप्पणी का टेप मांगा है।
वर्मा ने कल रात कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की उपस्थिति में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘मुस्लिमों के लिये आरक्षण बढ़ाया जाएगा और अगर चुनाव आयोग चाहे तो वह मुझे नोटिस जारी कर सकता है।’
अहमद से यह पूछने पर कि क्या वह उत्तरप्रदेश चुनावों में वर्मा को प्रतिबंधित करने की मांग करते हैं तो उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल। चुनाव आयोग ऐसे नेताओं को प्रतिबंधित कर सकता है। उन्हें (बेनी) राज्य में चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए। चुनाव आयोग को इसे गंभीरता से संज्ञान में लेना चाहिए। सलमान और बेनी ने चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया है।’ पर्यटन राज्यमंत्री अहमद ने प्रधानमंत्री से मुस्लिम आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘चूंकि मनमोहन सिंह की सरकार है इसलिए मुस्लिम आरक्षण पर उन्हें बोलना चाहिए । सरकार चुप है जबकि इसके मंत्री बोल रहे हैं।’ बहरहाल उनसे जब पूछा गया कि क्या यही मांग वह खुर्शीद के लिये कर रहे हैं तो अहमद ने ना में जवाब दिया और कहा, ‘कानून मंत्री चुनाव आयोग से माफी मांग चुके हैं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा और सलमान खुर्शीद ‘चुनाव आयोग की बातों पर गौर नहीं कर रहे। चुनाव आयोग को इस बारे में गंभीर होना पड़ेगा।’
अहमद ने कहा, ‘वे बकवास कर रहे हैं। वे लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। अगर सरकार गंभीर है तो इसके पास रंगनाथ मिश्र आयोग और सच्चर आयोग की रिपोर्ट है। वह उनकी अनुशंसाओं को लागू क्यों नहीं करती।’ चुनाव आयोग ने यह पता लगाना शुरू कर दिया है कि कल रात फरूखाबाद की रैली में बेनी प्रसाद वर्मा की अल्पसंख्यकों को कोटे के तहत कोटा देने की टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है अथवा नहीं। इसने एक निजी खबरिया चैनल से भी वर्मा की टिप्पणी का टेप मांगा है।
अहमद से यह पूछने पर कि क्या वह उत्तरप्रदेश चुनावों में वर्मा को प्रतिबंधित करने की मांग करते हैं तो उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल। चुनाव आयोग ऐसे नेताओं को प्रतिबंधित कर सकता है। उन्हें (बेनी) राज्य में चुनाव प्रचार करने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए। चुनाव आयोग को इसे गंभीरता से संज्ञान में लेना चाहिए। सलमान और बेनी ने चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन किया है।’ पर्यटन राज्यमंत्री अहमद ने प्रधानमंत्री से मुस्लिम आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘चूंकि मनमोहन सिंह की सरकार है इसलिए मुस्लिम आरक्षण पर उन्हें बोलना चाहिए । सरकार चुप है जबकि इसके मंत्री बोल रहे हैं।’ बहरहाल उनसे जब पूछा गया कि क्या यही मांग वह खुर्शीद के लिये कर रहे हैं तो अहमद ने ना में जवाब दिया और कहा, ‘कानून मंत्री चुनाव आयोग से माफी मांग चुके हैं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा और सलमान खुर्शीद ‘चुनाव आयोग की बातों पर गौर नहीं कर रहे। चुनाव आयोग को इस बारे में गंभीर होना पड़ेगा।’
अहमद ने कहा, ‘वे बकवास कर रहे हैं। वे लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। अगर सरकार गंभीर है तो इसके पास रंगनाथ मिश्र आयोग और सच्चर आयोग की रिपोर्ट है। वह उनकी अनुशंसाओं को लागू क्यों नहीं करती।’ चुनाव आयोग ने यह पता लगाना शुरू कर दिया है कि कल रात फरूखाबाद की रैली में बेनी प्रसाद वर्मा की अल्पसंख्यकों को कोटे के तहत कोटा देने की टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है अथवा नहीं। इसने एक निजी खबरिया चैनल से भी वर्मा की टिप्पणी का टेप मांगा है।
उन्होंने कहा, ‘चूंकि मनमोहन सिंह की सरकार है इसलिए मुस्लिम आरक्षण पर उन्हें बोलना चाहिए । सरकार चुप है जबकि इसके मंत्री बोल रहे हैं।’ बहरहाल उनसे जब पूछा गया कि क्या यही मांग वह खुर्शीद के लिये कर रहे हैं तो अहमद ने ना में जवाब दिया और कहा, ‘कानून मंत्री चुनाव आयोग से माफी मांग चुके हैं।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि बेनी प्रसाद वर्मा और सलमान खुर्शीद ‘चुनाव आयोग की बातों पर गौर नहीं कर रहे। चुनाव आयोग को इस बारे में गंभीर होना पड़ेगा।’
अहमद ने कहा, ‘वे बकवास कर रहे हैं। वे लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। अगर सरकार गंभीर है तो इसके पास रंगनाथ मिश्र आयोग और सच्चर आयोग की रिपोर्ट है। वह उनकी अनुशंसाओं को लागू क्यों नहीं करती।’ चुनाव आयोग ने यह पता लगाना शुरू कर दिया है कि कल रात फरूखाबाद की रैली में बेनी प्रसाद वर्मा की अल्पसंख्यकों को कोटे के तहत कोटा देने की टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है अथवा नहीं। इसने एक निजी खबरिया चैनल से भी वर्मा की टिप्पणी का टेप मांगा है।
अहमद ने कहा, ‘वे बकवास कर रहे हैं। वे लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। अगर सरकार गंभीर है तो इसके पास रंगनाथ मिश्र आयोग और सच्चर आयोग की रिपोर्ट है। वह उनकी अनुशंसाओं को लागू क्यों नहीं करती।’ चुनाव आयोग ने यह पता लगाना शुरू कर दिया है कि कल रात फरूखाबाद की रैली में बेनी प्रसाद वर्मा की अल्पसंख्यकों को कोटे के तहत कोटा देने की टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है अथवा नहीं। इसने एक निजी खबरिया चैनल से भी वर्मा की टिप्पणी का टेप मांगा है। | यह एक सारांश है: तृणमूल कांग्रेस के नेता सुल्तान अहमद ने कांग्रेस के इस तर्क को भी खारिज कर दिया कि आदर्श चुनावी आचार संहिता का कोई वैधानिक दर्जा नहीं है। | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: वीडियो- प्रॉपर्टी इंडिया में देखें कंज्यूमर कोर्ट खरीददारों का सहारा?टिप्पणियां
कोर्ट ने खंडाले का पैसा 9 फीसदी ब्याज के साथ चुकाने को कहा है, साथ में मुआवजे के रूप में 25 हजार रुपये चुकाने को कहा है और 5 हजार रुपये लिटिगेशन चार्जेस के तौर पर देने को कहे हैं.
जूलरी स्टोर के एक अधिकारी संदीप उतवाल ने कहा कि हमारी पॉलिसी के मुताबिक 30 दिनों में यह वापस करना था लेकिन बुजुर्ग हमारे पास डेढ़ साल बाद आए. हम इस आदेश के खिलाफ अपील दायर करेंगे.
कोर्ट ने खंडाले का पैसा 9 फीसदी ब्याज के साथ चुकाने को कहा है, साथ में मुआवजे के रूप में 25 हजार रुपये चुकाने को कहा है और 5 हजार रुपये लिटिगेशन चार्जेस के तौर पर देने को कहे हैं.
जूलरी स्टोर के एक अधिकारी संदीप उतवाल ने कहा कि हमारी पॉलिसी के मुताबिक 30 दिनों में यह वापस करना था लेकिन बुजुर्ग हमारे पास डेढ़ साल बाद आए. हम इस आदेश के खिलाफ अपील दायर करेंगे.
जूलरी स्टोर के एक अधिकारी संदीप उतवाल ने कहा कि हमारी पॉलिसी के मुताबिक 30 दिनों में यह वापस करना था लेकिन बुजुर्ग हमारे पास डेढ़ साल बाद आए. हम इस आदेश के खिलाफ अपील दायर करेंगे. | 80 साल के बुजुर्ग ने रत्न खरीदा, लेकिन फायदा नहीं हुआ तो वापस करने गए
दुकान ने वापस नहीं लिया तो केस ठोका
उपभोक्ता अदालत ने कंपनी के खिलाफ फैसला सुनाया | 1 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के मामले में यह बात लगातार कही जा रही है कि एक मस्जिद की दीवार गिराने की वजह से उनका निलंबन हुआ, क्योंकि उन्होंने धार्मिक भावनाओं की परवाह नहीं की, लेकिन इलाके से लगे दनकौर इलाके के वक्फ बोर्ड का कुछ और ही कहना है। उसके मुताबिक, मस्जिद की दीवार भू-माफिया गिरवाई थी ताकि दुर्गा शक्ति को इस मामले में फंसाया जा सके।
वक्फ बोर्ड दनकौर के सदस्य कादिर खान जायसवाल कई साल से भू-माफिया से लड़ रहे हैं। उनका आरोप है कि इस माफिया ने वक्फ बोर्ड की करोड़ों की जमीन हड़प रखी है। उनकी शिकायत पर ही दुर्गाशक्ति कार्रवाई कर रही थी, जिसकी सजा उन्हें भुगतनी पड़ी।
जायसवाल ने बताया कि उन्होंने 17 मई 2012 को इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया। तत्कालीन जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा कि कादिर के आरोप सही हैं। तब जांच अधिकारी का तबादला हो गया।
इसके बाद कादिर ने सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आजम ख़ान जैसे नेताओं से शिकायत की। जब दुर्गाशक्ति आईं तो कादिर ने नए सिरे से शिकायत की। तहसीलदार से जांच कराने के बाद 24 जून 2013 को दुर्गाशक्ति ने भू-माफिया को नोटिस जारी किया, लेकिन नोटिस पर अमल से पहले दुर्गाशक्ति का निलंबन हो गया। मंगलवार को कादिर खान अपने साथियों के साथ कलेक्टरेट कार्यालय में दुर्गाशक्ति के निलंबन वापसी की मांग को लेकर धरना देंगे।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि दुर्गा शक्ति नागपाल पर मस्जिद की दीवार गिराने का आरोप मनगढ़ंत है। जिस लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने दुर्गा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, उसी रिपोर्ट में साफ लिखा है कि दीवार गिरने के बाद दुर्गा हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंची थीं।
दीवार जेवर इलाके के एसडीएम बच्चू सिंह और सर्किल ऑफिसर और एसएचओ की मौजूदगी में गिराई गई। प्रशासन के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि मस्जिद की दीवार बनाने की इजाजत नहीं ली गई थी। दीवार गिराए जाने पर स्थिति का जायजा लेने के लिए एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को मौके पर भेजा गया था। इस रिपोर्ट को बहाना बनाकर ही राज्य सरकार ने नागपाल को धार्मिक सदभाव बिगाड़ने का आरोपी ठहराकर सस्पेंड किया, जबकि इस रिपोर्ट में दीवार गिराए जाने के वक्त मौजूदगी की बात है ही नहीं।
वक्फ बोर्ड दनकौर के सदस्य कादिर खान जायसवाल कई साल से भू-माफिया से लड़ रहे हैं। उनका आरोप है कि इस माफिया ने वक्फ बोर्ड की करोड़ों की जमीन हड़प रखी है। उनकी शिकायत पर ही दुर्गाशक्ति कार्रवाई कर रही थी, जिसकी सजा उन्हें भुगतनी पड़ी।
जायसवाल ने बताया कि उन्होंने 17 मई 2012 को इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया। तत्कालीन जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा कि कादिर के आरोप सही हैं। तब जांच अधिकारी का तबादला हो गया।
इसके बाद कादिर ने सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आजम ख़ान जैसे नेताओं से शिकायत की। जब दुर्गाशक्ति आईं तो कादिर ने नए सिरे से शिकायत की। तहसीलदार से जांच कराने के बाद 24 जून 2013 को दुर्गाशक्ति ने भू-माफिया को नोटिस जारी किया, लेकिन नोटिस पर अमल से पहले दुर्गाशक्ति का निलंबन हो गया। मंगलवार को कादिर खान अपने साथियों के साथ कलेक्टरेट कार्यालय में दुर्गाशक्ति के निलंबन वापसी की मांग को लेकर धरना देंगे।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि दुर्गा शक्ति नागपाल पर मस्जिद की दीवार गिराने का आरोप मनगढ़ंत है। जिस लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने दुर्गा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, उसी रिपोर्ट में साफ लिखा है कि दीवार गिरने के बाद दुर्गा हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंची थीं।
दीवार जेवर इलाके के एसडीएम बच्चू सिंह और सर्किल ऑफिसर और एसएचओ की मौजूदगी में गिराई गई। प्रशासन के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि मस्जिद की दीवार बनाने की इजाजत नहीं ली गई थी। दीवार गिराए जाने पर स्थिति का जायजा लेने के लिए एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को मौके पर भेजा गया था। इस रिपोर्ट को बहाना बनाकर ही राज्य सरकार ने नागपाल को धार्मिक सदभाव बिगाड़ने का आरोपी ठहराकर सस्पेंड किया, जबकि इस रिपोर्ट में दीवार गिराए जाने के वक्त मौजूदगी की बात है ही नहीं।
जायसवाल ने बताया कि उन्होंने 17 मई 2012 को इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया। तत्कालीन जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा कि कादिर के आरोप सही हैं। तब जांच अधिकारी का तबादला हो गया।
इसके बाद कादिर ने सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आजम ख़ान जैसे नेताओं से शिकायत की। जब दुर्गाशक्ति आईं तो कादिर ने नए सिरे से शिकायत की। तहसीलदार से जांच कराने के बाद 24 जून 2013 को दुर्गाशक्ति ने भू-माफिया को नोटिस जारी किया, लेकिन नोटिस पर अमल से पहले दुर्गाशक्ति का निलंबन हो गया। मंगलवार को कादिर खान अपने साथियों के साथ कलेक्टरेट कार्यालय में दुर्गाशक्ति के निलंबन वापसी की मांग को लेकर धरना देंगे।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि दुर्गा शक्ति नागपाल पर मस्जिद की दीवार गिराने का आरोप मनगढ़ंत है। जिस लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने दुर्गा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, उसी रिपोर्ट में साफ लिखा है कि दीवार गिरने के बाद दुर्गा हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंची थीं।
दीवार जेवर इलाके के एसडीएम बच्चू सिंह और सर्किल ऑफिसर और एसएचओ की मौजूदगी में गिराई गई। प्रशासन के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि मस्जिद की दीवार बनाने की इजाजत नहीं ली गई थी। दीवार गिराए जाने पर स्थिति का जायजा लेने के लिए एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को मौके पर भेजा गया था। इस रिपोर्ट को बहाना बनाकर ही राज्य सरकार ने नागपाल को धार्मिक सदभाव बिगाड़ने का आरोपी ठहराकर सस्पेंड किया, जबकि इस रिपोर्ट में दीवार गिराए जाने के वक्त मौजूदगी की बात है ही नहीं।
उल्लेखनीय है कि दुर्गा शक्ति नागपाल पर मस्जिद की दीवार गिराने का आरोप मनगढ़ंत है। जिस लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने दुर्गा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, उसी रिपोर्ट में साफ लिखा है कि दीवार गिरने के बाद दुर्गा हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंची थीं।
दीवार जेवर इलाके के एसडीएम बच्चू सिंह और सर्किल ऑफिसर और एसएचओ की मौजूदगी में गिराई गई। प्रशासन के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि मस्जिद की दीवार बनाने की इजाजत नहीं ली गई थी। दीवार गिराए जाने पर स्थिति का जायजा लेने के लिए एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को मौके पर भेजा गया था। इस रिपोर्ट को बहाना बनाकर ही राज्य सरकार ने नागपाल को धार्मिक सदभाव बिगाड़ने का आरोपी ठहराकर सस्पेंड किया, जबकि इस रिपोर्ट में दीवार गिराए जाने के वक्त मौजूदगी की बात है ही नहीं।
दीवार जेवर इलाके के एसडीएम बच्चू सिंह और सर्किल ऑफिसर और एसएचओ की मौजूदगी में गिराई गई। प्रशासन के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि मस्जिद की दीवार बनाने की इजाजत नहीं ली गई थी। दीवार गिराए जाने पर स्थिति का जायजा लेने के लिए एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को मौके पर भेजा गया था। इस रिपोर्ट को बहाना बनाकर ही राज्य सरकार ने नागपाल को धार्मिक सदभाव बिगाड़ने का आरोपी ठहराकर सस्पेंड किया, जबकि इस रिपोर्ट में दीवार गिराए जाने के वक्त मौजूदगी की बात है ही नहीं। | संक्षिप्त सारांश: जिस लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने दुर्गा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, उसी रिपोर्ट में साफ लिखा है कि दीवार गिरने के बाद दुर्गा हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंची थीं। | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: असम के विश्वनाथ जिले में कथित तौर पर गोमांस बेचने पर भीड़ द्वारा एक मुस्लिम बुजुर्ग के साथ मारपीट करने की घटना सामने आई है. घटना का वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वह घुटनों पर बल बैठकर भीड़ से छोड़ने की भीख मांगता दिख रहा है. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत लिया है. सूत्रों ने बताया कि 68 वर्षीय शौकत अली से सड़क पर मारपीट की गई और स्थानीय लोगों ने उसे सजा के तौर पर सुअर का मीट भी खिलाया. अभी उसका सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है. NDTV वीडियो या आदमी पर हमला करने वाली भीड़ की प्रामाणिकता को सत्यापित नहीं कर सकता है.
जिला पुलिस के मुताबिक इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज करवाई गई हैं. इसमें से एक एफआईआर शौकत अली के भाई ने दर्ज करवाई है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी और वीडियो में दिख रहे लोगों की तलाश कर रही है. सूत्रों ने बताया कि शौकत अली से भीड़ ने पूछा कि क्या उसके पास गोमांस बेचने का लाइसेंस है? वीडियो में देखा जा सकता है भीड़ में एक व्यक्ति शौकत अली से पूछता है कि 'क्या तुम बांग्लादेशी हो? क्या तुम्हारा नाम एनआरसी में है?'
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में हालही में अधिकारियों ने गायों के कथित अवैध परिवहन और सार्वजनिक शांति भंग करने के लिए दो लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत मामला दर्ज किया था. कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के आने के बाद खंडवा जिले में गोहत्या के आरोपी तीन लोगों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की गई थी.
पुलिस के अनुसार आगर मालवा के बस स्टैंड क्षेत्र में 29 जनवरी को उस समय तनाव व्याप्त हो गया था, जब दो आरोपी अपने वाहनों से गायों को लेकर जा रहे थे. लोगों ने उनका विरोध किया था. बाद में पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. | संक्षिप्त पाठ: असम के विश्वनाथ जिले में मुस्लिम बुजुर्ग से मारपीट
गोमांस बेचने के शक में भीड़ ने मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई की
वीडियो वायरल होने के बाद 5 लोग को हिरासत में लिए गए | 27 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Ashwini Kumar Choubey) जो मंगलवार को पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा कर रहे थे, इसी दौरान किसी ने उनके चेहरे पर स्याही फेंक दी. अश्विनी चोबे ने इस घटना के बाद कहा, ''ना केवल मेरे ऊपर बल्कि पत्रकारों के ऊपर भी स्याही फेंकी गयी और इस घटना के पीछे वही लोग हैं जो पहले अपराध जगत में सक्रिय थे.'' एक रीजनल टीवी चैनल से बात करते हुए स्याही फेंकने वाले लड़के निशान्त झा ने कहा है कि उसका संबंध पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी (JAP) से है. साथ उसने कहा कि यह उसका व्यक्तिगत निर्णय था. हालांकि पप्पू यादव ने कहा कि वो ऐसे किसी व्यक्ति को नहीं जानते.
मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे पटना के अस्पतालों का दौरा करने पहुंचे थे. बताते चले कि बिहार में डेंगू का क़हर अभी भी जारी है. राजधानी पटना में डेंगू से प्रभावित लोगों की संख्या अब 1300 से अधिक हो गयी है. पटना में इस बीमारी से एक सात साल के बच्ची की जहां मौत हुई, वहीं भाजपा विधायक संजीव चौरसिया भी अब प्रभावित लोगों में से एक है. सोमवार को अकेले पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में जिन 294 सैम्पल की जांच हुई, उसमें 116 पॉजिटिव पाये गये.
पूरे स्थिति के बारे में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि पटना शहर में डेंगू मरीजों की अप्रत्याशित वृद्धि का सबसे बड़ा कारण मौसम में उतार-चढ़ाव और जल जमाव है. उन्होंने कहा कि डेंगू मरीज़ों के साथ साथ वायरल बुखार और चिकनगुनिया के भी मरीज़ों की संख्या बढ़ी है.
हालांकि उनका मानना है कि मौसम में ठंडक आने के साथ-साथ अब मरीज़ों की संख्या में कमी आएगी और बिहार के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस बार डेंगू के मरीज़ों में एक नया ट्रेंड देखा जा रहा है कि डेंगू के डंक के बावजूद मरीज़ का प्लेटलेट ज़्यादा नीचे नहीं जा रहा है. | संक्षिप्त सारांश: अश्विनी चौबे पर फेंकी गई स्याही
अस्पताल का दौरा करने पहुंचे थे केंद्रीय मंत्री
स्याही फेंकने वाला लड़का है निशान्त झा | 29 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: चेन्नई सुपर किंग्स टीम के साथ रविवार को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए आईपीएल-6 के फाइनल मुकाबले के दौरान धीमी ओवर गति को लेकर मुम्बई इंडियंस टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर 20 हजार डॉलर का जुर्माना लगाया गया।
मैच के अंत में पाया गया कि मुम्बई की टीम ने निर्धारित समय में तीन ओवर कम फेंके थे और इस कारण मैच रेफरी ने रोहित पर जुर्माना लगाने का फैसला किया।टिप्पणियां
रोहित की यह चूंकि पहली गलती थी, लिहाजा आईपीएल की आचार संहिता के तहत उन पर 20 हजार डॉलर जुर्माना लगाया गया।
उल्लेखनीय है कि मुम्बई इंडियंस टीम ने खिताबी मुकाबले में सुपर किंग्स पर 23 रनों से जीत हासिल की और पहली बार इस खिताब पर कब्जा जमाया। सुपर किंग्स महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में तीसरी बार खिताब जीतने से चूक गई। यह टीम पांचवीं बार फाइनल में पहुंची थी।
मैच के अंत में पाया गया कि मुम्बई की टीम ने निर्धारित समय में तीन ओवर कम फेंके थे और इस कारण मैच रेफरी ने रोहित पर जुर्माना लगाने का फैसला किया।टिप्पणियां
रोहित की यह चूंकि पहली गलती थी, लिहाजा आईपीएल की आचार संहिता के तहत उन पर 20 हजार डॉलर जुर्माना लगाया गया।
उल्लेखनीय है कि मुम्बई इंडियंस टीम ने खिताबी मुकाबले में सुपर किंग्स पर 23 रनों से जीत हासिल की और पहली बार इस खिताब पर कब्जा जमाया। सुपर किंग्स महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में तीसरी बार खिताब जीतने से चूक गई। यह टीम पांचवीं बार फाइनल में पहुंची थी।
रोहित की यह चूंकि पहली गलती थी, लिहाजा आईपीएल की आचार संहिता के तहत उन पर 20 हजार डॉलर जुर्माना लगाया गया।
उल्लेखनीय है कि मुम्बई इंडियंस टीम ने खिताबी मुकाबले में सुपर किंग्स पर 23 रनों से जीत हासिल की और पहली बार इस खिताब पर कब्जा जमाया। सुपर किंग्स महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में तीसरी बार खिताब जीतने से चूक गई। यह टीम पांचवीं बार फाइनल में पहुंची थी।
उल्लेखनीय है कि मुम्बई इंडियंस टीम ने खिताबी मुकाबले में सुपर किंग्स पर 23 रनों से जीत हासिल की और पहली बार इस खिताब पर कब्जा जमाया। सुपर किंग्स महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में तीसरी बार खिताब जीतने से चूक गई। यह टीम पांचवीं बार फाइनल में पहुंची थी। | संक्षिप्त सारांश: चेन्नई सुपर किंग्स टीम के साथ रविवार को ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए आईपीएल-6 के फाइनल मुकाबले के दौरान धीमी ओवर गति को लेकर मुम्बई इंडियंस टीम के कप्तान रोहित शर्मा पर 20 हजार डॉलर का जुर्माना लगाया गया। | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: यूनूस खान की आकर्षक पारी और अपना तीसरा मैच खेल रहे तेज गेंदबाज अयाज चीमा की उम्दा गेंदबाजी से पाकिस्तान ने बुधवार को तीसरे और अंतिम वनडे में जिम्बाब्वे को 28 रन से हराकर तीन मैचों की शृंखला में क्लीन स्वीप किया। इससे पहले एकमात्र टेस्ट में भी जीत दर्ज करने वाले पाकिस्तान ने टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए यूनुस (81 रन) और असद शाफिक (51 रन) के अर्धशतकों की मदद से पांच विकेट पर 270 रन बनाए। इसके जवाब में जिम्बाब्वे अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रहा और नौ विकेट पर 242 रन ही बना पाया। मैन ऑफ द मैच चीमा ने 43 रन देकर चार विकेट लिए, जबकि अपना पहला मैच खेल रहे यासिर शाह को दो विकेट मिले। चामू चिभाभा (62) और बुसी सिबांडा (59) ने पहले विकेट के लिए 110 रन जोड़कर जिम्बाब्वे को अच्छी शुरुआत दिलाई। यासिर शाह ने सिबांडा को आउट करके यह साझेदारी तोड़ी। जिसके बाद जिम्बाब्वे ने नियमित अंतराल में विकेट गंवाए। उसके बल्लेबाजों पर रन रेट बढ़ने से दबाव बढ़ रहा था, जिसका पाकिस्तानी गेंदबाजों ने पूरा फायदा उठाया। चीमा ने कप्तान ब्रेंडन टेलर को अपना पहला शिकार बनाया और उसके बाद निचले क्रम के बल्लेबाजों को अधिक देर तक नहीं टिकने दिया। | संक्षिप्त सारांश: पाकिस्तान ने बुधवार को तीसरे और अंतिम वनडे में जिम्बाब्वे को 28 रन से हराकर तीन मैचों की शृंखला में क्लीन स्वीप किया। | 29 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: कंपाला में जारी दंगे के दौरान पुलिस की ओर से छोड़े गए आंसू गैस के गोले और गोलीबारी में 2 लोगों की मौत हो गई तथा अन्य कई लोग घायल हो गए। इम मामले में सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दंगाइयों ने सड़क पर लगे अवरोधकों को आग लगा दी। विपक्ष के नेता किजा बेसिगे पर आंसू गैस छोड़े जाने और पुलिस द्वारा उनकी कार तोड़कर उन्हें गिरफ्तार किए जाने के बाद ये दंगे शुरू हुए हैं। पुलिस ने इस महीने किजा को चौथी बार गिरफ्तार किया है। युगांडा के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने शुक्रवार को हुए दंगों के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 360 लोगों को गिरफ्तार किया है। गृह मंत्री किरूंडा किवेजिनजा ने कहा कि पुलिस बलों ने संविधान के दायरे में रहते हुए कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए कार्रवाई की है। सड़कों पर लगे अवरोधक हटा दिए गए हैं और भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया है। उन्होंने पुलिस की गोलीबारी पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया और कहा कि मामले की जांच की जाएगी। युगांडा में रेडक्रास सोसायटी का कहना है कि दंगे में 2 लोग मारे गए हैं और 143 अन्य घायल हुए हैं। | यह एक सारांश है: कंपाला में जारी दंगे के दौरान पुलिस की ओर से छोड़े गए आंसू गैस के गोले और गोलीबारी में 2 लोगों की मौत हो गई तथा अन्य कई लोग घायल हो गए। | 24 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत ने विश्व समुदाय से आतंकवाद पर एक अंतरराष्ट्रीय समझौते को अपनाने में तेजी लाकर आतंकवाद के बढ़ते खतरे से लड़ने के लिए प्रयासों को 'बढ़ाने' को कहा है. भारत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों को इसके खतरे की 'गंभीरता' को मानना चाहिए.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के मिशन के वरिष्ठ अधिकारी श्रीनिवास प्रसाद ने यहां कहा कि आतंकवाद का सबसे पुराना पीड़ित होने के नाते भारत संयुक्त राष्ट्र और इसके सदस्यों से गुजारिश करता है कि इस खतरे की गंभीरता को स्वीकारें और वैश्विक शांति के लिए इस अभिशाप से लड़ने की हमारी कोशिशों को व्यावहरिक और निरंतर तरीके से बढ़ाएं.
मिशन की वेबसाइट पर डाली गई टिप्पणी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि प्रस्तावित आतंकवाद पर वैश्विक संधि 'अतंरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक समझौते' पर हस्ताक्षर करने की एक प्रतिबद्धता है, जिस पर काफी चर्चा हुई है. यह इस दिशा में आगे की ओर एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
'कल्चर ऑफ पीस' पर एक उच्च स्तरीय फोरम को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कल कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ आज वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है तथा समाजों और यह वैश्विक व्यवस्था को 'अस्थिर' करता है. टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि इस खतरे को दुनिया के एक हिस्से में रोका नहीं जा सकता है और यह दुनिया के सभी भागों में फैलेगा. यूरोप, अफ्रीका, तुर्की, बांग्लादेश और आफगानिस्तान में हाल हुए आतंकी हमले यह दर्शाते हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संयुक्त राष्ट्र में भारत के मिशन के वरिष्ठ अधिकारी श्रीनिवास प्रसाद ने यहां कहा कि आतंकवाद का सबसे पुराना पीड़ित होने के नाते भारत संयुक्त राष्ट्र और इसके सदस्यों से गुजारिश करता है कि इस खतरे की गंभीरता को स्वीकारें और वैश्विक शांति के लिए इस अभिशाप से लड़ने की हमारी कोशिशों को व्यावहरिक और निरंतर तरीके से बढ़ाएं.
मिशन की वेबसाइट पर डाली गई टिप्पणी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि प्रस्तावित आतंकवाद पर वैश्विक संधि 'अतंरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक समझौते' पर हस्ताक्षर करने की एक प्रतिबद्धता है, जिस पर काफी चर्चा हुई है. यह इस दिशा में आगे की ओर एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
'कल्चर ऑफ पीस' पर एक उच्च स्तरीय फोरम को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कल कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ आज वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है तथा समाजों और यह वैश्विक व्यवस्था को 'अस्थिर' करता है. टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि इस खतरे को दुनिया के एक हिस्से में रोका नहीं जा सकता है और यह दुनिया के सभी भागों में फैलेगा. यूरोप, अफ्रीका, तुर्की, बांग्लादेश और आफगानिस्तान में हाल हुए आतंकी हमले यह दर्शाते हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मिशन की वेबसाइट पर डाली गई टिप्पणी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि प्रस्तावित आतंकवाद पर वैश्विक संधि 'अतंरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक समझौते' पर हस्ताक्षर करने की एक प्रतिबद्धता है, जिस पर काफी चर्चा हुई है. यह इस दिशा में आगे की ओर एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
'कल्चर ऑफ पीस' पर एक उच्च स्तरीय फोरम को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कल कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ आज वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है तथा समाजों और यह वैश्विक व्यवस्था को 'अस्थिर' करता है. टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि इस खतरे को दुनिया के एक हिस्से में रोका नहीं जा सकता है और यह दुनिया के सभी भागों में फैलेगा. यूरोप, अफ्रीका, तुर्की, बांग्लादेश और आफगानिस्तान में हाल हुए आतंकी हमले यह दर्शाते हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'कल्चर ऑफ पीस' पर एक उच्च स्तरीय फोरम को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कल कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ आज वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है तथा समाजों और यह वैश्विक व्यवस्था को 'अस्थिर' करता है. टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि इस खतरे को दुनिया के एक हिस्से में रोका नहीं जा सकता है और यह दुनिया के सभी भागों में फैलेगा. यूरोप, अफ्रीका, तुर्की, बांग्लादेश और आफगानिस्तान में हाल हुए आतंकी हमले यह दर्शाते हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि इस खतरे को दुनिया के एक हिस्से में रोका नहीं जा सकता है और यह दुनिया के सभी भागों में फैलेगा. यूरोप, अफ्रीका, तुर्की, बांग्लादेश और आफगानिस्तान में हाल हुए आतंकी हमले यह दर्शाते हैं.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यहाँ एक सारांश है:संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों को इसके खतरे की 'गंभीरता' को मानना चाहिए: भारत
UN में भारत के मिशन के वरिष्ठ अधिकारी श्रीनिवास प्रसाद ने यह बात कही
आतंक से लड़ने की हमारी कोशिशों को निरंतर तरीके से बढ़ाए : प्रसाद | 17 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: पिछले हफ्ते एक प्रतिष्ठित इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी के प्रबंध निदेशक के 19 साल के बेटे के अपहरण की गुत्थी सुलझ गई है. पुलिस ने जाल बिछाकर अपहरण करने वाले गिरोह के पांचों सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है.
किर्लोस्कर इलेक्ट्रॉनिक्स के के प्रबंध निदेशक विनायक बापट के इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे 19 साल के बेटे का अपहरण 23 अगस्त को हुआ था. बेंगलुरु में कालेजे से लौटते वक्त उसका अपहरण हो गया था. पुलिस को जैसे ही पता चला स्थानीय डीसीपी पीएस हर्षा के नेतृत्व में 10 टीमें तैयार की गईं. इन टीमों में साइबर पुलिस एक्सपर्ट भी शामिल किए गए.
सघन छापेमारी करके अगवा किए गए छात्र को यलहंका न्यू टाउन में रिहा कर दिया गया. लेकिन दूसरे दिन से अपहरण करने वाली गैंग छात्र की महिला मित्र से फिरौती मांगने लगी.
पुलिस कमिश्नर एनएस मेघारिक के मुताबिक पुलिस के कहने पर लड़की ने फिरौती की रकम तय करने के लिए अपहर्ताओं को एक खास जगह बुलाया. जिस ऑटो में वह वहां पहुंची उसमें ऑटो ड्राइवर के तौर पर पुलिस का सिपाही मौजूद था. जबकि आसपास टैक्सी ड्राइवर के रूप में कई पुलिस वाले मौजूद थे. टिप्पणियां
तयशुदा जगह पर पहुंचते ही लड़की ने प्लान के मुताबिक ऑटो ड्राइवर से झगड़ा शुरू कर दिया. अपहर्ताओं की गैंग का एक सदस्य जो इस लड़की से मिलने वहां आया था बीच-बचाव के लिए पहुंचा और पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसकी पहचान 26 साल के हसन डोंगरी के तौर पर हुई. उससे पूछताछ करने पर गिरोह के अन्य चार सदस्यों का पता चला. फिर 29 साल के मुनियप्पा, 32 साल के जगदीश, 19 साल के जगन्नाथ और 19 साल के केंचा की गिरफ्तारी हुई.
पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना मुनियप्पा एक कन्नड़ फिल्म में काम कर चुका था और वह फिल्म प्रोड्यूस करना चाहता था. इसके लिए उसने चैन स्नैचिंग का धंधा शुरू किया. बड़ी रकम की लालच में उसने इस किडनेपिंग को अंजाम दिया लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया.
किर्लोस्कर इलेक्ट्रॉनिक्स के के प्रबंध निदेशक विनायक बापट के इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे 19 साल के बेटे का अपहरण 23 अगस्त को हुआ था. बेंगलुरु में कालेजे से लौटते वक्त उसका अपहरण हो गया था. पुलिस को जैसे ही पता चला स्थानीय डीसीपी पीएस हर्षा के नेतृत्व में 10 टीमें तैयार की गईं. इन टीमों में साइबर पुलिस एक्सपर्ट भी शामिल किए गए.
सघन छापेमारी करके अगवा किए गए छात्र को यलहंका न्यू टाउन में रिहा कर दिया गया. लेकिन दूसरे दिन से अपहरण करने वाली गैंग छात्र की महिला मित्र से फिरौती मांगने लगी.
पुलिस कमिश्नर एनएस मेघारिक के मुताबिक पुलिस के कहने पर लड़की ने फिरौती की रकम तय करने के लिए अपहर्ताओं को एक खास जगह बुलाया. जिस ऑटो में वह वहां पहुंची उसमें ऑटो ड्राइवर के तौर पर पुलिस का सिपाही मौजूद था. जबकि आसपास टैक्सी ड्राइवर के रूप में कई पुलिस वाले मौजूद थे. टिप्पणियां
तयशुदा जगह पर पहुंचते ही लड़की ने प्लान के मुताबिक ऑटो ड्राइवर से झगड़ा शुरू कर दिया. अपहर्ताओं की गैंग का एक सदस्य जो इस लड़की से मिलने वहां आया था बीच-बचाव के लिए पहुंचा और पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसकी पहचान 26 साल के हसन डोंगरी के तौर पर हुई. उससे पूछताछ करने पर गिरोह के अन्य चार सदस्यों का पता चला. फिर 29 साल के मुनियप्पा, 32 साल के जगदीश, 19 साल के जगन्नाथ और 19 साल के केंचा की गिरफ्तारी हुई.
पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना मुनियप्पा एक कन्नड़ फिल्म में काम कर चुका था और वह फिल्म प्रोड्यूस करना चाहता था. इसके लिए उसने चैन स्नैचिंग का धंधा शुरू किया. बड़ी रकम की लालच में उसने इस किडनेपिंग को अंजाम दिया लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया.
सघन छापेमारी करके अगवा किए गए छात्र को यलहंका न्यू टाउन में रिहा कर दिया गया. लेकिन दूसरे दिन से अपहरण करने वाली गैंग छात्र की महिला मित्र से फिरौती मांगने लगी.
पुलिस कमिश्नर एनएस मेघारिक के मुताबिक पुलिस के कहने पर लड़की ने फिरौती की रकम तय करने के लिए अपहर्ताओं को एक खास जगह बुलाया. जिस ऑटो में वह वहां पहुंची उसमें ऑटो ड्राइवर के तौर पर पुलिस का सिपाही मौजूद था. जबकि आसपास टैक्सी ड्राइवर के रूप में कई पुलिस वाले मौजूद थे. टिप्पणियां
तयशुदा जगह पर पहुंचते ही लड़की ने प्लान के मुताबिक ऑटो ड्राइवर से झगड़ा शुरू कर दिया. अपहर्ताओं की गैंग का एक सदस्य जो इस लड़की से मिलने वहां आया था बीच-बचाव के लिए पहुंचा और पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसकी पहचान 26 साल के हसन डोंगरी के तौर पर हुई. उससे पूछताछ करने पर गिरोह के अन्य चार सदस्यों का पता चला. फिर 29 साल के मुनियप्पा, 32 साल के जगदीश, 19 साल के जगन्नाथ और 19 साल के केंचा की गिरफ्तारी हुई.
पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना मुनियप्पा एक कन्नड़ फिल्म में काम कर चुका था और वह फिल्म प्रोड्यूस करना चाहता था. इसके लिए उसने चैन स्नैचिंग का धंधा शुरू किया. बड़ी रकम की लालच में उसने इस किडनेपिंग को अंजाम दिया लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया.
पुलिस कमिश्नर एनएस मेघारिक के मुताबिक पुलिस के कहने पर लड़की ने फिरौती की रकम तय करने के लिए अपहर्ताओं को एक खास जगह बुलाया. जिस ऑटो में वह वहां पहुंची उसमें ऑटो ड्राइवर के तौर पर पुलिस का सिपाही मौजूद था. जबकि आसपास टैक्सी ड्राइवर के रूप में कई पुलिस वाले मौजूद थे. टिप्पणियां
तयशुदा जगह पर पहुंचते ही लड़की ने प्लान के मुताबिक ऑटो ड्राइवर से झगड़ा शुरू कर दिया. अपहर्ताओं की गैंग का एक सदस्य जो इस लड़की से मिलने वहां आया था बीच-बचाव के लिए पहुंचा और पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसकी पहचान 26 साल के हसन डोंगरी के तौर पर हुई. उससे पूछताछ करने पर गिरोह के अन्य चार सदस्यों का पता चला. फिर 29 साल के मुनियप्पा, 32 साल के जगदीश, 19 साल के जगन्नाथ और 19 साल के केंचा की गिरफ्तारी हुई.
पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना मुनियप्पा एक कन्नड़ फिल्म में काम कर चुका था और वह फिल्म प्रोड्यूस करना चाहता था. इसके लिए उसने चैन स्नैचिंग का धंधा शुरू किया. बड़ी रकम की लालच में उसने इस किडनेपिंग को अंजाम दिया लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया.
तयशुदा जगह पर पहुंचते ही लड़की ने प्लान के मुताबिक ऑटो ड्राइवर से झगड़ा शुरू कर दिया. अपहर्ताओं की गैंग का एक सदस्य जो इस लड़की से मिलने वहां आया था बीच-बचाव के लिए पहुंचा और पुलिस के हत्थे चढ़ गया. उसकी पहचान 26 साल के हसन डोंगरी के तौर पर हुई. उससे पूछताछ करने पर गिरोह के अन्य चार सदस्यों का पता चला. फिर 29 साल के मुनियप्पा, 32 साल के जगदीश, 19 साल के जगन्नाथ और 19 साल के केंचा की गिरफ्तारी हुई.
पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना मुनियप्पा एक कन्नड़ फिल्म में काम कर चुका था और वह फिल्म प्रोड्यूस करना चाहता था. इसके लिए उसने चैन स्नैचिंग का धंधा शुरू किया. बड़ी रकम की लालच में उसने इस किडनेपिंग को अंजाम दिया लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया.
पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना मुनियप्पा एक कन्नड़ फिल्म में काम कर चुका था और वह फिल्म प्रोड्यूस करना चाहता था. इसके लिए उसने चैन स्नैचिंग का धंधा शुरू किया. बड़ी रकम की लालच में उसने इस किडनेपिंग को अंजाम दिया लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया. | संक्षिप्त पाठ: उद्यमी के पुत्र का 23 अगस्त को किया गया था अपहरण
पुलिस की टीम ने पुख्ता योजना बनाकर फंसाया जाल में
चैन लूट की वारदातों के बाद बड़ी रकम के लिए किया अपहरण | 30 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब में पार्टी के प्रचार के लिए 20 से 30 नवंबर तक कुल 21 रैलियां करेंगे.
पार्टी के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा, ‘‘केजरीवाल राज्य के अलग-अलग भागों में 21 रैलियों को संबोधित करने के लिए 20 से 30 नवंबर तक पंजाब में होंगे.’’ उन्होंने कहा कि वह पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के प्रतिनिधित्व वाली सीट सलालाबाद से प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे और 30 नवंबर को गुरदासपुर में पंजाब का अपना दौरा समाप्त करेंगे.टिप्पणियां
प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल बठिंडा, मोगा, मुक्तसर, संगरूर, रूपनगर, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर, पठानकोट, अमृतसर और तरणतारण जाएंगे. आप की नजरें राज्य के 2017 विधानसभा चुनावों के बाद पंजाब में सत्ता हासिल करने पर है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पार्टी के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा, ‘‘केजरीवाल राज्य के अलग-अलग भागों में 21 रैलियों को संबोधित करने के लिए 20 से 30 नवंबर तक पंजाब में होंगे.’’ उन्होंने कहा कि वह पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के प्रतिनिधित्व वाली सीट सलालाबाद से प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे और 30 नवंबर को गुरदासपुर में पंजाब का अपना दौरा समाप्त करेंगे.टिप्पणियां
प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल बठिंडा, मोगा, मुक्तसर, संगरूर, रूपनगर, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर, पठानकोट, अमृतसर और तरणतारण जाएंगे. आप की नजरें राज्य के 2017 विधानसभा चुनावों के बाद पंजाब में सत्ता हासिल करने पर है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल बठिंडा, मोगा, मुक्तसर, संगरूर, रूपनगर, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर, पठानकोट, अमृतसर और तरणतारण जाएंगे. आप की नजरें राज्य के 2017 विधानसभा चुनावों के बाद पंजाब में सत्ता हासिल करने पर है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यह एक सारांश है: सलालाबाद से प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे
गुरदासपुर में पंजाब का दौरा समाप्त करेंगे
पंजाब विधानसभा चुनावों में सत्ता हासिल करने की जुगत | 21 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान सरकार को हटाने की मांग को लेकर हजारों समर्थकों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मौलवी ताहिर उल कादरी के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
इस्लामाबाद में प्रदर्शन स्थल पर पुलिस अधिकारियों पर हमला करने पर कोहसार पुलिस थाने में कादरी और 70 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि एक स्थानीय मजिस्ट्रेट द्वारा कादरी के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
सूत्र ने कहा कि अधिकारी कादरी को गिरफ्तार करने के लिए गृहमंत्री रहमान मलिक की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं।
एक सूत्र ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जा रहा है और फिलहाल सरकार की इस बारे में एक राय नहीं है कि कादरी के साथ बातचीत की जाए या उन्हें गिरफ्तार किया जाए। सूत्र ने कहा कि इस संबंध में जल्द कोई फैसला किया जा सकता है।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि कादरी और अन्य के खिलाफ हत्या का प्रयास, सरकार के क्रियाकलाप में हस्तक्षेप, पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर शांति भंग करने संबंधी प्रावधानांे के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन लाहौर से इस्लामाबाद तक के ‘लंबे मार्च’ के लिए कादरी को सुरक्षित रास्ता देने को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नजरबंद किया गया होता तो केवल कुछ समर्थक ही सड़कों पर आए होते।
पीपीपी नेता ने कहा कि पीएमएलएन को संदेह था कि पीपीपी मई में होने वाले आम चुनावों को टालना चाहती है जिससे गलत फैसला किया गया।
नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर पीएमएलएन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृहमंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है।
इस्लामाबाद में प्रदर्शन स्थल पर पुलिस अधिकारियों पर हमला करने पर कोहसार पुलिस थाने में कादरी और 70 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि एक स्थानीय मजिस्ट्रेट द्वारा कादरी के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
सूत्र ने कहा कि अधिकारी कादरी को गिरफ्तार करने के लिए गृहमंत्री रहमान मलिक की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं।
एक सूत्र ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जा रहा है और फिलहाल सरकार की इस बारे में एक राय नहीं है कि कादरी के साथ बातचीत की जाए या उन्हें गिरफ्तार किया जाए। सूत्र ने कहा कि इस संबंध में जल्द कोई फैसला किया जा सकता है।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि कादरी और अन्य के खिलाफ हत्या का प्रयास, सरकार के क्रियाकलाप में हस्तक्षेप, पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर शांति भंग करने संबंधी प्रावधानांे के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन लाहौर से इस्लामाबाद तक के ‘लंबे मार्च’ के लिए कादरी को सुरक्षित रास्ता देने को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नजरबंद किया गया होता तो केवल कुछ समर्थक ही सड़कों पर आए होते।
पीपीपी नेता ने कहा कि पीएमएलएन को संदेह था कि पीपीपी मई में होने वाले आम चुनावों को टालना चाहती है जिससे गलत फैसला किया गया।
नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर पीएमएलएन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृहमंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है।
घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि एक स्थानीय मजिस्ट्रेट द्वारा कादरी के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
सूत्र ने कहा कि अधिकारी कादरी को गिरफ्तार करने के लिए गृहमंत्री रहमान मलिक की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं।
एक सूत्र ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जा रहा है और फिलहाल सरकार की इस बारे में एक राय नहीं है कि कादरी के साथ बातचीत की जाए या उन्हें गिरफ्तार किया जाए। सूत्र ने कहा कि इस संबंध में जल्द कोई फैसला किया जा सकता है।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि कादरी और अन्य के खिलाफ हत्या का प्रयास, सरकार के क्रियाकलाप में हस्तक्षेप, पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर शांति भंग करने संबंधी प्रावधानांे के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन लाहौर से इस्लामाबाद तक के ‘लंबे मार्च’ के लिए कादरी को सुरक्षित रास्ता देने को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नजरबंद किया गया होता तो केवल कुछ समर्थक ही सड़कों पर आए होते।
पीपीपी नेता ने कहा कि पीएमएलएन को संदेह था कि पीपीपी मई में होने वाले आम चुनावों को टालना चाहती है जिससे गलत फैसला किया गया।
नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर पीएमएलएन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृहमंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है।
सूत्र ने कहा कि अधिकारी कादरी को गिरफ्तार करने के लिए गृहमंत्री रहमान मलिक की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं।
एक सूत्र ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जा रहा है और फिलहाल सरकार की इस बारे में एक राय नहीं है कि कादरी के साथ बातचीत की जाए या उन्हें गिरफ्तार किया जाए। सूत्र ने कहा कि इस संबंध में जल्द कोई फैसला किया जा सकता है।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि कादरी और अन्य के खिलाफ हत्या का प्रयास, सरकार के क्रियाकलाप में हस्तक्षेप, पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर शांति भंग करने संबंधी प्रावधानांे के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन लाहौर से इस्लामाबाद तक के ‘लंबे मार्च’ के लिए कादरी को सुरक्षित रास्ता देने को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नजरबंद किया गया होता तो केवल कुछ समर्थक ही सड़कों पर आए होते।
पीपीपी नेता ने कहा कि पीएमएलएन को संदेह था कि पीपीपी मई में होने वाले आम चुनावों को टालना चाहती है जिससे गलत फैसला किया गया।
नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर पीएमएलएन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृहमंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है।
एक सूत्र ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जा रहा है और फिलहाल सरकार की इस बारे में एक राय नहीं है कि कादरी के साथ बातचीत की जाए या उन्हें गिरफ्तार किया जाए। सूत्र ने कहा कि इस संबंध में जल्द कोई फैसला किया जा सकता है।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि कादरी और अन्य के खिलाफ हत्या का प्रयास, सरकार के क्रियाकलाप में हस्तक्षेप, पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर शांति भंग करने संबंधी प्रावधानांे के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन लाहौर से इस्लामाबाद तक के ‘लंबे मार्च’ के लिए कादरी को सुरक्षित रास्ता देने को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नजरबंद किया गया होता तो केवल कुछ समर्थक ही सड़कों पर आए होते।
पीपीपी नेता ने कहा कि पीएमएलएन को संदेह था कि पीपीपी मई में होने वाले आम चुनावों को टालना चाहती है जिससे गलत फैसला किया गया।
नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर पीएमएलएन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृहमंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है।
एक अन्य सूत्र ने कहा कि कादरी और अन्य के खिलाफ हत्या का प्रयास, सरकार के क्रियाकलाप में हस्तक्षेप, पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर शांति भंग करने संबंधी प्रावधानांे के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन लाहौर से इस्लामाबाद तक के ‘लंबे मार्च’ के लिए कादरी को सुरक्षित रास्ता देने को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नजरबंद किया गया होता तो केवल कुछ समर्थक ही सड़कों पर आए होते।
पीपीपी नेता ने कहा कि पीएमएलएन को संदेह था कि पीपीपी मई में होने वाले आम चुनावों को टालना चाहती है जिससे गलत फैसला किया गया।
नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर पीएमएलएन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृहमंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है।
सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन लाहौर से इस्लामाबाद तक के ‘लंबे मार्च’ के लिए कादरी को सुरक्षित रास्ता देने को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।
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पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।
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नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
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पीपीपी नेता ने कहा कि पीएमएलएन को संदेह था कि पीपीपी मई में होने वाले आम चुनावों को टालना चाहती है जिससे गलत फैसला किया गया।
नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
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नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
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नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएलएन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर पीएमएलएन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृहमंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है।
वहीं दूसरी ओर पीएमएलएन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृहमंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है।
पीएमएलएन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है। | संक्षिप्त सारांश: पाकिस्तान सरकार को हटाने की मांग को लेकर हजारों समर्थकों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मौलवी ताहिर उल कादरी के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: कर्नाटक में एक दिल दहला देने वाली घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है. यहां एक मंदिर के अंदर एक व्यक्ति चाकू लेकर महिला पर टूट पड़ा. कुछ अन्य लोगों के बीच बचाव करने पर हमलावर को किसी तरह रोका गया.
कोटिलिंगेश्वरी मंदिर की अधिकारी कुमारी रविवार को हुए इस हमले में बच तो गई हैं, लेकिन उनके सिर पर चोट लगी है. यह मंदिर बेंगलुरु से करीब 70 किमी दूर कोलार में है.टिप्पणियां
पुलिस के अनुसार हमलावर का नाम संतोष है और उसकी उम्र 24 साल है. संतोष भी इसी मंदिर में काम करता है. सीसीटीवी में देखा जा सकता है कि संतोष पीछे से आकर बरामदे में खड़ी कुमारी पर हमला कर देता है.
संतोष को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस को आशंका है कि संतोष और कुमारी के बीच पुरानी आपसी रंजिश हो सकती है.
कोटिलिंगेश्वरी मंदिर की अधिकारी कुमारी रविवार को हुए इस हमले में बच तो गई हैं, लेकिन उनके सिर पर चोट लगी है. यह मंदिर बेंगलुरु से करीब 70 किमी दूर कोलार में है.टिप्पणियां
पुलिस के अनुसार हमलावर का नाम संतोष है और उसकी उम्र 24 साल है. संतोष भी इसी मंदिर में काम करता है. सीसीटीवी में देखा जा सकता है कि संतोष पीछे से आकर बरामदे में खड़ी कुमारी पर हमला कर देता है.
संतोष को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस को आशंका है कि संतोष और कुमारी के बीच पुरानी आपसी रंजिश हो सकती है.
पुलिस के अनुसार हमलावर का नाम संतोष है और उसकी उम्र 24 साल है. संतोष भी इसी मंदिर में काम करता है. सीसीटीवी में देखा जा सकता है कि संतोष पीछे से आकर बरामदे में खड़ी कुमारी पर हमला कर देता है.
संतोष को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस को आशंका है कि संतोष और कुमारी के बीच पुरानी आपसी रंजिश हो सकती है.
संतोष को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस को आशंका है कि संतोष और कुमारी के बीच पुरानी आपसी रंजिश हो सकती है. | सारांश: लोगों के बीच बचाव करने पर हमलावर को किसी तरह रोका गया
हमले में कुमारी के सिर पर चोट आयी है
हमलावर संतोष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है | 33 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: दुनिया के नंबर एक पुरुष टेनिस खिलाड़ी सर्बियाई नोवाक जोकोविक ने केवल तीन गेम गंवाकर शान से अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया, जबकि महिला वर्ग में मौजूदा चैम्पियन और शीर्ष वरीय अमेरिकी खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने कतई एकतरफा मुकाबले में जीत दर्ज करके टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में चीन की पांचवीं वरीयता प्राप्त ली ना के साथ रोचक मुकाबले की नींव रखी है। इस बीच, मौजूदा अमेरिकी ओपन चैम्पियन एंडी मरे को आगे बढ़ने के लिए चार सेट तक जूझना पड़ा।
शीर्ष वरीयता प्राप्त और वर्ष 2011 के चैम्पियन नोवाक जोकोविक ने स्पेन के मार्सेल गेनोलर्स को केवल 79 मिनट में 6-3, 6-0, 6-0 से हराकर लगातार 18वीं बार ग्रैंडस्लैम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। तीसरी वरीयता प्राप्त मरे ने लगातार तीसरे साल क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन उन्हें 64वीं रैंकिंग के उज्बेक खिलाड़ी डेनिस इस्तोमिन पर 6-7, 6-1, 6-4, 6-4 से जीत दर्ज करने के लिए पसीना बहाना पड़ा।
नोवाक जोकोविक का अगला मुकाबला 21वीं वरीयता प्राप्त रूसी खिलाड़ी तथा वर्ष 2006 और 2010 के सेमीफाइनलिस्ट मिखाइल यूज्नी से होगा। जोकोविच का उनके खिलाफ रिकार्ड 5-3 है। यूज्नी ने चार घंटे तक चले मुकाबले में वर्ष 2001 के चैम्पियन लेटन हेविट को 6-3, 3-6, 6-7, 6-4, 7-5 से हराया। यूज्नी ने चौथे और पांचवें सेट में शानदार वापसी की। वह चौथे सेट में एक समय 1-4 से, और पांचवें सेट में 2-5 से पीछे चल रहे थे।
उधर, स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका भी चेक गणराज्य के टामस बर्डिच को 3-6, 6-1, 7-6, 6-2 से हराकर अंतिम आठ में पहुंच गए हैं। वावरिंका को अब एंडी मरे का सामना करना है।
महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां
इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी।
सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था।
शीर्ष वरीयता प्राप्त और वर्ष 2011 के चैम्पियन नोवाक जोकोविक ने स्पेन के मार्सेल गेनोलर्स को केवल 79 मिनट में 6-3, 6-0, 6-0 से हराकर लगातार 18वीं बार ग्रैंडस्लैम क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। तीसरी वरीयता प्राप्त मरे ने लगातार तीसरे साल क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन उन्हें 64वीं रैंकिंग के उज्बेक खिलाड़ी डेनिस इस्तोमिन पर 6-7, 6-1, 6-4, 6-4 से जीत दर्ज करने के लिए पसीना बहाना पड़ा।
नोवाक जोकोविक का अगला मुकाबला 21वीं वरीयता प्राप्त रूसी खिलाड़ी तथा वर्ष 2006 और 2010 के सेमीफाइनलिस्ट मिखाइल यूज्नी से होगा। जोकोविच का उनके खिलाफ रिकार्ड 5-3 है। यूज्नी ने चार घंटे तक चले मुकाबले में वर्ष 2001 के चैम्पियन लेटन हेविट को 6-3, 3-6, 6-7, 6-4, 7-5 से हराया। यूज्नी ने चौथे और पांचवें सेट में शानदार वापसी की। वह चौथे सेट में एक समय 1-4 से, और पांचवें सेट में 2-5 से पीछे चल रहे थे।
उधर, स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका भी चेक गणराज्य के टामस बर्डिच को 3-6, 6-1, 7-6, 6-2 से हराकर अंतिम आठ में पहुंच गए हैं। वावरिंका को अब एंडी मरे का सामना करना है।
महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां
इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी।
सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था।
नोवाक जोकोविक का अगला मुकाबला 21वीं वरीयता प्राप्त रूसी खिलाड़ी तथा वर्ष 2006 और 2010 के सेमीफाइनलिस्ट मिखाइल यूज्नी से होगा। जोकोविच का उनके खिलाफ रिकार्ड 5-3 है। यूज्नी ने चार घंटे तक चले मुकाबले में वर्ष 2001 के चैम्पियन लेटन हेविट को 6-3, 3-6, 6-7, 6-4, 7-5 से हराया। यूज्नी ने चौथे और पांचवें सेट में शानदार वापसी की। वह चौथे सेट में एक समय 1-4 से, और पांचवें सेट में 2-5 से पीछे चल रहे थे।
उधर, स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका भी चेक गणराज्य के टामस बर्डिच को 3-6, 6-1, 7-6, 6-2 से हराकर अंतिम आठ में पहुंच गए हैं। वावरिंका को अब एंडी मरे का सामना करना है।
महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां
इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी।
सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था।
उधर, स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका भी चेक गणराज्य के टामस बर्डिच को 3-6, 6-1, 7-6, 6-2 से हराकर अंतिम आठ में पहुंच गए हैं। वावरिंका को अब एंडी मरे का सामना करना है।
महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां
इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी।
सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था।
महिला वर्ग में 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने 18वीं वरीयता प्राप्त कार्ला सुआरेज नवारो के खिलाफ कोर्ट पर पूरी तरह निर्ममता बरती, और स्पेन की खिलाड़ी को उसके 25वें जन्मदिन पर केवल 52 मिनट में 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। सेरेना ने कहा, ''मैं सेमीफाइनल में पहुंचकर बहुत खुश हूं... यह वास्तव में शानदार है...''टिप्पणियां
इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी।
सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था।
इसके विपरीत वर्ष 2011 की फ्रेंच ओपन चैम्पियन चीनी खिलाड़ी ली ना को तीन सेट तक जूझना पड़ा। उन्होंने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद रूस की 24वीं वरीय इकटेरिना मकरोवा को 6-4, 6-7, 6-2 से हराया। मौजूदा फ्रेंच ओपन चैम्पियन सेरेना का ली ना के खिलाफ रिकार्ड 8-1 है, लेकिन इन दोनों के बीच यूएस ओपन से पहले सिनसिनाटी में हुए मैच में चीनी खिलाड़ी ने 7-5, 7-5 से जीत दर्ज की थी।
सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था।
सेरेना विलियम्स ने कहा, ''वह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फार्म में है... यह बेहद कड़ा मैच होगा...'' अब तक पांच मैचों में केवल 13 गेम गंवाने वाली सेरेना ने यूएस ओपन के इतिहास में क्वार्टर फाइनल में सबसे अच्छी जीत की बराबरी की। इससे पहले, मार्टिना नवरातिलोवा ने वर्ष 1989 में बुल्गारिया की मनुएला मलीवा को 6-0, 6-0 से हराया था। | यहाँ एक सारांश है:शीर्ष वरीय नोवाक जोकोविक ने स्पेन के मार्सेल गेनोलर्स को 6-3, 6-0, 6-0 से हराया, जबकि 16 बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने स्पेन की कार्ला सुआरेज नवारो को 6-0, 6-0 से करारी शिकस्त दी। | 18 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: दुनिया भर के ढाई करोड़ कबीरपंथियों के लिए मगहर तीर्थ स्थल के तौर पर देखा जाता है. कबीर की इस नगरी यानि संत कबीर नगर में हिन्दू-मुसलमान कोई मुद्दा नहीं है बल्कि मगहर का विकास और स्थानीय बनाम बाहरी नेता के मुद्दे पर चुनाव लड़ा जा रहा है. संत कबीर नगर के कबीर पंथियों के मन में टीस है कि नेताओं ने वादे कई किए लेकिन विकास कुछ नहीं हुआ.
संत कबीर नगर जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर संत कबीर के परिनिर्माण स्थल मगहर में शाम का वक्त...
साईं इतना दीजिए जितना कुटुम समाए...की आवाज कबीर की समाधि के पास से उठने लगी थी. मैं मगहर में कबीर के समाधि भवन के अंदर दाखिल हुआ तो कबीर पंथियों की एक टोली इकट्ठी थी. कबीर के दोहे गाने वालों में कबीर पंथी 56 साल के रुस्तम थे, तो तीस साल के पंकज गुप्ता भी शामिल थे. ये कबीर की शिक्षा ही है जहां नफरत की सियासत के बावजूद आज तक कभी दंगे नहीं हुए. ढाई करोड़ कबीर पंथियों के लिए मगहर में कबीर दास की यह समाधि और दूसरी तरफ उनकी मजार किसी ताजमहल से कम नहीं है. मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री ने मगहर पर चार सौ करोड़ खर्च करने का वादा किया. पुरानी सरकारों के भी इस तरह के कई बोर्ड यहां लगे मिले लेकिन उतना काम यहां नहीं दिख रहा है.
कबीर के दोहे गुनगुनाने वाले कबीरपंथी रुस्तम बताते हैं कि दुनिया में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां तमाम मजाहिब के लोग आते हों लेकिन सियासत के लोगों ने हमेशा कबीर को इस्तेमाल किया. पांच सौ साल पहले दी गई कबीर की शिक्षा पर यहां के लोग अमल करते हैं. आजादी के बाद आज तक कभी यहां दंगा नहीं हुआ जबकि यहां मुस्लिमों की आबादी भी करीब 26 फीसदी है. उन्हीं के बगल बैठे करीब चालीस साल के अंजुमन भी कहते हैं कि नेता कबीर की बात तो बहुत करते हैं लेकिन उनकी शिक्षाएं वे जीवन में नहीं उतार पाए. जिंदगी भर संत कबीर बनारस में रहे लेकिन शरीर त्याग करने के लिए वे मगहर आ गए थे. मगहर के बारे में अंधविश्वास था कि यहां मरने वाला शख्स अगले जन्म में गधा बनता है. इसी अंधविश्वास को तोड़ने के लिए संत कबीर ने मगहर में शरीर त्यागना उचित समझा. शाम को छह बज चुके थे मगहर में कबीर की समाधि के अंदर उनकी शिक्षाओं का पाठ हो रहा था....तो उनकी समाधि के बाहर एक टीवी चैनल के बुलावे पर आए नेता वोट लेने के लिए तू..तू-मैं...मैं....कर रहे थे.
संत कबीर नगर के पंकज गुप्ता बताते हैं कि यहां त्रिकोणीय मुकाबला है. अगर भालचंद्र यादव ने सवर्ण का ज्यादा वोट काटा तो बीजेपी और अगर यादव और मुसलमान वोट ज्यादा कटे तो गठबंधन के उम्मीदवार कुशल तिवारी की सीट खतरे में पड़ सकती है. लेकिन गठबंधन और बीजेपी को दमदार चुनौती भालचंद्र यादव दे रहे हैं. | यहाँ एक सारांश है:पांच सौ साल पहले दी गई कबीर की शिक्षा पर अमल कर रहे लोग
प्रधानमंत्री ने मगहर पर चार सौ करोड़ खर्च करने का वादा किया
गठबंधन और बीजेपी को दमदार चुनौती कांग्रेस के भालचंद्र यादव दे रहे | 4 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका में विनिर्मित वस्तुओं के लिए नए ठेके में दिसम्बर माह में 1.8 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई। नवम्बर में भी इसमें वृद्धि थी। यह जानकारी सोमवार को अमेरिका के वाणिज्य मंत्रालय ने दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक मौसमी विचलन को समायोजित करते हुए अमेरिका में फैक्ट्रियों का ठेका 8.6 अरब डॉलर अधिक 484.8 अरब डॉलर दर्ज किया गया। ठेके में पिछले चार में से तीन महीने में वृद्धि दर्ज की गई है।
कम से कम तीन सालों तक चलने वाली टिकाऊ या महंगी वस्तु की मांग दिसम्बर में 9.4 अरब डॉलर या 4.3 फीसदी अधिक 230 अरब डॉलर रही। इनमें कम्प्यूटर, कार तथा मशीनों जैसी वस्तुएं शामिल हैं।टिप्पणियां
खाद्य पदार्थ, कागजों के उत्पाद, पेट्रोलियम और कोयला उत्पादों जैसी गैर टिकाऊ वस्तुओं के लिए ठेका आलोच्य अवधि में हालांकि 0.8 अरब डॉलर या 0.3 फीसदी कम 254.8 अरब डॉलर दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी इंस्टीट्यूट ऑफ सप्लाई मैनेजमेंट द्वारा शुक्रवार को जारी एक अलग रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र में लगातार दूसरे माह विस्तार दर्ज किया गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक मौसमी विचलन को समायोजित करते हुए अमेरिका में फैक्ट्रियों का ठेका 8.6 अरब डॉलर अधिक 484.8 अरब डॉलर दर्ज किया गया। ठेके में पिछले चार में से तीन महीने में वृद्धि दर्ज की गई है।
कम से कम तीन सालों तक चलने वाली टिकाऊ या महंगी वस्तु की मांग दिसम्बर में 9.4 अरब डॉलर या 4.3 फीसदी अधिक 230 अरब डॉलर रही। इनमें कम्प्यूटर, कार तथा मशीनों जैसी वस्तुएं शामिल हैं।टिप्पणियां
खाद्य पदार्थ, कागजों के उत्पाद, पेट्रोलियम और कोयला उत्पादों जैसी गैर टिकाऊ वस्तुओं के लिए ठेका आलोच्य अवधि में हालांकि 0.8 अरब डॉलर या 0.3 फीसदी कम 254.8 अरब डॉलर दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी इंस्टीट्यूट ऑफ सप्लाई मैनेजमेंट द्वारा शुक्रवार को जारी एक अलग रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र में लगातार दूसरे माह विस्तार दर्ज किया गया है।
कम से कम तीन सालों तक चलने वाली टिकाऊ या महंगी वस्तु की मांग दिसम्बर में 9.4 अरब डॉलर या 4.3 फीसदी अधिक 230 अरब डॉलर रही। इनमें कम्प्यूटर, कार तथा मशीनों जैसी वस्तुएं शामिल हैं।टिप्पणियां
खाद्य पदार्थ, कागजों के उत्पाद, पेट्रोलियम और कोयला उत्पादों जैसी गैर टिकाऊ वस्तुओं के लिए ठेका आलोच्य अवधि में हालांकि 0.8 अरब डॉलर या 0.3 फीसदी कम 254.8 अरब डॉलर दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी इंस्टीट्यूट ऑफ सप्लाई मैनेजमेंट द्वारा शुक्रवार को जारी एक अलग रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र में लगातार दूसरे माह विस्तार दर्ज किया गया है।
खाद्य पदार्थ, कागजों के उत्पाद, पेट्रोलियम और कोयला उत्पादों जैसी गैर टिकाऊ वस्तुओं के लिए ठेका आलोच्य अवधि में हालांकि 0.8 अरब डॉलर या 0.3 फीसदी कम 254.8 अरब डॉलर दर्ज किया गया।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी इंस्टीट्यूट ऑफ सप्लाई मैनेजमेंट द्वारा शुक्रवार को जारी एक अलग रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र में लगातार दूसरे माह विस्तार दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी इंस्टीट्यूट ऑफ सप्लाई मैनेजमेंट द्वारा शुक्रवार को जारी एक अलग रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र में लगातार दूसरे माह विस्तार दर्ज किया गया है। | अमेरिका में विनिर्मित वस्तुओं के लिए नए ठेके में दिसम्बर माह में 1.8 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई। नवम्बर में भी इसमें वृद्धि थी। | 34 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अपने फिल्मी करियर में दूसरी बार सिनेमा के सबसे बड़े पुरस्कार 'ऑस्कर अवॉर्ड्स' का हिस्सा बनी प्रियंका चोपड़ा ऑस्कर के रेड कारपेट पर पूरी तरह छा गईं. 89वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में यूं तो प्रियंका चोपड़ा एक दर्शक बन कर शामिल हुईं लेकिन कईयों की निगाहें उनपर भी थीं. प्रियंका ने इस बार ऑस्कर के लिए सिलवर कलर का लुक चुना. सीधे बालों और बेहद कम ज्वेलरी के साथ भी प्रियंका चोपड़ा काफी सुंदर लग रही थीं. यही कारण था कि जब प्रियंका रेड कारपेट पर उतरी प्रियंका तो पिछले साल की तरह एक बार फिर उनके स्टाइल पर सारी निगाहें मुड़ गईं. हॉलीवुड में अपनी पारी शुरू कर चुकी प्रियंका चोपड़ा गोल्डन ग्लोब्स अवॉर्ड और पीपल्स चॉइस अवॉर्ड में धमाकेदार एंट्री के बाद प्रियंका ऑस्कर अवॉर्ड के रेड कारपेट पर पहुंचीं.टिप्पणियां
प्रियंका चोपड़ा ने यहां सिल्वर कलर का डिजाइनर राल्फ और रूसो का एक जियोमैट्रिक पैटर्न का ड्रेस पहना. ऐसे में प्रियंका ने इस ड्रेस के साथ सिर्फ एक स्टोन ईयररिंग पहने और उनके हाथों में सिलवर कलर के ही हेंडकाफ थें.
प्रियंका ने इस मौके पर अपने लिए सिलवर लुक चुना.
सभी फोटो- एएफपी.
अमेरिका में रविवार रात (भारत में सोमवार सुबह) की राज प्रियंका लॉस एंजेलिस में चल रहे ऑस्कर अवॉर्ड में डिजाइनर सिल्वर राल्फ और रुसो की ड्रेस में यहां पहुंची. इस ड्रेस में प्रियंका काफी खूबसूरत लग रही थीं. प्रियंका ने हमेशा की तरह यहां भी दोनों हाथ जोड़कर सभी को नमस्ते किया. प्रियंका ने यहां ज्यादा ज्वेलरी नहीं पहुनीं और वह सिर्फ ईयरिंग और हाथों में हेंडकफ पहने दिखाई दीं.
दो दिन पहले प्रियंका ने इंग्लिश रॉक बैंड 'द रॉलिंग स्टोन्स' के अगुआ मिक जैगर के साथ ली गयी एक सेल्फी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुये सब को इस बात की जानकारी दी कि वइ इस बार भी ऑस्कर का हिस्सा बनने वाली हैं. हवाई अड्डे के टर्मिनल के भीतर ली गयी तस्वीर को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुये प्रियंका ने लिखा है, 'ऑस्कर हम यहां आ गये हैं. मिक जैगर. ला ला लैंड.'
प्रियंका चोपड़ा ने यहां सिल्वर कलर का डिजाइनर राल्फ और रूसो का एक जियोमैट्रिक पैटर्न का ड्रेस पहना. ऐसे में प्रियंका ने इस ड्रेस के साथ सिर्फ एक स्टोन ईयररिंग पहने और उनके हाथों में सिलवर कलर के ही हेंडकाफ थें.
प्रियंका ने इस मौके पर अपने लिए सिलवर लुक चुना.
सभी फोटो- एएफपी.
अमेरिका में रविवार रात (भारत में सोमवार सुबह) की राज प्रियंका लॉस एंजेलिस में चल रहे ऑस्कर अवॉर्ड में डिजाइनर सिल्वर राल्फ और रुसो की ड्रेस में यहां पहुंची. इस ड्रेस में प्रियंका काफी खूबसूरत लग रही थीं. प्रियंका ने हमेशा की तरह यहां भी दोनों हाथ जोड़कर सभी को नमस्ते किया. प्रियंका ने यहां ज्यादा ज्वेलरी नहीं पहुनीं और वह सिर्फ ईयरिंग और हाथों में हेंडकफ पहने दिखाई दीं.
दो दिन पहले प्रियंका ने इंग्लिश रॉक बैंड 'द रॉलिंग स्टोन्स' के अगुआ मिक जैगर के साथ ली गयी एक सेल्फी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुये सब को इस बात की जानकारी दी कि वइ इस बार भी ऑस्कर का हिस्सा बनने वाली हैं. हवाई अड्डे के टर्मिनल के भीतर ली गयी तस्वीर को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुये प्रियंका ने लिखा है, 'ऑस्कर हम यहां आ गये हैं. मिक जैगर. ला ला लैंड.'
अमेरिका में रविवार रात (भारत में सोमवार सुबह) की राज प्रियंका लॉस एंजेलिस में चल रहे ऑस्कर अवॉर्ड में डिजाइनर सिल्वर राल्फ और रुसो की ड्रेस में यहां पहुंची. इस ड्रेस में प्रियंका काफी खूबसूरत लग रही थीं. प्रियंका ने हमेशा की तरह यहां भी दोनों हाथ जोड़कर सभी को नमस्ते किया. प्रियंका ने यहां ज्यादा ज्वेलरी नहीं पहुनीं और वह सिर्फ ईयरिंग और हाथों में हेंडकफ पहने दिखाई दीं.
दो दिन पहले प्रियंका ने इंग्लिश रॉक बैंड 'द रॉलिंग स्टोन्स' के अगुआ मिक जैगर के साथ ली गयी एक सेल्फी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुये सब को इस बात की जानकारी दी कि वइ इस बार भी ऑस्कर का हिस्सा बनने वाली हैं. हवाई अड्डे के टर्मिनल के भीतर ली गयी तस्वीर को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुये प्रियंका ने लिखा है, 'ऑस्कर हम यहां आ गये हैं. मिक जैगर. ला ला लैंड.' | यह एक सारांश है: प्रियंका चोपड़ा ने ऑस्कर के लिए चुना सिलवर कलर का लुक
डिजाइनर सिल्वर राल्फ और रुसो की ड्रेस में पहुंची प्रियंका चोपड़ा
इस साल दूसरी बार ऑस्कर का हिस्सा बनी हैं प्रियंका चोपड़ा | 9 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में कथित तौर पर एक किशोरी के साथ बलात्कार का प्रयास करने वाले चार युवकों ने उसे घर में ही जिंदा जला दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर युवकों की गिरफ्तारी की कोशिशें शुरू कर दी हैं। पुलिस के मुताबिक उघौती थाना क्षेत्र के घनसौली गांव में तिलक सिंह (25) ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पड़ोस की एक 16 वर्षीया किशोरी को जिंदा जला दिया। किशोरी के पिता का आरोप है कि 25 मार्च को उनकी बेटी को घर में अकेले पाकर तिलक सिंह ने बलात्कार करने की कोशिश की और असफल होने पर उसने साथियों की मदद से मिट्टी का तेल छिड़ककर उसे जला दिया और मौके से फरार हो गए। स्थानीय थाना-प्रभारी जमील मोहम्मद ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि पीड़िता ने रविवार रात इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। पीड़िता के पिता की शिकायत पर तिलक और उसके तीन साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है तथा उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। | संक्षिप्त पाठ: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में कथित तौर पर एक किशोरी के साथ बलात्कार का प्रयास करने वाले चार युवकों ने उसे घर में ही जिंदा जला दिया। | 13 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: ब्रिटिश विदेश विभाग ने कहा है कि सह-मेजबान यूक्रेन में न्याय व्यवस्था की बुरी स्थिति को लेकर उसकी सरकार ने पोलैंड और यूक्रेन की मेजबानी में हो रहे यूरो-2012 का बहिष्कार करने का फैसला किया है। जर्मनी, फ्रांस और यूरोपीयन कमिशन के सीनियर राजनितिज्ञों ने कहा है कि वे यूरो-2012 के लिए यूक्रेन का दौरा नहीं करेंगे। इन सबने यूक्रेन की जेल में बंद विपक्ष की नेता यूलिया तायमोशेंको के साथ हो रहे बुरे बर्ताव को लेकर विरोध करने का फैसला किया है। इसी को देखते हुए ब्रिटेन का कोई भी मंत्री ग्रुप स्तर पर होने वाले इंग्लैंड के मैच देखने यूक्रेन नहीं जाएगा।टिप्पणियां
नॉटआउट के लिए अगर इंग्लैंड क्वालीफाई करने में सफल रहा तो इस सम्बंध में नई रणनीति बनेगी। इसमें यह देखा जाएगा कि ये मैच पोलैंड में होते हैं या फिर यूक्रेन में। विदेश विभाग के प्रवक्ता ने एक ईमेल बयान में गुरुवार को कहां, "हमरा कोई भी मंत्री यूरो कप के मैच देखने नहीं जाएगा। इसका मतलब यह नहीं है कि हमारी सरकार इंग्लिश टीम का समर्थन या सहयोग नहीं करेगी।" सरकार यूरो कप में इंग्लिश टीम की भागीदारी का पूर्ण समर्थन करती है।
हम आशा करते हैं कि यह टूर्नामेंट इंग्लिश टीम और पोलैंड तथा यूक्रेन के प्रशंसकों के लिए सफल हो। यूलिया को प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप साबित होने के बाद सात साल के लिए जेल में रखा गया है। यूलिया ने शिकायत की है कि जेल में उनका इलाज नहीं होता और जेलकर्मी उनकी पिटाई तक करते हैं।
नॉटआउट के लिए अगर इंग्लैंड क्वालीफाई करने में सफल रहा तो इस सम्बंध में नई रणनीति बनेगी। इसमें यह देखा जाएगा कि ये मैच पोलैंड में होते हैं या फिर यूक्रेन में। विदेश विभाग के प्रवक्ता ने एक ईमेल बयान में गुरुवार को कहां, "हमरा कोई भी मंत्री यूरो कप के मैच देखने नहीं जाएगा। इसका मतलब यह नहीं है कि हमारी सरकार इंग्लिश टीम का समर्थन या सहयोग नहीं करेगी।" सरकार यूरो कप में इंग्लिश टीम की भागीदारी का पूर्ण समर्थन करती है।
हम आशा करते हैं कि यह टूर्नामेंट इंग्लिश टीम और पोलैंड तथा यूक्रेन के प्रशंसकों के लिए सफल हो। यूलिया को प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप साबित होने के बाद सात साल के लिए जेल में रखा गया है। यूलिया ने शिकायत की है कि जेल में उनका इलाज नहीं होता और जेलकर्मी उनकी पिटाई तक करते हैं।
हम आशा करते हैं कि यह टूर्नामेंट इंग्लिश टीम और पोलैंड तथा यूक्रेन के प्रशंसकों के लिए सफल हो। यूलिया को प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप साबित होने के बाद सात साल के लिए जेल में रखा गया है। यूलिया ने शिकायत की है कि जेल में उनका इलाज नहीं होता और जेलकर्मी उनकी पिटाई तक करते हैं। | संक्षिप्त सारांश: ब्रिटिश विदेश विभाग ने कहा है कि सह-मेजबान यूक्रेन में न्याय व्यवस्था की बुरी स्थिति को लेकर उसकी सरकार ने पोलैंड और यूक्रेन की मेजबानी में हो रहे यूरो-2012 का बहिष्कार करने का फैसला किया है। | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: एंटी-रोमियो दस्ते वाले उत्तर प्रदेश की पूर्व राजधानी रही इलाहाबाद के घूरपुर थाना क्षेत्र के अमरेहा बुदावां गांव में गुरुवार को तड़के सात साल की एक बच्ची के साथ चार लोगों ने कथित तौर पर बलात्कार किया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी के पीआरओ संदीप तिवारी ने बताया, ‘यह बच्ची अपनी मां के साथ आंगन में सो रही थी, तभी रात डेढ़ से दो बजे के बीच चार लोग इस बच्ची का मुंह दबाकर उठा ले गए और 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक खेत में उसका यौन शोषण किया.’ सुबह करीब 5:30 बजे घटनास्थल पर इस बच्ची के कराहने की आवाज सुनकर गांव के लोग एकत्र हुए और पीड़िता को उसकी मां के पास ले गए.
पुलिस ने कहा कि डाक्टरी जांच में यौन शोषण की पुष्टि हुई है और चार संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है. बच्ची की हालत नाजुक है. उन्होंने बताया कि इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 452, 363, 504, 506 और पोक्सो की संबद्ध धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.टिप्पणियां
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने घटनास्थल का दौरा किया और बच्ची के परिजनों से पूछताछ की. मुंबई में नौकरी करने वाले एक युवक के परिवार में यह घटना घटित हुई. परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी के पीआरओ संदीप तिवारी ने बताया, ‘यह बच्ची अपनी मां के साथ आंगन में सो रही थी, तभी रात डेढ़ से दो बजे के बीच चार लोग इस बच्ची का मुंह दबाकर उठा ले गए और 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक खेत में उसका यौन शोषण किया.’ सुबह करीब 5:30 बजे घटनास्थल पर इस बच्ची के कराहने की आवाज सुनकर गांव के लोग एकत्र हुए और पीड़िता को उसकी मां के पास ले गए.
पुलिस ने कहा कि डाक्टरी जांच में यौन शोषण की पुष्टि हुई है और चार संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है. बच्ची की हालत नाजुक है. उन्होंने बताया कि इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 452, 363, 504, 506 और पोक्सो की संबद्ध धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.टिप्पणियां
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने घटनास्थल का दौरा किया और बच्ची के परिजनों से पूछताछ की. मुंबई में नौकरी करने वाले एक युवक के परिवार में यह घटना घटित हुई. परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस ने कहा कि डाक्टरी जांच में यौन शोषण की पुष्टि हुई है और चार संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है. बच्ची की हालत नाजुक है. उन्होंने बताया कि इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 452, 363, 504, 506 और पोक्सो की संबद्ध धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है.टिप्पणियां
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने घटनास्थल का दौरा किया और बच्ची के परिजनों से पूछताछ की. मुंबई में नौकरी करने वाले एक युवक के परिवार में यह घटना घटित हुई. परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने घटनास्थल का दौरा किया और बच्ची के परिजनों से पूछताछ की. मुंबई में नौकरी करने वाले एक युवक के परिवार में यह घटना घटित हुई. परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सोती हुई बच्ची को घर से उठाकर किया सामूहिक दुष्कर्म
पुलिस ने चार संदिग्ध लोगों को इस अपराध के लिए हिरासत में लिया है
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पर जाकर हालात का जायजा लिया | 34 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: टीम इंडिया के लिए फिनिशर के रोल में अब कौन रहेगा? रांची वनडे में हार के बाद यह सवाल क्रिकेटप्रेमियों के दिमाग में उठ रहा है. रांची वनडे में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करने आए. पिछले मैच में 80 रनों की पारी खेलने वाली धोनी इस बार चूक गए.
ऐसे में मैच खत्म करने का दबाव और फिनिशर का रोल निभाने की ज़िम्मेदारी नंबर 5, 6 और 7 नंबर के बल्लेबाज़ों पर आ गई, लेकिन स्लो होते विकेट और हर ओवर बढ़ते रनरेट का दबाव युवा बल्लेबाज़ सह नहीं पाए. यह समस्या एक मैच की नहीं, अब हर मैच की बन सकती है क्योंकि धोनी अब ये रोल नहीं निभाएंगे...
तो सबसे बड़ा सवाल यहीं है कि फ़िनिशर के रोल में कौन होगा..मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या या फिर केदार जाधव. मौजूदा सीरीज की बात करें तो इस सीरीज़ में इन तीनों का बल्ले से प्रदर्शन ज्यादा उम्मीद नहीं बंधाता है. केदार ने इस सीरीज़ के 4 मैचों में 102.0 के स्ट्राइक रेट के साथ 51 रन बनाए हैं. इसी तरह मनीष पांडे के नाम इस सीरीज़ में अब तक 4 मैचों में 76 रन रहे हैं जबकि जबकि पांड्या ने 4 मैचों में 45 रन जोड़े. यह बात अलग है कि गेंद से पांड्या और केदार, दोनों ही हिट रहे
कप्तान धोनी ने भी माना कि " बैटिंग ऑर्डर में नीचे बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं है. स्ट्राइक रोटेट करने और बढ़ते रनरेट का दबाव रहता है. इन युवा क्रिकेटर्स को इस रोल में फिट होने के लिए थोड़ा वक्त लगेगा. टिप्पणियां
NDTV के क्रिकेट एक्सपर्ट और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के मुताबिक टीम इंडिया को नया फ़िनिशर मिलेगा लेकिन उससे पहले इन खिलाड़ियों पर विश्वास तो टीम मैनेजमेंट को रखना ही होगा. 'सनी' ने कहा कि "टीम मैनेजमेंट को नंबर 5, 6 और 7 के बल्लेबाज़ों में विश्वास रखना होगा. अक्षर पटेल को इन बल्लेबाज़ों से ऊपर भेजने का फैसला गलत था."
इस समस्या का एक हल सुरेश रैना की वापसी के बाद हो सकता है. रैना अनुभवी है और इस रोल को निभाने का दम रखते हैं. पांचवें नंबर पर रैना ने 91 मैचों में 35.32 की औसत के साथ 2402 रन बनाए हैं जबकि नंबर 6 पर खेले उन्होंने 68 मैचों में 35.54 की औसत के साथ1706 रन जोड़े हैं. अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में ज्यादा वक्त नहीं बचा है और मैच कौन फ़िनिश करेगा इसका जवाब टीम इंडिया के लिए बहुत ज़रूरी है.
ऐसे में मैच खत्म करने का दबाव और फिनिशर का रोल निभाने की ज़िम्मेदारी नंबर 5, 6 और 7 नंबर के बल्लेबाज़ों पर आ गई, लेकिन स्लो होते विकेट और हर ओवर बढ़ते रनरेट का दबाव युवा बल्लेबाज़ सह नहीं पाए. यह समस्या एक मैच की नहीं, अब हर मैच की बन सकती है क्योंकि धोनी अब ये रोल नहीं निभाएंगे...
तो सबसे बड़ा सवाल यहीं है कि फ़िनिशर के रोल में कौन होगा..मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या या फिर केदार जाधव. मौजूदा सीरीज की बात करें तो इस सीरीज़ में इन तीनों का बल्ले से प्रदर्शन ज्यादा उम्मीद नहीं बंधाता है. केदार ने इस सीरीज़ के 4 मैचों में 102.0 के स्ट्राइक रेट के साथ 51 रन बनाए हैं. इसी तरह मनीष पांडे के नाम इस सीरीज़ में अब तक 4 मैचों में 76 रन रहे हैं जबकि जबकि पांड्या ने 4 मैचों में 45 रन जोड़े. यह बात अलग है कि गेंद से पांड्या और केदार, दोनों ही हिट रहे
कप्तान धोनी ने भी माना कि " बैटिंग ऑर्डर में नीचे बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं है. स्ट्राइक रोटेट करने और बढ़ते रनरेट का दबाव रहता है. इन युवा क्रिकेटर्स को इस रोल में फिट होने के लिए थोड़ा वक्त लगेगा. टिप्पणियां
NDTV के क्रिकेट एक्सपर्ट और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के मुताबिक टीम इंडिया को नया फ़िनिशर मिलेगा लेकिन उससे पहले इन खिलाड़ियों पर विश्वास तो टीम मैनेजमेंट को रखना ही होगा. 'सनी' ने कहा कि "टीम मैनेजमेंट को नंबर 5, 6 और 7 के बल्लेबाज़ों में विश्वास रखना होगा. अक्षर पटेल को इन बल्लेबाज़ों से ऊपर भेजने का फैसला गलत था."
इस समस्या का एक हल सुरेश रैना की वापसी के बाद हो सकता है. रैना अनुभवी है और इस रोल को निभाने का दम रखते हैं. पांचवें नंबर पर रैना ने 91 मैचों में 35.32 की औसत के साथ 2402 रन बनाए हैं जबकि नंबर 6 पर खेले उन्होंने 68 मैचों में 35.54 की औसत के साथ1706 रन जोड़े हैं. अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में ज्यादा वक्त नहीं बचा है और मैच कौन फ़िनिश करेगा इसका जवाब टीम इंडिया के लिए बहुत ज़रूरी है.
तो सबसे बड़ा सवाल यहीं है कि फ़िनिशर के रोल में कौन होगा..मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या या फिर केदार जाधव. मौजूदा सीरीज की बात करें तो इस सीरीज़ में इन तीनों का बल्ले से प्रदर्शन ज्यादा उम्मीद नहीं बंधाता है. केदार ने इस सीरीज़ के 4 मैचों में 102.0 के स्ट्राइक रेट के साथ 51 रन बनाए हैं. इसी तरह मनीष पांडे के नाम इस सीरीज़ में अब तक 4 मैचों में 76 रन रहे हैं जबकि जबकि पांड्या ने 4 मैचों में 45 रन जोड़े. यह बात अलग है कि गेंद से पांड्या और केदार, दोनों ही हिट रहे
कप्तान धोनी ने भी माना कि " बैटिंग ऑर्डर में नीचे बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं है. स्ट्राइक रोटेट करने और बढ़ते रनरेट का दबाव रहता है. इन युवा क्रिकेटर्स को इस रोल में फिट होने के लिए थोड़ा वक्त लगेगा. टिप्पणियां
NDTV के क्रिकेट एक्सपर्ट और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के मुताबिक टीम इंडिया को नया फ़िनिशर मिलेगा लेकिन उससे पहले इन खिलाड़ियों पर विश्वास तो टीम मैनेजमेंट को रखना ही होगा. 'सनी' ने कहा कि "टीम मैनेजमेंट को नंबर 5, 6 और 7 के बल्लेबाज़ों में विश्वास रखना होगा. अक्षर पटेल को इन बल्लेबाज़ों से ऊपर भेजने का फैसला गलत था."
इस समस्या का एक हल सुरेश रैना की वापसी के बाद हो सकता है. रैना अनुभवी है और इस रोल को निभाने का दम रखते हैं. पांचवें नंबर पर रैना ने 91 मैचों में 35.32 की औसत के साथ 2402 रन बनाए हैं जबकि नंबर 6 पर खेले उन्होंने 68 मैचों में 35.54 की औसत के साथ1706 रन जोड़े हैं. अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में ज्यादा वक्त नहीं बचा है और मैच कौन फ़िनिश करेगा इसका जवाब टीम इंडिया के लिए बहुत ज़रूरी है.
कप्तान धोनी ने भी माना कि " बैटिंग ऑर्डर में नीचे बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं है. स्ट्राइक रोटेट करने और बढ़ते रनरेट का दबाव रहता है. इन युवा क्रिकेटर्स को इस रोल में फिट होने के लिए थोड़ा वक्त लगेगा. टिप्पणियां
NDTV के क्रिकेट एक्सपर्ट और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के मुताबिक टीम इंडिया को नया फ़िनिशर मिलेगा लेकिन उससे पहले इन खिलाड़ियों पर विश्वास तो टीम मैनेजमेंट को रखना ही होगा. 'सनी' ने कहा कि "टीम मैनेजमेंट को नंबर 5, 6 और 7 के बल्लेबाज़ों में विश्वास रखना होगा. अक्षर पटेल को इन बल्लेबाज़ों से ऊपर भेजने का फैसला गलत था."
इस समस्या का एक हल सुरेश रैना की वापसी के बाद हो सकता है. रैना अनुभवी है और इस रोल को निभाने का दम रखते हैं. पांचवें नंबर पर रैना ने 91 मैचों में 35.32 की औसत के साथ 2402 रन बनाए हैं जबकि नंबर 6 पर खेले उन्होंने 68 मैचों में 35.54 की औसत के साथ1706 रन जोड़े हैं. अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में ज्यादा वक्त नहीं बचा है और मैच कौन फ़िनिश करेगा इसका जवाब टीम इंडिया के लिए बहुत ज़रूरी है.
NDTV के क्रिकेट एक्सपर्ट और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के मुताबिक टीम इंडिया को नया फ़िनिशर मिलेगा लेकिन उससे पहले इन खिलाड़ियों पर विश्वास तो टीम मैनेजमेंट को रखना ही होगा. 'सनी' ने कहा कि "टीम मैनेजमेंट को नंबर 5, 6 और 7 के बल्लेबाज़ों में विश्वास रखना होगा. अक्षर पटेल को इन बल्लेबाज़ों से ऊपर भेजने का फैसला गलत था."
इस समस्या का एक हल सुरेश रैना की वापसी के बाद हो सकता है. रैना अनुभवी है और इस रोल को निभाने का दम रखते हैं. पांचवें नंबर पर रैना ने 91 मैचों में 35.32 की औसत के साथ 2402 रन बनाए हैं जबकि नंबर 6 पर खेले उन्होंने 68 मैचों में 35.54 की औसत के साथ1706 रन जोड़े हैं. अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में ज्यादा वक्त नहीं बचा है और मैच कौन फ़िनिश करेगा इसका जवाब टीम इंडिया के लिए बहुत ज़रूरी है.
इस समस्या का एक हल सुरेश रैना की वापसी के बाद हो सकता है. रैना अनुभवी है और इस रोल को निभाने का दम रखते हैं. पांचवें नंबर पर रैना ने 91 मैचों में 35.32 की औसत के साथ 2402 रन बनाए हैं जबकि नंबर 6 पर खेले उन्होंने 68 मैचों में 35.54 की औसत के साथ1706 रन जोड़े हैं. अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में ज्यादा वक्त नहीं बचा है और मैच कौन फ़िनिश करेगा इसका जवाब टीम इंडिया के लिए बहुत ज़रूरी है. | सारांश: मैच फिनिश करने की जिम्मेदारी अब अन्य बल्लेबाजों पर आई
पांडे, जाधव, पांड्या का बैट से प्रदर्शन नहीं रहा है कोई खास
सनी ने कहा, नया फिनिशर मिलेगा, नए प्लेयर्स पर भरोसा रखे मैनेजमेंट | 5 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आज दो हथियारबंद लोगों ने एक स्कूल में दाखिल होने की कोशिश की और इस दौरान गोलीबारी करके स्कूल के एक गार्ड को घायल कर दिया. हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने इन लोगों की कोशिशों को विफल कर दिया.
एक्सप्रेस न्यूज की खबर के अनुसार, 'दो सशस्त्र लोगों द्वारा बहावलनगर के हरूनाबाद इलाके में स्थित एक निजी स्कूल में दाखिल होने की कोशिश किए जाने के बाद डर और घबराहट फैल गई.'टिप्पणियां
खबरों के अनुसार, स्कूल में दाखिल होने की कोशिश के दौरान दोनों लोगों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी. हालांकि भारी संख्या में पुलिसबल मौके पर पहुंच गया और बंदूकधारी वहां से फरार हो गए. इस दौरान सभी छात्रों को स्कूल से सुरक्षित निकाल लिया गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक्सप्रेस न्यूज की खबर के अनुसार, 'दो सशस्त्र लोगों द्वारा बहावलनगर के हरूनाबाद इलाके में स्थित एक निजी स्कूल में दाखिल होने की कोशिश किए जाने के बाद डर और घबराहट फैल गई.'टिप्पणियां
खबरों के अनुसार, स्कूल में दाखिल होने की कोशिश के दौरान दोनों लोगों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी. हालांकि भारी संख्या में पुलिसबल मौके पर पहुंच गया और बंदूकधारी वहां से फरार हो गए. इस दौरान सभी छात्रों को स्कूल से सुरक्षित निकाल लिया गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
खबरों के अनुसार, स्कूल में दाखिल होने की कोशिश के दौरान दोनों लोगों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी. हालांकि भारी संख्या में पुलिसबल मौके पर पहुंच गया और बंदूकधारी वहां से फरार हो गए. इस दौरान सभी छात्रों को स्कूल से सुरक्षित निकाल लिया गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त सारांश: दो हथियारबंद लोगों ने एक स्कूल में दाखिल होने की कोशिश की
इस दौरान गोलीबारी करके स्कूल के एक गार्ड को घायल कर दिया
सुरक्षाकर्मियों ने इन लोगों की कोशिशों को विफल कर दिया | 29 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे एवं अंतिम चरण में 14 सीटों के लिए हुए मतदान में 84.8 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। उप चुनाव आयुक्त विनोद जुत्शी ने मतदान की समाप्ति के बाद बताया, प. बंगाल के बांकुड़ा, पुरुलिया और पश्चिमी मिदनापुर जिलों के 14 विधानसभा सीटों के लिए 84.8 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान बहुत ही शांतिपूर्ण रहा और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं है। उन्होंने बताया कि मतदान का प्रतिशत कुछ और बढ़ सकता है क्योंकि मतदान की समय सीमा समाप्त हो जाने के बाद भी अनेक मतदान केन्द्रों पर लोग वोट डालने के लिए लाइनों में लगे थे। गौरतलब है कि वर्ष 2006 में हुए विधानसभा चुनाव में इन निर्वाचन क्षेत्रों में 82.53 फीसदी और 2009 के लोकसभा चुनाव में 76.49 प्रतिशत मतदान हुआ था। सबसे ज्यादा 86.6 प्रतिशत मतदान प. मिदनापुर जिले में हुआ जबकि पुरुलिया जिले में 80.1 प्रतिशत और बाकुंड़ा जिले में 85.5 प्रतिशत मतदान हुआ। छठे चरण के इस मतदान से 97 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में कैद हो गया। इन उम्मीदवारों में राज्य की मंत्री सुसांता घोष और पीसीपीए नेता छत्रधर महतो शामिल हैं। अंतिम चरण में कुल 7 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में थीं। 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए इस बार 18 अप्रैल से 10 मई के बीच छह चरणों में चुनाव कराए गए। सभी सीटों के लिए मतगणना 13 मई को होगी। | यह एक सारांश है: प. बंगाल विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में 14 सीटों के लिए हुए मतदान में 84.8 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: बंबई हाईकोर्ट ने सोमवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से यह जानने की कोशिश की कि उसने घोटाले की मार झेल रहे पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा के लिए क्या कदम उठाए हैं. न्यायमूर्ति एस.सी. धर्माधिकारी और न्यायमूर्ति आर.आई. छागला की खंडपीठ बैंक के जमाकर्ताओं की ओर से दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है. इन याचिकाओं में आरबीआई की निकासी सीमा को चुनौती दी गई है. आरबीआई ने पीएमसी बैंक में कथित वित्तीय अनियमितता सामने आने के बाद नकद निकासी समेत अन्य प्रतिबंध लगाए थे.
सबसे पहले आरबीआई ने निकासी की सीमा छह महीने के लिए केवल 1000 रुपए तय की थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 10,000 रुपये और फिर बढ़ाकर 40,000 रुपये कर दिया गया था. पीठ ने सोमवार को कहा कि वह सिर्फ यह जानना चाहती है कि आरबीआई ने इस मामले में क्या किया है. अदालत ने कहा , "आरबीआई को इस बैंक के सभी कामों की जानकारी है. आरबीआई बैंकों का बैंक है और इस तरह के मुद्दों के लिए विशेषज्ञ निकाय है. हम आरबीआई के काम में बाधा नहीं डालना चाहते और न ही उसके अधिकारों को कम करना चाहते हैं."
न्यायालय ने कहा कि इस तरह के वित्तीय मामलों में आरबीआई ही न्यायाधीश होगा, न कि अदालत. अदालत ने आरबीआई को हफलनामा जमा करने का निर्देश दिया है और मामले में अगली सुनवाई के लिए 19 नवंबर की तारीख तय की है. न्यायालय ने इस मामले में किसी भी तरह की अंतरिम राहत देने से इनकार किया है.
एक याचिकाकर्ता ने न्यायालय से ग्राहकों को अपने लॉकरों का उपयोग करने की अनुमति देने का आरबीआई को निर्देश देने मांग की थी. अदालत ने किसी तरह का आदेश देने से मना करते हुए कहा, "वह लॉकर तक पहुंच की अनुमति नहीं दे सकता है. हम या फिर कोई भी आरबीआई को कार्रवाई करने से कैसे रोक सकते हैं?" अगर आरबीआई कहता है कि'' बैंक से दूर रहें '', तो ऐसा करें."
अदालत ने कहा कि जमाकर्ता अगर चाहें तो बैंक पर मुकदमा कर सकते हैं. पीठ ने कहा कि वकीलों को जमाकर्ताओं को झूठी उम्मीद नहीं देनी चाहिए कि अदालत उनकी मदद करेगी. न्यायमूर्ति धर्माधिकारी ने कहा, "अदालतें जादूगर नहीं है. जमाकर्ताओं को झूठी उम्मीद न दें." | यहाँ एक सारांश है:हाईकोर्ट ने पूछा- PMC बैंक के जमाकर्ताओं की मदद के लिए क्या कदम उठाए गए
छागला की खंडपीठ कर रही है याचिकाओं पर सुनवाई
याचिकाओं में आरबीआई की निकासी सीमा को चुनौती दी गई है | 4 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: खेल न सिर्फ खिलाड़ियों को जीत हासिल करने का गुर सिखाता है बल्कि एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील कैसे रहा जाए ये भी सिखाता है. ऐसा ही संदेश देता कुश्ती के मुकाबले का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रही है. इस वीडियो में सेरिब्रल पैल्सि से पीड़ित एक लड़का कुश्ती का मुकाबला लड़ रहा है और जीत हासिल करता है. बता दें कि सेरिब्रल पैल्सि (Cerebral Palsy) में रोगी को को इधर-उधर घूमने-फिरने और अपना संतुलन बना पाने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. वीडियो में जब एक 14 साल का पहलवान जो कि सेरिब्रल पैल्सि से पीड़ित है अपने प्रतिद्वंदी का मुकाबला करता है तो दर्शक उसके साथ-साथ प्रतिद्वंदी खिलाड़ी को भी प्रोत्साहित करते हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह वीडियो सेरिब्रल पैल्सि से पीड़ित 14 वर्षीय पहलवान ल्युकस लैकिना और उसके प्रतिद्वंदी ऑस्टिन स्क्रैंटन के कुश्ती के मुकाबले की है. वीडियो में देखा जा सकता है कि ल्युकस मैच के दौरान बार-बार अपना संतुलन गंवाते हैं और फिर भी हार नहीं मानते और मुकाबला में बने रहते हैं. हालांकि इस दौरान ल्युकस का प्रतिद्वंदी ऑस्टिन बहुत समझदारी से स्थिति को संभालता है और ध्यान रखता है कि ल्युकस को ज्यादा दर्द न हो.
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ल्युकस की मां ने फेसबुक पर मुकाबले की वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "ल्युकस ने आज रात बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. जिस लड़के से ल्युकस का मुकाबला था वह एनामोसा का है और बहुत अच्छा पहलवान है, उसका दिल बहुत बड़ा है और वह पूरे मैच के दौरान सब्र रखे रहा. उसने ल्युक्स के उन सभी दांव को चलने में मदद की जिसकी ल्युकस ने तैयारी की थी. मुझे सबसे अच्छी बात लगी जब उसने मैट के बाहर ल्युकस की मदद की. इसे ही सही मायनों में खेल की भावना कहते हैं." | संक्षिप्त सारांश: Cerebral Palsy में संतुलन बना पाने में होती है परेशानी.
पीड़ित पहलवान मैच के दौरान बार-बार अपना संतुलन गंवाकर भी हार नहीं मानता.
मुकाबले के दौरान विरोधी पहलवान ने भी लिया समझदारी से काम. | 8 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: पीएम मनमोहन सिंह ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में कहा कि सरकार का लक्ष्य होता है राष्ट्रहित में काम करे और जनता के भविष्य को सुरक्षित करे। अर्थव्यवस्था का विकास करने के लिए कदम उठाने पड़ते हैं। विकास कार्यों के लिए रकम जुटाने की जरूरत होती है। आज विश्व अर्थव्यवस्था मंदी से गुजर रही है और चीन भी इसका एहसास कर रहा है।
पीएम ने कहा, हमने भारत में मंदी पर काबू करने के लिए कदम उठाए हैं। हम तेल का 80 प्रतिशत आयात करते हैं इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ी कीमतों के चलते डीजल के दाम बढ़ाने पड़े।
मनमोहन सिंह ने कहा, पिछले साल तेल पर सब्सिडी एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये थी। इस साल दो लाख करोड़ हो जाती। पैसा कहां से आएगा। वित्तीय घाटा बढ़ जाएगा, इसलिए मजबूरी है कि तेल की कीमतें बढ़ाई जाएं। निवेशकों का विश्वास भारत में कम हो जाता। देश में पैसा नहीं आता। बेरोजगारी बढ़ जाती। देश को बाहर से कर्ज नहीं मिलता। ब्याज बढ़ जाता है, इसलिए अब उठाए गए कदमों के अच्छे नतीजे आएंगे।
उन्होंने कहा, पीएम होने के नाते यह जरूरी है कि मैं कड़े कदम उठाऊं। यूरोपीय देशों में तमाम संकट मुंह बाए खड़े हैं। अपना खर्च उठाने में सक्षम नहीं है। वेतन देने के लिए कर्ज मांग रहे हैं। मेरा वादा है कि भारत में ऐसा नहीं होने दूंगा। डीजल पर होने वाले घाटे को कम करने के लिए 17 रुपये मूल्य बढ़ाने की जरूरत है लेकिन हमने सिर्फ पांच रुपये बढ़ाए। पेट्रोल के दाम न बढ़ने देने के लिए हमने पेट्रोल पर टैक्स पांच रुपये तक कम किया है।
मनमोहन सिंह ने कहा, एलपीजी में आबादी के आधे लोग साल में छह सिलेंडर ही प्रयोग करते हैं, इसलिए सब्सिडी के सिलेंडर इतना देने का निर्णय लिया गया है। हमने मिट्टी के तेल की कीमत नहीं बढ़ने दिए हैं। हमारे यहां डीजल, एलपीजी, पेट्रोल के दाम पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल से कम हैं।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, रिटेल में एफडीआई से छोटे व्यापारियों के नुकसान नहीं पहुंचेगा। देश में पहले से ही बड़े खुदरा व्यापारी मौजूद है। एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में दोनों तरह के कारोबारी होते हैं। इससे किसानों को लाभ होगा। पीएम ने यह दलील भी दी कि जब से मॉल आए हैं, छोटी दुकानों की तादाद भी बढ़ी है। जो विदेशी कंपनी सीधा निवेश करेंगी उन्हें निवेश का पचास प्रतिशत हिस्सा नए स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट में लगाना होगा। इससे किसानों का लाभ होगा और देश में खाद्य प्रसंसकरण में मदद मिलेगी।
विपक्ष पर हमला करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल जबरन विरोध कर रहे हैं। इसलिए उन्हें छूट दी गई है कि वह अपने राज्य में निवेश का फैसला खुद करें। आप लोग उनके बहकावे में न आएं और सरकार में विश्वास रखें।
पीएम ने कहा, हमने भारत में मंदी पर काबू करने के लिए कदम उठाए हैं। हम तेल का 80 प्रतिशत आयात करते हैं इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की बढ़ी कीमतों के चलते डीजल के दाम बढ़ाने पड़े।
मनमोहन सिंह ने कहा, पिछले साल तेल पर सब्सिडी एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये थी। इस साल दो लाख करोड़ हो जाती। पैसा कहां से आएगा। वित्तीय घाटा बढ़ जाएगा, इसलिए मजबूरी है कि तेल की कीमतें बढ़ाई जाएं। निवेशकों का विश्वास भारत में कम हो जाता। देश में पैसा नहीं आता। बेरोजगारी बढ़ जाती। देश को बाहर से कर्ज नहीं मिलता। ब्याज बढ़ जाता है, इसलिए अब उठाए गए कदमों के अच्छे नतीजे आएंगे।
उन्होंने कहा, पीएम होने के नाते यह जरूरी है कि मैं कड़े कदम उठाऊं। यूरोपीय देशों में तमाम संकट मुंह बाए खड़े हैं। अपना खर्च उठाने में सक्षम नहीं है। वेतन देने के लिए कर्ज मांग रहे हैं। मेरा वादा है कि भारत में ऐसा नहीं होने दूंगा। डीजल पर होने वाले घाटे को कम करने के लिए 17 रुपये मूल्य बढ़ाने की जरूरत है लेकिन हमने सिर्फ पांच रुपये बढ़ाए। पेट्रोल के दाम न बढ़ने देने के लिए हमने पेट्रोल पर टैक्स पांच रुपये तक कम किया है।
मनमोहन सिंह ने कहा, एलपीजी में आबादी के आधे लोग साल में छह सिलेंडर ही प्रयोग करते हैं, इसलिए सब्सिडी के सिलेंडर इतना देने का निर्णय लिया गया है। हमने मिट्टी के तेल की कीमत नहीं बढ़ने दिए हैं। हमारे यहां डीजल, एलपीजी, पेट्रोल के दाम पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल से कम हैं।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, रिटेल में एफडीआई से छोटे व्यापारियों के नुकसान नहीं पहुंचेगा। देश में पहले से ही बड़े खुदरा व्यापारी मौजूद है। एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में दोनों तरह के कारोबारी होते हैं। इससे किसानों को लाभ होगा। पीएम ने यह दलील भी दी कि जब से मॉल आए हैं, छोटी दुकानों की तादाद भी बढ़ी है। जो विदेशी कंपनी सीधा निवेश करेंगी उन्हें निवेश का पचास प्रतिशत हिस्सा नए स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट में लगाना होगा। इससे किसानों का लाभ होगा और देश में खाद्य प्रसंसकरण में मदद मिलेगी।
विपक्ष पर हमला करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल जबरन विरोध कर रहे हैं। इसलिए उन्हें छूट दी गई है कि वह अपने राज्य में निवेश का फैसला खुद करें। आप लोग उनके बहकावे में न आएं और सरकार में विश्वास रखें।
मनमोहन सिंह ने कहा, पिछले साल तेल पर सब्सिडी एक लाख चालीस हजार करोड़ रुपये थी। इस साल दो लाख करोड़ हो जाती। पैसा कहां से आएगा। वित्तीय घाटा बढ़ जाएगा, इसलिए मजबूरी है कि तेल की कीमतें बढ़ाई जाएं। निवेशकों का विश्वास भारत में कम हो जाता। देश में पैसा नहीं आता। बेरोजगारी बढ़ जाती। देश को बाहर से कर्ज नहीं मिलता। ब्याज बढ़ जाता है, इसलिए अब उठाए गए कदमों के अच्छे नतीजे आएंगे।
उन्होंने कहा, पीएम होने के नाते यह जरूरी है कि मैं कड़े कदम उठाऊं। यूरोपीय देशों में तमाम संकट मुंह बाए खड़े हैं। अपना खर्च उठाने में सक्षम नहीं है। वेतन देने के लिए कर्ज मांग रहे हैं। मेरा वादा है कि भारत में ऐसा नहीं होने दूंगा। डीजल पर होने वाले घाटे को कम करने के लिए 17 रुपये मूल्य बढ़ाने की जरूरत है लेकिन हमने सिर्फ पांच रुपये बढ़ाए। पेट्रोल के दाम न बढ़ने देने के लिए हमने पेट्रोल पर टैक्स पांच रुपये तक कम किया है।
मनमोहन सिंह ने कहा, एलपीजी में आबादी के आधे लोग साल में छह सिलेंडर ही प्रयोग करते हैं, इसलिए सब्सिडी के सिलेंडर इतना देने का निर्णय लिया गया है। हमने मिट्टी के तेल की कीमत नहीं बढ़ने दिए हैं। हमारे यहां डीजल, एलपीजी, पेट्रोल के दाम पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल से कम हैं।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, रिटेल में एफडीआई से छोटे व्यापारियों के नुकसान नहीं पहुंचेगा। देश में पहले से ही बड़े खुदरा व्यापारी मौजूद है। एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में दोनों तरह के कारोबारी होते हैं। इससे किसानों को लाभ होगा। पीएम ने यह दलील भी दी कि जब से मॉल आए हैं, छोटी दुकानों की तादाद भी बढ़ी है। जो विदेशी कंपनी सीधा निवेश करेंगी उन्हें निवेश का पचास प्रतिशत हिस्सा नए स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट में लगाना होगा। इससे किसानों का लाभ होगा और देश में खाद्य प्रसंसकरण में मदद मिलेगी।
विपक्ष पर हमला करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल जबरन विरोध कर रहे हैं। इसलिए उन्हें छूट दी गई है कि वह अपने राज्य में निवेश का फैसला खुद करें। आप लोग उनके बहकावे में न आएं और सरकार में विश्वास रखें।
उन्होंने कहा, पीएम होने के नाते यह जरूरी है कि मैं कड़े कदम उठाऊं। यूरोपीय देशों में तमाम संकट मुंह बाए खड़े हैं। अपना खर्च उठाने में सक्षम नहीं है। वेतन देने के लिए कर्ज मांग रहे हैं। मेरा वादा है कि भारत में ऐसा नहीं होने दूंगा। डीजल पर होने वाले घाटे को कम करने के लिए 17 रुपये मूल्य बढ़ाने की जरूरत है लेकिन हमने सिर्फ पांच रुपये बढ़ाए। पेट्रोल के दाम न बढ़ने देने के लिए हमने पेट्रोल पर टैक्स पांच रुपये तक कम किया है।
मनमोहन सिंह ने कहा, एलपीजी में आबादी के आधे लोग साल में छह सिलेंडर ही प्रयोग करते हैं, इसलिए सब्सिडी के सिलेंडर इतना देने का निर्णय लिया गया है। हमने मिट्टी के तेल की कीमत नहीं बढ़ने दिए हैं। हमारे यहां डीजल, एलपीजी, पेट्रोल के दाम पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल से कम हैं।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, रिटेल में एफडीआई से छोटे व्यापारियों के नुकसान नहीं पहुंचेगा। देश में पहले से ही बड़े खुदरा व्यापारी मौजूद है। एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में दोनों तरह के कारोबारी होते हैं। इससे किसानों को लाभ होगा। पीएम ने यह दलील भी दी कि जब से मॉल आए हैं, छोटी दुकानों की तादाद भी बढ़ी है। जो विदेशी कंपनी सीधा निवेश करेंगी उन्हें निवेश का पचास प्रतिशत हिस्सा नए स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट में लगाना होगा। इससे किसानों का लाभ होगा और देश में खाद्य प्रसंसकरण में मदद मिलेगी।
विपक्ष पर हमला करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल जबरन विरोध कर रहे हैं। इसलिए उन्हें छूट दी गई है कि वह अपने राज्य में निवेश का फैसला खुद करें। आप लोग उनके बहकावे में न आएं और सरकार में विश्वास रखें।
मनमोहन सिंह ने कहा, एलपीजी में आबादी के आधे लोग साल में छह सिलेंडर ही प्रयोग करते हैं, इसलिए सब्सिडी के सिलेंडर इतना देने का निर्णय लिया गया है। हमने मिट्टी के तेल की कीमत नहीं बढ़ने दिए हैं। हमारे यहां डीजल, एलपीजी, पेट्रोल के दाम पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल से कम हैं।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, रिटेल में एफडीआई से छोटे व्यापारियों के नुकसान नहीं पहुंचेगा। देश में पहले से ही बड़े खुदरा व्यापारी मौजूद है। एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में दोनों तरह के कारोबारी होते हैं। इससे किसानों को लाभ होगा। पीएम ने यह दलील भी दी कि जब से मॉल आए हैं, छोटी दुकानों की तादाद भी बढ़ी है। जो विदेशी कंपनी सीधा निवेश करेंगी उन्हें निवेश का पचास प्रतिशत हिस्सा नए स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट में लगाना होगा। इससे किसानों का लाभ होगा और देश में खाद्य प्रसंसकरण में मदद मिलेगी।
विपक्ष पर हमला करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल जबरन विरोध कर रहे हैं। इसलिए उन्हें छूट दी गई है कि वह अपने राज्य में निवेश का फैसला खुद करें। आप लोग उनके बहकावे में न आएं और सरकार में विश्वास रखें।
उन्होंने कहा, रिटेल में एफडीआई से छोटे व्यापारियों के नुकसान नहीं पहुंचेगा। देश में पहले से ही बड़े खुदरा व्यापारी मौजूद है। एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में दोनों तरह के कारोबारी होते हैं। इससे किसानों को लाभ होगा। पीएम ने यह दलील भी दी कि जब से मॉल आए हैं, छोटी दुकानों की तादाद भी बढ़ी है। जो विदेशी कंपनी सीधा निवेश करेंगी उन्हें निवेश का पचास प्रतिशत हिस्सा नए स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट में लगाना होगा। इससे किसानों का लाभ होगा और देश में खाद्य प्रसंसकरण में मदद मिलेगी।
विपक्ष पर हमला करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल जबरन विरोध कर रहे हैं। इसलिए उन्हें छूट दी गई है कि वह अपने राज्य में निवेश का फैसला खुद करें। आप लोग उनके बहकावे में न आएं और सरकार में विश्वास रखें।
विपक्ष पर हमला करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक दल जबरन विरोध कर रहे हैं। इसलिए उन्हें छूट दी गई है कि वह अपने राज्य में निवेश का फैसला खुद करें। आप लोग उनके बहकावे में न आएं और सरकार में विश्वास रखें। | यहाँ एक सारांश है:पीएम ने कहा, डीजल पर होने वाले घाटे को कम करने के लिए 17 रुपये मूल्य बढ़ाने की जरूरत है, लेकिन हमने सिर्फ पांच रुपये बढ़ाए। उन्होंने कहा कि रिटेल में एफडीआई से छोटे व्यापारियों के कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को मामूली गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 3.04 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.55 पर और निफ्टी 2.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,968.65 पर बंद हुआ।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 61.43 अंकों की तेजी के साथ 19,728.02 पर खुला और 3.04 अंकों यानी 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 19,663.55 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 19,783.75 के ऊपरी और 19,596.38 के निचले स्तर को छुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 27.30 अंकों की तेजी के साथ 5,998.80 पर खुला और 2.85 अंकों यानी 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 5,968.65 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में निफ्टी ने 6,005.15 के ऊपरी और 5,947.30 के निचले स्तर को छुआ।टिप्पणियां
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप 35.82 अंकों की गिरावट के साथ 7,265.41 पर और स्मॉलकैप 41.47 अंकों की गिरावट के साथ 7,574.51 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से 5 सेक्टरों बैंकिंग (0.62 फीसदी), तेल एवं गैस (0.47 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.32 फीसदी), वाहन (0.31 फीसदी) और रियल्टी (0.04 फीसदी) में तेजी दर्ज की गई।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 61.43 अंकों की तेजी के साथ 19,728.02 पर खुला और 3.04 अंकों यानी 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 19,663.55 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 19,783.75 के ऊपरी और 19,596.38 के निचले स्तर को छुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 27.30 अंकों की तेजी के साथ 5,998.80 पर खुला और 2.85 अंकों यानी 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 5,968.65 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में निफ्टी ने 6,005.15 के ऊपरी और 5,947.30 के निचले स्तर को छुआ।टिप्पणियां
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप 35.82 अंकों की गिरावट के साथ 7,265.41 पर और स्मॉलकैप 41.47 अंकों की गिरावट के साथ 7,574.51 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से 5 सेक्टरों बैंकिंग (0.62 फीसदी), तेल एवं गैस (0.47 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.32 फीसदी), वाहन (0.31 फीसदी) और रियल्टी (0.04 फीसदी) में तेजी दर्ज की गई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 27.30 अंकों की तेजी के साथ 5,998.80 पर खुला और 2.85 अंकों यानी 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 5,968.65 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में निफ्टी ने 6,005.15 के ऊपरी और 5,947.30 के निचले स्तर को छुआ।टिप्पणियां
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप 35.82 अंकों की गिरावट के साथ 7,265.41 पर और स्मॉलकैप 41.47 अंकों की गिरावट के साथ 7,574.51 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से 5 सेक्टरों बैंकिंग (0.62 फीसदी), तेल एवं गैस (0.47 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.32 फीसदी), वाहन (0.31 फीसदी) और रियल्टी (0.04 फीसदी) में तेजी दर्ज की गई।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट दर्ज की गई। मिडकैप 35.82 अंकों की गिरावट के साथ 7,265.41 पर और स्मॉलकैप 41.47 अंकों की गिरावट के साथ 7,574.51 पर बंद हुआ।
बीएसई के 13 में से 5 सेक्टरों बैंकिंग (0.62 फीसदी), तेल एवं गैस (0.47 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.32 फीसदी), वाहन (0.31 फीसदी) और रियल्टी (0.04 फीसदी) में तेजी दर्ज की गई।
बीएसई के 13 में से 5 सेक्टरों बैंकिंग (0.62 फीसदी), तेल एवं गैस (0.47 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.32 फीसदी), वाहन (0.31 फीसदी) और रियल्टी (0.04 फीसदी) में तेजी दर्ज की गई। | सारांश: देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को मामूली गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 3.04 अंकों की गिरावट के साथ 19,663.55 पर और निफ्टी 2.85 अंकों की गिरावट के साथ 5,968.65 पर बंद हुआ। | 33 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रक्षा मंत्री एके एंटनी ने शुक्रवार को कहा कि बहुसंख्यकों और अल्पसंख्यकों का धार्मिक चरमपंथ विकास प्रक्रिया पर नकारात्मक असर डालता है और यह देश के लिए खतरनाक है। एंटनी ने यहां यूडीएफ के मंजेश्वरम से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार अब्दुल रज्जाक के समर्थन में कुम्बाला में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बहुसंख्यकों और अल्पसंख्यकों का धार्मिक चरमपंथ देश के विकास के लिए अच्छा नहीं है और यह खतरनाक है। उन्होंने कहा कि जो लोग साम्प्रदायिक सौहार्द को अस्थिर करने की कोशिश करते हैं, वे देश तथा उसकी जनता के दुश्मन हैं। एंटनी ने दावा किया कि भारत ने कांग्रेस नीत संप्रग शासन के बीते छह वर्ष में सभी वर्ग में तेजी से आया बदलाव देखा है क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन ने विकास एजेंडा बनाया है और साम्प्रदायिक तथा धार्मिक हिंसा रोकने के कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा, संप्रग सरकार भारत को तरक्की की राह पर ले आयी है और देश ने बीते पांच से छह वर्ष में तेजी से तरक्की की है क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई वाले गठबंधन ने एक विकास एजेंडा रखा है और किसी भी तरह की साम्प्रदायिक तथा धार्मिक हिंसा को फैलने से रोका है। एंटनी ने कहा कि इन दोनों नेताओं के कुशल शासन की बदौलत ही केरल में भुखमरी से कोई मौत नहीं हुई है और इसका श्रेय मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन को नहीं जाता है। | संक्षिप्त पाठ: उन्होंने कहा कि जो लोग साम्प्रदायिक सौहार्द को अस्थिर करने की कोशिश करते हैं, वे देश तथा उसकी जनता के दुश्मन हैं। | 22 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: आईआईटी कानपुर में दाखिले की अलग परीक्षा होगी। वह कॉमन एंट्रेंस टेस्ट का हिस्सा नहीं बनेगा। आईआईटी कानपुर की सीनेट ने यह फ़ैसला लिया है। आईआईटी कानपुर की सीनेट में 210 सदस्य हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने एक योजना के तहत ऐलान किया था कि अब पूरे देश में इंजीनियरिंग के लिए एक ही परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। उनकी इस घोषणा के बाद आईआईटी कानपुर ने इस फैसले पर अपनी सहमति नहीं होने की बात कही थी।टिप्पणियां
आईआईटी कानपुर के इस बात का खंडन करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा था कि आईआईटी कानपुर भी संयुक्त परीक्षा लेने के निर्णय में शामिल था।
खबर यह भी है कि आईआईटी दिल्ली भी इसी तर्ज पर अपनी अलग परीक्षा लेने का मन बना रहा है।
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने एक योजना के तहत ऐलान किया था कि अब पूरे देश में इंजीनियरिंग के लिए एक ही परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। उनकी इस घोषणा के बाद आईआईटी कानपुर ने इस फैसले पर अपनी सहमति नहीं होने की बात कही थी।टिप्पणियां
आईआईटी कानपुर के इस बात का खंडन करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा था कि आईआईटी कानपुर भी संयुक्त परीक्षा लेने के निर्णय में शामिल था।
खबर यह भी है कि आईआईटी दिल्ली भी इसी तर्ज पर अपनी अलग परीक्षा लेने का मन बना रहा है।
आईआईटी कानपुर के इस बात का खंडन करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा था कि आईआईटी कानपुर भी संयुक्त परीक्षा लेने के निर्णय में शामिल था।
खबर यह भी है कि आईआईटी दिल्ली भी इसी तर्ज पर अपनी अलग परीक्षा लेने का मन बना रहा है।
खबर यह भी है कि आईआईटी दिल्ली भी इसी तर्ज पर अपनी अलग परीक्षा लेने का मन बना रहा है। | यहाँ एक सारांश है:मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने ऐलान किया था कि पूरे देश में इंजीनियरिंग के लिए एक ही परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। उनकी इस घोषणा के बाद आईआईटी कानपुर ने इस पर अपनी सहमति नहीं होने की बात कही थी। | 4 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनकी अमेरिकी जोड़ीदार बेथानी माटेक-सैड्स कुल 7,40,000 डॉलर इनामी राशि वाले डब्ल्यूटीए मर्करी इंश्योरेंस ओपन चैम्पियनशिप के पहले दौर में ही हार गई हैं।
टूर्नामेंट की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, सोमवार को खेले गए महिलाओं की युगल स्पर्धा के पहले दौर के मुकाबले में हाओ-चिंग चान और यंग-जान चान की चीनी ताइपे की जोड़ी ने सानिया और सैंड्स को 5-7, 6-4,10-5 से पराजित किया।टिप्पणियां
इस मुकाबले को जीतने के लिए चीनी ताइपे की खिलाड़ियों को एक घंटा और 56 मिनट तक कोर्ट पर पसीना बहाना पड़ा। सानिया और सैंड्स की जोड़ी ने पहला सेट 7-5 से अपने नाम कर लिया लेकिन आगे लय बरकरार रखने में नाकाम रही और दूसरा सेट 4-6 से हार गईं।
टूर्नामेंट की गैर वरीयता प्राप्त सानिया और सैंड्स ने तीसरा और निर्णायक सेट टाईब्रेकर में 5-10 से गंवा दिया। उल्लेखनीय है कि लंदन ओलम्पिक से पहले सानिया का यह अंतिम टूर्नामेंट था। ओलम्पिक का आयोजन लंदन में 27 जुलाई से होगा।
टूर्नामेंट की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, सोमवार को खेले गए महिलाओं की युगल स्पर्धा के पहले दौर के मुकाबले में हाओ-चिंग चान और यंग-जान चान की चीनी ताइपे की जोड़ी ने सानिया और सैंड्स को 5-7, 6-4,10-5 से पराजित किया।टिप्पणियां
इस मुकाबले को जीतने के लिए चीनी ताइपे की खिलाड़ियों को एक घंटा और 56 मिनट तक कोर्ट पर पसीना बहाना पड़ा। सानिया और सैंड्स की जोड़ी ने पहला सेट 7-5 से अपने नाम कर लिया लेकिन आगे लय बरकरार रखने में नाकाम रही और दूसरा सेट 4-6 से हार गईं।
टूर्नामेंट की गैर वरीयता प्राप्त सानिया और सैंड्स ने तीसरा और निर्णायक सेट टाईब्रेकर में 5-10 से गंवा दिया। उल्लेखनीय है कि लंदन ओलम्पिक से पहले सानिया का यह अंतिम टूर्नामेंट था। ओलम्पिक का आयोजन लंदन में 27 जुलाई से होगा।
इस मुकाबले को जीतने के लिए चीनी ताइपे की खिलाड़ियों को एक घंटा और 56 मिनट तक कोर्ट पर पसीना बहाना पड़ा। सानिया और सैंड्स की जोड़ी ने पहला सेट 7-5 से अपने नाम कर लिया लेकिन आगे लय बरकरार रखने में नाकाम रही और दूसरा सेट 4-6 से हार गईं।
टूर्नामेंट की गैर वरीयता प्राप्त सानिया और सैंड्स ने तीसरा और निर्णायक सेट टाईब्रेकर में 5-10 से गंवा दिया। उल्लेखनीय है कि लंदन ओलम्पिक से पहले सानिया का यह अंतिम टूर्नामेंट था। ओलम्पिक का आयोजन लंदन में 27 जुलाई से होगा।
टूर्नामेंट की गैर वरीयता प्राप्त सानिया और सैंड्स ने तीसरा और निर्णायक सेट टाईब्रेकर में 5-10 से गंवा दिया। उल्लेखनीय है कि लंदन ओलम्पिक से पहले सानिया का यह अंतिम टूर्नामेंट था। ओलम्पिक का आयोजन लंदन में 27 जुलाई से होगा। | संक्षिप्त पाठ: भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनकी अमेरिकी जोड़ीदार बेथानी माटेक-सैड्स कुल 7,40,000 डॉलर इनामी राशि वाले डब्ल्यूटीए मर्करी इंश्योरेंस ओपन चैम्पियनशिप के पहले दौर में ही हार गई हैं। | 27 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: नीतिगत असमंजस की केंचुली उतार फेंकते हुए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बहुब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी दे दी। सरकार ने इसके साथ ही एकल ब्रांड रिटेल में भी सौ फीसदी एफडीआई को मंजूरी दे दी।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में शुक्रवार को यह फैसला लिया गया। इस फैसले से वालमार्ट जैसी वैश्विक रिटेल कम्पनियों को भारत में अपना कारोबार फैलाने का अवसर हासिल होगा। कई वैश्विक कम्पनियों के भारत में पहले से स्टोर हैं, लेकिन उन्हें सीधे आम लोगों को उत्पाद बेचने का अधिकार अब तक नहीं था। वे छोटे स्टोरों को माल बेच सकते थे। अब वे आम लोगों को भी माल बेच पाएंगे।
सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा की।
शर्मा ने बताया कि एकल ब्रांड रिटेल में 100 फीसदी और बहुब्रांड रिटेल में 51 फीसदी एफडीआई को मंजूरी दी गई है।
इस फैसले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "बड़े आर्थिक सुधारों का वक्त आ गया है।"टिप्पणियां
सरकार ने अपने फैसले में विरोधियों की राय को भी ध्यान में रखा है और राज्य सरकारों को अधिकार दिया है कि वे अपनी भूमि पर बहुब्रांड रिटेल को अनुमति देने के बारे में फैसला ले सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस सहित वामपंथी दल भी इसका जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। कई राज्य सरकारें भी इसका विरोध कर रही हैं।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में शुक्रवार को यह फैसला लिया गया। इस फैसले से वालमार्ट जैसी वैश्विक रिटेल कम्पनियों को भारत में अपना कारोबार फैलाने का अवसर हासिल होगा। कई वैश्विक कम्पनियों के भारत में पहले से स्टोर हैं, लेकिन उन्हें सीधे आम लोगों को उत्पाद बेचने का अधिकार अब तक नहीं था। वे छोटे स्टोरों को माल बेच सकते थे। अब वे आम लोगों को भी माल बेच पाएंगे।
सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा की।
शर्मा ने बताया कि एकल ब्रांड रिटेल में 100 फीसदी और बहुब्रांड रिटेल में 51 फीसदी एफडीआई को मंजूरी दी गई है।
इस फैसले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "बड़े आर्थिक सुधारों का वक्त आ गया है।"टिप्पणियां
सरकार ने अपने फैसले में विरोधियों की राय को भी ध्यान में रखा है और राज्य सरकारों को अधिकार दिया है कि वे अपनी भूमि पर बहुब्रांड रिटेल को अनुमति देने के बारे में फैसला ले सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस सहित वामपंथी दल भी इसका जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। कई राज्य सरकारें भी इसका विरोध कर रही हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा की।
शर्मा ने बताया कि एकल ब्रांड रिटेल में 100 फीसदी और बहुब्रांड रिटेल में 51 फीसदी एफडीआई को मंजूरी दी गई है।
इस फैसले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "बड़े आर्थिक सुधारों का वक्त आ गया है।"टिप्पणियां
सरकार ने अपने फैसले में विरोधियों की राय को भी ध्यान में रखा है और राज्य सरकारों को अधिकार दिया है कि वे अपनी भूमि पर बहुब्रांड रिटेल को अनुमति देने के बारे में फैसला ले सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस सहित वामपंथी दल भी इसका जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। कई राज्य सरकारें भी इसका विरोध कर रही हैं।
शर्मा ने बताया कि एकल ब्रांड रिटेल में 100 फीसदी और बहुब्रांड रिटेल में 51 फीसदी एफडीआई को मंजूरी दी गई है।
इस फैसले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "बड़े आर्थिक सुधारों का वक्त आ गया है।"टिप्पणियां
सरकार ने अपने फैसले में विरोधियों की राय को भी ध्यान में रखा है और राज्य सरकारों को अधिकार दिया है कि वे अपनी भूमि पर बहुब्रांड रिटेल को अनुमति देने के बारे में फैसला ले सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस सहित वामपंथी दल भी इसका जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। कई राज्य सरकारें भी इसका विरोध कर रही हैं।
इस फैसले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, "बड़े आर्थिक सुधारों का वक्त आ गया है।"टिप्पणियां
सरकार ने अपने फैसले में विरोधियों की राय को भी ध्यान में रखा है और राज्य सरकारों को अधिकार दिया है कि वे अपनी भूमि पर बहुब्रांड रिटेल को अनुमति देने के बारे में फैसला ले सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस सहित वामपंथी दल भी इसका जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। कई राज्य सरकारें भी इसका विरोध कर रही हैं।
सरकार ने अपने फैसले में विरोधियों की राय को भी ध्यान में रखा है और राज्य सरकारों को अधिकार दिया है कि वे अपनी भूमि पर बहुब्रांड रिटेल को अनुमति देने के बारे में फैसला ले सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस सहित वामपंथी दल भी इसका जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। कई राज्य सरकारें भी इसका विरोध कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा), तृणमूल कांग्रेस सहित वामपंथी दल भी इसका जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। कई राज्य सरकारें भी इसका विरोध कर रही हैं। | यह एक सारांश है: नीतिगत असमंजस की केंचुली उतार फेंकते हुए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बहुब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी दे दी। सरकार ने इसके साथ ही एकल ब्रांड रिटेल में भी सौ फीसदी एफडीआई को मंजूरी दे दी। | 9 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: असहिष्णुता पर टिप्पणी और अवार्ड वापसी के लिए फिल्म निर्माताओं की सीधे तौर पर आलोचना करने वाले बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि वह इस बात से अवगत हैं कि उनकी राय को लेकर कुछ लोग उनसे नाराज हैं.
पिछले वर्ष शाहरुख खान और आमिर खान जैसे अभिनेताओं ने कथित तौर पर बढ़ती असहिष्णुता को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी, जिसे खेर ने खारिज कर दिया था और राष्ट्रीय राजधानी में 'सहिष्णुता' मार्च का नेतृत्व किया था.
विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर सोशल मीडिया के जरिये खुलकर अपनी राय व्यक्त करने वाले खेर का मानना है कि यह अहम है क्योंकि किसी को भी यह परवाह किए बिना अपने प्रति ईमानदार होना चाहिए कि दूसरे क्या सोचेंगे.
अभिनेता ने कहा, 'हम लोग ऐसे उद्योग में है, जो आवश्यकताओं पर आधारित है. अगर आपको कल मेरी जरूरत पड़ती है तो मैं क्या कहता हूं, इसका आप पर कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि आपको मेरी जरूरत है. अगर आपको मेरी जरूरत नहीं है तो भी आपको मेरी बातों से फर्क नहीं पड़ता.' टिप्पणियां
खेर ने कहा, 'मैं उस दौर से गुजरा हूं. मैंने यह पाया है कि यह जानना सबसे जरूरी है कि मैं क्या हूं. मैं जानता हूं कि अपनी राय से मैंने कुछ लोगों को नाराज किया है कुछ ऐसे लोग हैं जो खुश नहीं हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.'
फिल्म 'सारांश' के 61 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि 'अभिनय मेरे जीवन का अंग है, मेरा जीवन नहीं है' और इसलिए देश का एक नागरिक होने के नाते उनके पास विचार हैं और वह उसे प्रस्तुत करने में कभी नहीं हिचकेंगे.
पिछले वर्ष शाहरुख खान और आमिर खान जैसे अभिनेताओं ने कथित तौर पर बढ़ती असहिष्णुता को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी, जिसे खेर ने खारिज कर दिया था और राष्ट्रीय राजधानी में 'सहिष्णुता' मार्च का नेतृत्व किया था.
विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर सोशल मीडिया के जरिये खुलकर अपनी राय व्यक्त करने वाले खेर का मानना है कि यह अहम है क्योंकि किसी को भी यह परवाह किए बिना अपने प्रति ईमानदार होना चाहिए कि दूसरे क्या सोचेंगे.
अभिनेता ने कहा, 'हम लोग ऐसे उद्योग में है, जो आवश्यकताओं पर आधारित है. अगर आपको कल मेरी जरूरत पड़ती है तो मैं क्या कहता हूं, इसका आप पर कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि आपको मेरी जरूरत है. अगर आपको मेरी जरूरत नहीं है तो भी आपको मेरी बातों से फर्क नहीं पड़ता.' टिप्पणियां
खेर ने कहा, 'मैं उस दौर से गुजरा हूं. मैंने यह पाया है कि यह जानना सबसे जरूरी है कि मैं क्या हूं. मैं जानता हूं कि अपनी राय से मैंने कुछ लोगों को नाराज किया है कुछ ऐसे लोग हैं जो खुश नहीं हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.'
फिल्म 'सारांश' के 61 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि 'अभिनय मेरे जीवन का अंग है, मेरा जीवन नहीं है' और इसलिए देश का एक नागरिक होने के नाते उनके पास विचार हैं और वह उसे प्रस्तुत करने में कभी नहीं हिचकेंगे.
विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर सोशल मीडिया के जरिये खुलकर अपनी राय व्यक्त करने वाले खेर का मानना है कि यह अहम है क्योंकि किसी को भी यह परवाह किए बिना अपने प्रति ईमानदार होना चाहिए कि दूसरे क्या सोचेंगे.
अभिनेता ने कहा, 'हम लोग ऐसे उद्योग में है, जो आवश्यकताओं पर आधारित है. अगर आपको कल मेरी जरूरत पड़ती है तो मैं क्या कहता हूं, इसका आप पर कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि आपको मेरी जरूरत है. अगर आपको मेरी जरूरत नहीं है तो भी आपको मेरी बातों से फर्क नहीं पड़ता.' टिप्पणियां
खेर ने कहा, 'मैं उस दौर से गुजरा हूं. मैंने यह पाया है कि यह जानना सबसे जरूरी है कि मैं क्या हूं. मैं जानता हूं कि अपनी राय से मैंने कुछ लोगों को नाराज किया है कुछ ऐसे लोग हैं जो खुश नहीं हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.'
फिल्म 'सारांश' के 61 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि 'अभिनय मेरे जीवन का अंग है, मेरा जीवन नहीं है' और इसलिए देश का एक नागरिक होने के नाते उनके पास विचार हैं और वह उसे प्रस्तुत करने में कभी नहीं हिचकेंगे.
अभिनेता ने कहा, 'हम लोग ऐसे उद्योग में है, जो आवश्यकताओं पर आधारित है. अगर आपको कल मेरी जरूरत पड़ती है तो मैं क्या कहता हूं, इसका आप पर कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि आपको मेरी जरूरत है. अगर आपको मेरी जरूरत नहीं है तो भी आपको मेरी बातों से फर्क नहीं पड़ता.' टिप्पणियां
खेर ने कहा, 'मैं उस दौर से गुजरा हूं. मैंने यह पाया है कि यह जानना सबसे जरूरी है कि मैं क्या हूं. मैं जानता हूं कि अपनी राय से मैंने कुछ लोगों को नाराज किया है कुछ ऐसे लोग हैं जो खुश नहीं हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.'
फिल्म 'सारांश' के 61 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि 'अभिनय मेरे जीवन का अंग है, मेरा जीवन नहीं है' और इसलिए देश का एक नागरिक होने के नाते उनके पास विचार हैं और वह उसे प्रस्तुत करने में कभी नहीं हिचकेंगे.
खेर ने कहा, 'मैं उस दौर से गुजरा हूं. मैंने यह पाया है कि यह जानना सबसे जरूरी है कि मैं क्या हूं. मैं जानता हूं कि अपनी राय से मैंने कुछ लोगों को नाराज किया है कुछ ऐसे लोग हैं जो खुश नहीं हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.'
फिल्म 'सारांश' के 61 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि 'अभिनय मेरे जीवन का अंग है, मेरा जीवन नहीं है' और इसलिए देश का एक नागरिक होने के नाते उनके पास विचार हैं और वह उसे प्रस्तुत करने में कभी नहीं हिचकेंगे.
फिल्म 'सारांश' के 61 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि 'अभिनय मेरे जीवन का अंग है, मेरा जीवन नहीं है' और इसलिए देश का एक नागरिक होने के नाते उनके पास विचार हैं और वह उसे प्रस्तुत करने में कभी नहीं हिचकेंगे. | संक्षिप्त पाठ: असहिष्णुता, अवार्ड वापसी को लेकर फिल्म निर्माताओ की आलोचना कर चुके है खेर
कई सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों को लेकर सोशल मीडिया पर खुलकर राय रखते हैं खेर
दूसरे क्या सोचेंगे यह परवाह किए बिना अपने प्रति ईमानदार होना चाहिए : खेर | 30 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान बिशन सिंह बेदी ने गुरूवार को भारत-पाक क्रिकेट रिश्तों के शुरू किये जाने का समर्थन करते हुए कहा कि खेलों को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए।
बेदी ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘हम स्वतंत्र भारत में रह रहे हैं, कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं लेकिन मैं उस विचारधारा का हूं कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच आयोजित किये जाने चाहिए।
क्रिकेट राजनीति से अलग चीज है, दोनों को एक दूसरे से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। अगर क्रिकेटर खेलने के लिये तैयार हैं तो क्यों नहीं ?’ मुंबई में आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच पांच साल बाद क्रिकेट संबंध शुरू होने के लिये तैयार हैं। दोनों टीमें भारत में दिसंबर-जनवरी में तीन वनडे और दो ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगी।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इससे पहले बीसीसीआई के फैसले की आलोचना की थी और कहा था कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध शुरू करने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि पाकिस्तान 26 नवंबर की जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहा है।
बेदी जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) के मुख्य कोच हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिये तरोताजा होकर भारत के खिलाफ खेलने का फायदा होगा क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी की टीम लगातार क्रिकेट खेल रही है।
उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी श्रृंखला होनी चाहिए लेकिन भारतीय खिलाड़ी दबाव में होंगे क्योंकि उन्हें इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच खेलने हैं। उनके पास पाकिस्तान से खेलने से पहले आराम का काफी कम समय होगा।टिप्पणियां
पाकिस्तानी टीम बिलकुल तरोताजा आयेगी। ’ इस अनुभवी क्रिकेटर ने कहा कि देश को युवराज सिंह से काफी उम्मीदें हैं लेकिन साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होगा।
बेदी ने कहा, डाक्टर और चयनकर्ता उसकी शारीरिक फिटनेस बल्लेबाजी और क्रिकेट फार्म देखेंगे। अगर वह अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिये तैयार है तो मेरी शुभकामनायें उसके साथ हैं।
बेदी ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘हम स्वतंत्र भारत में रह रहे हैं, कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं लेकिन मैं उस विचारधारा का हूं कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच आयोजित किये जाने चाहिए।
क्रिकेट राजनीति से अलग चीज है, दोनों को एक दूसरे से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। अगर क्रिकेटर खेलने के लिये तैयार हैं तो क्यों नहीं ?’ मुंबई में आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच पांच साल बाद क्रिकेट संबंध शुरू होने के लिये तैयार हैं। दोनों टीमें भारत में दिसंबर-जनवरी में तीन वनडे और दो ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगी।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इससे पहले बीसीसीआई के फैसले की आलोचना की थी और कहा था कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध शुरू करने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि पाकिस्तान 26 नवंबर की जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहा है।
बेदी जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) के मुख्य कोच हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिये तरोताजा होकर भारत के खिलाफ खेलने का फायदा होगा क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी की टीम लगातार क्रिकेट खेल रही है।
उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी श्रृंखला होनी चाहिए लेकिन भारतीय खिलाड़ी दबाव में होंगे क्योंकि उन्हें इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच खेलने हैं। उनके पास पाकिस्तान से खेलने से पहले आराम का काफी कम समय होगा।टिप्पणियां
पाकिस्तानी टीम बिलकुल तरोताजा आयेगी। ’ इस अनुभवी क्रिकेटर ने कहा कि देश को युवराज सिंह से काफी उम्मीदें हैं लेकिन साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होगा।
बेदी ने कहा, डाक्टर और चयनकर्ता उसकी शारीरिक फिटनेस बल्लेबाजी और क्रिकेट फार्म देखेंगे। अगर वह अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिये तैयार है तो मेरी शुभकामनायें उसके साथ हैं।
क्रिकेट राजनीति से अलग चीज है, दोनों को एक दूसरे से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। अगर क्रिकेटर खेलने के लिये तैयार हैं तो क्यों नहीं ?’ मुंबई में आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच पांच साल बाद क्रिकेट संबंध शुरू होने के लिये तैयार हैं। दोनों टीमें भारत में दिसंबर-जनवरी में तीन वनडे और दो ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगी।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इससे पहले बीसीसीआई के फैसले की आलोचना की थी और कहा था कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध शुरू करने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि पाकिस्तान 26 नवंबर की जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहा है।
बेदी जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) के मुख्य कोच हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिये तरोताजा होकर भारत के खिलाफ खेलने का फायदा होगा क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी की टीम लगातार क्रिकेट खेल रही है।
उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी श्रृंखला होनी चाहिए लेकिन भारतीय खिलाड़ी दबाव में होंगे क्योंकि उन्हें इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच खेलने हैं। उनके पास पाकिस्तान से खेलने से पहले आराम का काफी कम समय होगा।टिप्पणियां
पाकिस्तानी टीम बिलकुल तरोताजा आयेगी। ’ इस अनुभवी क्रिकेटर ने कहा कि देश को युवराज सिंह से काफी उम्मीदें हैं लेकिन साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होगा।
बेदी ने कहा, डाक्टर और चयनकर्ता उसकी शारीरिक फिटनेस बल्लेबाजी और क्रिकेट फार्म देखेंगे। अगर वह अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिये तैयार है तो मेरी शुभकामनायें उसके साथ हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इससे पहले बीसीसीआई के फैसले की आलोचना की थी और कहा था कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध शुरू करने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि पाकिस्तान 26 नवंबर की जांच में कोई सहयोग नहीं कर रहा है।
बेदी जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) के मुख्य कोच हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिये तरोताजा होकर भारत के खिलाफ खेलने का फायदा होगा क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी की टीम लगातार क्रिकेट खेल रही है।
उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी श्रृंखला होनी चाहिए लेकिन भारतीय खिलाड़ी दबाव में होंगे क्योंकि उन्हें इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच खेलने हैं। उनके पास पाकिस्तान से खेलने से पहले आराम का काफी कम समय होगा।टिप्पणियां
पाकिस्तानी टीम बिलकुल तरोताजा आयेगी। ’ इस अनुभवी क्रिकेटर ने कहा कि देश को युवराज सिंह से काफी उम्मीदें हैं लेकिन साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होगा।
बेदी ने कहा, डाक्टर और चयनकर्ता उसकी शारीरिक फिटनेस बल्लेबाजी और क्रिकेट फार्म देखेंगे। अगर वह अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिये तैयार है तो मेरी शुभकामनायें उसके साथ हैं।
बेदी जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) के मुख्य कोच हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिये तरोताजा होकर भारत के खिलाफ खेलने का फायदा होगा क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी की टीम लगातार क्रिकेट खेल रही है।
उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी श्रृंखला होनी चाहिए लेकिन भारतीय खिलाड़ी दबाव में होंगे क्योंकि उन्हें इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच खेलने हैं। उनके पास पाकिस्तान से खेलने से पहले आराम का काफी कम समय होगा।टिप्पणियां
पाकिस्तानी टीम बिलकुल तरोताजा आयेगी। ’ इस अनुभवी क्रिकेटर ने कहा कि देश को युवराज सिंह से काफी उम्मीदें हैं लेकिन साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होगा।
बेदी ने कहा, डाक्टर और चयनकर्ता उसकी शारीरिक फिटनेस बल्लेबाजी और क्रिकेट फार्म देखेंगे। अगर वह अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिये तैयार है तो मेरी शुभकामनायें उसके साथ हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह अच्छी श्रृंखला होनी चाहिए लेकिन भारतीय खिलाड़ी दबाव में होंगे क्योंकि उन्हें इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच खेलने हैं। उनके पास पाकिस्तान से खेलने से पहले आराम का काफी कम समय होगा।टिप्पणियां
पाकिस्तानी टीम बिलकुल तरोताजा आयेगी। ’ इस अनुभवी क्रिकेटर ने कहा कि देश को युवराज सिंह से काफी उम्मीदें हैं लेकिन साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होगा।
बेदी ने कहा, डाक्टर और चयनकर्ता उसकी शारीरिक फिटनेस बल्लेबाजी और क्रिकेट फार्म देखेंगे। अगर वह अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिये तैयार है तो मेरी शुभकामनायें उसके साथ हैं।
पाकिस्तानी टीम बिलकुल तरोताजा आयेगी। ’ इस अनुभवी क्रिकेटर ने कहा कि देश को युवराज सिंह से काफी उम्मीदें हैं लेकिन साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना आसान नहीं होगा।
बेदी ने कहा, डाक्टर और चयनकर्ता उसकी शारीरिक फिटनेस बल्लेबाजी और क्रिकेट फार्म देखेंगे। अगर वह अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिये तैयार है तो मेरी शुभकामनायें उसके साथ हैं।
बेदी ने कहा, डाक्टर और चयनकर्ता उसकी शारीरिक फिटनेस बल्लेबाजी और क्रिकेट फार्म देखेंगे। अगर वह अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिये तैयार है तो मेरी शुभकामनायें उसके साथ हैं। | संक्षिप्त सारांश: बेदी जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट संघ (जेकेसीए) के मुख्य कोच हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिये तरोताजा होकर भारत के खिलाफ खेलने का फायदा होगा क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी की टीम लगातार क्रिकेट खेल रही है। | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: प्रधानमंत्री ने कहा, मैं ये साफ-साफ कह रहा हूं कि ईमानदारों को परेशान करने की कोई हिम्मत नहीं करेगा, देश में अब ईमानदारों का सम्मान होगा, उनकी जय-जयकार होगी. लोगों ने मुझे इस देश को ठीक करने के लिए चुना है. उन्होंने कहा, गया वो जमाना जब सिर्फ जाता ही जाता था, अब ऐसी सरकार आई है, जहां सिर्फ आ रहा है. हमारे आने के बाद घोटाले बंद हुए, पैसा आना शुरू हुआ. हर बनारसवासी को यह गर्व होगा कि आपके सांसद पर कोई दाग नहीं लगा है.टिप्पणियां
पीएम मोदी ने अखिलेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी में विकास में भेदभाव किया जा रहा है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष का नारा है 'कुछ का साथ, कुछ का विकास'. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल को विकास की ऊंचाई पर ले जाना मेरा सपना और इस इलाके के विकास से यूपी नंबर-1 बनेगा.
पीएम मोदी ने कहा, बनारस कोई शहर नहीं है, बल्कि एक जीती जागती विरासत है. भारत के हर नागरिक को बनारस अपना शहर लगता है. पिछली सरकारें बनारस के विकास को लेकर सिर्फ तिकड़म करती रही हैं और उनका उद्देश्य सिर्फ चुनाव जीतना रहा है, लेकिन इन तिकड़मों से बनारस का कुछ नहीं हो सका. बनारस का आधुनिकीकरण, इसके कायाकल्प की जरूरत है और मेरा सपना है कि बनारस को एक विश्वस्तरीय आधुनिक शहर में तब्दील करूं.
पीएम मोदी ने अखिलेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी में विकास में भेदभाव किया जा रहा है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष का नारा है 'कुछ का साथ, कुछ का विकास'. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल को विकास की ऊंचाई पर ले जाना मेरा सपना और इस इलाके के विकास से यूपी नंबर-1 बनेगा.
पीएम मोदी ने कहा, बनारस कोई शहर नहीं है, बल्कि एक जीती जागती विरासत है. भारत के हर नागरिक को बनारस अपना शहर लगता है. पिछली सरकारें बनारस के विकास को लेकर सिर्फ तिकड़म करती रही हैं और उनका उद्देश्य सिर्फ चुनाव जीतना रहा है, लेकिन इन तिकड़मों से बनारस का कुछ नहीं हो सका. बनारस का आधुनिकीकरण, इसके कायाकल्प की जरूरत है और मेरा सपना है कि बनारस को एक विश्वस्तरीय आधुनिक शहर में तब्दील करूं.
पीएम मोदी ने कहा, बनारस कोई शहर नहीं है, बल्कि एक जीती जागती विरासत है. भारत के हर नागरिक को बनारस अपना शहर लगता है. पिछली सरकारें बनारस के विकास को लेकर सिर्फ तिकड़म करती रही हैं और उनका उद्देश्य सिर्फ चुनाव जीतना रहा है, लेकिन इन तिकड़मों से बनारस का कुछ नहीं हो सका. बनारस का आधुनिकीकरण, इसके कायाकल्प की जरूरत है और मेरा सपना है कि बनारस को एक विश्वस्तरीय आधुनिक शहर में तब्दील करूं. | संक्षिप्त सारांश: 'नोटबंदी की घोषणा होते ही सारा विपक्ष एक साथ आ गया'
'जिन्होंने इस देश को लूटा है वो अब परेशान होंगे'
'अब ईमानदारों का सम्मान होगा, उनकी जय-जयकार होगी' | 29 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: ओडिशा के रायगढ़ जिले में मंगलवार को रखरखाव वाले कोच से टकराने के बाद हावड़ा-जगदलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस के इंजन में आग लग गई. इस घटना में रेलवे के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई. इस मामले में दो स्टेशन मास्टरों को सस्पेंड कर दिया गया है.
पूर्वी तटीय रेलवे के प्रवक्ता जे पी मिश्रा ने बताया कि यह हादसा सिंगापुर रोड और क्यूतगुदा के बीच हुआ. उन्होंने बताया कि यह घटना तब हुई जब रखरखाव वाले कोच से टकराने के बाद इंजन, फ्रंट गार्ड सह सामान वैन और सामान्य द्वितीय श्रेणी का डिब्बा पटरी से उतर गया. रखरखाव कोच वहां पर कुछ काम कर रहा था.
रखरखाव वाले कोच का इस्तेमाल विद्युतीकृत मार्गों के ओवरहेड बिजली ट्रांसमिशन उपकरणों के रखरखाव और निरीक्षण में किया जाता है. प्रवक्ता ने बताया कि रखरखाव वाले कोच से टकराने के बाद इंजन में आग लग गई और बाद में, इसे बाकी के डिब्बों से अलग कर दिया गया.
उन्होंने बताया कि घटना में सिर्फ इंजन प्रभावित हुआ है बाकी ट्रेन को नुकसान नहीं पहुंचा है और यात्रियों को कोई चोट नहीं आई, जबकि रखरखाव वाले कोच के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई.
मिश्रा ने बताया कि घटना की जांच कोलकाता के रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे. मामले को गंभीरता से लिया गया है और रेलवे बोर्ड ने दुर्घटना का पूरा विवरण मांगा है. मिश्रा ने बताया कि क्यूतगुदा और सिंगापुर रोड के स्टेशन मास्टरों को निलंबित कर दिया गया है. दमकल की गाड़ियों और एंबुलेंसों को मौके पर भेजा गया है तथा विशाखापत्तनम से वरिष्ठ अधिकारी भी रवाना हो गए हैं.
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल) सागर, इलेक्ट्रिकल तकनीशियन गौरी नायडू और रखरखाव कोच के तकनीशियन सुरेश के तौर पर हुई है.
हादसा शाम लगभग 4.30 बजे हुआ. आग से सभी कोच और यात्री अप्रभावित रहे, केवल इंजन क्षतिग्रस्त हो गया. अधिकारी ने कहा कि अग्निशमन दस्ता ने आग की लपटों पर काबू पा लिया है. घटनास्थल पर एक एम्बुलेंस भी पहुंच गई है.
उन्होंने बताया कि केउटगुडा और सिंगापुर रोड के स्टेशन मास्टरों को निलंबित कर दिया गया है.
(इनपुट एजेंसियों से भी) | यहाँ एक सारांश है:हादसा सिंगापुर रोड और क्यूतगुदा के बीच हुआ
ट्रेन में सवार 148 यात्री सुरक्षित
दो स्टेशन मास्टरों को सस्पेंड कर दिया गया | 12 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 75) और विकेटकीपर रिद्धिमान साहा (नाबाद 46) की बदौलत भारतीय टीम ने डैरेन सैमी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन मंगलवार को पांच विकेट पर 234 रन बना लिए हैं. 100 रन के भीतर चार विकेट गंवाकर संकट में आ चुकी भारतीय टीम को अश्विन ने अपनी 190 गेंदों की जुझारू पारी से खूबसूरती से संवारा.
अश्विन ने पहले अजिंक्य रहाणे (35) के साथ 23.3 ओवरों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटकों से उबारा और उसके बाद रिद्धिमान साहा के साथ छठे विकेट के लिए 108 रनों की नाबाद साझेदारी निभाकर उन्होंने भारत को संकट से बाहर निकाल लिया.
रहाणे के साथ उनकी साझेदारी 39 रनों की रही. साहा ने भी अश्विन का अच्छा साथ दिया और 122 गेंदों की अपनी पारी में वह चार बाउंड्री लगा चुके हैं.
इससे पहले मेजबान वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया और शेनन गाब्रियल ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए मैच के तीसरे ओवर में ही सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (1) को चलता कर दिया. धवन का कैच विकेट के पीछे गाब्रिएल ने लिया.
इसके बाद आए कप्तान विराट कोहली (3) भी ज्यादा देर टिक नहीं सके. टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे अल्जारी जोसेफ ने कोहली को पवेलियन भेजा. कोहली अतिरिक्त उछाल के सामने कुछ नहीं कर पाए और पहली स्लिप पर खड़े डैरेन ब्रावो को कैच दे बैठे.
इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच के शतकवीर लोकेश राहुल (50) ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित करते हुए रहाणे के साथ तीसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी निभाई.
कैरेबियाई टीम के लिए दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ कराने वाले रोस्टन चेस ने राहुल की पारी का अंत किया. राहुल स्पिन के चाल में फंस कर ब्राथवेट को कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 65 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए.
टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों से बाहर रखे गए रोहित शर्मा (9) को इस मैच में शामिल किया गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके और टीम के कुल योग में सिर्फ 10 रन जोड़कर जोसेफ का दूसरा शिकार बने.
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अश्विन ने पहले अजिंक्य रहाणे (35) के साथ 23.3 ओवरों की साझेदारी कर टीम को शुरुआती झटकों से उबारा और उसके बाद रिद्धिमान साहा के साथ छठे विकेट के लिए 108 रनों की नाबाद साझेदारी निभाकर उन्होंने भारत को संकट से बाहर निकाल लिया.
रहाणे के साथ उनकी साझेदारी 39 रनों की रही. साहा ने भी अश्विन का अच्छा साथ दिया और 122 गेंदों की अपनी पारी में वह चार बाउंड्री लगा चुके हैं.
इससे पहले मेजबान वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया और शेनन गाब्रियल ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए मैच के तीसरे ओवर में ही सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (1) को चलता कर दिया. धवन का कैच विकेट के पीछे गाब्रिएल ने लिया.
इसके बाद आए कप्तान विराट कोहली (3) भी ज्यादा देर टिक नहीं सके. टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे अल्जारी जोसेफ ने कोहली को पवेलियन भेजा. कोहली अतिरिक्त उछाल के सामने कुछ नहीं कर पाए और पहली स्लिप पर खड़े डैरेन ब्रावो को कैच दे बैठे.
इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच के शतकवीर लोकेश राहुल (50) ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित करते हुए रहाणे के साथ तीसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी निभाई.
कैरेबियाई टीम के लिए दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ कराने वाले रोस्टन चेस ने राहुल की पारी का अंत किया. राहुल स्पिन के चाल में फंस कर ब्राथवेट को कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 65 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए.
टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों से बाहर रखे गए रोहित शर्मा (9) को इस मैच में शामिल किया गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके और टीम के कुल योग में सिर्फ 10 रन जोड़कर जोसेफ का दूसरा शिकार बने.
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रहाणे के साथ उनकी साझेदारी 39 रनों की रही. साहा ने भी अश्विन का अच्छा साथ दिया और 122 गेंदों की अपनी पारी में वह चार बाउंड्री लगा चुके हैं.
इससे पहले मेजबान वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया और शेनन गाब्रियल ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए मैच के तीसरे ओवर में ही सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (1) को चलता कर दिया. धवन का कैच विकेट के पीछे गाब्रिएल ने लिया.
इसके बाद आए कप्तान विराट कोहली (3) भी ज्यादा देर टिक नहीं सके. टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे अल्जारी जोसेफ ने कोहली को पवेलियन भेजा. कोहली अतिरिक्त उछाल के सामने कुछ नहीं कर पाए और पहली स्लिप पर खड़े डैरेन ब्रावो को कैच दे बैठे.
इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच के शतकवीर लोकेश राहुल (50) ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित करते हुए रहाणे के साथ तीसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी निभाई.
कैरेबियाई टीम के लिए दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ कराने वाले रोस्टन चेस ने राहुल की पारी का अंत किया. राहुल स्पिन के चाल में फंस कर ब्राथवेट को कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 65 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए.
टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों से बाहर रखे गए रोहित शर्मा (9) को इस मैच में शामिल किया गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके और टीम के कुल योग में सिर्फ 10 रन जोड़कर जोसेफ का दूसरा शिकार बने.
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इससे पहले मेजबान वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया और शेनन गाब्रियल ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए मैच के तीसरे ओवर में ही सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (1) को चलता कर दिया. धवन का कैच विकेट के पीछे गाब्रिएल ने लिया.
इसके बाद आए कप्तान विराट कोहली (3) भी ज्यादा देर टिक नहीं सके. टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे अल्जारी जोसेफ ने कोहली को पवेलियन भेजा. कोहली अतिरिक्त उछाल के सामने कुछ नहीं कर पाए और पहली स्लिप पर खड़े डैरेन ब्रावो को कैच दे बैठे.
इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच के शतकवीर लोकेश राहुल (50) ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित करते हुए रहाणे के साथ तीसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी निभाई.
कैरेबियाई टीम के लिए दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ कराने वाले रोस्टन चेस ने राहुल की पारी का अंत किया. राहुल स्पिन के चाल में फंस कर ब्राथवेट को कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 65 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए.
टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों से बाहर रखे गए रोहित शर्मा (9) को इस मैच में शामिल किया गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके और टीम के कुल योग में सिर्फ 10 रन जोड़कर जोसेफ का दूसरा शिकार बने.
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके बाद आए कप्तान विराट कोहली (3) भी ज्यादा देर टिक नहीं सके. टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे अल्जारी जोसेफ ने कोहली को पवेलियन भेजा. कोहली अतिरिक्त उछाल के सामने कुछ नहीं कर पाए और पहली स्लिप पर खड़े डैरेन ब्रावो को कैच दे बैठे.
इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच के शतकवीर लोकेश राहुल (50) ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित करते हुए रहाणे के साथ तीसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी निभाई.
कैरेबियाई टीम के लिए दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ कराने वाले रोस्टन चेस ने राहुल की पारी का अंत किया. राहुल स्पिन के चाल में फंस कर ब्राथवेट को कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 65 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए.
टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों से बाहर रखे गए रोहित शर्मा (9) को इस मैच में शामिल किया गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके और टीम के कुल योग में सिर्फ 10 रन जोड़कर जोसेफ का दूसरा शिकार बने.
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके बाद दूसरे टेस्ट मैच के शतकवीर लोकेश राहुल (50) ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता साबित करते हुए रहाणे के साथ तीसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी निभाई.
कैरेबियाई टीम के लिए दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ कराने वाले रोस्टन चेस ने राहुल की पारी का अंत किया. राहुल स्पिन के चाल में फंस कर ब्राथवेट को कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 65 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए.
टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों से बाहर रखे गए रोहित शर्मा (9) को इस मैच में शामिल किया गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके और टीम के कुल योग में सिर्फ 10 रन जोड़कर जोसेफ का दूसरा शिकार बने.
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कैरेबियाई टीम के लिए दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ कराने वाले रोस्टन चेस ने राहुल की पारी का अंत किया. राहुल स्पिन के चाल में फंस कर ब्राथवेट को कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में 65 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके लगाए.
टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों से बाहर रखे गए रोहित शर्मा (9) को इस मैच में शामिल किया गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके और टीम के कुल योग में सिर्फ 10 रन जोड़कर जोसेफ का दूसरा शिकार बने.
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों से बाहर रखे गए रोहित शर्मा (9) को इस मैच में शामिल किया गया, लेकिन वह भी कुछ खास नहीं कर सके और टीम के कुल योग में सिर्फ 10 रन जोड़कर जोसेफ का दूसरा शिकार बने.
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बल्लेबाजी क्रम में पदोन्नती पाने वाले अश्विन ने इसके बाद रहाणे के साथ पारी को संभाल लिया. हालांकि चायकाल से दो ओवर पहले ही रहाणे चेस की फुल टॉस गेंद को स्वीप करने के प्रयास में चूक गए और गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.टिप्पणियां
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वेस्टइंडीज के लिए जोसेफ और चेस ने दो-दो विकेट हासिल कर लिए हैं, जबकि गाब्रिएल को एक विकेट मिला. चार मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यह एक सारांश है: धवन, कोहली और रोहित दोहरे अंक में पहुंचने में नाकाम
जोसेफ और रोस्टन चेज की शानदार गेंदबाजी
भारत इस मैच में तीन बदलाव के साथ उतरा | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कंगना रनौत पहले ही यह खुलासा कर चुकी हैं कि वह जल्द ही डायरेक्शन की दुनिया में कदम रखने जा रही हैं. लेकिन अपने ही डायरेक्टशन में बनने वाली इस फिल्म में कंगना किसी हॉट अवतार में नहीं बल्कि 80 साल की बुजुर्ग महिला के रोल में नजर आने वाली हैं. यह खुलासा खुद कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू के दौरान किया है. कंगना इस साल दिसंबर से अपनी इस पहली फिल्म की शूटिंग शुरू करेंगी. कंगना ने मुंबई मिरर को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा, 'हां मैं एक 80 साल की महिला का किरदार करने वाली हूं. 'तेजू' नाम की इस फिल्म में कंगना 80 साल की महिला बनेंगी जो मौत की कगार पर है लेकिन फिर भी जीवन से उम्मीद नहीं हारी है.
कंगना ने मुंबई मिरर को दिए इंटरव्यू में कहा, 'वह पूरी तरह से उत्साह से भरी हुई महिला है जो इतनी उम्र की होकर भी खुद की उम्र को महसूस नहीं करती.' कंगना के अनुसार वह इस फिल्म को इसी साल दिसंबर में शुरू कर 2018 के आखिर तक पूरा कर लेंगी. कंगना इस फिल्म में न केवल एक्टिंग और डायरेक्शन कर रही हैं बल्कि फिल्म की कहानी भी कंगना ही लिख रही हैं.
जल्द ही फिल्म 'सिमरन' में मस्ती भरे अंदाज में दिखने वाली हैं कंगना रनौत.
बता दें कि हाल ही में बनारस में अपनी फिल्म 'मणिकर्णिका' के पहले पोस्टर को रिलीज करने के मौके पर मीडिया से बात करते हुए कंगना रनौत ने यह साफ किया था कि वह जल्द ही डायरेक्शन में कदम रखने वाली हैं और उनकी पहली निर्देशित फिल्म कॉमेडी ही होगी. तो ऐसे में उम्मीद कर सकते हैं कि कंगना की यह 80 साल की बुजुर्ग महिला कॉमेडी अंदाज में इस विषय को सामने लाएगी.
'मणिकर्णिका' में झांसी की रानी बनी नजर आएंगी कंगना रनौत.टिप्पणियां
कंगना रनौत अपने दादा-दादी के पास पली-बढ़ी हैं. ऐसे में कंगना ने मुंबई मिरर को दिए अपने इंटरव्यू में कहा, 'मैं बुजुर्गों के बीच में पली हूं और मैंने बुजुर्गों के साथ समाज में होने वाली अनदेखी को बहुत पास से देखा है और महसूस किया है.' कंगना ने कहा, 'तेजु, हर ऐसे बुजुर्ग शख्स के बारे में होगी जिसे मैंने देखा है और प्यार किया है. यह बहुत कुछ खुद मेरे बारे में भी होगी क्योंकि मैं दिमाग से अपनी उम्र से ज्यादा बड़ी हूं. नहीं आज मैं अपने कंफर्ट जोन से बाहर ही नहीं आती, एक एक्टर के तौर यह चुनौतियां ले ही नहीं पाती.' कंगना ने कहा, 'मैं सिर्फ रिबन काट कर अपना जीवन नहीं निकाल सकती.'
कंगना ने अपने इस इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 'तेजू' में हिमाचली जिंदगी के भी कई पहलू देखने को मिलेंगे जिसे अभी तक भारतीय सिनेमा में सिर्फ गानों में खुबसूरत लोकेशन के तौर पर ही इस्तेमाल किया गया है. कंगना ने कहा, ' कि यह फिल्म काफी खूबसूरत होगी लेकिन साथ ही यह बॉलवुड से पहले की मेरी जिंदगी को भी कुछ हद तक दिखाएगी.'
कंगना ने मुंबई मिरर को दिए इंटरव्यू में कहा, 'वह पूरी तरह से उत्साह से भरी हुई महिला है जो इतनी उम्र की होकर भी खुद की उम्र को महसूस नहीं करती.' कंगना के अनुसार वह इस फिल्म को इसी साल दिसंबर में शुरू कर 2018 के आखिर तक पूरा कर लेंगी. कंगना इस फिल्म में न केवल एक्टिंग और डायरेक्शन कर रही हैं बल्कि फिल्म की कहानी भी कंगना ही लिख रही हैं.
जल्द ही फिल्म 'सिमरन' में मस्ती भरे अंदाज में दिखने वाली हैं कंगना रनौत.
बता दें कि हाल ही में बनारस में अपनी फिल्म 'मणिकर्णिका' के पहले पोस्टर को रिलीज करने के मौके पर मीडिया से बात करते हुए कंगना रनौत ने यह साफ किया था कि वह जल्द ही डायरेक्शन में कदम रखने वाली हैं और उनकी पहली निर्देशित फिल्म कॉमेडी ही होगी. तो ऐसे में उम्मीद कर सकते हैं कि कंगना की यह 80 साल की बुजुर्ग महिला कॉमेडी अंदाज में इस विषय को सामने लाएगी.
'मणिकर्णिका' में झांसी की रानी बनी नजर आएंगी कंगना रनौत.टिप्पणियां
कंगना रनौत अपने दादा-दादी के पास पली-बढ़ी हैं. ऐसे में कंगना ने मुंबई मिरर को दिए अपने इंटरव्यू में कहा, 'मैं बुजुर्गों के बीच में पली हूं और मैंने बुजुर्गों के साथ समाज में होने वाली अनदेखी को बहुत पास से देखा है और महसूस किया है.' कंगना ने कहा, 'तेजु, हर ऐसे बुजुर्ग शख्स के बारे में होगी जिसे मैंने देखा है और प्यार किया है. यह बहुत कुछ खुद मेरे बारे में भी होगी क्योंकि मैं दिमाग से अपनी उम्र से ज्यादा बड़ी हूं. नहीं आज मैं अपने कंफर्ट जोन से बाहर ही नहीं आती, एक एक्टर के तौर यह चुनौतियां ले ही नहीं पाती.' कंगना ने कहा, 'मैं सिर्फ रिबन काट कर अपना जीवन नहीं निकाल सकती.'
कंगना ने अपने इस इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 'तेजू' में हिमाचली जिंदगी के भी कई पहलू देखने को मिलेंगे जिसे अभी तक भारतीय सिनेमा में सिर्फ गानों में खुबसूरत लोकेशन के तौर पर ही इस्तेमाल किया गया है. कंगना ने कहा, ' कि यह फिल्म काफी खूबसूरत होगी लेकिन साथ ही यह बॉलवुड से पहले की मेरी जिंदगी को भी कुछ हद तक दिखाएगी.'
बता दें कि हाल ही में बनारस में अपनी फिल्म 'मणिकर्णिका' के पहले पोस्टर को रिलीज करने के मौके पर मीडिया से बात करते हुए कंगना रनौत ने यह साफ किया था कि वह जल्द ही डायरेक्शन में कदम रखने वाली हैं और उनकी पहली निर्देशित फिल्म कॉमेडी ही होगी. तो ऐसे में उम्मीद कर सकते हैं कि कंगना की यह 80 साल की बुजुर्ग महिला कॉमेडी अंदाज में इस विषय को सामने लाएगी.
'मणिकर्णिका' में झांसी की रानी बनी नजर आएंगी कंगना रनौत.टिप्पणियां
कंगना रनौत अपने दादा-दादी के पास पली-बढ़ी हैं. ऐसे में कंगना ने मुंबई मिरर को दिए अपने इंटरव्यू में कहा, 'मैं बुजुर्गों के बीच में पली हूं और मैंने बुजुर्गों के साथ समाज में होने वाली अनदेखी को बहुत पास से देखा है और महसूस किया है.' कंगना ने कहा, 'तेजु, हर ऐसे बुजुर्ग शख्स के बारे में होगी जिसे मैंने देखा है और प्यार किया है. यह बहुत कुछ खुद मेरे बारे में भी होगी क्योंकि मैं दिमाग से अपनी उम्र से ज्यादा बड़ी हूं. नहीं आज मैं अपने कंफर्ट जोन से बाहर ही नहीं आती, एक एक्टर के तौर यह चुनौतियां ले ही नहीं पाती.' कंगना ने कहा, 'मैं सिर्फ रिबन काट कर अपना जीवन नहीं निकाल सकती.'
कंगना ने अपने इस इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 'तेजू' में हिमाचली जिंदगी के भी कई पहलू देखने को मिलेंगे जिसे अभी तक भारतीय सिनेमा में सिर्फ गानों में खुबसूरत लोकेशन के तौर पर ही इस्तेमाल किया गया है. कंगना ने कहा, ' कि यह फिल्म काफी खूबसूरत होगी लेकिन साथ ही यह बॉलवुड से पहले की मेरी जिंदगी को भी कुछ हद तक दिखाएगी.'
कंगना रनौत अपने दादा-दादी के पास पली-बढ़ी हैं. ऐसे में कंगना ने मुंबई मिरर को दिए अपने इंटरव्यू में कहा, 'मैं बुजुर्गों के बीच में पली हूं और मैंने बुजुर्गों के साथ समाज में होने वाली अनदेखी को बहुत पास से देखा है और महसूस किया है.' कंगना ने कहा, 'तेजु, हर ऐसे बुजुर्ग शख्स के बारे में होगी जिसे मैंने देखा है और प्यार किया है. यह बहुत कुछ खुद मेरे बारे में भी होगी क्योंकि मैं दिमाग से अपनी उम्र से ज्यादा बड़ी हूं. नहीं आज मैं अपने कंफर्ट जोन से बाहर ही नहीं आती, एक एक्टर के तौर यह चुनौतियां ले ही नहीं पाती.' कंगना ने कहा, 'मैं सिर्फ रिबन काट कर अपना जीवन नहीं निकाल सकती.'
कंगना ने अपने इस इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 'तेजू' में हिमाचली जिंदगी के भी कई पहलू देखने को मिलेंगे जिसे अभी तक भारतीय सिनेमा में सिर्फ गानों में खुबसूरत लोकेशन के तौर पर ही इस्तेमाल किया गया है. कंगना ने कहा, ' कि यह फिल्म काफी खूबसूरत होगी लेकिन साथ ही यह बॉलवुड से पहले की मेरी जिंदगी को भी कुछ हद तक दिखाएगी.'
कंगना ने अपने इस इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 'तेजू' में हिमाचली जिंदगी के भी कई पहलू देखने को मिलेंगे जिसे अभी तक भारतीय सिनेमा में सिर्फ गानों में खुबसूरत लोकेशन के तौर पर ही इस्तेमाल किया गया है. कंगना ने कहा, ' कि यह फिल्म काफी खूबसूरत होगी लेकिन साथ ही यह बॉलवुड से पहले की मेरी जिंदगी को भी कुछ हद तक दिखाएगी.' | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: 'तेजू' में कंगना 80 साल की बुजुर्ग महिला का किरदार निभाएंगीं
इसी साल दिसंबर में शुरू होगी कंगना रनौत की फिल्म
यह पहली फिल्म होगी जिसमें कंगना करंगी डायरेक्शन | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: गुजरात का लोकायुक्त नियुक्त किए जाने के वहां की राज्यपाल के फैसले के खिलाफ राज्य सरकार की याचिका को उच्चतम न्यायालय द्वारा बुधवार को खारिज कर दिए जाने पर भाजपा ने दावा किया कि इस निर्णय में मंत्रिमंडल की सर्वोच्चता को स्वीकार करना उसके रुख की जीत है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने शीर्ष अदालत के फैसले के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस द्वारा इस निर्णय को खुद की जीत बताना ‘निराशा का रोना रोने’ के अलावा और कुछ नहीं है।’’ हर बात का राजनीतिकरण करने को अच्छी बात नहीं बताते हुए उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में माना है कि राज्य के मंत्रिमंडल को उसका उचित महत्व दिया जाना चाहिए।
मंत्रिमंडल की सर्वोच्चता को स्वीकार किया जाना फैसले का सबसे अहम बिंदु है।
उनके अनुसार अदालत ने मंत्रिमंडल की सर्वोच्चता को स्वीकार करते हुए कहा है कि चूंकि राज्यपाल ने गुजरात के लोकपाल की नियुक्ति करदी है, इसलिए वह उसे जारी रखती है।
प्रसाद ने कहा कि अभी निर्णय की प्रति नहीं मिली है, इसलिए फैसले को पूरी तरह जाने बिना टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि निर्णय की प्रति मिलने के बाद ही भाजपा अपनी विस्तृत प्रतिक्रिया देगी।
उच्चतम न्यायालय ने आज अपने एक बड़े फैसले में गुजरात सरकार को बड़ा झटका देते हुए राज्यपाल कमला बेनीवाल की ओर से लोकायुक्त के तौर पर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरए मेहता की नियुक्ति को बरकरार रखा है।
अपने निर्णय में शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्यपाल मंत्रिपरिषद की अनुशंसा के अनुसार कार्य करने को बाध्य हैं लेकिन यहां न्यायमूर्ति मेहता की नियुक्ति उचित है क्योंकि इसे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श करके किया गया था।टिप्पणियां
उधर, इस फैसले से प्रसन्न कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार से लड़ने के बारे में वे अनिच्छुक हैं और उनका दोहरा चेहरा है। उसने भाजपा पर दोमुंही बातें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल केन्द्र में तो लोकपाल चाहता है लेकिन अपनी पार्टी के शासन वाले राज्य गुजरात में इसका विरोध करता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस फैसले पर खुशियां मना रही कांग्रेस यह बताए कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान के विरुद्ध लोकायुक्त की सिफारिशों की बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने शीर्ष अदालत के फैसले के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस द्वारा इस निर्णय को खुद की जीत बताना ‘निराशा का रोना रोने’ के अलावा और कुछ नहीं है।’’ हर बात का राजनीतिकरण करने को अच्छी बात नहीं बताते हुए उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में माना है कि राज्य के मंत्रिमंडल को उसका उचित महत्व दिया जाना चाहिए।
मंत्रिमंडल की सर्वोच्चता को स्वीकार किया जाना फैसले का सबसे अहम बिंदु है।
उनके अनुसार अदालत ने मंत्रिमंडल की सर्वोच्चता को स्वीकार करते हुए कहा है कि चूंकि राज्यपाल ने गुजरात के लोकपाल की नियुक्ति करदी है, इसलिए वह उसे जारी रखती है।
प्रसाद ने कहा कि अभी निर्णय की प्रति नहीं मिली है, इसलिए फैसले को पूरी तरह जाने बिना टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि निर्णय की प्रति मिलने के बाद ही भाजपा अपनी विस्तृत प्रतिक्रिया देगी।
उच्चतम न्यायालय ने आज अपने एक बड़े फैसले में गुजरात सरकार को बड़ा झटका देते हुए राज्यपाल कमला बेनीवाल की ओर से लोकायुक्त के तौर पर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरए मेहता की नियुक्ति को बरकरार रखा है।
अपने निर्णय में शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्यपाल मंत्रिपरिषद की अनुशंसा के अनुसार कार्य करने को बाध्य हैं लेकिन यहां न्यायमूर्ति मेहता की नियुक्ति उचित है क्योंकि इसे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श करके किया गया था।टिप्पणियां
उधर, इस फैसले से प्रसन्न कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार से लड़ने के बारे में वे अनिच्छुक हैं और उनका दोहरा चेहरा है। उसने भाजपा पर दोमुंही बातें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल केन्द्र में तो लोकपाल चाहता है लेकिन अपनी पार्टी के शासन वाले राज्य गुजरात में इसका विरोध करता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस फैसले पर खुशियां मना रही कांग्रेस यह बताए कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान के विरुद्ध लोकायुक्त की सिफारिशों की बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
उनके अनुसार अदालत ने मंत्रिमंडल की सर्वोच्चता को स्वीकार करते हुए कहा है कि चूंकि राज्यपाल ने गुजरात के लोकपाल की नियुक्ति करदी है, इसलिए वह उसे जारी रखती है।
प्रसाद ने कहा कि अभी निर्णय की प्रति नहीं मिली है, इसलिए फैसले को पूरी तरह जाने बिना टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि निर्णय की प्रति मिलने के बाद ही भाजपा अपनी विस्तृत प्रतिक्रिया देगी।
उच्चतम न्यायालय ने आज अपने एक बड़े फैसले में गुजरात सरकार को बड़ा झटका देते हुए राज्यपाल कमला बेनीवाल की ओर से लोकायुक्त के तौर पर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरए मेहता की नियुक्ति को बरकरार रखा है।
अपने निर्णय में शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्यपाल मंत्रिपरिषद की अनुशंसा के अनुसार कार्य करने को बाध्य हैं लेकिन यहां न्यायमूर्ति मेहता की नियुक्ति उचित है क्योंकि इसे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श करके किया गया था।टिप्पणियां
उधर, इस फैसले से प्रसन्न कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार से लड़ने के बारे में वे अनिच्छुक हैं और उनका दोहरा चेहरा है। उसने भाजपा पर दोमुंही बातें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल केन्द्र में तो लोकपाल चाहता है लेकिन अपनी पार्टी के शासन वाले राज्य गुजरात में इसका विरोध करता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस फैसले पर खुशियां मना रही कांग्रेस यह बताए कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान के विरुद्ध लोकायुक्त की सिफारिशों की बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
प्रसाद ने कहा कि अभी निर्णय की प्रति नहीं मिली है, इसलिए फैसले को पूरी तरह जाने बिना टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि निर्णय की प्रति मिलने के बाद ही भाजपा अपनी विस्तृत प्रतिक्रिया देगी।
उच्चतम न्यायालय ने आज अपने एक बड़े फैसले में गुजरात सरकार को बड़ा झटका देते हुए राज्यपाल कमला बेनीवाल की ओर से लोकायुक्त के तौर पर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरए मेहता की नियुक्ति को बरकरार रखा है।
अपने निर्णय में शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्यपाल मंत्रिपरिषद की अनुशंसा के अनुसार कार्य करने को बाध्य हैं लेकिन यहां न्यायमूर्ति मेहता की नियुक्ति उचित है क्योंकि इसे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श करके किया गया था।टिप्पणियां
उधर, इस फैसले से प्रसन्न कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार से लड़ने के बारे में वे अनिच्छुक हैं और उनका दोहरा चेहरा है। उसने भाजपा पर दोमुंही बातें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल केन्द्र में तो लोकपाल चाहता है लेकिन अपनी पार्टी के शासन वाले राज्य गुजरात में इसका विरोध करता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस फैसले पर खुशियां मना रही कांग्रेस यह बताए कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान के विरुद्ध लोकायुक्त की सिफारिशों की बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
उच्चतम न्यायालय ने आज अपने एक बड़े फैसले में गुजरात सरकार को बड़ा झटका देते हुए राज्यपाल कमला बेनीवाल की ओर से लोकायुक्त के तौर पर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरए मेहता की नियुक्ति को बरकरार रखा है।
अपने निर्णय में शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्यपाल मंत्रिपरिषद की अनुशंसा के अनुसार कार्य करने को बाध्य हैं लेकिन यहां न्यायमूर्ति मेहता की नियुक्ति उचित है क्योंकि इसे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श करके किया गया था।टिप्पणियां
उधर, इस फैसले से प्रसन्न कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार से लड़ने के बारे में वे अनिच्छुक हैं और उनका दोहरा चेहरा है। उसने भाजपा पर दोमुंही बातें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल केन्द्र में तो लोकपाल चाहता है लेकिन अपनी पार्टी के शासन वाले राज्य गुजरात में इसका विरोध करता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस फैसले पर खुशियां मना रही कांग्रेस यह बताए कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान के विरुद्ध लोकायुक्त की सिफारिशों की बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
अपने निर्णय में शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्यपाल मंत्रिपरिषद की अनुशंसा के अनुसार कार्य करने को बाध्य हैं लेकिन यहां न्यायमूर्ति मेहता की नियुक्ति उचित है क्योंकि इसे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श करके किया गया था।टिप्पणियां
उधर, इस फैसले से प्रसन्न कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार से लड़ने के बारे में वे अनिच्छुक हैं और उनका दोहरा चेहरा है। उसने भाजपा पर दोमुंही बातें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल केन्द्र में तो लोकपाल चाहता है लेकिन अपनी पार्टी के शासन वाले राज्य गुजरात में इसका विरोध करता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस फैसले पर खुशियां मना रही कांग्रेस यह बताए कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान के विरुद्ध लोकायुक्त की सिफारिशों की बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
उधर, इस फैसले से प्रसन्न कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार से लड़ने के बारे में वे अनिच्छुक हैं और उनका दोहरा चेहरा है। उसने भाजपा पर दोमुंही बातें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य विपक्षी दल केन्द्र में तो लोकपाल चाहता है लेकिन अपनी पार्टी के शासन वाले राज्य गुजरात में इसका विरोध करता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस फैसले पर खुशियां मना रही कांग्रेस यह बताए कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान के विरुद्ध लोकायुक्त की सिफारिशों की बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस फैसले पर खुशियां मना रही कांग्रेस यह बताए कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार चौहान के विरुद्ध लोकायुक्त की सिफारिशों की बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं की गई। | यहाँ एक सारांश है:गुजरात का लोकायुक्त नियुक्त किए जाने के वहां की राज्यपाल के फैसले के खिलाफ राज्य सरकार की याचिका को उच्चतम न्यायालय द्वारा बुधवार को खारिज कर दिए जाने पर भाजपा ने दावा किया कि इस निर्णय में मंत्रिमंडल की सर्वोच्चता को स्वीकार करना उसके रुख की जीत है। | 18 | ['hin'] |