text
stringlengths
1
1.24M
मुंबई में मलाड के साईनाथ बाजार में अभद्र टिप्पणियों पर आपत्ति जताने पर एक पत्रकार और उनकी पत्नी पर छह लोगों ने हमला कर दिया. पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जबकि पांच अन्य की तलाश जारी है. मलाड पुलिस ने कहा कि एक हिन्दी समाचार चैनल के पत्रकार संजय प्रसाद और उनकी पत्नी बाजार में खरीददारी कर रहे थे, तभी एक युवक ने उनकी पत्नी पर कथित रूप से अभद्र टिप्पणी की. प्रसाद ने इस पर आपत्ति जताई और दोनों के बीच काफी बहस हुई. पुलिस ने कहा कि यह युवक वहां से चला गया और पांच अन्य लोगों के साथ लौटा जिन्होंने दंपति पर हमला कर दिया और उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी दी.
यह एक लेख है: हरियाणा में बलात्कार की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। हरियाणा के भिवानी में सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक लड़की को उसकी सहेली और सहेली की मां ने बेहोश कर छह लोगों के हवाले कर दिया। इन लोगों ने लड़की के साथ पूरी रात सामूहिक बलात्कार किया और बाद में उसे छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में लड़की की शिकायत पर उसकी सहेली और मां सहित चार लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया है। पीड़िता को मेडिकल के लिए दादरी के जिला अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी। उधर, रेवाड़ी में एक छात्रा के साथ पहले तो रेप किया गया और फिर जब वह भागने लगी तो उसको गोली मार दी गई। लड़की का इलाज होने के बाद उसने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने इसमें कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। लड़की का इलाज होने के बाद भी उसके शरीर में से गोली नहीं निकाली जा सकी है। उधर, रेवाड़ी में एक छात्रा के साथ पहले तो रेप किया गया और फिर जब वह भागने लगी तो उसको गोली मार दी गई। लड़की का इलाज होने के बाद उसने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने इसमें कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। लड़की का इलाज होने के बाद भी उसके शरीर में से गोली नहीं निकाली जा सकी है।
अमेरिकी सीनेट ने फिस्कल क्लिफ के नाम से जानी जाने वाली कर वृद्धि तथा खर्च कटौती की व्यवस्था को टालने वाले समझौते पर मुहर लगा दी. बीबीसी के मुताबिक उप राष्ट्रपति जो बिडेन और सीनेट के रिपब्लिकन नेताओं के बीच लंबी वार्ता के बाद समृद्ध लोगों पर कर में वृद्धि करने वाला विधेयक लाया गया. सीनेट अमेरिकी कांग्रेस का ऊपरी सदन है. अमेरिकी कांग्रेस का निचला सदन प्रतिनिधि सभा इस पर बाद में विचार करेगा. व्यापक सहमति कायम करने के लिए खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया है. अमेरिकी कांग्रेस हालांकि सीमा के भीतर विधेयक को पारित करने में असफल रहा, लेकिन मंगलवार को चूंकि अमेरिका में अवकाश का दिन है, इसलिए इसका अधिक प्रभाव महसूस नहीं किया गया. पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में लागू की गई कर कटौती की व्यवस्था औपचारिक रूप से सोमवार मध्यरात को समाप्त हो गई. प्रतिनिधि सभा में स्वीकृति नहीं मिलने पर लगभग सभी कामकाजी लोगों की कर देनदारी काफी अधिक बढ़ जाएगी. विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि यदि फिस्कल क्लिफ के सम्पूर्ण प्रभाव को लागू होने दे दिया गया, तो उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति पर इतना नकारात्मक असर होगा कि अमेरिका फिर से मंदी का शिकार हो सकता है. फिस्कल क्लिफ को टालने के लिए समझौता सोमवार को हुआ, जब इसमें चार लाख डॉलर से कम कमाने वाले लोगों पर कर छूट जारी रखने का प्रावधान किया गया. डेमोक्रैट नेताओं ने पहले 2,50,000 डॉलर से कम कमाने वालों के लिए कर छूट जारी रखने की मांग की थी. खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया. खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है. अब इस पर व्हाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी. सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया.
भारतीय ग्रंथ वेदों में वर्णित देवताओं को वैदिक देवता कहते हैं - ये आधुनिक हिन्दू धर्म में प्रचलित देवताओं से थोड़े अलग हैं। वेदों के प्रत्येक मंत्र का एक देवता होता है, देवता का अर्थ - दाता, प्रेरक या ज्ञान-प्रदाता होता है । जिन देवताओं का मुख्य रूप से वर्णन हुआ है वे हैं - अग्नि, इंद्र, सोम, मित्रा-वरुण, सूर्य, अशिवनौ, ईश्वर, द्यावा-पृथ्वी आदि। ये वैदिक देवता आज भारतीय हिन्दू धर्म में व्यक्ति आधारित देवता जैसे - राम, कृष्ण, हनुमान, शिव, लक्ष्मी, गणेश, बालाजी, विष्णु, पेरुमल, गणेश, शक्ति आदि से अलग हैं। वेदों में शाश्वत वस्तुओं और भावनाओं को देवता माना गया है, जबकि पुराणों में दिव्य व्यक्तियों और प्राणियों को - जिन्होने अनेक व्यक्तियों को सन्मार्ग दिखाया है। आधुनिक हिन्दू धर्म में पुराण और अन्य स्मृति ग्रंथों के देवताओं का अधिक प्रयोग है। अन्य वैदिक देवताओं में रूद्र, आदित्य, दम्पत्ति, बृहस्पति आदि आते हैं। वेदों में विश्वेदेवा करके अखिल-देवताओं का भी ज़िक्र है जो इन सबको एक साथ संबोधित करता है। शाब्दिक और चारित्रिक विवेचन शाब्दिक अर्थ से इनको चारित्रिक रूप में दिखाने का भी प्रावधान है। जैसे, इन्द्र जिसका अर्थ बिजली होता है, को वृत्र का संहार कर्ता कहा गया है। वृत्र का अर्थ मेघ यानि बादल से है । इस कारण से इन्द्र को वर्षा कराने और उर्वरता बढ़ाने वाले मानव-सदृश्य दिव्य व्यक्ति के रूप में निरुपित किया जाता है। पश्चिमी विद्वानों ने इन देवताओं के नाम को ग्रीक और पारसी धर्म के मिथकों के देवताओं से भी जोड़ा है , जैसे - द्यौ-पित्र - Jupiter सोम - Haom सन्दर्भ वेद हिन्दू धर्म
ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली न तो महान बैट्समैन मानते हैं और ना ही करिश्माई कप्तान. वॉर्न ने अपनी किताब 'वॉर्न्स सेंचुरी' में कहा है, 'सौरव गांगुली मेरी पसंद नहीं है. भले ही गांगुली का महानतम कप्तानों में से एक के रूप में भारत में सम्मान किया जाता है पर निजी तौर पर मेरी राय ऐसी नहीं है.' वॉर्न ने कहा, 'उनके पास टीम में कुछ बेहतरीन खिलाड़ी थे. वह बेस्ट कप्तानों में से नहीं है और ना ही उनका मैनेजमेंट कौशल बेहतरीन है.' उन्होंने कहा कि गांगुली बैट्समन के तौर पर भी नहीं महान नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश जैसी अदना सी टीम ने भी शॉर्टपिच बॉल पर उनकी कमजोरी का फायदा उठाया.
सप्तर्षि (सप्त + ऋषि) सात ऋषियों को कहते हैं जिनका उल्लेख वेद एवं अन्य हिन्दू ग्रन्थों में अनेकों बार हुआ है। वेदों का अध्ययन करने पर जिन सात ऋषियों या ऋषि कुल के नामों का पता चलता है वे नाम क्रमश: इस प्रकार है:- 1.वशिष्ठ, 2.विश्वामित्र, 3.कण्व, 4.भारद्वाज, 5.अत्रि, 6.वामदेव 7.शौनक। पुराणों में सप्त ऋषि के नाम पर भिन्न-भिन्न नामावली मिलती है। विष्णु पुराण के अनुसार इस मन्वन्तर के सप्तऋषि इस प्रकार है :- वशिष्ठकाश्यपोऽत्रिर्जमदग्निस्सगौतमः। विश्वामित्रभरद्वाजौ सप्त सप्तर्षयोभवन्।। अर्थात् सातवें मन्वन्तर में सप्तऋषि इस प्रकार हैं:- वशिष्ठ, कश्यप, अत्रि, जमदग्नि, गौतम, विश्वामित्र और भारद्वाज। इसके अलावा अन्य पुराणों के अनुसार सप्तऋषि की नामावली इस प्रकार है:- ये क्रमशः क्रतु, पुलह, पुलस्त्य, अत्रि, अंगिरा, वसिष्ठ और मरीचि है। महाभारत में सप्तर्षियों की दो नामावलियां मिलती हैं। एक नामावली में कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि और वशिष्ठ के नाम आते हैं तो दूसरी नामावली के अनुसार सप्तर्षि - कश्यप, वशिष्ठ, मरीचि, अंगिरस, पुलस्त्य, पुलह और क्रतु हैं। कुछ पुराणों में कश्यप और मरीचि को एक माना गया है 1. वशिष्ठ : राजा दशरथ के कुलगुरु ऋषि वशिष्ठ को कौन नहीं जानता। ये दशरथ के चारों पुत्रों के गुरु थे। वशिष्ठ के कहने पर दशरथ ने अपने दोनों पुत्रों (श्री राम एवं श्री लक्ष्मण) को ऋषि विश्वामित्र के साथ आश्रम में असुरों का वध करने के लिए भेज दिया था। कामधेनु गाय के लिए वशिष्ठ और विश्वामित्र में युद्ध भी हुआ था। वशिष्ठ ने राजसत्ता पर अंकुश का विचार दिया तो उन्हीं के कुल के मैत्रावरूण वशिष्ठ ने सरस्वती नदी के किनारे सौ सूक्त एक साथ रचकर नया इतिहास बनाया। 2. विश्वामित्र : ऋषि होने के पूर्व विश्वामित्र राजा थे और ऋषि वशिष्ठ से कामधेनु गाय को हड़पने के लिए उन्होंने युद्ध किया था, लेकिन वे हार गए। इस हार ने ही उन्हें घोर तपस्या के लिए प्रेरित किया। विश्वामित्र की तपस्या और मेनका द्वारा उनकी तपस्या भंग करने की कथा जगत प्रसिद्ध है। विश्वामित्र ने अपनी तपस्या के बल पर त्रिशंकु को सशरीर स्वर्ग भेज दिया था। इस तरह ऋषि विश्वामित्र के असंख्य क़िस्से हैं। माना जाता है कि हरिद्वार में आज जहाँ शांतिकुंज हैं उसी स्थान पर विश्वामित्र ने घोर तपस्या करके इंद्र से रुष्ठ होकर एक अलग ही स्वर्ग लोक की रचना कर दी थी। विश्वामित्र ने इस देश को ऋचा बनाने की विद्या दी और गायत्री मन्त्र की रचना की जो भारत के हृदय में और जिह्ना पर हज़ारों सालों से आज तक अनवरत निवास कर रहा है। 3. कण्व : माना जाता है इस देश के सबसे महत्वपूर्ण यज्ञ सोमयज्ञ को कण्वों ने व्यवस्थित किया। कण्व वैदिक काल के ऋषि थे। इन्हीं के आश्रम में हस्तिनापुर के राजा दुष्यंत की पत्नी शकुंतला एवं उनके पुत्र भरत का पालन-पोषण हुआ था। 4. भारद्वाज : वैदिक ऋषियों में भारद्वाज-ऋषि का उच्च स्थान है। भारद्वाज के पिता बृहस्पति और माता ममता थीं। भारद्वाज ऋषि राम के पूर्व हुए थे, लेकिन एक उल्लेख अनुसार उनकी लंबी आयु का पता चलता है कि वनवास के समय श्रीराम इनके आश्रम में गए थे, जो ऐतिहासिक दृष्टि से त्रेता-द्वापर का सन्धिकाल था। माना जाता है कि भरद्वाजों में से एक भारद्वाज विदथ ने दुष्यन्त पुत्र भरत का उत्तराधिकारी बन राजकाज करते हुए मन्त्र रचना जारी रखी। ऋषि भारद्वाज के पुत्रों में 10 ऋषि ऋग्वेद के मन्त्रदृष्टा हैं और एक पुत्री जिसका नाम 'रात्रि' था, वह भी रात्रि सूक्त की मन्त्रदृष्टा मानी गई हैं। ॠग्वेद के छठे मण्डल के द्रष्टा भारद्वाज ऋषि हैं। इस मण्डल में भारद्वाज के 765 मन्त्र हैं। अथर्ववेद में भी भारद्वाज के 23 मन्त्र मिलते हैं। 'भारद्वाज-स्मृति' एवं 'भारद्वाज-संहिता' के रचनाकार भी ऋषि भारद्वाज ही थे। ऋषि भारद्वाज ने 'यन्त्र-सर्वस्व' नामक बृहद् ग्रन्थ की रचना की थी। इस ग्रन्थ का कुछ भाग स्वामी ब्रह्ममुनि ने 'विमान-शास्त्र' के नाम से प्रकाशित कराया है। इस ग्रन्थ में उच्च और निम्न स्तर पर विचरने वाले विमानों के लिए विविध धातुओं के निर्माण का वर्णन मिलता है। 5. अत्रि : ऋग्वेद के पंचम मण्डल के द्रष्टा महर्षि अत्रि ब्रह्मा के पुत्र, दुर्वासा , चन्द्र और दत्तात्रेय के पिता और कर्दम प्रजापति व देवहूति की पुत्री अनुसूया के पति थे। अत्रि जब बाहर गए थे तब त्रिदेव अनसूया के घर ब्राह्मण के भेष में भिक्षा माँगने लगे और अनुसूया से कहा कि जब आप अपने संपूर्ण वस्त्र उतार देंगी तभी हम भिक्षा स्वीकार करेंगे, तब अनुसूया ने अपने सतित्व के बल पर उक्त तीनों देवों को अबोध बालक बनाकर उन्हें भिक्षा दी। माता अनुसूया ने देवी सीता को पतिव्रत का उपदेश दिया था। अत्रि ऋषि ने इस देश में कृषि के विकास में पृथु और ऋषभ की तरह योगदान दिया था। अत्रि लोग ही सिन्धु पार करके पारस (आज का ईरान) चले गए थे, जहाँ उन्होंने यज्ञ का प्रचार किया। अत्रियों के कारण ही अग्निपूजकों के धर्म पारसी धर्म का सूत्रपात हुआ। अत्रि ऋषि का आश्रम चित्रकूट में था। मान्यता है कि अत्रि-दम्पति की तपस्या और त्रिदेवों की प्रसन्नता के फलस्वरूप विष्णु के अंश से महायोगी दत्तात्रेय, ब्रह्मा के अंश से चन्द्रमा तथा शंकर के अंश से महामुनि दुर्वासा महर्षि अत्रि एवं देवी अनुसूया के पुत्र रूप में जन्मे। ऋषि अत्रि पर अश्विनीकुमारों की भी कृपा थी। 6. वामदेव : वामदेव ने इस देश को सामगान (अर्थात् संगीत) दिया। वामदेव ऋग्वेद के चतुर्थ मंडल के सूत्तद्रष्टा, गौतम ऋषि के पुत्र तथा जन्मत्रयी के तत्ववेत्ता माने जाते हैं। 7. शौनक : शौनक ने दस हजार विद्यार्थियों के गुरुकुल को चलाकर कुलपति का विलक्षण सम्मान हासिल किया और किसी भी ऋषि ने ऐसा सम्मान पहली बार हासिल किया। वैदिक आचार्य और ऋषि जो शुनक ऋषि के पुत्र थे। फिर से बताएँ तो वशिष्ठ, विश्वामित्र, कण्व, भरद्वाज, अत्रि, वामदेव और शौनक- ये हैं वे सात ऋषि जिन्होंने इस देश को इतना कुछ दे डाला कि कृतज्ञ देश ने इन्हें आकाश के तारामंडल में बिठाकर एक ऐसा अमरत्व दे दिया कि सप्तर्षि शब्द सुनते ही हमारी कल्पना आकाश के तारामंडलों पर टिक जाती है। इसके अलावा मान्यता हैं कि अगस्त्य, कष्यप, अष्टावक्र, याज्ञवल्क्य, कात्यायन, ऐतरेय, कपिल, जेमिनी, गौतम आदि सभी ऋषि उक्त सात ऋषियों के कुल के होने के कारण इन्हें भी वही दर्जा प्राप्त है। इन्हें भी देखें सप्तर्षि तारामंडल सप्तर्षियों के पौराणिक संदर्भ हिन्दू संस्कृति ऋग्वेद
नेशनल नॉलेज नेटवर्क (राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क अथवा एन॰के॰एन॰) ज्ञान से संबंधित संस्थानों के लिए एक एकीकृत उच्च गति नेटवर्क रीढ़ प्रदान कर देश के लिए एक बहु-गीगाबिट अखिल भारतीय नेटवर्क है। इसका उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा इन्टरनेट उपलब्द्ध करवाना है। परिचय नेशनल नॉलेज नेटवर्क (राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क) ज्ञान से संबंधित संस्थानों के लिए एक एकीकृत उच्च गति नेटवर्क रीढ़ प्रदान कर देश के लिए एक बहु-गीगाबिट अखिल भारतीय नेटवर्क है। बाहरी कड़ियाँ सरकारी वेबसाइट
खेलो इंडिया विंटर गेम्स भारत के राष्ट्रीय स्तर के बहु-विषयक जमीनी स्तर के शीतकालीन खेल हैं। कार्यक्रमों में स्नो स्कीइंग, स्नो रग्बी, स्नो आइस स्टॉक, स्नो बेसबॉल, स्नो माउंटेनियरिंग, स्नो शू, आइस हॉकी, फिगर स्केटिंग और स्पीड स्केटिंग शामिल हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के कई संस्करणों की सफलता के बाद 2020 में पहला खेलो इंडिया विंटर गेम्स आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इन्हें भी देखें भारतीय ओलंपिक संघ भारत में खेल खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल खेलो इंडिया युवा खेल संदर्भ भारत में बहु-खेल आयोजन * भारत २०१8 भारत में प्रतिष्ठान भारत में खेल खेलो इंडिया
यह लेख है: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एंबुलेंस के लिए रात भर इंतजार के बाद शव को रिक्शा में अस्पताल पहुंचाने का मामला सामने आया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर घरघोडा के निकट भेंद्रा गांव में मंगलवार शाम रामलाल राठिया (40) की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हो गई थी. राठिया जब शाम अपने मवेशियों के लिए घास काटने खेत गया था तब यह घटना हुई. घरघोड़ा थाना के थानेदार डीएल मिश्रा ने बताया कि मृतकों के परिजनों ने इस हादसे की सूचना शाम सात बजे थाने में दी और शव का पंचनामा बुधवार सुबह हुआ. नियम के अनुसार रात में पंचनामा की कार्रवाई नहीं होती है. मिश्रा ने बताया कि मृतक के परिजन बुधवार को शव को तीन किलोमीटर दूर घर के रिक्शा से अस्पताल ले गए और पोस्टमार्टम के बाद शव को उसी रिक्शा से वापस घर लाए. अस्पताल में शव वाहन नहीं था. इधर, घरघोडा के अनुविभागीय दंडाधिकारी विनीत नंदनवार ने एंबुलेंस के लिए शव का इंतजार करने के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि मृतक के परिजनों ने एंबुलेंस के लिए सूचना ही नहीं दी. नंदनवार ने बताया कि जैसे ही जिला प्रशासन को घटना की जानकारी मिली तब तहसीलदार द्वारा मृतक के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए शासन की ओर से 10 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करा दी गई. वहीं कलेक्टर अलरमेलमंगई डी. ने दो दिन के अंदर परिवार को चार लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन समारू लाल राठिया ने बताया कि घर में स्वयं का रिक्शा होने के कारण शव को ले जाने के लिए शासकीय वाहन संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मांग नहीं की गई.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) घरघोड़ा थाना के थानेदार डीएल मिश्रा ने बताया कि मृतकों के परिजनों ने इस हादसे की सूचना शाम सात बजे थाने में दी और शव का पंचनामा बुधवार सुबह हुआ. नियम के अनुसार रात में पंचनामा की कार्रवाई नहीं होती है. मिश्रा ने बताया कि मृतक के परिजन बुधवार को शव को तीन किलोमीटर दूर घर के रिक्शा से अस्पताल ले गए और पोस्टमार्टम के बाद शव को उसी रिक्शा से वापस घर लाए. अस्पताल में शव वाहन नहीं था. इधर, घरघोडा के अनुविभागीय दंडाधिकारी विनीत नंदनवार ने एंबुलेंस के लिए शव का इंतजार करने के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि मृतक के परिजनों ने एंबुलेंस के लिए सूचना ही नहीं दी. नंदनवार ने बताया कि जैसे ही जिला प्रशासन को घटना की जानकारी मिली तब तहसीलदार द्वारा मृतक के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए शासन की ओर से 10 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करा दी गई. वहीं कलेक्टर अलरमेलमंगई डी. ने दो दिन के अंदर परिवार को चार लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन समारू लाल राठिया ने बताया कि घर में स्वयं का रिक्शा होने के कारण शव को ले जाने के लिए शासकीय वाहन संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मांग नहीं की गई.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मिश्रा ने बताया कि मृतक के परिजन बुधवार को शव को तीन किलोमीटर दूर घर के रिक्शा से अस्पताल ले गए और पोस्टमार्टम के बाद शव को उसी रिक्शा से वापस घर लाए. अस्पताल में शव वाहन नहीं था. इधर, घरघोडा के अनुविभागीय दंडाधिकारी विनीत नंदनवार ने एंबुलेंस के लिए शव का इंतजार करने के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि मृतक के परिजनों ने एंबुलेंस के लिए सूचना ही नहीं दी. नंदनवार ने बताया कि जैसे ही जिला प्रशासन को घटना की जानकारी मिली तब तहसीलदार द्वारा मृतक के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए शासन की ओर से 10 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करा दी गई. वहीं कलेक्टर अलरमेलमंगई डी. ने दो दिन के अंदर परिवार को चार लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन समारू लाल राठिया ने बताया कि घर में स्वयं का रिक्शा होने के कारण शव को ले जाने के लिए शासकीय वाहन संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मांग नहीं की गई.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इधर, घरघोडा के अनुविभागीय दंडाधिकारी विनीत नंदनवार ने एंबुलेंस के लिए शव का इंतजार करने के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि मृतक के परिजनों ने एंबुलेंस के लिए सूचना ही नहीं दी. नंदनवार ने बताया कि जैसे ही जिला प्रशासन को घटना की जानकारी मिली तब तहसीलदार द्वारा मृतक के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए शासन की ओर से 10 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करा दी गई. वहीं कलेक्टर अलरमेलमंगई डी. ने दो दिन के अंदर परिवार को चार लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन समारू लाल राठिया ने बताया कि घर में स्वयं का रिक्शा होने के कारण शव को ले जाने के लिए शासकीय वाहन संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मांग नहीं की गई.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नंदनवार ने बताया कि जैसे ही जिला प्रशासन को घटना की जानकारी मिली तब तहसीलदार द्वारा मृतक के परिवार को अंतिम संस्कार के लिए शासन की ओर से 10 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करा दी गई. वहीं कलेक्टर अलरमेलमंगई डी. ने दो दिन के अंदर परिवार को चार लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन समारू लाल राठिया ने बताया कि घर में स्वयं का रिक्शा होने के कारण शव को ले जाने के लिए शासकीय वाहन संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मांग नहीं की गई.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिजन समारू लाल राठिया ने बताया कि घर में स्वयं का रिक्शा होने के कारण शव को ले जाने के लिए शासकीय वाहन संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मांग नहीं की गई.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इंटरनेशनल कोर्ट ने कुलभूषण जाधव की फांसी पर आखिरी आदेश आने तक रोक लगा दी है. कोर्ट के इस फैसले से पाकिस्तान सहम सा गया है. सरकार से लेकर पाकिस्तानी अवाम के बीच खलबली मची हुई है. अब पाकिस्तानी दलों के नेता और जानकार लोग ये दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार ने सही तरीके से इंटरनेशनल कोर्ट में अपना पक्ष नहीं रखा. जिसके चलते कोर्ट का फैसला भारत के हक में हुआ. पाकिस्तान मुस्लिम देश, इसलिए ऐसा हुआ कुलभूषण पर कोर्ट का फैसला आने के बाद पाकिस्तानी मीडिया में अजीबो-गरीब दावे किए जा रहे हैं. टीवी बहस में कुछ लोगों ने ये तर्क दिया, 'क्योंकि पाकिस्तान मुस्लिम देश है, इसलिए इंटरनेशनल कोर्ट ने उनके खिलाफ फैसला सुनाया.' कमजोर थी पाकिस्तान की तैयारी लंदन में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के वकील राशिद असलम ने डॉन अखबार को बताया कि पाकिस्तान की तैयारी बहुत कमजोर थी. यहां तक की पाकिस्तानी वकीलों ने अपना पक्ष रखने के लिए मिले 90 मिनट के वक्त का भी इस्तेमाल नहीं किया. राशिद असलम ने कहा है कि, 'पाकिस्तान के पास कोर्ट में पक्ष रखने के लिए 90 मिनट थे, लेकिन हमने 40 मिनट बर्बाद कर दिए. मैं हैरान था कि हमने अपनी दलीलें इतने वक्त में क्यों पूरी कर दीं.' विपक्षी दल ने ठहराया सरकार को जिम्मेदार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता और सीनेटर शयरी रहमान ने भी अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया. शयरी के ऑफिस के ट्विटर हैंडल से आईसीजे के फैसले पर ट्वीट किया और नाराजगी जाहिर की. उनके ऑफिस से किए गए ट्वीट में लिखा गया, ' हम वो केस हार गए हैं, जो आसानी से जीता जा सकता था. इसके लिए सिस्टम की अक्षमता और लापरवाही जिम्मेदार है.' "We lost a case which could have been easily won. The incompetence & negligence of hiring authorities are to be blamed" - Sen. @sherryrehman — SherryRehman'sOffice (@SRehmanOffice) May 18, 2017 'वकीलों को नहीं है तजुर्बा' पाकिस्तान के पूर्व अटॉर्नी जनरल इरफान कादिर ने कहा कि वो इस फैसले से हैरान हैं. साथ ही उन्होंने इसके लिए पाकिस्तानी वकीलों की गलती मानी. इरफान कादिर ने कहा, 'पाकिस्तान की तरफ से जो वकील केस हैंडल कर रहे हैं, उनके पास तजुर्बा नहीं है. जो दलीलें वकीलों ने इंटरनेशनल कोर्ट में दी, वो बहुत कमजोर थीं.'
स्वयंसेवक शुरू करने के लिए नई परियोजनाएँ चुन सकते हैं, या तो स्वयं रिकॉर्डिंग कर सकते हैं या दूसरों को अपने साथ शामिल होने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं, या वे उन परियोजनाओं में योगदान कर सकते हैं जो दूसरों द्वारा शुरू की गई हैं। एक बार जब कोई स्वयंसेवक अपना योगदान दर्ज कर लेता है, तो इसे साइट पर अपलोड कर दिया जाता है, और लिब्रीवॉक्स समुदाय के सदस्यों द्वारा इसे सुना जाता है।
तेरेस्सा (Teressa), जिसे निकोबारी भाषाओं में लुरू (Luroo) कहते हैं, भारत के निकोबार द्वीपसमूह का एक द्वीप है। यह पड़ोसी कमोर्ता द्वीप से पश्चिम में और कत्चल द्वीप से पश्चिमोत्तर में स्थित है। तेरेस्सा से छोटा चौरा द्वीप इस से उत्तर में और बोमपोका द्वीप पूर्व में स्थित है। तेरेस्सा द्वीप के उत्तरी भाग में ८७ मीटर तक की ऊँचाई वाली भूमि है। सन् २००१ की भारतीय जनगणना के अनुसार यहाँ २०४३ लोग रह रहे थे। यहाँ की चार सबसे बड़ी बस्तियाँ बंगाली, कलासी, मिनयुक और अलूरंग हैं। इन्हें भी देखें निकोबार द्वीपसमूह सन्दर्भ अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह के द्वीप निकोबार ज़िला
कौमुदी महोत्सव प्राचीन भारत में मनाया जाने वाला एक उत्सव था। यह कौमुदी के दिन (अर्थात् कार्तिक मास की पूर्णिमा) मनाया जाता था। 'कौमुदीमहोत्सवम्' नाम का एक नाटक भी है जो विज्जिका अथवा विजयभट्टारिका अथवा विजयाम्बिका की रचना है जो कर्नाट की रानी थीं। यह नाटक पाँच काण्डों में है। नाटक पाटलिपुत्र के राजकुमार कल्याणवर्मन के जीवन पर आधारित है। सन्दर्भ kaumudi mahotsav kasa akanki h बाहरी कड़ियाँ कौमुदीमहोत्सवनाटकम् कौमुदीमहोत्सवम् का हिन्दी अनुवाद (अनुवादक - डॉ रामकुमार वर्मा) कौमुदीमहोत्सवम् का अंग्रेजी अनुवाद (अनुवादक - डॉ शाकुन्तल राव शास्त्री) कौमुदी महोत्सव (रचनाकार) भारतीय उत्सव
काव्या प्रवीण थापर एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री और मॉडल हैं। जीवनी थापर का जन्म 20 अगस्त 1995 को महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने अपना स्कूली जीवन बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल, पवई से पूरा किया। स्कूली शिक्षा पूरा करने के बाद उन्होंने ठाकुर कॉलेज ऑफ साइंस एंड कॉमर्स में प्रवेश लिया। मनोरंजन के क्षेत्र में थापर का पहला काम एक हिंदी लघु फिल्म थी जिसका शीर्षक तत्काल था। वह पतंजलि, मेकमाईट्रिप और कोहिनूर सहित विज्ञापनों में भी दिखाई दीं। उनकी तेलुगु फिल्म ई माया पेरेमिटो 2018 में रिलीज़ हुई थी। यह फिल्म उनकी पहली तेलुगु फिल्म थी। 2019 में उनकी तमिल फिल्म मार्केट राजा एमबीबीएस रिलीज हुई। यह फिल्म उनकी पहली तमिल फिल्म थी। अब, वह विजय एंटनी के साथ एक अनाम फिल्म में अभिनय कर रही हैं।. इन्हें भी देखें मेहरीन पीरज़ादा शर्ली सेतिया शालिनी पांडे कीर्ति सुरेश हर्षिका पूनच्चा इहाना ढिल्लों सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ भारतीय अभिनेत्री 1995 में जन्मे लोग जीवित लोग
'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' से बॉलीवुड में कदम रखने वालीं चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे ने देहरादून में शूटिंग शुरू कर दी है. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लोकेशन की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. साथ ही एक वीडियो शेयर कर फैंस को फिल्म का पोस्टर पसंद करने के लिए शुक्रिया कहा है. उन्होंने क्लिपबोर्ड की तस्वीरें भी शेयर की हैं. क्लिपबोर्ड में अनन्या के लिए करण जौहर और फिल्म के डायरेक्टर पुनीत मल्होत्रा का मैसेज लिखा है. तस्वीर के कैप्शन में अनन्या ने करण और धर्मा प्रोडक्शन का शुक्रिया अदा किया है. एक तस्वीर में उन्होंने फिल्म के पुनीत को धन्यवाद कहा है. आपको बता दें कि अनन्या ने 12वीं क्लास में ही इस फिल्म के लिए ऑडिशन दे दिया था. फाइनल एग्जाम शुरू होने के 2 दिन पहले ही उन्हें पता चल गया था कि उन्हें ये फिल्म मिल गई है. चंकी पांडे ने एक इंटरव्यू में बताया कि अनन्या पढ़ाई में बहुत अच्छी हैं. उन्हें यूनिर्वसिटी ऑफ कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में दाखिला भी मिल गया था, लेकिन फिल्म मिलने के कारण उन्होंने अपना एडमिशन 1 साल के लिए रोक दिया था. अब ये देखना होगा कि वो कभी वहां जा पाएगी भी या नहीं. 12वीं एग्जाम से पहले अनन्या को ऐसे मिला स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2 में काम अनन्या ने जब 10वीं कम्प्लीट की थी तभी उसने तय कर लिया था कि उसे एक्टिंग करनी है. लेकिन वह अच्छी स्टूडेंट थी इसलिए उसने सोचा कि पढ़ाई को नजरअंदाज करना सही नहीं होगा. चंकी को लगता है कि अनन्या धर्मा प्रोडक्शन के लिए जन्मी हैं. ये है स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2 स्टार कास्ट, पोस्टर से स्टोरी का खुलासा इस फिल्म से अनन्या के अलावा तारा सुतारिया भी डेब्यू कर रही हैं. तारा ने लंदन की डांस एकेडमी से क्लासिक बैलेट, मॉर्डन डांस, लेटिन अमेरिकन डांस सीखा है. वे एक प्रोफेशनल सिंगर भी हैं. वे 7 साल की उम्र से गाती हैं. तारा ने कई सिंगिंग कॉम्पिटिशन में गाया है. तारा 22 साल की हैं और खबरों के मुताबिक वो एक्टर विनोद मेहरा के बेटे रोहन मेहरा को डेट कर रही हैं. उन्होंने रियलिटी शो 'एंटरटेनमेंट के लिए कुछ भी करेगा' में पार्टिसिपेट किया था. वो कई टीवी शोज में काम कर चुकी हैं. वो 'बेस्ट ऑफ लक निक्की' , 'ओय जस्सी जस्सी' और 'शेक इट अप' में नजर आई थीं.
अब्दुल्लाह बिन उनैस रज़ि० (अंग्रेज़ी: Abdullah ibn Unais इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद के अंसार में से साथी (सहाबा) थे। उन्होंने मुहम्मद द्वारा आदेशित कई सैन्य अभियानों में भाग लिया। पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के एक अभियान का नाम उनके नाम पर अब्दुल्लाह बिन उनैस रज़ि० की मुहिम है। मुहिम इस्लामिक स्रोत अनुसार माह मुहर्रम 4 हि० की पांच तारीख़ को यह ख़बर मिली कि खालिद बिन सुफियान हुज़ली मुसलमानों पर हमला करने के लिए फौज तैयार कर रहा है। उहुद की लड़ाई के बाद कई जनजातियों ने पैगंबर मुहम्मद और उनके साथियों का खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया। उनमें से एक हैं बनू लहयान। अल्लाह के रसूल ने यह खबर सुनी कि खालिद बिन सुफयान नाम की बनी लिहयान के नेता मुसलमानों पर हमला करने के लिए सेना इकट्ठा कर रहे थे। यह खबर बहुत महत्वपूर्ण थी क्योंकि बनी लहयान बनी हुधैल परिवार का हिस्सा थीं। बनी हुदैल एक बड़ी जनजाति है। यदि बनी हुदैल हमले में शामिल होने के लिए प्रभावित हुई, तो मुसलमानों की स्थिति बहुत महत्वपूर्ण हो जाएगी। खासकर जब वे कुरैश में शामिल होने आते हैं। इस पर काबू पाने के लिए, 625 ईस्वी में रसूलुल्लाह स.अ.व. ने तुरंत सेना नहीं भेजी, बल्कि केवल एक व्यक्ति भेजा। एक आदमी चतुर था और कार्य के लिए उपयुक्त था। जो चुना गया वह अब्दुल्लाह बिन उनैस था। अब्दुल्लाह बिन उनैस रज़ि० मदीना से 18 दिन बाहर रहकर 23 मुहर्रम को वापस तशरीफ लाए। वह ख़ालिद को क़त्ल करके उस का सर भी साथ लाए थे। जब नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की ख़िदमत में हाज़िर होकर उन्होंने यह सर आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के सामने पेश किया तो आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने उन्हें एक डंडा दिया और फ़रमाया कि वह मेरे और तेरे दर्मियान कियामत के दिन निशानी रहेगा। चुनांचे जब उनकी वफात का वक्त आया तो उन्होंने वसीयत की कि यह डंडा भी उनके साथ उनके कफन में लपेट दिया जाए।" इन्हें भी देखें मुहम्मद सहाबा मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ मुहम्मद के अभियानों की सूची गुलामी पर इस्लाम के विचार सन्दर्भ सहाबा इस्लामी नेता सहाबा हदीस कथावाचक बाहरी कड़ियाँ हयातुस्सहाबा (1-3) (हिंदी पुस्तक), लेखक:युसूफ कांधलवी
केंद्र सरकार की फिट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया फिट इंडिया अभियान खेल दिवस के अवसर पर किया गया लॉन्च प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह राजधानी दिल्ली में 'फिट इंडिया अभियान' की शुरुआत की. खेल दिवस के अवसर पर इस मूवमेंट को लॉन्च किया गया है. अभियान की शुरुआत करने के बाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के दिन हमें मेजर ध्यानचंद के रूप में महान स्पोर्ट्सपर्सन मिले थे, आज देश उनको नमन कर रहा है. फिट इंडिया मूवमेंट के जरिए हेल्दी इंडिया की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ा दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू इंडिया में हर नागरिक को फिट करना सरकार का लक्ष्य है. PM मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि आज देश की जरूरत है कि फिट इंडिया को जन आंदोलन बनाया जाए. साथ ही स्पोर्ट्स में जो युवा खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर रहे हैं, उससे उनका हौसला बढ़ेगा. पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने खेल जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं. मोदी बोले कि फिटनेस सिर्फ शब्द नहीं है, बल्कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए जरूरी शर्त है. जब हम Fitness की अपनी यात्रा पर निकलते हैं तो अपनी बॉडी को बेहतर ढंग से समझना शुरु करते हैं। मैंने ऐसे कई लोगों को देखा है जिन्होंने ऐसे ही अपनी Body की शक्ति को जाना है, पहचाना है। इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है, जिससे एक बेहतर व्यक्तित्व के निर्माण में उन्हें मदद मिली है: PM — PMO India (@PMOIndia) August 29, 2019 फिटनेस के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वस्थ रहने और फिट रहने का फंडा हमारे पूर्वजों के समय से चलता आ रहा है. उन्होंने इस दौरान संस्कृत का श्लोक सुनाया और फिटनेस के लाभ बताए. PM मोदी ने कहा कि फिटनेस हमारे जीवन के तौर तरीकों का अभिन्न अंग रहा है, समय के साथ फिटनेस को लेकर सोसाइटी में उदासीनता आती रही है. PM ने कार्यक्रम में कहा कि कुछ दशक पहले तक एक सामान्य व्यक्ति पैदल चल लेता था, कुछ ना कुछ फिटनेस के लिए करता ही था, लेकिन आज टेक्नोलॉजी की वजह हमें पता चल रहा है कि कितने कदम चल दिए हैं. पीएम बोले कि आज भारत में कई तरह की बीमारी बढ़ रही हैं, आज 30 साल के युवक को भी हार्ट अटैक की खबर आती है. उन्होंने कहा कि ये हमारे लाइफस्टाइल की वजह से हो रहा है, उन्होंने कहा कि सरकार अपना काम करेगी लेकिन हर परिवार को इसके बारे में सोचना चाहिए. दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में जहां ये कार्यक्रम हो रहा है वहां पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर, मनोज तिवारी, अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी समेत कई बड़े सेलेब्रिटी मौजूद हैं. प्रधानमंत्री जब कार्यक्रम में पहुंचे तो उनके सामने कई खेलों का प्रदर्शन किया गया, जिनमें कबड्डी, खो-खो समेत कई देसी खेल शामिल रहे. इस अभियान के तहत हर कॉलेज और विश्वविद्यालय को 15 दिवसीय फिटनेस प्लान भी तैयार करना होगा और बाकायदा उसे अपने कॉलेज या विश्वविद्यालय के पोर्टल, वेबसाइट पर अपलोड करना होगा. Delhi: Prime Minister Narendra Modi at the launch of #FitIndiaMovement at Indira Gandhi Stadium, on the occasion of #NationalSportsDay . pic.twitter.com/vOwXyuAsEc — ANI (@ANI) August 29, 2019 इसे भी पढ़ें... मोदी का मिशन फिट इंडिया: 5 फंडे जो इस मूवमेंट को बनाएंगे हिट यहां देखें लाइव... अभी हाल में फिट इंडिया मूवमेंट पर सरकार को सलाह देने के लिए एक समिति का गठन किया गया था. समिति में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए), राष्ट्रीय खेल संघ (एनएसएफ), सरकारी अधिकारी, निजी निकाय और प्रसिद्ध फिटनेस हस्तियों को इसमें शामिल किया गया. खेल एवं युवा मामलों की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, राष्ट्रव्यापी आंदोलन की राष्ट्रव्यापी शुरुआत शारीरिक गतिविधियों और खेलों को नागरिकों के दैनिक जीवन में शामिल करेगी, ताकि उनकी शारीरिक फिटनेस और कल्याण में सुधार किया जा सके. बयान में आगे कहा गया कि सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), आईओए, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ, अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ और भारतीय साइक्लिंग महासंघ जैसे राष्ट्रीय खेल महासंघों के सदस्यों को इसमें शामिल किया जाएगा. केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू इस समिति के अध्यक्ष हैं. इसके अलावा इसमें निजी इकाइयों को भी शामिल किया गया है.
बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन के ट्विटर पर 70 लाख फॉलोअर हो गए हैं. अभिषेक ने अपने प्रशंसकों का शुक्रिया अदा किया. अभ‍ि‍षेक ने ट्वीट किया, 'शुक्रिया. हमारा परिवार बढ़कर 70 लाख तक पहुंच गया. बहुत सारा प्यार. And to you… The coolest crew in the whole wide world… Thank you!! Our family grows to 7million. Big love. — Abhishek Bachchan (@juniorbachchan) July 19, 2015 अभिषेक फिलहाल प्रो कबड्डी लीग में व्यस्त हैं जिसमें वह जयपुर पिंक पैंथर्स टीम के मालिक हैं. उनकी आने वाली फिल्म उमेश शुक्ला के निर्देशन में बन रही 'ऑल इज वेल' होगी जिसमें असिन, ऋषि‍ कपूर और सुप्रिया पाठक भी मुख्य किरदारों में दिखाई देंगे. फिल्म 21 अगस्त को सिनेमाघरों में आएगी. इनपुट: भाषा
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने किसानों के हक में बड़ा फैसला लिया है. सरकार की ओर से खरीफ की फसलों के दामों में एमएसपी के ऐतिहासिक बढ़ोतरी की गई है. किसानों की भलाई की बात सामने आते ही सबसे पहले स्वामीनाथन रिपोर्ट सभी के जहन में आती है. किसान संगठन हर बार स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने की मांग करते रहे हैं. यहां समझें आखिर क्या थी वह स्वामीनाथन रिपोर्ट... प्रोफेसर एमएस स्वामीनाथन को देश में हरित क्रांति का जनक कहा जाता है. स्वामीनाथन जेनेटिक वैज्ञानिक हैं. तमिलनाडु के रहने वाले इन वैज्ञानिक ने 1966 में मेक्सिको के बीजों को पंजाब की घरेलू किस्मों के साथ मिश्रित करके उच्च उत्पादकता वाले गेहूं के संकर बीज विकिसित किए. यूपीए सरकार ने किसानों की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आयोग का गठन किया जिसे स्वामीनाथन आयोग कहा गया. ...तो बदल जाती किसानों की हालत दरअसल, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को आज तक लागू नहीं किया जा सका. कहा जाता है कि अगर इस रिपोर्ट को लागू कर दिया जाए तो किसानों की तकदीर बदल जाएगी. अनाज की आपूर्ति को भरोसेमंद बनाने और किसानों की आर्थिक हालत को बेहतर करने के मकसद से 18 नवंबर 2004 को केंद्र सरकार ने एमएस स्वामीनाथन की अध्यक्षता में राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन किया गया था. इस आयोग ने पांच रिपोर्ट सौंपी थीं. भूमि सुधार की अनुशंसा स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट में भूमि सुधारों को बढ़ाने पर जोर दिया गया. अतिरिक्त और बेकार जमीन को भूमिहीनों में बांटना, आदिवासी क्षेत्रों में पशु चराने का हक देना आदि है. आत्महत्या रोकने की कोशिश आयोग की सिफारिशों में किसान आत्महत्या की समस्या के समाधान, राज्य स्तरीय किसान कमीशन बनाने, सेहत सुविधाएं बढ़ाने और वित्त-बीमा की स्थिति पुख्ता बनाने पर भी विशेष जोर दिया गया है. यदि इसे लागू किया जाए तो किसानों की स्थिति में काफी सुधार की संभावना है. ...तो बढ़ जाती किसानों की आय न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) औसत लागत से 50 फीसदी ज्यादा रखने की सिफारिश भी की गई है ताकि छोटे किसान भी मुकाबले में आएं, यही इसका मकसद है. किसानों की फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य कुछेक नकदी फसलों तक सीमित न रहें, इस लक्ष्य से ग्रामीण ज्ञान केंद्र और बाजार का दखल स्कीम भी लांच करने की सिफारिश की गई है. कांग्रेस सरकार ने कर लिया था स्वीकार! किसान संगठनों ने कई बार इस को कहा है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के बारे तो मोदी सरकार बात ही नहीं कर रही है. 2006 में जो सिफारिशें स्वामीनाथन आयोग ने दी थीं उसे 11 सितंबर 2007 को ही पिछली कांग्रेस सरकार ने स्वीकार किया था. सिफारिशों की मुख्य बातें... - फसल उत्पादन मूल्य से पचास प्रतिशत ज़्यादा दाम किसानों को मिले. - किसानों को अच्छी क्वालिटी के बीज कम दामों में मुहैया कराए जाएं. - गांवों में किसानों की मदद के लिए विलेज नॉलेज सेंटर या ज्ञान चौपाल बनाया जाए. - महिला किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएं. - किसानों के लिए कृषि जोखिम फंड बनाया जाए, ताकि प्राकृतिक आपदाओं के आने पर किसानों को मदद मिल सके.
करण जौहर पॉपुलर शो 'कॉफी विद करण' का नया सीजन ले कर आ रहे हैं. शो का प्रोमो भी जारी कर दिया गया है. शो में दीपिका पादुकोण और आलिया भट्ट साथ दस्तक दे रही हैं. दोनों कॉफी विद करण सीजन 6 की पहली मेहमान होंगी. इस दौरान दोनों अपनी पर्सनल लाइफ के राज खोलेंगी. फैन्स के लिए दोनों को किसी चैट शो में साथ देखना काफी रोचक होगा. View this post on Instagram Girl power in the KOFFEE house!!! Fun and games are about to begin! #koffeewithkaran from the 21st of October on @starworldindia at 9pm! @hotstar @deepikapadukone @aliaabhatt A post shared by Karan Johar (@karanjohar) on Oct 12, 2018 at 10:06pm PDT इंस्टाग्राम पर जारी किए गए प्रोमो में करण जौहर महिला शक्ति के लिहाज से दीपिका और आलिया का काफी गर्मजोशी से स्वागत करते नजर आ रहे हैं. उन्होंने शुरुआत में ही ये कह कर शो शुरू किया कि वे उनसे सारे गलत सवाल ही पूछेंगे. करण ने जब आगे दोनों के एक ही एक्टर के साथ डेट करने के बारे में बोला तो इस पर दीपिका ने उन्हें बीच में ही रोक दिया. उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब दिया- ''इसे अजीब बनाने की कोशिश मत करिए. क्योंकि ये पहले से ही अजीब नहीं है.'' इसके बाद आलिया ने जोर की डकार मारी और तीनों हंसने लगे. मगर करण इसके बाद भी नहीं रुके. उनका अगला सवाल शादी को लेकर था. करण ने पूछा कि दोनों में से पहले किसकी शादी हो रही है. दोनों ने फौरन एक-दूसरे की तरफ उंगली उठाई. प्रोमो से साफ जाहिर हो चुका है कि कॉफी विद करण सीजन 6 धमाकेदार आगज के साथ दस्तक देने जा रहा है.
देश की आंतरिक सुरक्षा में नाम में दम करनेवाले नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए सरकार स्पेशल मुहिम तैयार कर रही है. नक्सली मास्टरमाइंड को दबोचने के लिए सरकार उनके सिर पर अब करोड़ों का इनाम रखने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक देश के 'रेड कॉरि‍डोर' में अपनी दहशत की हुकूमत चलानेवाले पांच बड़े नक्सली मास्टरमाइंड का सुराग देनेवाले को सरकार 5 करोड़ इनाम देगी. यानी हरेक नक्सली सरगना के सिर एक करोड़ इनाम. घने जंगलों में पनाह लिए नक्सलों की सटीक जानकारी जुटाना हमेशा से मुश्किल भरा टास्क रहा है. पुलिस और सीआरपीएफ नक्सलियों की टोह लेने की कोशिश में कभी सफल होती है तो कभी नाकाम. सुकमा हमले के मास्टरमाइंड का पता चला छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ की टोली पर हमला करनेवाले नक्सली मास्टरमाइंड का पुलिस ने पता लगा लिया है. पुलिस के मुताबिक कुख्यात नक्सली सरगना हेडमा इस हमले का साजिशकर्ता है. हेडमा ने अपने दो साथियों सोंटू और मदन अन्ना के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है. इस सिलसिले में पुलिस ने कुछ गांववालों को भी पकड़ा है. पुलिस को शक है कि इन्ही गांववालों ने सीआरपीएफ की गतिविधियों की पल पल की जानकारी नक्सलियों को दी है. इस हमले में दो अफसरों सहित सीआरपीएफ के 14 जवान शहीद हुए थे. उधर, झारखंड में चाईबासा से अगवा किए गए चार सरकारी कर्मचारियों को पुलिस ने नक्सलियों के चंगुल से छुड़ा लिया है. पुलिस ने यह कारनामा वारदात के महज 30 घंटे में कर दिखाया. गुरुवार की शाम चार बजे चाईबासा के एक गांव में सर्वे के लिए गए खान सुरक्षा निदेशालय के दो कर्मचारी और दो अधिकारियों को नक्सलियों ने हथियार के बल पर अगवा किया था.
यह एक लेख है: हरियाणा सरकार ने लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों से पहले सोमवार को प्रस्तुत वर्ष 2019-20 के बजट में किसानों और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए वित्तीय एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की घोषणा की. हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने राज्य विधानसभा में सरकार का 1.32 लाख करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश करते हुए इन उपायों की घोषणा की. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उपाय करने के साथ-साथ राज्य के वित्तीय ढांचे को भी मजबूत किया है. वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार पांच एकड़ से कम कृषि जोत वाले किसानों के लिए वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा की एक नयी योजना का प्रस्ताव किया है. इसी तरह असंगठित क्षेत्र में 15,000 रुपये मासिक से कम पारिवारिक आय वाले श्रमिकों के परिवारों को भी आय सहायता और सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ दिया जाएगा. किसानों के लिए प्रस्तावित राज्य की योजना केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अतिरिक्त होगी. बजट में इन योजनाओं के लिए 1500 करोड़ रुपये के परिव्यय का प्रावधान है. कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि इन योजनाओं के लाभार्थियों के नाम और सहायता देने के तौर तरीके तय किए जा रहे हैं. बजट में कोई नया या अतिरिक्त कर नहीं लगाया गया है. इसमें कुल 1,32,165.99 करोड़ रुपये के परिव्यय का प्रस्ताव है जो 2018-19 के बजट से 14.73 % अधिक है. बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, कौशल विकास, औद्योगिक प्रशिक्षण और कृषि तथा उससे संबंधित कारोबार में तेजी लाने पर जोर है.
सीबीआई के नए डायरेक्‍टर अनिल सिन्हा ने साफ कर दिया है कि वे किसी भी दबाव में आने वाले नही हैं. उनका मकसद ईमानदारी के साथ अपने काम को अंजाम देना है. सिन्‍हा ने इस बात पर भी जोर दिया कि जांच एजेंसी इस बात का ध्‍यान रखेगी कि किसी बेकसूर का शोषण न हो. बीते 2 दिसंबर को देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के प्रमुख का पद सम्भालने वाले अनिल सिन्हा आज 'एजेंडा आजतक' में शामिल हुए. मीडिया की सुर्खियां और सीबीआई की छवि को लेकर अनिल सिन्हा ने कहा, 'जो यहां नहीं हैं उनके बारे में बातें करना मुनासिब नहीं है. जब भी हम सुर्खियां देंगे, सही मामलों में देंगे. हमारे जो अधिकारी हैं उन्हें एक ही चीज कही है कि निष्पक्षता से काम करें. अगर हम ऐसे काम करेंगे तो लोगों का भरोसा बढ़ेगा. कुछ लोग संतुष्ट होंगें, कुछ नहीं. लेकिन हमें तथ्यों और सबूतों के साथ अदालत को संतुष्ट करना जरूरी है. हम किसी की परवाह क्यों करें. हां ये जरूर ध्यान रखना है कि किसी बेकसूर का शोषण ना हो. जो गलत हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. सफेदपोश लोगों से जुड़े मामलों में दबाव के सवाल पर अनिल सिन्हा ने कहा, 'आपने केस में हमें कहीं डगमगाते हुए देखा? जब हम इस तरह के केस पर काम करते हैं तो हम बारीकी से जांच करते हैं. कभी भी हड़बड़ी और जल्दबाजी में काम नहीं करते. किसी खास माइंडसेट को लेकर अगर जाएंगे तो रिजल्ट उम्दा नहीं होते. कोर्ट को संतुष्ट करना होता है. इसलिए हम अपने काम के हर पहलू को बेहतर तरीके से करना जरूरी समझते हैं. सीबीआई निदेशक ने अपनी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे पास चुनिंदा लोगों की उम्दा टीम है. देश के चुनिंदा अफसरों को लिया गया है. हमने हमेशा संदेश दिया है कि जो काम है, उसे अच्छे से करें. नतीजे की चिन्ता ना करें. दबाव में ना आएं बस अच्छे से काम करें. अपने काम को निर्भिकता से करें और आगे बढ़ें. सिन्हा ने कहा कि सीबीआई हर साल तकरीबन 1200 मामलों पर जांच करती है. हमारे लिये हर केस अहम होता है. हमारी प्राथमिकता रहती है कि चाहे छोटा केस हो या बड़ा, चाहे वो हेडलाइन बने या ना बनें. हम सभी को अच्छे से हैंडल करते हैं. भ्रष्टाचार के माहौल में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि हम बेहतर तरीके से काम करें. एसपीजी में अपने कार्यकाल के बारे में सिन्हा ने कहा कि वहां अगर हम गलती करते हैं तो बड़ा नुकसान हो सकता है. इसलिये अच्छे से काम करते हैं. हमने वहां भी कई इस तरह की बातें ध्यान रखनी होती हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसी भी खास केस के बारे में यहां बात करना सही नहीं होगा लेकिन एक बात कहना है कि हर देश के कानून अलग होते हैं. आज की तारीख में ये बताना उचित नहीं होगा हम किस केस पर किस तरह से काम कर रहे हैं और कहां तक पंहुचे हैं. कुछ बातें होती हैं जो लोगों तक नहीं जानी चाहिए. इन्‍हें सार्वजनिक नहीं किया जा सकता. सीबीआई के बेजा इस्तेमाल पर अनिल सिन्हा ने कहा कि उन्हे स्पेशल डायरेक्टर बनने से पहले करीब 35 साल पुलिस में काम करने का अनुभव है. कभी कोई डायरेक्शन नहीं मिला. जो कुछ किया खुद किया, अपने विचार से किया. कुछ लोगों की उम्मीद रही होगी पर मुझे इस तरह का कोई अनुभव नहीं रहा. मैंने कोई प्रेशर नहीं देखा.' पश्चिम बंगाल के सारदा चिट‍फंड केस के बारे में सिन्हा ने कहा, 'हम तो अपना काम करते हैं. किसे सूट करता है, किसे सूट नहीं करता, इससे हमें मतलब नहीं. ना ही किसी ने मुझे कुछ कहा और ना ही हमने किसी से कुछ कहा. हम तथ्यों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं. बस हम अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं. सीबीआई डायरेक्‍टर ने कहा, 'जो केस होते हैं वो सभी कोर्ट के पास होते हैं. कुछ गिने चुने केस होते हैं, जिसे सुप्रीम कोर्ट मॉनिटर करता है. उससे फायदा होता है. कई बार कुछ छूट जाता है तो वो भी हम देख पाते हैं. सीखने को मिलता है. हम न्यायालय के फैसले को जज नहीं कर सकते हैं.' सुप्रीम कोर्ट से मिलने वाली फटकार पर सिन्हा बोले कि काम अगर पूरा या ठीक नहीं किया तो फटकार होनी चाहिए. डांट-फटकार मिलती है तो उसे पॉजिटिव लेना चाहिये. काम को बेहतर से किया जाना चाहिये. घर में डांट पड़ती थी तो क्या करते थे? स्पेशल केस के मामले में उन्होंने बताया कि हमने एक एसआईटी बनाई है जो केस को हैंडल करने के लिए सक्षम हैं. ऐसे और भी केस हैं जिन पर हम काम कर रहे हैं. हमने टीम से कहा कि सारे सबूतों को परख लें. सही काम करना है सही काम प्राथमिकता है. राज्यों में चल रहे मामलों पर उन्होंने कहा कि जब कोई बड़ी चीज हो रही होती है तो ऐसा नहीं कि हम उनसे अनजान हों. हम अपने डेटाबेस के लिये काम करते हैं लेकिन हम किसी और के काम में दखल दें ये मुनासिब नहीं होगा. अनिल सिन्हा ने साफ संदेश दिया कि देश में करप्शन से लड़ने के लिये अपने अंदर के लालच से भी लड़ना होगा. खुद पर काबू रखना होगा. इसी की वजह से केस सफर करते हैं. मैन पॉवर की कमी पर उन्‍होंने कहा कि 'इनफ कभी नहीं होता. हर किसी को कमी से जूझना पड़ता है. जो है उसे सही से इस्तेमाल करें. जहां जरूरत होती है तो हमें सरकार से मिलता भी है. अभी जो हमारे पास है वो काफी ना होते हुए भी इतने सक्षम हैं कि सारे केस पर अच्छे से काम कर सकें. अपनी नियुक्‍ति के बारे में उन्‍होंने कहा कि उन्हें अंदाजा भी नही था कि वो सीबीआई के निदेशक बनेंगे. उन्‍होंने कहा, 'मुझे नहीं पता था मुझे भूख लगी थी. मैं खाना खाने जा रहा था. टीवी पर परिवार ने देखा पर विश्वास नहीं हुआ. रात को डेढ़ बजे मुझे डीओपीटी से नोटिफिकेशन मिला तब मुझे विश्वास हुआ. मेरे दिमाग में आया कि बड़ी जिम्मेदारी मुझे दी गई है. सही काम करने के लिये ईश्वर मेरी मदद करें. बस यही प्रार्थना की.' सीबीआई प्रमुख ने कहा कि संगीत जीवन में रंग भरते हैं. लेकिन जो बदरंग करने वाली चीजें हैं, उनसे मुक्कमल लड़ाई लड़ने की जरूरत है. ताकि हमारा किसी भी तरह का नुकसान ना हो.
रियलिटी शो नच बलिए के चौथे चरण में निर्णायक की भूमिका निभाने के लिए तैयार हो चुकी बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्‍मा कपूर के अनुसार मातृत्‍व उनके जीवन का सबसे सुखद अनुभव है. करिश्‍मा ने एक साक्षात्‍कार के दौरान बताया कि मातृत्‍व ने मेरी जिंदगी काफी हद तक बदल कर रख दी है. इसने मुझे पहले से ज्‍यादा जिम्‍मेदार और समझदार बना दिया है. राजा हिंदुस्‍तानी, दिल तो पागल है, बीवी नंबर वन, जुबैदा और फिजा जैसी कई बेहतरीन फिल्‍में दे चुकी करिश्‍मा कहती हैं कम उम्र में ही मैंने बॉलीवुड में कदम रखा था और मैं खुद को खुशकिस्‍मत मानती हूं कि मुझे अलग-अलग तरह की फिल्‍में करने का मौका मिला. मेरे लिए अभिनय से यह दूरी महज कुछ दिनों की छुट्टी की तरह थी. करिश्‍मा ने कहा कि इस शो के लिए मुझे बहुत ज्‍यादा वक्‍त देने की जरूरत नहीं थी इसलिए मैं इससे जुड़ने के लिए तैयार हो गई.
लेख: पटना पुलिस ने विद्यार्थियों और अभिभावकों को फोन कॉल कर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अंक बढ़वाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इस गिरोह के तीन सदस्यों को धर दबोचा है. वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने पत्रकारों को बताया कि लगातार भारी संख्या में शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि बिहार इन्टरमीडिएट काउंसिल एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना के परीक्षाफल में अंक बढ़वाने के नाम पर कई विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को फोन कॉल जा रहे थे. इसमें उन्हें फेल होने का भय दिखाकर बैंक खाते में पैसे डालने के लिए कहा जा रहा था. उन्होंने कहा कि इस सन्दर्भ में कई प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें विशिष्ट आसूचना इकाई पटना के पदाधिकारियों, कर्मियों को शामिल किया गया. मनु महाराज ने बताया कि गठित टीम द्वारा लगातार अभ्‍यर्थियों से संपर्क कर संबंधित आसूचना का संकलन, दिए जा रहे बैंक खाते की जानकारी, फोन-कॉल की निगरानी एवं गोपनीय सूचनाओं को संकलित किए जाने के क्रम में टीम के सामने एक विशेष बात आई कि यह गिरोह नालंदा एवं शेखपुरा जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय है. उन्होंने कहा कि तत्काल इस सूचना पर टीम द्वारा संकलित जानकारी पर यह स्पष्ट हुआ कि यह गिरोह जिला शेखपुरा के रहिंचा गांव एवं इसके आस-पास के गांव से चल रहा है. गिरोह के सदस्य प्रतिदिन कई गुट बनाकर बगीचे, खेत अथवा किसी वीरान मकान में बैठकर फोन-कॉल करते थे.टिप्पणियां मनु महाराज ने बताया कि इस सूचना के प्राप्त होते ही टीम द्वारा सादे लिबास में वांछित जगह की घेराबंदी कर घात लगाने पर जैसे ही वहां पांच कॉलर एकत्र हुए, टीम द्वारा जिनमें से तीन को घेरकर दस्तावेजों एवं मोबाइल के साथ पकड़ा गया. (इनपुट भाषा से) वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने पत्रकारों को बताया कि लगातार भारी संख्या में शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि बिहार इन्टरमीडिएट काउंसिल एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना के परीक्षाफल में अंक बढ़वाने के नाम पर कई विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को फोन कॉल जा रहे थे. इसमें उन्हें फेल होने का भय दिखाकर बैंक खाते में पैसे डालने के लिए कहा जा रहा था. उन्होंने कहा कि इस सन्दर्भ में कई प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें विशिष्ट आसूचना इकाई पटना के पदाधिकारियों, कर्मियों को शामिल किया गया. मनु महाराज ने बताया कि गठित टीम द्वारा लगातार अभ्‍यर्थियों से संपर्क कर संबंधित आसूचना का संकलन, दिए जा रहे बैंक खाते की जानकारी, फोन-कॉल की निगरानी एवं गोपनीय सूचनाओं को संकलित किए जाने के क्रम में टीम के सामने एक विशेष बात आई कि यह गिरोह नालंदा एवं शेखपुरा जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय है. उन्होंने कहा कि तत्काल इस सूचना पर टीम द्वारा संकलित जानकारी पर यह स्पष्ट हुआ कि यह गिरोह जिला शेखपुरा के रहिंचा गांव एवं इसके आस-पास के गांव से चल रहा है. गिरोह के सदस्य प्रतिदिन कई गुट बनाकर बगीचे, खेत अथवा किसी वीरान मकान में बैठकर फोन-कॉल करते थे.टिप्पणियां मनु महाराज ने बताया कि इस सूचना के प्राप्त होते ही टीम द्वारा सादे लिबास में वांछित जगह की घेराबंदी कर घात लगाने पर जैसे ही वहां पांच कॉलर एकत्र हुए, टीम द्वारा जिनमें से तीन को घेरकर दस्तावेजों एवं मोबाइल के साथ पकड़ा गया. (इनपुट भाषा से) उन्होंने कहा कि इस सन्दर्भ में कई प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें विशिष्ट आसूचना इकाई पटना के पदाधिकारियों, कर्मियों को शामिल किया गया. मनु महाराज ने बताया कि गठित टीम द्वारा लगातार अभ्‍यर्थियों से संपर्क कर संबंधित आसूचना का संकलन, दिए जा रहे बैंक खाते की जानकारी, फोन-कॉल की निगरानी एवं गोपनीय सूचनाओं को संकलित किए जाने के क्रम में टीम के सामने एक विशेष बात आई कि यह गिरोह नालंदा एवं शेखपुरा जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय है. उन्होंने कहा कि तत्काल इस सूचना पर टीम द्वारा संकलित जानकारी पर यह स्पष्ट हुआ कि यह गिरोह जिला शेखपुरा के रहिंचा गांव एवं इसके आस-पास के गांव से चल रहा है. गिरोह के सदस्य प्रतिदिन कई गुट बनाकर बगीचे, खेत अथवा किसी वीरान मकान में बैठकर फोन-कॉल करते थे.टिप्पणियां मनु महाराज ने बताया कि इस सूचना के प्राप्त होते ही टीम द्वारा सादे लिबास में वांछित जगह की घेराबंदी कर घात लगाने पर जैसे ही वहां पांच कॉलर एकत्र हुए, टीम द्वारा जिनमें से तीन को घेरकर दस्तावेजों एवं मोबाइल के साथ पकड़ा गया. (इनपुट भाषा से) मनु महाराज ने बताया कि गठित टीम द्वारा लगातार अभ्‍यर्थियों से संपर्क कर संबंधित आसूचना का संकलन, दिए जा रहे बैंक खाते की जानकारी, फोन-कॉल की निगरानी एवं गोपनीय सूचनाओं को संकलित किए जाने के क्रम में टीम के सामने एक विशेष बात आई कि यह गिरोह नालंदा एवं शेखपुरा जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय है. उन्होंने कहा कि तत्काल इस सूचना पर टीम द्वारा संकलित जानकारी पर यह स्पष्ट हुआ कि यह गिरोह जिला शेखपुरा के रहिंचा गांव एवं इसके आस-पास के गांव से चल रहा है. गिरोह के सदस्य प्रतिदिन कई गुट बनाकर बगीचे, खेत अथवा किसी वीरान मकान में बैठकर फोन-कॉल करते थे.टिप्पणियां मनु महाराज ने बताया कि इस सूचना के प्राप्त होते ही टीम द्वारा सादे लिबास में वांछित जगह की घेराबंदी कर घात लगाने पर जैसे ही वहां पांच कॉलर एकत्र हुए, टीम द्वारा जिनमें से तीन को घेरकर दस्तावेजों एवं मोबाइल के साथ पकड़ा गया. (इनपुट भाषा से) उन्होंने कहा कि तत्काल इस सूचना पर टीम द्वारा संकलित जानकारी पर यह स्पष्ट हुआ कि यह गिरोह जिला शेखपुरा के रहिंचा गांव एवं इसके आस-पास के गांव से चल रहा है. गिरोह के सदस्य प्रतिदिन कई गुट बनाकर बगीचे, खेत अथवा किसी वीरान मकान में बैठकर फोन-कॉल करते थे.टिप्पणियां मनु महाराज ने बताया कि इस सूचना के प्राप्त होते ही टीम द्वारा सादे लिबास में वांछित जगह की घेराबंदी कर घात लगाने पर जैसे ही वहां पांच कॉलर एकत्र हुए, टीम द्वारा जिनमें से तीन को घेरकर दस्तावेजों एवं मोबाइल के साथ पकड़ा गया. (इनपुट भाषा से) मनु महाराज ने बताया कि इस सूचना के प्राप्त होते ही टीम द्वारा सादे लिबास में वांछित जगह की घेराबंदी कर घात लगाने पर जैसे ही वहां पांच कॉलर एकत्र हुए, टीम द्वारा जिनमें से तीन को घेरकर दस्तावेजों एवं मोबाइल के साथ पकड़ा गया. (इनपुट भाषा से) (इनपुट भाषा से)
याहू इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के आग्रह पर दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है। याहू ने कथित आपत्तिजनक सामग्री के लिए एक मजिस्ट्रेट द्वारा जारी सम्मनों को चुनौती दी है। न्यायमूर्ति सुरेश कैत ने याहू इंडिया की याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘10 फरवरी के लिए नोटिस जारी किया जाता है।’’ अदालत ने याहू इंडिया के इस आग्रह को भी मान लिया कि उसके मामले की अलग से सुनवाई की जाए। याहू इंडिया की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अरविन्द निगम ने कहा, ‘‘यह ऐसा मामला है, जहां निचली अदालत द्वारा बुद्धि का इस्तेमाल किए बिना सम्मन जारी किए गए, क्योंकि मेरे (याहू इंडिया) खिलाफ कोई सामग्री नहीं थी।’’ अदालत ने याहू इंडिया के इस आग्रह को भी मान लिया कि उसके मामले की अलग से सुनवाई की जाए। याहू इंडिया की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अरविन्द निगम ने कहा, ‘‘यह ऐसा मामला है, जहां निचली अदालत द्वारा बुद्धि का इस्तेमाल किए बिना सम्मन जारी किए गए, क्योंकि मेरे (याहू इंडिया) खिलाफ कोई सामग्री नहीं थी।’’
यह लेख है: भारत विश्व कप ग्रुप बी में भले ही शीर्ष पर काबिज हो लेकिन उसकी क्वार्टर फाइनल की सीट पूरी तरह से पक्की नहीं हुई है और अब भी महेंद्र सिंह धोनी की टीम अगर मगर के जंजाल में फंस सकती है। यह स्थिति हालांकि काल्पनिक है लेकिन अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि भारतीय टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है। भारत के पांच मैच में सात अंक हैं और उसे अब 20 मार्च को अपने अंतिम लीग मैच में वेस्टइंडीज से खेलना है। भारतीय टीम यदि उस मैच में जीत दर्ज करती है तो वह सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंच जाएगी लेकिन वह इससे पहले भी नाकआउट चरण में जगह बना सकती है हालांकि यह दूसरी टीमों के परिणाम पर निर्भर करेगा। ग्रुप बी में अभी सबसे नाजुक स्थिति इंग्लैंड की बनी हुई है और उसे अंतिम आठ में जगह बनाने के लिये अपने अगले मैच में वेस्टइंडीज पर हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। यदि एंड्रयू स्ट्रास की टीम इसमें असफल रहती है तो फिर भारत अपने अगले मैच से पहले ही क्वार्टर फाइनल में पहुंच जाएगा। यदि इंग्लैंड की टीम वेस्टइंडीज को बड़े अंतर से हरा देती है तो उसके भी सात अंक हो जाएंगे। इसके विपरीत यदि कैरेबियाई टीम भारत पर भारी पड़ती है तथा इस बीच होने वाले मैचों में बांग्लादेश अपने दोनों मैच जीत लेता है और दक्षिण अफ्रीका की टीम आयरलैंड को हराने के बाद बांग्लादेश से हार जाती है तो फिर भारतीय टीम की परेशानियां बढ़ सकती हैं। ऐसी दशा में वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश की टीमें आठ-आठ अंक लेकर अगले दौर में पहुंचेगी जबकि भारत और इंग्लैंड के सात-सात अंक होंगे और उनमें से क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली टीम का फैसला नेट रन रेट से होगा। ग्रुप ए में ऐसी स्थिति नहीं दिख रही है। इस ग्रुप से न्यूजीलैंड की टीम आज कनाडा पर जीत से क्वार्टर फाइनल में पहुंच गयी है। उसके अब पांच मैच में आठ अंक हैं। श्रीलंका पांच मैच में सात अंक लेकर पहले ही अंतिम आठ में जगह बना चुका है क्योंकि इस ग्रुप से कनाडा और कीनिया नाकआउट की दौड़ से बाहर हो गयी हैं और यदि जिम्बाब्वे अगले दोनों मैच जीत जाता है तो तब भी उसके छह अंक ही होंगे। पाकिस्तान के चार मैच में छह अंक हैं और वह कल जिम्बाब्वे पर जीत दर्ज करके अगले चरण में जगह पक्की करने के लिये उतरेगा। ऑस्ट्रेलिया भी कीनिया पर जीत दर्ज करके ही दूसरे दौर में जगह बना लेगा। इसका मतलब है कि ग्रुप ए से चोटी की चारों टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचेंगी लेकिन ग्रुप बी में इंग्लैंड या भारत विशेषकर इंग्लैंड पर पहले दौर में बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है।
लेख: लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में कुछ सुराग हाथ लगे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक हत्यारे भगवा कपड़े पहने हुए थे और मिठाई के डिब्बे में हाथ में थे जिसमें पिस्टल और चाकू छिपा रखा था. पुलिस को मौके से .32 बोर की पिस्टल, कारतूस का खोखा मिला है. गुजरात की दुकान का एक डिब्बा मिला है. हमलावारों ने पहले गोली मारी थी और फिर धारदार हथियार से गला रेत दिया और वहां से फरार हो गए. कमलेश को किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी में भर्ती कराया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद सीएम योगी ने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी से मामले की रिपोर्ट तलब की है.  आपको बता दें कि लखनऊ के घनी आबादी वाले नाका हिंडोला इलाके में करीब दोपहर 11.46 बजे भगवा कुर्ता पहने दो लोग कमलेश के ऑफिस पहुंचे.  इसी इमारत के एक हिस्से में कमलेश रहते भी हैं.  उनका एक कार्यकर्ता ही हत्यारों को उनके पास ले गया था. बताया जा रहा है कि कमलेश ने उनके लिए घर से चाय नाश्ता भी मंगवाया था. फिर इसके बाद अपने कार्यकर्ता को पान मसाला लाने के बाहर भेजा. जब वह वापस आया तो उसने कमलेश को खून से लथपथ पाया.  कमलेश की दिन दहाड़े हुई हत्या से हड़कंप मच गया और उनके समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया. जब उनका शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया तो उनके समर्थकों ने तोड़फोड़ भी की. फिलहाल जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक कमलेश के शव को अंतिम संस्कार के लिए सीतापुर स्थित उनके पैतृक आवास भेजा जाएगा. कमलेश का विवादों से पुराना नाता रहा है. साल 2014 में उन्होंने सीतापुर जिले के सिधौली में एक सभा में अपनी जमीन पर गोडसे का मंदिर बनाने का ऐलान किया था. साल 2015 में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद साहब पर अपमानजनक टिप्पणी की थी जिसकी वजह से उनके ऊपर एनएसए लगा दिया गया था. कमलेश के इस बयान पर बिजनौर के मौलाना ने उनके सिर पर ईनाम का भी ऐलान कर डाला था. कमलेश की पत्नी ने मौलाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. वहीं यूपी पुलिस ने मामले में गुजरात पुलिस से भी मदद ले रही है.
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश में प्रस्तावित रेलवे ओवरब्रिजों को बनाने में तेजी लाई जाएगी. प्रदेश में कुल 148 रेलवे ओवरब्रिज बनाए जाएंगे. उस्मानी ने कहा कि सेतु निगम एवं लोक निर्माण विभाग तथा रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का संयुक्त दल अनुपयुक्त पुलों का पुनरीक्षण कर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 148 ओवरब्रिजों का निर्माण किया जाएगा. उत्तर-मध्य रेलवे द्वारा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना में 56 आरओबी, उत्तर रेलवे द्वारा 34 आरओबी तथा प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ शहर के मॉल एवेन्यू एवं ठाकुरगंज सहित कुल 25 आरओबी बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया है. उस्मानी ने शास्त्री भवन स्थित सभागार में प्रदेश के विभिन्न रेल समपारों पर रेल उपरिगामी सेतुओं के निर्माण के सम्बंध में आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता के दौरान ये बातें कहीं. उन्होंने बताया कि समस्त रेलवे ओवरब्रिजों को एक जैसा बनाया जाएगा। संयुक्त निरीक्षण से प्राप्त संस्तुति पर तत्काल निर्णय लिया जाएगा.
रणवीर सिंह की गली बॉय साल 2018 से ही चर्चा में थी. रिलीज के पहले गली बॉय के ट्रेलर और गानों ने फिल्म को लेकर लोगों के बीच बज़ क्रिएट कर दिया था. फिल्म की कमाई पर भी इस बज़ का असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. मगर पिछले कुछ समय से फिल्म की कमाई में आई गिरावट के कारण इस बात को लेकर संशय बन चुका है कि 200 करोड़ कमाने की काबीलियत रखने वाली ये फिल्म क्या वाकई में इस आंकड़े को छू सकती है. रणवीर की पिछली रिलीज सिंबा ने तो ये कमाल कर दिखाया था मगर गली बॉय को ऐसा करने के लिए वीकेंड पर बड़ा कमाल दिखाना होगा. फिल्म की कमाई के ताजा आंकड़े सामने आ गए हैं. ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने फिल्म की कमाई के ताजा आंकड़े साझा किए हैं. तरण के ट्वीट के मुताबिक फिल्म ने शुक्रवार को 3.90 की कमाई की है. जिसके बाद फिल्म का कुल कलेक्शन 104.20 करोड़ का हो चुका है. अब इसे दूसरे वीकेंड में करिश्माई कमाई करनी होगी. रविवार तक की कमाई के बाद ही साफ तौर पर इस बात का अंदाजा लग पाएगा कि फिल्म 200 करोड़ की कमाई कर सकती है या नहीं. View this post on Instagram ⚜️ A post shared by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Feb 23, 2019 at 12:49am PST View this post on Instagram A post shared by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Feb 12, 2019 at 4:45am PST टोटल धमाल की कमाई चिंता का विषय फिल्म के लिए टोटल धमाल की कमाई चिंता का विषय बन गई है. मल्टीस्टारर कॉमेडी फिल्म ने रिलीज के पहले दिन ही बॉक्स ऑफिस पर 16.50 करोड़ की धमाकेदार कमाई कर ली है. ये फिल्म गली बॉय की राह में रोड़ा बन सकती है और अगर बॉक्स ऑफिस पर इसकी शानदार कमाई जारी रहती है तो गली बॉय के लिए 200 करोड़ की कमाई करना बेहद मुश्किल साबित हो सकता है. फिल्म की बात करें तो इसकी कहानी एक रैपर के जीवन के संघर्ष को बयां करती है. फिल्म का निर्देशन जोया अख्तर ने किया है. फिल्म की कास्ट में रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, सिद्धांत चतुर्वेदी और कल्कि कोचलिन शामिल है. इसे 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के मौके पर रिलीज किया गया था.
राजस्थान के जयपुर में रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा रविवार को पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने 105 लोगों को हिरासत में ले लिया है. सूत्रों ने बताया कि राजस्थान पुलिस द्वारा स्पेशल पुलिस आपरेशन की कार्रवाई के तहत यह मामला उजागर हुआ है, जिसमें राजस्थान के अलावा यूपी पुलिस भी शामिल थी. मामले की जांच जारी है. उल्लेखनीय है कि इस परीक्षा में 75 हजार परीक्षार्थी बैठने वाले थे.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: केंद्र सरकार ने बहुप्रतीक्षित मोटर यान ‘संशोधन’ विधेयक 2016 को बुधवार को मंजूरी प्रदान कर दी जिसमें यातायात नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाने का प्रस्ताव है. इन प्रस्तावों में शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 10 हजार रुपये तक का जुर्माना और ‘हिट एंड रन’ मामलों के लिए दो लाख रुपये का मुआवजा शामिल हैं. सड़क दुर्घटना में मौत होने की स्थिति में 10 लाख रुपये तक के मुआवजे का प्रावधान विधेयक में किया गया है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने मोटर यान (संशोधन) विधेयक 2016 को मंजूरी प्रदान कर दी. सड़कों को सुरक्षित बनाने और लाखों निर्दोष लोगों की जान बचाने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम है.’उन्होंने कहा कि विधेयक के प्रावधान 18 राज्यों के परिवहन मंत्रियों की सिफारिशों पर आधारित हैं और इसमें निर्धारित गति से तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने पर 1,000 से 4,000 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है.टिप्पणियां विधेयक के प्रावधानों के अनुसार बीमा के बिना गाड़ी चलाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना और/या तीन महीने की जेल हो सकती है. बिना हेलमेट के वाहन चलाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना और तीन महीने के लिए लाइसेंस निलंबित हो सकता है. इस विधेयक में यह प्रावधान भी किया गया है कि किशोरों द्वारा वाहन चलाते समय सड़क दुर्घटना के मामले में वाहन मालिक अथवा अभिभावक को दोषी माना जायेगा वहीं वाहन का पंजीकरण भी रद्द किया जायेगा. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने मोटर यान (संशोधन) विधेयक 2016 को मंजूरी प्रदान कर दी. सड़कों को सुरक्षित बनाने और लाखों निर्दोष लोगों की जान बचाने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम है.’उन्होंने कहा कि विधेयक के प्रावधान 18 राज्यों के परिवहन मंत्रियों की सिफारिशों पर आधारित हैं और इसमें निर्धारित गति से तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने पर 1,000 से 4,000 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है.टिप्पणियां विधेयक के प्रावधानों के अनुसार बीमा के बिना गाड़ी चलाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना और/या तीन महीने की जेल हो सकती है. बिना हेलमेट के वाहन चलाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना और तीन महीने के लिए लाइसेंस निलंबित हो सकता है. इस विधेयक में यह प्रावधान भी किया गया है कि किशोरों द्वारा वाहन चलाते समय सड़क दुर्घटना के मामले में वाहन मालिक अथवा अभिभावक को दोषी माना जायेगा वहीं वाहन का पंजीकरण भी रद्द किया जायेगा. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विधेयक के प्रावधानों के अनुसार बीमा के बिना गाड़ी चलाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना और/या तीन महीने की जेल हो सकती है. बिना हेलमेट के वाहन चलाने पर 2,000 रुपये का जुर्माना और तीन महीने के लिए लाइसेंस निलंबित हो सकता है. इस विधेयक में यह प्रावधान भी किया गया है कि किशोरों द्वारा वाहन चलाते समय सड़क दुर्घटना के मामले में वाहन मालिक अथवा अभिभावक को दोषी माना जायेगा वहीं वाहन का पंजीकरण भी रद्द किया जायेगा. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
2017-18 विजय हजारे ट्राफी को विजय हजारे ट्रॉफी के 16 वें सत्र का आयोजन करना है, जो कि भारत में लिस्ट ए क्रिकेट टूर्नामेंट है। यह भारत की 28 घरेलू क्रिकेट टीमों द्वारा मुकाबला होगा। ग्रुप बी में निम्नलिखित सात टीमें तैयार की गई: बंगाल, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश। दिसंबर 2017 में, खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग 2018 से पहले खिलाड़ियों को अभ्यास करने की अनुमति देने के लिए आगे लाया गया। अंक तालिका फिक्स्चर राउंड 1 राउंड 2 राउंड 3 राउंड 4 राउंड 5 राउंड 6 राउंड 7 संदर्भ क्रिकेट प्रतियोगितायें विजय हजारे ट्रॉफी २०१८ में क्रिकेट
यूपी में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी राजपरिवार के घमासान में फंसी है तो वहीं बीजेपी केंद्र सरकार की ताबड़तोड़ परियोजनाओं का ऐलान कर वोटरों को लुभाने में जुट गई है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी चुनावों की घोषणा से पहले राज्य में सत्तर से भी ज्यादा संसदीय क्षेत्रों में योजनाओं का शिलान्यास कर देंगे. बीजेपी यूपी में सड़क से सत्ता में पहुंचना चाहती है. सड़क के निर्माण के लिए केंद्र सरकार एक के बाद एक परियोजनाओं की शुरुआत कर रही है. इरादा है चुनाव से पहले तक सत्तर हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करना. बीजेपी चाहती है कि मोदी सरकार के पांच साल के कार्यकाल में दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का काम यूपी में कर दिया जाए. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले वे 70 से ज्यादा लोक सभा चुनाव क्षेत्रों में जाएंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी के सांसदों ने उन्हें अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में आने का अनुरोध किया है. गडकरी यूपी में लगातार तूफानी दौरे कर रहे हैं. उन्होंने 12 अगस्त को वाराणसी में 2500 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसके बाद आठ सितंबर को उन्होंने गोरखपुर, बलिया, लालगंज में 2500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को शुरू किया और शुक्रवार 16 सितंबर को 5200 करोड़ रुपये की लागत वाले लखनऊ आउटर रिंग रोड की आधारशिला रखेंगे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके साथ रहेंगे, जो कि लखनऊ से सांसद हैं. इसके बाद गडकरी तकरीबन हर सप्ताह यूपी के दौरे पर रहेंगे. 29 सितंबर को संभल, पीलीभीत, बुलंदशहर, बरेली, मेरठ, शाहजहांपुर को फायदा पहुंचाने वाली सड़क परियोजनाओं की आधार शिला रखी जाएगी. अक्तूबर के पहले हफ्ते में आगरा, इटावा, कानपुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद तो दूसरे हफ्ते में गाजीपुर, इलाहाबाद, महाराजगंज के इलाकों को जोड़ने वाली सड़क परियोजनाओं के काम की शुरुआत होगी. तीसरे हफ्ते में वे झाँसी, चित्रकूट में रहेंगे. इरादा यह है कि यूपी के सभी हिस्सों में किसी न किसी सड़क परियोजना का शिलान्यास कर दिया जाए ताकि पार्टी के सांसद मतदाताओं को बता सकें कि उनकी केंद्र सरकार काम में जुटी है. नितिन गडकरी का कहना है कि "हम राजनीति नहीं कर रहे. किसी भी पार्टी की सरकार हो. हम मिलकर काम करना चाहते हैं." यूपी पर फोकस करने वाले गडकरी अकेले केंद्रीय मंत्री नहीं हैं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने मंत्रालयों की यूपी से जुड़ी योजनाओं में तेजी लाएं ताकि पार्टी विकास के नाम पर राज्य में वोट मांग सकें.टिप्पणियां दरअसल, यूपी में राम मंदिर की राजनीति करती आ रही बीजेपी इस बार विकास को बड़ा मुद्दा बना रही है. लेकिन उसे यह अहसास है कि लोगों का समर्थन तभी मिलेगा जब जमीन पर काम दिखेगा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में फर्क यह है कि इस बार उसकी केंद्र में सरकार है, और इसीलिए पार्टी पर कुछ करके दिखाने का दबाव ज्यादा है. खास तौर से तब जबकि उसके पास राज्य के 80 में से 71 सांसद हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बीजेपी यूपी में सड़क से सत्ता में पहुंचना चाहती है. सड़क के निर्माण के लिए केंद्र सरकार एक के बाद एक परियोजनाओं की शुरुआत कर रही है. इरादा है चुनाव से पहले तक सत्तर हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करना. बीजेपी चाहती है कि मोदी सरकार के पांच साल के कार्यकाल में दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का काम यूपी में कर दिया जाए. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले वे 70 से ज्यादा लोक सभा चुनाव क्षेत्रों में जाएंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी के सांसदों ने उन्हें अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में आने का अनुरोध किया है. गडकरी यूपी में लगातार तूफानी दौरे कर रहे हैं. उन्होंने 12 अगस्त को वाराणसी में 2500 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसके बाद आठ सितंबर को उन्होंने गोरखपुर, बलिया, लालगंज में 2500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को शुरू किया और शुक्रवार 16 सितंबर को 5200 करोड़ रुपये की लागत वाले लखनऊ आउटर रिंग रोड की आधारशिला रखेंगे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके साथ रहेंगे, जो कि लखनऊ से सांसद हैं. इसके बाद गडकरी तकरीबन हर सप्ताह यूपी के दौरे पर रहेंगे. 29 सितंबर को संभल, पीलीभीत, बुलंदशहर, बरेली, मेरठ, शाहजहांपुर को फायदा पहुंचाने वाली सड़क परियोजनाओं की आधार शिला रखी जाएगी. अक्तूबर के पहले हफ्ते में आगरा, इटावा, कानपुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद तो दूसरे हफ्ते में गाजीपुर, इलाहाबाद, महाराजगंज के इलाकों को जोड़ने वाली सड़क परियोजनाओं के काम की शुरुआत होगी. तीसरे हफ्ते में वे झाँसी, चित्रकूट में रहेंगे. इरादा यह है कि यूपी के सभी हिस्सों में किसी न किसी सड़क परियोजना का शिलान्यास कर दिया जाए ताकि पार्टी के सांसद मतदाताओं को बता सकें कि उनकी केंद्र सरकार काम में जुटी है. नितिन गडकरी का कहना है कि "हम राजनीति नहीं कर रहे. किसी भी पार्टी की सरकार हो. हम मिलकर काम करना चाहते हैं." यूपी पर फोकस करने वाले गडकरी अकेले केंद्रीय मंत्री नहीं हैं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने मंत्रालयों की यूपी से जुड़ी योजनाओं में तेजी लाएं ताकि पार्टी विकास के नाम पर राज्य में वोट मांग सकें.टिप्पणियां दरअसल, यूपी में राम मंदिर की राजनीति करती आ रही बीजेपी इस बार विकास को बड़ा मुद्दा बना रही है. लेकिन उसे यह अहसास है कि लोगों का समर्थन तभी मिलेगा जब जमीन पर काम दिखेगा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में फर्क यह है कि इस बार उसकी केंद्र में सरकार है, और इसीलिए पार्टी पर कुछ करके दिखाने का दबाव ज्यादा है. खास तौर से तब जबकि उसके पास राज्य के 80 में से 71 सांसद हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले वे 70 से ज्यादा लोक सभा चुनाव क्षेत्रों में जाएंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी के सांसदों ने उन्हें अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में आने का अनुरोध किया है. गडकरी यूपी में लगातार तूफानी दौरे कर रहे हैं. उन्होंने 12 अगस्त को वाराणसी में 2500 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसके बाद आठ सितंबर को उन्होंने गोरखपुर, बलिया, लालगंज में 2500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को शुरू किया और शुक्रवार 16 सितंबर को 5200 करोड़ रुपये की लागत वाले लखनऊ आउटर रिंग रोड की आधारशिला रखेंगे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके साथ रहेंगे, जो कि लखनऊ से सांसद हैं. इसके बाद गडकरी तकरीबन हर सप्ताह यूपी के दौरे पर रहेंगे. 29 सितंबर को संभल, पीलीभीत, बुलंदशहर, बरेली, मेरठ, शाहजहांपुर को फायदा पहुंचाने वाली सड़क परियोजनाओं की आधार शिला रखी जाएगी. अक्तूबर के पहले हफ्ते में आगरा, इटावा, कानपुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद तो दूसरे हफ्ते में गाजीपुर, इलाहाबाद, महाराजगंज के इलाकों को जोड़ने वाली सड़क परियोजनाओं के काम की शुरुआत होगी. तीसरे हफ्ते में वे झाँसी, चित्रकूट में रहेंगे. इरादा यह है कि यूपी के सभी हिस्सों में किसी न किसी सड़क परियोजना का शिलान्यास कर दिया जाए ताकि पार्टी के सांसद मतदाताओं को बता सकें कि उनकी केंद्र सरकार काम में जुटी है. नितिन गडकरी का कहना है कि "हम राजनीति नहीं कर रहे. किसी भी पार्टी की सरकार हो. हम मिलकर काम करना चाहते हैं." यूपी पर फोकस करने वाले गडकरी अकेले केंद्रीय मंत्री नहीं हैं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने मंत्रालयों की यूपी से जुड़ी योजनाओं में तेजी लाएं ताकि पार्टी विकास के नाम पर राज्य में वोट मांग सकें.टिप्पणियां दरअसल, यूपी में राम मंदिर की राजनीति करती आ रही बीजेपी इस बार विकास को बड़ा मुद्दा बना रही है. लेकिन उसे यह अहसास है कि लोगों का समर्थन तभी मिलेगा जब जमीन पर काम दिखेगा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में फर्क यह है कि इस बार उसकी केंद्र में सरकार है, और इसीलिए पार्टी पर कुछ करके दिखाने का दबाव ज्यादा है. खास तौर से तब जबकि उसके पास राज्य के 80 में से 71 सांसद हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गडकरी यूपी में लगातार तूफानी दौरे कर रहे हैं. उन्होंने 12 अगस्त को वाराणसी में 2500 करोड़ रुपये की लागत की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसके बाद आठ सितंबर को उन्होंने गोरखपुर, बलिया, लालगंज में 2500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को शुरू किया और शुक्रवार 16 सितंबर को 5200 करोड़ रुपये की लागत वाले लखनऊ आउटर रिंग रोड की आधारशिला रखेंगे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके साथ रहेंगे, जो कि लखनऊ से सांसद हैं. इसके बाद गडकरी तकरीबन हर सप्ताह यूपी के दौरे पर रहेंगे. 29 सितंबर को संभल, पीलीभीत, बुलंदशहर, बरेली, मेरठ, शाहजहांपुर को फायदा पहुंचाने वाली सड़क परियोजनाओं की आधार शिला रखी जाएगी. अक्तूबर के पहले हफ्ते में आगरा, इटावा, कानपुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद तो दूसरे हफ्ते में गाजीपुर, इलाहाबाद, महाराजगंज के इलाकों को जोड़ने वाली सड़क परियोजनाओं के काम की शुरुआत होगी. तीसरे हफ्ते में वे झाँसी, चित्रकूट में रहेंगे. इरादा यह है कि यूपी के सभी हिस्सों में किसी न किसी सड़क परियोजना का शिलान्यास कर दिया जाए ताकि पार्टी के सांसद मतदाताओं को बता सकें कि उनकी केंद्र सरकार काम में जुटी है. नितिन गडकरी का कहना है कि "हम राजनीति नहीं कर रहे. किसी भी पार्टी की सरकार हो. हम मिलकर काम करना चाहते हैं." यूपी पर फोकस करने वाले गडकरी अकेले केंद्रीय मंत्री नहीं हैं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने मंत्रालयों की यूपी से जुड़ी योजनाओं में तेजी लाएं ताकि पार्टी विकास के नाम पर राज्य में वोट मांग सकें.टिप्पणियां दरअसल, यूपी में राम मंदिर की राजनीति करती आ रही बीजेपी इस बार विकास को बड़ा मुद्दा बना रही है. लेकिन उसे यह अहसास है कि लोगों का समर्थन तभी मिलेगा जब जमीन पर काम दिखेगा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में फर्क यह है कि इस बार उसकी केंद्र में सरकार है, और इसीलिए पार्टी पर कुछ करके दिखाने का दबाव ज्यादा है. खास तौर से तब जबकि उसके पास राज्य के 80 में से 71 सांसद हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके बाद गडकरी तकरीबन हर सप्ताह यूपी के दौरे पर रहेंगे. 29 सितंबर को संभल, पीलीभीत, बुलंदशहर, बरेली, मेरठ, शाहजहांपुर को फायदा पहुंचाने वाली सड़क परियोजनाओं की आधार शिला रखी जाएगी. अक्तूबर के पहले हफ्ते में आगरा, इटावा, कानपुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद तो दूसरे हफ्ते में गाजीपुर, इलाहाबाद, महाराजगंज के इलाकों को जोड़ने वाली सड़क परियोजनाओं के काम की शुरुआत होगी. तीसरे हफ्ते में वे झाँसी, चित्रकूट में रहेंगे. इरादा यह है कि यूपी के सभी हिस्सों में किसी न किसी सड़क परियोजना का शिलान्यास कर दिया जाए ताकि पार्टी के सांसद मतदाताओं को बता सकें कि उनकी केंद्र सरकार काम में जुटी है. नितिन गडकरी का कहना है कि "हम राजनीति नहीं कर रहे. किसी भी पार्टी की सरकार हो. हम मिलकर काम करना चाहते हैं." यूपी पर फोकस करने वाले गडकरी अकेले केंद्रीय मंत्री नहीं हैं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने मंत्रालयों की यूपी से जुड़ी योजनाओं में तेजी लाएं ताकि पार्टी विकास के नाम पर राज्य में वोट मांग सकें.टिप्पणियां दरअसल, यूपी में राम मंदिर की राजनीति करती आ रही बीजेपी इस बार विकास को बड़ा मुद्दा बना रही है. लेकिन उसे यह अहसास है कि लोगों का समर्थन तभी मिलेगा जब जमीन पर काम दिखेगा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में फर्क यह है कि इस बार उसकी केंद्र में सरकार है, और इसीलिए पार्टी पर कुछ करके दिखाने का दबाव ज्यादा है. खास तौर से तब जबकि उसके पास राज्य के 80 में से 71 सांसद हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अक्तूबर के पहले हफ्ते में आगरा, इटावा, कानपुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद तो दूसरे हफ्ते में गाजीपुर, इलाहाबाद, महाराजगंज के इलाकों को जोड़ने वाली सड़क परियोजनाओं के काम की शुरुआत होगी. तीसरे हफ्ते में वे झाँसी, चित्रकूट में रहेंगे. इरादा यह है कि यूपी के सभी हिस्सों में किसी न किसी सड़क परियोजना का शिलान्यास कर दिया जाए ताकि पार्टी के सांसद मतदाताओं को बता सकें कि उनकी केंद्र सरकार काम में जुटी है. नितिन गडकरी का कहना है कि "हम राजनीति नहीं कर रहे. किसी भी पार्टी की सरकार हो. हम मिलकर काम करना चाहते हैं." यूपी पर फोकस करने वाले गडकरी अकेले केंद्रीय मंत्री नहीं हैं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने मंत्रालयों की यूपी से जुड़ी योजनाओं में तेजी लाएं ताकि पार्टी विकास के नाम पर राज्य में वोट मांग सकें.टिप्पणियां दरअसल, यूपी में राम मंदिर की राजनीति करती आ रही बीजेपी इस बार विकास को बड़ा मुद्दा बना रही है. लेकिन उसे यह अहसास है कि लोगों का समर्थन तभी मिलेगा जब जमीन पर काम दिखेगा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में फर्क यह है कि इस बार उसकी केंद्र में सरकार है, और इसीलिए पार्टी पर कुछ करके दिखाने का दबाव ज्यादा है. खास तौर से तब जबकि उसके पास राज्य के 80 में से 71 सांसद हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नितिन गडकरी का कहना है कि "हम राजनीति नहीं कर रहे. किसी भी पार्टी की सरकार हो. हम मिलकर काम करना चाहते हैं." यूपी पर फोकस करने वाले गडकरी अकेले केंद्रीय मंत्री नहीं हैं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी केंद्रीय मंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने मंत्रालयों की यूपी से जुड़ी योजनाओं में तेजी लाएं ताकि पार्टी विकास के नाम पर राज्य में वोट मांग सकें.टिप्पणियां दरअसल, यूपी में राम मंदिर की राजनीति करती आ रही बीजेपी इस बार विकास को बड़ा मुद्दा बना रही है. लेकिन उसे यह अहसास है कि लोगों का समर्थन तभी मिलेगा जब जमीन पर काम दिखेगा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में फर्क यह है कि इस बार उसकी केंद्र में सरकार है, और इसीलिए पार्टी पर कुछ करके दिखाने का दबाव ज्यादा है. खास तौर से तब जबकि उसके पास राज्य के 80 में से 71 सांसद हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दरअसल, यूपी में राम मंदिर की राजनीति करती आ रही बीजेपी इस बार विकास को बड़ा मुद्दा बना रही है. लेकिन उसे यह अहसास है कि लोगों का समर्थन तभी मिलेगा जब जमीन पर काम दिखेगा. पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में फर्क यह है कि इस बार उसकी केंद्र में सरकार है, और इसीलिए पार्टी पर कुछ करके दिखाने का दबाव ज्यादा है. खास तौर से तब जबकि उसके पास राज्य के 80 में से 71 सांसद हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारत में जन्मे और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के करीबी माने जाने वाले ममनून हुसैन ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। इस प्रकार देश का पहला लोकतांत्रिक सत्ता हस्तांतरण पूरा हुआ। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति इफ्तिखार चौधरी ने प्रेसीडेंसी में हुसैन को शपथ दिलाई। इस समारोह में शरीफ, तीनों सेनाओं के प्रमुख और सभी दलों के शीर्ष नेता शामिल हुए। यह अपनी तरह का अनोखा समारोह था क्योंकि राष्ट्रपति के तौर पर पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले और रविवार को पद छोड़ने वाले पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भी इस समारोह में शामिल हुए। इस कार्यक्रम का टीवी चैनलों पर सीधा प्रसारण किया गया। जरदारी संवैधानिक कार्यकाल पूरा करने वाले पहले निर्वाचित राष्ट्रपति हैं और उनकी जगह निर्वाचित सदस्य ही यह पद संभालेंगे। हुसैन देश के 12वें राष्ट्रपति होंगे। टिप्पणियां जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने राष्ट्रपति चुनावों का बहिष्कार किया था। जरदारी ने हुसैन को जिम्मेदारियां संभालने के लिए शुभकामनाएं दीं। 30 जुलाई को हुए एकतरफा चुनाव में 73 वर्षीय हुसैन ने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार पूर्व न्यायाधीश वजीहुददीन अहमद को हराया था। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति इफ्तिखार चौधरी ने प्रेसीडेंसी में हुसैन को शपथ दिलाई। इस समारोह में शरीफ, तीनों सेनाओं के प्रमुख और सभी दलों के शीर्ष नेता शामिल हुए। यह अपनी तरह का अनोखा समारोह था क्योंकि राष्ट्रपति के तौर पर पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले और रविवार को पद छोड़ने वाले पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भी इस समारोह में शामिल हुए। इस कार्यक्रम का टीवी चैनलों पर सीधा प्रसारण किया गया। जरदारी संवैधानिक कार्यकाल पूरा करने वाले पहले निर्वाचित राष्ट्रपति हैं और उनकी जगह निर्वाचित सदस्य ही यह पद संभालेंगे। हुसैन देश के 12वें राष्ट्रपति होंगे। टिप्पणियां जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने राष्ट्रपति चुनावों का बहिष्कार किया था। जरदारी ने हुसैन को जिम्मेदारियां संभालने के लिए शुभकामनाएं दीं। 30 जुलाई को हुए एकतरफा चुनाव में 73 वर्षीय हुसैन ने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार पूर्व न्यायाधीश वजीहुददीन अहमद को हराया था। यह अपनी तरह का अनोखा समारोह था क्योंकि राष्ट्रपति के तौर पर पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले और रविवार को पद छोड़ने वाले पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी भी इस समारोह में शामिल हुए। इस कार्यक्रम का टीवी चैनलों पर सीधा प्रसारण किया गया। जरदारी संवैधानिक कार्यकाल पूरा करने वाले पहले निर्वाचित राष्ट्रपति हैं और उनकी जगह निर्वाचित सदस्य ही यह पद संभालेंगे। हुसैन देश के 12वें राष्ट्रपति होंगे। टिप्पणियां जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने राष्ट्रपति चुनावों का बहिष्कार किया था। जरदारी ने हुसैन को जिम्मेदारियां संभालने के लिए शुभकामनाएं दीं। 30 जुलाई को हुए एकतरफा चुनाव में 73 वर्षीय हुसैन ने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार पूर्व न्यायाधीश वजीहुददीन अहमद को हराया था। जरदारी संवैधानिक कार्यकाल पूरा करने वाले पहले निर्वाचित राष्ट्रपति हैं और उनकी जगह निर्वाचित सदस्य ही यह पद संभालेंगे। हुसैन देश के 12वें राष्ट्रपति होंगे। टिप्पणियां जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने राष्ट्रपति चुनावों का बहिष्कार किया था। जरदारी ने हुसैन को जिम्मेदारियां संभालने के लिए शुभकामनाएं दीं। 30 जुलाई को हुए एकतरफा चुनाव में 73 वर्षीय हुसैन ने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार पूर्व न्यायाधीश वजीहुददीन अहमद को हराया था। जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने राष्ट्रपति चुनावों का बहिष्कार किया था। जरदारी ने हुसैन को जिम्मेदारियां संभालने के लिए शुभकामनाएं दीं। 30 जुलाई को हुए एकतरफा चुनाव में 73 वर्षीय हुसैन ने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार पूर्व न्यायाधीश वजीहुददीन अहमद को हराया था। 30 जुलाई को हुए एकतरफा चुनाव में 73 वर्षीय हुसैन ने पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार पूर्व न्यायाधीश वजीहुददीन अहमद को हराया था।
यह लेख है: आईपीएल चार की रन मशीन क्रिस गेल के बल्ले से जारी आतिशबाजी के बीच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने अपने आखिरी लीग मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को आठ विकेट से हराकर शीर्ष स्थान पर कब्जा कर लिया। अपने गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन के दम पर चेन्नई को आठ विकेट पर 128 रन पर रोकने के बाद बेंगलुरू ने जीत का लक्ष्य 18 ओवर में सिर्फ दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। गेल 50 गेंद में 75 रन बनाकर नाबाद रहे। आईपीएल के चौथे सत्र के लिए हुई नीलामी में किसी टीम द्वारा नहीं खरीदे गए गेल घायल डर्क नानेस की जगह आरसीबी में शामिल हुए थे। अब तक नौ मैचों में दो शतक समेत 511 रन बना चुके गेल ने किंग्स इलेवन पंजाब के शान मार्श (14 मैचों में 504 रन) को पछाड़कर ऑरेंज कैप हासिल कर ली और अब प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के भी प्रबल दावेदार हैं। इस जीत के बाद बेंगलुरू के 14 मैचों में नौ जीत और चार हार के बाद सर्वाधिक 19 अंक हो गए। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ टीम का एक लीग मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। चेन्नई 14 मैचों में से नौ जीतकर 18 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है। कोलकाता नाइट राइडर्स और मुंबई इंडियंस के 13 मैचों में 16 अंक हैं लेकिन रन रेट के मामले में वे चेन्नई से पीछे हैं।
मानव कामुकता या मानव यौनता वह तरीका है जिससे लोग कामुक रूप से अपने आप को अनुभव और अभिव्यक्त करते हैं। इसमें जैविक, कामुक, शारीरिक, भावनात्मक, सामाजिक या आध्यात्मिक भावनाएँ और व्यवहार शामिल हैं। चूंकि यह व्यापक शब्द है, जो समय के साथ बदला हुआ है, इसकी कोई एक सटीक परिभाषा नहीं है। कामुकता के जैविक और शारीरिक पहलू मानव प्रजनन कार्यों से मुख्य रूप से सम्बन्धित हैं, जिसमें मानव कामुक अनुक्रिया चक्र शामिल है। किसी का यौन अभिविन्यास (सेक्सुअल ओरिएंटेशन) उस व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के लिए यौन रुचि और आकर्षण को प्रभावित कर सकता हैं। कामुकता के शारीरिक और भावनात्मक पहलुओं में व्यक्तियों के बीच बन्धन (बॉण्ड) होता हैं जो गहरी भावनाओं या प्रेम, विश्वास और देखभाल की शारीरिक अभिव्यक्तियों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है। सामाजिक पहलुओं को किसी के कामुकता पर मानव समाज के प्रभाव से निपटना पड़ता है, जबकि अध्यात्म का संदर्भ एक व्यक्ति के दूसरे के साथ आध्यात्मिक संबंध से है। कामुकता जीवन के सांस्कृतिक, राजनीतिक, कानूनी, दार्शनिक, नैतिक, नीतिशास्त्रीय और धार्मिक पहलुओं को प्रभावित करती है और उनसे प्रभावित भी होती हैं। यौन गतिविधि में रुचि आमतौर पर बढ़ जाती है जब कोई व्यक्ति यौवनारम्भ (प्यूबर्टी) तक पहुंचता है। किसी व्यक्ति के यौन अभिविन्यास और यौन व्यवहार की उत्पत्ति पर राय भिन्न हैं। कुछ लोग तर्क देते हैं कि कामुकता आनुवांशिकी द्वारा निर्धारित होती है, जबकि दूसरों का मानना है कि यह पर्यावरण द्वारा ढाली जाती है, या ये दोनों कारक व्यक्तिगत यौन अभिविन्यास बनाने के लिए परस्पर क्रिया करते हैं। यह प्रकृति बनाम पोषण विवाद से संबंधित हैं। इन्हें भी देखें सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ कामुकता कामुक भावनाएँ
पाकिस्तान ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के प्लेन को अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक भारत के राष्ट्रपति के हवाई जहाज़ को पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र इस्तेमाल करने की इजाज़त नहीं दी और भारत के दरख़्वास्त को ठुकरा दिया. आपको बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आइसलैंड, स्लोवेनिया और स्विट्ज़रलैंड के दौरे पर जाने वाले हैं. राष्ट्रपति कोविंद की यात्रा सोमवार से शुरू हो रही है. इस दौरान वह भारत की ‘राष्ट्रीय चिंताओं' से इन देशों के शीर्ष नेतृत्व को अवगत करा सकते है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को सरकारी प्रसारक पीटीवी को बताया कि कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह निर्णय लिया है.  Pakistan has denied Indian President Ram Nath Kovind the permission to enter airspace, says Pak Foreign Minister SM Qureshi: AFP news agency (file pic) pic.twitter.com/jVWIso9T0j
20 अगस्त को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं रणदीप हुड्डा चैलेंजिंग रोल्स के लिए फेमस हैं रणदीप हुड्डा रणदीप हुड्डा को है घुड़सवारी का शौक रणदीप हुड्डा का जन्म 20 अगस्त, 1976 को हरियाणा के रोहतक में हुआ था. थियेटर में गहरी दिलचस्पी रखने वाले रणदीप हुड्डा घुड़सवारी करने के बेहद शौकीन हैं. जब वे 8वीं कक्षा में थे तब घुड़सवारी करते वक्त घायल भी हो गए थे. इसके बाद कई सालों तक उन्होंने हॉर्स राइडिंग से तौबा कर ली थी. रणदीप हुड्डा बॉलीवुड के ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने अब तक के अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्में की हैं. फिल्मों में अलग अलग किरदार निभाए हैं और ये फिल्में बॉक्स ऑफिस पर भी हिट साबित हुई हैं. हालांकि कभी भी इन फिल्मों की वजह से रणदीप हुड्डा को ज्यादा चर्चा नहीं मिली. कभी रणदीप के फिल्म की हीरोइनों और कभी दूसरे एक्टर्स ने सारी तारीफें बटोर लीं. आइए एक्टर के जन्मदिन पर बता रहें हैं ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में जिसमें दमदार रोल होने के बावजूद भी वे अंडरशेडो रह गए. 1- रंगरसिया (2014)- इस फिल्म में रणदीप हुड्डा ने 19वीं सदी के महान चित्रकार राजा रवि वर्मा का रोल प्ले किया था. उन्होंने काफी कुशलता के साथ ये रोल प्ले भी किया था. मगर इसके बावजूद भी फिल्म में उनसे ज्यादा चर्चा हुई नंदना सेन की. नंदना सेन ने फिल्म में कई जगह इंटीमेट सीन दिए थे. 2- हाइवे (2014)- इम्तियाज अली के निर्देशन में बनीं इस फिल्म में आलिया भट्ट लीड रोल में थीं तो उनके नाम की चर्चा होनी जायज थी. इसके ऊपर फिल्म में उनकी एक्टिंग भी काफी पसंद की गई. फिल्म की लगभग सारी वाहवाही आलिया भट्ट ले गईं और महावीर भाटी गुज्जर के रोल में रणदीप के अभिनय को नोटिस तो किया गया मगर उन्हें उतना तवज्जो नहीं दिया गया जिसके वे हकदार थे. 3- साहेब बीवी और गैंग्सटर (2011)- तिग्मांशु धूलिया द्वारा निर्देशित इस फिल्म में रणदीप हुड्डा का किरदार बेहद दमदार था. वे एक गुस्सैल शख्स के रोल में थे. उन्होंने बखूबी ये रोल प्ले भी किया. मगर इसके बावजूद भी फिल्म में ज्यादा चर्चा माही गिल और जिम्मी शेरगिल और दूसरे एक्टर्स की हुई. 4- सरबजीत (2015)- सरबजीत के जीवन और उसके संघर्षों पर बनीं इस फिल्म में रणदीप हुड्डा लीड रोल में थे. इस फिल्म के लिए रणदीप ने जबरदस्त ट्रांसफ़ॉर्मेशन भी किया था. फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन ने सरबजीत की बहन दलबीर कौर का रोल प्ले किया था. फिल्म में उनके कैरेक्टर को लेकर ज्यादा हाइप देखने को मिली. शायद ऐसा इसलिए हुआ हो क्योंकि फिल्म को दलबीर के दृष्टिकोण के तानेबाने पर ही बुना गया था या फिर ऐश्वर्या खुद में ही इतना बड़ा नाम हैं और ये फिल्म उनकी कमबैक फिल्मों में से एक थी. काफी लंबे समय के बाद प्रशंसकों को ऐश को सिल्वर स्क्रीन पर देखना वो भी एक बेहद संवेदनशील किरदार में उनके पक्ष में गया और सरबजीत जैसा रोल प्ले करने वाले रणदीप इस बार भी वो क्रेडिट पाने से चूक गए जिसके वे हकदार थे.
अजमेर दरगाह विस्फोट मामले में इंद्रेश कुमार और साध्वी प्रज्ञा की एनआईए की क्लीनचीट पर 17 अप्रैल को जयपुर की एनआईए कोर्ट फैसला लेगी. गौरतलब है कि एनआईए ने कोर्ट में इंद्रेश कुमार और साध्वी प्रज्ञा को क्लीनचीट दिया था जिसके जवाब में कोर्ट ने कहा था लिख देने से क्लीनचीट नहीं हो जाता है पूरी क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कीजिए उसके बाद ही एनआईए कोर्ट इनके क्लीनचीट पर संज्ञान लेगा. कोर्ट की प्रतिक्रिया के बाद सोमवार को एनआईए कोर्ट में इंद्रेश कुमार, साध्वी प्रज्ञा, रमेश और जयंती दास के खिलाफ क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई. जिसमें से बेस्ट बेकरी कांड के आरोपी रमेश और जयंती दास की मौत जेल में हो चुकी है. कोर्ट ने इस क्लोजर रिपोर्ट पर संज्ञान लेने के लिए 17 अप्रैल की तारीख तय की है. इसके अलावा एनआईए के डायरेक्टर समेत कोझीको के कलेक्टर और इंदौर आईजी को भी नोटिस जारी किए गए हैं. एनआईए डायरेक्टर से कोर्ट ने पूछा है कि संदीप डांगे और रामचंद कालसांगरा और सुरेश नायर जैसे भगोड़े अभियुक्तों को पकड़ने के लिए अभी तक क्या प्रयास किए गए और क्या प्रयास किए जा रहे हैं इसकी प्रगति रिपोर्ट कोर्ट में पेश करें. कोर्ट ने इंदौर आईजी और कोझीकोड के कलेक्टर को नोटिस जारी करते हुए नाराजगी जताई है कि बार-बार भगोड़े आरोपी रामंचंद कालसांगरा और सुरेश नायर की संपत्तियों का ब्योरा कोर्ट को क्यों नहीं सौंपा जा रहा है. गौरतलब है कि अजमेर बलास्ट मामले में जयपुर की एनआईए कोर्ट ने तीन लोगों सुनील जोशी, देवेंद्र और भवेश पटेल को दोषी माना था. इसमें से सुनील जोशी की मौत हो गई है जबकि देवेंद्र और भवेश पटेल को उम्रकैद की सजा हुई है.
हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने बुधवार को राजस्थान के गुरुसर मोडिया से दस्तावेजों से भरा एक बैग बरामद किया है. पुलिस के मुताबिक, हनीप्रीत ने ही इसे वहां छिपा रखा था. हनीप्रीत उस बैग को गुरुसर मोडिया में छिपाकर पुलिस रेड से पहले ही फरार हो गई थी. आपको बता दें कि गुरुसर मोडिया में लगभग 4 घंटे तक चली पूछताछ में हनीप्रीत ने पुलिस को बताया था कि अपने खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद वह 3 दिन यहां लड़कियों के हॉस्टल में छिप कर रही थी. गुरुसर मोडिया से बरामद किए गए बैग को खोलकर उसमें बरामद दस्तावेजों की जांच लगभग पूरी हो चुकी है. दस्तावेजों की जांच में हनीप्रीत के नाम करोड़ों रुपये की संपत्ति होने की बात पता चली है. इस बैग से पुलिस को जमीन और भवनों की रजि‍स्ट्रियां बरामद हुई है. इसमें से ज्यादातर हनीप्रीत इंसां के नाम से खरीदी गई हैं. बैग से कई बैंक खातों के डेबिट कार्ड भी बरामद हुए हैं. इसके अलावा हनीप्रीत से जुड़े कुछ और दस्तावेज, जिनमें उस की शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र भी पाए गए हैं. पुलिस फिलहाल इस बैग से बरामद जमीन और भवनों की रजिस्ट्रियों की कीमत के आकलन में लगी है. अापको बता दें कि हनीप्रीत इंसां का मोबाइल फोन आखिर पंचकूला पुलिस के कब्जे में आ गया है. विपासना इंसां ने 9 घंटे की पूछताछ के बाद हनीप्रीत का मोबाइल फोन पंचकूला पुलिस की एसआईटी को सौंप दिया है. पुलिस के तीसरे नोटिस पर पंचकूला के चंडीमंदिर थाने पहुंची विपासना से नौ घंटे तक पूछताछ चली. पुलिस ने विपासना को हनीप्रीत के सामने बिठाकर पूछताछ की. पूछताछ के बाद विपासना को रात करीब 8 बजे थाने से छोड़ा गया. माना जा रहा है कि विपासना ने पुलिस को कई चीजें वेरिफाई की हैं.
अलग तेलंगाना के मसले पर आज आंध्रप्रदेश में फिर बवाल मचा है. तेलंगाना ज्वाइंट एक्शन कमेटी से जुड़े छात्रों ने इस बार रेलवे को निशाना बनाया है. आंध्र प्रदेश में कईं जगहों से रेलगाड़ियों को रोके जाने की खबरें आ रही हैं. वारंगल के पास एक जगह राजधानी को रोक दिया गया तो वारंगल में ही काजीपेट के पास गोरखपुर एक्सप्रेस और केरल एक्सप्रेस को रोक दिया गया. लंबी दूरी की इन ट्रेनों के अलावा गुंटूर में दो पैसेंजर ट्रेनों को रोक दिया गया. विकाराबाद में भी छोटी दूरी की दो ट्रेनें रोकी गई हैं. साथ ही अनंतपुर में भी पैसेंजर ट्रेनें रोकी गई हैं. चिंता की बात यह भी है कि आज के इस रेल रोको आंदोलन में तेलंगाना के विरोधी और समर्थक दोनो तरफ के आंदोलनकारी शामिल हैं. तेलंगाना को लेकर आंध्र प्रदेश में बवाल मचा है तो इधर दिल्ली में राजनीतिक पार्टियों इसी मसले पर माथापच्ची करने में जुटी हैं. कांग्रेस, बीजेपी, टीआरएस और प्रजाराज्यम पार्टी समेत आठ राजनीतिक दलों के नुमाइंदे इस मसले पर गृहमंत्री पी चिदंबरम से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं. बैठक में चिदंबरम ने माना कि आंध्र में हालात अब बदल चुके हैं, और अब इसका हल तलाशना ही होगा. चिदंबरम के मुताबिक बंद और धरने रोकने होंगे साथ ही बातचीत के रास्ते तलाशने होंगे. चिदंबरम ने आगाह किया कि तेलंगाना आंदोलन की आड़ में नक्सलियों की ताकत बढ़ाने की कोशिशों कर सकते हैं, लोकतंत्र के दुश्मन अपने मंसूबों में कामयाब होने की कोशिश कर सकते हैं और ऐसे लोगों को कोई मौका नहीं मिलना चाहिए. चिदंबरम ने कहा कि जब तक तेलंगाना पर बातचीत के दौर चलें, तब तक शांति और व्यवस्था बनाए रखना आंध्र के लोगों के हित में है. आन्ध्र प्रदेश के तीन क्षेत्रों में तेलंगान जेएसी तथा ‘समाक्येआन्ध्र ज्वाइंट एक्सन कमेटी‘ द्वारा मंगलवार को रेल रोको आन्दोलन को देखते हुए दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) 88 रेल सेवायें रद्द कर दी है. एससीआर ने सोमवार रात एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी.
बांदा बलात्कार कांड में आरोपी विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी की हिरासत अवधी बढ़ा दी गई है. दलित लड़की से कथित रूप से बलात्कार के मामले में सीबीसीआईडी ने पहले ही बांदा की अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर अपनी रिपोर्ट सरकार को पेश कर दी है. दूसरी ओर मुख्यमंत्री मायावती ने लापरवाही के आरोप में चार पुलिसकर्मियों तथा बांदा के जेलर को निलम्बित कर दिया. पुलिस अधिकारी राधेश्याम शुक्ला के अलावा सम्बन्धित थाने के कार्यवाहक प्रभारी अब्दुल जब्बार, अतर्रा के क्षेत्राधिकारी राजेन्द्र यादव तथा अपर पुलिस अधीक्षक लालाराम को सीबीसीआईडी की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही बरतने के आरोप में निलम्बित कर दिया गया है. पीड़ित लड़की ने गत 20 दिसम्बर को जेल चिकित्सक को आप बीती सुनाई थी, लेकिन जेलर ज्ञान प्रकाश ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी की बात को गम्भीरता से नहीं लिया. लिहाजा, जेलर को भी शिथिलता बरतने के आरोप में निलम्बित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री मायावती ने बताया कि राज्य सरकार ने अदालत से इस प्रकरण की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत से कराने का आग्रह किया है. गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में 17 साल की एक दलित लड़की से कथित तौर पर बसपा के विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी ने गत 10 और 11 दिसंबर को अपने आवास पर बलात्कार किया. जब 12 दिसंबर को विधायक ने उसके साथ कथित तौर पर फिर से बलात्कार करने का प्रयास किया तो वह किसी तरह वहां से भाग निकली. लड़की को हालांकि, विधायक के भाई द्वारा उसके खिलाफ दर्ज कराए गए चोरी के झूठे मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. 48 वर्षीय द्विवेदी को बाद में बांदा से गिरफ्तार कर लिया गया.
Volvo ने भारत में अपने बहुप्रतिक्षित प्रीमियम SUV XC60 को लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने इसकी कीमत भारत में 55.90 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) रखी है. न्यू जेनरेशन Volvo XC60 कंपनी के लैटेस्ट स्केलेबल प्रोडक्ट आर्किटेक्चर (SPA) प्लेटफॉर्म पर बेस्ड है और ये केवल एक वैरिएंट -'Inscription' में उपलब्ध होगी. ये भारत में सेकंड जेनरेशन Volvo XC60 है, जो 2011 से सेल में मौजूद पुराने मॉडल को रिप्लेस कर देगी. भारतीय बाजार में नई  Volvo XC60 का मुकाबला Audi Q5, BMW X3, Mercedes-Benz GLC , Jaguar F-Pace और जल्द आने वाले Lexus NX300h से रहेगा. आईएएनएस की खबर के मुताबिक, कंपनी का दावा है कि यह भारत की सबसे सुरक्षित कार है. कंपनी ने इस कार के साथ 6 एयरबैग दिए हैं. कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इस कार में 2.0 लीटर क्षमता का D5 डीजल इंजन लगा है, जो 235Hp का पावर और 480Nm का टॉर्क पैदा करती है. इसमें आठ गियर वाला ऑटोमेटिक गियरबॉक्स दिया गया है. Volvo ने XC60 एसयूवी के साथ बोवर्स एंड विलकिंस म्यूजिक सिस्टम दिया है, जिसमें 15 स्पीकर्स लगे हैं. इसके साथ टच स्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है जो बिल्ट इन नेविगेशन से लैस है और ये ऐपल कार प्ले और गूगल्स एंड्रायड ऑटो दोनों को सपोर्ट करता है. कार की सीट को नाप्पा लेदर से बनाया गया है. ये एसयूवी चार कलर ऑप्शन- पिंक ग्रे, क्रिस्टल व्हाइट, ब्लैक मैक्स और हवाना ब्राउन में लॉन्च किया गया है. इस एसयूवी में 5 ड्राइव मोड- ईको, कंफर्ट, ऑफ-रोड, डायनेमिक और इंडिविजुअल दिए गए हैं. इसके सेफ्टी फीचर्स में राहगीरों, साइकिल चालकों का पता लगानेवाला डिटेक्शन सिस्टम और अन्य फीचर्स में हिल असिस्ट, स्टीयरिंग असिस्ट, फोर जोन क्लाइमेट कंट्रोल, फ्रंट सीट वेंटिलेशन और मसाज जैसे फीचर्स शामिल है.
पौधों और पशुओं में एक फर्क होता है कि पशु एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान तक चल सकते हैं, जबकि पौधे नहीं. लेकिन यह बात सभी प्रकार के पौधों पर लागू नहीं होती है. कई पौधे ऐसे होते हैं जो स्‍वत चलते हैं. उदाहरण के लिए एक कोशकीय सूक्ष्‍म जीवाणु अमीबा कूटपादों के सहारे पानी में चलते हैं. हाइड्रेला एवं क्‍लैमाइडोमोनस आदि शैवाल अपने बारीक धागे जैसी रचनाओं को पतवार की तरह चलाकर पानी में तैरते हुए एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान तक चले जा सकते हैं.
सरकार का कदम ईमानदार सेवा के लिए एक गंभीर 'हतोत्साहन' ईमानदार अधिकारियों को चुनिंदा ढंग से बनाया जा रहा निशाना आईएनएक्स मीडिया मामले में वित्त मंत्रालय के चार पूर्व अधिकारियों पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मिलने के बाद 71 पूर्व नौकरशाहों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में पूर्व अधिकारियों ने इस मामले को 'राजनीतिक' बताते हुए चिंता जताई है और कहा है कि ऐसी कार्यवाही मौजूदा अधिकारियों को हतोत्साहित करेगी और इसके खतरनाक परिणाम होंगे. पूर्व अधिकारियों के खिलाफ अभियोग केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की अपील पर सरकार ने चार पूर्व अधिकारियों के खिलाफ आईएनएक्स मीडिया मामले में अभियोग चलाने की इजाजत दी है. इन चारों पूर्व अधिकारियों में वित्त मंत्रालय में पूर्व अवर सचिव आर प्रसाद, निदेशक प्रबोध सक्सेना, संयुक्त सचिव अनूप पुजारी और अतिरिक्त सचिव सिंधुश्री खुल्लर हैं. सरकार ने इन सभी अधिकारियों पर केस दायर करने की अनुमति दे दी है. पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को लेकर सरकार ने पहले ही मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी थी. चिदंबरम फिलहाल न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं. क्या कहा गया है चिट्ठी में? चिट्ठी में कहा गया है, 'अपना कामकाजी जीवन सरकार की सेवा में लगाने के चलते यह मुद्दा उठाना हमारा कर्तव्य है कि वित्त मंत्रालय के चार पूर्व अधिकारियों पर मुकदमा चलाने का फैसला बेहद खतरनाक है. मंत्रालय में सेवारत रहते हुए अधिकारी अपनी सेवाएं देने के लिए बाध्य होते हैं. पॉलिसी पैरालिसिस को दूर करने के प्रयास में सरकार ने पिछले साल भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में संशोधन किया था. इसमें रिटायर्ड या सेवारत अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने से पहले सरकार से अनुमति लेने का प्रावधान किया गया था.' इस पत्र पर जिन पूर्व अधिकारियों के दस्तखत हैं उनमें ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के डीपीपी रहे मीरां बोरवनकर, पंजाब के पूर्व नौकरशाह जुलियो रिबेरो, मध्य प्रदेश में अतिरिक्त मुख्य सचिव रहीं रश्मि शुक्ला शर्मा हैं. कर्तव्य निभाने के लिए कोई सुरक्षा नहीं देश भर के पूर्व अधिकारियों ने सरकार के इस कदम को ईमानदार सेवा के लिए एक गंभीर हतोत्साहन बताया है. पत्र में लिखा है, 'यह कदम सिविल सेवकों की सबसे खराब आशंकाओं को सच साबित करता प्रतीत होता है कि उन्हें अपना कर्तव्य निभाने के लिए कोई सुरक्षा नहीं दी जाएगी. इस कदम के बाद यह कोई हैरत की बात नहीं होगी कि सिविल अधिकारी हर प्रस्ताव की जांच करने के लिए उसे लटकाए रखें, क्योंकि उनके पास कोई गारंटी नहीं है कि उन्हें कई सालों बाद आपराधिक कार्यवाही में नहीं फंसाया जाएगा.' आईएनएक्स मीडिया केस को राजनीतिक बताते हुए पत्र में कहा गया है, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अधिकारी, खास तौर पर वे जो अब सेवा में नहीं हैं, उन्हें ऐसी कार्यवाही का सामना करना पड़ रहा है जो राजनीतिक लाभ लेने के लिए की जा रही है. केंद्र और राज्य की सभी सत्ताओं में, चाहे उनकी राजनीतिक संबद्धता कोई भी हो, सभी इस अपराध के लिए दोषी हैं.' ईमानदार अधिकारियों बनाया जा रहा दोषी इन अधिकारियों का कहना है कि अगर पूर्व अधिकारियों पर इस तरह की कार्यवाही होगी तो स्वाभाविक है कि जो अधिकारी सेवा में हैं वे हतोत्साहित होंगे. ईमानदार और समर्पित अधिकारियों को चुनिंदा ढंग से निशाना बनाया जा रहा है जबकि उनका कोई दोष नहीं है, वे अपने पद पर रहते हुए उस समय की सरकार के निर्णय और नीतियों को लागू कर रहे थे. पत्र में कहा गया है कि अगर इस तरह से फाइलों को खोदकर निकालने और अंदेशे के आधार पर कार्यवाही की जाएगी तो सरकार में कोई निर्णय ही नहीं हो पाएगा. किसी अधिकारी के रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित समय सीमा ​होनी चाहिए कि उसके बाद उससे जुड़ी फाइल नहीं खोली जाएगी. अधिकारियों को रिटायरमेंट के बाद शांतिपूर्ण जीवन जीने का आवश्यकता है. पी चिदंबरम पर आरोप पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर आरोप लगा है कि उन्होंने उस समय वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मिलकर आईएनएक्स मीडिया को अनुमति दी. हालांकि, सीबीआई की हिरासत में रहने के दौरान पी चिदंबरम ने दावा किया था कि कि आईएनएक्स मीडिया सौदे को प्रभावित करने के लिए उन्हें किसी भी अधिकारी ने नहीं फंसाया है. चिदंबरम का यह भी दावा है कि उनके खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई बीजेपी के कहने पर की जा रही है.
एयरटेल के शेयर में करीब 6 फीसदी की तेजी वोडा-आइडिया के शेयर में 14 फीसदी तक की तेजी टेलिकॉम इंडस्‍ट्री की दिग्‍गज कंपनी रिलायंस जियो ने उपभोक्ताओं से किसी अन्य कंपनी के नेटवर्क पर कॉल करने पर 6 पैसे प्रति मिनट की दर से शुल्क लेने का ऐलान किया है. इस फैसले की वजह से जियो की प्रतिद्वंदी टेलिकॉम कंपनियों के शेयर में जबरदस्‍त तेजी देखने को मिली है. गुरुवार के कारोबार में टेलिकॉम इंडस्‍ट्री के शेयर 8 फीसदी से अधिक तेजी के साथ कारोबार करते देखे गए. एयरटेल में 6 फीसदी की तेजी शुरुआती कारोबार में एयरटेल के शेयर करीब 6 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे तो वहीं वोडा-आइडिया के शेयर में 14 फीसदी तक की तेजी आ गई. टेलिकॉम के शेयरों में यह तेजी तब आई जब बीएसई इंडेक्‍स पर बाजार के अन्‍य शेयर सुस्‍त कारोबार कर रहे थे. इंडेक्‍स की इस गिरावट की वजह से सेंसेक्‍स करीब 175 अंक टूटकर 38 हजार के स्‍तर पर आ गया तो वहीं निफ्टी ने भी 60 अंक से अधिक की बढ़त गंवा दी. कारोबार के शुरुआती मिनटों में निफ्टी 11 हजार 260 के स्‍तर पर कारोबार करता दिखा. क्‍या है जियो का फैसला दरअसल, रिलायंस जियो ने कहा है कि अब से ग्राहकों को जियो से दूसरे नेटवर्क में कॉलिंग के लिए IUC टॉप-अप रिचार्ज करवाना होगा. हालांकि जियो से जियो नेटवर्क पर कॉलिंग फ्री रहेगी, लेकिन किसी दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए यूजर्स को 6 पैसे प्रति मिनट की दर से भुगतान करना होगा. अब तक केवल डेटा के लिए रिचार्ज कराना होता था और कॉलिंग और SMS की सेवा फ्री मिलती थी . बुधवार को बाजार का क्‍या रहा हाल? बता दें कि बुधवार को शेयर बाजार में लगातार 6 दिनों की गिरावट का सिलसिला टूटा और सेंसेक्स में करीब साढे छह सौ अंक का उछाल आया. बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 645.97 अंक यानी 1.72 फीसदी की तेजी के साथ 38,177.95 अंक पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी की बात करें तो यह 186.90 अंक यानी 1.68 फीसदी की मजबूती लेकर 11,313.30 अंक पर रहा. सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक सर्वाधिक 5.45 फीसदी की तेजी में रहा. इसके बाद तेजी में रहे अन्य शेयरों में भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक बैंक, टाटा स्टील और एचडीएफसी बैंक का स्थान रहा. वहीं यस बैंक को सर्वाधिक 5.26 फीसदी का नुकसान हुआ. इसके बाद हीरो मोटोकॉर्प, एचसीएल टेक, आईटीसी, टीसीएस, इंफोसिस, ओएनजीसी और बजाज ऑटो के शेयर 2.65 फीसदी तक की गिरावट में रहे.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 साल की बच्ची के साथ हुए सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है. मामले पर फैसला 10 जून को सुबह 10 बजे सुनाया जाएगा. बता दें कि इस मामले की सुनवाई पठानकोट कोर्ट कर रही है. सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए मामले की सुनवाई जम्मू से पठानकोट कोर्ट शिफ्ट कर दी थी. Pathankot, Punjab: Trial over in Kathua (J&K) rape and murder case. Judgement to be pronounced on June 10 at 10 am. — ANI (@ANI) June 3, 2019 कठुआ गैंगरेप मामले में सुप्रीम कोर्ट के पास इसका ट्रायल चंडीगढ़ शिफ्ट करने और मामले को CBI को देने संबंधी याचिकाएं मिली थीं. पीड़िता के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर केस को जम्मू-कश्मीर से बाहर ट्रांसफर करने की मांग की थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लेते हुए मामले की सुनवाई पंजाब में पठानकोट कोर्ट को ट्रांसफर कर दिया था. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को खारिज कर दिया था. कठुआ गैंगरेप घटनाक्रम कठुआ रेप की घटना की शुरुआत 10 जनवरी हुई. परिवार के मुताबिक, बच्ची 10 जनवरी को दोपहर में घर से घोड़ों को चराने के लिए निकली थी और उसके बाद वो घर वापस नहीं लौटी. करीब एक सप्ताह बाद 17 जनवरी को जंगल में उस बच्ची की लाश मिली. मेडिकल रिपोर्ट में पता चला कि बच्ची के साथ कई बार कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार हुआ है और पत्थरों से मारकर उसकी हत्या की गई है. उसके बाद बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या पर देशभर में काफी बवाल मचा था. अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी इसकी आलोचना की गई थी. बच्ची की लाश मिलने के बाद परिजनों ने इलाके में प्रदर्शन भी किया और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में लोगों ने हंगामा किया और सड़क पर निकलकर प्रदर्शन करने लगे. 20 जनवरी को सरकार की ओर से थाने के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया और मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए. इसके बाद जम्मू-कश्मीर की महबूबा मुफ्ती सरकार ने 23 जनवरी को मामले को राज्य पुलिस की अपराध शाखा को सौंप दिया था जिसने विशेष जांच दल का गठन किया और मामले की जांच शुरू हो गई. जांच के दौरान अपराध शाखा ने इस पूरे मामले के जांच अधिकारी रहे सब इंस्पेक्टर आनंद दत्ता को गिरफ्तार कर लिया. जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इस सामूहिक बलात्कार मामले में जम्मू-कश्मीर का एक स्पेशल पुलिस अधिकारी दीपक खजुरिया भी शामिल हैं. 10 फरवरी को अपराध शाखा ने दीपक खजुरिया को भी गिरफ्तार किया. इस मामले में पुलिस ने कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक को नाबालिग बताया गया. हालांकि, मेडिकल परीक्षण से यह भी सामने आया कि नाबालिग आरोपी 19 साल का है. पूरी वारदात के मुख्य आरोपी ने खुद ही सरेंडर कर दिया. गिरफ्तार किए जाने वालों में स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खजुरिया, पुलिस ऑफिसर सुरेंद्र कुमार, रसाना गांव का परवेश कुमार, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर आनंद दत्ता, हेड कांस्टेबल तिलक राज, पूर्व राजस्व अधिकारी का बेटा विशाल और उसका चचेरा भाई (जिसे नाबालिग बताया गया) शामिल था. इस घटना को लेकर सत्तारूढ़ पीडीपी और सहयोगी बीजेपी के बीच तल्खी भी बढ़ी.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: महाराष्ट्र में बीजेपी से 25 साल पुराना गठबंधन तोड़कर राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बन चुकी शिवसेना अब बीजेपी सरकार में शामिल होने जा रही है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है, जिसमें शिवसेना कोटे से 12 मंत्री बनाए जाएंगे। इनमें से पांच कैबिनेट और सात राज्यमंत्री होंगे। हालांकि, फडणवीस ने शिवसेना को दिए जाने वाले विभागों का खुलासा नहीं किया। माना जा रहा है कि शिवसेना की नजर गृह विभाग पर है, जिसका प्रभार मुख्यमंत्री के पास है। विधानसभा चुनावों के पहले अपना 25 साल पुराना गठबंधन तोड़ने के 70 दिन बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने शिवसेना नेताओं के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, यह महाराष्ट्र के लोगों की आकांक्षा है कि बीजेपी और शिवसेना को सरकार का हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना के पांच कैबिनेट रैंक सहित 12 मंत्री होंगे। उपमुख्यमंत्री के पद की बात से उन्होंने इनकार किया। फडणवीस ने कहा कि आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में फिलहाल, शिवसेना के 10 मंत्री शपथ लेंगे। बीजेपी के आठ से 10 मंत्री भी शपथ लेंगे। दोनों पार्टियों के बीच कुछ दिनों तक चली बातचीत के बाद यह घोषणा की गई, जहां विभागों को लेकर दोनों के बीच जमकर सौदेबाजी हुई। फडणवीस ने पिछले महीने 10 मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण किया था।
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संभावित आतंकी हमले के संबंध में अलर्ट जारी किए जाने के बाद यहां छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो और स्थानीय पुलिस को गुप्त सूचना दी थी कि 22 अप्रैल को हवाई अड्डे और शहर के कुछ प्रमुख प्रतिष्ठानों पर आतंकी हमले की आशंका है. बीसीएएस को मिली इस सूचना के आधार पर यह अलर्ट जारी किया गया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘बैंगलोर में हुए दो धमाकों के बाद शहर में अलर्ट बरता जा रहा है और रेलवे स्टेशन एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.’ उन्होंने कहा, ‘शहर पर खतरे की आशंका हमेशा बनी राहती है. अलर्ट नियमित मिलते रहते हैं.’ शहर को मिल रही लगातार आतंकी हमलों की धमकी के मद्देनजर महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक एएन रॉय ने सोमवार को आईपीएल मैंचों के सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया. एक सवाल के जवाब में राय ने कहा, ‘बैंगलोर में हुए विस्फोट से जाहिर है कि आईपीएल आतंकवादियों की सूची में है. इसको ध्यान में रखते हुए मैच स्थल पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी नियुक्त किए गए हैं.’
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को डोकलाम विवाद सुलझाने में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक की भूमिका की सराहना की. गौरतलब है कि भूटान स्थित डोकलाम क्षेत्र में भारत और चीन की सेना आमने-सामने आ गईं थीं. कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक, उनकी पत्नी रानी पेमा जेतसुन वांगचुक और राजकुमार जिग्मे नामग्याल वांगचुक से मुलाकात के बाद यह बात कही. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भूटान का शाही जोड़ा मंगलवार को चार दिवसीय सद्भावना दौरे के तहत भारत पहुंचा है. हाल ही में भूटान के डोकलाम क्षेत्र में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हुए गतिरोध के मद्देनजर शाही परिवार का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. भारत और चीन की सेनाएं भूटान के डोकलाम क्षेत्र में दो महीने तक आमने-सामने रहीं थीं. दोनों देशों की ओर से अपनी सेनाओं को पीछे हटाने के निर्णय के बाद यह विवाद अगस्त में समाप्त हुआ था. यह विवाद चीन द्वारा भूटान के इस क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य करने की वजह से शुरू हुआ था. राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और भूटान की अविभाज्य और साझा सुरक्षा चिंताएं हैं. बयान के अनुसार, 'राष्ट्रपति कोविंद ने डोकलाम क्षेत्र में विवाद सुलझाने के लिए भूटान नरेश की निजी संलिप्तता, मार्गदर्शन और समर्थन के लिए गहरी सराहना की. उन्होंने कहा कि डोकलाम विवाद सुलझाने के लिए जिस तरह भारत और भूटान एक साथ खड़े हो गए, वह हमारी दोस्ती को दिखाता है.' कोविंद ने उनके शासन का पहला दशक सफलतापूर्वक पूरा करने और स्थिर, खुशहाल और समृद्ध भूटान के लिए उनके दृष्टिकोण की भी सराहना की. इससे पहले बुधवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शाही परिवार से यहां मुलाकात की थी.
आय से अधिक संपत्ति मामले में बरी होने के बाद जे जयललिता ने शनिवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जयललिलता लगातार पांचवी बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी हैं. शपथग्रहण समारोह में सुपरस्टार रजनीकांत भी शामिल हुए. शपथ ग्रहण समारोह मद्रास यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में हुआ. इस शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़े नेता और एक्टर पहुंचे. जयललिता के साथ 28 मंत्रियों ने भी शपथ ली. इससे पहले शुक्रवार को विधायक दल की बैठक में जयललिता दल की नेता चुनीं गईं. नेता चुने जाने के बाद जयललिता के समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया. जयललिता मंत्रिमंडल में उनके सभी भरोसेमंद चेहरे शामिल हुए. जयललिता के जेल से बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले पन्नीरसेल्वम को भी जयललिता कैबिनेट में जगह मिली है. पन्नीरसेल्वम के पास वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी होगी. याद रहे कि आय से अधिक संपत्ति मामले में कर्नाटक की निचली अदालत से 4 साल की सजा के बाद जयललिता को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. हालांकि कर्नाटक हाईकोर्ट से जयललिता को हाल ही में बरी किया गया है. जयललिता ने अपने मंत्रिमंडल में वन मंत्री एम.एस.एम. आनंद और पी. चेंदूर पाण्डियन (कोई विभाग नहीं) को छोड़कर निवर्तमान मंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को बरकरार रखा है. उन्होंने किसी भी मंत्री के विभाग में कोई परिवर्तन नहीं किया है. उन्होंने लोक-संबंधी, आईएएस, आईपीएस और आईएफएस, गृह, सामान्य प्रशासन और जिला राजस्व जैसे प्रमुख विभाग अपने पास रखे हैं, जबकि पन्नीरसेल्वम के पास वित्त और लोक निर्माण मंत्रालय का प्रभार होगा. इससे पहले, राज्यपाल रोसैया ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम और उनके मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और जयललिता को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) ने दक्षिण चीन सागर में बढ़ते क्षेत्रीय तनावों पर बयान दिया, फिर मेजबान चीन को बुरा लगने के डर से वापस भी ले लिया। दस देशों के संगठन ने मंगलवार रात को ये बयान दिया गया था।  चीन में होने वाली  चीन-आसियान बैठक के मद्देनजर दिए गए इस बयान में कहा गया था कि समूह दक्षिण चीन सागर में होने वाली घटनाओं को नजरअंदाज नहीं कर सकता क्योंकि ये आसियान और चीन के बीच संबंधों और सहयोग के लिहाज से बहुत अहम है। हाल ही में हुए घटनाक्रम में प्रति हम गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं जिनकी वजह से हमारा भरोसा और विश्वास आहत हुआ है और जिससे दक्षिण चीन सागर  क्षेत्र की शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता को खतरा है।टिप्पणियां आसियान का ये बयान मलेशिया के विदेशमंत्री ने मंगलवार रात को ऑनलाइन चैट ग्रुप पर दिया था जहां फिर बयान से पीछे हटने का भी वक्तव्य आ गया था। ये अभी स्पष्ट नहीं है संशोधित बयान जारी किया जाएगा या नहीं जबकि आसियान के सदस्यों जैसे सिंगापुर ने अपनी ओर से जारी बयान में दक्षिण चीन सागर इलाके के बारे में अपनी चिंताएं भी जताईं हैं। हालांकि मूल बयान में सीधे सीधे चीन पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है,  इसमें चीन द्वारा बनाए गए द्वीपों और उन पर हवाई पट्टी आदि बनाए जाने को लेकर मामले की संवेदनशीलता का जिक्र जरूर किया गया है। इन घटनाओं को पूरे दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को मजबूत बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है जिससे कि वहां के भूगोल में परिवर्तन कर सेना को लगाया जा सके। बयान में कहा गया था कि हम असैन्यकरण और  जमीन पर कब्जा करने जैसे दावों से बचने पर जोर देते है जिनकी वजह से दक्षिण चीन सागर में तनाव बढ़ सकता है। आसियान का इस कड़ी भाषा वाला क्षेत्रीय मुद्दों पर बयान असामान्य माना जा रहा है जबकि उसमें मलेशिया, वियतनाम, ब्रुनेई , इंडोनेशिया और फिलीपींस भी शामिल हैं जो दक्षिण चीन सागर के द्वीपों पर अपने दावे कर रहे हैं जिन पर चीन भी अपना दावा जता रहा है। समूह में कंबोडिया और लाओ जैसा छोटा देश भी शामिल है  जिसपर चीन का खासा प्रभाव है। चीन  दक्षिण चीन सागर मुद्दे को द्वपक्षीय बातचीत के जरिए सुलझाना चाहता है न कि आसियान के मंच या किसी अन्य मध्यस्ता के जरिए। आसियान का ये बयान मलेशिया के विदेशमंत्री ने मंगलवार रात को ऑनलाइन चैट ग्रुप पर दिया था जहां फिर बयान से पीछे हटने का भी वक्तव्य आ गया था। ये अभी स्पष्ट नहीं है संशोधित बयान जारी किया जाएगा या नहीं जबकि आसियान के सदस्यों जैसे सिंगापुर ने अपनी ओर से जारी बयान में दक्षिण चीन सागर इलाके के बारे में अपनी चिंताएं भी जताईं हैं। हालांकि मूल बयान में सीधे सीधे चीन पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है,  इसमें चीन द्वारा बनाए गए द्वीपों और उन पर हवाई पट्टी आदि बनाए जाने को लेकर मामले की संवेदनशीलता का जिक्र जरूर किया गया है। इन घटनाओं को पूरे दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को मजबूत बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है जिससे कि वहां के भूगोल में परिवर्तन कर सेना को लगाया जा सके। बयान में कहा गया था कि हम असैन्यकरण और  जमीन पर कब्जा करने जैसे दावों से बचने पर जोर देते है जिनकी वजह से दक्षिण चीन सागर में तनाव बढ़ सकता है। आसियान का इस कड़ी भाषा वाला क्षेत्रीय मुद्दों पर बयान असामान्य माना जा रहा है जबकि उसमें मलेशिया, वियतनाम, ब्रुनेई , इंडोनेशिया और फिलीपींस भी शामिल हैं जो दक्षिण चीन सागर के द्वीपों पर अपने दावे कर रहे हैं जिन पर चीन भी अपना दावा जता रहा है। समूह में कंबोडिया और लाओ जैसा छोटा देश भी शामिल है  जिसपर चीन का खासा प्रभाव है। चीन  दक्षिण चीन सागर मुद्दे को द्वपक्षीय बातचीत के जरिए सुलझाना चाहता है न कि आसियान के मंच या किसी अन्य मध्यस्ता के जरिए। आसियान का इस कड़ी भाषा वाला क्षेत्रीय मुद्दों पर बयान असामान्य माना जा रहा है जबकि उसमें मलेशिया, वियतनाम, ब्रुनेई , इंडोनेशिया और फिलीपींस भी शामिल हैं जो दक्षिण चीन सागर के द्वीपों पर अपने दावे कर रहे हैं जिन पर चीन भी अपना दावा जता रहा है। समूह में कंबोडिया और लाओ जैसा छोटा देश भी शामिल है  जिसपर चीन का खासा प्रभाव है। चीन  दक्षिण चीन सागर मुद्दे को द्वपक्षीय बातचीत के जरिए सुलझाना चाहता है न कि आसियान के मंच या किसी अन्य मध्यस्ता के जरिए।
गुवाहाटी में 11वीं कक्षा की एक छात्रा के साथ सरेआम छेड़छाड़ और उत्पीड़न की घटना में शामिल दो और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही लापरवाही बरतने के मामले में एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित कर दिया गया है. गुवाहाटी शहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अपूर्व जैबन बरुआ ने कहा, 'सोमवार को हुई इस घटना में अब तक कुल छह लोगों की गिरफ्तारी की गई है.' शेष लोगों की गिरफ्तारी के लिए असम और आसपास के राज्यों में दबिश दी जा रही है. एसएसपी बरुआ ने कहा कि दिगांता बासुमतारी और नवज्योति नामक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. दिसपुर थाने के पुलिस उप निरीक्षक सुभान बरुआ को निलंबित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इस मामले का मुख्य अभियुक्त अमरज्योति कलीता अब भी फरार है. असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने शनिवार को पुलिस को 48 घंटे में सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था. समाजिक कार्यकर्ता और टीम अन्‍ना के सदस्‍य अखिल गोगोई ने स्‍थानीय पत्रकारों पर इस घटना में शामिल होने का आरोप लगाया था. अखिल ने आरोप लगाया कि पत्रकारों ने ही आरोपियों को उकसाया था. उन्‍होंने अपने आरोप के समर्थन में ऑडियो टेप भी जारी किया.
चक्रवाती तूफान ‘कोमेन’ गुरुवार शाम बंग्लादेश के तट पर पहुंच गया जिसके चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा में मूसलाधार बारिश हो रही है. मौसम विज्ञान विभाग ने जानकारी दी है कि बांग्लादेश में बारिश के बाद यह तूफान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की तरफ मुड़ जाएगा और धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा. आईएमडी के चक्रवात चेतावनी संभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया, ‘अधिकांश जगहों पर बारिश होगी, कुछ जगहों पर मूसलाधार बारिश होगी और 30-31 जुलाई को पश्चिम बंगाल के गंगेय क्षेत्र के दूर-दराज के स्थानों पर अत्यधिक बारिश होगी और एक अगस्त को कुछ स्थानों पर भारी से भारी बारिश होगी.’ उन्होंने बताया कि 30 और 31 जुलाई को उत्तर-पूर्वी राज्यों के मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण असम के अधिकांश स्थानों पर बारिश होगी और दूर-दराज वाले स्थानों पर तेज बारिश होगी. चक्रवाती तूफान ‘कोमेन’ के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से में और ओडिशा में कोमेन को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. बांग्लादेश के चिटगांव में कोमेन के असर के चलते भूस्खलन की खबर है, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई है. भारत में भी मौसम विभाग ने तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की आशंका जताई है. दोपहर बाद से ही कोलकाता और भुवनेश्वर में कई जगह तेज हवाएं और मौसम के बेहद खराब होने के संकेत मिलने लगे हैं. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि कोमेन इस समय कोलकाता से 300 किलोमीटर पूर्वी-दक्षिणपूर्व में स्थित है. बांग्लादेश में प्रवेश करने के बाद यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की तरफ मुड़ जाएगा और धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा. कई जगहों पर भारी बारिश की आशंका आईएमडी के चक्रवात चेतावनी संभाग ने बताया, ‘ज्यादातर स्थानों पर बारिश होगी, कुछ जगहों पर भारी बारिश होगी और 30-31 जुलाई को गंगा नदी वाले पश्चिम बंगाल के दूर-दराज के स्थानों पर भारी बारिश होगी और 1 अगस्त को कुछ स्थानों पर जबरदस्त बारिश होगी.’ संभाग ने बताया कि 30 और 31 जुलाई को उत्तर-पूर्वी राज्यों के मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण असम के अधिकांश स्थानों पर बारिश होगी और दूर-दराज वाले स्थानों पर भारी बारिश होगी. 31 जुलाई और 1 अगस्त को झारखंड में भी भारी बारिश होने की संभावना है. चक्रवात चेतावनी संभाग ने बताया कि अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल और ओडिशा से तटों के आस-पास 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से हवा का तेज झोंका आएगा जो 70 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार तक जा सकती है. केंद्र ने कहा, ‘गुरुवार शाम से शुरू होकर अगले 24 घंटों के दौरान मिजोरम और त्रिपुरा में और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाके में कल सुबह से 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार हवा चलेगी. इस दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी में समुद्र में लहर काफी तेज रहेंगी.' पश्चिम बंगाल में तूफान के चलते 12 लोग घायल पश्चिम बंगाल के तीन जिलों में आए भीषण तूफान के कारण सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए जिससे कई लोग बेघर हो गये और कम से कम 12 लोगों के घायल होने की भी सूचना है. एसडीओ स्वपन कुमार कुंडू ने बताया कि तूफान आज सुबह नदिया के हरिनघाटा पहुंचा. नदिया जिला परिषद् के सदस्य चंचल देबनाथ ने बताया कि तूफान में करीब 400 कच्चे मकान गिर गए, 3,000 पेड़ उखड़ गए हैं और कल्याणी उपसंभाग में 200 बिजली के खंभे उखड़ गए हैं.
मार्टिन गुप्टिल की नाबाद शतकीय पारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने सेनवेस पार्क में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आठ विकेट से जीत दर्ज की. लगाया अपना नौवां शतक गुप्टिल ने नाबाद 103 रन बनाए जो उनका नौवां एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक है. गुप्टिल की पारी की मदद से न्यूजीलैंड ने 205 रन का लक्ष्य 5.5 ओवर शेष रहते पूरा कर लिया.इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 204 रन ही बना सकी. न्यूजीलैंड की तरफ से सर्वाधिक तीन विकेट डग ब्रेसवेल ने हासिल किए. इनपुटः भाषा
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: स्विट्जरलैंड की बहुराष्ट्रीय सीमेंट कंपनी लफार्ज होलसिम ने अंबुजा सीमेंट में अपनी हिस्सेदारी 1.49 प्रतिशत और एसीसी में 4.19 प्रतिशत बढ़ायी है. बंबई शेयर बाजार को दी जानकारी में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी ने बताया कि लफार्ज होलसिम की अनुषंगी कंपनी होल्डरिंड इंवेस्टमेंट्स ने अंबुजा सीमेंट्स में अपनी शेयरधारिता में 39,100,000 शेयरों का इजाफा करते हुए कुल 1,253,156,361 शेयरों का अधिग्रहण कर लिया है जो अंबुजा के कुल शेयरों का 63.11 प्रतिशत है.टिप्पणियां इसी प्रकार अंबुजा की अनुषंगी एसीसी लिमिटेड में लफार्ज ने 7,870,000 शेयरों का इजाफा करते हुए कुल 8,411,000 शेयरों का अधिग्रहण किया है जो एसीसी में कुल 4.48 प्रतिशत की हिस्सेदारी के बराबर है. कंपनी ने बताया कि नए शेयरों की खरीद का भुगतान भारतीय मुद्रा में किया जाएगा. सितंबर के अंत तक लफार्ज की अंबुजा सीमेंट में 61.62 प्रतिशत और एसीसी में 0.29 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. बंबई शेयर बाजार को दी जानकारी में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी ने बताया कि लफार्ज होलसिम की अनुषंगी कंपनी होल्डरिंड इंवेस्टमेंट्स ने अंबुजा सीमेंट्स में अपनी शेयरधारिता में 39,100,000 शेयरों का इजाफा करते हुए कुल 1,253,156,361 शेयरों का अधिग्रहण कर लिया है जो अंबुजा के कुल शेयरों का 63.11 प्रतिशत है.टिप्पणियां इसी प्रकार अंबुजा की अनुषंगी एसीसी लिमिटेड में लफार्ज ने 7,870,000 शेयरों का इजाफा करते हुए कुल 8,411,000 शेयरों का अधिग्रहण किया है जो एसीसी में कुल 4.48 प्रतिशत की हिस्सेदारी के बराबर है. कंपनी ने बताया कि नए शेयरों की खरीद का भुगतान भारतीय मुद्रा में किया जाएगा. सितंबर के अंत तक लफार्ज की अंबुजा सीमेंट में 61.62 प्रतिशत और एसीसी में 0.29 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. इसी प्रकार अंबुजा की अनुषंगी एसीसी लिमिटेड में लफार्ज ने 7,870,000 शेयरों का इजाफा करते हुए कुल 8,411,000 शेयरों का अधिग्रहण किया है जो एसीसी में कुल 4.48 प्रतिशत की हिस्सेदारी के बराबर है. कंपनी ने बताया कि नए शेयरों की खरीद का भुगतान भारतीय मुद्रा में किया जाएगा. सितंबर के अंत तक लफार्ज की अंबुजा सीमेंट में 61.62 प्रतिशत और एसीसी में 0.29 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. कंपनी ने बताया कि नए शेयरों की खरीद का भुगतान भारतीय मुद्रा में किया जाएगा. सितंबर के अंत तक लफार्ज की अंबुजा सीमेंट में 61.62 प्रतिशत और एसीसी में 0.29 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.
साहित्य अकादमी ने वैकेंसी निकाली है. इच्छुक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. पद का नाम: प्रूफ रीडर कम जनरल असिस्टेंट उम्र सीमा: 30 साल योग्यता: हिन्दी विषय के साथ ग्रेजुएट और कंप्यूटर एप्लीकेशन की जानकारी पे स्केल: 5200-20200 रुपये ज्यादा जानकारी के लिए लिंक: http://sahitya-akademi.gov.in/
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: प्रसाद ने कहा कि भाजपा और शिवसेना ने जब बहुमत प्राप्त किया तो ये भाजपा गठबंधन की नैतिक और चुनावी विजय थी. शिवसेना किसके इशारे पर इतनी उत्तेजक हो गई? देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में अजीत पवार के साथ बड़ा तबका आकर सरकार को सहयोग करे तो इसे लोकतंत्र की हत्या कहा जाता है. लेकिन जब स्वार्थ भाव से प्रेरित होकर शिवसेना 30 साल की दोस्ती तोड़ दे और घोर विरोधी एनसीपी और कांग्रेस का दामन थाम ले तो ये लोकतंत्र की हत्या नहीं है?'' रविशंकर प्रसाद ने कहा कि महाराष्ट्र देश का बड़ा राज्य है और मुंबई देश की वित्तीय राजधानी. ये चोर दरवाजे से देश की वित्तीय राजधानी पर कब्जा करने की साजिश थी. उन्होंने कहा कि कुछ लोग छत्रपति शिवाजी की विरासत की बात कर रहे हैं, उनसे मैं बस इतना कहूंगा कि सत्ता के लिए अपने विचारों से समझौता करने वाले तो कम से कम छत्रपति शिवाजी की बात न करें. प्रसाद ने कहा, ''जो आदरणीय बाला साहब ठाकरे के आदर्शों को जीवित नहीं रख सके उनके विषय में कुछ नहीं कहना है. उनका प्रमाणिक कांग्रेस विरोध जग जाहिर है, उनकी राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रवाद और भारत की संस्कृति-संस्कार के प्रति समर्पण प्रमाणिक है.'' केंद्रीय मंत्री ने कहा,  ''महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बहुमत था भाजपा और शिवसेना, लेकिन बड़ी पार्टी थी भाजपा, और मुख्यमंत्री का बहुमत था योग्य और ईमानदार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी के लिए. भाजपा को सभी ने बहुमत दिया है और एनसीपी के साथ मिलकर हम महाराष्ट्र में एक स्थाई सरकार बनाएंगे.'' सबसे पहले शिवसेना नेता संजय राउत का प्रेस कांफ्रेंस हुआ और उन्‍होंने सारी कहानी के लिए अजित पवार को दोषी के रूप में पेश किया. संजय राउत ने कहा कि अजित पवार पर पहले से ही संदेह था. रात की बैठक में वो आंख मिलाकर बात नहीं कर रहा था. जिसके मन में गलत करने की बात होती है उसका बॉडी लैग्‍वेंज दिखने लगता है. रात के अंधेरे में ही पाप किए जाते हैं. संजय राउत ने कहा कि अजित पावार ने महाराष्‍ट्र की जनता और शिवाजी महाराज के विचारों के साथ विश्‍वासघात किया है. शरद पवार के साथ धोखा किया है. संजय राउत के प्रेस कांफ्रेंस के बाद महाराष्‍ट्र में हुए महा'सियासी' खेल के पर एनसीपी प्रमुख नेता शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संयुक्‍त प्रेस कांफ्रेंस की. शरद पवार ने कहा कि शिवसेना की अगुआई में हम सभी एकजुट थें और एकजुट रहेंगे. प्रेस कांफ्रेंस में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम जो करते हैं दिन के उजाले में करते हैं. बीजेपी का खेल सारा देश देख रहा है. उन्‍होंने कहा कि ये लोकतंत्र के नाम पर खिलवाड़ हो रहा है. प्रेस कांफ्रेंस में शरद पवार ने कहा कि अजित पवार के पास 54 विधायकों के हस्‍ताक्षर वाली चिट्ठी है. हम अजित के खिलाफ एक्‍शन लेंगे. उन्‍होंने कहा कि अजित पवार से ऐसी उम्‍मीद कतई नहीं थी. पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में शरद पवार ने कहा कि मुझे कोई चिंता नहीं है, मेरे साथ पहले भी ऐसा हो चुका है. पवार ने कहा कि हमारे पास नंबर है, सरकार हम ही बनाएंगे. उन्‍होंने कहा कि ये सरकार सदन में अपना बहुमत साबित नहीं कर पाएगी. एनसीपी और शिवसेना की साझा प्रेस कांफ्रेंस के बाद कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता अहमद पटेल और मलिकार्जुन खडगे प्रेस कांफ्रेंस के लिए आए. प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत अहमद पटेल ने की और कहा कि महाराष्‍ट्र में जो सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया गया उसकी सत्‍यता जांची नहीं गई. कोई वेरिफिकेशन नहीं किया गया. ये बेशर्मी की हद है. अहमद पटेल ने कहा कि सभी विधायक हमारे साथ हैं और बीजेपी का सामना करने के लिए मजबूती से साथ खड़े हैं. उन्‍होंने कहा कि सहयोगी पार्टी से सलाह लेने में समय लगा लेकिन सरकार बनाने को लेकर देरी नहीं हुई. अहमद पटेल ने कहा कि आज सुबह में जो भी कांड हुआ उसकी आलोचना करने के सिवा में मेरे पास कोई शब्‍द नहीं है. इससे पहले सुबह 8 बजे बीजेपी नेता देवेंद्र फडनवीस ने एनसीपी के समर्थन से महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री पद की और एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली.
केश (शाब्दिक अर्थ : बाल) रखना सिख धर्म की एक प्रथा है जिसमें शरीर के बालों को बिना काटे ही अपने प्राकृतिक ढंग से बढ़ने और बने रहने दिया जाता है। सिख लोग इसे शरीर के लिए लाभदायक मानते है । यह प्रथा पाँच ककार में से एक है, जो सिख वेश हेतु गुरु गोबिन्द सिंह जी ने आवश्यक घोषित किए थे। केशों को दिन में दो बार कंघे (ये भी पाँच क में सम्मिलित है) से संवारा जाता है, और इसकी साधारण गाँठ बाँध दी जाती है जिसे जूड़ा या ऋषि केश कहा जाता है। सामान्यतः जूड़े को कंघे की सहायता से स्थिर रखा जाता है और पगड़ी (पंजाबी में : दस्तार) से ढका जाता है। महत्व केश परमात्मा के प्रति समर्पण का प्रतीक है जिससे यह संदेश मिलता है कि एक सिख को भगवान की इच्छा का ही अनुसरण करना चाहिए। 1699 में अमृत संचार के समय, गुरु गोबिन्द सिंह ने इसका कारण स्पष्ट किया था: मेरा सिख उस्तरे का प्रयोग नहीं करेगा। उसके लिए उस्तरे का प्रयोग या दाढी के बाल काटना व्यभिचार के समान पाप होगा। खालसा के लिए एसे निशान होने चाहिएं जिससे कि वे खालिस (शुद्ध) दिखाई दें। केशों की महत्ता सिख धर्म में इतनी अधिक है कि मुग़ल साम्राज्य द्वारा सिखों के दमन के दौरान सिखों ने केश कटवाकर मुस्लिम शासकों को खुश करने की बजाय मौत को चुना। इस संदर्भ में भाई तारू सिंह की शहीदी उल्लेखनीय है, जिनकी खोपड़ी उतार ली गई लेकिन वे केश कटवाने के लिए तैयार नहीं हुए और अंततः शहीद हो गए। आधुनिक युग में केश आधुनिक युग में छोटे बालों के रिवाज ने इस प्रथा को कम किया है। ऐसा अनुमान है कि पंजाब के कुछ भागों में तो 80% तक युवाओं ने अपने बाल कटवाए हुए हैं। प्रमुख कारण मात्र सुविधा का है - रोज़ क़घा करना, जूड़ा करना आदि से बचने के लिए। फैशन आदि के कारणों से भी आजकल के युवा इस प्रथा से विमुख होते जा रहे हैं। प्रताड़ना 11 सितम्बर 2001 के हमलों के बाद पश्चिमी देशों में कई लोगों ने सिखों को गलती से मुसलमान समझ लिया और घृणा अपराध के कई मामले सामने आए। मेसा, एरिज़ोना में रहने वाले एक सिख बलबीर सिंह सोढी को मुस्लिम समझकर सितंबर 16, 2001 को गोली से मार दिया गया। सितंबर 2012 में रेडिट के एक सदस्य ने एक सिख युवती बलप्रीत कौर की पोटो पोस्ट करके उसके चेहरे पर उगे बालों का मज़ाक उड़ाया। किंतु उस युवती ने बहुत शालीनता से उत्तर दिया और फोटो पोस्ट करने वाले को माफी माँगनी पड़ी। यह किस्सा बाद में वायरल हो गया। सन्दर्भ सिख शब्दावली
वोटों की खरीदफरोख्‍त पर लोकसभा और राज्‍य सभा में जमकर हंगामा हुआ जिसके चलते दोनों सदनों की कार्रवाई को स्‍थगित करना पड़ा. इससे पहले प्रधानमंत्री ने इंडिया टुडे कॉन्‍क्‍लेव के उद्धाटन भाषण में साफ कहा था कि वह न तो इस प्रकार के किसी भी खरीदफरोख्‍त में शामिल थे और ना ही ऐसा कुछ हुआ था. साल 2008 में न्‍यूक्लियर डील के दौरान सदन में पेश किए गए विश्‍वासमत में सरकार सफल हुई थी. विकिलीक्‍स के ताजा खुलासे में यह कहा गया है कि तत्‍कालीन यूपीए सरकार ने विश्वासमत के दौरान आरएलडी के सांसदों को 40 करोड़ में खरीदा था. सांसदों की कथित खरीद फरोख्त संबंधी विकिलीक्स के इस खुलासे पर एकजुट विपक्ष ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस विषय पर स्पष्टीकरण की मांग की थी जिसके कारण लोकसभा और राज्‍यसभा में जमकर हंगामा हुआ. सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सुषमा ने तय मुद्दे से अलग सदन में विकीलीक्स खुलासे का मामला उठाया. उन्होंने कहा, संप्रग एक के शासन के दौरान विश्वास मत प्राप्त करने के लिए सांसदों की कथित खरीद फरोख्त के संबंध में विकीलीक्स खुलासा सामने आने के बाद सरकार ने शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है. संसदीय कार्य मंत्री पी के बंसल ने सुषमा द्वारा मछुआरों का मुद्दा उठाये जाने के स्थान पर विकिलीक्स खुलासे का मुद्दा उठाये जाने का कड़ा प्रतिवाद किया. बंसल ने कहा, ‘‘मैं इस बात से सहमत हूं कि विपक्ष के नेता को सदन में किसी विषय को उठाने का अधिकार है लेकिन ध्यानाकषर्ण प्रस्ताव के दौरान उन्हें अपने विषय तक सीमित रहना चाहिए था.’ उधर राज्‍यसभा में बैठक शुरू होते ही विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सदन के बाहर बयान दे रहे हैं जबकि उन्हें सदन में आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. जेटली के इतना कहते ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने आपत्ति जताई. उप सभापति के रहमान खान ने कहा कि विपक्ष के नेता बोलना चाहते हैं और सदस्य उन्हें बोलने दें. उन्होंने कहा कि वह सत्ता पक्ष के सदस्यों को भी अपनी बात रखने का मौका देंगे. लेकिन सत्ता पक्ष के सदस्यों ने जेटली को बोलने नहीं दिया. जेटली ने कहा कि वह एक सुझाव देना चाहते हैं और उन्हें उम्मीद है कि इसके बाद सदन चलने लगेगा. लेकिन सत्ता पक्ष के सदस्य नहीं माने. खान ने कहा ‘‘मुझे कुछ प्रक्रियाओं का पालन करना है. जब भी विपक्ष के नेता बोलना चाहेंगे, मुझे उन्हें अनुमति देनी होगी.’’ जेटली ने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि सदन चले लेकिन प्रधानमंत्री को सदन में आकर स्थिति स्पष्ट करनी होगी.’ अब प्रधानमंत्री की ओर से यह साफ हो गया है कि वह लोकसभा में 2 बजे इस मुद्दे पर बयान देंगे.
कुछ दिन पहले हुए हंगामे के बाद आखिरकार शुक्रवार को नॉर्थ दिल्ली के पार्षदों और अधिकारियों के बीच एक विशेष बैठक हुई. इसमें नॉर्थ एमसीडी कमिश्नर मधुप व्यास के अलावा निगम के अलग-अलग विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए. इस दौरान व्यास ने अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम चलाने और उनको हटाने के निर्देश भी जारी किए. दरसअल, पार्षदों और अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल के मकसद से नॉर्थ एमसीडी कमिश्नर मधुप व्यास ने एक और चार दिसंबर को विशेष बैठक का शेड्यूल जारी किया था. शुक्रवार एक दिसंबर को करोल बाग जोन, रोहिणी जोन और केशवपुरम जोन के पार्षदों और अधिकारियों के बीच बैठक रखी गई. इस दौरान ज्यादातर पार्षदों ने अपने वार्डों में अतिक्रमण की समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया. इसके बाद कमिश्नर ने बैठक में मौजूद सभी जोन के डीसी को अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम चलाने के निर्देश दिए. मुहिम के दौरान सड़कों और फुटपाथों के अलावा रमेश नगर में नॉर्थ एमसीडी की सात एकड़ जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए गए हैं. अतिक्रमण के अलावा पेड़ों की छंटाई, सड़कों व गलियों की मरम्मत और रखरखाव पर भी बैठक के दौरान चर्चा हुई. इसके अलावा उत्तरी दिल्ली में आवारा कुत्तों के आतंक पर भी पार्षद एकजुट दिखे. पार्षदों ने कमिश्नर से उनके वार्डों में एक-एक डॉग शेल्टर बनाने की मांग की, ताकि आवारा कुत्तों को वहां रखा जा सके. हालांकि अधिकारियों ने नियमों का हवाला देखकर फिलहाल कुत्तों  की नसबंदी का विकल्प ही सामने रखा. सभी पार्षद पहली बार रखी गई इस बैठक से काफी सन्तुष्ट दिखे और आगे भी इसे जारी रखने की बात कही. अब चार दिसंबर को एक बार फिर से कमिश्नर अपने अधिकारियों के साथ विशेष बैठक करेंगे, जिसमे बचे हुए सिटी जोन, नरेला जोन और सिविल लाइन्स जोन के पार्षद और अधिकारी शामिल होंगे.
प्रियंका चोपड़ा के 'भारत' छोड़ने की वजहों पर अभी तक अटकलें तेज हैं. चर्चा थी कि एक्ट्रेस ने निक जोनस संग शादी की वजह से मूवी से किनारा किया. लेकिन इस थ्योरी में अब नया एंगल सामने आया है. कहा जा रहा है कि एक्ट्रेस के ये प्रोजेक्ट छोड़ने के पीछे खुद सलमान खान रहे हैं. बॉलीवुड लाइफ ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि ''फिल्म से तब्बू और दिशा पाटनी के जुड़ने के बाद प्रियंका उलझन में थीं. चीजें और खराब हुईं जब प्रियंका को इस बात का एहसास हुआ कि सलमान खान की लेटलतीफी वाले नेचर की वजह से उनके हॉलीवुड प्रोजेक्ट्स को नुकसान पहुंच सकता है.'' बता दें, सलमान के बारे में कहा जाता है कि वे अक्सर सेट पर लेट आते हैं और उनकी मूवी का शेड्यूल तय समय पर पूरा नहीं होता है. बॉलीवुड हंगामा को एक्ट्रेस के करीबी सूत्रों ने बताया कि '' प्रियंका ने फिल्म से किनारा करने का मन तभी बना लिया था जब तब्बू-दिशा का नाम फाइनल किया गया. उन्हें सलमान के सेट पर देरी से आने और काम लटकाने के बारे में पता चला. इस तरह के टेम्परामेंट के साथ प्रियंका के लिए काम करना मुश्किल होता. वे हॉलीवुड में अनुशासित और प्रोफेशनल माहौल में काम करने की आदि हो चुकी हैं.'' View this post on Instagram The only way to do this... with Family and God. Thank you all for your wishes and blessings 🙏🏼♥️🎉 A post shared by Priyanka Chopra (@priyankachopra) on Aug 18, 2018 at 5:38am PDT मैनेजर के कहने पर प्रियंका ने छोड़ी भारत? हालांकि कुछ दिन पहले ये भी कहा गया कि प्रियंका का भारत छोड़ने का फैसला रेशमा शेट्टी से प्रभावित था, जो उनकी मैनेजर हैं. बताया गया कि रेशमा की टीम द्वारा समझाने पर ही प्रियंका ने फिल्‍म छोड़ी थी. प्रियंका भारत के लिए सब कुछ तय कर चुकी थीं, लेकिन टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी नहीं चाहती थी कि प्रियंका का करियर लड़खडाएं. फिल्‍म की कास्‍ट उस तरह नहीं थी, जिस तरह सोची गई थी. इसके बाद प्रियंका ने तत्‍काल फिल्‍म के डायरेक्‍टर अली अब्बास जफर को कॉल लिया और उन्‍हें अपनी चिंताएं जाहिर कीं. बता दें कि रेशमा पहले सलमान की भी मैनेजर रही हैं. वहीं पिछले महीने उन्‍होंने अमेरिकी सिंगर निक जोनस से सगाई की है. अगले साल उनके शादी करने की खबरें हैं.
नूर अली जादरान (पश्तो: نور علی ځدراڼ; जन्म १० जुलाई १९८८) एक अफ़ग़ानिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी है। अली दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज हैं जो वर्तमान में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग को अपना क्रिकेटिंग हीरो और प्रेरणास्रोत मानते है। उनके भतीजे मुजीब उर रहमान भी एक अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट टीम के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। करियर नूर अली ने अपने एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत १९ अप्रैल २००९ में स्कॉटलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ बेनोनी में की थी। जबकि पहला ट्वेन्टी-२० अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच कनाडा के खिलाफ कोलंबो में ४ फरवरी २०१० को खेला था। अली ने अपना पहला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (वनडे) शतक कनाडा के खिलाफ १६ फरवरी २०१० में बनाया था और यह उनका चौथा वनडे मुक़ाबला ही था। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ नूर अली की प्रोफ़ाइल ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर नूर अली की प्रोफ़ाइल क्रिकेट आर्काइव पर अफगानिस्तान के ट्वेन्टी २० क्रिकेट खिलाड़ी 1988 में जन्मे लोग जीवित लोग दाहिने हाथ के बल्लेबाज़
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: झारखंड की राजधानी रांची के बुंडू इलाके में प्रसिद्ध दशम झरने के निकट हाथीतोपा में 17 जंगली हाथियों के एक समूह ने उन्हें खदेड़ने का प्रयास कर रहे एक युवक को मंगलवार को कुचल कर मार डाला. पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि हाथियों के एक समूह ने रांची-जमशेदपुर मार्ग पर दशम झरने के निकट हाथी तोपा में दो दिनों से डेरा डाल रखा था और स्थानीय ग्रामीणों के खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा रहा था. हाथियों को भगाने के प्रयास में जुटे ग्रामीणों ने जब मंगलवार को उन्हें जंगल में खदेड़ने का प्रयास किया तो एक हाथी ने उन्हें पलट कर दौड़ा दिया. हाथी से बचने के लिए भाग रहे ग्रामीणों में से चौबीस वर्षीय अक्षय कुमार महतो समीप के गड्ढे में गिर गया जिसे हाथियों ने घेर लिया और कुचल-कुचल कर मार डाला. स्थानीय ग्रामीणों ने अक्षय को बचाने के लिए हाथियों को वहां से भगाने का भरसक प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सके. घटना से नाराज ग्रामीणों ने रांची-जमशेदपुर मार्ग जाम कर हाथियों को वहां से भगाने और अक्षय के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की.टिप्पणियां बाद में वहां पहुंचे अधिकारियों के समझाने बुझाने पर भी ग्रामीण नहीं माने लेकिन हाथी भगाओ दल के बुलाये जाने और उनकी मदद से जंगली हाथियों को भगाये जाने के बाद ही उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग से जाम हटाया. इस बीच मार्ग पर दोनों ओर कई किलोमीटर तक जाम लग गया था. वन विभाग ने नियमानुसार तत्काल अक्षय के परिजनों को मुआवजा भी दिया. झारखंड के सारंडा के जंगल भारत में एशियाई हाथियों के प्रमुख निवास स्थानों में से एक है. हाथी यहां अनेक मार्गो से होकर छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा तक विचरण करते हैं. उनके विचरण मार्गों में मानवीय अतिक्रमण से यहां अक्सर मानव-हाथी भिड़ंत की घटनाएं होती रहती हैं. पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि हाथियों के एक समूह ने रांची-जमशेदपुर मार्ग पर दशम झरने के निकट हाथी तोपा में दो दिनों से डेरा डाल रखा था और स्थानीय ग्रामीणों के खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा रहा था. हाथियों को भगाने के प्रयास में जुटे ग्रामीणों ने जब मंगलवार को उन्हें जंगल में खदेड़ने का प्रयास किया तो एक हाथी ने उन्हें पलट कर दौड़ा दिया. हाथी से बचने के लिए भाग रहे ग्रामीणों में से चौबीस वर्षीय अक्षय कुमार महतो समीप के गड्ढे में गिर गया जिसे हाथियों ने घेर लिया और कुचल-कुचल कर मार डाला. स्थानीय ग्रामीणों ने अक्षय को बचाने के लिए हाथियों को वहां से भगाने का भरसक प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सके. घटना से नाराज ग्रामीणों ने रांची-जमशेदपुर मार्ग जाम कर हाथियों को वहां से भगाने और अक्षय के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की.टिप्पणियां बाद में वहां पहुंचे अधिकारियों के समझाने बुझाने पर भी ग्रामीण नहीं माने लेकिन हाथी भगाओ दल के बुलाये जाने और उनकी मदद से जंगली हाथियों को भगाये जाने के बाद ही उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग से जाम हटाया. इस बीच मार्ग पर दोनों ओर कई किलोमीटर तक जाम लग गया था. वन विभाग ने नियमानुसार तत्काल अक्षय के परिजनों को मुआवजा भी दिया. झारखंड के सारंडा के जंगल भारत में एशियाई हाथियों के प्रमुख निवास स्थानों में से एक है. हाथी यहां अनेक मार्गो से होकर छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा तक विचरण करते हैं. उनके विचरण मार्गों में मानवीय अतिक्रमण से यहां अक्सर मानव-हाथी भिड़ंत की घटनाएं होती रहती हैं. हाथी से बचने के लिए भाग रहे ग्रामीणों में से चौबीस वर्षीय अक्षय कुमार महतो समीप के गड्ढे में गिर गया जिसे हाथियों ने घेर लिया और कुचल-कुचल कर मार डाला. स्थानीय ग्रामीणों ने अक्षय को बचाने के लिए हाथियों को वहां से भगाने का भरसक प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सके. घटना से नाराज ग्रामीणों ने रांची-जमशेदपुर मार्ग जाम कर हाथियों को वहां से भगाने और अक्षय के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की.टिप्पणियां बाद में वहां पहुंचे अधिकारियों के समझाने बुझाने पर भी ग्रामीण नहीं माने लेकिन हाथी भगाओ दल के बुलाये जाने और उनकी मदद से जंगली हाथियों को भगाये जाने के बाद ही उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग से जाम हटाया. इस बीच मार्ग पर दोनों ओर कई किलोमीटर तक जाम लग गया था. वन विभाग ने नियमानुसार तत्काल अक्षय के परिजनों को मुआवजा भी दिया. झारखंड के सारंडा के जंगल भारत में एशियाई हाथियों के प्रमुख निवास स्थानों में से एक है. हाथी यहां अनेक मार्गो से होकर छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा तक विचरण करते हैं. उनके विचरण मार्गों में मानवीय अतिक्रमण से यहां अक्सर मानव-हाथी भिड़ंत की घटनाएं होती रहती हैं. बाद में वहां पहुंचे अधिकारियों के समझाने बुझाने पर भी ग्रामीण नहीं माने लेकिन हाथी भगाओ दल के बुलाये जाने और उनकी मदद से जंगली हाथियों को भगाये जाने के बाद ही उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग से जाम हटाया. इस बीच मार्ग पर दोनों ओर कई किलोमीटर तक जाम लग गया था. वन विभाग ने नियमानुसार तत्काल अक्षय के परिजनों को मुआवजा भी दिया. झारखंड के सारंडा के जंगल भारत में एशियाई हाथियों के प्रमुख निवास स्थानों में से एक है. हाथी यहां अनेक मार्गो से होकर छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा तक विचरण करते हैं. उनके विचरण मार्गों में मानवीय अतिक्रमण से यहां अक्सर मानव-हाथी भिड़ंत की घटनाएं होती रहती हैं. झारखंड के सारंडा के जंगल भारत में एशियाई हाथियों के प्रमुख निवास स्थानों में से एक है. हाथी यहां अनेक मार्गो से होकर छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा तक विचरण करते हैं. उनके विचरण मार्गों में मानवीय अतिक्रमण से यहां अक्सर मानव-हाथी भिड़ंत की घटनाएं होती रहती हैं.
मुम्बई इंडियंस टीम के बल्लेबाज अम्बाती रायडू और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर के तेज गेंदबाज हर्षल पटेल पर सोमवार रात यहां एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण के लीग मुकाबले में अभद्र और अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल पर जुर्माना लगाया गया है।टिप्पणियां आईपीएल की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, रायडू को आईपीएल आचार संहिता के लेवल दो के अुनच्छेद 2.2.8 का दोषी पाया गया और उनपर मैच फीस का सौ फीसदी जुर्माना लगाया गया। पटेल को खेल भावना का अपमान करने और रायडू पर आक्रामक होकर जवाब देने के लिए उन्हें फटकार लगाई गई है और उनपर मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना लगाया गया। रायडू को आईपीएल आचार संहिता के लेवल एक के अनुच्छेद 2.1.8 का दोषी पाया गया। उल्लेखनीय है कि दोनों खिलाड़ियों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। आईपीएल की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, रायडू को आईपीएल आचार संहिता के लेवल दो के अुनच्छेद 2.2.8 का दोषी पाया गया और उनपर मैच फीस का सौ फीसदी जुर्माना लगाया गया। पटेल को खेल भावना का अपमान करने और रायडू पर आक्रामक होकर जवाब देने के लिए उन्हें फटकार लगाई गई है और उनपर मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना लगाया गया। रायडू को आईपीएल आचार संहिता के लेवल एक के अनुच्छेद 2.1.8 का दोषी पाया गया। उल्लेखनीय है कि दोनों खिलाड़ियों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। पटेल को खेल भावना का अपमान करने और रायडू पर आक्रामक होकर जवाब देने के लिए उन्हें फटकार लगाई गई है और उनपर मैच फीस का 25 फीसदी जुर्माना लगाया गया। रायडू को आईपीएल आचार संहिता के लेवल एक के अनुच्छेद 2.1.8 का दोषी पाया गया। उल्लेखनीय है कि दोनों खिलाड़ियों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है।
Delhi University ने 7वीं कटऑफ लिस्ट जारी कर दी है. इकोनॉमिक्स, इंग्लिश और बी.कॉम जैसे ऑनर्स कोर्स में अब भी कई सीटें खाली हैं. आत्माराम धर्म कॉलेज, कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज, हिन्दू कॉलेज और इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमेन में इकोनोमिक्स (Hons) की सीटें मौजूद हैं. वहीं ARSD , सीवीसी, दौलत राम और कालिंदी कॉलेज में BCom (Hons) कोर्स में एडमिशन ओपन है. कारगिल युद्ध: जीत के लिए वाजपेयी ने कराई थी इस मंदिर में पूजा अधिकारियों की मानें तो 6वीं कटऑफ लिस्ट के बाद डीयू की 55,000 सीटें भर चुकी हैं. हालांकि कुछ कॉलेजों में जनरल कैटगरी की अब कुछ सीटें खाली हैं. इसलिए 7वीं कटऑफ में जारी की जा रही हैं. इंग्लिश ऑनर्स के लिए 20 कॉलेजों में एडमिशन अब भी खुला हुआ है. जैसे कि SGTB खालसा और विवेकानंद कॉलेज में इंग्लिश ऑनर्स की सीटें मौजूद हैं. 12 साल पहले ही PAK ने रची थी कारगिल जंग की साजिश, इस डर से हटा था पीछे सातवीं कटऑफ सूची के तहत गुरुवार और शुक्रवार को एडमिशन होगा. डीयू के रजिस्ट्रार ने अपने स्टेटमेंट में यह बताया है. हंसराज कॉलेज में जनरल कैटगरी में एडमिशन बंद हो चुका है. सिर्फ बीए प्रोग्राम में ही एडमिशन ओपन है, जिसके लिए 91.5 प्रतिशत कटऑफ है. शिक्षा मित्रों को राहत नहीं, SC ने सहायक शिक्षक मानने से किया इनकार हिन्दू कॉलेज में इकोनोमिक्स, हिन्दी और इतिहास में सीटें हैं. वहीं किरोरी मल कॉलेज में BSc Physics में 95.66% कटऑफ के साथ सीट खाली है. Lady Shri Ram College में पॉलिटिकल साइंस और Statistics में सीटें हैं. जबकि Miranda House में सिर्फ हिन्दी कोर्स में एडमिशन अब मिल सकता है.
लक्षीछड़ि उपजिला, बांग्लादेश का एक उपज़िला है, जोकी बांग्लादेश में तृतीय स्तर का प्रशासनिक अंचल होता है (ज़िले की अधीन)। यह चट्टग्राम विभाग के खागड़ाछड़ि ज़िले का एक उपजिला है, जिसमें, ज़िला सदर समेत, कुल 8 उपज़िले हैं, और मुख्यालय खागड़ाछड़ि सदर उपज़िला है। यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका से दक्षिण-पूर्व की दिशा में अवस्थित है। यह मुख्यतः एक ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। जनसांख्यिकी यहाँ की आधिकारिक स्तर की भाषाएँ बांग्ला और अंग्रेज़ी है। तथा बांग्लादेश के किसी भी अन्य क्षेत्र की तरह ही, यहाँ की भी प्रमुख मौखिक भाषा और मातृभाषा बांग्ला है। बंगाली के अलावा अंग्रेज़ी भाषा भी कई लोगों द्वारा जानी और समझी जाती है, जबकि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक निकटता तथा भाषाई समानता के कारण, कई लोग सीमित मात्रा में हिंदुस्तानी(हिंदी/उर्दू) भी समझने में सक्षम हैं। यहाँ का बहुसंख्यक धर्म, इस्लाम है, जबकि प्रमुख अल्पसंख्यक धर्म, हिन्दू धर्म है। चट्टग्राम विभाग में, जनसांख्यिकीक रूप से, इस्लाम के अनुयाई, आबादी के औसतन ८६.९८% है, जबकि शेष जनसंख्या प्रमुखतः हिन्दू धर्म की अनुयाई है, तथा, चट्टग्राम विभाग के पार्वत्य इलाकों में कई बौद्ध जनजाति के लोग निवास करते हैं। यह मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र है, और अधिकांश आबादी ग्राम्य इलाकों में रहती है। अवस्थिति लक्षीछड़ि उपजिला बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में, चट्टग्राम विभाग के खागड़ाछड़ि जिले में स्थित है। इन्हें भी देखें बांग्लादेश के उपजिले बांग्लादेश का प्रशासनिक भूगोल बरिशाल विभाग उपज़िला निर्वाहि अधिकारी सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ उपज़िलों की सूची (पीडीएफ) (अंग्रेज़ी) जिलानुसार उपज़िलों की सूचि-लोकल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, बांग्लादेश http://hrcbmdfw.org/CS20/Web/files/489/download.aspx (पीडीएफ) श्रेणी:चट्टग्राम विभाग के उपजिले बांग्लादेश के उपजिले
अमेरिका ने पाकिस्तान पर अपने नागरिक रेमंड डेविस को रिहा करने को लेकर दबाव बढ़ा दिया है। सीनेटर जॉन केरी लाहौर पहुंचे हैं। वहां उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर पाकिस्तान डेविस को छोड़ देता है तो अमेरिका अपने कानून के हिसाब से कार्रवाई करेगा। डेविस को दो पाकिस्तानियों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बीती रात कहा कि पाकिस्तान को विएना संधि का पालन करना चाहिए। विएना संधि के मुताबिक विदेशी राजनयिकों को मेज़बान देश में कानूनी मामलों में छूट मिलती है।
दक्षिण कोरिया ने शनिवार को दो गोल से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए चीन पर 5-3 से जीत दर्ज कर महिला एशियाई चैम्पियंस ट्राफी हाकी टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। दक्षिण कोरिया की तरफ से जू ओक किम (19वें), युन बि चियोन (23वें), जोंग युन किम (44वें), जोंग ही किम (45वें) और मि हुन पार्क (64वें) ने गोल किए। यिबो मा ने 12वें और बाओरोंग फु ने 18वें मिनट में गोल कर चीन को 2-0 से आगे कर दिया था, लेकिन इसके बाद दक्षिण कोरिया ने लगातार गोल कर 4-2 से बढ़त बना ली। हालांकि चीन की टीम लिहुआ गावो के 48वें मिनट में किये गये गोल से जीत के अंतर को कम किया।
धूम्रपान के खिलाफ मोदी सरकार कड़े कदम उठाने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने जिन सुझावों को स्वीकार किया है, उनमें कुछ तो बेहद क्रांतिकारी है. धूम्रपान के खिलाफ सरकार के रवैये का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मंत्रालय सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने पर जुर्माने की राशि को बढ़ाकर 20 हजार तक करने के पक्ष में है. मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर यह जानकारी दी है. इस आशय की खबर इकोनाॅमिक टाइम्‍स ने प्रकाशित की है. इसके साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को अपराध की श्रेणी में लाया जा सकता है और इसके लिए जुर्माने की राशि 200 से बढ़ाकर 20 हजार रुपये की जा सकती है. हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक खुली सिगरेट बेचने पर रोक लगाने से उत्पादकों पर बड़ा असर पड़ेगा. क्योंकि सिगरेट बिक्री का एक बड़ा हिस्सा खुले में बिकने वाली एक या दो स्टिक के रूप में आता है. बिक्री में गिरावट होने पर सिगरेट इंडस्ट्री की ओर से मिलने 25 हजार करोड़ के टैक्स रेवेन्यू पर भी असर पड़ेगा. ऐसे कदमों से मुश्किलें बढ़ सकती है. उपभोक्ता विश्लेषक अबनीश राय के मुताबिक यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इन फैसलों को किस तरह लागू करती है. क्योंकि लाखों पान की दुकानें और फुटपाथ पर स्थित बिक्री केंद्रों पर नियंत्रण हासिल करना एक बड़ी चुनौती होगी. पिछले सालों में धूम्रपान के खिलाफ सरकारें कई सारे प्रावधान लेकर आई थीं. हालांकि इन्हें पूरी तरह लागू नहीं कर पाईं. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार के पूर्व प्रिंसिपल सेक्रेटरी रमेश चंद्रा की अगुवाई वाली कमिटी ने अपनी रिपोर्ट पिछले सप्ताह ही स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी है. पैनल की सिफारिश है कि सिगरेट के पैकेटों पर तस्वीरों वाली चेतावनी ना छापने वाले उत्पादकों पर जुर्माने की राशि 5000 से बढ़ाकर 50 हजार कर दी जाए. साथ ही कमिटी ने तंबाकू सेवन की उम्र 18 से बढ़ाकर 25 करने, बिक्री केंद्रों पर विज्ञापन पर प्रतिबंध लगाने, स्वास्थ्य से जुड़े चेतावनी संकेतों का आकार बढ़ाकर पैकेजिंग का लगभग 80 प्रतिशत करने जैसे सुझाव भी दिए हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में बिहार में निर्मित एवं निर्माणाधीन राष्ट्रीय उच्च पथ परियोजनाओं के अद्यतन स्थिति के संबंध में विस्तृत समीक्षा बैठक हुई. इस बैठक में एनएचएआई और बिहार सरकार के बीच एमओयू साइन हुआ, जिसके तहत सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए बिहार के सभी नेशनल हाईवे पर प्रत्येक 50 किलोमीटर की दूरी पर एम्बुलेंस और क्रेन की तैनाती की जाएगी. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव श्री अमृत लाल मीणा ने बिहार के राष्ट्रीय उच्च पथों के संदर्भ में प्रेजेंटेशन देकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया. समीक्षा बैठक में पटना बक्सर, बिहार शरीफ-बरबीघा-मोकामा, पटना-गया-डोभी, अनिशाबाद-अरवल-औरंगाबाद, फतुहा-हरनौत-बाढ़ सहित बिहार के अन्य हिस्सों में 4 लेन और 6 लेन सड़क निर्माण का निर्देश दिया गया. साथ ही आरओबी निर्माण को लेकर जमीन अधिग्रहण, खान-तत्व विभाग से संबंधित समस्या, पर्यावरण क्लियरेंस, डीपीआर, ऊर्जा विभाग से संबंधित जैसे अन्य कई आ रही समस्याओं को सुलझाने के निर्देश भी दिए गए. साथ ही बिहार में चल रही सभी परियोजनाओं की परियोजनावार समीक्षा हुई और कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया. नीतीश कुमार एवं नितिन गडकरी की मौजूदगी में गंगा सफाई एवं जल मार्ग परियोजनाओं से सम्बन्धित विषयों पर भी समीक्षा बैठक हुई. इस समीक्षा बैठक में भारतीय अन्तर्रदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रवीर पाण्डेय ने जल मार्ग विकास परियोजना के तहत बिहार के विभिन्न नदियों में बनने वाली इनलैंड वाटर वे (अन्तर्रदेशीय जलमार्ग) से संबंधित प्रेजेंटेशन दिया. इसके अलावा नमामी गंगे परियोजना, पटना रिवर फ्रंट डेवलपमेंट स्कीम, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, विद्युत् शवदाह गृह समीक्षा बैठक के क्रम में नीतीश कुमार ने गंगा नदी की अविरलता और निर्मलता कायम करने के लिए सिल्टेशन, सॉइल फार्मेशन की समस्या दूर करने के साथ ही गंगा नदी पर बने फरक्का बराज की उपयोगिता एवं बराज के स्ट्रक्चर के विषय में एसेसमेंट करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि जगह-जगह गंगा नदी के पानी का बहाव सिल्ट जमा होने के कारण काफी जमा हो गया है. उन्होंने कहा कि गंगा रिवर बेसिन अथॉरिटी के समक्ष भी हमने इस सवाल को उठाया था. उन्होंने कहा कि गंगा की अविरलता के बिना निर्मलता संभव नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा में सिल्ट डिपॉजिट होने से कटाव बढ़  गया है. उन्होंने कहा कि इतने बड़े प्रोजेक्ट पर काम होने वाले हैं तो इसका इकोलॉजी और इनवायरमेंट का साइंटिफिक अध्ययन भी कराना आवश्यक है और इस मुद्दे को हम बार-बार उठाते रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पथ निर्माण विभाग से संबंधित एनएच, एनएचएआई और पीएम पैकेज के तहत जो घोषित काम है, उस पर विस्तृत और अच्छी चर्चा हुई है. उन्होंने कहा कि बैठक में विक्रमशीला सेतु के समानांतर पुल, मुंगेर में  प्रोच रोड बनाने सहित अन्य कई बातों पर प्रोजेक्ट वाइज डिटेल डिस्कशन हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कामों को लेकर भूमि अधिग्रहण या अन्य जो समस्याएं हैं, उस पर केंद्र और बिहार सरकार के बीच विमर्श हुआ है और जहां-जहां काम शुरू होने में जो गतिरोध था, अब वहां काम तेजी से आगे बढ़ेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि नमामी गंगे प्रोजेक्ट और इनलैंड वाटर वे के तहत होने वाले कामों पर भी विस्तृत और अच्छी बातचीत हुई है. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बिक्रमशीला सेतु के समानांतर एक नये सेतु का निर्माण किया जाएगा. साथ ही पटना से बक्सर होते हुए बनारस तक एक नया फॉरलेन सड़क निर्माण हेतु डीपीआर बनवाने का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पटना रिंग रोड के निर्माण से संबंधित एलाइनमेंट पर सहमति प्राप्त की गई, जिसके लिए राज्य सरकार जमीन देगी. आरा-मोहनियां एनएच के रखरखाव के लिए एनएचएआई को स्थानांतरित करने हेतु राज्य सरकार द्वारा अनुशंसा की जायेगी. औरंगाबाद से दरभंगा होते हुए जयनगर तक भारत-माला में नये सड़क का निर्माण किया जाएगा. अनीसाबाद से फुलवारीशरीफ होते हुए एम्स तक एलिवेटेड रोड बनाने पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार की लाइफ लाइन महात्मा गांधी सेतु के चार लेन पुनरूद्धार का कार्य निर्धारित समय-सीमा पर पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भू-अर्जन को गति देनें के लिए राज्य सरकार द्वारा कड़े अनुश्रवन की व्यवस्था की गयी है, जिसके फलस्वरूप इस वर्ष 250 गावों में भू-अर्जन का कार्य सम्पन्न हुआ. एनएच 82 पर राजगीर में एलिवेटेड पथ बनाने के संबंध में विस्तृत चर्चा हुयी है. उन्होंने कहा कि पीएम पैकेज के कार्यान्वयन को गति देनें के लिए कुल 68 योजनाओं पर 54700 करोड़ रुपए की लागत आएगी. अब तक 36 योजनाओं का कार्य आवंटन किया जा चुका है, जिसकी लागत 21,228 करोड़ रुपए अनुमानित है. 10 योजनायें निविदा स्वीकृति की प्रक्रिया में है, जिनकी लागत 8,125 करोड़ रुपए है. 22 योजनायें डीपीआर बनाने की प्रक्रिया में है, जिनकी लागत 25,347 करोड़ रुपए है. उन्होंने कहा कि नमामी गंगे का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसमे इकनॉमी, इकोलॉजी और एनवायरनमेंट को ध्यान में रखकर काम आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि इनलैंड वाटर वे परियोजना में चेन्नई आईआईटी को भी शामिल किया गया है. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री ने जो सुझाव आज दिए हैं वह काफी महत्वपूर्ण हैं और पारदर्शी तरीके से आज की बैठक में लिए गए फैसलों पर काम तेजी से आगे बढ़ेगा.
गूगल पिक्सल लॉन्च होने के बाद यह साफ हो गया है कि अब अगला दौर स्मार्टफोन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है. वैसे तो पहले भी गूगल और ऐपल स्मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यूज करते आए हैं. ऐपल के पास सीरी है तो गूगल के पास गूगल नाउ. लेकिन गूगल पिक्सल ऐसा पहला स्मार्टफोन है जिसमें इन बिल्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड गूगल ऐसिस्टेंट दिया गया है. यह गूगल नाउ, सीरी और माइक्रोसॉफ्ट के कोर्टैना से काफी बेहतर है. बेहतर यानी गूगल ऐसिस्टेंट आपके सवालों के जवाब सटीक देता है और आपके कई महत्वपूर्ण काम चंद सेकंड्स में कर देता है. चाहे मीटिंग फिक्स करनी हो या फिर टिकट बुक कराना हो इससे बोलकर आप ये काम आसानी से कर सकते हैं. हालांकि इसकी बंदिशें भी हैं, लेकिन फिर इसके फीचर्स लाजवाब हैं. गूगल, ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन मेकर सैमसंग भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपने स्मार्टफोन्स में आजमाने की तौयारी में है. इसके लिए कंपनी ने एक मशहूर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी का अधिग्रहण भी कर लिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी अपने अगले फ्लैगशिप यानी Galaxy S8 में इन बिल्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस देने जा रही है. सैमसंग ने कहा है कि अगले स्मार्टफोन के लिए एक खास डिजिटल ऐसिस्टेंट लॉन्च किया जाएगा जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड होगा. जाहिर है Galaxy Note 7 की ट्रैजिडी के बाद कंपनी अगले स्मार्टफोन को नंबर-1 बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. ऐपल के डिजिटस ऐसिस्टेंट सीरी को बनाने वाली कंपनी Viv Labs को सैमसंग ने खरीद लिया है और अब यह सैमसंग के लिए डिजिटल ऐसिस्टेंट बनाएगी. चूंकि सैमसंग कई चीजें बनाती है, इसलिए इसका डिजिटल ऐसिस्टेंट इसके दूसरे प्रोडक्ट्स में भी देखने को मिल सकता है. हालाकिं सैमसंग ने अभी यह साफ नहीं किया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए Galaxy S8 में किस तरह की सर्विस देगी. बताया जा रहा है कि यह ऐसिस्टेंट कस्टमर्स को थर्ड पार्टी सर्विसेज यूज करने में मदद करेगा. क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इंटिलेंज का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि हाल ही में गूगल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने दुनिया के नंबर- GO प्लेयर को इसकी गेम में मात दे दी. यानी यह काफी समझदार होता है और इसमें इंसानों की तरह ही सीखने की काबिलियत होती है. साधारण शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर साइंस का एक ब्रांच है जिसे इंटेलिजेंट मशीन बनाने के लिए किया जाता है. इसके तहत मशीन को ऐसा बना दिया जाता है कि वो इंसानों की तरह काम और रिएक्ट कर सके. डीप लर्निंग के जरिए यह इंसानों की तरह सीखता है गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियां इन दिनों बढ़ चढ़ कर डीप लर्निंग टेक्नॉलोजी का यूज कर रही हैं. सॉफ्टवेयर के जरिए क्लाउड से यूजर्स की आवाज और चेहरा पहचानने का काम करती है. इसके अलावा क्वॉल्कॉम ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट लॉन्च किया है जो डीप लर्निंग को क्लाउड से स्मार्टफोन में भेजती है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही है स्मार्टफोन का भविष्य गूगल, ऐपल, माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब सैमसंग अपने स्मार्टफोन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड डिजिटल ऐसिस्टेंट देने की तैयारी में है. इससे साफ है कि अब धीरे धीरे यह हाई एंड स्मार्टफोन की जरूरत बन जाएगा और इनके यूजर्स के लिए भी. इन कंपनियों के अलावा आने वाले सालों में दूसरी कंपनियां जैसे शाओमी, लेनोवो, लईको और वन प्लस भी ऐसे ऐसिस्टेंट ला सकती हैं.
छत्तीसगढ़ की सत्ता में कांग्रेस 15 साल के बाद सत्ता में वापसी की है. सूबे में सत्ता की कमान भूपेश बघेल के हाथों में सौंपी गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को अपनी कैबिनेट गठन किया. राज्यपाल ने 9 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. जबकि दो मंत्रियों को पहले ही शपथ दिलाई जा चुकी है. इस तरह सीएम समेत मंत्रिमंडल में 12 सदस्य हो गए है. हालांकि एक मंत्री की जगह अभी भी खाली है, जिसे 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद भरा जाएगा. माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल कैबिनेट में एक जगह खाली रखकर बड़ा दांव चला है. इसके मुताबिक सूबे में जो भी विधायक 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे बेहतर प्रदर्शन करेगा, उसे मंत्री पद के तोहफे से नवाजा जाएगा. इसी के मद्देनजर सूबे की नई कांग्रेस सरकार में अभी 11 मंत्री बनाए गए हैं. जबकि नियम के मुताबिक मुख्यमंत्री के अलावा अधिकतम 12 मंत्री बनाए बनाए जा सकते हैं. बता दें कि सूबे में कांग्रेस के कई नेता मंत्री पद की दौड़ में शामिल थे, लेकिन मंगलवार को रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर, प्रेमसाय सिंह,  कवासी लखमा, शिव डहरिया, अनिला भेड़िया, जयसिंह अग्रवाल, रुद्र गुरू और उमेश पटेल को मंत्री पद के शपथ दिलाई है. जबकि टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू बतौर मंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ पहले ही शपथ ले चुके हैं. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 67 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई है. ऐसे में कई कांग्रेसी विधायक मंत्री बनने की कोशिश में जुटे थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कैबिनेट का गठन किया है. इनमें जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा गया है. इसके बावजूद एक जगह अभी खाली रखी गई है. इसके लिए 2019 के फैसले के बाद निर्णय किया जाएगा. हालांकि, इसके लिए विधायकों को लोकसभा चुनावों में अपनी ताकत लगानी होगी, उसके बाद ही वे मंत्री बन सकेंगे.
झुर्रियाँ, जिन्हें मेडिकल भाषा में राइटिड्स कहा जाता है, उम्र बढ़ने का एक स्वाभाविक हिस्सा हैं। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपकी त्वचा में दरारें, सिलवटें और लकीरें दिखने लगती हैं। ऐसा होने का प्राथमिक कारण यह है कि त्वचा पतली हो जाती है और समय के साथ अपनी कोमलता व लचीलापन खो देती है। इस तरह से पहचाने झुर्रियों के लक्षण: आँखें, मुँह और गर्दन के चारों ओर महीन सी रेखाएँ बन जाना। शरीर में अलग-अलग जगह स्किन का ढीला होना, ख़ास तौर पर मुँह और गर्दन पर। होंठ और आँखों के पास गहरी झुर्रियां भी दिखने लगती हैं। चेहरे पर झुर्रियां यानि बुढ़ापे की निशानी, लेकिन आजकल की लाइफस्टाइल में युवाओं के चेहरे पर भी झुर्रियां नजर आने लगी हैं। बिगड़ी दिनचर्या, अनियमित खान पान, तनाव और नींद नहीं आना असमय झुर्रियां आने की सबसे बड़ी वजह हैं। बड़े बड़े सेलेब्रिटी इन झुर्रियों को हटाने के लिए सर्जरी का सहारा लेते हैं। लेकिन कई बार ये सर्जरी आपके चेहरे को खराब भी बना सकती हैं। ऐसे में आपको घबराने की जरुरत नहीं है आज हम आपको झुर्रियां पड़ने की वजह और उसे ठीक करने का तरीका भी बताएंगे। आपको बस अपने रहन सहन में थोड़ा परिवर्तन लाने की जरूरत है। आपकी झुर्रियां झट से गायब हो जाएंगी और आप दिखने लगेंगे फिर से जवां। घरेलु नुस्खों को इस्तेमाल करके आप अपने चेहरे की झुर्रियों को हटा सकते हैं। इन नुस्खों से आप चेहरे पर से झुर्रियां ग़ायब कर सकते हैं। सन्दर्भ आयुवृद्धि त्वचा
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारत और अमेरिका ने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान से कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल एवं ठोस कार्रवाई करे कि उसकी धरती का इस्तेमाल अन्य देशों के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं किया जाएगा. दोनों देशों ने पाकिस्तान से यह भी कहा कि वह मुंबई और पठानकोट हमलों समेत सीमापार से हुए आतंकी हमलों के कसूरवारों के खिलाफ मुकदमा शुरू करे. भारत और अमेरिका के बीच 2+2 वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान के मुताबिक, दोनों देशों ने पाकिस्तान से अल कायदा, आईएसआईएस, लशकर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हक्कानी नेटवर्क, हिज्ब-उल-मुजाहिदीन, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी समेत सभी आतंकवादी नेटवर्कों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने को कहा. भारत और अफगानिस्तान, पाकिस्तान पर अफगान तालिबान, हक्कानी नेटवर्क और अन्य आतंकवादी समूहों को पनाह देने का आरोप लगाता है. यह बयान भारत-अमेरिका के बीच दूसरी 2+2वार्ता के बाद जारी किया गया है. यह वार्ता विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ एवं रक्षा मंत्री मार्क एस्पर और के बीच हुई है. यह वार्ता राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर ऐतिहासिक मतदान के बीच विदेश मंत्रालय में बुधवार को हुई.
19 मार्च से ब्रिटेन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है नीरव मोदी 14 हजार करोड़ के PNB घोटाले में आरोपी है नीरव मोदी पीएनबी घोटाला मामले में भगोड़ा नीरव मोदी गुरुवार को ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में रिमांड की नियमित सुनवाई के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश हुआ. इस दौरान वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट की डिस्ट्रिक्ट जज नीना टेम्पिया ने आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी को तगड़ा झटका दिया और उसकी हिरासत 11 नवंबर तक बढ़ा दी. ब्रिटेन की अदालत ने नीरव मोदी की चार जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया है. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए करीब 14,000 करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी 19 मार्च 2019 से ब्रिटेन की वैंड्सवर्थ जेल में है. वह पीएनबी धोखाधड़ी मामले में भारत में वांटेड है. गुरुवार से पहले ब्रिटेन की कोर्ट ने 19 सितंबर को नीरव मोदी की हिरासत 17 अक्टूबर तक के लिए बढ़ाई थी. इससे भी पहले 22 अगस्त को उसकी हिरासत 19 सितंबर के लिए बढ़ाई थी. 22 अगस्त को नीरव मोदी की हिरासत को बढ़ाते हुए वेस्टमिंस्टर कोर्ट के जज टैन इकरम ने कहा था कि नीरव मोदी के पास भागने के लिए वित्तीय साधन है. भारत की अपील पर ब्रिटेन के होम ऑफिस ने नीरव मोदी के खिलाफ वारंट जारी किया था. नीरव मोदी को 19 मार्च को होलबोर्न से गिरफ्तार किया गया था. भारत लगातार उसके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रहा है. भारत ने ब्रिटेन की अदालत से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का आदेश देने की मांग की है. नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की जांच ईडी और सीबीआई कर रहे हैं.
रसेल की सांप (Daboia russelii ) है एक प्रजाति का विषैला सांप में परिवार Daboia एक Monotypic प्रतिरूपी Viperidae जीनस का विषैला दुनिया के पुराने वाइपर। एकल सदस्य प्रजातियों, डी russelii, में पाया जाता है Asia एशिया भर में Indian_subcontinent भारतीय उपमहाद्वीपमें ज्यादा के Southeast_Asia दक्षिण पूर्व एशिया, दक्षिणी China चीन और Taiwan ताइवान. प्रजातियों में नामित किया गया था के सम्मान Patrick_Russell_(herpetologist) पैट्रिक रसेल (1726-1805), एक Scotland स्कॉटिश Herpetologist herpetologist जो पहले वर्णित कई के India भारत's सांप, और नाम के जीनस से है Hindi हिंदी शब्द का अर्थ है "निहित है कि छिपा", या "lurker". से अलग किया जा रहा एक सदस्य के Big_Four_(Indian_snakes) चार बड़े सांप भारत में, Daboia भी एक पीढ़ी पैदा करने के लिए जिम्मेदार सबसे Snakebite सर्पदंश की घटनाओं और मौतों के बीच सभी विषैला सांप के खाते में कई कारकों, इस तरह के रूप में उनके व्यापक वितरण, आम तौर पर आक्रामक व्यवहार, और अक्सर घटना में अत्यधिक आबादी वाले क्षेत्रों में। विवरण D. russelii विकसित कर सकते हैं करने के लिए एक अधिकतम कुल लंबाई (शरीर + पूंछ) के 166 सेमी (5.5 फीट) है और औसत के बारे में 120 सेमी (4 फीट) पर मुख्यभूमि एशियाई आबादी, हालांकि, द्वीप की आबादी हो सकता है थोड़ा छोटे औसत पर. यह अधिक slenderly निर्मित की तुलना में सबसे अन्य वाइपर.Ditmars (1937) ने निम्नलिखित आयाम के लिए एक "उचित आकार के वयस्क नमूना" सिर चपटा है, त्रिकोणीय, और अलग से गर्दन. थूथन कुंद है, गोल है, और उठाया है। नाक बड़ा कर रहे हैं, प्रत्येक के बीच में एक बड़ा, एकल नाक पैमाने परहै। के निचले छोर नाक छू लेती है nasorostral. के supranasal एक मजबूत वर्धमान आकार और अलग नाक से nasorostral anteriorly. के व्याख्यान चबूतरे वाला है के रूप में व्यापक रूप में यह अधिक है। सिर के ताज के साथ कवर किया जाता है अनियमित, दृढ़ता से खंडित तराजू. के supraocular तराजू कर रहे हैं, संकीर्ण, एक, और द्वारा अलग छह से नौ तराजू सिर के पार है। आंखों बड़े के साथ flecked, पीले या सोने के लिए, और से घिरा हुआ 10-15 circumorbital तराजू. साँप 10-12 supralabials, चौथे और पांचवें कर रहे हैं जो की काफी बड़ा है। आंख से अलग है supralabials से तीन या चार पंक्तियों के suboculars. के दो जोड़े की ठोड़ी ढाल, सामने की जोड़ी है, विशेष रूप से बढ़ी हुई है। दो दाढ़ की हड्डी का हड्डियों का समर्थन कम से कम दो और ज्यादा से ज्यादा पांच या छह जोड़े के नुकीले एक समय में: पहले से सक्रिय हैं और बाकी के प्रतिस्थापन. नुकीले प्राप्त की लंबाई में औसत नमूना है। शरीर मोटा है, के पार अनुभाग है, जो के लिए गोल गोल है। के पृष्ठीय तराजू दृढ़ता से कर रहे हैं keeled; केवल सबसे कम पंक्ति चिकनी है। के मध्य शरीर, पृष्ठीय तराजू संख्या 27-33. के उदर तराजू संख्या 153-180. के , थाली विभाजित नहीं है। पूंछ कम है — के बारे में 14% की कुल लंबाई के साथ बनती subcaudals नंबर 41-68. Dorsally, रंग पैटर्न के होते हैं, एक गहरे पीले, भूरे, लाल या भूरे रंग की जमीन का रंग, के साथ तीन श्रृंखला के गहरे भूरे रंग के धब्बे चला कि शरीर की लंबाई है। इन स्थानों में से हर एक के चारों ओर रिंग, बाहरी सीमा का जो तेज है के साथ एक रिम के साथ सफेद या पीले रंग की है। पृष्ठीय धब्बे, जो आम तौर पर संख्या 23-30, हो सकता है एक साथ हो जाना है, जबकि पक्ष के धब्बे हो सकता है। सिर की एक जोड़ी है, विशिष्ट काले धब्बे, एक पर प्रत्येक मंदिर के साथ एक साथ, एक गुलाबी, सामन, या भूरा वी या एक्स अंकन है कि रूपों एक शीर्ष की ओर थूथन. आँख के पीछे एक अंधेरे लकीर में उल्लिखित सफेद, गुलाबी, या शौकीन है। के वेंटर है सफेद, सफेद, पीले या गुलाबी, अक्सर के साथ एक अनियमित बिखरने के काले धब्बे. आम के नाम , अंग्रेजी में आम नाम के डी russelii शामिल रसेल की सांप, श्रृंखला सांप, भारतीय रसेल की सांप, आम रसेल की सांप, सात तेज गेंदबाज, श्रृंखला सांप, और कैंची साँप। इससे पहले, एक अन्य आम नाम इस्तेमाल किया गया था का वर्णन करने के लिए एक उप-प्रजाति है कि अब भाग के synonymy के इस फार्म: श्रीलंकाई रसेल की सांप के लिए डी. आर. pulchella. में भारतीय उपमहाद्वीप, यह जाना जाता है के रूप में daboia (दबौया) में हिंदी, पंजाबी, और हिंदुस्तानी; बोरा (বোড়া), चन्द्र बोरा (চন্দ্রবোড়া), या uloo बोरा (উলূবোড়া) में बांग्ला; chitalo या khadchitalo में गुजराती; kolakumandala या mandaladha haavu (ಮಂಡಲದ ಹಾವು) में कन्नड़; गुणों पर कश्मीरी; raktamandali, chenathandan, vattakoora, रक्त anali, या thavitta (അണലി) में मलयालम; ghonas (घोणस, घोण्या), tawarya में मराठी; चंदन boda(ଚନ୍ଦନ ବୋଡା) में Odia; koraile में सिंधी; thith polonga (තිත් පොලඟා) में सिंहली; retha aunali या kannadi viriyan (கண்ணாடி விரியன்) में तमिल; కాటుక రేకుల పాము (katuka rekula paamu) या రక్తపింజర (raktha penjara/penjari) में तेलुगू; और पिली kandhodi में तुलुहै। भौगोलिक सीमा D. russelii में पाया जाता है, भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड, पाकिस्तान, कम्बोडिया, तिब्बत, चीन (Guangxi, गुआंग्डोंग), ताइवान और इंडोनेशिया (Endeh, Flores, पश्चिम जावा, Komodo, और Lomblen द्वीप समूह). इस प्रकार इलाके के रूप में सूचीबद्ध है "भारत" है। अधिक विशेष रूप से, यह होगा कोरोमंडल तट, द्वारा अनुमान के रसेल (1796). ब्राउन (1973) का उल्लेख है कि यह भी कर सकते हैं में पाया वियतनाम, लाओस, और पर के इंडोनेशियाई द्वीप सुमात्रा. Ditmars (1937) कथित प्राप्त एक नमूना से सुमात्रा, के रूप में अच्छी तरह से. हालांकि, वितरण की इस प्रजाति में इन्डोनेशियाई द्वीपसमूह है अभी भी जा रहा है elucidated. बांग्लादेश के सरीसृप भारत के सरीसृप
अलकायदा सरगना आयमान-अल-जवाहिरी ने अरब प्रायद्वीप में अपने दूसरे नंबर के आतंकी साथी को अमेरिकी हितों पर बड़े हमले का हुक्म दिया था, जिसकी खुफिया जानकारी मिलने पर अमेरिका के कई दूतावासों एवं वाणिज्य दूतावासों को बंद किया गया। पिछले सप्ताह जवाहिरी और यमन स्थित अलकायदा की इकाई के सरगना नासिर अल वुहायशी के बीच हुई बातचीत अमेरिकी खुफिया एजेंसी की पकड़ में आई। इससे खुलासा हुआ कि अलकायदा अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों पर 11 सितंबर, 2001 के हमले के बाद से अब तक का सबसे बड़ा हमले करने की तैयारी में हैं।टिप्पणियां समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने बताया, जवाहिरी ने अलकायदा की यमनी इकाई के सरगना को आदेश दिया था कि पिछले रविवार से पहले तक हमला किया जाए। अखबार का कहना है कि दोनों आतंकियों की बातचीत में किसी स्थान विशेष का उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन हमले की प्रबल आशंका थी। हमले की आशंका के मद्देनजर अमेरिका ने रविवार को पश्चिम एशिया में अपने 22 दूतावासों एवं वाणिज्य दूतावासों को बंद किया तथा बाद में इनमे से 19 दूतावासों को बंद करने की समयसीमा 10 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी। पिछले सप्ताह जवाहिरी और यमन स्थित अलकायदा की इकाई के सरगना नासिर अल वुहायशी के बीच हुई बातचीत अमेरिकी खुफिया एजेंसी की पकड़ में आई। इससे खुलासा हुआ कि अलकायदा अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों पर 11 सितंबर, 2001 के हमले के बाद से अब तक का सबसे बड़ा हमले करने की तैयारी में हैं।टिप्पणियां समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने बताया, जवाहिरी ने अलकायदा की यमनी इकाई के सरगना को आदेश दिया था कि पिछले रविवार से पहले तक हमला किया जाए। अखबार का कहना है कि दोनों आतंकियों की बातचीत में किसी स्थान विशेष का उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन हमले की प्रबल आशंका थी। हमले की आशंका के मद्देनजर अमेरिका ने रविवार को पश्चिम एशिया में अपने 22 दूतावासों एवं वाणिज्य दूतावासों को बंद किया तथा बाद में इनमे से 19 दूतावासों को बंद करने की समयसीमा 10 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी। समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने बताया, जवाहिरी ने अलकायदा की यमनी इकाई के सरगना को आदेश दिया था कि पिछले रविवार से पहले तक हमला किया जाए। अखबार का कहना है कि दोनों आतंकियों की बातचीत में किसी स्थान विशेष का उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन हमले की प्रबल आशंका थी। हमले की आशंका के मद्देनजर अमेरिका ने रविवार को पश्चिम एशिया में अपने 22 दूतावासों एवं वाणिज्य दूतावासों को बंद किया तथा बाद में इनमे से 19 दूतावासों को बंद करने की समयसीमा 10 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी। हमले की आशंका के मद्देनजर अमेरिका ने रविवार को पश्चिम एशिया में अपने 22 दूतावासों एवं वाणिज्य दूतावासों को बंद किया तथा बाद में इनमे से 19 दूतावासों को बंद करने की समयसीमा 10 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी।
परिचय सीखने की गतिविधि के आधार पर या एबीएल शिक्षण के लिए शैक्षणिक दृष्टिकोण की एक सीमा का वर्णन है। इसकी मुख्य परिसर प्रयोगों और गतिविधियों के बारे में कुछ हाथ कर रही है पर आधारित होना चाहिए कि सीखने की आवश्यकता शामिल हैं। गतिविधि आधारित अधिगम के विचार के बच्चों सक्रिय शिक्षार्थियों के बजाय जानकारी के निष्क्रिय प्राप्तकर्ता हैं कि आम धारणा में निहित है। बच्चे को अपने स्वयं के द्वारा पता लगाने का अवसर प्रदान किया है और एक इष्टतम सीखने के माहौल प्रदान की जाती है तो सीखने खुशहाल और लंबे समय से स्थायी हो जाता है। गतिविधि आधारित अधिगम का इतिहास एक ब्रिटिश व्यक्ति दाऊद होर्सबूर्घ भारत आया था और अंत में वहाँ बसने का फैसला किया जब गतिविधि आधारित अधिगम द्वितीय विश्व युद्ध के आसपास 1944 में कुछ समय के लिए शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि एक अभिनव विचारक और करिश्माई नेता थे। उन्होंने ऋषि वैली स्कूल में अध्यापन शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काउंसिल में शामिल हो गए और कई वर्षों के लिए चेन्नई और बेंगलूर में काम किया। उसकी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने कोलार जिले में एक साइट स्थित है और अपने स्कूल, नील बाग खोला। नील बाग होर्सबूर्घ का एक अभिनव विचार पर आधारित है और सुनियोजित अधिगम सामग्री शिक्षण में अपनी रचनात्मक तरीकों के लिए जाना जाता था। उनकी पत्नी डोरीन और उनके बेटे निकोलस के साथ, होर्सबूर्घ संगीत, बढ़ईगीरी, सिलाई, चिनाई, बागवानी, जिसमें शामिल एक विविध पाठ्यक्रम, साथ ही सामान्य स्कूल विषयों, अंग्रेजी, गणित, संस्कृत, और तेलुगू विकसित की है। ये शैक्षणिक सामग्री को व्यवस्थित नमूने और चित्र और हास्य की एक सामयिक स्पर्श के साथ, योजना बनाई गई। बाद में होर्सबूर्घ शिक्षकों और छात्रों के लिए सुलभ था कि नील बॉ में एक भव्य पुस्तकालय बनाया। होर्सबूर्घ की इस पहल को बाद में एबीएल में अग्रणी है और मील के पत्थर में से एक साबित हुई थी। आधुनिक समय में एबीएल बंधुआ मजदूरी से मुक्त कर दिया गया था, जो बच्चों के लिए विशेष स्कूल प्रदान करने के प्रयास के रूप में, शिक्षा की विधि 2003 से, चेन्नई निगम स्कूलों में पीछा किया है। दर्शन एबीएल के दर्शन यह आसपास के वातावरण के द्वारा शुरू की और यह जानने के लिए इष्टतम के अवसर उपलब्ध कराने से प्रेरित है जब सीखने सबसे अच्छा हो सकता है कि आम धारणा में अपनी पूर्ववृत्त पाता है। पर्यावरण को व्यक्त करने के लिए एक निडर और स्वतंत्रता हमेशा सबसे अच्छा सीखने के परिणामों के लिए कहते हैं। गतिविधि आधारित अधिगम के लक्षण एबीएल पद्धति की प्रमुख विशेषता यह उसका / उसकी योग्यता और कौशल के अनुसार अध्ययन करने के लिए एक बच्चे स्वयं सीखने को बढ़ावा के लिए बच्चे के अनुकूल शैक्षिक एड्स का उपयोग करता है और अनुमति देता है। प्रणाली के तहत पाठ्यक्रम छोटी इकाइयों में बांटा गया है , अंग्रेजी , तमिल, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के लिए आकर्षक डिजाइन अध्ययन कार्ड जिसमें स्व अध्ययन सामग्री के प्रत्येक एक समूह। एक बच्चे के कार्ड के एक समूह के पूरा होने पर, वह एक मील का पत्थर पूरा करता है। प्रत्येक मील का पत्थर में गतिविधियों, एक वाक्य फार्म गणित और विज्ञान करते हैं, या एक अवधारणा को समझने , खेल, गाया जाता है, ड्राइंग, और एक पत्र या एक शब्द को पढ़ाने के लिए गीत शामिल हैं। बच्चे को केवल एक विषय में सभी मील के पत्थर को पूरा करने के बाद एक परीक्षा कार्ड तक ले जाता है। एक बच्चे अनुपस्थित है तो एक दिन , वह | वह वे बाहर पर याद किया क्या वह | वह बच्चों को अपने दम पर जानने के लिए किया था, जहां पुरानी व्यवस्था के विपरीत छोड़ दिया, जहां से जारी है। धन्यवाद । सन्दर्भ शिक्षा
फोर्थ नदी(, जिसका अर्थ है काली नदी) स्कॉटलैंड के केंद्रीय हिस्से के पूर्वी भाग में बहने वाली एक नदी है। इसकी कुल लंबाई 47 किलोमीटर है। यह ट्राॅस्'सैश्कस्(Trossachs) नमक पहाड़ी क्षेत्र के लाॅच आर्ड से उदित होकर पूरब की ओर उत्तरी सागर से एडिनबर्ग नगर के पास फ़र्थ ऑफ फ़ोर्थ मैं मिलती है। इस का उद्गम स्थान ऐतिहासिक नगर स्टर्लिंग से पश्चिम की ओर 30 किलोमीटर पर स्थित है। जहाँ से यह ऐबर्फ़ाॅयल से होते हुए समुद्र की ओर बढ़ती है, रास्ते में जहां यह डचरी वॉटर और केल्टी वाॅटर से फ़्लैन्डर्स माॅस के मैदानों में मिलती हुई, पूर्व की ओर स्टर्लिंग की ओर बढ़ती है। स्टर्लिंग पहुंचने से पहले यह टीथ नदी से भी मिलती है। यहाँ से फिर, धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए, इस नदी की गति बंद होती जाती है और अंततः यह फोर्थ के नदमुख के रूप में उत्तरी सागर में मिल जाती है। रास्ता इसका स्रोत समुद्र-स्तर से 33 मीटर की अवनती पर स्थित एक छोटा सा सरोवर, लाॅच आर्ड है। यहाँ से उदीत होते हुए यह भूसंरचना की ढलान के बराबर चलते हुए पूर्व की ओर बढ़ती है, और फ़र्थ ऑफ़ फ़ोर्थ के रूप में उत्तरी सगर में मिल जाती है। स्रोत से मुख तक इसकी कुल लंबाई 47 किलोमीटर है। इसके रास्ते में पड़ने वाला प्रमुख नगर है स्टर्लिंग जो की एक ऐतिहासिक नगर है। स्टर्लिंग फ़ोर्थ के उद्गम से करीब 30 कीलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गती कम होने की वजह से, यह नदी स्टर्लिंग के पहले से ही घुमावदार हो जाती है, और धीमी गति से आगे बढ़ते हुए किंकार्निज कस्बे के पास फ़र्थ ऑफ़ फ़ोर्थ(फ़ोर्थ का नदमुख) के रूप में समुद्र में खुल जाती है। फर्थ ऑफ फोर्थ, मूल रूप से इस नदी का मुख है, जो की एस्चुआरी के रूप में है। नौवाहन मध्यकाल के दौरान, इस नदी पर समुद्र से स्टर्लिंग तक पोत लेकर जाना संभव था, और संभवतः उसके बाद के भी कुछ लंबे समय तक, यह संभव था। परंतु बाद में, नदी के तल में गाद(नदी की धारा से आई मिट्टी) जमने एवं पोतों का आकार बढ़ने के कारण, यह कठिन होता गया, और अब ज़्यादातर जहाज़ केवल लीथ तक आते हैं फ़ोर्थ पर स्थित पुल स्टर्लिंग से ऊपर, इसकी प्रवाह बहुत पतली है और किसी बड़े सेतु की आवश्यकता नहीं है। नदी के इस भाग में अनेक छोटी सेतु के हैं, जो नदी के आर-पार परिवहन के लिये सक्षम हैं। आगे धारानुकूल, टीथ और ऐलन नदियों से मिलन के पश्चात इसकी चढ़ाई किसी सार्थक पुल की आवश्यकता योग्य हो जाती है। इस हिस्से में, स्टर्लिंग में तेरवीं शताब्दी का एक पुल अभी भी है और 1936 में किंकार्डइन ब्रिज के खुलने से पहले तक, यह स्थान, इस नदी पर स्थित पूर्वतम् सेतु था। अलोआ और थ्रौस्क के बीच में एक स्विंगिंग रेल पुल 1885 से 1970 के बीच अस्तित्व में था, जिसे बाद में ध्वस्त कर दिया गया था। इसकी धातूइय स्तम्भें अभी भी नदी के बीच खड़ी देखी जा सकती हैं। इसके पश्चात पूर्व से पश्चिम की ओर क्रम में कुल चार फूल है: क्लैकमैननशायर ब्रिज(Clackmananshire Bridge), जिसे 19 नवम्बर 2008 में खोला गया था; किंकार्डिन ब्रिज, जिसे 1936 में खोला गया था; और इसके आगे, नाॅर्थ और साउथ क़वीन्स्फ़ेरी के बीच, विख्यात फ़ोर्थ ब्रिज है, जिसे 1890 में खोला गया था, एवं, इसके समानांतर ही फ़ोर्थ रोड ब्रिज है, जिसे 1964 में खोला गया था। इन चार पुलों के अलावा फ़ोर्थ रोड ब्रिज के पश्चिम में, क़वीन्स्फ़ेरी क्राॅसिंग का निर्माण भी 2011 में शुरू किया गया। 2016 तक इसे खोले जाने की योजना है। चित्रपट्टिका सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ Scottish Parliament: Forth Crossing Bill Committee Report, March 2010 River Forth Crossing: House of Commons debates 18 May 2009 British Waterways: River Forth स्कॉटलैंड का राजपत्र: River Forth स्काॅटलैंड का भूगोल नदी
ब्रुसेल्स-कैपिटल क्षेत्र। संवैधानिक भाषा क्षेत्र अपनी नगर पालिकाओं में आधिकारिक भाषाओं के साथ-साथ विशिष्ट मामलों के लिए अधिकार प्राप्त संस्थानों की भौगोलिक सीमाएं निर्धारित करते हैं। हालाँकि इससे सात संसदों और सरकारों की अनुमति मिल जाएगी, जब 1980 में समुदाय और क्षेत्र बनाए गए, तो फ्लेमिश राजनेताओं ने दोनों को विलय करने का फैसला किया। इस प्रकार फ्लेमिंग्स के पास संसद का केवल एक ही संस्थागत निकाय है और सरकार संघीय और विशिष्ट नगरपालिका मामलों को छोड़कर सभी के लिए सशक्त है। क्षेत्रों और समुदायों की अतिव्यापी सीमाओं ने दो उल्लेखनीय विशिष्टताएं पैदा की हैं: ब्रुसेल्स-कैपिटल क्षेत्र का क्षेत्र (जो इसमें आया था) अन्य क्षेत्रों के लगभग एक दशक बाद अस्तित्व में) फ्लेमिश और फ्रांसीसी दोनों समुदायों में शामिल है, और जर्मन भाषी समुदाय का क्षेत्र पूरी तरह से वाल्लून क्षेत्र के भीतर स्थित है। निकायों के बीच क्षेत्राधिकार के बारे में विवादों का समाधान बेल्जियम के संवैधानिक न्यायालय द्वारा किया जाता है। संरचना का उद्देश्य विभिन्न संस्कृतियों को शांतिपूर्वक एक साथ रहने की अनुमति देने के लिए एक समझौता करना है।
अयोध्या गोलीकांड पर विवादित बयान से चौतरफा घिरे मुलायम सिंह यादव के बचाव में आजम खान कूद पड़े हैं. मुलायम के बयान पर सफाई देने के लिए रविवार को आजम खान सामने आए. मुलायम ने नहीं चलाई थी गोली रामपुर में आजम खान ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोलियां चलाने के मुद्दे पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बयान पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि हमने हमेशा यह कहा है कि एक व्यक्ति भी अगर मारा जाता है, तो उसका दुःख होता है. जो सानिहा (हादसा) हुआ था उसकी खुशी नहीं है, लेकिन वो कानून की जरूरत थी. मुलायम सिंह ने गोली नहीं चलाई थी. वहां मौजूद अधिकारियों ने जो निर्णय लिया था उसके नतीजे में ऐसा हुआ था. सेकुलरिज्म के नाम पर था मुलायम का बयान आजम खान अयोध्या गोलीकांड के लिए मौके पर मौजूद अधिकारी को जिम्मेवार भले ही बताते हों, लेकिन मुलायम सिंह ने शनिवार को खुलेआम कहा था कि 16 लोगों की मौत की जगह अगर 30 कारसेवक भी मारे जाते तो कोई बात नहीं. उन्होंने कहा था कि देश में सेकुलरिज्म की रक्षा के लिए यह जरूरी था. सियासी जानकार बताते हैं कि मुलायम का ये कबूलनामा बिलकुल सियासी दांव है.
ज्योतिष में जीवन के दो पहलुओं का विवरण मिलता है, प्रथम पहलू के अन्दर जीवन का चढाव और दूसरे पहलू में जीवन का उतराव कहा गया है। प्रथम पहलू की संज्ञा कुंडली के प्रथम भाव से सप्तम भाव तक मानी जाती है, इस पहलू तक जीवन की शुरुआत से लेकर परिवार पराक्रम इतिहास शिक्षा संतान सेवा विवाह तक विवरण कह अगया है। दूसरा पहलू अष्टम भाव से बारहवें भाव तक माना गया है। अष्टम भाव जान जोखिम अपमान मृत्यु आदि के रूप में कथित है। भाव, अष्टम भाव, अष्टम
गोटो की सेना लगभग पूरी तरह आश्चर्यचकित रह गई। 23:43 पर, एओबा के पहरेदारों ने स्कॉट की सेना को देखा, लेकिन गोटो ने मान लिया कि वे जोजिमा के जहाज थे। दो मिनट बाद, एओबा के जासूसों ने जहाजों को अमेरिकी के रूप में पहचाना, लेकिन गोटो को संदेह हुआ और उसने अपने जहाजों को पहचान संकेत फ्लैश करने का निर्देश दिया। जैसे ही एओबा के दल ने गोटो के आदेश को क्रियान्वित किया, पहला अमेरिकी सैल्वो एओबा की अधिरचना में जा गिरा। एओबा पर हेलेना, साल्ट लेक सिटी, सैन फ्रांसिस्को, फ़ारेनहोल्ट और लाफ़ी से 40 गोले दागे गए। गोले के प्रहार ने एओबा की संचार प्रणालियों को भारी नुकसान पहुँचाया और उसके दो मुख्य बंदूक बुर्जों के साथ-साथ उसके मुख्य बंदूक निदेशक को भी ध्वस्त कर दिया। कई बड़े-कैलिबर प्रोजेक्टाइल बिना विस्फोट के एओबा के ध्वज पुल से गुजर गए, लेकिन उनके पारित होने के बल ने कई लोगों को मार डाला और गोटो को घातक रूप से घायल कर दिया। स्कॉट - अभी भी अनिश्चित है कि उसके जहाज किस पर गोलीबारी कर रहे थे, और डरते थे कि वे अपने विध्वंसकों पर गोलीबारी कर सकते हैं - 23:47 पर युद्धविराम का आदेश दिया गया, हालाँकि प्रत्येक जहाज ने इसका पालन नहीं किया। स्कॉट ने फ़ारेनहोल्ट को अपने पहचान संकेत फ्लैश करने का आदेश दिया और यह देखने पर कि फ़ारेनहोल्ट अपने गठन के करीब था, उसने 23:51 पर आग फिर से शुरू करने का आदेश दिया। एओबा, लगातार हानिकारक हिट प्राप्त कर रहा था, स्कॉट के गठन से दूर जाने के लिए स्टारबोर्ड की ओर मुड़ गया और बनाना शुरू कर दिया स्मोक स्क्रीन जिससे अधिकांश अमेरिकियों को विश्वास हो गया कि वह डूब रही थी। स्कॉट के जहाजों ने अपनी आग फ़ुरुताका की ओर स्थानांतरित कर दी, जो एओबा के पीछे चल रही थी। 23:49 पर, फुरुताका को उसके टारपीडो ट्यूबों में चोट लग गई, जिससे एक बड़ी आग लग गई जिसने अमेरिकी जहाजों से और भी अधिक गोलाबारी को आकर्षित किया। 23:58 पर, बुकानन के एक टारपीडो ने फुरुताका को उसके आगे के इंजन कक्ष में मारा, जिससे गंभीर क्षति हुई। इस दौरान, सैन फ़्रांसिस्को और बोइस ने फ़ुबुकी को लगभग 1,400 yd (1,300 मीटर) दूर देखा और उसे गोलाबारी से घेर लिया, जो जल्द ही स्कॉट के बाकी अधिकांश संरचनाओं में शामिल हो गया। भारी क्षति के कारण फ़ुबुकी डूबने लगा। किनुगासा और हत्सुयुकी ने स्टारबोर्ड के बजाय बंदरगाह की ओर रुख करना चुना और अमेरिकियों के तत्काल ध्यान से बच गए। गोलीबारी के आदान-प्रदान के दौरान, फ़ारेनहोल्ट को जापानी और अमेरिकी दोनों जहाजों से कई हानिकारक हमले मिले, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। वह सैन फ़्रांसिस्को से आगे बढ़कर और स्कॉट के स्तंभ के अलग हुए हिस्से की ओर जाकर गोलीबारी से बच गई। डंकन - जो अभी भी जापानी संरचना पर अपने अकेले टारपीडो हमले में लगी हुई थी - को भी दोनों ओर से गोलियों का सामना करना पड़ा, आग लगा दी गई, और गोलीबारी से बचने के अपने प्रयास में वह भाग गई।
नीति आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को देश के विकास में सहयोग देने की अपील की है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने ममता बनर्जी से कहा है हमने उनको बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया है और उम्मीद है कि वो मेरा निजी निमंत्रण स्वीकार करेंगी और बैठक में शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी बैठक में आएं और हमे नीति आयोग को बेहतर बनाने के लिए विचार दें. बता दें कि ममता बनर्जी ने 15 जून को होने वाली नीति आयोग की बैठक में आने से मना कर दिया है. ममता ने पीएम मोदी को पत्र लिख कहा कि जब नीति आयोग के पास कोई अधिकार ही नहीं हैं, तो बिना मतलब इस बैठक में आने का क्या फायदा. वहीं रोजगार के आंकड़ों पर बोलते हुए राजीव कुमार ने कहा कि रोजगार विकास से जुड़ा है. हम स्थिति को उलटने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. सरकार आने वाले समय में विकास दर बढ़ाने के लिए कई कदम उठाएगी, रोजगार पर अलग से चर्चा नहीं की जा सकती है. Rajiv Kumar, Vice-Chairman of the NITI Aayog: We have invited her (WB CM) with all due respect and I am still hoping very much that she will accept my personal invitation and attend the governing council meeting on 15th and give us ideas as to how to improve NITI Aayog further. pic.twitter.com/KB3UrLIgQI — ANI (@ANI) June 8, 2019 ममता बनर्जी ने नीति आयोग के लेकर दागे सवाल इससे पहले ममता बनर्जी ने तीन पेज की चिट्ठी लिख नीति आयोग को लेकर कई सवाल दागे. 15 जून को नई दिल्ली में नीति आयोग की बैठक होनी है, जिसमें केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, नीति आयोग के सदस्य और केंद्रीय मंत्रियों को बुलाया है. नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की ये पहली बैठक है. ममता बनर्जी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि मुझे इस बैठक के बारे में बताया गया है, लेकिन इसको लेकर मैं कुछ सवाल करना चाहूंगी. ममता ने कहा है कि जब योजना आयोग को खत्म कर नीति आयोग बनाया था, तब किसी भी मुख्यमंत्री से नहीं पूछा था. बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब ममता बनर्जी पीएम मोदी के किसी बैठक या कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रही है. इससे पहले उन्होंने नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी आने से इनकार कर दिया था. पहले तो उन्होंने निमंत्रण को स्वीकार किया था, लेकिन जब सरकार की ओर से भारतीय जनता पार्टी के उन कार्यकर्ताओं के परिवारजनों को न्योता दिया गया जिनकी मौत चुनाव के दौरान हुई थी तो ममता ने आने से इनकार कर दिया.
पंजाब नेशनल बैंक के नीरव मोदी स्कैम से बैंकिंग सेक्टर पर एक बार फिर सवाल उठाए जा रहे हैं. ऐसे में एसोचैम ने सरकार को सलाह दी है कि सरकार को सरकारी बैंकों में अपनी अधिकतम हिस्सेदारी बेच देनी चाहिए ताकि ये बैंक निजी तौर पर काम कर सकें. पीएनबी ने इस सप्ताह खुलासा किया था कि बैंक की मुंबई की एक शाखा में 1,77.169 करोड़ डॉलर की धोखाधड़ी हुई है. यह राशि बैंक की शुद्ध आय लगभग 1,320 करोड़ रुपये के आठ गुना के बराबर है. एसोचैम ने जारी बयान में कहा है कि पीएनबी का 11,300 करोड़ रुपये का घोटाला सरकार के लिए एक खतरे की घंटी है कि वह बैंकों में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 50 फीसदी से कम कर दे ताकि ये बैंक निजी बैंकों की तरह काम कर सकें. इस स्थिति में अपने हितधारकों और ग्राहकों के हितों की रक्षा की पूर्ण जिम्मेदारी बैंकों की होगी." PNB महाघोटाला: 3 आरोपियों को रिमांड, नीरव फरार, कैसे वसूल होंगे 11400 करोड़? एसौचेम ने कहा कि सरकारी बैंक एक के बाद एक संकट से गुजर रहे हैं और सरकार द्वारा करदाताओं के पैसे से इनको राहत पैकेज देने की भी एक सीमा है." उद्योग मंडल ने कहा कि सरकारी बैंकों का वरिष्ठ प्रबंधन अपना अधिकतर समय नौकरशाहों के निर्देशों का पालन करने में लगा देता है. उन्होंने कहा, "इस प्रक्रिया में सभी जोखिमों को कम करने और प्रबंधन सहित सभी मुख्य बैंकिंग कामकाज बैंकों की प्राथमिकता से हट गए हैं. यह समस्या और गंभीर हो गई है क्योंकि बैंक नई प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो वरदान या अभिशाप कुछ भी सिद्ध हो सकते हैं." आपको बता दें कि इस संबंध में मुंबई में सीबीआई की विशेष अदालत ने शनिवार को तीन आरोपियों की तीन मार्च तक पुलिस हिरासत की मांग की है. इन तीन आरोपियों में पीएनबी के सेवानिवृत्त उपप्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी, सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज खराट और मुख्य आरोपी नीरव मोदी की कंपनियों के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता शामिल हैं. नीरव-चोकसी थे और बड़ी लूट की फिराक में, PNB घोटाले के पर्दाफाश से फिरा पानी! इसके अलावा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस घोटाले में 10 अन्य निदेशकों और अधिकारियों को नामित किया है. एसोचैम का कहना है, "सरकारी बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी 50 फीसदी से कम होने पर वरिष्ठ प्रबंधन को जवाबदेही और जिम्मेदारी के साथ अधिक स्वायतत्ता भी मिल जाएगी. एसोचैम के महासचिव डी.एस.रावत ने रविवार को जारी बयान में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से पूरे वित्तीय क्षेत्र में कारोबार में पारदर्शिता बहाल करने के तरीकों में शामिल होने का आग्रह किया है फिर चाहे वह निजी बैंक हो या सरकारी बैंक या गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां. इस संदर्भ में मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रमण्यम ने सरकारी क्षेत्र के बैंकों में निजी भागीदारी को और बढ़ाने की वकालत की.
यह लेख है: राष्ट्रपति भवन और संसद भवन के बीच उच्च सुरक्षा वाले विजय चौक के पास चौराहे पर शनिवार को हेलीकैम जैसे उपकरण के साथ अज्ञात व्यक्ति को देखे जाने के बाद वहां सुरक्षा को लेकर चिंता उत्पन्न हो गई। हेलीकैम रिमोर्ट संचालित हवा में उड़ने वाला छोटा सा उपकरण है, जिसमें स्टिल और वीडियो कैमरे लगे होते हैं और उनका उपयोग तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। पुलिस ने बताया कि मीडिया के कुछ लोगों ने विजय चौक के पास फुटपाथ पर एक विदेशी नागरिक को हाथ में रिमोर्ट कंट्रोल लेकर खड़े देखा, जिसके बाद पुलिस को इसकी सूचना मिली। पुलिस अधिकारी ने बताया कि विदेशी एक उड़ने वाले उपकरण को संचालित कर रहा था, जिसके हेलीकैम होने की आशंका है। यह उपकरण जमीन से 20-30 फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। मीडिया के लोगों ने पुलिस को बताया कि उपकरण के बारे में पूछताछ करने पर विदेशी ने उन्हें रोक दिया और वहीं फुटपाथ के पास खड़ी कार में बैठकर भाग गया। अधिकारी ने बताया कि मीडिया कर्मी ने दावा किया है कि कार पर राजनयिक नंबर प्लेट लगा था, जो रूसी होने का संकेत दे रहा था। टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है। उसमें सफेद टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने एक व्यक्ति देखा जा सकता है। फुटेज संसद मार्ग थाने को सौंप दिया गया है। नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त जतिन नारवाल ने कहा, यह मामला मीडिया के माध्यम से हमारे सामने आया है। हम इसकी जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक विशेष दल फुटेज की जांच कर रहा है और आगे की कार्रवाई उसी के आधार पर होगी। पुलिस ने बताया कि उपकरण संचालित कर रहे व्यक्ति का पता लगने और उससे पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि उपकरण में कैमरा लगा था या नहीं और वह उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में तस्वीरें आदि ले रहा था या नहीं। इस बीच घटना के बाद संसद मार्ग के आसपास क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने बताया कि मीडिया के कुछ लोगों ने विजय चौक के पास फुटपाथ पर एक विदेशी नागरिक को हाथ में रिमोर्ट कंट्रोल लेकर खड़े देखा, जिसके बाद पुलिस को इसकी सूचना मिली। पुलिस अधिकारी ने बताया कि विदेशी एक उड़ने वाले उपकरण को संचालित कर रहा था, जिसके हेलीकैम होने की आशंका है। यह उपकरण जमीन से 20-30 फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। मीडिया के लोगों ने पुलिस को बताया कि उपकरण के बारे में पूछताछ करने पर विदेशी ने उन्हें रोक दिया और वहीं फुटपाथ के पास खड़ी कार में बैठकर भाग गया। अधिकारी ने बताया कि मीडिया कर्मी ने दावा किया है कि कार पर राजनयिक नंबर प्लेट लगा था, जो रूसी होने का संकेत दे रहा था। टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है। उसमें सफेद टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने एक व्यक्ति देखा जा सकता है। फुटेज संसद मार्ग थाने को सौंप दिया गया है। नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त जतिन नारवाल ने कहा, यह मामला मीडिया के माध्यम से हमारे सामने आया है। हम इसकी जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक विशेष दल फुटेज की जांच कर रहा है और आगे की कार्रवाई उसी के आधार पर होगी। पुलिस ने बताया कि उपकरण संचालित कर रहे व्यक्ति का पता लगने और उससे पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि उपकरण में कैमरा लगा था या नहीं और वह उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में तस्वीरें आदि ले रहा था या नहीं। इस बीच घटना के बाद संसद मार्ग के आसपास क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। यह उपकरण जमीन से 20-30 फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। मीडिया के लोगों ने पुलिस को बताया कि उपकरण के बारे में पूछताछ करने पर विदेशी ने उन्हें रोक दिया और वहीं फुटपाथ के पास खड़ी कार में बैठकर भाग गया। अधिकारी ने बताया कि मीडिया कर्मी ने दावा किया है कि कार पर राजनयिक नंबर प्लेट लगा था, जो रूसी होने का संकेत दे रहा था। टिप्पणियां अधिकारी ने बताया कि पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है। उसमें सफेद टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने एक व्यक्ति देखा जा सकता है। फुटेज संसद मार्ग थाने को सौंप दिया गया है। नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त जतिन नारवाल ने कहा, यह मामला मीडिया के माध्यम से हमारे सामने आया है। हम इसकी जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक विशेष दल फुटेज की जांच कर रहा है और आगे की कार्रवाई उसी के आधार पर होगी। पुलिस ने बताया कि उपकरण संचालित कर रहे व्यक्ति का पता लगने और उससे पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि उपकरण में कैमरा लगा था या नहीं और वह उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में तस्वीरें आदि ले रहा था या नहीं। इस बीच घटना के बाद संसद मार्ग के आसपास क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। अधिकारी ने बताया कि पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है। उसमें सफेद टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने एक व्यक्ति देखा जा सकता है। फुटेज संसद मार्ग थाने को सौंप दिया गया है। नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त जतिन नारवाल ने कहा, यह मामला मीडिया के माध्यम से हमारे सामने आया है। हम इसकी जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक विशेष दल फुटेज की जांच कर रहा है और आगे की कार्रवाई उसी के आधार पर होगी। पुलिस ने बताया कि उपकरण संचालित कर रहे व्यक्ति का पता लगने और उससे पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि उपकरण में कैमरा लगा था या नहीं और वह उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में तस्वीरें आदि ले रहा था या नहीं। इस बीच घटना के बाद संसद मार्ग के आसपास क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने बताया कि उपकरण संचालित कर रहे व्यक्ति का पता लगने और उससे पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि उपकरण में कैमरा लगा था या नहीं और वह उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में तस्वीरें आदि ले रहा था या नहीं। इस बीच घटना के बाद संसद मार्ग के आसपास क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान से पलटते हुए कहा है कि 2016 राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के संबंध में खुफिया एजेंसियों के विश्लेषण पर उन्हें पूरा विश्वास है और हेलसिंकी में रूस के अपने समकक्ष के साथ बैठक के दौरान इस मामले पर उनकी जबान फिसल गई थी. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के विश्लेषण का समर्थन नहीं करने पर ट्रंप की विपक्ष सहित उनकी पार्टी ने भी आलोचना की थी. अपने राष्ट्रपति कार्यकाल में संभवत: पहली बार गलती स्वीकार करते हुए ट्रंप ने कहा कि पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार को जब वह लौटे तो उन्होंने 'महसूस किया कि 2016 के अमेरिकी चुनावों में रूस के हस्तक्षेप के बारे में अपने बयान पर स्पष्टीकरण की जरूरत है.' हेलसिंकी में राष्ट्रपति पुतिन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान 2016 के अमेरिकी चुनावों में रूस के हस्तक्षेप पर अमेरिकी खुफिया समुदाय के निष्कर्ष का समर्थन नहीं करने के लिए ट्रंप को विपक्ष के साथ ही रिपब्लिकन पार्टी की भी आलोचना झेलनी पड़ी जिसके बाद वह बयान से पलट गए. Some people HATE the fact that I got along well with President Putin of Russia. They would rather go to war than see this. It’s called Trump Derangement Syndrome! — Donald J. Trump (@realDonaldTrump) July 18, 2018 वाइट हाउस में ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, 'मुझे अमेरिका की महान खुफिया एजेंसियों पर हमेशा से पूरा विश्वास है. हालांकि मुझे पूरा विश्वास है कि रूसी कृत्यों का राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ा, मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा. मैंने कई बार कहा है, मैं अपने खुफिया समुदाय के निष्कर्ष को स्वीकार करता हूं कि रूस ने 2016 चुनावों में हस्तक्षेप किया था.' पुतिन के साथ संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा था कि रूस ने 2016 राष्ट्रपति चुनावों में कोई हस्तक्षेप नहीं किया था. उन्होंने कहा था, 'मुझे ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता' कि रूस अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप क्यों करेगा. वाइट हाउस में अपने इस बयान पर सफाई देते हुए ट्रंप ने कहा कि उनकी जबान फिसल गई थी और वह 'क्यों' की जगह 'क्यों नहीं' कहना चाहते थे. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'मैंने कई मौकों पर खुफिया एजेंसियों की उन रिपोर्टों का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने अमेरिकी चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की बात कही थी.'
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं सांसद राज बब्बर ने गुरुवार को कहा कि आजकल प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी है. खुली तानाशाही है और लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. उन्होंने कहा कि पूरा का पूरा प्रशासन प्रशासनिक अधिकारी के बजाय राजनीतिक दल के कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहा है. प्रदेश सरकार के इशारे पर प्रशासन द्वारा कांग्रेसजनों के विरुद्ध की जा रही राजनीतिक विद्वेषपूर्ण बर्बर कार्रवाई एवं उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में किसानों की समस्या पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर डोंडो गांव में धरना पर बैठे राज बब्बर गुरुवार को जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष पूजा चड्ढा सहित डासना जेल में बंद कांग्रेसजनों से मुलाकात के लिए आए थे. बब्बर ने प्रशासन से काफी जद्दोजहद करने के बाद कांग्रेसजनों से मुलाकात की. इसके बाद बब्बर के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने जेल का घेराव भी किया. बब्बर ने पूजा के घर जाकर उनकी आठ माह की बेटी एवं मां से मुलाकात की.     राज बब्बर के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय द्वारा जिलाधिकारी गाजियाबाद से मिलने के लिए पत्र द्वारा सूचना दिए जाने के बावजूद जिलाधिकारी बब्बर से मिलने से टालमटोल करती रहीं और बहाना बनाकर कार्यालय से बाहर चली गईं. टिप्पणियां राज बब्बर ने कहा कि पूजा चड्ढा की आठ माह की बच्ची है, जिसे संवैधानिक रूप से मां से अलग नहीं किया जा सकता. पूजा को जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाने पर आईपीसी की 307 जैसी गंभीर धाराएं लगाकर जेल में बंद कर असंवैधानिक कृत्य किया गया है.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में किसानों की समस्या पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर डोंडो गांव में धरना पर बैठे राज बब्बर गुरुवार को जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष पूजा चड्ढा सहित डासना जेल में बंद कांग्रेसजनों से मुलाकात के लिए आए थे. बब्बर ने प्रशासन से काफी जद्दोजहद करने के बाद कांग्रेसजनों से मुलाकात की. इसके बाद बब्बर के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने जेल का घेराव भी किया. बब्बर ने पूजा के घर जाकर उनकी आठ माह की बेटी एवं मां से मुलाकात की.     राज बब्बर के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय द्वारा जिलाधिकारी गाजियाबाद से मिलने के लिए पत्र द्वारा सूचना दिए जाने के बावजूद जिलाधिकारी बब्बर से मिलने से टालमटोल करती रहीं और बहाना बनाकर कार्यालय से बाहर चली गईं. टिप्पणियां राज बब्बर ने कहा कि पूजा चड्ढा की आठ माह की बच्ची है, जिसे संवैधानिक रूप से मां से अलग नहीं किया जा सकता. पूजा को जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाने पर आईपीसी की 307 जैसी गंभीर धाराएं लगाकर जेल में बंद कर असंवैधानिक कृत्य किया गया है.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राज बब्बर गुरुवार को जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष पूजा चड्ढा सहित डासना जेल में बंद कांग्रेसजनों से मुलाकात के लिए आए थे. बब्बर ने प्रशासन से काफी जद्दोजहद करने के बाद कांग्रेसजनों से मुलाकात की. इसके बाद बब्बर के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने जेल का घेराव भी किया. बब्बर ने पूजा के घर जाकर उनकी आठ माह की बेटी एवं मां से मुलाकात की.     राज बब्बर के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय द्वारा जिलाधिकारी गाजियाबाद से मिलने के लिए पत्र द्वारा सूचना दिए जाने के बावजूद जिलाधिकारी बब्बर से मिलने से टालमटोल करती रहीं और बहाना बनाकर कार्यालय से बाहर चली गईं. टिप्पणियां राज बब्बर ने कहा कि पूजा चड्ढा की आठ माह की बच्ची है, जिसे संवैधानिक रूप से मां से अलग नहीं किया जा सकता. पूजा को जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाने पर आईपीसी की 307 जैसी गंभीर धाराएं लगाकर जेल में बंद कर असंवैधानिक कृत्य किया गया है.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राज बब्बर के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय द्वारा जिलाधिकारी गाजियाबाद से मिलने के लिए पत्र द्वारा सूचना दिए जाने के बावजूद जिलाधिकारी बब्बर से मिलने से टालमटोल करती रहीं और बहाना बनाकर कार्यालय से बाहर चली गईं. टिप्पणियां राज बब्बर ने कहा कि पूजा चड्ढा की आठ माह की बच्ची है, जिसे संवैधानिक रूप से मां से अलग नहीं किया जा सकता. पूजा को जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाने पर आईपीसी की 307 जैसी गंभीर धाराएं लगाकर जेल में बंद कर असंवैधानिक कृत्य किया गया है.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राज बब्बर ने कहा कि पूजा चड्ढा की आठ माह की बच्ची है, जिसे संवैधानिक रूप से मां से अलग नहीं किया जा सकता. पूजा को जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाने पर आईपीसी की 307 जैसी गंभीर धाराएं लगाकर जेल में बंद कर असंवैधानिक कृत्य किया गया है.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह लेख है: विशेष आर्थिक क्षेत्रों :सेज: को न्यूनतम वैकल्पिक कर :मैट: के दायरे में लाए जाने के प्रस्ताव पर रीयल्टी क्षेत्र ने निराशा जताई है। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने सोमवार को पेश आम बजट में सेज डेवलपर्स पर मैट लगाने का प्रस्ताव किया है। जोंस लैंग लासाले इंडिया के चेयरमैन और देश के प्रमुख अनुज पुरी ने कहा, इससे सेज के तहत डेवलपर्स को मिल रहा लाभ खत्म हो जाएगा। सेज डेवलपर्स पर मैट लगाने का प्रस्ताव एक साल पहले ही कर दिया गया है। पहले इसे एक अप्रैल, 2012 से लागू किया जाना था। इस कर को एक साल पहले लगाने के प्रस्ताव से डेवलपर्स खुश नहीं हैं। नाइट फ्रैंक इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रणब दत्ता ने कहा, इससे भविष्य में सेज के डेवलपर्स में कर लाभ को लेकर आशंकाएं पैदा होंगी। एक अन्य प्रमुख डेवलपर निरंजन हीरानंदानी ने कहा, पहले ही कई डेवलपर्स सेज को सरेंडर कर रहे हैं। मैट के बाद इसमें और इजाफा होगा। हीरानंदनी ने कहा कि ऐसी परियोजनाएं जहां सरकार ने दीर्घावधि के लिए प्रतिबद्धता जताई है और जिनमें डेवलपर्स और उद्योग ने निवेश कर दिया है उन पर यह कर नहीं लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैट लगाना उचित नहीं है और यह सरकार की सेज को प्रोत्साहन देने की नीति के उलट है।
महंगाई के मुद्दे पर संसद में सरकार को घेरने की विपक्ष की तैयारी महंगाई का मुद्दा आज संसद में गर्म रहने के आसार है. पेट्रोल के दामों में डेढ़ रुपये की बढ़ोतरी को लेकर संसद में आज विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है. इसके अलावा यूपी में कानून व्यवस्था के खराब होते हालात का मुद्दा भी संसद में गूंज सकता है. 12 सालों से भूख हडताल पर बैठी शर्मिला की दिल्ली की पटियाला कोर्ट में पेशी पिछले 12 सालों से भूख हडताल पर बैठी मणिपुर की इरोम शर्मिला की आज दिल्ली की पटियाला कोर्ट में पेशी है. इरोम पर दिल्ली के जंतर मंतर पर अनशन के दौरान आत्महत्या की कोशिश का मामला चल रहा है. कल शाम इरोम को मणिपुर से दिल्ली लाया गया. यहां उन्होने कहा कि मैं आत्म हत्या नहीं कर रही हूं बल्कि मणिपुर से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून को हटाने की मांग को लेकर मेरे विरोध का ये तरीका है. हैदराबाद में आज जीत पक्की करने के इरादे से उतरेगी टीम इंडिया हैदराबाद टेस्ट में टीम इंडिया की पक़ड़ बेहद मजबूत हो गई है. दूसरे दिन के खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया पर 74 रनों की बढ़त हासिल कर ली है, जबकि 9 विकेट अभी आउट होना बाकी है. क्रीज पर मुरली विजय 129 और चेतेश्वर पुजारा 162 रन बनाकर मौजूद है. वहीं टीम इंडिया का स्कोर 1 विकट के नुकसान पर 311 रन हो चुका है. चिदंबरम, गूगल हैंगआउट पर देंगे जवाब वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी सोशल साइट पर सीधे जनता से रूबरू होने का फैसला किया है. अगर बजट 2013-14 को लेकर आपके मन में कोई सवाल है, तो आज आप इसे सीधे वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से पूछ सकते हैं. चिदंबरम गूगल हैंगआउट पर सभी सवालों का जवाब देंगे.
अमेरिकी व्‍हाइट हाउस ने कहा है कि इराक यात्रा के दौरान राष्‍ट्रपति बुश पर जूते फेंकने की घटना को लेकर उनके मन में कोई कड़वाहट नहीं है और हमलावर को द‍ंडित किया जाना चाहिए या नहीं यह फैसला इराकी प्रशासन को लेता है. व्‍हाइट हाउस की प्रवक्‍ता डाना पेरिनो के मुताबिक राष्‍ट्रपति के मन में उस घटना को लेकर कोई कड़वाहट नहीं है. रविवार को बगदाद में जब बुश इराक के प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी के साथ संयुक्‍त संवाददाता सम्‍मेलन को संबोधित कर रहे थे तभी अल बगदादिया चैनल के एक पत्रकार ने उन पर जूते फेंककर सनसनी मचा दी. बुश दोनों ही बार थोड़ा झुक गए और एक भी जूता उन्‍हें नहीं लगा लेकिन हमलावर पत्रकार को उसके साथ पत्रकारों और सुरक्षा‍कर्मियों ने दबोच लिया.
पानरवा राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में उदयपुर जिले के झाड़ोल तहसील में स्थित एक गांव है, जो कि मेवाड़ राज्य का एक प्रमुख ठीकाणा हुआ करता था, जिसके शासक सोलंकी राजपूत शाखा से थे। भोमट के भील भोमट उस क्षेत्र को कहते है जन्हा सब्सासे अधिक भील निवास करते है । भोमट और खेराड़ के भील युद्ध करने में बेहद ही भयंकर थे । वे युद्ध करने के पहले जोर की ललकारी मारते थे । भोमट भील राजाओं की राजधानी रही यह एक ऐसा क्षेत्र रहा जन्हा के भीलों को कोई हरा नहीं सक दरसअल भोमट उस क्षेत्र को कहते है जनहा सबसे अधिक भील रहते है । राणा दयालदास भील भोमट के महान शासक हुए । भील राजाओं में ही राणा हरपाल भील फिर दूद्धा भील और उनके बेटे राणा पूंजा भील हुए जिन्होंने हल्दीघाटी युद्ध में अहम भूमिका निभाई । इतिहास सन 1478 ईसवी में रावत अक्षयराज सोलंकी ने, जो कि पाटन के सोलंकी राजाओं के वंशज थे, भोमट में प्रवेश किया और यहाँ के शासक जीवराज यादव को मारकर पानरवा पर अपना अधिकार स्थापित किया। । सोलहवीं शताब्दी में रावत हरपाल पानरवा के शासक थे। जब महाराणा उदयसिंह ने भोमट में प्रवेश किया तो रावत हरपाल ने राणा उदयसिंह की बहुत सहायता की जिससे प्रसन्न होकर रावत हरपाल को राणा की पदवी दी गई। तभी से पानरवा के सोलंकी शासकों की पदवी राणा की रही। राणा हरपाल के दूसरे पुत्र, नाहरसिंह के ओगणा पर अपना अधिकार जमाया और उनके वंशज ओगणा के शासक बने। राणा हरपाल के बाद राणा दूदा और दूदा के बाद, दूदा के पुत्र राणा पूंजा पानरवा के शासक बने। राणा पूंजा ने महाराणा प्रताप की युद्ध में सहायता की थी। मेवाड़ राज्य की तरफ़ से पानरवा के सोलंकी राजपूत शासकों को पहले द्वितीय और फिर प्रथम श्रेणी की न्यायिक शक्तियाँ प्रदान की गई थी। वर्तमान प्रमुख पानरवा राजपरिवार के वर्तमान प्रमुख राणा मनोहर सिंह सोलंकी है। जैव विविधता तेंदुआ, उड़ने वाली गिलहरी, मगरमच्छ, विभिन्न सांप, मून मोथ, टसर, स्लॉथ बीयर, लोमड़ी, हैना, जैकाल, कॉमन केवेट, मोंगोज, चार सींग वाले मृग, भारतीय साही, पेल हेज हॉग, फाउल, फ्रांसोलिन, बटेर, विभिन्न दुर्लभ प्रजातियां आदि पाए जाते है। महुवा, बुरा, पीपल, गूलर, बहेडा, सआद, करंज, खजूर, गोडल, सालार, बेर, घटबोर, कड़ाया, खिरनी, चुरेल, गंगेरन, सफ़ेद, ढोक, इंडोक, बेल, कोतबाड़ी, जंगली केला, आदि। संदर्भ
लोकसभा में जब अन्य सदस्य महंगाई जैसे अहम मसले पर हो रही चर्चा को बड़े गौर से सुन रहे थे, तब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नींद लेते पाए गए. फिर क्या था, जब राहुल गांधी की वह तस्वीर सामने आई, तो सोशल मीडिया पर कमेंट्स की बौछार हो गई. पढि़ए, लोगों ने किस तरह राहुल पर चुटकी ली.... Price rise debate! Thinking? Napping? pic.twitter.com/1mEdGGt0gM — GAURAV C SAWANT (@gauravcsawant) July 9, 2014 Yawn sambandh. pic.twitter.com/Kfwaltetnq — Shiv Aroor (@ShivAroor) July 9, 2014 Powernap is poison. #PriceRise — Shiv Aroor (@ShivAroor) July 9, 2014 This morning. I got up. At night. pic.twitter.com/8OJkFjnGr6 — Shiv Aroor (@ShivAroor) July 9, 2014 By napping in Parliament, Rahul Gandhi has shown that he is emulating the great Indian Prime Ministers, beginning with Deve Gowda. — SANJAY HEGDE (@sanjayuvacha) July 9, 2014 Hey! Don't blame Rahul Gandhi for sleeping in parliament.It's the collective responsibility of his eyelashes, okay. pic.twitter.com/QHXI9rnIUc — Ramesh Srivats (@rameshsrivats) July 9, 2014 Rahul Gandhi was seen sleeping in Parliament during a debate on price rise. That's what the Congress was doing during their 10 yr rule. — Shahnawaz Hussain (@ShahnawazBJP) July 9, 2014 It s not rahul gandhi's fault. tum sab #BrazilvsGermany dekh kar so gaye use 4 baje se Chhota bheem bi dekhna hota h #GujaratThiefBJPChief — Prerna (@Prerna_AAP) July 9, 2014 frankly Rahul Gandhi should try not to sleep at work when mom Sonia is trying so hard to convince the Speaker that Congress deserves LoP. — kanika gahlaut (@kanikagahlaut) July 9, 2014 Chalo yaar, going to do a Rahul Gandhi... See you after I wake up.... — Gappistan Radio (@GappistanRadio) July 9, 2014
ऐसा लगता है कि खुद को धर्मगुरु बताने वाले बाबाओं के दिन अच्छे नहीं चल रहे. 2010 में साउथ एक्ट्रेस युवारानी के साथ सेक्स स्कैंडल में फंसने वाले नित्यानंद पर रेप का आरोप लगा था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उसका पोटेंसी कराया गया. इन टेस्ट के नतीजों को बुधवार को बेंगलुरु के रामनगरम कोर्ट में दाखिल कर दिया गया है. सेक्स स्कैंडल में घिरे नित्यानंद बने महामंडलेश्वर सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 31 पन्ने के इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नित्यानंद के पौरुषता की जांच की गई और वह बिल्कुल फिट है. मतलब वह नपुंसक नहीं है. दरअसल, नित्यानंद ने विदेश जाने के लिए अर्जी दी थी. उसने दावा किया था कि बचपन से ही उसके शरीर के अंगों का पूरा विकास नहीं हुआ. पर जांच के बाद डॉक्टर इस नतीजे पर पहुंचे कि नित्यानंद के अंगों का विकास उसकी उम्र के हिसाब से ठीक है. यह है नित्यानंद पर आरोप बेंगलुरु के बाहरी इलाके में नित्यानंद का आश्रम था. वह विवादों में तब आए जब एक स्थानीय चैनल ने उनका एक अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक स्थिति में वीडियो दिखाया. विवाद होने के बाद नित्यानंद अपने आश्रम से रफूचक्कर हो गए. करीब दो महीने की खोज के बाद नित्यानंद का पता चला और उसे हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने उसके चार सहायकों के खिलाफ भी रेप का मामला दर्ज किया. एक अमेरिकी महिला ने आरोप लगाया था कि नित्यानंद ने पांच साल तक उसका रेप किया, हालांकि नित्यानंद इससे इनकार किया. कई महिला अनुयायियों का कहना है कि उनपर नित्यानंद और उसके सहयोगियों के साथ सेक्स करने का दबाव बनाया जाता था.
बसपा मुखिया मायावती ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा दलित महापुरुषों के नाम पर बनाए गए सार्वजनिक स्थलों को फिजूलखर्ची और बसपा के भाईचारा अभियान को जातिवादी बताए जाने की निंदा की है। मायावती ने इसे सपा सरकार की घोर जातिवादी एवं दूषित मानसिकता का प्रतीक बताया है। मायावती ने रविवार को जारी अपने बयान में कहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा विधानसभा चुनाव से पहले और अपनी सरकार बनने के बाद भी जनता को गुमराह किया जा रहा है। मायावती ने कहा है कि यह जग-जाहिर है कि ये सभी स्मारक, पार्क जनता के लिए हैं और जनता के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। इन स्थलों पर टिकट की बिक्री से जहां सरकार को अच्छी-खासी आय होती है, वहीं ये स्थल 'पर्यटन स्थल' के रूप में भी विकसित हो गए हैं।टिप्पणियां बसपा मुखिया ने अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा सरकार अगर डॉ. राम मनोहर लोहिया के नाम पर 'लोहिया पार्क' बना सकती है तो फिर बीएसपी सरकार के कार्यकाल में दलित महापुरुषों के नाम पर स्थापित किए गए स्थलों, जिलों एवं मेडिकल व इंजीनियरिंग संस्थानों पर उसे आपत्ति क्यों है? उन्होंने कहा कि एक नई साजिश के तहत पहली बार यह झूठ प्रचारित किया जा रहा है कि बीएसपी सरकार ने कोई मेडिकल कालेज नहीं बनवाया, जबकि सपा सरकार के मुखिया को ऐसी गलत बयानबाजी करने से पहले इस हकीकत का पता जरूर कर लेना चाहिए था कि बीएसपी की सरकार ने कन्नौज, जालौन व सहारनुपर जिलों में मेडिकल कालेज व झांसी में पैरा-मेडिकल कालेज खोलने के अलावा फैजाबाद व मिजार्पुर मंडल मुख्यालय में अतिविशिष्ट चिकित्सा सुविधायुक्त चिकित्सालय व निजी क्षेत्र के सहयोग से लखनऊ, आगरा, जालौन, बिजनौर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर व सहारनपुर में अत्याधुनिक अस्पताल खोलने जैसे जनहित के बड़े व जरूरी काम किए। मायावती ने कहा कि इसके साथ ही, नोएडा के जिला अस्पताल का उन्नयन एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा एक नया अस्पताल स्थापित कर 200-200 बेड के दो उच्चस्तरीय अस्पताल शुरू करने का काम किया गया। अब सपा सरकार हठधर्मी से उन पर अपना दावा कर रही है। मायावती ने रविवार को जारी अपने बयान में कहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा विधानसभा चुनाव से पहले और अपनी सरकार बनने के बाद भी जनता को गुमराह किया जा रहा है। मायावती ने कहा है कि यह जग-जाहिर है कि ये सभी स्मारक, पार्क जनता के लिए हैं और जनता के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। इन स्थलों पर टिकट की बिक्री से जहां सरकार को अच्छी-खासी आय होती है, वहीं ये स्थल 'पर्यटन स्थल' के रूप में भी विकसित हो गए हैं।टिप्पणियां बसपा मुखिया ने अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा सरकार अगर डॉ. राम मनोहर लोहिया के नाम पर 'लोहिया पार्क' बना सकती है तो फिर बीएसपी सरकार के कार्यकाल में दलित महापुरुषों के नाम पर स्थापित किए गए स्थलों, जिलों एवं मेडिकल व इंजीनियरिंग संस्थानों पर उसे आपत्ति क्यों है? उन्होंने कहा कि एक नई साजिश के तहत पहली बार यह झूठ प्रचारित किया जा रहा है कि बीएसपी सरकार ने कोई मेडिकल कालेज नहीं बनवाया, जबकि सपा सरकार के मुखिया को ऐसी गलत बयानबाजी करने से पहले इस हकीकत का पता जरूर कर लेना चाहिए था कि बीएसपी की सरकार ने कन्नौज, जालौन व सहारनुपर जिलों में मेडिकल कालेज व झांसी में पैरा-मेडिकल कालेज खोलने के अलावा फैजाबाद व मिजार्पुर मंडल मुख्यालय में अतिविशिष्ट चिकित्सा सुविधायुक्त चिकित्सालय व निजी क्षेत्र के सहयोग से लखनऊ, आगरा, जालौन, बिजनौर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर व सहारनपुर में अत्याधुनिक अस्पताल खोलने जैसे जनहित के बड़े व जरूरी काम किए। मायावती ने कहा कि इसके साथ ही, नोएडा के जिला अस्पताल का उन्नयन एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा एक नया अस्पताल स्थापित कर 200-200 बेड के दो उच्चस्तरीय अस्पताल शुरू करने का काम किया गया। अब सपा सरकार हठधर्मी से उन पर अपना दावा कर रही है। बसपा मुखिया ने अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा सरकार अगर डॉ. राम मनोहर लोहिया के नाम पर 'लोहिया पार्क' बना सकती है तो फिर बीएसपी सरकार के कार्यकाल में दलित महापुरुषों के नाम पर स्थापित किए गए स्थलों, जिलों एवं मेडिकल व इंजीनियरिंग संस्थानों पर उसे आपत्ति क्यों है? उन्होंने कहा कि एक नई साजिश के तहत पहली बार यह झूठ प्रचारित किया जा रहा है कि बीएसपी सरकार ने कोई मेडिकल कालेज नहीं बनवाया, जबकि सपा सरकार के मुखिया को ऐसी गलत बयानबाजी करने से पहले इस हकीकत का पता जरूर कर लेना चाहिए था कि बीएसपी की सरकार ने कन्नौज, जालौन व सहारनुपर जिलों में मेडिकल कालेज व झांसी में पैरा-मेडिकल कालेज खोलने के अलावा फैजाबाद व मिजार्पुर मंडल मुख्यालय में अतिविशिष्ट चिकित्सा सुविधायुक्त चिकित्सालय व निजी क्षेत्र के सहयोग से लखनऊ, आगरा, जालौन, बिजनौर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर व सहारनपुर में अत्याधुनिक अस्पताल खोलने जैसे जनहित के बड़े व जरूरी काम किए। मायावती ने कहा कि इसके साथ ही, नोएडा के जिला अस्पताल का उन्नयन एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा एक नया अस्पताल स्थापित कर 200-200 बेड के दो उच्चस्तरीय अस्पताल शुरू करने का काम किया गया। अब सपा सरकार हठधर्मी से उन पर अपना दावा कर रही है। मायावती ने कहा कि इसके साथ ही, नोएडा के जिला अस्पताल का उन्नयन एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा एक नया अस्पताल स्थापित कर 200-200 बेड के दो उच्चस्तरीय अस्पताल शुरू करने का काम किया गया। अब सपा सरकार हठधर्मी से उन पर अपना दावा कर रही है।
'कंट्रीबॉल (मूल नाम पोलैंडबॉल आरंभीकरण के साथ एक उपयोगकर्ता-जनित मेम इंटरनेट है। देर से छवि मंच Krautchan.net से स्रोत 2009. इस तरह के मीम्स ऑनलाइन कॉमिक साइट्स पर बड़ी संख्या में पोस्ट किए जाते हैं। दुनिया के प्रत्येक देश को उस देश के झंडे के साथ एक गोलाकार चरित्र द्वारा दर्शाया जाता है, और वर्ण अक्सर एक दूसरे के साथ अंग्रेजी के गैर-मानक रूप में संवाद करते हैं। ये पात्र अक्सर किसी देश की लोकप्रिय धारणाओं, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और ऐतिहासिक संघर्षों का मजाक उड़ाते हैं। सामग्री कंट्रीबॉल ऐसी कहानियां हैं जिनमें प्रत्येक देश को एक गोलाकार चरित्र के रूप में खींचा जाता है। कंट्रीबॉल कहानियां अक्सर समुदाय के इतिहास, भूगोल, राजनयिक संबंधों, रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक प्रचार के बारे में बात करती हैं। वे देश जो अक्सर गैर-मानक अंग्रेजी बोलते हैं, अपनी मातृभाषा और आधिकारिक भाषाओं के साथ, यूएस, यूके, ऑस्ट्रेलिया आदि की गेंद को छोड़कर, अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा के रूप में उपयोग करते हुए, मानक अंग्रेजी का उपयोग कर सकते हैं। थीम पोलैंड इतिहास, अन्य देशों के साथ संबंध या अन्य परिभाषित छापों के बारे में बात करते समय पोलैंड का पोलैंडबॉल इस देश का प्रतिनिधित्व करता है, व्यामोह पोलिश राष्ट्रवाद और अपराधबोध पर ध्यान केंद्रित करें। कुछ कहानियाँ रूस के अंतरिक्ष में जाने में सक्षम होने और पोलैंड के नहीं होने की बात करती हैं। इस विषय पर सबसे प्रसिद्ध पोलैंडबॉल कहानियों में से एक इस सिद्धांत से शुरू होती है कि पृथ्वी एक विशाल उल्कापिंड से टकराई थी, जिन देशों के पास अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी थी, वे पृथ्वी छोड़ गए जबकि पोलैंड अभी भी समस्या के कारण रो रहा था। पृथ्वी पर अटक गया और एक परिचित दिखाई दिया गैर-मानक अंग्रेजी में कह रहा है "पोलैंड अंतरिक्ष में नहीं जा सकता"। संदर्भ बाहरी कड़ियाँ पोलैंडबॉल Reddit पर पोलैंडबॉल पर Knowyourmeme पोलैंडबॉल यूट्यूब पर पोलैंडबॉल का आधिकारिक मिराहेज़ विकी पेज शैली: हास्य शैली: राजनीतिक व्यंग्य
योगगुरु बाबा रामदेव ने कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है. रामदेव ने सोनिया गांधी को राजनीतिक कलंक बताते हुए कहा कि उनका राजनीति से पत्ता कटना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि सोनिया गांधी ने देश की प्रतिष्‍ठा को दुनियाभर में गिरा दिया है. रामदेव ने कहा कि सोनिया गांधी के खिलाफ कोई भी मजबूत उम्‍मीदवार खड़ा नहीं किया गया है. योगगुरु ने कहा, 'बीजेपी की फारयब्रांड नेता उमा भारती को सोनिया गांधी के खिलाफ उम्‍मीदवार बनाया जाना चाहिए.' उन्‍होंने सोनिया को घोटालों की सरगना बताया और देश में महंगाई व बेरोजगारी के लिए सोनिया गांधी को जिम्‍मेदार ठहराया. रामदेव ने कहा, 'सोनिया गांधी के खिलाफ कोई भी चुनाव नहीं लड़ना चाहता. कुछ लोगों ने मुझसे रायबरेली से सोनिया के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कहा था लेकिन मैंने राजनीति में न आने की भीष्‍म प्रतिज्ञा ली है.’ बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'कालेधन के मुद्दे पर केंद्र सरकार गंभीर नहीं है. यूपीए ने देश की अर्थव्‍यवस्‍था को गर्त में पहुंचा दिया है और केंद्र के भ्रष्‍टाचार से पूरा देश शर्मसार है.' रामदेव ने कहा आज तो सुप्रीम कोर्ट को भी एहसास हो गया कि सरकार कालेधन को वापस लाने के लिए गंभीर नहीं है. उन्‍होंने कहा काला धन वापस लाने के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया तो सुप्रीम कोर्ट ने भी आलोचना की. उन्‍होंने कहा सत्‍ता परिवर्तन नहीं व्‍यवस्‍था परिवर्तन से देश की सूरत बदलेगी, आज कांग्रेस ने अपना घोषण पत्र नहीं बल्कि धोखा पत्र जारी किया है. योग गुरु ने कहा कि काले धन को वापस लाने के मुद्दे पर ही हम एनडीए का सहयोग कर रहे हैं, हमारा समर्थन शर्तों पर आधारित है. उन्‍होंने कहा, हमें एक ईमानदार प्रधानमंत्री चाहिए जिसमें राजनीतिक इच्‍छाशक्ति हो. उन्‍होंने उम्‍मीद जताई की मोदी 300 सांसदों के साथ सरकार बनाएंगे. उन्‍होंने कहा अगर मोदी के नेतृत्‍व में बीजेपी सरकार में आती है तो उनकी सरकार पहले संसद सत्र में ही हमारे मुद्दों को सामने रखेगी.
भारत और न्यूजीलैंड की टीम गुरुवार को जब हैदराबाद में दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच खेलने के लिये उतरेंगी तो इसके साथ ही एक नया रिकार्ड बनेगा. यह भारतीय सरजमीं पर अगस्त के महीने में खेला जाने वाला पहला टेस्ट मैच होगा. भारत में मार्च से जून तक गर्मियों जबकि जुलाई से सितंबर तक बरसात का मौसम रहता है और इसलिए अमूमन इन महीनों में कम क्रिकेट खेली जाती रही है. भारत ने हालांकि हाल के सालों में घरेलू सरजमीं पर मार्च, अप्रैल और सितंबर में टेस्ट मैच खेले हैं लेकिन मई, जून, जुलाई और अगस्त में अभी तक कभी भारत में टेस्ट मैच नहीं खेला गया है. ऐसा पहली बार हुआ है जबकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अगस्त में टेस्ट मैच के आयोजन का साहसिक फैसला किया है. ऐसा आगे के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए किया गया है, क्योंकि भारत को इसके बाद श्रीलंका में टी-20 विश्व कप खेलने जाना है तथा उसके बाद चार-चार टेस्ट मैचों के लिये इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी करनी है. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच 23 अगस्त से हैदराबाद में जबकि दूसरा मैच 31 अगस्त से बेंगलूर में खेला जाएगा. भारतीय सरजमीं पर अधिकतर टेस्ट मैच जनवरी-फरवरी तथा नवंबर और दिसंबर में खेले गये हैं, जबकि यहां सर्दियों का समय होता है जिसे क्रिकेट के लिये अनुकूल माना जाता है. मार्च और सितंबर में भी कम टेस्ट मैच खेले गये हैं जबकि अप्रैल में केवल दो टेस्ट मैच 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आयोजित किये गये थे. भारत में अभी तक कुल 232 टेस्ट मैच खेले गये हैं. भारत में मई में कभी टेस्ट मैच नहीं खेला गया लेकिन इस महीने में एकदिवसीय मैच जरूर हुए हैं. इसके अलावा भारत ने अपनी सरजमीं पर जून, जुलाई या अगस्त में कभी वनडे इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है.