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लेख: मारुति सुजुकी इंडिया गुजरात के मेहसाणा में एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करेगी. यहां पर सालाना 300 युवाओं को तकनीकी एवं जापानी शॉपफ्लोर पर काम करने का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा.टिप्पणियां कंपनी ने एक बयान में बताया कि ‘जापान-इंडिया विनिर्माण संस्थान’ (जेआईएम) अगस्त 2017 से काम करना शुरू करेगा. कंपनी ने कहा कि मारूति सुजुकी का मेहसाणा में बनने वाला जेआईएम दोनों देशों की सरकार के उस दृष्टिकोण का मूर्त रूप होगा जिसके हिसाब से भारत में एक कुशल श्रमबल का पूल बनाया जाना है. इस संस्थान का प्रबंधन मारूति सुजुकी इंडिया करेगी। इस पर 3.2 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश होगा. कंपनी ने एक बयान में बताया कि ‘जापान-इंडिया विनिर्माण संस्थान’ (जेआईएम) अगस्त 2017 से काम करना शुरू करेगा. कंपनी ने कहा कि मारूति सुजुकी का मेहसाणा में बनने वाला जेआईएम दोनों देशों की सरकार के उस दृष्टिकोण का मूर्त रूप होगा जिसके हिसाब से भारत में एक कुशल श्रमबल का पूल बनाया जाना है. इस संस्थान का प्रबंधन मारूति सुजुकी इंडिया करेगी। इस पर 3.2 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश होगा. कंपनी ने कहा कि मारूति सुजुकी का मेहसाणा में बनने वाला जेआईएम दोनों देशों की सरकार के उस दृष्टिकोण का मूर्त रूप होगा जिसके हिसाब से भारत में एक कुशल श्रमबल का पूल बनाया जाना है. इस संस्थान का प्रबंधन मारूति सुजुकी इंडिया करेगी। इस पर 3.2 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश होगा.
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ जब भी स्वदेश लौटेंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। पंजाब प्रांत के गवर्नर लतीफ खोसा ने यह एलान किया है। सत्ताधारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता खोसा ने सोमवार को कहा, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले की सुनवाई कर रही एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने मुशर्रफ को भगोड़ा घोषित कर रखा है। मुशर्रफ को वापस आने पर गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बेनजीर हत्याकांड में सात अभियुक्तों के खिलाफ अभियोग लगाया गया है और कई अन्य लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं। मुशर्रफ इन दिनों ब्रिटेन और दुबई में स्व-निर्वासित जीवन बीता रहे हैं। उन्होंने ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग नामक एक पार्टी भी बनाई है और वह अगले साल 23 मार्च को पाकिस्तान लौटने की इच्छा जता चुके हैं। वह अप्रैल, 2009 से देश से बाहर हैं। खोसा ने कहा, अगर मुशर्रफ इस्लामाबाद में कदम रखते हैं तो उन्हें संघीय सरकार गिरफ्तार कर लेगी। अगर वह पंजाब प्रांत में आते हैं तो नवाज शरीफ की पीएमएल-एन सरकार उन्हें पकड़ेगी। ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के प्रवक्ता फव्वाद चौधरी ने पीटीआई को बताया कि कई गिरफ्तारी वारंट के जारी किए जाने और सुरक्षा कारणों के बावजूद मुशर्रफ वतन लौटेंगे। उन्होंने कहा, मुशर्रफ यह स्पष्ट कर चुके हैं कि जो भी होगा वह अपनी सरजमीं पर लौटेंगे।
भारतीय मूल के अमेरिकी कैंसर विशेषज्ञ सिद्धार्थ मुखर्जी ने सामान्य श्रेणी में अपनी पुस्तक "द एम्परर ऑफ आल मेलेडीज : ए बायोग्राफी ऑफ कैंसर" के लिए इस वर्ष का पुलित्जर पुरस्कार जीत लिया है। दिल्ली में पैदा हुए मुखर्जी की यह पुस्तक दुनियाभर में सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक बन गई है।
हिगा और सीन फुजियोशी ने 2006 के मध्य में वाइकेआ हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान गानों पर लिप सिंक करते हुए यूट्यूब वीडियो पोस्ट करना शुरू किया। कई अन्य हास्य रचनाओं के साथ, वे तेजी से गानों से आगे बढ़े। टिम एनोस, रयान विलारूएल, काइल चुन और टैरिन नागो ने कभी-कभार अतिथि भूमिका निभाई। 2008 की क्रिसमस की पूर्व संध्या पर, हिगा और फुजियोशी के दो सबसे लोकप्रिय वीडियो, हाउ टू बी गैंगस्टर और हाउ टू बी इमो, कॉपीराइट उल्लंघन के कारण हटा दिए गए थे। 21 जनवरी 2009 को, निगाहिगा खाते को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था और अधिक कॉपीराइट वीडियो को हटाने की आवश्यकता थी। इस वजह से, निगाहिगा के सभी लिप सिंकिंग वीडियो हटा दिए गए (यू आर ब्यूटीफुल को छोड़कर, जिसे ऑडियो स्वैप किया गया था), साथ ही उनके अधिकांश अन्य वीडियो जिनमें कॉपीराइट संगीत शामिल था, हटा दिए गए। तब से, हिगा ने स्वयं संगीत रचना शुरू कर दी। अगस्त 2009 के अंत में निगाहिगा के चैनल पर हाउ टू बी गैंगस्टर और हाउ टू बी इमो को वापस डाल दिया गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही इसे हटा दिया गया, साथ ही हाउ टू बी निंजा और हाउ टू बी नर्ड को भी हटा दिया गया। वसंत 2010 में, निंजा कैसे बनें, गैंगस्टर कैसे बनें और इमो कैसे बनें को एक बार फिर सार्वजनिक किया गया। लास वेगास के नेवादा विश्वविद्यालय में परमाणु चिकित्सा का अध्ययन करने के लिए हिगा के लास वेगास चले जाने के बाद, अधिकांश निगाहिगा वीडियो एकल थे प्रयास, जिसमें आमतौर पर अन्य YouTube उपयोगकर्ताओं के साथ सहयोग शामिल होता है। 2012 से, हिगा ने एक प्रोडक्शन कंपनी, रयान हिगा प्रोडक्शन कंपनी (आरएचपीसी) बनाई है, जिसमें सीन फुजियोशी शामिल हैं, जो निगाहिगा चैनल के लिए सामग्री बनाने के लिए मिलकर काम करते हैं। 2016 में, हिगा और अन्य YouTubers और दोस्तों ने पैरोडी के-पॉप समूह बॉयज़ आम तौर पर एशियाई बनाया। 2018 के मध्य में, फुजियोशी ने समूह छोड़ दिया क्योंकि वह अपनी वर्तमान प्रेमिका के साथ रहने और इंजीनियरिंग में अपनी डिग्री हासिल करने के लिए क्षेत्र से बाहर, विशेष रूप से सैक्रामेंटो, कैलिफ़ोर्निया जा रहा था।
उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ महाकुंभ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दुनिया के नाम भारत का संदेश दिया. श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के साथ सिंहस्थ घोषणापत्र जारी करते हुए उन्होंने 51 अमृत बिंदु पर चर्चा की. इसमें नारी शक्ति, कृषि कुटीर, जल संरक्षण और पर्यावण जैसे 51 बिंदुओं को शामिल किया गया है. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि समाज के लिए निःस्वार्थ भाव से काम करने वाले लोगों की शुभ शक्तियों को एक दिशा में लगना होगा. Kumbh mein samaaj ki disha tay hoti hai, ye puraani paramparaon mein se ek hai: PM Modi — ANI (@ANI_news) May 14, 2016 पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें- भारत को मानवता और दुनिया को दिशा देने के लिए मजबूत करना होगा. वेद के प्रकाश में उपनिषदों की रचना, उपनिषदों के प्रकाश में श्रुति-स्मृतियों के माध्यम से मानवता को दिशा मिलेगी. विश्व की दो सबसे बड़ी समस्या है- ग्लोबल वार्मिंग और आतंकवाद कुंभ हमें कंफ्लिक्ट मैनेजमेंट सिखाता है. हमारी परंपरा हमें सशक्त बनाती है. समय के अभाव में परंपराओं में बदलाव आया है लेकिन हमें अपनी जड़ों और मूल्यों के महत्व को समझना होगा. हम उन सिद्धांतों में पले-बढ़े हैं, जहां शरीर आता-जाता है, लेकिन हम आत्मा को काल का गुलाम नहीं बनने देते. समाज के लिए निस्वार्थ भाव से काम करने वाले लोग चाहे भगवा में हो या नहीं समाज के लिए शक्ति हैं. मैनेजमेंट की पढ़ाई में केस स्टडी बने कुंभ संत समाज के आशीर्वाद से अपना भाषण शुरू करते हुए मोदी ने कहा कि कुंभ अद्भुत सामाजिक संरचना है, इससे समाज की दिशा तय होती थी. महाकुंभ सिर्फ नागा साधुओं का मेला नहीं बल्कि दुनिया को सीख देने की परंपरा है. दस हजार लोगों के बीच उन्होंने कहा कि कुंभ शानदार प्रबंधन का एक अद्भुत उदाहरण है. दुनिया को इसे केस स्टडी के तौर पर अपनाना चाहिए. संत और भक्त हर साल करें विचार मंथन मोदी ने संतों से आह्वाहन किया कि वे लोग हर साल एक हफ्ता भक्तों के साथ इस तरह का विचार मंथन करें और समाज से जुड़े मुद्दों पर रोडमैप तैयार करें. आतंकवाद और ग्लोबल वार्मिंग को दुनिया के लिए खतरा बताते हुए मोदी ने वसुधैव कुटुंबकम का नारा दोहराया. उन्होंने कहा कि दुनिया के साथ मिलकर चलने के लिए रूढ़िवादी पुरानी परंपराओं को बदलने की जरूरत है. इस आयोजन को सफल बनाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की. महाकुंभ के लिए पीएम मोदी शनिवार सुबह दिल्ली से इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे.  श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना समेत पांच देशों के प्रतिनिधि मुख्य अतिथि के तौर कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. पीएम मोदी ने इंदौर में सिरीसेना का औपचारिक स्वागत किया. उज्जैन के पास नरोरा में विचार महाकुंभ में कई संप्रदायों के गुरु, संत, विचारक सहित बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी कार्यक्रम में शिरकत की. तीन दिन से चल रहे विचार मंथन का सार पीएम मोदी ने करीब 3000 लोगों के सामने पेश किया. I want to bow in respect to all the saints and seers who are present here today: PM Modi at Vaichaarik Mahakumbh — ANI (@ANI_news) May 14, 2016 समापन कार्यक्रम में कई अहम सुझाव विचार महाकुंभ के आखिरी दिन सम्यक जीवन पर वैचारिक सत्र में श्रीलंका में नेता प्रतिपक्ष सम्पंथान, भूटान के मंत्री डी एन थुंगवेल, नेपाल के पूर्व कार्यवाहक प्रधानमंत्री खिलराज रेग्मी, बांग्लादेश के सांसद साधनचंद्र मजूमदार और मलेशिया दातो एस के देवगनी ने अपने विचार और सुझाव रखे. ऐसी रही विचार महाकुंभ की व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में विक्रमादित्य सभाकक्ष के साथ दो कक्ष कालिदास और सांदीपनि बनाए गए. मेहमानों के लिए इंदौर के लगभग 19 होटलों में 1000 कमरे बुक किए गए. आयोजन स्थल पर 8 हैलीपेड बनाए गए थे और मेहमानों को लाने ले जाने के लिए 30 एसी कोच और 350 कारें बुक की गई. आयोजन स्थल के पास 15 हेक्टेयर में पार्किंग की व्यवस्था रही. समारोह के सहभागियों को शुद्ध देसी घी में बने देश-विदेश के खास पकवान परोसे गए. उज्जैन महाकुंभ में पहले भी आ चुके हैं मोदी इससे पहले 2004 में मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए उज्जैन आये थे और तब उन्होंने क्षिप्रा के तट पर डुबकी भी लगाई थी, लेकिन अब प्रधानमंत्री के आने से आम लोगों को परेशानी न हो इसलिए मोदी बिना डुबकी लगाए ही दिल्ली रवाना हो जाएंगे.
छह अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने यहां नागरिकों को एक चीनी कंपनी के प्रोडक्ट्स और सेवाओं को लेने से मना किया है. अधिकारियों ने चीनी कंपनी Huawei और ZTE के प्रोडक्ट्स को लेकर अमेरिका में लोगों को वार्निंग दिया है. CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, वार्निंग देने वालों में FBI, CIA, NSA समेत डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस के प्रमुखों का नाम शामिल है. एजेंसियों का कहना है कि इन कंपनियों के डिवाइसेस का इस्तेमाल चीनी सरकार अमेरिकी नागरिकों पर जासूसी के लिए कर सकती है. एजेंसी के प्रमुखों ने मंगलवार को सीनेट इंटेलिजेंस कमिटी से कहा कि, हम अमेरिकी नागरिकों को चीनी स्मार्टफोन मेकर कंपनी Huawei और उसकी सहयोगी कंपनी ZTE के प्रोडक्ट्स और सेवाओं को नहीं लेने का सुझाव देते हैं. FBI के डायरेक्टर क्रिस रे ने कहा कि, हम ऐसी किसी भी कंपनी या संस्था को अनुमति देने के जोखिम के बारे में काफी चिंतित हैं, जो हमारे दूरसंचार नेटवर्क के भीतर सत्ता हासिल करने के लिए हमारे मूल्यों को साझा नहीं करते हैं. इन कमेंट्स के संदर्भ में Huawei के एक प्रवक्ता ने CNBC से कहा कि, Huawei को अमेरिकी सरकार की गतिविधियों की जानकारी है, जिनका लक्ष्य कंपनी के व्यापार को अमेरिकी बाजार में रोकना है. Huawei पर विश्व में 170 देशों की सरकारें और ग्राहक भरोसा करते हैं और साइबर सुरक्षा के लिहाज से भी कोई खामी नहीं है.
अज़ान (, ) २०११ में प्रशांत चढ्ढा द्वारा बनाई गई एक्षन फिल्म है जिसमें सचिन जोशी एवं कैंडिस बाऊचर मुख्य कलाकार है। यह भारत में बनी महंगी फिल्मो में से एक है। पात्र सचिन जोशी - आज़ान ख़ान दिलिप ताहिल - महफ़ुज़ कैंडिस बाउशर - आफरिन आर्या बब्बर - इमाद अली ख़ान - सैम शर्मा रवी किसन - पांडे सचिन खेडेकर - गृह मंत्री साजिद हसन - डॉक्टर सैमी घर्बी - मलाक विजेंद्र घाटगे - गृह मंत्री सरिता चौधरी - मेनोन ऐंबर रोज़ रेवाह - सोफ़िया नीत मोहन - अमन ख़ान सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ अधिकृत वेबसाइट 2011 में बनी हिन्दी फ़िल्म
Amadeus India Pvt Ltd, दिल्ली में वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं. इंटरव्यू की तारीख: 5-7 अगस्त समय: 10 AM योग्यता: ग्रेजुएट वेन्यू: AMADEUS Plot No.7,Local Shopping Centre, Pocket No. 6&7, Sec-C, Vasant Kunj-110070(Nearest St Chattarpur) Land Mark : Opposite to DPS School CRISIL, मुंबई में सेल्स एग्जीक्यूटिव के लिए वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं. इंटरव्यू की तारीख : 5 अगस्त समय: 10 AM योग्यता: ग्रेजुएट वेन्यू: CRISIL House, Central Avenue, Hiranandani Business Park, Powai, Mumbai - 400 076, India Extinct Fire Engineers Pvt. Ltd, मुंबई में एचआर एग्जीक्यूटिव के लिए वैकेंसी निकली है. इच्छुक उम्मीदवार इंटरव्यू दे सकते हैं. इंटरव्यू की तारीख: 5-6 अगस्त इंटरव्यू का समय: 10 AM योग्यता: ग्रेजुएट संपर्क पता: HR Team, Website:https://www.extinctfire.com, Telephone:02242627474
पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने भारत से 26/11 के मुंबई हमलों के साजिशकर्ता अबु जिंदाल के बारे में और अधिक जानकारी मुहैया कराने की अपील की और साथ ही कहा कि फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करने वाले अपराधी पाकिस्तानी नहीं हो सकते. मलिक ने ट्विटर पर पोस्ट किए अपने एक संदेश में कहा है कि पाकिस्तान बयान (जिंदाल के) की एक प्रति हासिल करने की उम्मीद करता है. मैं मूल पासपोर्ट की उम्मीद करता हूं जिसके बारे में दावा किया गया है कि वह कथित तौर पर (पाकिस्तान द्वारा) दिया गया. भारतीय प्रशासकों ने कहा है कि अंसारी उर्फ अबु जिंदाल पाकिस्तानी पासपोर्ट पर सउदी अरब की यात्रा पर गया था। वह भारतीय नागरिक है. मीडिया के साथ हालिया वार्तालाप में मलिक ने इस बात पर सवाल उठाया है कि अंसारी द्वारा इस्तेमाल किया गया पासपोर्ट क्या असली है. ट्विटर पर ही डाले गए एक अन्य संदेश में उन्होंने कहा है, ‘भारत ने पहले दावा किया था कि जिंदाल के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट था.’ उन्होंने कहा कि फर्जी पासपोर्ट इस्तेमाल करने वाले अपराधी पाकिस्तानी नहीं हो सकते. एक अन्य संदेश में मलिक ने कहा है कि पाकिस्तान मुंबई आतंकवादी हमले की जांच में भारत के साथ पूर्ण सहयोग जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि पाक और भारत को अपने असली दुश्मनों की पहचान करने की जरूरत है.
बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म निर्माता सचिन जोशी कहते हैं कि वह भारतीय मूल की कनाडाई अभिनेत्री सनी लियोन के साथ फिल्म करना चाहते हैं. फिल्म ‘जिस्म 2’ में काम करने के बाद से सनी बॉलीवुड में काफी लोकप्रिय हो चुकी हैं. सचिन ने अपनी कम्पनी के पेय पदार्थ ‘एक्सएक्सएक्स’ की ब्रांड एम्बेस्डर के रूप में सनी के साथ अनुबंध किया है. उन्होंने कहा कि यदि सनी के पास वक्त हो तो वह उनके साथ फिल्म भी करना चाहते हैं. सचिन ने 2011 में फिल्म ‘अजान’ के साथ बॉलीवुड में शुरुआत की थी.
ऐतिहासिक ईडन गरडस स्टेडियम मंगलवार को इंग्लैंड के साथ जारी पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में भारतीय टीम की 5-0 की शानदार जीत का गवाह बन सकता है। दूसरी ओर, इंग्लिश टीम अब सिर्फ अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए खेलती नजर आएगी। भारतीय टीम ने मोहाली में जीत हासिल करते हुए 3-0 की बढ़त बना ली थी। उसके बाद लगा था कि इंग्लिश टीम वापसी करेगी और कम से कम अंत के दो मुकाबले जीतकर 2-3 के स्कोर के साथ स्वदेश रवाना होगी लेकिन मुम्बई में मिली एक और शानदार जीत ने अब भारतीय टीम को 5-0 की जीत का लक्ष्य दे दिया है। यह लक्ष्य मुश्किल नहीं। लगातार चार मैच गंवाने के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों का मनोबल जहां रसातल में पहुंच गया है वहीं भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल सातवें आसमान पर है। विपरीत स्थितियों का फायदा मेजबानों को ही मिलने के आसार दिखाई दे रहे हैं क्योंकि दर्शक और अब तक के हालात उनके साथ है। जिस तरह इस वर्ष गर्मियों में इंग्लैंड के साथ खेली गई टेस्ट और एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान भारतीय टीम पूरी तरह पटरी से उतरी हुई प्रतीत हो रही थी, ठीक उसी तरह इस श्रृंखला में इंग्लिश टीम लय से भटकी दिख रही है। गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो बल्लेबाज उनका साथ नहीं देते और अगर बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो गेंदबाज और क्षेत्ररक्षक उन्हें दगा दे देते हैं। कुल मिलाकर तीनों विभागों और भारत को उसी के घर में हराने की सटीक रणनीति की कमी के कारण इंग्लिश टीम को अब तक चार मुकाबलों में हार मिली है लेकिन आखिरी मुकाबला जीतकर वह अपने जख्मों पर महरम लगाने का प्रयास करेगी। इस मैच को लेकर कोलकाता में खासा उत्साह है। लम्बे समय से यहां भारतीय टीम ने कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। मार्च में भारतीय टीम को इंग्लैंड के साथ विश्व कप का ग्रुप मुकाबला खेलना था लेकिन तैयारियां अधूरी रहने के कारण वह मैच बेंगलुरू स्थानांतरित कर दिया गया था। त्यौहारों के मौसम में कोलकाता वासियों को एक बड़े मैच की सौगात मिली है, जाहिर तौर पर हर कोई इसका तुल्फ लेना चाहता है और यही कारण है कि इस मैच को लेकर टिकटों की मारा-मारी देखी जा रही है। काली पूजा के रंग में रंगे कोलकाता में भारतीय टीम इंग्लैंड को 5-0 से हराने का अपना लक्ष्य पूरा कर पाएगी या नहीं यह तो वक्त बताएगा लेकिन इतना तय है कि खेलों को लेकर जुनूनी इस शहर में मंगलवार को एक जोरदार मुकाबला खेला जाएगा।
एक समाचार पत्र में प्रकाशित जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी के आलेख में भारतीय मुस्लिमों को मताधिकार से वंचित रखने का सुझाव दिए जाने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (सम्प्रदायों के बीच वैमनष्यता फैलाने) के तहत एक प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की है। स्वामी का आलेख इस वर्ष जुलाई में एक समाचारपत्र में प्रकाशित हुआ था। पुलिस उपायुक्त अशोक चांद अपराध शाखा के प्रमुख भी हैं। उन्होंने कहा, "हमने सम्बंधित धारा के तहत एक मामला दर्ज किया है। हम मामले की जांच कर कर रहे हैं।" इससे पहले राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने स्वामी के आलेख की आलोचना की थी। आयोग के अध्यक्ष वजाहत हबीबुल्लाह ने स्वामी के आलेख को 'घृणित' तथा 'दुश्मनी और नफरत' फैलाने वाला करार दिया था। उल्लेखनीय है कि लंदन के हार्वर्ड विश्विविद्यालय में शिक्षित अर्थशास्त्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने 'डीएनए' में 17 जुलाई को प्रकाशित अपने आलेख 'हाउ टू वाइप आउट इस्लामिक टेरर' में भारतीय हिंदुओं को भी सुझाव दिया था कि वे आतंकवादी गतिविधियों का सामूहिक तौर पर जवाब दें।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने कहा कि उनकी बेटे के उपचार में थोड़ी देरी हुई और बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने दो साल पहले जांच करवाने की उनकी सलाह को गंभीरता से नहीं लिया था। योगराज ने उस समय को याद किया जबकि उनके बेटे की बीमारी के शुरुआती लक्षणों को गंभीरता से नहीं लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं किसी पर दोष नहीं मढ़ना चाहता। लेकिन मुझे लगता है कि आज चीजें कुछ अलग होती। आपको याद होगा कि दो साल पहले युवी जब मोहाली में ट्वेंटी-20 मैच खेल रहा था तथा उन्होंने मैच विजेता पारी खेली। तब छक्का जड़ने के बाद वह सुरेश रैना की तरफ दौड़ा और बुरी तरह खांसने लगा।’’टिप्पणियां यह पूर्व टेस्ट क्रिकेटर उस घटना को याद करते हुए अपने आंसू नहीं रोक पा रहा था। योगराज ने कहा कि तब उन्होंने युवराज को पूरी चिकित्सकीय जांच की सलाह दी लेकिन उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी और कहा कि वह बच्चा नहीं है तथा वह पूरी तरह से ठीक है। योगराज ने यहां अपने आवास पर कहा, ‘‘लेकिन मैं जानता था कि कुछ गड़बड़ है। छह महीने पहले जिस चिकित्सक ने युवराज की जांच की रिपोटरें को देखा था उसने कहा कि कि उन्हें उपचार के लिये अमेरिका ले जाना चाहिए। चिकित्सक ने कहा कि था कि सर्वश्रेष्ठ इलाज अमेरिका में उपलब्ध है लेकिन मैं किसी को दोषी नहीं मानता।’’ उन्हें हालांकि लगता है कि आखिर में सब कुछ अच्छा हुआ जो युवराज ऑस्ट्रेलिया में नहीं खेला अन्यथा मामला और बिगड़ सकता था। योगराज ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे से बात की। उन्होंने कहा, ‘‘उपचार का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है और ईश्वर ने चाहा तो उन्हें जल्द ही मैदान पर होना चाहिए। ’’ युवराज की बीमारी के कारण पिता और पुत्र पहले की तुलना में अधिक करीब हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘युवी शेरदिल इंसान है। वह शेर है। आप फिर से उसे गुर्राते हुए देखोगे।’’ युवराज ने भारत की विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाई थी। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले महीने से उपचार के लिए अमेरिका में है। पहले उनके परिवार ने कहा कि था उनके फेफड़ों में ट्यूमर है। यह पूर्व टेस्ट क्रिकेटर उस घटना को याद करते हुए अपने आंसू नहीं रोक पा रहा था। योगराज ने कहा कि तब उन्होंने युवराज को पूरी चिकित्सकीय जांच की सलाह दी लेकिन उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी और कहा कि वह बच्चा नहीं है तथा वह पूरी तरह से ठीक है। योगराज ने यहां अपने आवास पर कहा, ‘‘लेकिन मैं जानता था कि कुछ गड़बड़ है। छह महीने पहले जिस चिकित्सक ने युवराज की जांच की रिपोटरें को देखा था उसने कहा कि कि उन्हें उपचार के लिये अमेरिका ले जाना चाहिए। चिकित्सक ने कहा कि था कि सर्वश्रेष्ठ इलाज अमेरिका में उपलब्ध है लेकिन मैं किसी को दोषी नहीं मानता।’’ उन्हें हालांकि लगता है कि आखिर में सब कुछ अच्छा हुआ जो युवराज ऑस्ट्रेलिया में नहीं खेला अन्यथा मामला और बिगड़ सकता था। योगराज ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे से बात की। उन्होंने कहा, ‘‘उपचार का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है और ईश्वर ने चाहा तो उन्हें जल्द ही मैदान पर होना चाहिए। ’’ युवराज की बीमारी के कारण पिता और पुत्र पहले की तुलना में अधिक करीब हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘युवी शेरदिल इंसान है। वह शेर है। आप फिर से उसे गुर्राते हुए देखोगे।’’ युवराज ने भारत की विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाई थी। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले महीने से उपचार के लिए अमेरिका में है। पहले उनके परिवार ने कहा कि था उनके फेफड़ों में ट्यूमर है। उन्हें हालांकि लगता है कि आखिर में सब कुछ अच्छा हुआ जो युवराज ऑस्ट्रेलिया में नहीं खेला अन्यथा मामला और बिगड़ सकता था। योगराज ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे से बात की। उन्होंने कहा, ‘‘उपचार का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है और ईश्वर ने चाहा तो उन्हें जल्द ही मैदान पर होना चाहिए। ’’ युवराज की बीमारी के कारण पिता और पुत्र पहले की तुलना में अधिक करीब हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘युवी शेरदिल इंसान है। वह शेर है। आप फिर से उसे गुर्राते हुए देखोगे।’’ युवराज ने भारत की विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाई थी। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले महीने से उपचार के लिए अमेरिका में है। पहले उनके परिवार ने कहा कि था उनके फेफड़ों में ट्यूमर है।
यह लेख है: आमदनी के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले का सामना कर रहे एक आईआरएस अधिकारी ने सीबीआई के शिकंजे से बचने के लिए कथित तौर पर अपना फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र तैयार किया। एजेंसी ने अधिकारी के खिलाफ आमदनी के स्रोत से 488 प्रतिशत अधिक संपत्ति बरामदगी के लिए उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। वडोदरा में सेंट्रल एक्साइज में अतिरिक्त आयुक्त के पद पर तैनात अली अकबर ताहेरेली आमदनी से अधिक 2.40 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति बनाने के आरोप में सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं। एक जनवरी 2005 से चार अक्टूबर 2013 की जांच अवधि के दौरान उनकी जायज कमाई करीब 54 लाख रुपये ही बनती है।टिप्पणियां एजेंसी ने अहमदाबाद विशेष अदालत में एक आरोपपत्र दाखिल किया है जिसमें उनका और उनकी पत्नी का नाम शामिल किया गया है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) एजेंसी ने अधिकारी के खिलाफ आमदनी के स्रोत से 488 प्रतिशत अधिक संपत्ति बरामदगी के लिए उनके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। वडोदरा में सेंट्रल एक्साइज में अतिरिक्त आयुक्त के पद पर तैनात अली अकबर ताहेरेली आमदनी से अधिक 2.40 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति बनाने के आरोप में सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं। एक जनवरी 2005 से चार अक्टूबर 2013 की जांच अवधि के दौरान उनकी जायज कमाई करीब 54 लाख रुपये ही बनती है।टिप्पणियां एजेंसी ने अहमदाबाद विशेष अदालत में एक आरोपपत्र दाखिल किया है जिसमें उनका और उनकी पत्नी का नाम शामिल किया गया है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) वडोदरा में सेंट्रल एक्साइज में अतिरिक्त आयुक्त के पद पर तैनात अली अकबर ताहेरेली आमदनी से अधिक 2.40 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति बनाने के आरोप में सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं। एक जनवरी 2005 से चार अक्टूबर 2013 की जांच अवधि के दौरान उनकी जायज कमाई करीब 54 लाख रुपये ही बनती है।टिप्पणियां एजेंसी ने अहमदाबाद विशेष अदालत में एक आरोपपत्र दाखिल किया है जिसमें उनका और उनकी पत्नी का नाम शामिल किया गया है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) एजेंसी ने अहमदाबाद विशेष अदालत में एक आरोपपत्र दाखिल किया है जिसमें उनका और उनकी पत्नी का नाम शामिल किया गया है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नकली वोटर कार्ड बनाने का धंधा तेजी से फलफूल रहा है. पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है जो महज 350 रुपये मे नकली वोटर कार्ड बनाया करता था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने दो लैपटॉप, कई मशीनें और संबंधित दस्तावेज बरामद किए हैं. जानकारी के मुताबिक, राजकोट के हरिहर चौक पर नवकार जीरॉक्स नाम की दूकान चलाने वाले गौरव शाह ओर प्रशांत लाखाणी नकली वोटर कार्ड बनाया करते थे. पुलिस ने इस बात की सूचना मिलते ही दूकान पर छापा मारा. वहां जांच के दौरान पता चला कि यहां काफी दिनों से नकली वोटर कार्ड बनाने का धंधा चल रहा है. पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी असली वोटर कार्ड बनाने के लिए 30 रुपये, नकली वोटर कार्ड के लिए 200 रुपये और 350 रुपये में हाथों-हाथ नकली वोटर कार्ड बनाकर लोगों को दिया करते थे. इस बात की जांच की जा रही है कि इस रैकेट में कितने लोग हैं और अब तक कितने लोगों को नकली वोटर कार्ड बनाकर बेचा गया है.
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपने एक ट्वीट की वजह से चर्चा में हैं. रविवार को भारत के साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20 मैच जीतने के बाद बिग बी ने ऐसा ट्वीट कर डाला है जिससे सोशल मीडिया पर बवाल हो गया है. उन्होंने एक बार फिर बिना नाम लिए कमेंटेटर हर्षा भोगले पर कमेंट किया है. बिग बी ने भारत के मैच जीतने की खुशी में ट्वीट कर लिखा, ''इंडिया साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला T20 मैच जीत गया है. सभी ने शानदार तरीके से खेला. खिलाड़ियों का एग्रेशन काफी पंसद आया और कमेंटेटर्स की पक्षपाती कमेंट्री भी. कृप्या इसे जारी रखें क्योंकि जब भी आप ऐसा करेंगे हम मैच जीत जाएंगे.'' बता दें, रविवार को हुए मैच में हर्षा भोगले ने कमेंट्री की थी. T 2619 - INDIA wins first T20 against SoAf .. brilliant play .. loved the aggression .. and loved the bias commentating .. keep doing that please ..coz' every time you do that we WIN handsomely ! pic.twitter.com/q3cES8Q772 — Amitabh Bachchan (@SrBachchan) February 18, 2018 फॉलोअर घटने से नाराज थे अमिताभ बच्चन, मनाने आई Twitter टीम हर्षा भोगले की कमेंट्री को पसंद करने वाले फैंस को बिग बी का यह ट्वीट पसंद नहीं आया और उन्होंने एक्टर को सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया. एक यूजर ने लिखा, हमें गेम को एंजॉय करना चाहिए. मैं नहीं जानता कि आपको कमेंटेटर्स से क्या परेशानी है. वे पक्षपाती नहीं थे. आप उन्हें पक्षपाती क्यों कह रहे हैं? क्या कभी किसी कमेंटेटर ने आपकी एक्टिंग में गलतियां निकाली हैं? तो फिर क्यों आप उनके काम में दखलअंदाजी कर रहे हैं? एक यूजर ने लिखा कि बिग बी लाइमलाइट में आने के लिए ऐसा ट्वीट कर रहे हैं. If your indication is towards @bhogleharsha then you need to work on your knowledge of the game. — burhan (@burhanqutub) February 18, 2018 We should enjoy the game. I don't know what's your problem with commentators. They have to be neutral, god knows why you keep calling them biased. Does any commentator criticise your acting? Why you keep intervening in their profession? @sanjaymanjrekar @bhogleharsha @amolsurwase — Gajanan Gosavi (@imgajanang) February 18, 2018 Amitabh Bachchan does it for limelight.......nice joke😂 — Surhumain00 (@bornrealist00) February 19, 2018 Uncle Since ur a senior, u think u always have right to say anything about anyone. As usual You continue to spit venom about @bhogleharsha but he will remain one of the bestest commentator after Tony Greig. — Younus Mohammad (@Younus4frndz) February 18, 2018 Commentary have to be neutral. If you are pointing this to @bhogleharsha you are making a mistake. He is a tremendous commenter with adequate knowledge about the cricket. And most importantly he speaks brutal truth. #INDvsSA — Nitish™ (@nitishtweets) February 19, 2018 As a commentator, one's job is to explain the game to the viewer from both sides perspective. So, if a team is doing something good on the field, even though it might be the opponent, you've to say it as such. I don't call it a bias. 🙏 — Moinak Das (@iMD_84) February 19, 2018 बता दें, इससे पहले भी बिग बी सोशल मीडिया पर ट्रोल हो चुके हैं. 2016 में वर्ल्ड T20 के दौरान भी अमिताभ ने हर्षा भोगले की कमेंट्री पर सवाल उठाए थे. उन्होंने ट्वीट किया था, सम्मान के साथ यह कहना चाहूंगा कि अगर कमेंटेटर्स दूसरों के बजाय क्रिकेट के बारे में ज्यादा बता करेंगे तो अच्छा रहेगा. जब जया ने अमिताभ से लिया रेखा के साथ काम न करने का वादा, लेकिन... तब बिग बी के इस ट्वीट को उस वक्त के कप्तान एमएस धोनी ने री-ट्वीट किया था. जिसके बाद हर्षा की BCCI के कमेंट्री पैनल से छुट्टी हो गई थी. लेकिन अब फिर से हर्षा भोगले की कमेंट्री की दुनिया में वापसी हो चुकी है. मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार BCCI अमिताभ के ट्वीट पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी और हर्षा भोगले कमेंट्री पैनल में बने रहेंगे.
सरकार ने कर्मचारियों के वेतन खुलासे (डिस्क्लोजर) नियमों को सख्त करने का प्रस्ताव किया है. इसके तहत सभी सूचीबद्ध कंपनियों को कारोबारी प्रदर्शन के आधार पर अपने शीर्ष प्रबंधन के वेतन तथा उसमें बढ़ोतरी का तर्क देना होगा. सरकार ने ये प्रस्‍ताव कुछ कंपनियों द्वारा अपने सीईओ जैसे उच्‍च पदों पर आसीन अधिकारियों को दिए जा रहे अनाप-सनाप सैलरी को ध्‍यान में रखते हुए तैयार किया है. नए कंपनी कानून के तहत कंपनियों से पहले से अपने शीर्ष प्रबंधन को दिए जाने वाले वेतन तथा मध्यम कर्मचारियों के वेतन का अनुपात बताने को कहा गया है. कंपनी मामलों के मंत्रालय ने नए कंपनी कानून के नियमों के मसौदे की दूसरी किस्त जारी की है. इसमें विभिन्न उपायों की घोषणा की गई है, मसलन निदेशकों को दिए जाने वाले किसी वैरिएबल के मानदंड का खुलासा करना अनिवार्य होगा. कंपनियों को अब वेतन आदि में औसत वृद्धि तथा कंपनी के प्रदर्शन के बीच संबंधों को स्पष्ट करना होगा. इसके अलावा महत्वपूर्ण प्रबंधन स्तर के अधिकारियों के वेतन तथा कंपनी के प्रदर्शन के बीच तुलनात्मक समीक्षा पेश करनी होगी.
निक जोनस का गाना सकर इंटरनेट पर सुपरहिट हो गया. उन्होंने लंबे वक्त बाद अपने भाई जो जोनस और केविन जोनस के साथ वापसी की थी. एक तरफ जहां उनका ये गाना लोगों की प्लेलिस्ट में नंबर वन होता जा रहा है वहीं दूसरी ओर फैन्स लगातार निक से ये पूछ रहे हैं कि वह प्रियंका चोपड़ा के साथ मिलकर कब एल्बम या सिंगल सॉन्ग लॉन्च करने जा रहे हैं? बता दें कि प्रियंका निक के गाने सकर में नजर आ चुकी हैं. उन्होंने सोफी टर्नर औऱ डेनियल जोनस के साथ निक के इस सॉन्ग वीडियो में काम किया है. ये बात तो सभी जानते हैं कि प्रियंका गाना गाने का शौक रखती हैं और वह साल 2012 में 'माय सिटी' से डेब्यू कर चुकी हैं. इसके बाद उन्होंने एक्जॉटिक और  I Can't Make You Love Me जैसे गानों में अपनी आवाज दी. तो क्या प्रियंका निक जोनस के साथ कोई गाना या एल्बम लॉन्च करेंगी? People.com के साथ एक इंटरव्यू में निक जोनस ने कहा, "उसकी आवाज अद्भुत है और हमारे घर में बहुत सा संगीत और नृत्य बसा हुआ है. इसलिए... मैं कह नहीं सकता. अभी हमारी शादी को कुछ ही महीने हुए हैं और हम फिलहाल इसे एन्जॉय कर रहे हैं, बाकी देखते हैं कि चीजें कहां तक जाती हैं." यानि सीधे तौर पर तो निक जोनस ने कुछ भी नहीं कहा लेकिन एक संभावना जता कर बात खत्म कर दी. Best travel buddy ever..hello Delhi.. so good to be back.. ❤️🇮🇳💋 @nickjonas pic.twitter.com/PSnbx9msTn — PRIYANKA (@priyankachopra) February 26, 2019 The Jonas Brothers debut at No. 1 on Billboard Hot 100!! OMGeeeeeee!! I Could not be more proud of you guys (screaming inside)♥️ @nickjonas @kevinjonas @joejonas https://t.co/MqjT5Kkv7G — PRIYANKA (@priyankachopra) March 11, 2019 So good to come home to this! I’m so proud of u baby.. ❤️❤️❤️ @nickjonas @joejonas @kevinjonas @jonasbrothers pic.twitter.com/eRO4Rio1dt — PRIYANKA (@priyankachopra) March 13, 2019 बता दें कि प्रियंका चोपड़ा ने फिल्म मैरी कॉम और दिल धड़कने दो में भी गाना गाया था. प्रियंका चोपड़ा को संगीत से बेहद प्यार है और कई रिएलिटी शोज में भी उन्होंने गाने गाये हैं. जल्द ही वह फिल्म द स्काय इज पिंक में काम करती नजर आएंगी. इस फिल्म का प्रोडक्शन भी खुद प्रियंका चोपड़ा के हाथों में है. पिछले काफी वक्त से वह किसी हिंदी फिल्म में नजर नहीं आई हैं.
भारतीय शेयर बाजार की चाल जहां बीते हफ्ते कई वैश्विक कारणों से दबाव में रही, इस हफ्ते बाजार की चाल पर कई घरेलू और वैश्विक घटनाओं का असर देखने को मिलेगा. जहां शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 19 अंक गिरकर 31,056 के स्तर पर बंद हुआ और वहीं सोमवार सुबह पहले कारोबारी दिन बाजार ने 150 अंकों से अधिक की उछाल के साथ 31,221 के स्तर पर कारोबार कर रहा था. वहीं निफ्टी 50 भी शुरुआती कारोबार में 40 अंको की बढ़त कायम करते हुए 9,626 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. बाजार के जानकारों का मानना है कि इस हफ्ते बाजार की चाल कई वैश्विक और घरेलू कारणों पर निर्भर रहेगी. उनके मुताबिक इस हफ्ते इन कारणों का भारतीय शेयर बाजार पर असर देखने को मिलेगा. 1. GST की तैयारी रविवार को GST काउंसिल की 17वीं बैठक में फैसला कर लिया गया है कि केन्द्र सरकार हर हालत में 1 जुलाई को देशभर में जीएसटी लागू कर देगी. हालांकि इसके लिए उसने देशभर के कारोबारियों को पहला रिटर्न फाइल करने के लिए 2 महीने का वक्त दिया है. इस फैसले से सोमवार सुबह बाजार में तेजी देखने को मिल रही है. वहीं बाजार के जानकारों का दावा है कि इस हफ्ते के दौरान जीएसटी की तैयारियों पर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा. 2. डोनाल्ड ट्रंप की जांच बीते साल अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों को रूस द्वारा प्रभावित किए जाने की जांच की जा रही है. इस जांच के लिए स्पेशल काउंसल पीटर म्यूलर ने अपनी कोशिशें तेज कर दी है. बीते हफ्ते जहां म्यूलर ने ट्रंप के खिलाफ इस जांच को पूरा करने के लिए 12 अन्य काउंसल और जांचकर्ताओं की टीम बनाई है वहीं माना जा रहा है कि चालू हफ्ते में वह ट्रंप प्रचार में अहम भूमिका निभाने वाले कुछ लोगों से पूछताछ कर सकते हैं. इस जांच के चलते वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों पर असर पड़ने की उम्मीद है. 3. ब्रेक्जिट की शर्तें होंगी तय यूरोपियन सेंट्रल बैंक इस हफ्ते ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से बाहर निकलने का रास्ता साफ करेगी. इस बैठक में उन सभी शर्तों पर फैसला होगा जिससे ब्रिटेन और ईयू का संबंध तोड़ने का काम किया जाएगा. इस फैसले से चालू हफ्ते में यूरोप समेत एशियाई बाजार पर खास असर देखने को मिलेगा. गौरतलब है कि हाल में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा को स्नैप पोल में मिली हार के बाद वैश्विक बाजार पर ईयू से ब्रिटेन के अलग होने का असर पड़ेगा. गौरतलब है कि बुधवार को यूरोपियन बैंक की गैर मौद्रिक नीति और गुरुवार को मौद्रिक नीति की समीक्षा की जाएगी. 4. आ रही आईपीओ की धूम शेयर बाजार पर इस हफ्ते कई बड़े आईपीओ आ रहे हैं. इन आईपीओ के जरिए कंपनियां बाजार में अपने शेयर बेचकर पैसे उठाने की तैयारी में है. गौरतलब है कि ज्यादातर कंपनियां आईपीओ के जरिए पैसा उठाकर अपना बैंक लोन पाटने की तैयारी में हैं. वहीं इन आईपीओ को लेकर शेयर बाजार में निवेशक भी उत्साहित हैं और उम्मीद है कि उन्हें इन कंपनियों के शेयर ऑफर प्राइस पर मिल जाए. इन आईपीओ में जीटीपीएल हैथवे, सीडीएसएल और एरिस लाइफसाइंसेस शामिल हैं जो बाजार से लगभग 2,500 करोड़ रुपये उठाने की कोशिश में हैं. 5. आ रहे हैं एशिया के महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े चालू हफ्ते के दौरान जापान का मैन्यूफैक्चरिंग आंकड़ा (पीएमआई), फ्रांस और जर्मनी का मैन्यूफैक्चरिंग आंकड़े के साथ-साथ पूरे यूरोजोन का कंपोजिट पीएमआई आंकड़ा आ रहा है. इन आंकड़ों से इन सभी क्षेत्रों में मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की रफ्तार का अंदाजा लगेगा. ये आंकड़े एशियाई बाजारों के लिए बैदह अहम हैं और इनके चलते एशिया समेत भारतीय शेयर बाजार पर उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
यह लेख है: शनिवार को अवैध हथियारों के मामले में दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई. पुलिस की विशेष शाखा ने 43 पिस्टल के साथ 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव के मुताबिक एक गुप्त सूचना के आधार पर शांतिवन चौक से गत 15 दिसंबर को हरी सिंह नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था. मध्य प्रदेश के रहने वाले हरी के पास से 20 पिस्टल और 15 मैगज़ीन बरामद की गईं. हरी से पूछताछ के बाद पुलिस ने मध्य प्रदेश के सागर से योगेंद्र सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया. योगेंद्र के पास से 23 पिस्टल और 23 मैगज़ीन बरामद की गईं. योगेंद्र करीब 100 एकड़ जमीन का मालिक है और अपने गांव का प्रधान भी रहा है.टिप्पणियां मध्य प्रदेश के रहने वाले दोनों आरोपियों ने बताया कि वे पिछले कई सालों से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हथियार सप्लाई कर रहे हैं. ये हथियार  मध्य प्रदेश के बुरहानपुर ज़िले के तीन गांव पचोरी, दातेपहारी और पंगोरी से लाते हैं. क्योंकि इन तीन गांव में ही बड़े पैमाने पर ही हथियार बनाये जा रहे हैं. योगेंद्र और हरी मध्य प्रदेश से एक पिस्टल 15000 रुपये में लाकर दूसरे राज्यों में 30 से 40 हज़ार रुपये में बेचते थे. स्पेशल सेल ने इस साल अब तक 347 पिस्टल, 9 देशी कट्टे, 6009 जिंदा कारतूस और 95 मैगज़ीन पकड़ी हैं. स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव के मुताबिक एक गुप्त सूचना के आधार पर शांतिवन चौक से गत 15 दिसंबर को हरी सिंह नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था. मध्य प्रदेश के रहने वाले हरी के पास से 20 पिस्टल और 15 मैगज़ीन बरामद की गईं. हरी से पूछताछ के बाद पुलिस ने मध्य प्रदेश के सागर से योगेंद्र सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया. योगेंद्र के पास से 23 पिस्टल और 23 मैगज़ीन बरामद की गईं. योगेंद्र करीब 100 एकड़ जमीन का मालिक है और अपने गांव का प्रधान भी रहा है.टिप्पणियां मध्य प्रदेश के रहने वाले दोनों आरोपियों ने बताया कि वे पिछले कई सालों से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हथियार सप्लाई कर रहे हैं. ये हथियार  मध्य प्रदेश के बुरहानपुर ज़िले के तीन गांव पचोरी, दातेपहारी और पंगोरी से लाते हैं. क्योंकि इन तीन गांव में ही बड़े पैमाने पर ही हथियार बनाये जा रहे हैं. योगेंद्र और हरी मध्य प्रदेश से एक पिस्टल 15000 रुपये में लाकर दूसरे राज्यों में 30 से 40 हज़ार रुपये में बेचते थे. स्पेशल सेल ने इस साल अब तक 347 पिस्टल, 9 देशी कट्टे, 6009 जिंदा कारतूस और 95 मैगज़ीन पकड़ी हैं. हरी से पूछताछ के बाद पुलिस ने मध्य प्रदेश के सागर से योगेंद्र सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया. योगेंद्र के पास से 23 पिस्टल और 23 मैगज़ीन बरामद की गईं. योगेंद्र करीब 100 एकड़ जमीन का मालिक है और अपने गांव का प्रधान भी रहा है.टिप्पणियां मध्य प्रदेश के रहने वाले दोनों आरोपियों ने बताया कि वे पिछले कई सालों से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हथियार सप्लाई कर रहे हैं. ये हथियार  मध्य प्रदेश के बुरहानपुर ज़िले के तीन गांव पचोरी, दातेपहारी और पंगोरी से लाते हैं. क्योंकि इन तीन गांव में ही बड़े पैमाने पर ही हथियार बनाये जा रहे हैं. योगेंद्र और हरी मध्य प्रदेश से एक पिस्टल 15000 रुपये में लाकर दूसरे राज्यों में 30 से 40 हज़ार रुपये में बेचते थे. स्पेशल सेल ने इस साल अब तक 347 पिस्टल, 9 देशी कट्टे, 6009 जिंदा कारतूस और 95 मैगज़ीन पकड़ी हैं. मध्य प्रदेश के रहने वाले दोनों आरोपियों ने बताया कि वे पिछले कई सालों से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हथियार सप्लाई कर रहे हैं. ये हथियार  मध्य प्रदेश के बुरहानपुर ज़िले के तीन गांव पचोरी, दातेपहारी और पंगोरी से लाते हैं. क्योंकि इन तीन गांव में ही बड़े पैमाने पर ही हथियार बनाये जा रहे हैं. योगेंद्र और हरी मध्य प्रदेश से एक पिस्टल 15000 रुपये में लाकर दूसरे राज्यों में 30 से 40 हज़ार रुपये में बेचते थे. स्पेशल सेल ने इस साल अब तक 347 पिस्टल, 9 देशी कट्टे, 6009 जिंदा कारतूस और 95 मैगज़ीन पकड़ी हैं. स्पेशल सेल ने इस साल अब तक 347 पिस्टल, 9 देशी कट्टे, 6009 जिंदा कारतूस और 95 मैगज़ीन पकड़ी हैं.
अरस्तु (यूूनानी: Ἀριστοτέλης, अरीस्तोतेलीस्, 384 ईपू – 322 ईपू) प्राचीन यूनानी दार्शनिक व बहुश्रुत थे। उनका जन्म स्टेगेरिया नामक नगर में हुआ था और वे प्लेटो के शिष्य व सिकंदर के गुरु थे। उनके लेखन में प्राकृतिक विज्ञान , दर्शन , भाषाविज्ञान , अर्थशास्त्र , राजनीति , मनोविज्ञान, सौंदर्यशास्त्र और कला जैसे विषयों का एक विस्तृत परिक्षेत्र शामिल है । एथेंस के लाइसियम में दर्शनशास्त्र के परिव्राजक-संप्रदाय के संस्थापक के रूप में उन्होंने एक व्यापक अरस्तुवादी परंपरा की शुरुआत की, जिसने आधुनिक विज्ञान के विकास के लिए आधार तैयार किया । अरस्तू के जीवन के बारे में बहुत कम जानकारी है। उनका जन्म श्रेण्य काल के दौरान उत्तरी ग्रीस के स्टैगिरा नगर में हुआ था । जब अरस्तू बच्चे थे, तब उनके पिता निकोमेकस की मृत्यु हो गई और उसका पालन-पोषण एक अभिभावक द्वारा किया गया। सत्रह या अठारह साल की उम्र में वह एथेंस में प्लेटो की अकादमी में शामिल हो गए और सैंतीस साल की उम्र ( लगभग  347 ईसा पूर्व ) तक वहीं रहे। प्लेटो की मृत्यु के कुछ ही समय बाद, अरस्तू ने एथेंस छोड़ दिया और, मैकेदोन के फिलिप द्वितीय के अनुरोध पर , 343 ईसा पूर्व में उनके बेटे सिकंदर महान को पढ़ाया । उन्होंने लाइसियम में एक पुस्तकालय की स्थापना की जिससे उन्हें पेपाइरस पत्रावलीयों पर अपनी सैकड़ों पुस्तकों का उत्पादन करने में मदद मिली। हालाँकि अरस्तू ने प्रकाशन के लिए कई महान ग्रंथ और संवाद लिखे, लेकिन उनके मूल निष्पाद का केवल एक तिहाई ही बचा है , जिसमें से कोई भी प्रकाशन के लिए नहीं था। अरस्तू ने अपने से पहले मौजूद विभिन्न दर्शनों का एक जटिल संश्लेषण प्रदान किया। सबसे बढ़कर, यह उनकी शिक्षाओं से ही था कि पश्चिम को अपनी बौद्धिक शब्दावली (कोश) , साथ ही समस्याएं और अन्वीक्षण की विधियाँ विरासत में मिल सकी। परिणामस्वरूप, उनके दर्शन ने पश्चिम में ज्ञान के लगभग हर रूप पर अद्वितीय प्रभाव डाला है और यह समकालीन दार्शनिक चर्चा का विषय बना हुआ है। अरस्तू के विचारों ने मध्ययुगीन विद्वता को गहराई से आकार दिया । इनके भौतिक विज्ञान के प्रभाव ने प्राचीन काल के अंत और प्रारंभिक मध्य युग से लेकर पुनर्जागरण तक विस्तार किया , और इसे तब तक व्यवस्थित रूप से प्रतिस्थापित नहीं किया गया जब तक कि ज्ञानोदय और चीरसम्मत यांत्रिकी जैसे सिद्धांत विकसित नहीं हो गए। अंतिम रूप से न्यूटन के भौतिकवाद ने इसकी जगह ले लिया। अरस्तू के जीव विज्ञान में पाए गए कुछ प्राणीशास्त्रीय अवलोकन , जैसे कि ऑक्टोपस की निषेचनांग (प्रजनन) भुजा पर , 19वीं शताब्दी तक अविश्वास किया गया था। उन्होंने मध्य युग के दौरान यहूदी-इस्लामी दर्शन के साथ ईसाई धर्ममीमांसा को भी प्रभावित किया , विशेष रूप से प्रारंभिक चर्च के नवप्लेटोवाद और कैथोलिक चर्च की पांडित्यवाद परंपरा को । मध्ययुगीन मुस्लिम विद्वानों के बीच अरस्तू को "प्रथम शिक्षक" के रूप में और थॉमस एक्विनास जैसे मध्ययुगीन ईसाइयों के बीच उन्हें "दार्शनिक (द फिलॉस्फर)" के रूप में सम्मानित किया गया था, जबकि कवि दांते ने उन्हें "उन लोगों का गुरु कहा था जो जानते हैं"। उनके कार्यों में तर्क का सबसे पहला ज्ञात औपचारिक अध्ययन शामिल है, और इसका अध्ययन पीटर एबेलार्ड और  जॉन बुरिडन जैसे मध्ययुगीन विद्वानों द्वारा किया गया । तर्कशास्त्र पर अरस्तू का प्रभाव 19वीं शताब्दी तक जारी रहा और ये आज भी प्रासांगिक हैं।। इसके अलावा, उनका नीतिशास्त्र, जो हमेशा से प्रभावशाली रहा, लेकिन सद्गुण नैतिकता के आधुनिक आगमन के साथ हालांकि इसमें नए सिरे से रूचि पैदा हुई है। अरस्तु का राजनीतिक दर्शन पर प्रसिद्ध ग्रंथ पोलिटिक्स व काव्यशास्त्र पर पोएटिक्स् नामक ग्रंथ है जो सौंदर्यशास्त्र की एक महत्त्वपूर्ण रचना है। अरस्तु ने जन्तु इतिहास नामक पुस्तक लिखी। इस पुस्तक में लगभग 500 प्रकार के विविध जन्तुओं की रचना, स्वभाव, वर्गीकरण, जनन आदि का व्यापक वर्णन किया गया। जन्म अरस्तु का जन्म 384-322 ई. पू. में हुआ था और वह ६२ वर्ष तक जीवित रहे। उनका जन्म स्थान स्तागिरा (स्तागिरस) नामक नगर था। उनके पिता मकदूनिया के राजा के दरबार में शाही वैद्य थे। इस प्रकार अरस्तु के जीवन पर मकदूनिया के दरबार का काफी गहरा प्रभाव पड़ा था। उनके पिता की मौत उनके बचपन में ही हो गई थी। शिक्षा पिता की मौत के बाद 18वर्षीय अरस्तु को उनके अभिभावक ने शिक्षा पूरी करने के लिए बौद्धिक शिक्षा केंद्र एथेंस भेज दिया। वह वहां पर बीस वर्षो तक प्लेटो से शिक्षा पाते रहे। पढ़ाई के अंतिम वर्षो में वो स्वयं अकादमी में पढ़ाने लगे। उनके द्वारा द लायिसियम नामक संस्था भी खोली गई |अरस्तु को उस समय का सबसे बुद्धिमान व्यक्ति माना जाता था जिसके प्रशंसा स्वयं उनके गुरु भी करते थे। अरस्तु की गिनती उन महान दार्शनिकों में होती है जो पहले इस तरह के व्यक्ति थे और परम्पराओं पर भरोसा न कर किसी भी घटना की जाँच के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचते थे। प्लेटो के निधन के बाद 347 ईस्वी पूर्व में प्लेटो के निधन के बाद अरस्तु ही अकादमी के नेतृत्व के अधिकारी थे किन्तु प्लेटो की शिक्षाओं से अलग होने के कारण उन्हें यह अवसर नहीं दिया गया। एत्रानियस के मित्र शासक ह्र्मियाज के निमंत्रण पर अरस्तु उनके दरबार में चले गये। वो वहाँ पर तीन वर्ष रहे और इस दौरान उन्होंने राजा की भतीजी ह्र्पिलिस नामक महिला से विवाह कर लिया। अरस्तु की ये दुसरी पत्नी थी उससे पहले उन्होंने पिथियस नामक महिला से विवाह किया था जिसके मौत के बाद उन्होंने दूसरा विवाह किया था। इसके बाद उनके यहाँ नेकोमैक्स नामक पुत्र का जन्म हुआ। सबसे ताज्जुब की बात ये है कि अरस्तु के पिता और पुत्र का नाम एक ही था। शायद अरस्तु अपने पिता को बहुत प्रेम करते थे इसी वजह से उनकी याद में उन्होंने अपने पुत्र का नाम भी वही रखा था। सिकंदर की शिक्षा मकदूनिया के राजा फिलिप के निमन्त्रण पर वो उनके तेरह वर्षीय पुत्र को पढ़ाने लगे। पिता-पुत्र दोनों ही अरस्तु को बड़ा सम्मान देते थे। लोग यहाँ तक कहते थे कि अरस्तु को शाही दरबार से काफी धन मिलता है और हजारों गुलाम उनकी सेवा में रहते है हालांकि ये सब बातें निराधार थीं। एलेक्जैंडर के राजा बनने के बाद अरस्तु का काम खत्म हो गया और वो वापस एथेंस आ गये। अरस्तु ने प्लेटोनिक स्कूल और प्लेटोवाद की स्थापना की। अरस्तु अक्सर प्रवचन देते समय टहलते रहते थे इसलिए कुछ समय बाद उनके अनुयायी पेरीपेटेटिक्स कहलाने लगे। अरस्तु और दर्शन अरस्तु को खोज करना बड़ा अच्छा लगता था खासकर ऐसे विषयों पर जो मानव स्वभाव से जुड़े हों जैसे कि "आदमी को जब भी समस्या आती है वो किस तरह से इनका सामना करता है?” और "आदमी का दिमाग किस तरह से काम करता है?" समाज को लोगों से जोड़े रखने के लिए काम करने वाले प्रशासन में क्या ऐसा होना चाहिए जो सर्वदा उचित तरीके से काम करें। ऐसे प्रश्नों के उत्तर पाने के लिए अरस्तु अपने आस पास के माहौल पर प्रायोगिक रुख रखते हुए बड़े इत्मिनान के साथ काम करते रहते थे। वो अपने शिष्यों को सुबह सुबह विस्तृत रूप से और शाम को आम लोगों को साधारण भाषा में प्रवचन देते थे। एलेक्सेंडर की अचानक मृत्यु पर मकदूनिया के विरोध के स्वर उठ खड़े हुए। उन पर नास्तिकता का भी आरोप लगाया गया। वो दंड से बचने के लिये चल्सिस चले गये और वहीं पर एलेक्सेंडर की मौत के एक साल बाद 62 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हो गयी। इस तरह अरस्तु महान दार्शनिक प्लेटो के शिष्य और सिकन्दर के गुरु बनकर इतिहास के पन्नो में महान दार्शनिक के रूप में अमर हो गये। कृतियां अरस्तु ने कई ग्रथों की रचना की थी, लेकिन इनमें से कुछ ही अब तक सुरक्षित रह पाये हैं। सुरक्षित लेखों की सूची इस प्रकार है: पोलिटिक्स निकोमचेँ एथिक्स यूदेमियन एथिक्स व्याख्यान शास्त्र (rhetorics) पोएटिक्स मेटाफिजिक्स प्रॉब्लेम्स हिस्ट्री ऑफ़ एनिमल्स पार्ट्स ऑफ़ एनिमल्स मूवमेंट ऑफ़ एनिमल्स प्रोग्रेशन ऑफ़ एनिमल्स जनरेशन ऑफ़ एनिमल्स सेंस एंड सेंसिबिलिया ऑन मेमोरी ऑन स्लीप ऑन ड्रीम्स ऑन दिविनेशन इन स्लीप ऑन लेनथ एंड शोर्तनेस ऑफ़ लाइफ ऑन यूथ, ओल्ड ऐज , लाइफ एंड डेथ एंड रेसिपिरेशन फिजिक्स ऑन दी हेअवेंस ऑन जेंराशन एंड करप्शन मेतेरोलोजी ऑन दी यूनिवर्स ऑन दी सोल इन्हें भी देखें अर्थशास्त्र ग्रन्थ अल-जाहिज़ चाणक्यनीति सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ Aristotle Biography in Hindi (Arastu) अरस्तु की संक्षिप्त जीवनी भूगोलवेत्ता यूनानी भूगोलवेत्ता दार्शनिक यूनान के दार्शनिक पाश्चात्य दर्शन
टाटा मोटर्स जल्द ही अपनी Tiago हैचबैक रेंज में एक नए टॉप-स्पेक वेरिएंट जोड़ने वाली है. इंटरनेट पर एक तस्वीर लीक हुई है जिसमें इस नए XZ+ वेरिएंट को देखा जा सकता है. इस वेरिएंट की लॉन्चिंग दिसंबर के अंत तक होने की उम्मीद है. Tiago XZ+ को नए एटना ऑरेंज शेड में पेश किया जा सकता है. इसी शेड में Nexon AMT कॉम्पैक्ट SUV को लॉन्च किया गया था. Tiago XZ+ को कॉन्ट्रास्टिंग रूफ के साथ टाइटेनियम ग्रे शेड में भी पेश किया जा सकता है. दूसरे फीचर्स की बात करें तो इसमें टॉप-स्पेक Tigor पेट्रोल की तरह 15-इंच अलॉय व्हील भी शामिल हो सकता है. इंटरनेट पर लीक हुई तस्वीर में नए Tiago XZ+ वेरिएंट में Tigor की तरह मिलते जुलते डिजाइन वाला ग्रिल और प्रोजेक्टर हेडलैम्प नजर आ रहा है. इंटीरियर की बात करें तो केबिन में थोड़ा बहुत नए फीचर्स देखने को मिलेंगे. यहां नया और बड़ा 7.0-इंच टचस्क्रीन सिस्टम मिलेगा जो  Tiago JTP में दिखाई था. इस टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम में ऐपल कारप्ले और एंड्रॉयड ऑटो का भी सपोर्ट मिलेगा. Tiago XZ+ वेरिएंट में क्लाइमेट कंट्रोल और इलेक्ट्रॉनिक ORVMs के भी दिए जानें की उम्मीद है. मैकेनिकल तौर पर इस टॉप-स्पेक XZ+ वेरिएंट में कोई बदलाव नहीं किए जाएंगे. Tiago में 1.2-लीटर 3-सिलिंडर रेवोट्रोन पेट्रोल इंजन मिलता जो 85bhp का पावर जेनरेट करता है. साथ ही इस कार में 1.05-लीटर रेवोटॉर्क डीजल यूनिट का भी ऑप्शन मिलता है. इन दोनों इंजन के साथ 5-स्पीड ट्रांसमिशन के लिए गियरबॉक्स मिलता है. फिलहाल इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि क्या कंपनी Tiago XZ+ में AMT गियरबॉक्स देगी या नहीं. फिलहाल नए वेरिएंट की कीमत के संदर्भ में भी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. हमें उम्मीद है कि टॉप-स्पेक वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत 5.7 लाख रुपये के आस-पास हो सकती है. ये कीमत Hyundai Santro के टॉप-स्पेक Asta वेरिएंट के बिल्कुल करीब है.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने चयन के मामले में सीनियर खिलाड़ियों की मनमानी चलने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड की निंदा करते हुए कहा है कि चयन समिति की नहीं चलती जिससे इंग्लैंड में टीम की यह दुर्गति हुई है। चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, बीसीसीआई पैसा कमाने पर तुली हुई है। उसने सीनियर खिलाड़ियों को जरूरत से ज्यादा छूट दे रखी है। चयनकर्ताओं की नहीं चल रही है। उन्होंने क्रिस श्रीकांत की अगुवाई वाली चयन समिति को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा, मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं ने कहा होगा कि हमारे लिए यह शानदार समय है। इसका पूरा उपयोग करें। उन्होंने भविष्य के बारे में कुछ नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि जब तक देश का क्रिकेट प्रशासन अच्छे अगुवा पैदा करेगा, टीम अच्छे परिणाम देती रहेगी। चैपल ने कहा, आपके पास ऐसा प्रशासन होना चाहिए जो अच्छे, युवा, दक्ष और प्रतिस्पर्धी क्रिकेटर पैदा करे। यदि ऐसा होगा तो टीम जीतती रहेगी भले ही बात टेस्ट की हो, टी20 या वनडे क्रिकेट की। चैपल ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर भी निशाना साधते हुए कहा, भारत को अच्छा गेंदबाजी आक्रमण चाहिए। जब भारत नंबर वन टेस्ट टीम बना तो मैने कहा था कि अलग हालातों में खेलते हुए भारत इसे बरकरार नहीं रख सकता। उन्होंने कहा, हरभजन सिंह पिछले दो साल से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। अच्छे तेज गेंदबाज भी कहां हैं। उन्होंने कहा, चयनकर्ताओं ने उम्रदराज बल्लेबाजी क्रम के बारे में भी कोई विचार नहीं किया। पांच दिनी क्रिकेट में यह काफी चिंताजनक स्थिति है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि विजयी टीम कभी थकी हुई नहीं दिखना चाहिए। उन्होंने कहा, मैंने कभी किसी विजयी टीम को थका हुआ नहीं देखा। हारने वाली टीमें ही थकी हुई दिखती है। भारत इस समय हार रहा है। भारत को अधिक समय तक नंबर वन पर टिके रहना चाहिये था। चैपल ने कहा, उनके पास इतना पैसा है लेकिन यदि प्रशासन सही नहीं है तो पैसे के कोई मायने नहीं। चैपल ने कहा कि बीसीसीआई को सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के जाने के बाद की स्थिति पर विचार करना चाहिए ताकि प्रतिभाशाली युवा टेस्ट क्रिकेट में आसानी से इनकी जगह ले सकें।
छत्तीसगढ़ सरकार ने कर्नाटक सरकार से महावीर स्वामी और जैन तीर्थंकरो मूर्ति चोरी के मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए पत्र लिखा है. मूर्तियों की बरामदगी की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ में जैन समुदाय के सडकों पर उतरने के बाद राज्य के चीफ सेक्रेटरी ने कर्नाटक सरकार के चीफ सेकेट्री एस डी रंगनाथ को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि मंगलोर के जैन मंदिर से गायब हुई मूर्तियाँ पुरातात्विक दृष्टि से अनमोल है. इसलिए इसमें अन्तराष्ट्रीय तस्करों का हाथ भी हो सकता है. इसे ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार का मत है कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाए. कर्नाटक के मंगलोर के जैन मंदिर से गायब हुई मूर्तियों को छत्तीसगढ़ के मूर्ति तस्करों के जरिये राज्य से बाहर भेजा गया था. इस मामले में कर्नाटक पुलिस ने दो तस्करों को धर दबोचा. लेकिन मुख्य सरगना अब तक उसकी पकड़ से बाहर है. तस्करी के मास्टर माइंड को मिल रहे राजनैतिक संरक्षण के कारण कर्नाटक पुलिस के हाथ उसके गिरेबान तक नहीं पहुंच पा रहे है. नतीजतन छत्तीसगढ़ के चीफ सेकेट्री ने सीबीआई जांच की सिफारिश किये जाने को लेकर यह पत्र कर्नाटक सरकार को भेजा है.
अमेरिका ने आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में पाकिस्तान को एक महत्वपूर्ण सहयोगी बताते हुए उम्मीद जताई है कि वह आगे भी इस लड़ाई में साथ निभाता रहेगा। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने कहा, हमारे पाकिस्तान के साथ संबंध हालांकि पेचीदा हैं, लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण भी हैं। वह अलकायदा के विरुद्ध लड़ाई में साथ रहा है और आगे भी बना रहेगा। एक सवाल के जवाब में कार्नी ने कहा, हमें उम्मीद है कि इस मोर्चे पर पाकिस्तान हमारे साथ बना रहेगा। उन्होंने कहा, यहां असहमत होने का सवाल ही नहीं उठता। हम अपने पाकिस्तानी समकक्षों के साथ इस मुद्दे पर खुलकर बात करते हैं। कार्नी ने कहा, हमारा मानना है कि यह संबंध हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं और हम इसे बरकरार रखना चाहते हैं। इसके जरिए हम उस क्षेत्र में अल-कायदा से अधिक प्रभावी तरीके से मुकाबला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने दुश्मनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। जैसा कि आप जानते हैं, ओसामा बिन लादेन मामले में पाकिस्तान में ऐसा हुआ। कार्नी ने कहा, यह तथ्य है कि हम अफगानिस्तान में लड़ाई लड़ रहे हैं और इसमें पाकिस्तान स्थित हक्कानी समूह की सुरक्षित पनाहों की वजह से समस्या हो रही है।
इस अवधि में, विमन जोसियन ने एक विशाल क्षेत्र को नियंत्रित करने के लिए विस्तार किया और हान राजवंश और मंचूरिया के लोगों के बीच व्यापार को नियंत्रित करके आर्थिक रूप से मजबूत हो गया। हान के सम्राट वू ने सोचा कि विमन जोसियन तेजी से हान चीन को धमकी दे रहा है, और विमन जोसियन जिओनाग्नू के साथ सहयोग करेगा।
स्वतंत्रता बाद के युग के अग्रणी भारतीय लेखकों और आलोचकों में से एक दिलीप चित्रे मराठी कवि और आलोचक तथा अंग्रेजी लेखक होने के साथ ही पेंटर और फिल्म निर्माता भी थे। महाराष्ट्र में 1960 में हुए लघु पत्रिका आंदोलन में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। जीवन वृत्त वह बड़ौदा में 17 सितंबर 1938 को एक मराठी भाषी CKP समुदाय में पैदा हुआ था। उनके पिता पुरुषोत्तम चित्रे अभिरुचि नाम का एक आवधिक प्रकाशित करते थे, जो अपने उच्च, गुणवत्ता के मामले में समझौता न करने बेहद क़ीमती समझा जाता था। दिलीप चित्रे का परिवार 1951 में मुंबई में स्थानांतरित कर गया और उन्होंने अपनी पहली कविताओं का संग्रह 1960 में प्रकाशित किया। वह साठ के दशक में मराठी में प्रसिद्ध "छोटी पत्रिका आंदोलन" के पीछे सब पहले और सबसे महत्वपूर्ण प्रभावों में से एक था। 1975 में, उन्हें आयोवा विश्वविद्यालय, आयोवा सिटी, आयोवा, संयुक्त राज्य अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय लेखन कार्यक्रम में एक विजिटिंग फैलोशिप द्वारा सम्मानित किया गया। उन्होंने भारतीय कविता पुस्तकालय, पुरालेख और अनुवाद केन्द्र भारत भवन, एक मल्टी आर्ट फाउंडेशन में एक निर्देशक के रूप भी काम किया है। उन्होंने भोपाल में एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के बाद नई दिल्ली में कवियों का एक विश्व कविता समारोह भी बुलाया। दिलीप पुरुषोत्तम चित को लोग प्यार से दीपू के नाम से बुलाते थे। उन्होंने 14 साल की उम्र से ही लिखना शुरू किया और 18 साल की उम्र में एक पत्रकार के रूप में करिएर की शुरुआत की। महाराष्ट्र में छोटे पत्रिका को लोकप्रिय बनाने के आन्दोलन में उन्होंने अहम् योगदान दिया। उन्होंने कुछ कवियों के साथ मिलकर ' शब्द ' नाम से एक छोटी पत्रिका को मिलकर लांच किया। बाद में वे कुछ साल के लिए विदेश चले गए और कुछ साल बाद वहां से लौटने पर एक विज्ञापन कंपनी में काम करने लगे। वे पिछले कई साल से कैंसर से पीड़ित थे। 71 साल की अवस्था में उनका 10 दिसम्बर 2009, गुरुवार की सुबह को पुणे में अपने आवास पर निधन हो गया। साहित्य कर्म अपने अन्य कर्मों एवं व्यवसायों के साथ ही वे साहित्य से निरंतर जुड़े रहे। वर्ष 1960 में उनका पहला मराठी कविता संग्रह ' कविता ' प्रकाशित हुआ। इसके बाद उनके अनेक कविता संग्रह प्रकाशित हुए। अनुवाद कार्य वे एक अच्छे अनुवादक भी थे। उन्होंने 17वीं सदी के मराठी भक्ति कवि तुकाराम की रचनाओं का तुकाके नाम से अनुवाद किया। इस अंग्रेजी अनुवाद ने उनकी ख्याति भारत की सीमाओं के बाहर तक प्रसारित कर दी। उन्होंने 12वीं सदी के भक्ति कवि निनेश्वर द्वारा लिखित काव्य का भी अनुवाद किया। पुरस्कार/सम्मान वर्ष 1994 में उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया। सहायक एवं संदर्भ श्रोत साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत मराठी भाषा के साहित्यकार आधार
द्रमुक द्वारा संप्रग सरकार से समर्थन वापस लिए जाने के दो दिन बाद सीबीआई ने आज पार्टी प्रमुख एम करुणानिधि के पुत्र एमके स्टालिन के आवास समेत 19 स्थानों पर छापेमारी की। इस पर करुणानिधि ने कहा है कि उनकी पार्टी को अक्सर झूठे आरोपों में फंसाया जाता रहा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम राजनीति से प्रेरित हो भी सकता है और नहीं भी। कई केन्द्रीय मंत्रियों ने स्पष्ट किया है कि वे सीबीआई की छापेमारी को सख्ती से खारिज करते हैं। गौरतलब है कि डीएमके नेता करुणानिधि के बेटे स्टालिन के घर सीबीआई छापे पर सरकार घिरती नजर आ रही है और सरकार के मंत्री सफाई देते नजर आ रहे हैं। डीएमके नेता समेत पूरे विपक्ष ने छापे की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं। खुद सरकार के मंत्री कमलनाथ और चिदंबरम ने भी छापे की निंदा की है। चिदंबरम ने कहा कि मुझे अभी−अभी सीबीआई के छापों की जानकारी मिली है। मैं इन छापों से जुड़े और तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं।  आमतौर पर मैं किसी दूसरे विभाग की कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं करता हूं, लेकिन इस मामले में सीबीआई की कार्रवाई को मैं सिरे से खारिज करता हूं। कमलनाथ ने कहा है कि यह छापेमारी कोई दबाव का प्रश्न नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं सोचता हूं कि यह मजाक है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। इस पर स्टालिन ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध है। हम मामले का कानूनी ढंग से सामना करेंगे। सीबीआई छापे की वजहों की मुझे जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि यह छापा ऐसे वक्त में पड़ा है जब सरकार से समर्थन लिए डीएमके के दो दिन ही बीते हैं। सीबीआई स्टालिन के सेक्रेटरी राजा शंकर के घर पर भी छापेमारी की है।टिप्पणियां डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे। उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं। कई केन्द्रीय मंत्रियों ने स्पष्ट किया है कि वे सीबीआई की छापेमारी को सख्ती से खारिज करते हैं। गौरतलब है कि डीएमके नेता करुणानिधि के बेटे स्टालिन के घर सीबीआई छापे पर सरकार घिरती नजर आ रही है और सरकार के मंत्री सफाई देते नजर आ रहे हैं। डीएमके नेता समेत पूरे विपक्ष ने छापे की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं। खुद सरकार के मंत्री कमलनाथ और चिदंबरम ने भी छापे की निंदा की है। चिदंबरम ने कहा कि मुझे अभी−अभी सीबीआई के छापों की जानकारी मिली है। मैं इन छापों से जुड़े और तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं।  आमतौर पर मैं किसी दूसरे विभाग की कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं करता हूं, लेकिन इस मामले में सीबीआई की कार्रवाई को मैं सिरे से खारिज करता हूं। कमलनाथ ने कहा है कि यह छापेमारी कोई दबाव का प्रश्न नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं सोचता हूं कि यह मजाक है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। इस पर स्टालिन ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध है। हम मामले का कानूनी ढंग से सामना करेंगे। सीबीआई छापे की वजहों की मुझे जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि यह छापा ऐसे वक्त में पड़ा है जब सरकार से समर्थन लिए डीएमके के दो दिन ही बीते हैं। सीबीआई स्टालिन के सेक्रेटरी राजा शंकर के घर पर भी छापेमारी की है।टिप्पणियां डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे। उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं। गौरतलब है कि डीएमके नेता करुणानिधि के बेटे स्टालिन के घर सीबीआई छापे पर सरकार घिरती नजर आ रही है और सरकार के मंत्री सफाई देते नजर आ रहे हैं। डीएमके नेता समेत पूरे विपक्ष ने छापे की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं। खुद सरकार के मंत्री कमलनाथ और चिदंबरम ने भी छापे की निंदा की है। चिदंबरम ने कहा कि मुझे अभी−अभी सीबीआई के छापों की जानकारी मिली है। मैं इन छापों से जुड़े और तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं।  आमतौर पर मैं किसी दूसरे विभाग की कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं करता हूं, लेकिन इस मामले में सीबीआई की कार्रवाई को मैं सिरे से खारिज करता हूं। कमलनाथ ने कहा है कि यह छापेमारी कोई दबाव का प्रश्न नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं सोचता हूं कि यह मजाक है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। इस पर स्टालिन ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध है। हम मामले का कानूनी ढंग से सामना करेंगे। सीबीआई छापे की वजहों की मुझे जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि यह छापा ऐसे वक्त में पड़ा है जब सरकार से समर्थन लिए डीएमके के दो दिन ही बीते हैं। सीबीआई स्टालिन के सेक्रेटरी राजा शंकर के घर पर भी छापेमारी की है।टिप्पणियां डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे। उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं। कमलनाथ ने कहा है कि यह छापेमारी कोई दबाव का प्रश्न नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं सोचता हूं कि यह मजाक है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। इस पर स्टालिन ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध है। हम मामले का कानूनी ढंग से सामना करेंगे। सीबीआई छापे की वजहों की मुझे जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि यह छापा ऐसे वक्त में पड़ा है जब सरकार से समर्थन लिए डीएमके के दो दिन ही बीते हैं। सीबीआई स्टालिन के सेक्रेटरी राजा शंकर के घर पर भी छापेमारी की है।टिप्पणियां डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे। उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं। इस पर स्टालिन ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध है। हम मामले का कानूनी ढंग से सामना करेंगे। सीबीआई छापे की वजहों की मुझे जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि यह छापा ऐसे वक्त में पड़ा है जब सरकार से समर्थन लिए डीएमके के दो दिन ही बीते हैं। सीबीआई स्टालिन के सेक्रेटरी राजा शंकर के घर पर भी छापेमारी की है।टिप्पणियां डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे। उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं। गौरतलब है कि यह छापा ऐसे वक्त में पड़ा है जब सरकार से समर्थन लिए डीएमके के दो दिन ही बीते हैं। सीबीआई स्टालिन के सेक्रेटरी राजा शंकर के घर पर भी छापेमारी की है।टिप्पणियां डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे। उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं। डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे। उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं। उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ की एक टीम ने DRI के साथ संयुक्त अभियान में एक शातिर चोर को गिरफ्तार किया है. श्याम सिंह नाम का यह चोर हजारों साल पुरानी ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व की वस्तुओं की चोरी और तस्करी करता है. श्याम सिंह के पास से पुलिस ने 2,000 वर्ष पुराने सिक्के, आभुषण, मिट्टी के बर्तन और ऐतिहासिक महत्व की 31 वस्तुएं बरामद की हैं. एसटीएफ के अधिकारिओं की माने तो मुखबिर की सूचना के आधार पर इनकी यूनिट डीआरआई के साथ संयुक्त ऑपेरशन कर रही थी. यूपी एसटीएफ और डीआरआई ने दिल्ली से सटे नोएडा के थाना फेस-3 से इस शातिर तस्कर को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक श्याम सिंह के पास से बरामद वस्तुएं सिंधुकाल से लेकर गुप्तकाल तक की हैं. सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि ऐसा नहीं है कि श्याम सिंह पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा है. पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि वह लंबे समय से पुलिस के रडार में रहा है और कई राज्यों में सक्रिय रहा है. एसटीएफ की जांच में पता चला है कि श्याम सिंह को 1990 में राजस्थान के अलवर से, 2009 में बिहार से और 2017 में यूपी के वाराणसी से तस्करी के इसी धंधे को लेकर गिरफ्तार हो चुका है. भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण (ASI) के अधिकारियों के मुताबिक, श्याम सिंह के पास से पुरातात्विक महत्व की जो 31 वस्तुएं बरामद हुई हैं, वह गुप्तकाल की हैं. श्याम सिंह से पूछताछ के दौरान तस्करी के धंधे से जुड़े अन्य नामों का भी खुलासा हुआ है और अब पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है. यूपी एसटीएफ द्वारा पूछताछ के दौरान श्याम सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश में ASI की एक साइट ऐरल है, जहां से वह इस तरह की ऐतिहासिक महत्व की वस्तुओं को एकत्रित करता था. गुरुवार को वह तस्करी के ये सामान बेचने के लिए नोएडा में घूम रहा था. वहीं अभियुक्त ने अपने कुछ साथियों के नाम बताए हैं. श्याम सिंह के खिलाफ नोएडा फेस-3 में केस दर्ज किया गया है और इसके साथियों की तलाश की जा रही है.
लेख: चीन ओपन बैडमिंटन के पहले दिन भारतीय खिलाड़ियों के लिए मिलाजुला दिन रहा। साइना नेहवाल और पी वी सिंधु जहां दूसरे दौर में जगह बनाने में सफल रहीं, वहीं किदाम्बी श्रीकांत और अजय जयराम को हार का सामना करना पड़ा। कोरिया, जापान और डेनमार्क में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रहीं साइना ने चीन की सुन कू को आसानी से 22-20, 21-18 से शिकस्त दी। साइना अब अगले दौर में कल मलेशिया की जिंग यी टी से भिड़ेंगी। वहीं सिंधु ने रूस की पोलीकरपोवा को 21-14, 21-9 से हराया। सिंधु के लिए दूसरे दौर में राह मुश्किल हो सकती है क्योंकि उनका सामना चीन की वांग शिजियान से होने की संभावना है। हालांकि भारत को पुरूष एकल वर्ग में हार का सामना करना पड़ा। श्रीकांत और जयराम को विपक्षी खिलाड़ियों ने सीधे गेम में हराया।टिप्पणियां श्रीकांत को हांगकांग के हू यून के हाथों 12-21, 18-21 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं जयराम को विश्व के नंबर एक खिलाड़ी चीन के चेन लोंग के हाथों 12-21, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी। पुरूष वर्ग में अब एचएस प्रणय भारत की अकेली उम्मीद हैं। कोरिया, जापान और डेनमार्क में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में नाकाम रहीं साइना ने चीन की सुन कू को आसानी से 22-20, 21-18 से शिकस्त दी। साइना अब अगले दौर में कल मलेशिया की जिंग यी टी से भिड़ेंगी। वहीं सिंधु ने रूस की पोलीकरपोवा को 21-14, 21-9 से हराया। सिंधु के लिए दूसरे दौर में राह मुश्किल हो सकती है क्योंकि उनका सामना चीन की वांग शिजियान से होने की संभावना है। हालांकि भारत को पुरूष एकल वर्ग में हार का सामना करना पड़ा। श्रीकांत और जयराम को विपक्षी खिलाड़ियों ने सीधे गेम में हराया।टिप्पणियां श्रीकांत को हांगकांग के हू यून के हाथों 12-21, 18-21 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं जयराम को विश्व के नंबर एक खिलाड़ी चीन के चेन लोंग के हाथों 12-21, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी। पुरूष वर्ग में अब एचएस प्रणय भारत की अकेली उम्मीद हैं। वहीं सिंधु ने रूस की पोलीकरपोवा को 21-14, 21-9 से हराया। सिंधु के लिए दूसरे दौर में राह मुश्किल हो सकती है क्योंकि उनका सामना चीन की वांग शिजियान से होने की संभावना है। हालांकि भारत को पुरूष एकल वर्ग में हार का सामना करना पड़ा। श्रीकांत और जयराम को विपक्षी खिलाड़ियों ने सीधे गेम में हराया।टिप्पणियां श्रीकांत को हांगकांग के हू यून के हाथों 12-21, 18-21 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं जयराम को विश्व के नंबर एक खिलाड़ी चीन के चेन लोंग के हाथों 12-21, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी। पुरूष वर्ग में अब एचएस प्रणय भारत की अकेली उम्मीद हैं। हालांकि भारत को पुरूष एकल वर्ग में हार का सामना करना पड़ा। श्रीकांत और जयराम को विपक्षी खिलाड़ियों ने सीधे गेम में हराया।टिप्पणियां श्रीकांत को हांगकांग के हू यून के हाथों 12-21, 18-21 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं जयराम को विश्व के नंबर एक खिलाड़ी चीन के चेन लोंग के हाथों 12-21, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी। पुरूष वर्ग में अब एचएस प्रणय भारत की अकेली उम्मीद हैं। श्रीकांत को हांगकांग के हू यून के हाथों 12-21, 18-21 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं जयराम को विश्व के नंबर एक खिलाड़ी चीन के चेन लोंग के हाथों 12-21, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी। पुरूष वर्ग में अब एचएस प्रणय भारत की अकेली उम्मीद हैं। वहीं जयराम को विश्व के नंबर एक खिलाड़ी चीन के चेन लोंग के हाथों 12-21, 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी। पुरूष वर्ग में अब एचएस प्रणय भारत की अकेली उम्मीद हैं।
यह लेख है: भ्रष्टाचार को लेकर घिरी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में करोड़पति मंत्रियों की भरमार है। पीएमओ की वेबसाइट पर सार्वजनिक किए गए चल−अचल संपत्तियों के ब्योरे के मुताबिक कपिल सिब्बल, प्रफुल्ल पटेल और एमके अलागिरी सबसे अमीर हैं, जबकि रक्षामंत्री एके एंटनी सबसे गरीब हैं। एंटनी के पास बाकी मंत्रियों के मुक़ाबले सबसे कम संपत्ति है। ब्योरे के मुताबिक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास 5 करोड़ 10 लाख 66 हजार 34 रुपये की संपत्ति है। गाड़ी के नाम पर उनके पास 1996 मॉडल की एक मारुति 800 कार है। जबकि उनके मंत्रिमंडल के कई सदस्यों के पास एक से ज्यादा लग्जरी कारे हैं। इसके अलावा पीएम के पास खेती योग्य कोई जमीन नहीं है, जबकि उनके सहयोगियों के पास कई हजार एकड़ जमीन है। मनमोहन सिंह के पास दिल्ली के वसंत कुंज में एक फ्लैट है, जिसकी कीमत करीब 90 लाख रुपये है। इसके अलावा उनके पास चंडीगढ़ में एक फ्लैट और एक घर हैं, जिनकी मौजूदा कीमत 90 लाख रुपये है। उनके पास नकद सिर्फ 15 हजार रुपये हैं। पीएम की पत्नी गुरशरण कौर के पास 11 लाख से अधिक जमा राशि और करीब पौने 3 लाख रुपये के सोने के जेवर हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि सभी मंत्रियों को 31 अगस्त तक अपनी संपत्ति का ब्योरा पीएमओ को देना था, लेकिन अब तक तीन केंद्रीय मंत्रियों और दो राज्य मंत्रियों ने अपनी संपत्ति का ब्योरा पीएमओ को उपलब्ध नहीं कराया है। केंद्रीय मंत्रियों में जयंती नटराजन, विलासराव देशमुख और और कृष्णा तीरथ ने अब तक पीएमओ को ये जानकारी मुहैया नहीं कराई है। सरकार में नंबर दो की हैसियत वाले वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी और उनकी पत्नी के पास 3 करोड़ दो लाख रुपये की संपत्ति है। प्रणब के पास दिल्ली के मुनिरका में एक फ्लैट है, जिसकी कीमत करीब 39 लाख रुपये है। साथ ही उनके पास एक फोर्ड आइकॉन कार भी है। पैतृक जमीन और मकान में भी उनका अच्छा खासा हिस्सा है। गृहमंत्री पी चिदंबरम के पास 18.78 करोड़ की संपत्ति है। कृषिमंत्री शरद पवार की अचल संपत्ति करीब साढ़े 3 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी पत्नी की अचल संपत्ति करीब 97 लाख रुपये है। पैतृक संपत्ति के नाम पर पवार परिवार के पास 1 करोड़ 65 लाख रुपये भी हैं। शरद पवार के पास कोई कार नहीं है। कपिल सिब्बल के पास 35 करोड़ रुपये की चल−अचल संपत्ति है। उनके पास बेंगलुरु, दिल्ली, फरीदाबाद और गुड़गांव में जमीन और सिकंदराबाद, पटना, दिल्ली और गुड़गांव में घर हैं। उनके पास टोयोटा कोरोला, ह्युंडई सोनाटा समेत 5 गाड़ियां हैं। पीएमओ को सौंपे गए गए संपत्ति और जमापूंजी के ब्योरे में रक्षामंत्री एके एंटनी सबसे निचले पायदान पर हैं। एंटनी के पास न तो घर है, न गाड़ी। अलबत्ता स्टेट बैंक के उनके दो खातों में करीब एक लाख 82 हजार रुपये जमा हैं। एंटनी की कामकाजी पत्नी एलिजाबेथ के पास त्रिवेंद्रम में 15 लाख रुपये का घर है और इतनी ही कीमत का एक प्लॉट भी। उनके पास एक सेकेंड हैंड वैगन आर कार भी है, जिसे उन्होंने 1,36,000 रुपये का लोन लेकर खरीदा है। एंटनी की पत्नी के स्टेट बैंक के खाते में करीब 1 लाख 72 हजार रुपये भी जमा हैं।
यह लेख है: निर्भया डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण पर बैन के भारत सरकार के फ़ैसले की कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि निर्भया डॉक्यूमेंट्री पर बैन लगाकर सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को शर्मसार कर रही है। एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया ने निर्भया पर बनी डॉक्यूमेंटरी पर बैन लगाने को गलत बताया है। एडिटर्स गिल्ड ने एक बयान जारी करके कहा है कि एक रेडियो स्टेशन रेडियो सिटी ने एपी सिंह के ख़िलाफ़ मुहिम तक शुरू कर दी है। एडिटर्स गिल्ड ने पाबंदी हटाने की मांग की है। फ़िल्म पर पाबंदी पूरी तरह गलत है। ऐसा इस फ़िल्म के संदेश को लेकर गलतफ़हमी के चलते किया गया है। ये फ़िल्म निर्भया के परिवार के हौसले, उनकी संवेदनशीलता और उदार नज़रिए को दिखाती है। ये फ़िल्म गुनहगारों और उनके वकीलों की महिलाओं के प्रति शर्मनाक सोच को दिखाती है। गिल्ड का मानना है कि फ़िल्म लोगों को अपने बर्ताव को लेकर दोबारा सोचने पर मजबूर करती है। भारत सरकार तुरंत पाबंदी हटाए ताकि लोग एक सकारात्मक और दमदार डॉक्यूमेंटरी देख सकें। ये फ़िल्म महिलाओं की आज़ादी, उनके सम्मान और सुरक्षा से जुड़ी है।
राजस्थान डिपार्टमेंट ऑफ मेडिकल, हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर ने कई पदों के लिए भर्ती निकाली है. इस भर्ती के माध्यम से 5602 उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा और उम्मीदवारों की नियुक्ति फीमेल हेल्थ वर्कर के पद पर की जाएगी. अगर आप भी इस भर्ती में आवेदन करना चाहते हैं और इन पदों के योग्य हैं तो आप आवेदन करने की आखिरी तारीख से पहले अप्लाई कर सकते हैं. इस भर्ती से जुड़ी जानकारी इस प्रकार है- पद का वितरण जिन 5602 महिला उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा, उनकी पे-स्केल 18500 रुपये प्रति महीना होगी. इन पदों में 2487 पद अनारक्षित, 787 पद एससी, 590 पद एसटी और 1031 पद ओबीसी के लिए आरक्षित है. UPPSC PCS 2018: 831 पदों के लिए uppsc.up.nic.in पर आवेदन हुए शुरू योग्यता आवेदन करने के लिए महिलाओं को 10वीं पास होने के साथ एएनएम ट्रेनिंग या हेल्थ वर्कर फीमेल कोर्स होना आवश्यक है और राजस्थान नर्सिंग काउंसिल में रजिस्टर भी होना आवश्यक है. आयु सीमा इन पदों के लिए 18 से 45 साल तक के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. 12वीं पास के लिए यहां सरकारी नौकरी का मौका, करें आवेदन आवेदन फीस अनारक्षित और ओबीसी वर्ग- 500 रुपये एससी-एसटी वर्ग- 300 रुपये विधवा, विकलांग उम्मीदवार- 250 रुपये ई-मित्र चार्ज- 50 रुपये आवेदन करने की आखिरी तारीख- 23 जुलाई 2018 कैसे होगा सेलेक्शन आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा.
आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को एनडीएमसी अधिकारी एमएम खान मामले में उपराज्यपाल नजीब जंग की भूमिका को 'संदिग्ध' बताते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की। आप की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडेय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मामले में उनकी (जंग की) भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने खान के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एनडीएमसी को क्यों लिखा? हम लोग उपराज्यपाल की गिरफ्तारी और उनको पद से हटाने की मांग करते हैं।' उन्होंने कहा, 'हम लोग साथ ही मांग करते है कि दिल्ली पुलिस उपराज्यपाल को रिपोर्ट करना बंद करे और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करे।' यह प्रकाश में आया है कि दिल्ली के होटल व्यवसायी रमेश कक्कड़ से रिश्वत लेने से कथित तौर पर इनकार करने के कारण हुई खान की हत्या के एक दिन बाद जंग के कार्यालय ने खान के खिलाफ कक्कड़ की याचिका को कथित तौर पर एनडीएमसी को भेजा था और कानून के आधार पर कार्रवाई करने को कहा था।टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में संपत्ति अधिकारी के तौर पर तैनात खान की जामिया नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के ठीक अगले दिन उन्हें होटल ‘द कनॉट’ के पट्टे को लेकर अंतिम निर्णय देना था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आप की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडेय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मामले में उनकी (जंग की) भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने खान के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एनडीएमसी को क्यों लिखा? हम लोग उपराज्यपाल की गिरफ्तारी और उनको पद से हटाने की मांग करते हैं।' उन्होंने कहा, 'हम लोग साथ ही मांग करते है कि दिल्ली पुलिस उपराज्यपाल को रिपोर्ट करना बंद करे और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करे।' यह प्रकाश में आया है कि दिल्ली के होटल व्यवसायी रमेश कक्कड़ से रिश्वत लेने से कथित तौर पर इनकार करने के कारण हुई खान की हत्या के एक दिन बाद जंग के कार्यालय ने खान के खिलाफ कक्कड़ की याचिका को कथित तौर पर एनडीएमसी को भेजा था और कानून के आधार पर कार्रवाई करने को कहा था।टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में संपत्ति अधिकारी के तौर पर तैनात खान की जामिया नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के ठीक अगले दिन उन्हें होटल ‘द कनॉट’ के पट्टे को लेकर अंतिम निर्णय देना था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, 'हम लोग साथ ही मांग करते है कि दिल्ली पुलिस उपराज्यपाल को रिपोर्ट करना बंद करे और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करे।' यह प्रकाश में आया है कि दिल्ली के होटल व्यवसायी रमेश कक्कड़ से रिश्वत लेने से कथित तौर पर इनकार करने के कारण हुई खान की हत्या के एक दिन बाद जंग के कार्यालय ने खान के खिलाफ कक्कड़ की याचिका को कथित तौर पर एनडीएमसी को भेजा था और कानून के आधार पर कार्रवाई करने को कहा था।टिप्पणियां उल्‍लेखनीय है कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में संपत्ति अधिकारी के तौर पर तैनात खान की जामिया नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के ठीक अगले दिन उन्हें होटल ‘द कनॉट’ के पट्टे को लेकर अंतिम निर्णय देना था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उल्‍लेखनीय है कि नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में संपत्ति अधिकारी के तौर पर तैनात खान की जामिया नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के ठीक अगले दिन उन्हें होटल ‘द कनॉट’ के पट्टे को लेकर अंतिम निर्णय देना था। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रिलायंस कम्युनिकेशंस ने जीएसएम तथा सीडीएमए प्रीपेड मोबाइल काल की आधार शुल्क दर 33 प्रतिशत बढ़ा दी है। कंपनी ने मोबाइल से मोबाइल पर की जाने वाली काल की दर 33 प्रतिशत बढ़ाकर 1.5 पैसे प्रति सेकंड से दो पैसे प्रति सेकंड की है।टिप्पणियां कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार मोबाइल से मोबाइल काल के लिए वह दो पैसे प्रति सेकंड का आधार शुल्क लेगी। आधार शुल्क से आशय उस दर से है जो उन ग्राहकों पर लागू होती है जो कंपनी की विशेष योजना में नहीं आते। आरकॉम के प्रवक्ता ने हालांकि संपर्क करने पर इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। कंपनी ने इसी महीने जीएसएम व सीडीएम प्रीपेड ग्राहकों के लिए मोबाइल काल दर में 30 प्रतिशत बढोतरी की घोषणा की थी। कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार मोबाइल से मोबाइल काल के लिए वह दो पैसे प्रति सेकंड का आधार शुल्क लेगी। आधार शुल्क से आशय उस दर से है जो उन ग्राहकों पर लागू होती है जो कंपनी की विशेष योजना में नहीं आते। आरकॉम के प्रवक्ता ने हालांकि संपर्क करने पर इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। कंपनी ने इसी महीने जीएसएम व सीडीएम प्रीपेड ग्राहकों के लिए मोबाइल काल दर में 30 प्रतिशत बढोतरी की घोषणा की थी। आरकॉम के प्रवक्ता ने हालांकि संपर्क करने पर इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। कंपनी ने इसी महीने जीएसएम व सीडीएम प्रीपेड ग्राहकों के लिए मोबाइल काल दर में 30 प्रतिशत बढोतरी की घोषणा की थी।
वैज्ञानिकों ने एक शोध के माध्यम से साबित किया है कि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले बेहद खराब वाहन चालक होती हैं और उनका वाहन चलाना ज्यादा जोखिमभरा होता है। मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने वर्ष 1998 से 2007 के बीच अमेरिका में हुए 65 लाख कार हादसों पर शोध किया। इसमें पाया गया कि महिला वाहन चालकों की संख्या काफी ज्यादा थी। समाचार पत्र डेली मेल के मुताबिक अध्ययन के नतीजे काफी चौंकाने वाले रहे क्योंकि महिलाओं के मुकाबले पुरुष कहीं ज्यादा वाहन चलाते हैं। इस अध्ययन से जुड़े डॉक्टर माइकल सिवाक ने कहा, नतीजे इस बात का संकेत देते हैं कि महिलाओं के वाहन चलाते समय हादसों की आशंका ज्यादा होती है।
सरकार ने कहा कि भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों के कई स्क्वाड्रनों में पुराने पड़ चुके मिग श्रेणी के विमानों को हटा कर उनकी जगह अत्याधुनिक विमानों को शामिल किया जाएगा. राज्यसभा में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने बताया कि भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में पुराने हो चुके विमानों को धीरे-धीरे हटाया जाएगा और उनकी जगह अत्याधुनिक विमानों को शामिल किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पुराने हो चुके मिग श्रेणी के विमानों को 2014 से 2017 के बीच पूरी तरह हटा देने की योजना है. इनकी जगह सुखोई, एलसीए और एमएमआरसीए लड़ाकू विमान वायु सेना में शामिल किए जाएंगे.  इनकी खरीदी की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया कि कुछ सुखोई विमान वायुसेना में शामिल किए जा चुके हैं. टी एम सेल्वागणपति के पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि एलसीए का सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है. इसके बाद 20 एलसीए अब तक वायुसेना में शामिल किए गए हैं और 20 अन्य को जल्द ही शामिल किया जाएगा. एंटनी ने बताया कि 120 एमएमआरसीए लड़ाकू विमान खरीदने और जल्द ही इसे वायुसेना में शामिल करने की भी योजना है.
लेपचा लिपि, या रोंग लिपि, लेपचा लोगों द्वारा लेपचा भाषा लिखने के लिये प्रयुक्त एक लिपि है। यह एक आबूगीदा है। इतिहास लेपचा तिब्बती लिपि से व्युत्पन्न है, और इसमें कुछ बर्मी प्रभाव हो सकते हैं। परम्परा के अनुसार, यह 18 वीं शताब्दी के आरम्भ में सिक्किम में तिब्बती राजवंश के राजकुमार चाकडोर नामग्याल द्वारा या 17 वीं शताब्दी में विद्वान थिकुंग मेन सलोंग द्वारा तैयार किया गया था। प्रारंभिक लेप्चा पांडुलिपियों को ऊपर से नीचे लिखा गया था, जो चीनी प्रभाव का संकेत था। जब उन्हें बाद में क्षैतिज रूप से लिखा गया, तो वर्ण अपने नए झुकाव में बने रहे, अपने तिब्बती प्रोटोटाइप से 90 ° घुमाया। इसके परिणामस्वरूप अंतिम व्यंजन लिखने की एक असामान्य विधि अपनायी गयी। लेखन संरचना एक अबुगिडा के रूप में, कोई अक्षर एक व्यंजन तथा एक निहित (या डिफ़ॉल्ट) स्वर दोनों का प्रतिनिधित्व करता है। लेप्चा में निहित स्वर 'अ' है । व्यंजन स्वर वर्ण   लेप्चा स्क्रिप्ट अप्रैल, 2008 में संस्करण 5.1 के रिलीज के साथ यूनिकोड मानक में जोड़ा गया था। लेप्चा के लिए यूनिकोड ब्लॉक U + 1C00 है – U + 1C4F: संदर्भ डेनियल्स और ब्राइट, द वर्ल्ड्स राइटिंग सिस्टम, 1996 में लियोनार्ड वैन डेर कुइजप, द तिब्बती स्क्रिप्ट और डेरिवेटिव्स। Omniglot.com पर लेप्चा स्क्रिप्ट Ríng Kít - एक मुफ्त लेप्चा यूनिकोड किट जिसमें फोंट और कीबोर्ड फाइलें (विन / मैक / लिनक्स) शामिल हैं, सिक्किम भूटिया लेप्चा एपेक्स कमेटी (SIBLAC) द्वारा प्रकाशित Noto Sans Lepcha - एक मुफ्त Lepcha यूनिकोड फ़ॉन्ट जो Noto फ़ॉन्ट परिवार के अन्य फ़ॉन्ट के साथ सामंजस्य करता है मिंगज़ैट - जेसन ग्लैवी के जेजी लेप्चा पर आधारित एसआईएल द्वारा एसई एक लेप्चा यूनिकोड फ़ॉन्ट जेजी लेप्चा - जेसन ग्लेवी द्वारा एक स्वतंत्र और अच्छी तरह से डिज़ाइन किया गया लेकिन गैर-यूनिकोड अनुरूप फ़ॉन्ट। ब्राह्मी परिवार की लिपियाँ
मोदी के नाम पर चुनावी नैया पार करने में जुटी दिल्ली बीजेपी को दो-दो झटके लगे हैं. पहले मोदी की रामलीला मैदान में होने वाली रैली रद्द हुई, इसके बाद मोदी की थ्री-डी रैली से उम्मीद बंधी, लेकिन ऐन वक्त पर दिल्ली की नौ जगहों पर होने वाली यह रैली भी नहीं हो पायी. अब आखिरी दो दिनों के प्रचार में उम्मीदवारों के पास सिर्फ मोदी के नाम का ही सहारा है. मोदी की तस्वीरें, मोदी के वीडियो. बीजेपी के प्रचार में सबकुछ मोदीमय है. लेकिन जब वास्तव में मोदी के दिल्ली आकर रैली करने की बात आई, तो मोदी नहीं आए. रामलीला मैदान में होने वाली रैली रद्द हो गई. लेकिन दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और चांदनी चौक से उम्मीदवार हर्षवर्धन का दावा है कि मोदी नहीं आए तो क्या हुआ, मोदी का नाम ही काफी है. डॉ हर्षवर्धन ने कहा, दिल्ली वालों के दिल में बसे हैं, मोदी जी. अब वो आएं या नहीं कोई फर्क नहीं पड़ता. दिल्लीवाले तय कर चुके हैं कि वोट मोदी जी को ही पड़ेगा. मोदी को दिल में बसे होने का दावा तो कर दिया, लेकिन सोमवार की शाम को एक और झटका लगा. जब मोदी की बहुप्रचारित थ्री-डी रैली भी रद्द हो गई. इस रैली में मोदी सैटेलाइट लिंक के जरिए वोटरों से बीजेपी उम्मीदवारों को जिताने की लाइव अपील करना चाहते थे. अब एक्चुअल और वर्चुअल दोनों मोदी नहीं आए, तब भी उम्मीद तो मोदी ही हैं. इसीलिए दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाकों के लिए बीजेपी ने एक वीडियो रिलीज़ की है. इस फिल्म के जरिए बीजेपी मोदी और मुस्लिम वोटरों के बीच की दूरी कम करना चाहती है. इसे प्रचार के तौर पर अलग-अलग जगहों पर दिखाया जा रहा है. लोकसभा चुनाव के प्रचार में बीजेपी मोदी के अलावा कोई और बात नहीं करना चाहती। क्योंकि पार्टी और उम्मीदवार दोनों को पता है कि मुद्दों से इस बार चुनावी नैया पार नहीं होगी. दिल्ली में विधानसभा चुनाव में बीजेपी एक बड़ा झटका खा चुकी है. विपक्ष के तौर पर जो मुद्दे उसके पास होने चाहिए, उन्हें पहले ही आम आदमी पार्टी हथिया चुकी है. ऐसे में पार्टी के पास जीत के लिए सिर्फ मोदी का नाम ही सहारा है.
झारखंड सतर्कता विभाग ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा को पूछताछ के लिए एक बार फिर से रिमांड पर लेने का आवेदन विशेष अदालत में दिया है, जिस पर अदालत मंगलवार को सुनवाई करेगी. झारखंड की सतर्कता विभाग की विनय कांत खान की विशेष अदालत ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा की पेशी के दौरान सतर्कता विभाग द्वारा दिये गये इस आवेदन पर सुनवाई के लिए मंगलवार की तिथि निर्धारित की. विभाग ने नयी जानकारियों के आलोक में कोडा से फिर से पूछताछ की अदालत से अनुमति मांगी. कोडा चार हजार करोड रुपये से अधिक के घोटाले में पिछले वर्ष 30 नवंबर से ही न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं. उनके खिलाफ विभिन्‍न मामलों की जांच सतर्कता विभाग के अलावा सीबीआई आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय भी कर रहे हैं.
हेरेडिटरी(en:Hereditary) 2018 में निर्मित एक अमेरिकी अलौकिक (अतिप्राकृतिक) मनोवैज्ञानिक डरावनी फिल्म है । जिसका निर्देशन अरी एस्टर ने अपनी पहली फिल्म के रूप में किया । टोनी कोलेट,एलेक्स वोल्फ,मिल्ली शापिरो,एन डॉव्ड और गेब्रियल बायरन ने इसमें अभिनय का काम किया। यह फिल्म एक शोकग्रस्त परिवार का अनुसरण करती है। इस फिल्म में एक एकांतप्रिय दादी की मृत्यु के बाद प्रेत के रूप में रहस्यमयी रूप से उस घर में उपस्थित रहती है । एस्टर की इस लघु फिल्म के काम ने ए24 का ध्यान आकर्षित किया, जिसने हेरेडिटरी को अपनी पहली फीचर फिल्म के रूप में हरी झंडी दिखाई। 21 जनवरी, 2018 को सनडांस फिल्म फेस्टिवल में हेरेडिटरी का प्रीमियर हुआ तथा 8 जून, 2018 को संयुक्त राज्य अमेरिका में नाटकीय रूप से रिलीज़ किया गया। कोलेट के प्रदर्शन, एस्टर के निर्देशन और स्टेटसन के स्कोर के लिए विशेष रूप से प्रशंसा के साथ फिल्म को व्यापक प्रशंसा मिली। इसने $10 मिलियन के बजट में $82 मिलियन से अधिक की कमाई की, जो उस समय A24 की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन गई। एक रिकॉर्ड जो 2022 में एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वंस के रिलीज होने तक बना रहा। जारी करना 21 जनवरी, 2018 को सनडांस फिल्म फेस्टिवल में हेरेडिटरी का प्रीमियर हुआ। फिल्म का ट्रेलर 30 जनवरी, 2018 को जारी किया गया था। 2018 में एन्ज़ैक डे पर, पीजी-रेटेड पारिवारिक फिल्म पीटर रैबिट से पहले हेरेडिटरी का ट्रेलर इननालू, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में किया गया था। सन्दर्भ
लेख: एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में चल रहे दूसरे टेस्ट मैच का पहला दिन ऑस्‍ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के नाम रहा जिन्‍होंने टीम इंडिया की पारी को 189 रन पर समेटने में अग्रणी भूमिका निभाई. लियोन ने भारत की पहली पारी में आठ विकेट लिए. अपने प्रदर्शन को लेकर ऑस्ट्रेलियाई स्पिन गेंदबाज नाथन लॉयन ने कहा है कि उन्हें इस प्रदर्शन की प्रेरणा भारत के मौजूदा स्टार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन से मिली. लियोन ने कहा कि उन्होंने मैच से पहले अश्विन के ढेरों वीडियो देखे, लेकिन मैच के दौरान उन्होंने विकेट से उछाल लेने की अपनी स्वाभाविक स्टाइल से ही गेंदबाजी की.टिप्पणियां लियोन ने बताया कि उन्होंने भारत दौरे पर आने से पहले दुबई में अभ्यास शिविर के दौरान नेट्स पर 12,00 गेंदें फेंकीं. उन्‍होंने कहा , "मुझे नहीं समझ आ रहा क्या कहूं. मैंने अश्विन के ढेरों वीडियो देखे, लेकिन मैंने अपनी स्वाभाविक उछाल हासिल करने की योग्यता का ही इस्तेमाल किया. मैंने तैयारी के दौरान दुबई में करीब 12,00 गेंदें फेंकी थीं. हमारी गेंदबाजों ने कठिन मेहनत की है. हमने आपस में चर्चा भी की कि भारत में गेंदबाजी कैसे करें, क्योंकि भारत हमारे लिए विदेशी दौरे करने की सबसे चुनौतीपूर्ण जगह है." ऑस्‍ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर ने कहा, "वह आखिरी घंटा मेरे लिए काफी सफल साबित हुआ. ऐसा पहली बार हुआ जब मैं मुस्कुराते हुए लौटा. मैंने बिग बैश लीग (बीबीएल) के दौरान जॉन डेविसन के साथ कठिन मेहनत की. मैं हर दिन एक घंटा गेंदबाजी का अभ्यास करता था. इसका उन्हें (डेविसन) को भी काफी श्रेय जाता है. चिन्नास्वामी स्टेडियम की विकेट में कई जगहें क्रैक थीं और मैं इन्‍हीं पर गेंदबाजी की कोशिश कर रहा था." चार टेस्‍ट मैचों की सीरीज में ऑस्‍ट्रेलिया 1-0 से आगे है. पुणे टेस्‍ट में मेहमान टीम ने 333रनों से जीत हासिल की थी. लियोन ने बताया कि उन्होंने भारत दौरे पर आने से पहले दुबई में अभ्यास शिविर के दौरान नेट्स पर 12,00 गेंदें फेंकीं. उन्‍होंने कहा , "मुझे नहीं समझ आ रहा क्या कहूं. मैंने अश्विन के ढेरों वीडियो देखे, लेकिन मैंने अपनी स्वाभाविक उछाल हासिल करने की योग्यता का ही इस्तेमाल किया. मैंने तैयारी के दौरान दुबई में करीब 12,00 गेंदें फेंकी थीं. हमारी गेंदबाजों ने कठिन मेहनत की है. हमने आपस में चर्चा भी की कि भारत में गेंदबाजी कैसे करें, क्योंकि भारत हमारे लिए विदेशी दौरे करने की सबसे चुनौतीपूर्ण जगह है." ऑस्‍ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर ने कहा, "वह आखिरी घंटा मेरे लिए काफी सफल साबित हुआ. ऐसा पहली बार हुआ जब मैं मुस्कुराते हुए लौटा. मैंने बिग बैश लीग (बीबीएल) के दौरान जॉन डेविसन के साथ कठिन मेहनत की. मैं हर दिन एक घंटा गेंदबाजी का अभ्यास करता था. इसका उन्हें (डेविसन) को भी काफी श्रेय जाता है. चिन्नास्वामी स्टेडियम की विकेट में कई जगहें क्रैक थीं और मैं इन्‍हीं पर गेंदबाजी की कोशिश कर रहा था." चार टेस्‍ट मैचों की सीरीज में ऑस्‍ट्रेलिया 1-0 से आगे है. पुणे टेस्‍ट में मेहमान टीम ने 333रनों से जीत हासिल की थी. ऑस्‍ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर ने कहा, "वह आखिरी घंटा मेरे लिए काफी सफल साबित हुआ. ऐसा पहली बार हुआ जब मैं मुस्कुराते हुए लौटा. मैंने बिग बैश लीग (बीबीएल) के दौरान जॉन डेविसन के साथ कठिन मेहनत की. मैं हर दिन एक घंटा गेंदबाजी का अभ्यास करता था. इसका उन्हें (डेविसन) को भी काफी श्रेय जाता है. चिन्नास्वामी स्टेडियम की विकेट में कई जगहें क्रैक थीं और मैं इन्‍हीं पर गेंदबाजी की कोशिश कर रहा था." चार टेस्‍ट मैचों की सीरीज में ऑस्‍ट्रेलिया 1-0 से आगे है. पुणे टेस्‍ट में मेहमान टीम ने 333रनों से जीत हासिल की थी.
मस्ती 2004 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह इन्द्र कुमार द्वारा निर्देशित है और इसमें अजय देवगन, विवेक ओबेरॉय, रितेश देशमुख, आफ़ताब शिवदासानी, लारा दत्ता, अमृता राव, तारा शर्मा और जेनेलिया डिसूज़ा ने अभिनय किया है। यह फ़िल्म 2004 में रिलीज़ हुई और इसे समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और यह बॉक्स ऑफ़िस पर भी अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रही। इस फिल्म की दो अगली कड़ी बनी हैं, ग्रैंड मस्ती (2013) और ग्रेट ग्रैंड मस्ती (2016)। संक्षेप मस्ती तीन कुंवारे लोगों, मीत (विवेक ओबेरॉय), प्रेम (आफ़ताब शिवदासानी) और अमर (रितेश देशमुख) के इर्द-गिर्द घूमती है। उनका जीवन तब तक लापरवाह रहता है जब तक कि उनमें से प्रत्येक की शादी नहीं हो जाती। अब वे कटु एवं असंतुष्ट पति नहीं बन चुके हैं। मीत की शादी आंचल (अमृता राव) से होती है जो अपने पति को लेकर जुनूनी है। प्रेम गीता (तारा शर्मा) से शादी करता है जो अत्यधिक धार्मिक है और इस प्रकार उनका यौन जीवन प्रभावित रहता है। अमर बिन्दिया (जेनेलिया डिसूज़ा) से शादी करता है जो अपने माँ जैसे आक्रामक और वर्कआउट की दीवानी है। तंग आकर, तीनों पुरुष एक दिन एकत्र होते हैं और अपने जीवन में मौज-मस्ती और उत्साह को फिर से लाने की योजना बनाते हैं। उनकी नजरें दूसरी लड़कियों पर टिकी रहती हैं लेकिन अंततः उन्हें एहसास होता है कि वे सभी एक ही लड़की मोनिका (लारा दत्ता) को के साथ घूम रहे हैं। वह तीनों को यह धमकी देकर ब्लैकमेल करती है कि अगर उन्होंने उसे 10 लाख रुपये नहीं दिए तो वह उनकी पत्नियों के सामने सारा मामला उजागर कर देगी। पैसे इकट्ठा करने के बाद, वह भयभीत होकर पैसे देने जाते हैं। लेकिन वह मोनिका को उसकी कार में मृत पाते हैं। वे घबरा जाते हैं और दोष से बचने के लिए उसके शरीर को छिपाने की कोशिश करते हैं। लेकिन पुलिस अधिकारी सिकन्दर (अजय देवगन) द्वारा उन्हें रोका जाता है, जिसे उन पर संदेह है। आगे की जांच के लिए तीनों मोनिका के घर जाते हैं। जब उन्हें पता चलता है कि सिकन्दर उनके पीछे-पीछे वहां आया है तो वे मोनिका के बरामदे में छिप जाते हैं। अगली सुबह, एक रहस्यमय आदमी उन्हें ढूंढता है और बताता है कि उसने मोनिका की हत्या की थी। अब वह अपराध को छुपाने के लिए फिरौती की मांग करता है। अपराध बोध से ग्रस्त पुरुष अपनी-अपनी पत्नियों के पास माफ़ी माँगने जाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि सच्चाई उजागर होनी ही है। अगले ही दिन, हत्यारा उन लोगों का पीछा करता है, जिसके परिणामस्वरूप गोलीबारी होती है। इसमें वे अनजाने में उस रहस्यमय व्यक्ति को मार देते हैं। बाद में, उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया जाता है। उनकी पत्नियाँ जेल पहुँचती हैं और पुरुष भावनात्मक रूप से सच्चाई प्रकट करते हैं। कुछ समय बाद वह खुलासा करती हैं कि पूरी स्थिति उनके द्वारा बनाया गया एक प्लान था - मोनिका जीवित है और 'हत्यारा' सिकन्दर खुद ही है। वह वास्तव में बिन्दिया का चचेरा भाई है। महिलाएं अपने पतियों को सबक सिखाना चाहती थीं। फिर पुरुष अपनी पत्नियों से माफ़ी मांगते हैं और वादा करते हैं कि वे फिर कभी "मस्ती" नहीं करेंगे। मुख्य कलाकार अजय देवगन — इंस्पेक्टर सिकन्दर विवेक ओबेरॉय — मीत मेहता आफ़ताब शिवदासानी — प्रेम रितेश देशमुख — अमर अमृता राव — आँचल तारा शर्मा — गीता लारा दत्ता — मोनिका मोनिका जेनेलिया डिसूज़ा — बिन्दिया सतीश शाह — डा. कपाड़िया अर्चना पूरन सिंह — बिन्दिया की माँ सुरेश मेनन — प्रेम का सह-कमर्चारी राखी सावंत — मिस सक्सेना शाहबाज खान — इंस्पेक्टर बापत / ब्लैकमेलर मुरली शर्मा — हिजड़ा संगीत सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ 2004 में बनी हिन्दी फ़िल्म आनन्द राज आनन्द द्वारा संगीतबद्ध फिल्में
असम में अवैध रूप से रह रहे लोगों को बाहर निकालने के लिए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का दूसरा ड्राफ्ट जारी हुआ. इसमें 40 लाख लोगों पर देश के बाहर होने की बात कही जा रही है. वहीं, एनआरसी को लेकर बीजेपी, कांग्रेस से लेकर टीएमसी जमकर राजनीति कर रही है. बीजेपी का कहना है कि यदि बंगाल में सरकार बनी तो NRC पश्चिम बंगाल में भी जारी किया जाएगा. क्योंकि बड़ी तादाद में  बांग्लादेश से आए लोग पश्चिम बंगाल में आकर बसे हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का दावा है कि बंगाल में 1 करोड़ से अधिक बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं और हम एक-एक को निकालकर ही दम लेंगे. यदि ऐसा होता है तो बंगाल की राजनीति में बड़ी उथल-पुथल हो सकती है. खासकर बांग्लादेश की सीमा से सटे बंगाल के इलाकों में. क्योंकि असम की तरह यहां भी जनसंख्या में अत्यधिक बढ़ोतरी हुई है. जानकार इसके पीछे अवैध रूप से भारत आए लोग कारण बताए जाते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो असम के अलावा उत्तर पूर्व के राज्य त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड में भी अवैध रूप से बांग्लादेशी रह रहे हैं. इसके अलावा पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ में भी अवैध रूप से भारत आए बांग्लादेशी रहते हैं. बॉर्डर मैनेजमेंट टास्क फोर्स की वर्ष 2000 की रिपोर्ट के अनुसार 1.5 करोड़ बांग्लादेशी घुसपैठ कर चुके हैं और लगभग तीन लाख प्रतिवर्ष घुसपैठ कर रहे हैं. हाल के अनुमान के मुताबिक देश में 4 करोड़ घुसपैठिये मौजूद हैं. यही नहीं, हाल के दिनों में बंगाल के कई इलाकों में हिन्दुओं के ऊपर होने वाले सांप्रदायिक हमलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों का ही हाथ रहा है. घुसपैठियों को बाहर निकालने मोदी दे चुके हैं चेतावनी... 2014 में चुनाव प्रचार के दौरान पश्चिम बंगाल के सीरमपुर में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि चुनाव के नतीजे आने के साथ ही बांग्लादेशी ‘घुसपैठियों’ को बोरिया-बिस्तर समेट लेना चाहिए. इसी के चलते 2016 में असम में भाजपा की सरकार आने के बाद राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में अपडेट किया गया और इसका आखिरी ड्राफ्ट जारी किया गया. क्या बोली एनआरसी पर ममता... टीएमसी ने जहां असम में NRC ड्राफ्ट के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. वहीं टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि NRC के नाम पर बंगाली लोगों को टारगेट किया जा रहा है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने असम एनआरसी पर कहा कि कई लोगों के पास आधार कार्ड और पासपोर्ट होने के बावजूद उनका नाम ड्राफ्ट में नहीं है. सही दस्तावेजों के बावजूद लोगों को ड्राफ्ट में शामिल नहीं किया गया. उन्हें सरनेम की वजह से बाहर किया गया है. क्या बीजेपी सरकार जबरदस्ती लोगों को बाहर निकालना चाहती है? ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार बंगाली लोगों को निशाना बना रही है और वोट बैंक की राजनीति कर रही है. ममता ने चिंता जताते हुए कहा कि 40 लाख लोग जिन्हें ड्राफ्ट से बाहर किया गया है, वो कहां जाएंगे? अगर बांग्लादेश भी उन्हें वापस नहीं लेता तो उनका क्या होगा? ममता ने कहा कि असम से हमारे राज्य की सीमा लगी हुआ है. NRC में जिन लोगों के नाम नहीं आए हैं, इसका मतलब क्या वे भारतीय नहीं है. उत्तर बंगाल के लोगों को बताया जा रहा है कि वे गैर भारतीय हैं. बंगालियों को टार्गेट  किया जा रहा है.
लोकसभा चुनाव 2019 के तहत गुजरात की नवसारी लोकसभा सीट पर बीजेपी ने जबर्जस्‍त परचम लहराया है. भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) प्रत्याशी और मौजूदा सांसद चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल 689668 वोटों के बड़े अंतर से अपने नजदीकी प्रतिद्वंदी को शिकस्‍त देने में कामयाब रहे.  सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट पर कुल 25 प्रत्याशी मैदान में थे. हालांकि मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही रहा. 2019 का जनादेश भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) प्रत्याशी सीआर पाटिल को नौ लाख 72 हजार 739 वोट मिले, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार धर्मेश भाई पटेल को दो लाख 83 हजार 71 वोट मिले. 9033 वोटों के साथ नोटा का वोट प्रतिशत 0.69 रहा. बहुजन समाज पार्टी की विनीता शाह को 9366 वोट मिले. इस सीट पर तीसरे चरण के तहत 23 अप्रैल को मतदान हुआ था और  मतदान का प्रतिशत 66.42 रहा है. 2014 का चुनाव पिछले चुनाव में इस सीट पर 65.8%  मतदान हुआ था जिसमें बीजेपी प्रत्याशी चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल को 8,20,831 वोट (70.7%) और कांग्रेस प्रत्याशी मकसूद मिर्जा को 262,715 (22.6%) वोट मिले थे. सामाजिक ताना-बाना इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत मुसलमानों की खासी आबादी है, जो चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस सीट पर करीब 2 लाख से ज्यादा मुसलमान मतदाता हैं. जबकि करीब 15 फीसदी वोटर कोली समाज से आते हैं. इस लोकसभा सीट पर मतदाताओं का सबसे बड़ा तबका बाहरी वोटरों का है. यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र से आए वोटरों की संख्या लगभग पचास फीसदी है. सीट का इतिहास इस सीट पर पहला चुनाव 2009 में हुआ. हालांकि, इस आम चुनाव में कांग्रेस ने दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाई, लेकिन पहली बार ही इस सीट पर हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को विजय प्राप्त हुई. बीजेपी उम्मीदवार चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल ने कांग्रेस के धनसुख राजपूत को मात दी. उन्होंने करीब 13 हजार मतों से धनसुख को हराया. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में भी मोदी लहर के सामने कांग्रेस बाजी नहीं मार सकी. चंद्रकांत पाटिल ने दूसरी बार इस सीट से मैदान मारा और कांग्रेस के टिकट पर लड़े मकसूद मिर्जा को करीब 56 हजार मतों के भारी अंतर से शिकस्त दी. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर
नोटबंदी के बाद परेशानियों से जूझ रही आम जनता के लिए एक राहत की खबर है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने  500 रुपये का नया नोट जारी कर दिया है और इन नोटों को देश भर के विभिन्न शहरों के बैंकों में भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.टिप्पणियां दरअसल अभी तक बैंकों से मिल रहे 2000 रुपये के नोट को खर्च करना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा था. फिलहाल एटीएम से भी एक बार में 100 रुपये के सिर्फ 20 नोट ही निकल रहे हैं यानी कुल दो हजार रुपये. 100 और 2000 के बीच के नोट के न होने से आम जरूरत की खरीदारी निपटाने में लोगों को काफी दिक्कतें आ रही थीं, लेकिन 500 रुपये के नोट जारी होने से इस दिक्कत से निजात मिलने की उम्मीद है. अभी ये नोट बैंक में मिलेंगे. जल्द ही एटीएम में नए नोटों के साइज के हिसाब से कैसेट लगाने की तैयारी है, जिससे नए नोट एटीएम से भी निकाले जा सकेंगे. हालांकि इसमें अभी कुछ वक्त लग सकता है. दरअसल अभी तक बैंकों से मिल रहे 2000 रुपये के नोट को खर्च करना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा था. फिलहाल एटीएम से भी एक बार में 100 रुपये के सिर्फ 20 नोट ही निकल रहे हैं यानी कुल दो हजार रुपये. 100 और 2000 के बीच के नोट के न होने से आम जरूरत की खरीदारी निपटाने में लोगों को काफी दिक्कतें आ रही थीं, लेकिन 500 रुपये के नोट जारी होने से इस दिक्कत से निजात मिलने की उम्मीद है. अभी ये नोट बैंक में मिलेंगे. जल्द ही एटीएम में नए नोटों के साइज के हिसाब से कैसेट लगाने की तैयारी है, जिससे नए नोट एटीएम से भी निकाले जा सकेंगे. हालांकि इसमें अभी कुछ वक्त लग सकता है. अभी ये नोट बैंक में मिलेंगे. जल्द ही एटीएम में नए नोटों के साइज के हिसाब से कैसेट लगाने की तैयारी है, जिससे नए नोट एटीएम से भी निकाले जा सकेंगे. हालांकि इसमें अभी कुछ वक्त लग सकता है.
Warcraft की दुनिया में लगभग सभी संगीत आर्केस्ट्रा है, जिसमें विभिन्न प्रकार के शास्त्रीय और लोक वाद्ययंत्रों का सामंजस्य होता है, जो अक्सर व्यापक रूप से परिवर्तनकारी, गैर-दोहराव वाली धुनें बजाते हैं। जब खिलाड़ी खेल में होता है, तो संगीत आमतौर पर आपके चरित्र के वातावरण के प्रकार जैसे "पहाड़", "जंगल", "मैदान", "जंगल", वगैरह के मूड से मेल खाने के लिए तैयार किए गए ट्रैक के सेट से बजता है। ; जबकि कुछ व्यक्तिगत क्षेत्रों और शहरों जैसे एल्विन फ़ॉरेस्ट और थंडर ब्लफ़ को ट्रैक का अपना सेट दिया गया है। कुछ वातावरणों में आप दिन के समय के आधार पर अलग-अलग संगीत बजाते हैं।
चाहे 50 के दशक के किरदार में खुद को डालने की चुनौती हो, या फिर सुपरहीरोज के सूखे से तड़प रही हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के आकाल को खत्म करने की बात हो, रणबीर कपूर हर तरह की जिम्मेदारी निभाने को तैयार हैं. राह में तीन खान हैं तो क्या हुआ, रणबीक कपूर के पास मां हैं. उपरोक्त पंक्तियां बस एक सार है इंडस्ट्री के 'नेक्स्ट बिग थिंग' माने जा रहे रणबीर कपूर के एक्सक्लूजिव इंटरव्यू के. पेश है आरजे आलोक से हुई रणबीर कपूर की खास बातचीत के अंश- बॉम्बे वेलवेट कितनी मुश्किल थी आपके लिए? देखा जाए तो हर फिल्म खुद की मुसीबत और चैलेंज के साथ आती है. लेकिन किरदार का जहां तक सवाल है उसके लिए हमें कुछ उदाहरण दिए गए थे जैसे किशोर कुमार, राज कपूर ,शम्मी कपूर, रोबर्ट डिनेरो. लेकिन सबसे अहम काम और मेहनत अनुराग कश्यप की थी जिन्होंने आठ साल से ये स्क्रिप्ट तैयार कर रखी थी. हम सब मेकअप करके तैयार होते थे और 50 के दशक के सेटअप पर अपनी कला का प्रदर्शन करते थे. फिल्म बॉम्बे वेलवेट के दूसरा ट्रेलर काफी सराहा भी गया है. जबसे फिल्म बन रही थी तब से लेकर कुछ दिनों पहले तक काफी अफवाहें थी की फिल्म ओवर बजट हो गयी है, मेरे पिता को ये फिल्म पसंद नहीं है, वगैरह वगैरह. लेकिन हमारे लिए बहुत जरूरी था कि ये फिल्म चले. इसलिए नकारात्मकता को दूर करना बहुत जरूरी था. यही कारण है कि हमने दूसरा ट्रेलर लॉन्च किया. उम्मीद है कि फिल्म लोगों को थिएटर तक जरूर ले जाए. ये वैसी फिल्म नहीं है जिसमें चार गाने डालो और सबको दिखा दो. हमारा वादा है हम दर्शकों को 50 के दशक के बॉम्बे में ले जाएंगें. फिल्म के गाने काफी अलग हैं. जी 50 के दशक के गानों को थोड़ा अलग तरह से पेश किया गया है. बॉम्बे वेलवेट में अमित त्रिवेदी ने बेहतरीन संगीत दिया है.फिल्म में गीता दत्त जी का गाया हुआ 'फीफी' का नया वर्जन है. वहीं 'मोहब्बत बुरी बीमारी' और 'नाक पे गुस्सा' गाना भी है. 'बहरूपिया' गाने को मोहित चौहान ने गाया है. मेरी आवाज बन चुके हैं वो और उनकी मौजूदगी से मेरा काम पूरा हो जाता है. मैं काफी लकी हूं कि मोहित की आवाज मुझ पर बहुत ही जंचती है. आपकी फिल्म 'तमाशा' का क्या सीन है ? फिल्म 'तमाशा की शूटिंग पूरी हो चुकी है. इस बार इम्तियाज अली एकदम अलग कॉन्सेप्ट लेकर आए हैं.फिल्म म्यूजिकल एंटरटेनमेंट है. दीपिका के साथ हमेशा की तरह काम करना बहुत अच्छा रहा. फिल्म 'जग्गा जासूस' की क्या कंडीशन है ? यह काफी मुश्किल फिल्म है. फिल्म की शूटिंग दो महीने में पूरी होगी. ये एक जासूस की कहानी है जो हकलाता है. बाकी और भी फिल्में आने को तैयार हैं ? हां करण जौहर के साथ फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' कर रहा हूं. अभी हाल ही में मैंने करण के साथ 'बॉम्बे वेलवेट' में एक्टिंग भी की थी. अब वो मुझे डायरेक्ट करेंगे. फिल्म में अनुष्का शर्मा और ऐश्वर्या राय बच्चन भी हैं. इसके अलावा अयान मुखर्जी की सुपरहीरो वाली फिल्म है. ये बहुत ही बड़ा प्रोजेक्ट होने वाला है और अयान कम से कम 10 साल की तैयारी करने वाला है. ये अलग सुपरहीरो है. इसमें मेरी और आलिया भट्ट की जोड़ी दिखेगी. आप अपनी मां के काफी करीब हैं.  उनके लिए कोई संदेश? मां से बढ़कर कोई रिश्ता नहीं होता. मेरी चाहत है की उनको हमेशा खुश रख सकूं. जो भी रिवॉर्ड, अवार्ड, मिलते हैं उन सबके ऊपर है मां का रिश्ता. आई लव यू मॉम.
योग गुरु रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण बुधवार को फर्जी पासपोर्ट मामले में देहरादून के सीबीआई दफ्तर पहुंचे। बालकृष्ण पर फर्जी डिग्री के आधार पर पासपोर्ट बनवाने का आरोप है। सीबीआई की 12 सदस्यों की टीम बालकृष्ण से पूछताछ कर रही है। बालकृष्ण से 7 से 10 दिन तक पूछताछ चल सकती है। सीबीआई ने बालकृष्ण से पूछने के लिए 12 सौ सवालों की लिस्ट तैयार की है। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने 29 जुलाई को बालकृष्ण की गिरफ्तारी पर स्टे लगाया था और उन्हें 3 अगस्त को सीबीआई के सामने पेश होने का निर्देश दिया था। इस मामले की अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी। सीबीआई ने बालकृष्ण के खिलाफ 25 जुलाई को केस दजर् किया था जिसके बाद बालकृष्ण अंडरग्राउंड हो गए थे।
बंबई उच्च न्यायालय ने वर्ष 2010 में आईपीएल मैचों के दौरान मुहैया कराई गई पुलिस सुरक्षा का 10 करोड़ रुपये से भी अधिक बकाया नहीं वसूल पाने के लिए महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथ लिया है। न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति एपी भंगाले की खंडपीठ ने कहा, ‘‘दो साल हो गये और राज्य सरकार ने बकाया लेने की चिंता नहीं की। हमारे हिसाब से यह बहुत बड़ी रकम है। शायद राज्य सरकार के लिए यह छोटी रकम हो। बकाया नहीं मिलने के बावजूद राज्य सरकार निष्ठापूर्वक सुरक्षा एवं अन्य सुविधायें मुहैया कराती रही।’’ खंडपीठ इस मामले में को लेकर पिछले साल दायर की गई संतोष पचलाग की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस याचिका में सरकार को तुरंत बीसीसीआई से बकाया वसूलने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। न्यायालय ने कहा, ‘‘बीसीसीआई वाणिज्यिक उद्यम है, जिसे काफी आमदनी हो रही है और सभी खिलाड़ियों को काफी रकम अदा कर रही है। वे इस रकम (10 करोड़ रुपये) को अदा नहीं कर पा रहे हैं।’’ यह सूचित किए जाने पर कि आईपीएल का अगला सत्र इस साल अप्रैल से शुरू होने की संभावना है, न्यायमूर्ति खानविलकर ने कहा, ‘‘तब आपके (सरकार) पास बकाया वसूलने का पर्याप्त वक्त है। इस मुद्दे पर उच्चतर स्तर पर गौर करने की जरूरत है। अभी तक जो सरकार को करना चाहिये था, उसका निर्देश न्यायालय दे रहा है।’’ न्यायालय ने गृहमंत्रालय के सचिव को बीसीसीआई के उस अनुरोध पर फैसला करने का निर्देश दिया जिसमें उसने अन्य राज्यों की ओर से पूर्व में ली गई दरों को ध्यान में रखकर तर्कसंगत दर तय करने का आग्रह किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी।टिप्पणियां बीसीसीआई के वकील राजू सुब्रमन्यम ने न्यायालय को बताया कि बीसीसीआई पूरी रकम देने के लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि उसने कभी मैचों के दौरान पुलिस सुरक्षा देने का आग्रह नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्टेडियम में मैच हुआ और फ्रैंचाइजी मालिकों ने सुरक्षा मांगी, वे बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इसलिए उन्हें बकाया अदा करना चाहिए।’’ इसके बाद खंडपीठ ने डी वाई पाटिल स्टेडियम प्रबंधन और संबंधित फ्रैंचाइजी मालिकों को नोटिस जारी किए। न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति एपी भंगाले की खंडपीठ ने कहा, ‘‘दो साल हो गये और राज्य सरकार ने बकाया लेने की चिंता नहीं की। हमारे हिसाब से यह बहुत बड़ी रकम है। शायद राज्य सरकार के लिए यह छोटी रकम हो। बकाया नहीं मिलने के बावजूद राज्य सरकार निष्ठापूर्वक सुरक्षा एवं अन्य सुविधायें मुहैया कराती रही।’’ खंडपीठ इस मामले में को लेकर पिछले साल दायर की गई संतोष पचलाग की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस याचिका में सरकार को तुरंत बीसीसीआई से बकाया वसूलने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। न्यायालय ने कहा, ‘‘बीसीसीआई वाणिज्यिक उद्यम है, जिसे काफी आमदनी हो रही है और सभी खिलाड़ियों को काफी रकम अदा कर रही है। वे इस रकम (10 करोड़ रुपये) को अदा नहीं कर पा रहे हैं।’’ यह सूचित किए जाने पर कि आईपीएल का अगला सत्र इस साल अप्रैल से शुरू होने की संभावना है, न्यायमूर्ति खानविलकर ने कहा, ‘‘तब आपके (सरकार) पास बकाया वसूलने का पर्याप्त वक्त है। इस मुद्दे पर उच्चतर स्तर पर गौर करने की जरूरत है। अभी तक जो सरकार को करना चाहिये था, उसका निर्देश न्यायालय दे रहा है।’’ न्यायालय ने गृहमंत्रालय के सचिव को बीसीसीआई के उस अनुरोध पर फैसला करने का निर्देश दिया जिसमें उसने अन्य राज्यों की ओर से पूर्व में ली गई दरों को ध्यान में रखकर तर्कसंगत दर तय करने का आग्रह किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी।टिप्पणियां बीसीसीआई के वकील राजू सुब्रमन्यम ने न्यायालय को बताया कि बीसीसीआई पूरी रकम देने के लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि उसने कभी मैचों के दौरान पुलिस सुरक्षा देने का आग्रह नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्टेडियम में मैच हुआ और फ्रैंचाइजी मालिकों ने सुरक्षा मांगी, वे बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इसलिए उन्हें बकाया अदा करना चाहिए।’’ इसके बाद खंडपीठ ने डी वाई पाटिल स्टेडियम प्रबंधन और संबंधित फ्रैंचाइजी मालिकों को नोटिस जारी किए। खंडपीठ इस मामले में को लेकर पिछले साल दायर की गई संतोष पचलाग की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस याचिका में सरकार को तुरंत बीसीसीआई से बकाया वसूलने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। न्यायालय ने कहा, ‘‘बीसीसीआई वाणिज्यिक उद्यम है, जिसे काफी आमदनी हो रही है और सभी खिलाड़ियों को काफी रकम अदा कर रही है। वे इस रकम (10 करोड़ रुपये) को अदा नहीं कर पा रहे हैं।’’ यह सूचित किए जाने पर कि आईपीएल का अगला सत्र इस साल अप्रैल से शुरू होने की संभावना है, न्यायमूर्ति खानविलकर ने कहा, ‘‘तब आपके (सरकार) पास बकाया वसूलने का पर्याप्त वक्त है। इस मुद्दे पर उच्चतर स्तर पर गौर करने की जरूरत है। अभी तक जो सरकार को करना चाहिये था, उसका निर्देश न्यायालय दे रहा है।’’ न्यायालय ने गृहमंत्रालय के सचिव को बीसीसीआई के उस अनुरोध पर फैसला करने का निर्देश दिया जिसमें उसने अन्य राज्यों की ओर से पूर्व में ली गई दरों को ध्यान में रखकर तर्कसंगत दर तय करने का आग्रह किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी।टिप्पणियां बीसीसीआई के वकील राजू सुब्रमन्यम ने न्यायालय को बताया कि बीसीसीआई पूरी रकम देने के लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि उसने कभी मैचों के दौरान पुलिस सुरक्षा देने का आग्रह नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्टेडियम में मैच हुआ और फ्रैंचाइजी मालिकों ने सुरक्षा मांगी, वे बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इसलिए उन्हें बकाया अदा करना चाहिए।’’ इसके बाद खंडपीठ ने डी वाई पाटिल स्टेडियम प्रबंधन और संबंधित फ्रैंचाइजी मालिकों को नोटिस जारी किए। न्यायालय ने कहा, ‘‘बीसीसीआई वाणिज्यिक उद्यम है, जिसे काफी आमदनी हो रही है और सभी खिलाड़ियों को काफी रकम अदा कर रही है। वे इस रकम (10 करोड़ रुपये) को अदा नहीं कर पा रहे हैं।’’ यह सूचित किए जाने पर कि आईपीएल का अगला सत्र इस साल अप्रैल से शुरू होने की संभावना है, न्यायमूर्ति खानविलकर ने कहा, ‘‘तब आपके (सरकार) पास बकाया वसूलने का पर्याप्त वक्त है। इस मुद्दे पर उच्चतर स्तर पर गौर करने की जरूरत है। अभी तक जो सरकार को करना चाहिये था, उसका निर्देश न्यायालय दे रहा है।’’ न्यायालय ने गृहमंत्रालय के सचिव को बीसीसीआई के उस अनुरोध पर फैसला करने का निर्देश दिया जिसमें उसने अन्य राज्यों की ओर से पूर्व में ली गई दरों को ध्यान में रखकर तर्कसंगत दर तय करने का आग्रह किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी।टिप्पणियां बीसीसीआई के वकील राजू सुब्रमन्यम ने न्यायालय को बताया कि बीसीसीआई पूरी रकम देने के लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि उसने कभी मैचों के दौरान पुलिस सुरक्षा देने का आग्रह नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्टेडियम में मैच हुआ और फ्रैंचाइजी मालिकों ने सुरक्षा मांगी, वे बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इसलिए उन्हें बकाया अदा करना चाहिए।’’ इसके बाद खंडपीठ ने डी वाई पाटिल स्टेडियम प्रबंधन और संबंधित फ्रैंचाइजी मालिकों को नोटिस जारी किए। यह सूचित किए जाने पर कि आईपीएल का अगला सत्र इस साल अप्रैल से शुरू होने की संभावना है, न्यायमूर्ति खानविलकर ने कहा, ‘‘तब आपके (सरकार) पास बकाया वसूलने का पर्याप्त वक्त है। इस मुद्दे पर उच्चतर स्तर पर गौर करने की जरूरत है। अभी तक जो सरकार को करना चाहिये था, उसका निर्देश न्यायालय दे रहा है।’’ न्यायालय ने गृहमंत्रालय के सचिव को बीसीसीआई के उस अनुरोध पर फैसला करने का निर्देश दिया जिसमें उसने अन्य राज्यों की ओर से पूर्व में ली गई दरों को ध्यान में रखकर तर्कसंगत दर तय करने का आग्रह किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी।टिप्पणियां बीसीसीआई के वकील राजू सुब्रमन्यम ने न्यायालय को बताया कि बीसीसीआई पूरी रकम देने के लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि उसने कभी मैचों के दौरान पुलिस सुरक्षा देने का आग्रह नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्टेडियम में मैच हुआ और फ्रैंचाइजी मालिकों ने सुरक्षा मांगी, वे बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इसलिए उन्हें बकाया अदा करना चाहिए।’’ इसके बाद खंडपीठ ने डी वाई पाटिल स्टेडियम प्रबंधन और संबंधित फ्रैंचाइजी मालिकों को नोटिस जारी किए। न्यायालय ने गृहमंत्रालय के सचिव को बीसीसीआई के उस अनुरोध पर फैसला करने का निर्देश दिया जिसमें उसने अन्य राज्यों की ओर से पूर्व में ली गई दरों को ध्यान में रखकर तर्कसंगत दर तय करने का आग्रह किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी।टिप्पणियां बीसीसीआई के वकील राजू सुब्रमन्यम ने न्यायालय को बताया कि बीसीसीआई पूरी रकम देने के लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि उसने कभी मैचों के दौरान पुलिस सुरक्षा देने का आग्रह नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्टेडियम में मैच हुआ और फ्रैंचाइजी मालिकों ने सुरक्षा मांगी, वे बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इसलिए उन्हें बकाया अदा करना चाहिए।’’ इसके बाद खंडपीठ ने डी वाई पाटिल स्टेडियम प्रबंधन और संबंधित फ्रैंचाइजी मालिकों को नोटिस जारी किए। बीसीसीआई के वकील राजू सुब्रमन्यम ने न्यायालय को बताया कि बीसीसीआई पूरी रकम देने के लिए जिम्मेदार नहीं है, क्योंकि उसने कभी मैचों के दौरान पुलिस सुरक्षा देने का आग्रह नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्टेडियम में मैच हुआ और फ्रैंचाइजी मालिकों ने सुरक्षा मांगी, वे बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त नहीं हैं। इसलिए उन्हें बकाया अदा करना चाहिए।’’ इसके बाद खंडपीठ ने डी वाई 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प्रभास और श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म साहो इस साल की मचअवेटेड फिल्मों में शुमार है. पिछले दिनों फिल्म का टीजर रिलीज किया गया. एक्शन और थ्रिलर से भरपूर ये टीजर लोगों को खूब पंसद आया. रिपोर्ट्स है कि फिल्म के आखिरी शेड्यूल की शूटिंग ऑस्ट्रिया में चल रही है. लेकिन विदेश में शूटिंग के वक्त प्रभास और श्रद्धा कपूर के साथ हादसा हो गया. मिड डे की रिपोर्ट के अनुसार, प्रभास और श्रद्धा कपूर हवा में केबल कार के रुक जाने की वजह से ऑस्ट्रियाई एल्प्स में फंस गए थे. सूत्रों का कहना है कि गुरुवार को फिल्म का सीक्वेंस शूट करने के बाद प्रभास, श्रद्धा और उनकी टीम केबल कार में थी. तभी अचानक बारिश शुरू हो गई. जिसकी वजह से केबल कार बीच रास्ते में रुक गई और साहो के एक्टर्स समेत पूरी टीम 1,368 मीटर की ऊंचाई पर फंस गए. View this post on Instagram Here it is darlings, for all of you... The new official poster of my next film Saaho. See you in theatres on 15th August! 😎 #15AugWithSaaho @officialsaahomovie @sujeethsign @shraddhakapoor @uvcreationsofficial #BhushanKumar @tseries.official A post shared by Prabhas (@actorprabhas) on May 20, 2019 at 11:33pm PDT बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही थी. जिसकी वजह से हर कोई डरा हुआ था. सूत्र बताते हैं कि इस घटना के दौरान प्रभास ने सभी को समझाया कि बारिश रुकने के बाद ही केबल कार दोबारा से चलेगी. आधे घंटे बाद बारिश रुकी और केबल कार ने अपनी जर्नी फिर से शुरू की. बात करें साहो की तो फिल्म का ट्रेलर अभी रिलीज होना बाकी है. साहो इस साल 15 अगस्त के दिन रिलीज होगी. ये मूवी हिंदी, तमिल और तेलुगू भाषा में रिलीज होगी. साहो में प्रभास और श्रद्धा कपूर के अलावा मंदिरा बेदी, नील नितिन मुकेश, जैकी श्रॉफ, चंकी पांडे भी अहम रोल में दिखेंगे. बता दें, बाहुबली 2 के बाद साहो प्रभास की पहली रिलीज है.
लाल कृष्ण आडवाणी पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि आडवाणी ने बाबरी मस्जिद विध्वंस में प्रमुख भूमिका निभायी, उनके गृह मंत्री रहते ही गुजरात दंगे हुए और वह संसद व लाल किले पर आतंकी हमले रोकने में विफल रहे. साथ ही उन्होंने देश के मतदाताओं से कहा कि वे एनडीए के शासन में गृह मंत्री के रूप में आडवाणी के रिकॉर्ड को याद करके तय करें कि वह प्रधानमंत्री बनने के काबिल है या नहीं. आडवाणी द्वारा उन्हें कमजोर प्रधानमंत्री करार दिए जाने का करारा जवाब देते हुए मनमोहन सिंह ने सवाल किया कि देश के कल्याण में गृहमंत्री के रूप में आडवाणी का क्या योगदान है. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री के रूप में आडवाणी के रिकॉर्ड को ध्यान में रखकर देश को यह तय करना चाहिए कि आडवाणी क्या प्रधानमंत्री बनने लायक हैं. उन्होंने आडवाणी को अवसरवादी करार देते हुए कहा कि भगवा नेता ने 4 साल पहले पाकिस्तान यात्रा के दौरान वहां के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की सराहना की थी. मनमोहन सिंह ने कहा- मैं कमजोर प्रधानमंत्री हूं या मजबूत, हमारी सरकार का कामकाज इस बारे में विस्तार से बयान करता है. उन्होंने कहा कि आडवाणी बार-बार उन पर कमजोर प्रधानमंत्री होने का इल्जाम लगाते हैं लेकिन सभी जानते हैं कि बाबरी मस्जिद विध्वंस में उनकी प्रमुख भूमिका रही और एनडीए सरकार के दौरान संसद और लालकिले पर आतंकी हमले हुए व इंडियन एयरलाइंस के एक विमान का आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया.
उग्रो तारा मंदिर पूर्वोत्तर भारत में गुवाहाटी शहर के केंद्र में लोटैसिल (लतासिल) क्षेत्र में जोर पुखुरी टैंकों के पश्चिमी ओर स्थित तारा (देवी) को समर्पित मन्दिर है। शहर के पूर्वी भाग में उज़ान बाज़ार में उग्रतारा मंदिर एक महत्वपूर्ण शक्ति मंदिर है । मान्यतानुसार भगवान शिव की प्रथम पत्नी सती की नाभि यहां गिरी थी। असम में उग्रतारा की पहचान आमतौर पर बौद्ध पंथों के तक्ष-कांता, एक-जटा आदि से भी की जाती है। Pages with unreviewed translations मन्दिर
सोचिए अगर एक दिन यूपी पुलिस ड्यूटी पर तो आए, लेकिन काम ना करें. ना शिकायत सुनें. ना कार्रवाई करे. तो क्या होगा. जाहिर है सूबे में अफरा-तफरी का माहौल हो जाएगा. कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो जाएगा. विवेक तिवारी हत्याकांड में अब ऐसे ही विरोध की साजिश का अंदेशा बना हुआ है. जिसका खुलासा एक सीक्रेट लेटर से हुआ है. पुलिस अलर्ट पर है. पूरी कोशिश है कि विरोधियों का ये प्लान नाकाम किया जाए. क्या यूपी पुलिस के जवान अंदर-अंदर सुलग रहे हैं? क्या विरोध के नाम पर रची गई है बड़ी साजिश? क्या विवेक तिवारी हत्याकांड से उठी चिंगारी शोला बनकर भड़केगी? ये सवाल इसलिए, क्योंकि खुद यूपी पुलिस के खूफिया सूत्रों ने बड़ी साजिश का डर जताया है. आशंका जाहिर की है कि विवेक तिवारी हत्याकांड का चैप्टर आरोपी कांस्टेबल प्रशांत की गिरफ्तारी से बंद नहीं हुआ है. बल्कि प्रशांत के समर्थन में बड़ी मोर्चाबंदी की प्लानिंग हो रही है. जिसका सबूत है एक चिट्ठी. चिट्ठी के ऊपर लिखा है परम गोपनीय. यानी टॉप सीक्रेट. यूपी पुलिस की ये सीक्रेट चिट्ठी आजतक के हाथ लगी है. ये चिट्ठी मेरठ के एसपी इंटेलीजेंस आर.पी. पांडे ने 9 जिलों के पुलिस विभाग को भेजी है. चिट्ठी में उन्होंने व्हॉट्सएप पर वायरल एक मैसेज का जिक्र किया है और ये आशंका जताई है कि सोशल मीडिया के जरिए पुलिस को भड़काया जा रहा है. उस वायरल मैसेज से साफ है कि कोई अंदर ही अंदर खाकी को विरोध के लिए उकसा रहा है. मैसेज में विरोध का तरीका भी बताया गया है. उस मैसेज को सभी ग्रुप में फारवर्ड करने की बात भी कही जा रही है. ये चेतावनी भी दी है कि अगर ऐसा किया तो कल आपका होगा. नहीं तो हर जगह मार खाते रहोगे. पुलिसवालों ने पहले पट्टी बांधकर विरोध जताया और अब अब काम ना करने की साजिश रची जा रही है? ये मैसेज कौन किसको भेज रहा है, ये साफ नहीं है. लेकिन जिस तरह से हाल ही में काली पट्टी बांधकर कुछ पुलिसवाले विरोध का ट्रेलर दिखा चुके हैं. उससे यही लग रहा है कि अब 10 अक्टूबर आगे की पिक्चर देखने को मिलेगी. हालांकि डीजीपी कह रहे हैं कि उन्हें अपने जवानों पर पूरा भरोसा है. उस वायरल मैसेज को यूपी पुलिस कितनी गंभीरता से ले रही है. इस सीक्रेट चिट्ठी से साफ है. इंटेंलीजेंस ने इस पर अलग-अलग जिलों से खूफिया सूचना भी मांगी है. ताकि पुलिस के विरोध की चिंगारी शोला ना बन सकें और यूपी पुलिस की साख बच जाए.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: खाद्य सुरक्षा विधेयक के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की चर्चाओं के बीच सरकार ने कहा कि इस मुद्दे पर सभी विकल्प खुले हैं। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ की यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कांग्रेस द्वारा महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहयोगी दलों की राय जानने के लिए बुलाई गई संप्रग समन्वय समिति की बैठक के बाद की गई है। कमलनाथ ने बैठक के बाद कहा, ‘खाद्य सुरक्षा विधेयक पर आगे कैसे बढ़ा जाए, इस बारे में सभी विकल्प अभी भी खुले हैं। हम आने वाले दिनों में इस पर और विचार करेंगे।’ हालांकि उन्होंने कहा कि प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा विधेयक पर कोई चर्चा नहीं हुई। सोमवार की बैठक से पहले शनिवार को कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में यह तय किया गया था कि कमलनाथ अन्य दलों के नेताओं से बातचीत करेंगे और यदि वे राजी होते हैं तो इस विधेयक के लिए एक विशेष सत्र बुलाया जा सकता है।टिप्पणियां विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि विधेयक के लिए विशेष सत्र की बजाय मॉनसून सत्र को ही कुछ दिन पहले बुलाया जाए। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी कुछ संशोधनों के साथ पारित कराने के पक्ष में है। उन्होंने सरकार से इस कार्य के लिए संसद के मानसून सत्र को जल्दी बुनाने की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ की यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कांग्रेस द्वारा महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहयोगी दलों की राय जानने के लिए बुलाई गई संप्रग समन्वय समिति की बैठक के बाद की गई है। कमलनाथ ने बैठक के बाद कहा, ‘खाद्य सुरक्षा विधेयक पर आगे कैसे बढ़ा जाए, इस बारे में सभी विकल्प अभी भी खुले हैं। हम आने वाले दिनों में इस पर और विचार करेंगे।’ हालांकि उन्होंने कहा कि प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा विधेयक पर कोई चर्चा नहीं हुई। सोमवार की बैठक से पहले शनिवार को कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में यह तय किया गया था कि कमलनाथ अन्य दलों के नेताओं से बातचीत करेंगे और यदि वे राजी होते हैं तो इस विधेयक के लिए एक विशेष सत्र बुलाया जा सकता है।टिप्पणियां विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि विधेयक के लिए विशेष सत्र की बजाय मॉनसून सत्र को ही कुछ दिन पहले बुलाया जाए। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी कुछ संशोधनों के साथ पारित कराने के पक्ष में है। उन्होंने सरकार से इस कार्य के लिए संसद के मानसून सत्र को जल्दी बुनाने की मांग की। कमलनाथ ने बैठक के बाद कहा, ‘खाद्य सुरक्षा विधेयक पर आगे कैसे बढ़ा जाए, इस बारे में सभी विकल्प अभी भी खुले हैं। हम आने वाले दिनों में इस पर और विचार करेंगे।’ हालांकि उन्होंने कहा कि प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा विधेयक पर कोई चर्चा नहीं हुई। सोमवार की बैठक से पहले शनिवार को कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में यह तय किया गया था कि कमलनाथ अन्य दलों के नेताओं से बातचीत करेंगे और यदि वे राजी होते हैं तो इस विधेयक के लिए एक विशेष सत्र बुलाया जा सकता है।टिप्पणियां विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि विधेयक के लिए विशेष सत्र की बजाय मॉनसून सत्र को ही कुछ दिन पहले बुलाया जाए। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी कुछ संशोधनों के साथ पारित कराने के पक्ष में है। उन्होंने सरकार से इस कार्य के लिए संसद के मानसून सत्र को जल्दी बुनाने की मांग की। विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि विधेयक के लिए विशेष सत्र की बजाय मॉनसून सत्र को ही कुछ दिन पहले बुलाया जाए। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी कुछ संशोधनों के साथ पारित कराने के पक्ष में है। उन्होंने सरकार से इस कार्य के लिए संसद के मानसून सत्र को जल्दी बुनाने की मांग की। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी कुछ संशोधनों के साथ पारित कराने के पक्ष में है। उन्होंने सरकार से इस कार्य के लिए संसद के मानसून सत्र को जल्दी बुनाने की मांग की।
महाराष्ट्र-हरियाणा में सटीक बैठा आजतक का एग्जिट पोल हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की जताई थी आशंका लोकसभा चुनाव में भी सटीक बैठा था एग्जिट पोल हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तस्वीर अब लगभग साफ हो गई है. महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना की जोड़ी एक बार फिर सत्ता पर काबिज होने जा रही है तो वहीं हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा के आसार दिख रहे हैं. भाजपा बहुमत से दूर है, वहीं कांग्रेस अन्य पार्टियों के साथ सत्ता में वापस आने की कोशिश कर रही है. दोनों राज्यों को लेकर आजतक-एक्सिस माय इंडिया ने अपना जो एग्जिट पोल जारी किया था, वह बिल्कुल सटीक बैठा है. फिर चाहे वह BJP-SS गठबंधन को मिलने वाली सीटें हो या फिर हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना. इसे पढ़ें: एक्सिस माई इंडिया ने बताया, क्यों आजतक ने एक दिन बाद दिखाया हरियाणा का EXIT POLL आजतक-एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल दोनों राज्यों में नतीजों के करीब रहा है, जबकि अन्य एजेंसियों का एग्जिट पोल दूर-दूर तक सटीक नहीं बैठा. इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी कुछ ऐसा ही हुआ था, जब एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल राज्य दर राज्य सटीक बैठा था. हरियाणा का रिजल्ट: BJP: 40, Cong: 31, JJP: 10, Others: 09 हरियाणा में क्या था आजतक का एग्जिट पोल बीजेपी: 32-44 कांग्रेस: 30-42 जेजेपी: 6-10 अन्य: 6-10 रिपब्लिक-जन की बात बीजेपी को 52-63 कांग्रेस को 15-19 जेजेपी 5-9 इनेलो 0-1 अन्य 7-9 एबीपी बीजेपी 72 कांग्रेस 8 अन्य 10 सीएनएन-न्यूज18 इप्सोस बीजेपी 75 कांग्रेस 15 टाइम्स नाऊ बीजेपी 71 कांग्रेस 11 अन्य 8 टीवी9-सिसेरो एग्जिट पोल बीजेपी 69 कांग्रेस 11 अन्य 10 हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र का एग्जिट पोल भी सटीक बैठा है. महाराष्ट्र के नतीजों के मुताबिक भाजपा-शिवसेना की सरकार बननी तय है. कई एग्जिट पोल में भाजपा-शिवसेना की जोड़ी को 200 से अधिक सीटें दी गई थीं, लेकिन आजतक के एग्जिट पोल में ये आंकड़ा 166 से शुरू हुआ था. ऐसे में मौजूदा आंकड़े आजतक-एक्सिस माय इंडिया का एग्जिट पोल सबसे सटीक बैठा है. महाराष्ट्र के नतीजे: BJP+: 161, Cong+: 98, Others: 29 आजतक-AXIX MY INDIA बीजेपी-शिवसेना: 166-194 कांग्रेस-एनसीपी: 72-90 अन्य 22-34 सीएनएन-न्यूज18 एग्जिट पोल बीजेपी+शिवसेना- 243 कांग्रेस+एनसीपी-41 टाइम्स नाऊ एग्जिट पोल भाजपा+शिवसेना: 230 कांग्रेस+एनसीपी: 48 अन्य+: 10 एबीपी-सी वोटर एग्जिट पोल भाजपा+शिवसेना: 204 कांग्रेस+एनसीपी: 69 अन्यः 15 रिपब्लिक-जन की बात भाजपा+शिवसेना-233 कांग्रेस+एनसीपी-54 टीवी 9-सिसेरो भाजपा+शिवसेनाः 197 कांग्रेस+एनसीपीः 75 अन्यः 16
देश भर में नागरिकता संशोधन कानून और NRC के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है. आज भी देश के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुआ. दिल्ली के जंतर-मंतर पर हजारों संख्या में लोग इस कानून के खिलाफ जमा हुए. वहीं, बेंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान जाने माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को पुलिस द्वारा डिटेन किया गया, लेकिन फिर बाद में उन्हें छोड़ दिया गया. कुछ दिन पहले संसद में नागरिकता संशोधन कानून पास हुआ था फिर राष्ट्रपति ने इसे अपनी मंजूरी दे दी. ओडिशा के बीजू जनता दल ने इस बिल के पक्ष में वोट किया था. NDTV से बात करते हुए बीजू जनता दल (BJD) सांसद पिनाकी मिश्रा ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल से कई लोगों को नागरिकता मिलेगी. इस में भारत के नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचेगा. मुस्लिम समुदाय को इस बिल से बाहर रखने के सवाल पर पिनाकी मिश्रा ने कहा कि आगे मुसलमानों को शामिल करने के बारे में सरकार को सोचना चाहिए. पिनाकी मिश्रा ने कहा कि जब पांच धर्म के लोगों को शामिल किया गया है और मुस्लिम समुदाय को भी शामिल करने के बारे में सरकार को सोचना चाहिए. वो उम्मीद कर रहे हैं कि आगे मुस्लिम समुदाय को शामिल करने के बारे में सरकार कदम उठाएगी. पिनाकी मिश्रा ने कहा कि बीजू जनता दल NRC के खिलाफ है और NRC से एक खास वर्ग के लोगों को नुकसान पहुंचने की संभावना ज्यादा है. उन्होंने कहा कि NRC की वजह से कई लोग बाहर हो जाएंगे जो गलत है. पिनाकी मिश्रा ने कहा कि अगर NRC लागू होता है तो वो खुद अपनी नागरिकता साबित नहीं पाएंगे, क्योंकि उनके पास जन्म प्रमाणपत्र नहीं है. पिनाकी मिश्रा ने कहा कि NRC के खिलाफ उनकी पार्टी का स्टैंड साफ है और उनकी पार्टी NRC का समर्थन नहीं कर सकती है.
चीन की पुलिस ने नकली आईफोन बनाने वाली बीजिंग की एक कंपनी का भंडाफोड़ करते हुए नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. इस कंपनी ने कथित रूप से 40,000 से अधिक नकली आईफोन बनाए जिनकी कीमत 1.96 करोड़ डॉलर है. बीजिंग की पुलिस का कहना है कि उसने नौ संदिग्धों को पकड़ा है और छह असेंबली यूनिटों को जब्त किया है. वहां पर पुलिस को 10 लाख से भी अधिक मोबाइल फोन के कलपुर्जे मिले हैं. अमेरिका में चीन निर्मित नकली आईफोन पकड़े जाने के बाद पुलिस ने मई में इस कंपनी की जांच शुरू की थी. पुलिस का कहना है कि यह कंपनी विदेशों में पुराने आईफोन के मैनबोर्ड खरीदती है और शेनजेन शहर से आईफोन के लोगो वाले नकली हिस्से लाती थी. पुलिस ने कंपनी के नाम का खुलासा नहीं किया है लेकिन उसके कारखाने में सैकडों लोग काम करते हैं. इनपुट : भाषा
भारत समेत पूरी दुनियाभर में जमकर नए साल का जश्न मनाया जा रहा है, लेकिन कई जगहों पर जश्न के दौरान हुए हादसों में कई लोगों की मौत हो गई है और कई घायल हो गए. साथ ही नए साल के जश्न पर नशे में वाहन चलाने आरोप में पुलिस ने सैकड़ों लोगों का चालान काटा. दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में नए साल का जश्न मना रहे 8 साल के रेहान को गोली लगने से मौत हो गई है. रेहान को उस समय गोली लगी जब डीजे पर डांस कर रहा था. इसी तरह एक अन्य हादसे में 14 साल का एक बच्चा घायल हो गया है. यह हादसा थाना वेलकम के अंतर्गत क्षेत्र में हुआ. वहीं बिहार की राजधानी पटना के राजापुर इलाके में 31 दिसंबर की रात नए साल का जश्न मना रहे एक युवक की अपार्टमेंट की छत से गिरने से मौत हो गई. युवक ने शराब पी रखी थी और नशे की हालत में नीचे गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई. हालांकि पुलिस को शक है कि युवक को छत से फेंक कर हत्या की गई है. हादसे के बाद युवक की की गर्लफ्रेंड को पुलिस ने हिरासत में लिया और उससे पूछताछ कर रही है. राजस्थान में नए साल की शुरुआत दर्दनाक हादसे से हुई. देर रात नए साल का जश्न मनाकर जैसलमेर के सम के रेतीले धोरो से लौट रहे सैलानियों की 4 गाड़ियां एक-दूसरे से टकरा गईं जिससे 4 पर्यटकों की मौत हो गई, वहीं 7 पर्यटक घायल हो गए. घायलों को जैसलमेर के सरकारी अस्पताल में लाया गया है. दिल्ली पुलिस ने बीती रात नशे में गाड़ी चलाने के आरोप में 509 लोगों का चालान काटा. दूसरी ओर आर्थिक राजधानी मुंबई में भी नए साल के जश्न पर पुलिस मुस्तैद रही और राजधानी में 40 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी, इस बीच मुंबई पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 76 लोगों को पकड़ा.
नैवल डॉकयार्ड, मुंबई में 325 वैकेंसी निकली हैं. इच्छुक उम्मीदवार 2 दिसंबर 2015 तक आवेदन कर सकते हैं. पद का नाम: ट्रेडमैन पदों की संख्‍या: 325 पे स्‍केल: 5200-20200 रुपये योग्‍यता: मान्‍यता प्राप्‍त संस्‍थान से 10वीं पास उम्र सीमा: 18 से 25 साल ज्‍यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें .
{{Infobox currency | currency_name = भारतीय रुपया | image_1 = Banknote of india.png | image_title_1 = वर्तमान समय में प्रचलित भारतीय बैंक नोट | image_2 = INR Coins.jpg | image_title_2 = रुपये का सिक्का | iso_code = INR | iso_number = 356 | iso_exponent = 2 | issuing_authority = भारतीय रिज़र्व बैंक | issuing_authority_title = | issuing_authority_website = | date_of_introduction = | date_of_introduction_source = | unofficial_users = | using_countries = | inflation_title = | inflation_rate = ४.४% (२०१७–२०१८) | inflation_source_date = RBI – Annual Inflation Report | inflation_method = उपभोक्ता मूल्य सूचकांक | ERM_since = | ERM_withdraw = | ERM_fixed_rate_since = | rupee_replace_non_cash = | rupee_replace_cash = | ERM_fixed_rate = | ERM_band = | pegged_with = | pegged_by = भूटानी नोंग्त्रुम (at par) नेपाली रुपया (₹१ = रु॰१.६) | subunit_ratio_1 = | subunit_name_1 = पैसा | subunit_inline_note_1 = | symbol = | symbol_subunit_1 = | nickname_subunit_1 = | coin_article = | used_coins = २५, ५०, ₹१, ₹२, ₹५ और ₹१० रुपया | frequently_used_coins = | rarely_used_coins = | banknote_article = | used_banknotes = ₹१, ₹२, ₹५, ₹१०, ₹२०, ₹५०, ₹१००, ₹२००, ₹५०० | printer = भारतीय रिज़र्व बैंक | value = | printer_website = | mint = | mint_website = | footnotes = }} भारतीय रुपया (चिह्न: ₹; कोड: INR) भारत की राष्ट्रीय मुद्रा है। इसका बाजार नियामक और जारीकर्ता भारतीय रिज़र्व बैंक है। नये प्रतीक चिह्न के आने से पहले रुपये को हिन्दी में दर्शाने के लिए 'रु' और अंग्रेजी में Re. (१ रुपया), Rs. और Rp. का प्रयोग किया जाता था। आधुनिक भारतीय रुपये को १०० पैसा में विभाजित किया गया है। सिक्कों का मूल्य ५, १०, २०, २५ और ५० है और ₹१, ₹२, ₹५ और ₹१० रुपये भी। बैंकनोट ₹५, ₹१०, ₹२०, ₹५०, ₹१००, ₹२००, ₹५००, के मूल्य पर हैं। नामकरण भारत में प्रयुक्त शब्द भारत के अधिकांश भागों में रुपये को इन नामों से जाना जाता है: हिन्दी में रुपया, गुजराती (રૂપિયો) में रुपियो, तेलुगू (రూపాయి) में रूपायि , तुलू भाषा (ರೂಪಾಯಿ) और कन्नड़ (ರೂಪಾಯಿ) में रूपाइ, तमिल (ரூபாய்) में रुबाइ, मलयालम (രൂപ) में रूपा, मराठी (रुपये) में रुपये या संस्कृत से निकले अन्य शब्द जैसे रूप्यकम्, रूप्यकं इत्यादि। संस्कृत में रौप्य का अर्थ होता है चाँदी; रूप्यकं का अर्थ होता है चाँदी का सिक्का। हाँलाँकि पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, मिज़ोरम, ओड़िशा और असम में रुपये को आधिकारिक रूप से संस्कृत के तनक नाम से जाना जाता है। इसलिए रुपये को बंगाली में टाका (টাকা), असमिया में टका (টকা) और ओड़िया में टङ्का'' (ଟଙ୍କା) के नाम से जाना जाता है और रोमन अक्षर 'T' से भारतीय बैंकनोटों में दर्शाया जाता है। आधिकारिक प्रतीक-चिह्न भारतीय मुद्रा के लिए एक आधिकारिक प्रतीक-चिह्न दिनांक १५ जुलाई, २०१० को चुन लिया गया है जिसे आईआईटी, गुवाहाटी के प्रोफेसर डी. उदय कुमार ने डिज़ाइन किया है। अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउण्ड, जापानी येन और यूरोपीय संघ के यूरो के बाद रुपया पाँचवी ऐसी मुद्रा बन गया है, जिसे उसके प्रतीक-चिह्न से पहचाना जाएगा। इसके लिए एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसके अन्तर्गत सरकार को तीन हज़ार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर की अध्यक्षता में गठित एक उच्चस्तरीय समिति ने भारतीय संस्कृति और भारतीय भाषाओं के साथ ही आधुनिक युग के बेहतर सामंजस्य वाले इस प्रतीक को अंतिम तौर पर चयन करने की सिफारिश की थी। इसे यूनीकोड मानक में शामिल करने हेतु आवेदन कर दिया गया है। इस चिह्न को यूनीकोड में U+20A8 पर स्थान मिलेगा, जो पहले ही रुपये के Rs जैसे दिखने वाले चिह्न के लिए आवंटित है। फिलहाल इस चिह्न को कम्प्यूटर पर मुद्रित करने के लिये कुछ नॉन-यूनिकोड फॉण्ट बनाये गये हैं। इतिहास रुपया शब्द का उद्गम संस्कृत के शब्द रुप् या रुप्याह् में निहित है, जिसका अर्थ चाँदी होता है और रूप्यकम् का अर्थ चाँदी का सिक्का है। रुपया शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम शेर शाह सूरी ने भारत मे अपने शासन १५४०-१५४५ के दौरान किया था। शेर शाह सूरी ने अपने शासन काल में जो रुपया चलाया वह एक चाँदी का सिक्का था जिसका भार १७८ ग्रेन (११.५३४ ग्राम) के लगभग था। उसने तांबे का सिक्का जिसे दाम तथा सोने का सिक्का जिसे मोहर कहा जाता था, को भी चलाया। कालांतर में मुगल शासन के दौरान पूरे उपमहाद्वीप में मौद्रिक प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए तीनों धातुओं के सिक्कों का मानकीकरण किया गया। शेर शाह सूरी के शासनकाल के दौरान आरम्भ किया गया 'रुपया' आज तक प्रचलन में है। भारत में ब्रिटिश राज के दौरान भी यह प्रचलन में रहा, इस दौरान इसका भार ११.६६ ग्राम था और इसके भार का ९१.७ प्रतिशत तक शुद्ध चाँदी थी। १९वीं शताब्दी के अंत में रुपया प्रथागत ब्रिटिश मुद्रा विनिमय दर, के अनुसार एक शिलिंग और चार पेंस के बराबर था वहीं यह एक पाउण्ड स्टर्लिंग का १/१५ भाग था। १९वीं सदी मे जब दुनिया में सबसे सशक्त अर्थव्यवस्थाएं स्वर्ण मानक पर आधारित थीं तब चाँदी से बने रुपये के मूल्य में भीषण गिरावट आई। संयुक्त राज्य अमेरिका और विभिन्न यूरोपीय उपनिवेशों में विशाल मात्रा में चाँदी के स्रोत मिलने के परिणामस्वरूप चाँदी का मूल्य सोने के अपेक्षा बहुत गिर गया। अचानक भारत की मानक मुद्रा से अब बाहर की दुनिया से अधिक खरीद नहीं की जा सकती थी। इस घटना को 'रुपये की गिरावट' के रूप में जाना जाता है। पहले रुपया (११.६६ ग्राम) १६ आने या ६४ पैसे या १९२ पाई में बाँटा जाता था। रुपये का दशमलवीकरण १९५७ में भारत मे, १८६९ में सीलोन (श्रीलंका) में और १९६१ में पाकिस्तान में हुआ। इस प्रकार भारतीय रुपया १०० पैसे में विभाजित हो गया। भारत में पैसे को पहले नया पैसा नाम से जाना जाता था। भारत में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मुद्रा जारी की जाती है, जबकि पाकिस्तान में यह स्टेट बैंक आफ़ पाकिस्तान के द्वारा नियंत्रित होता है। भारतीय बैंक नोटों की सुरक्षा विशेषताएँ वाटरमार्क सुरक्षा धागा अप्रकट छवि सूक्ष्मलेखन उत्कीर्णन पहचान चिह्न प्रतिदीप्ति प्रकाश में परिवर्तनीय स्याही अंकन को समझझना जालसाजी के विरूद्ध विधिक प्रावधान वाटरमार्क बैंक नोटों की महात्मा गाँधी श्रृंखला में वाटरमार्क विण्डो में एक हल्का और बिम्ब प्रभाव तथा विविध दिशाओं वाली रेखाओं के साथ महात्मा गाँधी का वाटरमार्क है। सुरक्षा धागा अत्तूबर 2000 में लागू किए गए 1000 रूपए के नोटों में पठनीय, मुखपृष्ठ पर `भारत' (हिंदी में), `1000' और `आरबीआइ' अंकन के साथ वैकल्पिक रूप से दृश्यमान लेकिन पृष्ठ भाग पर पूर्णतë अंतर्विष्ट विण्डो वाला सुरक्षा धागा है। 500 रूपए और 100 रूपए के नोटों में भी उसी प्रकार की दृश्यमान विशेषता तथा अंकन `भारत' (हिंदी में) और `आरबीआइ' के साथ एक सुरक्षा धागा है। प्रकाश के सामने रखने पर 1000 रूपए, 500 रूपए और 100 रूपए में एक रेखा लगातार दिखाई देती है। 5 रूपए, 10 रूपए, 20 रूपए और 50 रूपए के नोटों में एक पठनीय, अंकन `भारत'(हिंदी में) और `आरबीआइ' के साथ पूर्णतëअंतर्विष्ट विण्डो वाला एक सुरक्षा धागा है। सुरक्षा धागा महात्मा गाँधी के चित्र की बाँयी ओर दिखाई देता है। महात्मा गाँधी श्रृंखला के पूर्व में जारी किए नोटों में एक सादा, अपठनीय पूर्णतë अंतर्विष्ट सुरक्षा धागा है। अप्रकट छवि 1000 रूपए,500 रूपए, 100 रूपए, 50 रूपए और 20 रूपए के नोटों के मुखपृष्ठ पर महात्मा गाँधी के चित्र की दाहिनी ओर की उर्ध्वाधर पट्टी में एक अप्रकट छवि संबंधित मूल्यवर्गीय मूल्य को संख्या में दर्शाती है। यह अप्रकट छवि तभी दिखाई देती है जब आँख के सामने नोट को क्षैतिज रूप से पकड़ा जाता है। सूक्ष्म लेखन यह विशेषता उर्ध्वाधर पट्टी और महात्मा गाँधी के चित्र के बीच दिखाई देती है। इसमें 5 रूपए और 10 रूपए के नोटों में शब्द `आरबीआइ' रहता है। 20 रूपए और उससे अधिक के नोटों में भी सूक्ष्म अक्षरों में नोटों का मूल्यवर्गीय मूल्य रहता है। यह विशेषता किसी आवर्धक लेन्स के नीचे भली प्रकार देखी जा सकती है। उत्कीर्ण मुद्रण महात्मा गाँधी के चित्र, रिजर्व बैंक की मुहर, गारंटी और वचन उप-वाक्य, बाँयी ओर अशोक स्तंभ प्रतीक, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर उत्कीर्ण रूप से मुद्रित अर्थात उभरे मुद्रण वाले होते हैं जिन्हें 20 रूपए, 50 रूपए, 100 रूपए 500 रूपए और 1000 रूपए के नोटों में छूकर महसूस किया जा सकता है। पहचान चिह्न 10/-रूपए के नोटों को छोड़कर सभी नोटों के वाटरमार्क विण्डो की बाँयी ओर उत्कीर्ण रूप में एक विशेष विशिष्टता डाली गई है। यह विशिष्टता विभिन्न मूल्यवर्गो के लिए विभिन्न आकारों (20 रूपए में उर्ध्वाधर आयताकार, 50रूपए में वर्गाकार, 100रूपए में त्रिकोणाकार, 500 रूपए में वृताकार तथा 1000 रूपए में समचतुर्भुजाकार) है और मूल्यवर्ग की पहचान करने में दृष्टिहीन लोगों की सहायता करता है। प्रतिदीप्ति नोटों के संख्या पटल को प्रतिदीप्त स्याही में मुद्रित किया गया है। नोटों में प्रकाशीय तन्तु हैं। दोनों तब देखे जा सकते हैं जब नोट को परा-बैंगनी (अल्ट्रा-वायलेट) लैम्प के सामने लाया जाता है। प्रकाश में परिवर्तनीय स्याही यह नवंबर 2000 में लागू संशोधित रंग योजना के साथ 500 रूपए और 1000 रूपए के नोटों में शामिल की गई एक नई सुरक्षा विशेषता है। क्रमशः 1000 रूपए और 500 रूपए के आमुख पर संख्या 1000 और 500 को प्रकाश में परिवर्तनीय स्याही अर्थात रंग बदलने वाली स्याही में मुद्रित किया गया है। संख्या 1000 और 500 का रंग नोट को सीधा देखने पर हरा दिखाई देता है लेकिन इसे तिरछा करने पर रंग बदलकर नीला हो जाता है। अंकन को समझना वाटरमार्क के समीप उर्ध्वाधर पट्टी के मध्य में नोट के सामने (खोखला) और पृष्ठ भाग (भरा हुआ) दोनों ओर मुद्रित एक पुष्पित स्वरूप को दोनों तरफ ठीक-ठीक अंकित किया गया है। इस स्वरूप को प्रकाश में देखने पर एक ही पुष्पित स्वरूप दिखाई पड़ता है। जालसाजी के विरूद्ध विधिक प्रावधान जाली नोटों का मुद्रण और परिचालन भारतीय दण्ड संहिता की धाराओं 489ए से 489इ के अंतर्गत अपराध है तथा किसी विधिक न्यायालय द्वारा आर्थिक दण्ड अथवा कारावास अथवा दोनों के रूप में दण्डनीय है। विनिमय दर ऐतिहासिक विनिमय दर वर्तमान विनिमय दर इन्हें भी देखें रुपए का इतिहास भारतीय रिज़र्व बैंक मुद्रा सिक्का भारतीय रिज़र्व बैंक नोट मुद्रण (प्रा) लिमिटेड सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ कैसे तय होती है रुपये की कीमत, समझें रुपया और डॉलर का पूरा गणित रुपये का इतिहास अब दुनिया में होगी अपने रुपये की पहचान दैनिक जागरण समाचार। ऐसे बदला भारतीय रुपये ने अपना रंग-रूप भारतीय रुपये को प्रतीक-चिह्न मिला, कुलीन मुद्रा क्लब में सम्मिलित भारतीय मुद्रा के निर्माण की कहानी चांदी से टांका रहा है हमारे रुपये का (अर्थकाम) करेंसी नोट प्रेस (चलार्थ पत्र मुद्रणालय) नासिक प्राचीन भारतीय मुद्राएँ (पृष्ट २३) (गूगल पुस्तक ; लेखक - राजवन्त राव , प्रदीप कुमार राव) India’s rupee just went from Asia’s worst to best currency (मार्च २०१९) भारत में कैसे छपता है रुपया? जाने पूरी प्रक्रिया!| How Indian currency Notes are printed? ग्लोबल करेंसी बनने की ओर अग्रसर होता भारतीय रुपया एशिया की मुद्राएँ हिन्दी विकि डीवीडी परियोजना भारत की अर्थव्यवस्था
गुजरात सरकार ने जूनागढ़ में वार्षिक महाशिवरात्रि मेले में रविवार रात भावनाथ मंदिर में मची भगदड़ की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं जिसमें छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए।टिप्पणियां जूनागढ़ जिलाधिकारी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,  ‘‘अतिरिक्त मुख्य सचिव वरुण मारिया के नेतृत्व में हादसे की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है।’’ राज्य सरकार और जूनागढ़ नगर निगम ने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 25-25 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त पुलिस ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए हैं, ताकि आज शिवरात्रि का पर्व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। पुलिस महानिरीक्षक (राजकोट) प्रवीण सिन्हा को घटनास्थल पर राहत अभियान पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हादसे के मद्देनजर मेले के मुख्य आयोजक अखिल भारतीय साधु समाज ने अपना प्रसिद्ध जुलूस रद्द करने का फैसला किया है और कहा है कि इसकी जगह केवल प्रतीकात्मक जुलूस निकाला जाएगा । रविवार रात महाशिवरात्रि मेले के दौरान संकरे पंजनका पुल पर मची भगदड़ में तीन महिलाओं और दो बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई। यह पुल यहां से 150 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध शिव मंदिर का एकमात्र प्रवेश मार्ग है। पुलिस ने बताया कि संभवत: एक वाहन के ब्रेक फेल हो जाने से पैदा हुई अफरातफरी के चलते भगदड़ मची। अधिकारियों ने बताया कि आज संपन्न होने वाला यह मेला मंदिर में हर वर्ष आयोजित किया जाता है और इस बार इसमें करीब 10 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। जूनागढ़ जिलाधिकारी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,  ‘‘अतिरिक्त मुख्य सचिव वरुण मारिया के नेतृत्व में हादसे की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है।’’ राज्य सरकार और जूनागढ़ नगर निगम ने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 25-25 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त पुलिस ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए हैं, ताकि आज शिवरात्रि का पर्व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। पुलिस महानिरीक्षक (राजकोट) प्रवीण सिन्हा को घटनास्थल पर राहत अभियान पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हादसे के मद्देनजर मेले के मुख्य आयोजक अखिल भारतीय साधु समाज ने अपना प्रसिद्ध जुलूस रद्द करने का फैसला किया है और कहा है कि इसकी जगह केवल प्रतीकात्मक जुलूस निकाला जाएगा । रविवार रात महाशिवरात्रि मेले के दौरान संकरे पंजनका पुल पर मची भगदड़ में तीन महिलाओं और दो बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई। यह पुल यहां से 150 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध शिव मंदिर का एकमात्र प्रवेश मार्ग है। पुलिस ने बताया कि संभवत: एक वाहन के ब्रेक फेल हो जाने से पैदा हुई अफरातफरी के चलते भगदड़ मची। अधिकारियों ने बताया कि आज संपन्न होने वाला यह मेला मंदिर में हर वर्ष आयोजित किया जाता है और इस बार इसमें करीब 10 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। पुलिस महानिरीक्षक (राजकोट) प्रवीण सिन्हा को घटनास्थल पर राहत अभियान पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हादसे के मद्देनजर मेले के मुख्य आयोजक अखिल भारतीय साधु समाज ने अपना प्रसिद्ध जुलूस रद्द करने का फैसला किया है और कहा है कि इसकी जगह केवल प्रतीकात्मक जुलूस निकाला जाएगा । रविवार रात महाशिवरात्रि मेले के दौरान संकरे पंजनका पुल पर मची भगदड़ में तीन महिलाओं और दो बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई। यह पुल यहां से 150 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध शिव मंदिर का एकमात्र प्रवेश मार्ग है। पुलिस ने बताया कि संभवत: एक वाहन के ब्रेक फेल हो जाने से पैदा हुई अफरातफरी के चलते भगदड़ मची। अधिकारियों ने बताया कि आज संपन्न होने वाला यह मेला मंदिर में हर वर्ष आयोजित किया जाता है और इस बार इसमें करीब 10 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।
लेख: लोकसभा चुनाव में अभी तीन दौर का मतदान बाकी है। मतों की गिनती 16 मई को होगी। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह यूपीए की सरकार फिर बनने का दावा कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के भीतर से ही आवाज़ें उठना शुरू हो गई हैं कि लेफ्ट फ्रंट को साथ लेकर सरकार बनाई जानी चाहिए। इसी के साथ तीसरे मोर्चे, वैकल्पिक मोर्चे या 'सेक्यूलर' सरकार बनाने के लिए खिचड़ी पकाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। ऐसी कोई भी सरकार बिना कांग्रेस या बीजेपी के समर्थन के नहीं बन सकती। जहां तक बीजेपी का प्रश्न है, उसकी रणनीति स्पष्ट है - अगर उसे सरकार बनानी है, तो नरेंद्र मोदी के ही नेतृत्व में बनानी है, वरना नहीं बनानी है। जबकि नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार दिख रही है। वरना कोई कारण नहीं कि ऐन चुनावों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तीसरे मोर्चे या सेक्यूलर सरकार के गीत गाने लगे। पहला बयान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का आया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगली सरकार बनाने के लिए तीसरे मोर्चे के साथ हाथ मिलाएगी। फिर बयान आया विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद का। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनाने के लिए या तो तीसरे मोर्चे का समर्थन ले सकती है या फिर उसे समर्थन दे सकती है। शनिवार को ही सीपीएम महासचिव प्रकाश करात ने मिलती-जुलती बात कही। उन्होंने यह इशारा तक दे दिया कि उनकी पार्टी ऐसी किसी सरकार में शामिल भी हो सकती है। जिस तीसरे मोर्चे की बात बार-बार कही जा रही है उसमें मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार, एम करुणानिधि, लेफ्ट फ्रंट, जगनमोहन रेड्डी, केसी चंद्रशेखर राव, शरद पवार जैसों के नाम लिए जाते हैं। जयललिता, ममता बनर्जी, नवीन पटनायक का क्षेत्रीय फ्रंट या वैकल्पिक मोर्चा भी बीच-बीच में ज़ोर मारता दिखता है। जबकि मायावती के बारे कुछ भी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। जाहिर है जब तक लोकसभा चुनाव के परिणाम नहीं आते, ये सब बातें सिर्फ काल्पनिक ही हैं। लेकिन अभी तक के जनमत सर्वेक्षण अगर सच होते हैं, तो ऐसे में तीसरे मोर्चे की या तीसरे मोर्चे की मदद से कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना बहुत कम दिखाई देती है। एनडीए और यूपीए की सीटों में करीब सौ सीटों के अंतर की संभावना व्यक्त की जा रही है और एनडीए को 272 के जादुई आंकड़े के नज़दीक पहुंचता दिखाया जा रहा है। ऐसे में यूपीए के लिए तीसरे मोर्चे की पार्टियों को साथ लेकर भी सरकार बनाने की बात दूर की कौड़ी लगती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि ऐसी कोई सरकार बनने की संभावना कम है, जिसमें ममता बनर्जी और लेफ्ट फ्रंट या जयललिता-करुणानिधि एक साथ हों। इसी तरह लालू-नीतीश या मुलायम-मायावती का साथ आना राजनीतिक रूप से असंभव ही लगता है। यह जरूर है कि मुलायम और मायावती दोनों ही यूपीए-2 को बाहर से समर्थन दे रहे हैं। लेकिन उसकी वजह यह है कि दोनों ही एक-दूसरे को सरकार से बाहर रखना चाहते हैं। यह मानना कि जिस सरकार में उनमें से कोई एक शामिल हो, उसे दूसरा समर्थन देगा, वास्तविकता से परे है। महत्वपूर्ण बात यह है कि तीसरे या वैकल्पिक मोर्चे की संभावित पार्टियों में सिर्फ जयललिता, ममता बनर्जी और नवीन पटनायक के ही अच्छे प्रदर्शन की संभावना व्यक्त की जा रही है। जबकि मुलायम सिंह यादव और मायावती दोनों ही उत्तर प्रदेश में बीजेपी से पीछे बताए जा रहे हैं। हर चुनाव में तीसरे मोर्चे की सरकार की बात करने वाले और उसकी धुरी बनने वाले लेफ्ट फ्रंट की अपनी हालत पतली है। ऐसे में सवाल यह है कि यूपीए का साथ लेकर भी ये मोर्चा बहुमत के आंकड़े तक किस तरह पहुंच पाएगा? जिस सीपीएम ने भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को लेकर यूपीए एक सरकार से समर्थन वापस लिया था, वह न सिर्फ कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के लिए इच्छुक दिख रही है, बल्कि सरकार में शामिल होने का संकेत भी दे रही है। इसी तरह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को चुनाव के बाद बनने वाली तस्वीर डराने लगी है और वह चुनावों के बीच ही तीसरे मोर्चे की बात करने लगे हैं। इसमें शक नहीं है कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकने के लिए कई ऐसी पार्टियां साथ आ सकती हैं, जो एक-दूसरे के खिलाफ ही चुनाव लड़ रही हैं। ऐसी किसी भी सरकार के स्थायित्व को लेकर सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है। पर यह भी तय है कि अगर एनडीए बहुमत से दूर रहकर ममता, जयललिता, मायावती या नवीन पटनायक के समर्थन का मोहताज रहता है, तो उसकी सरकार की उम्र पांच साल होगी या नहीं, यह कह पाना मुश्किल होगा। वैसे इस चुनाव में मतदान का बढ़ा प्रतिशत शायद यह गवाही दे रहा है कि जनता स्थायी सरकार के पक्ष में ही है।
उत्तर प्रदेश में कानपुर के एक मदरसा द्वारा एक मुस्लिम व्यक्ति के खिलाफ फतवा जारी करने का अजीबोगरीब वाकया सामने आया है. मदरसे ने व्यक्ति के खिलाफ इसलिए फतवा जारी कर दिया क्योंकि व्यक्ति ने मृत्यु के बाद अपना पूरा शरीर दान करने की घोषणा की. रामा डेंटल कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. अरशद मंसूरी के खिलाफ जारी फतवा में मदरसा ने कहा है कि अंगदान अवैध और गैर-मुस्लिम कार्य है. गौरतलब है कि डॉ. अर्शद ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स के रिसर्च लिए अपना शरीर दान करने की घोषणा की है. डॉ. अरशद का कहना है कि डेंटल कॉलेज तमाम छात्रों और कर्मचारियों के साथ हमने यह संकल्प लिया है और 2006 में इस संबंध में एक फॉर्म भी भरा था कि हम मृत्यु के बाद अपना शरीर रिसर्च कार्य के लिए दान कर देंगे. डॉ. अरशद के अनुसार, इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को हमारे अंग भी दान कर दिए जाएंगे. ईश्वर ने भी कहा है कि व्यक्ति को मृत्यु के बाद भी किसी के काम आना चाहिए. लेकिन डॉ. अरशद का यह फैसला मदरसा एहसानुल मदारिस को नागवार गुजरा और मदरसे ने उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया. हैरानी की बात तो यह है कि दारूल उलूम देवबंद ने भी इस फतवे का समर्थन किया है. फतवा में कहा गया है कि चूंकि मनुष्य का शरीर अल्लाह की संपत्ति है, इसलिए वह इसे दान नहीं कर सकता. मदरसा दारूल उलूम कुरान के मौलवी मुफ्ती सईद अजफर हुसैन का कहना है कि हम सिर्फ उन्हीं चीजों को दान दे सकते हैं, जो हमारी है. मौत के बाद भी हमारे शरीर पर अल्लाह का हक है और किसी भी वजह से इसे दान करना गैर इस्लामिक है. मृत्यु के बाद पूरे सम्मान के साथ शव को दफनाया जाना चाहिए. मदरसा द्वारा जारी फतवा में कहा गया है, "अंगदान अवैध और गैर इस्लामिक है तथा अल्लाह की मर्जी के खिलाफ है." फतवा का समर्थन करते हुए मदरसा के एक अन्य मौलवी मुफ्ती हनीफ बरकती ने कहा कि मनुष्य का शरीर अल्लाह की संपत्ति है, यहां तक कि मौत के बाद भी. शरिया भी यही कहता है और इसमें कोई भी हस्तक्षेप नहीं कर सकता. फतवा जारी होने और धमकियां मिलने के बाद डॉ. अर्शद ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. उनका कहना है कि मौलवी गलत संदेश दे रहे हैं और लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. कॉर्निया 300 वर्षों तक ठीक रह सकता है और ईश्वर की भी यही मर्जी है कि मौत के बाद भी हम किसी के काम आएं. साथ ही डॉ. अर्शद ने कहा कि वह अपने फैसले से पीछे नहीं हटेंगे.
सीबीएसई की क्‍लास 10 और 12 की परीक्षाएं शुरू हो गई है. 10वीं परीक्षा 2 मार्च से 26 मार्च तक और 12वीं की परीक्षा 2 मार्च से 20 मार्च तक चलेगी. ऐसे में स्‍टूडेंट्स का हौसला बढ़ाने के लिए दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय शिक्षा मंत्री स्‍मृति ईरानी ने स्‍टूडेंट्स को एग्‍जाम की शुभकामनाएं देते हुए ट्विट किए है. 12th class board exams today. Best wishes to all students. Massive traffic jams due to rains. Leave ur house early(1/2) — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 2, 2015 आज से 12th बोर्ड परीक्षाएं. सभी स्टूडेंट्स को बेस्ट विशेज. बारिश की वजह से भारी ट्रैफिक जाम. अपना घर से जल्दी निकल जाएं. - अरविंद केजरीवाल Best wishes to students who begin taking their board exams today. Stay calm and focused. Believe in yourself. — Smriti Z Irani (@smritiirani) March 2, 2015 बोर्ड एग्‍जाम के स्‍टूडेंट्स को मेरी शुभकामनाएं. शांत और एकाग्र रहें, खुद पर भरोसा करें. - स्‍मृति ईरानी इस साल 10वीं की परीक्षा में 13,73,853 बच्चे बैठेंगे, जो पिछले साल से 3.37 फीसदी ज्यादा है. वहीं 10,40,368 स्टूडेंट्स 12 वीं की परीक्षा देंगे, ये आंकड़े पिछले साल से 1.01 फीसदी ज्यादा है.
1995 में रिलीज हुई करण-अर्जुन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई. फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया. शाहरुख खान और सलमान खान ने इस फिल्म में पहली बार साथ काम किया था. लेकिन क्या आपको पता है कि फिल्म के लिए राकेश रोशन की पहली पसंद सलमान-शाहरुख नहीं, बल्कि सनी देओल-अजय देवगन थे. यह खुलासा 24 साल बाद हुआ है. लेकिन कुछ कारणों की वजह से बात नहीं बन पाई और सलमान और शाहरुख को कास्ट कर लिया गया. एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म को लेकर तय किया गया था कि अजय देवगन और सनी देओल, भाई करण-अर्जुन का रोल प्ले करेंगे. अजय को सलमान के रोल के लिए परफेक्ट समझा गया था. लेकिन किन्हीं कारणों से अजय देवगन प्रोजेक्ट से बाहर निकल गए. इसके बाद शाहरुख और सलमान को कास्ट कर लिया गया. इसके अलावा फिल्म में ममता कुलकर्णी के रोल के लिए करिश्मा कपूर को अप्रोच किया गया था, लेकिन उन्होंने भी मना कर दिया. करण-अर्जुन फिल्म ने कई सारे अवॉर्ड जीते थे. My mom my world pic.twitter.com/Iq3rWinZsh — Sunny Deol (@iamsunnydeol) January 26, 2019 Kya aap mere jaise hi 'Betaab' hai for #DinnerWithDeols ? Tune-in to @StarGoldIndia for live updates. pic.twitter.com/jmt0TWg1HI — Sunny Deol (@iamsunnydeol) November 2, 2018 Thanks for your wishes. Lots of love. #ppdkp pic.twitter.com/5T2d0KZpSd — Sunny Deol (@iamsunnydeol) October 19, 2018 फिल्म की कहानी दो भाईयों के इर्द-गिर्द घूमती है, जिनकी हत्या उन्हीं के रिश्तेदार कर देते हैं. इसके बाद दोनों भाइयों का पुनर्जन्म होता और वह दोनों दुश्मनों से बदला लेते हैं. इस फिल्म में ऋतिक रोशन ने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया था. इन दिनों अजय देवगन टोटल धमाल के प्रमोशन में बिजी हैं. इसके बाद वह तानाजी अनसंग वॉरियर में जुटेंगे. वहीं, सनी देओल बेटे की फिल्म को लेकर व्यस्त चल रहे हैं. राकेश रोशन ने आखिरी फिल्म क्रिश 3 डायरेक्ट की थी.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा है कि नीतीश जी की अगुवाई में बिहार में भ्रष्टाचार की भयावह गंगा बह रही है. इस भ्रष्टाचारी रूपी गंगा का प्रवाह इतना तेज़ है कि बड़े-बड़े घोटाले बांध तोड़ रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि दो दिन पहले ही 828 करोड़ की लागत से भागलपुर के कहलगांव में बना बांध और नहर टूट गया . जल संसाधन विभाग बिहार में भ्रष्टाचार का गढ़ और लूट का सबसे बड़ा अड्डा बन चुका है. माननीय मुख्यमंत्री नीतीश जी की सरपरस्ती में जल संसाधन विभाग में बाढ़ कटाव, बाढ़ राहत में लगातार घोटाले हो रहे हैं. नहर और बांध निर्माण-मरमत्ति में संवेदकों और अभियंताओं की मिलीभगत से क्या नीतीश जी अवगत नहीं हैं. तेजस्वी ने कहा कि नैतिकता की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नीतीश जी जल संसाधन विभाग में हो रहे घोटालों पर कोई संज्ञान क्यों नहीं लेते? उनकी ऐसी क्या मजबूरियां हैं, जो इस विभाग के भ्रष्टाचार पर आंखें मूंद लेते हैं. एक मुख्यमंत्री के लिए इससे बड़ी प्रशासनिक विफलता क्या होगी? जो उनके उद्घाटन करने से महज़ कुछ घंटें पहले ही जनता का 828 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार की गंगा में बह जाता है. जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले मुख्यमंत्री के सामने प्रतिदिन हज़ारों करोड़ के घोटाले उजागर हो रहे हैं. फिर भी पता नहीं किस नैतिकता के आधार पर ईमानदारी का ढोल पीटते रहते हैं. तेजस्वी ने कहा कि अब तो बिहार की न्यायप्रिय जनता भी कहने लगी है कि जब तक राजद सरकार में थी एक भी घोटाला नहीं हुआ. राजद बड़ी पार्टी थी और उसमें नीतीश जी के भ्रष्ट सिपहसलारों को घोटाले करने की छूट नहीं थी, शायद इसलिए उनका दम घुट रहा था. नीतीश कुमार जी की तथाकथित छवि से पूरा देश परिचित हो चुका है. देश जान रहा है कि बिहार सरकार में अब कैसे चूहे भ्रष्टाचारी बन गए हैं? अब मिट्टी नहीं सीमेंट के बांध और नहर को भी ये सरकारी सरपरस्ती में कुतर रहे हैं. पब्लिक ये सब जानती है.
बिहार में विपक्ष में दिखा रहा बिखराव एक ही मुद्दे पर दो दिन बंद का आह्वान नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ बिहार में दो दिन का बंद रखा गया है. पहला बंद 19 दिसंबर को वाम दलों ने बुलाया है तो दूसरा 21 दिसंबर को आरजेडी ने. अब इन दोनों दिन के बंद को महागबंधन के बाकी दल समर्थन देंगे. साफ है एक ही मुद्दे पर बंद को लेकर बिहार में विपक्ष में एकजुटता नहीं होने के कारण बिहार की जनता को दो-दो दिन बंद झेलना पड़ेगा. जनता दल यू का कहना है कि विपक्ष में नेता बनने को लेकर वर्चस्व की लड़ाई है, क्योंकि महागठबंधन के बाकी दल तेजस्वी यादव को नेता मानने को तैयार नहीं हैं और इसी वजह से बिहार की जनता को दो-दो दिन बंद झेलना पड़ेगा. साफ है कि नागरिकता संशोधन एक्ट और एनआरसी को लेकर बुलाए गए इस बंद पर विपक्ष बंटा हुआ है. आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि वो एक ही दिन का बंद चाहते थे लेकिन वाम दलों और आरजेडी के बीच सहमति नहीं होने के कारण यह दो दिनों में बंट गया और हम दोनों दिन के बंद का समर्थन करेंगे. उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कारण उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुद्दा एक है और सब लोग इसका विरोध चाहते हैं लेकिन 2 दिनों का कार्यक्रम अलग-अलग घोषित हो गया है. घोषणा के बाद हमने कम्युनिस्ट पार्टी और आरजेडी से भी बात की. कांग्रेस, मांझी जी मुकेश सहनी जी सब लोगों से बात हुई और सब लोगों ने इस बात पर सहमति जताई कि एक ही दिन के अंतराल में बिहार को 2 दिन बंद ना किया जाए तो अच्छा होगा. हमने खुद भी व्यक्तिगत रूप से पहल की कोशिश की. सब लोगों ने मिलकर भी कोशिश की लेकिन उस कोशिश में कामयाबी नहीं मिली. अब ऐसी परिस्थिति में जाने या अनजाने विपक्ष की एकता के खिलाफ मैसेज जा सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने फैसला लिया है कि हम महागठबंधन के लोग 19 तारीख के बंद का भी समर्थन करेंगे और 21 तारीख के बंद का भी समर्थन करेंगे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरजेडी का कोई नेता नहीं बंद को लेकर महागबंधन के इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरजेडी का कोई नेता नजर नहीं आया बल्कि इसमें आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह को शामिल होना था. कुशवाहा ने कहा कि खुद जगतानंद सिंह ने उन्हें आने के लिए आमंत्रित किया था लेकिन पता नहीं क्यों नहीं आए. पता चला कि पत्रकारों को भेजे गए आमंत्रण पत्र में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष का नाम सबसे नीचे रखा गया था. इससे नाराज होकर आरजेडी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार कर दिया. जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि जब विपक्ष बंद के मुद्दे को लेकर एकजुट नहीं है तो और मुद्दों पर क्या एकजुटता दिखाएगा. मूल बात है कि महागबंधन में तेजस्वी यादव को कोई नेता मानने को तैयार नहीं है इसलिए बिहार को दो-दो बंद देखना पड़ रहा है.
यूपी का मुख्यमंत्री बनने से पहले ही अखिलेश यादव ने साफ कर दिया था कि इस बार गुंडागर्दी नहीं चलेगी. पार्टी नेताओं को साफ हिदायत भी दी थी. लेकिन एसपी के बाहुबली नेता तो अखिलेश की बात इस कान से सुनकर उस कान से निकाल दे रहे हैं और इसीलिए यूपी में जारी है एसपी नेताओं की गुंडागर्दी. ऐसा लगता है जैसे समाजवादी पार्टी की सरकार ना बनकर गुंडों की सरकार बनने जा रही है. समाजवादी पार्टी के सरकार बनाने से पहले ही यूपी में गुंडागर्दी की बाढ़ आ गई है. मुरादाबाद में विधायक के समर्थकों की दबंगई. पुलिस वालों के साथ खुलेआम की बदसलूकी. कांस्टेबल को रौंदा, दारोगा के साथ हाथापाई. अस्पताल में भर्ती कांस्टेबल की ये हालत हुई है समाजवादी पार्टी के विधायक की गाड़ी से. आरोप है कि एसपी विधायक आशुतोष मौर्या अपने समर्थकों के साथ गाडियों से मुरादाबाद आ रहे थे तो उनकी गाड़ी ने बाइक सवार कांस्टेबल को टक्कर मार दी. मौके पर पहुंचे पुलिस दारोगा और बाकी कांस्टेबल से भी विधायक के समर्थकों ने मारपीट की.  फिलहाल पुलिस ने एक्सीडेंट का मामला दर्ज कर लिया है. प्रतापगढ़ में भी एसपी समर्थकों की गुंडागर्दी देखने को मिली. और ये आरोप लगा है मुलायम सिंह यादव के करीबी राजा भैया के समर्थकों पर. राजा भैया के समर्थकों ने बीएसपी उम्मीदवार के नौकर को बुरी तरीके से पीट दिया. अस्पताल में भर्ती अमित की इस हालत के जिम्मेदार भी एसपी समर्थित विधायक राजा भैया के समर्थक हैं. बीएसपी उम्मीदवार अर्चना तिवारी के ड्राइवर अमित का आरोप है कि जब वो नाई की दुकान पर था, तो राजा भैया के समर्थकों ने उसे बुरी तरह पीटा. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. लेकिन सवाल ये है कि एसपी की सरकार बनने से पहले जब गुंडागर्दी का ये हाल है तो सरकार बनने के बाद क्या होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबॉर्न ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑप मैनेजमेंट (आईआईएम) अहमदाबाद में स्टूडेंट्स और फैकल्टी चेंज प्रोग्राम के लिए करार किया है. ये समझौता ऑस्ट्रेलिया के व्यापार और निवेश मंत्री एंड्रयू ने अहमदाबाद में किया गया. दरअसल व्यापार और निवेश मंत्री एंड्रयू इस सप्ताह वाइब्रेंट गुजरात समिट में हिस्सा लेने आए थे. इस दौरान उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद का भी दौरा किया. उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद के स्टूडेंट्स से भी बातचीत की. एंड्रयू के साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया था. इस पहले स्टूडेंट्स और फैकल्टी चेंज प्रोग्राम 2012 में भी किया गया था.
पंजाब में लुधियाना स्‍थित साहनेवाल के नजदीक जीटी रोड पर कार में आग लगने से 25 साल के एक हॉकी खिलाड़ी की मौत हो गई है. मृतक की पहचान राज्‍य स्‍तर के हॉकी खिलाड़ी सतनाम सिंह के तौर पर हुई है. सतनाम की मौत को पंजाब हॉकी के लिए बड़ा नुकसान बताया जा रहा है. सतनाम की सोमवार सुबह मौत हो गई, जब उनकी कार को कथित तौर पर अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मारी. इसके बाद गैस से चलने वाली उनकी कार में आग लग गई. पुलिस जांच अधिकारी बलदेव सिंह ने बताया कि आग तुरंत फैल गई, जिससे सतनाम के पास कार से बाहर आने का कोई मौका नहीं था. सतनाम की मौके पर ही मौत हो गई. -इनपुट भाषा से
भारतीय विदेश सचिव निरुपमा राव और रूस के पहले उप विदेश मंत्री आंद्रेई देनिसोव के बीच आज हुई मुलाकात में परमाणु वाणिज्य, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और अफगानिस्तान के हालात जैसे द्विपक्षीय हित से जुड़े मुद्दों पर प्रमुखता से चर्चा की गयी. नियमित परामर्श के लिए रूस के तीन दिवसीय दौरे पर आयी राव ने देनिसोव से मुलाकात की और दोनों देशों के हित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में कुछ ही हफ्ते पहले हुए एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बाद हो रहे राव के इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है. काबुल में संपन्न सम्मेलन में भारत और रूस ने अफगानिस्तान की राजनीतिक प्रक्रिया में तालिबान को शामिल किए जाने का विरोध किया था. काबुल सम्मेलन से पहले रूस ने भारत के रुख का समर्थन करते हुए साफ कर दिया था कि ‘‘वहां कोई अच्छा या बुरा तालिबान नहीं है.’
पेरिस के एक अपार्टमेंट में पुलिस के बड़े छापे में बुधवार को गिरफ्तार या मारे गए लोगों का समूह आतंकवादियों का एक दल था जो नया हमला करने में सक्षम था। शहर के अभियोजक ने यह बात कही।टिप्पणियां पेरिस के अभियोजक फ्रांसवा मोलिन्स ने कहा, ‘‘आतंकवादियों के नये दल को खत्म कर दिया गया और उनके हथियार, उनका सांगठनिक ढांचा और उनकी प्रतिबद्धता देखते हुए पूरे संकेत हैं कि कमांडो (आतंकी) हमला कर सकते थे।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस को शुक्रवार को फ्रांस में अब तक का सबसे बड़ा हमला करने वाले बंदूकधारियों और आत्मघाती हमलावरों में से एक का मोबाइल फोन मिला है। फोन संगीत स्थल बटाक्लान के बाहर कूड़ेदान से मिला है। इसी स्थल पर भीषण आतंकी हमला हुआ था। पेरिस के अभियोजक फ्रांसवा मोलिन्स ने कहा, ‘‘आतंकवादियों के नये दल को खत्म कर दिया गया और उनके हथियार, उनका सांगठनिक ढांचा और उनकी प्रतिबद्धता देखते हुए पूरे संकेत हैं कि कमांडो (आतंकी) हमला कर सकते थे।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस को शुक्रवार को फ्रांस में अब तक का सबसे बड़ा हमला करने वाले बंदूकधारियों और आत्मघाती हमलावरों में से एक का मोबाइल फोन मिला है। फोन संगीत स्थल बटाक्लान के बाहर कूड़ेदान से मिला है। इसी स्थल पर भीषण आतंकी हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि पुलिस को शुक्रवार को फ्रांस में अब तक का सबसे बड़ा हमला करने वाले बंदूकधारियों और आत्मघाती हमलावरों में से एक का मोबाइल फोन मिला है। फोन संगीत स्थल बटाक्लान के बाहर कूड़ेदान से मिला है। इसी स्थल पर भीषण आतंकी हमला हुआ था।
पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है ईंधन की कीमतों के बेतहाशा बढ़ोतरी और रिटेल में एफडीआई का केंद्र का फैसला उन्‍हें मंजूर नहीं है. साथ ही उन्‍होंने यह भी साफ कर दिया है कि वे केंद्र सरकार को गिराना नहीं चाहती हैं. पहले डीजल की कीमतों में भारी इजाफा, रसोई गैस उपलब्धता में कटौती और अगले ही दिन मल्टी ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 फीसदी विदेशी निवेश (एफडीआई) का रास्ता खोलकर केंद्र सरकार ने आम आदमी के साथ अपनी घटक तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के सामने भी कई चुनौतियां रखी कर दीं. तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी का जब सब्र का बांध टूटा तो शनिवार को वह सड़कों पर उतर पड़ीं. ममता की तृणमूल कांग्रेस मल्टी ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 फीसदी विदेशी निवेश को 'देश के किसानों के लिए अहितकर' मानते हुए इसका लगातार विरोध करती रही है. वैश्विक खुदरा कारोबार करने वाली वालमार्ट और कैरेफोर जैसी बड़ी कम्पनियों के लिए भारत का दरवाजा खोलने का अचानक लिए गए फैसले से तृणमूल बौखला उठी हैं. इस बीच पश्चिम बंगाल पर एक और ट्रांसपोर्ट हड़ताल का संकट मंडराने लगा है. राज्य के टैक्सी और बस ऑपरेटरों ने फैसला लिया है कि राज्य सरकार जब तक ट्रक किराया नहीं बढ़ाएगी, 17 सितम्बर से वे अपने वाहन अनिश्चितकाल तक नहीं चलाएंगे. सरकार ने उनकी मांग पर अभी कोई वादा नहीं किया है. ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार लाने की दुहाई देते हुए एफडीआई पर फैसला लेने से एक दिन पूर्व डीजल की कीमतों में पांच रुपये प्रति लीटर का इजाफा कर दिया तथा रसोई गैस सिलेंडरों की रियायती दर पर आपूर्ति सालाना छह सिलेंडर तक सीमित कर दी. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के इन फैसलों ने जब संप्रग की दूसरी सबसे घटक तृणमूल कांग्रेस को आहत किया तो पार्टी ने शुक्रवार को 72 घंटे का अल्टीमेटम देकर कांग्रेस को अपने फैसलों पर फिर से विचार करने के लिए कहा है. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल 18 सितम्बर को पार्टी संसदीय दल की बैठक बुलाएगी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रहेंगी. पार्टी के नेताओं ने इस बैठक में कड़ा फैसला लिए जाने का संकेत दिया है. केंद्र से नाराज ममता ने सोशल नेटवर्किंग साइट 'फेसबुक' पर लिखा है, 'इन घटनाक्रमों पर हम अत्यंत गंभीर हैं और इन मुद्दों पर यदि फिर से विचार नहीं किया गया तो हम कड़े फैसले लेने को तैयार हैं.' राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस शायद संप्रग सरकार से अलग होने के बारे में नहीं भी सोच सकती है, क्योंकि केंद्र के पास कई विकल्प हैं. कलकत्ता विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर समीर कुमार दास ने कहा, 'तृणमूल इस स्थिति में नहीं है कि केंद्र सरकार से अलग होकर वह कुछ हासिल कर लेगी. इसलिए ममता फैसले पर फिर से विचार करने के लिए केंद्र पर दबाव डालने का प्रयास सकती हैं या कांग्रेस को बीच का रास्ता अपनाने के लिए बाध्य सकती हैं. यानी खुदरा कारोबार में एफडीआई का दायरा सीमित करने को कह सकती हैं.' दूसरी ओर यदि ट्रांसपोर्ट हड़ताल हुई तो समूचे पश्चिम बंगाल की सड़कों से 35,000 बसें नदारद हो जाएंगी. अकेले कोलकाता में 6,500 बसों का चक्का जाम हो सकता है. अब सबकी निगाहें ममता बनर्जी पर हैं. वह शनिवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ कोलकाता की सड़कों पर उतर गई हैं और ईंधन मूल्य वृद्धि का विरोध कर रही हैं.
लेख: केन्या के एक वकील ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की बड़ी बेटी मालिया से शादी के लिए दहेज के तौर पर 90,000 डॉलर कीमत की गायें, बकरियां, भेड़ें देने की पेशकश की है। फेलिक्स किप्रोनो ने कहा, लोग कह सकते हैं कि मैं परिवार का धन दौलत देख रहा हूं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। मेरा प्यार सच्चा है। इस 24-वर्षीय वकील ने कहा कि मालिया से शादी करना उनका पुराना ख्वाब रहा है। ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में लॉ फैकल्टी में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रहे किप्रोनो ने राष्ट्रपति ओबामा की जड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 'उनका मकसद है कि केन्याई खून अपनी सरजमीं पर लौटे।' गौरतलब है कि ओबामा के पिता केन्या मूल के थे। किप्रोनो ने कहा कि जबसे उन्हें मालिया (16) के बारे में जानकारी मिली तबसे वह उनके प्रति समर्पित हैं।टिप्पणियां अखबार 'द नैरोबियन' के अनुसार किप्रोनो ने कहा, साल 2008 में मालिया के प्रति मेरी दिलचस्पी पैदा हुई। इस कारण अभी तक मैंने किसी के साथ रिश्ता नहीं बनाया और उनके प्रति वफादार रहने का वादा करता हूं। मैंने इसे परिवार के साथ साझा किया है और वे मुझे दहेज की कीमत बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि जुलाई महीने में जब ओबामा केन्या के दौरे पर होंगे, तो वह उनके सामने पहुंचकर यह पेशकश करने की आशा करते हैं। खबर में कहा गया है कि किप्रोनो मालिया से शादी के लिए दहेज के तौर पर 70 गायें, 50 बकरियां और 30 भेड़ें देने की पेशकश की है। इनकी कुल कीमत 90,000 डॉलर आंकी गई है। किप्रोनो ने कहा, ‘‘शादी के बाद हमारी साधारण जिंदगी होगी। मैं मालिया को सिखाऊंगा कि गाय का दूध कैसे दूहते हैं, कैसे अगली (पकवान) बनाने हैं और मरसिक (दूध से बना पकवान) कैसे तैयार करते हैं।" ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में लॉ फैकल्टी में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रहे किप्रोनो ने राष्ट्रपति ओबामा की जड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 'उनका मकसद है कि केन्याई खून अपनी सरजमीं पर लौटे।' गौरतलब है कि ओबामा के पिता केन्या मूल के थे। किप्रोनो ने कहा कि जबसे उन्हें मालिया (16) के बारे में जानकारी मिली तबसे वह उनके प्रति समर्पित हैं।टिप्पणियां अखबार 'द नैरोबियन' के अनुसार किप्रोनो ने कहा, साल 2008 में मालिया के प्रति मेरी दिलचस्पी पैदा हुई। इस कारण अभी तक मैंने किसी के साथ रिश्ता नहीं बनाया और उनके प्रति वफादार रहने का वादा करता हूं। मैंने इसे परिवार के साथ साझा किया है और वे मुझे दहेज की कीमत बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि जुलाई महीने में जब ओबामा केन्या के दौरे पर होंगे, तो वह उनके सामने पहुंचकर यह पेशकश करने की आशा करते हैं। खबर में कहा गया है कि किप्रोनो मालिया से शादी के लिए दहेज के तौर पर 70 गायें, 50 बकरियां और 30 भेड़ें देने की पेशकश की है। इनकी कुल कीमत 90,000 डॉलर आंकी गई है। किप्रोनो ने कहा, ‘‘शादी के बाद हमारी साधारण जिंदगी होगी। मैं मालिया को सिखाऊंगा कि गाय का दूध कैसे दूहते हैं, कैसे अगली (पकवान) बनाने हैं और मरसिक (दूध से बना पकवान) कैसे तैयार करते हैं।" अखबार 'द नैरोबियन' के अनुसार किप्रोनो ने कहा, साल 2008 में मालिया के प्रति मेरी दिलचस्पी पैदा हुई। इस कारण अभी तक मैंने किसी के साथ रिश्ता नहीं बनाया और उनके प्रति वफादार रहने का वादा करता हूं। मैंने इसे परिवार के साथ साझा किया है और वे मुझे दहेज की कीमत बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि जुलाई महीने में जब ओबामा केन्या के दौरे पर होंगे, तो वह उनके सामने पहुंचकर यह पेशकश करने की आशा करते हैं। खबर में कहा गया है कि किप्रोनो मालिया से शादी के लिए दहेज के तौर पर 70 गायें, 50 बकरियां और 30 भेड़ें देने की पेशकश की है। इनकी कुल कीमत 90,000 डॉलर आंकी गई है। किप्रोनो ने कहा, ‘‘शादी के बाद हमारी साधारण जिंदगी होगी। मैं मालिया को सिखाऊंगा कि गाय का दूध कैसे दूहते हैं, कैसे अगली (पकवान) बनाने हैं और मरसिक (दूध से बना पकवान) कैसे तैयार करते हैं।" खबर में कहा गया है कि किप्रोनो मालिया से शादी के लिए दहेज के तौर पर 70 गायें, 50 बकरियां और 30 भेड़ें देने की पेशकश की है। इनकी कुल कीमत 90,000 डॉलर आंकी गई है। किप्रोनो ने कहा, ‘‘शादी के बाद हमारी साधारण जिंदगी होगी। मैं मालिया को सिखाऊंगा कि गाय का दूध कैसे दूहते हैं, कैसे अगली (पकवान) बनाने हैं और मरसिक (दूध से बना पकवान) कैसे तैयार करते हैं।"
कोतवाली थाना क्षेत्र में रहने वाले इंजीनियरिंग कालेज के छात्र ने प्रेमिका की जुदाई में जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. घटना की जानकारी परिजनों द्वारा पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. एसपी सिटी जे के शाही ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के तुराबनगर में रहने वाले मोहित शर्मा छात्र मुरादनगर के एक इंजीनियरिंग कालेज में बीसीए का अंतिम वर्ष का छात्र है. बताया जाता है कि शुक्रवार को मोहित ने जहर खा लिया. मामले की सूचना मिलते ही परिजनों ने मोहित को जहर खाई हालत में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उपचार के दौरान मोहित ने दम तोड दिया. अस्पताल प्रबंधन द्वारा मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. सूत्रों के मुताबिक मोहित अपने कालेज में पढने वाली कानपुर निवासी एक युवती से प्यार करता है जिसे उसके परिजन अपने साथ अपने घर ले गये. मोहित ने युवती के परिजनों से क्षुब्ध होकर जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
नरेंद्र मोदी ने जब ऑस्ट्रेलिया की संसद को संबोधित किया तो सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष भी भारतीय प्रधानमंत्री की प्रशंसा की. बुधवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी ने फिजी की संसद को भी संबोधि‍त किया , लेकिन यहां सबकुछ ऑस्ट्रेलिया जैसा नहीं था क्योंकि फिजी की विपक्षी पार्टी ने मोदी के लिए आयोजित संसद के विशेष सत्र का बहिष्कार किया. हालांकि विपक्ष का यह बहिष्कार इसलिए था कि फिजी सरकार ने विपक्ष को धन्यवाद प्रस्ताव लाने के लिए दी गई मंजूरी वापस ले ली, लेकिन इस कारण फिजी के प्रधानमंत्री वोरेक बैनीमरामा को माफी मांगनी पड़ी. बैनीमरामा ने बहिष्कार को लेकर माफी मांगी और इसे अक्षम्य आचरण करार दिया. फिजी के प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले ही इस ओर माफी मांगते हुए इसे दुर्भाग्य बताया. बैनिमरामा ने कहा, 'दुर्भाग्य से विपक्ष ने इस सत्र का बहिष्कार करने को ठाना है क्योंकि उन्हें गलतफहमी हो गई है कि उन्हें इन बैठकों से अलग-थलग करने का प्रयास किया जा रहा है. यह सच्चाई से कोसों दूर है. प्रधानमंत्री मोदी, मैं आपसे फिजी की जनता की ओर से इस अक्षम्य व्यवहार के लिए माफी मांगता हूं और इसका दोनों देशों के बीच संबंध से कोई लेना देना नहीं है. यह केवल यह दर्शाता है कि हममें से कुछ को लोकतंत्र, शासनकला और राष्ट्रीय धर्म के बारे में कुछ सबक लेने की जरूरत है.' गौरतलब है कि मोदी 1981 के बाद फिजी की यात्रा करने वाले पहले प्रधानमंत्री है. वर्ष 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने फिजी की यात्रा की थी. फिजी में विपक्ष सोडेपला के नेता आर टी केपा ने कहा कि सरकार ने विपक्ष को संसद में धन्यवाद प्रस्ताव लाने देने का कदम वापस ले लिया. उसके बदले में सोडेपला के पंद्रह सदस्यों ने कहा कि वे उस सत्र में नहीं जायेंगे, जिसमें मोदी भाषण देंगे. केपा ने कहा, 'सरकार का फैसला संसदीय श्रेष्ठ परिपाटी की उपेक्षा है. इस परिपाटी के तहत प्रधानमंत्री स्वागत भाषण देते हैं और विपक्ष धन्यवाद प्रस्ताव लाता है.' -इनपुट भाषा से
वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में टीम इंडिया से मिली करारी शिकस्त के बाद बांग्लादेश को अगला झटका इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने दिया. आईसीसी ने गुरुवार को बांग्लादेश के कप्तान मशरफे मुर्तजा पर स्लो ओवर रेट के लिए एक मैच का बैन लगा दिया और 40 फीसदी मैच फीस का जुर्माना भी लगाया. बांग्लादेशी टीम क्वार्टर फाइनल में भारत के हाथों 109 रनों से हारकर वर्ल्ड कप से बाहर हो गई. मुर्तजा दूसरी बार स्लो ओवर रेट के दोषी पाए गए, जिससे उन पर यह बैन लगा. आईसीसी के बयान के मुताबिक, 'इलीट पैनल के मैच रेफरी रोशन महानामा ने मैच खत्म होने के बाद पाया कि बांग्लादेशी टीम निर्धारित समय में दो ओवर पीछे रह गई, जिसके लिए मुर्तजा पर यह बैन लगाया गया.' इस बैन के चलते मुर्तजा अब बांग्लादेश के अगले वनडे इंटरनेशनल मैच में नहीं खेल सकेंगे. इससे पहले ग्रुप राउंड में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में स्लो ओवर रेट का दोषी पाए जाने के बाद बांग्लादेश के कप्तान और मैच में शामिल बाकी खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाया गया था. -इनपुट IANS से
हुन सेन (; जन्म 5 अगस्त 1952) एक कम्बोडियाई राजनेता हैं, जो कि कम्बोडिया के प्रधानमंत्री तथा कम्बोडियाई पीपल्स पार्टी (सीपीपी) के अध्यक्ष हैं। वे १९८५ से कम्बोडिया के प्रधानमंत्री हैं, जिसके कारण वे विश्व के सबसे लम्बे कार्यकाल तक पद पर रहने वाले प्रधानमंत्री हैं, तथा सबसे लम्बे कार्यकाल तक पद पर रहने वाले सरकार प्रमुख में से हैं। वे १९७९ से १९८६ तथा १९८७ से १९९० तक देश के विदेश मंत्री भी रहे हैं। उनकी पूरी सम्मानार्थ उपाधि सम्देच अक्का मोहा सेना पेदाई तेचो हुन सेन(; अर्थ "स्वामी प्रधानमंत्री, सर्वोच्च सैन्य कमांडर हुन सेन") है। जन्म के समय उनका नाम हुन बुनल था, खमेर रूज से जुड़ने के दूसरे ही वर्ष उन्होंने अपना नाम बदल कर हुन सेन कर लिया। हुन सेन जनवरी १९८५ में पहली बार प्रधानमंत्री पद पर आसीन हुए, जब एक-दलीय राष्ट्रीय असेम्बली ने उन्हें चान सी का उत्तराधिकारी घोषित किया था। दिसंबर १९८४ में चान सी की मृत्यु के पश्चात उनके प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ़ हो गया। उन्होंने यह पद १९९३ तक संयुक्त राष्ट्र समर्थित चुनाव होने तक संभाला, जिसमे किसी को बहुमत नहीं मिला। फुन्किन्पेक से आम सहमति के पश्चात सेन नोरदम रानारिद्ध के साथ द्वितीय प्रधानमंत्री बने और १९९७ के तख्तापलट तक इस पद पर रहे। १९९८ के चुनावों में उन्होंने अपनी पार्टी सीपीपी को विजय तो दिलाई मगर फुन्किन्पेक के साथ गठबंधन सरकार बनानी पड़ी। हुन सेन तबसे छह बार लगातार प्रधानमंत्री का कार्यकाल संभाल रहे हैं। जून २०१५ में चेया सिम की मृत्यु के पश्चात वे सीपीपी के अध्यक्ष चुने गये। २०१८ में वह बिना विपक्ष के हुए चुनाव में वे छठी बार प्रधानमंत्री चुने गये। प्रारम्भिक जीवन सेन का जन्म कम्पोंग चाम में एक किसान परिवार में हुआ था। वह अपने पिता हुन नेआंग की कुल छः सन्तानों में तीसरे थे। उनके पिता कम्पोंग चाम की एक वाट में भिक्षु थे। बाद में उन्होंने देश को फ्रांसीसियों से आजादी दिलवाने हेतु वे स्वतंत्रता आन्दोलन में कूद पड़े तथा हुन सेन की माँ डी योन से १९४० के दशक में विवाह किया। हुन नेआंग के पैतृक पूर्वज चीनी-कम्बोडियाई मूल के बहुत अमीर तथा बड़े भूमिहार थे। हुन नेआंग को भी अपनी पैतृक सम्पत्ति का काफी हिस्सा मिला और वे अपनी जिन्दगी काफी आराम से व्यतीत कर रहे थे, मगर अपहरण कांड के कारण उन्हें अपनी काफ़ी सम्पत्तियाँ बेचनी पड़ी। सेन ने अपने परिवार को १३ वर्ष की ही अवस्था में नामपेन्ह स्थित मठ विद्यालय में दाखिला लेने हेतु छोड़ दिया था। जब लोन नोल ने १९७० में सिहानुक से रक्तविहीन तख्तापलट के माध्यम से सत्ता हथिया ली, तब वे खमेर रूज से जुड़ गये। इसके दो वर्ष पश्चात ही उन्होंने अपना नाम बदल कर हुन सेन रख लिया। व्यक्तिगत जीवन उन्होंने हुन मानेट से विवाह किया है जिनसे उन्हें छः संतानें कम्सोत (स्वर्गवासी), हुन मानेट, माना, हुन मनिथ, हुन मानी, माली तथा मालिस (गोद ली हुई) हैं। हुन मानेट ब्रिस्टल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी हैं। सेन के कार्यकाल के दौरान उनके सभी पुत्रों ने बड़ी भूमिका निभायी है। उनके बड़े भाई हुन नेंग कम्पोंग चाम के राज्यपाल रह चुके हैं तथा वर्तमान में सांसद हैं। हालाँकि हुन सेन का आधिकारिक जन्मदिन ४ अप्रैल १९५१ है, मगर वास्तविक ५ अप्रैल १९५२ है। अपनी मातृभाषा ख्मेर के अतिरिक्त वे वियतनामी भाषा भी धाराप्रवाह बोल सकते हैं। हुन सेन थोड़ी बहुत अंग्रेजी भी बोल सकते हैं मगर सामान्यतः वे अंग्रेजी मीडिया के सामने ख्मेर बोलते हैं जो इंटरप्रेटर के माध्यम से अनुवादित होता है। बचपन में मुर्गा चुराने के फलस्वरूप मुर्गे ने उनकी आँख में चोच घुसा दी, इस कारण उनकी एक आँख नहीं है। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ 1952 में जन्मे लोग जीवित लोग कम्बोडिया के प्रधानमंत्री हिन्दी दिवस लेख प्रतियोगिता २०१८ के अन्तर्गत बनाये गये लेख
माओवादियों की ओर से छह राज्यों में आयोजित दो दिवसीय बंद की शुरूआत आज हिंसा के साथ हुई, जिसके तहत छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने दो पुलिसकर्मियों तथा पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में माकपा के पांच समर्थकों की हत्या कर दी. उग्रवादियों ने झारखंड के गिरीडीह जिले में कर्मावाद रेलवे स्टेशन के पास आज रात विस्फोट कर रेल पटरी उड़ा दी. डिवीजनल रेलवे प्रबंधक (धनबाद रेलवे डिवीजन) ए उपाध्याय ने यहां बताया कि रात के लगभग दो बजे हुए विस्फोट से एक मीटर लंबी रेल पटरी क्षतिग्रस्त हो गई. पुलिस सूत्रों ने बताया कि माओवादियों के एक दल ने पश्चिमी मेदिनीपुर जिले में उड़ीसा की सीमा के नजदीक नाचुपातिना गांव के दोमपाड़ा क्षेत्र में हमला किया. उन्होंने माकपा के पांच समर्थकों को घर से खींचकर बाहर निकाला और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. मृतकों में चार लोग एक ही परिवार के हैं. मृतकों में एक की पहचान अमृत आगयुआन के रूप में की गई, उसकी मां माओवादियों का विरोध करने के क्रम में घायल हो गई. जबकि अन्य लोग रोहिन आगयुआन, समरेश आगयुआन, स्वप्न आगयुआन और प्रशांत आगयुआन एक ही परिवार के हैं. नक्सलियों ने इससे पहले इन सभी लोगों को पीटा और फिर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. वे लौटते समय घटनास्थल पर कुछ पर्चे भी छोड़ गए. अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त सुरक्षाबल और अतिरिक्त पुलिस कुमुक गांव भेजी जा रही है और माओवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान छेड़ दिया गया है. उधर, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने थाने पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें जिला पुलिस बल के दो जवान शहीद हो गए. दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने आज बताया कि जिले के भेज्जी थाना में नक्सलियों ने आज सुबह घात लगाकर हमला कर दिया, जिससे थाने में पदस्थ जिला पुलिस बल के हवलदार और आरक्षी की मृत्यु हो गई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिला बल के जवान आज सुबह भेज्जी थाने से गश्त के लिए रवाना होने वाले थे तभी हथियारबंद नक्सलियों ने जवानों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. इस हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए. नक्सलियों की गोलीबारी के जवाब में थाने में मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने कार्रवाई की, जिसके बाद नक्सली वहां से कुछ दूर चले गए, लेकिन बाद में नक्सलियों ने फिर गोलीबारी शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि पुलिस बल द्वारा जवाबी कार्रवाई किये जाने के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहीद जवानों के शवों को थाने से बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. वहीं पुलिस दल ने घटनास्थल के आसपास खोजी अभियान शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि इस घटना में कुछ नक्सलियों के भी मारे जाने की संभावना जताई जा रही है जिसके बारे में इलाके में खोजबीन की कार्रवाई पूरी होने के बाद ही पता चल सकेगा. उधर, झारखंड में गढ़वा जिले के पंचादुमर गांव में माओवादियों ने बीती रात एक व्यक्ति की गोली मार कर हत्या कर दी. गौरतलब है कि माओवादियों ने पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश में बंद का आह्वान किया है. इसके अलावा माओवादियों के शीर्ष नेता किशनजी ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली, भंडारा और चद्रपुर जिले तथा मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में भी बंद का आह्वान किया है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस भर्ती घोटाले में दो और आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए केन्द्र से अनुमति मांगी है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी वीके भल्ला और केके सक्सेना के खिलाफ शासन ने अभियोजन की स्वीकृत दे दी है और इस मामले में केन्द्र से मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी है. यह दोनों अधिकारी वायरलेस में हुई पुलिस भर्ती घोटाले के आरोपी हैं. सूत्रों ने बताया कि पुलिस भर्ती घोटाले के आरोपी 12 आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति का मामला बीते एक साल से केन्द्र के पास अटका हुआ है. सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार में दर्ज हुए मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 19 के तहत अभियोजन की स्वीकृति मांगी है. गौरतलब है कि इससे पहले राज्य सरकार ने सपा के शासन काल में हुए इस घोटाले में लिप्त 12 आईपीएसी अधिकारी डीआईजी सतीश कुमार माथुर, आईजी छबिनाथ सिंह , डीआईजी बीएम त्रिपाठी , निलंबित चल रहे डीआईजी रामेन्द्र विक्रम सिंह , डीआईजी दलजीत सिंह चौधरी , डीआईजी शैलेन्द्र प्रताप सिंह , डीआईजी बीबी बख्शी , डीआईजी मलखान सिंह यादव , सेवानिवृत्त डीआईजी अखिलेश मेहरोत्रा , डीआईजी आरएनसिंह यादव, डीआईजी आरएन सिह और एसपी सुनली कुमार गुप्ता के खिलाफ पत्र लिखकर केन्द्र से मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ भले-बुरे वक्त में साथ बनी रहेगी. पवार ने शिवसेना के नेता मनोहर जोशी के उस बयान को ‘बेहद गैर जिम्मेदाराना’ करार दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि राकांपा अध्यक्ष के अंदर राजनीतिक सूझबूझ और खंडित राजग को एकजुट कर अगले लोकसभा चुनाव में सत्ता में लाने की क्षमता है. पवार ने बीती रात कहा, ‘जोशी द्वारा राकांपा और मेरे बारे में दिया गया बहुत गैर जिम्मेदाराना है. यदि जोशी को कोई संभावना जतानी है तो उन्हें अपने और अपनी पार्टी शिवसेना बारे में कहना चाहिये और ऐसी टिप्पणियां नहीं करनी चाहिये जिससे अन्य पार्टियों के बारे में गलतफहमी फैले.’
राफेल सौदा मिलने के समय रिलायंस डिफेंस के पास रक्षा क्षेत्र के मैन्युफैक्चरिंग का किसी तरह के अनुभव न होने के राहुल गांधी के आरोप का अनिल अंबानी ने लेटर लिखकर जवाब दिया था. राहुल गांधी को भेजे गए एक पत्र में अनिल अंबानी ने कहा था कि रिलायंस डिफेंस के पास पानी वाले जहाज यानी शिप बनाने का अनुभव था. इस लेटर की कॉपी इंडिया टुडे-आजतक के पास है. यूपीए सरकार ने जब राफेल सौदा किया था, तब अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस का कोई नामोनिशान नहीं था. इस कंपनी का गठन मार्च 2015 में हुआ और इसके करीब डेढ़ साल बाद सितंबर 2016 में मोदी सरकार ने फ्रांस के साथ राफेल विमान के लिए नया सौदा किया. गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिसंबर, 2017 में मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को नजरअंदाज कर अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस लिमिटेड के पक्ष में फैसला लिया, जिसे हवाई जहाज बनाने का इससे पहले का कोई अनुभव नहीं है. नए समझौते के मुताबिक भारत में राफेल विमानों के निर्माण का काम रिलायंस डिफेंस के द्वारा ही किया जाएगा. 28 मार्च, 2015 को अनिल अंबानी के रिलायंस समूह ने रक्षा क्षेत्र में कदम रखते हुए रिलायंस डिफेंस नामक कंपनी का गठन किया गया. इसके बाद 23 सितंबर, 2016 को एनडीए सरकार ने फ्रांस के साथ राफेल विमानों की खरीद का समझौता किया. इसके ढाई महीने बाद ही 16 दिसंबर, 2016 को रिलायंस ने राफेल के साथ मिलकर एक संयुक्त उद्यम रिलायंस राफेल स्थापित किया. रोचक यह है कि पीएम मोदी ने रिलायंस डिफेंस की भारत में स्थापना के 13 दिन बाद ही फ्रांस के अपने दौरे पर 10 अप्रैल, 2015 को रफाल सौदे की घोषणा की. इंडिया टुडे-आजतक के पास उस लेटर की कॉपी है, जो अनिल अंबानी ने राहुल गांधी को लिखी है. इस लेटर में उन्होंने तर्क दिया है कि रिलायंस को यह सौदा इसलिए मिला क्योंकि उसके पास डिफेंस शिप बनाने का अनुभव था. यह लेटर 12 दिसंबर, 2017 का है. इस लेटर में अनिल अंबानी ने लिखा था, 'मुझे यह जानकर व्यक्तिगत रूप से काफी दुख हुआ है कि कांग्रेस के कुछ नेता मेरे और मेरे समूह के बारे में दुर्भाग्यपूर्ण बयान दे रहे हैं. साथ ही दसॉ के साथ हमारे जेवी के बारे में भी तमाम तरह की टिप्पणियां की गई हैं. कांग्रेस के आपके कई सहयोगियों ने कहा है कि रिलायंस को डिफेंस सेक्टर का कोई अनुभव नहीं है. आपको यह जानकर खुशी होगी कि रिलायंस डिफेंस के पास गुजरात के पिपावाव में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा शिपयार्ड है.' अनिल अंबानी ने लिखा, 'राहुल जी, मेरे सम्माननीय पिता स्वर्गीय पद्मविभूषण श्री धीरूभाई अंबानी ने तो औपचारिक शिक्षा भी हासिल नहीं की थी. उन्हें कोई भी अनुभव या विरासत हासिल नहीं था, लेकिन उन्होंने दुनिया का सबसे बड़ा पेट्रोकेमिकल एवं रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स स्थापित किया और एक दृष्ट‍ि वाले उद्यमी के रूप में उन्होंने भारत में कई बड़े उद्यम स्थापित किए.' अनिल अंबानी ने राहुल से मुलाकात का भी अनुरोध किया था. उन्होंने लिखा कि यदि राहुल जल्दी मिलने का समय दें तो उन्हें बड़ी खुशी होगी.
पूर्वोत्तर में रेल अवसंरचना का निर्माण करने वाली सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने 2020 तक क्षेत्र के सभी आठ राज्यों की राजधानियों को रेल नेटवर्क से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधकारी ने दी। एनएफआर के महाप्रबंधक (निर्माण) राकेश कुमार सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हम 2020 तक पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों की राजधानियों को रेल नेटवर्क से जोड़ लेंगे।" उन्होंने बताया कि मिजोरम की राजधानी आईजोल 2018 तक और मणिपुर की राजधानी इंफाल 2019 तक नेटवर्क से जुड़ जाएगी। शेष राजधानियों को 2020 तक नेटवर्क से जोड़ लिया जाएगा। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला को सिलचर से अगरतला तक मीटर गेज के द्वारा नेटवर्क से पहले ही जोड़ा जा चुका है। अधिकारी ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में अभी मीटर और ब्रॉड गेज दोनों ही में कुल 2,700 किलोमीटर रेलमार्ग उपलब्ध है। सिंह एनएफआर के एक 45 सदस्यीय दल के साथ रविवार दोपहर गुवाहाटी से सिलचर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। वह प्रथम नौ-बोगियों वाली परीक्षण रेलगाड़ी से पहुंचे थे। शुक्रवार को दल ने कहा था कि लुमडिंग से सिलचर तक ब्रॉडगेज में बदले गए मार्ग पर डीजल इंजन का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। आवश्यक मंजूरियों के बाद इस मार्ग पर सेवा अप्रैल से शुरू हो सकती है। महाप्रबंधक ने कहा कि सिलचर से अगरतला तक मीटर गेज को अगले साल मार्च तक ब्रॉडगेज में बदल दिया जाएगा।
केंद्रीय कानूनमंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने अपनी कार्य कुशलता के जरिये पूरे विश्व में सकारात्मक संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की दशा और दिशा को सुधारने का जो संकेत दिया है उसके परिणाम दिखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुबह नौ बजे दफ्तर पहुंचते हैं और उनके वापस लौटने का कोई समय नहीं निर्धारित नहीं है। शनिवार और रविवार का कोई अवकाश नहीं है। रविशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री को निर्णय और निर्देश देने में दो-तीन मिनट से अधिक का समय नहीं लगता। उनका एकमात्र ध्यान इस ओर है कि कैसे जनता को लाभ पहुंचे। उन्होंने कहा कि विश्व के बड़े और ताकतवर देशों जैसे अमेरिका, चीन, जापान, ब्राजील और अन्य यूरोपीय देश तथा लातिन अमेरिका भारत में आए इस बदलाव से अचंभित है। इससे पूरी दुनिया में बहुत ही सार्थक संदेश गया है क्योंकि देश में एक गरीब परिवार में पैदा हुआ व्यक्ति अपनी लगन और मेहनत से आगे बढ़ा है। मंत्री बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे रविशंकर ने अपने अभिवादन पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय तथा पाटलिपुत्र से भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद रामकृपाल यादव को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर जनसंघ, आरएसएस और भाजपा से अपने जुड़ाव के बारे में खुलकर बोले। कानून तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि गत 26 मई की सुबह में उन्हें गुजरात भवन से एक फोन आता है कि उन्हें शाम में मंत्री पद की शपथ लेनी है और उसके बाद उन्हें पता चला कि और कौन-कौन मंत्री बने हैं। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव की चर्चा करते हुए रविशंकर ने कहा कि इस चुनाव का मतलत वंश, विरासत और वसीयत की राजनीति हारी है तथा मेहनत, लगन, निष्ठा और सुशासन की राजनीति जीती है। रविशंकर ने कहा कि भाजपा और जदयू का रिश्ता टूटने पर उन्होंने कहा था कि इस प्रदेश की जनता इसका उत्तर देगी और इस राज्य की जनता ने जाति, संप्रदाय और संक्रीर्ण विचारों से ऊपर उठकर राय का इजहार किया जिसका वे सम्मान करते हैं। जम्मू-कश्मीर की स्थिति से जुड़े संविधान के अनुच्छेद 370 के बारे में पूछे एक प्रश्न को टालते हुए रविशंकर ने कहा कि अब वह सरकार में शामिल हैं और इस विषय पर कोई बात सरकार की ओर से आएगी, न कि किसी व्यक्ति विशेष की ओर से। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा तथा विशेष पैकेज दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर रविशंकर ने कहा कि भाजपा के चुनावी घोषणापत्र के अनुसार विशेष सहायता न केवल बिहार बल्कि पूरे पूर्वी क्षेत्र को दिया जाएगा। हम उस पर काम करेंगे।
#gaurikhan and #abramkhan spotted a #mountmarychurch in #bandra today #shahrukhkhan #shahrukh #srk #shah_rukh_khan #shahrukh_khan #iamsrk #kingkhan A post shared by Monika Lang (@kiransrkfan) on Jul 14, 2019 at 8:47am PDT वायरल हो रही इन तस्वीरों में अबराम (Abram) ने ब्लू कलर की टी-शर्ट पहनी है. वहीं गौरी बिल्कुल कैजुअल लुक में नजर आ रही हैं, उन्होंने ब्लैक कलर की टी-शर्ट के साथ कैपरी पहनी हुई थी. गौरी ने बालों की पोनी टेल बना रखी थी. MashaAllah baby boy has really grown up into a lil man look at those dimples... those expressions... that face... our mini Shahrukh A post shared by ShahRukh AbRam (@srkssamina) on May 19, 2019 at 7:52am PDT बता दें सोशल मीडिया सुपरस्टार अबराम (Abram) की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं. हाल ही में अबराम, अनन्या पांडेय (Ananya Pandey) के साथ मस्ती करते दिखाई दिए थे. इन दोनों का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. इस वीडियो में अनन्या, अबराम को अपनी जीभ से नाक को टच करना सिखा रही थी. हालांकि कोशिश करने के बावजूद भी अबराम नाक को जीभ से टच नहीं कर पाते.   (इनपुट: IANS)
बांद्रा टर्मिनस - भगत की कोठी हमसफर एक्सप्रेस पश्चिम रेलवे क्षेत्र से संबंधित एक एक्सप्रेस रेल है जो बांद्रा टर्मिनस और भगत की कोठी रेलवे स्टेशन के बीच चलती है। यह वर्तमान में साप्ताहिक आधार पर १९०४३/१९०४४ रेल नंबरों के साथ संचालित की जा रही है। सर्विस १९०४३ / बांद्रा टर्मिनस - भगत की कोठी हमसफर एक्सप्रेस की औसत गति ५५ किलोमीटर प्रति घंटा है और यह १७ घंटे और ५ मिनट में ९३३ किलोमीटर की दूरी तय करती है। १९०४४ / भगत की कोठी - बांद्रा टर्मिनस हमसफर एक्सप्रेस की औसत गति ५४ किलोमीटर प्रति घंटा है और यह १६ घंटे और ५० मिनट में ९३३ किलोमीटर की दूरी तय करती है। रूट और हॉल्ट्स महत्वपूर्ण हॉल्ट्स: सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ 19043/Bandra Terminus - Bhagat Ki Kothi Humsafar Express 19044/Bhagat Ki Kothi - Bandra Terminus Humsafar Express जोधपुर में परिवहन राजस्थान में परिवहन गुजरात में रेल परिवहन महाराष्ट्र में रेल परिवहन मुम्बई में परिवहन
कर्नाटक सरकार ने विवादास्पद धार्मिक गुरु नित्यानंद स्वामी पर लगे यौन शोषण के ताजा आरोपों को देखते हुए उनके बेंगलुरू स्थित आश्रम में ताला लगाने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, "मैंने आश्रम में ताला लगाने का आदेश दिया है।" मुख्यमंत्री ने यह कदम आश्रम बंद करने की बढ़ती मांगों के बीच उठाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि जरूरी हुआ तो नित्यानंद की जमानत रद्द करने एवं उनकी गिरफ्तारी के लिए भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। हाल ही में कन्नड़ टीवी चैनल पर प्रसारित एक कार्यक्रम में कई महिलाओं ने नित्यानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद कांग्रेस, जनता दल-सेक्युलर सहित कई कन्नड़ संगठन पिछले तीन दिनों से आश्रम को बंद करने एवं नित्यानंद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। टिप्पणियां पहले से ही बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे नित्यानंद जून 2010 से जमानत पर चल रहे हैं। एक तमिल टीवी चैनल पर प्रसारित वीडियो में नित्यानंद एवं एक अभिनेत्री को आपत्तिजनक अवस्था में दिखाए जाने के बाद वह 2010 में मार्च-अप्रैल के दौरान गायब हो गए थे। कर्नाटक पुलिस ने उन्हें हिमाचल प्रदेश के सोलन से गिरफ्तार किया था। फिलहाल पिछले शुक्रवार से नित्यानंद के विषय में कोई जानकारी नहीं है। वह बेंगलुरू से 35 किमी दूर इस बिदाडी आश्रम में भी नहीं है। मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, "मैंने आश्रम में ताला लगाने का आदेश दिया है।" मुख्यमंत्री ने यह कदम आश्रम बंद करने की बढ़ती मांगों के बीच उठाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि जरूरी हुआ तो नित्यानंद की जमानत रद्द करने एवं उनकी गिरफ्तारी के लिए भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। हाल ही में कन्नड़ टीवी चैनल पर प्रसारित एक कार्यक्रम में कई महिलाओं ने नित्यानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद कांग्रेस, जनता दल-सेक्युलर सहित कई कन्नड़ संगठन पिछले तीन दिनों से आश्रम को बंद करने एवं नित्यानंद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। टिप्पणियां पहले से ही बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे नित्यानंद जून 2010 से जमानत पर चल रहे हैं। एक तमिल टीवी चैनल पर प्रसारित वीडियो में नित्यानंद एवं एक अभिनेत्री को आपत्तिजनक अवस्था में दिखाए जाने के बाद वह 2010 में मार्च-अप्रैल के दौरान गायब हो गए थे। कर्नाटक पुलिस ने उन्हें हिमाचल प्रदेश के सोलन से गिरफ्तार किया था। फिलहाल पिछले शुक्रवार से नित्यानंद के विषय में कोई जानकारी नहीं है। वह बेंगलुरू से 35 किमी दूर इस बिदाडी आश्रम में भी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि जरूरी हुआ तो नित्यानंद की जमानत रद्द करने एवं उनकी गिरफ्तारी के लिए भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। हाल ही में कन्नड़ टीवी चैनल पर प्रसारित एक कार्यक्रम में कई महिलाओं ने नित्यानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद कांग्रेस, जनता दल-सेक्युलर सहित कई कन्नड़ संगठन पिछले तीन दिनों से आश्रम को बंद करने एवं नित्यानंद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। टिप्पणियां पहले से ही बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे नित्यानंद जून 2010 से जमानत पर चल रहे हैं। एक तमिल टीवी चैनल पर प्रसारित वीडियो में नित्यानंद एवं एक अभिनेत्री को आपत्तिजनक अवस्था में दिखाए जाने के बाद वह 2010 में मार्च-अप्रैल के दौरान गायब हो गए थे। कर्नाटक पुलिस ने उन्हें हिमाचल प्रदेश के सोलन से गिरफ्तार किया था। फिलहाल पिछले शुक्रवार से नित्यानंद के विषय में कोई जानकारी नहीं है। वह बेंगलुरू से 35 किमी दूर इस बिदाडी आश्रम में भी नहीं है। हाल ही में कन्नड़ टीवी चैनल पर प्रसारित एक कार्यक्रम में कई महिलाओं ने नित्यानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद कांग्रेस, जनता दल-सेक्युलर सहित कई कन्नड़ संगठन पिछले तीन दिनों से आश्रम को बंद करने एवं नित्यानंद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। टिप्पणियां पहले से ही बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे नित्यानंद जून 2010 से जमानत पर चल रहे हैं। एक तमिल टीवी चैनल पर प्रसारित वीडियो में नित्यानंद एवं एक अभिनेत्री को आपत्तिजनक अवस्था में दिखाए जाने के बाद वह 2010 में मार्च-अप्रैल के दौरान गायब हो गए थे। कर्नाटक पुलिस ने उन्हें हिमाचल प्रदेश के सोलन से गिरफ्तार किया था। फिलहाल पिछले शुक्रवार से नित्यानंद के विषय में कोई जानकारी नहीं है। वह बेंगलुरू से 35 किमी दूर इस बिदाडी आश्रम में भी नहीं है। इसके बाद कांग्रेस, जनता दल-सेक्युलर सहित कई कन्नड़ संगठन पिछले तीन दिनों से आश्रम को बंद करने एवं नित्यानंद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। टिप्पणियां पहले से ही बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे नित्यानंद जून 2010 से जमानत पर चल रहे हैं। एक तमिल टीवी चैनल पर प्रसारित वीडियो में नित्यानंद एवं एक अभिनेत्री को आपत्तिजनक अवस्था में दिखाए जाने के बाद वह 2010 में मार्च-अप्रैल के दौरान गायब हो गए थे। कर्नाटक पुलिस ने उन्हें हिमाचल प्रदेश के सोलन से गिरफ्तार किया था। फिलहाल पिछले शुक्रवार से नित्यानंद के विषय में कोई जानकारी नहीं है। वह बेंगलुरू से 35 किमी दूर इस बिदाडी आश्रम में भी नहीं है। पहले से ही बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे नित्यानंद जून 2010 से जमानत पर चल रहे हैं। एक तमिल टीवी चैनल पर प्रसारित वीडियो में नित्यानंद एवं एक अभिनेत्री को आपत्तिजनक अवस्था में दिखाए जाने के बाद वह 2010 में मार्च-अप्रैल के दौरान गायब हो गए थे। कर्नाटक पुलिस ने उन्हें हिमाचल प्रदेश के सोलन से गिरफ्तार किया था। फिलहाल पिछले शुक्रवार से नित्यानंद के विषय में कोई जानकारी नहीं है। वह बेंगलुरू से 35 किमी दूर इस बिदाडी आश्रम में भी नहीं है। फिलहाल पिछले शुक्रवार से नित्यानंद के विषय में कोई जानकारी नहीं है। वह बेंगलुरू से 35 किमी दूर इस बिदाडी आश्रम में भी नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुखपत्र 'पांचजन्य' ने हरियाणा के नतीजों को भाजपा के लिए जनता की चेतावनी करार दिया है. मुखपत्र की वेबसाइट पर 25 अक्टूबर को 'हरियाणा में भाजपा को जनता की चेतावनी' शीर्षक से प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि "ऐसे परिणाम का सामान्य अर्थ यह होता है कि जनता सरकार से बहुत खुश तो नहीं है, लेकिन सरकार के खिलाफ भी नहीं है. ऐसे जनादेश को एक तरह से जनता की चेतावनी कहा जा सकता है." संघ के मुखपत्र में सवाल उठाया गया है कि 2019 के चुनाव में बढ़ा वोट प्रतिशत आखिर बढ़ी हुई सीटों में क्यों नहीं तब्दील हो पाया? लेख में भाजपा की कुछ कमजोरियों की तरफ इशारा करते हुए बहुमत से दूर रहने की वजहें बताई गई हैं.   मुखपत्र ने लिखा है, "खट्टर सरकार के सात मंत्रियों का चुनाव हार जाना बताता है कि पहली बार सरकार चलाने में उनकी अनुभवहीनता आड़े आई. किसी मंत्री को अतीत में प्रशासनिक अनुभव नहीं था. वे जनता के मूड को समझने के बजाय आदर्शवादी कार्य करते रहे, जो जनता के भविष्य के लिहाज से तो ठीक थे, लेकिन जनता को उससे वर्तमान में फौरी राहत नहीं मिल रही थी." लेख में टिकट वितरण को लेकर भाजपा की चूक की तरफ इशारा करते हुए कहा गया है कि जो भाजपा नेता टिकट न मिलने पर बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे, उनमें से पांच जीत गए. पांचजन्य ने भाजपा के अति आत्मविश्वास को भी कमजोर प्रदर्शन की बड़ी वजह माना है. लेख में कहा गया है, "नीति शिक्षा कहती है कि प्रतिद्वंद्वी को कभी कमजोर न समझें. लेकिन अति-आत्मविश्वास की वजह से आखिरी वक्त तक सीट-दर-सीट के लिए भिन्न रणनीति बनाकर जुटे रहने में चूक हुई.   एक कारण स्थानीय मुद्दों पर फोकस न होना भी कहा जा रहा है. भाजपा की ओर से राष्ट्रवाद के मुद्दे उठाए जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस के स्थानीय सिपहसालार भूपेंदर सिंह हुड्डा ने भी अपना रुख राष्ट्रवादी मुद्दों के पक्ष में दिखाकर बचाव कर लिया." संघ ने कहा है कि दुष्यंत की मजबूती की थाह भी भाजपा पता लगाने में नाकाम रही. हालांकि लेख में भाजपा के प्रदर्शन को सहारा भी गया है. लेख में कहा गया है, "हरियाणा विधानसभा के लिए 1982 से अब तक हुए नौ चुनावों पर नजर डालें तो अब तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी सरकार को दोबारा जनादेश मिला हो. यह दूसरी बार हुआ है कि जब कोई सत्ताधारी पार्टी लगातार दूसरे चुनाव में बहुमत भले न प्राप्त कर सकी हो, लेकिन सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है."
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी को अनुशासनहीनता के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। जेठमलानी को लिखे एक पत्र में भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने मंगलवार को कहा कि पार्टी के संसदीय बोर्ड ने जेठमलानी को प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने के लिए सोमवार को सर्वसम्मति से निर्णय लिया। अनंत कुमार ने यह भी संकेत दिया कि पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए जेठमलानी के खिलाफ अतिरिक्त कार्रवाई की जाएगी। पत्र में कहा गया है, "केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने आपके सभी जवाबों, प्रतिक्रियाओं और पत्रों पर विचार करने के बाद सर्वसम्मति से इस निर्णय पर पहुंचा कि आप अनुशासन तोड़ने में लिप्त थे। इसलिए संसदीय बोर्ड ने आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया है।" जेठमलानी (89) को इसके पहले पार्टी से निलम्बित कर दिया गया था। अनंत कुमार ने कहा कि पार्टी ने 26 नवंबर, 2012 को जेठमलानी को नोटिस जारी किया था और पूछा था कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। इसके साथ ही पार्टी ने गौर किया कि जेठमलानी ने चार दिसम्बर, 2012 के अपने पत्र में कई प्रश्न खड़े किए थे, लेकिन नोटिस का सीधा जवाब नहीं दिया था। पत्र में कहा गया है, "आपने पार्टी पदाधिकारियों पर कई झूठे आरोप लगाए हैं। आपने दिल्ली पुलिस आयुक्त से सम्बंधित कई अप्रासंगिक मुद्दे उठाए, जो किसी भी रूप में पार्टी से सरोकार नहीं रखते। आपने 26 नवम्बर, 2012 को ठीक इसी तरह का पत्र पार्टी अध्यक्ष को भी लिखा था।" अनंत कुमार ने कहा कि संसदीय बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा है कि जेठमलाली अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई कारण नहीं पेश कर पाए। पत्र में कहा गया है, "आप पार्टी को शर्मसार करने वाले बयान देने के आरोप का जवाब नहीं दे पाए हैं। आप लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई पर्याप्त कारण नहीं पेश कर पाए। आप यह कहकर पार्टी के अधिकार और वैधानिकता को चुनौती देने का कोई पर्याप्त कारण एक बार फिर नहीं पेश कर पाए कि पार्टी के पास आपके खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नहीं है।" यह भी कहा गया है कि जेठमलानी ने छह मई को पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था और सार्वजनिक उपक्रमों से सम्बंधित समिति के सदस्यों के चुनाव में वोट नहीं दिया था।टिप्पणियां ज्ञात हो कि जेठमलानी ने पिछले वर्ष नवम्बर में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांगकर उन पर खुलेआम हमला किया था। उन्होंने इस सम्बंध में यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का भी नाम लिया था और कहा था कि ये दोनों नेता भी गडकरी के इस्तीफे के मुद्दे पर उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है। जेठमलानी को लिखे एक पत्र में भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने मंगलवार को कहा कि पार्टी के संसदीय बोर्ड ने जेठमलानी को प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने के लिए सोमवार को सर्वसम्मति से निर्णय लिया। अनंत कुमार ने यह भी संकेत दिया कि पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए जेठमलानी के खिलाफ अतिरिक्त कार्रवाई की जाएगी। पत्र में कहा गया है, "केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने आपके सभी जवाबों, प्रतिक्रियाओं और पत्रों पर विचार करने के बाद सर्वसम्मति से इस निर्णय पर पहुंचा कि आप अनुशासन तोड़ने में लिप्त थे। इसलिए संसदीय बोर्ड ने आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया है।" जेठमलानी (89) को इसके पहले पार्टी से निलम्बित कर दिया गया था। अनंत कुमार ने कहा कि पार्टी ने 26 नवंबर, 2012 को जेठमलानी को नोटिस जारी किया था और पूछा था कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। इसके साथ ही पार्टी ने गौर किया कि जेठमलानी ने चार दिसम्बर, 2012 के अपने पत्र में कई प्रश्न खड़े किए थे, लेकिन नोटिस का सीधा जवाब नहीं दिया था। पत्र में कहा गया है, "आपने पार्टी पदाधिकारियों पर कई झूठे आरोप लगाए हैं। आपने दिल्ली पुलिस आयुक्त से सम्बंधित कई अप्रासंगिक मुद्दे उठाए, जो किसी भी रूप में पार्टी से सरोकार नहीं रखते। आपने 26 नवम्बर, 2012 को ठीक इसी तरह का पत्र पार्टी अध्यक्ष को भी लिखा था।" अनंत कुमार ने कहा कि संसदीय बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा है कि जेठमलाली अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई कारण नहीं पेश कर पाए। पत्र में कहा गया है, "आप पार्टी को शर्मसार करने वाले बयान देने के आरोप का जवाब नहीं दे पाए हैं। आप लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई पर्याप्त कारण नहीं पेश कर पाए। आप यह कहकर पार्टी के अधिकार और वैधानिकता को चुनौती देने का कोई पर्याप्त कारण एक बार फिर नहीं पेश कर पाए कि पार्टी के पास आपके खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नहीं है।" यह भी कहा गया है कि जेठमलानी ने छह मई को पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था और सार्वजनिक उपक्रमों से सम्बंधित समिति के सदस्यों के चुनाव में वोट नहीं दिया था।टिप्पणियां ज्ञात हो कि जेठमलानी ने पिछले वर्ष नवम्बर में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांगकर उन पर खुलेआम हमला किया था। उन्होंने इस सम्बंध में यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का भी नाम लिया था और कहा था कि ये दोनों नेता भी गडकरी के इस्तीफे के मुद्दे पर उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है। पत्र में कहा गया है, "केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने आपके सभी जवाबों, प्रतिक्रियाओं और पत्रों पर विचार करने के बाद सर्वसम्मति से इस निर्णय पर पहुंचा कि आप अनुशासन तोड़ने में लिप्त थे। इसलिए संसदीय बोर्ड ने आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया है।" जेठमलानी (89) को इसके पहले पार्टी से निलम्बित कर दिया गया था। अनंत कुमार ने कहा कि पार्टी ने 26 नवंबर, 2012 को जेठमलानी को नोटिस जारी किया था और पूछा था कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। इसके साथ ही पार्टी ने गौर किया कि जेठमलानी ने चार दिसम्बर, 2012 के अपने पत्र में कई प्रश्न खड़े किए थे, लेकिन नोटिस का सीधा जवाब नहीं दिया था। पत्र में कहा गया है, "आपने पार्टी पदाधिकारियों पर कई झूठे आरोप लगाए हैं। आपने दिल्ली पुलिस आयुक्त से सम्बंधित कई अप्रासंगिक मुद्दे उठाए, जो किसी भी रूप में पार्टी से सरोकार नहीं रखते। आपने 26 नवम्बर, 2012 को ठीक इसी तरह का पत्र पार्टी अध्यक्ष को भी लिखा था।" अनंत कुमार ने कहा कि संसदीय बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा है कि जेठमलाली अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई कारण नहीं पेश कर पाए। पत्र में कहा गया है, "आप पार्टी को शर्मसार करने वाले बयान देने के आरोप का जवाब नहीं दे पाए हैं। आप लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई पर्याप्त कारण नहीं पेश कर पाए। आप यह कहकर पार्टी के अधिकार और वैधानिकता को चुनौती देने का कोई पर्याप्त कारण एक बार फिर नहीं पेश कर पाए कि पार्टी के पास आपके खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नहीं है।" यह भी कहा गया है कि जेठमलानी ने छह मई को पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था और सार्वजनिक उपक्रमों से सम्बंधित समिति के सदस्यों के चुनाव में वोट नहीं दिया था।टिप्पणियां ज्ञात हो कि जेठमलानी ने पिछले वर्ष नवम्बर में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांगकर उन पर खुलेआम हमला किया था। उन्होंने इस सम्बंध में यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का भी नाम लिया था और कहा था कि ये दोनों नेता भी गडकरी के इस्तीफे के मुद्दे पर उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है। अनंत कुमार ने कहा कि पार्टी ने 26 नवंबर, 2012 को जेठमलानी को नोटिस जारी किया था और पूछा था कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। इसके साथ ही पार्टी ने गौर किया कि जेठमलानी ने चार दिसम्बर, 2012 के अपने पत्र में कई प्रश्न खड़े किए थे, लेकिन नोटिस का सीधा जवाब नहीं दिया था। पत्र में कहा गया है, "आपने पार्टी पदाधिकारियों पर कई झूठे आरोप लगाए हैं। आपने दिल्ली पुलिस आयुक्त से सम्बंधित कई अप्रासंगिक मुद्दे उठाए, जो किसी भी रूप में पार्टी से सरोकार नहीं रखते। आपने 26 नवम्बर, 2012 को ठीक इसी तरह का पत्र पार्टी अध्यक्ष को भी लिखा था।" अनंत कुमार ने कहा कि संसदीय बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा है कि जेठमलाली अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई कारण नहीं पेश कर पाए। पत्र में कहा गया है, "आप पार्टी को शर्मसार करने वाले बयान देने के आरोप का जवाब नहीं दे पाए हैं। आप लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई पर्याप्त कारण नहीं पेश कर पाए। आप यह कहकर पार्टी के अधिकार और वैधानिकता को चुनौती देने का कोई पर्याप्त कारण एक बार फिर नहीं पेश कर पाए कि पार्टी के पास आपके खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नहीं है।" यह भी कहा गया है कि जेठमलानी ने छह मई को पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था और सार्वजनिक उपक्रमों से सम्बंधित समिति के सदस्यों के चुनाव में वोट नहीं दिया था।टिप्पणियां ज्ञात हो कि जेठमलानी ने पिछले वर्ष नवम्बर में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांगकर उन पर खुलेआम हमला किया था। उन्होंने इस सम्बंध में यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का भी नाम लिया था और कहा था कि ये दोनों नेता भी गडकरी के इस्तीफे के मुद्दे पर उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है। पत्र में कहा गया है, "आपने पार्टी पदाधिकारियों पर कई झूठे आरोप लगाए हैं। आपने दिल्ली पुलिस आयुक्त से सम्बंधित कई अप्रासंगिक मुद्दे उठाए, जो किसी भी रूप में पार्टी से सरोकार नहीं रखते। आपने 26 नवम्बर, 2012 को ठीक इसी तरह का पत्र पार्टी अध्यक्ष को भी लिखा था।" अनंत कुमार ने कहा कि संसदीय बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा है कि जेठमलाली अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई कारण नहीं पेश कर पाए। पत्र में कहा गया है, "आप पार्टी को शर्मसार करने वाले बयान देने के आरोप का जवाब नहीं दे पाए हैं। आप लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई पर्याप्त कारण नहीं पेश कर पाए। आप यह कहकर पार्टी के अधिकार और वैधानिकता को चुनौती देने का कोई पर्याप्त कारण एक बार फिर नहीं पेश कर पाए कि पार्टी के पास आपके खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नहीं है।" यह भी कहा गया है कि जेठमलानी ने छह मई को पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था और सार्वजनिक उपक्रमों से सम्बंधित समिति के सदस्यों के चुनाव में वोट नहीं दिया था।टिप्पणियां ज्ञात हो कि जेठमलानी ने पिछले वर्ष नवम्बर में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांगकर उन पर खुलेआम हमला किया था। उन्होंने इस सम्बंध में यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का भी नाम लिया था और कहा था कि ये दोनों नेता भी गडकरी के इस्तीफे के मुद्दे पर उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है। अनंत कुमार ने कहा कि संसदीय बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा है कि जेठमलाली अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई कारण नहीं पेश कर पाए। पत्र में कहा गया है, "आप पार्टी को शर्मसार करने वाले बयान देने के आरोप का जवाब नहीं दे पाए हैं। आप लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कोई पर्याप्त कारण नहीं पेश कर पाए। आप यह कहकर पार्टी के अधिकार और वैधानिकता को चुनौती देने का कोई पर्याप्त कारण एक बार फिर नहीं पेश कर पाए कि पार्टी के पास आपके खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नहीं है।" यह भी कहा गया है कि जेठमलानी ने छह मई को पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था और सार्वजनिक उपक्रमों से सम्बंधित समिति के सदस्यों के चुनाव में वोट नहीं दिया था।टिप्पणियां ज्ञात हो कि जेठमलानी ने पिछले वर्ष नवम्बर में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांगकर उन पर खुलेआम हमला किया था। उन्होंने इस सम्बंध में यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का भी नाम लिया था और कहा था कि ये दोनों नेता भी गडकरी के इस्तीफे के मुद्दे पर उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है। पत्र में कहा गया है, "आप पार्टी को 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उल्लंघन किया था और सार्वजनिक उपक्रमों से सम्बंधित समिति के सदस्यों के चुनाव में वोट नहीं दिया था।टिप्पणियां ज्ञात हो कि जेठमलानी ने पिछले वर्ष नवम्बर में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांगकर उन पर खुलेआम हमला किया था। उन्होंने इस सम्बंध में यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का भी नाम लिया था और कहा था कि ये दोनों नेता भी गडकरी के इस्तीफे के मुद्दे पर उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है। ज्ञात हो कि जेठमलानी ने पिछले वर्ष नवम्बर में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांगकर उन पर खुलेआम हमला किया था। उन्होंने इस सम्बंध में यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का भी नाम लिया था और कहा था कि ये दोनों नेता भी गडकरी के इस्तीफे के मुद्दे पर उनकी राय से इत्तेफाक रखते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है। भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेठमलानी के निष्कासन का निर्णय अंतिम है।
भाषाविज्ञान में शब्दांश स्थानांतरण (अंग्रेज़ी: metathesis मेटाथीसिस) उस प्रक्रिया को कहते हैं जिससे किसी भी शब्द के शब्दांश या वर्ण अपना शब्द में स्थान बदल लेते हैं। अक्सर जब शब्द एक भाषा से दूसरी भाषा में जाते हैं तो शब्दांश स्थानांतरण देखा जाता है। उदाहरण के लिए संस्कृत का शब्द 'लघुक' शब्दांश स्थानांतरण के ज़रिये पहले तो प्राकृत में 'लहुक' और फिर हिंदी में 'हलुक' से धीरे-धीरे 'हल्का' बन गया - यानि 'ल' और 'ह' ने अपने स्थान एक-दूसरे के साथ बदल लिए। उदहारण हिंदी कईं हिंदीभाषियों में शब्दांश स्थानांतरण के कारण बोलचाल में उच्चारण की ग़लतियाँ देखनें को मिलतीं हैं। इनमें से बहुत सी ग़लतियाँ देहाती क्षेत्रों में ज़्यादा नज़र आती हैं, लेकिन कुछ तो आम हो गईं हैं - बन्दूक → दम्बूक ब्राह्मण → ब्राम्हण जिह्वा → जीह्ब → जीभ कश्मीरी, डोगरी और पंजाबी कश्मीरी, डोगरी और पंजाबी में स्थानांतरण अक्सर 'र' के वर्ण के इर्द-गिर्द होता है - श्री → शिर (इस वजह से 'श्रीनगर/स्रीनगर' को बहुत से कश्मीरी लोग 'शिरनगर/सिरनगर' कहते हैं और पंजाबी लोग 'श्री गुरु नानक' का उच्चारण 'शिर गुरु नानक' करते हैं) दरख़्त → द्रख़त सर्टिफ़िकेट (certificate) → सर्फ़ीटिकेट (cerfiticate) बर्फ़ → ब्रफ़ अंग्रेज़ी अंग्रेज़ी मातृभाषियों में भी स्थानांतरण की ग़लतियाँ आम हैं - न्यूक्लिअर (nuclear) → न्युकुलर (nucular) प्रिटि (pretty) → परटि (purty) इंट्रोड्यूस (introduce) → इंटरड्यूस (interduce) आएरन (iron) → आयर्न (iern) इन्हें भी देखें शब्दान्श भाषा-विज्ञान हिन्दी विकि डीवीडी परियोजना nn:Metatese#Metatese i språk
सीमा सुरक्षा बल के अतिरिक्त महानिदेशक (पश्चिम) यू के बंसल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के अंदर पाकिस्तान की बढ़ी गतिविधियों को असामान्य बताते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार एवं मुस्तैद है. राजस्थान के जैसलमेर, बाडमेर के सीमावर्ती इलाकों के दौरे पर आए महानिदेशक बंसल ने जैसलमेर सीमा सुरक्षा बल सेक्टर हडक्र्वाटर में बुधवार को एक खास बातचीत के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा कि वर्तमान में दोनों तरफ आपसी संबंधों को सुधारने के संदर्भ में नई पहल तो होना दूर, इसके विपरीत माहौल खराब हो गया है. बंसल ने कहा है कि गुजरात के अरब सागर में क्रीक इलाके में पाकिस्तानी सेना व पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी की गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं, जोकि असामान्य है.
योग गुरु बाबा रामदेव पर स्याही फेंके जाने की निंदा करते हुए टीम अन्ना ने शनिवार को कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में उनके साथ थे और ऐसी कार्रवाई से उन जैसे व्यक्तियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।टिप्पणियां टीम अन्ना ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कहा, "इस लड़ाई में बाबा रामदेव और अन्ना हजारे साथ हैं। ऐसी कार्रवाई से उन जैसे व्यक्तियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।" उल्लेखनीय है कि एक व्यक्ति ने शनिवार को बाबा रामदेव पर उस वक्त स्याही फेंके दी थी, जब वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। टीम अन्ना ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कहा, "इस लड़ाई में बाबा रामदेव और अन्ना हजारे साथ हैं। ऐसी कार्रवाई से उन जैसे व्यक्तियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।" उल्लेखनीय है कि एक व्यक्ति ने शनिवार को बाबा रामदेव पर उस वक्त स्याही फेंके दी थी, जब वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि एक व्यक्ति ने शनिवार को बाबा रामदेव पर उस वक्त स्याही फेंके दी थी, जब वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
खबर है कि Vivo भारतीय मार्केट में अपनी वाई सीरीज़ के दो स्मार्टफोन लॉन्च करने की तैयारी में है। Vivo Y12 और Vivo Y15 (2019) के बारे में जानकारी ऑनलाइन लीक हुई है। इन वीवो स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन सार्वजनिक हो गए हैं। स्पेसिफिकेशन से साफ है कि वीवो के दोनों ही फोन 6.35-इंच की एचडी+ स्क्रीन, 5,000 एमएएच बैटरी और तीन रियर कैमरे के साथ आएंगे। Vivo ने मार्केट में Vivo Y12 और Vivo Y15 (2019) को उतारने के संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। मुंबई के नामी रिटेलर महेश टेलीकॉम के मुताबिक, Vivo मार्केट में अपनी वाई सीरीज़ के दो स्मार्टफोन लॉन्च करने वाली है। ये होंगे- Vivo Y12 और Vivo Y15 (2019)। इन दोनों ही फोन के सारे स्पेसिफिकेशन भी सार्वजनिक किए गए हैं। Vivo के ये दोनों स्मार्टफोन ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप के साथ आ सकते हैं। पिछले हिस्से पर 13 मेगापिक्सल (एफ/ 2.4 अपर्चर) का प्राइमरी कैमरा, वाइड एंगल लेंस के साथ 8 मेगापिक्सल का सेकेंडरी सेंसर और तीसरा 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर होगा। Vivo Y12 एफ/ 2.0 अपर्चर वाले 8 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे के साथ आएगा, जबकि Vivo Y15 (2019) में एफ/ 2.0 अपर्चर वाला 16 मेगापिक्सल का सेल्फी सेंसर होगा। दावा है कि Vivo Y12 और Vivo Y15 (2019) में फिंगरप्रिंट सेंसर, डुअल 4जी सपोर्ट और ब्लूटूथ 5.0 होंगे। फोन बरगंडी रेड और एक्वा ब्लू रंग में आएंगे। अभी दोनों ही फोन की कीमत को लेकर कोई दावा नहीं किया गया है। हमने वीवो वाई12 और वीवो वाई15 (2019) के लॉन्च को लेकर वीवो को संपर्क किया है।
यह लेख है: केरल में इस साल नम्बर-दिसम्बर में होने वाले 35वें राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर हार्नबिल पक्षी का नाम 'अम्मू' रखा गया है। शुभंकर का नामकरण समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ओमेन चांडी मुख्य अतिथि थे।टिप्पणियां चांडी ने अलग-अलग स्पर्धाओं के लिए अम्मू के विभिन्न स्वरूपों को भी जारी किया। केरल 1987 के बाद पहली बार राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने जा रहा है। इन खेलों में 36 स्पर्धाओं के लिए 10 हजार से अधिक खिलाड़ी जुटेंगे। खेलों का आयोजन 14 जिलों में किया जाएगा। शुभंकर का नामकरण समारोह शुक्रवार को आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ओमेन चांडी मुख्य अतिथि थे।टिप्पणियां चांडी ने अलग-अलग स्पर्धाओं के लिए अम्मू के विभिन्न स्वरूपों को भी जारी किया। केरल 1987 के बाद पहली बार राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने जा रहा है। इन खेलों में 36 स्पर्धाओं के लिए 10 हजार से अधिक खिलाड़ी जुटेंगे। खेलों का आयोजन 14 जिलों में किया जाएगा। चांडी ने अलग-अलग स्पर्धाओं के लिए अम्मू के विभिन्न स्वरूपों को भी जारी किया। केरल 1987 के बाद पहली बार राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने जा रहा है। इन खेलों में 36 स्पर्धाओं के लिए 10 हजार से अधिक खिलाड़ी जुटेंगे। खेलों का आयोजन 14 जिलों में किया जाएगा। इन खेलों में 36 स्पर्धाओं के लिए 10 हजार से अधिक खिलाड़ी जुटेंगे। खेलों का आयोजन 14 जिलों में किया जाएगा।
भारत ने पाकिस्तान में हो रहे अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है, जोकि दोनों पड़ोसियों के बीच बढ़े तनाव का नवीनतम संकेत है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र से संबंद्ध संस्था की गवर्निग काउंसिल के इस तीन दिवसीय सम्मेलन में पहले भाग लेने की मंजूरी दे दी थी, जिसे एशिया प्रशांत क्षेत्र में छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों से प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है. यह सम्मेलन इस्लामाबाद में सोमवार से शुरू हो गया है. मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां मीडिया को बताया, "सम्मेलन शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अपना दौरा रद्द कर दिया और इसका कारण प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख का फूड प्वायजनिंग का शिकार होना बताया."टिप्पणियां भारत के अलावा बांग्लादेश और ईरान ने भी इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र से संबंद्ध संस्था की गवर्निग काउंसिल के इस तीन दिवसीय सम्मेलन में पहले भाग लेने की मंजूरी दे दी थी, जिसे एशिया प्रशांत क्षेत्र में छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों से प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है. यह सम्मेलन इस्लामाबाद में सोमवार से शुरू हो गया है. मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां मीडिया को बताया, "सम्मेलन शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अपना दौरा रद्द कर दिया और इसका कारण प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख का फूड प्वायजनिंग का शिकार होना बताया."टिप्पणियां भारत के अलावा बांग्लादेश और ईरान ने भी इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां मीडिया को बताया, "सम्मेलन शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अपना दौरा रद्द कर दिया और इसका कारण प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख का फूड प्वायजनिंग का शिकार होना बताया."टिप्पणियां भारत के अलावा बांग्लादेश और ईरान ने भी इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) भारत के अलावा बांग्लादेश और ईरान ने भी इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. चीन, फिजी, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, समोआ, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाइलैंड और वियतनाम इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कलर्स के पॉपुलर डांस रियलिटी शो डांस दीवाने के अपकमिंग एपिसोड में देओल परिवार की तीन  पीढ़ियां धर्मेंद्र, सनी देओल और उनके बेटे करण एक साथ नजर आएंगे. इन तीनों को एक साथ देखना ऑडियंस के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं है. डास दीवाने के कमिंग एपिसोड में शो के कंटेस्टेंट्स लेजेंड्री एक्टर धर्मेंद्र को ट्रिब्यूट देते हुए दिखाई देंगे, जिसे देखकर धर्मेंद्र काफी इमोशनल हो जाते हैं. बता दें कि शो के कंटेस्टेंट्स डांस के जरिए धर्मेंद्र के पूरे जीवन को दिखाएंगे. लेजेंड्री एक्टर धर्मेंद्र ने फिल्मों में आने से पहले किस तरह स्ट्रगल किया और उन्होंने किस तरह ये मुकाम हासिल किया, कंटेस्टेंट्स डांस के जरिए धर्मेंद्र की कहानी बताएंगें. अपने पूरी जीवन की जर्नी को देखने के बाद धर्मेंद्र काफी इमोशनल हो जाते हैं और उनकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं. धर्मेंद्र इतने खूबसूरत ट्रिब्यूट के लिए कलर्स और डांस दीवाने का शुक्रिया अदा भी करते हैं. View this post on Instagram Dharmendra Ji from our #DanceDeewane2 contestants will take you all on an emotional ride! Watch the #DeolsOnDanceDeewane this Sat-Sun at 9 PM. @madhuridixitnene @thetusharkalia @shashankkhaitan @arjunbijlani @iamsunnydeol @aapkadharam @imkarandeol Anytime on @voot. A post shared by Colors TV (@colorstv) on Sep 10, 2019 at 10:47pm PDT पिता को इमोशनल होता देख सनी देओल धर्मेंद्र का हाथ थामे खड़े रहते हैं, जबकि करण स्टेज की दूसरी तरफ से धर्मेंद्र के पास आते हैं और गर्व के साथ अपने दादा धर्मेंद्र को गले लगाते हैं. इसके बाद करण अपने दादा का शुक्रिया अदा करते हैं. बता दें कि डांस दीवाने शो को माधुरी दीक्षित जज कर रही हैं. माधुरी के साथ कोरियोग्राफर तुषार कालिया और डायरेक्टर शशांक खेतान भी जज पैनल में नजर आ रहे हैं. शो को ऑडियंस का काफी प्यार मिल रहा है. इस शो की खास बात ये है कि शो में तीन जनरेशन के लोग एक दूसरे के साथ कंपीट करते हुए नजर आ रहे हैं.
राजधानी के लोगों की जेबें ढ़ीली करते हुए दिल्ली सरकार ने सीएनजी के बाद आटो और टैक्सी का भाड़ा बढ़ाने को आज अपनी मंजूरी दे दी. मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने यह कहते हुए भाड़ा बढ़ाने के निर्णय को उचित बताया कि प्राकृकित गैस की कीमतों के बढ़ोतरी के बाद सरकार के पास कोई विकल्प नहीं बचा था और आटो यूनियनों की मांग पूरी करनी पड़ी. कैबिनेट की बैठक के बाद शीला ने कहा, ‘‘गैस के दाम बढ़ने पर आटो का भाड़ा बढ़ना ही था. मामले पर हमने विमर्श किया और भाड़ा बढ़ाने का फैसला किया. परिवहन विभाग एक-दो दिन में नये भाड़े की घोषणा कर देगा.’’ शीला ने यह नहीं बताया कि भाड़े में कितनी बढ़ोतरी होगी, लेकिन परिवहन अधिकारियों ने बताया कि न्यूनतम भाड़ा मौजूदा दस रूपये के बजाए बीस रूपये होगा और इसके बाद प्रति किलोमीटर के हिसाब से 6-50 रूपये का भुगता करना होगा जबकि फिलहाल यह 4-50 रूपये है.
My new book, THE PARADOXICAL PRIME MINISTER, is more than just a 400-page exercise in floccinaucinihilipilification. Pre-order it to find out why!https://t.co/yHuCh2GZDM I hope it comes with a free dictionary!!!.. Please make sure u attached a copy of Oxford Dictionary
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की पिच नंबर सात को रिटायर कर दिया गया है. यह वही 22 गज की पट्टी है जिस पर बाउंसर लगने से फिलिप ह्यूज गिर पड़े थे और फिर कभी नहीं उठे. एससीजी में कुल दस पिचें हैं. तब पिच नंबर सात पर मैच चल रहा था जब ह्यूज को चोट लगी. उन्होंने दो दिन अस्पताल में दम तोड़ दिया था जिससे पूरा क्रिकेट जगत सदम में चला गया था . क्यूरेटर टॉम पारकर ने द ऑस्ट्रेलियन से कहा कि उस खास पिच जिसमें सीन एबट का बाउंसर ह्यूज के सिर पर लगा था, में भी अब मैच नहीं खेले जाएंगे. कोई भी बल्लेबाज इस पिच पर खेलना नहीं चाहेगा. कोई भी क्यूरेटर इसे तैयार नहीं करना चाहेगा. पारकर ने कहा, 'पिच नंबर सात रिटायर कर दी गई है. जो कुछ हुआ उससे मेरा दिल टूट गया. यह लोगों का मैदान है. मैंने कभी नहीं सोचा था यहां पर किसी की जान जाएगी. इस मैदान से हमारी कई अच्छी यादें जुड़ी हैं. जो कुछ हुआ उससे मैं आहत हूं. मेरा स्टाफ दुखी है. हम लंबे समय तक इस पिच का उपयोग नहीं करेंगे. मैं अभी इसको छूना भी नहीं चाहता हूं.' इनपुट-भाषा