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शहीद उमर फयाज के परिवार के साथ इस वक्त पूरा हिंदुस्तान साथ खड़ा है. इंडिया गेट पर कैंडिल मार्च निकालकर लोगों ने नम आंखों से जांबाज लेफ्टिनेंट को श्रद्धांजलि दी.
वहीं सेना ने शनिवार को कहा कि घाटी में एक स्कूल का नाम बदलकर शहीद लेफ्टिनेंट उमर फयाज के नाम पर रखा गया है और उनके परिवार को 75 लाख रुपये का चेक सौंप दिया गया है. दक्षिणी कश्मीर में आतंकवादियों ने अगवा कर सैन्य अधिकारी फैयाज की हत्या कर दी थी. राजपूताना राइफल्स की तरफ से एक लाख के चेक के अलावा, आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड की तरफ से 75 लाख रुपये का चेक शहीद फयाज के परिवार को सौंपा गया है.
#WATCH
Massive crowd turns up to pay tribute to late army officer Lt. Ummer Fayaz at Delhi's India Gate, abducted and killed by terrorists
pic.twitter.com/QJWFBZENqj
— ANI (@ANI_news)
May 13, 2017
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता राजेश कालिया ने कहा कि विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल बी एस राजू ने कुलगाम जिले में शहीद के शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि सेना उनके साथ खड़ी है और उनकी मदद के लिए हर वक्त तैयार है.
उन्होंने कहा कि जीओसी ने आश्वासन दिया है कि लेफ्टिनेंट उमर की कायराना ढंग से की गई हत्या के लिए जो लोग भी जिम्मेदार होंगे, उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा. जीओसी ने इलाके के आर्मी स्कूल का नाम बदलकर 'लेफ्टिनेंट उमर फयाज गुडविल स्कूल' करने की घोषणा की.
छुट्टियों में कुलगाम स्थित अपने घर आए अधिकारी को आतंकवादियों ने उस वक्त अगवा कर लिया था, जब बीते नौ मई को बाटापुरा गांव में वो अपने मामा की बेटी की शादी में शिरकत कर रहे थे. उनका गोलियों से छलनी शरीर बुधवार सुबह (10 मई) को शोपियां जिले के हारमेन में पाया गया.
राजपूताना राइफल्स के अधिकारी बीते साल दिसंबर में सेना में शामिल हुए थे. पुलिस ने उन तीन स्थानीय आतंकवादियों के पोस्टर जगह-जगह चस्पां किए हैं, जो उन्हें अगवा करने और फिर उनकी हत्या में शामिल हैं. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भगवंत मान ने रविवार को कहा था कि उन्होंने अपनी मां के कहने पर शराब छोड़ दी है. आप नेता ने कहा कि उन्होंने एक जनवरी से शराब छोड़ दी है और ताउम्र इस फैसले पर अटल रहने की सोच रहे हैं. इसपर कटाक्ष करते हुए खैरा ने कहा कि रैली में मान की घोषणा से साबित हुआ है कि अभी तक वह शराब पीने को लेकर झूठ बोलते रहे हैं. उन्होंने कहा, 'इसका मतलब है कि वह पहले झूठ बोलते थे कि उन्होंने कभी शराब नहीं पी.' 'बहुत ज्यादा शराब' पीने को लेकर अकसर विपक्ष के निशाने पर रहने वाले मान के इस फैसले की आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने खूब तारीफ की थी.
भोलाथ से विधायक सुखपाल खैरा ने शराब छोड़ने के लिए भगवंत मान की तारीफ करने पर केजरीवाल को आड़े हाथों लिया. खैरा ने कहा, 'मान की तारीफ करते हुए केजरीवाल कह रहे हैं कि उन्होंने बड़ा काम किया है. उन्हें ऐसा कहते हुए शर्म आनी चाहिए. वह दो साल बाद पंजाब आए और अपवित्रिकरण, किसानों के आत्महत्या, मादक पदार्थ, बेरोजगारी पर एक शब्द नहीं बोला.' उन्होंने केजरीवाल पर पद का लालची होने का भी आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, 'पद के लिए वास्तव में लालची तो केजरीवाल हैं. उनके पास तीन पद हैं. पहला मुख्यमंत्री, दूसरा आप प्रमुख और तीसरा पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष.' खैरा ने कहा, 'एक व्यक्ति जो अपने पास तीन-तीन पद रखता हो, वह दूसरों को पद के लिए लालची बता रहा है.' |
आरबीआई ने 500 रुपए और 2000 रुपए के नए नोटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण योजना 'स्वच्छ भारत अभियान' का लोगो छापने के निर्णय पर जानकारी देने से इनकार कर दिया.
उसने इसके लिए सुरक्षा एवं अन्य कारणों का हवाला दिया. सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गयी एक जानकारी के जवाब में रिजर्व बैंक ने केंद्र सरकार की मुहिमों के प्रचार समेत
नोटों पर विज्ञापन
छापे जाने संबंधी दिशानिर्देशों की नकल देने से भी इनकार कर दिया.
एक पत्रकार द्वारा दायर आरटीआई आवेदन की प्रतिक्रिया में
रिजर्व बैंक
ने कहा, "पहले से सार्वजनिक जानकारियों के इतर नोटों का स्वरूप, सामग्री, डिजायन और सुरक्षा फीचर 'आरटीआई अधिनियम, 2005' की धारा 81ए के तहत खुलासे के दायरे से बाहर है.
यह धारा उन सूचनाओं को सार्वजनिक किए जाने से रोकती है जिनसे देश की एकता और स्वायत्ता, राष्ट्र की सुरक्षा, रणनीतिक, वैज्ञानिक अथवा आर्थिक हित , किसी अन्य देश से संबंध प्रभावित होते हों. रिजर्व बैंक से उस आदेश, संवाद या सूचनापत्र की प्रति की मांग की गयी थी जिसमें 500 रुपये और 2000 रुपये के नये नोटों पर स्वच्छ भारत अभियान का लोगो और 'एक कदम स्वच्छता की ओर' संदेश छापे जाने संबंधी निर्णय लिया गया था.
यह आरटीआई आर्थिक मामलों के विभाग के पास दायर की गई थी. यह विभाग नोटों, सिक्कों, सुरक्षा दस्तावेजों तथा नोटों की छपाई एवं सिक्कों की ढलाई से जुड़ी योजना तथा समन्वय के मुद्दों पर नीतिगत निर्णय लेता है. विभाग ने प्रतिक्रिया के लिए आरटीआई को रिजर्व बैंक के पास भेज दिया था. |
तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख एन
चंद्रबाबू नायडू
ने अपने खिलाफ
गिरफ्तारी वारंट
को
तेलंगाना
के आगामी चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने का फैसला किया है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू को संकट को भी अवसरों में बदलने की महारत के लिए जाना जाता है. बता दें कि नायडू के खिलाफ
महाराष्ट्र
की धर्माबाद कोर्ट ने 2010 के धरना प्रदर्शन से जुड़े मामले में गैर ज़मानती वारंट जारी कर रखा है.
टीडीपी के नेता एकजुट होकर इस मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए तमाम रणनीतियां बनाने में जुटे हैं. पार्टी अध्यक्ष नायडू से निर्देश मिलने के बाद पूरे तेलंगाना में प्रदर्शन की तैयारी है. नायडू ने एक बार फिर तेलुगू अस्मिता का मुद्दा उठाया है. साथ ही अपने खिलाफ नोटिस को सभी तेलुगुओं के खिलाफ नोटिस बताया है.
तेलुगू देशम का आरोप है कि बीते 8 साल में एक भी नोटिस जारी नहीं किया गया और अब
नरेंद्र मोदी
और महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार की साजिश के चलते गिरफ्तारी वारंट भेजा गया है. पार्टी का सवाल है कि बिना किसी पूर्व नोटिस या वारंट के कैसे गैर ज़मानती वारंट जारी किया जा सकता है?
तेलुगू देशम ने ये आरोप भी लगाया है कि आंध्र प्रदेश के विकास मॉडल ने
गुजरात
के विकास मॉडल को कहीं पीछे छोड़ दिया तो असहिष्णुता के चलते
पीएम मोदी
षड्यंत्र की राजनीति का सहारा ले रहे हैं.
2010 में
चंद्रबाबू नायडू
के नेतृत्व में टीडीपी ने महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के धर्माबाद में गोदावरी नदी पर बाबली प्रोजेक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. ये इलाका
तेलंगाना
(तब आंध्र प्रदेश) की सीमा के साथ लगता है.
तेलुगू देशम
ने प्रोजेक्ट के सारे नियमों को ताक पर रख बनाने का आरोप लगाया, साथ ही कहा कि इससे राज्य को मिलने वाले पानी में कटौती हो जाएगी.
नायडू समेत कई नेताओं को उस वक्त गिरफ्तार किया गया था. बाद में पुलिस ने उन्हें हैदराबाद वापस भेज दिया था. |
पटना मेट्रो बिहार की राजधानी पटना के लिए एक योजनाबद्ध रैपिड ट्रांज़िट (त्वरित पारगमन) प्रणाली है। इसका स्वामित्व राज्य संचालित पटना मेट्रो रेल निगम द्वारा किया जाएगा। इसका निर्माण सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड पर किया जाएगा, जिसका खर्च करोड़ होगा। यह लागत भूमि अधिग्रहण लागत को छोड़कर है, जिसे बिहार सरकार द्वारा वहन किया जाना है।
14 सितंबर 2011 को, भारत के योजना आयोग ने पटना मेट्रो के लिए अनुमोदन दिया। सार्वजनिक-निजी साझेदारी मोड के तहत मेट्रो रेल दो मार्गों पर पेश किया जाएगा। 3 जुलाई 2018 को, बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रस्तावित पटना मेट्रो रेल की संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को राज्य कैबिनेट के समक्ष पेश करने के लिए मंजूरी दे दी, जिसमें भूमि अधिग्रहण लागत सहित परियोजना के संशोधित अनुमानित लागत के साथ 19,500 करोड़ रुपये शामिल थे। 4 मार्च 2019 को, पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने औपचारिक रूप से इंदिरा भवन में अपना कार्यालय खोला।
पहले चरण में मार्च 2025 तक पटना मेट्रो के पांच स्टेशन (पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से मलाही पकड़ी के बीच) सबसे पहले चालू होंगे। 2027 तक पटना मेट्रो रेल दो कॉरिडोर पर चलने की उम्मीद है। पटना मेट्रो के अंतर्गत कुल 26 मेट्रो स्टेशन बनाए जाने हैं। दानापुर-मीठापुर-खेमनीचक तक बनने वाले कोरिडोर-एक में 14 जबकि पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन से आइएसबीटी तक बनने वाले कोरिडोर-दो में 12 स्टेशन बनाए जाने हैं। दोनों ही कोरिडोर में दो-दो इंटरचेंज स्टेशन होंगे। दोनों कोरिडोर मिलाकर 32 किमी से अधिक लंबी मेट्रो रेल परियोजना है। कोरिडोर एक 17.933 किमी का होगा जबकि कॉरिडोर- दो 14.564 किमी. का होगा।
जनवरी 2022 में, एलएंडटी ने मेट्रो ऑपरेटर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) से पटना एमआरटीएस के चरण -1 के कॉरिडोर -2 के डिजाइन और निर्माण के लिए आदेश प्राप्त किया। एलएंडटी ₹1,989 करोड़ (US$260 मिलियन) के इस अनुबंध को एक महत्वपूर्ण ऑर्डर के रूप में वर्गीकृत करता है। परियोजना के काम के प्रमुख दायरे में छह भूमिगत मेट्रो स्टेशन शामिल हैं, जैसे राजेंद्र नगर, मोइन उल हक स्टेडियम, विश्वविद्यालय पीएमसीएच, गांधी मैदान और कॉरिडोर -2 की आकाशवाणी। वाईएफसी - एमसीएल जेवी ₹553 करोड़ (US$73 मिलियन) की लागत से मीठापुर और पाटलिपुत्र में एलिवेटेड वायडक्ट, एलिवेटेड रैंप और कॉरिडोर -1 में सात स्टेशनों का डिजाइन और निर्माण करेगा।
[[File:Nitish Kumar and Tejaswi Yadav inaugurating the work of Patna Metro.jpg|thumb|पटना मेट्रो के कार्य का उद्घाटन करते नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव.] पटना मेट्रो का काम बहुत ही तेजी से चल रहा है| पटना मेट्रो या कोई भी मेट्रो परियोजना राज्य सरकार के अंतर्गत आती है केवल दिल्ली मेट्रो को छोड़कर दिल्ली राजधानी होने के कारण वहा पर जो भी काम या ज्यादातर काम केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार साथ मिलकर करती है| पटना मेट्रो का जो भी फंड पास हुआ है| केवल बिहार सरकार दी है
कॉरिडोर
पटना मेट्रो के अंतर्गत दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। पहला कॉरिडोर दानापुर से मीठापुर 16.94 किलोमीटर का होगा तो दूसरा कॉरिडोर पटना जंक्शन से लेकर न्यू आईएसबीटी तक 14.45 किलोमीटर का होगा। IAS कॉलोनी स्टेशन का नाम बाद में पाटलिपुत्र कर दिया गया।
पहला कॉरिडोर- इस रूट में सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, राजा बाजार, पटना जू, विकास भवन, हाईकोर्ट, पटना स्टेशन, मीठापुर आदि मेट्रो स्टेशन होंगे। रूपसपुर रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) और जगदेवपथ-शेखपुरा मोड़ फ्लाईओवर के कारण कॉरिडोर I का अधिकांश हिस्सा भूमिगत है। पहला कॉरिडोर केन्द्रीय विद्यालय दानापुर कैंट के समीप से शुरू होगा और पटना नहर (रूपसपुर नहर) के पहले गोला रोड के समीप तक एलिवेटेड होगा।
दूसरा कॉरिडोर- इस रूट में पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, राजेंद्र नगर, नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, कुम्हरार, गांधी सेतु, आईएसबीटी आदि मेट्रो स्टेशन होंगे।
पटना मेट्रो और जायका (जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी ) के बीच ऋण के लिए के लिए का समझौता हुआ है। जायका से राशि मिलने के बाद रूकनपुरा से लेकर राजेंद्र नगर तक अंडरग्राउंड मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू होगा। इसमें कॉरिडोर वन का रूकनपुरा, राजाबाजार, पटना जू, विकास भवन, विद्युत भवन, पटना जंक्शन और कॉरिडोर टू का पटना जंक्शन, अकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विवि, मोइनुलहक स्टेडियम, राजेंद्र नगर स्थित अंडरग्राउंड स्टेशन और लाइन बनाना शामिल है।
केंद्र और राज्य सरकार के फंड से 11 एलिवेटेड स्टेशन के साथ लाइन बनाना है। इसमें कॉरिडोर वन का दानापुर, सगुना मोड, आरपीएस मोड, पटलिपुत्र, मीठापुर, रामकृष्णा नगर, जगनपुर, खेमनीचक और कॉरिडोर टू का मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल, न्यू आर्इएसबीटी एलिवेटेड स्टेशन शामिल है। 29 मार्च 2023 को, जापान ने पटना मेट्रो रेल परियोजना के लिए का वादा किया।
दोनों कारिडोर मिलाकर 24 मेट्रो स्टेशन हैं, पटना स्टेशन व खेमनीचक इंटरचेंज स्टेशन है। मलही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और पाटलिपुत्र बस टर्मिनल सहित पांच मेट्रो स्टेशनों को शामिल करते हुए प्राथमिकता वाले कॉरिडोर में कुल 308 यू-गर्डर (प्रीकास्ट प्री-टेंशन स्ट्रक्चर, जिस पर ट्रैक बिछाने का काम तुरंत किया जा सकता है) का निर्माण किया गया है।
परियोजना विवरण
परियोजना सार्वजनिक-निजी साझेदारी पर आधारित होगी। केंद्र वैबिलिटी गैप फंड के रूप में लागत का 20 प्रतिशत प्रदान करेगा जबकि राज्य सरकार परियोजना के अंतिम अनुमान के आधार पर एक समान राशि खर्च करेगी। शेष राशि मेट्रो रेल के निर्माण में शामिल निजी कंपनी द्वारा पैदा की जाएगी। 7 अप्रैल 2023 को, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परियोजना के भूमिगत खंड के निर्माण के लिए पटना में मोइनुल हक स्टेडियम के पास दूसरी टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) का शुभारंभ करते हुए पटना मेट्रो का आधिकारिक लोगो जारी किया।
नेटवर्क
कॉरिडोर 1
कॉरिडोर 2
डिपो
पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के पास , SH-1, बैरिया चक, संपतचक, पैजावा में बनने वाले पटना मेट्रो के लिए एक ही डिपो होगा। कॉरिडोर 1 और 2 दोनों का डिपो एक जैसा होगा। कॉरिडोर I के दानापुर-मीठापुर-खेमनी चक और कॉरिडोर II के पटना रेलवे स्टेशन-नए ISBT के लिए डिपो सुविधाओं का निर्माण संपतचक, पैजावा में SH-1, बैरिया चक के पास किया जाना प्रस्तावित है। डिपो में दो वर्कशॉप बे और तीन इंस्पेक्शन बे, आठ स्टैबलिंग बे होंगे, जिसमें 32 थ्री-कोच ट्रेनें और ऑटो-कोच वाशिंग प्लान शामिल हो सकते हैं। प्रशासनिक क्षेत्र में एक सभागार, प्रशिक्षण विद्यालय, कैंटीन और परिचालन नियंत्रण केंद्र शामिल होंगे। इसके अलावा, डिपो की बिजली आपूर्ति की आवश्यकता को पूरा करने के लिए 2500 केवीए क्षमता के एक सहायक सब-स्टेशन की योजना बनाई गई है। बिहार सरकार ने बैरिया चक में 76 एकड़ (30.5 हेक्टेयर) जमीन का अधिग्रहण किया है। इस भूमि में से 47.4 एकड़ (19.2 हेक्टेयर) मेट्रो रेल डिपो के लिए प्रस्तावित है जबकि शेष क्षेत्र संपत्ति विकास के लिए है।
फतुहा कास्टिंग यार्ड के लिए सड़क संपर्क
फतुहा कास्टिंग यार्ड (एनसीसी लिमिटेड कास्टिंग यार्ड) और मेट्रो आईएसबीटी डिपो के बीच सामग्री परिवहन को आसान बनाने के लिए एक अर्थ रोड का निर्माण किया जा रहा है। सड़क निर्माण के बाद कास्टिंग यार्ड में बैचिंग प्लांट काम करना शुरू कर देगा।
निर्माण स्थिति अपडेट
सितम्बर 2011: 14 सितंबर को, भारत का योजना आयोग ने पटना मेट्रो परियोजना के लिए मंजूरी दे दी।
मई 2015: विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) मई 2015 तक तैयार की जानी थी।
फरवरी 2019: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 फरवरी 2019 को पटना के पहले मेट्रो रेल कॉरिडोर की आधारशिला रखी। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की स्थापना 18 फरवरी को हुई थी।
नवंबर 2019: पटना मेट्रो परियोजना के उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के लिए मिट्टी परीक्षण शुरू।
अप्रैल 2021: 28 अप्रैल को पटना मेट्रो के 6.1 किमी लंबे "मलाही पकड़ी-नया आईएसबीटी" खंड पर पियर का काम शुरू हो गया है।
अगस्त 2022: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोइन-उल-हक स्टेडियम में पटना मेट्रो रेल परियोजना के भूमिगत कार्य के शिलापट्ट का अनावरण करते हुए इसका शुभारंभ किया।
26 जनवरी 2023: भारत के गणतंत्र दिवस के अवसर पर, कॉरिडोर II पर प्रस्तावित भूतनाथ स्टेशन के पास दो स्तंभों के बीच पहला प्रीकास्ट वियाडक्ट यू-गर्डर स्पैन रखा गया था।
15 सितंबर 2023: राष्ट्रीय इंजीनियर्स दिवस के अवसर पर, कॉरिडोर I पर आरपीएस मोर स्टेशन और पाटलिपुत्र स्टेशन (पियर/स्तंभ संख्या 133-134) के बीच पहला प्रीकास्ट वियाडक्ट यू-गर्डर स्पैन रखा गया था।
भविष्य निर्माण
दूसरे चरण में, मेट्रो रेल सेवाएं बाईपास चौक मीठापुर से दीदारगंज वाया ट्रांसपोर्ट नगर, एनएच 30 बाईपास 16.75 किलोमीटर (10.41 मील) के साथ प्रदान की जाएंगी; इसे बाइपास रोड पर एलिवेटेड किया जाएगा। तीसरा चरण, बाईपास चौक मीठापुर से फुलवारी शरीफ़ एम्स के बीच अनीसाबाद होते हुए एनएच 30 बाईपास 18.75 किलोमीटर (11.65 मील) के साथ, बाईपास रोड के साथ ऊंचा किया जाएगा। चौथा चरण दीदारगांग से फतुहा जंक्शन तक है।
इन्हें भी देखें
लखनऊ मेट्रो
हैदराबाद मेट्रो रेल
बंगलुरु मेट्रो
दिल्ली मेट्रो रेल
सन्दर्भ
पटना में परिवहन
भारत में मेट्रो रेल
पटना मेट्रो |
मैसेज चैटिंग और फोन पर बातें करना जितना लड़कियों को पसंद होता है, उतना ही लड़के को भी भाता है. कई बार ऐसा होता है कि लड़कियां सोचती हैं कि लड़के शायद उनके साथ मैसेज में बात करना पसंद नहीं करते. ऐसा बिलकुल नहीं है क्योंकि मैसेज में बात करने में कोई दिक्कत नहीं है बल्कि आपका फोन चैट पर बात करने का तरीका कैसा है, फर्क उस बात से पड़ता है. लड़कियों की तरह ही लड़कों की नजर भी हर वक्त अपने फोन पर आने वाले मैसेज पर रहती है.
अब आप सोचेंगी कि आपका बॉयफ्रेंड या कोई खास दोस्त ऐसा क्यों नहीं करता? इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे मैसेज चैट पर बात करने का तरीका या फिर हो सकता है आप बहुत बोरिंग हों. जी हां, आपकी मैसेज चैट की
आदतों का भी आपके रिश्ते पर अच्छा
और बुरा प्रभाव पड़ सकता है. आइए जानें, लड़कों को कैसी बातें करना बिल्कुल पसंद नहीं होता...
मैसेज का जवाब देर से देना
अगर आप सुबह के मैसेज का जवाब शाम को देगी तो जाहिर सी बात है कि आपके पार्टनर को बुरा लगेगा. इसलिए हेल्दी चैट करने की आदत डालें और तुरंत न जवाब दे सकें, तो उन्हें एक मैसेज में बता दें.
छोटे-छोटे जवाब देना
अगर आपका पार्टनर आपको प्यार भरे लंबे मैसेज भेजता है तो उसका जवाब कभी भी सिर्फ हां और ना में न दें. आपकी ये आदत उन्हें नाराज कर सकती है.
उनके समय का रखें ख्याल
आपका बॉयफ्रेंड जब बिजी हो या फिर दोस्तों के साथ हो तो
उसे बार-बार मैसेज करके परेशान न करें.
लड़कों को लड़कियों की ये आदत सबसे ज्यादा गुस्सा दिलाती है. ऐसा करके अपना रिश्ता खराब करने से बचें.
दूसरों से बातें करना
जब आप अपने पार्टनर के साथ हो तो उन्हें अपना समय दें न कि दूसरों के साथ चैटिंग में व्यस्त हो जाएं.
बहुत कम मैसेज करना
अगर आपका पार्टनर आपको अकेलेपन से दूर रखता है मतलब वह आपको हमेशा मैसेज करता है तो आप उसे इग्नोर करने से बचें.उसकी तारीफ और प्यारभरी बातों को ध्यान से सुनें और उन्हें अपने मन की बात जरूर बताएं. |
अक्षर अनन्य एक सन्तकवि एवं दार्शनिक थे। ये ज्ञानयोग, विज्ञानयोग, ध्यानयोग, विवेकदीपिका, ब्रह्मज्ञान, अनन्य प्रकाश, राजयोग, सिद्धांतबोध आदि ग्रंथों के ये प्रणेता माने जाते हैं। इनमें अद्वैत वेदांत के गूढ़ रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है। दुर्गा सप्तशती का हिंदी पद्यानुवाद भी इन्होंने किया है। ये संत कवि माने जाते हैं लेकिन संतों की सभी प्रवृतियाँ इनमें नहीं मिलतीं। इनके ग्रंथों में वैष्णव धर्म के साधारण देवताओं के प्रति आस्था के साथ-साथ कर्मकांड के प्रति झुकाव भी मिलता है। इनके काव्य ग्रंथों में दोहा, चौपाई, पद्धरि इत्यादि छंदों का प्रयोग हुआ है।
इनके विषय में प्रसिद्ध है कि ये सेनुहरा (दतिया) के महाराज पृथ्वीचंद के दीवान थे। हिंदी साहित्य के इतिहास लेखकों के अनुसार इनका जन्म सन् १७१० वि. (१६५३ ई.) में सेनुहरा के एक कायस्थ परिवार में हुआ। विरक्ति के कारण इन्होंने दीवान का पद त्याग दिया और पन्ना में रहने लगे। प्रसिद्ध महाराजा छत्रसाल इनके शिष्य बन गए थे।
सन्त कवि
हिन्दी कवि
दार्शनिक
अद्वैत वेदान्त |
नोटबंदी के दो साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस पार्टी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने में जुटी हुई है. गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम समेत कई दिग्गज नेताओं ने सरकार पर हमला बोला था. अब आज शुक्रवार को कांग्रेस, यूथ कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है.
शुक्रवार को मुंबई, दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर समेत देश के कई बड़े शहरों में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी आज छत्तीसगढ़ में रैलियों को संबोधित करेंगे, ऐसे में वह भी नोटबंदी पर सरकार को घेर सकते हैं.
राहुल ने गुरुवार को ट्वीट कर लिखा, ''भारत के इतिहास में 8 नवंबर की तारीख को हमेशा कलंक के तौर पर देखा जाएगा. 2 साल पहले आज के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने देश पर नोटबंदी का कहर बरपाया. उनकी एक घोषणा से भारत की 86 फीसदी मुद्रा चलन से बाहर हो गई जिससे हमारी अर्थव्यवस्था थम गई.''
जयपुर में CM आवास पर कांग्रेस का धरना
नोटबंदी की सालगिरह पर कांग्रेस ने शुक्रवार को जयपुर में भी मोदी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के कार्यकर्ता आज बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री निवास के पास जयपुर में सिविल लाइंस फाटक पर धरना देकर नोटबंदी का विरोध किया.
कांग्रेस नेता सीपी जोशी और जिला कांग्रेस के अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर भारत की अर्थव्यवस्था खत्म करने का आरोप लगाया. चुनावी साल होने की वजह से आज भाईदूज के दिन भी बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता धरने में शामिल हुए. कांग्रेस के जयपुर के सभी टिकट चाहने वाले नेता धरने प्रदर्शन में दिखे.
पार्टी की कोशिश है कि विधानसभा चुनाव में नोटबंदी के मामले को पूरी तरह से भुनाया जाए. लिहाजा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जयपुर में प्रदर्शन कर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की. इस मौके पर बोलते हुए सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से लोकतंत्र और संसदीय परंपरा में विश्वास करती है जबकि बीजेपी ने नोटबंदी के जरिए आरबीआई संस्था को ध्वस्त करके भारत की अर्थव्यवस्था को खत्म किया है.
सालगिरह भले ही नोटबंदी की हो लेकिन इस पूरी तरह से चुनाव का असर दिखा और कांग्रेस का नेता कार्यकर्ताओं से हाथ उठाकर दिलवा दे रहे इस बार किसी भी सूरत में वोट कांग्रेस को ही देंगे.
मनमोहन ने किया था सरकार पर हमला
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री
मनमोहन
सिंह ने भी मोदी सरकार पर करारा प्रहार किया था. उन्होंने इसे 'बीमार सोच' वाला और 'मनहूस' कदम करार दिया है.
मनमोहन सिंह ने कहा, 'नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था पर जो कहर बरपा, वह अब सबके सामने है. नोटबंदी ने हर व्यक्ति को प्रभावित किया, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, पेशा या संप्रदाय का हो. अक्सर कहा जाता है कि वक्त सभी जख्मों को भर देता है लेकिन नोटबंदी के जख्म-दिन-ब दिन और गहराते जा रहे हैं.'
बीजेपी
ने किया था पलटवार
भारतीय जनता पार्टी ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया था. बीजेपी ने गुरुवार को कांग्रेस से दस सवाल किए और नोटबंदी को देशहित में फैसला बताते हुए कांग्रेस को विकास विरोधी बताया था.
वहीं, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी के 2 साल पूरे होने पर इसे एक सफल फैसला करार दिया. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से 2 साल में काले धन में कमी आई है. साथ ही पिछले दो साल में इनकम टैक्स रिटर्न्स में भी बढ़ोतरी देखी गई है. अरुण जेटली ने नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर एक ब्लॉग भी लिखा और विपक्ष को घेरा. |
खैरी पीयर (जन्म २२ सितंबर १९९१) त्रिनिदाद के एक क्रिकेट खिलाड़ी है जो वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते है।
अक्टूबर २०१८ में, उन्हें भारत के खिलाफ श्रृंखला के लिए वेस्टइंडीज के ट्वेंटी-२० अंतर्राष्ट्रीय टीम में नामित किया गया था। उन्होंने ४ नवंबर २०१८ को भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज के लिए अपना टी-२० में पदार्पण किया।
संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
जीवित लोग
1991 में जन्मे लोग
वेस्ट इंडीज़ के क्रिकेट खिलाड़ी
बाएं हाथ के बल्लेबाज
हरफनमौला खिलाड़ी
बाएं हाथ के गेंदबाज |
भारत ने हैदराबाद टेस्ट में बांग्लादेश को 208 रनों से हराया. इसके साथ ही बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए 9 टेस्ट मैचों में भारत की यह 7वीं जीत है. इकलौते टेस्ट में भारत के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया.
बांग्लादेश की दूसरी पारी के दौरान जब बांग्लादेश 207 रनों पर 5 विकेट गंवा चुका था और बांग्लादेश की ओर से शब्बीर और मोहमदुल्लाह बल्लेबाजी कर रहे थे. तब इशांत शर्मा गेंदबाजी करने के लिए आए और ओवर की तीसरी गेंद पर जब इशांत ने शब्बीर को गेंद डाली तो शब्बीर ने उन्हें घूर कर देखा. तो इशांत ने उन्हें चुपचाप अपना ध्यान बल्लेबाजी पर करने को कहा. लेकिन कुछ ही देर में इशांत ने इसका जवाब शब्बीर को एलबीडब्लयू कर दिया. इशांत ने शब्बीर को 22 रनों के स्कोर पर आउट किया.
इशांत शर्मा ने दूसरी पारी में 2 और पहली पारी में 1 विकेट लिया.
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रणवीर सिंह ने जब हार्दिक पांड्या की तारीफ करते हुए एक ट्वीट किया तो फैन्स को बहुत अच्छा लगा. लेकिन मामला तब उलझ गया जब ब्रॉक लेजनर के वकील ने रणवीर के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि वह उनके क्लाइंट के कैचफ्रेज को यूज कर रहे हैं और यह कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन है. शुरू में ऐसा माना गया कि यह सब एक मजाक है लेकिन अब ब्रॉक लेसनर के वकील पॉल हेमैन का बयान आने के बाद ये साफ हो गया है कि पॉल इस मामले में पूरी तरह सीरियस हैं.
पॉल ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में बताया, "हार्दिक पांड्या ने बहुत सा वक्त ये ख्वाब देखते हुए बिताया है कि वह भी ब्रॉक लेसनर या रणवीर सिंह जैसे स्टार बनेंगे." पॉल ने बताया कि उन दोनों ने (रणवीर और ब्रॉक) ब्रॉक लेसनर का वो कैचफ्रेज चुराया है जिसकी कीमत उनके क्लाइंट के लिए बहुत ज्यादा है. इसके अलावा उन्होंने कॉपीराइट का उल्लंघन भी किया है.
क्या हुआ था?
बता दें कि बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान इंग्लैंड में अपने देश को सपोर्ट करने पहुंचे थे. रणवीर सिंह ने हार्दिक पांड्या के साथ एक तस्वीर शेयर की जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा- Eat. Sleep. Dominate. Repeat. The name is Hardik. Hardik Pandya. WWE सुपरस्टार ब्रॉक लेसनर के लॉयर पॉल ने रणवीर के ट्वीट को रीट्वीट किया और लिखा, "क्या तुम मजाक कर रहे हो? It's Eat Sleep CONQUER Repeat."
अगर आप अभी तक मामला नहीं समझ पाए हैं तो आपको बता दें कि Eat Sleep CONQUER Repeat असल में ब्रॉक लेसनर का मशहूर डायलॉग है. पॉल के ट्वीट को समझने की कोशिश करें तो संभवतः ब्रॉक का ये कैचफ्रेस कॉपीराइटेड है. |
डॉ कपिल कपूर (जन्म 17 नवम्बर 1940) भाषाविज्ञान एवं साहित्य के विद्वान हैं। वे ग्यारह भागों में सन् २०१२ में प्रकाशित हिन्दू धर्म के विश्वकोश (अंग्रेजी में) के मुख्य सम्पादक हैं।
डॉ कपिल कपूर भारतीय बौद्धिक परम्परा के प्रतिनिधि विद्वान हैं। वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के भूतपूर्व उपकुलपति रह चुके हैं।
शिक्षण एवं अनुसंधान
डॉ कपिल कपूर पिछले ५२ वर्षों से शिक्षण के क्षेत्र में हैं। उनके मार्गदर्शन में ४१ शोधार्थियों को पीएचडी एवं ३६ को एम-फिल की उपाधि मिल चुकी है। १९९६ से १९९९ तक वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अध्ययन विद्यालय के डीन रहे तथा १९९९ से २००२ तक इस विश्वविद्यालय के रेक्टर रहे। उनकी शिक्षण एवं अनुसंधान गतिविधियों में साहित्यिक एवं भाषायी सिद्धान्त (भारतीय एवं पाश्चात्य), भाषा-दर्शन, १९वीं शताब्दी के ब्रिटेन का जनजीवन, साहित्य एवं विचार, भारतीय बौद्धिक परम्पराएँ, आदि शामिल हैं। इन विषयों पर उन्होने जमकर लिखा है। सन २००५ में वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए।
प्रकाशित पुस्तकें
Semantic Structure and the Verb: A Propositional Analysis, 1985, नई दिल्ली: Intellectual Publishers.
Grading Criteria for Neo-Literate Materials (Co-author, Prof. Mushtaque Ahmad), 1987, नई दिल्ली: Jamia University Press.
English in India, ed. (Co-editor, Dr. R. S. Gupta), 1991, नई दिल्ली: Academic Foundation.
Language, Linguistics and Literature: The Indian Perspective, 1994, नई दिल्ली: Academic Foundation.
South-Asian Love Poetry, ed. (Co-editor, Dr. S. K. Sareen),1994, नई दिल्ली: Affiliated East-West Press.
Canonical Texts of English Literary Criticism with Selections from Classical Poeticians, ed. (Co-editor, Mrs. Ranga Kapoor), 1995, नई दिल्ली: Academic Foundation.
Literary Theory: Indian Conceptual Framework (with glossary in collaboration with Nalini M. Ratnam), 1998 नई दिल्ली: Affiliated East-West Press.
Dimensions of Panini Grammar, 2005, DK Print World, नई दिल्ली.
Text and Interpretation. The Indian Tradition, 2005, DK Print World, नई दिल्ली.
Indian Knowledge Systems, Edited (A.K.Singh, Co-editor), 2005, DK Print World, नई दिल्ली.
Sanskrit Studies, Vol.1., (ed.) Journal of the Centre of Sanskrit Studies, JNU, नई दिल्ली. 2005 DK Print World, नई दिल्ली.
Rati Bhakti: Bharat Ki Katha Parampara Me. [Hindi], 2011, Daya Publishing House, नई दिल्ली.
Encyclopedia of Hinduism Vols.1-11, Editor-in-Chief, 2012, Rupa & Co.
भविष्य में प्रकाशित होने वाली पुस्तकें
Abhinavagupta Manuscripts
Irish-Indian Anthology
Concept and Taxonomy of Knowledge in History of Science, Culture and Civilization
Encyclopedia of Indian Poetics (साहित्य अकादमी की परियोजना)
विनिबन्ध (मोनोग्राफ)
Indian Tradition of Language Studies and Contemporary Relevance. Anand: HM Patel Institute of English, Sardar Patel University, Vallabh Vidyanagar, 1998.
Knowledge, Individual and Society in Indian Traditions. Chandigarh: Saini Memorial Foundation Lecture, Panjab University, 2002.
सन्दर्भ
बाहरी कडियाँ
Knowledge Traditions and Practices of India (KPTI) modules prepared by Kapil kapoor
भारतीय विद्वान |
भारत-बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गाडर्स बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच तीन दिनों से जारी गतिरोध मंगलवार को समाप्त हो गया. सीमा सुरक्षा बल ने 18 जनवरी से फंसे 9 महिलाएं और 13 बच्चों समेत 31 रोहिंग्या मुसलमानों को त्रिपुरा पुलिस को सौंप दिया. इसके बाद पश्चिम त्रिपुरा की एक अदालत ने महिलाओं और बच्चों को छोड़ पुरुषों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
जम्मू के कैंप के आए 31 रोहिंग्या 18 जनवरी से त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश सीमा पर फंसे थे. दोनो देशों की सीमा पर इनकी मौजूदगी को लेकर बीएसएफ और बीजीबी के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बाद इस मुद्दे को लेकर वार्ता भी हुई. लेकिन बीजीबी ने इन्हें बांग्लादेश वापस लेने से इनकार कर दिया. अंतत: इस गतिरोध को खत्म करने के लिए बीएसएफ ने इन रोहिंग्या को गिरफ्तार कर त्रिपुरा पुलिस को सौंप दिया.
इनके पास से मिले आईडी कार्ड से संकेत मिले हैं कि रोहिंग्या का यह समूह जम्मू के कैंप से आया था. इस समूह की एक लड़की ने मीडिया को बताया कि वे जम्मू के कैंप में पुलिस के दबाव से परेशान थे. सूत्रों के मुताबिक पकड़े जाने से पहले यह रोहिंग्या का यह समूह बांग्लादेश के कॉक्स बाजार जा रहा था.
बीएसएफ के मुताबिक पिछले शुक्रवार से रोहिंग्या का यह समूह कांटेदार बाड़ के पीछे था. बीएसएफ ने बीजीबी से इन रोहिंग्या को बांग्लादेश में वापस लेने का आग्रह भी किया. दोनो बलों के बीच इस मामले को लेकर कई दौर की बैठकें भी चलीं. लेकिन बीजीबी ने इनकार कर दिया. भारत-बांग्लादेश सीमा पर इस गतिरोध को लेकर बीएसएफ और बीजीबी के बीच हुई बातचीत की रिपोर्ट गृह मंत्रालय भेजी गई और मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद बीएसएफ ने 31 रोहिंग्या को गिरफ्तार कर सुबह 11 बजे पश्चिम त्रिपुरा जिले के अमटोली थाने को सौंप दिया.
पुलिस द्वारा इस रोहिंग्या समूह के सदस्यों की मेडिकल जांच कराई गई जिसके बाद इन्हें पश्चिम त्रिपुरा की एक अदालत में पेश किया गया. अदालत ने इन 31 रोहिंग्या में से पुरुषों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. जबकि समूह में शामिल 9 महिलाएं और 13 बच्चों को आश्रय स्थल भेज दिया गया. आश्रय गृह में इन महिलाओं और बच्चों का भविष्य अनिश्चित बनी हुई है. |
लेख: महाराष्ट्र में सांगली जिले के कुडणुर गांव में एक शख्स पर चार महिलाओं की हत्या का आरोप लगा है. मृतकों में उसकी पत्नी, मां और दो बेटियां शामिल हैं. आरोपी ने कथित तौर पर चारों की हत्या करने के बाद खुद ही पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर दिया.
सांगली पुलिस के मुताबिक आरोपी भारत इरकर ने जमीन विवाद के चलते अपनी मां सुशीला, पत्नी सिंधुबाई सहित दो बेटियों की हत्या कर दी. इलाके के एसपी दत्तात्रेय शिंदे ने बताया, 'हमने मामले की जांच शुरू की तभी आरोपी ने खुद सरेंडर कर दिया और कबूल किया कि उसने चारों का खून किया है. शुरूआती जांच में हमें पता लगा है कि जमीन के विवाद की वजह से हत्याएं हुई हैं.'टिप्पणियां
स्थानीय लोगों के मुताबिक आरोपी भारत के पिताजी कुंडलिक इरकर ने 7 शादियां की थीं, जिनमें से 5 बीवियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो ज़िंदा थीं. कुंडलिक की मौत के बाद दोनों में जमीन को लेकर विवाद शुरू हुआ. आरोपी ने 90 एकड़ में से बड़ा हिस्सा बेच दिया था, लेकिन उसके पैसे अपनी सौतेली मां को नहीं दिए थे. इस बात पर उसके अपने घर में भी विवाद चल रहा था. आधा हिस्सा सौतेली मां को मिलेगी, इसी बात से परेशान होकर आरोपी ने अपने परिजनों को मार डाला.
कुडणुर गांव के कोंडिबा पाटिल ने कहा "घर से बाहर निकलकर तड़के वो खेत जा रहे थे, सबसे आगे बेटियां थीं, फिर पत्नी आखिर में मां.उसने पहले कोयते से मां पर हमला किया, फिर बीवी को मार डाला... डरकर बेटियां मक्के के खेत की तरफ दौड़ीं, लेकिन उसने वहां पहुंचकर उन्हें भी मार दिया. उसके दिमाग में था कि पैसा दे देने से उसके पास कुछ नहीं बचेगा.' आरोपी भारत फिलहाल पुलिस हिरासत में है. सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
सांगली पुलिस के मुताबिक आरोपी भारत इरकर ने जमीन विवाद के चलते अपनी मां सुशीला, पत्नी सिंधुबाई सहित दो बेटियों की हत्या कर दी. इलाके के एसपी दत्तात्रेय शिंदे ने बताया, 'हमने मामले की जांच शुरू की तभी आरोपी ने खुद सरेंडर कर दिया और कबूल किया कि उसने चारों का खून किया है. शुरूआती जांच में हमें पता लगा है कि जमीन के विवाद की वजह से हत्याएं हुई हैं.'टिप्पणियां
स्थानीय लोगों के मुताबिक आरोपी भारत के पिताजी कुंडलिक इरकर ने 7 शादियां की थीं, जिनमें से 5 बीवियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो ज़िंदा थीं. कुंडलिक की मौत के बाद दोनों में जमीन को लेकर विवाद शुरू हुआ. आरोपी ने 90 एकड़ में से बड़ा हिस्सा बेच दिया था, लेकिन उसके पैसे अपनी सौतेली मां को नहीं दिए थे. इस बात पर उसके अपने घर में भी विवाद चल रहा था. आधा हिस्सा सौतेली मां को मिलेगी, इसी बात से परेशान होकर आरोपी ने अपने परिजनों को मार डाला.
कुडणुर गांव के कोंडिबा पाटिल ने कहा "घर से बाहर निकलकर तड़के वो खेत जा रहे थे, सबसे आगे बेटियां थीं, फिर पत्नी आखिर में मां.उसने पहले कोयते से मां पर हमला किया, फिर बीवी को मार डाला... डरकर बेटियां मक्के के खेत की तरफ दौड़ीं, लेकिन उसने वहां पहुंचकर उन्हें भी मार दिया. उसके दिमाग में था कि पैसा दे देने से उसके पास कुछ नहीं बचेगा.' आरोपी भारत फिलहाल पुलिस हिरासत में है. सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक आरोपी भारत के पिताजी कुंडलिक इरकर ने 7 शादियां की थीं, जिनमें से 5 बीवियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो ज़िंदा थीं. कुंडलिक की मौत के बाद दोनों में जमीन को लेकर विवाद शुरू हुआ. आरोपी ने 90 एकड़ में से बड़ा हिस्सा बेच दिया था, लेकिन उसके पैसे अपनी सौतेली मां को नहीं दिए थे. इस बात पर उसके अपने घर में भी विवाद चल रहा था. आधा हिस्सा सौतेली मां को मिलेगी, इसी बात से परेशान होकर आरोपी ने अपने परिजनों को मार डाला.
कुडणुर गांव के कोंडिबा पाटिल ने कहा "घर से बाहर निकलकर तड़के वो खेत जा रहे थे, सबसे आगे बेटियां थीं, फिर पत्नी आखिर में मां.उसने पहले कोयते से मां पर हमला किया, फिर बीवी को मार डाला... डरकर बेटियां मक्के के खेत की तरफ दौड़ीं, लेकिन उसने वहां पहुंचकर उन्हें भी मार दिया. उसके दिमाग में था कि पैसा दे देने से उसके पास कुछ नहीं बचेगा.' आरोपी भारत फिलहाल पुलिस हिरासत में है. सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
कुडणुर गांव के कोंडिबा पाटिल ने कहा "घर से बाहर निकलकर तड़के वो खेत जा रहे थे, सबसे आगे बेटियां थीं, फिर पत्नी आखिर में मां.उसने पहले कोयते से मां पर हमला किया, फिर बीवी को मार डाला... डरकर बेटियां मक्के के खेत की तरफ दौड़ीं, लेकिन उसने वहां पहुंचकर उन्हें भी मार दिया. उसके दिमाग में था कि पैसा दे देने से उसके पास कुछ नहीं बचेगा.' आरोपी भारत फिलहाल पुलिस हिरासत में है. सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: चोटिल बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट के स्थान पर इंग्लिश टीम में तीसरे टेस्ट मैच के लिए शामिल किए गए मध्यक्रम के बल्लेबाज रवि बोपारा दो वर्ष बाद मिले मौके को भुनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इंग्लैंड और भारत के बीच चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला का तीसरा मुकाबला बुधवार से एजबेस्टन में खेला जाएगा। ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के दौरान क्षेत्ररक्षण करते समय ट्रॉट अपना कंधा चोटिल करा बैठे थे। बोपारा ने अपना अंतिम टेस्ट मैच अगस्त 2009 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। 'स्काई स्पोर्ट्स' के मुताबिक बोपारा ने कहा, "मेरे लिए यह एक अच्छा मौका है। टेस्ट टीम में शामिल होकर मैं बहुत खुश हूं। मैं इस टेस्ट मैच को लेकर काफी उत्साहित हूं और इस मौके का फायदा उठाना चाहता हूं।" श्रीलंका के खिलाफ 2007 में कैंडी में अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले बोपारा इंग्लैंड के लिए अब तक 10 टेस्ट मैच खेल चुके हैं जिनमें तीन शतकों के साथ उन्होंने 502 रन बनाए हैं। बोपारा ने कहा, "हम विश्व की नम्बर एक टेस्ट टीम नहीं हैं लेकिन हमारा लक्ष्य शीर्ष पर पहुंचना है। हमारी टीम ने पिछले दो टेस्ट मैचों में बेहतर प्रदर्शन किया है। टीम में कुछ बेहतरीन खिलाड़ी हैं और उन्होंने अब तक अपना काम बखूबी निभाया है।" |
Pics: Anushka Sharma and Virat Kohli enjoy their day out in Cape Town with Shikhar Dhawan and family https://t.co/KoM7OWGhHepic.twitter.com/pJMQPPLQ2H |
जोनंग (Jonang, तिब्बती: ཇོ་ནང་) तिब्बती बौद्ध धर्म के छह मुख्य सम्प्रदायों में से एक है। अन्य पाँच न्यिंगमा, कग्यु, सक्या, गेलुग और बोन हैं। इसका आरम्भ तिब्बत में १२वीं शताब्दी में यूमो मिक्यो दोर्जे ने करा और सक्या सम्प्रदाय में शिक्षित दोल्पोपा शेरब ग्याल्त्सेन नामक भिक्षु ने इसका प्रसार करा। १७वीं शताब्दी के अन्तभाग में ५वें दलाई लामा ने इस सम्प्रदाय का विरोध करा था और माना जाता था कि यह विलुप्त हो चुका है। लेकिन यह तिब्बत के खम और अम्दो क्षेत्रों के गोलोक, नाशी और मंगोल समुदायों वाले इलाकों में जीवित रहा और वर्तमान में लगभग ५,००० भिक्षु-भिक्षिका जोनंग धर्मधारा से जुड़े हैं।
इन्हें भी देखें
तिब्बती बौद्ध धर्म
न्यिंगमा
सन्दर्भ
तिब्बती बौद्ध धर्म के सम्प्रदाय
तिब्बत में धर्म |
विजय रुपानी गुजरात के नए मुख्यमंत्री होंगे. आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद से गुजरात के नए मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी की माथापच्ची सुलझ गई है. शुक्रवार शाम गांधीनगर बीजेपी दफ्तर में पार्टी के विधायक दल की बैठक के बाद रुपानी के नाम की घोषणा की गई. इसके साथ ही अब तक सीएम की रेस में सबसे आगे माने जाने वाले नितिन पटेल को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा. रुपानी रविवार को शपथ ग्रहण करेंगे.
ऐसे बनी बात
बीजेपी विधायक दल की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और आनंदीबेन पटेल ने भी शिरकत की. बताया जाता है कि सीएम के नाम को लेकर विधायक दल की बैठक में आनंदीबेन और अमित शाह के बीच तकरार हुई. शाह रुपानी को सीएम बनाने पर अड़े थे तो आनंदी नितिन को अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहती थीं. फिर वी सतीश ने पीएम मोदी को फोन किया और आनंदीबेन से उनकी बात कराई गई. आखिरकार अमित शाह के करीबी माने जाने वाले विजय रुपानी को सीएम और नितिन पटेल को डिप्टी सीएम बनाने के फॉर्मूले पर सहमति बनी.
जो न कर सकीं आनंदीबेन, वो करना होगा रुपानी को
गुजरात के मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठने जा रहे विजय रुपानी की अगली राह आसान नहीं होगी. उन्हें वो काम करने होंगे, जो आनंदीबेन न कर सकीं. रुपानी के लिए सबसे अहम कामों में सुशासन देना, सरकार से नाराज चल रहे पटेल और दलित समुदाय को शांत करना और सरकार-पार्टी के बीच संबंधों को मजबूत बनाना शामिल हैं. बीजेपी को मुख्यमंत्री पद के लिए ऐसे चेहरे की सख्त जरूरत थी जो पाटीदारों और दलितों को शांत कर सके. लेकिन गैर-पाटीदार समुदाय से आने की वजह से रुपानी के लिए ये काम आसान नहीं होगा.
कौन हैं विजय रुपानी?
आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद विजय रुपानी को गुजरात के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया है. गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष विजय रुपानी की संगठन में अच्छी पकड़ है. रुपानी राजकोट पश्चिम से विधायक हैं. उनके पास गुजरात सरकार में परिवहन, वॉटर सप्लाई और लेबर एंड एम्प्लॉय जैसे मंत्रालय भी हैं.
अनुभव के साथ ही विश्वसनीय चेहरा हैं रुपानी
आनंदीबेन के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में पार्टी का संगठन कमजोर हो रहा था. बीजेपी की अंदरूनी उठापठक हाईकमान के पास जा रही थी. यही वजह थी कि संगठन को मजबूत बनाने के लिए विजय रुपानी को अध्यक्ष बनाया गया. हालांकि विजय रुपानी खुद सरकार में भी परिवहन मंत्री की भूमिका में हैं. ऐसे में सरकार चलाने का अनुभव भी उनके पास करीब एक साल का है.
शाह के करीबी भी हैं रुपानी
विजय रुपानी का नाम इसलिए भी सब से ऊपर लिया जा रहा था कि वो अमित शाह के करीबियों में से एक हैं. साथ ही सरकार और संगठन का समन्वय वो बखूबी कर रहे हैं. यहां तक कि पिछले दिनों सरकार की जितनी भी महत्वपूर्ण योजनाएं घोषित की गईं, वो सभी आनंदीबेन पटेल की जगह विजय रुपानी ने ही की. हालांकि जानकार ये भी मान रहे हैं कि गैर-पाटीदार समुदाय से मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बीजेपी को गुजरात में पाटीदार वोटों का नुकसान भी झेलना पड़ सकता है.
पीएम मोदी के चहेते हैं पटेल
दूसरी ओर, डिप्टी सीएम के तौर पर चुने गए गुजरात सरकार में मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री
नितिन पटेल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चहेते हैं.
नरेंद्र मोदी
की आनंदीबेन पटेल के बाद नितिन पटेल पहली पसंद बताए जा रहे थे. पिछले दिनों राजनीतिक उठापटक के बाद आनंदीबेन पटेल ने सोशल मीडिया के जरिए गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटने की इच्छा जाहिर की थी.
गुजरात सरकार में सबसे अनुभवी मंत्री हैं पटेल
नितिन पटेल गुजरात में आज के राजनैतिक हालात सबसे बेहतर मुख्यमंत्री पद उम्मीदवार बताए जा रहे थे. सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी की पसंद नितिन पटेल इस लिए भी थे कि वो वर्तमान में गुजरात सरकार में सबसे अनुभवी और वरिष्ठ मंत्री भी हैं. दूसरी बात जो नितिन पटेल के पक्ष में जाती थी वो ये कि वो समय-समय पर गुजरात सरकार के सभी विभागों के मंत्री रह चुके हैं.
विधानसभा चुनाव पर पार्टी की नजर
नितिन पटेल गुजरात के मेहसण्डा जिले के रहने वाले हैं और मेंहसण्डा पाटीदार आंदोलन का गढ़ है. पार्टी नेतृत्व का ये भी मानना था कि नितिन पटेल को मुख्यमंत्री बनाने से पाटीदार आंदोलन कमजोर पड़ेगा. पार्टी का ये भी मानना था कि पटेल की जगह किसी और जाति के नेता मुख्यमंत्री बनाने से पाटीदार आंदोलन एक बार फिर से तेजी पकड़ लेगा. |
लेख: गैर-ब्रांडेड या साधारण ईंधन के मुकाबले कीमत में भारी अंतर के चलते सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने प्रीमियम या ब्रांडेड पेट्रोल और डीजल का उत्पादन लगभग बंद कर दिया है।
सरकार ने पिछले महीने गैर-ब्रांडेड पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 5.50 रुपये तक घटाकर 9.28 रुपये प्रति लीटर कर दिया, जबकि ब्रांडेड पेट्रोल पर इसने 15.96 रुपये प्रति लीटर के उत्पाद शुल्क में कटौती नहीं की।
इससे ब्रांडेड पेट्रोल और डीजल की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं। दिल्ली में ब्रांडेड डीजल की कीमत 43 प्रतिशत बढ़कर 65.81 रुपये पहुंच चुकी हैं, जबकि प्रीमियम पेट्रोल की कीमतें नौ प्रतिशत तक बढ़कर औसतन 77.58 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर, नई दिल्ली में गैर-ब्रांडेड पेट्रोल 67.90 रुपये प्रति लीटर और गैर-ब्रांडेड डीजल 46.95 रुपये प्रति लीटर के दाम पर बिक रहा है।
यहां पेट्रोटेक 2012 सम्मेलन में इंडियन आयल कॉरपोरेशन के निदेशक (मार्केटिंग) मार्कंड नेने ने कहा, बिक्री लगभग जीरो है। इन कीमतों पर प्रीमियम डीजल या पेट्रोल का कोई खरीदार नहीं है।
सरकार ने पिछले महीने गैर-ब्रांडेड पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 5.50 रुपये तक घटाकर 9.28 रुपये प्रति लीटर कर दिया, जबकि ब्रांडेड पेट्रोल पर इसने 15.96 रुपये प्रति लीटर के उत्पाद शुल्क में कटौती नहीं की।
इससे ब्रांडेड पेट्रोल और डीजल की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं। दिल्ली में ब्रांडेड डीजल की कीमत 43 प्रतिशत बढ़कर 65.81 रुपये पहुंच चुकी हैं, जबकि प्रीमियम पेट्रोल की कीमतें नौ प्रतिशत तक बढ़कर औसतन 77.58 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर, नई दिल्ली में गैर-ब्रांडेड पेट्रोल 67.90 रुपये प्रति लीटर और गैर-ब्रांडेड डीजल 46.95 रुपये प्रति लीटर के दाम पर बिक रहा है।
यहां पेट्रोटेक 2012 सम्मेलन में इंडियन आयल कॉरपोरेशन के निदेशक (मार्केटिंग) मार्कंड नेने ने कहा, बिक्री लगभग जीरो है। इन कीमतों पर प्रीमियम डीजल या पेट्रोल का कोई खरीदार नहीं है।
इससे ब्रांडेड पेट्रोल और डीजल की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं। दिल्ली में ब्रांडेड डीजल की कीमत 43 प्रतिशत बढ़कर 65.81 रुपये पहुंच चुकी हैं, जबकि प्रीमियम पेट्रोल की कीमतें नौ प्रतिशत तक बढ़कर औसतन 77.58 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर, नई दिल्ली में गैर-ब्रांडेड पेट्रोल 67.90 रुपये प्रति लीटर और गैर-ब्रांडेड डीजल 46.95 रुपये प्रति लीटर के दाम पर बिक रहा है।
यहां पेट्रोटेक 2012 सम्मेलन में इंडियन आयल कॉरपोरेशन के निदेशक (मार्केटिंग) मार्कंड नेने ने कहा, बिक्री लगभग जीरो है। इन कीमतों पर प्रीमियम डीजल या पेट्रोल का कोई खरीदार नहीं है।
वहीं दूसरी ओर, नई दिल्ली में गैर-ब्रांडेड पेट्रोल 67.90 रुपये प्रति लीटर और गैर-ब्रांडेड डीजल 46.95 रुपये प्रति लीटर के दाम पर बिक रहा है।
यहां पेट्रोटेक 2012 सम्मेलन में इंडियन आयल कॉरपोरेशन के निदेशक (मार्केटिंग) मार्कंड नेने ने कहा, बिक्री लगभग जीरो है। इन कीमतों पर प्रीमियम डीजल या पेट्रोल का कोई खरीदार नहीं है।
यहां पेट्रोटेक 2012 सम्मेलन में इंडियन आयल कॉरपोरेशन के निदेशक (मार्केटिंग) मार्कंड नेने ने कहा, बिक्री लगभग जीरो है। इन कीमतों पर प्रीमियम डीजल या पेट्रोल का कोई खरीदार नहीं है। |
नोएडा के जीआईपी मॉल में मंगलवार सुबह अचानक अफरा-तफरी मच गई. मंगलवार सुबह करीब 8 बजे जीआईपी मॉल पर इनकम टैक्स की
टीम ने छापा
मारा. इनकम टैक्स के अधिकारी मॉल के अकाउंट डिपार्टमेंट की जांच कर रहे हैं.
मंगलवार सुबह करीब एक दर्जन गाड़ियों में
इनकम टैक्स के अधिकारियों
ने जीआईपी मॉल में छापा मारा. मॉल के अकाउंटेंट विभाग से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. साथ ही एकाउंट डिपार्टमेंट के कंप्यूटर और फाइलों की भी जांच की जा रही है.
खबर लिखे जाने तक इनकम टैक्स के अधिकारी जांच कर रहे हैं. |
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार के दो मामलों में सोमवार को विशेष सीबीआई अदालत ने 10-10 साल की सजा सुनाई. इस तरह डेरा प्रमुख को 20 साल जेल में रहना होगा क्योंकि दोनो सजाएं एक के बाद एक चलेंगी. बचाव पक्ष के वकील एसके गर्ग नरवाना ने बताया कि विशेष सीबीआई न्यायाधीश जगदीप सिंह ने दोनों मामले में 10-10 साल के सश्रम कारावास सजा सुनाई. ये मामले साल 2002 के हैं. उन्होंने कहा कि ये दोनों सजाएं एक के बाद होंगी और डेरा प्रमुख को कुल 20 साल तक जेल में रहना होगा.
वकील ने कहा कि वह इस आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करेंगे. बचाव पक्ष के वकील ने अदालत से अपने मुवक्किल के प्रति नरमी बरतने की मांग करते हुए कहा कि राम रहीम सामाजिक कार्य में सक्रिय रहे हैं और उनको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हैं. राम रहीम सिंह पर दोनों मामले में 15-15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. इनमें से 14-14 लाख रुपये की राशि दोनों पीड़िताओं को दी जाएगी जो इसी पंथ से जुड़ी हुई थीं. पढ़ें: गुरमीत राम रहीम अब इन 4 कानूनी विकल्पों की शरण ले सकते हैं डेरा चीफ
विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां की सुनारिया जेल में बनी अस्थायी अदालत में राम रहीम को सजा सुनाई. अप्रिय घटनाओं से बचने के मकसद से यह फैसला किया गया था कि राम रहीम को पंचकूला स्थित अदालत में ले जाने की बजाय विशेष सीबीआई न्यायाधीश जगदीप सिंह रोहतक पहुंचकर सजा सुनाई. सिंह हेलीकॉप्टर से रोहतक पहुंचे.टिप्पणियां
पढ़ें: 'मैसेंजर ऑफ गॉड' को मिली 20 साल की सजा, ट्विटर पर आया ऐसा रिएक्शन
रोहतक और जेल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा के बहुस्तरीय प्रबंध किए गए थे. अर्धसैनिक बलों की 23 कंपनियों की तैनाती की गई थी. जेल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया था और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना को तैयार रखा गया था. हरियाणा और पंजाब हाई अलर्ट पर रहे और अधिकारियों ने सुरक्षा हालात को चुनौतीपूर्ण करार देते हुए चेतावनी दी थी कि हिंसक प्रदर्शनकारियों ने देखते ही गोली मार दी जाएगी.
वकील ने कहा कि वह इस आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करेंगे. बचाव पक्ष के वकील ने अदालत से अपने मुवक्किल के प्रति नरमी बरतने की मांग करते हुए कहा कि राम रहीम सामाजिक कार्य में सक्रिय रहे हैं और उनको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हैं. राम रहीम सिंह पर दोनों मामले में 15-15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. इनमें से 14-14 लाख रुपये की राशि दोनों पीड़िताओं को दी जाएगी जो इसी पंथ से जुड़ी हुई थीं. पढ़ें: गुरमीत राम रहीम अब इन 4 कानूनी विकल्पों की शरण ले सकते हैं डेरा चीफ
विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां की सुनारिया जेल में बनी अस्थायी अदालत में राम रहीम को सजा सुनाई. अप्रिय घटनाओं से बचने के मकसद से यह फैसला किया गया था कि राम रहीम को पंचकूला स्थित अदालत में ले जाने की बजाय विशेष सीबीआई न्यायाधीश जगदीप सिंह रोहतक पहुंचकर सजा सुनाई. सिंह हेलीकॉप्टर से रोहतक पहुंचे.टिप्पणियां
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रोहतक और जेल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा के बहुस्तरीय प्रबंध किए गए थे. अर्धसैनिक बलों की 23 कंपनियों की तैनाती की गई थी. जेल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया था और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना को तैयार रखा गया था. हरियाणा और पंजाब हाई अलर्ट पर रहे और अधिकारियों ने सुरक्षा हालात को चुनौतीपूर्ण करार देते हुए चेतावनी दी थी कि हिंसक प्रदर्शनकारियों ने देखते ही गोली मार दी जाएगी.
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विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां की सुनारिया जेल में बनी अस्थायी अदालत में राम रहीम को सजा सुनाई. अप्रिय घटनाओं से बचने के मकसद से यह फैसला किया गया था कि राम रहीम को पंचकूला स्थित अदालत में ले जाने की बजाय विशेष सीबीआई न्यायाधीश जगदीप सिंह रोहतक पहुंचकर सजा सुनाई. सिंह हेलीकॉप्टर से रोहतक पहुंचे.टिप्पणियां
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विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां की सुनारिया जेल में बनी अस्थायी अदालत में राम रहीम को सजा सुनाई. अप्रिय घटनाओं से बचने के मकसद से यह फैसला किया गया था कि राम रहीम को पंचकूला स्थित अदालत में ले जाने की बजाय विशेष सीबीआई न्यायाधीश जगदीप सिंह रोहतक पहुंचकर सजा सुनाई. सिंह हेलीकॉप्टर से रोहतक पहुंचे.टिप्पणियां
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रोहतक और जेल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा के बहुस्तरीय प्रबंध किए गए थे. अर्धसैनिक बलों की 23 कंपनियों की तैनाती की गई थी. जेल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया था और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना को तैयार रखा गया था. हरियाणा और पंजाब हाई अलर्ट पर रहे और अधिकारियों ने सुरक्षा हालात को चुनौतीपूर्ण करार देते हुए चेतावनी दी थी कि हिंसक प्रदर्शनकारियों ने देखते ही गोली मार दी जाएगी. |
रानी मार्गरेट और उनका बेटा उत्तरी वेल्स भाग गए थे, जिसके कुछ हिस्से अभी भी लैंकेस्ट्रियन के हाथों में थे। बाद में उन्होंने स्कॉटिश सहायता के लिए बातचीत करने के लिए समुद्र के रास्ते स्कॉटलैंड की यात्रा की। स्कॉटलैंड के जेम्स द्वितीय की रानी कंसोर्ट मैरी ऑफ गुएल्ड्रेस, मार्गरेट को एक सेना देने के लिए इस शर्त पर सहमत हुई कि वह बेरविक शहर स्कॉटलैंड को सौंप देगी और मैरी की बेटी की शादी प्रिंस एडवर्ड से कर दी जाएगी। मार्गरेट सहमत हो गई, हालाँकि उसके पास अपनी सेना को भुगतान करने के लिए कोई धन नहीं था और वह केवल दक्षिणी इंग्लैंड के धन से लूट का वादा कर सकती थी, जब तक कि ट्रेंट नदी के उत्तर में कोई लूटपाट नहीं हुई। |
भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (Artificial Limbs Manufacturing Corporation of India (ALIMCO/अल्मिको)) भारत सरकार का सार्वजनिक क्षेत्र का एक उपक्रम है जो विकलांग लोगों के लिये कृत्रिम अंग एवं अन्य सहायक उपकरणों का निर्माण करता है। इसकी स्थापना १९७२ में की गयी थी। इसका मुख्यालय कानपुर में है। इसका ध्येय (विजन) 'भारत और विदेशों में विकलांग व्यक्तियों के लिए सस्ती कीमत पर राज्य के अत्याधुनिक सहायक उपकरणों का सबसे बड़ा निर्माता और आपूर्तिकर्ता होने का दर्जा हासिल करना और बनाए रखना' है।
एलिम्को के उद्देश्य
सस्ती कीमत पर विनिर्माण और आपूर्ति में गुणवत्ता साधन और उपकरण बनाना।
अंग फिटिंग केंद्रों की स्थापना करना और डीलरों का एक मजबूत नेटवर्क बनाना जो विकलांग व्यक्तियों को सहायता एवं उपकरण आसानी से उपलब्ध कराए।
अंग फिटिंग केंद्र गतिविधि, विशेष शिविर गतिविधि, ए0डी0आई0पी0 - सर्व शिक्षा अभियान, शिविर गतिविधि, मुख्यालय गतिविधि के माध्यम से सबसे बड़ी ए0डी0आई0पी0 कार्यान्वयन एजेंसी की स्थिति बनाए रखना।
यह सुनिश्चित करना कि साधन और ए0डी0आई0पी0 के तहत आपूर्ति उपकरण आई0एस0आई0 मार्क होना चाहिए और टिकाऊ, आधुनिक, परिष्कृत और वैज्ञानिक रूप से निर्मित किया जाना चाहिए।
भारत और विदेश में प्रमुख संस्थानों के साथ सहयोग स्थापित करना और मौजूदा साधन के डिजाइन में सुधार और सस्ती कीमतों पर नए राज्य के कला सहायक उपकरणों को विकसित करने के लिए निरंतर अनुसंधान एवं विकास कार्य करना।
बाहरी कड़ियाँ
भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम का जालघर
भारत सरकार के उपक्रम |
जर्मनी एक संघीय, संसदीय, प्रतिनिधि लोकतांत्रिक गणराज्य है। जर्मन राजनीतिक व्यवस्था 1949 के संविधान में निर्धारित ढांचे के तहत संचालित होती है जिसे ग्रंडगेसेट्ज़ (मूल कानून) के नाम से जाना जाता है। संशोधनों के लिए आम तौर पर बुंडेस्टाग और बुंडेसराट दोनों के दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है; संविधान के मूलभूत सिद्धांत, जैसा कि मानवीय गरिमा, शक्तियों के पृथक्करण, संघीय ढांचे और कानून के शासन की गारंटी देने वाले लेखों में व्यक्त किए गए हैं, शाश्वत रूप से वैध हैं। राष्ट्रपति, फ्रैंक-वाल्टर स्टीनमीयर (19 मार्च 2017-वर्तमान), राज्य का प्रमुख होता है और मुख्य रूप से प्रतिनिधि जिम्मेदारियों और शक्तियों से संपन्न होता है। उन्हें बुंडेसवर्समलुंग (संघीय सम्मेलन) द्वारा चुना जाता है, एक संस्था जिसमें बुंडेस्टाग के सदस्य और समान संख्या में राज्य प्रतिनिधि शामिल होते हैं। जर्मन वरीयता क्रम में दूसरा सबसे बड़ा अधिकारी बुंडेस्टागस्प्रासिडेंट (बुंडेस्टाग का अध्यक्ष) है, जो बुंडेस्टाग द्वारा चुना जाता है और निकाय के दैनिक सत्रों की देखरेख के लिए जिम्मेदार होता है। तीसरा सबसे बड़ा अधिकारी और सरकार का प्रमुख चांसलर होता है, जिसे बुंडेस्टाग द्वारा चुने जाने के बाद बुंडेसप्रासिडेंट द्वारा नियुक्त किया जाता है। |
यह लेख है: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने द्वारका इलाके से करीब 22 करोड़ की पार्टी ड्रग्स के साथ 2 लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक, कुछ दिन पहले एक सूचना मिली थी कि अशोक नाम का एक शख्स पंजाब के जिरकपुर से एफेड्रिन नाम का नशीला पदार्थ लेकर दिल्ली आने वाला है. इसी सूचना पर द्वारका इलाके में पुलिस ने घेराबंदी कर अशोक और जिम्मी नाम के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. अशोक की कार से पुलिस ने साढ़े 22 किलो एफेड्रिन भी बरामद की. टिप्पणियां
अशोक ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह एक दवा कंपनी में काम करता था और काम के दौरान ही उसे पता चला कि एफेड्रिन ड्रग्स से कितना पैसा कमाया जा सकता है. दरसअल, एफेड्रिन का प्रयोग कफ सीरप बनाने के लिए होता रहा है, लेकिन अब इसका प्रयोग धड़ल्ले से नशे की गोलियां बनाने के लिए होता है. अशोक ने खुलासा किया कि वो ये नशीला पदार्थ जिम्मी को देने आया था.
पुलिस ने जब मिज़ोरम के रहने वाले जिम्मी से पूछताछ की तो पता चला कि जिम्मी इस एफेड्रिन को आगे एक विदेशी को सौंपने वाला था.. जो आगे रेव पार्टी में सप्लाई होनी थी.
पुलिस के मुताबिक, एफेड्रिन से नशे के कैप्सूल बनते हैं, जिसे आमतौर पर 'एक्सटेसी' कहते हैं. नशे के इन कैप्सूलों की डिमांड कॉलेज के छात्रों, युवाओं और रेव पाट्रियों में बहुत ज्यादा है. आरोपी दिल्ली के अलावा मुंबई, चंडीगढ़, मिज़ोरम और देश के बाहर भी इनकी सप्लाई करते हैं.
पुलिस के मुताबिक, कुछ दिन पहले एक सूचना मिली थी कि अशोक नाम का एक शख्स पंजाब के जिरकपुर से एफेड्रिन नाम का नशीला पदार्थ लेकर दिल्ली आने वाला है. इसी सूचना पर द्वारका इलाके में पुलिस ने घेराबंदी कर अशोक और जिम्मी नाम के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. अशोक की कार से पुलिस ने साढ़े 22 किलो एफेड्रिन भी बरामद की. टिप्पणियां
अशोक ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह एक दवा कंपनी में काम करता था और काम के दौरान ही उसे पता चला कि एफेड्रिन ड्रग्स से कितना पैसा कमाया जा सकता है. दरसअल, एफेड्रिन का प्रयोग कफ सीरप बनाने के लिए होता रहा है, लेकिन अब इसका प्रयोग धड़ल्ले से नशे की गोलियां बनाने के लिए होता है. अशोक ने खुलासा किया कि वो ये नशीला पदार्थ जिम्मी को देने आया था.
पुलिस ने जब मिज़ोरम के रहने वाले जिम्मी से पूछताछ की तो पता चला कि जिम्मी इस एफेड्रिन को आगे एक विदेशी को सौंपने वाला था.. जो आगे रेव पार्टी में सप्लाई होनी थी.
पुलिस के मुताबिक, एफेड्रिन से नशे के कैप्सूल बनते हैं, जिसे आमतौर पर 'एक्सटेसी' कहते हैं. नशे के इन कैप्सूलों की डिमांड कॉलेज के छात्रों, युवाओं और रेव पाट्रियों में बहुत ज्यादा है. आरोपी दिल्ली के अलावा मुंबई, चंडीगढ़, मिज़ोरम और देश के बाहर भी इनकी सप्लाई करते हैं.
अशोक ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह एक दवा कंपनी में काम करता था और काम के दौरान ही उसे पता चला कि एफेड्रिन ड्रग्स से कितना पैसा कमाया जा सकता है. दरसअल, एफेड्रिन का प्रयोग कफ सीरप बनाने के लिए होता रहा है, लेकिन अब इसका प्रयोग धड़ल्ले से नशे की गोलियां बनाने के लिए होता है. अशोक ने खुलासा किया कि वो ये नशीला पदार्थ जिम्मी को देने आया था.
पुलिस ने जब मिज़ोरम के रहने वाले जिम्मी से पूछताछ की तो पता चला कि जिम्मी इस एफेड्रिन को आगे एक विदेशी को सौंपने वाला था.. जो आगे रेव पार्टी में सप्लाई होनी थी.
पुलिस के मुताबिक, एफेड्रिन से नशे के कैप्सूल बनते हैं, जिसे आमतौर पर 'एक्सटेसी' कहते हैं. नशे के इन कैप्सूलों की डिमांड कॉलेज के छात्रों, युवाओं और रेव पाट्रियों में बहुत ज्यादा है. आरोपी दिल्ली के अलावा मुंबई, चंडीगढ़, मिज़ोरम और देश के बाहर भी इनकी सप्लाई करते हैं.
पुलिस के मुताबिक, एफेड्रिन से नशे के कैप्सूल बनते हैं, जिसे आमतौर पर 'एक्सटेसी' कहते हैं. नशे के इन कैप्सूलों की डिमांड कॉलेज के छात्रों, युवाओं और रेव पाट्रियों में बहुत ज्यादा है. आरोपी दिल्ली के अलावा मुंबई, चंडीगढ़, मिज़ोरम और देश के बाहर भी इनकी सप्लाई करते हैं. |
लेख: उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि “गंभीर उकसावे” के बावजूद भारत संयम से काम ले रहा है लेकिन अगर हमला हुआ तो ऐसा जवाब दिया जाएगा कि वे भूल नहीं पाएंगे. उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अपने कार्यकाल के दूसरे वर्ष के दौरान दिये गए 95 भाषणों के संग्रह के विमोचन के अवसर पर यह टिप्पणी की. इन पुस्तकों का शीर्षक अंग्रेजी में ‘रिपब्लिकन एथिक (वॉल्यूम 2)' और हिंदी में ‘लोकतंत्र के स्वर (खंड 2)' है. इनका प्रकाशन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाले प्रकाशन विभाग ने किया. शांतिपूर्ण तरीकों से देश की संप्रभुता की रक्षा की भारत की प्रतिबद्धता को लेकर किताब के एक अंश का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत हमेशा शांति और सहयोग के मूल्यों का सख्ती से पालन करता रहा है लेकिन चेतावनी दी कि वह अपने खिलाफ होने वाले किसी भी आक्रामक कृत्य का मुंहतोड़ जवाब देगा.
वेंकैया नायडू ने कहा, “अगर आप भारत का इतिहास देखेंगे, वह कभी आक्रमणकारी नहीं रहा, ‘विश्वगुरु' के तौर पर देखे जाने और दूसरों से काफी पहले सबसे ज्यादा जीडीपी के बावजूद भी किसी देश पर हमला नहीं किया. भारत ने कभी किसी दूसरे देश पर हमला नहीं किया.” नायडू ने कहा, “दूसरे सभी ऐैरे-गैरे आए और हम पर हमला किया, शासन किया, हमें बर्बाद किया और हमें धोखा दिया...लेकिन हम भारतीयों ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया.” उन्होंने कहा कि भारत मानता है कि संपूर्ण विश्व एक परिवार है और इसलिये वह झगड़ा क्यों करेगा? उन्होंने कहा कि समस्याओं को बातचीत, चर्चा और बहस के साथ हल किया जा सकता है और आगे यही रास्ता जाता है. उपराष्ट्रपति ने कहा, “अगर आप शांति और सौहार्द के साथ जीना चाहते हैं तो आपको साथ रहना चाहिए, साथ काम करना चाहिए और फिर साथ आगे बढ़ना चाहिए. यह भारत का दर्शन है.”
नायडू ने किसी देश का नाम लिये बगैर कहा, “जैसा कि आप देख रहे होंगे, गंभीर उकसावे के बावजूद, हम कुछ कर नहीं रहे हैं, लेकिन अगर कोई हमला करता है तो हम उन्हें ऐसा जवाब देंगे, जिसे वे जिंदगी भर भूल नहीं पाएंगे.” उन्होंने कहा कि यह उकसाने वालों समेत सभी को समझ जाना चाहिए. उनकी टिप्पणी जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द किये जाने के बाद भारत और पाकिस्तान में बढ़े तनाव के बीच आई है. सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह किताब किंडल और ऐप स्टोर जैसे सभी ई-प्लेटफॉर्म पर बिक्री के लिये उपलब्ध होगी जिससे पाठकों खासतौर पर ई-बुक के शौकीनों की मांग को भी पूरा किया जा सके. उन्होंने बताया कि किताब आठ श्रेणियों में विभाजित है. |
यह एक लेख है: जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास माछिल सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की ओर से किए गए संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान बीएसएफ का एक और जवान शहीद हो गया. बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र के सांगली में रहने वाले 28 साल के कॉन्सटेबल कोली नितिन सुभाष पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की गोलीबारी में शनिवार सुबह शहीद हो गए. सुभाष साल 2008 में बीएसएफ में शामिल हुए थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं. उनके एक बेटे की उम्र चार और एक बेटा दो साल का है.
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कुछ ही घंटे पहले एक बर्बर घटना में सेक्टर में आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना की ओर से की जा रही गोलीबारी की आड़ में नियंत्रण रेखा पार की और एक भारतीय जवान की हत्या कर उसके शव को विकृत कर दिया, जिसके बाद भारतीय सेना ने चेतावनी दी थी कि ‘इस घटना का उचित जवाब दिया जाएगा.’जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के साथ लगती सीमा पर संघर्ष की हालिया घटनाओं में सेना के चार और बीएसएफ के तीन जवान शहीद हुए हैं.
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कुछ ही घंटे पहले एक बर्बर घटना में सेक्टर में आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना की ओर से की जा रही गोलीबारी की आड़ में नियंत्रण रेखा पार की और एक भारतीय जवान की हत्या कर उसके शव को विकृत कर दिया, जिसके बाद भारतीय सेना ने चेतावनी दी थी कि ‘इस घटना का उचित जवाब दिया जाएगा.’जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के साथ लगती सीमा पर संघर्ष की हालिया घटनाओं में सेना के चार और बीएसएफ के तीन जवान शहीद हुए हैं. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: राजस्थान में 25 हजार से अधिक पाकिस्तानी हिंदू नागरिकता का इंतजार कर रहे हैं. हजारों लोग एक दशक से अधिक वक्त से नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे हैं. कई परिवार तो ऐसे हैं जिनमें पति-पत्नी को नागरिकता मिल गई, लेकिन बेटे-बेटियों को नहीं मिली. अब इन लोगों को उम्मीद है कि इस बिल के पास होने के बाद वे कानूनन हिंदुस्तानी बन जाएंगे. उन्हें वे सभी अधिकार मिल जाएंगे जिनके नहीं मिलने से वे अभी तक हर दिन परेशानी का सामना कर रहे थे.
राजस्थान की पश्चिमी सरहद का करीब एक हजार किलोमीटर का हिस्सा पाकिस्तान से सटा हुआ है.
सन 1947 के बाद कई बार यहां पाकिस्तान के सिंध से विस्थापित आए और यहां बस गए. उन्हें अब उम्मीद है कि अगर उन्हें नागरिकता मिल गई तो नौकरी पाना और भारत में रहना उनके लिए आसान हो जाएगा.
शरणार्थी गोवर्धन दास मेघवाल ने कहा कि "हमें बहुत परेशानी हुई. शुरू में कोई मकान किराये पर नहीं देता था. कोई पहचान पत्र नहीं था, आधार कार्ड नहीं था. कहीं काम करने जाते तो वह पहचान पत्र मांगते." आसान मेघवाल कहते हैं कि "हमको यहां आए हुए 19 साल हो गए. दो साल पहले मेरी और मेरी पत्नी की नागरिकता हो गई लेकिन बच्चों की अब तक नहीं हुई."
एक तरफ जहां अब इस बिल पर संसद में बहस छिड़ गई है वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तानी विस्थापितों के साथ काम करने वाली संस्थाएं कहती हैं कि यह विभाजन के बाद किया गया वादा था, जो अब पूरा हो रहा है.
निमितीकम संस्था के अध्यक्ष जय आहूजा कहते हैं कि "नार्मल फॉरेनर की एक केटेगरी थी और पाकिस्तान, ईस्टर्न पाकिस्तान और अफगानिस्तान की एक केटेगरी थी. तभी यह आइडेंटिफाइड हो गया था कि अविभाजित भारत के हिस्से की माइनॉरिटीज पर त्रासदी होती है. इसलिए नेहरू ने इनके लिए एक ओपनिंग रखी थी. अभी वर्तमान सरकार ने उनको रिलेक्सेशन देते हुए उनके लिए नागरिकता आसान की है."
नागरिकता संशोंधन विधेयक ( CAB) जो भी रूप ले, लेकिन यहां राजस्थान में पाकिस्तानी विस्थापितों के लिए यह एक उम्मीद की किरण जरूर है. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: अगर लड़ाई के दौरान रास्ते में नदी आ जाए तो क्या भारतीय सेना के बढ़ते कदम रुक जाएंगे? बिल्कुल नहीं। इसी की क्षमताओं का प्रदर्शन मथुरा में सेना के स्ट्राइक कोर वन ने यमुना नदी के किनारे किया।टिप्पणियां
'मेघ प्रहार' कोड नामक इस अभ्यास की अगुवाई सेना की बख्तरबंद डिवीजन ने की। जिसमें अलग अलग तरह के उपकरण, कमांडरों की नवाचारिता, संयुक्त प्रयास, पेशेवर नजरिए और दूरसंचार विभाग ने दिखाया कि युद्ध होने पर कैसे दुश्मन को धूल चटा सकते हैं।
मेघ प्रहार अभ्यास से भारतीय सेना के पास मौजूद अति आधुनिक टैंक टी-90 और बीएमपी-2 ने नदी में मौजूद मुश्किल से मुश्किल बाधा को पार किया। ये भी देखा गया कि इस अभ्यास में किसी बाधा को पार करने में ज्यादा वक्त ना लगे। इस अभ्यास के दौरान स्ट्राइक कोर वन की युद्ध की तैयारी और प्रभावशीलता का प्रदर्शन संदेह से परे साबित हुआ।
इस प्रदर्शन को स्ट्राइक कोर वन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल शौकीन चौहान ने सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी देखा। मीडिया के साथ बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल चौहान ने कहा कि इस अभ्यास से युद्ध लड़ने के सभी पहलुओं के बारे में स्ट्राइक कोर वन के जाबांजों ने परखा और इसमें कोई कमी नहीं दिखी। इस अभ्यास ने दिखाया कि किस तरह सेना की स्ट्राइक कोर दुश्मन पर धावा बोलकर उसके पलभर में बरबाद कर देगी।
'मेघ प्रहार' कोड नामक इस अभ्यास की अगुवाई सेना की बख्तरबंद डिवीजन ने की। जिसमें अलग अलग तरह के उपकरण, कमांडरों की नवाचारिता, संयुक्त प्रयास, पेशेवर नजरिए और दूरसंचार विभाग ने दिखाया कि युद्ध होने पर कैसे दुश्मन को धूल चटा सकते हैं।
मेघ प्रहार अभ्यास से भारतीय सेना के पास मौजूद अति आधुनिक टैंक टी-90 और बीएमपी-2 ने नदी में मौजूद मुश्किल से मुश्किल बाधा को पार किया। ये भी देखा गया कि इस अभ्यास में किसी बाधा को पार करने में ज्यादा वक्त ना लगे। इस अभ्यास के दौरान स्ट्राइक कोर वन की युद्ध की तैयारी और प्रभावशीलता का प्रदर्शन संदेह से परे साबित हुआ।
इस प्रदर्शन को स्ट्राइक कोर वन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल शौकीन चौहान ने सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी देखा। मीडिया के साथ बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल चौहान ने कहा कि इस अभ्यास से युद्ध लड़ने के सभी पहलुओं के बारे में स्ट्राइक कोर वन के जाबांजों ने परखा और इसमें कोई कमी नहीं दिखी। इस अभ्यास ने दिखाया कि किस तरह सेना की स्ट्राइक कोर दुश्मन पर धावा बोलकर उसके पलभर में बरबाद कर देगी।
इस प्रदर्शन को स्ट्राइक कोर वन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल शौकीन चौहान ने सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी देखा। मीडिया के साथ बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल चौहान ने कहा कि इस अभ्यास से युद्ध लड़ने के सभी पहलुओं के बारे में स्ट्राइक कोर वन के जाबांजों ने परखा और इसमें कोई कमी नहीं दिखी। इस अभ्यास ने दिखाया कि किस तरह सेना की स्ट्राइक कोर दुश्मन पर धावा बोलकर उसके पलभर में बरबाद कर देगी। |
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS) भारत का एक उत्कृष्ट आयुर्विज्ञान संस्थान है। यह लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित है। इसकी स्थापना १९८३ में हुई थी।
यह संस्थान रायबरेली मार्ग पर मुख्य शहर से १५ किमी की दूरी पर स्थित है। यह संस्थान तथा इसका आवासीय प्रांगण ५५० एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यह संस्थान तृतियक चिकित्सा सुविधा प्रदान करता है तथा अति-विशेषज्ञता शिक्षण, प्रशिशण और अनुसंधान सुविधा प्रदान करता है। यह DM, MCh, MD, Ph.D., पोस्टडॉक्टोरल फेलोशिप (PDF) तथा पोस्टडॉक्टोरल सर्टिफिकेट कोर्स (PDCC) और सीनियर रेजिडेंसी प्रदान करता है।
वर्तमान चिकित्सीय सुविधायें
चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में चिकित्सा सेवा, शिक्षा व शोध संबंधी सुविधाओं के रूप में संजय गांधी स्नातकोत्तर संस्थान अपने स्थापना के तीन दशक के उपरान्त विकास के कई चरणों को पार किया है। आज संस्थान का प्रत्येक चिकित्सीय विभाग अपने आप में एक केन्द्र के रूप में प्रतिष्ठित है। इन विभागों की नियमित ओपीडी होती है, जिनमे प्रत्येक दिन नये मरीजों के अलावा उससे दुगने संख्या में फोलोअप मरीजो को देखा जाता है। फैलोअप मरीजो के लिए ये आवश्यक होती है कि वे आगामी तिथि लेकर जाए जिससे अगली बार जब वे आये तो किसी परेशानी का सामना न करना पडे़। ओ0पी0डी0 में डाक्टर से परामर्श एवं जांच के उपरान्त जो भी जांचे व निदान बताए जाते है उनको करवाने की संस्थान में समुचित व्यवस्था यहाँ उपलब्ध है। जांचो के उपरान्त यदि रोग के इलाज हेतु किसी शल्य क्रिया की आवश्यकता है ताे वह भी संस्थान में उपलब्ध है। अतः मरीज को एक ही छत के नीचे सभी सुविधायें उपलब्ध हैं। किसी भी मरीज को दिखाने के लिए परामर्श शुल्क नहीं ली जाती है। नये मरीज के रजिस्ट्रेशन हेतु केवल एक बार 250 रूपये शुल्क लिया जाता है जो एक वर्ष के लिए मान्य है। वर्ष के समापन पर 100 रूपये से इस रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण किया जाता है। एक ही पंजीकरण से संस्थान के किसी भी विभाग में दिखाया जा सकता है। अलग-अलग विभागो के लिए अलग-अलग पंजीकरण नहीं कराना पड़ता है। संजय गांधी संस्थान में कोई भी चिकित्सीय सेवा निःशुल्क नहीं है, यद्यपि प्रत्येक सेवा अन्य प्राईवेट एवं कॉरपोरेट अस्पतालों के मुकाबले काफी सस्ती एवं निम्न दरों पर उपलब्ध है तथा सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में यहाँ की दरों की मान्यता है।
विद्यमान विभाग
हृदय-रोग(हृदय-रोगकार्डियोलॉजी)विभाग
संस्थान का हृदय रोग विभाग आज इंटरनेंशनल कार्डियाेलोजी में देश के प्रमुख 10 केन्द्रों में माना जाता है। विभाग द्वारा बच्चों से बुजुर्ग तक होने वाले सभी प्रकार के हृदय रोगों की जाँच एवं उपचार किये जाते है। विभाग में इकोकार्डियोग्राफी, होल्टर, टी॰एम॰टी॰ एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, वैल्वुलाप्लास्टी, आइवस, ओ॰सी॰टी॰, ई॰पी॰ एवं आर॰एफ॰ एबलेशन तथा जन्मजात सुराख का डिवाइस द्वारा क्लोजर इत्यादि प्रक्रियाएं एवं सेवाए उपलब्ध हैं। पूर्णरूप से बन्द हृदय धमनियों का (सी॰टी॰ओ॰) बिना ओपन हार्ट सर्जरी द्वारा निवारण के लिए यहाँ का कार्डियोलॉजी विभाग देश में प्रमुख स्थान रखता है।
हृदय शल्यचिकित्सा(हृदय शल्यचिकित्साकार्डियक सर्जरी) विभाग
जिन हृदयरोगो का इलाज का विकल्प केवल ऑपरेशन ही है उनके लिए कार्डियक सर्जरी विभाग है। यहाँ बच्चो के तथा नवजात शिशुओं के हृदय रोगों के आपरेशन के लिए विशेष रूप से अनुभवी एवं प्रशिक्षित विशेषज्ञ है। यह प्रदेश का प्रथम ऐसा केन्द्र है जहाँ पर धड़कते दिल पर सफलतापूर्वक सर्जरी की जाती है। वाल्व रिपेयर, कोरोनरी सर्जरी तथा वैस्कुलर सर्जरी की सभी सुविधायें यहाँ उपलब्ध हैं। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा ओपन हार्ट व बाईपास सर्जरी केन्द्र है। हाल ही में स्टेम सेल द्वारा हृदय के बंद धमनियों का सफलतापूर्वक इलाज भी किया गया है।
अन्तः स्रावीय (इण्डोक्राइनोलाजी)विभाग
एण्डोक्राइनोलाजी विभाग अंर्तस्रावीय रोगों का, जैसे असंतुलित हारमोन्स थायराइड इत्यादि रोगों का उपचार किया जाता है। यहाँ मधुमेह एवं ओस्टियोपोरोसिस जैसे रोगो के इलाज व निदान के अलावा बच्चों में विकास एवं हारमोन तथा मधुमेह की समस्याअों के इलाज की उत्कृष्ट व्यवस्था है।
इण्डोक्राइन एवं ब्रेस्ट सर्जरी विभाग
इण्डोक्राइन एवं ब्रेस्ट (स्तन) सर्जरी विभाग में अन्तःस्त्रावी ग्रन्थियाँ जैसे कि थायराइड, पैराथायराइड, एडरीनल एवं इण्डोक्राइन-पैंक्रियाज तथा स्तन के कैंसर व अन्य रोगों का शल्य चिकित्सीय उपचार किया जाता है। घेंघा रोग, थायराइड-कैंसर, पैराथायराईड-रोगों, एड्रीनल-ट्यूमर एवं कैंसर, फियोक्रोमोसाईटोमा ट्यूमर, मल्टीपल-इण्डोक्राइन-नियोप्लेशिया रोगों की शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में यह विभाग देश-विदेश में ख्याति अर्जित कर चुका है। इस प्रकार के ऑपरेशनों हेतु यथा सम्भव मिनिमल इन्वेसिव (दूरबीन विधि) प्रक्रिया अपनाई जाती है। स्तन कैंसर की सम्पूर्ण चिकित्सा एवं स्तन कन्ज़र्वेशन (बिना स्तन को निकाले कैंसर का उपचार), सेन्टिनल लिम्फ नोड बॉयोप्सी, ऑंन्को-प्लास्टिक स्तन सर्जरी जैसे क्षेत्रों में इस विभाग से देश भर के लिए मानक स्थापित किये हैं। साथ ही मायस्थीनिया ग्रेविस, डायबिटिक-फुट-अल्सर जैसी बीमारियों की शल्य चिकित्सा भी इस विभाग में की जाती है।
जठरान्त्र (गेस्ट्रोइण्टरोलॉजी) विभाग
प्रारम्भ से ही संस्थान का गेस्ट्रोइण्टरोलॉजी विभाग बहुत ही व्यस्त विभागो में से एक रहा है। यहाँ पर उदर से संबंधित रोगो का निदान व उपचार अति विशि्ाष्ट तकनीक से अनुभवी चिकित्सकों द्वारा किया जाता है। जिगर, भोजन की नली, यकृत, तिल्ली, छोटी आँत, बडी आँत से सम्बन्धित रोगों के निदान हेतु एन्डोस्कोपी, एण्डोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड, ई॰आर॰सी॰पी॰ कोलोनस्कोपी इत्यादि के जटिल रोगों के इलाज की विशिष्ट व्यवस्था है। यहाँ पर प्रदेश का पहला एण्डोस्कोपी एवं ई॰आर॰सी॰पी॰ यूनिट प्रारम्भ हुआ था।
गेस्ट्रोसर्जरी विभाग
गेस्ट्रोसर्जरी विभाग पेट के विकार को सर्जरी द्वारा निदान करता है। यहाँ पित्ताशय की पथरी, पित्ताशय का कैंसर, लिवर कैंसर, पैनक्रियाज़ कैंसर, क्राॅनिक पैंक्रियाटाइटिस इत्यादि रोगों का उपचार आपरेशन द्वारा किया जाता है, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हैं।
जेनेटिक्स (आनुवांशिक विकार)विभाग
आनुवांशिक विकार से पीड़ित रोगियों की समुचित जाँच व चिकित्सा की सुविधाए जेनेटिक्स विभाग में उपलब्ध है। चिकित्सीय सेवा के साथ साथ रोगियो एवं रिश्तेदारों को अनुवांशिक रोग संबंधी परामर्श एवं जानकारी प्रदान करने की भी पूर्ण व्यवस्था है। थेलेसिमिया एवं हीमोफीलिया जैसे अनुवांशिक रोगों के प्रबन्धन अर्न्तराष्ट्रीय मानको के आधार पर किया जाता है। गर्भवती महिला के पेट में पलने वाले गर्भ की/बच्चे की जाँच की व्यवस्था है, जिसे प्रीनेटल डायग्नोसिस कहा जाता है।
प्रतिरक्षाविज्ञान(इम्यूनोलॉजी) विभाग
शरीर में इम्यून सिस्टम के विकार से उत्पन्न हुये विभिन्न रोगों की जाँच, निदान व उपचार की सुविधा क्लीनिकल इम्यूनोलोजी विभाग प्रदान करती है। जिन प्रमुख रोगों का इलाज यहाँ होता है वे हैं रयूमेटाइड अर्थराइटिस, एंकाइलोजि़ंग स्पोंडिलाइटिस, एसएलई, मायोसाइटिस, स्केलेरोडर्मा और वास्कुलाइटिस आदि। यह देश का पहला विशिष्ट विभाग है जो यह सुविधाएं उपलब्ध कराता है।
वृक्क्रोग (नेफ्रोलॉजी) विभाग
गुर्दे से संबंधित बीमारियो का उपचार नेफ्रोलॉजी विभाग द्वारा किया जाता है। संस्थान में गुर्दा प्रत्यारोपण से पूर्व एवं पश्चात् रोगियो की समुचित देखभाल की भी व्यवस्था है। इस विभाग में उ॰प्र॰ के अलावा मध्यप्रदेश, आसाम, बिहार से गुर्दा रोग के मरीज आते हैं। यहाँ उत्तरपूर्व एशिया का सबसे बड़ा डायलिसिस केन्द्र है। सघन निदान व इन्टेन्सिव केयर नेफ्रोलॉजी की वेंटीलेटर एवं जीवन रक्षक उपकरणों और सी.आर.आर.टी. से गुर्दा राेगियों की परिचर्या और इन्टरवेन्शनल नेफ्रोलॉजी की सुविधा नेफ्रोलॉंजी विभाग में राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार उपलब्ध हुई है। यह विभाग गुर्दा प्रत्यारोपण में भारत में शीर्ष स्थान पर है एवं अब तक लगभग 2500 गुर्दा प्रत्यारोपित किये जा चुके हैं।
मूत्रविज्ञान (यूरोलाजी) विभाग
संस्थान के यूरोलाजी विभाग में गुर्दा, पेशाब की थैली का कैंसर इत्यादि का इलाज शल्यक्रिया द्वारा किया जाता है। इस विभाग के गुर्दा प्रत्यारोपण कार्यक्रम अर्न्तराष्ट्रीय स्तर का है एंव भारत में सर्वाधिक संख्या में लैपरोस्कोपिक सर्जरी करने का गौरव प्राप्त है। यहाँ गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए दूरबीन विधि द्वारा ही गुर्दा निकाला जाता है जिससे डोनर की न तो जान का खतरा रहता है तथा वह जल्द ही स्वस्थ भी हो जाता है। महिलाओं से संबंधित मूत्ररोगो का इलाज भी आधुनिक आपरेशन विधि द्वारा किया जाता है। पथरी का इलाज लेज़र व दूरबीन से करने की सुविधा उपलब्ध है जो, अंतराष्ट्रीय स्तर की है। साथ ही, यहाँ बच्चों के मूत्र संबंधी जटिल एवं अनुवंशिक रोग के सर्जरी की भी समुचित व्यवस्था है।
तंत्रिकाविज्ञान(न्यूरोलॉजी) विभाग
मस्तिक, रीढ़ की हड्डी एवं तंत्रिका संबंधी रोगों का समुचित परीक्षण एवं इलाज न्यूरोलॉजी विभाग में होता है। गम्भीर रोग जैसे श्वासकीय लकवा, गुलियन बारे सिन्ड्रोम, मायस्थेनिया ग्रेविस एवं केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र के अन्य संक्रमणों के समुचित इलाज का यहाँ प्रबन्ध है। रोगों से सम्बन्धित आवश्यक जाँचें जैसे ई॰ई॰जी॰, ई॰एम॰जी॰ व इवोक्ड पोटेन्शियल की सुविधायें भी यह विभाग प्रदान करता है। इस विभाग की ओ॰पी॰डी॰ में भारत के काेने-कोने से मरीज आते है।
तंत्रिकाशल्यविज्ञान (न्यूरोसर्जरी) विभाग
न्यूरोसर्जरी विभाग में देश-विदेश से मरीज अपना ईलाज कराने आते हैं। यहाँ पर रीढ, स्नायुतंत्र तथा मस्तिष्क के जटिल रोगों का ईलाज आपरेशन द्वारा होता है। इसके अंतर्गत ब्रेन-ट्यूमर, सी॰वी॰ जंक्शन, स्कल बेस सर्जरी, वैस्कुलर न्यूरोसर्जरी, स्टीरियोटैक्सी जैसे जटिल ऑपरेशन किए जाते है। इस संस्थान में न्यूराऑटोलॉजी से संबंधित बीमारियों के भी ईलाज किए जाते है। यहाँ अत्यधिक आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित ऑपरेशन थियेटर, आई॰सी॰यू॰ वार्ड है। आपरेशन में अर्न्तराष्ट्रीय स्तर के सूक्ष्म उपकरणों का प्रयोग भी किया जाता है।
रुधिरविज्ञान(हीमैटोलॉजी) विभाग
हीमैटोलॉजी विभाग में रक्त से संबंधित समस्त रोगों जैसे एप्लास्टिक एनीमिया, न्यूट्रीशनल एनीमिया, जेनेटिक एनीमिया (थैलेसीमिया,सिकिल सेल रोग) इत्यादि एवं रक्त कैंसर जैसे माइलोमा, ल्यूकेमिया, लिम्फोमा इत्यादि का परीक्षण एवं उपचार किया जाता है। यह विभाग उत्तर भारत का एकमात्र बोन मैरो/हीमैटोसोइटिक स्टेम सेल ट्रान्सप्लाटेशन केन्द्र है। इसके अतिरिक्त यहाँ पर स्टेम सेल्स पर आधारित नये उपचार विकसित करने हेतु अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर शोध कार्य भी किया जाता हैै।
सघन निदान एवं उपचार(क्रिटिकल केयर मेडिसिन) विभाग
कुछ मरीजो के प्राण बचाने के लिए सघन निदान एवं उपचार की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे मरीजों की देखभाल के लिए क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग है। इस विभाग में अर्न्तराष्ट्रीय स्तर के वेन्टीलेटर सुविधाऐं उपलब्ध है। यह विभाग देश का पहला शैक्षिक विभाग है।
नेत्रविज्ञान(ऑपथलमोलॉजी) विभाग
नेत्र रोगों के विशिष्ट इलाज एवं सर्जरी हेतु ऑप्थलमोलॉजी (नेत्र रोग) विभाग का सृजन एक स्वतन्त्र विभाग के रूप में किया गया जो पहले न्यूरोसर्जरी विभाग के अर्न्तगत था। विभाग में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के नवीनतम उपकरण उपलब्ध हैं जिसमे जटिल नेत्र रोगों का निदान व उपचार होता है। विभाग में नियमित रूप से मोतियाबिंद सर्जरी, सम्बलबाई सर्जरी, भेंगापन सर्जरी, मधुमेह रेटिनोपैथी और विभिन्न अन्य रेटिना विकारो के लिये लेजर तथा रेटिना सर्जरी की जा रही है। ऑंख के ट्यूमर व अन्य आक्यूप्लास्टिक सर्जरी की सुविधा भी यहाँं उपलब्ध है।
लिवर ट्राँसप्लांट विभाग
लिवर प्रत्यारोपण के कार्यक्रम को अर्न्तराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए तथा इसमे मरीज के सर्जरी के पूर्व तथा पश्चात् समुचित देखभाल के लिए इस इकाइ की अलग से स्थापना की गई। यह देश का सार्वजनिक संस्थान का प्रथम विभाग है, जहाँ लिवर ट्रान्सप्लान्ट कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
बिना समुचित नैदानिक सहायता के कोई भी चिकित्सा बेहतर ढंग से नहीं की जा सकती। अतः संजय गांधी पी॰जी॰आई॰ की विशिष्टता को देखते हुए यहाँ नैदानिक सेवाएं प्रदान करने हेतु विशिष्ट विभागों की भी स्थापना की गई।
माईक्रोबायोलॉजी विभाग
माईक्रोबायोलॉजी अथवा सूक्ष्म जीवविज्ञान विभाग का चिकित्सालय का एक महत्वपूर्ण विभाग है। इस विभाग में सूक्ष्म जीवाणु, विषाणु, कीटाणु, फफूँद, परजीवी, ज्वरबुखार, डेंगू, स्वाईन फ्लू, पोलियो जैसे संक्रमणों के लिए नैदानिक सेवायें प्रदान करता है। इस विभाग में एड्स से संबंधित संक्रमणों का ज्ञात करने के साथ-साथ अन्य जीवाणुओं से होने वाले संक्रमणों का पता लगाने एवं उनके निदान में प्रयुक्त होने वाली जीवाणुरोधी औषिधियों की जानकारी भी उपलब्ध कराता है। इस विभाग में विश्व स्वास्थ्य संगठन की विश्व स्तरीय प्रयोगशाला है जिसमें पोलियो एवं मजीलस विषाणु का परीक्षण सम्पन्न किया जाता है। यह विभाग समय-समय पर महामारी से उत्पन्न बीमारी के परीक्षण एवं उसके निदान के लिए प्रदेश को अपनी अहम सेवायें प्रदान करता है। साथ ही सम्पूर्ण चिकित्सालय को संक्रमण से बचाने की जिम्मेदारी भी विभाग निभा रहा है।
पैथोलॉजी विभाग
पैथोलॉजी विभाग में रक्त, मूत्र एवं अन्य शारीरिक द्रव्य पदार्थो का सभी प्रकार का परीक्षण उत्कृष्ट उपकरणों द्वारा किया जाता है। यह परीक्षण हिमेटोलॉजी व क्लीनिकल केमिस्ट्री की अलग-अलग प्रयोगशालाओ में होता है। यहाँ बायप्सी एवं सायटोलाजी की उत्कृष्ट सुविधाएं भी उपलब्ध है।
मोलिक्यूलर मेडिसिन बायोटेक्नोलॉंजी विभाग
आधुनिक चिकित्सक रोगों के निदान एवं उपचार के लिए शारीरिक लक्षणों के आधार पर रक्त मूत्र जाँच एवं एक्सरे इत्यादि पर आधारित यंत्रों द्वारा किया जाता हैं, परन्तु इसके बावजूद कई असाध्य रोगों में निदान एवं उपचार सम्पूर्णतः नहीं हो पाता है। जिन असाध्य रोगों का निदान औपचारिक विधियों द्वारा नहीं हो पाता है, उनका समय रहते जाँच व निदान इस विभाग द्वारा किया जाता है जहाँ प्रशिक्षित एवं विशिष्ट वैज्ञानिकों द्वारा बायोमार्कर्स (Biomarkers ) अथवा नए जैविक चिन्हों के आधार पर रोगों की पहचान क्षमता को बढाता है।
रेडियोलॉजी विभाग
रेडियोलॉंजी अथवा विकिरण निदान विभाग अत्याधुनिक व उत्कृष्ट उपकरणों से सुसज्जित है और यहाँं पर सभी प्रकार की विकिरण जाँचें की जाती हैं। कम्प्यूटराईज़्ड उपकरणों में डिजिटल एक्सरे, 64 एवं 128 स्लाईस सी॰टी॰ 3 टेस्ला एम॰आर॰आई॰ एन्जियोग्राफी, मैमोग्राफी और डॉप्लर अल्ट्रासाउण्ड उल्लेखनीय है। विशेष तौर पर इस विभाग में अत्याधुनिक इन्टरवेंशन इलाज की सेवाएं भी उपलब्ध है। इनमें हेपेटोबिलियरी, न्युरोवैस्कुलर तथा वैस्कुलर इन्टरवेंशन अहम् है तथा यह विभाग कई अहम शोध कार्यों में संलग्न है।
निश्चेतना(ऐन्सथीसियोलॉजी) विभाग
ऐन्सथीसियोलॉजी अथवा निश्चेतना विभाग अत्यन्त महत्वपूर्ण विभाग है जो सभी प्रकार के आपरेशन से पूर्व, दौरान व ऑपरेशन के पश्चात् की निश्चेतना संबंधी आवश्यक क्रियाएं सम्पन्न करता है। इस विभाग द्वारा पेन क्लीनिक एवं कैंसर पैलियोटिव केयर क्लीनिक भी चलाई जाती है जिसमे कैंसर अथवा अन्य जटिल रोगो के मरीजो के क्रोनिक दर्द का पृथक रूप से इलाज भी किया जाता है।
ट्रांसफ्यूजन मेडिसन विभाग
जिन मरीजों को इलाज हेतु रक्त की आवश्यकता होती है, उनकों यह विभाग अर्न्तराष्ट्रीय मानकों के अनुसार स्वस्थ एवम् गुणवत्ता पूर्ण रक्त अवयवों की उपलब्धता सुनिश्चित कराता है। अत्याधुनिक संसाधनों की सहायता से दुर्लभ चिकित्सीय प्रणाली में इस विभाग द्वारा प्रदत्त महत्वपूर्ण योगदान के कारण आज विभाग का स्थान भारत के सर्वोच्च ख्याति प्राप्त ब्लड टांसफ्यूजन सेंटर में शामिल हो चुका है।
न्यूक्लियर मेडिसन
संस्थान का न्यूक्लियर मेडिसन विभाग भारत के प्रतिष्ठित विभागों में से एक है। इस विभाग में स्पेक्ट -सीटी, पेट-सीटी, सीटी और स्पेक्ट कैमरा लगे हुए है। इन उपकरणों का उपयोग करते हुए विकिरण के द्वारा कैंसर के मरीजों के साथ-साथ अौर बिमारियों से पीड़ित मरीजों की जाँच और इलाज किया जाता है जैसे थायराइड ग्रन्थि की विकृतयों, न्यूरो-इन्डोक्राइन ट्यूमर और कैंसर से पीड़ित मरीजों के दर्द निवारण हेतु व्यावस्थायें भी हैं।
रेडियोथेरेपी विभाग
भारत सरकार द्वारा संस्थान का रेडियोथेरेपी विभाग को उत्तर प्रदेश का एक रीजनल कैंसर सेन्टर घोषित किया गया है। यहाँ पर उपलब्ध उपकरणों/मशीनों द्वारा कैंसर से पीड़ित मरीजों का कीमोथेरेपी एवं रेडियोथेरेपी प्रक्रिया द्वारा इलाज किया जाता है।
इमरजेंसी मेडिसन विभाग
5 प्रदेश में आपातकालीन एवं आकस्मिक उपचार के पाठ्यक्रम हेतु बेहतर व्यवस्थाये एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु हाल ही में इमरजेंसी मेडिसन विभाग का गठन किया गया है। चिकित्सालय का प्रशासन एवं प्रबन्धन अन्य दूसरे प्रबन्धनाें से भिन्न होता है, क्योंकि यह मानव स्वास्थ्य एवं जीवन से सीधे जुडा होता है। अतः कुछ विभाग, चिकित्सालय के शैक्षिक तथा प्रशासनिक व्यवस्था को सुगठित करने के लिए बनाई गई है।
अस्पताल प्रबन्धन
अस्पताल प्रबन्धन की समुचित प्रशिक्षण एवं शिक्षण हेतु गठित अस्पताल प्रशासन विभाग किया गया है। यहाँ के छात्रो को एक बड़े अस्पताल में कार्य करने का अनुभव भी प्राप्त होता है।
बायोस्टेटिक्स एवं हास्पिटल इनफोरमेटिक्स विभाग
आधुनिक चिकित्सा जगत में चिकित्सा सूचना तन्त्र तथा सांख्यिकी का प्रबन्धन विशेषकर शोध एवं अनुसंधान के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गया है। इस कार्य को बायोस्टेटिक्स एवं हास्पिटल इनफोरमेटिक्स विभाग द्वारा किया जाता है।
नर्सिंग कालेज
अतिविशिष्ट चिकित्सालय होने के कारण यहाँ पर अधिकतर अति जटिल रोगों से ग्रस्त मरीज ही आते हैं। मरीज के रोगो के निदान एवं उपचार में सेवा परिचर्या एक अहम् भूमिका निभाता है। अतः विशिष्ट नर्सिग सेवा में प्रशिक्षित करने के लिए नर्सिंग कालेज खोला गया जो NCI से मान्यता प्राप्त है एवं यहाँ नर्सिग की Bsc तथा Msc की डिग्री प्रदान की जाती है।
सन्दर्भ
https://web.archive.org/web/20161120014635/http://www.sgpgi.ac.in/dept_hindi.pdf
इन्हें भी देखें
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान
स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान चण्डीगढ़ (पी॰जी॰आई॰एम॰ई॰आर॰)
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय
डॉ॰ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय
बाहरी कड़ियाँ
आधिकारिक जालस्थल
लखनऊ
आयुर्विज्ञान संस्थान
लखनऊ के विश्वविद्यालय
आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय
आयुर्विज्ञान
चिकित्सा
उत्तर प्रदेश |
लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है लेकिन कांग्रेस के नेता अभी नींद से जागना ही नहीं चाहते. जहां एक तरफ राहुल गांधी जनता के हाथ में शक्ती देने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस खुद अपने नेताओं की ‘ना-ना’ से परेशान है. चुनाव सिर पर हैं और पार्टी के सूरमा हथियार छोड़कर मैदान से भागने को तैयार खड़े हैं.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक नफा-नुकसान को तोल-मोल कर चलने वाले देश के वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को लोकसभा की चुनावी लड़ाई में वोटों की कड़की का डर है. खासतौर से तमिलनाडु में शिवगंगा की चढ़ाई पिछली बार से ज्यादा कठिन हो गई है. चिदंबरम इस कोशिश में हैं कि जैसे-तैसे उनके पड़ोसी राज्य कर्नाटक से सीट मिल जाए.
‘2जी घोटाले’ से लेकर ‘आदर्श बिल्ड़िंग घोटाले’ और ‘अन्ना आंदोलन’ पर सरकार की खूब पैरवी करने वाले मनीष तिवारी के भी हाथ-पांव फूले हुए हैं. सियासी माहौल को भांपते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी अपनी पुरानी सीट लुधियाना से चुनावी मैदान में नहीं जाना चाहते. दरअसल मनीष को अपनों का ही गुस्सा भारी पड़ सकता है. स्थानीय नेताओं ने मनीष के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
शिपिंग मिनिस्टर जी.के. वासन ने भी चुनाव लड़ने से कन्नी काट ली है. वहीं पूर्व पर्यावरण मंत्री जयंती नीराजन ने भी लोकसभा की सीट का बोझ ढोने से मना कर दिया है. कपिल सिब्बल की कहानी सबसे जुदा है. पार्टी को डर है कि सिब्बल कहीं हार न जाएं. कांग्रेस सिब्बल को चांदनी चौक की बजाए अमृतसर भेजने के मूड में है. लेकिन सिब्बल हैं कि मानने को तैयार ही नहीं कि वो हार भी सकते हैं.
कांग्रेस आलाकमान को इस बात की चिंता है कि अगर बड़े-बड़े मंत्री इस तरह घर बैठ जाएंगे तो बाकी नेताओं का क्या होगा? |
A post shared by Arshi khan (A.K) (@arshikofficial) on Aug 26, 2018 at 8:53pm PDT |
चार्ल्स मोएन राइस (जन्म 25 अगस्त, 1952) एक अमेरिकी वाइरसविज्ञानी और नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, जिनके शोध का मुख्य क्षेत्र हेपेटाइटिस सी वायरस है। वह न्यूयॉर्क नगर के रॉकफेलर विश्वविद्यालय में वायरोलॉजी के प्रोफेसर और कॉर्नेल विश्वविद्यालय और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में सहायक प्रोफेसर हैं।
राइस अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ द एडवांसमेंट ऑफ साइंस के एक फेलो हैं, और नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के सदस्य, तथा 2002 से 2003 तक वाइरसविज्ञानी के लिए अमेरिकन सोसाइटी के अध्यक्ष थे। उन्होंने 2016 का लास्कर-डेबकी क्लिनिकल मेडिकल रिसर्च अवार्ड संयुक्त रूप से राल्फ एफडब्ल्यू बार्टेनस्क्लेगर और माइकल जे॰ सोफिया के साथ प्राप्त किया। 2020 में उन्हें माइकल ह्यूटन और हार्वे जे॰ ऑल्टर के साथ, "हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज के लिए" शरीरक्रिया विज्ञान या चिकित्सा" से सम्मानित किया गया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
चार्ल्स मोएन राइस का जन्म 25 अगस्त, 1952 को सैक्रामेण्टो, कैलिफ़ोर्निया में हुआ था।
चार्ल्स ने 1974 में यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया, डेविस से प्राणीशास्त्र में बीआई के साथ फी बेटा कप्पा से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 1981 में, उन्होंने अपनी पीएच.डी. कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से जैव रसायन में, जहां उन्होंने जेम्स स्ट्रॉस की प्रयोगशाला में आरएनए वायरस का अध्ययन किया। पोस्टडॉक्टोरल रिसर्च करने के लिए वे चार साल तक कैलटेक में रहे।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
1952 में जन्मे लोग
जीवित लोग
नोबेल पुरस्कार विजेता |
पूर्व कप्तान अजित वाडेकर को लगता है कि इंग्लैंड के हाथों भारतीय क्रिकेट की टीम टेस्ट श्रृंखला में 0-4 से करारी हार थकान और तैयारियों की कमी का परिणाम है। वाडेकर ने कहा, उन्हें विश्व कप जीतने का जश्न मनाने का मौका नहीं मिला। इसके तुरंत बाद आईपीएल हो गया फिर वेस्टइंडीज और अब इंग्लैंड दौरा। उनकी बॉडी लैंग्वेज बड़ी दयनीय थी। उन्होंने कहा, उन्हें लगा कि दुनिया में नंबर एक होने से ही हम इंग्लैंड को हरा सकते हैं। इंग्लैंड काफी प्रतिबद्ध टीम लगी और उसने श्रृंखला की अच्छी तैयारी की थी। वाडेकर की अगुवाई में ही भारत ने 1971 में इंग्लैंड में पहली टेस्ट श्रृंखला जीती थी। उन्होंने उस दौरे को याद करते हुए कहा कि तब टीम ने नौ अभ्यास मैच खेले थे जिनमें से आठ में उसे जीत मिली थी जबकि वर्तमान टीम ने लॉर्डस में पहले टेस्ट मैच से पूर्व केवल एक अभ्यास मैच खेला था। वाडेकर की अगुवाई में ही 1974 में भारत को 0-3 से हार झेलनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि धोनी की टीम की तरह उनके पास अच्छी सलामी जोड़ी नहीं थी और उन्होंने पर्याप्त अभ्यास नहीं किया था। उन्होंने कहा, हमने चार अभ्यास मैच खेले थे लेकिन अधिकतर बारिश से धुल गए थे। इसके अलावा हमारे पास नियमित सलामी जोड़ी भी नहीं थी। वाडेकर ने कहा, इस बार टीम दो बैच में गई। हमारे पास रणनीति तैयार करने और परिस्थितियों से तालमेल बिठाने का ज्यादा समय नहीं था। वीरेंद्र सहवाग (पहले दो टेस्ट में) की कमी खली। इसके अलावा चोटों ने भी परेशान किया जिनमें जहीर खान के चोटिल होने से काफी नुकसान हुआ। |
Highlights 127: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आम बजट को पूरी तरह निराशाजनक बताते हुए कहा कि इसमें बिहार की घोर उपेक्षा की गई है.#
Highlights 126: शिरोमणि अकाली दल ने साल 2012-13 के आम बजट को निराशाजनक बताया है और कहा है कि इसमें आम आदमी के लिए कुछ नहीं है.#
Highlights 125: बजट से बाजार निराश. शेयर बाजार में गिरावट का रुख.#
Highlights 124: प्रणब मुखर्जी ने पूरी तरह से देश की जनता को निराश किया हैः शहनवाज हुसैन.#
Highlights 123: सीताराम येचुरी ने कहा कि इस बजट से आम जनता के ऊपर बोझ बढ़ेगा. यह बजट डायरेक्शनलेश बजट है.#
Highlights 122: रक्षा खर्च में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर इसे 1,93,407 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया गया.#
Highlights 121: टैक्स कंसल्टेंट दिनेश वर्मा के अनुसार अब आम आदमी को इंश्योरेंस प्रीमियम और मकान खरीदने में ज्यादा पैसा खर्चना होगा.#
Highlights 120: पीएम ने कहा, गठबंधन सरकार में मुश्किल फैसले लेने होते हैं.#
Highlights 119: ये आर्थिक तरक्की का बजट है-पीएम.#
Highlights 118: पीएम ने पेट्रोलियम पदार्थों के महंगे होने के संकेत दिए.#
Highlights 117: इस बजट से सरकारी घाटा कम होगाः मनमोहन सिंह.#
Highlights 116: बजट से महंगाई कम होगीः मनमोहन सिंह.#
Highlights 115: मुश्किल आर्थिक वर्ष के अंत में प्रणबदा ने मजबूत बजट दियाः पी चिदंबरम.#
Highlights 114: मुश्किल वक्त में यह बेहतरीन बजट हैः कपिल सिब्बल.#
Highlights 113: मोबाइल और गहने महंगे नहीं होंगे.#
Highlights 112: टीवी और फ्रिज महंगा होगा.#
Highlights 111: मोबाइल बिल महंगा होगा.#
Highlights 110: रेस्टोरेंट में खाना और हवाई सफर महंगा होगा.#
Highlights 109: जानकारों के अनुसार इस बजट में सर्विस टैक्स के दायरे में किया बदलाव बड़ा कदम.#
Highlights 108: प्रणब मुखर्जी ने बजट भाषण के अंत में कहा कि भारत एक महान घटनाक्रम के मुहाने पर खड़ा है.#
Highlights 107: ब्रांडेड कपड़े महंगे हो गए.#
Highlights 106: सोया प्रोडक्ट सस्ते होंगे.#
Highlights 105: LCD और LED सस्ता होगा.#
Highlights 104: गुटखा, तंबाकू, सिगरेट और बीड़ी सब महंगा.#
Highlights 103: सोना और प्लैटिनम महंगा होगा.#
Highlights 102: माचिस और नमक सस्ता होगा.#
Highlights 101: आयतित सोना मंहगा होगा.#
Highlights 100: HIV और कैंसर की दवा सस्ती होगी.#
Highlights 99: विदेशी सौर ऊर्जा यूनिटें सस्ती होगी.#
Highlights 98: विदेशी साइकिलें महंगी होंगी.#
Highlights 97: एक्साइज ड्यूटी बढ़ने से बड़ी कारें महंगी होंगी.#
Highlights 96: मोबाइल फोन महंगे नहीं होंगे. बड़ी कारें महंगी.#
Highlights 95: एक्साइज ड्यूटी 22 फीसदी से बढ़ाकर 24 फीसदी.#
Highlights 94: 10 हजार तक की बचत ब्याज पर टैक्स नहीं.#
Highlights 93: सर्विस टैक्स 10 से बढ़ाकर 12 फीसदी.#
Highlights 92: सर्विस टैक्स का दायरा बढ़ेगा.#
Highlights 91: टैक्स में छूट से सरकार को 4500 करोड़ का घाटा.#
Highlights 90: सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स 20 फीसदी घटा.#
Highlights 89: 10 लाख से ऊपर आय पर 30 फीसदी टैक्स.#
Highlights 88: 5 लाख से 10 लाख तक की आय पर 20 फीसदी टैक्स.#
Highlights 87: 2 लाख से 5 लाख तक की आय पर 10 फीसदी टैक्स.#
Highlights 86: आयकर पर छूट की सीमा 1.80 लाख से बढ़ाकर 2 लाख की गई.#
Highlights 85: वित्त मंत्री की जिंदगी आसान नहीं है.#
Highlights 84: डिफेंस पर 1.95 लाख करोड़ खर्च होगा.#
Highlights 83: 2012-13 में 14 लाख 90 हजार करोड़ खर्चेंगे.#
Highlights 82: बजट अनुमान से 15 फीसदी ज्यादा टैक्स वसूला.#
Highlights 81: NRHM में 20 हजार 822 करोड़ खर्च होंगे.#
Highlights 80: इसी सत्र में काले धन पर श्वेत पत्र लाएगी सरकार.#
Highlights 79: गांवों में सड़कों के लिए 24 हजार करोड़.#
Highlights 78: विकलांग पेंशन 200 से बढ़ाकर 300 रुपया.#
Highlights 77: पेयजल और सैनिटेशन के लिए 14 हजार करोड़.#
Highlights 76: एम्स जैसे 7 और मेडिकल कॉलेजों की स्थापना.#
Highlights 75: मिड डे मील के लिए 11 हजार 937 करोड़.#
Highlights 74: शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ क्षेत्र में ज्यादा फंड.#
Highlights 73: रिटेल में एफडीआई का फैसला का अटका है.#
Highlights 72: पिछड़े इलाकों में विकास योजनाओं में ज्यादा फंड.#
Highlights 71: ग्रामीण पेयजल योजनाओं में 27 फीसदी की बढ़ोतरी.#
Highlights 70: दिसंबर 2012 तक नया PDS.#
Highlights 69: अनाज भंडारण के लिए नए गोदाम बनाए जाएंगे.#
Highlights 68: एससी और एसटी विकास योजनाओं में 18 फीसदी की बढ़ोतरी.#
Highlights 67: समय पर कर्ज चुकाने वाले किसानों को 3 प्रतिशत की छूट.#
Highlights 66: खाद्य सुरक्षा कानून के लिए पैसा जुटाया जाएगा.#
Highlights 65: किसान क्रेडिट कार्ड एटीएम की तरह इस्तेमाल हो सकेगा.#
Highlights 64: किसानों को दिया जाने वाला कर्ज 5 लाख 75 हजार करोड़.#
Highlights 63: धान किसानों के लिए 1000 करोड़ की मदद.#
Highlights 62: सिंचाई के लिए 300 करोड़ ज्यादा मिलेंगे.#
Highlights 61: बुनकरों के लिए तकनीकी मदद दी जाएगी.#
Highlights 60: 9 हजार किमी नई सड़क बनाने का लक्ष्य.#
Highlights 59: पूर्वोत्तर में कपड़ा उद्योग के लिए 500 करोड़.#
Highlights 58: अगले 5 सालों में यूरिया में आत्मनिर्भर बन जाएंगे.#
Highlights 57: अगले 5 सालों में यूरिया का आयात नहीं करना पड़ेगा.#
Highlights 56: सस्ते मकान बनाने के लिए विदेशी कर्ज को मंजूरी.#
Highlights 55: एयरलाइंस के लिए विदेशी कर्ज की सीमा बढ़ाई गई.#
Highlights 54: नई सड़क परियोजना के लिए 14 फीसदी अधिक फंड.#
Highlights 53: इंफ्रास्ट्रक्चर के कई नए सेक्टरों में विदेशी निवेश.#
Highlights 52: टैक्स फ्री बॉन्ड के जरिए 60 हजार करोड़ जुटाए जाएंगे.#
Highlights 51: रक्षा उत्पादन में विदेशी निवेश को बढ़ावा.#
Highlights 50: बुनियादी ढांचे में काफी सुधार की जरुरत.#
Highlights 49: डायरेक्ट टैक्स कोड लागू होने में देरी.#
Highlights 48: सहकारी बैंकों को सरकारी मदद.#
Highlights 47: एलपीजी और केरोसिन सब्सिडी के नए तरीकों पर विचार.#
Highlights 46: अगस्त 2012 में लागू होगा GST.#
Highlights 45: शेयर बाजार में छोटे निवेशकों केलिए नई स्कीम.#
Highlights 44: शेयर बाजार निवेशकों के लिए नई स्कीम.#
Highlights 43: खाद सब्सिडी को समझदारी से इस्तेमाल करना होगा.#
Highlights 42: सब्सिडी घटाना सरकार की प्राथमिकता होगी.#
Highlights 41: टैक्स राजस्व घटने से सरकार का बजट गड़बड़ाया.#
Highlights 40: हमने 5 बिंदुओं पर ध्यान दिया है.#
Highlights 39: 2012-13 में विकास दर 7.6 फीसदी रहेगी.#
Highlights 38: अनाज के भंडारण में हमने प्रगति की है.#
Highlights 37: कई क्षेत्रों में सुधार के संकेत.#
Highlights 36: निर्यात 22 फीसदी की दर से बढ़े.#
Highlights 35: दिसंबर में खाद्य महंगाई दर में कमी आई.#
Highlights 34: इस साल विकास दर 6.9 फीसदी रहेगी.#
Highlights 33: भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत है.#
Highlights 32: विकास दर में कमी आई है-प्रणब.#
Highlights 31: बजट पेश करने के दौरान लोकसभा में हंगामा.#
Highlights 30: लोकसभा में आम बजट पेश कर रहे हैं प्रणब मुखर्जी.#
Highlights 29: लोकसभा की कार्यवाही शुरू.#
Highlights 28: कैबिनेट ने बजट को मंजूरी दी.#
Highlights 27: कुछ ही पल में लोकसभा में पेश होगा आम बजट 2012-13.#
Highlights 26: जानकारों का मानना है कि ईपीएफ ब्याज दर में कटौती बजट में कड़े कदम की ओर इशारे कर रहे हैं.#
Highlights 25: आम बजट पर कैबिनेट की बैठक जारी.#
Highlights 24: बजट को लेकर 10.15 कैबिनेट की बैठक.#
Highlights 23: वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी संसद भवन पहुंचे.#
Highlights 22: बजट के दस्तावेज संसद लाए गए.#
Highlights 21: नॉर्थ ब्लॉक पहुंचे वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी.#
Highlights 20: आम बजट पेश किए जाने के दौरान लोकसभा में मौजूद नहीं रहेंगे डीएमके के मंत्री.#
Highlights 19: अपने घर से वित्त मंत्रालय के लिए रवाना हुए प्रणब मुखर्जी.#
Highlights 18: इस कारोबारी साल की पहली छमाही में एक्सपोर्ट में 40 फीसदी का इज़ाफा, आयात 30 फीसदी तक बढ़े.#
Highlights 17: भारत की गिनती दुनिया की बेहतरीन अर्थव्यवस्थाओं में, 2007-2012 में देश की क्रेडिट रेटिंग में करीब 3 फीसदी की बढ़ोतरी.#
Highlights 16: सेवा क्षेत्र में विकास दर तेज़ रहने का अनुमान, सेवा क्षेत्र में 9.4 फीसदी रह सकता है विकास.#
Highlights 15: आर्थिक सर्वे में औद्योगिक विकास दर 4 से 5 फीसदी रहने की जताई गई उम्मीद, सुधार पर दिया जोर.#
Highlights 14: रिटेल में एफडीआई को मंजूरी देने से होगा इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, आर्थिक सर्वे ने की मल्टीब्रांड में एफडीआई की वकालत.#
Highlights 13: प्रणब दा ने जताई चिंता, उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति ने डीजल, एलपीजी की कीमतों से लेकर रिटेल में एफडीआई तक पर डाला असर.#
Highlights 12: वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने संसद में पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण, टैक्स के स्रोत बढ़ाने के दिए संकेत.#
Highlights 11: वित्तीय घाटा बेकाबू होने से सांसत में फंसी है सरकार, जीडीपी विकास दर में भी लगातार हो रही है गिरावट.#
Highlights 10: ईपीएफ ब्याज दर 9.50 प्रतिशत से घटाकर 8.25 करने का फैसला.#
Highlights 9: बजट से पहले सरकार ने साढ़े चार करोड़ से ज्यादा लोगों को दिया तगड़ा झटका, ईपीएफ ब्याज दर में 1.25 प्रतिशत की कटौती.#
Highlights 8: वित्त राज्य मंत्री पलानि मनिक्कम बजट सत्र से रह सकते हैं गायब, मछुआरों की मौत के मामले में थिरुनेलवेल्ली पहुंचे.#
Highlights 7: संसदीय समिति ने की है बचत की सीमा भी दो लाख 50 हज़ार रुपये करने की सिफारिश, अभी 1 लाख रूपये तक है छूट.#
Highlights 6: टैक्स पर अभी 1 लाख 80 हज़ार रूपये पर है छूट, महिलाओं के लिए तय रकम एक लाख 90 हज़ार रूपये.#
Highlights 5: डायरेक्ट टैक्स कोड पर संसदीय समिति ने जगाई है उम्मीद, बेसिक लिमिट 3 लाख रूपये करने की सिफारिश.#
Highlights 4: आम बजट में इनकम टैक्स का सबसे बड़ा सवाल, नौकरीपेशा लोगों को टैक्स दर में बड़ी छूट की उम्मीद.#
Highlights 3: महंगाई की मार झेल रही देश की आबादी की प्रणब दा पर टिकी उम्मीद, बजट में कैसे मिलेगी राहत.#
Highlights 2: प्रणब का ब्रीफकेस खुलने के बाद पता चलेगा सरकार का इरादा, बढ़ेगा टैक्स का बोझ या मिलेगी राहत की सौगात.#
Highlights 1: संसद में आज खुलेगा दादा का पिटारा, वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी पेश करेंगे 2012-13 का आम बजट.# |
लेख: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में प्रधानमंत्री की दावेदारी को लेकर चल रही अटकलों में शनिवार को तब एक रोचक मोड़ आ गया जब पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष विजय गोयल ने कहा कि आम चुनाव के बाद लालकृष्ण आडवाणी भाजपा सरकार का नेतृत्व करेंगे, लेकिन बाद में बात पलटते हुए कहा कि उनका आशय यह था कि वरिष्ठ नेता की देखरेख में सरकार का गठन हो।
गोयल के बयान को मीडिया ने आनन-फानन में तूल दे दिया, तब बाद में उन्हें सफाई देनी पड़ी कि उन्होंने जो कहा उसका आशय यह था कि अनुभवी नेता आडवाणी के निर्देशन में सरकार का गठन हो।
भाजपा के संगठन दिवस के मौके पर गोयल ने कहा, "केंद्र में अगली सरकार आडवाणी के नेतृत्व में बननी चाहिए, किसी और के नेतृत्व में नहीं।"टिप्पणियां
आडवाणी एवं पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की मौजूदगी में उन्होंने कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी को मजबूती दी। वाजपेयी जी तो बीमार हैं, लेकिन आडवाणी के निर्देशन में भाजपा 2014 में सत्ता में आएगी।"
इसके कुछ ही घंटों बाद हालांकि उन्होंने बात पलट दी।
गोयल के बयान को मीडिया ने आनन-फानन में तूल दे दिया, तब बाद में उन्हें सफाई देनी पड़ी कि उन्होंने जो कहा उसका आशय यह था कि अनुभवी नेता आडवाणी के निर्देशन में सरकार का गठन हो।
भाजपा के संगठन दिवस के मौके पर गोयल ने कहा, "केंद्र में अगली सरकार आडवाणी के नेतृत्व में बननी चाहिए, किसी और के नेतृत्व में नहीं।"टिप्पणियां
आडवाणी एवं पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की मौजूदगी में उन्होंने कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी को मजबूती दी। वाजपेयी जी तो बीमार हैं, लेकिन आडवाणी के निर्देशन में भाजपा 2014 में सत्ता में आएगी।"
इसके कुछ ही घंटों बाद हालांकि उन्होंने बात पलट दी।
भाजपा के संगठन दिवस के मौके पर गोयल ने कहा, "केंद्र में अगली सरकार आडवाणी के नेतृत्व में बननी चाहिए, किसी और के नेतृत्व में नहीं।"टिप्पणियां
आडवाणी एवं पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की मौजूदगी में उन्होंने कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी को मजबूती दी। वाजपेयी जी तो बीमार हैं, लेकिन आडवाणी के निर्देशन में भाजपा 2014 में सत्ता में आएगी।"
इसके कुछ ही घंटों बाद हालांकि उन्होंने बात पलट दी।
आडवाणी एवं पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की मौजूदगी में उन्होंने कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी को मजबूती दी। वाजपेयी जी तो बीमार हैं, लेकिन आडवाणी के निर्देशन में भाजपा 2014 में सत्ता में आएगी।"
इसके कुछ ही घंटों बाद हालांकि उन्होंने बात पलट दी।
इसके कुछ ही घंटों बाद हालांकि उन्होंने बात पलट दी। |
भ्रष्टाचार के आरोपों पर गंभीर रूख अपनाते हुए कांग्रेस आला कमान ने अशोक चव्हाण को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से और सुरेश कलमाड़ी को कांग्रेस संसदीय दल के सचिव के पद से हटाकर पार्टी की गिरती साख को थामने का प्रयास किया.
संसद का शीतकालीन अधिवेशन शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने ऐलान किया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चव्हाण से पद छोड़ने को कहा है. विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ दल को संसद में घेरने की जबर्दस्त तैयारी की थी.
उन्होंने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘उनका (चव्हाण का) इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. उनसे कहा गया है कि वह राज्यपाल (के शंकरनारायणन) को अपना इस्तीफा सौंप दें.’ द्विवेदी ने यह ऐलान भी किया कि कांग्रेस संसदीय दल के सचिव के रूप में सुरेश कलमाड़ी का इस्तीफा भी तुरंत प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है. कलमाड़ी राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद आलोचनाओं में घिरे थे.
इससे पहले कलमाडी को इस्तीफा देने के लिए कहा गया था. वह पुणे से पार्टी के लोकसभा सदस्य हैं. पिछले महीने राजधानी में संपन्न राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारियों में कलमाडी की भूमिका संदिग्ध है.
कोलाबा की विवादित आदर्श हाउसिंग सोसायटी में चव्हाण के तीन रिश्तेदारों के फ्लैट होने का खुलासा होने के बाद चव्हाण से इस्तीफा लेने का फैसला अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत की तीन दिन की यात्रा समाप्त करके जाने के कुछ ही मिनट के भीतर लिया गया. शनिवार को ओबामा के मुंबई पहुंचने पर चव्हाण ने ही उनकी अगवानी की थी.
दरअसल पार्टी नहीं चाहती थी कि चव्हाण के इस्तीफे का ओबामा की यात्रा पर कोई असर पड़े. 51 वर्षीय चव्हाण ने 30 अक्तूबर को सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान इस्तीफा देने की पेशकश की थी.
सोनिया ने इस मामले में वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी और रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी की रिपोर्ट आने से पहले ही चव्हाण को हटाने का फैसला किया. मुखर्जी और एंटनी मुंबई में हैं और वह वहां केन्द्रीय प्रेक्षकों के तौर पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेंगे.
द्विवेदी की घोषणा के फौरन बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार विपक्षी दलों के साथ तमाम मामलों पर विचार विमर्श करने को तैयार है. उन्होंने उम्मीद जताई कि संसद का शीतकालीन सत्र शांतिपूर्ण और उपयोगी होगा.
संसद भवन में प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘आप सबका स्वागत है. हम इस सत्र के प्रति आशान्वित हैं और हमें उम्मीद है कि यह सत्र शांतिपूर्ण और उपयोगी होगा.’ दरअसल भाजपा नीत राजग ने ऐलान किया था कि जब तक इस मामले में कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती वह संसद का कामकाज चलने नहीं देगा.
राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन की तैयारियों में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार की खबरें आने के बाद कलमाड़ी पर पिछले कुछ समय से राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति से इस्तीफा देने के लिए विपक्षी दलों का भारी दबाव था, लेकिन वह पद छोड़ने से लगातार इंकार कर रहे थे.
पिछले महीने खेलों के आयोजन के बाद कांग्रेस ने कलमाड़ी को उनके हाल पर छोड़ दिया था. पार्टी उन्हें और राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन से जुड़े उनके अन्य साथियों को क्लीन चिट देने से बच रही थी. नई दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन के एक सप्ताह बाद पार्टी ने इन दोनो नेताओं के भाग्य का फैसला कर दिया. यह दोनो भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे होने के कारण विपक्षी दलों और मीडिया के निशाने पर थे.
कांग्रेस इस मामले पर विपक्षी दलों की और प्रताड़ना झेलने को तैयार नहीं थी. विपक्षी दलों ने ऐलान किया था कि वह इन घोटालों से जुड़े तमाम मसले संसद में उठाएंगे. |
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में पुलिस ने रहस्यमय हालात में 30 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद किया. मृतक की जेब से हत्याकांड के मुजरिम के पैरोल के कागजात बरामद किए गए. यह मुजरिम सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था और फिलहाल पैरोल पर जेल से बाहर है.
देपालपुर थाने के प्रभारी सुनील यादव ने बताया कि उजालिया गांव में एक पुल के नीचे 30 वर्षीय व्यक्ति की सिर कुचली लाश बरामद की गई. यादव ने बताया कि हत्याकांड के शिकार युवक की अब तक शिनाख्त नहीं हो सकी है, लेकिन मृतक की जेब से भावसिंह नाम के मुजरिम की पैरोल के कागजात मिले हैं. भावसिंह 10 सितंबर को सेंट्रल जेल से 15 दिन की पैरोल पर छूटा था. उसे हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने जब भावसिंह के परिजन को बुलाकर संबंधित लाश की पहचान करने को कहा, तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया कि यह शव पैरोल पर सेंट्रल जेल से छूटे मुजरिम का है.
यादव ने बताया कि परिजन ने इस बारे में भी जानकारी होने से इनकार किया कि भावसिंह इस वक्त कहां है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: बांग्लादेश पुलिस ने राष्ट्रीय क्रिकेटर शहादत हुसैन पर 11 साल की लड़की को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए, जिसे उसने गैरकानूनी तौर पर नौकरानी के रूप में रखा था।
पुलिस ने कहा कि बांग्लादेश की तरफ से 38 टेस्ट मैच खेलने वाले हुसैन और उसकी पत्नी निरितो शहादत पर मारपीट और प्रताड़ित करने के लिए मंगलवार को औपचारिक तौर पर आरोप तय किए गए।टिप्पणियां
पुलिस इंस्पेक्टर शफीउर रहमान ने कहा, 'हमारी प्राथमिक जांच में शहादत और उसकी पत्नी के खिलाफ आरोप साबित हो गये हैं।' इस मामले में दोषी पाए जाने पर हुसैन और उनकी पत्नि को 14 साल जेल की सजा हो सकती है।
बांग्लादेश के इस 29 वर्षीय क्रिकेटर ने आरोपों से इनकार किया है। उसे 13 सितंबर को सभी तरह की क्रिकेट से निलंबित कर दिया गया था।
पुलिस ने कहा कि बांग्लादेश की तरफ से 38 टेस्ट मैच खेलने वाले हुसैन और उसकी पत्नी निरितो शहादत पर मारपीट और प्रताड़ित करने के लिए मंगलवार को औपचारिक तौर पर आरोप तय किए गए।टिप्पणियां
पुलिस इंस्पेक्टर शफीउर रहमान ने कहा, 'हमारी प्राथमिक जांच में शहादत और उसकी पत्नी के खिलाफ आरोप साबित हो गये हैं।' इस मामले में दोषी पाए जाने पर हुसैन और उनकी पत्नि को 14 साल जेल की सजा हो सकती है।
बांग्लादेश के इस 29 वर्षीय क्रिकेटर ने आरोपों से इनकार किया है। उसे 13 सितंबर को सभी तरह की क्रिकेट से निलंबित कर दिया गया था।
पुलिस इंस्पेक्टर शफीउर रहमान ने कहा, 'हमारी प्राथमिक जांच में शहादत और उसकी पत्नी के खिलाफ आरोप साबित हो गये हैं।' इस मामले में दोषी पाए जाने पर हुसैन और उनकी पत्नि को 14 साल जेल की सजा हो सकती है।
बांग्लादेश के इस 29 वर्षीय क्रिकेटर ने आरोपों से इनकार किया है। उसे 13 सितंबर को सभी तरह की क्रिकेट से निलंबित कर दिया गया था।
बांग्लादेश के इस 29 वर्षीय क्रिकेटर ने आरोपों से इनकार किया है। उसे 13 सितंबर को सभी तरह की क्रिकेट से निलंबित कर दिया गया था। |
दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज और बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह समेत छह मुक्केबाजों ने बुधवार को पांचवीं राष्ट्रमंडल मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के फाइनल में जीत दर्ज कर छह स्वर्ण पदक जीते जिसकी बदौलत भारत अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सफल रहा.
वर्ष 2005 में स्काटलैंड में हुई राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में भारत ने चार स्वर्ण और तीन रजत जीते थे जबकि 2007 में देश के नाम एक स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य रहे थे. मिलान में हुई विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर ने मिडिलवेट (75 किग्रा) में पहले राउंड में नाक में खून निकलने के बावजूद खचाखच भरे तालकटोरा स्टेडियम में इंग्लैंड के फ्रैंक बुगलियोनी को 13-3 से परास्त किया.
इस 24 वर्षीय मुक्केबाज ने बीजिंग ओलंपिक क्वालीफायर से पहले जर्मनी में कैमिस्ट्री कप में स्वर्ण पदक जीता था और इस तरह उन्हें दो साल बाद सोने का तमगा मिला. कैमिस्ट्री कप से पहले उन्होंने कजाखस्तान में ओलंपिक क्वालीफायर में पहला स्थान हासिल किया था.
विजेंदर को टूर्नामेंट का ‘सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज’ का पुरस्कार भी दिया गया. मौजूदा एशियाई चैम्पियन और पिछले साल प्रेसिडेंट कप के स्वर्ण पदकधारी सुरंजय सिंह फ्लाईवेट (52 किग्रा वर्ग) के पहले राउंड में एक जोरदार पंच लगाकर 1-0 से आगे थे और तभी रैफरी ने बाउट रोककर उन्हें विजेता घोषित किया. |
लेख: बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद पहली बार योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोरखपुर पहुंचे थे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'यह नागरिक अभिनंदन मेरा नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ जनता का अभिनंदन है जिसने भारतीय जनता पार्टी और दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता इस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति के अंतरगत बीजेपी को यूपी में प्रचंड बहुमत दिया है, इसके लिए मैं यूपी की 22 करोड़ जनता का अभिनंनदन करता हूं.'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘एक बड़ी योजना के साथ हम कार्य प्रारंभ करने वाले हैं. उत्तर प्रदेश का कोई व्यक्ति चाहे वह किसी तबके या क्षेत्र का हो, कभी भी अपने को उपेक्षित महसूस नहीं करेगा.’’ उन्होंने कहा कि सरकार निरंतर कार्य कर रही है. कुछ निर्णय लिये लेकिन हो सकता है कि तमाम लोग तमाम प्रकार की बातें कर रहे हों. ‘‘सबको बताना चाहता हूं कि भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में जो बातें कही हैं, हम अक्षरश: उनका अनुपालन करेंगे. सरकार उत्तर प्रदेश को देश के विकसित से विकसित प्रदेश के रूप में स्थापित करने में सफल होगी.’’ योगी ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त शासन होगा. जनता के प्रति संवेदनशील प्रशासन होगा. गुंडाराज पूरी तरह समाप्त होगा. अराजकता का कोई स्थान नहीं होगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘एक बड़ी योजना के साथ हम कार्य प्रारंभ करने वाले हैं. उत्तर प्रदेश का कोई व्यक्ति चाहे वह किसी तबके या क्षेत्र का हो, कभी भी अपने को उपेक्षित महसूस नहीं करेगा.’’ उन्होंने कहा कि सरकार निरंतर कार्य कर रही है. कुछ निर्णय लिये लेकिन हो सकता है कि तमाम लोग तमाम प्रकार की बातें कर रहे हों. ‘‘सबको बताना चाहता हूं कि भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में जो बातें कही हैं, हम अक्षरश: उनका अनुपालन करेंगे. सरकार उत्तर प्रदेश को देश के विकसित से विकसित प्रदेश के रूप में स्थापित करने में सफल होगी.’’ योगी ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त शासन होगा. जनता के प्रति संवेदनशील प्रशासन होगा. गुंडाराज पूरी तरह समाप्त होगा. अराजकता का कोई स्थान नहीं होगा. |
हरियाणा सरकार ने पिछले महीने खेमका का तबादला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से अभिलेखागार विभाग में कर दिया था. खेमका ने लिखा है, 'दब्बू और भ्रष्ट अधिकारी सक्रिय सेवा के दौरान खूब फलते-फूलते हैं और सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्हें पुरस्कार दे दिया जाता है, जबकि ईमानदार को छोटे और मामूली काम सौंपे जाते हैं जो निचली रैंक के लिए उपयुक्त होते हैं.' उन्होंने कहा, 'भ्रष्ट को तब तक कठघरे में खड़ा नहीं किया जाता है जब तक वे शासकों के हितों पर प्रहार न करें.' |
रेप के मामले में घिरे समाचार पत्रिका 'तहलका' के संस्थापक व प्रधान संपादक तरुण तेजपाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. अपनी जूनियर पत्रकार से गोवा में यौन उत्पीड़न के मामले में उन्हें आज गिरफ्तार किया जा सकता है. उनसे पूछताछ के लिए गोवा पुलिस दिल्ली पहुंच चुकी है.
सूत्र बता रहे हैं कि गोवा पुलिस ने होटल का सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिया है और इसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर सकती है. तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी ने कहा है कि उन्हें गोवा पुलिस ने जांच में सहयोग के लिए बुलाया है और उन्होंने सहयोग करने पर सहमति भी जताई है.
इस बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा और पुख्ता होनी चाहिए. उन्होंने पुलिस को भरोसे पर खरा उतरने की जरूरत भी जताई.
इससे पहले गोवा पुलिस ने शुक्रवार को रेप का मामला दर्ज किया. एक महिला पत्रकार ने उन पर गोवा के एक फाइव स्टार होटल में एक पखवाड़ा पहले आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यौन शोषण का आरोप लगाया था. आरोपी पत्रकार ने जांच में पूरा सहयोग करने का वादा किया है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गोवा से रिपोर्ट तलब की है.
गोवा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने खुद संज्ञान लेते हुए तेजपाल के खिलाफ दुष्कर्म और आपराधिक हमले के तहत मामला दर्ज किया है. होटल के सीसीटीवी फुटेज और पत्रिका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी को की गई पीड़िता की शिकायत की लीक हुई प्रति के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. तेजपाल (50) पर आरोप है कि उन्होंने गोवा के एक होटल में साप्ताहिक पत्रिका के 'तहलका थिंकफेस्ट' कार्यक्रम के दौरान होटल में दो बार अपनी कनिष्ठ सहकर्मी का यौन शोषण किया.
गोवा के पुलिस महानिदेशक किशन कुमार ने पणजी में शुक्रवार को कहा कि तेजपाल के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है और जल्द ही पुलिस की टीम पूछताछ के लिए दिल्ली पहुंचेगी. पुलिस ने होटल प्रबंधन के पास से सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया है. दुष्कर्म का मामला दर्ज होने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तेजपाल ने कहा कि वह जांच में पुलिस को पूरा सहयोग करेंगे. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आर.पी.एन. सिंह ने शुक्रवार को कहा कि मंत्रालय ने तरुण तेजपाल मामले में गोवा सरकार से पूरे विवरण मांगे हैं.
उधर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने शुक्रवार को तहलका पत्रिका को निर्देश दिया है कि वह पत्रिका के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ लगे कथित यौन उत्पीड़न मामले से संबंधित सभी विवरण अगले 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराए.
तहलका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि तरुण तेजपाल के खिलाफ छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई करने में कोई देरी नहीं हुई और गठित की गई समिति घटना की जांच करेगी.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि टेलीविजन की बहसों में कुछ लोगों ने तहलका के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल को अपनी एक कनिष्ठ सहकर्मी के यौन शोषण के आरोपों से बच निकलने का रास्ता उपलब्ध कराया है.
जेटली के अनुसार यह सुझाव देना कि पीड़िता के सामने आपराधिक जांच को आगे बढ़ाने या उसे छोड़ने का विकल्प है, हमलावर को बच निकलने का रास्ता देने के समान है. जेटली ने कहा कि विभागीय जांच और मुकदमा एक साथ चलने चाहिए. गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर और राज्य के पुलिस प्रमुख दोनों ने यह आरोप लगाया है कि समाचार साप्ताहिक पत्रिका तहलका के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल के विरुद्ध यहां दाखिल मामले की जांच में समाचार साप्ताहिक की प्रबंध संपादक सोमा चौधरी बाधा पैदा कर रही हैं. पर्रिकर ने एक समाचार चैनल से कहा कि पत्रिका मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है.
पर्रिकर ने राज्य पुलिस महानिदेशक किशन कुमार की ही तर्ज पर कहा, 'पुलिस ने मुझे बताया है कि उसने कल (गुरुवार) शाम 5.18 बजे प्रबंध निदेशक को एक मेल भेजा था. उन लोगों ने मेल के स्वीकार कर लिए जाने की पुष्टि की है. मेल में उनसे इस मामले की जांच में सहयोग करने का अनुरोध किया गया है, जो जघन्य प्रकृति का है.' पुलिस महानिदेशक ने भी कहा था कि चौधरी सहयोग नहीं कर रही हैं. उल्लेखनीय है कि यह मामला बुधवार रात प्रकाश में आया, जिसके बाद तेजपाल ने छह महीने के लिए पद छोड़ने का निर्णय लिया. |
सोने का आयात जून में 65.13 फीसदी बढ़कर 3.12 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इससे पहले लगातार सात महीने तक सोने के आयात में गिरावट दर्ज की गई थी. जून, 2013 में 1.88 अरब डॉलर मूल्य के सोने का आयात किया गया था.
अधिक आयात से देश का व्यापार घाटा मामूली रूप से बढ़कर 11.76 अरब डॉलर पहुंच गया जो बीते साल जून में 11.28 अरब डॉलर था.
अक्टूबर, 2013 में सोने का आयात 62.5 फीसदी बढ़कर 1.3 अरब डॉलर रहा था.
सरकार ने चालू खाते के घाटे पर अंकुश लगाने के लिए सोने के आयात पर पाबंदियां लगा दी थीं. देश का चालू खाते का घाटा 2012-13 में जीडीपी के 4.8 फीसदी पर पहुंच गया था. पेट्रोलियम उत्पादों व सोने के आयात में वृद्धि के चलते चालू खाते का घाटा बढ़ा था.
सरकार ने सोने पर सीमा शुल्क बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया था और सोने के सिक्कों व पदकों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था. वहीं दूसरी ओर, रिजर्व बैंक ने सोने के आयात को निर्यात से संबद्ध कर दिया था.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय रत्न एवं आभूषण निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए सोने के आयात में ढील देने की वकालत करता रहा है. जून में रत्न एवं आभूषण का निर्यात 5 फीसदी घटकर 3.31 अरब डॉलर रह गया. |
नोएडा के सेक्टर-30 निवासी उद्योगपति के आवास से करीब 40 लाख रुपये की नकदी और गहने चुराकर भागने वाले घरेलू नौकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसकी निशानदेही पर 30 लाख रुपये की कीमत के गहने भी बरामद कर लिए गए हैं. नगर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि सेक्टर-30 में रहने वाले कपड़ा कारोबारी ध्रुव कपूर के आवास से दो जुलाई को उनके घरेलू नौकर राहुल सिंह ने करीब 40 लाख रुपये की कीमत के गहने और 10 हजार रुपये नकद चोरी कर फरार हो गया था.टिप्पणियां
अरुण कुमार सिंह ने कहा, शिकायत मिलने पर पुलिस ने राहुल का फोन सर्विलांस पर लगाया. उसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया. राहुल की निशानदेही पर 30 लाख रुपये कीमत के गहने बरामद भी कर लिए गए हैं. पुलिस उसे अदालत में पेश करने वाली है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अरुण कुमार सिंह ने कहा, शिकायत मिलने पर पुलिस ने राहुल का फोन सर्विलांस पर लगाया. उसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया. राहुल की निशानदेही पर 30 लाख रुपये कीमत के गहने बरामद भी कर लिए गए हैं. पुलिस उसे अदालत में पेश करने वाली है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
साउथ दिल्ली के जसोला क्षेत्र से एक प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया गया है. शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि प्रिंसिपल पर कथित तौर पर एक टीचर का रेप करने का आरोप है. इस मामले में तब केस दर्ज किया गया जब महिला ने दिल्ली के सरिता विहार पुलिस स्टेशन में प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत की और बताया कि उसका प्रिंसिपल ने रेप किया है. पुलिस ने बताया, 'महिला का आरोप है कि प्रिंसिपल ने जून 2017 में उसके साथ मारपीट की थी. उसने(प्रिंसिपल) स्कूल के घंटों के बाद एक्सट्रा क्लास लेने के लिए कहा था.'
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सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, 'प्रिंसिपल, महिला को अपने ऑफिस में ले गया और उसे सॉफ्ट ड्रिंक दी जिसमें दवा मिली हुई थी. इसके बाद उसने महिला का रेप किया और वीडियो बनाया.'
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कथित तौर पर प्रिंसिपल ने महिला को धमकी दी कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो वह वीडियो वायरल कर देगा. गुरुवार को प्रिंसिपल को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. (इनपुट:पीटीआई) |
मशहूर हॉलीवुड एक्ट्रेस
वनीसा मार्केज
द्वारा खिलौना बंदूक दिखाए जाने के बाद दक्षिणी कैलिफोर्निया में पुलिस ने उनको गोली मार दी. जानकारी के मुताबिक पुलिस गुरुवार को पूछताछ के लिए वनीसा के साउथ पासाडेना स्थित घर पर पहुंची थी. जहां पुलिस और वनीसा के बीच तकरीबन 1.5 घंटे तक बातचीत चली. इसी दौरान वनीसा ने अपनी खिलौना बंदूक निकाल कर पुलिस पर तान दी. जिसके कुछ देर बाद पुलिस ने वनीसो को शूट कर दिया.
हालांकि गोली मारे जाने के बाद पुलिस को इस बात का पता चला कि वनीसा के हाथ में मौजूद बंदूक दरअसल एक टॉय गन थी. बता दें कि वनीसा साल 2005 से ही बीमार थीं. उन्हें भारी डिप्रेशन की समस्या थी और बाद में उन्हें ओसीडी और शॉपिंग एडिक्शन भी हो गया था. इस बात का खुलासा वनीसा ने साल 2005 में आई एक टीवी सीरीज 'इंटरवेंशन' में किया था.
माना ये जा रहा था कि इस शो के बाद वह अपनी मानसिक दिक्कतों से निजात पा लेंगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. सीबीएस लोकल की एक खबर के मुताबिक एक पड़ोसी ने ही पुलिस को यह खबर दी थी कि वनीसा की मानसिक हालत पहले से कहीं ज्यादा खराब हो गई है.
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उनके वर्क फ्रंट की बात करें तो वनीसा ने कई शोज में काम किया था. सबसे पहले वह साल 1988 में आई टीचर ड्रामा फिल्म स्टैंड एंड डेलिवर में दिखीं. इसके अलाव वह साल 1994 से 1997 तक फेमस टीवी सीरीज ईआर का हिस्सा रहीं. |
बिहार में पश्चिम
चम्पारण
जिले के बलथर थाना क्षेत्र के तहत एक मकान से पुलिस ने रविवार रात 105 किलोग्राम चरस बरामद की. इस मामले में एक व्यक्ति तथा उसके दो पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पश्चिम चम्पारण के पुलिस अधीक्षक सुनील नायक ने सोमवार को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सरकिया टोला निवासी सूबेदार गद्दी के घर छापा मारा गया, जहां से करीब 105 किलोग्राम चरस बरामद हुई. इस मामले में सूबेदार और उसके दो पुत्रों- मुश्ताक और मुमताज को गिरफ्तार कर लिया गया है.
नायक ने बताया कि पुलिस गिरफ्तार तीनों व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है. आशंका है कि उक्त मादक पदार्थ नेपाल से लाए गए होंगे, जिसे देश के अन्य हिस्सों में भेजा जाना था.
नायक के मुताबिक बरामद की गई चरस की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 10 करोड़ रुपये आंकी जा रही है. |
अवध वॉरियर्स टीम इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) के सेमीफाइनल में पहुंच गई है। उसने सोमवार को गॉचीबोली स्टेडियम में मेजबान पुणे पिस्टंस को 3-2 से हराया। वॉरियर्स के खिलाफ अंत के दो मैच जीतकर पिस्टंस ने भी सेमीफाइनल में स्थान पक्का कर लिया है।
पिस्टंस के खाते में पांच मैचों से 16 अंक हैं जबकि वॉरियर्स के खाते में भी पांच मैचों से 16 अंक हैं। इसके अलावा हैदराबाद हॉटशॉट्स और मुम्बई मास्टर्स के 15-15 अंक हैं। बाकी के दो स्थानों का चयन हॉटशॉट्स, मास्टर्स और बांगा बीट्स में से होना है। पांच मैचों से 13 अंक जुटाकर क्रिश दिल्ली स्मैशर्स सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है।
बांगा बीट्स के पास चार मैचों से नौ अंक हैं और उसके खाते में एक मैच बचा है। उसे मंगलवार को हॉटशॉट्स से खेलना। अगर यह टीम हॉटशाट्स को 5-0 से हरा देती है तो उसके बोनस सहित कुल 15 अंक हो जाएंगे। इस तरह दो स्थानों के लिए तीन टीमों के बीच टाई होगा और फिर ऐसी स्थिति में यह देखा जाएगा कि किसने किसे कितनी बार हराया।
वैसे बीट्स के लिए हॉटशॉट्स को 5-0 से हरा पाना मुश्किल लग रहा है। ऐसी स्थिति में वॉरियर्स और पिस्टंस के साथ-साथ मास्टर्स और हॉटशॉर्ट्स का भी सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग तय हो गया है। सेमीफाइनल मैच 28 और 29 अगस्त को खेले जाएंगे जबकि फाइनल 31 अगस्त को मुम्बई में होगा।
बहरहाल, वॉरियर्स ने पिस्टंस के खिलाफ इस अहम मुकाबले में शुरुआत के तीन मैच जीतकर 3-0 की अजेय बढ़त बना ली थी लेकिन बाद में पिस्टंस ने दूसरा पुरुष एकल और फिर अपनी आयकन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा के नेतृत्व में मिश्रित युगल मैच जीतकर स्कोर 2-3 कर दिया। इस तरह इस मुकाबले से उसे दो अंक प्राप्त हुए जबकि वॉरियर्स को बोनस सहित चार अंक मिले।
दिन के अंतिम मिश्रित युगल मुकाबले में पिस्टंस के जोएकिम फिशर नील्सन और पोनप्पा ने वॉरियर्स के मार्किस किडो और पिया बेर्नाडेथ को 21-16, 21-14 से हराया। उससे ठीक पहले तेन मिन्ह नुयेन ने दूसरे पुरुष एकल मैच में विपक्षी टीम के गुरुसाई दत्त को 21-12, 21-18 से हराया था।
दिन के तीसरे और एकमात्र पुरुष युगल मैच में वॉरियर्स के मार्किस किडो और एम. बोए ने पिस्टंस के सानावे थॉमस और अरुण विष्णु को 21-15, 21-16 से हराया था।
इससे पहले, आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु की रोमांचक जीत के साथ वॉरियर्स टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली थी। सिंधु ने जूलियन शेंक को 21-20, 21-20 से हराया।टिप्पणियां
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
पिस्टंस के खाते में पांच मैचों से 16 अंक हैं जबकि वॉरियर्स के खाते में भी पांच मैचों से 16 अंक हैं। इसके अलावा हैदराबाद हॉटशॉट्स और मुम्बई मास्टर्स के 15-15 अंक हैं। बाकी के दो स्थानों का चयन हॉटशॉट्स, मास्टर्स और बांगा बीट्स में से होना है। पांच मैचों से 13 अंक जुटाकर क्रिश दिल्ली स्मैशर्स सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है।
बांगा बीट्स के पास चार मैचों से नौ अंक हैं और उसके खाते में एक मैच बचा है। उसे मंगलवार को हॉटशॉट्स से खेलना। अगर यह टीम हॉटशाट्स को 5-0 से हरा देती है तो उसके बोनस सहित कुल 15 अंक हो जाएंगे। इस तरह दो स्थानों के लिए तीन टीमों के बीच टाई होगा और फिर ऐसी स्थिति में यह देखा जाएगा कि किसने किसे कितनी बार हराया।
वैसे बीट्स के लिए हॉटशॉट्स को 5-0 से हरा पाना मुश्किल लग रहा है। ऐसी स्थिति में वॉरियर्स और पिस्टंस के साथ-साथ मास्टर्स और हॉटशॉर्ट्स का भी सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग तय हो गया है। सेमीफाइनल मैच 28 और 29 अगस्त को खेले जाएंगे जबकि फाइनल 31 अगस्त को मुम्बई में होगा।
बहरहाल, वॉरियर्स ने पिस्टंस के खिलाफ इस अहम मुकाबले में शुरुआत के तीन मैच जीतकर 3-0 की अजेय बढ़त बना ली थी लेकिन बाद में पिस्टंस ने दूसरा पुरुष एकल और फिर अपनी आयकन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा के नेतृत्व में मिश्रित युगल मैच जीतकर स्कोर 2-3 कर दिया। इस तरह इस मुकाबले से उसे दो अंक प्राप्त हुए जबकि वॉरियर्स को बोनस सहित चार अंक मिले।
दिन के अंतिम मिश्रित युगल मुकाबले में पिस्टंस के जोएकिम फिशर नील्सन और पोनप्पा ने वॉरियर्स के मार्किस किडो और पिया बेर्नाडेथ को 21-16, 21-14 से हराया। उससे ठीक पहले तेन मिन्ह नुयेन ने दूसरे पुरुष एकल मैच में विपक्षी टीम के गुरुसाई दत्त को 21-12, 21-18 से हराया था।
दिन के तीसरे और एकमात्र पुरुष युगल मैच में वॉरियर्स के मार्किस किडो और एम. बोए ने पिस्टंस के सानावे थॉमस और अरुण विष्णु को 21-15, 21-16 से हराया था।
इससे पहले, आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु की रोमांचक जीत के साथ वॉरियर्स टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली थी। सिंधु ने जूलियन शेंक को 21-20, 21-20 से हराया।टिप्पणियां
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
बांगा बीट्स के पास चार मैचों से नौ अंक हैं और उसके खाते में एक मैच बचा है। उसे मंगलवार को हॉटशॉट्स से खेलना। अगर यह टीम हॉटशाट्स को 5-0 से हरा देती है तो उसके बोनस सहित कुल 15 अंक हो जाएंगे। इस तरह दो स्थानों के लिए तीन टीमों के बीच टाई होगा और फिर ऐसी स्थिति में यह देखा जाएगा कि किसने किसे कितनी बार हराया।
वैसे बीट्स के लिए हॉटशॉट्स को 5-0 से हरा पाना मुश्किल लग रहा है। ऐसी स्थिति में वॉरियर्स और पिस्टंस के साथ-साथ मास्टर्स और हॉटशॉर्ट्स का भी सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग तय हो गया है। सेमीफाइनल मैच 28 और 29 अगस्त को खेले जाएंगे जबकि फाइनल 31 अगस्त को मुम्बई में होगा।
बहरहाल, वॉरियर्स ने पिस्टंस के खिलाफ इस अहम मुकाबले में शुरुआत के तीन मैच जीतकर 3-0 की अजेय बढ़त बना ली थी लेकिन बाद में पिस्टंस ने दूसरा पुरुष एकल और फिर अपनी आयकन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा के नेतृत्व में मिश्रित युगल मैच जीतकर स्कोर 2-3 कर दिया। इस तरह इस मुकाबले से उसे दो अंक प्राप्त हुए जबकि वॉरियर्स को बोनस सहित चार अंक मिले।
दिन के अंतिम मिश्रित युगल मुकाबले में पिस्टंस के जोएकिम फिशर नील्सन और पोनप्पा ने वॉरियर्स के मार्किस किडो और पिया बेर्नाडेथ को 21-16, 21-14 से हराया। उससे ठीक पहले तेन मिन्ह नुयेन ने दूसरे पुरुष एकल मैच में विपक्षी टीम के गुरुसाई दत्त को 21-12, 21-18 से हराया था।
दिन के तीसरे और एकमात्र पुरुष युगल मैच में वॉरियर्स के मार्किस किडो और एम. बोए ने पिस्टंस के सानावे थॉमस और अरुण विष्णु को 21-15, 21-16 से हराया था।
इससे पहले, आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु की रोमांचक जीत के साथ वॉरियर्स टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली थी। सिंधु ने जूलियन शेंक को 21-20, 21-20 से हराया।टिप्पणियां
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
वैसे बीट्स के लिए हॉटशॉट्स को 5-0 से हरा पाना मुश्किल लग रहा है। ऐसी स्थिति में वॉरियर्स और पिस्टंस के साथ-साथ मास्टर्स और हॉटशॉर्ट्स का भी सेमीफाइनल में पहुंचना लगभग तय हो गया है। सेमीफाइनल मैच 28 और 29 अगस्त को खेले जाएंगे जबकि फाइनल 31 अगस्त को मुम्बई में होगा।
बहरहाल, वॉरियर्स ने पिस्टंस के खिलाफ इस अहम मुकाबले में शुरुआत के तीन मैच जीतकर 3-0 की अजेय बढ़त बना ली थी लेकिन बाद में पिस्टंस ने दूसरा पुरुष एकल और फिर अपनी आयकन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा के नेतृत्व में मिश्रित युगल मैच जीतकर स्कोर 2-3 कर दिया। इस तरह इस मुकाबले से उसे दो अंक प्राप्त हुए जबकि वॉरियर्स को बोनस सहित चार अंक मिले।
दिन के अंतिम मिश्रित युगल मुकाबले में पिस्टंस के जोएकिम फिशर नील्सन और पोनप्पा ने वॉरियर्स के मार्किस किडो और पिया बेर्नाडेथ को 21-16, 21-14 से हराया। उससे ठीक पहले तेन मिन्ह नुयेन ने दूसरे पुरुष एकल मैच में विपक्षी टीम के गुरुसाई दत्त को 21-12, 21-18 से हराया था।
दिन के तीसरे और एकमात्र पुरुष युगल मैच में वॉरियर्स के मार्किस किडो और एम. बोए ने पिस्टंस के सानावे थॉमस और अरुण विष्णु को 21-15, 21-16 से हराया था।
इससे पहले, आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु की रोमांचक जीत के साथ वॉरियर्स टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली थी। सिंधु ने जूलियन शेंक को 21-20, 21-20 से हराया।टिप्पणियां
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
बहरहाल, वॉरियर्स ने पिस्टंस के खिलाफ इस अहम मुकाबले में शुरुआत के तीन मैच जीतकर 3-0 की अजेय बढ़त बना ली थी लेकिन बाद में पिस्टंस ने दूसरा पुरुष एकल और फिर अपनी आयकन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा के नेतृत्व में मिश्रित युगल मैच जीतकर स्कोर 2-3 कर दिया। इस तरह इस मुकाबले से उसे दो अंक प्राप्त हुए जबकि वॉरियर्स को बोनस सहित चार अंक मिले।
दिन के अंतिम मिश्रित युगल मुकाबले में पिस्टंस के जोएकिम फिशर नील्सन और पोनप्पा ने वॉरियर्स के मार्किस किडो और पिया बेर्नाडेथ को 21-16, 21-14 से हराया। उससे ठीक पहले तेन मिन्ह नुयेन ने दूसरे पुरुष एकल मैच में विपक्षी टीम के गुरुसाई दत्त को 21-12, 21-18 से हराया था।
दिन के तीसरे और एकमात्र पुरुष युगल मैच में वॉरियर्स के मार्किस किडो और एम. बोए ने पिस्टंस के सानावे थॉमस और अरुण विष्णु को 21-15, 21-16 से हराया था।
इससे पहले, आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु की रोमांचक जीत के साथ वॉरियर्स टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली थी। सिंधु ने जूलियन शेंक को 21-20, 21-20 से हराया।टिप्पणियां
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
दिन के अंतिम मिश्रित युगल मुकाबले में पिस्टंस के जोएकिम फिशर नील्सन और पोनप्पा ने वॉरियर्स के मार्किस किडो और पिया बेर्नाडेथ को 21-16, 21-14 से हराया। उससे ठीक पहले तेन मिन्ह नुयेन ने दूसरे पुरुष एकल मैच में विपक्षी टीम के गुरुसाई दत्त को 21-12, 21-18 से हराया था।
दिन के तीसरे और एकमात्र पुरुष युगल मैच में वॉरियर्स के मार्किस किडो और एम. बोए ने पिस्टंस के सानावे थॉमस और अरुण विष्णु को 21-15, 21-16 से हराया था।
इससे पहले, आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु की रोमांचक जीत के साथ वॉरियर्स टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली थी। सिंधु ने जूलियन शेंक को 21-20, 21-20 से हराया।टिप्पणियां
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
दिन के तीसरे और एकमात्र पुरुष युगल मैच में वॉरियर्स के मार्किस किडो और एम. बोए ने पिस्टंस के सानावे थॉमस और अरुण विष्णु को 21-15, 21-16 से हराया था।
इससे पहले, आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु की रोमांचक जीत के साथ वॉरियर्स टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली थी। सिंधु ने जूलियन शेंक को 21-20, 21-20 से हराया।टिप्पणियां
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
इससे पहले, आयकन खिलाड़ी पीवी सिंधु की रोमांचक जीत के साथ वॉरियर्स टीम ने 2-0 की बढ़त बना ली थी। सिंधु ने जूलियन शेंक को 21-20, 21-20 से हराया।टिप्पणियां
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
दूसरे गेम में एक समय सिंधु 8-14 के अंतर से पीछे चल रही थीं लेकिन इसके बाद उन्होंने न सिर्फ बराबरी की बल्कि अपने दमदार क्रॉस कोर्ट स्मैश के दम पर जीत भी हासिल की। सिंधु ने 47 मिनट में बाजी अपने हक में की।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला।
के. श्रीकांत ने पिस्टंस के सौरव वर्मा को पहले पुरुष एकल मैच में हराकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया था। श्रीकांत ने पहले पुरुष एकल मैच में सौरव को 21-18, 21-16 से हराया। यह मैच 36 मिनट चला। |
वायरस की प्रतिकृति में मुख्य रूप से जीनोम का गुणन शामिल होता है। प्रतिकृति में "प्रारंभिक" जीन (सकारात्मक अर्थ आरएनए वायरस के अपवाद के साथ), वायरल प्रोटीन संश्लेषण, वायरल प्रोटीन की संभावित असेंबली से वायरल मैसेंजर आरएनए (एमआरएनए) का संश्लेषण शामिल है, फिर प्रारंभिक या नियामक प्रोटीन अभिव्यक्ति द्वारा मध्यस्थता से वायरल जीनोम प्रतिकृति शामिल है। इसके बाद, बड़े जीनोम वाले जटिल वायरस के लिए, एमआरएनए संश्लेषण के एक या अधिक दौरों द्वारा अनुसरण किया जा सकता है: "देर से" जीन अभिव्यक्ति, सामान्य तौर पर, संरचनात्मक या वायरियन प्रोटीन की होती है। |
शल्कपंखी या लेपिडॉप्टेरा (Lepidoptera), कीटों का एक विशाल गण है, जिसमें तितलियाँ एवं शलभ (moths) के अतिरिक्त बहुत से कीट सम्मिलित हैं। कीटों के वर्गीकरण के लिए लेपिडॉप्टेरा शब्द का उपयोग सर्वप्रथम लिनिअस (Linnaeus) ने किया। यह शब्द लैटिन के लेपिडॉस (lepidos = शल्क) तथा टिरॉन (pteron = पंख) के मिलने से बना है। इस गण में अनुमानतः 174,250 प्रजातियाँ हैं।
इस गण के कीटों की पहचान बड़ी सरल है। तितलियों ने सुंदर होने के कारण मनुष्य का ध्यान सदा से अपनी ओर आकर्षित किया है। सुंदरता के कारण ही मनुष्य तितलियों को अपने संग्रहालय में रखने के लिए लालायित रहता है। इनके पक्ष तथा लगभग संपूर्ण शरीर शल्कों से ढके रहते हैं, अत: इन्हें शल्किपक्षा भी कहते हैं। जब हम इन कीटों को पकड़ते हैं, तो हमारी अँगुलियों पर कुछ धूल सी चिपक जाती है। यदि इस धूल को सूक्ष्मदर्शी से देखा जाए, तो ज्ञात होगा कि यह धूल नहीं अपितु अनेक शल्क हैं। इन शल्कों का एक निश्चित आकार होता है। लेपिडॉप्टेरा की जिह्वा घड़ी की कमानी के आकार की होती है, जिससे ये अपना भोजन चूसते हैं। इनमें पूर्ण रूपांतरण होता है। इनके डिंभ इल्ली (caterpillar) कहलाते हैं। प्यूपा रेशम से बने कोए में या मिट्टी की कोष्ठिका में रहता है। तितलियों और शलभों की लगभग १,२०,००० जातियाँ अभी तक ज्ञात हो चकी हैं। इनमें से लगभग २०,००० जातियाँ भारत में पाई जाती हैं। यह गण मनुष्य की सबसे अधिक हानि पहुँचाता है। सदस्यों की अधिकतम संख्या की दृष्टि से इस गण का स्थान दूसरा है।
शरीर
इस गण के प्राणी का सिर छोटा, लगभग गोलाकार, बड़े संयुक्त नेत्र तथा एक जोड़ी सरल नेत्र होते हैं। शृंगिकाएँ (antenna) अनेक खंडोंवाली होती हैं। अधिकतर शलभों की शृंगिकाओं पर महीन महीन बाल होते हैं। इस प्रकार की शृंगिकाएँ नरों में अधिकतर पाई जाती हैं।
तितलियों की शृंगिकाओं का सिरा डंडे की मूठ के समान मोटा होता है। इनके मुख भाग ऐसे बने होते हैं जिनसे केवल द्रव पदार्थ ही चूसा जा सकता है। मुख भाग इस प्रकार है : मैंडिबल (mandible), या तो अति दुर्बल या अनुपस्थित होते हैं। दोनों मैक्सिला (maxilla) की दोनों गलियाएँ (galeae) बहुत लंबी तथा इस प्रकार आपस में गुथी होती हैं कि एक चूसनेवाली नली सी बन जाती है। इस नली द्वारा ही कीट अपना भोजन चूसता है। इस प्रकार के मुख भाग साइफनी (siphoning) मुख भाग कहलाते हैं। जिस समय यह नली चूसने का कार्य नहीं करती, उस समय घड़ी की कमानी का आकार धारण कर लेती है किंतु फूलों से मकरंद चूसते समय यह नली पूर्ण रूप से सीधी हो जाती है। जंभिका स्पर्शक (maxillary palps) प्राय: दुर्बल होते हैं, या इनका पूर्ण अभाव होता है। लेबियम (labium) भी प्राय: छोटा ही रह जाता है, किंतु इसके दोनों स्पर्शक बड़े तथा तीन तीन खंडोंवाले होते हैं। कुछ लेपिडॉप्टेरा अपनी प्रौढ़ावस्था में कुछ भी भोजन नहीं करते, अत: इनके मुख भाग अपूर्ण होते हैं, अर्थात् इनकी चूषणनली अनुपस्थित रहती है। कुछ शलभों की जिह्वाएँ बहुत ही लंबी होती हैं, जैसे बाजशलभ (hawk moth)। इसकी जिह्वा छह इंच लंबी होती है, जिसके द्वारा यह उन फूलों से भी मकरंद चूस लेता है जिनका मकरंद बहुत ही गहराई पर होता है। कुछ शलभ फलों का रस चूसकर ही अपना जीवननिर्वाह करते हैं। इनकी जिह्वा पर फलों के छिलके काटने के लिए काँटे होते हैं।
वक्ष का अग्रखंड प्राय: कम चौड़े कॉलर (collar) के आकार का होता है, जिसके दोनों ओर एक एक प्रवर्धक होता है, जो चर्मप्रसार (patagium) कहलाता है। मध्यवक्ष (mesothorax) बहुत बड़ा और पश्चवक्ष (metathorax) प्राय: छोटा होता है। पक्ष झिल्लीमय होते हैं और सदा शल्कों से ढँके रहते हैं। शल्कों के अनेक आकार होते हैं। ये बालों की भाँति महीन से लेकर बहुत चौड़े तक हो सकते हैं। शल्क का निचला भाग वृंत (Pedicel) कहलाता है, जो पक्ष की झिल्ली में स्थिति प्याले के आकार की गर्तिका में फंसा रहता है। बहुत सी तितलियों में शल्क नियमानुसार पंक्तियों में लगे होते हैं। शल्क पक्षों को पुष्ट करते हैं और इस प्रकार वेग से उड़ने में सहायक होते हैं। अति वेग से उड़नेवाले शलभों में पक्ष के अग्रभाग के शल्क अत्यधिक पूर्ण रूप से क्रमबद्ध होते हैं। शल्क शरीर की रक्षा करते हैं और इसको विभिन्न प्रकार के रंग प्रदान करते हैं। कुछ नरों के पक्षों पर विशिष्ट प्रकार के शल्क होते है, जो छोटे छोटे दो, या तीन धब्बों की तरह दिखलाई पड़ते हैं और एक प्रकार की ग्रंथि बनाते हैं। ग्रंथि के स्राव में एक विशिष्ट प्रकार की गंध होती है। भिन्न-भिन्न जाति के नरों से भिन्न-भिन्न प्रकार की गंध आती है। संभवत: यह गंध मादा को नर की ओर आकर्षित करती है। एक ओर के दोनों पक्ष एक दूसरे से अटके रहते हैं। ये कई ढंग से अटके रहते हैं। कुछ शलभों के अग्रपक्ष से अँगुली की भाँति एक प्रवर्ध निकला रहता है। यह प्रवर्ध पश्चपक्ष के निचले भाग को ढँक लेता है और जब शलभ उड़ता है उस समय पश्चपक्ष को अग्रपक्ष के साथ अटकाए रखता है। अधिकतर शलभों के पश्चपक्ष पर कड़े बालों का एक समूह होता है, जो अग्रपक्ष के नीचे की ओर रहता है औैर इसके बालों के समूह में फँसा रहता है। नर शलभों के पश्चपक्ष के बाल प्राय: जुड़कर एक मोटा सा बाल बन जाते हैं, जो अग्रपक्ष के नीचे की ओरवाले मुड़े हुए काँटे में फँसा रहता है। पक्षों के शिराविन्यास (venation) का वर्गीकरण में अत्यधिक महत्व है। प्रत्येक पक्ष में अनुप्रस्थ शिरा (cross veins) बहुत कम होती है, श् किंतु एक बड़ी कोशिका अवश्य होती है। अग्रपक्ष का रेडियल सेक्टर (radial sector) चार शाखाओं में विभाजित होता है, किंतु पश्चपक्ष का रेडियल सेक्टर अविभाजित रहता है। मध्य शिरा (median vein) प्राय: तीन शाखाओं में विभाजित हो जाती है। कुछ तितलियों की अग्र टाँगे प्राय: दुर्बल हो जाती है और चलने का कार्य नहीं कर पाती हैं। गुल्फ (tarsus) में पाँच खंड होते हैं।
उदर में दस खंड होते हैं, किंतु प्रथम प्राय: क्षीण हो जाता है और नवें तथा दसवें खंड का आकार परिवर्तित हो जाता है, क्योंकि बाह्य जननांगों का इन्हीं खंडों से संबंध रहता है। बहुत से लेपिडॉप्टेरों में उदर के अग्र सिरे के दोनों ओर एक एक कर्णपटह पाया जाता है, जिसकी रचना से ऐसा अनुमान होता है कि संभवत: यह एक श्रवण इंद्रिय होगी। नर का बाह्य जननांग इस प्रकार होता है; उदर का नवाँ खंड चक्राकार बन जाता है, इसका नीचे का भाग रेखाबंधनी (vinculum) कहलाता है। एक जोड़ा आलिंगक (clasper) होते हैं, जो रेखाबंधनी से जुड़े रहते हैं। आलिंगक के भीतर की ओर काँटे के आकार के हार्पी (harpe) पाए जाते हैं। नवें खंड के ऊपरी भाग के पिछले किनारे से एक प्रवर्ध, जो अंकस (Uncus) कहलाता है, जुड़ा रहता है। अंकस के नीचे की ओर एक नैथोस (ganthos) भी प्राय: पाया जाता है। अंकस और नैथोस के मध्य गुदा होती है। लिंगाग्रिका (aedeagus) नैथोस के नीचे की ओर रहती है। मादा के उदर के पिछले खंड दुर्बल होकर भीतर की ओर घुसे रहते हैं और बाह्य जननांग बनाते हैं। ये खंड अंडा देने के समय बाहर निकल आते हैं। इस प्रकार उदर का यह भाग बाहर और भीतर हो सकता है और अंडे देने का कार्य करता है।
जीवन चक्र
अंडों के ऊपरी आवरण पर अनेक प्रकार के चिह्न बने होते हैं। तितलियों के अंडों के आवरण पर कई प्रकार की कोशिकाएँ सी बनी रहती हैं। किसी किसी जाति की एक एक मादा एक एक सहस्र या इससे भी अधिक अंडे देती है। कुछ जातियों के शलभों की मादाएँ अपने अंडे उन वनस्पतियों पर गिरा देती हैं जिनको इनकी इल्लियाँ खाती हैं। लेपिडॉप्टेरा के डिंभ इल्लियाँ (larva) कहलाते हैं। इनके मुख भाग भोजन चबा सकते हैं। सभी जातियों की इल्लियों की आकृति एक सी होती है। ये बेलनाकार होती हैं और इनके शरीर में शिर के अतिरिक्त तेरह खंड पाए जाते हैं। अगले तीन खंड वक्ष बनाते हैं और इस प्रत्येक खंड पर एक जोड़ी टाँगें होती हैं। इसके अतिरिक्त उदर पर भी टाँगे पाई जाती हैं, किंतु ये टाँगें छोटी और बिना खंडवाली होती हैं। प्रत्येक टाँग के सिरे पर नन्हें नन्हें काँटे होते हैं, जो पौधे को पकड़े रहने में इनकी सहायता करते हैं। इस प्रकार की टाँगों की संख्या प्राय: पाँच जोड़ी होती है, किंतु किसी किसी में छह जोड़ी भी हो सकती है। ये टाँगें प्राय: तीसरे, चौथे, पाँचवें, छठे और दसवें उदर खंड पर पाई जाती हैं। किन्हीं किन्हीं इल्लियों में इन टाँगों का अभाव रहता है। इल्ली के सिर पर दोनों ओर सरल नेत्र होते हैं, जिनकी संख्या छह जोड़ी तक हो सकती है। शृगिकाएँ बहुत छोटी होती हैं। चिबुकास्थि (mandible) बड़ी और दृढ़ होती हैं, किंतु जंभिकाएँ बहुत छोटी होती हैं। लेबियम के मध्य एक नलिका होती है, जो तंतुग्रंथि (spinneret) कहलाती है और इसमें ही कातनेवाली ग्रंथि की वाहिनी खुलती है। ये लार ग्रंथियाँ होती हैं, जो रेशम उत्पादन करती हैं। लार ग्रंथियाँ बहुत लंबी होती हैं। रेशम के कीड़े की ये ग्रंथियों उसके शरीर से पाँच गुनी लंबी होती हैं। कुछ इल्लियों के शरीर पर ऐसे बाल होते हैं, जिनके छूने से मनुष्य के शरीर में खुजली होने लगती है। ये बाल खोखले होते हैं और कुछ इल्लियों के ऐसे प्रत्येक बाल में एक विशिष्ट प्रकार की ग्रंथि खुलती है। इन ग्रंथियों का स्राव विषैला होता है। इन बालों के कारण ये इल्लियाँ अपने शत्रुओं से अपनी रक्षा करती हैं।
प्यूपा दो प्रकार के होते हैं : अपूर्ण प्यूपा तथा पूर्ण प्यूपा। अपूर्ण प्यूपा के अवयव कुछ कुछ स्वतंत्र होते हैं। पूर्ण प्यूपा के अवयवश् शरीर से चिपके रहते हैं। अत: यह ठोस मालूम पड़ता है। उदर के केवल तीन खंडों में ही गति हो सकती है और ये अधिकतर कोये के भीतर बनते हैं। कोया रेशम, पत्तियों, चबाई हुई लकड़ी, या मिट्टी से बनाया जाता है। तितलियों के प्यूपा के ऊपर कोया प्राय: नहीं होता हैं, अर्थात् यह अरक्षित होता है और रेशम के धागे से लटका रहता है। बहुत से अपूर्ण प्यूपों में एक कड़ा प्रवर्ध होता है, जो कोया फाड़ने का काम करता हैं, किंतु अधिकार प्यूपों में हुक, काँटे आदि कोये को काटने के लिए पाए जाते हैं। पूर्ण प्यूपों के प्यूपावरण (puparium) में कुछ कोमल स्थान होते हैं, जहाँ से प्यूपावरण टूट जाता है और कीट बाहर निकल आता है। कुछ प्यूपा एक स्राव निकालते हैं, जो प्यूपावरण को कोमल कर देता है और इस प्रकार सरलता से कोया टूट जाता है।
प्यूपा से पौढ़ शल्कपंखी बनता है।
लाभ और हानि
इल्लियाँ अत्यंत ही हानिकारक हैं। इनमें से अधिकतर फसलों और वन वृक्षों को हानि पहुँचाती हैं। वास्तव में ऐसा कोई भी पौधा अथवा वृक्ष नहीं है जिसको किसी न किसी जाति की इल्ली हानि न पहुँचाती हो। पिरालिडिडी (Pyralididae) कुल के प्ररोह छेदनेवाले, सिरपोफेगा (Scirpophaga) और तना छेदनेवाले आरजीरिया (Argyria) और डाइट्रिया (Diatroea) ईख को अत्यधिक हानि पहुँचाते हैं। धब्बेदार बोड़ी कृमि (ईरिअस, Earias) और गुलाबी बोड़ी कृमि (प्लैटीडेरा, Platydera) कपास को हानि पहुँचाती है। आलू शलभ, जो लगभग सारे संसार में पाया जाता हैं गोदाम में रखे आलू को नष्ट कर देता है। नॉकट्यूइडी (Noctuidae) वंश के स्पोडॉप्टेरा (Spodoptera) धान तथा घास को, हीलिओथिस (Heliothis) दलहन की फलियों को, सिसेमिया (Sessamia) गेहूँ को, लेफिगमा (Laphygma) मक्का आदि को और प्लूसिया (Plusia) मूँगफली को अत्यधिक हानि पहुँचाते हैं। टिनीया (Tinaea) ऊनी कपड़ों, कालीनो आदि को हानि पहुँचाता है। साइटोट्रोगा (Sitotroga) गोदाम में रखे गेहूँ, मक्का आदि का बहुत बड़ा शत्रु है। इन हानिकारक कीटों के अतिरिक्त कुछ वंशों की जातियाँ लाभदायक भी बहुत हैं। वॉबीसाइडी (Bombycidae) और सैंटर्नाइडी (Saturnidae) वंश की इल्लियाँ रेशम बनाती हैं।
प्रौढ़ लेपिडॉप्टेरा प्राय: पुष्पों से मकरंद चूसते हैं, कोई कोई मधु ओस तथा पके हुए फलों का रस भी चूस लेते हैं। कुछ ऐसी भी तितलियाँ हैं जो सड़े गले फलों कर रस चूस लेती हैं। इस प्रकार अधिकतर प्रौढ़ लेपिडॉप्टेरा कोई हानि नहीं पहुंचाते हैं, किंतु कुछ शलभों की जातियाँ प्रौढ़ अवस्था में भी हानिकारक हैं। ये फल-रसचूषण शलभ कहलाते हैं। ये शलभ मध्य भारत में संतरे तथा नारंगियों का रस चूसते हैं जिसके कारण फल अधपके ही वृक्ष से गिर जाते हैं। अधिकतर लेपिडॉप्टेरा शीतकाल में डिंभ अथवा प्यूपा अवस्था में ही शीत निष्क्रियता को प्राप्त होते हैं। लेपिडॉप्टेरा में प्रति वर्ष प्राय: दो ही पीढ़ियाँ होती हैं, किंतु कुछ में प्रति वर्ष पाँच या छह पीढ़ियाँ तक हो जाती हैं।
तितली और शलभ में भेद
तितलियाँ प्राय: सुंदर रंगोंवाली होती है, दिन में ही उड़ा करती हैं, जब ये बैठती हैं तो इनके पक्ष शरीर पर सीधे खड़े रहते हैं तथा इनकी शृंगिकाओं का सिर डंडे के सिरे की तरह मोटा होता है। शलभ प्राय: मंद रंग के होते हैं और रात मेंश् उड़ते हैं। जब बैठते हैं तो इनके पक्ष शरीर की ढँके रहते हैं और इनकी शृगिकाओं के सिरे मोटे नहीं होते।
लैंगिक द्विरूपता (sexual dimorphism)
लेपिडॉप्टेरा के दोनों लिंगों में प्राय: भेद मालूम होता है। कुछ वंशों के नर शलभों की शृगिकाएँ कंघों के आकार की और मादा की शृंगिकाएँ सादे धागे के समान होती हैं। नरों की शृंगिकाओं पर विशेष प्रकार की ज्ञानेद्रियाँ भी हो सकती हैं। संभवत: ये घ्राणेंद्रियाँ हैं, जो मादा को खोजने में सहायक होती हैं। ऐसा अनुमान है कि मादाएँ एक प्रकार की गंध निकालती हैं, जो नरों को आकर्षित करती है। बहुत से लेपिडॉप्टेरा के नरों और मादाओं के रंगों में बड़ा भेद पाया जाता है। पपिलिआनिडी (Papilionidae) वंश की तितलियों के दोनों लिंगों के रंग तथा आकार में बहुत भेद रहता है। ऑरजिया पोस्टिका (Orgyia postica) शलभ की मादा पक्षहीन होती है, किंतु नर के पक्ष पूर्ण रूप से विकसित रहते हैं।
एक ही जाति की कुछ तितलियों के रंग में विभिन्न ऋतुओं में इतना अधिक भेद हो जाता है कि वे विभिन्न जातियों की मालूम होने लगती हैं। सबसे अच्छा उदाहरण अरेशनिआ लिवेना (Araschnia levana) हैं, जो यूरोप में पाई जाती है। इस तितली के दो रूप होते हैं : एक वसंत रूप, जो वसंत ऋतु में पाया जाता है और लिवेना कहलाता है तथा दूसरा, जो ग्रीष्म में ऋतु में मिलता है, प्रोसा (Prosa) कहलाता था। पहले ये दोनों रूपवाली दो जातियाँ समझी जाती थीं। कुछ तितलियाँ तीन तीन रूपों में भी पाई जाती हैं। उत्तरी अमरीका की तितली, (lphiclides marcellus) का, जो शीतकाल के प्यूपों से वसंत ऋतु के आरंभ में निकलती हैं, रूप मारसेलस जैसा होता है, किंतु जो कुछ समय पश्चात् निकलती है उसका रूप टेलोमोनाइडिस (Telamonides) का सा होता है। जो अंडे ग्रीष्मकाल में दिए जाते हैं, उनसे उत्पन्न हुई तितलियों का रंग इन दोनों से भी भिन्न होता है और वे लिकॉन्टी (Lecontei) कहलाती हैं।
लेपिडॉप्टेरा के जीवन में विचित्रताएँ
भारत और ऑस्ट्रेलिया में पाई जानेवाली तितली, लिफाइरा ब्रेसोलिस (Liphyra brassolis), के डिंभों के ऊपर कड़े बाह्यत्वक का आवरण होता है और शरीर में किसी प्रकार के खंड दिखाई नहीं पड़ते। ये डिंभ ईकोफिला स्मारग्डिना (Oecophylla smaragdina) नामक चींटी के अंडों को खाते हैं। इनका कड़ा आवरण चीटियों से इनकी रक्षा करता है। प्यूपा डिंभ के आवरण के भीतर ही बन जाता है। जब तितली प्यूपा से निकलती है, उस समय इसके शरीर पर नारंगी और भूरे शल्कों के ऊपर श्वेत वर्ण के शल्क लगे होते हैं। श्वेत वर्ण के शल्क तितलियों की रक्षा करते हैं। ये शीघ्रता से छूटकर गिर जाते हैं और जब चीटियों को चिपट जाते हैं तो उनको क्लेश पहुँचाते हैं। उत्तरी अमरीका के युका शलभ (yueca moth), या टेजिटिकुला ऐल्बा (Tegeticula alba) की मादा के मैक्सिला पर एक लंबी स्पर्शिका (tentacle) होती है, जो युका पुष्प (yucca flower) से पराग एकत्र करने के लिए विशेष प्रकार की बनी होती हैं। जब युका शलभ की मादा पर्याप्त मात्रा में पराग एकत्र कर लेती है, तो अपने अंडों को पुष्प के अंडाशय में रख देती है। प्राय: यह पुष्प वह नहीं होता जिससे इसने पुराग एकत्र किया था। यह अंडे रखने के पश्चात् अपने लाए हुए पराग पुंकेसर के मुख में ठूंस देती है। इस विधि से मादा युका पुष्प के बीज का उत्पादन निश्चित कर देती है, क्योंकि इसके डिंभ इन्हीं बीजों को खाते हैं। जो बीज इन डिंभों के खाने से बच जाते हैं, उनसे युका पौधों का उत्पादन होता रहता है। तीसरा उदाहरण जलवासी शलभों का है। एसिंट्रोपस (Acentropus) जाति के शलभों के डिंभ जल में उगनेवाले पौधों की पत्तियों में सुरंगे बनाकर रहते हैं। जब ये डिंभ बड़े हो जातेश् हैं, तब पत्तियों को मिलाकर एक छोटा सा घर बना लेते हैं। प्यूपा भी इसी प्रकार के बने घर में रहता है। मादा के दो रूप होते हैं। लंबे पक्षवाली मादाएँ हवा में उड़नेवाली होती हैं तथा छोटे पक्षवाली मादाएँ जल के भीतर रहती हैं और अपने पक्षों द्वारा तैरती हैं।
कुछ लेपिडॉप्टेरा ध्वनि भी कर सकते हैं। ऐकरोंशिया (Acherontia) शलभ चीं चीं ध्वनि करता है। यह ध्वनि संभवत: जिह्वा के मध्य से हवा निकालने से उत्पन्न होती है। इल्ली भी तेज चिटकने के सदृश ध्वनि करती है, यह ध्वनि मैंडिबलों की पास लाने से उत्पन्न होती है। कुछ शलभ उड़ते समय अपने अग्रपक्ष को अपनी टाँग पर के काँटों से रगड़कर ध्वनि करते हैं।
प्रवजन
लेपिडॉप्टेरा की कुछ जातियाँ संसार के एक भाग से दूसरे भाग का प्रवजन करती हैं। उत्तरी अमरीका की डैनेआस आर्किपस (Danaus archippus) नामक तितलियाँ सहस्रों की संख्या में शीतकाल में दक्षिण की ओर प्रवजन करती हैं, किंतु वसंत ऋतु में फिर उत्तरी भागों में लौट आती हैं। भारत में कोलिया (Colia) नामक तितलियाँ ग्रीष्म ऋतु में हिमालय पर्वत की ओर १७,००० फुट की ऊँचाई तक प्रवजन करती देखी गई हैं। पाइरेमिस कार्डुइ (Pyrameis cardui) नामक तितलियाँ वसंत ऋतु में उत्तरी अफ्रीका और दक्षिणी यूरोप से उत्तर की ओर आइसलैंड तक पहुँच जाती हैं। प्रवजन के समय तितलियों के झुंड महासागरों की ओर से आते हुए देखे गए हैं। कभी कभी ये तितलियाँ उन जहाजों पर भी आ जाती है जो स्थल से कई सो मील दूरी पर महासागर में जा रहे होते हैं।
भौगोलिक वितरण
लेपिडॉप्टेरा उन स्थानों में तो अवश्य पाए जाते हैं, जहाँ पुष्पयुक्त पादप उग सकते हैं। ये कीट केवल उन्हीं स्थानों में नहीं रह सकते हैं जो ध्रुवों के पास हैं। उत्तर की ओर ८८ अंश अक्षांश से दक्षिण की ओर ५० अंश अक्षांश तक ये पाए जाते हैं। कुछ जातियाँ तो सारे संसार में पाई जाती हैं। पाइरेमिस कार्डुइ नामक तितली दक्षिणी अमरीका के अतिरिक्त सभी देशों में पाई जाती है। अग्रोटिस इपसिलॉन (Agrotis ypsilon) शलभ सारे संसार में पाया जाता है। भारत में भी अनेकों जातियाँ पाई जाती हैं। संसार की कुछ सबसे सुंदर तितलियाँ भारत में ही पाई जाती है, किंतु सबसे अधिक जातियाँ ब्राज़िल में मिलती हैं।
भूवैज्ञानिक (geological) वितरण
उत्तरी अमरीका में आदिनूतन (Eocene) और अल्पनूतन (Oligocene) युग के तितलियों के कुछ अवशेष मिले हैं। तथा कुछ शलभ बॉल्टिक सागर से प्राप्त ऐंबर में पाए गए हैं। वास्तव में लेपिडॉप्टेरा के फॉसिल बहुत थोड़ी संख्या में मिले हैं। इसका कारण संभवत: लेपिडॉप्टेराओं की कोमलता है।
वर्गीकरण
पक्षों की रचना के आधार पर लेपिडॉप्टेरा गण दो उपगणों में विभाजित किया गया है :
(१) होमोन्यूरा (Homoneura) में दोनों जोड़ी पक्षों का शिराविन्यास एक सा होता है,
(२) हेटरोन्यूरा (Heteroneura) के दोनों पक्षों के शिराविन्यास में भेद पाया जाता है। कुछ कीटविज्ञानी इस गण को मादा के बाह्य जननांगों के आधार पर तीन उपगणों में विभाजित करते हैं, किंतु यह विभाजन उचित नहीं प्रतीत होता है, क्योंकि इसमें नर का कोई महत्व ही नहीं रहता।
सन्दर्भ ग्रन्थ
ए.डी. इम्ल : ए जेनरल टेक्स्ट बुक ऑव एंटोमॉलोजी, रिवाइज़्ड वाई ओ.डब्लू.-रिचर्ड्स ऐंड आर.जी. डेविस (१९५७);
टी.वी.आर. ऐय्यर: ए हैंड बुक ऑव इकोनॉमिक एंटोमॉलोजी फॉर साउथ इंडिया (१९४०);
के पी. श्रीवास्तव : मॉरफॉलोजी ऑव लेमन बटरफ्लाई पैपीलियो डिमोलियस, थीसिस (१९५५);
एच.एम. लेफराय : इंडियन इंसेक्ट लाइफ़ (१९०९)
बाहरी कड़ियाँ
European Butterflies and Moths by Christopher Jonko
Polish Butterflies and Moths by motylpodlaski.pl
Norwegian Butterflies and Moths (Huge picture archive)
Moths and Butterflies of Europe and North Africa
uk/ British Butterflies and Moths
Lepidoptera Lepidoptera.pro
Butterflies of Bulgaria
Photography of European Butterflies and Moths
Butterflies and Moths in the Netherlands
Swedish Moths and Butterflies Lepidoptera.se
Butterflies of Asturias – Spain
Lepidoptera of French Antilles
Butterflies of Asian Russia
Butterflies from Indo China
Butterflies of Turkey
uk/jamaicamoths/jamaicahome.htm Moths of Jamaica
Historic Moth illustrations
Caught Between the Pages: Treasures from the Franclemont Collection Online virtual exhibit featuring a selection of historic entomological writings and images from the Comstock Library of Entomology at Cornell University
Japmoth Japanese moths. Access images via the numbers on the left.
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कीट गण
अकशेरुक |
चौखुटिया (Chaukhutia) भारत के उत्तराखण्ड राज्य के अल्मोड़ा ज़िले में स्थित एक शहर है। यह इसी नाम की तहसील में स्थित है और रामगंगा नदी के किनारे बसा हुआ है।
नामोत्पत्ति
चौखुटिया शब्द दो कुमाउँनी शब्दों "चौ" तथा "खुट" से बना है। कुमाउँनी भाषा में चौ शब्द का अर्थ होता है चार, तथा खुट शब्द का अर्थ होता है पैर। इससे चौखुट का अर्थ हुआ चार पैर और चौखुटिया का अर्थ हुआ चार पैरों वाला। चार पैर यहां चार मार्गों के सन्दर्भ में प्रयोग होते हैं, जो चौखुटिया से रामनगर, कर्णप्रयाग, रानीखेत तथा तड़ागताल की ओर जाते हैं।
मन्दिर व इतिहास
चौखुटिया से 0.5 किमी दूर रामगंगा के किनारे काली माता का मन्दिर है, जिसे अग्नेरी देवी मन्दिर कहा जाता है। यहाँ हर वर्ष अष्टमी मेला आयोजित होता है। चौखुटिया से 6 किमी दूर लखनपुर मन्दिर है, जहाँ अक्तूबर-नवम्बर में कृष्णजन्माष्टमी पर्व पर एक छोटा मेला लगता है। यहाँ कत्यूरी राजवंश के कई प्राचीन दुर्ग व खण्डहर मिलते हैं।
आवागमन
यहाँ से राष्ट्रीय राजमार्ग 109 निकलता है और इसे देशभर के कई स्थानों से जोड़ता है।
इन्हें भी देखें
रामगंगा नदी
कत्यूरी राजवंश
अल्मोड़ा ज़िला
सन्दर्भ
उत्तराखण्ड के गाँव
अल्मोड़ा जिला
अल्मोड़ा ज़िले के गाँव |
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट की बुलंदियों पर रहते हुए संन्यास ले लिया. 200वां टेस्ट खेलकर क्रिकेट को अलविदा कहने वाले तेंदुलकर टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में 18वें स्थान पर हैं. रविवार को जारी हुई रैंकिंग में उन्होंने पांच पायदान की छलांग लगाई.
तेंदुलकर वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की सीरीज से पहले 24वें स्थान पर थे, जो 1992 के बाद उनकी सबसे कम रैंकिंग थी. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपनी अंतिम पारी में 74 रन बनाये थे.
पुजारा पहुंचे करियर की बेस्ट रैंकिंग पर
बल्लेबाजी सूची में चेतेश्वर पुजारा सर्वश्रेष्ठ स्थान पर काबिज भारतीय खिलाड़ी हैं. पुजारा ने दो पायदान के फायदे से करियर का सर्वश्रेष्ठ छठा स्थान हासिल किया. मुंबई टेस्ट में 113 रन की पारी से उनके सर्वश्रेष्ठ 801 रेटिंग अंक रहे.
इन बल्लेबाजों को रैंकिंग में हुआ फायदा
जिन बल्लेबाजों को फायदा हुआ है, उसमें विराट कोहली 21वें (चार पायदान का फायदा), मुरली विजय 42वें (चार पायदान का फायदा), कीरन पावेल 53वें (चार पायदान का फायदा) और रोहित शर्मा 58वें (चार पायदान का फायदा) स्थान पर हैं.
बल्लेबाजों की सूची में दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स टॉप पर कायम हैं, उनकी टीम के साथी हाशिम अमला दूसरे और वेस्टइंडीज के शिवनारायण चंद्रपाल तीसरे स्थान पर हैं.
टॉप 10 टेस्ट गेंदबाजों में शामिल हैं अश्विन और ओझा
गेंदबाजों में भारत के रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा की स्पिन जोड़ी को टॉप 10 में फायदा मिला. अश्विन को एक पायदान का फायदा हुआ है जिससे वह सर्वश्रेष्ठ 808 रेटिंग अंक से करियर की बेस्ट रैंकिंग पांचवें नंबर पर पहुंच गए हैं. ओझा को भी चार पायदान का लाभ हुआ जिससे उन्होंने गेंदबाजों की सूची में नौवें स्थान के साथ टॉप 10 में वापसी की.
अश्विन-ओझा का शानदार प्रदर्शन
अश्विन ने मुंबई टेस्ट की दोनों पारियों में क्रम से 45 रन देकर तीन और 89 रन देकर चार विकेट प्राप्त किए, जबकि ओझा टेस्ट मैच में पहली बार 10 विकेट (89 रन देकर 10 विकेट) हासिल करने से मैन ऑफ द मैच बने. वेस्टइंडीज के स्पिनर शेन शिलिंगफोर्ड एक पायदान के फायदे से 16वें स्थान पर हैं.
दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन की गेंदबाजों की सूची में बादशाहत बरकरार है, साथी खिलाड़ी वर्नोन फिलैंडर दूसरे और श्रीलंका के रंगना हेराथ तीसरे स्थान पर काबिज हैं. |
देश की सियासत में ईवीएम पर संग्राम के बाद अब दिल्ली की राजनीति में मतदाता सूची पर महासंग्राम देखने को मिल रहा है. आम आदमी पार्टी और उसके संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार वोटरों के नाम सूची से गायब होने का आरोप लगा रहे हैं और इसके वह भारतीय जनता पार्टी की साजिश का हिस्सा बता रहे हैं. इस मुद्दे पर वार-पलटवार के बीच अब बीजेपी ने एक नया सबूत जारी किया है.
बीजेपी के ट्विटर हैंडल (@BJP4India) पर एक रिकॉर्डिंग जारी की गई है. इसमें एक व्यक्ति दूसरे शख्स को आगाह कर रहा है कि दिल्ली में बीजेपी ने वोटरों के नाम कटवा दिए हैं. कॉल करने वाला शख्स बता रहा है कि आपका वोट भी काटा गया है, इस लिए आपको ये कॉल किया गया है.
इस क्लिप में वोट करने की जानकारी देने वाला शख्स यह भी बता रहा कि यह लिस्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निकलवाई है और मैं आम आदमी पार्टी से ही बात कर रहा हूं.
This call was recorded by one of our well wishers. Several people in Delhi have received such misleading calls.
EC must take note of this gross violation by AAP and Shri Arvind Kejriwal.
If anyone of you have also received such calls, do write in.
#KejriwalMakingFakeCalls
pic.twitter.com/i5nVp2TfAE
— BJP (@BJP4India)
February 11, 2019
इस क्लिप को जारी करते हुए बीजेपी ने आरोप लगाया है कि यह कॉल हमारे एक शुभचिंतक को किया गया है, और उन्होंने यह रिकॉर्ड की. बीजेपी ने आरोप लगाया कि इस तरह के फोन कॉल दिल्ली के बाकी वोटरों के पास भी किए जा रहे हैं और उन्हें बरगलाया जा रहा है. बीजेपी ने चुनाव आयोग से इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल द्वारा उल्लंघन का संज्ञान लेने की मांग की.
केजरीवाल-विजेंद्र गुप्ता में हुई थी ट्विटर वार
हाल में वोटर लिस्ट से नाम गायब होने वाले इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता के बीच ट्विटर पर जमकर घमासान हुआ था. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली में 24 लाख नाम वोटर लिस्ट से गायब हो गए. इस पर बीजेपी नेता और रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता ने तर्क दिया कि पिछले 10 सालों में 30 लाख नए वोट बने हैं.
विजेंद्र गुप्ता की इस दलील को चुनौती देते हुए अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा, 'आपके चुनाव आयोग ने ही हमें 4 साल के अंदर काटे गए 24 लाख लोगों की लिस्ट दी है. इस बार बीजेपी का गंदा खेल पहले ही खुल गया है. इसलिए आप बौखलाए हुए हैं.'
आम आदमी पार्टी लंबे समय से इस मुद्दे को उठा रही है. ट्विटर और बयानबाजी के बीच अब बीजेपी ने सबूत के तौर पर कॉल रिकॉर्डिंग का एक ऑडियो क्लिप जारी किया है और चुनाव आयोग से इस मसले पर संज्ञान लेने की अपील की है. |
हरियाणा के जींद में अलेवा थाना पुलिस ने पति को आत्महत्या के लिए मजबूर करने की आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गांव नगूरां की रहने वाली रामजुआरी ने 28 नवंबर 2014 को अलेवा थाना पुलिस को दी
शिकायत में बताया
कि उसका बेटा मोहनलाल गांव कुचराना कलां में जेबीटी अध्यापक के तौर पर कार्यरत था. एक वर्ष पहले ही मोहनलाल की शादी सुमित्रा उर्फ मीना के साथ हुई थी.
उन्होंने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही मीना के मायका पक्ष के लोग मोहनलाल को
तंग किया करते थे
. मीना के मायके पक्ष के लोगों की प्रताडऩा के चलते मोहनलाल ने फांसी लगा ली.
आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला
पुलिस ने मृतक के पिता रामजुआरी की शिकायत पर चंद्रलोक कालोनी निवासी पत्नी मीना, ससुर महेंद्र, साले अमित, राजेश बधाना एवं सास के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का
मामला दर्ज कर लिया
था.
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पत्नी सुमित्रा उर्फ मीना को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
- इनपुट भाषा |
अपनी मुद्राओं में व्यापार को प्रोत्साहन देने की रणनीति के तहत ब्रिक्स देशों ने दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनके तहत वे व्यापारियों को ऋण सुविधा देंगे तथा विश्व बैंक की तर्ज पर ‘ब्रिक्स विकास बैंक’ के गठन की संभावना तलाशेंगे।
इन समझौतो पर यहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पांच सदस्य देशों-ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बैठक के बाद जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा, ‘‘ब्रिक्स देशों में विकास ऋण देने वाले बैंकों द्वारा आज जो समझौते किए गए हैं उससे हमारी अपनी मुद्राओं में ऋण की सुविधा होगी और व्यापार को बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’
स्थानीय मुद्रा में ऋण सुविधा प्रदान करने का मानक समझौता तथा बहुपक्षीय साख पत्र पुष्टिकरण सुविधा समझौता- इन दो समझौतों को ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच आपसी व्यापार में अमेरिकी डॉलर के प्रयोग की निर्भरता खत्म करने की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। टिप्पणियां
अधिकारियों के इस तरह की पहल से ब्रिक्स के बीच न केवल व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा बल्कि वैश्विक आर्थिक संकटों के समय भी सदस्य देशों की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं के संरक्षण में मदद मिलेगी। ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सिंह ने कहा कि इस पर सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों द्वारा विचार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सुझाव आये हैं। हम लोगों ने अपने-अपने वित्त मंत्रियों को इस प्रस्ताव की समीक्षा कर अगले शिखर सम्मेलन तक रिपोर्ट देने के लिए कहा है।’’
इन समझौतो पर यहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पांच सदस्य देशों-ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बैठक के बाद जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा, ‘‘ब्रिक्स देशों में विकास ऋण देने वाले बैंकों द्वारा आज जो समझौते किए गए हैं उससे हमारी अपनी मुद्राओं में ऋण की सुविधा होगी और व्यापार को बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’
स्थानीय मुद्रा में ऋण सुविधा प्रदान करने का मानक समझौता तथा बहुपक्षीय साख पत्र पुष्टिकरण सुविधा समझौता- इन दो समझौतों को ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच आपसी व्यापार में अमेरिकी डॉलर के प्रयोग की निर्भरता खत्म करने की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। टिप्पणियां
अधिकारियों के इस तरह की पहल से ब्रिक्स के बीच न केवल व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा बल्कि वैश्विक आर्थिक संकटों के समय भी सदस्य देशों की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं के संरक्षण में मदद मिलेगी। ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सिंह ने कहा कि इस पर सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों द्वारा विचार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सुझाव आये हैं। हम लोगों ने अपने-अपने वित्त मंत्रियों को इस प्रस्ताव की समीक्षा कर अगले शिखर सम्मेलन तक रिपोर्ट देने के लिए कहा है।’’
स्थानीय मुद्रा में ऋण सुविधा प्रदान करने का मानक समझौता तथा बहुपक्षीय साख पत्र पुष्टिकरण सुविधा समझौता- इन दो समझौतों को ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच आपसी व्यापार में अमेरिकी डॉलर के प्रयोग की निर्भरता खत्म करने की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। टिप्पणियां
अधिकारियों के इस तरह की पहल से ब्रिक्स के बीच न केवल व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा बल्कि वैश्विक आर्थिक संकटों के समय भी सदस्य देशों की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं के संरक्षण में मदद मिलेगी। ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सिंह ने कहा कि इस पर सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों द्वारा विचार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सुझाव आये हैं। हम लोगों ने अपने-अपने वित्त मंत्रियों को इस प्रस्ताव की समीक्षा कर अगले शिखर सम्मेलन तक रिपोर्ट देने के लिए कहा है।’’
अधिकारियों के इस तरह की पहल से ब्रिक्स के बीच न केवल व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा बल्कि वैश्विक आर्थिक संकटों के समय भी सदस्य देशों की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं के संरक्षण में मदद मिलेगी। ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सिंह ने कहा कि इस पर सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों द्वारा विचार किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सुझाव आये हैं। हम लोगों ने अपने-अपने वित्त मंत्रियों को इस प्रस्ताव की समीक्षा कर अगले शिखर सम्मेलन तक रिपोर्ट देने के लिए कहा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना के बारे में सुझाव आये हैं। हम लोगों ने अपने-अपने वित्त मंत्रियों को इस प्रस्ताव की समीक्षा कर अगले शिखर सम्मेलन तक रिपोर्ट देने के लिए कहा है।’’ |
देश के शेयर बाजारों ने गत सप्ताह भी तेजी का सिलसिला जारी रखा। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह के कारोबार में 0.05 फीसदी या 9.91 अंकों की तेजी के साथ 18,762.74 पर बंद हुआ, जो पिछले करीब 14 महीने का ऊपरी स्तर है।
सेंसेक्स इससे पिछले सप्ताह 1.56 फीसदी या 288.56 अंकों की तेजी के साथ 18,752.83 पर बंद हुआ था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी गत सप्ताह के कारोबार में 0.2 फीसदी या 12.15 अंकों की तेजी के साथ 5,703.30 पर बंद हुआ। निफ्टी इससे पिछले सप्ताह 2.03 फीसदी या 113.50 अंकों की तेजी के साथ 5,691.15 पर बंद हुआ था।
आलोच्य अवधि में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में ढाई फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 2.72 फीसदी या 174.86 अंकों की तेजी के साथ 6,607.29 पर बंद हुआ। मिडकैप इससे पिछले सप्ताह 3.00 फीसदी या 187.53 अंकों की तेजी के साथ 6,432.43 पर बंद हुआ था। स्मॉलकैप सूचकांक 3.06 फीसदी या 208.68 अंकों की तेजी के साथ 7,017.89 पर बंद हुआ।
स्मॉलकैप इससे पिछले सप्ताह 2.81 फीसदी या 186.09 अंकों की तेजी के साथ 6,809.21 पर बंद हुआ था।
गत सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे महेंद्रा एंड महेद्रा (6.97 फीसदी), भेल (6.26 फीसदी), सिप्ला (5.33 फीसदी), टाटा पावर (4.14 फीसदी) और आईटीसी (3.92 फीसदी)। सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले प्रमुख शेयरों में प्रमुख रहे भारती एयरटेल (5.11 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (4.65 फीसदी ), ओएनजीसी (4.41 फीसदी), कोल इंडिया (3.35 फीसदी) और टाटा मोटर्स (2.87 फीसदी)।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.77 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (4.00 फीसदी), रियल्टी (3.91 फीसदी), बिजली (2.95 फीसदी) और स्वास्थ्य सेवा (2.32 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रहे तेल एवं गैस (2.17 फीसदी), धातु (1.41 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.96 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (0.90 फीसदी)।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सोमवार को भारत की विकास दर का पूर्वानुमान एक प्रतिशतांक घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया और कहा कि भारत में कम बारिश होने और यूरोपीय संकट के जारी रहने तथा अमेरिका में उम्मीद से कम आर्थिक तेजी रहने के कारण ऐसा किया गया।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
सेंसेक्स इससे पिछले सप्ताह 1.56 फीसदी या 288.56 अंकों की तेजी के साथ 18,752.83 पर बंद हुआ था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी गत सप्ताह के कारोबार में 0.2 फीसदी या 12.15 अंकों की तेजी के साथ 5,703.30 पर बंद हुआ। निफ्टी इससे पिछले सप्ताह 2.03 फीसदी या 113.50 अंकों की तेजी के साथ 5,691.15 पर बंद हुआ था।
आलोच्य अवधि में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में ढाई फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 2.72 फीसदी या 174.86 अंकों की तेजी के साथ 6,607.29 पर बंद हुआ। मिडकैप इससे पिछले सप्ताह 3.00 फीसदी या 187.53 अंकों की तेजी के साथ 6,432.43 पर बंद हुआ था। स्मॉलकैप सूचकांक 3.06 फीसदी या 208.68 अंकों की तेजी के साथ 7,017.89 पर बंद हुआ।
स्मॉलकैप इससे पिछले सप्ताह 2.81 फीसदी या 186.09 अंकों की तेजी के साथ 6,809.21 पर बंद हुआ था।
गत सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे महेंद्रा एंड महेद्रा (6.97 फीसदी), भेल (6.26 फीसदी), सिप्ला (5.33 फीसदी), टाटा पावर (4.14 फीसदी) और आईटीसी (3.92 फीसदी)। सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले प्रमुख शेयरों में प्रमुख रहे भारती एयरटेल (5.11 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (4.65 फीसदी ), ओएनजीसी (4.41 फीसदी), कोल इंडिया (3.35 फीसदी) और टाटा मोटर्स (2.87 फीसदी)।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.77 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (4.00 फीसदी), रियल्टी (3.91 फीसदी), बिजली (2.95 फीसदी) और स्वास्थ्य सेवा (2.32 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रहे तेल एवं गैस (2.17 फीसदी), धातु (1.41 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.96 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (0.90 फीसदी)।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सोमवार को भारत की विकास दर का पूर्वानुमान एक प्रतिशतांक घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया और कहा कि भारत में कम बारिश होने और यूरोपीय संकट के जारी रहने तथा अमेरिका में उम्मीद से कम आर्थिक तेजी रहने के कारण ऐसा किया गया।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी गत सप्ताह के कारोबार में 0.2 फीसदी या 12.15 अंकों की तेजी के साथ 5,703.30 पर बंद हुआ। निफ्टी इससे पिछले सप्ताह 2.03 फीसदी या 113.50 अंकों की तेजी के साथ 5,691.15 पर बंद हुआ था।
आलोच्य अवधि में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में ढाई फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 2.72 फीसदी या 174.86 अंकों की तेजी के साथ 6,607.29 पर बंद हुआ। मिडकैप इससे पिछले सप्ताह 3.00 फीसदी या 187.53 अंकों की तेजी के साथ 6,432.43 पर बंद हुआ था। स्मॉलकैप सूचकांक 3.06 फीसदी या 208.68 अंकों की तेजी के साथ 7,017.89 पर बंद हुआ।
स्मॉलकैप इससे पिछले सप्ताह 2.81 फीसदी या 186.09 अंकों की तेजी के साथ 6,809.21 पर बंद हुआ था।
गत सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे महेंद्रा एंड महेद्रा (6.97 फीसदी), भेल (6.26 फीसदी), सिप्ला (5.33 फीसदी), टाटा पावर (4.14 फीसदी) और आईटीसी (3.92 फीसदी)। सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले प्रमुख शेयरों में प्रमुख रहे भारती एयरटेल (5.11 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (4.65 फीसदी ), ओएनजीसी (4.41 फीसदी), कोल इंडिया (3.35 फीसदी) और टाटा मोटर्स (2.87 फीसदी)।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.77 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (4.00 फीसदी), रियल्टी (3.91 फीसदी), बिजली (2.95 फीसदी) और स्वास्थ्य सेवा (2.32 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रहे तेल एवं गैस (2.17 फीसदी), धातु (1.41 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.96 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (0.90 फीसदी)।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सोमवार को भारत की विकास दर का पूर्वानुमान एक प्रतिशतांक घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया और कहा कि भारत में कम बारिश होने और यूरोपीय संकट के जारी रहने तथा अमेरिका में उम्मीद से कम आर्थिक तेजी रहने के कारण ऐसा किया गया।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
आलोच्य अवधि में बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में ढाई फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 2.72 फीसदी या 174.86 अंकों की तेजी के साथ 6,607.29 पर बंद हुआ। मिडकैप इससे पिछले सप्ताह 3.00 फीसदी या 187.53 अंकों की तेजी के साथ 6,432.43 पर बंद हुआ था। स्मॉलकैप सूचकांक 3.06 फीसदी या 208.68 अंकों की तेजी के साथ 7,017.89 पर बंद हुआ।
स्मॉलकैप इससे पिछले सप्ताह 2.81 फीसदी या 186.09 अंकों की तेजी के साथ 6,809.21 पर बंद हुआ था।
गत सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे महेंद्रा एंड महेद्रा (6.97 फीसदी), भेल (6.26 फीसदी), सिप्ला (5.33 फीसदी), टाटा पावर (4.14 फीसदी) और आईटीसी (3.92 फीसदी)। सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले प्रमुख शेयरों में प्रमुख रहे भारती एयरटेल (5.11 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (4.65 फीसदी ), ओएनजीसी (4.41 फीसदी), कोल इंडिया (3.35 फीसदी) और टाटा मोटर्स (2.87 फीसदी)।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.77 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (4.00 फीसदी), रियल्टी (3.91 फीसदी), बिजली (2.95 फीसदी) और स्वास्थ्य सेवा (2.32 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रहे तेल एवं गैस (2.17 फीसदी), धातु (1.41 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.96 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (0.90 फीसदी)।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सोमवार को भारत की विकास दर का पूर्वानुमान एक प्रतिशतांक घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया और कहा कि भारत में कम बारिश होने और यूरोपीय संकट के जारी रहने तथा अमेरिका में उम्मीद से कम आर्थिक तेजी रहने के कारण ऐसा किया गया।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
स्मॉलकैप इससे पिछले सप्ताह 2.81 फीसदी या 186.09 अंकों की तेजी के साथ 6,809.21 पर बंद हुआ था।
गत सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे महेंद्रा एंड महेद्रा (6.97 फीसदी), भेल (6.26 फीसदी), सिप्ला (5.33 फीसदी), टाटा पावर (4.14 फीसदी) और आईटीसी (3.92 फीसदी)। सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले प्रमुख शेयरों में प्रमुख रहे भारती एयरटेल (5.11 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (4.65 फीसदी ), ओएनजीसी (4.41 फीसदी), कोल इंडिया (3.35 फीसदी) और टाटा मोटर्स (2.87 फीसदी)।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.77 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (4.00 फीसदी), रियल्टी (3.91 फीसदी), बिजली (2.95 फीसदी) और स्वास्थ्य सेवा (2.32 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रहे तेल एवं गैस (2.17 फीसदी), धातु (1.41 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.96 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (0.90 फीसदी)।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सोमवार को भारत की विकास दर का पूर्वानुमान एक प्रतिशतांक घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया और कहा कि भारत में कम बारिश होने और यूरोपीय संकट के जारी रहने तथा अमेरिका में उम्मीद से कम आर्थिक तेजी रहने के कारण ऐसा किया गया।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
गत सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे महेंद्रा एंड महेद्रा (6.97 फीसदी), भेल (6.26 फीसदी), सिप्ला (5.33 फीसदी), टाटा पावर (4.14 फीसदी) और आईटीसी (3.92 फीसदी)। सेंसेक्स में गिरावट में रहने वाले प्रमुख शेयरों में प्रमुख रहे भारती एयरटेल (5.11 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्रीज (4.65 फीसदी ), ओएनजीसी (4.41 फीसदी), कोल इंडिया (3.35 फीसदी) और टाटा मोटर्स (2.87 फीसदी)।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.77 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (4.00 फीसदी), रियल्टी (3.91 फीसदी), बिजली (2.95 फीसदी) और स्वास्थ्य सेवा (2.32 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रहे तेल एवं गैस (2.17 फीसदी), धातु (1.41 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.96 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (0.90 फीसदी)।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सोमवार को भारत की विकास दर का पूर्वानुमान एक प्रतिशतांक घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया और कहा कि भारत में कम बारिश होने और यूरोपीय संकट के जारी रहने तथा अमेरिका में उम्मीद से कम आर्थिक तेजी रहने के कारण ऐसा किया गया।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (4.77 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (4.00 फीसदी), रियल्टी (3.91 फीसदी), बिजली (2.95 फीसदी) और स्वास्थ्य सेवा (2.32 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रहे तेल एवं गैस (2.17 फीसदी), धातु (1.41 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.01 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.96 फीसदी) और सार्वजनिक कम्पनियां (0.90 फीसदी)।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सोमवार को भारत की विकास दर का पूर्वानुमान एक प्रतिशतांक घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया और कहा कि भारत में कम बारिश होने और यूरोपीय संकट के जारी रहने तथा अमेरिका में उम्मीद से कम आर्थिक तेजी रहने के कारण ऐसा किया गया।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने सोमवार को भारत की विकास दर का पूर्वानुमान एक प्रतिशतांक घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया और कहा कि भारत में कम बारिश होने और यूरोपीय संकट के जारी रहने तथा अमेरिका में उम्मीद से कम आर्थिक तेजी रहने के कारण ऐसा किया गया।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
सोमवार को ही दूसरी ओर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर मौजूदा कारोबारी साल में 6.7 फीसदी रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा और दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
मद्रास स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के इतर मौके पर रंगराजन ने कहा, "हमारा अनुमान था कि विकास दर लगभग 6.7 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी बेहतर है। मुझे लगता है कि दूसरी छमाही में विकास दर में तेजी आएगी और इसके संकेत मिल रहे हैं।" उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर पहले जताए अनुमान से बेहतर रहेगी, क्योंकि मानसून उम्मीद से बेहतर रहा है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून 2012 की तिमाही में देश की विकास दर 5.5 फीसदी रही है जबकि इसी अवधि में पिछले साल की विकास दर आठ फीसदी थी।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
जनवरी-मार्च तिमाही में देश की विकास दर नौ सालों के निचले स्तर 5.3 फीसदी पर पहुंच गई थी।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
गुरुवार को प्रेसीडेंशियल रेफरेंस का जवाब देते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी नहीं है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
मुख्य न्यायाधीश एसएच कपाड़िया की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कहा कि जहां राजस्व को अधिक से अधिक बढ़ाने की बात हो, वहां नीलामी एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी के अलावा प्रत्येक तरीके को बंद नहीं किया जा सकता है।टिप्पणियां
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
प्रेसीडेंशियल रेफरेंस में अदालत की राय मांगी गई थी कि क्या सभी प्राकृतिक संसाधनों के आवंटन का एकमात्र तरीका नीलामी है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक नई व्यवस्था लागू की जिसके तहत वृद्धावस्था पेंशन और छात्रवृत्ति जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी के बैंक खातों में बैंक से सीधे नकदी का हस्तांतरण होगा।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है।
नई पहल का मकसद सभी तरह की रियायतों को इलेक्ट्रॉनिक नकदी हस्तांतरण के जरिए सीधे लाभार्थियों के खातों में नकदी भेजना है। |
वेब रंग वे रंग होते हैं, जो कि वेब पन्ने रूपांकन हेतु प्रयोग होते हैं। वेब रूपांकन के कर्ताओं के पास बहुत विकल्प होते हैं, इन रंगों को वेब घटकों का विवरण देने हेतु। इन्हें बताया जा सकता है जैसे षड्दशमलव रूपाकार में RGB ट्रिप्लेट।
वेब रंग वे रंग होते हैं, जो कि वेब पन्ने रूपांकन हेतु प्रयोग होते हैं। वेब रूपांकन के कर्ताओं के पास बहुत विकल्प होते हैं, इन रंगों को वेब घटकों का विवरण देने हेतु। इन्हें बताया जा सकता है जैसे षड्दशमलव रूपाकार में RGB ट्रिप्लेट।
षड्दशमलव ट्रिप्लेट
एक षड्दशमलव ट्रिप्लेट होता है एक छः अंक, तीन बाइट षड्दशमलव सँख्या, जो कि HTML में प्रयुक्त होती है रंगों के प्रदर्शन हेतु। तीनों बाइट दर्शाती हैं किसी एक रंग के लाल, हरा, नीला घटक। एक बाइट होती है 00 से FF तक (षड्दशमलव पद्धति में), या 0 से 255 (दशमलव पद्धति में).
इन्हें भी देखें
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HTML Color Spectrum Chart (Chromas/Achromas)--Lists chromatic and achromatic colors (no tints or shades)
4096 web colors & hexadecimal codes produced by combining 16 shades of each primary color (Red, Green & Blue)
Html Color Codes Dynamic html color codes chart and color picker
X11, HMTL, WEB colors Color wheel and Color picker that includes categorized colors described in this article
Web-Safe Color Demo using the Color Picker in Adobe ImageReady.
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नरेंद्र सिंह तोमर ने मोदी सरकार पार्ट-2 में एक बार फिर कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में नरेंद्र सिंह तोमर के पास ग्रामीण विकास और कोयला मंत्रालय था. मध्य प्रदेश की मुरैना लोकसभा सीट बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर ने जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस के रामनिवास रावत को हराया था. नरेंद्र सिंह तोमर ने 113341 वोटों से जीत हासिल की थी. इस सीट पर बीजेपी की लगातार सातवीं जीत है. कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर जीत साल 1991 में जीत मिली थी.
कब और कितनी हुई वोटिंग
इस सीट पर छठे चरण में 12 मई को वोटिंग हुई थी, जिसमें क्षेत्र के कुल 1828660 वोटरों में से 61.97 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
2014 का जनादेश
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में अनूप मिश्रा ने बसपा के वृन्दावन सिंह सिकरवार को हराया था. इस चुनाव में अनूप मिश्रा को 3 लाख 75 हजार 567 (43.96 फीसदी) वोट मिले थे, तो वहीं वृन्दावन सिंह सिकरवार को 2 लाख 42 हजार 586 (28.4 फीसदी) वोट मिले थे. दोनों के बीच हार जीत का अंतर 1 लाख 32 हजार 981 वोटों का था.
बता दें कि वृन्दावन सिंह सिकरवार पहले कांग्रेस में थे. चुनाव से पहले उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया. वहीं कांग्रेस के डॉ.गोविंद इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे. उनको 1 लाख 84 हजार 253 (21.57 फीसदी) वोट मिले थे. मुरैना में 19.97 फीसदी अनुसूचित जाति और 6.73 फीसदी अनुसूचित जनजाति के लोग रहते हैं.
चुनाव आयोग के 2014 के आंकड़े के मुताबिक, साल 2014 में यहां पर कुल 1702492 मतदाता थे. इस क्षेत्र में दलित और ठाकुर जाति के मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. ब्राह्मण मतदाता भी यहां पर चुनाव में किसी भी उम्मीदवार की जीत में अहम भूमिका निभाते हैं.
विधानसभा की 8 सीटें
मुरैना संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं. इनमें माधवपुर, विजयपुर, सबलगढ़, जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह विधानसभा सीटें शामिल हैं. यहां की 8 विधानसभा सीटों में से 7 पर कांग्रेस का कब्जा है, जबकि बीजेपी के पास एक सीट है. |
लेख: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पास पर्याप्त मात्रा में नकदी है, जो 30 दिसंबर के बाद भी उपलब्ध रहेगी. यहां एक संवाददाता सम्मेलन में जेटली ने कहा, "आरबीआई के पास पर्याप्त नकदी है, जो न केवल 30 दिसंबर तक बल्कि इसके बाद भी उपलब्ध रहेगी."
नोटबंदी की घोषणा पर तैयारी की कमी को लेकर जेटली ने कहा, "पूरी तैयारी के साथ यह फैसला लिया गया था. नोटबंदी की घोषणा के बाद एक भी दिन ऐसा नहीं हुआ, जिस दिन आरबीआई ने बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से पर्याप्त धन की आपूर्ति न की हो."टिप्पणियां
जेटली ने कहा, "हर दिन एक तय धनराशि वितरित की जाती रही है. इसके लिए पहले से तैयारी की गई थी और नकदी का भंडार हमेशा बना रहा." (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नोटबंदी की घोषणा पर तैयारी की कमी को लेकर जेटली ने कहा, "पूरी तैयारी के साथ यह फैसला लिया गया था. नोटबंदी की घोषणा के बाद एक भी दिन ऐसा नहीं हुआ, जिस दिन आरबीआई ने बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से पर्याप्त धन की आपूर्ति न की हो."टिप्पणियां
जेटली ने कहा, "हर दिन एक तय धनराशि वितरित की जाती रही है. इसके लिए पहले से तैयारी की गई थी और नकदी का भंडार हमेशा बना रहा." (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जेटली ने कहा, "हर दिन एक तय धनराशि वितरित की जाती रही है. इसके लिए पहले से तैयारी की गई थी और नकदी का भंडार हमेशा बना रहा." (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
देवगढ़ राज्य की पुनःस्थापना गोंड राजवंश के राजा जाटबा ने किया था। उस समय, गोंड वंश की चार शाखाएँ बनी थीं: - खेरला, गढ़-मंडला, देवगढ़ और चांदा (चंद्रपुर)।
देवगढ़ पर गोंड के शासन होने के कारण, उन्हें 'देवगढ़ के राजा' की उपाधि प्राप्त थी। देवगढ़ पर 1590 में जाटबा नाम के एक राजा का शासन था। जाटबा प्रतिराज को 'महाराजा' की उपाधि मिली थी। उनका राज्य वेंगांगे से वर्धा तक फैला हुआ था।
बख्त बुलंद शाह गोंड वंश के शासक थे। अपने राज्य, चांदा और मंडला के क्षेत्रों और नागपुर, बालाघाट, सिवनी और भंडारा के कुछ हिस्सों को जोड़ा। उन्होंने खेरला के निकटवर्ती राजपूत साम्राज्य पर भी कब्जा कर लिया। छिंदवाड़ा और बैतूल के वर्तमान जिले भी उनके नियंत्रण में आ गए। एक महान योद्धा, उन्होंने पौनी, डोंगरताल, सिवनी और कटंगी को जीत लिया।
इतिहास बख्त बुलंद शाह को नागपुर शहर के संस्थापक के रूप में पहचानता है। बख्त बुलंद शाह ने 12 छोटे गांवों को मिलाकर नागपुर शहर की स्थापना की, जिन्हें पहले राजापुर बरसा या बरस्ता के नाम से जाना जाता था। 1702 में कई कस्बों और गांवों की स्थापना की गई। सभी छोटे गांवों को मिला दिया गया। अपने राज्य को उचित आकार देने के बाद, उन्होंने लोगों को बसने के लिए प्रोत्साहित किया और इस प्रकार व्यापार और वाणिज्य की सुविधा प्रदान की। उनका शासन महान सुधारों के युग का प्रतीक है। कृषि, व्यापार और वाणिज्य ने काफी प्रगति की।
1702 में, वह देवगढ़ की राजधानी को नागपुर ले आया। आज के नागपुर को राजधानी बनाने का श्रेय बख्तबुलंद को जाता है। 1706 में उनकी मृत्यु हो गई और उनके बेटे चांद सुल्तान सिंहासन पर चढ़े।
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संदर्भ |
मिथुन चक्रवर्ती के बारे में जितना कहा जाए कम है. पर आज उनके 67वें बर्थडे के मौके पर हम आपको उनके जीवन का ऐसा पक्ष बताने जा रहे हैं, जो अनछुआ है. जी हां, मिथुन का नक्सली जीवन.
हम किसी फिल्म में उनके निभाए किरदार की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि ये हकीकत है. खबरों की मानें, तो मिथुन फिल्मों में आने से पहले नक्सली थे. नक्सलवाद के प्रति उनका गहरा झुकाव था. परिवार को छोड़ नक्सलियों के साथ रहने लगे थे. वे इस राह पर आगे बढ़ ही रहे थे कि उनकी जिंदगी में एक दुर्घटना हो गई.
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भाई की मौत ने बदली जिंदगी
कहा जाता है कि मिथुन के एक ही भाई थे, जिससे उनका गहरा लगाव था. एक दुर्घटना में भाई की मौत से मिथुन की दुनिया बदल गई. ये खबर सुनते ही वे अपने परिवार के पास वापस लौट आए. किसी तरह खुद को और परिवार को संभाला और नक्सली दुनिया को छोड़ आगे बढ़े.
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एक्टिंग का कोर्स
मिथुन कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कॉलेज से केमिस्ट्री में ग्रेजुएट थे. भाई की मौत के बाद उन्होंने पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट से एक्टिंग का कोर्स किया. मिथुन को उनकी पहली ही फिल्म 'मृगया' (1976) के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था. |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट ने बड़ा फैसला करते हुए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की जगह अब एक नया आयोग बनाने का फैसला किया है. सूत्रों के मुताबिक, इस फैसले के बाद अब सामाजिक और शैक्षणिक तौर पर पिछड़े लोगों के हित में काम करने के लिए नेशनल कमीशन फॉर सोशल एंड एजुकेशनली बैकवर्ड क्लासेस (NSEBC) का गठन किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक इस फैसले से देश में ओबीसी कैटेगरी के लिए भी एससी-एसटी कमीशन की तर्ज पर NSEBC का गठन किया जाएगा. NSEBC एक संवैधानिक संस्था होगी और ओबीसी सूची में नई जाति का नाम जोड़ने अथवा हटाने के लिए संसद की मंजूरी जरूरी हो जाएगी.
NSEBC के गठन की कैबिनेट से मंजूरी के बाद अब केन्द्र सरकार संविधान में संशोधन प्रस्ताव लाएगी. फिलहाल
ओबीसी सूची
में जातियों को जोड़ने अथवा हटाने का काम सरकार के स्तर पर किया जाता है. गौरतलब है कि केन्द्र सरकार का यह फैसला जाट आरक्षण समेत देश में ओबीसी आरक्षण की अन्य मांगों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
केन्द्रीय कैबिनेट ने दी ये मंजूरी:
1. सामाजिक और आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों के लिए राष्ट्रीय कमीशन का गठन किया जाएगा. इसके लिए संविधान में संशोधन कर अनुच्छेद 338B जोड़ा जाएगा.
2. संविधान के अनुच्छेद 341 और 342 में अनुच्छेद 342A को जोड़ते हुए प्रावधान किया जाएगा कि केन्द्र सरकार की ओबीसी सूची में जाति का नाम जोड़ने अथवा हटाने के लिए
संसद की मंजूरी
लेना आवश्यक होगा.
3. संविधान के अनुच्छेद 366 में 26C प्रावधान को जोड़ते हुए देश में सामाजिक और आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों की परिभाषा दी जाएगी.
4. पहले से मौजूद नैशनल कमीशन फॉर बैकवर्ड क्लासेस एक्ट, 1993 कानून को रिपील किया जाएगा.
5. इस एक्ट के तहत गठित ओबीसी कमीशन को भंग किया जाएगा.
6 संविधान में संशोधन के जरिए नए आयोग नैशनल कमीशन फॉर सोशल एंड एजुकेश्नली बैकवर्ड क्लासेस (NSEBC) का गठन किया जाएगा. इस आयोग के लिए एक चेयरपर्सन, एक वाइस चेयरपर्सन और तीन सदस्यों का प्रावधान किया जाएगा. |
24 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 114वॉ (लीप वर्ष मे 115 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 251 दिन बाकी है।
प्रमुख घटनाएँ
1877 - रुस ने ओटोमन साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई की घोषणा की थी.
2010- अमरीका के केप केनवेराल स्थित वायु सेना स्टेशन से दोबारा इस्तेमाल हो सकने वाले एक छोटे अंतरिक्ष यान एक्स-37बी का परीक्षण किया गया। यह अंतरिक्ष यान (शटल) नौ महीने तक कक्षा में रह सकता है। यूनाइटेड लांच एलांइस द्वारा निर्मित इस शटल ने भारतीय समयानुसार सुबह पांच बजकर 22 मिनट पर उड़ान भरी। इसके बाद अटलांटिक महासागर के ऊपर से गुजरते हुए कक्षा की ओर गया।
जन्म
१५५३ – विलियम द साइलेंट, नीदरलैण्ड्स का संस्थापक। (निधन १५८४)
१८४५ – कार्ल स्पिटेलेर, स्विस कवि और वर्ष १९१९ के साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेता। (निधन १९२४)
१८५६ – फिलिप पेटैन, फ़्रांसीसी जनरल एवं राजनेता। (निधन १९५१)
१९०५ – राबर्ट पेन वारेन, अमेरिकी उपन्यासकार, कवि। (निधन १९८९)
१९०८ – जोज़फ़ गोस्लाव्सकी, पॉलिस मूर्तिकार। (निधन १९६३)
१९२२ – सुज़ान्ना अग्नेली, इतालवी राजनेता। (निधन २००९)
१९२९ – डॉ॰ राजकुमार, कन्नड़ भाषा के भारतीय अभिनेता। (निधन २००६)
१९३४ – जयकान्तन, भारतीय पत्रकार एवं लेखक। (निधन २०१५)
१९३३ – शर्ली मैकलेन, अमेरिकी अभिनेत्री एवं गायिका।
१९४१ – रिचर्ड होलब्रूक, अमेरिकी पत्रकार एवं राजनयिक। (निधन २०१०)
१९४२ – बारब्रा स्ट्रेइसेंड, अमेरिकी गायिका।
१९४७ – रोजर डी कोर्नबर्ग, अमेरिकी जैव-रसायन विज्ञानी, नोबेल पुरस्कार विजेता।
१९६४ – जाइमन ऊनसू, बेनिनी एवं अमेरिकी अभिनेता।
१९६८ – हाशिम थाची, कोसोवो के ५वें प्रधानमंत्री।
१९७० – डेमियन फ्लेमिंग, ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट खिलाड़ी।
१९७१ – कुमार धरमसेना, श्रीलंका के क्रिकेट खिलाड़ी एवं कप्तान।
१९७३ – सचिन तेंदुलकर, भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी।
१९५६ – कार्लोस बेल्त्रान, अमेरिका के बेसबॉल खिलाड़ी।
१९८१ – टेलर डेंट, अमेरिका के पूर्व पैशेवर टेनिस खिलाड़ी।
१९८२ – केली क्लार्कसन, अमेरिकी गायिका।
१९८७ – वरुण धवन, भारतीय अभिनेता।
१९९२ – जो कीरी, अमेरिकी अभिनेता।
निधन
1974 रामधारी सिंह 'दिनकर'
1972 - जैमिनी राय
2009 - महात्मा रामचन्द्र वीर लेखक, कवि तथा ओजस्वी वक्ता
बाहरी कडियाँ
बीबीसी पे यह दिन
अप्रैल |
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी एक बार फिर सुर्खियों में हैं. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के एक महीने बाद पूर्व सीएम ने यह कहकर सबको चौंका दिया है कि दुर्ग लोकसभा सीट पर सरोज पांडे को हराने के लिए बीजेपी के नेताओं ने उनसे मदद मांगी थी. उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी नेताओं ने इसके लिए पैसे की पेशकश की थी. जोगी का यह बयान उस समय आया है जब सरोज की हार पर बीजेपी में कानाफूसी हो रही है. सूबे की 11 लोकसभा सीटों में से केवल दुर्ग में बीजेपी की हार हुई है. सात सीटों पर तो जीत का अंतर लाख वोटों का है.
नरेंद्र मोदी की लहर के बावजूद दुर्ग में सरोज पांडे की हार पर जोगी का कहना है कि कांग्रेस से ज्यादा गुटबाजी बीजेपी में है. सरोज पांडे को उनकी ही पार्टी के लोग जीतने नहीं देना चाहते थे. चुनाव के दौरान कुछ बीजेपी नेता उनके संपर्क में आए, उन्होंने सरोज पांडे को हराने के लिए पैसे देने की बात भी कही. जोगी ने कहा कि भितरघात केवल कांग्रेस में नहीं हुआ, बीजेपी में भी जमकर भितरघात हुआ. कई जगह इसका असर दिखा. दुर्ग में यह ज्यादा नजर आया. जोगी के इस बयान पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
हालांकि, बीजेपी ने जोगी के दावों को खारिज कर दिया है. बीजेपी के प्रदेश संगठन महामंत्री रामप्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस अपनी हार की समीक्षा करे. बीजेपी ने एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की. एक सीट हार गए, इसलिए गुटबाजी कहना गलत है. बल्कि एकता थी इसलिए हम 10 सीटें जीते. कांग्रेस खुद पिछले तीन चुनाव से एक ही सीट जीत रही है.
बहरहाल अब जोगी के इस बयान के बाद बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस के भीतर भी हलचल मचने के आसार हैं. |
मुठभेड़ में मारे गए 6 आतंकियों में 3 पाकिस्तानी नागरिक
शहीद जवान का नाम राजेंद्र सिंह है जो नायक पद पर तैनात थे
जम्मू कश्मीर में शनिवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच दो अलग-अलग जगहों पर एक साथ मुठभेड़ हुई. इस घटना में छह आतंकवादी मारे गए, जिनमें से तीन पाकिस्तानी नागरिक थे. मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया, जबकि दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.
शहीद जवान का नाम राजेंद्र सिंह है जो नायक पद पर तैनात थे. जम्मू संभाग के रामबन जिले में हुई मुठभेड़ में आतंकियों से लोहा लेते वक्त राजेंद्र सिंह शहीद हो गए. मुठभेड़ की यह घटना शनिवार को रामबन के बटोट इलाके में हुई. उधर उत्तरी कश्मीर के गांदरबल जिले के नारनाग वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए. आशंका जताई जा रही है कि आतंकियों के इस समूह ने हाल ही में गुरेज सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से घुसपैठ की होगी.
Jammu and Kashmir: Indian Army's Naik Rajendra Singh lost his life during the encounter in Batote town of Ramban district of Jammu Zone, earlier today. (Image source: Indian Army)
pic.twitter.com/f5C98QGcaf
— ANI (@ANI)
September 28, 2019
एसएसपी अनिता शर्मा का वीडियो वायरल
रामबन की एसएसपी अनिता शर्मा ने कहा, आतंकवादी किश्तवाड़ से भागना चाहते थे क्योंकि इस इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. यहां सिर्फ 3 आतंकी छिपे थे न कि पांच. आंतकियों की ओर से बंधक बनाए गए एक नागरिक विजय कुमार को हमलोग छुड़ाना चाहते थे जिन्होंने न सिर्फ अपनी जान बचाई बल्कि अपने पूरे परिवार की भी हिफाजत की. अनिता शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वो छिपे आतंकियों को सरेंडर करने के लिए चेतावनी दे रही हैं.
#WATCH
Anita Sharma, SSP Ramban, asking terrorists to surrender during the encounter in Batote town of Ramban district of Jammu Zone, earlier today.
#JammuAndKashmir
pic.twitter.com/jcxGm3CkNy
— ANI (@ANI)
September 28, 2019
आतंकियों ने आम लोगों को बंधक बनाया
बता दें, पाकिस्तान पिछले तीन दिनों से गुरेज सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है. इसके जरिए पाकिस्तान घुसपैठ कराने की कोशिशें कर रहा है. दूसरी घटना में जम्मू क्षेत्र के रामबन जिले के थोर इलाके में सुरक्षबालों और आंतकियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए. आतंकी एक घर में घुस गए और वहां मौजूद लोगों को बंधक बना लिया. बाद में बंधकों को छुड़ा लिया गया लेकिन इस दौरान गोलीबारी में एक जवान शहीद हो गया वहीं दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.
हिज्बुल के आतंकी ढेर
मारे गए आतंकवादी हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी थे. उनके पास से हथियार और गोलाबारूद बरामद किए गए हैं. पुलिस ने कहा कि उन्होंने चिनाब घाटी में एक बार फिर से आतंकवाद फैलाने के लिए घुसपैठ की थी. इस बीच, श्रीनगर के पुराने शहर क्षेत्र नवा कदल में आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड फेंका. पुलिस ने कहा है कि ग्रेनेड हमले से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ.
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छह आतंकियों के मारे जाने के बाद दोनों जगहों पर मुठभेड़ खत्म हो गई. इसी के साथ सेना का ऑपरेशन भी सफल रहा. जम्मू के आईजी मुकेश सिंह ने बटोटे एनकाउंटर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आतंकियों के मारे जाने के साथ ही ऑपरेशन खत्म हो गया और सभी बंधकों को छुड़ा लिया गया. इस घटना में एक जवान शहीद हो गया जबकि दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. |
लेख: चीन में सर्वाधिक बिकने वाली किताब 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' को हाल ही में अमेरिका में प्रकाशित किया गया। चाइना चिल्ड्रेन प्रेस एंड पब्लिकेशन ग्रुप (सीसीपीपीजी) और पेकिंग यूनिवर्सिटी प्रेस ने 2014 के बाद से एक साथ 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' और 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' को प्रकाशित किया है।
अमेरीकी प्रकाशक बेंचमार्क एजुकेशन कंपनी ने अगस्त 2015 में युवा पाठकों के लिए 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' का अंग्रेजी संस्करण जारी किया था। इसके बाद नीदरलैंड के लियनोन मीडिया ने पुस्तक के डच भाषा के अधिकार खरीद लिए थे।टिप्पणियां
पेकिंग यूनिवर्सिटी के हान युहाई ने दोनों किताबें लिखी हैं, जिनका घरेलू स्तर पर अनुवाद किया गया है जिन्हें विदेशी संपादकों द्वारा और तराशा गया है।
सीसीपीपीजी के अनुसार, 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' सहज भाषा के माध्यम से विशेष रूप से मार्क्स की सोच के बारे में और सामान्य रूप से मानव सभ्यता के इतिहास के विकास को प्रस्तुत करती है। वहीं, 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' पाठकों को माओ के जीवन और विचारों से परिचय कराती है।
अमेरीकी प्रकाशक बेंचमार्क एजुकेशन कंपनी ने अगस्त 2015 में युवा पाठकों के लिए 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' का अंग्रेजी संस्करण जारी किया था। इसके बाद नीदरलैंड के लियनोन मीडिया ने पुस्तक के डच भाषा के अधिकार खरीद लिए थे।टिप्पणियां
पेकिंग यूनिवर्सिटी के हान युहाई ने दोनों किताबें लिखी हैं, जिनका घरेलू स्तर पर अनुवाद किया गया है जिन्हें विदेशी संपादकों द्वारा और तराशा गया है।
सीसीपीपीजी के अनुसार, 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' सहज भाषा के माध्यम से विशेष रूप से मार्क्स की सोच के बारे में और सामान्य रूप से मानव सभ्यता के इतिहास के विकास को प्रस्तुत करती है। वहीं, 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' पाठकों को माओ के जीवन और विचारों से परिचय कराती है।
पेकिंग यूनिवर्सिटी के हान युहाई ने दोनों किताबें लिखी हैं, जिनका घरेलू स्तर पर अनुवाद किया गया है जिन्हें विदेशी संपादकों द्वारा और तराशा गया है।
सीसीपीपीजी के अनुसार, 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' सहज भाषा के माध्यम से विशेष रूप से मार्क्स की सोच के बारे में और सामान्य रूप से मानव सभ्यता के इतिहास के विकास को प्रस्तुत करती है। वहीं, 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' पाठकों को माओ के जीवन और विचारों से परिचय कराती है।
सीसीपीपीजी के अनुसार, 'कार्ल मार्क्स फॉर यंग रीडर्स' सहज भाषा के माध्यम से विशेष रूप से मार्क्स की सोच के बारे में और सामान्य रूप से मानव सभ्यता के इतिहास के विकास को प्रस्तुत करती है। वहीं, 'लेट्स रीड अबाउट माओ त्से तुंग' पाठकों को माओ के जीवन और विचारों से परिचय कराती है। |
होली की हुड़दंग के बाद घर साफ करना एक बहुत बड़ा टास्क है. फर्श, दीवार, वॉश-बेसिन, सिंक, बाथरूम, कार्पेट सबकुछ रंगीन हो चुका होता है. ऐसे में घर की सफाई किसी चुनौती से कम नही लगती.
होली के बाद घर की सफाई आपके फेस्टिव मूड को खराब कर सकती है. ऐसे में आप चाहें तो इन आसान से उपायों को अपनाकर घर के अलग-अलग कोनों को साफ कर सकते हैं.
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सिंक, टाइल्स और काउंटर टॉप्स पर लगे रंग के धब्बों को सोप-सोक्ड ब्रश की मदद से साफ करें. पर ध्यान रखें कि ब्रश बहुत अधिक रगड़ें नहीं वरना इन चीजों पर
रगड़ के निशान पड़ सकते हैं.
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अगर फर्श पर गिला रंग अभी तक है तो सबसे पहले उसे पेपर टॉवेल की मदद से पोंछ लें. बहुत देर तक रंग को फर्श पर न रहने दें वरना दाग छुड़ाने में मुश्किल होगी. उसके बाद उस जगह पर सर्फ छिड़ककर कुछ देर के लिए छोड़ दें. बाद में नायलॉन स्क्रबर की मदद से उस जगह को रगड़कर साफ कर लें.
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आप चाहें तो फर्श पर लगे धब्बों को बेकिंग सोडा और पानी की मदद से भी साफ कर सकते हैं. बेकिंग सोडा और पानी मिलाकर एक पेस्ट या गाढ़ा घोल तैयार कर लें. इस घोल को धब्बे पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें. जब ये पेस्ट सूख जाए तो उसे सूखे कपड़े से पोछकर साफ कर लें. धब्बा साफ हो जाएगा. पर भूलकर भी दीवार
साफ करने के लिए ये उपाय
न अपनाएं.
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अगर आपके डाइनिंग टेबल, किचन कैबिनेट पर भी रंग के निशान हैं तो इसे हाइड्रोजन परॉक्साइड की मदद से साफ करें. रूई के एक बड़े टुकड़े को हाइड्रोजन परॉक्साइड में डुबोकर इन धब्बों को छुड़ाएं.
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सफेद रंग के मार्बल फर्श को साफ करने के लिए लिक्विड ब्लीच का इस्तेमाल करना कारगर रहेगा. लेकिन लिक्विड ब्लीच को रंगीन और लेमिनेटेड फर्श पर भूलकर भी इस्तेमाल न करें.
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अगर आपके कप सेट और प्लेट पर भी रंग लग गया है तो उसे लिक्विड डिटर्जेंट की मदद से साफ करें. |
गृह मंत्रालय के एक सीनियर अफ़सर ने एनडीटीवी से कहा कि "क्रॉस LoC ट्रेड एक बहुत बड़ा फ़ैसला है, जोकि कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मेज़र के तहत लिया गया है, इसे बंद नहीं किया जा सकता". टिप्पणियां
दरअसल, हाल में ऐसे कई क़िस्से आए हैं, जिसके चलते इस व्यापार पर सवाल उठाए जा रहे है. हालांकि राज्य की मुख्यमंत्री ने इस बात की ख़िलाफ़त की है कि ये व्यापार बंद किया जाना चाहिए. महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि "हम रास्ते खोलने के बंद करने के हक़ में नहीं हैं".
कश्मीर डेस्क से जुड़े एक अफ़सर का कहना है कि वैसे बीती 11 जुलाई से पुंछ वाले रास्ते से ये व्यापार गोलाबारी के चलते बंद हो गया है. इस इलाक़े में इतनी ज़्यादा गोलाबारी हो रही थी कि सब वर्कर अपनी पोस्ट छोड़ कर भाग गए. इसीलिए व्यापार बंद है. उनके मुताबिक़, जब हालत यहां सामान्य हो जाएंगे तो यह शुरू हो जाएगा.
टिप्पणियां
दरअसल, हाल में ऐसे कई क़िस्से आए हैं, जिसके चलते इस व्यापार पर सवाल उठाए जा रहे है. हालांकि राज्य की मुख्यमंत्री ने इस बात की ख़िलाफ़त की है कि ये व्यापार बंद किया जाना चाहिए. महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि "हम रास्ते खोलने के बंद करने के हक़ में नहीं हैं".
कश्मीर डेस्क से जुड़े एक अफ़सर का कहना है कि वैसे बीती 11 जुलाई से पुंछ वाले रास्ते से ये व्यापार गोलाबारी के चलते बंद हो गया है. इस इलाक़े में इतनी ज़्यादा गोलाबारी हो रही थी कि सब वर्कर अपनी पोस्ट छोड़ कर भाग गए. इसीलिए व्यापार बंद है. उनके मुताबिक़, जब हालत यहां सामान्य हो जाएंगे तो यह शुरू हो जाएगा.
दरअसल, हाल में ऐसे कई क़िस्से आए हैं, जिसके चलते इस व्यापार पर सवाल उठाए जा रहे है. हालांकि राज्य की मुख्यमंत्री ने इस बात की ख़िलाफ़त की है कि ये व्यापार बंद किया जाना चाहिए. महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि "हम रास्ते खोलने के बंद करने के हक़ में नहीं हैं".
कश्मीर डेस्क से जुड़े एक अफ़सर का कहना है कि वैसे बीती 11 जुलाई से पुंछ वाले रास्ते से ये व्यापार गोलाबारी के चलते बंद हो गया है. इस इलाक़े में इतनी ज़्यादा गोलाबारी हो रही थी कि सब वर्कर अपनी पोस्ट छोड़ कर भाग गए. इसीलिए व्यापार बंद है. उनके मुताबिक़, जब हालत यहां सामान्य हो जाएंगे तो यह शुरू हो जाएगा.
कश्मीर डेस्क से जुड़े एक अफ़सर का कहना है कि वैसे बीती 11 जुलाई से पुंछ वाले रास्ते से ये व्यापार गोलाबारी के चलते बंद हो गया है. इस इलाक़े में इतनी ज़्यादा गोलाबारी हो रही थी कि सब वर्कर अपनी पोस्ट छोड़ कर भाग गए. इसीलिए व्यापार बंद है. उनके मुताबिक़, जब हालत यहां सामान्य हो जाएंगे तो यह शुरू हो जाएगा. |
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गहराते बिजली संकट पर विचार-विमर्श के लिए मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने का आग्रह किया है। बिजली संकट की वजह से कम से कम पांच राज्यों पर बुरा प्रभाव पड़ा है।
प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में चव्हाण ने कहा है कि निजी क्षेत्र से विद्युत आपूर्ति के लिए प्रतिस्पर्धा के आधार पर बोलियों को अंतिम रूप देने के बाद ईंधन उपलब्धता को लेकर कुछ गंभीर मुद्दे उभरे हैं।
पत्र में कहा गया है, कानून में बदलाव की वजह से कुछ कानूनी चुनौतियां भी उभरी हैं, जिनकी वजह से बिजली खरीद समझौते में विवाद बढ़े हैं...परिणामस्वरूप निजी क्षेत्र के उत्पादकों ने काम जारी रखने में असमर्थता जताई है। इसकी वजह से पूरे राज्य (महाराष्ट्र) में लोडशेडिंग बढ़ी है।
उन्होंने कहा है कि गणेश महोत्सव के चलते समस्या और गहरा गई है। चव्हाण ने कहा कि समस्या के समाधान के लिए वह एनसीपी के प्रमुख शरद पवार के साथ केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल से 30 अगस्त को मुंबई में मिले थे।
बातचीत के दौरान यह महसूस किया गया कि समस्या की व्यापकता को देखते हुए और इसके राष्ट्रीय प्रभाव को देखते हुए मामले को उच्चतम स्तर पर सुलझाने की आवश्यकता है। |
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की राजनीति को एक तगड़ा झटका लगा है. कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
शुक्रवार की शाम 05:30 बजे मुकुल रॉय बीजेपी में शामिल हो गए. यहां यह भी बताते चलें कि मुकुल रॉय को उनकी पार्टी पहले ही 6 साल के लिए निलंबित कर चुकी है.
कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे और अब बीजेपी का कमल थाम चुके मुकुल रॉय का नाम दो बड़े मामलों में सामने आ चुका है. सबसे पहले इनका नाम शारदा स्कैम में आया था और इस मामले में मुकुल से सीबीआई भी पूछताछ कर रही है. यहां यह भी बताते चलें कि मुकुल की गिरफ्तारी रोकने के लिए खुद ममता बनर्जी ने बयान देना शुरू किया था और उन्होंने इस मामले के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था.
फिर सामने आया एक नारदा स्टिंग ऑपरेशन और इसमें भी सीबीआई ने मुकुल रॉय सहित दूसरे नेताओं का नाम एफआईआर में दर्ज किया था. तब सीबीआई प्रवक्ता ने आज कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्रियों, तृणमूल के मौजूदा सांसदों समेत पार्टी नेताओं के खिलाफ आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के रिश्वतखोरी और आपराधिक कदाचार से जुड़े आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आरोपियों में एक आईपीएस अधिकारी भी है.
वहीं 2015 में खबर थी कि मुकुल पार्टी से अलग होना चाहते हैं और इसके लिए वह और उनके कुछ समर्थक चुनाव आयोग से नई पार्टी बनाने के लिए मिले भी हैं. कई नेताओं का कहना है कि वह सेंट्रल इंवेस्टिगेशन एजेंसी के दवाब में आ गए थे. कहा जाता है कई बार तो उन्होंने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए टीएमसी से जुड़ी जानकारी एजेंसी को दी थीं.
उसके बाद ही ममता ने मुकुल को महासचिव पद से हटा दिया था. पिछले दो महीनों से यह बात प्रमुखता से चल रही थी कि मुकुल TMC से संतुष्ट नहीं हैं. |
सूत्रों ने बताया कि 1989 बैच के पश्चिम बंगाल कैडर के आईपीएस अधिकारी निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक में भी शामिल नहीं हुए. आयोग के अधिकारी चुनाव की तैयारियों के संबंध में उनसे मिलने गए थे. संपर्क किए जाने पर उनके कर्मचारी ने दावा किया कि कुमार शुक्रवार को कार्यालय आए थे लेकिन चले गए थे. उनके कार्यालय के अधिकारी ने बताया, ‘‘बहुत ही कम संभावना है कि वह अभी कार्यालय आएंगे. आप सोमवार को फोन कर सकते हैं या उनके आवास पर फोन कर लें.'' उनके कर्मचारी द्वारा दिए गए आवास का फोन नंबर काम नहीं कर रहा है जबकि उनके मोबाइल फोन पर किए गए कॉल का का जवाब नहीं मिल रहा है.
अधिकारियों ने बताया कि बंगाली फिल्म निर्माता श्रीकांत मोहिता को हिरासत में लिए जाने के बाद संभवत: वह अपनी गिरफ्तारी को लेकर भयभीत हो गए हैं. |
'पान सिंह तोमर' जैसी बड़ी फिल्मों में काम करने वाले सीताराम पंचाल कैंसर से लड़ रहे हैं. इनकी मदद के लिए के लिए फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग सामने आए हैं.
फिल्ममेकर अश्विनी चौधरी ने भी ट्वीट कर लोगों से मदद की अपील की हैं.
Actor Sitaram Panchal from Haryana suffering from cancer needs help
@mlkhattar
@ProfKaptanSingh
@CaptAbhimanyu
@cmohry
state govt shld help.
https://t.co/drqZcHPmKD
— ashwini chaudhary (@DhoopAshwini)
July 16, 2017
सोशल मीडिया पर एक स्क्रीन शॉट सर्कुलेट हो रहा है जिसमें बॉलीवुड के एक्टर सीताराम पांचाल को लेकर एक पर्सनल मैसेज है. जिसमें लिखा है, 'भाइयों मेरी मदद करो मेरी कैंसर से हालत खराब होती जा रही है आपका कलाकार भाई सीताराम पंचाल.'
कैंसर को मात देकर फिल्मों में वापसी कर रही हैं मनीषा, देखें PHOTOS
आपको बता दें कि सीताराम लगभग तीन सालों से कैंसर से लड़ रहे हैं और बिना एलोपैथ के इलाज करा रहे हैं. क्योंकि उनका शरीर काफी कमजोर हो चुका है और एलोपैथ के साइड इफेक्ट्स को वो नहीं झेल सकते. ऐसे में उन्होंने आयुर्वेद के जरिए इसका इलाज कराने का फैसला लिया. लेकिन उनकी तबीयत काफी खराब है और पैसो की तंगी के चलते उनका सही से इलाज नहीं हो पा रहा हैं. ऐसे में अब उनकी मदद के लिए पैसे जुटाए जा रहे है.
कैंसर की बीमारी से जूझ चुका है जॉनी लीवर का बेटा
'बैंडिट क्वीन', 'स्लमडॉग मिलियनेयर', 'पीपली लाइव', 'पान सिंह तोमर' और 'जॉली एलएलबी' जैसी फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता सीताराम पंचाल की तबीयत को लेकर सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मुहीम छिड़ी हुई है. संजय मिश्रा, सुशांत सिंह, मुकेश तिवारी, मनोज जोशी और प्रोड्यूसर राकेश पासवान जैसे कई लोगों ने सीताराम की मदद करने की कोशिश की है.
बता दें कि सीताराम पांचाल 'स्लमडॉग मिलियनेयर', 'बैंडिट क्वीन', 'पीपली लाइव', 'पान सिंह तोमर' जैसी कई फिल्मों में काम कर चुके हैं. सोशल पर चल रहे इस मैसेज में कहा गया है कि बॉलीवुड के यह एक्टर गंभीर बीमारी कैंसर से जूझ रहे हैं और उन्हें पैसों की सख्त जरूरत है. इसके अलावा सिने एंट टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (CINTAA) ने भी टीवी और फिल्मी कलाकारों से उनकी मदद के लिए गुहार लगाई है. |
यह एक लेख है: केंद्र और दिल्ली सरकार के रिश्तों में जारी तल्ख़ी के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ पीएम से मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा, पीएम ने हमारी सभी बातों को ध्यान से सुना। हमने उनके समक्ष अपने विधायकों की गिरफ्तारी और एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) समेत कई मुद्दों पर बातचीत की।
हमने पीएम से कहा, अगर आप हमें सहयोग देते हैं तो दो साल में दिल्ली को चमका देंगे। केजरीवाल ने पीएम से एसीबी के मसले पर साफ कहा कि 8 जून से पहले एसीबी अच्छा काम कर रही थी, लेकिन बाद में मची घमासान के बाद वहां कामकाज प्रभावित हुआ है। जाहिर है अरविंद केजरीवाल ने पीएम के समक्ष सब गिले-शिकवे रखे।टिप्पणियां
इससे पहले जून महीने में केजरीवाल ने पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा था। उस वक़्त पीएम मोदी ने अपनी व्यस्तताओं के कारण मुलाक़ात के लिए वक़्त नहीं दिया था। बाद में 16 अगस्त को पीएम ने केजरीवाल के जन्मदिन पर बधाई देने के लिए फ़ोन किया था तब केजरीवाल ने मुलाक़ात की इच्छा जताई थी।
दिल्ली की आप सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच नई सरकार बनने के बाद से ही काफी तनावपूर्ण संबंध बन रहे हैं।
हमने पीएम से कहा, अगर आप हमें सहयोग देते हैं तो दो साल में दिल्ली को चमका देंगे। केजरीवाल ने पीएम से एसीबी के मसले पर साफ कहा कि 8 जून से पहले एसीबी अच्छा काम कर रही थी, लेकिन बाद में मची घमासान के बाद वहां कामकाज प्रभावित हुआ है। जाहिर है अरविंद केजरीवाल ने पीएम के समक्ष सब गिले-शिकवे रखे।टिप्पणियां
इससे पहले जून महीने में केजरीवाल ने पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा था। उस वक़्त पीएम मोदी ने अपनी व्यस्तताओं के कारण मुलाक़ात के लिए वक़्त नहीं दिया था। बाद में 16 अगस्त को पीएम ने केजरीवाल के जन्मदिन पर बधाई देने के लिए फ़ोन किया था तब केजरीवाल ने मुलाक़ात की इच्छा जताई थी।
दिल्ली की आप सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच नई सरकार बनने के बाद से ही काफी तनावपूर्ण संबंध बन रहे हैं।
इससे पहले जून महीने में केजरीवाल ने पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा था। उस वक़्त पीएम मोदी ने अपनी व्यस्तताओं के कारण मुलाक़ात के लिए वक़्त नहीं दिया था। बाद में 16 अगस्त को पीएम ने केजरीवाल के जन्मदिन पर बधाई देने के लिए फ़ोन किया था तब केजरीवाल ने मुलाक़ात की इच्छा जताई थी।
दिल्ली की आप सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच नई सरकार बनने के बाद से ही काफी तनावपूर्ण संबंध बन रहे हैं।
दिल्ली की आप सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच नई सरकार बनने के बाद से ही काफी तनावपूर्ण संबंध बन रहे हैं। |
दिल्ली में हुई रेप की वारदात के बाद दिल्ली पुलिस के काम करने के तरीके पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने एक बार फिर पुलिस के आला अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
संदीप दीक्षित ने सीधे-सीधे किसी अधिकारी का नाम लिए बगैर कहा कि लोगों को एक संदेश देने के लिए बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई करने की जरूरत है। दीक्षित ने गृहमंत्रालय के अधिकारियों पर भी निशाना साधा और कहा कि मंत्रालय में बैठे कई अधिकारियों को जनता के हितों से ज्यादा अपने अधिकारों की चिंता है।
संदीप दीक्षित ने सीधे-सीधे किसी अधिकारी का नाम लिए बगैर कहा कि लोगों को एक संदेश देने के लिए बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई करने की जरूरत है। दीक्षित ने गृहमंत्रालय के अधिकारियों पर भी निशाना साधा और कहा कि मंत्रालय में बैठे कई अधिकारियों को जनता के हितों से ज्यादा अपने अधिकारों की चिंता है। |
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में अवैध खनन करके बेचने के लिए जमा की गई रेत के मामले में कलेक्टर ने एक रेत माफिया पर पौने तीन अरब रुपये का जुर्माना किया है.
जुर्माने की राशि जमा करने के लिए आरोपी को एक माह का समय दिया गया है. यदि जुर्माना नहीं भरा गया, तो रेत की नीलामी कर दी जाएगी. कलेक्टर ने यह कार्यवाही एसडीएम नरोत्तम भार्गव की जांच रिपोर्ट पर की है.
कलेक्टर ने रेत का अवैध भण्डार 7 जुलाई को एनएच 92 के पास से जब्त किया था. औचक निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने 4 लाख 20 हज़ार घनमीटर से ज्यादा रेत जब्त की थी. |
श्रीलंका का दौरा कर रही टीम इंडिया अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को गॉल टेस्ट से करेगी. टीम इंडिया को इस दौरे पर 3 टेस्ट, 5 वनडे और 1 टी20 मैच खेलना है. भारतीय कप्तान
विराट कोहली
ने गॉल टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दो साल बाद यहां आना बेहद अलग है. वो (2015) सीरीज हमारे लिए इसलिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि हमारे लिए एक टीम के रूप में मिलकर जीतना महत्वपूर्ण था.
राहुल का बाहर होना दुर्भाग्यपूर्ण
गॉल टेस्ट से केएल राहुल वायरल बुखार के चलते बाहर हो गए हैं. जिस पर कोहली ने कहा कि केएल दुर्भाग्यशाली रहे उन्हें फ्लू हो गया है. वो ज्यादा गंभार नहीं है. लेकिन वो पहला टेस्ट नहीं खेल पाएंगे. उन्हें इससे उबरने के लिए कुछ दिन लगेंगे. केएल एक स्थापित खिलाड़ी हैं. उन्होंने पिछले कुछ सालों में हमारे लिए क्रिकेट के सभी फॉर्मेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है.
राहुल की गैरमौजूदगी दूसरे खिलाड़ियों के लिए मौका
कोहली ने आगे कहा कि राहुल एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. लेकिन इस तरह के हालात में दूसरे खिलाड़ियों को खुद को साबित करने का मौका मिलता है. वो चाहते हैं कि अच्छा प्रदर्शन करें और टीम में लंबे समय तक बने रहें. इसलिए खिलाड़ी इन स्थितियों को मौके के रूप में देख रहे हैं.
रोहित से ओपनिंग का प्रयोग फिलहाल नहीं
राहुल की गैरमौजूदगी में रोहित शर्मा के ओपनिंग के सवाल पर कोहली ने कहा कि रोहित ने कभी टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग नहीं की है. हम इस तरह का कोई प्रयोग नहीं करने जा रहे हैं. हमारे पास टीम में और भी स्पेशलिस्ट ओपनर हैं जो पारी की शुरुआत करेंगे.
हमने जीत को अपनी टीम का कल्चर बनाया है
कोहली ने आगे कहा कि पिछले कुछ समय में हम जीत का कल्चर टीम में बनाने में सफल हुए हैं. एक विशेष तरीके से ट्रेनिंग करना, मैच के बारे में विशेष तरीके से सोचना हमने सीखा. एक विशेष तरीके से एक टीम के रूप में खेलना सीखा. हमने एक टीम के रूप में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के लिए एक अच्छा बेस बनाया है.
कोहली ने कहा कि हम कहीं भी क्रिकेट खेलें लेकिन लगातार अच्छी क्रिकेट खेलना चाहते हैं. इसी वजह से हम फिलहाल रैंकिंग में टॉप पर हैं. हमें यह मालूम है कि हमें और क्या करना है. हम बेहद सामान्य तरीके से अपनी तैयारी कर रहे हैं. |
UP Board Exams begin today, CCTV cameras installed for inspection. Visuals from Kanpur. pic.twitter.com/y7eRnvmWCe
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में उन्होंने कहा था कि बोर्ड की परीक्षा के दौरान किसी भी स्कूल से नकल की खबर आने पर वहां के प्रिंसिपल और जिले के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. |
लोकसभा के लिए 2014 में होने वाले चुनाव में आपनी पार्टी की राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका संबंधी अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जे जयललिता के बयान के करीब एक महीने बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने उन्हें स्वाभाविक सहयोगी करार दिया।
आडवाणी के इस बयान के साथ ही दोनों दलों के चुनाव में एकसाथ आने की अटकलें तेज हो गई हैं।टिप्पणियां
तमिल साप्तिाहिक ‘थुगलाक’ की 42वीं बरसी पर आडवाणी ने कहा, ‘हम जयललिता को स्वाभाविक सहयोगी के रूप में देखते हैं।’
अन्नाद्रमुक सुप्रीमो की ओर हाथ बढ़ाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि जयललिता और उनकी पार्टी स्वाभाविक सहयोगियों के रूप में काम करती रही हैं। उन्होंने कहा, ‘हालांकि अन्नाद्रमुक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का औपचारिक रूप से हिस्सा नहीं है लेकिन अनौपचारिक रूप से जयललिता की पार्टी से सहयोग जारी है जो संसद में सहयोग के रूप में बढ़ रहा है।’
आडवाणी के इस बयान के साथ ही दोनों दलों के चुनाव में एकसाथ आने की अटकलें तेज हो गई हैं।टिप्पणियां
तमिल साप्तिाहिक ‘थुगलाक’ की 42वीं बरसी पर आडवाणी ने कहा, ‘हम जयललिता को स्वाभाविक सहयोगी के रूप में देखते हैं।’
अन्नाद्रमुक सुप्रीमो की ओर हाथ बढ़ाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि जयललिता और उनकी पार्टी स्वाभाविक सहयोगियों के रूप में काम करती रही हैं। उन्होंने कहा, ‘हालांकि अन्नाद्रमुक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का औपचारिक रूप से हिस्सा नहीं है लेकिन अनौपचारिक रूप से जयललिता की पार्टी से सहयोग जारी है जो संसद में सहयोग के रूप में बढ़ रहा है।’
तमिल साप्तिाहिक ‘थुगलाक’ की 42वीं बरसी पर आडवाणी ने कहा, ‘हम जयललिता को स्वाभाविक सहयोगी के रूप में देखते हैं।’
अन्नाद्रमुक सुप्रीमो की ओर हाथ बढ़ाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि जयललिता और उनकी पार्टी स्वाभाविक सहयोगियों के रूप में काम करती रही हैं। उन्होंने कहा, ‘हालांकि अन्नाद्रमुक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का औपचारिक रूप से हिस्सा नहीं है लेकिन अनौपचारिक रूप से जयललिता की पार्टी से सहयोग जारी है जो संसद में सहयोग के रूप में बढ़ रहा है।’
अन्नाद्रमुक सुप्रीमो की ओर हाथ बढ़ाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि जयललिता और उनकी पार्टी स्वाभाविक सहयोगियों के रूप में काम करती रही हैं। उन्होंने कहा, ‘हालांकि अन्नाद्रमुक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का औपचारिक रूप से हिस्सा नहीं है लेकिन अनौपचारिक रूप से जयललिता की पार्टी से सहयोग जारी है जो संसद में सहयोग के रूप में बढ़ रहा है।’ |
5 जून के इतिहास में कई घटनाएं शामिल हैं, जिसमें सिखों के धर्म स्थल पंजाब के अमृतसर मे स्थित स्वर्ण मन्दिर में ऑपरेशन ब्लू-स्टार को अंजाम दिया जाना शामिल है.
1944
: द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी, इटली और जापान की नाज़ी तिकड़ी वाले देशों की राजधानियों में से मित्र सेनाओं के कब्ज़े में आने वाला पहला शहर रोम था.
1953
: डेनमार्क में आज ही के दिन नया संविधान लागू हुआ.
1967
: इजरायल ने मिस्र पर हमला कर उसके करीब चार सौ लड़ाकू विमान नष्ट कर दिए. युद्ध तो इजरायल मिस्र सीमा पर ही शुरू हुआ था लेकिन जल्द ही ये कई और अरब मुल्कों तक फैल गया.
1968:
अमरीका के शहर लॉस एंजेलस के एक होटल में मशहूर अमरीकी सांसद रॉबर्ट कैनडी के ऊपर जानलेवा हमला हुआ था.
1984
: सिखों के धर्म स्थल पंजाब के अमृतसर मे स्थित स्वर्ण मन्दिर मे ऑपरेशन ब्लू-स्टार को भारतीय सेना ने अंजाम दिया था.
1990:
सोवियत संघ के आखिरी राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचोव को आज ही के दिन नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. सोवियत संघ और शीतयुद्ध के अंत में उनकी बहुत अहम भूमिका रही है.
2013
: पहली बार एक अंग्रेजी अखबार में छपा कि अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी अमरीका में लाखों लोगों के फोन रिकॉर्ड जुटा रही है. इसका खुलासा अमेरिकी जासूस स्नोडेन ने किया था. |
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने बताया कि शुकव्रार को वनुआतू प्रशांत क्षेत्रीय देश में सात तीव्रता का भूकंप आया और वहां सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर गहराई में था और राष्ट्रीय सुनामी चेतावनी केंद्र (एनटीडब्ल्यूसी) ने इसकी तीव्रता 7.3 मापी।टिप्पणियां
एनटीडब्ल्यूसी ने कहा, 'इस भूकंप के चलते वनुआतू के तटीय क्षेत्र में 300 किलोमीटर के दायरे में खतरनाक सुनामी लहरें उठने की आशंका है।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर गहराई में था और राष्ट्रीय सुनामी चेतावनी केंद्र (एनटीडब्ल्यूसी) ने इसकी तीव्रता 7.3 मापी।टिप्पणियां
एनटीडब्ल्यूसी ने कहा, 'इस भूकंप के चलते वनुआतू के तटीय क्षेत्र में 300 किलोमीटर के दायरे में खतरनाक सुनामी लहरें उठने की आशंका है।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
एनटीडब्ल्यूसी ने कहा, 'इस भूकंप के चलते वनुआतू के तटीय क्षेत्र में 300 किलोमीटर के दायरे में खतरनाक सुनामी लहरें उठने की आशंका है।' (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है) |
My sunshine my rain, my old man who's taught me of love AND pain! The maddest teacher alive. Happy birthday my friend! May we be father daughter in all the lifetimes the universe has to offer
A post shared by Alia ✨⭐️ (@aliaabhatt) on Sep 19, 2017 at 7:58pm PDT
A post shared by Alia (@aliaabhatt) on Sep 20, 2016 at 10:05am PDT
Even though you hate birthdays @MaheshNBhatt you & my mother always made sure I had the best ones even though you couldn't afford them pic.twitter.com/j1QyFZ5Ni5
To my father who detests Birthday Celebrations... And even more so to be wished,here's an old Polaroid I found in my trunk of memories! #MaheshBhatt #Birthdayboy #polaroid #memorybank #flashback #greenacres #Palihill #allblack
A post shared by Pooja B (@poojab1972) on Sep 19, 2017 at 7:51pm PDT
Happy Birthday to my darling hubby. To an incredible human being ... a solid person and a wonderful soul. Happiness is just knowing that you're there. Can't imagine what life would be without you. Love you now forever and always Have a great day darling !
A post shared by Soni Razdan (@sonirazdan) on Sep 19, 2017 at 8:19pm PDT |
संधू ने कहा, "इसलिए मामला दर्ज किया गया है और उसको गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं." राम रहीम से हनीप्रीत के बारे में पूछताछ किये जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने कहा कि जरूरत के अनुसार किसी से भी पूछताछ की जाएगी. |
थियोडोरस जैकबस लियोनार्डस "डिक" क्वैक्स (1 जनवरी 1948 - 28 मई 2018) एक डच मूल के न्यूजीलैंड धावक और 5000 मीटर में एक बार विश्व रिकॉर्ड धारक और स्थानीय निकाय राजनीतिज्ञ थे। |
16 मई की सुबह नरेंद्र मोदी और बीजेपी के लिए एक नई उड़ान लेकर आई. दिन ढलते ढलते नरेंद्र मोदी इतिहास लिख चुके थे. इतिहास न सिर्फ अपने दम पर 300 से भी ज्यादा सीटें लाने का बल्कि 1984 के बाद पहली ऐसी पार्टी बनने का भी जिसे पूर्ण बहुमत मिला था. लेकिन नरेंद्र मोदी के लिए भी सबकुछ इतना आसान नहीं था. जाहिर है जब सफलता इतनी बड़ी थी तो मंजिल तक पहुंचने के लिए कई मुश्किल रास्तों से भी गुजरना पड़ा होगा.
नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी मुश्किल उनके धुर विरोधी थे. जिन्होंने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कोई मोदी को मौत का सौदागर बता रहा था तो कोई दानव कह रहा था. लेकिन मोदी पर ऐसे हमलों का कोई असर नहीं हुआ.
हम आपको बताते हैं नरेंद्र मोदी विरोधी नेताओं के ऐसे कुछ बयान जिसमें उन्होंने ताल ठोककर ये दावा किया था कि नरेंद्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री कभी नहीं बन सकते.
सबसे पहले बात कांग्रेस सरकार में कभी केंद्रीय मंत्री रहे मणिशंकर अय्यर की जिन्होंने 17 जनवरी 2014 को एक टीवी इंटरव्यू में बड़े ही आत्मविश्वास से कहा था, 'नरेंद्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे, नहीं बनेंगे, नहीं बनेंगे.'
दूसरा नंबर नरेंद्र मोदी के धुर विरोधियों मेें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का है. 3 अप्रैल 2014 को आज तक से खास बातचीत में नीतीश ने कहा था कि नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना असंभव है.
तीसरा नंबर कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल का है. कपिल सिब्बल ने 2 मई 2014 को आज तक से बात करते हुए कहा था कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना असंभव है. लेकिन आज की तारीख में आलम ये है कि कपिल सिब्बल अपनी सीट भी नहीं बचा पाए.
चौथा नंबर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का है. अपने बड़बोलेपन के लिए जाने जाने वाले लालू यादव ने भी बड़े ही आत्मविश्वास से ये दावा किया था कि नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनने का सपना हमेशा सपना ही रह जाएगा. लेकिन चुनाव के नतीजों के बाद लालू के ही पूरे राजनीतिक कैरियर पर प्रश्नचिह्न लगने लगा है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी नरेंद्र मोदी कभी प्रधानमंत्री पद का दावेदार नहीं माना. नरेंद्र मोदी हमेशा से उनके निशाने पर रहे.
खुद को देश के मुस्लिमों का मसीहा बताने वाले मुलायम सिंह यादव भी कहां कम थे. 7 अप्रैल को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह भी ये दावा कर गए कि नरेंद्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते. नतीजों के बाद आलम ये है कि पूरे यूपी में सिर्फ 2 सीटों पर ही समाजवादी पार्टी जीत पाई है.
ये तो कुछ गिने चुने नेता थे लेकिन नरेंद्र मोदी पर हमला करने वाले नेताओं की फेहरिस्त यहीं नहीं थमती. इस फेहरिस्त में सुशील कुमार शिंदे, अखिलेश यादव, नरेश अग्रवाल, स्वामी अग्निवेश और बेनी प्रसाद वर्मा जैसे कई दिग्गज नेता थे. लेकिन नरेंद्र मोदी ने सारे दावों को छोटा साबित करते हुए इन सब से कहीं आगे निकल गए. अब देश नरेंद्र मोदी में आने वाले बेहतर कल की एक नई उम्मीद देख रहा है. |
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: रूस के ततारस्तान गणराज्य में बुल्गारिया के एक जहाज के वोल्गा नदी में डूब जाने से 100 से अधिक लोग लापता हो गए जबकि 80 लोगों को बचा लिया गया। जहाज में 185 लोग सवार थे। रूस के आपातकालीन मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से यह खबर दी गई है। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के मुताबिक मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अभी तक दो लोगों के शव बरामद किए गए है और 100 से अधिक लोग लापता हैं। अधिकारियों के मुताबिक यह हादसा ततारस्तान के कांसको-उस्तीनोवस्की जिले में स्यूकेयेवो गांव के निकट रविवार को हुआ। प्रवक्ता ने कहा, "80 लोगों को बचा लिया गया है जिनमें से 79 लोगों को ततारस्तान की राजधानी कजान लाया गया है।" उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य में 223 लोगों को लगाया गया है जिसमें 80 गोताखोर शामिल हैं। गौरतलब है कि रूसी जांच समिति ने इससे पहले खबर दी थी कि हादसे के समय बुल्गारियाई जहाज पर 179 लोग सवार थे , जिसमें 76 लोगों को बचा लिया गया है। दो महिलाओं को मृत पाया गया। |
स्नैपड्रैगन 730G प्रोसेसर के साथ आएगा Realme X2
लीक्ड रिपोर्ट के मुताबिक इसकी शुरुआती कीमत 19,999 रुपये होगी
रियलमी भारत में आज एक इवेंट के दौरान Realme X2 और Realme Buds Air की लॉन्चिंग करने जा रही है. Realme X2 को सितंबर में चीन में लॉन्च किया गया था. इसकी खास बातों का जिक्र करें तो इसमें 64MP प्राइमरी कैमरा, क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 730G प्रोसेसर और 4,000mAh की बैटरी दी गई है. वहीं रियलमी बड्स एयर कंपनी का पहला ट्रू वायरलेस ईयरबड है. ये वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट और 12mm बेस बूस्ट ड्राइवर के साथ आएगा.
रियलमी के लॉन्च इवेंट की शुरुआत 12.30pm IST से होगी. इस इवेंट की लाइवस्ट्रीमिंग YouTube पर होगी. इस दौरान कंपनी इन दोनों डिवाइसेज की कीमत और बाकी फीचर्स का खुलासा करेगी. आपको बता दें टिप्स्टर ईशान अग्रवाल ने लॉन्च से पहले ही Realme X2 की कीमत लीक कर दी है. लीक के मुताबिक इसके 6GB रैम + 128GB स्टोरेज की कीमत 19,999 रुपये और 8GB रैम + 12GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 20,999 रुपये होगी.
अगर ये लीक्ड रिपोर्ट सही निकलती है तो Realme X2 पहला स्मार्टफोन होगा जो 20 हजार रुपये की कीमत के अंदर स्नैपड्रैगन 730G प्रोसेसर के साथ आएगा. टिप्स्टर ने ये भी जानकारी दी है कि Realme X2 की पहली सेल 20 दिसंबर दोपहर 12 बजे से होगी. हालांकि हम इन बातों की पुष्टि नहीं करते हैं. रियलमी की ओर से इवेंट के दौरान आधिकारिक जानकारियों का ऐलान किया जाएगा.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट पर इस अपकमिंग स्मार्टफोन का टीजर काफी दिनों से जारी किया जा रहा है. ऐसे में ये साफ है कि लॉन्च के बाद इसकी बिक्री इसी प्लेटफॉर्म से होगी. साथ ही इसे रियलमी की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराया जाएगा. चीन में Realme X2 को पर्ल ब्लू और पर्ल वाइट कलर ऑप्शन में लॉन्च किया गया था, इन्हें भारत में भी लॉन्च किया जा सकता है. |
26 नवंबर 2008. यही वो तारीख थी जब मुंबई पहुंचे 10 आतंकवादियों ने हाथों में एके 47 थामे देश की आर्थिक राजधानी पर मौत की बारिश की थी. 4 दिनों के दौरान आतंकवादियों ने 164 लोगों को मार डाला था और 308 लोग घायल हुए थे. 3 साल बीत चुके हैं और अभी भी कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब पूरा देश मांग रहा है.
आजतक ने ओआरजी के साथ मिलकर देश के 5 शहरों मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, लखनऊ और जयपुर में आतंकवाद और 26/11 के मुंबई हमले से जुड़े 10 सवाल हर वर्ग के लोगों के सामने रखे. आजतक-ओआरजी ने अपने ओपिनियन पोल के जरिए आतंकवाद के मुद्दे पर देश के लोगों के मिज़ाज को परखने की कोशिश की और इस ओपिनियन पोल में हमे कई चौकाने वाले जवाब भी मिले.
सवाल नंबर 1 - क्या पिछले एक दशक के आतंकी हमलों पर लगाम लगाने में केंद्रीय सरकार विफल रही हैं?
A - हां - 69%
B - नहीं - 22%
C - पता नहीं - 9%
सवाल नंबर 2 - क्या आपको लगता है कि 26/11 हमले को 3 साल बीत जाने के बाद असली गुनहगारों को कभी सज़ा मिल पाएगी?
A - हां - 33%
B - नहीं - 54%
C - पता नहीं - 13%
सवाल नंबर 3 - क्या आतंकवाद को खत्म करने की ईच्छाशक्ति में कमी की वजह से भारत अभी तक 26/11 और संसद भवन पर हमले के असल गुनहगारों को सजा नहीं दिला पाया है?
A - हां - 58%
B - नहीं - 25%
C - पता नहीं - 17%
सवाल नंबर 4 - क्या 9/11 हमले के बाद अमेरिका की तरह भारत आतंकवाद को खत्म करने में कभी सफल हो पाएगा?
A - हां - 41%
B - नहीं - 42%
C - पता नहीं - 17%
सवाल नंबर 5 - क्या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पाकिस्तान के पीएम यूसुफ रजा गिलानी को 'शांति पुरुष' कहना सही है?
A - हां - 18%
B - नहीं - 69%
C - पता नहीं - 13%
सवाल नंबर 6 - क्या अपने चुनावी फायदे के लिए राजनेता आतंकवाद के खिलाफ नरम रुख अपनाते हैं?
A - हां - 68%
B - नहीं - 21%
C - पता नहीं - 11%
सवाल नंबर 7 - क्या भारत को पाकिस्तान से बातचीत तभी करनी चाहिए जब पाकिस्तान आतंकवाद को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए?
A - हां - 59%
B - नहीं - 29%
C - पता नहीं - 12%
सवाल नंबर 8 - अगर दाऊद को सौंपने की भारत की आखिरी चेतावनी को पाकिस्तान अनदेखा करता है तो क्या भारत को सैन्य कार्रवाई का सहारा लेना चाहिए?
A - हां - 63%
B - नहीं - 27%
C - पता नहीं - 12%
सवाल नंबर 9 - आतंकवाद के खिलाफ बतौर गृहमंत्री पी चिदंबरम, शिवराज पाटील और लालकृष्ण आडवाणी में कौन ज्यादा कारगर साबित हुआ है?
A - चिदंबरम - 25%
B - शिवराज पाटील - 12%
C - लालकृष्ण आडवाणी - 38%
25 फीसदी लोगों का कोई मत नहीं है
सवाल नंबर 10 - आपकी नजर में कौन सी पार्टी आतंकवाद से निपटने में सबसे कारगर है -बीजेपी या कांग्रेस?
A - बीजेपी - 45%
B - कांग्रेस - 33%
C - पता नहीं - 22% |
नए सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाकिस्तान को दो टूक संदेश दिया है. बिपिन रावत ने कहा है कि हमारा देश और सेना अमन और शांति चाहती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम कमजोर हैं और अगर जरूरत आई तो अपनी ताकत का इस्तेमाल करने में कभी पीछे नहीं हटेंगे.
गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए सेनाध्यक्ष ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाई और साफ कर दिया की भारतीय सेना और भारतवर्ष शांति प्रिय देश है जो अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ भी शांति चाहता है लेकिन भारत के इस रवैये को कमजोरी न समझा जाए.
इसके साथ ही कई दिनों से चले आ रहे वरीयता के विवाद पर भी सेनाध्यक्ष ने विराम लगाने की कोशिश की. जनरल रावत ने कहा कि उन्हें सेनाध्यक्ष बनाना सरकार का फैसला है और वरीयता क्रम में बड़े रहे दोनों ही ऑफिसर उनसे कंधे से कंधा मिलाकर काम कर चुके है और आगे भी सेना के हित में काम करते रहेंगे. नए सेना प्रमुख ने कहा कि सेना की दूरदर्शिता और प्राथमिकताओं में कोई बदलाव नही होगा. इंफ्रेट्री से आए जनरल रावत ने कहा कि उनकी नजर में सेना का हर जवान बराबर है चाहे वो किसी भी पलटन का हो. जनरल रावत ने ऐसे समय बड़ी जिम्मेदारी है जब सरहद पार चुनौतियां कम होने के बजाए लगातार बढ़ रही है बावजूद इसके नए सेना प्रमुख से काफी उम्मीदें है क्योंकि उन्हें जम्मू कश्मीर से लेकर चीन सीमा में काम करने का काफी तर्जुबा हैं.
इससे पहले सेना की पूर्वी कमान के लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी ने साफ कर दिया है कि वो सेना प्रमुख नहीं बनाए जाने से नाराज नहीं हैं और इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. बल्कि नए साल की बधाई देते हुए उन्होनें नए सेनाध्यक्ष बिपिन रावत को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया. रक्षा मंत्री ने जनरल बख्शी से बात कर उन्हें इस्तीफा न देने के लिए कहा था. इसी का नतीजा है कि
जनरल बख्शी
ने बयान जारी करके कहा कि वो इस्तीफा नहीं देंगे. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने 30 दिसंबर की शाम को पुणे में सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टनेंट जनरल एमए हेरिज से मुलाकात कर उनकी नाराजगी को दूर किया.
जनरल बिपिन रावत ने साल 2016 के आखिरी दिन देश के 27वें सेना प्रमुख का पद संभाला. जनरल दलबीर सिंह ने उन्हें सेना प्रमुख की कमान दी. |
फाइव नाइट्स एट फ्रेडीज़ () एक 2023 अमेरिकी अलौकिक डरावनी फिल्म है।
कलाकार
जोश हचरसन - माइक श्मिट
पाइपर रुबियो - एबी, माइक की छोटी बहन
एलिज़ाबेथ लैल - वैनेसा
मैथ्यू लिलार्ड - स्टीव रैगलन / विलियम एफ़टन
मैरी स्टुअर्ट मास्टर्सन - आंटी जेन
कैट कॉनर स्टर्लिंग - मैक्स
डेविड लिंड - जेफ
क्रिश्चियन स्टोक्स - हांक
जोसेफ पोलिकिन - कार्ल
लुकास ग्रांट - गैरेट, माइक का छोटा भाई
थियोडस क्रेन - जेरेमिया, माइक के सह-कामगार
आवाज़ें
केविन फोस्टर - फ्रेडी फ़ैज़बियर
जेड किंडर-मार्टिन - बोनी
जेसिका वीस - चिका
रोजर जोसेफ मैनिंग जूनियर - फॉक्सी (अमान्य)
इन्हें भी देखें
एल चावो एनिमाडो
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
2023 की फ़िल्में
अमेरिकी फ़िल्में
अंग्रेज़ी फ़िल्में |
अरविंद केजरीवाल को एक रोज नाके पर एक भिखारी ने पांच रुपये दे डाले या किसी बच्चे ने गुल्लक से निकाल सात हजार रुपये का चंदा दे डाला, ऐसी बातें सुन अक्सर मैं खुद को बड़ा दुर्भाग्यशाली समझता हूं, क्योंकि हमारे आस-पास ऐसे किरदार नहीं दिखते.
चुनावी खबरों के बीच जब पता चलता है कि कोई ऑटोवाला बिना पैसे लिए फलां पार्टी का प्रचार कर रहा है, तो मन करता है पकड़कर चौक के सारे ऑटोवालों को दिखाऊं कि एक वो है और एक तुम जो बीस रुपये ज्यादा लेने के लिए बीच सड़क पर बांह चढ़ा लेते हो. दो सवारियों का किराया ज्यादा वसूलने को मुझे मवेशी सा ठूस देते हो. अंटी में बंधे होने पर भी जब फुटकर तीन रुपये देने में ऑटोवाले को बारहां सोचते देखता हूं, तो उन ऑटोवालों को प्रणाम करने का दिल करता है, जो पैसों की परवाह नहीं करते.
ऐसा नहीं है कि सिर्फ राजनीति से जुड़े किस्सों के किरदार हमारी असल जिन्दगी से गायब हैं. एक होते हैं रऊफ चाचा, जिनकी मोहल्ले में किसी से नहीं बनती. बच्चे तक न झेले जाते, क्योंकि बेटा दंगों में मारा गया, पर एक रोज लिखने वाले के सामने किसी बच्चे की हरकतों पर वो सब भुला बैठते हैं. अंत में उनकी आंखें भीग जाती हैं. सेक्युलर तड़के के लिए बच्चे को हिन्दू बता दिया जाता है. ऐसे ही किसी रोज कोई आवारा जानवर इंसानियत दिखा जाता है और अंत में लेखक की आंखें भीग जाती हैं.
आप यकीन न करेंगे, पर अंत में अगर 'आंखें भीग गईं' न लिखा हो, तो हमें पता ही न चले किस्सा कब खत्म हुआ. मानव मन की गहराइयों से खुरचन कदाचित इसलिए भी न निकल पाती है, क्योंकि असल जिन्दगी में रऊफ चाचा बीड़ी पी-पी धुंआ छोड़ रहे होते हैं, इसलिए बच्चे उधर फटकते नहीं और जानवर आजकल नगर निगम वाले उठा लेते हैं.
भाव-विह्वल तो मैं नारी-विमर्श पढ़कर हो जाता हूं. लेखक के सामने किसी युवती को छेड़ा जा रहा होता है और वो सहसा प्रतिकार कर उठती है या जब सब चुप मारकर बैठे होते हैं, तभी कोई सयानी महिला बुरे के खिलाफ उठ खड़ी होती है. ऐसे किस्सों में अगला अपनी कायरता स्वीकार भी करता है और लगे हाथ कारण बता जस्टिफाई भी कर डालता है. शोषक के प्रति आक्रोश लिए जब किस्सा नारी शक्ति को प्रणाम कर खत्म होता है, तो सवाल उठता है कि जब लिखने वाले ने यहां इतनी कलम चला दी, तो मौके पर जुबान क्यों न चला दी थी? मेहनत बचती और अफसोस भी न रहता. |
सरकार ने बुधवार को कहा कि एक बहु-विषयक समूह को जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों के वित्तीय स्रोतों की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। गृहराज्य मंत्री गुरदास कामत ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि ऐसी कोई सत्यापित जानकारी नहीं है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाक स्थित हवाला कारोबारियों के माध्यम से धन दिल्ली भेज रही है। हालांकि राज्य एवं केंद्रीय स्तर पर एक बहु.विषयक समूह को कश्मीरी अलगाववादियों क आर्थिक स्रोतों की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने वाई एस चौधरी के प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि भारत ने पाकिस्तान पर, उच्चतर स्तर पर की गई उन प्रतिबद्धताओं के कार्यान्वयन की जरूरत पर जोर दिया है कि वह भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए अपने भूभाग का उपयोग करने की अनुमति नहीं देगा। कामत ने टी सुब्बीरामी रेड्डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और विभिनन स्रोतों से मिली जानकारी से इस बात की पुष्टि होती है कि पाकिस्तान तथा पाक अधिकृत कश्मीर में अभी भी आतंकवादी अवसंरचना मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय और उपाय किए हैं। |
देश, दुनिया, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ साथ खबरों का लाइव अपडेशन...
11.52 PM:
T20 लीग: बैंगलोर ने सुपर ओवर में जीता मैच
11.12 PM:
बिहार सरकार ने कांस्टेबल और एसआई की भर्ती में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण को मंजूरी दी.
6.40 PM:
रेडियो पाकिस्तान के अनुसार भूकंप से पाकिस्तान में 12 लोगों की मौत.
6.10 PM:
UAE में भूकंप के झटके, और झटके आने की चेतावनी.
6.00 PM:
ईरान के सरवन में आपातकाल घोषित.
5.38 PM:
अधिकारियों के मुताबिक दक्षिणी ईरान में ज्यादा तबाही.
5.32 PM:
पाकिस्तान में भूकंप से सात लोगों की मौत, बलूचिस्तान के खारण जिले में पांच लोगों की मौत.
5.25 PM:
ईरान में भूकंप से भारी तबाही की खबर.
5.20 PM:
ईरान-पाक सीमा भूकंप का केंद्र. सतह से 15 किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र
5.13 PM:
भारत में गुजरात के भुज इलाके में सबसे पहले झटके महसूस किए गए.
5.09 PM:
ईरान में भूकंप से 40 मौतें: जिओ न्यूज
5.06 PM:
उत्तराखंड के देहरादून में सबसे तेज झटके महसूस किए गए.
5.05 PM:
ईरान के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में भूकंप से सैकड़ों लोगों के मरने की खबर.
5.02 PM:
दुबई में कई इमारतें खाली कराई गई.
5.00 PM:
उत्तर भारत में भूकंप, जयपुर और करनाल में घरों से बाहर निकले लोग.
4.56 PM:
ईरान में तेज भूकंप के झटके, कई इमारतें गिरे.
4.52 PM:
भूकंप से ईरान सबसे ज्यादा प्रभावित.
4.49 PM:
मध्य पूर्व के देशों में भूकंप का ज्यादा असर.
4.46 PM:
हरियाणा के हिसार में भी भूकंप के झटके.
4.40 PM:
हरियाणा के नरवाना, फतेहाबाद और जिंद में महसूस किए गए भूकंप के झटके.
4.38 PM:
यूपी के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
4.35 PM:
अफगानिस्तान में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए.
4.32 PM:
पाकिस्तान-ईरान सरहद भूकंप का केंद्र
4.31 PM:
ईरान में भी भूकंप के झटके.
4.29 PM:
भूकंप के झटके, दहशत में लोग घरों से बाहर निकले.
4.28 PM:
पाकिस्तान में भूकंप की तीव्रता 7.9 दर्ज की गई.
4.26 PM:
पंजाब, हरियाणा और कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
4.24 PM:
अहमदाबाद में भी तीव्र भूकंप के झटके महसूस किए गए.
4.22 PM:
दिल्ली-NCR में तेज भूकंप, 7.5 तीव्रता के झटके लगे. पूरे उत्तर भारत में भूकंप का झटका महसूस किया गया. पाकिस्तान में भूकंप का केंद्र बताया गया.
4.04 PM:
मोदी को दंगों पर माफी मांगने की जरूरत नहीं: कल्याण सिंह
4.03 PM:
हिंदुओं पर निशाना साधना धर्मनिरपेक्षता नहीं हैः कल्याण सिंह
4.01 PM:
धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा बताएं नीतीशः कल्याण सिंह
4.00 PM:
नरेंद्र मोदी हैं देश के लोकप्रिय नेताः कल्याण सिंह
3.42 PM:
पाकिस्तानः परवेज मुशर्रफ चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. चित्राल से मुशर्रफ का नामांकन रद्द
3.41 PM:
T-20 लीग: कोलकाता ने जीता टॉस, पंजाब को बल्लेबाजी का न्योता.
3.02 PM:
बैठक में जेडीयू के हमले पर चर्चा होगीः सुशील मोदी
3.01 PM:
18 अप्रैल को केंद्रीय कमान की बैठक होगीः सुशील मोदी
3.00 PM:
सही समय पर कदम उठाएंगेः सुशील मोदी
2.55 PM:
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा, नरेंद्र मोदी पर नीतीश का हमला दुर्भाग्यपूर्ण.
2.35 PM:
यूपी में कानून-व्यवस्था बेहद खराबः मायावती
2.32 PM:
यूपी में राष्ट्रपति शासन लगेः मायावती
2.30 PM:
यूपी में गुंडे और बदमाशों का राजः मायावती
2.12 PM:
संजय दत्त की अर्जी पर सुनवाई टली, जस्टिस चौहान के न होने पर टली सुनवाई.
2.04 PM:
संजय दत्त पर सुनवाई टली, कलतक के लिए सुनवाई टली. सुप्रीम कोर्ट से मांगी है सरेंडर की मोहलत.
2.00 PM:
संजय दत्त की अर्जी पर सुनवाई थोड़ी देर में. सुप्रीम कोर्ट से मांगी है सरेंडर की मोहलत. 18 अप्रैल को खत्म हो रही है मियाद. 93 ब्लास्ट में मिली हैं पांच साल की सजा.
1.30 PM:
सुप्रीम कोर्ट ने हज में सब्सिडी पर रोक का आदेश दिया. केंद्र सरकार को10 साल में सब्सिडी खत्म करने का आदेश.
1.24 PM:
पीएम पद की रेस में आडवाणी के नाम पर कल्याण सिंह ने कहा, आडवाणी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं पर पार्टी में नौजवानों का हक नहीं मारा जाना चाहिए.
1.20 PM:
PM पद के लिए मोदी के समर्थन में उतरे कल्याण सिंह. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने कहा, देश मोदी को पीएम के तौर पर देखना चाहता है.
1.00 PM:
भारत-पाक बॉर्डर के पास फिरोजपुर से हिरोइन जब्त. 90 करोड़ की कीमत का हिरोइन जब्त.
12.45 PM:
आरुषि में सीबीआई के जांच अधिकारी ने कोर्ट में बयान दिया है कि आरुषि और हेमराज हत्याकांड में विजय मंडल, राजकुमार और कृष्णा का को हाथ नहीं. हत्या के लिए जांच अधिकारी ने तलवार दंपत्ति की तरफ उंगली उठाई.
12.30 PM:
दंगें रोकने का काम राज्य सरकार का होता हैः नीतीश कुमार
12.22 PM:
कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती हैः नीतीश कुमार
12.20 PM:
नीतीश कुमार का बीजेपी को जवाब. नीतीश कुमार ने कहा, रेल मंत्री रहते हुए मैं गोधरा गया था और संसद में अपना पक्ष रखा था.
11.53 AM:
दिग्विजय सिंह और परनीत कौर भी सोनिया गांधी से मिले. सूत्रों की माने तो भुल्लर मुद्दे पर हुई चर्चा.
11.45 AM:
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले सुशील कुमार शिंदे. सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में आतंकवादी देवेंद्र सिंह भुल्लर की फांसी पर हुई चर्चा.
11.33 AM:
इशहाक मोहम्मद और शहरीफ अब्दुल की भी अर्जी खारिज. राष्ट्रपति द्वारा उनकी क्षमायाचना पर निर्णय ले लेने तक अपनी सजा पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दी थी अर्जी.
11.30 AM:
जैबुन्निसा अनवर काजी की अर्जी सुप्रीम कोर्ट में खारिज. सरेंडर के लिए मांगी थी मोहलत. 93 मुंबई ब्लास्ट के एक मामले में जैबुन्निसा को मिली है पांच साल की सजा.
11.26 AM:
जैबुन्निसा की अर्जी सुप्रीम कोर्ट में खारिज. सरेंडर के लिए मांगी थी मोहलत.
11.20 AM:
सोना और सस्ता हुआ. 10 ग्राम सोने की कीमत 25850 रुपये.
11.17 AM:
सोने की कीमत में और गिरावट, 10 ग्राम सोना अब 25850 रुपये का.
11.05 AM:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को पत्र लिखा. चिट्ठी में पीएम ने बोस्टन धमाकों पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि हम अमेरिकी जनता के साथ हैं.
10.50 AM:
छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुखमा में मुठभेड़. CRPF और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़. 10 नक्सली मारे गए.
10.37 AM:
बोस्टन मैराथन धमाके का असर. लंदन मैराथन के सुरक्षा की समीक्षा होगी. रविवार को होने वाला है लंदन मैराथन.
10.30 AM:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बोस्टन धमाकों की निंदा की. पीएम ने कहा, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के साथ है भारत.
10.00 AM:
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बोस्टन धमाकों की निंदा की.
09.40 AM:
कोलगेट: CBI ने कांग्रेसी सांसद विजय दर्डा से की पूछताछ.
09.10 AM:
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोस्टन मैराथन में आतंकी हमले की निंदा की. उन्होंने दुख जताते हुए ट्वीट किया है कि उनकी संवेदना सभी हताहत लोगों के साथ है.
08.30 AM:
बोस्टन धमाकों में घायल लोगों में 6 की हालत नाजुक.
07.55 AM:
असम में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
07.40 AM:
घायलों की जानकारी के लिए इमरजेसी हॉटलाइन सेवा शुरू कर दी गई है.
07.01 AM:
इस मैराथन में पूरे अमेरिका समेत 90 देशों से आए करीब 28 हजार लोगों ने हिस्सा लिया था.
07.00 AM:
बॉस्टन मैराथन अमरीका के सबसे बड़े खेल आयोजनों से एक है और इस घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई.
06.52 AM:
बॉस्टन के पुलिस प्रमुख के मुताबिक पहला धमाका बॉस्टन मैराथन रेस ख़त्म होने बाद फिनिंशिंग लाइन के पास हुआ और दूसरा धमाका भी ठीक उसी के आस-पास कुछ सेकंडों के बाद हुआ.
06.48 AM:
ओबामा ने कहा कि हमलोग इसकी जड़ तक जाएंगे और खोज निकालेंगे कि ये किसने और क्यों किए हैं.
06.40 AM:
लोगों से शांति की अपील करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि बॉस्टन धमाकों के लिए जिम्मेदार लोगों को उसकी क़ीमत चुकानी होगी.
06.35 AM:
बोस्टन मैराथन के समय हुए इन धमाकों के बाद पूरे अमरीका में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
06.32 AM:
अभी तक ये बात साफ नहीं हो पाई है कि इन धमाकों के पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ है या नहीं.
06.28 AM:
जिस वक्त ये धमाके हुए, रेस की फिनिश लाइन के पास बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे.
06.24 AM:
दोनों धमाके भारतीय समय के अनुसार बीती रात करीब साढ़े 12 बजे हुआ. उस समय अमेरिका में दिन के दो बजकर 50 मिनट हुए थे. ये धमका बॉस्टन मैराथन के दौरान फिनिश लाइन के पास हुआ.
06.22 AM:
बोस्टन मैराथन में
हुए धमाकों में 3 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग जख्मी बताए गए हैं.
06.20 AM:
अमेरिका: बोस्टन मैराथन में ब्लास्ट. |
press release के मुताबिक, 40 या 50 साल की महिला 2 महीनों में 6 चोरियां कर चुकी है. साउथ लॉस एंजेलिस में वारदात बढ़ती जा रही है. ABC News की खबर के मुताबिक, उसकी अब तक चोरियों में किसी को घायल होने की खबर नहीं आई है.
press release के मुताबिक, 40 या 50 साल की महिला 2 महीनों में 6 चोरियां कर चुकी है. साउथ लॉस एंजेलिस में वारदात बढ़ती जा रही है. ABC News की खबर के मुताबिक, उसकी अब तक चोरियों में किसी को घायल होने की खबर नहीं आई है. |
बिहार के पटना मैदान में रविवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की अगुवाई में विपक्ष एकजुट हुआ. सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पूर्व जेडीयू प्रमुख शरद यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद समेत कई विपक्षी नेताओं ने इस रैली में हिस्सा लिया. रैली के दौरान सभी की नजरें पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर थी. लालू यादव ने मंच से साफ कहा कि नीतीश कुमार तेजस्वी यादव से जलने लगे थे.
तेजस्वी यादव ने मंच से कहा कि मैं पहले नीतीश कुमार को चाचा कहता था, लेकिन अब वे अच्छे चाचा नहीं रहे. असली जेडीयू शरद चाचा के साथ है, जो कि महागठबंधन की वकालत करती है. तेजस्वी ने कहा कि मैं यहां पर लालू यादव के बेटे होने के नाते नहीं बल्कि धर्म पुत्र होने के नाते खड़ा हूं.
पर बाजी मार गए तेज प्रताप
यूं तो अभी तक बड़ी जगह पर हमेशा ही
तेजस्वी यादव
नजर आते रहे हैं. लालू ने बड़े बेटे को छोड़ छोटे बेटे तेजस्वी को उपमुख्यमंत्री बनाया. लेकिन रविवार की रैली में तेज प्रताप ने अपने भाषण से चर्चा बटोरी. उनका भाषण लगातार सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है.
सोऊंगा नहीं, बीजेपी को चीर दूंगा
तेज प्रताप ने अपना पूरा भाषण अपने पिता लालू यादव के अंदाज में दिया. तेज प्रताप अपने भाषण में बीजेपी पर हमलावर रहे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी रातों रात एक दूसरे से प्यार कर लेते हैं. उन्होंने कहा कि मैं सोऊंगा नहीं, मैं सांस लूंगा नहीं, जब तक बीजेपी के राज को चीर ना दूं.
और कर दिया शंखनाद
तेजप्रताप ने अपने भाषण के दौरान शंखनाद भी किया, उन्होंने कहा कि असली लड़ाई की शुरुआत शंखनाद से ही होती है. तेजप्रताप ने कहा कि तेजस्वी मेरा अर्जुन है, महाभारत में भी श्रीकृष्ण और अर्जुन ने मिलकर शंखनाद किया था.
#Bihar
: RJD's Tej Pratap Yadav blows the conch shell at 'BJP bhagao, Desh bachao' rally in Patna.
pic.twitter.com/ywm4rmd8BB
— ANI (@ANI)
August 27, 2017
पापा का भाषण चुरा लिया
तेज प्रताप बिल्कुल
लालू यादव के अंदाज
में बोल रहे थे. उन्होंने भाषण के दौरान इस बात का जिक्र भी किया. तेजप्रताप बोले कि पापा को लग रहा होगा कि मैंने उनका भाषण चुरा लिया है, उनके अंदाज में बोल रहा है. लेकिन मैं बोलूंगा. |
नोरा फतेही (Nora Fatehi) अपने डांस और अंदाज से हर गाने में धूम मचा देती हैं. नोरा फतेही इन दिनों सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं. एक्ट्रेस नोरा अकसर अपने डांसिंग वीडियो सोशल मीडिया पर फैन्स के साथ शेयर करती हैं, लेकिन हाल ही में नोरा फतेही (Nora Fatehi) का एक ऐसा वीडियो इंटरनेट पर छाया हुआ है, जिसमें वह कार में बैठे-बैठे ही डांस कर रही हैं और अपने एक्सप्रेशन्स से फैन्स के दिलों को जीत रही हैं. बता दें, फिलहाल एक्ट्रेस नोरा फतेही मोरक्को (Morocco) में अपने फ्रेंड्स संग एंजॉय कर रही हैं.
Morocco got us like.... ????????????
A post shared by Nora Fatehi (@norafatehi) on Oct 7, 2019 at 9:54am PDT
नोरा फतेही (Nora Fatehi) ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर किया है. इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में एक्ट्रेस कार में गाने पर अपने दोस्त संग झूमती नजर आ रही हैं. फैन्स नोरा फतेही (Nora Fatehi) के इस वीडियो पर खूब कमेंट कर रहे हैं.
बता दें, हाल ही में नोरा फतेही का 'पपेटा सॉन्ग (Pepeta Song)' रिलीज हुआ था. इस गाने पर एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम के जरिए लोगों को डांस चैलेंज दिया था. उनके इस चैलेंज को देश-विदेश से डांसर एक्सेप्ट कर रहे हैं और वीडियो बनाकर शेयर कर रहे हैं. जो भी डांस वाडियो नोरा फतेही (Nora Fatehi Dance Video) को पसंद आ रहा है उसे वो इंस्टाग्राम पर शेयर कर रही हैं. वहीं, अगर वर्क फ्रंट की बात करें तो नोरा जल्द ही वरुण धवन और श्रद्धा कपूर की फिल्म 'स्ट्रीट डांसर (Street Dancer)' में नजर आने वाली हैं. इस फिल्म को लेकर फैन्स में काफी एक्साइटमेंट है. |
संदिग्ध उल्फा उग्रवादियों ने रात को 90 मिनट के भीतर असम के गोआलपाड़ा और धुबरी जिलों में आठ आईईडी विस्फोट कर इन इलाकों को दहला दिया. हालांकि तत्काल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. ये विस्फोट एआईडीयूएफ विधायक तथा भीड़भाड़ वाले बाजारों को निशाना बनाकर किए गए थे.
पुलिस सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि उल्फा ने कुछ अन्य आतंकवादी समूहों के साथ गणतंत्र दिवस समारोहों के बहिष्कार का आह्वान किया था.
पहला विस्फोट गोआलपाड़ा जिले के जालेश्वर में आल इंडिया डेमोकेट्रिक यूनाइटेड फ्रंट के विधायक मोइनुद्दीन अहमद के रिहायशी परिसर को निशाना बनाकर किया गया.
लोगों ने एक संदिग्ध उग्रवादी को पकड़ लिया और उसकी पिटाई की, जिसके बाद बताया जाता है कि उसकी मौत हो गई. इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है.
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की गई तीन मोटरसाइकिलों को इलाके से जब्त कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि एक बम विधायक के घर में लगाया गया था और पुलिस का एक बम निरोधक दस्ता वहां पहुंच गया है. एक दूसरा आईईडी विस्फोट जालेश्वर हाई स्कूल में हुआ.
गोआलपाड़ा जिले के मोरियाकिची बाजार, गौरनगर, पोराहिता और जामदार बाजार इलाकों में भी विस्फोट हुए. धुबरी जिले में अरिकेता, सिराजकुटी तथा मितारतेरी इलाकों में विस्फोट हुए. |
ज्ञानेन्द्रपति
जन्म : 1 जनवरी 1950 को ग्राम पथरगामा, झारखंड, भारत
दसेक वर्षों तक बिहार सरकार से अधिकारी ।
सम्प्रति : कूलवक्ती कवि ।
प्रकाशित कृतियाँ
कविता संग्रह
1. आँख हाथ बनते हुए (1970)
2. शब्द लिखने के लिए ही यह कागज़ बना है (1981)
3. गंगातट (2000) किताबघर प्रकाशन
4. संशयात्मा (2004) किताबघर प्रकाशन
5. भिनसार (2006)
6. कवि ने कहा (कविता संचयन) किताबघर प्रकाशन
7. मनु को बनती मनई (2013) किताबघर प्रकाशन
अन्य
कथेतर गद्य : पढ़ते-गढ़ते
काव्य-नाटक : एकचक्रानगरी
पुरस्कार व सम्मान
वर्ष 2006 में ‘ संशयात्मा’ शीर्षक कविता संग्रह पर साहित्य अकादमी पुरस्कार के अलावा पहल सम्मान, बनारसीप्रसाद भोजपुरी सम्मान व शमशेर सम्मान सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मान और पुरस्कार से विभूषित।
संपर्क : बी-3/12, पो-अन्नपूर्णानगर, विद्यापीठ मार्ग, वाराणसी-221002
फ़ोन : 9415389996
भिनसार
'भिनसार' समकालीन कविता-परिदृश्य में अपनी तरह के अकेले कवि ज्ञानेन्द्रपति का अनूठा संकलन है । इससे कवि की बहुचर्चित कृतियाँ 'आँख हाथ बनते हुए' और 'शब्द लिखने के लिए ही यह कागज बना है' तो सम्पूर्णता शामिल हैं ही, अब तक आसंकलित-और अनेक तो अप्रकाशित-रही आयी कविताएँ भी पुस्तकाकार आ रही है । एक सघन बसा कविता-संसार पाठकों की यायावरी को आमंत्रित कर रहा है ।
ज्ञानेन्द्रपति की इन कविताओं से एक ओर तो तीव्र परिवर्तनकामिता से उपजा क्रान्तिकारी रोमान है, वर्ग- शत्रुओं को ललकारता युयुत्सु उदूघोष; तो दूसरी ओर सामाजिक आत्मालोचन का वह विरल स्वर है जो अपनी आत्मा को खराद पर चढाये बगैर नहीं उठता, अपने नैतिक विवेक के आगे वेध्य बने रहने पर ही जिसका स्फुटन संभव हो पाता है । यहीं, चेतना पारीक और बनानी बनर्जी से होने वाली अविस्मरणीय मुलाकातें हैं । रात से लगी भोर में भटक आया चमगादड़ का बच्चा भी इस कविता-दुनिया का बाशिन्दा है । परित्यक्त चीजें भी यहाँ निरर्थक नही, उनमें नये अर्थ अँखुआते है ।
दरअस्ल, ज्ञानेन्द्रपति को पढ़ना बनते हुए इतिहास के बीच से गुजरना ही नहीं, युग के कोलाहल के भीतर से छन कर आते उस मन्द्र स्वर को सुनना है इतिहासों से जिसकी सुनवाई नहीं होती; यह नश्वरताओं की भाषा से शाश्वत का द्युति-लेख पढ़ना है । इसीलिए यहाँ एक तरह की अनगढ़ता काव्य-सौष्ठव की अविधि ठहरती है । उच्च-भ्रू आलोचकों की पर्वा किये बगैर यह मनुष्य की ओर बढा हुआ समव्ययी हाथ है ।
ये वे कविताएँ हैं जिनकी जीवनधर्मिता अबूझ ढंग से मानवीय जिजीविषा को पुष्ट करती है ।
कवि ने कहा : ज्ञानेन्द्रपति
ज्ञानेन्द्रपति हिन्दी के एक विलक्षण कवि-व्यक्तित्व हैं, यह तथ्य अब निर्विवाद है । कवि-कर्म का ही जीवन-चर्या बनाने वाले ज्ञानेन्द्रपति की प्रतिष्ठा का आधार संस्थानों तथा महाजनों को सनदें और पुरस्कारों की संख्या नहीं बल्कि कविता-प्रेमियों की प्रीति है, जिसे उनकी कविता ने जीवन-संघर्ष के मोर्चों पर मौजूद रहकर और 'अभिव्यक्ति के ख़तरे' उठाकर अर्जित किया है । वे उन थोड़े-से कवियों में हैं, जिनके बल पर, कविता की तरफ से जनता का जी उचटने के बावजूद, समकालीन कविता के सार्थक स्वर की विश्वसनीयता बरकरार है ।
ज्ञानेन्द्रपति की कविता की अप्रतिमता के कारकों में अवश्य ही यह तथ्य है कि उसकी जड़ें लोक की मन-माटी में गहरे धँसी हैं और उसकी दृष्टि विश्व-चेतस् है । जीवन-राग उनकी कविता में लयात्मकता में ढल जाता है । वे कविता के नहीं, उस मुक्तछन्द के कवि हैं निराला ने जिसकी प्रस्तावना की थी । उनकी कविता आद्यन्त छान्दिक आवेग से ओतप्रोत है, बल्कि उसकी संरचना उसी से निर्धारित होती है । बेशक, यह हर बार एक नये छन्द का अन्वेषण हैं जो कविता के कथ्य के अनुसार जीवन-द्रव्य के साथ कवि-चित्त की एकात्मता से सम्भव होता है । हिन्दी की विशाल भाषिक सम्पदा का सार्थक संदोहन भी उनके यहां खूब बन पडा है । तदभव-सीमित रहना उनकी कविता की मजबूरी नहीं, उसके लिए न तो तत्सम अछूत है न देशज अस्मृश्य; अवसरानुकूल नये शब्दों के निर्माण की उसकी साहसिकता तो कुख्यात होने की हद तक विख्यात है ।
ज्ञानेन्द्रपति की कविता एक और तो छोटी-से-छोटी सचाई को, हल्की-से-हल्की अनुभूति को, सहेजने का जतन करती है प्राणी-मात्र के हर्ष-विषाद को धारण करती है; दूसरी ओर जनमत भूमि पर दृढ़ता से पाँव रोपे सत्ता-चालित इतिहास के झूठे सच के मुकाबिल होती है । धार्मिक सत्ता हो या राजनीतिक सत्ता-वह किसी को नहीं बख्शती । उसकी दीठ प संतप्त भूगोल है । साम्राज्यबाद के नए पैंतरों का वह पहचानती है । अभय में पगी हूई करुणा उसे विरासत में मिली है । वह एक महान् परम्परा की परिणति है ।
स्वयं ज्ञानेन्द्रपति द्वारा चयनित प्रतिनिधि कविताओं के इस संकलन में उनके तमाम प्रकाशित संग्रहों से तो हैं ही, आयामी संग्रेहों से भी कविताएँ शामिल है, बल्कि अनेक तो पहली बार यही प्रकाशित हो रही हैं । बिला शक अपने समाज-समय को कविता को आँख से देखना-समझना चाहने वालों के लिए एक अनिवार्य-किताब नहीं-सहचर!
'कवि ने कहा' - ज्ञानेन्द्रपति
मानव की चेतना यात्रा में सदियों से हमारे साथ एक दुर्घटना होती आयी है। यह दुर्घटना है - हमारा किसी विचारधारा विशेष के समर्थक के रूप में उभरना. हमें पता भी नहीं होता और हम ‘विचारधारा’ के किसी खेमें में शामिल हो अनायास ही असहिष्णुता और आतंक का खेल खेलने लगते हैं। पक्ष और विपक्ष की यह लड़ाई जब सभ्यता के हर क्षेत्र - साहित्य, कला, संगीत में गहरे तक जड़ फैला चुकी हो, एक “ज्ञानेन्द्रपति” का यह दावा कि उसका पक्ष उसके पाठकों के पक्ष में विलीन हो चुका है तो निस्संदेह वह “ज्ञानेन्द्रपति” एकाकी रह जाता है।
लगभग दसेक वर्षों तक बिहार सरकार में अधिकारी के रूप में कार्य करने के बाद कविता के मोहपाश में फंसे ज्ञानेन्द्रपति सब कुछ त्याग कविता के संग गंगातट - बनारस में बसे, तो कविता विविध रूप में प्रकट हुई. हिंदी साहित्य के तमाम छोटे - बड़े खेमों से अलग ज्ञानेन्द्रपति ने तीन दशकों से अधिक की रचना यात्रा के सारांश – निवेदन के रूप में अपनी तिरासी कविताओं को 2007 में “कवि ने कहा” के रूप में भेंट करते हुए कहा था –
“....... कविता बेशक अपने समय से जूझकर हासिल की जाती है, लेकिन वह उस काल – खण्ड से कीलित नहीं होती, उसकी भविष्योन्मुखता ही उसकी न मुरझाने वाली नवीनता का बाइस होती है।”
अतीत के तमस से निकलने का दावा करने वाले इंसानों का जत्था पृथ्वी को अपनी उँगलियों पर नचाते हुए जब पृथ्वी की मिट्टी – देह को परमाणु बम के भूमिगत परीक्षण से थर्राता है तो ज्ञानेन्द्रपति भविष्य के सवाल ले कर खड़े हो जाते हैं –
“मैं पूछता हूँ
यह पृथ्वी क्या केवल तुम्हारी है ?
क्या तुम्हें
एक केंचुए के पास जाकर
पृथ्वी को उर्वर करने में तल्लीन केंचुए के पास
नहीं पूछना चाहिए
पृथ्वी के बारे में कोई भी अहम फैसला लेने से पहले !
कौन जाने, पृथ्वी के भविष्य को ले, तुमसे ज्यादा चिंतित रहती हों चींटियाँ !
मेरी हैसियत एक केंचुए की हो
चींटी की तरह कुचल दी जाने की औकात हो मेरी तुम्हारे निकट
मेरा मानवाधिकार तुम्हारे दानवाधिकार के आगे नाचीज़ !
मैं तुम्हारे लिए खेत की मूली ही सही
चलो, तुम्हारे ही खेत की – और लो, सचमुच की –
इस पृथ्वी पर मेरा अधिकार
तुमसे कम तो नहीं”
जब हमारे अन्दर अपने देश, धर्म, जाति व सभ्यता – संस्कृति का अहंकार सिर चढ़ कर बोलने लगता है और हम इस खातिर मरने – मारने को उतारू होते हैं तभी हमें यह दिखना बंद हो जाता है कि हमारे बीच की कुछ प्यारी परम्पराएं दम तोड़ रही हैं। हमारे जीवन से “रामलीला” का पर्दा देखते – देखते हमेशा के लिए गिर गया और विशेष कर उस दौर में जब “राम भक्त” रामशिलाओं के साथ रामरथ निकाल रहे थे. “रामलीला” के अवसान की पीड़ा का अहसास “हे राम” की कुछ पंक्तियों में साफ दिखता है –
“निकल रहा था रामरथ, देश को दोफाड़ करता – सा
रामशिलाएँ अपने गिद्ध – पंख फड़कातीं गाँवों में उतर रही थीं
और उधर, अनदेखे
मर रही थीं रामलीलाएँ
गाँव में महीने – भर डटी रहनेवाली रामलीलाएँ
............
......................
ऐसे में
उन्होंने
राम को अपने राम – बाण में बदल दिया था
उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता था कि मर रही हैं रामलीलाएँ
क्योंकि वाल्मीकि और तुलसी से ज्यादा उनके काम आ सकते थे रामानन्द सागर.”
ज्ञानेन्द्रपति की रचनाएं शब्द और व्याकरण की परिभाषित मर्यादाओं से परे संवेदना का नूतन संसार गढ़ती हैं और इस संसार में कुछ भी अस्पृश्य नहीं. उनकी रचना संसार में जीवन – राग है, साँसों में माटी की सुगंधि तो आँखों में तथाकथित ग्लोबल घटनाओं/हादसों को भेदने का सामर्थ्य. कविता को किसी वेश – भूषा के नकाब में कैद करने की बजाय वे उसे उन्मुक्त आकाश देते हैं और ठेठ देशज शब्द उनकी कविताओं में एक अनोखा आकर्षण पैदा करते हैं। ज्ञानेन्द्रपति का यही अक्खड़ स्वभाव और तथाकथित लोकमत के पाखंड के प्रतिपक्ष में खड़ा होना मठाधीशों को नाराज करता है। स्वयं उन्हीं के शब्दों में – “साहित्य के समकालीन शास्ताओं की आँखों में मैं किरकिरी की तरह गड़ता हूँ, यही ठीक है।” साहित्य के क्षेत्र में काबिज मठाधीशों और तथाकथित निति नियंताओं के हमलों का जिक्र करते हुए वे कहते हैं –
“खेसाड़ी दाल की तरह निन्दित
उखाड़ कर फेंक दिया जाऊँगा
भारतीय कविता के क्षेत्र से
क्योंकि अब
इतिहास की गति के भरोसे न बैठ
इतिहास की मति बदलने की तकनीक है उनकी मुट्ठी में
खो जाऊँगा
जिस तरह खो गयी है
बटलोई में दाल चुरने की सुगन्ध
अधिकतर घरों में”
किताबघर प्रकाशन, नयी दिल्ली से प्रकाशित “कवि ने कहा” में ज्ञानेन्द्रपति की हृदयस्पर्शी कविताओं का एक पूरा रेंज है, जिसकी तमाम कवितायेँ पूर्व में प्रकाशित संकलनों – “संशयात्मा”, “गंगातट”, “शब्द लिखने के लिए ही यह कागज बना है” आदि से ली गयी हैं तो साथ ही कुछ पहली बार प्रकाशित हुई हैं। स्मृति का एक अनोखा प्रकटीकरण “ट्राम में एक याद” के रूप में हुआ है –
“चेतना पारीक, कैसी हो ?
पहले जैसी हो ?
कुछ – कुछ खुश
कुछ – कुछ उदास
कभी देखती तारे
कभी देखती घास
चेतना पारीक, कैसी दिखती हो ?
अब भी कविता लिखती हो ?
..........
........................
महानगर के महाट्टहास में एक हँसी कम है
विराट् धक् – धक् में एक धड़कन कम है, कोरस में एक कंठ कम है
तुम्हारे दो तलवे जितनी जगह लेते हैं उतनी जगह खाली है
वहाँ उगी है घास वहाँ चुई है ओस वहाँ किसी ने निगाह तक नहीं डाली है
फिर आया हूँ इस नगर में चश्मा पोंछ – पोंछ देखता हूँ
आदमियों को, किताबों को निरखता लेखता हूँ
रंग – बिरंगी बस – ट्राम, रंग – बिरंगे लोग
रोग – शोक हँसी – ख़ुशी योग और वियोग
देखता हूँ अबके शहर में भीड़ दूनी है
देखता हूँ तुम्हारे आकार के बराबर जगह सूनी है
चेतना पारीक, कहाँ हो कैसी हो ?
बोलो, बोलो, पहले जैसी हो !”
तेजी से बदलती दुनिया में हमारी आदतों और निष्ठाओं में इतनी तेजी से बदलाव आ जा रहा है कि हमें खबर ही नहीं होती. हमारे जीवन से किताबों का निकलना भी एक ऐसा ही बदलाव है लेकिन ज्ञानेन्द्रपति इस बदलाव से जुड़े जोखिम का जिक्र “टेलीविजन को देखो” में करते हैं –
“.........
किताब एक खतरनाक चीज है
आदमी के हाथों में उसके जाते ही
सल्तनत के पाये डगमगाने लगते हैं
.........
लेकिन अब खतरा हैं वे
उन्हें कैद करने की जरुरत
किताबों के लिए खोले हुए तो हैं आलमारियों की धरियोंवाले पुस्तकालय
पुस्तकालयों के पेट में
आलमारियों के पटों में
बंद रहने दो किताबों को
सजावटी चीजों की तरह
...............................................”
यद्यपि इक्कीसवीं सदी के आगमन से बहुत पहले ही हमनें नई सदी और अपनी वैज्ञानिक सोच का ढोल पीटना शुरू कर दिया था. काल चक्र पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है इसलिए नई सदी एकाध सेकेण्ड की देरी किये बगैर बिल्कुल सही समय पर धरती पर उतर आयी; मगर हमारी सोच ? हमारी सोच नए युग के वैज्ञानिक आविष्कारों का अपनी अंधश्रद्धा के प्रसार हेतु किस तरह इस्तेमाल में ला सकती है, इसका बढ़िया चित्रण “उस दिन” में हुआ है जब पूरा भारतवर्ष गणेश प्रतिमा को दूध पिलाने लगा था –
“संचार – क्रांति के इस युग में
अंधश्रद्धा भी त्वरित संचरित कि संक्रमित होती है, बेशक !
अंधश्रद्धा !
जिसकी चकाचौंध में नहाये नगर की
हैरत से खुली – खुली आँखे भी
भीतर से मुँदी – मुँदी थीं
उस दिन”
एक ओर विकास की अनंत धारा में गणेश जी को दूध पिलाता हमारा श्रद्धालु मानस तो दूसरी ओर सनातन काल से हमारे अस्तित्व यात्रा की साक्षी रही गंगा की दुर्दशा पर प्रगतिशील भारत को देख मन की पीड़ा अनायास ही “नदी और साबुन” में प्रकट हो जाती है –
“नदी !
तू इतनी दुबली क्यों है
और मैली – कुचैली
मरी हुई इच्छाओं की तरह मछलियाँ क्यों उतरायी हैं
तुम्हारे दुर्दिनों के दुर्जल में
..............
....................
आह ! लेकिन
स्वार्थी कारखानों का तेजाबी पेशाब झेलते
बैंगनी हो गयी तुम्हारी शुभ्र त्वचा
हिमालय के होते भी तुम्हारे सिरहाने
हथेली – भर की एक साबुन की टिकिया से
हार गयीं तुम युद्ध !
कहते हैं संवेदना का अतिरेक कविता के रूप में कागज पर उतरता है और अगर ज्ञानेन्द्रपति के हाथों में लेखनी हो तो संवेदना की असीम यात्रा भी संभव है। पूर्व में प्रकाशित कविता संकलन “शब्द लिखने के लिए ही यह कागज बना है” में संकलित कविता “आशीर्वाद” हमें कुछ ऐसी ही यात्रा पर ले चलती है –
“वे तुम्हें शिशु नहीं रहने देंगे
वे तुमसे तुम्हारे दिनों को नोच देंगे
वे उन तितलियों को
छुड़ा कर उड़ा देंगे
...........
................
वे तुम्हारी गंदी कमीजों को
खुलवा देंगे
और झक – झक धुली माँड – सी महकती वर्दियाँ
पहनने को देंगे
वे तुम्हारे बुजुर्ग हैं
वे तुम्हें बड़े होने का आशीर्वाद दे रहे हैं
उनके रथों के घोड़े थक गए हैं
(और उन्हें अभी और दूर जाना है)
आज के “फेस बुक दौर” में जब कुछ “लाइक्स” के लिए कविता को उद्धरित करने का फैशन हो, ज्ञानेन्द्रपति एक साफ़ आईना लिए सामने खड़े हैं। अगर आप जोखिम लेने को तैयार हों, अपने सच को ज्यों का त्यों जानने और झेलने की क्षमता हो तो आप उस आईने के सामने खड़े हो सकते हैं; लेकिन यह आपका स्वयं का फैसला होगा – मैं किसी तरह की गारंटी नहीं ले रहा.
- संजय चौबे SANJAY CHOUBEY at July 30, 2017
हिन्दी साहित्यकार
साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी भाषा के साहित्यकार |
स्प्रिंग टैम्पल बुद्ध ( तथा ), वैरोचन बुद्ध की एक सबसे विशालकाय बुद्ध प्रतिमा है, जो कि हेनान के जाओकुन कस्बे (लुशान काउन्टी) में, चीन में स्थित है। यह फ़ोदुशान सीनिक एरिया में, नेश्नल फ़्रीवे नम्बर 311 में स्थित है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बाद यह विश्व की दुसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है।
यह बुद्ध मूर्ती 128 मीटर (420 फुट) ऊँची है जो 25 मीटर (82 फुट) ऊँचे कमल-सिंहासन पर खडी है। यदि इसके बिल्डींग वाले आधार/भवन को भी गिन लिया जाये तो इसकी ऊँचाई और बढ जाती है। अक्टूबर २००८ की स्थिति के अनुसार इसके मुख्य आधार को नई शक्ल दी जा चूँकी है और अब इसकी ऊँचाई 208 मीटर (682 फुट) हो गई है। इस प्रतिमा के नीचे बौद्ध मठ यानी विहार है।
स्प्रिंग टैम्पल बुद्ध के निर्माण की योजना की घोषणा अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान द्वारा बामियान के बुद्ध प्रतिमाओं के ध्वंस के तुरंत बाद चीनी सरकार द्वारा की गयी थी। चीन ने अफ़ग़ानिस्तान में बौद्ध धरोहर के योजनाबद्ध विनाश की भर्त्सना की थी।
बाहरी कड़ियाँ
Photographs:
close up
Fodushan scenic area
{s-aft|after=स्टैच्यू ऑफ यूनिटी208 मीटर (682 फीट)}}
इन्हें भी देखें
समानता की प्रतिमा
लेशान के विशाल बुद्ध
बोरोबुदुर
थाईलैंड के महान बुद्ध
सन्दर्भ
चीन में बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म
चीन
बुद्ध प्रतिमा
बौद्ध तीर्थ स्थल |
कश्मीर में शहीद हुए मुजाहिद खान का जब बिहार के आरा के पीरो गांव में अंतिम संस्कार हुआ, तब वहां बिहार सरकार का कोई मंत्री नहीं था. इसको लेकर नीतीश कुमार सरकार की तीखी आलोचना हुई है और असदुद्दीन ओवैसी ने इसको लेकर सवाल भी उठाए. इस मामले के तूल पकड़ने के बाद जेडीयू ने माना है कि बिहार सरकार से इस मामले में चूक हुई है.
जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने आजतक से बातचीत में कहा कि
शहीद के अंतिम संस्कार
में शामिल नहीं होना एक तकलीफदेह चूक है, जिसका उन्हें अफसोस है. केसी त्यागी ने कहा कि जब किसी शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचता है, तो कम से कम मंत्री स्तर के किसी व्यक्ति को श्रद्धांजलि देने के लिए वहां उपस्थित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुजाहिद खान के मामले में ऐसा नहीं हुआ, जिसका उन्हें अफसोस है, लेकिन यह मानवीय चूक है. लिहाजा वो और उनकी पार्टी शहीद को नमन करते हैं.
केसी त्यागी ने AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की इस बात के लिए आलोचना की कि वह पूरे मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत की सेना में धर्म और जाति को लेकर कोई भेद नहीं है. लिहाजा इस पर सियासत नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसको लेकर खुद सेना ने जो बयान दिया है, उस पर असदुद्दीन ओवैसी को गौर करना चाहिए.
केसी त्यागी ने कहा कि ओवैसी अगर ऐसा कह रहे हैं कि कोई मंत्री इसीलिए नहीं गया, क्योंकि मुजाहिद खान मुस्लिम थे, तो यह बेहद ही विषैला बयान है, जिसकी निंदा होनी चाहिए. त्यागी ने इस बात का भी खंडन किया कि बीजेपी के साथ आने के बाद जेडीयू की विचारधारा बदल गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शहीदों के कई कार्यक्रम में अपना सिर झुकाने गए हैं. इसलिए यह आरोप बेबुनियाद है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शहीदों को श्रद्धांजलि देने के मामले में बीजेपी के नेता भी किसी से कम नहीं है. लिहाजा यह सवाल नहीं उठाना चाहिए. बिहार के आरा में मुजाहिद खान का परिवार उनके अंतिम संस्कार में किसी भी मंत्री के नहीं पहुंचने से इतना आहत हुआ कि उन्होंने सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये का मुआवजा लेने तक से इंकार कर दिया.
नीतीश के मंत्री पत्नी के साथ मनाते रहे वेलेंटाइन डे
वहीं, मुजाहिद खान का शव गांव पहुंचा, तो
बिहार सरकार के खनन मंत्री विनोद सिंह
अपने जिले भोजपुर में मौजूद नहीं थे. इस दौरान वो कटिहार स्थित घर पर पत्नी के साथ वेलेंटाइंस डे मना रहे थे. विनोद सिंह कटिहार के प्राणपुर से विधायक हैं. सोशल मीडिया पर विनोद सिंह की अपनी पत्नी निशा सिंह के साथ वेलेंटाइन डे मनाते हुए कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें वो पत्नी के साथ मुस्कुराते हुए खड़े हैं और उनके हाथ में गुलाब का फूल है. मंत्री जी की तस्वीरें वायरल होने पर विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि विवाद बढ़ने पर मंत्री विनोद सिंह ने इस पर सफाई दी. |