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पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट (FTII) के स्टूडेंट्स बीजेपी के मेंबर गजेंद्र चौहान को चेयरमैन बनाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. आपको बता दें कि महाभारत सीरियल में गजेंद्र चौहान ने युधिष्ठिर की भूमिका अदा की थी. चौहान का नाम सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन यानी सेंसर बोर्ड का चेयरमैन बनाने के लिए भी चल रहा था. फिल्मकार श्याम बेनेगल, अदूर गोपालकृष्ण और गीतकार गुलजार को अनदेखा करते हुए चौहान की नियुक्ति की गई है. चौहान के विरोध में स्टूडेंट्स ने थ्योरी क्लासेज, प्रैक्टिकल और डिप्लोमा फिल्म वर्क छोड़ दिया है. विरोध प्रदर्शन के लिए स्टूडेंट्स ने ग्राफिटी का सहारा लिया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि धर्मराज युद्धिष्ठर को इस्तीफा देना होगा और एफटीआई छोड़कर जाना होगा. करीब 70-80 की संख्या में स्टूडेंट्स एक साथ होकर ऑफिस कर्मचारियों को भी काम करने से रोक रहे हैं.
लेख: म्यूजिक कंपोजर और गायक विशाल डडलानी ने अपनी पत्नी पियाली से तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दे दी है. मिस मालिनी की रिपोर्ट के अनुसार विशाल ने कहा कि वह और उनकी पत्नी सालों से अलग रह रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि हमारी प्राइवेसी का सम्मान किया जाए.' विशाल ने कहा, "कई सालों तक अलग रहने के बाद मैं और पियाली तलाक के लिए अर्जी दे रहे हैं. यह हमारा व्यक्तिगत और पारिवारिक मामला है इसलिए इस बारे में हम इतना ही कहना चाहते हैं और हमें उम्मीद है कि इसका सम्मान किया जाएगा. अलग रहते हुए हम दोनों पहले से ज्यादा अच्छे दोस्त बने हैं. हम दोनों के परिवार एक दूसरे के बेहद करीब है और यह ऐसा ही रहेगा. हम उम्मीद करते हैं कि हमारी प्राइवेसी का सम्मान किया जाएगा." साल 2016 में कई बॉलीवुड और हॉलीवुड सितारों की शादियां टूटीं. इनमें एंजलीना जोली- ब्रैड पिट, फरहान अख्तर- अधुना भाबनी, मलाइका अरोड़ा-अरबाज खान शामिल हैं. इस साल की शुरुआत में अभिनेत्री नंदिता दास ने फिल्म मेकर सुबोध मस्कारा से तलाक लिया है. टिप्पणियां विशाल डडलानी ने अपने पार्टनर शेखर राजविजानी के साथ 'सुल्तान', 'बेफिक्रे' और 'चेन्नई एक्सप्रेस' जैसी फिल्मों के सुपरहिट गाने दिए हैं. कुछ दिनों पहले ही इस जोड़ी पर 'नशे सी चढ़ गई' गाने की धुन चुराने का आरोप लगा था. हालांकि इन दोनों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था. अपने फेसबुक पर विशाल ने लिखा था, '17 सालों में हमने कभी कोई धुन कहीं से कॉपी नहीं की है और न ही अब करेंगे. इसे संयोग या कुछ भी कहूंगा तो कहा जाएगा कि मैं अपना बचाव कर रहा हूं. तो मैं इसकी कोशिश भी नहीं करूंगा. इसमें कोई शक नहीं है कि दोनों गानों की पहली लाइन की धुन एक ही है.'   साल 2016 में कई बॉलीवुड और हॉलीवुड सितारों की शादियां टूटीं. इनमें एंजलीना जोली- ब्रैड पिट, फरहान अख्तर- अधुना भाबनी, मलाइका अरोड़ा-अरबाज खान शामिल हैं. इस साल की शुरुआत में अभिनेत्री नंदिता दास ने फिल्म मेकर सुबोध मस्कारा से तलाक लिया है. टिप्पणियां विशाल डडलानी ने अपने पार्टनर शेखर राजविजानी के साथ 'सुल्तान', 'बेफिक्रे' और 'चेन्नई एक्सप्रेस' जैसी फिल्मों के सुपरहिट गाने दिए हैं. कुछ दिनों पहले ही इस जोड़ी पर 'नशे सी चढ़ गई' गाने की धुन चुराने का आरोप लगा था. हालांकि इन दोनों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था. अपने फेसबुक पर विशाल ने लिखा था, '17 सालों में हमने कभी कोई धुन कहीं से कॉपी नहीं की है और न ही अब करेंगे. इसे संयोग या कुछ भी कहूंगा तो कहा जाएगा कि मैं अपना बचाव कर रहा हूं. तो मैं इसकी कोशिश भी नहीं करूंगा. इसमें कोई शक नहीं है कि दोनों गानों की पहली लाइन की धुन एक ही है.'   विशाल डडलानी ने अपने पार्टनर शेखर राजविजानी के साथ 'सुल्तान', 'बेफिक्रे' और 'चेन्नई एक्सप्रेस' जैसी फिल्मों के सुपरहिट गाने दिए हैं. कुछ दिनों पहले ही इस जोड़ी पर 'नशे सी चढ़ गई' गाने की धुन चुराने का आरोप लगा था. हालांकि इन दोनों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था. अपने फेसबुक पर विशाल ने लिखा था, '17 सालों में हमने कभी कोई धुन कहीं से कॉपी नहीं की है और न ही अब करेंगे. इसे संयोग या कुछ भी कहूंगा तो कहा जाएगा कि मैं अपना बचाव कर रहा हूं. तो मैं इसकी कोशिश भी नहीं करूंगा. इसमें कोई शक नहीं है कि दोनों गानों की पहली लाइन की धुन एक ही है.'
दिल्ली की एक अदालत ने मोइन कुरैशी केस में सना सतीश बाबू को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पांच दिन की कस्टोडियल रिमांड पर सौंप दिया. सतीश बाबू के मामले को शनिवार दोपहर 2 बजे स्पेशल जज शैलेंद्र मलिक के सामने 2 बजे सूचीबद्ध किया गया था. ईडी ने कोर्ट से सना सतीश बाबू की 14 दिन कस्टोडियल रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने पांच दिन की कस्टोडियल रिमांड का आदेश दिया. इससे पहले शनिवार सुबह मोइन कुरैशी केस में सना सतीश बाबू को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया. सना सतीश बाबू ने सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर रहे राकेश अस्थाना पर 5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. इसके चलते पूर्व सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा ने अस्थाना और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. सतीश बाबू की गिरफ्तारी दिल्ली में हुई है. राकेश अस्थाना ने हमेशा कहा कि सना सतीश बाबू मोइन कुरैशी के भ्रष्टाचार का हिस्सा थे. हैदराबाद के व्यवसायी सतीश बाबू पर मोइन कुरैशी से 50 लाख रुपये लेने का आरोप है. इसका प्रभावी रूप से मतलब है कि सीवीसी और पीएमओ के समक्ष राकेश अस्थाना द्वारा दायर सभी शिकायतें वास्तविक थीं और पूर्व सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और भ्रष्टाचार निरोधक इकाई-3 उसे एक फर्जी भ्रष्टाचार मामले में फंसाना चाहते थे. गौरतलब है कि सीबीआई ने 15 अक्टूबर को सना सतीश बाबू से कथित रूप से दो करोड़ रुपये रिश्वत लेने के आरोप में राकेश अस्थाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. आरोप है कि मांस कारोबारी मोईन कुरैशी के मामले को रफ-दफा करने के लिए दो बिचौलियों मनोज प्रसाद और सोमेश प्रसाद के जरिए दो करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई. इस मामले में मनोज प्रसाद को 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था. लेकिन नवंबर 2018 में कोर्ट से उसे जमानत मिल गई थी.
यूपी के कुख्यात माफिया डॉन और बाहुबली मुख्तार अंसारी के खास मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या होने के बाद सूबे में हड़कंप मच गया है. मुन्ना बजरंगी को कोर्ट में पेशी के लिए झांसी से बागपत लाया गया था, लेकिन जेल के अंदर गोली मार दी गई. जेल की चार दीवारी के भीतर हुई इस वारदात ने हर किसी को हैरान कर दिया है. जुर्म की दुनिया हो या राजनीति के गलियारे, हर जगह बाहुबलियों का असर और दखल रहा है. सत्ता से जुडे लोग भी इनके प्रभाव से नहीं बच सके. यूपी और बिहार से कई ऐसे बाहुबली निकले, जिनके नाम का सिक्का कई राज्यों में चला. लेकिन इसी बीच एक नाम ऐसा भी था जो बाहुबलियों की ताकत बनकर सामने आया. वह नाम है मुन्ना बजरंगी का. मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है. उसका जन्म 1967 में यूपी के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में हुआ था. उसके पिता पारसनाथ सिंह उसे पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाने का सपना संजोए थे. लेकिन मुन्ना बजरंगी ने उनके अरमानों को कुचल दिया. उसने 5वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी. किशोर अवस्था में जुर्म की दुनिया में पहुंच गया. जुर्म की दुनिया में ऐसे रखा पहला कदम मुन्ना बजरंगी को हथियार रखने का बड़ा शौक था. वह फिल्मों की तरह एक बड़ा गैंगेस्टर बनना चाहता था. यही वजह थी कि 17 साल की नाबालिग उम्र में ही उसके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. जौनपुर के सुरेही थाना में उसके खिलाफ मारपीट और अवैध असलहा रखने का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद मुन्ना ने कभी पलटकर नहीं देखा. अस्सी के दशक में की थी पहली हत्या मुन्ना अपराध की दुनिया में अपनी पहचान बनाने की कोशिश में लगा था. इसी दौरान उसे जौनपुर के स्थानीय दबंग माफिया गजराज सिंह का संरक्षण हासिल हो गया. साल 1984 में मुन्ना ने लूट के लिए एक व्यापारी की हत्या कर दी. इसके बाद उसने गजराज के इशारे पर ही जौनपुर के भाजपा नेता रामचंद्र सिंह की हत्या करके पूर्वांचल में अपना दम दिखाया. मुख्तार अंसारी के गैंग में हुआ शामिल पूर्वांचल में अपनी साख बढ़ाने के लिए मुन्ना बजरंगी 90 के दशक में पूर्वांचल के बाहुबली माफिया और राजनेता मुख्तार अंसारी के गैंग में शामिल हो गया. यह गैंग मऊ से संचालित हो रहा था, लेकिन इसका असर पूरे पूर्वांचल पर था. मुख्तार अंसारी ने अपराध की दुनिया से राजनीति में कदम रखा और 1996 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर मऊ से विधायक निर्वाचित हुए. ठेकेदारी और दबंगई ने बढ़ाए दुश्मन इसके बाद इस गैंग की ताकत बहुत बढ़ गई. मुन्ना सीधे पर सरकारी ठेकों को प्रभावित करने लगा था. वह लगातार मुख्तार अंसारी के निर्देशन में काम कर रहा था. पूर्वांचल में सरकारी ठेकों और वसूली के कारोबार पर मुख्तार अंसारी का कब्जा था. लेकिन इसी दौरान तेजी से उभरते बीजेपी के विधायक कृष्णानंद राय उनके लिए चुनौती बनने लगे. मुख्तार को रास नहीं आए कृष्णानंद कृष्णानंद राय पर मुख्तार अंसारी के दुश्मन ब्रिजेश सिंह का हाथ था. उसके संरक्षण में कृष्णानंद राय का गैंग फल फूल रहा था. इसी वजह से दोनों गैंग अपनी ताकत बढ़ा रहे थे. इनके संबंध अंडरवर्ल्ड के साथ भी जुड़े गए थे. कृष्णानंद राय का बढ़ता प्रभाव मुख्तार को रास नहीं आ रहा था. उन्होंने कृष्णानंद राय को खत्म करने की जिम्मेदारी मुन्ना बजरंगी को सौंप दी. मुन्ना ने की बीजेपी विधायक की हत्या मुख्तार से फरमान मिल जाने के बाद मुन्ना बजरंगी ने भाजपा विधायक कृष्णानंद राय को खत्म करने की साजिश रची. 29 नवंबर 2005 को माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के कहने पर मुन्ना बजरंगी ने कृष्णानंद राय को दिन दहाड़े मौत की नींद सुला दिया. उसने अपने साथियों के साथ लखनऊ हाइवे पर कृष्णानंद राय की दो गाड़ियों पर AK47 से 400 गोलियां बरसाई थी. हत्याकांड से सियासी हलकों में हलचल इस हमले में गाजीपुर से विधायक कृष्णानंद राय के अलावा उनके साथ चल रहे 6 अन्य लोग भी मारे गए थे. पोस्टमार्टम के दौरान हर मृतक के शरीर से 60 से 100 तक गोलियां बरामद हुईं थी. इस हत्याकांड ने सूबे के सियासी हलकों में हलचल मचा दी. हर कोई मुन्ना बजरंगी के नाम से खौफ खाने लगा. इस हत्या को अंजाम देने के बाद वह मोस्ट वॉन्टेड बन गया था. सात लाख का इनामी था मुन्ना बजरंगी भाजपा विधायक की हत्या के अलावा कई मामलों में उत्तर प्रदेश पुलिस, एसटीएफ और सीबीआई को मुन्ना बजरंगी की तलाश थी. इसलिए उस पर सात लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया. उस पर हत्या, अपहरण और वसूली के कई मामलों में शामिल होने के आरोप है. वो लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा. पुलिस का दबाव भी बढ़ता जा रहा था. यूपी से भाग मुन्ना ने मुंबई में ली पनाह यूपी पुलिस और एसटीएफ लगातार मुन्ना बजरंगी को तलाश कर रही थी. उसका यूपी और बिहार में रह पाना मुश्किल हो गया था. दिल्ली भी उसके लिए सुरक्षित नहीं था. इसलिए मुन्ना भागकर मुंबई चला गया. उसने एक लंबा अरसा वहीं गुजारा. इस दौरान उसका कई बार विदेश जाना भी होता रहा. उसके अंडरवर्ल्ड के लोगों से रिश्ते भी मजबूत होते जा रहे थे. पुलिस ने मुन्ना को ऐसे किया गिरफ्तार उत्तर प्रदेश समते कई राज्यों में मुन्ना बजरंगी के खिलाफ मुकदमे दर्ज थे. वह पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन चुका था. उसके खिलाफ सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हैं. 29 अक्टूबर 2009 को दिल्ली पुलिस ने मुन्ना को मुंबई के मलाड इलाके में नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया था. माना जाता है कि मुन्ना को अपने एनकाउंटर का डर सता रहा था. एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की हत्या में हाथ इसलिए उसने खुद एक योजना के तहत दिल्ली पुलिस से अपनी गिरफ्तारी कराई थी. मुन्ना की गिरफ्तारी के इस ऑपरेशन में मुंबई पुलिस को भी ऐन वक्त पर शामिल किया गया था. दिल्ली पुलिस ने कहा था कि दिल्ली के विवादास्पद एनकाउंटर स्पेशलिस्ट राजबीर सिंह की हत्या में मुन्ना बजरंगी का हाथ होने का शक है. इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया.
निजी क्षेत्र का एचडीएफसी बैंक बाढ़ प्रभावित केरल के 30 गांवों को गोद लेगा. बैंक ने राज्य में राहत कार्यों के लिये 10 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भी दी है. बैंक ने आज यह जानकारी दी. इसके साथ ही बैंक ने केरल के ग्राहकों के लिये ऋण और क्रेडिट कार्ड की मासिक किस्त पर विलंभ शुल्क में छूट देने की भी घोषणा की है. एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी ने कहा कि हम मुसीबत की इस घड़ी में केरल के लोगों के साथ खड़े हैं. एचडीएफसी बैंक गोद लिए गांवों में चिकित्सा कैंप स्थापित करेगा. इसके अलावा विद्यालयों की मरम्मत एवं पुनर्निर्माण तथा आजीविका बहाल करने के लिए कौशल प्रशिक्षण देने में भी सहायता देगा. गांवों को गोद लेने के अलावा, बैंक ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 10 करोड़ रुपये का योगदान किया है. बैंक के कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन दिया है और बाकी हिस्सा बैंक की ओर से दिया गया है.
लेख: दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका इलाके में बारहवीं कक्षा की एक छात्रा की शुक्रवार सुबह उसके घर में एक लड़के ने गोली मारकर हत्या कर दी। जिस लड़के ने लड़की की हत्या की वह कथित तौर पर उसका दूर का रिश्तेदार है। सुभाष नाम का आरोपी पिछले पांच साल से लड़की का पीछा किया करता था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि मारी गई लड़की का नाम पिंकी है। उसकी उम्र 18 साल थी। वह आरके पुरम सेक्टर-5 के एक सरकारी स्कूल में पढ़ती थी।टिप्पणियां पिंकी को मुनीरका इलाके के बुद्व विहार इलाके में स्थित उसके घर में गोली मारी गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़का मुनिरका इलाके में बुध विहार स्थित लड़की के घर में घुसा, लड़की के कमरे को बंद किया और उसके सीने में गोलियां उतार दीं। पिंकी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया, घटना के समय लड़की की आंटी घर पर मौजूद थी। लड़की को गोली मारने के बाद लड़का घटनास्थल से फरार हो गया था। सुभाष नाम का आरोपी पिछले पांच साल से लड़की का पीछा किया करता था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि मारी गई लड़की का नाम पिंकी है। उसकी उम्र 18 साल थी। वह आरके पुरम सेक्टर-5 के एक सरकारी स्कूल में पढ़ती थी।टिप्पणियां पिंकी को मुनीरका इलाके के बुद्व विहार इलाके में स्थित उसके घर में गोली मारी गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़का मुनिरका इलाके में बुध विहार स्थित लड़की के घर में घुसा, लड़की के कमरे को बंद किया और उसके सीने में गोलियां उतार दीं। पिंकी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया, घटना के समय लड़की की आंटी घर पर मौजूद थी। लड़की को गोली मारने के बाद लड़का घटनास्थल से फरार हो गया था। पिंकी को मुनीरका इलाके के बुद्व विहार इलाके में स्थित उसके घर में गोली मारी गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़का मुनिरका इलाके में बुध विहार स्थित लड़की के घर में घुसा, लड़की के कमरे को बंद किया और उसके सीने में गोलियां उतार दीं। पिंकी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया, घटना के समय लड़की की आंटी घर पर मौजूद थी। लड़की को गोली मारने के बाद लड़का घटनास्थल से फरार हो गया था। पिंकी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया, घटना के समय लड़की की आंटी घर पर मौजूद थी। लड़की को गोली मारने के बाद लड़का घटनास्थल से फरार हो गया था।
सूर्य के निरीक्षण के लिए रचे गए प्रथम उपग्रह नासा के पायनियर 5, 6, 7, 8 और 9 थे। यह 1959 और 1968 के बीच प्रक्षेपित हुए थे। इन यानों ने पृथ्वी और सूर्य से समान दूरी की कक्षा में सूर्य परिक्रमा करते हुए सौर वायु और सौर चुंबकीय क्षेत्र का पहला विस्तृत मापन किया। पायनियर 9 विशेष रूप से लंबे अरसे के लिए संचालित हुआ और मई 1983 तक डेटा संचारण करता रहा। 1970 के दशक में, दो अंतरिक्ष यान हेलिओस और स्काईलैब अपोलो टेलीस्कोप माउंट En ने सौर वायु व सौर कोरोना के महत्वपूर्ण नए डेटा वैज्ञानिकों को प्रदान किए। हेलिओस 1 और 2 यान अमेरिकी-जर्मनी सहकार्य थे। इसने अंतरिक्ष यान को बुध की कक्षा के भीतर उपसौर की ओर ले जा रही कक्षा से सौर वायु का अध्ययन किया। 1973 में स्कायलैब अंतरिक्ष स्टेशन नासा द्वारा प्रक्षेपित हुआ। इसने अपोलो टेलीस्कोप माउंट कहे जाने वाला एक सौर वेधशाला मॉड्यूल शामिल किया जो कि स्टेशन पर रहने वाले अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा संचालित हुआ था। स्काईलैब ने पहली बार सौर संक्रमण क्षेत्र का तथा सौर कोरोना से निकली पराबैंगनी उत्सर्जन का समाधित निरीक्षण किया। खोजों ने कोरोनल मास एजेक्सन के प्रथम प्रेक्षण शामिल किए, जो फिर "कोरोनल ट्रांजीएंस्ट" और फिर कोरोनल होल्स कहलाये, अब घनिष्ठ रूप से सौर वायु के साथ जुड़े होने के लिए जाना जाता है। 1980 का सोलर मैक्सीमम मिशन नासा द्वारा शुरू किया गया था। यह अंतरिक्ष यान उच्च सौर गतिविधि और सौर चमक के समय के दरम्यान गामा किरणों, एक्स किरणों और सौर ज्वालाओं से निकली पराबैंगनी विकिरण के निरीक्षण के लिए रचा गया था। प्रक्षेपण के बस कुछ ही महीने बाद, हालांकि, किसी इलेक्ट्रॉनिक्स खराबी की वजह से यान जस की तस हालत में चलता रहा और उसने अगले तीन साल इसी निष्क्रिय अवस्था में बिताए। 1984 में स्पेस शटल चैलेंजर मिशन STS-41C ने उपग्रह को सुधार दिया और कक्षा में फिर से छोड़ने से पहले इसकी इलेक्ट्रॉनिक्स की मरम्मत की। जून 1989 में पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश से पहले सोलर मैक्सीमम मिशन ने मरम्मत पश्चात सौर कोरोना की हजारों छवियों का अधिग्रहण किया। 1991 में प्रक्षेपित, जापान के योनकोह (सौर पुंज) उपग्रह ने एक्स-रे तरंग दैर्घ्य पर सौर ज्वालाओ का अवलोकन किया। मिशन डेटा ने वैज्ञानिकों को अनेकों भिन्न प्रकार की लपटों की पहचान करने की अनुमति दी, साथ ही दिखाया कि चरम गतिविधि वाले क्षेत्रों से दूर स्थित कोरोना और अधिक गतिशील व सक्रिय थी जैसा कि पूर्व में माना हुआ था। योनकोह ने एक पूरे सौर चक्र का प्रेक्षण किया लेकिन 2001 में जब एक कुंडलाकार सूर्यग्रहण हुआ यह आपातोपयोगी दशा में चला गया जिसकी वजह से इसका सूर्य के साथ जुडाव का नुकसान हो गया। यह 2005 में वायुमंडलीय पुनः प्रवेश दौरान नष्ट हुआ था। आज दिन तक का सबसे महत्वपूर्ण सौर मिशन सोलर एंड हेलिओस्फेरिक ओब्सर्वेटरी रहा है। 2 दिसंबर1995 को शुरू हुआ यह मिशन यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और नासा द्वारा संयुक्त रूप से बनाया गया था। मूल रूप से यह दो-वर्षीय मिशन के लिए नियत हुआ था। मिशन की 2012 तक की विस्तारण मंजूरी अक्टूबर 2009 में हुई थी। यह इतना उपयोगी साबित हुआ कि इसका अनुवर्ती मिशन सोलर डायनमिक्स ओब्सर्वेटरी (एसडीओ) फरवरी, 2010 में शुरू किया गया था। यह पृथ्वी और सूर्य के बीच लाग्रंगियन बिंदु (जिस पर दोनों ओर का गुरुत्वीय खींचाव बराबर होता है) पर स्थापित हुआ। सोहो ने अपने प्रक्षेपण के बाद से अनेक तरंगदैर्ध्यों पर सूर्य की निरंतर छवि प्रदान की है। प्रत्यक्ष सौर प्रेक्षण के अलावा, सोहो को बड़ी संख्या में धूमकेतुओं की खोज के लिए समर्थ किया गया है, इनमे से अधिकांश सूर्य के निवाले छोटे धूमकेतुEn है जो सूर्य के पास से गुजरते ही भस्म हो जाते है।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: रेल रोको आंदोलन को वापस लेने की सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल की अपील को खारिज करते हुए किसानों के संगठन ने अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए अपने आंदोलन को दो दिन और बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि आंदोलन 12 अक्टूबर तक चलेगा। उस दिन मुद्दों का समाधान करने के लिए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने वार्ता का समय दिया है। बीकेयू (उगराहन) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी ने कहा, 8 किसानों की हमारी कोर कमेटी ने रेल रोको आंदोलन को 12 अक्टूबर तक बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, हमारे सदस्यों ने सोचा है कि अगर हम अपने प्रदर्शन को वापस लेते हैं, तो हमारी मांग को गंभीरता से नहीं लिया जा सकता है। इसलिए हमने अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए आंदोलन को तेज करने का फैसला किया है। कोकरी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी ने मुख्यमंत्री के साथ वार्ता के लिए किसानों को बुलाने में विलंब किया है।टिप्पणियां रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आंदोलन 7 अक्तूबर को शुरू हुआ और उसे बढ़ा दिया गया है। 53 ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है और 25 को विगत चार दिनों में रद्द किया गया है। नौ ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है, जबकि 19 अन्य को थोड़ी दूरी बाद समाप्त कर दिया गया।   बीकेयू (उगराहन) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी ने कहा, 8 किसानों की हमारी कोर कमेटी ने रेल रोको आंदोलन को 12 अक्टूबर तक बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, हमारे सदस्यों ने सोचा है कि अगर हम अपने प्रदर्शन को वापस लेते हैं, तो हमारी मांग को गंभीरता से नहीं लिया जा सकता है। इसलिए हमने अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए आंदोलन को तेज करने का फैसला किया है। कोकरी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी ने मुख्यमंत्री के साथ वार्ता के लिए किसानों को बुलाने में विलंब किया है।टिप्पणियां रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आंदोलन 7 अक्तूबर को शुरू हुआ और उसे बढ़ा दिया गया है। 53 ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है और 25 को विगत चार दिनों में रद्द किया गया है। नौ ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है, जबकि 19 अन्य को थोड़ी दूरी बाद समाप्त कर दिया गया।   रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आंदोलन 7 अक्तूबर को शुरू हुआ और उसे बढ़ा दिया गया है। 53 ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है और 25 को विगत चार दिनों में रद्द किया गया है। नौ ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है, जबकि 19 अन्य को थोड़ी दूरी बाद समाप्त कर दिया गया।
बीसीसीआई ने साल 2014 में पाकिस्तान के साथ 2015 से 2023 तक छह द्विपक्षीय सीरीज खेलने के लिए अपनी स्वीकृति दी थी, जिसमें से चार सीरीज का आयोजन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा किया जाना था. हालांकि, दोनों देशों की सीमाओं पर तनाव व राजनीति परेशानियों के कारण बीसीसीआई ने पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की सीरीज खेलने से इनकार कर दिया है. इस साल आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत का सामना पाकिस्तान से हुआ था, जिसमें सरफराज अहमद की टीम ने विराट कोहली की टीम को 180 रनों से मात दी थी.टिप्पणियां VIDEO:(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) VIDEO:(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लोकसभा चुनाव के छठे चरण (Lok Sabha Chunav 2019) के लिए आज मतदान हो रहा है. पश्चिम बंगाल (Bengal) की भी 8 सीटों पर आज वोटिंग है, लेकिन मतदान के दौरान हिंसा की खबरें लगातार आ रही हैं. यहां बांकुरा के पोलिंग बूथ पर टीएमसी और बीजेपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. बूथ नंबर 254 पर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता भिड़ गए हैं. झारग्राम में मिला बीजेपी कार्यकर्ता का शव वहीं मतदान से पहले बंगाल के झारग्राम में भारतीय जनता पार्टी के बूथ कार्यकर्ता मिला है, मृत व्यक्ति का नाम रामेन सिंह बताया जा रहा है. BJP के कार्यकर्ता के अलावा एक टीएमसी कार्यकर्ता का भी शव बरामद हुआ है. तो वहीं दो टीएमसी कार्यकर्ताओं को गोली मार दी गई है. दो TMC कार्यकर्ताओं की वोटिंग बंगाल में वोटिंग होने के साथ-साथ हिंसा का दौर भी लगातार चरम पर है. मिदनापुर में भी दो टीएमसी कार्यकर्ताओं को गोली मार दी गई है. दोनों कार्यकर्ताओं को तमलुक के अस्पताल में भर्ती किया गया है. तो वहीं बेल्दा के टीएमसी कार्यालय पर भी हमला किया गया है. टीएमसी का आरोप है कि ये हमला बीजेपी ने करवाया है. भारती घोष ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगाया आरोप बंगाल की बहुचर्चित पूर्व IPS ऑफिसर और घाटल सीट से बीजेपी प्रत्याशी भारती घोष ने आरोप लगाया है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदतमीजी की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि केशपुर में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की. TMC कार्यकर्ताओं ने भारती घोष की गाड़ी पर भी हमला कर दिया. West Bengal: Vehicles in BJP Candidate from Ghatal, Bharti Ghosh's convoy vandalized. BJP has alleged that TMC workers are behind the attack pic.twitter.com/xdsJNkKhV8 — ANI (@ANI) May 12, 2019 झारग्राम में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या आपको बता दें कि आज झारग्राम में भी वोट डाले जाने हैं. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि रामेन सिंह की हत्या की गई है, उन्होंने टीएमसी के कार्यकर्ताओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, स्थानीय पुलिस ने इससे इनकार किया है. शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस का कहना है कि रामेन सिंह पहले से ही बीमार था और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. झारग्राम जिले के चुनसोले गांव में गांववालों ने देर रात को बीजेपी कार्यकर्ता का शव बरामद किया था. बीजेपी का आरोप है कि उनके कार्यकर्ता की हत्या पीट-पीट कर की गई है. TMC कार्यकर्ता की भी हत्या झारग्राम में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या की गई है, तो वहीं मरधारा के कांठी में टीएमसी कार्यकर्ता को मारा गया है. टीएमसी के सुधाकर मैती रविवार रात से ही गायब थे, लेकिन बाद में उनका शव मिला. बताया जा रहा है कि देर रात को वह किसी रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे लेकिन वापस ही नहीं लौटे. हालांकि, ये हत्या कब, कैसे और किसने की है इसकी पूछताछ अभी भी जारी है. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के अभी तक हर चरण में बंगाल से हिंसा की खबरें आई हैं. फिर चाहे वह कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो या फिर पोलिंग बूथ पर ही देसी बम से हमला किया जाना हो. बंगाल में पांचों चरण के दौरान हिंसा लगातार बढ़ती गई है, लेकिन हर बार वोटिंग का प्रतिशत भी ज्यादा ही रहा है. लोकसभा चुनाव के छठे चरण की महाकवरेज लाइव.... दरअसल, इस बार बंगाल में बीजेपी पूरे दमखम से चुनाव लड़ रही है. और लड़ाई सीधे तौर पर बीजेपी और टीएमसी के बीच है. बीजेपी आरोप लगा रही है कि टीएमसी लोकतंत्र का गला घोंट रही है, तो वहीं टीएमसी की आरोप है कि बीजेपी सांप्रदायिक माहौल को खराब कर राज्य में राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है. लोकसभा चुनाव के छठे चरण में आज तामलुक, कांति, घाटल, झारग्राम, मेदिनीपुर, पूर्णिया, बांकुरा, विष्णुपुर में मतदान होना है. चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर
मिंडी मिंक (लॉस एंजिल्स, कैलिफ़ोर्निया; 4 दिसंबर 1968) एक अश्लील अभिनेत्री, कामुक मॉडल और कैंपियन अमेरिकन हेेैं। जीवनी मिंक का जन्म दिसंबर 1968 में इतालवी मूल के एक परिवार में कैलिफोर्निया में हुआ था। उस अवस्था में वह बड़ी हो गई, हाई स्कूल जा रही थी, अपने संस्थान की टीम में चीयरलीडर के रूप में भाग ले रही थी। पोर्न की ओर रुख करने से बहुत पहले, Mindi ने निर्माण, बिक्री और विपणन में एक ठेकेदार के रूप में निर्माण के लिए एक प्रतिनिधि के रूप में विभिन्न नौकरियों का आयोजन किया। वह एक शौकिया तरह से वयस्क मनोरंजन उद्योग में रुचि, उसके प्रेमी द्वारा आश्वस्त लेने के लिए, एक के रूप में दुनिया में शुरू करने के लिए शुरू किया केैैमगर्ल 40 वर्ष पर। उद्योग में उनकी इंटर्नशिप 2014 में उनके पास आएगी, जब उन्होंने लास वेगास ( नेवादा ) शहर में सालाना होने वाले AVN एडल्ट एंटरटेनमेंट एक्सपो से संपर्क किया, जहां उन्होंने गर्लफ्रेंड फिल्म्स टीम से संपर्क किया, जिसके साथ उनकी पत्राचार में रुचि थी कंपनी के लिए समलैंगिक यौन दृश्य और फिल्में रिकॉर्ड करें। उस वर्ष के जून में, उन्होंने 46 साल की उम्र में एक पोर्न अभिनेत्री के रूप में डेब्यू किया, जिनमें से दो ने लेस्बियन त्रिकोण 29 और मदर-डॉटर एक्सचेंज क्लब 35 में काम किया । कई अन्य अभिनेत्रियों की तरह, जिन्होंने अपनी काया, उम्र और विशेषताओं के कारण उद्योग में चालीस से अधिक वर्षों से शुरुआत की, उन्हें एक ममी अभिनेत्री के रूप में लेबल किया गया था। उन्होंने गर्लफ्रेंड फिल्म्स, गर्ल्सवे, रियलिटी किंग्स, जीरो टॉलरेंस, लिटिल ड्रैगन पिक्चर्स, स्वीटहार्ट वीडियो, टुसी, फॉरबिडन फ्रूट फिल्म्स, स्पिजू, मिक्स हाई या लेक्सिंगटन स्टील प्रोडक्शंस जैसे लेस्बियन थीम में विशेषज्ञता वाले निर्माताओं के लिए काम किया है। 2016 में उसे लेवन आर्टिस्ट ऑफ़ द ईयर की श्रेणी में AVN अवार्ड्स में अपना पहला नामांकन मिला। दो साल बाद, 2018 में, Mindi Mink एक ही श्रेणी में AVN और XBIZ दोनों में नामांकन के लिए वापस आ जाएगी। उन्होंने अक्टूबर 2018 में संन्यास ले लिया, एक अभिनेत्री के रूप में 140 से अधिक फिल्मों की शूटिंग की। उनकी कुछ चुनिंदा कृतियाँ हैं- बी स्टिंग, क्रीपर्स फैमिली 7, फ्रायडियन होमवर्क, गर्ल अटैक 4, हर स्पेशल डे, किटेंस और कूगर 12, लेस्बियन एनल 2, माय लेस्बियन मेंटर, प्रिज़न लेस्बियन 5, सब्लिमिनल पेरेंटिंग या वुमन बाय जूलिया एन 3। पुरस्कार एवं नामांकन संदर्भ बाहरी कड़ियाँ जीवित लोग अमेरिकी व्यस्क फ़िल्म अभिनेता महिला व्यस्क फ़िल्म अभिनेता 1968 में जन्मे लोग
नाइजीरिया के लागोस का रहने वाला 9 साल का एक बच्चा दिन भर अपने लैपटॉप को लिए बैठे रहता है. बेसिल ओकपारा जूनियर (Basil Okpara Jr) स्क्रैच 2 प्रोग्रामिंग एप्लीकेशन की मदद से एक हाइड ए़ंड सीक गेम बना रहे हैं. स्क्रैच 2 (Scratch 2) एक ऐसी एप्लीकेशन है जिसकी मदद से आप गेम्स, एनिमेशन और ऑनलाइन या ऑफलाइन स्टोरी बना सकते हैं. हैरानी की बात तो यह है कि बेसिल अब तक इस प्रोग्रामिंग एप्लीकेशन की मदद से 30 मोबाइल गेम बना चुके हैं. बेसिल कहते हैं कि उन्हें स्क्रैच से गेम बनाने में केवल 30 मिनट लगते हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक बेसिल कहते हैं, ''मैंने बूट कैंप में गेम बनाना सीखा. जब मैं ऊब जाता हूं, तो व्यस्त रहने के लिए गेम बनाता हूं.''  बेसिल के पिता ने बताया, ''जब वह 4 साल का था तब मैंने उसे एक टैबलेट लाकर दिया था क्योंकि उस गेम खेलने के लिए हमेशा फोन चाहिए होता था. उसने कैंडी क्रश और टेंपल रन काफी खेला था.'' मार्च में बेसिल के पिता ने उन्हें 5 से 15 साल की उम्र के बच्चों के लिए पांच दिवसीय बूट कैंप में शामिल करवाया.  कोडफेस्ट इंटरनेशनल द्वारा आयोजित कैंप में बेसिल की तरह टेक्नोलॉजी में इंटरेस्ट रखने वाले बच्चों को रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  के बारे में बताया जाता है.  बेसिल जो भविष्य में एक वैज्ञानिक बनना चाहते हैं, अपने गेम्स के बारे में ध्यान रख कर उनका नाम देते हैं. उनका एक गेम, 'मॉस्किटो मैश' गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है.
इंडियन प्रीमियर लीग के खिलाड़ियों की नीलामी के दूसरे दिन 18 भारतीय और 53 विदेशी खिलाड़ियों की बोली लगेगी। दूसरे दिन के लिए फ्रेंचाइजियों के पास अब भी 1 करोड़ 95 लाख डॉलर बचे हैं, जिसमें उन्हें नीलामी में खिलाड़ियों को खरीदने के अलावा नीलामी के बाहर भारतीय खिलाड़ियों को भी खरीदना है। बीसीसीआई के बयान के मुताबिक अगर सभी फ्रेंचाइजियां विदेशी खिलाड़ियों का अपना पूरा कोटा खरीदती हैं, तो अधिकतम 71 खिलाड़ी दूसरे दौर की बोली के दौरान बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। पांच फ्रेंचाइजियों के 12 खिलाड़ियों को अपने साथ बरकरार रखने के बाद नीलामी की शुरुआत में 10 फ्रेंचाइजियों के पास 7 करोड़ 23 लाख डॉलर की राशि थी। नीलामी के पहले दिन 72 खिलाड़ी 5 करोड़ 28 लाख डॉलर में बिके, जिसमें 30 भारतीय और 42 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आज कहा कि शहर की सड़कों से तिपहियों को हटाने की तत्काल कोई योजना नहीं है और इनकी जगह बैटरी संचालित पर्यावरण हितैषी वाहनों को लाने का प्रस्ताव दीर्घकालीन प्रक्रिया का हिस्सा है. उनकी आज की टिप्पणी उनके बुधवार के बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने ‘‘सेवा के घटिया मानकों’’ के लिए ऑटो संचालकों की खिंचाई की थी और कहा था कि सरकार यात्रियों को बेहतर परिवहन मुहैया कराने के लिए विकल्पों पर काम कर रही है. दीक्षित ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘‘तिपहिया वाहनों को शहर की सड़कों से तत्काल हटाने की कोई योजना नहीं है. मैंने कल यह कहा था कि दिल्ली को पूरी तरह हरित बनाने के प्रयासों के तहत प्रस्ताव को दीर्घकालीन योजना के तहत कार्यान्वित किया जा सकता है.’’ यहां दो दिवसीय दिल्ली टूरिज्म कांक्लेव से इतर दीक्षित ने कहा ‘‘होंडा और बजाज जैसे बहुत से ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं ने बैटरी संचालित कैब्स के विचार के साथ सरकार से संपर्क किया था जिससे प्रदूषण को घटाने में काफी मदद मिलेगी.’’ उन्होंने कहा ‘‘हम इसे भविष्य में करना चाहते हैं..र्सावजनिक परिवहन के लिए स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल किया जाए..यह बहुत ही आरंभिक अवस्था है..हमें देखना चाहिए कि भविष्य में हमारे लिए क्या है.’’ विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने ऑटो संचालकों की यह कहकर आलोचना की थी कि उनकी ‘‘सेवा बहुत घटिया है. आज के समय में यह स्वीकार्य नहीं है. हम उन्हें बाहर करने की संभावना तलाश रहे हैं.’’ दिल्ली की सड़कों पर करीब 60 हजार तिपहिया दौड़ते हैं. परिवहन विभाग की प्रवर्तन इकाई ने पिछले साल नियमों के उल्लंघन के मामले में 8777 ऑटो इंपाउंड किए थे जबकि इस साल अब तक 1877 तिपहिया संचालकों पर जुर्माना किया गया है.
ऐसा लगता है कि बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा के मन से अब तक उनकी एंगेजमेंट रिंग की खुमारी नहीं उतरी है. सोशल मीडिया पर उनकी एक तस्वीर काफी शेयर की जा रही है जिसमें वह एक रिंग शेप बलून को उंगली पर रखे नजर आ रही हैं. उनकी इस तस्वीर को लेकर तमाम तरह के मीम्स भी बनाए जा रहे हैं. गोल्डन और सफेद रंग के इस गुब्बारे के साथ प्रियंका की यह तस्वीर कब की है हालांकि यह अब तक नहीं पता चला है. माना यह जा रहा है कि उन्होंने यह तस्वीर अपनी सगाई पार्टी के दौरान खिंचवाई है. मालूम हो कि प्रियंका और निक जोनस ने अपने रिश्ते को नया आयाम दे दिया है. दोनों की मुबंई में पंजाबी रीत-रिवाजों से रोका सेरेमनी भी हो गई है. प्रियंका ने सोशल मीडिया पर दोनों की तस्वीरें शेयर करते हुए इस बात की आधिकारिक घोषणा की. Queen 😊❤ | @priyankachopra #priyankachopra . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . #srk #shahrukhkhan #anushkasharma #deepikapadukone #shahidkapoor #salmankhan #aamirkhan #akshaykumar #varundhawan #parineetichopra #katrinakaif #kareenakapoor #ranveersingh #aliabhatt #sonamkapoor #shraddhakapoor #aishwaryarai #siddharthmalhotra #DishaPatani #followforfollow #like4like #follow #kyliejenner #selenagomez #justinbieber #__priyankachoprafc A post shared by PRIYANKA CHOPRA FC (@__priyankachoprafc) on Aug 20, 2018 at 10:13am PDT प्रियंका हाल ही में प्रियंका चोपड़ा अपने मंगेतर निक जोनस और उनके परिवार के साथ रविवार को मुंबई के सेंट कैथरीन अनाथ आश्रम पहुची थीं. प्रियंका ने एक वीडियो भी शेयर किया जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, ''इन लड़कियों को जानते हुए 12 साल हो गए हैं.... धन्यवाद @ निक जोनस और हमारे परिवारों का भी शुक्रि‍या. सेंट कैथरीन के अनाथालय की सिस्टर्स और सभी लड़कियों का हमारे लिए अपना प्यार बरसाने के लिए धन्यवाद, मैं अगली बार फिर आपसे मिलने आउंगी.''
किचन में काम करना और उसके बाद उसे पूरे सलीके से साफ करना दोनों ही कला हैं. कई लोग ऐसे होते हैं जो खाना बनाने के दौरान पूरे किचन को फैला देते हैं. वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं जो पूरे व्यवस्थित तरीके से काम करते हैं. इसी तरह कई लोग ऐसे होते हैं जो काम खत्म करने के साथ ही किचन को साफ कर लेते हैं पर कुछ ऐसे होते हैं जो ऊपरी सफाई तो कर देते हैं लेकिन टाइल्स और फर्श की सफाई छोड़ देते हैं. ऐसे में एक बात ध्यान रखना जरूरी है कि जो मेहनत आप आज बचा रही हैं उसके बदले आपको भविष्य में ज्यादा पसीना बहाना पड़ेगा. रोज-रोज सफाई करते रहने से गंदगी जमती नहीं है और किचन जल्दी साफ हो जाता है. किचन की सफाई को दो भागों में बांटकर आप अपने काम को आसान बना सकती हैं: 1. रोज़ की सफाई - अपने किचन में रोज पोछा लगाएं. पोछे के पानी में डिटर्जेंट या एक कीटाणुनाशक का प्रयोग कर सकते हैं. यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि जिस कपड़े से आप पोछा लगा रही हैं वो गंदा न हो. इस्तेमाल के बाद उसे साफ भी करना जरूरी है. - यदि आपके घर में चीटियों की फौज है तो पोछे के पानी में नमक डालकर पोछा लगाएं. - यदि आप कुछ दिनों के बाद अपना फर्श साफ कर रही हैं तो गर्म पानी का पोछा लगाएं. - अच्छे नतीजे पाने के लिए, पोछा करने के बाद उसी फर्श पर एक सुखा पोछा करें. इससे आपका फर्श चमकदार रहेगा और धूल नहीं जमेगी. - यदि आपके फर्श पर कुछ गिर जाता है तो उसे तुरंत साफ करें. ऐसा करने से दाग नहीं बनेंगे. 2. टाइल्स की सफाई अगर आप अपने किचन के टाइल्स को हर रोज साफ नहीं करती हैं तो एक दिन सफाई करना आपको परेशानी में डाल सकता है. हमारे घर में ही कई ऐसी चीजें मौजूद होती हैं जिनके इस्तेमाल से हम किचन के टाइल्स को आसानी से साफ कर सकते हैं: -सिरका 2 कप सिरका और 2 कप पानी का मिश्रण बना कर एक साफ स्प्रे बोतल में डाल लें. इसे टाइल्स पर स्प्रे करें और एक माइक्रो फाइबर कपड़े की मदद से उसे साफ करें. माइक्रो फाइबर कपड़ा दूसरे कपड़े की तुलना में, गंदगी को अच्छे से सोख लेता है और इससे सतह पर खरोंच भी नहीं आती है. -बेकिंग सोडा बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करके आप आसानी से दाग से छुटकारा पा सकती हैं. बेकिंग सोडा और पानी का एक मोटा पेस्ट बना लें और उसे दाग पर लगा दें. 10-15 मिनट तक इसे सूखने दें और फिर गीले कपड़े से साफ़ कर लें. यदि यह दाग ज़िद्दी है, तो किसी पुराने टूथब्रश से साफ कर सकती हैं. -ब्लीच या अमोनिया यदि आपकी टाइल्स काफी गंदी हो चुकी है तो ब्लीच और पानी को सामान मात्रा में मिला लें. इस मिश्रण को सतह पर गोलाकार मुद्रा में लगाएं. अब टाइल्स को गर्म पानी से साफ़ कर लें. इसके बाद किसी सूखे कपड़े से इसे साफ कर लें. ब्लीच का इस्तेमाल करते वक्त दस्ताने जरूर पहनें. साभार: Samrat Goyal and Ishan Basoiya, Founders, Broomberg
पाकिस्तानी अधिकारियों ने कथित तौर पर देश की समुद्री सीमा का उल्लंघन करने के मामले में 22 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया और मछली मारने वाली सात नौकाओं को भी जब्त कर लिया। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि समुद्री सुरक्षा एजेंसी (एमएसए) ने भारतीय मछुआरों को मध्यरात्रि के ठीक बाद गिरफ्तार किया। एमएसए के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें दक्षिणी बंदरगाह शहर कराची पुलिस को सौंप दिया गया। उन्होंने दावा किया, हमारे क्षेत्र में उनके प्रवेश करने के बाद उनकी नौका को जब्त किए जाने के पहले एमएसए ने उन्हें चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि समुद्री सीमा में सात से आठ नॉटिकल मील का उल्लंघन बर्दाश्त किया जा सकता हैं और मछुआरों को वापस लौटने की चेतावनी दी जाती है। प्रवक्ता ने कहा कि 50 से 60 नॉटिकल मील का उल्लंघन क्षेत्र का घोर उल्लंघन माना जाता है और उसके बाद मछुआरों को हिरासत में ले लिया जाता है। गौरतलब है कि इस गिरफ्तारी के एक दिन पहले ही पाकिस्तान ने कराची जेल में बंद 89 भारतीय मछुआरों को रिहा कर भारत को सौंप दिया था।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (Banaras Hindu University) में एक बार फिर छात्राएं नाराज होकर सिंहद्वार पर बीती रात धरने पर बैठ गईं इन छात्राओं की मांग है कि जंतु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एसके चौबे को बर्खास्त किया जाए जिनके ऊपर छेड़खानी का आरोप है. आरोप के मुताबिक बीते साल काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं के साथ प्रोफेसर चौबे दक्षिण भारत के टूर पर गए थे वहां पर इन्होंने कुछ अश्लील हरकतें की थीं. जिसकी शिकायत बीएचयू प्रशासन से की थी. बीएचयू प्रशासन ने इसमें पूरी एक जांच कमेटी बनाई थी और जांच कमेटी के बाद उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया था लेकिन अभी जुलाई में उन्हें फिर से जब ज्वाइन कराया गया तो यह विवाद शुरू हो गया. प्रोफेसर चौबे की दोबारा नियुक्ति के खिलाफ छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा. देर रात तक छात्राओं को मनाने की कोशिश जारी रही. डॉक्टर से लेकर के प्रॉक्टर तक छात्राओं से बात कर रहे लेकिन छात्राएं उनकी बर्खास्तगी की मांग को लेकर डटी रहीं  आज सुबह भी धरना प्रदर्शन जारी है बीएचयू के पीआरओ का कहना है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विज्ञान संस्थान के जन्तु विज्ञान विभाग के प्रोफेसर शैल कुमार चौबे पर इन्क्वायरी कमेटी की सिफारिश के आधार पर 7 जून 2019 को सम्पन्न कार्यकारिणी परिषद की बैठक में बड़ी पेनाल्टी लगायी गयी है. उन्हे अपराधी ठहराया गया है. इसके आधार पर उन्हे भविष्य में विश्वविद्यालय में कोई महत्वपूर्ण प्रशासनिक दायित्व नही दिया जायेगा तथा न ही वे कभी इस प्रकार के विद्यार्थियो सम्बन्धी गतिविधियो में संलग्न हो सकेंगे. प्रोफेसर चौबे कभी किसी अन्य संस्थान में आवेदन भी नहीं कर पाएंगे यदि करना भी चाहेंगे तो उनका आवेदन स्वीकार नहीं होगा क्योंकि उन पर लगायी गयी पेनाल्टी उनके सर्विस रिकार्ड में डाल दी गयी है.
गुजरात के राजकोट में एक फैक्ट्री मालिक ने दलित कर्मचारी की पिटाई की और उस दलित की मौत हो गई. इस मामले में बीजेपी सांसद और दलित नेता उदित राज ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि मैं 20 साल से दलितों के लिए काम करता रहा हूं और उनके लिए लड़ता रहा हूं. एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर मैं जवाब दे रहा हूं. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में अनुशासन है, लेकिन मैं दलित की पिटाई के मामले मैं अपना मत देता हूं. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद जैसे शहर में दलितों की स्थिति इतनी खराब है कि अगर दलित किसी सोसाइटी में रहता है तो उसको सारे लोग तिरस्कृत करते हैं. उसको मजबूर किया जाता है कि वह अपना घर बेचकर चला जाए. बीजेपी सांसद ने कहा कि दलित की हत्या के ताजा मामले में सरकार ने सख्त कार्रवाई की और पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. उदित राज ने कहा, सरकार से मैं अनुरोध करता हूं कि जिस निर्दोष को मारा गया है, उसके आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए. जिससे आगे कोई नया मामला सामने ना आए. उन्होंने कहा कि दलितों के मामले पर विश्लेषण होना चाहिए और यह पता करना चाहिए कि इस भेदभाव को लेकर उसकी वजह क्या है. गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक या केरल किसी भी राज्य में इस तरीके की घटनाएं सामने ना आएं. उन्होंने कहा कि कानूनी व्यवस्था से इसको जोड़कर देखना ठीक नहीं है. इसके लिए सामाजिक व्यवस्था जिम्मेदार है और उसमें सुधार लाने की जरूरत है. उदित राज ने कहा कि  सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करती तो उस सरकार पर कार्यवाही होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हर पार्टी दलितों के मुद्दे को लेकर लाभ लेने की कोशिश करेगी. प्रधानमंत्री जी हमेशा दलितों के प्रति चिंतित रहते हैं. वह दलित हित में लगातार काम कर रहे हैं, विपक्ष तो लगातार आरोप लगाता है, आरोप कोई भी लगाए उसको रोका नहीं जा सकता. बता दें कि राजकोट में फैक्ट्री मालिक ने दलित व्यक्ति की पत्नी की भी बेरहमी से पिटाई की. गुजरात के दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवानी ने दलित युवक की पिटाई का वीडियो ट्वीट किया. जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री मालिक की पिटाई से मृत दलित व्यक्ति 40 वर्षीय मुकेश सावजी वानिया कचरा बीनने का काम करता था.
कांग्रेस अध्यक्ष की कमान राहुल गांधी के हाथों में लेने बाद कयास लगाए जा रहे थे कि रायबरेली संसदीय सीट से प्रियंका गांधी चुनाव मैदान में उतर सकती हैं, लेकिन आजतक से खास बातचीत में प्रियंका गांधी ने तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि मेरी सोनिया गांधी एक मजबूत मां है और रायबरेली से वो खुद ही चुनाव लड़ेंगी. प्रियंका गांधी ने कहा, 'अपनी मां सोनिया गांधी से मजबूत महिला कभी नहीं देखा है. उन्होंने रायबरेली सीट से खुद की दावेदारी की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि रायबरेली से मेरे चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं है. मैं नहीं मेरी मां ही वहां से चुनाव लड़ेंगी.' कांग्रेस अध्यक्ष बने राहुल, मोदी पर साधा निशाना राहुल गांधी ने शनिवार को आखिरकार देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभाला. उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी से यह बागडोर ली. नए पार्टी अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाने साधते हुए कहा कि वह हमें वापस मध्ययुगीन काल में ले जा रहे हैं. पार्टी मुख्यालय 24 अकबर रोड पर हो रहे समारोह में केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन द्वारा निर्वाचन प्रमाणपत्र राहुल को सौंपने के बाद कांग्रेस के नए अध्यक्ष की ताजपोशी की प्रक्रिया पूरी हुई. राहुल की ताजपोशी समारोह में पिछले 19 सालों तक पार्टी की कमान संभालने वाली उनकी मां सोनिया गांधी (70), बहन प्रियंका वाड्रा, जीजा रॉबर्ट वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. पार्टी समर्थकों और कार्यकताओं ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर आतिशबाजी कर, मिठाइयां बांटकर और नाचते-गाते हुए खुशी जाहिर की. मोदी और बीजेपी पर राहुल का हमला राहुल (47) हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनावों के परिणाम आने से ठीक दो दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष बने हैं. कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपने पहले भाषण में राहुल ने मोदी और भाजपा पर जमकर निशाना साधा. राहुल ने कहा, "राजनीति जनता के लिए होती है, लेकिन आज राजनीति का इस्तेमाल जनता के लिए नहीं किया जा रहा है. राजनीति का इस्तेमाल लोगों के उत्थान के लिए नहीं बल्कि उन्हें कुचलने के लिए हो रहा है." उन्होंने कहा कि देश के कई लोगों का हमारे समय की राजनीति से मोहभंग हो गया है क्योंकि आज राजनीति में करुणा और सच्चाई का अभाव है. देश को पीछे ले जा रहे हैं PM मोदी राहुल गांधी ने कहा, "भारत को कांग्रेस 21वीं सदी में लेकर गया, लेकिन आज प्रधानमंत्री इसे मध्ययुगीन काल में वापस ले जा रहे हैं. हम आज यह सोचने के लिए मजबूर हो गए हैं कि व्यवसाय सामंजस्य के बिना खड़े किए जा सकते हैं." राहुल ने कहा, "आपके सामने एक उदाहरण है. एक बार अगर आग लग जाए तो बुझाना मुश्किल होता है. हम यही बात भाजपा के लोगों से कह रहे हैं कि अगर देश को आप आग के हवाले कर देते हैं तो उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा. आज भाजपा ने देश भर में हिंसा की आग फैला रखी है."
देश, दुनिया, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्‍या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ साथ खबरों का अपडेशन... 11.08 PM: टी-20 लीग 6: पंजाब ने दिल्‍ली को 5 विकेट से हराया, दिल्‍ली की 8 मैचों में सातवीं हार. 10.01 PM: बीजेपी में मोदी की तरह और भी लोकप्रिय नेता, आडवाणी बीजेपी में पीएम पद के सबसे योग्‍य नेता: शत्रुघ्‍न 9.01 PM: आज तक का खुलासा, दिल्‍ली बनी अश्‍लील फिल्‍मों का गढ़, पुलिस की शह पर चल रहा है धंधा. 7.59 PM: टी-20 लीग 6: बैंगलोर ने पुणे को 130 रनों से हराया, लीग में दूसरी सबसे बड़ी जीत. 6.35 PM: दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के घर के पास से 200 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. 6.20 PM: क्रिस गेल ने अपनी पारी में 13 चौके और 17 छक्के जड़े. 6.19 PM: बैंगलोर के बल्लेबाज क्रिस गेल ने 66 गेंदों में नाबाद 175 रन बनाए. 6.15 PM: टी20 लीगः बैंगलोर ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 263 रन बनाए. 5.50 PM: कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा, जेपीसी रिपोर्ट लीक हो जाना दुर्भाग्यपूर्ण. 5.25 PM: क्रिस गेल ने टी20 क्रिकेट में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया. ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू सायमंड्स का तोड़ा रिकॉर्ड. 5.20 PM: क्रिस गेल ने अपनी तूफानी पारी में अब तक 8 चौके और 11 छक्के जड़े. 5.15 PM: टी20 लीग में बैंगलोर के बल्लेबाज क्रिस गेल ने मात्र 30 गेंदों में जड़ा शतक. ग 4.21 PM: हम वाजपेयी का पूरा सम्मान करते हैं: पी सी चाको 4.20 PM: जेपीसी रिपोर्ट पर पीसी चाको ने कहा, जेपीसी रिपोर्ट में वाजपेयी का नाम नहीं. 3.40 PM: टी20 लीगः पुणे ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला. बैंगलोर के साथ है मुकाबला. 3.34 PM: वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान होः विदेश मंत्रालय 3.32 PM: भारत सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया हैः विदेश मंत्रालय 3.30 PM: चीनी घुसपैठ पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैय्यद अकबरुद्दीन ने कहा, पहले जैसी स्थिति पर रहे चीन. 3.24 PM: हेलीकॉप्‍टर घोटाला: सीबीआई ने पूर्व वायुसेना चीफ समेत सभी आरोपियों के बैंक खाते सीज किए. 2.20 PM: दिल्ली के गांधी नगर रेप केस के दूसरे आरोपी प्रदीप को चार दिन की पुलिस रिमांड. 2.06 PM: हम कर्नाटक को आगे ले जाएंगेः राहुल गांधी 2.05 PM: कर्नाटक में बेरोजगारी बढ़ी हैः राहुल गांधी 2.04 PM: हमारी पार्टी मनरेगा लाईः राहुल गांधी 2.03 PM: कर्नाटक में बीजेपी चुनाव हारेगीः राहुल गांधी 2.02 PM: कर्नाटक के रायचूर में राहुल गांधी ने कहा, बीजेपी ने 24 घंटे बिजली देने का झूठा वादा किया. 2.00 PM: कर्नाटक के रायचूर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली. 1.40 PM: CAG रिपोर्ट से मनरेगा में घोटाले पर खुलासा. यूपी, महाराष्ट्र और बिहार में 46 फीसदी लोग गरीब. सिर्फ 20 फीसदी लोगों को फंड मिला. 1.25 PM: मनरेगा फंड में गड़बड़ी का खुलासा. फंड निकालने में नियमों का उल्लंघन हुआ. मार्च 2011 में 1960.45 करोड़ रुपये फंड निकाला गया. 1.18 PM: खदान आवंटन में घाटे का कोई अनुमान नहीं: कल्याण बनर्जी 1.17 PM: पारदर्शी तरीके से नहीं हुआ आवंटनः कल्याण बनर्जी 1.15 PM: कोयला खदान आवंटन जनता से धोखाः कल्याण बनर्जी 1.13 PM: स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष कल्याण बनर्जी ने कहा, जहां उत्पादन शुरू नहीं हुआ आवंटन रद्द हो 12.59 PM: विपक्ष को पीएम का इस्तीफा मांगने दीजिएः सोनिया गांधी 12.55 PM: सोनिया गांधी ने पीएम के इस्तीफे की मांग ठुकराई 12.35 PM: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की मुलाकात. संसद में विपक्ष के हमले पर चर्चा. 12.25 PM: कोयला घोटाले पर स्थायी समिति की रिपोर्ट लोकसभा में पेश. 12.15 PM: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में 12 साल की लड़की के साथ बलात्कार. बंधक बनाकर तीन दिनों तक किया रेप. आरोपी फरार. 12.08 PM: हंगामे के बाद लोकसभा 25 अप्रैल तक के लिए स्थगित 12.05 PM: कोयला घोटाले पर राज्यसभा में हंगामा. विपक्ष के हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित. राज्यसभा 2बजे तक के लिए स्थगित. 12.01 PM: कोलगेट मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, मामला गंभीर है. सरकार को सदन अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. 11.45 AM: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा, चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर सरकार गंभीर नहीं है. 11.25 AM: भारतीय जनता पार्टी की मांग को सरकार ने खारिज किया. 2जी और कोलगेट मुद्दे पर बीजेपी ने पीएम का इस्तीफा मांगा था. 11.22 AM: कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक शुरू. 11.07 AM: संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा, प्रधानमंत्री के इस्तीफे का सवाल नहीं है. 11.03 AM: विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित. बीजेपी ने संसद में मचाया हंगामा. 10.40 AM: बीजेपी ने कोलगेट मुद्दे पर दोनों सदनों में प्रश्नकाल स्थगित करने का दिया नोटिस. 10.39 AM: कानून मंत्री अश्विनी कुमार की बर्खास्त करने की मांग की. 10.38 AM: कोलगेट मुद्दे पर बीजेपी ने मांगा प्रधानमंत्री का इस्तीफा. 10.35 AM: भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक खत्म. बैठक के बाद रविशंकर प्रसाद ने कहा, कोलगेट पर सीबीआई रिपोर्ट से छेड़छाड़ करने के मामले पर प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. 10.30 AM: गुड़िया रेप केस के दूसरे आरोपी को थोड़ी देर में कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया जाएगा. 10.22 AM: गाजियाबाद में अलग-अलग इलाकों से पुलिस ने नकली नोट बरामद किये. 7.50 लाख रुपये के नकली नोट पकड़े. थाना लिंक रोड इलाके में 7 लाख रुपये नकली नोट पकड़े. वहीं थाना साहिबाबाद में 50 हजार के नकली नोटों की बरामदगी. 10.20 AM: कोयला घोटाले पर सरकार की बढ़ी मुश्किल. स्थायी समिति की रिपोर्ट में जनता को धोखा देने का आरोप. सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई डायरेक्टर के जवाब से भी हो सकती है फजीहत. 09.30 AM: बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा, चीन भारत की कमजोर सरकार का फायदा उठा रहा है. 08.15 AM: बैंगलोर ब्‍लास्‍ट मामले में 3 संदिग्‍धों को पकड़ा गया. पकड़े गए संदिग्‍धों के नाम पीर मोहिद्दीन, बशीर और बुहारी है. 06.58 AM: दिल्ली लाया गया गुड़िया का दूसरा गुनहगार प्रदीप, रात में हुई मेडिकल जांच, आज होगी अदालत में पेशी. 06.55 AM: टू जी पर जेपीसी को ए राजा की चिट्ठी, पीएम पर साधा निशाना, कहा हर फैसले की थी जानकारी, रिपोर्ट लीक होने के मुद्दे पर बीजेपी सदन में लाएगी पीसी चाको के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव. 06.39 AM: पीएम की रेस से बाहर नहीं हैं आडवाणी, आजतक से खास बातचीत में बोलीं सुषमा स्वराज, कहा-एनडीए से बातचीत के बाद ही तय होगा उम्मीदवार . 06.35 AM: बच्ची के बलात्कार से एक बार फिर शर्मसार हुआ एनसीआर, गुड़गंव में भाई ने किया 5 साल की बच्ची से रेप, 19 साल का आरोपी गिरफ्तार. 06.32 AM: दिल्ली के पुलिस कमिश्नर की नई मुसीबत, गृह मंत्रालय के एडिशन सेक्रेटरी ने उठाए दिल्ली पुलिस पर गंभीर सवाल, कहा- दिल्ली पुलिस के कामकाज का तरीका ठीक नहीं. 06.26 AM: राजधानी दिल्ली में पति पत्नी के झगड़े में गयी मासूम की जान, पिता ने डेढ़ साल का मासूम को दूसरी मंजिल से फेंका, बच्चे की अस्पताल में मौत. पिता गिरफ्तार. 05.00 AM: महाराष्ट्र में बढ़ेगी मरीजों की मुश्किल, आज से 4 हजार रेजिडेंट ड़ॉक्टर नहीं आएंगे ड्यूटी पर, स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग. 02.40 AM: देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जे एस वर्मा नहीं रहे, गुड़गांव के अस्पताल में ली आखिरी सांस, जस्टिस वर्मा की सिफारिश पर ही बना था एंटी रेप लॉ बिल.
सोमवार की शाम करीब चार बजे दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदूकुश रहा, जबकि राष्ट्रीय राजधानी मेें भी करीब 40 सेकेंड तक धरती कांपती रही. भूकंप के तेज झटकों के मद्देनजर लोग लोग अपने घरों से बाहर निकल गए. दिल्ली-एनसीआर के अलावा यह झटके हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, श्रीनगर और उत्तर प्रदेश में भी महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 6.2 थी. भूकंप के इन ताजा झटकों से जहां अभी तक देश में किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है, वहीं संभावना जताई जा रही है कि हिंदूकुश में में इसका व्यापक असर हो सकता है. पाकिस्तान के इस्लामाबाद, एबटाबाद, मुजफ्फराबाद और पेशावर में भी तेज झटके महसूस किए गए हैं. राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र अफागानिस्तान के हिंदूकुश इलाके में जमीन से 210 किलोमीटर नीचे रहा. केंद्र ज्यादा गहराई में होने की वजह से इस भूकंप को दूर तक महसूस किया गया. मौसम विभाग के भूकंप वैज्ञानिक पीआर वैद्या ने बताया कि राजधानी दिल्ली में संवेदनशील लोगों ने ही इस भूकंप को महसूस किया होगा क्योंकि भूकंप का केंद्र काफी दूर है. दिल्ली में भूकंप की तीव्रता 3 महसूस की गई. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और पंजाब में झटका और अधि‍क प्रबल रहा और यहां भूकंप की तीव्रता 5 मापी गई.
ईद हो या दिवाली या फिर क्रिसमस, हर सितारे की निगाह इन त्योहारों पर होती है, क्योंकि इन त्योहारों में छुट्टियां होती हैं और दर्शक दिल खोलकर पैसे खर्च करते हैं। अब इस साल जैसे ही शाहरुख़ ने दिवाली छोड़ी उसे पकड़ लिया सनी देओल ने। यानी इस दिवाली पर सनी देओल की फ़िल्म 'घायल वन्स अगेन' रिलीज़ होगी। आमतौर पर ईद पर सलमान, दिवाली पर शाहरुख़ और क्रिसमस पर आमिर खान अपनी-अपनी फिल्में लेकर आते हैं, मगर इस साल आमिर की जगह क्रिसमस पर शाहरुख़ पहुंच गए अपनी फिल्म 'दिलवाले' लेकर और दीवाली हो गई खाली। लिहाजा इससे पहले कोई और इस त्योहार पर अपनी फिल्म रिलीज करे, सनी देओल ने झट से 'घायल वन्स अगेन' को दिवाली पर बुक कर दिया।टिप्पणियां सनी देओल की फ़िल्म 'घायल वन्स अगेन' सीक्वल है 1990 में रिलीज़ हुई सुपरहिट फ़िल्म 'घायल' का, जिसका निर्देशन किया था राजकुमार संतोषी ने। इस फिल्म ने सनी देओल को राष्ट्रीय पुरस्कार तक दिलवाया था। अब 25 साल बाद इस फिल्म का सीक्वल आ रहा है, जिसका निर्देशन भी सनी देओल ख़ुद ही कर रहे हैं। ज़ाहिर है कि यह फिल्म सनी देओल के लिए बहुत ही खास है। सो इसे रिलीज करने के लिए दिवाली से बेहतर मौका कौन-सा होगा। अब इस साल जैसे ही शाहरुख़ ने दिवाली छोड़ी उसे पकड़ लिया सनी देओल ने। यानी इस दिवाली पर सनी देओल की फ़िल्म 'घायल वन्स अगेन' रिलीज़ होगी। आमतौर पर ईद पर सलमान, दिवाली पर शाहरुख़ और क्रिसमस पर आमिर खान अपनी-अपनी फिल्में लेकर आते हैं, मगर इस साल आमिर की जगह क्रिसमस पर शाहरुख़ पहुंच गए अपनी फिल्म 'दिलवाले' लेकर और दीवाली हो गई खाली। लिहाजा इससे पहले कोई और इस त्योहार पर अपनी फिल्म रिलीज करे, सनी देओल ने झट से 'घायल वन्स अगेन' को दिवाली पर बुक कर दिया।टिप्पणियां सनी देओल की फ़िल्म 'घायल वन्स अगेन' सीक्वल है 1990 में रिलीज़ हुई सुपरहिट फ़िल्म 'घायल' का, जिसका निर्देशन किया था राजकुमार संतोषी ने। इस फिल्म ने सनी देओल को राष्ट्रीय पुरस्कार तक दिलवाया था। अब 25 साल बाद इस फिल्म का सीक्वल आ रहा है, जिसका निर्देशन भी सनी देओल ख़ुद ही कर रहे हैं। ज़ाहिर है कि यह फिल्म सनी देओल के लिए बहुत ही खास है। सो इसे रिलीज करने के लिए दिवाली से बेहतर मौका कौन-सा होगा। आमतौर पर ईद पर सलमान, दिवाली पर शाहरुख़ और क्रिसमस पर आमिर खान अपनी-अपनी फिल्में लेकर आते हैं, मगर इस साल आमिर की जगह क्रिसमस पर शाहरुख़ पहुंच गए अपनी फिल्म 'दिलवाले' लेकर और दीवाली हो गई खाली। लिहाजा इससे पहले कोई और इस त्योहार पर अपनी फिल्म रिलीज करे, सनी देओल ने झट से 'घायल वन्स अगेन' को दिवाली पर बुक कर दिया।टिप्पणियां सनी देओल की फ़िल्म 'घायल वन्स अगेन' सीक्वल है 1990 में रिलीज़ हुई सुपरहिट फ़िल्म 'घायल' का, जिसका निर्देशन किया था राजकुमार संतोषी ने। इस फिल्म ने सनी देओल को राष्ट्रीय पुरस्कार तक दिलवाया था। अब 25 साल बाद इस फिल्म का सीक्वल आ रहा है, जिसका निर्देशन भी सनी देओल ख़ुद ही कर रहे हैं। ज़ाहिर है कि यह फिल्म सनी देओल के लिए बहुत ही खास है। सो इसे रिलीज करने के लिए दिवाली से बेहतर मौका कौन-सा होगा। सनी देओल की फ़िल्म 'घायल वन्स अगेन' सीक्वल है 1990 में रिलीज़ हुई सुपरहिट फ़िल्म 'घायल' का, जिसका निर्देशन किया था राजकुमार संतोषी ने। इस फिल्म ने सनी देओल को राष्ट्रीय पुरस्कार तक दिलवाया था। अब 25 साल बाद इस फिल्म का सीक्वल आ रहा है, जिसका निर्देशन भी सनी देओल ख़ुद ही कर रहे हैं। ज़ाहिर है कि यह फिल्म सनी देओल के लिए बहुत ही खास है। सो इसे रिलीज करने के लिए दिवाली से बेहतर मौका कौन-सा होगा। ज़ाहिर है कि यह फिल्म सनी देओल के लिए बहुत ही खास है। सो इसे रिलीज करने के लिए दिवाली से बेहतर मौका कौन-सा होगा।
गुजरात में नवरात्रि के दौरान गरबा के अलावा शुद्ध घी का उत्सव आकर्षण का केंद्र रहता है. गांधी नगर जिले के छोटे से रुपाल गांव में कई दशकों से मनाए जा रहे उत्सव पर वरदायिनी माता की पल्ली पर लाखों किलो घी चढ़ाया जाता है. पूरे गांव की गलियां मानो शुद्ध घी की नदी में तबदील हो जाती हैं. रात को करीब 3.30 बजे जब वरदायिनी माता का पल्ली रुपाल गांव के चौक में पहुंचता है तो भक्त लाखों की तादाद में इकट्ठा होकर इस पल्ली पर घी चढ़ाते है. माता की पल्ली पर शुद्ध घी से अभिषेक करके भक्त अपनी मन्नत पूरी होने का कामना करते हैं. यहां परिवार में पैदा हुए छोटे-छोटे बच्चों को पहले साल इसी तरह माता के दर्शन करवाने की परंपरा रही है. जिसमें छोटे बच्चों को लाखों की भीड़ से ले जाकर उन्हें पल्ली कि जल्ती आग के दर्शन करवाए जाते हैं. यहां हर साल अष्ठमी की रात को वरदायिनी माता की पल्ली पूरे गांव में घूमती है. भक्त बाल्टियां और बड़े-बड़े बेरल्स भरकर माता की पल्ली पर घी चढ़ाते हैं. मंदिर के पुजारी केसी जोशी के मुताबिक इस पल्ली के लिए कहा जाता है कि जिसकी भी मन्नत पूरी होती है वो अपनी हैसियत के मुताबिक मां वरदायिनी को घी का चढ़ावा चढ़ाता है. पांडवों से जुड़ी वरदायिनी माता की कहानी रुपाल गांव की वरदायिनी माता की कहानी पांडवों से जुड़ी हुई है. पांडव अपने अज्ञातवास के दौरान यहीं आकर रुके थे और शक्ति प्राप्ति के लिए यज्ञ किया था. जिसमें उन्होंने घी से अभिषेक किया तो वरदान देने वाली शक्ति उत्पन्न हुई. जिसे वरदायिनी माता के नाम से जाना जाता है. पांडवों ने तब संकल्प लिया था कि हर नवरात्रि की रात को वरदायिनी माता के रथ को निकालकर उसे घी का अभिषेक करवाएंगे तब से यह परंपरा चली आ रही है. जैसे-जैसे पल्ली गांव की गलियों में आगे बढ़ती है, उन पर अभिषेक किया गया सड़कों पर गिरा हुआ घी बटौरने के लिए गांव के वाल्मीकि समाज के लोग जुट जाते हैं. जो नीचे गिरे हुए घी को बर्तनों में इकट्ठा कर गर्म करके फिर से उपयोग करते हैं. इस घी को बरतनों में इकट्ठा करने वाले केसी वाधेला का कहना है कि यहां ये परंपरा दादा परदादा के वक्त से चली आ रही है. गांव के वाल्मीकि समाज के जरिए जमीन पर गिरे इस घी को इकट्ठा किया जाता है. जिसे वे खुद नहीं खाते बल्कि अपने समाज के दूसरे लोगों को प्रसाद के तौर पर देते हैं. करीब 8 से 10 लाख श्रद्धालु यहां पल्ली के मौके पर जुटते हैं. हर साल ये एक चर्चा का विषय रहता है कि इतना घी क्यों बरबाद किया जाता है. इसे आस्था कहें या अंधविश्वास.
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के वकील सोमवार को कर्नाटक हाईकोर्ट में उनकी जमानत के लिए अपील कर सकते हैं लेकिन इस मामले कि सुनवाई हो पाना मुश्किल है। येदियुरप्पा को शनिवार को ही सात दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। गिरफ्तारी के बाद येदियुरप्पा की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा रविवार को उनसे मिलने अस्पताल गए थे। येदियुरप्पा पर बैंगलोर एयरपोर्ट के पास जमीन की खरीद-फरोख्त में घोटाले का आरोप है। घोटाले के चलते ही उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी।
दिल्ली के द्वारका से रिश्तों को शर्मशार करने वाली एक घटना सामने आई है. यहां एक युवक ने अपनी गर्लफ्रेंड से अपने ही भतीजे की बढ़ती नजदीकियों से तंग आकर पहले उसकी हत्या की और बाद में उसे घर की बालकनी में दफना दिया. इतना ही नहीं किसी को उसपर शक न हो इसके लिए उसने दफन शव के ऊपर ही पौधे भी लगा दिए. घटना के तीन साल के बाद पुलिस (Delhi Police) ने आरोपी को अब हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस (Delhi Police) ने आरोपी युवक की पहचान बिजय कुमार महाराणा के रूप में की है. वह एक आईटी कंपनी में नौकरी करता है. वहीं मृतक की पहचान जय प्रकाश के रूप में की गई है. मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी (Delhi Police) के अनुसार 2012 में अपनी गर्लफ्रेंड के दिल्ली (Delhi Police) आ जाने के बाद बिजय भी दिल्ली आ गया था. जबकि उसका भतीजा 2015 में काम के सिलसिले में दिल्ली आ गया. बाद में बिजय और जय प्रकाश साथ ही रहने लगे. इसी दौरान बिजय ने अपनी गर्लफ्रेंड से जय प्रकाश को मिलवाया. पुलिस अधिकारी के अनुसार उस समय बिजय नोएडा की एक आईटी कंपनी में नौकरी करता था जबकि जय प्रकाश गुरुग्राम स्थित एक कंपनी में काम करता था. कुछ समय के बाद बिजय को लगा कि जय प्रकाश और उसकी गर्लफ्रेंड के बीच नजदीकियां कुछ ज्यादा ही बढ़ने लगी हैं. इसके बाद ही बिजय ने जय प्रकाश को मारने की योजना बनाई. एक दिन जब जय प्रकाश उसके फ्लैट में सो रहा था उसी दौरान उसने पंखे के मोटर से उसके सिर पर हमला कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद  उसने अपने फ्लैट की बॉलकोनी में ही उसे दफना दिया. इसके लिए उसने पहले से ही मिट्टी का इंतजाम किया हुआ था. इसके बाद उसने दफन शव के ऊपर ही फूल और पौधे लगा दिए ताकि किसी को उसपर शक न हो. आरोपी बिजय ने खुदको पुलिस से बचाने के लिए जय प्रकाश के लापता होने की झूठी रिपोर्ट भी लिखवाई. घटना के कुछ समय बाद उसने द्वारका के उस घर को छोड़ दिया और नांगलोई में रहने लगा. पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस पूरी घटना का खुलासा तब हुआ जब द्वारका के फ्लैट में दफनाए गए शव का कंकाल मिट्टी से बाहर निकलने लगा. इसके बाद फ्लैट के मालिक ने पुलिस को घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंची टीम ने बिजय के बाद इस फ्लैट में रह चुके दो अन्य किरायदारों से पूछताछ की. इसके बाद उन्हें शक बिजय पर हुआ. लेकिन नांगलोई में कुछ समय तक रहने के बाद बिजय दिल्ली छोड़ चुका था. उसने अपना फोन नंबर भी बदल लिया और अपने बैंक खातों से पैसे निकाल कर उसे बंद करवा दिया था. वह अपने दोस्तों और परिवार के लोगों से भी संपर्क में नहीं था. बाद में पुलिस ने तकनीक सर्विलांस की मदद से आरोपी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया.
एलन एगर का जन्म 10 जनवरी, 1927 को न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। वह ब्रोंक्स में पले-बढ़े। डेनिस मैकक्लगेज के अनुसार, एगर 3 साल की उम्र में पढ़ सकता था, और 9 साल की उम्र में उसने अपनी मां की मदद से गाड़ी चलाना सीखा, जब उसने उसे कैट्सकिल पर्वत पर उसके माता-पिता के स्वामित्व वाले होटलों के पास कचरा ट्रक चलाते हुए पकड़ा था। उन्होंने 13 साल की उम्र में न्यूयॉर्क फिलहारमोनिक के डेविड वेबर के साथ शहनाई की शिक्षा ली।
लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी सरकार ने अंतरिम बजट पेश कर दिया है. सरकार जहां इसे ऐतिहासिक बजट बता रही है, तो विरोधी दल अंतिम जुमला करार दे रहे हैं. समाज के हर वर्ग को साधने वाला यह बजट छोटे किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की मदद को लेकर ज्यादा चर्चा में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे किसानों को मजबूती देने वाला बजट बताया है. हालांकि, अब सवाल ये उठ रहे हैं कि किसानों की मांग क्या थीं, और उन्हें मिला क्या? मोदी सरकार के कार्यकाल में किसानों के आंदोलन विरोध की बड़ी आवाज बने हैं. यहां तक कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हालिया हार को भी किसानों के गुस्से के नतीजे के तौर पर ही देखा गया. ऐसे में मोदी सरकार ने बजट के जरिए 2 हेक्टेयर तक जमीन वाले किसानों के खाते में हर साल किश्तों में 6 हजार रुपये सीधे खातों में भेजने का फैसला लिया. जबकि लंबे समय से किसान जो मांग करते आ रहे हैं, वो कुछ और ही हैं. किसानों की प्रमुख मांगें -स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू हो -किसानों की पूर्ण कर्ज माफी -हर अनाज का MSP तय हो -डीजल पर किसानों को सब्सिडी मिले -बकाया गन्ना भुगतान तुरंत हो किसानों की ये बड़ी मांगे हैं, जिन्हें लेकर वे दिल्ली कूच भी करते रहे हैं. लेकिन आंदोलन में मिली पुलिस की लाठियों और आश्वासन के बाद अब सरकार ने तीन किश्तों में 6 हजार का फैसला कर बाकी अगली सरकार के भरोसे छोड़ दिया है.  मसलन, दो हेक्टयर तक जमीने वाले किसानों को 500 रुपये महीना दिया जाएगा, इसके तहत मार्च में 2000 रुपये की पहली किश्त खातों में आ जाएगी. पहली किश्त के बाद देश में चुनाव होने हैं यानी नई सरकार का गठन होगा. सरकार के इस कदम को चुनाव बताते हुए कांग्रेस नीयत पर सवाल उठा रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रोजाना 17 रुपये किसानों को देने वाले मोदी सरकार के फैसले को किसानों का अपमान बताया है. किसान नेताओं ने क्या कहा होशंगाबाद जिले के किसान दीपक रघुवंशी ने कहा कि सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार लागत का डेढ़ गुना दाम देने की बात कही थी, मगर बजट में तो उसका जिक्र ही नहीं है. वहीं, किसान नेता केदार सिरोही कहना है कि किसानों को कर्जमाफी और लागत का उचित मूल्य दिया जाना चाहिए, देश में किसानों पर सात लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. महज 6000 रुपये सालाना देने से किसानों की समस्या का हल नहीं होने वाला है. बजट में प्रस्ताव किसानों के नाम पर बजट में कुछ और बातें भी कही गई हैं. बजट में कहा गया है कि मछली पालन के लिए अलग विभाग बनाया जाएगा, मछुआरों को क्रेडिट कार्ड से कर्ज पर 2 फीसद की छूट दी जाएगी, प्राकृतिक आपदा में किसानों को 2 फीसद ब्याज छूट दी जाएगी और समय से कर्ज लौटाने पर तीन फीसद अतिरिक्त ब्याज माफ किया जाएगा. लेकिन ये तमाम बातें महज प्रस्ताव हैं. मौजूदा मोदी सरकार को इसमें से कोई काम नहीं करना है. जो भी करना होगा अगली सरकार करेगी. फिर चाहे वो मोदी सरकार रिपीट हो या सरकार बदल जाए. हालांकि, किसानों को खुश करने के लिए सरकार 6 हजार रुपये के साथ प्रस्तावों को ही काफी मान रही है. पीएम मोदी भी खुश हैं कि उन्होंने किसानों के लिए बड़ा काम किया है. उन्होंने कहा कि पहले किसान योजनाओं का लाभ केवल 2-3 करोड़ किसानों को मिलता था, अब 12 करोड़ किसानों को मिलेगा. यह बढ़ा हुआ महज किसान नहीं है, बल्कि ये वोटर भी हैं, जिन्हें अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव में वोटिंग करनी है और उससे ठीक पहले उनके खातों में 2 हजार रूपये की पहली किश्त पहुंच जाएगी. 12 करोड़ किसानों का मतलब है करीब 36 करोड़ मतदाता. aajtak.in के संपादक पणिनी आनंद से खास बातचीत में इंडिया टुडे हिंदी मैग्जीन के संपादक अंशुमन तिवारी ने बताया कि ये स्कीम लाकर सरकार ने यह दिखाने का प्रयास किया है कि उसने किसानों के लिए कुछ बड़ा किया है. तीन राज्यों में पहले से ही ऐसी स्कीम लागू है, जहां इससे ज्यादा पैसा दिया जाता है. उनका मानना है कि सरकार ने यह फैसला तुरंत लिया है और तीन राज्यों में हार के बाद ऐसा किया गया है. बहरहाल, विपक्ष पीछे पड़ गया है कि सरकार ने अंतरिम बजट में प्रस्ताव के नाम पर लोगों की उम्मीदों का मजाक उड़ाया है, लेकिन जो भी हो सरकार ने छूट का छक्का तो मार दिया है. इतना तय है कि अगली सरकार जो भी आएगी वो इन प्रस्ताव को निगलेगी तो मुश्किल होगी और उगलेगी तो मुश्किल होगी.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: कश्मीर के अधिकतर हिस्सों से प्रतिबंध हटा दिए गए हैं, लेकिन कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा इलाके में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती तौर पर यह अब भी जारी है. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को घाटी के कई इलाकों में नए सिरे से प्रतिबंध लगाए गए थे. बड़ी मस्जिदों तथा धार्मिक स्थलों में बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठे होने के दौरान निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा मौके का फायदा उठाने के संदेह के चलते यह कदम उठाया गया. अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर के अधिकतर इलाकों में प्रतिबंधों में ढील दी गई है.  उन्होंने बताया कि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा के अधिकतर इलाकों में अब भी प्रतिबंध जारी हैं। अधिकारियों ने बताया कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती तौर पर सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाए गए हैं. केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने के बाद आज 48वें दिन भी घाटी के अधिकतर इलाकों में मोबाइल तथा इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं और वहीं संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बल अब भी तैनात हैं. घाटी के अधिकतर इलाकों में चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंद्ध हटाए जा रहे हैं. नौहट्टा में जामिया मस्जिद तथा हजरतबल में दरगाह शरीफ सहित कई बड़ी मस्जिदों एवं धार्मिक स्थल पर अब भी जुमे की नमाज की अनुमति नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि घाटी में लगातार 48वें दिन बाजारों के बंद रहने और सार्वजनिक वाहनों के सड़कों से नदारद रहने के साथ ही जनजीवन प्रभावित रहा. उन्होंने बताया कि सभी मंचों पर इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित हैं.  अधिकारियों ने बताया कि पूरी घाटी में लैंडलाइन सेवाएं चालू हैं, जबकि मोबाइल पर ‘वॉइस कॉल' सेवाएं पुलिस जिलों कुपवाड़ा और हंदवाड़ा में ही शुरू की गई हैं. राज्य सरकार द्वारा स्कूलों को खोलने के प्रयास अभी तक रंग नहीं लाए हैं, माता-पिता अब भी सुरक्षा कारणों से बच्चों को घर से बाहर भेजने को तैयार नहीं हैं. पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत कई मुख्य धारा के नेता अब भी नजरबंद या हिरासत में हैं.
आतंकवाद पर पाक के दोहरे रवैये को लेकर, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सामने यह साफ कर दिया है कि, पाक को आतंकी समूहों के बीच फर्क नहीं करना चाहिए. अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बातचीत अमेरिका के ओवल ऑफिस में गुरूवार को लगभग 90 मिनट के लिए ओबामा और शरीफ की मुलाकात हुई. इस मुलाकात में हुई बातचीत के बारे में, व्हाइट हाउस के प्रेस उपसचिव एरिक शुल्त्ज ने शुक्रवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस बात को रेखांकित किया है कि अमेरिका, पाकिस्तान के साथ एक व्यापक, टिकाऊ और दीर्घकालिक साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है, जो कि पाकिस्तानी जनता के लिए प्रगति लाती है, और देश के लोकतंत्र एवं नागरिक समाज को मजबूत बनाती है. पाकिस्तान ने सिर्फ अपने खिलाफ आतंकी समूहों को बनाया निशाना एरिक शुल्त्ज कहा कि विशेष तौर पर आतंकवाद के मुद्दे पर राष्ट्रपति ओबामा और प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि, दोनों देशों को आतंकियों से खतरा है और पाकिस्तानी जनता ने बहुत कष्ट सहे हैं. शुल्त्ज ने यह भी बताया कि इस मुलाकात में ओबामा के लिए महत्वपूर्ण बात यह थी कि, पाकिस्तान को आतंकी समूहों में अंतर नहीं करना चाहिए. हम पहले भी यह बात स्पष्ट कर चुके हैं, और द्विपक्षीय बैठक में भी यह बात दोहराई गई. अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान ने सिर्फ उन्हीं आतंकी समूहों को निशाना बनाया, जो पाकिस्तान सरकार के खिलाफ रहे हैं. इनपुट-भाषा
इंग्लैंड के शीर्ष क्रिकेट अधिकारियों ने शनिवार को संकेत दिए कि बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले में 20 विदेशियों की हत्या के बाद वे देश का दौरा रद्द करने पर विचार कर रहे हैं. सितंबर में इंग्लैंड की टीम का बांग्लादेश दौरा दरअसल इंग्लैंड को एक महीने के दौरे के लिए 30 सितंबर को बांग्लादेश पहुंचना है और इस दौरे पर 3 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे. लेकिन इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के एक प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि अगर उन्हें या ब्रिटिश सरकार को टीम की रवानगी के समय लगता है कि बांग्लादेश में स्थिति असुरक्षित है तो वे दौरा रद्द करने के लिए तैयार हैं. गौरतलब है कि आतंकियों ने शुक्रवार को ढाका के एक रेस्टोरेंट में हमला कर 20 विदेशियों की हत्या कर दी, जवाबी कार्रवाई में बांग्लादेश कमांडोज ने 6 हमलावरों को मार गिराया. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने ली है.
इस्लाम नगर , पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्त्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। सन्दर्भ इन्हें भी देखें पाकिस्तान के यूनियन काउंसिल पाकिस्तान में स्थानीय प्रशासन पंजाब (पाकिस्तान) लाहौर ज़िला बाहरी कड़ियाँ लाहौर के यूनियनों की सूची पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ़ स्टॅटिस्टिक्स की आधिकारिक वेबसाइट-१९९८ की जनगणना(जिलानुसार आँकड़े) लाहौर लाहौर के यूनियन परिषद् पाकिस्तानी पंजाब के नगर
बिहार के कई जिले इन दिनों बाढ़ की चपेट में है. यहां हो रही लगातार बारिश ने हालात को और भी खराब बना दिया है. आम जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है. लेकिन इन सब के बीच सूबे के सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे राज्य में हो रही लगातार बारिश और उससे हो रही तबाही के लिए नक्षत्र को जिम्मेदार बता रहे हैं. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि राज्य में ‘‘हथिया नक्षत्र'' के कारण जबरदस्त बारिश हो रही है. राष्ट्रीय राजधानी में एक कार्यक्रम से इतर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों से बिहार में जारी मूसलाधार बारिश ‘हथिया नक्षत्र' के कारण हो रही है. हथिया नक्षत्र में कभी कभी बहुत भयंकर बारिश होती है. बारिश ने अब प्राकृतिक आपदा का रूप ले लिया है. अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार की भाजपा-जद (यू) गठबंधन सरकार, जिला प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन विभाग 24 घंटे राहत एवं बचाव अभियान चला रहे हैं और स्थिति से निपटने के लिए काम कर रहे हैं . केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री समेत पूरी राज्य सरकार स्थिति की नजदीक से निगरानी कर रही है. जिन लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है उनको राहत पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. मौसम विभाग ने कहा है कि मॉनसून की सबसे अधिक देरी से वापस हो सकती है और बिहार सहित कई राज्यों में बारिश जारी है. प्रदेश में कम से कम 25 लोग मारे गए हैं जबकि बाढ़ के कारण रेलवे यातायात, स्वास्थ्य सेवाएं, स्कूल और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई हैं. इससे पहले सीएम नीतीश कुमार भी राज्य में हो रही भारी बारिश और उससे होने वाली तबाही के लिए हथिया नक्षत्र को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं. गौरतलब है कि बिहार के कई जिलों में मुसलाधार बारिश की वजह से बीते कुछ दिनों से जलजमाव की स्थिति है. खास तौर पर पटना और आसपास के जिलों में हालात ज्यादा खराब हैं. मौसम विभाग ने राज्य में बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी किया है.राज्य सरकार के अनुसार बिहार के कई जिलों में हो रही बारिश की वजह से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 41 हो गया है. NDRF की कई टीमें प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का कार्य कर रही है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पटना में बाढ़ से बिगड़े हालात को देखते हुए वायुसेना से मदद मांगी है. हालांकि, सोमवार देर रात से पटना में बारिश नहीं हुई है.  बता दें कि पिछले कई दिन से हो रही बारिश के कारण बिहार और उत्तर प्रदेश के अनेक हिस्से सोमवार को बाढ़ की चपेट में रहे वहीं देश भर में वर्षा जनित हादसों में मरने वाले लोगों की संख्या 148 पर पहुंच गई हैं. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि देश में 1994 के बाद इस मानसून में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई. मौसम विभाग ने इसे ‘सामान्य से अधिक' बताया. मानसून सोमवार को आधिकारिक रूप से तो समाप्त हो गया लेकिन यह देश के कुछ हिस्सों के ऊपर अभी भी सक्रिय है. मौसम विभाग के 36 उपमंडलों में से दो..पश्चिम मध्य प्रदेश और सौराष्ट्र एवं कच्छ..में ‘‘काफी अधिक'' वर्षा दर्ज की गई. बिहार में बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा कि राज्य सरकार ने वायुसेना से पानी में डूबे स्थानों में खाने के पैकेट व अन्य सामग्रियां गिराने के लिए एक हेलीकॉप्टर भेजने का आग्रह किया है. लोकजनशक्ति पार्टी के प्रमुख राम विलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान पटना में अपने घर के बदले एक होटल में रुके हुए हए हैं. सोमवार दोपहर में तीन और लोगों के बारिश की वजह से मरने की खबर आई है. इनमें से एक व्यक्ति की मौत नवादा और दो लोगों की मौत जहानाबाद जिले में हुई. सुबह में बारिश थमी थी लेकिन भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पटना में सोमवार देर शाम बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है.  मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शहर में इस मानसून में एक जून से 30 सितम्बर तक 404.1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जबकि 30 वर्ष का औसत 648.9 मिलीमीटर है. इस तरह से इस वर्ष 38 प्रतिशत कम वर्षा हुई। मानसून इस वर्ष सामान्य से एक सप्ताह की देरी से आया था. मानसून ने आठ जून को केरल के ऊपर से शुरूआत की थी लेकिन जून में इसकी गति सुस्त हो गई थी और जून में 33 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी. यद्यपि मानसून ने जुलाई में गति पकड़ी और सामान्य से 33 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई. अगस्त में भी सामान्य से 15 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले दो वर्षों के दौरान अधिक वर्षा दर्ज की गई थी.  दिल्ली में 2018 में 770.6 मिलीमीटर और 2017 में 672.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इस वर्ष जून में दिल्ली में मात्र 11.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई जबकि सामान्य 65.5 मिलीमीटर है. इस तरह से जून में 83 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई. जुलाई महीने में यहां 24 प्रतिशत कम वर्षा हुई क्योंकि मात्र 210.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई. उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से कई स्थानों पर जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है. बलिया के समूचे जिला कारागार परिसर में कमर तक पानी भर जाने के कारण कम से कम 900 कैदियों को दूसरे जिलों की जेलों में भेजना पड़ा.
मुंबई पुलिस एक बार फिर विवादों में है। ताज़ा विवाद उसकी संवाद पत्रिका को लेकर है जिसमें एक इंस्पेक्टर ने कविता छापी है।टिप्पणियां आजाद मैदान में हुए दंगे को लेकर कविता है जिसमें कई महिला पुलिस कर्मियों के साथ छेड़खानी और जोर जबरदस्ती हुई थी। इस दौरान कई पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमले भी हुए थे। कविता में इंस्पेक्टर ने आज़ाद मैदान में आए लोगों को गद्दार और सांप तक कह डाला है। इस कविता में काफी हिंसक बातें हैं, जिसे लेकर पुलिस अब माफी मांग रही है। पुलिस ने कहा है कि वह अपने अगले अंक में इसे छापेगी। आजाद मैदान में हुए दंगे को लेकर कविता है जिसमें कई महिला पुलिस कर्मियों के साथ छेड़खानी और जोर जबरदस्ती हुई थी। इस दौरान कई पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमले भी हुए थे। कविता में इंस्पेक्टर ने आज़ाद मैदान में आए लोगों को गद्दार और सांप तक कह डाला है। इस कविता में काफी हिंसक बातें हैं, जिसे लेकर पुलिस अब माफी मांग रही है। पुलिस ने कहा है कि वह अपने अगले अंक में इसे छापेगी। कविता में इंस्पेक्टर ने आज़ाद मैदान में आए लोगों को गद्दार और सांप तक कह डाला है। इस कविता में काफी हिंसक बातें हैं, जिसे लेकर पुलिस अब माफी मांग रही है। पुलिस ने कहा है कि वह अपने अगले अंक में इसे छापेगी।
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में एक होटल के मालिक ने एक महिला अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी. महिला अधिकारी उस होटल का अवैध निर्माण ढहाने गई थीं. इसी दौरान होटल मालिक ने उस अधिकारी पर हमला कर दिया. इस हमले में एक मजदूर को भी गोली लगी, जिसे उपचार के लिए हायर सेंटर रैफर किया गया है. हत्या की ये सनसनीखेज वारदात सोलन जिले के कसौली की है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने बीती 17 अप्रैल को कसौली जिले में मौजूद होटलों में किए गए अवैध निर्माण को दो हफ्ते के भीतर हटाने का फरमान सुनाया था. इसी आदेश के चलते टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ऑफिसर शैल बाला अपनी टीम के साथ एक होटल से अवैध निर्माण हटाने गई थीं. टीम ने पाया कि कसौली में नारायणी होटल के बाहर बड़ा अवैध निर्माण किया गया था. जब महिला अधिकारी शैलबाला और उनकी टीम अवैध निर्माण हटाने पहुंचीं तो वहां होटल के स्टाफ और मालिक से उनकी कहासुनी होने लगी. इसी दौरान होटल का मालिक विजय ठाकुर अपना आपा खो बैठा और उसने महिला अधिकारी पर फायरिंग कर दी. इस हमले में महिला अधिकारी को दो गोलियां लगीं. जिससे शैल बाला की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि वहां मौजूद एक मजदूर भी गोली लगने से घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए स्थानीय डॉक्टरों ने चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया. सोलन जिले के पुलिस अधीक्षक मोहित चावला ने बताया कि हत्यारोपी होटल मालिक विजय ठाकुर वारदात के बाद से फरार है. पुलिस जल्द उसे गिरफ्तार कर लेगी. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. महिला अधिकारी का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
लोकपाल के मुद्दे पर जनमत संग्रह के जरिये सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश के तहत अन्ना हजारे के अभियान से जुड़े स्वयंसेवकों ने केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के संसदीय क्षेत्र चांदनी चौक के कुछ इलाकों में सर्वेक्षण किया, जिसमें आयोजकों ने अच्छी प्रतिक्रिया मिलने का दावा किया. तस्वीरों में देखें 21 जुलाई 2011 की खबरें हजारे के अभियान में शामिल संगठन ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में इस जनमत संग्रह की कवायद को लेकर जनता की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. आठ सवालों वाली प्रश्नावली बांटने के काम में आज 300 स्वयंसेवियों की मदद ली गयी. संगठन के अनुसार 22 जुलाई को चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र के 17 अन्य वार्डों में भी प्रश्नावलियां वितरित की जाएंगी. इस तरह शुक्रवार तक निर्वाचन क्षेत्र के 40 में से 26 वार्डों में यह कवायद पूरी हो जाएगी. शेष वार्डों में 23 और 24 जुलाई को जनमत संग्रह किया जाएगा. शुक्रवार को जिन क्षेत्रों में हजारे पक्ष के स्वयंसेवी प्रश्नावलियां वितरित करेंगे उनमें धीरपुर, आदर्श नगर, सराय पीपल खला, पीतमपुरा दक्षिण, पीतमपुरा उत्तर, शालीमार बाग, पश्चिम विहार दक्षिण, सरस्वती विहार, वजीरपुर गांव और इंद्र लोक कॉलोनी आदि हैं. सर्वेक्षण का कार्य 24 जुलाई तक चलेगा. इसके लिये विभिन्न संगठनों के सैकड़ों स्वयंसेवियों की मदद ली गयी है. इसके लिये ‘इंडिया अगेन्स्ट करप्शन’ ने अपना नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है ताकि प्रश्नावली वितरित कर रहे स्वयंसेवियों के साथ समन्वय रखा जा सके. मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो देखें इस गैर-सरकारी संगठन की प्रवक्ता अश्वती मुरलीधन ने कहा कि सर्वेक्षण के पहले दिन के लिये चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र के 10 वॉर्डों को चुना गया. इन प्रश्नावली को लोगों के जवाब के साथ एकत्रित करने का काम 23 जुलाई से शुरू होगा. चार दिन चलने वाली इस कवायद में जनता से सीधे सवाल किया जा रहा है कि लोकपाल विधेयक पारित कराने के लिये वे संसद से क्या अपेक्षा रखते हैं. इस निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 14 लाख है. हज़ारे पक्ष ने सात लाख लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल के कमान संभालने के बाद कांग्रेस पार्टी में फैसले लेने की सबसे बड़ी बॉडी कार्यसमिति का गठन अब तक नहीं हो सका है. तालकटोरा स्टेडियम में हुए कांग्रेस महाधिवेशन में राहुल गांधी को कार्यसमिति चुनने का अधिकार दे दिया गया था. इससे पहले सीताराम केसरी के कार्यकाल में आखिरी बार कार्यसमिति का चुनाव हुआ था. इसके बाद सोनिया के वक़्त कभी कार्यसमिति का चुनाव नहीं हुआ. राहुल गांधी खुद कार्यसमिति के सदस्यों के चुनाव के पक्ष में माने जाते रहे हैं. लेकिन चुनाव कराकर पार्टी के नेताओं में विभाजन और फूट की आशंका के चलते चुनाव की बजाय मनोनयन को तरजीह दे दी गई. बीते 18 दिसम्बर को पार्टी ने एक सुर से कांग्रेस अध्यक्ष को कार्यसमिति चुनने का प्रस्ताव पास किया था. लेकिन 4 महीने होने को आये लेकिन राहुल गांधी अब तक अपनी कार्यसमिति का ऐलान नहीं कर सके हैं. नेताओं के चुनाव में मुश्किल सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी पार्टी की सबसे बड़ी बॉडी में काफी बदलाव करना चाहते हैं. हालांकि, वो युवा और वरिष्ठ नेताओं का सामंजस्य रखना चाहते हैं, लेकिन पसंद राहुल की होगी. ऐसे में कई वो पुराने चेहरे जो सोनिया की चुनी कार्यसमिति में थे और राहुल की भी गुडबुक में हैं, उनको लेकर तो कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन ऐसे पुराने चेहरे जो सोनिया की गुडबुक में रहे, लेकिन राहुल को पसंद नहीं, परेशानी उनको लेकर है. कांग्रेस अध्यक्ष एक झटके में कार्यसमिति का गठन करेंगे, इसीलिये उनके सलाहकारों की नजर कर्नाटक चुनावों पर है. राहुल के करीबियों को लगता है कि, वैसे तो पार्टी में राहुल के इक़बाल पर कोई दोमत नहीं है. फिर सोनिया गांधी खुद भी बड़े नेताओं के सामने राहुल से बदलाव करने को कह चुकी हैं. लेकिन टीम राहुल चाहती है कि, जैसे गुजरात चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद उनका कद पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच बढ़ा और उन्होंने पार्टी संगठन में बदलाव किये वैसे ही कर्नाटक में बेहतर प्रदर्शन के बाद वो कार्यसमिति का गठन करेंगे तो ज्यादा कारगार साबित होगा. साथ ही टीम से आउट नेताओं को कार्यकर्ताओं का समर्थन भी नहीं मिलेगा. थोपना नहीं चाहते फैसला कुल मिलाकर राहुल चाहते हैं कि, वो जो भी फैसले करें उनको दिल से कार्यकर्ताओं का समर्थन मिले. वरना सोनिया गांधी की कांग्रेस अब राहुल की कांग्रेस हो चुकी है. ऐसे में उनको फैसले लेने से भला कौन रोक सकता है. फिर भी टीम राहुल चाहती है कि, जो भी बड़ा फैसला हो वो थोपा हुआ ना लगे, जबकि पार्टी के भीतर इस देरी को लेकर सवाल उठने लगे हैं. सबसे ज़्यादा सवाल महाभियोग लाने को लेकर उठे, जब पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर मतभेद रहे और बिना कार्यसमिति के फैसला ले लिया गया. इस मुद्दे पर 'आजतक' से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने कहा कि, राहुल जी के फैसलों पर पूरी पार्टी को यकीन है, वो सोच समझकर सही वक़्त पर सही फैसला लेंगे. पार्टी में सबकी सलाह लेकर और सबको साथ लेकर ही वो चलते आये हैं.
जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पर कानून मामलों के जानकार लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया आ रही है. इस मुद्दे पर पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी ने कहा, 'कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. मैंने बिल में कोई भी असंवैधानिक चीज नहीं देखी. लेकिन अदालत को यह तय करना होगा कि क्या राज्यपाल की सहमति पर्याप्त थी. यह ग्रे क्षेत्र है. इसका प्रस्ताव विधानसभा की तरफ से आना चाहिए था. लेकिन अभी वहां विधानमंडल नहीं है.' जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की नजरबंदी पर सोली सोराबजी ने कहा कि राज्य में राजनीतिक नेतृत्व की गिरफ्तारी को मंजूरी नहीं देनी चाहिए थी. इससे गलत संदेश गया. संविधान संशोधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए कायदे से संविधान संशोधन की आवश्यकता है. संसद को इसे पारित करने दें. इसमें सुधार की आवश्यकता होगी. Former Attorney General Soli Sorabjee on Bill moved in Rajya Sabha today, to revoke Article 370: I don't think there is anything revolutionary here. It's a political decision even though it is not a wise decision. pic.twitter.com/3HIYPLB0w6 — ANI (@ANI) August 5, 2019 वहीं वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने कहा कि इसमें कुछ भी असंवैधानिक नहीं है. राज्य विधायिका के रूप में संसद की कार्यवाही पारित हो सकती है. यह संशोधन नहीं है. हालांकि यह पूर्व के राष्ट्रपति के आदेश का हनन है. बहरहाल, शाह फैसल की पार्टी से जुड़ीं शेहला रशीद ने कहा कि हम इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे. सरकार को गवर्नर मान लेने और संविधान सभा की जगह विधानसभा को रखने का फैसला संविधान के साथ धोखा है. सभी प्रगतिशील ताकतें एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगी. हम दिल्ली और बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन करेंगे.
भारत ने सोमवार को पाकिस्तानी संघीय एजेंसी (एफआईए) द्वारा रावलपिंडी की अदालत में 26/11 के मुंबई हमले के सबूत पेश करने का स्वागत किया है. साथ ही उम्मीद जताई कि इन सबूतों के आधार पर अदालत का निर्णय आने के बाद भारत को कुछ राहत व संतोष मिलेगा. विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि जांच एजेंसी ने अदालत में जो भी सबूत पेश किए हैं, उसका स्वागत है. यह अच्छी बात है कि इस बारे में मीडिया को बताया जा रहा है. एफआईए ने सिंध प्रांत में लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण केंद्रों और उस मोटरबोट की तस्वीरें अदालत में पेश की हैं, जिनका इस्तेमाल 26 नवंबर, 2008 को मुम्बई पर हमला करने वाले आतंकवादियों में किया था. खुर्शीद ने हालांकि यह भी कहा कि सबूतों को पाकिस्तान की अदालत द्वारा स्वीकार किए जाने और इसके आधार पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को दोषी ठहराने पर ही राहत व संतोष मिलेगा.
आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के तौर तरीकों को सिर्फ जनता ही नहीं बीजेपी के लालकृष्ण आडवाणी और कांग्रेस के राहुल गांधी की भी तारीफ मिली. और अब आखिर वामपंथी दलों का भी ध्यान इस तरफ गया है. देश की सबसे बडी़ लेफ्ट पार्टी सीपीएम के महासचिव प्रकाश करात ने कहा है कि हमारे दल को अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से सीखना चाहिए. एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में करात बोले कि लेफ्ट पार्टियों को आप से सीखना होगा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर कैसे युवा लोगों से संवाद स्थापित किया जाए. टीम केजरीवाल की तारीफ करते हुए करात बोले कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती दे पाई और इससे यह साबित होगा कि देश में वैकल्पिक राजनीति की गुंजाइश है. केजरीवाल से करात की मीटिंग कब हुई आम आदमी पार्टी की राजनीतिक संभावनाओं का जिक्र करते हुए करात ने अरविंद केजरीवाल के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र किया. करात ने बताया कि जब केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड के निजीकरण का विरोध कर रहे थे, तब वह मुझसे आकर मिले थे. करात ने कहा कि यह अच्छा है कि केजरीवाल नीतियों के बारे में बात कर रहे हैं. हम उन्हें, उनकी राजनीति को गौर से और करीब से देख रहे हैं.राष्ट्रीय राजनीति पर अपना रुख साफ करते हुए प्रकाश कारत बोले कि हम कांग्रेस और बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने के लिए कटिबद्ध हैं और इस दिशा में प्रयास जारी हैं.
यह लेख है: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंगलवार को एकबार फिर नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए 'पेटीएम' का शाब्दिक अर्थ 'पे टू मी' बताया. लालू ने मंगलवार को ट्वीट कर मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "ऐसा कोई पीएम (प्रधानमंत्री) होता है? जो सरेआम चीनी कंपनी का प्रचार कर कहता हो, पेटीएम कर लो. 'पेटीएम' का मतलब पे टू मी. जनाब, पीएम गरिमा का पद होता है." लालू ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मोदी ने 'मतवाला हाथी' की तरह तानाशाही कदम उठाया है. राजद प्रमुख ने दावा किया कि नोटबंदी के खिलाफ आंदोलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ होंगे. पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री एक तानाशाह की तरह कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, "मोदी जी, आपने मतवाला हाथी की तरह तानाशाही कदम उठाया है. लगता है, यहां का सारा पैसा चीन चला जाएगा." राजद अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी पर राजद द्वारा आहूत आंदोलन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी साथ होंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश ने भी 'कैशलेस' के मुद्दे पर केंद्र सरकार का विरोध किया है  लालू ने कहा, "नीतीश कुमार ने मुझसे कहा है कि 50 दिन बाद हम नोटबंदी का रिव्यू करेंगे और फिर केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा." टिप्पणियां गौरतलब है कि नीतीश नोटबंदी के निर्णय का स्वागत करते हुए इसका समर्थन किया है. लालू ने आगे कहा, "नरेंद्र मोदी की बात पर अब कोई विश्वास नहीं करता. देश में उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है." उल्लेखनीय है कि बिहार में सत्ताधारी गठबंधन के घटक राजद ने नोटबंदी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है. लालू नोटबंदी से देश में पैदा हुए मुश्किल भरे हालात को लेकर लगातार केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "ऐसा कोई पीएम (प्रधानमंत्री) होता है? जो सरेआम चीनी कंपनी का प्रचार कर कहता हो, पेटीएम कर लो. 'पेटीएम' का मतलब पे टू मी. जनाब, पीएम गरिमा का पद होता है." लालू ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मोदी ने 'मतवाला हाथी' की तरह तानाशाही कदम उठाया है. राजद प्रमुख ने दावा किया कि नोटबंदी के खिलाफ आंदोलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ होंगे. पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री एक तानाशाह की तरह कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, "मोदी जी, आपने मतवाला हाथी की तरह तानाशाही कदम उठाया है. लगता है, यहां का सारा पैसा चीन चला जाएगा." राजद अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी पर राजद द्वारा आहूत आंदोलन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी साथ होंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश ने भी 'कैशलेस' के मुद्दे पर केंद्र सरकार का विरोध किया है  लालू ने कहा, "नीतीश कुमार ने मुझसे कहा है कि 50 दिन बाद हम नोटबंदी का रिव्यू करेंगे और फिर केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा." टिप्पणियां गौरतलब है कि नीतीश नोटबंदी के निर्णय का स्वागत करते हुए इसका समर्थन किया है. लालू ने आगे कहा, "नरेंद्र मोदी की बात पर अब कोई विश्वास नहीं करता. देश में उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है." उल्लेखनीय है कि बिहार में सत्ताधारी गठबंधन के घटक राजद ने नोटबंदी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है. लालू नोटबंदी से देश में पैदा हुए मुश्किल भरे हालात को लेकर लगातार केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राजद प्रमुख ने दावा किया कि नोटबंदी के खिलाफ आंदोलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ होंगे. पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री एक तानाशाह की तरह कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा, "मोदी जी, आपने मतवाला हाथी की तरह तानाशाही कदम उठाया है. लगता है, यहां का सारा पैसा चीन चला जाएगा." राजद अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी पर राजद द्वारा आहूत आंदोलन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी साथ होंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश ने भी 'कैशलेस' के मुद्दे पर केंद्र सरकार का विरोध किया है  लालू ने कहा, "नीतीश कुमार ने मुझसे कहा है कि 50 दिन बाद हम नोटबंदी का रिव्यू करेंगे और फिर केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा." टिप्पणियां गौरतलब है कि नीतीश नोटबंदी के निर्णय का स्वागत करते हुए इसका समर्थन किया है. लालू ने आगे कहा, "नरेंद्र मोदी की बात पर अब कोई विश्वास नहीं करता. देश में उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है." उल्लेखनीय है कि बिहार में सत्ताधारी गठबंधन के घटक राजद ने नोटबंदी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है. लालू नोटबंदी से देश में पैदा हुए मुश्किल भरे हालात को लेकर लगातार केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राजद अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी पर राजद द्वारा आहूत आंदोलन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी साथ होंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश ने भी 'कैशलेस' के मुद्दे पर केंद्र सरकार का विरोध किया है  लालू ने कहा, "नीतीश कुमार ने मुझसे कहा है कि 50 दिन बाद हम नोटबंदी का रिव्यू करेंगे और फिर केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा." टिप्पणियां गौरतलब है कि नीतीश नोटबंदी के निर्णय का स्वागत करते हुए इसका समर्थन किया है. लालू ने आगे कहा, "नरेंद्र मोदी की बात पर अब कोई विश्वास नहीं करता. देश में उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है." उल्लेखनीय है कि बिहार में सत्ताधारी गठबंधन के घटक राजद ने नोटबंदी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है. लालू नोटबंदी से देश में पैदा हुए मुश्किल भरे हालात को लेकर लगातार केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गौरतलब है कि नीतीश नोटबंदी के निर्णय का स्वागत करते हुए इसका समर्थन किया है. लालू ने आगे कहा, "नरेंद्र मोदी की बात पर अब कोई विश्वास नहीं करता. देश में उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है." उल्लेखनीय है कि बिहार में सत्ताधारी गठबंधन के घटक राजद ने नोटबंदी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है. लालू नोटबंदी से देश में पैदा हुए मुश्किल भरे हालात को लेकर लगातार केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर निशाना साध रहे हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नरेंद्र मोदी के दोबारा सत्ता के लिए चुने जाने के ठीक एक दिन बाद जब एक किताब देर से सही आपके हाथ आए, जिसका शीर्षक 'हिंदू होने का अर्थ' हो, तो उस ओर ध्यान जाना लाजिमी है. देश भर में जिस लहर के साथ मोदी जीतकर आए हैं, वैसे में कई लोग हिंदुत्व के और अधिक आक्रामक होने की आशंकाएं जाहिर कर रहे हैं. पर असल में हिंदोल सेनगुप्ता की यह किताब हिंदुत्व को नए नजरिए से देखने का कोण मुहैया कराती है. एक भाव यह है कि हिंदुत्व सार्वभौमिकता का संदेश देता है. दूसरा भाव यह भी है कि हिंदुत्व एक प्रकार के उन्माद का नाम है जो मुसलमानों को निशाना बनाता है. ऐसा विरोधाभास अकारण नहीं है. फिर भी, मैं हिंदुत्व का अर्थ गुणात्मक पद के रूप में लगाता हूं. इसका मतलब ''हिंदुपन" है, हिंदू धर्म नहीं. हालांकि हिंदू धर्म उसमें शामिल है. ऐसे में सेनगुप्ता की यह किताब बेहद प्रासंगिक किताब है, क्योंकि मौजूदा वक्त में धर्म पर बात करना, धर्म को लेकर अपनी बात रखना मुश्किल हो गया है. खासकर हिंदू धर्म की बात करते ही मामला संजीदा होने लग जाता है. किताब में कई सारे अध्याय हैं और सेनगुप्ता स्थापित करते हैं कि ईश्वरत्व सजीव और निर्जीव सबमें और सब ओर व्याप्त है, यह प्रज्ञा और आस्था का संगम है. मनुष्य प्रकृति का ही हिस्सा है, उसका विजेता नहीं क्योंकि संसार मानव के उपभोग के लिए ही नहीं रचा गया है (इसका अर्थ है कि सिर्फ मनुष्य ही नहीं, सभी जीवों और वनस्पतियों यहां तक कि भूमि, जलस्रोतों और वायुमंडल के भी अपने अधिकार हैं.) हिंदोल का लेखन हिंदूपन के नए परिभाषाओं से रूबरू कराती है. किताब के कवर पर ही लिखा है 'प्राचीन आस्था, नई दुनिया और आप'. जाहिर है कि लेखक इतिहास की भूलभुलैया की बजाए मौजूदा वक्त में हिंदू धर्म और हिंदुत्व के वास्तविक मर्म को सहज-सरल तरीकों से बताने और जताने की कोशिश कर रहा है. इस किताब में सेनगुप्ता के निजी तजुर्बे हैं  और नए जमाने की सोच भी है. किताब बनारस के मंदिरों से लेकर जटिल विषयों तक सहजता से बताती है. किताब का पहला अध्याय है हिंदुओं के बारे में कैसे लिखा जाए? यह सवाल बेहद मौजूं है और ऐसा लगता है कि इस प्रश्न ने खुद सेनगुप्ता को काफी परेशान किया होगा. दूसरा अध्याय पूछता है हिंदू कौन है और तीसरा, क्या चीज है जो आपको हिंदू बनाती है. ये ऐसे बुनियादी सवाल हैं जो घोर आक्रामक और बेचैन हिंदुत्व के झंडाबरदारों और आंख मूंदकर हिंदू शब्द से ही घृणा करने वालों के लिए ही हैं और उन्हें जरूर पढ़ना चाहिए. पर इस किताब का सातवां अध्याय वाकई थोड़े कम रिसर्च के आधार पर लिखा गया है पर जो मेरा पसंदीदा विषय है, जिसका शीर्षक है क्या हिंदू होने का अर्थ आपका शाकाहारी होना है? जो लोग इस आधार पर हिंदूपन को पारिभाषित करते हैं वो सिरे से गलत हैं. पर इस अध्याय में सेनगुप्ता पूरी तरह चूक गए हैं. वह मांसाहार के बाद सीधे गोवध पर आते हैं और उन्हें लगता है कि मांसाहार का अर्थ महज गोमांस भक्षण ही है. मछली खाना भी मांसाहार है और हिंदू जीवन शैली का हिस्सा है यह शायद सेनगुप्ता भूल गए हैं. दूसरी तरफ, बंगाल, असम बिहार जैसे इलाके हैं जहां मांसाहार, खासकर मछली खाने का रिवाज है. तो अगर सेनगुप्ता इनकी तरफ थोड़ा इशारा कर पाते तो किताब गहरी बन जाती. फिर भी, हिंदू धर्म पर व्यापक और अलग नजरिए वाले इस काम के लिए सेनगुप्ता वाकई बधाई के हकदार हैं. वो भी बिना किसी अनावश्यक टीका-टिप्पणी के वैज्ञानिक तथ्यों के साथ अपनी बात कह जाते हैं. मदन सोनी ने किताब में ऊंचे दरजे का अनुवाद किया है. किताबः हिंदू होने का अर्थः प्राचीन आस्था, नई दुनिया और आप पृष्ठ संख्याः 182 कीमतः 250 रुपए प्रकाशकः मंजुल पब्लिशिंग हाउस ***
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चौथे संस्करण में खेल सकते हैं।  गांगुली सहित कई खिलाड़ियों के लिए बेंगलुरु में सम्पन्न हुए 8-9 जनवरी को नीलामी प्रक्रिया में किसी भी आईपीएल फ्रेंचाइजी टीम मालिकों ने बोली नहीं लगाई। वेबसाइट 'क्रिक इंफो डॉट कॉम' के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल फ्रेंचाइजी को एक पत्र लिखकर उनसे पूछा है कि उन्हें नीलामी में नहीं बिक पाए खिलाड़ियों के साथ टीमों के करार पर कोई आपत्ति तो नहीं है। पत्र में विशेष तौर पर गांगुली का जिक्र किया गया है जिन्हें खरीदने में टीमों ने दिलचस्पी दिखाई है। इसके अलावा इनमें दो अन्य भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर और तेज गेंदबाज वीआरवी सिंह का जिक्र किया गया है जिनको नीलामी प्रक्रिया के दौरान कोई खरीदार नहीं मिला था। आईपीएल के मौजूदा नियमों के मुताबिक नीलामी प्रक्रिया में नहीं बिक पाए खिलाड़ियों के साथ करार नहीं किया जा सकता। बीसीसीआई के पत्र का जवाब देने के लिए फ्रेंचाइजी को तीन फरवरी तक का समय दिया गया है। इस मुद्दे पर आईपीएल की संचालन परिषद के चार फरवरी को होने वाली बैठक में फैसला आने की उम्मीद है। गांगुली आईपीएल के पिछले तीन संस्करणों में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेले थे।
वैद्य ने कहा कि भारत दृढ़तापूर्वक डटा रहा और इसके फलस्वरूप चीन को अपने स्थान से वापस होना पड़ा. वैद्य ने कहा कि यह भी चर्चा की गयी कि किस प्रकार भारत की स्थिति को मजबूत बनाया जाए क्योंकि विश्व तेजी से बदल रहा है और एशिया के घटनाक्रम केंद्र में हैं.टिप्पणियां उन्होंने कहा कि आर्थिक नीति से संबंधित मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई तथा संघ से जुड़े संगठनों ने भी आज समाप्त हुई तीन दिवसीय बैठक में अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले से देश को लंबे समय में फायदा होगा. यह पहला मौका है जब संघ के एक शीर्ष पदाधिकारी ने स्पष्ट रूप से नोटबंदी का समर्थन किया है.सस्ते चीनी उत्पादों के आयात के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आरएसएस विदेशी उत्पादों के बहिष्कार में स्वदेशी जागरण मंच का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव या सरकार के कामकाज के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई. बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भाग लिया. (इनपुट्स : भाषा से)(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि आर्थिक नीति से संबंधित मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई तथा संघ से जुड़े संगठनों ने भी आज समाप्त हुई तीन दिवसीय बैठक में अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले से देश को लंबे समय में फायदा होगा. यह पहला मौका है जब संघ के एक शीर्ष पदाधिकारी ने स्पष्ट रूप से नोटबंदी का समर्थन किया है. सस्ते चीनी उत्पादों के आयात के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आरएसएस विदेशी उत्पादों के बहिष्कार में स्वदेशी जागरण मंच का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव या सरकार के कामकाज के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई. बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भाग लिया. (इनपुट्स : भाषा से) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भारतीय जोड़ी लिएंडर पेस और महेश भूपति ने ओलंपिक खेलों का अपना पहला मैच जीत लिया है. इंडियन एक्सप्रेस के नाम से विख्यात ली-हेस की जोड़ी ने फ्रांस के गेल मॉन्फिल्स और गाइल्स सिमोन की जोड़ी को सीधे सेटों में 6-3,6-3 से मात दी. दोनों ने ये मुकाबला जीतने में एक घंटे से भी कम का समय लिया. पहले सेट में भारतीय खिलाड़ियों ने फ़्रांसीसी जोड़ी की सर्विस तोड़ी और 3-1 से बढ़त ली और इसे बरकरार रखते हुए सेट 6-3 से जीत लिया. दूसरे सेट में दोनों टीमें 3-3 से बराबर थीं. लेकिन भारतीय जोड़ी ने फिर सर्विस तोड़ी और 4-3 से आगे हो गई. पेस ने अपनी सर्विस बरकरार रखी और स्कोर 5-3 हो गया. दूसरा सेट उन्होंने 6-3, 6-3 से जीत कर दूसरे दौर में जगह बना ली. जीत के बाद लिएंडर पेस ने कहा कि देखने में भले ही मैच आसान लग रहा हो लेकिन उन्हें काफ़ी मेहनत करनी पड़ी. लिएंडर पेस 1996 के अटलांटा ओलंपिक के एकल टेनिस प्रतियोगिता में काँस्य पदक जीत चुके हैं. हालांकि यह जोड़ी बहुत दिनों बाद एक साथ खेल रही है. लेकिन उम्मीद है कि कभी युगल प्रतिस्पर्धा के शिखर पर रही यह जोड़ी ओलंपिक से पदक लेकर लौटेगी.
शायद यह जानकार आपको थोड़ा ताज्‍जुब हो कि ‘ड्रीमगर्ल’ के लिए अपने पति धर्मेन्द्र को निर्देशित करना काफी चुनौती भरा काम रहा. फोटो गैलरी: सौंदर्य और अभिनय का संगम 'हेमा' हेमा मालिनी और धर्मेन्द्र ने एक साथ कई हिट फिल्मों में काम किया है और फिल्मी पर्दे पर इनकी जोड़ी काफी चर्चित भी रही है. हेमा मालिनी आगामी फिल्म ‘टेल मी ओ खुदा’ में ऐशा देओल और धमेंद्र को निर्देशित कर रही हैं. बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्‍चन पर विशेष इस अदाकारा का कहना है, ‘‘ऋषि कपूर, विनोद खन्ना और फारुख शेख जैसे दिग्गज मेरी फिल्मों में रहे हैं, लेकिन धमेंद्र को निर्देशित करना वाकई मुश्किल रहा.’’ बातचीत में हेमा कहती हैं, ‘‘शॉट देने से पहले वह कई तरह के सवाल पूछा करते हैं, जिससे मैंने काफी तैयारियां कीं. वे काफी समर्पित अभिनेता हैं और कभी-कभी सीन के प्रति उनका समर्पण देखते बनता है, जिससे शॉट को आप खत्म नहीं कर पाते हैं.’’ इस फिल्म में हेमा ने धर्मेन्द्र को एक नये अंदाज में पेश किया है. फिल्म में धर्मेंद्र के बाहों पर टैटू दिखाई देंगे. हेमा ने बताया कि धर्मेन्द्र ने इस फिल्म में गांव के एक गुंडे की भूमिका अदा की है. पहली बार उन्होंने अपने लुक के साथ प्रयोग किया है. उनके इस नये अंदाज के पीछे ईश की भूमिका है और लोगों ने उन्हें इसके लिए बधाई दी है. हेमा मालिनी इन दिनों अपनी फिल्म के प्रचार के लिए राजधानी आई हुई हैं. उनकी फिल्म 27 अक्तूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी. शाहरुख खान की ‘रा-वन’ भी इसी समय प्रदर्शित होगी.
इंटरनेट ट्रेंड पर जारी वेंचर कैपिटलिस्ट मेरी मीकर के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पता चलता है कि दुनिया में इंटरनेट और स्मार्टफोन यूजर्स की तादाद घट रही है. वहीं भारत में जबरदस्त उछाल आ रहा है. साभार: newsflicks.com
जापान की सीमा से लगे रूस के प्रशांत क्षेत्र के अधिकारियों का कहना है कि वह फुकुशिमा से फैल रहे परमाणु विकीरण के खौफ को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। रूसी मीडिया के अनुसार रूसी नागरिक आयोडीन वाइन और वोदका खरीदने में लगे हैं। उन्हें लगता है कि ये सामग्री विकीरण से उनकी रक्षा करेगा। प्रिमोरस्की क्षेत्र में आपात मामलों के प्रवक्ता ओलगा शेखोवत्सेवा ने बुधवार को कहा कि आयोडीन चेहरे पर लगाने वाले मास्क और विकीरण की मात्रा मापने वाली मीटरों के विक्रेता ब्रिकी बढ़ाने के लिए खौफ फैला रहे हैं। शखलिन द्वीप में आपात मामलों के प्रवक्ता अलेक्जेन्डर इवेलस्की ने बताया कि लगातार हवा और पानी की जांच की जा रही है और उससे लगता है कि कोई विकीरण का खतरा नहीं है। रूस में मौसम विभाग ने कहा कि जापान के सुनामी प्रभावित फुकुशिमा परमाणु संयत्र से फैल रही प्रदूषित हवा रूस के बाहर से गुजर जाएगी।
फोर्ब्‍स ने 30 अंडर 30 एशिया की लिस्‍ट जारी कर दी है. इसमें कई महिलाओं को जगह मिली है. भारतीय अभिनेत्री आलिया भट्ट को टॉप सेलिब्रिटीज की लिस्‍ट में स्‍थान मिला है. पाइनर वुमेन की भी एक लिस्‍ट जारी की गई है. इसमें भारत की ओर से क्रिस्‍टीन कगेत्‍सु, दीपा कर्माकर, साक्षी मलिक, रिचा सिंह, लीजा वोन रेबेनाऊ का नाम शामिल है. फोर्ब्‍स की लिस्ट में टॉप 10 अमीर भारतीय फोर्ब्‍स की 30 अंडर 30 लिस्‍ट में जिन महिलाओं को पाइनर वुमेन लिस्‍ट में रखा गया है, वे हैं- मालदीव्‍स की सफाथ अहमद जहीर, हॉन्‍गकॉन्‍ग की चान यूएनतिंग, दक्षिण कोरिया की चो सोदाम, दक्षिण कारिया की चोई मिसुन, सिंगापुर का ग्रुप फ्रीडम कप्‍स (जोएने परनजो‍थी, रेबेका परनजोथी, वेनेसा परनजोथी), चीन की फू युआनहुई, थाईलैंड की अरिया जुतानूगर्न, भारत की क्रिस्‍टीन कगेत्‍सु, भारत की दीपा कर्माकर, बांग्‍लादेश की शौगत नाजबीन खान, दक्षिण कोरिया की किम हुन जुंग, ऑस्‍ट्रेलिया की विकी ले, दक्षिण कोरिया की ली जिसू, चीन की लियू वेन, भारत की साक्षी मलिक, मलयेशिया की नीलोफा, म्‍यंमार की सैंडी सीन थीन, भारत की तृशा शेट्टी, भारत की रिचा सिंह, अफगानिस्‍तान की पेराडाइज सौरोरी, वियतनाम की सुबोल, जापान की मारिया सुरुओका और भारत की लीजा वोन रेबेनाऊ शामिल हैं.
बिग बॉस 12 की विनर दीपिका कक्कड़ इब्राहिम जल्द ही नए प्रोजेक्ट के साथ स्मॉल स्क्रीन पर वापसी करने वाली हैं. वे संदीप सिकंद (Sandiip Sikcand) के फिक्शन शो में काम कर दर्शकों को एंटरटेन करेंगी. ये एक परंपरागत लव स्टोरी होगी, जिसमें वे करण ग्रोवर के साथ नजर आएंगी. मजेदार बात ये है कि संदीप ने दीपिका कक्कड़ को बिग बॉस हाउस में जाने से पहले शो के लिए अप्रोच किया था. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, टीवी रियलिटी से बाहर आने के बाद दीपिका प्रोड्यूसर से संपर्क करना चाहती थीं. मगर उन्हें लगा कि अब तक कास्ट फाइनल हो चुकी होगी. हालांकि अंत में दोनों इस प्रोजेक्ट के लिए साथ आ गए हैं. इस बारे में अभी दीपिका और संदीप की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. View this post on Instagram life is beautiful... if u look at it beautifully ❤️ A post shared by Dipika (@ms.dipika) on Feb 2, 2019 at 9:19am PST View this post on Instagram you look the best... when u wear what your heart loves...because thats what makes your soul feel beautiful!!!! #loveforethnicwear A post shared by Dipika (@ms.dipika) on Jan 30, 2019 at 7:52am PST प्रोजेक्ट से जुड़े सूत्रों के अनुसार, ''ये शो ऐसे दो लोगों की प्रेम कहानी पर आधारित है, जो अपने प्यार को दूसरा मौका देना चाहते हैं. ससुराल सिमर का में बहू का रोल करने के बाद इस शो में दीपिका कक्कड़ इब्राहिम अलग अवतार में नजर आएंगी.'' बता दें कि दीपिका कक्कड़ ने अपने करियर की शुरुआत ''नीर भरे तेरे नैना देवी'' से की थी. लेकिन उन्हें पॉपुलैरिटी कलर्स के हिट शो ''ससुराल सिमर का'' से मिली. ये सीरियल लंबे वक्त तक दर्शकों की फेवरेट लिस्ट में शुमार रहा. बाद में उन्होंने टीवी शो छोड़ दिया था. बिग बॉस जैसे बड़े मंच ने उनकी लोकप्रियता बढ़ाई. शो की विनर बनने से दीपिका काफी खुश हैं. View this post on Instagram “PYAR DOSTI HAI” Jab tak wo mere sabse achche dost nahi ban jaate main unse pyar kar hi nahi sakti.. . . . . P.s:~ filmy pati ka Asar 🙈😋 A post shared by Dipika (@ms.dipika) on Jan 28, 2019 at 11:38pm PST View this post on Instagram At @timsr.mu for their annual fest looking forward for funfilled evening.. 😍 @shoaib2087 #eventtime A post shared by Dipika (@ms.dipika) on Jan 23, 2019 at 6:27am PST उन्होंने बिग बॉस में अपने शालीन और सभ्य व्यवहार की वजह से लोगों का दिल जीता. घर में दीपिका की श्रीसंत संग बॉन्डिंग बनी. दोनों के बीच भाई-बहन का रिश्ता बना. शो से निकलने के बाद भी उनका रिश्ता बरकरार है.
RBI Introduces 50 banknote in Mahatma Gandhi (New) Serieshttps://t.co/noOQEBvD8R
म्यामां की सीमा से लगे दक्षिण-पश्चिम चीन के युन्नान प्रांत में 5.8 की तीव्रता वाले भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या 25 हो गई है। प्रांत के नागरिक मामलों के विभाग ने एक बयान में बताया कि अभी तक 250 लोग घायल हुए हैं और इनमें से 134 लोगों की स्थिति गंभीर है। सरकारी शिन्हुआ संवाद समिति ने खबर दी है कि नेशनल कमिटी ऑफ डिजास्टर रिडक्शन, मिनिस्ट्री ऑफ सिविल अफेयर्स और युनान की प्रांतीय सरकार ने भूकंप प्रभावित क्षेत्र में 9700 टेंट, 15 हजार कंबल, 15 हजार कपड़े और अन्य राहत सामग्री भेजी है। प्रांतीय सरकार के प्रेस कार्यालय में निदेशक झाओ युनशान ने कहा कि म्यामां की सीमा के नजदीक के प्रांत में आए भूकंप के कारण 1264 घर या अपार्टमेंट ढह गए और 17658 घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। नागरिक मामलों के मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि 1,27,100 लोगों को निकालकर नजदीक के शिविरों में पहुंचाया गया है। भूकंप में तबाह हुए लामेंग गांव के 80 फीसदी से ज्यादा घर ढह गए। यह गांव भूकंप का केंद्र था। झाओ ने कहा कि बहरहाल गांव में किसी के गंभीर रूप से घायल होने की खबर नहीं है। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि लोग मलबे के नीचे दब गए और एक सुपर मार्केट एवं एक होटल का बड़ा हिस्सा मलबे में बदल गया। भूकंप के कारण यिंगजियांग में बिजली बाधित हो गई लेकिन दूरसंचार सेवाएं प्रभावित नहीं हुईं। यहां की आबादी तीन लाख है।
मधु ने अपने बयान में कहा था कि मैं उसकी (प्रियंका) तरफ से विनम्रता के साथ यह अवार्ड स्वीकार करती हूं. मुझे ऐसी संतान की मां होने पर गर्व है जो करुणामयी और दयालु है, वह इस बात की मिसाल है कि जितान ज्यादा आप देते हैं, उतना ही ज्यादा आप पाते हैं.
मुंबई में एक बुजुर्ग शख्स के साथ ऐसा धोखा हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. मुंबई के मलाड में रहने वाले 65 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति ने एक छोटी सी गलती कर दी और उन्हें 46 लाख रुपये का चूना लग गया. mid-day की खबर के मुताबिक, एक ऑनलाइन डेट के पीछे महिला ने उनको लाखों का चूना लगा दिया. वो सीधे पुलिस के पास पहुंचे. उन्होंने पुलिस को कहा- मैं एक वेबसाइट पर गया. जहां मुझे एक टैब नजर आया. वो ऑनलाइन डेट साइट थी. मैंने मनोरंजन के लिए क्लिक कर दिया. वहीं मुझसे रजिस्ट्रेशन के लिए कहा गया. रजिस्ट्रेशन पूरा करने के बाद मुझे एक महिला का कॉल आया जिसका नाम मीरा था. बुजुर्ग ने आगे की बात करते हुए कहा- 'मीरा ने मुझे तीन लड़कियों की फोटो भेजीं और कोई एक को चुनने को कहा. जब मैं एक लड़की को चुना तो उसने मुझसे लड़की से मिलने के लिए 25,500 रुपये मांगे. जिसके बाद मैं एक साल के लिए लड़की को डेट कर सकता था.' पुलिस की जांच में शख्स ने बताया की लड़की ने और भी कई चीजों के लिए पैसे लिए थे. उन्होंने पुलिस को बताया- 'कॉन्फिडेंशियल एग्रीमेंट, वीडियो कॉल इंश्योरेंस और बाकी सब मिलाकर मुझे 46 लाख रुपये लिए गए. पूरा पैसा जमा करने के बाद लड़की रोजी ने कॉल लगाना और उठाना बंद कर दिया.' 5 मई को मुंबई के शख्स ने 85,500 रुपये प्राइवेसी फी, 1.75 लाख रुपये वीडियो कॉल इंश्योरेंस, 2.85 लाख रुपये लड़की के साथ साल-भर के कॉन्ट्रेक्ट और 5.5 लाख रुपये प्रोफाइल वेरिफिकेशन के रूप में दी. यही नहीं 7 मई को शख्स ने 26.5 लाख रुपये प्रीमियर मेंबरशिप के लिए और 50 हजार रुपये एक्ट्रा चार्जेज के रूप में दिए. जिसके बाद उनको रोजी नाम की लड़की से बात कराई गई. लड़की का नंबर मिलने के बाद उनसे 7.85 लाख रुपये होल्डिंग चार्जेज के रूप में मांगे. 46 लाख रुपये लेने के बाद मीरा और रोजी ने कॉल करना बंद कर दिया. जिसके बाद 65 वर्षीय बुजुर्ग टेंशन में आ गए.  जिसके बाद शख्स ने वेबसाइट पर देखा कि कई लोगों ने कमेंट में गलत बातें लिखीं थी. जिसके बाद पैसे वापस मांगने के लिए मीरा और रोजी को कॉल लगाते रहे. लेकिन बात नहीं हो पाई. आखिरकार 29 मार्च 2019 को एफआईआर दर्ज की गई.  कुरार पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर उदयकुमार राजशिरखे ने कहा- 'हमने अज्ञात व्यक्ति पर केस दर्ज कर लिया गया है. जिसने 46 लाख रुपये की ठगी की. हम कॉल डिटेल्स की जांच कर रहे हैं. हम लोगों से आग्रह करना चाहते हैं कि ऐसे साइट्स से बचकर रहें.'
अन्तःशिरा चिकित्सा (Intravenous therapy) का अर्थ है, द्रव पदार्थों को सीधे शिराओं में प्रविष्ट कराकर चिकित्सा करना। इन्ट्रावेनस (IV) का अर्थ है- शिरा के भीतर। इसे सामान्यतः 'ड्रिप' भी कहते हैं। इसका महत्त्व इसलिये हैं कि किसी तरल या औषधि को शरीर के विभिन्न भागों में पहुँचाने के लिये उसे शिराओं में डाल देना सबसे तेज और कारगर रास्ता है। उदाहरण के लिये अन्तःशिरा चिकित्सा का उपयोग निर्जलीकरण (डी-हाइड्रेशन) होने पर शरीर में शीघातिशीघ्र तरल भेजने के लिये , शरीर में विद्युत-अपघट्य की कमी को पूरा करने के लिये, दवाएँ देने के लिये और रक्ताधान के लिये किया जाता है। बाहरी कड़ियाँ IVTEAM.com IV-Therapy.net , Intravenous Therapy. चिकित्सा
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले की सीमा से लगे तेहाता में बुधवार को हुई हिंसा में एक व्यक्ति मारा गया जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इस व्यक्ति की मौत पुलिस की गोलीबारी में हुई है। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है कि क्या पुलिस ने कृष्णानगर-करीमपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित पीडब्ल्यूडी मोड़ पर सड़क जाम करने वाली भीड़ पर गोली चलाई।टिप्पणियां ये लोग अपनी पसंद की जगह पर जगधारी पूजा करने की पुलिस से इजाजत नहीं मिलने के विरोध में सड़क जाम कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में आग लगा दी और यहां पहुंचे पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके। राज्य सचिवालय में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव गृह सचिव, पुलिस महानिरीक्षक समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तेहाता की स्थिति की समीक्षा की। सरकार की ओर से अभी घटना की कोई जानकारी नहीं दी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि इस व्यक्ति की मौत पुलिस की गोलीबारी में हुई है। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है कि क्या पुलिस ने कृष्णानगर-करीमपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित पीडब्ल्यूडी मोड़ पर सड़क जाम करने वाली भीड़ पर गोली चलाई।टिप्पणियां ये लोग अपनी पसंद की जगह पर जगधारी पूजा करने की पुलिस से इजाजत नहीं मिलने के विरोध में सड़क जाम कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में आग लगा दी और यहां पहुंचे पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके। राज्य सचिवालय में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव गृह सचिव, पुलिस महानिरीक्षक समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तेहाता की स्थिति की समीक्षा की। सरकार की ओर से अभी घटना की कोई जानकारी नहीं दी गई है। ये लोग अपनी पसंद की जगह पर जगधारी पूजा करने की पुलिस से इजाजत नहीं मिलने के विरोध में सड़क जाम कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में आग लगा दी और यहां पहुंचे पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके। राज्य सचिवालय में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव गृह सचिव, पुलिस महानिरीक्षक समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तेहाता की स्थिति की समीक्षा की। सरकार की ओर से अभी घटना की कोई जानकारी नहीं दी गई है। राज्य सचिवालय में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्य सचिव गृह सचिव, पुलिस महानिरीक्षक समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तेहाता की स्थिति की समीक्षा की। सरकार की ओर से अभी घटना की कोई जानकारी नहीं दी गई है।
झारखंड के जमशेदपुर में एक शख्स ने जानपर खेलकर चिड़ियाघर में बाघ के पिंजरे में घुसकर बाघ के बच्चे को चुराने की कोशिश की।टिप्पणियां हैरत की बात यह है कि बाघ ने इसे सिर्फ घायल ही किया मारा नहीं। लेकिन, अब जांच यह हो रही है कि यह शख्स इस पिंजरे में घुसने में कामयाब कैसे हुआ। अधिकारी जांच में जुट गए हैं। हैरत की बात यह है कि बाघ ने इसे सिर्फ घायल ही किया मारा नहीं। लेकिन, अब जांच यह हो रही है कि यह शख्स इस पिंजरे में घुसने में कामयाब कैसे हुआ। अधिकारी जांच में जुट गए हैं। अधिकारी जांच में जुट गए हैं।
यह एक लेख है: ब्राजील की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के करिश्माई स्ट्राइकर नेमार ने यह कहते हुए सबको चौंका दिया है कि स्पेन और जर्मनी की टीमें उनकी टीम से कहीं बेहतर हैं। नेमार ने ब्राजीली टीम की अभ्यास शैली और अभ्यास के दौरान खिलाड़ियों की गंभीरता पर भी सवाल खड़े किए। नेमार के मुताबिक यूरोप के क्लब और देश अभ्यास के दौरान काफी संजीदा रहते हैं लेकिन ब्राजील में अभ्यास को गंभीरता से नहीं लिया जाता। स्पेन के क्लब बार्सिलोना के लिए पेशेवर लीग में खेलने वाले नेमार ने कहा, "हमें स्पेन और जर्मनी की बराबरी करने के लिए और अधिक मेहनत करने की जरूरत है। ये टीमें हमसे कहीं बेहतर हैं। हमें यह स्वीकार करना होगा। शैली और समर्पण के मामले में हम इन दो यूरोपीय टीमों से काफी पीछे हो गए हैं।" नेमार के मुताबिक विश्व कप सेमीफाइनल में जर्मनी के हाथों 1-7 की करारी हार भी इसी का नतीजा है। नेमार ने कहा, "हम अभ्यास सत्र को गंभीरता से नहीं लेते लेकिन यूरोप में अभ्यास के दौरान काफी सजीवता दिखती है।" नेमार ने कहा, "यूरोप में हर अभ्यास सत्र को गंभीरता से लिया जाता है लेकिन ब्राजील में यह बिल्कुल अलग काम है। हम अभी अभ्यास करते हैं लेकिन उसमें गंभीरता और समर्पण की कमी होती है।"
लिहाज़ा, इन बयानों और सबूतों के आधार पर हाईकोर्ट ने कहा है कि यह सबूत यह दर्शाने के लिए काफी हैं कि वहां महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, बलात्‍कार हुआ. अब एसआईटी अपने प्रयासों को तेज करते हुए आरोपियों को जल्‍द से जल्‍द गिरफ्तार करे. मामले की अगली सुनवाई 28 फरवरी तय की गई है.
मुहम्मद अकबर (१६५३-१७०४ ई.) औरंगजेब का चौथा पुत्र था और 'अकबर द्वितीय' के नाम से इतिहास में जाना जाता है। उसने अपने पिता औरंगजेब के विरुद्ध विद्रोह कर सम्राट बनने की कोशिश की जिसमें उसे सफलता नहीं मिली। सन् १६७८ में पश्चिमोत्तर भारत के अंतर्गत जमरूद नामक स्थान पर जोधपुर के महाराजा यशवंत सिंह की मृत्यु हो गई। औरंगजेब ने तत्काल महाराजा के राज्य पर कब्जा किया और उनके बालक पुत्र अजीत सिंह को उसकी माँ के साथ शाही हरम में कैद कर लिया। स्वयं औरंगजेब अजमेर पहुँचा और जिजिया लागू कर दिया। इसी बीच दुर्गादास राठौर लड़-भिड़कर अजीत सिंह और महारानी को दिल्ली से निकाल लाया। उधर अपनी संशयालु प्रकृति के कारण औरंगजेब ने अकबर को चित्तौड़ की सूबेदारी से हटाकर मारवाड़ भेज दिया। इससे क्षुब्ध अकबर ने महाराणा जयसिंह और दुर्गादास से मिलकर स्वयं को मुगल सम्राट घोषित किया और मुगल साम्राज्य पर कब्जा करने के इरादे से अजमेर की तरफ बढ़ा। औरंगजेब तत्काल इस स्थिति में नहीं था कि वह अकबर की ७० हजार सेना से टक्कर ले सकता। अत उसने धोखाधड़ी भरा एक पत्र अकबर के नाम लिखा और योजनानुसार उसे राजपूतों के हाथों पड़ जाने दिया। पत्र पाकर राजपूत शंकित हो उठे और उन्होंने अकबर का साथ छोड़ दिया। विवश अकबर को युद्धविरत होना पड़ा। कुछ समय उपरांत पत्र का रहस्य खुल जाने पर दुर्गादास स्वयं अकबर से मिला और मई, १६८१ में सुरक्षित उसे दक्षिण भारत पहुँचा दिया, जहाँ वह एक वर्ष से अधिक शिवाजी के पुत्र संभाजीमहाराज (शंभुजी) के दरबार में रहा। पश्चात् अकबर फारस चला गया। वहाँ सन् १७०४ में उसकी मृत्यु हो गई। बाहरी कड़ियाँ Genealogy of Dilrus Bano Family sketch मुगल राजकुमार
अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) ने शुक्रवार को एड्स के एक नए उपचार को मंजूरी दे दी। अब एड्स पीड़ित मरीजों को एचआईवी की रोकथाम के लिए अन्य दवाओं के साथ यह उपचार भी दिया जा सकेगा। नया उपचार एचआईवी वायरस में प्रजनन रोकेगा। समाचार एजेंसी ईएफई के मुताबिक जॉनसन एंड जॉनसन ने यह नई दवा टीएमसी 278 विकसित की है। इसे रिलपिविरिन भी कहा जाता है। यह दवा खासतौर पर उन मरीजों के लिए है जिनका एचआईवी का इलाज शुरू न हुआ हो। जॉनसन एंड जॉनसन कम्पनी एडुरेंट नाम से इस दवा का प्रचार-प्रसार कर रही है। इस नई दवा को दो तरह की चिकित्सकीय जांच के बाद मंजूरी दी गई है। यह जांच एड्स का इलाज न लेने वाले 1,368 मरीजों पर की गईं। इस दौरान अलग-अलग मरीजों का रिलपिविरिन या इफैविरेंज और अन्य दवाओं से इलाज किया गया। रिलपिविरिन दवा लेने वाले 83 प्रतिशत मरीजों में वायरस का प्रजनन रुक गया, जबकि इफैविरेंज दवा लेने वाले 80 प्रतिशत मरीजों में ऐसा देखा गया। एडुरेंट दवाएं लेने वाले मरीजों में अवसाद, नींद में कमी, सिरदर्द जैसे दुष्प्रभाव भी देखे गए। एफडीए ने चेतावनी देते हुए कहा है कि एडुरेंट दवाएं एचआईवी संक्रमण से बचाव नहीं करतीं और मरीजों को इसके साथ संक्रमण रोकने लिए हर दिन एक गोली लेने वाला इलाज भी जारी रखना होगा।
द कपिल शर्मा शो के शनिवार के एपिसोड में 83 क्रिकेट वर्ल्ड कप की पूरी टीम नजर आई. सभी खिलाड़ियों ने जमकर मस्ती की और शो पर हंसी के खूब फव्वारे छूटे. खिलाड़ियों के कई सीक्रेट्स भी सामने आए जो फैन्स को पहले कभी मालूम नहीं थे. ऐसा ही एक सीक्रेट रिवील किया पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा ने. यशपाल ने बताया कि यूसुफ भाई (दिलीप कुमार) उनका एक रणजी मैच देखने आए हुए थे. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी लेकिन उन्होंने उस मैच में शानदार पारी खेली. बाद में उन्हें दिलीप कुमार से मिलने के लिए बुलाया गया. यशपाल दिलीप कुमार के बहुत बड़े फैन थे. काफी वक्त बाद उन्हें इस बात का पता चला कि दिलीप कुमार ने ही उनका नाम BCCI को सुझाया था. Tonight, its the big league on #TheKapilSharmaShow on @SonyTV at 9:30 PM! Catch the 1983 Cricket World Cup Winning Team #1983OnKapilSharmaShow @KapilSharmaK9 @therealkapildev @harbhajan_singh @KirtiAzadMP @BeingSalmanKhan #SKTV @deepak30000 @001Danish pic.twitter.com/3Ed1MSuIVn — Banijay Asia (@Banijayasia) March 9, 2019 इस तरह यशपाल को भारतीय क्रिकेट टीम में एंट्री मिल गई और बाद में उन्होंने वर्ल्ड कप के लिए भी क्वालिफाई किया. शो पर कई राज खुले. बातचीत के दौरान सुनील की लाइफ का भी एक सीक्रेट सबके सामने आया. उन्होंने बताया कि शुरू में कुछ लोग उन्हें सुनील 'गोवास्कर' बुलाया करते थे. ऐसा उनके गोवा को लेकर लगाव के चलते था. Each player of the glorious 83 World Team has an interesting nickname! Watch the team relive memories, tell us a few secrets and have a lot of fun on #TheKapilSharmShow , tonight at 9:30 PM. #83WorldCupOnTKSS @KapilSharmaK9 @kikusharda @therealkapildev @harbhajan_singh pic.twitter.com/FLrHyV3ffe — Sony TV (@SonyTV) March 9, 2019 शो के रविवार के एपिसोड में भी यही टीम नजर आएगी और सभी जमकर मस्ती करते नजर आएंगे. बता दें कि इन दिनों एक्टर रणवीर सिंह 83 नाम की एक फिल्म पर काम कर रहे हैं. फिल्म 1983 क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत की जीत की कहानी बयां करेगी. फिल्म में रणवीर कपिल देव का किरदार निभाते नजर आएंगे.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: ओसामा बिन लादेन एक ऐसे अरबपति का नाम था, जिसने विरासत में मिली अरबों रुपये की दौलत से आतंक का साम्राज्य कायम किया। अमेरिका के खिलाफ 9/11 का हमला लादेन (54) के दिमाग और उसकी योजनाओं का ही हिस्सा था। लगातार दो दशक तक वह अमेरिका की पकड़ में आने से बचता रहा। लादेन का जन्म 1957 में सऊदी अरबपति पिता मुहम्मद बिन अवाद बिन लादेन तथा मां येमेनी की संतान के रूप में हुआ था। विरासत में उसे अरबों की दौलत मिली थी। ऐशो-आराम के बीच उसकी परवरिश हुई। लेकिन लादेन जब 10 साल का था, तभी 1967 में उसके पिता की मौत हो गई। इसके बाद 54 बच्चों में सम्पत्ति का बंटवारा हो गया। बताया जाता है कि लादेन के हिस्से में 25-30 करोड़ डॉलर की सम्पत्ति आई। स्कूली शिक्षा के बाद उसने जेद्दा स्थित शाह अब्दुल अजीज विश्वविद्यालय में प्रबंधन तथा अर्थशास्त्र में दाखिला लिया। लेकिन उसकी नियति कुछ और ही थी। 1979 में जब सोवियत संघ ने अफगानिस्तान पर आक्रमण किया तो कम्युनिस्ट ताकतों को मुस्लिम देश से बाहर निकालने के लिए लादेन भी हजारों मुस्लिम युवाओं के साथ जुड़ गया। तब अमेरिका से उसे समर्थन प्राप्त था। लादेन का दावा है कि 1980 में सोवियत सेना से लड़ाई के दौरान उसने एक सोवियत जनरल के हाथों से 'क्लाश्निकोव' राइफल छीन ली, जो फिर कभी उसके कंधे से नहीं उतरी। इसी बीच, पाकिस्तान में उसकी मुलाकात जॉर्डन के मौलवी अब्दुल्ला अज्जाम से हुई और यहां से उसके जीवन की दिशा बदल गई। वह उसका मार्गदर्शक बन बैठा और फिर यहीं से अलकायदा की शुरुआत हुई। अपने पैसे से उसने सऊदी अरब तथा पाकिस्तान में कई मदरसे स्थापित किए, जहां बाद में इस्लामी चरमपंथियों को प्रशिक्षण दिया जाने लगा। वर्ष 1989 में अफगानिस्तान से रूसी सेना की रवानगी के बाद लादेन का सऊदी अरब लौटने पर हीरो की तरह स्वागत हुआ। लेकिन 1990 में इराक द्वारा कुवैत पर आक्रमण के बाद वह सऊदी राजघराने और अमेरिका के खिलाफ हो गया। उसने सऊदी अरब के शाह से हजारों लड़ाकों को संगठित करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्होंने अमेरिका से मदद के लिए हाथ बढ़ाया। लादेन ने इसे इस्लाम की जन्मस्थली पर अमेरिकी सैनिकों को स्थापित करने के प्रयास के रूप में देखा और अमेरिका का शत्रु बन बैठा। तब से वह लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा और अमेरिका को निशाना बनाता रहा।
विशाख जयशंकर प्रसाद के द्वारा रचित एक ऐतिहासिक नाटक है, जिसका प्रकाशन सन् १९२१ ई॰ में भारती भंडार, इलाहाबाद से हुआ था। परिचय 'विशाख' कल्हण द्वारा संस्कृत में रचित सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक ग्रन्थ राजतरंगिणी में वर्णित एक ऐतिहासिक घटना पर अवलम्बित है। स्वयं जयशंकर प्रसाद के विचारानुसार यह घटना ईसापूर्व प्रथम शताब्दी अथवा उससे कुछ और पहले की हो सकती है। तीन अंकों के इस नाटक में प्रथम अंक में ५, द्वितीय में ७ और तृतीय में ५ दृश्य संयोजित हैं। इस नाटक में कश्मीर के राजा नरदेव एक प्रमुख पात्र के रूप में उपस्थापित किये गये हैं। नाटक का नायक विशाख एक स्नातक ब्राह्मण है। इस नाटक में अन्याय और अत्याचारी शासन का व्यापक चित्र है, जिसमें धर्म, धन और सत्ता के बल पर प्रभुत्वकामी नेतृत्व करने वाले लोगों द्वारा सामान्य गरीब जनता का सर्वस्व अपहरण सन्दर्भ के रूप में प्रस्तुत है। इस नाटक में आभूषणप्रियता की निन्दा, सत्याग्रह पर बल, सत्कर्म के प्रति निष्ठा, आत्मसम्मान की मूल्यवत्ता तथा स्वराज्य की प्रतीकात्मक आवश्यकता पर जिस प्रकार से बल दिया गया है उससे महात्मा गाँधी के विचारों से प्रभावित स्वाधीनता आन्दोलन का स्पष्ट संकेत मिलता है। इन्हें भी देखें जयशंकर प्रसाद सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ पुस्तकें नाटक हिन्दी साहित्य जयशंकर प्रसाद जयशंकर प्रसाद के नाटक
इस तरीके के साथ बनाएं ग्रीन टी को परफेक्ट, देखें वीडियो कैमोमाइल त्वचा के लिए फायदेमंद है ही यह रोगों से लड़ने संबंधित कई गुण मौजूद हैं. कैमोमाइल टी त्वचा को संवारने के साथ तनाव को कम करने, नींद को नियंत्रित करने और पीरियड के दौरान होने वाली ऐंठन को शांत करने में मददगार हो सकती है. लेकिन गंभीर बीमारियों और प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन करने से बचना चाहिए. यहां जाने कैमोमाइल चाय के फायदे... Diabetes: कैसे ग्रीन-टी करती है ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल! जानें ग्रीन-टी के फायदे खाने से जुड़ी ये बुरी आदतें देती हैं कैंसर को बुलावा चेहरे पर चमक लाएंगे ये घरेलू फेस पैक आज ही करें ट्राई नोट: कैमोमाइल चाय का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें. और खबरों के लिए क्लिक करें कैंसर-रोधी दवाओं से किडनी को हुए नुकसान से बचाने में मदद करेगी ग्रीन-टी Winter Diet: चुकंदर को ट्विस्ट देकर बनाएं ये स्वादिष्ट सूप, पढ़ें आसान रेसिपी Banana Benefits: केला खाने के फायदे जानकर आपको नहीं होगा यकीन! जाने केले के कई स्वास्थ्य लाभ Natural Beauty Tips: इन 5 प्राकृतिक चीजों से लाएं चेहरे पर ग्लो, दमकती रहेगी त्वचा! Headache Home Remedies: इन घरेलू नुस्खों से छूं मंतर हो जाएगा सिरदर्द, नहीं होंगे बीमार!
देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शुद्ध लाभ 31 मार्च, 2013 को समाप्त चौथी तिमाही में एक साल पहले इसी अवधि की तुलना में 18.54 प्रतिशत गिरकर 3,299 करोड़ रुपये रहा। ब्याज आय कम रहने से बैंक के मुनाफे में गिरावट आई है। बैंक की ओर से जारी बयान के अनुसार, तिमाही के दौरान उसकी एकल कुल आय बढ़कर 36,331 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्तवर्ष की समान तिमाही में 33,959 करोड़ रुपये थी।टिप्पणियां इस अवधि में बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 4.42 प्रतिशत घटकर 11,591 करोड़ रुपये रह गई। मार्च के अंत तक बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां 51,189 करोड़ रुपये थीं, जो इससे एक साल पहले तक 39,676 करोड़ रुपये थीं। तिमाही के दौरान कुल ऋण पर बैंक का सकल एनपीए बढ़कर 4.75 फीसदी हो गया, जो इससे एक साल पहले 4.44 प्रतिशत था। वहीं मार्च के अंत तक कुल ऋण पर शुद्ध एनपीए 2.10 फीसदी था। समाप्त पूरे वित्तवर्ष में बैंक का शुद्ध लाभ 20 प्रतिशत बढ़कर 14,105 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्तवर्ष में यह 11,707 करोड़ रुपये था। ब्याज आय कम रहने से बैंक के मुनाफे में गिरावट आई है। बैंक की ओर से जारी बयान के अनुसार, तिमाही के दौरान उसकी एकल कुल आय बढ़कर 36,331 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्तवर्ष की समान तिमाही में 33,959 करोड़ रुपये थी।टिप्पणियां इस अवधि में बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 4.42 प्रतिशत घटकर 11,591 करोड़ रुपये रह गई। मार्च के अंत तक बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां 51,189 करोड़ रुपये थीं, जो इससे एक साल पहले तक 39,676 करोड़ रुपये थीं। तिमाही के दौरान कुल ऋण पर बैंक का सकल एनपीए बढ़कर 4.75 फीसदी हो गया, जो इससे एक साल पहले 4.44 प्रतिशत था। वहीं मार्च के अंत तक कुल ऋण पर शुद्ध एनपीए 2.10 फीसदी था। समाप्त पूरे वित्तवर्ष में बैंक का शुद्ध लाभ 20 प्रतिशत बढ़कर 14,105 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्तवर्ष में यह 11,707 करोड़ रुपये था। इस अवधि में बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 4.42 प्रतिशत घटकर 11,591 करोड़ रुपये रह गई। मार्च के अंत तक बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां 51,189 करोड़ रुपये थीं, जो इससे एक साल पहले तक 39,676 करोड़ रुपये थीं। तिमाही के दौरान कुल ऋण पर बैंक का सकल एनपीए बढ़कर 4.75 फीसदी हो गया, जो इससे एक साल पहले 4.44 प्रतिशत था। वहीं मार्च के अंत तक कुल ऋण पर शुद्ध एनपीए 2.10 फीसदी था। समाप्त पूरे वित्तवर्ष में बैंक का शुद्ध लाभ 20 प्रतिशत बढ़कर 14,105 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्तवर्ष में यह 11,707 करोड़ रुपये था। तिमाही के दौरान कुल ऋण पर बैंक का सकल एनपीए बढ़कर 4.75 फीसदी हो गया, जो इससे एक साल पहले 4.44 प्रतिशत था। वहीं मार्च के अंत तक कुल ऋण पर शुद्ध एनपीए 2.10 फीसदी था। समाप्त पूरे वित्तवर्ष में बैंक का शुद्ध लाभ 20 प्रतिशत बढ़कर 14,105 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्तवर्ष में यह 11,707 करोड़ रुपये था।
1972 में, एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने चैपलिन को मानद पुरस्कार की पेशकश की, जिसे रॉबिन्सन एक संकेत के रूप में देखते हैं कि अमेरिका "संशोधन करना चाहता था"। चैपलिन शुरू में स्वीकार करने में झिझक रहे थे लेकिन उन्होंने 20 वर्षों में पहली बार अमेरिका लौटने का फैसला किया। इस यात्रा ने बड़ी मात्रा में प्रेस कवरेज को आकर्षित किया और अकादमी पुरस्कार समारोह में, उन्हें 12 मिनट तक खड़े होकर स्वागत किया गया, जो अकादमी के इतिहास में सबसे लंबा समय था। भावनात्मक रूप से भावुक दिख रहे चैपलिन ने "मोशन पिक्चर्स को इस सदी की कला बनाने में उनके अतुलनीय प्रभाव" के लिए अपना पुरस्कार स्वीकार किया। हालांकि चैपलिन के पास अभी भी भविष्य की फिल्म परियोजनाओं की योजना थी, 1970 के दशक के मध्य तक वह बहुत कमजोर हो गए थे। उन्हें कई और स्ट्रोक का अनुभव हुआ, जिससे उनके लिए संवाद करना मुश्किल हो गया और उन्हें व्हीलचेयर का उपयोग करना पड़ा। उनकी अंतिम परियोजनाएँ एक सचित्र आत्मकथा, माई लाइफ इन पिक्चर्स (1974) को संकलित करना और 1976 में पुनः रिलीज़ के लिए ए वूमन ऑफ़ पेरिस को स्कोर करना था। वह रिचर्ड पैटरसन द्वारा निर्देशित अपने जीवन के बारे में एक वृत्तचित्र, द जेंटलमैन ट्रैम्प (1975) में भी दिखाई दिए। . 1975 के नए साल के सम्मान में, चैपलिन को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया गया था, हालांकि वह घुटनों के बल बैठने में बहुत कमजोर थे और उन्होंने व्हीलचेयर पर बैठकर यह सम्मान प्राप्त किया।
अनिल अंबानी ने दावा किया कि उनके समूह की दो फर्मों रिलायंस इंफ्रा और आरएनआरएल ने सेबी के साथ जांच निस्तारण समझौता स्वेच्छा से किया है और शेयर बाजार नियामक ने इन कंपनियों या उनके निदेशकों पर शेयर बाजार में काम करने की किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं लगाई है। अंबानी ने मीडिया की उन रिपोर्टों को खारिज किया जिसमें कहा गया है कि सेबी ने अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की दो कंपनियों और उनके निदेशकों पर शेयर बाजार में खरीद-फरोख्त करने पर पाबंदी लगा दी है जिसमें खुद अनिल अंबानी भी एक हैं। अंबानी ने कहा, सेबी ने रिलायंस इंफ्रा, आरएनआरएल, अनिल अंबानी एवं अन्य निदेशकों के खिलाफ शेयर बाजार में कारोबार करने पर पाबंदी नहीं लगाई है। उन्होंने कहा, सेबी ने एडीएजी की किसी भी कंपनी या व्यक्ति द्वारा इक्विटी या ऋण संसाधन जुटाए जाने पर कोई पाबंदी नहीं लगाई है। मामले को स्वेच्छा से निपटा लिया गया है। अंबानी का स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है जब सेबी ने रिलायंस इंफ्रा और आरएनआरएल द्वारा विदेशी निवेश संबंधी नियामों के उल्लंघन और व्यापार में अनुचित व्यापार व्यवहार के आरोपों की जांच के निस्तारण के लिए गत शुक्रवार को कुछ शर्तों के साथ एक सहमति-आदेश पारित किया।
आम आदमी पार्टी में उठा तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को बाहर का रास्ता दिखाकर विवादों में घिरे पार्टी हाईकमान को अब एक बड़ा झटका लगा है. हरियाणा में पार्टी कार्यकारिणी के 7 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है. 10 सदस्यीय कार्यकारिणी से पार्टी के हरियाणा संयोजक डॉ. आशावंत के समेत 7 लोगों के इस्तीफे ने आप में नई हलचल पैदा कर दी है. ये सभी लोग नरेश बालियान को राज्य का नया प्रभारी घोषित करने का विरोध कर रहे थे. AAP के स्टेट सेक्रेटरी परमजीत सिंह और मुख्य प्रवक्ता राजीव गोदारा ने खुलेआम इस फैसले का विरोध किया था, लेकिन पार्टी आलाकमान ने उनकी एक नहीं सुनी. रविवार से चल रहा ये विरोध गुरुवार को इस्तीफे के साथ नए मोड़ पर पहुंच गया है.
झारखंड हाईकोर्ट ने महाराष्‍ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे की उस याचिका पर 14 नवंबर तक के लिए सुनवाई टाल दी है, जिसमें उन्‍होंने निचली अदालत द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट पर रोक लगाने की मांग की है. उनके खिलाफ छठ पर्व को लेकर लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप है. राज ठाकरे के वकील नीरज राय ने बताया कि जस्टिस बी. के. सिंह की एकल खंडपीठ ने इस मामले की सुनवाई के लिए 14 नवंबर की तारीख मुकर्रर की है. गत 30 सितंबर को जमशेदपुर की एक अदालत ने राज ठाकरे के खिलाफ गैरजमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. इसके खिलाफ उन्‍होंने झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. गौरतलब है कि जमशेदपुर के एक वकील हामिद रजा ने गत 2 फरवरी को राज ठाकरे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. राज पर आरोप है कि उन्‍होंने छठ पूजा के बारे में अनर्गल बयान दिया है
कानपुर में बीजेपी युवा मोर्चा के नेता विराट भदौरिया ने एक होटल के वेटर को गोली मार दी। इस वेटर का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने नेतीजी को गाड़ी में खाना पहुंचाने से मना कर दिया था। इस बात को नेताजी ने अपनी इज्जत पर ले लिया और वेटर को गोली मार दी। यह हादसा कानपुर के घंटाघर चौराहे पर स्थित नीलम होटल में हुआ। घायल वेटर को कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले गुजरात में भी एक कांग्रेसी नेता ने टोल बूथ पर महज आईकार्ड मांगने पर अपनी बंदूक लहरा दी थी। इस बात को नेताजी ने अपनी इज्जत पर ले लिया और वेटर को गोली मार दी। यह हादसा कानपुर के घंटाघर चौराहे पर स्थित नीलम होटल में हुआ। घायल वेटर को कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले गुजरात में भी एक कांग्रेसी नेता ने टोल बूथ पर महज आईकार्ड मांगने पर अपनी बंदूक लहरा दी थी।
अपने लंबे प्रवास और सौंदर्य मूल्य के कारण छत्र प्रजाति का एक उदाहरण मोनार्क तितली है। सम्राट कई पारिस्थितिक तंत्रों को कवर करते हुए पूरे उत्तरी अमेरिका में प्रवास करता है और इसलिए अस्तित्व के लिए एक बड़े क्षेत्र की आवश्यकता होती है। मोनार्क तितली को प्रदान की गई कोई भी सुरक्षा एक ही समय में कई अन्य प्रजातियों और आवासों पर छा जाएगी। एक छाता प्रजाति को अक्सर प्रमुख प्रजातियों के रूप में उपयोग किया जाता है, जो विशाल पांडा, ब्लू व्हेल, बाघ, पहाड़ी गोरिल्ला और मोनार्क तितली जैसी प्रजातियां हैं, जो जनता का ध्यान आकर्षित करती हैं और संरक्षण उपायों के लिए समर्थन आकर्षित करती हैं। हालाँकि, विरोधाभासी रूप से, प्रमुख प्रजातियों के प्रति संरक्षण पूर्वाग्रह कभी-कभी मुख्य चिंता की अन्य प्रजातियों के लिए ख़तरा बन जाता है।
कर्नाटक की राजनीति में टीपू सुल्तान के बाद मुगल शासक और स्वतंत्रता सेनानी बहादुर शाह जफर ने एंट्री ली है. बीजेपी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए उन्हें कांग्रेस का बहादुर शाह जफर बता दिया है. यही नहीं बीजेपी ने राहुल गांधी पर हमले के साथ कर्नाटक चुनाव नतीजों की भी घोषणा कर दी है. पार्टी ने अपने ट्वीट में कहा है कि इस चुनाव में कांग्रेस की हार राहुल गांधी की सियासत के लिए आखिरी प्रहार साबित होगी. बीजेपी ने लिखा है, 'राहुल गांधी के साथ कांग्रेस पार्टी भी डूब जाएगी. मुगल वंश की तरह, हमेशा के लिए...' दरअसल बीजेपी का ये ट्वीट कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के उस ट्वीट के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि राज्य के युवा राहुल गांधी का सम्मान करते हैं और कांग्रेस अध्यक्ष का राज्य के युवाओं पर काफी प्रभाव है. इससे पहले कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आसाराम को हथियार बनाकर हमला किया था, और आसाराम के साथ मोदी की तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे. दिलचस्प बात ये है कि बीजेपी ने राहुल गांधी को भले ही बहादुर शाह जफर बताकर मुगल वंश और कांग्रेस को एक तराजू में रख दिया है. लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2017 में म्यांमार दौरे के समय अंतिम मुगल शासक की मजार पर जाकर फूल-माला अर्पित कर चुके हैं. At the Mazar of Bahadur Shah Zafar. pic.twitter.com/xUPubNo6s0 — Narendra Modi (@narendramodi) September 7, 2017 राम नाईक भी जफर की दरगाह पर चढ़ा चुके हैं फूल यही नहीं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक भी म्यांमार स्थित बहादुर शाह जफर की दरगाह पर फूल चढ़ाकर उन्हें अपनी और देश की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित कर चुके हैं. अंग्रेजी हुकूमत ने दिल्ली के आखिरी बादशाह बहादुर शाह जफर को देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में सैनिकों का नेतृत्व करने के कारण मुल्क बदर कर रंगून की जेल में कैद कर दिया था. रंगून जेल में ही 7 नवंबर, 1862 को जफर का निधन हो गया था. '1857 में आजादी का बिगुल फूंकने के चलते ही मिली आजादी' राम नाईक ने उस समय कहा था कि 1857 में देश की आजादी के लिए बिगुल फूंकने वालों के कारण ही बाद में 1947 में देश को आजादी मिली. उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने इसे हुकूमत के खिलाफ बगावत बताया था. झांसी की रानी के पैगाम पर बगावत में बादशाह बहादुर शाह जफर भी शामिल हुए थे. उनकी लिखी गजलें मशहूर हुईं. उन पर टीवी धारावाहिक भी बना था. ट्वीटर पर बीजेपी-कांग्रेस में दो-दो हाथ बता दें कि जैसे-जैसे कर्नाटक चुनाव नजदीक आ रहा है, ट्वीटर पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. दोनों पार्टियां एक दूसरे के ट्वीट पर जमकर पलटवार कर रही हैं. इससे पहले बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री मोदी के कर्नाटक दौरे की जानकारी देने वाला ट्वीट वायरल हो गया था, जिस पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी चुटकी ली. बीजेपी ने मोदी के दौरे की जानकारी गेम ऑफ थ्रोन्स के किरदार नेड स्टॉर्क की एक फोटो ट्वीट कर दी थी, उस पर लिखा था, 'अपने आपको संभालो कांग्रेस, मोदी आ रहा है.' बीजेपी का ये ट्वीट पार्टी को उल्टा पड़ गया और सोशल मीडिया यूजर्स ने ट्रोल करना शुरू कर दिया. दरअसल, जो फोटो कर्नाटक बीजेपी ने ट्वीट की है, उसमें दिखाई दे रहा शख्स नेड स्टार्क चर्चित टीवी सीरियल गेम ऑफ थ्रोंस का किरदार है. बीजेपी ने उसके मशहूर डायलॉग 'Winter is coming' को बदलकर 'Modi is coming' कर दिया गया. लेकिन बीजेपी ने ये ट्वीट करते समय सोचा नहीं होगा कि जो किरदार उन्होंने मीम बनाने के लिए चुना है, उसका अगले पार्ट में सिर कलम कर दिया जाता है. बता दें कि गेम ऑफ थ्रोंस के सीजन-वन के अंत में नेड स्टार्क के किंग्स लैंडिंग (राजधानी) पहुंचने पर उसे राजशाही से गद्दारी के आरोपों में फंसाकर सिर कलम कर दिया जाता है.
भाणक ( अर्थ : पढ़कर सुनाने वाला) उन बौद्ध भिक्षुओं को कहा जाता त्रिपिटक के किसी भाग को कण्ठस्थ करके उसे सुनाने में दक्ष होते थे। जब तक बुद्ध वचनों को लिखने की परिपाटी आरम्भ नहीं हुई थी (प्रथम शताब्दी ईसापूर्व) तब तक भाणकों ने ही बुद्ध वचनों को संरक्षित करके उसे अगली पीढी को सौंपने का कार्य किया। जब लेखन की प्रथा चल पड़ी तब भाणकों की परिपाटी का ह्रास होने लगा। इन्हें भी देखें वाचिक परम्परा संदर्भ   वाचिक परम्परा बौद्ध धर्म का इतिहास त्रिपिटक
हिंदी की जानी मानी साहित्यकार कृष्णा सोबती का शुक्रवार को निधन हो गया. वह 94 वर्ष की थीं. पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. कृष्णा सोबती हिंदी की प्रमुख गद्य लेखिका थीं. उनके निधन की खबर से साहित्य जगत में शोक की लहर है. उन्हें कुछ समय पहले सीने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कृष्णा सोबती का जन्म पाकिस्तान में हुआ था. वह अपने उपन्यासों में राजनीति और समाज की नब्ज टटोलने के साथ ही मध्यमवर्गीय महिला की बोल्ड आवाज बनकर सामने आईं. कृष्णा सोबती का जन्म 18 फरवरी 1925 को हुआ था. उपन्यास और कहानी विधा में उन्होंने जमकर लेखन किया. उनकी प्रमुख कृतियों में डार से बिछुड़ी, मित्रो मरजानी, यारों के यार तिन पहाड़, सूरजमुखी अंधेरे के, सोबती एक सोहबत, जिंदगीनामा, ऐ लड़की, समय सरगम, जैनी मेहरबान सिंह जैसे उपन्यास शामिल हैं. बादलों के घेरे नामका उनका कहानी संग्रह काफी चर्चित रहा है. कृष्णा सोबती को कई सम्मान भी मिले. इनमें साहित्‍य अकादमी सम्मान, साहित्य शिरोमणि सम्मान, शलाका सम्मान, मैथिली शरण गुप्त पुरस्कार, साहित्य कला परिषद पुरस्कार, कथा चूड़ामणि पुरस्कार शामिल है. उन्हें साल 2017 का ज्ञानपीठ पुरस्कार देने की घोषणा भी की गई थी. कृष्णा सोबती को उनके चर्चित उपन्यास जिंदगीनामा के लिए 1980 का साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था. उन्हें 1996 में साहित्य अकादमी फेलोशिप से नवाजा गया था. इसके अलावा कृष्णा सोबती को पद्मभूषण, व्यास सम्मान, शलाका सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. उनके लेखन में भारतीय भाषाओं और बोलियों का खूबसूरत इस्तेमाल देखने को मिलता है, जो उनके गद्य को पद्य की रवानगी देता है. इस वजह से भी वह अपने पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय रहीं. इसके अलावा कृष्णा सोबती ने "गुजरात पाकिस्तान से गुजरात हिन्दोस्तान तक" जैसा काफी चर्चित उपन्यास भी लिखा. इस उपन्यास में सोबती ने अपनी जमीन से छूटने और विभाजन की यातना को शब्द दिए. उनका एक और प्रसिद्ध उपन्यास "जिंदगीनामा" है, जिसकी गुंथी हुई भाषा काफी सराही गई. वहीं, "मित्रो मरजानी" में उनके उपन्यास की नायिका संयुक्त परिवार में स्त्री यौनिकता जैसे साहसिक मुद्दे को उठाती है. डार से बिछुड़ी, सूरजमुखी अंधेरे के, समय सरगम उनके अन्य उपन्यास हैं. ... जब कहा रचनाएं अकेले में लिखी जाती हैं कृष्णा सोबती ने एक इंटरव्यू में कहा था कि किसी भी व्यक्ति के अपने नितांत निज के 'स्पेस' को अगर अकेलेपन से जोड़ेंगे तो रचना और रचनाकार का बहुत कुछ गड़बड़ा जाएगा. इतना तो हम सभी जानते हैं कि रचनाएं अकेले में ही लिखी जाती हैं, लेकिन रचना जब लिखी नहीं जा रही होती तो वह एक बड़ी दुनिया से जुड़ी होती है.
कॉमेडियन कपिल शर्मा ने बीएमसी पर घूस मांगने का आरोप लगाया तो बीएमसी से लेकर महाराष्ट्र सरकार तक हरकत में आ गई. महाराष्ट्र के सीएम ने तो बीएमसी के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दे दिए. जबकि इस बीच बीएमसी की टीम अंधेरी के उनके घर भी पहुंची, लेकिन कपिल वहां मौजूद नहीं थे. बीएमसी टीम के सूत्रों के हवाले से ये खुलासा हुआ है कि कपिल शर्मा ने दफ्तर में अवैध निर्माण करवा रखा था, जिसको लेकर नोटिस भेजा गया था. इस आरोप के सामने आने के बाद बीएमसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बीएमसी ने कहा कि अवैध निर्माण की भी जांच की जाएगी. मुंबई पुलिस करेगी पूछताछ कपिल शर्मा से जल्द ही मुंबई पुलिस पूछताछ कर सकती है. कपिल शर्मा के आरोपों के बाद बीजेपी एमएलए राम कदम ने मुंबई पुलिस के सामने शिकायत दर्ज कराई है. सूत्रों के अनुसार मुंबई पुलिस जल्द ही कपिल शर्मा से इस केस के बारे में और जानकारी के लिए पूछताछ करेगी. इसके लिए कपिल शर्मा को समन भेजा जाएगा. कपिल शर्मा ने अपने दफ्तर में दूसरी मंजिल का अवैध निर्माण किया था. जिसे रोकने के लिए बीएमसी ने 16 जुलाई को नोटिस जारी किया था. कपिल शर्मा ने नोटिस के बावजूद भी निर्माण कार्य जारी रखा था. जिसके चलते 4 अगस्त को बीएमसी ने ढांचा गिरा दिया था. टीवी के पर्दे पर सबको हंसाने वाले कॉमेडियन कपिल शर्मा इस मामले को लेकर बेहद नाराज हो गए. उन्होंने सिस्टम पर सवाल उठाते हुए पीएम मोदी पर तंज कस दिया. कपिल की माने तो मुंबई में उनके दफ्तर बनाने के सिलसिले में कागजी कार्रवाई के लिए बीएमसी के अधिकारियों ने 5 लाख रुपये घूस की मांग की है. पीएम मोदी पर कसा तंज सबको हंसाने वाले कपिल शर्मा घूस मांगने से आहत होकर ट्विटर पर पीएम मोदी से सवाल पूछते हुए लिखा 'ये हैं आपके अच्छे दिन'. कपिल शर्मा ने इसको लेकर दो ट्वीट किए हैं. 5 लाख रुपये घूस मांगने का दावा कॉमेडियन कपिल शर्मा ने 5 लाख रुपये घूस का जिक्र करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'पिछले 5 सालों में हमने 15 करोड़ इनकम टैक्स दिया है. लेकिन मुंबई दफ्तर से जुड़े काम के लिए 5 लाख घूस देना पड़ रहा है'. हालांकि, उन्होंने विस्तार से नहीं बताया है कि आखिर किस काम के लिए और कौन घूस में पैसे मांग रहे हैं. I am paying 15 cr income tax from last 5 year n still i have to pay 5 lacs bribe to BMC office for making my office @narendramodi — KAPIL (@KapilSharmaK9) September 9, 2016 जो भी हो कपिल शर्मा की इस दर्द की आवाज प्रधानमंत्री तक जरूरी पहुंचेगी. क्योंकि जिस मंच पर कपिल ने सवाल उठाया है कि उस मंच की आवाज को मोदी सरकार गंभीरता से लेती है. Yeh hain aapke achhe din ? @narendramodi — KAPIL (@KapilSharmaK9) September 9, 2016 BMC का बयान कपिल शर्मा के इस आरोप पर बीएमसी के विजिलेंस अफसर अशोर पवार का बयान आया है. पवार ने कहा कि कपिल शर्मा घूस मांगने वाले अफसर का नाम बताएं. महाराष्ट्र के सीएम ने मांगी पूरी जानकारी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कपिल शर्मा से घूस मामले की पूरी जानकारी देने के लिए कहा है. सीएम फडनवीस ने ट्वीट करके कहा कि कपिल भाई मामले की जानकारी दें. उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. Kapilbhai pls provide all info. Have directed MC,BMC to take strictest action. We will not spare the culprit. @KapilSharmaK9 @narendramodi — Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) September 9, 2016
गुरुग्राम में डेंगू-बुखार के इलाज के 16 लाख रुपये वसूलने वाले फोर्टिस अस्पताल के आरोपी प्रबंधकों की गिरफ्तारी न होने से हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज नाराज हैं. विज ने सोमवार को हरियाणा पुलिस पर तंज कसते हुए कहा कि पुलिस तो पुलिस है. इसलिए उसने अभी तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है. पुलिस के टालने वाले रवैये से नाराज़ अनिल विज ने कहा कि वह चुप बैठने वाले नहीं हैं, क्योंकि इलाज के नाम पर किसी को भी चांदी कूटने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि वह इस मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बातचीत करेंगे. अनिल विज ने कहा कि पुलिस तो पुलिस है, हम तो डबल इक्के हैं. हमने कह दिया उनको अब तक कार्रवाई करके गिरफ्तारी करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि हमने कार्रवाई के लिए उन्हें दोबारा पत्र लिखा है. विज ने कहा कि उनके विभाग ने फोर्टिस अस्पताल के ब्लड बैंक में 20 और फार्मेसी में नौ अनियमितताएं पाए जाने के बाद यह दोनों लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं. उन्होंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी और पुलिस विभागों को रिमाइंडर देकर फिर से फोर्टिस अस्पताल के खिलाफ कार्यवाही की रिपोर्ट पेश करने को कहा है. स्टेटस रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय को लिखा जाएगा जिससे अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके. उन्होंने कहा कि जब तक अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होगी कुछ भी ठीक होने वाला नहीं है. उधर हरियाणा के गुरुग्रम के फोर्टिस अस्पताल के खिलाफ स्वास्थ विभाग द्वारा की गई जांच में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं. फोर्टिस अस्पताल के ब्लड बैंक और फार्मेसी यूनिट में भी कई खामियां पाई गई हैं. एचआईवी टेस्ट लेब का दरवाजा सेरोलॉजी प्रयोगशाला में खुलता था जो नियमों के खिलाफ था. यही नहीं ब्लड बैंक में न तो कोई पर्दा था और न ही इंसेक्टोक्यूटर (कीट-पतंगे मरने की मशीन).अनिल विज ने सोनीपत के एक निजी अस्पताल द्वारा कारगिल शहीद की पत्नी को आधार कार्ड न दिखाने के कारण इलाज से इनकार करने पर भी संज्ञान लिया है. अनिल विज ने कहा कि मामला अत्यंत गंभीर है. इसलिए उन्होंने जांच के लिए एक टीम सोनीपत भेजने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि अगर ये मेडिकल के नियमों के खिलाफ है और इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता.
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों और महंगे लोन के चलते कारों की बिक्री में गिरावट आई है। इससे पार पाने के लिए कार बनाने वाली कंपनियां पिछले साल की तुलना में इस बार 20 फीसदी तक ज्यादा डिस्काउंट दे रही हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल पिछले पांच महीनों में कारों की बिक्री में 1.26 फीसदी की गिरावट आई है। कंपनियों ने आशंका जताई है कि पेट्रोल की कीमतें 3 रुपये 14 पैसे बढ़ाए जाने से अगले महीने से शुरू हो रहे त्योहारों के मौसम में कारों की बिक्री पर खासा असर पड़ सकता है। ऐसे में कंपनियां तरह−तरह की स्कीमें भी लेकर आ रही हैं। फोक्सवैगन की फाइनेंस सर्विस तो वेंटो और पोलो मॉडल की पेट्रोल कारों पर सिर्फ 6.99 फीसदी ब्याज दर पर लोन ऑफर कर रही है। देश में करीब 70 फीसदी कारें लोन पर खरीदी जाती हैं।
नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सरकार पर शुक्रवार को हमला बोला और नोटबंदी को 'आतंकी हमला' करार देते हुए कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को अब तक सजा नहीं मिली है. आठ नवंबर 2016 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए 500 और 1,000 रुपये के नोटों के प्रचलन से बाहर किए जाने की घोषणा की थी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने ट्वीट किया, 'नोटबंदी आतंकी हमले को तीन साल गुजर गए हैं जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया, कई लोगों की जान ले ली, कई छोटे कारोबार खत्म कर दिए और लाखों भारतीयों को बेरोजगार कर दिया.  It's 3 yrs since the Demonetisation terror attack that devastated the Indian economy, taking many lives, wiping out lakhs of small businesses & leaving millions of Indians unemployed. Those behind this vicious attack have yet to be brought to justice. #DeMonetisationDisasterpic.twitter.com/NdzIeHOCqL उन्होंने हैशटैग ‘डीमोनेटाइजेशन डिजास्टर' का उपयोग करते हुए कहा कि इस “खतरनाक हमले” के लिए जिम्मेदार लोगों को अब तक सजा नहीं मिली है. कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और उन्हें 'आज का तुगलक' कहा. उन्होंने ट्वीट किया, 'सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक ने 1330 में देश की मुद्रा को अमान्य करार दिया था. आज के तुगलक ने भी आठ नवंबर, 2016 को यही किया था.'  प्रियंका गांधी बोलीं- 'नोटबंदी सारी बीमारियों का शर्तिया इलाज', सरकार और इसके नीम-हक़ीमों द्वारा किए गए दावे धराशायी उन्होंने कहा, 'तीन साल गुजर गए और देश भुगत रहा है क्योंकि अर्थव्यवस्था ठप हो चुकी है, रोजगार छिन गया है. न ही आतंकवाद रुका और न ही जाली नोटों का कारोबार थमा है.' सुरजेवाला ने पूछा कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है. उन्होंने नोटबंदी को 'मानव निर्मित आपदा' बताने के लिए वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज का भारत सरकार की रेटिंग पर परिदृश्य में बदलाव करते हुए उसे घटा कर नकारात्मक किए जाने का भी हवाला दिया. सुरजेवाला ने नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर, सत्ता में बैठे लोगों की 'चुप्पी' पर सवाल भी उठाए.
यह लेख है: कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में भले ही दो पूर्व सांसद महाबल मिश्रा और अजय माकन का नाम थोड़ा चौंकाने वाला हो क्योंकि द्वारका विधानसभा से महाबल मिश्रा चुनाव लड़ेंगे जो लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं। जबकि अजय माकन को सदर विधानसभा से टिकट देकर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि अजय माकन ही कांग्रेस के दिल्ली चुनाव के कप्तान होंगे। लेकिन, इस लिस्ट में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम सुरेश कुमार का है। सुरेश कुमार दो साल पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं। वे दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेता जगदीश मुखी के दामाद है। दो साल पहले जब उन्हें बीजेपी से पार्षद का टिकट नहीं मिला तो उन्होंने नाराज होकर कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। हालांकि जगदीश मुखी ने उन्हें टिकट दिलाने की जी तोड़ कोशिश की थी। सुरेश कुमार की राजनीतिक महात्वाकांक्षा किसी से छिपी नहीं है। जब बीजेपी से टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की ठानी थी, लेकिन जगदीश मुखी के दबाव में अपना नामांकन वापस ले लिया था। अब उन्हें कांग्रेस ने जनकपुरी से अपना उम्मीदवार बनाकर मुकाबले को रोचक कर दिया है। अब अगर बीजेपी अपने पुराने उम्मीदवार यानि जगदीश मुखी को टिकट देती है तो मुकाबला ससुर और दामाद के बीच होगा। हालांकि, इस सीट से कांग्रेस के ही संजय पुरी, वरिष्ठ नेता मुकेश शर्मा के बेटे और महाबल मिश्रा के रिश्तेदार ने भी टिकट के लिए जोर अजमाइश की थी। जनकपुरी बीजेपी की परंपरागत सीट रही है और इस विधानसभा में बीजेपी के तीन पार्षद भी हैं। जगदीश मुखी पांच बार विधायक रह चुके हैं। पिछली जगदीश मुखी सिर्फ 3000 वोटों से जनकपुरी की सीट से जीत पाए थे। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राजेश ऋषि से उन्हें कड़ी टक्कर मिली थी। पहले आप पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने उनके पोस्टर लगाकर कई बार सर्वे कराए और अपने को उनसे ऊपर दिखाया। अब अपने ही दामाद से मिल रही चुनौती से मुखी की मुश्किलें जरूर बढ़ गई है।
महाराष्ट्र में शिवसेना के 28 निगम पार्षदों ने दिए इस्तीफे टिकट वितरण पर नाराजगी के कारण पार्षदों ने दिए इस्तीफे पार्षदों के साथ करीब 300 कार्यकर्ताओं ने शिवसेना छोड़ने का फैसला किया महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से पहले शिवसेना को बड़ा झटका लगा है. पार्टी से जुड़े 28 पार्षदों ने करीब 300 कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को इस्तीफे भेज दिए हैं. इन सभी नेताओं ने टिकट वितरण से नाखुश होकर यह कदम उठाया है. अब मतदान में महज कुछ ही दिन बचे हैं. राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को मतदान होना है. नामांकन की प्रक्रिया भी एक हफ्ता पहले ही पूरी हो चुकी है. लेकिन टिकट वितरण को लेकर नेताओं व कार्यकर्ताओं की नाराजगी खत्म नहीं हो रही है. बुधवार को ठाणे में शिवसेना के 28 निगम पार्षदों ने अपनी नाराजगी जाहिर की और पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे को इस्तीफे भेज दिए. इतना ही नहीं, इन पार्षदों के साथ करीब पार्टी के 300 कार्यकर्ताओं ने भी खुद को अलग करने का निर्णय लिया है. बागी बने चुनौती बता दें कि बागी नेता बीजेपी और शिवसेना दोनों के लिए ही चुनौती बने हुए हैं. दोनों पार्टियां कम से कम 30 सीटों पर ऐसे विरोध का सामना कर रही हैं. हालात ये हैं कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यहां तक चेतावनी दी है कि अगर बागी चुनावी मैदान से नहीं हटे तो 'उन्हें उनकी जगह दिखा दी जाएगी.' अब शिवसेना से जुड़े पार्षदों ने टिकट वितरण असहमति का इजहार करते हुए पार्टी से खुद को अलग करने का कदम उठाया है. मतदान से पहले पार्टी के लिए यह बड़ा नुकसान साबित हो सकता है.
जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर में 44 पदों के लिए वैकेंसी निकली हैं. इच्छुक उम्मीदवार 5 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं. पदों की संख्या: 44 पद : टीचिंग पद ज्यादा जानकारी के लिए http://www.jiwaji.edu/enrollment-notices.asp पर लॉग इन करें.
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को लगता है कि भारतीय क्रिकेट टीम पिछले एक साल में काफी पिछड़ गई है जिसमें उसे विदेशों में लगातार छह टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा है। गांगुली ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘‘भारतीय टीम बीते दशक में विदेशों में अपने प्रदर्शन से काफी गर्व महसूस करती रही है लेकिन पिछले एक साल में उसमें गिरावट आई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय टीम अपनी सरजमीं पर हमेशा मजबूत टीम रही है, जिसे हराना लगभग मुश्किल होता है। 2000 के दशक में सबसे बड़ी चुनौती विदेशी सरजमीं पर प्रदर्शन में सुधार करना था। ’’ गांगुली ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘‘भारतीय टीम बीते दशक में विदेशों में अपने प्रदर्शन से काफी गर्व महसूस करती रही है लेकिन पिछले एक साल में उसमें गिरावट आई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय टीम अपनी सरजमीं पर हमेशा मजबूत टीम रही है, जिसे हराना लगभग मुश्किल होता है। 2000 के दशक में सबसे बड़ी चुनौती विदेशी सरजमीं पर प्रदर्शन में सुधार करना था। ’’
कुदरत ने बड़ी फुरसत से इस जन्नत को बनाया था. इसे पहाड़ों, दरख्तों और झरनों से सजाया था. मगर इस जन्नत पर सरहद के उसपार के लोगों ने नज़रें गड़ा रखी हैं. इसे जहन्नम बनाने के लिए वो उस पार से कभी बम, कभी बारूद, कभी जल्लाद भेजा करते थे. लेकिन तब भी जब वो इस खूबसूरती पे नज़र न लगा सके. तो अब उन्होंने उस पार से पाउडर, टेबलेट और इंजेक्शन भेजने शुरू कर दिए ताकि इस जन्नत के ज़र्रे ज़र्रे को वो कैंसर की तरह वो इस जन्नत के बाशिंदों को अपने नशे के जाल में जकड़ लें. जब दिलो दिगाम बस उसी के सुरूर में हो. जब उसके बिना एक लम्हा भी कयामत लगने लगे. जब उसकी लत ज़िंदगी बन जाए. जब वो ना हो तो मौत नज़र आए. जब ऐसा हो...जब ऐसा तो समझ लीजिए आप नशे में हैं. नशा इन नीले नीले ज़मज़म का. मदहोशी एक एक करके करीने की तरह पहाड़ों पर सजाए गए इन दरख्तों की. पानी पर तैरते इन शिकारों की. जंगलों पर साया किए हुए इन चिनारों की. बस.. यहीं ठहर जाइये.. थम जाइये. आगे ना बढ़िए. क्योंकि रुह को इत्मिनान देने वाले सुरूर. मदहोशी और नशे का अहसास बस यहीं तक है. इसके आगे इस जन्नत में कई जगह जहन्नम का दरवाज़ा खुलता है. जहां से जहरीली हवाएं आती हैं. मगर इस जन्नत में जहन्नम की हवा घोला किसने. कौन हैं वो जो इस फ़िरदौस से फरामोशी कर रहा है. अगर फ़िरदौस बर-रू-ए-ज़मीं अस्त हमीं अस्त ओ हमीं अस्त ओ हमीं अस्त ज़मीन पर ही जन्नत देखनी है तो वो यही है. यानी इसे ज़मीन का जन्नत कहा गया है. मगर इस जन्नत का एक नशा और भी है. पहले पंजाब और अब जम्मू कश्मीर. सरहद पार यानी पाकिस्तान से आनेवाली नशे की खेप अब यहां के लोगों की रगों में ज़हर घोलने लगी है. नौजवानों के साथ-साथ महिलाएं भी नशे की आदी हो रही हैं. सवाल ये है कि इससे पहले कि हालात पूरी तरह से बेक़ाबू हो जाएं, क्या जम्मू-कश्मीर को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है? खूबसूरत वादियों और पहाड़ों से घिरे जम्मू कश्मीर सूबे में हालत कितनी ख़तरनाक है, ये ग्राउंड ज़ीरो में पहुंच कर ही समझा जा सकता है. सैकड़ों लोग नशे के शिकार हैं. और इस नशे का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान से तस्करी कर यहां तक लाया जाता है. जम्मू-कश्मीर की ये चौंकानेवाली हक़ीक़त का पता करने के लिए आजतक की टीम राजधानी दिल्ली से छह सौ किलोमीटर दूर इस पहाड़ी कस्बे उधमपुर आ पहुंची है. भीड़ भरे बाज़ार, घनी बस्तियों और रिहायशी इलाक़ों के बीच हम इस बात की टोह लेना चाहते हैं कि आख़िर नशीली चीज़ें यहां लोगों को किस तरह आहिस्ता-आहिस्तान बीमार कर रही है. महज़ 23 साल के एक लड़के की कहानी भी हैरान करने वाली है. क्या आप यकीन करेंगे कि वो लड़का हेरोइन जैसी ख़तरनाक ड्रग का आदी है और अब नशे की जाल से बाहर आने की कोशिश कर रहा है? इस नौजवान की कहानी अपने-आप में बेचैन तो करती है. पर ये बेचैनी तब और बढ़ जाती है, जब आपको पता चलता है कि इस नौजवान का बड़ा भाई भी पिछले दस सालों से नशे की ज़द में हैं. कई लोग वहां सालों से ड्रग्स ले रहे हैं. ये नशा दिलो-दिमाग़ पर कैसे और किस तरह हावी होता है, ये बस इसी बात से समझा जा सकता है कि वो नशे की एक छोटी सी खुराक के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहता है. किसी भी हद तक मतलब किसी भी हद तक! उसी की मानें तो उसने इससे बाहर आने की कोशिश भी की, लेकिन आस-पास के इलाक़े में घूमते ड्रग पैडलर्स यानी नशे के सौदागर उसे ऐसा करने नहीं देते. वो अपने नशे की इस आदत से परेशान तो है, लेकिन खुद अपने और अपने जैसे दूसरों की इस परेशानी को देखते हुए हमसे बात करने को तैयार हो जाता है. लेकिन इस शर्त के साथ कि हम उसकी पहचान ज़ाहिर नहीं होने देंगे. वो कहता है कि उसे समाज में अपनी बेइज़्ज़ती का भी डर है और नशे के सौदागरों से ख़तरा भी है. लेकिन यहां बात सिर्फ़ एकाध-लोगों की नहीं, पूरे के पूरे परिवार की है. नशे की बीमारी ने जम्मू-कश्मीर में कई परिवारों को बर्बाद कर दिया है. अब एक पिता के बारे में जानिए. एक बार नशे की चपेट में आने के बाद इससे बाहर निकलना कितना मुश्किल है, ये इनसे बेहतर शायद ही कोई बता सकता है. नशे से पार पाने की कोशिश में इन्होंने डॉक्टरों की मदद तो ली, लेकिन इलाज का कोई ख़ास नतीजा नहीं निकला, उल्टा ज़िंदगी भर की कमाई दवाओं में निकल गई. 70 लाख रुपये से ज़्यादा का फैमिली बिज़नेस तबाह हो गया.
ला ल्लोरोना मैक्सिकन लोककथाओं में एक प्रतिशोधी प्रेत है जो तटवर्ती इलाकों में घूमती है और अपने बच्चों के लिए शोक मनाती है, जिन्हें उसने डुबो दिया था। मिथक किंवदंती में इससे संबंधित अनेकों विवरण तथा संस्करण हैं। एक किंवदंती के अनुसार मारिया नाम की एक खूबसूरत महिला एक अमीर पशु फ़ॉर्म प्रबंधक से विवाह करती है, जिससे वह दो बच्चों को जन्म देती है। एक दिन मारिया अपने पति को दूसरी महिला के साथ देखती है और क्रोधांध में वह अपने बच्चों को एक नदी में डुबो देती है, जिसका उसे शीघ्र ही पछतावा होता है। उन्हें बचाने में असमर्थ और अपराधबोध से ग्रसित वह खुद भी डूब जाती है किंतु मरणोपरांत आगामी जीवन में प्रवेश करने में असमर्थ वह जब तक अपने बच्चों को नहीं पा लेती, तब तक वह यातना में रहने तथा इस धरती पर भटकते रहने के लिए विवश है। एक अन्य संस्करण में उसके बच्चे नाजायज़ हैं तथा वह उन्हें डुबो देती है ताकि उनके पिता उन्हें अपनी नई पत्नी द्वारा पालने के लिए न ले जा सकें। कई लेखकों, इतिहासकारों और सामाजिक आलोचकों द्वारा मैक्सिकी और मैक्सिकन-अमरीकी संस्कृति में महिलाओं की पितृसत्तात्मक अपेक्षाओं से ला ल्लोरोना की माँ को जोड़ा गया है। सामाजिक आलोचक प्रायः मैक्सिकी (और मैक्सिकन-अमेरिकी) संस्कृति को महिलाओं पर पितृसत्तात्मक मानकों को लागू करने के लिए मानते हैं। कथात्मक विकास ला ल्लोरोना आमतौर पर औपनिवेशिक युग तथा स्पेनी और स्वदेशी महिलाओं के बीच गतिशीलता से जुड़ा हुआ है। ला ल्लोरोना की कथा के आरंभ में वह एक स्वदेशी महिला थी जिसने अपने ही बच्चों की हत्या कर दी थी। उसके रईस स्पेनी पति द्वारा उसे छोड़े जाने के पश्चात् उसने अपने बच्चों को जन्म दिया था। ला ल्लोरोना के खलनायक गुणों, जिसमें शिशुहत्या तथा आत्महत्या शामिल है, के कारण उसे डोना मरीना के आसपास की कथा से जुड़ा माना जाता है जिसे ला मालिन्चे या माल्टिनज़िन के नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान में, ला लोरोना की कथा मेक्सिको और दक्षिण-पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रसिद्ध है। व्युत्पत्ति ला ल्लोरोना की कथा पारंपरिक रूप से पूरे मेक्सिको, मध्य अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के उत्तर में कही-सुनी जाती है। ला ल्लोरोना को कभी-कभी ला मालिन्चे, नाहुआ महिला से जोड़ा जाता है जिन्होंने हर्नान कोर्टेस के दुभाषिया के रूप में काम किया तथा उनके बेटे को भी जन्म दिया था। ला मालिन्चे को आधुनिक मैक्सिकन लोगों की जननी तथा स्पेनियों की सहायतापरक भूमिका के लिए राष्ट्रीय विश्वासघात का प्रतीक माना जाता है। संदर्भ मिथक
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पंजाब के गुरदासपुर में हमला करने वाले आतंकवादियों के बारे में शक है कि वे जम्मू और पठानकोट के बीच खुली सीमा या जम्मू जिले के चक हीरा के रास्ते चोरी-छिपे पाकिस्तान की सीमा से भारत में दाखिल हुए। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को इस तरह से आतंकवादियों के भारतीय सीमा में घुसने की खुफिया सूचना मिली थी। केंद्रीय गृहमंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि शायद यह आतंकवादी बीती आधी रात भारतीय सीमा में दाखिल हुए और अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 15 किलोमीटर दूर पहाड़पुर रोड का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचे। इसके बाद उन्होंने दीना नगर इलाके में हमले को अंजाम दिया। इन आतंकवादियों के संगठन का नाम अभी साफ नहीं हुआ है। आज का हमला जम्मू क्षेत्र में कठुआ और हीरा नगर में हुए आत्मघाती हमलों से मिलता-जुलता है। वहीं खुफिया सूत्रों ने इस हमले के पीछे लश्करे तैयबा का हाथ होने का शक जताया है। जम्मू में पिछला हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने किया था। पिछले साल 20 मार्च को सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों के हमले में छह लोग मारे गए थे। जवाबी हमले में दोनों आतंकवादी भी मारे गए थे। गुरदासपुर के हमले में शामिल आतंकवादियों ने भी सेना की वर्दी पहन रखी थी। वे जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित परमानंद गांव पहुंचे, जहां उन्होंने सुबह 5.30 बजे एक टेम्पो को अगवा करने की कोशिश प्रयास किया। टेम्पो ड्राइवर वहां से भाग निकलने में सफल रहा। बाद में आतंकवादियों ने एक मारूति 800 के चालक को गोली मारकर उसे अगवा कर लिया। इससे पहले उन्होंने दीनानगर बाईपास के निकट एक रेहड़ी- पटरीवाले की हत्या कर दी। उन्होंने पंजाब रोडवेज के एक बस पर भी गोलियां चलाईं। इसके बाद बंदूकधारी दीनानगर थाने में घुस गए और अंधाधुंध गोलियां चलायी। आतंकियों ने परिसर के उस हिस्से में भी गोलियां चलायी और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों का परिवार रहता है।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पंजाब और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि आतंकियों के वहां से घुसपैठ करने की आशंका है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने आज इस मुद्दे पर सरकार का जवाब मांगा। केंद्रीय गृहमंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि शायद यह आतंकवादी बीती आधी रात भारतीय सीमा में दाखिल हुए और अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 15 किलोमीटर दूर पहाड़पुर रोड का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचे। इसके बाद उन्होंने दीना नगर इलाके में हमले को अंजाम दिया। इन आतंकवादियों के संगठन का नाम अभी साफ नहीं हुआ है। आज का हमला जम्मू क्षेत्र में कठुआ और हीरा नगर में हुए आत्मघाती हमलों से मिलता-जुलता है। वहीं खुफिया सूत्रों ने इस हमले के पीछे लश्करे तैयबा का हाथ होने का शक जताया है। जम्मू में पिछला हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने किया था। पिछले साल 20 मार्च को सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों के हमले में छह लोग मारे गए थे। जवाबी हमले में दोनों आतंकवादी भी मारे गए थे। गुरदासपुर के हमले में शामिल आतंकवादियों ने भी सेना की वर्दी पहन रखी थी। वे जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित परमानंद गांव पहुंचे, जहां उन्होंने सुबह 5.30 बजे एक टेम्पो को अगवा करने की कोशिश प्रयास किया। टेम्पो ड्राइवर वहां से भाग निकलने में सफल रहा। बाद में आतंकवादियों ने एक मारूति 800 के चालक को गोली मारकर उसे अगवा कर लिया। इससे पहले उन्होंने दीनानगर बाईपास के निकट एक रेहड़ी- पटरीवाले की हत्या कर दी। उन्होंने पंजाब रोडवेज के एक बस पर भी गोलियां चलाईं। इसके बाद बंदूकधारी दीनानगर थाने में घुस गए और अंधाधुंध गोलियां चलायी। आतंकियों ने परिसर के उस हिस्से में भी गोलियां चलायी और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों का परिवार रहता है।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पंजाब और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि आतंकियों के वहां से घुसपैठ करने की आशंका है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने आज इस मुद्दे पर सरकार का जवाब मांगा। इन आतंकवादियों के संगठन का नाम अभी साफ नहीं हुआ है। आज का हमला जम्मू क्षेत्र में कठुआ और हीरा नगर में हुए आत्मघाती हमलों से मिलता-जुलता है। वहीं खुफिया सूत्रों ने इस हमले के पीछे लश्करे तैयबा का हाथ होने का शक जताया है। जम्मू में पिछला हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने किया था। पिछले साल 20 मार्च को सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों के हमले में छह लोग मारे गए थे। जवाबी हमले में दोनों आतंकवादी भी मारे गए थे। गुरदासपुर के हमले में शामिल आतंकवादियों ने भी सेना की वर्दी पहन रखी थी। वे जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित परमानंद गांव पहुंचे, जहां उन्होंने सुबह 5.30 बजे एक टेम्पो को अगवा करने की कोशिश प्रयास किया। टेम्पो ड्राइवर वहां से भाग निकलने में सफल रहा। बाद में आतंकवादियों ने एक मारूति 800 के चालक को गोली मारकर उसे अगवा कर लिया। इससे पहले उन्होंने दीनानगर बाईपास के निकट एक रेहड़ी- पटरीवाले की हत्या कर दी। उन्होंने पंजाब रोडवेज के एक बस पर भी गोलियां चलाईं। इसके बाद बंदूकधारी दीनानगर थाने में घुस गए और अंधाधुंध गोलियां चलायी। आतंकियों ने परिसर के उस हिस्से में भी गोलियां चलायी और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों का परिवार रहता है।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पंजाब और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि आतंकियों के वहां से घुसपैठ करने की आशंका है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने आज इस मुद्दे पर सरकार का जवाब मांगा। जम्मू में पिछला हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने किया था। पिछले साल 20 मार्च को सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों के हमले में छह लोग मारे गए थे। जवाबी हमले में दोनों आतंकवादी भी मारे गए थे। गुरदासपुर के हमले में शामिल आतंकवादियों ने भी सेना की वर्दी पहन रखी थी। वे जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित परमानंद गांव पहुंचे, जहां उन्होंने सुबह 5.30 बजे एक टेम्पो को अगवा करने की कोशिश प्रयास किया। टेम्पो ड्राइवर वहां से भाग निकलने में सफल रहा। बाद में आतंकवादियों ने एक मारूति 800 के चालक को गोली मारकर उसे अगवा कर लिया। इससे पहले उन्होंने दीनानगर बाईपास के निकट एक रेहड़ी- पटरीवाले की हत्या कर दी। उन्होंने पंजाब रोडवेज के एक बस पर भी गोलियां चलाईं। इसके बाद बंदूकधारी दीनानगर थाने में घुस गए और अंधाधुंध गोलियां चलायी। आतंकियों ने परिसर के उस हिस्से में भी गोलियां चलायी और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों का परिवार रहता है।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पंजाब और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि आतंकियों के वहां से घुसपैठ करने की आशंका है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने आज इस मुद्दे पर सरकार का जवाब मांगा। इससे पहले उन्होंने दीनानगर बाईपास के निकट एक रेहड़ी- पटरीवाले की हत्या कर दी। उन्होंने पंजाब रोडवेज के एक बस पर भी गोलियां चलाईं। इसके बाद बंदूकधारी दीनानगर थाने में घुस गए और अंधाधुंध गोलियां चलायी। आतंकियों ने परिसर के उस हिस्से में भी गोलियां चलायी और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों का परिवार रहता है।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पंजाब और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि आतंकियों के वहां से घुसपैठ करने की आशंका है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने आज इस मुद्दे पर सरकार का जवाब मांगा। इसके बाद बंदूकधारी दीनानगर थाने में घुस गए और अंधाधुंध गोलियां चलायी। आतंकियों ने परिसर के उस हिस्से में भी गोलियां चलायी और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों का परिवार रहता है।टिप्पणियां सूत्रों ने बताया कि पंजाब और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि आतंकियों के वहां से घुसपैठ करने की आशंका है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने आज इस मुद्दे पर सरकार का जवाब मांगा। सूत्रों ने बताया कि पंजाब और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि आतंकियों के वहां से घुसपैठ करने की आशंका है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने आज इस मुद्दे पर सरकार का जवाब मांगा। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने आज इस मुद्दे पर सरकार का जवाब मांगा।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पश्चिम बंगाल से जलपाईगुड़ी में पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जलपाईगुड़ी से अब रेल और हवाई सेवा की कनेक्टिविटी मजबूत हो जाएगी. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. इसके साथ ही सालों पुरानी मांग हाईकोर्ट बेंच का उद्घाटन किया गया है. आज जो बेंच यहां के लोगों को मिली उसे कलकत्ता हाइकोर्ट ने उसे 20 साल पहले ही मंजूरी दी थी लेकिन यह सपना आज पूरा हुआ है. पीएम ने कहा कि कांग्रेस, टीएमसी और वामपंथी सरकारें जनहित के लिए नहीं सोचती हैं. पीएम मोदी ने जलपाईगुड़ी में आई जनता से कहा, 'आप चाय उगाने वाले हैं और हम चाय बनाने वाले हैं. पता नहीं 'दीदी' (ममता) को चायवालों से क्या दिक्कत है'. उन्होंने कहा कि टीएमसी सरकार ने  माटी को बदनाम कर दिया गया  है और मानुष को मजबूर कर दिया है. उत्तर पश्चिम बंगाल टी, टूरिज्म और टिंबर के लिए जाना जाता है. लेकिन सरकारों की वजह से यहां विकास नहीं हो पाया. पीएम ने कहा चाय के बागानों में काम करने वाले मजदूरों के बैंक खाते खुलवाए गए हैं और बजट में मजदूरों और चाय के बागानों में काम करने वाले  लोगों को लिए पेंशन की व्यवस्था की गई है जिसमें 3 हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे.  पीएम मोदी ने कहा कि सरकार हर वो चीज देने के लिए काम कर ही है जो उनकी पहुंच से बाहर है बीमा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अब तक 3हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद की जा चुकी है. मैंने यह योजना कोलकाता में शुरू की गई थी. उन्होंने कहा कि रसोई गैस का कनेक्शन, सस्ती दवाइयां मिल रहीं वह सब कुछ दिल्ली से भारत सरकार कर रही है. आवास योजना का जिक्र करते हुए कहा कि जलपाईगुड़ी में 65 हजार लोगों को घर दिए जा चुके हैं. पीएम ने कहा कि 2022 में तक हिंदुस्तान में कोई भी ऐसा परिवार नहीं हो गया है जिनका अपना पक्का घर नहीं होगा. पीएम मोदी ने कहा कि जिनको आपने कम्युनिस्टों के कुशासन से मुक्ति कराने का जिम्मा दिया उन्होंने भी वैसा ही रुख अपना लिया है. 'दीदी' दिल्ली जाने के लिए परेशान हैं और बंगाल को 'दिल्लीगेट' के सहारे छोड़ दिया. पीएम ने अपने चिरपरिचित अंदाज में पूछा कि बंगाल से अब खून-खराबा खत्म हो चाहिए कि नहीं होना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि जो त्रिपुरा में वह पश्चिम बंगाल में भी होने वाला है. त्रिपुरा में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने लाल झंडा उखाड़ दिया अब वहां सुखा शांति के सूरज उग आया है. पीएम मोदी ने कहा देश के इतिहास में पहली बार है जब आम जनता को लूटने वालों के पक्ष में कोई मुख्यमंत्री धरना देकर बैठ जाए. चिटफंड पीड़ितों से मैं वादा करता हूं कि पाई-पाई का हिसाब लिया जाएगा.     View Survey
चीन का तीन दिवसीय दौरा खत्म करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम मंगोलिया पहुंचे. वहां एयरपोर्ट पर उनका जोरदार स्वागत किया गया. मंगोलिया पहुंचने के बाद पीएम ने ट्वीट करके कहा, 'हैलो मंगोलिया.' एयरपोर्ट पर मंगोलिया के विदेश मंत्री पीएम के स्वागत के लिए पहुंचे. Hello from Mongolia. pic.twitter.com/QiabgC4MRd — Narendra Modi (@narendramodi) May 16, 2015 PM Modi received by Lundeg Purevsuren (Foreign Minister of Mongolia) at airport in Ulaanbaatar #ModiInMongolia pic.twitter.com/zd8O6KWxmc — ANI (@ANI_news) May 16, 2015 बता दें कि यह पहला मौका है जब भारत का कोई प्रधानमंत्री मंगोलिया की यात्रा पर गया है. मंगोलिया पहुंचे पीएम मोदी ने शहर की तस्वीर के साथ ट्वीट किया. पीएम मोदी यहां एक दिन के दौरे पर हैं. लैंड ऑफ ब्लू स्काई चीन तथा रूस के बीच स्थित मंगोलिया की आबादी 29 लाख है. आधी से अधिक आबादी बौद्धों की है, जबकि तीन फीसदी इस्लाम, 2.2 फीसदी ईसाई तथा 2.9 फीसदी शामनिस्ट हैं. मंगोलिया को 'लैंड ऑफ ब्लू स्काई' के नाम से पुकारा जाता है, क्योंकि यहां लगभग 250 दिन सूरज उगता है. भारत से पुराना रिश्ता भारत का मंगोलिया से सदियों पुराना रिश्ता रहा है. अशोक तथा उनके शिष्यों ने मंगोलिया तक बौद्ध धर्म का प्रचार किया था, जबकि मुगल बादशाह बाबर मंगोल सल्तनत का संस्थापक था. मोदी रविवार को मंगोलिया में रहेंगे. The first ever visit by an Indian Prime Minister to Mongolia has begun. PM @narendramodi being welcomed at airport. pic.twitter.com/Vlmoa1jTCf — PMO India (@PMOIndia) May 16, 2015 इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन दौरे के अंतिम दिन शंघाई में भारतीय लोगों को संबोधित किया.  प्रधानमंत्री ने चीन से रवाना होते हुए ट्वीट करके चीन को अलविदा कहा. Goodbye China! My gratitude for the warmth & hospitality. Will always remember my visit fondly: PM @narendramodi Tweets — PMO India (@PMOIndia) May 16, 2015 मोदी ने शंघाई में कहा, 'वक्त तेजी से बदल रहा है. चीन में भारतीय प्यार से रह रहे हैं. आज से ठीक एक साल पहले चीन में रहने वाले भारतीय लोकसभा चुनाव का रिजल्ट पूछ रहे थे.' मोदी ने आगे कहा, 'एक साल पहले सिर्फ एक ही स्वर सुनाई देता था, स्वर कि दुख भरे दिन बीते रे भैया, अब सुख आयो रे. एक साल पहले मेरी आलोचना होती थी. सही आलोचना होती थी लेकिन आशंका गलत थी. मेरा बायोडाटा देखकर सब इंकार कर देते थे. मैं एक साल बाद जनता के सामने अपना सिर झुकाता हूं. मैंने तब ये संकल्प किया था कि मैं परिश्रम करने में कोई कमी नहीं रखूंगा.' मोदी ने भारतीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'शंघाई की धरती पर लघु हिंदुस्तान मौजूद है. दुनिया की हर अच्छी बात सीखने की कोशिश कर रहा हूं. मैं आप लोगों से आशीर्वाद लेने आया हूं. जनता जनार्दन सबसे ऊपर है. एक साल में मुझ पर कोई आरोप नहीं लगा है. जनता ईश्वर का रूप है. मुझे आशीर्वाद दीजिए.' मंगोलिया की यात्रा के बारे में मोदी ने कहा कि आप संडे मनाएंगे, मैं मंगोलिया में काम करूंगा. ये चीन के इतिहास में पहली बार है जब किसी दूसरे देश के नेता का इतना भव्य स्वागत हुआ हो. ये स्वागत नरेंद्र मोदी का नहीं, ये स्वागत 125 करोड़ देशवासियों का है. मोदी ने कहा, '15 साल पहले विकासशील देशों को कोई पूछता नहीं था. विश्व के मानचित्र में हवा बदल चुकी है. विश्व को देने के लिए हमारे पास बहुत कुछ है. आतंकवाद जिस तरह से दुनिया दुश्मन बना हुआ है. विश्व का कोई ऐसा हिस्सा नहीं है जो आतंकवाद का निशाना न बना हो. गोलियां से छलनी जनता को मरहम कौन लगाएगा. इस संकट की घड़ी से जीने का विश्वास कौन देगा. वही दे सकता है जिसके पूर्वजों ने वसुधैव कुटुंबकम का मंत्र दिया हो.' मोदी ने आगे कहा, 'भारत आज नई भूमिका की ओर बढ़ रहा है. चांद-तारों को हमने रिश्ते का नाम दिया. प्रकृति का दोहन सही है, शोषण गलत. ग्लोबल वॉर्मिंग विश्व की चिंता है. लोग मेरे विदेश दौरे को लेकर मेरी बुराई करते हैं. लेकिन 125 करोड़ देशवासियों के लिए मैं आलोचना सुनने के लिए तैयार हूं. मेरा एक-एक कण देश के लिए है. ह्वेंगसांग ने अपनी किताब में मेरे शहर का वर्णन किया था. मैंने खुदाई करवाई तो बात सच साबित हुई. राष्ट्रपति शी जिनपिंग मेरे गांव में ये काम देखना चाहते थे. राष्ट्रपति ने मुझे किताब दिखाई.'
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: बॉलीवुड अभिनेत्री नीतू चंद्रा अब फिल्म निर्माता बन गई हैं, और बतौर निर्माता उनकी पहली फिल्म का नाम है 'वन्स अपॉन ए टाइम इन बिहार', और इसका निर्देशन किया है नीतू के भाई नितिन चंद्रा ने। नीतू चंद्रा ने अपनी पहली ही फिल्म में अपने गृहराज्य बिहार के मुद्दे को उजागर करने की कोशिश की है। दरअसल, गृहराज्य होने के कारण नीतू और उनके भाई नितिन ने बिहार के सिस्टम, सरकार, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी को अपनी आंखों से देखा है, इसलिए पहली ही फिल्म में उन्होंने इसी बिहार को दिखाने की कोशिश की है।टिप्पणियां फिल्म में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे अभिनेता आशीष विद्यार्थी ने नीतू को साहसी बताते हुए कहा, "नीतू ने इस विषय को पर्दे पर उतारने की बड़ी हिम्मत की है, जो एक साहसी लड़की ही कर सकती है... 'वन्स अपॉन ए टाइम इन बिहार' रियलिस्टिक फिल्म होते हुए भी एक मनोरंजक फिल्म है..." वहीं, नीतू चंद्रा का कहना है, "यह एक पोलिटिकल थ्रिलर है... यह फिल्म बिहार के परिवेश में बिहार के किरदारों के साथ ही बनी है, मगर यह सिर्फ बिहार की कहानी नहीं कहती, पूरे देश की कहानी कह रही है, क्योंकि पूरे देश के हालात एक जैसे हैं..." दरअसल, गृहराज्य होने के कारण नीतू और उनके भाई नितिन ने बिहार के सिस्टम, सरकार, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी को अपनी आंखों से देखा है, इसलिए पहली ही फिल्म में उन्होंने इसी बिहार को दिखाने की कोशिश की है।टिप्पणियां फिल्म में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे अभिनेता आशीष विद्यार्थी ने नीतू को साहसी बताते हुए कहा, "नीतू ने इस विषय को पर्दे पर उतारने की बड़ी हिम्मत की है, जो एक साहसी लड़की ही कर सकती है... 'वन्स अपॉन ए टाइम इन बिहार' रियलिस्टिक फिल्म होते हुए भी एक मनोरंजक फिल्म है..." वहीं, नीतू चंद्रा का कहना है, "यह एक पोलिटिकल थ्रिलर है... यह फिल्म बिहार के परिवेश में बिहार के किरदारों के साथ ही बनी है, मगर यह सिर्फ बिहार की कहानी नहीं कहती, पूरे देश की कहानी कह रही है, क्योंकि पूरे देश के हालात एक जैसे हैं..." फिल्म में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे अभिनेता आशीष विद्यार्थी ने नीतू को साहसी बताते हुए कहा, "नीतू ने इस विषय को पर्दे पर उतारने की बड़ी हिम्मत की है, जो एक साहसी लड़की ही कर सकती है... 'वन्स अपॉन ए टाइम इन बिहार' रियलिस्टिक फिल्म होते हुए भी एक मनोरंजक फिल्म है..." वहीं, नीतू चंद्रा का कहना है, "यह एक पोलिटिकल थ्रिलर है... यह फिल्म बिहार के परिवेश में बिहार के किरदारों के साथ ही बनी है, मगर यह सिर्फ बिहार की कहानी नहीं कहती, पूरे देश की कहानी कह रही है, क्योंकि पूरे देश के हालात एक जैसे हैं..." वहीं, नीतू चंद्रा का कहना है, "यह एक पोलिटिकल थ्रिलर है... यह फिल्म बिहार के परिवेश में बिहार के किरदारों के साथ ही बनी है, मगर यह सिर्फ बिहार की कहानी नहीं कहती, पूरे देश की कहानी कह रही है, क्योंकि पूरे देश के हालात एक जैसे हैं..."
गोवा में पेट्रोल और डीजल आज मध्यरात्रि से और सस्ता हो जाएगा। पेट्रोल का दाम 84 पैसा और डीजल का दाम 40 पैसा प्रति लीटर घट जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को शाम कहा कि राज्य सरकार ने दोनों ईंधन पर राज्य अधिभार खत्म कर दिया। इससे पहले, भाजपा शासित राज्य ने पेट्रोल पर वैट खत्म कर दिया था। गोवा में अब पेट्रोल 57 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 42.98 रुपये प्रति लीटर मूल्य में मिलेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को शाम कहा कि राज्य सरकार ने दोनों ईंधन पर राज्य अधिभार खत्म कर दिया। इससे पहले, भाजपा शासित राज्य ने पेट्रोल पर वैट खत्म कर दिया था। गोवा में अब पेट्रोल 57 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 42.98 रुपये प्रति लीटर मूल्य में मिलेगा।
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पांच युवकों ने दसवीं की एक छात्रा को अगवा कर उससे गैंगरेप किया. पुलिस ने शनिवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. बाकी दो की तलाश की जा रही है. पीडि़ता और आरोपी अलग-अलग संप्रदाय के हैं, इसलिए इलाके में घटना को लेकर तनाव बना हुआ है. पीड़िता मवाना क्षेत्र में अपने मामा के यहां रहती है और कक्षा 10 में पढ़ती है. मेडिकल जांच में उससे रेप की पुष्टि हो गई है. मवाना पुलिस के मुताबिक, 14 साल की लड़की बुधवार शाम दूध लेने गई थी. तभी कार सवार पांच युवकों ने उसे अगवा कर लिया. गुरुवार को लड़की के परिजनों ने गांव के ही एक शख्स के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया. बताया जाता है कि आरोपी पीड़िता को थाना इंचौली क्षेत्र के जंगल में एक ट्यूबवेल पर ले गए और वहां उसे बंधक बना लिया. यहां उसे नशीला पदार्थ खिलाकर पांचों युवकों ने उससे दुष्कर्म किया. शुक्रवार देर शाम लड़की को बेहोशी की हालत में उसके मामा के घर के पास फेंककर आरोपी फरार हो गए. बताया जाता है कि मुख्य आरोपी पहले से ही छात्रा के साथ छेड़छाड़ करता रहता था.
अभिनेता संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त के खिलाफ कोई भी फिल्म स्टार तैयार नहीं है. बीजेपी की राज्य इकाई मुंबई से उनकी सीट पर किसी फिल्म कलाकार को खड़ा करना चाहती है. अंग्रेजी अखबार द इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक प्रिया दत्त मुंबई के उत्तरी मध्य क्षेत्र से कांग्रेस की सांसद हैं और बीजेपी चाहती है कि वहां से कोई फिल्म स्टार उनके खिलाफ खड़ा हो. इस सिलसिले में वहां बीजेपी के नेताओं ने विनोद खन्ना, अनुपम खेर, नाना पाटेकर और यहां तक कि हेमा मालिनी से भी मुलाकात की. लेकिन इनमें से कोई भी प्रिया दत्त के खिलाफ खड़ा होने को तैयार नहीं हुआ. प्रिया दत्त इस सीट से 2004 से जीतती आ रही हैं. और अब बीजेपी इस सीट को हर हाल में जीतना चाहती है. इसके लिए वह उपयुक्त उम्मीदवारों की तलाश कर रही है. मुंबई बीजेपी के नेताओं का मानना है कि प्रिया दत्त को कोई फिल्म कलाकार ही हरा सकता है. लेकिन बीजेपी के इस ऑफर में कोई भी स्टार दिलचस्पी नहीं ले रहा है. यहां तक कि नाना पाटेकर जो संजय दत्त के विरोधी माने जाते हैं, तैयार नहीं हुए. उन्होंने तो राजनीति में ही आने से इनकार कर दिया. दरअसल प्रिया दत्त यहां से पौने दो लाख वोटों से जीतती रही हैं. इस बार उनके लिए सलमान खान भी प्रचार करने आ रहे हैं. ऐसे में ज्यादातर फिल्म कलाकार कतरा रहे हैं. समझा जाता है कि इस सीट से बीजेपी के मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलर या फिर कारोबारी मोहित कांबोज लड़ सकते हैं.
अखिलेश यादव को जीत का पूरा भरोसा है. अखिलेश की मानें तो उत्तर प्रदेश की जनता उनके कामों से संतुष्ट हैं, और एक बार फिर मौका देने जा रही है. 'आज तक' से खास बातचीत में अखिलेश ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो केवल मार्केटिंग पर विश्वास रखते हैं. अखिलेश बोले- बीजेपी मार्केटिंग में आगे अखिलेश का कहना है कि उन्होंने यूपी की बेहतरी के लिए काम किया है और वो सबको दिख रहा है. देश का सबसे बड़ा हाईवे उनके कार्यकाल में बनकर तैयार हुआ. अखिलेश ने कहा- बीजेपी मार्केटिंग करने में हमसे आगे है, जहां तक काम की बात है तो केंद्र सरकार ने पिछले ढाई साल में यूपी के लिए कुछ भी नहीं किया है. अगर उन्होंने कुछ किया है तो केवल एक बड़ा काम बता दें जिससे यूपी की जनता को फायदा हुआ हो. मेट्रो और एक्सप्रेस-वे अखिलेश की चुनावी डायरी में लखनऊ मेट्रो प्रोजेक्ट के बारे में अखिलेश ने कहा कि उन्होंने तय समय में जनता को मेट्रो की सौगात दे दी. विपक्ष के उस आरोप को अखिलेश ने सिरे से नकार दिया कि मेट्रो के काम अभी आधे-अधूरे हैं और सपा उसे चुनाव मुद्दा बनाने में जुटी है. केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप साइकिल पर सैर के दौरान इस खास इंटरव्यू में अखिलेश के निशाने पर खासतौर पर बीजेपी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा में यूपी से बीजेपी को बड़ी जीत मिली थी, लेकिन केंद्र सरकार ने जीत के बाद यूपी की जनता को भूल गई. और अब फिर चुनाव में वो बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. अपने मंत्री गायत्री प्रजापति पर लगे आरोपों पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि सीधे तौर पर उनपर कोई संगीन आरोप नहीं है. महिला सुरक्षा पर डिंपल ने संभाला मोर्चा अखिलेश के साथ-साथ उनकी पत्नी डिंपल यादव ने भी कई सवालों के जवाब दिए. डिंपल ने माना कि सूबे में महिला सुरक्षा एक बड़ा मामला है, लेकिन 1090 के तहत शिकायतों पर पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है और पिछले कुछ महीनों में स्थिति सुधरी है. उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर सरकार को और सख्त होने की जरूरत है. साथ ही डिंपल ने कहा कि 'साइकिल' चुनाव-चिह्न को लेकर परिवार में चल रही लड़ाई से वो चिंतित थीं, लेकिन जनता उनके साथ थी इसलिए उनकी जीत हुई और आज साइकिल रेस भरने के लिए तैयार है. CM's wife Dimple Yadav also came for a stroll along the Lucknow river front. She joins @yadavakhilesh after this break. Playing on @aajtak pic.twitter.com/z0SYOyO4bm — Rahul Kanwal (@rahulkanwal) February 19, 2017
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण की ओर से नितिन गडकरी पर अप्रत्याशित हमला किए जाने के दिन भाजपा के अध्यक्ष ने गुरुवार को पार्टी के केन्द्रीय पदाधिकारियों की बैठक की। गडकरी के निवास पर हुई इस बैठक में आडवाणी उपस्थित नहीं थे। बैठक में सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, पार्टी के सभी महासचिव और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसमें पेट्रोल के बढ़े दामों के खिलाफ आयोजित बंद का जायज़ा लेने के साथ संप्रग सरकार को घेरने के लिए आगामी आंदोलनों पर चर्चा की गई। आडवाणी ने हालांकि आज लिखे अपने ब्लाग में गडकरी का सीधा नाम नहीं लिया। लेकिन उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायातवी द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्री पद से हटाए गए बाबू सिंह कुशवाहा को भाजपा में लिए जाने की उन्होंने कड़ी आलोचना की। पार्टी सूत्रों ने हालांकि माना कि बंद के दिन गडकरी को आड़े हाथ लेने वाला आडवाणी का ब्लाग भाजपा के लिए किरकिरी का सबब बना है। आडवाणी की आलोचनाओं के बीच गडकरी द्वारा शाम को बुलाई गई इस बैठक में बंद का जायज़ा लिए जाने के अलावा संप्रग सरकार को घेरने के लिए सात जून से शुरू होने वाले जन संघर्ष अभियान नामक एक अन्य देश व्यापी आंदोलन के बारे में चर्चा हुई। टिप्पणियां संप्रग सरकार को तीन मुद्दों --भाजपा और राजग शासित राज्य सरकारों से कथित भेदभाव, बढती मंहगाई और पेट्रोल के बढ़े दामों को वापस लेने पर घेरने की रणनीति बनाई गई है। आडवाणी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने के गडकरी के फैसले की आलोचना करते हुए अपने ब्लाग में लिखा है कि इन दिनों पार्टी के भीतर मूड उत्साहवर्धक नहीं है। ‘‘उत्तर प्रदेश विधानसभा के परिणाम, भ्रष्टाचार के आरोप में मायावतीजी द्वारा निकाले गए मंत्रियों का भाजपा में स्वागत किया जाना, झारखंड और कर्नाटक के मामलों से निपटने के तरीके.. इन सब घटनाओं ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध पार्टी के अभियान को कुंद किया है। गडकरी के निवास पर हुई इस बैठक में आडवाणी उपस्थित नहीं थे। बैठक में सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, पार्टी के सभी महासचिव और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसमें पेट्रोल के बढ़े दामों के खिलाफ आयोजित बंद का जायज़ा लेने के साथ संप्रग सरकार को घेरने के लिए आगामी आंदोलनों पर चर्चा की गई। आडवाणी ने हालांकि आज लिखे अपने ब्लाग में गडकरी का सीधा नाम नहीं लिया। लेकिन उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायातवी द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्री पद से हटाए गए बाबू सिंह कुशवाहा को भाजपा में लिए जाने की उन्होंने कड़ी आलोचना की। पार्टी सूत्रों ने हालांकि माना कि बंद के दिन गडकरी को आड़े हाथ लेने वाला आडवाणी का ब्लाग भाजपा के लिए किरकिरी का सबब बना है। आडवाणी की आलोचनाओं के बीच गडकरी द्वारा शाम को बुलाई गई इस बैठक में बंद का जायज़ा लिए जाने के अलावा संप्रग सरकार को घेरने के लिए सात जून से शुरू होने वाले जन संघर्ष अभियान नामक एक अन्य देश व्यापी आंदोलन के बारे में चर्चा हुई। टिप्पणियां संप्रग सरकार को तीन मुद्दों --भाजपा और राजग शासित राज्य सरकारों से कथित भेदभाव, बढती मंहगाई और पेट्रोल के बढ़े दामों को वापस लेने पर घेरने की रणनीति बनाई गई है। आडवाणी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने के गडकरी के फैसले की आलोचना करते हुए अपने ब्लाग में लिखा है कि इन दिनों पार्टी के भीतर मूड उत्साहवर्धक नहीं है। ‘‘उत्तर प्रदेश विधानसभा के परिणाम, भ्रष्टाचार के आरोप में मायावतीजी द्वारा निकाले गए मंत्रियों का भाजपा में स्वागत किया जाना, झारखंड और कर्नाटक के मामलों से निपटने के तरीके.. इन सब घटनाओं ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध पार्टी के अभियान को कुंद किया है। आडवाणी ने हालांकि आज लिखे अपने ब्लाग में गडकरी का सीधा नाम नहीं लिया। लेकिन उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायातवी द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में मंत्री पद से हटाए गए बाबू सिंह कुशवाहा को भाजपा में लिए जाने की उन्होंने कड़ी आलोचना की। पार्टी सूत्रों ने हालांकि माना कि बंद के दिन गडकरी को आड़े हाथ लेने वाला आडवाणी का ब्लाग भाजपा के लिए किरकिरी का सबब बना है। आडवाणी की आलोचनाओं के बीच गडकरी द्वारा शाम को बुलाई गई इस बैठक में बंद का जायज़ा लिए जाने के अलावा संप्रग सरकार को घेरने के लिए सात जून से शुरू होने वाले जन संघर्ष अभियान नामक एक अन्य देश व्यापी आंदोलन के बारे में चर्चा हुई। टिप्पणियां संप्रग सरकार को तीन मुद्दों --भाजपा और राजग शासित राज्य सरकारों से कथित भेदभाव, बढती मंहगाई और पेट्रोल के बढ़े दामों को वापस लेने पर घेरने की रणनीति बनाई गई है। आडवाणी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने के गडकरी के फैसले की आलोचना करते हुए अपने ब्लाग में लिखा है कि इन दिनों पार्टी के भीतर मूड उत्साहवर्धक नहीं है। ‘‘उत्तर प्रदेश विधानसभा के परिणाम, भ्रष्टाचार के आरोप में मायावतीजी द्वारा निकाले गए मंत्रियों का भाजपा में स्वागत किया जाना, झारखंड और कर्नाटक के मामलों से निपटने के तरीके.. इन सब घटनाओं ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध पार्टी के अभियान को कुंद किया है। पार्टी सूत्रों ने हालांकि माना कि बंद के दिन गडकरी को आड़े हाथ लेने वाला आडवाणी का ब्लाग भाजपा के लिए किरकिरी का सबब बना है। आडवाणी की आलोचनाओं के बीच गडकरी द्वारा शाम को बुलाई गई इस बैठक में बंद का जायज़ा लिए जाने के अलावा संप्रग सरकार को घेरने के लिए सात जून से शुरू होने वाले जन संघर्ष अभियान नामक एक अन्य देश व्यापी आंदोलन के बारे में चर्चा हुई। टिप्पणियां संप्रग सरकार को तीन मुद्दों --भाजपा और राजग शासित राज्य सरकारों से कथित भेदभाव, बढती मंहगाई और पेट्रोल के बढ़े दामों को वापस लेने पर घेरने की रणनीति बनाई गई है। आडवाणी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने के गडकरी के फैसले की आलोचना करते हुए अपने ब्लाग में लिखा है कि इन दिनों पार्टी के भीतर मूड उत्साहवर्धक नहीं है। ‘‘उत्तर प्रदेश विधानसभा के परिणाम, भ्रष्टाचार के आरोप में मायावतीजी द्वारा निकाले गए मंत्रियों का भाजपा में स्वागत किया जाना, झारखंड और कर्नाटक के मामलों से निपटने के तरीके.. इन सब घटनाओं ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध पार्टी के अभियान को कुंद किया है। संप्रग सरकार को तीन मुद्दों --भाजपा और राजग शासित राज्य सरकारों से कथित भेदभाव, बढती मंहगाई और पेट्रोल के बढ़े दामों को वापस लेने पर घेरने की रणनीति बनाई गई है। आडवाणी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने के गडकरी के फैसले की आलोचना करते हुए अपने ब्लाग में लिखा है कि इन दिनों पार्टी के भीतर मूड उत्साहवर्धक नहीं है। ‘‘उत्तर प्रदेश विधानसभा के परिणाम, भ्रष्टाचार के आरोप में मायावतीजी द्वारा निकाले गए मंत्रियों का भाजपा में स्वागत किया जाना, झारखंड और कर्नाटक के मामलों से निपटने के तरीके.. इन सब घटनाओं ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध पार्टी के अभियान को कुंद किया है। आडवाणी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने के गडकरी के फैसले की आलोचना करते हुए अपने ब्लाग में लिखा है कि इन दिनों पार्टी के भीतर मूड उत्साहवर्धक नहीं है। ‘‘उत्तर प्रदेश विधानसभा के परिणाम, भ्रष्टाचार के आरोप में मायावतीजी द्वारा निकाले गए मंत्रियों का भाजपा में स्वागत किया जाना, झारखंड और कर्नाटक के मामलों से निपटने के तरीके.. इन सब घटनाओं ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध पार्टी के अभियान को कुंद किया है।
अरुन्धती हिन्दी भाषा का एक महाकाव्य है, जिसकी रचना जगद्गुरु रामभद्राचार्य (१९५०–) ने १९९४ में की थी। यह महाकाव्य १५ सर्गों और १२७९ पदों में विरचित है। महाकाव्य की कथावस्तु ऋषिदम्पती अरुन्धती और वसिष्ठ का जीवनचरित्र है, जोकि विविध हिन्दू धर्मग्रंथों में वर्णित है। महाकवि के अनुसार महाकाव्य की कथावस्तु का मानव की मनोवैज्ञानिक विकास परम्परा से घनिष्ठ सम्बन्ध है। महाकाव्य की एक प्रति का प्रकाशन श्री राघव साहित्य प्रकाशन निधि, हरिद्वार, उत्तर प्रदेश द्वारा १९९९४ में किया गया था। पुस्तक का विमोचन तत्कालीन भारत के राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा द्वारा जुलाई ७, १९९४ के दिन किया गया था। रचना काव्य के अनुप्रवेश में कवि ने खड़ी बोली में रचित अपने सर्वप्रथम महाकाव्य में अरुन्धती को वर्ण्यविषय बनाने का कारण बताया है। उनके अनुसार वसिष्ठ गोत्र में जन्म लेने के कारण अरुन्धती के प्रति उनकी आस्था स्वाभाविक है। उनके कथनानुसार अरुन्धती के अनवद्य, प्रेरणादायी और अनुकरणीय चरित्र में भारतीय संस्कृति, समाज, धर्म, राष्ट्र और वैदिक दर्शन के बहुमूल्य तत्त्व निहित हैं। अपि च, उनकी मान्यतानुसार अग्निहोत्र की परम्परा का पूर्णरूपेण परिपोषण अरुन्धती और वसिष्ठ के द्वारा ही हुआ है। सप्तर्षियों के साथ केवल वसिष्ठपत्नी अरुन्धती पूजा की अधिकारिणी हैं, यह सम्मान और किसी भी ऋषिपत्नी को प्राप्त नहीं हुआ है। कथावस्तु स्रोत महाकाव्य की अधिकांश कथाएँ विभिन्न हिन्दू ग्रन्थों में उपलब्ध हैं। कुछ अंश कवि की मौलिक उद्भावनाएँ हैं। अरुन्धती के जन्म की कथा शिव पुराण तथा श्रीमद्भागवत में वर्णित है, किन्तु महाकाव्य श्रीमद्भागवत के अनुसार उनकी उत्पत्ति की कथा प्रस्तुत करता है। ब्रह्मा द्वारा अरुन्धती को आदेश का प्रसंग श्रीरामचरितमानस के उत्तरकाण्ड से लिया गया है। विश्वामित्र एवं वशिष्ठ के मध्य शत्रुता वाल्मीकि रामायण के बालकाण्ड पर आधारित है। शक्ति एवं पाराशर का जन्म महाभारत तथा विविध ब्राह्मण ग्रन्थों में उपलब्ध है। महाकाव्य की अन्तिम घटनाएँ वाल्मीकि रामायण, तुलसीकृत रामचरितमानस और विनयपत्रिका पर आधारित हैं। सारांश अरुन्धती ऋषि कर्दम और देवहूति की आठवीं पुत्री हैं तथा उनका विवाह ब्रह्मा के आठवें पुत्र वशिष्ठ के साथ सम्पन्न होता है। ब्रह्मा दम्पती को आश्वासन देते हैं कि उन्हें भगवान राम का दर्शन प्राप्त होगा। ऋषि दम्पती राम की प्रतीक्षा में अनेकों वर्ष व्यतीत करते हैं। गाधि राजा का पुत्र विश्वरथ वशिष्ठ से दिव्य गौ कामधेनु को छिनने का प्रयास करता है, परन्तु स्वयं को वशिष्ठ के ब्रह्मदण्ड का सामना करने में असमर्थ पाता है। विश्वरथ घोर तप करने के पश्चात ऋषि विश्वामित्र बनते हैं। प्रतिशोध की अग्नि में जल रहे विश्वामित्र अरुन्धती एवं वशिष्ठ के समस्त सौ पुत्रों को मृत्यु का शाप दे देते हैं। दम्पती की क्षमा से शक्ति नामक एक पुत्र उत्पन्न होता है, किन्तु विश्वामित्र उसे भी एक राक्षस द्वारा मरवा देते हैं। तब अरुन्धती और वशिष्ठ अपने पौत्र पाराशर पर आश्रम की देखभाल का दायित्व सौंपकर वानप्रस्थ आश्रम व्यतीत करने के लिए चले जाते हैं। परन्तु ब्रह्मा उन्हें पुनः आश्वस्त करते हुए कि वे केवल गृहस्थ दम्पती के रूप में रहते हुए ही राम के दर्शन कर सकेंगे, उन्हें पुनः गृहस्थाश्रम में प्रवेश करने का आदेश देते हैं। दम्पती अयोध्या के समीप एक आश्रम में निवास करना प्रारम्भ कर देते हैं। भगवान राम के जन्म के समय ही, उनके यहाँ भी सुयज्ञ नामक एक पुत्र का जन्म होता है। भगवान राम और सुयज्ञ एक साथ अरुन्धती एवं वशिष्ठ के आश्रम में अध्ययन करते हैं। मिथिला में सीता और राम के विवाह के पश्चात, जब नवविवाहित दम्पती अयोध्या आते हैं, तो अरुन्धती प्रथम बार सीता से मिलती हैं। सीता और राम चौदह वर्ष वनवास में व्यतीत करते हैं। वनवास के उपरान्त जब वे घर लौटते हैं, तो वे प्रथम बार भोजन करते हैं, जो कि स्वयं अरुन्धती अपने हाथों से बनाती हैं। इसी प्रसंग के साथ महाकाव्य का समापन होता है। पन्द्रह सर्ग सृष्टि प्रणय प्रीति परितोष प्रतीक्षा अनुनय प्रतिशोध क्षमा शक्ति उपराम प्रबोध भक्ति उपलब्धि उत्कण्ठा प्रमोद टिप्पणियाँ सन्दर्भ हिन्दी साहित्य हिन्दी कविता जगद्गुरु रामभद्राचार्य
यह लेख है: आईएसआईएस ने इराक के मोसुल शहर में संघर्ष क्षेत्र से भागने की कोशिश कर रहे 20 लड़ाकों के कथित तौर पर सार्वजनिक रूप से सिर काट दिए। उसने आतंकवादी संगठन के दूसरे सदस्यों को भागने की कोशिश करने पर ऐसे ही नतीजे भुगतने की चेतावनी दी। 'अरा न्यूज' के अनुसार इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) ने निनेवे प्रांत के मोसुल शहर में संघर्ष क्षेत्र से भागने की कोशिश करने वाले अपने ही आतंकवादियों को पकड़ लिया और सबके सामने उन्हें मौत के घाट उतार दिया।टिप्पणियां एक स्थानीय सूत्र ने आईएसआईएस के एक 'ओहदेदार' के हवाले से कहा, विद्रोहियों को शुक्रवार की शाम को मोसुल के पास जांच चौकी पर गिरफ्तार किया गया था। पश्चिमी मोसुल में लड़ाई पर मोर्चे के दौरान लड़ाकों के तौर पर अपनी स्थिति को छोड़ने वाले इन आतंकियों को मुकदमे के लिए शरीया अदालत में भेजा गया था। उसने कहा, संक्षिप्त पूछताछ के बाद शरीया अदालत ने धोखाधड़ी के आरोप में भागने वालों का सिर काटने का फैसला किया। खबर के अनुसार जिहादियों को मोसुल में सैकड़ों लोगों के सामने मौत के घाट उतारा गया, जिनमें अधिकतर आईएसआईएस के सदस्य और कमांडर थे। 'अरा न्यूज' के अनुसार इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) ने निनेवे प्रांत के मोसुल शहर में संघर्ष क्षेत्र से भागने की कोशिश करने वाले अपने ही आतंकवादियों को पकड़ लिया और सबके सामने उन्हें मौत के घाट उतार दिया।टिप्पणियां एक स्थानीय सूत्र ने आईएसआईएस के एक 'ओहदेदार' के हवाले से कहा, विद्रोहियों को शुक्रवार की शाम को मोसुल के पास जांच चौकी पर गिरफ्तार किया गया था। पश्चिमी मोसुल में लड़ाई पर मोर्चे के दौरान लड़ाकों के तौर पर अपनी स्थिति को छोड़ने वाले इन आतंकियों को मुकदमे के लिए शरीया अदालत में भेजा गया था। उसने कहा, संक्षिप्त पूछताछ के बाद शरीया अदालत ने धोखाधड़ी के आरोप में भागने वालों का सिर काटने का फैसला किया। खबर के अनुसार जिहादियों को मोसुल में सैकड़ों लोगों के सामने मौत के घाट उतारा गया, जिनमें अधिकतर आईएसआईएस के सदस्य और कमांडर थे। एक स्थानीय सूत्र ने आईएसआईएस के एक 'ओहदेदार' के हवाले से कहा, विद्रोहियों को शुक्रवार की शाम को मोसुल के पास जांच चौकी पर गिरफ्तार किया गया था। पश्चिमी मोसुल में लड़ाई पर मोर्चे के दौरान लड़ाकों के तौर पर अपनी स्थिति को छोड़ने वाले इन आतंकियों को मुकदमे के लिए शरीया अदालत में भेजा गया था। उसने कहा, संक्षिप्त पूछताछ के बाद शरीया अदालत ने धोखाधड़ी के आरोप में भागने वालों का सिर काटने का फैसला किया। खबर के अनुसार जिहादियों को मोसुल में सैकड़ों लोगों के सामने मौत के घाट उतारा गया, जिनमें अधिकतर आईएसआईएस के सदस्य और कमांडर थे। खबर के अनुसार जिहादियों को मोसुल में सैकड़ों लोगों के सामने मौत के घाट उतारा गया, जिनमें अधिकतर आईएसआईएस के सदस्य और कमांडर थे।
देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया के मानेसर कारखाने में बुधवार को श्रमिकों तथा प्रबंधन के बीच हिंसा की वजह से उत्पादन ठप होने से गुरूवार शेयर बाजार में कंपनी के शेयर में जोरदार गिरावट आई। एक दिन में ही मारुति का शेयर 9 प्रतिशत तक लुढ़क गया। इस तरह कंपनी के बाजार पूंजीकरण में एक कारोबारी सत्र में 3,183 करोड़ रुपये की कमी आई। बंबई शेयर बाजार में कंपनी का शेयर 8.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,117.35 रूपये पर आ गया। सिर्फ एक दिन में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 3,183 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 32,188 करोड़ रुपये पर आ गया। मानेसर कारखाने में हिंसा के बाद बंबई शेयर बाजार में कंपनी का शेयर एक समय 9 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 1,111.80 रुपये पर आ गया। श्रमिकों और प्रबंधकीय कर्मचारियों के बीच हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 55 अन्य लोग घायल हो गए।टिप्पणियां इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज में कंपनी का शेयर एक समय कारोबार के दौरान 9.50 फीसदी के नुकसान के साथ 1,110 रूपये पर आ गया था। 16 मार्च को मारुति का शेयर 52 सप्ताह के उच्च स्तर 1,428.20 रुपये पर पहुंच गया था। उसके बाद से कंपनी के शेयर में 28.18 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। हरियाणा के उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अभी तक हिंसा की घटना के सिलसिले में 100 श्रमिकों को गिरफ्तार किया गया है। बंबई शेयर बाजार में कंपनी का शेयर 8.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,117.35 रूपये पर आ गया। सिर्फ एक दिन में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 3,183 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 32,188 करोड़ रुपये पर आ गया। मानेसर कारखाने में हिंसा के बाद बंबई शेयर बाजार में कंपनी का शेयर एक समय 9 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 1,111.80 रुपये पर आ गया। श्रमिकों और प्रबंधकीय कर्मचारियों के बीच हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 55 अन्य लोग घायल हो गए।टिप्पणियां इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज में कंपनी का शेयर एक समय कारोबार के दौरान 9.50 फीसदी के नुकसान के साथ 1,110 रूपये पर आ गया था। 16 मार्च को मारुति का शेयर 52 सप्ताह के उच्च स्तर 1,428.20 रुपये पर पहुंच गया था। उसके बाद से कंपनी के शेयर में 28.18 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। हरियाणा के उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अभी तक हिंसा की घटना के सिलसिले में 100 श्रमिकों को गिरफ्तार किया गया है। मानेसर कारखाने में हिंसा के बाद बंबई शेयर बाजार में कंपनी का शेयर एक समय 9 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 1,111.80 रुपये पर आ गया। श्रमिकों और प्रबंधकीय कर्मचारियों के बीच हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 55 अन्य लोग घायल हो गए।टिप्पणियां इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज में कंपनी का शेयर एक समय कारोबार के दौरान 9.50 फीसदी के नुकसान के साथ 1,110 रूपये पर आ गया था। 16 मार्च को मारुति का शेयर 52 सप्ताह के उच्च स्तर 1,428.20 रुपये पर पहुंच गया था। उसके बाद से कंपनी के शेयर में 28.18 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। हरियाणा के उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अभी तक हिंसा की घटना के सिलसिले में 100 श्रमिकों को गिरफ्तार किया गया है। इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज में कंपनी का शेयर एक समय कारोबार के दौरान 9.50 फीसदी के नुकसान के साथ 1,110 रूपये पर आ गया था। 16 मार्च को मारुति का शेयर 52 सप्ताह के उच्च स्तर 1,428.20 रुपये पर पहुंच गया था। उसके बाद से कंपनी के शेयर में 28.18 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। हरियाणा के उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अभी तक हिंसा की घटना के सिलसिले में 100 श्रमिकों को गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा के उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अभी तक हिंसा की घटना के सिलसिले में 100 श्रमिकों को गिरफ्तार किया गया है।
अच्‍छी शुरुआत के बाद आज शेयर बाजर गिरावट के साथ बंद हुआ. बंद होने के समय सेंसेक्‍स 77 अंक नीचे 14,345 पर और निफ्टी 51 अंक नीचे 4241 पर बंद हुआ. आज सुबह 10 बजे सेंसेक्स 133 अंक ऊपर 14,555 पर था, जबकि निफ्टी 32 अंकों की उछाल के साथ 4,325 पर कारोबार कर रहा था. बाजार पर नजर फायदे के शेयर
लेख: आदिवासियों को कानूनी मदद दे रही वकील शालिनी ने बताया, ‘गांव के लोग निर्दोष आदिवासी हैं और उनका नक्सलियों से लेना देना नहीं है। पुलिस ने इन लोगों को हिरासत में यातनाएं दी हैं। हम इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना चाहते हैं लेकिन पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही है।’ उधर पुलिस ने किसी को यातना देने या लाठीचार्ज के आरोप से साफ इनकार किया है। थाने के एसएचओ शिशुपाल सिंह का कहना है, ‘गांव वालों ने मुचाकी की गिरफ्तारी के बाद सड़क पर चक्का जाम किया और थाने का घेराव किया। हमने पुलिस फोर्स बुलाई जिसे देखकर लोगों में भगदड़ मची। उसी भगदड़ में कुछ लोगों को चोटें आईं हैं।’ पुलिस मुचाकी को नक्सली समर्थक बता रही है औऱ उसे जेल भेज दिया गया है। बस्तर के इस इलाके में पिछले कई दिनों से आदिवासियों की गिरफ्तारी और समर्पण को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। गांव के लोग आरोप लगाते रहे हैं कि पुलिस फर्जी सरेंडर करवाती है और मना करने पर नक्सली समर्थक बताकर गिरफ्तार करती है। नक्सलियों की मदद के लिए गिरफ्तार होने के बाद कोर्ट से निर्दोष करार दी गई दंतेवाड़ा की रहने वाली सोनी सोरी इन गांव वाले के विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रही हैं। सोनी ने आम आदमी पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। सोनी का कहना है, ‘पुलिस लगातार निर्दोष गांव वालों को नक्सलियों का समर्थक या मुखबिर बता रही है जिससे यहां के गांवों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। पुलिस चाहती है कि गांव वाले नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में पुलिस के साथ सक्रिय रूप से काम करें। लेकिन गांव के लोग अंदरूनी इलाकों में रहते हैं और ऐसा करने पर उन्हें नक्सलियों से भी जान का खतरा है।’ असल में बस्तर में चल रही जंग में आम आदिवासी पुलिस और नक्सलियों के बीच पिस रहा है और आए दिन ये घटनाएं हो रही हैं। उधर पुलिस अपने बचाव में कह रही है कि नक्सलियों के हमदर्द पुलिस के खिलाफ प्रचारतंत्र खड़ा कर रहे हैं और उसके लिए राजनीतिक विरोध की ढाल बनाते हैं।
यह एक लेख है: भारत और पाकिस्तान ने सियाचिन ग्लेशियर विवाद का कोई समाधान निकालने के लिए सोमवार को दो दिवसीय बातचीत शुरू की जो आज मंगलवार को को भी जारी है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी ने एक भारी हिमस्खलन में लगभग 140 सैनिकों के मारे जाने के बाद दुनिया के इस सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र को सैन्य मुक्त करने का आह्वान किया है। अधिकारियों ने कहा है कि दोनों देशों के रक्षा सचिव, विवाद के समाधान के कई प्रस्तावों की समीक्षा करेंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस्लामाबाद के निकट रावलपिंडी शहर में हो रही इस बातचीत में भारतीय रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा भारतीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व वहां की रक्षा सचिव नर्गिस सेठी कर रही हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि दोनों रक्षा सचिवों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत से पहले अकेले में बातचीत की। रक्षा अधिकारियों के अलावा सैन्य अभियानों के महानिदेशक और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी बातचीत में हिस्सा ले रहे हैं। सियाचिन ग्लेशियर विवाद उस समय सुर्खियों में आया, जब अप्रैल के प्रारम्भ में एक पाकिस्तानी सैन्य शिविर पर भारी हिमस्खलन हुआ, परिणामस्वरूप 140 सैनिकों और असैन्य ठेकेदारों की बर्फ के नीचे दबने से मौत हो गई। उसके बाद से ही लम्बे समय से लम्बित इस विवाद के समाधान के लिए आह्वान किए जा रहे हैं, जहां विपरीत मौसम के कारण जितने सैनिक मारे गए हैं, उतने लड़ाई में नहीं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कई वार्ताएं की हैं, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर पिछली बातचीत 2011 के मध्य नई दिल्ली में की थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई थी।टिप्पणियां कयानी ने 18 अप्रैल के हिमस्खलन के बाद सियाचिन का दौरा किया था और टकराव के अंत के लिए बातचीत का आह्वान किया था और कहा था कि ग्लेशियर को सैन्यमुक्त किया जाना चाहिए। कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" अधिकारियों ने कहा है कि दोनों देशों के रक्षा सचिव, विवाद के समाधान के कई प्रस्तावों की समीक्षा करेंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस्लामाबाद के निकट रावलपिंडी शहर में हो रही इस बातचीत में भारतीय रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा भारतीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व वहां की रक्षा सचिव नर्गिस सेठी कर रही हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि दोनों रक्षा सचिवों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत से पहले अकेले में बातचीत की। रक्षा अधिकारियों के अलावा सैन्य अभियानों के महानिदेशक और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी बातचीत में हिस्सा ले रहे हैं। सियाचिन ग्लेशियर विवाद उस समय सुर्खियों में आया, जब अप्रैल के प्रारम्भ में एक पाकिस्तानी सैन्य शिविर पर भारी हिमस्खलन हुआ, परिणामस्वरूप 140 सैनिकों और असैन्य ठेकेदारों की बर्फ के नीचे दबने से मौत हो गई। उसके बाद से ही लम्बे समय से लम्बित इस विवाद के समाधान के लिए आह्वान किए जा रहे हैं, जहां विपरीत मौसम के कारण जितने सैनिक मारे गए हैं, उतने लड़ाई में नहीं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कई वार्ताएं की हैं, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर पिछली बातचीत 2011 के मध्य नई दिल्ली में की थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई थी।टिप्पणियां कयानी ने 18 अप्रैल के हिमस्खलन के बाद सियाचिन का दौरा किया था और टकराव के अंत के लिए बातचीत का आह्वान किया था और कहा था कि ग्लेशियर को सैन्यमुक्त किया जाना चाहिए। कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस्लामाबाद के निकट रावलपिंडी शहर में हो रही इस बातचीत में भारतीय रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा भारतीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व वहां की रक्षा सचिव नर्गिस सेठी कर रही हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि दोनों रक्षा सचिवों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत से पहले अकेले में बातचीत की। रक्षा अधिकारियों के अलावा सैन्य अभियानों के महानिदेशक और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी बातचीत में हिस्सा ले रहे हैं। सियाचिन ग्लेशियर विवाद उस समय सुर्खियों में आया, जब अप्रैल के प्रारम्भ में एक पाकिस्तानी सैन्य शिविर पर भारी हिमस्खलन हुआ, परिणामस्वरूप 140 सैनिकों और असैन्य ठेकेदारों की बर्फ के नीचे दबने से मौत हो गई। उसके बाद से ही लम्बे समय से लम्बित इस विवाद के समाधान के लिए आह्वान किए जा रहे हैं, जहां विपरीत मौसम के कारण जितने सैनिक मारे गए हैं, उतने लड़ाई में नहीं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कई वार्ताएं की हैं, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर पिछली बातचीत 2011 के मध्य नई दिल्ली में की थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई थी।टिप्पणियां कयानी ने 18 अप्रैल के हिमस्खलन के बाद सियाचिन का दौरा किया था और टकराव के अंत के लिए बातचीत का आह्वान किया था और कहा था कि ग्लेशियर को सैन्यमुक्त किया जाना चाहिए। कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि दोनों रक्षा सचिवों ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत से पहले अकेले में बातचीत की। रक्षा अधिकारियों के अलावा सैन्य अभियानों के महानिदेशक और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी बातचीत में हिस्सा ले रहे हैं। सियाचिन ग्लेशियर विवाद उस समय सुर्खियों में आया, जब अप्रैल के प्रारम्भ में एक पाकिस्तानी सैन्य शिविर पर भारी हिमस्खलन हुआ, परिणामस्वरूप 140 सैनिकों और असैन्य ठेकेदारों की बर्फ के नीचे दबने से मौत हो गई। उसके बाद से ही लम्बे समय से लम्बित इस विवाद के समाधान के लिए आह्वान किए जा रहे हैं, जहां विपरीत मौसम के कारण जितने सैनिक मारे गए हैं, उतने लड़ाई में नहीं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कई वार्ताएं की हैं, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर पिछली बातचीत 2011 के मध्य नई दिल्ली में की थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई थी।टिप्पणियां कयानी ने 18 अप्रैल के हिमस्खलन के बाद सियाचिन का दौरा किया था और टकराव के अंत के लिए बातचीत का आह्वान किया था और कहा था कि ग्लेशियर को सैन्यमुक्त किया जाना चाहिए। कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" सियाचिन ग्लेशियर विवाद उस समय सुर्खियों में आया, जब अप्रैल के प्रारम्भ में एक पाकिस्तानी सैन्य शिविर पर भारी हिमस्खलन हुआ, परिणामस्वरूप 140 सैनिकों और असैन्य ठेकेदारों की बर्फ के नीचे दबने से मौत हो गई। उसके बाद से ही लम्बे समय से लम्बित इस विवाद के समाधान के लिए आह्वान किए जा रहे हैं, जहां विपरीत मौसम के कारण जितने सैनिक मारे गए हैं, उतने लड़ाई में नहीं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कई वार्ताएं की हैं, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर पिछली बातचीत 2011 के मध्य नई दिल्ली में की थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई थी।टिप्पणियां कयानी ने 18 अप्रैल के हिमस्खलन के बाद सियाचिन का दौरा किया था और टकराव के अंत के लिए बातचीत का आह्वान किया था और कहा था कि ग्लेशियर को सैन्यमुक्त किया जाना चाहिए। कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" उसके बाद से ही लम्बे समय से लम्बित इस विवाद के समाधान के लिए आह्वान किए जा रहे हैं, जहां विपरीत मौसम के कारण जितने सैनिक मारे गए हैं, उतने लड़ाई में नहीं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कई वार्ताएं की हैं, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर पिछली बातचीत 2011 के मध्य नई दिल्ली में की थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई थी।टिप्पणियां कयानी ने 18 अप्रैल के हिमस्खलन के बाद सियाचिन का दौरा किया था और टकराव के अंत के लिए बातचीत का आह्वान किया था और कहा था कि ग्लेशियर को सैन्यमुक्त किया जाना चाहिए। कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कई वार्ताएं की हैं, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं। दोनों देशों ने इस मुद्दे पर पिछली बातचीत 2011 के मध्य नई दिल्ली में की थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई थी।टिप्पणियां कयानी ने 18 अप्रैल के हिमस्खलन के बाद सियाचिन का दौरा किया था और टकराव के अंत के लिए बातचीत का आह्वान किया था और कहा था कि ग्लेशियर को सैन्यमुक्त किया जाना चाहिए। कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" कयानी ने 18 अप्रैल के हिमस्खलन के बाद सियाचिन का दौरा किया था और टकराव के अंत के लिए बातचीत का आह्वान किया था और कहा था कि ग्लेशियर को सैन्यमुक्त किया जाना चाहिए। कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।" कयानी ने कहा था, "दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व बहुत जरूरी है, ताकि दोनों पक्ष अपने लोगों की बेहतरी पर ध्यान केंद्रित कर सकें। दोनों देशों को एकसाथ मिल बैठकर सियाचिन सहित सभी मुद्दे सुलझा लेने चाहिए।"