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बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने पिछले साल रियो ओलंपिक्‍स में ब्रॉन्‍ज मेडल जीता था. ये बात हम नहीं कह रहे हैं बल्कि कर्नाटक की टेक्‍स्‍टबुक में लिखा हुआ है. केवल यही नहीं, इन टेक्‍स्‍टबुक्‍स में और खामियां भी हैं. कई जगह सायना की जगह सानिया लिखा गया है. जबकि दोनों खिलाडि़यों का क्षेत्र काफी अलग है. ये हालत तब है कि जब दो साल तक इन टेक्‍स्‍टबुक्‍स का रिव्‍यू किया गया है. इसके बाद इसी साल प्राइमरी और हायर सकेंडरी एजुकेशन के लिए नई टेक्‍स्‍टबुक्‍स तैयार की गई हैं. 6 करोड़ किताबों को छापने में करीब 144 करोड़ का खर्च आया है. नई किताबों में बेशुमार गलतियां नई किताबों में जमकर स्‍पेलिंग मिस्‍टेक दिखती हैं. कई चीजें गायब हैं जैसे डाइग्राम्‍स और प्रश्‍न. जैसे कक्षा 7 की कन्‍नड़ टेक्‍स्‍टबुक में 24 से 57 पेज ही गायब हैं. कक्षा 10 की अंग्रेजी की टेक्‍स्‍बुक में पेज 53-84 तक उलटे छाप दिए गए हैं. कक्षा 7 की मैथ्‍स टेक्‍स्‍टबुक में प्रश्‍न छपे ही नहीं हैं, केवल उत्‍तर छपे हैं. देखें- साथ ही बुक्‍स में काफी सारी स्‍पेलिंग मिस्‍टेक्‍स हैं. जैसे hygiene को hygien और Persian को Presian लिखा गया है.
यह घटना यूरोपियन यूनियन (European Union) के 27 सदस्यों के कश्मीर जाने से पहले हुआ है. सोमवार को यूरोपियन यूनियन के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) से मुलाकात की. उम्मीद जताई जा रही है कि यह दल मंगलवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सकता है. ये टीम उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से भी मिलने वाली है. इनके कल के दौरे पर सबकी नज़र है. यूरोपीय संघ के सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद को संरक्षण और राज्य नीति के तौर पर इसका इस्तेमाल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई ज़रूरी है.
एण्ड गेट (AND gate) आधारभूत डिजिटल तार्किक द्वार है जो गणितीय तर्कशास्त्र में तार्किक संकलन (∧) को निरूपित करता है AND द्वार उपरोक्त सत्य सारणी के अनुरूप व्यवहार करता है। सभी निवेशी उच्च (1) होने की स्थिति में ही निर्गत द्वार का मान उच्च (1) प्राप्त होता है। यदि एण्ड द्वार के सभी निवेशी उच्च नहीं हैं तो निर्गत में हमें शून्य (निम्न) परिणाम मिलेगा। यह फलन कितने भी निवेशी तक विस्तृत किया जा सकता है। सन्दर्भ तर्कद्वार
देश के शेयर बाजार बुधवार को तेजी के साथ बंद हुए. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 21.56 अंकों की बढ़त के साथ 17,752.68 पर जबकि निफ्टी 9.70 अंकों की बढ़त के साथ 5,385.20 पर बंद हुआ. बुधवार सुबह बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 188.81 अंकों की बढ़त के साथ 17,919.93 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 44.95 अंकों की बढ़त के साथ 5,424.95 पर खुला. कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 18001.35 के ऊपरी और 17,677.97 के निचले स्तर को, जबकि निफ्टी ने 5,458.80 के ऊपरी एवं 5352.25 के निचले स्तर पर को छुआ. सेंसेक्स में शामिल ओएनजीसी (3.46 फीसदी), स्टरलाइट इंडस्ट्री (2.98 फीसदी), टाटा स्टील (2.90 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्री (2.84 फीसदी), विप्रो (2.72 फीसदी) और टाटा पावर (2.41 फीसदी) के शेयरों में दो फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई, जबकि लार्सन एंड टूब्रो (2.91 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (2.34 फीसदी), जिंदल स्टील (1.81 फीसदी), आईटीसी (1.35 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (1.07 फीसदी) के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. बीएसई के कुल 13 सेक्टरों में 10 में तेजी का रुख रहा जबकि तीन में गिरावट दर्ज की गई. तेल एवं गैस में (2.53 फीसदी), सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (1.51 फीसदी), धातु (1.45 फीसदी) और रियलटी (1.10 फीसदी) सेक्टर में एक फीसदी से अधिक बढ़त दर्ज की गई, जबकि उपभोक्ता वस्तु (1.59 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.72 फीसदी), बैंकिंग (0.59 फीसदी) सेक्टर में गिरावट दर्ज की गई. बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में अच्छी बढ़त देखी गई. मिडकैप 69.40 अंकों की बढ़त के साथ 6386.82 पर जबकि स्मॉलकैप 42.06 अंक की बढ़त के साथ 6859.97 पर बंद हुआ. बीएसई में कारोबार का रुख सकारात्मक रहा. कुल 1593 कम्पनियों के शेयरों में तेजी, जबकि 1295 कम्पनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. कुल 137 कम्पनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं दर्ज किया गया.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने यूपीए सरकार की आलोचना करने पर नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया और उन्हें राजकाज और विकास के मामलों पर किसी भी कांग्रेस नेता के साथ बहस की चुनौती दी। नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक दिग्विजय ने समावेशी राजनीति पर मोदी के विचार को खारिज करते हुए कहा कि क्या एक तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है। मोदी द्वारा अपने प्रवासी भारतीय समर्थकों को वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करने के कुछ ही देर बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की तरफ अपने तोपखाने का मुंह खोल दिया और माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर मोदी द्वारा सरकार की आलोचना को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने एनडीए शासन के समय के विकास के 'झूठे आंकड़े' दिए।टिप्पणियां दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, सुनकर अच्छा लगा कि मोदी समावेशी राजनीति की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या कोई तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है? फेकू मोदी पूरी रवानी में हैं। एनडीए शासन के समय के विकास के झूठे आंकड़े दे रहे हैं। इंटरनेट के इस माध्यम के जरिये दिग्विजय सिंह ने जैसे मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा, कांग्रेस आपको ताकत देती है...मोदी खुद को ताकत देते हैं...पसंद आपकी है...मोदी चाहते हैं कांग्रेस मुक्त भारत और कांग्रेस चाहती है भूख मुक्त भारत...वह साधन संपन्न का साथ देते हैं, कांग्रेस वंचितों की हिमायती है...पसंद आपकी है। नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक दिग्विजय ने समावेशी राजनीति पर मोदी के विचार को खारिज करते हुए कहा कि क्या एक तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है। मोदी द्वारा अपने प्रवासी भारतीय समर्थकों को वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करने के कुछ ही देर बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की तरफ अपने तोपखाने का मुंह खोल दिया और माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर मोदी द्वारा सरकार की आलोचना को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने एनडीए शासन के समय के विकास के 'झूठे आंकड़े' दिए।टिप्पणियां दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, सुनकर अच्छा लगा कि मोदी समावेशी राजनीति की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या कोई तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है? फेकू मोदी पूरी रवानी में हैं। एनडीए शासन के समय के विकास के झूठे आंकड़े दे रहे हैं। इंटरनेट के इस माध्यम के जरिये दिग्विजय सिंह ने जैसे मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा, कांग्रेस आपको ताकत देती है...मोदी खुद को ताकत देते हैं...पसंद आपकी है...मोदी चाहते हैं कांग्रेस मुक्त भारत और कांग्रेस चाहती है भूख मुक्त भारत...वह साधन संपन्न का साथ देते हैं, कांग्रेस वंचितों की हिमायती है...पसंद आपकी है। मोदी द्वारा अपने प्रवासी भारतीय समर्थकों को वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करने के कुछ ही देर बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की तरफ अपने तोपखाने का मुंह खोल दिया और माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर मोदी द्वारा सरकार की आलोचना को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने एनडीए शासन के समय के विकास के 'झूठे आंकड़े' दिए।टिप्पणियां दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, सुनकर अच्छा लगा कि मोदी समावेशी राजनीति की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या कोई तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है? फेकू मोदी पूरी रवानी में हैं। एनडीए शासन के समय के विकास के झूठे आंकड़े दे रहे हैं। इंटरनेट के इस माध्यम के जरिये दिग्विजय सिंह ने जैसे मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा, कांग्रेस आपको ताकत देती है...मोदी खुद को ताकत देते हैं...पसंद आपकी है...मोदी चाहते हैं कांग्रेस मुक्त भारत और कांग्रेस चाहती है भूख मुक्त भारत...वह साधन संपन्न का साथ देते हैं, कांग्रेस वंचितों की हिमायती है...पसंद आपकी है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, सुनकर अच्छा लगा कि मोदी समावेशी राजनीति की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या कोई तेंदुआ अपने धब्बे बदल सकता है? फेकू मोदी पूरी रवानी में हैं। एनडीए शासन के समय के विकास के झूठे आंकड़े दे रहे हैं। इंटरनेट के इस माध्यम के जरिये दिग्विजय सिंह ने जैसे मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा, कांग्रेस आपको ताकत देती है...मोदी खुद को ताकत देते हैं...पसंद आपकी है...मोदी चाहते हैं कांग्रेस मुक्त भारत और कांग्रेस चाहती है भूख मुक्त भारत...वह साधन संपन्न का साथ देते हैं, कांग्रेस वंचितों की हिमायती है...पसंद आपकी है। इंटरनेट के इस माध्यम के जरिये दिग्विजय सिंह ने जैसे मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा, कांग्रेस आपको ताकत देती है...मोदी खुद को ताकत देते हैं...पसंद आपकी है...मोदी चाहते हैं कांग्रेस मुक्त भारत और कांग्रेस चाहती है भूख मुक्त भारत...वह साधन संपन्न का साथ देते हैं, कांग्रेस वंचितों की हिमायती है...पसंद आपकी है।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में आज सुरक्षाबलों (आईटीबीपी) के साथ हुई मुठभेड़ में एक महिला नक्सली मारी गई. उस पर पांच लाख रुपए का इनाम था. पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि जिला बल और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने कोंडल पहाड़ियों के पास जंगल में एक नक्सल विरोधी अभियान चलाया था, जहां आज सुबह साढे़ आठ बजे मुठभेड़ हुई.टिप्पणियां अग्रवाल ने बताया कि सुरक्षा कर्मी जब कोंडल पहाड़ियों की घेराबंदी कर रहे थे तब नक्सलियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ खत्म होने के बाद महिला का शव बरामद किया गया. महिला की पहचान जरिना के तौर पर हुई है, जो कि नक्सलियों के ओंधी-मोहला संयुक्त क्षेत्र समिति की सदस्य थी.  उन्होंने बताया कि 12 बोर की एक बंदूक और नक्सलियों से संबंधित सामग्री भी मौके से बरामद की गई है. एसपी ने बताया कि बीजापुर जिले की निवासी जरिना वर्ष 2005 से संगठन की गतिविधियों में सक्रिय थी. मानपुर उप संभाग के कई पुलिस थानों में उसके खिलाफ पुलिस दल पर हमला करने सहित 16 मामले दर्ज है. उस पर पांच लाख का इनाम था. उन्होंने बताया कि विस्तृत जानकारियां मिलना बाकी है क्योंकि तलाश अभियान अभी जारी है. पुलिस ने बताया कि इसके साथ ही पिछले दो साल में राजनांदगांव जिले में हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या 18 हो गई है. अग्रवाल ने बताया कि सुरक्षा कर्मी जब कोंडल पहाड़ियों की घेराबंदी कर रहे थे तब नक्सलियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ खत्म होने के बाद महिला का शव बरामद किया गया. महिला की पहचान जरिना के तौर पर हुई है, जो कि नक्सलियों के ओंधी-मोहला संयुक्त क्षेत्र समिति की सदस्य थी.  उन्होंने बताया कि 12 बोर की एक बंदूक और नक्सलियों से संबंधित सामग्री भी मौके से बरामद की गई है. एसपी ने बताया कि बीजापुर जिले की निवासी जरिना वर्ष 2005 से संगठन की गतिविधियों में सक्रिय थी. मानपुर उप संभाग के कई पुलिस थानों में उसके खिलाफ पुलिस दल पर हमला करने सहित 16 मामले दर्ज है. उस पर पांच लाख का इनाम था. उन्होंने बताया कि विस्तृत जानकारियां मिलना बाकी है क्योंकि तलाश अभियान अभी जारी है. पुलिस ने बताया कि इसके साथ ही पिछले दो साल में राजनांदगांव जिले में हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या 18 हो गई है. उन्होंने बताया कि 12 बोर की एक बंदूक और नक्सलियों से संबंधित सामग्री भी मौके से बरामद की गई है. एसपी ने बताया कि बीजापुर जिले की निवासी जरिना वर्ष 2005 से संगठन की गतिविधियों में सक्रिय थी. मानपुर उप संभाग के कई पुलिस थानों में उसके खिलाफ पुलिस दल पर हमला करने सहित 16 मामले दर्ज है. उस पर पांच लाख का इनाम था. उन्होंने बताया कि विस्तृत जानकारियां मिलना बाकी है क्योंकि तलाश अभियान अभी जारी है. पुलिस ने बताया कि इसके साथ ही पिछले दो साल में राजनांदगांव जिले में हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या 18 हो गई है.
केंद्रीय मंत्रिपरिषद से प्रणब मुखर्जी के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की आधिकारिक वेबसाइट में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बाद दूसरे स्थान पर शरद पवार का नाम होने से इस तरह की अटकलें शुरू हो गयीं कि क्या पवार सरकार में दूसरे नंबर पर हैं. सूची में राकांपा नेता तथा कृषि मंत्री पवार का नाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ए के एंटनी, पी चिदंबरम और एस एम कृष्णा से भी ऊपर देखा गया. उक्त सभी कांग्रेसी नेता सुरक्षा पर कैबिनेट समिति के सदस्य हैं. अटकलें हैं कि क्या पवार सरकार में दूसरे नंबर पर हैं जिनका नाम अब तक संप्रग सरकार के दूसरे नंबर के नेता माने जाने वाले प्रणब मुखर्जी की जगह आया है. मुखर्जी हमेशा सरकार में नंबर दो माने गये और प्रधानमंत्री के आधिकारिक विदेश दौरों के समय वह दिल्ली में ही रहते थे. इस बारे में जब प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों से बात की गयी तो उन्होंने इस धारणा को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि यह महज वेबसाइट संभालने वाले लोगों की ओर से सामान्य तौर पर किया गया है. इसमें किसी तरह का राजनीतिक दृष्टिकोण नहीं है. हालांकि शाम तक वेबसाइट से कैबिनेट मंत्रियों की पूरी सूची नदारद दिखी और केवल राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) तथा राज्य मंत्रियों की सूची वहां देखने को मिली. कांग्रेस ने इस बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि मुखर्जी के सरकार से हटने के बाद कांग्रेस को लोकसभा में सदन के नेता का नाम भी तय करना है, जिस पर पहले खुद पूर्व वित्त मंत्री मुखर्जी काबिज थे.
रिएलिटी शो बिग बॉस के इस सीजन में पुनीत इस्सर और करिश्मा तन्ना के झगड़े जगजाहिर हैं. मगर इस जंग में कूदी पुनीत की बेटी का कमेंट खासा अभद्र है. इसको लेकर मुंबई के सेलिब्रिटी सर्किल में चर्चे जोरों पर हैं. पुनीत की बेटी निवरिती ने एक ट्वीट किया है. उसमें वह लिखती हैं कि क्या करिश्मा तन्ना के पिता स्वाभाविक मौत मरे. या उन्होंने खुद को मार डाला क्योंकि वह करिश्मा के पिता थे. करिश्मा जिसको बिल्कुल भी सेंस नहीं है. इस ट्वीट को लेकर ट्विटर वर्ल्ड और उसके बाहर आलोचनाओं का दौर शुरू हुआ तो अकाउंट ही गायब हो गया. मगर तब तक तमाम रणबांकुरे उनके कमेंट का स्क्रीनशॉट ले चुके थे. अब जरा फ्लैशबैक में चलते हैं. जब बिग बॉस शुरू हुआ था तब करिश्मा पुनीत को देखकर रोने लगी थीं. वह बोली थीं कि पुनीत जी को देखकर मुझे अपने दिवंगत पिता याद आते हैं. पुनीत ने भी तब करिश्मा को अपनी बेटी बताया था. मगर शो जीतने की भसड़ में दोनों इस शुरुआती भावुक रिश्तेदार को भूल गए. खैर, वह तो खेल है और सब अपने अपने ढंग से खेल रहे हैं. मगर खेल के बाहर से आया यह कमेंट किसी को हजम नहीं हो रहा.
विकिमीडिया आन्दोलन विकिपीडिया सहित विकिमीडिया परियोजनाओं में योगदानकर्ताओं का वैश्विक समुदाय है। यह समुदाय मुक्त मानकों और सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके इसे प्राप्त करने की प्रतिबद्धता के साथ सीधे इन परियोजनाओं का निर्माण और प्रबंधन करता है। सबसे पहले इसे विकिपीडिया के स्वयंसेवी संपादकों (विकिपीडियन) के समुदाय द्वारा बनाया गया था, इसके बाद इसका विस्तार विकिमीडिया कॉमन्स और विकिडाटा जैसी अन्य परियोजनाओं में हुआ और स्वयंसेवी सॉफ्टवेयर इंजीनियरों और डेवलपर्स ने विकिमीडिया, मीडियाविकी को सशक्त बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले सॉफ्टवेयर में योगदान दिया। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ Wikimedia home page Wikimedia movement structure description at Meta-Wiki विकिमीडिया सामाजिक आन्दोलन
हॉलीवुड ग्विनिथ पाल्ट्रो (Gwyneth Paltrow) अपने बच्चों की खातिर तलाक के बावजूद कोल्डप्ले बैंड (Coldplay Band) के मुख्य गायक क्रिस मार्टिन (Chris Martin) के करीब बनी हुई हैं. दोनों की शादी 10 साल तक चली और दोनों 15 वर्षीय बेटी एपल और 13 वर्षीय बेटे मोजेज के माता-पिता हैं. 'एसशोबिज डॉट कॉम' के मुताबिक, पाल्ट्रो और 'येलो' गाने के गायक अब भी करीबी दोस्त हैं. For my dear @realmrvalentino because I could not be with you tonight... @bradfalchuk and i love you #valentino1963 A post shared by Gwyneth Paltrow (@gwynethpaltrow) on Sep 22, 2019 at 7:23pm PDT यहां तक कि ग्विनिथ पाल्ट्रो (Gwyneth Paltrow) और क्रिस मार्टिन (Chris Martin) ने अगस्त में न्यूयॉर्क के हैम्पटन्स में ब्रैड फालचुक (पाल्ट्रो के वर्तमान पति) और मार्टिन की गर्लफ्रेंड डैकोटा जॉनसन के साथ छुट्टियां भी मनाईं. इस फैसले को पाल्ट्रो ने अपने बच्चों के लिए अच्छा बताया. Year one, done A post shared by Gwyneth Paltrow (@gwynethpaltrow) on Sep 29, 2019 at 3:27pm PDT पाल्ट्रो (Gwyneth Paltrow) ने न्यूज कॉर्प आस्ट्रेलिया को बताया, "मेरे पूर्व पति और मैं वास्तव में अब भी करीब हैं. हम भले ही अब दंपती नहीं हैं, लेकिन अभी भी एक परिवार की तरह बने हुए हैं." पाल्ट्रो और मार्टिन का 2016 में तलाक हो गया और अभिनेत्री ने पिछले साल अमेरिकी लेखक/निर्माता ब्रैड से शादी रचा ली.
निर्णीतानुसरण (=निर्णीत + अनुसरण ; Stare decisis) का सिद्धान्त यह है कि न्यायालयों द्वारा दिये गये पूर्वनिर्णय प्राधिकारपूर्ण तथा बन्धनकारी होते हैं तथा इनका अनुसरण किया जाना अनिवार्य है। जब अनेक निर्णयों द्वारा किसी वैधानिक प्रश्न को स्पष्टतया सुनिश्चित कर दिया जाता है, तो उसका अनुसरण करने तथा उसे न बदलने के सिद्धान्त को निर्णीतानुसरण का सिद्धान्त कहते हैं। निर्णीतानुसरण का सिद्धान्त इंग्लिश विधि का एक सर्वमान्य सिद्धान्त है। इस सिद्धान्त के अनुसार पूर्व-निर्णय इंग्लैण्ड के न्यायालयों द्वारा दिये गये निर्णय समान तथ्यों वाले मामलों में ब्रिटेन के न्यायालयों पर बन्धनकारी होते हैं। इसीलिए वहाँ न्यायिक पूर्व-निर्णयों को विधि के तात्विक स्रोत के रूप में मान्यता प्राप्त है। निर्णयानुसरण के लिए दो बातें आवश्यक हैं- (1) निर्णीत वादों की रिपोर्टिंग की समुचित व्यवस्था होनी चाहिये; तथा (2) श्रेणीबद्ध न्यायालयों की निश्चित शृंखला होनी चाहिये। विधि
आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने अगले पांच साल में देश के बाहर 10,000 नौकरियां देने की योजना बनाई है। एचसीएल टेक्नोलॉजीज के वाइस चेयरमैन एवं सीईओ विनीत नायर ने कहा, हम सामाजिक रूप से ज्यादा जिम्मेदार भूमिका निभाना चाहते हैं। लोग सिर्फ लागत बचाने की कोशिश ही नहीं कर रहे, बल्कि वे स्थानीय स्तर पर ज्यादा नौकरियों का सृजन भी चाहते हैं। हमारा विचार अगले पांच साल में देश के बाहर 10,000 नौकरियों का सृजन करना है। भर्तियों की रणनीति पर नायर ने कहा, हम प्रत्येक स्थान पर एक प्रमुख ग्राहक चुनते हैं। यह भागीदार हमें स्थानीय प्रतिभा ढूंढने में मदद करता है। साथ ही वह सरकार से सब्सिडी के लिए भी संपर्क करता है। कंपनी ने माइलस्टोन शेयर कार्यक्रम भी शुरू किया है। इसके तहत कंपनी में 14 अक्टूबर, 2011 से काम कर रहे कर्मचारियों को उनके कार्यकाल के हिसाब से 5 से 10 शेयर के मूल्य के बराबर राशि दी जाएगी। यह राशि 17 अक्टूबर को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के शेयर के बंद भाव पर होगी।
आर्थिक किल्लत का सामना कर रहा पाकिस्तान अब गधे बेचकर अपनी कुछ मुश्किलें दूर करेगा. गधों की सबसे बड़ी आबादी के मामले में पाकिस्तान दुनिया में तीसरे नंबर पर आता है. वहीं चीन दुनिया का ऐसा देश है जहां गधों की आबादी सबसे अधिक है. पाकिस्तान में गधों की आबादी करीब 50 लाख मानी जाती है. इससे पहले फरवरी में पाकिस्तान की आर्थिक दिक्कतों को दूर करने के लिए चीन ने करोड़ों रुपये के लोन की पेशकश की थी. अब इसके बदले में पाकिस्तान गधों को चीन भेजेगा. चीन में गधों को काफी खास माना जाता है क्योंकि इनका इस्तेमाल पारंपरिक चीनी दवा बनाने में किया जाता है. गधों की स्किन से तैयार होने वाले जिलेटिन को औषधीय गुणों वाला बताया जाता है. इससे खून और इम्यून सिस्टम बेहतर होता है. खैबर पख्तूनख्वा के एक अधिकारी ने कहा कि चीनी कंपनियां पाकिस्तान में गधों की फार्मिंग करने के लिए इन्वेस्टमेंट करने की इच्छुक हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी कंपनियां पाकिस्तान में 21 हजार करोड़ रुपये इन्वेस्ट कर सकती है. देश के निर्यात को बढ़ाने के लिए लाइव स्टॉक डिपार्टमेंट ने कहा है कि देश में पहली बार गधों के खास फार्म शुरू किए जाएंगे. डेरा इस्मायल खान और मनसेहरा में विदेशी साझेदारी में फार्म शुरू किए जा रहे हैं. पहले तीन वर्षों में सरकार करीब 80 हजार गधों का निर्यात करना चाहती है.
कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लगाने की वहां के राज्यपाल की सिफारिश को असंवैधानिक बताते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने राज्य के मुख्यमंत्री और 114 विधायकों के साथ मंगलवार को राष्ट्रपति से मुलाकात की और हंसराज भारद्वाज को तत्काल वापस बुलाने का आग्रह किया। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा, हमने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मुलाकात करके बहुमत प्राप्त सरकार को बर्खास्त किए जाने के राज्यपाल के असंवैधानिक प्रयासों के बारे में उन्हें जानकारी दी। हमने उनसे संरक्षण की मांग की। उन्होंने कहा कि 224 सदस्यीय विधानसभा में बीएस येदियुरप्पा सरकार को 122 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है और राज्यपाल विधानसभा में बहुमत साबित करने के प्रदेश सरकार के सुझाव पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। राष्ट्रपति के समक्ष हम इसी तथ्य को रखने आए थे। गडकरी ने कहा, हमने राष्ट्रपति को बताया कि कर्नाटक मंत्रिमंडल ने विधानसभा का सत्र बुलाकर बहुमत साबित करने की बात कही थी लेकिन राज्यपाल ने इसकी बजाए राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी। बार बार असंवैधानिक कार्य करने वाले भारद्वाज को वापस बुलाने की हमने मांग की। राष्ट्रपति से मुलाकात करने गए भाजपा शिष्टमंडल में गडकरी के अलावा लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली, वरिष्ठ नेता अनंत कुमार, वेंकैया नायडु आदि शामिल थे। राष्ट्रपति को सौंपे ज्ञापन में भाजपा ने राज्यपाल पर टकरावपूर्ण रूख अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि येदियुरप्पा के प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के दिन से ही राजभवन सरकार को परेशान करने के राजनीतिक हथियार के रूप में काम कर रहा है। पार्टी ने राष्ट्रपति से अपनी शिकायत में कहा कि राज्यपाल कह चुके हैं कि वह पहले कांग्रेसी हैं। यह अपने आप में साबित करता है कि वह सक्रिय राजनीतिक के रूप में इस पद पर आए हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि राज्य का संवैधानिक प्रमुख होने के नाते वह मंत्री मंडल का सुझाव मानने को बाध्य हैं लेकिन भारद्वाज ऐसा करने से इनकार कर देते हैं। राजनीतिक संकट की घड़ी में भाजपा आला कमान येदियुरप्पा का पूरा साथ दे रहा है। राष्ट्रपति से मिलने से पहले यहां भाजपा मुख्यालय में गडकरी ने येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सरकार के सुशासन की सराहना की। इससे पहले, भारद्वाज के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कल राजग नेताओं ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भेंट करके राज्यपाल को वापस बुलाये जाने की मांग की। प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि कर्नाटक में कुछ भी असंवैधानिक नहीं होगा।
कीचक राजा विराट का साला था तथा उनका सेनापति था। जब पाण्डव अपनी एक वर्ष की आज्ञात्वास की अवधि राजा विराट के यहाँ व्यतीत कर रहे थे तब वहाँ द्रौपदी "सैरन्ध्री" नामक एक दासी के रूप में राजा विराट की पत्नी की सेवा में कार्यरत थी। उस समय कीचक सैरन्ध्री (द्रौपदी) पर मोहित हो गया। एक दिन उसने बल़पूर्वक सैरन्ध्री को पाने की कोशिश की जिसके परिणामस्वरूप भीमसेन ने कीचक का वध कर दिया। कीचक को केवल छ: योद्धा ही मार सकते थे। बलराम द्रोणाचार्य भीष्म कर्ण दुर्योधन भीमसेन महाभारत के पात्र
बीते गुरुवार से जिंदगी और मौत से लड़ रहे 2 साल के मासूम बच्चे का रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी पड़ाव पर है. पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम इलाके के भगवानपुरा गांव में एक बोरवेल के गड्ढे में गिरा बच्चा अब जल्द ही बाहर आ सकता है. उसके पास पहुंचने के लिए टनल बनाने का काम लगभग पूरा हो चुका है. बता दें कि बच्चे का नाम फतेहवीर सिंह है, जो गुरुवार शाम करीब चार बचे खेलते समय बोरवेल में गिर गया था. फतेहवीर सिंह के बोरवेल में फंसे होने की सूचना मिलने के बाद से ही सेना-एनडीआरएफ की टीमें बीते चार दिन से उसे बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं. बचावकर्मियों की कड़ी मशक्त के बाद सोमवार को सफलता मिलती दिख रही है. बच्चे को आज बोरवेल के समानांतर खोदी गई टनल की मदद से बाहर निकाल जा सकता है. वहीं किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टरों और एंबुलेंस की टीम मौके पर मौजूद है. फोटो- एएनआई हालांकि रविवार को बच्चे के रेस्क्यू ऑपरेशन में रूकावट जरूर आई थी लेकिन बचाव दल ने हिम्मत नहीं हारी और पूरी उम्मीद के साथ अपने कार्य में जुटे रहे. जिसका परिणाम ये है कि आज उस तक पहुंचने का काम पूरा हो गया.  इसी बीच, 150 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में फंसे मासूम बच्चे की एक तस्वीर सामने आई जिसमें उसके दोनों हाथ पर सूजन होती दिखाई दी. बोरवेल के भीतर लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है. बोरवेल में फंसे 2 साल के बच्चे का फुटेज Just in ; Cc tv footage of 2 year old #FatehveerSingh is still trapped inside 150-ft deep borewell in #Bhagwanpura #Sangrur #Punjab . For last about 30 hours Rescue operations are on to pull-out him from Borewell. @capt_amarinder pic.twitter.com/AuDppDdKmi — Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ راویندرسنگھ روبن (@rsrobin1) June 8, 2019 मौके पर मौजूद डॉक्टरों की टीम भी अपनी तैयारियों के साथ अलर्ट है. उन्होंने रविवार को एंबुलेंस टीम को साथ में लेकर रास्ते का मुआयना भी किया ताकि यह पहले से ही तय कर लिया जाए कि इमरजेंसी की हालत में किस रास्ते से बच्चे को हॉस्पिटल ले जाना है. मासूम बच्चे को बचाने के लिए कई जेसीबी मशीनों और ट्रैक्टर से मिट्टी हटाई गई और बोरवेल के पास करीब चालीस फीट जमीन को खोदा गया. इसके बाद बोरवेल के समानांतर एक चौड़े पाइप को जमीन में डालने का काम शुरू किया गया. वहीं फतेहवीर सिंह की सलामती के लिए दुआएं भी की जा रही हैं. उसके माता और परिवार के सदस्यों ने ख्वाजा पीर दे दर पर माथा टेका. आसपास के इलाके के हजारों लोग और प्रशासन फतेहवीर की जान को बचाने में पूरी ताकत से जुटे हैं. भीषण गर्मी भी इन लोगों का हौसला डिगा नहीं सकी है. फतेहवीर सिंह के सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर इलाके में दुआएं मांगने, प्रार्थना और अरदास करने का सिलसिला लगातार जारी है. लोग, गुरुद्वारा साहिब, मंदिरों में पूजा अर्चना करके फतेहवीर के लिए दुआएं मांग रहे हैं.
एक अलबेला जल्द ही रिलीज होने वाली है. फिल्म में मंगेश देसाई भगवान दादा के रोल में हैं और विद्या बालन गीता बाली का किरदार निभा रही हैं. यह मराठी फिल्म फर्श से अर्श तक पहुंचने की भगवान दादा की कहानी है. फिल्म 24 जून को रिलीज हो रही है. फिल्म को शेखर सर्तांदेल ने डायरेक्ट किया है. आइए आपको भगवान दादा के बारे में 10 खास बातें बताते हैः 1. भगवान दादा की पहली बोलने वाली फिल्म 'हिम्मत-ए-मर्दा' (1934) थी, जिसमें ललिता पवार उनकी हीरोइन थी. एक सीन के दौरान गलती से भगवान दादा ने ललिता पवार के झापड़ रसीद कर दिया था, जिस वजह से वे डेढ़ दिन तक कौमा में रही थीं, और इसका असर ताउम्र उनकी आंख पर नजर आया. 2. भगवान दादा शेवरले कारों के शौकीन थे और उन्होंने 'शेवरले' टाइटल नाम की फिल्म में भी काम किया था. 3. 1947 के दंगों के दौरान उन्होंने सभी मुस्लिम कलाकारों और टेक्निशियंस को आश्रय दिया. 4. भगवान दादा ने भारत की पहली हॉरर फिल्म 1949 में 'भेड़ी बंगला' बनाई थी. 5. भगवान दादा हॉलीवुड फिल्म ऐक्टर डगलस फेयरबैंक के फैन थे और वह बिना किसी बॉडी डबल के अपने स्टंट खुद ही करते थे. उनके स्टंट इतने असली लगते थे कि राज कपूर उन्हें इंडियन डगलस कहते थे. 6. उनके द्वारा निर्देशित और निर्मित फिल्म के एक सीन में उन्हें पैसों की बारिश दिखानी थी तो उन्होंने इसके लिए असली नोटों का इस्तेमाल किया था. 7. भगवान दादा की फिल्मों के नेगेटिव मुंबई के गोरेगांव में स्थित उनके गोदाम में रहते थे. लेकिन उसमें आग लग गई और 1940 के दशक तक की उनकी सारी फिल्में उसमें जल गईं. 8. म्यूजिक डायरेक्टर सी. रामचंद्र उनके दोस्त थे और उन्होंने उन्हें पहला ब्रेक भी दिया था. 9. फिल्म इंडस्ट्री में डांसरों की कमी की वजह से भगवान दादा ने 'अलबेला' के गाने 'शोला जो भड़के' में फाइटर्स का इस्तेमाल किया था. 10. चेंबूर के आशा स्टूडियो कैंपस में उनका एक बंगला था, लेकिन वह उसमें कुछ ही दिन रहे, वह अपने निधन के समय तक दादर के अपने पुराने मकान में रहे, उन्हें वहां रहना बेहद पसंद था.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएल मैचों के दौरान स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के आरोपों की जांच के लिए बीसीसीआई के दो-सदस्यीय जांच दल को गैरकानूनी और असंवैधानिक करार देने के बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले पर अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति एके पटनायक और न्यायमूर्ति जेएस खेहड़ की खंडपीठ हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति देते हुए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार को नोटिस जारी किया। इस संगठन को दो सप्ताह के भीतर नोटिस का जवाब देना है। इस याचिका पर अब 29 अगस्त को आगे सुनवाई होगी। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार ने ही क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा गठित दो-सदस्यीय जांच दल के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने 30 जुलाई को अपने निर्णय में इस जांच दल को गैरकानूनी और असंवैधानिक करार दे दिया था।टिप्पणियां इससे दो दिन पहले ही मद्रास हाईकोर्ट के दो सेवानिवृत्त न्यायाधीशों टी जयराम चौता और आर बालासुब्रमण्यम ने अपनी रिपोर्ट बोर्ड को सौंपी थी, जिसमें उन सभी को क्लीन चिट दी गई थी, जिनके खिलाफ उन्होंने जांच की थी। इस जांच दल ने आईपीएल की टीम चेन्नै सुपर किंग्स के मालिक इंडिया सीमेन्ट्स लिमिटेड, उसके पूर्व टीम प्रिसिंपल और बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के संयुक्त मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ आरोपों की जांच की थी। स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण सामने आने पर बीसीसीआई ओर आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने इस जांच दल का गठन किया था। न्यायमूर्ति एके पटनायक और न्यायमूर्ति जेएस खेहड़ की खंडपीठ हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति देते हुए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार को नोटिस जारी किया। इस संगठन को दो सप्ताह के भीतर नोटिस का जवाब देना है। इस याचिका पर अब 29 अगस्त को आगे सुनवाई होगी। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार ने ही क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा गठित दो-सदस्यीय जांच दल के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने 30 जुलाई को अपने निर्णय में इस जांच दल को गैरकानूनी और असंवैधानिक करार दे दिया था।टिप्पणियां इससे दो दिन पहले ही मद्रास हाईकोर्ट के दो सेवानिवृत्त न्यायाधीशों टी जयराम चौता और आर बालासुब्रमण्यम ने अपनी रिपोर्ट बोर्ड को सौंपी थी, जिसमें उन सभी को क्लीन चिट दी गई थी, जिनके खिलाफ उन्होंने जांच की थी। इस जांच दल ने आईपीएल की टीम चेन्नै सुपर किंग्स के मालिक इंडिया सीमेन्ट्स लिमिटेड, उसके पूर्व टीम प्रिसिंपल और बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के संयुक्त मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ आरोपों की जांच की थी। स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण सामने आने पर बीसीसीआई ओर आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने इस जांच दल का गठन किया था। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार ने ही क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा गठित दो-सदस्यीय जांच दल के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने 30 जुलाई को अपने निर्णय में इस जांच दल को गैरकानूनी और असंवैधानिक करार दे दिया था।टिप्पणियां इससे दो दिन पहले ही मद्रास हाईकोर्ट के दो सेवानिवृत्त न्यायाधीशों टी जयराम चौता और आर बालासुब्रमण्यम ने अपनी रिपोर्ट बोर्ड को सौंपी थी, जिसमें उन सभी को क्लीन चिट दी गई थी, जिनके खिलाफ उन्होंने जांच की थी। इस जांच दल ने आईपीएल की टीम चेन्नै सुपर किंग्स के मालिक इंडिया सीमेन्ट्स लिमिटेड, उसके पूर्व टीम प्रिसिंपल और बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के संयुक्त मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ आरोपों की जांच की थी। स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण सामने आने पर बीसीसीआई ओर आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने इस जांच दल का गठन किया था। इससे दो दिन पहले ही मद्रास हाईकोर्ट के दो सेवानिवृत्त न्यायाधीशों टी जयराम चौता और आर बालासुब्रमण्यम ने अपनी रिपोर्ट बोर्ड को सौंपी थी, जिसमें उन सभी को क्लीन चिट दी गई थी, जिनके खिलाफ उन्होंने जांच की थी। इस जांच दल ने आईपीएल की टीम चेन्नै सुपर किंग्स के मालिक इंडिया सीमेन्ट्स लिमिटेड, उसके पूर्व टीम प्रिसिंपल और बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के संयुक्त मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ आरोपों की जांच की थी। स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण सामने आने पर बीसीसीआई ओर आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने इस जांच दल का गठन किया था। इस जांच दल ने आईपीएल की टीम चेन्नै सुपर किंग्स के मालिक इंडिया सीमेन्ट्स लिमिटेड, उसके पूर्व टीम प्रिसिंपल और बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के संयुक्त मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ आरोपों की जांच की थी। स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण सामने आने पर बीसीसीआई ओर आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने इस जांच दल का गठन किया था।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: गीतकार संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद और उनकी पत्नी की आत्महत्या के मामले में 38 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मथुरा के कोसी थाने में इन लोगों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है उनमें संकल्प के कई विभागीय अधिकारियों का नाम भी शामिल है। संकल्प के परिवार वालों का कहना है कि संकल्प पर हाल में आवंटित की गयी 250 करोड़ रुपये के विकास निधि से धोखाधड़ी करने के लिए ‘उसके वरिष्ठ अधिकारी दबाव’ डाल रहे थे, जिसका जिक्र संकल्प ने अपने सुसाइट नोट में भी किया है। संकल्प के रिश्तेदार यथार्थ शर्मा ने कहा, वह बहुत सादा जीवन जी रहा था और कभी ऐसे संकेत नहीं दिए कि वह किसी तरह के दबाव में है, लेकिन उसके सुसाइड नोट से लगता है कि वह कुछ अवैध करने के लिए बहुत ज्यादा दबाव में था। (इनपुट्स भाषा से भी)
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पंजाब से 22 वर्षीय इंजीनियरिंग की छात्रा आरती कालरा को जब यह पता चला कि उनका चयन फ्रांस के प्रतिष्ठित एयरोस्पेस यूनिवर्सिटी के लिये हुआ है, तब उन्हें ऐसा लगा मानो वह सारे बंधन तोड़ हवा में उड़ रही हों. आरती उन पांच मेधावी इंजीनियरिंग छात्रों में शामिल हैं जिनका चयन आईएसएई-एमबीडीए प्रोग्राम ऑफ एक्सीलेंस के तहत फ्रांस के प्रतिष्ठित अंतरिक्ष संस्थान इंस्तीत्युत सुपेरियर दे लाएयरोनॉतिक एत दे लाएस्पेस (आईएसएई) में दो वर्ष के मास्टर्स के पाठ्यक्रम के लिये हुआ है. आईएसएई, अंगूर के बागानों के लिये विख्यात दक्षिण फ्रांस के तुलूज में स्थित है. चंडीगढ़ के पीईसी यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई करने वाली आरती ने बताया, 'जब अंतिम नतीजा आया तब मैं अपने छात्रावास के कमरे में थी. मुझे ऐसा लगा मानो मेरे कंधों में पंख लग गये हों. यह किसी सपने के सच होने से कम नहीं था और मेरे अंदर आसमान में उड़ान भरने की इच्छा दृढ़ हो रही थी.'टिप्पणियां आरती उनके ही कॉलेज की साथी राशिका जैन और दक्षिण भारत से तीन अन्य छात्र - चेन्नई के एसआरएम यूनीवसर्टिी के ईशान प्रकाश (22), बेंगलुरु के एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कातर्कि वेंकटरमन और सागर शेनॉय मणिकर का इस पूर्ण छात्रवृत्ति के लिये चयन हुआ है. ये सभी अगस्त में तुलूज के लिये उड़ान भरेंगे. तुलूज विशालकाय एयरबस एवं कई अन्य एयरोस्पेस कंपनियों तथा अनुसंधान केंद्रों का स्थान है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) के पीईसी यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई करने वाली आरती ने बताया, 'जब अंतिम नतीजा आया तब मैं अपने छात्रावास के कमरे में थी. मुझे ऐसा लगा मानो मेरे कंधों में पंख लग गये हों. यह किसी सपने के सच होने से कम नहीं था और मेरे अंदर आसमान में उड़ान भरने की इच्छा दृढ़ हो रही थी.'टिप्पणियां आरती उनके ही कॉलेज की साथी राशिका जैन और दक्षिण भारत से तीन अन्य छात्र - चेन्नई के एसआरएम यूनीवसर्टिी के ईशान प्रकाश (22), बेंगलुरु के एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कातर्कि वेंकटरमन और सागर शेनॉय मणिकर का इस पूर्ण छात्रवृत्ति के लिये चयन हुआ है. ये सभी अगस्त में तुलूज के लिये उड़ान भरेंगे. तुलूज विशालकाय एयरबस एवं कई अन्य एयरोस्पेस कंपनियों तथा अनुसंधान केंद्रों का स्थान है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आरती उनके ही कॉलेज की साथी राशिका जैन और दक्षिण भारत से तीन अन्य छात्र - चेन्नई के एसआरएम यूनीवसर्टिी के ईशान प्रकाश (22), बेंगलुरु के एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कातर्कि वेंकटरमन और सागर शेनॉय मणिकर का इस पूर्ण छात्रवृत्ति के लिये चयन हुआ है. ये सभी अगस्त में तुलूज के लिये उड़ान भरेंगे. तुलूज विशालकाय एयरबस एवं कई अन्य एयरोस्पेस कंपनियों तथा अनुसंधान केंद्रों का स्थान है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह लेख है: बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के सिकटा थाना क्षेत्र से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने गुरुवार को जाली नोट कारोबार के सरगना अबी मुहम्मद को गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार, अबी भारत की सीमा में प्रवेश करने के फिराक में था, तभी गुप्त सूचना के आधार पर उसे पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. पश्चिम चंपारण के पुलिस अधीक्षक विनय कुमार ने बताया कि पिछले चार-पांच वर्षो से जाली नोट के कारोबार में अबी फरार था. कुछ दिनों पहले दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर पकड़े गए 49 लाख के जाली नोट और रक्सौल में पकड़े गए 25 लाख के जाली नोट बरामदगी मामले में भी पुलिस को उसकी तलाश थी.टिप्पणियां अबी हुसैन नेपाल के सिमरौनगढ़ का रहने वाला बताया गया है. पुलिस गिरफ्तार अबी से लगातार पूछताछ कर रही है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अबी का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से तो नहीं है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पश्चिम चंपारण के पुलिस अधीक्षक विनय कुमार ने बताया कि पिछले चार-पांच वर्षो से जाली नोट के कारोबार में अबी फरार था. कुछ दिनों पहले दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर पकड़े गए 49 लाख के जाली नोट और रक्सौल में पकड़े गए 25 लाख के जाली नोट बरामदगी मामले में भी पुलिस को उसकी तलाश थी.टिप्पणियां अबी हुसैन नेपाल के सिमरौनगढ़ का रहने वाला बताया गया है. पुलिस गिरफ्तार अबी से लगातार पूछताछ कर रही है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अबी का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से तो नहीं है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अबी हुसैन नेपाल के सिमरौनगढ़ का रहने वाला बताया गया है. पुलिस गिरफ्तार अबी से लगातार पूछताछ कर रही है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अबी का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से तो नहीं है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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स्टैंडअप कॉमेडियन कपिल शर्मा के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं. 3 एपिसोड के बाद उनके शो को 1 महीन के लिए सस्पेंड करने की चर्चा है. इसकी वजह कपिल की खराब सेहत और लगातार शूटिंग कैंसल करना बताया जा रहा है. इस प्रकरण में ताजा अपडेट ये है कि सोनी टीवी सुपरहिट शो कॉमेडी सर्कस का नया सीजन लाने जा रहा है और इसे कपिल शर्मा के शो से रिप्लेस किया जाएगा. एक एंटरटेनमेट वेबसाइट के मुताबिक, कॉमेडी सर्कस को विपुल शाह लेकर आएंगे. फिलहाल इस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. वैसे खास बात ये है कि कपिल को स्टार कॉमेडी सर्कस ने ही बनाया था. द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज से फेम पाने वाले कपिल ने कॉमेडी सर्कस में पार्टिसिपेट किया था और लगातार 6 सीजन जीते थे. प्रीति सिमोस के सपोर्ट में सुगंधा, कहा- उन्होंने बच्चों की तरह कपिल को संभाला वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा जा रहा है कपिल के शो की जगह चैनल ने पॉपुलर कॉमेडियन वीर दास के साथ नया शो लाने का फैसला किया है. हालांकि वीर दास ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात की है. शो बंद होने की वजह रिपोर्ट्स के मुताबिक, कपिल शर्मा के शो को बंद करने के पीछे कॉमेडी किंग की हेल्थ बताई जा रही है. पिछले दिनों कप‍िल के पुराने शो की क्र‍िएटिव हेड प्री‍ती सिमोस ने भी कपिल को रिहैब सेंटर में जाकर ट्रीटमेंट लेने की सलाह दी थी. पिछले कई इंटरव्यू में कप‍िल ने शराब पीने की अपनी बुरी आदत की गलती मानी थी. इसी साथ दूसरी वजह कप‍िल के लगातार शूट को कैंसल करने की है. कप‍िल पहले भी कई बड़े स्टार के शूट कैंसल करते रहे हैं. इस बार जब नए शो का प्रोमो आया तो उसमें भी कप‍िल ने शूट कैंसल करने की माफी अजय देवगन से मांगी थी. 3 एपिसोड के बाद बंद होने की कगार पर पहुंचा कपिल का नया शो, 1 महीने के लिए सस्पेंड कपिल की को-स्टार का खुलासा, 10 दिन से नहीं हुई शूटिंग कपिल के शो की होस्ट नेहा ने बताया कि मैं पिछले 10 दिनों से शो की शूटिंग नहीं कर रहीं हूं. कहा कि सोनी चैनल से परमिशन लेने के बाद ही मैंने दूसरे चैनल के शो में शूटिंग शुरू की. हालांकि मैंने कपिल शर्मा के शो फैमिली टाइम विद कप‍िल शर्मा को नहीं छोड़ा है. शो जब शुरू होगा मैं शूटिंग जरूर करूंगी. कर्ल्स पर चल आने वाले मेरे शो और कपिल के शो की टाइमिंग में क्लैश नहीं होगा.
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने शनिवार को मजाकिया अंदाज में कहा कि भारत में चल रही टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के प्रदर्शन को देखते हुए अपने देश के खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के मद्देनजर सचिन तेंदुलकर का ‘अपहरण’ कर लेना चाहिए. गौरतलब है कि इंग्लैंड टीम का टीम इंडिया का सामने बुरा हाल है और वह सीरीज में 2-0 से पीछे चल रही है. राजकोट में खेला गया सीरीज का पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था. कैमरन ने हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मेलन में मजाकिया अंदाज में कहा, ‘‘मुझे पता है कि बाद में लिटिल मास्टर (तेंदुलकर) भी यहां आने वाला है. दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज के प्रदर्शन को देखते हुए, हमें ट्रेनिंग के लिे तेंदुलकर का अपहरण कर लेना चाहए.’’ भारत ने पहले तीन टेस्ट मैचों में से दो मैच अपने नाम कर लिए हैं. हालांकि बाद में इसी कार्यक्रम में भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया के प्रदर्शन की सराहना करते हुए विराट कोहली के नेतृत्व वाली टेस्ट टीम को उस टीम के बराबर बताया है, जिसमें 'फैव-5' होते थे. उन्होंने कहा कि इस टीम में सही संतुलन है और उसे सिर्फ सही मार्गदर्शन की जरूरत है जोकि मुख्य कोच अनिल कुंबले दे रहे हैं. सचिन ने यह भी कहा कि अगर टेस्ट क्रिकेट को दर्शकों के लिए रोचक बनाना है तो उसे और प्रतिस्पर्धात्मक बनाने की जरूरत है. सचिन का मानना है कि उन्हें नहीं लगता कि टेस्ट क्रिकेट गर्द में जा रहा है. हालांकि उन्होंने इस बात को माना कि खेल के लंबे प्रारूप में दर्शकों की संख्या दिन ब दिन कम हो रही है. टेस्ट क्रिकेट टी-20 और एकदिवसीय के प्रभाव से दूर है.टिप्पणियां सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों के बीच अच्छी और कड़ी प्रतिस्पर्धा की बात पर जोर दिया. उन्होंने सुनिल गावस्कर- इमरान खान, विवियन रिचर्ड्स-जैफ थॉमसन, स्टीव वॉ- कर्टली एम्ब्रोस के बीच पुरानी प्रतिस्पर्धा के उदाहरण दिए कहा कि टेस्ट क्रिकेट को रोचक बानने के लिए इसी तरह की प्रतिस्पर्धा की जरूरत ताकि दर्शक टेस्ट से बंधे रह सकें. मैदान पर दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए सचिन ने कुछ सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि यह अजीब लग सकता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट दो गेंदों कुकाबुरा और एसजी तथा दो पिचों पर खेला जा सकता है. सचिन ने कहा कि बदलाव के तौर पर टेस्ट मैच की एक पारी घांस युक्त पिच पर खेली जाए और दूसरी पारी पाटा विकेट पर. उन्होंने साथ ही कहा कि अधिकारी लगातार दो सीरीज करा सकते हैं दो घर में और दो घर से बाहर. कैमरन ने हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मेलन में मजाकिया अंदाज में कहा, ‘‘मुझे पता है कि बाद में लिटिल मास्टर (तेंदुलकर) भी यहां आने वाला है. दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज के प्रदर्शन को देखते हुए, हमें ट्रेनिंग के लिे तेंदुलकर का अपहरण कर लेना चाहए.’’ भारत ने पहले तीन टेस्ट मैचों में से दो मैच अपने नाम कर लिए हैं. हालांकि बाद में इसी कार्यक्रम में भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया के प्रदर्शन की सराहना करते हुए विराट कोहली के नेतृत्व वाली टेस्ट टीम को उस टीम के बराबर बताया है, जिसमें 'फैव-5' होते थे. उन्होंने कहा कि इस टीम में सही संतुलन है और उसे सिर्फ सही मार्गदर्शन की जरूरत है जोकि मुख्य कोच अनिल कुंबले दे रहे हैं. सचिन ने यह भी कहा कि अगर टेस्ट क्रिकेट को दर्शकों के लिए रोचक बनाना है तो उसे और प्रतिस्पर्धात्मक बनाने की जरूरत है. सचिन का मानना है कि उन्हें नहीं लगता कि टेस्ट क्रिकेट गर्द में जा रहा है. हालांकि उन्होंने इस बात को माना कि खेल के लंबे प्रारूप में दर्शकों की संख्या दिन ब दिन कम हो रही है. टेस्ट क्रिकेट टी-20 और एकदिवसीय के प्रभाव से दूर है.टिप्पणियां सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों के बीच अच्छी और कड़ी प्रतिस्पर्धा की बात पर जोर दिया. उन्होंने सुनिल गावस्कर- इमरान खान, विवियन रिचर्ड्स-जैफ थॉमसन, स्टीव वॉ- कर्टली एम्ब्रोस के बीच पुरानी प्रतिस्पर्धा के उदाहरण दिए कहा कि टेस्ट क्रिकेट को रोचक बानने के लिए इसी तरह की प्रतिस्पर्धा की जरूरत ताकि दर्शक टेस्ट से बंधे रह सकें. मैदान पर दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए सचिन ने कुछ सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि यह अजीब लग सकता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट दो गेंदों कुकाबुरा और एसजी तथा दो पिचों पर खेला जा सकता है. सचिन ने कहा कि बदलाव के तौर पर टेस्ट मैच की एक पारी घांस युक्त पिच पर खेली जाए और दूसरी पारी पाटा विकेट पर. उन्होंने साथ ही कहा कि अधिकारी लगातार दो सीरीज करा सकते हैं दो घर में और दो घर से बाहर. हालांकि बाद में इसी कार्यक्रम में भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया के प्रदर्शन की सराहना करते हुए विराट कोहली के नेतृत्व वाली टेस्ट टीम को उस टीम के बराबर बताया है, जिसमें 'फैव-5' होते थे. उन्होंने कहा कि इस टीम में सही संतुलन है और उसे सिर्फ सही मार्गदर्शन की जरूरत है जोकि मुख्य कोच अनिल कुंबले दे रहे हैं. सचिन ने यह भी कहा कि अगर टेस्ट क्रिकेट को दर्शकों के लिए रोचक बनाना है तो उसे और प्रतिस्पर्धात्मक बनाने की जरूरत है. सचिन का मानना है कि उन्हें नहीं लगता कि टेस्ट क्रिकेट गर्द में जा रहा है. हालांकि उन्होंने इस बात को माना कि खेल के लंबे प्रारूप में दर्शकों की संख्या दिन ब दिन कम हो रही है. टेस्ट क्रिकेट टी-20 और एकदिवसीय के प्रभाव से दूर है.टिप्पणियां सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों के बीच अच्छी और कड़ी प्रतिस्पर्धा की बात पर जोर दिया. उन्होंने सुनिल गावस्कर- इमरान खान, विवियन रिचर्ड्स-जैफ थॉमसन, स्टीव वॉ- कर्टली एम्ब्रोस के बीच पुरानी प्रतिस्पर्धा के उदाहरण दिए कहा कि टेस्ट क्रिकेट को रोचक बानने के लिए इसी तरह की प्रतिस्पर्धा की जरूरत ताकि दर्शक टेस्ट से बंधे रह सकें. मैदान पर दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए सचिन ने कुछ सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि यह अजीब लग सकता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट दो गेंदों कुकाबुरा और एसजी तथा दो पिचों पर खेला जा सकता है. सचिन ने कहा कि बदलाव के तौर पर टेस्ट मैच की एक पारी घांस युक्त पिच पर खेली जाए और दूसरी पारी पाटा विकेट पर. उन्होंने साथ ही कहा कि अधिकारी लगातार दो सीरीज करा सकते हैं दो घर में और दो घर से बाहर. सचिन ने यह भी कहा कि अगर टेस्ट क्रिकेट को दर्शकों के लिए रोचक बनाना है तो उसे और प्रतिस्पर्धात्मक बनाने की जरूरत है. सचिन का मानना है कि उन्हें नहीं लगता कि टेस्ट क्रिकेट गर्द में जा रहा है. हालांकि उन्होंने इस बात को माना कि खेल के लंबे प्रारूप में दर्शकों की संख्या दिन ब दिन कम हो रही है. टेस्ट क्रिकेट टी-20 और एकदिवसीय के प्रभाव से दूर है.टिप्पणियां सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों के बीच अच्छी और कड़ी प्रतिस्पर्धा की बात पर जोर दिया. उन्होंने सुनिल गावस्कर- इमरान खान, विवियन रिचर्ड्स-जैफ थॉमसन, स्टीव वॉ- कर्टली एम्ब्रोस के बीच पुरानी प्रतिस्पर्धा के उदाहरण दिए कहा कि टेस्ट क्रिकेट को रोचक बानने के लिए इसी तरह की प्रतिस्पर्धा की जरूरत ताकि दर्शक टेस्ट से बंधे रह सकें. मैदान पर दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए सचिन ने कुछ सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि यह अजीब लग सकता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट दो गेंदों कुकाबुरा और एसजी तथा दो पिचों पर खेला जा सकता है. सचिन ने कहा कि बदलाव के तौर पर टेस्ट मैच की एक पारी घांस युक्त पिच पर खेली जाए और दूसरी पारी पाटा विकेट पर. उन्होंने साथ ही कहा कि अधिकारी लगातार दो सीरीज करा सकते हैं दो घर में और दो घर से बाहर. सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों के बीच अच्छी और कड़ी प्रतिस्पर्धा की बात पर जोर दिया. उन्होंने सुनिल गावस्कर- इमरान खान, विवियन रिचर्ड्स-जैफ थॉमसन, स्टीव वॉ- कर्टली एम्ब्रोस के बीच पुरानी प्रतिस्पर्धा के उदाहरण दिए कहा कि टेस्ट क्रिकेट को रोचक बानने के लिए इसी तरह की प्रतिस्पर्धा की जरूरत ताकि दर्शक टेस्ट से बंधे रह सकें. मैदान पर दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए सचिन ने कुछ सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि यह अजीब लग सकता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट दो गेंदों कुकाबुरा और एसजी तथा दो पिचों पर खेला जा सकता है. सचिन ने कहा कि बदलाव के तौर पर टेस्ट मैच की एक पारी घांस युक्त पिच पर खेली जाए और दूसरी पारी पाटा विकेट पर. उन्होंने साथ ही कहा कि अधिकारी लगातार दो सीरीज करा सकते हैं दो घर में और दो घर से बाहर. मैदान पर दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए सचिन ने कुछ सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा कि यह अजीब लग सकता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट दो गेंदों कुकाबुरा और एसजी तथा दो पिचों पर खेला जा सकता है. सचिन ने कहा कि बदलाव के तौर पर टेस्ट मैच की एक पारी घांस युक्त पिच पर खेली जाए और दूसरी पारी पाटा विकेट पर. उन्होंने साथ ही कहा कि अधिकारी लगातार दो सीरीज करा सकते हैं दो घर में और दो घर से बाहर.
इससे पहले दो सत्रों के दौरान संवेदी सूचकांक 557.30 अंक बढ़ा है. व्यापक आधार वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक आज फिर से 9,900 अंक के स्तर को पार कर गया. कारोबार के दौरान एक समय यह 9,947.80 अंक को छू गया लेकिन कारोबार की समाप्ति पर इसने काफी बढ़त गंवा दी और मात्र 6.85 प्रतिशि यानी 0.07 प्रतिशत बढ़कर 9,904.15 अंक पर बंद हुआ. देश की दूसरी बड़ी साफ्टवेयर कंपनी इनफोसिस का शेयर मूल्य 4.54 प्रतिशत बढ़कर 1,021.15 रुपये हो गया. कंपनी निदेशक मंडल नें कहा है कि वह शनिवार को कंपनी शेयरों के बॉय बैंक के प्रस्ताव पर विचार करेगा. कंपनी की इस घोषणा से प्रमुख सूचकांकों में लगातार तीसरे दिन तेजी का रुख बने रहने में मदद मिलेगी. देश की दूसरी बड़ी साफ्टवेयर कंपनी इनफोसिस का शेयर मूल्य 4.54 प्रतिशत बढ़कर 1,021.15 रुपये हो गया. कंपनी निदेशक मंडल नें कहा है कि वह शनिवार को कंपनी शेयरों के बॉय बैंक के प्रस्ताव पर विचार करेगा. कंपनी की इस घोषणा से प्रमुख सूचकांकों में लगातार तीसरे दिन तेजी का रुख बने रहने में मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के सबसे बड़े आर्थिक रिफॉर्म गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) को 1 अप्रैल 2016 से लागू कराने के लिए संसद के आगामी मानसून सत्र में कानून में संशोधन कराना है. विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने GST संशोधन विधेयक में ऐसे बदलावों की मांग की है जिससे माना जा रहा है कि केन्द्र सरकार के लिए इस विधेयक को संसद से पास करा पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया है. GST संशोधन विधेयक में आ रही दिक्कतों के अलावा मानसून सत्र में ललित मोदी विवाद और मध्य प्रदेश का व्यापम घोटाला भी केन्द्र सरकार के लिए कड़ी चुनौती है. इन मद्दों के चलते भी मोदी सरकार के कई अहम कानूनी सुधारों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. इन पांच कारणों से GST नहीं हो पाएगा 1 अप्रैल 2016 से लागू 1. विपक्ष में बैठी कांग्रेस GST बिल के विरोध में नहीं है लेकिन उसकी सहमति कुछ शर्तों पर है. वह चाहती है कि संशोधन विधेयक में राज्यों के बीच होने वाले ट्रेड पर 1 फीसदी टैक्स लगाने के प्रस्तावित प्रावधान को हटा दिया जाए. इसके साथ ही कांग्रेस मांग कर रही है कि GST की प्रस्तावित दर को 26 फीसदी से कम करके 18 फीसदी कर दिया जाए. कांग्रेस यह भी चाहती है कि शराब, पेट्रोलियम और बिजली को GST में शामिल किया जाए. साथ ही वह पुराने बिल में कंसल्टेटिव मैकेनिज्म को दोबारा शामिल करने की मांग कर रही है. लिहाजा, मानसून सत्र में यह बिल पास कराने के लिए कांग्रेस की मांगों को मानना पड़ेगा क्योंकि संख्या के हिसाब से बिना कांग्रेस के यह बिल पास नहीं हो सकता. 2. GST के लिए संविधान में संशोधन महज पहला कदम है. GST कानून बनने के बाद इसे लागू कराने के लिए संविधान के कई हिस्सों में जरूरी संशोधन करने होंगे. इसके लिए एक बार फिर संसद के दोनों सदनों की मंजूरी लेनी होगी और सभी दलों के बीच सघन बातचीत का दौर चलेगा. 3. मौजूदा समय में सभी राज्यों का अपना VAT (वैल्यू एडेड टैक्स) कानून है जिसे GST कानून बनने के बाद राज्यों में हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके साथ ही राज्यों में पुराने टैक्स ढांचे को हटाने और नए GST ढांचे को स्थापित करने के बीच के समय में टैक्स संबंधित मामलों को हल करने के लिए प्रावधान बनाए जाएंगे. 4. राज्यों में किसी कानून को पास कराने में कई अड़चनों का सामना करना पड़ता है. केन्द्र में बने सभी कानून अंग्रेजी में बनाए जाते हैं. राज्यों से पास कराने के लिए उन्हें राज्यों की भाषा में अनुवाद कराया जाएगा जिसके बाद ही नए कानून को नोटीफाई करने की प्रक्रिया शुरू होगी. इस पूरी प्रक्रिया में अच्छा-खासा समय लगता है. 5. नए GST के तहत काम करने के लिए देशभर में ट्रेड और इंडस्ट्री को आईटी क्षेत्र में निवेश करना होगा. इसके साथ ही नए टैक्स ढांचे के सभी स्टेकहोल्डर्स को GST प्रभावी करने के पहले शिक्षित करना होगा.
केंद्र सरकार ने अगले बजट सत्र से रेल बजट को आम बजट के साथ मिलाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है. सरकार ने रेल बजट और आम बजट को अलग-अलग पेश किए जाने वर्षों से चली आ रही परंपरा पर विराम लगा दिया है. रेल बजट को आम बजट से अलग पेश किए जाने की परंपरा 1924 में शुरू की गई थी. जानिए, मर्जर से जुड़ी बड़ी बातें और मोदी सरकार के इस कदम का क्या होगा असर... 1.अब आगामी वित्त वर्ष यानी 2017-18 के लिए साल 2017 में सिर्फ आम बजट ही संसद में पेश किया जाएगा. इसके अलावा एक विनियोजन विधेयक होगा. इससे रेलवे की स्वायतत्ता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. 2. वित्त मंत्रालय ही अब रेल मंत्रालय का बजट तय करेगा लेकिन अभी भी दोनो मंत्रालयों के अधिकारों का बटंवारा बाकी है और इसके लिए क्या प्रक्रिया होगी इसको भी तय किया जाना बाकी है. 3. आम बजट में रेलवे के लागत और गैर-लागत खर्च का ब्योरा होगा. 4. केंद्रीय कैबिनेट ने बजट की पूरी प्रक्रिया में ही बदलाव करने का फैसला लिया है. इसके तहत अब आम बजट पेश किए जाने की तारीख और पहले हो जाएगी. 5. वित्त और रेल मंत्रालय के बीच इस बात पर सहमति है कि आने वाले दिनों में किराए में कमी और बढ़ोतरी के लिए रेल टैरिफ अथॉरिटी बनाई जाएगी. 6. अगर रेल बजट को आम बजट में मिला दिया जाता है तो इससे नकदी की कमी से जूझ रही रेलवे को हर साल तकरीबन 10 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी. क्योंकि रेल मंत्रालय को यह रकम डिविडेंड यानी लाभांश के तौर पर देना पड़ता है. 7. आम बजट में रेल बजट के मर्जर के बाद भी रेल मंत्रालय को नई रेलगाड़ि‍यों और परियोजनाओं के ऐलान की छूट होगी. 8. वित्त मंत्रालय सातवें वेतन आयोग की वजह से रेल मंत्रालय पर पड़ रहे भारी भरकम बोझ को साझा करने में भी सहयोग करेगा. 9. दोनों बजट के मर्जर के बाद रेलवे के राजस्व घाटे और पूंजी लागत को अब वित्त मंत्रालय को ट्रांसफर कर दिया जाएगा. 10. रेल मंत्रालय को अब वित्त मंत्रालय के सामने ग्रॉस बजटरी सपोर्ट के लिए गिड़गिड़ाना नहीं पड़ेगा.
अब एक ऐसा मोबाइल फोन आ गया है जिसका कैमरा घूम सकता है और फोटो ले सकता है. अब तक मोबाइल फोन में कैमरे एक जगह पर स्थिर होते हैं और फोटो लेने के लिए कैमरे को ही घुमाना पड़ता है लेकिन चीन की हैंडसेट निर्माता कंपनी ओप्पो ने भारतीय बाज़ार में एक नया मोबाइल उतार दिया है जिसका नाम है ओप्पो एन-1. इस लॉन्‍च के साथ कंपनी ने भारत में अपने कदम रख दिए हैं. यह मोबाइल फोन चीन में सितंबर महीने में ही उतार दिया गया था लेकिन भारत में अब पेश किया है. इस हैंडसेट में ऊपर एक कुंडा है जिस पर कैमरा फिट किया गया है. यह कैमरा रोटेटिंग है और किसी भी दिशा में घूम सकता है. यह हैंडसेट क्यानोजीनमोड (एंड्रॉयड का एक विकल्प) पर आधारित है. इसका स्क्रीन 5.9 इंच का है और यह 1.7 गीगाहर्ट्ज (Ghz) क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 600 प्रॉसेसर से पावर लेता है. इसका रैम 2जीबी का है. इसका कैमरा बहुत शक्तिशाली है और 13 मेगापिक्सल का है. यह 206 डिग्री तक रोटेट कर सकता है और इसमें डुअल एलईडी फ्लैश है. इस स्मार्टफोन में 3610 mah बैटरी है जो काफी बढ़िया टॉक टाइम देती है. इसमें 16 और 32 जीबी स्टोरेज क्षमता है. इसके अलावा इसमें वाई-फाई, ब्लूटूथ 4.0, एनएफसी और डीएलएनए भी है. इसकी कीमत 39,999 रुपये रखी गई है. कंपनी ने बॉलीवुड ऐक्टर रितिक रोशन और सोनम कपूर को इस मोबाइल फोन का ब्रांड एम्‍बेसडर बनाया है.
चकवाल सिटी-5 , पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले के चकवाल शहर के पाँच यूनियन परिषदों में से एक है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। रह मुख्यतः एक नगरीय क्षेत्र है। सन्दर्भ इन्हें भी देखें पाकिस्तान के यूनियन काउंसिल पाकिस्तान में स्थानीय प्रशासन पंजाब (पाकिस्तान) चकवाल ज़िला बाहरी कड़ियाँ चकवाल जिले के यूनियन परिषदों की सूची पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ़ स्टॅटिस्टिक्स की आधिकारिक वेबसाइट-१९९८ की जनगणना(जिलानुसार आँकड़े) चकवाल ज़िले के यूनियन परिषद् पाकिस्तानी पंजाब के नगर
महाराष्ट्र की सियासत के बाहुबली साबित हुए शरद पवार पवार के आगे चारों खाने चित हुए देवेंद्र फडणवीस पवार ने हटा दिया बेटी सुप्रिया की सियासी राह का कांटा महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच संविधान दिवस के दिन बीजेपी को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा. इसी का नतीजा यह हुआ कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद से और अजित पवार को डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा. महाराष्ट्र की सियासत के बेताज बादशाह कहे जाने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार के पावर के आगे बीजेपी के चाणक्य का दांव काम नहीं आ सका. इससे साबित हो गया कि महाराष्ट्र के बाहुबली सिर्फ शरद पवार हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगे देश के एक से बढ़कर एक नेता अपना सियासी वजूद को बचाकर नहीं रख सके. महाराष्ट्र की सियासत में इन दोनों नेताओं का सियासी जादू फीका पड़ गया. विधानसभा चुनाव के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर कार्रवाई के लिए कदम उठाया तो महाराष्ट्र का यह बूढ़ा शेर जाग उठा. जबकि, एनसीपी के तमाम दिग्गज नेता साथ छोड़कर जा चुके थे. बारिश में भीगते हुए किया था प्रचार ऐसे में अकेले पड़े 78 वर्षीय शरद पवार ने दिल्ली बनाम महाराष्ट्र की सियासी लकीर खींच दी और बारिश में भीगते हुए चुनाव प्रचार किया. इसका नतीजा रहा कि एनसीपी किंगमेकर बनकर उभरी. हालांकि बीजेपी-शिवसेना को स्पष्ट बहुमत मिला था, लेकिन दोनों के बीच कुर्सी की लड़ाई में शरद पवार ने अपने सियासी हुनर का इस्तेमाल किया. उन्होंने खामोशी से शिवसेना के कंधे पर हाथ रखा. इससे शिवसेना के हौसले इतने बुलंद हो गए कि उसने बीजेपी से दशकों पुरानी दोस्ती तोड़ ली. शिवसेना ने महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी के साथ आने के लिए अपना हाथ बढ़ाया, लेकिन शरद पवार अपने पत्ते आखिरी वक्त तक नहीं खोल रहे थे. इसका नतीजा यह हुआ कि गवर्नर को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा. राष्ट्रपति शासन लगने के बाद भी कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना की बीच सियासी खिचड़ी पकती रही. कांग्रेस की ओर से भी शिवसेना के साथ बात शरद पवार ही करते रहे थे. तीनों पार्टियों के बीच कई दौर की बैठक के बाद शुक्रवार (22 नवंबर) को सरकार बनाने का फॉर्मूला तय हुआ. बीजेपी ने चला था यह दांव कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना सरकार बनाने का दावा राज्यपाल को पेश करती, उससे पहले ही शनिवार को बीजेपी ने शरद पवार के भतीजे अजित पवार को अपने साथ मिलाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया. महाराष्ट्र में रातोरात राष्ट्रपति शासन हटाने का फैसला कर दिया. शनिवार की सुबह मुंबई के लोग सोकर सही से उठ भी नहीं पाए थे कि देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की और अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के तामाम दिग्गज नेताओं ने देवेंद्र फडणवीस सरकार को बधाई तक दे दी थी. अजित पवार के बीजेपी खेमे में जाने के बाद शनिवार को कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना बैकफुट पर नजर आ रही थी. ऐसे में शरद पवार ने मुंबई में रहकर कमान संभाली. हालांकि बीजेपी यह दावा करती रही कि हमारे पास 170 विधायकों का समर्थन है. इसके बावजूद शरद पवार ने पहले अजित पवार के साथ जाने वाले एनसीपी विधायकों को वापस लाने की कवायद शुरू की. साथ ही एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई भी शुरू कर दी. सुप्रीम कोर्ट ने दिया यह आदेश सुप्रीम कोर्ट में रविवार को जहां सुनवाई शुरू हुई तो वहीं महाराष्ट्र में शरद पवार को सफलता मिलना शुरू हो गई. अजित पवार के साथ गए एनसीपी विधायकों ने एक-एक कर शरद पवार के खेमे में वापस आना शुरू कर दिया. शाम तक शरद पवार ने एनसीपी के 56 विधायकों में से 49 विधायक को एकजुट कर लिया था और अजित पवार की जगह जयंत पाटिल को विधायक दल का नया नेता बना दिया. शरद पवार ने एनसीपी नेताओं को अजित पवार की घर वापसी कराने की मुहिम में लगा दिया. इस बीच छगन भुजबल से लेकर जयंत पाटिल ने अजित पवार से बातचीत का सिलसिला शुरू किया. इस तरह से शरद पवार ने बीजेपी के मनोबल को कमजोर करना शुरू किया. सोमवार को शरद पवार ने शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी सहित कुल 162 विधायकों को मुंबई के हयात होटल में एकजुट कर शक्ति प्रदर्शन किया. इसके जरिए शरद पवार ने यह साबित करने की कोशिश की कि बहुमत का आंकड़ा बीजेपी के साथ नहीं बल्कि उनके साथ है. अजित की पकड़ हुई कमजोर शरद पवार ने अपने सियासी दांव से कई मुश्किलों को आसान कर दिया. भतीजे अजित पवार ने बीजेपी के साथ जाकर एनसीपी में अपनी पकड़ को कमजोर कर लिया है. ऐसे में अब शरद पवार अपना सियासी वारिस निर्विवाद रूप से सुप्रिया सुले को स्थापित करने कामयाब रहे हैं. साथ शरद पवार ने शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार बनाने का श्रेय भी अपने नाम कर लिया है, क्योंकि पूरे सीन में वही नजर आ रहे थे. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उन्होंने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे देकर अपना आधार भी खो दिया है. साथ ही अब बीजेपी दोबारा से महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दांव भी अब नहीं चल सकेगी. इस तरह से शरद पवार के पैंतरे से फेल हो गया बीजेपी के ऑपरेशन लोट्स का सियासी खेल.
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण इन दिनों अपने एक्स लवर्स रणबीर कपूर और रणवीर सिंह को लेकर कंफ्यूज हैं. ये कंफ्यूजन दोनों में से एक के साथ रोमांस को लेकर नहीं, बल्कि फिल्म के लिए है. दरअसल, बॉलीवुड की ' मस्तानी' दीपिका को दो फिल्मों में काम करने का ऑफर मिला है जिसमें से एक फिल्म में उनके अपोजिट रणबीर कपूर को लिया जाना है तो दूसरी में रणवीर सिंह उनके साथ होंगे. बस इसी बात को लेकर दीपिका कंफ्यूज हैं कि वह इन दोनों में से किसे चुनें. खबरों की मानें तो हाल ही में दीपिका ने मुंबई में रणबीर से एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में मुलाकात की. वहीं, दूसरी ओर एक फिल्म मेकर उन्हें और रणवीर सिंह को अपनी फिल्म में लेने की सोच रहे हैं. दिक्कत ये है कि अपने हेक्टिक शूटिंग शेड्यूल के चलते दीपिका इनमें से किसी एक ही फिल्म में काम कर पाएंगी.
Today 2 Police Officers of the Special Branch were found suspiciously keeping a watch, taking down notes & clicking pictures of media persons attending my Press Meet held at my official residence. Tomorrow I will meet Hon’ble Governor & request action in this [email protected]/7xMSlTfaeC पाटिल के मुताबिक ये विडंबना है कि जिस दिन पूरा देश गणतंत्र दिवस मना रहा था उसी दिन विपक्ष के नेता को राज्य सरकार के लोकतंत्र विरोधी कदम की राज्यपाल से शिकायत करनी पड़ी.
नोएडा पुलिस की साइबर सेल ने गुरुवार को फर्जी कॉल सेंटर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने एक दिन में ही 8 फेक कॉल सेंटरों पर छापा मार कर 23 लोगों को ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक उन्हें शिकायत मिली थी कि नोएडा से कुछ लोग यूएसए, कनाडा व ऑस्ट्रेलिया के लोगों के कम्प्यूटर स्क्रीन पर वायरस का मैसेज भेजकर कम्प्यूटर ठीक करने के नाम पर ठगी किया करते थे. ये लोग मैसेज भेजते थे कि आपका कम्प्यूटर हैक हो गया है और किसी भी वक्त आपका पूरा डाटा चोरी हो सकता है. सामने वाले को डराने के बाद ये उनसे कम्प्यूटर ठीक करने को कहते फिर लोगों से इसके बदले बड़ी रकम वसूलते. शिकायत के बाद साइबर पुलिस की टीम ने नोएडा के चार थानों के इलाकों में चल रहे 8 फर्जी कॉल सेंटरों पर छापा मारा. पुलिस ने कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया है, इसमें कॉल सेंटर संचालक भी शामिल है. ये लोग पॉपअप्स के जरिए लोगों के कम्प्यूटर में मैसेज भेजा करते थे. पुलिस ने इनके पास से 33 हार्डडिस्क, 9 डीबीआर, 12 सर्वर, 1 डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर, 6 कम्प्यूटर, 1 थिंकपैड, 18 सीपीयू, 8 लैपटॉप, 26 चेकबुक, 10 मोबाइल फोन, 6 पैनड्राइव, 6 बिल फाइल, 5 पैनकार्ड सहित 150000 रुपए की नगदी बरामद की है. पुलिस का कहना है कि उनकी फेक कॉल सेंटर के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी. इसके पहले भी कई बार पुलिस ने फेक कॉल सेंटर का भांडाफोड़ किया जहां से लोगों को कभी नौकरी के नाम पर तो कभी किसी और वजह से ठगी का कारोबार चल रहा था.
मियामी ( या ) दक्षिण-पूर्वी फ्लोरिडा में अटलांटिक तट पर स्थित एक प्रमुख शहर है। मियामी, फ्लोरिडा में सबसे अधिक आबादी वाले प्रांत मियामी-डेड काउंटी की काउंटी सीट है। यह एक प्रमुख शहर है और दक्षिण फ्लोरिडा महानगरीय क्षेत्र का केंद्र है, जिसकी आबादी 2008 में 5,414,712 थी, जो रैंकिंग में अमेरिका की 7वीं सबसे बड़ी आबादी है। वर्ष 2000 की जनगणना में, मियामी का शहरीकृत क्षेत्र (जनगणना ब्यूरो द्वारा परिभाषित के अनुसार) अमेरिका का 5वाँ सबसे अधिक आबादी वाला शहरीकृत क्षेत्र था, जिसकी आबादी 4,919,036 थी। 2008 में, मियामी शहरीकृत क्षेत्र की जनसंख्या बढकर 5,232,342 हो गयी थी और यह न्युयॉर्क सिटी, लॉस एंजिल्स और शिकागो के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका का चौथा सबसे बड़ा शहरीकृत क्षेत्र बन गया था। वित्त, वाणिज्य, संस्कृति, मीडिया, फैशन, शिक्षा, फिल्म, प्रिंट मीडिया, मनोरंजन, कला और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में इसके विशेष महत्व के कारण मियामी एक सुप्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय शहर है। अमेरिका के प्रवेशद्वार के रूप में पहचाना जानेवाला, मियामी मनोरंजन, शिक्षा, मीडिया, संगीत, फैशन, फिल्म, संस्कृति, प्रिंट मीडिया और प्रदर्शन कला का एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र है। डाउनटाउन मियामी संयुक्त राज्य अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय बैंकों का सबसे बड़ा जमावड़ा होने के साथ-साथ अनेकों व्यावसायिक मुख्यालयों और टेलीविजन स्टूडियो का प्रमुख केंद्र भी है। इसके अतिरिक्त, महानगर के नाम पर बना बंदरगाह, पोर्ट ऑफ मियामी यात्रियों के आवागमन और क्रूज लाइंस, दोनों की दृष्टि से दुनिया का सबसे व्यस्त क्रूज शिप यात्री बंदरगाह है। इतिहास मियामी क्षेत्र के सबसे पहले निवासी थे टेकेस्ता, जो एक हजार साल से भी अधिक समय तक यहाँ रहे, लेकिन बाद में पेद्रो मेनेंदेज दी एविलेस द्वारा 1566 में इसपर स्पेन के लिए दावा किया गया। एक वर्ष बाद, 1567 में एक स्पेनिश मिशन का गठन किया गया। 1836 में, फोर्ट डलास का निर्माण किया गया और बाद में द्वितीय सेमिनोल युद्ध के दौरान मियामी क्षेत्र लड़ाई का केंद्र ban गया। मियामी को "एक महिला, जूलिया टटल," जो एक स्थानीय संतरा नींबू उत्पादक महिला और क्लीवलैंड की एक अमीर मूल निवासी थी, द्वारा नियोजित "संयुक्त राज्य अमेरिका का एकमात्र बड़ा शहर" होने का गौरव भी प्राप्त है। मियामी क्षेत्र को अपने विकास के प्रारंभिक वर्षों में "बिस्केन बे कंट्री" के रूप में बेहतर जाना जाता था। कुछ प्रकाशित रिपोर्टों में इस क्षेत्र का वर्णन एक सुंदर वन प्रदेश के रूप में किया गया है। यह क्षेत्र फ्लोरिडा में सबसे बेहतरीन भवन निर्माण स्थलों के रूप में भी सुप्रसिद्ध है। 1894-1895 की भीषण सर्द ने मियामी के विकास की रफ़्तार तेज कर दी, क्योंकि संपूर्ण फ्लोरिडा में केवल मियामी क्षेत्र की फसलें ही इसके असर से बच पायी थीं। बाद में, जूलिया टटल ने एक रेलमार्ग टाइकून हेनरी फ्लैगलर को उनके फ्लोरिडा के पूर्वी तटीय रेलमार्ग को इस क्षेत्र तक बढ़ाने के लिए मना लिया, जिसके कारण वे "मियामी की जन्मदात्री" के रूप में प्रसिद्ध हो गयीं। मियामी को आधिकारिक तौर पर एक शहर के रूप में 28 जुलाई 1896 को शामिल किया गया जब उसकी आबादी सिर्फ 300 से थोड़ी अधिक थी। आबादी और बुनियादी सुविधाओं के बढ़ने से मियामी ने 1920 के दशक के दौरान काफी प्रगति की, लेकिन 1920 के दशक में फ्लोरिडा में जमीन की कीमतों में आयी उछाल के धराशायी होने, 1926 में मियामी के चक्रवात और 1930 के दशक की भारी आर्थिक मंदी के बाद इसकी स्थिति कमजोर हो गयी। जब द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ, तो फ्लोरिडा के दक्षिणी तट पर इसके एक बेहतर ठिकाने के रूप में स्थित होने के कारण, मियामी ने जर्मन पनडुब्बियों के विरुद्ध लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. युद्ध ने मियामी की आबादी के विस्तार में मदद की; 1940 तक 172,172 लोग इस शहर में रहते थे। 1959 में फिदेल कास्त्रो के सत्ता में आने के बाद, अनेकों क्यूबाई नागरिकों ने मियामी में आकर शरण ली, जिससे इसकी आबादी बढ़ती चली चली गयी। 1980 और 1990 के दशक में, विभिन्न प्रकार के संकटों ने दक्षिणी फ्लोरिडा को नुकसान पहुंचाया, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं आर्थर मैकडफी की हार और इसके बाद फैले दंगे, नशीली दवाओं के युद्ध, चक्रवात एंड्रयु और एलियन गोंजालेज के हंगामे. इसके बावजूद, 20वीं सदी के उत्तरार्ध में, मियामी एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय, वित्तीय और सांस्कृतिक केंद्र बन गया। मियामी और इसका महानगरीय क्षेत्र केवल 110 वर्षों (1896-2006) के अंदर सिर्फ एक हजार निवासियों से बढ़कर लगभग साढ़े पाँच मिलियन निवासियों तक पहुँच गया। शहर का उपनाम, द मैजिक सिटी इसके तीव्र विकास का प्रमाण है। सर्दियों में यहाँ आनेवाले पर्यटकों ने टिप्पणी की है कि शहर एक वर्ष से दूसरे वर्ष के बीच जिस तेजी से बढ़ा, यह एक जादू जैसा था। अर्थव्यवस्था मियामी देश के सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय केन्द्रों में से एक है। यह वाणिज्य, वित्त, व्यावसायिक मुख्यालयों का एक प्रमुख केन्द्र है और एक सुदृढ़ अंतरराष्ट्रीय व्यापार समुदाय को बढ़ावा देता है। वैश्वीकरण और वैश्विक शहरों के अध्ययन समूह एवं नेटवर्क (जीएडब्ल्यूसी) (GaWC) द्वारा कराई गयी वैश्विक शहरों की रैंकिंग और वैश्विक व्यवसाय सेवा संगठनों की मौजूदगी के स्तर के आधार पर, मियामी को एक "बीटा वर्ल्ड सिटी" माना जाता है। कई बड़ी कंपनियों के मुख्यालय मियामी या इसके आसपास हैं, जिनमें शामिल लेकिन यहीं तक सीमित नहीं हैं: एलियनवेयर, आर्किटेक्टोनिया, एरो एयर, बकार्डी, बेनिहाना, ब्राईटस्टार कॉरपोरेशन, बर्जर किंग, सेलिब्रिटी क्रूजेज, कार्निवल कॉरपोरेशन, कार्निवल क्रूज लाइन्स, कॉम्प यूएसए, क्रिस्पिन पोर्टर + बोगास्की, एस्पिरिटो सैंटो फाइनांशियल ग्रुप, Fizber.com, ग्रीनबर्ग ट्रौरिग, इंटरवल इंटरनेशनल, लेनार, नार्वेजियन क्रूज लाइन्स, पेरी एलिस इंटरनेशनल, आरसीटीवी (RCTV) इंटरनेशनल, रॉयल कैरेबियन क्रूज लाइन्स, raaidar सिस्टम्स, सीबोर्न क्रूज लाइन, टेलीफोनिका यूएसए (USA), टेलीफ्युचुरा, टेलीमंडो, यूनीविजन, यू.एस. (U.S.) सेंचुरी बैंक और वर्ल्ड फ्यूल सर्विसेस. लैटिन अमेरिका से इसकी निकटता के कारण, मियामी 1400 से अधिक बहुराष्ट्रीय निगमों के लैटिन अमेरिकी संचालन के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है, जिनमें शामिल हैं एआईजी (AIG), अमेरिकन एयरलाइंस, सिस्को, डिज्नी, एक्सन, फेडएक्स, क्राफ्ट फूड्स, माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल, एसबीसी (SBC) कम्युनिकेशंस, सोनी, वीजा इंटरनेशनल और वाल-मार्ट. 2001 के बाद से, मियामी विशाल इमारतों के निर्माण में आयी अकस्मात तेजी के दौर से गुजर रहा है जहाँ शहर के अंदर 50 से अधिक गगनचुंबी इमारतें या तो बनकर तैयार हैं या अभी निर्माणाधीन हैं। मियामी के क्षितिज को न्यूयॉर्क नगर और शिकागो के बाद अमेरिका का तीसरा सबसे अधिक प्रभावशाली स्थान प्राप्त है और वास्तुकला एवं डिज़ाइन के पंचांग के अनुसार दुनिया में इसका 19वाँ स्थान है। शहर के अंदर वर्तमान में फ्लोरिडा प्रांत की आठ सबसे ऊँची (साथ ही सर्वोच्च चौदह में से तेरह) गगनचुंबी इमारतें मौजूद हैं, जिनमें सबसे ऊँची इमारत है फॉर सीजंस होटल एंड टावर. मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और मियामी बंदरगाह देश के सबसे व्यस्त प्रवेश बंदरगाहों में से हैं, विशेषकर दक्षिण अमेरिका और कैरेबियाई मालवाहकों के लिए। इसके अतिरिक्त, डाउनटाउन में देश के अंतरराष्ट्रीय बैंकों का सबसे बड़ा जमावड़ा है, जिनमें से ज्यादातर मियामी के वित्तीय जिले, ब्रिकेल में स्थित हैं। मियामी अमेरिकी वार्ताओं के मुक्त व्यापार क्षेत्र 2003 का आयोजक शहर भी था, साथ ही यह व्यापार गुट के मुख्यालय के प्रमुख उम्मीदवारों में से एक है। पर्यटन भी मियामी में एक महत्वपूर्ण उद्योग है। समुद्र तटों, सम्मेलनों, त्योहारों और आयोजनों में देश भर से और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से 12 मिलियन से अधिक पर्यटक यहाँ आकर, प्रति वर्ष 17.1 अरब डॉलर तक खर्च करते हैं। दक्षिणी समुद्र तट पर स्थित ऐतिहासिक आर्ट डेको जिले को, इसके विश्व प्रसिद्ध नाइटक्लबों, समुद्र तटों, ऐतिहासिक इमारतों और खरीदारी के आकर्षणों के लिए दुनिया के अत्यंत भव्य स्थलों में से एक माना जाता है। हालांकि, यह देखना महत्वपूर्ण है कि मियामी बीच, मियामी शहर से अलग एक शहर है। मियामी राष्ट्रीय चक्रवात केंद्र का ठिकाना है और दक्षिण एवं मध्य अमेरिका के सैन्य कार्रवाइयों के लिए जिम्मेदार, संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिणी कमान का मुख्यालय है। इन भूमिकाओं के अलावा, मियामी विशेषकर पत्थर उत्खनन और भंडारण लिए एक औद्योगिक केन्द्र भी है। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार, 2004 में, मियामी अमेरिका में संघीय गरीबी रेखा से नीचे की आय वर्ग वाले परिवारों की दृष्टि से तीसरा सबसे बड़ा शहर था, जो इसे केवल डेट्रॉयट, मिशिगन (पहला स्थान) और एल पासो, टेक्सास (दूसरा स्थान) के बाद अमेरिका का तीसरा सबसे निर्धन शहर बनाता है। मियामी उन गिने-चुने शहरों में भी शामिल है जहाँ वर्ष 2001 में इसकी स्थानीय सरकार दिवालिया हो गयी थी। हालांकि, उस समय के बाद से, मियामी का पुनरुद्धार हुआ है: हवा की बेहतर गुणवता, विशाल हरित क्षेत्रों, स्वच्छ पेयजल, साफ-सुथरे सड़कों और शहर-पर्यन्त पुनर्चक्रण कार्यक्रमों के लिए फोर्ब्स पत्रिका के अपने वार्षिक-अध्ययन के अनुसार, 2008 में मियामी को "अमेरिका के सबसे स्वच्छ शहर" का स्थान मिला था। 2009 में, दुनिया के 73 शहरों पर किये गए एक यूबीएस (UBS) अध्ययन में, क्रय शक्ति की दृष्टि से मियामी को संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे अमीर शहर का और दुनिया के पाँचवें सबसे अमीर शहर का स्थान दिया गया था। 2005 में, मियामी क्षेत्र ने 1920 के दशक के बाद से रियल एस्टेट में सबसे बड़ा आकस्मिक उछाल देखा है। मिडटाउन इसका एक उदाहरण है जहाँ सौ से भी अधिक निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, 2007 में आवासीय बाज़ार धराशायी हो गया और 23,000 से अधिक आवासीय परियोजनाएं बिक्री और/या समय से पहले बंद होने की स्थिति में आ गयीं। मियामी क्षेत्र समय से पहले बंद होनेवाली आवासीय परियोजनाओं की द्दृष्टि से देश में 8वाँ स्थान रखता है। भूगोल केवल भूमि क्षेत्र की दृष्टि से, मियामी के पास अमेरिका के किसी भी बड़े शहर का सबसे छोटा भूमि क्षेत्र है जहाँ महानगरीय क्षेत्र में तकरीबन 2.5 मिलियन लोग रहते हैं। प्रमुख शहर में दक्षिण फ्लोरिडा के 13 निवासियों में 1 से भी कम यहाँ रहते रहते हैं। इसके अतिरिक्त, मियामी-डैड प्रांत की आबादी का 52% किसी भी निगमित शहर में नहीं रहता. मियामी अमेरिका का एकमात्र ऐसा बड़ा शहर है जो दो राष्ट्रीय पार्कों, पश्चिम में एवरग्लैड्स नेशनल पार्क और पूर्व में बिस्केन नेशनल पार्क से घिरा है। मियामी और इसके उपनगर पश्चिम में फ्लोरिडा एवरग्लैड्स और पूर्व में बिस्केन की खाड़ी [[के बीच एक विस्तृत मैदानी क्षेत्र में स्थित हैं जिसका विस्तार उत्तरी फ्लोरिडा की खाड़ी से लेकर ओकीचोबी झील तक भी है। इसके ज्यादातर आस-पड़ोस में, विशेषकर तटों के निकटवर्ती क्षेत्र की ऊँचाई कभी ज्यादा नहीं होती और यह समुद्र के मध्य स्तर से थोड़ा ऊपर के औसत पर बनी रहती है। उच्चतम उतार-चढ़ाव मियामी की तटीय चट्टानी पर्वतश्रेणी के आस-पास देखा जाता है, जिसकी सतह मियामी के पूर्वी महानगरीय क्षेत्र के अधिकाँश हिस्से को रेखांकित करती है। शहर का मुख्य भाग बिस्केन की खाड़ी के तटों पर स्थित है जिसके अंदर सैकड़ों प्राकृतिक और कृत्रिम रूप से तैयार सीमांकित द्वीप मौजूद हैं, जिनमें सबसे बड़े तटों के अंदर मियामी तट और दक्षिणी तट शामिल हैं। एक गर्म समुद्री जलधारा, गल्फ स्ट्रीम तट के ठीक निकट से होकर उत्तर की दिशा में बहती है, जिससे शहर की जलवायु सालों भर गर्म और सुहावनी बनी रहती है। भू-तत्त्व मियामी क्षेत्र के अंतर्गत सतह पर स्थित आधारीय चट्टानों को मियामी ओलाईट या मियामी लाइमस्टोन कहा जाता है। यह आधारीय चट्टान ज्यादा मोटी नहीं बल्कि मिट्टी की एक पतली परत से ढंकी हुई है। मियामी लाइमस्टोन (चूना पत्थर) का निर्माण समुद्री जलस्तर में प्रचंड उतार-चढ़ाव के साथ-साथ हाल ही में हुए हिमाच्छादनों या बर्फीले तूफानों के परिणामस्वरुप हुआ। शुरुआत में करीब 130,000 वर्ष पहले सेंगामोनियन काल में समुद्र का स्तर वर्त्तमान स्तर से तकरीबन ऊपर उठ गया था। संपूर्ण दक्षिणी फ्लोरिडा एक उथले समुद्र द्वारा आच्छादित हो गया था। फ्लोरिडा के जलमग्न पठार के किनारे-किनारे चट्टानों की कई समानांतर मेड़ें तैयार हो गयीं थी, जो वर्त्तमान मियामी क्षेत्र से लेकर आज के ड्राई टॉर्टूगास तक फ़ैली थीं। इस चट्टानी मेड़ के पीछे का क्षेत्र वास्तव में एक बड़ा लैगून था और इस पूरे क्षेत्र में ओलाइट्स एवं ब्रायोजोअन कवचों के विखंडन से मियामी चूना पत्थर का निर्माण हुआ था। तकरीबन 100,000 साल पहले विस्कॉन्सिन हिमाच्छादन ने समुद्र के स्तर को कम करना शुरू कर दिया, जिससे लैगून की सतह उजागर हो गयी। 15,000 साल पहले तक, समुद्र का स्तर गिरकर 300 तक और यहाँ से समकालीन स्तर से नीचे तक पहुँच गया था। उसके बाद समुद्र का स्तर काफी तेजी से ऊपर उठा और तकरीबन 4,000 साल पहले यह वर्त्तमान स्तर पर आकर स्थिर हो गया और दक्षिण फ्लोरिडा की मुख्य भूमि समुद्र स्तर से सिर्फ थोड़ी ही ऊपर रह गयी। मैदानी क्षेत्र के नीचे बिस्केन एक्विफायर मौजूद है, जो स्वच्छ जल का प्राकृतिक भूमिगत स्रोत है और दक्षिणी पाम बीच प्रांत से लेकर फ्लोरिडा की खाड़ी तक फैला हुआ है, जिसका उच्चतम बिन्दु मियामी स्प्रिंग्स और हाइलिया शहरों के आसपास है। दक्षिण फ्लोरिडा महानगरीय क्षेत्र का ज्यादातर हिस्सा अपना पेय जल इसी एक्विफायर से प्राप्त करता है। इसी एक्विफायर के कारण, जल को बिना छेड़े शहर के स्तर से अधिक नीचे खुदाई करना संभव नहीं है, जिससे भूमिगत निर्माण में रुकावट आती है। यही वजह है कि, मियामी और इसके आसपास जन परिवहन प्रणाली ऊँची या एक-स्तरीय बनायी गयी है। शहर के पश्चिमी किनारों का अधिकांश हिस्सा एक उपोष्ण कटिबंधीय दलदली भूमि, एवरग्लैड्स के रूप में फैला हुआ है जो अमेरिकी प्रांत फ्लोरिडा के दक्षिणी भाग में स्थित है। इसी कारण कई बार समस्याएं खड़ी हो जाती हैं जब स्थानीय जंगली जीव जैसे कि घड़ियाल मियामी की आबादी और महत्त्वपूर्ण राजमार्गों में आ जाते हैं। भूमि क्षेत्र की दृष्टि से, मियामी संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे छोटे प्रमुख शहरों में से एक है। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार, शहर का कुल क्षेत्रफल है। इस क्षेत्रफल के अंदर, भूमि और पानी है। इसका मतलब है कि मियामी में मात्र के अंदर 400,000 लोग रहते हैं, जो अन्य शहरों में इसे न्युयॉर्क सिटी, सैन फ्रांसिस्को और शिकागो सहित संयुक्त राज्य अमेरिका का सबसे घनी आबादी वाला शहर बनाता है। मियामी में स्थित है। जलवायु मियामी के अंदर एक उष्णकटिबंधीय मानसून की जलवायु (कॉप्पेन जलवायु वर्गीकरण एम) है जिसमें गर्मियों में मौसम गर्म और नम होता है जबकि सर्दियाँ छोटी और हल्की गर्माहट वाली होती हैं और सर्दियों में अपेक्षाकृत एक विशेष प्रकार का शुष्क मौसम रहता है। इसकी समुद्र-स्तर की ऊँचाई, तटीय स्थिति, कर्क रेखा के ठीक ऊपर है और गल्फ स्ट्रीम से निकटता इसकी जलवायु को प्रभावित करती हैं। जनवरी में औसतन , के साथ सर्दियों में तापमान हल्का से लेकर गर्म रहता है; सर्द हवाएं आम तौर पर एक सर्द झोंके के गुजरने के बाद चलने लगती हैं, जिससे यहाँ होनेवाली थोड़ी सी वर्षा का अधिकाँश हिस्सा इसी दौरान हो जाता है। न्यूनतम स्तर कभी-कभी से नीचे गिर जाता है, लेकिन से नीचे बहुत कम ही जाता है। उच्चतम स्तर आम तौर पर की सीमा के बीच रहता है। नम मौसम मई के आस-पास शुरू होता है, जो मध्य-अक्टूबर में समाप्त होता है। इस अवधि के दौरान, तापमान उच्च आर्द्रता के साथ 80-90 के मध्य से लेकर 90-95 के निम्न स्तर (29-35 °से.) पर रहता है, हालांकि गर्मी अक्सर दोपहर के बाद अटलांटिक महासागर की ओर से उठने वाली गरजदार आँधियों या समुद्री झोंकों के बाद कम हो जाती है, जिसके बाद तापमान कम हो जाता है, लेकिन मौसम बहुत ही उमस भरा रहता है। सालों भर की अधिकाँश वर्षा इसी अवधि के दौरान हो जाती है। समशीतोष्ण तापमान से लेकर के बीच रहता है। मियामी में बर्फ की चादर बिछने की स्थिति कभी रिकॉर्ड नहीं की गयी है और सिर्फ एक बार 19 जनवरी 1977 में बर्फ की आँधियों का जिक्र दर्ज है। चक्रवाती मौसम आधिकारिक तौर पर 1 जून से लेकर 30 नवम्बर तक रहता है, हालांकि इन तिथियों के बाद भी चक्रवात की संभावना बनी रहती है। मियामी में चक्रवात की सबसे अधिक संभावना मध्य-अगस्त से लेकर सितम्बर के अंत तक केप वर्डे मौसम के दौरान रहती है। आस-पड़ोस मियामी कई अलग-अलग खण्डों, मोटे तौर पर उत्तर, दक्षिण, पश्चिम और डाउनटाउन में विभाजित है। शहर का दिल है डाउनटाउन मियामी और तकनीकी रूप से यह शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित है। इस क्षेत्र में ब्रिकेल, वर्जीनिया की, वाटसन द्वीप और पोर्ट ऑफ मियामी शामिल हैं। डाउनटाउन दक्षिण फ्लोरिडा का केन्द्रीय व्यावसायिक जिला है और फ्लोरिडा का सबसे बड़ा और सबसे अधिक प्रभावशाली व्यावसायिक जिला है। डाउनटाउन में ब्रिकेल एवेन्यू के निकट अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय बैंकों का सबसे बड़ा जमावड़ा है। डाउनटाउन कई बड़े बैंकों, अदालती परिसरों, वित्तीय मुख्यालयों, सांस्कृतिक एवं पर्यटन संबंधी आकर्षणों, विद्यालयों, पार्कों और एक बड़ी आवासीय आबादी का प्रमुख ठिकाना है। डाउनटाउन के पूरब में, बिस्केन की खाड़ी के एक सिरे से दूसरे सिरे तक साउथ बीच स्थित है। मियामी के दक्षिणी हिस्से में कोरल वे, सड़कें और कोकोनट ग्रोव शामिल हैं। कोरल वे 1922 में बना पड़ोस का एक ऐतिहासिक आवासीय क्षेत्र है जो डाउनटाउन को कोरल गैबल्स से जोड़ता है और यहाँ कई पुराने आवास एवं पेड़ों की कतारों वाली सड़कें मौजूद हैं। कोकोनट ग्रोव की स्थापना 1825 में की गयी थी और यहाँ डिनर की में मियामी का सिटी हॉल, कोकोनट ग्रोव प्लेहाउस, कोकोवाक, अनेकों नाईटक्लब, बार, रेस्ताराएं और बोहेमियन दुकानें और इसी प्रकार के अन्य आकर्षण मौजूद हैं जो स्थानीय कॉलेज के विद्यार्थियों में काफी लोकप्रिय हैं। यह संकीर्ण, घुमावदार सड़कों और पेड़ों के एक भारी झुण्ड से घिरा एक ऐतिहासिक पड़ोस है। कोकोनट ग्रोव के अंदर कई पार्क और उद्यान जैसे कि विला विजकाया, द कैम्पोंग, द बार्नेकल हिस्टोरिक स्टेट पार्क मौजूद हैं और यह कोकोनट ग्रोव कन्वेंशन सेंटर के साथ-साथ देश के कई बहुप्रतिष्ठित निजी विद्यालयों और अनेकों ऐतिहासिक आवासों एवं एस्टेट्स का ठिकाना भी है। मियामी के पश्चिम में लिटिल हवाना, वेस्ट फ्लैगलर और फ्लैगामी इलाके शामिल हैं और यहाँ शहर की पारंपरिक आप्रवासी आबादी का निवास है। हालांकि एक समय में यहाँ ज्यादातर यहूदी लोग रहते थे, मगर आज पश्चिमी मियामी में ज्यादातर मध्य अमेरिका और क्यूबा के आप्रवासियों का ठिकाना है, जबकि आलापाता के मध्य पश्चिमी इलाके में कई जातियों का एक बहुसांस्कृतिक समुदाय है। मियामी के उत्तरी दिशा में मिडटाउन स्थित है, जो एक ऐसा जिला है जहाँ कई वेस्ट इन्डियनों, स्पेनियों, बोहेमियाईयों, आर्टिस्टों और गोरे लोगों की विविधतापूर्ण संस्कृतियों का एक अनूठा संगम है। एजवाटर और वेनवुड मिडटाउन के पड़ोसी इलाके हैं जो अधिकांशतः बहुमंजिले आवासीय टावरों से बने हैं और इनमें प्रदर्शनी कला के एड्रियेन आर्ष्ट केंद्र का ठिकाना है। यहाँ के अपेक्षाकृत अधिक अमीर निवासी आम तौर पर उत्तर-पूर्वी हिस्से, मिडटाउन, डिजाइन डिस्ट्रिक्ट और अपर ईस्ट साइड में, 1920 के दशक के बाद बने आवासों में और 1950 के दशक में मियामी में जन्मी एक वास्तुकला शैली, मीमो हिस्टोरिक डिस्ट्रिक्ट में बने घरों में रहते हैं। मियामी के उत्तरी हिस्से में भी उल्लेखनीय अफ्रीकी मूल के अमेरिकी और कैरेबियाई आप्रवासी समुदायों जैसे कि लिटिल हैती, ओवरटाउन (लिरिक थियेटर का ठिकाना) और लिबर्टी सिटी का निवास है। आसपास के इलाके और क्षेत्र मियामी स्प्रिंग्स, ब्राउन्सविले, वेस्ट लिटिल रिवर, एल पोर्टल, मियामी शोर्स, नॉर्थ मियामी, नॉर्थ मियामी बीच, एवेंच्यूरा नॉर्थ बे विलेज, मियामी बीच फिशर आइलैंड, की बिस्केन, बिस्केन बे कोरल गैबल्स, पश्चिमी मियामी, कोरल टेरेस, दक्षिणी मियामी, पाइनक्रेस्ट, पाल्मेटो बे कोरल गैबल्स, पश्चिम मियामी, कोरल टेरेस, केंडल, केंडल झील कोरल गैबल्स, वेस्ट चेस्टर, फाउंटेनब्लू, एल पोर्टल, डोरल मियामी स्प्रिंग्स, मियामी झील, हाइलिया, ब्राउन्सविले, ग्लैडव्यू, पश्चिमी छोटी नदी संस्कृति मनोरंजन और प्रदर्शनी कलाएं मियामी कई मनोरंजन स्थलों, थियेटरों, संग्रहालयों, उद्यानों एवं प्रदर्शनी कला केन्द्रों का गढ़ है। मियामी कला के पटल पर सबसे नया नाम एड्रियेन आर्ष्ट सेंटर ऑफ द परफॉर्मिंग आर्ट्स का है, जो न्युयॉर्क सिटी के लिंकन सेंटर के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका का दूसरा-सबसे बड़ा प्रदर्शनी कला केंद्र है और यह फ्लोरिडा ग्रैंड ओपेरा का ठिकाना है। इसके अंदर केंद्र का सबसे बड़ा आयोजन स्थल जिफ़ बैलेट ओपेरा हाउस, नाईट कन्सर्ट हॉल, कार्निवल स्टूडियो थियेटर और पीकॉक रिहर्सल स्टूडियो मौजूद हैं। यह केंद्र दुनिया भर से बड़े पैमाने पर ओपेराओं, बैले नृत्यों, कंसर्ट्स और संगीत कार्यक्रमों को अपनी ओर आकर्षित करता है और यह फ्लोरिडा का विशालतम प्रदर्शनी कला केंद्र है। मियामी के अन्य प्रदर्शनी कला आयोजन स्थलों में शामिल हैं, गुस्मैन सेंटर फॉर द परफ़ॉरमिंग आर्ट्स, कोकोनट ग्रोव प्ले हाउस, कॉलोनी थियेटर, लिंकन थियेटर, न्यु वर्ल्ड सिम्फोनी हाउस, मिरैकल थियेटर में एक्टर्स प्ले हाउस, जैकी ग्लीसन थियेटर, मैनुएल एयरटाइम थियेटर, रिंग थियेटर, प्लेग्राउंड थियेटर, वार्थियेम परफ़ॉरमिंग आर्ट्स सेंटर, फेयर एक्सपो सेंटर और आउटडोर संगीत आयोजनों के लिए बेफ्रंट पार्क एम्फीथियेटर. यह शहर कई संग्रहालयों का भी केंद्र है, जिनमें से कई डाउनटाउन में स्थित हैं। इनमें शामिल हैं, बास संग्रहालय, फ्रॉस्ट कला संग्रहालय दक्षिणी फ्लोरिडा का ऐतिहासिक संग्रहालय, फ्लोरिडा का यहूदी संग्रहालय, लोव कला संग्रहालय, मियामी कला संग्रहालय, मियामी बाल संग्रहालय, मियामी विज्ञान संग्रहालय, समकालीन कला संग्रहालय, विज़काया संग्रहालय और बाग़, वुल्फसोनियन-एफआईयू (FIU) संग्रहालय और मुख्य मियामी पुस्तकालय का केंद्र मियामी सांस्कृतिक केंद्र. मियामी एक प्रमुख फैशन केन्द्र भी है, जहाँ दुनिया भर के मॉडलों और कुछ सर्वश्रेष्ठ मॉडलिंग एजेंसियों का भी ठिकाना है। मियामी कई फैशन शो एवं कार्यक्रमों का आयोजन स्थल भी है, जिनमें शामिल हैं वार्षिक मियामी फैशन वीक और वेनवुड आर्ट डिस्ट्रिक्ट में आयोजित होनेवाला मियामी मर्सिडीज-बेंज फैशन वीक. मियामी दुनिया की सबसे बड़ी कला प्रदर्शनियों का केंद्र भी है, जहाँ आर्ट बैसल मियामी बीच में "ओलंपिक्स ऑफ आर्ट्स" को डब किया गया था। यह आयोजन प्रतिवर्ष दिसंबर में होता है और दुनिया भर से हज़ारों दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। उद्यान मियामी का शीतोष्ण मौसम सालों भर आउटडोर गतिविधियों की अनुमति देता है। शहर के अंदर कई बंदरगाहें, नदियाँ, खाड़ियाँ, नहरें और अटलांटिक महासागर शामिल हैं, जो नौका विहार, नौकायन, मछली पकड़ने जैसी आउटडोर गतिविधियों को लोकप्रिय बनाता है। बिस्केन बे में कई मूँगे की चट्टानें हैं, जो स्नोर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग को लोकप्रिय बनाती हैं। शहर में 80 से अधिक उद्यान और बागीचे मौजूद हैं। यहाँ के सबसे बड़े और सबसे लोकप्रिय उद्यान हैं, बेफ्रंट उद्यान और बाइसेंटेनियल पार्क (जो डाउन टाउन के मध्य में स्थित है और जहाँ अमेरिकी एयरलाइंस अरेना एवं बेसाइड मार्केटप्लेस मौजूद है), फेयरचाइल्ड ट्रोपिकल वनस्पति उद्यान, ट्रोपिकल पार्क, वाटसन द्वीप, मॉर्निंगसाइड पार्क और की बिस्केन. इस क्षेत्र के अन्य लोकप्रिय सांस्कृतिक स्थलों में शामिल हैं, जंगल आइलैंड, मियामी चिड़ियाघर, मियामी सीक्वेरियम, कोरल कासल, सेंट बर्नार्ड डी क्लेयरवॉक्स चर्च, चार्ल्स डीयरिंग एस्टेट. संगीत मियामी का संगीत विविधतापूर्ण है। क्यूबाइयों ने कोंगा और रूंबा को अपने स्वदेश से मियामी लाकर शीघ्र ही इन्हें अमेरिकी संस्कृति में लोकप्रिय कर दिया। डोमिनिकवासी बचाटा और मेयरेंग को लेकर आये जबकि कोलम्बियाई वैलेंटो और कुम्बिया को यहाँ लाये। इसी प्रकार वेस्टइंडीजवासी और कैरेबियन लोग रेगी, सोका, कोम्पा, जूक, कैलिप्सो और स्टील पैन को इस क्षेत्र में लेकर आये। 1970 के दशक की शुरुआत में, मियामी डिस्को साउंड टीके (TK) रिकॉर्ड्स के साथ केसी (KC) और सनशाइन बैंड के संगीत को दिखाते हुए अस्तित्व में आया था, जिसमें "गेट डाउन टुनाईट", "(शेक, शेक, शेक) शेक योर बूटी" और "दैट्स द वे (आई लाइक इट)" जैसे शानदार हिट गाने शामिल थे; और लैटिन-अमेरिकी डिस्को ग्रुप, फॉक्सी (बैंड) अपने हिट एकलों "गेट ऑफ" और "हॉट नंबर" के साथ शामिल हुआ था। 1970 के दशक के डिस्को युग में मियामी-क्षेत्र के मूल निवासी जॉर्ज मैकक्रेई और टेरी डेसैरियो भी लोकप्रिय संगीत कलाकारों में शामिल थे। बी गीज 1975 में मियामी आये और तभी से सदा के लिए यहाँ आकर रहने लगे। मियामी-प्रभावित, ग्लोरिया एस्टीफन और मियामी साउंड मशीन, लोकप्रिय संगीत के पटल पर अपने क्यूबाई-उन्मुख आवाज के साथ उभरे और 1980 के दशक में उन्होंने "कोंगा" और "बैड बोयज" सहित कई जबरदस्त हिट दिए। मियामी को नृत्य संगीत के लिए भी एक "हॉट स्पॉट" समझा जाता है, फ्रीस्टाइल, नृत्य संगीत की एक ऐसी शैली जो इलेक्ट्रो, हिप हॉप और डिस्को से प्रभावित थी और 80 एवं 90 के दशक में काफी लोकप्रिय हुई थी। कई लोकप्रिय फ्रीस्टाइल अभिनय जैसे कि प्रिटी टोनी, डेबी डेब, स्टीव बी और एक्सपोज का जन्म मियामी में हुआ। इंडी/लोक कृतियाँ कैट पावर और आयरन एंड वाइन इसी शहर पर आधारित हैं, जबकि वैकल्पिक हिप हॉप कलाकार सेज फ्रैंसिस, इलेक्ट्रो कलाकार उफ़ी और इलेक्ट्रोक्लैश युगल एवेन्यू डी मियामी में पैदा हुए थे, लेकिन संगीत के आधार वे कहीं और के हो गए। इसके अलावा, पंक बैंड एगेंस्ट ऑल अथॉरिटी का संबंध मियामी से है और रॉक/मेटल बैंड नॉनप्वाइंट और मेरिलीन मैनसन, दोनों का गठन पड़ोस के फोर्ट लॉडरडेल में हुआ। लोकप्रिय क्यूबाई अमेरिकी महिला रिकॉर्डिंग कलाकार, ऐना क्रिस्टीना का जन्म 1985 में मियामी में हुआ था और वह इतिहास में पहली स्पेनी महिला (व्यक्ति) बनी जिसने एक राष्ट्रपति के उदघाटन समारोह में "स्टार स्पैंगल्ड बैनर" का प्रदर्शन किया था। 80 और 90 के दशक ने अत्यंत जोशीले मियामी बास युग को भी डांस फ्लोरों और कार सबवूफरों के जरिये देश भर में ला दिया। मियामी बास ने 2 लाइव क्रू (अंकल ल्यूक के रूप में), 95 साउथ, टैग टीम, 69 बोयज, क्वाड सिटी डीजे और फ्रीक नैस्टी जैसे कलाकारों को जन्म दिया। इन गीतों के उदाहरण हैं 1993 में टैग टीम द्वारा "व्हूम्प! (देयर इट इज)", 1994 में 69 बोयज द्वारा "तूत्सी रौल" और 1996 में क्वाड सिटी डीजे द्वारा "सीमोन एन' राइड इट (द ट्रेन)". इन सभी गीतों ने पॉप चार्ट में शीर्ष 10 पर अपनी जगह बनायी और मियामी बास को एक नयी व्यावसायिक सफलता दी। मियामी एक जीवंत तकनीक और नृत्य दृश्यों का घर भी है, साथ ही यह दुनिया के सबसे बड़े नृत्य आयोजन, विंटर म्यूजिक कॉन्फ्रेंस, अल्ट्रा म्यूजिक फेस्टिवल और कई इलेक्ट्रोनिका संगीत-थीम पर आधारित समारोहों एवं महोत्सवों का भी आयोजन करता है। निकटवर्ती मियामी बीच के साथ, मियामी कुछ प्रसिद्ध नाइटक्लबों, जैसे कि स्पेस, मैनसन, पार्कवेस्ट, इंक और कैमियो का भी ठिकाना है। यह शहर मायकूनोस, इबीजा और आइया नापा जैसे स्थानों के साथ-साथ क्लबलैंड के एक हिस्से के रूप में भी जाना जाता है। मियामी के बाहर भी कई रैप और हिप हॉप कलाकार मौजूद हैं। इनमें शामिल हैं, ट्रिक डैडी, ट्रिना, पिटबुल, जैकी-ओ, रिक रॉस और महानतम मियामी बास ग्रुप, 2 लाइव क्रू. माध्यम फ्लोरिडा प्रांत का दूसरा सबसे बड़ा और देश के सबसे बड़े मीडिया बाजारों में से एक मियामी में है। मियामी से कई प्रमुख अखबार निकलते हैं, जिनमें से प्रमुख और सबसे बड़ा अखबार है द मियामी हेराल्ड . अल न्यूवो हेराल्ड स्पेनिश-भाषा का सबसे बड़ा और प्रमुख अखबार है। द मियामी हेराल्ड और अल न्यूवो हेराल्ड, दोनों मियामी और दक्षिण फ्लोरिडा के मुख्य, प्रमुख और सबसे बड़े अखबार हैं और दोनों के मुख्यालय डाउनटाउन मियामी में हेराल्ड प्लाजा में स्थित हैं। अन्य प्रमुख अखबारों में शामिल हैं, मियामी टुडे, जिसका मुख्यालय ब्रिकेल में है, मियामी न्यू टाइम्स, जिसका मुख्यालय, मिडटाउन में है, मियामी सन पोस्ट, साउथ फ्लोरिडा बिजनेस जर्नल, मियामी टाइम्स और बिस्केन बोलवार्ड टाइम्स स्पेनिश भाषा का एक अतिरिक्त अखबार है, डायरियो लास अमेरिकास जो मियामी में सेवित है। द मियामी हेराल्ड मियामी का प्रमुख अखबार है जिसके एक मिलियन से अधिक पाठक हैं और इसका मुख्यालय डाउनटाउन के हेराल्ड प्लाजा में है। स्थानीय विश्वविद्यालयों से कई अन्य विद्यार्थी अखबार भी निकलते हैं, जैसे कि फ्लोरिडा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय से द बीकन, मियामी विश्वविद्यालय का द मियामी हरीकेन, मियामी-डैड कॉलेज का द मेट्रोपॉलिस, बैरी विश्वविद्यालय से द बक्कानीर के साथ-साथ अन्य अखबार. कई इलाकों और पड़ोसी क्षेत्रों में भी उनके अपने स्थानीय अखबार हैं जैसे कोरल गैबल्स ट्रिब्यून, बिस्केन बे ट्रिब्यून और द पालमेटो बे न्यूज . संपूर्ण ग्रेटर मियामी क्षेत्र में अनेकों पत्रिकाएँ प्रसारित होती हैं, जिनमें मियामी मंथली, दक्षिण-पूर्व फ्लोरिडा का एक मात्र शहरी/रीजनल: ओसियन ड्राइव, एक ज्वलंत सामाजिक दृश्यात्मक ग्लॉसी और साउथ फ्लोरिडा बिजनेस लीडर शामिल हैं। मियामी दुनिया के कई सबसे बड़े टेलीविजन नेटवर्कों, रिकॉर्ड लेबल कंपनियों, प्रसारण कंपनियों और निर्माण सुविधाओं का मुख्यालय और मुख्य उत्पादक शहर भी है, जैसे कि टेलीमंडो, टेलीफ्युचुरा, ग्लैविजन, मेगा टीवी, यूनिविजन, यूनिविजन कम्युनिकेशंस आईएनसी., यूनिवर्सल म्यूजिक लैटिन इंटरटेनमेंट, आरसीटीवी (RCTV) इंटरनॅशनल और सनबीम टेलीविज़न. 2009 में, यूनिविजन ने मियामी में नए निर्माण स्टूडियो, डब्ड यूनिविजन स्टूडियोज की स्थापना के लिए योजनाओं की घोषणा की। यूनिविजन स्टूडियोज का मुख्यालय मियामी में होगा और यह संपूर्ण यूनिविजन कम्युनिकेशंस टेलीविजन नेटवर्क के लिए कार्यक्रमों का निर्माण करेगा। मियामी संयुक्त राज्य अमेरिका में बारहवाँ सबसे बड़ा रेडियो बाजार और सत्रहवाँ सबसे बड़ा टेलीविजन बाजार है। मियामी क्षेत्र में अपनी सेवा प्रदान करने वाले टेलीविजन स्टेशनों में शामिल हैं: वाईएएमआई (WAMI) (टेलीफ्युचुरा), डब्ल्यूबीएफ़एस (WBFS) (माय नेटवर्क टीवी, डब्ल्यूएसएफ़एल (WSFL), (द सीडब्ल्यू (CW)), डब्ल्यूएफ़ओआर (WFOR), (सीबीएस (CBS)), डब्ल्यूएचएफ़टी (WHFT), (टीबीएन (TBN)), डब्ल्यूएलटीवी (WLTV), (यूनिविजन), डब्ल्यूपीएलजी (WPLG), (एबीसी (ABC)), डब्ल्यूपीएक्सएम (WPXM), (आईओएन (ION)), डब्ल्यूएससीवी (WSCV), (टेलीमंडो), डब्ल्यूएसवीएन (WSVN), (फॉक्स), डब्ल्यूटीवीजे (WTVJ), (एनबीसी (NBC)), डब्ल्यूपीबीटी (WPBT), (पीबीएस (PBS)) और डब्ल्यूएलआरएन (WLRN) (पीबीएस (PBS) भी)। उच्चारण मियामी में, एक विशेष प्रकार का उच्चारण व्यापक रूप से बोलचाल में उपयोग किया जाता है, जिसे आम तौर पर "मियामी एक्सेंट" कहते हैं। इसे ज्यादातर दूसरी- या तीसरी-पीढ़ी के स्पेनी लोगों द्वारा विकसित किया गया था, जिनकी पहली भाषा अंग्रेजी थी। यह पूर्वोत्तर के उच्चारण के बहुत समान है, लेकिन इसमें एक लय और स्पेनिश से बहुत अधिक प्रभावित उच्चारण शैली है। हालांकि, एक मियामी उच्चारण स्पेनिश-उच्चारण वाली अंग्रेजी नहीं है, क्योंकि मियामी के कई निवासी जो स्पेनी नहीं हैं, या स्पेनिश नहीं बोलते हैं, वे मियामी उच्चारण में अच्छी तरह बात करते हैं। यह उच्चारण उन लोगों के बीच बहुत सामान्य है जिनका जन्म और पालन-पोषण मियामी में हुआ और इसे आम तौर पर काले लोगों और गैर-स्पेनी गोरे लोगों के साथ-साथ स्पेनियों में सुना जा सकता है। हालांकि, सभी मियामी वासियों का यह उच्चारण नहीं है। इस उच्चारण को कुछ क्षेत्रों में अपनाया गया है, लेकिन दूसरों में नहीं। खेल-कूद मियामी डॉल्फ़िन्स, एनएफएल टीम, मियामी हीट, एनबीए टीम, फ्लोरिडा मार्लिंस, एमएलबी (MLB) टीम और फ्लोरिडा पैंथर्स, मियामी की एनएचएल (NHL) टीम. सभी चार प्रमुख पेशेवर टीमों के साथ-साथ मियामी, मियामी एफसी, मियामी ट्रॉपिक्स, पेशेवर टेनिस के लिए सोनी एरिक्सन ओपन, कई ग्रेहाउंड रेसिंग ट्रैक्स, मरीनाज, जय-अलाई वेन्यूज और गोल्फ कोर्स जैसे खेल-कूद गतिविधियों का केंद्र भी है। वर्तमान में मियामी हीट एकमात्र प्रमुख पेशेवर खेल टीम है जो अपनी खेल गतिविधियाँ मियामी शहर की सीमा के अंदर अमेरिकन एयरलाइंस एरेना में आयोजित करता है। हाल ही में इस टीम ने 2006 एनबीए (NBA) का फाइनल जीतकर, डलास मैवेरिक्स के विरुद्ध 4-2 से सीरीज में जीत हासिल की है। मियामी डॉल्फ़िन और फ्लोरिडा मार्लिंस, दोनों अपने-अपने खेल मियामी गार्डन्स में खेलते हैं। बाउल चैम्पियनशिप सीरीज की एक सदस्य, ऑरेंज बाउल अपने कॉलेज फुटबॉल चैम्पियनशिप गेम्स सन लाइफ स्टेडियम में आयोजित करती है। इस स्टेडियम ने सुपर बाउल का भी आयोजन किया है; मियामी महानगरीय क्षेत्र ने इस खेल को कुल मिलाकर नौ बार (सुपर बाउल एक्सएलआई (XLI) सहित चार सुपर बाउल डॉलफिन स्टेडियम में और पाँच मियामी ऑरेंज बाउल में) आयोजित किया है, जिनमें से ज्यादातर खेलों में न्यू ऑरलियंस के साथ टाई हुआ था। 2010 में मियामी शहर की सीमा के अंदर पुराने ऑरेंज बाउल स्टेडियम की साइट पर फ्लोरिडा मार्लिंस के लिए एक नए बॉलपार्क का निर्माण शुरू हुआ। उम्मीद की जा रही है कि बॉलपार्क 2012 में खुल जाएगा और टीम का नाम संभवतः बदलकर मियामी मार्लिंस रख दिया जाएगा. फ्लोरिडा की एकमात्र पेशेवर फुटबॉल टीम, मियामी एफसी ट्रॉपिकल पार्क स्टेडियम में खेलती है। मियामी ने मार्च 2006 में विश्व-प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ी रोमारियो के साथ एक वर्ष के डील पर हस्ताक्षर किया था। फ्लोरिडा पैंथर्स एनएचएल (NHL) टीम पड़ोस के ब्रौवार्ड काउंटी में सनराइज शहर के बैंकअटलांटिक सेंटर में खेलती है। मियामी पासो फिनो घोड़ों का भी ठिकाना है, जहाँ प्रतियोगिताएं ट्रॉपिकल पार्क एक्वेस्ट्रियन सेंटर में आयोजित होती हैं। मियामी कई कॉलेज स्तरीय खेल टीमों का भी केंद्र है। इनमें दो सबसे बड़ी टीमें हैं मियामी हरीकेंस यूनिवर्सिटी, जिसकी फुटबॉल टीम पहले 1937 से लेकर 2008 तक मियामी ऑरेंज बाउल में खेली थी और बाद में सन लाइफ स्टेडियम को चली गयी और फ्लोरिडा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय की गोल्डन पैंथर्स टीम, जिसकी फुटबॉल टीम एफआईयू (FIU) स्टेडियम में खेलती है। कई पुरानी टीमें मियामी में स्थित थीं, जिनमें शामिल हैं, मियामी फ्लोरिडियंस (एबीए) (ABA), मियामी मेटाडोर्स (ईसीएचएल) (ECHL), मियामी मैनाटीज (डब्ल्यूएचए2) (WHA2), मियामी गैतोस (एनएएसएल) (NASL), मियामी स्क्रीमिंग ईगल्स (डब्ल्यूएचए) (WHA), मियामी सीहॉक्स (एएएफ़सी) (AAFC), मियामी सोल (डब्ल्यूएनबीए) (WNBA), मियामी टोरोस (एनएएसएल) (NASL), मियामी ट्रॉपिक्स (एसएफ़एल) (SFL), मियामी ट्रॉपिक्स (एबीए) (ABA) और मियामी हूटर्स (एरेना फुटबॉल लीग)। एक पुरानी मेजर लीग सॉकर टीम, मियामी फ्यूजन पड़ोस के ब्रौवार्ड काउंटी में लॉकहार्ट स्टेडियम में खेलती थी। जनसांख्यिकी मियामी अमेरिका का 43वाँ सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। मियामी महानगरीय क्षेत्र, जिसमें मियामी-डैड, ब्रोवार्ड और पाम बीच प्रांत शामिल हैं, इनकी 5.4 मिलियन से अधिक लोगों की संयुक्त आबादी को अमेरिका की सातवीं सबसे बड़ी आबादी का स्थान प्राप्त है, (हस्टन के बाद) और इसके पास दक्षिण-पूर्वी अमेरिका का सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है। 2008 तक, संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि मियामी का शहरी जमावड़ा दुनिया में 44वाँ सबसे बड़ा जमावड़ा है। वर्ष 2000 की जनगणना के अनुसार, शहर में 362,470 लोग, 134,198 घर और 83,336 परिवार रहते थे। जनसंख्या घनत्व था 10,160.9//mi² (3,923.5 /किमी2) 4,159.7/mi² (1,606.2/किमी2) के औसत घनत्व से यहाँ 148,388 आवासीय इकाइयाँ मौजूद थीं। वर्ष 2006-2008 के अमेरिकन कम्युनिटी सर्वे के अनुसार, मियामी की नस्लीय संरचना निम्नानुसार थी: गोरे: 72.7% (गैर-स्पेनी गोरे: 10.5%) काले या अफ्रीकी अमेरिकी: 22.0% अमेरिका के मूल निवासी: 0.1% एशियाई: 0.8% हवाई के मूल निवासे और अन्य प्रशांत द्वीप के वासी: 0.1% कुछ अन्य जाति: 3.1% दो या दो से अधिक नस्ल वाले: 1.2% स्पेनी या लैटिनो (किसी भी जाति के): 69.4% वर्ष 2000 तक, राष्ट्रीय मूल और/या जातीय मूल के हिसाब से, कुल आबादी में 34.1% क्यूबाई थे, जबकि शहरी आबादी में 5.6% निकारागुआ के निवासी, कुल आबादी में 5.5% हैती के निवासी, कल आबादी में 3.3% होंडुराई, सभी निवासियों में 1.7% डोमिनिकन और कुल आबादी में 1.6% कोलम्बियाई लोग थे। 2004 में, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) (UNDP) ने जिस देश में स्थित हैं वहाँ से अलग, देश के बाहर जन्म लिए निवासियों के प्रतिशत की दृष्टि से मियामी को प्रथम स्थान दिया (59%), जबकि दूसरा स्थान टोरंटो (50%) का था। यहाँ 134,198 परिवार रहते थे जिनमें से 26.3% के साथ उनके 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे भी रहते थे, 36.6% एक साथ रहने वाले शादी-शुदा जोड़े थे, 18.7% के परिवार की मुखिया एक महिला थी जिनके साथ उनके पति नहीं रहते थे और 37.9% परिवार-रहित घर थे। समस्त परिवारों में 30.4% केवल एक ही व्यक्ति से संचालित थे और 12.5% परिवारों में कोई अकेला व्यक्ति रहता था जिसकी आयु 65 वर्ष या इससे अधिक थी। घर का औसत आकार 2.61 था और औसत परिवार का आकार था 3.25. उम्र की गणना के अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र वाले 21.7% थे, जबकि 18 से 24 वर्ष की उम्र वाले 8.8%, 25 से 44 के बीच 30.3%, 45 से 64 की उम्र वाले 22.1% और 65 वर्ष या इससे अधिक की उम्र वाले 17.0% थे। औसत उम्र 38 साल थी। प्रत्येक 100 महिलाओं के लिए 98.9 पुरुष थे। 18 वर्ष और इससे अधिक उम्र की प्रत्येक 100 महिलाओं के लिए, 97.3 पुरुष थे। शहर में एक घर की औसत आय 23,483 डॉलर थी और एक परिवार के लिए औसत आय 27,225 डॉलर थी। पुरुषों की औसत आय 24,090 डॉलर की तुलना में महिलाओं की औसत आय 20,115 डॉलर थी। इस शहर की प्रति व्यक्ति आय 15,128 डॉलर थी। परिवारों में 23.5% और जनसंख्या में 28.5% गरीबी रेखा से नीचे थे, जिनमें 18 वर्ष से कम उम्र वाले 38.2% और 65 वर्ष या इससे अधिक की उम्र वाले 29.3% थे। हाल के वर्षों में मियामी में हुई विस्फोटक जनसंख्या वृद्धि का कारण देश के अन्य हिस्सों से पलायन कर यहाँ आने वाले लोगों के साथ-साथ आप्रवासी लोग भी थे। मियामी को एक पिघलने वाले बर्तन की बजाए एक बहुसांस्कृतिक मोजैक के रूप में कही बेहतर जाना जाता है, जहाँ के निवासी अपनी बहुत सी, या कुछ सांस्कृतिक परम्पराओं को आज भी मानते हैं। मियामी की समग्र संस्कृति लैटिन वासियों की बड़ी आबादी और मुख्य रूप से कैरिबियाई लोगों, जमैका, हैती, त्रिनिदाद एवं टोबैगो और बहामास जैसे द्वीपों से आये काले लोगों से अत्यंत प्रभावित है। आज, मियामी क्षेत्र में नागरिकों, गैर-दस्तावेजी आबादी और निम्नांकित के स्थायी निवासियों का एक बड़ा समुदाय मौजूद है: अर्जेंटाइन, बोहेमियन, बारबाडियन, बोलिवियन, ब्राजीलियाई, कनाडाई, चिली वासी, चीनी, कोलम्बियाई, कोस्टा रिका वासी, क्यूबाई, डोमिनिकन, इक्वाडोर वासी, फ्रेंच, जर्मन, यूनानी, ग्वाटेमाला वासी, गुयाना वासी, हैती वासी, होंदुराई, जमैकाई, कोरियाई, भारतीय, इटली वासी, मैक्सिको वासी, निकारागुआ वासी, पनामाई, पेरू वासी, रूसी, सल्वाडोर वासी, स्पेन वासी, त्रिनिदाद और टोबैगो वासी, तुर्क, दक्षिण अफ्रीकाई और वेनेजुएलाई और पोर्टो रिको वासी. हालांकि आम तौर पर इसे मुख्य रूप से लैटिन वासियों और काले कैरिबियाई आप्रवासियों का शहर समझा जाता है, जबकि मियामी क्षेत्र बड़े फ्रांसीसी, फ्रांसीसी कनाडाई, जर्मन, इटालियन और रूसी समुदायों का गृहनगर है। ये समुदाय मियामी और इसके उपनगरों के प्रमुख स्थानों में विकसित हुए हैं, जिससे जगह-जगह नस्ल आधारित आस-पड़ोसों का निर्माण हुआ है, जैसे लिटिल ब्यूनस आयरिस, लिटिल हैती, लिटिल हवाना, लिटिल मानागुआ, लिटिल ब्राज़ील, लिटिल मास्को, लिटिल सैन जुआन और लिटिल तेल अवीव. भाषाएँ 2000 में, अपनी पहली भाषा के रूप में स्पेनिश बोलने वालों की संख्या कुल निवासियों में 66.75% थी, जबकि 25.45% लोग अंग्रेजी बोलनेवाले, 5.20% हैती क्रेयोल भाषा बोलनेवाले और कुल आबादी में 0.76% फ्रेंच भाषी शामिल थे। शहर भर में बोली जानेवाली अन्य भाषाओं में कुल आबादी के अंदर 0.41% पुर्तगाली, 0.18% जर्मन, 0.16% इतालवी, 0.15% अरबी, 0.11% चीनी और 0.08% यूनानी शामिल थीं। मियामी में अमेरिका की आबादी के सबसे बड़े प्रतिशत आंकड़ों में से एक उन निवासियों का है जो अपनी पहली भाषा के रूप में घर में अंग्रेजी के अतिरिक्त कोई अन्य भाषा बोलते हैं (74.55%)। स्पेनी भाषा बोलने वाले निवासियों की संख्या में वृद्धि के कारण, 2008 तक कुछ अंग्रेजी भाषी व्यापार में होने वाली कठिनाइयों की वजह से स्वयं को हाशिए पर महसूस करने लगे थे। सरकार मियामी, फ्लोरिडा शहर की सरकार महापौर-शहर आयुक्त प्रणाली का उपयोग करती है। शहर कमीशन में पाँच आयुक्त होते हैं, जिन्हें एक सदस्य वाले जिलों से चुना जाता है। शहर कमीशन के अंदर अधिशासी निकाय होता है जिसके पास अधिनियमों को अपनाने के लिए अध्यादेश पारित करने और शहर के अंदर शहर के चार्टर में वर्णित सभी शक्तियों का प्रयोग करने का अधिकार होता है। महापौर का चुनाव व्यापक रूप से होता है और वह एक शहर प्रबंधक की नियुक्ति करता है। मियामी शहर में मेयर टॉमस रेगालादो और पाँच शहर आयुक्तों द्वारा शासित है, जो शहर के पाँच जिलों की देखरेख करते हैं। यह नियमित रूप से बैठकों का आयोजन मियामी के सिटी हॉल में करता है जो पड़ोस के डिनर की के अंतर्गत कोकोनट ग्रोव में 3500 पैन अमेरिकन ड्राइव मियामी, फ्लोरिडा 33133 में स्थित है। नगर परिषद तोमास रेगालादो - मियामी शहर के मेयर वाइफ्रेदो "विली" गोर्ट - मियामी शहर के आयुक्त, जिला 1 मार्क सारनौफ़ - मियामी शहर के आयुक्त, जिला 2 फ्रैंक कैरोलो - मियामी शहर के आयुक्त, जिला 3 फ्रांसिस सुआरेज़ - मियामी शहर के आयुक्त, जिला 4 रिचर्ड पी. डन - मियामी शहर के आयुक्त, जिला 5 शहर प्रबंधन कार्लोस ए मिगोया - शहर प्रबंधक जूली ओ. ब्रू - सिटी अटार्नी प्रिसिला थॉमसन - सिटी क्लर्क शिक्षा सार्वजनिक विद्यालय मियामी में सार्वजनिक विद्यालयों को मियामी-डैड काउंटी पब्लिक स्कूल्स द्वारा संचालित किया जाता है, जो फ्लोरिडा का सबसे बड़ा और संयुक्त राज्य अमेरिका का चौथा-सबसे बड़ा विद्यालय जिला है। सितम्बर 2008 के अनुसार यहाँ 385,655 छात्रों का नामांकन है और 392 से अधिक विद्यालय एवं केंद्र मौजूद हैं। जिले में सबसे बड़ी अल्पसंख्यक सार्वजनिक विद्यालय प्रणाली भी मौजूद है, जहाँ इसके छात्रों में 60% स्पेनी मूल के, 28% अफ्रीकी अमेरिकी, 10% गोरे (गैर-स्पेनी) और 2% अन्य अल्पसंख्यक वर्ग के गैर-गोरे शामिल हैं। मियामी देश के कुछ सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों का भी केंद्र है, जैसे कि डिजाइन एंड आर्किटेक्चर हाई स्कूल, जिसे देश के सर्वश्रेष्ठ मैगनेट स्कूल का स्थान प्राप्त है, एमएएसटी (MAST) अकादमी, कोरल रीफ हाई स्कूल, जिसे अमेरिका का 20वाँ सर्वश्रेष्ठ सार्वजनिक विद्यालय का स्थान मिला है, मियामी पाल्मेटो हाई स्कूल और न्यू वर्ल्ड स्कूल ऑफ द आर्ट्स. एम-डीसीपीएस (M-DCPS) भी संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ सार्वजनिक विद्यालय जिलों में से एक है, जो स्पेनी, हैती क्रेयोल और मंदारिन चीनी भाषाओं में वैकल्पिक द्विभाषी शिक्षा की सुविधा देता है। निजी विद्यालय मियामी कई प्रतिष्ठित रोमन कैथोलिक, यहूदी और गैर-जाति के निजी स्कूलों का केंद्र है। आर्कडायोसेस ऑफ मियामी शहर के कैथोलिक निजी स्कूलों को संचालित करता है, जिनमें शामिल हैं: आवर लेडी ऑफ लूर्डेस एकेडमी, सेंट ह्यूग कैथोलिक स्कूल, सेंट अगाथा कैथोलिक स्कूल, सेंट थेरेसा स्कूल, ला सैले हाई स्कूल, मोंसाइनर एडवर्ड पेस हाई स्कूल, कैरोलटन स्कूल ऑफ द सेक्रेड हार्ट, क्रिस्टोफर कोलंबस हाई स्कूल, आर्कबिशप कर्ली-नोट्रे डेम हाई स्कूल, सेंट ब्रेंडन हाई स्कूल, सहित कई अन्य प्राथमिक और उच्च विद्यालय. मियामी के कुछ सर्वाधिक सुविख्यात गैर-जातीय निजी विद्यालयों में रैनसम एवरग्लैड्स, गुलिवर प्रिपरेटरी स्कूल और मियामी कंट्री डे स्कूल के नाम शामिल हैं, जिन्हें पारंपरिक तौर पर देश के सर्वोत्तम विद्यालयों में जाना जाता है। दूरवर्ती क्षेत्रों में मौजूद अन्य स्कूलों में शामिल हैं, बेलेन जेसुट प्रिपरेटरी स्कूल, सैमुअल शेक हिल्लेल कम्युनिटी डे स्कूल और डैड क्रिस्चियन स्कूल. महाविद्यालय और विश्वविद्यालय मियामी के आसपास मौजूद महाविद्यालय और विश्वविद्यालय हैं: बैरी विश्वविद्यालय (निजी) कार्लोस अल्बीजू विश्वविद्यालय (निजी) फ्लोरिडा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय (एफआईयू) (FIU) (सार्वजनिक) फ्लोरिडा मेमोरियल विश्वविद्यालय (निजी) जॉनसन और वेल्स विश्वविद्यालय (निजी) कैसर विश्वविद्यालय (निजी) मैनचेस्टर बिजनेस स्कूल (उपग्रह स्थल, ब्रिटेन सार्वजनिक) मियामी डैड कॉलेज (सार्वजनिक, अमेरिका में उच्च शिक्षा की सबसे बड़ी संस्था) कला एवं डिजाइन का मियामी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय (निजी) नोवा दक्षिण-पूर्वी विश्वविद्यालय (निजी) सेंट थॉमस विश्वविद्यालय (निजी) टालमुदिक विश्वविद्यालय (निजी) मियामी विश्वविद्यालय (निजी, कोरल गैबल्स में स्थित) 18 वर्ष से अधिक उम्र के उच्च विद्यालय डिप्लोमा धारक व्यक्तियों के हिसाब से शहर को अंतिम-से-दूसरा स्थान प्राप्त है, जहाँ आबादी के 47% लोगों के पास यह डिग्री नहीं है। परिवहन हवाई अड्डे प्रांत के एक अनिगमित क्षेत्र में स्थित मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मियामी क्षेत्र के लिए प्राथमिक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में कार्य करता है। दुनिया में सबसे व्यस्त अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में से एक, मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रति वर्ष 35 मिलियन से अधिक यात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। स्थानीय रूप से और दुनिया भर के अधिकारियों के बीच एमआईए (MIA) या केएमआईए (KMIA) के रूप में पहचाना जानेवाला यह हवाई अड्डा एक बड़ा हब और दुनिया के सबसे बड़े हवाई यात्री वाहक, अमेरिकन एयरलाइंस के लिए एकमात्र सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय प्रवेश द्वार है। मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा फ्लोरिडा का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है और विदेशी हवाई यात्रियों के लिए न्युयॉर्क के जॉन एफ़. कैनेडी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय प्रवेश द्वार है और दुनिया में ऐसा सातवाँ-सबसे बड़ा प्रवेश द्वार है। हवाई अड्डे का व्यापक अंतरराष्ट्रीय मार्ग नेटवर्क के अंतर्गत उत्तर और दक्षिण अमेरिका, यूरोप, एशिया और मध्य पूर्व में सत्तर से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शहरों के लिए निर्बाध उड़ानें शामिल हैं। वैकल्पिक रूप से, इसके निकट स्थित फोर्ट लॉडरडेल-हॉलीवुड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी मियामी क्षेत्र में व्यावसायिक यातायात का कार्य करता है। ओपा-लौका में स्थित ओपा-लौका हवाई अड्डा और एक अनिगमित क्षेत्र में स्थितकेंडल-तामियामी हवाई अड्डा मियामी क्षेत्र में सामान्य हवाई यातायात सेवाएं प्रदान करता है। मियामी बंदरगाह (पोर्ट ऑफ मियामी) मियामी संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक, पोर्ट ऑफ मियामी का केंद्र है। यह दुनिया में सबसे बड़ा क्रूज शिप बंदरगाह है। इस पोर्ट को अक्सर "क्रूज कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड" और "कार्गो गेटवे ऑफ द अमेरिकाज" कहा जाता है। इसने एक दशक से भी अधिक समय से दुनिया में नंबर एक क्रूज/यात्री बंदरगाह के रूप में अपनी प्रतिष्ठा कायम रखी है, जो सबसे बड़े क्रूज जहाज़ों और प्रमुख क्रूज लाइनों को स्थान देता है। 2007 में, पोर्ट 3,787,410 यात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, यह पोर्ट देश के सबसे व्यस्त कार्गो बंदरगाहों में से है, जिसने 2007 में 7.8 मिलियन टन कार्गो का आयात किया था। उत्तर अमेरिकी बंदरगाहों में, लैटिन अमेरिका से आयात/निर्यात किये गए कार्गो टन भार के हिसाब से केवल न्यु ऑरलियन्स के पोर्ट ऑफ दक्षिण लुइसियाना के बाद इसका दूसरा स्थान है। यह बंदरगाह में स्थित है और इसमें 7 यात्री टर्मिनल हैं। चीन, बंदरगाह का नंबर एक आयातक देश है और हौंडुरास इसका नंबर एक निर्यातक देश है। क्रूज लाइन मुख्यालयों की दुनिया में सबसे बड़ी संख्या मियामी में स्थित है, जिनमें शामिल हैं: कार्निवाल क्रूज लाइन्स, सेलिब्रिटी क्रूजेज, कोस्टा क्रूजेज, क्रिस्टल क्रूजेज, नार्वेजियन क्रूज लाइन, ओशिनिया क्रूजेज, रॉयल कैरेबियन इंटरनेशनल और विंडजैमर बेयरफुट क्रूजेज. 24 मई 2010 को, 1 बिलियन डॉलर के मियामी पोर्ट सुरंग का निर्माण कार्य शुरू हुआ जो पोर्ट ऑफ मियामी को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा। सार्वजनिक परिवहन मियामी में सार्वजनिक परिवहन मियामी-डैड ट्रांजिट और एसएफ़आरटीए (SFRTA) द्वारा संचालित है और इसमें कम्यूटर रेल (ट्राई-रेल), हेवी-रेल रैपिड ट्रांजिट (मेट्रोरेल), एक ऊँचा सार्वजिक आवागमन पथ (मेट्रोमूवर) और बसें (मेट्रोबस) शामिल हैं। मियामी में फ्लोरिडा के पारगमन पथ उपयोगकर्ताओं (ट्रांजिट राइडरशिप) का सबसे बड़ा प्रतिशत है जहाँ तकरीबन 17% मियामी वासी प्रतिदिन पारगमन पथ का उपगोग करते हैं। मियामी का भारी-रेल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम, मेट्रोरेल, एक एलिवेटेड प्रणाली है जिसमें 22-मील (36-किमी)-लम्बे रास्ते पर 22 स्टेशन मौजूद हैं। मेट्रोरेल हाइलिया और मेडली के पश्चिमी उपनगरों से होकर सिविक सेंटर, डाउनटाउन, ब्रिकेल, कोकोनट ग्रोव, कोरल गैबल्स, दक्षिणी मियामी से गुजरते हुए पड़ोस के दक्षिणी उपनगर डैडलैंड में आकर समाप्त होती है; मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एक सीधे मेट्रोरेल संपर्क मार्ग का निर्माण कार्य 2009 में शुरू हुआ जिसमें यात्री सेवा 2012 के आरंभ तक शुरू हो जाने की उम्मीद है। एक स्वतंत्र, एलिवेटेड पीपुल मूवर, मेट्रोमूवर, डाउनटाउन में तीन अलग-अलग लाइनों पर 21 स्टेशनों में कार्य करता है, जहाँ डाउनटाउन और ब्रिकेल के तकरीबन प्रत्येक दो ब्लॉकों में एक स्टेशन मौजूद है। संपूर्ण मियामी-डैड प्रांत में कई विस्तार परियोजनाओं के लिए धनराशि ट्रांजिट विकास बिक्री कर अधिभार के जरिये जुटायी जाती है। ट्राई-रेल, एक नियमित रेल प्रणाली है जो दक्षिण फ्लोरिडा क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (SFRTA) द्वारा संचालित है, यह मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उत्तर दिशा से पश्चिमी पाम बीच तक चलती है, जिसमें संपूर्ण मियामी-डैड, ब्रोवार्ड और पाम बीच प्रांतों में कुल मिलाकर अठारह ठहराव हैं। वर्त्तमान में मियामी इंटरमोडल सेंटर और मियामी सेंट्रल स्टेशनमें निर्माण कार्य जारी है, यह बड़े पैमाने पर बनने वाला एक परिवहन हब है, जो मेट्रोरेल, एमट्रैक, ट्राई-रेल, मेट्रोबस, ग्रेहाउंड लाइंस, टैक्सियों, किराये की कारें, एमआईए (MIA) मूवर, निजी ऑटोमोबाइलों, साइकिलों और पैदल यात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा। मियामी इंटरमोडल सेंटर का निर्माण कार्य 2010 तक पूरा होने की उम्मीद है और यह मियामी क्षेत्र में 150,000 से अधिक नियमित यात्रियों एवं पर्यटकों को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा। मियामी सेंट्रल स्टेशन का पहला चरण जून 2010 में और दूसरा चरण 2011 में पूरा किया जाना निर्धारित है। दो नयी प्रकाश रेल प्रणालियाँ, बेलिंक और मियामी स्ट्रीटकार प्रस्तावित की गयी हैं, जो वर्त्तमान में योजना निर्माण के चरण में हैं। बेलिंक डाउनटाउन को साउथ बीच से जोड़ेगी और मियामी स्ट्रीटकार डाउनटाउन को मिडटाउन से जोड़ेगी. रेल मियामी एमट्रैक के अटलांटिक तट सेवाओं का दक्षिणी टर्मिनस है, जिसमें दो लाइनें हैं, सिल्वर मेटियोर और सिल्वर स्टार, दोनों न्युयॉर्क सिटी में जाकर समाप्त होती है। मियामी एमट्रैक स्टेशन, एनडब्ल्यू (NW) 79 और एनडब्ल्यू (NW) 38 एवेन्यू पर ट्राई-रेल/मेट्रोरेल स्टेशन के निकट हाईलिया उपनगर में स्थित है। मियामी सेंट्रल स्टेशन के वर्तमान निर्माण कार्य में एमट्रैक के सभी ऑपरेशंस, मेट्रोरेल, एमआईए (MIA) मूवर, ट्राई-रेल, मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और मियामी इंटरमोडल सेंटर सहित सभी को को इनके वर्त्तमान स्थलों से हटाकर, एक ही जगह डाउनटाउन के निकट एक केन्द्रीयकृत स्थल पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा. यह स्टेशन 2011 तक बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है। फ्यूचर फ्लोरिडा की रेल योजनाएं तीव्र-गति के रेल को मियामी में लेकर आयेगी, जो मियामी को ओरलैंडो और ताम्पा से एक तीव्र-गति रेल लाइन के जरिये जोड़ेगी. ताम्पा-ऑरलैंडो खंड को संघीय सरकार द्वारा 2009 में मंजूरी दी गयी थी और अब इसका निर्माण कार्य 2014 तक पूरा हो जाने की उम्मीद के साथ शुरू होने जा रहा है। मियामी तक तीव्र गति रेल के 2018 तक पूरा करने की योजना है और यह मियामी सेन्ट्रल स्टेशन में आकर जुड़ेगी. अन्य रेल योजनाओं में फ्लोरिडा पूर्वी तटीय रेलवे शामिल है जो मियामी को जैक्सनविले से होते हुए फ्लोरिडा के अटलांटिक तट के साथ जोड़ेगी. सड़क मियामी की सड़क व्यवस्था न्युमरिकल "मियामी ग्रिड" पर आधारित है जहाँ फ्लैगलर स्ट्रीट पूर्व-पश्चिम एक्सिस, "स्ट्रीट्स" बनाती है और मियामी एवेन्यू उत्तर-दक्षिण एक्सिस, "एवेन्यूज" का निर्माण करती है। फ्लैगलर स्ट्रीट और मियामी एवेन्यू का कोना डाउनटाउन मैकेज (पहले बरडाइन्स मुख्यालय) के सामने डाउनटाउन के मध्य में स्थित है। मियामी ग्रिड प्राथमिक रूप से संख्यात्मक है, जिसके कारण, उदाहरण के लिए, फ्लैग्लर स्ट्रीट के उत्तर और मियामी एवेन्यू के पश्चिम में सभी सडकों के पतों में "एनडब्ल्यू" ("NW") लिखा जाता है। क्योंकि इसका मूल बिंदु डाउनटाउन में है जो समुद्र तट के निकट है, इसीलिये "एनडब्ल्यू" ("NW") और "एसडब्ल्यू" ("NW") क्षेत्र, "एसई" ("SE") और "एनई" ("NE") क्षेत्रों के तुलना में कहीं ज्यादा बड़े हैं। कई सड़कों, विशेष रूप से प्रमुख सडकों के नाम इसी प्रकार से रखे गए हैं (जैसे कि तामियामी ट्रेल/एसडब्ल्यू (SW) 8वीं स्ट्रीट), हालांकि, कुछ उल्लेखनीय अपवाद भी है, (जैसे कि कोरल वे), इनके नंबर स्थानीय लोगों द्वारा आम तौर पर उपयोग में लाये जाते हैं। मियामी-डैड काउंटी की सभी सड़कें और एवेन्यूज मियामी ग्रिड का अनुसरण करती हैं, जिनमें कुछ अत्यंत उल्लेखनीय अपवाद भी हैं, कोरल गैबल्स, हाइलिया और मियामी बीच. कुछ आसपास के इलाके जैसे कि द रोड्स का ऐसा नाम इसीलिये दिया गया है क्योंकि इसकी सड़कें मियामी ग्रिड से 45-डिग्री के कोण पर निकलती हैं और यही वजह है कि इन सबका नाम 'रोड्स' रखा गया है। मियामी-डैड काउंटी चार अंतरराज्यीय राजमार्गों (आई-75, आई-95, आई-195, आई-395) और कई अमेरिकी राजमार्गों जैसे यूएस (U.S.) रूट 1, यूएस (U.S.) रूट 27, यूएस (U.S.) रूट 41, यूएस (U.S.) रूट 441 द्वारा सेवित है। मियामी में सेवित कुछ प्रमुख फ्लोरिडा प्रांत की सड़कें (और उनके सामान्य नाम) हैं: एसआर (SR) 112 (एयरपोर्ट एक्सप्रेसवे): इंटरस्टेट 95 से एमआईए (MIA) एसआर (SR) 821 (एचईएफटी (HEFT) या फ्लोरिडा टर्नपाइक का होमस्टीड एक्सटेंशन): एसआर (SR) 91 / मियामी गार्डंस से यूएस (U.S.) रूट 1 / फ्लोरिडा सिटी) एसआर (SR) 826 (पालमेटो एक्सप्रेसवे): गोल्डन ग्लैड्स इंटरचेंज से लेकर यूएस (U.S.) रूट 1 / पाइनक्रेस्ट एसआर (SR) 836 (डॉल्फिन एक्सप्रेसवे): डाउनटाउन से एसडब्ल्यू (SW) 137वाँ एवेन्यु, एमआईए (MIA) से होकर एसआर (SR) 874 (डॉन शुला एक्सप्रेसवे): 826/ बर्ड रोड से फ्लोरिडा के टर्नपाइक का होमस्टीड एक्सटेंशन / केंडल एसआर (SR) 878 (स्नैपर क्रीक एक्सप्रेसवे): एसआर (SR) 874 / केंडल से यूएस (U.S.) रूट 1/ pin क्रेस्ट एवं साउथ मियामी एसआर (SR) 878 (ग्रैतिग्नी पार्कवे) मियामी लेक्स से ओपा-लोका मियामी में छः प्रमुख सेतु हैं जिनका विस्तार पश्चिमी मैनलैंड को जोड़ते हुए बिस्केन बे तक है, जिसमें अटलांटिक महासागर के साथ पूर्वी बैरियर द्वीप मौजूद हैं। रिकेनबेकर सेतु सुदूर दक्षिण का सेतु है और यह ब्रिकेल को वर्जीनिया की और की बिस्केन से जोड़ता है। विनीशियन सेतु और मैकआर्थर सेतु डाउनटाउन को साउथ बीच के साथ जोड़ता है। जूलिया टटल सेतु मिडटाउन और मियामी बीच को जोड़ता है। 79वीं स्ट्रीट सेतु अपर ईस्ट साइड को नॉर्थ बीच के साथ जोड़ता है। सुदूर उत्तरी सेतु, ब्रॉड सेतु मियामी के छः सेतुओं में सबसे छोटा है और नॉर्थ मियामी को बाल हार्बर के साथ जोड़ता है। 2007 में, ऑटोमोबाइल क्लब ऑटो वैन्टेज द्वारा कराये गए एक पोल में मियामी को लगातार दो वर्षों तक, संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे खतरनाक चालकों वाला प्रांत चुना गया था। मियामी को पैदल चलने वालों के लिए लगातार संयुक्त राज्य अमेरिका के सबसे खतरनाक शहरों में से एक का स्थान भी दिया जाता है। साइकिल की सवारी हाल के वर्षों में, मेयर मैन्नी डायज के अधीन शहर की सरकार ने मनोरंजन और दैनिक गतिविधियों, दोनों के लिए मियामी में साइकिल की सवारी के समर्थन में एक महत्वाकांक्षी कदम उठाया है। हर महीने, इस शहर में "बाइक मियामी" का आयोजन किया जाता है, जहाँ डाउनटाउन और ब्रिकेल की प्रमुख सड़कें गाड़ियों के लिए बंद कर दी जाती हैं और पैदल चालकों या साइकिल सवारों के लिए खुली रहती हैं। इस आयोजन की शुरुआत नवंबर 2008 में हुई और इसकी लोकप्रियता 1500 प्रतिभागियों से दोगुनी होकर अक्टूबर 2009 के बाइक मियामी में तकरीबन 3000 तक पहुँच गयी। यह अमेरिका में लम्बी दूरी का ऐसा सबसे बड़ा आयोजन है। अक्टूबर 2009 में, शहर ने बाइक रूट और शहर के मार्गों के लिए एक विस्तृत 20-वर्षीय योजना को मंजूरी दी है। शहर ने वर्ष 2009 के अंत में बाइक मार्गों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है और यह अध्यादेश जारी कर दिया है कि शहर के अन्दर भविष्य में होनेवाले सभी प्रकार के निर्माण कार्यों में अक्टूबर 2009 के बाद से अब बाइक पार्किंग आवश्यक होगा। 2010 में, साइकिल पत्रिका के अनुसार मियामी को अमेरिका में सबसे बाइक-फ्रेंडली शहर के रूप में #44 स्थान दिया गया था। लोकप्रिय संस्कृति में कई टेलीविजन कार्यक्रम मियामी में सेट किये या फिल्माए गए हैं। विवादास्पद एमी पुरस्कार विजेता नाटक निप/ट्रक, सीबीएस का CSI: Miami और मियामी मेडिकल, यूएसए (USA) का बर्न नोटिस और शोटाइम का डेक्सटर, ये सभी मियामी में आयोजित किये गए। जैकी ग्लीसन शो को 1964 से 1970 तक मियामी बीच में टेप किया गया था। एनबीसी के शो गुड मॉर्निंग, मियामी काल्पनिक रूप से मियामी के एक टेलीविजन स्टेशन की कार्यप्रणाली पर आधारित थी। लोकप्रिय सिटकॉम द गोल्डन गर्ल्स और एम्टी नेस्ट मियामी पर आधारित थे। मियामी वाइस भी मियामी क्षेत्र पर आधारित थी और इसे यहीं फिल्माया गया था। अपनी आधुनिक संगीत परंपरा को जारी रखते हुए, इस शहर ने हाल ही में 2004 और 2005 एमटीवी (MTV) वीडियो म्यूजिक अवार्ड्स का आयोजन किया है। मियामी में आयोजित होने वाले अन्य संगीत पुरस्कार शो हैं, 2003 में लैटिन ग्रेमीज और 2006 में लो नयुस्त्रो अवार्ड्स. 2000 के दशक के मध्य में, मियामी रियलिटी टेलीविजन शो के लिए एक लोकप्रिय पृष्ठभूमि बनना शुरू हो गया था। शहर के अंदर रियलिटी प्रोग्रामिंग के सेट में शामिल हैं, टीएलसी शो मियामी इंक ; डिस्कवरी चैनल का आफ्टर डार्क, एनिमल प्लैनेट का मियामी एनिमल पोलिस, एमटीवी (MTV) का 8वाँ और ओसियन, मेकिंग मेनुडो, मेकिंग द बैंड का चौथा सीजन, रूम रेडर्स ; The Real World: Miami और द एक्स इफेक्ट ; वीएच1 (VH1) का होगन नोज बेस्ट और इसकी अनुवर्ती ब्रुक नोज बेस्ट ; ट्रूटीवी का Bounty Girls: Miami ; एएंडई (A&E) का द फर्स्ट 48 ; ई! (E!) काकोर्टनी एंड ख्लो टेक मियामी ; सीएमटी (CMT) का डेंजर कोस्ट ; ब्रावो का मियामी सोशल और ब्रावो के टॉप शेफ का तीसरा सीजन. वीडियो गेम Grand Theft Auto: Vice City, जो इतिहास में सबसे अधिक बिकनेवाला वीडियो गेम बन गया और Grand Theft Auto: Vice City Stories, मियामी द्वारा प्रेरित एक काल्पनिक शहर, वाइस सिटी में आयोजित हुआ, साथ ही इसी प्रकार के वास्तुशिल्प और भूगोल से संबंधित कुछ और वीडियो गेम. गेम में कई ऐसे पात्र भी हैं जो हैती क्रेओल और स्पेनिश भाषाएं बोलते हैं मियामी ने कई फिल्मों के लिए पृष्ठभूमि का काम किया है, जिनमें शामिल हैं देयर इज समथिंग एबाउट मैरी, हैरोल्ड एंड कुमार एस्केप फ्रॉम ग्वांतानामो बे, वाइल्ड थिंग्स, मार्ली एंड मी, Ace Ventura: Pet Detective, आउट ऑफ द टाइम, बैड बोयज एंड बैड बोयज II, ट्रांसपोर्टर 2, द ब्रिडकेज, द सब्सटीच्यूट, ब्लो, ट्रू लाइज, पोलिस एकेडमी 5, Reno 911!: Miami, क्विक पिक, मियामी वाइस, (इसी नाम से 1980 के दशक में बनी टेलीविजन सीरीज पर आधारित), रेड आई, द बॉडीगार्ड, एनी गिवन संडे, कोकीन काऊबोयज, स्कारफेस, मियामी ब्लूज और जेम्स बौंड की फिल्म गोल्डफिंगर, थंडरबॉल और कैसिनो रॉयल . मियामी लैटिन टेलीविजन और फिल्म प्रोडक्शन का एक केंद्र है। इसी वजह से, कई स्पेनिश भाषा के कार्यक्रम कई टेलीविजन प्रोडक्शन studiyoj में फिल्माए जाते हैं, विशेषकर हाइलिया और डोरल में. इसमें गेम शो, वैराइटी शो, समाचार कार्यक्रम और टेलीनोवेलाज शामिल हैं। तार्किक रूप से, मियामी को फिल्माए गए सबसे प्रसिद्ध कार्यक्रम हैं, सैबादो गिगान्ते, संपूर्ण अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका और यूरोप में देखा जाने वाला एक शनिवार रात्री का वैराइटी शो और दिन के टॉक शो क्रिस्टीना और एल गोर्डो ये ला फ्लाका . कंट्री सिंगर, स्व. कीथ व्हिटली (1955-1989) ने एक गाना गाया था, "मियामी, माई एमी", निश्चय ही मियामी की एक विशेष महिला थी और यह अब तक का सबसे बड़ा हिट रहा है। दोस्ताना बॉलीवुड की वह पहली फिल्म है जिसे पूरी तरह अमेरिका के मियामी में फिल्माया गया था। सहयोगी शहर बोगोटा, कोलम्बिया (1971 से) मानागुआ, निकारागुआ (1991 से) ब्यूनस आयरिस, अर्जेंटीना (1979 से) कागोशिमा, जापान (1990 से) लीमा, पेरू (1977 से अम्मान, जॉर्डन (1995 से) मैड्रिड, स्पेन (1997 से) पोर्ट-ओ-प्रिंस, हैती (1991 से) क़िंगदाओ, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (2005 से) सैंटियागो, चिली (1986 से) साल्वाडोर, ब्राजील (2006 से) सैंटो डोमिंगो, डोमिनिक रिपब्लिक (1987 से) वार्ना, बुल्गारिया इन्हें भी देखें मियामी पुलिस विभाग मियामी की सबसे ऊंची इमारतों की सूची मियामी के लोगों की सूची मियामी पोर्ट टनेल टिप्पणियाँ बाहरी कड़ियाँ City of Miami – Official Site City of Miami Government Greater Miami Convention and Visitors Bureau U.S. Census Bureau – Census 2000 Demographic Profile Highlights for City of Miami बरमूडा ट्राएंगल मियामी-डैड काउंटी, फ्लोरिडा के शहर फ्लोरिडा की काउंटी सीटें मियामी, फ्लोरिडा फ्लोरिडा में पोर्ट बस्तियाँ फ्लोरिडा में समुद्रतटीय रिसॉर्ट 1896 में स्थापित आबादी वाले स्थान स्पेनी बहुल आबादी वाले अमेरिकी समुदाय ट्रॉपिक्स श्रेष्ठ लेख योग्य लेख गूगल परियोजना
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: विराट कोहली को पांच टेस्ट में कप्तानी के बाद पहली जीत हासिल हुई है तो जानकार उम्मीद करने लगे हैं कि अब बात दूर तलक जाएगी। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर मानते हैं कि जिस तरह बल्लेबाजों को अपने पहले शतक का इंतजार होता है, उसी तरह कप्तान विराट कोहली को पहली जीत मिली है। वो उम्मीद करने लगे हैं कि अब टीम इंडिया जीत का सिलसिला भी कायम करेगी। बड़ी बात ये है कि टीम इंडिया 22 साल बाद श्रीलंका में फिर से सीरीज में जीत की उम्मीद करने लगी है। इनडीटीवी से खास बातचीत के दौरान गावस्कर कहते हैं, "एक तो कुमार संगाकारा जैसै दिग्गज टीम से बाहर हो गए हैं। इसके अलावा, दूसरी पारी में कप्तान एंजेलो मैथ्यूज़ के आउट होते ही लगने लगा कि श्रीलंकाई टीम कप्तान के आउट होते ही दबाव में आ जाती है।" यही नहीं गावस्कर का कहना है कि कोलंबो में गेंद गॉल की पिच की तरह नहीं घूम रही थी। फिर श्रीलंकाई खिलाड़ी पिच में रहकर ही गेंद खेल रहे थे। इसलिए लगता है कि श्रीलंकाई बल्लेबाजों में स्पिन को खेलने की अच्छी काबिलियत नहीं है। ये सभी इशारा करते हैं कि टीम इंडिया सीरीज में जीत करने की पुख्ता तैयारी कर सकती है। टिप्पणियां सुनील गावस्कर ये भी मानते हैं कि टीम इंडिया मेजबान टीम से कहीं मजबूत है। उनके मुताबिक पहले टेस्ट के ज्यादातर सेशन में भारतीय पलड़ा भारी रहा। सिर्फ दिनेश चांदीमल के शतक (162) और रंगना हेराथ की घातक गेंदबाजी (7/48) के सहारे मेजबान टीम ने जीत हासिल कर ली, लेकिन दूसरे टेस्ट में कप्तान विराट कोहली ने पहले टेस्ट की गलतियों को नहीं दुहराया। इस बार विराट ने अश्विन को गेंदबाजी देने में देर नहीं की और नतीजा सबके सामने है। गावस्कर का कहना है कि विराट कोहली अपनी गलतियों से सबक लेते हैं, जो उन्हें एक बड़ा कप्तान बना सकता है। गावस्कर ये भी मानते हैं कि ना सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी बल्कि फील्डिंग (कैच के अलावा ग्राउंड फील्डिंग) में भी खिलाड़ियों ने जोर लगाया जिससे खिलाड़ी टीम गेम का प्रदर्शन करते दिखे। यानी कोलंबो में जीत ने टीम इंडिया की सूरत बदल दी है। टीम इंडिया जीत के ऐतिहासिक सफर पर है। ऐसा मानने से भारतीय फैन्स बिल्कुल गुरेज नहीं करना चाहेंगे। बड़ी बात ये है कि टीम इंडिया 22 साल बाद श्रीलंका में फिर से सीरीज में जीत की उम्मीद करने लगी है। इनडीटीवी से खास बातचीत के दौरान गावस्कर कहते हैं, "एक तो कुमार संगाकारा जैसै दिग्गज टीम से बाहर हो गए हैं। इसके अलावा, दूसरी पारी में कप्तान एंजेलो मैथ्यूज़ के आउट होते ही लगने लगा कि श्रीलंकाई टीम कप्तान के आउट होते ही दबाव में आ जाती है।" यही नहीं गावस्कर का कहना है कि कोलंबो में गेंद गॉल की पिच की तरह नहीं घूम रही थी। फिर श्रीलंकाई खिलाड़ी पिच में रहकर ही गेंद खेल रहे थे। इसलिए लगता है कि श्रीलंकाई बल्लेबाजों में स्पिन को खेलने की अच्छी काबिलियत नहीं है। ये सभी इशारा करते हैं कि टीम इंडिया सीरीज में जीत करने की पुख्ता तैयारी कर सकती है। टिप्पणियां सुनील गावस्कर ये भी मानते हैं कि टीम इंडिया मेजबान टीम से कहीं मजबूत है। उनके मुताबिक पहले टेस्ट के ज्यादातर सेशन में भारतीय पलड़ा भारी रहा। सिर्फ दिनेश चांदीमल के शतक (162) और रंगना हेराथ की घातक गेंदबाजी (7/48) के सहारे मेजबान टीम ने जीत हासिल कर ली, लेकिन दूसरे टेस्ट में कप्तान विराट कोहली ने पहले टेस्ट की गलतियों को नहीं दुहराया। इस बार विराट ने अश्विन को गेंदबाजी देने में देर नहीं की और नतीजा सबके सामने है। गावस्कर का कहना है कि विराट कोहली अपनी गलतियों से सबक लेते हैं, जो उन्हें एक बड़ा कप्तान बना सकता है। गावस्कर ये भी मानते हैं कि ना सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी बल्कि फील्डिंग (कैच के अलावा ग्राउंड फील्डिंग) में भी खिलाड़ियों ने जोर लगाया जिससे खिलाड़ी टीम गेम का प्रदर्शन करते दिखे। यानी कोलंबो में जीत ने टीम इंडिया की सूरत बदल दी है। टीम इंडिया जीत के ऐतिहासिक सफर पर है। ऐसा मानने से भारतीय फैन्स बिल्कुल गुरेज नहीं करना चाहेंगे। फिर श्रीलंकाई खिलाड़ी पिच में रहकर ही गेंद खेल रहे थे। इसलिए लगता है कि श्रीलंकाई बल्लेबाजों में स्पिन को खेलने की अच्छी काबिलियत नहीं है। ये सभी इशारा करते हैं कि टीम इंडिया सीरीज में जीत करने की पुख्ता तैयारी कर सकती है। टिप्पणियां सुनील गावस्कर ये भी मानते हैं कि टीम इंडिया मेजबान टीम से कहीं मजबूत है। उनके मुताबिक पहले टेस्ट के ज्यादातर सेशन में भारतीय पलड़ा भारी रहा। सिर्फ दिनेश चांदीमल के शतक (162) और रंगना हेराथ की घातक गेंदबाजी (7/48) के सहारे मेजबान टीम ने जीत हासिल कर ली, लेकिन दूसरे टेस्ट में कप्तान विराट कोहली ने पहले टेस्ट की गलतियों को नहीं दुहराया। इस बार विराट ने अश्विन को गेंदबाजी देने में देर नहीं की और नतीजा सबके सामने है। गावस्कर का कहना है कि विराट कोहली अपनी गलतियों से सबक लेते हैं, जो उन्हें एक बड़ा कप्तान बना सकता है। गावस्कर ये भी मानते हैं कि ना सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी बल्कि फील्डिंग (कैच के अलावा ग्राउंड फील्डिंग) में भी खिलाड़ियों ने जोर लगाया जिससे खिलाड़ी टीम गेम का प्रदर्शन करते दिखे। यानी कोलंबो में जीत ने टीम इंडिया की सूरत बदल दी है। टीम इंडिया जीत के ऐतिहासिक सफर पर है। ऐसा मानने से भारतीय फैन्स बिल्कुल गुरेज नहीं करना चाहेंगे। सुनील गावस्कर ये भी मानते हैं कि टीम इंडिया मेजबान टीम से कहीं मजबूत है। उनके मुताबिक पहले टेस्ट के ज्यादातर सेशन में भारतीय पलड़ा भारी रहा। सिर्फ दिनेश चांदीमल के शतक (162) और रंगना हेराथ की घातक गेंदबाजी (7/48) के सहारे मेजबान टीम ने जीत हासिल कर ली, लेकिन दूसरे टेस्ट में कप्तान विराट कोहली ने पहले टेस्ट की गलतियों को नहीं दुहराया। इस बार विराट ने अश्विन को गेंदबाजी देने में देर नहीं की और नतीजा सबके सामने है। गावस्कर का कहना है कि विराट कोहली अपनी गलतियों से सबक लेते हैं, जो उन्हें एक बड़ा कप्तान बना सकता है। गावस्कर ये भी मानते हैं कि ना सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी बल्कि फील्डिंग (कैच के अलावा ग्राउंड फील्डिंग) में भी खिलाड़ियों ने जोर लगाया जिससे खिलाड़ी टीम गेम का प्रदर्शन करते दिखे। यानी कोलंबो में जीत ने टीम इंडिया की सूरत बदल दी है। टीम इंडिया जीत के ऐतिहासिक सफर पर है। ऐसा मानने से भारतीय फैन्स बिल्कुल गुरेज नहीं करना चाहेंगे। गावस्कर का कहना है कि विराट कोहली अपनी गलतियों से सबक लेते हैं, जो उन्हें एक बड़ा कप्तान बना सकता है। गावस्कर ये भी मानते हैं कि ना सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी बल्कि फील्डिंग (कैच के अलावा ग्राउंड फील्डिंग) में भी खिलाड़ियों ने जोर लगाया जिससे खिलाड़ी टीम गेम का प्रदर्शन करते दिखे। यानी कोलंबो में जीत ने टीम इंडिया की सूरत बदल दी है। टीम इंडिया जीत के ऐतिहासिक सफर पर है। ऐसा मानने से भारतीय फैन्स बिल्कुल गुरेज नहीं करना चाहेंगे।
'व्यावसायिक अर्थशास्त्र' शब्द का प्रयोग विभिन्न तरीकों से किया जाता है। कभी-कभी इसे औद्योगिक अर्थशास्त्र/औद्योगिक संगठन, प्रबंधकीय अर्थशास्त्र और व्यवसाय के लिए अर्थशास्त्र के पर्याय के रूप में उपयोग किया जाता है। फिर भी, 'व्यवसाय के लिए अर्थशास्त्र' और 'प्रबंधकीय अर्थशास्त्र' के उपयोग में पर्याप्त अंतर हो सकता है क्योंकि बाद वाले का उपयोग अधिक संकीर्ण रूप से किया जाता है।
कम्पनी में करोड़ों की पीतल की धातु चुराने वाले गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि गार्ड ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर इस चोरी की घटना को अंजाम दिया था. मामला बीते 3 और 4 फरवरी की रात नोएडा थाना फेस-3 क्षेत्र के सेक्टर 63 स्थित डी-50 कम्पनी का है. जहां करोड़ों रुपये की पीतल चोरी के मामले में कपंनी के मालिक दीपक बंसल ने एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने आज 7 अभियुक्तों को कैश के साथ गिरफ्तार किया है. वहीं चोरी की गई पीतल की बनी व अधबनी टोंटी की कीमत 1 करोड़ 15 लाख आंकी गई है. पुलिस ने कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनका असली सरगना कुलदीप उर्फ़ कमलू है. वहीं कम्पनी में राजू सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था. गार्ड को कम्पनी की सारी जानकारियां थी. कम्पनी में क्या बनता है और कितने का माल रखा है इस बता की पूरी जानकारी गार्ड ने ही अपने साथी कुलदीप को दी थी. जिसके बाद गैंग का सरगना कुलदीप ने गार्ड राजू से रेकी करने के लिया कहा और फिर चोरी करने का प्लान बनाया. जिसके आधार पर 3 और 4  फरवरी की रात इस घटना को अंजाम दिया गया. दरअसल पुलिस को मुखबिर के माध्यम से यह सूचना मिली थी कि कम्पनी का चोरी किया गया माल, नोएडा से दिल्ली बेचने के लिए ले जाया जा रहा है. जिसके बाद पुलिस ने सूचना के आधार पर चेकिंग अभियान चलाकर बहलोलपुर के पास एक कैश वैन को रोका और फिर उसमें बैठे तीन संदिग्धों से पूछताछ की. पूछताछ में ये लोग कोई जानकारी सही से नहीं दे पाए और न ही ये बता पाए कि पैसा कहां से ला रहे थे और कहां ले जा रहे थे. जिसके बाद उन लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के पास से कोई आरबीआर के मानक जैसे सबूत मिले हैं. पुलिस की मानें तो जो वैन की चेकिंग के दौरान पीतल की बनी व अधबनी टोंटी मिली है जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ 15 लाख बताई जा रही है. फ़िलहाल पुलिस इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों का नाम कुलदीप, दीपक, राकेश कुमार, इरफ़ान बाबू, नीरज, पंकज बताया जा रहा है. यह गिरफ्तारी नोएडा थाना फेस-3 इलाके में की गई है.
Dear Mr Jaitley, Less than 6 hrs left for your deadline on the #Rafale JPC to run out. Young India is waiting. I hope you're busy convincing Modi Ji and Anil Ambani Ji about why they should listen to you & approve this! @ArunJaitley — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 30, 2018 Less than 6 hrs left for your deadline on the #Rafale JPC to run out. Young India is waiting. I hope you're busy convincing Modi Ji and Anil Ambani Ji about why they should listen to you & approve this! @ArunJaitley — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 30, 2018 Young India is waiting. I hope you're busy convincing Modi Ji and Anil Ambani Ji about why they should listen to you & approve this! @ArunJaitley
मध्यप्रदेश में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लागू आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर त्वरित कार्रवाई के लिये जिला प्रशासन ने सूचना प्रौद्योगिकी की मदद लेते हुए विशेष मोबाइल एप्‍प विकसित कराया है. अधिकारियों ने बताया कि ‘इलेक्शन वॉच’ नाम के इस एप्‍प के जरिये अंगुलियों की मामूली हरकत से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत दर्ज करायी जा सकेगी और शिकायतकर्ताओं को कागजी खानापूर्ति नहीं करनी होगी. उन्होंने बताया कि इस मोबाइल ऐप्‍प के जरिये प्रशासन को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत अपेक्षाकृत जल्द मिल सकेगी और संबंधित अधिकारी फौरन उचित कदम उठा सकेंगे. अधिकारियों ने बताया कि इस मोबाइल एप्‍प में फोटो अपलोड करने का भी विकल्प मौजूद है. इस एप्‍प के जरिये मतदाताओं को जागरूक करने के संदेश भी भेजे जा सकते हैं. उन्होंने बताया कि मतदाता गूगल प्ले स्टोर की मदद इस एप्‍प को मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलिप ह्यूज की मौत के लगभग दो साल बाद सोमवार से पांच दिवसीय जांच शुरू की गई है. ह्यूज की मौत ऑस्ट्रेलियाई के घरेलू लीग टूर्नामेंट में खेलने के दौरान गेंद लगने से हुई थी. 25 वर्षीय ह्यूज को शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट में साऊथ ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए बल्लेबाजी करने के दौरान गर्दन पर गेंद लगी थी. इसके दो दिन बाद 27 नवंबर 2014 को अस्पताल उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ह्यूज की टीम के साथी खिलाड़ी और विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से ह्यूज की मौत वाले दिन का ब्यौरा मांगा गया है. साथ में जांच समिति इस बात का भी पता लगाएगी कि इस हादसे को टाला जा सकता था या नहीं. जांच दल आपातकाल में मौजूद कर्मचारियों, खिलाड़ियों और पेशेवर स्वास्थ्य अधिकारियों से जानकारी लेंगे. समिति इस बात की भी जांच करेगी कि ह्यूज की मौत में विपक्षी टीम न्यू साउथ वेल्स की रणनीति उनकी मौत का कारण थी या नहीं. साथ ही समिति इस बात की भी पड़ताल करेगी कि क्या अलग तरह के हेलमेट होने से इस हादसे से बचा जा सकता था या नहीं. टिप्पणियां ह्यूज के परिवार ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह सबसे मुश्किल सप्ताह की तैयारी कर रहे हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इस पांच दिवसीय जांच से कुछ सवालों के जवाब जरूर मिलेंगे. बयान में कहा गया है, "यह हमारे लिए बेहद ही मुश्किल सप्ताह होने वाला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 25 वर्षीय ह्यूज को शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट में साऊथ ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए बल्लेबाजी करने के दौरान गर्दन पर गेंद लगी थी. इसके दो दिन बाद 27 नवंबर 2014 को अस्पताल उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ह्यूज की टीम के साथी खिलाड़ी और विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से ह्यूज की मौत वाले दिन का ब्यौरा मांगा गया है. साथ में जांच समिति इस बात का भी पता लगाएगी कि इस हादसे को टाला जा सकता था या नहीं. जांच दल आपातकाल में मौजूद कर्मचारियों, खिलाड़ियों और पेशेवर स्वास्थ्य अधिकारियों से जानकारी लेंगे. समिति इस बात की भी जांच करेगी कि ह्यूज की मौत में विपक्षी टीम न्यू साउथ वेल्स की रणनीति उनकी मौत का कारण थी या नहीं. साथ ही समिति इस बात की भी पड़ताल करेगी कि क्या अलग तरह के हेलमेट होने से इस हादसे से बचा जा सकता था या नहीं. टिप्पणियां ह्यूज के परिवार ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह सबसे मुश्किल सप्ताह की तैयारी कर रहे हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इस पांच दिवसीय जांच से कुछ सवालों के जवाब जरूर मिलेंगे. बयान में कहा गया है, "यह हमारे लिए बेहद ही मुश्किल सप्ताह होने वाला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ह्यूज की टीम के साथी खिलाड़ी और विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से ह्यूज की मौत वाले दिन का ब्यौरा मांगा गया है. साथ में जांच समिति इस बात का भी पता लगाएगी कि इस हादसे को टाला जा सकता था या नहीं. जांच दल आपातकाल में मौजूद कर्मचारियों, खिलाड़ियों और पेशेवर स्वास्थ्य अधिकारियों से जानकारी लेंगे. समिति इस बात की भी जांच करेगी कि ह्यूज की मौत में विपक्षी टीम न्यू साउथ वेल्स की रणनीति उनकी मौत का कारण थी या नहीं. साथ ही समिति इस बात की भी पड़ताल करेगी कि क्या अलग तरह के हेलमेट होने से इस हादसे से बचा जा सकता था या नहीं. टिप्पणियां ह्यूज के परिवार ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह सबसे मुश्किल सप्ताह की तैयारी कर रहे हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इस पांच दिवसीय जांच से कुछ सवालों के जवाब जरूर मिलेंगे. बयान में कहा गया है, "यह हमारे लिए बेहद ही मुश्किल सप्ताह होने वाला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) समिति इस बात की भी जांच करेगी कि ह्यूज की मौत में विपक्षी टीम न्यू साउथ वेल्स की रणनीति उनकी मौत का कारण थी या नहीं. साथ ही समिति इस बात की भी पड़ताल करेगी कि क्या अलग तरह के हेलमेट होने से इस हादसे से बचा जा सकता था या नहीं. टिप्पणियां ह्यूज के परिवार ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह सबसे मुश्किल सप्ताह की तैयारी कर रहे हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इस पांच दिवसीय जांच से कुछ सवालों के जवाब जरूर मिलेंगे. बयान में कहा गया है, "यह हमारे लिए बेहद ही मुश्किल सप्ताह होने वाला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ह्यूज के परिवार ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह सबसे मुश्किल सप्ताह की तैयारी कर रहे हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि इस पांच दिवसीय जांच से कुछ सवालों के जवाब जरूर मिलेंगे. बयान में कहा गया है, "यह हमारे लिए बेहद ही मुश्किल सप्ताह होने वाला है."(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लेख: कश्मीर घाटी में प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों को मंगलवार को फिर से खोलने का फैसला किया है. सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों के मारे जाने के बाद कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सोमवार को स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया था.  अधिकारियों ने कहा, "घाटी में मंगलवार को सभी स्कूल और कॉलेज फिर से खुलेंगे. हालांकि जिला मजिस्ट्रेट तय करेंगे कि सुरक्षा के कारण क्या किसी शैक्षणिक संस्थान को फिर से बंद करने की जरूरत है."  अलगाववादियों ने भी कहा है कि घाटी में कोई बंद आयोजित नहीं किया जाएगा.  अनंतनाग जिले में गोलीबारी के बाद सोमवार को शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया गया था.  सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया एक आतंकवादी एस्सा फजीली राजौरी के बाबा गुलाम शाह बादशाह विश्वविद्यालय का पूर्व बीटेक छात्र था जो आठ माह पहले आतंकवादी समूह से जुड़ गया था.टिप्पणियां हालांकि, तहरीक-उल-मुजाहिद्दीन (टीयूएम) संगठन ने कहा कि एस्सा उनके संगठन का कमांडर था, लेकिन सोमवार शाम को श्रीनगर के अहमद नगर इलाके में मृतक आतंकवादी की अंत्येष्टि में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के झंडे देखे गए. सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए संदेशों में आईएस सहयोगियों ने कहा कि फजीली आतंकवादी समूह की भारतीय शाखा अंसार गजवतुल हिंद में में शामिल हो गया था. दावों के बावजूद शीर्ष खुफिया अधिकारियों सहित सुरक्षा बल अब तक जम्मू और कश्मीर में आईएस की उपस्थिति के दावों को सख्ती से खारिज करते रहे हैं.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अलगाववादियों ने भी कहा है कि घाटी में कोई बंद आयोजित नहीं किया जाएगा.  अनंतनाग जिले में गोलीबारी के बाद सोमवार को शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया गया था.  सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया एक आतंकवादी एस्सा फजीली राजौरी के बाबा गुलाम शाह बादशाह विश्वविद्यालय का पूर्व बीटेक छात्र था जो आठ माह पहले आतंकवादी समूह से जुड़ गया था.टिप्पणियां हालांकि, तहरीक-उल-मुजाहिद्दीन (टीयूएम) संगठन ने कहा कि एस्सा उनके संगठन का कमांडर था, लेकिन सोमवार शाम को श्रीनगर के अहमद नगर इलाके में मृतक आतंकवादी की अंत्येष्टि में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के झंडे देखे गए. सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए संदेशों में आईएस सहयोगियों ने कहा कि फजीली आतंकवादी समूह की भारतीय शाखा अंसार गजवतुल हिंद में में शामिल हो गया था. दावों के बावजूद शीर्ष खुफिया अधिकारियों सहित सुरक्षा बल अब तक जम्मू और कश्मीर में आईएस की उपस्थिति के दावों को सख्ती से खारिज करते रहे हैं.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हालांकि, तहरीक-उल-मुजाहिद्दीन (टीयूएम) संगठन ने कहा कि एस्सा उनके संगठन का कमांडर था, लेकिन सोमवार शाम को श्रीनगर के अहमद नगर इलाके में मृतक आतंकवादी की अंत्येष्टि में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के झंडे देखे गए. सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए संदेशों में आईएस सहयोगियों ने कहा कि फजीली आतंकवादी समूह की भारतीय शाखा अंसार गजवतुल हिंद में में शामिल हो गया था. दावों के बावजूद शीर्ष खुफिया अधिकारियों सहित सुरक्षा बल अब तक जम्मू और कश्मीर में आईएस की उपस्थिति के दावों को सख्ती से खारिज करते रहे हैं.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कैलिफोर्निया में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. विभाग ने हाल ही एक एडल्ट स्टार के HIV पीड़ि‍त होने की पुष्टि‍ की है. यही नहीं, विभाग का दावा है कि एक एक्टर के बाद यह दूसरे एक्टरों में भी फैलने लगा है. विभाग का कहना है कि ऐसा फिल्म शूटिंग से इतर बाहर भी असुरक्ष‍ित सेक्स करने के कारण हुआ है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया, 'हमने पाया है कि एडल्ट स्टार दूसरे मेल एक्टर के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाते थे. इस कारण उन्हें एचआईवी पॉजिटिव पाया गया है. यह फिल्म शूट के बाहर यौन संबंध बनाने से हुआ है, क्योंकि हाल ही पहले शूट के दौरान जांच में ऐसा कुछ नहीं पाया गया था. लेकिन दूसरे शूट के बाद एक्टर्स को HIV पीड़ि‍त पाया गया.' जांच में यह भी पता चला है कि दूसरे एक्टर्स को भी एचआईवी का संक्रमण हुआ है. बताया जाता है कि शुरुआती जांच में इंफेक्शन नहीं होने के कारण फिल्म की शूटिंग की गई, लेकिन बाद में यह एक एक्टर से दूसरे और फिर तीसरे में फैलती गई. पॉर्न इंडस्ट्री ने इस बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. विभाग इस बात का खुलासा नहीं कर रहा है कि कौन-सी प्रोडक्शन कंपनी के एक्टर एड्स पीड़ि‍त हैं. लेकिन यह पता चला है कि संक्रमण नेवाडा में हुआ है. पहले भी होती रही हैं ऐसी बातें लॉस एंजेलिस स्थित एड्स हेल्थकेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष मिशेल वेनस्टेन ने बताया कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. पॉर्न इंडस्ट्री में ऐसा होता रहता है. इंडस्ट्री लंबे समय से कंडोम के इस्तेमाल के खि‍लाफ है. फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों का मानना है कि ऐसा करने से दर्शक नाराज होते हैं. फाउंडेशन ने 2012 में लॉस एंजेलिस कंट्री वोटर्स की ओर से पोर्नोग्राफिक फिल्म स्टार्स के लिए कंडोम इस्तेमाल को लेकर ऑर्डिनेंस पर काम भी किया था. लेकिन इंडस्ट्री ने इस ऑर्डिनेंस का जमकर विरोध किया. एडल्ट स्टार हर दो हफ्ते में यौन संबंधी मेडिकल जांच करवाते रहते हैं.
How to vote India: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के चौथे चरण (4th Phase Election) के चुनावों के लिए आज 9 राज्यों की 72 सीटों पर मतदान हो रहा है. चौथे चरण के लिए बिहार की 5 सीटें, जम्मू-कश्मीर की 1, झारखंड की 3, मध्य प्रदेश की 6, महाराष्ट्र की 17, ओडिशा की 6, उत्तर प्रदेश की13, पश्चिम बंगाल की 8 और राजस्थान की 13 सीटों के लिए मतदान हो रहे हैं. 71 लोकसभा सीटों पर कुल 943 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इन चुनावों में 12.79 करोड़ मतदाता मतदान के पात्र हैं. भाकपा के कन्हैया कुमार, बीजेपी के बैजयंत पांडा, कांग्रेस की उर्मिला मातोंडकर, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव, तृणमूल कांग्रेस की शताब्दी रॉय और कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा सहित कई अन्य उम्मीदवार भी चौथे चरण में चुनाव लड़ रहे नामी चेहरों में शामिल हैं. चुनाव आयोग ने 1.40 लाख मतदान केंद्र बनाए हैं और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. चौथे चरण के चुनाव के साथ ही महाराष्ट्र की सभी सीटों पर चुनाव संपन्न हो जाएगा. गूगल लोगों को भारत में हो रहे जनरल इलेक्शन 2019 (Lok Sabha Election) में वोट कैसे देना है, क्या प्रक्रिया है, वोटर लिस्ट नाम कैसे चेक करना है आदि सब कुछ बता रहा है. इस डूडल पर जैसे ही आप क्लिक करते हैं, ये आपको लोकसभा चुनावों में वोट देने के लिए ज़रुरी बातों के बारे में बताएगा. जैसे: और हां, पोलिंग बूथ में मोबाइल फोन्स, कैमरा या फिर किसी भी तरह का गैजेट को ले जाने पर मनाही है.
सचिन तेंदुलकर का मानना है कि राहुल द्रविड़ के संन्यास से भारतीय क्रिकेट टीम में बड़ा शून्य पैदा हो गया है और उन जैसे बेजोड़ खिलाड़ी का स्थान भरना असंभव होगा. तेंदुलकर ने कहा, ‘राहुल भारत और विश्व क्रिकेट के लिये बेजोड़ खिलाड़ी था. कोई भी उस स्थान पर राहुल की जगह नहीं ले पाएगा.' द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में नंबर तीन पर सर्वाधिक रन बनाये है. तेंदुलकर ने कहा, ‘आपको किसी ऐसे खिलाड़ी की जरूरत होगी जो समर्पित, प्रतिबद्ध और अनुशासित हो. पूरे देश को उनकी कमी खलेगी क्योंकि हमें राहुल को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए देखने की आदत पड़ गयी है.’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए निश्चित तौर पर ऐसी चीजें आगे भी होती रहेंगी क्योंकि वर्षों से खेल इसी तरह से आगे बढ़ रहा है. हमारी पीढ़ी से पहले कई महान खिलाड़ी पैदा हुए लेकिन खेल निरंतर चलता रहा.’ भारतीय क्रिकेट के लिये पिछले दो साल उतार चढाव वाले रहे. उसे सफलता और असफलता दोनों का सामना करना पड़ा. तेंदुलकर से जब पूछा गया कि क्या व्यवस्था में कोई गड़बड़ी है, उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं मानता कि हम अपने ढांचे पर उंगली उठा सकते हैं क्योंकि इसी ढांचे के रहते हुए हम नंबर एक पर काबिज हुए थे. यदि इस ढांचे में कुछ गड़बड़ी होती तो हम कभी नंबर एक पर नहीं पहुंच पाते.’ उन्होंने कहा, ‘इसे देखने को दो तरीके हैं, बल्लेबाज पर्याप्त रन नहीं बना रहे थे और दूसरी तरफ गेंदबाज एक बड़ी साझेदारी बनने दे रहे थे. इस तरह से एक टीम को उस बड़ी साझेदारी का फायदा मिल रहा था लेकिन दूसरी टीम को ऐसा लाभ नहीं मिल रहा था.’ भारतीय टीम का आगे का कार्यक्रम काफी व्यस्त है. उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से शुरुआत करनी है. इसके बाद इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी वह घरेलू श्रृंखला खेलेगा. तेंदुलकर ने कहा, ‘प्रत्येक सत्र महत्वपूर्ण होता है लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि सभी की निगाहें इस सत्र पर टिकी हैं क्योंकि इंग्लैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया को आना है. यह प्रतिस्पद्र्धी सत्र होगा.’
चीनी नौसेना के तेजी से आधुनिकीकरण पर ‘गंभीर चिंता’ जताते हुए नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके जोशी ने स्पष्ट किया कि दक्षिण चीन सागर में भारत अपने हितों की रक्षा करेगा, भले ही वहां बल भेजना हो। उन्होंने कहा कि चीनी नौसेना का आधुनिकीकरण वाकई आकर्षक है। वास्तव में यह हमारे लिए गंभीर चिंता का विषय है, हम इसका सतत मूल्यांकन करते हैं और अपने विकल्प तथा रणनीति तैयार करते हैं। नौसेना प्रमुख दक्षिण चीन सागर में भारतीय हितों की रक्षा और चीनी नौसेना के आधुनिकीकरण के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे। नौसेना प्रमुख जोशी ने चीनी नौसेना के आधुनिकीकरण को एक प्रमुख चिंता बताते हुए कहा कि भारत लगातार क्षमताएं हासिल कर रहा है और समुद्री क्षेत्र में पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए अपने बुनियादी ढांचे में लगातार सुधार कर रहा है। एडमिरल जोशी ने नौसेना दिवस, चार दिसम्बर से एक दिन पहले कहा, "चीनी नौसेना का आधुनिकीकरण वास्तव में प्रभावकारी है.. हमारे लिए वास्तव में यह चिंता का एक प्रमुख कारण है। इसके मद्देनजर हम अपने विकल्पों व रणनीतियों पर लगातार काम करते हैं और उसका मूल्यांकन करते हैं।" समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने में भारतीय नौसेना की प्रमुख जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए जोशी ने कहा कि जहां नौसेना किसी भी तरह के पारम्परिक खतरे से निपटने के लिए तैयार है, वहीं पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए यह लगातार क्षमताएं हासिल कर रही है और अपने सामरिक तौर-तरीकों में बदलाव कर रही है।टिप्पणियां नौसेना प्रमुख ने कई सारी चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमताओं को बढ़ाने तथा नौसैन्य अधोसंरचना के आधुनिकीकरण को गति प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "पैदा हो रही समुद्री चुनौतियों व खतरों से निपटने के लिए नौसेना का आधुनिकीकरण और इसकी क्षमताओं का सम्वर्धन जारी रहने वाली एक प्रक्रिया है। इसमें विमान वाहकों, खुफिया युद्ध पोतों, विध्वंशकों, वाहकों, पोतों व पनडुब्बियों के अधिग्रहण शामिल हैं।" एडमिरल जोशी ने कहा, "नौसेना अपनी चौकसी और अभिन्न उड्डयन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक विमान और हेलीकॉप्टरों को भी बेड़े में शामिल करने वाली है।" नौसेना प्रमुख दक्षिण चीन सागर में भारतीय हितों की रक्षा और चीनी नौसेना के आधुनिकीकरण के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे। नौसेना प्रमुख जोशी ने चीनी नौसेना के आधुनिकीकरण को एक प्रमुख चिंता बताते हुए कहा कि भारत लगातार क्षमताएं हासिल कर रहा है और समुद्री क्षेत्र में पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए अपने बुनियादी ढांचे में लगातार सुधार कर रहा है। एडमिरल जोशी ने नौसेना दिवस, चार दिसम्बर से एक दिन पहले कहा, "चीनी नौसेना का आधुनिकीकरण वास्तव में प्रभावकारी है.. हमारे लिए वास्तव में यह चिंता का एक प्रमुख कारण है। इसके मद्देनजर हम अपने विकल्पों व रणनीतियों पर लगातार काम करते हैं और उसका मूल्यांकन करते हैं।" समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने में भारतीय नौसेना की प्रमुख जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए जोशी ने कहा कि जहां नौसेना किसी भी तरह के पारम्परिक खतरे से निपटने के लिए तैयार है, वहीं पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए यह लगातार क्षमताएं हासिल कर रही है और अपने सामरिक तौर-तरीकों में बदलाव कर रही है।टिप्पणियां नौसेना प्रमुख ने कई सारी चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमताओं को बढ़ाने तथा नौसैन्य अधोसंरचना के आधुनिकीकरण को गति प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "पैदा हो रही समुद्री चुनौतियों व खतरों से निपटने के लिए नौसेना का आधुनिकीकरण और इसकी क्षमताओं का सम्वर्धन जारी रहने वाली एक प्रक्रिया है। इसमें विमान वाहकों, खुफिया युद्ध पोतों, विध्वंशकों, वाहकों, पोतों व पनडुब्बियों के अधिग्रहण शामिल हैं।" एडमिरल जोशी ने कहा, "नौसेना अपनी चौकसी और अभिन्न उड्डयन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक विमान और हेलीकॉप्टरों को भी बेड़े में शामिल करने वाली है।" नौसेना प्रमुख जोशी ने चीनी नौसेना के आधुनिकीकरण को एक प्रमुख चिंता बताते हुए कहा कि भारत लगातार क्षमताएं हासिल कर रहा है और समुद्री क्षेत्र में पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए अपने बुनियादी ढांचे में लगातार सुधार कर रहा है। एडमिरल जोशी ने नौसेना दिवस, चार दिसम्बर से एक दिन पहले कहा, "चीनी नौसेना का आधुनिकीकरण वास्तव में प्रभावकारी है.. हमारे लिए वास्तव में यह चिंता का एक प्रमुख कारण है। इसके मद्देनजर हम अपने विकल्पों व रणनीतियों पर लगातार काम करते हैं और उसका मूल्यांकन करते हैं।" समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने में भारतीय नौसेना की प्रमुख जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए जोशी ने कहा कि जहां नौसेना किसी भी तरह के पारम्परिक खतरे से निपटने के लिए तैयार है, वहीं पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए यह लगातार क्षमताएं हासिल कर रही है और अपने सामरिक तौर-तरीकों में बदलाव कर रही है।टिप्पणियां नौसेना प्रमुख ने कई सारी चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमताओं को बढ़ाने तथा नौसैन्य अधोसंरचना के आधुनिकीकरण को गति प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "पैदा हो रही समुद्री चुनौतियों व खतरों से निपटने के लिए नौसेना का आधुनिकीकरण और इसकी क्षमताओं का सम्वर्धन जारी रहने वाली एक प्रक्रिया है। इसमें विमान वाहकों, खुफिया युद्ध पोतों, विध्वंशकों, वाहकों, पोतों व पनडुब्बियों के अधिग्रहण शामिल हैं।" एडमिरल जोशी ने कहा, "नौसेना अपनी चौकसी और अभिन्न उड्डयन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक विमान और हेलीकॉप्टरों को भी बेड़े में शामिल करने वाली है।" एडमिरल जोशी ने नौसेना दिवस, चार दिसम्बर से एक दिन पहले कहा, "चीनी नौसेना का आधुनिकीकरण वास्तव में प्रभावकारी है.. हमारे लिए वास्तव में यह चिंता का एक प्रमुख कारण है। इसके मद्देनजर हम अपने विकल्पों व रणनीतियों पर लगातार काम करते हैं और उसका मूल्यांकन करते हैं।" समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने में भारतीय नौसेना की प्रमुख जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए जोशी ने कहा कि जहां नौसेना किसी भी तरह के पारम्परिक खतरे से निपटने के लिए तैयार है, वहीं पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए यह लगातार क्षमताएं हासिल कर रही है और अपने सामरिक तौर-तरीकों में बदलाव कर रही है।टिप्पणियां नौसेना प्रमुख ने कई सारी चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमताओं को बढ़ाने तथा नौसैन्य अधोसंरचना के आधुनिकीकरण को गति प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "पैदा हो रही समुद्री चुनौतियों व खतरों से निपटने के लिए नौसेना का आधुनिकीकरण और इसकी क्षमताओं का सम्वर्धन जारी रहने वाली एक प्रक्रिया है। इसमें विमान वाहकों, खुफिया युद्ध पोतों, विध्वंशकों, वाहकों, पोतों व पनडुब्बियों के अधिग्रहण शामिल हैं।" एडमिरल जोशी ने कहा, "नौसेना अपनी चौकसी और अभिन्न उड्डयन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक विमान और हेलीकॉप्टरों को भी बेड़े में शामिल करने वाली है।" समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने में भारतीय नौसेना की प्रमुख जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए जोशी ने कहा कि जहां नौसेना किसी भी तरह के पारम्परिक खतरे से निपटने के लिए तैयार है, वहीं पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए यह लगातार क्षमताएं हासिल कर रही है और अपने सामरिक तौर-तरीकों में बदलाव कर रही है।टिप्पणियां नौसेना प्रमुख ने कई सारी चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमताओं को बढ़ाने तथा नौसैन्य अधोसंरचना के आधुनिकीकरण को गति प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "पैदा हो रही समुद्री चुनौतियों व खतरों से निपटने के लिए नौसेना का आधुनिकीकरण और इसकी क्षमताओं का सम्वर्धन जारी रहने वाली एक प्रक्रिया है। इसमें विमान वाहकों, खुफिया युद्ध पोतों, विध्वंशकों, वाहकों, पोतों व पनडुब्बियों के अधिग्रहण शामिल हैं।" एडमिरल जोशी ने कहा, "नौसेना अपनी चौकसी और अभिन्न उड्डयन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक विमान और हेलीकॉप्टरों को भी बेड़े में शामिल करने वाली है।" नौसेना प्रमुख ने कई सारी चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमताओं को बढ़ाने तथा नौसैन्य अधोसंरचना के आधुनिकीकरण को गति प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "पैदा हो रही समुद्री चुनौतियों व खतरों से निपटने के लिए नौसेना का आधुनिकीकरण और इसकी क्षमताओं का सम्वर्धन जारी रहने वाली एक प्रक्रिया है। इसमें विमान वाहकों, खुफिया युद्ध पोतों, विध्वंशकों, वाहकों, पोतों व पनडुब्बियों के अधिग्रहण शामिल हैं।" एडमिरल जोशी ने कहा, "नौसेना अपनी चौकसी और अभिन्न उड्डयन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक विमान और हेलीकॉप्टरों को भी बेड़े में शामिल करने वाली है।" एडमिरल जोशी ने कहा, "नौसेना अपनी चौकसी और अभिन्न उड्डयन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक विमान और हेलीकॉप्टरों को भी बेड़े में शामिल करने वाली है।"
यह एक लेख है: आईपीएल सीजन-8 में गुरुवार को चेन्नई सुपरकिंग्स और डेल्ही डेयरडेविल्स के बीच मुकाबाला होना है। इस मुक़ाबले के दौरान सबकी नजरें युवराज सिंह पर टिकी होंगी। इस सीजन में युवराज सिंह डेल्डी डेयरडेविल्स की ओर से खेल रहे हैं, उनपर नजर होने की कई वजहें हैं। सबसे बड़ी वजह तो यही है कि युवराज सिंह इस आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। डेल्ही डेयरडेविल्स ने युवराज सिंह को इस बार 16 करोड़ रुपये में अनुबंधित किया है। इतनी कीमत किसी क्रिकेटर को नहीं मिली है। इस लिहाज से ये देखना दिलचस्प होगा कि युवराज सिंह अपनी टीम के लिए पैसा वसूल खिलाड़ी हो पाते हैं या नहीं। आईपीएल सीजन-7 के दौरान भी युवराज सिंह सबसे महंगे खिलाड़ी थे। तब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उन्हें 14 करोड़ रुपये में खरीदा था। युवराज ने टीम के लिए 14 मैच में 376 रन बनाए थे और 5 विकेट लिए थे। इस लिहाज से देखें तो युवराज ने पिछले सीजन में एक रन के लिए 3.70 लाख रुपये वसूले थे। तो इस बार युवराज का एक रन कितने लाख का होगा, ये देखना दिलचस्प होगा। हालांकि युवराज इस बार अपने प्रति रन की कीमत को कम करना चाहेंगे। युवराज सिंह का इरादा इस बार आईपीएल सीजन में जोरदार बल्लेबाज़ी कर टीम इंडिया में वापसी की दावेदारी को मज़बूत करना होगा। युवराज सिंह घरेलू क्रिकेट में इन दिनों अच्छी लय में हैं और अगर आईपीएल में वे शानदार प्रदर्शन करते हैं तो टीम इंडिया में उनकी वापसी की संभावना बन सकती है। युवराज के करीबी क्रिकेटरों का मानना है कि युवी इस आईपीएल सीजन को कमबैक प्लेटफॉर्म बनाना चाहते हैं। युवराज की फाइटिंग स्प्रिट के बारे में हम सब जानते हैं लिहाजा वे इस बार करिश्मा दिखा सकते हैं। युवराज के कामयाब होने का भरोसा इसबार ज्यादा है क्योंकि दिल्ली की टीम के कोच गैरी कर्स्टन हैं। गैरी कर्स्टन की कोचिंग में ही 2011 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह ने जोरदार प्रदर्शन कर मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट का खिताब जीता था। गैरी कर्स्टन ने भी माना है कि युवराज इस सीजन में जोरदार प्रदर्शन के लिए बेहद उत्सुक हैं। जाहिर है कि युवराज का बल्ला चला तो उनके साथ उनकी टीम भी फायदे में रहेगी, भले युवराज के रनों की कीमत इस बार कम हो जाएगी।
बिजली ,पानी ,टेलीफोन कनेक्शन और आवास संबंधी बकाए का भुगतान नहीं करने वाले उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोकने का प्रस्ताव लाने के बाद अब निर्वाचन आयोग ऐसी ही व्यवस्था राजनीतिक दलों के लिए भी लाना चाहता है. चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को पत्र लिखकर इस मुद्दे और दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देश के क्रियान्वयन के तौर-तरीकों पर राय मांगी है. अदालती आदेश में कहा गया था कि बकाया नहीं होने का प्रमाणपत्र सिर्फ उम्मीदवारों को नहीं, बल्कि प्रत्याशी खड़े करने से पहले राजनीतिक दलों को भी जमा करना चाहिए. अगस्त, 2015 के अपने आदेश में अदालत ने चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को बिजली, पानी, टेलीफोन कनेक्शन और आवास से संबंधित बकाया नहीं होने का प्रमाणपत्र जमा करना होगा. कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि इसी तरह का नियम राजनीतिक दलों पर भी लागू होना चाहिए. मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि वे उच्च न्यायालय के आदेश पर विचार कर रहे हैं. इसमें कहा गया था कि यह सिर्फ उम्मीदवारों नहीं, बल्कि राजनीतिक दलों से भी संबंधित है. आयोग राजनीतिक दलों से संपर्क में है और इस बारे में उनकी राय मांगी है. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ उम्मीदवार हाल के विधानसभा चुनावों में अपने नामांकन दाखिल नहीं कर सके क्योंकि उन्होंने बकाया नहीं होने का प्रमाण नहीं दिया था. देश की राजनीतिक पार्टियों जैसे बीजेपी, कांग्रेस, राकांपा, भाकपा, माकपा, बीएसपी, तृणमूल कांग्रेस, सपा और अन्नाद्रमुक को राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी आवास मिला हुआ है जिसके लिए उन्हें किराया अदा करना होता है.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अदालती आदेश में कहा गया था कि बकाया नहीं होने का प्रमाणपत्र सिर्फ उम्मीदवारों को नहीं, बल्कि प्रत्याशी खड़े करने से पहले राजनीतिक दलों को भी जमा करना चाहिए. अगस्त, 2015 के अपने आदेश में अदालत ने चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को बिजली, पानी, टेलीफोन कनेक्शन और आवास से संबंधित बकाया नहीं होने का प्रमाणपत्र जमा करना होगा. कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि इसी तरह का नियम राजनीतिक दलों पर भी लागू होना चाहिए. मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि वे उच्च न्यायालय के आदेश पर विचार कर रहे हैं. इसमें कहा गया था कि यह सिर्फ उम्मीदवारों नहीं, बल्कि राजनीतिक दलों से भी संबंधित है. आयोग राजनीतिक दलों से संपर्क में है और इस बारे में उनकी राय मांगी है. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ उम्मीदवार हाल के विधानसभा चुनावों में अपने नामांकन दाखिल नहीं कर सके क्योंकि उन्होंने बकाया नहीं होने का प्रमाण नहीं दिया था. देश की राजनीतिक पार्टियों जैसे बीजेपी, कांग्रेस, राकांपा, भाकपा, माकपा, बीएसपी, तृणमूल कांग्रेस, सपा और अन्नाद्रमुक को राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी आवास मिला हुआ है जिसके लिए उन्हें किराया अदा करना होता है.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि वे उच्च न्यायालय के आदेश पर विचार कर रहे हैं. इसमें कहा गया था कि यह सिर्फ उम्मीदवारों नहीं, बल्कि राजनीतिक दलों से भी संबंधित है. आयोग राजनीतिक दलों से संपर्क में है और इस बारे में उनकी राय मांगी है. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ उम्मीदवार हाल के विधानसभा चुनावों में अपने नामांकन दाखिल नहीं कर सके क्योंकि उन्होंने बकाया नहीं होने का प्रमाण नहीं दिया था. देश की राजनीतिक पार्टियों जैसे बीजेपी, कांग्रेस, राकांपा, भाकपा, माकपा, बीएसपी, तृणमूल कांग्रेस, सपा और अन्नाद्रमुक को राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी आवास मिला हुआ है जिसके लिए उन्हें किराया अदा करना होता है.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने यह भी कहा कि कुछ उम्मीदवार हाल के विधानसभा चुनावों में अपने नामांकन दाखिल नहीं कर सके क्योंकि उन्होंने बकाया नहीं होने का प्रमाण नहीं दिया था. देश की राजनीतिक पार्टियों जैसे बीजेपी, कांग्रेस, राकांपा, भाकपा, माकपा, बीएसपी, तृणमूल कांग्रेस, सपा और अन्नाद्रमुक को राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी आवास मिला हुआ है जिसके लिए उन्हें किराया अदा करना होता है.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वाहन निर्माता कम्पनी ह्युंडई मोटर ने गुरुवार को कहा कि अक्टूबर महीने में उसकी बिक्री में 21 फीसदी उछाल दर्ज किया गया। कम्पनी ने 58,785 वाहन बेचे, जबकि पिछले साल अक्टूबर में 48,322 वाहनों की बिक्री हुई थी।टिप्पणियां कम्पनी के मुताबिक घरेलू बाजार में उसने आठ फीसदी अधिक 35,778 वाहन बेचे। कम्पनी का निर्यात 50 फीसदी अधिक 23,007 वाहनों का रहा। दक्षिण अफ्रीका तथा मैक्सिको में कम्पनी के वाहनों का सबसे अधिक निर्यात हुआ। कम्पनी के उपाध्यक्ष-बिक्री राकेश श्रीवास्तव ने कहा, "त्योहार के कारण घरेलू बाजार में बिक्री अच्छी रही और पेट्रोल वाले वाहन अधिक बिके। हर मॉडल में विकास दर्ज किया गया। खासकर ईयॉन और एलांट्रा की बिक्री अच्छी रही।" कम्पनी के मुताबिक घरेलू बाजार में उसने आठ फीसदी अधिक 35,778 वाहन बेचे। कम्पनी का निर्यात 50 फीसदी अधिक 23,007 वाहनों का रहा। दक्षिण अफ्रीका तथा मैक्सिको में कम्पनी के वाहनों का सबसे अधिक निर्यात हुआ। कम्पनी के उपाध्यक्ष-बिक्री राकेश श्रीवास्तव ने कहा, "त्योहार के कारण घरेलू बाजार में बिक्री अच्छी रही और पेट्रोल वाले वाहन अधिक बिके। हर मॉडल में विकास दर्ज किया गया। खासकर ईयॉन और एलांट्रा की बिक्री अच्छी रही।" कम्पनी के उपाध्यक्ष-बिक्री राकेश श्रीवास्तव ने कहा, "त्योहार के कारण घरेलू बाजार में बिक्री अच्छी रही और पेट्रोल वाले वाहन अधिक बिके। हर मॉडल में विकास दर्ज किया गया। खासकर ईयॉन और एलांट्रा की बिक्री अच्छी रही।"
पालिया, या पालीया (अंग्रेजी: Palia Koli) भारतीय राज्य पूर्वी गुजरात में पाई जाने वाली कोली जाति की एक उपजाति है। पालिया कोली गरीब या निचली श्रेणी कीराजपूत लड़कियों से शादी करके गुजरात के राजपूतों से संबंधित थे। गुजरात के पालिया कोलियों को उनका नाम गुजरात के पाल क्षेत्र से मिला, जहां से वे राज्य के अन्य क्षेत्रों में चले गये। वर्गीकरण पलिया कोलियों को गुजरात सरकार द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग या ओबीसी जाति के रूप में वर्गीकृत किया गया है। संदर्भ
इस बात पर भी इशारा किया गया कि क्योंकि सेराक्यूस पूर्व की ओर सूर्य के सामने है, इसलिए रोमन बेड़े को दर्पणों से अनुकूल प्रकाश एकत्रित करने के लिए सुबह के समय आक्रमण करना पड़ता होगा। मिथबस्टर्स ने यह भी कहा कि पारंपरिक हथियार, जैसे ज्वलंत तीर या एक गुलेल से भेजे गए तीर, कम दूरी से जहाज को जलने का अधिक आसान तरीका है।
दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन कंपनी एमेजन का माल लूटने वाले बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है. आरोपियों ने बीती सात जून को चाणक्यपुरी इलाके से एक टैंपो लूट लिया था. जिसमें कंपनी का 15 लाख से ज्यादा का माल भरा हुआ था. पुलिस ने माल भी बरामद कर लिया है. दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में बीती सात जून को बदमाशों ने एक टैंपो को लूट लिया था. बदमाशों ने टैंपो के ड्राइवर की आंखों में मिर्च डाल कर वारदात को अंजाम दिया था. लुटेरे चालक को राजौरी गार्डन इलाके में फेंक कर फरार हो गए थे. टैंपो में Amazon कंपनी का तकरीबन 15 लाख रुपये माल भरा हुआ था. नई दिल्ली के डीसीपी बीके सिंह ने बताया कि पुलिस को घटना के तुरंत बाद सूचना मिल गई थी. तहकीकात में पता चला कि जिस टैंपो को लुटेरों लूटा है. उसमें जीपीएस लगा हुआ है. पुलिस ने तुरंत टैंपो की लोकेशन का पता किया. पता चला कि टैंपो गाजियाबाद में मौजूद है. जीपीएस के रुट की छानबीन से पुलिस को वो गाड़ी भी मिल गई. जिससे लुटरे भाग निकले थे. बाद में पुलिस उस घर तक जा पहुंची, जहां सारा सामान छिपाया गया था. पुलिस ने सामान बरामद कर बदमाशों को धर दबोचा. डीसीपी के मुताबिक तफ्तीश में पता चला कि इन बदमाशों ने मंदिर मार्ग इलाके में इसी तरह से एक ट्रक लूट को अंजाम दिया था.
दिल्ली में हो रही कमर्शल प्रतिष्ठानों की सीलिंग के खिलाफ आंदोलन को तेज करते हुए बुधवार को कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के बैनर तले दिल्ली के सैकड़ों व्यापारिक संगठनों ने अपने अपने बाज़ारों में होली पर होलिका दहन की जगह सीलिंग के पुतले जलाये और केंद्र सरकार से मांग की है कि दिल्ली के व्यापारियों को सीलिंग से बचाने के लिए अध्यादेश जल्द से जल्द लाया जाए. इसके अलावा व्यापारियों ने मांग की है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा का एक दिन का सत्र बुलाकर सीलिंग पर रोक का बिल पारित कर केंद्र सरकार को भेजें. कैट के मुताबिक सीलिंग के खिलाफ अपने गुस्से को दिखाने के लिए दिल्ली में करीब 112 जगहों पर सीलिंग के पुतले जलाये गए, जिसमें प्रमुख रूप से करोलबाग, चांदनी चौक, सदर बाज़ार, कश्मीरी गेट, कमला नगर, अशोकविहार, रोहिणी, साउथ एक्सटेंशन, छत्तरपुर, ग्रेटर कैलाश, ग्रीन पार्क, विकास मार्ग, शाहदरा,कृष्णा नगर, गांधी नगर आदि शामिल हैं. व्यापारियों ने इस दौरान बताया कि विरोध की इस कड़ी में आने वाली 4 मार्च को दिल्ली के बाज़ारों में व्यापारी कार रैली निकालेंगे और इसके बाद 8 मार्च को आधी रात तक अपनी दुकानें खोलकर सीलिंग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. करोल बाग में हुए प्रदर्शन में कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि अब जबकि दिल्ली का नया मास्टर प्लान 2021 में आने वाला है तो मास्टरप्लान को ड्राफ्ट करने पर ज्यादा ध्यान होना जरूरी है. पिछले मास्टरप्लानों की विफलता से सबक लेते हुए नए मास्टरप्लान को इस प्रकार से तैयार किया जाए जिससे वो दिल्ली की जरूरतों को भी पूरा कर सके और दिल्ली एक सुनियोजित शहर दिखाई दे. उन्होंने कहा की अब जरूरी है कि एनसीआर प्लान को अमलीजामा पहनाया जाए, जिससे दिल्ली पर से आबादी का बोझ कम हो सके. खंडेलवाल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मांग की है कि मास्टर प्लान बनाने से पहले और उसे अमलीजामा पहनाए जाने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय पैनल गठित हो, जिसमें केंद्र एवं दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अफसरों के अलावा व्यापारियों के प्रतिनिधि, आर्किटेक्ट, टाउनप्लानर शामिल हों.
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने के लिए अब आपके पास एक हफ्ते से भी कम समय रह गया है. 31 जुलाई की डेडलाइन के बीच आधार से आईटीआर वेरीफाई करने की सुविधा फिलहाल गायब हो गई है. पिछले कुछ दिनों से यह सुविधा आपको इनकम टैक्स विभाग की ई-फाइलिंग की वेबसाइट पर नहीं मिल रही है. लाइव मिंट के मुताबिक आय कर विभाग ने अपनी वेबसाइट पर इस सुविधा के हट जाने की वजह भी बताई. उसने इस सुविधा को हटाए जाने के लिए तकनीकी दिक्कतों का हवाला दिया है. इसके साथ ही उसने लोगों को वेरीफाई करने के दूसरे तरीकों के बारे में भी बताया. गुरुवार को इनकम टैक्स विभाग की ई-वेरीफ‍िकेशन साइट पर यह नोटिफ‍िकेशन नहीं दिखाई दे रहा है. हालांक‍ि जब हमने इस संबंध में इनकम टैक्स विभाग की वेबसाइट पर चैट के जरिये टैक्स एक्सपर्ट से पूछा, तो उन्होंने बताया कि आधार ओटीपी से वेरीफ‍िकेशन में कुछ दिक्कत है. आईटीआर वेरीफाई करने के लिए आपके पास 120 दिनों का समय है. इस दौरान आप आधार ओटीपी के अलाव नेट बैंक‍िंग और बैंक डिटेल के आधार पर अपना आईटीआर वेरीफाई कर सकते हैं. इसके लिए आप एटीएम का भी यूज कर सकते हैं. बता दें कि 31 जुलाई इनकम टैक्स रिटर्न भरने की आख‍िरी तारीख है. अगर आपकी आय टैक्स के दायरे में आती है, तो आपको आईटीआर भरना जरूरी है. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आप पर 5 हजार रुपये की पेनल्टी लग सकती है.
गुरजीत कौर की हैट्रिक के साथ ही कजाखस्तान को मात देकर भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशिया कप टूर्नामेंट-2017 के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है. काकामिघारा कवास्की स्टेडियम में गुरुवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मैच में भारतीय टीम ने कजाखस्तान को 7-1 से मात दी. मैच की शुरुआत के दूसरे ही मिनट में वीरा दोमाशनेवा ने फील्ड गोल कर कजाखस्तान का खाता खोला. हालांकि, इसके बाद टीम को इस मैच में दूसरा गोल करने का मौका नहीं मिला. FT! And India sail into the Semi Finals of the 9th Women's #AsiaCup2017 with a complete performance against Kazakhstan on 2nd Nov. pic.twitter.com/7dJ9hWoqjV — Hockey India (@TheHockeyIndia) November 2, 2017 गुरजीत ने चौथे मिनट में गोल कर भारत का खाता खोलते हुए स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. दीप ग्रेस एक्का ने दूसरे क्वार्टर में 16वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर मिले अवसर को गोल में तब्दील करते हुए टीम को 2-1 से बढ़त दी. इसके बाद नवनीत कौर ने 22वें और 27वें मिनट में दो गोल कर भारतीय टीम को 4-1 से मजबूती दी. तीसरे क्वार्टर में दीप (41वें मिनट) ने एक बार फिर पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल कर स्कोर 5-1 किया. गुरजीत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 42वें और 56वें मिनट में गोल कर न सिर्फ अपनी हैट्रिक पूरी की, बल्कि भारतीय टीम को कजाखस्तान पर 7-1 से जीत दिलाई.
सऊदी अरब, बहरीन, मिस्त्र और संयुक्त अरब अमीरात ने कतर से रिश्ते खत्म करने का ऐलान कर दिया. चारों देशों ने कतर के साथ डिप्लोमेटिक रिश्तों के साथ जमीन, समुद्र और हवाई रिश्ते भी खत्म कर दिए. आतंकी और चरमपंथी संगठनों को समर्थन का आरोप लगाते हुए कतर के खिलाफ ये एक्शन लिया गया. सऊदी अरब ने अपने फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि सऊदी को आतंकवाद और कट्टरपंथ से बचाने के लिए यह कदम उठाना जरूरी था. सऊदी ने कहा कि देश के साम्राज्य को बचाने के लिए ये कदम उठाया गया है. वहीं बहरीन ने कहा है कि वह कतर की राजधानी दोहा से 48 घंटे के अंदर अपने राजनयिक मिशन को वापस बुला रहा है और इसी अवधि में कतर के सभी राजनयिकों को बहरीन छोड़ देना चाहिए. मिस्त्र ने कतर के साथ हवाई रिश्ते और सभी बंदरगाह बंद करने का ऐलान किया. मिस्त्र ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर ये फैसला लेने का दावा किया. सऊदी प्रेस एजेंसी की खबर के मुताबिक, कतर लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहा था. साथ ही सऊदी में विरोधी ताकतों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा था. जिसके चलते ये एक्शन लिया गया. मुस्लिम ब्रदरहुड और ISIS के समर्थन का आरोप सऊदी अरब ने कतर पर मुस्लिम ब्रदरहुड और आतंकी संगठन ISIS को समर्थन देने का आरोप भी लगाया है. साथ ही यमन के खिलाफ सऊदी की लड़ाई को कतर मीडिया में नकारात्मक तरीके से पेश करने का भी आरोप लगाया. हाल ही में मिस्त्र ने मुस्लिम ब्रदरहुड के समर्थन के आरोप में कई न्यूज वेबसाइट्स पर बैन लगाया था.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: लाहौर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद तथा चार अन्य की ओर से दाखिल की गई याचिका की सुनवाई करने वाली पीठ को बदल दिया है. इन लोगों ने आतंकवाद निरोधक अधिनियम के तहत अपनी घर में नजरबंदी के आदेश को चुनौती दी थी. अदालत के एक अधिकारी ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि न्यायाधीश सैयद काजिम रजा शम्सी की अगुआई में अब एक दो सदस्यीय पीठ सईद की याचिका की सुनवाई करेगी. लाहौर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सैयद मंसूर अली शाह ने न्यायाधीश सरदार मोहम्मद शमीम खान की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय पीठ को बदल दिया. न्यायाधीश खान ने इस मामले की पिछली सुनवाई 22 फरवरी को की थी.टिप्पणियां अधिकारी ने बताया, ''सात मार्च को होने वाली सुनवाई पीठ में बदलाव के कारण नहीं हो सकी.'' उन्होंने सईद के मामले में पीठ में बदलाव को एक ''सामान्य मामला'' करार दिया. उन्होंने बताया कि अगली सुनवाई की तारीख कल अदालत द्वारा तय की जाएगी. पिछली सुनवाई में अदालत ने पंजाब सरकार को एक नोटिस जारी कर सात मार्च तक सईद की याचिका पर जवाब देने को कहा था. मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता सईद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुर रहमान आबिद, काजी काशिफ हुसैन और अब्दुल्ला उबैद ने वरिष्ठ वकील ए के डोगर के जरिए लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर नजरबंदी को चुनौती दी थी. लाहौर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सैयद मंसूर अली शाह ने न्यायाधीश सरदार मोहम्मद शमीम खान की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय पीठ को बदल दिया. न्यायाधीश खान ने इस मामले की पिछली सुनवाई 22 फरवरी को की थी.टिप्पणियां अधिकारी ने बताया, ''सात मार्च को होने वाली सुनवाई पीठ में बदलाव के कारण नहीं हो सकी.'' उन्होंने सईद के मामले में पीठ में बदलाव को एक ''सामान्य मामला'' करार दिया. उन्होंने बताया कि अगली सुनवाई की तारीख कल अदालत द्वारा तय की जाएगी. पिछली सुनवाई में अदालत ने पंजाब सरकार को एक नोटिस जारी कर सात मार्च तक सईद की याचिका पर जवाब देने को कहा था. मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता सईद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुर रहमान आबिद, काजी काशिफ हुसैन और अब्दुल्ला उबैद ने वरिष्ठ वकील ए के डोगर के जरिए लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर नजरबंदी को चुनौती दी थी. अधिकारी ने बताया, ''सात मार्च को होने वाली सुनवाई पीठ में बदलाव के कारण नहीं हो सकी.'' उन्होंने सईद के मामले में पीठ में बदलाव को एक ''सामान्य मामला'' करार दिया. उन्होंने बताया कि अगली सुनवाई की तारीख कल अदालत द्वारा तय की जाएगी. पिछली सुनवाई में अदालत ने पंजाब सरकार को एक नोटिस जारी कर सात मार्च तक सईद की याचिका पर जवाब देने को कहा था. मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता सईद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुर रहमान आबिद, काजी काशिफ हुसैन और अब्दुल्ला उबैद ने वरिष्ठ वकील ए के डोगर के जरिए लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर नजरबंदी को चुनौती दी थी. मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता सईद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुर रहमान आबिद, काजी काशिफ हुसैन और अब्दुल्ला उबैद ने वरिष्ठ वकील ए के डोगर के जरिए लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर नजरबंदी को चुनौती दी थी.
एक्स-मैन एक अमेरिकी सुपरहीरो फ़िल्म शृंखला है, जो स्टेन ली और जैक किर्बी द्वारा निर्मित और मार्वल कॉमिक्स द्वारा प्रकाशित कॉमिक पुस्तकों की एक शृंखला में छपी इसी नाम की एक काल्पनिक सुपर हीरो टीम पर आधारित है। ट्वेंटिएथ सेंचुरी फ़ॉक्स ने 1994 में इन पात्रों के अधिकार प्राप्त किये, और फिर कई ड्राफ्ट बनाने के बाद, ब्रायन सिंगर को एक्स-मैन (2000) और इसकी अगली कड़ी, एक्स2 (2003) निर्देशित करने के लिए चुना गया था, जबकि ब्रेट रैटनर ने एक्स-मैन: द लास्ट स्टैंड (2006) निर्देशित की। जब शृंखला की प्रत्येक फिल्म ने अपने पूर्ववर्ती की तुलना में बॉक्स ऑफिस पर अधिक धन अर्जित किया, तो मूल टीम से इतर कई स्पिन फ़िल्में भी जारी की गयी, जिसमें एक वूल्वरिन ट्राइलॉजी (2009-2017), और एक डेडपूल ट्राइलॉजी (2016-वर्तमान) भी शामिल हैं। 2011 से 2019 तक शृंखला के चार प्रीक्वेल भी जारी किये गए थे, जिनकी कहानियां 2014 की फ़िल्म एक्स-मैन: डेज ऑफ फ्यूचर पास्ट की घटनाओं द्वारा द्वारा मूल शृंखला से जुड़ी थी। एक्स-मैन, एक्स2, एक्स-मैन: फर्स्ट क्लास, एक्स-मैन: डेज ऑफ फ्यूचर पास्ट, वूल्वरिन, डेडपूल, लोगन और डेडपूल 2 समेत ज्यादातर फ़िल्मों को आलोचकों से सकारात्मक समीक्षाऐं प्राप्त हुई, जबकि एक्स-मैन: द लास्ट स्टैंड और एक्स-मैन: अपोकलीप्स को आलोचकों से मिश्रित समीक्षाऐं और एक्स-मैन ऑरिजिंस: वूल्वरिन तथा डार्क फीनिक्स को नकारात्मक समीक्षाएं प्राप्त हुई थी। कई समीक्षकों ने एक्स-मैन: डेज ऑफ फ्यूचर पास्ट को शृंखला की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म माना है। कुल ग्यारह फ़िल्मों की रिलीज के साथ, एक्स-मैन फ़िल्म शृंखला दुनिया भर की सातवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म शृंखला है, जिसने दुनिया भर में 6 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा की कमाई की है। यह शृंखला 2020 में द न्यू म्यूटेंट्स की रिलीज के साथ ही जारी रहेगी। श्रंखला की फिल्में आगामी फिल्में निर्माणाधीन फिल्में इसके अतिरिक्त कई अन्य फिल्में अभी निर्माणावस्था में ही हैं, जिनमें गैम्बिट, एक एक्स-फाॅर्स पर आधारित फिल्म, डेडपूल का तीसरा सीक्वल, द न्यू म्यूटेंट्स का सीक्वल, और एक्स-23, मल्टीप्ल मैन, और किटी प्राइड पर आधारित फ़िल्में शामिल हैं। दिसंबर 2017 में द वॉल्ट डिज़नी कंपनी ने एक्स-मैन के फिल्म अधिकारों को 21 वीं शताब्दी फॉक्स से खरीद लिया। डिज्नी के सीईओ बॉब इगर ने कहा कि स्टूडियो एक्स-मैन को मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स में एकीकृत करने का इरादा रखता है। परिणाम बॉक्स ऑफिस समीक्षकों से सन्दर्भ अंग्रेज़ी फ़िल्में
कश्मीर के प्रख्यात पत्रकार, संपादक शुजात बुखारी की गुरुवार को श्रीनगर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. वह प्रेस कॉलोनी स्थ‍ित अपने दफ्तर से एक इफ्तार पार्टी में शामिल होने जा रहे थे, तभी कुछ हमलावरों ने उन पर गोलियों की बरसात कर दी. आइए जानते हैं कि कौन थे शुजात बुखारी और कश्मीर के लिए उनका क्या योगदान था... -शुजात बुखारी श्रीनगर के पत्रकार थे और उन्हें घाटी के मामलों का विशेषज्ञ माना जाता था. उन्होंने दुनिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों के लिए कॉलम लिखे थे. -वह श्रीनगर के अखबार राइजिंग कश्मीर के एडिटर-इन-चीफ थे. शुजात ने कश्मीर टाइम्स से अपने करियर की शुरुआत की थी. -90 के दशक में वे द हिन्दू से जुड़ गए. इस दौरान कई खबरों के चलते उन्हें राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली. वह 15 साल तक द हिंदू अखबार के कश्मीर ब्यूरो चीफ रहे. -बुखारी कश्मीर में होने वाली हर घटना पर ग्राउंड रिपोर्ट करते थे. वह लगातार कश्मीर और भारतीयता से जुड़े मसले उठाते थे और पाकिस्तानपरस्ती, आतंकवाद की मुखालफत करते थे. उनके विचार आतंकियों को रास नहीं आ रहे थे, इसी वजह से वह आतंकियों के निशाने पर थे. -वह कश्मीर घाटी की सबसे बड़ी और पुरानी साहित्य संस्था अदबी मरकज कामराज के अध्यक्ष थे. -उन्होंने मनीला के एंटीनियो डी मनीला यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में मास्टर डिग्री हासिल की थी और सिंगापुर के एशियन सेंटर फॉर जर्नलिज्म में फेलो थे. -उन्हें वर्ल्ड प्रेस इंस्टीट्यूट (WPI) यूएसए से भी फेलोशिप मिली थी. वह अमेरिका के हवाई स्थ‍ित ईस्ट वेस्ट सेंटर के फेलो भी थे. -शुजात पर इसके पहले भी तीन बार हमला हो चुका था. साल 2000 में हुए एक हमले के बाद बुखारी को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई थी. -शुजात के अखबार राइजिंग कश्मीर को कई बार सरकार की तरफ से सेंसरशिप का सामना करना पड़ा था. -कश्मीर घाटी में कई शांति सम्मेलनों के आयोजन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. -वह ट्रैक टू डिप्लोमेसी के तहत पाकिस्तान से वार्ता प्रक्रिया में शामिल भारतीय प्रतिनिधिमंडल का भी हिस्सा रहे हैं.
हैकिंग के 30 मिनट बाद ही रिकवर किया गया अकाउंट जैक डॉर्सी ट्विटर के सीईओ हैं. Twitter के सीईओ जैक डॉर्सी का अकाउंट शुक्रवार को हैक कर लिया गया था. हालांकि कुछ देर बाद ही इसे रिकवर कर लिया गया. अकाउंट हैक किए जाने के बाद हैकर्स ने कई आपत्तिजनक ट्वीट भी किए. साथ ही ऑफिस में बम होने की अफवाह भी उड़ाई गई. घटना के बाद ट्विटर की ओर से स्टेटमेंट दिया गया कि हम जानते हैं कि जैक डॉर्सी का अकाउंट हैक किया गया है और हम इसकी जांच कर रहे हैं. जारी स्टेटमेंट में ये भी कहा गया कि जांच के बाद ही हैकर्स के बारे में कुछ कहा जा सकेगा. पता लगाया जा रहा है कि हैकर्स कौन से देश के हैं. हैकर्स ने जैक का अकाउंट हैक कर ना केवल आपत्तिजनक ट्वीट किए बल्कि नस्लीय टिप्पणी भी की. हिटलर के तारीफ वाले कई ट्वीट भी किए गए. खुद ट्विटर के सीईओ का अकाउंट होने की वजह से खलबली मच गई और कई यूजर्स ने सवाल खड़े किए कि अगर सीईओ का ही अकाउंट सुरक्षित नहीं है तो हमारा कैसे होगा? यूजर्स ने सवाल किए कि टू स्टेप वेरिफिकेशन ने सीईओ के अकाउंट को सुरक्षित क्यों नहीं रखा. ट्विटर की ओर से हैकिंग के 30 मिनट बाद ही आधिकारिक स्टेटमेंट में बताया गया कि डॉर्सी के अकाउंट का कंट्रोल दोबारा उनके पास आ चुका है. साथ ही उनकी ओर से ये भी कहा गया कि उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर कोई गड़बड़ी नहीं दिखी. ट्विटर के एक प्रवक्ता ने बताया कि बम होने की अफवाह की भी जांच की गई. जांच में बम होने की बात महज एक अफवाह निकली. Twitter की ओर से जारी बयान में कहा गया कि डॉर्सी का अकाउंट प्लेटफॉर्म की गड़बड़ी नहीं बल्कि टेलीकॉम कंपनी के वजह से हुई है. जानकारी दी गई कि जिसे कॉन्टैक्ट नंबर से जैक का अकाउंट लिंक था उस नेटवर्क प्रोवाइडर की सिक्योरिटी में खामी की वजह से अकाउंट की हैकिंग हुई. ऐसे स्थिति में हैकर्स को विक्टिम के अकाउंट से मैसेज के जरिए ट्वीट करने में आसानी हो जाती है.
Hardoi: A farmer bit off a snake's hood after it bit him in a field; doctor Sanjay Kumar says, 'never saw such a case. The man was alright even biting a snake' (20.02.2018) pic.twitter.com/PibIOvARdW Times of India को डॉक्टर ने बताया कि उन्हें किसान के शरीर में कहीं भी सांप के कांटने के निशान नहीं मिले हैं. लेकिन सांप को काटने के बाद सोनेलाल बच गए हैं वहीं गांव वाले हैरान हैं. डॉक्टर संजय कुमार ने बताया- ''किसान ने सांप के सिर को चबा लिया, उसके बाद भी किसान सही सलामत है. ऐसा मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार देखा है.''
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. लेकिन उससे पहले ही पडौसी मुल्क पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर योग की अलख जगाने का काम किया जा रहा है. पाकिस्तान के इस्लामाबाद में कई लोग रोजाना योगा कर रहे हैं. उन्हें योग की वजह से काफी हद तक फायदा हो रहा है. किस तरह से पाकिस्तान में लोकप्रिय हो रहा है योगा? जानने के लिए पढ़िए पूरी स्टोरी केवल www.iChowk.in पर.
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. मिताली राज एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज बन गई हैं. बुधवार को आईसीसी महिला विश्व वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए मिताली ने ये इतिहास रचा. पूरे किए 6 हजार रन इसी के साथ मिताली राज ने वनडे करियर में अपने 6 हजार रन भी पूरे कर लिए हैं. इससे पहले वनडे मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड इंग्लैंड की शेर्लोेट एडवर्ड्स के नाम था. उन्होंने 191 मैचों में 5992 रन बनाए थे. जबकि मिताली ने अपने 183वें मैच में ही ये कारनामा कर डाला. इस मैच में मिताली 69 रन बनाकर आउट हुईं. 1999 में किया था डेब्यू मिताली राज ने 26 जून 1999 को आयरलैंड के खिलाफ वनडे मैच से अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था. मिताली ने अपने पहले मैच में ही शानदार शतक बनाया था. उन्होंने 114 रनों की नाबाद पारी खेली थी. वनडे करियर में मिताली 51.81 के औसत से 6 हजार से ज्यादा रन बना चुकी हैं. वनडे के अलावा मिताली ने 10 टेस्ट मैच में 663 रन और 63 टी-20 मैचों में 1,708 रन बनाए हैं. वनडे इंटरनेशनल में लगातार सात हाफ सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड भी मिताली के नाम है. ये रिकॉर्ड भी मिताली के नाम मिताली ने ICC महिला वर्ल्ड कप 2017 में अब तक चार मैचों में 71, 46, 8, 53 रन बनाए हैं. इस वर्ल्ड कप से पहले खेले गए 6 लगातार मैचों में मिताली का स्कोर था- 70*, 64, 73*, 51*, 54 और 62*. इस तरह मिताली ने लगातार 7 अर्द्धशतक जड़ कर अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर लिया. वहीं मिताली अब तक दुनिया में सर्वाधिक 48 वनडे अर्धशतक जड़ चुकी हैं. उनसे पहले ये रिकॉर्ड इंग्लैंड की शेर्लोेट एडवर्ड्स के नाम था जिन्होंने 191 मैच में 46 हॉफ सेंचुरी ठोकी. 100 से ज्यादा वनडे मैच खेलने वालीं क्रिकेटर्स में दुनिया में सबसे अच्छा औसत 51.81 मिताली का है.
मरियम खान - रिपोर्टिंग लाइव एक भारतीय टेलीविजन श्रृंखला है जो स्टार प्लस और डिज्नी+ हॉटस्टार पर प्रसारित होती है। श्रृंखला का प्रीमियर 21 मई 2018 को हुआ, और इसका निर्माण माजिद आज़म और अफ़ाक आज़म द्वारा किया गया था। इसमें महिमा मकवाना और परम सिंह ने अभिनय किया था। यह शो 11 जनवरी 2019 को 170 एपिसोड पूरे करके समाप्त हुआ और इसकी जगह सीरियल दिल तो हैप्पी है जी ने ले ली। कथानक भोपाल में स्थापित, मरियम खान एक कल्पनाशील और जिज्ञासु आठ वर्षीय डिस्लेक्सिया पीड़ित बच्ची है जो चीजों को अंकित मूल्य पर नहीं लेती है। वह एक बड़े परिवार की सबसे छोटी सदस्य हैं। उनके दादा कुलपिता हैं। वह अपने चाचा और पालक पिता मजाज़, जो एक आदर्शवादी पत्रकार और अखबार मालिक हैं, को अपना आदर्श मानती हैं। वह एक रिपोर्टर बनने की योजना बना रही है और मजाज़ के साथ एक भावनात्मक रिश्ता साझा करती है। उसकी माँ की एकमात्र चिंता अपनी बेटियों की शादी करना है, जबकि मरियम एक रिपोर्टर बनने की योजना बना रही है। हालाँकि, कई साल बाद, मरियम की असली माँ या मजाज़ की बहन, जो शादी के बाद पाकिस्तान चली गई, मरियम को वापस लेने आती है। परिवार को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करते हुए वह मरियम को पाकिस्तान ले जाती है। अनजान, उसे पता चलता है कि मजाज़ उसका चाचा है और उसे अपने भाई पर अपनी हड्डी का इस्तेमाल करने के लिए यहां लाया गया है। अस्पताल में मरियम की माँ अपना फ़ोन मरियम के केबिन में छोड़ देती है। वह इसका उपयोग अपने परिवार से संपर्क करने के लिए करती है, इस प्रकार, वह बच जाती है। युवा पीढ़ी को इसकी जानकारी नहीं है कि मजाज़ पर आतंकवाद का आरोप लगाया जाता है और रिफत द्वारा रची गई गलतफहमी के कारण रेहान की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है कि वह आतंकवादी समूह से संबंधित है, जबकि एक तीर्थयात्री अंजुम युवा मरियम को ले जाता है। कलाकार मुख्य मरियम खान अशरफ उर्फ मंजीत कौर के रूप में महिमा मकवाना : आयत की बेटी; मंजाज़ और मदीशा की भतीजी/दत्तक बेटी; माहिरा, मेहर और रेहान की चचेरी बहन; फवाद की पत्नी (2018–2019) युवा मरियम खान के रूप में देशना दुग्गड़ (2018) फवाद अशरफ के रूप में परम सिंह : वसीम और रिफत का छोटा बेटा; ज़ैन का भाई; मरियम के पति (2018–2019) युवा फवाद अशरफ के रूप में अशर खान (2018) ज़ैन अशरफ के रूप में अविनाश मिश्रा / हिमांशू ए. मल्होत्रा : वसीम और रिफत का बड़ा बेटा; फवाद के भाई; माहिरा के पूर्व पति; मेहर के पति; आलिया के पिता (2018)/(2018–2019) मेहर खान के रूप में शीना बजाज : मजाज़ और मदीहा की बड़ी बेटी; माहिरा की बहन; मरियम का चचेरा भाई; ज़ैन की पत्नी; आलिया की चाची/माँ जैसी छवि (2018–2019) माहिरा खान के रूप में प्रियंका कंडवाल : मजाज़ और मदीहा की छोटी बेटी; मेहर की बहन; मरियम का चचेरा भाई; ज़ैन की पूर्व पत्नी; रेहान की प्रेमिका; आलिया की माँ (2018) (मृत) रेहान ठाकुर के रूप में पारस कलनावत : सरफराज का बेटा; मरियम का चचेरा भाई; माहिरा का बॉयफ्रेंड (2018) पुनरावर्ती मज़ाज़ खान के रूप में खालिद सिद्दीकी : माहिरा और मेहर के पिता, मरियम के दत्तक पिता/चाचा; आयत का भाई (2018–2019) मदीहा अशरफ के रूप में रुखसार रहमान : माहिरा और मेहर की मां, मरियम की दत्तक मां/चाची (2018-2019) तीर्थयात्री शाहीन अहमद के रूप में अंजू महेंद्रू (2018-2019) सागर सैनी वसीम अशरफ के रूप में: मदीहा के भाई, ज़ैन और फवाद के पिता (2018-2019) नवाज़ अली खान के रूप में एसएम ज़हीर : ऐजाज़ के जुड़वां भाई (2018)/ नवाब ऐजाज़ अली खान: मजाज़ और आयत के पिता (2018-2019) सलीमा अली खान के रूप में हीना राजपूत: मजाज़ और आयत की माँ (2018) रिफत अशरफ के रूप में लुबना सलीम : ज़ैन और फवाद की माँ (2018–2019) सरफराज ठाकुर के रूप में विनोद कपूर : रेहान के पिता और मरियम के चाचा (2018) आयत खान के रूप में मानसी शर्मा : मजाज़ की बहन और मरियम की माँ (2018) लालविश "लल्लू" किर्लोस्कर के रूप में अथर्व फडनीस (2018) लक्ष्मी नारायण गुप्ता के रूप में आरना भदोरिया (2018) आशुतोष प्रियदर्शी सब इंस्पेक्टर अरमान सिद्दीकी के रूप में: रेहान का हत्यारा (2018) गौरांश शर्मा अक्षय अग्रवाल के रूप में (2018) आशा मेहता के रूप में शेफाली राणा (2018) हमदम खान के रूप में किम्मी कौर (2018) फरहान हसन के रूप में हनी कंबोज (2018) लवीना टंडन अर्शिफा हैदर के रूप में (2018) बल्लू के रूप में राजेश सिंह (2018) चीकू अशरफ के नाम से अज्ञात: फवाद और मरियम की गोद ली हुई बेटी (2019) गोलू जैन अशरफ के नाम से अज्ञात आलिया अशरफ के रूप में अज्ञात: ज़ैन और माहिरा की बेटी (2018-2019) उत्पादन शो ने ये है मोहब्बतें के टाइम स्लॉट को अपने कब्जे में ले लिया और बाद वाले को देर रात के स्लॉट में स्थानांतरित कर दिया गया। सितंबर 2018 में, अभिनेत्री प्रियंका कंडवाल ने शो छोड़ दिया क्योंकि वह लीप के बाद बूढ़ी नहीं होना चाहती थीं। उसी महीने, अभिनेता अविनाश मिश्रा ने फिल्म छोड़ दी क्योंकि वह अपने किरदार को दिए गए स्क्रीन टाइम से असंतुष्ट थे। पारस कलनावत ने भी शो छोड़ दिया क्योंकि वह निर्माताओं से निराश थे क्योंकि उन्होंने उन्हें मुख्य किरदार की भूमिका की पेशकश नहीं की थी जैसा कि उन्होंने वादा किया था क्योंकि निर्माताओं ने उनके किरदार रेहान का दुखद अंत कर दिया था, जो उनकी दुखद मौत से शो का सबसे खराब चरित्र था। इसकी शुरुआत सबसे पहले देशना दुगड़ से हुई। कम रेटिंग के कारण, कहानी में उछाल आया, जिसकी शुरुआत महिमा मकवाना और परम सिंह से हुई। संदर्भ बाहरी कड़ियाँ मरियम खान - रिपोर्टिंग हॉटस्टार पर लाइव स्ट्रीमिंग स्टार प्लस के धारावाहिक भारतीय टेलीविजन धारावाहिक
- जय लोधेश्वर महादेव - लोध ठाकुर, लोधा राजपूत, लोधी राजपूत का इतिहास लोधी संवत जिस तहर न्यायप्रिय शासक महाराज विक्रमादित्य के समय विक्रम संवत का उल्लेख मिलता है। उसी तरह महाराज विक्रमादित्तय के बाद महाराज ब्रहा्रस्वरुप लोधी के राज्याभिषेक के समय प्रारंभ हुआ था। लोधी संवत का उल्लेख अब से 1832 वर्ष पूर्व (अर्थात 160 ई॰ पु॰) राज सिंहासन पर विराजमान राजा शालिवाहन ने, मैसूर के मुम्मड़े नामक नगर में शिलालेख में उत्कीर्ण कराया था। यह शिलालेख प्राकृत, संस्कृत, पाली तथा तेलगू भाषा में उत्कीर्ण है। इस में महाराज विक्रमादित्य के पश्चात महाराज ब्रहा्रस्रुप लोधी के राज्यारोहरण पर लोधी संवत के उसके राज्य में प्रचलन का वर्णन खुदा हुआ है। लोधी संवत की प्रारंभ तिथि के बारे में विद्वानों के मत अलग-अलग है। पं. काशीलाल जायसवाल, जुगल किशोर मुख्तार, डा॰ हेमन्त जेकोवी इन सभी के मतों का समाधान करते हुए, जार्ज जामान्टियर ने ब्रहा्रस्वरुप लोधी के राज्याभिषेक को ही प्रमाण मानकर लोधी संवत का प्रारंभ काल माना है। लोधी क्षत्रिय बृहत् इतिहास के लेखक लोधी खेमसिंह वर्मा के मतानुसार, लोधी संवत प्रचलन काल ईस्वी सन की पहली या दूसरी शताब्दी रहा होगा। यहां पर सभी के मतों व समीपवर्तीय संवतों को ध्यान मे रखकर इतिहासकारों के मतानुसार अनुमानित तारीख इस प्रकार है। वीर संवत का प्रचलन 76 ई॰ पू॰ हुआ, तथा विक्रम संवत का प्रचलन 57/58 ई॰ पू॰ हुआ तथा लोधी संवत का प्रचलन इसके बाद हुआ और लोधी संवत के पश्चात शक संवत प्रचलन में आया। जिसका प्रचलन काल सन् 78 ई॰ बताया जाता है। और इन दोनों संवतों के मध्य के समय में विक्रमादित्य के पुत्र चन्द्रसेन व पौत्र शालिवाहन ने शासन किया, क्योंकि शालिवाहन ने ही शकों पर विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में शक संवत चलाया तथा सन् 160 ई॰ में उपयुक्त संवतों का उल्लेख शिलालेखों पर अंकित कराया, जो प्रमाणस्वरुप आज भी देखे जा सकते है। दोनों पीढि़यों का शासन काल 50-60 वर्ष मान लिया जाये और कुछ समय ब्रहा्रस्वरुप लोधी का शासनकाल जोड़कर देखा जाए, तो लोधी संवत का प्रचलनकाल अनुमानित ईस्वी सदी का दूसरा दशक का मध्यान्तरण् रहा होगा। इस हिसाब से सन् 2004 लोधी संवत 1990 हो सकता है। बोद्धकाल में बौद्ध धर्म की प्रगति व प्रसार और वैदिक धर्म के पतन के कारणों से चिन्तित आर्य ऋषियों ने बौद्ध धर्म के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिये समस्त क्षत्रियो राजाओं को आमंत्रित कर आबू पर्वत पर एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया। जिसमें अनेक राजाओं को यज्ञाग्नि के समक्ष दीक्षित कर उन्हें राजपूत नाम दिया। तभी से अग्निवंशी क्षत्रियों की उत्पत्ति हुई। तभी से यज्ञ में सम्मिलित चन्द्रवंशी लोधी क्षत्रियों नें बड़ी संख्या में अपने उपनाम के रुप में राजपूत शब्द अपनाया। और वे अपने को लोधी राजपूत कहने लगे। आजकल क्षत्रिय और राजपूत दोनो ही एक दूसरे के पर्यायवाची है। My Grandfather kishan lal son of chimman thakur (kuldeep lodh rajput Baben Rajasthan) भारत में अभी तक नौ संवत प्रकाश में आये है : वीर निर्वाण संवत विक्रम संवत लोधी संवत शक संवत शालिवाहन संवत ईस्वी संवत गुप्त संवत हिजरी संवत मधा संवत लोधी संवत जिस तहर न्यायप्रिय शासक महाराज विक्रमादित्य के समय विक्रम संवत का उल्लेख मिलता है। उसी तरह महाराज विक्रमादित्तय के बाद महाराज ब्रहा्रस्वरुप लोधी के राज्याभिषेक के समय प्रारंभ हुआ था। लोधी संवत का उल्लेख अब से 1832 वर्ष पूर्व (अर्थात 160 ई॰ पु॰) राज सिंहासन पर विराजमान राजा शालिवाहन ने, मैसूर के मुम्मड़े नामक नगर में शिलालेख में उत्कीर्ण कराया था। यह शिलालेख प्राकृत, संस्कृत, पाली तथा तेलगू भाषा में उत्कीर्ण है। इस में महाराज विक्रमादित्य के पश्चात महाराज ब्रहा्रस्रुप लोधी के राज्यारोहरण पर लोधी संवत के उसके राज्य में प्रचलन का वर्णन खुदा हुआ है। लोधी संवत की प्रारंभ तिथि के बारे में विद्वानों के मत अलग-अलग है। पं. काशीलाल जायसवाल, जुगल किशोर मुख्तार, डा॰ हेमन्त जेकोवी इन सभी के मतों का समाधान करते हुए, जार्ज जामान्टियर ने ब्रहा्रस्वरुप लोधी के राज्याभिषेक को ही प्रमाण मानकर लोधी संवत का प्रारंभ काल माना है। लोधी क्षत्रिय बृहत् इतिहास के लेखक लोधी खेमसिंह वर्मा के मतानुसार, लोधी संवत प्रचलन काल ईस्वी सन की पहली या दूसरी शताब्दी रहा होगा। यहां पर सभी के मतों व समीपवर्तीय संवतों को ध्यान मे रखकर इतिहासकारों के मतानुसार अनुमानित तारीख इस प्रकार है। वीर संवत का प्रचलन 76 ई॰ पू॰ हुआ, तथा विक्रम संवत का प्रचलन 57/58 ई॰ पू॰ हुआ तथा लोधी संवत का प्रचलन इसके बाद हुआ और लोधी संवत के पश्चात शक संवत प्रचलन में आया। जिसका प्रचलन काल सन् 78 ई॰ बताया जाता है। और इन दोनों संवतों के मध्य के समय में विक्रमादित्य के पुत्र चन्द्रसेन व पौत्र शालिवाहन ने शासन किया, क्योंकि शालिवाहन ने ही शकों पर विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में शक संवत चलाया तथा सन् 160 ई॰ में उपयुक्त संवतों का उल्लेख शिलालेखों पर अंकित कराया, जो प्रमाणस्वरुप आज भी देखे जा सकते है। दोनों पीढि़यों का शासन काल 50-60 वर्ष मान लिया जाये और कुछ समय ब्रहा्रस्वरुप लोधी का शासनकाल जोड़कर देखा जाए, तो लोधी संवत का प्रचलनकाल अनुमानित ईस्वी सदी का दूसरा दशक का मध्यान्तरण् रहा होगा। इस हिसाब से सन् 2004 लोधी संवत 1990 हो सकता है। बोद्धकाल में बौद्ध धर्म की प्रगति व प्रसार और वैदिक धर्म के पतन के कारणों से चिन्तित आर्य ऋषियों ने बौद्ध धर्म के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिये समस्त क्षत्रियो राजाओं को आमंत्रित कर आबू पर्वत पर एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया। जिसमें अनेक राजाओं को यज्ञाग्नि के समक्ष दीक्षित कर उन्हें राजपूत नाम दिया। तभी से अग्निवंशी क्षत्रियों की उत्पत्ति हुई। तभी से यज्ञ में सम्मिलित चन्द्रवंशी लोधी क्षत्रियों नें बड़ी संख्या में अपने उपनाम के रुप में राजपूत शब्द अपनाया। और वे अपने को लोधी राजपूत कहने लगे। आजकल क्षत्रिय और राजपूत दोनो ही एक दूसरे के पर्यायवाची है।
एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि 2 अक्टूबर से एलायंस एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस में प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है. पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद होने की खबरों पर अश्विनी लोहानी ने कहा कि इससे पहले हमें रोज 4 करोड़ का नुकसान हुआ था. हालांकि, लोहानी ने मौजूदा हालात पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक को रोकने के लिए भारतीयों से एक नई क्रांति' शुरू करने का आग्रह किया. मोदी ने मासिक कार्यक्रम मन की बात के दौरान कहा, "इस साल जब हम बापू की 150वीं जयंती मनाएंगे तो इस अवसर पर हम उन्हें न केवल खुले में शौच से मुक्त भारत समर्पित करेंगे बल्कि उस दिन पूरे देश में प्लास्टिक के खिलाफ एक नए जन-आंदोलन की नींव रखेंगे." प्रधानमंत्री की इस अपील के बाद एयर इंडिया प्लास्टिक पर बैन का कदम उठाने जा रही है. उधर पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने की धमकी दी है. पाकिस्तान के इस फैसले पर एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने बुधवार को कहा कि हम पिछली बार की तरह इस स्थिति को संभाल लेंगे. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया एयरस्पेस बंद होने के बाद आने वाली चुनौतियों से निपटने में सक्षम है.
लालन सारंग (26 दिसंबर, 1938 - 9 नवंबर, 2018) एक भारतीय फिल्म, रंगमंच और टेलीविजन निर्माता और मराठी, हिंदी, तथा गुजराती फिल्मों की अभिनेत्री थीं। उनको ‘‘सखाराम बाइंडर’’, ‘‘गिधाड़े’’, ‘‘रथ चक्र’’ और ‘‘कमला’’ समेत कई प्रसिद्ध नाटकों में अपनी प्रभावशाली भूमिका के लिए जाना जाता है। इसके अलावा उन्होंने ‘‘सामना’’, ‘‘हा खेल सावल्यांचा’’ और ‘‘महक’’ जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे कई हिंदी धारावाहिकों में भी काम की थीं। संदर्भ 1938 में जन्मे लोग मराठी अभिनेत्री भारतीय अभिनेत्री मुंबई के लोग २०१८ में निधन
दिल्‍ली में शुक्रवार को धरने-प्रदर्शन का दिन रहा. आरक्षण की मांग पर आंदोलन कर रहे जाटों ने शुक्रवार को गाजीपुर में जाम लगा दिया, तो राजघाट के पास सिखों ने सज्‍जन कुमार को फांसी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रगति मैदान के पास हिंदू संगठनों का भी प्रदर्शन हुआ. आरक्षण की मांग पर आंदोलन कर रहे जाटों ने शुक्रवार को गाजीपुर में जाम लगा दिया. बसों में सवार होकर जाट जंतर-मंतर की ओर कूच कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनको रोक दिया. इस पर जाट वहीं जाम लगाकर बैठ गए. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाया, इस दौरान पूरे एनएच-24 में कुछ घंटों के लिए जाम लग गया. वहीं, राधा-कृष्ण के बारे में अदालत की टिप्पणी के खिलाफ  हिन्दू संगठनों ने प्राचीन भैरो मंदिर से विरोध मार्च निकाला.  मार्च में बड़ी तादाद में महंत और बाबा भी शामिल थे. आरोप लगाया गया कि इस टिप्पणी से लोगों की भावनाओं को चोट पहुंची है और इसे वापस लिया जाना चाहिए. प्रदर्शन की वजह से इलाके में जाम लग गया और लोगों को भारी दिक्कत हुई.
सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट से 36 राफेल विमान सौदे में किसी तरह की जांच की संभावना को नकारते हुए कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच से मना कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने 8.7 बिलियन डॉलर की रक्षा डील में किसी तरह की अनियमितता नहीं पाई है. मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने फैसला सुनाते हुए कहा कि उन्हें ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला जिससे कहा जा सके कि सरकार ने किसी निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए फ्रांस के साथ समझौता किया. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से केन्द्र सरकार को राहत मिली है और विपक्ष की सीबीआई जांच कराने की मांग को खारिज कर दिया गया है. इस फैसले के बावजूद भारत और फ्रांस सरकार के बीच हुए इस सौदे पर कई अनुत्तरित सवाल हैं जिनका जवाब न तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मिला और न ही इन सवालों का कोई जवाब सरकार से मिलने की उम्मीद है. राफेल का वंशवाद: तजुर्बा नहीं, परिवार देखकर दसॉल्ट ने किया अंबानी से करार पार्टनर चुनने पर सवाल? कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि उसे राफेल डील में ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला है जिसके आधार पर कहा जा सके कि केन्द्र सरकार ने दसॉल्ट समझौते में रिलायंस को फायदा पहुंचाने का काम किया. कोर्ट में केन्द्र सरकार ने कहा है कि दसॉल्ट से करार में ऑफसेट पार्टनर चुनने का दारोमदार फ्रांस की कंपनी के पास था. लेकिन सवाल यह है कि जब भारत और फ्रांस सरकार के बीच हुई इस डील में दसॉल्ट के लिए यह जिम्मेदारी छोड़ी गई तब किस आधार पर भारत सरकार की एविएशन इकाई एचएएल एक ऐसी कंपनी से पिछड़ गई जिसने एविएशन क्षेत्र में कदम करार के बाद रखा. राफेल पर कौन कर रहा है गुमराह? राहुल, मैक्रों, निर्मला में गलत कौन? ऑफसेट क्लॉज फ्रांस-भारत डील का हिस्सा? इस डील के साथ ही भारत और फ्रांस की सरकारों के बीच समझौता किया गया था कि डील से दसॉल्ट को हुई कुल कमाई का आधा हिस्सा कंपनी को एक निश्चित तरीके से वापस भारत में निवेश करना होगा. डील के इस पक्ष को ऑफसेट क्लॉज कहा गया. लिहाजा, डील के तहत दसॉल्ट को यह सुनिश्चित करना था कि वह 8.7 बिलियन डॉलर की आधी रकम को वापस भारत के रक्षा क्षेत्र में निवेश करे. लिहाजा, निवेश जब इस पैसे से होना था और ऑफसेट क्लॉज भारत-फ्रांस सरकार की डील का हिस्सा है तक यह निवेश भारत में 3 दशक से एविएशन में काम करने वाली कंपनी की जगह ऐसी कंपनी में हुआ जिसकी नींव करार के बाद रखी गई.
नक्सलियों के साथ संबंधों के आरोप में गिरफ्तार दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर जी. एन. साईं बाबा को पुलिस ने रविवार को गढ़चिरौली की अहेरी अदालत में पेश किया. सुनवाई के बाद न्यायाधीश एन. जी. व्यास ने प्रोफेसर साईं को 23 मई तक न्यायिक हिरासत में रखने के आदेश दिए. उन्हें नागपुर के केंद्रीय कारागृह में रखा जाएगा. उधर, दिल्ली में साईंबाबा की गिरफ्तारी पर डीयू और जेएनयू के छात्रों ने भी विरोध प्रदर्शन किया और उन्हें जल्द से जल्द रिहा किए जाने की मांग की. प्रो. साईंबाबा को जब न्यायालय में पेश किया गया तब परिसर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे. दिल्ली की अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद एसोसिएट प्रोफेसर को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली ले जाया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि साईं बाबा को प्रतिबंधित संगठन भाकपा-माओवादी का कथित सदस्य होने, उन लोगों को साजो-सामान से समर्थन देने और भर्ती में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. साईंबाबा रामलाल आनंद कॉलेज में अंग्रेजी के प्रोफेसर हैं. पुलिस ने फोरेंसिक जांच के लिए उनका कंप्यूटर पहले ही जब्त कर लिया था. साईं बाबा का नाम पहली बार उस समय सामने आया, जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र हेमंत मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था. उसने जांच एजेंसियों को बताया कि वह छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के जंगलों में छिपे माओवादियों और साईंबाबा के बीच 'कूरियर' का काम करता है. गढ़चिरौली पुलिस ने दिल्ली विश्‍वविद्यालय के अंग्रेजी के प्राध्यापक को शुक्रवार को गिरफ्तार किया था. उन्हें हवाई जहाज से पहले नागपुर और बाद में अहेरी लाया गया. आरोपी की ओर से वकील जगदीश मेश्राम ने पैरवी की. उन्होंने आरोपी के 90 प्रतिशत विकलांग होने की वजह से अदालत से उन्हें आवश्यक सुविधा और दो सहायक देने की मांग की. देश की राजधानी में जाकर अहेरी पुलिस द्वारा नक्सली मामले में किसी आरोपी को गिरफ्तार करने की यह पहली घटना बताई जा रही है. देश के विभिन्न राज्यों में चल रही हिंसक नक्सली गतिविधियों का एक बडा शहरी मॉड्यूल साथ देने कि बात लगातार उजागर हो रही थी. अगस्त 2013 में जेएनयू के एक छात्र और उत्तराखंड के एक पत्रकार को गढ़चिरौली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इनसे की गई पूछताछ में प्रोफेसर जी. एन. साईंबाबा का नाम सामने आया था. गढ़चिरौली में अगस्त 2013 में पकड़े गए संदिग्ध नक्सलियों की पुछ्ताछ में साईंबाबा के इस शहरी मॉड्यूल का मास्टर माइंड होने की बात स्पष्ट हुई थी. इसके साथ ही माओवादी आंदोलन के शीर्ष नेता गणपति से साईंबाबा के सीधे संबंध होने कि बात भी सामने आई थी. इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को गढ़चिरौली पुलिस कि एक टीम दिल्ली पहुंची. साईंबाबा को ट्रांजिट रिमांड पर गढ़चिरौली लाया गया है. साईंबाबा से पुछ्ताछ के बाद नक्सली आंदोलन के कई राज खुलने कि संभावना है. रविवार को अहेरी के जेएमएफसी कोर्ट ने पुलिस मांग के अनुसार साईंबाबा को 14 दिन कि न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस गिरफ्तारी के बाद साईंबाबा के समर्थक संगठन के कार्यकर्ताओं ने फेसबुक पर जमकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद अब भारत सरकार ने अलगाववादी समूह जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर (Jamaat-e-Islami Jammu and Kashmir) को कथित रूप से राष्ट्र विरोधी और विध्वंसकारी गतिविधियों के लिये गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत को प्रतिबंधित कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद गृह मंत्रालय द्वारा प्रतिबंध को लेकर अधिसूचना जारी की गई. जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर पर देश में राष्ट्र विरोधी और विध्वंसकारी गतिविधियों में शामिल होने और आतंकवादी संगठनों के साथ संपर्क में होने का आरोप है. जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर पर बैन लगाने के बाद सरकार ने बडी़ कार्रवाई की है और उनके नेताओं के कई घरों, दफ्तरों और संपत्तियों को सील कर दिया है. शनिवार को कश्मीर में कई जगहों पर अधिकारियों ने जमात-ए-इस्लामी  के कार्यकर्ताओं के घरों और संपत्तियों को सील किया. मजिस्ट्रेट ने जमात-ए-इस्लामी से जुड़े घरों और संस्थानों को सील करने का आदेश दिया था. इससे पहले सुरक्षा बलों ने पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले के बाद अलगाववादी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी तथा जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं और समर्थकों को गिरफ्तार किया था.  माना जा रहा है कि बीते चार दिनों में करीब 200 से अधिक जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर के नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी पर पाबंदी लगाने के केंद्र के फैसले की शुक्रवार को निंदा की और कहा कि यह राज्य के राजनीतिक मुद्दे से बाहुबल से निपटने की केंद्र सरकार की पहल का एक अन्य उदाहरण है.  सरकारी अधिकारियों का कहना है कि जमात-ए-इस्लामी (जेईएल) ही जम्मू कश्मीर राज्य के सबसे बड़े आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन और हुर्रियत कांफ्रेंस के गठन के लिए जिम्मेदार है. सरकारी अधिकारियों के अनुसार यह संगठन दशकों से अपने अलगाववाद एवं पाकिस्तान समर्थन एजेंडे के तहत राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए राज्य में अलगाववादी एवं आतंकवादी तत्वों को वैचारिक और साजो-सामान संबंधी सहयोग प्रदान कर रहा है. एक अधिकारी ने कहा, ‘जेईल (जेएंडके) जम्मू कश्मीर में सक्रिय सबसे बड़े आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के गठन के लिए जिम्मेदार है. पाकिस्तान के सहयोग से ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के गठन के पीछे भी जेएल का ही दिमाग है.'
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल के खिलाफ बीजेपी ने उम्मीदवार तय कर लिए हैं, समझा जाता है कि बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती रायबरेली से सोनिया के खिलाफ लड़ेंगी जबकि टीवी स्टार स्मृति ईरानी राहुल गांघी से मुकाबला करेंगी. अंग्रेजी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने यह खबर दी है. पत्र के मुताबिक शुक्रवार को इसकी घोषणा हो सकती है. बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के लखनऊ से लौटने के बाद वह इस बारे में विधिवत जानकारी देंगे. लेकिन यहां समस्या यह है कि उमा भारती ने झांसी से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है. ऐसी हालत में वहां पिछड़ी जाति के किसी उम्मीदवार को खड़ा किया जा सकता है. लेकिन यह उमा भारती पर निर्भर करता है कि वह इस हाई प्रोफाइल मुकाबले के लिए तैयार हैं या नहीं. अगर उमा भारती रायबरेली से लड़ती हैं तो यह दूसरा मौका होगा जब बीजेपी का कोई बड़ा नेता सोनिया गांधी को टक्कर देगा. इसके पहले सुषमा स्वराज 1999 में बेल्लारी में उनके खिलाफ खड़ी हुई थीं. उस चुनाव में सोनिया गांधी जीत तो गई थीं लेकिन सुषमा स्वराज ने उन्हें जबर्दस्त टक्कर दी थी. बीजेपी ने 1996 में रायबरेली की सीट जीती थी. लेकिन 1999 में कांग्रेस के सतीश शर्मा ने यह सीट जीत ली. अमेठी से राजीव गांधी लड़ते थे. उन्होंने 1984 में अपने छोटे भाई की पत्नी मेनका गांधी को और 1989 में महात्मा गांधी के पोते राजमोहन गांधी को हराया था.
राजस्थान की राजनीति में जातीय वर्चस्व को तोड़ते हुए शीर्ष पर पहुंचने वाले नेताओं में यदि किसी का नाम सबसे आगे आता है तो वो अशोक गहलोत हैं. सूबे के दो बार मुख्यमंत्री रहे गहलोत का परिवार माली समाज से आता है. इनका परिवार किसी जमाने में जादूगरी का करतब दिखाता था. गुजरात के प्रभारी के तौर पर उन्होंने वहां की युवा तिकड़ी हार्दिक-अल्पेश-जिग्नेश को कांग्रेस के साथ खड़ाकर पार्टी को जीत की दहलीज पर ला खड़ा किया और आज की तारीख में बतौर संगठन महासचिव गहलोत पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में अध्यक्ष राहुल गांधी के सबसे करीब हैं. इंदिरा की पड़ी नजर, संजय ने दिलाई पहचान अशोक गहलोत को 70 के दशक में कांग्रेस में शामिल होने का मौका मिला था, जब पू्र्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय पार्टी में संजय गांधी की चलती थी. जब संजय गांधी के करीबियों ने उन्हें अशोक गहलोत के बारे में बताया तो उन्होंने गहलोत को राजस्थान में पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई का अध्यक्ष बनाया. गहलोत को शुरुआती दिनों में संजय गांधी की मंडली के लोग 'गिली बिली' कहकर संबोधित करते थे. आज राहुल गांधी की कांग्रेस में इस ताकतवर नेता के बारे में लोगों को ज्यादा नहीं पता बजाय इसके कि उनके पिता बाबू लक्ष्मण सिंह दक्ष एक मशहूर जादूगर थे. बचपन के दिनों में  गहलोत भी अपने पिता के सहायक के तौर पर देश भर में उनके करतब का हिस्सा हुआ करते थे. कुछ लोगों का मानना है कि अशोक गहलोत पर सबसे पहले स्वयं इंदिरा गांधी की नजर पड़ी थी. जब पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में विद्रोह के बाद पूर्वोत्तर में शरणार्थी संकट खड़ा हो गया था. गहलोत की उम्र उस वक्त 20 साल थी, और इंदिरा ने उन्हें राजनीति में आने का न्योता दिया. जिसके बाद गहलोत ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के इंदौर सम्मेलन में हिस्सा लिया और यहीं उनकी मुलाकात संजय गांधी से हुई. युवा कांग्रेस के विस्तार का दौर जिसने कई कद्दावर नेता दिए कांग्रेस के इंदौर सम्मेलन में दिवंगत नेता प्रियरंजन दासमुंशी युवा कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे. यह वो समय था जब इंदिरा और संजय गांधी युवा कांग्रेस को दक्षिण पंथी जनसंघ और उसके सहयोगी संगठन से मुकाबले के लिए तैयार करना चाहते थे. जानकारों का मानना है कि कांग्रेस में यह काल युवा नेतृत्व के उभार का स्वर्णिम काल था. इस दौरान पार्टी को कई अहम नेता मिले जिसमें अशोक गहलोत , कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी, वायलार रवि, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद शामिल हैं. यह सभी नेता आज के कांग्रेस में बड़ी हैसियत रखते हैं. अपने स्वभाव और साधारण पृष्ठभूमि के अनुरूप अशोक गहलोत राजस्थान में लो प्रोफाइल रहते हुए काम करते रहे. लेकिन संजय गांधी की विमान हादसे में मौत के बाद जब पार्टी में राजीव गांधी को अहम रोल मिला, तब उन्होंने गहलोत के नाम की सिफारिश इंदिरा गांधी की कैबिनेट में राज्यमंत्री के तौर पर की. इस दौरान राजस्थान में कांग्रेस के दो बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी और शिवचरण माथुर का बोलबाला था. लेकिन गहलोत को राजीव गांधी का भरोसा हासिल था. वो घटना जिसने गहलोत का रास्ता साफ किया एक मशहूर वाकया है जब राजस्थान भीषण सूखे से जूझ रहा था और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने दिल्ली से 170 किमी दूर सारिस्का नेशनल पार्क में कैबिनेट की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में राजीव ने राज्य के सभी मंत्रियों को सरकारी गाड़ियों की बजाय अपनी गाड़ी से आने के निर्देश दिए थे और राजीव खुद एक निजी कार चला रहे थे. तभी एक ट्रैफिक कॉन्स्टेबल ने राजीव की कार को सीधे जाने का सिग्नल देने के बजाय दाहिने मुड़ने के लिए कहा. कॉन्स्टेबल की इस गलती का परिणाम हरिदेव जोशी के लिए महंगा साबित हुआ, क्योंकि डायवर्जन की वजह से राजीव उस स्थान पर पहुंच गए जहां मंत्रियों की सरकारी गाड़ियां खड़ी थीं. दरअसल राजीव इसके जरिए पार्टी और सरकार में मितव्ययिता का संदेश देना चाह रहे थे. राजीव गांधी की नाराजगी की वजह से जोशी लंच में शामिल नहीं हुए, तब मेजबान जोशी की अनुपस्थिति में उनके मित्र और केंद्र में मानव संसाधन विकास मंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने मामले को ठंडा करने की नाकाम कोशिश की. और इस घटना के एक महीने बाद हरिदेव जोशी को बदलकर शिवचरण माथुर को राजस्थान का मुख्यमंत्री बना दिया गया. भले ही लगभग दो साल बाद जोशी ने फिर वापसी कर ली हो, लेकिन इसके बाद कांग्रेस आलाकमान के सामने उनकी वो धाक नहीं रही. केंद्र में भी छोड़ी अमिट छाप इस दौरान गहलोत केंद्र सरकार में पर्यटन मंत्री की भूमिका निभा रहे थे. राष्ट्रीय राजधानी में आईएनए मार्केट के ठीक सामने दिल्ली हाट के निर्माण का श्रेय गहलोत को जाता है जिन्होंने देश भर के शिल्पकार, हस्तशिल्प कला के लोगों के उत्पाद को सीधे ग्राहकों तक बिना किसी बिचौलिए के पहुंचाने का काम किया. राजीव से गहलोत की नजदीकी ने सोनिया गांधी और उसके बाद राहुल गांधी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस में उनकी भूमिका कम नहीं होने दी. 1998 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार हुई और भैरोसिंह शेखावत के बाद अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाया गया. गहलोत इस समय विधायक नहीं थे,  लिहाजा जोधपुर के सरदारपुरा विधानसभा से विधायक मानसिंह देवड़ा ने उनके लिए सीट खाली कर दी. जिसके बाद हुए उपचुनाव में जीत के बाद से गहलोत लगातार इस सीट से विधायक हैं. जाटों का कांग्रेस से मोहभंग जानकारों की मानें तो माली समुदाय से आने वाले अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री बनने पर कांग्रेस को राजस्थान में अपने पारंपरिक जाट वोट का नुकसान हुआ. राजपूतों के धुर विरोधी जाट राजस्थान में 60-70 सीटों पर निर्णायक भूमिका में रहते हैं. राज्य में पहले विधानसभा चुनाव से ही जाटों का झुकाव कांग्रेस की तरफ रहा क्योंकि कांग्रेस ने राजशाही खत्म की. कांग्रेस के बड़े जाट नेता रामनिवास मिर्धा, नाथूराम मिर्धा, परसराम मदेरणा का मारवाड़ में जबरदस्त बोलबाला था. इन नेताओं ने इमरजेंसी के बाद भी जब कांग्रेस का उत्तर भारत से सफाया हो गया था तब कांग्रेस का यह किला ढहने नहीं दिया. अपनी वफादारी के लिए लंबे समय तक इस समुदाय के नेता मुख्यमंत्री बनने आस लगाए रहें. लेकिन 1998 में अशोक गहलोत के सीएम बनने के बाद इनका मोह भंग होता चला गया. अभी भी सर्वमान्य हैं गहलोत अशोक गहलोत की सरलता और सादगी उन्हें राजनीति में काफी ऊपर ले गई. एक समय था जब दिल्ली के बड़े नेता अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद के सामने गहलोत को जगह नहीं मिलती थी और आज वे इनके बराबरी में खड़े हैं. राजस्थान की बात की जाए तो गहलोत राहुल की पसंद से भेजे गए युवा नेता सचिन पायलट के साथ अच्छा संतुलन बनाए हुए हैं और अभी तक दोनों के बीच किसी तरह की मतभेद की खबरें नहीं आई हैं. राहुल लगातार इस बात क्या ध्यान रख रहे हैं कि गहलोत, पायलट के रास्ते में न आएं और पायलट भी उनकी वरिष्ठता का सम्मान रखें. राजस्थान में इस बार कांग्रेस की सरकार बनने पर सचिन पायलट को अगले मुख्यमंत्री के तौर पर देखा जा रहा है, जबकि ऐसा मानने वालों की भी कमी नहीं है कि यदि कांग्रेस प्रदेश में कम अंतर से जीतती है तो गहलोत राहुल की पहली पसंद होंगे.
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का ऐलान करते वक्त राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इसके चलते राज्य का विकास रुका और इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला. आंकड़े बताते हैं कि देश की टैक्स देने वाली जनता का 10 फीसदी पैसा लेने के बावजूद वहां के राजनेता कश्मीर में रहने वाली देश की एक फीसदी आबादी का भी ढंग से विकास नहीं कर पाई. दूसरी तरफ 370 हटाए जाने के बाद राष्ट्रीय NSA अजीत डोभाल शोपियां पहुंचे. यहां वह लोगों के साथ खाना खाते नजर आए. दिल्ली में सुषमा स्वराज का राजकीय सम्मान के साथ आज बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया. सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी की. पढ़ें आज शाम की 5 बड़ी खबरें. 1.केंद्र से मिलती रही भरपूर मदद लेकिन कश्मीर की आवाम हमेशा रही गरीब, 370 ने रोक रखी थी रफ्तार जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का ऐलान करते वक्त राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इसके चलते राज्य का विकास रुका और इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला. गृहमंत्री गलत नहीं कह रहे थे. आंकड़े बताते हैं कि देश की टैक्स देने वाली जनता का 10 फीसदी पैसा लेने के बावजूद वहां के राजनेता कश्मीर में रहने वाली देश की एक फीसदी आबादी का भी ढंग से विकास नहीं कर पाई और वहां की अर्थव्यवस्था कमजोर की कमजोर बनी रही. केंद्र से जोरदार मदद मिलने के बावजूद राज्य में आतंकवाद और कर्ज का ग्राफ चढ़ता रहा. 2.ऑपरेशन 370 के बाद शोपियां की सड़कों पर NSA डोभाल, कश्मीरियों संग खाया खाना जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल शोपियां पहुंचे. वहां अजीत डोभाल ने लोगों से मुलाकात की. इसके अलावा उन्होंने लोगों के साथ खाना भी खाया. एनएसए जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद शोपियां दौरे पर हैं. उन्होंने अलग अलग इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. शोपियां में आम लोगों के साथ भोजन करने के बाद डोभाल वहां के पुलिस अधिकारियों से मिले. उनके साथ डीजीपी दिलबाग सिंह भी मौजूद थे. 3.बेटी के हाथों कर्मकांड, इलेक्ट्रिक शवदाह, अंतिम यात्रा में भी बड़ा संदेश दे गईं सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का राजकीय सम्मान के साथ आज बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. स्थापित मान्यताओं के विपरीत जाकर सुषमा की बेटी बांसुरी स्वराज ने अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी की और इसके बाद दिल्ली के लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया. 4.BCCI पर गांगुली का वार, कहा- भगवान ही भारतीय क्रिकेट की मदद कर सकता है भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने राहुल द्रविड़ को हितों के टकराव के मुद्दे पर भेजे गए नोटिस पर बुधवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की आलोचना की है. बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी डी.के. जैन ने बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के ऑपरेशन्स हेड राहुल द्रविड़ को नोटिस भेज हितों के टकराव के मुद्दे पर सफाई मांगी थी. 5.अयोध्या केस: SC में बोला निर्मोही अखाड़ा- रामजन्मभूमि के कागजात खो गए अयोध्या में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर बुधवार की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में पूरी हो गई है. गुरुवार को भी सुनवाई जारी रहेगी. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में 5 जजों की पीठ इस मामले को सुन रही है. मंगलवार को निर्मोही अखाड़े की तरफ से दलीलें रखी गईं और अब रामलला पक्ष की तरफ से दलीलें रखी जा रही हैं.
फ्रीडम251 नाम से दुनिया का सबसे सस्ता फोन बनाने का दावा करने वाली नोएडा की कंपनी रिंगिग बेल्स के एमडी मोहित गोयल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. Freedom251 स्मार्टफोन के निर्माता शुरुआत से ही विवादों से घिरे रहे हैं और हाल ही में 2 करोड़ रुपए के चेक बाउंस होने का मामल सामने आया था. सितंबर में रिंगिंग बेल्स ने अपने प्रॉडक्ट ऐमेजॉन इंडिया पर बेचने शुरू किए थे.टिप्पणियां गाजियाबाद स्थित कंपनी, अयाम इंटरप्राइजेज ने गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज कर आरोप लगाया था कि रिंगिंग बेल्स ने उसके साथ 16 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है. इसी आधार पर गोयल को हिरासत में लिया गया है. गाजियाबाद के पुलिस उपाधीक्षक मनीष मिश्रा के हवाले से न्यूज एजेंसी भाषा ने बताया कि इस मामले में पूछताछ के लिए गोयल को हिरासत में लिया गया है. प्राथमिकी में अयाम इंटरप्राइजेज ने दावा किया है कि गोयल और उनकी कंपनी के अन्य लोगों ने नवंबर, 2015 में फ्रीडम251 का डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने को प्रेरित किया. एफआईआर के मुताबिक, कंपनी का कहना है, ‘हमने रिंगिंग बेल्स को आरटीजीएस के माध्यम से कई बार में 30 लाख रुपए दिए लेकिन उसने हमें महज 13 लाख रुपए कीमत का सामान दिया. बाद में हमें सामान और नकद मिलाकर कुल 14 लाख रुपए वापस मिले.’कंपनी के मालिकों का दावा है कि अपना बकाया 16 लाख रुपए मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी थी. गाजियाबाद स्थित कंपनी, अयाम इंटरप्राइजेज ने गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज कर आरोप लगाया था कि रिंगिंग बेल्स ने उसके साथ 16 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है. इसी आधार पर गोयल को हिरासत में लिया गया है. गाजियाबाद के पुलिस उपाधीक्षक मनीष मिश्रा के हवाले से न्यूज एजेंसी भाषा ने बताया कि इस मामले में पूछताछ के लिए गोयल को हिरासत में लिया गया है. प्राथमिकी में अयाम इंटरप्राइजेज ने दावा किया है कि गोयल और उनकी कंपनी के अन्य लोगों ने नवंबर, 2015 में फ्रीडम251 का डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने को प्रेरित किया. एफआईआर के मुताबिक, कंपनी का कहना है, ‘हमने रिंगिंग बेल्स को आरटीजीएस के माध्यम से कई बार में 30 लाख रुपए दिए लेकिन उसने हमें महज 13 लाख रुपए कीमत का सामान दिया. बाद में हमें सामान और नकद मिलाकर कुल 14 लाख रुपए वापस मिले.’कंपनी के मालिकों का दावा है कि अपना बकाया 16 लाख रुपए मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी थी. प्राथमिकी में अयाम इंटरप्राइजेज ने दावा किया है कि गोयल और उनकी कंपनी के अन्य लोगों ने नवंबर, 2015 में फ्रीडम251 का डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने को प्रेरित किया. एफआईआर के मुताबिक, कंपनी का कहना है, ‘हमने रिंगिंग बेल्स को आरटीजीएस के माध्यम से कई बार में 30 लाख रुपए दिए लेकिन उसने हमें महज 13 लाख रुपए कीमत का सामान दिया. बाद में हमें सामान और नकद मिलाकर कुल 14 लाख रुपए वापस मिले.’कंपनी के मालिकों का दावा है कि अपना बकाया 16 लाख रुपए मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी थी.
कम समय में बड़ी पहचान बनाने वाले एक्टर रणवीर सिंह बॉलीवुड पीरियड ड्रामा फिल्मों का बड़ा चेहरा बनते जा रहे हैं. बाजीराव का दमदार किरदार अदा करने के बाद अब रणवीर ने अलाउद्दीन खिलजी के रोल में अपने लुक से सबको चौंका दिया है. उनके इस लुक के चर्चें चारों ओर हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं इस किरदार में खुद को ढालना रणवीर के लिए इतना आसान नहीं था. 32 साल के एक्टर रणवीर सिंह अपने हर किरदार को जीने के लिए जाने जाते हैं. संजय लीला भंसाली की फि‍ल्म पद्मावती में नेगेटिव किरदार में कोई भी कमी ना रहे जाए इस बात का रणवीर ने पूरा ध्यान रखा है. उन्होंने सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के रोल में खूंखार लुक को इख्तियार करने के लिए इतर से लेकर कई चीजों का खास ध्यान रखा. इतर से शर्ट के फीतर तक क्या है राज? खबरों के मुताबिक, अलाउद्दीन खिलजी की जिंदगी को जीने के लिए रणवीर ने रियल लाइफ में इतर का सहारा लिया. उनके एक तुर्की के रहने वाले दोस्त ने इतर गिफ्ट किया था जिसका इस्तेमाल रणवीर ने फिल्म की शूटिंग के दौरान किया. खबरों की मानें तो फिल्म के इंटेस सीन्स को फि‍ल्माने के लिए रणवीर इतर का जमकर इस्तेमाल करते थे ताकि वह किरदार में पूरी तरह से जम सके. से नो टू चेस्ट वैक्स रणवीर सिंह की किसी किरदार को लेकर दीवानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किरदार की डिमांड के मुताबिक उन्होंने चेस्ट वैक्स नहीं करने का फैसला लिया. अक्सर अपनी फिल्मों में क्लीन चेस्ट लुक में नजर आने वाले रणवीर ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि पीरियड ड्रामा में मॉर्डन एरा की चेस्ट वैक्स जैसी चीजों के लिए कोई जगह नहीं होती थी. जहां बॉलीवुड स्टार्स चेस्ट हेयर हटाकर अपनी फिट बॉडी को फ्लॉन्ट करते नजर आते हैं वहीं रणवीर उन एक्टर्स में से एक हैं जो किरदार की नव्ज को पकड़कर हुबहू उसी की तरह दिखने की कोशि‍श में जुट जाते हैं. किरदार का भूत इस कदर सवार हुआ कि साइकेट्रिस्ट की ली मदद रणवीर सिंह उन एक्टर्स में से हैं, जो अपने काम में पूरी तरह से डूब जाते हैं. किसी करेक्टर में उतरने के लिए वो उसी दर्द से गुजरते हैं, जिस तरह की दर्द की अपेक्षाएं उस कैरेक्टर से होती है. पद्मावती की शूटिंग करीब एक साल से चल रही थी और एक साल तक किसी किरदार में डूब जाना आपके असल जिंदगी के व्यवहार में भी असर डाल ही देता है. सूत्रों की मानें तो सेट पर उनके व्यवहार की बहुत चर्चा हो रही थी. कभी-कभी वो डार्क मूड में रहते थे और चाहते थे कि कोई उनके आस-पास ना आए. रणवीर ने खुद भी अपने व्यवहार को नोटिस किया, उन्हें लगा कि उनकी फिल्म का ये किरदार उन पर हावी हो रहा है इसलिए इससे बाहर निकलने के लिए उन्होंने मनोचिकित्सक का सहारा लिया. खबरों की मानें तो खुद को चियर करने के लिए उन्होंने एक लग्जरी कार भी खरीदी. वो फिल्म के हर शेड्यूल के बाद हॉलीडे पर भी जाते थे.
यह एक लेख है: कथित कोल-गेट घोटाले को उजागर करने वाली सीएजी की रिपोर्ट को रद्द करने के लिए दायर की गई याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।टिप्पणियां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीएजी को मुनीम का दफ्तर नहीं है, यह एक संवैधानिक संस्था है। और यदि  सीएजी ने दायरों का उल्लंघन किया तो यह देखना संसद का काम है। गौरतलब है कि सीएजी की रिपोर्ट के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ और पूरा शीत सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने सरकार से मांग की थी सभी 142 आवंटर रद्द कर दिए जाएं और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। इस पूरे प्रकरण में सरकार का कहना था कि सीएजी की रिपोर्ट में पेश आंकड़े भ्रामक हैं और वास्तविक्ता में इस पूरे आवंटन में कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं दूसरे शब्दों में सरकार ने कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में किसी प्रकार के घोटाले से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीएजी को मुनीम का दफ्तर नहीं है, यह एक संवैधानिक संस्था है। और यदि  सीएजी ने दायरों का उल्लंघन किया तो यह देखना संसद का काम है। गौरतलब है कि सीएजी की रिपोर्ट के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ और पूरा शीत सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने सरकार से मांग की थी सभी 142 आवंटर रद्द कर दिए जाएं और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। इस पूरे प्रकरण में सरकार का कहना था कि सीएजी की रिपोर्ट में पेश आंकड़े भ्रामक हैं और वास्तविक्ता में इस पूरे आवंटन में कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं दूसरे शब्दों में सरकार ने कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में किसी प्रकार के घोटाले से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि सीएजी की रिपोर्ट के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ और पूरा शीत सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने सरकार से मांग की थी सभी 142 आवंटर रद्द कर दिए जाएं और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। इस पूरे प्रकरण में सरकार का कहना था कि सीएजी की रिपोर्ट में पेश आंकड़े भ्रामक हैं और वास्तविक्ता में इस पूरे आवंटन में कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं दूसरे शब्दों में सरकार ने कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में किसी प्रकार के घोटाले से इनकार कर दिया।
राजस्थान में अजमेर शहर से करीब 50 किमी दूर 4,000 की आबादी वाला गांव है तिलोनिया. यहां सुबह नौ बजते ही 26 वर्षीया आरती कम्युनिटी रेडियो तिलोनिया के दफ्तर पहुंच जाती हैं और फिर शाम पांच बजे तक उस पर आरजे का काम करती हैं. आरती सिर्फ क्लास छठी तक पढ़ी हैं लेकिन लाइनक्स आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कंप्यूटर पर उनके हाथ किसी प्रोफेशनल की तरह ही चलते हैं. इसी तरह कभी स्कूल की चौखट पर कदम नहीं रखने वालीं 56 वर्षीया मंगलीबाई 2009 में शुरू हुए इस कम्युनिटी रेडियो में कार्यक्रमों की वरीयता तय करती हैं. रेडियो तिलोनिया के कोऑर्डिनेटर नौरतमल कहते हैं, “हम तीनों मल्टीपर्पज हैं. हम यहां हर काम संभालते हैं.” यह रेडियो अपने गांव के अलावा 15-20 किमी के दायरे में 30 गांवों की 50,000 की आबादी को सरकारी कार्यक्रमों की जानकारी देता है. यह गांवों में आवाज के जरिए क्रांति की बानगी भर है. एक तरह की क्रांति कहानी बस इतनी भर नहीं है. उत्तर प्रदेश में झांसी जिले के बरुआसागर कस्बे की रिहाना बानो को ही लें. वे 18 वर्षीया बेटी की शादी को लेकर तनाव में थीं. लड़के वालों ने मोटे दहेज की मांग की थी, जो उनके बूते से बाहर था. फिर भी वे दहेज जुटाने की कोशिशों में जुट गईं और इसी जद्दोजहद के बीच उन्होंने रेडियो बुंदेलखंड पर बेटियों की पढ़ाई और दहेज मुक्ति से जुड़ा कार्यक्रम सुना. उससे प्रेरित होकर उन्होंने तय शादी तोड़ दी और इंटर पास बेटी की पढ़ाई को आगे जारी रखने का फैसला लिया. इसी तरह निवाड़ी टीकमगढ़ के रजावर गांव के किसान प्रकाश कुशवाहा रेडियो बुंदेलखंड का खेत-खलिहान कार्यक्रम सुनते हैं. वे बताते हैं, “मैंने कार्यक्रम में दिए गए फोन नंबरों के जरिए कृषि वैज्ञानिकों से बात की. उनसे जानकारी लेकर गोबर और गोमूत्र से खाद तैयार की. इससे मेरे खेत की पैदावर काफी बढ़ गई है.” उनके गांव के अन्य किसान भी इस विधि को अपना रहे हैं. दिलचस्प है कि रेडियो बुंदेलखंड मध्य प्रदेश के ओरछा में स्थित है, लेकिन यूपी के झांसी से सटे होने की वजह से यहां के लोग भी इसका फायदा ले रहे हैं. बुंदेलखंड इलाके में ही ललितपुर का कम्युनिटी रेडियो ललित लोकवाणी भी करीब 120 गांवों में अपने कार्यक्रमों का प्रसारण करता है. यह सिर्फ कार्यक्रम प्रसारित नहीं करता बल्कि कम्युनिटी रेडियो की टीम मुहल्लों में जाकर लोकनृत्य और लोकनाटकों के जरिए जनजागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करती है. बुंदेलखंड रेडियो की सीनियर प्रोग्राम मैनेजर नाहिदा शेख कहती हैं, “मुख्यधारा की मीडिया ग्रामीण इलाकों में सूक्ष्म स्तर पर इनवॉल्व नहीं हो पाती. ऐसे में कम्युनिटी रेडियो ग्रामीण इलाकों के लोगों से जुडऩे, लोक संस्कृति को जीवंत बनाने और उन्हीं की भाषा में सूचना देने के सबसे बेहतर औजार बन गए हैं.” यहां और भी असरदार ओडिसा जैसे राज्य के तटीय इलाकों में कम्युनिटी रेडियो का महत्व और बढ़ जाता है. 2014 में हुदहुद तूफान के पहले तटीय इलाकों के तीन कम्युनिटी रेडियो&कोणार्क के रेडियो नमस्कार, बालिपटना के रेडियो किसान और जगतसिंहपुर के रेडियो संस्कार ने लोगों को इनकी भयावहता के बारे में आगाह कर दिया था. यही वजह है कि इस तूफान में जानोमाल का नुक्सान सीमित ही रहा. पिछले साल जुलाई-अगस्त में महानदी के उफान पर रहने और आसपास के इलाकों में बाढ़ आने के दौरान भी रेडियो किसान ने अपने श्रोताओं को प्रशासनिक बचाव-कार्यों की जानकारी दी और बाढ़ के बाद किसानों को खेती करने में भी मदद की थी. रेडियो किसान के डायररेक्टर प्रदीप्त कुमार दत्ता कहते हैं, “आपदाओं के दौरान बिजली और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षतिग्रस्त होने से टीवी, केबल, इंटरनेट या फोन कनेक्शन प्रभावित हो जाते हैं. ऐसे में कम्युनिटी रेडियो ही स्थानीय लोगों के लिए सूचना का एकमात्र जरिया होते हैं.” ओडिसा में फिलहाल आठ कम्युनिटी रेडियो हैं और दो अन्य शुरू होने वाले हैं. सबसे अधिक 27 कम्युनिटी रेडियो तमिलनाडु में हैं. उत्तर प्रदेश में 23, महाराष्ट्र में 17 और कर्नाटक में 13 कम्युनिटी रेडियो काम कर रहे हैं. बढ़ता ग्राफ कम्युनिटी रेडियो स्टेशन स्वयंसेवी (नन-प्रॉफिट) संगठनों की ओर से स्थापित होते हैं. इनके कार्यक्रमों में स्थानीय लोगों की कम से कम 50 फीसदी की भागीदारी होनी चाहिए. कम्युनिटी रेडियो को स्थापित करने पर औसतन 15 लाख रु. खर्च आता है. 2002 में सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों के कम्युनिटी रेडियो स्थापित करने के लिए नीति निर्धारित की थी. इस नीति को 2006 में एनजीओ या अन्य संस्थानों के लिए भी लागू कर दिया गया. इसके तहत संचालक अधिकतम 30 मीटर ऊंचा एंटीना और अधितकम 100 वाट प्रभावी रेडिएटेड क्षमता का ट्रांसमीटर लगा सकते हैं. इससे करीब 5-15 किमी की रेंज कवर होती है. देश का पहला कम्युनिटी रेडियो चेन्नै की अन्ना यूनिवर्सिटी में फरवरी, 2004 में स्थापित हुआ था. तो पहला एनजीओ बेस्ड कम्युनिटी रेडियो संघम था, जिसे 2008 में तेलंगाना के मेडक जिले में डेक्कन डेवलपमेंट सोसाइटी ने स्थापित किया. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक, 2004-07 तक देश में महज 28 कम्युनिटी रेडियो स्टेशन थे, जो 10 जून, 2015 तक बढ़कर 184 पहुंच गए. कैसे चलता है कम्युनिटी रेडियो रेडियो किसान केंद्रीय कृषि मंत्रालय की मदद से शुरू हुआ था और उसने कुछ स्पॉन्सरिंग एजेंसियों से गठजोड़ किया था. तीन साल बाद यह अपने बूते चलने लगा. यह डायरेक्टोरेट ऑफ एडवर्टाइजिंग ऐंड विजुअल पब्लिसिटी (डीएवीपी) में रजिस्टर्ड है और इसे प्रति सेकंड 4 रु. की दर से सरकारी विज्ञापन मिलते हैं. इसे स्थानीय सामुदायिक विज्ञापन भी मिल जाते हैं. यही नहीं, यह राष्ट्रीय स्तर की एजेंसियों की ओर से प्रायोजित कार्यक्रम करके और राज्य सरकार या बैंकों के विज्ञापन हासिल कर अपने पैरों पर खड़ा हो चुका है. कमोबेश इसी रेवेन्यू मॉडल पर अधिकतर कम्युनिटी रेडियो संचालित हो रहे हैं. पर इसका दूसरा पहलू भी है. करीब पांच साल पहले झारखंड के गढ़वा में जन-जागरूकता के लिए “चला हो गांव में” कम्युनिटी रेडियो शुरू हुआ था. एक साल बाद ही एक आंधी में इसके सेट-अप के तहस-नहस होने से यह बंद हो गया. अब यह डाल्टनगंज एफएम के जरिए कार्यरत है. इसके प्रभारी सुरेश कुमार बताते हैं, “आर्थिक दिक्कतों से हम अपना सेट-अप दोबारा खड़ा नहीं कर पाए.” वहीं, रेडियो तिलोनिया के तीनों कर्मचारी महज 189 रु. दैनिक मजदूरी पर काम करते हैं. इसी तरह कम्युनिटी रेडियो बनस्थली का खर्च सालाना करीब एक लाख रु. है, पर इसकी भी कमाई नहीं हो पाती है. तो यूनिवर्सिटी की ओर से प्रति छात्र 50 रु. वसूल करके रेडियो जामिया का खर्च चलता है. रेडियो रिमझिम के मैनेजिंग डायरेक्टर कृपाशंकर श्रीवास्तव बताते हैं, “सरकारी विज्ञापन नहीं मिला पा रहे हैं. सो हम 24 घंटे की बजाए सिर्फ 14 घंटे प्रसारण कर पाते हैं.” रेडियो नोएडा के डायरेक्टर और नेशनल कम्युनिटी रेडियो एसोसिएशन के सचिव ब्रह्म प्रकाश कहते हैं, श्कम्युनिटी रेडियो की स्थापना में सरकार आर्थिक मदद तो देती है, फिर भी आर्थिक स्थिरता हमारी सबसे बड़ी चुनौती है. डीएवीपी के 70-80 फीसदी विज्ञापन व्यावसायिक रेडियो उठा ले जाते हैं तो कम्युनिटी रेडियो को महज 10-20 फीसदी विज्ञापन मिल पाता है. मार्केट भी हमें प्रोत्साहित नहीं करता.” जाहिर है, इस राह में बड़ी चुनौतियां हैं. दूसरी ओर, हाल ही में कंटेंट मॉनिटरिंग के लिए सरकार ने मई, 2015 में संचालकों को हर दिन के प्रोग्राम की जानकारी भेजने का नोटिस भेज दिया था. पर संचालकों के विरोध के चलते यह संभव नहीं हो सका. बह्म प्रकाश बताते हैं, “इस मसले पर मंत्रालय से बातचीत जारी है और हमारा तीन माह का कंटेंट तैयार है और हम उसे मॉनिटरिंग के लिए भेजने पर राजी हुए हैं.” मोबाइल-वेब रेडियो भी दौड़ में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के निघासन के रहने वाले सपा समर्थक 30 वर्षीय धरमू यादव ने पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई से रेडियो सैफई नामक कम्युनिटी रेडियो शुरू करने की तैयारी की और केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय में लाइसेंस के लिए आवेदन किया पर उन्हें निराशा हाथ लगी. तब वे इसी नाम से वेब रेडियो शुरू करने में जुट गए. उन्होंने इसके लिए तीन लाख रु. में स्ट्रीमिंग मशीन खरीदी और वेब प्रसारण के लिए नोएडा की कंपनी से 10,000 से 12,000 रु. प्रति माह की दर से सर्वर किराए पर लिया और रेडियो सैफई शुरू कर दिया. इसी साल जनवरी में यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सैफई महोत्सव में इसका उद्घाटन किया. इसी तरह शुभ्रांशु चैधरी ने 2010 में छत्तीसगढ़ में मोबाइल पर आधारित सीजीनेट स्वर की शुरुआत की थी और यह मोबाइल-वेब रेडियो अब छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश,  महाराष्ट्र, तेलंगाना समेत आसपास के राज्यों के आदिवासियों की आवाज बन गया है. इसमें कोई भी स्थानीय व्यक्ति अपनी समस्या मोबाइल में रिकॉर्ड करके भेजता है और मोबाइल पर ही दूसरों की खबरें भी सुन सकता है. खबरों को स्वर वेबसाइट पर भी लोड कर दिया जाता है. मध्य प्रदेश के सिंगरौली में भी ग्रीनपीस इसी तर्ज पर रेडियो संघर्ष चला रहा है. इसमें कम्युनिटी रेडियो की तरह रेंज की कोई सीमा नहीं है और इसे कहीं भी सुना जा सकता है. जाहिर है, देश में कम्युनिटी रेडियो धीरे-धीरे बदलाव के वाहक बन रहे हैं और विकास प्रक्रिया में स्थानीय लोगों को शामिल कर रहे हैं. 2014 में ओडिसा के सुंदरगढ़ जिले के नागरातोला गांव की चंद्रमनी शाडिंल के घर को हाथी ने तोड़ डाला था पर उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई. जून, 2015 में उन्होंने अपना संदेश सीजीनेट स्वर पर लोड कराया और उन्हें तीन दिन में मुआवजा मिल गया. चंद्रमनी जैसे न जाने कितने लोगों के लिए कम्युनिटी रेडियो अब उम्मीद की किरण बन चुके हैं. (साथ में आशीष मिश्र, विजय महर्षि, संतोष पाठक, शुरैह नियाजी और अशोक कुमार प्रियदर्शी)
बेल्किस मार्लेनिस अल्मानज़ार (जन्म 11 अक्टूबर, 1992), जिसे कार्डी बी के नाम से पेशेवर रूप से जाना जाता है। कार्डी बी एक अमेरिकी रैपर, गीतकार और टेलीविजन व्यक्तित्व हैं।वे न्यूयॉर्क शहर के द ब्रोंक्स में जन्मी और पली-बढ़ी, वह अपने कई पोस्ट और वीडियो के साथ वाइन और इंस्टाग्राम पर वायरल होने के बाद एक इंटरनेट सेलिब्रिटी बन गई। 2015 से 2017 तक, वह VH1 रियलिटी टेलीविज़न श्रृंखला लव एंड हिप हॉप: न्यूयॉर्क में अपने संगीत आकांक्षाओं का पालन करने के लिए एक नियमित कलाकार के रूप में दिखाई दीं और दो मिक्सटेप्स-गैंगस्टा बिच म्यूज़िक, वॉल्यूम1 और वॉल्यूम2 जारी किया। कार्डी बी ने बिलबोर्ड हॉट 100 पर तीन नंबर-एक एकल अर्जित किए हैं, जो किसी भी महिला रैपर के लिए सबसे अधिक है; 1998 में लॉरिन हिल के बाद "बोदक येलो" ने उन्हें एकल आउटपुट के साथ चार्ट में शीर्ष पर लाने वाली दूसरी महिला रैपर बनाया। "आई लाइक इट" ने उन्हें चार्ट पर नंबर-एक गाने पर कई बार लाया और ऐसा करने वाली एकमात्र महिला रैपर बना गईं। अपनी मैरून5 के साथ सहयोग कर "गर्ल्स लाइक यू" ने 2010 के दौरान चार्ट पर तीन नंबर-एक एकल हासिल करने के वाली उन्हें छठी महिला कलाकार बनाया। उनका पहला स्टूडियो एल्बम, इनविज़न ऑफ़ प्राइवेसी (2018), जिस पर पूर्व दो गीत शामिल हैं, बिलबोर्ड 200 में नंबर एक पर पदार्पण किया गया। इस एल्बम ने कई स्ट्रीमिंग रिकॉर्ड्स को तोड़ा, इसे समीक्षकों द्वारा प्रशंसित किया गया और कार्डी बी को सर्वश्रेष्ठ रैप एल्बम के लिए ग्रैमी अवार्ड मिला, एकल कलाकार के रूप में पुरस्कार जीतने वाली वह एकमात्र महिला हैं। इसके अलावा 2018 में, टाइम ने उन्हें दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया। कार्डी बी ने एक ग्रेमी अवार्ड, सात बिलबोर्ड म्यूजिक अवार्ड जो कि किसी भी महिला रैपर से सबसे अधिक, नौ बीट हिप हॉप अवार्ड- किसी भी महिला रैपर से सबसे अधिक, तीन अमेरिकी म्यूजिक अवार्ड, तीन एमटीवी वीडियो अवार्ड पुरस्कार जीते हैं, और दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स भी उनके नाम हैं। प्रारंभिक जीवन बेल्किस मार्लेनिस अल्मानजार का जन्म 11 अक्टूबर 1992 को न्यूयॉर्क शहर के ब्रोंक्स बोरो में एक डोमिनिकन पिता और ट्रिनिडाडियन/स्पैनियार्डमाँ के यहाँ हुआ था। उनका पालन-पोषन साउथ ब्रोंक्स के हाई ब्रिज पड़ोस में हुआ और उनका ज्यादातर समय वॉशिंगटन हाइट्स में अपने नाना के घर पर बिता, और वह जिसका श्रेय, वह उन्हें "इतनी मोटी" एस्सेन्ट देने के लिए देती है। अल्मांजार ने "कार्डी बी" मंच नाम बकार्डी से प्राप्त किया, बकार्डी एक रम ब्रांड है, जिसके द्वारा लोग उन्हें पुकारते थे। एक युवा के रूप में, कार्डी बी ब्लड का सदस्य थी और उन्होंने कहा था कि वह 16 साल की उम्र से एक गिरोह की सदस्य थी। हालांकि, उसके बाद उन्होंने कभी नहीं कहा कि वह एक गिरोह में शामिल होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने रेनाआइसेन्स हाई स्कूल फॉर म्यूजिकल थिएटर एंड टेक्नोलॉजी में अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी की है। अपनी किशोरावस्था के दौरान, कार्डी बी को लोअर मैनहट्टन के एक सुपरमार्केट में नियुक्त किया गया था, जो कि आखिरी नौकरी थी जिसे उन्होंने 19 साल की उम्र में स्ट्रिप करने से पहले किया था। सुपरमार्केट से निकाल दिए जाने पर, उसके पूर्व प्रबंधक ने उन्हे एक स्ट्रिप क्लब में काम करने की सलाह दी। बाद में उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि गरीबी और घरेलू हिंसा से बचने के लिए वह एक स्ट्रिपर बन गईं। कार्डी बी ने यह भी कहा है कि एक स्ट्रिपर बनना उनके जीवन के लिए कई मायनों में सकारात्मक था: "इसने मुझे वास्तव में बहुत सारी चीजों से बचाया। जब मैंने स्ट्रिपिंग शुरू की तो मैं वापस स्कूल चली गई।" कहते हैं कि स्ट्रिपिंग उनका एकमात्र तरीका था जिससे वह अपनी गंभीर स्थिति से बचने और शिक्षा प्राप्त करने के लिए अपनाया था। उन्होंने मैनहट्टन सामुदायिक कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की बाद में उन्हें इस कॉलेज से निकाल दिया गया। 2013 में, कार्डी बी ने अपने कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोकप्रियता हासिल की। करियर 2015–2017: कैरियर की शुरुआत और सफलता 2015 में, कार्डी बी ने वीएच1 रिएलिटी टेलीविज़न श्रृंखला लव एंड हिप हॉप: न्यूयॉर्क, के सीज़न छह में अपने करियर की शुरुआत की। जेजीबेल ने उन्हें शो के छठे सीज़न का ब्रेकआउट स्टार बताया। छठे और सातवें सीज़न में उन्हें स्टारडम और उनके मंगेतर के साथ अशांत रिश्ते को जन्म दिया। 30 दिसंबर 2016 को दो सत्रों के बाद, उन्होंने घोषणा की कि वह संगीत में करियर को आगे बढ़ाने के लिए शो छोड़ रहीं हैं। आर्टिस्ट्री प्रभाव बिलबोर्ड की "यू शूड नो" सीरीज़ में, कार्डी बी ने कहा कि उनके द्वारा खरीदे गए पहला एल्बम अमेरिकी मनोरंजन मिस्सी इलियटैंड और ट्विट द्वारा था। उन्होंने बताया कि वे प्यूर्टो रिकान रैपर इवी क्वीन और जमैका डांस हॉल आर्टिस्ट स्पाइस से भी प्रभावित हैं। अपने संगीत के लिए प्रारंभिक दिशा के बारे में पूछे जाने पर, कार्डी बी ने एक साक्षात्कार में कहा, "जब मैंने पहली बार रैप करना शुरू किया था [...] तब मुझे खिया और ट्रिना के कुछ गाने पसंद थे, और वे गाने फाइटिंग सॉन्ग थे। मैंने बहुत लंबे समय से ऐसे गाने सुने नहीं हैं। "फिर उन्होंने उन दो रैपर को उनके आक्रामक रैप शैली के लिए उनकी तारीफ करती हैं। वह कहती हैं "बहुत सारी लड़कियां वे लाल बौटम नहीं खरीद सकतीं, बहुत सारी लड़कियां विदेशी कारों का खर्च नहीं उठा सकतीं [...] लेकिन मुझे पता है कि हर लड़की एक लड़की के साथ [...] रखती है [...] मुझे पता है कि हर कुतिया को कुछ कुतिया पसंद नहीं है, और यह 'जैसा है कि मैं इस बारे में रैप करना चाहता हूं।" म्यूजिकल स्टाइल ऑल्यूज़िक के संपादक डेविड जेफ़्रीज़ ने कार्डी बी को "लील किम और फॉक्सी ब्राउन" की शैली में एक कच्चा और आक्रामक रैपर कहा।" स्टेरियोगम ने उनकी आवाज़ को "एक पूर्ण-नवोदित नवयुवक नासिक दोष कहा, जिस तरह की बात आपने सुनी है यदि किसी ने कभी आपसे कहा है कि आप अपने मेट्रोकार्ड को स्वाइप करने में बहुत अधिक समय लेने के लिए बेवकूफ हैं।" वे उसकी आवाज को "अनैतिक रूप से जोर से और यौन बकवास-आप न्यूयॉर्क कॉल करते हैं - जो पूरी तरह से रैप का अनुवाद करता है।" [134] उसके बारे में 2017 कॉम्प्लेक्स लेख में, संपादक ने लिखा, "अप्रकाशित पूरी तरह से अनफ़िल्टर्ड वर्णन करना शुरू नहीं करता है। और कार्डी बी के व्यक्तित्व की सरासर कार्डी बी-नेस। वह एक हूड चिक है जो हूड होने से डरता नहीं है सेटिंग की बात है। कार्डी बी 24/7, 365 है, यही कारण है कि वह लोगों के साथ प्रतिध्वनित होता है, और वही ऊर्जा आती है। उसके संगीत में। उनका पहला स्टूडियो एल्बम, इनविज़न ऑफ़ प्राइवेसी, मुख्य रूप से एक हिप हॉप रिकॉर्ड है, जिसमें ट्रैप, लैटिन संगीत और आर एंड बी के तत्व शामिल हैं। परिणाम की ध्वनि ने उसके प्रवाह को "कलाबाजी और फुर्तीला" बताया। अवार्ड्स और नामांकन अमेरिकन म्यूजिक अवार्ड्स ! |- | rowspan=8 | 2018 | rowspan=3 | हरसेल्फ | बेस्ट न्यू आर्टिस्ट | | style="text-align:center;" rowspan=8| |- | फेवरेट आर्टिस्ट रैप/हिप हॉप | |- | फेवरेट फिमेल आर्टिस्ट पॉप/रॉक | |- |"Finesse" |कोलैबोरेशन ऑफ द इयर | |- |"बोदक यलो" |फ़ेवरेट सॉन्ग रैप/हिप हॉप | |- |"Finesse" |फ़ेवरेट सॉन्ग सोल/आर एंड बी | |- |"बोदक यलो" | फ़ेवरेट सॉन्ग वीडियो | |- | हरसेल्फ | पसंदीदा सामाजिक कलाकार | |} फिल्मोग्राफी संदर्भ बाहरी कड़ियाँ 1992 में जन्मे लोग
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी के साथ ही सपा और बसपा पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि सपा और बसपा पर मोदीजी दबाव डाल सकते हैं, लेकिन मुझ पर कोई दबाव नहीं डाल पाएंगे. राहुल यहां पार्टी के सीनियर लीडर पीएल पुनिया के बेटे और कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया के समर्थन में रैली को संबोधित कर रहे थे. राहुल गांधी ने कहा, 'मायावतीजी और अखिलेश यादवजी का कंट्रोलर नरेंद्र मोदीजी के हाथ में है, ये याद रखिए कि नरेंद्र मोदीजी मुझ पर दबाव नहीं डाल सकते हैं, मोदीजी सपा-बसपा पर दबाव डाल सकते हैं.' Congress President Rahul Gandhi, in Barabanki: Mayawati Ji aur Akhilesh Yadav Ji ka controller Narendra Modi Ji ke haath mein hai. Yeh yaad rakhiye ki Narendra Modi ji mujh par dabaav nahi daal sakte. Modi Ji, BSP- SP par dabaav daal sakte hain. pic.twitter.com/RtArDKDuvu — ANI UP (@ANINewsUP) May 1, 2019 पीएम मोदी को घेरते हुए राहुल ने कहा, 'चोरी करने के बाद चौकीदार कह रहा है कि "हम सब चौकीदार". मोदी जी पूरा हिंदुस्तान चोर नहीं है, सिर्फ एक चौकीदार ने चोरी की है. आप पूरे चौकीदारों को बदनाम मत कीजिए, वो ईमानदार हैं.' LIVE: Congress President @RahulGandhi addresses public meeting in Barabanki, Uttar Pradesh. #AbHogaNyay https://t.co/PY9q8gra6i — Congress (@INCIndia) May 1, 2019 बाराबंकी में राहुल ने कहा, 'मोदी ने रोजगार के नाम पर युवाओं के साथ धोखा किया है. हम 22 लाख युवाओं को एक साल के भीतर सरकारी नौकरियां दे देंगे. पंचायत स्तर पर हम 10 लाख युवाओं को रोजगार देंगे. न्याय योजना के दो लक्ष्य हैं- एक, गरीबों को सीधे मदद करना. दूसरा, अर्थव्यवस्था को गति देना. "न्याय" योजना गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक है.' राहुल गांधी ने कहा, '2019 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी मोदी को हरा रही है. मोदी जी ने कांग्रेस मुक्त भारत की बात कही थी, क्योंकि उनको डर है कि उन्हें कांग्रेस ही हरा सकती है.' चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़ लेटर
यह लेख है: राज्य में किसानों की आत्महत्या के लिए कांग्रेस और एनसीपी पर निशाना साधते हुए राज ठाकरे ने आज उनसे ऐसा कदम नहीं उठाने की अपील की और कहा कि इसके बदले वह उन लोगों को मार डालें जिन्होंने उनके साथ अन्याय किया है। ठाकरे यहां विदर्भ क्षेत्र से अपनी पार्टी के एकमात्र प्रत्याशी राजू पाटिल राजे के लिए आयोजित चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख ने कहा, 'पिछले 67 सालों से चार मुद्दों- सड़क, बिजली, पानी और रोजगार के नाम पर ही चुनाव लड़े जा रहे हैं। लेकिन ये सभी मुद्दे अभी भी जस के तस बरकरार हैं। गावों में देसी शराब प्रचुर मात्रा में मिल जाएगी, लेकिन पीने का पानी नदारद रहता है। यही हमारे तंत्र की त्रासदी है।' अपने भाषण के दौरान मनसे प्रमुख ने एक किसान के कथित सुसाइड नोट को पढ़ा और जिसमें मतदाताओं से कांग्रेस-राकांपा को वोट नहीं देने की अपील की गई थी। राज ठाकरे ने किसानों द्वारा उठाए जाने वाले इस कदम के लिए इन पार्टियों के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया।
हाल ही में जम्मू एवं कश्मीर के बांदीपोरा जिले में बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था. जिसको लेकर लोगों ने जगह-जगह प्रदर्शन किया. अब इस मामले में दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विशेष जांच दल को फास्ट ट्रैक आधार पर बांदीपुरा रेप केस मामले की जांच पूरी करने का निर्देश दिया है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विशेष जांच दल को फास्ट ट्रैक आधार पर मामले की जांच पूरी करने का आदेश दिया है. साथ ही संभागीय आयुक्त कश्मीर और आईजी पुलिस को व्यक्तिगत रूप से जांच की निगरानी करने का निर्देश दिया गया है. J&K Governor Satya Pal Malik directs the Special Investigation Team to complete the investigation of Bandipora rape case on fast track basis; directs the Divisional Commissioner Kashmir and IG Police to personally monitor the investigation. (File pic) pic.twitter.com/Ddh2vX83JF — ANI (@ANI) May 13, 2019 घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे गुस्साए लोगों की पुलिस वालों के साथ भिड़ंत हो गई. इसमें 47 पुलिसकर्मी घायल हो गए. इनमें एक असिस्टेंट कमांडर भी शामिल हैं. बारामूला में राष्ट्रीय राजमार्ग पर तैनात सुरक्षाबलों पर कई लोगों ने पत्थर फेंके. Baramulla police: 47 security personnel including one Assistant Commandant injured in clashes in Pattan today. Miscreants staged protests & pelted stones on security forces deployed on National Highway in parts of Baramulla. 7 miscreants injured; they're stable. #JammuAndKashmir — ANI (@ANI) May 13, 2019 दरअसल, पिछले हफ्ते तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी को मौत की सजा दिलाने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में लोग राज्य की राजधानी और अन्य जगहों पर सड़कों पर उतर आए. सोमवार को भी लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए घाटी में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया. बांदीपोरा, सोपोर, बडगाम और बारामूला शहर में बाजार बंद रहे. हालांकि धार्मिक संगठन इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन के जरिए बुलाए गए बंद का श्रीनगर शहर पर आंशिक प्रभाव पड़ा. Jammu and Kashmir: Protest on Srinagar-Baramulla Highway against the rape of a minor girl in Bandipora district last week. The accused has been arrested. pic.twitter.com/YOLwuc5Unr — ANI (@ANI) May 13, 2019 इस मामले को लेकर कश्मीर विश्वविद्यालय, केंद्रीय विश्वविद्यालय और इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के छात्रों ने भी कक्षाओं का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया. हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्य भी पीड़ित के प्रति एकजुटता की भावना दिखाते हुए अदालतों से दूर रहे. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अलगाववादी नेताओं के साथ-साथ कई सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक समूहों ने भी घटना के प्रति अपना रोष जताया है. वहीं पुलिस ने सोमवार को एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया, जिसने दुष्कर्म के आरोपी ताहिर अहमद मीर के लिए अवयस्क प्रमाणपत्र जारी किया था. ताहिर को गिरफ्तार किया जा चुका है. साथ ही पुलिस का कहना है कि मीर के पिता ने बयान दिया है कि उसका बेटा 20 साल का है. पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि मामले की त्वरित जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.
कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमि तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ आस्था और संस्कार के पर्व छठ का समापन होता है. उगते सूरज को अर्घ्य देने के लिए आज (रविवार) तड़के से ही छठ घाटों पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई. चार दिन चलने वाले छठ पर्व के दौरान दो बार सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. पहला अर्घ्य षष्ठी तिथि के दिन डूबते सूर्य को दिया जाता है, जबकि दूसरा अर्घ्य सप्तमी तिथि को उदय होने वाले भगवान भास्कर को दिया जाता है. नदी, तालाब और नहरों पर बने छठ घाटों के पानी में उतरकर महिलाओं ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर व्रत का समापन किया. चार दिन वाले इस पर्व के तीसरे यानी शनिवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया. इस दौरान लोग भक्ति भाव में डूबे नजर आए और नदियों के किनारे आस्था का सैलाब देखने को मिला. यह एक ऐसा पर्व है जिसमें उगते सूरज के साथ-साथ डूबते सूरज की भी पूजा होती है. जिस तरह डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए घाटों पर भक्तों और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी इसी तरह सुबह होती ही भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की गई. घाटों के किनारे आस्था का रंग और छठ की छटा दिखाई दी. Maharashtra: Devotees in large numbers gather at Juhu Beach in Mumbai on #ChhathPuja . pic.twitter.com/2s7CBI3Oe8 — ANI (@ANI) November 2, 2019 कैसे होता है छठ पर्व का समापन? सप्तमी तिथि के दिन छठ घाट पर पानी में खड़े होकर उगते सूर्य को जल दिया जाता और अपनी मनोकामनाओं के लिए प्रार्थना की जाती है. इस बार 3 नवंबर यानी रविवार को उगते सूर्य को दूसरा अर्घ्य देने के साथ छठ पर्व का समापन है. 3 नवंबर को सूर्योदय का समय 6:29 बजे है और उगते सूर्य की पहली किरण के साथ ही अर्घ्य दिया जा सकता है. Delhi: Devotees gather at ITO on #ChhathPuja . pic.twitter.com/hSMgYWiKSV — ANI (@ANI) November 2, 2019 सप्तमी तिथि का कार्यक्रम- सप्तमी तिथि के दिन भी सुबह के समय उगते सूर्य को भी नदी या तालाब में खड़े होकर जल देते हैं और अपनी मनोकामनाओं के लिए प्रार्थना करते हैं. अब 3 नवंबर यानी रविवार को सूर्योदय का समय 6:29 बजे है. उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ का प्रसाद ग्रहण किया जाता है. इसके साथ की व्रत और उपवास संपन्न होता है. नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ था छठ पर्व शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत हुई थी. वहीं, शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को खरना का विधान किया गया था. खरना की शाम को गुड़ वाली खीर का विशेष प्रसाद बनाकर छठ माता और सूर्य देव की पूजा के साथ व्रत रखा गया था. इसके बाद षष्ठी तिथि के पूरे दिन निर्जल रहकर शाम के समय अस्त होते सूर्य को नदी या तालाब में खड़े होकर अर्घ्य दिया गया और सूर्य उदय के साथ छठ पर्व का समापन.
यह एक लेख है: बहुत जल्द ट्रेन में यात्रा करते समय आप एसएमएस के माध्यम से ऑर्डर देकर अपनी पसंद के भोजन का आनंद ले सकते हैं। यात्रियों के सामने खानपान के ढेर सारे विकल्पों की सुविधा उपलब्ध कराने के मद्देनजर रेलवे एक मोबाइल फोन आधारित सेवा की शुरुआत करने जा रहा है। रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ई-कैटरिंग का एक हिस्सा एसएमएस मोबाइल आधारित सेवा को प्राथमिकता के आधार पर कुछ चुनिंदा ट्रेनों में 25 सितंबर से शुरू किया जाएगा। ई-कैटरिंग सेवा के मामले में समन्वय स्थापित कर रहे आईआरसीटीसी ट्रेन में एसएमएस के माध्यम से भोजन का ऑर्डर देने के लिए एक नए नंबर को अंतिम रूप देने में लगा है। एक अधिकारी ने कहा, हमारा लक्ष्य यात्रियों को कई सारे विकल्प प्रदान कराना है। पैंट्री कार से भोजन उपलब्ध कराने की सेवा जारी रहेगी, साथ ही एसएमएस आधारित सेवा भी यात्रियों को प्रदान करने की पेशकश की जा रही है। इस योजना के अनुसार एक यात्री अपना पीएनआर नंबर लिखकर एसएमएस के माध्यम से भोजन प्राप्त कर सकेगा।
नीतीश कुमार ने रैली को तस्वीर को फोटोशॉप्ड पर भी व्यंग्य करते हुए कहा कि आखिर इसकी क्यों ज़रूरत पड़ी. इसकी वजह से ट्विटर और सोशल मीडिया पर राजद की जमकर आलोचना हुई थी, लेकिन कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद को नीतीश ने सलाह दी कि वह इन दोनों जो बिहार के विशेषज्ञ बने हुए हैं, उन्हें अपने गृहराज्य जम्मू और कश्मीर पर ध्यान देना चाहिए. आज़ाद ने पटना को रैली में नीतीश पर जमकर हमला बोला था.
जब आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम निवासी अलबर्ट जोसेफ हैं फ्रेन चार साल पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआइटी) पटना में दाखिला लेने आ रहे थे, तब उनके परिजन बिहार की कथित बदनाम छवि को लेकर फिक्रमंद थे. लेकिन हैंफ्रेन यह कहकर पटना चले आए कि स्थिति ठीक नहीं रही तो हफ्ते भर में लौट आएंगे. लेकिन पिछले चार साल में पढ़ाई के दौरान पटना के प्रति हैंफ्रेन का नजरिया ही बदल गया. वे कहते हैं, ‘‘मम्मी-पापा की आशंका भ्रम साबित हुई. पटना ऐतिहासिक और सुंदर शहर है. शिक्षा के हब के रूप में विकसित हो रहा है, जहां कामयाबी का प्रतिशत तेजी से बढ़ रहा है.’’ हैंफ्रेन की कहानी पटना के प्रति लोगों के नजरिए में बदलाव की बानगी भर है. हाल यह है कि पटना की आबादी 20 लाख  को पार कर गई है. पटना में आबादी यूं ही नहीं बढ़ी. आइआइटी, एनआइटी, निफ्ट, चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय जैसे कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों ने इसे बड़ा आकार दिया है. पटना में विकास की गति काफी तेज हुई है. पांच साल में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 34.7 फीसदी की वृद्धि हुई है तो केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, 2010-11 में 15 फीसदी मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ दर्ज की गई. यहां सड़कों और पुलों का तेजी से विस्तार हुआ है. पिछले छह साल में आठ किलोमीटर के छह ओवरब्रिज और फ्लाइओवर बने हैं. रियल एस्टेट में जबरदस्त इजाफा हुआ है. सिटी मेयर्स फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, तेजी से विकास करने में पटना दुनिया में 21वें और देश में पांचवें स्थान पर है. वर्ल्ड बैंक भी आसानी से बिजनेस शुरू करने के लिए देश में पटना को दिल्ली के बाद दूसरे नंबर पर बता चुका है. पटना के के.पी. जायसवाल शोध संस्थान के डायरेक्टर डॉ. विजय कुमार चौधरी कहते हैं, ‘‘बदली व्यवस्था का असर पटना में दिखाई दे रहा है.’’ अब पटना में मेट्रो के लिए सड़कों और कॉरिडॉर को चिन्हित किया गया है. दिल्ली की तर्ज पर पटना रेलवे स्टेशन को विकसित करने की प्रक्रिया चल रही है. सरकार ने पटना को आकर्षक बनाने के लिए अर्बन टाउन प्लानिंग एक्ट तैयार किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं, ‘‘जनसुविधाओं के मानकों का अनुपालन बिल्डिंग निर्माण के दौरान किया जाना जरूरी है.’’ पटना के विकास के लिए 2031 के संशोधित प्लान पर काम चल रहा है. पटना  अब महानगर बनने की ओर कदम बढ़ा चुका है. शहर एक नजर ताकतः दर्जनों महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थल. सरकारी और गैर-सरकारी एजुकेशनल संस्थान, बड़ा उपभोक्ता बाजार. कमजोरीः बड़े उद्योग-धंधों की कमी और कमजोर आधारभूत संरचना बहुत बड़ी रुकावट है. लचर ट्रैफिक व्यवस्था से शहर परेशान रहता है. संभावनाएं: मानव संसाधन की असीम ताकत, उद्योग विकसित किए जाने की संभावनाएं, उपेक्षित ऐतिहासिक स्थलों के विकास की संभावनाएं.
कावेरी मुद्दे पर सोमवार को तमिलनाडु के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के इस राज्यव्यापी रेल रोको प्रदर्शन में द्रमुक सहित कई विपक्षी दल भी शामिल हुए. किसान प्रदर्शन के जरिए केंद्र से कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) बनाने की मांग कर रहे हैं. चेन्नई और कावेरी के तटीय जिलों सहित राज्य के विभिन्न इलाकों में हुए प्रदर्शनों में कई लोगों ने हिस्सा लिया, जिनमें द्रमुक के कोषाध्यक्ष और तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता एमके स्टालिन भी शामिल थे. स्टालिन ने पेरम्बूर में निकाले गए जुलूस का नेतृत्व किया, जबकि तंजावुर तथा कुड्डलोर में रेल रोको प्रदर्शन करने वालों में वाम दल और एमडीएमके भी शामिल हुए. सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया. केंद्र से तत्काल सीएमबी के गठन की मांग करते हुए किसानों ने सोमवार से दो दिवसीय रेल रोको प्रदर्शन का आह्वान किया था. MK Stalin leads DMK's 'Rail Roko' demonstration over #CauveryIssue in Chennai. pic.twitter.com/Qc8i4a4bh3 — ANI (@ANI_news) October 17, 2016 राज्य में स्थिति के आकलन के लिए उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित एक उच्च स्तरीय तकनीकी दल के कावेरी तटीय क्षेत्र का मुआयना खत्म करने के कुछ दिनों बाद यह प्रदर्शन हुआ. दल ने कर्नाटक में भी कावेरी तटीय क्षेत्रों का मुआयना किया और यह दल आज शीर्ष अदालत में अपनी रिपोर्ट जमा कराएगा. कर्नाटक से कावेरी के जल को छोडे जाने की मांग वाली तमिलनाडु सरकार की याचिका पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने इस दल का गठन किया था. डीएमके नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने कावेरी विवाद सुलझाने को लेकर शनिवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर उनके दखल की मांग की थी. इस मसले में नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने एक मैमोरेंडम भी जमा किया था. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक को 15 हजार क्यूसेक पानी तमिलनाडु को देने को कहा था. इसी मुद्दे को लेकर तमाम जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए. सुप्रीम कोर्ट ने 5 सितंबर को अपने आदेश में बदलाव करते हुए कर्नाटक से कहा कि वह 20 सितंबर तक तमिलनाडु को 12,000 क्यूसेक कावेरी का पानी दे. यह फैसला आने के कुछ ही घंटे बाद हिंसा शुरू हो गयी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के वडनगर में जिस चाय की दुकान पर अपने बचपन में चाय बेचा करते थे, उसे पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा. बताया जाता है कि पर्यटन मंत्रालय के अधिकारी इसके लिए कार्य योजना पर कार्य कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक पर्यटन मंत्रालय इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल बनाने की रणनीति तैयार करनें में गंभीरता से जुटा है. बताया जाता है कि केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने इस स्थल का दौरा किया है और इसके मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए दुकान को शीशे से कवर करने के निर्देश दिए हैं. विभागीय सूत्रों की मानें तो चाय की इस दुकान के मूल स्वरूप से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी. बताया जाता है कि पर्यटन विभाग की योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को भुनाने की है. विभाग को उम्मीद है कि पीएम मोदी के बचपन की यादों को सहेजे इस दुकान को देखने बड़ी संख्या में देश-विदेश के लोग पहुंचेंगे. इसे बस विकसित और संरक्षित करने की आवश्यकता है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का बचपन गरीबी में गुजरा था. वह स्वयं भी कहते रहे हैं कि उन्होंने वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेची. 2014 के लोकसभा चुनाव में तब की सत्ताधारी कांग्रेस के नेताओं ने भी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को चाय वाला संबोधित किया था.
भारतीय निशानेबाज मनु भाकेर ने मंगलवार को यूथ ओलंपिक में महिलाओं की दस मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीता. विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली 16 साल की मनु ने 236.5 अंक बनाकर सोने का तमगा हासिल किया. मनु ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए युवा ओलंपिक खेलों में भारत को निशानेबाजी में अब तक का पहला स्वर्ण पदक दिलाया. रूस की इयाना इनिना ने 235.9 अंकों के साथ रजत और जॉर्जिया की निनो खुत्सबरिद्ज ने 214.6 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता. मौजूदा गेम्स में भारत के खाते में आने वाला यह दूसरा स्वर्ण पदक है. मंगलवार को ही मिजोरम के वेटलिफ्टर जेरेमे लालरिनुंगा ने इतिहास रच रचते हुए युवा ओलंपिक खेलों के इतिहास में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाने में कामयाबी पाई. हरियाणा की मनु के स्वर्ण पदक के साथ भारत के खाते में दो गोल्ड सहित पांच पदक आ चुके हैं. तुषार माने और मेहुली घोष ने 10 मीटर एयर राइफल में रजत पदक जीता है, जबकि जूडो में टी तबाबी देवी ने 44 किलो वर्ग में दूसरे स्थान पर रहकर भारत को पहला पदक दिलाया. गौरतलब है कि भारत ने 2014 में नानजिंग युवा ओलंपिक में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था, जबकि 2010 में सिंगापुर में छह रजत और दो कांस्य पदक जीते थे. यूथ ओलंपिक में भारत को ऐतिहासिक सफलता, वेटलिफ्टर ने दिलाया पहला गोल्ड मनु ने आठ महिलाओं के फाइनल में 10.0 से शुरुआत की और इसके बाद 10.1 और 10.4 के स्कोर बनाए. वह पहले चरण के बाद 99.3 अंक से आगे चल रही थीं. दूसरे चरण में उन्होंने 9.8 के दो स्कोर बनाए. लेकिन इसके बाद 10.1 और 9.9 से उन्होंने बढ़त बनाए रखी. भारतीय निशानेबाज ने इसके बाद दबदबा बनाए रखा.वह बीच में थोड़ी देर के लिए दूसरे स्थान पर खिसकीं, लेकिन जल्द ही वापसी करने में सफल रहीं. इससे पहले भाकर 576 अंक बनाकर क्वालिफाइंग में शीर्ष पर रही थीं.
भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना अपने-अपने मुकाबले हारकर सिनसिनाटी ओपन टूर्नामेंट के मेन्स और वूमेन्स डबल्स प्रतियोगिता से बाहर हो गए. रोहन बोपन्ना और उनसे क्रोएशियाई पार्टनर इवान डोडिग को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दूसरी वरीयता प्राप्त पोलैंड के लुकास कुबोत और उनके जोड़ीदार मार्सेलो मेलो के हाथों 1-6, 7-6 और 7-10 से हार का सामना करना पड़ा. ये क्वार्टर फाइल मुकाबला एक घंटे 36 मिनट तक खेला गया. इसके अलावा सानिया मिर्जा और उनकी पार्टनर सुआइ पेंग को ताइवान की सिसुवी और रोमानिया की मोंसिया निकुलेस्कु को सेमीफाइनल मुकाबले में हार झेलनी पड़ी. ये मुकाबला एक घंटा 33 मिनट तक चला और लगातार सेटों में उन्हें 4-6, 6-7 से हार का सामना करना पड़ा. भारत और चीन की इस जोड़ी ने पहले सेट में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन उन्हें ये मुकाबला गंवाना पड़ा. इसके बाद दूसरे सेट में इन दोनों ने गेम को टाई ब्रेकर तक खींचा लेकिन विरोधी टीम उन पर भारी पड़ी और इस मैच में उन्हें हार मिली. वहीं इस प्रतियोगिता में मेन्स सिंगल्स में भारतीय चुनौती पेश कर रहे रामकुमार रामानाथन दूसरे राउंड में अपना मुकाबला हारकर बाहर हो गए जबकि लिएंडर पेस और उनके जोड़ीदार ज्वेरेव पहले राउंड में ही मेन्स डबल्स से बाहर हो गए.
दिवाली आने में बस कुछ ही दिन बचे हैं और ई-कॉमर्स कंपनियां लोगों को नए-नए ऑफर्स देकर लुभाने में लगी हैं. ऐसे में चीनी स्मार्टफोन निर्माता शाओमी ने भी फेस्टिव सीजन के मौके पर लोगों को दिलचस्प डील देने का फैसला किया है. इस डील के तहत कंपनी अपने कुछ प्रोडक्ट्स की फ्लैश सेल आयोजित करेगी जिनको 1 रुपये में खरीदा जा सकेगा. इसके लिए कंपनी 3,4 और 5 नवंबर को दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक फ्लैश सेल आयोजित करेगी. इस डील में हर दिन दो बार सेल लगेगी. यह भी पढ़ें: Xiaomi ने जारी किया MIUI7 का अपडेट कंपनी का यह पहला दिवाली ऑफर होगा जिसे ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट पर नहीं बल्कि अपनी वेबसाइट http://www.mi.com/in/ पर देगी. ऐसे लें इसमें हिस्सा अगर आपको भी 1 रुपये के सेल में हिस्सा लेना है तो इस वेबसाइट पर रजिस्टर कर सकते हैं. रजिस्टर करने के बाद 'hot seat' पाने के लिए आपको इसे फेसबुक या ट्विटर पर शेयर करना है. ज्यादा जानकारी के लिए आप प्ले स्टोर से इसका एप भी डाउनलोड कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन फ्लैश सेल से 2 घंटे पहले बंद कर दिया जाएगा. इसके अलावा कंपनी वेबसाइट और एप पर ड्रॉइंग पैटर्न गेम के जरिए भी लोगों को डिस्काउंट कूपन देगी, साथ ही, कई हाई एंड स्मार्टफोन पर भी भारी छूट भी मिलेगी.
महिला को अकेली देखकर दुष्कर्मी उसे मकसपुर गांव स्थित एक बगीचे में ले गए और उसकी हत्या कर शव को उसी की साड़ी से एक पेड़ की डाल से लटका दिया। पुलिस के अनुसार, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी की रहने वाली 40 वर्षीया महिला ब्रह्मपुत्र मेल से न्यू अलीपुरद्वार से नई दिल्ली अपने रिश्तेदार के साथ जा रही थी। वह किसी कारणवश कहलगांव रेलवे स्टेशन पर उतरी थी। महिला के रिश्तेदारों ने रेलवे पुलिस को यह जानकारी दी।  टिप्पणियां महिला को अकेली देखकर दुष्कर्मी उसे मकसपुर गांव स्थित एक बगीचे में ले गए और उसकी हत्या कर शव को उसी की साड़ी से एक पेड़ की डाल से लटका दिया। महिला के रिश्तेदारों के मुताबिक, वह मंद बुद्धि थी, जिसका फायदा बदमाशों ने उठा लिया। पुलिस ने रविवार की शाम निर्वस्त्र शव को बगीचे से बरामद किया। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने बगीचे से महिला का स्वेटर और शराब की बोतल भी बरामद की है। भागलपुर की सहायक पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने सोमवार को बताया कि इस मामले की जानकारी मृतका के परिजनों को दे दी गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने शव का पोस्ट मॉर्टम कराया जिसमें बलात्कार की पुष्टि नहीं हो पाई। पुलिस के अनुसार, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी की रहने वाली 40 वर्षीया महिला ब्रह्मपुत्र मेल से न्यू अलीपुरद्वार से नई दिल्ली अपने रिश्तेदार के साथ जा रही थी। वह किसी कारणवश कहलगांव रेलवे स्टेशन पर उतरी थी। महिला के रिश्तेदारों ने रेलवे पुलिस को यह जानकारी दी।  टिप्पणियां महिला को अकेली देखकर दुष्कर्मी उसे मकसपुर गांव स्थित एक बगीचे में ले गए और उसकी हत्या कर शव को उसी की साड़ी से एक पेड़ की डाल से लटका दिया। महिला के रिश्तेदारों के मुताबिक, वह मंद बुद्धि थी, जिसका फायदा बदमाशों ने उठा लिया। पुलिस ने रविवार की शाम निर्वस्त्र शव को बगीचे से बरामद किया। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने बगीचे से महिला का स्वेटर और शराब की बोतल भी बरामद की है। भागलपुर की सहायक पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने सोमवार को बताया कि इस मामले की जानकारी मृतका के परिजनों को दे दी गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने शव का पोस्ट मॉर्टम कराया जिसमें बलात्कार की पुष्टि नहीं हो पाई। महिला को अकेली देखकर दुष्कर्मी उसे मकसपुर गांव स्थित एक बगीचे में ले गए और उसकी हत्या कर शव को उसी की साड़ी से एक पेड़ की डाल से लटका दिया। महिला के रिश्तेदारों के मुताबिक, वह मंद बुद्धि थी, जिसका फायदा बदमाशों ने उठा लिया। पुलिस ने रविवार की शाम निर्वस्त्र शव को बगीचे से बरामद किया। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने बगीचे से महिला का स्वेटर और शराब की बोतल भी बरामद की है। भागलपुर की सहायक पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने सोमवार को बताया कि इस मामले की जानकारी मृतका के परिजनों को दे दी गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने शव का पोस्ट मॉर्टम कराया जिसमें बलात्कार की पुष्टि नहीं हो पाई। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने बगीचे से महिला का स्वेटर और शराब की बोतल भी बरामद की है। भागलपुर की सहायक पुलिस अधीक्षक मीनू कुमारी ने सोमवार को बताया कि इस मामले की जानकारी मृतका के परिजनों को दे दी गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने शव का पोस्ट मॉर्टम कराया जिसमें बलात्कार की पुष्टि नहीं हो पाई।
देश में चल रही देशभक्ति के प्रमाणों पर बहस और मुस्लिमों की स्थिति पर अपनी बात रखते हुए दिग्‍गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा है कि देश के मुस्लिमों को अब सताया हुआ महसूस करना बंद करना चाहिए और किसी को भी मुस्लिमों की भारतीयता पर संदेह करने का अधिकार नहीं देना चाहिए. नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस इंटरव्‍यू में कहा है कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कुछ मुस्लिम पाकिस्‍तान की तरफ झुकाव रखते हैं लेकिन उससे कहीं गुना ज्‍यादा संख्‍या ऐसे मुस्लिमों की है जिन्‍हें भारतीय होने पर गर्व है और देशभक्ति पर संदेह किए जाने पर जिन्‍हें काफी बुरा लगता है. नसीरुद्दीन शाह ने यह बातें हिंदुस्‍तान टाइम्‍स में प्रकाशित अपने एक लेख में कही हैं. नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस लेख में अपने 'अधार्मिक' होने और अपने बच्‍चों को अपना धर्म खुद चुनने की आजादी देने जैसे कई मुद्दों पर बात की है. नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस लेख में लिखा, ' मुझे लगता है कि भारतीय मुस्लिमों को अब 'पीड़‍ित' की मानसिकता से बाहर निकलना चाहिए, जिसमें वह अभी हैं, यह बड़ी आसानी से सब को एक जाल में धकेल रहा है, हमें प्रताड़‍ित महसूस करना बंद करना चाहिए, हमें यह उम्‍मीद बंद करनी चाहिए कि कहीं से कोई अवतार होगा और अब इस मसले को सीधे अपने हाथ में लेना चाहिए. कम से कम कोई हमारी भारतीयता पर सवाल न उठा सके और इस देश पर हमारा कम हक है, यह न जता सके.' टिप्पणियां नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस लेख में कहा है कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब शांति की अपील करने वाले या चिंता से भरे बयानों को देशद्रोह का नाम दिया जा रहा है. शाह ने लिखा, 'यह ऐसा लग रहा है कि जैसे हर कोई बस इसी दिन का इंतजार कर रहा था.' हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की सीरीज 'बीईंग मुस्लिम नाउ' के तहत लिखे शाह के इस लेख में लिखा है कि वर्तमान में मुसलमानों को बाहरी लोगों के रूप में लेबल करने की चालू राजनीति का इस्‍तेमाल जैसे ही खत्‍म होगा, इस नीति को छोड़ दिया जाएगा, लेकिन इससे अंदर क्‍या हालात बनेंगे यह एक मसला है.   नसीरुद्दीन शाह ने रत्‍ना पाठक से शादी की है. नसीरुद्दीन शाह ने भारतीय मुसलमानों की स्थिति पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए लिखा, 'मुस्लिम आक्रां‍ताओं ने सैकड़ों साल पहले देश को किस हद तक नुकसान पहुंचाया, इस बात को देश में प्रचारित-प्रसारित करने के लिए भगवा ब्रिगेड को अपना दिमाग दौड़ाने की जरूरत ही नहीं पड़ी. उन्‍होंने सिर्फ उन पुराने किस्‍सों को पूरी शिद्दत से लोगों तक पहुंचाया और भारतीय मुस्लिमों को सालों पुराने काम की सजा देते हुए दोयम दर्जे का नागरिक घोषित कर दिया गया. हम, जो उन अक्रां‍ताओं के वंशज हैं, भले ही हमारा भी खून इस देश के लिए उतना ही अपना है, पीढ़‍ियों बाद हमें उन कामों की सजा के लिए दोषी ठहरा दिया गया है.'नसीरुद्दीन शाह को साल 2015 में उनके पाकिस्‍तान पर दिए बयान के चलते काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था. नसीरुद्दीन ने तब कहा था कि उन्‍हें उनके मजहब के चलते टारगेट किया जा रहा है. एक न्‍यूज चैनल से बात करते हुए नसीरुद्दीन ने कहा था, ' मेरा नाम नसीरुद्दीन शाह है और मुझे लगता है कि मुझे इसी लिए टारगेट किया जा रहा है. मुझे यह कहते हुए काफी बुरा लग रहा है.' उस समय चले 'अवॉर्ड वापसी' अभियान पर शाह ने कहा था कि काश, अपने अवॉर्ड वापिस देने के बजाए, देश में वर्तमान स्थितियों पर और ज्‍यादा प्रहार के साथ लिखने का आंदोलन चलाया जाता.' नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस लेख में लिखा, ' मुझे लगता है कि भारतीय मुस्लिमों को अब 'पीड़‍ित' की मानसिकता से बाहर निकलना चाहिए, जिसमें वह अभी हैं, यह बड़ी आसानी से सब को एक जाल में धकेल रहा है, हमें प्रताड़‍ित महसूस करना बंद करना चाहिए, हमें यह उम्‍मीद बंद करनी चाहिए कि कहीं से कोई अवतार होगा और अब इस मसले को सीधे अपने हाथ में लेना चाहिए. कम से कम कोई हमारी भारतीयता पर सवाल न उठा सके और इस देश पर हमारा कम हक है, यह न जता सके.' टिप्पणियां नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस लेख में कहा है कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब शांति की अपील करने वाले या चिंता से भरे बयानों को देशद्रोह का नाम दिया जा रहा है. शाह ने लिखा, 'यह ऐसा लग रहा है कि जैसे हर कोई बस इसी दिन का इंतजार कर रहा था.' हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की सीरीज 'बीईंग मुस्लिम नाउ' के तहत लिखे शाह के इस लेख में लिखा है कि वर्तमान में मुसलमानों को बाहरी लोगों के रूप में लेबल करने की चालू राजनीति का इस्‍तेमाल जैसे ही खत्‍म होगा, इस नीति को छोड़ दिया जाएगा, लेकिन इससे अंदर क्‍या हालात बनेंगे यह एक मसला है.   नसीरुद्दीन शाह ने रत्‍ना पाठक से शादी की है. नसीरुद्दीन शाह ने भारतीय मुसलमानों की स्थिति पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए लिखा, 'मुस्लिम आक्रां‍ताओं ने सैकड़ों साल पहले देश को किस हद तक नुकसान पहुंचाया, इस बात को देश में प्रचारित-प्रसारित करने के लिए भगवा ब्रिगेड को अपना दिमाग दौड़ाने की जरूरत ही नहीं पड़ी. उन्‍होंने सिर्फ उन पुराने किस्‍सों को पूरी शिद्दत से लोगों तक पहुंचाया और भारतीय मुस्लिमों को सालों पुराने काम की सजा देते हुए दोयम दर्जे का नागरिक घोषित कर दिया गया. हम, जो उन अक्रां‍ताओं के वंशज हैं, भले ही हमारा भी खून इस देश के लिए उतना ही अपना है, पीढ़‍ियों बाद हमें उन कामों की सजा के लिए दोषी ठहरा दिया गया है.'नसीरुद्दीन शाह को साल 2015 में उनके पाकिस्‍तान पर दिए बयान के चलते काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था. नसीरुद्दीन ने तब कहा था कि उन्‍हें उनके मजहब के चलते टारगेट किया जा रहा है. एक न्‍यूज चैनल से बात करते हुए नसीरुद्दीन ने कहा था, ' मेरा नाम नसीरुद्दीन शाह है और मुझे लगता है कि मुझे इसी लिए टारगेट किया जा रहा है. मुझे यह कहते हुए काफी बुरा लग रहा है.' उस समय चले 'अवॉर्ड वापसी' अभियान पर शाह ने कहा था कि काश, अपने अवॉर्ड वापिस देने के बजाए, देश में वर्तमान स्थितियों पर और ज्‍यादा प्रहार के साथ लिखने का आंदोलन चलाया जाता.' नसीरुद्दीन शाह ने अपने इस लेख में कहा है कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब शांति की अपील करने वाले या चिंता से भरे बयानों को देशद्रोह का नाम दिया जा रहा है. शाह ने लिखा, 'यह ऐसा लग रहा है कि जैसे हर कोई बस इसी दिन का इंतजार कर रहा था.' हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की सीरीज 'बीईंग मुस्लिम नाउ' के तहत लिखे शाह के इस लेख में लिखा है कि वर्तमान में मुसलमानों को बाहरी लोगों के रूप में लेबल करने की चालू राजनीति का इस्‍तेमाल जैसे ही खत्‍म होगा, इस नीति को छोड़ दिया जाएगा, लेकिन इससे अंदर क्‍या हालात बनेंगे यह एक मसला है.   नसीरुद्दीन शाह ने रत्‍ना पाठक से शादी की है. नसीरुद्दीन शाह ने भारतीय मुसलमानों की स्थिति पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए लिखा, 'मुस्लिम आक्रां‍ताओं ने सैकड़ों साल पहले देश को किस हद तक नुकसान पहुंचाया, इस बात को देश में प्रचारित-प्रसारित करने के लिए भगवा ब्रिगेड को अपना दिमाग दौड़ाने की जरूरत ही नहीं पड़ी. उन्‍होंने सिर्फ उन पुराने किस्‍सों को पूरी शिद्दत से लोगों तक पहुंचाया और भारतीय मुस्लिमों को सालों पुराने काम की सजा देते हुए दोयम दर्जे का नागरिक घोषित कर दिया गया. हम, जो उन अक्रां‍ताओं के वंशज हैं, भले ही हमारा भी खून इस देश के लिए उतना ही अपना है, पीढ़‍ियों बाद हमें उन कामों की सजा के लिए दोषी ठहरा दिया गया है.'नसीरुद्दीन शाह को साल 2015 में उनके पाकिस्‍तान पर दिए बयान के चलते काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था. नसीरुद्दीन ने तब कहा था कि उन्‍हें उनके मजहब के चलते टारगेट किया जा रहा है. एक न्‍यूज चैनल से बात करते हुए नसीरुद्दीन ने कहा था, ' मेरा नाम नसीरुद्दीन शाह है और मुझे लगता है कि मुझे इसी लिए टारगेट किया जा रहा है. मुझे यह कहते हुए काफी बुरा लग रहा है.' उस समय चले 'अवॉर्ड वापसी' अभियान पर शाह ने कहा था कि काश, अपने अवॉर्ड वापिस देने के बजाए, देश में वर्तमान स्थितियों पर और ज्‍यादा प्रहार के साथ लिखने का आंदोलन चलाया जाता.' नसीरुद्दीन शाह ने रत्‍ना पाठक से शादी की है. नसीरुद्दीन शाह को साल 2015 में उनके पाकिस्‍तान पर दिए बयान के चलते काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था. नसीरुद्दीन ने तब कहा था कि उन्‍हें उनके मजहब के चलते टारगेट किया जा रहा है. एक न्‍यूज चैनल से बात करते हुए नसीरुद्दीन ने कहा था, ' मेरा नाम नसीरुद्दीन शाह है और मुझे लगता है कि मुझे इसी लिए टारगेट किया जा रहा है. मुझे यह कहते हुए काफी बुरा लग रहा है.' उस समय चले 'अवॉर्ड वापसी' अभियान पर शाह ने कहा था कि काश, अपने अवॉर्ड वापिस देने के बजाए, देश में वर्तमान स्थितियों पर और ज्‍यादा प्रहार के साथ लिखने का आंदोलन चलाया जाता.'
एशियाई बाजारों में तेजी के रुख के बीच बिजली, वाहन और तेल कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 96 अंक की बढ़त के साथ खुला. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 96.72 अंक मजबूत होकर 19,420.52 अंक पर खुला. इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 32.15 अंक की बढ़त के साथ 5,902.25 अंक पर खुला. सेंसेक्स गुरुवार को 94 अंक टूटकर बंद हुआ था.
यह लेख है: दोषसिद्ध सांसदों विधायकों से संबंधित विवादास्पद अध्यादेश की संभावित वापसी पर फैसला करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की तीन या चार अक्टूबर को बैठक होने की संभावना है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा कड़ा विरोध जताए जाने के बाद इस अध्यादेश का भाग्य लगभग तय नजर आ रहा है। सरकार के सूत्रों ने संकेत दिया कि अध्यादेश पर चर्चा के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की तीन या चार अक्टूबर को बैठक होने की संभावना है।टिप्पणियां अध्यादेश के संभावित भविष्य के बारे में संकेत उस वक्त मिला जब संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि गांधी ने पार्टी में ढेर सारे लागों की राय को व्यक्त किया है, प्रत्यक्ष रूप से उनका सुझाव था कि सरकार को इस पर दोबारा गौर करना पड़ेगा। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला का कहना था कि पार्टी का काम सरकार को निर्देश देना है। उन्होंने कहा, ‘पिछले छह दशकों के दौरान ऐसे अनेक अवसर रहे हैं जब पार्टी ने सरकार के रुख को बदलवाया है। पार्टी का काम सरकार को निर्देश देना है।’ शुक्ला ने कहा, ‘सरकार को हमेशा पार्टी को स्पष्टीकरण देना होता है क्योंकि पार्टी ही नीतियां निर्धारित करती है और सरकार को निर्देशित करती हैं। इसलिए पार्टी दिशा देने वाली शक्ति है। इसलिए अगर पार्टी की ओर से सुझाव आया है तो उसे सरकार को तवज्जो देना होगा।’ सरकार के सूत्रों ने संकेत दिया कि अध्यादेश पर चर्चा के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की तीन या चार अक्टूबर को बैठक होने की संभावना है।टिप्पणियां अध्यादेश के संभावित भविष्य के बारे में संकेत उस वक्त मिला जब संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि गांधी ने पार्टी में ढेर सारे लागों की राय को व्यक्त किया है, प्रत्यक्ष रूप से उनका सुझाव था कि सरकार को इस पर दोबारा गौर करना पड़ेगा। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला का कहना था कि पार्टी का काम सरकार को निर्देश देना है। उन्होंने कहा, ‘पिछले छह दशकों के दौरान ऐसे अनेक अवसर रहे हैं जब पार्टी ने सरकार के रुख को बदलवाया है। पार्टी का काम सरकार को निर्देश देना है।’ शुक्ला ने कहा, ‘सरकार को हमेशा पार्टी को स्पष्टीकरण देना होता है क्योंकि पार्टी ही नीतियां निर्धारित करती है और सरकार को निर्देशित करती हैं। इसलिए पार्टी दिशा देने वाली शक्ति है। इसलिए अगर पार्टी की ओर से सुझाव आया है तो उसे सरकार को तवज्जो देना होगा।’ अध्यादेश के संभावित भविष्य के बारे में संकेत उस वक्त मिला जब संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि गांधी ने पार्टी में ढेर सारे लागों की राय को व्यक्त किया है, प्रत्यक्ष रूप से उनका सुझाव था कि सरकार को इस पर दोबारा गौर करना पड़ेगा। संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला का कहना था कि पार्टी का काम सरकार को निर्देश देना है। उन्होंने कहा, ‘पिछले छह दशकों के दौरान ऐसे अनेक अवसर रहे हैं जब पार्टी ने सरकार के रुख को बदलवाया है। पार्टी का काम सरकार को निर्देश देना है।’ शुक्ला ने कहा, ‘सरकार को हमेशा पार्टी को स्पष्टीकरण देना होता है क्योंकि पार्टी ही नीतियां निर्धारित करती है और सरकार को निर्देशित करती हैं। इसलिए पार्टी दिशा देने वाली शक्ति है। इसलिए अगर पार्टी की ओर से सुझाव आया है तो उसे सरकार को तवज्जो देना होगा।’ संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला का कहना था कि पार्टी का काम सरकार को निर्देश देना है। उन्होंने कहा, ‘पिछले छह दशकों के दौरान ऐसे अनेक अवसर रहे हैं जब पार्टी ने सरकार के रुख को बदलवाया है। पार्टी का काम सरकार को निर्देश देना है।’ शुक्ला ने कहा, ‘सरकार को हमेशा पार्टी को स्पष्टीकरण देना होता है क्योंकि पार्टी ही नीतियां निर्धारित करती है और सरकार को निर्देशित करती हैं। इसलिए पार्टी दिशा देने वाली शक्ति है। इसलिए अगर पार्टी की ओर से सुझाव आया है तो उसे सरकार को तवज्जो देना होगा।’
Realme X को आखिरकार देश में ऑफलाइन चैनल्स पर उपलब्ध करा दिया गया है. यानी आज से Realme X को ऑफलाइन रिटेल स्टोर्स से खरीदा जा सकेगा. खास बात ये है कि Realme X के दो स्टैंडर्ड वेरिएंट के अलावा ऑफलाइन स्टोर्स से इस स्मार्टफोन के स्पेशल Naoto Fukasawa कलेक्शन यानी Realme X मास्टर एडिशन को भी खरीदा जा सकेगा. लेकिन अगर आप इस स्मार्टफोन के लिए ऑनलाइन शॉपिंग करना चाहते हैं तो आपको बता दें अगली सेल 7 अगस्त को है. भारत में Realme X के वेरिएंट 4GB रैम + 128GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 16,999 रुपये रखी गई है. वहीं इसके हायर वेरिएंट  8GB रैम + 128GB स्टोरेज की कीमत 19,999 रुपये तक रखी गई है. अब इन दोनों वेरिएंट को ऑफलाइन स्टोर्स से खरीदा जा सकता है. हालांकि, ऑनलाइन सेल के लिए आपको 7 अगस्त तक का इंतजार करना होगा. अगली ऑनलाइन सेल फ्लिपकार्ट और रियलमी की वेबसाइट पर होगी. जापानी डिजाइनर Naoto Fukasawa द्वारा डिजाइन किया गया Realme X मास्टर एडिशन भी दो वेरिएंट- अनियन फिनिशिंग और गार्लिक फिनिशिंग के साथ ऑफलाइन स्टोर्स पर आज से उपलब्ध करा दिया गया है. इसे केवल 8GB + 128GB वाले वेरिएंट में सेल किया जाएगा. Realme X के स्पेसिफिकेशन्स डुअल सिम सपोर्ट वाला ये स्मार्टफोन एंड्रॉयड पाई बेस्ड ColorOS 6.0 पर चलता है और इसमें 10nm प्रोडक्शन प्रोसेस बेस्ड 2.2Ghz की स्पीड वाला क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 710 प्रोसेसर ग्राहकों को मिलेगा. इस स्मार्टफोन में  4GB/8GB रैम ऑप्शन के साथ 6.53-इंच FHD+ (2340 X 1080 पिक्सल) (PPI 394) फुल स्क्रीन डिस्प्ले मौजूद है. इसकी इंटरनल मेमोरी 128GB तक है, हालांकि यहां कार्ड से मेमोरी बढ़ाने का मौका नहीं मिलेगा. फोटोग्राफी के लिए इसके रियर में 48MP प्राइमरी कैमरा (सोनी IMX 586) और 5MP सेकेंडरी कैमरा दिया गया है. वहीं सेल्फी के लिए यहां f/2.0 अपर्चर वाला 16MP कैमरा (सोनी IMX 471) फ्रंट में मौजूद है. इसकी बैटरी 3765mAh की है और यहां VOOC 3.0 फ्लैश चार्ज का सपोर्ट दिया गया है.
बीजिंग ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय मुक्केबाज विजेंदर कुमार ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह तीन ओलम्पिक आयोजनों में शिरकत कर सकेंगे. अब जबकि वह लंदन ओलम्पिक में हिस्सा लेने वहां पहुंच चुके हैं उनका दिल और आगे की चाह रखता है. ओलम्पिक में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय मुक्केबाज विजेंदर ने कहा, 'मैंने सपने में भी तीन ओलम्पिक आयोजनों में हिस्सा लेने का सोचा नहीं था. लेकिन अब 'ये दिल मांगे मोर'.' उन्होंने कहा कि चार साल पहले बीजिंग में उनके पदक जीतने के बाद भारतीय मुक्केबाजी में बहुत बदलाव आया है. उनका मानना है कि भारतीय मुक्केबाजी अब पहले के मुकाबले अधिक आक्रामक हुई है. अब हमारे मुक्केबाज सिर्फ स्वर्ण पदक जीतने की सोचते हैं. विजेंदर ने कहा, 'मुझे याद है, हमारे वरिष्ठ खिलाड़ी हमें यह कहकर डरा दिया करते थे कि तुम्हारा मुकाबला विश्व चैम्पियन और उसके जैसे खिलाड़ियों से है. उन्हें हराना मुश्किल है. लेकिन अब यह स्थिति नहीं रह गई है. हार और जीत तो खेल का हिस्सा है. आप कैसे मुकाबला करते हो, इससे अंतर पैदा होता है.' विजेंदर से उनके पदक जीतने की सम्भावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, '75 किलोग्राम वर्ग में कुल 28 मुक्केबाज हैं. स्वर्ण पदक जीतने के लिए पांच बाउट और कांस्य जीतने के लिए तीन बाउट जीतने की जरूरत है.' उन्होंने अपने आलोचकों को भी जवाब दिया. उन्होंने कहा, '2007 में मैंने तीन विज्ञापनों में काम किया. किसी ने उस समय कुछ नहीं कहा लेकिन बीजिंग में पदक जीतने के बाद लोगों ने मुझे पहचाना और आलोचकों ने मुझे आड़े हाथों लिया. मैं इसकी परवाह नहीं करता.' उन्होंने कहा, 'मैंने बहुत ही अनुशासित और साधारण जीवन जीता हूं. भगवान का मुझ पर आशीर्वाद रहा है.' विजेंदर ने टेनिस स्टार लिएंडर पेस और हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै को अपना आदर्श बताया.
कुछ सालों से लगातार यह रिपोर्ट्स आ रही हैं कि सैमसंग फोल्डेबल स्मार्टफोन डेवलप कर रहा है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सैमंसग को नजदीक से फौलो करने वाले सूत्रों ने बताया है कि अगले साल बार्सिलोना के मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस के दौरान फोल्ड होने वाले टच स्क्रीन स्मार्टफोन लॉन्च करने की तैयारी में है. इसके लिए तकनीक डेवलपमेंट का काम अपने आखिरी दौर में है और इसे प्रोजेक्ट वैली के तहत बनाया जा रहा है. जैसे इसके कॉन्सेप्ट फोटो में देखा जा सकता है कि इसकी स्क्रीन मुड़ रही है और इसके दूसरी तरफ भी डिस्प्ले लगाया गया है. खुलने पर यह टैबलेट जैसा लगता है बंद होकर यह 5 इंच का स्मार्टफोन बन जाता है. हालांकि रिपोर्ट में इसे 'फोल्डेबल' के बदले 'रॉलेबल' कहा गया है. सूत्रों के मुताबिक इस स्मार्टफोन को Galaxy S फ्लैगशिप सीरीज से अलग रखा जाएगा. यानी इसके लिए कंपनी एक नया सीरीज भी लेकर आ सकती है, कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह यह Galaxy सीरीज का ही होगा. पिछले दिनों हमने आपको एक रिपोर्ट के बारे में बताया था जिसके मुताबिक कंपनी फोल्डेबल OLED स्क्रीन बना रही है. कुल मिलाकर जैसे सैमसंग ने कर्व्ड डिस्प्ले ला कर लोगों को चौंकाया था वैसे ही अब फोल्डेबल डिस्प्ले के साथ कंपनी लोगों को हैरान करने की तैयारी में है.
स्वाइन-फ्लू की बीमारी से बचाव में हर्बल चाय फायदेमंद हो सकती है. अच्छी बात ये है कि इस चाय को आप अपने किचन में भी आसानी से तैयार कर सकते हैं. छत्तीसगढ़ के शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज रायपुर के पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ. हरीन्द्र मोहन शुक्ल के अनुसार यह हर्बल चाय लौंग, इलायची, सोंठ, हल्दी, दालचीनी, गिलौय, तुलसी, कालीमिर्च और पिप्पली को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर तैयार की जा सकती है. इस चूर्ण की दो ग्राम मात्रा एक कप चाय में डालकर उसे अच्छी तरह उबालकर सुबह-शाम पीने पर शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और स्वाइन-फ्लू जैसी बीमारी से भी बचाव होता है. सामान्य स्थिति में भी लोग इस हर्बल चाय का सेवन कर सकते हैं. रायपुर के बीटीआई मैदान में आयोजित चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेले में रविवार को लोगों को यह जानकारी दी गई. नागरिकों को यह समझाया जा रहा है कि स्वाइन फ्लू को लेकर भ्रमित होने और घबराने की जरूरत नहीं है. आम तौर पर मौसम में बदलाव के समय फ्लू यानी सर्दी, जुकाम, बुखार की शिकायत होती रहती है, लेकिन सामान्य इलाज से ये शिकायतें दूर हो जाती हैं. डॉ. हरीन्द्र मोहन शुक्ल ने यह भी बताया कि कपूर और इलायची को पीसकर कपड़े में छोटी पोटली बनाकर रखें और उसे बार-बार सूंघते जाएं, तो स्वाइन-फ्लू सहित कई प्रकार के फ्लू यानी सर्दी, जुकाम, सिरदर्द, बुखार आदि से बचा जा सकता है. इसके अलावा चिरायता, गुडुची, अनंतमूल, सोंठ, हल्दी, कालमेघ, वासा और तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से भी इस बीमारी के इलाज में फायदा होता है. मरीज को नीलगिरी तेल का भाप लेना चाहिए. इसके साथ ही सितोपलादि चूर्ण, त्रिकटु चूर्ण, लक्ष्मी विलास रस, गोदंती, श्रंग-भस्म आदि का सेवन आवश्यकता अनुसार डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए. उन्होंने बताया कि स्वाइन-फ्लू कोई नई बीमारी नहीं है, बल्कि यह सामान्य प्रकार के फ्लू के लक्षणों के समान लक्षण वाला फ्लू (प्रतिश्याय) है. आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में इसका कारण एच1एन1 नामक विषाणुओं को माना गया है. प्रकृति में ऐसे असंख्य विषाणु वातावरण में मौजूद हैं, जिन्हें कभी नष्ट नहीं किया जा सकता, लेकिन उनसे बचाव किया जा सकता है. आयुर्वेद के आचार्यों ने हजारों वर्ष पहले इसका वर्णन कर दिया था. शरीर में त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) जीवाणुओं से प्रकोपित होकर शरीर में रोग उत्पन्न करते हैं. जब तक त्रिदोष संतुलित अवस्था में होते हैं, तब तक जीवाणुओं की शक्ति कम होती है, लेकिन त्रिदोष का संतुलन बिगड़ने पर बीमारी की स्थिति पैदा हो जाती है. प्रकृति ने इन जीवाणुओं और विषाणुओं के बीच ही मनुष्य को स्वस्थ बने रहने के लिए उच्च प्रतिरोधक क्षमता प्रदान की है, लेकिन दूषित आहार और अनियमित जीवन शैली की वजह से मनुष्य की रोगप्रतिरोधक क्षमता कम होती जा रही है. लगातार बुखार, खांसी, गले में खराश, निगलने में परेशानी, शरीर में दर्द, कमजोरी और थकान, भूख नहीं लगना, अरुचि, छींक आना, स्वाइन-फ्लू के लक्षण हो सकते हैं. - इनपुट IANS से
जामा मस्जिद के मुख्य इमाम सैयद अहमद बुखारी ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ वोट दिया क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिमों को धोखा दिया और पिछले 60 वर्षो से समुदाय को अंधेरे में रखा. बुखारी ने कहा, "कांग्रेस ने मुझसे वादा किया था कि कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करने के बदले बटला हाउस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. परंतु कोई प्राथमिकी नहीं दर्ज की गई, समुदाय को धोखा दिया गया है. मैंने वोट दिया. कांग्रेस के खिलाफ मैंने एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी को वोट दिया क्योंकि मैं भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं दे सकता. कांग्रेस और अन्य दलों ने मुस्लिमों का केवल उपयोग किया है." यह पूछे जाने पर कि वह मुसलमानों से किसे वोट देने की अपील करेंगे शाही इमाम ने कहा, "मैंने मुसलमानों से कोई अपील नहीं की कि वे किसे वोट दें. मुसलमानों को खुद चुनाव करना चाहिए कि कौन उनके लिए सबसे बेहतर है. मैं सभी मुसलमानों से अपील करता हूं कि वे वोट दें क्योंकि लोकतंत्र में संघर्ष का यह सबसे बड़ा हथियार है." उन्होंने कहा कि पिछले 60 वर्षों से अल्पसंख्यक समुदाय ने अपने को धर्मनिरपेक्ष बताने वाली कई पार्टियों को वोट दिया. पर इसके बदले में उसे सिर्फ उपेक्षा मिली. अब मुसलमानों को एक राजनीतिक ताकत बनने की आवश्यकता है.
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के अपराधों का जल्द भारत में हिसाब-किताब होगा. सीबीआई और मुंबई पुलिस की टीम छोटा राजन को लाने शनिवार या रविवार को बाली के लिए रवाना होंगी. इस बीच, मुंबई पुलिस के जॉइंट कमिश्नर अतुल कुलकर्णी ने बताया कि छोटा राजन से जुड़ी सारी फाइलें विदेश मंत्रालय को सौंप दी गई हैं. 40 साल से है इंतजार कुलकर्णी ने कहा कि हमें छोटा राजन की तलाश 40 साल से थी. जैसे ही गिरफ्तारी का पता चला सारी फाइलें तैयार कर दी. सीबीआई की ओर से जारी किए गए रेड कॉर्नर नोटिस में 14 एफआईआर हैं. फिलहाल प्राथमिकता यह है कि वह एक बार भारत आ जाए . उसके बाद जैसा सीबीआई कहेगी, हम वैसा ही करेंगे. लग सकता है एक और हफ्ता कुलकर्णी ने बताया कि विदेश मंत्रालय इंडोनेशियाई अधिकारियों के साथ दस्तावेज की परख के लिए कानूनी सलाहकारों की एक अलग टीम भेजेगा. छोटा राजन की कस्टडी मिलने में अभी एक हफ्ते का वक्त लग सकता है. कुछ चीजें दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों पर निर्भर करेंगी. भारत-इंडोनेशिया के बीच होनी है प्रत्यर्पण संधि भारत और इंडोनेशिया के बीच प्रत्यर्पण संधि होनी है. छोटा राजन के प्रत्यर्पण के लिए पत्रों का आदान-प्रदान होगा. निर्वासन भी संभव है. छोटा राजन को 25 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था, खबर अगले दिन सामने आई थी.