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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृह, भूमि और भूमि सुधार समेत नौ विभाग अपने पास रखते हुए अपने मंत्रियों को उनके मंत्रालय आवंटित कर दिए हैं। इसके अलावा ममता के पास सूचना और सांस्कृतिक मामले, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कृषि, पहाड़ी मामले, अल्पसंख्यकों संबंधी मामले, मदरसा शिक्षा, कार्मिक और प्रशासनिक सुधार और ऊर्जा मंत्रालय भी रहेगा। ममता के साथ तृणमूल कांग्रेस के 35 मंत्रियों और कांग्रेस के दो मंत्रियों ने भी शुक्रवार को शपथ ली थी। कांग्रेस के दोनों विधायकों मानस भुइंया और अबू हेना को कैबिनेट स्तर का मंत्री और तृणमूल के चार विधायकों को राज्य मंत्री बनाया गया है। अर्थशास्त्री और फिक्की के पूर्व महासचिव अमित मित्रा को वित्त और आबकारी, जबकि ममता के करीबी सहयोगी पार्थ चटर्जी को वाणिज्य और उद्योग, लोक उद्यम, औद्योगिक पुनर्निमाण, संसदीय मामले और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय सौंपे गए हैं। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुब्रत बक्शी को लोक निर्माण विभाग और परिवहन, पूर्व मुख्य सचिव मनीष गुप्ता को विकास और नियोजन विभाग दिया गया है। गुप्ता ने पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को हराया था। कोलकाता के पूर्व महापौर और तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुब्रत मुखर्जी को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग दिया गया है। पार्टी के अल्पसंख्यक समुदाय के नेता अब्दुल करीम चौधरी को सामूहिक शिक्षा विस्तार और पुस्तकालय सेवा विभाग दिया गया है। थिएटर की हस्ती और दमदम से माकपा के गौतम बसु को हराने वाले बृत्य बसु को उच्च शिक्षा जैसा अहम मंत्रालय सौंपा गया है। वहीं सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक उपेंद्र नाथ विश्वास को पिछड़ी जाति पुनर्वास विभाग की सौगात दी गई है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश न्यायमूर्ति नूर आलम चौधरी को पशु संसाधन विकास विभाग दिया गया है। पार्टी के एक और अल्पसंख्यक नेता जावेद खान को आपदा प्रबंधन, अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएं और नागरिक सुरक्षा विभाग मिला है। ममता के करीबी सहयोगी फरहाद हाकिम को नगरीय निकाय मामले और शहरी विकास की सौगात मिली है। सिंगूर से पार्टी के विधायक रवींद्रनाथ भट्टाचार्य को स्कूल शिक्षा विभाग, कांग्रेस की पूर्व विधायक और अब तृणमूल कांग्रेस से चुनाव लड़ने वाली सावित्री मित्रा को महिला और बाल विकास के अलावा सामाजिक पुनर्वास विभाग भी मिला है। सिंगूर आंदोलन के दौरान तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व नक्सल नेता पुर्णेंदु बसु को श्रम मंत्रालय दिया गया है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मानस भुंइया को सिंचाई एवं जल मार्ग तथा कुटीर एवं लघु आकार उद्यम तथा कपड़ा मंत्रालय का भार सौंपा गया है। कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता अबू हेना को मत्स्य, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग तथा उद्यान मंत्रालय दिया गया है। सभी मंत्रियों के विभाग तय करने से पहले ममता ने राज्य के सचिवालय में देर रात तक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। वरिष्ठ पार्टी नेता ज्योतिप्रिया मलिक को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय दिया गया। शांति राम महतो को स्व-सहायता समूह एवं स्वरोजगार मंत्रालय, पूर्व आईपीएस अधिकारी हैदर अजीज सफवी को सहयोग एवं अतंर्देशीय जल परिवहन मंत्रालय दिया गया। कैबिनेट स्तर के और मंत्रालय निम्न प्रकार हैं : मौली घटक (कानून, न्यायिक व्यवस्था), रछपाल सिंह (पर्यटन), हितेन बर्मन (वन), गौतम देव (उत्तरी बंगाल विकास), शंकर चक्रवर्ती (अपरंपरागत ऊर्जा संसाधन, सुधारात्मक प्रशासन), रवि रंजन चट्टोपाध्याय (तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण, विज्ञान और तकनीकी, जैव प्रौद्योगिकी), सुदर्शन घोष दस्तीदार (पर्यावरण), उज्ज्वल विस्वास (युवा सेवाएं), श्यामाप्रसाद मुखर्जी (आवास), सुकुमार हंसदा (पश्चिमांचल विकास मामले), सौमेन महापात्रा (जल संसाधन जांच और विकास), अरुप रॉय (कृषि विपणन) और चंद्रनाथ सिन्हा (पंचायत और ग्रामीण विकास)। स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री : मंजुल कृष्ण ठाकुर (शरणार्थी राहत और पुनर्वास), मदन मित्रा (खेल), श्यामलाल मंडल (सुंदरवन मामले)।
बिहार की राजधानी में इस्लाम धर्म के प्रचारक डॉ. जाकिर नाईक और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के समर्थन में निकाली गई रैली में आपत्तिजनक नारे लगाने के आरोप में अगले दिन शनिवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने शनिवार को बताया कि रैली में आपत्तिजनक नारे लगाने के वाले मोहम्मद तौफीक हुसैन को आलमगंज इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, तौफीक पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के मिथिलांचल जोन का सचिव बताया जा रहा है। वह मूलरूप से मधुबनी का रहने वाला है। रैली शुक्रवार की दोपहर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बैनर तले पटना साइंस कॉलेज से करगिल चौक तक निकाली गई थी। जिला प्रशासन ने रैली की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई थी। रैली में आपत्तिजनक नारे लगाए जाने की बात सामने आने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट के बयान पर पीरबहोर थाने में शुक्रवार देर रात एक प्राथामिकी दर्ज की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है तथा यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आपत्तिजनक नारे लगाने वालों में कोई और तो शामिल नहीं था। नारे लगाने वाले दूसरे अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि जाकिर नाईक का नाम बांग्लादेश में हाल में हुए आतंकी हमले के बाद से विवादों में है। टिप्पणियां आईएस के आंतकियों को जाकिर की बातों से प्रेरणा मिलने की बात सामने आई है। इसके बाद उनके चैनल पीस टीवी के प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। उधर, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। हालांकि ओवैसी आतंकवाद के खिलाफ हैं। वह आईएस के सरगना बगदादी का खात्मा चाहते हैं। हाल ही में एक जनसभा में उन्होंने कहा था, "इंशा अल्लाह.. अगर कहीं बगदादी मुझे मिल जाए तो उसके जिस्म के सौ टुकड़े कर दूंगा।"(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने शनिवार को बताया कि रैली में आपत्तिजनक नारे लगाने के वाले मोहम्मद तौफीक हुसैन को आलमगंज इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, तौफीक पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के मिथिलांचल जोन का सचिव बताया जा रहा है। वह मूलरूप से मधुबनी का रहने वाला है। रैली शुक्रवार की दोपहर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बैनर तले पटना साइंस कॉलेज से करगिल चौक तक निकाली गई थी। जिला प्रशासन ने रैली की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई थी। रैली में आपत्तिजनक नारे लगाए जाने की बात सामने आने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट के बयान पर पीरबहोर थाने में शुक्रवार देर रात एक प्राथामिकी दर्ज की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है तथा यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आपत्तिजनक नारे लगाने वालों में कोई और तो शामिल नहीं था। नारे लगाने वाले दूसरे अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि जाकिर नाईक का नाम बांग्लादेश में हाल में हुए आतंकी हमले के बाद से विवादों में है। टिप्पणियां आईएस के आंतकियों को जाकिर की बातों से प्रेरणा मिलने की बात सामने आई है। इसके बाद उनके चैनल पीस टीवी के प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। उधर, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। हालांकि ओवैसी आतंकवाद के खिलाफ हैं। वह आईएस के सरगना बगदादी का खात्मा चाहते हैं। हाल ही में एक जनसभा में उन्होंने कहा था, "इंशा अल्लाह.. अगर कहीं बगदादी मुझे मिल जाए तो उसके जिस्म के सौ टुकड़े कर दूंगा।"(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रैली शुक्रवार की दोपहर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बैनर तले पटना साइंस कॉलेज से करगिल चौक तक निकाली गई थी। जिला प्रशासन ने रैली की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई थी। रैली में आपत्तिजनक नारे लगाए जाने की बात सामने आने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट के बयान पर पीरबहोर थाने में शुक्रवार देर रात एक प्राथामिकी दर्ज की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है तथा यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आपत्तिजनक नारे लगाने वालों में कोई और तो शामिल नहीं था। नारे लगाने वाले दूसरे अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि जाकिर नाईक का नाम बांग्लादेश में हाल में हुए आतंकी हमले के बाद से विवादों में है। टिप्पणियां आईएस के आंतकियों को जाकिर की बातों से प्रेरणा मिलने की बात सामने आई है। इसके बाद उनके चैनल पीस टीवी के प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। उधर, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। हालांकि ओवैसी आतंकवाद के खिलाफ हैं। वह आईएस के सरगना बगदादी का खात्मा चाहते हैं। हाल ही में एक जनसभा में उन्होंने कहा था, "इंशा अल्लाह.. अगर कहीं बगदादी मुझे मिल जाए तो उसके जिस्म के सौ टुकड़े कर दूंगा।"(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है तथा यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आपत्तिजनक नारे लगाने वालों में कोई और तो शामिल नहीं था। नारे लगाने वाले दूसरे अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि जाकिर नाईक का नाम बांग्लादेश में हाल में हुए आतंकी हमले के बाद से विवादों में है। टिप्पणियां आईएस के आंतकियों को जाकिर की बातों से प्रेरणा मिलने की बात सामने आई है। इसके बाद उनके चैनल पीस टीवी के प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। उधर, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। हालांकि ओवैसी आतंकवाद के खिलाफ हैं। वह आईएस के सरगना बगदादी का खात्मा चाहते हैं। हाल ही में एक जनसभा में उन्होंने कहा था, "इंशा अल्लाह.. अगर कहीं बगदादी मुझे मिल जाए तो उसके जिस्म के सौ टुकड़े कर दूंगा।"(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आईएस के आंतकियों को जाकिर की बातों से प्रेरणा मिलने की बात सामने आई है। इसके बाद उनके चैनल पीस टीवी के प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। उधर, हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं। हालांकि ओवैसी आतंकवाद के खिलाफ हैं। वह आईएस के सरगना बगदादी का खात्मा चाहते हैं। हाल ही में एक जनसभा में उन्होंने कहा था, "इंशा अल्लाह.. अगर कहीं बगदादी मुझे मिल जाए तो उसके जिस्म के सौ टुकड़े कर दूंगा।"(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Type 2 Diabetes: क्या होती है टाइप-2 डायबिटीज, कारण और बचाव के उपाय Ayurveda Skincare: 5 अद्भुत आयुर्वेदिक टिप्स, जो आपको देंगे Flawless Skin Diabetes: डायब‍िटीज से जुड़े 8 झूठ, जि‍न्हें सच मानते आए हैं आप   Black Seeds For Type-2 Diabetes: ब्लैक सीड्स यानी कलौंजी का इस्तेमाल भारतीय आहार में खूब किया जाता है. इसे पूरा का पूरा इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा कलौंजी का तेल भी बनाकर इस्तेमाल में लिया जाता है. कलौंजी का इस्तेमाल टाइप 2 डाइबिटीज में भी किया जाता है. टाइप 2 डाइबिटीज (Type-2 diabetics) में आप कलौंजी को या फिर कलौंजी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह ब्लड शुगर लेवल (regulating blood sugar levels in diabetics) को नियंत्रित करने में कारगर है. हां, कलौंजी का तेल टाइप 2 डायबिटीज में अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है. इसमें एंटिऑक्सीडेंट होते हैं जो कई तरह से टाइट 2 डाइबिटीज (Type-2 diabetics) में फायदेमंद होते हैं.    Diabetes Management: जानें कि कैसे प्याज करेगा ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल   कई शोध यह बात साबित कर चुके हैं कि कलौंजी ब्लड शुग लेवल को नियमित करने में मददगार है. शोध के अनुसार डायबिटीज के मरीज अगर अपने आहार में कलौंजी का इस्तेमाल करते हैं तो यह खाली पेट ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करती है.     डायबिटीज के मरीजों को दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है. क्योंकि डायबिटीज होने पर हाई डेंसिटी लाइपोप्रोटीन (levels of High Density Lipoprotein (HDL) यानी गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होने लगता है और बैड कोलेस्ट्रॉल (Low Density Lipoprotein (LDL) का स्तर बढ़ता है. ऐसे में दिल से जुड़े रोगों का खतरा बढ़ जाता है. कलौंजी में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता. इसके साथ ही कई शोध इस बात का खुलासा कर चुके हैं कि कलौंजी को अपने आहार में शामिल करने से एलडीएल को कंट्रोल किया जा सकता है.     हाइपरग्लाइकेमिया या बढ़ा हुआ रक्त शर्करा (Hyperglycaemia or increased blood sugar level) का स्तर भी शरीर में बढ़ी हुई सूजन के जुड़ा हुआ है. इसलिए टाइप -2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में सूजन की ज्यादा समस्या देखने को मिलती है. शोध से पता चला है कि अपने दैनिक आहार में कलौंजी तेल या कलौंजी को शामिल करने से शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव के लक्षणों को कम किया जा सकता है.  जब आप कलौंजी के बीजों का सेवन कर रहे हों तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें. एक बार में 3 या 5 से ज्यादा बीजों का इस्तेमाल न करें. यह पित्त दोष को पैदा कर सकते हैं. गर्भवती महिलाओं को भी कलौंजी खाते समय सावधानी बरतने की जरूरत होती है. अधिक मात्रा में इनका सेवन गर्भपात का कारण बन सकता है.
पेशावर उच्च न्यायालय,(; अदालत-ए आला, पेशावर) ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत के सर्वोच्च न्यायिक संस्था है। यह प्रांतीय राजधानी पेशावर में स्थित है। यह सिविल और आपराधिक मामलों में प्रांत की सर्वोच्च अपीलय अदालत है, एवं ख़ैबर पख़तूनख़्वा के सारे जिला न्यायालय और सत्र न्यायालय इसके अधिकारक्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। इतिहास 19वीं शताब्दी के अंतिम दिनों में भारत के वायसराॅय लॉर्ड कर्जन ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत(तब पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत) को गठित करने के सुझाव को पारित किया था, जिस का प्रस्ताव भारत के तत्कालीन राज्य सचिव लॉर्ड जॉर्ज हैमिल्टन ने 20 दिसंबर सन 1900 में रखा था। इस बात को अधिकारिक तौर पर 9 नवंबर 1901 (महाराज के जन्म दिन के मौके पर) को स्थापित किया गया। साथ ही इष बात की जरूरत समझी गई की इस प्रांत के लिए एक न्यायिक आयुक्त को नियुक्त किया जाए। खैबर पख्तूनख्वा विधि एवं न्याय प्रस्तावना संख्या 8 1901 के तहत महाराज्यपाल एवं परिषद ,ने भारत सरकार अधिनियम, 1854 के तहत ख़ैबर पख्तूनख्वा प्रांत में न्यायिक संस्थानों की स्थापना का आदेश दिया और इसी परियोजना के तहत इस अदालत की भी स्थापना की गई। न्यायचौकियाँ 1973 का संविधान, यह प्रावधान देता है कि पेशावर उच्च न्यायालय के दो न्यायचौकियाँ एबटाबाद और डीआई खान में स्थापित की जाएँ। संविधान का अनुच्छेद 199, उच्च न्यायालयों की न्यायिक अधिकार-सीमा को विस्तार से अंकित करता है। 1973 के संविधान में दिए गए प्रावधान परस्पर 1956 के संविधान में दिए गए प्रावधानों के बराबर ही थें, जिसे विस्तार में, 1962 के संविधान में दिया गया था। पेशावर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशगण बशीर-उद-दीन अहमद खान 1970/01/07 के लिए 24-5-1972 एस गुलाम सफदर शाह 25-5-1972 को 31-10-1976 अब्दुल हकीम खान 1976/01/11 के लिए 1979/03/10 शाह नवाज खान 1979/03/10 के लिए 1981/05/04 मियां बुरहान-उद-दीन 1981/05/04 के लिए 17-12-1981 एस उस्मान अली शाह 19-12-1981 को 1987/07/12 सरदार फक्रे आलम 1987/07/12 के लिए 1991/07/02 फजल इलाही खान 1991/09/02 के लिए 1993/01/04 अब्दुल करीम खान कुंडी 1993/01/04 के लिए 24-1-1995 सैयद अली इब्ने 25-1-1995 को 28-2-1997 अब्दुर रहमान खान 1997/01/03 के लिए 1997/03/11 महबूब अली खान 1997/04/11 के लिए 1999/11/05 काजी मुहम्मद फारू 12-5-1999 2000/05/01 के लिए मियां मुहम्मद अजमल 2000/06/01 के लिए 27-4-2000 सरदार मुहम्मद रजा खान 28-4-2000 को 2002/09/01 मियां शकीरुल्लाह जनवरी 2002/10/01 के लिए 30-7-2004 नासिर-उल-मुल्क 31-7-2004 को 2005/05/04 तारिक परवेज खान 2005/05/04 के लिए 2007/03/11 तलत कय्यूम कुरैशी 2007/03/11 के लिए 18-01-2008 मुहम्मद रजा खान 21-01-2008 को 2008/07/08 जेहान ज़ाइब रहीम 2008/08/08 के लिए 2008/05/09 तारिक परवेज खान 2008/05/09 के लिए 20-10-2009 एजाज अफजल खान 20-10-2009 को 16-11-2011 दोस्त मुहम्मद खान 17-11-2011 को 31-01-2014 मियां फसीह-उल-मुल्क 31-01-2014 को 2014/07/04 मजहर आलम खान मियाँखेल 2014/08/04 सेवानिवृत्त न्यायमूर्तिगण पेशावर उच्च न्यायालय बशीर-उद-दीन अहमद खान गुलाम सफदर शाह शेर बहादुर खान शाह जमां बाबर किसार खान मुहम्मद दाउद खान करीमुल्लाह दुर्रानी अब्दुल हकीम खान शाह नवाज खान मियां बुरहानुद्दीन एस उस्मान अली शाह सरदार फखरे आलम अली हुसैन काजलबश फजल इलाही खान अब्दुर रहमान खान कैफ फजल इलही खान अब्दुल करीम खान कुंडी नजीर अहमद भट्टी मुहम्मद बशीर जहाँगीर काजी हमीदुद्दीन सरदार मुहम्मद रजा सलीम खान दिल मियां शकीरुल्लाह जनवरी खालिदा राशिद नरीरुल मुल्क जवादी नवाज खान गंदपुर तारिक परवेज खान शाहजहां खान मलिक हामिद सईद तलात कय्यूम कुरैशी शहजाद अकबर खान इजाजुल हसन खान मुहम्मद क़ायिम जनवरी खान एजाज अफजल खान खालिद महमूद फसीहुल मुल्क इन्हें भी देखें पाकिस्तान पाकिस्तान के संविधान पंजाब बार काउंसिल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पाकिस्तान के विदेश मंत्री पाकिस्तान के वित्त मंत्री पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री पाकिस्तान के कानून मंत्री पाकिस्तान की राष्ट्रपति पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट इस्लामाबाद उच्च न्यायालय बलूचिस्तान उच्च न्यायालय सिंध उच्च न्यायालय लाहौर उच्च न्यायालय पाकिस्तान की न्यायालय प्रणाली बाहरी कड़ीयाँ औपचारिक वेबसाइट सन्दर्भ पाकिस्तान के उच्च न्यायालय ख़ैबर पख़्तूनख़्वा पेशावर पेशावर उच्च न्यायालय
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पाकिस्तान के एक सार्वजनिक अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में मंगलवार को आठ शिशु मृत पाए गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि पंजाब प्रांत के वेहारी के जिला मुख्यालय अस्पताल में ये बच्चे वेंटिलेटर पर थे। ऑक्सीजन खत्म होने जाने के कारण वेंटिलेटर ने काम करना बंद कर दिया और बच्चों की मौत हो गई। शिशुओं की मौत पर बच्चों के परिवारवालों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इधर, अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि शिशुओं की मौत प्राकृतिक ढंग से हुई है, क्योंकि ऑक्सीजन सिलेंडर खाली होने पर तुरंत इसे बदल दिया गया था। पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ ने दुर्घटना को संज्ञान में लिया है और इस संबंध में प्रांतीय स्वास्थ्य सचिवालय से रिपोर्ट मांगी है। पाकिस्तान में, अस्पतालों में सुविधाओं की कमी के कारण होने वाली शिशु मृत्युदर विश्व में सबसे ज्यादा है। एक एनजीओ 'सेव द चिल्ड्रेन' के मुताबिक, पाकिस्तान में हर साल जन्म के एक महीने के अंदर लगभग 2,00,000 शिशुओं की मौत हो जाती है। इस कारण 2015 संयुक्त राष्ट्र के मिलेनियम डेवलपमेंट का लक्ष्य पाने की दिशा में पाकिस्तान बहुत पीछे है।
उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर लोकसभा सीट (Sultanpur Seat) पर इस बार मुकाबला दिलचस्प हो गया है. 2014 में पौने दो लाख वोट के अंतर से चुनाव जीतने वाले वरुण गांधी (Varun Gandhi) की जगह जब बीजेपी ने इस सीट से उनकी मां मेनका गांधी (Maneka Gandhi) को मैदान में उतारा, तभी इसके सियासी मायने निकाले जाने लगे. कहा गया कि सीटों की अदलाबदली का सुझाव खुद मेनका गांधी ने दिया था, क्योंकि उन्हें आशंका थी कि सुल्तानपुर में वरुण की स्थिति 2014 जितनी मजबूत नहीं रही. एक तरफ गठबंधन उनके लिए खतरा था, तो दूसरी तरफ कांग्रेस भी मजबूती से ताल ठोंक रही थी. ऐसे में सुल्तानपुर से खुद मेनका गांधी मैदान में उतरीं और बेटे वरुण को अपनी सीट पीलीभीत भेज दिया. लेकिन मेनका गांधी (Maneka Gandhi) के लिए भी सुल्तानपुर की राह आसान नजर नहीं आ है.
अपनी मौजूदा दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी से असंतुष्ट 38 लाख मोबाइल ग्राहकों ने फरवरी के अंत तक मोबाइल नंबर पोर्टबिल्टी (एमएनपी) का इस्तेमाल करते हुये अपनी पुरानी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी को बॉय बॉय कर दिया. यह कदम उठाने वाले सबसे अधिक ग्राहक गुजरात के रहे. दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों द्वारा दूरसंचार नियामक ट्राई को फरवरी के अंत तक दिए गए आंकड़ों के मुताबिक 38.33 लाख ग्राहकों ने अपनी मौजूदा कंपनी बदलने का अनुरोध किया है. इसमें से हरियाणा के 3. 20 लाख ग्राहकों ने मोबाई सेवा देने वाली कंपनी बदलने का आवेदन दिया. देश में सबसे पहले हरियाणा में 25 नवंबर 2010 को एमएनपी लागू किया गया था. ट्राई द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि देश मे एमएनपी जोन (उत्तरी और पश्चिमी भारत) 1, में सबसे अधिक सेवा प्रदाता कंपनी बदलने के आवेदन गुजरात (3.65 लाख) से और इसके बाद राजस्थान (3.14 लाख) से आये हैं. एमएनपी जोन 2 में (दक्षिण और पूर्वी भारत) सबसे अधिक सेवा प्रदाता कंपनी बदलने के आवेदन कर्नाटक (3.18 लाख) से आए हैं. तलिनाडु के 2.76 लाख ग्राहकों ने अपने वर्तमान कंपनी को छोड़ने के लिए आवेदन किया है. जम्मू-कश्मीर में दूरसंचार कंपनियों को सेवा प्रदाता बदलने के लिए मात्र 1291 आवेदन मिले हैं.
श्रीलंका के कैंडी शहर में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के पूरे देश में फैलने के कारण वहां 7 दिनों के लिए इमरजेंसी लगा दी गई है, अभी तक इस हिंसा में 2 लोगों के मारे जाने की खबर है. स्थानीय सरकार ने बढ़ती हिंसा पर लगाम लगाने के लिए सोमवार को दे शभर में इमरजेंसी लगा दी. कैंडी में हिंसा उस समय भड़क उठी जब एक बौद्ध अनुयायी की मौत हो गई और मुस्लिम व्यापारी को आग लगा दी गई, इसके बाद वहां हिंसा भड़क उठी और धीरे-धीरे यह सांप्रदायिक हिंसा में तब्दील हो गई. स्थिति पर नियंत्रण के लिए वहां कर्फ्यू लगा दिया गया. हिंसा के दूसरे शहरों में बढ़ते जाने के कारण सरकार ने इमरजेंसी लगा दी. हिंसा पर नियंत्रण के लिए दो दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मालदीव संकट: यामीन ने संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता का प्रस्ताव ठुकराया न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि इस हिंसा में मुस्लिम समुदाय से जुड़ी चीजों पर हमले किए जा रहे हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, कैंडी के स्थानीय विधायक हिदायथ साथथार ने बताया कि हिंसा के दौरान अब तक 4 मस्जिद, 37 घर, 46 दुकानें और 35 वाहनों को नुकसान पहुंचाया जा चुका है. पूरे घटनाक्रम पर संसद में बोलते हुए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बताया कि ड्राइवर की मौत के बाद स्थानीय बौद्ध और मुस्लिम समुदाय के बड़े बुजुर्ग बातचीत के जरिए तनाव को कम करने में लगे हुए हैं. हिंसा फैलाने में बाहरी तत्वों का हाथ है. बाहर से आए लोगों ने हिंसा भड़काई और सुनियोजित तरीके से तोड़फोड़ को अंजाम दिया. हाल के दिनों में देश में मुस्लिम विरोधी हिंसा बढ़ी है. देश की बहुसंख्यक आबादी सिंघली बौद्धों की है और वो राष्ट्रवाद को बढ़ावा दे रहे हैं. एक हफ्ते पहले ट्रैफिक रेड लाइट पर विवाद के बाद कुछ मुस्लिम युवाओं ने एक बौद्ध युवक की पिटाई की थी और तभी से वहां तनाव बना हुआ है. इसी तरह देश के पूर्वी शहर अमपारा में मुस्लिम विरोधी हिंसा हुई थी. अमूमन शांत कहे जाने वाले श्रीलंका में 2012 से ही सांप्रदायिक तनाव की माहौल बना हुआ है. कुछ कट्टरपंथी बौद्ध समूहों का आरोप है कि वहां जबरन धर्म परिवर्तन कराने और बौद्ध मठों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. 2014 में कट्टरपंथी बौद्ध गुटों ने तीन मुसलमानों की हत्या कर दी थी जिसके बाद गाले में हिंसा भड़क उठी थी. 2009 में सेना के हाथों तमिल विद्रोहियों की हार के बाद से श्रीलंका का मुस्लिम समुदाय एक तरह से सियासत से दूर रहा है, लेकिन उस पर हमले बढ़े हैं.
लेख: बहुत तेज़ी से काम हो रहा है ताकि जल्दी से और अधिक हेलीकॉप्टर के पार्क करने की जगह तैयार हो जाए। पटना एयरपोर्ट पर हेलीकॉप्टर के लिए बना हैंगर छोटा पड़ गया है। बताने वाले ने चुपके से वो जगह बता दी जहां हैंगर का विस्तार हो रहा है और बात बात में यह भी कह दिया कि सर इस बार लोकसभा चुनाव से भी ज्यादा हेलीकॉप्टर है। कितना है? बीस बाईस के करीब हेलीकॉप्टर आ गया है। दो चार दिन में पांच छह हेलीकॉप्टर और आने वाले हैं। यहां हेलीकॉप्टर रखने की जगह नहीं है। लोकसभा में तो पंद्रह हेलीकॉप्टर ही आया था।   तो बिहार विधानसभा चुनावों के लिए लोकसभा से भी ज्यादा संख्या में हेलीकॉप्टर बुलाए गए हैं। ज्यादातर हेलीकॉप्टर अब डबल इंजन के होते हैं। सिंगल इंजन वाले हेलीकॉप्टर कम होते हैं। नेता लोगों को डबल इंजन वाला ही हेलीकॉप्टर पसंद है। उसने फिर एक नई बात बताई तो मैंने भी अपना सवाल दाग दिया। डबल इंजन के हेलीकॉप्टर का क्या रेट है? डबल का रेट है दो सवा दो लाख रुपया प्रति घंटा। टैक्स और पायलट का ख़र्चा अलग होता है। दस बजे दिन से लेकर सवा पांच बजे शाम के बीच कितना ख़र्चा आता होगा आप खुद भी गिन सकते हैं।   पटना एयरपोर्ट पर वाक़ई हेलीकॉप्टर की भीड़ है। अज्ञात सूत्र ने कहा कि बीस बाईस हेलीकॉप्टर में से पंद्रह के करीब बीजेपी नेताओं के लिए हैं। पांच सात हेलीकॉप्टर जो अभी और आ रहा है वो क़ौन लेगा? बताने वाला चुप रहा और कहा कि आप समझ ही रहे हैं।   शाम को जब नीतीश कुमार के साथ चुनावी रैलियों की हेलीकॉप्टर यात्रा समाप्त कर उतरा तो थोड़े से अंतराल के आगे पीछे पांच सात हेलीकॉप्टर उतरे या उतर चुके थे। एक तरफ बीजेपी सांसद हेमा मालिनी उतर रही थीं तो वहीं बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव और श्रीकांत शर्मा से मुलाक़ात हुई। उपेंद्र कुशवाहा भी हेलीकॉप्टर से उतर रहे हैं। नीतीश के साथ तो मैं था लेकिन दूसरे हेलीकॉप्टर से शरद यादव और वशिष्ठ नारायण सिंह उतर कर चले आ रहे थे? तो पटना में आसमान से ज़मीन की तैयारी हो रही है। चुनाव प्रचार अब हेलीकॉप्टर के बिना नहीं हो सकता। पटना का हैंगर भी अब इतने हेलीकॉप्टर को नहीं झेल सकता।
अगली बार अगर आप पति को सेक्स के लिए मना कर रही हों, तो यह जरूर देख लीजिए कि आपके आसपास कोई कागज तो नहीं है. ऐसा इसलिए, क्योंकि लंदन में एक व्यक्ति ने पत्नी द्वारा सेक्स से मना करने पर एक लिस्‍ट तैयार कर ली. इस लिस्‍ट में इस बात का पूरा ब्‍योरा है कि छह सप्ताह के दौरान उसकी पत्नी ने सेक्स को 'ना' कहने के लिए क्या-क्या बहाने बनाए. हफिंग्टन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पहली पंक्ति 'ए' में उसने तारीख, दूसरी पंक्ति 'बी' में प्रतिक्रिया जबकि तीसरी पंक्ति 'सी' में उसने पत्नी द्वारा सेक्स को 'ना' कहने के लिए किए गए बहाने को नोट किया. इस लिस्ट के मुताबिक वह व्यक्ति छह सप्ताह के दौरान 27 बार प्रयास करने के बावजूद केवल तीन बार ही सेक्स कर पाया. यह लिस्ट radit.com पर उपलब्ध है, हालांकि इसे अब लॉक पोस्ट में बदल दिया गया है. इस पोस्ट पर यूजर्स की ढेर सारी प्रतिक्रियाएं आई हैं. कुछ पति के पक्ष में तो कुछ पत्नी के. एक ने पोस्ट किया, 'अगर कोई मुझे कई बार और बार-बार सेक्स से मना करे, तो मैं यही समझूंगा कि वह मुझे चाहती ही नहीं.' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'यदि कोई सेक्स से मना करने के कारणों की लिस्ट बना ले, तो मैं उसके साथ तो बिल्कुल सेक्स नहीं करूंगी, बल्कि मैं तो उसका मुंह नोंच लूंगी.'
गणित एवं सांख्यिकी में समान्तर माध्य (arithmetic mean) नमूने के आंकड़ों की केन्द्रीय प्रवृत्ति (central tendency) की एक गणितीय माप है। इसे प्रायः 'औसत' (average) या 'माध्य' (mean) ही कहते हैं। किन्तु जब इसे दूसरे प्रकार के माध्यों (जैसे ज्यामितीय माध्य या हरात्मक माध्य) से अलग करते हुए देखना हो तो इसे 'समान्तर माध्य' कहते हैं। (समान्तर माध्य =पदक का योग/पदो की संख्या) गणित एवं सांख्यिकी के अलावा समान्तर माध्य का अर्थनीति, समाजशास्त्र, इतिहास आदि में प्रायः देखने को मिलता है। "समांतर माध्य वह मुल्य हैं, जो किसी श्रेणी के समस्त पदों के मुल्य के योग में उनकी संख्या का भाग देने से प्राप्त होता है।" गुण समान्तर माध्य, गुणोत्तर माध्य से बड़ा होता है। समान्तर माध्य, सबसे बड़ी संख्या से छोटा तथा सबसे छोटी संख्या से बड़ा होता है। सन्दर्भ इन्हें भी देखें गुणोत्तर माध्य हरात्मक माध्य वर्ग माध्य मूल (RMS) सामान्यीकृत माध्य (Generalized mean) बाहरी कड़ियाँ Calculations and comparisons between arithmetic and geometric mean of two numbers Mean or Average माध्य
हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (HSSC) ने सिंचाई और जल संसाधन विभाग में कई पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. इन पदों के लिए 22 सिंतबर से 21 अक्टूबर तक आवेदन किया जा सकता है. पदों का विवरण पटवारी ग्राम सचिव पदों की संख्या पटवारी: 892 ग्राम सचिव: 435 उम्र सीमा पटवारी: 18-42 साल ग्राम सचिव: 18-42 साल आवेदन शुल्क जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों को 100 रुपये का आवेदन शुल्क देना होगा. इसके अलावा महिलाओं के लिए आवेदन शुल्क 50 रुपये और SC/BC/SBC/EBPG के लिए 25 रुपये आवेदन शुल्क रखा गया है. कैसे करें आवेदन उम्मीदवार हरियाणा एसएससी की वेबसाइट पर 22 सिंतबर से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. ज्यादा जानकारी के लिए देखें: www.hssc.gov.in
वीड‍ियोकॉन लोन विवाद में फंसी आईसीआईसीआई बैंक और इसकी प्रमुख चंदा कोचर की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सीबीआई और मार्केट रेग्युलेटर सेबी के जांच शुरू करने के बाद अब अमेरिका मार्केट रेग्युलेटर भी इस मामले में कूद गया है. इसी बीच, देश में इस मामले की जांच कर रही जांच एजेंसी सीबीआई भी विदेशी जांच एजेंसियों से भी सहयोग मांगने की तैयारी कर रही है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अमेरिका का मार्केट रेग्युलेटर स‍िक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) इस मामले पर करीब से नजर बनाए हुए है. सूत्रों के मुताबिक एसईसी इस मामले में चंदा कोचर पर लगे अनियमितता बरतने के आरोपों की जांच कर रहा है. एसईसी इस मामले में मार्केट रेग्युलेटर सेबी से भी जानकारी मांगने की तैयारी कर रहा है. बता दें कि आईसीआईसीआई बैंक अमेरिकी शेयर बाजार में भी लिस्टेड है. सेबी इस मामले में आईसीआईसीआई बैंक को कारण बताओ नोटिस जारी कर चुका है. सेबी भी अपने स्तर पर इस मामले की जांच में जुटा हुआ है. अमेरिकी मार्केट रेग्युलेटर के जांच शुरू करने की खबर आने के बाद बैंक के शेयरों में गिरावट नजर आ रही है. सेंसेक्स पर बैंक के शेयर 0.12  फीसदी की कटौती के साथ कारोबार कर रहे हैं. पिछले हफ्ते ऐसी रिपोर्ट आई थी कि आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर ने सेबी से इस मामले में जवाब देने के लिए और समय मांगा है. बताया गया है कि इस मामले में बैंक ने बाजार नियामक को लिखा है. इसमें सेबी से पूछा गया है कि आख‍िर बैंक और चंदा कोचर को किन आरोपों के आधार पर यह नोटिस जारी किया गया है.
यह लेख है: फतेहपुर जिले की शहर कोतवाली क्षेत्र में शनिवार को एक नाबालिग छात्रा की ट्रक से कुचल कर मौत होने के बाद आक्रोशित भीड़ ने ट्रक को आग लगा दी. शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) जितेंद्र सिंह ने बताया 'कोतवाली क्षेत्र के मलाका गांव के वासुदेव पाल की बेटी शीलू पाल (16) शनिवार सुबह साइकिल से स्कूल जा रही थी. बांदा-टांडा राजमार्ग पार करते समय बांदा की ओर से फतेहपुर आ रहे गिट्टी भरे एक ट्रक ने उसे कुचल दिया. अस्पताल ले जाते समय गंभीर रूप से घायल छात्रा ने दम तोड़ दिया.'  सिंह ने बताया 'दुर्घटना के बाद ट्रक चालक और खलासी ट्रक छोड़ कर भाग गए. छात्रा की मौत से आक्रोशित भीड़ ने ट्रक में आग लगा दी. दमकल कर्मी बड़ी देर बाद आग पर काबू पा सके.' उन्होंने बताया 'मृत छात्रा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है'.  ट्रक चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है. ट्रक में आग लगाने वाले उपद्रवियों की पहचान कर आगे की कार्यवाही की जाएगी.'
मोदी सरकार की 4 साल की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताने के लिए बीजेपी सांसदों को जिम्मेदारी दी गई है. उज्जैन के सांसद चिंतामणि मालवीय ने इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्नीसवीं सदी में फ्रांस के सम्राट रहे नेपोलियन बोनापार्ट से भी ‘बड़ा जादूगर’ बता डाला. सांसद मालवीय ने रतलाम में प्रेस वार्ता के दौरान मोदी सरकार के 4 साल के कार्यकाल के दौरान उपलब्धियों का गुणगान करना शुरू किया तो भारत के विदेशों से संबंध को लेकर अजब टिप्पणी कर डाली. मालवीय ने कहा, “नेपोलियन के बारे में कहा जाता था कि वो तीन देशों से खेलता था. ये भी कहा जाता था कि वो तीन गेंदों से खेलने वाला जादूगर है जिनमें से दो गेंद हमेशा उसके हाथ में रहती थी और एक हवा में. वो तीन देशों को इस तरह घुमाता था. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उससे बड़े जादूगर हैं. चाहे वह अमेरिका हो या ब्रिटेन, रूस हो या चीन, इजराइल और जापान हो,  जितने भी महत्वपूर्ण देश हैं, सब से आज हमारे दोस्ताना संबंध है, और हमारी शर्तों पर संबंध है. हम जानते हैं ब्रिटेन की संसद में प्रधानमंत्री मोदी को 40 बार स्टैंडिंग ओवेशन मिला. एक विश्व नेता के तौर पर देश का सम्मान बढ़ा है.” मालवीय यहीं नहीं रुके. उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए इसरो की ओर से एक साथ छोड़े गए 104 सैटेलाइट्स के रिकॉर्ड का भी हवाला दिया. मालवीय ने कहा कि ये सैटेलाइट ऐसे छोड़े गए जैसे कोई स्कूल बस बच्चों को छोड़कर आती है. इसके अलावा मालवीय ने उपलब्धियों में 5000 किलोमीटर तक मारक क्षमता रखने वाली अग्नि 5 मिसाइल का हवाला दिया. मालवीय ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में 11 लाख करोड़ रुपये का ऋण देने का काम इस सरकार ने किया.
लेख: बैतूल में अपने मायके आई एक युवती का सोनाघाटी क्षेत्र में नौ युवकों द्वारा अश्लील एमएमएस बनाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। युवकों द्वारा अश्लील एमएमएस को सार्वजनिक करने की धमकी देकर बीते दो माह से युवती को ब्लैकमेल किया जा रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार युवती के परिजनों की शिकायत पर बैतूल कोतवाली पुलिस ने अश्लील एमएमएस बनाकर युवती को ब्लैकमेल करने वाले आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पांच अन्य आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। पुलिस का मानना है कि आरोपियों ने इसके पूर्व भी युवतियों के अश्लील एमएमएस बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया होगा। पीड़ित पक्ष द्वारा शिकायत नहीं करने पर मामले उजागर नहीं हुए, परंतु ताजा मामले में पीड़ित युवती के परिजनों द्वारा पुलिस से शिकायत करने पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। सूत्रों के अनुसार बैतूल निवासी एक युवती का विवाह महाराष्ट्र में हुआ था। मई, 2011 में युवती अपने मायके आई हुई थी। पुलिस के मुताबिक 10 मई, 2011 को युवती अपने रिश्तेदार के साथ बैतूल के समीप स्थित सोनाघाटी घूमने गई थी, जहां 8-9 युवकों ने दोनों के साथ मारपीट की और उन्हें फॉरेस्ट नर्सरी के पास ले गए। युवकों ने युवती को डरा-धमकाकर मोबाइल से उसका वीडियो बनाया तथा अश्लील एमएमएस को सार्वजनिक करने की धमकी देकर 20 हजार रुपए की मांगकर उसे ब्लैकमेल करने लगे। बैतूल कोतवाली की महिला विभाग प्रभारी उप निरीक्षक अर्चना जाट ने बताया कि ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर युवती ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी अपने परिजनों को दी। परिजनों द्वारा कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने विवेचना शुरू की। अर्चना ने बताया कि पीड़ित युवती से लिए बयान के आधार पर अश्लील एमएमएस बनाने वाले एक आरोपी देवेंद्र बाघमारे के नाम का खुलासा हुआ। उन्होंने बताया कि आरोपी से की गई पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आ गए। उन्होंने बताया कि कोतवाली थाने में आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर चार आरोपियों देवेंद्र वाघमारे, मनोज सरले निवासी दनोरा, परवेज अहमद, मुश्ताक अहमद निवासी बैतूल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पांच आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।
जिओंग नाला, जिसे जीवान नाला और नाचो चू भी कहा जाता है, श्योक नदी की एक सहायक नदी है जो चीन द्वारा लद्दाख में भारत में प्रशासित विवादित अक्साई चिन क्षेत्र से बहती है। यह काराकोरम रेंज के पूर्वी किनारे से निकलती है और पश्चिम में बहती है। यह सुल्तान चुशुकू के पास श्योक नदी में मिलने से ठीक पहले उत्तर से आने वाले मुर्गो नाला के साथ विलय हो जाती है। सन्दर्भ सिन्धु नदी की उपनदियाँ लद्दाख़ की नदियाँ शिंजियांग की नदियाँ भारत की नदियाँ अक्साई चिन
ओबेरॉन अरुण (युरेनस) ग्रह का एक उपग्रह है। अकार में यह अरुण का दूसरा सब से बड़ा उपग्रह है (पहला स्थान टाइटेनिआ को जाता है)। टाइटेनिआ की तरह, ओबेरॉन भी बर्फ़ और पत्थर की लगभग बराबर मात्राओं से बना हुआ है। इसकी सतह बर्फ़ीली और अन्दर का केंद्रीय भाग पत्थरीला है। संभव है के बाहरी बर्फ़ और अंदरूनी पत्थर के बीच में एक पानी की मोटी परत हो, लेकिन इसका पूरा प्रमाण अभी नहीं मिल पाया है। सतही बर्फ़ में अन्य पदार्थों के मिले होने के कारण इस उपग्रह का रंग थोड़ा लाल है। इसकी सतह पर अंतरिक्ष से गिरे हुए उल्कापिंडों की वजह से बहुत से बड़े गढ्ढे भी हैं, जिनमें से सब से बड़े गढ्ढे का व्यास २१० किमी है। वॉयेजर द्वितीय यान के जनवरी १९८६ में अरुण के पास से गुज़रने पर ओबेरॉन की सतह के लगभग ४०% हिस्से के नक्शे बनाए जा चुके हैं। अरुण के पांच बड़े चंद्रमाओं में से ओबेरॉन सब से अधिक दूरी पर अरुण की परिक्रमा करता है। अकार ओबेरॉन का अकार गोल है। इसका औसत व्यास लगभग १५२३ किमी है। इसके मुक़ाबले में पृथ्वी के चन्द्रमा का व्यास लगभग ३,४७४ किमी है, यानि की ओबेरॉन का अकार हमारे चन्द्रमा के आधे से ज़रा छोटा है। ओबेरॉन के पत्थरीले केंद्र का व्यास ९६० किमी है जिसके ऊपर बर्फ़ और संभवतः एक पानी की परत है। इन्हें भी देखें अरुण के प्राकृतिक उपग्रह अरुण (ग्रह) प्राकृतिक उपग्रह अरुण के प्राकृतिक उपग्रह सौर मंडल हिन्दी विकि डीवीडी परियोजना
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर गुजरात के मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे बताई जाने वाली आनंदीबेन पटेल के पति आम आदमी पार्टी से जुड़ने वाले हैं. अंग्रेजी समाचार वेबसाइट 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' ने ऐसी खबर छापी है. आनंदीबेन गुजरात कैबिनेट में राजस्व मंत्री हैं. हालांकि उनके अपने पति से रिश्ते सामान्य नहीं हैं और करीब 20 सालों से दोनों अलग-अलग रह रहे हैं. अखबार ने लिखा है कि आनंदीबेन के पति मफतलाल पटेल AAP के वरिष्ठ नेताओं से मिले और पार्टी से जुड़ने की इच्छा जताई. बताया जा रहा है कि उनके साथ कुछ बुद्धिजीवी और अकादमिक जगत से जुड़े लोग भी आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे. कॉलेज प्रिंसिपल रहे मफतलाल पटेल का कहना है कि मोदी के भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है. उन्होंने संकेत दिए कि अगले हफ्ते वह AAP में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह यहां चुनाव लड़ने नहीं बल्कि साफ-सुथरी राजनीति करने आए हैं. AAP के उदय से वह शुरू से ही प्रभावित रहे हैं. 77 साल के मफतलाल पटेल 'मफतभाई' के नाम से लोकप्रिय हैं. करीब 50 साल पहले उन्होंने आनंदीबेन से शादी की थी. लेकिन 1985 में जब आनंदीबेन बीजेपी से जुड़ीं तो दोनों के बीच रिश्ते बिगड़ गए. मफतभाई ने मोदी के उनकी पत्नी पर बढ़ते प्रभाव को लेकर अटल बिहारी वाजपेयी और एलके आडवाणी को कई चिट्ठियां लिखीं. पिछले विधानसभा चुनाव में तो उन्होंने आनंदीबेन के खिलाफ ही प्रचार किया.
इंटरनेशनल स्टार केटी पेरी पिछले दिनों भारत में थीं. यहां पर उनकी जबरदस्त खातिरदारी हुई और ढेरों बॉलीवुड सेलेब्रिटी उनके साथ मिलने के लिए बेताब नजर आए. एक्टर्स ने केटी के साथ तस्वीरें खिंचवाईं और उन्हें अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया. ये तस्वीरें खूब वायरल हुईं और इसके बाद अब एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखकर आप सोच में पड़ सकते हैं. ये वीडियो उस वक्त का है जब केटी भारत से वापस अपने देश रवाना हो रही थीं. वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि केटी एयरपोर्ट पर खड़ी हैं और अपने फैन्स को ऑटोग्राफ दे रही हैं. इसके बाद एयरपोर्ट पर एंट्री लेते वक्त सुरक्षा अधिकारी उनसे उनका पासपोर्ट मांगता है. केटी एक सेकंड के लिए ठिठकती हैं लेकिन फिर अपने असिस्टेंट के साथ आगे बढ़ जाती हैं. View this post on Instagram And #katyperry leaves us after a power packed show for India #airportdiaries #viralbhayani @viralbhayani A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) on Nov 16, 2019 at 1:09pm PST केटी सुरक्षा अधिकारी को कोई जवाब नहीं देती हैं. उनके बदले उनके साथ चल रहा उनका असिस्टेंट सुरक्षा अधिकारी से कुछ कहता हुआ आगे बढ़ जाता है. ये वीडियो फोटोग्राफर विरल भयानी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है. वीडियो को खूब शेयर किया जा रहा है और लोग केटी के बारे में निगेटिव कमेंट्स कर रहे हैं. भारतीय सेलेब्स को कई बार किया जाता है परेशान- बता दें कि भारतीय एक्टर्स, राजनेताओं और अन्य सेलेब्स को भी कई बार बाहरी देशों में पासपोर्ट दिखाए जाने, पहचान बताए जाने और सुरक्षा जांच के लिए परेशान किया जाता रहा है. इस बारे में कई बार सेलेब्स शिकायत करते रहे हैं.
चुनाव आयोग ने गुरुवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. मामला बिहार विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान राघोपुर में कथित तौर पर जातिसूचक टिप्पणियां करने का है. आयोग ने लालू को प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का दोषी पाया है. मामले में आरजेडी प्रमुख के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है. आयोग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है, 'आयोग की प्रथम दृष्टया राय है कि कथित बयान देकर आपने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है और आयोग आपको कथित बयान के संदर्भ में 6 अक्तूबर 2015 की दोपहर तीन बजे तक या उससे पहले अपना रुख स्पष्ट करने का मौका देता है, जिसमें असफल रहने पर निर्वाचन आयोग आपका आगे संदर्भ दिए बिना ही निर्णय करेगा.' क्या कहा था लालू ने रैली में गौरतलब है कि कथित जातिसूचक टिप्पणियां करने के लिए बिहार में मंगलवार को ही लालू के खिलाफ एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी. आरजेडी प्रमुख ने राघोपुर से अपना प्रचार शुरू करते हुए कथित तौर पर कहा था कि विधानसभा चुनाव पिछड़ी जातियों और अगड़ी जातियों के बीच सीधी लड़ाई है. उन्होंने यादवों और अन्य पिछड़ा वर्गों से बीजेपी नीत एनडीए को परास्त करने के लिए धर्मनिरपेक्ष गठबंधन का साथ देने का आह्वान किया था. नोटिस जारी करते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें याद दिलाया कि जाति, नस्ल, धर्म, समुदाय या भाषा के आधार पर नागरिकों के विभिन्न वर्गों के बीच वैमनस्य या नफरत की भावना का प्रसार जन प्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 125 और भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए और 505 (2) के तहत अपराध है. आयोग का नोटिस बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय नायक द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई एक रिपोर्ट पर आधारित है. -इनपुट भाषा से
हर साल विश्वकर्मा पूजा कन्या संक्रांति को मनाई जाती है. इस दिन भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था, इसलिए इसे विश्वकर्मा जयंती भी कहते हैं. इस बार विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर 2018 को सोमवार यानी आज के दिन मनाई जा रही है. दरअसल, विश्वकर्मा को दुनिया को सबसे पहला इंजीनियर और वास्तुकार माना जाता है. इसलिए इस दिन उद्योगों, फेक्ट्र‍ियों और हर तरह के मशीन की पूजा की जाती है. यह पूजा सभी कलाकारों, बुनकर, शिल्पकारों और औद्योगिक घरानों द्वारा की जाती है. लेकिन देश के कुछ भागों में इसे दीपावली के दूसरे दिन भी मनाया जाता है. इस दिन ज्यादातर कल-कारखाने बंद रहते हैं और लोग हर्षोल्लास के साथ भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते हैं. उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, दिल्ली आदि राज्यों में भगवान विश्वकर्मा की भव्य मूर्ति स्थापित की जाती है और उनकी आराधना की जाती है. क्या है मान्यता- कहा जाता है कि प्राचीन काल में जितनी राजधानियां थी, प्राय: सभी विश्वकर्मा की ही बनाई कही जाती हैं. यहां तक कि सतयुग का 'स्वर्ग लोक', त्रेता युग की 'लंका', द्वापर की 'द्वारिका' और कलयुग का 'हस्तिनापुर' आदि विश्वकर्मा द्वारा ही रचित हैं. 'सुदामापुरी' की तत्क्षण रचना के बारे में भी यह कहा जाता है कि उसके निर्माता विश्वकर्मा ही थे. इससे यह आशय लगाया जाता है कि धन-धान्य और सुख-समृद्धि की अभिलाषा रखने वाले पुरुषों को बाबा विश्वकर्मा की पूजा करना आवश्यक और मंगलदायी है. कैसे हुई भगवान विश्वकर्मा की उत्पत्ति- एक कथा के अनुसार सृष्टि के प्रारंभ में सर्वप्रथम 'नारायण' अर्थात साक्षात विष्णु भगवान सागर में शेषशय्या पर प्रकट हुए. उनके नाभि-कमल से चर्तुमुख ब्रह्मा दृष्टिगोचर हो रहे थे. ब्रह्मा के पुत्र 'धर्म' तथा धर्म के पुत्र 'वास्तुदेव' हुए. कहा जाता है कि धर्म की 'वस्तु' नामक स्त्री से उत्पन्न 'वास्तु' सातवें पुत्र थे, जो शिल्पशास्त्र के आदि प्रवर्तक थे. उन्हीं वास्तुदेव की 'अंगिरसी' नामक पत्नी से विश्वकर्मा उत्पन्न हुए. पिता की भांति विश्वकर्मा भी वास्तुकला के अद्वितीय आचार्य बने. भगवान विश्वकर्मा के अनेक रूप- भगवान विश्वकर्मा के अनेक रूप बताए जाते हैं- दो बाहु वाले, चार बाहु और दस बाहु वाले. इसके अलावा एक मुख, चार मुख एवं पंचमुख वाले. उनके मनु, मय, त्वष्टा, शिल्पी एवं दैवज्ञ नामक पांच पुत्र हैं. यह भी मान्यता है कि ये पांचों वास्तु शिल्प की अलग-अलग विधाओं में पारंगत थे और उन्होंने कई वस्तुओं का आविष्कार किया. इस प्रसंग में मनु को लोहे से, तो मय को लकड़ी, त्वष्टा को कांसे एवं तांबे, शिल्पी ईंट और दैवज्ञ को सोने-चांदी से जोड़ा जाता है. विश्वकर्मा पर प्रचलित कथा भगवान विश्वकर्मा की महत्ता स्थापित करने वाली एक कथा है. इसके अनुसार वाराणसी में धार्मिक व्यवहार से चलने वाला एक रथकार अपनी पत्नी के साथ रहता था. अपने कार्य में निपुण था, परंतु विभिन्न जगहों पर घूम-घूम कर प्रयत्न करने पर भी भोजन से अधिक धन नहीं प्राप्त कर पाता था. पति की तरह पत्नी भी पुत्र न होने के कारण चिंतित रहती थी. पुत्र प्राप्ति के लिए वे साधु-संतों के यहां जाते थे, लेकिन यह इच्छा उसकी पूरी न हो सकी. तब एक पड़ोसी ब्राह्मण ने रथकार की पत्नी से कहा कि तुम भगवान विश्वकर्मा की शरण में जाओ, तुम्हारी इच्छा पूरी होगी और अमावस्या तिथि को व्रत कर भगवान विश्वकर्मा महात्म्य को सुनो. इसके बाद रथकार एवं उसकी पत्नी ने अमावस्या को भगवान विश्वकर्मा की पूजा की, जिससे उसे धन-धान्य और पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई और वे सुखी जीवन व्यतीत करने लगे. उत्तर भारत में इस पूजा का काफी महत्व है.
यह लेख है: चीन ने बुधवार को कहा कि वह कश्मीर पर पाकिस्तान के रुख को तवज्जो देता है लेकिन उम्मीद जताई कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की रक्षा के लिए बातचीत और विचार-विमर्श के माध्यम से इस मुद्दे का समाधान करेंगे. चीन के उप विदेश मंत्री लियू झेनमिन ने कहा कि चीन चाहता है कि 'संबंधित पक्ष' विचार-विमर्श के जरिये इस मुद्दे का समाधान करें. लियू ने कश्मीर से जुड़े एक विशेष पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान यह कहा. चीनी विदेश मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर एक संक्षिप्त बयान जारी किया जिसमें कहा गया है कि लियू ने कश्मीर के हालात पर पाकिस्तान के रुख के बारे में विशेष प्रतिनिधियों के पक्ष को सुना. लियू ने इस बात पर जोर दिया कि चीन ने कश्मीर के हाल के हालात पर ध्यान दिया है और वह पाकिस्तान के रुख को तवज्जो देता है. टिप्पणियां बयान में कहा गया, ''चीन का मानना है कि कश्मीर मुद्दा इतिहास से विरासत में मिला हुआ मुद्दा है तथा इसे संबंधित पक्षों द्वारा बातचीत और विचार-विमर्श के जरिये हल किया जाना चाहिए.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चीन के उप विदेश मंत्री लियू झेनमिन ने कहा कि चीन चाहता है कि 'संबंधित पक्ष' विचार-विमर्श के जरिये इस मुद्दे का समाधान करें. लियू ने कश्मीर से जुड़े एक विशेष पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान यह कहा. चीनी विदेश मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर एक संक्षिप्त बयान जारी किया जिसमें कहा गया है कि लियू ने कश्मीर के हालात पर पाकिस्तान के रुख के बारे में विशेष प्रतिनिधियों के पक्ष को सुना. लियू ने इस बात पर जोर दिया कि चीन ने कश्मीर के हाल के हालात पर ध्यान दिया है और वह पाकिस्तान के रुख को तवज्जो देता है. टिप्पणियां बयान में कहा गया, ''चीन का मानना है कि कश्मीर मुद्दा इतिहास से विरासत में मिला हुआ मुद्दा है तथा इसे संबंधित पक्षों द्वारा बातचीत और विचार-विमर्श के जरिये हल किया जाना चाहिए.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लियू ने कश्मीर से जुड़े एक विशेष पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान यह कहा. चीनी विदेश मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर एक संक्षिप्त बयान जारी किया जिसमें कहा गया है कि लियू ने कश्मीर के हालात पर पाकिस्तान के रुख के बारे में विशेष प्रतिनिधियों के पक्ष को सुना. लियू ने इस बात पर जोर दिया कि चीन ने कश्मीर के हाल के हालात पर ध्यान दिया है और वह पाकिस्तान के रुख को तवज्जो देता है. टिप्पणियां बयान में कहा गया, ''चीन का मानना है कि कश्मीर मुद्दा इतिहास से विरासत में मिला हुआ मुद्दा है तथा इसे संबंधित पक्षों द्वारा बातचीत और विचार-विमर्श के जरिये हल किया जाना चाहिए.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) लियू ने इस बात पर जोर दिया कि चीन ने कश्मीर के हाल के हालात पर ध्यान दिया है और वह पाकिस्तान के रुख को तवज्जो देता है. टिप्पणियां बयान में कहा गया, ''चीन का मानना है कि कश्मीर मुद्दा इतिहास से विरासत में मिला हुआ मुद्दा है तथा इसे संबंधित पक्षों द्वारा बातचीत और विचार-विमर्श के जरिये हल किया जाना चाहिए.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बयान में कहा गया, ''चीन का मानना है कि कश्मीर मुद्दा इतिहास से विरासत में मिला हुआ मुद्दा है तथा इसे संबंधित पक्षों द्वारा बातचीत और विचार-विमर्श के जरिये हल किया जाना चाहिए.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एनसीपी और कांग्रेस के बीच बिगड़ते संबंधों पर अभी भी विराम नहीं लगा है। क्योंकि इन दोनों राजनैतिक पार्टी के संबंधों की जड़ जहां है वहां बयानबाज़ी का सिलसिला जारी है।टिप्पणियां ताज़ा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने चेतावनी दी है। पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को दूसरों के काम में दखल नहीं देना चाहिए। पवार का यह बयान तब आया है जब पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि केंद्र में गठबंधन सरकार चलाने की मजबूरी होती है कि नौ सांसदों वाली पार्टी को भी तीन मंत्री पद देने पड़ते हैं। एनसीपी और कांग्रेस का यह विवाद महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में घोटाले के आरोपों के बाद उभरा है। महाराष्ट्र का सिंचाई विभाग एनसीपी के पास है और उसमें घोटाले की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की बात कही थी जिससे एनसीपी में खलबली मच गई। पार्टी अध्यक्ष और दूसरे बड़े नेताओं ने केन्द्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसी मुद्दे पर शनिवार को नवी मुंबई में बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दूसरों के विभागों में हस्तक्षेप न करें। ताज़ा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने चेतावनी दी है। पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को दूसरों के काम में दखल नहीं देना चाहिए। पवार का यह बयान तब आया है जब पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि केंद्र में गठबंधन सरकार चलाने की मजबूरी होती है कि नौ सांसदों वाली पार्टी को भी तीन मंत्री पद देने पड़ते हैं। एनसीपी और कांग्रेस का यह विवाद महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में घोटाले के आरोपों के बाद उभरा है। महाराष्ट्र का सिंचाई विभाग एनसीपी के पास है और उसमें घोटाले की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की बात कही थी जिससे एनसीपी में खलबली मच गई। पार्टी अध्यक्ष और दूसरे बड़े नेताओं ने केन्द्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसी मुद्दे पर शनिवार को नवी मुंबई में बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दूसरों के विभागों में हस्तक्षेप न करें। एनसीपी और कांग्रेस का यह विवाद महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में घोटाले के आरोपों के बाद उभरा है। महाराष्ट्र का सिंचाई विभाग एनसीपी के पास है और उसमें घोटाले की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की बात कही थी जिससे एनसीपी में खलबली मच गई। पार्टी अध्यक्ष और दूसरे बड़े नेताओं ने केन्द्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसी मुद्दे पर शनिवार को नवी मुंबई में बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दूसरों के विभागों में हस्तक्षेप न करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार से चीन के दौरे पर हैं. चीन की राजधानी बीजिंग प्रदूषण को तेजी से खत्म करने के मामले में मिसाल बन गया है. मोदी के दौरे से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों देशों के बीच पर्यावरण का रिश्ता मजबूत होकर दिल्ली के प्रदूषण को दूर किया जा सकेगा. एक ऐसा भी वक्त था, जब बीजिंग को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर माना जाता था, लेकिन विकास के साथ तेजी से दौड़ते चीन ने सबसे पहले अपनी राजधानी के प्रदूषण को कम किया. पिछले साल तक बीजिंग को प्रदूषण की राजधानी कहा जाता था. 12 जनवरी 2013 के सर्वे के मुताबिक बीजिंग की हवा सांस लेने लायक नहीं थी. चीन ने प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए. आगे जानिए बीजिंग में प्रदूषण को कम करने को लेकर चीन के उठाए गए कदमों के बारे में. 1. बीजिंग में हुए इस क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत ऊर्जा के बदले हुए स्रोत से हुई. 2. बीजिंग में कोयले की बिल्कुल मनाही कर दी गई है. 3. सौर ऊर्जा क्रांति ने बदली तस्वीर. 4. लोगों की जागरुकता ने सरकार को सक्रिय होने पर मजबूर कर दिया. 5. नए कानून ने प्रदूषण को लेकर जुर्माना सख्त कर दिया है. 6. कंपनियों को अब कचरे के बार में जानकारी सार्वजनिक करनी पड़ती है. 7. प्रदूषण नियमों का उल्लंघन करने वालों के नाम भी सार्वजनिक किए जाते हैं. चीन में नियमों को सख्त करने से नतीजे तुरंत दिखने शुरू हो गए. हवा पहले से साफ हो रही है और लोग पहले से ज्यादा जागरुक हो रहे हैं. लोग दिन में तीन से चार बार पर्यावरण का अपडेट लेते हैं और अगर प्रदूषण का स्तर ज्यादा हो तो घर में रहते हैं या फिर मास्क का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में मोदी के दौरे से प्रदूषण को कम करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: लगातार दो मैच जीत पटरी पर लौटी दिल्ली डेयरडेविल्स इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण में अब जीत की राह पर ही बने रहना चाहेगी. दिल्ली के लिए हालांकि यह आसान नहीं होगा क्योंकि अगले मैच में उसका सामना लीग की शीर्ष टीम मुंबई इंडियंस से है. मुंबई शनिवार को दिल्ली के घर फिरोजशाह कोटला मैदान पर उसे चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. मुंबई हालांकि दिल्ली को हल्के में लेने की गलती नहीं करेगी क्योंकि दिल्ली ने पिछले दो लगातार मैचों में जीत दर्ज की है वह अपने घर में ही की हैं. इस बात पर मुंबई का ध्यान जरूर होगा. लगातार दो मैच जीत दिल्ली ने अपनी प्लेऑफ में जाने की उम्मीदों को जिंदा रखा है. गुरुवार को उसने गुजरात द्वारा रखे गए 209 रनों के विशाल लक्ष्य को 15 गेंद शेष रहते हुए हासिल कर लिया.  इस जीत में दिल्ली के ऋषभ पंत और संजू सैमसन के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 63 गेंदों में 143 रनों की साझेदारी का अहम योगदान रहा. पंत ने 43 गेंदों में नौ छक्के और चार चौकों की मदद से 97 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं, संजू ने 31 गेंदों में 61 रन बनाए जिसमें उन्होंने सात छक्के लगाए. दिल्ली एक बार फिर इन दोनों बल्लेबाजों से इसी तरह की बल्लेबाजी की उम्मीद करेगी. साथ ही उसे करुण नायर, श्रेयस अय्यर से भी बड़े स्कोर की उम्मीद होगी.टिप्पणियां मुंबई के खिलाफ अगर दिल्ली को जीत चाहिए तो उसे यह बात ध्यान में रखनी होगी कि वह बोर्ड पर बड़ा स्कोर बनाए. मुंबई की बल्लेबाजी में गहराई है और किसी भी लक्ष्य तक पहुंचने का माद्दा रखती है. ऐसे में दिल्‍ली के लिए कोरी एंडरसन, मार्लन सैमुएल्स, क्रिस मोरिस को भी अहम भूमिका निभानी होगी.  दिल्ली की गेंदबाजी कप्तान जहीर खान की गैरमौजूदगी में पैट कमिंस और कागिसो रबाडा के बूते है. वहीं मुंबई इंडियंस लगातार जीत के साथ आठ टीमों की अंकतालिका में शीर्ष पर बैठी है. उसने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर पहले ही प्ले ऑफ के लिए क्वालीफाई कर लिया है. बल्लेबाजी में पार्थिव पटेल, जोस बटलर, कप्तान रोहित शर्मा, नीतीश राणा, हार्दिक पांड्या, केरन पोलार्ड और क्रुणाल पांड्या ने अहम समय पर रन किए हैं. मुंबई की गेंदबाजी से पार पाना दिल्ली के लिए आसान नहीं होगा. जसप्रीत बुमराह और लसिथ मलिंगा अधीकतर समय बल्लेबाजों पर अंकुश लगाए रखते हैं वहीं हरभजन सिंह और क्रुणाल पांड्या अपनी फिरकी से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करते हैं. लगातार दो मैच जीत दिल्ली ने अपनी प्लेऑफ में जाने की उम्मीदों को जिंदा रखा है. गुरुवार को उसने गुजरात द्वारा रखे गए 209 रनों के विशाल लक्ष्य को 15 गेंद शेष रहते हुए हासिल कर लिया.  इस जीत में दिल्ली के ऋषभ पंत और संजू सैमसन के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 63 गेंदों में 143 रनों की साझेदारी का अहम योगदान रहा. पंत ने 43 गेंदों में नौ छक्के और चार चौकों की मदद से 97 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं, संजू ने 31 गेंदों में 61 रन बनाए जिसमें उन्होंने सात छक्के लगाए. दिल्ली एक बार फिर इन दोनों बल्लेबाजों से इसी तरह की बल्लेबाजी की उम्मीद करेगी. साथ ही उसे करुण नायर, श्रेयस अय्यर से भी बड़े स्कोर की उम्मीद होगी.टिप्पणियां मुंबई के खिलाफ अगर दिल्ली को जीत चाहिए तो उसे यह बात ध्यान में रखनी होगी कि वह बोर्ड पर बड़ा स्कोर बनाए. मुंबई की बल्लेबाजी में गहराई है और किसी भी लक्ष्य तक पहुंचने का माद्दा रखती है. ऐसे में दिल्‍ली के लिए कोरी एंडरसन, मार्लन सैमुएल्स, क्रिस मोरिस को भी अहम भूमिका निभानी होगी.  दिल्ली की गेंदबाजी कप्तान जहीर खान की गैरमौजूदगी में पैट कमिंस और कागिसो रबाडा के बूते है. वहीं मुंबई इंडियंस लगातार जीत के साथ आठ टीमों की अंकतालिका में शीर्ष पर बैठी है. उसने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर पहले ही प्ले ऑफ के लिए क्वालीफाई कर लिया है. बल्लेबाजी में पार्थिव पटेल, जोस बटलर, कप्तान रोहित शर्मा, नीतीश राणा, हार्दिक पांड्या, केरन पोलार्ड और क्रुणाल पांड्या ने अहम समय पर रन किए हैं. मुंबई की गेंदबाजी से पार पाना दिल्ली के लिए आसान नहीं होगा. जसप्रीत बुमराह और लसिथ मलिंगा अधीकतर समय बल्लेबाजों पर अंकुश लगाए रखते हैं वहीं हरभजन सिंह और क्रुणाल पांड्या अपनी फिरकी से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करते हैं. मुंबई के खिलाफ अगर दिल्ली को जीत चाहिए तो उसे यह बात ध्यान में रखनी होगी कि वह बोर्ड पर बड़ा स्कोर बनाए. मुंबई की बल्लेबाजी में गहराई है और किसी भी लक्ष्य तक पहुंचने का माद्दा रखती है. ऐसे में दिल्‍ली के लिए कोरी एंडरसन, मार्लन सैमुएल्स, क्रिस मोरिस को भी अहम भूमिका निभानी होगी.  दिल्ली की गेंदबाजी कप्तान जहीर खान की गैरमौजूदगी में पैट कमिंस और कागिसो रबाडा के बूते है. वहीं मुंबई इंडियंस लगातार जीत के साथ आठ टीमों की अंकतालिका में शीर्ष पर बैठी है. उसने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर पहले ही प्ले ऑफ के लिए क्वालीफाई कर लिया है. बल्लेबाजी में पार्थिव पटेल, जोस बटलर, कप्तान रोहित शर्मा, नीतीश राणा, हार्दिक पांड्या, केरन पोलार्ड और क्रुणाल पांड्या ने अहम समय पर रन किए हैं. मुंबई की गेंदबाजी से पार पाना दिल्ली के लिए आसान नहीं होगा. जसप्रीत बुमराह और लसिथ मलिंगा अधीकतर समय बल्लेबाजों पर अंकुश लगाए रखते हैं वहीं हरभजन सिंह और क्रुणाल पांड्या अपनी फिरकी से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करते हैं. वहीं मुंबई इंडियंस लगातार जीत के साथ आठ टीमों की अंकतालिका में शीर्ष पर बैठी है. उसने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर पहले ही प्ले ऑफ के लिए क्वालीफाई कर लिया है. बल्लेबाजी में पार्थिव पटेल, जोस बटलर, कप्तान रोहित शर्मा, नीतीश राणा, हार्दिक पांड्या, केरन पोलार्ड और क्रुणाल पांड्या ने अहम समय पर रन किए हैं. मुंबई की गेंदबाजी से पार पाना दिल्ली के लिए आसान नहीं होगा. जसप्रीत बुमराह और लसिथ मलिंगा अधीकतर समय बल्लेबाजों पर अंकुश लगाए रखते हैं वहीं हरभजन सिंह और क्रुणाल पांड्या अपनी फिरकी से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करते हैं.
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की 20 फरवरी से दो दिन की हड़ताल को बैंक कर्मचारी यूनियनों ने भी समर्थन देने का फैसला किया है। बढ़ती महंगाई की वजह से मजदूरी में वृद्धि की मांग को लेकर इस हड़ताल का आह्वान किया गया है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के तहत नौ बैंक यूनियनों ने भी 20 और 21 फरवरी को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडब्ल्यू) ने यह जानकारी दी।टिप्पणियां भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) और ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी) सहित सभी केंद्रीय 11 ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। एनओबीडब्ल्यू ने कहा कि बैंक यूनियनें कर्मचारियों के वेतन संशोधन को जल्द से जल्द लागू करने की मांग कर रही हैं। यह नवंबर, 2012 से किया जाना है। इसके अलावा बैंक द्वारा बैंकिंग क्षेत्र सुधारों का विरोध किया जा रहा है। साथ ही वे बैंकों के विलय की किसी भी योजना का विरोध कर रहे हैं। पिछले महीने बैंकिंग नियमन कानून और बैंकिंग कंपनीज कानून में संशोधन के विरोध में चार बैंक यूनियनें हड़ताल पर गई थीं। इसके तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में विदेशी पूंजी लाने का प्रावधान है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के तहत नौ बैंक यूनियनों ने भी 20 और 21 फरवरी को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडब्ल्यू) ने यह जानकारी दी।टिप्पणियां भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) और ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी) सहित सभी केंद्रीय 11 ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। एनओबीडब्ल्यू ने कहा कि बैंक यूनियनें कर्मचारियों के वेतन संशोधन को जल्द से जल्द लागू करने की मांग कर रही हैं। यह नवंबर, 2012 से किया जाना है। इसके अलावा बैंक द्वारा बैंकिंग क्षेत्र सुधारों का विरोध किया जा रहा है। साथ ही वे बैंकों के विलय की किसी भी योजना का विरोध कर रहे हैं। पिछले महीने बैंकिंग नियमन कानून और बैंकिंग कंपनीज कानून में संशोधन के विरोध में चार बैंक यूनियनें हड़ताल पर गई थीं। इसके तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में विदेशी पूंजी लाने का प्रावधान है। भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) और ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी) सहित सभी केंद्रीय 11 ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। एनओबीडब्ल्यू ने कहा कि बैंक यूनियनें कर्मचारियों के वेतन संशोधन को जल्द से जल्द लागू करने की मांग कर रही हैं। यह नवंबर, 2012 से किया जाना है। इसके अलावा बैंक द्वारा बैंकिंग क्षेत्र सुधारों का विरोध किया जा रहा है। साथ ही वे बैंकों के विलय की किसी भी योजना का विरोध कर रहे हैं। पिछले महीने बैंकिंग नियमन कानून और बैंकिंग कंपनीज कानून में संशोधन के विरोध में चार बैंक यूनियनें हड़ताल पर गई थीं। इसके तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में विदेशी पूंजी लाने का प्रावधान है। एनओबीडब्ल्यू ने कहा कि बैंक यूनियनें कर्मचारियों के वेतन संशोधन को जल्द से जल्द लागू करने की मांग कर रही हैं। यह नवंबर, 2012 से किया जाना है। इसके अलावा बैंक द्वारा बैंकिंग क्षेत्र सुधारों का विरोध किया जा रहा है। साथ ही वे बैंकों के विलय की किसी भी योजना का विरोध कर रहे हैं। पिछले महीने बैंकिंग नियमन कानून और बैंकिंग कंपनीज कानून में संशोधन के विरोध में चार बैंक यूनियनें हड़ताल पर गई थीं। इसके तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में विदेशी पूंजी लाने का प्रावधान है।
यह लेख है: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज संयुक्त राष्ट्र संघ की नेशनल असेंबली में बोलेंगी. सबकी निगाहें इस बात पर टिकी होंगी कि हाल में पाक पीएम नवाज़ शरीफ़ के कश्मीर राग पर सुषमा क्या जवाब देती हैं. हाल ही में यूएन नेशनल असंबेली में नवाज़ शरीफ़ ने कहा था कि भारत कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है. कश्मीरियों पर अत्याचार हो रहा है. नवाज़ के भाषण पर भारत ने राइट टू रिप्लाई के तहत पाकिस्तान को आतंकवाद का गढ़ बताते हुए आतंकवाद को मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघन बताया था. सुषमा शनिवार दोपहर यहां पहुंची हैं. कल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने एक ट्वीट में कहा था, ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र में भारत के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज न्यूयॉर्क पहुंचीं.’ नवाज़ के भाषण पर भारत ने राइट टू रिप्लाई के तहत पाकिस्तान को आतंकवाद का गढ़ बताते हुए आतंकवाद को मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघन बताया था. सुषमा शनिवार दोपहर यहां पहुंची हैं. कल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने एक ट्वीट में कहा था, ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र में भारत के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज न्यूयॉर्क पहुंचीं.’
विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हराने के बाद विश्वनाथन आनंद ने शानदार लय बरकरार रखते हुए रियाद में विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप खिताब जीत लिया. आनंद ने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी कार्लसन को नौवें दौर में हराकर 2013 विश्व चैंपियनशिप में मिली हार का बदला चुकता कर लिया. उन्होंने 2013 में यह खिताब कार्लसन को गंवाया था, जबकि 2003 में उन्होंने फाइनल में ब्लादीमिर क्रामनिक को हराकर खिताब जीता था. वह आखिरी पांच राउंड की शुरुआत के वक्त संयुक्त दूसरे स्थान पर थे, जब रूस के ब्लादीमिर फेडोसीव और इयान नेपोम्नियाश्चि के भी 15 में से 10. 5 अंक थे. आनंद ने टाइब्रेकर में फेडोसीव को 2.0 से हराकर खिताब जीता. आनंद ने 14वें राउंड में सफेद मोहरों से रूस के अलेक्जेंडर ग्रिसचुक को हराने से पहले दो ड्रॉ खेले. दूसरी ओर कार्लसन को रूस के ब्लादीस्लाव अर्तेमीव ने ड्रॉ पर रोका, जिससे आनंद उनके साथ संयुक्त शीर्ष पर आ गए. आखिरी दौर में आनंद ने चीन के बू शियांग्जी से ड्रॉ खेला, जबकि कार्लसन को ग्रिसचुक के हाथों अप्रत्याशित हार झेलनी पड़ी. 15 दौर के बाद आनंद 6 जीत और 9 ड्रॉ के बाद अपराजेय रहे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा मामलों पर बनी 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति में भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को नामित किया गया है. 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी प्रज्ञा ठाकुर अभी जमानत पर बाहर हैं. ठाकुर के खराब स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जमानत दी गई थी. कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले पर निशाना साधते हुए इसे 'देश की सेना का अपमान' बताया है. कांग्रेस ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा है, 'आतंकी मामलों की आरोपी और गोडसे की दिवानी प्रज्ञा ठाकुर को भाजपा सरकार ने रक्षा मामलों की संसदीय समिति में शामिल किया है. यह हमारे देश की सेना, हमारे देश के प्रतिष्ठित सांसद और हर भारतीय का अपमान है.' सलाहकार समिति का निर्णय संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा किया जाता है न कि संसद द्वारा. यह केवल सलाह दे सकती है, इसकी सिफारिशें मानना बाध्य नहीं होता. प्रज्ञा ठाकुर पहली बार सांसद बनी हैं और मध्य प्रदेश के भोपाल से चुनी गईं. लोकसभा चुनाव में ठाकुर ने दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह को 3.6 लाख से अधिक वोटों से हराया है. 31 अक्टूबर की अधिसूचना के अनुसार, समिति के अन्य सदस्यों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हैं. अब्दुल्ला को अगस्त में अनुच्छेद 370 पर केंद्र के फैसले के बाद से जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में उनके निवास पर हिरासत में लिया गया था और बाद में उन पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट लगाया गया था. समिति में शामिल की गई नई सदस्य प्रज्ञा ठाकुर पिछले कुछ महीनों में दो बड़े विवादों की वजह से चर्चा में रही हैं. जुलाई महीने में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वह नाले साफ करने के लिए नहीं चुनी गई हैं. वहीं ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को "देशभक्त" बताया था.
स्‍मार्टफोन बाजार में बढ़ती प्रतिस्‍पर्धा के बीच भारतीय बाजार के नंबर-1 मोबाइल ब्रांड सैमसंग ने अपने दो बेहतरीन स्‍मार्टफोन Galaxy S4 और Galaxy S4 mini की कीमतों में भारी कटौती कर दी है. कंपनी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नई कीमतों की घोषणा की है. सैमसंग इंडिया की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक ऑनलाइन स्‍टोर पर Galaxy S4 की नई कीमत 31, 814 रुपये है, जो पहले 40,500 रुपये थी. यानी कंपनी ने फोन की कीमत में 8,686 रुपये की कटौती की है. इसी तरह कंपनी ने Galaxy S4 mini (8जीबी) की कीमत में भी 4,082 रुपये की कटौती कर दी है. फोन के इस मॉडल की कीमत अब 19,278 रुपये रखी गई है जो पहले 23,360 रुपये थी. Galaxy S4 की खूबियां- प्रोसेसर- 1.6 GHz Quad + 1.2 GHz Quad रैम- 2 GB एंड्रॉयड- 4.2.2 जेली बीन स्‍क्रीन साइज- 5 इंच रिजोल्‍यूशन- Full HD, 1920 x 1080 Pixels कैमरा- 13 MP रीयर, 2 MP फ्रंट वीडियो रिकॉर्डिंग- 1920 x 1080, 30 fps मेमोरी- 16 GB इंटरनल, 64 GB एक्‍सपेंडेबल Galaxy S4 mini की खूबियां- प्रोसेसर- डुअल कोर 1.7 GHz रैम- 1.5 GB एंड्रॉयड- एंड्रॉयड 4.2.2 जेली बीन स्‍क्रीन साइज- 4.27 इंच कैमरा- 8 MP रीयर, 1.9 MP फ्रंट मेमोरी- 8 GB इंटरनल, 64 GB एक्‍सपेंडेबल
भारतीय मूल के विश्व के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक 101-वर्षीय फौजा सिंह ने प्रतिस्पर्धी प्रतियोगिताओं से संन्यास ले लिया। सिंह रविवार को अपनी अंतिम दौड़ पूरी करने के बाद बहुत खुशी महसूस कर रहे हैं। 'टर्बन्ड टोरनैडो' उपनाम से चर्चित सिंह ने एक घंटा 32 मिनट और 28 सेकंड में हांगकांग मैराथन की 10 किलोमीटर लंबी दौड़ पूरी की। हालांकि वह अपने निजी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने के लक्ष्य को पाने में नाकाम रहे। केवल पंजाबी बोलने वाले फौजा सिंह ने कहा, मैं बहुत खुश हूं। जब मैं दौड़ रहा था, मैंने बहुत अच्छा महसूस किया, लेकिन अब मैं रुक गया हूं, मैं थक गया हूं। भारत में जन्मे ब्रिटिश नागरिक फौजा सिंह 1 अप्रैल को 102 साल के हो जाएंगे। वह 2011 में टोरंटो में पूर्ण मैराथन में दौड़कर इसमें भाग लेने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति बने थे। हालांकि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा उनके रिकॉर्ड को मान्यता नहीं मिली, क्योंकि उनके पास उम्र साबित करने के लिए जन्म प्रमाणपत्र नहीं है।टिप्पणियां इंग्लैंड में बसने से पहले पंजाब में किसान रहे सिंह ने लंदन, टोरंटो और न्यूयॉर्क में 26 मील की नौ मैराथन में भाग लिया है। उन्होंने टोरंटो में सर्वश्रेष्ठ समय पांच घंटा, 40 मिनट और चार सेकंड हासिल किया था। फौजा सिंह ने कहा कि वह किसी बीमारी से पीड़ित नहीं हैं। लंदन 2012 ओलिंपिक की मशाल थाम चुके फौजा सिंह को जीवन में एकमात्र पछतावा यह है कि वह अंग्रेजी बोल और पढ़ नहीं सकते। उन्होंने रविवार को दौड़ से पहले कहा, मैं इस दिन को याद रखूंगा और इसकी कमी महसूस करूंगा, लेकिन मैं चैरिटी के लिए दौड़ना बंद नहीं करूंगा। 'टर्बन्ड टोरनैडो' उपनाम से चर्चित सिंह ने एक घंटा 32 मिनट और 28 सेकंड में हांगकांग मैराथन की 10 किलोमीटर लंबी दौड़ पूरी की। हालांकि वह अपने निजी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ने के लक्ष्य को पाने में नाकाम रहे। केवल पंजाबी बोलने वाले फौजा सिंह ने कहा, मैं बहुत खुश हूं। जब मैं दौड़ रहा था, मैंने बहुत अच्छा महसूस किया, लेकिन अब मैं रुक गया हूं, मैं थक गया हूं। भारत में जन्मे ब्रिटिश नागरिक फौजा सिंह 1 अप्रैल को 102 साल के हो जाएंगे। वह 2011 में टोरंटो में पूर्ण मैराथन में दौड़कर इसमें भाग लेने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति बने थे। हालांकि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा उनके रिकॉर्ड को मान्यता नहीं मिली, क्योंकि उनके पास उम्र साबित करने के लिए जन्म प्रमाणपत्र नहीं है।टिप्पणियां इंग्लैंड में बसने से पहले पंजाब में किसान रहे सिंह ने लंदन, टोरंटो और न्यूयॉर्क में 26 मील की नौ मैराथन में भाग लिया है। उन्होंने टोरंटो में सर्वश्रेष्ठ समय पांच घंटा, 40 मिनट और चार सेकंड हासिल किया था। फौजा सिंह ने कहा कि वह किसी बीमारी से पीड़ित नहीं हैं। लंदन 2012 ओलिंपिक की मशाल थाम चुके फौजा सिंह को जीवन में एकमात्र पछतावा यह है कि वह अंग्रेजी बोल और पढ़ नहीं सकते। उन्होंने रविवार को दौड़ से पहले कहा, मैं इस दिन को याद रखूंगा और इसकी कमी महसूस करूंगा, लेकिन मैं चैरिटी के लिए दौड़ना बंद नहीं करूंगा। केवल पंजाबी बोलने वाले फौजा सिंह ने कहा, मैं बहुत खुश हूं। जब मैं दौड़ रहा था, मैंने बहुत अच्छा महसूस किया, लेकिन अब मैं रुक गया हूं, मैं थक गया हूं। भारत में जन्मे ब्रिटिश नागरिक फौजा सिंह 1 अप्रैल को 102 साल के हो जाएंगे। वह 2011 में टोरंटो में पूर्ण मैराथन में दौड़कर इसमें भाग लेने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति बने थे। हालांकि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा उनके रिकॉर्ड को मान्यता नहीं मिली, क्योंकि उनके पास उम्र साबित करने के लिए जन्म प्रमाणपत्र नहीं है।टिप्पणियां इंग्लैंड में बसने से पहले पंजाब में किसान रहे सिंह ने लंदन, टोरंटो और न्यूयॉर्क में 26 मील की नौ मैराथन में भाग लिया है। उन्होंने टोरंटो में सर्वश्रेष्ठ समय पांच घंटा, 40 मिनट और चार सेकंड हासिल किया था। फौजा सिंह ने कहा कि वह किसी बीमारी से पीड़ित नहीं हैं। लंदन 2012 ओलिंपिक की मशाल थाम चुके फौजा सिंह को जीवन में एकमात्र पछतावा यह है कि वह अंग्रेजी बोल और पढ़ नहीं सकते। उन्होंने रविवार को दौड़ से पहले कहा, मैं इस दिन को याद रखूंगा और इसकी कमी महसूस करूंगा, लेकिन मैं चैरिटी के लिए दौड़ना बंद नहीं करूंगा। इंग्लैंड में बसने से पहले पंजाब में किसान रहे सिंह ने लंदन, टोरंटो और न्यूयॉर्क में 26 मील की नौ मैराथन में भाग लिया है। उन्होंने टोरंटो में सर्वश्रेष्ठ समय पांच घंटा, 40 मिनट और चार सेकंड हासिल किया था। फौजा सिंह ने कहा कि वह किसी बीमारी से पीड़ित नहीं हैं। लंदन 2012 ओलिंपिक की मशाल थाम चुके फौजा सिंह को जीवन में एकमात्र पछतावा यह है कि वह अंग्रेजी बोल और पढ़ नहीं सकते। उन्होंने रविवार को दौड़ से पहले कहा, मैं इस दिन को याद रखूंगा और इसकी कमी महसूस करूंगा, लेकिन मैं चैरिटी के लिए दौड़ना बंद नहीं करूंगा। उन्होंने रविवार को दौड़ से पहले कहा, मैं इस दिन को याद रखूंगा और इसकी कमी महसूस करूंगा, लेकिन मैं चैरिटी के लिए दौड़ना बंद नहीं करूंगा।
क्रांति 2002 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। संक्षेप चरित्र मुख्य कलाकार बॉबी द्योल - अभय प्रताप सिंह अमीशा पटेल - संजना रॉय विनोद खन्ना रति अग्निहोत्री - सुषमा सिंह कबीर बेदी - महेन्द्र प्रताप राना दलीप ताहिल राना जंग बहादुर अरुण बख़्शी बीरबल विजू खोटे नेहा - अनु युनुस परवेज़ ओम पुरी तेज सप्रू - जॉन टीकू तलसानिया दल संगीत रोचक तथ्य परिणाम बौक्स ऑफिस समीक्षाएँ नामांकन और पुरस्कार बाहरी कड़ियाँ 2002 में बनी हिन्दी फ़िल्म
भारत और अमेरिका के दबाव के कारण पाकिस्तान ने मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज़ सईद पर कार्रवाई की है. लेकिन इस कार्रवाई से हाफिज़ बौखला गया है. अब पाकिस्तान सरकार की ओर से हाफिज सईद द्वारा चलाए जाने वाले मदरसों और स्वास्थ्य सुविधाओं के खिलाफ कार्रवाई के बाद मुंबई हमले के मास्टर माइंड का कहना है कि वह सरकार की इस ‘‘अवैध’’ कार्रवाई को अदालत में चुनौती देगा. प्रतिबंधित समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने के दबाव के बीच पाकिस्तान ने सईद से जुड़े जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन द्वारा चलाए जाने वाले एक मदरसे तथा चार डिस्पेंसरी पर नियंत्रण कर लिया है. सरकार की कार्रवाई के बाद सईद ने कहा, ‘‘बिना किसी कानूनी आधार के मुझे 10 महीने तक हिरासत में रखने के बाद, सरकार अब हमारे स्कूलों, डिस्पेंसरी, एंबुलेंस और अन्य संपत्तियों को नियंत्रण में लेने के लिए अधिसूचना जारी कर रही है. इससे पंजाब, बलूचिस्तान, सिंध, आजाद कश्मीर और उत्तरी भागों में चलने वाले हमारे राहत अभियानों पर असर पड़ेगा.’’ पाकिस्तानी सरकार ने एक अध्यादेश पारित किया है जिसके तहत ‘‘2018 की अधिसूचना संख्या-2 के तहत संघीय सरकार जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन से जुड़ी (चल, अचल और मानव संसाधन) संपत्तियों को जब्त करने और नियंत्रण में लेने का निर्देश देती है.’’ यह अधिसूचना 10 फरवरी को जारी की गई है. अपने कार्यकर्ताओं के नाम संदेश में सईद ने सभी से शांति बनाए रखने और सरकार की कार्रवाईयों के खिलाफ कोई हिंसा नहीं करने की अपील की है. सईद ने कहा, ‘‘यह सबसे मुश्किल वक्त है, लेकिन कार्यकर्ता शांति बनाए रखें. शासक राजाओं से ज्यादा वफादारों के रूप में काम कर रहे हैं. भारत कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को लागू करने पर कभी विचार नहीं करता, लेकिन हमारे शासकों ने जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन जैसे देशभक्त संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राष्ट्रपति की ओर से आदेश पारित करवाया है.’’ जमात-उद-दावा प्रमुख का कहना है कि पाकिस्तान सरकार अमेरिका और भारत को खुश करने के लिए ‘‘हमारे खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है.’’  सईद का कहना है, ‘‘इस अवैध कार्रवाई के खिलाफ हम अदालत में अपनी लड़ाई लड़ेंगे.’’ यह है हाफिज पर एक्शन की वजह पेरिस में 18 से 23 फरवरी तक 'फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स' (FATF) की बैठक होने जा रही है. खबरों में कहा गया है कि अमेरिका और भारत कोशिश कर रहे हैं कि पाकिस्तान को इंटरनेशनल मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग लिस्ट में शामिल किया जाए. FATF की इस लिस्ट में पाकिस्तान को पिछली बार फरवरी 2012 में डाला गया था और वह तीन साल तक इस लिस्ट में रहा था. संघीय मंत्रिमंडल ने प्रतिबंधित समूहों की आर्थिक मदद रोकने के लिए मंगलवार को नए नियमों को मंजूरी दी. पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने आतंकवाद निरोधक कानूनों में राष्ट्रपति के एक अध्यादेश के जरिए बदलाव किया था. इसका मकसद हाफिज सईद से जुड़े संगठनों जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इन्सानियत फाउंडेशन और अन्य आतंकी गुटों को संयुक्त राष्ट्र के बैन संगठनों की लिस्ट में शामिल करना है.
जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा जिले में एलओसी के पास नौगांव सेक्टर में शुक्रवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को मार गिराया है. इस दौरान एक जवान भी शहीद हो गया. वहीं, बारामूला में सेना ने आतंकी ठिकाने को बम से उड़ा दिया. इसमें दो आतंकी मारे गए हैं. Naugam(J&K) encounter UPDATE: Four terrorists killed by security forces, one soldier has also lost his life — ANI (@ANI_news) May 27, 2016 बताया जा रहा है कि एलओसी के पास नौगांव सेक्टर में आतंकियों ने घुसपैठ के इरादे से सेना पर गोली चलाई थी, जवाब में सैनिकों ने भी फायरिंग की और चार आतंकियों को ढेर कर दिया . आतंकी सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे और इसी दौरान सेना पर गोलीबारी शुरू की. अरुणाचल का रहने वाला है शहीद जवान कुपवाड़ा में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए जवान की पहचान हवलदार हंगपन दादा के रूप में हुई है. 36 वर्षीय हंगपन अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले थे. बारामूला में भी आतंकियों से मुठभेड़ वहीं, दूसरी ओर बारामूला में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान सेना ने आतंकी ठिकाने को बम से उड़ा दिया.  आतंकियों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला किया था. मुठभेड़ में सेना और सीआरपीएफ के एक-एक जवान घायल हुए हैं. जिस घर में आतंकियों के छुपे होने की आशंका जताई जा रही थी सेना ने उसमें धमाका किया. सेना ने दो आतंकियों के मारे जाने और ऑपरेशन खत्म होने की पुष्टि की है.
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संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत की ऑफिशियल रिलीज डेट वॉयकॉम 18 ने जारी कर दी है. ये फिल्म 25 जनवरी को सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी. फिल्म तीन भाषाओं तमिल, तेलुगु और हिंदी में रिलीज होगी. दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह ने भी ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. निर्माताओं ने नए टाइटल के साथ पोस्टर भी जारी किया है. सेंसर ने पांच मॉडिफिकेशन के साथ फिल्म को "U/A" सर्टिफिकेट दिया है.  इस सर्टिफिकेट वाली फ़िल्में नाबालिग बच्चों को अकेले देखने की अनुमति नहीं है. यह देश की पहली ऐसी हिंदी फिल्म होगी जो IMAX 3D हिंदी में रिलीज होगी. हाल ही में सीबीएफसी के आदेश के बाद इसका नाम बदला गया है. फिल्म के निर्माताओं ने फेसबुक पर इसके वेरिफाइड अकाउंट का नाम बदलकर पद्मावत कर दिया है. Get ready to witness the epic tale #Padmaavat on 25th January 2018, in theatres near you!Now also in 3D, Imax 3D, Tamil & Telugu! @filmPadmaavat @RanveerOfficial @shahidkapoor pic.twitter.com/K6vxrPYSK1 — Deepika Padukone (@deepikapadukone) January 14, 2018 Viacom18 मोशन पिक्चर के सीओओ अजीत अंधारे ने कहा, पद्मावत राजपूतों की वीरता को ट्रिब्यूट है, जिसे बड़ी स्क्रीन पर देखना मजेदार होगा. फिल्म को भारत और दुनियाभर में 2D, 3D और Imax 3D में रिलीज किया जाएगा. फिल्म संजय लीला भंसाली के ट्रेडमार्क स्टाइल में बनाई गई है. हमने पैरामाउंट पिक्चर्स के साथ फिल्म को डिस्ट्रीब्यूट करने के लिए पार्टनरशिप की है. फिल्म दुनियाभर में 25 जनवरी को रिलीज होगी. अक्षय कुमार की पैडमैन के साथ भिड़ंत दीपिका, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर पद्मावत के जिस तारीख को रिलीज हो रही है उसी डेट पर अक्षय कुमार की पैडमैन भी रिलीज हो रही है. यह फिल्म सामाजिक मुद्दे पर आधारित है. पहले चर्चा थी कि पद्मावत की वजह से पैडमैन की डेट आगे खिसकेगी लेकिन निर्माता पहले से निर्धारित डेट पर ही फिल्म रिलीज को तैयार हैं. हालांकि पद्मावत के ठीक एक दिन बाद रिलीज होने वाली फिल्म अय्यारी की डेट्स आगे बढ़ा दी गई. नीरज पांडे की ये फिल्म अब 9 फरवरी को रिलीज होगी. सिनेमाघरों को जलाने की धमकी करणी सेना ने पूरे देश में फिल्म की रिलीज पर आपत्ति जताई है. धमकी भी दी है कि अगर फिल्म रिलीज हुई तो सिनेमाघरों को जला दिया जाएगा. करणी सेना के एक नेता ने यहां तक कहा कि अगर नाम बदलने से कोई चीज बदल जाती है तो हम पेट्रोल को गंगाजल समझकर सिनेमाघरों में छिड़कर आग लगा देंगे. भंसाली के फिल्म की शूटिंग शुरू होने के बाद से ही करणी सेना लगातार विरोध कर रही है. आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है. रानी पद्मिनी के चरित्र को गलत तरीके से पेश किया गया. शनिवार को भी करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सेंसर बोर्ड के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने की कोशिश भी की. 96 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था. बता दें कि पिछले साल 1 दिसंबर को सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया में कमी के चलते सेंसर में फिल्म पास नहीं हो पाई थी. इस वजह से निर्माताओं की ओर से तय रिलीज पर पद्मावत सिनेमाघरों तक नहीं पहुंच पाई. दोबारा प्रक्रिया शुरू होने के बाद खबरें हैं कि सेंसर ने कुछ बदलाव के साथ फिल्म को मंजूर कर लिया है. पहले भी सूत्रों ने फिल्म के 25 या 26 जनवरी को रिलीज होने की संभावना जताई थी. क्या इस एक बड़ी वजह से भंसाली चाहते हैं 25 जनवरी को ही रिलीज हो 'पद्मावत' राजस्थान के बाद इन दो राज्यों ने भी किया बैन मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान और गुजरात में विजय रूपाणी ने पहले की गई घोषणा के मुताबिक़ पद्मावत पर बैन जारी रखने का फैसला किया है. शनिवार को रूपाणी ने कहा, गुजरात में चुनाव से पहले ही 'पद्मावत' पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसे अभी भी बरकरार रखा गया है. गुजरात में फिल्म रिलीज नहीं होगी. इससे पहले वसुंधरा राजे सरकार ने भी राजस्थान में फिल्म के प्रदर्शन को रोक दिया है. बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ पर मचे घमासान के बाद यूपी, उत्तराखंड और पंजाब जैसे राज्यों ने भी विवादित कंटेंट के साथ फिल्म की रिलीज रोकने की बात की थी. गोवा में पुलिस ने राज्य सरकार से सिफारिश की है कि पद्मावत रिलीज नहीं की जाए. इसके पीछे गोवा पुलिस का तर्क है, यह सीजन पर्यटकों का है. फिल्म रिलीज होने पर हिंसा या विवाद भड़क सकते हैं. मुंबई पुलिस ने 26 जनवरी के मौके पर सिक्योरिटी कारणों के चलते फिल्म की रिलीज को टालने की बात की है. सेंसर ने बनाई थी स्पेशल कमेटी कुछ ही दिन पहले सेंसर ने फिल्म की सर्टिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने की जानकारी दी थी. सेंसर ने इसके लिए कमेटी गठित की थी. कमेटी की सिफारिशों के बाद निर्माताओं के साथ एक मीटिंग में फिल्म में 5 जरूरी बदलाव सुझाए गए थे. ये बदलाव उन बिंदुओं पर हैं जिन्हें लेकर पिछले कई महीनों से दीपिका की फिल्म पद्मावत का विरोध किया जा रहा है. सेंसर ने फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया है.
आपको अंडा उबला हुआ, फ्राई किया हुआ या और या किसी अन्य रूप में पकाकर खाना अच्छा लगता है, उससे न केवल जीभ के स्वाद का पता चलता है, बल्कि आपके व्यक्तित्व और यौन झुकाव की जानकारी भी मिलती है। ब्रिटिश एग इंडस्ट्री काउंसिल के लिए किए गए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 1,010 वयस्कों से बात की और पाया कि अधपका अंडा खाने वालों को घूमना पसंद होता है। उबला अंडा खाने वालों को संगठित होकर रहना अच्छा नहीं लगता। फ्राई किया हुआ अंडा खाने वाले लोगों की यौन इच्छा तीव्र होती है।टिप्पणियां अंडे की भुर्जी जिन्हें पसंद होती है, वह लोग दूसरों के प्रति गहरा लगाव रखते हैं, जबकि आमलेट खाने वाले लोग खुद को अनुशासित रखते हैं। 'डेली मेल' की खबर में कहा गया है कि अध्ययन के अनुसार, अधपका अंडा खाने वाले लोगा आम तौर पर खुश रहते हैं। उबला अंडा खाने वालों के तलाक लेने की आशंका अधिक होती है। तला हुआ अंडा खाने के शौकीन अक्सर दक्ष और कामकाजी होते हैं। भुर्जी के दीवाने अक्सर नि:संतान लोग होते हैं। ब्रिटिश एग इंडस्ट्री काउंसिल के एंड्रयू जोरेट ने कहा, आश्चर्यजनक है कि किसी के अंडा खाने के पसंदीदा तरीके से उसकी आदतों के बारे में पता लगाया जा सकता है। बहरहाल, यह बात महत्वपूर्ण नहीं है कि अंडा किस तरह खाया जाए। अहम बात यह है कि यह अत्यंत पोषक होता है और शरीर की कई जरूरतों को पूरा करता है। ब्रिटिश एग इंडस्ट्री काउंसिल के लिए किए गए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 1,010 वयस्कों से बात की और पाया कि अधपका अंडा खाने वालों को घूमना पसंद होता है। उबला अंडा खाने वालों को संगठित होकर रहना अच्छा नहीं लगता। फ्राई किया हुआ अंडा खाने वाले लोगों की यौन इच्छा तीव्र होती है।टिप्पणियां अंडे की भुर्जी जिन्हें पसंद होती है, वह लोग दूसरों के प्रति गहरा लगाव रखते हैं, जबकि आमलेट खाने वाले लोग खुद को अनुशासित रखते हैं। 'डेली मेल' की खबर में कहा गया है कि अध्ययन के अनुसार, अधपका अंडा खाने वाले लोगा आम तौर पर खुश रहते हैं। उबला अंडा खाने वालों के तलाक लेने की आशंका अधिक होती है। तला हुआ अंडा खाने के शौकीन अक्सर दक्ष और कामकाजी होते हैं। भुर्जी के दीवाने अक्सर नि:संतान लोग होते हैं। ब्रिटिश एग इंडस्ट्री काउंसिल के एंड्रयू जोरेट ने कहा, आश्चर्यजनक है कि किसी के अंडा खाने के पसंदीदा तरीके से उसकी आदतों के बारे में पता लगाया जा सकता है। बहरहाल, यह बात महत्वपूर्ण नहीं है कि अंडा किस तरह खाया जाए। अहम बात यह है कि यह अत्यंत पोषक होता है और शरीर की कई जरूरतों को पूरा करता है। अंडे की भुर्जी जिन्हें पसंद होती है, वह लोग दूसरों के प्रति गहरा लगाव रखते हैं, जबकि आमलेट खाने वाले लोग खुद को अनुशासित रखते हैं। 'डेली मेल' की खबर में कहा गया है कि अध्ययन के अनुसार, अधपका अंडा खाने वाले लोगा आम तौर पर खुश रहते हैं। उबला अंडा खाने वालों के तलाक लेने की आशंका अधिक होती है। तला हुआ अंडा खाने के शौकीन अक्सर दक्ष और कामकाजी होते हैं। भुर्जी के दीवाने अक्सर नि:संतान लोग होते हैं। ब्रिटिश एग इंडस्ट्री काउंसिल के एंड्रयू जोरेट ने कहा, आश्चर्यजनक है कि किसी के अंडा खाने के पसंदीदा तरीके से उसकी आदतों के बारे में पता लगाया जा सकता है। बहरहाल, यह बात महत्वपूर्ण नहीं है कि अंडा किस तरह खाया जाए। अहम बात यह है कि यह अत्यंत पोषक होता है और शरीर की कई जरूरतों को पूरा करता है। तला हुआ अंडा खाने के शौकीन अक्सर दक्ष और कामकाजी होते हैं। भुर्जी के दीवाने अक्सर नि:संतान लोग होते हैं। ब्रिटिश एग इंडस्ट्री काउंसिल के एंड्रयू जोरेट ने कहा, आश्चर्यजनक है कि किसी के अंडा खाने के पसंदीदा तरीके से उसकी आदतों के बारे में पता लगाया जा सकता है। बहरहाल, यह बात महत्वपूर्ण नहीं है कि अंडा किस तरह खाया जाए। अहम बात यह है कि यह अत्यंत पोषक होता है और शरीर की कई जरूरतों को पूरा करता है।
नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर पाकिस्तानी फायरिंग में एक जवान घायल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे से पहले पाकिस्तान बौखला गया है. राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में शुक्रवार को पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है. इसमें एक जवान ने जवान शहीद हो गया. पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है. अब राजौरी में हुए सीजफायर का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है. पाकिस्तान की तरफ से तोड़े गए सीजफायर में एक जवान शहीद हो गया. इससे पहले भी पाकिस्तान कई बार सीजफायर तोड़ चुका है. गुरुवार को भी पाकिस्तान ने पुंछ में सीजफायर तोड़ा था. पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की गई थी. इसके साथ ही पाकिस्तान की ओर से मोर्टार भी दागे गए थे. वहीं आज से दो दिन के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर आ रहे हैं. हालांकि पाकिस्तान और चीन के बीच अच्छे संबंधों के बावजूद पाक ने सीजफायर का उल्लंघन किया. दो दिवसीय दौरा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 11-12 अक्टूबर को भारत दौरे पर रहेंगे. वह इस दौरान तमिलनाडु के महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक करेंगे. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक के लिए 11-12 अक्टूबर को भारत में चेन्नई का दौरा करेंगे.
यह लेख है: पुलिस ने कहा कि जिले के ताराबाई पार्क स्थित ‘फैबइंडिया’ स्टोर में यह घटना 31 मार्च को हुई। यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को गोवा के कैंडोलिम स्थित ‘फैबइंडिया’ स्टोर में खरीददारी के दौरान ट्रायल रूप में एक छुपा हुआ कैमरा पकड़ा था। महिला की ओर से दर्ज कराई गई एक शिकायत के बाद पुलिस ने आनंद इस्पुरले नाम के कामगार को एक अप्रैल को गिरफ्तार किया। आनंद को न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया गया है । पुलिस ने कहा कि जब महिला ट्रायल रूम में अपने पसंद के कपड़े पहन कर उसे परख रह थी उस वक्त आनंद ने दरवाजे और फर्श के बीच की जगह में अपना मोबाइल फोन रिकॉर्डिंग मोड में डाल दिया । उन्होंने कहा कि जब महिला की नजर फोन पर पड़ी तो उसने शोर मचाया। आनंद ने इस पर मोबाइल फोन तुरंत हटा लिया और स्टोर के किनारे जाकर रिकॉर्डिंग मिटाने लगा। जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में देखा कि आनंद महिला का वीडियो बना रहा था।
भारत की स्टार शटलर वर्ल्ड नंबर-3 पीवी सिंधु हांगकांग ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन के फाइनल में पहुंच गई हैं. पिछली बार की उपविजेता सिंधु ने शनिवार को सेमीफाइनल में थाईलैंड की वर्ल्ड नंबर-6 रत्चानोक इंतानोन को मात दी. सिंधु ने यह मुकाबला सीधे गेमों में 43 मिनट में 21-17, 21-17 से जीता. अब रविवार को फाइनल में 22 साल की सिंधु का मुकाबला चीनी ताइपेई की वर्ल्ड नंबर-1 ताई जु यिंग से होगा. इन दोनों के बीच अब तक 10 मुकाबले हो चुके हैं. जिनमें सिंधु 3-7 से पीछे हैं. सिंधु और रत्चानोक के बीच यह छठी भिड़ंत थी. सिंधु ने रत्चानोक को दूसरी बार हराकर अपना रिकॉर्ड कुछ बेहतर किया. इससे पहले सिंधु 4 बार रत्चानोक से हार चुकी हैं. हांगकांग ओपन: सिंधु का सफर रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट सिंधु ने जापान की वर्ल्ड नंबर-2 अकाने यामागुची को 36 मिनट में 21-12, 21-19 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. सिंधु जापान की ही वर्ल्ड नंबर-14 अया ओहोरी को 39 मिनट में 21-14, 21-17 से मात देकर क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं. सिंधु ने पहले दौर में 786वीं रैंकिंग वाली हांगकांग की यूट यी लुंग को 26 मिनट में 21-18, 21-10 से हराया.
जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा को आला दर्जे की सुरक्षा के तहत रखने को कहा. प्रधानमंत्री सिंह को भेजे गए पत्र में स्वामी ने कहा कि राजा को आला दर्जे की सुरक्षा में रखा जाना चाहिए क्योंकि कुछ लोग उन्हें हमेशा के लिए ‘शांत’ करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि राजा के पास सत्ता में बैठे कुछ लोगों के बारे में परेशान करने वाली अहम सूचनाएं हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी और सलाहकार इवांका ट्रंप भारत दौरे पर हैं. इवांका यहां ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट में हिस्सा लेने पहुंची हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम का उद्घाटन करने पहुंच चुके हैं. इस कार्यक्रम में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी शिरकत कर रही है. PM मोदी इवांका से भी मुलाकात कर रहे हैं. मंगलवार को ग्लोबल एंटरप्रेयन्योरशिप समिट में पहुंचे से पहले पीएम मोदी हैदराबाद मेट्रो का उद्घाटन किया. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव भी मौजूद रहे. पीएम ने खुद भी मेट्रो का सफर किया. इसका परिचालन 29 नवंबर से शुरू होगा. पहले चरण में नागोले और मियापुर के बीच 30 किलोमीटर लंबी मेट्रो रेल सेवा की शुरुआत होगी. इस मार्ग में कुल 24 स्टेशन होंगे. PM Narendra Modi, Telangana CM KC Rao & Governor ESL Narasimhan. take a ride in the newly inaugurated #HyderabadMetro pic.twitter.com/J7IHq6MVUn — ANI (@ANI) November 28, 2017 मेट्रो का उद्घाटन करने के बाद पीएम GE समिट में शामिल होने पहुंचे. यहां वे अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी इवांका ट्रंप से मुलाकात कर रहे हैं. #FLASH PM Narendra Modi inaugurates #HyderabadMetro pic.twitter.com/VDbVSYjmPe — ANI (@ANI) November 28, 2017 एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं को किया संबोधित हैदराबाद मेट्रो का उद्घाटन करने पहुंचे पीएम मोदी के स्वागत में हैदराबाद एयरपोर्ट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं पहुंचे. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया की नजरें हैदराबाद पर हैं, आज यहां पर दुनिया भर के बिजनेसमैन आए हुए हैं. मोदी ने कहा कि लाखों कार्यकर्ताओं की मेहनत के कारण आज बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनी है. मोदी बोले कि दक्षिण में बीजेपी सरकार काफी कम बनी है, लेकिन हमारी कार्यकर्ता फिर भी मेहनत के साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसी राज्य के साथ भेदभाव नहीं करती है, हर राज्य को मदद की जा रही है. #Telangana : PM Narendra Modi arrives in Hyderabad where he will inaugurate Metro Rail Project and #GlobalEntrepreneurshipSummit later today, CM K Chandrashekhar Rao received him at the airport. pic.twitter.com/jqdXMM7KKi — ANI (@ANI) November 28, 2017 Will be in Hyderabad today, where I inaugurate the Hyderabad Metro and take part in the @GES2017 . The Summit, which is jointly hosted with USA celebrates entrepreneurship. This year we are focussing on the theme 'Women First, Prosperity for All.’ https://t.co/oCPJCen96T — Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2017 इस दौरान मुख्यमंत्री राव ने बताया कि सभी ट्रेनों में शुरुआत में 3 डिब्बे कोच होंगे. यात्रियों की संख्या के मद्देनजर डिब्बों की संख्या को बढ़ाकर छह किया जाएगा. उन्होंने बताया कि तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम टीएसआरटीसी मेट्रो के लिए फीडर सेवाएं भी शुरू करेगी. एलएंडटी मेट्रो रेल हैदराबाद लिमिटेड ने हैदराबाद मेट्रो के लिए शनिवार को किराए की घोषणा की. दो किलोमीटर तक के लिए न्यूनतम किराया 10 रुपये होगा और 26 किलोमीटर से ज्यादा दूरी के लिए अधिकतम किराया 60 रुपये होगा.
यह एक लेख है: 'मिर्ज़या' से हिन्दी फिल्म जगत में पर्दापण करने जा रहे अभिनेता अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन का कहना है कि जब पटकथा चुनने की बात आती है तो वह सुपरस्टार आमिर खान से प्रेरणा लेते हैं और उन्हें रणबीर कपूर का सहज अभिनय पसंद है. हर्षवर्धन अभिनीत 'मिर्ज़या' का निर्देशन राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने किया है. इस फिल्म की कहानी पंजाबी लोककथा ‘मिर्जा-साहिबा’ पर आधारित है. यह पूछे जाने पर कि हिन्दी फिल्म जगत के किस अभिनेता से वह प्रेरित हैं तो हर्षवर्धन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आमिर से बहुत ज्यादा प्रभावित हूं। जब मेरी पीढ़ी बड़ी हो रही थी, उस समय 2001 में ‘दिल चाहता है’ आई थी, उसके बाद ‘लगान’ और उसके बाद ‘रंग दे बसंती’ आई थी. यह हमारे लिए, हमारी पीढ़ी के लिए नया मापदंड पेश करने वाली फिल्म थीं. 25 वर्षीय नवोदित अभिनेता ने बताया, ऐसे समय में जब अभिनेता एक ही समय में कई फिल्में करते थे, उन्होंने (आमिर) अलग तरह से काम करने का निर्णय लिया और एक समय में एक ही चीज पर ध्यान केन्द्रित किया. आमिर का फिल्म चयन एवं उनकी प्रतिबद्धता और रणबीर (कपूर) का सहज अभिनय मुझे प्रेरणा देते हैं.. अभिनेता फिल्म का संगीत जारी करने के अवसर पर बोल रहे थे। गुलजार 'मिर्ज़या' से 17 वर्ष बाद पटकथा लेखन में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने आखिरी बार तब्बू और सुनील शेट्टी अभिनीत ‘हु तू तू’ के लिए पटकथा लेखन किया था.टिप्पणियां इस फिल्म से सैयामी खेर भी फिल्म जगत में अपने करियर की शुरुआत कर रही हैं. वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री तन्वी आजमी की रिश्तेदार हैं. यह फिल्म 7 अक्तूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) हर्षवर्धन अभिनीत 'मिर्ज़या' का निर्देशन राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने किया है. इस फिल्म की कहानी पंजाबी लोककथा ‘मिर्जा-साहिबा’ पर आधारित है. यह पूछे जाने पर कि हिन्दी फिल्म जगत के किस अभिनेता से वह प्रेरित हैं तो हर्षवर्धन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आमिर से बहुत ज्यादा प्रभावित हूं। जब मेरी पीढ़ी बड़ी हो रही थी, उस समय 2001 में ‘दिल चाहता है’ आई थी, उसके बाद ‘लगान’ और उसके बाद ‘रंग दे बसंती’ आई थी. यह हमारे लिए, हमारी पीढ़ी के लिए नया मापदंड पेश करने वाली फिल्म थीं. 25 वर्षीय नवोदित अभिनेता ने बताया, ऐसे समय में जब अभिनेता एक ही समय में कई फिल्में करते थे, उन्होंने (आमिर) अलग तरह से काम करने का निर्णय लिया और एक समय में एक ही चीज पर ध्यान केन्द्रित किया. आमिर का फिल्म चयन एवं उनकी प्रतिबद्धता और रणबीर (कपूर) का सहज अभिनय मुझे प्रेरणा देते हैं.. अभिनेता फिल्म का संगीत जारी करने के अवसर पर बोल रहे थे। गुलजार 'मिर्ज़या' से 17 वर्ष बाद पटकथा लेखन में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने आखिरी बार तब्बू और सुनील शेट्टी अभिनीत ‘हु तू तू’ के लिए पटकथा लेखन किया था.टिप्पणियां इस फिल्म से सैयामी खेर भी फिल्म जगत में अपने करियर की शुरुआत कर रही हैं. वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री तन्वी आजमी की रिश्तेदार हैं. यह फिल्म 7 अक्तूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) यह पूछे जाने पर कि हिन्दी फिल्म जगत के किस अभिनेता से वह प्रेरित हैं तो हर्षवर्धन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आमिर से बहुत ज्यादा प्रभावित हूं। जब मेरी पीढ़ी बड़ी हो रही थी, उस समय 2001 में ‘दिल चाहता है’ आई थी, उसके बाद ‘लगान’ और उसके बाद ‘रंग दे बसंती’ आई थी. यह हमारे लिए, हमारी पीढ़ी के लिए नया मापदंड पेश करने वाली फिल्म थीं. 25 वर्षीय नवोदित अभिनेता ने बताया, ऐसे समय में जब अभिनेता एक ही समय में कई फिल्में करते थे, उन्होंने (आमिर) अलग तरह से काम करने का निर्णय लिया और एक समय में एक ही चीज पर ध्यान केन्द्रित किया. आमिर का फिल्म चयन एवं उनकी प्रतिबद्धता और रणबीर (कपूर) का सहज अभिनय मुझे प्रेरणा देते हैं.. अभिनेता फिल्म का संगीत जारी करने के अवसर पर बोल रहे थे। गुलजार 'मिर्ज़या' से 17 वर्ष बाद पटकथा लेखन में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने आखिरी बार तब्बू और सुनील शेट्टी अभिनीत ‘हु तू तू’ के लिए पटकथा लेखन किया था.टिप्पणियां इस फिल्म से सैयामी खेर भी फिल्म जगत में अपने करियर की शुरुआत कर रही हैं. वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री तन्वी आजमी की रिश्तेदार हैं. यह फिल्म 7 अक्तूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 25 वर्षीय नवोदित अभिनेता ने बताया, ऐसे समय में जब अभिनेता एक ही समय में कई फिल्में करते थे, उन्होंने (आमिर) अलग तरह से काम करने का निर्णय लिया और एक समय में एक ही चीज पर ध्यान केन्द्रित किया. आमिर का फिल्म चयन एवं उनकी प्रतिबद्धता और रणबीर (कपूर) का सहज अभिनय मुझे प्रेरणा देते हैं.. अभिनेता फिल्म का संगीत जारी करने के अवसर पर बोल रहे थे। गुलजार 'मिर्ज़या' से 17 वर्ष बाद पटकथा लेखन में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने आखिरी बार तब्बू और सुनील शेट्टी अभिनीत ‘हु तू तू’ के लिए पटकथा लेखन किया था.टिप्पणियां इस फिल्म से सैयामी खेर भी फिल्म जगत में अपने करियर की शुरुआत कर रही हैं. वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री तन्वी आजमी की रिश्तेदार हैं. यह फिल्म 7 अक्तूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) गुलजार 'मिर्ज़या' से 17 वर्ष बाद पटकथा लेखन में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने आखिरी बार तब्बू और सुनील शेट्टी अभिनीत ‘हु तू तू’ के लिए पटकथा लेखन किया था.टिप्पणियां इस फिल्म से सैयामी खेर भी फिल्म जगत में अपने करियर की शुरुआत कर रही हैं. वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री तन्वी आजमी की रिश्तेदार हैं. यह फिल्म 7 अक्तूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस फिल्म से सैयामी खेर भी फिल्म जगत में अपने करियर की शुरुआत कर रही हैं. वह राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री तन्वी आजमी की रिश्तेदार हैं. यह फिल्म 7 अक्तूबर को सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. राजनाथ सिंह अच्छे वक्ता, अच्छे रणनीतिकार और कुशल प्रबंधक माने जाते हैं. वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. बीजेपी में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी के नाम पर राजनाथ सिंह ने पूरी पार्टी को राजी किया. अब 2014 लोकसभा चुनाव उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती है.
इक्विटी पूंजी का बाजार पूर्व की ओर अग्रसर है और अगले 15 साल में भारत विदेशी कंपनियों के लिए शेयर सूचीबद्ध करने के लिहाज से सबसे आकर्षक गंतव्यों में शामिल होगा। प्राइसवाटरहाउस कूपर्स की पूंजी बाजार 2025 में शीर्षक वाली रपट में वैश्विक स्तर की 400 कंपनियों के वरिष्ठ प्रबंधकों के विचारों को शामिल किया गया है। इसमें कहा गया है कि तेजी से अग्रसर एशिया भविष्य में सूचीबद्धता के लिए आकषर्क गंतव्य के रूप में उभरा है। सर्वेक्षण में शामिल करीब 80 फीसद अधिकारियों का कहना था कि 2025 तक चीन नए इश्युओं के लिए सबसे आकर्षक गंतव्य होगा। भारत इस मामले में दूसरे स्थान पर होगा। करीब 59 फीसद लोगों ने कहा कि भारत सूचीबद्धता के लिए सबसे आकर्षक गंतव्य होगा। सर्वेक्षण में कहा गया है कि इश्यू पूंजी के लिहाज से भारत तीसरे स्थान पर होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि हांगकांग स्टाक एक्सचेंज में विदेशी कंपनियों ने चीन के उपक्रमों को पीछे छोड़ दिया है। विदेशी कंपनियों ने आईपीओ के जरिये 122.5 अरब डॉलर जुटाए हैं, जो हांगकांग में सार्वजनिक निर्गम के जरिये जुटाई गई राशि का 70 फीसद है। इसी तरह सिंगापुर एक्सचेंज के साथ भी यही स्थिति है। सिंगापुर एक्सचेंज में सूचीबद्ध 40 फीसद कंपनियां सिंगापुर से बाहर की हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का प्राथमिक बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है। 2010 में 63 आईपीओ के जरिये 8.3 अरब डॉलर जुटाए गए थे। 2008 में 36 आईपीओ से 4.5 अरब डॉलर की राशि जुटी थी। हालांकि वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार घटने की वजह से 2011 के कैलंडर साल में घरेलू कंपनियों ने 34 आईपीओ के जरिये 1.14 अरब डॉलर ही जुटाए हैं।
केरल के मंदिरों में गैर ब्राह्मण पुजारियों की नियुक्ति के बाद पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में भी ऐसी ही मांग उठने लगी है. तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने राज्य सरकार को केरल से सीख लेते हुए जाति से इतर पूरी तरह प्रशिक्षित लोगों को पुजारी नियुक्त करने का आग्रह किया. दरअसल केरल ने सदियों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए मंदिरों में गैर ब्राह्मण पुजारी की नियुक्ति का फैसला किया है. राज्य में मंदिरों का प्रबंधन देखने वाली त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) ने पुजारी के तौर पर नियुक्ति के लिए छह दलितों  सहित 36 गैर-ब्राह्मणों के नाम सुझाए हैं. टीडीबी ने अपने प्रबंधन में चलने वाले राज्य के 1,248 मंदिरों में लोक सेवा आयोग (पीएससी) की तर्ज पर लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर पुजारियों की नियुक्ति का निर्णय लिया है. देवस्वम मंत्री कदकमपल्ली रामचंद्रन ने साफ किया है बोर्ड प्रबंधन में चलने वाले मंदिरों पुजारियों का चयन मेरिट के आधार पर होगा और इसमें आरक्षण के नियमों का भी पालन किया जाएगा. ऐसे में पुजारियों के कुल 62 पदों पर नियुक्ति के लिए 26 अगड़ी जाति, तथा 36 गैर-ब्राह्मणों के नाम की सिफारिश की गई है. बोर्ड के इस फैसले के बाद कई जानकारों को आशंका है कि इसे लागू कराने में खासी मुश्किल होगी और सदियों पुरानी इस परंपरा को यूं बदलने का लोग विरोध करेंगे.  हालांकि केरल की वामपंथी सरकार ने विश्वास जताया है कि दलित पुजारियों को लेकर समाज में आम सम्मति बना ली जाएगी.
यह लेख है: बिहार के नक्सल प्रभावित गया जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस ने नक्सलियों की एक साजिश नाकाम करते हुए छह किलोग्राम वजन का एक सिलेंडर बम बरामद किया. पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर जिला पुलिस बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने बाराचट्टी थाना क्षेत्र के रेवदा जंगल में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया गया. इस दौरान जंगली क्षेत्र से छह किलोग्राम का एक सिलेंडर बम बरामद किया गया.टिप्पणियां बाराचट्टी के थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि बम सड़क के अंदर छिपाकर लगाया गया था. आंशका जाहिर की जा रही है कि नक्सलियों द्वारा यह बम यहां रखा गया था, जिसे बाद में सुरक्षाबलों के खिलाफ प्रयोग किया जाता. उन्होंने बताया कि बम बरामदगी के बाद बम निरोधक दस्ता द्वारा बम को निष्क्रिय कर दिया गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बाराचट्टी के थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि बम सड़क के अंदर छिपाकर लगाया गया था. आंशका जाहिर की जा रही है कि नक्सलियों द्वारा यह बम यहां रखा गया था, जिसे बाद में सुरक्षाबलों के खिलाफ प्रयोग किया जाता. उन्होंने बताया कि बम बरामदगी के बाद बम निरोधक दस्ता द्वारा बम को निष्क्रिय कर दिया गया. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गुजरात में अहमदाबाद की विशेष अदालत वर्ष 2002 के गोधरा ट्रेन आगजनी मामले में दोषी पाये गए 31 लोगों के खिलाफ शुक्रवार को सजा सुना सकती है. गोधरा ट्रेन अग्निकांड में 59 कारसेवक मारे गए थे और इससे गुजरात में सांप्रदायिक दंगा भड़क गया था. साबरमती जेल परिसर के अंदर सुनवाई करने वाले न्यायाधीश पी आर पटेल 31 लोगों की ओर से उनके वकील और अभियोजन पक्ष के वकील की दलीलें सुनने के बाद सजा की घोषणा कर सकते हैं. अदालत ने 22 फरवरी को इन 31 लोगों को दोषी ठहराया था तथा मुख्य षड्यंत्रकर्ता मौलवी हुसैन उमरजी समेत 63 को बरी कर दिया था.
एक अन्य व्यक्ति की मौत 11वीं मंजिल से नीचे गिरने पर हुई और तीसरे व्यक्ति की मौत एक ट्रक से कुचल कर हुई. सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार रात दो और लोगों के मारे जाने और 153 अन्य लोगों के घायल होने की पुष्टि की.टिप्पणियां मकाओ में थोड़ी देर के लिए बिजली भी चली गई थी लेकिन रात दो बजे तक बहाल हो गई. गुआंगदोंग में चार लोगों की मौत हो गई और एक लापता है. सरकार ने 26,817 लोगों अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित किया गया है. करीब 664 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हो गई है. भूस्खलन, बाढ़ और अन्य भूवैज्ञानिक आपदाओं के लिए चेतावनी जारी कर दी गई है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मकाओ में थोड़ी देर के लिए बिजली भी चली गई थी लेकिन रात दो बजे तक बहाल हो गई. गुआंगदोंग में चार लोगों की मौत हो गई और एक लापता है. सरकार ने 26,817 लोगों अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित किया गया है. करीब 664 हेक्टेयर कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हो गई है. भूस्खलन, बाढ़ और अन्य भूवैज्ञानिक आपदाओं के लिए चेतावनी जारी कर दी गई है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 75 किलोमीटर दूर एक पेट्रोल पम्प के लेडीज टॉयलेट में लगे हिडन कैमरे से अश्लील फोटो लिए जाने का मामला सामने आया है. भोपाल की एक छात्रा ने इसका पर्दाफाश किया जब वो अपने परिवार के साथ बुधवार को छिंद के हनुमान मंदिर से लौट रही थी. बीकॉम सेकेंड ईयर की छात्रा जब इस टॉयलेट में गई तो उसके मोबाइल का नेटवर्क नहीं मिला. इस पर उसे शक हुआ क्योंकि बाहर पूरा नेटवर्क था. इस छात्रा की नजर टॉयलेट की दीवार पर लगे हिडन कैमरे पर पड़ी. जब उसने कैमरे की 'आई' के पास हाथ से खुरचने की कोशिश की तो वहां तार भी मिले. इस लड़की ने अपनी मां और भाई की मदद से पूरा कैमरा निकाला. इस दौरान पम्प पर तैनात कर्मचारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की. छात्रा का कहना है कि उसने एक कमरे में कैमरे के तार जाते देखे और वो एक कंप्यूटर से कनेक्ट थे. ये पेट्रोल पंप भोपाल-जबलपुर रोड पर बना हुआ है. दो घंटे तक जब पुलिस पेट्रोल पंप पर नहीं पहुंची तो वो लड़की कैमरा लेकर अपने घर आ गई. अगले दिन यानी गुरुवार को रायसेन जिले के सुल्तानपुर थाने की पुलिस ने पीड़िता के घर आकर जांच की. पीड़िता ने ये भी बताया कि उसने वहां करीब 50 सिम कार्ड भी देखे थे. इस घटना के बाद पीड़िता डरी हुई है और पुलिस से सुरक्षा की मांग की है. आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले स्थित नादुकट्टुपट्टी में शुक्रवार को 25 फुट गहरे बोरवेल में एक दो साल का बच्चा गिर गया. लड़के की पहचान सुजीत विल्सन (Sujith Wilson) के रूप में की गई. सूचना मिलने के तुरंत बाद, बचाव दल मौके पर पहुंचा और सुजीत तक पहुंचने के लिए बोरवेल से सटे जमीन को खोदकर एक सुरंग बनाने के लिए बुल्डोजर का इस्तेमाल किया. हालांकि, फायर सर्विस टीम ने जमीन के 10 फीट नीचे चट्टानी जगह होने के कारण ड्रिलिंग बंद कर दी थी. बच्चा शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे तब बोरवेल में गिरा, जब वह अपने घर के पास खेल रहा था. मेडिकल टीम बोरवेल के बाहर से सुजीत को ऑक्सीजन प्रोवाइड करा रही है. फिलहाल अभी बचावकार्य जारी है. स्वास्थ्य मंत्री विजयबाकर, पर्यटन मंत्री नटराजन, कलेक्टर शिवरसु और एसपी जियाउल हक इस मामले में नजर बनाए हुए हैं और सुजीत को जल्द से जल्द बचाने की कोशिश करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बुधवार को घोषणा पत्र जारी किया. इसमें उन्होंने वादा किया कि लोकसभा चुनावों के बाद अगर विपक्षी गठबंधन सत्ता में आया तो नोटबंदी की जांच कराई जाएगी और योजना आयोग को बहाल किया जाएगा. ममता ने अपनी पार्टी के चुनावी घोषणापत्र को जारी करते हुए कहा कि 100 दिनों के काम की योजना को बढ़ाकर 200 दिनों का किया जाएगा और इसके तहत मजदूरी भी दोगुनी की जाएगी. उन्होंने कहा, 'हम नोटबंदी के फैसले की जांच कराएंगे और योजना आयोग को वापस लाएंगे. नीति आयोग की कोई उपयोगिता नहीं है.' ममता बनर्जी ने कहा, 'हम मौजूदा जीएसटी की समीक्षा करेंगे. अगर इससे वास्तव में लोगों को मदद मिल रही है तो हम इसे बनाए रखेंगे.'  ममता ने बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक के के शर्मा को लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल और झारखंड का विशेष पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त करने पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा,  'एक अवकाश प्राप्त पुलिस अधिकारी किस प्रकार पुलिसकर्मियों की तैनाती पर गौर कर सकता है? महानिदेशक के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने आरएसएस के एक कार्यक्रम में भाग लिया और वह भी वर्दी में.' गौरतलब है कि दीदी के नाम से मशहूर ममता बनर्जी ने लोकसभा उम्मीदवारों के चयन में कई स्तरीय रणनीति अपनाई है. पार्टी प्रचारकों से लेकर दिग्गज नेताओं, सिनेमा जगत और सांस्कृतिक क्षेत्र के लोगों को टिकट दिया गया है. पश्चिम बंगाल की लोकसभा की 42 सीटों में से कुछ सीटों पर ममता ने जमीनी स्तर के कुछ नेताओं को भी टिकट दिया है. साथ ही उन्होंने महिलाओं, दलितों और मुस्लिमों को टिकट दिया है. टिकट बंटवारे में अपना पारंपरिक प्रयोग जारी रखते हुए उन्होंने राजनीति के नौसिखिए से लेकर सांस्कृतिक जगत से जुड़े लोगों और ग्लैमर वर्ल्ड से अभिनेत्रियों को भी टिकट दिया. तृणमूल की सूची में 17 महिलाएं (41 प्रतिशत) और 7 मुस्लिम उम्मीदवार शामिल हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बल्ले से फ्लॉप रहे केएल राहुल ने फील्डिंग के दौरान बड़ी उपलब्धियां हासिल की है. ओवल टेस्ट में केएल राहुल ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में बेन स्टोक्स का कैच लपककर मौजूदा सीरीज में 14 कैच पूरे कर लिए हैं. इसके साथ ही राहुल ने एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा कैच लपकने के मामले में पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने 2004 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के दौरान 13 कैच लपके थे. एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा कैच लपकने के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बात करें तो यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के जैक ग्रेगरी के नाम है, जिन्होंने 1920-21 की एशेज सीरीज के दौरान 15 कैच लपके थे. राहुल अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल के साथ संयुक्त दूसरे स्थान पर हैं. चैपल ने इंग्लैंड के खिलाफ ही 1974-75 में छह मैचों में 14 कैच लपके थे. हालांकि अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे एलिस्टेयर कुक के पास यह नया रिकॉर्ड बनाने का मौका है. वह भारत की दूसरी पारी में तीन कैच लेकर ग्रेगरी का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. कुक ने अब तक मौजूदा सीरीज में 13 कैच लिये हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा लपकने वालों बात करें तो इस फेहरिस्त में राहुल द्रविड़ टॉप पर हैं. द्रविड़ ने 164 मैचों में 210 कैच लिए हैं. दूसरे पायदान पर महेला जयवर्धने के नाम 149 मैचों में 205 कैच थे.
उदयपुर के शासक ने जल के महत्त्व को समझते हुए कई बांधों और जलकुण्डों का निर्माण करवाया था। ये कुण्ड तत्कालीन समय के विकसित इंजीनियरिंग का उत्कृष्ट नमूना हैं। पिछोला झील, दूध थाली, गोवर्धन सागर, कुमारी तालाब, रंगसागर झील, स्वरूप सागर तथा फतेह सागर झील यहां की सात प्रमुख झीलें हैं। इन्हें सामूहिक रूप से उदयपुर की सात बहनों के नाम से जाना जाता है। ये झीलें कई शताब्दियों से उदयपुर की जीवनरेखा हैं। ये झीलें एक-दूसरें से जुड़ी हुई हैं। एक झील में पानी अधिक होने पर उसका पानी अपने आप दूसरे झील में चला जाता है। सन्दर्भ उदयपुर उदयपुर के पर्यटन स्थल
द्वीप लोमड़ी ग्रे लोमड़ी की तुलना में काफी छोटी है और संभवतः उत्तरी अमेरिका की सबसे छोटी लोमड़ी है, जो स्विफ्ट और किट लोमड़ियों की तुलना में औसतन थोड़ी छोटी है। आमतौर पर, सिर और शरीर की लंबाई 48-50 सेमी (19-19.5 इंच), कंधे की ऊंचाई 12-15 सेमी (4.5-6 इंच) और पूंछ 11-29 सेमी (4.5-11.5 इंच) लंबी होती है। जो ग्रे लोमड़ी की 27-44 सेमी (10.5-17.5 इंच) पूंछ से काफी छोटी है। यह इस तथ्य के कारण है कि द्वीप लोमड़ी में आमतौर पर ग्रे लोमड़ी की तुलना में दो कम पूंछ वाले कशेरुक होते हैं। द्वीप लोमड़ी का वजन 1 से 2.8 किलोग्राम (2.2 और 6.2 पाउंड) के बीच होता है। नर हमेशा मादा से बड़ा होता है। उप-प्रजातियों में से सबसे बड़ी सांता कैटालिना द्वीप पर और सबसे छोटी सांता क्रूज़ द्वीप पर पाई जाती है। द्वीप लोमड़ी के सिर पर ग्रे फर, किनारों पर सुर्ख लाल रंग, पेट, गले और चेहरे के निचले आधे हिस्से पर सफेद फर होता है। , और इसकी पूंछ की पृष्ठीय सतह पर एक काली धारी है। सामान्य तौर पर कोट ग्रे लोमड़ी की तुलना में अधिक गहरा और सुस्त रंग का होता है। द्वीप लोमड़ी साल में एक बार अगस्त और नवंबर के बीच पिघलती है। पहले मोल से पहले पिल्ले ऊनी होते हैं और वयस्क लोमड़ियों की तुलना में उनका कोट आम तौर पर गहरा होता है। सैन क्लेमेंटे द्वीप और सैन निकोलस द्वीप की आबादी में भूरे रंग का चरण, शरीर के भूरे और काले फर के स्थान पर रेतीले भूरे और गहरे भूरे रंग के साथ हो सकता है। यह स्पष्ट नहीं है कि क्या यह वास्तविक रंग चरण है, एक परिवर्तन जो उम्र के साथ होता है, या संभवतः एक परिवर्तन जो ओपंटिया कैक्टस स्पाइन के साथ बातचीत के कारण होता है जो खाल में एम्बेडेड हो जाते हैं।
भारत और पाकिस्तान के विदेशमंत्रियों की वार्ता से पहले भारत ने गुरुवार को कहा कि 74 भारतीय रक्षाकर्मी वर्ष 1971 से ही पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं, जिनमें 54 युद्धबंदी भी हैं, लेकिन पाकिस्तान अब तक इससे इनकार करता आ रहा है। विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ने राज्यसभा में कहा, "16 अगस्त, 2012 तक 233 भारतीय नागरिक कैदी, 81 भारतीय मछुआरे तथा 74 गुमशुदा रक्षाकर्मी पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं।" केंद्र सरकार ने कूटनीतिक माध्यमों से पाकिस्तान के साथ कई बार यह मुद्दा उठाया है, लेकिन पाकिस्तान ने कभी युद्धबंदियों के अपने यहां होने की बात नहीं स्वीकार की।टिप्पणियां पांच साल पहले पाकिस्तान ने लापता भारतीय रक्षाकर्मियों के परिजनों के प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तानी जेलों का दौरा करने की अनुमति दी थी, जहां उनके कैद होने की आशंका है। अहमद ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल ने 1 जून से 14 जून, 2007 के बीच 10 जेलों का दौरा किया, लेकिन भारतीय युद्धबंदियों की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो सकी।" विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ने राज्यसभा में कहा, "16 अगस्त, 2012 तक 233 भारतीय नागरिक कैदी, 81 भारतीय मछुआरे तथा 74 गुमशुदा रक्षाकर्मी पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं।" केंद्र सरकार ने कूटनीतिक माध्यमों से पाकिस्तान के साथ कई बार यह मुद्दा उठाया है, लेकिन पाकिस्तान ने कभी युद्धबंदियों के अपने यहां होने की बात नहीं स्वीकार की।टिप्पणियां पांच साल पहले पाकिस्तान ने लापता भारतीय रक्षाकर्मियों के परिजनों के प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तानी जेलों का दौरा करने की अनुमति दी थी, जहां उनके कैद होने की आशंका है। अहमद ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल ने 1 जून से 14 जून, 2007 के बीच 10 जेलों का दौरा किया, लेकिन भारतीय युद्धबंदियों की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो सकी।" केंद्र सरकार ने कूटनीतिक माध्यमों से पाकिस्तान के साथ कई बार यह मुद्दा उठाया है, लेकिन पाकिस्तान ने कभी युद्धबंदियों के अपने यहां होने की बात नहीं स्वीकार की।टिप्पणियां पांच साल पहले पाकिस्तान ने लापता भारतीय रक्षाकर्मियों के परिजनों के प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तानी जेलों का दौरा करने की अनुमति दी थी, जहां उनके कैद होने की आशंका है। अहमद ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल ने 1 जून से 14 जून, 2007 के बीच 10 जेलों का दौरा किया, लेकिन भारतीय युद्धबंदियों की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो सकी।" पांच साल पहले पाकिस्तान ने लापता भारतीय रक्षाकर्मियों के परिजनों के प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तानी जेलों का दौरा करने की अनुमति दी थी, जहां उनके कैद होने की आशंका है। अहमद ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल ने 1 जून से 14 जून, 2007 के बीच 10 जेलों का दौरा किया, लेकिन भारतीय युद्धबंदियों की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो सकी।" अहमद ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल ने 1 जून से 14 जून, 2007 के बीच 10 जेलों का दौरा किया, लेकिन भारतीय युद्धबंदियों की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो सकी।"
यह लेख है: कोर्ट ने यह आदेश भी दिया कि झुग्गी के लोगों को और दर्द न दिया जाए और राहत के कदम संबधित एजेंसियां लोगों की सुरक्षा और उनके घर के लिए तुरंत कदम उठाएं। हाईकोर्ट ने कहा कि रेलवे की इस कार्रवाई से लोगों की जान खतरे में पड़ गई और एक बच्ची की मौत भी हो गई। रेलवे हमें ये बताए कि क्या लोगों का सर्वे हुआ था या नहीं। हाईकोर्ट ने रेलवे से कहा कि ये बहुत अमानवीय कार्रवाई थी। आपको लोगों की चिंता नहीं थी, आपने पिछली गलतियों से कुछ नहीं सीखा है। दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट से कहा कि हमने अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की है और हम केंद्र सरकार के संपर्क में हैं। हाईकोर्ट ने पूछा कि क्या दिल्ली सरकार, रेलवे और पुलिस में कोई समन्वय है? हाईकोर्ट ने रेलवे से कहा कि ये बहुत अमानवीय कार्रवाई थी। आपको लोगों की चिंता नहीं थी, आपने पिछली गलतियों से कुछ नहीं सीखा है। दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट से कहा कि हमने अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की है और हम केंद्र सरकार के संपर्क में हैं। हाईकोर्ट ने पूछा कि क्या दिल्ली सरकार, रेलवे और पुलिस में कोई समन्वय है?
हिस्ट्री ऑफ़ एनिमल्स यूनानी दार्शनिक अरस्तु द्वारा रचित एक ग्रन्थ है। जीव जंतुओं को खोजने की उनके अलग-अलग नामकरण करने की प्रक्रिया निरंतर चली आ रही है देश-विदेशों के विभिन्न वैज्ञानिकों ने अपने अपने क्षेत्र में विभिन्न उपलब्धियां हासिल की है एनिमल हिस्ट्री बहुत पुरातन काल से चली आ रही है लेकिन एवोलूशन के कारण आज भी बहुत सी जातियों की खोज करना बाकी है तथा इन सब चीजों से पहले रेड डाटा नामक पुस्तक जो आई यू सी एन प्रकाशित करती है वर्तमान में संकटग्रस्त जातियों को बचाने में जो योगदान किया जाना चाहिए वह करने की जरूरत है धन्यवाद यूनानी संस्कृति
राजा राम शास्त्री (जून ४, १९०४ - अगस्त १९९१) एक भारतीय शिक्षाविद, समाज-शास्त्री, काशी विद्यापीठ, वाराणसी के उप-कुलपति (१९६४-१९७१) तथा पांचवी लोक सभा के सदस्य भी रह चुके हैं। प्रोफेसर शास्त्री काशी विद्यापीठ से काफी समय प्रोफेसर की पदवी पर रहे और बाद में उप-कुलपति के रूप नियुक्त हुए। वे यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन के भी सदस्य रह चुके थे। उन्होंने "समाज विज्ञान" और "स्वप्न दर्शन" किताबें भी लिखी हैं। References "IASIndia.org". www.iasindia.org. "Padma Vibhushan Awardees". Ministry of Communications and Information Technology. Retrieved 28 June 2009. साहित्य और शिक्षा में पद्म विभूषण के प्राप्तकर्ता
द्रविड़ को को बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी के सामने पेश होना है एनसीए का अध्यक्ष बनाए जाने पर हितों के टकराव का मुद्दा उठा था राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के मुखिया राहुल द्रविड़ और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कर्मचारी मयंक पारिख को 'हितों का टकराव' मुद्दे पर बीसीसीआई के एथिक्स अधिकारी डीके जैन के सामने गुरुवार को पेश होना है. मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान को एनसीए का अध्यक्ष बनाए जाने पर हितों के टकराव का मुद्दा उठाया था और कहा था कि द्रविड़ इंडिया सीमेंट्स के कर्मचारी हैं. इसके जवाब में प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने कहा था कि द्रविड़ ने उस पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन सीओए के अन्य सदस्य ने कहा था कि द्रविड़ ने कंपनी से छुट्टी ली है. यह देखना दिलचस्प होगा कि जैन इस मुद्दे को किस तरह से लेते हैं और बीसीसीआई किस तरह से इस मुद्दे का बचाव करता है. वहीं, पारिख कई ऐसे क्लबों से जुड़े हैं जिनके पास मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) में वोट करने का अधिकार है, साथ ही वह बीसीसीआई के कर्मचारी भी हैं. यही स्थिति दिवंगत एमवी श्रीधर के साथ थी, जिन्हें महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. डीके जैन लोढ़ा समिति की सिफारिशों और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को लागू करने को लेकर बेहद गंभीर हैं. उन्होंने हाल ही में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को भी अलग-अलग पदों पर बने रहने से रोक दिया था. जैन ने हालांकि गांगुली को संदेह का लाभ दिया था, लेकिन साथ ही कहा था कि उन्हें एक बार में से ज्यादा पद पर नहीं बने रहना चाहिए.
रैपर बादशाह (Badshah) बॉलीवुड फिल्म (Bollywood Film) के साथ अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि वे फिल्म को लेकर बहुत ही घबराए हुए हैं लेकिन वह अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे. फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha), वरुण शर्मा (Varun Sharma) और अन्नू कपूर (Annu Kapoor) जैसे कलाकार शामिल हैं. बादशाह (Badshah) ने अब तक अपने गाने से सबको झूमने को मजबूर किया था, लेकिन लगता है अब वो अपने अभिनय से भी लोगों के दिलों में जगह बनाना चाहते हैं. वैसे भी रैपर बादशाह (Badshah) की फैन फॉलोविंग काफी है और लोग उनके गानों को खूब पसंद भी करते हैं.   रैपर बादशाह (Badshah) के इस फिल्म का नाम अभी तय नहीं हुआ है. निर्देशन क्षेत्र में कदम रख रही शिल्पी दासगुप्ता की यह फिल्म एक लाइफ एंटरटेनर है. निर्माता भूषण कुमार और महावीर जैन ने निर्देशक से निर्माता बने मृगदीप सिंह लांबा के साथ अभी तक बिना शीर्षक वाली इस फिल्म के लिए हाथ मिलाया है. अपने किरदार के बारे में ज्यादा जानकारी दिए बिना बादशाह (Badshah) ने  बताया, "मैं बहुत घबराया हुआ हूं. हालांकि, अब मैं इसमें कूद चुका हूं, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा. भूषण जी और मृग दोनों ने मुझे बहुत समझाया कि कैसे ये किरदार मेरे लिए परफेक्ट है. यह एक ऐसी फिल्म है, जो काफी अनूठी और अलग है."  रैपर बादशाह (Badshah) की इस फिल्म में कुलभूषण खरबंदा और नादिरा बब्बर भी दिखाई देंगी.  'डीजे वाले बाबू' हिटमेकर ने कहा, "मैं बहुत खुश हूं कि कोई मुझे फिल्म में लेना चाहता है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हूं, बाकी सब भगवान के हाथ में है."
लेख: भारत को सुल्तान अजलान शाह कप हॉकी टूर्नामेंट में लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा है। शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के हाथों मात खाने वाली भारतीय टीम रविवार को अपने दूसरे लीग मैच में दक्षिण कोरिया के हाथों 1-2 से हार गई। ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच में भारत की युवा टीम को 4-3 से हराया था। ऐसी उम्मीद थी कि भारत अपने दूसरे मैच में जीत हासिल करते हुए खाता खोलेगा लेकिन दानिश मुज्तबा के नेतृत्व में खेल रही युवा टीम उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी। भारत के लिए मैच का एकमात्र गोल मलाक सिंह ने 38वें मिनट में किया। मलाक का यह टूर्नामेंट में दूसरा गोल है। दक्षिण कोरिया के लिए कांग मून क्वेन ने 28वें और 60वें मिनट में गोल दागे। इससे पहले, दिन के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपने दूसरे लीग मैच में पाकिस्तान को 6-0 से हरा दिया। टिप्पणियां ऑस्ट्रेलिया की यह लगातार दूसरी जीत है जबकि पाकिस्तान को पहली हार मिली है। पाकिस्तान ने अपने पहले मैच में शनिवार को न्यूजीलैंड पर 4-3 के अंतर से जीत दर्ज की थी। शनिवार को तीसरे मैच में मेजबान मलेशिया ने कोरिया को 3-2 से हराया था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच में भारत की युवा टीम को 4-3 से हराया था। ऐसी उम्मीद थी कि भारत अपने दूसरे मैच में जीत हासिल करते हुए खाता खोलेगा लेकिन दानिश मुज्तबा के नेतृत्व में खेल रही युवा टीम उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी। भारत के लिए मैच का एकमात्र गोल मलाक सिंह ने 38वें मिनट में किया। मलाक का यह टूर्नामेंट में दूसरा गोल है। दक्षिण कोरिया के लिए कांग मून क्वेन ने 28वें और 60वें मिनट में गोल दागे। इससे पहले, दिन के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपने दूसरे लीग मैच में पाकिस्तान को 6-0 से हरा दिया। टिप्पणियां ऑस्ट्रेलिया की यह लगातार दूसरी जीत है जबकि पाकिस्तान को पहली हार मिली है। पाकिस्तान ने अपने पहले मैच में शनिवार को न्यूजीलैंड पर 4-3 के अंतर से जीत दर्ज की थी। शनिवार को तीसरे मैच में मेजबान मलेशिया ने कोरिया को 3-2 से हराया था। भारत के लिए मैच का एकमात्र गोल मलाक सिंह ने 38वें मिनट में किया। मलाक का यह टूर्नामेंट में दूसरा गोल है। दक्षिण कोरिया के लिए कांग मून क्वेन ने 28वें और 60वें मिनट में गोल दागे। इससे पहले, दिन के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपने दूसरे लीग मैच में पाकिस्तान को 6-0 से हरा दिया। टिप्पणियां ऑस्ट्रेलिया की यह लगातार दूसरी जीत है जबकि पाकिस्तान को पहली हार मिली है। पाकिस्तान ने अपने पहले मैच में शनिवार को न्यूजीलैंड पर 4-3 के अंतर से जीत दर्ज की थी। शनिवार को तीसरे मैच में मेजबान मलेशिया ने कोरिया को 3-2 से हराया था। इससे पहले, दिन के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपने दूसरे लीग मैच में पाकिस्तान को 6-0 से हरा दिया। टिप्पणियां ऑस्ट्रेलिया की यह लगातार दूसरी जीत है जबकि पाकिस्तान को पहली हार मिली है। पाकिस्तान ने अपने पहले मैच में शनिवार को न्यूजीलैंड पर 4-3 के अंतर से जीत दर्ज की थी। शनिवार को तीसरे मैच में मेजबान मलेशिया ने कोरिया को 3-2 से हराया था। ऑस्ट्रेलिया की यह लगातार दूसरी जीत है जबकि पाकिस्तान को पहली हार मिली है। पाकिस्तान ने अपने पहले मैच में शनिवार को न्यूजीलैंड पर 4-3 के अंतर से जीत दर्ज की थी। शनिवार को तीसरे मैच में मेजबान मलेशिया ने कोरिया को 3-2 से हराया था। शनिवार को तीसरे मैच में मेजबान मलेशिया ने कोरिया को 3-2 से हराया था।
झारखंड सरकार ने जेपीएससी-2016 की पीटी के रिजल्ट पर विवाद को निबटाने के लिए नियमावली में संशोधन किया है. अब अनारक्षित वर्ग के अंतिम सफल उम्मीदवार के बराबर या उससे अधिक नंबर पानेवाले आरक्षित वर्ग के आवेदक मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकेंगे. हालांकि अनारक्षित वर्ग में अभी भी कुल रिक्तियों के मुकाबले 15 गुना परीक्षाफल प्रकाशित होगा. यह मापदंड दिव्यांगों को मिले प्राप्तांक को छोड़ कर होगा. यह संशोधन एसएससी समेत भविष्य में होने वाली सभी ऐसी परीक्षाओं के लिए प्रभावी होगा, जिसमें पीटी का प्रावधान है. यहां पर है योगी का स्‍कूल, मुस्लिम प्रिंसिपल के हाथों में कमान... क्या था आरोप इस बार जेपीएससी सिविल सेवा पीटी परीक्षा 2016 के रिजल्ट में आरक्षण नियमों के उल्लंघन किये जाने का आरोप था. जिसके बाद छात्र सड़कों पर उतर आए थे. और आयोग कार्यालय के समक्ष नाराज छात्रों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था. छात्रों का कहना था कि आयोग ने इस बार की परीक्षा में आरक्षित कोटियों का कट-ऑफ मार्क्स सामान्य वर्ग से अधिक रखा है, जिसकी वजह से कम मार्क्स होने के बावजूद सामान्य वर्ग के उम्मीदवार सफल रहे हैं. वहीं अधिक मार्क्स लाने के बाबजूद आरक्षित कोटि के उम्मीदवार असफल घोषित किये गए हैं. छात्र, आयोग से कट ऑफ मार्क्स और कैटेगरी वाइज रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे थे. अब वास्‍तुशास्‍त्र में कोर्स कराएगा IIT खड़गपुर क्या कहना था JPSC का इस विवाद में जेपीएससी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि परीक्षाफल के प्रकाशन में पूर्ण पारदर्शिता बरती गयी है. जहां तक आरक्षण का प्रश्न है, प्रारंभिक परीक्षा में आरक्षण का प्रावधान नहीं है क्योंकि इसके अंक मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू में मिले अंको में नहीं जोड़े जाते हैं. आरक्षण मुख्य परीक्षा और उसके बाद के मूल्यांकनों में मिलता है. गौरतलब है कि इस बार की परीक्षा में करीब 80 हजार छात्र शामिल हुए थे, जिनमें से 5,138 छात्रों को सफल घोषित किया गया है. आयोग ने सफल छात्रों की संख्या निर्धारित रिक्त 326 पदों के मुकाबले 15 गुणा से कहीं अधिक होने का दावा किया है. 5 साल में कितना बदल गया IAS एग्जाम, जानिये... पहले भी विवादों में रही है JPSC की कार्यशैली जेपीएससी और विवादों का चोली-दामन का रिश्ता रहा है. अब तक आयोग द्वारा लिए गए लगभग सभी परीक्षाओं में अनियमितता की शिकायतें दर्ज हुई हैं. आयोग द्वारा लिए गए पहले के तीन सिविल सेवा परीक्षाओं सहित कई और परीक्षाओ की जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है. इन मामलों में जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष और कई सदस्यों को अनियमितता बरतने के आरोप में जेल की हवा खानी पड़ी है. ऐसे में ताजा विवाद एक बार फिर से आयोग की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है.
भाजपा ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा के निकट सहयोगी सादिक बाचा की रहस्यमय मौत की सीबीआई जांच की बुधवार को मांग की। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के मुख्य संचालकों में एक रहे बाचा की अचानक मौत के कारणों का पता लगाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा, हालांकि हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आने के बाद ही कुछ टिप्पणी करना पसंद करेंगे लेकिन सरकार को इस मामले की जांच करनी चाहिए। अगले माह होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने के लिए आए जावड़ेकर ने कहा, वह ऐसा व्यक्ति नहीं था जो आत्महत्या करे। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ से गुजर चुके 47 वर्षीय बाचा को चेन्नई के अस्पताल में मृत लाया घोषित किया गया है जिसके बाद उसके परिजनों ने दावा किया कि उसने आत्महत्या की है। उल्फा सहित पूर्वोत्तर के प्रतिबंधित संगठनों के साथ भाजपा के संबंधों को लेकर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के आरोप के जवाब में जावड़ेकर ने दावा किया कि कांग्रेस नेता रास्ता भटक गये हैं और उन्हें पीलिया हो गया है। उन्होंने कहा, कांग्रेस के उल्फा के साथ संबंधों के बारे में सब जानते हैं और उन्हें यह भी पता है कि विधानसभा चुनाव जीतने के लिए यह पार्टी किस तरह इस संगठन पर निर्भर है। जावड़ेकर ने दावा किया, कांग्रेस उल्फा के सहयोग से चुनाव लड़ रही है। हम :भाजपा: लोगों के समर्थन से यह चुनाव जीतेंगे।
रुआण्डा-रुण्डी मध्य अफ़्रीका में बोली जाने वाली कुछ बांटू भाषाओं का समूह है जिसमें कई आपस में सम्बन्ध रखने वाली उपभाषाएँ हैं। सन् २००७ में लगे अनुमान के अनुसार इसकी सारी उपभाषाओं को लगभग २ करोड़ लोग बोलते थे। रुआण्डा-रुण्डी की अलग-अलग उपभाषाओं को बोलने वाले अगर समीप के गाँवों-बस्तियों के हों तो एक-दूसरे को समझने में सक्षम हैं लेकिन दूर रहने वालों को आपसी बातचीत समझने में कठीनाई होती है। रुआण्डा-रुण्डी की दो उपभाषाओं को अपने-अपने देशों में राजभाषा होने का दर्जा प्राप्त है: किन्यारुआण्डा भाषा रुआण्डा की एक राजभाषा है जबकि किरुण्डी उसके पड़ोसी देश बुरुण्डी की राजभाषा है। इन्हें भी देखें किरुण्डी भाषा किन्यारुआण्डा भाषा बांटू भाषाएँ सन्दर्भ बांटू भाषाएँ रुआण्डा की भाषाएँ बुरुण्डी की भाषाएँ युगांडा की भाषाएँ तंज़ानिया की भाषाएँ कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य की भाषाएँ
टेड अपने बच्चों को बताता है कि वह उनकी माँ से उनकी पीली छतरी से संबंधित एक कहानी के माध्यम से मिला था। वह एक क्लब में छाता पाता है और सेंट पैट्रिक डे पार्टी में भाग लेने के बाद इसे घर ले जाता है, जहां उसकी भावी पत्नी थी, हालांकि वे नहीं मिले। टेड एक त्वचा विशेषज्ञ स्टेला (सारा चालके) को लुभाने का प्रयास करता है, जिसे वह एक शर्मनाक तितली टैटू हटाने के लिए देखता है। इसका समापन एक यादगार "दो मिनट की डेट" के साथ होता है, जिसमें छोटी सी बातचीत, रात्रिभोज, एक फिल्म, कॉफी, दो कैब की सवारी और एक शुभरात्रि चुंबन, सब कुछ दो मिनट के भीतर शामिल होता है। पिछले कनाडाई प्रेम से संबंध विच्छेद के बाद बार्नी को सांत्वना देने के बाद रॉबिन उसके साथ सोता है; टेड क्रोधित हो जाता है और बार्नी से दोस्ती करना बंद करने का फैसला करता है। इस बीच, एक अज्ञात महिला बार्नी के संबंध बनाने के प्रयासों को विफल करना शुरू कर देती है। पता चला है कि उसका तोड़फोड़ करने वाला स्टेला की रिसेप्शनिस्ट एबी (ब्रिटनी स्पीयर्स) है, जो यौन संबंध बनाने के बाद उसे नहीं बुलाने के लिए उसके प्रति प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है।
चुनाव आयोग शुक्रवार को पूर्वोत्तर के तीन राज्यों-त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बैठक करेगा. इस बैठक के बाद चुनाव तारीखों की घोषणा हो सकती है. बता दें, चुनाव से पहले आयोग ने सभी औपचारिक कावयद पूरी कर ली है. इसमें  अधिकारियों के साथ बैठक से लेकर राजनीतिक प्रतिनिधि‍यों से सलाह मशवरा भी किया जा चुका है. इस लिए मुमकिन है कि आज की बैठक के बाद तारीखों की घोषणा हो जाए. बता दें, प्रत्येक राज्य (त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड) में 60-60 विधानसभा सीटें हैं. वहीं, इन तीनों राज्यों का विधानसभा कार्यकाल मार्च में खत्म हो रहा है. ऐसे में फरवरी में चुनाव होने की संभावना है. नॉर्थ ईस्ट बीजेपी के लिए अहम तो राहुल के लिए चुनौती आजादी के एक दशक तक पूर्वोत्तर राज्यों में कांग्रेस का खासा दबदबा रहा. इसके बाद इन राज्यों में वाम और स्टेट पार्टी ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली. नागालैंड में नागाल पीपुल्स फ्रंट की सरकार है. इस सरकार को बीजेपी का सपोर्ट है. मेघालय में कांग्रेस की सरकार है और त्रिपुरा में माकपा की अगुवाई वाला वाममोर्चा राज्य में 1993 से सत्ता में है. हाल ही में कांग्रेस के अध्यक्ष बने राहुल गांधी के लिए ये चुनाव चुनौती के तौर पर है. क्योंकि मेघालय में बीजेपी अपनी पकड़ मजबूत करने में लगी है. साथ ही त्रिपुरा में इंडिजिनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ सकती है. दरअसल, बीजेपी इन राज्यों को 2019 के लोकसभा चुनाव के फाइनल एग्जाम का प्री टेस्ट मान कर काम रही है. इस हिसाब से इन राज्यों को जीतने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. 2013 में 28 फरवरी को आए थे रिजल्ट बता दें, 2013 में त्रिपुरा में 14 फरवरी को जबकि मेघालय व नागालैंड में 23 फरवरी को वोट डाले गए थे. वहीं, परिणाम 28 फरवरी को घोषित किए गए थे.
जर्मनी के दिग्गज स्ट्राइकर मारियो गोमेज ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने की घोषणा की. गोमेज ने फेसबुक पोस्ट के जरिए अपने फैंस को संबोधित किया. गोमेज ने फेसबुक पर लिखा, 'राष्ट्रीय टीम में मेरा समय रोमांच से भरपूर रहा. हमेशा चीजें आसान नहीं रहीं और न ही मैं हमेशा सफल हुआ, लेकिन टीम के साथ मेरा समय बेहतरीन रहा. मैं काफी लोगों से मिला जिनसे मैं जुड़ा रहूंगा. अब समय आ गया है कि मैं युवा खिलाड़ियों के लिए जगह बनाऊं और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने और खुद को साबित करने का मौका दूं, ताकि वह जर्मनी के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाएं.' गोमेज ने कहा, 'आने वाला हर खिलाड़ी बेहतरीन है! मैं हमेशा डीएफबी टीम से जुड़ा रहूंगा और मैं जर्मनी के अन्य लोगों की तरह टीम का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं.' 33 साल के गोमेज ने जर्मनी के लिए 2007 में अपना पहला मैच खेला था और 78 मैचों में कुल 31 गोल दाग चुके हैं. बायर्न म्यूनिख के इस पूर्व खिलाड़ी ने 2010 और 2018 फीफा विश्व कप में भाग लिया है इसके साथ ही वह 2008 और 2012 यूरोपीय चैंपियनशिप में भी टीम का हिस्सा थे.
Pagalpanti Box Office Collection Day 5: बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम (John Abraham), अनिल कपूर (Anil Kapoor), अरशद वारसी और पुल्कित सम्राट की फिल्म 'पागलपंती' का प्रदर्शन बॉक्स ऑफिस पर जारी है. हालांकि, फिल्म मल्टी स्टारर होने के बावजूद न तो दर्शकों की उम्मीदों पर खरी उतर पाई और न ही बॉक्स ऑफिस पर अपना जलवा दिखा पाई. 'पागलपंती' (Pagalpanti Box Office Collection) के शुरुआती आंकड़ों को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि फिल्म ने बीते दिन 2 करोड़ रुपेय की कमाई की होगी. इस लिहाज से फिल्म पांच दिनों में 24 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर सकती है. हालांकि, इसकी अधिकारिक सूचना मिलनी अभी बाकी है.  जॉन अब्राहम (John Abraham), अनिल कपूर (Anil Kapoor), अरशद वारसी (Arshad Warsi) और पुल्कित सम्राट की 'पागलपंती (Pagalpanti)' ने वीकेंड पर तो अच्छी कमाई की, लेकिन सोमवार और मंगलवार को इसके आंकड़ों में भारी गिरावट देखने को मिली. हैरान करने वाली बात तो यह है कि फिल्म पांच दिनों में भी 30 करोड़ रुपये का आंकड़ा नहीं पार कर पाई. बॉक्स ऑफिस इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक 'पागलपंती' (Pagalpanti Box Office Collection) ने पहले दिन  5 करोड़ रुपये, दूसरे दिन 6.25 करोड़, तीसरे दिन 8.25 करोड़ रुपये और चौथे दिन 2.50 करोड़ रुपये की कमाई की.  बता दें कि  'पागलपंती' में कहानी पूरी तरह मिसिंग है. फिल्म को बहुत ज्यादा खींचा भी गया है. 'पागलपंती' के कई जोक्स हंसाते हैं, लेकिन पूरी फिल्म में ऐसे मौके कम ही आते हैं. 'पागलपंती (Pagalpanti)' की कहानी तीनों दोस्त जॉन अब्राहम, अरशद वारसी और पुलकित सम्राट की है. जॉन अब्राहम (John Abraham) के साथ कुछ सही नहीं होता. लेकिन एक दिन ऐसा हादसा होता है कि तीनों दोस्तों की जिंदगी पटरी से उतर जाती है, और तीनों मजबूरी में पहुंचते हैं लंदन के डॉन सौरभ शुक्ला और अनिल कपूर के पास. इन दोनों के भी अपने कुछ दर्द हैं, और सबके दर्द की एक ही वजह  है नीरज मोदी, जो भारत को करोड़ों रुपये का चूना लगा चुका है. नीरज मोदी के पात्र को असल जिंदगी से प्रेरित कर बनाया गया है. फिर शुरू होती है कई तरह की उठा-पटक, और बेकार की एक्शन भरी कॉमेडी. वैसे भी फिल्म के ट्रेलर रिलीज के दौरान ही इशारा कर दिया गया था कि 'दिमाग मत लगाना.' फिल्म देखकर यह बात समझ भी आ जाती है.
कुलभूषण जाधव से मुलाक़ात के दौरान परिवारवालों से जिस तरह का सलूक हुआ, भारत ने उस पर कड़ा ऐतराज़ जताया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा है कि पूरा माहौल परिवार को डराने वाला था. उनके कपड़े तक बदलवाए गए. यहां तक कि जाधव की पत्नी के जूते तक वापस नहीं किए गए.  उधर भारत की आपत्तियों पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जाधव की पत्नी के जूते सुरक्षा के मद्देनज़र ज़ब्त किए गए थे क्योंकि उनमें कुछ संदिग्ध चीज थी. बयान में ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान भारत के साथ बेमतलब से शब्दों की जंग में नहीं पड़ना चाहता है.मुलाकात से पहले कुलभूषण की पत्‍नी का मंगलसूत्र, चूड़ियां तक उतरवा ली पाकिस्‍तान ने पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा है कि अगर भारत की चिंताएं गंभीर थीं तो जाधव की मां-पत्नी या उप उच्चायुक्त उसे यात्रा के दौरान ही मीडिया के साथ उठाते जो वहीं मौजूद थी. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता फ़ैसल मोहम्मद ने ये भी कहा कि जाधव की पत्नी के जूतों की जांच चल रही है. इस्लामाबाद में अपने बेटे कुलभूषण जाधव से मिलने के एक दिन बाद उनकी मां और पत्नी ने मंगलवार को दिल्‍ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. जाधव कथित जासूसी के मामले में पाकिस्तान में जेल में हैं और उन्हें वहां की एक अदालत ने फांसी की सजा सुनाई हुई है. मुलाकात के दौरान सुषमा स्वराज के आवास पर विदेश सचिव एस. जयशंकर और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार, जाधव की मां अवंती और पत्नी चेतानकुल के साथ थे.टिप्पणियां VIDEO-  कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल भारत सरकार की ओर से ये कहा गया कि हमें इस बात का भी खेद है कि जो भरोसा दिलाया गया उसके ख़िलाफ़, पूरी बैठक का कुल माहौल कम से कम परिवार के लोगों के लिए डराने वाला था. हालांकि परिवार के सदस्यों ने हालात का बहुत हौसले और दृढ़ता से सामना किया. बैठक के बाद मिले फीडबैक से लगता है कि जाधव बहुत तनाव में थे और ज़ोर-जबरदस्ती के बीच बोल रहे थे. उनकी ज़्यादातर टिप्पणियां जैसे उन्हें सिखाई गई थीं और उनका मक़सद पाकिस्तान में उनके कथित गतिविधियों की झूठी कहानी को आगे बढ़ाना था. मुलाकात से पहले कुलभूषण की पत्‍नी का मंगलसूत्र, चूड़ियां तक उतरवा ली पाकिस्‍तान ने पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा है कि अगर भारत की चिंताएं गंभीर थीं तो जाधव की मां-पत्नी या उप उच्चायुक्त उसे यात्रा के दौरान ही मीडिया के साथ उठाते जो वहीं मौजूद थी. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता फ़ैसल मोहम्मद ने ये भी कहा कि जाधव की पत्नी के जूतों की जांच चल रही है. इस्लामाबाद में अपने बेटे कुलभूषण जाधव से मिलने के एक दिन बाद उनकी मां और पत्नी ने मंगलवार को दिल्‍ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. जाधव कथित जासूसी के मामले में पाकिस्तान में जेल में हैं और उन्हें वहां की एक अदालत ने फांसी की सजा सुनाई हुई है. मुलाकात के दौरान सुषमा स्वराज के आवास पर विदेश सचिव एस. जयशंकर और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार, जाधव की मां अवंती और पत्नी चेतानकुल के साथ थे.टिप्पणियां VIDEO-  कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल भारत सरकार की ओर से ये कहा गया कि हमें इस बात का भी खेद है कि जो भरोसा दिलाया गया उसके ख़िलाफ़, पूरी बैठक का कुल माहौल कम से कम परिवार के लोगों के लिए डराने वाला था. हालांकि परिवार के सदस्यों ने हालात का बहुत हौसले और दृढ़ता से सामना किया. बैठक के बाद मिले फीडबैक से लगता है कि जाधव बहुत तनाव में थे और ज़ोर-जबरदस्ती के बीच बोल रहे थे. उनकी ज़्यादातर टिप्पणियां जैसे उन्हें सिखाई गई थीं और उनका मक़सद पाकिस्तान में उनके कथित गतिविधियों की झूठी कहानी को आगे बढ़ाना था. पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा है कि अगर भारत की चिंताएं गंभीर थीं तो जाधव की मां-पत्नी या उप उच्चायुक्त उसे यात्रा के दौरान ही मीडिया के साथ उठाते जो वहीं मौजूद थी. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता फ़ैसल मोहम्मद ने ये भी कहा कि जाधव की पत्नी के जूतों की जांच चल रही है. इस्लामाबाद में अपने बेटे कुलभूषण जाधव से मिलने के एक दिन बाद उनकी मां और पत्नी ने मंगलवार को दिल्‍ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. जाधव कथित जासूसी के मामले में पाकिस्तान में जेल में हैं और उन्हें वहां की एक अदालत ने फांसी की सजा सुनाई हुई है. मुलाकात के दौरान सुषमा स्वराज के आवास पर विदेश सचिव एस. जयशंकर और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार, जाधव की मां अवंती और पत्नी चेतानकुल के साथ थे.टिप्पणियां VIDEO-  कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल भारत सरकार की ओर से ये कहा गया कि हमें इस बात का भी खेद है कि जो भरोसा दिलाया गया उसके ख़िलाफ़, पूरी बैठक का कुल माहौल कम से कम परिवार के लोगों के लिए डराने वाला था. हालांकि परिवार के सदस्यों ने हालात का बहुत हौसले और दृढ़ता से सामना किया. बैठक के बाद मिले फीडबैक से लगता है कि जाधव बहुत तनाव में थे और ज़ोर-जबरदस्ती के बीच बोल रहे थे. उनकी ज़्यादातर टिप्पणियां जैसे उन्हें सिखाई गई थीं और उनका मक़सद पाकिस्तान में उनके कथित गतिविधियों की झूठी कहानी को आगे बढ़ाना था. इस्लामाबाद में अपने बेटे कुलभूषण जाधव से मिलने के एक दिन बाद उनकी मां और पत्नी ने मंगलवार को दिल्‍ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. जाधव कथित जासूसी के मामले में पाकिस्तान में जेल में हैं और उन्हें वहां की एक अदालत ने फांसी की सजा सुनाई हुई है. मुलाकात के दौरान सुषमा स्वराज के आवास पर विदेश सचिव एस. जयशंकर और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार, जाधव की मां अवंती और पत्नी चेतानकुल के साथ थे.टिप्पणियां VIDEO-  कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल भारत सरकार की ओर से ये कहा गया कि हमें इस बात का भी खेद है कि जो भरोसा दिलाया गया उसके ख़िलाफ़, पूरी बैठक का कुल माहौल कम से कम परिवार के लोगों के लिए डराने वाला था. हालांकि परिवार के सदस्यों ने हालात का बहुत हौसले और दृढ़ता से सामना किया. बैठक के बाद मिले फीडबैक से लगता है कि जाधव बहुत तनाव में थे और ज़ोर-जबरदस्ती के बीच बोल रहे थे. उनकी ज़्यादातर टिप्पणियां जैसे उन्हें सिखाई गई थीं और उनका मक़सद पाकिस्तान में उनके कथित गतिविधियों की झूठी कहानी को आगे बढ़ाना था. VIDEO-  कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान के सलूक पर सवाल भारत सरकार की ओर से ये कहा गया कि हमें इस बात का भी खेद है कि जो भरोसा दिलाया गया उसके ख़िलाफ़, पूरी बैठक का कुल माहौल कम से कम परिवार के लोगों के लिए डराने वाला था. हालांकि परिवार के सदस्यों ने हालात का बहुत हौसले और दृढ़ता से सामना किया. बैठक के बाद मिले फीडबैक से लगता है कि जाधव बहुत तनाव में थे और ज़ोर-जबरदस्ती के बीच बोल रहे थे. उनकी ज़्यादातर टिप्पणियां जैसे उन्हें सिखाई गई थीं और उनका मक़सद पाकिस्तान में उनके कथित गतिविधियों की झूठी कहानी को आगे बढ़ाना था. भारत सरकार की ओर से ये कहा गया कि हमें इस बात का भी खेद है कि जो भरोसा दिलाया गया उसके ख़िलाफ़, पूरी बैठक का कुल माहौल कम से कम परिवार के लोगों के लिए डराने वाला था. हालांकि परिवार के सदस्यों ने हालात का बहुत हौसले और दृढ़ता से सामना किया. बैठक के बाद मिले फीडबैक से लगता है कि जाधव बहुत तनाव में थे और ज़ोर-जबरदस्ती के बीच बोल रहे थे. उनकी ज़्यादातर टिप्पणियां जैसे उन्हें सिखाई गई थीं और उनका मक़सद पाकिस्तान में उनके कथित गतिविधियों की झूठी कहानी को आगे बढ़ाना था.
सचिन तेंदुलकर की जिंदगी के बहुत सारे किस्से आप जानते हैं. उनके संघर्ष की ढेर सारी कहानियां आपने अखबारों-पत्रिकाओं में पढ़ी होंगी. लेकिन अब भी कई ऐसी बातें और यादें हैं जो कहने से रह गई हैं. इंडिया टुडे ग्रुप के 'सलाम सचिन' कॉन्क्लेव में सचिन के भाई अजित तेंदुलकर ने कई ऐसी ही यादें साझा कीं. पेश है हमारे कंसल्टिंग स्पोर्ट्स एडिटर बोरिया मजूमदार से हुई उनकी बातचीत. 24 साल से आप उनके साथ हैं. अब क्या बदलेगा 18 नवंबर के बाद? सचिन इंडिया की कैप नहीं पहनेगा इस तारीख के बाद. यही बहुत बड़ा बदलाव है. वह पिछले 24 सालों से गर्व के साथ यह रंग, यह कैप पहन रहा है. उसकी पूरी जिंदगी क्रिकेट से ही बनी है. वह जब भी पिच पर उतरा, सबने शतक की उम्मीद की. बहुत दबाव था इसका. अब इसका खात्मा हो जाएगा. अब शायद वह सुबह उठे, तो न सोचे कि इस बॉलर को कैसे खेलूं. एक्सरसाइज में कुछ कमी आएगी. भरपेट बटर चिकन खा सकेगा और मीडिया भी उसकी आलोचना और स्क्रूटनी से बचेगी. परिवार क्या सोच रहा है इस मौके पर? मां पहली बार लाइव देखेंगी. दोनों भाई अजीत और नितिन, बहन सरिता और पत्नी अंजलि भी स्टेडियम में होंगी? सब खुश हैं. मां ने तो उसे कभी नेट पर प्रैक्टिस करते भी नहीं देखा. लोकल गेम तो छोड़ ही दीजिए. सचिन के लिए यह खास मोमेंट है. 200वां टेस्ट. पूरा परिवार स्टेडियम में मौजूद होगा. हम सब बहुत बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे हैं. अब तक हम इससे बचते रहे हैं. कई दोस्त हम पर हंसते हैं, जब हम कहते हैं कि हम सचिन को लाइव देखने नहीं जाते. टीवी पर ही उनकी पारी देखते हैं. लेकिन इस बार लाइव देखेंगे. परिवार स्टेडियम में देखने क्यों नहीं जाता था मैच? अंजलि एक बार 2004 में मेलबर्न में टेस्ट देख रही थीं. सचिन डक पर आउट हुए, तो अंजलि न सिर्फ स्टेडियम बल्कि शहर से ही बाहर चली गईं. क्यों? हमें दो चीजों का डर था, तब भी जब वह बहुत रन बना रहा था. एक, अपना विकेट फेंकने की आदत. दूसरा कैलकुलेशन की आदत, धैर्य खोने की बात. एक बार राजसिंह डूंगरपुर ने पापा से कहा था कि सचिन को बोलिए कि कार पहले गेयर से चलाना शुरू करे, पांचवे से नहीं. तो ये सब बातें हैं, जिसकी वजह से हम स्टेडियम नहीं जाते थे. पर हां, मां से बोलता था कि अब सचिन खेल रहा है. प्रार्थना करिए. बहन सरिता व्रत रखती थी. अंजलि भी कुछ न कुछ करती थी. मैंने कुछ क्रिकेट खेला है, तो मैं मन में ये कल्पना करने लगता था कि वो अच्छा खेल रहा है. रन बना रहा है. इससे सकारात्मक बने रहने में मदद मिलती थी. हम सब जानते हैं कि जब कोई बैट्समैन पिच पर पहुंच जाता है, उस पर किसी का कंट्रोल नहीं रहता, ऐसे में जोर इस बात पर था कि भावनात्मक रूप से, रूहानी रूप से हम उसके साथ रहें. इसका कोई वैज्ञानिक तर्क नहीं है. मगर हम हमेशा उसकी बैटिंग के वक्त उसके इर्द गिर्द ही रहे, ख्याली रूप से. अतीत में चलते हैं, जब सचिन साहित्य सहवास कॉलोनी में टेनिस बॉल से खेलते थे और आप उन्हें लेकर रमाकांत आचरेकर के पास ले गए. सच कहूं तो तब ये टैलेंट या जीनियस का नहीं सोचा था. टेनिस बॉल से खेलते थे. तीन चीजें थीं. जिस तरह से वह अपना बल्ला उठाता था. ईजी बैकलिप्ट थी. आज भी है. बिल्कुल नहीं बदली है. बहुत रिलैक्स्ड सी है. ये पहली चीज थी जिसे नोटिस किया. दूसरी चीज उसके हाथों का स्विंग. बॉल मिडल होती थी. रबर बॉल बाउंस बहुत करती है. सचिन उसी ऐज से बॉल की लेंथ बहुत अच्छे से पिक कर रहा था. इन तीन चीजों पर गौर करने के बाद मुझे लगा कि उसे आगे बढ़ाना चाहिए. मुझे लगा कि इसमें प्रतिभा है और अब उसे आगे बढ़ाने की जरूरत है. हम रमाकांत सर के पास गए. सचिन ने हाफ पैंट औऱ टीशर्ट पहन रखी थी. ट्राउजर भी नहीं था. मैंने आचरेकर सर से बात की. वो बोले ठीक है, कल से आ जाए. मगर फुल पैंट पहनकर आए. फिर बोले कि अच्छा आया है, तो कुछ फील्डिंग प्रैक्टिस कर ले. उसने मुझे चौंकाते हुए ऊंचे-ऊंचे कैच आराम से ले लिए और फिर अच्छे अंदाजे के साथ विकेटकीपर को बॉल लौटाई. उम्मीद थी कि अगले दिन वो बैटिंग भी ठीक कर लेगा. शुरुआत में कुछ दिन मुश्किल रहे. उसे पैड और ग्लव्स के साथ खेलने की आदत नहीं थी. बैट भी प्रॉपर नहीं था. मगर फिर वह जल्द ही रिदम में आ गया. एक दिन वह नेट्स के बाद आया. आचरेकर सर पहुंचे और बोले कि इस तरह से तुम्हें खेलना होगा, आगे भी. तभी तय हुआ कि वह नंबर चार पर खेलेगा. ऐसा रमाकांत सर बोले. क्रिकेट करियर के शुरुआत में ही कई टेस्ट सेंचुरी जड़कर वह सुर्खियों में आ गए. वह पहले मिलियेनर क्रिकेटर बने. मेरे लिए पैसों का कोई मतलब नहीं था. उसकी सेंचुरी बनी तो वह मिलियंस कमाने की तरह था. अगर वो अच्छा खेला तो हमें रिक्शे में घूमने में भी मजा आया. रन नहीं बने, तो फरारी चलाने में भी नहीं मजा आया. लोग कह सकते हैं कि बहुत पैसा कमा लिया. मगर हमारे घर में उसके रन और सेंचुरी का ही महत्व था. आज मैं उसके करियर की आखिरी वेला में कह सकता हूं. कि इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 से ज्यादा शतक, पचास हजार से ज्यादा रन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में. तीन वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाना. अब इन सबके बाद हम कह सकते हैं कि वह हमेशा ही मिलियेनर रहेंगे हमारे लिए. सचिन रिक्शे और टैक्सी पर कब बैठे? हम बीएमडब्ल्यू जे फाइव में थे. दो रेगुलर सूटकेस, एक हैंडबैग और एक कोफिन था. बांद्रा फ्लाईओवर पर पहुंचे, तो कुछ गड़बड़ी समझ आई. सचिन बोले कुछ गलत चल रहा है. बाहर आए तो देखा कि कार पंक्चर थी. हमारे साथ सिक्योरिटी गार्ड नहीं था उस वक्त. कुछ आपस में बात करनी थी. सुबह के 6.30 बजे थे. ज्यादा ट्रैफिक नहीं था. हम दूसरी कार के लिए नहीं बोल सकते थे. एयरपोर्ट पर लेट हो जाते थे. हमने टैक्सी रोकी और रिक्शा भी रोका. तब सचिन बाहर आए. टैक्सी और रिक्शे वालों को यकीन नहीं हुआ. हमें सारे बैगेज टैक्सी में रखे. सचिन टैक्सी में सामान के बीच थे, और मैं रिक्शे पर था. एयरपोर्ट पर सब चौंके हुए थे. सबसे यादगार कमेंट किसका रहा अब तक? शारजाह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब बैक टु बैक दो सेंचुरी मारीं. जब फाइनल में सेंचुरी मारी, तो मेरे करीबी दोस्त ने फोन किया. उनकी मां ने सचिन की पारी देखी थी. हम लाइव नहीं देखते थे. वह बोला, तुम्हें यकीन नहीं होगा, सचिन इतना अच्छा खेला कि मेरा मां मैच देखने के बाद खुशी के मारे रोने लगीं. वो लम्हा बार बार याद आता है. 1998 का आपने किस्सा सुनाया. 1999 में वर्ल्ड कप के दौरान पिता का देहांत हुआ. अंजलि ने बताया कि वह आधी रात सचिन के कमरे में गईं और बताया. अगर पापा पांच मिनट के लिए फिर से जिंदा हो जाते तो वह भी वही कहते, जो हमने कहा, कि वापस जाओ और देश के लिए खेलो. पापा का उसके करियर पर सबसे ज्यादा असर रहा. जाहिर है कि जब वह अंतिम संस्कार के लिए घर आया, तो दुखी था. पापा के अटैक के दो महीने पहले भी एक हार्ट अटैक हुआ था. उस वक्त भी मुझे याद है भारतीय टीम श्रीलंका में थी. पापा बेड पर थे, ऑक्सीजन मास्क लगा था. अगले दिन सचिन को जाना था वहां. मैंने पापा को बताया रात के वक्त, कल सचिन को जाना है खेलने. मैं उसे नहीं बताऊंगा कि आपको अटैक हुआ है. वह मुस्कुराए. उन्होंने इशारे में कहा कि ठीक किया. अगले दिन सचिन श्रीलंका गया. और वह हॉस्पिटल से ही उसे खेलते देख खुश थे.इसीलिए मैं कह रहा हूं कि अगर वह पांच मिनट के लिए भी फिर से जीवित होते तो यही खेलते, खेल जाकर. इसलिए हमने उसे समझाया और उसे फिर से इंग्लैंड भेजा. आप लोग सचिन के साथ बहुत सख्ती से पेश आते हैं.कौन सी पारी ज्यादा करीब है आपके? चेन्नई की टेस्ट पारी जब भारत हार गया और हरियाणा के खिलाफ रणजी पारी. व्यक्तिगत तौर पर चेन्नई में भारत पाकिस्तान से सचिन के शतक के बावजूद आ गया. वह न्यूजीलैंड दौरे से लौटा तो बहुत थका था. मैंने पाकिस्तान टूर की बात की, तो वो बोला कि मैं शायद नहीं खेलूं. मेरा उत्साह चला गया. वह वसीम अकरम और वकार यूनुस के खिलाफ नहीं खेलने की सोच रहा था. फिर वह खेला. पहली पारी में जीरो पर आउट हो गया. चौथे दिन वह 20 पर नाबाद खेलकर लौटा. भारत को 270 रन चेज करने थे. पिच खराब हो चुकी थी.जब वह खेलने गया था, तब 6 रन पर दो विकेट गिर चुके थे. उसे अपना और टीम का स्कोर बढ़ाना था. वह 256 पर आउट हुआ. जब आउट हुआ तो शतक (113) बन चुका था, उससे भी अहम था कि टीम पूरी तरह संकट से उबरी लग रही थी.मगर फिर वह हार से इतना दुखी था कि ड्रेसिंग रूम में रो रहा था. इकलौता मौका था, जब वह अपना मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड लेने नहीं गया.राजसिंह डूंगरपुर ने जाकर समझाया कि अगर वह अब नहीं निकला, तो टीम घर नहीं जा पाएगी. 18 नवंबर की दोपहर कैसी होगी. क्या कई जिम्मेदारियों का सर्किल पूरा होगा? सच कहूं तो हमें सचिन के लिए कभी कुछ बहुत खास नहीं करना पड़ा. वह शुरू से अनुशासन में रहता था. बस हमें उसके इर्द गिर्द रहना होता था. लेकिन हां, 18 नवंबर की दोपहर अलग होगी. हमने हमेशा उसके क्रिकेट के बारे में सोचा, ये सिर्फ उसका नहीं सबका साझा सपना था. वह खत्म हो जाएगा. लेकिन ये बहुत खुशनुमा नोट पर खत्म होगा. उसके ज्यादातर सपने सच हो चुके हैं और उम्मीद है कि उसने क्रिकेट ऑडियंस को खुश रखा. कॉन्फ्रेंस से दो सवाल अजीत, 24 साल से आप सचिन का मैच देखने नहीं गए हैं, अब जाएंगे आप ? हां मैं जाऊंगा क्योंकि ये आखिरी बार होगा. मैं ये मौका नहीं छोड़ूंगा. मेरा भाई 200 वां टेस्ट खेल रहा है. उस जगह खेल रहा है, जहां उसने क्रिकेट खेलना शुरू किया. सिर्फ मैं ही नहीं हमारा पूरा का पूरा परिवार खेलने जाएगा. भाइयों में कभी आपसी मुकाबला भी हो जाता है, आपने पूरा जीवन सचिन के लिए समर्पित कर दिया. कभी बहस हुई हो? हम हमेशा क्रिकेट पर ही बात करते हैं. कई बार आप चीजों की अलग अलग ढंग से व्याख्या करते हैं. सचिन बहुत नाइस है. उसने हमेशा मेरी राय सुनी. 12 साल से वह टूर करने लगा था. उसने दुनिया के बेस्ट बॉलर्स को खेला. मैं तो कभी घर से ही नहीं निकला. बस टीवी पर उसे देखा और अपनी राय दी. पर फिर भी मैं बोलता था और वो सुनता था. हां कभी कभी बहस हुई, पर वो क्रिकेट से जुड़े मुद्दों पर ही हुई. कुछ देर हुई. फिर कुछ देर में भूल गए और अगली बात करने लगे.
महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार को सुबह आरंभ होने पर सभी की नजरें राकांपा नेता अजित पवार पवार पर टिकी हुई थीं जिन्होंने पार्टी से विद्रोह कर सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देकर हैरान कर दिया था लेकिन मंगलवार को उन्होंने इस्तीफा भी दे दिया. अजित पवार ने जैसे ही बुधवार को सुबह विधान भवन के परिसर में प्रवेश किया तो उनकी चचेरी बहन और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने उन्हें गले लगाया. राकांपा प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले अपनी पार्टी के विधायकों का स्वागत करने के लिए विधान भवन के प्रवेश द्वार पर खड़ी थीं. विधानभवन परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए अजित पवार ने कहा, 'मैं राकांपा में था और अब भी हूं. मैनें पार्टी कभी नहीं छोड़ी.' देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को समर्थन देने के लिए अजित पवार के शनिवार को अपनी पार्टी से बगावत करने के बाद भावुक दिखी उनकी चचेरी बहन सुले ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस में लिखा था कि पवार परिवार और पार्टी बंट गयी है. उन्होंने अपने स्टेटस में लिखा था, 'आप जीवन में किस पर भरोसा करोगे. इतना ठगा हुआ कभी महसूस नहीं हुआ. उनका बचाव किया, उन्हें प्यार दिया. देखो बदले में क्या मिला मुझे.' महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के तहत शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राजभवन में भाजपा के देवेंद्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री और राकांपा के अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी. पुणे की बारामती सीट से 1.65 लाख मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीतने वाले राकांपा विधायक ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद फडणवीस ने भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई. महाराष्ट्र में नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने के लिए 14वीं विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार सुबह आरंभ हो गया. नव निर्वाचित सदस्य राज्य में चल रहे नाटकीय घटनाक्रमों के कारण विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक महीने बाद भी शपथ नहीं ले पाए थे. किसी भी राजनीतिक दल के सरकार न बना पाने के कारण राज्य में 12 नवंबर से 23 नवंबर तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा. सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कोश्यारी से कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त करने और यह सुनिश्चित करने को कहा था कि सदन के सभी निर्वाचित सदस्यों को बुधवार शाम पांच बजे तक शपथ दिला दी जाए.
यह एक लेख है: भारत की अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने की बहुत कम उम्मीद भी अंतिम लीग मैच के परिणाम से धुल गई लेकिन अब भी टीम रविवार को ब्रिटेन के साथ होने वाले कांस्य पदक के प्ले ऑफ से पदक के साथ लौट सकती है। भारत छह मैचों में नौ अंक से चौथे स्थान पर रहा जो अंतिम राउंड के लीग मैच के परिणाम के बाद तय हुआ। भारतीय टीम अब ब्रिटेन के खिलाफ अपने लीग मैच के परिणाम को बदलने की उम्मीद लगाए होगी जिसमें उसे 2-3 से हार मिली थी। वहीं ब्रिटेन की टीम छह मैच में 11 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रही। न्यूजीलैंड के छह मैचों में 12 अंक रहे जिससे टीम अजलन शाह कप के फाइनल में पहुंच गई जहां उसका सामना अर्जेंटीना से होगा जिसके छह मैचों में 12 अंक रहे। अर्जेंटीना ने मेजबान मलेशिया पर 1-0 से जीत दर्ज की।टिप्पणियां न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे। भारत छह मैचों में नौ अंक से चौथे स्थान पर रहा जो अंतिम राउंड के लीग मैच के परिणाम के बाद तय हुआ। भारतीय टीम अब ब्रिटेन के खिलाफ अपने लीग मैच के परिणाम को बदलने की उम्मीद लगाए होगी जिसमें उसे 2-3 से हार मिली थी। वहीं ब्रिटेन की टीम छह मैच में 11 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रही। न्यूजीलैंड के छह मैचों में 12 अंक रहे जिससे टीम अजलन शाह कप के फाइनल में पहुंच गई जहां उसका सामना अर्जेंटीना से होगा जिसके छह मैचों में 12 अंक रहे। अर्जेंटीना ने मेजबान मलेशिया पर 1-0 से जीत दर्ज की।टिप्पणियां न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे। भारतीय टीम अब ब्रिटेन के खिलाफ अपने लीग मैच के परिणाम को बदलने की उम्मीद लगाए होगी जिसमें उसे 2-3 से हार मिली थी। वहीं ब्रिटेन की टीम छह मैच में 11 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रही। न्यूजीलैंड के छह मैचों में 12 अंक रहे जिससे टीम अजलन शाह कप के फाइनल में पहुंच गई जहां उसका सामना अर्जेंटीना से होगा जिसके छह मैचों में 12 अंक रहे। अर्जेंटीना ने मेजबान मलेशिया पर 1-0 से जीत दर्ज की।टिप्पणियां न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे। न्यूजीलैंड के छह मैचों में 12 अंक रहे जिससे टीम अजलन शाह कप के फाइनल में पहुंच गई जहां उसका सामना अर्जेंटीना से होगा जिसके छह मैचों में 12 अंक रहे। अर्जेंटीना ने मेजबान मलेशिया पर 1-0 से जीत दर्ज की।टिप्पणियां न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे। न्यूजीलैंड अपने सर्वश्रेष्ठ गोल अंतर से शीर्ष पर रहा। न्यूजीलैंड ने द. कोरिया के खिलाफ अंतिम मैच में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई जिससे उसे 0-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे। अर्जेंटीना को अंतिम मैच में मलेशिया के खिलाफ जीत की जरूरत थी क्योंकि ब्रिटेन ने पिछले साल फाइनल में पहुंचने पाकिस्तान पर 2-1 की जीत से पूरे अंक हासिल कर लिए थे।
गंगा दशहरा के मौके पर उत्तराखंड के ऋषिकेश-हरिद्वार हाइवे पर भयंकर जाम लगा है. लोग सड़कों पर घंटों से फंसे हुए हैं और 6 से 7 घंटे में आधा किलोमीटर भी आगे बढ़ नहीं पाए हैं. लोग सोशल मीडिया पर इस बारे में लिख रहे हैं और मुख्यमंत्री के साथ संबंधित लोगों से शिकायत कर रहे हैं. इसी जाम में कई लोगों ने aajtak.in से संपर्क किया और इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि लोग घंटों से फंसे हुए हैं. सड़कों पर ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए कोई ट्रैफिक पुलिस नहीं है. जाम को छह से आठ घंटे हो गए है और संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने पर कोई जवाब नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि आठ घंटे में आधा किलोमीटर भी आगे नहीं बढ़ पाए हैं. हालांकि स्थानीय लोग जाम को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं. दूसरी ओर ट्विटर पर भी लोग इस बारे में लिख रहे हैं और मदद की मांग कर रहे हैं. अमित रावत नाम के एक यूजर ने लिखा कि हरिद्वार में भयंकर ट्रैफिक जाम लगा है. सरकार को टूरिज्म और पर्यावरण की बिल्कुल फिक्र नहीं है. @tsrawatbjp #Haridwar worst traffic jam in history. Govt not serious about tourism and environment — Räwåt Ămîț (@juneamits) June 4, 2017 दिनेश कुमार नाम के यूजर ने लिखा- सर इस वक्त हरिद्वार में भयंकर जाम लगा हुआ है. तीर्थयात्रियों को कुछ राहत दिलाते सर. @CMuttarakhand sir is waqt Haridwar m bhot Bhayandar traffic jam Laga hua h log jo tirthyatri h unko kuch rahat dilate sir bhot mehrbni hogi — Dinesh Kumar (@DineshSansad) June 4, 2017 एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि दोपहर 12.30 बजे से ऋषिकेश-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा हुआ है. Sir pls help we are facing big trouble since 12:30pm rishikesh-haridwar national highway due to traffic jam @nitin_gadkari @tsrawatbjp — Kamal kishor singh (@kamal_print) June 4, 2017 नीरज मिश्रा ने भी इस बारे में लिखा- @ukcopsonline Massive traffic jam on Haridwar Dehradun road. People stuck for 6 hours yet nothing from local admin or police #HaridwarJam — Neeraj Mishr (@MishrNeeraj) June 4, 2017 बीजेंद्र सेमवाल ने लिखा कि हर की पौड़ी में 10.30 बजे से ट्रैफिक जाम लगा हुआ है. @ukcopsonline There is massive traffic jam near har ki paudi in Haridwar. We are stuck here since 10:50 am. Could someone look into this pl — Bijendra Semwal (@IndurSemwal) June 4, 2017 सौरभ ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को टैग करते हुए लिखा- @nitin_gadkari heavy traffic jam in haridwar. Stuck for last 3 hrs — Saurabh (@bhariarules) June 4, 2017 ध्यानी ने लिखा कि गंगा दशहरा के मौके पर हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग पर ऐसा ट्रैफिक जाम नहीं देखा. #GangaDussehra never seen a traffic jam like this on Haridwar Rishikesh road last evening.. — Dhyani (@dhyani_b) June 4, 2017 अनुराग पांडे ने भी इस बारे में ट्वीट करते हुए लिखा कि दिल्ली-हरिद्वार रोड पर भयंकर जाम लगा है. वरिष्ठ नागरिक और बच्चों को बड़ी परेशानी है. @PMOIndia @cmouttarakhand @CMuttarakhand Sir, huge traffic jam on Delhi-haridwar road. Senior citizen and children were affected seriously. pic.twitter.com/A3dWZtBSV0 — Anurag pandey (@ANURAG_191292) June 4, 2017
हरजी की गढ़ी उर्फ गढ़ी सूरज खैर, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश स्थित एक गाँव है। भूगोल ये बहुत पुराना गाँव है ये प्राचीन भारत से है इस गाँव 720 साल परना छोकरा का पेढ़ अहि इसकी लम्बाई 120 फिट ऊंचाई है ये मंदिर चामुंडा के नाम से प्रसिंद है जनसांख्यिकी यातायात इसी गाँव की पास से यमुना एक्स्प्रेवे निकला हुआ है यहाँ से टप्पल चोक 1.5 किमी की दुरी पर है यहाँ से दिल्ली और आगरा व् मथुरा के लिए विशेष यातायात है और यहाँ से खैर से और अलीगढ और पलवल के लिए यातायात किया जाता है आदर्श स्थल शिक्षा सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ अलीगढ़ जिला के गाँव
जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव एक बार फिर अपने बयान के कारण चर्चा का विषय बन गए हैं. शरद यादव ने कहा कि वोट की कीमत बेटी की इज्जत से बढ़कर है. उन्होंने कहा कि पैसे की बदौलत आज कल वोट खरीदा और बेचा जा सकता है. शरद यादव ने कहा, 'बैलट पेपर के बारे में समझाने की जरूरत है लोगों को. बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है. बेटी की इज्जत जाएगी तो गांव और मोहल्ले की इज्जत जाएगी, अगर वोट बिक गया तो देश की इज्जत जाएगी.' शरद यादव पहले भी अपने बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं, पढ़िए उनके कुछ विवादित बयान... दक्षिण महिलाओं पर टिप्पणी शरद यादव ने राज्यसभा में बीमा विधेयक की चर्चा की दौरान कहा था कि दक्षिण भारत की महिलाओं का शरीर भी उतना ही सुंदर होता है, जितना उनका शरीर सुंदर होता है. इस बयान पर देश की राजनीति कई दिनों तक गर्म रही थी. मैं जानता हूं आप क्या है ? महिलाओं के खिलाफ बयानबाजी पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कड़ी आपत्ति जताई थी तो शरद यादव ने उन्हें जवाब देते हुए कहा था कि मैं जानता हूं, कि आप क्या हैं. कांवड़ियों के लिए भी दिया बयान महिलाओं के खिलाफ अभद्र बयान के साथ ही शरद यादव ने कावंड़ियों को लेकर भी विवादित बयान दिया था, उन्होंने कहा था कि कांवड़ियों के पास कोई काम-धंधा नहीं है इसलिए वे हरिद्वार जाते हैं.
यह एक लेख है: महाराष्ट्र में जारी मराठा क्रांति मूक मोर्चा को लेकर पार्टी मुखपत्र में आपत्तिजनक कार्टून प्रसिद्ध कर विवादों में फंसी शिवसेना की मुश्किलें बढ़ रही हैं. पार्टी के कई सांसद और विधायकों ने विवादित कार्टून पर आक्षेप जताते हुए अपने पद से इस्तीफ़े की पेशकश पार्टी आलाकमान को की है. शिवसेना के बुलढाणा से सांसद प्रताप जाधव, नासिक से सांसद हेमंत गोडसे और सिंदखेड़राजा से विधायक शशिकांत खेडेकर, मेहकर से विधायक संजय रायमुलकर, नांदेड जिले से विधायक सुभाष साबणे, नागेश अष्टिकर, हेमंत पाटील ने अपना जनप्रतिनिधि का पद छोड़ने की पेशकश पार्टी नेतृत्व के पास की है. जबकि, राज्यभर के कई दूसरी पंक्ति के नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहा है. महाराष्ट्र में पिछले 2 महीने से आरक्षण और एट्रोसिटी कानून में बदलाव की मांग लेकर मराठा समाज के सदस्य सड़कों पर उतरे हैं. राज्य के अलग अलग ज़िलों में लाखों की तादाद में मोर्चे निकल रहे हैं. पार्टी मुखपत्र सामना के रविवार के अंक में प्रसिद्ध कार्टून में मराठा मूक मोर्चा को व्यंगात्मक तरीके से चुंबन आंदोलन के रूप में पेश किया था. इससे जुड़ा एक व्यंगचित्र पेश कर उसमे आन्दोलनकारी पुरुष को महिला का चुंबन लेते दिखाया गया है. इससे आंदोलनकारी भड़क गए. सामना की कई प्रतियां राज्यभर में जलायी गयी. इसके अलावा मुखपत्र के संपादक उद्धव ठाकरे और कार्यकारी संपादक संजय राउत के खिलाफ़ राज्य के कई पुलिस थानों में भावना भड़काने की शिकायतें की गई हैं. इसका अगला चरण मंगलवार को देखा गया. जब संभाजी ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने नवी मुंबई स्थित सामना मुख्यालय पर पत्थरबाज़ी की और स्याही फेंकी. इस मामले में नवी मुंबई पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ़ मामला दर्ज़ कर जांच शुरू की है.टिप्पणियां मामले की राजनितिक प्रतिक्रिया भी उभरी है. महाराष्ट्र कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्य सरकार से अपील की है कि सामना को सरकारी इश्तेहार देना बंद किया जाए. जबकि, मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने संजय राउत से महाराष्ट्र से माफ़ी की मांग की है. इस दौरान शिवसेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है की वे कार्टून को लेकर माफ़ी नहीं मांगेंगे. उनके खिलाफ़ कांग्रेस और एनसीपी जानबूझकर माहौल बना रहे हैं और पार्टी उनके मंसूबे सफ़ल होने नहीं देगी. शिवसेना के बुलढाणा से सांसद प्रताप जाधव, नासिक से सांसद हेमंत गोडसे और सिंदखेड़राजा से विधायक शशिकांत खेडेकर, मेहकर से विधायक संजय रायमुलकर, नांदेड जिले से विधायक सुभाष साबणे, नागेश अष्टिकर, हेमंत पाटील ने अपना जनप्रतिनिधि का पद छोड़ने की पेशकश पार्टी नेतृत्व के पास की है. जबकि, राज्यभर के कई दूसरी पंक्ति के नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहा है. महाराष्ट्र में पिछले 2 महीने से आरक्षण और एट्रोसिटी कानून में बदलाव की मांग लेकर मराठा समाज के सदस्य सड़कों पर उतरे हैं. राज्य के अलग अलग ज़िलों में लाखों की तादाद में मोर्चे निकल रहे हैं. पार्टी मुखपत्र सामना के रविवार के अंक में प्रसिद्ध कार्टून में मराठा मूक मोर्चा को व्यंगात्मक तरीके से चुंबन आंदोलन के रूप में पेश किया था. इससे जुड़ा एक व्यंगचित्र पेश कर उसमे आन्दोलनकारी पुरुष को महिला का चुंबन लेते दिखाया गया है. इससे आंदोलनकारी भड़क गए. सामना की कई प्रतियां राज्यभर में जलायी गयी. इसके अलावा मुखपत्र के संपादक उद्धव ठाकरे और कार्यकारी संपादक संजय राउत के खिलाफ़ राज्य के कई पुलिस थानों में भावना भड़काने की शिकायतें की गई हैं. इसका अगला चरण मंगलवार को देखा गया. जब संभाजी ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने नवी मुंबई स्थित सामना मुख्यालय पर पत्थरबाज़ी की और स्याही फेंकी. इस मामले में नवी मुंबई पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ़ मामला दर्ज़ कर जांच शुरू की है.टिप्पणियां मामले की राजनितिक प्रतिक्रिया भी उभरी है. महाराष्ट्र कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्य सरकार से अपील की है कि सामना को सरकारी इश्तेहार देना बंद किया जाए. जबकि, मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने संजय राउत से महाराष्ट्र से माफ़ी की मांग की है. इस दौरान शिवसेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है की वे कार्टून को लेकर माफ़ी नहीं मांगेंगे. उनके खिलाफ़ कांग्रेस और एनसीपी जानबूझकर माहौल बना रहे हैं और पार्टी उनके मंसूबे सफ़ल होने नहीं देगी. महाराष्ट्र में पिछले 2 महीने से आरक्षण और एट्रोसिटी कानून में बदलाव की मांग लेकर मराठा समाज के सदस्य सड़कों पर उतरे हैं. राज्य के अलग अलग ज़िलों में लाखों की तादाद में मोर्चे निकल रहे हैं. पार्टी मुखपत्र सामना के रविवार के अंक में प्रसिद्ध कार्टून में मराठा मूक मोर्चा को व्यंगात्मक तरीके से चुंबन आंदोलन के रूप में पेश किया था. इससे जुड़ा एक व्यंगचित्र पेश कर उसमे आन्दोलनकारी पुरुष को महिला का चुंबन लेते दिखाया गया है. इससे आंदोलनकारी भड़क गए. सामना की कई प्रतियां राज्यभर में जलायी गयी. इसके अलावा मुखपत्र के संपादक उद्धव ठाकरे और कार्यकारी संपादक संजय राउत के खिलाफ़ राज्य के कई पुलिस थानों में भावना भड़काने की शिकायतें की गई हैं. इसका अगला चरण मंगलवार को देखा गया. जब संभाजी ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने नवी मुंबई स्थित सामना मुख्यालय पर पत्थरबाज़ी की और स्याही फेंकी. इस मामले में नवी मुंबई पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ़ मामला दर्ज़ कर जांच शुरू की है.टिप्पणियां मामले की राजनितिक प्रतिक्रिया भी उभरी है. महाराष्ट्र कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्य सरकार से अपील की है कि सामना को सरकारी इश्तेहार देना बंद किया जाए. जबकि, मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने संजय राउत से महाराष्ट्र से माफ़ी की मांग की है. इस दौरान शिवसेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है की वे कार्टून को लेकर माफ़ी नहीं मांगेंगे. उनके खिलाफ़ कांग्रेस और एनसीपी जानबूझकर माहौल बना रहे हैं और पार्टी उनके मंसूबे सफ़ल होने नहीं देगी. पार्टी मुखपत्र सामना के रविवार के अंक में प्रसिद्ध कार्टून में मराठा मूक मोर्चा को व्यंगात्मक तरीके से चुंबन आंदोलन के रूप में पेश किया था. इससे जुड़ा एक व्यंगचित्र पेश कर उसमे आन्दोलनकारी पुरुष को महिला का चुंबन लेते दिखाया गया है. इससे आंदोलनकारी भड़क गए. सामना की कई प्रतियां राज्यभर में जलायी गयी. इसके अलावा मुखपत्र के संपादक उद्धव ठाकरे और कार्यकारी संपादक संजय राउत के खिलाफ़ राज्य के कई पुलिस थानों में भावना भड़काने की शिकायतें की गई हैं. इसका अगला चरण मंगलवार को देखा गया. जब संभाजी ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने नवी मुंबई स्थित सामना मुख्यालय पर पत्थरबाज़ी की और स्याही फेंकी. इस मामले में नवी मुंबई पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ़ मामला दर्ज़ कर जांच शुरू की है.टिप्पणियां मामले की राजनितिक प्रतिक्रिया भी उभरी है. महाराष्ट्र कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्य सरकार से अपील की है कि सामना को सरकारी इश्तेहार देना बंद किया जाए. जबकि, मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने संजय राउत से महाराष्ट्र से माफ़ी की मांग की है. इस दौरान शिवसेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है की वे कार्टून को लेकर माफ़ी नहीं मांगेंगे. उनके खिलाफ़ कांग्रेस और एनसीपी जानबूझकर माहौल बना रहे हैं और पार्टी उनके मंसूबे सफ़ल होने नहीं देगी. सामना की कई प्रतियां राज्यभर में जलायी गयी. इसके अलावा मुखपत्र के संपादक उद्धव ठाकरे और कार्यकारी संपादक संजय राउत के खिलाफ़ राज्य के कई पुलिस थानों में भावना भड़काने की शिकायतें की गई हैं. इसका अगला चरण मंगलवार को देखा गया. जब संभाजी ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने नवी मुंबई स्थित सामना मुख्यालय पर पत्थरबाज़ी की और स्याही फेंकी. इस मामले में नवी मुंबई पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ़ मामला दर्ज़ कर जांच शुरू की है.टिप्पणियां मामले की राजनितिक प्रतिक्रिया भी उभरी है. महाराष्ट्र कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्य सरकार से अपील की है कि सामना को सरकारी इश्तेहार देना बंद किया जाए. जबकि, मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने संजय राउत से महाराष्ट्र से माफ़ी की मांग की है. इस दौरान शिवसेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है की वे कार्टून को लेकर माफ़ी नहीं मांगेंगे. उनके खिलाफ़ कांग्रेस और एनसीपी जानबूझकर माहौल बना रहे हैं और पार्टी उनके मंसूबे सफ़ल होने नहीं देगी. मामले की राजनितिक प्रतिक्रिया भी उभरी है. महाराष्ट्र कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे-पाटील ने राज्य सरकार से अपील की है कि सामना को सरकारी इश्तेहार देना बंद किया जाए. जबकि, मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने संजय राउत से महाराष्ट्र से माफ़ी की मांग की है. इस दौरान शिवसेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है की वे कार्टून को लेकर माफ़ी नहीं मांगेंगे. उनके खिलाफ़ कांग्रेस और एनसीपी जानबूझकर माहौल बना रहे हैं और पार्टी उनके मंसूबे सफ़ल होने नहीं देगी. इस दौरान शिवसेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है की वे कार्टून को लेकर माफ़ी नहीं मांगेंगे. उनके खिलाफ़ कांग्रेस और एनसीपी जानबूझकर माहौल बना रहे हैं और पार्टी उनके मंसूबे सफ़ल होने नहीं देगी.
यह एक लेख है: आईपीएल 10 के छठे मैच में गत विजेता सनराइजर्स हैदराबाद की टक्कर गुजरात के लायंस से होगी. यह मैच सनराइजर्स हैदराबाद के घरेलू मैदान पर शाम 4 बजे से खेला जाएगा. हैदराबाद ने अपने पहले मैच में बैंगलोर को 35 रन से मात देकर जीत के साथ शुरुआत की, वहीं सुरेश रैनपा की गुजरात टीम को बड़ा स्कोर बनाने के बाद भी कोलकाता से 10 विकेट की करारी हार मिली. ज़ाहिर है गुजरात की कोशिश जीत हासिल कर प्वाइंट्स टेबल में खाता खोलने की है और इसके लिए टीम अपने गेंदबाज़ों से पहले से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करेगी. दूसरी और हैदराबाद जीत की लय को बनाए रखने के लिए तैयार नज़र आ रही है.  टिप्पणियां हैदराबाद के लिए कप्तान डेविड वॉर्नर का ख़राब फ़ॉर्म फ़िक्र की बात हो सकती है लेकिन इसके बावजूद पिछली बार की चैंपियन टीम संतुलित नज़र आ रही है.  पिछले मैच में हैदराबाद के लिए युवराज सिंह (27 गेंद पर 62 रन), मोज़ेज हेनरिकेज़ (37 गेंद पर 52 रन) और शिखर धवन (31 गेंद पर 40 रन) ने रन बैंगलोर के ख़िलाफ़ बटोरे. युवराज की पहले ही मैच में धुआंधार बल्‍लेबाजी ने वॉर्नर को खुश कर दिया है. उन्‍हें उम्‍मीद है कि आगे के मैचों में भी चंडीगढ़ के इस खिलाड़ी का बल्‍ला यूं ही धमाल मचाता रहेगा. अगर गेंदबाज़ों की बात करे तो अफ़ग़ानिस्तान के राशिद ख़ान (36 रन देकर 2 विकेट), भुवनेश्वर कुमार (27 रन देकर 2 विकेट), आशीष नेहरा (42 रन देकर 2 विकेट) विकेट निकाले. दूसरी तरफ़ गुजरात के बाल्लेबाज़ों प्रदर्शन कोलकाता के ख़िलाफ़ अच्छा रहा...लेकिन गेंदबाज़ों ने अपने कप्तान सुरेश रैना को निराश किया.प्रवीण कुमार (2 ओवर 13 रन, कोई विकेट नहीं) को छोड़ दें तो धवल कुलकर्णी (4 ओवर में 42 रन कोई विकेट नहीं) और शिविल कौशिक (4 ओवर, 40 रन कोई विकेट नहीं)  का प्रदर्शन भुला देने वाला साबित हुआ.दोनों टीमों के पहले मैचों को देखते हुए इस मुक़ाबले में हैदराबाद का पलड़ा भारी दिखाई देता है लेकिन वॉर्नर इसके बावजूद रैना की सेना को कमज़ोर आंकने की ग़लती नहीं करना चाहेंगे. हैदराबाद के लिए कप्तान डेविड वॉर्नर का ख़राब फ़ॉर्म फ़िक्र की बात हो सकती है लेकिन इसके बावजूद पिछली बार की चैंपियन टीम संतुलित नज़र आ रही है.  पिछले मैच में हैदराबाद के लिए युवराज सिंह (27 गेंद पर 62 रन), मोज़ेज हेनरिकेज़ (37 गेंद पर 52 रन) और शिखर धवन (31 गेंद पर 40 रन) ने रन बैंगलोर के ख़िलाफ़ बटोरे. युवराज की पहले ही मैच में धुआंधार बल्‍लेबाजी ने वॉर्नर को खुश कर दिया है. उन्‍हें उम्‍मीद है कि आगे के मैचों में भी चंडीगढ़ के इस खिलाड़ी का बल्‍ला यूं ही धमाल मचाता रहेगा. अगर गेंदबाज़ों की बात करे तो अफ़ग़ानिस्तान के राशिद ख़ान (36 रन देकर 2 विकेट), भुवनेश्वर कुमार (27 रन देकर 2 विकेट), आशीष नेहरा (42 रन देकर 2 विकेट) विकेट निकाले. दूसरी तरफ़ गुजरात के बाल्लेबाज़ों प्रदर्शन कोलकाता के ख़िलाफ़ अच्छा रहा...लेकिन गेंदबाज़ों ने अपने कप्तान सुरेश रैना को निराश किया.प्रवीण कुमार (2 ओवर 13 रन, कोई विकेट नहीं) को छोड़ दें तो धवल कुलकर्णी (4 ओवर में 42 रन कोई विकेट नहीं) और शिविल कौशिक (4 ओवर, 40 रन कोई विकेट नहीं)  का प्रदर्शन भुला देने वाला साबित हुआ.दोनों टीमों के पहले मैचों को देखते हुए इस मुक़ाबले में हैदराबाद का पलड़ा भारी दिखाई देता है लेकिन वॉर्नर इसके बावजूद रैना की सेना को कमज़ोर आंकने की ग़लती नहीं करना चाहेंगे. दूसरी तरफ़ गुजरात के बाल्लेबाज़ों प्रदर्शन कोलकाता के ख़िलाफ़ अच्छा रहा...लेकिन गेंदबाज़ों ने अपने कप्तान सुरेश रैना को निराश किया.प्रवीण कुमार (2 ओवर 13 रन, कोई विकेट नहीं) को छोड़ दें तो धवल कुलकर्णी (4 ओवर में 42 रन कोई विकेट नहीं) और शिविल कौशिक (4 ओवर, 40 रन कोई विकेट नहीं)  का प्रदर्शन भुला देने वाला साबित हुआ.दोनों टीमों के पहले मैचों को देखते हुए इस मुक़ाबले में हैदराबाद का पलड़ा भारी दिखाई देता है लेकिन वॉर्नर इसके बावजूद रैना की सेना को कमज़ोर आंकने की ग़लती नहीं करना चाहेंगे.
वॉयेजर द्वितीय २५ अगस्त १९८१ को शनि ग्रह के निकटतम दूरी पर रहा था। शनि के पीछे रहते हुये वायेजर २ ने शनि के बाहरी वातावरण के तापमान और घनत्व को मापा जो (७ किलो पास्कल) पर तापमान ७० केल्विन (-२०३ डिग्री सेल्सियस) और अंदरूनी तह पर (१२० किलो पास्कल) पर १४३(-१२० डिग्री सेल्सियस) केल्विन तापमान पाया। उत्तरी ध्रुव पर तापमान १० केल्विन कम था, जो की मैसम के अनुसार बदल सकता है। इसके मुख्य चंद्रमाओं में आयपेट्स, एन्सेलडस, टाईटन आदि हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने आज कहा कि देश के कई खेल निकायों में काफी गड़बड़ है और इनमें से अधिकतर का संचालन ऐसे व्यक्ति कर रहे हैं जिनका खेलों से कोई लेना देना नहीं है, जिससे आम जनता का उनसे विश्वास उठ गया है. न्यायमूर्ति मनमोहन ने कहा कि कृपया अपने घरों (खेल संघों) में सुधार कर लो. मैं नियमित तौर पर कई मामलों की सुनवाई कर रहा हूं. खेल निकायों में अब कोई विश्वास नहीं रह गया है. उन्होंने कहा कि इनमें इतना गड़बड़झाला इसलिए है क्योंकि वे लोग इनको चला रहे हैं जिनका खेलों से कोई लेना देना नहीं है. अदालत भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई), पंजाब कुश्ती संघ और छत्तीसगढ़ कुश्ती संघ से जुड़ी याचिका पर सुनवाई कर रही थी. अदालत ने कहा कि यह नहीं हो सकता कि जिन व्यक्तियों ने कभी खेल नहीं खेला हो वह खेल निकायों के पदों पर आसीन हो. ऐसे निकायों में कम से कम एक ऐसा व्यक्ति अध्यक्ष और उपाध्यक्ष होना चाहिए जिसने राज्य स्तर पर खेल खेला हो. पीठ ने इसके साथ ही कहा कि वह कुछ मसलों को विधि आयोग के सुझाव के लिये भेज सकता है ताकि खेल निकायों का प्रतिनिधित्व खिलाड़ी कर सकें. खेल निकायों से जुड़े मसलों को शिक्षित व्यक्ति और कारपोरेट प्रभावी ढंग से निबटा सकते हैं, इस बारे में पीठ ने कहा, हां, खिलाड़ियों को प्रशासक बनाने के लिये न्यूनतम अर्हता का प्रावधान होना चाहिए. इस बीच अदालत ने खेल मंत्रालय, भारतीय कुश्ती महासंघ और उसके अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को पंजाब के पूर्व पहलवान करतार सिंह की याचिका पर नोटिस जारी किए हैं.
यह लेख है: दिल्ली के रविदास मंदिर गिराए जाने के मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली, हरियाणा और पंजाब सरकार को कानून- व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोर्ट के आदेशों को राजनीतिक रंग न दिया जाए. इस धरती पर कोर्ट के आदेशों का कोई भी राजनीतिक दल राजनीति के लिए फायदा नहीं उठा सकता. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत डीडीए तुगलकाबाद स्थित रविदास मंदिर को ढहा दिया था. इसके बाद से ही ये मुद्दा राजनीतिक रंग ले चुका है.   सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस नवीन सिन्हा ने 8 अप्रैल 2019 को इस जमीन के संबंध में एक आदेश दिया था, जिसमें कहा था हम दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को सही मानते हुए याचिकाकर्ता की अपील को ख़ारिज करते हैं. साथ ही यह आदेश दिया गया कि प्राधिकरण यह सुनिश्चित करे कि अगले दो महीने में इस जमीन को खाली करा लिया जाए. अगर ऐसा नहीं किया जाता तो इसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना करार दिया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट में चली इस केस की सुनवाई पर नजर डालें तो दो अगस्त 2019 को 'गुरु रविदास जयंती समारोह समिति' ने कोर्ट को यह सूचना दी थी कि मंदिर परिसर को खाली कर दिया गया है. लेकिन जब इस पर डीडीए से रिपोर्ट मांगी गई तो पाया गया कि 'गुरु रविदास जयंती समारोह समिति' ने कोर्ट में गलत सूचना दी. 9 अगस्त 2019 के अपने फ़ैसले में जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस एम आर शाह ने 'गुरु रविदास जयंती समारोह समिति' को फटकार लगाते हुए यह पूछा था कि क्यों ना समिति के पदाधिकारियों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना पर सुनवाई की जाए.
ज्यां लुक गोदार फ्रेंच फिल्म निर्देशक और निर्माता हैं। फिल्म निर्माण में गोदार की पहचान को साठ के दशक में फ्रांस में लोकप्रिय न्यू वेव सिने आंदोलन से जोड़कर देखा जाता है। गोदार ने फ्रांस की मुख्यधारा सिनेमा की जमकर आलोचना की। उनकी आलोचना के केंद्र में था नई विधा पर काम करने वजाय पुरानी शैली में शिल्प पर जोर और नए के बदले पुराने फिल्मकारों को तरजीह। फ्रांस में इसे लेकर बहस तेज हो गई और नतीजे में गोदार और उनके साथियों ने अपनी फिल्मों का निर्माण शुरू कर दिया। गोदार की कई फिल्मों ने अपने कथ्य और शिल्प के जरिए फ्रांस के साथ-साथ हॉलीवुड सिनेमा के सामने भी चुनौतियां पेश कीं। गोदार को सन् 2010 में ऑनरेरी ऑस्कर सम्मान के लिए चुना गया लेकिन उन्होंने सम्मान समारोह में शिरकत नहीं की। गोदार की फिल्मों ने अपने समकालीन और बाद की पीढ़ी के कई निर्देशकों को प्रभावित किया जिनमें मार्टिन स्कोर्सीज, बरनार्डो बर्टोलूची और पियरे पाओलो पसोलिनी शामिल हैं। जीवन परिचय गोदार का जन्म 3 दिसंबर 1930 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक समृद्ध परिवार में हुआ था। उनके पिता पॉल गोदार स्वीस मूल के एक मशहूर चिकित्सक थे। जबकि उनके नाना प्रसिद्ध बैंक बीएनपी पारिबास के संस्थापकों में से एक थे। गोदार जब चार साल के थे तब उनके पिता अपने परिवार को लेकर स्विट्जरलैंड चले आए। द्वितीय विश्व-युद्ध के समय गोदार फ्रांस में थे और बड़ी मश्किल से स्विट्जरलैंड पहुंच पाए। गोदार की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा स्विट्जरलैंड के नियॉन में हुई। गोदार हालांकि शुरुआत में कोई बड़े सिनेमा प्रेमी नहीं थे। लेकिन लेखक मालरों के सिनेमा पर प्रकाशित निबंधों को पढ़कर सिनेमा में उनकी रुचि बढ़ने लगी और वो अपने मित्रों के संपर्क में आकर सिनेमा आलोचक हो गए। फ्रांस में न्यू वेव आंदोलन शुरू होने के बाद गोदार ने अपने विरोधियों के जवाब में फिल्मों का निर्माण शुरू किया। फिल्म निर्माण गोदार ने अपना फिल्म करियर बतौर फिल्म आलोचक शुरू किया। उन्होंने गजेत दूं सिनेमा नाम से फिल्म समीक्षा की एक पत्रिका भी शुरू की। जिसके कुछ अंक निकलने के बाद ये पत्रिका बंद हो गई। लेकिन मशहूर फिल्म समीक्षक आंद्रे बेजिन ने जब कहायर दूं सिनेमा नाम से अपनी पत्रिका शुरू की तो को गोदार उसके शुरआती लेखकों में शामिल हुए। गोदार ने शुरू में छोटी-मोटी फिल्मों का निर्माण किया लेकिन उनकी पहली फिल्म 1960 में आई ब्रेदलेस थी जिसने गोदार को एक फिल्म निर्माता और निर्दशक के रूप में स्थापित कर दिया। सम्मान सदरलैंड ट्रॉफी, 1965 ग्रैंड ज्यूरी प्राइज़, 1967 गोलडन लॉयन, 1982 ऑनरेरी सीज़र, 1997 आनरेरी ऑस्कर सम्मान, 2010 कान्स ज्यूरी प्राइज़, 2014 सन्दर्भ फ़िल्म निर्देशक पटकथा लेखक फ़्रांस के लोग 1930 में जन्मे लोग पेरिस के लोग
7 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 158वाँ (लीप वर्ष में 159वाँ) दिन है। साल में अभी और 207 दिन बाकी हैं। दिवस खाद्य सुरक्षा दिवस - भारत झंडा दिवस - पेरू पत्रकार दिवस - अर्जेंटीना संघ विघटन दिवस - नॉर्वे का स्वतंत्रता दिवस) प्रमुख घटनाएँ 1539- बक्सर के निकट चौसा की लड़ाई में अफगान शेरशाह सूरी ने मुगल बादशाह हुमायु को हराया। 1631- मुगल बादशाह शाहजहां की बीबी मुमताज बेगम की बुरहानपुर में 39 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई। 1692- जमैका में भूकंप में तीन हजार लोगों की मृत्यु हो गई। 1893- महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रिका में प्रथम बार सविनय अवज्ञा का प्रयोग किया। 1928- बेटिकन सिटी पूर्ण संप्रभु राष्ट्र बना। 1966- पूर्व अभिनेता रोनल्ड रीगल ने राजनीति में प्रवेश किया और कैलिफोर्निया के गवर्नर निर्वाचित हुए। बाद में वे अमेरिका के राष्ट्रपति बने। 1989- भारत के दूसरे उपग्रह भास्कर प्रथम का सोवियत रॉकेट से प्रक्षेपण किया गया। 1999- इंडोनेशिया में 1955 के बाद पहली बार लोकतांत्रिक चुनाव हुआ। 2008- अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश ने स्टेम सेल के अनुसंधान को मंजूरी देने के विरुद्ध दूसरी बार विटो का प्रयोग किया। जन्म 1914 - ख़्वाजा अहमद अब्बास - फ़िल्म निर्देशक, पटकथा लेखक और उर्दू लेखक 1974 - महेश भूपति - भारत के टेनिस खिलाड़ी निधन १९५४ - एलेन ट्यूरिंग, अंग्रेज़ गणितज्ञ और कम्प्युटर वैज्ञानिक २००२ - बासप्पा दनप्पा जत्ती, भारत के उपराष्ट्रपति और कार्यवाहक राष्ट्रपति बहारी कडियाँ बीबीसी पे यह दिन जाने 7 जून के इतिहास को  जून
पाकिस्तान की ट्वेंटी-20 टीम के कप्तान मोहम्मद हफीज ने कहा कि बेंगलुरु में मंगलवार को खेले गए ट्वेंटी-20 मुकाबले में भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का नहीं खेलना उनकी टीम के हक में रहा। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अश्विन के स्थान पर हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा को मैदान में उतारने का फैसला किया लेकिन जडेजा गेंद और बल्ले के साथ न्याय नहीं कर सके और भारत यह मैच पांच विकेट से हार गया। हफीज ने कहा, "हमारी रणनीति यह थी कि भारत बिना किसी विशेषज्ञ स्पिनर के खेल रहा है और अगर हम नई गेंद के साथ कुछ समय गुजार लेते हैं तो फिर हम भारत के अनियमित गेंदबाजों पर हावी हो सकते हैं।" "अश्विन का नहीं खेलना हमारे हक में रहा। हम जानते थे कि युवराज सिंह अच्छे फार्म में हैं लेकिन कोई विश्वस्तरीय स्पिनर नहीं होने के कारण भारत के स्पिन आक्रमण में पैनापन नहीं था और इसका सीधा फायदा हमें मिला।" टिप्पणियां अश्विन के स्थान पर टीम में शामिल किए गए जडेजा ने अंतिम ओवर में फेंकी गई चार गेंदों के अलावा दो ओवर और किए तथा 29 रन खर्च किए। बल्लेबाजी में वह सिर्फ दो रन बना सके। दूसरी ओर, 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने करियर का आगाज करने के बाद से अश्विन दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में टीम से बाहर रहे। अश्विन के पास इसका अलग दलील है। वह कहते हैं, "चेल्सी में फर्नांडो टॉरेस को भी बाहर रहना पड़ता है।" भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अश्विन के स्थान पर हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा को मैदान में उतारने का फैसला किया लेकिन जडेजा गेंद और बल्ले के साथ न्याय नहीं कर सके और भारत यह मैच पांच विकेट से हार गया। हफीज ने कहा, "हमारी रणनीति यह थी कि भारत बिना किसी विशेषज्ञ स्पिनर के खेल रहा है और अगर हम नई गेंद के साथ कुछ समय गुजार लेते हैं तो फिर हम भारत के अनियमित गेंदबाजों पर हावी हो सकते हैं।" "अश्विन का नहीं खेलना हमारे हक में रहा। हम जानते थे कि युवराज सिंह अच्छे फार्म में हैं लेकिन कोई विश्वस्तरीय स्पिनर नहीं होने के कारण भारत के स्पिन आक्रमण में पैनापन नहीं था और इसका सीधा फायदा हमें मिला।" टिप्पणियां अश्विन के स्थान पर टीम में शामिल किए गए जडेजा ने अंतिम ओवर में फेंकी गई चार गेंदों के अलावा दो ओवर और किए तथा 29 रन खर्च किए। बल्लेबाजी में वह सिर्फ दो रन बना सके। दूसरी ओर, 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने करियर का आगाज करने के बाद से अश्विन दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में टीम से बाहर रहे। अश्विन के पास इसका अलग दलील है। वह कहते हैं, "चेल्सी में फर्नांडो टॉरेस को भी बाहर रहना पड़ता है।" हफीज ने कहा, "हमारी रणनीति यह थी कि भारत बिना किसी विशेषज्ञ स्पिनर के खेल रहा है और अगर हम नई गेंद के साथ कुछ समय गुजार लेते हैं तो फिर हम भारत के अनियमित गेंदबाजों पर हावी हो सकते हैं।" "अश्विन का नहीं खेलना हमारे हक में रहा। हम जानते थे कि युवराज सिंह अच्छे फार्म में हैं लेकिन कोई विश्वस्तरीय स्पिनर नहीं होने के कारण भारत के स्पिन आक्रमण में पैनापन नहीं था और इसका सीधा फायदा हमें मिला।" टिप्पणियां अश्विन के स्थान पर टीम में शामिल किए गए जडेजा ने अंतिम ओवर में फेंकी गई चार गेंदों के अलावा दो ओवर और किए तथा 29 रन खर्च किए। बल्लेबाजी में वह सिर्फ दो रन बना सके। दूसरी ओर, 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने करियर का आगाज करने के बाद से अश्विन दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में टीम से बाहर रहे। अश्विन के पास इसका अलग दलील है। वह कहते हैं, "चेल्सी में फर्नांडो टॉरेस को भी बाहर रहना पड़ता है।" "अश्विन का नहीं खेलना हमारे हक में रहा। हम जानते थे कि युवराज सिंह अच्छे फार्म में हैं लेकिन कोई विश्वस्तरीय स्पिनर नहीं होने के कारण भारत के स्पिन आक्रमण में पैनापन नहीं था और इसका सीधा फायदा हमें मिला।" टिप्पणियां अश्विन के स्थान पर टीम में शामिल किए गए जडेजा ने अंतिम ओवर में फेंकी गई चार गेंदों के अलावा दो ओवर और किए तथा 29 रन खर्च किए। बल्लेबाजी में वह सिर्फ दो रन बना सके। दूसरी ओर, 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने करियर का आगाज करने के बाद से अश्विन दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में टीम से बाहर रहे। अश्विन के पास इसका अलग दलील है। वह कहते हैं, "चेल्सी में फर्नांडो टॉरेस को भी बाहर रहना पड़ता है।" अश्विन के स्थान पर टीम में शामिल किए गए जडेजा ने अंतिम ओवर में फेंकी गई चार गेंदों के अलावा दो ओवर और किए तथा 29 रन खर्च किए। बल्लेबाजी में वह सिर्फ दो रन बना सके। दूसरी ओर, 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने करियर का आगाज करने के बाद से अश्विन दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में टीम से बाहर रहे। अश्विन के पास इसका अलग दलील है। वह कहते हैं, "चेल्सी में फर्नांडो टॉरेस को भी बाहर रहना पड़ता है।" दूसरी ओर, 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने करियर का आगाज करने के बाद से अश्विन दूसरे ट्वेंटी-20 मैच में टीम से बाहर रहे। अश्विन के पास इसका अलग दलील है। वह कहते हैं, "चेल्सी में फर्नांडो टॉरेस को भी बाहर रहना पड़ता है।"
निजी एयरलाइंस कंपनियों ने सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई किए जाने की चेतावनी के बीच 18 अगस्‍त से घोषित हड़ताल समय रहते वापस ले ली है. 'जनभावना' को देखते हुए हड़ताल वापस फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस (एफआईए) ने गत शुक्रवार को ही हड़ताल का आह्वान किया था. फेडरेशन ने 'जनता को होने वाली असुविधा' और सरकार द्वारा ठोस बातचीत के आश्‍वासन को ध्‍यान में रखकर हड़ताल पर न जाने का फैसला किया. देश में करीब एक लाख लोग हर रोज घरेलू विमान सेवा का इस्‍तेमाल करते हैं. स्‍पाइसजेट ने बदल लिया था निर्णय इससे पहले निजी एयरलाइन्स की 18 अगस्त को हडताल के आह्वान को रविवार को तब एक और झटका लगा, जब स्पाइसजेट ने फैसला किया कि वह उस दिन अपना परिचालन करेगी. इस ऐलान के बाद अग्रणी एअरलाइन्स जेट और किंगफिशर ही हड़ताल में शेष रह गये थे. हड़ताल समस्‍या का हल नहीं फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइन्स (एफआईए) को लिखे पत्र में एमडीएलआर एयरलाइन्स के सीओओ और कार्यकारी निदेशक कौस्तुभ एम. धर ने कहा कि हड़ताल विमानन उद्योग की समस्या का हल नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हड़ताल के जरिए यात्रियों के लिए असुविधा पैदा करना विमानन उद्योग की समस्या का कोई समाधान नहीं है और उद्योग की समस्या का हल निकालने के लिए विमानन उद्योग के प्रतिनिधियों को नागर विमानन मंत्री के साथ बातचीत करनी चाहिए.’’
भारत के इतिहास में 'सेना' का उल्लेख वेदों, रामायण तथा महाभारत में मिलता है। महाभारत में सर्वप्रथम सेना की इकाई 'अक्षौहिणी' उल्लिखित है। प्रत्येक 'अक्षौहिणी' सेना में पैदल, घुडसवार, हाथी, रथ आदि की संख्या निश्चित होती थी। प्राचीन काल में भारतीय सैन्य व्यवस्था प्राचीन काल से ही भारत में सुप्रशिक्षित, सुसंगठित तथा युद्ध कला में निपुण सेना थी। इसके उल्लेख महाकाव्यों, अर्थशास्त्र, शुक्रनीति, जैन व बौद्ध ग्रंथों, यूनानी ग्रंथों, अभिलेखों जैसे, हाथी गुम्फा अभिलेख, रूद्रदामन के जूनागढ़ शिलालेख, इत्यादि में मिलते हैं। वैदिक काल में सेना के तीन अंग होते थे- पदाति (पैदल), रथ एवं अश्व। महाकाव्य काल में और मौर्य काल में चतुरंगिणी सेना का आरम्भिक तथा विकसित रूप देखने को मिलता है। गुप्तकाल तक आते-आते राज्य की संगठित सेना का स्थान सामन्ती सेना ने ले लिया। परन्तु सेना का संगठन प्रायः मौर्यकालीन ही रहा। केवल पदों के नामों में परिवर्तन आया। रथ सेना गुप्तकाल में भी सेना का एक महत्त्वपूर्ण अंग थी। अश्व सेना भी युद्ध में महत्त्वपूर्ण योगदान देती थी परन्तु सीथियन लोगों की सजग एवं चपल अश्व सेना का प्रभाव कम दिखाई देता है। हस्ति सेना का प्रयोग भी गुप्तकाल एवं गुप्तोत्तर काल में होता था। ह्वेनसांग ने भी इसका प्रमाण दिया हैं। मध्यकाल में भारतीय सैन्य व्यवस्था आरम्भिक मध्यकाल में सैन्य प्रणाली प्राचीन पद्धति पर ही संगठित थी। तुर्कों के आक्रमण के समय भारतीय सेना की कमजोरी एवं पिछड़ापन स्पष्ट दिखाई दिया। भारतीयों की अपेक्षा तुर्कों के पास श्रेष्ठ घुड़सवार सेना, कुशल व योजनाबद्ध युद्ध-कला, श्रेष्ठ हथियार तथा आयुध सामग्री, साथ ही सैनिकों में लड़ने की उच्चतर प्रवृति, आदि उत्कृष्ट पक्ष सिद्ध हुए। सल्तनत काल में सेना इक्तेदारी प्रथा पर संगठित हुई। सेना के दो विभाग थे- 'आरिज़-ए-ममालिक' और 'नायब आरिज़-ए-ममालिक'। बलबन ने सर्वप्रथम इन विभागों की स्थापना की। अलाउद्दीन की केन्द्रीकरण की प्रवृति के कारण यह विभाग ज्यादा महत्त्वपूर्ण रहे। आधुनिक सैन्य विभाग की तरह सेवा नामावली, टुकड़ियों का चयन, प्रशिक्षण, अनुशासन, पदोन्नति, आपूर्ति संग्रह, युद्ध के विनाश का संग्रह, घोड़ों की नस्लों की सूचना, हाथियों का प्रबन्ध तथा सामान्य प्रबन्ध, शासन के कर्तव्य इत्यादि कार्य ये विभाग करते थे। सेना दशमलव प्रणाली के आधार पर विभाजित थी। सल्तनत काल की सेना चार टुकड़ियों में विभाजित थी- नियमित व स्थायी सेना, प्रान्तीय सेना, विशेष सैनिक टुकड़ी तथा स्वयंसेवी अथवा स्वैच्छिक सैनिक टुकड़ी । मध्यकाल में मुगल सेना सबसे बड़ी सेना थी जो वास्तव में मनसबदारों की सेना थी। सैनिकों की भर्ती, नियुक्ति, वेतन सम्बन्धी, सुरक्षा सम्बन्धी हुलिया लिखना, अनुपस्थिति, युद्ध पद्धति का चयन, रणनीति की तैयारी, सेना का विभाजन, नियुक्ति नेतृत्व चयन, इत्यादि कार्य मीर बक्शी करता था। मुगल सेना एकल संगठनात्मक नहीं थी। सामन्त या मनसबदार अपनी-अपनी सैन्य टुकड़ियों के साथ लड़ते थे जिनके सैनिक अपने मनसबदार के प्रति अपेक्षाकृत ज्यादा वफादार थे। आधुनिक काल में भारतीय सैन्य व्यवस्था ईस्ट इण्डिया कम्पनी के आरम्भिक दिनों में ही एक ऐसी प्रतिभावान सेना अस्तित्व में आ गई थी जो भारत की खैबर दर्रे से कन्याकुमारी तक सुरक्षा करती थी। प्रारम्भ में ईस्ट इण्डिया कम्पनी केवल एक व्यापारिक कम्पनी थी परन्तु भारतीय शासकों की कमजोरी का लाभ उठा कर यह शासक बन गई। 1693 ई. में कम्पनी की सेना में प्रथम बार ब्रिटिश के अलावा देशी सैनिकों की भर्ती की गई। क्लाइव के अर्काट व प्लासी के युद्धों में सफलता में भारतीय सैनिक (मद्रासी, बंगाली, मराठा, राजपूत, आदि) भी बराबर के हकदार थे। सेना का संगठन तीनों प्रेसिडेन्सियों (कलकता, मुम्बई और मद्रास) में किया गया था जिसमें 1770 ई. में 7000 यूरोपीय तथा 30,000 भारतीय सैनिक थे। 1857 ई. में ब्रिटिश सेना में 38,000 यूरोपीय 276 युद्ध राइफल समेत तथा 348,000 देशी टुकडियाँ 248 राइफलों के साथ सम्मिलित थीं। परन्तु इसके बाद ब्रिटिश सैन्य नीति में परिवर्तन आया और सेना में ब्रिटिश या यूरोपीय एवं देशी सैनिकों का अनुपात बंगाल में 2:1, और मद्रास व बम्बई में 3:1 का हो गया। 1889 ई. में इम्पीरियल सर्विस ट्रूप्स की वृद्धि हुई जिसमें विभिन्न 25 देशी राज्यों से लगभग 25,000 घुड़सवार, पैदल, ट्रांसपोर्ट सैनिकों की भर्ती हुई। ये सैनिक विदेशी अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षित किए गए थे। इन पलटनों ने देशी राजाओं के अधीन हजारा, गिलगित, होजा, नायर, चित्राल, तिराह, आदि जगहों पर अच्छी सेवाएं प्रदान की। इन इम्पीरियल सर्विस ट्रूप्स के अतिरिक्त देशी राज्यों में ब्रिटिश सरकार के साथ की गई सन्धियों की पालना, राज-समारोह, पुलिस वर्ग तथा अन्य सेवाओं के लिए देशी राज्यों की नियमित व अनियमित 'पलटन' की भर्ती की गई। नियमित पलटन को प्रशिक्षण व हथियार भी बेहतर दिये जाते थे। हालांकि भारत में देशी राज्य पश्चिमी रणनीति तथा पश्चिमी युद्ध पद्धति अपनाने लग गए थे। यद्यपि इन्होंने सेना के प्रशिक्षण के लिए विदेशियों की नियुक्ति की, परन्तु इन प्रशिक्षकों की कुशलता अच्छी नहीं थी। अंग्रेज अधिकारी उन्हें अनुशासन, अभ्यास और शस्त्रों का प्रयोग करना सिखाते थे। परन्तु उन्हें अंग्रेजी रणनीति और युद्ध पद्धति नहीं सिखाया जाता था। अतः भारतीय अंग्रेजी युद्ध कला से अनभिज्ञ ही बने रहे। भारतीय सेना की सबसे बड़ी कमजोरी उनको आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी की जानकारी न होना था। इसलिए उनके हथियार सम्यक रूप से उन्नत एवं समयानुकूल नहीं थे। इन्हें भी देखें सैन्य विज्ञान मराठा साम्राज्य सिख साम्राज्य भारतीय स्वतंत्रता का क्रांतिकारी आन्दोलन आजाद हिन्द फौज भारत का आर्थिक इतिहास भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का इतिहास भारतीय सशस्‍त्र सेनाएँ भारतीय राष्ट्रवाद बाहरी कड़ियाँ गौरवशाली रहा है देश का सैन्य इतिहास (दैनिक जागरण) भारतीय सेना का गौरवशाली इतिहास (गूगल पुस्तक ; लेखक - मेजर जनरल इयान कारजोडो) भारतीय सैन्य शक्ति (गूगल पुस्तक ; लेखक- दिनकर कुमार, जनरल वी. पी. मलिक) भारत का इतिहास
रक्षा के क्षेत्र में अमेरिका के साथ संयुक्त विकास और उत्पादन पर सहमति जताने के मामले पर भारत ने कहा है कि अमेरिका के साथ अपनी तरह की यह पहली पहल दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सामरिक साझेदारी को और मजबूत करेगी, लेकिन ये रक्षा संबंध पारंपरिक मित्र रूस की कीमत पर नहीं है। विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि हालांकि भारत और अमेरिका के बीच कई क्षेत्रों में सहयोगात्मक संबंध हैं, लेकिन रक्षा सहयोग निचले स्तर पर रहा हैं तथा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच बैठक के बाद जारी रक्षा घोषणा पत्र से इसमें सुधार होगा।टिप्पणियां उन्होंने दोनों देशों के बीच रक्षा उपकरणों के संयुक्त विकास एवं निर्माण के संबंध में लिए गए निर्णय के बारे में कहा, मुझे लगता है कि इससे हमारी सामरिक साझेदारी मजबूत होगी। खुर्शीद सिंह और ओबामा के बीच 27 सितंबर को वाशिंगटन में हुई शिखर बैठक के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की सामरिक साझेदारी के कई आयाम हैं। खुर्शीद ने कहा, परमाणु सहयोग एक बड़ी पहल है। रक्षा सहयोग निचले स्तर पर था, लेकिन अब यह उच्चस्तर पर पहुंच गया है। यह हमारी सामरिक साझेदारी का एक और आयाम है। विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि हालांकि भारत और अमेरिका के बीच कई क्षेत्रों में सहयोगात्मक संबंध हैं, लेकिन रक्षा सहयोग निचले स्तर पर रहा हैं तथा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच बैठक के बाद जारी रक्षा घोषणा पत्र से इसमें सुधार होगा।टिप्पणियां उन्होंने दोनों देशों के बीच रक्षा उपकरणों के संयुक्त विकास एवं निर्माण के संबंध में लिए गए निर्णय के बारे में कहा, मुझे लगता है कि इससे हमारी सामरिक साझेदारी मजबूत होगी। खुर्शीद सिंह और ओबामा के बीच 27 सितंबर को वाशिंगटन में हुई शिखर बैठक के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की सामरिक साझेदारी के कई आयाम हैं। खुर्शीद ने कहा, परमाणु सहयोग एक बड़ी पहल है। रक्षा सहयोग निचले स्तर पर था, लेकिन अब यह उच्चस्तर पर पहुंच गया है। यह हमारी सामरिक साझेदारी का एक और आयाम है। उन्होंने दोनों देशों के बीच रक्षा उपकरणों के संयुक्त विकास एवं निर्माण के संबंध में लिए गए निर्णय के बारे में कहा, मुझे लगता है कि इससे हमारी सामरिक साझेदारी मजबूत होगी। खुर्शीद सिंह और ओबामा के बीच 27 सितंबर को वाशिंगटन में हुई शिखर बैठक के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की सामरिक साझेदारी के कई आयाम हैं। खुर्शीद ने कहा, परमाणु सहयोग एक बड़ी पहल है। रक्षा सहयोग निचले स्तर पर था, लेकिन अब यह उच्चस्तर पर पहुंच गया है। यह हमारी सामरिक साझेदारी का एक और आयाम है। खुर्शीद ने कहा, परमाणु सहयोग एक बड़ी पहल है। रक्षा सहयोग निचले स्तर पर था, लेकिन अब यह उच्चस्तर पर पहुंच गया है। यह हमारी सामरिक साझेदारी का एक और आयाम है।
ट्रेड यूनियन आंदोलन में कामकाजी लोगों का एक सामूहिक संगठन शामिल है, जो अपने नियोक्ताओं और अपनी सरकारों से श्रम और रोजगार कानूनों के कार्यान्वयन के लिए बेहतर कामकाजी परिस्थितियों और उपचार का प्रतिनिधित्व करने और अभियान चलाने के लिए विकसित किया गया है। संगठन की मानक इकाई ट्रेड यूनियन है। कई देशों में राजनीतिक श्रमिक आंदोलन में एक राजनीतिक दल शामिल होता है जो कर्मचारियों के हितों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसे अक्सर "श्रमिक पार्टी" या "श्रमिक पार्टी" के रूप में जाना जाता है। शासक वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले माने जाने वाले कई व्यक्ति और राजनीतिक समूह श्रमिक आंदोलन का हिस्सा और सक्रिय हो सकते हैं। श्रमिक आंदोलन लगभग उसी समय औद्योगिक पूंजीवाद की लूट के जवाब में विकसित हुआ जब समाजवाद था। हालाँकि, जहाँ श्रमिक आंदोलन का लक्ष्य पूंजीवाद के भीतर श्रमिकों के हितों की रक्षा करना और उन्हें मजबूत करना है, वहीं समाजवाद का लक्ष्य पूंजीवादी व्यवस्था को पूरी तरह से बदलना है।
श्रीनगर में सघन आबादी वाले हब्बा कडाल इलाके में आग लगने के कारण कुछ मकान जलकर खाक हो गए। पुलिस ने बताया कि अब तक किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है। अधिकारियों के मुताबिक, हब्बा कदाल इलाके में एक घर में आग लगी जो धीरे-धीरे अन्य घरों में फैल गई। इस घटना में अब तक तीन घर जलकर खाक हो गए और आग की लपटों ने अन्य मकानों को भी चपेट में ले लिया। अग्निशमन अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए, लेकिन काफी संकरी गलियों के कारण आग पर काबू पाने में काफी कठिनाई हुई। पूरे इलाके में घर एक दूसरे से काफी नजदीक में बने हुए हैं और ये काफी पुराने भी हैं।
मध्य प्रदेश के महासमर में दिग्गजों की किस्मत को कैद करने के लिए वोटर्स की कतारें लग गई हैं. मध्य प्रदेश की पांच करोड़ से ज्यादा जनता अपनी सरकार को चुनने के लिए ईवीएम का बटन दबाएगी. 1. MP में मतदान जारी, वोट डालने से पहले शिवराज ने नर्मदा किनारे की पूजा इस बार का मध्य प्रदेश का चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि इस चुनाव में पीएम मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी पूरी ताकतें झोंक दी है. ये चुनाव दोनों की साख की लड़ाई तो है ही, साथ ही 2019 का सेमीफाइऩल भी माना जा रहा है. लोकसभा चुनावों से ऐन पहले आबादी के लिहाज़ से देश के पांचवें सबसे बड़े सूबे में सत्ता परिवर्तन होगा या फिर शिवराज चौथी बार सीएम बनेंगे, ये देखना दिलचस्प होगा. 2. दलित थे बजरंगबली, रामभक्त BJP को और रावण भक्त कांग्रेस को वोट दें: योगी हिंदुत्व के एजेंडे पर बीजेपी की तरफ से राजस्थान चुनाव मैदान में उतरे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वोट के लिए भगवान को भी नहीं छोड़ रहे हैं. अलवर में बीजेपी उम्मीदवार के लिए बजरंगबली के नाम पर वोट देने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि बजरंगबली दलित थे. 3. पटेल की प्रतिमा 'पी' रही खेत का पानी, सूखे से परेशान हैं कच्छ के किसान गुजरात में नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध का सपना देश के पहले गृह मंत्री सरदार पटेल ने देखा था. जिसको अमल में लाते हुए देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 5 अप्रैल, 1961 को इस बांध की नींव रखी. लेकिन इस बांध पर बनी सरादर की प्रतिमा ही किसानों की परेशानी का सबब बन गई है. 4. RBI गवर्नर उर्जित पटेल से संसदीय समिति ने पूछे ये 10 सवाल केन्द्रीय रिजर्व बैंक और केन्द्र सरकार के बीच जारी खींचतान को जहां हाल में हुई रिजर्व बैंक बोर्ड की बैठक से लगाम लगी वहीं मंगलवार रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल से संसदीय स्थायी समिति के सदस्यों ने कई सवाल पूछे. एक घंटे से अधिक समय तक चले इस सवाल जवाब में माना जा रहा है कि उर्जित पटेल ने केन्द्रीय बैंक और सरकार के बीच किसी विवादित मुद्दे को नहीं उठाया. हालांकि अर्थव्यवस्था की स्थिति पर उठे ज्यादातर सवालों के सधे हुए जवाब देते हुए उर्जित पटेल ने अधिकांश विवादित सवालों का जवाब 10 दिनों में लिखित तौर पर देने के लिए कहा है. 5. PAK में आज PM इमरान रखेंगे करतारपुर साहिब कॉरिडोर की बुनियाद पाकिस्तान में बुधवार को करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखी जाएगी. प्रधानमंत्री इमरान खान इसकी नींव रखेंगे. भारत की ओर से दो केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) कल नेट परीक्षा का एडमिट कार्ड (NET Admit Card 2019) जारी कर देगी. एनटीए नेट परीक्षा का एडमिट कार्ड (NTA NET Admit Card 2019) NTA NET की ऑफिशियल वेबसाइट ntanet.ac.in पर जारी किया जाएगा. स्टूडेंट्स इस वेबसाइट पर जाकर आसानी  से अपना एडमिट कार्ड (UGC NET Admit Card) डाउनलोड कर पाएंगे. उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड (UGC NET Admit Card 2019) डाउनलोड करने के लिए यूजीसी नेट रजिस्‍ट्रेशन आईडी और जन्‍मतिथि डालकर लॉग इन करना होगा. NTA 20 जून से लेकर 28 जून 2019 तक  यूजीसी नेट (UGC NET 2019) की  परीक्षा आयोजित करेगा. इस बार भी परीक्षा कंम्‍प्‍यूटर बेस्ड होगी. आपको बता दें कि पहले एनटीए 15 मई को एडमिट कार्ड जारी करने वाला था. आपको बता दें कि UGC NET के लिए 1 मार्च से लेकर 30 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे. उम्‍मीदवारों को 1 अप्रैल तक फीस जमा करनी थी.  उम्मीदवार नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक कर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर पाएंगे.NTA NET Admit Card 2019
आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के लगातार बदलते तेवर ने भारत के सब्र का बांध तोड़ दिया है. पाकिस्तान के इस दावे पर कि अब उसकी जमीन पर आतंक को किसी तरह की पनाह नहीं मिलेगी, भारत के विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी ने साफ-साफ शब्दों में कहा है कि करना है तो कार्रवाई करें, वादों में कुछ नहीं रखा है. प्रणव मुखर्जी जम्मू-कश्मीर के दौरे के दौरान कहा कि  आज की तारीख में उनके पास बस एक ही सबसे बड़ा मसला है आतंकवाद. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को ढेर सारे सबूत दिए जा चुके हैं. लेकिन उनकी तरफ से कुछ नहीं किया गया।.अब बातों का वक्त खत्म हो चुका है. अब तो नतीजे दिखने चाहिए. मुखर्जी का यह बयान पाक द्वारा मुंबई हमले में पाकिस्तान स्थित तत्वों के शामिल होने से इनकार करने का बाद आया है. उन्होंने ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान पाकिस्तान से जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर को भारत के हवाले किए जाने की मांग की.
कुछ महीने पहले यह खबर आई थी कि 'तनु वेड्स मनु' के डायरेक्टर आनंद.एल.राय शाहरुख को लेकर एक फिल्म बनाने जा रहे हैं. इस फिल्म में दो हीरोइन होंगी लेकिन अभी तक एक का भी नाम फाइनल नहीं हुआ है. यूं तो दीपिका, करीना से लेकर सोनम, कैटरीना और आलिया भट्ट तक को साइन किए जाने की खबरें आ चुकी हैं लेकिन साइन किसी को नहीं किया गया है. हालांकि बीच में दीपिका का नाम फिल्म के लिए फाइनल हो गया लग रहा था लेकिन सूत्रों की मानें तो दीपिका अब इस रेस से बाहर हो चुकी हैं और निर्देशक का ध्यान अब अनुष्का की ओर है. बता दें कि शाहरुख इस फिल्म में ड्वार्फ यानी एक बौने के रोल में नजर आएंगे और अगर दीपिका की बात बन जाती तो यह शाहरुख के साथ उनकी पांचवीं फिल्म होती. वहीं अनुष्का ने अभी सलमान खान स्टारर 'सुल्तान' की शूटिंग पूरी की है, जो इससे पहले दीपिका को ऑफर हुई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कटरीना इस फिल्म को करना चाहती थीं लेकिन बहुत से फिल्मी प्रोजेक्ट्स में बिजी होने के कारण यह ऑफर उनके हाथ से निकल गया और अनुष्का को इस फिल्म के लिए अप्रोच किया गया. हालांकि अनुष्का के स्पोक्सपर्सन का कहना है कि अभी तक इस फिल्म के लिेए डायरेक्टर और अनुष्का के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है. वैसे अब वह 'सुल्तान' और अपने होम प्रोडक्शन की फिल्म 'फिलौरी' का काम लगभग निपटा चुकी हैं तो हो सकता है कि वह शाहरुख के साथ इस फिल्म की बाजी मार ले जाएं!
बिहार में महागठबंधन टूटने से नाराज जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी सांसद शरद यादव पहली बार मीडिया के सामने आए. शरद यादव ने कहा कि बिहार जनता ने हमें बीजेपी के साथ आने के लिए जनादेश नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि गठबंधन टूटने का उन्हें अफसोस है. बिहार में लालू यादव की आरजेडी का साथ छोड़ नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ सरकार बना ली है जिसके बाद से पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव नाराज बताए जा रहे हैं. गठबंधन टूटने के बाद जेडीयू में भी फूट की खबरें सामने आई थीं. पार्टी के राज्यसभा सांसद अली अनवर भी नीतीश कुमार के फैसले से नाराज हैं. उन्होंने महागठबंधन टूटने को राष्ट्रीय आपदा बताया था. उधर रविवार को तमिलनाडु से राज्यसभा के सांसद और सीपीआई के नेता डी राजा ने भी शरद यादव से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की थी. डी राजा से पहले सीपीएम सांसद सीताराम येचुरी भी शरद यादव से मुलाकात कर चुके हैं. शरद यादव से मुलाकात के बाद डी राजा ने कहा था कि वह नीतीश कुमार के फैसले से खुश नहीं हैं. सूत्रों के मुताबिक राजा ने शरद यादव से बीजेपी और नीतीश कुमार के खिलाफ डेमोक्रेटिक फ्रंट के साथ खड़े रहने की बात भी कही. साथ ही जेडीयू के आरजेडी-कांग्रेस से अलग होने के बाद महागठबंधन के भविष्य पर भी चर्चा की गई थी. उन्होंने मुलाकात के बाद कहा कि अभी महागठबंधन खत्म नहीं हुआ है और बीजेपी और सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी. बिहार में सत्ता के उलटफेर के बाद कई विपक्षी दलों के नेताओं ने हाल ही में शरद यादव मुलाकात की है. वहीं बीजेपी और जेडीयू की ओर से भी रूठे शरद यादव को मनाने की कोशिश जारी है. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर शरद यादव फसल बीमा योजना को लेकर मोदी सरकार पर हमला कर चुके हैं. नीतीश कुमार की ओर से भ्रष्टाचार को एक बड़ा कारण बताते हुए लालू यादव के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद शरद यादव ने सोशल मीडिया पर काले धन और पनामा पेपर्स को लेकर मोदी सरकार और BJP पर निशाना साधा था. शरद यादव ने कहा कि सत्ताधारी दल ने काले धन को वापस लाने का वादा किया, जो पूरा नहीं हुआ और ना ही पनामा पेपर्स में सामने आए भारतीयों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) की ऐसी लहर चली कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हमेशा से प्रतिष्ठा की सीट रही अयोध्या भी नहीं बचा सकी। भाजपा पिछले पांच चुनावों से यह सीट जीतती आ रही थी लेकिन इस दफा सपा के युवा उम्मीदवार तेज नारायण पांडेय ऊर्फ पवन पांडेय ने लल्लू सिंह की चूलें हिला दी। पवन पांडेय ने लल्लू सिंह को 5405 मतों से पराजित किया। लल्लू सिंह को 49,859 मत मिले जबकि पवन पांडेय को 55,262 मत मिले। लल्लू सिंह 1991 से लगातार पांच बार यहां से चुनाव जीत चुके थे और लगातार छठी बार विधानसभा पहुंचने का उनका सपना अधूरा रह गया। लल्लू सिंह के करीबियों का दावा था कि मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी वह सीट जीत लेंगे, क्योंकि उनके साथ श्रीराम का आशीर्वाद है। वहीं दूसरी ओर उनके विरोधी उनकी हार सुनिश्चित होने के दर्जनों कारण बताते थे, जिनमें सबसे प्रमुख था लगातार पांच बार विधायक रहते हुए भी क्षेत्र का विकास न होना। लल्लू सिंह की हार में किन्नर निर्दलीय उम्मीदवार गुलशन बिंदु की प्रमुख भूमिका रही जिन्हें 22023 मत मिले। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वेद प्रकाश गुप्ता को 33481 मत मिले। कांग्रेस ने इस बार उनके करीबी राजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा था। राजेंद्र सिंह को 9710 मत मिले। बसपा ने भाजपा के परम्परागत व्यापारी वर्ग को खासा आकर्षित किया और लल्लू सिंह को चोट पहुंचाई।टिप्पणियां पवन पांडेय की हाल ही में शादी हुई है और उन्हें उनकी पत्नी का भी भरपूर साथ मिला। वह घर-घर जाकर मुंह दिखाई की रस्म की  एवज में लोगों से पति को वोट देने की अपील कर रही थी। पांडेय लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और सपा प्रमुख मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के करीबी हैं। पवन पांडेय ने लल्लू सिंह को 5405 मतों से पराजित किया। लल्लू सिंह को 49,859 मत मिले जबकि पवन पांडेय को 55,262 मत मिले। लल्लू सिंह 1991 से लगातार पांच बार यहां से चुनाव जीत चुके थे और लगातार छठी बार विधानसभा पहुंचने का उनका सपना अधूरा रह गया। लल्लू सिंह के करीबियों का दावा था कि मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी वह सीट जीत लेंगे, क्योंकि उनके साथ श्रीराम का आशीर्वाद है। वहीं दूसरी ओर उनके विरोधी उनकी हार सुनिश्चित होने के दर्जनों कारण बताते थे, जिनमें सबसे प्रमुख था लगातार पांच बार विधायक रहते हुए भी क्षेत्र का विकास न होना। लल्लू सिंह की हार में किन्नर निर्दलीय उम्मीदवार गुलशन बिंदु की प्रमुख भूमिका रही जिन्हें 22023 मत मिले। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वेद प्रकाश गुप्ता को 33481 मत मिले। कांग्रेस ने इस बार उनके करीबी राजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा था। राजेंद्र सिंह को 9710 मत मिले। बसपा ने भाजपा के परम्परागत व्यापारी वर्ग को खासा आकर्षित किया और लल्लू सिंह को चोट पहुंचाई।टिप्पणियां पवन पांडेय की हाल ही में शादी हुई है और उन्हें उनकी पत्नी का भी भरपूर साथ मिला। वह घर-घर जाकर मुंह दिखाई की रस्म की  एवज में लोगों से पति को वोट देने की अपील कर रही थी। पांडेय लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और सपा प्रमुख मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के करीबी हैं। लल्लू सिंह 1991 से लगातार पांच बार यहां से चुनाव जीत चुके थे और लगातार छठी बार विधानसभा पहुंचने का उनका सपना अधूरा रह गया। लल्लू सिंह के करीबियों का दावा था कि मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी वह सीट जीत लेंगे, क्योंकि उनके साथ श्रीराम का आशीर्वाद है। वहीं दूसरी ओर उनके विरोधी उनकी हार सुनिश्चित होने के दर्जनों कारण बताते थे, जिनमें सबसे प्रमुख था लगातार पांच बार विधायक रहते हुए भी क्षेत्र का विकास न होना। लल्लू सिंह की हार में किन्नर निर्दलीय उम्मीदवार गुलशन बिंदु की प्रमुख भूमिका रही जिन्हें 22023 मत मिले। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वेद प्रकाश गुप्ता को 33481 मत मिले। कांग्रेस ने इस बार उनके करीबी राजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा था। राजेंद्र सिंह को 9710 मत मिले। बसपा ने भाजपा के परम्परागत व्यापारी वर्ग को खासा आकर्षित किया और लल्लू सिंह को चोट पहुंचाई।टिप्पणियां पवन पांडेय की हाल ही में शादी हुई है और उन्हें उनकी पत्नी का भी भरपूर साथ मिला। वह घर-घर जाकर मुंह दिखाई की रस्म की  एवज में लोगों से पति को वोट देने की अपील कर रही थी। पांडेय लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और सपा प्रमुख मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के करीबी हैं। लल्लू सिंह के करीबियों का दावा था कि मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी वह सीट जीत लेंगे, क्योंकि उनके साथ श्रीराम का आशीर्वाद है। वहीं दूसरी ओर उनके विरोधी उनकी हार सुनिश्चित होने के दर्जनों कारण बताते थे, जिनमें सबसे प्रमुख था लगातार पांच बार विधायक रहते हुए भी क्षेत्र का विकास न होना। लल्लू सिंह की हार में किन्नर निर्दलीय उम्मीदवार गुलशन बिंदु की प्रमुख भूमिका रही जिन्हें 22023 मत मिले। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वेद प्रकाश गुप्ता को 33481 मत मिले। कांग्रेस ने इस बार उनके करीबी राजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा था। राजेंद्र सिंह को 9710 मत मिले। बसपा ने भाजपा के परम्परागत व्यापारी वर्ग को खासा आकर्षित किया और लल्लू सिंह को चोट पहुंचाई।टिप्पणियां पवन पांडेय की हाल ही में शादी हुई है और उन्हें उनकी पत्नी का भी भरपूर साथ मिला। वह घर-घर जाकर मुंह दिखाई की रस्म की  एवज में लोगों से पति को वोट देने की अपील कर रही थी। पांडेय लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और सपा प्रमुख मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के करीबी हैं। लल्लू सिंह की हार में किन्नर निर्दलीय उम्मीदवार गुलशन बिंदु की प्रमुख भूमिका रही जिन्हें 22023 मत मिले। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वेद प्रकाश गुप्ता को 33481 मत मिले। कांग्रेस ने इस बार उनके करीबी राजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा था। राजेंद्र सिंह को 9710 मत मिले। बसपा ने भाजपा के परम्परागत व्यापारी वर्ग को खासा आकर्षित किया और लल्लू सिंह को चोट पहुंचाई।टिप्पणियां पवन पांडेय की हाल ही में शादी हुई है और उन्हें उनकी पत्नी का भी भरपूर साथ मिला। वह घर-घर जाकर मुंह दिखाई की रस्म की  एवज में लोगों से पति को वोट देने की अपील कर रही थी। पांडेय लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और सपा प्रमुख मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के करीबी हैं। बसपा ने भाजपा के परम्परागत व्यापारी वर्ग को खासा आकर्षित किया और लल्लू सिंह को चोट पहुंचाई।टिप्पणियां पवन पांडेय की हाल ही में शादी हुई है और उन्हें उनकी पत्नी का भी भरपूर साथ मिला। वह घर-घर जाकर मुंह दिखाई की रस्म की  एवज में लोगों से पति को वोट देने की अपील कर रही थी। पांडेय लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और सपा प्रमुख मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के करीबी हैं। पवन पांडेय की हाल ही में शादी हुई है और उन्हें उनकी पत्नी का भी भरपूर साथ मिला। वह घर-घर जाकर मुंह दिखाई की रस्म की  एवज में लोगों से पति को वोट देने की अपील कर रही थी। पांडेय लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और सपा प्रमुख मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के करीबी हैं। पांडेय लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे हैं और सपा प्रमुख मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव के करीबी हैं।
बिहार बोर्ड BSEB कंपार्टमेंटल रिजल्ट आज यानी 28 मई को शाम तक आ जाएगा. स्टूडेंट अपना परिणाम बिहार बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट bsebonline.org और bsebresult.com पर देख सकेंगे. बिहार बोर्ड का दावा है कि बोर्ड ने सबसे कम समय में पहली बार मई में ही कंपार्टमेंट एग्जाम के रिजल्ट जारी कर दिए हैं. बताते चलें कि Bihar Booard Class12  के रिजल्ट में दो लाख से ज्यादा स्टूडेंट फेल हो गए थे. पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस के बाद यह रिजल्ट घोषित किया जाएगा. इन चार चरणों में चेक करें रिजल्ट Step 1: बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट bsebonline.org और bsebresult.com  पर जाएं Step 2: वेबसाइट के होमपेज पर कम्पार्टमेंट रिजल्ट लिंक पर जाकर क्लिक करें Step 3: यहां अपने रोल नंबर का उपयोग करके इसे लॉग-इन करें Step 4: लॉगिन होते ही स्क्रीन पर परिणाम दिखाई देगा, इसका प्रिंट ले सकते हैं. पहली बार मई में घोषित हुए कंपार्टमेंटल रिजल्ट बीएसईबी के चेयरपर्सन आनंद किशोर ने घोषणा करते हुए कहा है कि यह पहली बार है जब किसी बोर्ड ने मई में कंपार्टमेंटल परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है. ज्ञात हो कि राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा को यह परिणाम घोषित करना था. बोर्ड ने तय समय से पहले ही यह रिजल्ट जारी कर दिए हैं. जो कि अच्छा संदेश कहा जा रहा है. दो लाख से ज्यादा हुए थे फेल बिहार बोर्ड से 12वीं में दो लाख से अधिक स्टूडेंट अपने पहले प्रयास में असफल रहे. बाद में स्टूडेंट्स ने पुनर्मूल्यांकन परीक्षा दी थी. अनुमान है कि इस परीक्षा में भी बड़ी संख्या में स्टूडेंट पास होंगे. इसके परिणाम 28 मई शाम तक डिक्लेयर होंगे.
उद्योग- • आजीविका यापन के लिए की जाने वाली सभी आर्थिक क्रियाएं जिसमें मुद्राओं का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से विनिमय होता है, उद्योग कहलाता है। राजस्थान में उद्योग के प्रकार- (A) कच्चे माल की उपलब्धता के आधार पर- 1. कृषि आधारित 2. खनिज आधारित 3. रसायन आधारित 4. अन्य उद्योग ❍ राजस्थान में कृषि आधारित उद्योग- • वे उद्योग जिनमें कच्चा माल कृषि एवं कृषि संबंधी गतिविधियों से प्राप्त होता है, कृषि आधारित उद्योग कहलाता हैं। • राजस्थान में कृषि आधारित उद्योग तीन क्षेत्रों – सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्र, सहकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं। • सूती वस्त्र उद्योग • चीनी उद्योग • बायोडीजल उद्योग • वनस्पति घी उद्योग • मिल्क पाउडर उद्योग • शराब उद्योग ❍ सूती वस्त्र उद्योग- • सेठ दामोदर दास और कर्नल डिक्सन द्वारा राजस्थान में प्रथम सूती वस्त्र कारखाने की स्थापना वर्ष 1889 में ब्यावर (अजमेर) में 'दी कृष्णा मिल्स' के नाम से की गई। • सूती वस्त्र उद्योग राजस्थान का सबसे प्राचीन और परंपरागत संगठित उद्योग है। • इस उद्योग में रेलवे के बाद सबसे अधिक रोजगार उपलब्ध होता है। • वर्तमान में राज्य में सूती वस्त्र का उत्पादन मुख्यतः पाली, ब्यावर, भीलवाड़ा, कोटा, चित्तौड़गढ़, जयपुर, श्रीगंगानगर, किशनगढ़ और बांसवाड़ा में किया जाता है। ❍ राजस्थान में स्वतंत्रता से पूर्व स्थापित सूती वस्त्र कारखानें- 1. दी कृष्णा मिल्स – ब्यावर (अजमेर) – वर्ष 1889 2. दी एडवर्ड मिल्स – ब्यावर (अजमेर) – वर्ष 1906 3. श्री महालक्ष्मी मिल्स – ब्यावर (अजमेर) – वर्ष 1925 4. दी मेवाड़ टेक्सटाइल मिल्स – भीलवाड़ा – वर्ष 1938 5. महाराजा उम्मेद मिल्स – पाली – वर्ष 1942 6. सार्दुल टेक्सटाइल मिल्स – श्रीगंगानगर – वर्ष 1946 7. जयपुर मिल्स - जयपुर - वर्ष 1935 8. बाँसवाड़ा मिल्स - बाँसवाड़ा - वर्ष 1944 9. श्री महावीर जूट मिल्स - जोधपुर - वर्ष 1948 10. बबूलल मिल्स - कोटा - वर्ष 1951 ❍ स्वतंत्रता के पश्चात् राजस्थान में स्थापित सूती वस्त्र कारखानें (निजी क्षेत्र)- 1. श्री आदित्य कॉटन मिल्स – किशनगढ़ (अजमेर) 2. श्री विजय कॉटन मिल्स – विजयनगर (अजमेर) 3. राजस्थान सहकारी मिल्स – गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) 4. उदयपुर टेक्सटाइल मिल्स – उदयपुर 5. राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स – भवानी मण्डी (झालावाड़) 6. श्री गोपाल टेक्सटाइल मिल्स – कोटा ❍ राजस्थान में सहकारी क्षेत्र में स्थापित सूती वस्त्र कारखाने- 1. राजस्थान सहकारी कताई मिल्स गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) में स्थित है और इसकी स्थापना 1965 में हुई थी। 2. श्रीगंगानगर सहकारी कताई मिल्स हनुमानगढ़ में स्थित है, जिसकी स्थापना 1978 में हुई थी। 3. गंगापुर सहकारी कताई मिल्स गंगापुर (भीलवाड़ा) में 1981 में स्थापित की गई थी। • 1974 में वित्तीय रूग्णता के परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय वस्त्र निगम ने राजस्थान की तीन सूती वस्त्र मिल्स का अधिग्रहण कर सूती वस्त्र उद्योग को सार्वजनिक क्षेत्र का दर्जा दिया गया। 1. राजस्थान सहकारी कताई मिल्स गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) में स्थित है जिसकी स्थापना वर्ष 1965 में की गई। 2. श्रीगंगानगर सहकारी कताई मिल्स हनुमानगढ़ में स्थित है, जिसकी स्थापना वर्ष 1978 में की गई। 3. गंगापुर सहकारी कताई मिल्स गंगापुर (भीलवाड़ा) में वर्ष 1981 में स्थापित की गई। • वित्तीय रुग्णता के परिणामस्वरूप राष्ट्रीय वस्त्र निगम द्वारा सन् 1974 में राजस्थान की तीन सूती वस्त्र मिल्स का अधिग्रहण कर सूती वस्त्र उद्योग को सार्वजनिक क्षेत्र का दर्जा दिया गया- 1. दी एडवर्ड मिल्स 2. श्री महालक्ष्मी मिल्स 3. श्री विजय कॉटन मिल्स 1 अप्रैल, 1993 को स्पीनफैड (SPINFED - राजस्थान राज्य सहकारी स्पिनिंग एण्ड जिनिंग मिल्स संघ) की स्थापना की गई, जो राजस्थान में सहकारी तथा निजी क्षेत्र की सूती वस्त्र कारखानों को नियंत्रित, निर्देशित और संचालित करती है। SPINFED की स्थापना के साथ ही राष्ट्रीय वस्त्र निगम द्वारा सन् 1974 में राजस्थान की तीन सूती वस्त्र मिल्स का अधिग्रहण किया गया था, जिससे सूती वस्त्र उद्योग को सार्वजनिक क्षेत्र का दर्जा मिला था। 1. राजस्थान सहकारी मिल्स – गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) (निजी क्षेत्र) 2. राजस्थान सहकारी कताई मिल्स – गुलाबपुरा (भीलवाड़ा) (सहकारी क्षेत्र) 3. श्रीगंगानगर सहकारी कताई मिल्स – हनुमानगढ़ (सहकारी क्षेत्र) 4. गंगापुर सहकारी कताई मिल्स – गंगापुर (भीलवाड़ा) (सहकारी क्षेत्र) • राजस्थान का मैनचेस्टर (वस्त्र नगरी) भीलवाड़ा को कहा जाता है। संदर्भ
ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने वैज्ञानिक और इंजीनियर के पदों के लिए वैकेंसी निकाली है. जिसका नोटिफिकेशन आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है. आवेदन करने से पहले रोजगार संबंधी सभी आवश्यक जानकारियां पढ़ लें उसके बाद ही आवेदन करें . पदों की संख्या: 106 पद पद का नाम: वैज्ञानिक और इंजीनियर डाक विभाग में निकली बंपर भर्ती, 2411 पदों पर होगा सलेक्शन योग्यत: उम्मीदवार ने किसी भी मान्यताप्राप्त संस्थान से BE/B.Tech की डिग्री ली हो. अंतिम तिथि: 20 फरवरी 2018 उम्र: उम्मीदवार की आयु 20.02.2018 के अनुसार 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. दिल्ली मेट्रो में निकली बंपर भर्ती, कई पदों पर मिलेगी नौकरी चुनाव प्रक्रिया: लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर चयन किया जाएगा. मासिक आय: 56100 रुपये है आवेदन कैसे करें: आवेदन करने के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट isro.gov.in पर जा सकते है. बता दें, आवेदन करने की फीस 100 रुपये है. वहीं लिखित परीक्षा की तारीख 22 अप्रैल है.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी सिद्धार्थ त्रिवेदी को गवाही के लिए साकेत कोर्ट लेकर आई है। पुलिस ने सिद्धार्थ से आज ही पूछताछ शुरू की थी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, सिद्धार्थ को गवाह बनाया जा सकता है।टिप्पणियां दरअसल, गिरफ्तार किए गए बुकी चंद्रेश ने पुलिस को बताया था कि 6 अप्रैल को उसने गुड़गांव के कंट्री क्लब में एक पार्टी आयोजित की थी, जिसमें अजित चांडिला भी पहुंचा था, वहां चंद्रेश ने चांडिला पर दबाव डाला कि वह स्पॉट फिक्सिंग के लिए राजस्थान रॉयल्स के दूसरे खिलाड़ियों से संपर्क करे। इसी के बाद चांडिला ने सिद्धार्थ त्रिवेदी और कुछ अन्य क्रिकेटरों से बात की थी, लेकिन सिद्धार्थ न तो पार्टी में गया और न ही वह मैच फिक्सिंग के लिए तैयार हुआ। दरअसल, गिरफ्तार किए गए बुकी चंद्रेश ने पुलिस को बताया था कि 6 अप्रैल को उसने गुड़गांव के कंट्री क्लब में एक पार्टी आयोजित की थी, जिसमें अजित चांडिला भी पहुंचा था, वहां चंद्रेश ने चांडिला पर दबाव डाला कि वह स्पॉट फिक्सिंग के लिए राजस्थान रॉयल्स के दूसरे खिलाड़ियों से संपर्क करे। इसी के बाद चांडिला ने सिद्धार्थ त्रिवेदी और कुछ अन्य क्रिकेटरों से बात की थी, लेकिन सिद्धार्थ न तो पार्टी में गया और न ही वह मैच फिक्सिंग के लिए तैयार हुआ। इसी के बाद चांडिला ने सिद्धार्थ त्रिवेदी और कुछ अन्य क्रिकेटरों से बात की थी, लेकिन सिद्धार्थ न तो पार्टी में गया और न ही वह मैच फिक्सिंग के लिए तैयार हुआ।