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फेसबुक पर मौजूद तमाम तरह के ब्रांड पेज इन दिनों एक अलग ही तरह की मुश्किल का सामना कर रहे हैं. दरअसल, फेसबुक पर दुनिया भर के ब्रांड्स के जितने भी पेज हैं उनके पोस्‍ट के लाइक्‍स पिछले एक महीने से अचानक बुरी तरह घटने लगे थे. ऐसे में पेज एडमिन गिरते लाइक्‍स को लेकर काफी परेशान थे और उन्‍हें समझ नहीं आ रहा था कि आखिर गड़बड़ कहां है. अब जाकर फेसबुक ने इस बात का खुलासा किया है कि गड़बड़ी कहीं और नहीं, बल्कि उसके अपने सिस्‍टम में ही कोई इश्‍यू है, जिसे वह जल्‍द से जल्‍द दूर करने की कोशिश कर रहा है. आपके इमोशंस से खेल रहा था फेसबुक फेसबुक ने पेज के इनसाइट टैब के नीचे Known issue नाम से एक मैसेज दिया है. मैसेज में लिखा है, 'There is a discrepancy in the engagement and reach metrics for all Page Posts and Boosted Posts between 5/30 and 6/30. We are working to resolve the issue as soon as possible'. आपको बता दें कि फेसबुक की इस गड़बड़ी से उन लाखों लोगों को बहुत नुकसान हुआ है जो फेसबुक के जरिए अपने ब्रांड और बिजनेस को प्रमोट कर रहे थे.
कीरान गोवर्स के गोल्डन गोल के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने हॉलैंड को 2-1 से हराकर लगातार पांचवीं बार चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी जीत ली। गोवर्स ने अतिरिक्त समय के पांचवें मिनट में निर्णायक गोल किया। निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 से बराबर था।टिप्पणियां ओलिंपिक रजत पदक विजेता हॉलैंड के लिए 18वें मिनट में सैंडर वान विन ने गोल किया, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए बराबरी का गोल 31वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर रसेल फोर्ड ने दागा। पिछले छह साल में टूर्नामेंट में पहला फाइनल खेल रही डच टीम पूरे मैच में दबाव में दिखी। हॉलैंड के गोलकीपर जाप स्टाकमैन ने कई गोल बचाए। गोवर्स का गोल्डन गोल हालांकि वह नहीं बचा सके, जिन्होंने सर्कल के भीतर डिफेंडरों की गैर मौजूदगी का फायदा उठाकर एडी ओकेंडेन से मिले पास पर गोल कर दिया। ओलिंपिक रजत पदक विजेता हॉलैंड के लिए 18वें मिनट में सैंडर वान विन ने गोल किया, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए बराबरी का गोल 31वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर रसेल फोर्ड ने दागा। पिछले छह साल में टूर्नामेंट में पहला फाइनल खेल रही डच टीम पूरे मैच में दबाव में दिखी। हॉलैंड के गोलकीपर जाप स्टाकमैन ने कई गोल बचाए। गोवर्स का गोल्डन गोल हालांकि वह नहीं बचा सके, जिन्होंने सर्कल के भीतर डिफेंडरों की गैर मौजूदगी का फायदा उठाकर एडी ओकेंडेन से मिले पास पर गोल कर दिया। हॉलैंड के गोलकीपर जाप स्टाकमैन ने कई गोल बचाए। गोवर्स का गोल्डन गोल हालांकि वह नहीं बचा सके, जिन्होंने सर्कल के भीतर डिफेंडरों की गैर मौजूदगी का फायदा उठाकर एडी ओकेंडेन से मिले पास पर गोल कर दिया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को वाणिज्य कर और निबंधन विभागों के अधिकारियों को कर-स्रोतों को बढ़ाने के लिए सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए. वाणिज्य कर और निबंधन विभागों की समीक्षा बैठक ने दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि करदाताओं की सुविधा के लिए यह विभाग अपने कार्यालयों का कम्प्यूटरीकरण करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी का व्यापक स्तर पर उपयोग करें, ताकि राजस्व वसूली में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ टैक्स जमा करने वालों को बेहतर सुविधाएं और माहौल मिल सके. यादव ने आयुक्त वाणज्यि कर को निर्देशित किया कि वे विभाग में ऐसी कम्प्यूटरीकृत प्रणाली विकसित करें, जिससे व्यापारियों को पंजीकरण से लेकरटैक्स अदा करने के समस्त कार्य घर बैठे इंटरनेट पर सुलभ हो सकें. उन्होंने कहा कि ऐसे छोटे व्यापारी जिनके पास इंटरनेट सुविधा उपलब्ध न हो, उनके लिए जिलास्तर पर सुविधा केन्द्र स्थापित किए जाएं. उन्होंने इन सुविधा केन्द्रों का संचालन जनवरी, 2013 तक प्रारम्भ करने के निर्देश दिए. यादव ने निर्देश दिए कि चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक प्रदेश के समस्त 355 उप निबंधक कार्यालयों का कम्प्यूटरीकरण सुनिश्चित किया जाए. इसके अलावाई-स्टाम्पिंग की व्यवस्था को 4 माह में प्रारम्भ कर दिया जाए.
यह लेख है: मौत की सजा दी जानी चाहिए या नहीं, इस विषय पर विधि आयोग अपनी रिपोर्ट अगले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगा। इस विषय पर चर्चा के दौरान ज्यादातर लोगों ने मौत की सजा का विरोध किया। आयोग अगले सप्ताह कभी भी अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप सकता है। रिपोर्ट इस मुद्दे पर केंद्रित होगी कि क्या भारत में मौत की सजा खत्म कर दी जानी चाहिए या नहीं। रिपोर्ट की एक प्रति कानून मंत्री को सौंपी जाएगी, क्योंकि पैनल के प्रावधानों में किसी भी बदलाव की मांग पर संसद ही विचार करेगी। यह रिपोर्ट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद इस पर बहस शुरू हो गई है।टिप्पणियां आयोग इस रिपोर्ट को पूरा करने के लिए समय से अधिक काम कर रहा है, क्योंकि इसका तीन साल का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके। आयोग अगले सप्ताह कभी भी अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप सकता है। रिपोर्ट इस मुद्दे पर केंद्रित होगी कि क्या भारत में मौत की सजा खत्म कर दी जानी चाहिए या नहीं। रिपोर्ट की एक प्रति कानून मंत्री को सौंपी जाएगी, क्योंकि पैनल के प्रावधानों में किसी भी बदलाव की मांग पर संसद ही विचार करेगी। यह रिपोर्ट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद इस पर बहस शुरू हो गई है।टिप्पणियां आयोग इस रिपोर्ट को पूरा करने के लिए समय से अधिक काम कर रहा है, क्योंकि इसका तीन साल का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके। यह रिपोर्ट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने के बाद इस पर बहस शुरू हो गई है।टिप्पणियां आयोग इस रिपोर्ट को पूरा करने के लिए समय से अधिक काम कर रहा है, क्योंकि इसका तीन साल का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके। आयोग इस रिपोर्ट को पूरा करने के लिए समय से अधिक काम कर रहा है, क्योंकि इसका तीन साल का कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने संतोष कुमार सतीश भूषण बारियार विरुद्ध महाराष्ट्र और शंकर किसनराव खाड़े विरुद्ध महाराष्ट्र मामले में कहा था कि विधि आयोग को मौत की सजा से जुड़े विविध मतों और पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए, ताकि इस विषय पर एक अद्यतन और तथ्यात्मक बहस की अनुमति दी जा सके।
सपना चौधरी (Sapna Choudhary) को स्टेज पर परफॉर्म करने के साथ ही फैन्स का दिल जीतना भी बखूबी आता है. बॉलीवुड में 'दोस्ती के साइड इफेक्ट्स (Dosti Ke Side Effects)' फिल्म से डेब्यू कर रही सपना चौधरी का नया वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर धूम मचा रहा है. भोजपुरी (Bhojpuri)-पंजाबी (Punjabi)-हरियाणवी सिनेमा (Haryanvi) में धूम मचा चुकीं सपना चौधरी (Sapna Choudhary) इस वीडियो में स्टेज पर अपनी एक फैन को डांस के गुर सिखा रही हैं. सपना चौधरी (Sapna Choudhary) की ये फैन भी पूरी शिद्दत के साथ उनके डांस स्टेप्स को कॉपी करने की कोशिश कर रही हैं और ये वीडियो बहुत ही मजेदार बन पड़ा है. (यहां क्लिक करके देखें Video) A post shared by Sapna Choudhary Club (@isapnachaudhary) on Jan 17, 2019 at 1:56am PST सपना चौधरी (Sapna Choudhary) इस डांस वीडियो में फैन को डांस के स्टेप सिखा रही हैं. कमाल की बात यह है कि फैन उनसे भी तेज अंदाज में डांस कर रही हैं और बहुत ही तेजी के साथ पिकअप कर रही हैं. सपना चौधरी की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है, और वे जहां भी जाती हैं भीड़ बेकाबू हो जाती है. ऐसा ही उनके एक शो के दौरान भी हुआ जब उन्हें मौजूद भीड़ से शांत होने की अपील करनी पड़ी. सपना चौधरी फैन्स से ये कहने के लिए मजबूर हो गईं कि अगर आप में जरा भी शर्म है तो कृपा शांत कर होकर बैठ जाएं. सपना चौधरी (Sapna Choudhary) का ये वीडिय भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, और इसे जमकर पंसद भी किया जा रहा है.  A post shared by Sapna Choudhary Club (@isapnachaudhary) on Jan 13, 2019 at 2:04am PST सपना चौधरी (Sapna Choudhary) जब से बिग बॉस में हिस्सा लेकर लौटी हैं, उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आ रही है. सपना चौधरी की लोकप्रियता का ग्राफ लगातार चढ़ता ही जा रहा है. सपना चौधरी भोजपुरी, पंजाबी और हरियाणवी सिनेमा में धमाल मचा चुकी हैं और अब बॉलीवुड में एक्टिंग डेब्यू भी करने जा रही हैं. यही नहीं, सपना चौधरी अब बिहार से लेकर कोलकाता तक खूब स्टेज शो भी कर रहे हैं. सपना चौधरी की लोकप्रियता अब हरियाणा-पंजाब से निकलकर पूरे देश में फैल चुकी है.
सिल्वियो मिकाली (जन्म 13 अक्टूबर, 1954) एक इतालवी कंप्यूटर वैज्ञानिक, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रोफेसर और एक प्रूफ-ऑफ-स्टेक ब्लॉकचेन क्रिप्टोकरेंसी प्रोटोकॉल, अल्गोरंड के संस्थापक हैं। क्रिप्टोग्राफी और सूचना सुरक्षा पर एमआईटी कंप्यूटर साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रयोगशाला केंद्रों में मिकाली का शोध। 2012 में, उन्हें शून्य-ज्ञान प्रमाणों पर उनके काम के लिए शफी गोल्डवेसर के साथ क्रिप्टोग्राफी में उनके काम के लिए ट्यूरिंग अवॉर्ड मिला।
पश्चिमी हिन्दी का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। इसके अंतर्गत पाँच बोलियाँ हैं - खड़ी बोली, हरियाणवी, ब्रजभाषा, कन्नौजी और बुंदेली। खड़ी बोली अपने मूल रूप में मेरठ, रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत के आसपास बोली जाती है। इसी के आधार पर आधुनिक हिंदी और उर्दू का रूप खड़ा हुआ। बांगरू को जाटू या हरियाणवी भी कहते हैं। यह पंजाब के दक्षिण पूर्व में बोली जाती है। कुछ विद्वानों के अनुसार बांगरू खड़ी बोली का ही एक रूप है जिसमें पंजाबी और राजस्थानी का मिश्रण है। ब्रजभाषा मथुरा के आसपास ब्रजमंडल में बोली जाती है। हिंदी साहित्य के मध्ययुग में ब्रजभाषा में उच्च कोटि का काव्य निर्मित हुआ। इसलिए इसे बोली न कहकर आदरपूर्वक भाषा कहा गया। मध्यकाल में यह बोली संपूर्ण हिंदी प्रदेश की साहित्यिक भाषा के रूप में मान्य हो गई थी। पर साहित्यिक ब्रजभाषा में ब्रज के ठेठ शब्दों के साथ अन्य प्रांतों के शब्दों और प्रयोगों का भी ग्रहण है। कन्नौजी गंगा के मध्य दोआब की बोली है। इसके एक ओर ब्रजमंडल है और दूसरी ओर अवधी का क्षेत्र। यह ब्रजभाषा से इतनी मिलती जुलती है कि इसमें रचा गया जो थोड़ा बहुत साहित्य है वह ब्रजभाषा का ही माना जाता है। बुंदेली बुंदेलखंड की उपभाषा है। बुंदेलखंड में ब्रजभाषा के अच्छे कवि हुए हैं जिनकी काव्यभाषा पर बुंदेली का प्रभाव है।
हरियाणा के फरीदाबाद में शराब के नशे में धुत्त एक पति ने अपनी पत्नी को जिंदा जला दिया. घायल अवस्था में महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. पुलिस आरोपी पति के खिलाफ केस दर्ज करके मामले की जांच कर रही है. जानकारी के मुताबिक, यूपी निवासी रविन्द्र ने पुलिस में शिकायत दी कि उसने अपनी बहन रजनी की शादी सात मार्च, 2000 को फरीदाबाद निवासी अरूण से की थी. शादी के बाद अरूण शराब पीकर अक्सर अपनी पत्नी से झगड़ा करता रहता था. उससे मारपीट करता था. रविन्द्र ने आरोप लगाया कि अरूण अक्सर उसकी बहन से पैसे छीनकर ले जाता था . उस े मां से पैसे मांगकर लाकर देने के लिए कहता था. गुरुवार की रात को अरूण शराब पीकर घर आया और पैसे मांगने लगा. उसकी बहन रजनी ने जब मना कर दिया तो उसने केरोसिन तेल डाल दिया. पुलिस ने बताया कि पीड़ित महिला के भाई की तहरीर के अनुसार अरूण ने उसकी बहन को जिंदा जला दिया. महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आरोपी पति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई है.
सुपरस्टार सलमान खान ने तेलगु अभिनेता नागार्जुन को उनके 56वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं और उनके बेटे अखिल की पहली फिल्म के टीजर को रिलीज भी किया. 'बजरंगी भाईजान' अभिनेता ने ट्विटर पर नागार्जुन को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. इस मौके पर सलमान ने नागार्जुन के बेटे अखिल और दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार की रिश्तेदार सायेशा सैगल को उनकी पहली फिल्म 'अखिल' के लिए भी शुभकामनाएं दी. सलमान ने ट्विटर पर इस शुभकामना पोस्ट के साथ फिल्म 'अखिल' के टीजर का लिंक भी साझा किया. Happy bday @iamnagarjuna #AAA & best of luck for future @akhilakkineni8 & Sayyeshaa #thelegacyliveson Watch the promo http://t.co/9r0wjKSEbX — Salman Khan (@BeingSalmanKhan) August 29, 2015 नागार्जुन और उनके बेटे अखिल दोनों ने सलमान को शुभकामनाओं के लिए ट्विटर पर ही धन्यवाद कहा. फिल्म 'अखिल' का निर्देशन वीवी विनायक ने किया है और नितिन रेड्डी इसके निर्माता हैं. इनपुट: भाषा देखें टीजर...
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि वह पाकिस्तान और अमेरिका के बीच तनाव दूर करने में मदद कर सकते हैं। समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) ने न्यूजवीक में प्रकाशित एक साक्षात्कार के हवाले से कहा है कि बिलावल ने कहा कि वह पाकिस्तान और पश्चिम के बीच बनी दूरी पाट सकते हैं, और पाकिस्तान तथा अमेरिका के मौजूदा तनाव को समाप्त करने में मदद कर सकते हैं।टिप्पणियां ज्ञात हो कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के पिछले वर्ष दो मई को पाकिस्तान के एबटाबाद में मारे जाने के बाद दोनों देशों के सम्बंधों में तनाव आ गया था। उसके बाद पिछले वर्ष 26 नवम्बर को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के एक हमले में दो दर्जन पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के बाद सम्बंधों में तनाव और बढ़ गया।   बिलावल ने लादेन को तलाशने में सीआईए को मदद करने वाले चिकित्सक शकील अफरीदी के मामले से निपटने का बचाव किया। समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) ने न्यूजवीक में प्रकाशित एक साक्षात्कार के हवाले से कहा है कि बिलावल ने कहा कि वह पाकिस्तान और पश्चिम के बीच बनी दूरी पाट सकते हैं, और पाकिस्तान तथा अमेरिका के मौजूदा तनाव को समाप्त करने में मदद कर सकते हैं।टिप्पणियां ज्ञात हो कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के पिछले वर्ष दो मई को पाकिस्तान के एबटाबाद में मारे जाने के बाद दोनों देशों के सम्बंधों में तनाव आ गया था। उसके बाद पिछले वर्ष 26 नवम्बर को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के एक हमले में दो दर्जन पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के बाद सम्बंधों में तनाव और बढ़ गया।   बिलावल ने लादेन को तलाशने में सीआईए को मदद करने वाले चिकित्सक शकील अफरीदी के मामले से निपटने का बचाव किया। ज्ञात हो कि अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के पिछले वर्ष दो मई को पाकिस्तान के एबटाबाद में मारे जाने के बाद दोनों देशों के सम्बंधों में तनाव आ गया था। उसके बाद पिछले वर्ष 26 नवम्बर को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के एक हमले में दो दर्जन पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के बाद सम्बंधों में तनाव और बढ़ गया।   बिलावल ने लादेन को तलाशने में सीआईए को मदद करने वाले चिकित्सक शकील अफरीदी के मामले से निपटने का बचाव किया। बिलावल ने लादेन को तलाशने में सीआईए को मदद करने वाले चिकित्सक शकील अफरीदी के मामले से निपटने का बचाव किया।
ब्राजील महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम महिला क्रिकेट मैचों में ब्राजील देश का प्रतिनिधित्व करती है। अप्रैल 2018 में, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपने सभी सदस्यों को पूर्ण महिला ट्वेंटी-20 अंतर्राष्ट्रीय (मटी20ई) का दर्जा दिया। इसलिए, 1 जुलाई 2018 के बाद ब्राज़ील की महिलाओं और एक अन्य अंतर्राष्ट्रीय टीम के बीच खेले गए सभी ट्वेंटी-20 मैच एक पूर्ण मटी20ई थे। ब्राजील के पहले मटी20ई मैचों को अगस्त 2018 में चिली, मैक्सिको और पेरू के खिलाफ दक्षिण अमेरिकी महिला चैंपियनशिप के हिस्से के रूप में लड़ा गया था लेकिन पेरू के मैचों को मटी20ई के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया था क्योंकि उनके सभी खिलाड़ी आईसीसी रेजीडेंसी आवश्यकताओं को पूरा नहीं करते थे। ब्राजील ने ग्रुप स्टेज के सभी मैच जीते और चिली के खिलाफ फाइनल में 92 रनों के अंतर से जीत दर्ज की। सन्दर्भ
सरफरोशी की तमन्ना भारतीय क्रान्तिकारी बिस्मिल अज़ीमाबादी द्वारा लिखित एक प्रसिद्ध देशभक्तिपूर्ण ग़ज़ल है जिसमें उन्होंने आत्मोत्सर्ग की भावना को व्यक्त किया था। उनकी यह तमन्ना क्रान्तिकारियों का मन्त्र बन गयी थी यह ग़ज़ल उर्दू छ्न्द बहरे-रमल में लिखी गई है जिसका अर्कान (छन्द-सूत्र) है: "फ़ाइलातुन, फ़ाइलातुन, फ़ाइलातुन, फ़ाइलुन"। हिन्दी में यदि इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाये तो यह परिवर्तित अष्टपदीय गीतिका छन्द के अन्तर्गत आती है इस छन्द का सूत्र है: "राजभा गा, राजभा गा, राजभा गा, राजभा"। । बिस्मिल अज़ीमाबादी » अक्सर लोग इसे राम प्रसाद बिस्मिल जी की रचना बताते हैं लेकिन वास्तव में ये अज़ीमाबाद (अब पटना) के मशहूर शायर बिस्मिल अज़ीमाबादी की हैं और रामप्रसाद बिस्मिल ने उनका शे'र फांसी के फंदे पर झूलने के समय कहा था। चूँकि अधिकाँश लोग इसे राम प्रसाद बिस्मिल की रचना मानते है इसलिए इस रचना को बिस्मिल के पन्ने पर भी रखा गया है। -- कविता कोश टीम सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-क़ातिल में है एक से करता नहीं क्यूँ दूसरा कुछ बातचीत, देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफ़िल में है ऐ शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार, अब तेरी हिम्मत का चरचा ग़ैर की महफ़िल में है वक़्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमान, हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है खैंच कर लायी है सब को क़त्ल होने की उम्मीद, आशिकों का आज जमघट कूच-ए-क़ातिल में है बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित वन्दे मातरम जैसे सुप्रसिद्ध गीत के बाद बिस्मिल अज़ीमाबादी की यह अमर रचना, जिसे गाते हुए न जाने कितने ही देशभक्त फाँसी के तख़्ते पर झूल गये, उसके वास्तविक इतिहास सहित नीचे दी जा रही है। इतिहास बिस्मिल अज़िमाबादी (1901 - 1978) पटना, बिहार से एक उर्दू कवि थे। 1921 में उन्होंने "सरफरोशी की तमन्ना" नामक देशभक्ति कविता लिखी थी।यह कविता राम प्रसाद बिस्मिल, एक भारतीय महान क्रान्तिकारी नेता ने मुकदमे के दौरान अदालत में अपने साथियों के साथ सामूहिक रूप से गाकर लोकप्रिय भी बनाया। बिस्मिल' अज़ीमाबादी ने इसे भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के नौजवान स्वतन्त्रता सेनानियों के लिये सम्बोधि-गीत के रूप में लिखा था। 'बिस्मिल' की शहादत के बाद इसे स्वतन्त्रता सेनानियों की नौजवान पीढ़ी जैसे शहीद भगत सिंह तथा चन्द्रशेखर आजाद आदि के साथ भी जोड़ा जाता रहा है। [1] यह पहली एक जर्नल् "सबाह्" मै दिल्ली से प्रकाशित हुई । पाठ उर्दू लिपि यहाँ एक आधार की तरह उपयोग की गयी है, जो किसी भारतीय (अब पाकिस्तानी) कवि के हाथों लिखी गयी, फिलहाल संशोधित तथा विस्तृत की गयी है। पॉप संस्कृति में इस कविता का प्रयोग मनोज कुमार की भगत सिंह के जीवन पर सन् १९६५ में बनी फिल्म शहीद में किया गया था। एक बार फिर इसका उपयोग (कुछ पंक्तियों में फेरबदल सहित) २००२ की हिन्दी फिल्म द लीजेण्ड ऑफ भगतसिंह के एक गीत के बोलों हेतु किया गया। कविता का उपयोग २००६ की फिल्म रँग दे बसन्ती में भी हुआ। इसके अतिरिक्त सन् २००९ में बनी अनुराग कश्यप की फिल्म गुलाल में काट-छाँट के साथ पैरोडी के रूप में किया गया।गुलाल में पीयूष मिश्रा द्वारा जो पंक्तियाँ सुनायी गयीं थीं उनमें तब के हिन्दुस्तान और आज के भारत दैट इज इण्डिया की स्थिति पर करारा कटाक्ष साफ झलकता है:सरफ़रोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना, बाज़ु-ए-कातिल में है? वक़्त आने दे बता, देंगे तुझे ऐ आसमाँ! हम अभी से क्या बतायें, क्या हमारे दिल में है? काश बिस्मिल आज आते, तुम भी हिन्दोस्तान में; देखते यह मुल्क कितना, टेन्शन औ' थ्रिल में है। आज का लड़का ये कहता' हम तो बिस्मिल थक गये; अपनी आज़ादी तो भैया! लौंडिया के तिल में है। आज के जलसों में बिस्मिल, एक गूँगा गा रहा; और बहरों का वो रेला, नाचता महफ़िल में है। हाथ की खादी बनाने, का ज़माना लद गया; आज तो चड्ढी भी सिलती, इंग्लिशों की मिल में है। वक़्त आने दे बता, देंगे तुझे ऐ आसमाँ! हम अभी से क्या बतायें, क्या हमारे दिल में है? सरफ़रोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है। देखना है ज़ोर कितना, बाज़ु-ए-क़ातिल में है? सन्दर्भ आशारानी व्होरा स्वाधीनता सेनानी लेखक-पत्रकार २००४ प्रतिभा प्रतिष्ठान १६६१ नेताजी सुभाष मार्ग नई दिल्ली ११०००२ ISBN 81-88266-23-X आजादी की लडाई के जब्तशुदा तराने १९९८ प्रकाशन विभाग सूचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली भारत मदनलाल वर्मा 'क्रान्त' सरफरोशी की तमन्ना (४ खण्डों में) १९९७ प्रवीण प्रकाशन १/१०७९ ई महरौली नई दिल्ली-११००३० भारत रामप्रसाद 'बिस्मिल' क्रान्ति गीतांजलि (संकलन, शोध एवं सम्पादन:मदनलाल वर्मा 'क्रान्त') २००६ प्रवीण प्रकाशन नई दिल्ली ISBN 81-7783-128-3 डॉ॰ मदनलाल वर्मा 'क्रान्त' स्वाधीनता संग्राम के क्रान्तिकारी साहित्य का इतिहास (३ खण्डों में) २००६ प्रवीण प्रकाशन ४७६०/६१ (दूसरी मंजिल) २३ अंसारी रोड दरियागंज नई दिल्ली-११०००२ ISBN 81-7783-122-4 विद्यार्णव शर्मा युग के देवता-बिस्मिल और अशफाक'' २००४ प्रवीण प्रकाशन १/१०७९ ई महरौली नई दिल्ली-११००३० ISBN 81-7783-078-3 इन्हें भी देखें भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम काकोरी काण्ड राम प्रसाद 'बिस्मिल' सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है बाहरी कड़ियाँ गीत सरफरोशी की तमन्ना (यू ट्यूब पर) साहित्य शिल्पी - बहर और छन्द (उर्दू गज़ल बनाम हिन्दी गज़ल-2) प्राण शर्मा देशभक्ति के गीत भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम
अविश्वास प्रस्ताव बहुदलीय प्रणालियों में कहीं अधिक आम हैं जिसमें एक अल्पसंख्यक दल को गठबंधन सरकार बनानी होती है। इसका मतलब यह हो सकता है कि कई अल्पकालिक सरकारें रही हैं क्योंकि पार्टी संरचना छोटे दलों को सरकार बनाने के साधनों के बिना सरकार को हराने की अनुमति देती है। इसे व्यापक रूप से फ्रांसीसी चौथे गणराज्य और जर्मन वाइमर गणराज्य के लिए अस्थिरता का कारण माना गया है। हाल के उदाहरण 1950 और 1990 के दशक के बीच इटली, इज़राइल और जापान में हैं।
टीवी का पॉपुलर सीरियल शक्ति अस्तित्व के एहसास की लंबे समय से दर्शकों के पसंदीदा सीरियल्स में बना हुआ है. पिछले दिनों सीरियल के मेल लीड विवियन डीसेना ने सीरियल छोड़ने की अनाउंसमेंट की. अब उनके बाद दर्शकों को एक और झटका लग सकता है. चर्चा है कि विवियन के बाद अब फीमेल लीड रुबीना दिलैक भी सीरियल छोड़ सकती हैं. पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक सीरियल में नवंबर के नजदीक बड़ा लीप दिखाया जाएगा. इसमें सौम्या का किरदार निभा रहीं रुबीना और हरमन का किरदार निभा रहे विवियन के बच्चों पर कहानी फोकस की जाएगी. उनकी बेटी को ट्रांसजेंडर दिखाया जा जाएगा और नए चेहरों को जगह दी जाएगी. View this post on Instagram #viviandsena #somya #rubinadilaik #love #shakti #true "Love and compassion are necessities, not luxuries. Without them humanity cannot survive."💓 A post shared by Vivian Dsena (@vivian_dsena_) on Oct 24, 2017 at 7:38pm PDT पिछले दिनों विवियन ने सीरियल छोड़ने का ऐलान किया था. रिपोर्ट की मानें तो वे ऑन-स्क्रीन एक बड़े बच्चे के पिता का किरदार नहीं निभाना चाहते हैं. यही वजह है कि उन्होंने सीरियल को अलविदा कह दिया है. वहीं रुबीना भी ऑन-स्क्रीन बड़े बच्चे की मां का रोल प्ले नहीं करना चाहती हैं. इसलिए सीरियल से उनके एग्ज‍िट की चर्चा जोरों पर है. View this post on Instagram Two places I intentionally walk into..... my workplace with an intention of creating Value, my home with an intention of creating Love ....... and I practice it daily! #work #worship #life #shooting #set #intentionalliving #positivity #grace #value #creation #home #love #peace A post shared by Rubina Dilaik (@rubinadilaik) on Sep 14, 2019 at 3:47am PDT इस खबर से रुबीना के फैंस को झटका लग सकता है. रुबीना ने सीरियल में ट्रांसजेंडर किरदार निभा कर लोगों का दिल जीता है. पिंकविला के साथ बातचीत में उन्होंने कहा था कि इस तरह के चै‍लेंजिंग कैरेक्टर्स निभाने से उन्हें सुकून मिलता है. बहरहाल, विवियन और रुबीना के जाने से शो पर कितना असर पड़ेगा, यह तो बाद में पता चलेगा.
यह लेख है: विदेशी सैन्य बलों की ओर से कथित तौर पर कुरान की प्रतियां जलाने के मुद्दे पर अफगानिस्तान में विद्रोह भड़क उठा है। पुलिस ने बताया कि काबुल में मुख्य अमेरिकी सैन्य बेस के बाहर आज जबर्दस्त विरोध-प्रदर्शन किया गया। समाचार एजेंसी ‘एएफपी’ के एक फोटोग्राफर ने बताया कि काबुल के उत्तरी हिस्से में स्थित बगराम हवाई बेस के बाहर हजारों प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया। अफगानिस्तान में अमेरिकी कमांडर जनरल जॉन एलेन ने कहा कि उन्होंने इस खबर की जांच के आदेश दिए हैं कि बगराम में तैनात सैनिकों ने अनुचित तरीके से कुरान सहित कई इस्लामिक धार्मिक सामग्री की प्रतियां क्यों जलाई। उन्होंने कहा ‘‘किसी तरह के अपराध के लिए मैं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति और खास तौर से इस देश के नागरिकों से माफी चाहता हूं।’’ एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी बेस के बाहर 2,000 से ज्यादा लोग प्रदर्शन कर रहे थे। अधिकारी ने बताया, ‘‘वे बेस के भीतर कुरान की प्रतियां जलाए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।’’ अफगानिस्तान में अमेरिकी कमांडर जनरल जॉन एलेन ने कहा कि उन्होंने इस खबर की जांच के आदेश दिए हैं कि बगराम में तैनात सैनिकों ने अनुचित तरीके से कुरान सहित कई इस्लामिक धार्मिक सामग्री की प्रतियां क्यों जलाई। उन्होंने कहा ‘‘किसी तरह के अपराध के लिए मैं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति और खास तौर से इस देश के नागरिकों से माफी चाहता हूं।’’ एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी बेस के बाहर 2,000 से ज्यादा लोग प्रदर्शन कर रहे थे। अधिकारी ने बताया, ‘‘वे बेस के भीतर कुरान की प्रतियां जलाए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।’’
उत्तर चाकमय युग (Late Cretaceous epoch), जिसे ऊपरी चाकमय युग (Upper Cretaceous epoch) भी कहते हैं, मध्यजीवी महाकल्प (Mesozoic) के चाकमय कल्प (Cretaceous) के दो भूवैज्ञानिक युगों में से एक है, जो वार्तमान से 10 करोड़ वर्ष पूर्व से लेकर 6.6 करोड़ वर्ष पूर्व तक चला। उत्तर चाकमय से पहले पूर्व चाकमय युग चल रहा था और इसके बाद चाकमय कल्प और मध्यजीवी महाकल्प दोनों का अंत हुआ और नूतनजीवी महाकल्प (Cenozoic) तथा उसके पेलियोजीन कल्प (Paleogene) का आरम्भ हुआ। उत्तर चाकमय युग में प्रसिद्ध डायनासौर, टायरानोसौरस, का उत्तर अमेरिका में राज था, लेकिन स्तनधारी लगभग सभी छोटे आकार के थे। पेलोयोजीन कल्प और उत्तर चाकमय युग की समय-सीमा पर क्रीटेशस-पैलियोजीन विलुप्ति घटना हुई जिसमें डायनासौर समेत पृथ्वी की बहुत-सी जीव जातियाँ मारी गई और स्तनधारियों को उभरने का अवसर मिला। इन्हें भी देखें चाकमय कल्प (Cretaceous) पेलियोजीन कल्प (Paleogene) क्रीटेशस-पैलियोजीन विलुप्ति घटना सन्दर्भ चाकमय कल्प चाकमय
पुलवामा में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. पूरा देश गुस्से की आग में जल रहा है. देश के हर कोने से पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठ रही है. हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों की जान जा चुकी हैं. वही, कई जवान बुरी तरह से घायल भी हुए. घटना के बाद कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है. एक्टर विकी कौशल ने भी अपना दुख जताया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को जवाब देने का वक्त आ गया है. विकी कौशल ने एक इवेंट में कहा- ''ऐसा लग रहा है जैसे कुछ अपना खोया है. देश को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा एक्शन लेना चाहिए. एक राष्ट्र के तौर पर दुख की इस घड़ी हम सभी को एक साथ मिलकर शहीदों के परिवारों के साथ खड़ा होना चाहिए.'' बता दें कि विकी कौशल उरी द सर्जिकल स्ट्राइकल में लीड रोल निभाया था. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन किया है. फिल्म की कहानी जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले पर आधारित है. View this post on Instagram Heads up. Suit up. Let’s go for a take! 🎬 A post shared by Vicky Kaushal (@vickykaushal09) on Feb 1, 2019 at 6:22am PST View this post on Instagram On set, in the middle of all the chaos came these small silent moments where we’d space out and feel “kuch toh sahi ho raha hai”... thank You for validating those moments with your generous shower of love! 😊🙏 A post shared by Vicky Kaushal (@vickykaushal09) on Jan 17, 2019 at 6:17am PST Happy Republic Day. Jai Hind! 🇮🇳 pic.twitter.com/qsjwPPcwcF — Vicky Kaushal (@vickykaushal09) 26 जनवरी 2019 बता दें कि घटना के बाद जावेद अख्तर और शबाना आजमी ने भी अपना कराची दौरा रद कर दिया है. उन्हें कराची लिट फेस्टिवल के लिए इंवाइट किया गया था. इस आतंकी हमले को लेकर जावेद पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि अब पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रखा जा सकता है. इसके बाद उन्होंने अपन दौरान कैंसिल करने का फैसला लिया था. वहीं, मनसे चित्रपट सेना ने देश की सभी म्यूजिक कंपनियों को चेतावानी दी है कि वह जल्द से जल्द पाकिस्तानी सिंगर्स के साथ काम करना बंद कर दें. अगर वह ऐेसा नहीं करते हैं हम अपने तरीके से एक्शन लेंगे.
लेख: Winter Superfoods: ये खाओ और सर्दियों की समस्याओं को दूर भगाओ... ये हैं 'सुपर फूड्स'... आंवला के फायदे तो हम आपको कई बार बता चुके हैं. आंवला को वंडर फूड माना जाता है. आंवला में विटामिन C, विटामिन AB कॉम्‍प्‍लेक्‍स, पोटैशियम, कैलशियम, मैग्‍नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और डाययूरेटिक एसिड पाए जाते हैं. आंवला को अमृत की तरह माना जाता है. आंवला को कई घरेलू नुस्खों में (Amla Remedies) इस्तेमाल किया जाता है. सर्दियों में अगर आपने आहार में आंवला शामिल करते हैं तो यह शरीर की इम्‍यूनिटी बढ़ाने और सर्दी-जुकाम जैसे संक्रमणों से लड़ने मे मददगार होता है. आंवला डायबिटीज में भी फायदेमंद होता है. आंवला इंसुलिन हारमोंस को मजबूत कर खून में शुगर लेवल (Blood Sugar Control) को कंट्रोल करते हैं.  Weight Loss: हल्दी है वजन घटाने के लिए रामबाण इलाज! जानें इस सुपरफूड के कमाल के फायदे सर्दियों के मौसम में आने वाले फलों में से एक है संतरा. संतरा विटामिन सी से भरपूर होता है, जो सर्दियों के मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार होता.  सर्दियों में अंजीर इम्यूनिटी पॉवर को बढ़ाने के लिए अंजीर का सेवन है फायदेमंद. अंजीर में पोटेशियम होता है. पोटेशियम सोडियम के बुरे प्रभावों को कम करने में मददगार है. ज्यादा सोडियम नसों की तहों पर बहुत ज्यादा दबाव बना देता है, जिससे कि ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. अंजीर खाने से आप अपने शरीर में फ्लूड्स का स्तर, हार्ट रेट और जल स्तर को संतुलन में रखता है. फिग्स या अंजीर हाई ब्लड प्रेशर के लिए एक अच्छा आहार है. Low-Calorie, High-Protein Foods: 10 चीजें करेंगी वजन कम, पढ़ें वजन कम करने और घटाने के उपाय वैसे तो आजकल कीवी हर मौसम में मिल जाते हैं. लेकिन अगर आप इन्हें सर्दी के मौसम में लेते है तो यह सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. सर्दियों में यकीनन घी का इनटेक बढ़ जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप रोजाना कीवी खाते हैं तो यह जमे हुए फैट को कम करने में मददगार होता है. इसके साथ ही साथ यह सर्दियों में संक्रमण से लड़ने की ताकत को भी बढ़ाता है. Foods You Should Eat This Winter: सीताफल में बहुत से मिनरल और विटामिन्स होते हैं.  सीताफल या शरीफा (Sitaphal or custard apple) एक ऐसा फल है जिसका बहुत से लोग इंतजार करते हैं. कितने ही लोगों को तो सर्दियां पसंद ही इसलिए हैं, क्योंकि इसी मौसम में शरीफा भी आता है. सीताफल में बहुत से मिनरल और विटामिन्स होते हैं. सीताफल में विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, पोटेशियम, मैग्नेशियम और कॉपर जैसे अहम पोषक तत्व होते हैं. सीताफल में एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी बहुत ज्यादा मात्रा में होता है. विटामिन सी में शरीर की रोगों से लड़ने वाली शक्ति यानी इम्युन सिस्टम को बढ़ाने की क्षमता होती है तो हर दिन एक बार सीताफल खाइए और भगाइए दूर बीमारियों को. Diabetes: यह तीन चाय करेंगी Blood Sugar को कंट्रोल, डायबिटीज़ होगी दूर... Benefits of Cloves: लौंग के फायदे, ये 5 परेशानियां होंगी दूर क्या आप टाइम पर करते हैं ब्रेकफास्‍ट, लंच और डिनर, क्या हैं इन्हें करने का सही समय? Flaxseed Benefits and Side Effects: फायदे ही नहीं नुकसान भी पहुंचा सकती है अलसी, खाएं तो जरा संभल कर...
केरल के एर्नाकुलम के एक चर्च में संडे स्कूल में पढ़ाने वाले एक शिक्षक को छात्र के शारीरिक शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. सुरेश नाम के इस शिक्षक ने कथित रूप से 16 वर्षीय छात्र के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने की कोशिश की.टिप्पणियां पुलिस ने एनडीटीवी को बताया कि शिक्षक के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के अनुसार छात्र का आरोप है कि इस महीने जबरदस्ती करने से पहले और दिसंबर 2015 के बीच शिक्षक ने उसके साथ दो बार जबरदस्ती कर चुका है. एक अधिकारी ने बताया कि शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है और इसकी पड़ताल की जा रही है कि उसने किसी और छात्र का शारीरिक शोषण तो नहीं किया. पुलिस ने एनडीटीवी को बताया कि शिक्षक के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के अनुसार छात्र का आरोप है कि इस महीने जबरदस्ती करने से पहले और दिसंबर 2015 के बीच शिक्षक ने उसके साथ दो बार जबरदस्ती कर चुका है. एक अधिकारी ने बताया कि शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है और इसकी पड़ताल की जा रही है कि उसने किसी और छात्र का शारीरिक शोषण तो नहीं किया. एक अधिकारी ने बताया कि शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है और इसकी पड़ताल की जा रही है कि उसने किसी और छात्र का शारीरिक शोषण तो नहीं किया.
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के तेजतर्रार नेता और प्रवक्ता अजय आलोक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अजय आलोक ने इस बात की जानकारी ट्विटर के जरिए दी. अजय आलोक ने ट्विटर पर लिखा कि उनकी विचारधारा पार्टी की विचारधारा से मेल नहीं खा रही है, जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. अजय आलोक ने मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि वो उनके लिए शर्मिंदगी का कारण नहीं बनना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है. आलोक का यह इस्तीफा गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर हमला करने के बाद आया है. माना जा रहा है कि अमित शाह पर निशाना साधने के चलते ही अजय आलोक को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है. I have resigned as a Spokesperson from JDU as I think I am not doing good job as my views which are mine ofcourse do not match with my party , Thanks to my Party and my President who has always supported me and I don’t want to be a source of embarrassment for @NitishKumar , — Dr Ajay Alok (@alok_ajay) June 13, 2019 pic.twitter.com/zWonSD95eg — Dr Ajay Alok (@alok_ajay) June 13, 2019 दरअसल, बुधवार को अजय आलोक ने पश्चिम बंगाल के अंदर सीमा पर बीएसएफ की मदद से बांग्लादेशी घुसपैठियों की धड़ल्ले से एंट्री को लेकर सवाल खड़े किए थे. अजय आलोक ने आरोप लगाया था कि सीमा पर बीएसएफ के अधिकारी 5000 रुपये लेकर बांग्लादेशी घुसपैठियों को अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करवाते हैं. अजय आलोक ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह को बर्मा और बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात ऐसे बीएसएफ अधिकारी जो सात-आठ वर्षों से वहीं पर जमे हुए हैं, उनकी संपत्ति की जांच करानी चाहिए. अजय आलोक ने कहा था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को केवल कोसने से काम नहीं चलेगा. अजय आलोक ने अमित शाह के कामकाज करने के तरीके पर भी सवाल खड़े किए थे. सिर्फ़ @MamataOfficial को कोसने से काम नहीं चलेगा अपने तन्त्र को कसने की ज़रूरत हैं ख़ासकर तब जब @AmitShah जी हमारे गृह मंत्री हैं । illegal immigration पे रोक अति आवश्यक हैं । अब नहीं होगा तो कब होगा ? — Dr Ajay Alok (@alok_ajay) June 12, 2019 माना जा रहा है कि अजय आलोक के इस रुख के बाद से भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू के बीच खटास पैदा हो गई थी. इसी घटनाक्रम को लेकर गुरुवार रात अजय आलोक ने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि अजय आलोक ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वो भविष्य में जेडीयू में बने रहेंगे या नहीं. इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में वो पार्टी भी छोड़ सकते हैं.
यह लेख है: दिल्ली के मयूर विहार फेज़ तीन इलाके में स्कूटर पर बिना हेल्मेट जा रहे एक युवक को रोकने की कोशिश में बड़ा हादसा हो गया। पीड़ित शख़्स को रोकने की कोशिश में पुलिस ने चलते स्कूटर पर लाठी फेंककर मारी जिससे युवक स्कूटर समेत गिर गया। इसके बाद लोगों ने मयूर विहार में जमकर हंगामा किया और आगजनी भी की। पुलिस ने भीड़ पर फायरिंग की। फायरिंग में तीन लोगों को गोलियां लगी हैं इसमें एक शख्स की मौत हो गई। गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस बूथ को फूंक दिया और दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की एक बस में आग लगा दी। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलीबारी की। पूर्वी दिल्ली के इस इलाके में यह घटना शाम लगभग सात बजे तब हुई जब एक मोटरसाइकिल सवार मयूर विहार फेज-तीन के समीप घायल हो गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "मोटरसाइकिल पर दो लोग सवार थे। पुलिसकर्मी के इशारे पर जब मोटरसाइकिल सवार ने अपना वाहन नहीं रोका तब पुलिसकर्मी ने उस पर एक लाठी फेंकी, जिससे असंतुलित होकर मोटरसाइकिल गिर गई और उस पर सवार एक व्यक्ति घायल हो गया।" पुलिस का कहना है कि मोटरसाइकिल सवारों को इसलिए रोका गया, क्योंकि वे हेलमेट नहीं पहने थे। टिप्पणियां एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोटरसाइकिल सवार नशे में भी थे। जब उन्हें रोका गया तब उन्होंने मोटरसाइकिल तेजी से भगाई। मोटरसाइकिल के पहिए फिसल गए और वे गिर गए। घायल मोटरसाइकिल सवार को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया। मयूर विहार में हंगामा करने वाली भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा और उनकी भी गाड़ियों में आग लगा दी। इसके बाद लोगों ने मयूर विहार में जमकर हंगामा किया और आगजनी भी की। पुलिस ने भीड़ पर फायरिंग की। फायरिंग में तीन लोगों को गोलियां लगी हैं इसमें एक शख्स की मौत हो गई। गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस बूथ को फूंक दिया और दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की एक बस में आग लगा दी। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलीबारी की। पूर्वी दिल्ली के इस इलाके में यह घटना शाम लगभग सात बजे तब हुई जब एक मोटरसाइकिल सवार मयूर विहार फेज-तीन के समीप घायल हो गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "मोटरसाइकिल पर दो लोग सवार थे। पुलिसकर्मी के इशारे पर जब मोटरसाइकिल सवार ने अपना वाहन नहीं रोका तब पुलिसकर्मी ने उस पर एक लाठी फेंकी, जिससे असंतुलित होकर मोटरसाइकिल गिर गई और उस पर सवार एक व्यक्ति घायल हो गया।" पुलिस का कहना है कि मोटरसाइकिल सवारों को इसलिए रोका गया, क्योंकि वे हेलमेट नहीं पहने थे। टिप्पणियां एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोटरसाइकिल सवार नशे में भी थे। जब उन्हें रोका गया तब उन्होंने मोटरसाइकिल तेजी से भगाई। मोटरसाइकिल के पहिए फिसल गए और वे गिर गए। घायल मोटरसाइकिल सवार को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया। मयूर विहार में हंगामा करने वाली भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा और उनकी भी गाड़ियों में आग लगा दी। गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस बूथ को फूंक दिया और दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की एक बस में आग लगा दी। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलीबारी की। पूर्वी दिल्ली के इस इलाके में यह घटना शाम लगभग सात बजे तब हुई जब एक मोटरसाइकिल सवार मयूर विहार फेज-तीन के समीप घायल हो गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "मोटरसाइकिल पर दो लोग सवार थे। पुलिसकर्मी के इशारे पर जब मोटरसाइकिल सवार ने अपना वाहन नहीं रोका तब पुलिसकर्मी ने उस पर एक लाठी फेंकी, जिससे असंतुलित होकर मोटरसाइकिल गिर गई और उस पर सवार एक व्यक्ति घायल हो गया।" पुलिस का कहना है कि मोटरसाइकिल सवारों को इसलिए रोका गया, क्योंकि वे हेलमेट नहीं पहने थे। टिप्पणियां एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोटरसाइकिल सवार नशे में भी थे। जब उन्हें रोका गया तब उन्होंने मोटरसाइकिल तेजी से भगाई। मोटरसाइकिल के पहिए फिसल गए और वे गिर गए। घायल मोटरसाइकिल सवार को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया। मयूर विहार में हंगामा करने वाली भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा और उनकी भी गाड़ियों में आग लगा दी। पूर्वी दिल्ली के इस इलाके में यह घटना शाम लगभग सात बजे तब हुई जब एक मोटरसाइकिल सवार मयूर विहार फेज-तीन के समीप घायल हो गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "मोटरसाइकिल पर दो लोग सवार थे। पुलिसकर्मी के इशारे पर जब मोटरसाइकिल सवार ने अपना वाहन नहीं रोका तब पुलिसकर्मी ने उस पर एक लाठी फेंकी, जिससे असंतुलित होकर मोटरसाइकिल गिर गई और उस पर सवार एक व्यक्ति घायल हो गया।" पुलिस का कहना है कि मोटरसाइकिल सवारों को इसलिए रोका गया, क्योंकि वे हेलमेट नहीं पहने थे। टिप्पणियां एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोटरसाइकिल सवार नशे में भी थे। जब उन्हें रोका गया तब उन्होंने मोटरसाइकिल तेजी से भगाई। मोटरसाइकिल के पहिए फिसल गए और वे गिर गए। घायल मोटरसाइकिल सवार को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया। मयूर विहार में हंगामा करने वाली भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा और उनकी भी गाड़ियों में आग लगा दी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "मोटरसाइकिल पर दो लोग सवार थे। पुलिसकर्मी के इशारे पर जब मोटरसाइकिल सवार ने अपना वाहन नहीं रोका तब पुलिसकर्मी ने उस पर एक लाठी फेंकी, जिससे असंतुलित होकर मोटरसाइकिल गिर गई और उस पर सवार एक व्यक्ति घायल हो गया।" पुलिस का कहना है कि मोटरसाइकिल सवारों को इसलिए रोका गया, क्योंकि वे हेलमेट नहीं पहने थे। टिप्पणियां एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोटरसाइकिल सवार नशे में भी थे। जब उन्हें रोका गया तब उन्होंने मोटरसाइकिल तेजी से भगाई। मोटरसाइकिल के पहिए फिसल गए और वे गिर गए। घायल मोटरसाइकिल सवार को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया। मयूर विहार में हंगामा करने वाली भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा और उनकी भी गाड़ियों में आग लगा दी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोटरसाइकिल सवार नशे में भी थे। जब उन्हें रोका गया तब उन्होंने मोटरसाइकिल तेजी से भगाई। मोटरसाइकिल के पहिए फिसल गए और वे गिर गए। घायल मोटरसाइकिल सवार को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया। मयूर विहार में हंगामा करने वाली भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा और उनकी भी गाड़ियों में आग लगा दी। मयूर विहार में हंगामा करने वाली भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा और उनकी भी गाड़ियों में आग लगा दी।
दिल्ली में एक युवा महिला डॉक्टर की आत्महत्या से सनसनी फैल गई है. एम्स में काम करने वाली प्रिया ने आत्महत्या से पहले फेसबुक पर एक लंबी सी पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने अपने गे पति को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है. जयपुर की डॉक्टर प्रिया की शादी पांच साल पहले डॉक्टर कमल वेदी से हुई थी. शादी के पांच साल बाद भी पति-पत्नी के बीच शारीरिक संबंध स्थापित नहीं हो पाए थे. प्रिया ने अपने आखिरी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि उनके पति एक गे हैं. उन्हें मर्दों में दिलचस्पी थी. जिस कारण उन दोनों का वैवाहिक जीवन तबाह हो गया था. प्रिया ने अपने पोस्ट के आखिर में अपने पति पर भावनात्मक तौर पर प्रताणित करने का आरोप लगाया है. प्रिया ने लिखा है, 'मेरा पति गे है...डॉक्टर कमल यू आर ए डेविल.' मेरा पति गे है...डॉक्टर कमल यू आर ए डेविल...ये खुदकुशी करने वाली एम्स की डॉक्टर प्रिया के आखिरी अल्फाज़ हैं जो किसी से कह तो नहीं पाई लेकिन हां उन्होंने अपने दर्द को अपने फेसबुक पेज पर ज़रूर अपलोड कर दिया...ये एक ऐसा राज़ है जिसे पढ़ कर हर कोई हैरान रह गया...दरअसल इस पोस्ट में डॉक्टर प्रिया ने अपने पति डॉक्टर कमल वेदी पर ये इल्ज़ाम लगाया कि वो एक समलैंगिक हैं और बस इसके बाद डॉक्टर प्रिया फिर कभी ना खुलने वाली नींद की आगोश में हमेशा के लिए सो गईं. गौरतलब है कि प्रिया की हाल ही में अपने पति से लड़ाई हो गई थी जिसके बाद उन्होंने दिल्ली के पहाड़गंज इलाके के प्रेज़ीडेंसी होटल के कमरा नंबर 302 में 18 अप्रैल को दोपहर करीब 12:30 बजे चेक इन किया था.चेक इन करने के बाद किसी ने उन्हें कमरे से बाहर निकलते हुए नहीं देखा था और इस दौरान होटल में न ही उनसे मिलने के लिए कोई आया. होटल स्टाफ के मुताबिक जिस वक्त उन्होंने होटल में चेक इन किया उस वक्त तो काफी तनाव में दिख रही थी. कमरे में जाने के बाद खाने का ऑर्डर दिया और खाना खाने के बाद कुछ देर आराम किया. होटल स्टाफ के मुताबिक उन्होंने डॉक्टर प्रिया को 18 अप्रैल दिन के 2 बजे के करीब आखिरी बार जिंदा देखा था. इसके बाद डॉक्टर प्रिया ने करीब पौने तीन बजे अपने मोबाइल से अपने फेसबुक पेज पर एक ऐसा पोस्ट लिखा जिसे पढ़ कर हर कोई हैरान रह गया. पुलिस और सूत्रों की माने तो डॉक्टर प्रिया वेदी के सुसाइट का पूरा सच इसी पोस्ट में छिपा है. दरअसल इस पोस्ट में प्रिया ने अपने पति डॉक्टर कमल वेदी पर गे होने का सनसनीखेज़ इल्ज़ाम लगाया है. उनके मुताबिक उनके पति पिछले 5 साल से उनका मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं...प्रिया के पोस्ट के मुताबिक शादी के पांच साल होने के बावजूद अभी तक उन दोनों के बीच पति-पत्नी के संबंध नहीं बने हैं और वो अपने पति के इसी रवैये से परेशान हैं. इस पोस्ट को पढ़ने के बाद डॉक्टर प्रिया के घरवालों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे उनका संपर्क नहीं हो पाया. इसके बाद किसी ने डॉक्टर प्रिया के कमरे के किसी तरह की कोई आवाज़ नहीं सुनी गई. लेकिन जब रात को डॉक्टर प्रिया ने 12:30 बजे तक खाने का ऑर्डर नहीं दिया तो होटल के कर्मचारियों को कुछ शक हुआ. उन्होंने होटल के मालिक को फोन किया और मालिक के कहने पर होटल स्टॉफ ने रात करीब डेढ बजे पुलिस को इस बारे में इत्तिला दी. पुलिस ने मौके पर आकर डॉक्टर प्रिया को उठाने की कोशिश की लेकिन जब उन्होंने दरवाज़ा नहीं खोला तो मजबूरन पुलिस टीम ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया. जैसे ही वो कमरे के अंदर घुसी तो वो हैरान रह गई. कमरे के अंदर डॉक्टर प्रिया की बेजान जिस्म बेड पर पड़ा था और उनके दाएं हाथ में एक ड्रिप लगी थी. जांच करने पर पता चला कि डॉक्टर प्रिया की मौत हो चुकी है. पुलिस के मुताबिक एनस्थिसिया का हेवी डोज़ डॉक्टर प्रिया की मौत की वजह बना.
एंटोनी ग्रीज़मैन () फ्रांस के एक पेशेवर फुटबॉलर हैं जो ला लीगा क्लब एटलेटिको मैड्रिड और फ्रांस की राष्ट्रीय टीम के लिए फॉरवर्ड के रूप में खेलते हैं। एक बहुमुखी खिलाड़ी ग्रीज़मैन को फुटबॉल मैदान पर उनके आक्रमण खेल, पासिंग (passing) और सहायक डिफेंडर के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अपने करियर में एक मिडफील्डर, विंगर और स्ट्राइकर के रूप में खेला है। ग्रीज़मैन ने अपने सीनियर क्लब करियर की शुरुआत रियल सोसिएदाद के साथ की और अपने पहले ही सत्र में सेगुंडा डिविज़न जीता। 2014 में वह तत्कालीन क्लब रिकॉर्ड €3 करोड़ के लिए एटलेटिको मैड्रिड में शामिल हो गए और यूईएफए यूरोपा लीग, यूएफा सुपर कप, सुपरकोपा डी एस्पाना और ला लीगा बेस्ट प्लेयर का खिताब जीता। उन्हें 2016 और 2018 में बैलन डी'ओर और सर्वश्रेष्ठ फीफा पुरुष खिलाड़ी के लिए नामांकित किया गया था। 2019 में ग्रीज़मैन €12 करोड़ के रिकॉर्ड फुटबॉल ट्रांसफर के साथ अब तक के पांचवें सबसे महंगे खिलाड़ी के रूप में बार्सिलोना में शामिल हो गए। 2020-21 के सत्र में बार्सिलोना के साथ उन्होंने कोपा डेल रे का खिताब जीता। 2021-22 में वह एटलेटिको मैड्रिड लौट गए और क्लब के सर्वकालिक तीसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग्रीज़मैन ने 2010 यूईएफए यूरोपीय अंडर-19 चैंपियनशिप जीती और 2014 में 22 साल की उम्र में फ्रांस के लिए पदार्पण किया। सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ प्रोफाइल एटलेटिको मैड्रिड की वेबसाइट पर 1991 में जन्मे लोग जीवित लोग फुटबॉल खिलाड़ी
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की ओर से पिछले 2 दिनों में अगवा किए गए पुलिसकर्मियों के 10 रिश्तेदारों को छोड़ दिया गया है, हालांकि आतंकी संगठन हिज्बुल की ओर से बदले में उसके रिश्तेदारों को छोड़ने की मांग की गई है. अब खबर आ रही है कि आतंकियों ने सभी बंधकों को छोड़ दिया है. क्रॉप्ड किए ऑडियो में हिज्बुल आतंकी रियाज नायकू सभी बंधकों को रिहा करने की बात कर रहा है. हालांकि ऑडियो के जरिए उसने धमकी देते हुए कहा कि अगले 3 दिन में उसके सभी रिश्तेदारों को छोड़ दिया जाए वरना इसका परिणाम भुगतने को तैयार रहें. इससे पहले शुक्रवार करीब शाम 5 बजे 10 में से 3 बंधकों को छोड़ा गया था. शुरुआत में छोड़े गए 3 बंधकों में से एक कुलगाम में डिप्टी एसपी के भाई भी शामिल हैं. उनकी पहचान गौहर अहमद मलिक के रूप में की गई. इसके अलावा छोड़े गए 2 अन्य बंधक हैं समीर अहमद और मोहम्मद शफी मीर. समीर अहमद को आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर में छोड़ा. जबकि नमन पुलवामा के मोहम्मद शफी मीर को आतंकियों ने सुरक्षित छोड़ दिया. इससे पहले अगवा किए गए एएसआई बशीर अहमद के बेटे यासिर अहमद की सकुशल वापसी के लिए उसके परिजनों ने गुहार लगाई जिसे आतंकियों ने सुन लिया और सकुशल छोड़ दिया. 6 आतंकियों ने यासिर को अगवा कर लिया था. शुक्रवार तक आतंकियों ने करीब 10 लोगों को अगवा किया, ये सभी पुलिसकर्मियों के परिजन हैं. जिन 10 लोगों को अगवा किया गया था, उनमें पुलिसवालों के बेटे-भाई शामिल हैं. पुलिस ने सभी को ढूंढ़ने के लिए एक बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया है. बता दें कि पिछले 24 घंटे में कुल नौ लोगों को अगवा किया गया है. जबकि पिछले दो दिनों में ये दसवां किडनैप था. 1. जुबैर अहमद भट्ट, पुलिसकर्मी मोहम्मद मकबूल भट्ट के बेटे 2. आरिफ अहमद, एसएचओ नाजिर अहमद के भाई 3. फैज़ान अहमद, पुलिसकर्मी बशीर अहमद के बेटे 4. सुमैर अहमद, पुलिसकर्मी अब्दुल सलाम के बेटे 5. गौहर अहमद, डीएसपी एज़ाज के भाई 6. डीएसपी मोहम्मद शाहिद का भतीजा अगवा 7. पुलवामा से एक पुलिसवाले के भाई को अगवा किया गया 8. पुलिसवाले के बेटे को काकापोरा से 9. त्राल से भी एक पुलिसवाले के बेटे को अगवा किया गया आपको बता दें कि एक तरफ आतंकियों ने 10 लोगों को अगवा किया है तो दूसरी तरफ सुरक्षाकर्मियों ने 10 आतंकियों की हिटलिस्ट भी जारी कर दी. इनमें घाटी के टॉप आतंकी शामिल हैं. इन घटनाओं के सामने आने के बाद राजनीतिक प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई हैं. पीडीपी के प्रवक्ता ने कहा है कि जो भी हो रहा है वह गलत है, किसी को भी किसी के परिवार पर हमला नहीं करना चाहिए. पीडीपी के अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर इन घटनाओं की निंदा की है. I don’t condone any families being harassed but how about a word of condemnation for the harassment and worse still the kidnapping of families of @JmuKmrPolice personnel. https://t.co/t0uFk248EX — Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 31, 2018 बता दें कि आतंकवादियों ने इस घटना को तब अंजाम दिया जब एनआईए ने वांछित आंतकवादी सैयद सलाउद्दीन के दूसरे बेटे को गिरफ्तार किया है. राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार सुबह श्रीनगर से हिज्बुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाउद्दीन के बेटे सैयद शकील अहमद को उसके घर से गिरफ्तार किया. ये गिरफ्तारी आतंकी फंडिंग के मामले में की गई. हालांकि, पुलिस ने फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है और कहा है कि वह अगवा करने संबंधी रिपोर्टों का पता लगा रही है. घटना की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि आंतकवादियों ने कम से कम पांच लोगों को शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग और अवंतिपोरा से अगवा किया है. इसी घटना में गांदरबल जिले से अगवा किए गए पुलिसकर्मी के पारिजन को आंतकवादियों के बुरी तरह पिटाई करने के बाद छोड़ दिया है.
गुजरात के साणंद में टाटा मोटर्स के संयंत्र से दुनिया की सबसे सस्ती कार पहली नैनो दो जून को बाहर आने की उम्मीद है. कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि दो जून को राज्य के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और टाटा समूह के चेयरमैन रतन टाटा की मौजूदगी में इस संयंत्र का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा, जिसके बाद नैनो की डिलिवरी शुरू की जाएगी.
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह 17 दिसंबर को अपने पेशेवर करियर के सबसे कड़े प्रतिद्वंद्वी से भिड़ेंगे. डब्ल्यूबीओ सुपर मिडिलवेट एशिया पैसेफिक खिताब बचाने के लिए उन्हें पूर्व विश्व और मौजूदा अंतरमहाद्वीप चैम्पियन फ्रांसिस चेका से भिड़ना होगा. तंजानिया के 34 साल के अनुभवी मुक्केबाज चेका को 43 मुकाबलों का अनुभव है, जिसमें उन्होंने 17 नॉकआउट सहित 32 जीत दर्ज की हैं. वह सुपर मिडलवेट के दिग्गज मुक्केबाजों से भिड़ चुके हैं, जिसमें डब्ल्यूबीए विश्व चैम्पियन रूस के फेदोर चुडिनोव और डब्ल्यूबीसी अंतरराष्ट्रीय चैम्पियन ब्रिटेन के मैथ्यू मेकलिन शामिल हैं. चेका ने 16 साल के अपने करियर के दौरान 300 राउंड के मुकाबले लड़े हैं जबकि विजेंदर को सिर्फ 27 राउंड के मुकाबले खेलने का अनुभव है. चेका डब्ल्यूबीएफ विश्व चैम्पियन रह चुके हैं और फिलहाल अंतरमहाद्वीप सुपर मिडलवेट चैम्पियन हैं, जो खिताब उन्होंने इस साल फरवरी में सर्बिया के गीयर्ड अजेतोविच के खिलाफ जीता था. दूसरी तरफ विजेंदर अपने करियर में अब तक सात मुकाबलों में अजेय रहे हैं. चेका विजेंदर के अब तक के सबसे अनुभवी प्रतिद्वंद्वी हैं और भारतीय मुक्केबाज को कड़ी चुनौती देंगे, विजेंदर ने अब तक अपने सातों मुकाबले जीते हैं, जिसमें छह नॉकआउट शामिल हैं. विजेंदर ने अपना पहला खिताब इस साल जुलाई में त्यागराज स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराकर जीता था. चेका के साथ मुकाबले के संदर्भ में विजेंदर ने कहा, चेका काफी अनुभवी मुक्केबाज हैं, उसने काफी मुकाबले लड़े हैं लेकिन इससे मैं हतोत्साहित नहीं हूं. उसके स्तर की बराबरी करने के लिए मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं और एक और जीत की उम्मीद कर रहा हूं. उन्होंने कहा, एक बार फिर मेरा मुकाबला स्वदेश में होगा. पिछली बार दर्शकों से मुझे शानदार समर्थन मिला था और मुझे यकीन है कि अधिक लोग मेरा समर्थन करने आएंगे. मुझे जीत का भरोसा है. चेका ने अधिक आक्रामक रुख अपनाया और कहा कि वह विजेंदर को नॉकआउट कर देंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं इस लड़के (विजेंदर) को मुक्केबाजी का सबक सिखाने को तैयार हूं. मैं भारत आऊंगा. मैंने इस भारतीय मुक्केबाज के बारे में काफी कुछ सुना है और उसे लेकर काफी हाईप है. मैं उसे उसके ही घर में हराने के लिए इंतजार नहीं कर सकता. चेका ने कहा, मुझे पता है कि वह मैनचेस्टर में ट्रेनिंग करता है, लेकिन इस भारतीय को उसी के देश में हराना और खिताब जीतना शानदार होगा. अगर आप मेरा रिकॉर्ड देखो तो मैंने 17 नॉकआउट किए हैं, मैंने उससे अधिक राउंड खेले हैं, मुझे यकीन है कि मैं उसे पहले ही राउंड में ढेर कर दूंगा. मुझे कोई शक नहीं है कि मैं विजेंदर को नॉकआउट कर दूंगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) तंजानिया के 34 साल के अनुभवी मुक्केबाज चेका को 43 मुकाबलों का अनुभव है, जिसमें उन्होंने 17 नॉकआउट सहित 32 जीत दर्ज की हैं. वह सुपर मिडलवेट के दिग्गज मुक्केबाजों से भिड़ चुके हैं, जिसमें डब्ल्यूबीए विश्व चैम्पियन रूस के फेदोर चुडिनोव और डब्ल्यूबीसी अंतरराष्ट्रीय चैम्पियन ब्रिटेन के मैथ्यू मेकलिन शामिल हैं. चेका ने 16 साल के अपने करियर के दौरान 300 राउंड के मुकाबले लड़े हैं जबकि विजेंदर को सिर्फ 27 राउंड के मुकाबले खेलने का अनुभव है. चेका डब्ल्यूबीएफ विश्व चैम्पियन रह चुके हैं और फिलहाल अंतरमहाद्वीप सुपर मिडलवेट चैम्पियन हैं, जो खिताब उन्होंने इस साल फरवरी में सर्बिया के गीयर्ड अजेतोविच के खिलाफ जीता था. दूसरी तरफ विजेंदर अपने करियर में अब तक सात मुकाबलों में अजेय रहे हैं. चेका विजेंदर के अब तक के सबसे अनुभवी प्रतिद्वंद्वी हैं और भारतीय मुक्केबाज को कड़ी चुनौती देंगे, विजेंदर ने अब तक अपने सातों मुकाबले जीते हैं, जिसमें छह नॉकआउट शामिल हैं. विजेंदर ने अपना पहला खिताब इस साल जुलाई में त्यागराज स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराकर जीता था. चेका के साथ मुकाबले के संदर्भ में विजेंदर ने कहा, चेका काफी अनुभवी मुक्केबाज हैं, उसने काफी मुकाबले लड़े हैं लेकिन इससे मैं हतोत्साहित नहीं हूं. उसके स्तर की बराबरी करने के लिए मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं और एक और जीत की उम्मीद कर रहा हूं. उन्होंने कहा, एक बार फिर मेरा मुकाबला स्वदेश में होगा. पिछली बार दर्शकों से मुझे शानदार समर्थन मिला था और मुझे यकीन है कि अधिक लोग मेरा समर्थन करने आएंगे. मुझे जीत का भरोसा है. चेका ने अधिक आक्रामक रुख अपनाया और कहा कि वह विजेंदर को नॉकआउट कर देंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं इस लड़के (विजेंदर) को मुक्केबाजी का सबक सिखाने को तैयार हूं. मैं भारत आऊंगा. मैंने इस भारतीय मुक्केबाज के बारे में काफी कुछ सुना है और उसे लेकर काफी हाईप है. मैं उसे उसके ही घर में हराने के लिए इंतजार नहीं कर सकता. चेका ने कहा, मुझे पता है कि वह मैनचेस्टर में ट्रेनिंग करता है, लेकिन इस भारतीय को उसी के देश में हराना और खिताब जीतना शानदार होगा. अगर आप मेरा रिकॉर्ड देखो तो मैंने 17 नॉकआउट किए हैं, मैंने उससे अधिक राउंड खेले हैं, मुझे यकीन है कि मैं उसे पहले ही राउंड में ढेर कर दूंगा. मुझे कोई शक नहीं है कि मैं विजेंदर को नॉकआउट कर दूंगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चेका ने 16 साल के अपने करियर के दौरान 300 राउंड के मुकाबले लड़े हैं जबकि विजेंदर को सिर्फ 27 राउंड के मुकाबले खेलने का अनुभव है. चेका डब्ल्यूबीएफ विश्व चैम्पियन रह चुके हैं और फिलहाल अंतरमहाद्वीप सुपर मिडलवेट चैम्पियन हैं, जो खिताब उन्होंने इस साल फरवरी में सर्बिया के गीयर्ड अजेतोविच के खिलाफ जीता था. दूसरी तरफ विजेंदर अपने करियर में अब तक सात मुकाबलों में अजेय रहे हैं. चेका विजेंदर के अब तक के सबसे अनुभवी प्रतिद्वंद्वी हैं और भारतीय मुक्केबाज को कड़ी चुनौती देंगे, विजेंदर ने अब तक अपने सातों मुकाबले जीते हैं, जिसमें छह नॉकआउट शामिल हैं. विजेंदर ने अपना पहला खिताब इस साल जुलाई में त्यागराज स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराकर जीता था. चेका के साथ मुकाबले के संदर्भ में विजेंदर ने कहा, चेका काफी अनुभवी मुक्केबाज हैं, उसने काफी मुकाबले लड़े हैं लेकिन इससे मैं हतोत्साहित नहीं हूं. उसके स्तर की बराबरी करने के लिए मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं और एक और जीत की उम्मीद कर रहा हूं. उन्होंने कहा, एक बार फिर मेरा मुकाबला स्वदेश में होगा. पिछली बार दर्शकों से मुझे शानदार समर्थन मिला था और मुझे यकीन है कि अधिक लोग मेरा समर्थन करने आएंगे. मुझे जीत का भरोसा है. चेका ने अधिक आक्रामक रुख अपनाया और कहा कि वह विजेंदर को नॉकआउट कर देंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं इस लड़के (विजेंदर) को मुक्केबाजी का सबक सिखाने को तैयार हूं. मैं भारत आऊंगा. मैंने इस भारतीय मुक्केबाज के बारे में काफी कुछ सुना है और उसे लेकर काफी हाईप है. मैं उसे उसके ही घर में हराने के लिए इंतजार नहीं कर सकता. चेका ने कहा, मुझे पता है कि वह मैनचेस्टर में ट्रेनिंग करता है, लेकिन इस भारतीय को उसी के देश में हराना और खिताब जीतना शानदार होगा. अगर आप मेरा रिकॉर्ड देखो तो मैंने 17 नॉकआउट किए हैं, मैंने उससे अधिक राउंड खेले हैं, मुझे यकीन है कि मैं उसे पहले ही राउंड में ढेर कर दूंगा. मुझे कोई शक नहीं है कि मैं विजेंदर को नॉकआउट कर दूंगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चेका डब्ल्यूबीएफ विश्व चैम्पियन रह चुके हैं और फिलहाल अंतरमहाद्वीप सुपर मिडलवेट चैम्पियन हैं, जो खिताब उन्होंने इस साल फरवरी में सर्बिया के गीयर्ड अजेतोविच के खिलाफ जीता था. दूसरी तरफ विजेंदर अपने करियर में अब तक सात मुकाबलों में अजेय रहे हैं. चेका विजेंदर के अब तक के सबसे अनुभवी प्रतिद्वंद्वी हैं और भारतीय मुक्केबाज को कड़ी चुनौती देंगे, विजेंदर ने अब तक अपने सातों मुकाबले जीते हैं, जिसमें छह नॉकआउट शामिल हैं. विजेंदर ने अपना पहला खिताब इस साल जुलाई में त्यागराज स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराकर जीता था. चेका के साथ मुकाबले के संदर्भ में विजेंदर ने कहा, चेका काफी अनुभवी मुक्केबाज हैं, उसने काफी मुकाबले लड़े हैं लेकिन इससे मैं हतोत्साहित नहीं हूं. उसके स्तर की बराबरी करने के लिए मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं और एक और जीत की उम्मीद कर रहा हूं. उन्होंने कहा, एक बार फिर मेरा मुकाबला स्वदेश में होगा. पिछली बार दर्शकों से मुझे शानदार समर्थन मिला था और मुझे यकीन है कि अधिक लोग मेरा समर्थन करने आएंगे. मुझे जीत का भरोसा है. चेका ने अधिक आक्रामक रुख अपनाया और कहा कि वह विजेंदर को नॉकआउट कर देंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं इस लड़के (विजेंदर) को मुक्केबाजी का सबक सिखाने को तैयार हूं. मैं भारत आऊंगा. मैंने इस भारतीय मुक्केबाज के बारे में काफी कुछ सुना है और उसे लेकर काफी हाईप है. मैं उसे उसके ही घर में हराने के लिए इंतजार नहीं कर सकता. चेका ने कहा, मुझे पता है कि वह मैनचेस्टर में ट्रेनिंग करता है, लेकिन इस भारतीय को उसी के देश में हराना और खिताब जीतना शानदार होगा. अगर आप मेरा रिकॉर्ड देखो तो मैंने 17 नॉकआउट किए हैं, मैंने उससे अधिक राउंड खेले हैं, मुझे यकीन है कि मैं उसे पहले ही राउंड में ढेर कर दूंगा. मुझे कोई शक नहीं है कि मैं विजेंदर को नॉकआउट कर दूंगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चेका विजेंदर के अब तक के सबसे अनुभवी प्रतिद्वंद्वी हैं और भारतीय मुक्केबाज को कड़ी चुनौती देंगे, विजेंदर ने अब तक अपने सातों मुकाबले जीते हैं, जिसमें छह नॉकआउट शामिल हैं. विजेंदर ने अपना पहला खिताब इस साल जुलाई में त्यागराज स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराकर जीता था. चेका के साथ मुकाबले के संदर्भ में विजेंदर ने कहा, चेका काफी अनुभवी मुक्केबाज हैं, उसने काफी मुकाबले लड़े हैं लेकिन इससे मैं हतोत्साहित नहीं हूं. उसके स्तर की बराबरी करने के लिए मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं और एक और जीत की उम्मीद कर रहा हूं. उन्होंने कहा, एक बार फिर मेरा मुकाबला स्वदेश में होगा. पिछली बार दर्शकों से मुझे शानदार समर्थन मिला था और मुझे यकीन है कि अधिक लोग मेरा समर्थन करने आएंगे. मुझे जीत का भरोसा है. चेका ने अधिक आक्रामक रुख अपनाया और कहा कि वह विजेंदर को नॉकआउट कर देंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं इस लड़के (विजेंदर) को मुक्केबाजी का सबक सिखाने को तैयार हूं. मैं भारत आऊंगा. मैंने इस भारतीय मुक्केबाज के बारे में काफी कुछ सुना है और उसे लेकर काफी हाईप है. मैं उसे उसके ही घर में हराने के लिए इंतजार नहीं कर सकता. चेका ने कहा, मुझे पता है कि वह मैनचेस्टर में ट्रेनिंग करता है, लेकिन इस भारतीय को उसी के देश में हराना और खिताब जीतना शानदार होगा. अगर आप मेरा रिकॉर्ड देखो तो मैंने 17 नॉकआउट किए हैं, मैंने उससे अधिक राउंड खेले हैं, मुझे यकीन है कि मैं उसे पहले ही राउंड में ढेर कर दूंगा. मुझे कोई शक नहीं है कि मैं विजेंदर को नॉकआउट कर दूंगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) चेका के साथ मुकाबले के संदर्भ में विजेंदर ने कहा, चेका काफी अनुभवी मुक्केबाज हैं, उसने काफी मुकाबले लड़े हैं लेकिन इससे मैं हतोत्साहित नहीं हूं. उसके स्तर की बराबरी करने के लिए मैं कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं और एक और जीत की उम्मीद कर रहा हूं. उन्होंने कहा, एक बार फिर मेरा मुकाबला स्वदेश में होगा. पिछली बार दर्शकों से मुझे शानदार समर्थन मिला था और मुझे यकीन है कि अधिक लोग मेरा समर्थन करने आएंगे. मुझे जीत का भरोसा है. चेका ने अधिक आक्रामक रुख अपनाया और कहा कि वह विजेंदर को नॉकआउट कर देंगे.टिप्पणियां उन्होंने कहा, मैं इस लड़के (विजेंदर) को मुक्केबाजी का सबक सिखाने को तैयार हूं. मैं भारत आऊंगा. मैंने इस भारतीय मुक्केबाज के बारे में काफी कुछ सुना है और उसे लेकर काफी हाईप है. मैं उसे उसके ही घर में हराने के लिए इंतजार नहीं कर सकता. चेका ने कहा, मुझे पता है कि वह मैनचेस्टर में ट्रेनिंग करता है, लेकिन इस भारतीय को उसी के देश में हराना और खिताब जीतना शानदार होगा. अगर आप मेरा रिकॉर्ड देखो तो मैंने 17 नॉकआउट किए हैं, मैंने उससे अधिक राउंड खेले हैं, मुझे यकीन है कि मैं उसे पहले ही राउंड में ढेर कर दूंगा. मुझे कोई शक नहीं है कि मैं विजेंदर को नॉकआउट कर दूंगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा, मैं इस लड़के (विजेंदर) को मुक्केबाजी का सबक सिखाने को तैयार हूं. मैं भारत आऊंगा. मैंने इस भारतीय मुक्केबाज के बारे में काफी कुछ सुना है और उसे लेकर काफी हाईप है. मैं उसे उसके ही घर में हराने के लिए इंतजार नहीं कर सकता. चेका ने कहा, मुझे पता है कि वह मैनचेस्टर में ट्रेनिंग करता है, लेकिन इस भारतीय को उसी के देश में हराना और खिताब जीतना शानदार होगा. अगर आप मेरा रिकॉर्ड देखो तो मैंने 17 नॉकआउट किए हैं, मैंने उससे अधिक राउंड खेले हैं, मुझे यकीन है कि मैं उसे पहले ही राउंड में ढेर कर दूंगा. मुझे कोई शक नहीं है कि मैं विजेंदर को नॉकआउट कर दूंगा.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह एक लेख है: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने आईपीएल को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर में जगह (विंडो) देने की बात से इनकार कर दिया और कहा कि संचालन परिषद की बैठक में भी यह मुद्दा नहीं उठाया गया था तथा बीसीसीआई ने भी इस पर जोर नहीं दिया था। आईसीसी मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लोर्गट ने कहा कि बीसीसीआई ने इस मुद्दे पर कभी क्रिकेट की शीर्ष संस्था पर दबाव नहीं डाला और आईसीसी ने भी इस पर विचार नहीं किया, हालांकि भविष्य के दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) में 2012 से 2020 तक अप्रैल और मई के बीच में ज्यादातर देशों के लिये कुछ समय छोड़ दिया गया है। लोर्गट ने एक इंटरव्यू में कहा, नहीं, एफटीपी में आईपीएल के लिए कोई विंडो नहीं है। आईसीसी बोर्ड स्तर की बैठक में इस मुद्दे पर कभी चर्चा नहीं की गई, न ही आईपीएल ने खुद और ना ही बीसीसीआई ने इस तरह के विंडो का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, इसके विपरीत बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की महत्ता के बारे में पूरी तरह वाकिफ हैं और श्रीलंका प्रीमियर लीग के खिलाफ उनके हालिया रूख की तारीफ की जानी चाहिए, जिसमें उन्होंने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की प्रतिबद्धताओं को ध्यान में रखने की सलाह दी थी। आईसीसी के कार्यकारी बोर्ड ने मुख्य कार्यकारियों की समिति की सिफारिशों के बाद एफटीपी को मंजूरी दी जिसमें प्रत्येक वर्ष सितंबर में आधिकारिक रूप से चैम्पिंयस लीग ट्वेंटी20 के लिये आधिकारिक दो हफ्ते की विंडो दी गयी है और अप्रैल तथा मई में आईपीएल विंडो के लिये थोड़ा समय छोड़ दिया है। आईपीएल के पहले चार सत्र अप्रैल-मई में आयोजित कराये गये हैं और पांचवें चरण का आयोजन चार अप्रैल से 27 मई तक किया जायेगा । लोर्गट ने इन आशंकाओं को भी खारिज किया कि बीसीसीआई अपनी आर्थिक ताकत के दम पर आईसीसी पर काफी प्रभावी हो गया है। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई के पास भी दूसरे सदस्य देशों के समान अधिकार हैं। उन्होंने कहा, बीसीसीआई आईसीसी के कार्यकारी बोर्ड के 13 सदस्यों में से है। सभी 13 सदस्यों को बराबर अधिकार मिले हैं। उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि काफी प्रयासों के बाद बीसीसीआई ने डीआरएस को स्वीकार किया जिसमें भारत की चिंताओं के निराकरण के लिये सुधार किये गए हैं। लोर्गट ने कहा, बीसीसीआई को बाल ट्रैकिंग प्रणाली की विश्वसनीयता और सटीकता के बारे में समझाना पड़ा। अच्छी खबर यह है कि अब डीआरएस अनिवार्य हो गया है और यहां से सुधार ही होगा। डीआरएस के अनिवार्य होने के बाद आईसीसी इस प्रणाली को लागू कराने का खर्च वहन करने के लिये प्रायोजकों को लाने की भी सोच रही है। उन्होंने कहा , डीआरएस के प्रायोजन पर हम विचार कर रहे हैं। हम इसकी वैश्विक लागत वहन करने के लिये प्रायोजक तलाश सकते हैं लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिये कि कुछ देशों ने पहले ही सफलतापूर्वक डीआरएस लागू कर लिया है।
मध्य प्रदेश में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव 2018 के बाद मतगणना पूरी हो चुकी है. प्रदेश की पंधाना विधानसभा सीट पर बीजेपी के रामप्रताप डोंगरे ने कांग्रेस की छाया मोरे को 23750 वोटों के अंतर से शिकस्त दी है. इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी छाया मोरे को 68094 वोट मिले. वहीं बीजेपी प्रत्याशी रामप्रताप डोंगरे को 91844 वोट. बीते तीन चुनावों से इस सीट पर बीजेपी को जीत हासिल हुई है. कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर जीत 1998 में मिली थी. खंडवा जिले की पंधाना सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है. 2008 से पहले यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुआ करती थी. यहां पर कुल 2 लाख 65 हजार से ज्यादा मतदाता हैं. इस सीट पर जाति समीकरण अहम है. यहां भील समाज के 45 हजार मतदाता हैं. साथ ही अनुसूचित जाति के 40 हजार मतदाता हैं. इस क्षेत्र में गुर्जर समाज का भी दबदबा है. Election Results 2018 Live Updates: आज फैसले का दिन, सुबह 8 बजे शुरू होगी वोटों की गिनती 2013 और 2008 में मिली थी बीजेपी को जीत इस सीट पर 2013 में बीजेपी जीतकर आई थी और योगिता नवल सिंह बोरकर यहां की विधायक चुनी गईं. 2013 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के नंदू बारे को 17 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. इस चुनाव में योगिता बोरकर को जहां 89732 वोट मिले थे तो वहीं नंदू बारे को 72471 वोट मिले थे. 2008 के चुनाव की बात करें तो इस बार भी बीजेपी को जीत मिली थी, बीजेपी के अनार भाई वास्कले ने 3 हजार से ज्यादा वोटों से कांग्रेस के नंदू बारे को हराया था. अनार भाई को इस चुनाव में 53064 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस के नंदू बारे को 49671 वोट मिले थे. Madhya Pradesh Election Results Live Updates: देखें हर सीट का हाल MP में 2013 के चुनावी नतीजे मध्य प्रदेश की ज्यादातर सीटों पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. लेकिन कुछ सीटों पर बीएसपी का भी प्रभाव है. यहां 2003 से बीजेपी की सरकार है और इससे पहले 10 साल तक कांग्रेस ने राज किया था. 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 165 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. कांग्रेस 58 सीटों तक सिमट गई थी. जबकि बसपा ने 4 और अन्य ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी.
केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कहा है कि हिंदुत्व को बढ़ावा दिया जाना भगवाकरण नहीं है. उन्होंने आजतक के कार्यक्रम 'सीधी बात' में मोदी सरकार के बारे में किए गए सवाल के जवाब में यह बात कही. पढ़ें इस वक्त की सभी बड़ी खबरें एक साथ. 1. 'सीधी बात' में बोले संस्कृति मंत्री महेश शर्मा- हिंदुत्व को बढ़ावा देना भगवाकरण नहीं केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कहा है कि हिंदुत्व को बढ़ावा दिया जाना भगवाकरण नहीं है. उन्होंने आजतक के कार्यक्रम 'सीधी बात' में मोदी सरकार के बारे में किए गए सवाल के जवाब में यह बात कही. 2.लद्दाख: तनाव के बीच सोमवार को हो सकती है भारत-चीन सैन्य कमांडरों की बैठक लद्दाख के बुर्तसे इलाके में सीमा पर तनाव के बीच सोमवार को भारत और चीन के स्थानीय कमांडरों की बैठक हो सकती है. हाल ही में इलाके में दोनों सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति बन आई थी. दरअसल, भारतीय सैनिकों ने भारत की सरजमीं पर बनाई गई एक कुटिया ध्वस्त कर दी थी, जिसके बाद यह घटनाक्रम हुआ. 3. सीट बंटवारे का पेच बरकरार, BJP कोर ग्रुप की कल फिर बैठक बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर माथापच्ची अभी सुलझती नजर नहीं आ रही है. कम सीट दिए जाने पर नाराजगी जता चुके जीतन राम मांझी की पार्टी की मांग पर रविवार को दिनभर बैठकों का दौर जारी रहा. हालांकि, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव से मुलाकात के बाद मांझी के सुर नरम पड़े. मांझी ने कहा कि वो नाराज नहीं हैं. 4. UP: नियुक्त‍ि रद्द होने से निराश 6 शिक्षामित्रों ने की खुदकुशी यूपी के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षामित्रों को एडजस्‍ट करने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की रोक के बाद शिक्षामित्रों की सदमे से मौत या सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं. अब तक 6 शिक्षामित्रों की मौत की खबर आई है. दूसरी ओर यूपी सरकार इस फैसले के ख‍िलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करने जा रही है. 5. ओवैसी पर गिरिराज की विवादास्पद टिप्पणी बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी को लेकर एक बड़ा विवादित बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि ओवैसी 'शैतान' हैं और ऐसे जहरीले लोगों से बीजेपी का दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है. 6. नौकरानी को पीटने के आरोप में बांग्लादेशी क्रिकेटर सस्पेंड बांग्लादेश की नेशनल टीम के क्रिकेटर शहादत हुसैन को क्रिकेट के हर फॉर्मेट से निलंबित कर दिया गया है. पुलिस शहादत और उसकी पत्नी के खिलाफ उनकी 11 वर्षीय आया को पीटने के आरोपों की जांच कर रही है.
लेख: उमस भरी गर्मी और तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई को ढंग से पानी नसीब नहीं है क्योंकि पाइप लाइन से आने वाले पानी की आपूर्ति में चालीस फीसदी की कटौती कर दी गई है.  शहर के चार जलाशय सूख गए हैं. चेन्नई मेट्रो वॉटर एजेंसी पाइप के जरिए दिन में केवल 525 मिलियन लीटर की आपूर्ति करती है. जबकि शहर को हर दिन 800 मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता होती है. ऐसे में लोगों के काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.  शहर के बीचो-बीच रहने वाली पुनीता पेशे से एक रसोइया हैं और दो बच्चों की मां हैं. उन्हें सरकारी टैंकर से हर दो दिन में थोड़ा पानी लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. उन्हें अपने चार सदस्यीय परिवार के लिए हर दो दिन में सिर्फ सात बर्तन भर कर पानी मिलता है.  पुनीता ने एनडीटीवी को बताया "हमारे बच्चे स्कूल और कॉलेज नहीं जा पा रहे हैं.  हम एक या दो बजे तक वल्लुवर स्क्वायर टैंक से पानी इकट्ठा करते हैं. '' पीने के लिए मुश्किल से मिल रहे पानी के बीच नहाने और कपड़े धोने का सवाल ही बेमानी हो जाता है.  ऐसे में बीमारी का खतरा भी बढ़ रहा है. पुनीता के पड़ोसी विजया कहते हैं, "हमें नहाने के लिए भी पानी नहीं मिलता है.  मेरा ऑफिस जाने वाला एक बेटा है और एक घर पर बेटी जिसकी कॉलेज की पढ़ाई हो चुकी है. मैं काम करता हूं. पानी पूरा नहीं होता है." एक जाने-माने रेस्टोरेंट ने पानी की व्यवस्था करने की वजह से दोपहर का खाना ही सर्व करना बंद कर दिया. रेस्टोरेंट के मैनेजर का कहना है कि उन्हें पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है और इसी कारण से उन्होंने लंच बंद करने का फैसला किया. उन्होंने  कहा "आज टैंकरों की सप्लाई शुरू होने के बाद हमने ये बैन हटा दिया है."  चेन्नई के अधिकांश निवासी अब निजी पानी के टैंकरों पर निर्भर हैं, जो पहले से ही महंगा है और अब कीमतें दोगुनी हो गई हैं, लेकिन फिर भी पानी समय पर नहीं पहुंचता है. ऑफिस जाने वाले सैयद अल्ताफ कहते हैं, "यह हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती है. पानी हमारे उद्योग की रीढ़ है. चेन्नई बहुत बुरी स्थिति में है. पहले हमें केवल एक फोन करना होता था और उसी रात पानी मिल जाता था लेकिन दुर्भाग्य से अब 4 दिन तक का समय लगता है."  चेन्नई के आईटी कॉरिडोर के साथ, कई अपार्टमेंट और आईटी पार्क में पानी न मिलने की वजह से स्थिति बहुत तनावपूर्ण है.  पांच सितारा होटल तुर्या में एक दिन में एक लाख लीटर की आवश्यकता होती है, लेकिन अब इसे इसका आधा ही पानी मिल रहा है.  राष्ट्रीय जल अकादमी के पूर्व निदेशक मनोहर खुशालानी ने एनडीटीवी को बताया, "2015 में, चेन्नई में बाढ़ आई थी. उसी कारण जिससे बाढ़ आई थी उसी से ये सूखा है. जलाशयों और नहरों का संग्रहण करना पड़ेगा और अतिक्रमण को रोकना चाहिए."
ए क्वाइट प्लेस पार्ट II एक 2020 की अमेरिकी हॉरर फिल्म है और 2018 की फिल्म ए क्वाइट प्लेस की अगली कड़ी है, दोनों एक ऐसे परिवार का अनुसरण करते हैं, जो एक तीव्र भावना के साथ अंधे राक्षसों द्वारा बसे एक पोस्ट-एपोकैलिक दुनिया में नेविगेट करने और जीवित रहने के लिए मजबूर है सुनवाई। सीक्वल को पैरामाउंट पिक्चर्स स्टूडियो के तहत जॉन क्रॉसिंस्की द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया था। एमिली ब्लंट, मिलिसेंट सिममंड्स और नूह जूप ने पहली फिल्म से अपनी भूमिकाओं को फिर से निभाया, और सिलियन मर्फी और जिमोन हौंसौ कलाकारों में शामिल हो गए। क्रॉसिंस्की पहली फिल्म से एक छोटी भूमिका में भी लौटता है, जिसे पहली फिल्म से पहले फ्लैशबैक दृश्यों में देखा जाता है। पैरामाउंट पिक्चर्स ने पहली फिल्म की बॉक्स-ऑफिस की सफलता के बाद अप्रैल 2018 में एक सीक्वल का विकास शुरू किया। अगले अगस्त तक, क्रॉसिंस्की फिल्म लिख रहे थे, और उन्हें फरवरी 2019 में निर्देशन के लिए काम पर रखा गया था। उत्पादन पश्चिमी न्यूयॉर्क में जून से सितंबर 2019 तक हुआ। पहली फिल्म के लिए ब्रायन वुड्स और स्कॉट बेक द्वारा बनाए गए पात्रों के आधार पर अगली कड़ी लिखने का श्रेय क्रॉसिंस्की को दिया गया। 8 मार्च, 2020 को न्यूयॉर्क शहर में फिल्म का विश्व प्रीमियर हुआ था, और COVID-19 महामारी के कारण एक साल से अधिक समय तक स्थगित रहने के बाद, यह 28 मई, 2021 को संयुक्त राज्य अमेरिका में नाटकीय रूप से रिलीज़ होने वाली है। यह नाटकीय शुरुआत के 45 दिनों के बाद पैरामाउंट+ पर स्ट्रीम करने के लिए उपलब्ध होगा। ए क्वाइट प्लेस पार्ट II को आलोचकों से मुख्य रूप से सकारात्मक समीक्षा मिली, जिन्होंने भावनात्मक कोर को संरक्षित करते हुए पिछली फिल्म से दुनिया के विस्तार की सराहना की। सार घर में घातक घटनाओं के बाद, एबट परिवार को अब बाहरी दुनिया के आतंक का सामना करना होगा क्योंकि वे चुपचाप अस्तित्व के लिए अपनी लड़ाई जारी रखते हैं। अज्ञात में प्रवेश करने के लिए मजबूर, वे जल्दी से महसूस करते हैं कि ध्वनि द्वारा शिकार करने वाले जीव केवल खतरे नहीं हैं जो रेत के रास्ते से परे हैं। कास्ट एवलिन एबॉट के रूप में एमिली ब्लंट। एम्मेट के रूप में सिलियन मर्फी। एवलिन की बहरी बेटी रेगन एबॉट के रूप में मिलिसेंट सिममंड्स। एवलिन के बेटे मार्कस एबॉट के रूप में नूह जुपे। मैन ऑन आइलैंड के रूप में जिमोन हौंसौ जॉन क्रॉसिंस्की ली एबॉट के रूप में उत्पादन संदर्भ अंग्रेज़ी फ़िल्में अमेरिकी फ़िल्में 2020 की फ़िल्में Pages with unreviewed translations
यह लेख है: पांच बार के ओलिम्पिक चैम्पियन तैराक इयान थोर्प बुधवार को तरणताल में वापसी की घोषणा कर सकते हैं। थोर्प 2012 लंदन ओलिम्पिक में ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलना चाहते हैं। 28 वर्षीय थोर्प नवम्बर 2006 में संन्यास ले चुके हैं। उन्होंने वापसी की योजना बनाते हुए हाल ही में सिडनी स्थित एक तरणताल में अभ्यास भी शुरू कर दिया है। समाचार पत्र 'द डेली टेलीग्राफ' की रिपोर्ट के अनुसार, थोर्प को लंदन ओलिम्पिक में हिस्सा लेने के लिए अंतरराष्ट्रीय तैराकी संघ (फिना) के पास मई के अंत तक पंजीकरण करवाना होगा। इसके बाद वह मार्च, 2012 में ओलिम्पिक ट्रायल में हिस्सा ले सकेंगे। थोर्प के नजदीकी दोस्तों का कहना है कि थोर्प दोबारा तरणताल में उतरने को तैयार हैं। थोर्प बीमारी और चोट के कारण वर्ष 2006 में मेलबर्न में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं ले सके थे। थोर्प पहले भी कह चुके हैं, " मैंने कभी भी तैराकी करना बंद नहीं किया। मैं इसका अभी भी लुत्फ उठा रहा हूं।"
यह एक लेख है: जम्मू-कश्मीर में आतंकी एक बार फिर उड़ी जैसा हमला करने के फिराक में हैं. सेना ने ऐसे एक हमले को नाकाम कर दिया है. सेना ने कश्मीर के बारामुला जिले में नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों ने घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया है. आतंकी बारामुला के रामपुर सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे लेकिन सेना की चौकसी की वजह से उन्हें वापस पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से पीछे खदेड़ दिया गया.   सेना के मुताबिक आतंकी एलओसी पार कर भारत के कब्जे वाले कश्मीर में घुसने की कोशिश कर रहे थे लेकिन जब सेना ने गोली चलाई तो उन्हें पीछे हटने को विवश होना पड़ा. हलांकि सना ने इलाके में खोज अभियान शुरू किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी आतंकवादी भारतीय सीमा में घुस ना पाए.टिप्पणियां वैसे कहा ये भी जा रहा है कि बेशक घुसपैठ का यह प्रयास विफल हो गया हो लेकिन बीते दिनों कई प्रयास सफल भी हुए हैं, जिससे सुरक्षा बलों की नींद उड़ी हुई है. इसके बाद से ही कश्मीर घाटी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है क्योंकि, ये आतंकी कश्मीर में उड़ी जैसे हमले दोहराने का टारगेट लेकर आए हैं. खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार से बड़ी तदाद में आतंकियों को इधर भेजा जा रहा है ताकि एक बार फिर आतंकी उरी जैसे हमले की साजिश कर सकें. बीते चार दिनों में उड़ी में आतंकी घुसपैठ की दो कोशिशें सामने आई हैं. खबर ये भी है कि चार दिन पहले आतंकियों का एक जत्था सुरक्षा बलों को चकमा देकर कश्मीर में घुस चुका है.आशंका जताई जा रही है कि ये आतंकी किसी सैन्य प्रतिष्ठान या श्रीनगर के अहम ठिकानों को अपना निशाना बना सकते हैं.   वैसे कहा ये भी जा रहा है कि बेशक घुसपैठ का यह प्रयास विफल हो गया हो लेकिन बीते दिनों कई प्रयास सफल भी हुए हैं, जिससे सुरक्षा बलों की नींद उड़ी हुई है. इसके बाद से ही कश्मीर घाटी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है क्योंकि, ये आतंकी कश्मीर में उड़ी जैसे हमले दोहराने का टारगेट लेकर आए हैं. खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार से बड़ी तदाद में आतंकियों को इधर भेजा जा रहा है ताकि एक बार फिर आतंकी उरी जैसे हमले की साजिश कर सकें. बीते चार दिनों में उड़ी में आतंकी घुसपैठ की दो कोशिशें सामने आई हैं. खबर ये भी है कि चार दिन पहले आतंकियों का एक जत्था सुरक्षा बलों को चकमा देकर कश्मीर में घुस चुका है.आशंका जताई जा रही है कि ये आतंकी किसी सैन्य प्रतिष्ठान या श्रीनगर के अहम ठिकानों को अपना निशाना बना सकते हैं.   खुफिया जानकारी के मुताबिक सीमा पार से बड़ी तदाद में आतंकियों को इधर भेजा जा रहा है ताकि एक बार फिर आतंकी उरी जैसे हमले की साजिश कर सकें. बीते चार दिनों में उड़ी में आतंकी घुसपैठ की दो कोशिशें सामने आई हैं. खबर ये भी है कि चार दिन पहले आतंकियों का एक जत्था सुरक्षा बलों को चकमा देकर कश्मीर में घुस चुका है.आशंका जताई जा रही है कि ये आतंकी किसी सैन्य प्रतिष्ठान या श्रीनगर के अहम ठिकानों को अपना निशाना बना सकते हैं.
बीजिंग में अभिनव बिंद्रा के गले में सोने का तमगा पड़ा, तो पूरे देश का सीना गर्व से चौड़ा हो गया. भारतीय खेल जगत के इतिहास की सबसे बड़ी मन्नत पूरी होने की खुशी में हर कोई अभिनव पर सम्मानों की बारिश करने में जुट गया. पंजाब सरकार ने अभिनव को शुभकामनाओं के साथ शगुन के तौर पर एक करोड़ रुपये देने का ऐलान किया, तो हरियाणा सरकार ने पच्चीस लाख रुपये का. बिहार सरकार ने तो अभिनव को ग्यारह लाख रुपये से सम्मानित करने के साथ-साथ उनके नाम पर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स शुरू करने की घोषणा भी कर दी. महाराष्ट्र सरकार ने दस लाख रुपये, मध्य प्रदेश सरकार ने पांच लाख रुपये और चंडीगढ़ प्रशासन ने भी अभिनव को पांच लाख रुपये इनाम देने का ऐलान करने में देरी नहीं की. वहीं रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने अभिनव बिंद्रा को लाइफ टाइम गोल्डन पास देकर सम्मानित करने की घोषणा की है. अभिनव बिंद्रा की कामयाबी पर बॉलीवुड भी दीवाना हो गया. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने शिकागो में अपना शो खत्म ही किया था, जब उन्हें अभिनव बिंद्रा के गोल्ड मेडल जीतने की ख़बर मिली. बिग बी ने माना कि हिंदुस्तान के लिए इससे बड़ी खुशख़बरी कुछ और नहीं हो सकती. सिनेमा और संगीत की दुनिया के दिग्गज सब कुछ भुलाकर ओलंपिक में गोल्ड जीतने का जश्न मनाने में जुट गए. क्रिकेट के दीवाने देश में क्रिकेटरों को देवता समझा जाता है. लेकिन, अभिनव की इस कामयाबी पर बीसीसीआई ने भी पच्चीस लाख रुपये न्यौछावर कर दिए. टीम इंडिया के सितारों ने भी माना कि अभिनव के इस गोल्ड मेडल की किसी से तुलना नहीं की जा सकती है. पूरा देश फिलहाल अभिनव की कामयाबी के गुण गा रहा है. बधाइयों और शुभकामना संदेश देने की शुरुआत राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटील ने की. उन्होंने अभिनव की उपलब्धि को बेमिसाल बताया, तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिली मुबारकबाद दी. लोकसभा स्पीकर सोमनाथ चटर्जी ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि पूरे देश को अभिनव की सुनहरी कामयाबी पर नाज़ है. यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी और तमाम नेताओं ने ओलंपिक में देश को पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल दिलाने के लिए अभिनव बिंद्रा को बधाई दी. पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने अभिनव की इस उपलब्धि को मील का पत्थर बताते हुए उम्मीद जताई कि जश्न के ऐसे मौके अब बार-बार आएंगे.
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के शपथ समारोह की भव्य तैयारी चल रही है. जयपुर के ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल में 50 हजार लोगों के बैठने की तैयारी की जा रही है. राजस्थान सरकार के सभी विभाग इस आयोजन की तैयारियों में लगे हुए हैं. पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से अल्बर्ट हॉल के सड़कों का निर्माण किया गया है . युद्ध स्तर पर चल रहे काम में 10 से 15  सड़क निर्माण विभाग के  ठेकेदार अलग-अलग जगह पर लगे हुए हैं. राजस्थान सरकार के 43 अधिकारी इस आयोजन को भव्य बनाने में लगे हुए हैं. देशभर से आ रहे वीआइपी की सुरक्षा के लिए तीन-तीन बार सुरक्षा ड्रिल कराई गई है. SPG ने भी जयपुर पहुंचकर एयरपोर्ट से लेकर अल्बर्ट हॉल तक सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. होने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पूरे आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए अल्बर्ट हॉल का दौरा किया. इस मौके पर अशोक गहलोत ने कहा कि विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं को यहां बुलाया है और सभी नेता यहां पर आ रहे हैं. कांग्रेस की कोशिश है कि जिस तरह से लोगों ने जन भावना सरकार बनाने में दिखाई है, उसी रूप में लोग इस समारोह में शामिल होगे. सोमवार सुबह 10:30 बजे का वक्त शपथ ग्रहण समारोह के लिए रखा गया है . सोमवार को केवल मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री के रूप में सचिन पायलट शपथ लेंगे. उसके बाद कांग्रेस आलाकमान से चर्चा करने के बाद मंत्रियों को अलग से राजभवन में शपथ दिलाई जाएगी. मंत्रिपरिषद को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि कैबिनेट का फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व से बात करके होगा. राष्ट्रीय नेतृत्व से विचार विमर्श के बाद कैबिनेट का गठन होगा. काम बढ़ने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि वे 24 घंटे, 365 दिन के आदमी हैं. वे पद पर रहें या नहीं, उनका रूटीन यही रहा है. शपथ समारोह के लिए अशोक गहलोत की तरफ से राजस्थान और केंद्र के सभी बीजेपी नेताओं को भी आमंत्रण भेजा गया है. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और शरद यादव, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, शरद पवार जैसे विपक्ष के बड़े नेता शामिल हैं. पुलिस विभाग ने योजना तैयार की है जिसमें 1 हजार पुलिसकर्मी और अधिकारी होंगे. तैनात किए जाने अधिकारियों में 22 IPS और 60 थानाधिकारी रहेंगे. सुरक्षा में मौजूद SPG के अधिकारी भी बुलेटप्रूफ गाड़ियों के साथ पहुंच चुके हैं. 2 ड्रोन के जरिये समारोह पर नजर रखी जाएगी. समारोह स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. एयरपोर्ट से कार्यक्रम स्थल का रूट मैप भी तैयार किया गया है.
नशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सीमेट और जीपेट परीक्षा का रिजल्ट (CMAT, GPAT Result 2019) जारी कर दिया है. CMAT और GPAT परीक्षा का रिजल्ट (CMAT Result 2019) ऑफिशियल  वेबसाइट ntagpat.nic.in और ntacmat.nic.in पर जारी किया गया है. परीक्षार्थी इन वेबसाइट पर जाकर ही अपना रिजल्ट (GPAT 2019 Result) चेक कर सकते हैं. मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (Common Management Test) और ग्रेजुएट फारमेसी एप्टीट्यूड टेस्ट (Graduate Pharmacy Aptitude Test) 28 जनवरी को देश भर में आयजोति की गई थी. बता दें कि CMAT परीक्षा मैनेजमेंट प्रोग्राम में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है, जबकि GPAT परीक्षा फारमेसी प्रोग्राम में एडमिशन के लिए कराई जाती है. स्टूडेंट्स नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक कर अपना रिजल्ट सकते हैं.CMAT Result 2019GPAT Result 2019 परीक्षार्थी नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलों कर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं.    स्टेप 1: रिजल्ट (CMAT Result) चेक करने के लिए NTA CMAT की वेबसाइट ntacmat.nic.in पर जाएं.  स्टेप 2: वेबसाइट पर दिए गए रिजल्ट के लिंक पर क्लिक करें.  स्टेप 3: मांगी गई जानकारी भरकर सबमिट कर दें.  स्टेप 4: आपका रिजल्ट आपकी स्क्रीन पर आ जाएगा.  स्टेप 5: आप अपने रिजल्ट का प्रिंट ऑउट ले सकते हैं.
नवजीवन ट्रस्ट भारत के अहमदाबाद (गुजरात) स्थित पुस्तकों के प्रकाशक हैं। इसकी स्थापना सन १९२९ में महात्मा गांधी ने की थी। नवजीवन ने अब तक हिन्दी, गुजराती, अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं में कोई ८०० पुस्तकें प्रकाशित की है। अभी हाल में ही (दिसम्बर २००८) इन पुस्तकों से नवजीवन ट्रस्ट का कॉपीराइट समाप्त हुई है। उद्देश्य नवजीवन का अर्थ होता है - नया जीवन। इसकी स्थापना के समय इसका घोषित उद्देश्य था - शान्तिपूर्ण तरीकों से हिन्द स्वराज की प्राप्ति ; अर्थात भारत के लिये स्वराज की प्राप्ति। इसके लिये संस्कारित एवं विद्वान कार्यकर्ताओं के द्वारा लोगों को शिक्षित करना इसका उद्देश्य था। क़ैदियों के जीवन में सुधार का प्रयास इस ट्रस्ट अहमदाबाद के केन्द्रीय थाने के कैदियों के लिए 15 अक्टूबर 2018 से पत्रकारिता कोर्स शुरू किया । यह देश में ऐसा एकमात्र कोर्स है। सन्दर्भ बाह्री कड़ियाँ नवजीवन ट्रस्ट का जालघर (अंग्रेजी में) नवजीवन ट्रस्ट है राष्ट्रपिता का उत्तराधिकारी (वेबदुनिया) कोई भी छाप सकेगा गांधीजी के विचार ई-बुक्स से गांधीवादी साहित्य को 'नवजीवन' (नईदुनिया-जागरण) भारतीय प्रकाशक
कंगना रनौत बॉलीवुड की बेधड़क और बिंदास एक्ट्रेस हैं. वह हर मुद्दे पर बेबाकी से राय रखती हैं. सेक्सिजम, फेमिनिज्म और नेपोटिज्म पर कंगना खुलकर बयान देती रही हैं. हाल ही में कंगना ने एक कार्यक्रम में बॉलीवुड में फैले मेल डॉमिनेटिंग इश्यू को उठाया है. उन्होंने कहा फिल्म इंडस्ट्री में फीमेल को मेल एक्टर्स से कम आंका जाता है. कंगना ने बेबाक अंदाज में कहा, बॉलीवुड में मेल और फीमेल एक्टर्स को दोहरे नजरिए से देखा जाता है. कंगना ने उदाहरण देते हुए कहा, कुछ चीजें हैं जो मेल करें तो किसी को कई आपत्ति नहीं होती और वही काम अगर कोई महिला करे तो हायतौबा मच जाता है. महिलाओं और पुरुषों के बीच एक दायरा सीमित किया गया है. कंगना रनौत की फिल्म 'सिमरन' पर हमला कर TROLL हुए शेखर सुमन कंगना ने कहा, पुरुष के लिए सेक्स करना एक मजा है, वहीं महिला के लिए इसे क्राइम के समान माना जाता है. उन्होंने कहा, ग्लैमर की दुनिया में भी यही परसेप्शन है. अगर बेटा कैसेनोवा हो तो किसी को कोई आपत्ति नहीं है, वहीं बेटी को बिकिनी पहनने पर रोका जाता है. हाल ही में कगना रनौत की फिल्म सिमरन रिलीज हुई है. फिल्म ने पहले वीकेंड में 10.65 करोड़ रुपए की कमाई की है. इसमें कंगना एक चुलबुली और बिंदास गुजराती लड़की का किरदार निभा रही हैं. फिल्म को हंसल मेहता ने डायरेक्ट किया है. वैसे शुरुआती दिनों में यह फिल्म उम्मीद के मुताबिक बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पाई. अब देखना होगा कि फिल्म आने वाले हफ्तों में बॉक्स ऑफिस पर कितना कलेक्शन करती है. बताते चलें, फिल्म प्रमोशन के दौरान कंगना लगातार खबरों में रहीं. उन्होंने रितिक रोशन , आदित्य पंचोली और अध्ययन सुमन को लेकर कई खुलासे किए. कंगना के इन विस्फोटक बयानों के लिए उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के लोगों की आलोचना भी झेलनी पड़ी.
हम्मीर की कथा को लेकर हिन्दी में कई ग्रन्थों का निर्माण हुआ है। हिन्दी साहित्य का अतीत, दूसरा भाग] (पृष्ठ हम्मीररासो नाम के कम से कम तीन काव्य मिलते हैं जिनकी भाषा, रचयिता और काल अलग-अलग हैं। इनमें रणथम्भौर के राणा हम्मीर का चरित्र का अतिशयोक्तिपूर्ण वर्णन है। हम्मीरदेव सम्राट् पृथ्वीराज के वंशज थे। उन्होंने दिल्ली के सुलतान अलाउद्दीन को कई बार परास्त किया था और अन्त में अलाउद्दीन की चढ़ाई में ही वे मारे गए थे। इस दृष्टि से इस काव्य के नायक देश के प्रसिद्ध वीरों में हैं। कहा जाता है कि शार्ङ्गधर ने अपभ्रंश भाषा में हम्मीरदेव पर एक काव्य लिखा है। शार्ङ्गधर, हम्मीर के प्रधान सभासद राघवदेव के पौत्र थे। इनका समय विक्रम की १४वीं शदी का अन्तिम चरण माना जाता है। प्राकृतपैंगलम में हम्मीर की प्रशस्ति में कई छन्द दिये हुए हैं। आचार्य रामचन्द्र शुक्ल का अनुमान है कि वे पद शार्ङ्गधर के हम्मीररासो से ही उद्धृत किये गये हैं। इस हम्मीररासो की कोई मूल प्रति नहीं मिलती। आचार्य रामचन्द्र शुक्ल लिखते हैं- परम्परा से प्रसिद्ध है कि उन्होने हम्मीर रासो नामक एक वीरगाथा काव्य की भी भाषा मे रचना की थी। यह काव्य आजकल नही मिलता - उसके अनुकरण पर बहुत पीछे का लिखा हुआ एक ग्रन्थ ' हम्मीर रासो ' नाम का मिलता है। प्रकृति-पिंगल सूत्र ' उलटते पलटते मुझे हम्मीर की चढाई वीरता आदि के पद्य छंदों के उदाहरणों में मिले। मुझे पूरा निश्चय है कि ये पद्य असली 'हम्मीर रासो' के ही हैं। यह रचना महेश कवि द्वारा रचित हम्मीररासो के बाद की है। जोधराज गौड़ ब्राह्मण बालकृष्ण के पुत्र थे। इन्होंने नीबँगढ़ (वर्तमान नीमराणा––अलवर) के राजा चंद्रभान चौहान के अनुरोध से "हम्मीर रासो" नामक एक बड़ा प्रबन्ध-काव्य संवत् १८७५ में लिखा जिसमें रणथंभौर के प्रसिद्ध वीर महाराज हम्मीरदेव का चरित्र वीरगाथा-काल की छप्पय पद्धति पर वर्णन किया गया है। जोधराज ने चन्द आदि प्राचीन कवियो की पुरानी भाषा का भी यत्र तत्र अनुकरण किया है;––जैसे जगह जगह 'हि' विभक्ति के प्राचीन रूप 'ह' का प्रयोग। 'हम्मीररासो' की कविता बड़ी ओजस्विनी है। घटनाओं का वर्णन ठीक ठीक और विस्तार के साथ हुआ है। काव्य का स्वरूप देने के लिये कवि ने कुछ घटनाओं की कल्पना भी की है। जैसे महिमा मंगोल का अपनी प्रेयसी वेश्या के साथ दिल्ली से भागकर हम्मीरदेव की शरण में आना और अलाउद्दीन को दोनों को माँगना। यह कल्पना राजनीतिक उद्देश्य हटाकर प्रेम-प्रसंग को युद्ध का कारण बताने के लिये, प्राचीन कवियो की प्रथा के अनुसार, की गई है। हिंदी_साहित्य_का_इतिहास/रीतिकाल_प्रकरण_३_जोधराज हिंदी साहित्य का इतिहास/रीतिकाल प्रकरण ३ जोधराज]</ref> जोधराजकृत 'हम्मीररासो' का सम्पादन श्यामसुन्दर दास ने किया है। यह हम्मीररासो अहीरवाटी बोली में रचित है। सबसे पहले इसमें सृष्टि का वर्णन है। इस ग्रन्थ में चौहानों की उत्पत्ति के विषय में जो कथा आयी है वह पृथ्वीराज रासो की कथा से मेल खाती है। सन्दर्भ इन्हें भी देखें हम्मीर चौहान रासो काव्य पृथ्वीराज रासो बाहरी कड़ियाँ हम्मीर रासो (श्यामसुन्दर दास द्वारा सम्पादित) हिन्दी ग्रन्थ
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चार साल से चल रही एनडीए सरकार को पहली बार झटका लगता दिखाई दे रही है. सहयोगी दलों की भारतीय जनता पार्टी से नाराजगी खुलकर सामने आ गई है. और ये गुस्सा अब सदन में अविश्वास प्रस्ताव के रूप में भी फूट रहा है. तेलुगु देशम पार्टी ने लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया. टीडीपी के अविश्वास प्रस्ता को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने समर्थन दिया है. लेकिन आज भी लोकसभा की कार्रवाही कल तक के लिए स्थगित हो गई, जिसके चलते अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सका. मगर, इस बीच शिवसेना ने बड़ा ऐलान किया है. शिवसेना ने प्रस्ताव पर वोटिंग में शामिल न होने का फैसला किया है. यानी अविश्वास प्रस्ताव आने शिवसेना मोदी सरकार का बचाव नहीं करेगी. दरअसल, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न देने की मांग पर चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के कोटे से केंद्र में दोनों मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से वो लगातार संसद में मोदी सरकार का विरोध कर रहे हैं. अब जब टीडीपी ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी की तो उसे विरोधी वाईएसआर कांग्रेस समेत कांग्रेस, आरजेडी और लेफ्ट समेत दूसरे कई दलों का भी समर्थन मिल गया. ये है सदन का समीकरण इस वक्त लोकसभा में कुल 539 सदस्य हैं. इस लिहाज से बहुमत का आंकड़ा 270 होता है. बीजेपी के अपने सदस्य 274 हैं. यानी वो अपने दम पर बहुमत पाने की हैसियत में है. लेकिन बीजेपी के 274 के आंकड़े में तीन पेंच भी हैं. शत्रुघ्न सिन्हा, कीर्ति आजाद और श्यामाचरण गुप्ता बीजेपी के तीन ऐसे सांसद हैं, जो करीब-करीब हर मोर्चे पर पार्टी के खिलाफ खड़े नजर आते हैं. ऐसे में अगर ये तीनों वोटिंग में शामिल नहीं होते और इनके अलावा एक और वोट इधर उधर हुआ तो फिर बीजेपी को सहयोगी दलों का मुंह देखना पड़ सकता है. अविश्वास प्रस्ताव के लिए 50 वोट की जरूरत टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया है. मौजूदा स्थिति में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए कम से कम 50 सांसदों का समर्थन हासिल होना चाहिए. जो टीडीपी ने हासिल कर लिया है. अविश्वास प्रस्ताव को कांग्रेस, टीएमसी, एसपी, आरजेडी के अलावा लेफ्ट पार्टियों समेत दूसरे बीजेपी विरोधी दलों ने भी समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. हालांकि, सरकार को भरोसा है कि ये प्रस्ताव आसानी से गिर जाएगा. अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट वाईएसआर कांग्रेस- 09 टीडीपी- 16 कांग्रेस- 48 टीएमसी- 34 सपा- 07 आरजेडी- 04 लेफ्ट- 11 यानी मौजूदा स्थिति में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कई विपक्षी दलों के 129 सांसद खड़े नजर आ रहे हैं. हालांकि, बीजेडी ने इस प्रस्ताव को समर्थन नहीं दिया है. सरकार को संकट नहीं अविश्वास प्रस्ताव आने के बावजूद बीजेपी को किसी तरह का कोई संकट नहीं है. लोकसभा में उसे सरकार चलाने के लिए जरूरी बहुमत हासिल है. बीजेपी- 274 शिवसेना- 18 एलजेपी- 06 अकाली दल- 04 आरएलएसपी- 03 जेडीयू- 02 अन्य- 07 एनडीए के सांसदों की संख्या फिलहाल 314 है. लेकिन शिवसेना ने वोटिंग से खुद को दूर कर लिया है. ऐसे में सरकार चलाने में तो मोदी को कोई संकट नहीं आने वाला है. सरकार को पर्याप्त संख्याबल होने के चलेत अविश्वास प्रस्ताव गिरने का पूरा विश्वास है, लेकिन मौजूदा सरकार के लिए सहयोगी दलों की ये नाराजगी एक झटका बनकर उभरी है.
यह यूरोप में स्थित यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की एक सूची है। तारांकन चिह्न (*) लगे स्थल, खतरे में विश्व धरोहर स्थलों की सूची में भी शामिल हैं। दो या अधिक देशों के बीच साझा स्थल (11) बेल्जियम और फ्रांस के घंटाघर — बेल्जियम और फ्रांस के बीच साझा धरोहर स्थलें। सार्वजनिक घंटाघरों या इमारतें जैसे की सभामण्डप आदि के अलावा इस सुची में अन्य: आवर लेडी का कैथेड्रल [नोट्रे-डेम], एंटवर्प; सेंट रंबॉल्ड्स टॉवर, मेचेलन; सेंट लियोनार्ड चर्च, ज़ॉटलियुव - फ्लैंडर्स, बेल्जियम में सभी तीन आदि शामिल है। बिलवज़्काया पुश्चा राष्ट्रीय उद्यान/बिआलोविज़ा वन (1979, 1992) — बेलारूस और पोलैंड के बीच साझा। एगटेलेक और स्लोवेंस्की कोर (स्लोवाक कर्स्ट) की गुफाएं (1995, 2000) — हंगरी और स्लोवाकिया के बीच साझा। फेर्तो/नेउसेडलर्सी का सांस्कृतिक परिदृश्य (2001) — हंगरी और ऑस्ट्रिया के बीच साझा। कौरोनियन स्पिट — लिथुआनिया और रूसी संघ के बीच साझा। रोमन साम्राज्य के सीमांत: ऊपरी जर्मन और रावटियन लाइम्स और हार्डियन की दीवार — जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम के बीच साझा। (ref. whc.unesco.org ID 430bis) उच्च तट औरक्वारकें द्वीपसमूह — स्वीडन और फिनलैंड के बीच साझा। रोम के ऐतिहासिक केंद्र, (वेटिकन सिटी) और दीवारों के बाहर सेंट पॉल का राजभवन — धर्ममण्डल और इटली के बीच साझा। मुस्कुएर पार्क/पार्क मुज़कोवस्की निस्से नदी के दोनों ओर — जर्मनी और पोलैंड के बीच साझा। पायरेनीस/पिरिनोस: मोंटे पेरडीडो/मोंट पेर्दू (1997, 1999) — फ्रांस और स्पेन के बीच साझा। स्ट्रूव जिओडेटिक आर्क (2005) — बेलारूस, एस्टोनिया, फिनलैंड, लताविया, लिथुआनिया, मोल्दोवा, नॉर्वे, स्वीडन, रूसी संघ और यूक्रेन देश अनुसार स्थलों की सूची अलबानिया अन्डोरा आर्मीनिया ऑस्ट्रिया अज़रबाइजान बेलारुस बेल्जियम बॉस्निया और हर्ज़ेगोविना (3) बुल्गारिया (9) क्रोएशिया (7) साइप्रस (3) चेक गणराज्य (12) डेनमार्क (4) एस्टोनिया फ़िनलैंड (7) फ़्रांस (31) जॉर्जिया (3) जर्मनी (32) यूनान (18) वेटिकन सिटी हंगरी (8) आईस्लैंड आयरलैण्ड गणराज्य इटली (41) लातविया लिथुआनिया लक्ज़मबर्ग माल्टा मोल्डोवा मॉन्टेनीग्रो (2) नीदरलैंड (10) नार्वे (8) पोलैंड (13) पुर्तगाल (15) रोमानिया (7) रूसी संघ (युरोपियाई रूस) सर्बिया (4) स्लोवाकिया (7) स्लोवेनिया स्पेन (40) स्वीडेन (15) स्विट्ज़रलैण्ड पूर्व युगोस्लाव गणराज्य मैसेडोनिया तुर्की यूक्रेन यूनाइटेड किंगडम मुख्य लेख:यूनाइटेड किंगडम में यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों की सूची टिप्पणी: इस सूची में ब्रिटिश विदेश क्षेत्रों के स्थल भी शामिल हैं सांस्कृतिकमिश्रितप्राकृतिक'' इन्हें भी देखें अफ्रीका में विश्व धरोहर स्थलों की सूची अरब राज्यों में विश्व धरोहर स्थलों की सूची एशिया एवं ऑस्ट्रेलेशिया में विश्व धरोहर स्थलों की सूची अमरीका में विश्व धरोहर स्थलों की सूची खतरे में विश्व धरोहर स्थलों की सूची सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ यूनेस्को विश्व विरासत स्थल — आधिकारिक वेबसाइट यूनेस्को विश्व धरोहर केंद्र — आधिकारिक वेबसाइट यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की सूची — आधिकारिक वेबसाइट VRheritage.org — विश्व धरोहर स्थलों का दस्तावेज़ीकरण Worldheritage-Forum — विश्व धरोहर मुद्दों पर सूचना और वेबलॉग
पंजाब में लुधियाना जिले के खन्ना शहर स्थित एक रसायन कारखाने में बुधवार को हुए विस्फोट में पांच लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और तीन ने बाद में दम तोड़ दिया।टिप्पणियां बुरी तरह झुलसे 13 लोगों को चंडीगढ़ के पीजीआई और सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लुधियाना रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक एमएफ फारूकी ने फैक्टरी का दौरा किया। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और किसी तरह की लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि फैक्टरी के नजदीक स्थित पेड़ और फैक्टरी परिसर में खड़ी साइकिलें भी जल गईं। विस्फोट के समय फैक्टरी में 50 लोग काम पर थे। सूत्रों ने कहा कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती खबरों के मुताबिक विस्फोट एक बॉयलर के फटने से हुआ। बुरी तरह झुलसे 13 लोगों को चंडीगढ़ के पीजीआई और सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लुधियाना रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक एमएफ फारूकी ने फैक्टरी का दौरा किया। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और किसी तरह की लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि फैक्टरी के नजदीक स्थित पेड़ और फैक्टरी परिसर में खड़ी साइकिलें भी जल गईं। विस्फोट के समय फैक्टरी में 50 लोग काम पर थे। सूत्रों ने कहा कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती खबरों के मुताबिक विस्फोट एक बॉयलर के फटने से हुआ। सूत्रों ने बताया कि विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि फैक्टरी के नजदीक स्थित पेड़ और फैक्टरी परिसर में खड़ी साइकिलें भी जल गईं। विस्फोट के समय फैक्टरी में 50 लोग काम पर थे। सूत्रों ने कहा कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती खबरों के मुताबिक विस्फोट एक बॉयलर के फटने से हुआ।
यह लेख है: दिल्ली यूनिवर्सिटी की पहली कट-ऑफ लिस्ट जारी हो गई है। जिन छात्रों का नाम पहली कट-ऑफ लिस्ट में नहीं आता है उन्हें अगली कट-ऑफ जारी होने का इंतजार करना पड़ेगा। एक बार कट-ऑफ में नाम आ जाने के बाद हर एक छात्र का अगला कदम एडमिशन पाने की दिशा में होगा। ऐसे में एडमिशन के लिए कॉलेज का रुख करते वक्त छात्रों के पास पूरे डॉक्यूमेंट्स होना जरूरी है। जानिए एडमिशन पाने के वक्त किन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत...दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला: जानिए कट-ऑफ आने के बाद कैसे मिलेगा कॉलेज में एडमिशन 1. सभी ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स के साथ उनकी दो सेल्फ अटेस्टेड कॉपियों 2. 10वीं बोर्ड एग्जामिनेशन का सर्टिफिकेट और मार्कशीट 3. 12वीं क्लास की मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेश/ ओरिजनल सर्टिफिकेटजानिए DU के कौन-कौन से कॉलेज गर्ल्स को दे रहे हैं कटऑफ मार्क्स में कितनी छूट 4. एससी/एसटी/PwD सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेटटिप्पणियां 5. स्कूल/कॉलेज का ट्रांस्फर सर्टिफिकेट, साथ ही बोर्ड/यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला: जानिए कट-ऑफ आने के बाद कैसे मिलेगा कॉलेज में एडमिशन 1. सभी ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स के साथ उनकी दो सेल्फ अटेस्टेड कॉपियों 2. 10वीं बोर्ड एग्जामिनेशन का सर्टिफिकेट और मार्कशीट 3. 12वीं क्लास की मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेश/ ओरिजनल सर्टिफिकेटजानिए DU के कौन-कौन से कॉलेज गर्ल्स को दे रहे हैं कटऑफ मार्क्स में कितनी छूट 4. एससी/एसटी/PwD सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेटटिप्पणियां 5. स्कूल/कॉलेज का ट्रांस्फर सर्टिफिकेट, साथ ही बोर्ड/यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ 1. सभी ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स के साथ उनकी दो सेल्फ अटेस्टेड कॉपियों 2. 10वीं बोर्ड एग्जामिनेशन का सर्टिफिकेट और मार्कशीट 3. 12वीं क्लास की मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेश/ ओरिजनल सर्टिफिकेटजानिए DU के कौन-कौन से कॉलेज गर्ल्स को दे रहे हैं कटऑफ मार्क्स में कितनी छूट 4. एससी/एसटी/PwD सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेटटिप्पणियां 5. स्कूल/कॉलेज का ट्रांस्फर सर्टिफिकेट, साथ ही बोर्ड/यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ 2. 10वीं बोर्ड एग्जामिनेशन का सर्टिफिकेट और मार्कशीट 3. 12वीं क्लास की मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेश/ ओरिजनल सर्टिफिकेटजानिए DU के कौन-कौन से कॉलेज गर्ल्स को दे रहे हैं कटऑफ मार्क्स में कितनी छूट 4. एससी/एसटी/PwD सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेटटिप्पणियां 5. स्कूल/कॉलेज का ट्रांस्फर सर्टिफिकेट, साथ ही बोर्ड/यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ 3. 12वीं क्लास की मार्कशीट, प्रोविजनल सर्टिफिकेश/ ओरिजनल सर्टिफिकेटजानिए DU के कौन-कौन से कॉलेज गर्ल्स को दे रहे हैं कटऑफ मार्क्स में कितनी छूट 4. एससी/एसटी/PwD सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेटटिप्पणियां 5. स्कूल/कॉलेज का ट्रांस्फर सर्टिफिकेट, साथ ही बोर्ड/यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ जानिए DU के कौन-कौन से कॉलेज गर्ल्स को दे रहे हैं कटऑफ मार्क्स में कितनी छूट 4. एससी/एसटी/PwD सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेटटिप्पणियां 5. स्कूल/कॉलेज का ट्रांस्फर सर्टिफिकेट, साथ ही बोर्ड/यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ 4. एससी/एसटी/PwD सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेटटिप्पणियां 5. स्कूल/कॉलेज का ट्रांस्फर सर्टिफिकेट, साथ ही बोर्ड/यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ 5. स्कूल/कॉलेज का ट्रांस्फर सर्टिफिकेट, साथ ही बोर्ड/यूनिवर्सिटी से माइग्रेशन सर्टिफिकेट 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ 6. सेल्फ अटेस्टेड दो पासपोर्ट साइड फोटोग्राफ
सिंगरपेरुमाल कोविल (Singaperumal Koil) भारत के तमिल नाडु राज्य के कांचीपुरम ज़िले में स्थित एक नगर है। यहाँ नरसिंह को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो एक पहाड़ी पर स्थित है। यह नगर राज्य की राजधानी चेन्नई का एक उपनगर भी है और यहाँ चेन्नई उपनगरीय रेलवे-दक्षिण लाइन का एक स्टेशन है। नामोत्पत्ति पेरुमाल हिन्दू धर्म के एक देवता हैं और भगवान विष्णु का रूप हैं। इसलिए नरसिंह के लिए "सिगंरपेरुमाल" भी प्रयोगित है। तमिल भाषा में "कोविल" या "कोइल" का अर्थ "मंदिर" है। सिंगरपेरुमाल कोविल, या उसके दूसरे सिंगरपेरुमालकोइल रूप, का अर्थ "नरसिंह मंदिर" है। इन्हें भी देखें पेरुमाल कांचीपुरम ज़िला सन्दर्भ कांचीपुरम ज़िला तमिल नाडु के शहर कांचीपुरम ज़िले के नगर चेन्नई में मुहल्ले चेन्नई के रेलवे स्टेशन तमिल नाडु में रेलवे स्टेशन
साल 2014 की सबसे बड़ी फिल्‍मों में शुमार आमिर खान और राजकुमार हिरानी की फिल्‍म 'पीके' की कहानी के बारे में अभी तक किसी को कोई खबर नहीं थी. प्रोड्यूसर, डायरेक्‍टर से लेकर फिल्‍म के एक्‍टर्स तक फिल्‍म को लेकर कुछ भी बोलने से बच रहे थे, लेकिन आखिरकार फैंस का इंतजार अब खत्‍म हो गया है और 'पीके' की कहानी सामने आ गई है. ताजा खुलासे से कहानी नहीं तो कम से कम फिल्‍म के प्‍लॉट का अंदाजा तो जरूर लग गया है. दरअसल, फिल्‍म से जुड़े एक सूत्र ने फिल्‍म के प्‍लॉट का खुलासा कर दिया है. सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि यह एक हल्‍की-फुल्‍की कॉमेडी फिल्‍म होगी, लेकिन इसके साथ ही यह आपको सोचने पर मजबूर भी करेगी. जानकारी के मुताबिक, यह फिल्‍म 'पीके' नाम के एक किरदार के इर्दगिर्द घूमती है, जो सरल है, सौम्‍य है और एक नए शहर में रहने आता है. शहर नया है और हर स्थिति-परिस्थिति में सवाल पूछना पीके की आदत में शुमार है. पीके का किरदार इतना प्‍यारा और ईमानदार है कि लोग उसके सवाल का न चाहते हुए भी जवाब देते हैं और गाहे-बगाहे उसकी सोच के साथ खुद भी बह जाते हैं. और शुरू होता है बदलाव का दौर कह सकते हैं कि यह फिल्‍म पीके के लिए सफर की तरह है और अपने इस सफर में उसके कई दोस्‍त बनते हैं तो दुश्‍मन भी पनप जाते हैं. हर बात और विषय को लेकर पीके का अपना एक विचार है, जो वह दूसरों पर थोपता नहीं है. उसके विचारों से आसपास के माहौल और लोगों की सोच में परिवर्तन का दौर भी शुरू होता है. तो कुल मिलाकर कहानी में दोस्‍ती है, प्‍यार है, हंसी है, दुश्‍मनी है, सवाल हैं और है पीके. अब जब कहानी सामने है तो हम अंदाजा लगा सकते हैं कि पीके का किरदार आमिर खान निभा रहे हैं, हालांकि संजय दत्त, सुशांत सिंह राजपूत समेत अन्‍य दूसरे एक्‍टर्स की भूमिका क्‍या होगी, इसे लेकर थोड़ा और इंतजार करना होगा. गौरतलब है कि 'पीके' के साथ 'थ्री इडियट्स' की टीम फिर से साथ आ रही है. फिल्‍म को राजकुमार हिरानी डायरेक्‍ट कर रहे हैं, जबकि प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा हैं. फिल्‍म की कहानी अभिजार जोशी ने लिखी है. यह फिल्‍म 19 दिसंबर 2014 को रिलीज होने वाली है.
श्राद्ध शुरू होने की तिथि को लेकर अभी तक कई लोग असमंजस हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि श्राद्ध 13 सितंबर से शुरू हो रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि श्राद्ध शुरू होने की सही तारीख 14 सितंबर है. आइए आपको बताते हैं कि आखिर श्राद्ध शुरू होने की सही तारीख क्या है और श्राद्ध में पड़ने वाली चार प्रमुख तिथियां कौन सी हैं. अनंत चतुर्दशी के बाद पूर्णिमा आती है जो कि आज है और आज यानी 13 सितंबर से ही श्राद्ध शुरू हो चुके हैं. हालांकि प्रतिपदा की तिथि 14 सितंबर है. इन दिनों में पितृों को पिण्ड दान और तिलांजलि कर उन्हें संतुष्ट करते हैं. श्राद्ध के इन 16 दिनों में लोग अपने पितरों को जल देते हैं और उनकी मृत्यु तिथि पर श्राद्ध करते हैं. आइए आपको आपको बताते हैं श्राद्ध में चार प्रमुख दिन कौन से हैं. किस दिन होगा किसका श्राद्ध 1. पंचमी श्राद्ध- जिन लोगों की मृत्यु पंचमी तिथि को हुई हो या जो कुंवारे ही मृत्यु की गोद में समा गए हों पंचमी पर उनका श्राद्ध किया जाता है. इस बार यह श्राद्ध 18 तारीख को है. 2. नवमी श्राद्ध- मातृ नवमी के नाम से प्रचलित नवमी पर दिवंगत महिलाओं का श्राद्ध हो जाता है. इस बार यह तिथि 22 सितंबर को पड़ रही है. 3. चतुर्दशी श्राद्ध- किसी दुर्घटना या अकाल में होने वाले परिजनों का श्राद्ध चतुर्दशी को किया जाता है. इस बार यह तिथि 27 सितंबर को पड़ रही है 4. सर्वपितृ अमावस्या-  जिन लोगों की मृत्यु के दिन-तारीख तय न हों उनका श्राद्ध आमावस्या को किया जाता है, जो कि इस बार 28 सितंबर को किया जाएगा. श्राद्ध के दिन 13 सितंबर- पूर्णिमा श्राद्ध 14 सितंबर- प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध 15 सितंबर- द्वितीया तिथि का श्राद्ध 16 सितंबर– तृतीया तिथि का श्राद्ध 17 सितंबर- चतुर्थी तिथि का श्राद्ध 18 सितंबर- पंचमी, महा भरणी का श्राद्ध 19 सितंबर- षष्ठी तिथि का श्राद्ध 20 सितंबर- सप्तमी तिथि का श्राद्ध 21 सितंबर- अष्टमी तिथि का श्राद्ध 22 सितंबर- नवमी तिथि का श्राद्ध 23 सितंबर- दशमी तिथि का श्राद्ध 24 सितंबर- एकादशी तिथि का श्राद्ध 25 सितंबर- द्वादशी तिथि का श्राद्ध 26 सितंबर- त्रयोदशी तिथि का श्राद्ध 27 सितंबर- चतुर्दशी मघा श्राद्ध तिथि का श्राद्ध 28 सितंबर- सर्वपित्र अमावस्या का श्राद्ध
दुनियाभर को स्पाइडर मैन , आयरन मैन , द हल्क जैसे सुपरहीरोज की सौगात देने वाले स्टेन ली का 95 साल की उम्र में निधन हो गया. वे कॉमिक बुक राइटर और एडिटर थे. उनके कॉमिक किरदारों को फिल्मों के जरिए भी पेश किया गया. स्टेन की बेटी ने उनके निधन की जानकारी साझा की. हालांकि उन्होंने स्टेन ली के निधन की वजह का जिक्र नहीं किया. स्टेन ली का जन्म 28 दिसंबर, 1922 को न्यू यॉर्क में हुआ था. उनकी बेटी जे सी ली ने कहा- ''वे हमेशा कुछ नया करते रहने को अपने फैन्स के प्रति एक दायित्व मानते थे. वे अपने जीवन से प्यार करते थे. साथ ही अपने काम के से भी उन्हें काफी लगाव था. उनके परिवार और उनके प्रशंसकों से उन्हें हमेशा प्यार मिला. उनका कोई सानी नहीं है.'' ऐसा नहीं है कि ली ने सबसे पहले दुनिया को कॉमिक से परिचित कराया. ली से पहले डिटेक्टिव कॉमिक्स ने सुपरमैन लॉन्च किया था. ये 1938 की बात है. जहां तक स्टेन ली की बात है उन्होंने कॉमिक्स में जटिलताओं की परत चढ़ाई और इंसानियत की भावना को उजागर किया. स्टेन ली ने 2010 में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था- ''सुपरहीरोज को जानना काफी रोचक हो सकता है. उनकी पर्सलन लाइफ को जानना उनके व्यक्तित्व को समझना एक अलग अनुभव है. किस तरह से वे एक समय में ह्यूमन और दूसरे समय में सुपरहिरो बन जाते हैं ये देखाना अद्भुत होगा.'' हॉलीवुड ने भी ली के कैरेक्टर्स को फिलमों के रूप में पेश किया. ब्लैक पैंथर, द एवेंजर्स, थॉर, एंट मैन और स्पैडर मैन और आइरन मैन जैसी फिल्में बनीं. इन सभी फिल्मों को दुनिया भर में काफी पसंद किया गया. इन सभी फिल्मों ने खूब कमाई भी की. ये सारे किरदार बच्चों के प्रिय बन गए.
लेख: ऑस्ट्रेलिया के कप्तान जार्ज बेली यह सोचकर परेशान हैं कि उनकी टीम टी-20 रैंकिंग में आयरलैंड से भी नीचे कैसे खिसक गई। ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टी-20 मैच में पाकिस्तान ने हरा दिया और तीन मैचों की यह शृंखला पाकिस्तान ने 2-0 से अपने नाम कर लिया।टिप्पणियां बेली ने रैंकिंग प्रणाली पर सवाल उठाए, जिसमें आयरलैंड उनसे एक स्थान ऊपर है। उन्होंने कहा, यह अच्छी स्थिति नहीं है, लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहा कि यह किस तरह की रैंकिंग है। बेली ने कहा, हमने आयरलैंड से एक भी टी-20 नहीं खेला है और वह रैंकिंग में हमसे ऊपर है। यदि आयरलैंड हमसे बेहतर टीम है, तो श्रीलंका में होने वाले विश्वकप में पता चल जाएगा। आस्ट्रेलिया को टी-20 विश्वकप में पहला मैच 19 सितंबर को आयरलैंड से ही खेलना है। बेली ने रैंकिंग प्रणाली पर सवाल उठाए, जिसमें आयरलैंड उनसे एक स्थान ऊपर है। उन्होंने कहा, यह अच्छी स्थिति नहीं है, लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहा कि यह किस तरह की रैंकिंग है। बेली ने कहा, हमने आयरलैंड से एक भी टी-20 नहीं खेला है और वह रैंकिंग में हमसे ऊपर है। यदि आयरलैंड हमसे बेहतर टीम है, तो श्रीलंका में होने वाले विश्वकप में पता चल जाएगा। आस्ट्रेलिया को टी-20 विश्वकप में पहला मैच 19 सितंबर को आयरलैंड से ही खेलना है। बेली ने कहा, हमने आयरलैंड से एक भी टी-20 नहीं खेला है और वह रैंकिंग में हमसे ऊपर है। यदि आयरलैंड हमसे बेहतर टीम है, तो श्रीलंका में होने वाले विश्वकप में पता चल जाएगा। आस्ट्रेलिया को टी-20 विश्वकप में पहला मैच 19 सितंबर को आयरलैंड से ही खेलना है।
आने वाली बॉलीवुड फिल्म 'ढिशूम' के एक नए गाने को लेकर एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस के खिलाफ जिला अदालत में अपराधिक शिकायत दर्ज करवाई गई है. याचिकाकर्ता वकील रविंदर सिंह बस्सी ने कहा कि गाने में जैकलीन ने कम कपड़े पहने हुए हैं और कमर पर कृपाण लटका रखी है. यह सिख धर्म के प्रतीकों का अपमान है. वकील रविंदर सिंह ने जैकलीन के साथ फिल्म के निर्माता-निर्देशक, यूटी एसएसपी और थाना सेक्टर - 34 के एसएचओ को भी प्रतिवादी बनाया गया है. अदालत ने याचिका पर सुनवाई करते हुए शिकायतकर्ता को प्रांरभिक गवाही के लिए 1 जुलाई की तारीख निर्धारित की गई है. दरअसल इस गाने का विवाद जैकलीन से जुड़ा हुआ है . इस गाने के वीडियो में जैकलीन कृपाण को अपनी कमर पर बांधे हुए नजर आ रही हैं. कृपाण सिख धर्म के पांस अहम चिन्हों में से एक है. जैकलीन द्वारा इस तरह कृपाण को पहनना सिख धर्म से जुड़े लोगों की भावनाओं को आहत करने का मसला बन गया है. जैकलीन फर्नांडिस, वरुण धवन और जॉन अब्राहम स्टारर फिल्म 'ढिशूम' 29 जुलाई को रिलीज होने जा रही है. 'ढिशूम' का नया गाना 'सौ तरह के':
आम आदमी पार्टी के एक और विधायक पर मामला दर्ज़ किया गया है. उत्तम नगर से विधायक नरेश बाल्यान के ख़िलाफ़ एक शख़्स ने मारपीट करने की शिकायत दर्ज़ हुई है.   वहीं विधायक के साथी ने भी दूसरे पक्ष के ख़िलाफ़ मारपीट की शिकायत दर्ज़ कराई. दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर रविवार को केस भी दर्ज़ कर लिया गया है. मोहन गार्डन के रहने वाले हेनरी जॉर्ज ने आरोप लगाया है कि विधायक नरेश बाल्यान और उनके साथियों ने दफ़्तर में आकर मारपीट की. हेनर जॉर्ज आरडब्ल्यूए के सदस्य है. इलाके के डीसीपी विजय कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज़ कर लिया है. पुलिस अब दोनों पक्षों के लगाए आरोपों की जांच कर रही है. हेनर जॉर्ज आरडब्ल्यूए के सदस्य है. इलाके के डीसीपी विजय कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज़ कर लिया है. पुलिस अब दोनों पक्षों के लगाए आरोपों की जांच कर रही है.
पाकिस्तान के खिलाफ उसी की धरती पर तिहरे शतक के बाद 'मुल्तान के सुल्तान' के नाम से मशहूर हुए वीरेंद्र सहवाग ने आधुनिक क्रिकेट में अपनी पहचान दुनिया के सबसे आक्रामक सलामी बल्लेबाजों में से एक के रूप में बनाई. अपने दमदार शॉट्स के लिए मशहूर 37 साल के सहवाग ने बहुत अच्छा फुटवर्क ना होने के बावजूद अपनी आंखों और हाथों की जबरदस्त जुगलबंदी के दम पर डुप्लीकेट सचिन तेंदुलकर का तमगा हासिल किया था. पाकिस्तान के खिलाफ किया था पदार्पण एक अप्रैल 1999 को मोहाली के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ पेप्सी कप के मैच से वनडे क्रिकेट में एंट्री करने वाले सहवाग ने भारत के लिए 104 टेस्ट और 251 वनडे मैच खेले. सहवाग ने टेस्ट क्रिकेट में 47.34 के औसत और 82.34 के स्ट्राइक रेट से 8586 रनों के साथ ही वनडे क्रिकेट में 35.05 की औसत और 104.33 के धमाकेदार स्ट्राइक रेट से 8273 रन जोड़े. सहवाग का स्ट्राइक रेट उन्हें क्रिकेट के तमाम महान बल्लेबाजों से अलग खड़ा करता है. शुरुआत में टेस्ट के लिए फिट नहीं माने गए थे अपनी बेलौस बल्लेबाजी के चलते कभी टेस्ट के लिए अनफिट माने जाने वाले सहवाग ने वनडे खेलने के दो साल से भी ज्यादा वक्त के बाद टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया और मजेदार बात ये है कि वो टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा सफल रहे. टेस्ट में सहवाग के नाम 23 सेंचुरी और 32 हाफ सेंचुरी हैं जबकि वनडे क्रिकेट में उनके नाम पर 15 सेंचुरी और 38 हाफ सेंचुरी दर्ज हैं. टेस्ट क्रिकेट में सहवाग के ड्रीम डेब्यू करते हुए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्हीं के घर ब्लोमफोन्टेन में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ा. विरोधी गेंदबाजों के जेहन में डर पैदा करने वाले सहवाग के जीवन का अहम लम्हा 2004 में आया जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में 309 रनों की पारी खेली और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में तिहरा शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बनने के साथ ही 'मुल्तान के सुल्तान' का उपनाम भी पाया. द. अफ्रीका के खिलाफ जड़ी थी फास्टेस्ट ट्रिपल सेंचुरी इसके चार साल बाद ही सहवाग ने चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 319 रनों की पारी खेली इस पारी में सहवाग ने महज 278 गेंदों में तिहरा शतक जड़ डाला जो कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे तेज तिहरा शतक है. सहवाग टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दो तिहरे शतक जड़ने वाले महज चार बल्लेबाजों में सहवाग भी एक हैं. टेस्ट की सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी का सहवाग का वर्ल्ड रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटा है. वह दुनिया के क्रिकेटर हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक जड़ने के अलावा एक ही पारी में पांच विकेट भी चटकाए हैं. महान भारतीय बैटिंग ऑर्डर के ओपनर थे सहवाग अपने 11 साल के टेस्ट करियर के दौरान छह दोहरे शतक जड़ने वाले सहवाग ने इस दौरान सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के बीच सॉलिड इंडियन ओपनर के रूप में पूरे विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई. अप्रैल 2009 में सहवाग विजडन के वर्ल्ड क्रिकेट के बेस्ट क्रिकेटर बने उस साल की लिस्ट में सहवाग इकलौते भारतीय थे. विजडन द्वारा 2009 में भी वर्ल्ड के बेस्ट क्रिकेटर चुने जाते ही सहवाग इस खिताब को बरकरार रखने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी भी बने. वनडे में भी जड़ा दोहरा शतक सहवाग ने आठ दिसंबर 2011 को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे क्रिकेट में भी दोहरा शतक जड़ डाला, वह तेंदुलकर के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाले दूसरे बल्लेबाज रहे. उस समय 149 गेंदों में उनके द्वारा बनाया गया 219 रनों का स्कोर वनडे इंटरनेशनल का सबसे बड़ा स्कोर था. हालांकि बाद में भारत के ही रोहित शर्मा ने 13 नवंबर 2014 को 173 गेंदों में 264 रनों की पारी खेलकर इस रिकॉर्ड को तोड़ा. सहवाग के अलावा वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल ही दुनिया के दूसरे क्रिकेटर हैं जिन्होंने टेस्ट में तिहरा शतक जड़ने के अलावा वनडे में दोहरा शतक भी बनाया है. बैट के साथ ही स्लेजिंग में भी थे अटैकिंग अपने बल्ले से गेंदबाजों पर अटैक करने के लिए मशहूर सहवाग स्लेजिंग में भी पीछे नहीं रहते थे. एक बार सहवाग ने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर से कहा था, 'बेटा बेटा होता है, बाप बाप होता है.' दरअसल उस मैच में सहवाग अपने दोहरे शतक के आसपास बल्लेबाजी कर रहे थे और रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब लगातार बाउंसर करते हुए उन्हें हुक करने का इशारा कर रहे थे जिस पर इस स्टार बल्लेबाज ने कहा, 'तुम्हारे पिताजी दूसरे छोर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं, उसे बोलो और वह हुक करेगा.' दूसरे छोर पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर बैटिंग कर रहे थे और शोएब ने उन्हें बाउंसर फेंकी. तेंदुलकर ने इसे हुक करते हुए छक्का जड़ा जिसके बाद सहवाग ने मशहूर बाप, बाप होता है वाली बात कही थी. इसके अलावा सहवाग ने एक बार ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज माइकल क्लार्क को भी मैदान पर अपने शब्दों से चुप करा दिया था.
चिड़ियाघर में मौजूद दुर्लभ प्रजाति के सफेद कौआ को देखने के लिए आजकल खूब भीड़ जुट रही है. गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली इस चिड़िया का इलाज कराने के बाद उसे चिड़ियाघर में रखा गया है. वंडालुर स्थित अरिगनार अन्ना प्राणी उद्यान के पशु चिकित्सक डॉक्टर तिरुमुरुगन ने बताया, ‘लड़ाई के बाद सफेद कौआ को गंभीर चोटें आयी थीं. इसे 15 दिन में स्वस्थ किया गया और फिर इसे दर्शकों के देखने के लिए रखा गया है.’ उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रंग के लिए जिम्मेदार मेलानिन की कमी के कारण इसका रंग सफेद है. सामान्य कौआ में मिलने वाले काले मिलानिन के कारण उनका रंग काला होता है. गौरतलब है कि सफेद कौआ बहुत दुर्लभ है. थिरुमुरुगन ने कहा, ‘सफेद कौआ प्रदर्शन के लिए रखा गया है. यह अच्छी भीड़ जमा कर रहा है. हमने पहली बार सफेद कौआ प्रदर्शन के लिए रखा है.’ उन्होंने कहा कि चूंकि कौआ अलग रंग का है इसलिए अन्य चिड़िया अकसर उसे शिकारी समझ लेते हैं. इससे झगड़ा बढ़ जाता है और अलग रंग का कौआ दुश्मनों से अपनी प्राकृतिक सुरक्षा खो देता है. उन्होंने बताया कि दुश्मनों के प्रति उसकी प्राकृतिक सुरक्षा उसके काले रंग से आती है.
बिहार में तलाकशुदा अल्पसंख्यक महिलाओं को अब 25 हजार रुपए गुजारा भत्ता दिया जाएगा. पहले यह राशि 10 हजार रुपए थी. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि तलाकशुदा महिलाओं को गुजारा भत्ता देने की शुरुआत 2005 में की गई, जब बिहार में एनडीए की सरकार बनी थी. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछले 22 अगस्त को एक साथ तीन तलाक को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अवैध करार दिए जाने के बाद संसद के आगामी सत्र में भारत सरकार की ओर से तीन तलाक और तलाकशुदा महिलाओं के भरण पोषण के लिए आने वाले संभावित बिल का देश के राजनीतिक दलों व मुस्लिम समाज के प्रगतिशील लोगों को समर्थन करना चाहिए. 31 साल पहले 1986 में सुप्रीम कोर्ट ने शहबानो मामले में गुजारा भत्ता का निर्णय दिया था, मगर तत्कालीन राजीव गांधी की सरकार ने कानून में संशोधन कर मुस्लिम तलाकशुदा महिलाओं को उससे वंचित कर दिया था. केंद्र और राज्य की सरकारें किसी भी धर्म के अन्दरूनी मामले, रीति-रिवाज आदि में कोई हस्तक्षेप और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करती हैं मगर महिलाओं, बच्चों के साथ होने वाले भेदभाव, तीन तलाक, दहेज प्रथा, बाल विवाह, छुआछूत जैसी सामाजिक बुराइयों को रोकने की पहल जरूर की जाएगी. सामाजिक सुधार की कार्रवाई का कुछ लोग विरोध करते हैं, सती प्रथा के उन्मूलन का भी कुछ लोगों ने विरोध किया था. तीन तलाक जैसी कुप्रथा का धर्म से कोई संबंध नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के साथ अन्याय है. बिहार में जब 2005 में एनडीए की सरकार बनी तो मुस्लिम तलाकशुदा महिलाओं को भरण पोषण के लिए 10 हजार रुपए देने का निर्णय लिया गया, जिसे अब बढ़ा कर 25 हजार रुपए करने का सरकार ने निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत सरकारी स्कूलों की भांति मदरसों से 10वीं व 12वीं की परीक्षा अच्छे अंकों में उत्तीर्ण करने वालों को भी छात्रवृत्ति दी जाएगी. मान्यता प्राप्त मदरसों में कक्ष, पेयजल, शौचालय, पुस्तकालय, कम्प्यूटर आदि के लिए राज्य सरकार सहायता देगी. वक्फ की भूमि का सर्वे करा कर सरकार उसे अतिक्रमण मुक्त कराएगी और वहां वक्फ कमिटी का कार्यालय, सार्वजनिक पुस्तकालय व बहुउद्देश्यीय भवन आदि का निर्माण कराया जाएगा.
देश में सिर्फ तीन साल के भीतर ही एक लाख से ज्यादा बच्चों के यौन उत्पीड़न की घटनाएं सामने आईं हैं. संसद में खुद मोदी सरकार ने इस बात का खुलासा किया है. यौन अपराधों से बच्चों को सुरक्षा देने के लिए बनाए गए पॉक्सो एक्ट के तहत सिर्फ 2016 तक दर्ज हुए मामलों का ही आंकड़ा सरकार के पास है. ऐसे में अगर 2017 और 2018 में हुए यौन अपराधों के आंकड़े भी सामने आएं तो हालात और गंभीर दिखते हैं. लगातार बढ़ रहे बच्चों के खिलाफ अपराध दरअसल, लोकसभा में सांसद एनके प्रेमचंद्रन ने पिछले पांच वर्षों के दौरान बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलों की जानकारी मांगी थी. सरकार ही इन मुकदमों के निस्तारण से लेकर अपराधों की रोकथाम के लिए की गई कोशिशों का भी ब्योरा मांगा था. जिसका जवाब देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि पॉक्सो एक्ट, 2012 के तहत 2014 में 34449 मामले दर्ज किए गए. जबकि 2015 में 34505 और 2016 में 36022 मामले दर्ज हुए. स्मृति ईरानी की ओर से संसद में दी गई जानकारी. 2015 में 2014 से 0.2 प्रतिशत और 2016 में 4.4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई. स्मृति ईरानी ने बताया कि  एनसीआरबी ने पॉक्सो अधिनियम के दायरे में आने वाले अपराधों के आंकड़े 2014 से ही जुटाने शुरू किए. वहीं 2014 से 2016 के बीच क्रमशः 7731, 10776 और 11121 मामलों का निस्तारण हुआ.
पीएसी जवान से गलती से चल गई गोली गोली लगने से साथी जवान घायल ग्रेटर नोएडा में चल रहे यूनाइटेड नेशन के 14वां ग्लोबल कन्वेंशन की सुरक्षा में तैनात एक पीएसी जवान से लापरवाही में गोली चल गई. बता दें कि ड्यूटी के बाद गन चेंज करने के दौरान गन का ट्रिगर दब गया और एक सिपाही राजवीर सिंह को गोली लग गई. गोली लगने से सिपाही राजवीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घायल की तबीयत के बारे में जानकारी ली. यह घटना उस समय हुई जब पीएससी 49 बटालियन के जवान राजवीर सिंह ड्यूटी चेंज कर रहे थे, उसी दौरान पीएसी के उनके साथी जवान से लापरवाही के चलते ट्रिगर दब गया और दूसरे जवान को गोली लग गई. घायल सिपाही की तैनाती परी चौक पर थी. डॉक्टर ने बताया कि जवान खतरे से बाहर है. उन्हें कई जगह गोली के छर्रे लगे हैं. उनका उपचार चल रहा है. उनका ऑपरेशन किया जाएगा. बता दें कि 14वां ग्लोबल कन्वेंशन कार्यक्रम में हजारों विदेशी सैलानी शिरकत करने के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं इस प्रोग्राम में 9 अक्टूबर को देश के प्रधानमंत्री पहुंचेंगे.
इस वर्ष अप्रैल में दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन के फिर से शुरू होने के 38 दिन के अंदर भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) को इसके माध्यम से 282 कॉल मिले हैं और इस पर प्राप्त शिकायत के आधार पर सात मामले दर्ज किए गए हैं. एक आरटीआई के जरिए इस बात का खुलासा हुआ है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 5 अप्रैल को भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन-1031 की शुरुआत की थी और लोगों से किसी भी सरकारी अधिकारी द्वारा रिश्वत के लिए परेशान करने पर इस पर शिकायत करने के लिए कहा था. अधिवक्ता विवेक गर्ग द्वारा आरटीआई के माध्यम से पूछे गए सवाल के जवाब में एसीबी ने कहा, 'रिकार्ड के अनुसार भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) में 13 मई तक हेल्पलाइन-1031 के माध्यम से 282 कॉल प्राप्त हुए है.' इसमें कहा गया, 'हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त शिकायत पर कुल सात मामले दर्ज किये गए हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी के 49 दिनों के कार्यकाल के दौरान पहली बार भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन को शुरू किया गया था, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया था. हेल्पलाइन को फिर से शुरू करना इस वर्ष पार्टी द्वारा किए गए प्रमुख चुनावी वादों में से एक था. यहां के तालकटोरा स्टेडियम में हेल्पलाइन को फिर से शुरू करने के दौरान केजरीवाल ने कहा था, 'अगर कोई रिश्वत की मांग करता है तो उसे मना मत करो. उसे रिश्वत दे दो और बातचीत को रिकॉर्ड कर लो या एक स्टिंग वीडियो बना लो. लोग अधिकारियों के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं और हम उनका पता लगाएंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.' भ्रष्टाचार में कथित तौर पर शामिल होने के मामले में 35 लोगों को गिरफ्तार करने और 152 अधिकारियों को निलंबित करने की हेल्पलाइन की उपलब्धि को दर्शाने के लिए दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर लगाए थे. इनपुट: भाषा
पुरुष युगल वर्ग में भी भारत को सफलता हाथ लगी है. मनु अत्री और बी. सुमिथ रेड्डी की जोड़ी ने कनाडा की जेसन एंथोनी हो-शुएई और नेल याकुरा की जोड़ी को सीधे गेमों में 21-15, 21-19 से हराकर दूसरे दौर में कदम रखा. मनु अत्री और के. मनीषा की जोड़ी को मिश्रित युगल वर्ग में सफलता हासिल हुई है। भारतीय जोड़ी ने कनाडा की नेल याकुरा और ब्रिटनी टाम की जोड़ी को 21-13, 21-15 से मात देकर दूसरे दौर में प्रवेश हासिल कर लिया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
काबुल में एक आलीशान होटल पर हुए हमले की विदेश मंत्रालय ने कड़ी निंदा की है. साथ ही आतंक के पनाहगार पाकिस्तान पर भी निशाना साधा है. मंत्रालय ने कहा कि हक्कनी नेटवर्क के आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले की खबरें, ‘हमारे साझा पड़ोस’ में आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाहों के मुद्दे से प्रभावी तरीके से निपटने की जरूरत को जाहिर करती है. शनिवार को हुआ था हमला बता दें कि विगत शनिवार रात को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के इंटरकॉन्टिनेंटल होटल में चार से पांच लोग जबरन घुस गए और वहां मौजूद लोगों पर गोलियां बरसाने लगे और लोगों को बंधक बना लिया था, हमले में 14 विदेशियों समेत कम से कम 18 लोग मारे गए और आखिरी हमलावर के मारे जाने तक 13 घंटे से ज्यादा वक्त तक सुरक्षा बलों को मशक्कत करनी पड़ी. काबुल में फिदायीन अटैक, इंटरकॉन्टिनेंटल होटल को सुरक्षाकर्मियों ने घेरा, मारे गए 2 आतंकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत काबुल के इंटरकॉन्टिनेंटल होटल पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता है. एक बयान जारी कर मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस नृशंस हमले में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति हम शोक जाहिर करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.’’ India strongly condemns the terrorist attack on the Intercontinental Hotel in Kabul. We express our sincere condolences to the families of those killed in this heinous attack and wish speedy recovery to the injured: MEA #KabulAttack — ANI (@ANI) January 21, 2018 अफगानिस्तान में आतंक-रोधी मिशन, अमेरिका के लिए एक चुनौती- काबुल पाकिस्तान को घेरा बयान में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों द्वारा हमले को अंजाम दिए जाने की खबरें एक चिंता का विषय है और यह एक बार फिर इन आतंकवादियों को पड़ोस में मिलने वाले सुरक्षित पनाहगाहों और शरण स्थलों से प्रभावी तरीके से निपटने की हमारी साझा जरूरतों को बताता है.
कुकी-चिन-नागा भाषाएँ (Kuki-Chin–Naga) भारत के मिज़ो व नागा लोग तथा बर्मा के चिन लोग द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं का एक समूह है। यह सभी तिब्बती-बर्मी भाषा-परिवार की सदस्य हैं लेकिन इनका आपसी सम्बन्ध अभी ज्ञात नहीं है। मिज़ो भाषा सर्वाधिक मातृभाषी रखने वाली कुकी-चिन-नागा भाषा है और भारत में सन् 2001 में इसके 6,74,756 वक्ता थे। इसके अलावा थाडो भाषा (1,50,000 वक्ता) और आओ शाखा की मोंगसेन आओ (1,40,000 वक्ता) भी एक लाख से अधिक लोगों द्वारा बोली जाती हैं। इन्हें भी देखें नागा लोग मिज़ो भाषा कुकी भाषाएँ आओ भाषाएँ सन्दर्भ
2010 शीतकालीन ओलंपिक, जिसे आधिकारिक तौर पर एक्सएक्सआई ओलंपिक शीतकालीन खेलों (फ्रेंच: लेस एक्सएक्स जैक्स ऑलीम्पिक्सी डी'एचवर) के रूप में जाना जाता है और आमतौर पर वैंकूवर 2010 के रूप में जाना जाता है, अनौपचारिक रूप से 21 वीं शीतकालीन ओलंपिक, 12 फरवरी से आयोजित एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बहु-खेल आयोजन थे 28, 2010, वैंकूवर, कनाडा में, रिचमंड, वेस्ट वैंकूवर और यूनिवर्सिटी एंडोमेंट लैंड्स के आसपास के उपनगरीय इलाके और निकटतम रिसॉर्ट शहर व्हिस्लर में आयोजित कुछ घटनाओं के साथ। पंद्रह विषयों में 86 देशों में 82 देशों में से लगभग 2,600 एथलीट भाग लिया। ओलंपिक और पैरालम्पिक दोनों खेलों का आयोजन वानुक्रम आयोजन समिति (वीएएनओसी) द्वारा किया गया था, जिसका नेतृत्व जॉन फ़्यूरोंग ने किया था। 2010 शीतकालीन ओलंपिक, कनाडा द्वारा आयोजित तृतीय ब्रिटिश ओलंपिक थे और पहले ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत। इससे पहले, कनाडा ने मॉन्ट्रियल, क्यूबेक में 1976 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और कैलगरी, अल्बर्टा में 1988 के शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी की थी। शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी करने वाला वैंकूवर सबसे बड़ा शहर है, जिसे जल्द ही 2022 में बीजिंग में बदल दिया जाएगा। ओलंपिक परंपरा के बाद, वैंकूवर महापौर सैम सुलिवान ने इटली के ट्यूरिन, 2006 में 2006 के शीतकालीन ओलंपिक के समापन समारोह के दौरान ओलंपिक झंडा प्राप्त किया। फ्लैग 28 फरवरी, 2006 को एक विशेष समारोह में उठाया गया था और ओलंपिक ओलंपिक समारोह तक वैंकूवर सिटी हॉल में प्रदर्शित किया गया था। इस घटना को आधिकारिक तौर पर गवर्नर जनरल माइकल जीन द्वारा खोला गया था, जो प्रधान मंत्री स्टीफन हार्पर और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष जैक्स रॉग के साथ थे। पहली बार, कनाडा ने ओलंपिक खेलों में घर पर आयोजित "आधिकारिक" खेल में स्वर्ण पदक जीता, मॉन्ट्रियल में 1976 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और कैलगरी में 1988 के शीतकालीन ओलंपिक (हालांकि कनाडा ने स्वर्ण पदक जीता कैलगरी में कर्लिंग का प्रदर्शन खेल)। कनाडा ने प्रतियोगिता के दूसरे दिन अपना पहला स्वर्ण पदक जीता और पहले प्रतियोगिता के अंतिम दिन दूसरे स्थान पर स्वर्ण पदक हासिल किया और 1952 में नॉर्वे के बाद स्वर्ण पदक की गिनती करने के लिए पहला मेज़बान देश बन गया। 14 साल के साथ, कनाडा ने एक एकल शीतकालीन ओलंपिक में जीते हुए सबसे अधिक स्वर्ण पदक का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जो 13 वर्ष था, जो 1976 में पूर्व सोवियत संघ और 2002 में नॉर्वे द्वारा निर्धारित किया गया था। संयुक्त राज्य अमेरिका ने कुल मिलाकर सबसे अधिक पदक जीते, अपनी दूसरी बार शीतकालीन ओलंपिक में ऐसा करते हुए, और 37 के साथ एक शीतकालीन ओलंपिक में जीते हुए सबसे अधिक पदक के रिकॉर्ड को तोड़ दिया, एक रिकॉर्ड जो 2002 में जर्मनी द्वारा आयोजित किया गया था जिसमें 36 पदक थे। स्लोवाकिया और बेलारूस से एथलीट अपने राष्ट्रों के लिए पहला शीतकालीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता। खेल भाग लेने वाली राष्ट्रीय ओलंपिक समितियां 82 राष्ट्रीय ओलंपिक समितियां (एनओसी) 2010 शीतकालीन ओलंपिक में टीमों में शामिल हुईं। केमैन द्वीप, कोलंबिया, घाना, मोंटेनेग्रो, पाकिस्तान, पेरू और सर्बिया ने अपने शीतकालीन ओलंपिक की शुरुआत की। इसके अलावा जमैका, मैक्सिको और मोरक्को टूरिन गेम्स लापता होने के बाद खेलों में लौट आए। टोंगा ने ल्यूज में एक प्रतियोगी में प्रवेश करके अपनी शीतकालीन ओलंपिक शुरुआत की, कुछ मीडिया का ध्यान आकर्षित किया, लेकिन वह क्वालीफाइंग के अंतिम दौर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। लक्ज़मैन ने दो एथलीटों में योग्यता प्राप्त की लेकिन इसमें भाग नहीं लिया क्योंकि कोई भी एनओसी द्वारा निर्धारित मानदंडों तक नहीं पहुंचा था और दूसरा गेम में घायल हो गया था। नीचे भाग लेने वाले राष्ट्रों का एक नक्शा है और उन प्रतियोगियों की संख्या के साथ राष्ट्रों की एक सूची है जो ब्रैकेट्स में इंगित हैं। निम्नलिखित देशों ने ट्यूरिन में पिछले शीतकालीन खेलों में भाग लेने वाले वैंकूवर में भाग नहीं लिया: स्पोर्ट्स 2010 के शीतकालीन ओलंपिक में 7 खेलों में हुए 15 विषयों से संबंधित 86 घटनाएं शामिल थीं। तीन स्केटिंग खेल विषयों में फिगर स्केटिंग, स्पीड स्केटिंग, और शॉर्ट ट्रैक स्पीड स्केटिंग शामिल थे। छह स्कीइंग खेल विषयों अल्पाइन, क्रॉस-कंट्री स्कीइंग, फ़्रीस्टाइल, नॉर्डिक संयुक्त, स्की जंपिंग और स्नोबोर्डिंग थे। दो बॉब्सलेय खेल विषयों बॉब्सलेय और कंकाल थे। अन्य चार खेल बायाथलॉन, कर्लिंग, आइस हॉकी, और लुग थे। कोष्ठकों में से अंक प्रत्येक अनुशासन में लड़े हुए पदक की घटनाओं की संख्या दर्शाते हैं। उद्घाटन और समापन समारोह और बर्फ खेल (बोबस्लेय, लुग और कंकाल को छोड़कर) के रूप में वर्गीकृत घटनाएं वैंकूवर और रिचमंड में आयोजित की गई थीं। "नॉर्डिक इवेंट्स" के रूप में वर्गीकृत स्पोर्ट्स को कैलाघन घाटी में स्थित किया गया था जो कि व्हिस्लर के पश्चिम में स्थित है। सभी अल्पाइन स्कीइंग घटनाओं को व्हाइस्लर माउंटेन (क्रीकसाइड) पर आयोजित किया गया था और ब्लैककॉम्ब माउंटेन पर स्लाइडिंग इवेंट (बॉब्सली, लुग और कंकाल) आयोजित किए गए थे। साइप्रस माउंटेन (वेस्ट वैंकूवर में साइप्रस प्रांतीय पार्क में स्थित) ने फ्रीस्टाइल स्कीइंग (एरिक, मोगलस और स्की क्रॉस), और सभी स्नोबोर्ड इवेंट्स (आधा पाइप, समानांतर विशाल स्लैलम, स्नोबोर्ड क्रॉस) का आयोजन किया। वैंकूवर 2010 पहले शीतकालीन ओलंपिक भी था जिसमें पुरुषों और महिलाओं की हॉकी दोनों को एक संकरा, एनएचएल-आकार वाले बर्फ रिंक पर खेला गया था,माप 200., अंतर्राष्ट्रीय आकार 200.5 के बजाय। खेल जनरल मोटर्स प्लेस (अब रोजर्स एरिना) में खेला गया, जो एनएचएल के वैंकूवर कैनक्स का घर था, जिसे अस्थायी रूप से ओलंपिक की अवधि के लिए कनाडा हॉकी प्लेस का नाम दिया गया था। एक नए अंतरराष्ट्रीय आकार के बर्फ रिंक सुविधा के निर्माण के बजाय इस मौजूदा स्थल का उपयोग निर्माण लागतों में $10 मिलियन बचाया और ओलंपिक हॉकी खेलों में भाग लेने के लिए अतिरिक्त 35,000 दर्शकों को अनुमति दी। हालांकि, कुछ यूरोपीय देशों ने इस फैसले पर चिंता व्यक्त की, क्योंकि वे चिंतित हैं कि यह उत्तरी अमेरिकी खिलाड़ियों को एक फायदा दे सकता है क्योंकि वे छोटे एनएचएल आकार के रिंक पर खेल रहे हैं। इसके विपरीत, ओलंपिक हॉकी, कैलगरी फ्लेम्स 'ओलिंपिक सद्दाम की मेजबानी करने वाली एकमात्र अन्य एनएचएल स्थल, कैलगरी ने 1988 के शीतकालीन ओलंपिक के लिए बोली जीतने से पहले निर्माण शुरू कर दिया था और यह एक अंतरराष्ट्रीय आइस रिंक को समायोजित करने के लिए बनाया गया था। 2010 की शीतकालीन ओलंपिक में कई घटनाएं शामिल की जाने वाली थीं। 28 नवंबर, 2006 को, आईओसी कार्यकारी बोर्ड ने कुवैत में अपनी बैठक में आधिकारिक कार्यक्रम में स्की क्रॉस को शामिल करने का फैसला किया। वैंकूवर ओलंपिक समिति (वीएएनओसी) ने बाद में इस कार्यक्रम को आधिकारिक रूप से खेलों के कार्यक्रम में शामिल करने के लिए मंजूरी दी। शामिल किए जाने के लिए प्रस्तावित घटनाओं पर अंततः शामिल किए गए अस्वीकार किए गए: बायथलॉन मिश्रित रिले मिश्रित डबल्स कर्लिंग टीम अल्पाइन स्कीइंग टीम बोब्सेल और कंकाल टीम लुग महिला स्की जंपिंग महिलाओं के स्की जंपिंग को छोड़ने का मुद्दा 21-24 अप्रैल 2009 के दौरान वैंकूवर में ब्रिटिश कोलंबिया के सर्वोच्च न्यायालय में समाप्त हो गया, जिसमें 10 जुलाई 2010 को महिलाओं के स्की जंपिंग को छोड़कर 2010 के खेलों से निकाल दिया गया था। अपील करने का अनुरोध कि कनाडा के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बाद में 22 दिसंबर से अस्वीकार कर दिया गया था - एक ऐसा फैसला जिसने किसी भी उम्मीद के अंत में चिह्नित किया था कि यह कार्यक्रम वैंकूवर 2010 के दौरान आयोजित किया जाएगा। बहिष्कार को कम करने के लिए, जनवरी 200 9 में कॉनटिनेंटल कप सहित विस्कलर ओलंपिक पार्क में भाग लेने के लिए, वैनॉक आयोजकों ने पूरे कनाडा से महिलाओं को आमंत्रित किया। सोची, रूस में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में महिलाओं की स्की जंपिंग शामिल थी। कैलेंडर हर बार प्रशांत मानक समय (यूटीसी-8) में हैं। 2010 के शीतकालीन ओलंपिक खेलों के लिए निम्नलिखित कैलेंडर में, प्रत्येक नीला बॉक्स यह इंगित करता है कि एक प्रतियोगिता प्रतियोगिता, जैसे कि क्वालिफिकेशन राउंड, उसी दिन आयोजित की गई थी। पीले बक्से उन दिनों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनके दौरान एक गेम के लिए पदक के फाइनल में आयोजित होने वाले फाइनल में उन बक्से में संख्या के साथ आयोजित किया गया था, जो उस दिन फाइनल की संख्या का प्रतिनिधित्व करते थे। पदक तालिका शीर्ष दस सूचीबद्ध एनओसी गोल्ड मेडल की संख्या के अनुसार नीचे सूचीबद्ध हैं। मेज़बान देश, कनाडा, हाइलाइट किया गया है। राष्ट्र द्वारा इस तालिका को क्रमबद्ध करने के लिए, कुल पदक गिनती, या कोई अन्य स्तंभ, कॉलम शीर्षक के बगल में सॉर्ट करें आइकन पर क्लिक करें। सन्दर्भ शीतकालीन ओलम्पिक‎
1932 ऑस्ट्रेलियाई ग्रां प्री 14 मार्च 1932 को विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया में फिलिप द्वीप सर्किट में आयोजित एक मोटर दौड़ थी। यह पांचवां ऑस्ट्रेलियाई ग्रां प्री था और फिलिप द्वीप में आयोजित होने वाला पांचवां था। रेस का आयोजन ऑस्ट्रेलिया के लाइट कार क्लब द्वारा किया गया था, जिसे पहले विक्टोरियन लाइट कार क्लब के नाम से जाना जाता था, और यह 2000cc या उससे कम पिस्टन विस्थापन वाले इंजन वाली कारों तक सीमित थी। यह सीधे विकलांगता के आधार पर तय किया जाने वाला पहला ऑस्ट्रेलियाई ग्रां प्री था, जिसमें विजेता 31 लैप पूरा करने वाली पहली कार थी। दो "स्क्रैच" प्रतिस्पर्धियों को 29 मिनट तक की शुरुआत स्वीकार करनी पड़ी, जो चार लैप के लाभ के बराबर थी। चार श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करने वाली कारों की पिछली प्रथा बंद कर दी गई थी। मौसम की स्थिति "आदर्श" बताई गई। दौड़, जिसमें 18 शुरुआती खिलाड़ी थे, बिल थॉम्पसन ने बुगाटी चलाकर जीती थी। दौड़ में सबसे तेज़ समय रिकॉर्ड करने के लिए थॉम्पसन को हेराल्ड ट्रॉफी से भी सम्मानित किया गया।
आज पूरे देश में जिसकी गूंज है वो है बाहुबली. इस फिल्म को देखने के लिए दर्शकों की भीड़ ऐसी उमड़ी है कि सिनेमाघर अगले आने वाले कई दिनों तक हाउसफुल हैं. ये फिल्म चार भाषाओं में रिलीज हुई है तो लोगों की दीवानगी इसी से ही दिख जाती है. फिल्‍म 'बाहुबली: द कन्‍क्‍लूजन' को लेकर दर्शकों में जबरदस्‍त उत्‍सुकता थी और शुक्रवार को रिलीज होते ही सिनेमाघर के बाहर लगी लाइनें में फैन्‍स का क्रेज देखते ही बन रहा था. कई इलाकों में तो लोग फिल्‍म के शो देखने के लिए आधे दिन की छुट्टी भी लेकर सिनेमाघर पहुंचे. बाहुबली का बड़ा धमाका, पहले ही दिन 100 करोड़ की कमाई! लेकिन बंगलुरू में बाहुबली के फैन्‍स के साथ एक अजीब घटना हो गई. दरअसल जिस फिल्‍म के क्‍लाइमेक्‍स को देखने और यह जानने के लिए दर्शक दो सालों से इंतजार कर रहे थे, वहीं अचानक बंगलुरु के एक सिनेमाघर में दर्शको को थिएटर में घुसते ही फिल्‍म का राज पता चल गया, क्‍योंकि थिएटर में फिल्‍म शुरू से चलने के बजाए उसका क्‍लाइमेक्‍स पहले ही सामने आ गया. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से 'बाहुबली' को भी डराया गया था, नहीं हो पाई थी शूटिंग दरअसल साउथ में पेड प्रिव्‍यू दिखाए जाते हैं जिनकी टिकट काफी महंगी होती है. गुरुवार शाम बंगलुरू में ऐसे कई शोज हुए और ऐसे में वहां एक एरेना मॉल में अचानक लोगों का पारा तब चढ़ गया जब गलती से फिल्म का इंटरवेल के बाद का हिस्‍सा पहले चल गया. दर्शकों को क्‍लाइमेक्‍स के समय समझ आया कि उन्‍हें फिल्‍म का गलत हिस्‍सा दिखाया जा रहा है. ऐसे में गुस्‍साए लोगों ने हंगामा किया और फिल्‍म को शुरू से चलाने की मांग की. बाद में इस फिल्‍म को शुरू से चलाया गया.
विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर कर्ज़ से कंगाल हो गई है. माल्या मुश्किल में हैं, लेकिन उनकी मुश्किल दूसरी एयरलाइंस कंपनियों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रही है. एक का नुक्सान, दूसरे का फायदा. इन दिनों एविएशन सेक्टर में कुछ यही हाल है. किंगफिशर की मुश्किल का फायदा उठा रही हैं दूसरी एयरलाइंस कंपनियां. पीक सीजन होने से मुसाफिर बढ़े तो एयरलाइन्स कंपनियों ने किराया भी बढ़ा दिया. किंगफिशर ने पिछले दिनों कई उड़ाने रद्द की है, इसलिए यात्री भी अब सोच-समझकर एयरलाइन का चुनाव कर रहे हैं. देश के घरेलू हवाई यात्रियों में इस संकट से पहले किंगफिशर का हिस्सा करीब 19 फीसदी था और मार्केट शेयर के लिहाज से वो जेट के बाद दूसरी बड़ी एयरलाइन थी. उड़ानें कम होने से अब इसे बनाए रखना किंगफिसर के लिए मुश्किल होगा. कहते हैं एक का नुकसान दूसरे का फायदा होता है. ऐसा ही कुछ किंगफिशर के मामले में भी देखने को मिल रहा है. जहां उड़ानें रद्द होने से किंगफिशर को नुकसान हो रहा है बाकी एयरलाइंस इसे कमाई के एक मौके के तौर पर देख रही हैं. खबर है कि किंगफिशर को संकट से उबारने के लिए सरकार बेलआउट पैकेज देने पर भी विचार कर रही है. हांलाकि कुछ उद्योगपति इसका विरोध कर रहे हैं. किंगफिशर की मुश्किल बड़ी है, लेकिन देश की तमाम एयरलाइन्स कंपनियां इस वक्त संकट में हैं. खबर है कि इस संकट से उबारने के लिए सरकार एयरलाइन्स सेक्टर में सीधे विदेशी निवेश की इजाज़त दे सकती है. सूत्रों की मानें तो नागरिक उड्डयन मंत्रालय घरेलू एयरलाइंस में एफडीआई की इजाजत के लिए एक प्रस्ताव केबिनेट के सामने रखने की तैयारी कर रहा है. फिलहाल विदेशी संस्थागत निवेशकों को ही घरेलू एयरलाइन में 49 फीसदी तक हिस्सेदारी कीदने की इजाजत है लेकिन विदेशी एयरलाइंस को हिस्सेदारी खरीदने की इजाजत नहीं है. इस प्रस्ताव के मंजूर होने पर विदेशी एयरलाइन भी घरेलू एयरलाइन कंपनियों में हिस्सेदारी खरीद पाएंगी.
डियर सर / मैडम समझ नहीं आ रहा? अड्रेस करूं तो किसे? इसीलिए संबोधन खाली नहीं, बल्कि खुला छोड़ दिया है. रंग और रूप भले ही ऊपर से अलग दिखता हो, पर अंदर से आप सभी एक जैसे हैं. बिलकुल ईश्वर की तरह, एक ही ईश्वर के अनेक रूपों की तरह. दरअसल, सभी को किसानों की बहुत फिक्र है - इसलिए किसी एक का नाम लिख कर मैं बाकियों का अपमान नहीं करना चाहता. मैं गजेंद्र सिंह की मौत से प्रेरित होकर यह सुसाइड नोट लिख रहा हूं. ताकि सनद रहे और वक्त पर काम आए. मैं भी मरना चाहता हूं . लेकिन मुझे उम्मीद है आप लोग मुझे बचा लेंगे. फिर शायद इस सुसाइड नोट का कोई मतलब न रह जाए. सर, मैं बिलकुल नहीं मान रहा कि आप मुझे यूं ही मर जाने देंगे. गजेंद्र के मन में भी शायद ऐसी बात रही हो? आप से बड़ी उम्मीदें हैं सर. आपके साथी ने कहा कि अगली बार आप सीधे पेड़ पर चढ़ जाएंगे और बचा लेंगे. ऐसा नहीं है कि मुझे अब जाकर ऐसी उम्मीद बंधी है. जो आदमी बिजली के खंभे पर चढ़ने का खतरा उठा सकता हो. बिजली कट जाने पर हाई वोल्टेज के तार खुद अपने हाथों से जोड़ सकता हो - भला पेड़ पर चढ़ने में उसे मुश्किल क्यों होगी? लेकिन जंतर मंतर की घटना से थोड़ी देर के लिए कंफ्यूजन हो गया था. ऐसा तो नहीं कि आपके नए साथियों ने ये सलाह दे डाली थी कि पेड़ पर चढ़ने से पहले एक बार जनता की राय ले लेनी चाहिए? खैर, ये तो आप और आपके साथी ही जानें. अब हर आदमी हर काम तो कर नहीं सकता, सर. जो खंभे पर चढ़ने में एक्सपर्ट हो वो पेड़ पर भी चढ़ जाएगा, जरूरी तो नहीं. और ये तो सतत अभ्यास की चीज है. इस काम में बड़ी ही चुस्ती और फुर्ती की जरूरत होती है. बस जरा सी गफलत हुई और लेने के देने पड़ सकते हैं. जंतर मंतर पर ऐसा ही हुआ शायद. सर, मैंने फैसला किया है कि आपको किसी भी कीमत पर हाथ पर हाथ धरे बैठने नहीं दूंगा. इसलिए मैंने सुसाइड के लिए बिजली के ही खंभे पर चढ़ने का फैसला किया है. ताकि इस बार आपको पूरा मौका मिले. जो लोग आप की नीयत पर उंगली उठा रहे हैं - उन्हें आप अपने एक्शन से जवाब दें. मेरी ये दिली ख्वाहिश है सर. कम से कम इसके लिए आपको किसी इलेक्ट्रिशियन का इंतजार तो नहीं करना पड़ेगा. जिस तरह गजेंद्र के केस में आप दिल्ली पुलिस की राह देखते रहे . एक बाद समझ में नहीं आई. आप दिल्ली पुलिस की राह क्यों देखते रहे? आखिर पुलिस टाइम पर पहुंचती कब है? लेकिन उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए सर. एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब दिल्ली पुलिस आपके अंडर में होगी - और फिर कोई भी किसान सुसाइड नहीं कर पाएगा. जब तक कोई सुसाइड के सपने देख रहा होगा, पुलिस उसे सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी होगी. फिर तो पुलिस का काम भी आसान हो जाएगा. उसे किसी की जेब में हेरोइन की पुड़िया और जमीन से निकला जंग लगा पिस्तौल बरामद करने की जहमत नहीं उठानी पड़ेगी. हो सकता है उस पुड़िया में हेरोइन की जगह गेहूं के कुछ दाने रखने पड़े. लेकिन सर, अगर बुरा न मानें तो एक बात पूछ सकता हूं? भगवान न करे गजेंद्र की जगह आपका कोई करीबी ऐसा कर रहा होता तो भी क्या आप पुलिस का यूं ही इंतजार करते? हमने देखा आपके एक साथी सवाल पूछने पर मीडिया को नसीहत दे रहे थे. क्या पेड़ पर उनका कोई करीबी चढ़ा होता तो भी वो ऐसा ही करते? बुरा मत मानिएगा सर. अगर बुरा मान कर नाराज हो गए तो हमें कौन बताएगा कि सरकार हमारी जमीन किसे देने के लिए हमसे लेना चाहती है. सर हमने तो आपको करीबियों से भी करीबी समझा था. आखिर आप हमें अपना करीबी क्यों नहीं समझते सर. मैं आपकी बातों की बात नहीं कर रहा. क्या तीन सीटें कम पड़ गईं इसकी तकलीफ है आपको? क्योंकि अपनी ओर से और तो कोई कमी नहीं दिखती हमें? और आप सर, आपने तो कहा था कहा कि आप किसानों के साथ हैं. मुझे लगा दौसा में आपसे भेंट जरूर होगी. आप गजेंद्र के अंतिम संस्कार में जरूर मिलेंगे - आपकी बातों से तो ऐसा ही लगा था. अचानक पता चला कि आप तो चार धाम यात्रा पर निकल गए. क्या आप छुट्टियों से छुट्टी लेकर हमसे मिलने आए थे. अब ऐसा मत कीजिएगा सर कि फिर से छुट्टियां बढ़ा लीजिएगा. वरना ये लोग हमारी जमीन, हमारा इंटरनेट सब बड़े लोगों को दे देंगे - और अब तो हमारे पास एस्केप वेलॉसिटी का ऑप्शन भी नहीं बचा. अरे सर फिर कौन समझाएगा कि ओबामा की तारीफ के क्या मायने हैं . हम तो सीधे सादे लोग ठहरे. आपही से पता चला कि ओबामा ने गोर्बाचोव की भी तारीफ की थी - और सोवियत संघ रूस में सिमट गया. और ये सूट-बूट वालों की सरकार है. बड़े लोगों की सरकार है. बस इतना काफी नहीं है सर. आप जल्द लौट आइएगा. प्लीज. अब आपसे क्या कहें सर, वैसे बड़ा अच्छा लगा जब आपने कहा, " गजेंद्र की मौत से पूरा देश दुखी है . हम बहुत निराश." फिर आप बोले, 'मेहनतकश किसान को किसी भी समय ये नहीं सोचना चाहिए कि वो अकेला है.' नहीं तो हम तो यही समझ रहे थे कि पूरी दिल्ली तमाशबीन है. शायद उन्होंने मौत को इतने करीब से कभी देखा नहीं. इसीलिए गौर फरमा रहे थे. अब तो पूरा डिटेल - और पल पल का आंखों देखा हाल है उनके पास. आपसे तो सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं सर. अगर धरती पर हम बेहाथ भी हो गए तो आप मंगल पर जमीन दिला देंगे - लेकिन हमे मरने नहीं देंगे. गजेंद्र तो अमर हो गया सर. और कुछ भले न हो कम से कम आम आदमी की मौत को तो उसने लाइव दिखा ही दिया, वरना हम तो फोटो और उसका ट्रीटमेंट देख देख कर थक चुके थे. पहली बार देखा कि एक किसान की मौत कैसे होती है. और पहली ही बार मंच पर मौजूद एक मैडम का ट्वीट पढ़ा - जब मैडम ने डॉक्टरों से पहले ही गजेंद्र की शहादत की घोषणा कर दी. लेकिन आप सभी से मेरा वादा है - मैं उसकी शहादत को यूं ही जाया नहीं होने दूंगा. उसके सपने को पूरा करने के लिए मैं भी सरेआम डंके की चोट पर सुसाइड करूंगा. बस दिन, तारीख और वक्त तय करना है. और इसे भी आप ही तय करेंगे. आप ही हमारे भगवान हैं सर - और भगवान के अलावा आखिर किसकी हैसियत है जो मेरी मौत की तारीख तय कर दे. बस इसे सहेज कर रखिएगा, वरना फर्जी सुसाइड नोट बनाने में वक्त ही कितना लगता है. आप सभी का एक आम आदमी.
लेख: अन्तरराष्ट्रीय सिनेमा में कदम रखने वाली बॉलीवुड अदाकारा दीपिका पादुकोण का कहना है कि ‘एक्स एक्स एक्स : द रिटर्न ऑफ शैंडर केज’ फिल्म में काम मिलने की उन्हें खुशी है, लेकिन वह एक नए क्षेत्र में जाते हुए नर्वस भी हैं। 30 वर्षीय दीपिका डीजे कारसो द्वारा निर्देशित एक्शन थ्रिलर फिल्म में हॉलीवुड कलाकार विन डीजल के साथ पर्दे पर दिखाई देंगी। यह फिल्म ‘एक्स एक्स एक्स’ श्रृंखला की तीसरी फिल्म है।टिप्पणियां दीपिका के मुताबिक उनकी भारतीयता ने इस भूमिका को पाने में उनकी मदद की और फिल्म में उन्हें अपनी भारतीयता पर इठलाने का अवसर मिलेगा। दीपिका ने कहा, ‘‘मैं बहुत उत्साहित हूं। लेकिन मैं यह भी स्वीकार करना चाहती हूं कि मैं बहुत नर्वस हूं। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बात है कि मैं ऐसी फिल्म में काम करते हुए गर्व महसूस करती हूं जहां मुझे अपनी भारतीयता दिखाने का अवसर मिलेगा।’’ स्विस घड़ी निर्माता कंपनी टिसॉट के नए संग्रह के लॉन्च के मौके पर दिल्ली आईं दीपिका ने कहा, ‘‘वे मेरी पृष्ठभूमि की वजह से मुझे ले रहे हैं। मुझे वाकई उम्मीद है कि मैं फिल्म में अच्छा काम करूंगी और लोग इसे जाकर देखेंगे।’’ इसी तरह अमेरिकी टीवी शो ‘क्वांटिको’ में काम कर रहीं प्रियंका चोपड़ा को भी हॉलीवुड फिल्म ‘बेवाच’ में काम मिलने की खबरें हैं। दीपिका के मुताबिक उनकी भारतीयता ने इस भूमिका को पाने में उनकी मदद की और फिल्म में उन्हें अपनी भारतीयता पर इठलाने का अवसर मिलेगा। दीपिका ने कहा, ‘‘मैं बहुत उत्साहित हूं। लेकिन मैं यह भी स्वीकार करना चाहती हूं कि मैं बहुत नर्वस हूं। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बात है कि मैं ऐसी फिल्म में काम करते हुए गर्व महसूस करती हूं जहां मुझे अपनी भारतीयता दिखाने का अवसर मिलेगा।’’ स्विस घड़ी निर्माता कंपनी टिसॉट के नए संग्रह के लॉन्च के मौके पर दिल्ली आईं दीपिका ने कहा, ‘‘वे मेरी पृष्ठभूमि की वजह से मुझे ले रहे हैं। मुझे वाकई उम्मीद है कि मैं फिल्म में अच्छा काम करूंगी और लोग इसे जाकर देखेंगे।’’ इसी तरह अमेरिकी टीवी शो ‘क्वांटिको’ में काम कर रहीं प्रियंका चोपड़ा को भी हॉलीवुड फिल्म ‘बेवाच’ में काम मिलने की खबरें हैं। स्विस घड़ी निर्माता कंपनी टिसॉट के नए संग्रह के लॉन्च के मौके पर दिल्ली आईं दीपिका ने कहा, ‘‘वे मेरी पृष्ठभूमि की वजह से मुझे ले रहे हैं। मुझे वाकई उम्मीद है कि मैं फिल्म में अच्छा काम करूंगी और लोग इसे जाकर देखेंगे।’’ इसी तरह अमेरिकी टीवी शो ‘क्वांटिको’ में काम कर रहीं प्रियंका चोपड़ा को भी हॉलीवुड फिल्म ‘बेवाच’ में काम मिलने की खबरें हैं।
चीन और अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड वॉर से भारत को फायदा हो रहा है. भारत से कई वस्तुओं का निर्यात तेजी से बढ़ा है और इस वित्त वर्ष के अंत तक रेकॉर्ड निर्यात होने की उम्मीद है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में यह दावा किया गया है. अखबार के अनुसार अप्रैल से दिसंबर 2018 यानी वित्त वर्ष के सिर्फ नौ महीने में ही भारत का चीन को निर्यात बढ़कर 12.7 अरब डॉलर पहुंच गया है, जबकि पिछले पूरे वित्त वर्ष 2017-18 में 13.33 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था. इसकी वजह से भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा कम होकर 40 अरब डॉलर ही रह गया है. भारत से चीन में समुद्री उत्पाद, ऑर्गनिक केमिकल्स, प्लास्टिक, पेट्रोलियम उत्पाद, अंगूर, चावल आदि का निर्यात बढ़ा है. अमेरिका और चीन में व्यापारिक तनाव से जिन सेक्टर में फायदा उठाया जा सकता है, वहां भारत अपना निर्यात बढ़ाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है. चीन ने पिछले साल जुलाई से ही अमेरिकी आयात पर भारी टैरिफ थोप रखा है. इसकी वजह से अमेरिकी उत्पादों की चीन में कीमत काफी बढ़ गई है और चीनी कंपनियां कच्चे माल के लिए वैकल्पिक आयात पर जोर दे रही हैं. ऐसे में भारत की चांदी हो गई है. भारत एक विशाल कृषि प्रधान देश है और यहां के कृषि उत्पाद सस्ते होने की वजह से वैश्विक स्तर पर भी प्रतिस्पर्धी होते हैं. शंघाई इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल स्टडीज के सेंटर फॉर एशिया-पैसिफिक स्टडीज में डायरेक्टर झाओ गांगछेंग ने अखबार को बताया कि पिछले साल जुलाई से ही भारत से चीन में परंपरागत केमिकल उत्पादों के अलावा चावल, सोयाबीन, फल और मक्के जैसे कृषि उत्पादों का निर्यात काफी बढ़ रहा है. पिछले साल दोनों एशियाई देशों ने कई तरह के भारतीय निर्यात को बढ़ावा देने के लिए समझौता किया था. पिछले साल जुलाई में चीन ने भारत से चावल आयात के लिए 14 की जगह 19 रजिस्टर्ड निर्यातकों को मंजूरी थी. इसकी वजह से बासमती ही नहीं, गैर बासमती चावल भी चीन को निर्यात होने लगे. पिछले साल 1 जुलाई से ही चीन ने भारत से सोयाबीन आयात पर भी आयात कर खत्म कर दिया. पहले इस पर 3 फीसदी का आयात शुल्क लगता था. यही नहीं, भारतीय सोयाबीन मील, केक और अनार के निर्यात के लिए भी चीन और भारत के बीच प्रोटोकॉल पर दस्तखत के लिए बातचीत चल रही है. गौरतलब है कि अमेरिका ने पिछले साल चीन के 250 अरब डालर के सामान के आयात पर आयात शुल्क 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिया था. इसके जवाब में चीन ने भी 110 अरब डालर के अमेरिकी सामान के आयात पर शुल्क बढ़ा दिया. अमेरिका चीन का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है. वर्ष 2017 में अमेरिका का चीन के साथ कुल व्यापार 635.4 अरब अमेरिकी डालर का रहा. इसमें अमेरिका से निर्यात 129.9 अरब डालर और चीन से किया गया आयात 505.5 अरब डालर रहा.
इंडोनेशिया में चीनी से भरा एक ट्रक कई मोटरसाइकिलों और घरों में टक्कर मारते चला गया. जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. स्थानीय आपदा एजेंसी के एक अधिकारी के मुताबिक ट्रक मध्य जावा प्रांत के ब्रेबेस में राजधानी जकार्ता की तरफ जा रहा था तभी उसका ब्रेक फेल हो गया. ट्रक के ड्राइवर ने ट्रक को बाईं तरफ मोड़कर रोकने का प्रयास किया लेकिन वह एक कार , 13 मोटरसाइकिल और सात घरों से जा टकराया. एजेंसी के अधिकारी सारवा पेरमाना ने कहा कि हादसे मेंं अब तक 11 लोगों की मौत हुई है और 11 अन्य जख्मी हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जख्मी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बता दें कि इंडोनेशिया के इस प्रांत में सड़क हादसे आम हैं और अब तक कईं लोग इन हादसों में अपनी जान गवा चुके हैं .
चुनाव आयोग ने एनआरसी से बाहर लोगों को मतदान का अधिकार दिया ट्रिब्यूनल का फैसला आने तक लोगों को मिलेगा मतदान का अधिकार चुनाव आयोग ने असम में अब राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) से बाहर लोगों को भी मतदान का अधिकार दिया है. हालांकि एनआरसी लिस्ट से बाहर रखे गए लोगों को मतदान का अधिकार तभी तक होगा, जब तक नागरिक ट्रिब्यूनल उनके खिलाफ फैसला न सुना दे. चुनाव आयोग के मुताबिक नागरिक ट्रिब्यूनल का फैसला आने तक वोटर लिस्ट में मौजूद हर एक मतदाता को वोट डालने का अधिकार होगा. दरअसल, असम में 31 अगस्त को एनआरसी की फाइनल लिस्ट जारी कर दी गई है. लिस्ट में करीब 19 लाख लोगों का नाम शामिल नहीं है. असम में जिन लोगों के नाम एनआरसी के फाइनल लिस्ट में नहीं आए उन्होंने इसके खिलाफ नागरिक ट्रिब्यूनल की ओर रूख किया है और उनके दावों पर सुनवाई चल रही है चुनाव आयोग के फैसले के बाद जब तक फाइनल ऑर्डर नहीं आ जाता तब तक इनके वोट देने के अधिकार बहाल रहेगा. दिल्ली में सियासत तेज इस बीच एनआरसी को लेकर देश में लगातार बहस चल रही है. दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर दिल्ली में एनआरसी लागू हुई तो बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को भी दिल्ली छोड़नी पड़ेगी. उनके इस बयान के बाद राजधानी में इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है. केजरीवाल पर हमला करते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को मालूम होना चाहिए कि एनआरसी में घुसपैठियों को चिन्हित किया जाता है. इस बीच केजरीवाल के आवास के बाहर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूर्वांचल मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को प्रदर्शन किया था. क्या ममता के राज्य में लगेगा एनआरसी? जबकि कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के बयान को लेकर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज कराई है. इस शिकायत में केजरीवाल और सौरभ भारद्वाज पर एनआरसी के बारे में झूठी अफवाह फैलाने का आरोप लगाया गया. दूसरी ओर, एनआरसी को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार ऐतराज जता रही हैं . ममता बनर्जी ने मं गलवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा. जो यहां के स्थाई निवासी हैं, उन्हें कोई बाहर नहीं निकाल सकता. किसी भी आजाद देश में लोगों की आजादी कोई कैसे कोई छीन सकता है?
दिल्ली युनिवर्सिटी में ग्रैजुएशन कोर्स के लिए ऐडमिशन की होड़ शुरू हो चुकी है. युनिवर्सिटी में ग्रैजुएशन कोर्स में दाखिले के लिए २२ मई से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है और सिर्फ एक हफ्ते में ही अब तक ऐडमिशन के लिए 1.25 लाख एप्लीकेशन फॉर्म आ चुके हैं. हालांकि सबसे ज्यादा फॉर्म राष्ट्रीय राजधानी से ही आए हैं. दिल्ली से करीब 38,015 छात्रों से रजिस्ट्रेशन कराया है. दिल्ली के बाद सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से रजिस्ट्रेशन कराए गए हैं, जो कि करीब 23, 302 हैं. इसके बाद हरियाणा से 13,168 बच्चों से रजिस्ट्रेशन कराया है. युनिवर्सिटी द्वारा एक प्रेस रिलीज में ये बताया गया है कि, सोमवार छह बजे तक बिहार के 4,181 और राजस्थान के 3,692 बच्चों से रजिस्ट्रेशन कराया है. हालांकि डीयू में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कि आखिरी तारीख 12 जून है और 20 जून को अपनी पहली कट ऑफ लिस्ट जारी करेगा.
बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने मंगलवार को संप्रग सरकार से महिला आरक्षण विधेयक को लोकसभा में पेश करने को कहा। उन्होंने आश्वस्त किया कि उनकी पार्टी निचले सदन और विधानसभाओं में महिलाओं को एक-तिहाई सीटें आरक्षित करने वाले इस ऐतिहासिक विधेयक का समर्थन करेगी।टिप्पणियां कार्यस्थलों पर महिलाओं की स्थिति के बारे में एसोचैम की एक रिपोर्ट को जारी करने के बाद बीजेपी नेता ने कहा कि राजनीतिक सशक्तीकरण ही वास्तविक सशक्तीकरण है क्योंकि इससे शक्ति हासिल होती है। उन्होंने जिक्र किया कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां पर महिलाओं के लिए पंचायतों में आरक्षण की सीमा 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दी गई है। कार्यस्थलों पर महिलाओं की स्थिति के बारे में एसोचैम की एक रिपोर्ट को जारी करने के बाद बीजेपी नेता ने कहा कि राजनीतिक सशक्तीकरण ही वास्तविक सशक्तीकरण है क्योंकि इससे शक्ति हासिल होती है। उन्होंने जिक्र किया कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां पर महिलाओं के लिए पंचायतों में आरक्षण की सीमा 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दी गई है। उन्होंने जिक्र किया कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां पर महिलाओं के लिए पंचायतों में आरक्षण की सीमा 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दी गई है।
हरियाणा की कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच विवादास्पद जमीन सौदे को मंजूरी दे दी है. अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' ने यह खबर दी है. गौरतलब है कि  हरियाणा सरकार के सीनियर आईएएस अशोक खेमका ने इस सौदे को नामंजूर किया था. यह जमीन गुड़गांव के शिकोहपुर में है. यह डील वाड्रा की कंपनी 'स्काई लाइट हॉस्पिटलिटी' और 'डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड' की बीच हुई है. हरियाणा सरकार ने दावा किया है कि खेमका के आदेश वैध नहीं थे. सरकार ने डील को सही करार देने की वजह पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. गुड़गांव के डिप्टी कमिशनर शेखर विद्यार्थी ने हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी और फाइनेंशियल कमिशनर को 16 जुलाई को लिखी चिट्ठी में कहा है कि जमीन को लेकर हुआ करार सही है और राजस्व रिकॉर्ड के मुताबिक इसका मालिकाना हक डीएलएफ के पास है. इस रिपोर्ट में खेमका के आदेश को अवैध बताया गया. अखबार ने जब हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी शंकुतला जाखू ने इस बारे में कहा कि मुझे जमीन सौदे को मंजूरी देने वाले किसी पत्र के बारे में कोई जानकारी नहीं है. पूरी तसल्ली कर लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.
जिया खान सुसाइड केस में सूरज पंचोली के खिलाफ मुंबई सेशन कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं. कोर्ट ने सूरज के खि‍लाफ जिया खान को उकसाने और सुसाइड के लिए मजबूर करने का आरोप तय किया है. इस मामले पर हाल ही में Spotboye ने आदित्य पंचोली से बात की. ट्रायल से खुश हूं, बेटा निर्दोष है बॉलीवुड के मशहूर एक्टर और सूरज पंचोली के पिता आदित्य का कहना है कि पूरे मामले में मेरा बेटा निर्दोष है. कोर्ट ने मेरे बेटे के खिलाफ आरोप तय किए हैं. लेकिन मुझे कोर्ट में उसके ट्रायल शुरू होने से कोई डर नहीं है. आपको यह सुनकर हैरानी होगी कि मैं तो ट्रायल शुरू होने का इंतजार कर रहा था. कोर्ट में मामला शुरू होने से सारी चीजें साफ हो जाएंगी. मेरा बेटा दोषी होगा तो उसे सजा मिलेगी, दोषी नहीं हुआ तो वो सारे आरोपों से बरी हो जाएगा. सलमान खान ने दिया हमेशा साथ हमारे परिवार के साथ इस बुरे समय में इंडस्ट्री के किसी शख्स ने साथ नहीं दिया. लेकिन सलमान खान हमेशा हमारे सपोर्ट में खड़े रहे. लोगों ने मेरे परिवार का सााथ नहीं दिया, मुझे इस बात की किसी से कोई शिकायत नहीं है. आज के समय में हम खुद किसके साथ मुसीबतों में खड़े होते हैं. हाल ही में पद्मावत पर हुए विरोध में दीपिका ने बहुत बड़ी बात कही कि इंडस्ट्री को बुरे समय में साथ खड़े होने की जरूरत है. ये बात सूरज के केस में भी मायने रखती है. लेकिन उसके साथ कोई नहीं है. मुझे याद है जब संजय दत्त को जेल जाना पड़ा था, पूरी इंडस्ट्री ने स्ट्राइक कर दी थी. ऐसा समय अब नहीं रहा. लोग अपनी दुनिया में व्यस्त हैं. जिया के अंदर थी सुसाइड टेंडेन्सी जिया खान के बारे में बात करते हुए आदित्य ने कहा कि एक बार मेरी मुलाकात उससे हुई थी. वो बहुत अच्छी इंसान थी. लेकिन मुझे उसके जीवन का बैकग्राउंड नहीं पता. मैं नहीं जानता कि उसने क्यों खुद को मारना चाहा. ऐसी टेंडेन्सी उसके अंदर क्यों थी. जहां तक मैं जानता हूं. वो काफी पढ़ी लिखी लड़की थी लेकिन खुद को मारने की कोशिश उसने अपने बचपन में भी की थी. जिया के केस के बाद हम अपने बेटे के लिए बहुत फिक्रमंद हैं. उसके आसपास कैसे लोग हैं, इस बात की सूरज के साथ हमें भी चिंता रहती है. जिया खान को सुसाइड के लिए सूरज पंचोली ने ही उकसाया था, आरोप तय बता दें मुंबई सेशन कोर्ट ने सूरज के खिलाफ आरोप तय कर दिए है. इस मामले पर सुनवाई अगले महीने होगी. इससे पहले मामले की सुनवाई के दौरान सूरज के वकील ने उनका बचाव किया था. उन्होंने दलील दी थी कि इस केस के चक्कर में उनके जीवन का कीमती वक्त बर्बाद हो चुका है और उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत अब तक हाथ नहीं लगा है. तब सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने सूरज को बड़ी राहत देते हुए उनपर और जांच रोकने के आदेश दे दिये थे. बता दें कि 3 जून 2013 को जिया खान की मौत हो गई थी. छानबीन के कुछ दिन बाद जिया का सुसाइड लेटर हाथ लगा जिसमें सूरज द्वारा उन्हें प्रताड़ित करने की खबर थी. जिसके बाद 10 जून 2013 को सूरज पंचोली को हिरासत में ले लिया गया था.
दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा एनडीए सरकार के दौरान वीएसएनएल के विनिवेश की जांच के आदेश के बाद एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है और पूर्व दूरसंचार मंत्री अरुण शौरी का कहना है कि सिब्बल तथ्यों को तोड़-मड़ोरकर पेश कर रहे हैं। सिब्बल ने दूरसंचार सचिव आर चंद्रशेखर को भेजे नोट में कहा है, मेरी नजर में 2002 में वीएसएनएल का किया गया विनिवेश न्यायसंगत और पारदर्शी मालूम नहीं पड़ता है। जिस तरह से 2002 में वीएसएनएल के 773.13 एकड़ अधिशेष जमीन को अलग रखा गया और उसके बाद न केवल निवेशकों के हित को बल्कि सरकारी हित की अनदेखी हुई है। इस मामले की जांच के लिए दूरसंचार विभाग में अतिरिक्त सचिव एसआर राव की अगुवाई में जांच बिठाई गई है जो 31 मार्च तक अपनी रिपोर्ट देगी। शौरी ने सिब्बल पर विकृत तथ्य पेश करने आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पहले से भ्रष्टाचार में डूबी संप्रग सरकार अपनी मुसीबत और बढ़ा रही है। उन्होंने वीएसएनएल के विनिवेश में किसी प्रकार की गड़बड़ी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह वीएसएनएल के विनिवेश से जुड़े किसी भी प्रकार के जांच के लिए तैयार हैं।
पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक को पाकिस्तान बेशक नकार रहा है, लेकिन दूसरी तरफ, उसने अपनी खुन्नस भारतीय टीवी चैनलों पर निकालना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्युलेरिटी अथॉरिटी (पेमरा) का कहना है कि 15 अक्टूबर के बाद 'देश की वायुतरंगों को अवैध कंटेंट' से मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा. बता दें कि मुशर्रफ हुकूमत के वक्त भारतीय फिल्मों और सीरियल्स के पाकिस्तान में प्रसारण के लिए नियमों में ढील दी गई थी. पेमरा ने शनिवार को सभी चैनलों को 'अवैध भारतीय प्रसारण' तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए कहा था. पेमरा ने पीओके में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद ये कदम उठाया. पेमरा ने रविवार को एक बयान में कहा, 'अवैध डीटीएच के जरिए भारतीय चैनलों के प्रसार और सैटेलाइट टीवी चैनल्स और एफएम रेडियोज पर भारतीय कंटेट के अत्यधिक इस्तेमाल को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए व्यापक रणनीति लागू की जाएगी.' पेमरा ने कहा कि रिटायर्ड जनरल परवेज मुशर्रफ ने टीवी पर भारतीय ड्रामा और सिनेमाघरों में भारतीय फिल्मों को दिखाने की अनुमति भारत को खुश करने के लिए दी थी. उसके बाद किसी सरकार ने इसे चेक नहीं किया. अब टीवी चैनल्स, एफएम रेडियो और केबल ऑपरेटर्स पर कानून का पालन करने के लिए 15 अक्टूबर तक की डेडलाइन है. पेमरा नियमों के मुताबिक पाकिस्तान के स्थानीय चैनल सिर्फ कुल प्रसारण का 5 फीसदी हिस्सा ही विदेशी प्रसारण का दिखा सकते हैं. लेकिन कुछ चैनल विदेशी कंटेंट अधिकतर भारतीय, टर्किश, अमेरिकी और यूरोपीयन कंटेंट पर ही निर्भर रहते हैं. पाकिस्तान में अब सिनेमाहालों में भारतीय फिल्मों का प्रसारण रोक दिया गया है. पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के कुछ सिनेमाघरों में अमिताभ बच्चन के अभिनय वाली फिल्म पिंक का प्रसारण चल रहा था, जिसे रोक दिया गया.
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सवाल किया है कि क्या वह दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का अपना वादा निभाएंगे? केजरीवाल ने शुक्रवार को ट्वीट किया, 'कल मोदी जी की दिल्ली में रैली है. उन्होंने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने वादा किया था. क्या कल वह अपना वादा पूरा करने का ऐलान करेंगे या बीजेपी इस मुद्दे पर भी यू-टर्न ले लेगी?' PM addressing Delhi tomorrow for the 1st time. What are your expectations from him tomorrow?Tweet with #DelhiAsksPMModi and we will RT! — Aam Aadmi Party (@AamAadmiParty) January 9, 2015 Before polls, BJP announced 30% redn in elec rates. Delhi eagerly hoping that PM wud announce that tomo #DelhiasksPMModi — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 9, 2015 Tomo Modi ji addresses Del. He had promised full statehood to Del. Will he announce that tomo? Or will BJP do a U-turn on this issue also? — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 9, 2015 "I fund honest party" getting huge response. Join now. Donate n get 10 friends 2 donate. Do RT. For help 08588801888 http://t.co/yTxzoWwlfV — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 9, 2015 अरविंद केजरीवाल ने यह सवाल दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से कुछ घंटे पहले ही पूछा है. खबर है कि आज चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान कर सकता है.
डायरेक्टर राजकुमार गुप्ता की एक फिल्म में करीना ने काम करने से मना कर दिया है. करीना फिल्म में एक वेश्या के किरदार में नजर आने वाली थीं. अंग्रेजी अखबार 'मुंबई मिरर' के अनुसार करीना ने राजकुमार की फिल्म को करने से मना कर दिया है. खबर है कि करीना को फिल्म की स्क्रिप्ट अच्छी नहीं लगी. वहीं डायरेक्टर राजकुमार गुप्ता ने कहा, 'हम दोनों की आपस में बातचीत हुई लेकिन करीना ने इस फिल्म को करने से इनकार कर दिया है.' वैसे यह पहली फिल्म नहीं है जिसे करीना ने करने से मना किया हो, करीना 'क्वीन', 'चेन्नई एक्सप्रेस', 'गोलियों की रासलीला: रामलीला', और 'दिल धड़कने दो' जैसी फिल्मों को करने से मना कर दिया था. ये सभी फिल्में बड़ी हिट साबित हुईं थी.
ठाकुर भारतीय उपमहाद्वीप की एक ऐतिहासिक सामंती उपाधि है। इसे वर्तमान समय में उपनाम के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। शीर्षक का महिला संस्करण ठकुरानी या ठकुराइन है, और इसका उपयोग ठाकुर की पत्नी का वर्णन करने के लिए भी किया जाता है। इसकी उत्पत्ति के बारे में विद्वानों में अलग-अलग राय है। कुछ विद्वानों का सुझाव है कि 500 ईसा पूर्व से पहले के संस्कृत ग्रंथों में इसका उल्लेख नहीं है, लेकिन अनुमान है कि यह गुप्त साम्राज्य से पहले उत्तरी भारत में बोली जाने वाली बोलियों की शब्दावली का हिस्सा रहा होगा। ऐसा माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति ठक्कुरा शब्द से हुई है, जो कई विद्वानों के अनुसार, संस्कृत भाषा का मूल शब्द नहीं था, बल्कि आंतरिक एशिया के तुखारा क्षेत्रों से भारतीय शब्दावली में उधार लिया गया शब्द था। एक अन्य दृष्टिकोण यह है कि ठक्कुरा प्राकृत भाषा से लिया गया एक शब्द है। विद्वानों ने इस शब्द के लिए अलग-अलग अर्थ सुझाए हैं, अर्थात "भगवान", "भगवान", और "संपत्ति का स्वामी"। शिक्षाविदों ने सुझाव दिया है कि यह केवल एक शीर्षक था, और अपने आप में, अपने उपयोगकर्ताओं को "राज्य में कुछ शक्ति का उपयोग करने" का कोई अधिकार नहीं देता था। भारत में, इस उपाधि का उपयोग करने वाले सामाजिक समूहों में राजपूत, राजपुरोहित , कोली, चरण, मैथिल ब्राह्मण शामिल हैं और बंगाली ब्राह्मण । व्युत्पत्ति और अर्थ सिसिर कुमार दास ने कहा कि ठाकुर शब्द "स्वर्गीय संस्कृत " शब्द ठक्कुरा से लिया गया है। हरका बहादुर गुरुंग ने कहा कि ठाकुर शब्द का नेपाली संस्करण ठकुरी है। ठाकुर शब्द का अर्थ "भगवान" एसके दास द्वारा सुझाया गया था; ब्लेयर बी. क्लिंग द्वारा "लॉर्ड"; और एचबी गुरुंग द्वारा "मास्टर ऑफ द एस्टेट"। मूल निर्मल चंद्र सिन्हा ने कहा कि ठाकुर शब्द वैदिक और शास्त्रीय संस्कृत के लिए "अज्ञात" है और 500 ईसा पूर्व से पहले के संस्कृत साहित्य में इसका कोई उल्लेख नहीं है। हालाँकि, उनका सुझाव है कि "यह शब्द संभवतः शाही गुप्तों से पहले कई उत्तर भारतीय बोलियों में प्रचलित था"। सिन्हा कहते हैं कि बुद्ध प्रकाश, फ्रेडरिक थॉमस, हेरोल्ड बेली, प्रबोध बागची, सुनीति चटर्जी और सिल्वेन लेवी जैसे कई विद्वानों ने सुझाव दिया है कि ठाकुर आंतरिक एशिया के तुखारा क्षेत्रों से भारतीय शब्दावली में उधार लिया गया शब्द है। सिन्हा ने कहा: ब्योमकेस चक्रवर्ती ने कहा कि संस्कृत शब्द ठक्कुरा का उल्लेख "उत्तर संस्कृत" में मिलता है। हालाँकि, उन्हें संदेह था कि ठक्कुरा "एक मूल संस्कृत शब्द" है और उनकी राय थी कि ठक्कुरा शायद प्राकृत भाषा से लिया गया शब्द है। प्रयोग सुसान स्नो वाडली ने उल्लेख किया कि ठाकुर शीर्षक का उपयोग "अनिश्चित लेकिन मध्यम स्तर की जाति के व्यक्ति, आमतौर पर एक जमींदार जाति को दर्शाता है" के लिए किया जाता था। वाडले ने आगे कहा कि ठाकुर को " राजा " की तुलना में "अधिक विनम्र" शीर्षक के रूप में देखा जाता था। एसके दास ने कहा कि जबकि ठाकुर शब्द का अर्थ "भगवान" है, इसका उपयोग किसी महिला के ससुर के लिए भी किया जाता है। इसका उपयोग ब्राह्मण, राजपूत, चरण, और कोली के लिए भी किया जाता है। कुछ शिक्षाविदों ने सुझाव दिया है कि " ठाकुर केवल एक पदवी थी, कोई पद नहीं जिसके तहत कोई धारक राज्य में कुछ शक्ति का प्रयोग करने का हकदार था"। हालाँकि, कुछ अन्य शिक्षाविदों ने नोट किया है कि इस उपाधि का उपयोग हिमाचल प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में "छोटे प्रमुखों" द्वारा किया गया था। इस उपाधि का उपयोग कई रियासतों के शासकों द्वारा किया जाता था, जिनमें अंबलियारा, वाला, मोरबी, बारसोडा और राजकोट राज्य शामिल थे। ठाकुरों के पुत्रों को कुमार ('राजकुमार') की संस्कृत उपाधि दी जाती थी, जिसका लोकप्रिय उपयोग उत्तर में कुँवर और बंगाल और दक्षिण भारत में कुमार था। ठाकुर के नियंत्रण में भूमि के क्षेत्र को ठिकाना कहा जाता था। यह सभी देखें सरदार चौधरी मनकारी ठक्कर ठाकुरी ठाकुर बिहार में राजपूत संदर्भ उपाधियाँ भारतीय उपनाम
लेख: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) से शुरू होकर जाने वाली कोई 39 ट्रेनों में यात्रियों के लिए सिर की चंपी (मालिश) और पैरों की मालिश की सुविधा मुहैया कराने के रेल मंत्रालय के फैसले से यात्रियों में खुशी है, मगर उनका कहना कि चंपी और मालिश का टाइम कम और दरें ज्यादा रखी गई हैं. रेल मंत्रालय ने दो दिन पहले ही इंदौर से चलने वाली 39 गाड़ियों में सिर की चंपी और पैरों की मालिश की योजना को मंजूरी दी है. यह मंजूरी नई इनोवेटिव नन-फेयर रेवेन्यू आइडिया स्कीम (एनआईएनएफआरआईएस) पॉलिसी के तहत दी गई है. इस योजना में शामिल गाड़ियों में तीन से पांच मालिश करने वाले उपलब्ध रहेंगे. यात्रियों को मालिश की यह सुविधा आरक्षित और वातानुकूलित डिब्बों में मुहैया कराई जाएगी.  रेलवे सूत्रों का कहना है कि मालिश सुविधा लेने के एवज में यात्री को 100 रुपये से 300 रुपये तक का भुगतान करना होगा. मालिश की अवधि 15 से 20 मिनट के बीच होगी. यात्रियों को यह सुविधा गाड़ियों में सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक मिलेगी. हर ट्रेन में मालिश के लिए कुछ बर्थो का निर्धारण किया जाएगा, ताकि अन्य यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो. इसी माह के अंत से शुरू होने वाली चंपी और मालिश की सुविधा से यात्रियों में खुशी है, मगर समय और तय की गई दर पर वे सवाल उठा रहे हैं. भोपाल की अरेरा कॉलोनी के निवासी आशीष शर्मा का कहना है कि यह सुविधा बुजुर्गो के लिए काफी लाभदायक होगी, क्योंकि लम्बी यात्रा करने पर बुजुर्गो को पैर और सिर के भारीपन की शिकायत होने लगती है, क्योंकि वे चलती गाड़ी में घूम नहीं सकते और गाड़ियां स्टेशन पर ज्यादा देर रुकती नहीं है. ऐसे में चंपी और मालिश की सुविधा उन्हें राहत देगी, मगर रेल मंत्रालय ने जो दर तय की है, वह ज्यादा है. इंदौर निवासी शांति देवी कहती हैं कि सरकार की यह पहल यात्रियों के लिए अच्छी मानी जाएगी, इससे यात्रियों को लाभ होगा, मन भी बहलेगा, एक से ज्यादा दिन की यात्रा थकाउ व उबाउ हो जाती है, ऐसे में यह सुविधा राहत देगी. सुविधा तो अच्छी है मगर जो रेट तय किए गए हैं, वह काफी ज्यादा है. रेल मंत्रालय को दर कम करना चाहिए और साथ ही गाड़ियों में अन्य सुविधाओं पर भी ध्यान देना चाहिए, जैसे सुरक्षा, टॉयलेट आदि की साफ-सफाई. वातानुकूलित डिब्बों के प्रवेश द्वारों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं तो यात्रियों में सुरक्षा के प्रति भरोसा बढ़ेगा. इंदौर निवासी राकेश चंद्र का कहना है कि रेल मंत्रालय ने गाड़ियों के निर्धारण में जल्दबाजी कर दी क्योंकि कई गाड़ियां ऐसी हैं जो रात 10 बजे के लगभग इंदौर से रवाना होंगी. उदाहरण के तौर पर इंदौर से नागपुर जाने वाली गाड़ी का समय रात नौ बजकर 25 मिनट है और मालिश का समय रात 10 बजे तक है. दूसरी ओर दर ज्यादा है और मालिश का समय कम है. रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, मालिश के काम में सेवाएं देने वाले ठेकेदार और कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच किए जाने के बाद परिचय पत्र जारी किए जाएंगे. (इनपुट-आईएएनएस)
अवशोषण के अन्य अर्थों के लिये अवशोषण देखें रसायनशास्त्र में अवशोषण (absorption) वह भौतिक या रसायनिक प्रक्रिया होती है जिसमें कोई गैस या द्रव (लिक्विड) के अणु या परमाणु किसी अन्य द्रव या ठोस पदार्थ में समा जाते हैं। यह अधिशोषण (adsorption) से बिलकुल अलग प्रक्रिया है, क्योंकि जहाँ अधिशोषण में केवल सोखने वाली वस्तु की सतह ही द्रव या गैस को सोखती है वहाँ अवशोषण में सोखा गया द्रव या गैस सोखने वाली वस्तु के पूरे या बड़े भाग में फैलकर समा जाता है। द्रवों और गैसों को अवशोषित करने वाले पदार्थ को 'अवशोषक' कहा जाता है। इन्हें भी देखें अधिशोषण सन्दर्भ भौतिक रसायन गैसें रसायन शब्दावली
सर रिडले स्कॉट (जन्म 30 नवंबर 1937) एक अंग्रेजी फिल्म निर्देशक और निर्माता हैं। उन्होंने , विज्ञान कथा फिल्मों एलियन (1979), ब्लेड रनर (1982) और द मार्टियन (2015), रोड क्राइम फिल्म थेल्मा एंड लुईस (1991), ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म ग्लेडिएटर (2000) वॉर फिल्म ब्लैक हॉक डाउन (2001) का निर्देशन किया है। स्कॉट ने विज्ञापन में जाने से पहले एक डिजाइनर और निर्देशक के रूप में टेलीविजन में अपना करियर शुरू किया | बाद में उन्होंने टेलीविजन विज्ञापनों के लिए आविष्कारशील मिनी-फिल्में बनाकर अपने फिल्म निर्माण कौशल का सम्मान किया, जिनमें से सबसे लोकप्रिय एप्पल इंक॰ का 1984_(विज्ञापन) है। उन्होंने द ड्यूलिस्ट्स (1977) के साथ एक फिल्म निर्देशक के रूप में अपनी शुरुआत की और अपनी अगली फिल्म एलियन के साथ व्यापक पहचान हासिल की। उनका काम वायुमंडलीय और अत्यधिक केंद्रित दृश्य शैली के लिए जाना जाता है। हालांकि उनकी फिल्में सेटिंग और अवधि में व्यापक रूप से होती हैं, वे अक्सर शहरी वातावरण की यादगार इमेजरी दिखाते हैं, ग्लेडिएटर में दूसरी शताब्दी के रोम, स्वर्ग के राज्य में 12 वीं शताब्दी के जेरूसलम (2005), रॉबिन हुड (2010) में मध्ययुगीन इंग्लैंड, समकालीन मोगादिशु ब्लैक हॉक डाउन में, या एलियन, प्रोमेथियस (2012), एलियन: कोवेनेंट (2017), और द मार्टियन में ब्लेड रनर और दूर के ग्रहों के भविष्य के शहर। उनकी कई फिल्मों को उनके मजबूत महिला पात्रों के लिए भी जाना जाता है।
केरल का कन्नूर जिला बीते कुछ महीनों से राजनीतिक झड़पों के कारण चर्चा में है. लेकिन अब यहां एक नेता की पुण्यतिथी का मजाक बनाया गया है, जिसके बाद इलाके में तनाव की स्थि‍ति है. आरएसएस नेता ई. मनोज की पहली बरसी पर मंगलवार को यहां गांव के एक बिजली खंभे से एक कुत्ते को लटकाने की घटना सामने आई है. संघ नेता ई. मनोज की एक साल पहले 1 सितंबर को ही कन्नूर में हत्या कर दी गई थी. वह अपनी वैन से कहीं जा रहे थे, तभी हमलावरों ने पहले गाड़ी पर बम फेंककर रास्ता रोका और फिर चाकू से गोदकर उनकी हत्या कर दी थी. इस दौरान मनोज की गाड़ी ने नियंत्रण खो दिया था और बिजली के खंभे से जाकर टकराई थी. उसी खंभे से लटकाया कुत्ता मंगलवार को कुत्ते को उसी खंभे से लटकाया गया, जिससे मनोज की कार टकराई थी. इस घटना के बाद से ही इलाके में पु‍लिस को ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए मुस्तैद कर दिया गया है. बीते कुछ समय से इलाके में बीजेपी ओर सीपीएम के कार्यकर्ताओं के बीच लागातर झड़प की खबरों ने भी सुर्खियां बटोरी हैं. गौरतलब है कि ई मनोज 1999 में सीपीएम नेता पी. जयराजन की हत्या के प्रयास के मामले में आरोपी थे. मामले की जांच सीबीआई के अधीन है.
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के फैन सुधीर कुमार गौतम के बारे में आप काफी कुछ सुन चुके हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मास्टर ब्लास्टर खुद इस फैन की एक मिस्ड कॉल पर कॉल बैक करते हैं. इतना ही नहीं सुधीर को सचिन के घर जाने के लिए कोई रोक टोक नहीं है और वो हर साल उनके लिए लीची लेकर जाते हैं. एक एफएम चैनल को दिए गए इंटरव्यू सुधीर ने इन सभी बातों का खुलासा किया है. मिस्ड कॉल का जवाब ऐसे देते हैं तेंदुलकर सुधीर ने बताया, 'जब कभी जरूरत होती है तो मैं सचिन सर को कॉल करता हूं, वो फोन उठा कर कहते हैं रखो सुधीर हम करते हैं. जब वो विदेश में भी होते हैं तब भी कॉल करते हैं. जब हमें बहुत ज्यादा जरूरत होती है तभी हम उनको कॉल करते हैं.' हर साल सचिन के लिए लीची ले जाता हूं... सुधीर ने कहा, 'सचिन सर के घर मैं कभी भी जा सकता हूं. हर साल उनके लिए लीची ले जाते हैं. मेरी ट्रेन ऐसी है जो सुबह 3 या 3:15 बजे पहुंचाती है. हम ऑटो लेकर सचिन सर के घर 4 या 4:10 तक पहुंचते हैं. कभी कभी ट्रेन समय से पहले पहुंचा देती है. उनके घर में बिना रोक टोक मेरी एंट्री होती है. ये उनका सबसे बड़ा उपकार है.' सचिन के खत से जुर्माना देने से बचे सुधीर सुधीर ने बताया, 'सेब खाते खाते मेरे बैग में गिर गया था. कटा सेब बैग में गिरा था और उसके ऊपर कपड़े रख लिए. ऑकलैंड एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन हो गया कस्टम हो गया. बैग से आधा सेब निकला उसका जुर्माना 400 डॉलर था. फिर दूसरा बैग भी चेक करवा दिया गया. दूसरे बैग में पेंट रिमूवर था, उस पर भी जुर्माना लगा. सचिन सर ने लेटर लिखकर बचाया.' मैच वाले दिन खाना नहीं खाता सुधीर के मुताबिक, 'जिस दिन मैच होता है सिर्फ चाय, पानी और जूस पीते हैं. पूरे दिन शंख बजाता हूं, झंडा लहराता हूं. जीतने के बाद ही अन्न ग्रहण करता हूं.' इतने मैच देख चुके हैं सुधीर... सुधीर ने बताया, 'मैंने 252 वनडे, 63 आईपीएल और चैंपियंस लीग के मैच, 42 टेस्ट मैच, 32 टी-20 और 3 रणजी ट्रॉफी मैच देख चुका हूं.' पाकिस्तान फैन ने जब साथ लगाया हिंदुस्तान के लिए नारा... 'वर्ल्ड कप में आयरलैंड के खिलाफ मैच था. आयरलैंड के फैन्स ने घेर लिया था. पाकिस्तानी फैन जिन्हें सब 'चचा' भी कहते हैं. आए और मिलकर हिंदुस्तान के लिए नारे लगाने लगे. हमने हिंदुस्तान का नारा इतनी तेज लगाया कि वहां से आयरिश फैन्स चले गए. पाकिस्तानी फैन का शुक्रिया अदा करता हूं.' संन्यास ले चुका हूं मैं... सुधीर ना शादी करेंगे ना गृहस्थ जीवन बिताएंगे, जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया, 'हम सचिन सर को भगवान मान चुके हैं. वो क्रिकेट के भगवान हैं. हम जब तक हैं टीम इंडिया को चीयर करते रहेंगे. जब तक मैदान में आएंगे सचिन सर का नाम लिखकर आएंगे. जब तक हम रहेंगे सचिन सर का नाम हर स्टेडियम में जाएगा.'
जस्टिस बदर दुर्रेज़ अहमद (जन्म: 6 मार्च 1956) या बी. डी. अहमद (अंग्रेज़ी:Badar Durrez Ahmed) सेवानिवृत्त पूर्व मुख्य न्यायाधीश जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय और दो बार दिल्ली उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया है। प्रारंभिक जीवन बदर दुर्रेज़ अहमद का जन्म 1956 में डॉ. फखरुद्दीन अली अहमद के पुत्र के रूप में हुआ, जो भारत के राष्ट्रपति थे (24 अगस्त 1974 - 11 फरवरी 1977 उनकी पत्नी बेगम आबिदा अहमद, लोहारू के शाही परिवार और प्रसिद्ध उर्दू कवि मिर्जा गालिब से संबंधित है । उन्होंने बेगम सबा अहमद (जन्म: 2 फ़रवरी 1959), नवाब सैयद जुल्फिकार अली खान बहादुर की छोटी बेटी से शादी की है। नवाब रामपुर की पहली पत्नी से बेगम नूर बानो राजनीतिज्ञ हैं।।  दंपति की एक बेटी और एक बेटा है। कैरियर 1977-1979 में सेंट स्टीफन कॉलेज में इकोनॉमिक्स के लेक्चरर थे। 1980 में अधिवक्ता के रूप में 1980 से 1983 तक सिद्धार्थ शंकर रे के चेम्बर में सेवा की। 1983 से 1986 के बीच स्वतंत्र रूप से अभ्यास किया और 1986 में पद पर बने रहने के बाद 1986 में कानून फर्म "वकील एसोसिएटेड" में भागीदार बने। 2002 में, बदर दुर्रेज़ को दिल्ली उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया । [३] उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त होने से पहले पंद्रह वर्षों तक उस पद पर काम किया।  1 अप्रैल 2017 से 16 मार्च 2018 तक मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया और बाद की तारीख में सेवानिवृत्त हुए। जम्मू और कश्मीर राज्य के मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपने ग्यारह महीने के कार्यकाल के दौरान एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया, जिसमें उन्होंने आरोपी सुभाष चंद्र शर्मा को बरी कर दिया, जिन्हें सेशन जज, जम्मू द्वारा धारा 302 आरपीसी और 498 ए आरपीसी के तहत मौत की सजा सुनाई गई थी।  सुभाष चंद्र शर्मा हाईकोर्ट में अपना मामला दायर कर रहे थे। उसी दिन खुली अदालत में निर्णय सुनाया गया। व्यक्तिगत जीवन वर्तमान में बदर दुर्रेज़ अहमद, ग़ालिब इंस्टिट्यूट के चैयरमैन हैं। आपकी संकलित पुस्तक "ग़ालिब", मिर्ज़ा ग़ालिब के दो सौ साल के यादगार प्रोग्राम में प्रकाशित हुई थी। बाहरी कड़ियाँ जजमेन्टस जस्टिस बदर दुर्रेज़ अहमद सन्दर्भ 1956 में जन्मे लोग जीवित लोग न्यायाधीश
गुड़गांव में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और छिंटाकसी के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए गुड़गांव पुलिस ने ऑपरेशन रोमियो शुरु किया है. इस ऑपरेशन की टीम ने गुड़गांव के बस स्टैंड और गर्ल्स कॉलेज के पास से कई मनचलों को पकड़ा है. जानकारी के मुताबिक, गुड़गांव में छेड़खानी की शिकायतों में जबरदस्त इजाफा हुआ है. घरों से निकलने वाली लड़कियां ऐसे मनचलों से काफी परेशान हैं, जो राह चलते फब्तियां कसते हैं. गर्ल्स कॉलेज के सामने दोपहर 12 बजे के बाद तो उनका जमावड़ा लग जाता था. इसी बात के मद्देनजर गुड़गांव पुलिस ने गुरुवार को बस स्टैंड और गर्ल्स स्कूल के सामने अपनी महिला पुलिस जवानों को तैनात किया. उसके बाद जब मनचलों ने युवतियों के साथ छेडछाड़ की तो उनको हिरासत में लिया गया. पुलिस की गिरफ्त में 14 मनचले आए हैं.
मंगल टोही परिक्रमा यान (Mars Reconnaissance Orbiter (MRO)), नासा का एक बहुउद्देशीय अंतरिक्ष यान है जिसे कक्षा से मंगल के अन्वेषण और टोह के लिए रचा गया है। जैसे ही MRO ने कक्षा में प्रवेश किया यह, कक्षा में के या ग्रह पर के, पांच अन्य अंतरिक्ष यानों से जुड़ गया : मार्स ग्लोबल सर्वेयर, मार्स ओडिसी, मार्स एक्सप्रेस और दो ​​मार्स एक्सप्लोरेशन रोवर, यह मंगल के आसपास के क्षेत्र में सबसे अधिक अंतरिक्ष यान परिचालन के लिए एक कीर्तिमान है। इस ७२० मिलियन अमरीकी डॉलर के अंतरिक्ष यान को जेट प्रोपल्सन लेबोरेटरी के पर्यवेक्षण के अधीन लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया था। यह १२ अगस्त २००५ को प्रक्षेपित किया गया और १० मार्च २००६ को इसने मंगल की कक्षा प्राप्त की। नवंबर २००६ में, पांच महीने की हवाई कलाबाजियों के बाद, इसने अपनी अंतिम विज्ञान कक्षा में प्रवेश किया और अपना प्राथमिक विज्ञान चरण शुरू किया। इन्हें भी देखें मंगल ग्रह के मिशन की सूची Missions to Mars Lockheed Martin satellites and probes Spaceflights Artificial satellites orbiting Mars Active extraterrestrial probes 2005 in spaceflight Mars Reconnaissance Orbiter अमेरिका के मंगल अभियानों की सूची
AAP नेता कुमार विश्वास ने मंगलवार की सुबह एक ट्वीट किया , जिसमें उन्होंने कहा,"स्याह रात नहीं नाम लेती ढलने का, यही तो वक़्त है सूरज तेरे निकलने का". सोमवार को योगेंद्र यादव के घर देर रात तक चली बैठक में वे भी मौजूद थे. ट्वीट में कुमार विश्वास ने कहा, 'तीन घंटे की नींद के बाद भी सुकून है. हम होंगे कामयाब.' मुलाकातों और बैठकों का सिलसिला जारी है. कौन किससे मिला, किससे नहीं दिवाली तो सबने साथ मनाई लेकिन योगेंद्र यादव के साथ होली सिर्फ कुमार विश्वास ने खेली . जैसे ही केजरीवाल बंगलुरू से दिल्ली लैंड किए आप की एक टीम योगेंद्र यादव से मिलने उनके घर पहुंची. इसमें आशुतोष, संजय सिंह, कुमार विश्वास और आशीष खेतान शामिल थे. इसके बाद यही टीम प्रशांत भूषण से भी मिलने वाली थी, लेकिन प्रशांत भूषण ने आशीष खेतान से मिलने से इंकार कर दिया. दरअसल खेतान ने भूषण के परिवार को लेकर एक ट्वीट किया था जिससे वो नाराज थे. हालांकि अगले ही दिन उन्होंने माफी भी मांग ली थी. अब दिल्ली से बाहर भी जाएंगे छुट्टी पर जाने से पहले केजरीवाल के एक ट्वीट से पता चला कि वो दिल्ली पर ही फोकस रखना चाहते हैं. अब संजय सिंह का बयान आया है कि पार्टी दिल्ली से बाहर भी पांव फैलाने की कोशिश करेगी. संजय सिंह का कहना है, 'पार्टी का विस्तार होगा. अन्य राज्यों में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. किन राज्यों में पार्टी को चुनाव लड़ना चाहिए, इसका फैसला केवल उन राज्यों में राजनीतिक क्षमता और नेतृत्व को देखकर किया जाएगा.'आप में विवाद की एक बड़ी वजह ये थी कि केजरीवाल सिर्फ दिल्ली तक सीमित रहना चाहते थे, जबकि योगेंद्र यादव दिल्ली से बाहर भी राजनीति की बात कर रहे थे. इसे इस तरह देखा गया कि दिल्ली चुनावों के बाद सारे लोग तो सेट हो गए, योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के पास कोई काम ही नहीं बचा था. सवाल ये उठ रहे थे कि अगर पार्टी दिल्ली तक ही सीमित रही तो बाकी हिस्सों के आप कार्यकर्ता क्या करेंगे? वे पार्टी के अगले फरमान का इंतजार कर पाएंगे या दूसरी पार्टियों की ओर रुख कर लेंगे? तो अब क्या समझा जाए कि पार्टी ने योगेंद्र यादव की बात मान ली है? या फिर ये बताना चाहते हैं कि ये तो पहले से ही पार्टी के एजेंडे में था, बस प्राथमिकताओं में शामिल नहीं था. ताकि यादव-भूषण के पत्र को कोई तवज्जो न मिल पाए. आखिर बाकी क्या रहा? योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर आरोप लगा था कि वे अरविंद केजरीवाल को संयोजक पद से हटाना चाहते हैं. इसके लिए योगेंद्र यादव ने मीडिया में खबरें चलवाईं. प्रशांत भूषण पर आरोप रहा कि वो चाहते थे कि आप दिल्ली चुनाव हार जाए ताकि केजरीवाल का दिमाग ठिकाने आ सके. बाद में दोनों ने मिलकर एक ज्वाइंट लेटर लिखा जिसमें केजरीवाल पर सबसे बड़ी तोहमत लगा दी कि लोक सभा चुनावों में हार के बाद उन्होंने कांग्रेस के साथ मिल कर फिर से सरकार बनाने की कोशिश की. इसके बाद तो एक के बाद एक स्टिंग सामने आने लगे जिनमें से एक में संकेत ये भी था कि कथित तौर पर केजरीवाल विधायकों की खरीद फरोख्त करना चाहते थे. इस्तीफे की पेशकश, फिर खंडन केजरीवाल के दिल्ली लौटते ही प्रशांत भूषण ने मुलाकात के लिए मैसेज भेजा था. इस पर केजरीवाल ने ये तो बताया कि मुलाकात जल्द होगी, लेकिन कब होगी ये नहीं बताया. अब प्रशांत भूषण ने एक नई चिट्ठी लिख कर इस्तीफे की पेशकश कर दी. हमेशा स्वीट और संजीदगी भरी बातें करने वाले योगेंद्र यादव खामोश हैं. केजरीवाल ने अब तक इस बारे में कोई ट्वीट नहीं किया है. बाद में प्रशांत भूषण ने भी इस बात से इंकार कर दिया कि उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की है. ये संयोग ही रहा कि मंगलवार को ही दोपहर में अरविंद केजरीवाल और योगेंद्र यादव की भेंट हुई. मुलाकात जब अदालत में हुई तो दोनों ने घर के झगड़े का असर चेहरे पर नहीं आने दिया. क्या योगेंद्र यादव के मन में भी बोली जैसी ही मिठास बची है? वैसे दोनों के मन में क्या चल रहा था, ये तो अंदर की बात है.
विश्व बैंक ने कौशिक बसु को मुख्य अर्थशास्त्री तथा वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा बुधवार को की। बसु जुलाई तक वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार थे। विश्व बैंक ग्रुप के अध्यक्ष जिम योंग किम ने एक बयान में कहा कि 60 वर्षीय बसु का कार्यकाल एक अक्तूबर से शुरू होगा। बसु ने लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से पीएचडी की। वे विभिन्न संस्थानों से जुड़े रहे हैं। विश्व बैंक ग्रुप के अध्यक्ष जिम योंग किम ने एक बयान में कहा कि 60 वर्षीय बसु का कार्यकाल एक अक्तूबर से शुरू होगा। बसु ने लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से पीएचडी की। वे विभिन्न संस्थानों से जुड़े रहे हैं।
माधांतृ(माधांता कोली )इछंवाकू वंश के सूर्यवंश के अयौध्या मे ,विवशवान,वैवशत्य, ये सूर्यवंशी राज घराना आगे इस वंश मे, राजा ककुत्सय,राजा दिलीप,राजा सगर,राजा भागीरथ जो गंगा जी को पृथवी पर ले कर आए थे ,राजा रघु से यह वंश रघुवंश कहलाए आगे रघुवंश मे, राजा अज ,दशरथ ,जी के पुत्र,सिया राम ,लक्षमण,भरत,शतरूघन,जैसे राजाऔ ने जन्म लिया और इस वंश के क्षरिय जो भारत देश मे आज भी विराजन है इस वंश की प्रमुख शाखाए ,,कछवाहा(कोलि),कुशवाहा,राठौड,गहलौत,गुहिल,मौर्य,शाक्य,कोली सूर्यवंशी ये क्षत्रिय राजा मांधाताकोली के वंशज है ,सिशौदीया,बडगूर्जर,चौहान,और अन्य सभी सूर्यवंशी क्षरिय ये सभी प्रराचीन क्षरियो के वंशज है जिनहे ,राजपुत्र या राजपूत या ठाकुर ठाकोर भी कहा गया है ,और राजा मांधातृ अथवा मांधाताकोली भी कहा गया है इस राजा पूरी पृथवी पर राज किया था और आज भी समसत पृथवी पर सूर्यवंशीयौ का ही राज है ये राजा माधांताकोली सिया राम जी के पूर्वज है जो इसके प्रमाण सिधुं घाटी की खुदाई के दोरान मिले है उसमे शिलालेख भी मिला है जिस पर साफ तौर पर लिखा हुआ था मांधाताकोली सूर्यवंशी इस जानकारी को सुपरीम कोर्ट ने भी माना है इसलिए कुल सूर्यवंशी कोली क्षत्रिय इनकी शाखा राजसथान,गुजरात,हिमाचल,उतराखण्ड,हरियाणा, राजय मे निवास करती है जय सिया राम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौसम का मिजाज बदल गया है. बुधवार सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में बारिश हो रही है. इस खराब मौसम के चलते यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, जिसके चलते लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मौसम में आए बदलाव की वजह से बुधवार को दिल्ली आने जाने वाली 14 ट्रेनें लेट हैं. इसके अलावा दक्षिण दिल्ली और इससे सटे रेवाड़ी, बल्लबगढ़, फरीदाबाद, नूंह, बुलंदशहर, अमरोहा, सियाना और ग्रेटर नोएडा में बारिश का पूर्वानुमान है. फिलहाल, आसमान में बादल छाए हुए हैं. वहीं, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर समेत उत्तर भारत के कई  हिस्सों में लगातर बर्फबारी हो रही है. इसके चलते ठंड भी बढ़ गई है. मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद बेहद कम है. इससे पहले मंगलवार को धूप निकलने से लोगों को ठंड से थोड़ी बहुत राहत मिली थी. इससे पहले मंगलवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान जताया था. मंगलवार सुबह कोहरे और 500 मीटर से कम दृश्यता के कारण 24 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चली थीं. वायु गुणवत्ता और मौसम पूवानुर्मान प्रणाली (सफर) के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता 'खराब' और 'बेहद खराब' स्तर के बीच रह सकती है.
लेख: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने उन लोगों के लिए भविष्य निधि निकासी जैसे दावों के निपटान के लिए सार्वभौमिक खाता संख्या (यूएएन) देने की जरूरत के प्रावधान में ढील दी है जिन्होंने 1 जनवरी 2014 से पहले सदस्यता छोड़ दी थी। ईपीएफओ ने पिछले वर्ष दिसंबर में दावे के लिए आवेदनों पर यूएएन उपलब्ध कराने को अनिवार्य कर दिया। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जिन सदस्यों को यूएएन आबंटित नहीं किए गए, उन्हें दावे के निपटान के लिए होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए नियमों में ढील देने का फैसला किया गया है।’’ उसने कहा, ‘‘यूएएन शुरू में उन सभी सदस्यों को आबंटित किए गए जो जनवरी से जून 2014 तक अंशधारक थे। यह उन सदस्यों को राहत देने के लिए किया गया है जिनकी नौकरी 1 जनवरी 2014 से पहले समाप्त हो गई।’’टिप्पणियां दावा फार्म पर यूएएन का उल्लेख अनिवार्य करने का मकसद किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकना है। चूंकि यूएएन, आधार, बैंक खाता आदि से जुड़ा है, अत: यह वैध दावाकर्ता को बिना किसी बाधा के राशि प्राप्त करने में मदद करता है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) ईपीएफओ ने पिछले वर्ष दिसंबर में दावे के लिए आवेदनों पर यूएएन उपलब्ध कराने को अनिवार्य कर दिया। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जिन सदस्यों को यूएएन आबंटित नहीं किए गए, उन्हें दावे के निपटान के लिए होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए नियमों में ढील देने का फैसला किया गया है।’’ उसने कहा, ‘‘यूएएन शुरू में उन सभी सदस्यों को आबंटित किए गए जो जनवरी से जून 2014 तक अंशधारक थे। यह उन सदस्यों को राहत देने के लिए किया गया है जिनकी नौकरी 1 जनवरी 2014 से पहले समाप्त हो गई।’’टिप्पणियां दावा फार्म पर यूएएन का उल्लेख अनिवार्य करने का मकसद किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकना है। चूंकि यूएएन, आधार, बैंक खाता आदि से जुड़ा है, अत: यह वैध दावाकर्ता को बिना किसी बाधा के राशि प्राप्त करने में मदद करता है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जिन सदस्यों को यूएएन आबंटित नहीं किए गए, उन्हें दावे के निपटान के लिए होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए नियमों में ढील देने का फैसला किया गया है।’’ उसने कहा, ‘‘यूएएन शुरू में उन सभी सदस्यों को आबंटित किए गए जो जनवरी से जून 2014 तक अंशधारक थे। यह उन सदस्यों को राहत देने के लिए किया गया है जिनकी नौकरी 1 जनवरी 2014 से पहले समाप्त हो गई।’’टिप्पणियां दावा फार्म पर यूएएन का उल्लेख अनिवार्य करने का मकसद किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकना है। चूंकि यूएएन, आधार, बैंक खाता आदि से जुड़ा है, अत: यह वैध दावाकर्ता को बिना किसी बाधा के राशि प्राप्त करने में मदद करता है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दावा फार्म पर यूएएन का उल्लेख अनिवार्य करने का मकसद किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकना है। चूंकि यूएएन, आधार, बैंक खाता आदि से जुड़ा है, अत: यह वैध दावाकर्ता को बिना किसी बाधा के राशि प्राप्त करने में मदद करता है। (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिका ने "भविष्य के युद्ध क्षेत्र" अंतरिक्ष में अपने हितों की रक्षा करने के लिए अंतरिक्ष कमान की स्थापना की है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को आधिकारिक रूप से इस कमान को औपचारिक रूप से लॉन्च किया. जनरल जॉन डब्ल्यू रेमंड को नवगठित अमेरिकी अंतरिक्ष कमान का कमांडर नियुक्त किया गया है. इस कमान की स्थापना अमेरिकी सेना की 11वीं एकीकृत लड़ाकू कमान के तौर पर की गई है. व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में आयोजित औपचारिक समारोह में ट्रंप ने कहा, "यह बड़ी पहल है. नवगठित लड़ाकू कमान 'स्पेसकॉम' अंतरिक्ष में अमेरिकी हितों की रक्षा करेगी, जो अगला युद्ध क्षेत्र होगा." इस समारोह में अन्य गणमान्य लोगों के साथ अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस और रक्षामंत्री मार्क एस्पर भी मौजूद थे.  ट्रंप प्रशासन का मानना है कि रूस और चीन अंतरिक्ष में अमेरिका के लिए संभावित खतरा पैदा कर सकते हैं. ट्रंप ने कहा, "अब, जो भी अमेरिका का अहित करने की मंशा रखेगा... हमें अंतरिक्ष में चुनौती देने की कोशिश करेगा,उसे बड़ी कीमत चुकानी होगी. हमारे विरोधी नई तकनीकों की मदद से अमेरिकी उपग्रहों को निशाना बनाकर पृथ्वी की कक्षाओं का शस्त्रीकरण कर रहे हैं, ये उपग्रह युद्ध क्षेत्र अभियानों और हमारे जीने के तरीके के लिए महत्वपूर्ण हैं. अमेरिका के खिलाफ दागी गई मिसाइलों का पता लगाकर उन्हें नष्ट करना अंतरिक्ष में संचालन की हमारी आजादी के लिए जरूरी है." अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "हमने भूमि, हवा, समुद्र और साइबर जगत को युद्ध क्षेत्र के रूप में पहचाना है और अब हम अंतरिक्ष को एक स्वतंत्र क्षेत्र समझेंगे, जिस पर एकीकृत लड़ाकू कमान निगरानी रखेगी."   ट्रंप ने कहा कि अंतरिक्ष कमान के बाद जल्द ही सेना की छठी ईकाई के तौर पर अमेरिकी अंतरिक्ष बल की स्थापना की जाएगी. यह बल स्पेसकॉम मिशन लिए सैनिकों को प्रशिक्षित करने और साजो सामान मुहैया कराने में मदद करेगा.  गौरतलब है कि अमेरिकी अंतरिक्ष कमान की दोबारा स्थापना की गई है. वर्ष 1985 से 2002 के बीच भी यह अस्तिव में था.
यह एक लेख है: रिलायंस एडीएजी के अध्यक्ष अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला मामले में अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में बुलाने के निचली अदालत के फैसले के खिलाफ रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड (आरटीएल) आज सुप्रीम कोर्ट पहुंची। प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष आज शीघ्र सुनवाई के लिए इस याचिका का उल्लेख किया गया। खंडपीठ याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति हो गई और इसे सुनवाई हेतु एक ‘‘उचित पीठ’’ के समक्ष 24 जुलाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन प्रकरण में मुकदमे का सामना कर रही रिलायंस टेलीकॉम लि. निचली अदालत के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत पहुंची है, क्योंकि पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट सहित अन्य सभी अदालतों को इस प्रकरण से संबंधित किसी भी याचिका पर विचार से रोक दिया था। निचली अदालत ने 19 जुलाई को सीबीआई का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया था कि अनिल अंबानी और टीना अंबानी की गवाही उनके समूह की कंपनियों द्वारा स्वान टेलीकॉम में 990 करोड़ रुपये से अधिक के कथित निवेश पर प्रकाश डाल सकती है, जो इसके प्रमोटरों शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका के साथ मुकदमे का सामना कर रही है। अदालत ने कहा था कि मामले में उचित फैसले पर पहुंचने के लिए अनिल अंबानी, टीना और 11 अन्य को अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में बुलाया जाना आवश्यक है। अदालत ने यह भी कहा था कि छद्म (शेल) कंपनियों के संयोजन से संबंधित तथ्यों को साबित करने के लिए अनिल और टीना की गवाही जरूरी है, क्योंकि क्योंकि कुछ गवाह, जिनसे पूर्व में जिरह की जा चुकी है, ऐसा करने में सफल नहीं रहे हैं। अदालत ने आरोपियों के वकील की इन दलीलों को खारिज कर दिया कि सीबीआई ने देर से आग्रह किया है और कहा कि अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह की प्रक्रिया जारी है।टिप्पणियां आएडीएजी की समूह कंपनी आरटीएल इस मामले में एक आरोपी है। रिलायंस एडीएजी के तीन शीर्ष अधिकारियों..गौतम दोषी, सुरेंद्र पिपारा और हरी नायर भी मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरटीएल ने अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस तथा महंगी रेडियो तरंगें हासिल करने के लिए अपनी मुखौटा कंपनी के रूप में इस्तेमाल किया। प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष आज शीघ्र सुनवाई के लिए इस याचिका का उल्लेख किया गया। खंडपीठ याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति हो गई और इसे सुनवाई हेतु एक ‘‘उचित पीठ’’ के समक्ष 24 जुलाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन प्रकरण में मुकदमे का सामना कर रही रिलायंस टेलीकॉम लि. निचली अदालत के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत पहुंची है, क्योंकि पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट सहित अन्य सभी अदालतों को इस प्रकरण से संबंधित किसी भी याचिका पर विचार से रोक दिया था। निचली अदालत ने 19 जुलाई को सीबीआई का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया था कि अनिल अंबानी और टीना अंबानी की गवाही उनके समूह की कंपनियों द्वारा स्वान टेलीकॉम में 990 करोड़ रुपये से अधिक के कथित निवेश पर प्रकाश डाल सकती है, जो इसके प्रमोटरों शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका के साथ मुकदमे का सामना कर रही है। अदालत ने कहा था कि मामले में उचित फैसले पर पहुंचने के लिए अनिल अंबानी, टीना और 11 अन्य को अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में बुलाया जाना आवश्यक है। अदालत ने यह भी कहा था कि छद्म (शेल) कंपनियों के संयोजन से संबंधित तथ्यों को साबित करने के लिए अनिल और टीना की गवाही जरूरी है, क्योंकि क्योंकि कुछ गवाह, जिनसे पूर्व में जिरह की जा चुकी है, ऐसा करने में सफल नहीं रहे हैं। अदालत ने आरोपियों के वकील की इन दलीलों को खारिज कर दिया कि सीबीआई ने देर से आग्रह किया है और कहा कि अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह की प्रक्रिया जारी है।टिप्पणियां आएडीएजी की समूह कंपनी आरटीएल इस मामले में एक आरोपी है। रिलायंस एडीएजी के तीन शीर्ष अधिकारियों..गौतम दोषी, सुरेंद्र पिपारा और हरी नायर भी मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरटीएल ने अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस तथा महंगी रेडियो तरंगें हासिल करने के लिए अपनी मुखौटा कंपनी के रूप में इस्तेमाल किया। 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन प्रकरण में मुकदमे का सामना कर रही रिलायंस टेलीकॉम लि. निचली अदालत के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत पहुंची है, क्योंकि पूर्व में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट सहित अन्य सभी अदालतों को इस प्रकरण से संबंधित किसी भी याचिका पर विचार से रोक दिया था। निचली अदालत ने 19 जुलाई को सीबीआई का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया था कि अनिल अंबानी और टीना अंबानी की गवाही उनके समूह की कंपनियों द्वारा स्वान टेलीकॉम में 990 करोड़ रुपये से अधिक के कथित निवेश पर प्रकाश डाल सकती है, जो इसके प्रमोटरों शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका के साथ मुकदमे का सामना कर रही है। अदालत ने कहा था कि मामले में उचित फैसले पर पहुंचने के लिए अनिल अंबानी, टीना और 11 अन्य को अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में बुलाया जाना आवश्यक है। अदालत ने यह भी कहा था कि छद्म (शेल) कंपनियों के संयोजन से संबंधित तथ्यों को साबित करने के लिए अनिल और टीना की गवाही जरूरी है, क्योंकि क्योंकि कुछ गवाह, जिनसे पूर्व में जिरह की जा चुकी है, ऐसा करने में सफल नहीं रहे हैं। अदालत ने आरोपियों के वकील की इन दलीलों को खारिज कर दिया कि सीबीआई ने देर से आग्रह किया है और कहा कि अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह की प्रक्रिया जारी है।टिप्पणियां आएडीएजी की समूह कंपनी आरटीएल इस मामले में एक आरोपी है। रिलायंस एडीएजी के तीन शीर्ष अधिकारियों..गौतम दोषी, सुरेंद्र पिपारा और हरी नायर भी मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरटीएल ने अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस तथा महंगी रेडियो तरंगें हासिल करने के लिए अपनी मुखौटा कंपनी के रूप में इस्तेमाल किया। निचली अदालत ने 19 जुलाई को सीबीआई का यह अनुरोध स्वीकार कर लिया था कि अनिल अंबानी और टीना अंबानी की गवाही उनके समूह की कंपनियों द्वारा स्वान टेलीकॉम में 990 करोड़ रुपये से अधिक के कथित निवेश पर प्रकाश डाल सकती है, जो इसके प्रमोटरों शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका के साथ मुकदमे का सामना कर रही है। अदालत ने कहा था कि मामले में उचित फैसले पर पहुंचने के लिए अनिल अंबानी, टीना और 11 अन्य को अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में बुलाया जाना आवश्यक है। अदालत ने यह भी कहा था कि छद्म (शेल) कंपनियों के संयोजन से संबंधित तथ्यों को साबित करने के लिए अनिल और टीना की गवाही जरूरी है, क्योंकि क्योंकि कुछ गवाह, जिनसे पूर्व में जिरह की जा चुकी है, ऐसा करने में सफल नहीं रहे हैं। अदालत ने आरोपियों के वकील की इन दलीलों को खारिज कर दिया कि सीबीआई ने देर से आग्रह किया है और कहा कि अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह की प्रक्रिया जारी है।टिप्पणियां आएडीएजी की समूह कंपनी आरटीएल इस मामले में एक आरोपी है। रिलायंस एडीएजी के तीन शीर्ष अधिकारियों..गौतम दोषी, सुरेंद्र पिपारा और हरी नायर भी मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरटीएल ने अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस तथा महंगी रेडियो तरंगें हासिल करने के लिए अपनी मुखौटा कंपनी के रूप में इस्तेमाल किया। अदालत ने कहा था कि मामले में उचित फैसले पर पहुंचने के लिए अनिल अंबानी, टीना और 11 अन्य को अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में बुलाया जाना आवश्यक है। अदालत ने यह भी कहा था कि छद्म (शेल) कंपनियों के संयोजन से संबंधित तथ्यों को साबित करने के लिए अनिल और टीना की गवाही जरूरी है, क्योंकि क्योंकि कुछ गवाह, जिनसे पूर्व में जिरह की जा चुकी है, ऐसा करने में सफल नहीं रहे हैं। अदालत ने आरोपियों के वकील की इन दलीलों को खारिज कर दिया कि सीबीआई ने देर से आग्रह किया है और कहा कि अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह की प्रक्रिया जारी है।टिप्पणियां आएडीएजी की समूह कंपनी आरटीएल इस मामले में एक आरोपी है। रिलायंस एडीएजी के तीन शीर्ष अधिकारियों..गौतम दोषी, सुरेंद्र पिपारा और हरी नायर भी मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरटीएल ने अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस तथा महंगी रेडियो तरंगें हासिल करने के लिए अपनी मुखौटा कंपनी के रूप में इस्तेमाल किया। अदालत ने आरोपियों के वकील की इन दलीलों को खारिज कर दिया कि सीबीआई ने देर से आग्रह किया है और कहा कि अभियोजन पक्ष के गवाहों से जिरह की प्रक्रिया जारी है।टिप्पणियां आएडीएजी की समूह कंपनी आरटीएल इस मामले में एक आरोपी है। रिलायंस एडीएजी के तीन शीर्ष अधिकारियों..गौतम दोषी, सुरेंद्र पिपारा और हरी नायर भी मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरटीएल ने अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस तथा महंगी रेडियो तरंगें हासिल करने के लिए अपनी मुखौटा कंपनी के रूप में इस्तेमाल किया। आएडीएजी की समूह कंपनी आरटीएल इस मामले में एक आरोपी है। रिलायंस एडीएजी के तीन शीर्ष अधिकारियों..गौतम दोषी, सुरेंद्र पिपारा और हरी नायर भी मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरटीएल ने अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस तथा महंगी रेडियो तरंगें हासिल करने के लिए अपनी मुखौटा कंपनी के रूप में इस्तेमाल किया। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि आरटीएल ने अयोग्य कंपनी स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस तथा महंगी रेडियो तरंगें हासिल करने के लिए अपनी मुखौटा कंपनी के रूप में इस्तेमाल किया।
लेख: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिन की आधिकारिक यात्रा पर जापान के लिए रवाना हो गए हैं। जापान यात्रा के दौरान मोदी वहां उप प्रधानमंत्री तथा जापान के शीर्ष उद्योगपतियों से मुलाकात करेंगे। मोदी ने ट्विट किया है, ‘चार दिन की यात्रा पर जापान जा रहा हूं। उगते सूरज के देश की यात्रा को लेकर उत्साहित हूं।’ गुजरात के मुख्यमंत्री यात्रा के दौरान जापान के उप प्रधानमंत्री तथा उद्योग जगत के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी के एजेंडा में अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन, अहमदाबाद-धोलेरा मेट्रो तथा दो जापानी औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं। वह मारुति सुजुकी कारपोरेशन के हमामात्सु स्थित मुख्यालय में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। मोदी की जापान यात्रा ऐसे समय हो रही है जब मारुति-सुजुकी के हरियाणा के मानेसर कारखाने को हिंसा के बाद बंद कर दिया गया है। टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल मारुति को गुजरात में अपनी उत्पादन क्षमता के विस्तार का न्योता नहीं देगा, लेकिन यदि कंपनी खुद यह फैसला करती है, तो उसका स्वागत किया जाएगा। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी संभवत: मारुति को गुजरात में अपनी प्रस्तावित 2,50,000 इकाई की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का न्योता दे सकते हैं। मारुति ने गुजरात के मेहसाणा जिले के बेचारजी में अपने संयंत्र में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव किया है। मोदी ने ट्विट किया है, ‘चार दिन की यात्रा पर जापान जा रहा हूं। उगते सूरज के देश की यात्रा को लेकर उत्साहित हूं।’ गुजरात के मुख्यमंत्री यात्रा के दौरान जापान के उप प्रधानमंत्री तथा उद्योग जगत के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी के एजेंडा में अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन, अहमदाबाद-धोलेरा मेट्रो तथा दो जापानी औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं। वह मारुति सुजुकी कारपोरेशन के हमामात्सु स्थित मुख्यालय में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। मोदी की जापान यात्रा ऐसे समय हो रही है जब मारुति-सुजुकी के हरियाणा के मानेसर कारखाने को हिंसा के बाद बंद कर दिया गया है। टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल मारुति को गुजरात में अपनी उत्पादन क्षमता के विस्तार का न्योता नहीं देगा, लेकिन यदि कंपनी खुद यह फैसला करती है, तो उसका स्वागत किया जाएगा। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी संभवत: मारुति को गुजरात में अपनी प्रस्तावित 2,50,000 इकाई की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का न्योता दे सकते हैं। मारुति ने गुजरात के मेहसाणा जिले के बेचारजी में अपने संयंत्र में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव किया है। गुजरात के मुख्यमंत्री यात्रा के दौरान जापान के उप प्रधानमंत्री तथा उद्योग जगत के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी के एजेंडा में अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन, अहमदाबाद-धोलेरा मेट्रो तथा दो जापानी औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं। वह मारुति सुजुकी कारपोरेशन के हमामात्सु स्थित मुख्यालय में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। मोदी की जापान यात्रा ऐसे समय हो रही है जब मारुति-सुजुकी के हरियाणा के मानेसर कारखाने को हिंसा के बाद बंद कर दिया गया है। टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल मारुति को गुजरात में अपनी उत्पादन क्षमता के विस्तार का न्योता नहीं देगा, लेकिन यदि कंपनी खुद यह फैसला करती है, तो उसका स्वागत किया जाएगा। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी संभवत: मारुति को गुजरात में अपनी प्रस्तावित 2,50,000 इकाई की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का न्योता दे सकते हैं। मारुति ने गुजरात के मेहसाणा जिले के बेचारजी में अपने संयंत्र में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव किया है। वह मारुति सुजुकी कारपोरेशन के हमामात्सु स्थित मुख्यालय में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। मोदी की जापान यात्रा ऐसे समय हो रही है जब मारुति-सुजुकी के हरियाणा के मानेसर कारखाने को हिंसा के बाद बंद कर दिया गया है। टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल मारुति को गुजरात में अपनी उत्पादन क्षमता के विस्तार का न्योता नहीं देगा, लेकिन यदि कंपनी खुद यह फैसला करती है, तो उसका स्वागत किया जाएगा। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी संभवत: मारुति को गुजरात में अपनी प्रस्तावित 2,50,000 इकाई की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का न्योता दे सकते हैं। मारुति ने गुजरात के मेहसाणा जिले के बेचारजी में अपने संयंत्र में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव किया है। मोदी की जापान यात्रा ऐसे समय हो रही है जब मारुति-सुजुकी के हरियाणा के मानेसर कारखाने को हिंसा के बाद बंद कर दिया गया है। टिप्पणियां सूत्रों ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल मारुति को गुजरात में अपनी उत्पादन क्षमता के विस्तार का न्योता नहीं देगा, लेकिन यदि कंपनी खुद यह फैसला करती है, तो उसका स्वागत किया जाएगा। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी संभवत: मारुति को गुजरात में अपनी प्रस्तावित 2,50,000 इकाई की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का न्योता दे सकते हैं। मारुति ने गुजरात के मेहसाणा जिले के बेचारजी में अपने संयंत्र में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव किया है। सूत्रों ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल मारुति को गुजरात में अपनी उत्पादन क्षमता के विस्तार का न्योता नहीं देगा, लेकिन यदि कंपनी खुद यह फैसला करती है, तो उसका स्वागत किया जाएगा। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी संभवत: मारुति को गुजरात में अपनी प्रस्तावित 2,50,000 इकाई की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का न्योता दे सकते हैं। मारुति ने गुजरात के मेहसाणा जिले के बेचारजी में अपने संयंत्र में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव किया है। इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि मोदी संभवत: मारुति को गुजरात में अपनी प्रस्तावित 2,50,000 इकाई की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का न्योता दे सकते हैं। मारुति ने गुजरात के मेहसाणा जिले के बेचारजी में अपने संयंत्र में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव किया है।
लेख: देश के अर्द्धसैनिक बलों के रिटायर्ड जवान वन रैंक वन पेंशन जैसी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार यानी 20 फरवरी को दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे. इनका कहना है कि सरकार जिस तरह से सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन यानी कि ओआरओपी जैसी सुविधायें दे रही हैं, उसी तरह की सुविधा अर्धसैनिकों के जवानों को भी मिलनी चाहिए. इन रिटायर्ड जवानों की शिकायत है कि जब भी जरूरत होती है, अर्द्धसैनिक बलों के जवान विभिन्न मौकों पर मौजूद होते हैं, लेकिन जब बात सुविधा और सम्मान देने की होती है, तो सरकार को इनका ख्याल ही नहीं आता. न तो उन्हें शहीद का सम्मान मिलता है और न ही 2004 के बाद से पेंशन मिल रही है. कन्फेडरेशन ऑफ एक्स-पारामिलिट्री फोर्सेस वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव रणबीर सिंह ने कहा, 'वन रैंक वन पेंशन, अर्धसैनिकों के लिए विशेष वेतन, पुरानी पेंशन योजना की बहाली जैसी हमारी कुछ मांगें है, जिसे 2004 से इन बलों से जुड़ने वालों के लिए बंद कर दिया गया.' उन्होंने कहा कि जंतर मंतर पर धरना के अलावा पूर्व सैन्यकर्मी अपनी मांगों के समर्थन में संसद की ओर मार्च भी करेंगे और गृह मंत्रालय को एक ज्ञापन दिया जाएगा. जंतर मंतर पर होने वाले अर्धसैनिक बल के जवानों के धरने में सोशल मीडिया पर बीएसएफ जवानों को खराब क्वालिटी के भोजन की शिकायत करने वाले जवान तेज बहादुर की पत्नी भी शामिल होंगी. रिटायर्ड अर्द्धसैनिक बलों के नेता रणवीर सिंह के मुताबिक सरकार ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिश देने में इनके साथ भेदभाव किया है. कन्फेडरेशन ऑफ एक्स-पारामिलिट्री फोर्सेस वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव रणबीर सिंह ने कहा, 'वन रैंक वन पेंशन, अर्धसैनिकों के लिए विशेष वेतन, पुरानी पेंशन योजना की बहाली जैसी हमारी कुछ मांगें है, जिसे 2004 से इन बलों से जुड़ने वालों के लिए बंद कर दिया गया.' उन्होंने कहा कि जंतर मंतर पर धरना के अलावा पूर्व सैन्यकर्मी अपनी मांगों के समर्थन में संसद की ओर मार्च भी करेंगे और गृह मंत्रालय को एक ज्ञापन दिया जाएगा. जंतर मंतर पर होने वाले अर्धसैनिक बल के जवानों के धरने में सोशल मीडिया पर बीएसएफ जवानों को खराब क्वालिटी के भोजन की शिकायत करने वाले जवान तेज बहादुर की पत्नी भी शामिल होंगी. रिटायर्ड अर्द्धसैनिक बलों के नेता रणवीर सिंह के मुताबिक सरकार ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिश देने में इनके साथ भेदभाव किया है.
यह एक लेख है: अमेरिका में मौजूद भारतीय लॉबी लगातार 'अथक कोशिशें' कर रहे हैं कि अमेरिका अपना फैसला पलट दे, और पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान नहीं बेचे। यह जानकारी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के लिए सलाहकार सरताज अज़ीज़ ने सीनेट को दी। एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दी जाने वाली प्रस्तावित सब्सिडी वापस लेने के मुद्दे पर मोहसिन खान लेघारी तथा अन्य द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर बहस का समापन करते हुए सरताज अज़ीज़ ने कहा कि सरकार एफ-16 लड़ाकू विमानों की बिक्री के मुद्दे को लेकर कई स्तरों और मंचों पर अमेरिका से बातचीत कर रही है। एक आधिकारिक बयान में सरताज अज़ीज़ के हवाले से कहा गया, "भारतीय लॉबी 'अथक प्रयास' कर रही है कि अमेरिका अपना फैसला पलट दे, और उन्होंने सीनेटर रैंड पॉल के प्रस्ताव के जरिये जोरदार कोशिश की, ताकि यह बिक्री ही रोक दी जाए..." उन्होंने कहा, "हालांकि उनका यह कदम हमारे तर्कों के जायज़ होने, तथा विभिन्न स्तरों पर, विशेषकर अमेरिकी कांग्रेस के नेताओं तक हमारी पहुंच की वजह से नाकाम रहा..." टिप्पणियां सरताज अज़ीज़ ने यह भी बताया कि हालांकि अमेरिकी कांग्रेस ने अमेरिका की फॉरेन मिलिटरी फंडिंग के जरिये इन आठ विमानों का खर्च उठाए जाने का विरोध किया। सरताज अज़ीज़ ने बताया कि पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने अपने अमेरिकी समकक्ष को खत लिखकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एफ-16 की महत्ता के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अगले माह के अंत में दोनों देशों के रक्षा सलाहकार समूह मिलेंगे, जहां इस पर गहन चर्चा होगी। एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दी जाने वाली प्रस्तावित सब्सिडी वापस लेने के मुद्दे पर मोहसिन खान लेघारी तथा अन्य द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर बहस का समापन करते हुए सरताज अज़ीज़ ने कहा कि सरकार एफ-16 लड़ाकू विमानों की बिक्री के मुद्दे को लेकर कई स्तरों और मंचों पर अमेरिका से बातचीत कर रही है। एक आधिकारिक बयान में सरताज अज़ीज़ के हवाले से कहा गया, "भारतीय लॉबी 'अथक प्रयास' कर रही है कि अमेरिका अपना फैसला पलट दे, और उन्होंने सीनेटर रैंड पॉल के प्रस्ताव के जरिये जोरदार कोशिश की, ताकि यह बिक्री ही रोक दी जाए..." उन्होंने कहा, "हालांकि उनका यह कदम हमारे तर्कों के जायज़ होने, तथा विभिन्न स्तरों पर, विशेषकर अमेरिकी कांग्रेस के नेताओं तक हमारी पहुंच की वजह से नाकाम रहा..." टिप्पणियां सरताज अज़ीज़ ने यह भी बताया कि हालांकि अमेरिकी कांग्रेस ने अमेरिका की फॉरेन मिलिटरी फंडिंग के जरिये इन आठ विमानों का खर्च उठाए जाने का विरोध किया। सरताज अज़ीज़ ने बताया कि पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने अपने अमेरिकी समकक्ष को खत लिखकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एफ-16 की महत्ता के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अगले माह के अंत में दोनों देशों के रक्षा सलाहकार समूह मिलेंगे, जहां इस पर गहन चर्चा होगी। एक आधिकारिक बयान में सरताज अज़ीज़ के हवाले से कहा गया, "भारतीय लॉबी 'अथक प्रयास' कर रही है कि अमेरिका अपना फैसला पलट दे, और उन्होंने सीनेटर रैंड पॉल के प्रस्ताव के जरिये जोरदार कोशिश की, ताकि यह बिक्री ही रोक दी जाए..." उन्होंने कहा, "हालांकि उनका यह कदम हमारे तर्कों के जायज़ होने, तथा विभिन्न स्तरों पर, विशेषकर अमेरिकी कांग्रेस के नेताओं तक हमारी पहुंच की वजह से नाकाम रहा..." टिप्पणियां सरताज अज़ीज़ ने यह भी बताया कि हालांकि अमेरिकी कांग्रेस ने अमेरिका की फॉरेन मिलिटरी फंडिंग के जरिये इन आठ विमानों का खर्च उठाए जाने का विरोध किया। सरताज अज़ीज़ ने बताया कि पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने अपने अमेरिकी समकक्ष को खत लिखकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एफ-16 की महत्ता के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अगले माह के अंत में दोनों देशों के रक्षा सलाहकार समूह मिलेंगे, जहां इस पर गहन चर्चा होगी। उन्होंने कहा, "हालांकि उनका यह कदम हमारे तर्कों के जायज़ होने, तथा विभिन्न स्तरों पर, विशेषकर अमेरिकी कांग्रेस के नेताओं तक हमारी पहुंच की वजह से नाकाम रहा..." टिप्पणियां सरताज अज़ीज़ ने यह भी बताया कि हालांकि अमेरिकी कांग्रेस ने अमेरिका की फॉरेन मिलिटरी फंडिंग के जरिये इन आठ विमानों का खर्च उठाए जाने का विरोध किया। सरताज अज़ीज़ ने बताया कि पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने अपने अमेरिकी समकक्ष को खत लिखकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एफ-16 की महत्ता के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अगले माह के अंत में दोनों देशों के रक्षा सलाहकार समूह मिलेंगे, जहां इस पर गहन चर्चा होगी। सरताज अज़ीज़ ने यह भी बताया कि हालांकि अमेरिकी कांग्रेस ने अमेरिका की फॉरेन मिलिटरी फंडिंग के जरिये इन आठ विमानों का खर्च उठाए जाने का विरोध किया। सरताज अज़ीज़ ने बताया कि पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने अपने अमेरिकी समकक्ष को खत लिखकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एफ-16 की महत्ता के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अगले माह के अंत में दोनों देशों के रक्षा सलाहकार समूह मिलेंगे, जहां इस पर गहन चर्चा होगी। सरताज अज़ीज़ ने बताया कि पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने अपने अमेरिकी समकक्ष को खत लिखकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एफ-16 की महत्ता के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अगले माह के अंत में दोनों देशों के रक्षा सलाहकार समूह मिलेंगे, जहां इस पर गहन चर्चा होगी।
लोकसभा ने राज्यसभा से पांच संशोधनों के साथ लौटाये गये वित्त विधेयक-2017 पर गुरुवार को फिर से चर्चा करते हुये उन संशोधनों को खारिज कर विधेयक को पुन: पारित किया. इसके साथ ही 2017-18 के आम बजट को संसद में पारित कराने की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. राज्यसभा में विपक्ष ने लोकसभा से पहले पारित होकर आए वित्त विधेयक में बहुमत के आधार पर जो संशोधन कराए उनमें आयकर विभाग के अपेक्षाकृत कम दर्जे के अधिकारियों को बड़ा अधिकार दिए जाने के प्रस्ताव में बदलाव और कंपनियों द्वारा राजनीतिक दलों को दिये जाने वाले चंदे पर सीमा लगाने संबंधी प्रावधान जैसे कुछ विषयों से संबंधित थे. लोकसभा ने इन पर पुनर्विचार करते हुये पांचों संशोधनों को खारिज कर दिया. इसके साथ ही वर्ष 2017-18 के बजट को संसद की मंजूरी मिल गई है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्त विधेयक पर लोकसभा में पुन: हुई चर्चा का जवाब देते हुये कहा कि राज्यसभा में किये गये संशोधनों को सरकार स्वीकार नहीं कर सकती. हालांकि, उन्होंने कांग्रेस और बीजू जनता दल सहित विभिन्न राजनीतिक दलों से चुनावी चंदे को अधिक पारदर्शी और साफ-सुथरा रखने के बारे में सुझाव मांगे हैं. वित्त मंत्री के जवाब के बाद लोकसभा ने राज्यसभा के संशोधनों को ध्वनिमत से खारिज कर दिया. इसके साथ ही वित्त विधेयक 2017 को सदन की मंजूरी मिल गई और आम बजट पारित होने की प्रक्रिया पूरी हो गई. जेटली ने कहा कि इस समय राजनीतिक दलों को जितना भी चंदा मिलता है वह सब अघोषित धन होता है और उसके कहीं कोई पादर्शिता नहीं होती है. उन्होंने इस बारे में मूल बजट प्रस्तावों का बचाव करते हुये कहा कि इसमें जो संशोधन किये गये हैं उन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि उससे राजनीतिक दलों को अनुदान देने वालों की संख्या सीमित रह जायेगी. जेटली ने राजनीतिक चंदे पर कहा, ‘‘वास्तविकता यह है कि हम अघोषित धन को लेकर लगातार राजनीति करने में लगे हैं, क्योंकि हम यदि इसे घोषित धन के आधार पर करते हैं तो .. कोई इस पर संपादकीय लिखेगा और हम जो भी समाधान पेश करेंगे उसमें कोई न कोई समस्या दिखाई देगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज चंदा बैंक चेक के जरिये लेने का विकल्प दिया है - इसमें पूरी पारदर्शिता है, यह साफ सुथरा धन होगा. छोटा दान देना है तो 2,000 रुपये से कम नकद दिया जा सकता है. आप ऑनलाइन भी चंदा ले सकते हैं. आप बॉन्‍ड खरीदकर यह चंदा दे सकते हैं, यह बिना लाग लपेट वाला धन होगा.’’ कराधान के मामले में राज्यसभा द्वारा किये गये संशोधन पर जेटली ने कहा कि जो मौजूदा व्यवस्था है वह जारी रहेगी. सरकार ने इस मामले में पूरी सावधानी बरती है. इसमें गड़बड़ी के बारे में सतर्क करने वाले व्यक्ति (व्हिसलब्लोअर) को सुरक्षा कवच दिया गया है. इसके लिये विधेयक में कहा गया है कि ‘संतुष्टि नोट’ को जिसकी जांच होनी है उसे उपलब्ध नहीं कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि 1961 से ऐसा कोई उदाहरण सामने नहीं आया है जिसमें जिसकी जांच हो रही है उसको संतुष्टि संबंधी नोट (टिप्पणी) उपलब्ध कराया गया हो. संतुष्टि नोट वह जानकारी होती है जिसके आधार पर कर चोरी की जांच शुरू की जाती है. ‘‘ऐसा करना घातक होगा.’’ इस तरह की जानकारी केवल अदालत को ही दी जा सकती है. वित्त मंत्री ने अपने जवाब में कांग्रेस पर चुटकी लेते हुये कहा कि राजनीतिक चंदा लेने के लिये उन्हें यदि चुनावी बॉन्‍ड को लेकर परेशानी है तो वह चेक के जरिये चंदा ले सकती है और यह जानकारी भी रख सकती है उन्हें कितने लोगों ने चंदा दिया है.टिप्पणियां राज्यसभा में बुधवार को उस समय सरकार की किरकिरी हुई जब कांग्रेस और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश पांच संशोधनों को सदन ने मंजूरी दे दी. इनमें एक संशोधन यह था कि राजनीतिक चंदा कंपनियों के पिछले तीन वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ का 7.5 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये. इस संशोधन को भी पारित किया गया कि किस कंपनी ने किस राजनीतिक दल को चंदा दिया उसका नाम उजागर होना चाहिये.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके साथ ही वर्ष 2017-18 के बजट को संसद की मंजूरी मिल गई है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वित्त विधेयक पर लोकसभा में पुन: हुई चर्चा का जवाब देते हुये कहा कि राज्यसभा में किये गये संशोधनों को सरकार स्वीकार नहीं कर सकती. हालांकि, उन्होंने कांग्रेस और बीजू जनता दल सहित विभिन्न राजनीतिक दलों से चुनावी चंदे को अधिक पारदर्शी और साफ-सुथरा रखने के बारे में सुझाव मांगे हैं. वित्त मंत्री के जवाब के बाद लोकसभा ने राज्यसभा के संशोधनों को ध्वनिमत से खारिज कर दिया. इसके साथ ही वित्त विधेयक 2017 को सदन की मंजूरी मिल गई और आम बजट पारित होने की प्रक्रिया पूरी हो गई. जेटली ने कहा कि इस समय राजनीतिक दलों को जितना भी चंदा मिलता है वह सब अघोषित धन होता है और उसके कहीं कोई पादर्शिता नहीं होती है. उन्होंने इस बारे में मूल बजट प्रस्तावों का बचाव करते हुये कहा कि इसमें जो संशोधन किये गये हैं उन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि उससे राजनीतिक दलों को अनुदान देने वालों की संख्या सीमित रह जायेगी. जेटली ने राजनीतिक चंदे पर कहा, ‘‘वास्तविकता यह है कि हम अघोषित धन को लेकर लगातार राजनीति करने में लगे हैं, क्योंकि हम यदि इसे घोषित धन के आधार पर करते हैं तो .. कोई इस पर संपादकीय लिखेगा और हम जो भी समाधान पेश करेंगे उसमें कोई न कोई समस्या दिखाई देगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज चंदा बैंक चेक के जरिये लेने का विकल्प दिया है - इसमें पूरी पारदर्शिता है, यह साफ सुथरा धन होगा. छोटा दान देना है तो 2,000 रुपये से कम नकद दिया जा सकता है. आप ऑनलाइन भी चंदा ले सकते हैं. आप बॉन्‍ड खरीदकर यह चंदा दे सकते हैं, यह बिना लाग लपेट वाला धन होगा.’’ कराधान के मामले में राज्यसभा द्वारा किये गये संशोधन पर जेटली ने कहा कि जो मौजूदा व्यवस्था है वह जारी रहेगी. सरकार ने इस मामले में पूरी सावधानी बरती है. इसमें गड़बड़ी के बारे में सतर्क करने वाले व्यक्ति (व्हिसलब्लोअर) को सुरक्षा कवच दिया गया है. इसके लिये विधेयक में कहा गया है कि ‘संतुष्टि नोट’ को जिसकी जांच होनी है उसे उपलब्ध नहीं कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि 1961 से ऐसा कोई उदाहरण सामने नहीं आया है जिसमें जिसकी जांच हो रही है उसको संतुष्टि संबंधी नोट (टिप्पणी) उपलब्ध कराया गया हो. संतुष्टि नोट वह जानकारी होती है जिसके आधार पर कर चोरी की जांच शुरू की जाती है. ‘‘ऐसा करना घातक होगा.’’ इस तरह की जानकारी केवल अदालत को ही दी जा सकती है. वित्त मंत्री ने अपने जवाब में कांग्रेस पर चुटकी लेते हुये कहा कि राजनीतिक चंदा लेने के लिये उन्हें यदि चुनावी बॉन्‍ड को लेकर परेशानी है तो वह चेक के जरिये चंदा ले सकती है और यह जानकारी भी रख सकती है उन्हें कितने लोगों ने चंदा दिया है.टिप्पणियां राज्यसभा में बुधवार को उस समय सरकार की किरकिरी हुई जब कांग्रेस और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश पांच संशोधनों को सदन ने मंजूरी दे दी. इनमें एक संशोधन यह था कि राजनीतिक चंदा कंपनियों के पिछले तीन वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ का 7.5 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये. इस संशोधन को भी पारित किया गया कि किस कंपनी ने किस राजनीतिक दल को चंदा दिया उसका नाम उजागर होना चाहिये.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वित्त मंत्री के जवाब के बाद लोकसभा ने राज्यसभा के संशोधनों को ध्वनिमत से खारिज कर दिया. इसके साथ ही वित्त विधेयक 2017 को सदन की मंजूरी मिल गई और आम बजट पारित होने की प्रक्रिया पूरी हो गई. जेटली ने कहा कि इस समय राजनीतिक दलों को जितना भी चंदा मिलता है वह सब अघोषित धन होता है और उसके कहीं कोई पादर्शिता नहीं होती है. उन्होंने इस बारे में मूल बजट प्रस्तावों का बचाव करते हुये कहा कि इसमें जो संशोधन किये गये हैं उन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि उससे राजनीतिक दलों को अनुदान देने वालों की संख्या सीमित रह जायेगी. जेटली ने राजनीतिक चंदे पर कहा, ‘‘वास्तविकता यह है कि हम अघोषित धन को लेकर लगातार राजनीति करने में लगे हैं, क्योंकि हम यदि इसे घोषित धन के आधार पर करते हैं तो .. कोई इस पर संपादकीय लिखेगा और हम जो भी समाधान पेश करेंगे उसमें कोई न कोई समस्या दिखाई देगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज चंदा बैंक चेक के जरिये लेने का विकल्प दिया है - इसमें पूरी पारदर्शिता है, यह साफ सुथरा धन होगा. छोटा दान देना है तो 2,000 रुपये से कम नकद दिया जा सकता है. आप ऑनलाइन भी चंदा ले सकते हैं. आप बॉन्‍ड खरीदकर यह चंदा दे सकते हैं, यह बिना लाग लपेट वाला धन होगा.’’ कराधान के मामले में राज्यसभा द्वारा किये गये संशोधन पर जेटली ने कहा कि जो मौजूदा व्यवस्था है वह जारी रहेगी. सरकार ने इस मामले में पूरी सावधानी बरती है. इसमें गड़बड़ी के बारे में सतर्क करने वाले व्यक्ति (व्हिसलब्लोअर) को सुरक्षा कवच दिया गया है. इसके लिये विधेयक में कहा गया है कि ‘संतुष्टि नोट’ को जिसकी जांच होनी है उसे उपलब्ध नहीं कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि 1961 से ऐसा कोई उदाहरण सामने नहीं आया है जिसमें जिसकी जांच हो रही है उसको संतुष्टि संबंधी नोट (टिप्पणी) उपलब्ध कराया गया हो. संतुष्टि नोट वह जानकारी होती है जिसके आधार पर कर चोरी की जांच शुरू की जाती है. ‘‘ऐसा करना घातक होगा.’’ इस तरह की जानकारी केवल अदालत को ही दी जा सकती है. वित्त मंत्री ने अपने जवाब में कांग्रेस पर चुटकी लेते हुये कहा कि राजनीतिक चंदा लेने के लिये उन्हें यदि चुनावी बॉन्‍ड को लेकर परेशानी है तो वह चेक के जरिये चंदा ले सकती है और यह जानकारी भी रख सकती है उन्हें कितने लोगों ने चंदा दिया है.टिप्पणियां राज्यसभा में बुधवार को उस समय सरकार की किरकिरी हुई जब कांग्रेस और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश पांच संशोधनों को सदन ने मंजूरी दे दी. इनमें एक संशोधन यह था कि राजनीतिक चंदा कंपनियों के पिछले तीन वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ का 7.5 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये. इस संशोधन को भी पारित किया गया कि किस कंपनी ने किस राजनीतिक दल को चंदा दिया उसका नाम उजागर होना चाहिये.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जेटली ने राजनीतिक चंदे पर कहा, ‘‘वास्तविकता यह है कि हम अघोषित धन को लेकर लगातार राजनीति करने में लगे हैं, क्योंकि हम यदि इसे घोषित धन के आधार पर करते हैं तो .. कोई इस पर संपादकीय लिखेगा और हम जो भी समाधान पेश करेंगे उसमें कोई न कोई समस्या दिखाई देगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने आज चंदा बैंक चेक के जरिये लेने का विकल्प दिया है - इसमें पूरी पारदर्शिता है, यह साफ सुथरा धन होगा. छोटा दान देना है तो 2,000 रुपये से कम नकद दिया जा सकता है. आप ऑनलाइन भी चंदा ले सकते हैं. आप बॉन्‍ड खरीदकर यह चंदा दे सकते हैं, यह बिना लाग लपेट वाला धन होगा.’’ कराधान के मामले में राज्यसभा द्वारा किये गये संशोधन पर जेटली ने कहा कि जो मौजूदा व्यवस्था है वह जारी रहेगी. सरकार ने इस मामले में पूरी सावधानी बरती है. इसमें गड़बड़ी के बारे में सतर्क करने वाले व्यक्ति (व्हिसलब्लोअर) को सुरक्षा कवच दिया गया है. इसके लिये विधेयक में कहा गया है कि ‘संतुष्टि नोट’ को जिसकी जांच होनी है उसे उपलब्ध नहीं कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि 1961 से ऐसा कोई उदाहरण सामने नहीं आया है जिसमें जिसकी जांच हो रही है उसको संतुष्टि संबंधी नोट (टिप्पणी) उपलब्ध कराया गया हो. संतुष्टि नोट वह जानकारी होती है जिसके आधार पर कर चोरी की जांच शुरू की जाती है. ‘‘ऐसा करना घातक होगा.’’ इस तरह की जानकारी केवल अदालत को ही दी जा सकती है. वित्त मंत्री ने अपने जवाब में कांग्रेस पर चुटकी लेते हुये कहा कि राजनीतिक चंदा लेने के लिये उन्हें यदि चुनावी बॉन्‍ड को लेकर परेशानी है तो वह चेक के जरिये चंदा ले सकती है और यह जानकारी भी रख सकती है उन्हें कितने लोगों ने चंदा दिया है.टिप्पणियां राज्यसभा में बुधवार को उस समय सरकार की किरकिरी हुई जब कांग्रेस और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश पांच संशोधनों को सदन ने मंजूरी दे दी. इनमें एक संशोधन यह था कि राजनीतिक चंदा कंपनियों के पिछले तीन वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ का 7.5 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये. इस संशोधन को भी पारित किया गया कि किस कंपनी ने किस राजनीतिक दल को चंदा दिया उसका नाम उजागर होना चाहिये.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि 1961 से ऐसा कोई उदाहरण सामने नहीं आया है जिसमें जिसकी जांच हो रही है उसको संतुष्टि संबंधी नोट (टिप्पणी) उपलब्ध कराया गया हो. संतुष्टि नोट वह जानकारी होती है जिसके आधार पर कर चोरी की जांच शुरू की जाती है. ‘‘ऐसा करना घातक होगा.’’ इस तरह की जानकारी केवल अदालत को ही दी जा सकती है. वित्त मंत्री ने अपने जवाब में कांग्रेस पर चुटकी लेते हुये कहा कि राजनीतिक चंदा लेने के लिये उन्हें यदि चुनावी बॉन्‍ड को लेकर परेशानी है तो वह चेक के जरिये चंदा ले सकती है और यह जानकारी भी रख सकती है उन्हें कितने लोगों ने चंदा दिया है.टिप्पणियां राज्यसभा में बुधवार को उस समय सरकार की किरकिरी हुई जब कांग्रेस और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश पांच संशोधनों को सदन ने मंजूरी दे दी. इनमें एक संशोधन यह था कि राजनीतिक चंदा कंपनियों के पिछले तीन वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ का 7.5 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये. इस संशोधन को भी पारित किया गया कि किस कंपनी ने किस राजनीतिक दल को चंदा दिया उसका नाम उजागर होना चाहिये.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) वित्त मंत्री ने अपने जवाब में कांग्रेस पर चुटकी लेते हुये कहा कि राजनीतिक चंदा लेने के लिये उन्हें यदि चुनावी बॉन्‍ड को लेकर परेशानी है तो वह चेक के जरिये चंदा ले सकती है और यह जानकारी भी रख सकती है उन्हें कितने लोगों ने चंदा दिया है.टिप्पणियां राज्यसभा में बुधवार को उस समय सरकार की किरकिरी हुई जब कांग्रेस और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश पांच संशोधनों को सदन ने मंजूरी दे दी. इनमें एक संशोधन यह था कि राजनीतिक चंदा कंपनियों के पिछले तीन वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ का 7.5 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये. इस संशोधन को भी पारित किया गया कि किस कंपनी ने किस राजनीतिक दल को चंदा दिया उसका नाम उजागर होना चाहिये.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) राज्यसभा में बुधवार को उस समय सरकार की किरकिरी हुई जब कांग्रेस और मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश पांच संशोधनों को सदन ने मंजूरी दे दी. इनमें एक संशोधन यह था कि राजनीतिक चंदा कंपनियों के पिछले तीन वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ का 7.5 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिये. इस संशोधन को भी पारित किया गया कि किस कंपनी ने किस राजनीतिक दल को चंदा दिया उसका नाम उजागर होना चाहिये.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
2002 में इनसोम्निया के पूरा होने के बाद, नोलन ने वार्नर ब्रदर्स को एक डरावनी फिल्म के बारे में 80 पन्नों का लिखित प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत किया, जिसमें स्पष्ट सपने देखने पर आधारित "ड्रीम स्टिलर्स" की कल्पना की गई थी। यह निर्णय लेते हुए कि इस परिमाण और जटिलता के उत्पादन से निपटने से पहले उन्हें और अधिक अनुभव की आवश्यकता है, नोलन ने इस परियोजना को छोड़ दिया और इसके बजाय 2005 की बैटमैन बिगिन्स, 2006 की द प्रेस्टीज और 2008 में द डार्क नाइट पर काम किया। उपचार को 6 महीने में संशोधित किया गया और वार्नर द्वारा खरीदा गया था फरवरी 2009 में। इंसेप्शन को छह देशों में फिल्माया गया था, जो 19 जून को टोक्यो में शुरू हुआ और 22 नवंबर को कनाडा में समाप्त हुआ। इसका आधिकारिक बजट 160 मिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो वार्नर ब्रदर्स और लेजेंडरी के बीच विभाजित था। द डार्क नाइट के साथ नोलन की प्रतिष्ठा और सफलता ने फिल्म के विज्ञापन खर्च में 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर सुरक्षित करने में मदद की।
दिए गए शीर्षक के अनुरूप एक पाठ यह हो सकता है: देश की राजधानी दिल्ली में रंगदारी न देना एक प्रॉपर्टी डीलर को इतना भारी पड़ा कि दिल्ली के बदमाशों ने उसकी जान ले ली. ये मामला दिल्ली के विकासपुरी इलाके का है जब गुरुवार रात अमित कोचर को कुछ लोगों ने घर के बाहर बुलाया और 9 गोलियां मारीं. उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग को पकड़ा है. हत्या में शामिल 4 और लोगों की तलाश की जा रही है. पुलिस के मुताबिक ये हत्या एक करोड़ की रंगदारी न देने के चलते हुई.  रंगदारी मांगने वाला सूर्या गैंग है और उसी गैंग के 5 गुर्गों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले की जांच में लगी क्राइम ब्रांच के मुताबिक सूर्या दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महल का भतीजा है. इसके पहले सूर्या गैंग 6 वारदातों को अंजाम दे चुका है. बिंदापुर में एक डॉक्टर से एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई, राजस्थान में क्रेटा गाड़ी के ड्राइवर का अपरहण और लूट, नजफगढ़ में गैंगवार में एक बदमाश को सूर्या गैंग ने गोली मारी, जनकपुरी में 15 लाख की लूट की वारदात की.  पुलिस ने नाबालिग के पास से ह्यूंडई क्रेटा बरामद की है और तीन पिस्तौल के साथ 20 कारतूस भी बरामद किये हैं. सूर्या गैंग में 15 मेंबर काम करते हैं और दिल्ली में ताबड़तोड़ वारदातों को ये गैंग अंजाम दे रहा है. सूर्या गैंग को पता चल गया था कि अमित कोचर के पास काफी पैसा है इसलिए उससे एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. पुलिस सूर्या और उसके बाकी साथियों की तलाश कर रही है.
लेख: मालदा में पुलिस ने शनिवार को एक दंपति को अपनी 16 साल की बेटी को मारकर गंगा नदी में दबा देने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक माता-पिता ने लड़की को इस वजह से मारा, क्योंकि वह एक लड़के के साथ रिलेशनशिप में थी. उन्होंने कहा कि यह घटना महेंद्रटोला गांव में शुक्रवार को हुई थी. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस ने उनके आवास पर जाकर धीरेन मंडल और उनकी पत्नी सुमति मंडल को गिरफ्तार किया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि लड़की का एक लड़के अचिंत्य मंडल के साथ रिलेशनशिप था, जो बगल के गांव का रहने वाला था. अधिकारी के मुताबिक लड़की के माता-पिता रिश्ते के खिलाफ थे. कक्षा 9वीं की छात्रा के मां-बाप ने उसके शव को बैग में भरकर गंगा नदी में फेंक दिया.  पुलिस अधीक्षक (मालदा जिला) आलोक राजोरिया ने कहा, स्वत: संज्ञान लेते हुए आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एक मुकदमा दायर किया गया है. एसपी ने कहा कि नदी से शव को बरामद करने के प्रयास जारी है. गोताखोर शव को खोजने के काम में लगे हुए हैं. Video: उत्तराखंड में सड़क पर घूमता दिखा हिम तेंदुआ
कम्बोडिया की सरकार का विश्व के अधिकांश देशों से राजनयिक सम्बन्ध हैं, जिनमें भारत, यूएसए, यूके, फ्रांस एवं कम्बोडिया के पड़ोसी देश भी हैं। कम्बोडिया सरकार, प्रमुख अन्तराष्ट्रीय संस्थाओं, जैसे संयुक्त राष्ट्र संघ, और इसकी विशिष्ट एजेन्सियों जैसे विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोश आदि की सदस्य है। कम्बोडिया सरकार, एशियाई विकास बैंक, एशियन (ASEAN) और विश्व व्यापार संगठन (WTO) की भी सदस्य है। सन २००५ में बम्बोडिया ने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के उद्घाटन में भाग लिया था। सरकार पैसिफिक अलायन्स और शंघाई सहयोग संगठन की भी सदस्य है। सन्दर्भ कम्बोडिया